मेरठ के भावनपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह व्यक्ति पिछले कई दिन से एक कालोनी के बाहर सड़क किनारे खुले आसमान के नीचे रह रहा था। इसकी सूचना मिलते ही आम आदमी पार्टी के नेता अंकुश चौधरी मौके पर पहुंच गए और सरकार की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। अंकुश का दावा है कि ठंड ने इसकी जान ली है। पहले जानते हैं क्या है मामला मामला भावनपुर थाना क्षेत्र की कोरल स्प्रिंग कालोनी के बाहर का है, जहां एक व्यक्ति पिछले कई दिन से खुले आसमान के नीचे रह रहा था। लोगों ने उसकी मजबूरी देखकर काफी मदद का प्रयास किया। उसे गर्म कपड़े तक दिए लेकिन शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई। आप नेता ने रैन बसेरों पर उठाए सवाल खुले आसमान के नीचे किसी व्यक्ति की मौत की सूचना मिलते ही आम आदमी पार्टी के नेता अंकुश चौधरी मौके पर पहुंच गए। कालोनी के लोगों ने पूरा वाकिया उन्हें बताया। इसके बाद अंकुर ने प्रदेश सरकार की रैन बसेरे की व्यवस्था पर सवाल उठा दिए। प्रशासन को बताया जिम्मेदार अंकुश चौधरी ने इस व्यक्ति की मौत का प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते प्रशासन इस व्यक्ति को रैन बसेरे में पहुंचा देता तो उसकी जान बच सकती है। रैन बसेरों का निर्माण ही ऐसे लोगों के लिए किया गया है, ताकि उनके जीवन पर संकट ना जाए। डीएम-एसएसपी के निरीक्षण पर सवाल आप नेता ने इस प्रकरण के बाद अपना एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया है। उन्होंने रात में डीएम डा. वीके सिंह व एसएसपी डा. विपिन ताडा द्वारा किए गए रैन बसेरों के निरीक्षण को महज खानापूर्ति बताया है और इस मौत को प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
सरकार ने कहा है कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) के ऊंचे स्तर और फेफड़ों की बीमारियों के बीच सीधा संबंध साबित करने वाले ठोस वैज्ञानिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, वायु प्रदूषण को श्वसन रोगों के बढ़ने का एक कारण माना गया है। यह जानकारी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने राज्यसभा में लिखित जवाब में दी। भाजपा सांसद लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने सवाल किया था कि क्या दिल्ली-एनसीआर में लंबे समय तक खतरनाक AQI रहने से फेफड़ों की क्षमता कम हो रही है? वहीं, मेडिकल जर्नल ऑफ एडवांस्ड रिसर्च इंडिया की रिपोर्ट में दावा किया गया कि खराब हवा के कारण फेफड़ों के काम करने की क्षमता घट रही है। उधर, वायु प्रदूषण पर चर्चा के बिना ही संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गया। दिल्ली में तीन साल में सांस की दिक्कत के 2 लाख से ज्यादा मरीज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 3 दिसंबर को राज्यसभा में बताया था कि 2022 से 2024 के बीच दिल्ली के छह बड़े सरकारी अस्पतालों में सांस से जुड़ी समस्याओं के 2,04,758 मामले सामने आए। इनमें से करीब 35 हजार मरीजों को अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। मंत्रालय के अनुसार, वायु प्रदूषण इसका प्रमुख कारण रहा। मेडिकल जर्नल के मुताबिक फेफड़े खराब हो रहे मेडिकल जर्नल ऑफ एडवांस्ड रिसर्च इंडिया में पब्लिश्ड रिसर्च के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषित हवा फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रही है। यह अध्ययन दिल्ली और राजस्थान के कुछ इलाकों में 15 से 29 साल के युवाओं पर किया गया। दिल्ली में 24 घंटे में 11700 चालान कटे पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि गुरुवार शाम करीब 7 बजे से शुरू हुए अभियान में 24 घंटे में 11,700 से अधिक चालान काटे गए। दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी (DPCC) सहित कई विभाग शहर भर में उत्सर्जन स्रोतों पर नियंत्रण के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में सरकार ने वाहन प्रवर्तन, धूल नियंत्रण, कचरा प्रबंधन और सड़क सफाई को जोड़ते हुए मल्टी लेवल रणनीति अपनाई है। उनके अनुसार, इससे पिछली सर्दियों की तुलना में वायु गुणवत्ता में सुधार हुआ है। 3 तस्वीरों में देखिए दिल्ली में प्रदूषण का हाल 12164 मीट्रिक टन कचरा हटाया गया धूल नियंत्रण के तहत नगर एजेंसियों ने 12,164 मीट्रिक टन से अधिक कचरा हटाया। 2,068 किलोमीटर सड़कों पर मैकेनिकल स्वीपिंग की गई, जबकि करीब 1,830 किलोमीटर सड़कों पर पानी का छिड़काव किया गया। मोबाइल एंटी-स्मॉग गन ने 5,500 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र को कवर किया। बयान के मुताबिक, प्रमुख निर्माण स्थलों पर लगभग 160 एंटी-स्मॉग गन तैनात की गई हैं। मंत्री ने बताया कि पिछले 24 घंटे में औसतन करीब 30,000 मीट्रिक टन पुराने कचरे का बायो-माइनिंग किया गया। नागरिक शिकायत निवारण के तहत 311 हेल्पलाइन, ग्रीन दिल्ली ऐप, समीर और सोशल मीडिया के माध्यम से मिली 57 शिकायतों का समाधान किया गया। शहर में आने से 542 ट्रकों को डायवर्ट किया मंत्री के मुताबिक शहर में एंट्री करने से 542 ट्रकों को रोका और डायवर्ट किया गया। साथ ही, शहर में 34 ट्रैफिक जाम वाले बिंदुओं को खाली कराया गया। सिरसा ने नागरिकों और संस्थानों से प्रदूषण नियंत्रण उपायों में सहयोग की अपील करते हुए कहा कि वायु प्रदूषण से निपटने और हवा की गुणवत्ता में सुधार बनाए रखने के लिए सामूहिक जिम्मेदारी जरूरी है।
आजमगढ़ जिले के डीएम रविंद्र कुमार ने शुक्रवार की देर रात रोडवेज के साथ-साथ सिविल लाइन के रिक्शा स्टैंड स्थित रैन बसेरे का निरीक्षण किया। जिले के डीएम रविंद्र कुमार ने रोडवेज परिषद पर यात्रियों के रुकने की व्यवस्था का निरीक्षण करने के साथ-साथ अलाव जलाने का भी निर्देश दिया। इसके साथ ही अलाव ताप रहे एक बुजुर्ग को कंबल भी दिया। जिले के डीएम ने सिविल लाइन रिक्शा स्टैंड के रैन बसेरे का निरीक्षण लिया। इसके साथ ही रैन बसेरे पर आधार के साथ ही रुकने का निर्देश दिया। हालांकि बुजुर्गों को बिना आधार के भी रुकने का निर्देश दिया गया। संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि लगातार जिस तरह से जिले में सर्दी और शीत लहर बढ़ रही है ऐसे में जो भी सार्वजनिक स्थल है। वहां जगह-जगह अलाव की व्यवस्था बनाई जाए। जिससे की देर रात आने-जाने वाले लोगों को किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़े। बताते चले कि जिले में लगातार शीत लहर का प्रकोप चल रहा है। इसके साथ ही जरूरत ना होने पर तीन दिनों तक घरों से न निकलने की अपील भी की गई है। लगातार बदल रहे मौसम को ध्यान में रखते हुए स्कूलों के समय में भी परिवर्तन किया गया है। जिससे कि स्कूली बच्चों को किसी तरह की समस्या का सामना करना पड़े। जिले के डीएम का कहना है कि शासन की मनसा है कि हर जरूरतमंदों तक राहत पहुंचे। इसी को ध्यान में रखते हुए लगातार इस तरह के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। दोपहर में वृद्ध आश्रम में किया था कंबल वितरण शुक्रवार को दोपहर जिले के डीएम रविंद्र कुमार ने निजामाबाद के फरिहा स्थित वृद्ध आश्रम पहुंचकर बुजुर्गों के बीच कंबल वितरण किया था। वृद्ध आश्रम में कल 84 वृद्धजन रहते हैं जिसमें 47 पुरुष और 37 महिलाएं हैं। वृद्ध आश्रम की महिलाओं ने सर्दी के मौसम में गीजर न चलने की शिकायत की थी। जिसके बाद जिले के डीएम रविंद्र कुमार ने वृद्ध आश्रम के कर्मचारियों को गीजर चलाने का निर्देश दिया।
व्यापारी से सरेआम नाक रगड़वाने से जुड़े मामले में लाइन हाजिर हुए दरोगा गौरव सिंह को दो महीने बाद ही एसएसपी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंप दी। गौरव सिंह को लाइन से हटाकर सरूरपुर का थानाध्यक्ष बनाया गया है। लाइन हाजिर किए गए चौकी इंचार्ज को सीधे थाने की जिम्मेदारी मिलना चर्चाओं में है। पहले एक नजर पूरे प्रकरण पर शास्त्रीनगर डी ब्लॉक निवासी व्यापारी सत्यम रस्तौगी 19 अक्टूबर की रात तेजगढ़ी चौराहे पर मेहता रेस्टोरेंट में खाना खाने आए थे। उन्होंने ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर के कार्यालय के नीचे कार खड़ी कर दी। इसी दौरान कार को लेकर उनका मयूर विहार निवासी विकुल चपराणा से विवाद हो गया जो भाजपा किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष थे। विकुल ने सत्यम से सरेआम नाक रगड़वाई, जिसकी वीडियो वायरल हो गई। पुलिसकर्मियों के सामने रगड़वाई थी नाक वीडियो वायरल होने के बाद सनसनी फैल गई। पुलिस की किरकिरी होने लगी। क्योंकि जिस वक्त भाजपा नेता विकुल चपराणा, व्यापारी सत्यम रस्तौगी के साथ अभद्रता कर रहे थे, उस वक्त चौकी इंचार्ज कीर्ति पैलेस गौरव सिंह वहां मौजूद थे और उनके द्वारा इसे रोकने के कोई प्रयास नहीं किए गए। इसके बाद एसएसपी ने दरोगा गौरव सिंह, चेतन सिंह और बृजेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया। समझौता होते ही बैक हो गई कार्रवाई विकुल चपराणा को ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेंद्र तोमर का करीबी बताया जा रहा था। जल्द ही इसके प्रमाण भी मिलने लगे। भाजपा नेता मामले में समझौते की रणनीति तैयार करने में जुट गए। कैंट विधायक अमित अग्रवाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 30 अक्टूबर को समझौता हो गया। तय हुआ कि पुलिस चार्जशीट दाखिल करेगी और जैसे ही कोर्ट में केस पहुंचेगा, वहां समझौतानामा लगा दिया जाएगा। चार्जशीट लगते ही कार्रवाई हुई वापस कुछ दिन पहले पुलिस ने इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी। सवाल यही उठ रहे थे कि उन पुलिसकर्मियों का क्या होगा, जिन पर कार्रवाई की गई थी। जैसी उम्मीद थी, वैसा ही हुआ। दोनों पक्षों में समझौता होते ही एसएसपी ने दरोगा गौरव सिंह को बहाल कर दिया और गुरुवार रात सरूरपुर का थानेदार बना दिया। खास बात यह रही कि यहां के थानेदार अजय शुक्ला जोकि अपराध नियंत्रण में नाकाम साबित हो रहे थे, उनको हटाने के बजाए परतापुर थाने की जिम्मेदारी सौंप दी। बहाली के लिए अप्रूवल जरूरी पुलिस सूत्र बताते हैं कि लाइन हाजिर पुलिसकर्मी को समय से पहले बहाल करने और जिम्मेदारी सौंपने की एक प्रक्रिया है। इसके लिए उच्चाधिकारियों से अप्रूवल की आवश्यकता होती है। अगर पुलिस कप्तान उच्चाधिकारियों के समक्ष पुलिसकर्मी की बहाली के लिए अप्रूवल भेजते हैं तो उस पर विचार किया जा सकता है। सूत्र बताते हैं कि लाइन हाजिर दरोगा गौरव सिंह को लेकर भी अप्रूवल मांगा गया, जिसे स्वीकार भी कर लिया गया। उसी के बाद यह चार्ज दिया गया है
अलीगढ़ में संयुक्त किसान मोर्चा और बिजली उपभोक्ता के साझा मंच का महापड़ाव शुक्रवार को 11वें दिन भी जारी रहा। लाल डिग्गी स्थित विद्युत वितरण निगम के कार्यालय पर बिजली विधेयक, स्मार्ट मीटर, चार लेबर कोड और मनरेगा से जुड़े मुद्दों का विरोध किया गया। इस दौरान संसद में मनरेगा की जगह पारित हुए वीबी–जीरामजी विधेयक की प्रतियां जलाई गईं। आरोप: नया कानून मनरेगा मजदूर विरोधी क्रांतिकारी किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव शशिकांत ने कहा कि इस विधेयक के लागू होने से पहले से कर्ज के बोझ तले दबी राज्य सरकारों पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि नए कानून से ग्रामीण भारत के अंतिम पायदान पर खड़े मनरेगा मजदूरों की आजीविका पर संकट आ जाएगा। मनरेगा को समाप्त नहीं मजबूूत करें संयुक्त किसान मोर्चा के पदाधिकारियों ने कहा कि मनरेगा जैसी रोजगार गारंटी योजना को समाप्त करने के बजाय इसे और मजबूत किया जाए। वहीं, शहरी गरीबों और बेरोजगारों के लिए भी इसी तरह की योजना लागू की जाए। देश के हर बेरोजगार नागरिक को आजीविका की कानूनी गारंटी मिलनी चाहिए। आंदोलन की दी चेतावनी किसान सभा के नेता इदरीश मोहम्मद ने कहा कि मनरेगा केवल ग्रामीण रोजगार तक सीमित नहीं थी। इसे मांग आधारित कार्यक्रम के रूप में लागू किया गया था, ताकि ग्रामीण विकास से जुड़ा बुनियादी ढांचा तैयार हो सके। इसके तहत ग्रामीण सड़कों, सिंचाई, पेयजल, पशुपालन और नागरिक सुविधाओं का विस्तार हुआ। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस योजना को कमजोर किया गया तो किसान और मजदूर देशव्यापी संघर्ष के लिए मजबूर होंगे। ये रहे मौजूद धरनास्थल पर नगेंद्र चौधरी, इदरीश मोहम्मद, सूरजपाल उपाध्याय, कृष्णकांत सिंह, आनंद पाल सिंह, सुभाष शर्मा, केबी मौर्य, सुरेशचंद्र गांधी, हरेंद्र चौधरी, लालाराम, नसीम राजा, खान अख्तर और योगेश कुमार सहित कई प्रमुख किसान नेता मौजूद रहे। स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची टीम का विरोध उधर, नगला दारापुर गांव में स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची बिजली विभाग की टीम का ग्रामीणों ने विरोध किया। ग्रामीणों का आरोप है कि स्मार्ट मीटर के जरिए उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाला जा रहा है, जिसे वे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा है कि वादकारी अधिक पढ़ा-लिखा नहीं होता , उससे यह उम्मीद नहीं की जा सकती कि उसे कानून की बारीकियों और अनुकंपा नियुक्ति के लिए लागू नियमो की जानकारी हो। जबकि प्रशासनिक अधिकारियों की वैधानिक जिम्मेदारी है कि अपना काम पूरी सावधानी पूर्वक करें। याची को अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगतने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। कोर्ट ने राज्य सड़क परिवहन निगम को दो हफ्ते में नियमानुसार कार्रवाई कर 7 जनवरी तक कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान ने अमित कुमार सिंह की याचिका की सुनवाई करते हुए दिया है। याची के पिता निगम में कंडक्टर थे जिनकी सेवाकाल में 30 जुलाई 2000 को मौत हो गई। याची की मां ने विभाग को सूचना दी कि पुत्र नाबालिग है, इसलिए बालिग होने पर आश्रित नियुक्ति पर विचार किया जाय। बालिग होने के बाद याची की अर्जी पर विचार किया गया और उसे संविदा पर नियुक्ति दी गई। कई वर्ष सेवा करने के बाद याची ने संविदा नियुक्ति को चुनौती देते हुए कहा मृतक आश्रित सेवा नियमावली के अंतर्गत स्थाई नियुक्ति का नियम है। इसलिए उसकी भी स्थाई नियुक्ति की जाय।याची का कहना है कि उसे पहले कानून की जानकारी नहीं थी। विभाग का दायित्व था कि उसकी नियुक्ति कानूनी उपबंधो के तहत करें। विभाग के अधिवक्ता का कहना था कि याची ने संविदा नियुक्ति स्वीकार की है इसलिए लंबी सेवा के बाद वह उसके विरुद्ध दावा नहीं कर सकता। जिस पर कोर्ट ने कहा कि कानून के अनुसार काम करने की जिम्मेदारी अधिकारियों की है। इसलिए नियमानुसार याची की नियुक्ति की कार्यवाही कर कोर्ट को जानकारी दें।
हाईकोर्ट ने बदायूं के एसएसपी द्वारा सीजेएम से संवाद के लिए दरोगा को नियुक्त करने पर नाराज़गी जताई है जबकि कोर्ट ने यह जिम्मेदारी एसएसपी को सौंपी थी। कोर्ट ने एसएसपी के रवैये को सरासर उद्दंडता करार दिया। साथ ही उन्हें व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर यह स्पष्ट करने को कहा कि उनके खिलाफ अलग से सिविल अवमानना की कार्यवाही क्यों न शुरू की जाए। यह आदेश न्यायमूर्ति जेजे मुनीर एवं न्यायमूर्ति संजीव कुमार की खंडपीठ ने दिया है। अपील 1984 से लंबित अपील का अपीलार्थी आनंद प्रकाश लापता है। कोर्ट ने गत 10 दिसंबर को अपीलार्थी की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए जमानती वारंट जारी करने का निर्देश दिया था। साथ ही स्पष्ट किया था कि वारंट तब तक बिना तामील लौटाया नहीं जाएगा, जब तक पुलिस शपथपत्र सहित यह प्रमाण न दे दे कि अपीलार्थी की मृत्यु हो चुकी है या वह देश छोड़ चुका है।इसके अतिरिक्त बदायूं के एसएसपी को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि अपीलार्थी जहां भी छिपा हो या स्थानांतरित हुआ हो, वहां उसकी तलाश कर वारंट का तामीला कराया जाए। गुरुवार को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पाया कि एसएसपी ने वारंट के तामीला के लिए अपेक्षित प्रयास नहीं किए और संबंधित सीजेएम से स्वयं संवाद भी नहीं किया। कोर्ट के आदेश के अनुपालन में सीजेएम बदायूं ने सीधे एसएसपी को मेमो भेजा था लेकिन उन्होंने स्वयं उत्तर देने की बजाय अधीनस्थ सबइंस्पेक्टर से सीजेएम को पत्र भेजवा दिया। इस पर ऐतराज जताते हुए खंडपीठ ने टिप्पणी की कि जब सीजेएम ने हाईकोर्ट के आदेश के तहत स्वयं एसएसपी को मेमो भेजा था तो ऐसे में सबइंस्पेक्टर से जवाब भेजवाना प्रथमदृष्टया सरासर उद्दंडता है। कोर्ट ने कहा कि मामला न्यायालय की प्रक्रिया से जुड़ा था, तब भी एसएसपी को स्वयं मेमो के माध्यम से जवाब देना चाहिए, न कि किसी साधारण अधीनस्थ अधिकारी से पत्र लिखवाना चाहिए। कोर्ट ने पुलिस की ओर से दाखिल रिपोर्ट पर भी असंतोष जताया, जिसमें कहा गया कि अपीलार्थी का पता नहीं चल सका। कोर्ट ने कहा कि यह रिपोर्ट उसके आदेश का स्पष्ट उल्लंघन है क्योंकि वारंट केवल दो ही परिस्थितियों में बिना तामीला लौटाया जा सकता है, या तो अपीलार्थी की मृत्यु हो चुकी हो या वह देश छोड़ चुका हो।कोर्ट ने कहा कि दोनों में किसी भी स्थिति की पुष्टि रिपोर्ट में नहीं की गई। इन परिस्थितियों में बदायूं के एसएसपी प्रथमदृष्टया हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना के दोषी प्रतीत होते हैं। कोर्ट ने एसएसपी बदायूं को व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल कर तीन बिंदुओं पर कारण बताने का निर्देश दिया कि क्यों उनके खिलाफ अलग से सिविल अवमानना की कार्यवाही दर्ज की जाए? उन्होंने 10 दिसंबर 2025 के आदेश में बताए गए सीमित आधारों के बावजूद अपीलार्थी को गिरफ्तार कर पेश क्यों नहीं किया? और उन्होंने स्वयं सीजेएम को जवाब देने की बजाय सबइंस्पेक्टर से पत्र क्यों भेजवाया? कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्धारित समय सीमा के भीतर हलफनामा दाखिल नहीं किया गया तो एसएसपी को स्वयं उपस्थित होना होगा।
जहां पैसे खत्म, वहीं चोरी…ड्रग्स की लत में डूबे बदमाशों ने चोरी को अपनी जरूरत बना लिया था। गुना की द्वारकाधीश कॉलोनी में सूने घर में हुई चोरी का कैंट थाना पुलिस ने खुलासा करते हुए अंतरराज्यीय गिरोह के तीन आरोपियों को पंजाब से गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है। पकड़े गए आरोपियों में एक पंजाब और दो बिहार के निवासी हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि गिरोह का सरगना जसवीर उर्फ जस्सी पहले फौज में भर्ती हुआ था। उसके माता पिता भी फौज में थे। मां की मौत के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति मिली थी, लेकिन ट्रेनिंग के दौरान वह भाग गया। इसके बाद नशे की लत ने उसे अपराधी बना दिया। जेल में बंद रहने के दौरान उसकी दोस्ती बिहार के शातिर चोरों से हुई और यहीं से गिरोह खड़ा हो गया। पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि जैसे ही पैसे खत्म होते, चारों एक कार से नेशनल हाईवे पर निकल पड़ते। रास्ते में ऐसे मकान या दुकान तलाशते, जो कई दिनों से सूने हों। रेकी के बाद ताले तोड़कर नकदी, सोना-चांदी और कीमती सामान समेटकर फरार हो जाते थे। चोरी के बाद बदमाश सीधे मध्यप्रदेश के मंदसौर और नीमच इलाके पहुंचते। यहां चोरी के माल बेच देते थे। इसके बाद डोडा चूरा खरीदकर उसे पंजाब ले जाते, जहां उसे बेचकर ड्रग्स के लिए पैसा जुटाते थे। पैसा खत्म होते ही यह फिर से चोरी की तैयारी शुरू कर देते थे। पहले पूरा मामला जानिए...4 राज्यों में तलाशे आरोपी कैंट थाना क्षेत्र की द्वारकाधीश टाउनशिप में हुई चोरी की वारदात ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी थी। कॉलोनी निवासी जुगल किशोर ठाकुर ने 2 दिसंबर को कैंट थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी के साथ निजी काम से सागर गए हुए थे। घर कई दिनों से बंद था, इसी दौरान 2 दिसंबर की दोपहर अज्ञात चोरों ने मौके का फायदा उठाया और मुख्य दरवाजे के ताले तोड़कर घर में घुस गए। चोरों ने अलमारी और अन्य सामान खंगालते हुए करीब 50 हजार रुपए नकद, दो मंगलसूत्र, लक्ष्मी-कुबेर जी की चांदी की मूर्ति, सोने की दो छोटी चेन, चार सोने की अंगूठियां और गुल्लक तोड़कर उसमें रखे करीब 20 हजार रुपए चुरा लिए। जब जुगल किशोर ठाकुर घर लौटे, तो ताले टूटे और सामान बिखरा मिला। इसके बाद उन्होंने तत्काल कैंट थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए CSP प्रियंका मिश्रा के निर्देशन में कैंट थाना प्रभारी टीआई अनूप कुमार भार्गव के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई। टीम ने क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, कॉल डिटेल और तकनीकी इनपुट जुटाए, साथ ही मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। लगातार प्रयासों के बाद पुलिस ने चोरी में शामिल आरोपियों की पहचान जसवीर सिंह जाट निवासी लुधियाना (पंजाब), राजेश शाह, वीरेन्द्र पासवान और राजू जाट निवासी छपरा (बिहार) के रूप में की। पहचान होते ही पुलिस की टीमें पंजाब, हरियाणा और बिहार रवाना की गईं और संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। लगभग समन्वित कार्रवाई के बाद पुलिस ने जसवीर उर्फ जस्सी (57) निवासी लुधियाना, राजेश शाह (54) निवासी छपरा और राजू जाट को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने चोरी की वारदात स्वीकार की है। वहीं, गिरोह का एक सदस्य अभी फरार है, जिसकी तलाश के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। अब पढ़िए..फौजी बनने निकला चोर बन गया पुलिस के मुताबिक, इस मामले में गिरफ्तार जसवीर उर्फ जस्सी के माता-पिता दोनों फौज में थे। बचपन से ही जस्सी का सपना भी सेना में भर्ती होने का था। वह फौज में गया और ट्रेनिंग भी शुरू हुई, लेकिन महज छह महीने बाद ही वह ट्रेनिंग सेंटर से भाग आया। इसके बाद वह लुधियाना लौट आया, जहां धीरे-धीरे ड्रग्स की लत का शिकार हो गया। ड्रग्स की लत के साथ जस्सी मादक पदार्थों की तस्करी में भी शामिल हो गया। इस कारण वर्ष 2014 में उसे पंजाब की अंबाला जेल भेजा गया। जेल में उसकी मुलाकात बिहार के शातिर चोर राजेश शाह और राजू जाट से हुई, जो चोरी के मामलों में बंद थे। जेल के भीतर ही तीनों की नजदीकियां बढ़ीं और दोस्ती गहरी हो गई। जेल से बाहर आने के बाद जस्सी ने भी इन दोनों के साथ मिलकर चोरी के गिरोह में कदम रख दिया। इसके बाद तीनों ने मिलकर अलग-अलग राज्यों में चोरी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दिया, जो आखिरकार गुना की चोरी के मामले में पुलिस की गिरफ्त में आ गए। पैसे खत्म होते ही निकल पड़ते थे चोरी पर पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि जसवीर उर्फ जस्सी के संपर्क में आने के बाद राजेश शाह और राजू जाट भी पंजाब शिफ्ट हो गए थे। वहां रहते हुए तीनों को चिट्टे समेत अन्य ड्रग्स की लत लग गई। नशे की जरूरत पूरी करने के लिए जैसे ही इनके पास पैसे खत्म होते, ये चोरी की योजना बना लेते थे। चारों बदमाश एक कार से नेशनल हाईवे पर निकलते और रास्ते में ऐसे घर या दुकान तलाशते, जो लंबे समय से सूने नजर आते। मौके की रेकी करने के बाद ताले तोड़कर नकदी, जेवर और कीमती सामान पर हाथ साफ कर लेते थे। वारदात के बाद तुरंत इलाका छोड़ देते थे, ताकि शक न हो। चोरी करने के बाद बदमाश सीधे मध्यप्रदेश के मंदसौर और नीमच इलाके पहुंचते थे। इन क्षेत्रों में अफीम की खेती और डोडा चूरा की तस्करी होने के कारण यहां से नशे का सामान आसानी से मिल जाता था। आरोपी यहां से डोडा चूरा खरीदते और फिर उसे पंजाब ले जाकर बेच देते थे। वहीं चोरी में मिले नकदी और जेवर बेचकर वे अपने लिए ड्रग्स खरीदते थे। इसके बाद जैसे ही पैसा खत्म होता, बदमाश फिर एक नई चोरी की तैयारी में जुट जाते थे। पंजाब से MP का सफर...शिवपुरी में चाय पी, गुना में कर ली चोरी 1 दिसंबर को चारों बदमाश कार क्रमांक PB 13 BJ 5253 से लुधियाना से मध्यप्रदेश के मंदसौर जाने के लिए रवाना हुए थे। 2 दिसंबर की सुबह करीब 10:30 बजे उनकी गाड़ी नेशनल हाईवे-46 (ग्वालियर–देवास रोड) पर शिवपुरी जिले के कोलारस टोल नाके से गुजरी। यहां से वे गुना बायपास पहुंचे और दो खंभा नाके के पास एक ढाबे पर चाय पीने रुके। चाय पीते समय ही उन्होंने किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना ली। इसके बाद सभी बदमाश कार वहीं खड़ी कर पैदल ही गुना बायपास से लगी द्वारकाधीश कॉलोनी में पहुंचे। कॉलोनी में घूमते हुए उन्हें जुगल किशोर ठाकुर का मकान नजर आया, जिस पर बाहर से ताला लगा था। मौका देखकर बदमाशों ने ताला चटकाया और घर के अंदर घुसकर नकदी व जेवरात चोरी कर लिए। वारदात के बाद वे दोबारा बायपास पहुंचे और कार में बैठकर मंदसौर की ओर रवाना हो गए। नेशनल हाईवे के रास्ते बदमाश राजगढ़ जिले पहुंचे, जहां एक व्यक्ति से उन्होंने डोडा चूरा खरीदा। इसके बाद कोटा वाला हाईवे पकड़ते हुए जयपुर और दिल्ली होते हुए लुधियाना लौट गए। सीसीटीवी में कैद हुए आरोपी, फोटो भी मिले चोरी की वारदात के दौरान बदमाश सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए थे। पुलिस के पास उनके फोटो मौजूद थे। इस पूरे मामले के खुलासे में आरक्षकों की अहम भूमिका रही। टीम में शामिल पुलिसकर्मी नेशनल लेवल पर बने आरक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़े थे। संदिग्धों की फोटो ग्रुप में साझा की गई, जिसके बाद झांसी से एक आरोपी की पहचान उसकी टी-शर्ट के आधार पर हो गई। यहीं से पूरी गैंग चिन्हित हुई। बिहार पुलिस की मदद से वहां के आरोपियों को ट्रेस किया गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार गिरफ्तार आरोपी शातिर अंतर्राज्यीय बदमाश हैं। इनके खिलाफ झांसी के सीपरी बाजार और कोतवाली थाना, राजस्थान के सदर दौसा, लुधियाना के डुगरी थाना सहित पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और अन्य राज्यों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उत्तरप्रदेश और राजस्थान में भी की थीं दो चोरी नशे की लत के लिए चोरी करता था गुना सीएसपी प्रियंका मिश्रा का कहना है कि आरोपियों ने दो और चोरी की वारदातें कबूली हैं। ये अंतर्राज्यीय गिरोह नशे की लत पूरी करने के लिए चोरी करता था। फरार आरोपी की तलाश की जा जारी है।
भोपाल के अशोका गार्डन थाना क्षेत्र में 7 साल की बच्ची के साथ बैड टच का मामला सामने आया है। आरोपी पार्क में खेल रही मासूम को साथ ले गया। घर में उसके साथ गलत काम किया। इसके बाद टॉफी का लालच देकर बच्ची को घटना के संबंध में किसी को भी ना बताने की बात कही और उसे छोड़ दिया। घर पहुंची पीड़िता ने पूरा घटनाक्रम मां को बताया। मां ने स्थानीय लोगों को वारदात की जानकारी दी। इसी बीच राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को भी घटना की जानकारी लगी और वह मौके पर पहुंच गए। कार्यकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने आरोपी को तलाश कर पकड़ा और पुलिस के हवाले किया। हालांकि पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। बजरंग दल के पदाधिकारी सोनू हिंदू ने बताया कि 7 वर्षीय मासूम अशोका गार्डन की कॉलोनी में रहती है। शुक्रवार की शाम करीब 7:30 बजे अपने घर के बाहर पार्क में खेल रही थी। तभी आरोपी नरेंद्र राजपूत बच्ची को कार्टून दिखाने के बहाने घर ले गया। जहां उसके साथ गलत हरकत की। करीब 1 घंटे बाद उसने बच्ची को छोड़ा, रोती हुई मासूम अपने घर पहुंची। तब उसने मां को पूरा घटनाक्रम बताया। मां ने स्थानीय लोगों को मामले की जानकारी दी और उनके माध्यम से हम तक यह जानकारी पहुंची। तब हमारे कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और आरोपी को पड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। हमीदिया अस्पताल में कराया जा रहा मेडिकल आरोपी को पुलिस को सौंपने के बाद भीड़ थाने पहुंच गई और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की। पुलिस ने मासूम को परिजन के साथ मेडिकल परीक्षण के लिए हमीदिया अस्पताल भेज दिया है, जहां उसका मेडिकल कराया जा रहा है। रेप हुआ कि नहीं, फिलहाल साफ नहीं टीआई अनुराग लाल के मुताबिक मासूम के साथ रेप हुआ कि नहीं, इसकी पुष्टि फिलहाल नहीं हो सकी है। महिला अधिकारी ने बच्ची से बातचीत की है लेकिन वह सही से घटनाक्रम नहीं बता सकी। अब मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। फिलहाल आरोपी द्वारा अश्लील हरकतें किए जाने की पुष्टि हुई है।
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में बेसिक शिक्षा विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। बैठक में ऑपरेशन कायाकल्प, निपुण भारत मिशन, सामुदायिक सहभागिता और मध्याह्न भोजन (मिड डे मील) योजना की प्रगति की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा में बिल्हौर और चौबेपुर ब्लॉक के विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं की स्थिति असंतोषजनक पाई गई। टाइलिंग कार्य, मल्टीपल हैंडवॉशिंग यूनिट, रनिंग वाटर इन टॉयलेट और सीडब्ल्यूएसएन से जुड़े कार्यों में बीते चार माह में कोई प्रगति नहीं होने पर जिलाधिकारी ने कड़ा रुख अपनाया। इस पर बिल्हौर और चौबेपुर के खंड विकास अधिकारी (बीडीओ), खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) और एडीओ पंचायत का दिसंबर माह का वेतन रोकने के निर्देश दिए गए। बेसिक शिक्षा अधिकारी सुरजीत सिंह को विभागीय कार्यों की नियमित समीक्षा न करने एवं खराब पर्यवेक्षण पर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश देते हुए कहा गया कि बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत सभी कार्यों की नियमित और प्रभावी समीक्षा अनिवार्य रूप से की जाए। निर्माण कार्यों की फोटो लेकर आएं अधिकारी डीएम ने निर्देश दिए कि आगामी बैठकों में सभी खंड विकास अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी और एडीओ पंचायत अपने-अपने विकास खंडों में कराए जा रहे निर्माण कार्यों का फोटोयुक्त प्रस्तुतीकरण अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करें। डीसी निर्माण प्रवीण पांडे द्वारा बीते चार माह से बिल्हौर और चौबेपुर ब्लॉक में निर्माण कार्यों की प्रगति न होने की जानकारी उच्च अधिकारियों को न दिए जाने और नियमित समीक्षा न करने पर स्पष्टीकरण के साथ चेतावनी पत्र जारी करने के निर्देश दिए गए। बीईओ नगर, डीसी मिड डे मील और एमआईएस को कारण बताओ नोटिस मध्याह्न भोजन योजना की समीक्षा के दौरान सामने आया कि खंड शिक्षा अधिकारी नगर शालिनी गुप्ता द्वारा सदर बाजार क्षेत्र में चार दिन तक मध्याह्न भोजन न बनने पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर डीएम ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए और सभी विद्यालयों में मध्याह्न भोजन का नियमित वितरण सुनिश्चित करने को कहा। समीक्षा के दौरान जिला समन्वयक अनुरुद्ध सिंह द्वारा आवश्यक सूचनाएं प्रस्तुत न करने पर स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए गए। डीसी मध्याह्न भोजन सौरभ पांडे द्वारा बैठक में समुचित डाटा उपलब्ध न कराने पर उनके विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिए गए। इसी क्रम में जिला समन्वयक एमआईएस द्वारा बच्चों के आधार कार्ड निर्माण में प्रगति न होने पर भी कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए।
एलडीए अनंत नगर योजना में फिर खुले भूखंड:637 प्लॉट के लिए 12 जनवरी तक आवेदन, लॉटरी से होगा आवंटन
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने अनंत नगर (मोहान रोड) आवासीय योजना में एक बार फिर भूखंडों का पंजीकरण शुरू कर दिया है। तीसरे चरण में 637 भूखंडों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। इच्छुक लोग 20 दिसंबर से 12 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। भूखंडों का आवंटन लॉटरी सिस्टम से किया जाएगा। एलडीए इससे पहले दो चरणों में 666 भूखंडों का पंजीकरण कर चुका है। एलडीए वीसी प्रथमेश कुमार के मुताबिक, इस चरण में 450 वर्गमीटर के 41, 288 वर्गमीटर के 224, 200 वर्गमीटर के 225, 162 वर्गमीटर के 90 और 112.5 वर्गमीटर के 57 भूखंड शामिल हैं। 785 एकड़ में विकसित हो रही है योजना अनंत नगर योजना को करीब 785 एकड़ क्षेत्रफल में विकसित किया जा रहा है। यहां लगभग डेढ़ लाख लोगों के बसने की योजना है। कॉलोनी को ग्रिड पैटर्न पर विकसित किया जा रहा है, जहां चौड़ी सड़कें होंगी और बिजली की आपूर्ति के लिए अंडरग्राउंड केबलिंग की जा रही है। एजुकेशन सिटी और ग्रीन बेल्ट योजना में बड़े हिस्से में एजुकेशन सिटी विकसित की जाएगी। इसके साथ ही 130 एकड़ में पार्क और ग्रीन बेल्ट बनाई जाएगी, जिससे यह इलाका पर्यावरण के अनुकूल और हरित रहेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया है कि मजबूत अर्थ नीति केवल आंकड़ों की बात नहीं होती, बल्कि आम आदमी की नौकरी, आय और जीवन स्तर से सीधा जुड़ाव रखती है। निवेश बढ़ेगा तो उद्योग लगेंगे, उद्योग लगेंगे तो युवाओं को रोजगार मिलेगा और यही विकास का असली चक्र है। मुख्यमंत्री यह बात मुंबई में आयोजित वर्ल्ड हिंदू इकोनॉमिक फोरम कॉन्फ्रेंस–2025 में कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की प्राथमिकता है कि निवेश का लाभ सीधे जनता तक पहुंचे। उद्योगों के साथ रोजगार, स्वरोजगार और छोटे व्यापारियों के अवसर बढ़ें। सरकार निवेशकों की जरूरत के अनुसार सहयोग कर रही है, ताकि प्रदेश के युवाओं को बाहर न जाना पड़े और उन्हें अपने ही राज्य में बेहतर भविष्य मिले। रोजगार, व्यापार और शहरों की बदलेगी तस्वीरमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में लागू की गई 18 नई औद्योगिक नीतियां केवल उद्योगपतियों के लिए नहीं, बल्कि हर परिवार के जीवन से जुड़ी हैं। नए कारखाने लगेंगे तो स्थानीय युवाओं को नौकरी मिलेगी, छोटे दुकानदारों और सेवा क्षेत्र को काम मिलेगा और शहरों की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। टेक्सटाइल पार्क, आईटी हब और एमएसएमई इकाइयों से गांव से शहर तक रोजगार के अवसर बढ़ रहे हैं। ‘मेक इन इंडिया’ से आम आदमी को फायदामुख्यमंत्री ने कहा कि भारत अब ‘मेक इन इंडिया’ से आगे बढ़कर ‘मेक फॉर वर्ल्ड’ की ओर जा रहा है। इसका सीधा असर आम जनता पर पड़ेगा। प्रदेश में बने उत्पाद जब देश और दुनिया में जाएंगे तो किसानों, मजदूरों, कारीगरों और युवाओं की आमदनी बढ़ेगी। मध्यप्रदेश के कपड़ा उद्योग, कृषि उत्पाद, ऑटोमोबाइल और फार्मा सेक्टर से लाखों परिवारों की आजीविका जुड़ी है। पर्यटन, मेट्रो और कनेक्टिविटी से रोजमर्रा की जिंदगी आसानमुख्यमंत्री ने बताया कि रिकॉर्ड संख्या में पर्यटक आने से होटल, टैक्सी, गाइड, छोटे व्यवसाय और स्थानीय कलाकारों को फायदा हो रहा है। भोपाल और इंदौर में मेट्रो सेवा से आम लोगों का सफर आसान होगा। बेहतर सड़क, हवाई सेवा और लॉजिस्टिक व्यवस्था से व्यापार भी तेज होगा और समय की बचत होगी। किसान से लेकर युवा तक विकास की कड़ीमुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि के साथ उद्योग को जोड़कर आगे बढ़ रहा है। किसान की उपज को बाजार और उद्योग से जोड़ने से उसकी आय बढ़ेगी। ऊर्जा, टेक्सटाइल, ऑटो और आईटी सेक्टर में हो रहा निवेश प्रदेश को आत्मनिर्भर बना रहा है। मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया कि सरकार की नीतियों का मकसद सिर्फ निवेश आकर्षित करना नहीं, बल्कि हर नागरिक के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है। यही वजह है कि मध्यप्रदेश आज रोजगार, विकास और भरोसे का नया केंद्र बनकर उभर रहा है।
लखनऊ में रेपर्टवा फेस्टिवल सीजन 13 लगातार जारी है। जनेश्वर मिश्र पार्क में अपनी सांस्कृतिक यात्रा को आगे बढ़ाते हुए एक बार फिर शहर के दर्शकों को उत्सव, रचनात्मकता और कला की विविध विधाओं से जोड़ा। खुले और जीवंत माहौल में थिएटर, संगीत, साहित्य, कॉमेडी, भोजन और हस्तशिल्प का अनोखा संगम देखने को मिला, जिसे शहर भर से आए उत्साही दर्शकों ने पूरे उत्साह के साथ सराहा। शब्द के मंच पर झूमे दर्शक फेस्टिवल के दूसरे दिन की शुरुआत SHABD स्टेज पर कवि बादल शर्मा की प्रस्तुति से हुई। उनकी कविताओं में हास्य और संवेदनशीलता का संतुलन दर्शकों को खूब भाया। रोजमर्रा के अनुभवों को गहराई और अपनापन देते हुए उन्होंने श्रोताओं से सीधा संवाद स्थापित किया। इसके बाद कथात्मक प्रस्तुति के माध्यम से लोक धुनों और आत्मचिंतन से भरे गीत प्रस्तुत किए, जिसने दर्शकों को एक शांत और भावनात्मक अनुभव दिया। फारसी दास्तान का उठाया लुत्फ RANG थिएटर में संगीतमय दास्तानगोई नाटक 'जो डूबा सो पार' ने दर्शकों को बांधे रखा। मानव कौल द्वारा निर्मित और अजीतेश गुप्ता व मोहित अग्रवाल के निर्देशन में प्रस्तुत यह 120 मिनट की हिंदी-फारसी दास्तान अमीर खुसरो के जीवन को जीवंत करती है। हारमोनियम, ढोलक और तबले के साथ संगीतमय कथावाचन में खुसरो और उनके गुरु निजामुद्दीन औलिया के संबंध तथा सूफी प्रेम संदेश को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। दो वर्षों के शोध पर आधारित यह प्रस्तुति रेपर्टवा की सशक्त कथावाचन परंपरा को आगे बढ़ाती दिखी। आकाश गुप्ता ने माहौल बना दिया MAHOL कॉमेडी एरीना में स्टैंड-अप कॉमेडियन आकाश गुप्ता ने अपनी तीखी टिप्पणियों और रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े किस्सों से दर्शकों को ठहाकों से भर दिया। वहीं TAAL साइलेंट डिस्को स्टेज पर DJ Skipster के हिप-हॉप और इलेक्ट्रॉनिक मिक्स पर युवाओं ने हेडफोन के साथ जमकर डांस किया।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की पुरानी आवासीय योजनाओं में खाली पड़े फ्लैट खरीदने वालों के लिए राहत भरी खबर है। अब नए खरीदारों से तीन साल पीछे का मेंटेनेंस शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस संबंध में एलडीए बोर्ड ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है और आदेश भी जारी कर दिया गया है। अब तक एलडीए उन आवंटियों से भी तीन साल का पुराना मेंटेनेंस शुल्क वसूल रहा था, जिन्होंने हाल ही में फ्लैट खरीदे थे। इस पर खरीदारों का कहना था कि जब वे उस अवधि में न तो वहां रह रहे थे और न ही फ्लैट उनके नाम था, तो उनसे पिछला मेंटेनेंस शुल्क क्यों लिया जाए। नियम के नाम पर वसूली हो रही थी एलडीए पहले उस नियम का हवाला दे रहा था, जिसके तहत अपार्टमेंट का निर्माण पूरा होने के बाद पहली रजिस्ट्री की तारीख से तीन साल का मेंटेनेंस शुल्क सभी से लिया जाता था। इसी नियम के आधार पर नए खरीदारों पर भी अतिरिक्त बोझ डाला जा रहा था, जबकि वे पुराने आवंटी नहीं थे। एक फ्लैट पर 50–60 हजार का अतिरिक्त बोझ तीन साल का मेंटेनेंस शुल्क जोड़ने से एक फ्लैट पर करीब 50 से 60 हजार रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा था। एलडीए पिछले एक साल से ‘पहले आओ, पहले पाओ’ योजना के तहत फ्लैट बेच रहा है और इसमें छूट भी दी जा रही है। लेकिन रजिस्ट्री और कब्जा लेने के समय जब आवंटियों से तीन साल का शुल्क मांगा जाता था, तो उन्हें छूट का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा था। आवास विकास परिषद का उदाहरण दिया आवंटियों का कहना था कि आवास विकास परिषद में ऐसी व्यवस्था नहीं है। वहां कब्जा मिलने के बाद ही मेंटेनेंस शुल्क लिया जाता है। ऐसे में एलडीए का यह नियम गलत है। इसी को लेकर कई आवंटियों ने आपत्ति दर्ज कराई थी। बोर्ड से मंजूरी, नियम बदला एलडीए के सचिव विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि नए खरीदारों के लिए मेंटेनेंस शुल्क की व्यवस्था में बदलाव किया गया है। एलडीए बोर्ड ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब नए खरीदारों से तीन साल पीछे का मेंटेनेंस शुल्क नहीं लिया जाएगा। इस फैसले से पुराने फ्लैट खरीदने वालों को बड़ी राहत मिलेगी और उन पर पड़ने वाला अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी खत्म होगा।
इंदौर के बाद स्वच्छता में सबसे आगे गुजरात के सूरत में स्वच्छता का मॉडल समझने के लिए इंदौर का पार्षद दल वहां पहुंच गया है। पार्षद दल सचेतक कमल वाघेला और एमआईसी सदस्य राजेश उदावत ने बताया कि इस भ्रमण का उद्देश्य सूरत नगर निगम द्वारा स्वच्छता, जल प्रबंधन एवं पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अपनाए गए नवाचारों को समझना एवं उन्हें इंदौर में लागू करने की संभावनाओं का अध्ययन करना है। इसी क्रम में पार्षद दल द्वारा सूरत स्थित 125 एमएलडी क्षमता के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का अवलोकन किया गया। उन्होंने बताया कि इस एसटीपी प्लांट से निकलने वाले ट्रीटेड पानी को आरओ लेवल तक शुद्ध किया जाता है, जिसे सूरत शहर के औद्योगिक क्षेत्रों में सप्लाई किया जाता है। इस अभिनव व्यवस्था के माध्यम से सूरत नगर निगम को प्रतिवर्ष लगभग 140 करोड़ रुपए से अधिक की आय प्राप्त हो रही है, जो कि जल पुनर्चक्रण एवं राजस्व वृद्धि का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसके साथ ही पार्षद दल सूरत में विकसित बायोडायवर्सिटी पार्क भी पहुंचे। यह क्षेत्र पूर्व में नाले के किनारे स्थित स्लम एरिया था। सूरत नगर निगम द्वारा इस क्षेत्र को स्लम मुक्त करते हुए लगभग 60 हेक्टेयर भूमि पर 145 करोड़ रुपए की लागत से भव्य बायोडायवर्सिटी पार्क का निर्माण किया गया है। इस परियोजना का प्रथम चरण पूर्ण हो चुका है, जबकि द्वितीय चरण का कार्य प्रगति पर है। पार्षद दल ने सूरत नगर निगम द्वारा किए जा रहे इन नवाचारपूर्ण एवं जनहितकारी कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे सफल मॉडलों से प्रेरणा लेकर इंदौर शहर में भी स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण एवं सतत विकास को और अधिक मजबूत किया जाएगा।
शहर में आवारा कुत्तों की समस्या पर हाई कोर्ट ने शुक्रवार को नगर निगम को जमकर फटकार लगाई। सुनवाई के दौरान जब नगर निगम की ओर से कहा गया कि हमने 2.39 लाख से ज्यादा स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी कर दी है और यह काम हर दिन जारी है। इस पर कोर्ट ने कहा कि देखिए यह नसबंदी करना और आंकड़े बताना एक बहुत बड़ा घोटाला है। हम खुद वॉक करने निकलते हैं तो जगह-जगह आवारा कुत्ते नजर आते हैं। पता नहीं पूरे शहर में क्या हाल होंगे? सामाजिक विकास भी हो रहा प्रभावितदरअसल जनता की सुरक्षा से जुड़े इस मुद्दे पर हाई कोर्ट ने स्वतः संज्ञान ले रखा है। शुक्रवार को सुनवाई में प्रशासनिक जज विजयकुमार शुक्ला और जस्टिस बीके द्विवेदी की बेंच ने कहा कॉलोनी में बच्चों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। उनका सामाजिक विकास भी प्रभावित हो रहा है। आप इस समस्या पर ठोस कार्रवाई कीजिए, नहीं तो हम नसबंदी अभियान, अब तक किए स्टरलाइजेशन के मामले में न्यायिक जांच बैठा देंगे। एक कुत्ते की नसबंदी पर 2 हजार का खर्च सवालिया जस्टिस शुक्ला ने निगम द्वारा कुछ नहीं किए जाने पर गहरी नाराजगी जाहिर की। कोर्ट ने कहा आप लोग दो हजार रुपए एक श्वान के लिए खर्च कर रहे हो, यह वास्तव में बड़ा घोटाला है। इंदौर आवारा कुत्तों का हब बनता जा रहा है। 25 नवंबर को निगम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं किया गया। कहीं कोई अभियान ही नहीं चलाया गया। असलियत तो शहर में नजर आ रही हैनगर निगम ने तर्क दिया कि शहर में दो स्थानों पर कैंप चल रहे हैं। अब तक 2.39 लाख कुत्तों की नसबंदी कर दी गई है। इस पर कोर्ट ने कहा कि यह तो कागजों में होगा, आपके पास इसका क्या सबूत है, असलियत तो शहर में नजर आ रही है, पैदल चलना मुश्किल है। इस पर निगम की ओर से कहा गया कि जहां से भी सूचना आती है वहां से श्वानों को उठाकर रैबीज इंजेक्शन लगाते हैं और नसबंदी करते हैं। कुत्तों के झुंड हमला कर रहे हैंमामले में कोर्ट ने कहा कि सड़कों पर रात में निकलना मुश्किल है। बाइक, स्कूटर वाले टकरा रहे हैं। कुत्तों के झुंड हमला कर रहे हैं। इस पर निगम ने कहा कि हम और तेजी व सख्ती के साथ अभियान चलाएंगे। इस मामले की सुनवाई अब 12 जनवरी को होगी। इससे पहले नगर निगम को प्रमुख स्थानों से आवारा श्वानों को हटाना होगा। हाई कोर्ट ने मामले में सीनियर एडवोकेट पीयूष माथुर को न्यायमित्र नियुक्त किया है। एडवोकेट मनीष यादव भी इंटरविनर के रूप में पैरवी कर रहे हैं।
सतना-मैहर जिले के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल सरदार वल्लभ भाई पटेल शासकीय जिला अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में चूहों की भागमभाग का वीडियो सामने आया है। वीडियो दो दिन पुराना है। वीडियो में एक चूहा मुंह में मंगोड़ी दबाए कम्प्यूटर मॉनिटर के नीचे से निकलकर वाई-फाई राउटर के ऊपर से भागता साफ नजर आ रहा है। चूहा भांप जाता है कि कोई मोबाइल पर वीडियो बना रहा है और वह मंगोड़ी छोड़कर नौ...दो... ग्यारह हो जाता है, जबकि दो चूहे एक के पीछे एक इन बॉर्न यूनिट से निकलकर धमाचौकड़ी मचाते हुए नजर आते हैं। एसएनसीयू में उन नवजातों को भर्ती किया जाता है जो पैदा होने के तत्काल बाद बीमार हो जाते हैं। इसी साल के अगस्त-सितम्बर माह में इंदौर के एमवायएच हॉस्पिटल में चूहों के कुतरने से दो नवजातों की मौत हो गई थी। 3 दिन पहले ही जबलपुर के विक्टोरिया हॉस्पिटल के आईसीयू और ऑर्थो वॉर्ड में चूहों की धमाचौकड़ी का वीडियो सामने आ चुका है। दैनिक भास्कर को मिले इस मामले के 4 वीडियो को आइए समझते है सिलसिलेवार तरीके से... वीडियो नंबर 1टाइम: 6 सेकेंड जिला अस्पताल के एसएनसीयू (सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट) का बुधवार को पहला वीडियो दैनिक भास्कर को मिला। जिसमें 2 चूहे वार्ड में जहां ड्यूटी स्टाफ बैठता है, उसी के पास आपस में अठखेलियां करते नजर आए। वीडियो नंबर 2टाइम: 17 सेकेंडएसएनसीयू वार्ड में चूहों की मौजूदगी का दूसरा वीडियो 17 सेकेंड का है। इसमें दो चूहे आपसे में एक साथ दौड़ते नजर आते हैं। यह उस केबिन में घुसते दिखते हैं जहां नवजात क्रिटिकल पोजिशन में भर्ती है। वीडियो नंबर 3टाइम: 39 सेकेंडइस वीडियो में एक चूहा मुंह में मंगोड़ी दबाए कंप्यूटर मॉनिटर के पास आया और उसके मुंह से मंगोड़ी गिर गई। फिर चूहा कंप्यूटर सिस्टम से जुड़े प्रिंटर के नीचे से निकल कर उसी मंगोड़ी को मुंह में दबा कर प्रिंटर के अंदर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन वह असफल हुआ। इसके बाद वह प्रिंटर से बाहर आया और उसी मंगोड़ी के टुकड़े को प्रिंटर के बगल के रास्ते से ले जाने का प्रयास करने लगा। लेकिन मंगोड़ी का टुकड़ा उस संध में नहीं जा सकता था लिहाजा 2 बार चूहे ने प्रयास किया और दोनों ही बार असफल हो गया। वीडियो नंबर 4टाइम: 59 सेकेंड इस 59 सेकेंड के वीडियो में। एक बार फिर चूहा मंगोड़ी लेकर प्रिंटर के रास्ते अंदर जाने का कई बार प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाया। पेस्ट कंट्रोल सिर्फ नाम काअस्पताल प्रबंधन का दावा है कि चूहों को पकड़ने एसएनसीयू समेत जिला अस्पताल के प्रत्येक वॉर्ड में माउस ट्रैप या फिर रैट ट्रैप केज रखे जाते हैं और समय-समय पर पेस्ट कंट्रोल किया जाता है ताकि कीड़े-मकौड़ों का खतरा न रहे। मगर चूहों की धमाचौकड़ी का वीडियो वायरल होने के बाद अस्पताल प्रबंधन के दावे बेमानी साबित होते हैं। एसएनसीयू के ऑफिस में मंगोड़ी का मिलने से साफ जाहिर होता है कि स्टाफ खाद्य सामग्री मंगाकर यहीं खाता-पीता है और उसी के अंश यहां-वहां गिरते हैं जिसकी तलाश में चूहे आते हैं। साल 2009 में बना था स्पेशल वॉर्डसाल 2009 में जिला अस्पताल के अंदर स्पेशल न्यूबॉर्न केयर यूनिट का निर्माण किया गया था। शुरुआत में इसमें 10-10 बेड के इन बॉर्न और आउट बॉर्न यूनिट बनाए गए थे। बाद में यहां नवजातों के लिए हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) का निर्माण कराया गया। वॉर्ड में प्री टर्म डिलीवरी, पैदा होने के बाद सांस लेने में दिक्कत और गंभीर संक्रमण होने वाले नवजातों को एडमिट कराया जाता है।जिला अस्पताल के सहायक प्रबंधक डॉ. धीरेंद्र वर्मा ने कहा कि चूहों को पकड़ने वार्डों में रैट ट्रैप केज रखे गए हैं। एसएनसीयू में भी इनको रखा गया है। अभी ग्लू वाले माउस ट्रैप मंगाए जाने हैं। समय-समय पर पेस्ट कंट्रोल भी किया जाता है ताकि कीड़े-मकौड़े न आएं। यह खबर भी पढ़ें सितंबर 2025 में एमवाय अस्पताल इंदौर में चूहों के कुतरने से दो नवजात शिशुओं की मौत हो गई थी। इसके कुछ दिनों बाद ही जबलपुर नेताजी सुभाषचंद्र बोल मेडिकल कॉलेज में भी मानसिक रोग विभाग में चूहे निकल आए। इन चूहों ने मरीज के पैर कुतर दिए। आनन-फानन में स्वस्थ्य विभाग ने पेस्ट कंट्रोल किया। पूरी खबर पढ़ें
भोपालवासियों के लिए इंतजार की घड़ियां खत्म हो गई हैं। आज से राजधानी मेट्रो सिटी कहलाएगी। आधिकारिक घोषणा के करीब 7 साल बाद आज भोपाल में मेट्रो दौड़ेगी। शाम को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और सीएम डॉ. मोहन यादव हरी झंडी दिखाकर इसका उद्घाटन करेंगे। मेट्रो में सुभाष नगर से एम्स तक 6.22 किलोमीटर का सफर भी करेंगे। उद्घाटन समारोह कुशाभाऊ ठाकरे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर यानी मिंटो हॉल में होगा। इसमें केंद्रीय मंत्री खट्टर, सीएम डॉ. यादव, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप, मंत्री विश्वास सारंग, कृष्णा गौर समेत अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रिकॉर्डेड वीडियो भाषण भी होगा। उद्घाटन से पहले सभी 8 स्टेशनों पर तैयारियों का दौर जारी है। फूलों से सजावट की जा रही है। दिन-रात काम चल रहा है ताकि उद्घाटन समारोह में किसी प्रकार की दिक्कत न आए। बाहरी काम अगले 3 महीने तक चलते रहेंगेसुभाष नगर से एम्स तक कुल 8 मेट्रो स्टेशन (सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस, अलकापुरी और एम्स) हैं। हरी झंडी दिखाने के बाद जब जनप्रतिनिधि मेट्रो में सवार होंगे तो वह हर स्टेशन पर रुकेगी। सभी स्टेशनों को फूलों से सजाया गया है। हालांकि, बाहर स्लोप, सड़क निर्माण जैसे छोटे-बड़े काम बाकी हैं। मेट्रो अफसरों का कहना है कि बाहरी काम अगले 3 महीने तक चलते रहेंगे। इनसे मेट्रो के संचालन में कोई दिक्कत नहीं आएगी। 21 दिसंबर से आम लोगों के लिए क्या बदलेगा21 दिसंबर से भोपाल मेट्रो सिटी के रूप में अपना नाम दर्ज कर लेगा। सुबह 9 बजे आम लोगों के लिए पहला सफर एम्स स्टेशन से शुरू होगा। दोनों तरफ से शाम तक कुल 17 ट्रिप होंगी। इनमें एम्स से सुभाष नगर के बीच 9 और सुभाष नगर से एम्स के बीच 8 ट्रिप शामिल हैं। सभी स्टेशन पर एस्केलेटर, लिफ्ट और रैम्प की व्यवस्था है। सुभाष नगर, डीबी मॉल, एमपी नगर में फुट ओवरब्रिज बनाए गए हैं ताकि दोनों तरफ से यात्री आ-जा सकें। रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन को फुट ओवरब्रिज के जरिए रेलवे स्टेशन से जोड़ा गया है। ऐसे में रेल से आने वाले यात्री सीधे मेट्रो स्टेशन पहुंच जाएंगे और फिर मेट्रो में सवार होकर आगे का सफर कर सकेंगे। ऐसा ही एम्स स्टेशन पर भी किया गया है। एम्स जाने वाले यात्री फुटओवर ब्रिज के जरिए सीधे एम्स कैंपस में ही उतर जाएंगे। उन्हें घूमना नहीं पड़ेगा। 3 जोन में बांटा किराया, फ्री राइड नहींसभी मेट्रो स्टेशनों पर टिकट ऑनलाइन की जगह मैनुअल ही मिलेंगे यानी, सफर करने से पहले काउंटर से टिकट लेना पड़ेगा। मेट्रो का किराया 3 जोन में बांटा गया है। कुल 8 स्टेशनों में से पहले दो स्टेशन का किराया 20 रुपए है। 3 से 5 स्टेशन का 30 रुपए और 6 से 8 स्टेशन का किराया 40 रुपए लगेगा। इसे ऐसे समझें कि यदि आप डीबी मॉल स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन जाते हैं तो आपको 20 रुपए चुकाने होंगे, लेकिन यदि आप एम्स तक की यात्रा कर रहे हैं तो आपको 40 रुपए किराया देना पड़ेगा। इंदौर में 31 मई को मेट्रो का कमर्शियल रन हुआ था। शुरुआती 7 दिन तक लोगों को मुफ्त में सफर कराया गया था। वहीं, एक महीने तक 25% से 75% तक किराए में छूट मिली थी। उम्मीद थी कि किराए का ये मॉडल भोपाल में भी अपनाया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शोर कम करेगी, ब्रेक लगाने पर भी 30% ऊर्जा बचाएगी शोर कम करने के लिए ट्रैक के नीचे रबर बेस पैड और साउंड बैरियर लगाए हैं, जिससे कंपन और ध्वनि का असर आसपास की इमारतों तक नहीं पहुंचता। रीजेनेरेटिव ब्रेकिंग तकनीक से ब्रेक के दौरान पैदा ऊर्जा को बिजली में बदल 30% ऊर्जा बचाती है। गुजरात में ही बने सारे कोच, इनका वेंटिलेशन वर्ल्ड क्लास भोपाल मेट्रो देश की पहली मेट्रो है, जिसके कोच पूरी तरह देश में बने हैं। ये गुजरात के सवली प्लांट में तैयार हुए है। ये आल्सटॉम की मोविया सीरीज के कोच हैं, जो लंदन-सिंगापुर जैसी मेट्रो में चलते हैं। 8 में से एक भी स्टेशन पर पार्किंग नहींमेट्रो के सभी 8 स्टेशनों पर सबसे बड़ी कमी पार्किंग की है। एक भी स्टेशन ऐसा नहीं है, जहां पार्किंग की व्यवस्था हो। ऐसे में यात्रियों की गाड़ियां दूसरों की पार्किंग या फिर सड़क किनारे ही खड़ी हो सकेंगी। दूसरी ओर, किसी और पार्किंग में गए तो जितना पैसा फ्यूल यानी ईंधन का बचेगा, उससे ज्यादा पार्किंग चार्ज देना पड़ेगा, क्योंकि जिन जगहों पर प्राइवेट पार्किंग है, वहां मेट्रो के किराए से भी दोगुना पार्किंग चार्ज है। उद्घाटन से पहले दैनिक भास्कर टीम सभी 8 स्टेशन पर पहुंची, लेकिन कहीं भी मेट्रो की खुद की पार्किंग नजर नहीं आई। आसपास के एरिया को जरूर व्यवस्थित किया जा रहा है, पर वहां पर 8-10 कारें भी खड़ी नहीं हो सकेंगी। सुभाष नगर, डीबी मॉल, एम्स स्टेशन पर जरूर कुछ गाड़ियां खड़ी हो सकती हैं, लेकिन केंद्रीय स्कूल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस और अलकापुरी में तो इतनी जगह भी नहीं है। हालांकि, मेट्रो एमडी कृष्ण एस. चैतन्य का कहना है कि स्टेशनों पर टू व्हीलर के लिए पार्किंग की व्यवस्था कर रहे हैं। कोशिश है कि यात्रियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। ये खबर भी पढ़िए... मेट्रो 3 मिनट में पहुंचा देगी…20 रुपए से किराया शुरू मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल कल 20 दिसंबर से मेट्रो सिटी बन जाएगी। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मेट्रो का उद्घाटन करेंगे। 6.22 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर मेट्रो में सवार होकर शहर को देखेंगे। अगले दिन 21 दिसंबर की सुबह 9 बजे से आम लोग भी मेट्रो की सवारी कर सकेंगे। पढ़ें पूरी खबर...
इंदौर में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जी राम जी बिल पर कहा की कोई विवाद नहीं हैं। संसद ने पूर्ण बहुमत के साथ पारित किया है। जनता के हित में जो योजना ऐतिहासिक पीएम मोदी ने बनाई है। जहां 100 दिन का रोजगार मिलता था वो 125 दिन का रोजगार सुनिश्चित किया गया। संपूर्ण ग्रामीण में एक-एक व्यक्ति को रोजगार मिले। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे घटेंगे नहीं, आमजन, देश, जनता, युवा के हित की योजना है। सिंधिया ने इंदौर एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि पीएम मोदी की सोच और विचारधारा है। एक-एक व्यक्ति को रोजगार मिले। जिस समय कांग्रेस ने यह बिल लाया था तब 10 हजार करोड़ की राशि भी नहीं दी जाती थी, आज एक लाख करोड़ से ज्यादा जी राम जी बिल के आधार पर बजट का प्रावधान है। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे घटेंगे नहीं, लेकिन जो लोग चोरी करते थे, जहां पूरा मशीन का काम किया जाता था और कागज पर बिल बनाया जाता था और लोगों के खाते में पैसा नहीं मिलता था वो चोरी रोकी जाएगी। यह उन लोगों के पेट दुख रहे हैं। पीएम ने कहा था कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा। आम जन के हित की योजना है, देश बड़ रहा है और जो लोग देश को जंजीरों में जकड़ना चाहते हैं। जिनकी नकारात्मक सोच है उन सभी को देश की जनता ने बार-बार जवाब दे दिया है। राहुल गांधी पर तंजराहुल गांधी के जी राम जी बिल को एंटी विलेज बिल कहने के बयान पर सिंधिया ने तंज कसते हुए कहा कि राहुल जी कम से कम लीडर ऑफ एपोजिशन है और यह वक्तव्य देना है तो संसद में तो रहे। बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में खड़े होकर विकसित भारत रोजगार एवं आजीविका गारंटी मिशन (ग्रामीण) विधेयक को 'एंटी-स्टेट' और 'एंटी विलेज' करार दिया था। राहुल गांधी का कहना है कि जी राम जी विधेयक, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार अधिनियम (मनरेगा) का ही विकसित रूप है, जिसे यूपीए सरकार के समय में लाया गया था।
ग्वालियर में एक तेज रफ्तार कार अचानक अनियंत्रित हो गई। कार ने पहले एक ई-रिक्शा व कार को टक्कर मारते हुए आगे जा रहे बुजुर्ग को रौंद दिया। बुजुर्ग को कार के बोनट पर लटका कर सामने एक घर में जा घुसी। घटना महाराजपुरा के शताब्दीपुरम के टाइगर चौक इलाके में शुक्रवार दोपहर 4 बजे की है। घटना का एक CCTV फुटेज रात को सामने आया है। पता लगा है कि घटना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायल कार चालक को हॉस्पिटल पहुंचाया है। हादसे में बुजुर्ग घायल होने से बच गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। महाराजपुरा थाना क्षेत्र के शताब्दीपुरम स्थित टाइगर चौक के पास एक बिल्डर के मकान में तेज रफ्तार कार जा घुसी है। बिल्डर के घर में घुसने से पहले कार ने तेज रफ्तार में पहले एक ई-रिक्शा को टक्कर मारी फिर सड़क पर खड़ी एक डस्टर कार को पीछे से कट मारते हुए आगे जा रहे बुजुर्ग राहगीर को टक्कर मार दी। कार की टक्कर से बुजुर्ग उछल कर गाड़ी के बोनट पर आकर गिरा। जिस पर कार चालक उसे कुछ दूर तक बोनट पर ही लटका कर ले गया और सामने एक बिल्डर के मकान में जा घुसा। किस्मत रही कि जहां कार घर में घुसी वहां पर कोई मौजूद नहीं था। बुजुर्ग बच गया, चालक हुआ घायलघटना में कार के बोनट पर आने और कुछ दूर तक लटकने के बाद भी बुजुर्ग को चोट नहीं आई है, लेकिन मकान में जा घुसी कार में चालक घायल हो गया है। घटना का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद घायल को उपचार के लिए पहुंचा दिया है। मकान मालिक यहां पर नहीं रहते हैं, इसके चलते अभी किसी ने इस मामले में शिकायत नहीं की है। कार मालिक की पहचान रण विजय सिंह चौहान निवासी अनिल भाटिया परिसर नियर टाइगर चौक शताब्दीपुरम के रूप में हुई है। वहीं पता चला है कि जो मकान हादसे का शिकार हुआ है वह रणवीर सिंह तोमर का बताया गया है। ये खबर भी पढ़ें... बिल्डर के बेटे ने फॉर्च्यूनर से छात्र को कुचला, मौत भोपाल में बुधवार दोपहर हिट एंड रन का मामला सामने आया है। पॉलिटेक्निक पेट्रोल पंप के पास शहर के नामी बिल्डर के बेटे ने तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार से स्कूटी सवार 12वीं के छात्र को कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी चालक ने भागने का प्रयास किया, लेकिन भीड़ ने करीब दो किमी पीछा कर रेत घाट चौकी के पास उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया।
पश्चिम बंगाल : सट्टेबाजी मामले में ईडी ने यूट्यूबर की लग्जरी गाड़ियां जब्त की
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कोलकाता क्षेत्रीय कार्यालय ने यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अनुराग द्विवेदी से जुड़े कथित अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुआ रैकेट के मामले में लखनऊ, उन्नाव और दिल्ली स्थित 10 परिसरों पर तलाशी ली
पीलीभीत में वेतन को लेकर हुए विवाद में एक युवक के साथ उसके ही घर में घुसकर मारपीट का मामला सामने आया है। घटना का वीडियो सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने संज्ञान लेते हुए नामजद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला थाना अमरिया क्षेत्र के ग्राम कैचूटांडा का है। पीड़ित जाहिद एक स्थानीय जैकेट कारखाने में मजदूरी करता है। उसी कारखाने में काम करने वाले गांव के ही कुछ अन्य मजदूरों ने वेतन न मिलने के गुस्से में जाहिद को निशाना बनाया। पीड़ित के भाई हाशिम अली द्वारा दी गई तहरीर के अनुसार, जाहिद के साथ काम करने वाले आसमली, मुकीम, आरिफ और आसिफ पिछले कुछ समय से वेतन को लेकर नाराज थे। कारखाना मालिक ने सभी मजदूरों को दो दिन के भीतर भुगतान करने का आश्वासन दिया था। लेकिन पैसे नहीं मिले। इसी बात से आक्रोशित होकर आरोपी जाहिद के घर में घुस गए और उससे रुपयों की मांग करने लगे। जब जाहिद ने बताया कि उसे भी अभी वेतन नहीं मिला है, तो आरोपियों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और फिर उस पर हमला कर दिया। आरोप है कि जाहिद को बेरहमी से पीटा गया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे और किसी तरह उसे बचाया। जाते-जाते आरोपी जान से मारने की धमकी भी देकर फरार हो गए। मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई। पीड़ित का मेडिकल परीक्षण कराया गया है और तहरीर के आधार पर नामजद आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। थाना प्रभारी अमरिया अमित सिंह ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।
जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के निर्देश पर भागलपुर सदर अनुमंडल पदाधिकारी विकास कुमार ने शाहकुंड प्रखंड अंतर्गत असरगंज मार्ग स्थित पिछड़ा वर्ग एवं अत्यंत पिछड़ा वर्ग गर्ल्स हॉस्टल का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ अवर निर्वाचन पदाधिकारी प्रेम कुमार भी मौजूद थे। निरीक्षण के क्रम में हॉस्टल में रह रही छात्राओं की सुविधाओं, आवास व्यवस्था, साफ-सफाई और अन्य बुनियादी व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। यह उल्लेखनीय है कि इस छात्रावास में कक्षा 6 से 12वीं तक की छात्राओं के लिए आवास सहित सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। निरीक्षण के उपरांत अनुमंडल पदाधिकारी सदर विकास कुमार ने बताया कि हॉस्टल की व्यवस्था प्रशंसनीय है। छात्राओं के लिए रहने, पढ़ाई और अन्य आवश्यक सुविधाएं संतोषजनक पाई गईं। उन्होंने कहा कि यह हॉस्टल सरकार की मंशा के अनुरूप छात्राओं को बेहतर माहौल उपलब्ध कराने का एक अच्छा उदाहरण है। प्रशासन द्वारा समय-समय पर इस प्रकार के निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया है, ताकि छात्राओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
लखनऊ में शुक्रवार को मेडिकल एक्सपो इंडिया 2025 का भव्य उद्घाटन हुआ। 3 दिन तक चलने वाले इस इवेंट में 150 कंपनियों के 500 से ज्यादा ब्रांड्स डिस्प्ले पर है। इनमें करीब आधा दर्जन विदेशी कंपनियां भी शामिल है। एक्सपो का औपचारिक शुभारंभ डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने किया। इस दौरान उन्होंने यूपी को बेस्ट क्लास मेडिकल सर्विस प्रदान करने टॉप राज्यों में से एक बताया। मरीजों को टॉप क्लास ट्रीटमेंट मिल रहा इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए आधुनिक चिकित्सा तकनीकों और उपकरणों को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि मेडिकल एक्सपो इंडिया जैसे आयोजन चिकित्सा क्षेत्र में नवाचार, व्यापार और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट पर फोकस करते हुए सभी को एक मजबूत मंच प्रदान करते है।उन्होंने कहा कि यूपी के मरीजों को टॉप और वर्ल्ड क्लास मेडिकल सुविधा मुहैया हो रही है। मेडिकल प्रोजेक्ट लांच करने वाले के लिए बेहद फायदेमंद होगा रमेश त्रिपाठी ने बताया कि मेडिकल एक्सपो इंडिया 2025 में देश-विदेश की 150 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं। जो मेडिकल इक्विपमेंट, डायग्नोस्टिक डिवाइसेज, लैब उपकरण, सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स, ICU और ओटी तकनीक, फिजियोथेरेपी और रिहैबिलिटेशन उत्पाद और हॉस्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस का प्रदर्शन कर रही हैं। ये आयोजन अस्पतालों, नर्सिंग होम्स, डायग्नोस्टिक सेंटर्स और मेडिकल डीलर्स के लिए बेहद फायदेमंद सिद्ध होगा। इन 5 शहरों में होता हैं इसका आयोजन मेडिकल एक्सपो के इवेंट आर्गेनाइजर रमेश त्रिपाठी ने बताया कि लखनऊ के अलावा अहमदाबाद, इंदौर, गुवाहाटी और कोलकाता में इसका आयोजन हुआ है। ये मेडिकल एक्सपो का 15वां एडिशन है। लखनऊ में अब तक सात एडिशन हो चुके है। ये आठवां आयोजन हो रहा है।
सोतीगंज के कबाड़ियों का दिल्ली कनेक्शन बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने फिर एक बार सदर के सोतीगंज इलाके में दबिश डाली। करीब पांच से छह घंटे पुलिस किसी को तलाश करती रही और फिर रात में लौट गई। सदर बाजार पुलिस ने दबिश की बात स्वीकार की है लेकिन किसके लिए दबिश थी जानकारी होने से इंकार किया। दोपहर में पहुंची थी दिल्ली पुलिस दिल्ली पुलिस शुक्रवार दोपहर में सदर बाजार थाने पहुंची और आमद दर्ज कराने के बाद सीधे सोतीगंज से सटे पत्ता मोहल्ले में आ गई। टीम में करीब पांच पुलिसकर्मी थे जो सादे कपड़ों में थे और तीन के हाथ में हथियार थे। इस दौरान एक शख्स भी पुलिस के साथ था, जिसे लेकर पुलिस क्षेत्र में घूमी। दो बार पत्ता मोहल्ला पहुंची पुलिस दिल्ली पुलिस अपने साथ गफ्फार नाम के किसी वाहन चोर को लेकर पहुंची थी, जिसने यहां रहने वाली कबाड़ी गद्दू से संपर्क किया था। पुलिस के पास पुख्ता सुबूत हैं कि यहां के कबाड़ी दिल्ली जैसे इलाकों में अभी भी वारदात कर रहे हैं। रात में फिर एक बार डाली दबिश दोपहर में दिल्ली पुलिस पत्ता मोहल्ले के एक सार्वजनिक शौचालय के पास पहुंची। यहां पहले भी चोरी के वाहनों को काटे जाने की शिकायत थी। टीम ने गाड़ी से एक व्यक्ति को उतारा, जिसे वह अपने साथ लेकर आई थी। करीब 10 मिनट वहां रुकने के बाद टीम लौट गई। रात में फिर एक बार टीम यहां पहुंची और चक्कर लगाने के बाद वापस लौट गई। सदर पुलिस ने जताई अनभिज्ञता सदर बाजार पुलिस पूरे मामले से अनभिज्ञता जता रही है। पुलिस का कहना है कि दिल्ली पुलिस किसी मुकदमे से जुड़े एक आरोपी को लेकर यहां आई थी। किसी कबाड़ी की तलाश थी लेकिन वह हाथ नहीं आया। रात में टीम वापस लौट गई।
लखनऊ में रंगदारी और एटीएम लूट की कोशिश:2 अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
लखनऊ में अपराध की दो अलग-अलग घटनाओं ने व्यापारियों और आम लोगों में दहशत पैदा कर दी है। एक ओर गाजीपुर थाना क्षेत्र में एक ज्वैलर्स से रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है, वहीं दूसरी ओर महानगर थाना क्षेत्र में एटीएम बूथ में युवक से लूट की कोशिश की गई। 0गाजीपुर थाना क्षेत्र के भूतनाथ मार्केट स्थित रिद्धि ज्वैलर्स के संचालक जय कुमार जैन ने आरोप लगाया है कि इंदिरा नगर निवासी रमन दुबे बीते छह माह से उनसे रंगदारी मांग रहा है। पीड़ित के अनुसार आरोपी वॉट्सऐप कॉल के जरिए और शोरूम में आकर लगातार धमकियां दे रहा है। करीब डेढ़ माह पहले आरोपी ग्राहकों के सामने शोरूम में घुस आया और हर माह रुपए न देने पर दुकान और परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी। आरोपी के खिलाफ 8 मुकदमे दर्ज भय के चलते पीड़ित ने एक माह की रकम दे दी, लेकिन इसके बाद आरोपी की मांग और बढ़ती चली गई। जय कुमार जैन का कहना है कि आरोपी गाजीपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ आठ मुकदमे दर्ज हैं। वर्ष 2022 में नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने के दौरान कर अधीक्षक आरएस कुशवाहा समेत पांच लोगों की टीम से मारपीट के मामले में भी वह आरोपी रह चुका है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। एटीएम बूथ में युवक से लूट की कोशिश दूसरी घटना महानगर थाना क्षेत्र के निशातगंज की है। मूल रूप से अंबेडकर नगर के किन्नूपुर योगिधानिकपुर निवासी अश्वनी कुमार दुबे 17 दिसंबर को काम से निशातगंज आए थे। रुपए निकालने के लिए वह बैंक ऑफ बड़ौदा के एटीएम बूथ में गए थे, तभी एक बदमाश ने अचानक उनकी आंखों में हार्ड स्प्रे डालकर रुपए लूटने का प्रयास किया। पीड़ित ने विरोध करते हुए शोर मचाया और बदमाश को पकड़ लिया। भीड़ जुटती देख बदमाश ने उन पर हमला कर दिया, जिससे पकड़ ढीली पड़ गई और वह मौके से फरार हो गया। महानगर थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा ने बताया- पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एटीएम बूथ में लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से आरोपी की पहचान की जा रही है। पुलिस दोनों ही मामलों में जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है।
बदायूं में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से 16 उपनिरीक्षकों का तबादला किया गया है। इनमें से दो उपनिरीक्षकों को लाइन हाजिर किया गया है। इसके अतिरिक्त, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल स्तर के 20 अन्य पुलिसकर्मियों के भी स्थानांतरण हुए हैं। तबादला सूची के अनुसार, सदर कोतवाली के छह सड़का चौकी प्रभारी योगेश कुमार और सहसवान कोतवाली में तैनात कृष्ण पाल सिंह को लाइन हाजिर किया गया है। पुलिस लाइन में तैनात संजय कुमार को छह सड़का चौकी प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई है। फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र की आसफपुर चौकी पर तैनात अली मियां को कादरचौक थाना क्षेत्र के मोहम्मदगंज चौकी प्रभारी बनाया गया है। उसावां थाने में तैनात उपनिरीक्षक रामकुमार को प्रभारी चौकी आसफपुर, फैजगंज बेहटा का कार्यभार दिया गया है। इस्लामनगर थाना क्षेत्र के रुदायन चौकी प्रभारी रामवीर सिंह को उसावां थाना भेजा गया है, जबकि पुलिस लाइन में तैनात संजीव कुमार को चौकी प्रभारी रुदायन, इस्लामनगर बनाया गया है। राम लखन को सहसवान कोतवाली की शाहबाजपुर चौकी से हटाकर सदर कोतवाली के सरकारीगंज चौकी प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। मूसाझाग में तैनात धर्मेंद्र कुमार को सहसवान कोतवाली की शाहबाजपुर चौकी का प्रभारी बनाया गया है। पुलिस लाइन से राकेश कुमार को उझानी कोतवाली भेजा गया है, जबकि मूसाझाग से बृजपाल सिंह को न्यायालय सुरक्षा में तैनाती दी गई है। कादरचौक में तैनात मोहर्रिर इंद्रवीर सिंह और सहसवान कोतवाली में तैनात हेड मोहर्रिर सुधीर सिंह को यूपी-112 में स्थानांतरित किया गया है। कर्णपाल को बिनावर थाना से बिल्सी कोतवाली, संतोष सिंह को दातागंज कोतवाली से बिल्सी कोतवाली और भूपेंद्र यादव को थाना उसहैत से बिसौली कोतवाली भेजा गया है।
बाराबंकी के मेयो इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज कॉलेज में शुक्रवार रात एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान पद्मश्री से सम्मानित मशहूर गायक सोनू निगम ने मंच पर अपनी प्रस्तुति दी, जिससे पूरा परिसर तालियों और उत्साह से गूंज उठा। सोनू निगम ने इस संगीत संध्या में एक से बढ़कर एक सुपरहिट गीत प्रस्तुत किए। उन्होंने इश्क में है सारी खुशियां, इश्क में बर्बादी और तुमसे मिलकर है जो दिल का हाल, क्या करें जैसे भावनात्मक गीतों से समां बांध दिया। इसके बाद जब उन्होंने जीने के हैं चार दिन, बाकी हैं बेकार दिन गाया, तो छात्र-छात्राओं का उत्साह चरम पर पहुंच गया और पूरा परिसर झूम उठा। कार्यक्रम के दौरान मेयो कॉलेज का परिसर किसी भव्य संगीत समारोह में बदल गया। छात्र-छात्राओं के साथ-साथ कार्यक्रम की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी और कॉलेज स्टाफ भी अपने मोबाइल फोन से सोनू निगम की प्रस्तुति रिकॉर्ड करते देखे गए। हर गीत पर तालियों की गूंज और दर्शकों की फरमाइशें माहौल को और भी खास बनाती रहीं। सोनू निगम ने अपनी मधुर आवाज और सहज मंच प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। उन्होंने बीच-बीच में दर्शकों से संवाद कर उन्हें अपनेपन का एहसास कराया। यह कार्यक्रम देर रात तक चला और सभी उम्र के लोगों ने इस यादगार संगीत संध्या का भरपूर आनंद लिया।
रामपुर रज़ा पुस्तकालय एवं संग्रहालय और मेघवर्ण आर्ट गैलरी के संयुक्त तत्वावधान में मनुष्यता के पथ-प्रदर्शक श्री राम विषय पर आधारित कला प्रदर्शनी एवं व्याख्यान कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं भगवान श्रीराम को पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। विशिष्ट अतिथि राधेश्याम वसन्तेय ने कला प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। जिसके बाद उपस्थित अतिथियों ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया। आयोजन में देश-विदेश से आए ख्यातिलब्ध विद्वानों, कलाकारों, साहित्यकारों और कला-प्रेमियों की उल्लेखनीय सहभागिता रही। सांस्कृतिक सत्र में रवि कथा की शास्त्रीय प्रस्तुति तथा गुरुकुल कथक केंद्र द्वारा कथक नृत्य “रघुनाथ गाथा” की मनोहारी प्रस्तुति दी गई। वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता रामपुर रज़ा पुस्तकालय के निदेशक डॉ. पुष्कर मिश्र ने की। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्श आज के समाज के लिए नैतिकता, मानवीय मूल्यों और सांस्कृतिक चेतना के प्रेरक स्तंभ हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्रीराम किसी एक आस्था, मज़हब, भाषा, भूभाग या जाति तक सीमित नहीं, बल्कि संपूर्ण मानवजाति के सार्वकालिक आदर्श हैं। डॉ. पुष्कर मिश्र ने कहा कि रामकथा का वैश्विक प्रसार इस बात का प्रमाण है कि श्रीराम का चरित्र मानवता के लिए पथ-प्रदर्शक है। उन्होंने तुलसीदास की पंक्ति— “हिय की प्यास बुझे न बुझाई, बार-बार रामकथा कही जाती है” का उल्लेख करते हुए कहा कि रामकथा जितनी सुनी जाती है, उतनी ही अधिक हृदय की तृष्णा बढ़ती है। उन्होंने यह भी कहा कि महर्षि वाल्मीकि के अनुसार श्रीराम धर्म के साक्षात् विग्रह हैं। श्रीराम को समझने के लिए धर्म और मर्यादा को समझना आवश्यक है, क्योंकि वे स्वयं धर्म के मूर्त रूप हैं।
भागलपुर जिले में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के बाद अत्यधिक ठंड, कम तापमान और घने कोहरे की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। छात्रों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, भागलपुर के जिला दंडाधिकारी ने विद्यालयों के संचालन समय में अस्थायी बदलाव किया है। जिला दंडाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा-163 के तहत यह आदेश जारी किया है। इसके अनुसार, भागलपुर जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों, जिसमें प्री-स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और कोचिंग संस्थान भी शामिल हैं, में सुबह 09:00 बजे से पहले और शाम 04:00 बजे के बाद कक्षाएं संचालित करने पर प्रतिबंध रहेगा। विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे इस आदेश के अनुरूप अपनी शैक्षणिक गतिविधियों का पुनर्निर्धारण करें। हालांकि, प्री-बोर्ड और बोर्ड परीक्षाओं के लिए आयोजित विशेष कक्षाएं और परीक्षाएं इस आदेश के दायरे से बाहर रहेंगी। यह आदेश 20 दिसंबर 2025 से प्रभावी होगा और 25 दिसंबर 2025 तक लागू रहेगा। यह आदेश 19 दिसंबर 2025 को जिला दंडाधिकारी के हस्ताक्षर और न्यायालय की मुहर के साथ जारी किया गया था। जिला प्रशासन ने शिक्षा विभाग सहित सभी संबंधित अधिकारियों को इस आदेश का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
जहां रहें, वहीं दर्ज कराएं SIR में नाम:CM बोले गांव में नाम न होने से कोई प्रॉपर्टी नहीं कब्जा करेगा
दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां रह रहे हों, वहीं विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत नाम दर्ज कराएं। योगिराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में शुक्रवार की शाम सीएम गोरखपुर शहर व गोरखपुर ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के मंडल पदाधिकारियों एवं बूथ अध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं से कहा कि SIR को लेकर लोगों में व्याप्त भ्रम दूर करें। उन्हें बताएं कि गांव की सूची में नाम नहीं रहेगा तो ऐसा नहीं होगा कि कोई जमीन कब्जा कर लेगा। इस सूची से प्रॉपर्टी का कोई मतलब नहीं है।उन्होंने कहा कि कुछ कार्यकर्ता ऐसा बता रहे हैं कि एक और भ्रम लोगों में है कि यदि गांव में नाम नही रहा तो पंचायत चुनाव में वोट नहीं डाल पाएंगे। ऐसे लोगों को समझाएं कि SIR सूची का इससे कोई संबंध नहीं है। पंचायत चुनावों की सूची अलग है। यदि गांव की SIR सूची में नाम नहीं रहेगा तो इसका ये मतलब नहीं है कि पंचायत चुनावों की सूची में भी नाम नहीं रहेगा। दोनों सूची अलग-अलग है, उसमें नाम हो सकता है। ASDD सूची का गहनता से सत्यापन करेंसीएम ने कहा कि बीएलओ के माध्यम से सभी वार्डों के पार्षद व राजनीतिक दलों के बीएलए को अबसेंट, शिफ्टेड, डुप्लीकेट एवं डेड (ASDD) श्रेणी के मतदाताओं की सूची मिली होगी। उस सूची को लेकर घर-घर जाएं और यह गहनता से सत्यापन करें कि जो नाम उस सूची में दिए गए हैं, वे सही हैं या नहीं। मतलब यह जरूर देखें कि जिसे शिफ्ट दिखाया गया है, वह वर्तमान में कहां रह रहा है।, जिसके बारे में यह बताया गया है कि वह नहीं मिल रहा है, उसके बारे में भी पता करें। मृतकों की सूची का भी सत्यापन जरूर करें कि कहीं गलती से किसी का नाम तो उस सूची में नहीं पड़ गया है। यदि गलत तरीके से किसी का नाम उस सूची में गया हो तो उसका वहां से हटवाकर मुख्य सूची में जोड़वाएं। नाम जोड़वाने, कटवाने और संशोधन का रखें ध्यानसीएम ने कहा कि ड्राफ्ट सूची प्रकाशित होने के बाद उसपर भी ध्यान केंद्रित करें। नाम जोड़वाने के लिए फार्म 6, नाम डिलीट कराने के लिए फार्म 7 व संशोधन के लिए फार्म 8 भरवाएं। जिनके नाम मतदाता सूची में जुड़ने से रह गया हो, उनके नाम फार्म 6 भरवाकर जोड़वा लें। यह भी देखें कि कोई ऐसा तो नहीं, जिसका नाम विपक्षी दल गलत तरीके से जोड़वा रहे हों, उन नामों का सत्यापन करें और फार्म 7 भरकर ऐसे नाम कटवाने के लिए आपत्ति करें। इसी तरह यदि किसी का नाम गलत हो तो उसके नाम फार्म 8 के जरिए संशोधित करा लें। जो बांग्लादेशी या अन्य देश के हैं, उनकी जमीन, मकान नहीं हो सकता सीएम ने कहा कि यहां के निवासियों की प्रॉपर्टी पर इस सूची से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। लेकिन जो बांग्लादेशी हैं या अन्य किसी देश से आए हैं तो वे यहां जमीन, मकान नहीं ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि शहर में भी लोगों के नाम जोड़वाइए। रविकिशन की चुटकी लीसीएम ने SIR समीक्षा बैठक में भी सांसद रविकिशन की चुटकी ली। उन्होंने कहा कि रविकिशन मुझे बता रहे थे कि उन्होंने SIR में बहुत मेहनत की है। 608 बूथों पर इतने ही दिनों तक प्रवास करके एक-एक नाम जोड़वाया है। कार्यकर्ता भी रविकिशन की तरह ही अपने बूथों पर रहें और लोगों के नाम जोड़वाएं। सीएम ने कहा कि गांवों में जो बरातघर बने हैं या शहरों में कल्याण मंडपम हैं, वहां भी जरूरत पड़ने पर बूथ बनवाएं। किसी भी प्रकार से मतदान केंद्र नजदीक करवा लें। एक बार फिर रविकिशन की चुटकी लेते हुए सीएम ने कहा कि कहीं रविकिशन के घर को मतदान केंद्र बनाने के लिए लिखकर मत देना। उनक आवास बरातघर नहीं है। पता चलेगा कि घर बूथ बन गया तो वह ऊपर से आकर नीचे वोट दिए हैं।बैठक को गोरखपुर मंडल के SIR प्रभारी डा. धर्मेंद्र सिंह, सांसद रविकिशन ने संबोधित किया। अच्युतानंद शाही ने संचालन किया।
खगड़िया जिले के चौथम थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें लूटकांड का एक फरार आरोपी और दो एनबीडब्ल्यू (गैर-जमानती वारंट) वारंटी शामिल हैं। सभी को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, सहरसा जिले के बसनही थाना क्षेत्र के मरोदा से लूटकांड के फरार आरोपी वकील यादव (पिता चन्देश्वरी यादव) को गिरफ्तार किया गया। इसके अतिरिक्त, मध्य बौरने पंचायत के कैथी गांव से दो एनबीडब्ल्यू वारंटी लक्ष्मी मल्लिक (पिता मेदनी मल्लिक) और शंकर मल्लिक (पिता कारे मल्लिक) को भी पकड़ा गया। थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया कि वारंट जारी होने के बाद इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। लूटकांड के आरोपी को सहरसा से लाया गया था। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों से आवश्यक पूछताछ के बाद शुक्रवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कोर्ट के निर्देशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जिला सांख्यिकी कार्यालय टोंक के उप-निदेशक हनुमान मीना और तीन BLO को सस्पेंड किया है। जिला सांख्यिकी उप-निदेशक हनुमान मीणा को राजस्थान सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम, 1958 के नियम-13 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मुख्यालय जयपुर से तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया गया है। इसके आदेश संयुक्त शासन सचिव राजेंद्र सिंह तंवर ने आज जारी करते हुए बताया कि हनुमान मीणा उप-निदेशक का निलंबन अवधि के दौरान मुख्यालय आयोजना विभाग शासन सचिवालय जयपुर रहेगा। बता दें कि 10 दिसंबर को जिला सांख्यिकी अधिकारी ( उप-निदेशक) हनुमान मीना शराब के पीकर आए थे। ऑफिस में उन्होंने कर्मचारियों से अभद्रता की थी। इसकी शिकायत कर्मचारियों ने कलेक्टर से की थी। फिर कलेक्टर के निर्देश के जिला सांख्यिकी अधिकारी हनुमान मीना को पुलिस अस्पताल लेकर गई और उसका चेकअप करवाया। उसमें शराब पीने की पुष्टि हुई। उसके बाद कलेक्टर ने उसे नोटिस भी जारी किया था ओर उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने के लिए मुख्यालय जयपुर कार्यालय में पत्र लिखा था। इसके बाद आज जिला सांख्यिकी कार्यालय टोंक के उप-निदेशक हनुमान मीना को सस्पेंड कर दिया है। एसडीएम टोंक ने 3 बूथ लेवल अधिकारियों को किया सस्पेंड विधानसभा क्षेत्र टोंक (96) में कार्य में लापरवाही बरतने, कर्तव्य पर उपस्थित नही होने, आदेशों की अवहेलना करने के कारण तीन बूथ लेवल अधिकारी को निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी ( एसडीएम टोंक) हुक्मीचन्द रोहलानिया ने सस्पेंड किया। एसडीएम टोंक रोहलानिया ने बताया- विधानसभा क्षेत्र टोंक में नव सृजित मतदान केंद्रों पर नियुक्त किये गये 3 बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा समय पर उपस्थित नही होने पर राजकीय दरबार उमावि टोंक के सहायक प्रशासनिक अधिकारी सौरभ जैन, राउमावि मालियों की झोपडिया मेहन्दवास के कनिष्ठ सहायक लोकेश झारोटिया, एंव राउप्रावि शुक्लपुरा हथोना प्रबोधक इसरार अहमद को सस्पेंड किया गया। सस्पेंड के दौरान तीनों कार्मिकों का मुख्यालय तहसील कार्यालय कार्यालय टोंक रखा गया है।
भागलपुर में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने की पहल:हर प्रखंड में विकसित होंगे ग्रामीण हाट
भागलपुर के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) प्रदीप कुमार सिंह ने गुरुवार को जिले के विभिन्न प्रखंडों का दौरा कर विकासात्मक योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और स्थानीय बाजार व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए प्रत्येक प्रखंड में एक विकसित ग्रामीण हाट स्थापित करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। डीडीसी सिंह ने बताया कि ग्रामीण हाट स्थानीय व्यापार, रोजगार और आजीविका के महत्वपूर्ण केंद्र होते हैं। इनके विकास से छोटे व्यापारियों, किसानों और फुटपाथ विक्रेताओं को सीधा लाभ मिलेगा। प्रस्तावित हाटों में स्ट्रीट वेंडरों के लिए पक्के शेड, पेयजल, स्वच्छता एवं शौचालय, प्रकाश व्यवस्था, बैठने की सुविधा और सुव्यवस्थित स्थान जैसी सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसी क्रम में, डीडीसी ने सबौर प्रखंड में ग्रामीण बाजार हाट निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। उन्होंने संबंधित विभागों और एजेंसियों को निर्देश दिए कि निर्माण कार्य गुणवत्ता मानकों के अनुरूप और समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए। इसका उद्देश्य स्थानीय लोगों को शीघ्र लाभ पहुंचाना और बाजार गतिविधियों को बढ़ावा देना है। इसके बाद, डीडीसी ने अनुमंडल पदाधिकारी, नवगछिया के साथ नवगछिया क्षेत्र का भ्रमण किया। इस दौरान जगतपुर झील से जुड़े विकासात्मक कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। डीडीसी ने अधिकारियों को सभी लंबित कार्यों में तेजी लाने और उन्हें निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। डीडीसी ने नवगछिया के खगरा क्षेत्र में ग्रामीण हाट के लिए चिन्हित भूमि का भी निरीक्षण किया। उन्होंने भूमि की उपयुक्तता, पहुंच मार्ग और आवश्यक आधारभूत सुविधाओं की उपलब्धता की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। वहीं, खरीक प्रखंड में खरीक बाजार का दौरा कर ग्रामीण हाट हेतु चिन्हित भूमि का जायजा लिया। उन्होंने यातायात, सुरक्षा और जनसुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हाट विकास पर जोर दिया। डीडीसी सिंह ने अंत में कहा कि ग्रामीण हाटों के विकास, जलाशयों के सौंदर्यीकरण और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से जिले में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। इससे स्थानीय व्यापार को मजबूती मिलेगी और आम नागरिकों को बेहतर सार्वजनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
शेखपुरा में चेवाड़ा नगर पंचायत प्रशासन ने शुक्रवार को शीतलहर और तेज पछुआ हवा के प्रकोप के मद्देनजर ठंड से राहत देने के उद्देश्य से अलाव की व्यवस्था की। कार्यपालक पदाधिकारी अमित ठाकुर के नेतृत्व में नगर क्षेत्र के चार चिन्हित स्थलों पर अलाव जलाए गए। कार्यपालक पदाधिकारी अमित ठाकुर ने जानकारी देते हुए बताया कि चेवाड़ा मातल चौक, अंबेडकर चौक, प्रखंड मुख्यालय और बहुआरा में अलाव की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे से इन सभी स्थानों पर अलाव जलाए गए, जिसका स्थानीय लोगों ने लाभ उठाया। शाम के समय तापमान में गिरावट और ठंडी हवाओं के कारण बाजार, चौक-चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। नगर पंचायत की इस व्यवस्था से आमजन, राहगीरों और जरूरतमंदों को राहत मिली। लोग अलाव के आसपास एकत्र होकर ठंड से बचाव करते देखे गए। स्थानीय ग्रामीणों और राहगीरों ने नगर पंचायत प्रशासन की इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में ऐसी व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है, विशेषकर बुजुर्गों, मजदूरों और देर शाम तक बाहर रहने वाले लोगों के लिए। नगर पंचायत प्रशासन ने यह भी संकेत दिया कि यदि शीतलहर का प्रकोप आगे भी जारी रहता है, तो आवश्यकतानुसार अन्य सार्वजनिक स्थलों पर भी अलाव की व्यवस्था की जाएगी। प्रशासन का उद्देश्य है कि ठंड के इस मौसम में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो और सभी को पर्याप्त राहत मिल सके।
आपदा मित्र से मारपीट, एक आरोपी गिरफ्तार:झंडापुर थाना क्षेत्र में हुई थी घटना
भागलपुर जिले के झंडापुर थाना क्षेत्र में आपदा मित्र मुख्तार खान पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। यह घटना 23 अक्टूबर 2025 को जमालपुर घाट विसर्जन स्थल पर हुई थी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, भुजंगर और उसके कुछ साथी एक व्यक्ति को खींचकर पानी में ले जा रहे थे। इसी क्रम में, ड्यूटी पर मौजूद आपदा मित्र मुख्तार खान ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। इस दौरान, नशे की हालत में मौजूद कुछ व्यक्तियों ने आपदा मित्र के साथ गाली-गलौज की और मारपीट की। हमलावरों ने मुख्तार खान की लाइफ जैकेट भी छीन ली, जिससे वह घायल हो गए। इस संबंध में झंडापुर थाना में 25 अक्टूबर 2025 को कांड संख्या 147/25 के तहत भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। मामले के अनुसंधान के क्रम में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही थी। इसी क्रम में, 18 दिसंबर 2025 को कांड में संलिप्त अभियुक्त भुजंगर सिंह उर्फ लीरो कुमार सिंह उर्फ भुंजन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। भुजंगर सिंह औलियाबाद, थाना झंडापुर, जिला भागलपुर निवासी चरित्तर सिंह उर्फ नगीना सिंह का पुत्र है। गिरफ्तार अभियुक्त पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। झंडापुर थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले में अन्य फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कुशोखर में देवर ने भाभी ने पर किया हमला:महिला गंभीर रूप से घायल, घरेलू विवाद में मारपीट
शेखपुरा जिले के चेवाड़ा प्रखंड के कुशोखर गांव में घरेलू विवाद के चलते देवर द्वारा भाभी से मारपीट का मामला सामने आया है। इस घटना में महिला घायल हो गई। जानकारी के अनुसार, कुशोखर गांव निवासी घायल महिला का अपने देवर के साथ विवाद हुआ। यह कहासुनी जल्द ही मारपीट में बदल गई, जिससे महिला को चोटें आईं। घटना की सूचना मिलते ही चेवाड़ा 112 पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायल महिला को चेवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार किया गया। उपचार के बाद घायल महिला चेवाड़ा थाना पहुंची और पुलिस को मामले की जानकारी दी। चेवाड़ा थाना के एसआई अवधेश कुमार सिंह ने शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे मामले की जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह विवाद मोबाइल सिम को लेकर शुरू हुआ था, जो मारपीट का कारण बना। पुलिस इस मामले की गहनता से छानबीन कर रही है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे घरेलू विवादों को आपसी बातचीत से सुलझाएं और किसी भी स्थिति में कानून को अपने हाथ में न लें।
प्रयागराज के कैंट थाना क्षेत्र स्थित राजापुर कछार में युवक आकाश सोनी उर्फ गोलू की गोली मारकर हत्या के मामले का खुलासा कर दिया गया है। इस सनसनीखेज हत्याकांड में मृतक के छह करीबी दोस्तों की गिरफ्तारी हुई है। उनसे पूछताछ में यह बात सामने आई की बर्थडे पार्टी के दौरान हुए झगड़े के बाद आकाश को मौत के घाट उतारा गया। बर्थडे पार्टी में भड़का विवादएसीपी के अनुसार, सभी आरोपी घटना वाली रात साथ में मौजूद थे और बर्थडे सेलिब्रेशन के दौरान ही विवाद हुआ। इसी दौरान गुस्से में आकर हर्ष ने अपने पास मौजूद अवैध पिस्टल निकाल ली और आकाश सोनी की कनपटी पर गोली मार दी। अवैध हथियार से की गई हत्याएसीपी कैंट ने बताया कि जिस पिस्टल से हत्या की गई, वह अवैध है और उसे हर्ष अपने साथ लेकर आया था। पुलिस ने हथियार और मौके से खोखा बरामद कर लिया है। पिस्तौल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। सभी आरोपी कैंट इलाके केपुलिस ने इस मामले में अर्जुन उर्फ धीरू, हिमांशु भारद्वाज, विशाल पांडे उर्फ सौरव, राहुल राजभर, किशन यादव और हर्ष को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपी मृतक के दोस्त हैं और वारदात में किसी न किसी रूप में शामिल पाए गए हैं। यह सभी कैंट क्षेत्र के ही रहने वाले हैं। आरोपियों से पूछताछ जारीएसीपी विद्युत गोयल ने बताया कि मुख्य आरोपी हर्ष और हिमांशु प्राइवेट कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि अन्य आरोपी छोटे-मोटे काम करते हैं। सभी से गहन पूछताछ की जा रही है और घटना से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है।
धार महिला थाना परिसर में एक गंभीर घटना सामने आई है। काउंसलिंग के दौरान एक गर्भवती महिला के साथ उसके पति और ससुराल पक्ष ने मारपीट की। आरोप है कि पति ने महिला के पेट में लात मारी, जिससे उसे गंभीर चोट आई और अत्यधिक रक्तस्राव हुआ। परिजनों ने महिला को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने गर्भ में पल रहे दो माह के भ्रूण के गिरने की पुष्टि की। पीड़िता फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने पति सहित ससुराल पक्ष के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। 22 वर्षीय पीड़िता ने पुलिस को बताया कि उसका विवाह 02 जून 2025 को प्रतापगढ़ (राजस्थान) निवासी आशीष सोनी से हुआ था। विवाह में उसके माता-पिता ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार जेवर, गृहस्थी का सामान और नकद राशि दी थी। शादी के कुछ समय बाद ही ससुराल पक्ष का व्यवहार बदल गया और महिला को मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। पीड़िता के अनुसार, पति, सास-ससुर और ननद लगातार दहेज की मांग करते थे। पहले 5 लाख रुपए, फिर 10 लाख रुपए और एक SUV 700 गाड़ी लाने का दबाव बनाया गया। पीड़िता ने यह भी बताया कि उसका पति शराब का आदी है और नशे की हालत में उसके साथ मारपीट करता था तथा जान से मारने की धमकी देता था। दहेज न देने पर उसे दूसरी शादी करने की धमकी भी दी जाती थी। इस प्रताड़ना से परेशान होकर पीड़िता ने 29 अक्टूबर 2025 को धार महिला थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसी सिलसिले में 16 दिसंबर को दोनों पक्षों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया था। बातचीत के बाद समझौते की बात बनी, लेकिन थाना परिसर से बाहर निकलते ही आरोपियों ने फिर दहेज की मांग करते हुए महिला के साथ मारपीट शुरू कर दी। इसी दौरान पति ने गर्भवती महिला के पेट में लात मार दी। 17 दिसंबर को इसकी थाने में शिकायत दर्ज की गई। पुलिस ने पति आशीष सोनी सहित ससुराल पक्ष के अन्य सदस्यों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। महिला थाना प्रभारी क्लीयर डामोर ने बताया कि महिला के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
भागलपुर में 12वां रंग महोत्सव शुरू:नाट्यग्राम का उद्घाटन, 22 दिसंबर तक चलेगा कार्यक्रम
भागलपुर में 12वें रंग महोत्सव का आगाज हो गया है। रंगग्राम जन सांस्कृतिक मंच द्वारा आयोजित इस महोत्सव के तहत 19 दिसंबर को डोकानियां धर्मशाला परिसर में नाट्यग्राम का उद्घाटन किया गया। यह महोत्सव 20 से 22 दिसंबर तक कला केंद्र लाजपत पार्क में चलेगा। डॉक्टर आरपी रोड स्थित डोकानियां धर्मशाला परिसर में आगत कलाकारों और आयोजन समिति के सदस्यों ने नारियल फोड़कर व फीता काटकर नाट्यग्राम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर अन्नाजोरे, जोरहाट, असम; गीता थिएटर, जमशेदपुर, झारखंड; और रंग पटना के निर्देशक व उनके दल के सभी सदस्य मौजूद रहे। यह महोत्सव अपसंस्कृति के खिलाफ रंगकर्म, लोककला और राष्ट्रीय एकता को समर्पित है। इसका उद्देश्य कला और संस्कृति के माध्यम से सामाजिक संदेश देना है। कल मंचित होने वाले नाटक 'विदेशिया' के निर्देशक ने शहरवासियों से अपील की कि वे भिखारी ठाकुर की इस अमर रचना को देखने के लिए शाम को कला केंद्र अवश्य आएं। उन्होंने कहा कि रंग महोत्सव एक विशाल आयोजन है और उन्हें हर साल बहुत प्यार व स्नेह मिलता है, इसलिए वे प्रत्येक वर्ष इसमें शिरकत करते हैं। इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य तरुण घोष, अरविंद आनंद, प्रकाश चौधरी, जयंत जलद, तकी अहमद जावेद, सुनील कुमार, अरविंद कुमार, मनीष कुमार, प्रणव कुमार, सत्येन भास्कर और शांतनु गांगुली सहित कई अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
जबलपुर के सिहोरा थाना क्षेत्र में 11 दिसंबर को एक युवक की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के पिता रंजीत सिंह ठाकुर और परिजन ने गुरुवार को कैंडल मार्च निकालकर निष्पक्ष जांच की मांग की है। जानकारी के अनुसार, सिहोरा निवासी 42 वर्षीय धर्मेंद्र सिंह उर्फ चिंटू ठाकुर की 11 दिसंबर को दो अज्ञात युवकों ने सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। यह वारदात एक कार वॉशिंग सेंटर के सामने हुई थी और पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद होने की बात कही जा रही है। परिजन ने आरोप लगाया है कि इस हत्या के पीछे शेखर वर्मन, लवनी तिवारी, गोलू पांडेय, अमित मिश्रा और अस्सू विश्वकर्मा का हाथ है। मृतक के पिता ने बताया कि उनके बेटे और इन आरोपियों के बीच पुरानी रंजिश चल रही थी। पिता के अनुसार, पहले भी धर्मेंद्र सिंह पर हत्या का प्रयास किया गया था, जिसमें अस्सू विश्वकर्मा को जेल हुई थी। हालांकि, जमानत पर बाहर आने के बाद से ही उन्हें फिर से धमकियां मिल रही थीं। परिजन ने पुलिस को दिए ज्ञापन में मांग की है कि आरोपियों के घरों और कार्यालयों में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की जाए। साथ ही, उनके कॉल डिटेल रिकॉर्ड और मोबाइल में मौजूद धमकियों से संबंधित साक्ष्यों की गहन पड़ताल की जाए। परिवार ने आशंका व्यक्त की है कि हत्या में शामिल कुछ आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे उनके पूरे परिवार को जान का खतरा बना हुआ है। पीड़ित परिवार ने पुलिस प्रशासन से इस मामले में शामिल सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने यह भी अनुरोध किया है कि आरोपियों की अवैध गतिविधियों की भी जांच की जाए और दोषियों को कठोरतम सजा मिले।
कोरबा के उरगा थाना क्षेत्र में आबकारी विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। टीम भैसमा के पहरीपारा में कार्रवाई करने पहुंची थी, तभी यह घटना हुई। आबकारी विभाग की टीम में अधिकारी नारायण सिंह कंवर के नेतृत्व में दो वर्दीधारी कर्मचारी, एक मुखबिर और एक चालक शामिल थे। गांव में कार्रवाई के दौरान ग्रामीणों से विवाद शुरू हो गया और टीम ने वहां से निकलने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने टीम प्रभारी नारायण सिंह कंवर को लगभग ढाई घंटे तक बंधक बनाए रखा। उन्होंने मुखबिर पताड़ी निवासी प्रमोद देवांगन और स्कॉर्पियो वाहन के चालक की भी जमकर पिटाई की। टीम के बाकी सदस्य भागकर बचाई जान टीम के बाकी सदस्य किसी तरह वहां से भागने में सफल रहे और उन्होंने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। तत्काल 112 नंबर पर भी कॉल किया गया, लेकिन ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण 112 की टीम को वापस लौटना पड़ा। बाद में उरगा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और नारायण सिंह कंवर को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाया। आबकारी विभाग के सभी अधिकारी और कर्मचारी उरगा थाना पहुंचे और घटना की शिकायत दर्ज कराई। मुखबिर पर वसूली का आरोप ग्रामीणों का आरोप है कि मुखबिर प्रमोद देवांगन मुखबिरी के साथ-साथ लोगों से अवैध वसूली भी करता है, जिससे वे आक्रोशित थे। मारपीट की इस घटना में आबकारी विभाग के वाहन में भी तोड़फोड़ की गई है। सीएसपी ने पुष्टि आबकारी अधिकारी आशा सिंह ने बताया कि अधिकारियों को तत्काल पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का निर्देश दिया है। कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने पुष्टि की कि आबकारी विभाग की ओर से मारपीट की शिकायत की जा रही है। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
सन्हौला में यूरिया खाद की कालाबाजारी जारी:किसानों से 266 की जगह 450 रुपए वसूले जा रहे; अधिकारी मौन
भागलपुर जिले के सन्हौला प्रखंड मुख्यालय से मात्र पांच सौ मीटर दूर सन्हौला मार्केट में यूरिया खाद की कालाबाजारी खुलेआम चल रही है। सरकार द्वारा निर्धारित 266 रुपए प्रति बोरी की जगह स्थानीय दुकानदार किसानों से 400 से 450 रुपए तक वसूल रहे हैं, जिससे किसान आर्थिक शोषण का शिकार हो रहे हैं। दुकानदारों पर मनमाने ढंग से कीमत वसूली का आरोप प्रखंड क्षेत्र में लगभग 38 अधिकृत खाद दुकानें संचालित हैं। इनमें से कई दुकानों पर किसानों से मनमाने ढंग से अधिक कीमत वसूली जा रही है। इस स्थिति से सरकार के किसानों की आय दोगुनी करने के दावों पर सवाल उठते हैं। नाम न छापने की शर्त पर एक किसान ने बताया कि वह हरिओम ट्रेडर्स (खाद दुकान) पर खाद लेने गया था। दुकान संचालक कैलाश ने उससे कहा कि सीजन चल रहा है और रेट बढ़ गया है। उसने किसान को केमिकल के साथ एक बोरी खाद 450 रुपए में और बिना केमिकल के 400 रुपए में देने की बात कही। मजबूरी में किसान को अधिक कीमत देकर खाद खरीदनी पड़ी। मामले को लेकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी से नहीं हो पाया संपर्क इस मामले को लेकर संवाददाता ने प्रखंड कृषि पदाधिकारी अनामिका कपूर से संपर्क करने का प्रयास किया। उनके कार्यालय में अनुपस्थित होने के बाद फोन पर उनसे बात की गई। जब उनसे किसानों से अधिक कीमत वसूले जाने और इससे जुड़े वीडियो साक्ष्य के बारे में पूछा गया, तो कुछ देर बाद उनका सरकारी मोबाइल नंबर किसी अन्य व्यक्ति के पास चला गया। फोन उठाने वाले व्यक्ति ने कहा कि वे जानकारी लेकर बाद में बताएंगे। यह स्थिति कई सवाल खड़े करती है कि जब सरकारी मोबाइल नंबर किसी अधिकारी को आवंटित होता है, तो वह किसी अन्य व्यक्ति के पास कैसे पहुंचा। कार्रवाई से जुड़ा बयान स्वयं अधिकारी को देना चाहिए था। दैनिक भास्कर के पास अधिक कीमत पर यूरिया खाद बेचने का वीडियो साक्ष्य भी मौजूद है। इस मामले में प्रशासन द्वारा किसानों को राहत देने के लिए ठोस कदम उठाने का इंतजार है।
राजसमंद शहर की 50 फीट सड़क का नाम बदले जाने का विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को इस मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया, जब नगर परिषद आयुक्त ब्रजेश राय और नगर परिषद सभापति अशोक टांक पर एक युवक ने स्याही छिड़क दी। घटना दोपहर करीब साढ़े 3 बजे की है, जब नगर परिषद आयुक्त ब्रजेश राय और कांग्रेस से चुने गए सभापति अशोक टांक व परिषद के कर्मचारी शहर के बाल कृष्ण स्टेडियम में चल रहे निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे थे। दरअसल, नगर परिषद ने करीब 20 वर्ष पहले शहर की 50 फीट सड़क मार्ग का शिलान्यास करवाकर इसका नाम महाराणा राजसिंह मार्ग रखा था। लेकिन 30 नवंबर को दोबारा शिलान्यास कर इसी सड़क का नाम बदलकर आचार्य महाश्रमण अहिंसा मार्ग कर दिया गया। इसके बाद से ही लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। पहले देखिए- घटनाक्रम से जुड़ी 3 तस्वीरें स्टेडियम में निर्माण कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे थे आयुक्त और सभापतिजानकारी के अनुसार- आज शुक्रवार को बाल कृष्ण स्टेडियम में चल रहे निर्माण कार्यों का जायजा लेने पहुंचे आयुक्त ब्रजेश राय और कांग्रेस से चुने गए सभापति अशोक टांक के पास कुछ युवक पहुंचे। अचानक एक युवक ने आयुक्त और सभापति पर स्याही छिड़क दी। स्याही आयुक्त के चेहरे पर गिरी, जिससे उनका चेहरा और कपड़े पूरे नीले हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद युवक मौके से फरार हो गया। हालांकि मौके पर मौजूद भाजपा जिला आईटी सेल संयोजक भरत दवे को पकड़ लिया गया, जहां उसके साथ मारपीट की गई और उसकी शर्ट भी फाड़ दी गई। सूचना पर कांकरोली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को शांत कराया। आयुक्त ने कहा- युवक स्याही छिड़क कर फरार हुआनगर परिषद आयुक्त ब्रजेश राय ने बताया कि निरीक्षण के दौरान करीब पांच युवक स्टेडियम आए थे, जिनमें से एक युवक स्याही छिड़क कर फरार हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि युवकों ने राजकीय कार्य में बाधा डालते हुए अभद्रता की। घटना के बाद नगर परिषद कर्मचारियों में भारी आक्रोश है। वहीं सभापति अशोक टांक ने घटना की कड़ी निंदा की है।
कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने उज्जैन जिले में लोक शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के तहत, आगामी दो माह तक बिना अनुमति कोई सभा, धरना, प्रदर्शन, जुलूस या रैली आयोजित नहीं की जा सकेगी। ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग भी अनुमति के बाद ही संभव होगा। आदेश के अनुसार, कोई भी व्यक्ति, समूह या संस्था सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार के धारदार हथियार, आग्नेय अस्त्र-शस्त्र, हॉकी, डंडा या रॉड लेकर नहीं चलेगा और न ही उनका प्रदर्शन करेगा। इसके अतिरिक्त, किसी भी सड़क, रास्ते या हाईवे पर एकत्रित होकर यातायात में बाधा उत्पन्न करना या लोगों को आने-जाने से रोकना प्रतिबंधित होगा। ये निर्देश ड्यूटी पर तैनात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों पर लागू नहीं होंगे। वैवाहिक एवं सामाजिक संस्कारों के संबंध में आवश्यक छूट प्रदान की गई है। विशेष परिस्थितियों में, किसी पक्ष के आवेदन पर संबंधित एसडीएम क्षेत्र में आवश्यक प्रतिबंधों और शर्तों के साथ कार्यक्रम की अनुमति देने के लिए अधिकृत होंगे। आदेश में सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों पर आपत्तिजनक सामग्री के प्रसार पर भी रोक लगाई गई है। कोई भी व्यक्ति, समूह, संस्था या ग्रुप एडमिन मोबाइल, कंप्यूटर, फेसबुक, ईमेल, वाट्सऐप जैसे संचार माध्यमों पर किसी दल, धर्म, जाति, संस्था या व्यक्ति विरोधी, आमजन की भावना भड़काने वाले, या कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले आपत्तिजनक मैसेज, चित्र, कमेंट, बैनर, पोस्टर आदि अपलोड नहीं करेगा। इसके अलावा, ऐतिहासिक इमारतों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, न्यायालयों, शासकीय कार्यालयों, अन्य सार्वजनिक स्थलों और पार्कों पर किसी भी व्यक्ति, संस्था या संगठन द्वारा बिना अनुमति शूटिंग, वीडियो, रील या फोटोग्राफी नहीं की जाएगी। जिले में स्थित होटल, लॉज, विश्राम स्थल, धर्मशाला और सराय के संचालकों को वहां ठहरने वाले बाहरी व्यक्तियों की सूचना संबंधित थाना प्रभारी को अनिवार्य रूप से लिखित में देनी होगी। इसी तरह, सभी भवन मालिकों को भी अपने किरायेदारों की जानकारी संबंधित थाना प्रभारी को लिखित में उपलब्ध करानी होगी।
बरेली में घने कोहरे का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को एक बार फिर कम विजिबिलिटी के चलते बरेली-मुंबई और मुंबई-बरेली की फ्लाइट को कैंसिल करना पड़ा। इससे पहले मंगलवार को भी दोनों ओर की उड़ानें कोहरे की वजह से रद्द की जा चुकी हैं। लगातार फ्लाइट कैंसिल होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है। 12 दिसंबर को भी कोहरे का असर हवाई सेवाओं पर साफ दिखा था। उस दिन बरेली-बैंगलोर की फ्लाइट को निरस्त कर दिया गया था, जबकि बैंगलोर-बरेली की फ्लाइट को दिल्ली डायवर्ट करना पड़ा था। बीते कुछ दिनों से कोहरा हवाई सफर के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। हवाई सफर के साथ रेल और सड़क यातायात भी प्रभावितघने कोहरे की वजह से सिर्फ फ्लाइट ही नहीं, बल्कि रेल और सड़क यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बरेली होकर अलग-अलग स्टेशनों को जाने वाली 4 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि कई ट्रेनें घंटों की देरी से चल रही हैं। ये ट्रेनें रद्द रहीं ये ट्रेनें देरी से चलीं बुधवार को मुंबई फ्लाइट रद्द, 461 यात्री प्रभावितबुधवार को बरेली से मुंबई जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट को कोहरे के कारण रद्द कर दिया गया था। इस फ्लाइट के कैंसिल होने से करीब 461 यात्रियों की यात्रा प्रभावित हुई। कई यात्री जरूरी काम और कनेक्टिंग फ्लाइट के लिए मुंबई जा रहे थे, लेकिन अचानक उड़ान रद्द होने से उनकी पूरी प्लानिंग बिगड़ गई। मुंबई और बैंगलोर रूट पर चलती हैं नियमित उड़ानेंफिलहाल बरेली एयरपोर्ट से मुंबई और बैंगलोर के लिए इंडिगो की नियमित उड़ानें संचालित होती हैं। मुंबई के लिए फ्लाइट सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और रविवार को दोपहर 2 बजकर 55 मिनट पर उड़ान भरती है। वहीं बैंगलोर के लिए मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को फ्लाइट शेड्यूल है। यात्रियों की बढ़ी मुश्किलेंलगातार फ्लाइट रद्द होने, ट्रेनें लेट और कुछ ट्रेनों के निरस्त होने से यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। ठंड, घना कोहरा और अनिश्चित शेड्यूल ने सफर को मुश्किल बना दिया है। अब यात्रियों की नजरें मौसम साफ होने और यातायात व्यवस्था के सामान्य होने पर टिकी हैं।
देवरिया में अखिल भारतीय सांस्कृतिक चेतना मंच और उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार शाम एक अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। परमशुभ लॉन, रघवापुर में हुए इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आए कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को देर रात तक मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना के साथ हुआ। इसके बाद कवि स्वयं श्रीवास्तव, प्रवीण मणि त्रिपाठी, आशुतोष त्रिपाठी, आशीष द्विवेदी, सौरभ जायसवाल, सान्या राय और नीलमणि झा ने अपनी विशिष्ट शैलियों में काव्य पाठ किया। उनकी प्रस्तुतियों से सभागार देर रात तक तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजता रहा। कवि स्वयं श्रीवास्तव की पंक्तियों 'दुनिया समझ रही है कि चमक गया हूं मैं' ने श्रोताओं में उत्साह भर दिया। प्रवीण मणि त्रिपाठी की रचना 'कैसे जुड़ेगा रिश्ता, हम पहले से रिश्तेदार हैं' पर सभागार में खूब दाद मिली और तालियां बजीं। कवियों की रचनाओं में हास्य के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों की गहरी झलक भी देखने को मिली। इस अवसर पर अजय मणि त्रिपाठी ने आयोजकों को सफल आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि ऐसे साहित्यिक आयोजन समाज में संवेदना, सकारात्मक सोच और वैचारिक चेतना को मजबूत करते हैं। उन्होंने युवाओं से साहित्य और संस्कृति से जुड़ने का आह्वान भी किया। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान की अध्यक्ष अमृता दूबे ने टिप्पणी की कि ऐसी साहित्यिक महफिलें सर्दी में गुनगुनी धूप के समान होती हैं, जो मन और विचार दोनों को ऊष्मा प्रदान करती हैं। आयोजकों के अनुसार, कवि सम्मेलन के दौरान श्रोताओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। देर रात तक चले इस काव्य उत्सव में बड़ी संख्या में साहित्य प्रेमियों ने कवियों की प्रस्तुतियों का भरपूर आनंद लिया। कार्यक्रम के अंत में आयोजक संस्था की ओर से सभी कवियों और अतिथियों को सम्मानित किया गया।
झांसी स्टेशन पर कड़ाके की सर्दी में यात्री ट्रेनों का घंटों से इंतजार कर रहे हैं। लेकिन उनकी ट्रेंन लेट होती जा रही हैं। जो यात्री झांसी के रहने वाले हैं, वह अपने घर लौट गए। पर बाहर से झांसी स्टेशन पहुंचे लोगों के लिए ट्रेन का इंतजार भारी पड़ रहा है। वहीं, वेटिंग रूम में भी पैर रखने की जगह नहीं बची है। ऐसे में यात्री बार-बार 139 पर कॉल कर अपनी ट्रेन की सही स्थिति जानने में जुटे हैं। दो तस्वीरों में देखें झांसी स्टेशन की स्थिति... बता दें कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी के साथ ही धुंध भी बढ़ी है। ऐसे में सड़क मार्ग से लेकर रेल यातायात भी बे पटरी हो गया है। इसका असर झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर भी देखने को मिल रहा है। यहां पूर्व और उत्तर भारत की ओर से आने वालीं ट्रेनें छह-छह घंटे की देरी से आ रही हैं। ऐसे में यात्रियों को इन ट्रेनों का इंतजार करना भी भारी हो रहा है। सीमित जगह होने के चलते यात्री सर्दी से बचने के जतन कर रहे हैं। कोई दीवार के सहारे दुबक कर बैठा है तो कोई सर्दी से बचने के लिए अपने कंबल और गर्म कपड़ों का सहारा ले रहा है। वहीं, फर्स्ट क्लास वेटिंग रूम की बात करें तो यहां छमता से ज़्यादा यात्री ठहरे हुए हैं। यहां वंदे भारत, शताब्दी एक्सप्रेस और राजधानी जैसी ट्रेनों में सफर करने वालों का इंतजार काटे नही कट रहा है। ये ट्रेनें भी लेट हजरत निजामुद्दीन-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस, मुम्बई राजधानी, भोपाल शताब्दी समेत केरला, गोवा, उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति, अमृतसर-मुंबई, तेलंगाना, बेंगलुरु राजधानी समेत दिल्ली और लखनऊ की तरफ से झांसी आने वालीं लगभग सभी ट्रेनें लेट चल रही हैं। इसको लेकर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने कहा कि रेल और यात्री सुरक्षा को देखते हुए ट्रेनों का सुरक्षित संचालन किया जा रहा है। ट्रेनों को सुरक्षित रफ्तार पर चलाने के चलते यात्रियों को कुछ समय के लिए असुविधा हो सकती है।
फर्रुखाबाद में प्रेम प्रसंग के चलते बहन और उसके प्रेमी की हत्या के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट (एफटीसी) द्वितीय ने चार सगे भाइयों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। शुक्रवार को सुनाए गए इस फैसले में दोषियों पर 12-12 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह मामला थाना कमालगंज क्षेत्र के गांव राजेपुर सरायमेदा का है। गांव निवासी महावीर सिंह ने अपने पुत्र रामकरन और उसकी प्रेमिका शिवानी की हत्या के आरोप में शिवानी के पांच भाइयों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। महावीर सिंह की रिपोर्ट के अनुसार, 6 नवंबर 2022 को दोपहर तीन बजे गांव का रतन उनके घर आया और रामकरन को अपने साथ ले गया। करीब 20 मिनट बाद जब महावीर सिंह बेटे की जानकारी लेने रतन के घर पहुंचे, तो वहां रतन और उसके भाई लालू, नितिन, नीतू तथा कुलदीप मौजूद थे। उन्होंने बताया कि रामकरन और उनकी बहन शिवानी के बीच प्रेम-प्रसंग था, जिसके चलते उन्होंने दोनों की गर्दन काटकर हत्या कर दी और शव खंता नगला गांव से पहले पुराने नाले के पास फेंक दिए। इसके बाद महावीर सिंह अपनी पत्नी जानकी देवी के साथ पुराने नाले के पास पहुंचे, जहां उन्होंने बेटे रामकरन और उसकी प्रेमिका शिवानी के गर्दन कटे शव देखे। पुलिस ने इस मामले में पांचों भाइयों के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की थी। विवेचना के दौरान साक्ष्यों के अभाव में कुलदीप का नाम मामले से हटा दिया गया। विवेचक ने रतन, लालू, नितिन उर्फ टनीया और नीतू के खिलाफ न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल किया। शुक्रवार को हुई अंतिम सुनवाई में न्यायाधीश सतेंद्र वर्मा ने चारों भाइयों को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
दमोह में ठंड से राहत दिलाने के लिए एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने शुक्रवार रात रेलवे स्टेशन पर जरूरतमंदों को कंबल वितरित किए। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे।कंबल लेने के लिए कई लोग कतार में खड़े थे। पुलिसकर्मियों ने सभी को व्यवस्थित रूप से बैठाया और इसके बाद एसपी ने कंबल बांटे। नाइट गश्त में भी कंबल उपलब्ध एसपी ने बताया कि इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है और रेलवे स्टेशन पर ऐसे कई जरूरतमंद लोग आते हैं जिन्हें कंबल की आवश्यकता होती है। नाइट गश्त में लगे पुलिस अधिकारियों के वाहनों में भी कंबल रखवाए गए हैं। उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि रात में मिलने वाले जरूरतमंदों को ये कंबल दिए जाएं ताकि वे ठंड से बच सकें। शुक्रवार रात को एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी द्वारा 100 से अधिक कंबलों का वितरण किया गया। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में उनका यह छोटा सा प्रयास आगे भी जारी रहेगा। दमोह में पड़ रही कड़ाके की ठंड शुक्रवार को दमोह में कड़ाके की ठंड महसूस की गई। सुबह से आसमान में बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलती रहीं, जिससे पूरे दिन लोगों को शीतलहर का सामना करना पड़ा। इस दौरान न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इस मौके पर एडिशनल एसपी सुजीत सिंह, सीएसपी एचआर पांडे और कोतवाली टीआई मनीष कुमार भी उपस्थित थे।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कहा, 'नागरिक की आजादी राज्य की देन नहीं, बल्कि उसकी संवैधानिक जिम्मेदारी है। पासपोर्ट रिन्यू करते समय पासपोर्ट अथॉरिटी किसी व्यक्ति की भविष्य की यात्रा का शेड्यूल या वीजा की जानकारी नहीं मांग सकती।' जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस ए.जी. मसीह की बेंच ने कहा- पासपोर्ट अधिकारी का काम सिर्फ यह देखना है कि आपराधिक मामला पेडिंग होने के बावजूद संबंधित अदालत ने यात्रा की संभावना खुली रखी है या नहीं। अगर अदालत ने पासपोर्ट रिन्यू कराने की परमिशन दी है, तो पासपोर्ट जारी किया जाना चाहिए। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने कोयला घोटाले से जुड़े मामले में महेश कुमार अग्रवाल नाम के व्यक्ति की याचिका पर सुनवाई हुई। महेश के पासपोर्ट साल 2023 में एक्सपायर हो चुका है। रांची की NIA कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट ने उनके पासपोर्ट रिन्यू कराने पर कोई आपत्ति नहीं जताई थी। शर्त यह थी कि विदेश जाने से पहले महेश की कोर्ट की परमिशन लेनी होगी। इसके बावजूद अधिकारी महेश का पासपोर्ट रिन्यू नहीं कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने HC का आदेश रद्द किया सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हर विदेश यात्रा के लिए कोर्ट की अनुमति ली जा सकती है, लेकिन पासपोर्ट रिन्यू रोका नहीं जा सकता है। SC ने हाईकोर्ट के आदेश रद्द करते हुए पासपोर्ट अथॉरिटी को अग्रवाल का पासपोर्ट रिन्यू करने का निर्देश दिया। ...................... सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी अन्य खबरें... SC बोला-रिटायरमेंट से पहले जजों का ताबड़तोड़ फैसले सुनाना दुर्भाग्यपूर्ण: ऐसा लगता है कि जज लास्ट ओवर में छक्के मार रहे हैं सुप्रीम कोर्ट ने न्यायपालिका में भ्रष्ट आचरण को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से अहम टिप्पणी की है। कोर्ट ने भ्रष्टाचार का जिक्र किए बिना कहा कि रिटायरमेंट से ठीक पहले जजों का बाहरी कारणों से प्रभावित होकर ताबड़तोड़ फैसले सुनाना दुर्भाग्यपूर्ण है। पूरी खबर पढ़ें...
बिरसा मुंडा जयंती पर मारवाड़ी कॉलेज में सेमिनार:जनजातीय चेतना और स्वतंत्रता संग्राम पर हुई चर्चा
भागलपुर में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में मारवाड़ी महाविद्यालय के इतिहास विभाग ने एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया। सेमिनार का विषय 'जनजातीय चेतना और स्वतंत्रता संग्राम के महानायक: बिरसा मुंडा' था। इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रभात कुमार ने बताया कि सेमिनार का उद्देश्य राष्ट्रीय आंदोलन में भगवान बिरसा मुंडा के योगदान और आदिवासी समाज को जागरूक बनाने में उनकी भूमिका पर प्रकाश डालना था। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) संजय कुमार झा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डाला और उनसे प्रेरणा लेने की सलाह दी। मुख्य वक्ता टी.एन.बी. कॉलेज के इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. रविशंकर चौधरी ने बिरसा मुंडा के जीवन-वृत्त और कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि मात्र 25 वर्ष की आयु में झारखंड के उलिहातू गांव का यह बालक औपनिवेशिक शोषण के विरुद्ध जन-प्रतिरोध का महानायक बन गया। डॉ. चौधरी ने बताया कि जब ब्रिटिश अधिकारी और स्थानीय जमींदार जनजातीय समाज का शोषण कर रहे थे, तब बिरसा मुंडा ने सामाजिक और आर्थिक अन्याय के विरुद्ध आवाज उठाई। उन्होंने लोगों को अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करने के लिए प्रेरित किया। 'धरती आबा' के रूप में सम्मानित बिरसा मुंडा ने 1890 के दशक में ब्रिटिश उत्पीड़न के विरुद्ध 'उलगुलान' (मुंडा विद्रोह) का नेतृत्व किया। सेमिनार को संबोधित करते हुए हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. ब्रजभूषण तिवारी ने कहा कि वर्ष 2021 में भारत सरकार द्वारा 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती को 'जनजातीय गौरव दिवस' के रूप में मनाने का निर्णय एक सराहनीय पहल है। छात्र प्रतिनिधि हृषिकेश प्रकाश ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा केवल जनजातीय समाज के ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनका संघर्ष युवाओं को अन्याय के विरुद्ध खड़े होने, अपने अधिकारों के प्रति सजग रहने और सामाजिक चेतना को मजबूत करने की प्रेरणा देता है। उन्होंने ऐसे आयोजनों को विद्यार्थियों में इतिहासबोध और राष्ट्रप्रेम की भावना को सुदृढ़ करने वाला बताया। धन्यवाद ज्ञापन इतिहास विभाग के सहायक प्राध्यापक अक्षय रंजन द्वारा किया गया।
मल्हारगढ़ में सांसद खेल महोत्सव का आयोजन:664 खिलाड़ियों ने लिया भाग, पारंपरिक खेलों को मिला बढ़ावा
मंदसौर जिले के मल्हारगढ़ विधानसभा क्षेत्र में शुक्रवार को सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया गया। शासकीय सांदीपनी विद्यालय, मल्हारगढ़ में हुए इस विधानसभा स्तरीय खेल महोत्सव में 664 छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। महोत्सव में क्षेत्र के 13 संकुलों से चयनित कुल 64 टीमों ने अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन किया। पारंपरिक एवं लोकप्रिय खेलों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सुबह से शाम तलक सितोलिया, कबड्डी और खो-खो की प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। खिलाड़ियों ने अनुशासन, टीम भावना और खेल कौशल का प्रदर्शन किया। इन मुकाबलों को देखने के लिए बड़ी संख्या में छात्र, शिक्षक और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इस अवसर पर अतिथियों ने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि खेल शारीरिक विकास के साथ-साथ अनुशासन, नेतृत्व क्षमता और आपसी सहयोग की भावना को भी मजबूत करते हैं। उन्होंने सांसद खेल महोत्सव को ग्रामीण और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का एक मंच बताया। इस आयोजन में मंदसौर जिले सहित मल्हारगढ़ विधानसभा से भाजपा के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। प्रतियोगिता में विजेता बनी छह टीमें अब जिला स्तरीय प्रतियोगिता में मल्हारगढ़ विधानसभा का प्रतिनिधित्व करेंगी। शिक्षकों, खेल प्रशिक्षकों और आयोजन समिति ने इसे सफल बनाने में सराहनीय योगदान दिया। इस महोत्सव के माध्यम से क्षेत्र में खेल संस्कृति को नई दिशा मिली है।
किशनगंज जिला पदाधिकारी विशाल राज और पुलिस अधीक्षक सागर कुमार के संयुक्त आदेश पर गलगलिया चेकपोस्ट पर अधिकारियों की पुनः प्रतिनियुक्ति की गई है। यह तैनाती असम, नागालैंड और पश्चिम बंगाल से बिहार आने वाले ओवरलोडेड वाहनों और अवैध तस्करी की जांच के लिए की गई है। इन अधिकारियों का मुख्य कार्य कोयला, गिट्टी, बालू जैसे ओवरलोडेड वाहनों के संदिग्ध परिवहन की जांच करना है। इसके साथ ही, फर्जी जीएसटी बिल और माइनिंग चालान के बिना हो रही अवैध आपूर्ति पर भी नजर रखी जाएगी। सीमावर्ती क्षेत्रों में मवेशी, बालू, बेड मिशाली, कोयला, लकड़ी, ब्राउन शुगर, स्मैक, गांजा, सोना और चांदी जैसी वस्तुओं की अवैध तस्करी को रोकना भी इनके कार्यक्षेत्र में शामिल है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 1 सितंबर 2025 से 30 सितंबर 2025 तक भी जांच अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। अररिया-गलगलिया एनएच-327ई, किशनगंज-दालकोला एनएच-327 और दालकोला-बिपरी पटना (ग्वालपोखर थाना), उत्तर दिनाजपुर तथा किशनगंज जिले से सटे सीमावर्ती क्षेत्रों में 'एंट्री माफियाओं' द्वारा अवैध तस्करी की शिकायतों के बाद जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है। कार्य की गंभीरता को देखते हुए यह नई प्रतिनियुक्ति 14 जनवरी 2026 तक के लिए की गई है। प्रतिनियुक्त पदाधिकारी संदिग्ध परिवहन की सघन जांच करेंगे और फर्जी जीएसटी बिल तथा माइनिंग चालान की पड़ताल कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्हें जांच किए गए वाहनों का दैनिक विवरण पंजी में दर्ज करना होगा और संबंधित रिपोर्ट प्रतिदिन अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करनी होगी। गलगलिया चेकपोस्ट पर तैनात पुलिस पदाधिकारी, पहले से मौजूद मद्य निषेध पुलिस बल के साथ समन्वय स्थापित कर जांच कार्यों को सुचारु रूप से संचालित करेंगे। इन प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों के कार्यों के निरीक्षण और पर्यवेक्षण के लिए निरीक्षी अधिकारियों की भी नियुक्ति की गई है। इनमें राज्य कर संयुक्त आयुक्त शशि भूषण, जिला परिवहन पदाधिकारी दिक्षित स्वेतम और खनिज विकास पदाधिकारी प्रणव कुमार प्रभाकर शामिल हैं। ये अधिकारी गलगलिया चेकपोस्ट का निरीक्षण कर की गई कार्रवाई से संबंधित निरीक्षण प्रतिवेदन जिला पदाधिकारी को सौंपेंगे।
हापुड़ में कार से स्टंटबाजी करने वालों पर कार्रवाई:यातायात पुलिस ने दो कार का काटा 31 हजार का चालान
हापुड़ में सड़क सुरक्षा को लेकर यातायात पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए स्टंटबाजी करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में चलती कारों की खिड़कियों से बाहर निकलकर खतरनाक स्टंट करते युवक दिखाई देने के बाद पुलिस ने तत्काल संज्ञान लिया। यह मामला हापुड़ सिटी कोतवाली क्षेत्र के बुलंदशहर रोड का है। वायरल वीडियो में दो अलग-अलग कारों में सवार युवक चलती गाड़ियों से बाहर निकलकर स्टंट करते नजर आए, जिससे न सिर्फ उनकी जान खतरे में थी, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य वाहन चालकों की सुरक्षा भी प्रभावित हो रही थी। वीडियो सामने आने के बाद यातायात पुलिस ने जांच शुरू की और शुक्रवार देर शाम दोनों वाहनों की पहचान कर ली। जांच में यातायात नियमों के उल्लंघन की पुष्टि होने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत दोनों कारों का कुल 31 हजार रुपए का चालान किया गया। ट्रैफिक इंस्पेक्टर छविराम ने बताया कि सड़क पर इस तरह की लापरवाही और स्टंटबाजी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर अपराध है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। यातायात पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे रोमांच के चक्कर में कानून का उल्लंघन न करें और स्वयं के साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें।
बेटियों को सशक्त बनाने के लिए मिशन शक्ति अभियान:गाजियाबाद में मिशन शक्ति में 60 सशक्त महिला सम्मानित
UP सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत आयोजित “सशक्त नारी सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीडीओ रहे। सम्मान समारोह में कंपोजिट स्कूल डिडौली की टीचर अंजलि रानी ने कहा- लगातार बेहतर प्रयास कर और छात्राओं को जागरुक कर लगातार मिशन शक्ति अभियान को मजबूती से आगे बढ़ाया। बेटियों को सशक्त बनाने के लिए सरकार का यह सराहनीय कदम है। डीएम के आदेश पर हुआ कार्यक्रम DM रविंद्र मांदड के निर्देशन में हिंदी भवन लोहिया नगर गाजियाबाद में हर्षोल्लास एवं भव्यता के साथ संपन्न हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य अतिथि CDO अभिनव गोपाल, आईएमटी के प्रबंध निदेशक डॉ. मयंक अग्रवाल, ADM विवेक कुमार मिश्र, डीपीओ मनोज कुमार पुष्कर उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने नारी सशक्तिकरण को सामाजिक विकास की आधारशिला बताते हुए महिलाओं के योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन, गाजियाबाद एवं रामराग लोक संस्कृति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। रामराग लोक संस्कृति संस्थान से संरक्षक राजा सैफी, नगर कोषाध्यक्ष दीप्तिमान श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारियों ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। 60 महिलाओं को मिला सम्मान कार्यक्रम के दौरान जिले के 11 विभागों से चयनित कुल 60 सशक्त महिलाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इनमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, क्रीड़ा विभाग, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, नगर निकाय, स्वयं सहायता समूह, महिला एवं बाल संरक्षण इकाई सहित अन्य विभागों से जुड़ी महिलाओं को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए मंच से सम्मान प्रदान किया गया। इन सभी सशक्त नारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य कर समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है।कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी आयोजित की गईं। देश की जानी-मानी व अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त लोक गायिका कुमारी सोनम एवं अन्य कलाकारों की सशक्त प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और उपस्थित दर्शक भावविभोर हो उठे।
शाजापुर जिले में पांचवीं कक्षा के एक नाबालिग छात्र ने पांडूखोरा स्थित शिव मंदिर के पुजारी पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है। पीड़ित छात्र ने अपने परिजन के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित छात्र के अनुसार, यह घटना 19 दिसंबर को दोपहर करीब तीन बजे हुई थी। वह अपने चाचा और उनके पिता के साथ पांडूखोरा शिव मंदिर गया था। मंदिर परिसर में बने कमरों में वे पुजारी शंकर गिरी से मिले। बच्चे से अकेले में पुजारी ने की गलत हरकत बातचीत के दौरान पुजारी ने पहले परिजन से उनका नाम-पता पूछा और फिर छात्र से उसकी पढ़ाई के बारे में सवाल किए। इसके बाद पुजारी ने छात्र के चाचा और उनके पिता को कमरे से बाहर भेजकर बच्चे से अकेले में बात करने को कहा। बच्चे को डराया और धमकाया गया आरोप है कि कमरे में अकेले होने पर पुजारी ने छात्र को डराया-धमकाया और उसके साथ अश्लील हरकत की। छात्र डर गया और रोने लगा। इसी दौरान बाहर से चाचा की आवाज आने पर वह रोता हुआ कमरे से बाहर आया और परिजन को पूरी घटना बताई। इसके बाद वे घर लौट आए, जहां छात्र ने अपने पिता और दादा को आपबीती सुनाई। आरोपी मुरैना का रहने वाला, पुलिस थाने ले गई घटना की जानकारी मिलने पर परिजन गांव के लोगों के साथ दोबारा मंदिर पहुंचे और आरोपी पुजारी से पूछताछ की। आरोपी की पहचान हरी शंकर शर्मा, पिता रामलखन शर्मा, निवासी ग्राम मिरघान, थाना दीमनी, जिला मुरैना के रूप में हुई है। इसी दौरान छात्र के चाचा ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को थाने ले आई। पीड़ित छात्र अपने पिता, दादा और अन्य परिजनों के साथ थाने पहुंचा, जहां औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई। लालघाटी थाना प्रभारी अर्जुन सिंह मुजाल्दे ने बताया कि नाबालिग छात्र की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
शिवहर जिले में शीतलहर का प्रकोप:नगर सभापति ने बचाव के लिए 20 स्थानों पर की अलाव की व्यवस्था
शिवहर जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है। ठंड से बचाव के लिए नगर सभापति राजन नंदन सिंह ने शहर में 20 स्थानों पर अलाव की व्यवस्था कराई है। नगर सभापति राजन नंदन सिंह ने बताया कि लगातार पछिया हवा चलने से जिले में तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे ठंड बढ़ गई है। अलाव की यह व्यवस्था सदर अस्पताल और शहर के मुख्य चौक-चौराहों सहित कुल 20 जगहों पर की गई है। इसका उद्देश्य आम जनता को कड़ाके की ठंड से राहत प्रदान करना है। उन्होंने यह भी बताया कि यदि ठंड का प्रकोप जारी रहता है, तो आवश्यकतानुसार और अधिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में IED ब्लास्ट कर ASP आकाश राव गिरिपूंजे की हत्या करने के मामले में राज्य अन्वेषण अभिकरण (SIA) ने चार नक्सलियों के खिलाफ अभियोग पत्र पेश किया है। नक्सलियों ने 9 जून 2025 को सुकमा जिले के कोंटा थाना क्षेत्र अंतर्गत ढोंढ़रीबेड़ा स्थित पत्थर खदान में एक पोकलेन मशीन में आग लगा दी थी। इस घटना की जांच के लिए ASP आकाश राव गिरिपूंजे, DSP भानुप्रताप चंद्राकर और थाना प्रभारी कोंटा सोनल ग्वाला पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। पोकलेन के पास लगाए गए IED में हुआ विस्फोट नक्सलियों की ओर से पोकलेन मशीन के पास IED लगाया गया था। पुलिस दल के पहुंचते ही विस्फोट हो गया, जिसमें ASP आकाश राव गिरिपूंजे उसकी चपेट में आकर शहीद हो गए। वहीं, DSP भानुप्रताप चंद्राकर और टीआई सोनल ग्वाला गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कोंटा थाने में दर्ज हुआ था केस इस मामले में कोंटा पुलिस ने अपराध क्रमांक 21/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता की धाराएं 103, 109, 190, 191(2), 324, 326(च), 61(2), आर्म्स एक्ट की धाराएं 25 व 27, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराएं 3-5 और विधिविरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम की धाराएं 13, 16, 18, 20, 23, 38 और 39 के तहत मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच SIA को सौंपी गई घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस मुख्यालय की ओर से मामले की जांच राज्य अन्वेषण अभिकरण (SIA) को सौंपी गई। SIA की टीम ने सुकमा और कोंटा क्षेत्र में लगातार कैंप कर जांच की और सूचना तंत्र को सक्रिय किया। नीलामडगू गांव के नक्सलियों की भूमिका उजागर जांच के दौरान ग्राम नीलामडगू के नक्सली सदस्यों की संलिप्तता सामने आई, जिसके बाद मामले में जांच शुरू की गई। मुखबिर की सूचना पर परनीलामडगू जन मिलिशिया अध्यक्ष सोढ़ी गंगा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में हुआ बड़े षड्यंत्र का खुलासा पूछताछ में सामने आया कि सोढ़ी गंगा ने नक्सली हितेश, माड़वी देवा सहित अन्य नक्सलियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों की निशानदेही पर एक जीवित विस्फोटक सामग्री भी बरामद की गई। अन्य नक्सली आरोपियों को भी लिया गया हिरासत में अग्रिम जांच के दौरान ग्राम नीलामडगू के नक्सली सदस्य सोढ़ी देवा, कुंजाम देवा और मुचाकी लखमा को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। उनसे मिले तथ्यों के आधार पर यह स्पष्ट हुआ कि कोंटा एरिया कमेटी के नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया था। पुलिस को नुकसान पहुंचाने की साजिश रची गई थी जांच में यह भी सामने आया कि जिला नारायणपुर में शीर्ष नक्सली नेता बसवा राजू के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद जून 2025 में कोंटा एरिया कमेटी के नक्सली कमांडर वेट्टी मांगडू ने क्षेत्रीय नक्सलियों की बैठक बुलाई थी। बैठक में हत्या और हथियार लूट की बनाई गई योजना इस बैठक में नक्सली हितेश, माड़वी देवा, मड़कम नंदे, सोढ़ी जोगी, मड़कम सुनिता, मड़कम अंजू और पोड़ियम गंगे शामिल थे। बैठक में पुलिस बल को क्षति पहुंचाने, हत्या करने और हथियार लूटने की योजना बनाई गई थी। विशेष NIA कोर्ट में पेश हुआ अभियोग पत्र जांच पूरी होने के बाद 19 दिसंबर को SIA की ओर से विशेष न्यायालय एनआईए कोर्ट, दंतेवाड़ा के समक्ष अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया है।
लैंड फॉर जॉब केस : लालू परिवार को कोर्ट में पेश होने का आदेश
जमीन के बदले नौकरी (लैंड फॉर जॉब) मामले में राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने फर्जी लोन कंपनी का कर्मचारी प्रतिनिधि बनकर एक युवक को ब्लैकमेल कर करीब 12.50 लाख रुपए तथा एक आईफोन मोबाइल फोन हड़पने के मामले में एक आरोपी को किया है। ये है मामला 9 दिसंबर 2025 को ललित पारवानी ने चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना में रिपोर्ट देकर बताया 2 सितंबर 2025 को मोबाइल पर लोन लेने संबंधी विज्ञापन पर क्लिक करने से नीम क्रेडिट नाम के मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड हुई। एप के माध्यम से उससे आधार कार्ड, पैन कार्ड, सेल्फी फोटो एवं पारिवारिक सदस्यों के मोबाइल नंबर सहित अन्य निजी जानकारियां ली गईं। इसके बाद आरोपी द्वारा स्वयं को लोन कंपनी का कर्मचारी बताकर वॉट्सऐप के जरिए संपर्क किया गया और कम क्रेडिट स्कोर का हवाला देकर पहले छोटी राशि का ऋण दिलवाया गया। समय पर भुगतान करवाकर का विश्वास जीता गया। धमकी देकर ऐंठे पैसे 27 अक्टूबर 2025 से अभियुक्त व उसके सहयोगियों द्वारा अलग-अलग वॉट्सऐप नंबरों से प्रार्थी को लगातार गाली-गलौच, जान से मारने की धमकी और उसकी पत्नी के अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी दी जाने लगी। अभियुक्तों के पास पीड़ित व उसके परिवार की निजी जानकारी होने के कारण वह भय व मानसिक दबाव में आ गया। समाज में बदनामी और परिवार की प्रतिष्ठा के डर से प्रार्थी ने अभियुक्तों द्वारा बताए गए क्यूआर कोड व नकद माध्यम से अलग-अलग तिथियों में करीब 12.50 लाख रुपए अदा किए। इसके बावजूद ब्लैकमेलिंग जारी रही और अतिरिक्त पैसों की मांग की जाती रही। आरोपी ने एक आईफोन मोबाइल फोन भी हड़प लिया। आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ जारी मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी ईश्वरचन्द्र पारीक के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी साक्ष्यों एवं मानवीय सूचना के आधार पर आरोपी रौनक वीरवानी (31) पुत्र रवि वीरवानी निवासी अरिहंत नगर को गिरफ्तार किया गया।
कोंडागांव में धर्मांतरण के आरोप को लेकर ईसाई समुदाय और बजरंग दल के बीच विवाद हो गया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। यह मामला माकड़ी थाना क्षेत्र के काटागांव का है। जानकारी के अनुसार, मसीह समाज से जुड़े कुछ लोग शुक्रवार को काटागांव में एक आदिवासी परिवार के घर पहुंचे थे। इसी दौरान आदिवासी समाज और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोपों के घेरे में आए लोग बोले- परिवार ने बुलाया आरोपों के घेरे में आए लोगों का कहना है कि उन्हें संबंधित परिवार ने ही अपने घर बुलाया था। हालांकि, जिस परिवार के घर ये लोग पहुंचे थे, उसके सदस्य तरुण कुंजाम ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने किसी को बुलाया था। क्लर्क समेत 4 को पूछताछ के लिए थाने लाया गया इस मामले में धर्मांतरण कराने के आरोप में चार लोगों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया है। इनमें जल संसाधन विभाग में बाबू के पद पर पदस्थ अरुण कुमार चौहान, उनकी पत्नी दुलारी बाई, साली किरण पुजारी और एक मित्र संतोष कुमार कश्यप शामिल हैं। मामले की जांच जारी- तहसीलदार माकड़ी तहसीलदार अंकुर रात्रे ने बताया कि विवाद की सूचना पर कुछ लोगों को माकड़ी थाने लाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। वहीं, अरुण कुमार चौहान ने कहना है कि मुझे बुलाया गया था, इसलिए मैं परिवार और मित्र के साथ वहां गया था। धर्म परिवर्तन कराने का कोई इरादा नहीं था। बजरंग दल ने की सख्त कार्रवाई की मांग इधर, तरुण कुंजाम ने कहा कि मैंने किसी को नहीं बुलाया। वे लोग खुद मेरे घर पहुंचे थे। घटना के बाद बजरंग दल और आदिवासी समाज के नेता थाने पहुंचे और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने 25 दिसंबर को प्रस्तावित मसीह समाज की रैली का भी विरोध किया। 25 दिसंबर की रैली पर रोक की मांग आदिवासी समाज के युवा नेता छोटू सलाम ने कहा कि पुलिस सख्त कार्रवाई करे और 25 दिसंबर की रैली पर रोक लगाए, नहीं तो समाज आंदोलन करेगा। बजरंग दल के जिला संयोजक दया सागर उइके ने भी सभी आरोपियों पर केस दर्ज करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।
सीधी जिले की नगर परिषद मझौली में चल रही चुनावी गहमागहमी पर अचानक विराम लग गया है। जबलपुर उच्च न्यायालय के फैसले के बाद राज्य निर्वाचन आयोग ने अध्यक्ष पद के लिए होने वाली निर्वाचन प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने का आदेश जारी किया है। न्यायालय ने पूर्व अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता को उनके पद पर बहाल करने का निर्देश दिया है, जिससे अब वहां चुनाव की आवश्यकता समाप्त हो गई है। उच्च न्यायालय के आदेश के बाद चुनाव आयोग का फैसला यह पूरी कार्यवाही जबलपुर उच्च न्यायालय के 18 दिसंबर 2025 को पारित आदेश के पालन में की गई है। कोर्ट ने सिविल रिवीजन के विभिन्न मामलों की सुनवाई करते हुए पूर्व अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता को पुनः पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए। इसी आदेश का संज्ञान लेते हुए राज्य निर्वाचन आयोग, भोपाल ने 19 दिसंबर को एक ज्ञापन जारी किया, जिसमें बताया गया कि चूंकि अब अध्यक्ष का पद रिक्त नहीं है, इसलिए पूर्व में शुरू की गई निर्वाचन प्रक्रिया वैधानिक रूप से जरूरी नहीं रह गई है। जिला प्रशासन ने थामी चुनावी प्रक्रिया उपखण्ड अधिकारी और रिटर्निंग ऑफिसर ने जानकारी दी कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों के बाद कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी ने भी 19 दिसंबर को औपचारिक आदेश जारी कर दिया है। इसके तहत मझौली नगर परिषद के अध्यक्ष पद के लिए जारी सभी मतदान और नामांकन संबंधी गतिविधियों को तुरंत रोक दिया गया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि अब शंकर प्रसाद गुप्ता फिर से परिषद की कमान संभालेंगे। राजनीतिक गलियारों में हलचल, समर्थकों में जश्न इस न्यायिक आदेश के बाद मझौली में राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल गए हैं। पूर्व अध्यक्ष शंकर प्रसाद गुप्ता के पुनः पदभार ग्रहण करने की खबर मिलते ही उनके समर्थकों में उत्साह की लहर दौड़ गई है और क्षेत्र में जश्न का माहौल है। वहीं दूसरी ओर, जो दावेदार चुनाव की तैयारियों में जुटे थे और मतदान का इंतजार कर रहे थे, उन्हें इस फैसले से बड़ा झटका लगा है। फिलहाल, क्षेत्र में यह चर्चा का मुख्य विषय बना हुआ है।
पश्चिम चंपारण जिला प्रशासन ने अंतर्जातीय विवाह प्रोत्साहन अनुदान योजना के तहत तीन दंपतियों को एक-एक लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया है। जिला पदाधिकारी श्री तरनजोत सिंह ने अपने कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित एक कार्यक्रम में इन तीनों दंपतियों को एक-एक लाख रुपये का सावधि जमा पत्र (एफडी) सौंपा। यह योजना सामाजिक समरसता, समानता और भाईचारे को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संचालित की जा रही है। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी तरनजोत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की यह पहल समाज में व्याप्त जातिगत भेदभाव को समाप्त करने और अंतर्जातीय विवाह को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सशक्त कदम है। उन्होंने जोर दिया कि विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों और समाज को जोड़ने का माध्यम होता है। अंतर्जातीय विवाह सामाजिक कुरीतियों को तोड़ने और समानता पर आधारित समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अंतर्जातीय विवाहित दंपतियों को आर्थिक सहायता दी जाती है जिलाधिकारी ने आगे बताया कि इस योजना के अंतर्गत पात्र अंतर्जातीय विवाहित दंपतियों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इसका लक्ष्य उनके वैवाहिक जीवन की शुरुआत को सुरक्षित और सशक्त बनाना है। यह आर्थिक सहयोग नवदंपतियों को आत्मनिर्भर बनने में भी सहायक सिद्ध होता है। तरनजोत सिंह ने लाभुक दंपतियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे आपसी प्रेम, सम्मान और विश्वास के साथ अपने दांपत्य जीवन को आगे बढ़ाएं और समाज में सकारात्मक बदलाव के लिए प्रेरणा बनें। उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि योजना का लाभ पात्र लोगों तक समयबद्ध, पारदर्शी और सरल प्रक्रिया के माध्यम से पहुंचाया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इस योजना से जुड़ सकें। कार्यक्रम के दौरान जिला कल्याण पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने लाभुक दंपतियों को बधाई दी और सरकार की इस जनकल्याणकारी योजना की सराहना की। लाभुक दंपतियों ने भी जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सहयोग उनके लिए नई जिंदगी की मजबूत शुरुआत है।
प्रदेश सरकार की ओर से फतेहाबाद और हिसार के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर की सेवाएं बर्खास्त कर दी गई है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधीर राजपाल की ओर से उनके बर्खास्तगी के ऑर्डर जारी किए गए हैं। जानकारी के अनुसार, डिपार्टमेंट की ओर से फतेहाबाद द्वितीय के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर धीरज खटक और हिसार के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर अजय बिश्नोई की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। मेडिकल संचालक ने बनाई वीडियो बताया जा रहा है कि टोहाना के नूर मेडिकल हाल के संचालक विक्की ने 50 हजार रिश्वत देने की वीडियो बनाई थी। इस प्रकरण में इन दोनों ऑफिसर के नाम सामने आए हैं। दोनों प्रोबेशन पीरियड पर थे। इस कारण दोनों की सेवाएं बर्खास्त की गई है। यह लिखा है ऑर्डर एसीएस सुधीर राजपाल की ओर से जारी किए गए लेटर में लिखा गया है कि इन दोनों ने असंतोषजनक कार्य और आचरण किया है। इस कारण इनको फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के सर्ब आर्डिनेट ऑफिसेस (ग्रुप बी) सर्विस रूल्स 2018 के रूल 10(2) के तहत बर्खास्त किया गया है।
पश्चिम चम्पारण, बेतिया के समाहरणालय सभागार में शुक्रवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी तरनजोत सिंह के निर्देश पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए आम नागरिकों ने अपनी समस्याएँ और शिकायतें प्रशासन के समक्ष रखीं। जनता दरबार का उद्देश्य आम लोगों की समस्याओं का त्वरित और प्रभावी समाधान सुनिश्चित करना है। आज के जनता दरबार में कुल 80 मामले सामने आए। इनमें पारिवारिक विवाद, राजस्व, शिक्षा, आपूर्ति, आवास और स्वास्थ्य सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी शिकायतें शामिल थीं। वरीय पदाधिकारियों ने सभी आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता से सुना। कई मामलों का निपटारा अधिकारियों की तत्परता से मौके पर ही कर दिया गया, जिससे लोगों को तुरंत राहत मिली। जो मामले तत्काल समाधान योग्य नहीं थे, उन्हें संबंधित विभागों को अग्रसारित करते हुए त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। अधिकारियों को यह भी कहा गया कि लंबित मामलों में अनावश्यक विलंब न हो और आम जनता को बार-बार कार्यालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। जनता दरबार के दौरान, वरीय पदाधिकारियों ने कुछ मामलों में संबंधित प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों से दूरभाष पर बातचीत कर तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर समाहर्ता राजीव रंजन सिन्हा, अपर समाहर्ता (विभागीय जांच) कुमार रविन्द्र, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अमरेन्द्र कुमार, अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी मासूम अंसारी सहित अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे। जनता दरबार में आए लोगों ने अपनी समस्याओं को सीधे अधिकारियों के समक्ष रखने की व्यवस्था की सराहना की। जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया कि जनता दरबार के माध्यम से आम लोगों की शिकायतों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाता रहेगा।
गया में शीतलहर से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर के निर्देश पर जिला आपदा प्रबंधन के माध्यम से 200 से अधिक सार्वजनिक स्थलों और चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था की गई है। इन अलाव के लिए आज 1746 किलोग्राम से अधिक लकड़ी का वितरण किया गया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े गरीब व्यक्तियों तक भी अलाव की सुविधा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अनुमंडल पदाधिकारी, जिला स्तर के अधिकारी को अलाव की जांच के निर्देश डीएम ने सभी अनुमंडल पदाधिकारियों और जिला स्तरीय अधिकारियों को नियमित रूप से फील्ड में रहकर अलाव जलने की जांच करने का आदेश दिया है। साथ ही, उन्होंने असहाय व्यक्तियों को कंबल उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं। बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने भी शीतलहर से बचाव के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। जिलाधिकारी ने आम जनता से इस एडवाइजरी का पूरी तरह पालन करने की अपील की है। जिलाधिकारी ने जिले के लोगों से कहा है कि जब तक अत्यंत आवश्यक न हो, घर के अंदर ही सुरक्षित रहें, खासकर वृद्ध और बच्चे। उन्होंने स्थानीय समाचार पत्रों, रेडियो या टेलीविजन के माध्यम से मौसम की जानकारी लेते रहने और शरीर में गर्मी बनाए रखने के लिए पौष्टिक आहार एवं गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी है। जिलाधिकारी ने आम लोगों से की अपील बंद कमरों में जलती हुई लालटेन, दीया एवं कोयले की अंगीठी का प्रयोग करते समय धुएं के निकास का उचित प्रबंध करना सुनिश्चित करें एवं इसके प्रयोग के बाद अच्छी तरह से बुझा दें। हीटर, ब्लोअर आदि का प्रयोग करने के बाद स्विच ऑफ करना न भूलें अन्यथा यह जानलेवा हो सकता है। यदि घर से बाहर जाना आवश्यक हो तो शरीर पर समुचित गर्म कपड़ों को पहन कर ही निकलें तथा अपने सिर, चेहरा, हाथ एवं पैर को भी गर्म कपड़े से ढक लें। गयाजी में ठंड की कुछ तस्वीरें देखिए...
दिल्ली में प्रदूषण पर सख़्ती : 24 घंटे में 11,776 वाहन चालान
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिए जमीनी स्तर पर कार्रवाई और तेज कर दी है
प्रतापगढ़ के फतनपुर थाना क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाने को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चले, जिसमें दोनों पक्षों से कुल चार लोग घायल हो गए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह घटना शुक्रवार शाम करीब पांच बजे बीरपुर बाजार में हुई। ग्राम प्रधान ईश्वर चंद्र जायसवाल बिजली के खंभे पर सीसीटीवी कैमरा लगवा रहे थे। इसी दौरान खंभे के सामने रहने वाले डॉक्टर रवि जायसवाल ने कैमरे के स्थान को लेकर आपत्ति जताई। आपत्ति के बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। दोनों ओर से लोग लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर लेकर एक-दूसरे पर हमला करने लगे। इस मारपीट में ग्राम प्रधान ईश्वर चंद्र जायसवाल और डॉक्टर रवि जायसवाल सहित दोनों पक्षों के चार लोग घायल हो गए। मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति ने इस पूरी घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, और यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। सूचना मिलते ही फतनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। थाना अध्यक्ष मनीष कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरा लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। पुलिस ने मौके से चार लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। तहरीर मिलने के बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी ‘अरावली बचाओ मुहिम’ के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने अरावली पर्वतमाला को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अरावली को नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश का राजस्थान की धरती पर पुरजोर विरोध किया जाएगा। निर्मल चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अरावली पर्वतमाला राजस्थान की जीवनरेखा है और इसके साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा- मोदी जी, अरावली पर्वतमाला पर हमला करने से पहले आपको मेरे जैसे राजस्थान के हजारों-लाखों वीर योद्धाओं की गर्दन धड़ से अलग करनी पड़ेगी। वीरांगनाओं की धरती से चेतावनी चौधरी ने कहा कि राजस्थान वह प्रदेश है जहां पर्यावरण संरक्षण के लिए मां अमृता बाई जैसी महान विभूतियों ने अपने प्राण न्योछावर किए। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि किसानों, मजदूरों, युवाओं और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया तो एक पत्थर तक को छूने नहीं दिया जाएगा। #SaveAravalli से जुड़ने का आह्वान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने युवाओं और आमजन से #SaveAravalli अभियान से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि वह स्वयं प्रदेश के गांव-गांव और गली-गली जाकर अरावली पर्वतमाला को बचाने के लिए जनआंदोलन खड़ा करेंगे। आने वाली पीढ़ियों के भविष्य पर संकट निर्मल चौधरी ने चेताया कि अरावली का विनाश आने वाली पीढ़ियों के लिए गंभीर खतरा साबित होगा। उन्होंने कहा कि इसके नष्ट होने से बच्चों के विकलांगता और गंभीर बीमारियों के साथ जन्म लेने का खतरा बढ़ेगा। पेड़-पौधों और वन्यजीवों के सर्वनाश का आरोप उन्होंने कहा कि अरावली पर्वतमाला के खत्म होने से लाखों-करोड़ों पेड़-पौधे और वन्यजीव-जंतु नष्ट हो जाएंगे। चौधरी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंद लोगों की जेब भरने के लिए प्रकृति की बलि दी जा रही है। युवाओं से निर्णायक लड़ाई का आह्वान चौधरी ने कहा कि भारत का भविष्य युवाओं के कंधों पर टिका है। अगर आज युवा मजबूती से सामने नहीं आए, तो आने वाली पीढ़ियों को कोई जवाब नहीं दे पाएंगे। सरकार से प्रदेशवासियों के हित में निर्णय की मांग अपने वक्तव्य के अंत में उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि प्रदेश की प्राकृतिक धरोहर अरावली पर्वतमाला के साथ किसी भी प्रकार का कुठाराघात न किया जाए और इसे सुरक्षित रखने के लिए ठोस व पारदर्शी कदम उठाए जाएं।
एटा में सड़क हादसे में युवक की मौत:घर लौटते समय तेज रफ्तार बाइक सवार की कुत्ते से टकराने से गई जान
एटा के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में युवक की जान चली गई। दाखवानी रिसॉर्ट के पास तेज रफ्तार अपाचे बाइक अचानक सड़क पर आए कुत्ते से टकरा गई, जिससे बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने घायल युवक को एटा के वीरांगना अवंती बाई मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया, लेकिन चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान नगला गलुआ, थाना अवागढ़, एटा निवासी आकाश पुत्र सुनील के रूप में हुई है। बताया गया कि आकाश एटा की ओर से अपने घर लौट रहा था। युवक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई पूरी की और पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है। मामले की जांच की जा रही है। मृतक के मामा के बेटे टीटू ने बताया कि उन्हें फोन के माध्यम से हादसे की जानकारी मिली थी। वहीं, कोतवाली देहात थाना प्रभारी विनोद कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घायल को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
गोरखपुर एक बार फिर साहित्य और कला के रंगों से सराबोर होने के लिए तैयार है। 20 और 21 दिसंबर को शहर के होटल विवेक लॉन में 'गोरखपुर लिटरेरी फेस्ट' (GLF) के आठवें एडिशन का भव्य आयोजन किया जा रहा है। दो दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में साहित्य, सिनेमा, पत्रकारिता और रंगमंच की दिग्गज हस्तियां एक ही मंच पर वैचारिक मंथन करेंगी। पहले दिन के कार्यक्रम की शुरुआत शब्द संवाद से होगी। उसके बाद एक एक कर 'गुफ़्तगू', 'OTT बनाम थिएटर', 'लोकतंत्र और मीडिया' जैसे अन्य विषयों पर अलग- अलग सेशन का सिलसिला शाम तक चलता रहेगा। इसके साथ ही नाट्य मंचन की प्रस्तुति भी होगी। सितारों से सजेगी साहित्य की शामफेस्ट में इस बार बॉलीवुड का तड़का भी देखने को मिलेगा। 'महारानी' वेब सीरीज से चर्चा बटोरने वाले अभिनेता विनीत कुमार और मशहूर फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण होंगे। मधुर भंडारकर एक विशेष सत्र 'गुफ्तगू' में सिनेमा के बदलते स्वरूप पर चर्चा करेंगे। दिग्गज साहित्यकारों और पत्रकारों का जमावड़ाफेस्टिवल में देश के नामचीन लेखक अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। प्रमुख वक्ताओं में साहित्यकार उदय प्रकाश, चंद्रकांता, गगन गिल, बद्री नारायण, देवेंद्र आर्य और यशवंत व्यास मौजूद रहेंगे। पत्रकारिता जगत से वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा और दयाशंकर शुक्ल 'सागर' वर्तमान मीडिया परिदृश्य पर अपने विचार रखेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रहेगी धूमआयोजन संयोजक अचिंत्य लाहिड़ी के अनुसार, केवल चर्चा ही नहीं, बल्कि कला का प्रदर्शन भी इस उत्सव की जान होगा। 'भाषा, साहित्य और शब्द-संवाद' विषय पर पद्मश्री प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में विमर्श होगा। पहले दिन का समापन मानवेंद्र त्रिपाठी के निर्देशन में एक शानदार नाट्य प्रस्तुति से होगा। दूसरे दिन दिखेगी युवा प्रतिभा दो दिनों तक आयोजित होने वाले इस उत्सव में 21 दिसंबर की सुबह 'नवोत्पल' सत्र में शहर के युवा कवि अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे। फेस्ट का समापन डॉ. हरिओम एवं उनकी टीम की जादुई गजल गायकी के साथ होगा। सचिव शैवाल ने बताया कि इस फेस्ट का उद्देश्य शहर के युवाओं को देश की बौद्धिक संपदा से जोड़ना है। दो दिनों तक चलने वाला यह आयोजन गोरखपुर को कला और संवाद के केंद्र के रूप में नई पहचान दिलाएगा।
पश्चिम चंपारण में कड़ाके की ठंड और तापमान में भारी गिरावट के मद्देनजर जिला प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। जिले के सभी विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों के समय को प्रतिबंधित कर दिया गया है। जिला दण्डाधिकारी तरनजोत सिंह ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा-163 के तहत यह प्रतिबंधात्मक आदेश जारी किया है। इसका उद्देश्य ठंड के प्रतिकूल प्रभावों से बच्चों के स्वास्थ्य की रक्षा करना और उन्हें ठिठुरन से होने वाली बीमारियों से बचाना है। आदेश के मुताबिक, पश्चिम चंपारण जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों, जिनमें प्री-स्कूल, नर्सरी, किंडरगार्टन और आंगनवाड़ी केंद्र भी शामिल हैं, में सुबह 9 बजे से पहले और शाम 4:30 बजे के बाद कोई भी नियमित शैक्षणिक गतिविधि नहीं होगी। प्रशासन का तर्क है कि सुबह और शाम की अत्यधिक ठंड छोटे बच्चों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है, इसलिए यह निर्णय आवश्यक है। प्री-बोर्ड-बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए आयोजित विशेष कक्षाएं चलेंगी हालांकि, प्री-बोर्ड और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के लिए आयोजित विशेष कक्षाएं या परीक्षाएं इस प्रतिबंध से मुक्त रहेंगी। इन परीक्षाओं से संबंधित कार्यक्रम निर्धारित समय पर संचालित किए जा सकेंगे, लेकिन विद्यालयों को बच्चों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है। जिला प्रशासन ने सभी विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिया है कि वे आदेश के अनुसार अपनी समय-सारिणी को समायोजित करें, ताकि पढ़ाई बाधित न हो और बच्चों को ठंड में अनावश्यक परेशानी न हो। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि आदेश का उल्लंघन करने वाले विद्यालयों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने विद्यालय प्रबंधन, अभिभावकों और संबंधित अधिकारियों से इस आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने की अपील की है। जिला प्रशासन ने दोहराया है कि बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोपरि है, और ठंड के मौसम में किसी भी तरह की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
रेवाड़ी के बनीपुर में ड्राइवर को गोली मारकर कैब लूटने के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। जांच में सामने आया है कि आरोपी देवांशु ने मेरठ के रहने वाले बंटी से हथियार खरीदे थे। इसके लिए उसने दो किस्तों में करीब 85 हजार रुपए का भुगतान किया था। बताया गया है कि आरोपी ने जीपीएस ट्रैकर और जैमर भी करीब पांच साल पहले ही खरीद लिए थे। पुलिस ने हथियार सप्लायर बंटी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि देवांशु ने हथियार किस उद्देश्य से खरीदे थे। बंटी से की जा रही पूछताछ के दौरान देवांशु को लेकर कुछ और अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिनकी पुलिस जांच कर रही है। रविवार को खत्म होगी रिमांड अवधि सोमवार की रात कार लूटने वाले देवांशु और शुभम को पुलिस ने चंद घंटों बाद 16 दिसंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था। जिनके पास से पुलिस ने लूटी गई कार के अलावा दो पिस्तौल, तीन मैगजीन, 89 कारतूस, जीपीएस ट्रैकर, जैमर जाम करने वाला यंत्र, चार मोबाइल व एक सिम कार्ड बरामद किए थे। आरोपियों का पांच दिन का रिमांड 21 दिसंबर को पूरा होगा। बंटी को दो बार में दिए 85 हजार मेरठ के बंटी से दो पिस्तौल व तीन मैगजीन खरीदने के बाद देवांशु ने पहले उसे 35 हजार और फिर 50 हजार रुपए दिए थे। बताया जाता है कि मेरठ निवासी बंटी हथियार बेचने का ही काम करता है। अब पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास करेगी कि बंटी ने हरियाणा में किस किस को हथियार सप्लाई किए हैं और बंटी से किसने देवांशु की मुलाकात करवाई और देवांशु को पहले भी हथियार दिए थे या नहीं। सनकी किस्म का इंसान है देवांशु पुलिस जांच में पता चला है कि साधन समपन्न व पढ़ा लिखा होने के साथ देवांशु सनकी किस्म का इंसान है। जिस कारण पुलिस भी उसकी बातों पर सहजता से विश्वास नहीं कर पाती। शुभम को नौकरी देने के बहाने आजमगढ़ से बुलाकर अपने साथ वारदात में शामिल कर लिया। कोचिंग के दौरान हुई थी दोनों में दोस्ती अजमेर निवासी देवांशु और आजमगढ़ निवासी शुभम 2019 में एक साथ कोचिंग लेते थे और दोनों में दोस्ती थी। उसी दौरान देवांशु ने खुद को शुभम के सामने खनन कारोबारी के रूप में पेश किया था। जब देवांशु ने शुभम के सामने अपने यहां नौकरी देने की बात कही तो शुभम उसके पास पहुंच गया। दिल्ली से जयपुर के लिए की थी टैक्सी देवांशु ने दिल्ली के एक युवक के माध्यम से सोमवार को दिल्ली से जयपुर के लिए कैब बुक की थी। कैब ड्राइवर अलीगढ़ निवासी संजय जब धारूहेड़ा के पास पहुंचा तो उसे परेशान करना शुरू कर दिया था। जब संजय ने गाड़ी देने से इनकार किया तो रात करीब एक बजे बनीपुर चौक पर उसके पांव में गोली मारकर कार व नकदी लूटकर उसे रेवाड़ी में फेंककर फरार हो गए थे। नौकरी देने के बहाने शुभम को बुलाया राजस्थान के अजमेर निवासी देवांशु पीएचडी कर रहा है और उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ शुभम एमए पास है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि देवांशु और शुभम 2019 से एक दूसरे को जानते हैं। देवांशु ने शुभम के सामने खुद को माइन कारोबारी के रूप में पेश किया हुआ था। जब देवांशु को पता चला कि शुभम को नौकरी की तलाश में है, तो उसे नौकरी देने के बहाने अपने पास बुलाया। वारदात के दिन दिल्ली में किसी काम का बहाना बनाकर अपने साथ ले गया और रात को बनीपुर चौक पर ड्राइवर को गोली मारकर कैब लूटने की वारदात को अंजाम दिया। हथियार सप्लायर गिरफ्तार डीएसपी बावल सुरेंद्र श्योरण ने बताया कि देवांशु ने मेरठ के बंटी से हथियार खरीदे थे। पुलिस ने उसे मेरठ से गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। कुछ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
पूर्णिया में बाइक चोर की धुनाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। समाहरणालय स्थित कॉपरेटिव बैंक परिसर में खड़ी बाइक की चोरी करते चोर को लोगों ने रंगेहाथ दबोच लिया और फिर उसकी खूब कुटाई की। भीड़ में खड़े जिस किसी को मौका मिला, उसने चोर पर अपना हाथ साफ किया। भीड़ में खड़े कुछ लोग बीच बचाव में उतरे, मॉब के हाथों पीट रहे चोर को किसी तरह भीड़ से बाहर निकाला। हालांकि लोग चोर को पकड़कर पुलिस को सौंपते, इससे पहले ही वो मौका पाकर भाग निकला। 2 मिनट 49 सेकेंड के वायरल वीडियो में कुछ बंदूकधारियों और आम लोगों को एक युवक को पिटते देखा जा रहा है। शातिर ने पीली जैकेट, काली जींस और जूता पहन रखा है। गार्ड बोला- युवक को बाइक की रेकी करते देखा था मौजूद गार्ड के मुताबिक उन्होंने एक युवक को बैंक परिसर में लगी हीरो स्प्लेंडर बाइक की रेकी करते देखा। पहले वो बाइक पर आकर बैठा। इसके बाद मौका मिलते ही उसने बाइक की लॉक तोड़ी और फिर इसे स्टार्ट करने लगा। उसकी संदिग्ध हरकत देख उन्हें शक हुआ। शोर शराबा होने पर बाइक का ऑनर वहां पहुंच गया और शातिर की चोरी पकड़ी गई। इसी के बाद लोग भड़क गए। उनका गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साई भीड़ ने चोर की अंधाधुंध पिटाई कर दी। वहीं भीड़ में खड़े कुछ लोग युवक के बीच बचाव में उतरे। भीड़ के बीच से उसे निकाला गया। हालांकि लोग शातिर चोर को पकड़कर पुलिस को सौंपते, इससे पहले ही मौका पाकर शातिर भाग निकला।
सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने शुक्रवार को पंडोल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और सरिसबपाही वैलनेस सेंटर का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण शाम तक जारी रहा, जिसमें उन्होंने प्रत्येक बिंदु पर गहनता से जांच की। निरीक्षण के दौरान, डॉ. हरेंद्र कुमार ने कई अनियमितताएं पाईं। उन्होंने प्रत्येक कमरे में जाकर बिस्तरों का जायजा लिया, जहां कई बिस्तरों पर चादरें नहीं थीं। मधुबनी के सिविल सर्जन डॉ. हरेंद्र कुमार ने बताया कि केवल भवन बना देना स्वास्थ्य सेवा नहीं होता। उन्होंने दोनों केंद्रों पर आवश्यक निर्देश दिए और अनियमितताओं पर उचित कार्रवाई का संकेत भी दिया। उन्होंने जोर दिया कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए समय-समय पर जांच आवश्यक है। डॉ. कुमार ने कहा कि डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को मानव सेवा को प्राथमिकता देनी चाहिए, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर हो सकें और लोगों को उचित सुविधा मिल सके।
जहानाबाद में युवक को गोली मारी:पुराने विवाद में फायरिंग, हालत गंभीर, सदर अस्पताल में इलाज
जहानाबाद के टेहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत हवालीपुर गांव में पुराने विवाद को लेकर शुक्रवार को हुई गोलीबारी की घटना में मणि कुमार नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घायल को 112 पुलिस की मदद से सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। खाद लेने गए थे, लौटते वक्त हुई घटना घायल के भाई अनिरुद्ध पासवान ने बताया कि वे दोनों भाई खाद लाने के लिए मनसा बीघा गए थे। लौटते समय स्कूल के समीप अंडा खाने के दौरान घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति वहीं मौजूद था। इसी दौरान आरोपियों ने कहा कि पुराने केस का समझौता क्यों नहीं किया जा रहा है। इस पर मणि कुमार ने कहा कि उनके परिवार वाले केस का समझौता करेंगे। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया और आरोपियों ने फायरिंग कर दी। गोली का छर्रा मणि कुमार के शरीर में लग गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुराने केस को लेकर चल रहा था दबाव परिजनों के अनुसार, कुछ महीने पहले गांव के ही कुछ लोगों से विवाद हुआ था, जिसमें मारपीट की घटना सामने आई थी। उस मामले में आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था। तभी से आरोपी पक्ष केस के समझौते का दबाव बना रहा था। समझौता नहीं होने के कारण ही इस वारदात को अंजाम दिए जाने की बात परिजन कह रहे हैं। 112 पुलिस ने पहुंचाया अस्पताल घटना की सूचना 112 नंबर पर दी गई, जिसके बाद मौके पर तैनात पुलिस कर्मी रामप्रवेश कुमार पहुंचे और घायल को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति घायल है, परिजन गोली लगने की बात कह रहे हैं, फिलहाल घायल का इलाज चल रहा है। डॉक्टर बोले— गोली बगल से पार, मरीज खतरे से बाहर सदर अस्पताल के डॉक्टर ए.के. नंदा ने बताया कि युवक को गोली मारी गई है। गोली बगल से पार हो गई है और शरीर पर बारूद के निशान पाए गए हैं। घायल की स्थिति गंभीर थी, लेकिन फिलहाल मरीज खतरे से बाहर है और इलाज जारी है। घटना की सूचना स्थानीय थाना पुलिस को दे दी गई है। पुलिस अपने स्तर से पूरे मामले की जांच में जुट गई है और आरोपियों की पहचान व गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया गया है कि एक भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से 1500 करोड़ रुपए की मांग की है। वीडियो सामने आने के बाद भाजपा ने इसे कांग्रेस की सोची-समझी साजिश बताते हुए कड़ा विरोध जताया है। इस मामले में रायपुर उत्तर विधानसभा से विधायक पुरंदर मिश्रा ने सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर झूठा और भ्रामक कंटेंट फैलाने का आरोप लगाया है। विधायक ने कहा कि वीडियो पूरी तरह फर्जी, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण है। वीडियो में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया- विधायक विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि वीडियो के जरिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और छत्तीसगढ़ सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं और उनसे जुड़े सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए जानबूझकर ऐसा वीडियो वायरल किया गया, जिससे जनता को गुमराह किया जा सके। विधायक ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री और भाजपा के किसी भी नेता ने इस तरह की कोई मांग नहीं की है। वीडियो में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और झूठे संवाद जोड़कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की गई है। यह सिर्फ एक व्यक्ति या पार्टी की मानहानि नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था और जनविश्वास पर सीधा हमला है। झूठे आरोपों के जरिए चरित्र हनन का प्रयास शिकायत में विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा है कि सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्मों पर जानबूझकर एक ऐसा वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है। इस फर्जी वीडियो में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित कई वरिष्ठ नेताओं पर 1500 करोड़ रुपए की कथित ‘वसूली’ या ‘कलेक्शन’ का झूठा आरोप मढ़ा गया है। वीडियो में आपत्तिजनक और अमर्यादित वाक्य का प्रयोग कर न केवल नेताओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने, बल्कि जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बनाया गया निशाना विधायक ने स्पष्ट किया कि इस दुष्प्रचार के माध्यम से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय की छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया है। साइबर साजिश पर सख्त कार्रवाई की मांग पुरंदर मिश्रा ने मांग की है कि इस गंभीर मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी जाए और वीडियो तैयार करने, अपलोड करने, साझा करने और फैलाने वाले सभी व्यक्तियों और सोशल मीडिया आईडी धारकों की पहचान कर गैर-जमानती धाराओं में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। शिकायत के साथ वीडियो के स्क्रीनशॉट, लिंक और दुष्प्रचार में शामिल अकाउंट्स की सूची भी पुलिस को सौंपी गई है। विधायक की शिकायत के बाद सिविल लाइन पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
अरवल में दो दिवसीय किसान मेला शुरू:जैविक खेती और नई तकनीकों को अपनाने पर दिया गया जोर
अरवल के संयुक्त कृषि भवन में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण (आत्मा) द्वारा दो दिवसीय किसान मेला-सह-प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कुर्था विधायक पप्पू कुमार वर्मा, उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण) आशीष कुमार और जिला कृषि पदाधिकारी-सह-परियोजना निदेशक, आत्मा, अरवल, रंजीत कुमार झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। विधायक पप्पू कुमार वर्मा ने अपने संबोधन में किसानों को आत्मा से प्रशिक्षण प्राप्त करने, जैविक खेती और खेती की नई तकनीकों को अपनाने तथा मिट्टी की जांच कराने का सुझाव दिया। जिला कृषि पदाधिकारी-सह-परियोजना निदेशक, रंजीत कुमार झा ने सभी उपस्थित अधिकारियों, कर्मियों और किसानों का स्वागत करते हुए उनसे नवाचार और प्राकृतिक खेती अपनाने की अपील की। इस अवसर पर धान-गेहूं फसल चक्र में फसल अवशेष प्रबंधन और मिट्टी जांच विषय पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। उद्यान विभाग ने मिनी स्प्रिंकलर, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन और विभिन्न प्रकार की सब्जी उत्पादन से संबंधित जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाए। मिट्टी जांच लैब ने किसानों को मिट्टी के नमूने एकत्र करने और विश्लेषण के बाद उर्वरकों का संतुलित उपयोग करने की विस्तृत जानकारी दी। जीविका, अरवल के समूहों ने मशरूम उत्पादन और पौध नर्सरी की प्रदर्शनी लगाई। कृषि यांत्रिकरण योजना के तहत जिले का यंत्रवार भौतिक लक्ष्य 1443 है। अब तक 1110 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से ऑनलाइन लॉटरी के माध्यम से 362 किसानों को यंत्रवार स्वीकृति पत्र जारी किए गए हैं। इसके विरुद्ध कुल 138 किसानों ने यंत्रों का क्रय किया है। कस्टम हायरिंग सेंटर के कृषि यंत्रों सहित अन्य कृषि यंत्रों पर अब तक कुल 31 लाख रुपए का अनुदान दिया जा चुका है। कार्यक्रम में जिला कृषि पदाधिकारी और उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण) ने डिजिटल क्रॉप सर्वे में प्रखंड स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों को प्रशस्ति पत्र वितरित किए। आत्मा, अरवल के उप परियोजना निदेशक अजीत कुमार पासवान ने आत्मा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी और बताया कि यह मेला 20 दिसंबर तक चलेगा। इस अवसर पर किसानों के साथ-साथ उप निदेशक (कृषि अभियंत्रण), भूमि संरक्षण, सहायक निदेशक (रसायन), सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण) और सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
कासगंज में पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के एक आरोपी दुर्गेश पाल की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति कुर्क की है। गंजडुंडवारा कोतवाली पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई में लगभग 21.13 लाख रुपए मूल्य की भूमि जब्त की गई। आपको बता दें यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के निर्देश पर गंजडुंडवारा कोतवाली में आरोपी दुर्गेश पाल पुत्र राजवीर सिंह, निवासी ग्राम नगला गोपाल, थाना गंजडुंडवारा, के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा 2/3 के तहत मामला दर्ज किया गया था। जब्त की गई संपत्ति एक प्लॉट है। जिसे दुर्गेश पाल ने अपराध से अर्जित किया था। इसका गाटा संख्या 133/0.356 हेक्टेयर है और कुल क्षेत्रफल 192.045 वर्ग मीटर है। इस प्लॉट की अनुमानित कीमत 21 लाख 13 हजार रुपए है। यह संपत्ति कासगंज के जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत जब्त की गई। संपत्ति जब्तीकरण की इस कार्रवाई के दौरान तहसीलदार पटियाली, क्षेत्राधिकारी पटियाली, थाना प्रभारी गंजडुंडवारा और थाना प्रभारी सिकंदरपुर वैश्य सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। आरोपी दुर्गेश पाल के खिलाफ कुल चार आपराधिक मामले दर्ज हैं।
हरियाणा-उत्तर प्रदेश सीमा पर पलवल जिले के हसनपुर थाना क्षेत्र के माहौली गांव में सीमा विवाद को लेकर किसानों के बीच गोलीबारी का मामला सामने आया है। आरोप है कि उत्तर प्रदेश के किसानों ने हरियाणा के किसानों पर फायरिंग की। गनीमत रही कि इस घटना में किसी को गोली नहीं लगी। जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को यमुना किनारे माहौली गांव में किसान सतबीर, प्रताप, मेघ सिंह और हरेंद्र अपने खेतों में काम कर रहे थे। इसी दौरान उत्तर प्रदेश के टप्पल थाना क्षेत्र के धारागढ़ी गांव के किसान ओम प्रकाश सहित करीब एक दर्जन लोग वहां पहुंचे और गोलीबारी शुरू कर दी। पांच-छह राउंड फायरिंग हरियाणा के किसानों ने बताया कि यूपी के किसानों ने उन पर करीब पांच-छह राउंड फायरिंग की। उन्होंने इधर-उधर छिपकर अपनी जान बचाई। माहौली गांव के किसानों ने तुरंत हसनपुर थाना पुलिस को घटना की सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक उत्तर प्रदेश के किसान वहां से भाग चुके थे। किसान मेघ सिंह के अनुसार, आरोपी ओम प्रकाश उनकी जमीन पर जबरन कब्जा करना चाहता है। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले भी ओम प्रकाश ने खेतों में काम कर रहे मजदूरों को जान से मारने की धमकी दी थी, जिसकी शिकायत भी हसनपुर थाना पुलिस को दी गई थी। मामले की जांच कर रही पुलिस हसनपुर के थाना प्रभारी दिनेश कुमार ने बताया कि गोलीबारी की सूचना पर पुलिस टीम मौके पर गई थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज कर लिया जाएगा।
दरभंगा के जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में जिले में नये उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, दरभंगा एवं उप महाप्रबंधक बियाडा दरभंगा उपस्थित रहे। बैठक में जिले में उपलब्ध औद्योगिक भूमि, औद्योगिक क्षेत्रों में संचालित इकाइयों की वर्तमान स्थिति तथा संभावित निवेश को लेकर विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने औद्योगिक निवेश को बढ़ावा देने के लिए विभागीय समन्वय और त्वरित कार्रवाई पर विशेष जोर दिया। जिलाधिकारी बोले- हर शुक्रवार को उद्योग संवाद किया जाए जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रत्येक शुक्रवार को “उद्योग संवाद” का आयोजन किया जाए, जिसमें संभावित एवं इच्छुक उद्यमियों से सीधा संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं, सुझावों एवं आवश्यकताओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बियाडा एवं जिला उद्योग केंद्र में प्रतिदिन आने वाले इच्छुक उद्यमियों को अनिवार्य रूप से उद्योग संवाद में शामिल किया जाए, ताकि उन्हें भूमि उपलब्धता, विभागीय मार्गदर्शन एवं अन्य सुविधाओं की जानकारी मिल सके। जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योगों की स्थापना से रोजगार के नये अवसर सृजित होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। जिला प्रशासन उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। अतिक्रमण मुक्त अभियान को लेकर डीएम सख्त जिलाधिकारी कौशल कुमार की अध्यक्षता में नगर क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त एवं यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में नगर क्षेत्र की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करते हुए कई सख्त निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने सभी थानाध्यक्षों को अतिक्रमण के विरुद्ध लगातार विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया। समाहरणालय मुख्य सड़क के दोनों ओर खड़ी बाइकों को पार्किंग स्थल में लगाने तथा नो पार्किंग बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए।उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली मोड़ से भारी वाहनों का शहर में प्रवेश वर्जित रहेगा और यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी संबंधित थाना प्रभारियों की होगी। इन इलाकों को अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए दिए निर्देश दरभंगा टावर, इनकम टैक्स चौराहा, लोहिया चौक सहित प्रमुख स्थलों को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए विशेष पुलिस टीम गठित करने का निर्देश दिया गया। डीएमसीएच परिसर को भी अतिक्रमण मुक्त कराने के निर्देश दिए गए। यातायात नियमों के उल्लंघन, ट्रिपल लोडिंग, बिना हेलमेट वाहन चलाना एवं अवैध पार्किंग पर सख्त कार्रवाई और जुर्माना सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया।साथ ही लोहिया चौक से एकमी घाट एवं दारू भट्टी चौक तक सड़क डिमार्केशन को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी ने आम नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि स्वच्छ, सुरक्षित एवं अतिक्रमण मुक्त शहर के निर्माण में सभी की भागीदारी आवश्यक है। आरटीपीएस व आंगनबाड़ी सेवाओं की समीक्षा, लंबित आवेदनों के त्वरित निष्पादन का निर्देश एनआईसी दरभंगा से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आरटीपीएस सेवाओं एवं आंगनबाड़ी केंद्रों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी बीडीओ, सीओ एवं सीडीपीओ शामिल हुए। जिलाधिकारी ने आरटीपीएस आवेदनों के लंबित मामलों का समय-सीमा के भीतर निष्पादन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। साथ ही आमजन को आरटीपीएस सेवाओं के प्रति अधिक जागरूक करने पर बल दिया। आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए जिन क्षेत्रों में भूमि चिन्हित नहीं है, वहां शीघ्र प्रक्रिया पूरी करने तथा जर्जर भवनों की सूची बनाकर मरम्मत या नए भवन निर्माण का प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया।उन्होंने कहा कि बच्चों और माताओं के पोषण से जुड़े इन केंद्रों में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। जनता दरबार में 40 से अधिक परिवादियों की समस्याओं का समाधान जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कार्यालय कक्ष में आयोजित जनता दरबार में 40 से अधिक परिवादियों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुना। आधे से अधिक मामलों का मौके पर ही समाधान किया गया, जबकि शेष आवेदनों को संबंधित पदाधिकारियों को जांच एवं त्वरित निष्पादन के निर्देश के साथ सौंपा गया। जनता दरबार में समाज कल्याण, शिक्षा, आपूर्ति, नगर निगम, ऊर्जा, भूमि विवाद एवं घरेलू हिंसा से जुड़े आवेदन प्राप्त हुए। इस दौरान एक गरीब वृद्ध महिला को जिलाधिकारी ने स्वयं कंबल एवं साड़ी प्रदान की। आयुष्मान भारत योजना पर निजी अस्पतालों के लिए एकदिवसीय कार्यशाला बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति एवं सेंटर फॉर हेल्थ पॉलिसी के संयुक्त तत्वावधान में आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचीबद्ध निजी अस्पतालों के लिए “एंटी-फ्रॉड एवं क्वालिटी डॉक्यूमेंटेशन” विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर एवं सीतामढ़ी के निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में धोखाधड़ी की रोकथाम, गुणवत्ता दस्तावेजीकरण, स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइंस एवं हेल्थ बेनिफिट पैकेज के अनुपालन पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यशाला के अंत में प्रतिभागियों ने फोकस ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से अपने सुझाव साझा किए, जिन्हें योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में उपयोगी बताया गया।
लखनऊ बलरामपुर हॉस्पिटल में शुक्रवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। ये शिविर दारुल उलूम नदवतुल उलमा लखनऊ के अंतर्गत चलने वाली संस्था आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम द्वारा लगाया गया। शिविर में 20 यूनिट रक्त संग्रह किया गया। इस रक्त को आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम लखनऊ यूनिट के माध्यम से जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाया जाएगा। संयोजक शफीक चौधरी ने बताया शिविर का मुख्य उद्देश्य मानवता को बढ़ावा देना और लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम की बुनियाद नदवतुल उलमा उलमा के पूर्व रेक्टर मौलाना अबुल हसन अली नदवी ने 1974 को रखी और उनका उद्देश्य समाज में भाईचारा को बनाए रखना था। रक्तदान से किसी का जीवन बचाया जा सकता है और यह मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। रक्तदान करने आए लोगों के लिए चिकित्सकीय जांच, स्वच्छता और सुरक्षा के सभी मानकों का विशेष ध्यान रखा गया।बलरामपुर हॉस्पिटल की मेडिकल टीम ने रक्तदाताओं की गहन जांच की और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य परामर्श भी प्रदान किया। बलरामपुर हॉस्पिटल के डायरेक्टर ने रक्तदान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की । उन्होंने बताया कि नियमित रक्तदान से शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है, जिससे व्यक्ति स्वस्थ रहता है। साथ ही, रक्तदान हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकता है।
फाजिल्का जिले के जलालाबाद में पुलिस और एक्साइज विभाग ने मिलकर कई गांवों में रेड की है। इस दौरान गांव के घरों के आंगन में दबाई गई, घरों के संदूक में छिपाया गया हजारों लीटर लाहन बरामद किया गया। पुलिस और आबकारी विभाग की टीम ने बरामद लाहन को मौके पर ही नष्ट करा दिया। इतना ही नहीं इसके ईलावा गांव के खेतों व अन्य जगह से बनी लाहन की डिग्गियां बरामद हुई है, जिन्हें नष्ट किया गया है। अवैध शराब भी बरामद हुई है। फिलहाल पुलिस द्वारा मामले में कार्रवाई की जा रही है। 200 बोतल अवैध शराब बरामद नशे के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान के तहत अवैध शराब कारोबारियो पर शिकंजा कसा जा रहा है। पुलिस और एक्साइज विभाग द्वारा लगातार जलालाबाद के गांवों में रेड की जा रही है। शुक्रवार को गांव सुखेरा बोदला व अन्य गांवों में पुलिस ने एक्साइज विभाग के साथ मिलकर रेड की है। इ दौरान कई घरों के अंदर संदूक में छिपा कर रखी गई, घर के प्रांगण में जमीन के नीचे दबाई गई, खेतों में अवैध शराब की डिग्गियां व अन्य जगह से करीब 5000 से अधिक लीटर अवैध लाहन बरामद किया गया और मौके पर ही नष्ट करा दिया गया। बताया जा रहा है कि अवैध शराब की 200 बोतल भी बरामद हुई है। इस संबंध में आबकारी विभाग और पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
अपहरण के दोषी को 1 साल 9 महीने की सजा:बागपत कोर्ट ने 5 हजार रुपए का लगाया जुर्माना
बागपत में एक युवती के अपहरण के मामले में कोर्ट ने दोषी को एक साल 9 माह के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही आरोपी पर पांच हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। इस मामले में सात वर्ष बाद फैसला आया है। यह मामला बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र के मितली गांव का था। आरोपी अरुण ने एक युवती का अपहरण किया था, जिसके बाद पीड़ित युवती के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने युवती को बरामद करते हुए आरोपी अरुण को गिरफ्तार किया था। यह मामला तभी से न्यायालय में विचाराधीन था। अदालत ने सभी गवाहों और सबूतों के आधार पर अपना फैसला सुनाते हुए आरोपी अरुण को एक वर्ष नौ माह के कठोर कारावास की सजा सुनाई और उस पर अर्थदंड भी लगाया। एडीजीसी नरेंद्र पंवार ने इसकी पुष्टि की है।
समस्तीपुर-दरभंगा रेल खंड के मुक्तापुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर दो पर रेल पुलिस ने शुक्रवार शाम एक बुजुर्ग रेल यात्री का शव बरामद किया है। यात्री की उम्र करीब 65 वर्ष के बीच की बताई गई है। उसके शरीर पर मटमैला कपड़ा था। पुलिस ने शव जब्त कर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा। रेल पुलिस के अनुसार, मुक्तापुर स्टेशन अधीक्षक द्वारा सूचना दी गई की प्लेटफार्म संख्या दो पर एक बुजुर्ग यात्री का शव पड़ा हुआ है। इसके बाद पुलिस टीम को मौके पर भेजा गया था। मृतक के कपड़े और उसके पास मिले दो झोले के भी तलाशी ली गई। लेकिन उसके पास पहचान से संबंधित कोई कागजात नहीं मिला। उसके पास टिकट आदि भी नहीं मिला है। शव देखने से लगता है कि इसकी मौत कम से कम 2 दिन पहले हुई है। रेल कर्मियों का बताना है कि तीन-चार दिनों से उक्त यात्री को प्लेटफार्म संख्या दो पर पुल के पास बैठा हुआ देखा जा रहा था। 72 घंटे तक सुरक्षित रखा जाएगा रेल थाना अध्यक्ष बीरबल राय ने बतलाया कि नियमानुसार शव को 72 घंटे तक सुरक्षित रखा जाएगा। मृतक की पहचान हो जाती है तो शव परिजनों को सौपा जाएगा। अगर परिजन नहीं पहुंचते हैं तो नियमानुसार रेल पुलिस अंतिम संस्कार कराएगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 25 दिसंबर को लखनऊ आगमन के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर नगर निगम पूरी तरह से तैयारी में जुट गया है। जोन‑6 के घैला स्थित प्रेरणा स्थल पर होने वाले कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को नगर आयुक्त गौरव कुमार ने तैयारियों की समीक्षा की और खुद ग्राउंड पर उतरकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मौके पर पीएम मोदी के संभावित के पहले नगर निगम ने पैच वर्क, साफ सफाई सहित अन्य तैयारियों को अंतिम रूप दिया। प्वाइंट वाइज हुई समीक्षा नगर आयुक्त ने चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से लेकर प्रेरणा स्थल तक रूट का निरीक्षण करते हुए करीब पांच घंटे तक मॉक ड्रिल की। दोपहर तीन बजे शुरू हुई यह ड्रिल रात आठ बजे तक चली। इस दौरान उन्होंने सड़कों, डिवाइडरों, स्ट्रीट लाइट, नालियों, फुटपाथों और हरियाली से जुड़े प्रत्येक बिंदु की विस्तार से समीक्षा की। गौरव कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री की संभावित दौरे के मार्ग पर किसी भी प्रकार की गंदगी, अव्यवस्था या अधूरा कार्य नजर नहीं आना चाहिए। सभी विभागाध्यक्षों को नियमित निरीक्षण करने और मरम्मत, सफाई व सजावट के कार्य समय से पहले पूरा करने के आदेश दिए गए। नगर आयुक्त बोले कार्यक्रम बनाएगा लखनऊ की छवि निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, पंकज श्रीवास्तव, नम्रता सिंह, अरुण कुमार गुप्त, डॉ. अरविंद कुमार राव, मुख्य अभियंता महेश वर्मा, जीएम जलकल कुलदीप सिंह, उद्यान अधीक्षक समेत अन्य जोनल अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही ठेकेदार एजेंसियों लखनऊ स्वच्छता अभियान और लॉयन एनवायरो के प्रतिनिधियों को भी सफाई और कूड़ा प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।नगर आयुक्त ने कहा कि यह कार्यक्रम लखनऊ की छवि को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर है। इसलिए प्रेरणा स्थल और उससे जुड़े सभी मार्ग पूरी तरह स्वच्छ, सुव्यवस्थित और सुरक्षित नजर आने चाहिए।
जमुई एसपी विश्वजीत दयाल ने वाहन चेकिंग अभियान को सख्ती से लागू करने के लिए शुक्रवार शाम सिकंदरा मुख्य चौक पर स्वयं मोर्चा संभाला। उन्होंने बिना हेलमेट वाहन चला रहे युवकों पर विशेष ध्यान दिया और उनके परिजनों से सीधे संपर्क कर जागरूकता फैलाई। अभियान के दौरान एसपी ने कई युवकों को बिना हेलमेट बाइक चलाते हुए रोका। उन्होंने न केवल चालान किया, बल्कि उन्हें सही सलाह भी दी। एक मामले में, बिना हेलमेट वाले युवक के पिता से बातचीत करते हुए एसपी ने कहा कि आपका बेटा सड़क सुरक्षा नियमों का पालन न करके खुद को और दूसरों को खतरे में डाल रहा है। कृपया घर जाकर इसे समझाएं। इस पहल से युवक और उसके परिवार में सकारात्मक बदलाव देखने को मिला। बिना हेलमेट बाइक चला रहे युवकों को किया जागरूक एसपी ने बताया कि यह अभियान सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए चलाया जा रहा है। जिले में हाल ही में बिना हेलमेट के कारण कई हादसे हुए हैं। इसी के मद्देनजर पुलिस जागरूकता और सख्ती दोनों पर जोर दे रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पहले बिना हेलमेट बाइक चला रहे युवकों को फूलों की माला पहनाकर समझाया जाता है, और फिर भी न समझने पर चालान काटा जाता है। अभियान में 20 से अधिक वाहनों की जांच की गई इस अभियान में 20 से अधिक वाहनों की जांच की गई। स्थानीय लोगों ने एसपी की इस पहल की सराहना की। एक दुकानदार ने कहा कि ऐसी मानवीय अप्रोच से युवा ज्यादा प्रभावित होते हैं, जो चालान से बेहतर है। पुलिस ने आगामी दिनों में भी ऐसे अभियान जारी रखने की बात कही है। इस दौरान मौके पर थानाध्यक्ष पंकज कुमार, सहायक अवर निरीक्षक मनोज कुमार सहित कई पुलिसकर्मी उपस्थित थे।
झाबुआ जिले के कल्याणपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भगोर में शुक्रवार को प्रेम विवाह को लेकर बवाल हो गया। युवक-युवती के शादी कर लेने की खबर मिलते ही लड़की पक्ष के लोग गुस्सा हो गए और लड़के के घर में जमकर तोड़फोड़ कर आग लगा दी। इस हिंसक घटना में घर का कीमती सामान और बाहर खड़ी बाइक जलकर पूरी तरह राख हो गई। पुलिस ने तीन महिलाओं सहित 8 आरोपियों को पकड़ा है। शादी की खबर मिलते ही भड़का गुस्सा घटना की शुरूआत 10 दिसंबर से हुई थी, जब गांव का एक युवक और युवती लापता हो गए थे। युवती के बालिग होने के कारण पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी, लेकिन लड़की पक्ष के दबाव के चलते लड़के का परिवार घर पर ताला लगाकर धार जिले में था। 18 दिसंबर को जैसे ही यह सूचना मिली कि दोनों ने आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया है और इंदौर के थाने में बयान दर्ज करा दिए हैं, लड़की पक्ष का गुस्सा फूट पड़ा। घर का शटर तोड़कर की आगजनी, लाखों का नुकसान शुक्रवार सुबह लड़की पक्ष के लोगों ने लड़के के बंद मकान पर हमला बोल दिया। उपद्रवियों ने शटर तोड़कर घर के भीतर प्रवेश किया और टीवी, फ्रिज, कूलर, इन्वर्टर और फर्नीचर जैसे कीमती सामान में आग लगा दी। घर के बाहर खड़ी एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया गया। फरियादी मुकेश मनोहरलाल के अनुसार, इस आगजनी में करीब 2 से 3 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। पुलिस ने दर्ज किया केस, आरोपी भेजे गए जेल एसडीपीओ अनुरक्ति साबनानी ने बताया कि हमले में शामिल सभी आठ आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में शुक्रवार देर शाम स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर वीरेंद्र यादव अचानक निरीक्षण के लिए पहुंचे। बिना सूचना किए गए इस निरीक्षण के दौरान अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं और कई गंभीर खामियों को देखकर वह कमियों पर भड़कते और नाराज दिखाई दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीएमओ और अन्य डॉक्टरों से बार-बार जवाब मांगा, लेकिन अधिकतर अधिकारी कोई स्पष्ट जवाब देने से बचते नजर आए। डायरेक्टर वीरेंद्र यादव ने अस्पताल की पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने भर्ती मरीजों से बातचीत कर इलाज और सुविधाओं की जानकारी भी ली। लेबर वार्ड पहुंचने पर जब वह अंदर से निरीक्षण कर बाहर आए तो वहां जूते रखने के लिए लगाया गया शू-रैक टूटा हुआ मिला। इस पर वह नाराज हो गए। मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि लेबर रूम में आने वाले परिजनों के जूते इसी रैक पर रखवाए जाते हैं। इस पर डायरेक्टर ने कहा कि यह रैक भी टूटा हुआ और अंडर रिपेयर हालत में है, क्या इतनी छोटी चीज के लिए भी पीडब्ल्यूडी का इंतजार किया जाएगा, यह बिल्कुल सही नहीं है। बिजली सुपरवाइजर को फटकार लगाई इसके बाद डायरेक्टर ब्लड बैंक की ओर पहुंचे, जहां बाहर और आसपास अंधेरा पसरा हुआ था। ब्लड बैंक के बाहर लगा लाइट वाला साइन बोर्ड भी बंद मिला। इस स्थिति को देखकर वह और अधिक भड़क गए। उन्होंने ब्लड बैंक संचालक और अस्पताल परिसर के बिजली सुपरवाइजर को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि क्या एक खंभे की लाइट जलाने के लिए बिजली विभाग से कर्मचारी बुलाना पड़ेगा, इतना काम तो खुद भी किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने नाराजगी जताते हुए यहां तक कह दिया कि क्यों न लापरवाही बरतने वालों की तनख्वाह ही रोक दी जाए, तब शायद जिम्मेदारी का एहसास होगा। डायरेक्टर ने कहा कि अगर ब्लड बैंक के बाहर लाइट और साइन बोर्ड ही नहीं जलेंगे तो अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को कैसे पता चलेगा कि ब्लड बैंक कहां स्थित है। अंधेरे की वजह से लोग अस्पताल परिसर में भटकते रहेंगे, जो किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है। परिसर में पार्क न बनाये जाने पर भी भड़के निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मरीजों के बैठने की उचित व्यवस्था न होने और परिसर में पार्क न बनाये जाने पर भी डायरेक्टर कमियों पर भड़कते और नाराज दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि सरकार अस्पताल की सुविधाएं सुधारने और व्यवस्थाएं बेहतर करने के लिए भारी भरकम बजट उपलब्ध करा रही है, इसके बावजूद जमीनी स्तर पर व्यवस्थाओं का दुरुस्त न होना बेहद चिंताजनक है। इसके बाद उन्होंने सीएमओ को अपने सामने बुलाकर सख्त निर्देश दिए कि अस्पताल के मुख्य गेट के बाहर और परिसर में ऐसी जगह एलईडी साइन बोर्ड लगाए जाएं, जिससे रात के समय भी लोगों को आसानी से पता चल सके कि ब्लड बैंक, सीटी स्कैन, मॉर्च्युरी और अन्य जरूरी विभाग कहां स्थित हैं। उन्होंने एम्बुलेंस विभाग के ऊपर भी बड़ा साइन बोर्ड लगाने और दीवारों पर दोनों तरफ यह लिखवाने के निर्देश दिए कि डायल 112 के माध्यम से भी एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है। सिविल सर्जन चुपचाप सुनते रहे पूरे निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव की फटकार और नाराजगी को चुपचाप सुनते रहे और उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा। डायरेक्टर सिविल सर्जन के सामने ही अस्पताल की कमियों को गिनाते रहे। वहीं जब सिविल सर्जन डॉ. जयंत आहूजा से इन खामियों को लेकर बात की गई तो उन्होंने अधिकतर जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी और बीएंडआर विभाग पर डाल दी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में रिनोवेशन का काम पीडब्ल्यूडी और बीएंडआर विभाग द्वारा किया जा रहा है। काम जल्द पूरा करने के लिए कई बार दोनों विभागों को पत्र भी लिखे गए हैं, लेकिन किन कारणों से काम में देरी हो रही है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। डेढ़ घंटे तक बारीकी से की जांच निरीक्षण के बाद जब स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर वीरेंद्र यादव से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह के औचक निरीक्षण लगातार चलते रहते हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल का स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन फिलहाल पेंडिंग है, क्योंकि यहां अभी सुधार और निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एक समय फरीदाबाद का यह नागरिक अस्पताल पूरे भारत और हरियाणा में स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन के मामले में तीसरे स्थान पर था, लेकिन अब कुछ खामियां सामने आई हैं। इन सभी कमियों को दूर करने के लिए निरीक्षण के दौरान एक-एक व्यवस्था को करीब डेढ़ घंटे तक बारीकी से देखा गया है और जल्द से जल्द सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं

