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भूपेश की गिरफ्तारी पर सर्वे...6 लोगों को पकड़ा:भिलाई में कांग्रेसियों ने घेरा थाना, पूर्व CM बोले- अमित शाह जी, इन हथकडों से डरूंगा नहीं

छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर में कांग्रेसियों ने गाजियाबाद की कंपनी वाट्स इंडिया थिंक्स के 6 कर्मचारियों को पकड़ा है। सभी लोग पूर्व CM भूपेश बघेल की गिरफ्तारी होनी चाहिए की नहीं होनी चाहिए समेत अलग-अलग सवालों पर सर्वे कर रहे थे। इसी को लेकर कांग्रेसियों ने बवाल कर दिया। कांग्रेसियों ने शराब घोटाला केस में भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े सवालों पर आपत्ति जताई। इस बीच महापौर नीरज पाल, जिलाध्यक्ष मुकेश चंद्राकर समेत कई वरिष्ठ कांग्रेसी भट्टी थाने पहुंचे। थाने के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेसियों की भीड़ जमा हो गई है। अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा है। वहीं इन सबके बीच भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया X पर लिखा कि अमित शाह जी! डरूंगा नहीं। तमाम तरह के हथकंडे अपनाकर मुझे बदनाम करने की कोशिशों के बाद अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सर्वे करवा रहे हैं। सर्वे एजेंसी की 70 टीमें छत्तीसगढ़ में लोगों से पूछ रही हैं कि क्या भूपेश बघेल को गिरफ्तार किया जाना चाहिए? भूपेश ने केंद्र सरकार पर बोला हमला वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस सर्वे को लेकर कहा कि तमाम तरह के हथकंडे अपनाकर मुझे बदनाम करने की कोशिशों के बाद अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सर्वे करवा रहे हैं। सर्वे एजेंसी की 70 टीमें छत्तीसगढ़ में जगह जगह जाकर लोगों से पूछ रही हैं कि क्या भूपेश बघेल को गिरफ़्तार किया जाना चाहिए? बघेल ने लिखा कि आज भिलाई में एक टीम के सदस्यों को मेरे साथियों ने पकड़ा तो राज खुला। ग़ज़ब के गृहमंत्री हैं. विधि सम्मत कार्रवाई करने की जगह सर्वेक्षण करवा रहे हैं। पहले महादेव सट्टा ऐप में मुझ पर अनर्गल आरोप लगाए। PMO के अधिकारियों के ही सट्टेबाजी में चर्चे उन्होंने कहा कि अब पीएमओ के अधिकारियों के ही सट्टेबाजी में होने के चर्चे होने लगे तो शराब घोटाले में घसीटने की कोशिश हो रही है। अमित शाह जी, सुन लीजिए, चाहे जो हथकंडा अपनाइए, छत्तीसगढ़ की जनता मेरे और कांग्रेस के साथ खड़ी है। मैं कांग्रेस का सिपाही हूं. कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गोरों की परवाह नहीं की तो आपसे क्योंकर डरने लगे? न डरे हैं, न डरेंगे। लड़े हैं और लड़ेंगे। बीजेपी का मकसद विपक्ष को फंसाना है- राकेश ठाकुर दुर्ग ग्रामीण कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश ठाकुर ने कहा कि भाजपा के लोग किस तरह के काम करते हैं और किस तरह का सर्वे कर रहे हैं, इसकी बहुत सारी जानकारी हमारे पास आई है। ये लोग यूपी और पंजाब से आकर ऐसा काम कर रहे हैं। इसका मकसद विपक्ष को फंसाना है। जब हमें इसकी जानकारी मिली, तो हम लोग थाने आए। उन्होंने बताया कि भिलाई में ये टीम सर्वे कर रही थी और इस दौरान उन्होंने डिटेल भी ली। इनमें सवाल था कि अगर शराब घोटाले में कोई अंदर गया है, तो क्या पूर्व सीएम को भी जेल जाना चाहिए। हम मांग करते हैं कि इन लोगों को हिरासत में लिया जाए और इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:41 am

अमरुद के बहाने अखिलेश यादव ने भाजपा पर कसा तंज:प्रयागराज के फेमस अमरुद का किया जिकर, नाम बदलने को लेकर किया कटाक्ष

प्रयागराज का मशहूर अमरुद एक बार फिर चर्चा मे आ गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रयागराज के अमरुद के बहाने भाजपा पर तंज कसा। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए प्रयागराज के अमरुद की तारीफ की और नाम बदलने को लेकर कटाक्ष किया। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट में अमरुद का जिक्कर करते हुए कहा कि “इलाहाबादी अमरुद” का स्वाद, मतलब लाजवाब-बेमिसाल! साथ ही उन्होंने तंज भरे अंदाज में लिखा कि जिन्हें स्वाद न आए वो नाम बदलकर “प्रयागराजी अमरुद” समझकर खाएं,उनको सच में मिठास की बहुत जरूरत है। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने प्रयागराज के सपा नेता संदीप यादव का अमरुद के साथ एक वीडियो भी साझा किया। हाल ही में संदीप यादव प्रयागराज का फेमस अमरुद लेकर अखिलेश यादव से मिलने पहुंचे थे। वीडियो शेयर करते हुए अखिलेश यादव ने अमरुद की खूब तारीफ की। अखिलेश यादव के इस पोस्ट को भाजपा द्वारा नाम बदलने की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। सोशल मीडिया पर उनका यह तंज तेजी से वायरल हो रहा है और लोग इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। प्रयागराज का अमरुद पहले से ही अपनी मिठास के लिए जाना जाता है और अब सियासी बयान के चलते एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:30 am

प्रदेश में सबसे ठंडी कानपुर की रात, पारा 6.4 डिग्री:इस्कॉन में भगवान ने पहने ऊनी कपड़े, वंदे भारत-तेजस और राजधानी समेत 44 ट्रेनें लेट

शहर में ठंड और कोहरे का प्रकोप जारी है। रात के तापमान में एक बार फिर कमी दर्ज की गई है। रात के तापमान (न्यूनतम) में 24 घंटे में 3.4 डिग्री की कमी दर्ज करते हुए 6.4 डिग्री दर्ज किया गया जो कि प्रदेश मे सबसे कम है। आईएमडी ने कानपुर की रात कोप्रदेश में सबसे ठंडा दर्ज किया । देर रात से छाई धुंध ने विजिबिलिटी को कम किया। ओस की बूंदों ने देर रात से ही तापमान में ठंडक को बढ़ाया। सुबह होते-होते घना कोहरा छाने से लोगों को ठंडक का एहसास हुआ। सुबह 10 बजे तक हल्की धुंध छाई रही। धूप रही बेअसर दोपहर में आसमान से सूरज ने दर्शन दिए। हालांकि, दिन में निकली धूप भी सर्दी को कम करने में नाकाम रही। अधिकतम तापमान 18.9 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 3.8 डिग्री कम है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से प्राप्त पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में नमी के कारण धुंध और ऊंचे बादल व कोहरा रह सकता है। दिन में धूप नरम रहने की संभावना है। उत्तर पश्चिमी हवाएं चलेंगी, जिनके कारण कानपुर मंडल में रात, दिन के तापमान में उतार चढ़ाव रहने के साथ रात, सुबह, शाम और दिन में भी गलन रहेगी। घना कोहरा भी पड़ने की संभावना है। बारिश की कोई संभावना नहीं है। इस्कान में भगवान ने पहने ऊनी कपड़े सर्दी ने आमजन का पहनावा बदल गया है। उसी के साथ साथ मंदिरों में भगवान की पोशाक भी बदली है। शहर के फेमस इस्कॉन मंदिर में भगवान ने ऊनी पोशाक पहनी है। मीडिया प्रभारी ने बताया कि सर्दी को ध्यान में रखते हुए पोशाक में परिवर्तन किया गया है। इसी के साथ शहर के आनंदेश्वर, तपेश्वरी, वनखंडेश्वर, पनकी धाम, बारादेवी और सिद्धि विनायक मंदिर समेत दर्जनों मंदिरों में पोशाक में परिवर्तन आया है। घंटों देरी से पहुंचीं ट्रेनें कोहरे ने ट्रेनों की स्पीड पर भी ब्रेक लगाया है। शनिवार को वंदे भारत, तेजस व राजधानी समेत 44 ट्रेनें घंटों देरी से कानपुर सेंट्रल स्टेशन पहुंची। बनारस से नई दिल्ली जाने वाली वंदे भारत (22435) 2.58 घंटे देरी से आई। इसी तरह नई दिल्ली से बनारस जाने वाली वंदे भारत (22416) 3.45 घंटे, नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली तेजस एक्सप्रेस (82502) 3.20 घंटे, नई दिल्ली से हावड़ा जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12302) 2.54 घंटे देर रही। नई दिल्ली से राजेंद्र नगर पटना जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12310) 2.39 घंटे, नई दिल्ली से सियालदह जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12314) 3.40 घंटे, 12436 गरीब रथ एक्सप्रेस 6.26 घंटे व डिब्रूगढ़ से नई दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12423) 5.42 घंटे देरी से आईं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:30 am

पूर्वोत्तर को विकास से वंचित रखकर कांग्रेस ने देश की सुरक्षा को पहुंचाया नुकसान: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वोत्तर के राज्य असम का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने गुवाहाटी स्थित लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के नए टर्मिनल का उद्घाटन किया

देशबन्धु 21 Dec 2025 6:30 am

उम्मेद सागर कैचमेंट एरिया में सरकार ने माना अतिक्रमण:1933 की नहर बनी 'नाला', हाईकोर्ट ने 4 सप्ताह में मांगी 'सीमांकन और हटाने' की रिपोर्ट

जोधपुर की ऐतिहासिक उम्मेद सागर नहर और उसके 800 बीघा कैचमेंट एरिया (बहाव क्षेत्र) में हो रहे अतिक्रमण को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। 'निर्वाण सेवा संस्थान' की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने सरकारी वकील की इस स्वीकारोक्ति को रिकॉर्ड पर लिया कि मौके पर अतिक्रमण मौजूद हैं। जस्टिस डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी और जस्टिस संजीत पुरोहित की डिवीजन बेंच ने अब प्रशासन को 4 सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए अतिक्रमण के सीमांकन (Demarcation) और उसे हटाने की रिपोर्ट तलब की है। कोर्ट रूम में सरकार की स्वीकारोक्ति सुनवाई के दौरान राज्य सरकार और नगर निगम का पक्ष रख रहे अतिरिक्त महाधिवक्ता महावीर विश्नोई व साथी अधिवक्ता आयुष गहलोत ने कोर्ट में स्वीकार किया कि मौके पर कुछ अतिक्रमण हैं और उन्हें हटाने के लिए आवश्यक प्रयास किए जाएंगे। इस पर कोर्ट ने आदेश दिया- प्रतिवादी पक्ष को प्रश्नगत अतिक्रमण के सीमांकन और उसे हटाने के संबंध में रिपोर्ट पेश करने के लिए समय दिया जाता है। मामले की अगली सुनवाई 4 सप्ताह बाद होगी। याचिकाकर्ता का तर्क: नए निर्माण रोके जाएं याचिकाकर्ता 'निर्वाण सेवा संस्थान' की अध्यक्ष हेमलता पालीवाल की ओर से अधिवक्ता दिविक माथुर ने पैरवी की। उन्होंने कोर्ट से आग्रह किया कि जब तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई चल रही है, तब तक उस क्षेत्र में किसी भी तरह के नए निर्माण की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इतिहास और वर्तमान: महाराजा की नहर, भू-माफिया का कब्जा याचिका में प्रस्तुत तथ्यों के मुताबिक, महाराजा उम्मेद सिंह ने उम्मेद सागर बांध को भरने के लिए वर्ष 1933 में यह नहर बनवाई थी। प्रशासनिक उदासीनता: 4 साल, दर्जनों शिकायतें, नतीजा शून्य याचिका में 'पब्लिक लैंड प्रोटेक्शन सेल' (PLPC) और निगम की निष्क्रियता पर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। याचिका के अनुसार: खुद विभाग मान चुका है अतिक्रमण याचिका में एक महत्वपूर्ण दस्तावेज का हवाला दिया गया है। जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता ने 26 जनवरी 2024 को नगर निगम को पत्र लिखकर स्पष्ट किया था कि उम्मेद सागर नहर निगम क्षेत्र में आती है और उस पर अज्ञात लोगों द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है, जिसे हटाया जाना अति-आवश्यक है। जोधपुर के फेफड़े खतरे में याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि उम्मेद सागर का कैचमेंट एरिया और आसपास की पहाड़ियां जोधपुर के फेफड़े (Lungs of Jodhpur) हैं। अतिक्रमण के कारण बरसात का पानी जलाशय में जाने के बजाय सड़कों और कॉलोनियों में भर रहा है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं और भूजल स्तर गिर रहा है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:30 am

शक्की मोटरसाइकिल-सवारों की तलाशी ली तेजधार हथियार मिले:छित्तर परेड की, रोज होती थी लूट की वारदाते,नाकाबंदी की,2मोटरसाइकिल सवारों को रोका,एक फरार

जालंधर से सटे गांव दयालपुर में नशे के बढ़ते कारोबार के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। गांव में लगातार हो रही नशे से जुड़ी घटनाओं और लूटपाट से परेशान होकर चार गांवों के लोगों ने आपसी सहमति से नाकाबंदी कर दी। जानकारी देते हुए गांव के लोगों ने बताया कि नशेड़ी लोगों ने अकेले बंदे का रास्ते से गुजरना मुश्किल कर दिया था। आए दिन इस रोड लूट की वारदात होती रहती थी। पुलिस को भी कई बार इसके बारे में शिकायत दी थी,लेकिन उसके बावजूद वारदाते रुकने का नाम ही नहीं ले रही थी। लोगों ने बताया कि हमारे सरकारी स्कूल की मैडम स्कूल से छट्‌टी कर घर जा रही थी उसका मोबाइल व नगदी छीन ली। एक ने बताया कि हमारे गांव के बर्जुग को रोक कर तेजधार हथियार दिखा उसकी सोने की मुंदरी ले गए। ग्रामीणों का आरोप है कि नशे के आदी और असामाजिक तत्व हथियारों के साथ गांव में आते थे और वारदात को अंजाम देकर मोबाइल फोन व नकदी छीन लेते थे। इसके बाद उसी पैसे से दोबारा नशा खरीद लिया जाता था। कई बार प्रशासनिक अधिकारी गांव में पहुंचे, लेकिन हालात में कोई खास सुधार नहीं हुआ। नाकाबंदी के दौरान दो मोटरसाइकिलों को रोका, एक फरार हो गया नाकाबंदी के दौरान दो मोटरसाइकिलों पर सवार चार युवकों को रोका गया। इस दौरान एक मोटरसाइकिल सवार मौके से फरार होने में सफल रहा।जबकि दूसरे को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। पकड़े गए युवक की मोटरसाइकिल पर कोई नंबर प्लेट नहीं लगी थी, जिससे लोगों का शक और गहरा गया। झूठ बोलने पर हुई छित्तर परेड, बोला दोस्त से मिलने आया था ग्रामीणों के अनुसार तलाशी के दौरान युवकों के पास से आपत्तिजनक और तेजधार हथियार निकला। जिसे देखकर लोग हैरान रह गए। इसके बाद ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और उसकी छित्तर परेड की। पूछताछ की कि वे गांव में इस तरह क्यों घूम रहे हैं और माहौल क्यों खराब कर रहे हैं। उसको पूछा तुम यह हथियार लेकर कहा जा रहे हो। उसने कहा मै अपने दोस्त से मिलने आया था। उन्होंने कहा बता तुमारा दोस्त किस मोहल्ले में रहता उसको बुला जहां पर उसके पास कोई जवाब नहीं था। ग्रामीणों का कहना है कि नशे के कारण बाहरी और अनजान लोग गांव में आकर अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि नशा तस्करों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि गांव में शांति और सुरक्षा बनी रहे।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:27 am

मेरठ में बढ़ती ठंड से 9 डिग्री पहुंचा तापमान:कोहरे और शीतलहर ने बढ़ाई परेशानी, अभी नहीं राहत के आसार

मेरठ में दिन प्रतिदिन ठंड का असर बढ़ता जा रहा है। बीत चार दिनों से तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। जिसका असर सड़क पर चल रहे वाहनों से लेकर ट्रेनों तक देखने को मिल रहा है। शनिवार इस सर्दी के सीजन का सबसे ठंड दिन दर्ज किया गया। कोहरा और शीतलहर कर रहे परेशान मेरठ में पूरा दिन धूप दिखाई नहीं देती है अगर आती भी है तो शीतलहर के कारण बे असर हो जाती है। इसके बाद दिन ढलते ही कोहरे की मोटी चादर आसमान में आ जाती है और दोपहर तक बनी रहती है। इस दृश्यता कम होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अभी नहीं राहत के आसार चौधरी चरण सिंह विवि की मौसम वैधशाला के अनुसार शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 17 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। इसके साथ ही मौसम वैज्ञानिक डॉ यूपी शाही का कहना है कि आने वाले 72 घंटों में कोहरे और ठंड से कोई राहत मिलने के आसार नहीं हैं। कोहरे में बरतें ये सावधानियां - किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली और भैंसा-बुग्गी पर रेडियम रिफ्लेक्टर अवश्य लगाएं। - सफेद एलईडी लाइट का प्रयोग न करें, इससे सामने वाले वाहन चालक की आंखों पर असर पड़ता है। - कोहरे में हाईवे पर गलत दिशा में वाहन न चलाएं। - आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखें, ताकि अचानक ब्रेक लगने पर दुर्घटना से बचा जा सके।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:26 am

आदिवासी-ईसाई विवाद से भड़की हिंसा की इनसाइड स्टोरी:जिस चर्च को डराकर बनाया, भीड़ ने उसे जलाया, यीशु को मानने वाले गांव छोड़कर जंगलों में छिपे

जो आदिवासी अपने पेन-पुरखा का नहीं, वे आदिवासी नहीं…कांकेर के आमाबेड़ा पहुंचने से करीब डेढ़ किलोमीटर पहले सड़क किनारे लगा यह पोस्टर सबसे पहले नजर आता है। यही इलाका है, जहां बड़े तेवड़ा गांव में सरपंच ने अपने पिता के शव को बाड़ी में दफनाया। इसके बाद विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। 3 दिनों तक चले तनाव में आदिवासी और मसीही समुदाय आमने-सामने आ गए। हालात यहां तक बिगड़े कि आमाबेड़ा और बड़े तेवड़ा इलाके में बने 3 चर्च और प्रार्थना भवनों में आगजनी, पत्थरबाजी और तोड़फोड़ हुई। हिंसा की चपेट में सिर्फ दोनों पक्षों के ग्रामीण ही नहीं आए, बल्कि हालात संभालने पहुंची पुलिस भी निशाने पर रही। इस दौरान एडिशनल एसपी, डीआईजी, एसआई, एएसआई समेत 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। बवाल के बीच भास्कर डिजिटल की टीम ग्राउंड रिपोर्ट के लिए आमाबेड़ा और बड़े तेवड़ा गांव पहुंची। यहां सन्नाटा, जले हुए ढांचे और डरे हुए लोग थे। इस बात की गवाही दे रहे हैं कि एक शव दफनाने का विवाद कैसे हिंसा में बदल गया। पढ़िए, इस पूरी हिंसा की ग्राउंड रिपोर्ट और उसके पीछे की इनसाइड स्टोरी... पहले ये तस्वीरें देखिए... हर 100 मीटर में पुलिस का पहरा आमाबेड़ा से बड़े तेवड़ा जाने वाली कच्ची सड़क पर सन्नाटा पसरा हुआ है। हर 100 मीटर पर पुलिस का पहरा है। बड़ी संख्या में पुलिस और डीआरजी के जवान फ्लैग मार्च निकाल रहे हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर रहे हैं। जले हुए प्रार्थना भवन की दीवारों से अब भी धुएं की गंध उठ रही है। यही वो गांव है, जहां एक शव दफनाने से शुरू हुआ विवाद अब हिंसा, पथराव और आगजनी तक पहुंच चुका है। बड़े तेवड़ा गांव पूरी तरह सूना दिखाई देता है। घरों के बाहर सिर्फ मवेशी नजर आते हैं। गलियों में सन्नाटा है और हर तरफ केवल सुरक्षाबल और पुलिस के जवान तैनात हैं। सरपंच का परिवार अंडरग्राउंड करीब 900 की आबादी वाले इस गांव में छह टोला हैं। यहां लगभग 26 परिवार ऐसे हैं, जो यीशु को मानने वाले बताए जा रहे हैं, जबकि गांव का बड़ा हिस्सा आज भी अपने पारंपरिक आदिवासी देवी-देवताओं की पूजा करता है। हिंसा के बाद गांव के सरपंच रजमन सलाम का पूरा परिवार गांव छोड़ चुका है। उनके घर में ताला लगा हुआ है। बाड़ी में जिस जगह दो दिन पहले रजमन सलाम के पिता चमरा राम सलाम का शव दफनाया गया था, वहां अब गड्ढा भर दिया गया है। लेकिन मिट्टी और मुरूम का रंग और निशान साफ बता रहे हैं कि यहीं से शव निकाला गया था। हिंसा के बीच खाना छोड़कर निकला सरपंच परिवार सरपंच के घर के भीतर हालात और भी कुछ कहते हैं। रसोई में मृत्यु भोज की तैयारी चल रही थी। हंडी में चावल पके हुए हैं। सब्जी बनाने के लिए केले की सब्जी कटी हुई पड़ी है। चूल्हे में जली हुई लकड़ियां लगी हैं। लेकिन आग बुझ चुकी है। पास ही थाली में चावल-दाल परोसा हुआ रखा है। ऐसा लगता है जैसे हिंसा की खबर मिलते ही परिवार का कोई सदस्य खाना तक छोड़कर घर से निकल गया हो। गांववाले बोले - मूल धर्म में लौटना होगा सरपंच के घर से थोड़ी दूरी पर ही एक बाड़ी में काम करते शिवलाल सलाम मिलते हैं। वे बताते हैं कि वे भी इसी परिवार से हैं, लेकिन अब अलग रहते हैं। शिवलाल कहते हैं कि उन्होंने ईसाई धर्म अपनाया है, लेकिन इस विवाद में वे गांव के उस पक्ष में खड़े थे, जो शव दफनाने का विरोध कर रहा था। शिवलाल बताते हैं कि चमरा राम की मौत के बाद गांव में सामाजिक बैठक हुई थी। इसमें रजमन सलाम से साफ कहा गया था कि जब तक वे अपने मूल धर्म में वापस नहीं लौटते, तब तक गांव में शव दफनाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।उनका आरोप है कि इसके बावजूद रजमन और उसके भाइयों ने बाड़ी में शव दफना दिया। इसके बाद गांव और आसपास के लोग विरोध के लिए पहुंचे। शिवलाल के मुताबिक, इसी दौरान रजमन ने बाहर से मसीही समाज के लोगों को बुला लिया, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट शुरू हो गई। विवाद बढ़ने पर कांकेर जिला मुख्यालय के अलावा अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कोंडागांव और चारामा के आगे के इलाकों से भी गोंड समाज के लोग यहां पहुंच गए। हालात बेकाबू हो गए और आक्रोशित भीड़ ने चर्च और प्रार्थना भवनों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। सरपंच के ससुर बोले - दामाद को मूल धर्म में लौटने कहूंगा ये कहना है बड़े तेवड़ा गांव में बने चर्च के पास रहने वाले लक्ष्मण दुग्गा का। लक्ष्मण, गांव के सरपंच रजमन सलाम के ससुर हैं। लक्ष्मण बताते हैं कि रजमन का परिवार पिछले 2-3 सालों से ही यीशु मसीह को मानने लगा था। रजमन चार भाइयों में सबसे छोटा है। उसके दो बड़े भाई रामसाय और रामलाल ईसाई धर्म को मानते हैं, जबकि एक भाई रामसिंह ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है। बीमारी ठीक होने के बाद रजमन ने यीशु पर भरोसा करना शुरू किया। हमने उसे समझाया भी था कि अपने मूल देवी-देवताओं को मत छोड़ो, लेकिन उसने हमारी बात नहीं मानी। अगर तब मान लेता, तो शायद आज ये हालात नहीं बनते। जब उनके समधी चमरा राम की मौत हुई, तब गांव वालों ने शव को दफनाने की अनुमति नहीं दी। रजमन ने गांव के सामने यह प्रस्ताव रखा था कि चर्च जाने वाले भाइयों की बजाय रामसिंह से आदिवासी रीति-रिवाज के मुताबिक अंतिम संस्कार करा दिया जाए। गांव दफनाने की इजाजत मांगी, नहीं मिलने पर दफनाया रजमन ने केवल इतना कहा था कि पिता होने के नाते उसे मिट्टी देने की इजाजत दी जाए, लेकिन गांव वालों ने इसकी भी इजाजत नहीं दी। इसी के बाद रजमन और उसके परिवार ने अपने घर की बाड़ी में ही शव को दफना दिया। लक्ष्मण का कहना है कि यहीं से विवाद और बढ़ता चला गया। दो दिन बाद प्रशासन ने कब्र खोदकर शव को बाहर निकाला और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। फिर हिंसा और चर्च में तोड़फोड़ हुई। मैं तो आदिवासी देव को मानने वाला हूं लेकिन रजमन का ससुर होने की वजह से परिवार की सुरक्षा को लेकर डर है। गायता बोले - हमें डराकर चर्च बनाया गया गांव में सामाजिक और धार्मिक कार्यों का नेतृत्व करने वाले गायता (पुजारी) अंकालू राम सलाम का कहना है कि जब गांव में चर्च का निर्माण हो रहा था, तब भी उन्होंने और गांव के लोगों ने इसका विरोध किया था। अंकालू राम के मुताबिक उस वक्त रजमन सलाम सरपंच था और इसी वजह से गांव के लोग खुलकर विरोध नहीं कर पाए। अंकालू राम सलाम का कहना है कि चर्च के आसपास सरपंच समर्थकों की ही बस्ती है। गांव के लोगों को डराया-धमकाया गया, इसलिए सभी चुप रहे। उनका कहना है कि ईसाई धर्म मानने वाले लोग गांव के देवी-देवताओं की पूजा नहीं करते और न ही प्रसाद ग्रहण करते हैं। इसी वजह से गांव की सामाजिक बैठक में यह कहा गया था कि जो लोग गांव के देवी-देवताओं और रीति-रिवाजों को नहीं मानते, वे गांव में शव दफन न करें। अंकालू राम का कहना है कि इस बात को मानने से इनकार किया गया, जिसके बाद विवाद बढ़ता चला गया और बाद में हिंसा की स्थिति बन गई। यीशु को मानने वालों ने गांव छोड़ दिया बड़े तेवड़ा गांव में यीशु को मानने वाले परिवारों ने फिलहाल गांव छोड़ दिया है। उनके घरों में ताले लगे हुए हैं। गलियों में सन्नाटा है। ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान हमें गांव में केवल एक ही परिवार मिला, जो ईसाई धर्म को मानने वाला है। यह परिवार महेंद्र बघेल का है। महेंद्र बघेल का कहना है कि घटना के वक्त वे घर पर ही थे। हिंसा और शोर सुनकर मैं घर से बाहर नहीं निकला। महेंद्र के मुताबिक, बाकी मसीही समाज के लोग फिलहाल गांव छोड़ चुके हैं। गांव छोड़ने के सवाल पर वे कहते हैं कि आगे क्या होगा, यह साफ नहीं है। आसपास के गांवों के लोग जंगल में छिपे रहे बड़े तेवड़ा और आमाबेड़ा में हुई हिंसा से डरकर आसपास के गांवों में रहने वाले मसीही समाज के कई लोग जंगल में छिप गए थे। भर्री टोला में रहने वाली रजाय वट्टी अपना घर छोड़कर फिलहाल कुरुटोला में रह रही है। रजाय वट्टी ने बताया कि हिंसा वाले दिन जब तेज आवाजें आने लगीं, तब वह अपने बच्चे को लेकर घर से बाहर निकल गई। आसपास कोई सुरक्षित जगह नहीं थी, इसलिए जंगल में ही छिप गई। रात करीब आठ बजे तक वहीं रही, फिर कुरुटोला आकर शरण ली। हमेशा डर बना रहता है कब क्या हो जाए- श्यामा दुग्गा इसी इलाके की श्यामा दुग्गा ने बताया कि हिंसा के दौरान वह एक घर से दूसरे घर भटकती रहीं, ताकि कहीं छिपने की जगह मिल सके। उनका कहना है कि उन्हें डर था कि चर्च में तोड़फोड़ के बाद आक्रोशित भीड़ उनके घरों को भी निशाना बना सकती है। माहौल बहुत खराब था। भर्री टोला छोड़कर मैं कुरुटोला आ गई हूं, क्योंकि यहां पुलिस की ड्यूटी लगी है। हालांकि, श्यामा का कहना है कि डर अब भी बना हुआ है। सवाल ये है कि पुलिस कितने दिनों तक हमारी सुरक्षा कर पाएगी। गांव की अनुमति के बिना शव दफनाने का अधिकार नहीं- जनजातीय सुरक्षा मंच जनजातीय सुरक्षा मंच के जिला संयोजक ईश्वर कावड़े का कहना है कि उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत जिला प्रशासन से जानकारी मांगी थी कि इलाके में कितने लोग ईसाई धर्म को मानते हैं। उनके मुताबिक, जिला प्रशासन की ओर से जो जवाब मिला, उसमें ईसाई धर्म मानने वालों की संख्या शून्य बताई गई है। अब शव थाने में छोड़ेंगे-मसीह समाज कांकेर मसीह समाज कांकेर के संरक्षक डॉ. प्रदीप क्लॉडियस का कहना है कि हालात को देखते हुए समाज ने अब एक फैसला लिया है। डॉ. क्लॉडियस के मुताबिक,अगर मसीह समाज से जुड़े किसी व्यक्ति की मौत होती है, तो उसकी लाश सीधे थाने ले जाकर छोड़ी जाएगी। इससे जुड़े और भी तस्वीरें देखिए...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:24 am

बिहार में बैडमिंटन खिलाड़ियों को मिलेगी सौगात:भागलपुर में खुलेगा पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी, खेल मंत्री ने पुलेला गोपीचंद से किया समझौता

बिहार में बैडमिंटन खिलाड़ियों को सौगात मिली है। भागलपुर में जल्द ही पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी खुलेगा। बिहार की खेल मंत्री श्रेयसी सिंह ने हैदराबाद स्थित पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में अर्जुन और द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित बैडमिंटन खिलाड़ी और ट्रेनर पुलेला गोपीचंद से मुलाकात कर बिहार में बैडमिंटन के विकास पर चर्चा की। खेल मंत्री ने पुलेला गोपीचंद से बिहार में भी बैडमिंटन के विकास के लिए बैडमिंटन अकादमी खोलने का प्रस्ताव रखा। जिसे पुलेला गोपीचंद ने स्वीकार करते हुए आने वाले भविष्य में भागलपुर में अपने मार्गदर्शन में पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी खोलने पर अपनी सहमति दे दी। पुलेला गोपीचंद के साथ पूरे अकादमी कैंपस में घूमी खेल मंत्री श्रेयसी सिंह ने पुलेला गोपीचंद के साथ पूरे अकादमी कैंपस के साथ-साथ कोर्ट, जिम, खेल विज्ञान केन्द्र, स्पाइनल इंजरी सेंटर, पुनर्वासन केंद्र और फिनलैंड से इंपोर्टेड विभिन्न खेल और प्रशिक्षण उपकरणों का भी बारीकी से निरीक्षण किया ताकि बिहार में भी ऐसी सुविधा और अकादमी उपलब्ध हो सके। श्रेयसी सिंह ने पुलेला गोपीचंद अकादमी में ट्रेनिंग ले रहे बिहार के प्रतिभावान खिलाड़ियों के साथ ही उनके हॉस्टल में रहकर मेस में एक साथ भोजन कर उनका हौसला बढ़ाया और उनकी प्रशिक्षण और तैयारियों का जायजा लिया। उन्हें बिहार के खेल का भविष्य बताते हुए उन्हें प्रोत्साहित कर उनकी सफलता के लिए सरकार द्वारा हर संभव सहयोग देने के प्रति आश्वस्त किया। बिहार में बैडमिंटन के विकास के लिए एक बहुत बड़ा कदम बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि 2004 में स्थापित हैदराबाद स्थित पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी एक प्रतिष्ठित बैडमिंटन प्रशिक्षण केंद्र है जिसका उद्देश्य विश्व स्तरीय बैडमिंटन खिलाड़ियों और कोचों को विकसित करना और बैडमिंटन को बढ़ावा देना है। साइना नेहवाल, पी.वी. सिंधु, किदांबी श्रीकांत, जैसे कई दिग्गज खिलाड़ी यहां से निकले हैं। बिहार में भी इस अकादमी की स्थापना के लिए बैडमिंटन के भगवान माने जाने वाले गोपीचंद जी के साथ सहमति और समझौता बिहार में बैडमिंटन के विकास के लिए एक बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण कदम है। इससे बिहार में और भी बड़ी खेल हस्तियों की प्रसिद्द खेल अकादमियों के खुलने का रास्ता मजबूत होगा और बिहार के खिलाड़ी बिहार में ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण और प्रशिक्षकों की सुविधा पाने में समर्थ होंगे।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:20 am

बक्सर में ठंड का असर: कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल 25 दिसंबर तक बंद

बक्सर में ठंड का असर: कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल 25 दिसंबर तक बंद

देशबन्धु 21 Dec 2025 6:20 am

बांकेबिहारी मंदिर में गोस्वामी परिवार की महिलाओं ने जताई नाराजगी:जगमोहन में जाकर दर्शन करने की मांग की ,कहा हमारा पारंपरिक अधिकार

बांके बिहारी मंदिर में हाई पावर्ड कमेटी के आदेश पर जगमोहन में आवाजाही प्रतिबंधित करने के खिलाफ गोस्वामी समाज की महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है। महिलाओं का कहना है कि मंदिर के जगमोहन से दर्शन करना उनका पारंपरिक अधिकार है। जगमोहन से दर्शन करने की मांग को लेकर गोस्वामी समाज की महिलाओं ने मंदिर के ऑफिस में जाकर हंगामा किया और अपनी नाराजगी जाहिर की। कमेटी ने किया है जगमोहन में जाना प्रतिबंधित ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर में गर्भगृह के समीप जगमोहन से महिलाओं और पुरुषों के लिए दर्शन करने की सुविधा दशकों से उपलब्ध थी। जो ठाकुर जी के गर्भगृह से बाहर निकलने पर बंद रहते थे। लेकिन हाई पावर्ड कमेटी द्वारा जगमोहन में दोनों तरफ कटघरा लगाकर आवाजाही प्रतिबंधित कर दी थी। जिसकी बजह से वहां से कोई दर्शन नहीं कर पा रहा। मौलिक अधिकारों का हो रहा हनन हाई पावर्ड कमेटी के इस फैसले के खिलाफ शनिवार को गोस्वामी समाज की महिलाएं बड़ी संख्या में एकत्रित होकर मंदिर कार्यालय पहुंची। उनका कहना था कि गोस्वामी समाज के परिजनों और रिश्तेदारों को जगमोहन से दर्शन करने का पारंपरिक अधिकार है। अब उन्हें भीड़ में आम श्रद्धालुओं के साथ दर्शन करने पड़ते हैं। जिससे उनके मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है। उन्होंने मंदिर प्रबंधन से अपना निर्णय बदलने की मांग की है। गोस्वामी समाज की महिला करती थीं दर्शन मंदिर कार्यालय पहुंचीं नीलम गोस्वामी ने बताया कि जगमोहन में खड़े हो कर गोस्वामी समाज की महिलाएं दर्शन और आरती करती थीं। अब जनता के बीच खड़े होकर दर्शन आरती करने से उनको धक्के लगते हैं। 3 महीने से कमेटी कभी कुछ बंद कर रही कभी कुछ जबकि सुप्रीम कोर्ट ने इनको बेहतर व्यवस्था करने के लिए कहा है। हम लोग इंतजार कर रहे थे चीजें बेहतर हों लेकिन अब जब कुछ नहीं होगा तो हमको निकल कर आना होगा।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:13 am

महिला डॉक्टर के हिजाब को खींचने पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने नीतीश कुमार से की माफी की मांग

सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और कार्यकारी समिति की तरफ से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला डॉक्टर के हिजाब को खींचने पर आपत्ति जताई गई है और इसकी निंदा की गई है

देशबन्धु 21 Dec 2025 6:10 am

हर्षा रिझारिया ने गोल्ड मेडलिस्ट खुशबू निषाद को किया सम्म्मानित:खुशबू ने लेबनान में जीता था गोल्ड मेडल, घर पहुंच हर्षा ने दी बधाई

प्रयागराज की गोल्ड मेडलिस्ट बेटी खुशबू निषाद को उनके घर पहुंच कर हर्षा रिझारिया ने बधाई दी और सम्मानित किया शनिवार को हर्षा रिझारियां उनके घर पहुंची इस दौरान धूम धाम से हर्षा रिझारिया का स्वागत किया गया। खुशबू निषाद हाल ही में लेबनान में आयोजित एशिया MMA चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत देश और प्रयागराज का नाम रोशन किया है। देखें तस्वीरें.. हर्षा रिझारिया ने प्रयागराज का नाम रोशन करने वाली खुशबू निषाद को माला पहनाकर, बुके भेंट कर और मिठाई खिलाकर सम्मानित किया। उन्होंने खुशबू की मेहनत और लगन की सराहना करते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। सम्मान समारोह के दौरान खुशबू निषाद ने सभी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि उनके परिवार, कोच और शुभचिंतकों के सहयोग से संभव हो पाई है। खुशबू ने कहा कि वह आगे भी देश के लिए बड़े टूर्नामेंट जीतना चाहती हैं और बेटियों को खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करना चाहती हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:10 am

डिलीवरी के 15 दिन बाद दौड़ में फेल,अब दोबारा मौका:कांस्टेबल भर्ती: एक पद रिजर्व रखने का आदेश, 6 महीने में देना होगा फिटनेस सर्टिफिकेट

बाड़मेर की एक महिला अभ्यर्थी, जिसने बच्चे को जन्म देने के महज 15 दिन बाद पुलिस कांस्टेबल की दौड़ में हिस्सा लिया और असफल रही, उसे राजस्थान हाईकोर्ट ने बड़ी राहत दी है। जस्टिस मुन्नुरी लक्ष्मण की कोर्ट ने बाड़मेर निवासी सुशीला की याचिका पर सुनवाई करते हुए मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए विभाग को आदेश दिया है कि महिला का फिजिकल टेस्ट दोबारा लिया जाए। कोर्ट ने माना कि गर्भवती या हाल ही में प्रसव वाली महिलाओं को नियमों के अनुसार फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET) में बाद की तारीख पर शामिल होने की छूट दी जानी चाहिए। इसके लिए बाड़मेर जिले में कांस्टेबल ड्राइवर (महिला) का एक पद रिक्त रखने के निर्देश भी दिए गए हैं। 29 नवंबर को डिलीवरी, 14 दिसंबर को PET याचिकाकर्ता सुशीला ने कांस्टेबल ड्राइवर पद के लिए आवेदन कर इसकी लिखित परीक्षा पास कर ली थी। उसका फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट (PET) 14 दिसंबर 2025 को होना था। इससे ठीक पहले 29 नवंबर 2025 को सुशीला ने बच्चे को जन्म दिया। उसने उसी दिन विभाग को पत्र लिखकर अपनी स्थिति बताई और विज्ञापन की शर्तों के तहत फिजिकल टेस्ट की तारीख आगे बढ़ाने की मांग की थी। लेकिन विभाग की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। इस डर से कि कहीं वह भर्ती प्रक्रिया से बाहर न हो जाए, सुशीला डिलीवरी के महज 15 दिन बाद 14 दिसंबर को ग्राउंड पर पहुंची और दौड़ में हिस्सा लिया। शारीरिक कमजोरी के कारण वह दौड़ पूरी नहीं कर सकी और उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया। क्या नियम कहता है? याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट में विज्ञापन की शर्त संख्या 10 का हवाला दिया। इसमें स्पष्ट रूप से उल्लेख है कि – कोर्ट ने कहा - महिला की मजबूरी समझें जस्टिस मुन्नुरी लक्ष्मण ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि याचिकाकर्ता ने समय पर विभाग को सूचना दे दी थी। चूंकि उसे कोई छूट नहीं मिली, इसलिए वह मजबूरी में दौड़ में शामिल हुई। कोर्ट ने अपने आदेश में कहा- याचिकाकर्ता की मेडिकल और शारीरिक स्थिति, डिलीवरी की तारीख और फिजिकल टेस्ट की तारीख को देखते हुए, यह कोर्ट का मत है कि उसे विज्ञापन की शर्तों के तहत छूट देते हुए एक और मौका दिया जाना चाहिए। सहानुभूतिपूर्वक विचार करें कोर्ट ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे याचिकाकर्ता के मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करें। उसे 6 महीने के भीतर राजकीय चिकित्सा अधिकारी से फिटनेस सर्टिफिकेट पेश करने पर भविष्य में होने वाले फिजिकल टेस्ट में शामिल होने का मौका दिया जाए। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि जब तक सुशीला को यह मौका नहीं मिल जाता, तब तक रिस्पोंडेंट्स (विभाग) कांस्टेबल-ड्राइवर महिला (बाड़मेर) का एक पद रिक्त रखा जाए।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:03 am

स्वदेशी संकल्प रथयात्रा गढ़ाकोटा के लिए रवाना

भास्कर संवाददाता | सागर देश की सर्वोच्च व्यापारिक संस्था कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) एवं स्वदेशी जागरण मंच के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में स्वदेशी भावना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वदेशी संकल्प रथयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार को मकरोनिया चौराहा पर आयोजित सभा के बाद सागर से गढ़ाकोटा के लिए स्वदेशी संकल्प रथयात्रा को सागर सांसद लता वानखेड़े ने नरयावली विधायक प्रदीप लारिया की उपस्थिति में भगवा ध्वज दिखाकर रवाना किया। सभा में मकरोनिया नगर पालिका अध्यक्ष मिहीलाल अहिरवार, कैट जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन, संभागीय अध्यक्ष निकेश गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय अग्रवाल, अनिमेष शाह सहित स्वदेशी जागरण मंच के प्रांत एवं जिला पदाधिकारी, व्यापारीगण एवं नागरिक मौजूद थे। जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र जैन ने सांसद से सागर से इंदौर एवं नागपुर के लिए वंदे भारत ट्रेन चलाने का अनुरोध किया।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:00 am

मुजफ्फरपुर में आज 3 घंटे बिजली रहेगी गुल:सिकंदरपुर पावर सब स्टेशन से जुड़े इलाकों में रहेगा शटडाउन, 10 से 1 बजे तक नहीं रहेगी लाइट

मुजफ्फरपुर में विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से 33/11 केवी सिकंदरपुर पावर सब स्टेशन (PSS) में स्विच यार्ड मेंटेनेंस का कार्य किया जाएगा। इसके तहत दिनांक 21 दिसंबर 2025 (रविवार) को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक 33 केवी सिकंदरपुर फीडर को शटडाउन रखा जाएगा। इस दौरान इस पावर सब स्टेशन से जुड़े सभी 11 केवी फीडरों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह बाधित रहेगी।बिजली विभाग के अनुसार, यह रखरखाव कार्य सुरक्षा मानकों और निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। इन इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी मेंटेनेंस के दौरान तकनीकी उपकरणों की जांच, मरम्मत और आवश्यक सुधार कार्य किए जाएंगे, जिससे भविष्य में फॉल्ट की संभावना कम होगी और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिल सकेगी। शटडाउन की अवधि में पंकज मार्केट, गरीब स्थान, बालूघाट, सिकंदरपुर नाका, कुंडल, एफसीआई गोदाम रोड, प्रभात जर्दा सहित आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। विभाग ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे निर्धारित समय को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कार्य पहले ही निपटा लें। बिजली विभाग ने यह भी भरोसा दिलाया है कि कार्य पूरा होते ही निर्धारित समय पर आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। किसी आपात स्थिति या अतिरिक्त जानकारी के लिए उपभोक्ता संबंधित विद्युत कार्यालय या हेल्पलाइन से संपर्क कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:00 am

जिला परिषद ब्लॉक समिति चुनाव:नतीजों में देरी और भारी वोट रिजेक्शन पर BJP ने उठाया मुद्दा, चुनावी पारदर्शिता पर सवाल

पंजाब में जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों के नतीजों में हो रही अभूतपूर्व देरी और बड़ी संख्या में वोटों के खारिज होने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) पंजाब ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं। भाजपा का कहना है कि मतगणना शुरू होने के 33 घंटे बाद भी महज करीब 40 फीसदी सीटों के ही नतीजे घोषित हो पाए, जो न केवल प्रशासनिक विफलता को दर्शाता है, बल्कि पूरे चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और विश्वसनीयता पर भी सवालिया निशान लगाता है। भाजपा पंजाब के प्रदेश प्रवक्ता प्रितपाल सिंह बलियावाल ने कहा कि यह देरी इस बात का जीता-जागता उदाहरण है कि निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध चुनावों के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) क्यों जरूरी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बैलेट पेपर से कराए गए चुनावों में मतगणना में अनावश्यक देरी होती है, बड़ी संख्या में वैध वोट खारिज होते हैं और हेरफेर की आशंका बनी रहती है। बलियावाल ने कहा कि बैलेट पेपर प्रणाली में फर्जी बैलेट छपाई और वोटों से छेड़छाड़ जैसी शिकायतें सामने आती रहती हैं। इस बार भी लाखों वोटों के रिजेक्ट होने की खबरें सामने आई हैं और नतीजों की घोषणा में कई-कई दिन लग रहे हैं। इससे आम जनता का लोकतांत्रिक प्रक्रिया से भरोसा कमजोर हुआ है। कांग्रेस के आरोपों का भी हवालाभाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि खुद पंजाब कांग्रेस के कई नेताओं ने भी आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर वोटों में हेरफेर और फर्जी बैलेट छपाई के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे में कांग्रेस हाईकमान की चुप्पी समझ से परे है। बलियावाल ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सवाल किया कि वे अपनी गठबंधन सहयोगी आम आदमी पार्टी से यह नहीं पूछ रहे कि पंजाब में मतगणना प्रक्रिया इतनी अव्यवस्थित क्यों है। ‘चुनावी प्रक्रिया की साख पर सवाल’बलियावाल ने कहा, “जब चुनाव नतीजों में लगातार देरी हो रही हो और बड़े पैमाने पर वोट खारिज किए जा रहे हों, तो पूरी चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता और साख पर सवाल उठना स्वाभाविक है। मतदाताओं को पारदर्शिता, तेजी और भरोसा चाहिए, न कि भ्रम और राजनीतिक खेल।” EVM लागू करने की मांगभाजपा ने दोहराया कि जो लोग अव्यवस्था और हेरफेर के जरिए राजनीति करना चाहते हैं, वे EVM से डरते हैं। EVM से मतदान में वोट रिजेक्ट होने की गुंजाइश नहीं रहती, मतगणना तेज होती है और पूरी प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी होती है। पार्टी ने चुनावी सुधारों की मांग करते हुए कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने और मतदाताओं का भरोसा बहाल करने के लिए ऐसे कदम जरूरी हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:00 am

रोहतक में कार विवाद से शुरू हुआ गैंगवार:एक ही गांव में बना लिए दो गुट, अंकित जेल में बंद, हिमांशु अमेरिका में बैठा

रोहतक के गांव रिटौली में अंकित उर्फ बाबा व हिमांशु भाऊ के बीच कार विवाद से शुरू हुआ दुश्मनी का सिलसिला गैंगवार में कब बदल गया, किसी को पता ही नहीं चला। एक समय दोनों अच्छे दोस्त थे, लेकिन आज एक दूसरे के खून के प्यासे नजर आ रहे है। पिछले 5 साल में दोनों तरफ से दो-दो लोगों की हत्या हो चुकी है। हिमांशु भाऊ व अंकित उर्फ बाबा के बीच 2019 में दुश्मनी उस समय शुरू हुई, जब गांव रिटौली के रहने वाले हंसराज उर्फ हंसे (अंकित गैंग के सदस्य) ने एक प्राइवेट बस खरीदी थी। बस को रुट पर चलाने के दौरान अक्सर विवाद होता था। हंसे ने विवाद से निपटने के लिए हिमांशु भाऊ से सुरक्षा मांगी, ताकि रूट पर उनकी बस में युवाओं के झगड़े होने से बच सके। सुरक्षा मांगने पर हिमांशु भाऊ के साथी बस के साथ जाने लगे। इस बीच भाऊ ने हंसे से कहा कि बस तेज चलती है। बाइक से सुरक्षा नहीं हो सकती, कार दिलवा दो। हंसे ने कार खरीद कर दे दी। कार को खरीदते वक्त लोन लिया था। जिसमें गांव के रहने वाले अंकित उर्फ बाबा के परिवार से दस्तावेज लगवाए गए। जबकि कार हिमांशु के साथियों के पास थी। हिमांशु भाऊ से कार वापस मांगी तो शुरू हो गई दुश्मनी हंसराज उर्फ हंसे ने कुछ समय बाद कार के लोन की किश्त भरनी बंद कर दी। बैंक कर्मचारी जब अंकित के घर कर्जा मांगने पहुंचे तो हिमांशु भाऊ पक्ष से अंकित के परिजनों ने कार मांगी। भाऊ पक्ष ने कार वापस करने से इनकार कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों पक्षों के बीच रंजिश बढ़ती गई और बात वर्चस्व की लड़ाई पर आ गई। गैंगवार में हिमांशु के चचेरे भाई की अंकित गैंग ने की हत्या एक ही गांव और जिला में सक्रिय होने के कारण दोनों गैंग के बीच टकराव बढ़ने लगा। 2 मार्च 2022 में पहली बार अंकित गैंग ने हिमांशु के चाचा अशोक उर्फ शौकी के'बेटे रोहित उर्फ बजरंग की हत्या कर दी। वारदात करके भाग रहे आरोपियों को गांव के राजेंद्र उर्फ माडू ने पकड़ने का प्रयास किया तो उसकी भी गोली मारकर हत्या कर दी। इसी मामले में अंकित उर्फ बाबा व सन्नी को उनके साथियों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हिमांशु भाऊ ने चाचा के बेटे की मौत का लिया बदला चचेरे भाई की हत्या से हिमांशु के अंदर बदले की आग सुलगने लगी। हत्या के 5 दिन बाद ही 7 मार्च 2022 को हिमांशु गैंग ने बाबा गैंग के सदस्य हंसे की गांव के बस अड्डे पर बस में घुसकर हत्या कर दी। इसके बाद हिमांशु ने भाऊ नाम से अपराध की दुनिया में पैर जमा लिए और कई वारदात करने के बाद विदेश भाग गया। उधर, अंकित बाबा और उसका भाई सन्नी ने भी जेल से ही अपने अपराध के कारोबार को ऑपरेट करना शुरू कर दिया। गैंगवार में 1 जून को हुई चौथी हत्या दोनों गैंग की रंजिश में चौथी हत्या अंकित उर्फ बाबा के चाचा अनिल की हुई। अनिल जमानत पर बाहर आया था। हिमांशु भाऊ के इशारे पर उसकी हत्या की गई। दोनों गैंग के बीच 4 हत्याएं हो चुकी हैं। 2 लोगों की हत्या हिमांशु भाऊ की तरफ से और 2 लोगों का मर्डर अंकित उर्फ बाबा गैंग के लोगों का हो चुका है। 2016 में अंकित पर दर्ज हुआ पहला केस पुलिस के अनुसार अंकित उर्फ बाबा पर 2016 में पहली बार मारपीट, धमकी व एससी-एसटी एक्ट में केस दर्ज हुआ। जमानत पर आने के बाद 2018 में मारपीट व धमकी का केस दर्ज हुआ। 2022 में हत्या का केस दर्ज हुआ। इसके बाद 2023 में उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तब से वह जेल में बंद है। उसके ऊपर 15 से अधिक केस दर्ज है। अंकित के भाई सन्नी के खिलाफ पहली बार झज्जर के सदर थाने में 2021 में मारपीट व धमकी का केस दर्ज हुआ। इसके बाद दिसंबर 2021 में बेरी थाने में जानलेवा हमला और मार्च 2022 में शिवाजी कॉलोनी थाने में हत्या का केस दर्ज हुआ था। सन्नी पर 12 मामले दर्ज है, जिसमें हत्या, हत्या का प्रयास, अवैध हथियार रखने, स्नैचिंग, लड़ाई झगड़ा व संगठित अपराध शामिल है। हिमांशु भाऊ पर 20 से अधिक केस दर्ज हिमांशु भाऊ 2022 में विदेश भाग गया। हिमांशु भाऊ और उसके गिरोह पर हत्या, धोखाधड़ी, लूट, फिरौती के 20 से ज्यादा केस दर्ज हैं। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार हिमांशु भाऊ पर 10 केस रोहतक जिले में दर्ज हैं, जबकि 7 केस झज्जर जिले में दर्ज हैं। वहीं एक केस उत्तरी दिल्ली में दर्ज है। भाऊ नीरज बवाना व नवीन बाली गैंग से जुड़ा हुआ है। हिमांशु भाऊ के खिलाफ 2023 में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया। भाऊ पर हरियाणा पुलिस ने डेढ़ लाख व दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपए इनाम घोषित कर रखा है। बताया जा रहा है कि हिमांशु भाऊ अप्रैल में रोहतक आया था, लेकिन पुलिस की आंखों में धुल झोंककर वापस अमेरिका भागने में कामयाब हो गया। अब अमेरिका में बैठकर ही दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में कारोबारियों से वसूली करवा रहा है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:00 am

रेवाड़ी कार लूटकांड, आरोपियों का रिमांड खत्म:आज कोर्ट में पेशी; मास्टरमाइंड और हथियार सप्लायर का पुराना नाता, मोबाइल में मिले देशभक्ति सॉन्ग

रेवाड़ी में कैब ड्राइवर को गोली मारकर कार लूटने के मामले में मुख्य आरोपी देवांशु और हथियार सप्लायर बंटी के बीच पुराना संबंध सामने आया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि कार लूट में इस्तेमाल किए गए हथियारों की खरीद से पहले ही दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह जानते थे। शनिवार को पुलिस लूट के आरोपियों और हथियार सप्लायर को पूरे दिन साथ लेकर पूछताछ करती रही। माना जा रहा है कि पुलिस इस मामले में आज कोई बड़ा खुलासा कर सकती है। वहीं, पुलिस देवांशु और शुभम को आज कोर्ट में पेश करेगी। मोबाइल और टैबलेट में मिले देशभक्ति सॉन्ग पुलिस सूत्रों के अनुसार, रिमांड के दौरान मुख्य आरोपी देवांशु के मोबाइल और टैबलेट की गहन जांच की गई। हालांकि, इनमें कोई भी संदिग्ध सामग्री बरामद नहीं हुई। मोबाइल और टैबलेट में अधिकतर देशभक्ति से जुड़े सॉन्ग व रील्स मिलीं। इस वजह से जांच अधिकारी देवांशु की पृष्ठभूमि और उसके इरादों को लेकर किसी ठोस निष्कर्ष पर पहुंचने में असमंजस में हैं। ड्राइवर की जांघ में गोली मारना और फिर उसे किसी सुनसान जगह की बजाय शहर में छोड़ देना, साथ ही कार लूट के दौरान अपनाया गया तरीका भी पुलिस के लिए संदेह का कारण बना हुआ है। अभी कई सवालों के जवाब की तलाश रविवार (21 दिसंबर) को कार लूट के मुख्य आरोपी अजमेर निवासी देवांशु और आजमगढ़ निवासी शुभम का पांच दिन का रिमांड खत्म हो जाएगा। यदि मेरठ से हथियार सप्लायर बंटी की गिरफ्तारी को छोड़ दें, तो अभी भी पुलिस के कई सवाल ऐसे हैं, जिनके देवांशु और शुभम से पुलिस को सही जवाब नहीं मिल पाए हैं। जिनमें सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार देवांशु ने किस वारदात को अंजाम देने के लिए बंटी से हथियारों का सौदा किया था। सूत्रों की माने तो अभी तक की जांच में लुटेरों का कोई पुराना आपराधिक रिकार्ड भी पुलिस के हाथ नहीं लगा है। देवांशु ने 20 दिन पहले शुभम को बुलाया था कार लूट की वारदात से करीब 20 दिन पहले देवांशु ने शुभम को अपनी खनन कंपनी में नौकरी दिलाने के बहाने अजमेर बुलाया था। यहां से वे देवांशु शुभम को साथ लेकर दिल्ली पहुंचा। यहां से 15/16 दिसंबर की रात को किराए कैब ली और रास्ते में ड्राइवर को गोली मारकर कार लूट ली थी। शुभम और देवांशु में 2019 से दोस्ती है और अक्सर दोनों में बातचीत होती रही है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:00 am

सांभर झील क्षेत्र में पेड़ काटने पर हाईकोर्ट की रोक:सोलर प्लांट की आड़ में उजड़ रहा जंगल? केंद्र, राज्य सरकार व कंपनी को नोटिस

विश्व प्रसिद्ध सांभर झील के पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र (Ecologically Sensitive Area) में सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट की आड़ में खजराली जंगल और हरे पेड़ों को नुकसान पहुंचाए जाने के आरोपों पर राजस्थान हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए फिलहाल पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी है। जस्टिस डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी और जस्टिस संजीत पुरोहित की खंडपीठ ने प्रकृति सारथी फाउंडेशन और पवन कुमार मोदी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह अंतरिम आदेश जारी किया। कोर्ट ने सख्त आदेश दिया है कि नावां (डीडवाना-कुचामन) और सांभर झील के आसपास के वेटलैंड क्षेत्रों में यथास्थिति (Status Quo) बनाए रखी जाए और एक भी पेड़ न काटा जाए। याचिकाकर्ता का तर्क: विकास के नाम पर विनाश मामला सांभर झील से सटे नावा गांव और आसपास के वेटलैंड क्षेत्रों से जुड़ा है, जिन्हें बेहद संवेदनशील पर्यावरणीय क्षेत्र माना जाता है। याचिकाकर्ता 'प्रकृति सारथी फाउंडेशन' की ओर से कोर्ट में तर्क दिया गया कि: ​कोर्ट का आदेश: खसरा नंबर 1174 में नहीं कटेंगे पेड़ मामले की गंभीरता को देखते हुए खंडपीठ ने आदेश दिया कि: नावां गांव के खसरा नंबर 1174 और सांभर झील के अन्य वेटलैंड से सटे इलाकों में पेड़ों के संबंध में यथास्थिति बनाए रखी जाए। इस दौरान कोई भी पेड़ नहीं काटा जाएगा। इन कंपनियों और अधिकारियों से मांगा जवाब कोर्ट ने मामले में राज्य सरकार और संबंधित कंपनियों को नोटिस जारी कर 4 सप्ताह में जवाब तलब किया है। जिन पक्षकारों को नोटिस दिया गया है, उनमें शामिल हैं:

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 6:00 am

भाजपा नेताओं की गाड़ियों के हूटर से भड़क रही भैंस:नेता जी बोले-विधायक हैं हम, नाम क्यों नहीं लिखा; मंत्री ने कहा- चुनावी घोषणा से बिगड़ा बजट

मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो (VIDEO) देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। हूटर पर कार्रवाई के लिए ऐसा तर्क कि लगे ठहाकेराजगढ़ में कांग्रेस भाजपा नेताओं की गाड़ियों पर लगे हूटर की शिकायत लेकर एसपी के पास पहुंची और इन पर कार्रवाई की मांग की। इस दौरान ऐसा तर्क दिया गया, जिसे सुनकर एसपी समेत वहां मौजूद तमाम लोगों की हंसी छूट गई। कांग्रेस जिला अध्यक्ष और पूर्व मंत्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि हूटर की तेज आवाज से गांवों में भैंसें भड़क जाती हैं। उन्होंने जिला पंचायत सदस्य यशवंत गुर्जर को बुलाकर पूछा, जिस पर उन्होंने कहा कि हूटर बजने के बाद से भैंसों ने दूध देना बंद कर दिया है। यशवंत गुर्जर ने बताया कि उनके गांव लिंबोदा में भाजपा नेता की गाड़ी में लगा गोपनीय हूटर हर शाम तेज आवाज में बजता है। कांग्रेस नेता प्रियव्रत सिंह ने राजगढ़ और खिलचीपुर के विधायकों, जनपद अध्यक्ष समेत कुछ अन्य जनप्रतिनिधियों की गाड़ियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये वाहन हर रोज सड़कों पर चलते हैं और पुलिस को दिखाई देते हैं, फिर भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। विजयवर्गीय बोले- राज्यों के बजट की हालत खराबमध्य प्रदेश में लाड़ली बहना जैसी फ्री बिज योजनाएं क्या सरकारी खजाने पर भारी पड़ रही है। ये सवाल इसलिए क्योंकि नगरीय विकास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कुछ ऐसा ही बयान दिया। कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि राज्यों के बजट की हालत बहुत खराब हो गई है। हमने राजनीतिक मजबूरी के कारण जो घोषणाएं कर दी है, उससे थोड़ी तकलीफ है। हमें केंद्र की तरफ देखना पड़ रहा है। विजयवर्गीय राज्यों के नगरीय विकास मंत्रियों की बैठक में बोल रहे थे। लेकिन उन्हें हाथों हाथ झटका भी लगा। केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि एक स्वर जो बार-बार निकलता है कि आए हो तो क्या लाए हो जाओगे तो क्या देकर जाओगे। ये स्वर बंद करना पड़ेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि व्यवस्थाएं अपनी-अपनी खड़ी करनी पड़ेगी। प्रदेशों को अपने पैरों पर खड़ा होना ही होगा। मंत्री ने साफ कर दिया कि हम मदद कर देंगे, बाकी आपका काम आप जानो।खरी बात ये है कि सीएम डॉ. मोहन यादव अक्सर मंच से कहते हैं कि पैसे की कोई कमी नहीं है। वहीं दूसरी ओर विजयवर्गीय खजाने की माली हालत कमजोर बता रहे हैं। तो फिर सच्चाई क्या है? वैसे ये पब्लिक है, ये सब जानती है। बच्चों के सामने ही प्रिंसिपल पर भड़क गए विधायकझाबुआ जिले के थांदला में एक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र पर स्थानीय कांग्रेस विधायक वीर सिंह भूरिया का नाम नहीं छापा गया तो वे भड़क गए। उन्होंने स्कूल में ही बच्चों के सामने प्रिंसिपल की क्लास लगी दी। विधायक ने कहा- हम मर थोड़ी गए, वर्तमान में विधायक हैं। हमारा नाम तक नहीं लिखा। प्रोटोकाल का पालन तक नहीं किया। उन्होंने प्रिंसिपल को कहा कि तुम प्रिंसिपल हो, तुम में अक्ल है कि कौन आदमी है। विधायक ने इस मामले को लेकर कलेक्टर और विधानसभा तक में शिकायत करने की बात कही और फिर नाराज होकर कार्यक्रम से चले गए। विधायक का कहना है कि कार्ड पर मंत्री निर्मला भूरिया समेत भाजपा नेताओं के नाम छापे गए, लेकिन उनका नहीं। ये जनप्रतिनिधि का अपमान है। खरी बात ये है कि लोग कहते हैं नाम क्या रखा है। लेकिन नाम में बहुत कुछ रखा है भाई। खासकर राजनीति में तो और रखा है। नाम ही नहीं तो कैसी नेतागिरी। शायद इसलिए नेता जी भड़क गए। मंच पर सीएम यादव और सिंधिया की जुगलबंदीइंदौर में एक कार्यक्रम में सिंधिया और सीएम डॉ. मोहन यादव की जुगलबंदी देखने को मिली। मंच पर दोनों नेता कभी हंसते, कभी हाथ मिलाते नजर आए। जिसने कार्यक्रम में हर किसी का ध्यान खींचा। अब लोग अपने-अपने हिसाब से इसके मायने निकाल रहे हैं। इसमें खरी बात ये कि राजनीति में इन दोनों नेताओं का अपना-अपना बड़ा कद है। जिसे बरकरार रखने के लिए ऐसी केमिस्ट्री जरूरी भी है और मजबूरी भी है। इनपुट सहयोग - मनीष सोनी (राजगढ़), संजय पी लोढ़ा (झाबुआ), बृजेंद्र मिश्रा (भोपाल), अभिषेक दुबे (इंदौर) ये भी पढ़ें -मंत्री विजयवर्गीय से बोले दिग्विजय- धन्यवाद 'कलाकार' जी: पब्लिक के आगे बाल्टी पर बैठे डिप्टी कमिश्नर विधानसभा में मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह की जमकर तारीफ की तो दिग्विजय सिंह ने हाथों हाथ अपने अंदाज में उन्हें शाबाशी दे डाली। दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर विजयवर्गीय के लिए लिखा- धन्यवाद 'कलाकार' जी। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:57 am

लोग हो रहे परेशान:सीएफसीडी के लिए रेडक्रॉस सहित 6 पुलिया ध्वस्त कर ट्रेफिक रोका जहां निर्माण पूरा वहां भी रैंप नहीं बनाने से जैसे-तैसे निकल रहे वाहन

शहर में सीएफसीडी के निर्माण का कार्य धीमी गति से चल रहा है, जो काम 2 साल पहले ही पूरा हो जाना चाहिए था वह आजतक पूरा नहीं हुआ है। हाल ये है कि कंस्ट्रक्शन कम्पनी पर कोई कड़ा एक्शन भी नहीं किया है, बल्कि नगर निगम हर बार टाइम बढ़ा रहा है। सबसे बुरा हाल सीएफसीडी निर्माण के लिए रेडक्रॉस सहित 6 पुलिया ध्वस्त करके ट्रेफिक को बंद करके किया गया है, जिससे आमजन त्रस्त है। 6 पुलिया तोड़ी तो जा चुकी हैं, लेकिन ट्रेफिक चालू करने के लिए कोई पक्के इंतजाम नहीं किए गए हैं। हर जगह धूल ही धूल उड़ रही है या फिर उबड़ खाबड़ रास्ते से लोग निकलने के लिए मजबूर हैं। असल में नगर निगम ने कन्स्ट्रक्शन कम्पनी को ठेका देकर सीएफसीडी, आरएनएफसीडी एवं वर्षाती नालियों का निर्माण पुनर्गठन का कार्य शुरू कराया गया है। जिसका फेज-1 का वर्क ऑर्डर 9 जुलाई 2022 को 282 करोड़ 7 लाख 49 हजार 559 रुपए का दिया गया था। इस कार्य को पूरा करने की 15 माह की अवधि 8 अक्टूबर 2023 तक थी, जिसे बढ़ाते हुए अब 31 दिसंबर 2025 कर दी है। हालात ये है कि सीएफसीडी के निर्माण के लिए तोड़ी जा चुकी 6 पुलियाओं में से ट्रेफिक एक पर भी ठीक से चालू नहीं है और जहां सीएफसीडी नाला बना दिया है, वहां भी पक्की रेंप तैयार नहीं की है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:56 am

मेरठ में भाकियू टिकैत की महापंचायत आज:7 दिन से चले रहे धरने में समाधान न होने पर किया ऐलान ,राकेश टिकैत होंगे शामिल

मेरठ के गन्ना भवन पर बीते सोमवार से भाकियू टिकैत का अनिश्चितकालीन धरना जारी है, जिसमें अभी तक किसानों की किसी भी मांग पर अधिकारियों ने सहमति नहीं जताई है। इसके बाद किसानों ने रविवार को एक महापंचायत का ऐलान गन्ना भवन में ही कर दिया है, जिसमें भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भी शामिल होगें। क्या है किसानों की मांगे - किसानों के गन्ने की सप्लाई का जो भाड़ा बिना किसी तर्क बढ़ाया है वह घटाया जाए। - हाड़ा जो घटाया गया है उसे पिछले पेराई सत्र जितना ही किया जाए। - अस्वीकृत गन्ना प्रजाति को भी एक संतुलन बनाकर पहले ही खरीदा जाए। - अस्वीकृत गन्ना प्रजाति का भाव पहले साल की तरी बढ़ाया जाए। आसपास के जिलों से भी पहुंचेंगे किसान आज होने वाली इस पंचायत में मेरठ के साथ साथ आसपास के जिलों से भी लोग पहुचेंगे। जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी का कहना है कि यह पंचायत गन्ना विभाग के अधिकारियों का तानाशाह रवैया और किसानों के हक को बचाने के लिए की जा रही है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:51 am

यूपी, बिहार-झारखंड में कोल्ड डे,18 राज्यों में कोहरे का अलर्ट:जम्मू-कश्मीर में 40 दिन का चिल्लई कलां आज से शुरू; दिल्ली में 129 उड़ानें रद्द

मौसम विभाग ने रविवार को उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में कोल्ड डे का अलर्ट जारी है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश,यूपी, छत्तीसगढ़ समेत देश के 18 राज्यों में घने कोहरे के अलर्ट है। यूपी के कई शहरों में सुबह के वक्त विजिविलिटी 50मीटर से कम रह रही है। मौसम विभाग के मुताबिक 21 दिसंबर से जम्मू-कश्मीर में तेज सर्दी का 40 दिन दौर, जिसे चिल्लई कलां कहा जाता है शुरु हो रहा है। इस दौरान तेज बर्फबारी होती है और मिनिमम टेम्परेचर लगातार गिरता है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में बारिश-बर्फबारी की संभावना है। हिमाचल के लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी में शनिवार को मिनिमम टेम्परेचर -5.7C रहा। राजस्थान में भी तेज सर्दी जारी है। सीकर में मिनिमम टेम्परेचर 5.4C रहा। अगले 3 दिन कैसा रहेगा राज्यों का मौसम 22 दिसंबर: 2 राज्यों में बहुत घना कोहरा, पहाड़ों में सर्दी का असर 23 दिसंबर: 3 राज्यों में घना कोहरा, पहाड़ों में शीतलहर 24 दिसंबर: 4 राज्यों में कोहरा, 2 राज्यों में तेज सर्दी का अलर्ट जम्मू-कश्मीर में चिल्लई कलां की आज से शुरुआत जम्मू-कश्मीर में 21 दिसंबर से चिल्लई कलां की शुरुआत हुई है। चिल्लई फारसी शब्द है, हिंदी में इसका मतलब 'बहुत ज्यादा सर्दी' होता है। अब अगले 40 दिन यहां काफी बर्फबारी की संभावना होगी।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:51 am

मसवासी में उद्योगों को 5 साल नहीं लगेगा बिजली ड्यूटी शुल्क, 20 साल तक किस्तों में दे सकेंगे डेवलपमेंट चार्ज

गढ़पहरा के पास स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप मसवासी ग्रांट में 608 हेक्टेयर में नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने के लिए 25 हजार करोड़ रुपए स्वीकृत हो गए हैं। डीपीआर का काम शुरू हो गया है। जनवरी-फरवरी 2026 तक टेंडर हो जाएंगे। इसके बाद औद्योगिक क्षेत्र में काम शुरू हो जाएगा। इसे 2029-30 तक पूरा करने का लक्ष्य है। अच्छी बात यह है कि काम शुरू होने से पहले ही उद्योगपतियों ने जानकारी लेना शुरू कर दिया है। गुजरात व राजस्थान की कंपनियों के प्रतिनिधि जमीन देखकर जा चुके हैं। इसका बड़ा कारण यहां उद्योग लाने के लिए शासन द्वारा दी जा रही छूट है। मसवासी में उद्योग लगाने पर उत्पादन शुरू होने से 5 साल तक बिजली के ड्यूटी चार्ज में छूट मिलेगी। अब तक एक साथ लगने वाला जमीन का डेवलपमेंट चार्ज 20 साल की वार्षिक किस्तों में जमा कर सकेंगे। यह विशेष औद्योगिक प्रोत्साहन पैकेज में तय हुआ है। इसके साथ ही भूमि टोकन शुल्क मात्र एक रुपए प्रति वर्गमीटर तय करने के साथ व किराया और रजिस्ट्रेशन शुल्क में पूरी तरह छूट दी है। साथ ही उद्योगों के लिए लगने वाली बिजली दरों में रियायत शामिल है। भूमि टोकन शुल्क एक रुपए प्रति वर्ग मीटर केवल इसी औद्योगिक क्षेत्र के लिए तय किया है। 5 साल में आने वाले उद्योगों को ही छूट मसवासी ग्रांट औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों को आकर्षित करने के लिए दी जा रहीं यह विशेष छूट व सुविधाएं केवल उन्हीं उद्योगों को मिलेंगी जो अगले पांच साल में यहां उद्योग लगाने के लिए आ जाएंगे। यानी 2030 तक उद्योग लगाने वालों को ही यह सभी छूट होंगी। इसके बाद जो आएंगे उनके लिए अन्य औद्योगिक क्षेत्रों में लगने वाले शुल्क लगेंगे। छूट नहीं दी जाएगी। बिजली वितरण लाइसेंस ले रहा एमपीआईडीसी एमपीआईडीसी अलग से बिजली वितरण लाइसेंस ले रहा है। इसके लिए आवेदन कर दिया है। बिजली वितरण का काम मिलते ही एमपीआईडीसी तय रियायती दरों पर उद्योगों को बिजली उपलब्ध कराएगा। उद्योग में जिस दिन से व्यावसायिक उत्पादन शुरू होगा, उस तारीख से अगले पांच साल तक बिजली के ड्यूटी चार्ज में छूट रहेगी। यह फिलहाल 9 प्रतिशत है। स्मार्ट इंडस्ट्रियल टाउनशिप में यह सब बुंदेलखंड में गेम चेंजर साबित होगा : एमपीआईडीसी में एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर व सागर के क्षेत्रीय अधिकारी अतुलचंद सिन्हा ने बताया कि बजट स्वीकृति के साथ ही डीपीआर पर काम शुरू हो गया है। जल्द ही टेंडर होने की उम्मीद है। 2026 में जमीनी काम शुरू हो जाएगा। मसवासी ग्रांट औद्योगिक क्षेत्र बुंदेलखंड में गेमचेंजर साबित होगा।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:49 am

कैथल के पाई में 13 साल पहले जैसे हालात:चाचा-भतीजे का डबल मर्डर मामला, परिवारों पर 24 घंटे पुलिस का पहरा

कैथल के गांव पाई में एक बार फिर 13 साल पहले जैसे हालात बन गए हैं। जिस प्रकार वर्ष 2012 में फकीरचंद और राजवीर की हत्या के बाद उनके परिवारों को पुलिस की सुरक्षा दी गई थी और लोग उनकी गली में आने से भी पहरेज कर रहे थे, अब इसी तरह से 2 दिन पहले मारे गए वीरभान और राजेंद्र के परिवार को भी सुरक्षा दी गई है। पुलिस के पहरे में ही परिवार के सदस्य अपने घरों में रह रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस प्रयास कर रही है कि हत्या करने वाले आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उनको बेल तक न मिले। घर में आने-जाने वाले बाहर के लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है। परिवार के सदस्यों के साथ जा रही पुलिस परिवार के सदस्य अगर बाहर किसी छोटे से काम के लिए भी जाते हैं तो उनके साथ किसी ने किसी पुलिस कर्मचारी को भेजा जाता है ताकि वह सुरक्षित घर लौट सके। वहीं बिना पुलिस के परिवार के सदस्यों को बाहर जाने के लिए अनुमति नहीं मिल रही है। गांव में भी घटना के बाद तनाव का माहौल है। बता दें कि 2012 में जब राजेंद्र व उसके अन्य 13 साथियों ने गंडासियों से हमला कर राजवीर और फकीरचंद की हत्या की थी। तब भी गांव में एक महीने से ज्यादा समय तक पुलिस की टीम तैनात रही थी। जहां दोनों के घरों पर पुलिस का पहरा था, वही गांव में भी समय-समय पर पुलिस की गाड़ियां गश्त कर रही थी। अब फिर से राजेंद्र और वीरभान उर्फ भाना की हत्या के बाद यही हालात बने हुए हैं। दिन में पुलिस की टीमों के अलावा पीसीआर की गाड़ियां कई बार गश्त कर रही हैं। परिवारों में डर का माहौल राजेंद्र व वीरभान उर्फ भाना के घर के बाहर पुलिस कर्मचारियों को दिन-रात के लिए तैनात कर दिया गया है। परिवारों के सदस्य सहमे हुए हैं कि आरोपी कहीं उन पर हमला न कर दें। हालांकि पुलिस ने अभी सुरक्षा तो दे दी है लेकिन यह अनुमान नहीं है कि कितने दिन तक यहां पुलिस के तैनाती रहेगी। मामले को लेकर एसपी उपासना ने बताया कि दोनों परिवारों को पुलिस की ओर से सुरक्षा दे दी गई है। इस बार पुलिस की ओर से यह भी नया प्रयास किया गया है कि जिन आरोपियों ने इस समय चाचा भतीजे की हत्या की है, उनको जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और वे किसी तरह बेल न ले सकें। उन्हें गिरफ्तारी के बाद जेल में ही रखा जाए। परिवार के सदस्य काम से अगर बाहर जाते हैं तो उनके साथ पुलिस कर्मचारियों को भेजा जा रहा है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:46 am

पिस्टल के साथ हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार:शादी समारोह के दौरान भी की थी हवाई फायरिंग, एक साथी भी पकड़ा

राजीव गांधी नगर थाना पुलिस और सीएसटी ने अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के कब्जे से दो अवैध पिस्टल, मैगजीन सहित दो जिंदा राउंड तथा एक बोलेरो कैंपर वाहन जब्त किया है। एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है। नाकाबंदी तोड़ भागे बदमाश, पीछा कर पकड़े सीएसटी को शनिवार को मुखबिर से सूचना मिली कि डीपीएस चौराहा की ओर से एक सफेद बोलेरो कैंपर जिस पर आगे भारी लोहे का गार्ड व काले शीशे लगे हैं, नाकाबंदी तोड़कर भागी है। वाहन में सवार भवानी सिंह अपने साथियों के साथ फरार होने का प्रयास कर रहा था। सूचना मिलते ही कंट्रोल रूम से नाकाबंदी के निर्देश जारी किए गए। राजीव गांधी नगर थानाधिकारी रविन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने सीएसटी के साथ मिलकर वाहन का पीछा किया। धर्मपुरा रोड पर तेज रफ्तार के कारण बोलेरो अनियंत्रित होकर बबूल की झाड़ियों में जा गिरी। इस दौरान वाहन में सवार दो व्यक्ति भाग निकले, जबकि मुख्य आरोपी भवानी सिंह को मौके से दबोच लिया गया। तलाशी में उसके पास से दो अवैध पिस्टल, मैगजीन व दो जिंदा राउंड बरामद किए गए। घटना में प्रयुक्त बोलेरो कैंपर को भी जब्त कर लिया गया। कई मामलों में वांछित है आरोपीगिरफ्तार आरोपी भवानी सिंह थाना बालेसर का हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है। वह पूर्व में मारपीट, हत्या के प्रयास व अन्य गंभीर धाराओं में वांछित रहा है। कुछ समय पहले बालेसर थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह के दौरान हवाई फायरिंग का वीडियो वायरल होने के मामले में भी वह फरार चल रहा था। उसके साथ ही राजेन्द्र सिंह पुत्र खोल सिंह निवासी बेलवा खत्रीया को भी गिरफ्तार किया गया है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:46 am

डीजी अशोक राठौड़ का इंटरव्यू:डीजी ने कहा- टीएचसीबीएस प्रदेश की 11 जेलों में नेटवर्क को जाम करेगा

प्रदेश की जेलों के हालात जानने के लिए डीजी जेल अशोक राठौड़ ने दौरे शुरू किए हैं। इस दौरान वे प्रदेश की जेलों में सुरक्षा, सुविधा और सुधार के लिए बंदियों और जेल स्टॉफ से मिलकर बात करेंगे। उनकी समस्याओं और आवश्यकताओं के बारे में जानकारी लेंगे। डीजी राठौड़ बीकानेर आए और शनिवार को बीछवाल स्थित जेल का निरीक्षण किया। ‘दैनिक भास्कर’ ने उनसे सवाल-जवाब किए। Q|जेलों में सुरक्षा और सुधार के लिए क्या किया जा रहा है?A|प्रदेश की जेलों का निरीक्षण कर वहां की वास्तविक स्थिति का पता लगा रहे हैं। सुरक्षा के लिए आवश्यक साधन-संसाधन की जानकारी जुटाकर उपलब्ध कराए जाएंगे। बंदियों और जेल स्टॉफ से बात कर रहे हैं। जेल मेनुअल और कानूनों का सजगता से पालन जरूरी है। इसके लिए कहा जा रहा है। Q|जेलों में बंदियों के पास मोबाइल और बाहरी लोगों से बात करने की बड़ी समस्या है। इसे कैसे रोकेंगे?A|प्रदेश की जेलों में अब आधुनिक टॉवर बेस्ड हारमोनियस कॉल ब्लॉकिंग सिस्टम लगाया जा रहा है। बीकानेर, जयपुर, जोधपुर, अजमेर सहित 11 जेलों में इसे लगाया जाना है। बीकानेर में तो लग चुका और काम भी शुरू कर दिया है। इससे नेटवर्क पूरी तरह जाम हो जाएगा। Q| जेलों में बंदियों से वसूली की शिकायतें सामने आती हैं। स्टॉफ पर भी मिलीभगत के आरोप लगते हैं। क्या करेंगे?A|स्टॉफ अपनी ड्यूटी इमानदारी से करें तो यह समस्या नहीं रहेगी। इसी पर जोर रहेगा। इसके बावजूद शिकायत आई तो जांच करके कार्यवाही करेंगे Q|बीकानेर जेल की रियासतकालीन लूम जंग खा रही है। इस पर क्या निर्णय लेंगे?A|इसके बारे में विचार करेंगे। अगर रियासतकालीन लूम अब इस्तेमाल नहीं की जा सकती तो म्यूजियम या पर्यटकों के लिए सौंपी जा सकती है। पूर्व में एक लूम यहां से ले जयपुर ले जाकर म्यूजियम में रखी गई है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:44 am

नए साल से मिलेगी सुविधा:वाहन का लोन पूरा होते ही आरसी से अपने आप हट जाएगा बैंक का नाम

यदि आपने लोन पर वाहन लिया है तो लोन खत्म होने के बाद अब हाइपोथिकेशन (रजिस्ट्रेशन पर बैंक का नाम) हटवाने परिवहन विभाग के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। परिवहन विभाग ने एनआईसी की वाहन टीम के साथ मिलकर ऑटो हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन (एएचटी) सॉफ्टवेयर तैयार करवाया है। इस सॉफ्टवेयर के साथ सभी बैंक भी जोड़े गए हैं। विभाग इस सुविधा को नए साल यानी जनवरी से शुरू करने जा रहा है। इसके बाद पोर्टल के जरिए वाहन स्वामी एएचटी सेक्शन में जाकर घर बैठे यह प्रक्रिया ऑनलाइन पूरी कर सकेंगे। बिना शुल्क के ऑनलाइन आवेदन करने के बाद आरटीओ को एक सप्ताह के अंदर आरसी में सुधार करना अनिवार्य होगा। ऐसी होगी प्रक्रिया परिवहन विभाग के अनुसार हाइपोथिकेशन हटवाने एएचटी पोर्टल पर आवेदन करना पड़ेगा। आवेदन अपलोड होते ही पोर्टल बैंक के सर्वर से संबंधित वाहन की पूरी जानकारी जुटा लेगा। लोन पूरा है तो ऑनलाइन फाइल आरटीओ के पास चली जाएगी। एक हफ्ते में आरटीओ को फाइल अप्रूव करके भेजनी होगी। यदि आरटीओ से एक सप्ताह में फाइल अप्रूव नहीं हुई तो यह ऑटो अप्रूव हो जाएगी। हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन के लिए अभी भी प्रक्रिया ऑनलाइन है, फिर भी आवेदक को दो बार प्रत्यक्ष रूप से आरटीओ जाना पड़ता है। अभी इस प्रक्रिया में सेवा प्रदाता को 75 रुपए शुल्क भी देना पड़ता है, जो नहीं देना पड़ेगा। 25000 नए वाहन क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में हर साल औसतन 25 हजार नए वाहनों की खरीदी होती है। इसमें से 90% वाहन फाइनेंस होते हैं, जिनके रजिस्ट्रेशन पर संबंधित बैंक या फाइनेंस कंपनी का नाम दर्ज होता है। नए साल से सुविधा विभाग हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन के लिए नया सॉफ्टवेयर तैयार करा रहा है। नई व्यवस्था नए साल से शुरू होने की उम्मीद है, इससे वाहन स्वामी के साथ आरटीओ का समय भी बचेगा। - मनोज तेहनगुरिया, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, सागर

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:43 am

गल्ला मंडी 22 से बंद, नहीं होगी डाक

गल्ला मंडी व्यापारी के साथ लूट एवं प्राण घातक हमले के विरोध में खुरई रोड स्थित अनाज मंडी सोमवार से अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेगी। अनाज एवं तिलहन व्यापारी संघ की बैठक में यह निर्णय लिया गया। संघ के अध्यक्ष महेश साहू ने बताया कि प्राण घातक हमले के दोषियों को जल्द पकड़ने एवं दोषियों से रुपयों की जब्ती, स्ट्रीट लाइट्स, सीसीटीवी कैमरे लगाने, भाग्योदय के पास वाली शराब की दुकान बंद कराने, मंडी चौराहे पर मांस की दुकानें बंद करने, गति अवरोधक-सांकेतिक चिन्ह बोर्ड लगने एवं अतिक्रमण हटाने संबंधी निवेदन किया गया था। जिस पर प्रशासन के आश्वासन पर व्यापारियों ने 20 मिनट पश्चात ही डाक प्रारंभ कर दी थी। लेकिन यह मांगें आज तक पूरी नहीं हुई हैं। यदि रविवार तक हमारी उपरोक्त मांगें पूरी नहीं होतीं तो सोमवार से संघ मंडी में घोष बिक्री कार्य नहीं करेगा।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:41 am

बीकानेर विकास प्राधिकरण:क्षेत्राधिकार का विवाद समाप्त;80 वार्ड नगर निगम के, शुरुआत जेएनवी और सादुलगंज से

शहर में बीकानेर विकास प्राधिकरण और नगर निगम में क्षेत्राधिकार को लेकर विवाद समाप्त हो गया है। शहर के सभी 80 वार्ड नगर निगम के क्षेत्र में होंगे। बीडीए योजना क्षेत्र और कृषि भूमि बीडीए के ही रहेंगे। प्रशासन ने इस पर मुहर लगा दी है। इस काम की शुरुआत जयनारायण व्यास कॉलोनी और शार्दुलगंज कॉलोनी सौपने के साथ होगी। इसके लिए शहर की जमीनों के रिकार्ड को डिजिटलाइज्ड किया जा रहा है। सड़क निर्माण हो, पानी-बिजली की समस्या, सीवर लाइन या अन्य कार्य। शहर की गली-मोहल्ले और कॉलोनियों में क्षेत्राधिकार को लेकर नगर निगम और नगर निकास न्यास (अब बीडीए) में विवाद रहा है। इससे आमजन को परेशान होना पड़ता है। क्षेत्राधिकार तय होने के बाद लोगों पता होगा शिकायत किससे करनी है। इसे देखते हुए जिला कलेक्टर ने क्षेत्राधिकार तय करने के लिए बीडीए, नगर निगम के अधिकारियों की एक कमेटी गठित की थी। कमेटी ने कलेक्टर को अपनी रिपोर्ट सौंपी जिसमें सिफारिश की गई कि बीडीए योजना क्षेत्र और कृषि भूमि को छोड़कर शहर के सभी 80 वार्ड की सीमा नगर निगम को सौंप दी जानी चाहिए। बीडीए की ओर से इसका रिकॉर्ड डिजिटलाइजेशन करके ई-फाइल तैयार करे। प्रत्येक पट्‌टा-प्रॉपर्टी आईडी बनाकर चेकलिस्ट फार्म इस ई-फाइल के साथ लगाकर सुपुर्द करे जिससे पत्रावली को ढूंढ़ने और उस पर कार्य करने में सुविधा रहे। प्रशासन ने इस पर मुहर लगा दी है और जल्दी ही इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। बीडीए की ओर से जयनारायण व्यास कॉलोनी और शार्दुलगंज नगर निगम को सौंपकर इसकी शुरूआत होगी। वर्ष, 22 में 5 क्षेत्र दिए थे निगम को कलेक्टर की ओर से पूर्व में शहर के पांच क्षेत्र नगर निगम को सौंपे जा चुके हैं जिनका जिम्मा पूरी तरह निगम का है। 19 जुलाई, 22 को तत्कालीन कलेक्टर ने आदेश जारी कर बल्लभ गार्डन का समस्त क्षेत्र, सुदर्शना नगर, गांधी नगर पवनपुरी, जस्सूसर गेट का बाहरी क्षेत्र, ग्राम पंचायत करमीसर की आबादी सीमा की हद तक का क्षेत्र नगर निगम को हस्तांतरित करने का आदेश जारी किया गया था। उसके बाद 7 अक्टूबर, 22 के प्रस्ताव से अमरसिंहपुरा, मेघवालान, फतीपुरा, शीतलागेट के बाहर, राणीसर बास, पंचमुखा हनुमान मंदिर के पास, इंडस्ट्रियल एरिया रानीबाजार, गुर्जरों के कब्रिस्तान के पास, बांद्रा बास, प्रताप बस्ती, सर्वोदय बस्ती, बंगला नगर, नत्थूसर गेट हरिजन बस्ती, भाटों का बास, हमालों की बारी के बाहर, भादाणियों की बगेची के पास कच्ची बस्ती से डिनोटिफाइड की जा चुकी हैं। इन सभी में रोडलाइट सेनिटेशन, सीवरेज, स्वीपिंग तथा घर-घर कचरा संग्रहण का काम निगम ही कर रहा है। क्या होगा इस निर्णय से शहर में क्षेत्राधिकार को लेकर अब आमजन को समस्या नहीं होगी। बिल्डिंग परमिशन और पट्‌टे बनाने जैसे कामों में कोई अड़चन नहीं आएगी। जल्दी ही जयनारायण व्यास कॉलोनी और शार्दूलगंज पर बोर्ड में निर्णय लेकर नगर निगम को सौंप देंगे। - अपर्णा गुप्ता, आयुक्त बीडीए

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:40 am

पैन एम फ्लाइट 103: हवा में धमाका, 270 मौतों से दहला विश्व

अंतरराष्ट्रीय विमानन इतिहास की सबसे भयावह घटनाओं में से एक 21 दिसंबर 1988 की रात घटी, जब पैन अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 103 स्कॉटलैंड के छोटे से शहर लॉकरबी के ऊपर हवा में धमाके के साथ उड़ा दी गई

देशबन्धु 21 Dec 2025 5:40 am

10 घंटे पहले पता चलेगी वेटिंग टिकट की अंतिम स्थिति:रेलवे ने बदली चार्टिंग टाइमिंग, समय रहते अपडेट मिलने से यात्री ढूंढ सकेंगे विकल्प

भारतीय रेलवे ने वेटिंग लिस्ट यात्रियों को राहत देते हुए रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने की समय-सारणी में बड़ा बदलाव किया है। अब ट्रेनों का पहला रिजर्वेशन चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से कम से कम 10 घंटे पहले तैयार किया जाएगा, जिससे यात्रियों को टिकट कन्फर्म न होने की स्थिति में समय रहते वैकल्पिक व्यवस्था करने का मौका मिलेगा। नई व्यवस्था के तहत लंबे रूट पर दूरदराज़ से आने वाले यात्रियों को स्टेशन पर घंटों चार्ट का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा। अब वे 10 घंटे पहले ही ऑनलाइन या पूछताछ के जरिए अपनी टिकट की मौजूदा स्थिति जान सकेंगे और जरूरत हो तो दूसरी ट्रेन, बस या कैंसलेशन जैसे विकल्प चुन सकेंगे। अलग-अलग समय की ट्रेनें, चार्ट कब बनेगा रेलवे की नई चार्टिंग व्यवस्था के अनुसार सुबह 5:01 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच प्रस्थान करने वाली ट्रेनों का पहला रिजर्वेशन चार्ट एक दिन पहले रात 8 बजे तैयार किया जाएगा। आधी रात 12 बजे से सुबह 5 बजे के बीच चलने वाली ट्रेनों के लिए पहला चार्ट गाड़ी के प्रस्थान से 10 घंटे पूर्व बनेगा। वहीं दोपहर 2:01 बजे से रात 11:59 बजे के बीच रवाना होने वाली सभी ट्रेनों के लिए पहला चार्ट कम से कम 10 घंटे पहले तैयार कर लिया जाएगा। जोधपुर मंडल ने समझाई व्यवस्था उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि इस संबंध में रेलवे बोर्ड से गाइडलाइन प्राप्त हुई है और मंडल में इसे लागू किया जा रहा है। उनके अनुसार, पहले से चार्ट बनने से वेटिंग लिस्ट यात्रियों को अनावश्यक असुविधा से राहत मिलेगी और उनकी यात्रा योजना अधिक व्यवस्थित व सुगम हो सकेगी। यात्रा योजना में समय और स्पष्टता दोनों रेलवे का कहना है कि संशोधित चार्टिंग प्रणाली से यात्रियों को समय पर सटीक जानकारी मिलेगी, जिससे उनका समय बचेगा और यात्रा योजना में अधिक स्पष्टता आएगी। वेटिंग लिस्ट, RAC या कन्फर्म टिकट की स्थिति पहले से पता होने पर यात्री परिवार और कामकाज के हिसाब से बेहतर निर्णय ले सकेंगे।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:40 am

मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:बांग्लादेश में 7 साल की बच्ची को जिंदा जलाया; T-20 वर्ल्डकप से गिल बाहर, UP में रेपिस्ट बोला- अब मुझे फेमस करो

नमस्कार, कल की बड़ी बांग्लादेश हिंसा से जुड़ी रही। उपद्रवियों ने 7 साल की बच्ची को जिंदा जला दिया। वहीं, दूसरी बड़ी खबर यूपी में भाजपा की बैठक को लेकर रही। इस दौरान योगी ने SIR कार्य में प्रगति को लेकर नाराजगी जाहिर की। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. बांग्लादेश हिंसा- 7 साल की बच्ची को जिंदा जलाया, BNP नेता के घर में आग लगाई बांग्लादेश में उपद्रवियों ने BNP नेता बिलाल हुसैन के घर को बाहर से बंद कर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इसमें उनकी 7 साल की बेटी आयशा की मौत हो गई। बिलाल और उनकी दो बेटियां सलमा (16) और सामिया (14) गंभीर रूप से झुलस गईं। सभी का इलाज जारी है। दरअसल, शेख हसीना के विरोधी नेता उस्मान हादी की मौत के बाद हिंसा भड़क गई है। पढ़ें पूरी खबर... 2. PM बोले- मोदी कांग्रेस की गलतियां सुधार रहा, कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को छूट दी प्रधानमंत्री मोदी ने गुवाहाटी में कहा कि कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को छूट दी, जिससे असम की सुरक्षा और पहचान दांव पर लग गई। यहां की डेमोग्राफी बदल गई। PM ने कहा, 'कांग्रेस 6-7 दशक में बहुत सी गलतियां की हैं, जिसे मोदी सुधार रहा है।असम की हिमंता सरकार भी अवैध घुसपैठियों को पहचानकर उन्हें बाहर कर रही है।' सोनिया बोलीं- मनरेगा पर बुलडोजर चलाया: कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने लोकसभा-राज्यसभा से पास हुए VB-G Ram G पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'सरकार ने मनरेगा पर बुलडोजर चला दिया है। न सिर्फ महात्मा गांधी का नाम हटाया, बिना विचार विमर्श किए, मनमानी ढंग से बदल इसे दिया। अब किसको, कितना, कहां और किस तरह रोजगार मिलेगा, यह जमीनी हकीकत से दूर दिल्ली में बैठकर सरकार तय करेगी।' पढ़ें पूरी खबर... 3. योगी-नड्‌डा से BJP नेता बोले- यादव-मुस्लिम BLO गड़बड़ी कर रहे, CM ने कहा- सपा के फर्जी वोटर हटवाओ यूपी भाजपा मुख्यालय में शनिवार को अहम बैठक हुई। इस दौरान CM योगी आदित्यनाथ ने SIR को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के काम पर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने पार्टी के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की मौजदूगी में कहा- सपा के कार्यकर्ता SIR को लेकर काफी सक्रिय हैं। उनके लोग अपने मतदाताओं के नाम जुड़वा रहे हैं। योगी बोले- सपा एक घर में 20 वोटर बनवा रही सीएम ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता SIR को लेकर जमीन पर काम नहीं कर रहे हैं। इससे अच्छा संदेश नहीं जा रहा। सपा के लोग एक-एक घर में 20-20 वोटर बनवा रहे हैं। फर्जी वोटर्स को भी किसी का बेटा-बेटी, भाई बताकर एडजस्ट करा रहे हैं। ऐसे मतदाताओं की पहचान कराकर उनके नाम वोटर लिस्ट से हटवाएं। पढ़ें पूरी खबर... 4. रेपिस्ट मुस्कुराते हुए बोला- मुझे फेमस कर दो, बुलंदशहर में मां-बेटी से किया था गैंगरेप बुलंदशहर में NH-91 पर परिवार को बंधक बनाकर मां-बेटी से गैंगरेप करने वाले 5 आरोपियों को पॉक्सो कोर्ट ने शनिवार को दोषी करार दिया। 22 दिसंबर को इन्हें सजा सुनाई जाएगी। 9 साल 4 महीने और 21 दिन के लंबे इंतजार के बाद अब पीड़ित परिवार की निगाहें कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं। अदालत में दोषी करार दिए जाने के बाद जेल ले जाते वक्त एक अपराधी मीडियाकर्मियों को देख मुस्कुराने लगा। बोला- 'जियो राजा, मुझे फेमस कर दो।' इस पर पुलिस उसे धक्का देकर आगे ले गई। 2016 में नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे एक परिवार को बदमाशों ने लूट के इरादे से रोका था। फिर कार सवार मां और उसकी नाबालिग बेटी से हाईवे किनारे खेत में गैंगरेप किया था। बाकी सदस्यों को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। पढ़ें पूरी खबर... 5. टी-20 वर्ल्डकप के लिए भारतीय टीम का ऐलान, सूर्या कप्तान, ईशान की वापसी; शुभमन गिल बाहर टी-20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए भारतीय टीम का ऐलान कर दिया गया है। अक्षर पटेल को उपकप्तान बनाया गया है, जबकि शुभमन गिल को टीम से बाहर कर दिया गया है। विकेटकीपर संजू सैमसन को स्क्वॉड में शामिल किया गया। इसके अलावा ईशान किशन और रिंकू सिंह को भी मौका मिला है। सूर्यकुमार यादव ने गिल का चयन न होने पर कहा कि उन्हें फॉर्म नहीं बल्कि टीम कॉम्बिनेशन की वजह से ड्रॉप किया गया। चीफ सिलेक्टर अजित अगरकर ने कहा;- गिल इस समय रन नहीं बना पा रहे हैं। हम जानते हैं कि वह कितने अच्छे खिलाड़ी हैं, शायद अभी थोड़े रन कम बना रहे हैं, उन्हें पिछले वर्ल्ड कप में भी मौका नहीं मिला था, यह दुर्भाग्यपूर्ण था। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... मरे मच्छरों को लेकर निगम दफ्तर पहुंचा शख्स छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक युवक मच्छरों को पॉलीथिन में भरकर निगम दफ्तर पहुंच गया। उसे डर था कि काटने वाला मच्छर डेंगू फैलाने वाला हो सकता है। इस वजह से उसने जांच कराई। हालांकि, इसमें पता चला कि मच्छर साधारण थे, डेंगू वाले नहीं। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास ️ मौसम का मिजाज कर्क राशि के लोगों को रुका पैसा वापस मिल सकता है। तुला राशि वालों को समस्याओं समाधान मिलेगा। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:39 am

रानगिर में देहार नदी पर झूला पुल का काम अटका

शहर से करीब 40 किमी दूर स्थित हरसिद्धि माता मंदिर रानगिर को पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने और हजारों साल पुरानी धार्मिक विरासत को सुरक्षित आवागमन से जोड़ने के लिए देहार नदी पर झूला पुल का निर्माण कराया जा रहा है। यह पुल लोक निर्माण विभाग सेतु द्वारा हरसिद्धि माता मंदिर रानगिर से बूढ़ी रानगिर मार्ग पर बनाया जा रहा है, जिसकी लागत 2419.64 लाख रुपए है। देहार नदी पर निर्माणाधीन इस झूला पुल का शिलान्यास और भूमिपूजन करीब 3 साल पहले किया गया था। जिसे 8 माह में बनकर तैयार किया जाना था लेकिन 3 साल बाद भी निर्माण पूरा नहीं हुआ।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:39 am

हॉस्पिटल में भ्रष्टाचार का एनकाउंटर:रिकाउंटिंग में मांझी का यू-टर्न, थानेदार के फेयरवेल में रिश्वत का गिफ्ट

बात खरी है... इसमें आप देखेंगे बिहार के नेताओं और अफसरों के बीच अंदरखाने क्या चल रहा है, और दिनभर की ऐसी बड़ी हलचल जो आपको हंसाएगी भी और जिम्मेदारों को आइना भी दिखाएंगी। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:39 am

'लड़की से प्यार है, फेल हुआ तो शादी नहीं होगी':ग्रेजुएशन के छात्र ने आंसरशीट में लिखा, मुजफ्फरपुर में कंट्रोलर बोले- हमारी यूनिवर्सिटी का मामला नहीं

'सर, अगर मैं इस बार पास नहीं हुआ तो मेरी शादी टूट जाएगी। शादी की उम्र भी हो रही है। मैं एक लड़की से प्यार करता हूं।' ये बातें एक पेज पर लिखी हुई हैं, जो सोशल मीडिया पर वायरल है। दावा किया जा रहा है कि जिस पेज पर ये बातें लिखी गई है, वो मुजफ्फरपुर बीआरए यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएशन स्टूडेंट ने एग्जाम के आंसरशीट में लिखी है। हालांकि, इस संबंध में बाबा भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर से बातचीत की तो उन्होंने कैमरे पर बात करने से इनकार कर दिया। लेकिन, ऑफ द रिकार्ड उन्होंने कहा कि, मैंने भी वायरल पेज को देखा है। वो हमारी यूनिवर्सिटी का मामला नहीं है। ये कॉलेज और यूनिवर्सिटी को बदनाम करने की साजिश है। सबसे पहले देखिए, सोशल मीडिया पर वायरल पेज अब जानिए, वायरल पेज में क्या लिखा है? वायरल पेज में लिखा है- 'फेल हो जाऊंगा तो मेरे परिवार के लोग भी इस लड़की से मेरी शादी नहीं करेंगे। लड़की के घरवाले भी ग्रेजुएशन में फेल लड़के से अपनी बेटी की शादी के लिए राजी नहीं होंगे। अब मेरी शादी होगी या नहीं, ये आपके हाथ में है। अगर मेरी शादी हो जाती है, तो मैं आपको मिठाई भिजवाऊंगा। मेरी शादी होगी या नहीं, ये पूरी तरह से आपके हाथ में है।' ग्रेजुएशन सेमेस्टर-2 के छात्र ने किया भावनात्मक अपील बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर बिहार यूनिवर्सिटी की ओर से अक्टूबर में ग्रेजुएशन सेमेस्टर-2 के एग्जाम का आयोजन किया गया। इस एग्जाम में एक छात्र ने आंसरशीट पर कॉपी जांच करने वाले टीचर से भावनात्मक अपील की है। हालांकि, यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर प्रो. राम कुमार ने बताया कि, वायरल हो रही उत्तर पुस्तिका हमारे यूनिवर्सिटी की हैं, ये कैसे कोई दावा कर सकता है। क्या वायरल पेज पर यूनिवर्सिटी का नाम लिखा है, मुहर लगी है? ये बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बदनाम करने की साजिश है। कंट्रोलर ऑफिस के क्लर्क बोले- प्रश्न का जवाब नहीं, इमोशनल लेटर लिखा एग्जाम कंट्रोलर ऑफिस में कार्यरत एक क्लर्क ने नाम न छापने की रिक्वेस्ट पर बताया कि, वायरल पेज यूनिवर्सिटी के छात्र का ही है। कुछ छात्रों ने आंसरशीट में सामान्य ज्ञान और साहित्य से जुड़े सवालों का जवाब उल्टा और बेतुका जवाब लिखा है। एक प्रश्न में ‘पद्मावत’ के लेखक का नाम पूछा गया था, जिसका जवाब कवि मलिक मोहम्मद जायसी की जगह देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का नाम लिख दिया। कुछ आंसरशीट में छात्रों ने जवाब के बदले इमोशनल लेटर, लव स्टोरी और निजी समस्याएं लिख दीं। दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने क्लर्क से कॉपी जांचने वाले टीचर का नाम पूछा तो काफी देर के बाद नाम बताया। फिर कॉपी जांचने वाले टीचर के पास पहुंचे। उन्होंने भी नाम न छापने की रिक्वेस्ट पर कहा कि, आंसरशीट में जो कुछ लिखा गया है, वो छात्रों की बुनियादी समझ की कमी को दिखाता है। छात्र परीक्षा को भावनात्मक ब्लैकमेल का माध्यम बना लिया है। टीचर ने कहा कि परीक्षा की तैयारी नहीं की और आंसरशीट पर भावनात्मक अपील कर खानापूर्ति कर दी। ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। वायरल आंसरशीट को लेकर ABVP ने की जांच की मांग इस मामले में छात्र राजनीति भी गरमा गई है। ABVP के छात्र नेता प्रशांत गौतम ने यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट से जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर आंसरशीट वास्तव में इसी यूनिवर्सिटी की हैं, तो ये शिक्षा व्यवस्था और यूनिवर्सिटी की छवि के साथ गंभीर खिलवाड़ है। इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:38 am

निजी वेयर हाउस में अनाज सु​रक्षित नहीं:वेयर हाउस संचालक ने 1400 क्विंटल सरकारी गेहूं बेचा, शाजापुर में 8 करोड़ का अनाज सड़ा

किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीदा सरकारी गेहूं निजी वेयर हाउस में सुरक्षित नहीं है। उज्जैन के एक वेयर हाउस में रखा 27 लाख से ज्यादा कीमत का 1400 क्विंटल गेहूं संचालक ने ही बेच डाला। शाजापुर के दो वेयर हाउसों में तो सरकार का करीब 8 करोड़ को गेहूं-चना सड़ गया। दोनों ही मामले की वसूली को लेकर विभाग के अफसर पसोपेश में है। हालांकि वेयर हाउसिंग लॉजिस्टि​क कॉरपोरेशन ने दोनों ही मामले में एफआईआर दर्ज कराते हुए कानूनी कार्रवाई कर दी, लेकिन अनाज या इसकी राशि की वसूली विभाग अब तक नहीं कर सका। वेयर हाउस संचालकों के लंबे-दांव पेंच के बाद आखिरकार विभाग ने संबंधित वेयर हाउस संचालक की संपत्ति कुर्क करते हुए वसूली करने का निर्णय लिया है, लेकिन कुर्की की कार्रवाई प्रशासनिक अफसरों के स्तर से होना है। इसको लेकर पत्राचार शुरू हो चुके है। संबंधित वेयर हाउस संचालकों को भी नोटिस देकर चेतावनी भी दे दी गई है। ज्ञात रहे वेयर हाउसों में सामने आई धांधली के मामले में वेयर हाउस कारपोरेशन उज्जैन के तात्कालीन रीजनल मैनेजर और शाखा प्रबंधक भी निलंबित हो चुके है। प्रकरण-1 : प्रशासनिक अफसर को कुर्की के लिए भेजा पत्र साल 2020-21 में समर्थन मूल्य पर खरीदे गए गेहूं की 28 हजार कट्टी (1400 क्विंटल) गौतम वेयर हाउस उज्जैन में रखा गया। करीब 4 साल बाद साल 2024 के अंत में ​अफसरों को इसकी भनक लगी। पूछताछ में पता चला कि यहां रखा सरकार का पूरा 1400 क्विंटल गेहूं वेयर हाउस संचालन ने अपने हिसाब से ही बेच दिया। इसकी कीमत 1975 रुपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य के हिसाब से 27 लाख रुपए है। मामले में सख्ती दिखाते हुए वेयर हाउस के विजयसिंह गौतम के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई। प्रकरण न्यायालय में पहुंच गया, लेकिन इधर विभागीय स्तर से वसूली की कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी। ब्रांच मैनेजर कमलेश वाखला ने बताया कि कुर्की की कार्रवाई के लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रकरण -2 : 50 हजार एमटी गेहूं और 1800 क्विंटल चना खराब शाजापुर के दो वेयर हाउस में 7-8 करोड़ का गेहूं व चने का मामला अटक गया। भाजपा नेता रामेश्वर चौधरी और उनके बेटे धुरंधर चौधरी के भागीरथ एग्री. और भागीरथ वेयर हाउसों में 2020-21 में रखा 50 हजार एमटी गेहूं और 1800 क्विंटल चना खराब हो गया। सितंबर 2023 में पिता-पुत्र के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज करवा दी, लेकिन 8 करोड़ के अनाज के बदले विभाग को अब तक कुछ भी हाथ नहीं लगा। वेयर हाउस डीएम सुमित शर्मा ने बताया वेयर हाउस में रखे अनाज को सुरक्षित लौटाने की जिम्मेदारी संचालक की होती है। अनाज खराब होने पर भी वे ही जिम्मेदार है। वसूली के लिए हाल ही में संबंधितों को नोटिस जारी कर दिया है, लेकिन क्लेम आदि की राशि समायोजित नहीं हो सकी थी। दो-चार दिन में नया नोटिस देंगे। वसूली नहीं हुई तो कुर्की की कार्रवाई भी शुरू करेंगे। करोड़ों के सरकारी अनाज के मामले में दोनों जगह कार्रवाई चल रही उज्जैन और शाजापुर में निजी वेयर हाउस संचालकों के कारण करोड़ों के सरकारी अनाज का मामला पेंडिंग चल रहा है। सरकारी अनाज बेचने वाले उज्जैन के वेयर हाउस संचालक पर कुर्की के लिए अफसरों को पत्र भेजे है। शाजापुर के मामले में भी जल्द यह कार्रवाई शुरू करेंगे। यूएस मोरे, रीजनल मैनेजर एमपी वेयर हाउसिंग लॉजिस्टिक कॉरपोरेशन

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:37 am

यात्रियों को मनमाने किराए से राहत देने की योजना पर ताला

शहर में दो साल पहले शुरू किए प्री-पेड ऑटो बूथ अव्यवस्था का शिकार नजर आ रहे हैं। यह बूथ रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म-1 के सामने, माल गोदाम के पास और सांदीपनि आश्रम के सामने बनाए थे, लेकिन तीनों बूथ पर अधिकांश समय ताला लगा रहता हैं। प्री-पेड बूथों का उद्देश्य यात्रियों को तय किराए पर ऑटो सुविधा देना था, ताकि मनमाना किराया वसूली और विवाद से निजात मिल सके। मामले में यातायात डीएसपी विक्रम सिंह कानपुरिया ने कहा कि बूथ चालू हैं, संभव है संबंधित कर्मचारी किसी कारणवश आसपास गया हो।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:34 am

साल का सबसे छोटा दिन कल, 10 घंटे 41 मिनट का रहेगा

सूर्य के चारों ओर पृथ्वी के परिभ्रमण के कारण 22 दिसंबर को सूर्य मकर रेखा पर लंबवत होगा। इस दिन सूर्य की क्रांति 23 अंश 26 कला 15 विकला दक्षिण होगी। जिससे भारत सहित उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित देशों में सबसे छोटा दिन और सबसे बड़ी रात होगी। 22 दिसंबर को उज्जैन में सूर्योदय 7 बजकर 05 मिनट और सूर्यास्त 5 बजकर 46 मिनट पर होगा। जिससे 22 दिसंबर को उज्जैन में दिन की अवधि 10 घंटे 41 मिनट और रात की अवधि 13 घंटे 19 मिनट की होगी। जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त के अनुसार इस घटना को शंकु यंत्र से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। इस दिन शंकु की छाया सबसे लंबी होकर पूरे दिवस मकर रेखा पर गमन करती दृष्टिगोचर होगी। इस घटना को हम धूप होने पर ही देख सकेंगे। 22 के बाद सूर्य की गति उत्तर की ओर 22 के बाद सूर्य की गति उत्तर की ओर दृष्टिगोचर होना शुरू हो जाती है, जिसे सायन उत्तरायन का प्रारंभ कहते हैं। सूर्य की उत्तर की ओर गति होने के कारण अब उत्तरी गोलार्द्ध में दिन बड़े होने लगेंगे। रात छोटी होने लगेंगी। 21 मार्च को सूर्य विषुवत रेखा पर लंबवत होगा। तब दिन-रात की अवधि बराबर होगी।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:34 am

अवैध खनन का अंधाधुंध विस्तार:बीसीईसी-एफएसआई ने 8 साल पहले 25 फीसदी खनन अवैध बताया, 1.10 प्रतिशत वैध काम की आड़ में अब तक 40 प्रतिशत तक अरावली तबाह

सुप्रीम कोर्ट द्वारा 100 मीटर ऊंची पहाड़ियों की ही अरावली मानने की नई परिभाषा को मंजूरी के बाद उदयपुर सहित प्रदेश के 15 जिलों में चिंता है। क्योंकि इस मानक से अरावली की 90% से ज्यादा पहाड़ियां संरक्षण के दायरे से बाहर हो जाएंगी। विरोध-प्रदर्शनों के बीच दैनिक भास्कर ने अरावली को लेकर सरकारी दावों और जमीनी हकीकत की पड़ताल की। सामने आया कि यह खाई लगातार चौड़ी होती जा रही है। एक ओर बार-बार यह कहा जा रहा है कि कुल खनन क्षेत्र में सिर्फ 1.10 प्रतिशत ही (वैध खनन) है। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त सेंट्रल एम्पावर्ड कमेटी (सीईसी) और फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया (एफएसआई) की रिपोर्टें साफ बता रही हैं कि समस्या वैध खनन नहीं, बल्कि अवैध खनन का अंधाधुंध विस्तार है। 1.10 प्रतिशत तो केवल लाइसेंस शुदा पट्टों का आंकड़ा है। इसका अवैध खनन से न तो कोई गणितीय संबंध है और नहीं नैतिक। इसे ढाल बनाकर अवैध खनन छिपाने की लगातार कोशिशें की जा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह गंभीर बौद्धिक छल है। सीईसी व एफएसआई की सैटेलाइट स्टडी के अनुसार 2018 तक अरावली पर्वतमाला का लगभग 25 प्रतिशत हिस्सा अवैध खनन से प्रभावित या नष्ट हो चुका। यह कोई अनुमान नहीं, बल्कि गायब हो चुकी पहाड़ियों, सपाट किए पर्वतों, वन भूमि के खनन में रूपांतरण और 2002 से लागू सुप्रीम कोर्ट के खनन निषेध आदेशों की खुली अवहेलना पर आधारित निष्कर्ष है। अब सवाल यह है कि जब अवैध खनन पूरी तरह रुका ही नहीं, तो पिछले आठ वर्षों में यह नुकसान कहां तक पहुंच गया होगा? अब 90 प्रतिशत पहाड़ियों को अरावली नहीं माना गया तो इससे अरावली पर्वत शृंखला का तबाह होना तय है। विशेषज्ञों की नजर में 3 सीन : हर साल कम से कम 0.5 फीसदी नया इलाका बना सीईसी और एफएसआई ने 2018 में ही चेताया था कि अरावली का 25 प्रतिशत हिस्सा अवैध खनन की चपेट है। इसके बाद का सटीक वार्षिक सरकारी डेटा सार्वजनिक नहीं है। इसलिए विशेषज्ञों ने यथार्थवादी मान्यताओं के आधार पर तीन परिदृश्य तैयार किए हैं। पहला न्यूनतम वृद्धि - इसमें माना गया कि दावों के बावजूद अवैध खनन पूरी तरह नहीं रुका और औसतन 0.5 प्रतिशत प्रति वर्ष नया क्षेत्र प्रभावित हुआ। यानी 8 साल में 4 प्रतिशत अतिरिक्त नुकसान हुआ। अब तक प्रभावित क्षेत्र करीब 29 प्रतिशत पहुंचता है। दूसरा मध्यम या व्यावहारिक - इसमें औसतन 1 प्रतिशत प्रति वर्ष वृद्धि मानी गई। इससे 2025 तक नुकसान 33 प्रतिशत तक पहुंचता है। तीसरा आक्रामक - इसे वास्तविकता के करीब मानते हुए में 1.5 से 2 प्रतिशत प्रति वर्ष नया नुकसान आंका गया। इस लिहाज से कुल प्रभावित हिस्सा 37 से 41 प्रतिशत तक हो सकता है। 1.10% वैध खनन का भ्रम और असली अपराधसरकारी स्तर पर बार-बार दोहराया जाने वाला 1.10 प्रतिशत वैध खनन का आंकड़ा असल मुद्दे से ध्यान भटकाने का जरिया बन गया है। यह प्रतिशत केवल लाइसेंस वाले पट्टों को दर्शाता है, न कि जमीन पर हो रहे कुल खनन को। अवैध खनन का इससे प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध ही नहीं है। सीईसी की रिपोर्टों में साफ कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट के 2002 से चले आ रहे खनन निषेध आदेशों के बावजूद राजस्थान-हरियाणा बेल्ट में बड़े पैमाने पर अवैध खनन जारी रहा। इसका असर केवल पर्यावरण तक सीमित नहीं है। पहाड़ियां गायब होने से भूजल रिचार्ज, जैव विविधता और स्थानीय जलवायु पर स्थायी चोट पड़ी है। यह केवल पर्यावरणीय नुकसान नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के साथ अपराध है। अरावली को बचाने के दावे कागजों पर नहीं, बल्कि पहाड़ियों पर दिखने चाहिए। भास्कर एक्सपर्ट : प्रो. महेश शर्मा, पर्यावरणविद

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:33 am

कल लोकार्पण में आ सकते है मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का 22 दिसंबर को जिले में दौरा प्रस्तावित है। वे डोंगला में गणित कार्यशाला के कार्यक्रम में हो सकते है। भाजपा नगराध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया डोंगला के बाद सीएम नानाखेड़ा स्टेडियम में आयोजित समारोह में शामिल होंगे। यहां से वे 100 करोड़ के कार्यों का लोकार्पण-भूमि पूजन करेंगे। दशहरा मैदान में आयोजित कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। इधर कलेक्टर रोशन सिंह ने बताया कि सीएम का शेड्यूल रविवार तक स्पष्ट हो पाएगा।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:33 am

भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष आज आएंगे

उज्जैन | भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष रविवार को शहर आएंगे। नगराध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया वे शाम को 5 बजे लोकशक्ति भवन में संगठनात्मक बैठक लेंगे। मुख्य रूप से बीएल संतोष जी एसआईआर, जन शताब्दी समारोह व पार्टी की आगामी संगठनात्मक गतिविधियों के बारे में मार्गदर्शन देंगे।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:33 am

बिना डॉक्टर की पर्ची बिक रही ‘बच्चा गिराने’ की किट:रिपोर्टर ग्राहक बनकर पहुंची तो 3 गुना रुपए वसूले, गलत इस्तेमाल से जा सकती है जान

केस 1 : गुपचुप अबॉर्शन के लिए एक महिला ने मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) किट लिया। इसके बावजूद भी पीरियड्स नहीं आए तो डॉक्टर के पास गई। वहां पता चला कि वो तीन महीने की प्रेग्नेंट है। केस 2 : एक महिला ने बिना डॉक्टर की सलाह एमटीपी किट का इस्तेमाल कर लिया। इतना ब्लड लॉस हुआ कि आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा। ये दो केस काफी हैं ये बताने के लिए कि बिना डॉक्टर की सलाह एमटीपी किट का इस्तेमाल करना कितना खतरनाक है? नियमानुसार, हॉस्पिटल में एडमिट रख कर डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन में प्रेग्नेंसी की शुरुआती स्टेज में अबॉर्शन के लिए दिया जाता है, लेकिन जोधपुर में मेडिकल स्टोर पर धड़ल्ले से बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के ये किट बिक रहा है। भास्कर रिपोर्टर की पड़ताल में ये सच सामने आया। 500 रुपए के किट के 1500 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। मेडिकल स्टोर वाले किट मांगने वाले को दुकान से दूर बुलाते हैं। तीन गुना पैसा लेकर किट थमा देते हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… दुकान से दूर बुलाकर दी किट भास्कर रिपोर्टर सबसे पहले जोधपुर एम्स के सामने मेडिकल मार्केट में मुख्य सड़क पर स्थित दुकानों पर पहुंची। एमटीपी किट मांगी तो सबने मना कर दिया। फिर किसी ने बताया- गली वाली दुकानों पर मिल सकता है। गली के कॉर्नर पर रिपोर्टर राज राजेश्वर मेडिकल स्टोर पर पहुंची। किट मांगी तो वहां काम कर रहे लड़के ने कहा- आधे घंटे बाद आना, मिल जाएगी। रिपोर्टर आधे घंटे बाद दोबारा पहुंची तो वहां एक दूसरा युवक मौजूद था। बोला- दुकानों के आगे ठेला लगा है। वहां जाओ, मिल जाएगी। मोबाइल बैग में ही रखना। रिपोर्टर दुकान से आगे निकली तो वहीं लड़का मिला, जिसने आधे घंटे बाद आने को कहा था। उसने बिना कवर के टेबलेट का किट पकड़ाया और 1500 रुपए मांगे। कहा- जल्दी से इसे जेब में रख लीजिए। इसे बेचना अवैध है। मिलती नहीं है, इसलिए महंगी है। 1 हजार मांगे, फिर 800 रुपए में मान गया इसके बाद रिपोर्टर एम्स के मेडिकल मार्केट में जय बाबा रामदेव मेडिकोज पर पहुंची। एमटीपी किट मांगने पर वहां काम करने वाले युवक ने दुकान से कुछ दूर एक ढाबे के पास खड़े रहने को कहा। बोला- वहीं आपको एक लड़का मिलेगा। वो किट लाकर दे देगा। रिपोर्टर ढाबे के पास गाड़ी खड़ी कर उसमें बैठ गई। कुछ देर बाद दुकान पर मिला युवक अपने साथ एक और युवक को लाया। टेबलेट का किट हाथ में दिया और कैसे लेना ये समझाकर एक हजार रुपए मांगे। रिपोर्टर ने रेट ज्यादा हाेने की बात कही तो 800 रुपए पर मान गया और किट दे दिया। ज्यादा कीमत वसूलने के लिए किट पर लिखी रेट छिपा दी बिना डॉक्टर की सलाह एमटीपी किट बेचने वाले मेडिकल स्टोर वाले ज्यादा रुपए वसूलने के लिए किट पर लिखी रेट को ब्लैक व ब्लू पैन से रब कर छिपा देते हैं। रिपोर्टर ने मार्केट में जब पता किया जो जानकारी मिली कि यह किट 400 से 500 रुपए में मिलता है और परिवार नियोजन केंद्र व अस्पताल में ही उपलब्ध रहता है। अवैध तरीके से किट बेचने वाले न पूछते हैं कि प्रेग्नेंसी कितने दिन की है? न ही डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन मांगते हैं। 2 से तीन गुना पैसे लेकर चुपचाप किट थमा देते हैं। नियम : अवैध बिक्री पर हो सकती है जेल भारत में गर्भपात से जुड़ी दवाओं की बिक्री Medical Termination of Pregnancy Act, 1971 के तहत नियंत्रित है। कानून के अनुसार MTP किट ओवर-द-काउंटर दवा नहीं हैं। इसे खरीदने के लिए डॉक्टर की पर्ची अनिवार्य हैं। अवैध बिक्री पर मेडिकल स्टोर संचालक पर जुर्माना लगाया जा सकता है। जेल हो सकती है। ज्यादा खून निकलने से जान का खतरा बिना डॉक्टर की सलाह से एमटीपी किट लेने पर अबॉर्शन के समय ब्लड लॉस हो सकता है। कई बार इतना ब्लड निकलता है कि महिलाएं बेहोश हो जाती हैं। अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है। प्रताप नगर सैटेलाइट हॉस्पिटल की डॉक्टर प्रियंका ने बताया कि आज ही एक केस आया था। महिला ने एमटीपी किट बिना चेकअप के लिया। इतना ब्लड लॉस हुआ कि आईसीयू में भर्ती करना पड़ा। कई बार पूरी तरह से गर्भपात नहीं हो पाता, ऐसे में लंबे समय तक ब्लड लॉस रहता है। स्थिति जानलेवा हो जाती हैं। हॉस्पिटल आकर डीएनसी करवानी पड़ती है। महिला पहले से ही एनिमिक हो तब यह किट उसके लिए ज्यादा घातक हैं। हॉस्पिटल में एडमिट रख कर डॉक्टर्स के ऑब्जर्वेशन में यह किट दिया जाता है। महिला बोली- मेरी जान जा सकती थी जोधपुर निवासी महिला ने बताया कि अनवांटेड प्रेग्नेंसी के समय उसने बिना डॉक्टरी सलाह के एमटीपी किट ले लिया। कई दिनों तक ब्लड लॉस रहा, जिससे कमजोरी आ गई। कुछ दिन बाद पेट में जोर से दर्द शुरु हुआ। डॉक्टर की जांच के बाद पता चला कि भ्रूण गर्भाशय के बाहर फैलोपियन ट्यूब में है। कुछ दिन और लापरवाही करने पर ट्यूब ब्लास्ट हो जाती। ऐसे में मौत भी हो सकती थी। किट की खरीद-बिक्री की डिटेल रखना जरूरी जोधपुर के सहायक औषधि नियंत्रक राकेश वर्मा ने बताया कि MTP किट शेड्यूल H दवाइयों की श्रेणी में आता है। इसे बिना प्रिस्क्रिप्शन के नहीं दिया जाता। मेडिकल शॉप वालों को डिटेल रखनी होती है कि कितने किट खरीदे, कितने बेचे। कई मेडिकल स्टोर वालों ने मना भी किया भास्कर रिपोर्टर ने जोधपुर के कई इलाकों में मेडिकल स्टोर वालों से किट की डिमांड की। कई मेडिकल स्टोर संचालकों ने साफ मना कर दिया। बोले- बिना डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के किट नहीं दे सकते।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:33 am

मेरठ के 30 केंद्रों पर आज होगी TGT की परीक्षा:28 हजार परीक्षार्थियों में 95 प्रतिशत से अधिक महिलांए

मेरठ के 30 परीक्षा केंद्रों पर रविवार को TGT परीक्षा आयोजित की जाएगी। परीक्षा में करीब 28 हजार परीक्षार्थी शामिल होंगे, इनमें 95 प्रतिशत से अधिक महिला अभ्यर्थी हैं। नकल रोकने और यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं। इसी क्रम में पुलिस लाइन में परीक्षा के नोडल अधिकारी एवं एसपी यातायात राघवेंद्र मिश्र ने पुलिस कर्मियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए थे दो पालियों में होगी परीक्षाएसपी यातायात राघवेंद्र मिश्र ने बताया कि परीक्षा दो पालियों में आयोजित होगी। पहली पाली में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक गृह विज्ञान का प्रश्नपत्र होगा, जबकि दूसरी पाली में दोपहर 3 बजे से शाम 5 बजे तक वाणिज्य विषय की परीक्षा कराई जाएगी। महिला परीक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के चलते सभी परीक्षा केंद्रों पर महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है। किसी भी अभ्यर्थी को मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बेल्ट, घड़ी और चश्मा परीक्षा केंद्र के भीतर ले जाने की अनुमति नहीं होगी। केंद्रों में प्रवेश से पहले सभी परीक्षार्थियों की सघन तलाशी ली जाएगी। 20 चेकिंग टीमें रोकेगी नकलपरीक्षा के दौरान शहरभर में सीओ और थाना प्रभारी लगातार गश्त करते रहेंगे। अनुचित साधनों का प्रयोग करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। नकल माफियाओं की धरपकड़ के लिए 20 से अधिक विशेष टीमें शहर में सक्रिय रहेंगी। परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा खुफिया विभाग को भी अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को समय रहते रोका जा सके। पुलिस प्रशासन ने परीक्षार्थियों से समय से परीक्षा केंद्र पहुंचने और नियमों का पालन करने की अपील की है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:33 am

मौसम का हाल:दिन और रात के तापमान में 19.5 डिग्री का अंतर, 25 से सर्दी बढ़ने के संकेत

दिसंबर के तीसरे सप्ताह में मौसम करवट बदलता दिखाई दे रहा है। दिन का पारा ऊपर चढ़ रहा है तो रात में सर्द हवा चल रही है। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार शनिवार को दिन और रात के तापमान में 19.5 डिग्री का अंतर रहा हालांकि चार दिन में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री के ऊपर आया है। अधिकतम तापमान 28 और न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री दर्ज किया गया हालांकि चार दिन में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री से ऊपर आया है। आर्द्रता सुबह 88 और शाम को 44 फीसदी रही। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर भारत के ऊपर माध्य समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 194 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ऊपोष्ण पश्चिमी जेट स्ट्रीम हवा बह रही है। 25 दिसंबर से एक नया लेकिन कमजोर पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयीन क्षेत्रों को प्रभावित करने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में मैदानी क्षेत्रों में सर्दी का प्रकोप बढ़ने के संकेत हैं। गेहूं-चने की फसलों को फायदा लगातार सर्दी बढ़ने से गेहूं, चने की फसलों को फायदा हो रहा है। कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ. अशोक कुमार दीक्षित के अनुसार गेहूं और चने में दाना भरने की स्टेज होने पर सर्दी बहुत कारगर होती है। ऐसे में तापमान बढ़े तो दाना छोटा और कमजोर होने की आशंका बनी रहती है। अभी फसल अच्छी स्थिति में है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:32 am

इंदौर में 25 करोड़ में ढाई लाख कुत्तों की नसबंदी:80% नसबंदी का दावा, फिर भी बढ़ रहे स्ट्रीट डॉग्स; हर माह आ रहे 4500 से ज्यादा डॉग बाइट के केस

इंदौर में आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इंदौर हाई कोर्ट में 19 दिसंबर को जनहित याचिका के मामले में सुनवाई हुई। जिसमें नगर निगम ने 2.39 लाख से ज्यादा स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी का दावा कर रिपोर्ट भी पेश की थी। बताया था कि नसबंदी का काम हर दिन जारी है। आंकड़े और मैदानी स्थिति में बड़ा अंतर मिला तो कोर्ट ने सवाल खड़े किए। कहा कि जब हम खुद वॉक करने निकलते हैं तो जगह-जगह आवारा कुत्ते नजर आते हैं। पता नहीं पूरे शहर में क्या हाल होंगे? यह भी कहा कि इस समस्या पर ठोस कार्रवाई कीजिए, नहीं तो नसबंदी अभियान, अब तक किए स्टरलाइजेशन के मामले में न्यायिक जांच बैठा दी जाएगी। कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद दैनिक भास्कर ने नगर निगम की रिपोर्ट, नसबंदी की मौजूदा स्थिति, डॉग बाइट केसों की हकीकत जानी। जिसमें निगम के दावे विरोधाभास नजर आए। ये गड़बड़ी की ओर भी इशारा कर रहे हैं। नसबंदी पर 25 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। फिर भी अस्पताल हो, धार्मिक क्षेत्र, कॉलोनी, मोहल्ला या कोई भी सार्वजनिक स्थान आवारा कुत्तों की काफी भरमार है। अधिकांश स्थानों पर रात में ये कुत्ते खूंखार हो जाते हैं। वाहन चालकों पर हमला करते हैं। जिससे कई लोग शिकार हो चुके हैं। हर महीने 4500 केस डॉग बाइट के आ रहे हैं। पढ़िए, यह रिपोर्ट... ये दो एजेंसियां कर रही है नसबंदीकुत्तों की नसबंदी के लिए नगर निगम ने दो एजेंसियों को कॉन्टैक्ट दिया है। इनमें एक वेट सोसायटी फाॅर एनिमल वेलफेयर एंड रुरल डेवलपमेंट (हैदराबाद) और दूसरी रेडिक्स सोसायटी (देवास) है। पहले एक कुत्ते की नसबंदी 925 रुपए में होती थी। फिर नए टेंडर में 1125 रुपए प्रति कुत्ते की नसबंदी का काॅन्टैक्ट निगम ने दिया है। इस तरह औसतन 1 हजार रुपए एक कुत्ते पर भी माना जाए तो करीब 25 करोड़ तो इनकी नसबंदी पर ही खर्च हुए हैं। इसके बावजूद बढ़ती कुत्तों की आबादी ने नगर निगम की कार्रवाई पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ...और ये चौंकाने वाली हकीकतचौंकाने वाली बात यह कि डॉग बाइट के केसों में कोई कमी नहीं आई है। सरकारी हुकुमचंद पॉलीक्लिनिक में हर रोज डॉग बाइट के औसतन 150 केस आ रहे हैं। इस तरह हर माह 4500 ज्यादा लोग कुत्तों के काटने के शिकार हो रहे हैं जबकि यह आंकड़ा सिर्फ एक सरकारी अस्पताल का है। इसके अलावा जिले की बात की जाए तो कुल मिलाकर हर साल 60 हजार से ज्यादा लोग कुत्तों के काटने के शिकार हो रहे हैं। ये केस भी निगम की कार्रवाई पर सवाल खड़े करते हैं। फरवरी में मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने कुत्तों के नसबंदी अभियान की प्रोग्रेस रिपोर्ट लेकर कहा था यह समस्या केवल इंदौर ही नहीं, पूरे देश के कई शहरों की है। इंदौर को भी तथ्यात्मक और मजबूत आधार के साथ रिव्यू दायर करना चाहिए, ताकि राष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे का स्थायी समाधान निकल सके। अधिकारियों ने तब जानकारी दी थी कि वर्तमान में इंदौर में लगभग 30 हजार कुत्तों की नसबंदी बाकी है। अब सिर्फ 15 हजार कुत्तों की नसबंदी बाकी होने की बात कही जा रही है लेकिन मैदानी हकीकत कुत्तों की मौजूदगी, शहरवासियों और डॉग बाइट के केसों से समझी जा सकती है। प्रशासन और निगम पूरी तरह फेलसीनियर एडवोकेट मनीष यादव ने बताया कि शुक्रवार को हुई सुनवाई में हाई कोर्ट ने खुद हैरानी जताई कि जब 2.39 लाख कुत्तों की नसबंदी हो गई है तो हम खुद देख रहे हैं कि यशवंत सहित अन्य जगहों पर कुत्तों की संख्या काफी बढ़ गई है। 56 दुकान, राजवाड़ा सहित कई स्थान हैं जहां संख्या लगातार बढ़ रही है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:30 am

मां को पीटता था गला रेतकर सुसाइड करने वाला युवक:भोपाल में केयर टेकर बोला-इलाज करने वाली महिला डॉक्टर से भी कर चुका है हरकत

भोपाल में एक 45 साल के व्यक्ति आयुष मेहता ने खुद का गला रेतकर सुसाइड कर लिया था। अब उसके केयर टेकर ने कई चौंकाने वाली बातों का खुलासा किया है। उसने दैनिक भास्कर को बताया है कि वह शादी कराने की जिद को लेकर मां से भी मारपीट करता था। वह कई नामचीन महिलाओं के साथ अपने संबंध होने के दावे करता था। यही नहीं दिमाग का इलाज करने वाली महिला डॉक्टर के साथ भी छेड़छाड़ कर चुका था। एक नर्स से तो उसने अश्लील हरकत कर दी थी। हालांकि, मनोरोगी होने के चलते लोग उसे नजरअंदाज कर देते थे। 2002 से बिगड़ा मानसिक संतुलनपुलिस के मुताबिक आयुष मेहता नेहरू नगर में रहता था। एमबीए करने के बाद भी घर पर ही रहता था। उसके पिता इंजीनियर थे और प्राइवेट ठेकेदारी करते थे। उनकी मौत हो चुकी है। आयुष का मानसिक संतुलन साल 2002 से बिगड़ा हुआ था। आए दिन बहकी-बहकी बातें करता रहता था। सब्जी काटने के चाकू से बेडरूम में रेता गलाकेयर टेयर ने बताया कि इससे पहले इसी साल अक्टूबर माह में आयुष अपने बेडरूम में था। तभी उसने सब्जी काटने वाले चाकू से खुद का गला रेत लिया था। उस समय परिजनों ने समय रहते उसे अस्पताल पहुंचा दिया था। जिससे उसकी जान बच गई। परिजन उसे और बेहतर इलाज के लिए दिल्ली ले जाने की तैयारी में थी। लेकिन, इससे पहले गुरुवार (18 दिसंबर) को फिर रात करीब 10 बजे उसने अपने कमरे में सब्जी काटने वाले चाकू से खुद का गला काट लिया। उसे लहूलुहान देख उसकी मां ने परिजनों और पुलिस को मदद के लिए बुलाया। तत्काल बेटे को परिजनों के साथ अस्पताल लेकर पहुंची। जहां इलाज के दौरान बेटे की मौत हो गई। मैं उसके चाचा का सर्वेंट हूं। मुझे इसकी केयर करने के लिए यहां लगाया गया था। मुझे इस मामले की जानकारी पुलिस के माध्यम से मिली थी। उसके बाद हम अस्पताल पहुंचे। अमेरिका और नासा जाने की करता था बातेंमनीष चौहान ने बताया कि लंबे समय से युवक का मानसिक संतुलन खराब था। आए दिन मां को पीटता था। बहकी हुई बातें करता था, अमेरिका ले जाने और नासा ले जाने की बातें करता था। कई बार डॉक्टरों से भी बदसलूकी कर चुका था। वह अपने घर में काम करने वाली महिलाओं से भी गलत हरकत कर चुका है। यह खबर भी पढ़ें...भोपाल में युवक ने खुद का गला रेता, मौत भोपाल के नेहरू नगर में रहने वाले युवक ने गुरुवार रात को खुद का गला रेत लिया। शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान हमीदिया अस्पताल में उसकी मौत हो गई। सुसाइड के प्रयास के पहले उसने मां से आखिरी बातचीत में कहा था कि मेरी नासा वाली गर्लफ्रेंड बुला रही है। पूरी खबर यहां पढ़ें...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:30 am

नितिन नबीन-पवन सिंह जाएंगे राज्यसभा:कुशवाहा की छुट्‌टी तय, चिराग मां के लिए जुटा रहे 22 विधायक, 3 महीने बाद 5 सीटों पर चुनाव

बिहार में राज्यसभा चुनाव की बिसात बिछनी शुरू हो गई है। चुनाव अभी 3 महीने दूर है, लेकिन सियासी गलियारे में गुणा-गणित का दौर अभी से जारी है। सबसे ज्यादा चर्चा जिस नाम की हो रही है, वो है दिवंगत रामविलास पासवान की पत्नी और LJP(R) सुप्रीमो चिराग पासवान की मां रीना पासवान की। उपेंद्र कुशवाहा का एक बार फिर से राज्यसभा में रिपीट होना मुश्किल लग रहा है। वहीं, हाल में बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बने नितिन नबीन का राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है। स्पेशल रिपोर्ट में पढ़िए, 3 महीने बाद 5 सीटों पर होने वाले चुनाव का गुणा-गणित… 9 अप्रैल 2026 को बिहार से राज्यसभा की 5 सीटें खाली हो रही हैं। जिन 5 नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें RJD के प्रेम चंद गुप्ता, एडी सिंह, JDU के हरिवंश नारायण, रामनाथ ठाकुर और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा शामिल हैं। ‌BJP-JDU के हिस्से में 2-2 सीटें फाइनल राज्यसभा चुनाव में 1 सीट के लिए इस बार कम से कम 41 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी। दरअसल इसके लिए फॉर्मूला ये है कि जितनी सीटों पर चुनाव होना है, उनमें एक जोड़कर इसे विधानसभा की कुल सीटों से डिवाइड किया जाता है। इस लिहाज से विधानसभा की कुल 243 सीटों को 6 से भाग दिया जाए तो 40.5 आता है यानि कि 41 विधायक। इस नंबर के लिहाज से राजद के लिए अपने एक नेता को भी राज्यसभा भेजना मुश्किल होगा। जदयू के पास 85 विधायक हैं, यानी वो अपनी दो सीटें बचा लेंगी। बीजेपी के पास 89 विधायक हैं, ऐसे में राजद की दो सीटों पर बीजेपी अपने प्रत्याशी को जिताने में सफल रहेगी। भाजपा कोटे से नितिन नबीन का जाना तय, पवन भी रेस में पटना के बांकीपुर के विधायक व पूर्व मंत्री नितिन नबीन अब बीजेपी के शीर्ष नेता हैं। उन्हें बीजेपी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। कार्यकारी अध्यक्ष बनने के दो दिन बाद उन्होंने बिहार कैबिनेट यानी मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। बीजेपी सूत्रों की मानें तो अब वे विधायकी से इस्तीफा देकर राज्य की राजनीति को अलविदा कह सकते हैं। राज्य की जगह केंद्र की राजनीति में अपना मुकाम हासिल करेंगे। बीजेपी के प्रदेश स्तर के एक बड़े नेता ने भास्कर रिपोर्टर को बताया कि ये रिवाज रहा है कि जो लोकसभा या राज्यसभा में सांसद रहा हो, वही पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना है। ऐसे में देश की सबसे बड़ी पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष विधायक हो, यह उसके कद के लिहाज से सही नहीं होगा। ऐसे में पार्टी नितिन नबीन को लोकसभा चुनाव लड़ाने से पहले राज्यसभा भेजकर उन्हें केंद्र की राजनीति में लॉन्च करेगी। पार्टी ऐसा पहले भी कर चुकी है। क्या भोजपुरी सिंगर पवन सिंह को भाजपा दे सकती है बड़ा इनाम? बीजेपी नेता फिलहाल इस सवाल को बहुत जल्द पूछा गया बता रहे हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान पवन सिंह और बीजेपी का रिश्ता बिगड़ गया था। विधानसभा चुनाव 2025 से पहले वह भाजपा में शामिल हुए। पार्टी के लिए धुआंधार प्रचार किया। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें कोई बड़ा पद देकर इनाम दे सकती है। चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के सीनियर लीडर और सांसद मनोज तिवारी ने कहा था, 'पवन सिंह के लिए सबकुछ तय है। हालांकि न पार्टी नेता और न पवन सिंह इस पर अभी तक कुछ भी स्पष्ट बोले हैं।’ जदयू कोटे में संशय बरकरार, रिपीट हो सकते हैं हरिवंश और ठाकुर जदयू के जिन दो नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह और केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर का नाम है। दोनों पार्टी के सीनियर लीडर हैं। नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं। पार्टी की तरफ से दोनों को दो-दो बार राज्यसभा भेजा जा चुका है। नीतीश कुमार ने दो बार से ज्यादा किसी नेता को बहुत कम बार राज्यसभा भेजा है। ऐसे में अभी तक संशय बरकरार है, लेकिन बड़े पद पर होने और सीएम के करीबी होने के कारण चर्चा है कि इन्हें एक बार फिर से रिपीट किया जा सकता है। मां के लिए 1 सीट चाहते हैं चिराग, सहयोगी को मनाने के साथ विपक्ष को भी तोड़ना होगा मामला पांचवीं सीट पर फंस रहा है। इस सीट पर फिलहाल उपेंद्र कुशवाहा सांसद हैं। उनके मात्र 4 विधायक हैं। बीजेपी उन्हें दोबारा रिपीट नहीं करेगी। NDA में बीजेपी और जदयू के बाद सबसे ज्यादा LJP(R) के पास 19 विधायक हैं। उन्हें 22 और विधायकों का सपोर्ट चाहिए। 4 सीटों पर अपने नेताओं को राज्यसभा भेजने के बाद NDA के 38 विधायक बचते हैं। यानि की जरूरी सीटों से 3 विधायक कम। यहां बिना क्रॉस वोटिंग के जीत संभव नहीं है। चिराग के लिए यही परीक्षा होगी। विधानसभा चुनाव के दौरान भी मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से दावा किया गया था कि वे अपनी मां के लिए राज्यसभा के एक सीट की डिमांड कर रहे है। उनका ये दावा अब भी बरकरार है। ऐसे में उन्हें अगर पांचवीं सीट ऑफर की जाती है तो न केवल एनडीए के साथियों को मनाना होगा, बल्कि विपक्षी खेमे से भी तीन विधायकों का जुगाड़ करना पड़ेगा। वहीं, दूसरी तरफ खरमास बाद बिहार में कैबिनेट का विस्तार होना है। विधायकों की संख्या के लिहाज से चिराग की पार्टी कैबिनेट में तीसरे मंत्री पद पर भी दावा कर रही है। भीतर-खाने चर्चा इस बात की भी है कि अगर राज्यसभा की डिमांड करेंगे तो कैबिनेट को लेकर उनकी बारगेनिंग कमजोर हो सकती है। हालांकि आधिकारिक तौर पर चिराग कह चुके हैं कि गठबंधन में उन्हें मांगने से ज्यादा मिलता रहा है, ऐसे में उनकी बहुत ज्यादा डिमांड नहीं है। बेटे के खातिर उपेंद्र कुशवाहा का राज्यसभा में रिपीट होना मुश्किल लोकसभा चुनाव 2024 के समय उपेंद्र कुशवाहा से लोकसभा की एक सीट और विधान परिषद की एक सीट देने का वादा किया गया था। लोकसभा का चुनाव उपेंद्र कुशवाहा काराकाट से लड़े, लेकिन हार गए। इसके लिए पवन सिंह फैक्टर को सबसे बड़ा कारण माना गया। इसके बाद डैमेज कंट्रोल के लिए उन्हें विधान परिषद भेजने की बात कही गई, लेकिन जदयू इसके लिए राजी नहीं हुई। इसके बाद उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी की बातें सामने आईं। सामने विधानसभा चुनाव था, ऐसे में आनन-फानन में 2 जुलाई 2024 को सम्राट चौधरी ने बीजेपी की तरफ से उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजने की घोषणा की। इसके बाद विवेक ठाकुर की जगह इन्हें राज्यसभा सांसद बनाया गया था। अब विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने अपने बेटे को सीधे मंत्री बनाकर लॉन्च कर दिया है। मंगल पांडेय की जगह उनका विधान परिषद जाना तय माना जा रहा है। ऐसे में पत्नी विधायक, बेटा मंत्री और कुशवाहा को राज्यसभा भेजकर परिवारवाद को बढ़ावा देने की तोहमत से बीजेपी बचेगी। ये तय माना जा रहा है कि कुशवाहा अपने बेटे को जरूर सेट कर लिए, लेकिन अप्रैल बाद वे किसी सदन के सदस्य नहीं होंगे। तेजस्वी के नेतृत्व की परीक्षा के साथ महागठबंधन की एकजुटता भी आएगी सामने विपक्ष की सभी पार्टियों के विधायकों को मिला दें तो ये संख्या ठीक 41 होती है। यानि कि विपक्ष के सभी विधायक मिलकर 1 नेता को राज्यसभा भेज सकते हैं। विपक्ष में सबसे ज्यादा 25 विधायक राजद के हैं। इसके बाद 6 विधायक कांग्रेस के हैं। लेफ्ट के 3, आईआईपी के 1 हैं। AIMIM के 5 और BSP के 1 विधायक हैं। तेजस्वी यादव महागठबंधन के नेता हैं। इस लिहाज से वे अपने सहयोगियों को मना कर राजद के एक नेता को राज्यसभा भेज सकते हैं। 2030 तक राज्यसभा से साफ हो सकता है महागठबंधन विधानसभा चुनाव में करारी हार का खामियाजा महागठबंधन की पार्टियों को राज्यसभा में भी भुगतना पड़ सकता है। अगले विधानसभा चुनाव यानि 2030 तक राज्यसभा में महागठबंधन का सफाया हो सकता है। बिहार से कुल 16 राज्यसभा सीटों में से राजद के पास वर्तमान में पांच सीटें हैं और कांग्रेस के पास एक सीट है। 2026 के बाद बिहार से राज्यसभा का अगला चुनाव 2028 की शुरुआत में होगा। इसमें राजद के फैयाज अहमद, भाजपा के सतीश चंद्र दुबे, मनन कुमार मिश्रा और शंभू शरण पटेल के साथ जदयू के खीरू महतो का कार्यकाल सात जुलाई, 2028 को पूरा होगा। इसके बाद 2030 की शुरुआत में चुनाव होना है, तब बीजेपी के धर्मशीला गुप्ता, भीम सिंह और जदयू के संजय कुमार झा के साथ राजद के मनोज कुमार झा और संजय यादव के साथ कांग्रेस के अखिलेश प्रसाद का कार्यकाल पूरा होगा। इन सभी चुनावों में महागठबंधन की हार तय मानी जा रही है, क्योंकि इनके पास जीत के लिए नंबर्स ही नहीं है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:29 am

एएनएच टेस्ट बताता है गर्भधारण की नेचुरल टाइम लिमिट:आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. पालशेतकर ने कहा- पार्टी ड्रग्स से बढ़ रही इंफर्टिलिटी

भारत में बदलती जीवनशैली, बढ़ता तनाव, गलत आदतें और देर से शादी का ट्रेंड- इन सबने फर्टिलिटी को एक गंभीर चुनौती बना दिया है। ऐसे समय में मुंबई की जानी-मानी आईवीएफ विशेषज्ञ और देश में फर्टिलिटी साइंस की पायनियर मानी जाने वाली डॉ. नंदिता पालशेतकर ने महिलाओं और कपल्स के लिए कई अहम बातें साझा कीं, जिन्हें परिवार शुरू करने की सोच रखने वाला हर व्यक्ति जानना चाहिए। उन्होंने बताया कि 35 साल पहले आईवीएफ की सफलता दर करीब 15% थी, जो आज बढ़कर 60% तक पहुंच चुकी है। इसके बावजूद लोग देर से डॉक्टर के पास जाने की गलती कर रहे हैं। डॉ. पालशेतकर ने एएनएच टेस्ट, एग फ्रीजिंग, शराब-सिगरेट और पार्टी ड्रग्स के असर, और सही उम्र में उपचार शुरू करने की जरूरत पर साफ और प्रैक्टिकल सलाह दी। उनके अनुसार, फर्टिलिटी एक टाइम क्लॉक है, जिसे समय रहते समझना बेहद जरूरी है। एएनएच टेस्ट… ओवेरियन रिजर्व कितना बचा हैडॉ. पालशेतकर कहती हैं कि एएनएच एक सरल ब्लड टेस्ट है, जो पीरियड के दौरान किया जाता है। यह बताता है कि महिला के ओवरी में कितने अंडे शेष हैं और गर्भधारण की प्राकृतिक समय-सीमा कितनी बची है। इसी आधार पर लड़कियां शादी या मातृत्व की योजना बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह टेस्ट 20 साल के बाद कराना सबसे सही होता है, क्योंकि किशोरावस्था में ओवरी का स्वरूप अलग होता है और रिपोर्ट सटीक नहीं आती। बढ़ती उम्र और घटते एग रिजर्व को देखते हुए यह टेस्ट महिलाओं को भविष्य की योजना बनाने में वैज्ञानिक आधार देता है। इन दो कहानी से समझें कि क्यों जरूरी एएनएच टेस्ट.... 1. करियर पहले, अब मातृत्व की चिंता भोपाल के शाहपुरा इलाके में रहने वाली 34 वर्षीय आईटी प्रोफेशनल नेहा (बदला हुआ नाम) की शादी को तीन साल हो चुके थे। करियर सेट करने के चक्कर में उन्होंने मां बनने की प्लानिंग टाल दी। जब लगातार कोशिश के बावजूद प्रेग्नेंसी नहीं हुई, तो जांच कराई। एएनएच टेस्ट में पता चला कि ओवरी का रिजर्व उम्र के हिसाब से काफी कम हो चुका है। शहर के एक बड़े निजी अस्पताल की डॉक्टर की सलाह पर नेहा ने समय गंवाए बिना आईवीएफ ट्रीटमेंट शुरू किया। आज वह गर्भवती हैं। 2. शादी के 4 साल बाद कराया टेस्ट भोपाल के दानिश नगर में रहने वाले राजू और पूजा की शादी को 4 साल हो चुके हैं। उनकी दो लड़कियां हैं। ऐसे में वे फैमिली बैलेंसिंग के लिए लड़के की चाह रखते हैं। हालांकि, तीसरे बच्चे को लेकर वे अभी स्पष्ट नहीं हैं। ऐसे में उन्होंने होशंगाबाद रोड स्थित निजी अस्पताल में मौजूद प्रजनन विशेषज्ञ से सलाह ली। उन्होंने एएनएच टेस्ट कराने की सलाह दी थी। जिससे दंपती को यह जानकारी मिल जाए कि अभी उनके पास कितना समय है। उनका रिजल्ट अच्छा आया है। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उनके पास आगे फैमिली प्लानिंग के लिए कम से कम 5 साल हैं। 15% से 60% हुई आईवीएफ की सफलता दरअपने तीन दशक लंबे अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने बताया कि 35 साल पहले आईवीएफ बेहद कठिन और अनिश्चित प्रक्रिया थी। तब सफलता दर केवल 15% थी और सौ कपल में केवल 15-16 को ही संतान मिलती थी। लेकिन तकनीक, क्वालिटी कंट्रोल और उन्नत लैब्स की बदौलत सफलता अब 60% के आसपास है। उन्होंने कहा कि अब बच्चों की ग्रोथ भी सामान्य होती है, और भ्रूण चयन की आधुनिक तकनीकों ने गुणवत्ता को कई गुना बेहतर बनाया है। आज मरीजों का नजरिया भी बदला है। पहले लोग इसे छुपाते थे, अब जागरूकता बढ़ी है। पार्टी ड्रग्स से बढ़ रही इंफर्टिलिटी डॉ. पालशेतकर के अनुसार आज इंफर्टिलिटी पहले से कहीं ज्यादा आम हो चुकी है। उन्होंने बताया कि खराब लाइफस्टाइल, फिजिकल एक्टिविटी की कमी, प्रदूषण, धूम्रपान, शराब और पार्टी ड्रग्स ने महिलाओं और पुरुषों दोनों की फर्टिलिटी को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। पुरुषों में सीमन क्वालिटी और महिलाओं में कंसीव करने की क्षमता कम होती दिख रही है। पार्टी ड्रग्स की आदत तेजी से बढ़ी है और यह फर्टिलिटी के लिए सबसे बड़ी दुश्मन बन चुकी है। ​​​​​आईवीएफ में ट्विन बेबी की संभावना और सुरक्षाडॉ. पालशेतकर कहती हैं कि 10 आईवीएफ केस में लगभग 2 केस ऐसे होते हैं जिनमें ट्विन बच्चे होने की संभावना रहती है। यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित है और इससे माँ या बच्चे की सेहत पर कोई बुरा प्रभाव नहीं होता। आईवीएफ सुरक्षित है और 10 मरीजों में से 4 मरीज बिना आईवीएफ, केवल दवा या छोटे ऑपरेशन से ही माता-पिता बन जाते हैं। ‘एग फ्रीज’ कराना एक तरह का इंश्योरेंसउन्होंने कहा कि यदि कोई लड़की करियर फोकस्ड है, वह 20–22 साल की उम्र में एग फ्रीज करा सकती है और 40 में बच्चा प्लान कर सकती है। एग फ्रीजिंग से बच्चे की जेनेटिक उम्र भी कम रहती है, यानी 20 साल पुराने एग से जन्मा बच्चा उसकी सेहत और जनन क्षमता के लिए भी बेहतर साबित होता है। यह एक तरह का “प्रेग्नेंसी इंश्योरेंस” है, हालांकि यह प्रक्रिया खर्चीली जरूर है, पर मातृत्व को सुरक्षित करने का आधुनिक विकल्प बन गई है। ये खबर भी पढ़ें... सरकारी अस्पतालों में किडनी की रोबोटिक सर्जरी मध्यप्रदेश में मेडिकल तकनीक एक नए युग में प्रवेश करने जा रही है। अभी तक रोबोटिक सर्जरी सिर्फ बड़े निजी अस्पतालों और चुनिंदा शहरों तक सीमित थी, लेकिन अब सरकारी अस्पतालों में भी हाई-टेक रोबोट ऑपरेशन करेंगे। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:29 am

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का फिर समय बदला:अब दोगुने भक्त पहुंच रहे, CO बोले- ट्रैफिक प्लान बनाएंगे; पढ़िए बदलाव की वजह

स्पॉट- सुनरख तिराहा (वृंदावन) समय- 5 बजे (शाम) यही वो जगह है, जहां से प्रेमानंद महाराज पदयात्रा कर रहे है। वह हर रोज यहां से निकलकर पैदल श्रीराधा केलिकुंज आश्रम तक जाते हैं। 20 दिसंबर को भी ऐसा ही होना था, मगर टाइमिंग बदल चुकी थी। यूं तो वह रात 2 बजे पदयात्रा करते हुए जाते थे। मगर अब शाम 5 बजे उनकी पदयात्रा निकलने की तैयारियां हो रही थीं। पूरे रास्ते पर फूल बिखरे हुए थे। रास्ते पर दोनों तरफ रस्सी बंधी हुई थी, लोग उनकी एक झलक के लिए उतावले होते दिख रहे थे। मैनेजमेंट ऐसा कि लोग खुद ही बुजुर्ग महिलाओं और बच्चों को आगे आने के लिए जगह दे रहे थे। ठीक 5 बजे श्रीकृष्ण शरणम् से उनके अनुयायी बाइक और गाड़ी पर निकले। कुछ खास अनुयायियों के साथ प्रेमानंद महाराज पैदल निकले। उन्हें देखते ही भक्तों के बीच से आवाजें सुनाई देने लगी- राधे… राधे। बोलो राधे…राधे। अचानक महाराजजी ने पदयात्रा के समय में बदलाव क्यों किया? इसका जवाब तलाशते हुए हमने केलिकुंज आश्रम संपर्क किया। मगर कोई जवाब नहीं दिया गया। महाराजजी से जुड़े सोर्स ने इसकी 2 वजह बताई। पहला- स्वास्थ्य कारणों से सर्द रात में वह पदयात्रा नहीं करेंगे। दूसरी- सर्द रात में अनुयायी घंटों सड़क पर खड़े रहते थे, ये महाराजजी को अच्छा नहीं लगा। पढ़िए रिपोर्ट... अब दोपहर से जुट रहे भक्त, पूरे मार्ग पर फूल बिखरते हैं... प्रेमानंद महाराज रात में 2 बजे छटीकरा मार्ग के श्रीकृष्ण शरणम् स्थित फ्लैट से पदयात्रा करते हुए श्रीराधा केलिकुंज आश्रम पहुंचते थे। हजारों भक्त हर रात को इस 2 Km लंबे रूट के दोनों तरफ खड़े होते हैं, ताकि महाराजजी के दर्शन हो सकें। रूट पर दोनों तरफ रस्सी लगा दी जाती है, ताकि भक्त महाराजजी के सामने रास्ते पर न आ जाएं। लोग भी समय से पहले पहुंचकर रंगोली बनाते हैं। राधा और कृष्ण के स्वरूप में बच्चों को तैयार किया जाता है, कुछ लोग राधा-कृष्ण के भजन भी गाते हैं। महाराजजी इन्हें देखकर ठहरते भी हैं। लोग जब उनका अभिवादन करते हैं, तो महाराजजी पूरे रास्ते हाथ जोड़कर चलते हुए दिखते हैं। अब संत प्रेमानंद की शाम की पदयात्रा को देखते हुए दोपहर से ही सड़क पर श्रद्धालु डेरा डालने लगे हैं। सड़क के दोनों ओर श्रद्धालुओं की भीड़ संत प्रेमानंद के दर्शन को पहुंच रही है। अब भक्तों की बात सुमित बोले- हम सिर्फ उन्हें देखने आए थे पुणे से आए सुमित कहते हैं- आज हमने प्रेमानंद महाराज के दर्शन किए। मन प्रसन्न हो गया। हम सिर्फ उनके दर्शन के लिए ही यहां पर आए थे। अब दिन में निकलने से पूरा रोड पैक था, दोनों तरफ लोग खड़े थे। ज्यादा से ज्यादा लोग उनके दर्शन कर पा रहे हैं। ये बड़ी बात है, बुजुर्ग और बच्चे भी आसानी से उन्हें देख पा रहे हैं। ये टाइमिंग अच्छी है। गाजियाबाद से आई पिंकी रानी कहती हैं- हमें पता था कि वो रात में पदयात्रा करते हैं, मगर यहां आने के बाद बताया गया कि वो शाम को 5 बजे निकलेंगे। हम यहां जल्दी जल्दी पहुंचे, दर्शन भी हो गए। बहुत अच्छा लग रहा है। हजारों लोग कितने संयमित रहते हैं जम्मू कश्मीर से वैभव पंडित भी वृंदावन पहुंचे थे। उन्होंने कहा- आप समझिए इतनी भीड़ सिर्फ एक संत को देखने के लिए पहुंचती है। मुझे बहुत अच्छा लगा। इतने सारे लोग कितने संयम से रहते हैं। प्रेमानंद महाराज के अनुयायी सिर्फ हाथ जोड़कर सबको कंट्रोल कर लेते हैं। दोगुने हुए भक्त, CO बोले- रेगुलर रहा, तो रूट मैप बनाएंगेअब अचानक पदयात्रा की टाइमिंग में बदलाव करने की वजह से जो सबसे बड़ा असर दिखा है, वो भक्तों पर है। रात में 10-12C के तापमान पर सर्द हवाओं में भक्त खड़े हो रहे थे। महाराजजी को देखने के लिए शाम 5 बजे दोगुने लोग उमड़ रहे हैं, उन्हें आसानी से दर्शन मिल रहे हैं। पदयात्रा में बदलाव के साथ मथुरा पुलिस की मशक्कत भी बढ़ गई है, क्योंकि उन्हें रूट मैनेजमेंट करना पड़ रहा है। CO सदर संदीप सिंह कहते हैं- अभी 2 ही दिन हुए हैं, हम आश्रम से बात करेंगे। अगर रेगुलर शाम 5 बजे ही पदयात्रा होती है, तो उसको लेकर रूटमैप बनाना होगा। क्लियर होने के बाद हम इस पर काम पूरा कर लेंगे। अब व्यापारियों की बात शाम को पदयात्रा से रौनक आ गईजिस रूट पर प्रेमानंद महाराज पदयात्रा करते हैं, वहीं पर रेस्टोरेंट चलाने वाले सचिन अग्रवाल कहते हैं- महाराजजी पहले रात को आते थे, तब कम लोग हुआ करते थे। कुछ लोग सो रहे हैं, कुछ घरों में हैं। मगर अब शाम के वक्त आने से ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं। अब बाजार में भी रौनक आ गई है। सब कुछ बहुत व्यवस्थित ढंग से चल रहा है। सुमित जायसवाल कहते हैं- दुकानदार को क्या चाहिए, कस्टमर। प्रेमानंद जी को देखने के लिए जो लोग आते हैं, वो खरीदारी भी करते हैं। हमें अच्छा मुनाफा होता है। पहले भी बदलती रही है महाराज की पदयात्रा की टाइमिंग 12 दिन लिया था हेल्थ ब्रेकऐसा पहली बार नहीं है कि प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का समय बदला है। 2 महीने पहले 4 अक्टूबर को संत प्रेमानंद के अस्वस्थ होने पर रात की पदयात्रा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई थी। तब केलि कुंज आश्रम के संत नवल नागरी दास महाराज ने बताया था- प्रेमानंद महाराज को करीब 20 साल से किडनी की समस्या है। पहले हफ्ते में 3 बार डायलिसिस होती थी, लेकिन अब समस्या बढ़ गई तो हफ्ते में 4 से 5 बार डायलिसिस की जा रही है। 12 दिन के हेल्थ ब्रेक के बाद 26 अक्टूबर को संत प्रेमानंद ने फिर से पदयात्रा शुरू की। पहले उन्होंने गिरिराजजी की 7 कोसीय परिक्रमा पूरी की। फिर वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा की। 2 दिन से अब शाम को 5 बजे सुनरख मोड़ से पदयात्रा करते हुए रमणरेती स्थित श्रीराधा केलिकुंज पहुंच रहे हैं। कब-कब स्थगित हुई पदयात्रा .................. ये पढ़े-विराट-अनुष्का संत प्रेमानंद से मिले, गुरु दीक्षा की कंठी पहनी, एक्ट्रेस बोलीं- महाराज अब हम आपके, आप हमारे, बाबा ने कहा- हम सब श्रीजी के क्रिकेटर विराट कोहली अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ मंगलवार को वृंदावन पहुंचे। दोनों ने केली कुंज आश्रम में संत प्रेमानंद के दर्शन किए। दोनों की इस साल प्रेमानंद जी से यह तीसरी मुलाकात है। दोनों घुटनों के बल महाराज जी के सामने बैठे और सिर झुकाकर आशीर्वाद लिया। इस दौरान विराट-अनुष्का हाथ जोड़कर महाराज जी की बातें सुनते रहे। विराट सिर हिला-हिलाकर महाराज जी की बातें सुनते रहे, मुस्कुराते रहे। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:29 am

मंच पर प्रतिमा नहीं, अब अटल की पेंटिंग रहेगी, मेला मैदान में 20 से ज्यादा सेक्टर बनेंगे

मेला ग्राउंड पर 25 दिसंबर को होने वाली अभ्युदय मप्र ग्रोथ समिट के मंच पर अब अटल बिहारी बाजपेयी की प्रतिमा नहीं रखी जाएगी। मुख्यमंत्री ने मंच पर अटल जी की पेंटिंग लगाने के लिए कहा है। सीएम डॉ. मोहन यादव व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का ग्वालियर आगमन 24 दिसंबर को दोपहर बाद होगा पर ये 25 दिसंबर को मंच पर सिर्फ दो घंटे रहेंगे। कार्यक्रम सुबह 11.30 तक प्रारंभ होने का अनुमान है।। इस कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर शनिवार शाम सीएम ने स्थानीय अधिकारियों से चर्चा कर दो बदलाव के सुझाव दिए। समिट में लगभग 50 हजार लोग जुटाने का लक्ष्य है। इनके लिए 935 बसें लगेंगी। बसों पर जिलों के हिसाब अलग-अलग रंग के कूपन चस्पा होंगे। 17 पार्किंग वीआईपी, सरकारी व भाजपा नेताओं के वाहनों के लिए रहेंगी। अनुमान है कि इनके 2500 वाहन पार्क होंगे। ​इसकी तैयारियों को लेकर ही एडीएम सीबी प्रसाद, एडिशनल एसपी अनु बेनीवाल सहित अन्य अधिकारियों ने बैठक की। शाम को फिर सारे अधिकारी आयुक्त दफ्तर पहुंचे। यहां पर सीएम ने वीसी में व्यवस्थाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि मंच पर अटल जी की बड़ी पेंटिंग लगाएं। शिंदे की छावनी पर पुष्पांजलि की तैयारी भी रखें। इससे पहले प्रशासन मंच के लिए 8 फीट ऊंची प्रतिमा तैयार करवा रहा था। ये हो रही हैं तैयारी सुरक्षा:बाहरी लोगों की पड़ताल करें,बदमाशों को पकड़े:आईजी शहर में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे की सुरक्षा तैयारी के लिए शनिवार को आईजी अरविंद सक्सेना व एसएसपी धर्मवीर सिंह ने अलग-अलग बैठक की। बैठक में एएसपी, सीएसपी सहित सभी अधिकारी मौजूद थे। बैठक में आईजी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी एंटी सोशल एलीमेंट संगठन की गतिविधि पर निगरानी रखी जाए। बिना तस्दीक किए बिना किसी भी संदेही को क्लिीनचिट न दी जाए। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि सूचीबद्व व संदेही बदमाशों की धरपकड़ करें। केआरएच-न्यूरोलॉजी सहित कई प्रोजेक्ट की गृह मंत्री कर सकते हैं घोषणा जीआर मेडिकल कॉलेज और जयारोग्य अस्पताल समूह में बड़े पैमाने पर विकास कार्यों की तैयारी अंतिम चरण में हैं। कॉलेज प्रबंधन द्वारा तैयार लगभग 1500 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को तैयार किया है। इस प्रस्ताव में केआरएच, न्यूरोलॉजी-न्यूरोसर्जरी, टीबी अस्पताल,नर्सिंग और पीजी हॉस्टल सहित कई प्रोजेक्ट हैं। अधिकारियों का कहना है कि गृहमंत्री अमित शाह इसे लेकर कुछ घोषणाएं कर सकते हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:29 am

अखिलेश को सरकार ने कफ सिरप कांड पर चौतरफा घेरा:योगी ने आइना दिखाया, केशव बोले- उल्टा लटकाएंगे; VIDEO में सियासी संग्राम

यूपी में कोडीन कफ सिरप केस को लेकर CM योगी आदित्यनाथ के बाद अखिलेश यादव को BJP सरकार ने चौतरफा घेर लिया है। डिप्टी सीएम केशव, ब्रजेश के अलावा कई मंत्रियों ने STF के बर्खास्त सिपाही आलोक की फोटो को लेकर अखिलेश पर निशाना साधा। केशव ने यहां तक कहा कि सिरप के पीछे जो भी दोषी होगा, उसे उल्टी लटकाएंगे। फिलहाल यूपी में सियासत दिलचस्प हो गई है। VIDEO में देखिए सियासी संग्राम...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:28 am

उन्नाव का करोड़पति यूट्यूबर सिर्फ 9वीं तक पढ़ा:5 साल में 8 गाड़ियां खरीदीं, पिता बोले- दुबई में शादी लोगों को खटक रही

उन्नाव का यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी। इस वक्त यूपी समेत देशभर में इसी नाम की चर्चा है। वजह- ईडी की छापेमारी में करोड़ों की संपत्ति का मिलना। ईडी ने अनुराग से जुड़ी 10 जगहों पर एक साथ छापेमारी की। खाते के 3 करोड़ कैश फ्रीज कर दिए। 4 लग्जरी गाड़ियां जब्त कर लीं। घर से मिला 20 लाख कैश अपने साथ ले गए। दुबई में रियल स्टेट में किए गए निवेश संबंधी कागज की भी पड़ताल की। ये सब जब हो रहा था, तब दुबई में बैठे अनुराग ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘जिन्हें इतना टैक्स दिया, आज देखा, हर तरफ वही तलवार और भाला लेकर खड़े हैं।’ आखिर अनुराग इतनी जल्दी इतना पैसेवाला कैसे बन गया? कहां पढ़ाई की, कितना पढ़ा? इतना पैसा कमाने के बाद गांव में क्या कुछ किया? गांव के लोग क्या कहते हैं? पिता आखिर छापेमारी के पीछे दुबई वाली आलीशान शादी की ही बात क्यों करते हैं? इन तमाम सवालों को जानने और समझने दैनिक भास्कर की टीम अनुराग के घर पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... घर के चारों तरफ बाउंड्री, कोई बाहर नहीं निकलाउन्नाव जिला मुख्यालय से करीब 27 किलोमीटर दूर नवाबगंज कस्बा है। लखनऊ और कानपुर से यह जगह करीब 40-40 किलोमीटर की दूरी पर पड़ती है। यहीं अनुराग द्विवेदी के पिता लक्ष्मीनाथ द्विवेदी की मां दुर्गा नाम से मेडिकल स्टोर है। ये दुकान 2005 के आसपास खुली थी। यहीं से 3 किलोमीटर दूर खजूर गांव है, इसी गांव में अनुराग का घर है। गांव में 20-25 घर हैं। इनमें ज्यादातर घर दलित वर्ग के हैं। अनुराग का घर करीब 3 बीघे में है। चारों तरफ से 10-10 फिट की बाउंड्री की गई है। उस बाउंड्री के जरिए कोई अंदर न जा पाए, इसलिए कांच लगाया गया है। मुख्य गेट करीब 20 फिट ऊंचा है। सीसीटीवी भी लगाया गया है। हमने दरवाजा खोलने के लिए आवाज लगाई, लेकिन गेट नहीं खुला। अंदर कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन वो मीडिया से कोई बातचीत नहीं करना चाहते थे। वह अंदर से ही कहते कि अनुराग यहां नहीं है। हम लोग इस पूरे मामले पर कुछ नहीं जानते। 9वीं तक पढ़ाई की, फिर एप पर टीम बनाने लगाअनुराग को लेकर आसपास के लोग कुछ भी बोलने को लेकर बचते हैं। उन्हें डर है कि कैमरे पर बोलेंगे तो कहीं ऐसा न हो कि ईडी पूछताछ के लिए बुला ले। ऑफ कैमरा बातचीत करने पर कई जानकारी मिली। अनुराग ने 8वीं तक की पढ़ाई लखनऊ के सीएमएस स्कूल से की। 9वीं में एडमिशन करवाया, लेकिन पढ़ाई नहीं की। इसके बाद उन्नाव के आदर्श विद्या मंदिर में एडमिशन करवा लिया। यहां भी स्कूल नहीं गया। इसके बाद जेपी कॉन्वेंट स्कूल में एडमिशन करवाया और 9वीं की पढ़ाई की। 10वीं में यहां भी स्कूल जाना बंद कर दिया। जब बोर्ड के रिजल्ट आए, तब पता चला कि अनुराग ने पढ़ाई छोड़ दी है। अनुराग जब भी गांव आता, तो लोगों से मिलता था। इस वक्त आसपास गांव के कुछ लड़के खजूर गांव में पहुंचे थे। वह बताते हैं- हम बस वीडियो देखते थे, उसी से जानते थे। वह अक्सर बड़ी-बड़ी गाड़ियों से आता और आसपास के गांव में घुमाता था। हालांकि, हम लोग कभी सामने से नहीं बोलते थे। लगता था कि ये तो बहुत अमीर है, कैसे बात कर पाएंगे। अनुराग के घर के बाहर बैठी एक महिला कहती हैं- ये लोग दबंग स्वभाव के हैं। इनके गेट के पास मेरी जमीन थी, इन लोगों ने कब्जा कर लिया। हमने पुलिस में शिकायत की, लेकिन इन लोगों ने पैसे के दम पर सब मैनेज कर लिया। अब मेरी ही जमीन पर बाउंड्री खींच ली है। हमने कहा कि आसपास के लोगों ने आपकी मदद नहीं की? वह कहती हैं- इनके पास बहुत पैसा है, ये सबको पैसा दे-देकर चुप करवा देता है। चाचा के घर चोरी करके फोन खरीदाहम गांव से वापस नवाबगंज कस्बे में आए। यहां हमारी मुलाकात अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ से हुई। हमने उनसे पूछा अनुराग ने कैसे यह सब शुरू किया? वह कहते हैं- अनुराग जब छोटा था, तब इसने अपने चाचा की एक सोने की चेन चुराई थी। उसे बेचकर इसने मोबाइल खरीदा था। एक दिन हमने इसे मोबाइल के साथ पकड़ा, तभी एक और लड़के ने कहा कि आपका बेटा तो बहुत मशहूर है। इन्हें साढ़े 3 हजार लोग जानते हैं। ये साढ़े तीन हजार लोग उस वक्त यूट्यूब पर उसके सब्सक्राइबर थे। हमको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बेटे पर हो रही कार्रवाई को लेकर पूछने पर वह कहते हैं- मेरे बेटे ने पिछले महीने दुबई में जो शादी की। वह बहुत सारे लोगों को खटक रही है। उसी बात को लेकर लोग शिकायत कर रहे। इसी के चलते कार्रवाई हो रही। मैंने बेटे को पहले भी कहा था कि इतना दिखावा सही नहीं है, लेकिन वह नहीं माना। वह हमेशा कहता था कि हमारा सब कुछ तो खुला है, कुछ भी छिपा नहीं है। हम तो इनकम टैक्स देते हैं, हमें कुछ नहीं होगा। लेकिन, आज जांच हो रही है, हालांकि टीम को हमारे यहां से कुछ भी नहीं मिला है। शादी में 100 लोग गए, पासपोर्ट भी अनुराग ने बनवायाअनुराग ने 21 नवंबर, 2025 को शादी की। अनुराग ने ये शादी दुबई के क्वीन एलिजाबेथ होटल-टू में रखी। ये एक क्रूज है। यानी चलता-फिरता जहाज। अनुराग ने इस शादी में करीब 100 लोगों को शामिल होने के लिए निमंत्रण दिया। जिन लोगों के पास पासपोर्ट नहीं था, उनका पासपोर्ट भी बनवाया गया। शादी का यह टूर सिर्फ एक दिन का नहीं था। जो लोग भी यहां से गए थे, 5 दिन तक वहीं रहे। उनके रहने-खाने और घूमने की पूरी व्यवस्था पहले से ही तय थी। वहां से लौटने के बाद इन लोगों ने शादी की जमकर तारीफ की। नवाबगंज में ही श्याम कश्यप और राजकुमार मिले। ये दोनों अनुराग की दुकान के पास ही फल की दुकान लगाते हैं। कहते हैं- अनुराग की शादी की चर्चा तो पूरे इलाके में थी। लोग तो कहते हैं कि 5 जहाज लखनऊ से बुक करके दुबई गए थे। उसमें सब उनके परिवार के लोग और अनुराग के दोस्त गए थे। जब सब लोग आए थे, तब फोटो और वीडियो दिखा रहे थे। अनुराग बोला- हमने इतना कुछ किया, हमारी ही गाड़ी उठा ले गएइस पूरे मामले को लेकर हमने दुबई में रह रहे अनुराग द्विवेदी से वॉट्सऐप पर बात की। अनुराग बहुत सारी चीजें बताता है। कहता है- ये जो कार्रवाई हो रही, वह गलत हो रही। इन्होंने इसके पहले आईपीएल के फाइनल वाले दिन भी छापेमारी की थी, लेकिन इन्हें कुछ भी नहीं मिला था। कोलकाता के एक मामले में किसी ने मेरा नाम ले लिया तो अब कार्रवाई हो रही है। जबकि मैं तो उस व्यक्ति को जानता तक नहीं कि वह कौन है और कैसे मेरा नाम आ गया। मैंने जो भी पैसे लिए वह सभी रजिस्टर्ड कंपनियों से लिए हैं। ऐप तो अभी दो महीने पहले ही बंद हुए हैं। पहले तो सभी वैध ही थे। अनुराग को अपनी गाड़ियों की सबसे अधिक चिंता है। वह कहते हैं- हमने सारी गाड़ियां अपनी कमाई से खरीदी थीं। हमने पूछा कि गाड़ियों के खरीदने का क्रम क्या रहा? अनुराग बताता है- 25 फरवरी, 2019 को मैंने पहली बार डिजायर गाड़ी खरीदी थी। उस वक्त मेरे परिवार में कोई भी कार नहीं थी। इसके बाद मैं लखनऊ में रहने के लिए घर देखने गया था। वहां मुझे SSK शोरूम दिखा, वहां से मैंने बीएमडब्ल्यू खरीद ली। अनुराग बताता है- इसके बाद मैंने हर साल ही कोई न कोई गाड़ी खरीदी थी। दो साल में तो दो-दो गाड़ियां खरीदी थीं। हमने क्रम पूछा। अनुराग कहता है- BMW के बाद मैंने एंडेवर खरीदी थी। इसके बाद मर्सिडीज बेंज खरीद ली। इसके बाद थार की खूब चर्चा थी, इसलिए हमने भी थार खरीद ली। फिर BMW की जेड-4 स्पोर्ट्स कार ले ली। इसके बाद डिफेंडर ली। फिर लेंबोरगिनी खरीदी थी। पिछले साल मैंने डीएसके स्पोर्ट्स एंड मीडिया से मालिकाना हक छोड़ दिया। पैसे आना कम हो गया। लेंबोरगिनी की किश्त देनी थी, इसलिए मैंने डिफेंडर और BMW की जेड-4 गाड़ी को बेच दिया था। अनुराग का दावा, उन्नाव में सबसे ज्यादा टैक्स देता हूंअनुराग के पिता ने दैनिक भास्कर से कहा कि पिछले 3 सालों में मेरे बेटे ने 5 करोड़ रुपए बतौर इनकम टैक्स सरकार को दिए। अगर कोई 5 करोड़ टैक्स दे रहा, तो स्वाभाविक है कि उसके पास 30-40 करोड़ की संपत्ति होगी। हमने अनुराग से इस सिलसिले में बात की। अनुराग का कहना था- हमने 5 करोड़ से कहीं ज्यादा टैक्स दिया है। विजन इलेवन से मुझे 5 करोड़ रुपए मिलने थे, लेकिन उसमें मेरे चाचा का पैन कार्ड लगा था। उन्होंने 2 करोड़ रुपए इनकम टैक्स भरा। उन्हीं के खाते में ये सारे पैसे आए थे। ईडी ने अपनी कार्रवाई के बाद एक प्रेस नोट जारी किया है। बताया कि अनुराग के उन्नाव, लखनऊ और दिल्ली समेत 10 ठिकानों पर छापेमारी की गई। अनुराग से जुड़े बैंक खातों को फ्रीज किया गया है। इसमें करीब 3 करोड़ रुपए हैं। घर से 20 लाख रुपए मिले हैं। 4 करोड़ 18 लाख की लेंबोरगिनी समेत चार लग्जरी गाड़ियां जब्त की गईं। अवैध सट्टेबाजी से कमाए पैसे को हवाला के जरिए विदेश भेजने और दुबई में रियल स्टेट में निवेश करने को लेकर भी सबूत मिले हैं। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूट्यूबर से लैंबॉर्गिनी-मर्सिडीज समेत 10Cr की कारें जब्त, दुबई में शादी के बाद से ED की नजर थी यूपी के उन्नाव जिले का यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर है। जांच एजेंसी ने उनकी लैंबॉर्गिनी, BMW, मर्सिडीज और थार जब्त की है। इन लग्जरी कारों की कीमत 10 करोड़ रुपए बताई जा रही है। 25 साल के अनुराग और उनके घरवालों के सभी बैंक खाते सीज कर दिए हैं। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:28 am

जिगरी यार से जानी दुश्मन तक:धनंजय सिंह और अभय सिंह की दोस्ती से लेकर रंजिश की पूरी कहानी

उत्तर प्रदेश की राजनीति में बाहुबली नेताओं की कहानियां अक्सर फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लगतीं। ऐसी ही कहानी है, जौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और अयोध्या की गोसाईंगंज सीट से विधायक अभय सिंह की। 90 के दशक में लखनऊ यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में ये दोनों जिगरी दोस्त थे। एक-दूसरे के लिए जान छिड़कते थे। छात्र राजनीति से लेकर ठेकों की दुनिया तक साथ-साथ कदम मिलाकर चले। लेकिन, वक्त ने करवट ली और ये दोस्ती खूनी दुश्मनी में बदल गई। आज दोनों एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाते नहीं थकते। सोशल मीडिया से लेकर इंटरव्यू तक, इनकी जुबानी जंग सुर्खियां बटोर रही। आखिर कैसे कॉलेज के जिगरी दोस्त एक-दूसरे के दुश्मन बन गए? दोनों बाहुबलियों की अदावत कितनी पुरानी है? संडे बिग स्टोरी में पढ़िए… कहानी 1990 के दशक से शुरू होती है। धनंजय सिंह जौनपुर के बनसफा गांव के एक साधारण परिवार से थे। पिता बैंक में नौकरी करते थे, बेटे को पढ़ाई के लिए लखनऊ भेजा। वहीं, अभय सिंह पहले से लखनऊ यूनिवर्सिटी में थे। अभय सिंह के नाना राजकेशर सिंह जौनपुर से भाजपा के सांसद थे। इस कारण अभय सिंह का भी ताल्लुक जौनपुर से है। अभय सिंह के मुताबिक, 1992 में कर्रा कॉलेज से पढ़कर निकले धनंजय सिंह की मुलाकात पहली बार तिलकधारी सिंह कॉलेज के अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह ने कराई थी। दशहरा का दिन था। तब उन्होंने ही कहा था कि धनंजय भी लखनऊ में पढ़ने के लिए जा रहे, इनकी मदद करना। मौसी का लड़का बोलकर अभय ने धनंजय को दिलाया था हॉस्टलअभय सिंह के मुताबिक, धनंजय का एडमिशन उनके जिगरी दोस्त पीयूष सिंह ने कराया था। पीयूष भी लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे। हालांकि, धनंजय सिंह एडमिशन की कहानी खुद बता चुके हैं। उनके मुताबिक, तब प्रवेश इंट्रेंस एग्जाम से होता था। वे प्रयागराज और लखनऊ दोनों यूनिवर्सिटी में इंट्रेंस टेस्ट में पास हुए थे, लेकिन उन्होंने प्रवेश का निर्णय लखनऊ यूनिवर्सिटी में लिया था। लखनऊ यूनिवर्सिटी में अभय सिंह, धनंजय सिंह से पढ़ाई में एक साल सीनियर हैं। वे पहले से हॉस्टल में रूम नंबर- 51 में रहते थे। उन्होंने हॉस्टल वार्डन से झूठ बोला कि धनंजय उनकी मौसी के लड़के हैं। इसके बाद धनंजय सिंह को अभय सिंह वाले हॉस्टल में नीचे का कमरा नंबर- 18 अलॉट हुआ था। कॉलेज में मशहूर थी तीनों की दोस्तीजौनपुर के ही अरुण उपाध्याय भी लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे। छात्र राजनीति में सक्रिय थे। जौनपुर से जुड़ाव के चलते अभय और धनंजय की उनसे दोस्ती थी। अभय सिंह के मुताबिक, उनका सपना यूपीएससी क्वालीफाई करने का था। वहीं, धनंजय सिंह कहते हैं कि उनका सपने शुरू से दो ही थे, पहला फौज में जाने का और रिटायरमेंट लेकर राजनीति करने का। ये तीनों की तिकड़ी यूनिवर्सिटी कैंपस में मशहूर हो गई। मंडल आंदोलन के खिलाफ प्रदर्शनों में तीनों साथ दिखते। तब लखनऊ यूनिवर्सिटी का दबदबा पूरे प्रदेश में था। अरुण उपाध्याय महामंत्री के चुनाव की तैयारी कर रहे थे। 2002 तक उनकी दोस्ती रही। इसके बाद उनके रिश्तों में तल्खी आने लगी। 2002 में धनंजय सिंह पर बनारस में जानलेवा हमला होता है। धनंजय सिंह ने एफआईआर दर्ज कराते हुए अपने जिगरी दोस्त रहे अभय सिंह को आरोपी बनाया। दिल्ली तैयारी के लिए जा रहे अभय सिंह को क्यों धनंजय ने रोका1994 में अभय सिंह ने लखनऊ यूनिवर्सिटी से स्नातक की पढ़ाई पूरी कर ली। इसके बाद वे दिल्ली यूपीएससी की तैयारी के लिए जाने वाले थे। अभय सिंह खुद एक इंटरव्यू में कहते हैं कि अरुण उपाध्याय महामंत्री का चुनाव लड़ रहे थे। जैसे ही धनंजय और पीयूष सिंह ने सुना कि मैं दिल्ली जा रहा हूं, दोनों मेरे कमरे में आ गए। दोनों रातभर मेरे पैर पकड़ कर बैठे रहे और मनाते रहे कि रुक जाओ। अरुण उपाध्याय का नामांकन और चुनाव होने तक रुक जाओ। दोनों ने सुबह 4 बजे तक सोने नहीं दिया, जबकि सुबह मेरी ट्रेन थी। आखिर में मैंने टिकट कैंसिल करा दिया। अरुण उपाध्याय के चुनाव ने मेरी जिंदगी ही बदल दी। दोनों को बाहुबली का तमगा कैसे मिलाजौनपुर के पूर्व सांसद धनंजय सिंह और अयोध्या के गोसाईंगंज से विधायक अभय सिंह की राजनीति में पहचान बाहुबली नेता की है। धनंजय सिंह दैनिक भास्कर के साथ इंटरव्यू में दावा करते हैं कि अभय सिंह से मिलने के बाद उनके हर केस में मैं भी मुल्जिम बनता गया। बाद में राजनीति में सक्रिय हुआ तो राजनीतिक कारणों से मुकदमा लदते चले गए। वहीं, अभय सिंह कहते हैं कि अरुण उपाध्याय के छात्र चुनाव से पहले मेरे ऊपर सिर्फ एक मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ था। इसके बाद सारे मुकदमे दर्ज हुए। कई मुकदमे बिना अपराध के भी दर्ज हुए। कई में धनंजय सिंह के अपराध में मुझे भी आरोपी बनाया गया। पहला 307 का अपराध अरुण उपाध्याय के चुनाव के दौरान तत्कालीन एसएसपी सूर्य कुमार शुक्ला ने दर्ज कराया था। उन्होंने यूनिवर्सिटी के पुराने छात्र नेता के गले में जूते की माला डालकर पूरे हजरतगंज में घुमाया था। इसे लेकर मेरी नाराजगी थी। मैं यूनिवर्सिटी में अरुण उपाध्याय के पक्ष में भाषण दे रहा था। तभी सूर्य कुमार शुक्ला अपनी टीम लेकर आ गए। वे एके-47 लेकर चलते थे। सिपाहियों को कमांडो वाली वर्दी पहनाते थे। उन्हें देखकर मैंने कहा कि बहादुरी दिखानी हो तो कश्मीर और पंजाब जाइए, यहां छात्र मौजूद हैं, कोई देशद्रोही नहीं। ये बात उन्हें नागवार लगी। भाषण देकर उतरा तो मेरी और उनकी कहासुनी हो गई। इसके बाद उन्होंने लाठीचार्ज करा दिया। छात्रों ने भी पथराव किया। पुलिस ने मेरे खिलाफ 307 और बलवा का प्रकरण दर्ज करा दिया। बाद में गैंगस्टर की कार्रवाई की गई। अभय सिंह एक इंटरव्यू में कहते हैं कि 307 का पहला मुकदमा दर्ज हुआ तो आंखों के सामने अंधेरा छा गया। लगा कि मेरी दुनिया ही लुट गई। कहां मैं यूपीएससी की तैयारी करने दिल्ली जाने वाला था, कहां हत्या के प्रयास का आरोपी बना दिया गया। इस केस ने मेरी जिंदगी की दिशा ही बदल दी। मुख्तार अंसारी से किसकी करीबी थी?धनंजय सिंह कहते हैं- जब अभय सिंह 1996 में जेल में बंद थे, तो उसी जेल में मुख्तार अंसारी भी थे। वे सुबह-शाम मुख्तार अंसारी के पैर छूते थे। कई मुकदमों में मुख्तार के साथ अभय सिंह भी आरोपी हैं। इस पर अभय सिंह एक इंटरव्यू में दावा करते हैं कि मुख्तार से संबंध धनंजय के थे। वह लखनऊ हॉस्टल में ‘मुख्तार चालीसा’ गाता रहता था। अभय सिंह ने बताया कि धनंजय ने भले ही प्रवेश यूनिवर्सिटी में लिया था, लेकिन पढ़ाई-लिखाई में उसकी रुचि नहीं थी। उसके जरायम के पहले गुरु थे आजमगढ़ के वंश बहादुर सिंह। वंश बहादुर सिंह ‘लड़कों के शौकीन’ थे। ये उनकी गाड़ी चलाता था। वंश बहादुर सिंह के माध्यम से इसका परिचय बनारस के बंशी सिंह, पांचू सिंह, बीकेडी सिंह, गाजीपुर के भीम सिंह और संजय सिपाही से हो चुका था। ये सब लोग मुख्तार गैंग के थे। यह हॉस्टल में आया तो मुख्तार चालीसा शुरू कर दी। सभी लड़कों से मुख्तार के बारे में बातें और तारीफ करता। इसके बाद इन बदमाशों को हॉस्टल में रुकवाना शुरू किया। कई बार इन लोगों ने फरारी तक हॉस्टल में काटी। अभय सिंह बोले- मुख्तार के कहने पर धनंजय ने हरिशंकर से माफी मांगी थी अभय सिंह एक इंटरव्यू में 1995 का वाकया सुनाते हुए कहते हैं- पुराना किला सदर बाजार में एक मकान है। उस पर हरिशंकर तिवारी के लोगों ने कब्जा कर रखा था। वंश बहादुर सिंह के कहने पर धनंजय उस मकान से कब्जा हटाने के लिए तैयार हो गया। उसके पास लड़कों की टीम तो थी नहीं। छात्र राजनीति के चलते हमारे पास लड़कों की टीम थी। धनंजय सिंह के कहने पर मैं छात्रों का ग्रुप लेकर पहुंचा और उस मकान से हरिशंकर तिवारी के लोगों का कब्जा हटवा दिया। तब हरिशंकर तिवारी की सूबे में तूती बोलती थी। उनके लोग बाद में भी चार गाड़ी से आए, लेकिन हम लोगों की संख्या अधिक देख उन्हें भागना पड़ा। हम लोगों के साथ ही अभिषेक भी यूनिवर्सिटी में पढ़ते थे। हालांकि, बाद में उनकी हत्या हो गई। इसके जिम्मेदार भी धनंजय सिंह ही हैं। अभिषेक के घर लैंडलाइन नंबर 266130 पर मुख्तार ने जेल से फोन किया। तब धनंजय हॉस्टल से भागता हुआ अभिषेक के घर पहुंचा था। मुख्तार ने उसे निर्देश दिया कि जिस मकान पर कब्जा किया हो, उसे खाली करो और जाकर बाबा का पैर पकड़ कर माफी मांगो। धनंजय मेरे पास आया और बोला कि मुख्तार ने ऐसा कहा है। मैंने साफ मना कर दिया। इसके बाद वह बंशी सिंह, पांचू सिंह व कमलेश प्रधान साथ हरिशंकर तिवारी के पास गए। उन्हें कब्जा किए मकान की चाबी सौंपी। फिर हाथ जोड़कर माफी मांगी। पार्क रोड पर विधायक निवास हुआ करता था। कई लोग इसकी पुष्टि कर सकते हैं। अभय का दावा- धनंजय सिंह के कहने पर अपनी बैरक में मुख्तार को रहने दियाअभय सिंह एक इंटरव्यू में कहते हैं- 1996 से मैं जेल में था। उसी दौरान एक केस में मुख्तार भी गिरफ्तार कर जेल आए। 12 बजे मुख्तार की जेल में इंट्री हुई। 7 बजे मेरे पास सूचना आई कि मुख्तार को अपनी बैरक में रहने दो, तो मैंने साफ मना कर दिया। इसके बाद धनंजय सिंह ने अपनी मौसी के लड़के सुनील सिंह को मुझसे मिलने जेल भेजा। संदेशा भिजवाया कि मुख्तार को अपनी बैरक में रहने दो। इसके बाद मैंने मुख्तार को अपनी बैरक में रहने के लिए अनुमति दी थी। मुख्तार से मेरा परिचय धनंजय सिंह की ही वजह से हुआ। 1996 में अभय गए जेल, धनंजय हुए फरार1996 में हेमंत सिंह का मर्डर हुआ। उस समय लखनऊ में तत्कालीन एसएसपी सूर्य कुमार शुक्ला ने अभय और धनंजय दोनों को मुल्जिम बनाया। हालांकि अभय सिंह दावा करते हैं कि हम दोनों को इस केस में झूठा फंसाया गया था। 11 जनवरी 1996 में ही अभय सिंह हत्या के प्रयास मामले में दर्ज एक केस में जेल चले गए तो साढ़े 4 साल वहां में रहे। जबकि धनंजय सिंह फरवरी, 1999 तक फरार रहे। वरिष्ठ पत्रकार मनीष मिश्रा बताते हैं- 19 जुलाई, 1997 में इंदिरा नगर में रहने वाले गोपाल शरण श्रीवास्तव राजकीय निर्माण निगम में इंजीनियर थे। घर से ऑफिस जाते समय उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस मामले में धनंजय सिंह आरोपी बने और फरार हुए। इसी मामले में उन पर 50 हजार का इनाम घोषित हुआ था। तब उन्होंने मुंबई में फरारी काटी थी। अपने ही फेंक एनकाउंटर के बाद धनंजय सिंह ने जौनपुर में किया था सरेंडरधनंजय सिंह की जिंदगी से जुड़ा एक ये भी दिलचस्प केस है। 17 अक्टूबर, 1998 में भदोही में पुलिस ने चार खूंखार अपराधियों को मार गिराया। पुलिस ने दावा किया कि मारे गए बदमाशों में 50 हजार का इनामी धनंजय सिंह भी शामिल है। इस पुलिस टीम को लीड कर रहे थे सीओ अखिलानंद मिश्रा। तब पुलिस ने कहानी बनाई थी कि धनंजय अपने साथियों के साथ पेट्रोल पंप लूटने जा रहे थे। पुलिसवालों ने धनंजय पर इनाम की राशि भी ले ली। बनारस के सारनाथ में पुलिस ने 11 जनवरी, 1999 में धनंजय के साथी रहे पांचू सिंह और बंशी सिंह का एनकाउंटर किया। इसके अगले ही महीने फरवरी, 1999 में अचानक धनंजय सिंह ने जौनपुर में दर्ज कारतूस के पुराने केस में जमानत अर्जी निरस्त कराकर हाजिर हो गए। धनंजय सिंह के इस तरह प्रकट होने के बाद पुलिस सकते में आ गई। बाद में इस फेंक एनकाउंटर में शामिल 34 पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ और सभी जेल में गए। 4 कारतूस का क्या था मामला, अभय का दावा- मेरे नाना ने मदद की थीअभय सिंह एक इंटरव्यू में 4 कारतूस का पूरा मामला बताते हैं। कहते हैं- गुड्‌डू मुस्लिम के साथ धनंजय सिंह अपनी बाइक यूपी62-6956 के साथ जौनपुर में लूट करने गया था। दोनों ने एक ज्वेलर्स को निशाना बनाया। तभी उनकी बाइक गिर गई। अभय दावा करते हैं कि बाइक से गिरते ही धनंजय को मिर्गी का दौरा पड़ गया। बाइक की बैक लाइट टूट कर गिर गई। गुड्‌डू मुस्लिम इसे उठाकर भागा। कट्‌टा दोनों ने फेंक दिया था, लेकिन चार कारतूस धनंजय की जेब में ही रह गए थे। आगे लूट के प्रयास की सूचना पर एक महिला दरोगा ने चेकिंग लगा रखी थी। दोनों को देखा तो बाइक की लाइट भी टूटी थी। तलाशी में चार कारतूस बरामद हुआ। तो महिला दरोगा ने धनंजय को चार-पांच थप्पड़ जड़ दिए। अभय सिंह कहते हैं कि उस केस में मेरे कहने पर मेरे नाना ने इसकी मदद की थी। लूट की बजाय इस पर सिर्फ कारतूस के प्रकरण में केस दर्ज हुआ। मेरे नाना की पूरी राजनीति साफ-सुथरी थी। कभी किसी अपराधी को संरक्षण नहीं दिया, लेकिन मेरे कहने पर पहली बार धनंजय की मदद की थी। धनंजय सिंह का दावा- गुड्‌डू की अभय सिंह से थी दोस्तीदैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में धनंजय सिंह ने दावा किया था कि गुड्‌डू मुस्लिम अभी पुलिस का वांटेड है। उसके साथ मिलकर अभय सिंह ने 15 जनवरी, 1992 को जौनपुर के महराजगंज में पेट्रोल पंप पर 13 हजार की लूट की थी। गुड्‌डू मुस्लिम से अभय सिंह की दोस्ती थी। अभय सिंह का इसे लेकर अलग ही दावा है। उनका कहना है कि गुड्‌डू मुस्लिम जौनपुर का रहने वाला है। उसका मोडस आपरेंडी रहा है कि वह जहां भी किसी बड़ी वारदात में पकड़ा जाता, तो किसी बड़े परिवार के लड़के का नाम ले लेता है। जिससे वो एनकाउंटर से बच जाए। इसी तरह उसने मेरा नाम लेकर फंसाया था। लूट के तुरंत बाद गुड्‌डू मुस्लिम को पुलिस ने पकड़ लिया था। मैं साथ में होता तो क्या पकड़ा नहीं जाता। मुझे तो कोर्ट से वारंट आया, तब पता चला। इसी तरह बाद में गुड्‌डू मुस्लिम ने लखनऊ की एक वारदात में प्रतिष्ठित भार्गव परिवार के एक व्यक्ति का नाम लिया था। तब भी उसे खुद के एनकाउंटर का डर था। अभय सिंह खुद दावा करते हैं कि गुड्‌डू मुस्लिम की दोस्ती जेल में धनंजय सिंह से हुई थी। 1992 में धनंजय सिंह ने संघ के नेता रहे राजबली यादव के बेटे को गोली मार दी थी। इस मामले में धनंजय जेल गए थे। गुड्‌डू मुस्लिम पहले से जेल में था। वहीं उनकी दोस्ती हुई। बाद में धनंजय ने ही गुड्‌डू मुस्लिम का परिचय मुझसे कराया था। संतोष सिंह की हत्या का एक-दूसरे पर दोषारोपणअभय सिंह के पड़ोस के गांव सरायरासी के संतोष सिंह थे। अभय सिंह उनके मर्डर का आरोप धनंजय और गुड्‌डू मुस्लिम पर लगाते हैं। कहते हैं- धनंजय ने संतोष को फोन कर बुलाया था। फिर कोई नशा पिला दिया था। इसके बाद शव को एक्सीडेंट दिखाने के लिए रोड पर डाल दिया था। उसकी राइफल और कार खुद रख ली थी। हालांकि, धनंजय सिंह दावा करते हैं कि स्कूल मैनेजमेंट में विरोधियों को फंसाने के मकसद से अभय सिंह ने गुड्‌डू मुस्लिम से कहकर संतोष सिंह की हत्या कराई थी। अभय सिंह दावा करते हैं कि लखनऊ हॉस्टल के रेनोवेशन का टेंडर निकला था। इसके टेंडर में खुद का हिस्सा नहीं होने पर उन्होंने अभिषेक सिंह को बुलाया और इंजीनियर के पास बात करने के लिए भेजा। इसके बाद अभिषेक सिंह की हत्या हो गई। धनंजय पर आरोप लगा कि जब अभय सिंह जेल में रहे तो ठेकों और टेंडर मैनेज कराने के एवज में मिलने वाली रकम अकेले रखने लगे। इसे लेकर दोनों के बीच मनमुटाव शुरू हुआ। जब संतोष सिंह की हत्या हुई तो दोनों के रिश्तों में तल्खी और बढ़ गई। जेल में हुआ विवाद, दोनों की राहें अलग हुईंफरवरी, 1999 में धनंजय के सरेंडर करने के बाद अभय से मुलाकात जेल में हुई। वहां दोनों के बीच पुरानी घटनाओं, टेंडर की रकम और संतोष व अभिषेक के मर्डर को लेकर विवाद हुआ। वहीं से दोनों की राहें अलग हो गईं। 2000 में अभय जमानत पर बाहर निकले। जेल में उनकी मुलाकात नसीमुद्दीन सिद्दीकी से हुई थी। उनके माध्यम से अभय सिंह को बसपा से पहली बार 2002 में विधायकी का टिकट मिला। लेकिन हार गए। वहीं, धनंजय सिंह 2002 में रारी विधानसभा निर्दलीय चुनाव में उतरे और जीत गए। 2002 में धनंजय पर हुआ जानलेवा हमला, अभय बने आरोपी4 अक्टूबर, 2002 वाराणसी के टकसाल सिनेमा के पास धनंजय सिंह के काफिले पर हमला हुआ। इसमें उनके गनर घायल हुए। इस मामले में धनंजय सिंह ने अभय सिंह, संदीप सिंह, संजय रघुवंशी, सत्येंद्र सिंह बबलू सहित 6 लोगों को नामजद किया। धनंजय सिंह कहते हैं- पहले तो मुझे विश्वास ही नहीं हुआ कि अभय ने जानलेवा हमला कराया है। क्योंकि मैंने पहले उसकी जान बचाई थी। इस मामले में पुलिस ने अभय सिंह के पिता को भी हिरासत में लिया था। तब मेरे ही कहने पर पुलिस ने उन्हें छोड़ा। क्योंकि, इस हमले में उनका कोई रोल नहीं था। मैं आज भी अभय के पिता का सम्मान करता हूं। हॉस्टल में आते-जाते रहते थे। तब से उनका सम्मान करता हूं। अभय सिंह इस हमले को लेकर दावा करते हैं- धनंजय ने झूठा केस दर्ज कराया था। धनंजय ने खुद को जिस वाहन में बैठे होने और हमला होने का जिक्र किया था, वो जेसीबी का निकला। हमले के समय तो मैं अस्पताल में भर्ती था। मेरा एक्सीडेंट हुआ था। इसका पूरा रिकॉर्ड है। इसी आधार पर मेरा नाम भी इस केस से हटा था। हालांकि, धनंजय सिंह अस्पताल भर्ती प्रकरण को झूठा कहते हैं। दावा करते हैं कि उसने बचने के लिए इस तरह का नाटक किया था। तब सूबे में बसपा की सरकार थी, वह बसपा से चुनाव लड़ चुका था। इस कारण उसकी बात सुनी जा रही थी। 2002 के बाद दोनों जिगरी दोस्तों की राह अलग हुई, तो आज भी जारी है। जब भी मौका मिलता है, एक-दूसरे पर आरोपों की बौछार करते रहते हैं। कोडीन कफ सिरप में जब धनंजय के करीबी आलोक सिंह और मनीष सिंह टाटा पकड़े गए, तब भी अभय ने कोडीन भैया कहकर तंज कसा था। एक इंटरव्यू में अभय तो यहां तक दावा करते हैं कि आलोक ही धनंजय का सेनापति और राजदार है। वही उनका मुखौटा है। वहीं धनंजय सिंह कहते हैं कि मैं तो अभय के गुनाहों की सजा भुगता। ------------------------- ये खबर भी पढ़ें- अखिलेश पर भड़के धनंजय, कहा- सपा सांसदों से माफी मंगवाऊंगा, कोडीन भैया कहने पर अभय सिंह को चैलेंज, दम हो तो नाम लें कफ सिरप के अंतरराष्ट्रीय अवैध कारोबार को देखते हुए मैंने CBI जांच की मांग की है। संसद में सपा सांसदों ने कफ सिरप का मुद्दा उठाते हुए झूठे तथ्य रखे। मैं इसे लेकर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिख रहा हूं, जिसमें सपा सांसदों के झूठे तथ्य की ओर ध्यान दिलाकर सदन में उनसे माफी की मांग करूंगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव वन डिस्ट्रिक, वन माफिया की बात कर रहे हैं। क्या उन्हें अपना कार्यकाल याद नहीं, जब उन्होंने वन डिस्ट्रिक वन नकल माफिया पैदा कर दिया था। प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य खराब कर दिया था।' यह बात दैनिक भास्कर से विशेष इंटरव्यू में धनंजय सिंह ने कही। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:27 am

मां ने तीन शादियां की, बाबा रोज मेरा रेप करते:बचने के लिए भरी सर्दी में छत पर सोती, फिर भी आ जाते

डिस्क्लेमर: पीड़ित के कहने पर उसका नाम और चेहरा दिखाया जा रहा है। उनका कहना है कि जिन लड़कियों के साथ ऐसा कुछ हो रहा, उन्हें हिम्मत करके आगे आना चाहिए। मां कहती थीं, मेरा जन्म 2003 में हुआ। तारीख क्या थी, मुझे ठीक से याद नहीं। शायद इसलिए, क्योंकि मेरी जिंदगी में तारीखों से ज्यादा बदलाव अहम रहे। नमस्ते, मैं अन्नू यादव। मेरी मां बाराबंकी की रहने वाली थीं। पापा मुंबई में मजदूरी करते थे। मेरे पैदा होने के कुछ साल बाद मैं और मां उनके साथ मुंबई चले गए। उस समय की बहुत धुंधली याद है। इतनी धुंधली कि मुझे ये तक याद नहीं कि पापा कैसे दिखते थे? बचपन के नाम पर मेरे पास सिर्फ मां की गोद और अनजाना शहर था। जिंदगी का पहला मोड़ तब आया जब मैं कुछ समझने लायक ही नहीं थी। मां और पापा अलग हो गए। मैं मां के साथ लखनऊ आ गई। कुछ वक्त बीता, साल 2010 में मां ने दूसरी शादी कर ली। मां ने जिससे शादी की, अब वही मेरे पापा थे क्योंकि अपने पिता को लेकर मेरे पास कोई याद ही नहीं थी। हमारी जिंदगी एक नए ढांचे में ढल गई। कुछ साल बाद मेरे दो भाई-बहन आ गए। हमारा छोटा-सा खुशहाल परिवार था। मां-पापा, हम तीन भाई-बहन और दादी-बाबा। मुझे लगता था कि यही मेरी दुनिया है। यही मेरा घर है, फिर धीरे-धीरे घर की दीवारों में दरारें पड़ने लगीं। हमारे घर की हालत ज्यादा अच्छी नहीं थी। हम गरीब बस्ती में काम करने वाले NGO के स्कूल में पढ़ते थे। मां चाहती थीं कि हम अच्छे स्कूल में पढ़ें। मां-पापा के बीच अक्सर पैसों को लेकर झगड़ा होता था। धीरे-धीरे घर से आवाजें बाहर जाने लगीं। रोज की गाली-गलौज, मारपीट जिंदगी का हिस्सा बन गया। तब-तक मैं समझदार हो चुकी थी, यही कोई 12-13 साल की उम्र थी। मां का चेहरा हमेशा थका हुआ रहता। पापा हर वक्त गुस्से में दिखते। मुझे अंदाजा नहीं था कि ये तनाव सिर्फ बहस तक सीमित नहीं रहेगा। 2016 का नया साल शुरू ही हुआ था कि जिंदगी में एक और मोड़ लिया। तब-तक मैं चीजें समझने लायक हो गई थी। मां और पापा अलग हो गए। पापा ने दूसरी शादी कर ली और मां ने तीसरी। हम बच्चों की छत और जमीन एक साथ खिसक गई। एक ही पल में हमारा घर, हमारा परिवार, सब बिखर गया। अब मेरे सामने फैसला लेने की मजबूरी थी। मां चाहती थीं कि हम उनके साथ रहें, लेकिन मैंने मां से कह दिया कि मैं उनके साथ नहीं जाऊंगी। दादी-बाबा मुझे बहुत प्यार करते हैं। मैं उनके साथ ही रहूंगी। मेरे भाई-बहन भी मां के साथ नहीं गए। पापा भी अपनी दूसरी शादी के बाद अलग रहने लगे। अब उस घर में सिर्फ हम तीन बच्चे और दादी-बाबा ही रह गए। शुरुआत के कुछ दिन सब ठीक रहा। दादी सुबह जल्दी उठकर दूसरों के घर काम पर जातीं और बाबा अपनी गार्ड की नौकरी पर। पढ़ाई भी जैसे-तैसे चल रही थी। मैं अब भी NGO के स्कूल में पढ़ रही थी। वहां मुझे दोस्त मिले, हंसी मिली और ऐसा माहौल मिला जिसमें मुझे किसी चीज की कमी महसूस नहीं होती थी। फिर मुझे महसूस हुआ कि मेरा फैसला जिंदगी की सबसे बड़ी भूल बनता जा रहा है। वो दिन भी आम दिनों जैसा ही था। दादी शादीवाले घरों में भी काम करती थीं। उस दिन वे ऐसी ही किसी घर में रुक गई थीं। शाम को बाबा घर आए। हम सबने साथ बैठकर खाना खाया। हम सब एक ही कमरे में सोते थे। भाई-बहन, बाबा के साथ तखत पर सोते थे और मैं जमीन पर। उस दिन भी कब आंख लगी, पता नहीं चला। आधी रात को मुझे अपने पास किसी की मौजूदगी का एहसास हुआ। पहले लगा कि शायद सपना देख रही हूं। फिर कुछ ऐसा हुआ, जिससे मैं कांप गई। समझ नहीं आया कि क्या हो रहा? मैंने खुद को पीछे खिसकाने की कोशिश की, विरोध करना चाहा। मेरे होंठ जैसे जकड़ गए थे। वो आदमी जिसे मैं अपना सहारा मानती थी, मुझे उसी से बचने की जरूरत पड़ रही थी। बाबा मेरे साथ जबरदस्ती कर रहे थे।सुबह जब दादी वापस लौटीं तो मुझे लगा वह मेरी बात जरूर सुनेंगी। मैंने हिम्मत जुटाकर उन्हें सब बता दिया। मेरी बात सुनते ही उनका चेहरा बदल गया। उन्हें मुझ पर भरोसा ही नहीं था। उन्हें लगा, मैं झूठ बोल रही हूं। मैंने रोते हुए उन्हें समझाने की कोशिश की। बार-बार कहा कि मैं सच बोल रही हूं। उनका गुस्सा बढ़ता गया। फिर वो चिल्लाकर बोलीं- “जैसी मां, वैसी बेटी… तेरी मां मेरे बेटे को छोड़कर चली गई। हम तुझे और तेरे भाई-बहन को पाल रहे हैं, ऊपर से तू मेरे ही पति को गलत कह रही है।” वो शब्द मुझे आज तक चुभते हैं। मुझे उम्मीद थी कि दादी मेरी बात समझेंगी। जब उन्होंने मेरा यकीन नहीं किया तो मैं अंदर से टूट गई। फिर भी मन में एक बात थी कि किसी भी तरह दादी को सच दिखाना होगा। मैं बच्ची थी, फिर भी डर ने मुझे जरूरत से ज्यादा समझदार बना दिया था। मुझे लगा, दादी अगर खुद देख लेंगी तो उन्हें यकीन हो जाएगा। उस दिन बाबा छत पर सो रहे थे। हम बच्चे दादी के साथ नीचे कमरे में थे। आधी रात के करीब अचानक मेरी नींद टूटी। वो फिर मेरे पास आ गए थे। मैं डर से कांप रही थी। मैंने खुद को संभाला और अचानक उठकर लाइट जला दी। मैं चीख पड़ी। “देखो दादी, देखो ये क्या कर रहे हैं? अब यकीन हुआ आपको?” मेरी आवाज कमरे में गूंज रही थी। दादी उठी और देखा कि बाबा नीचे चटाई पर लेटे हैं। उन्होंने एक भी कपड़ा नहीं पहना था। अब सब कुछ सामने था। दादी उन पर खूब चीखीं-चिल्लाईं, खूब सुनाया उन्हें। बोलीं कि ये तुम्हारी पोती है, तुम इसके साथ गलत सोच भी कैसे सकते हो। मैं कोने में खड़ी रोए जा रही थी। बिना किसी आवाज के आंसू बहे जा रहे थे। दादी ने मुझे चुप कराया और अलग ले जाकर बोलीं- “चुप हो जा, अब ये सब नहीं होगा। इस बात को बाहर किसी से मत कहना। बहुत बदनामी होगी।” अब जाकर मुझे सुकून मिला था। मुझे लगा अब सब ठीक हो जाएगा। मैं सेफ हूं, लेकिन मैं गलत थी। दादी जब भी किसी काम से बाहर जातीं, वही मजबूरी, वही जबरदस्ती। मैंने बोलना बंद कर दिया। तय कर लिया कि अपनी सुरक्षा मुझे खुद करनी होगी। जिस रात दादी घर पर नहीं होतीं, मैं डर के मारे घर के अंदर नहीं रहती थी। छत पर जाकर सोने लगी। मुझे लगता था कि बाबा छत पर नहीं आएंगे, वहां मैं सेफ रहूंगी। कई बार सर्दियों की ठंडी रातों में भी मैं छत पर ही सोई। मन को समझाती रहती कि यहां कुछ गलत नहीं होगा। फिर भी डर मेरा पीछा वहां भी नहीं छोड़ता था। जब घर ही सेफ न रहे तो कहीं भी सेफ फील नहीं होता। उस उम्र में जब बच्चों को सपने देखने चाहिए, मैं दुआ करती थी कि जल्दी सुबह हो। मैंने खुद को बचाने के तरीके सोचने शुरू कर दिए। मैं ऐसे कपड़े पहनकर सोने लगी, जिनमें नाड़ा होता था। मुझे लगता था कि इन्हें खोलने में वक्त लगे, उतने में मैं उठकर खुद को बचा लूंगी। हर रात मैं डर के साथ सोती थी। सोने से पहले मन में यही चलता रहता था कि आज कुछ न हो जाए। ठीक से नींद भी नहीं आती थी। अगले छह महीने इसी तरह डर के साथ बीते। कभी खुद को बचा पाती, कभी नहीं भी…। मैंने स्कूल जाना बंद कर दिया। बाहर निकलना, किसी से बात करना, हंसना सब बंद हो गया। मैं जिस NGO के स्कूल में पढ़ती थी, वहां एक दीदी कभी-कभी आया करती थीं, उषा दीदी। वही मुझे स्कूल ले गई थीं। जब मैंने स्कूल जाना बंद कर दिया तो स्कूलवालों ने उषा दीदी को बताया। इसके बाद उषा दीदी मेरे घर आईं। उन्होंने दादी से पूछा कि मैं स्कूल क्यों नहीं जा रही हूं? पहले तो दादी ने उन्हें मुझसे मिलने नहीं दिया। इधर-उधर का बहाना बनाने लगीं, बोली- “उसका मन नहीं लगता पढ़ाई में… यहीं घर में रहेगी। कुछ काम-धाम सीखेगी।” काफी देर बहस करने के बाद दादी ने उषा दीदी को मुझसे मिलने दिया। उन्होंने प्यार से कहा- “तुम स्कूल क्यों नहीं जाती? किसी ने कह दिया क्या तुमसे…” वो काफी देर तक समझाती रहीं। मैं बहुत डरी हुई थी। उन्हें देखकर रोना भी आ रहा था। इससे पहले कि मैं कुछ कह पाती, दादी ने उषा दीदी से जाने के लिए कह दिया। मैं उन्हें कुछ बता नहीं पाई। उषा दीदी चली गईं, लेकिन उन्होंने मेरे अंदर का डर देख लिया था। मेरी बॉडी में हुए बदलाव भी उन्होंने नोटिस किए थे। 12-13 साल की उम्र में जिस तरह से शरीर बढ़ रहा था, वो नॉर्मल नहीं था। मैं उम्र से कहीं बड़ी दिखने लगी थी। कुछ दिन मेरे ऐसे ही बीते। फिर एक दिन मैं टीवी देख रही थी। चैनल बदलते-बदलते एक लोकल न्यूज चैनल पर मुझे उषा दीदी दिखीं। उस दिन मुझे पता चला कि उषा दीदी हम जैसी लड़कियों के लिए काम करती हैं। ‘रेड ब्रिगेड’ के नाम से उनका NGO है। उस दिन मुझे एक उम्मीद-सी दिखी। मैंने सोचा, उषा दीदी मेरी मदद करेंगी। किसी तरह उनसे बात करनी होगी, लेकिन मैं बाहर नहीं निकल सकती थी। उषा दीदी के आने के बाद से बाबा घर से बाहर जाते वक्त गेट में ताला लगा देते थे। एक दिन वो ताला लगाना भूल गए। दरवाजे के पड़ोस में खिड़की थी। मेरा हाथ खिड़की से सिटकनी तक आसानी से पहुंच जाता था। दोपहर में मैंने सिटकनी खोली और पड़ोस की एक दीदी के पास पहुंच गई। मैंने उनसे रोते हुए कहा- “मुझे उषा दीदी के पास ले चलो। मुझे उन्हें कुछ बहुत जरूरी बताना है।” पहले तो वह घबरा गईं। जब मैंने उन्हें पूरी बात बताई, तब वो और डर गईं। उन्होंने कहा- “मुझे इन सब में मत घसीटो” मैंने उनसे वादा किया कि मैं उनका नाम किसी को नहीं बताऊंगी। बस उषा दीदी से मेरी बात करवा दीजिए। उन्होंने मोबाइल से मेरी बात कराई। उषा दीदी को मैंने छह महीने का सारा सच बोल दिया। मैंने बताया कि मेरे साथ क्या हो रहा है, बाबा मेरे साथ क्या करते हैं? उन्होंने मेरी शादी भी तय कर दी थी। दरअसल, एक दिन मैंने उन्हें पुलिस की धमकी दी। बाबा को लग गया था कि अब मैं किसी से कह सकती हूं। इसके बाद उन्होंने मेरी शादी तय कर दी। 27 जून, 2016 को शादी होने वाली थी। बदले में शायद पैसे भी लिए थे। मैं उस समय 14 साल की भी नहीं हुई थी। ये सारी बातें मैंने उषा दीदी को बता दीं। उन्होंने भी साफ कहा- “सबसे पहले तुम्हें खुद आवाज उठानी होगी। तभी हम तुम्हारी मदद कर पाएंगे।” इस बातचीत के बाद मैंने घर से भागने की सोच ली। शादी से एक दिन पहले 26 जून को मैं किसी तरह घर से निकली और सीधे उषा दीदी के पास पहुंची। वो मुझे पुलिस की चाइल्ड-केयर सेल में लेकर गईं। मैंने वहां अपनी पूरी कहानी सुनाई। केस दर्ज हुआ, बाबा को जेल भेज दिया गया और मुझे शेल्टर होम। ये सब भी मेरे लिए बहुत कठिन था। मुझसे बार-बार वही सवाल पूछे जाते कब हुआ, कैसे हुआ, कहां हुआ। हर बार वही दर्द दोबारा जीना पड़ता था। इस दौरान उषा दीदी मुझसे मिलने आती रहती थीं। जब वो आतीं तो मुझे लगता कि अब मैं अकेली नहीं हूं। शेल्टर होम में जिंदगी फिर से शुरू करने की कोशिश हो रही थी। एक दिन शेल्टर होम में सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग रखी गई। उषा दीदी का ‘रेड ब्रिगेड’ ही ये ट्रेनिंग करा रहा था। मैं भी उसमें शामिल हुई। इसके बाद मुझे समझ आया कि सेल्फ डिफेंस खुद को बचाने का तरीका भर नहीं, ‘खुद पर भरोसा’ कायम करने का जरिया है। अपने अंदर से डर निकलते ही हम आधी लड़ाई जीत जाते हैं। कॉन्फिडेंस ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। उसी दिन मैंने फैसला कर लिया कि अब मुझे ये अच्छे से सीखना है। डर अभी भी मेरे आसपास था, फिर भी कहीं एक नई जिद भी आकार ले रही थी। मैं अब खुद को कमजोर नहीं देखना चाहती थी। मैंने तय कर लिया कि मुझे ऐसा हुनर चाहिए, जो किसी और पर निर्भर न हो। एक ऐसा सहारा जो हर हाल में मेरे साथ खड़ा रहे। कुछ दिनों तक ये बातें मेरे अंदर ही घूमती रहीं। जब उषा दीदी मुझसे मिलने आईं तो मैंने उनसे कहा कि मुझे सेल्फ डिफेंस की प्रॉपर ट्रेनिंग लेनी है। उन्होंने कोई सवाल नहीं किया। बस शांत आवाज में कहा कि जब तुम 18 साल की हो जाओगी और सेंटर से बाहर निकलोगी, तब मैं तुम्हें पूरी ट्रेनिंग दिलवाऊंगी। उस पल उनकी बात मेरे लिए एक वादे से ज्यादा थी। वो मेरे भविष्य की एक उम्मीद थी, जिससे मैं हर दिन खुद को जोड़कर देखती रही। साल 2022 में जब मैं शेल्टर होम से बाहर निकली, तो उषा दीदी ने मेरा हाथ थाम लिया। उन्होंने अपना वादा निभाया। उसी दिन मैं रेड ब्रिगेड से जुड़ गई। ट्रेनिंग आसान नहीं थी। शरीर थकता था, हाथ दर्द करते थे, चोट लगती थी। मगर हर बार मेरा डर थोड़ा और कम होता गया। मैं खुद को बचाना सीख रही थी। सिर्फ वार करना नहीं, हालात को समझना, खतरे को पहचानना और सबसे जरूरी खुद पर भरोसा करना। वहां मैंने सिर्फ दांव-पेंच या वार-पलटवार नहीं सीखा, बल्कि खुद पर भरोसा करना सीखा। हर ट्रेनिंग सेशन के साथ मेरा डर थोड़ा और पीछे छूटता गया। जो यादें कभी मुझे जकड़ लेती थीं, अब वही मुझे आगे बढ़ने की ताकत देने लगीं। मैंने समझ लिया कि अतीत कमजोरी नहीं, बल्कि सबसे बड़ी ताकत बन सकता है। उषा दीदी, रेड ब्रिगेड और सेल्फ डिफेंस ने मुझे वह दिया, जिसकी मुझे सबसे ज्यादा जरूरत थी। ताकत, आवाज और रीढ़ सीधी करके खड़े होने का हौसला। जब मैं आज पीछे मुड़कर देखती हूं, तो साफ समझ आता है कि एक ही फैसले से जिंदगी की दिशा बदल सकती है। रेड ब्रिगेड से जुड़ना किसी नए जन्म जैसा था। धीरे-धीरे मैंने खुद सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी। मेरी जिंदगी अब सिर्फ ट्रेनिंग तक सीमित नहीं। मैं रेड ब्रिगेड की एक नई पहल ‘बाल मंच’ की ट्रेजरर और को-ऑर्डिनेटर हूं। छोटे बच्चों को पढ़ाना मेरे लिए सेवा जैसा है। बच्चों के सवाल, उनकी हंसी मुझे याद दिलाती है कि भविष्य अभी भी मासूम और सुंदर हो सकता है। मैंने अपनी पढ़ाई भी जारी रखी है। मैं ग्रेजुएशन कर रही हूं। मैं अपने अतीत को नकारती नहीं हूं, लेकिन अब उसे अपने ऊपर हावी भी नहीं होने देती। मेरा सपना बहुत सीधा है। मैं चाहती हूं कि हर लड़की सुरक्षित महसूस करे, बिना डर के चल सके, बोल सके और जी सके। अगर मेरी कहानी, मेरी ट्रेनिंग या मेरा साथ किसी लड़की को मजबूत बना पाती है तो मेरी लड़ाई सफल है। मैं जानती हूं कि रास्ता लंबा है। फिर भी पूरी ताकत और ईमानदारी के साथ चलने के लिए तैयार हूं। *** स्टोरी एडिट- कृष्ण गोपाल ग्राफिक्स- सौरभ कुमार *** कहानी को रोचक बनाने के लिए क्रिएटिव लिबर्टी ली गई है। ----------------------------------------------------------- सीरीज की ये स्टोरीज भी पढ़ें... पति ने प्राइवेट पार्ट पर एसिड डाला; दो दिन घर में ही पड़ी रही प्रेग्नेंट रेहाना, डॉक्टर रोज निकालते थे मांस के लोथड़े तीन भाई-बहनों में सबसे बड़ी। किताबों में सपने ढूंढने की उम्र में मेरे लिए रिश्ते ढूंढे़ जा रहे थे। घर में फिक्र का माहौल था। नाते-रिश्तेदार, दूर के जान-पहचान वाले हर जगह रिश्ता खोजा जा रहा था। किसी की नजर में “अब बड़ी हो गई है” वाली लड़की थी, तो कोई “अब देर मत करो” वाली फिक्र करता सुनाई देता। पूरी स्टोरी पढ़ें...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:27 am

विभूतियों का यह कैसा सम्मान:कहीं मूर्तियां टूटी तो कहीं गंदगी से भरी हुई हैं

स्वतंत्रता सेनानियों एवं झारखंड के शहीदों की मूर्तियां स्थापित कर मेंटेनेंस करना भूल गए निगम के जिम्मेदार...जिन्होंने देश के लिए अपनी कुर्बानियां दीं, झारखंड के लिए आंदोलन किया, ऐसे आंदोलनकारियों एवं शहीदों को अपने ही राज्य में सम्मान नहीं मिल रहा है। रांची में कई ऐसे चौक-चौराहे एवं शहीद वाटिका हैं, जहां पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों, आंदोलनकारियों एवं शहीदों की प्रतिमाओं का अपमान हो रहा है। किसी शहीद की प्रतिमा के हाथ से तलवार गायब है तो किसी की प्रतिमा को मकड़ी के जाल ने घेर रखा है। शहर के चौक-चौराहों एवं वाटिका की देख-रेख करना रांची नगर निगम के जिम्मे है। मगर उपेक्षा के कारण हमारे शहीदों का यह हाल हो गया है। मेन रोड, काली मंदिर के पास: महात्मा गांधी चौकमेन रोड में काली मंदिर-हनुमान मंदिर डेली मार्केट के पास महात्मा गांधी चौक है। जहां पर गांधी जी की एक प्रतिमा स्थापित है।उद्घाटन : 16 अगस्त 1998 में उद्घाटन के साथ नामकरण भी हुआ।स्थिति : आज प्रतिमा चिड़िया की बीट से भरी हुई है। ऐसा लग रहा है कि महीनों से सफाई नहीं की गई। किसी का ध्यान ही नहीं गया। लोवाडीह चौक : दुर्गा सोरेन चौक वाटिकादुर्गा सोरेन का नाम अग्रणी झारखंड आंदोलनकारियों में शुमार रहा है> bs स्व. शिबू सोरेन के पुत्र एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बड़े भाई हैं।उद्घाटन : 10 सितंबर 2023 को सीएम हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन की उपस्थिति में वाटिका का उद्घाटन।स्थिति : आज दुर्गा सोरेन वाटिका की हालत बहुत खराब है। प्रतिमा एकदम खराब हो चुकी है। कुर्सियां व अन्य निर्माण भी टूट-फूट गए हैं।ॉ हाइटेंशन चौक: तेलंगा खड़िया स्मारक वाटिकास्वतंत्रता संग्राम एवं आदिवासी आंदोलन के शहीद तेलंगा खड़िया स्मारक वाटिका भी देखरेख के अभाव में घूमने लायक नहीं रह गई है। वाटिका का हाल भी खराब हो चुका है।उद्घाटन : नौ जून, 2016 को तत्कालीन नगर विकास मंत्री सीपी सिंह एवं मेयर आशा लकड़ा ने किया था।स्थिति : शहीद की प्रतिमा के हाथ से तलवार गायब है। प्रतिमा भी कई जगह पर टूट गई है। प्रतिमा के सिर के ऊपर मकड़ी के जाले पड़ गए हैं। हाईटेंशन मैदान : शहीद रघुनाथ महतो वाटिका हाइटेंशन मैदान लोवाडीह चौक के पास ही शहीद रघुनाथ महतो की प्रतिमा एवं वाटिका है। इसका हाल बहुत खराब हो चुका है।उद्घाटन : 29 मार्च 2015 को पूर्व मंत्री लालचंद महतो, सांसद रामटहल चौधरी आदि ने किया था।स्थिति : छत के मेंटेनेंस के दौरान जाे सीमेंट और पेंट प्रतिमा पर गिरे थे, उसे वैसे ही छोड़ दिया गया। जिम्मेवार बोले...जल्द होगा प्रतिमाओं और वाटिकाओं का सौंदर्यीकरण रांची शहर के सभी चौक-चौराहों, शहीदों की प्रतिमाओं एवं वाटिकाओं का सौंदर्यीकरण जल्द किया जाएगा। सभी का सर्वे करा लिया गया है। जल्द ही सभी का जीर्णोद्धार कर शहर को सुंदर बनाया जाएगा। - सुशांत गौरव, प्रशासक,रांची नगर निगम

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:27 am

फतेहपुर और डूंगरपुर सबसे ठंडे, तापमान 5.4 डिग्री:बाड़मेर में पारा 34 डिग्री पहुंचा, जानिए- अगले हफ्ते कैसा रहेगा मौसम

राजस्थान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से शनिवार को भी उत्तर-पश्चिमी जिलों में असर रहा। जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर के पाकिस्तान से लगते सीमावर्ती इलाकों में हल्के बादल छाए रहे। वेस्टर्न डिस्टरबेंस से उत्तरी हवाएं भी कमजोर होने से सुबह-शाम शीतलहर और तेज सर्दी से मामूली राहत रही। दिन और रात के तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी दर्ज हुई। बाड़मेर में शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर ने इस सिस्टम का असर आज भी रहने की संभावना जताई है। 22 दिसंबर से ये सिस्टम कमजोर होगा, जिसके बाद मौसम में थोड़ा बदलाव होगा। फतेहपुर, डूंगरपुर सबसे ठंडापिछले 24 घंटों के दौरान राजस्थान के अधिकांश शहरों में मौसम साफ रहा और दिन में तेज धूप रही। नागौर, बीकानेर, फलोदी, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर, पाली में शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज हुआ। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ। शनिवार को प्रदेश में सबसे ठंडा इलाका फतेहपुर और डूंगरपुर का रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- 22 दिसंबर तक राजस्थान में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से कहीं-कहीं हल्के बादल छाए रह सकते है और तापमान भी स्थिर रहने की संभावना है। 23 दिसंबर से इस सिस्टम का असर खत्म होने के बाद उत्तर भारत में जैसे ही आसमान साफ होगा, तब तापमान में गिरावट का दौर शुरू होगा। सर्द हवाएं चलेगी और उत्तरी राजस्थान के कुछ जिलों में घना कोहरा छाने की संभावना है। 24 दिसंबर से उत्तरी हवाएं चलने से तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट होने की संभावना है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:27 am

‘घर वाले कहते हैं शादी करो-कैसे बताऊं मुझे लड़के पसंद’:बिहार में मैन टू मैन सेक्स से 11 हजार लड़के HIV पॉजिटिव, सोशल मीडिया से मिले

‘घर में मम्मी-बहन के कपड़े पहनता था। तब घर वालों को मजाक लगता था। पढ़ने के लिए पटना आया तो डेटिंग एप से जुड़कर लड़कों से संबंध बनाने लगा। 50 से ज्यादा लड़कों से संबंध बना चुका हूं, ज्यादातर लड़के बिना प्रिकॉशन के ही रिलेशन बनाते थे। कुछ समय बाद कमजोरी महसूस होने लगी, जांच कराई तो HIV पॉजिटिव निकल आया। अब घर वाले कह रहे हैं शादी कर लो, कैसे बताऊं मुझे मर्द पसंद हैं।’ यह कहानी पटना में रहने वाले एक लड़के की नहीं है, बल्कि बिहार में इन दिनों करीब 11 हजार ऐसे लड़के हैं, जो सोशल मीडिया और डेटिंग एप के जरिए एक-दूसरे से जुड़े, मेल टू मेल (MSM) संबंध बनाने लगे। अब HIV पॉजिटिव हो गए हैं। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए बिहार के उन HIV मरीजों की कहानी जो MSM हैं। ये कौन लोग हैं? किस तरह ऑनलाइन एप से मिलते हैं? इनका ग्रुप कैसे काम करता है? बिहार में इनकी संख्या अचानक कैसे बढ़ी है? सबसे पहले तीन लड़कों की कहानी, जो मैन टू मैन रिलेशन में हैं… स्टोरी 1 : मैं डेटिंग एप से जुड़ा, 50 से ज्यादा लड़कों से संबंध बनाए सबसे पहले कहानी शेखर की (बदला हुआ नाम)। 25 साल का शेखर पटना पढ़ने आया था। भागलपुर जिले के एक गांव का रहने वाला है। अपना गेटअप लड़की जैसा बनाए रखता है। रंग एकदम गोरा, चेहरे पर लड़कियों की तरह मेकअप, कान में बाली और लंबे-लंबे बाल। पटना के मुसल्लहपुर हाट इलाके में रहता है। घर वालों को पता नहीं कि बेटा HIV पॉजिटिव है। घर जाने से बचता है। जरूरी काम से जाना पड़े तो पहले अपने बाल कटवा लेता है। हुलिया बदल लेता है। आगे पढ़े, जैसा शेखर ने बताया… मेरा झुकाव औरतों से अधिक पुरुषों की तरफ है। मैंने कभी खुलकर इजहार नहीं किया। क्योंकि हमारे समाज में यह स्वीकार नहीं था। मेरी बहन और मां जिस तरह से सजती-संवरती थी, उसी तरह मुझे भी सजना-संवरना अच्छा लगता है। अपने घर वालों से छिपकर कभी अपनी बहन के कपड़े तो कभी मां की साड़ी पहन लेता था। मां जिस तरह मेकअप करती थी, उसी तरह मैं भी मेकअप करता था। मुझे औरतों के बीच रहना, उन्हीं की तरह सजना संवरना काफी अच्छा लगता था। मेरी हरकतों पर साथ के लड़के मुझे चिढ़ाते थे। शुरुआत में घर वाले इसे मजाक समझते थे, लेकिन जब इस तरह के लुक में रहने का शौक बढ़ने लगा तो मैं डॉक्टर से मिला। उन्होंने बताया कि हार्मोनल डिसऑर्डर की वजह से ऐसा है। मैंने अपने घर वालों को कभी नहीं बताया कि मुझे औरतों के बजाय पुरुष पसंद हैं। मैंने 10वीं तक की पढ़ाई गांव से की। आगे की पढ़ाई करने पटना चला आया। यहां रोकने-टोकने वाला कोई नहीं था। यहां लड़कियों के कपड़े पहनने लगा और औरतों की तरह मेकअप करता था। एक दिन फेसबुक स्क्रोल करते वक्त एक विज्ञापन दिखा ‘नजदीक के लड़कों से दोस्ती करें, 2 KM के इलाके में गे लड़कों से मिलें, अपने जैसे लोगों से मिलें।’ वह एक ऐसा एप था, जहां MSM एक-दूसरे से मिल सकते थे। मैंने एप डाउनलोड किया। प्रोफाइल बनाई और कुछ फोटो अपलोड की। फिर मुझे मैसेज आने लगे। हमारे इलाके के करीब 2 KM दूर तक के लड़के मुझसे जुड़ने लगे। उनसे चैटिंग होती थी। वे सारे अनजान लोग थे। मैसेज आते थे कि क्या आपके पास प्लेस है? अगर प्लेस है तो क्या हम मिल सकते हैं? फिर एक दूसरे से बात होती थी। उसमें हम जानते थे कि वह टॉप है या बॉटम, मतलब कोथी या पंथी। (कोथी- वह पुरुष जो महिला का रोल अदा करे। पंथी- वह पुरुष जो पुरुष से आकर्षित तो है, लेकिन पुरुष का रोल अदा करता है।) मिलने का मुख्य उद्देश्य सेक्सुअल डिजायर था। अगर वह टॉप होता था तो हम उससे मिलते थे। अधिकतर वैसे लड़के होते थे, जो शादीशुदा नहीं हैं। उम्र 40 के आसपास है और शादी नहीं हुई है। कभी मेरे रूम पर लड़के आते तो कभी मैं उनके रूम पर चला जाता था। यह मेरे लिए नया अनुभव था। रोज किसी न किसी से मिलने लगा। नए-नए लड़कों से मिलना और उनके साथ महिला वाला व्यवहार करना मुझे काफी अच्छा लगता था। जो मैं अपने घर नहीं कर सकता था, वह पटना में खुलकर कर सकता था। हमने कभी प्रोटेक्शन यूज नहीं किया। ऐसा लगता था कि महिलाओं के साथ संबंध बनाने के दौरान प्रोटेक्शन यूज करना होता है। मैं 2 साल में 50 से अधिक लड़कों से मिला और संबंध बनाए। इनमें से कई लड़कों से तीन-चार बार भी मिला। एक रात मुझे काफी तेज फीवर आया। रात में दुकानें नहीं खुली थी। अगले दिन सुबह मैंने मेडिकल शॉप से दवा लेकर खा ली। फीवर तो उतर गया, लेकिन अगले दिन फिर से आ गया। करीब एक सप्ताह तक ऐसे ही मेडिकल शॉप से मेडिसिन लेता रहा। दवाई खाने के बाद फीवर उतर जाता, लेकिन फिर से आ जाता था। मैं कमजोर होने लगा, शरीर दुबला-पतला होने लगा। बाद में डॉक्टर से दिखाया। डॉक्टर ने कई जांच कराए। उसमें HIV की भी जांच थी। डॉक्टर ने रिपोर्ट देखकर कहा- तुम HIV पॉजिटिव हो। इतना सुनते ही मैं पूरी तरीके से सन्न रह गया। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि आगे क्या करूं। डॉक्टर का कहना था कि अब बस 6 महीन के मेहमान हो। दिमाग में बस एक वाक्य गूंज रहा था, अब जिंदगी खत्म हो गई। मैं अंदर ही अंदर टूटने लगा कि अपने परिवार को क्या बताऊंगा? अगर उन्हें पता चल गया कि मुझे HIV है तो वे गलत नजर से देखेंगे। डॉक्टर से मुझे एक काउंसलर के बारे में जानकारी मिली। काउंसलर ने मुझे काफी मोटिवेट किया। बताया कि अब HIV एक मैनेजेबल कंडीशन है। लोग रोज दवाएं लेते हैं और सामान्य जिंदगी जीते हैं। तुम अभी जवान हो, ठीक से इलाज कराओगे, दवा रोज लोगे तो पढ़ाई भी करोगे, काम भी करोगे, प्यार भी करोगे। तुम्हें अपनी और दूसरों की सेहत की जिम्मेदारी लेनी होगी। मेडिसिन लेने के लिए मैं PMCH गया। वहां मेरे जैसे कई मरीज थे। उन लोगों से मैंने बात की। पता चला वहां कई लोग हैं जो 10-10 साल से HIV पॉजिटिव हैं। सही समय पर मेडिसिन लेकर जिंदा हैं। मुझे वहां से थोड़ी हिम्मत मिली, लेकिन मैंने जो गलती की उसकी सजा जीवन भर भुगतनी है। मैं किसी को बता नहीं पाता हूं कि HIV पॉजिटिव हूं। इधर घर वाले शादी को लेकर बार-बार दबाव बना रहे हैं। मैं उन्हें कैसे बताऊं कि मुझे पुरुष पसंद हैं, HIV पॉजिटिव हूं। किसी को पता चलता है कि HIV पॉजिटिव हूं तो मेरे साथ गलत व्यवहार करते हैं। जब घर वाले जानेंगे कि HIV पॉजिटिव हूं तो उनपर क्या बीतेगी। यह सोच कर शरीर सन्न हो जाता है। स्टोरी 2 : 100 से अधिक लड़कों से मिला, नफरत करने लगी है पत्नी 35 साल के सूरज (बदला हुआ नाम) इंजीनियर हैं। पटना में कन्स्ट्रक्शन का काम करते हैं। इनके पिता बड़े अधिकारी हैं। सूरज हैं तो पुरुष, लेकिन इसका लगाव पुरुषों से ही है। ऐसे मर्द पसंद हैं, जो महिलाओं की तरह व्यवहार करें। शादी हो गई है। 3 साल का बेटा है। उनका HIV टेस्ट 6 महीने पहले पॉजिटिव आया। सूरज पहले बात करने को तैयार नहीं थे, लेकिन काफी कोशिश के बाद उन्होंने अपनी कहानी बताई। आगे पढ़ें सूरज की कहानी… मेरा व्यवहार पुरुषों वाला ही है, लेकिन ऐसे मर्द पसंद हैं जो महिला का रोल अदा करें। जयपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान लड़कों से करीबी रिश्ते बने। पिताजी के अधिकारी होने और अच्छे घराने से आने की वजह से कभी खुलकर ऐसे काम नहीं किया। अपने घर में भी किसी को नहीं बताया। घर वालों ने शादी करा दी। मैंने अपनी पत्नी को भी नहीं बताया कि मुझे लड़के पसंद हैं। मैंने फेसबुक पर फेक आईडी बनाया था, जिस पर सिर्फ वैसे ही लड़के जुड़े थे, जो हमारे ग्रुप के थे। शादी के बाद भी मैं उन लड़कों से मिलता रहा। जब मुझे किसी से मिलना होता था तो पोस्ट करता कि पटना में कोई मिलना चाहता है? इसके बाद पटना के लड़कों का मैसेज आना शुरू होता था। मैं उनसे बात करता था। जिससे फैंटेसी मैच होती उससे मिलता था। हमलोगों का वॉट्सऐप, टेलीग्राम ग्रुप भी है। उसमे सिर्फ MSM लड़के जुड़े हैं। इसमें बिहार, पटना, हाजीपुर के ग्रुप हैं। बिहार के ग्रुप में पूरे बिहार के लड़के जुड़े हैं। पटना वाले ग्रुप में सिर्फ पटना और इसी तरह हाजीपुर वाले ग्रुप में सिर्फ हाजीपुर के लड़के जुड़े हैं। जब किसी से मिलना होता था तो मैं मैसेज डालता था। ग्रुप में बातचीत के बाद प्राइवेट चैटिंग करता था। फिर वहां वॉट्सऐप नंबर शेयर करता। इसके बाद पर्सनल नंबर पर बात होती थी। मैं अभी तक 100 से अधिक लड़कों से मिल चुका हूं। कभी प्रोटेक्शन यूज नहीं किया। सोचा नहीं था कि लड़कों के साथ रिश्ते बनाने में भी खतरा है। इन्हीं लड़कों में से कोई HIV पॉजिटिव होगा। मुझे आज तक पता नहीं कि वह कौन था। करीब 7 महीने पहले शरीर कमजोर होने लगा। फीवर आने लगा। पहले तो मेडिकल स्टोर से दवाई ली, लेकिन जब ठीक नहीं हुआ तो डॉक्टर से दिखाया। उन्होंने HIV की जांच कराई। मेरा HIV टेस्ट पॉजिटिव आया। अब रात में नींद नहीं आती है। घर में झूठी कहानियां बताता हूं कि इंजेक्शन लेने या ब्लड डोनेट करते समय इन्फेक्टेड हो गया हूं। मेरी वाइफ मुझसे नफरत करने लगी है। मैंने गलती की। पढ़ा-लिखा होने पर ऐसी गलतियां करता रहा। मेरे मन में कभी ख्याल नहीं आया कि किसी से मिलते समय सुरक्षा का ध्यान रखूं। स्टोरी 3: दोस्त के साथ गे पार्टी में गया, घरवाले करने लगे नफरत 27 साल का असलम (बदला हुआ नाम) पूर्णिया का रहने वाला है। अभी पटना में रहता है। वह एक टेलिकम्युनिकेशन कंपनी में काम करता है। असलम MSM है। इसे औरतों से ज्यादा पुरुष पसंद आते हैं। आगे पढ़ें, असलम की कहानी… मैं पूर्णिया से काम करने के लिए पटना आया था। मुझे पुरुष पसंद थे। वैसे लड़के जो हैंडसम हो, देखने में अट्रैक्टिव हो। मैं जहां काम करता था, वहां मेरी तरह की सोच वाला एक लड़का था। उसने एक दिन बताया कि पटना में गे पार्टी होनी है। वह लड़का फेसबुक पोस्ट पर दिए गए एक नंबर पर बात करता था। एक प्राइवेट पार्टी में पटना के 15 से अधिक गे लड़के जुटने वाले थे। मुझे बताया तो मैं भी उस पार्टी में गया। एंट्री के लिए मुझे 500 रुपए दिए। उस रात कई अलग-अलग लड़कों से फिजिकल रिलेशन बना। कई लड़कों से मोबाइल नंबर शेयर किया। इसके बाद मैं अलग-अलग लड़कों से मिलने लगा। कई फेसबुक और वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ा। वहां नए-नए लड़कों से मिलता था। इस दौरान मैंने ध्यान नहीं दिया कि संक्रमित हो सकता हूं। कभी प्रोटेक्शन यूज नहीं किया। कब HIV इन्फेक्टेड हो गया, पता ही नहीं चला। धीरे-धीरे मेरी तबीयत खराब होने लगी। डॉक्टर ने टेस्ट कराने को कहा। रिपोर्ट HIV पॉजिटिव आया। घरवालों को पता चला तो मुझसे नफरत करने लगे। मुझे घर नहीं आने देते। एक गलती की वजह से आज पूरा जीवन खराब हो गया है। कैसे होता है HIV? कितना खतरनाक है? यह जानने के लिए हमने डॉ. दिवाकर तेजस्वी से बात की। सवाल: HIV क्या है? डॉक्टर: HIV (Human Immunodeficiency Virus) इंसानों को संक्रमित करने वाला वायरस है। यह इंसान के शरीर के फ्लूइड में रहता है। हवा के संपर्क में आने पर इनएक्टिव हो जाता है। इसलिए यह हवा के रास्ते एक इंसान से दूसरे इंसान में नहीं फैलता। यह ह्यूमन फ्लूइड (जैसे ब्लड, सीमन, वेजाइनल फ्लूइड, मां के दूध) से फैलता है। सवाल: HIV कैसे हो सकता है? डॉक्टर: जब संक्रमित व्यक्ति के शरीर का फ्लूइड सीधे दूसरे व्यक्ति के शरीर में जाता है तो उसे HIV संक्रमण हो सकता है। इसके चलते फिजिकल रिलेशन बनाने, ब्लड के ट्रांसमिशन और बच्चे को दूध पिलाने के दौरान इसका संक्रमण लगने का खतरा अधिक होता है। अगर किसी संक्रमित व्यक्ति का खून स्वस्थ इंसान के शरीर में चढ़ाया जाए तो 100% संभावना रहती है कि वह भी HIV पॉजिटिव हो जाएगा। अप्राकृतिक यौन संबंध और हाई रिस्क संबंध में भी इसके चांस काफी ज्यादा रहते हैं। इसी वजह से MSM ग्रुप के लोग सबसे ज्यादा HIV इन्फेक्टेड हो रहे हैं। सवाल: किस तरह के लोग ज्यादा मिल रहे HIV संक्रमित? डॉक्टर: पहले बिहार में अधिकतर इन्फेक्शन माइग्रेंट वर्कर्स में होता था। ये वो लोग हैं जो बिहार से बाहर काम करने जाते हैं। ट्रक ड्राइवर हैं। ये लोग जानकारी के अभाव में घर के बाहर असुरक्षित संबंध बनाते हैं। हाल के 1-2 साल में इंजेक्शन से ड्रग लेने वाले युवाओं में यह बीमारी अधिक फैलने लगी है। इसके अलावा MSM और फीमेल सेक्स वर्कर्स हैं। सवाल: क्या HIV होने के बाद सामान्य जीवन जी सकते हैं? डॉक्टर: अगर कोई मरीज हर रोज दवाई लेता है। अपनी सेहत पर ध्यान देता है तो वह बाकी अन्य सामान्य लोगों की तरह जी सकता है। बस उसे हर रोज दवाई लेनी होगी। यह भी ध्यान रखना होगा कि उससे किसी दूसरे को बीमारी ना लगे। बिहार में MSM से सबसे ज्यादा HIV इन्फेक्टेड यह MSM क्या है? ये लोग कौन हैं? इनका स्वभाव कैसा होता है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए हमने पटना में ऐसे मरीजों की काउंसलिंग करने वाले काउंस्लर और स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले अधिकारियों से बात की। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने हमें बताया कि बिहार में MSM ग्रुप के लोग सबसे ज्यादा HIV इन्फेक्टेड हैं। इनकी संख्या हाल के 4-5 सालों में सबसे अधिक बढ़ी है। HIV को लेकर जब से जागरूकता अभियान शुरू हुआ है, तब से फीमेल सेक्स वर्कर्स और बाकी अन्य लोग भी अनजान लोगों के साथ संबंध बनाने के दौरान प्रोटेक्शन यूज करने लगे हैं। जानकारी और जागरूकता के अभाव में MSM ग्रुप के लोग प्रोटेक्शन यूज नहीं करते। MSM ग्रुप के लोग कैसे मिलते हैं ऑनलाइन पटना सहित पूरे बिहार में MSM के ग्रुप हैं, जो ऑनलाइन डेटिंग एप, वॉट्सऐप या टेलीग्राम ग्रुप से जुड़े होते हैं और आपसी सहमति से मिलते हैं। इनके अंदर बिना किसी प्रोटेक्शन के संबंध बनाने की फैंटेसी सबसे ज्यादा होती है। आज कल प्ले स्टोर पर MSM और गे एप मौजूद हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी इन एप के विज्ञापन दिखाए जाते हैं। विज्ञापन में बताया जाता है कि इस एप के जरिए अपने इलाके के गे पुरुष से मिल सकते हैं। जिसे इसमें रुचि होती है वो इसे डाउनलोड कर लेता है। फिर अपनी आईडी बनाता है और अपनी फैंटेसी प्रोफाइल में लिखता है। इसमें किसी की फैंटेसी कोथी की होती है तो किसी की पंथी की। उसी में कोई डबल डेकर होते हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी इसके ग्रुप, प्रोफाइल और पेज बने हैं, जहां ये लोग आपस में बात करते और मिलते हैं। बिहार में 97 हजार लोग ले रहे HIV की दवा बिहार स्टेट एड्स कंट्रोल सोसाइटी के मुताबिक, 1 दिसंबर तक बिहार के 32 ART सेंटर से 97,046 लोग HIV की दवाई ले रहे हैं। इनमें से करीब 11 हजार ऐसे हैं, जो MSM रिश्ते के चलते HIV हुए हैं। इस साल पटना में HIV के 1200 नए मरीज सामने आए हैं। साथ ही पटना में टोटल HIV मरीजों की संख्या 7923 हो गई है। इनमें से 4705 मरीज PMCH और 3091 मरीज RMRI और 127 नेताजी सुभाष चंद्र बॉस मेडिकल कॉलेज से मेडिसिन ले रहे हैं। इसके अलावा मोतिहारी जिले में 400 से अधिक और बेतिया में 300 से अधिक मामले इस साल दर्ज किए गए हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:27 am

शीतकालीन अवकाश:6 दिन बेंच लगेगी, 5 जनवरी से रोज सुनवाई

मप्र हाई कोर्ट में शीतकालीन अवकाश शुरू हो चुके हैं। 20 दिसंबर से 4 जनवरी तक सभी हाई कोर्ट में सुनवाई नहीं होगी। महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई के लिए डिवीजन बेंच व सिंगल बेंच केसों की सुनवाई करेंगी। 5 जनवरी से हाई कोर्ट में प्रकरणों की नियमित सुनवाई शुरू होगी। शीतकालीन अवकाश के दौरान ही सरकारी वकीलों का कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा होने जा रहा है। चर्चा है कि वकीलों की सूची में परिवर्तन ना करते हुए कार्यकाल को और बढ़ा दिया जाएगा। इन दिनों में होगी हाई कोर्ट में सुनवाई विदाई समारोह संपन्न, 25 को रिटायर होंगे जस्टिस पालीवाल वर्ष 2025 में 25 दिसंबर को जस्टिस एके पालीवाल का कार्यकाल पूरा होने जा रहा है। 19 दिसंबर को उनका विदाई समारोह आयोजित किया गया था। उनके रिटायरमेंट के बाद मप्र हाई कोर्ट में जजों की कुल संख्या 42 (स्वीकृत पद 53) हो जाएगी। वहीं, वर्ष 2026 में 6 हाई कोर्ट जज रिटायर होंगे। चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा का कार्यकाल भी 25 दिसंबर 2026 को पूरा होगा। ये चर्चा भी है कि रिटायरमेंट से पहले ही वे सुप्रीम कोर्ट जज बन सकते हैं। ये जज 2026 में रिटायर होंगे

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:25 am

बिहार के 16 जिले में कोल्ड-डे,22 में कोहरे का अलर्ट:अधिकतम-न्यूनतम तापमान का अंतर घटा, दिन में रात जैसी ठंड; घंटों लेट चल रहीं ट्रेनें

बिहार में लगातार ठंड बढ़ रही है। प्रदेश के सभी 38 जिलों में दिन में भी रात जैसी ठंड महसूस हो रही है। मौसम विज्ञान केंद्र ने आज यानी रविवार को 16 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। वहीं, 22 जिलों में घने कोहरे की चेतावनी है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, हवा में नमी का स्तर 90 प्रतिशत से अधिक पहुंच गया है, जिससे अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच का अंतर घट गया है। इससे दिन-रात कंपकंपी महसूस की जा रही है। मौसम विज्ञान केंद्र ने जिन 16 जिलों में कोड-डे को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, वहां दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे रहने की संभावना है। इसके साथ ही सुबह में घना कोहरा छाया रहेगा। इससे दर्जनों ट्रेनें देरी से चल रही है। मौसम की तस्वीरें देखिए... जानिए क्यों बन रही कोल्ड-डे जैसी स्थिति मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार, पछुआ हवा की गति कम होने और वातावरण में अधिक नमी के कारण ठंड और कोहरे की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने बताया कि जब हवा शांत रहती है और नमी अधिक होती है, तब तापमान दिन में भी नहीं बढ़ पाता। इसी कारण कोल्ड-डे जैसी स्थिति बन रही है। आने वाले कुछ दिनों तक ठंड और कोहरे का असर बना रह सकता है। गांधी मैदान-वेटनरी मैदान के पास AQI लेवल 200 के पारपटना पटना में वायु प्रदूषण बढ़ने लगा है। शनिवार शाम 4 बजे औसतAQI लेवल 170 रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से काफी खराब है। गांधी मैदान और वेटनरी मैदान के पास तो AQI लेवल 200 से अधिक रहा। दानापुर, सचिवालय, पटना सिटी और तारामंडल के पास 200 से कम दर्ज किया गया। सुबह में तेज हवा नहीं चलने और फॉग रहने के कारण AQI लेवल बढ़ गया। पीएम 2.5 और पीएम 10 भी मानक से दोगुना से अधिक दर्ज किया गया। हवा में नमी आने के कारण सड़क पर उड़ने वाली धूल वायुमंडल के निचले स्तर पर मंडरा रही है। पटना में आज कैसा रहेगा मौसम राजधानी पटना की बात करें, तो यहां भी ठंड और कोहरे का असर देखने को मिलेगा। सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। जबकि, दिन में धूप कमजोर रह सकती है। तापमान सामान्य से नीचे रहने के कारण लोगों को पूरे दिन ठंड का एहसास होगा। अब जानिए कोल्ड डे क्या होता है? भारत में कोल्ड डे (Cold Day) तब घोषित किया जाता है जब दिन के समय भी कड़ाके की ठंड पड़ती है, यानी धूप के बावजूद तापमान सामान्य से काफी कम रहता है। मुख्य रूप से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में सर्दियों (दिसंबर-जनवरी) में यह स्थिति बनती है, जब घने कोहरे या बादलों की वजह से दिन में गर्माहट नहीं बढ़ पाती। कोल्ड डे अक्सर घने कोहरे, कम धूप और उत्तर से आनी वाली ठंडी हवाओं की वजह से होता है। इससे स्वास्थ्य समस्याएं (जैसे सांस की तकलीफ) होने की संभावना रहती है। फिलहाल उत्तर भारत के कई हिस्सों में कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:24 am

महंगी दर पर खरीद का आरोप:देश के सबसे बड़े खेल शिक्षण संस्थान एलएनआईपीई में कंप्यूटर खरीद में धांधली, छात्रों को कंप्यूटर की शिक्षा देने 1-1लाख के डेस्कटॉप खरीदे

देश के प्रतिष्ठित खेल शिक्षण संस्थान एलएनआईपीई में महंगी दर पर कंप्यूटर खरीदने का मामला सामने आया है। मार्च-अप्रैल 2024 में कुल 50 कंप्यूटर (डेस्कटॉप) खरीदे गए थे, जिसके एवज में शाजापुर की क्विक कंप्यूटर्स को लगभग 49 लाख का भुगतान करने की बात सामने आई है। आरोप ये है कि महंगी दर पर कंप्यूटर खरीदे गए। फिजिकल एजुकेशन के लिए लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान में प्रवेश लेने वाले छात्रों को केवल कंप्यूटर का सामान्य ज्ञान दिया जाता है। इसे सिखाने के लिए आई 7 विंडोज 11 प्रोफेशनल स्पेसिफिकेशन के डेस्कटॉप खरीदे गए। इसका 97977 रुपए प्रति डेस्कटॉप की दर से 49 लाख का भुगतान किया गया। 2004 में कंप्यूटर खरीद में धांधली ऐसे समझें...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:23 am

विधायक रामेश्वर उरांव के करीबी के नाम आवंटित है:15 दिन में खाली कराएं रिम्स का केली बंगला नं-2: हाईकोर्ट

झारखंड हाईकोर्ट ने रिम्स के केली बंगला नंबर-2 को 15 दिन में खाली कराने का आदेश दिया है। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और जस्टिस राजेश शंकर की कोर्ट ने शनिवार को कहा कि अगर तय समय में बंगला खाली नहीं किया तो पुलिस की सहायता से खाली कराएं। यह बंगला विधायक रामेश्वर उरांव के करीबी आशीष सिंहमार के नाम पर 2015 में आवंटित किया गया था। उस समय वे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अभियान निदेशक थे। कोर्ट ने कहा कि यह मामला सुनवाई के लिए एकलपीठ में आया था। तब सरकार की ओर से अधिवक्ता अशोक कुमार यादव व आदित्य पांडेय ने बताया था कि यह बंगला निशा उरांव को आवंटित किया गया था। उन्होंने एकलपीठ में याचिका दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। इस पर कोर्ट ने 15 दिन में इसे खाली कराने का आदेश दिया। कोर्ट ने कहा कि रिम्स की जमीन से लगभग अतिक्रमण हटाया जा चुका है। अब कोर्ट फैसला सुनाएगा। गौरतलब है कि हाईकोर्ट के आदेश पर रिम्स की जमीन से अति​क्रमण हटाने का काम चल रहा है। इसकी जद में एक चार मंजिला अपार्टमेंट भी है, जिसे तोड़ा जा रहा है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:21 am

न्यूजीलैंड में नगर कीर्तन का विरोध,रास्ता रोक नारे बाजी की:जालंधर की सिख जत्थेबंदियां बोली गुरू-ग्रंथ सहिब की बेअदबी-करने वालों पर न्यूजीलैंड-सरकार कार्रवाई करे

न्यूज़ीलैंड के ऑकलैंड शहर के मैनुरेवा इलाके में सिख समुदाय द्वारा निकाले जा रहे नगर कीर्तन के दौरान विवाद की स्थिति पैदा हो गई। जानकारी के अनुसार, सिख समुदाय की ओर से यह नगर कीर्तन पूरी तरह शांतिपूर्ण तरीके से निकाला जा रहा था, लेकिन रास्ते में कुछ लोगों ने बीच सड़क पर प्रदर्शन कर शोभायात्रा को रोकने की कोशिश की। दोनों पक्षों के बीच पुलिस खड़ी हो गई। पंजाब की सिख संगत की ओर से उन लोगों का कोई विरोध नहीं किया गया। जालंधर की सिख संगत ने इस घटना सख्त शब्दों में निखेदी की। बोले हर एक व्यक्ति को अपने धर्म में रह कर उसको मानने की आजादी होनी चाहिए चाहे देश कोई भी । सिख संगत की ओर से श्रद्धा भाव से नगर कीर्तन निकाला जा रहा था। नगर कीर्तन को रोकने का अधिकार किसी को नहीं है । उन लोगों ने बताया कि नगर कीर्तन निकालने की सरकार से अनुमति ले रखी थी। सराकर को उन लोगों के खिलाफ कढ़ी कार्रवाई करनी चाहिए। बताया जा रहा है कि यह नगर कीर्तन ऑकलैंड के नानकसर सिख टेंपल से शुरू हुआ था, जो करीब 5 किलोमीटर के निर्धारित रास्ता पर निकाला जा रहा था। नगर कीर्तन में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल थे और गुरु ग्रंथ साहिब की पवित्र सवारी के साथ भजन-कीर्तन किया जा रहा था। इसी दौरान Destiny Church से जुड़े बताए जा रहे एक समूह ने नगर कीर्तन के रास्ते में हाका (माओरी समुदाय का पारंपरिक प्रदर्शन) करते हुए विरोध जताया। प्रदर्शनकारियों ने कुछ देर के लिए सड़क रोक दी और This is New Zealand, not India जैसे नारे लगाए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि सिख समुदाय ने संयम बरतते हुए किसी भी तरह की प्रतिक्रिया से परहेज किया और शांतिपूर्ण रवैया बनाए रखा। समुदाय के लोगों का कहना था कि नगर कीर्तन के लिए ऑकलैंड काउंसिल से पहले ही पूरी अनुमति ली गई थी और यह आयोजन कानून के दायरे में किया जा रहा था। स्थिति बिगड़ती देख स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और हस्तक्षेप कर हालात को संभाला। पुलिस ने अतिरिक्त बल तैनात कर नगर कीर्तन को सुरक्षित रूप से आगे बढ़वाया, जिसके बाद नगर कीर्तन अपने निर्धारित मार्ग से शांतिपूर्वक संपन्न हुआ

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:21 am

राहुल गैंग ने 12 दिन पहले मांगी थी रंगदारी:5 करोड़ नहीं दिए तो जमीन कारोबारी के घर पर फायरिंग

गैंगस्टर राहुल सिंह गिरोह के अपराधियों ने शुक्रवार देर रात नगड़ी के पतरा टोली स्थित जमीन कारोबारी रमेश कुमार उर्फ बबलू सोनी के घर के बाहर फायरिंग की। इस गिरोह ने नौ दिसंबर को रमेश से पांच करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी थी। रंगदारी न देने पर अपराधी उनके घर के पास पहुंचे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अपराधियों ने सात राउंड फायरिंग की। हालांकि इससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। शनिवार सुबह करीब छह बजे उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां सात खोखे मिले। पुलिस के मुताबिक जांच में पुष्टि हुई है कि राहुल सिंह गिरोह के दो अपराधियों ने इस गोलीकांड को अंजाम दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इसी बीच गिरोह के सरगना राहुल सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर घटना की जिम्मेदारी ली है। दो पिस्टल और बाइक छोड़कर भागे अपराधीफायरिंग कर रहे अपराधियों की तस्वीर सीसीटीवी कैमरे में कैद है। हालांकि घना कोहरा होने के कारण उनका चेहरा साफ नहीं दिख रहा है। फायरिंग के बाद वहां बड़ी संख्या में लोग जुट गए थे। इससे अपराधी दो पिस्टल और बाइक छोड़कर वहां से फरार हो गए। शनिवार सुबह पुलिस ने पिस्टल और बाइक जब्त कर ली। विदेश में बैठा है राहुल सिंह, एप के माध्यम से फोन कर कारोबारियों से मांगता है रंगदारीगैंगस्टर अमन साहू के मारे जाने के बाद राहुल सिंह ही उस गिरोह को चला रहा है। पुलिस चाहकर भी राहुल तक नहीं पहुंच पा रही है। क्योंकि वह विदेश में बैठा है। वहीं से एप के माध्यम से कारोबारियाें को रंगदारी के लिए फोन करता है। रंगदारी नहीं देने पर उसके गुर्गे फायरिंग कर दहशत फैलाते हैं। रंगदारी मांगने के बाद जमीन कारोबारी रमेश ने एफआईआर दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस उसका पता नहीं लगा सकी। यही नहीं, पुलिस न तो उसके गुर्गों को गिरफ्तार कर पाई और न ही जमीन कारोबारी को सुरक्षा दी। पुलिस की इस लापरवाही का अपराधियों ने फायदा उठाया और उनके घर के बाहर फायरिंग की।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:20 am

रोड निर्माण, स्ट्रीट लाइट, कचरा और सीवर जैसी समस्याओं पर सभापति के 43 पत्र, अफसर मौन

ग्वालियर के बुरे हाल हैं। नगरीय सीमा में दिनों दिन पेयजल, सीवर, सड़क, उड़ती धूल, अतिक्रमण जैसी समस्याएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। जनता की सुनवाई तो दूर पार्षदों के सवालों के जवाब निगम परिषद में अधिकारी नहीं दे रहे हैं। इस कारण शुक्रवार को परिषद को स्थगित तक करना पड़ा। शहर के हालात ऐसे हैं कि सड़क कम और गड्ढे ज्यादा दिखने लगे हैं। सीवर सड़कों पर बह रही है। धूल थामने के लिए नई रोड स्वीपिंग मशीनें खरीदने के बाद भी सफलता नहीं मिल रही है। पीड़ित जनता और पार्षद बड़े जनप्रतिनिधियों की दहलीज पर दस्तक दे रहे हैं, लेकिन उनकी भी सुनवाई नहीं हो रही है। अब निगम सभापति मनोज सिंह तोमर ने आयुक्त संघ प्रिय को भी 43 पत्र लिखे हैं। ये पत्र 13 जनवरी से लेकर 5 दिसंबर तक लिखें हैं। जिनके जवाब अफसरों से नहीं दिए। वहीं 7 पार्षदों ने निगम परिषद में 13 समस्याओं के जवाब मांगे थे, जिनका जवाब भी अफसरों ने परिषद में नहीं दिया। पत्र में शहर की समस्याएं: लैंडफिल साइट से कचरा कम करने और स्ट्रीट लाइट लगाने की मांग पार्षदों के पत्र और सवालों की सुनवाई नहीं बैठक में आए नहीं, चिट्‌ठी पर नहीं की बात शुक्रवार को निगम परिषद में सात पार्षदों ने 13 सवाल के जवाब मांगे। तब निगम आयुक्त संघ प्रिय इस बैठक में शामिल नहीं हुए। कारण बताया गया कि वह छुट्‌टी पर हैं। इस कारण परिषद में हंगामा हुआ और रद्द हो गई। शनिवार को जब सभापति और पार्षदों की समस्याओं के संबंध में फोन लगाया तो उठाया नहीं। मैसेज भेजा तो जवाब नहीं दिया। पत्रों पर क्या हुआ, इसलिए फिर लिखा पत्र जनता और पार्षद समय-समय पर समस्याओं को बताते हैं। उनका निराकरण हो और जनता को सुविधा मिले। इसके लिए पहले भी पत्र लिखे थे। उन पत्रों पर जब कार्रवाई के जानकारी नहीं मिली तो आयुक्त को पत्र लिखा है। उनके पूछा कि पत्रों पर क्या कार्रवाई की है। जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - मनोज सिंह तोमर, सभापति ननि

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:19 am

रांची के डॉक्टर को ठगने वाला राजस्थान से गिरफ्तार:ईडी अधिकारी के नाम पर अप्रैल 2024 में डिजिटल अरेस्ट कर 30 लाख रुपए की ठगी की थी

रांची के एक नेत्र रोग विशेषज्ञ को डिजिटल अरेस्ट कर 30 लाख रुपए ठगने वाले साइबर अपराधी गिरोह के मास्टरमाइंड योगेश सिंह सिसोदिया को सीआईडी की साइबर क्राइम ​थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह राजस्थान के सांगानेर का निवासी है। साइबर पुलिस ने जयपुर पुलिस के सहयोग से उसे गिरफ्तार किया है। साइबर पुलिस ने उसके पास से ठगी में इस्तेमाल किया गया मोबाइल और अन्य सामान भी जब्त किया है। सिसोदिया ने गिरोह के सदस्यों के साथ मिलकर अप्रैल 2024 में रांची के एक डॉक्टर को डिजिटल अरेस्ट कर लिया। उन्हें यह कहकर डराया कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ है। इसमें उनकी गिरफ्तारी हो सकती है। इससे वे डर गए। इसी दौरान सिसोदिया ने उनके खाते से कई बैंक खातों में 30 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। इस संबंध में 22 अप्रैल 2024 को डॉक्टर ने केस दर्ज कराया था। नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल के अनुसार योगेश सिंह सिसोदिया के खिलाफ ठगी के 10 मामले दर्ज हैं। राजस्थान से चल रहा था साइबर अपराधियों का सिंडिकेटसाइबर क्राइम थाना की पुलिस को अनुसंधान के क्रम में जानकारी मिली कि इनका ठगी का सिंडिकेट राजस्थान से चल रहा था। गिरोह के सदस्य राजस्थान से कई राज्यों के लोगो को केंद्रीय जांच एजेंसियों के नाम पर धमकी देकर साइबर ठगी कर रहे थे। योगेश सिंह सिसोदिया की गिरफ्तारी से इस गिरोह का नेटवर्क ध्वस्त हुआ है। क्योंकि वह गिरोह का मास्टरमाइंड है। साइबर क्राइम थाने की पुलिस उसके गिरोह के अन्य सदस्यों का भी पता लगा रही है, ताकि उनकी भी गिरफ्तारी हो सके। किन किन खातों में पैसे गए, पता लगा रही है पुलिससाइबर पुलिस अब उन बैक खातों का पता लगा रही है, जिनमें ठगी के 30 लाख रु ट्रांसफर कराए गए थे। पुलिस को अनुसंधान में पता चला है कि इन लोगो ने पै म्यूल खातों में पैसे ट्रांसफर कराए थे।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:18 am

सोनीपत के आदित्य मर्डर मामले में विश्वामित्र का कबूलनामा:पैसों के लिए किड़नैपिंग-फिरौती-हत्या की प्लानिंग की; पूरी साजिश का खुलासा, गांव में आज पंचायत

सोनीपत के सांदल कलां गांव के आदित्य हत्याकांड में रोज नए सनसनीखेज खुलासे सामने आ रहे हैं। इस मामले ने न सिर्फ गांव बल्कि पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस ने मुख्य आरोपी विश्वामित्र को गिरफ्तार कर पांच दिन की रिमांड पर लिया था, जिसके बाद कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई हैं। अब हत्या आरोपी विश्वामित्र ने रिमांड के दौरान पुलिस के सामने क्या-क्या खुलासे किए, उन्हीं खुलासों के आधार पर पूरी कहानी सामने आ रही है। आदित्य के पिता बोले- रिमांड में कबूला जुर्म आदित्य के पिता सोमपाल ने बताया कि पुलिस द्वारा उनको जानकारी दी गई है कि रिमांड के दौरान आरोपी विश्वामित्र ने स्वीकार किया कि उसने 10 दिसंबर की दोपहर ही आदित्य की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद उसने शव को कई घंटों तक अपने घर में ही रखा। अगले दिन 11 दिसंबर की सुबह शव को सेल्फ ड्राइविंग सफेद स्विफ्ट कार में डालकर नहर में फेंक दिया। पुलिस ने इस कार को जब्त कर लिया है। फिरौती की प्लानिंग, पहले ही बना ली थी पूरी साजिश पिता सोमपाल ने बताया कि पुलिस ने उन्हें जानकारी दी है कि विश्वामित्र ने पहले से ही पूरी साजिश रच रखी थी। उसकी योजना आदित्य का अपहरण कर फिरौती मांगने और बाद में उसकी हत्या करने की थी। विश्वामित्र को यह जानकारी थी कि सोमपाल ने अपनी जमीन बेच दी है, जो करीब 2 करोड़ 35 लाख रुपए में बिकी थी और उसमें से 25 लाख रुपए बयाने के तौर पर मिले थे। आर्थिक तंगी और कर्ज ने बनाया हत्यारा पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी विश्वामित्र आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। उस पर कर्ज भी था और उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। यही वजह थी कि वह पहले भी आदित्य के पिता से 30 हजार रुपए उधार ले चुका था। कर्ज चुकाने के दबाव में उसने इस खौफनाक वारदात की योजना बनाई। कई बार घर बुलाने की कोशिश, 10 दिसंबर को फंसा जाल में जानकारी के मुताबिक, विश्वामित्र पहले भी कई बार आदित्य को अपने घर बुलाने की कोशिश कर चुका था, लेकिन आदित्य हर बार उसके घर जाने से बचता रहा। 10 दिसंबर को आरोपी ने पैसे देने के बहाने आदित्य को फोन किया और अपने घर बुला लिया। इसी दिन वारदात को अंजाम दिया गया। तेजधार हथियार से किया हमला, मौके पर ही मौतपहले से बनाई प्लानिंग के तहत ही आरोपी ने आदित्य के अपने घर में घुसते ही बेहोश करने के इरादे से उस पर दा (दरातीनुमा तेजधार हथियार) से वार किया। वार इतना घातक था कि थोड़ी ही देर में आदित्य की मौत हो गई। इसके बाद आरोपी ने वीडियो बनाकर भेजा और फिरौती का मैसेज किया, ताकि मामला अपहरण जैसा लगे। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किया गया दा हथियार और आदित्य का मोबाइल फोन बरामद कर लिया है। 14 लाख रुपए के लालच में हत्या का आरोप मृतक के पिता सोमपाल का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या 10–20 हजार रुपए के लिए नहीं, बल्कि 14 लाख रुपए के लालच में की गई। हाल ही में जमीन बेचकर मिले 25 लाख रुपए में से 14 लाख रुपए आदित्य के खाते में डलवाए गए थे। आरोप है कि विश्वामित्र को इस रकम की जानकारी थी, लेकिन उसे यह नहीं पता था कि ये 14 लाख रुपए कुछ दिन पहले ही खाते से निकाल लिए गए थे। एक से ज्यादा लोगों की भूमिका पर शक सोमपाल ने बताया कि 10 दिसंबर को जब आदित्य लापता हुआ, तो उसके ममेरे भाई ने आदित्य को फोन किया था। कॉल के दौरान पीछे से कई आवाजें सुनाई दे रही थीं, जिससे परिवार को शक है कि इस हत्याकांड में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं। परिवार का कहना है कि अकेला व्यक्ति शव को उठाकर गाड़ी में डालकर ठिकाने कैसे लगा सकता है। गांव में आज सत-गामा पंचायत आदित्य हत्याकांड को लेकर रविवार को गांव में सतगामा पंचायत होगी। पंचायत ने पुलिस को पहले ही तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था। पंचायत और परिवार का कहना है कि अकेला विश्वामित्र यह हत्या नहीं कर सकता और इसमें अन्य लोगों की भी भूमिका हो सकती है। यदि पुलिस परिवार को संतुष्ट नहीं कर पाई तो आगे बड़ा फैसला लिया जाएगा। पुलिस का दावा, अकेला विश्वामित्र ही दोषी दूसरी ओर पुलिस साफ कर चुकी है कि हत्या की इस वारदात में केवल विश्वामित्र ही शामिल था। पांच दिन की रिमांड पूरी होने के बाद कोर्ट के आदेश पर आरोपी को जेल भेज दिया गया है। एसीपी ऋषिकांत के अनुसार पुलिस की कई टीमें शुरू से ही हर एंगल से जांच कर रही हैं और लगातार कार्रवाई जारी है। परिवार में निराशा, जांच से संतुष्ट नहीं परिजन परिजनों का कहना है कि पुलिस ने शुरुआती दौर में तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ लिया, लेकिन अन्य संभावित आरोपियों तक अभी तक नहीं पहुंच पाई। इसी वजह से परिवार में निराशा है और वे इस मामले में पूरी सच्चाई सामने लाने की मांग कर रहे हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:18 am

ठगी का मामला:सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी; फर्जी दस्तावेज, अफसरों के साथ फोटो दिखा फंसाता था आरोपी

सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक कोचिंग क्लास संचालक ने दो साल में 42 लोगों से 5.80 करोड़ की ठगी कर ली। संभाग के विभिन्न पुलिस थानों में उसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं, लेकिन पुलिस उसे अब तक नहीं पकड़ पाई है। पिछले आठ साल में यह शख्स प्रदेश के नौ शहरों में करीब 20 करोड़ की ठगी कर चुका है। झुंझुनूं और श्रीगंगानगर में कोचिंग क्लासेज के नाम पर ठगी की क्लास चलाने वाले जयगणेश सोनी ने कर्मचारी चयन आयोग और आरपीएससी में अच्छी जान पहचान का हवाला देकर बड़ी संख्या में लोगों को ठगा। वह नेताओं और अधिकारियों के साथ खुद के फोटो दिखाकर लोगों को भरोसे में लेता था। बेरोजगार युवकों के शैक्षणिक दस्तावेज लेकर सरकारी नौकरी में चयन के फर्जी दस्तावेज तैयार करता और लोगों को भरोसे में लेकर रुपए एंठता। इस काम में उसकी पत्नी सहित परिवार और ससुराल पक्ष के कई लोग शामिल हैं। बीकानेर संभाग के बीकानेर, श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, रावतसर के अलावा झुंझुनूं सहित कई जिलों में उसके खिलाफ केस दर्ज हैं। करीब एक दर्जन मामलों में करीब 5.80 करोड़ की ठगी की है। अकेले बीकानेर में ही करीब 2.58 करोड़ की ठगी कर चुका है। इसके खिलाफ मुक्ताप्रसाद थाने में दो तथा गंगाशहर, जयनारायण व्यास कॉलोनी और सदर थाने में एक-एक मुकदमा दर्ज है। नगर निगम में सफाई कर्मचारी के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 31 बेरोजगारों से एक करोड़ 38 लाख रुपए तथा बच्चों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक ही परिवार से 50 लाख की ठगी कर चुका है। पुलिस ने केस में ही एफआर लगा दी। आईजी हेमंत शर्मा ने आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमों की फाइलें तलब की तो पुराने सभी मामले खुल गए। 20 करोड़ की ठगी कर चुका है आरोपी जयगणेश सोनी को अप्रैल 2024 में सूरतगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह सात दिन रिमांड पर रहा। उस दौरान श्रीगंगानगर में दर्ज मामले में भी उससे गहन पूछताछ की गई। उसके मोबाइल खंगालने पर प्रदेश के नौ शहरों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करीब 20 करोड़ की ठगी का खुलासा हुआ था। करीब डेढ़ माह तक जेल में रहने के बाद हाई कोर्ट से जमानत पर छूट गया। तब से फरार है। उसे पकड़ना तो दूर पुलिस उसके घर भी नहीं जा पा रही है। दरअसल ठगी का सिलसिला 2017-18 से शुरू होकर 2023 तक चला। लोगों को ठगे जाने का पता चला तो पुलिस के पास गए। बीकानेर संभाग के विभिन्न थानों और झुंझुनूं को मिलाकर जय गणेश, उसकी पत्नी और नजदीकी रिश्तेदारों तक के खिलाफ एक दर्जन से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं। आरोपी के खिलाफ संभाग के कई पुलिस थानों में केस दर्ज हैं। बीकानेर के पांच मामले मेरे पास आए हैं। -हेमंत शर्मा, महानिरीक्षक पुलिस, बीकानेर रेंज

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:18 am

65 छात्रों का चयन किया, भुवनेश्वर बुलाकर रुपए ठगे:आईटीआई तुपुदाना में एक दिसंबर को फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक प्रा. लि. के नाम पर हुआ था प्लेसमेंट

भुवनेश्वर में कंपनी का नामो-निशान तक नहीं मिलानौकरी के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। राजधानी के आईटीआई तुपुदाना में प्लेसमेंट एजेंसी ने 65 छात्रों का चयन किया। उन्हें ओडिशा के भुवनेश्वर बुलाया गया। एक होटल में हर छात्र से एक साल के रूम रेंट के नाम पर छह हजार रुपए की वसूली की गई। फिर छात्रों से ऑफर लेटर वापस लेकर एक रसीद थमा दी गई। इसके बाद प्लेसमेंट टीम गायब हो गई। यही नहीं, जिस कंपनी के नाम पर छात्रों का चयन किया गया, उसका भुवनेश्वर में कोई कार्यालय या यूनिट ही नहीं है। छात्रों को यह कहकर बुलाया गया था कि कंपनी की नई शाखा भुवनेश्वर के मंचेश्वर क्षेत्र में खुल रही है। जबकि वहां इसका कोई नामोनिशान नहीं मिला। छात्रों को आने-जाने पर भी करीब पांच हजार रुपए खर्च करना पड़ा। इस तरह सभी 65 छात्रों को करीब 11-11 हजार रुपए का नुकसान उठाना पड़ा।जब कंपनी का पता नहीं चला तो छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन को इसकी जानकारी दी। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने एक होटल को 47 हजार रुपए और दूसरे होटल को 34 हजार रुपए का भुगतान किया। यही नहीं, हर छात्र को 3000-3000 रुपए भी दिए, ताकि वे घर लौट सकें। इस प्रकरण में आईटीआई तुपुदाना के डायरेक्टर और प्रिंसिपल से संपर्क करने की कई बार कोशिश की। दर्जनों बार फोन लगाया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया। होटल में पैसे वसूलकर फर्जी कंपनी का प्रतिनिधि फरार- दो होटलों में बुलाया, कहा- बाहर न निकलेंचयनित छात्र 15 दिसंबर को भुवनेश्वर रवाना हुए। 16 दिसंबर को स्टेशन पर शुभम मिला। वह छात्रों को भुवनेश्वर के डॉल्फिन रेस्टोरेंट और होटल ताज में ले ​गया। छात्रों से कहा गया कि वे एक महीने तक होटल से बाहर न निकलें। रहने और खाने का खर्च कंपनी उठाएगी। इसी बीच 17 दिसंबर की सुबह 4:30 बजे कंपनी के नाम से बने वॉट्सएप ग्रुप में मैसेज आया कि शुभम का एक्सीडेंट हो गया है। इसलिए अब 15 जनवरी को ज्वा​इनिंग होगी। इसके बाद शुभम का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। कंपनी के पते पर पहुंचे तो वह फर्जी मिलाशुभम का मोबाइल बंद होने के बाद छात्र भुवनेश्वर स्थित कंपनी के पते पर पहुंचे तो पता चला कि भुवनेश्वर में उस कंपनी का कोई अस्तित्व ही नहीं है। जिस शाखा के खुलने की जानकारी दी गई थी, उसका न तो कोई पंजीकरण है, न ऑफिस और न औद्योगिक ईकाई। इसके बाद छात्रों को महसूस हुआ कि वे ठगे गए हैं। इसके बाद छात्रों ने भुवनेश्वर के कैपिटल थाने में शिकायत दर्ज कराई। 28,750 रुपए वेतन का मिला था ऑफर लेटर छात्रों के मुताबिक एक दिसंबर को आईटीआई तुपुदाना परिसर में मशीन ऑपरेटर पद के लिए प्लेसमेंट का आयोजन किया गया था। प्लेसमेंट फ्लैश इलेक्ट्रॉनिक प्रा. लि. के नाम पर हुआ। कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में शुभम और उसका साथी मौजूद था। इंटरव्यू के बाद 65 छात्रों का चयन किया गया। इनमें आईटीआई तुपुदाना के साथ ही आईटीआई रामगढ़ के भी छात्र हैं। इन सभी को 28,750 रुपए मासिक वेतन का ऑफर ​लेटर दिया गया। कार्यस्थल भुवनेश्वर के पास मंचेश्वर बताया गया और 17 दिसंबर को योगदान देने को कहा गया।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:17 am

रांची को मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट देने पर केंद्र सरकार राजी:रिंग रोड, ग्रेटर रांची से स्मार्ट सिटी तक मेट्रो चलाने की तैयारी

झारखंड सरकार से कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान मांगाराजधानी रांची में मेट्रो ट्रेन चलने की उम्मीद बढ़ी है। झारखंड की मांग पर केंद्र सरकार रांची को मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट देने पर राजी हो गई है। केंद्र ने इसके लिए कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान (सीएमपी) भेजने को कहा है। इसके बाद सीएमपी तैयार करने के लिए नगर विकास विभाग ट्रांजिट कॉरिडोर तैयार करने में जुट गया है। इसके लिए जुडको में सर्वे की तैयारी चल रही है। इसके बाद अल्टरनेटिव एनालिसिस रिपोर्ट (एएआर) और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कराया जाएगा। जुडको ने इसके लिए रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल निकाला है। सात जनवरी को इसका बिड खुलेगा। चयनित कंसल्टेंट को तीन माह में रिपोर्ट तैयार करना होगा। राज्य सरकार अगले 50 वर्षों में बढ़ने वाली आबादी को ध्यान में रखकर डीपीआर तैयार कराएगी, ताकि उसी अनुरूप मेट्रो लाइन बिछाई जाए। इसके तहत वर्तमान शहर में मेन रोड, डोरंडा, हिनू, एयरपोर्ट,धुर्वा, स्मार्ट सिटी, ग्रेटर रांची (हाईकोर्ट, विधानसभा, विधायक आवास,) होते हुए रिंग रोड के चारों ओर मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी है। इसे इंडस्ट्रियल एरिया से भी जोड़ने की योजना है। हालांकि, डीपीआर बनने के बाद सरकार तय करेगी कि मेट्रो लाइन कितने फेज में बिछेगी और उस पर कितना खर्च आएगा। इसी के अनुसार केंद्र को अंतिम रिपोर्ट और प्रस्ताव भेजा जाएगा। वह सबकुछ जो आपके लिए जानना जरूरी है- शहर का परिवहन सिस्टम ऑटो-टोटो के भरोसे रांची में 10 साल पहले मोनो रेल के लिए सर्वे कराया गया था। आईडीएफसी कंपनी ने सर्वे कर 16 किमी का डेडिकेटेड कॉरिडोर बनाने की योजना तैयार की थी। सर्वे में बताया गया था कि शहर में ट्रांसपोर्ट सिस्टम का बैकबोन ऑटो है। अब ऑटो और टोटो ही लोगों का सहारा है। सर्वे के मुताबिक 36% लोग पैदल चलते हैं। 28% ऑटो या अन्य साधन का इस्तेमाल करते हैं। मात्र 5 प्रतिशत लोग निजी वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। प्रदूषणमुक्त परिवहन का मिलेगा विकल्प मेट्रो से राजधानी को प्रदूषणमुक्त परिवहन व्यवस्था का विकल्प मिलेगा। शहर जाममुक्त होगा। मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक का दवाब कम होने के साथ निजी वाहनों की संख्या भी कम होगी। ईंधन की बचत के साथ पैसे बचेंगे। आर्थिक गतिविधियां बढ़ेगी। इस प्रोजेक्ट से सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि सड़क दुर्घटना में कमी आएगी। रांची में हर साल करीब 600 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हो जाती है। इससे मौत का ग्राफ घटेगा। अर्थव्यवस्था पर भी दिखेगा असर : रांची में पिछले एक दशक में तेजी से शहरीकरण बढ़ा है। 84 किमी लंबे रिंग रोड के निर्माण के बाद नई बसावट बढ़ी है। अब 656 एकड़ जमीन पर रांची स्मार्ट सिटी बस रही है। यहां दो बड़े हॉस्पिटल, फाइव स्टार होटल, मार्केटिंग कांप्लेक्स, सबसे बड़ा मॉल का निर्माण होने जा रहा है। इससे आगे ग्रेटर रांची में हाईकोर्ट, विधानसभा सहित सभी महत्वपूर्ण सरकारी संस्थाओं का भवन बन रहा है। ऐसे में पूरे शहर की कनेक्टिविटी नए क्षेत्र से हो जाने पर शहर की अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ लेगी। केंद्र ने मांगा है प्रस्ताव, जल्द बनाएंगे डीपीआरराज्य सरकार की ओर से मेट्रो की मांग की गई थी। इस पर केंद्र तैयार है। प्रस्ताव मांगा गया है। सरकार की ओर से ट्रांजिट कॉरिडोर का डीपीआर बनाने की तैयारी की जा रही है। कंसल्टेंट बहाल होने के बाद कॉम्प्रिहेंसिव मोबिलिटी प्लान तैयार किया जाएगा। शहर के साथ रिंग रोड और स्मार्ट सिटी को जोड़ा जाएगा। इसके बाद यह प्रस्ताव केन्द्र सरकार को भेजा जाएगा। -सुनील कुमार, सचिव, नगर विकास

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:13 am

टीही से धार:पीथमपुर में प्लेटफॉर्म का काम अटका वजह- 49 में से 30 लोगों की जमीन ही नहीं मिली

इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट में जमीन अधिग्रहण का बड़ा पेंच आ गया है। रेलवे ने फरवरी तक टीही-धार के बीच काम पूरा करने का लक्ष्य तय कर रखा है, लेकिन हकीकत यह है कि पीथमपुर स्टेशन पर रेलवे को पूरी जमीन अब तक नहीं मिली है। इस वजह से दो में से एक प्लेटफॉर्म का काम तो अब तक रेलवे शुरू ही नहीं कर पाया है। अब रेलवे अधिकारी असमंजस में हैं कि फरवरी तक यह काम कैसे पूरा होगा? पीथमपुर स्टेशन पर रेलवे ने स्टेशन बिल्डिंग और एक प्लेटफॉर्म का काम पूरा कर दिया है। यहां रेलवे तीन लाइन (दो प्लेटफॉर्म) बना रहा है। प्लेटफॉर्म-1 पर 30 मीटर और दूसरे प्लेटफॉर्म के लिए 36 मीटर जमीन रेलवे को चाहिए थी। दोनों प्लेटफॉर्म के लिए 49 लोगों की जमीन आ रही थी। इनमें से रेलवे को 19 लोगों ने जमीन दे दी है। 30 लोगों की जमीन अब तक रेलवे को नहीं मिली है। इस वजह से इलेक्ट्रिफिकेशन का काम भी अटका है। लाइन सस्पेंड कर दें, पर ओएचई मास्ट नहीं लग पा रहा रेलवे के एक अधिकारी ने कहा जमीन नहीं मिलती है तो हम एक लाइन सस्पेंड भी कर सकते हैं। यदि लाइन सस्पेंड भी करते हैं तो ओएचई के लिए जो मास्ट लगाना है, उसका काम शुरू नहीं कर पा रहे हैं। इसके बिना कुछ भी काम नहीं होगा। जल्द जमीन मिले तो भी हम तेजी से काम कर समय-सीमा में इस काम को पूरा कर लेंगे। 14 साल देरी से चल रहा है प्रोजेक्ट इंदौर-दाहोद प्रोजेक्ट का काम रेलवे ने 2007-08 में शुरू किया था। 200 किमी से ज्यादा लंबी इस लाइन का काम रेलवे को तीन साल में पूरा करना था। हालांकि इस प्रोजेक्ट में अब तक रेलवे 50 किमी हिस्से में काम पूरा कर पाया है। अब रेलवे टीही से धार तक के 46 किमी हिस्से में काम कर रहा है, लेकिन इसमें भी अब तक टीही टनल का काम पूरा नहीं हुआ है। दूसरी ओर पीथमपुर में जमीन अधिग्रहण बड़ी परेशानी बन चुका है। इसके लिए 14 करोड़ रुपए स्टेट अथॉरिटी को जमा करवा दिए थे। हालांकि अब भी 36 मीटर जमीन का कब्जा नहीं मिला है। पीथमपुर स्टेशन पर जमीन अधिग्रहण को लेकर रेलवे को जो भी परेशानियां आ रही हैं, कलेक्टर से चर्चा कर उनका निराकरण जल्द करेंगे। धार तक नई रेल लाइन का काम जल्द हो, इसके लिए कोई कमी नहीं आने देंगे। - सावित्री ठाकुर, केंद्रीय राज्यमंत्री पीथमपुर रेलवे स्टेशन पर स्टेशन बिल्डिंग और एक प्लेटफॉर्म का काम कर दिया है। जमीन मिलने के बाद दूसरे प्लेटफॉर्म का काम शुरू कर हम तेजी से यह प्रोजेक्ट पूरा कर देंगे।- खेमराज मीना, पीआरओ, रतलाम रेल मंडल

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:12 am

मथुरा का K D मेडिकल कॉलेज विवादों में:किडनी गायब का लगा आरोप, पुलिस ने मुकदद्मा दर्ज कर शुरू की जांच

मथुरा का K D मेडिकल कॉलेज विवादों में आ गया है। इसकी बजह है यहां के डॉक्टर और प्रबंधन पर एक डेढ़ साल के बच्चे की किडनी गायब करने का आरोप लगा है। राजस्थान के डीग जिला के रहने वाले बच्चे के पिता ने पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने उसकी नहीं सुनी। जिसके बाद बच्चे के पिता ने कोर्ट की शरण ली और मुकदद्मा दर्ज कराने का आदेश कराया। कोर्ट के आदेश पर थाना छाता में 7 डॉक्टर के अलावा मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर और 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदद्मा दर्ज कर लिया है। यह था मामला राजस्थान के डीग जिला की पहाड़ी तहसील के कैथवाड़ा गाँव के रहने वाले भीम सिंह के डेढ़ वर्ष के बेटे मयंक के पेट में दर्द हुआ। जिसके बाद भीम सिंह ने बेटे को मथुरा के कृष्णा नगर में डॉक्टर पी के गुप्ता को दिखाया। डॉक्टर पी के गुप्ता की सलाह पर भीम सिंह ने मयंक का सी टी स्कैन कराया। जिसमें पेट में गाँठ जैसी चीज पता चली। इसके बाद डॉक्टर पी के गुप्ता ने मयंक को के डी मेडिकल कॉलेज या दिल्ली,आगरा के किसी हॉस्पिटल में दिखाने के लिए कहा। डेढ़ वर्ष पहले हुआ ऑपरेशन डॉक्टर पी के गुप्ता की सलाह के बाद भीम सिंह बेटे को के डी मेडिकल कॉलेज ले गए। जहां डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा को दिखाया। डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा ने मयंक को देखा जिसके बाद कुछ जांच कराई। जांच के बाद डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा ने मयंक का ऑपरेशन करने के लिए कहा। डॉक्टर की सलाह पर भीम सिंह ने सहमति दे दी। जिसके बाद डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा और उनकी टीम ने 31 मई 2024 को ऑपरेशन करके एक बड़ी गांठ निकालकर भीम सिंह को दिखा दी। इसके बाद बच्चा स्वस्थ हो गया और वह घर ले गए। 9 महीने बाद फिर हुआ दर्द ऑपरेशन के बाद 9 महीने तक मयंक सही रहा लेकिन 2 फरवरी 2025 को उसके पेट में फिर दर्द हुआ। जिसके बाद भीम सिंह ने मयंक को अलवर के हरीश हॉस्पिटल में दिखाया। जहां एक्सरे और अन्य जांच की गयी। एक्सरे ,अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच के बाद वहां के डॉक्टर ने बताया कि बच्चे के बायीं किडनी नहीं है। इस पर भीम सिंह को विश्वास नहीं हुआ तो उसने सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय के नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य संस्थान में मयंक को दिखाया। बाएं किडनी मिली गायब 10 फरवरी को मयंक को सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय के नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य संस्थान लेकर पहुंचे भीम सिंह ने वहां डॉक्टर को दिखाया। जहां डॉक्टर ने सोनोग्राफी कराई। रिपोर्ट आने पर वहां के डॉक्टर ने बताया कि मयंक की बायीं किडनी नहीं है,जिसकी बजह से इन्फेक्शन हो रहा है। यह सुनकर भीम सिंह परेशान हो गया। इसके बाद भीम सिंह को सवाई मानसिंह चिकित्सा महाविद्यालय के नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य संस्थान के डॉक्टर ने सलाह दी कि जहां ऑपरेशन कराया वहां डॉक्टर से मिलो। अंग तस्करी का लगाया आरोप 21 फरवरी 2025 को भीम सिंह के डी मेडिकल कॉलेज पहुंचे। जहां उन्होंने डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा से मुलाकात की। भीम सिंह ने डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा को सभी रिपोर्ट दिखाई और मयंक की किडनी न होने की बात कही। यह सुनकर डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा पहले तो भीम सिंह को टरकाने का प्रयास करने लगे लेकिन जब भीम सिंह ने ज्यादा कहा तो डॉक्टर ने उन्हें धमकाते हुए पुलिस से बंद कराने की धमकी दे डाली। भीम सिंह ने बताया कि के डी मेडिकल कॉलेज में अंग तस्करी की जा रही है। पुलिस ने नहीं की कार्यवाही मयंक की किडनी चोरी करने का आरोप लगाते हुए भीम सिंह ने थाना पर शिकायत की। जिस पर पुलिस ने जांच की बात कहकर मामले को टरका दिया। इसके बाद जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो भीम सिंह ने 24 जून को एसएसपी से शिकायत की। एसएसपी ने सभी कागज देखने के बाद CMO से जांच कराने का आश्वासन दिया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। इसके बाद भीम सिंह ने कोर्ट की शरण ली जहां से कोर्ट ने पुलिस को FIR दर्ज कर मामले की जांच के आदेश दिए। इनके खिलाफ दर्ज हुई FIR कोर्ट के आदेश पर भीम सिंह की तहरीर पर थाना छाता में के डी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर श्याम बिहारी शर्मा, डॉक्टर समर्थ,आशीष,निश्चेतना,दीपक अग्रवाल,शालिनी और पुष्पेंद्र के अलावा मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर और 6 अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मानव अंग प्रत्यारोपण की धारा 18 और भारतीय दंड संहिता की धारा 506 में मुकदद्मा दर्ज कर लिया।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:11 am

जलजमाव भी प्राकृतिक आपदा की श्रेणी में:झारखंड के सभी नौ नगर निगम क्षेत्रों में शहरी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बनेगा

गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने तैयार किया प्रस्ताव, मंत्री को भेजाझारखंड के सभी नौ नगर निगम क्षेत्रों में शहरी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बनेगा। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार किया है। इसे सहमति के लिए विभागीय मंत्री को भेजा गया है। इस पर मुख्यमंत्री की भी सहमति लेनी होगी। मुख्यमंत्री की सहमति के बाद प्राधिकरण का गठन होगा। नए प्रस्ताव में जलजमाव को भी प्राकृतिक आपदा की श्रेणी में शामिल किया गया है। इससे अब शहरी क्षेत्र में जलजमाव की समस्या से निपटने में आसानी होगी। दरअसल केंद्र सरकार ने आपदा प्रबंधन कानून में इसी साल संशोधन किया है। इसके तहत झारखंड सहित देश के सभी शहरी क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण् का गठन किया जा रहा है। राज्य में अभी कुल नौ नगर निगम हैं। ये हैं-धनबाद, गिरिडीह, हजारीबाग, चास, रांची, देवघर, मानगो, आदित्यपुर और मेदिनीनगर। इन सभी नगर निगम क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन से जुड़े काम को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए ही शहरी आपदा प्रबंधन प्राधिकार का गठन किया जा रहा है। यह प्राधिकार अधिनियम के तहत निर्धारित सभी दायित्वों और कार्याें का निर्वहन करेगा। राज्य सरकार के इस फैसले को शहरी क्षेत्रों में बाढ़, आगजनी, भूकंप, भवन दुर्घटना और अन्य आपदाओं से निपटने के लिए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इससे आपदा प्रबंधन में बेहतर समन्वय व तत्काल फैसले लेने में मदद मिलेगी। साथ ही अन्य आपदा​ओं से निपटने में भी कारगर साबित होगा। शहरी आपदा प्रबंधन प्राधिकार के गठन के बावजूद पहले से गठित जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार अन्य क्षेत्रों में अपना काम करता रहेगा। आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि आपदा प्रबंधन को मजबूती देने के लिए राज्य के सभी शहरी क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन प्राधिकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है। नगर आयुक्त होंगे शहरी आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्षप्रस्ताव के मुताबिक संबंधित विभाग के नगर आयुक्त आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष (पदेन) होंगे। वहीं उप विकास आयुक्त को उपाध्यक्ष (पदेन) की जिम्मेदारी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त अपर समाहर्ता भवन निर्माण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता, पथ निर्माण प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता और जल संसाधन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को सदस्य के रूप में शामिल किया जाएगा। प्रस्ताव में यह भी प्रावधान किया गया है कि भविष्य में अगर किसी नए नगर निगम की अधिसूचना शहरी विकास एवं आवास विभाग द्वारा जारी की जाती है, तो उस नगर निगम के लिए यह समिति स्वतः गठित मानी जाएगी। साथ ही जरूरत पड़ने पर समिति की सहायता के लिए अन्य अधिकारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में बुलाया जा सकता है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:09 am

इंदौर, उज्जैन, भोपाल ट्राई सिटी मॉडल पर विकसित होंगे

इंदौर में शनिवार को यंग आंत्रप्रेन्योर्स फोरम (वायईएफ) की समिट में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि नव उद्यमी नवाचार, स्पष्ट सोच और सामाजिक दायित्व के साथ आगे बढ़ें और मध्यप्रदेश में अधिकाधिक निवेश करें। प्रदेश में औद्योगिक निवेश के लिए अनुकूल वातावरण है। मध्यप्रदेश देश के सबसे तेजी से बढ़ने वाले राज्यों में शामिल हुआ है। इससे पहले पत्रकारों से चर्चा में कहा- इंदौर, उज्जैन व भोपाल को मिलाकर ट्राई-सिटी मॉडल पर विकसित करने की योजना है। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा युवाओं में नेतृत्व क्षमता विकसित करने और उन्हें सही दिशा देने वाले मंच ही राष्ट्र निर्माण में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। अगले 25 साल स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योगों को समर्पित अगले 25 वर्षों के मास्टर प्लान के आधार पर स्वास्थ्य, शिक्षा, उद्योग, शहरीकरण और विमानन क्षेत्र में विकास के नए द्वार खोले जाएंगे। विपक्ष के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विरोध करना उनका स्वभाव बन चुका है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:09 am

मां की जिद जीती...:गर्भावस्था में 7 मिनट हार्ट बंद, किडनी फेल, फिर भी जुड़वां बच्चों को जन्म दिया

शहर की जागृति कुशवाह (35) ने जिंदगी और मौत के बीच ऐसी जंग लड़ी, जिसमें हार का मतलब सिर्फ एक नहीं, बल्कि तीन जिंदगियों का अंत हो सकता था। शादी के सात साल बाद गर्भवती हुई जागृति की हालत इतनी गंभीर हो गई कि डॉक्टरों को गर्भ समापन की सलाह देनी पड़ी, लेकिन उसने हार मानने से इनकार कर दिया। किडनी फेलियर, रोजाना डायलिसिस, कार्डियक अरेस्ट और पीलिया जैसी जटिल स्थितियों के बीच आखिरकार उसने एक बेटे और एक बेटी को जन्म दिया। डायलिसिस के दौरान कार्डियक अरेस्ट गर्भावस्था के18वें हफ्ते में ब्लीडिंग होने पर अगस्त में उन्हें विशेष ज्यूपिटर अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां दोनों किडनियों के खराब होने और लिवर इंजरी के साथ मल्टी ऑर्गन फेलियर का पता चला। डॉक्टरों ने रोजाना छह घंटे डायलिसिस शुरू किया। 22वें हफ्ते में बायोप्सी से पता चला कि दोनों किडनियां रिकवर नहीं होंगी। ट्रांसप्लांट संभव नहीं था। 24वें हफ्ते में डायलिसिस के दौरान कार्डियक अरेस्ट हुआ और करीब 7 मिनट तक हार्ट बंद रहा। सीपीआर से सांसें लौटीं और 24 घंटे तक वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। सोनोग्राफी में दोनों शिशु सुरक्षित पाए गए। 25 अक्टूबर को 30वें हफ्ते में पीलिया होने पर तत्काल सीजर किया गया। बेटे का वजन 835 ग्राम और बेटी का 1130 ग्राम था। पिछले हफ्ते बच्चों को एनआईसीयू से डिस्चर्ज किया गया। असाधारण है यह मामला यह केस इसलिए असाधारण माना जा रहा है क्योंकि डायलिसिस पर चल रही गर्भवती महिला का कार्डियक अरेस्ट होना और सात मिनट तक हार्ट बंद रहने के बावजूद मां और दोनों गर्भस्थ शिशुओं का सुरक्षित रहना बेहद दुर्लभ है। नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. सनी मोदी के अनुसार, ऐसी स्थिति में प्रेग्नेंसी को 30वें हफ्ते तक सुरक्षित ले जाना मेडिकल लिटरेचर में पहले दर्ज नहीं है। इसीलिए इसे दुनिया का पहला मामला माना जा रहा है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:07 am

हिजाब विवाद पर बोले- सार्वजनिक रूप से माफी मांगें:नीतीश को मानसिक इलाज की जरूरत हो तो फ्री करेंगे : इरफान

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने हिजाब विवाद पर एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार द्वारा महिला डॉक्टर का हिजाब खींचना निंदनीय घटना और बड़ा पाप है। यह सिर्फ एक व्यक्ति के सम्मान से जुड़ा मामला नहीं है, बल्कि मानव गरिमा, महिला सम्मान और संविधान के मूल्यों पर सीधा हमला है। नीतीश कुमार को इस घटना के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कृत्य जान-बूझकर किया गया है तो इसे गंभीर अपराध की श्रेणी में माना जाना चाहिए। नीतीश के मानसिक संतुलन पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अगर जरूरी हो तो वे उन्हें नि:शुल्क इलाज की पेशकश कर सकते हैं। क्योंकि सत्ता में बैठे व्यक्ति से इस तरह के आचरण की उम्मीद नहीं की जा सकती है। यह लोकतंत्र के लिए भी चिंताजनक संकेत है। वे जामताड़ा में ओवरब्रिज के नीचे प्रस्तावित सर्विस रोड के शिलान्यास के बाद लोगों को संबाेधित कर रहे थे। मंत्री ने बिहार की आयुष डॉक्टर नुसरत परवीण को एक बार फिर झारखंड में नौकरी करने का ऑफर दिया। उन्होंने कहा कि नुसरत चाहें तो झारखंड सरकार उन्हें तीन लाख रुपए वेतन, सरकारी आवास और मनचाही पोस्टिंग उपलब्ध कराएगी। झारखंड में उन्हें सम्मान, सुरक्षा और सुशासन के साथ काम करने का अवसर मिलेगा।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:07 am

एमजीएम में एक माह में दूसरी बार रैगिंग:सीनियर ने छात्रों को फ्लैट पर बुलाकर पीटा, डांस करने और शराब पीने के लिए मजबूर किया

एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एक माह में ही रैगिंग का दूसरा मामला सामने आया है। जूनियर छात्रों का आरोप है कि पूर्व में रैगिंग के आरोप में सस्पेंड किए जा चुके सीनियर छात्रों ने उन्हें अपने फ्लैट पर बुलाकर मारपीट की और शराब पीने के लिए मजबूर किया। उन्होंने जबरन डांस भी करवाया। पीड़ित छात्रों में शहर के सीनियर डॉक्टर का बेटा भी शामिल है। एक अज्ञात पत्र से मामला सामने आया। इसके बाद एंटी-रैगिंग कमेटी ने जांच की, जिसमें रैगिंग की पुष्टि हुई है। शिकायत के अनुसार सभी पीड़ित छात्र वर्ष 2025 बैच के हैं, वहीं आरोप 2024 बैच के छात्रों पर लगे हैं। डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया का कहना है कि जांच की जा रही है। एंटी-रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। खेल के नाम पर भी प्रताड़ना कॉलेज प्रबंधन को जूनियर छात्रों ने एक और शिकायत दी है। इसमें आरोप है कि सीनियर छात्र क्रिकेट खेलने के दौरान जूनियरों से घंटों तक सिर्फ फील्डिंग कराते हैं और बल्लेबाजी का मौका नहीं देते। इसे भी प्रताड़ना का तरीका बताया गया है। डरे हुए जूनियर, बयान नहीं दे रहे एंटी-रैगिंग कमेटी ने सीनियर और जूनियर छात्रों को अलग-अलग बुलाकर बयान दर्ज किए। सूत्रों के अनुसार जूनियर छात्र इतने डरे हुए थे कि वे कमेटी के सामने खुलकर बात नहीं रख पा रहे थे। जांच में रैगिंग की पुष्टि हुई है। एक माह के लिए सस्पेंड हो चुके जांच में सामने आया कि रैगिंग में शामिल दो सीनियर 18 नवंबर की घटना में भी शामिल थे। कॉलेज प्रबंधन इन्हें एक माह के लिए सस्पेंड भी कर चुका है। दोबारा रैगिंग यह दर्शाता है कि सस्पेंशन का आरोपियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। एक माह पहले तीन घंटे तक बनाया था बंधक 18 नवंबर को जूनियर छात्रों ने शिकायत की थी कि सीनियर ने फ्लैट पर मारपीट की, शराब-सिगरेट पीने के लिए दबाव बनाया। तीन घंटे बंधक बनाए रखा। चार सीनियर को एक माह के लिए सस्पेंड किया था। कमजोर कार्रवाई से बढ़ रहे हौसले एमजीएम मेडिकल कॉलेज में रैगिंग का एक माह में दोबारा सामने आना सिर्फ छात्रों की मनोवृत्ति नहीं, बल्कि सिस्टम की कमजोर पकड़ को भी उजागर करता है। 18 नवंबर की घटना के बाद जिन सीनियर छात्रों को एक माह के लिए सस्पेंड किया गया, वही नाम दोबारा जांच में सामने आना बताता है कि सस्पेंशन जैसी कार्रवाई डर पैदा करने में नाकाम रही। जूनियर छात्रों का इतना डरा होना कि वे कमेटी के सामने खुलकर बयान नहीं दे पा रहे, गंभीर मानसिक दबाव की ओर इशारा करता है। खेल, हॉस्टल और अनौपचारिक गतिविधियों के नाम पर प्रताड़ना के आरोप बताते हैं कि रैगिंग ने नए-नए तरीके अपना लिए हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि जब तक दोषियों पर कड़ी, दीर्घकालिक और उदाहरण बनने वाली कार्रवाई नहीं होगी, तब तक रैगिंग पर प्रभावी अंकुश लगना मुश्किल है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:05 am

इंदौर से नए साल में शुरू होगी बैंकॉक की फ्लाइट:इंडिगो-एयर इंडिया एक्सप्रेस कर रही संचालन की तैयारी, एयरपोर्ट जनवरी से 24 घंटे शुरू होगा

इंदौर के देवी अहिल्या बाई होलकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जल्द ही एक और सीधी इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होने वाली है। एविएशन इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट का कहना है कि इस इंटरनेशनल फ्लाइट का संचालन जनवरी 2025 से शुरू होने की संभावना है। इस फ्लाइट का संचालन एयर इंडिया एक्सप्रेस और इंडिगो कंपनी करेगी। एक्सपर्ट की मानें तो इंदौर से बैंकॉक की सीधी फ्लाइट के लिए इंडिगो ने पिछले दिनों एक सर्वे भी कराया था जिसमें यह बात सामने आई थी की इंदौर एयरपोर्ट से बैंकॉक (थाईलैंड) और शारजाह के लिए फ्लाइट यात्रियों की पहली पसंद है। ट्रेवल एजेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अमोल कटारिया ने बताया कि हमने एयर इंडिया एक्सप्रेस और इंडिगो एयरलाइंस के प्रतिनिधियों से एसोसिएशन के माध्यम से यह रिक्वेस्ट की है कि इंदौर से बैंकॉक की फ्लाइट शुरू की जाए। इंदौर को एक और इंटरनेशनल फ्लाइट की जरूरत है, हमें अभी यह देखने मैं आया है कि अभी सबसे ज्यादा जरूरतें बैंकॉक फ्लाइट की हैं।इंदौर से वर्तमान में सबसे ज्यादा यात्री बैंकॉक के लिए यात्रा कर रहे हैं। इंदौर से बैंकॉक की फ्लाइट इस समय सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है। जनवरी 2025 में यह फ्लाइट शुरू होना थी, लेकिन इंदौर एयरपोर्ट का अभी काम चल रहा है, वहां रात में फ्लाइट का संचालन बंद हो जाता है, इसलिए यह फ्लाइट शुरू नहीं हो पाई है। अभी ऐसी जानकारी सामने आई है कि जनवरी 2026 के पहले सप्ताह से इंदौर एयरपोर्ट 24 घंटे के लिए शुरू हो जाएगा, जिसके बाद इंदौर एयरपोर्ट से एयर इंडिया और इंडिगो बैंकॉक की फ्लाइट शुरू कर दें। इंदौर-शारजाह चल रही हाउसफुलकटारिया ने बताया कि समय बदलने से लगातार बुकिंग बढ़ रही हैं। इंदौर-शारजाह फ्लाइट सातों दिन चलने व रात की जगह दोपहर में पहुंचने से यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। 80 प्रतिशत सीटें फुल चल रही हैं। फ्लाइट में कुल 176 सीटों में से 135-150 सीटें आने-जाने में लगातार फुल चल रही हैं। कई बार तो यह आंकड़ा 85 प्रतिशत तक पहुंच रहा है।इस फ्लाइट के पूरी आक्यूपेंसी से चलने का मुख्य कारण यह है कि यह फ्लाइट जो पहले रात में इंदौर से जाती थी और रात में लगभग बजे पहुंचती थी। अब यह सुबह इंदौर से रवाना होकर सुबह 11.30 बजे शारजाह पहुंच जाती हैं, वहीं यात्री होटल के चेक इन टाइम पर दुबई पहुंच जाते हैं। इससे एक पूरा दिन यात्रियों का बिगड़ता नहीं है। सांसद ने भी भेजा था बैंकॉक और सिंगापुर प्रस्ताव सांसद शंकर लालवानी ने भी लगभग एक साल पहले इंदौर से बैंकॉक और सिंगापुर के लिए सीधी फ्लाइट शुरू करने का एक प्रस्ताव एयरलाइंस कंपनी को भेजा था। उस समय शंकर लालवानी ने दैनिक भास्कर को बताया था कि हमने बैंकॉक और सिंगापुर के लिए प्रस्ताव भेजा है। यह दोनों ऐसी जगह हैं जहां का टूरिज्म सेक्टर काफी डिमांड में रहता है।एयरलाइंस कंपनियों ने भी हमारे प्रस्ताव पर विचार किया है। भविष्य में इंदौर-बैंकॉक फ्लाइट शुरू हो सकती हैं। इंदौर से सिंगापुर और बैंकॉक के लिए सीधी उड़ान शुरू करने की मांग लंबे समय से सामने आती रही है। इंदौर से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन की बात करें तो बड़ी संख्या में लोग थाईलैंड और सिंगापुर भी जाते हैं। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर एयरपोर्ट को फ्लाइट कैंसिल होने से करोड़ों का नुकसान इंडिगो की लगातार उड़ानें रद्द होने का असर सिर्फ यात्रियों पर ही नहीं, बल्कि इंदौर एयरपोर्ट अथॉरिटी की आय पर भी पड़ा है। देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट को बीते पांच दिनों में करीब दो करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है। उड़ानें रद्द होने से होटल, पर्यटन और टैक्सी उद्योग के साथ-साथ एयरपोर्ट की राजस्व व्यवस्था भी प्रभावित हुई है। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:03 am

ठंड से 5 की मौत, रांची में यलो अलर्ट:शीतलहर की चपेट में झारखंड, 5 जिलों में पारा 100 से नीचे

पूरा झारखंड शीतलहर की चपेट में है। ठंड और घने कोहरे ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ठंड के कारण िपछले 24 घंटे में राज्य में पांच लोगों की मौत हो गई। इनमें चतरा में तीन और गिरिडीह व लोहरदगा में एक-एक व्यक्ति शामिल है। पांच जिलों का पारा 10 डिग्री से नीचे चला गया है। मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक सर्दी से राहत न मिलने की संभावना जताई है। इसके लिए सात जिलों में ऑरेंज अलर्ट और 13 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक इन दो दिनों में इसके अलावा पूरे राज्य में शीतलहर चलेगी। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राज्य के जिन ​20 जिलों में ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है, वहां घना कोहरा छाया रहेगा। शीतलहर चलेगी। सुबह और रात में ठंडी हवा चलेगी, जिससे कनकनी बढ़ेगी। कई जिलों में धूप नहीं दिखेगी। आनेवाले चार दिनों में ठंड और बढ़ेगी। कई जिलों में न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। उन्होंने बुजुर्गों और बच्चों को सर्दी से बचाने की अपील की है। कांके सबसे ठंडा, पारा 6.4 डिग्री पर पहुंचामौसम विभाग के अनुसार शनिवार को रांची का कांके सबसे ठंडा रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री पर चला गया। वहीं लोहरदगा का न्यून​तम तापमान 7.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। राज्य के पांच जिले रांची, गुमला, खूंटी, लातेहार और लोहरदगा का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीच दर्ज किया गया। रांची जिले में अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री रहा। आगे क्या...आज 20 जिलों के लिए अलर्टऑरेंज अलर्ट : गढ़वा, पलामू, चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग और लातेहार जिले में ठंड का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यानी इन जिलों में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। दिन में धूप निकलने की उम्मीद कम है। यलो अलर्ट : रांची, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, जामताड़ा, देवघर, दुमका, गोड्डा, साहिबगंज और पाकुड़ के लिए यलो अलर्ट जारी है। ये जिले शीतलहर की चपेट में होंगे। कल भी छह जिलों में ऑरेंज अलर्टऑरेंज अलर्ट : छह जिले चतरा, कोडरमा, गिरिडीह, हजारीबाग, बोकारो और रामगढ़ जिले में आरेंज अलर्ट जारी है। यलो अलर्ट : रांची, पलामू, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, देवघर, धनबाद और चतरा में यलो अलर्ट जारी किया गया है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

नीतीश का हिजाब खींचना द्रौपदी चीरहरण जैसा:भोपाल के नायब शहर काजी बोले- ‘राम-कृष्ण को मानने वाला ऐसा नहीं करता, यह दुर्योधन की सोच’

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा सार्वजनिक मंच पर एक महिला डॉक्टर का हिजाब खींचे जाने पर भोपाल के नायब शहर काजी मौलाना अली कदर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने पूरे घटनाक्रम को देव मालाओं में वर्णित द्रौपदी के चीरहरण से जोड़ते हुए कहा कि राम और कृष्ण के आदर्शों को मानने वाला व्यक्ति ऐसी हरकत कर ही नहीं सकता। उनके मुताबिक यह कृत्य उस मानसिकता को दर्शाता है जिसे दुर्योधन का प्रतीक कहा जाता है। मौलाना ने साफ शब्दों में कहा कि यह न तो सियासी मुद्दा है और न ही साम्प्रदायिक, बल्कि यह सीधे-सीधे नारी की अस्मिता और सम्मान से जुड़ा हुआ सामाजिक सवाल है। यह सियासी नहीं, नारी की इज्जत का सवाल हैनायब शहर काजी मौलाना अली कदर ने कहा कि धार्मिक और सामाजिक पद पर होने के कारण इस विषय पर चुप रहना उनके लिए मुमकिन नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मामला किसी राजनीतिक दल या धर्म विशेष से जोड़कर देखने की भूल नहीं की जानी चाहिए। यह कोई सियासी मुद्दा नहीं है, न ही कोई कम्युनल विवाद है।यह एक सामाजिक मसला है, जो सीधे-सीधे एक औरत की इज्जत और उसकी अस्मिता से जुड़ा है।”उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां हिंदू, मुसलमान और तमाम धर्मों के लोग साथ रहते हैं। मुसलमान एक अल्लाह की इबादत करता है और हिंदू समाज, जो बहुसंख्यक है, नारी को देवी के रूप में पूजता है। ऐसे देश में यदि सार्वजनिक मंच पर किसी महिला के साथ इस तरह की हरकत होती है, तो यह पूरे समाज के लिए शर्मनाक है। द्रौपदी के चीरहरण की याद दिलाने वाला दृश्यमौलाना अली कदर ने घटना के दृश्य पर गहरी पीड़ा जाहिर करते हुए कहा कि जिस अंदाज में यह सब हुआ, वह बेहद तकलीफदेह है। “लोग मुस्कुरा रहे थे, मजाक उड़ाया जा रहा था और एक झटके में हिजाब खींच लिया गया। यह दृश्य मुझे उसी पसमंजर(पृष्ठ भूमि) में दिखाई देता है, जैसा हम देव मालाओं में द्रौपदी के चीरहरण के रूप में सुनते आए हैं। उन्होंने आगे कहा कि राम और कृष्ण को आदर्श मानने वाला व्यक्ति कभी भी किसी महिला के सम्मान के साथ ऐसा खिलवाड़ नहीं कर सकता। अगर कोई ऐसा करता है, तो वह राम-कृष्ण की नहीं, दुर्योधन की सोच को मानने वाला ही हो सकता है। मौलाना ने इसे नैतिक पतन का प्रतीक बताया। हिजाब नहीं, हर महिला के सम्मान पर हमलाइस्लाम में हिजाब के महत्व को समझाते हुए मौलाना अली कदर ने कहा कि असल मुद्दा सिर्फ हिजाब का नहीं है। “चाहे घूंघट हो, ओढ़नी हो या हिजाब—किसी भी महिला के पहनावे को सार्वजनिक रूप से खींचना या छूना उसकी अस्मिता पर सीधा हमला है।”उन्होंने कहा कि इस्लाम में हिजाब मुस्लिम महिला की पहचान और उसकी आइडेंटिटी है। “यह उसका धार्मिक प्रतीक है, उसकी मर्यादा है। इस लिहाज से जो हुआ, वह बेहद दुखद और शर्मनाक है। ऐसा किसी भी हालत में नहीं होना चाहिए था। घटना की गूंज दुनिया के आखिरी किनारों तकमौलाना अली कदर ने कहा कि इस घटना का असर सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। आज पूरी दुनिया में इसकी गूंज है, खासतौर से इस्लामिक देशों और अरब मुल्कों में।”उन्होंने बताया कि भारत के जिन देशों से रिश्ते हाल के वर्षों में और मजबूत हुए हैं, वहां भी यह खबरें चर्चा में हैं। “मैं खुद देख रहा हूं कि अफ्रीका के आखिरी किनारों तक, मोरक्को जैसे देशों में भी इस घटना की खबरें लोकल लेवल पर चल रही हैं। इससे भारत की छवि पर नकारात्मक असर पड़ता है। मुस्लिम ही नहीं, हर समाज की महिलाओं में गुस्साघटना को लेकर समाज में फैली प्रतिक्रिया पर बोलते हुए मौलाना ने कहा कि यह गलत धारणा है कि सिर्फ मुस्लिम समाज में आक्रोश है। बहुसंख्यक समाज की महिलाएं भी उतनी ही आहत हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू महिलाएं भी इस बात से परेशान हैं कि इतने बड़े पद पर बैठा व्यक्ति मंच पर एक महिला के साथ ऐसा व्यवहार कैसे कर सकता है। “यह गुस्सा और दर्द हर उस औरत के दिल में है, जो अपने सम्मान को लेकर सजग है।” संवेदनशीलता पर राजनीति हावी हो गईमौलाना अली कदर ने माना कि ऐसे मामलों में अक्सर मानवीय संवेदनशीलता पीछे छूट जाती है और राजनीति हावी हो जाती है। “इतना अनुभवी और सीनियर नेता यह जरूर समझता है कि इस तरह की हरकत का नकारात्मक असर क्या होगा। अगर इसके बावजूद यह सब हुआ, तो इसका मतलब यही है कि कहीं न कहीं सियासी रुझान हावी हो गए। “मजाक उड़ाते हुए, हुटिंग के बीच यह किया गया, जो बेहद अफसोसनाक है। कानून और न्याय व्यवस्था की असली परीक्षाएफआईआर दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई पर मौलाना अली कदर ने कहा कि अब यह देश की न्याय व्यवस्था की परीक्षा है। जिस व्यक्ति ने यह किया, वह आज बहुत ताकतवर पद पर बैठा है। उन्होंने कहा कि अब देखना यह है कि जांच किस तरह होती है और कानून अपने मुताबिक फैसले करता है या नहीं। अगर निष्पक्ष जांच हुई और कानून के अनुसार कार्रवाई हुई, तभी लोगों का भरोसा कायम रहेगा। औरत को उसके लिबास की पूरी आजादीमौलाना अली कदर ने अंत में कहा कि भारत का संविधान हर महिला को अपने पहनावे की आजादी देता है। कोई छोटे कपड़े पहनता है, कोई बड़े, कोई साड़ी पहनता है, कोई घूंघट करता है और मुस्लिम औरत हिजाब पहनती है। उन्होंने कहा कि यह महिला का निजी अधिकार है। कॉलेजों, स्कूलों में पहले ही इस मुद्दे पर परेशान किया जाता रहा है और अब इस स्तर पर ऐसी घटना होना हमारे सामाजिक मूल्यों से मेल नहीं खाता। जानिए आखिर पूरा मामला क्या हैCM नीतीश कुमार आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एक महिला डॉक्टर नुसरत को पहले तो नियुक्ति पत्र दे दिया। इसके बाद उसे देखने लगे। महिला भी मुख्यमंत्री को देखकर मुस्कुराई। CM ने हिजाब की ओर इशारा करते हुए पूछा कि ये क्या है जी। महिला ने जवाब दिया, हिजाब है सर। CM ने कहा कि हटाइए इसे। इसके बाद मुख्यमंत्री ने खुद अपने हाथ से महिला का हिजाब हटा दिया। डिप्टी CM सम्राट चौधरी नीतीश कुमार को रोकने के प्रयास में उनकी आस्तीन खींचते हुए नजर आए। हिजाब हटाने से महिला थोड़ी देर के लिए असहज हो गई। आसपास मौजूद लोग हंसने लगे। कार्यक्रम में मौजूद अधिकारियों ने महिला को नियुक्ति पत्र फिर थमाया और जाने का इशारा किया। महिला फिर वहां से चली गई। 3 तस्वीरों में समझिए पूरा घटनाक्रम इस घटना के बाद किसने क्या कहा... ये खबर भी पढ़ें... नायब शहर काजी बोले-जेहाद मतलब जंग नहीं,अच्छाई के लिए संघर्ष जहांगीराबाद स्थित इंडियन कॉफी हाउस में सोमवार को जागरूक मुस्लिम मंच द्वारा एक बेहद संवेदनशील विषय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। इस्लाम में बलात्कार: सज़ा या सवाब? शीर्षक से आयोजित इस प्रेस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य था इस्लाम धर्म को बलात्कार जैसे जघन्य अपराध से जोड़ने की कोशिशों का पुरजोर खंडन करना और कुरान व हदीस के हवाले से सच्चाई सामने लाना। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

लेडी मार्शल पर MLA भुक्कल के हाथ उठाने का VIDEO:बेदी ने कहा-स्पीकर से एक्शन की मांग करेंगे; विधायक बोलीं-पूछूंगी BJP वालों वीडियो दी किसने

हरियाणा के विंटर सेशन में शनिवार-रविवार का ब्रेक भले हो, लेकिन सत्ता व विपक्ष एक दूसरे के खिलाफ रणनीति बना रहे हैं। सोमवार को कांग्रेस के 3 विधायकों के रवैये को लेकर हंगामा होना तय माना जा रहा है। भाजपा की ओर से एक वीडियो जारी किया गया। जिसमें सदन के दौरान झज्जर से कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री गीता भुक्कल को लेडी मार्शल पर हाथ उठाते दिखाया है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो उस वक्त का है जब विधानसभा स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कांग्रेस के 9 विधायकों को नेम किया। उन्हें जबरदस्ती बाहर करने के लिए मार्शल बुलाए गई। वीडियो में दिख रहा है कि लेडी मार्शल भुक्कल को सदन से बाहर करने की कोशिश कर रही हैं। इसी दौरान बहस होती है। जिसके बाद भुक्कल मार्शल को थप्पड़ दिखाती दिख रही हैं। इसके अलावा सोनीपत के बरोदा से कांग्रेस विधायक इंदूराज नरवाल उर्फ भालू के एक बयान पर भी हंगामा होने की संभावना है। नरवाल ने कहा था कि पूर्व मंत्री विनोद शर्मा ने राज्यसभा चुनाव में जमकर पैसे बांटे। विनोद शर्मा की पत्नी एवं कालका से भाजपा विधायक शक्ति रानी सोमवार को यह मामला सदन में उठाएंगी। कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि इन मामलों को विधानसभा स्पीकर के सामने लिखित रूप में रखा जाएगा। अब जानिए, कैसे यह विवाद खड़ा हुआ... गीता भुक्कल ने ये जबाव दियागीता भुक्कल ने कहा- मुझे ये समझ में नहीं आता कि इन बीजेपी वालों को चुनाव की डेट भी पहले ही पता चल जाती है। अब ये वीडियो इन्हें मिल गया। मैं तो पहले स्पीकर से ये सवाल उठाउंगी कि सदन का ये वीडियो इन्हें मिला कैसे? मुझे स्पीकर के द्वारा नेम भी गलत किया गया। जब स्पीकर नेम के लिए बोल रहे थे, तब मैं अपनी सीट पर खड़ी थी। जब महिला मार्शल आई तो मैं उससे ये कह रही थी कि वह पहले ये पूछ कर आएं कि मुझे नेम क्यों किया गया है, लेकिन मेरे साथ जोर जबरदस्ती की गई। यदि ये मामला सदन में उठाया जाता है तो मैं इसका डिटेल में जवाब दूंगी राज्य सभा चुनाव में पैसे देने का मामला भी उछलेगासेशन की कार्यवाही के दूसरे दिन कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा पर ये आरोप लगा रहे थे कि वह अपने नेताओं को संभाल नहीं पाए। जिसका विरोध करते हुए कांग्रेस के विधायक इंदू राज नरवाल ने ये दावा किया कि पूर्व मंत्री विनोद शर्मा ने राज्य सभा चुनाव में जमकर पैसे बांटे। उस चुनाव में विनोद शर्मा के बेटे कार्तिकेय निर्दलीय चुनाव लड़ रहे थे और भाजपा ने समर्थन किया। नरवाल ने यहां तक कहा कि INLD के अभय चौटाला भी उस चुनाव में बिक गए थे। इस पर कालका से बीजेपी विधायक शक्ति रानी शर्मा ने विरोध किया। शक्ति रानी ने कहा-जो तुम आरोप लगा रहे हो, उसको तुम्हें प्रूव करना होगा, नहीं तो माफी मांगो। नरवाल ने माफी मांगने से इनकार कर दिया। जिसके बाद अब सोमवार को शक्ति रानी शर्मा इस मामले को सदन में सोमवार को उठाएंगी। गोकुल-गंगवा विवाद भी गरमाने की तैयारी सिरसा के कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया और पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा की सदन में हुई बहस को लेकर भी मामला गरमा रहा है। सेतिया ने सिरसा जिला परिषद के सीईओ पर गैर जिम्मेदार होने का आरोप लगाते हुए कहा कि मंत्री और उच्च अधिकारी सीईओ को मनमानी करने के लिए शह रहे हैं। मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि विधायक के आरोप गलत हैं। उनके लक्षण ही ठीक नहीं हैं। यह कहते ही सेतिया ने गंगवा को कहा कि आपकी जीरो परफार्मेंस हैं। इसको लेकर करीब 10 मिनट तक सत्ता पक्ष तथा विपक्ष की ओर से हो हल्ला होता रहा। स्पीकर ने विधायक को कड़ी चेतावनी देते हुए अपने शब्द वापस लेने को कहा, लेकिन विधायक नहीं माने। कांग्रेस ने भी VIDEO जारी कियाहिसार के नारनौंद हलके से कांग्रेस विधायक जस्सी पेटवाड़ ने भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट से वीडियो शेयर किया है। यह वीडियो उस दौरान का है जब नेम किए जाने के बाद मार्शल कांग्रेस के विधायकों को जबरदस्ती सदन से बाहर कर रहे हैं। वीडियो के साथ पेटवाड़ ने लिखा-जब जब जुल्मी जुल्म करेगा, सत्ता के गलियारों से, चप्पा-चप्पा गूंज उठेगा इंकलाब के नारों से…। बेदी बोले- तीनों मामलों को सदन में उठाएंगेहरियाणा के कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि भुक्कल, सेतिया और नरवाल के मामलों को सदन में उठाया जाएगा। वह इनकी शिकायत स्पीकर हरविंद्र कल्याण से लिखित रूप में करेंगे। इससे पहले स्पीकर कल्याण भी कह चुके हैं कि यदि इन तीनों मामलों की शिकायत उनके पास आती है तो वह संबंधित कमेटियों में भेजकर मामले की जांच कराकर बनती कार्रवाई करेंगे।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

पंजाब में रात से ही घनी धुंध छाई:चंडीगढ़ एयरपोर्ट की 12 फ्लाइट रद्द; कल 6 जिलों में बारिश होने का अनुमान, बढ़ेगी ठंड

पंजाब और चंडीगढ़ में मौसम में तेजी से तब्दीली आ रही है। अब दिन का तापमान भी लगातार कम होने लगा है। 20 दिसंबर को 19 दिसंबर के मुकाबले दिन का तापमान 2.6 डिग्री कम आंका गया था, जो आज भी उसी तरह से रहेगा। रात से ही प्रदेश के अधिकतर शहरों में घना कोहरा छाया हुआ है। इसका असर सड़क से लेकर एयर ट्रैफिक भी पड़ा है। शनिवार को कोहरे के कारण मानसा के बुढ़लाडा क्षेत्र में हुए सड़क हादसे में बाइक सवार 2 युवकों की मौत हो गई थी। दोनों देर रात शॉपिंग कर अपने गांव लौट रहे थे। इसके अलावा मोगा के समालसर में ट्रक और सवारियों से भरी बस की टक्कर हो गई। इसमें बस ड्राइवर के दोनों पैर टूट गए। आगे की सीट पर बैठा पैसेंजर भी घायल हो गया। वहीं, चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर धुंध की वजह से 12 फ्लाइट रद्द हुई है। इसमें पांच आने वाली और 7 जाने वाली फ्लाइट शामिल है। इन दौरान मुंबई, दिल्ली जाने वाली तीन फ्लाइट्स, लखनऊ हैदराबाद और लेह जाने वाली इंडिगो और एयर इंडिया की फ्लाइट्स रद्द हुई है। इसी तरह दिल्ली से आने वाली 3 फ्लाइट, पुणे और लेह से आने वाली फ्लाइट कैंसिल हुई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक मौसम इसी तरह से खुश्क बना रहने वाला है। दिन के तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है। फाजिल्का में सबसे ज्यादा तापमान 24.0 डिग्री आंका गया है ओर सबसे कम तापमान 4.9 डिग्री आंका गया है। सबसे न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री चंडीगढ़ का रहा है और रोपड़ में दिन का सबसे कम अधिकतम तापमान रोपड़ में 14.8 डिग्री आंका गया है। अगले 5 दिन कैसा रहेगा मौसम मौसम से बढ़ने लगे सर्दी जुकाम के मरीजखुश्क और ठंडे मौसम के चलते लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। अस्पतालों और क्लीनिकों में सर्दी-खांसी, जुकाम, बुखार, गले में खराश और सांस से जुड़ी परेशानियों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। डॉक्टरों के अनुसार हवा में नमी की कमी के कारण नाक, गला और त्वचा जल्दी प्रभावित हो रही है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों ने लोगों को पर्याप्त पानी पीने, गर्म कपड़े पहनने, धूल-धुएं से बचने और जरूरत पड़ने पर मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है। बुजुर्गों, बच्चों और पहले से बीमार लोगों को खास सावधानी बरतने को कहा गया है।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

न्यूजीलैंड में सिख समुदाय के नगर कीर्तन का विरोध:लोकल लोगों के ग्रुप ने रास्ता रोका; बैनर में लिखा- ये न्यूजीलैंड है, इंडिया नहीं

न्यूजीलैंड में लोकल लोगों ने सिख समुदाय की तरफ से निकाले जा रहे नगर कीर्तन का विरोध कर दिया। उन्होंने नगर कीर्तन का रास्ता रोक दिया। इसके बाद आगे खड़े होकर हाका प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने 'दिस इज न्यूजीलैंड, नॉट इंडिया' यानी यह न्यूजीलैंड है, भारत नहीं और 'न्यूजीलैंड को न्यूजीलैंड ही रहने दो, यह हमारी जमीन है, यही हमारा स्टैंड है' के बैनर लहराए। यह प्रदर्शन शनिवार को हुआ। उस वक्त सिख समुदाय का नगर कीर्तन गुरुद्वारे लौट रहा था। हालांकि न्यूजीलैंड पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बीचबचाव किया और प्रदर्शनकारियों को हटा दिया। न्यूजीलैंड में सिखों के नगर कीर्तन और विरोध के 2 PHOTOS... सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला... गुरुद्वारे लौट रहा था नगर कीर्तनशनिवार को न्यूजीलैंड के साउथ ऑकलैंड में सिख समुदाय की तरफ से नगर कीर्तन निकाला जा रहा था। सिख लीडर सन्नी सिंह ने बताया कि यह नगर कीर्तन गुरुद्वारा नानकसर ठाठ इशर दरबार, मनुरेवा से शुरू हुआ था। इलाके में घूमने के बाद नगर कीर्तन गुरुद्वारे में लौट रहा था। गुरुद्वारे के करीब पहुंचते ही आए प्रदर्शनकारीसन्नी सिंह के मुताबिक जब नगर कीर्तन गुरुद्वारे के करीब पहुंचा तो करीब 30 से 35 लोगों का लोकल ग्रुप वहां आ गया। उसने आगे खड़े होकर नगर कीर्तन का रास्ता रोक दिया। उन्होंने वहां नारे लगाने शुरू कर दिए। इसके बाद उन्होंने हाका प्रदर्शन किया। उनके हाथ में बैनर भी पकड़े हुए थे। असमंजस में पड़ा सिख समुदाय, संयम रखाइस दौरान न्यूजीलैंड के प्रदर्शनकारियों और उनकी नारेबाजी से सिख समुदाय के लोग असमंजस में पड़ गए क्योंकि विरोध की कोई ऐसी वजह नहीं थी। हालांकि सिख समुदाय ने पूरा संयम रखा और लोकल प्रदर्शनकारियों को आपस में भिड़ने का कोई मौका नहीं दिया। इसके बाद वहां पुलिस पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को एक-दूसरे से न भिड़ने के लिए कहा। कुछ देर के बाद प्रदर्शनकारियों का ग्रुप एक साइड हो गया और नगर कीर्तन गुरुद्वारे में चला गया। क्या है हाका प्रदर्शन, जो न्यूजीलैंड के लोगों ने किया...

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

प्रयागराज को तीर्थ क्षेत्र घोषित करने की उठी मांग:माघ मेले के पहले संतों ने तैयार किए महत्वपूर्ण प्रस्ताव, मांस-मदिरा की बिक्री पर रोक लगाने की मांग

प्रयागराज के संगम की रेती पर तीन जनवरी से शुरू हो रहे माघ मेले के लिए साधु संतों का आगमन शुरू होने लगा है। इसके पहले यहां अलोप शंकरी मंदिर में हुई साधु संतों व विद्वत परिषद की बैठक में अहम प्रस्ताव तैयार किया गया। संतों ने एक स्वर में मांग करते हुए कहा, कि प्रयागराज को तीर्थ क्षेत्र घोषित किया जाए। यहां माघ मेला क्षेत्र व आसपास के क्षेत्रों में मांस मदिरा की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जाए। सभी प्रमुख संत व विद्वत जनों ने कहा, संगम को केंद्र मानकर पांच कोस की परिधि को तीर्थ क्षेत्र घोषित किया जाए। बांग्लादेश में हिंदुओं के लगातार कत्लेआम पर चिंता व्यक्त करते हुए आक्रोश व्यक्त किया गया तथा सरकार से शीघ्र हस्तक्षेप करने की मांग की गई। कहा गया कि सनातन धर्म के लोगों के लिए तीर्थराज प्रयागराज सर्वश्रेष्ठ है। प्रमुख महत्व है, ऐसे में वैष्णव आचार्यों के लिए यह असहज हो जाता है कि खुलेआम मांस, मदिरा का प्रयोग हो रहा है। प्रस्ताव पास करके कहा गया कि तीर्थ क्षेत्र में मांस, मदिरा पर सार्वजनिक उपयोग और प्रदर्शन पर सख्ती से प्रतिबंध लगे। प्रयागराज मेला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की गई कि सनातन धर्म के इन तीर्थों के संरक्षण कार्य के लिए सभी तीर्थ और आश्रमों में सार्वजनिक पहचान के लिए बोर्ड लगाए जाएं । उनके बारे में भी लिखा जाए जिससे तीर्थ यात्री उस तीर्थ के महत्व को समझ सकें। एक प्रस्ताव के तहत शास्त्रों के अनुसार प्रयागराज के देवता माधव के नाम घाटों का नाम हो। सभी जगह बोर्ड में इनका वर्णन किया जाये। घाटों की विशेष सफाई व्यवस्था का भी प्रस्ताव पारित किया गया। पढ़िए, क्या कहते हैं संत व विद्वतजन बैठक में इनकी रही उपस्थिति बैठक में आचार्य चंद्र देव फलहारी बाबा, जगदगुरु नारायणाचार्य स्वामी शाडिल्य महराज श्रृंगवेरपुर धाम, विपिन छोटे महराज टीकरमाफी, डाॅ. ब्रजेंद्र मिश्र, विशाल, प्रो केबी पांडेय, शरद मिश्र, सुनीता मिश्र, डा प्रभाकर त्रिपाठी, शैलेंद्र अवस्थी, डा श्रवण कुमार मिश्र, रवि पाठक, अभिषेक मिश्र, विक्रम, राहुल दुबे, आशुतोष शुक्ला, सुधीर द्विवेदी, शशिकांत मिश्र, डा तेज प्रकाश चतुर्वेदी व अन्य रहे।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

रोहतक बॉडी बिल्डर की मां ने दी आत्मदाह की चेतावनी:22 दिन गुजरने के बाद भी हत्यारों को नहीं पकड़ा, बेटे के लिए मांगा न्याय

रोहतक के गांव हमायुंपुर निवासी बॉडी बिल्डर रोहित धनखड़ की हत्या के मामले में मां संतोष ने रोते हुए बेटे के लिए इंसाफ की मांग की। साथ ही सरकार व प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह अपनी बेटी के साथ आईजी ऑफिस के बाहर तेल छिड़क कर आत्मदाह कर लेंगी, जिसकी जिम्मेदारी स्वयं प्रशासन व सरकार की होगी। बॉडी बिल्डर रोहित धनखड़ अपने दोस्त गांव बौंदकला निवासी जतिन के साथ 28 नवंबर को उसकी बहन की ननद की शादी में शगुन डालने भिवानी गया था। शादी समारोह के दौरान तिगड़ाना से बारात आई, जिसमें कुछ युवकों के साथ कहासुनी और बाद में उन्हीं युवकों ने रास्ता रोककर रोहित के साथ मारपीट करते हुए अधमरा कर दिया। रोहित ने इलाज के दौरान 29 नवंबर को पीजीआई में दम तोड़ दिया। पुलिस मामले को दबाने का कर रही प्रयास रोहित की मां संतोष ने कहा कि पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। एक पुलिस वाले का लड़का है, एक फौजी व एक शिक्षक भी आरोपियों में शामिल है। लेकिन पुलिस आरोपियों को पकड़ने की बजाय झूठे आश्वासन दे रही है। 4 आरोपियों को पकड़ने का दिखावा कर रही है, जबकि 20 से 22 आरोपियों को अब तक क्यों नहीं पकड़ा गया। जिनकी इज्जत के लिए आवाज उठाई, वो कहां हैं अब रोहित की मां संतोष ने कहा कि रोहित ने शादी के दौरान जिन लड़कियों की इज्जत के लिए आवाज उठाई थी, आज वो लड़कियां कहां गई। आज वो सामने आकर क्यों नहीं सारी बात बता रही। आज वो समाजसेवी भी गायब हो गए, जो इंसाफ दिलाने की बात करते थे। नेता का बेटा होता तो कब के पकड़ लेते आरोपी संतोष ने कहा कि रोहित एक विधवा मां का बेटा था, इसलिए पुलिस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही। अगर किसी एमपी या एमएलए के बेटे की मौत होती तो पुलिस कब के आरोपियों को पकड़ लेती। मैने रोहित को बड़ी मेहनत के साथ बड़ा किया था और आज उसकी हत्या के बाद पुलिस मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। पुलिस पर रहा कोई भरोसा संतोष ने कहा कि पुलिस कार्रवाई से वह बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है। पुलिस क्या कार्रवाई कर रही है, आरोपियों तक क्यों नहीं पहुंच पाई, उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्हें आशंका है कि पुलिस किसी दबाव के कारण मामले में ढिलाई बरत रही है और आरोपियों को जानबूझकर नहीं पकड़ रही। आईजी ऑफिस के बाहर आत्मदाह की दी चेतावनी संतोष ने कहा कि बेटे को इंसाफ दिलाने के लिए हर जगह चक्कर काट चुके है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही। प्रशासन कोई काम नहीं कर रहा। जब भी मिलने जाते हैं तो वह बातों से पेट भर देते है। अगर आरोपियों को जल्द काबू नहीं किया गया तो वह आईजी ऑफिस के बाहर प्रशासन का नाम लेकर अपनी बेटी के साथ तेल छिड़क कर आत्मदाह कर लेंगी।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

हिसार–सादुलपुर रेलखंड पर आरयूबी कार्य स्थगित, रद्द हुई ट्रेनें चलेंगी:पहले काम के चलते कर दिया गया था संचालन बंद, यात्रियों को मिलेगी राहत

हरियाणा के हिसार में हिसार–सादुलपुर रेलखंड पर स्थित हिसार–चडोद स्टेशनों के मध्य समपार फाटक संख्या 15 ए पर प्रस्तावित आरयूबी (रेलवे अंडर ब्रिज) निर्माण कार्य को आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया है। निर्माण कार्य के लिए लिया जाने वाला रेलवे ब्लॉक स्थगित होने के कारण यात्रियों को बड़ी राहत मिली है। रेलवे प्रशासन ने पहले से रद्द और मार्ग परिवर्तित की गई कई रेल सेवाओं को पुनः अपने निर्धारित मार्ग और समय सारणी के अनुसार संचालित करने का निर्णय लिया है। समय अनुसार संचालित होंगी ट्रेन उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्लॉक स्थगित होने के चलते जिन रेल सेवाओं को रद्द किया गया था, उन्हें अब रिस्टोर कर दिया गया है। इसके तहत गाड़ी संख्या 14897 बीकानेर–हिसार एक्सप्रेस 23 दिसंबर 2025 को एक ट्रिप में बीकानेर से अपने निर्धारित मार्ग व समय अनुसार संचालित होगी। इसी प्रकार गाड़ी संख्या 14898 हिसार–बीकानेर एक्सप्रेस 24 दिसंबर 2025 को हिसार से नियमित रूप से चलेगी। यात्रियों को मिलेगी राहत इसके अलावा गाड़ी संख्या 14891 जोधपुर–हिसार एक्सप्रेस 23 दिसंबर 2025 को जोधपुर से तथा गाड़ी संख्या 14892 हिसार–जोधपुर एक्सप्रेस 24 दिसंबर 2025 को हिसार से अपने पूर्व निर्धारित मार्ग व समय के अनुसार संचालित की जाएगी। इन ट्रेनों के पुनः संचालन से बीकानेर, जोधपुर, हिसार और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को विशेष राहत मिलेगी। नियमित चलेगी ट्रेन वहीं, मार्ग परिवर्तित की गई रेल सेवाओं को भी बहाल कर दिया गया है। गाड़ी संख्या 54310 हिसार–दिल्ली सवारी गाड़ी 24 दिसंबर को एक ट्रिप में हिसार से अपने नियमित मार्ग और समय सारणी के अनुसार संचालित होगी।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

देशद्रोही रामपाल को सम्मानित करेगी किसान यूनियन:हिसार में भाई और बेटे सम्मान लेने आएंगे, 100 गांवों को न्योता, किसान रत्न से नवाजेंगे

हरियाणा के हिसार में सतलोक आश्रम के प्रमुख रामपाल को भारतीय किसान यूनियन किसान रत्न से सम्मानित करने जा रही है। आज यानी रविवार को हिसार के डाया गांव में इसको लेकर बड़ा कार्यक्रम रखा गया है। आसपास के 100 गांवों के ग्रामीणों को निमंत्रण दिया गया है। देशद्रोह के आरोप में उम्रकैद की सजा काट रहे रामपाल के भाई महेंद्र सिंह और दोनों बेटे वीरेंद्र और मनोज इस सम्मान को लेंगे। कार्यक्रम में मंच पर रामपाल की मूर्ति लगाई जाएगी। रामपाल के अनुयायी भी बड़ी संख्या में कार्यक्रम में आएंगे। कार्यक्रम के आयोजक भारतीय किसान यूनियन (अमावता) के प्रदेश अध्यक्ष दिलबाग सिंह हुड्‌डा ने बताया कि रामपाल ने हिसार के 300 बाढ़ग्रस्त गांवों में किसानों की मदद की है, इसलिए सभी ग्रामीण उनको किसान रत्न से सम्मानित करने जा रहे हैं। करोड़ों रुपए रामपाल किसानों के लिए खर्च कर चुके हैं, ऐसे में हम उनका सम्मान कर रहे हैं। 10 दिन पहले किसान मसीहा सम्मान दियाइससे पहले 10 दिसंबर को हिसार के धीरणवास गांव में रामपाल महाराज के सम्मान समारोह में कार्यक्रम किया गया था। इसमें बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे थे। यहां 85 गांवों और 12 खाप पंचायतों ने संयुक्त रूप से रामपाल को किसान मसीहा सम्मान से सम्मानित किया था। रामपाल के स्वागत के लिए 50 से अधिक ट्रैक्टरों का काफिला शामिल हुआ था। रामपाल के कार्यक्रम को लेकर खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। हर कार्यक्रम की रिकॉर्डिंग से लेकर तमाम चीजें गृह विभाग तक पहुंचाई जा रही है। रामपाल की जमानत पर 17 जनवरी को सुनवाईहिसार कोर्ट करीब तीन माह पहले देशद्रोह मामले में रामपाल की जमानत याचिका खारिज कर चुकी है। रामपाल के वकील महेंद्र सिंह नैन और सचिन दास ने इसके बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। इस मामले में 17 जनवरी को अगली सुनवाई होनी है। इस मामले में 980 से अधिक आरोपी हैं। इनमें से रामपाल और हाल ही में गिरफ्तार एक आरोपी जेल में है। रामपाल 4 आपराधिक मामलों से बरी हो चुका है। हाईकोर्ट ने हत्या के दो मामलों में उनकी सजा निलंबित कर दी है। 14 में से 11 केसों में बरी हो चुका रामपालरामपाल के वकालतनामे पर हस्ताक्षर करने वाले हिसार के एडवोकेट कुलदीप ने बताया कि रामपाल महाराज 2014 से जेल में बंद है। उन पर कुल 14 केस लगे थे। उनमें से 11 केस में वे बरी हो चुके हैं। 2 केस जिनका मुकदमा नंबर 429 और 430 है, उनमें हाईकोर्ट ने उनकी उम्रकैद की सजा को सस्पेंड कर दिया है। अभी देशद्रोह का मुकद्दमा नंबर 428 है। इसमें 1000 से ज्यादा लोग शामिल थे। इनमें अधिकतर की बेल हो चुकी है, मगर अभी तक इस केस में रामपाल ने बेल नहीं लगाई है। संभावना है कि अर्जी लगाने पर बेल मिल जाएगी। हिसार में रामपाल का केस लड़ने वाले उनके वकील महेंद्र सिंह नैन बताते हैं कि उनके पास रामपाल का एक केस है, जो अंडर ट्रायल है। इन मामलों की वजह से सुर्खियों में रह चुका रामपाल 2014 से जेल में बंद है बाबा रामपालरामपाल की गिरफ्तारी के बाद, उन्हें अदालत में पेश किया गया और कई सालों तक कानूनी लड़ाई चलती रही। 2018 में, हिसार की अदालत ने उन्हें दोषी ठहराया और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। वर्तमान में, रामपाल जेल में है, लेकिन उनके अनुयायियों की संख्या अब भी काफी है, जो उनकी शिक्षाओं का पालन करते हैं और उन्हें निर्दोष मानते हैं। एक जूनियर इंजीनियर से लेकर एक विवादास्पद धार्मिक गुरु बनने तक का उनका सफर काफी घटनाओं से भरा रहा है। जेल में होने के बावजूद, उनके अनुयायी अब भी उनकी शिक्षाओं में विश्वास करते हैं और उन्हें आदर देते हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

पंजाब की युवती ने हरियाणवी बॉयफ्रेंड संग बनाया हनीट्रैप गैंग:रोज ₹5 हजार चिट्टे में उड़ाते, होटलों में ठिकाना; 54 वारदात कबूलीं, 34 में शिकायत नहीं

हरियाणा में हाईवे पर लिफ्ट के बहाने लूटपाट, ब्लैकमेलिंग व जबरन वसूली गैंग ने पंचकूला पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। गैंग का सरगना हरियाणा का है। पकड़ से बाहर होने की वजह से पुलिस ने अभी उसकी पहचान उजागर नहीं की है। उसने अपनी लिव-इन पार्टनर संदीप कौर उर्फ माही दीपू के साथ मिलकर गैंग बनाया। संदीप कौर मूलरूप से पंजाब के फिरोजपुर की रहने वाली है। जो करीब चार साल से ऐसे ही कामों में संलिप्त है। वो अकसर लिफ्ट लेकर टैक्सी ड्राइवरों को अपना शिकार बनाती थी। उसकी 4 साल पहले हरियाणा के एक युवक के साथ दोस्ती हुई। दोनों के बीच दोस्ती इस कदर बढ़ी कि वे लिव-इन में रहने लगे। नशे की शौकीन लिव-इन पार्टनर के साथ जब खर्चा पूरा नहीं हुआ तो दोनों ने मिलकर एक गैंग बनाया। गैंग में पंजाब के अबोहर-फाजिल्का के सन्नी कुमार सचदेवा को भी शामिल कर लिया। माही रात के समय हाईवे किनारे खड़ी होकर टैक्सी ड्राइवरों से लिफ्ट मांगती और उन्हें सुनसान एरिया में गलत काम के नाम पर लेकर जाती। जहां पर पीछा करते हुए सन्नी व महिला का लिव-इन पार्टनर पहुंच जाते। टैक्सी ड्राइवर को लूटपाट के बाद पुलिस का भय दिखाकर छोड़ दिया जाता। पंजाब के जीरकपुर और मोहाली एरिया में 19 वारदातों को अंजाम दिया तो पंजाब पुलिस के हत्थे चढ़ गए। 2 बार अलग-अलग मामलों में जेल भी पहुंचे। इसी मामले में पुलिस ने पंचकूला के भैंसा टिब्बा निवासी अशोक कुमार को गिरफ्तार किया है। गैंग सदस्य उसकी कार दो बार बुक करके कहीं ले गए थे। आरोपियों ने उसे लालच दिया कि अगर वे उनके काम में मदद करेगा तो हर रात उसे किराए के अलावा 5 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। अशोक की मां शहर के कुछ घरों में खाना बनाने का काम करती है। अशोक का रिश्ता भी तय हो चुका था। अशोक मूल रूप से यूपी के बरेली का है। जानिए कैसे लूट के पैसे को लग्जरी लाइफ-नशे पर उड़ाया हरियाणा में एंट्री व ड्राइवर फंसाने के अहम पॉइंट... 3 पॉइंट में समझिए कैसे एक चूक ने बिगाड़ा खेल... ACP बोले- 54 वारदातों का खुलासा, 34 लोगों ने शिकायत नहीं कीपंचकूला ACP क्राइम अरविंद कंबोज ने बताया कि टैक्सी ड्राइवरों को लूटने वाले गिरोह के तीन लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया जा चुका है। एक आरोपी अभी भी फरार है। जिसकी तलाश के लिए पुलिस लगातार दबिश दे रही है। गिरना 54 वारदातों का खुलासा किया है जिनमें करीब 35 वारदात केवल पंचकूला की हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am

पंजाब का शुभम राजस्थान में जज बना:मस्कुलर डिस्ट्रॉफी की बीमारी, व्हीलचेयर ही सहारा; 43वें रैंक पाई, हरियाणा से की लॉ की पढ़ाई

पंजाब के लुधियाना के शुभम सिंगला राजस्थान में जज बनेंगे। उन्होंने 19 दिसंबर को राजस्थान ज्यूडिशियल सर्विसेज का एग्जाम पास किया है। जिसमें उन्हें 43वीं रैंक मिली। यह उनका दूसरा अटेंप्ट था। शुभम सिंगला की कामयाबी इसलिए अहम है क्योंकि वह लिम्ब-गर्डल मस्कुलर डिस्ट्रॉफी(LGMD) जैसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं। इसकी वजह से वह व्हीलचेयर पर आ गए लेकिन मजबूत इरादे नहीं छोड़े। शुभम ने हरियाणा के हिसार से LLB की पढ़ाई की। अब वह लुधियाना से लॉ में मास्टर डिग्री कर रहे हैं। शुभम ने कहा कि जल्द ही उन्हें राजस्थान में नियुक्ति मिल जाएगी। बीमारी से लड़ते शुभम सिंगला की जज बनने की कहानी... लोग कमेंट करते, परिवार ने साथ दियाशुभम ने बताया कि सोसाइटी में बहुत तरह के लोग होते हैं। कुछ लोग अगर उन्हें देखकर कमेंट करते भी थे तो कभी उस चीज की परवाह नहीं की। उसका कहना है कि अगर कोई आपके बारे में गलत सोचता है तो वो उसके मानसिक स्तर को दर्शाता है। शुभम ने बताया कि वो जॉइंट फैमिली में रहता था। उसकी मां, पिता, दादी, भाई, बहनें व अन्य सभी सदस्यों ने उसके हर कदम पर साथ दिया। सभी उसे प्रोत्साहित करते रहे जिसका नतीजा यह हुआ कि वो आज अपना सपना पूरा कर सका है। मस्कुलर-डिस्ट्रॉफी का इलाज नहीं, खुद को कमजोर न समझेंशुभम सिंगला का कहना है कि उसे पता है कि उसको जो मस्कुलर डिस्ट्रॉफी डिजीज है यह जेनेटिक है और इसका कोई इलाज नहीं है। उसने बताया कि उसकी यह प्रॉब्लम कभी उसकी मेहनत के आड़े नहीं आई और न ही इसकी वजह से वो अपने लक्ष्य से विचलित हुआ। शुभम का कहना है कि जो बच्चे किसी भी तरह से शारीरिक तौर पर डिसएबल हैं वो अपने आप को अलग न समझें। वो दूसरे बच्चों के साथ बराबर का कंपीटिशन लड़ें और खुद को उनके साबित करें। ऐसी कोई बाधा नहीं है जिसे वो पार नहीं कर सकते हैं। अपना लक्ष्य निर्धारित करें और उसके हिसाब से चलें। 15 साल के सभी इंटरनेशनल क्रिकेट मैचों का पल-पल यादशुभम के पिता राज सिंगला ने बताया कि इसे बचपन से ही क्रिकेट का बहुत शौक था। उनके पिता भी क्रिकेट मैच देखते थे। जब वो बाहर जाते थे और घर आकर शुभम को पूछते थे कि आज मैच में क्या क्या हुआ। वहीं से उसने क्रिकेट के हर मैच को बारीकी से देखा और एक एक पल को अपने माइंड में सेव कर दिया। आज भी उसे हर मैच के एक एक पल की जानकारी है। शुभम सिंगला ने बताया कि उन्हें क्रिकेट से बहुत प्यार है। क्रिकेट खेलना उनका शौक रहा है। विराट कोहली उनके फेवरेट प्लेयर हैं और आज भी जब विराट खेलते हैं तो उनका मैच जरूर देखता हूं। उस बीमारी के बारे में जानिए, जो शुभम को हुई... जेनेटिक्स एक्सपर्ट के मुताबिक जन्म के समय बच्चा बिल्कुल स्वस्थ रहता है। लेकिन, 2-3 साल की उम्र में लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं। हाथ-पैर अपने आप मुड़ने लगते हैं। रीढ़ की हड्डी सिकुड़ने लगती है। कंधा झुकना लगता है। चलना-फिरना बंद हो जाता है। 5 से 10 साल की उम्र में जाते-जाते मरीज बेड और व्हील चेयर पर आ जाता है। हालत ऐसी होती है कि अपने हाथ से मुंह पर बैठी मक्खी भी नहीं उड़ा सकते। DMD का पता तब चलता है जब बच्चे को चलने-फिरने में दिक्कत होने लगती है। जबकि, ये दिक्कत मां के गर्भ में होती है। ये बीमारी माता-पिता से बच्चे में ट्रांसफर नहीं होती। गर्भ में गैमिटोजेनेसिस या जाइगोट (जब शुक्राणु और अंडाणु मिलते हैं तो जाइगोट बनता है) बनने के दौरान काेई जीन टूट गया तो ही ये रोग होता है। ज्यादातर केस में डिस्ट्रॉफी जीन के टूटने से ऐसा होता है। डिस्ट्रॉफी जीन में 79 एग्जॉन होते हैं। जब इसके अंदर एक या एक से अधिक एग्जॉन टूट जाते हैं तो डिस्ट्रॉफी प्रोटीन सही से नहीं बनती। इसी से मांस-पेशियों के विकास में दिक्कतें आ जाती हैं।

दैनिक भास्कर 21 Dec 2025 5:00 am