बलरामपुर में बढ़ती शीतलहर और कड़ाके की ठंड के मद्देनजर आदर्श नगर पालिका परिषद ने गुरुवार रात शहर के प्रमुख और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अलाव जलाने की व्यवस्था की है। यह कार्रवाई नगर पालिका अध्यक्ष डॉ. धीरेन्द्र प्रताप सिंह धीरू के निर्देश पर अधिशासी अधिकारी लाल चंद मौर्य द्वारा तत्परता से कराई गई। अलाव की व्यवस्था महिला हॉस्पिटल, मेमोरियल चिकित्सालय, वीर विनय चौराहा, अंबेडकर चौराहा स्थित रैन बसेरा, बस स्टेशन, झारखंडी रेलवे स्टेशन और बलरामपुर रेलवे स्टेशन सहित कई महत्वपूर्ण स्थानों पर सुनिश्चित की गई है। इसका उद्देश्य रात्रि के समय राहगीरों, गरीब तबके के लोगों और जरूरतमंदों को ठंड से राहत प्रदान करना है। अध्यक्ष डॉ. धीरू ने बताया कि नगर पालिका का लक्ष्य है कि इस भीषण ठंड में किसी भी नागरिक को असुविधा न हो। उन्होंने नगर पालिका कर्मियों को निर्देश दिए हैं कि सभी निर्धारित स्थानों पर नियमित रूप से अलाव उपलब्ध कराए जाएं और आवश्यकता पड़ने पर नए स्थलों को भी तत्काल चिन्हित किया जाए। नगरवासियों ने नगर पालिका की इस पहल की सराहना की है, उनका कहना है कि अलाव जलाए जाने से उन्हें काफी राहत मिली है। नगर पालिका ने आश्वासन दिया है कि शीतकालीन मौसम में यह व्यवस्था निरंतर जारी रहेगी।
शिवपुरी में ‘डोसे की भस’ को लेकर दो दुकानदार भिड़े:मारपीट हुई; दोनों पक्ष ने दर्ज कराई FIR
शिवपुरी शहर के न्यू ब्लॉक क्षेत्र में गुरुवार देर शाम डोसा बनाने के दौरान निकलने वाली 'भस' (तीखी भाप) को लेकर दो दुकानदारों के बीच विवाद हो गया। यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों में मारपीट हुई, जिसमें कुछ लोग घायल हो गए। जानकारी के मुताबिक, न्यू ब्लॉक में धर्मेंद्र जटारिया 'दिल्ली डोसा एंड चाट भंडार' चलाते हैं, जबकि उनके पड़ोस में राकेश जैन का 'राज गिफ्ट सेंटर' है। राकेश जैन का आरोप है कि डोसा बनाते समय उड़ने वाली तीखी भाप (भस) से उनके ग्राहकों और उन्हें परेशानी होती है। इस मुद्दे पर पहले भी कई बार बातचीत हुई थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया। गुरुवार देर शाम इसी बात को लेकर दोनों दुकानदारों और उनके स्टाफ के बीच कहासुनी शुरू हो गई। देखते ही देखते यह कहासुनी मारपीट में बदल गई। घटना के बाद दोनों पक्ष शिवपुरी कोतवाली पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। राकेश जैन ने पुलिस को बताया कि डोसे की भस के कारण उनकी दुकान चलाना मुश्किल हो रहा है। वहीं, धर्मेंद्र जटारिया का कहना है कि उनके पास फिलहाल इस समस्या का कोई ठोस उपाय नहीं है। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायतें दर्ज कर ली हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है।
नोडल जनपद वाराणसी में राष्ट्रीय एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर गुरुवार को “संवर्धन” क्लस्टर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें वाराणसी, गाज़ीपुर, आज़मगढ़, चंदौली और सोनभद्र जिलों के बड़ी संख्या में PLV (पैरा लीगल वालंटियर)/ अधिकार मित्रों ने भाग लिया। उद्घाटन सत्र के दौरान विभिन्न जिलों से आए PLV के कार्यों की सराहना की गई। गाज़ीपुर से रणजीत कुशवाहा और उजाला श्रीवास्तव को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर के सचिव विजय कुमार भी उपस्थित थे। प्रशिक्षण में पाँचों जिलों के सचिवों और विभागीय प्रतिनिधियों ने PLV/अधिकार मित्रों को मार्गदर्शन प्रदान किया। महिला कल्याण विभाग, वन स्टॉप सेंटर, चाइल्डलाइन, समाज कल्याण विभाग, पुलिस विभाग और बाल संरक्षण इकाइयों ने प्रस्तुतियां दीं। इन प्रस्तुतियों में विभिन्न योजनाओं, सेवाओं और जमीनी स्तर पर सहायता प्रदान करने की प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी साझा की गई, जिससे प्रतिभागियों को व्यावहारिक ज्ञान मिला। कार्यक्रम का संचालन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, वाराणसी द्वारा किया गया। यह प्रशिक्षण PLV/अधिकार मित्रों को विधिक सेवाओं की समझ बढ़ाने, कौशल में सुधार करने और समाज में न्याय की पहुँच को मजबूत करने में सहायक सिद्ध हुआ।
शादी का प्रलोभन देकर शारीरिक शोषण करने के आरोपी हिमांशु सिन्हा को बालोद पुलिस ने नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के तोंगपाल थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपि घटना के बाद से लगातार फरार चल रहा था और अपना ठिकाना बदलते हुए पुलिस से बचने की कोशिश कर रहा था। दरअसल बालोद थाना में 17 अक्टूबर 2025 को एक छात्रा ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके साथ पढ़ने वाले गोटाटोला (मानपुर) निवासी आरोपी हिमांशु सिन्हा (26वर्ष) ने शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक शोषण किया। घटना के बाद आरोपी हुआ फरार रिपोर्ट के आधार पर बीएनएस की धारा 69 एवं एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था। उसके संभावित ठिकानों पर तलाश की गई, लेकिन वह लगातार लोकेशन बदल रहा था। साइबर सेल और थाना बालोद की संयुक्त टीम आरोपी की तकनीकी लोकेशन ट्रैक कर रही थी। आरोपी सुकमा में परिचित के घर से गिरफ्तार इस दौरान इनपुट मिला कि आरोपी नक्सल प्रभावित दर्भा-झीरम होकर तोंगपाल (सुकमा) क्षेत्र में छिपा है। सूचना की पुष्टि के बाद बालोद टीआई शिशुपाल सिन्हा, साइबर सेल प्रभारी एएसआई धरम भुआर्य और टीम ने लोकल पुलिस की सहायता से तोंगपाल में दबिश दी और आरोपी को एक परिचित के घर से गिरफ्तार कर लिया।
लहार में रेडियो दुकान में शॉर्टसर्किट से आग:लाखों का सामान खाक; एक घंटे देरी से पहुंची फायर बिग्रेड
भिंड जिले के लहार कस्बे में गुरुवार शाम पुराने बाजार स्थित एक रेडियो दुकान में अचानक आग लगने से बड़ा नुकसान हो गया। शुरुआती जांच में आग लगने की वजह शॉर्टसर्किट बताई जा रही है। घटना में दुकान के भीतर रखा करीब चार से पांच लाख रुपए का सामान जलकर खाक हो गया। जानकारी के अनुसार, शाम करीब सात बजे कर्मवीर कुशवाह अपनी दुकान में बैठे थे, तभी अचानक शॉर्टसर्किट हुआ और आग भड़क उठी। उन्होंने शुरुआत में अपने स्तर पर आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन लपटें तेजी से फैलती गईं। इसके बाद वे तुरंत दो किलोमीटर दूर स्थित लहार थाने पहुंचे, जहां फायर ब्रिगेड वाहन खड़ा रहता है। वहां सूचना देने के बाद वे वापस दुकान पहुंचे तो पूरी दुकान आग की चपेट में आ चुकी थी। दुकान मालिक का आरोप है कि सूचना देने के बावजूद फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे देर से मौके पर पहुंची, जिससे आग पर शुरुआती नियंत्रण का मौका हाथ से निकल गया। देखते ही देखते लपटों ने पूरे दुकान क्षेत्र को जला दिया। स्थिति गंभीर होने पर लहार एसडीएम विजय यादव ने घटना को संज्ञान में लिया और अतिरिक्त मदद के निर्देश दिए। इसके बाद दबोह, आलमपुर, मिहोना और रौन से फायर ब्रिगेड की गाड़ियां तत्काल लहार भेजी गईं। सभी दलों के संयुक्त प्रयास से लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
अलीगढ़ के मासूम बच्चों को निशाना बना रहे सिलोचन माफिया पर अब पुलिस का बड़ा एक्शन शुरू हो गया है। यह पहल उस रात से जन्मी, जब 5 दिसंबर को एसएसपी नीरज कुमार जादौन पैदल गश्त पर कठपुला की ओर निकले। पास ही रेलवे ट्रैक के किनारे कुछ बच्चे पुलिस को देखकर भागने लगे। संदिग्ध हरकत देख एसएसपी तुरंत जीटी रोड के डिवाइडर पर बैठे एक किशोर के पास पहुंचे और उससे प्यार से बात की। जब बच्चे ने धीरे-धीरे सच बताया तो पूरा मामला चौंका देने वाला था। 20 रुपए की सिलोचन, 5 रुपए का रूमाल पूछने पर पता चला कि पंचर लगाने के काम में आने वाले सिलोचन (केमिकल) का इस्तेमाल बच्चों में नशे के लिए हो रहा है। 75 एमएल का सिलोचन का ट्यूब 20 रुपए और इसको इस्तेमाल करने के लिए 5 रुपये में रूमाल बेचा जाता है। बच्चे रूमाल में ट्यूब से सिलोचन निकालकर रखते हैं और नशे के लिए सूंघते रहते हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में सैकड़ों बच्चे इसकी चपेट में हैं। बच्चों से बरामद हुए रूमाल और सिलोचन एसएसपी के आदेश पर गुरुवार को पुलिस ने बच्चों को नशे की गिरफ्त से बचाने के लिए अभियान चलाया। कठपुला और रेलवे ट्रैक के आसपास से करीब 27 बच्चों को पकड़ा गया। तलाशी में किसी–किसी बच्चे से 3 तो किसी के पास से दो सिलोचन के ट्यूब बरामद हुए। सभी बच्चों के पास एक जैसे रूमाल मिलने पर पुलिस नशे का सिंडीकेट होने पर भी काम कर रही है। सिलोचन वाले हाथों में चॉकलेट देख खुश हुए बच्चे पकड़े गए बच्चों में अधिकांश 7 से 10 साल और कुछ 12 से 15 साल के थे। सभी को एसएसपी कार्यालय लाया गया। यहां एसएसपी ने सभी बच्चों की काउंसिलिंग की और नशे से दूर रहने के लिए कहा। बच्चों ने भी नशा न करने का भरोसा दिया। सभी बच्चों को चाय–पकौड़े के साथ ही चॉकलेट भी वितरित की गईं। चॉकलेट देखकर छोटे बच्चे बहुत खुश नजर आए। किसी ने मांगे स्वेटर तो कोई बोला बनेगा अफसर थोड़ी ही देर में बच्चे एसएसपी से घुल–मिल गए। बच्चों के पढ़ने के लिए सामाजिक संस्थाओं से संपर्क करने के लिए भी कहा। इसके बाद पूछने पर कुछ बच्चों ने अफसर तो किसी ने फौजी बनने की बात कही। इसके अलावा कुछ बच्चे ठंड में एसएसपी से स्वेटर भी मांगते नजर आए। एसएसपी ने सभी बच्चों के स्वेटर के इंतजाम करने के निर्देश दिए। सिलोचन बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई का आदेश एसएसपी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों को नशे का आदी बना रहे इलाकों में गश्त बढ़ाई जाए। इसके अलावा बाल कल्याण समिति के साथ मिलकर बच्चों के पुनर्वास की व्यवस्था करने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि यह केमिकल पंचर लगाने के काम में आता है। अगर इसे बच्चों के लिए बेचा गया तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बदायूं में एक अज्ञात वाहन की टक्कर से बरेली जिले के 28 वर्षीय शराब सेल्समैन प्रमोद कश्यप की मौत हो गई। यह हादसा गुरुवार शाम को हुआ। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह दुर्घटना वजीरगंज थाना क्षेत्र के बगरैन चौकी क्षेत्र के पेपल गांव के पास हुई। प्रमोद कश्यप (28) पुत्र कैलाश चंद्र, शादीनगर गांव, आंवला कोतवाली, बरेली के निवासी थे। वह फैजगंज बेहटा की शराब की दुकान पर सेल्समैन के रूप में कार्यरत थे। गुरुवार शाम को वह अपनी बाइक से गांव लौट रहे थे। पेपल गांव के पास पहुंचते ही एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद चालक मौके से फरार हो गया। हादसे की सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायल प्रमोद को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रभारी निरीक्षक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार शराब सेल्समैन की मौत हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है और तहरीर मिलने पर अज्ञात वाहन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश की जाएगी।
बरबीघा नगर परिषद में समीक्षा बैठक:वार्डों में नाली-सड़क सफाई पर जोर, जलजमाव का निरीक्षण किया गया
शेखपुरा जिले के बरबीघा नगर परिषद कार्यालय में गुरुवार को शहर की साफ-सफाई को लेकर गहन समीक्षा बैठक हुई। इसमें सशक्त स्थायी समिति के सदस्य रौशन कुमार, स्वच्छता पदाधिकारी राजवर्धन, नगर प्रबंधक राजीव आनंद, कनीय अभियंता, सहायक अभियंता और सभी कार्यालय कर्मी मौजूद थे। बैठक में सभी वार्डों में सड़क और नाली की विशेष सफाई का निर्देश दिया गया। कचरा रखने के निर्धारित स्थानों, जैसे कोयला पोखर, मिशन चौक, गंजपर, ढकनिया पोखर, चंदुकुआं, तैलिक बालिका स्कूल के निकट, परसोबीघा और फैजाबाद को प्रतिदिन साफ करने और तिरपाल से ढकने के निर्देश दिए गए। इन कार्यों के निरीक्षण के लिए नगर परिषद कार्यालय स्तर से कार्यालय कर्मियों और स्वच्छता साथियों को भी लगाया गया है। ये कर्मी अपने नियमित कार्य के अतिरिक्त सफाई कार्यों का निरीक्षण करेंगे और सफाई सुपरवाइजरों को आवश्यक निर्देश देंगे। बैठक के बाद शहर की जटिल समस्याओं का भी निरीक्षण किया गया। इसमें नारायणपुर वार्ड संख्या 23 और नारायणपुर गढ़ वार्ड संख्या 24 में जल जमाव तथा स्कूल से फैजाबाद रोड का मुआयना शामिल था। अधिकारियों ने जल्द से जल्द जल निकासी के लिए पैन की उड़ही, नाली और सड़क बनाने का आश्वासन दिया।
खगड़िया जिले के चौथम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में गुरुवार को परिवार नियोजन पखवाड़े के तहत 30 महिलाओं का ऑपरेशन किया गया। यह ऑपरेशन डॉ. ऋचा द्वारा सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 से 15 दिसंबर तक परिवार नियोजन पखवाड़े का आयोजन किया गया है। इस दौरान चौथम सीएचसी में लगातार महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण कर परिवार नियोजन ऑपरेशन किए जा रहे हैं। ऑपरेशन के बाद मरीजों को 24 घंटे तक अस्पताल में रखा जाता है, जहां उन्हें दवा और भोजन उपलब्ध कराया जाता है। इसके बाद उन्हें एम्बुलेंस से घर तक पहुंचाया जाता है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर परिवार नियोजन का यह कार्य लगातार जारी है। चौथम सीएचसी प्रभारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि अब तक कुल 266 महिलाओं का परिवार नियोजन ऑपरेशन किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, इस पखवाड़े में 2 पुरुषों की भी नसबंदी की गई है। इस पूरी व्यवस्था को सुचारु रूप से चलाने में स्वास्थ्य प्रबंधक अमर कुमार सहित नर्सिंग स्टाफ सक्रिय रूप से जुटे हुए हैं।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के सरकारी आवास लखनऊ से बड़ा फ्रॉड पकड़ा गया। नोएडा निवासी दशरथ पाल खुद को दिल्ली भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा का प्रतिनिधि बताकर डिप्टी सीएम से मिलने पहुंचा था। सतर्कता टीम ने उसके व्यवहार और दस्तावेजों पर संदेह होने पर तुरंत जांच की और फर्जीवाड़े की पुष्टि होते ही उसे हिरासत में ले लिया। सूचना मिलते ही गौतमपल्ली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि दशरथ पाल जनता से ठगी और राजनीतिक चेहरों के नाम पर फ्रॉड करने का आदी है। पुलिस के अनुसार, वह नोएडा, बुलंदशहर, मेरठ और लखनऊ समेत कई जिलों में लोगों को झांसा देकर धोखाधड़ी कर चुका है। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने घटना की जानकारी तुरंत दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को दी और पूरे प्रकरण पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और उसके नेटवर्क की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी के मोबाइल और डिजिटल गतिविधियों की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किसी बड़े गिरोह से जुड़ा है या नहीं। प्रशासन ने इसे सुरक्षा और ठगी से जुड़े गंभीर मामले के रूप में लेते हुए जांच को प्राथमिकता पर रखा है।
खगड़िया में बिहार राज्य खाद्य आयोग के सदस्य अंगद कुशवाहा ने बेलदौर स्थित टीडीपीएस गोदाम का औचक निरीक्षण किया। यह निरीक्षण उपभोक्ताओं द्वारा डीलरों पर अनाज में कटौती की शिकायत के बाद किया गया। उपभोक्ताओं ने शिकायत की थी कि बेलदौर प्रखंड क्षेत्र के डीलर प्रत्येक उपभोक्ता से एक किलोग्राम अनाज की कटौती करते हैं। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आयोग सदस्य ने यह कदम उठाया। बिहार राज्य खाद्य आयोग के सदस्य अनाज से लदे ट्रैक्टर को जांचा निरीक्षण के दौरान, अंगद कुशवाहा ने गोदाम में कार्यरत मजदूरों से पूछताछ की। उन्होंने एक डीलर के अनाज से लदे ट्रैक्टर को धर्मकांटा पर ले जाकर नापतोल भी करवाया। धर्मकांटा पर अनाज का वजन सही पाया गया। हालांकि, उपभोक्ताओं से प्रखंड क्षेत्र में अक्सर 1 से 2 किलोग्राम अनाज काटने की शिकायतें मिलती रहती हैं। इस संबंध में अंगद कुशवाहा ने बताया कि यह आयोग केंद्र सरकार द्वारा बनाया गया है और इसकी निगरानी के लिए बिहार राज्य खाद्य आयुक्त नियुक्त किए गए हैं। डीलरों को दी चेतावनी उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उपभोक्ताओं से इस तरह की शिकायतें मिलती हैं, तो एमओ (मार्केटिंग ऑफिसर) से लेकर डीलर तक किसी को बख्शा नहीं जाएगा। डीलर का लाइसेंस रद्द किया जाएगा और एमओ पर कार्रवाई होगी। इस अवसर पर गोदाम प्रबंधक अनीता कुमारी, सांसद प्रतिनिधि संजय कुशवाहा, प्रभुदयाल सिंह, प्रभास कुमार, जदयू नेता रौशन कुमार रौशन, हरे राम साह सहित टीडीपीएस गोदाम के मजदूर मौजूद थे।
देवास में 69वीं राष्ट्रीय सॉफ्ट टेनिस शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता गुरुवार से पायोनियर पब्लिक स्कूल में शुरू हुई। प्रतियोगिता का उद्घाटन विधायक गायत्री राजे पवार ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाती हैं और उन्हें निखारती हैं। प्रतियोगिता संयोजक सुदेश सांगते ने बताया कि यह राष्ट्रीय प्रतियोगिता (14, 17, 19 वर्ष बालक, बालिका समूह) 11 दिसंबर से 14 दिसंबर तक आयोजित की जाएगी। इसका आयोजन जिलाधीश ऋतुराज सिंह के मार्गदर्शन में हो रहा है। शुभारंभ कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष राय सिंह सेंधव, महापौर गीता अग्रवाल, विधायक प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल और भाजपा जिला महामंत्री राजेश यादव भी उपस्थित थे। जिला शिक्षा अधिकारी हरि सिंह भारती ने स्वागत भाषण दिया। अतिथियों का स्वागत सुदेश सांगते, भारती नेक्या, माया मालवीय सहित अन्य पदाधिकारियों ने किया। कार्यक्रम में पायोनियर पब्लिक स्कूल और चिमनाबाई हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। अंतरराष्ट्रीय सॉफ्ट टेनिस खिलाड़ी आदित्य बालोदिया ने खिलाड़ियों को शपथ दिलाई। संगठन सचिव एवं जिला शिक्षा अधिकारी हरि सिंह भारती ने जानकारी दी कि इस प्रतियोगिता में 16 राज्यों से 500 खिलाड़ी और ऑफिशियल शामिल हो रहे हैं। प्रतियोगिता के मैच स्पोर्ट्स पार्क टाटा चौराहा, पुलिस लाइन और पायोनियर पब्लिक स्कूल में खेले जाएंगे। कार्यक्रम का संचालन अरविंद त्रिवेदी ने किया, जबकि विश्व मित्र अवॉर्डी सुदेश सांगते ने आभार व्यक्त किया।
लखनऊ के निराला नगर स्थित श्रीरामकृष्ण मठ में श्री माँ सारदा देवी की 173वीं जन्मतिथि का चार दिवसीय उत्सव आरंभ हो गया है। यह समारोह मठ अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द के निर्देशन में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम की शुरुआत आरती और सुप्रभातम् के साथ हुई। इसके बाद पुराने मंदिर व ऑनलाइन माध्यम से जप यज्ञ का आयोजन किया गया। वैदिक स्तोत्रों एवं मन्त्रोच्चार से परिसर में आध्यात्मिक वातावरण बना। ‘सबकी माँ—श्री माँ सारदा’ विषय पर ऑनलाइन विशेष सत्संग भी आयोजित किया गया। ‘माँ की बातें’ विषय पर प्रवचन विशेष पूजा स्वामी इष्टकृपानन्द द्वारा सम्पन्न हुई, जबकि स्वामी रमाधीशानन्द ने चण्डीपाठ किया। लखनऊ के राहुल अवस्थी ने भक्तिगीत प्रस्तुत किए, जिसमें सुमित मल्लिक ने तबला संगत की। इसके उपरांत ‘माँ की बातें’ विषय पर स्वामी विश्वदेवानन्द का प्रवचन दिया। सारदा संघ द्वारा नाम संकीर्तन और भक्तिगान भी प्रस्तुत किए गए। महिलाओं ने भक्तिगीत की प्रस्तुति दी दिन के कार्यक्रमों में हवन, पुष्पांजलि और भोगारती की विधियाँ सम्पन्न हुईं। कानपुर के अशोक मुखर्जी और लखनऊ के शुभम राज ने तबला संगत के साथ सायंकाल के भक्तिगीत सत्रों में प्रस्तुति दी।संध्या आरती के बाद मुख्य जनसभा में ‘संघ जननी श्री माँ सारदा देवी’ विषय पर रामकृष्ण मिशन, वाराणसी के स्वामी ईशानन्द ने प्रवचन दिया।कार्यक्रमों के समापन पर प्रसाद वितरण किया गया। अध्यक्षीय उद्बोधन में स्वामी मुक्तिनाथानन्द ने कहा कि माँ सारदा का जीवन करुणा, सहनशीलता और मातृत्व का शाश्वत प्रतीक है, जो समाज को आज भी प्रेरणा देता है।
पिपराही में पुलिस-पब्लिक संवाद:एसपी ने जनता की समस्याएं सुनीं, साइबर क्राइम के बारे में बताया
शिवहर के पिपराही थाना परिसर में पुलिस-पब्लिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें पुलिस अधीक्षक (एसपी) शैलेश कुमार सिन्हा ने विभिन्न पंचायतों और वार्डों से आए लोगों की समस्याएं सुनीं। कार्यक्रम में आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कानून-व्यवस्था, सड़क सुरक्षा, ट्रैफिक व्यवस्था, शराबबंदी निगरानी, रात्रि गश्ती और महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए। इस दौरान साइबर क्राइम से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी गईं। एसपी ने लोगों से अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर साइबर अपराध के प्रति जागरूकता फैलाने का आग्रह किया। एसपी शैलेश कुमार सिन्हा ने कहा कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास बढ़ने पर ही अपराध पर प्रभावी नियंत्रण संभव है। उन्होंने पिपराही थाना प्रभारी को नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण करने, लोगों से संवाद स्थापित करने और उनकी समस्याएँ सुनने का निर्देश दिया। एसपी ने थाना प्रभारी को शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई करने और संवेदनशील इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाने के लिए भी कहा। उन्होंने 112 इमरजेंसी सेवा की प्रतिक्रिया के बारे में भी पूछा, जिस पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने बताया कि 112 वाहन की प्रतिक्रिया तत्काल होती है। कार्यक्रम के दौरान कई लोगों ने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं बताईं, जिन पर एसपी ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने महिला सुरक्षा, साइबर धोखाधड़ी और सड़क दुर्घटनाओं से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने पर भी जोर दिया। उपस्थित लोगों ने पुलिस की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से पुलिस और जनता के बीच पारदर्शिता और विश्वास दोनों बढ़ते हैं। पिपराही थाना प्रभारी उमाकांत सिंह ने बताया कि विभिन्न गांवों से आए लोगों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया। उन्होंने साइबर क्राइम से संबंधित विस्तृत जानकारी दी और लोगों के मोबाइल में आवश्यक सेटिंग्स भी करवाईं। इस संवाद कार्यक्रम में डीएसपी सुनील कुमार सिंह, ट्रैफिक डीएसपी भाई भारत, एसडीपीओ सुशील कुमार और पिपराही थाना प्रभारी उमाकांत सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद थे। इनमें मेसौढ़ा मुखिया तेज नारायण साह, समाजसेवी रामबाबू गुप्ता, सरपंच विनोद कुशवाहा और अमित चौहान उर्फ दीपू सिंह प्रमुख थे।
बिजनौर में भाभी से विवाद के बाद युवक ने दो साल की मासूम भतीजी की गला रेतकर हत्या कर दी। 5 साल के भतीजे को छत से फेंक दिया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे, तब तक आरोपी फरार हो गया। गंभीर रूप से घायल भतीजे को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। आरोपी चाचा के खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश कर रही है। मामला मंडावली थाना क्षेत्र का है। अब जानिए पूरा मामला... गांव राजपुर नवादा में जय सिंह का परिवार रहता है। जय सिंह मौत हो चुकी है। परिवार में बेटा हिमांशु और अरुण हैं। गुरुवार शाम हिमांशु का किसी बात को लेकर अपनी भाभी से कहासुनी हो गई। गुस्से में हिमांशु ने अपनी दो साल की भतीजी मानवी की गर्दन पर धारदार हथियार से वारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। गुस्साए हिमांशु ने 5 साल के भतीजे मयंक को छत से फेंक दिया। शोर सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे। आसपास के लोग भी आ गए। लेकिन तब तक हिमांशु फरार हो गया। परिजन दोनों बच्चों को मंडावली स्थित एक हॉस्पिटल ले गए। यहां मानवी को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। घायल मयंक को मंडावली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यहां उसका इलाज चल रहा है। एसपी सिटी डॉक्टर कृष्ण गोपाल सिंह ने बताया– चाचा ने अपनी भतीजी की हत्या की है। भतीजे को भी जान से मारने की कोशिश की। बच्चे का इलाज चल रहा है। तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर आरोपी की तलाश में पुलिस की टीमों को लगाया गया है। ------------------------------------ ये खबर भी पढ़िए- 'मेरी वाइफ को कोई होटल ले जाए, मुझे पसंद नहीं', VIDEO बनाकर जान दी वाराणसी में एक युवक ने पत्नी की बेवफाई से दुखी होकर जान दे दी। उसका शव फांसी के फंदे पर लटका मिला। मौत से पहले युवक ने बाइक चलाते हुए साढ़े सात मिनट का वीडियो बनाया। युवक ने पत्नी के साथ अपने संबंधों और 498A (दहेज उत्पीड़न) कानून के दुरुपयोग के बारे में बात की। यह भी कहा कि पत्नी का एक लड़के से अफेयर है। वह बेटे से भी नहीं मिलने दे रही है। पढ़ें पूरी खबर
एमसीबी में बेटे ने मां की हत्या की:चाय बनाने से मना करने पर फरसे से वार कर काट डाला, आरोपी गिरफ्तार
एमसीबी जिले के पोंडी थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपनी मां की हत्या कर दी। चाय बनाने से मना करने पर बेटे ने फरसे से वार कर मां को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद खुद पुलिस स्टेशन जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 10 दिसंबर की है। प्रार्थी अर्जुन सिंह (34) निवासी लामीगोड़ा, पोड़ी ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट के अनुसार, सुबह सोकर उठने के बाद आरोपी अर्जुन सिंह ने अपनी मां शांति बाई से चाय बनाने को कहा। मां शांति बाई (65) ने चाय बनाने से इनकार कर दिया और कहा कि वह खुद चाय बनाकर पी ले। इस बात पर आरोपी अर्जुन सिंह आक्रोशित हो गया। बेटे ने फरसा से किया मां पर हमला गुस्से में आकर उसने घर में रखा लोहे का फरसा उठाया और अपनी मां शांति बाई के बाएं गर्दन और दाहिने कान के पास कई बार वार किए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पोड़ी थाने में अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी अर्जुन सिंह को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी अर्जुन सिंह ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल लोहे का फरसा जब्त कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
बागपत पुलिस ने 25 हजार रुपए के इनामी बदमाश कलीराम को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। शामली निवासी कलीराम बड़ौत कोतवाली क्षेत्र में हुई लूट के एक मामले में वांछित था। पुलिस की गोली लगने से उसके पैर में चोट आई है, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह मुठभेड़ खेकड़ा कोतवाली क्षेत्र में बड़ागांव के समीप ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे के पास हुई। पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बदमाश किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में घूम रहा है। घेराबंदी के दौरान बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग की। जिसके जवाब में पुलिस ने भी गोली चलाई। मुठभेड़ के बाद घायल अवस्था में कलीराम को पकड़ा गया। उसके कब्जे से एक मोटरसाइकिल, एक अवैध तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए हैं। बागपत पुलिस अधीक्षक ने कलीराम की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। बागपत पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार राय ने बताया कि लूट के मामले में वांछित चल रहे कलीराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके पैर में गोली लगी है और उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खेकड़ा कोतवाली में इस संबंध में आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
IGIMS पटना ने बनाया नया रिकोर्ड:एक ही मरीज के दो अलग-अलग कैंसर, डॉक्टरों ने की सफल सर्जरी
पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (IGIMS) के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग ने चिकित्सा जगत में एक उपलब्धि हासिल की है। अस्पताल की टीम ने एक ही मरीज के दो अलग-अलग अंगों में मौजूद दो जटिल और अलग प्रकार के कैंसर का एक ही चरण में सफल ऑपरेशन किया। इसे संस्थान के इतिहास में अभूतपूर्व माना जा रहा है। नवादा के 56 साल के मरीज अनिल कुमार (काल्पनिक नाम) पिछले तीन महीनों से मुंह के कैंसर से पीड़ित थे। कई अस्पतालों में उचित इलाज नहीं मिलने के कारण उनका कैंसर बढ़ गया था। इसके बाद वे IGIMS की सर्जिकल ऑन्कोलॉजी ओपीडी में पहुंचे। यहां अतिरिक्त प्राध्यापक डॉ. शशि सिंह पवार से परामर्श के बाद उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत निशुल्क इलाज उपलब्ध कराया गया। जांच के दौरान डॉक्टरों ने पाया कि मरीज को जहां एक ओर बाएं मैक्सिला (ऊपरी जबड़े) में कैंसर था, वहीं दूसरी ओर दाएं गुर्दे में भी एक अलग प्रकार का कैंसर विकसित हो चुका था। दोनों अंगों में कैंसर की प्रकृति अलग-अलग बायोप्सी रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों अंगों में कैंसर की प्रकृति अलग-अलग थी और दोनों ही कैंसर उन्नत चरणों में पहुंच चुके थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डॉ. शशि पवार और उनकी टीम ने दोनों कैंसर की सर्जरी एक साथ करने का महत्वपूर्ण और जोखिमपूर्ण निर्णय लिया। करीब चार घंटे तक चली इस जटिल सर्जरी को टीम ने पूरी सफलता के साथ संपन्न किया। जबड़े के कैंसर के इलाज में मरीज की जटिल प्लास्टिक सर्जरी भी की गई।ऑपरेशन के बाद मरीज की स्थिति अब पूरी तरह सामान्य है और वह स्वस्थ हो चुका है। इस सर्जरी में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मनीष कुमार, रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. सुधीर, डॉ. प्रभजोत, डॉ. हार्दिक और डॉ. बी. शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वहीं, निश्चेतना विभाग से विभागाध्यक्ष डॉ. पी.के. दुबे और डॉ. अनन्तु की टीम ने ऑपरेशन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया। नर्सिंग टीम से सिस्टर मंजुला, ब्रदर शैलेश और सचिन ने भी पूरे समय सहयोग दिया।निदेशक डॉ. बिन्दे कुमार ने कहा कि IGIMS गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए एक भरोसेमंद संस्थान बन चुका है और आगे भी ऐसे मरीजों को हर संभव मदद दी जाती रहेगी
मैनपुरी शहर के मदार गेट इलाके में सोमवार शाम एक एंबुलेंस मरीज को लेकर जिला अस्पताल जाते समय करीब आधे घंटे तक भारी जाम में फंसी रही। आश्रम रोड के पास लगे इस जाम में एंबुलेंस चालक लगातार सायरन बजाता रहा, लेकिन उसे न तो किसी पुलिसकर्मी ने रास्ता दिलाया और न ही अन्य वाहनों ने किनारे किया। इस घटना का वीडियो सामने आया है, जिसके बाद मैनपुरी यातायात पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं। जानकारी के अनुसार, एंबुलेंस एक मरीज को जिला अस्पताल ले जा रही थी। मदार गेट के जाम में फंसने के बाद, वह वाहनों की लंबी कतार के बीच अटक गई। आधे घंटे तक सायरन बजने के बावजूद यातायात में सुधार के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। अंततः, कई प्रयासों के बाद एंबुलेंस को मुश्किल से रास्ता मिल पाया और वह अस्पताल की ओर बढ़ सकी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, मदार गेट और आश्रम रोड पर रोजाना शाम 5 बजे के बाद ऐसी ही स्थिति बन जाती है। दोनों तरफ से वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे अक्सर वाहन चालक आपस में रास्ता निकालने को लेकर उलझ पड़ते हैं। लोगों का कहना है कि पास में ही आश्रम गेट चौकी होने के बावजूद, यहां कोई भी पुलिसकर्मी यातायात व्यवस्था संभालने के लिए तैनात नहीं रहता। स्थानीय निवासी इस दैनिक जाम से बेहद परेशान हैं। उनका आरोप है कि यातायात पुलिस की लापरवाही के कारण लोगों को रोज घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि मदार गेट क्षेत्र में तुरंत प्रभाव से सुचारू यातायात व्यवस्था लागू की जाए, ताकि भविष्य में किसी एंबुलेंस या जरूरतमंद की जान खतरे में न पड़े।
सहारनपुर की बडगांव थाना पुलिस ने गुरुवार को चोरी की कई वारदातों का खुलासा करते हुए पांच चोरों को गिरफ्तार किया है। ये चोर क्षेत्र में सक्रिय थे और कई घटनाओं को अंजाम दे चुके थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नानौता क्षेत्र निवासी आबिद, फरमान, इकबाल, इमरान और रहबर के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से 800 ग्राम महिलाओं के बाल, 4 किलोग्राम तांबा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से चोरी किए गए 4 छत के पंखे, 15 हजार रुपये नकद, 5 अवैध चाकू और चोरी की वारदातों में इस्तेमाल की गई एक कार बरामद की है। एसपी देहात सागर जैन ने बताया कि इन सभी आरोपियों को चौकी मौरा क्षेत्र से पकड़ा गया। पूछताछ में आरोपियों ने कई चोरियों का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि करीब चार माह पहले अम्बेहटा चांद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से पंखे चुराए थे। इसके अलावा, तीन माह पहले महेशपुर क्षेत्र से एक बुलेट बाइक से 17 किलो बाल चोरी किए थे, जिनमें से अधिकांश कबाड़ियों को बेच दिए गए थे। बरामद 800 ग्राम बाल वे आज बेचने जा रहे थे। आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया कि 10 दिसंबर की सुबह उन्होंने एक कबाड़ी की दुकान से तांबा चोरी किया था। दुकान मालिक ने उन्हें देख लिया था, लेकिन वे कार में बैठकर फरार हो गए थे। एक माह पहले बडगांव कस्बे में स्थित पशु आहार की दुकान से बैटरियां, इन्वर्टर और एक बच्चे की साइकिल भी इन्होंने ही चुराई थी। ये सभी सामान भी कबाड़ियों को बेचकर पैसे आपस में बांट लिए थे। पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों पर पहले भी चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं और ये सभी आदतन अपराधी हैं। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक रमेश चंद्र सिंह, उपनिरीक्षक हितेश कुमार, सोनू कुमार, हेड कांस्टेबल विवेक कुमार, कांस्टेबल अमरदीप, विक्रांत और होमगार्ड सतीश कुमार शामिल थे। आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
बलिया के नगर पंचायत मनियर में करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे एमआरएफ (मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) सेंटर पर न्यायालय सिविल जज जूनियर डिवीजन पश्चिमी बलिया ने स्थगन आदेश जारी किया है। यह आदेश विमला उपाध्याय बनाम उत्तर प्रदेश सरकार आदि के वाद के संदर्भ में पारित किया गया है। नगर पंचायत मनियर ने जनवरी 2025 में इस एमआरएफ सेंटर का निर्माण कार्य शुरू किया था। यह परियोजना अब लगभग पूरी हो चुकी है, जिसमें वर्तमान में पेंटिंग और मशीन लगाने का काम चल रहा था। वादिनी द्वारा निर्माण रोकने के प्रयासों के बावजूद कार्य जारी रहा था। मनियर निवासी विमला उपाध्याय पत्नी स्वर्गीय बच्चन उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश राज्य सरकार (कलेक्टर बलिया), उप जिलाधिकारी बांसडीह, तहसीलदार बांसडीह और कपिल देव पुत्र स्वर्गीय विश्वनाथ के खिलाफ न्यायालय में वाद दाखिल किया था। विमला का आरोप है कि विवादित जमीन उनकी बैनामाशुदा संपत्ति है और उस पर उनका कब्जा व मालिकाना हक है। न्यायालय ने वादिनी के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करते हुए एकपक्षीय रूप से अस्थाई निषेधाज्ञा स्वीकार कर ली है। यह स्थगन आदेश विवादित भूमि पर लागू होगा, जिससे एमआरएफ सेंटर का आगे का निर्माण कार्य रुक जाएगा। इस संबंध में पूछे जाने पर नगर पंचायत मनियर के अधिशासी अधिकारी संदीप सिंह और उप जिलाधिकारी बांसडीह अभिषेक प्रियदर्शी ने स्थगन आदेश से अनभिज्ञता जाहिर की। उन्होंने बताया कि उन्हें अभी तक कोई आदेश प्राप्त नहीं हुआ है और एमआरएफ केंद्र बनकर तैयार हो चुका है। हालांकि, मनियर थाना प्रभारी कौशल कुमार पाठक ने पुष्टि की है कि आदेश की प्रति अधिशासी अधिकारी मनियर को भिजवा दी गई है।
मुजफ्फरपुर में 5 साल पहले 11 साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या के आरोपी को पुलिस ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की गिरफ्तारी गुप्त सूचना के बाद उसी के घर से की गई। आरोपी पारू थाना क्षेत्र के लालू छपरा के नया गांव का रहने वाला है। वारदात को अंजाम देने के बाद से आरोपी फरार था। घटना मई 2020 की है। जानकारी के मुताबिक, आम तोड़ने के विवाद में 11 साल के बच्चे की गला दबाकर हत्या की गई थी। मृत बच्चे की पहचान सोनू कुमार के रूप में हुई थी। सोनू के पिता योगेंद्र राम ने अपने पड़ोसी सुनील राम पर बेटे की हत्या का आरोप लगाया था। लालू छपरा के नया गांव के रहने वाले योगेंद्र राम ने पुलिस को दिए गए शिकायत में कहा था कि 10 दिन पहले आम तोड़ने को लेकर मेरे बेटे सोनू के साथ गनौर राम का विवाद हुआ था। उस समय उसने हत्या करने की धमकी दी थी। सुनील राम, नरेश राम, बच्ची देवी समेत 10 लोगों ने मिल कर मेरे बेटे की गला दबा कर हत्या कर दी। योगेंद्र राम ने ये भी लिखा था कि 25 मई 2020 की शाम में गेहूं पिसवाने के लिए चक्की पर गया था। वापस आने के बाद गांव में टहलने गया, तभी घर वाले सोनू की खोजबीन करते हुए मेरे पास पहुंचे और कहा कि सोनू सुबह से गायब है। इसके बाद हम लोगों ने सोनू की खोजबीन की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। घर लौटकर देखा तो आंगन में पड़ी थी बेटे की लाश योगेंद्र राम ने बताया था कि खोजबीन के बाद जब हम लोग घर लौटे तो देखा कि मेरे बेटे सोनू की लाश आंगन में पड़ी हुई है। उन्होंने आरोप लगाया था कि आरोपियों ने हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद मेरे बेटे की लाश उस वक्त घर के आंगन में फेंक दी, जब हम लोग अपने बेटे को ढूंढ रहे थे। सोनू के पिता के बयान पर पारू थाना में 26 मई 2020 को कुल 10 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया था। सुनील इस केस में दूसरे नंबर का अभियुक्त था। पुलिस की जांच में 10 नामजदों में से कुछ लोगों का नाम हटाया गया था, लेकिन सुनील राम के खिलाफ पुलिस की पड़ताल चल रही थी। शुक्रवार को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाएगा कांड के अनुसंधानकर्ता सब इंस्पेक्टर सूर्यप्रकाश रंजन के अनुसार, ठोस खुफिया जानकारी के आधार पर सुनील की गिरफ्तारी की गई। अपर थानाध्यक्ष आलोक कुमार यादव ने बताया कि गिरफ्तार सुनील राम को शुक्रवार को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा और न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमें जानकारी मिली थी कि हत्याकांड में 5 साल से फरार सुनील राम अपने घर आया हुआ है। इसके बाद उसकी गिरफ्तारी की गई।
कपूरथला में सांझ केंद्र की एक सफाई सेविका के घर दिनदहाड़े चोरी हो गई। चोर लाखों रुपए के गहने और नकदी लेकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने के बाद थाना सिटी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी एएसआई सुखजिंदर सिंह ने बताया कि चोरों की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे भी खंगाले जा रहे हैं। टावर कॉलोनी, औजला फाटक के पास क्वार्टर नंबर 26 में रहने वाली पीड़ित महिला मनप्रीत कौर पत्नी परविंदर सिंह ने पुलिस को शिकायत दी है। मनप्रीत कपूरथला सिटी थाना के सांझ केंद्र में सफाई कर्मचारी के तौर पर कार्यरत हैं, जबकि उनके पति परविंदर सिंह दाना मंडी में निजी नौकरी करते हैं। बॉलकनी के दरवाजे की कुंडी तोड़कर घुसे चोर मनप्रीत कौर ने बताया कि 10 दिसंबर को सुबह 9 बजे वह और उनके पति घर को ताला लगाकर अपनी ड्यूटी पर चले गए थे। शाम 5 बजे जब वह ड्यूटी खत्म कर अपने क्वार्टर नंबर 26 लौटीं तो बाहरी दरवाजे पर ताला लगा था। अंदर जाने पर उन्होंने देखा कि दोनों बेडरूम की अलमारियों का सामान बिखरा पड़ा था। बालकनी के दरवाजे की कुंडी और जाली भी टूटी हुई थी। आशंका है कि चोर बालकनी के दरवाजे की कुंडी तोड़कर घर में घुसे थे। बेटी के जेवर भी ले गए चोरचोर अलमारी में रखे सोने और चांदी के गहने, बेटी के चांदी के कंगन और झांझर, एक सोने की चेन, एक चांदी की चेन, कान के टॉप्स (2 ग्राम सोना) और 5000 रुपए उठा ले गए। मनप्रीत कौर ने बताया कि उनके भाई आकाशदीप सिंह (जो उनके साथ रहते हैं) का ओपो ए-78 मॉडल का मोबाइल फोन भी चोरी हो गया है।
संभल में ननिहाल से बारात में गए दो सगे भाइयों में से एक का शव लापता होने के चौथे दिन मिला है। वहीं, दूसरा भाई 17 दिन बाद भी लापता है। पुलिस ने छोटे भाई को सकुशल बरामद करने के लिए 8 से 10 टीमें लगाई हैं। दो दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ के बावजूद पुलिस को अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। यह घटना संभल जिले की गुन्नौर तहसील के थाना धनारी क्षेत्र के गांव मझोला की है। मृतक किशोर की पहचान अमरपाल सिंह (पुत्र रामौतार, निवासी गांव मैथरा धर्मपुर, थाना बहजोई) के रूप में हुई है। लापता भाई का नाम कमल सिंह है। दोनों भाई 26 नवंबर को थाना धनारी क्षेत्र के गांव मझोला स्थित अपनी ननिहाल से बारात में शामिल होने के लिए पिकअप में सवार होकर निकले थे। रास्ते में उनके रिश्ते के मौसेरे भाई धर्मवीर (निवासी गांव सरैरा, थाना उघैती, जनपद बदायूं) ने उन्हें बाइक पर बैठने के बहाने बारात में चलने के लिए उतार लिया। जब दोनों भाई बारात में नहीं पहुंचे, तो परिवार के लोग चिंतित हो गए और उनकी तलाश शुरू कर दी। थाना धनारी पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। बारातियों से मिली जानकारी के आधार पर पिता ने थाना धनारी पुलिस में धर्मवीर के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। 29 नवंबर को थाना रजपुरा क्षेत्र के गांव सिंघौली कल्लू में एक गन्ने के खेत में बड़े भाई अमरपाल सिंह का शव मिला। शुरुआत में उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी, लेकिन बाद में उसकी पहचान कर ली गई। लापता होने के 17 दिन बीत जाने के बाद भी छोटे भाई कमल सिंह का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। एएसपी दक्षिणी अनुकृति शर्मा ने बताया कि किशोर की हत्या के आरोपी की तलाश जारी है। पुलिस की कई टीमें इस मामले में लगाई गई हैं और कई लोगों से पूछताछ की गई है। बच्चे की तलाश में एसओजी की टीम भी जुटी हुई है। पिता रामौतार ने बताया कि बड़े बेटे का शव मिलने के बाद उसका अंतिम संस्कार कर चुके हैं, पुलिस ने उनकी शिकायत तुरंत दर्ज कर ली थी। अब पुलिस और परिवार के अन्य लोग लगातार छोटे बेटे को तलाश कर रहे हैं लेकिन कोई पता नहीं चल रहा है। धर्मवीर हमारे साढू का भतीजा लगता है, उसने ऐसा क्यों किया इसकी हमें कोई जानकारी नहीं है। हमारी तो कोई लड़ाई भी नहीं थी।
सोनीपत पुलिस ने मारपीट की एक पुरानी घटना में संलिप्त उद्घोषित अपराधी को गिरफ्तार किया है। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद जमानत पर रिहा कर दिया गया है। पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में लगी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि थाना खरखौदा पुलिस ने नरेला, दिल्ली निवासी सत्वेंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, वर्ष 2019 में मारपीट की एक घटना में यह आरोपी संलिप्त था। मामले में कोर्ट ने वर्ष 2025 में उसे उद्घोषित अपराधी घोषित किया था और थाना खरखौदा में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस टीम की भूमिका और आगे की कार्यवाही थाना खरखौदा में नियुक्त मुख्य सिपाही अजय ने अपनी टीम के साथ कार्रवाई करते हुए उद्घोषित अपराधी सत्वेंद्र उर्फ सोनू को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे कोर्ट के आदेशानुसार जमानत पर रिहा कर दिया गया।
शेखपुरा-सिकंदरा मार्ग पर टोटो-बाइक की टक्कर:दो युवक गंभीर घायल, सदर अस्पताल रेफर; टोटो चालक फरार
शेखपुरा-सिकंदरा मुख्य मार्ग पर करंडे मोड़ के समीप गुरुवार शाम एक टोटो और बाइक की जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में बाइक सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद शेखपुरा सदर अस्पताल रेफर किया गया है। घायल युवकों की पहचान शिवसोना गांव निवासी बलराम मंडल और राकेश कुमार के रूप में हुई है। टक्कर के बाद दोनों युवक सड़क पर बुरी तरह घायल अवस्था में पाए गए। स्थानीय ग्रामीणों की सहायता से दोनों घायलों को एंबुलेंस के माध्यम से तुरंत चेवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें शेखपुरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि हादसे के बाद टोटो चालक अपने वाहन सहित मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना करंडे थाना पुलिस को दे दी गई है और फरार चालक की तलाश जारी है। ग्रामीणों ने दुर्घटनाग्रस्त बाइक करंडे थाना पुलिस को सौंप दी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों के कारण दुर्घटनाओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिस पर नियंत्रण के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। एसआई ललित कुमार ने बताया घायल को अस्पताल पहुंचा दिया गया है। दुर्घटना ग्रस्त बाइक को कब्जे में लेकर पुलिस फरार टोटो चालक की तलाश कर रही है।
महोबा में बाइक सवार को पिकअप ने मारी टक्कर:पति-पत्नी और बेटा गंभीर घायल, हायर सेंटर रेफर
महोबा के शाहपहाड़ी गांव के पास एक सड़क हादसे में बाइक सवार एक ही परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए। एक पिकअप कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। घायलों में पति-पत्नी और उनका पुत्र शामिल हैं। हादसे के बाद पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। ग्रामीणों की मदद से घायलों को सरकारी एम्बुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया गया। जहां एक घायल की हालत गंभीर होने पर उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। यह घटना गुरुवार शाम महोबा शहर के शाहपहाड़ी गांव के पास हुई। घायलों की पहचान 46 वर्षीय देवी सिंह ठाकुर, उनकी पत्नी 40 वर्षीय सुनीता और बड़े पुत्र 24 वर्षीय धर्म सिंह ठाकुर के रूप में हुई है। बताया गया कि देवी सिंह अपने छोटे पुत्र की हत्या के मुकदमे की तारीख तय करने आगरा जाने के लिए अपनी पत्नी और बड़े पुत्र के साथ महोबा रेलवे स्टेशन जा रहे थे। इसी दौरान शाहपहाड़ी के पास एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी, जिससे तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जिला अस्पताल में भर्ती सुनीता ने बताया कि उनके पति की हालत नाजुक है, इसलिए उन्हें हायर सेंटर रेफर किया गया है। उनका और बड़े पुत्र का इलाज अस्पताल में जारी है। पुलिस ने बताया कि पिकअप कार चालक घटना के बाद मौके से फरार हो गया है और मामले की जांच की जा रही है।
इंदौर में हुए 49 करोड़ के शराब घोटाले में ED यानी प्रवर्तन निदेशालय ने चालान पेश कर दिया है। यह शराब घोटाला शुरुआत में 49 करोड़ रुपए का था लेकिन अब तक जांच में यह 71 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। ईडी ने आबकारी घोटाले में स्पेशल कोर्ट इंदौर में मनी लांड्रिंग के तहत चालान पेश कर दिया है। ईडी इस केस में 70 करोड़ के बाजार मूल्य की संपत्तियां अटैच कर चुकी है। ईडी ने इंदौर के रावजी पुलिस स्टेशन में शराब ठेकेदारों के खिलाफ सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाने के आरोप में दर्ज एफआईआर के आधार पर जांच शुरू की थी। आरोपी ठेकेदारों पर सरकारी चालानों में जालसाजी और हेरफेर करने का आरोप है। इस केस में शराब ठेकेदारों के साथ ही अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने आई थी। इसमें अधिकारियों की जांच भी विभाग स्तर पर जारी है। हालांकि ईडी ने अभी किसी भी अधिकारी को आरोपी नहीं बनाया है।ईडी की पीएमएलए जांच में यह खुलासा जरूर हुआ है कि राजू दशवंत, अंश त्रिवेदी और अन्य शराब ठेकेदार जालसाजी और धोखाधड़ी में शामिल थे। इन पर आपराधिक षड्यंत्र का आरोप है। इससे पहले ईडी ने मुख्य आरोपी राजू दशवंत और अंश त्रिवेदी को गिरफ्तार किया था। दोनों जेल में हैं। बता दें की घोटाले की शुरुआत करीब 8 साल पहले हुई थी, जब रावजी बाजार थाने में आबकारी विभाग ने 14 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई थी। उस समय कुछ अधिकारियों को निलंबित किया गया था, जिनकी विभागीय जांच धीमी गति से चलती रही और कई बाद में बहाल भी हो गए। 70 करोड़ की संपत्तियां अटैच कीईडी ने इंदौर में 49 करोड़ के आबकारी फर्जी चालान घोटाले में जांच के बाद 70 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं। यह संपत्तियां इंदौर, मंदसौर और खरगोन में स्थित हैं। जांच के दौरान, ईडी इंदौर ने अस्थायी कुर्की आदेश जारी किया था। 21.18 करोड़ रुपए मूल्य की 28 अचल संपत्तियों (पीओसी) को कुर्क किया गया था। इन संपत्तियों का वर्तमान बाजार मूल्य 70 करोड़ रुपए से अधिक है। आगे की जांच जारी है। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर में शराब कारोबारियों के ठिकानों पर ED के छापे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार सुबह इंदौर में एक साथ 18 जगहों पर छापे मारे। जिन जगहों पर छापे पड़े, उनमें ज्यादातर शराब कारोबारी शामिल हैं। ईडी की टीमों ने बसंत विहार कॉलोनी, तुलसी नगर और महालक्ष्मी नगर जैसे इलाकों में कार्रवाई की। पूरी खबर पढ़ें इंदौर शराब घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई इंदौर में हुए 49 करोड़ रुपए के फेक लिकर चालान घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने इंदौर में 49 करोड़ के आबकारी फर्जी चालान घोटाले में जांच के बाद 70 करोड़ की संपत्तियां अटैच की हैं। यह संपत्तियां इंदौर, मंदसौर और खरगोन में स्थित हैं। पूरी खबर पढ़ें
कुशीनगर में युवक ने गंडक नदी में कूदा:राहगीरों के शोर मचाने पर नाविक ने बचाई जान
कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम एक युवक शराब के नशे में गंडक नदी में कूद गया। यह घटना छितौनी-बगहा रेल सह सड़क पुल पर हुई। युवक को नदी में कूदते देख राहगीरों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। इसी दौरान नदी में नाव चला रहे नाविक राजेंद्र साहनी ने तत्परता दिखाते हुए युवक को तेज धारा से बाहर निकाल लिया। उन्होंने तुरंत सालिकपुर पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस टीम ने युवक से पूछताछ की। उसने अपनी पहचान विजय राय, पुत्र विश्वनाथ राय, निवासी माधोपुर, थाना पटेहरवा के रूप में बताई। युवक नशे में बेसुध था और पनियहवा पुल के आसपास घूमते हुए अचानक नदी में कूद पड़ा था। चौकी पर पूछताछ के बाद पुलिस ने युवक के परिजनों को जानकारी दी और उन्हें मौके पर बुलाकर युवक को उनके सुपुर्द कर दिया। चौकी इंचार्ज अजय यादव ने बताया कि युवक नशे की हालत में नदी में कूदा था। उन्होंने कहा, समय रहते बचाव हो गया, अन्यथा बड़ी अनहोनी हो सकती थी। स्थानीय लोगों ने नाविक राजेंद्र की सूझबूझ और त्वरित कार्रवाई की सराहना की। युवक की जान बचाने वाले राजेंद्र साहनी पेशे से नाविक हैं। वह पनियहवा स्थित नारायणी नदी में नाव चलाने का काम करते हैं। राजेंद्र ने अब तक सैकड़ों लोगों की जान बचाई है, जो आत्महत्या के इरादे से पुल से नदी में कूद जाते हैं।
गोरखपुर में पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम में वर्टिकल रिस्ट्रक्चरिंग की प्रक्रिया शुरू होने से नियमित पदों के बड़े पैमाने पर समाप्त किए जाने और संविदा कर्मियों की छटनी को लेकर बिजली कर्मचारियों में असंतोष बढ़ गया है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने इसे निजीकरण का प्रारंभिक कदम बताते हुए प्रदेशभर में विरोध को तेज कर दिया है। संघर्ष समिति के पदाधिकारी- पुष्पेन्द्र सिंह, जीवेश नन्दन, जितेन्द्र कुमार गुप्त, सीबी उपाध्याय, प्रभुनाथ प्रसाद, संगमलाल मौर्य, इस्माइल खान, संदीप श्रीवास्तव, करुणेश त्रिपाठी, ओम गुप्ता, राजकुमार सागर, विजय बहादुर सिंह और राकेश चौरसिया ने बताया कि लखनऊ के बाद अब निगम के शहरों और कस्बों में वर्टिकल रिस्ट्रक्चरिंग लागू करने की तैयारी है। उनके अनुसार, इस प्रक्रिया में विभिन्न विभागों के सैकड़ों पद समाप्त होंगे और पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम में हजारों संविदा कर्मियों की छटनी की जा रही है, जिससे कर्मचारियों में व्यापक नाराज़गी है। वाराणसी- प्रयागराज में बिजली कर्मियों का जोरदार प्रदर्शन पदों की कटौती और संविदा छटनी के खिलाफ गुरुवार को वाराणसी और प्रयागराज में बिजली कर्मचारियों ने बड़े स्तर पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि निगम प्रशासन बिना मानक और बिना औचित्य बताये लगातार संविदा कर्मियों को हटाने का निर्णय ले रहा है। संघर्ष समिति ने कहा कि प्रबंधन निजीकरण की दिशा में बढ़ते हुए पहले ही पदों को घटा रहा है ताकि निजी कंपनियों को भविष्य में छटनी न करनी पड़े। समिति का आरोप है कि अत्यंत कम वेतन पर काम कर रहे संविदा कर्मियों को भी बिना प्रक्रिया और बिना मूल्यांकन हटाया जा रहा है, जिससे श्रमिकों में असंतोष गहराया है। कई जिलों में रिस्ट्रक्चरिंग का आदेश समिति के अनुसार, पॉवर कॉरपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूर्वांचल क्षेत्र के भदोही, मिर्जापुर, फतेहपुर, आजमगढ़ और मऊ, तथा दक्षिणांचल के मथुरा और वृंदावन में वर्टिकल रिस्ट्रक्चरिंग लागू करने के आदेश दिए हैं। इन स्थानों पर विभागों को नए सिरे से विभाजित किया जा रहा है, जबकि संविदा कर्मियों को बड़े पैमाने पर हटाने की प्रक्रिया जारी है। समिति ने कहा कि लखनऊ में जो रिस्ट्रक्चरिंग लागू की गई थी, वह प्रभावी साबित नहीं हुई, फिर भी प्रबंधन उसी व्यवस्था को पूरे प्रदेश में लागू कर रहा है। कर्मचारियों का कहना है कि इससे सेवा व्यवस्था प्रभावित हो रही है और कार्य दक्षता भी घट रही है। प्रक्रिया वापस न हुई तो बढ़ेगा विवाद संघर्ष समिति ने स्पष्ट किया कि यदि नियमित पद समाप्त करने और 48% तक संविदा कर्मियों की छटनी की प्रक्रिया नहीं रोकी गई, तो ऊर्जा निगमों में औद्योगिक शांति प्रभावित होगी, जिसकी जिम्मेदारी पूरी तरह पॉवर कॉरपोरेशन प्रबंधन की होगी। निजीकरण के खिलाफ जारी आंदोलन गुरुवार को 379वें दिन भी प्रदेश के सभी जिलों में जारी रहा। संघर्ष समिति ने कहा कि जब तक रिस्ट्रक्चरिंग और छटनी की प्रक्रिया वापस नहीं ली जाएगी, तब तक प्रांतव्यापी विरोध जारी रहेगा।
पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने गुरु गोविंद सिंह महाराज के 359वें प्रकाश पर्व की तैयारियों की समीक्षा की। यह पर्व 25 से 27 दिसंबर, 2025 तक आयोजित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने तख्त श्री हरमंदिर साहिब पहुंचकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की और आवश्यक निर्देश दिए। गुरुवार को हुई इस बैठक में जिलाधिकारी ने पटना साहिब प्रबंधन समिति के साथ तैयारियों का जायजा लिया। बैठक तख्त श्री हरमंदिर साहिब के सभाकक्ष में आयोजित की गई थी। इसमें आवासन, परिवहन, विधि व्यवस्था सहित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि वे प्रबंधन समिति के साथ समन्वय स्थापित कर सभी प्रशासनिक व्यवस्थाएं समय पर सुनिश्चित करें, ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कोई असुविधा न हो। श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होंगे जिलाधिकारी ने बताया कि 359वें प्रकाशोत्सव में देश-विदेश से बड़ी संख्या में संगत, श्रद्धालु और पर्यटक शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया जाएगा और जिला प्रशासन श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रतिबद्ध है। प्रकाशोत्सव के दौरान आवासन, परिवहन, यातायात प्रबंधन, विधि-व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की उत्कृष्ट व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि चिकित्सा व्यवस्था, पेयजल, स्वच्छता, विद्युत आपूर्ति, अग्निशमन और आपदा प्रबंधन सहित सभी बिंदुओं पर तेजी से तैयारियां की जा रही हैं। पटना जंक्शन, पटना साहिब और अन्य रेलवे स्टेशनों पर भीड़ नियंत्रण के साथ 'मे आई हेल्प यू' काउंटर भी सक्रिय रहेंगे। इसके अतिरिक्त, पटना सिटी क्षेत्र में कार्यक्रम स्थल, कंगनघाट, गुरुद्वारा और विभिन्न मार्गों पर हेल्प डेस्क स्थापित किए जाएंगे। श्रद्धालुओं के आवासन स्थलों का भी समुचित प्रबंधन रहेगा। मुख्य गुरद्वारा तख्त श्री हरमंदिर साहिब जी, पटना साहिब भवन, प्रकाश पुंज, गुरू का बाग, बाल लीला गुरूद्वारा, पर्यटक सुविधा केन्द्र, श्री ओ पी शाह सामुदायिक भवन सहित सभी स्थलों पर 24*7 साफ-सफाई व नियमित फॉगिंग की व्यवस्था रहेगी। जिलाधिकारी ने कहा कि पर्यटकों व श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पटना व राजगीर के बीच नियमित तौर पर उत्कृष्ट बसों का परिचालन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि पटना सिटी क्षेत्र व आस-पास के क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार पथ की मरम्मति करायी जाएगी। बैठक में जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त, समीर सौरभ, अनुमंडल पदाधिकारी , नगर पुलिस अधीक्षक पूर्वी, अपर नगर आयुक्त, पटना नगर निगम, सिविल सर्जन, अपर जिला दंडाधिकारी आपूर्ति, अपर जिला दंडाधिकारी, विधि-व्यवस्था, अपर समाहर्त्ता आपदा प्रबंधन उपस्थित थे।
सोनीपत जिले में पुलिस ने अवैध हथियार तस्करी की दो अलग-अलग घटनाओं का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों मामलों में पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से देसी पिस्तौल बरामद की है। गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पहली घटना: मनौली निवासी कर्ण गिरफ्तार क्राइम यूनिट सेक्टर-3, सोनीपत की टीम ने मनौली निवासी कर्ण को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, 10 दिसंबर 2025 को मुख्य सिपाही जगप्रीत अपनी टीम के साथ जीटी रोड बहालगढ़ पुल के नीचे गश्त पर था, तभी सूचना मिली कि एक युवक अवैध हथियार लेकर 334-बी फ्लाईओवर के नीचे सवारी का इंतजार कर रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और संदिग्ध युवक को काबू किया। पूछताछ में युवक ने अपना नाम कर्ण निवासी गांव मनौली, जिला सोनीपत बताया। तलाशी के दौरान उसकी पैंट से एक अवैध देसी पिस्तौल 315 बोर बरामद हुई। इस पर थाना राई में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस की कार्रवाई और आगे की कार्यवाही क्राइम यूनिट सेक्टर-3 की टीम में शामिल मुख्य सिपाही प्रवीन ने कार्रवाई करते हुए आरोपी कर्ण को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। दूसरी घटना: समालखा निवासी लोकेश उर्फ लुकी गिरफ्तार थाना गन्नौर पुलिस ने मयूर विहार कॉलोनी, समालखा निवासी लोकेश उर्फ लुकी को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, 10 दिसंबर 2025 को सहायक उप निरीक्षक पवन अपनी टीम के साथ गश्त पर बादशाही रोड, गन्नौर स्थित पावर हाउस के पास मौजूद था। इसी दौरान एक युवक खाली प्लॉट के सामने खड़ा दिखाई दिया। जैसे ही पुलिस ने वाहन रोका, युवक भागने लगा, जिसे पुलिस ने काबू कर लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम लोकेश उर्फ लुकी निवासी मयूर विहार कॉलोनी, समालखा जिला पानीपत बताया। तलाशी के दौरान उसकी जींस से एक देसी पिस्तौल 315 बोर और एक जिंदा राउंड बरामद हुआ। इस पर थाना गन्नौर में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। गन्नौर पुलिस की कार्रवाई थाना गन्नौर की टीम में शामिल मुख्य सिपाही तिरसपाल ने कार्रवाई करते हुए आरोपी लोकेश उर्फ लुकी को गिरफ्तार किया। आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
अशोकनगर में ऑनलाइन सट्टा सरगना आजाद खान गिरफ्तार:आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में कार्रवाई
अशोकनगर पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा सरगना आजाद खान को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किया है। आजाद खान पिता अलीम खान, निवासी ग्राम कोलुआ हाल निवासी आजाद मोहल्ला पर आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का आरोप है। यह मामला थाना देहात में दर्ज किया गया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने आरोपी की तलाश में कई संभावित ठिकानों पर दबिश दी और लगातार निगरानी रखी। टीम की कड़ी मेहनत के बाद आजाद खान को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की संपत्ति कुर्क करने के संबंध में नोटिस तामील कराकर उसे न्यायालय में पेश किया गया। गिरफ्तार आरोपी आजाद खान लंबे समय से जिले में ऑनलाइन सट्टे का संचालन कर रहा था। उसके खिलाफ ऑनलाइन सट्टा, जुआ और मारपीट सहित कई अन्य अपराध भी दर्ज हैं। इससे पहले, 22 नवंबर को भी आजाद खान के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई थी। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी कोतवाली रवि प्रताप सिंह चौहान, थाना प्रभारी देहात भुवनेश शर्मा, अजीम अंसारी, नवल शर्मा, अनूप कुमार और सूरज हर्षाना की अहम भूमिका रही।
लखनऊ के मदेयगंज में साइबर जालसाजों ने एक युवक को डिजीटल अरेस्ट करके ठगी कर ली। युवक अपने कैफे पर था, तभी जालसाजों ने कॉल करके खुद को जांच एजेंसी का बताया। युवक के नाम पर मिले पार्सल में ड्रग्स होने की बात कही। घबराया युवक झांसे में आ गया। जिसके बाद जांच के नाम पर रुपए ट्रांसफर करा लिए। खदरा मदेयगंज के रहने वाले जावेद इकबार पुलिस स्टेशन के पास ग्लोब अस नाम से कैफे चलाते हैं। उन्होंने बताया कि 8 दिसंबर को शाम के समय दुकान पर मौजूद थे। तभी करीब 5.30 बजे एक अज्ञात नंबर से वॉट्सऐप कॉल आई। कॉलर ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और उनके नाम से मिले पार्सल ड्रग्स होने की बात कही। फोन कटने पर गिरफ्तारी का डर दिखाया जावेद जालसाज की बात से घबरा गए और बातचीत करते हुए दुकान से बाहर निकल गए। इस जालसाज ने फोन न कट करने की हिदायत और जांच में सहयोग मांगा। जावेद उसकी बात में आकर जांच में साथ देने लगे। तभी जालसाज ने कहा कि खाते में अगर रुपए हुए तो जेल जाना पड़ेगा। जांच के दौरान कॉल कट हुआ तो पुलिस पहुंच जाएगी। इसके बाद दो घंटे तक जांच के नाम पर डिजीटल अरेस्ट रखा। फोन कट करके नंबर बंद कर लिया इस दौरान दो बार में एक लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद भी रुपए की डिमांड करने लगे। तब पीड़ित को संदेह हुआ तो जालसाजों ने फोन कट करके नंबर बंद कर लिया। पीड़ित ने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
यूपी में भाजपा के नए अध्यक्ष का नाम फाइनल हो गया है। दिल्ली में गुरुवार को भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की बैठक हुई, जिसमें मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी पहुंचे थे। सूत्रों के मुताबिक नेतृत्व ने नाम तय कर लिया है, बस ऐलान होना बाकी है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल 14 दिसंबर, रविवार को लखनऊ में नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान करेंगे। पार्टी ने सभी प्रांतीय परिषद सदस्यों को 12 दिसंबर, शुक्रवार को ही लखनऊ पहुंचने का फरमान जारी कर दिया है। उधर, सियासी हल्के में चर्चा है कि नया प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी वर्ग से या ब्राह्मण वर्ग से होगा। भूपेंद्र चौधरी तीन दिनों से दिल्ली में डेरा जमाए हैं। उन्होंने बीजेपी के कई नेताओं से मुलाकात की है। उनका आज पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिलने का कार्यक्रम था। मुलाकात हो सकी या नहीं, कोई तस्वीर सामने नहीं आई है। प्रदेश अध्यक्ष बनने की रेस में ये चेहरेओबीसी वर्ग में केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह और राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद के नाम की चर्चा है। जबकि ब्राह्मण वर्ग में राज्यसभा सदस्य डॉक्टर दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी के नाम पर अटकलें लगाई जा रही हैं। मतदान हुआ तो 380 से अधिक प्रांतीय परिषद सदस्य हिस्सा लेंगेयूपी के चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने बताया, प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शनिवार को लखनऊ आएंगे। उसी दिन दोपहर एक बजे से दो बजे तक पार्टी मुख्यालय पर नामांकन पत्र दाखिल कराए जाएंगे। नामांकन प्रक्रिया केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की मौजूदगी में होगी। अगले दिन रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराएंगे। उन्होंने बताया, चुनाव में यदि मतदान की आवश्यकता हुई तो 84 संगठनात्मक जिलों से 380 से अधिक प्रांतीय परिषद के सदस्य मतदान करेंगे। भाजपा के 98 संगठनात्मक जिले हैं, लेकिन अभी 14 जिलों में जिला अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ है। इसलिए वह जिले प्रदेश अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे। मतदान की नौबत नहीं आएगी, निर्विरोध होगा चुनावपार्टी सूत्रों का कहना है कि मतदान की नौबत नहीं आएगी। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होगा। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल परिषद की बैठक में नेता के नाम का प्रस्ताव रखेंगे। जिस पर CM योगी आदित्यनाथ या कोई अन्य नेता समर्थन करेगा। इसके बाद नाम की घोषणा कर दी जाएगी। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए कम से कम 10 प्रांतीय परिषद सदस्यों के प्रस्तावक और समर्थक होना आवश्यक है। ऐसे में पार्टी की ओर से तय नाम के खिलाफ जाकर किसी भी नेता की नामांकन दाखिल करने की हिम्मत नहीं होगी ना ही कोई प्रांतीय परिषद का सदस्य प्रस्ताव का समर्थन बनने की हिम्मत करेगा। यूपी भाजपा की राजनीतिक दिशा क्या होगी, जानकार कहते हैं- 11 महीने से नए अध्यक्ष का इंतजारयूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति 15 जनवरी, 2025 को होनी थी। कभी महाराष्ट्र चुनाव, तो कभी यूपी में उपचुनाव। इसके बाद बिहार चुनाव के चलते मामला अटकता चला गया। यूपी भाजपा का अध्यक्ष केवल यूपी ही नहीं, पार्टी की केंद्रीय राजनीतिक के लिए भी महत्वपूर्ण है। 16 दिसंबर, 2025 से खरमास शुरू हो रहा है, लिहाजा दो दिन पहले 14 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष का चयन हो जाएगा। तो होगा मंत्रिमंडल विस्तारयोगी सरकार 2.0 का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार भी होना है। पूर्व पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष बनने और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद कैबिनेट मंत्री के पद खाली हैं। आगामी पंचायतीराज चुनाव और विधानसभा चुनाव के चलते सामाजिक समीकरण सेट करने के लिए भी कुछ जातियों का सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। दलितों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ाया जाना है। भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को भी फिर से मंत्रीमंडल में शामिल किया जाना है। प्रदेश सरकार के मौजूदा मंत्रियों में, जिनके कामकाज को लेकर सरकार, भाजपा और आरएसएस के साथ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है, उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर भी किया जा सकता है। हालाकि, पार्टी का एक वर्ग चुनाव से पहले किसी को मंत्रिमंडल से बाहर करने के पक्ष में नहीं है। योगी सरकार 2.0 का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 5 मार्च, 2024 को किया गया था। इसमें सुनील शर्मा, दारा सिंह चौहान, रालोद के अनिल कुमार और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। योगी सरकार में 54 मंत्री, 6 पद खालीयोगी कैबिनेट में वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित कुल 21 कैबिनेट मंत्री हैं। असीम अरुण, गुलाब देवी, जेपीएस राठौर और दयाशंकर सिंह समेत 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं। प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी, बलदेव सिंह औलख और जसवंत सिंह सैनी सहित 19 राज्यमंत्री हैं। इस तरह वर्तमान में कुल 54 मंत्री हैं, जबकि कुल 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। लिहाजा, मंत्रिमंडल के लिए 6 पद खाली हैं। ------------ यह भी पढ़ें:- बहराइच में भगवा फहराने पर हत्या करने वाले को फांसी:9 लोगों को उम्रकैद; दुर्गा पूजा के दौरान धारदार हथियारों से हमला किया था यूपी के बहराइच में सालभर पहले हुई हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने वाले सरफराज को फांसी की सजा दी गई है। हत्या में साथ देने पर सरफराज के पिता अब्दुल हमीद, दो भाई- फहीम और तालिब समेत 9 को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इससे पहले कड़ी सुरक्षा में सभी दोषियों को जेल से कोर्ट लाया गया। अदालत ने बारी-बारी से सभी आरोपियों के खिलाफ सजा सुनाई। इस दौरान कोर्ट में गहमागहमी रही। पढ़ें पूरी खबर...
पलवल साइबर क्राइम पुलिस ने ऑनलाइन टास्क पूरा कर मुनाफा कमाने का झांसा देकर ठगी करने वाले दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान झुंझुनू, राजस्थान निवासी अजय और मंदीप सिंह के रूप में हुई है। उन्होंने एक व्यक्ति से सवा छह लाख रुपए से अधिक की ठगी की थी। साइबर क्राइम थाना प्रभारी नवीन कुमार ने बताया कि रामनगर कॉलोनी निवासी मोहित बैंसला ने 17 सितंबर को 1930 साइबर हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई थी। मोहित फरीदाबाद स्थित अपोलो कंपनी में फार्मासिस्ट के पद पर कार्यरत हैं। टास्क के नाम पर की धोखाधड़ी शिकायत के अनुसार, 15 सितंबर को मोहित को एक अनजान व्यक्ति ने टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ लिया था। इस ग्रुप में होटल, रेस्टोरेंट आदि के लिंक को लाइक करने के टास्क दिए जाते थे और बदले में पैसे देने का झांसा दिया जाता था। शुरुआती टास्क पूरा करने पर मोहित को एक हजार रुपए के निवेश पर 1,400 रुपए उनके खाते में भेजे गए, जिससे उनका विश्वास बढ़ गया। इसके बाद साइबर ठगों ने मोहित को लगातार बड़े-बड़े टास्क दिए और अलग-अलग स्कैनर पर रकम डलवानी शुरू कर दी। पीड़ित ने हजारों और लाखों रुपए के कई भुगतान ठगों द्वारा भेजे गए स्कैनर पर किए। जब मोहित ने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो ठगों ने उनसे टैक्स के नाम पर 35 हजार और 34 हजार 802 रुपए और डलवा लिए। पैसे न मिलने पर ठगों ने ग्रुप से बाहर कर दिया मोहित के अनुसार, साइबर ठगों ने उनसे कुल 6 लाख 10 हजार 882 रुपए की ठगी की। पैसे न मिलने पर ठगों ने उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया और ग्रुप को भी डिलीट कर दिया। इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और बैंक विवरणों के आधार पर जांच की। 10 दिसंबर को पुलिस ने झुंझुनू (राजस्थान) निवासी अजय और मंदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
अयोध्या में सपा की जिला और महानगर कमेटी भंग:अखिलेश यादव ने एक्शन लिया, नेताओं की नई रंजिश सामने आई
अयोध्या में समाजवादी पार्टी (सपा) की जिला कमेटी के साथ ही महानगर कमेटी को भी प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल ने भंग कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह कदम जिले में दो बड़े नेताओं की नाराजगी के चलते उठाया गया। सपा जिलाध्यक्ष पारसनाथ यादव के इस मामले में सपा की महानगर कमेटी को झेलना पड़ गया है। गोसाईंगंज विधानसभा में प्रभारी बनाए गए लौटनराम निषाद का असंतोष जिला कमेटी भंग होने का मुख्य कारण बना। पार्टी मुखिया को यह शिकायत मिली कि गोसाईंगंज विधानसभा में जिला कमेटी के स्तर से कोई ध्यान दिया जा रहा है। गोसाईंगंज के प्रभारी घोषित किए गए लौटनराम निषाद को बैकअप भी नहीं किया जा रहा है। सपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस शिकायत को गंभीरता से लिया। सांसद अवधेश प्रसाद के साथ विचार-विमर्श के बाद जिला कमेटी को भंग कर दिया गया। इसके साथ ही महानगर कमेटी भी प्रभावहीन स्थिति में निवर्तमान हो गई। सूत्रों के अनुसार, पारसनाथ यादव सपा में अयोध्या की राजनीति का मोहरा बनना चाहते हैं। लेकिन पार्टी के नेताओं को यादव नेता के रूप में पूर्व सांसद मित्रसेन के पुत्र और पूर्व मंत्री आनंदसेन यादव ही पहली पसंद हैं। पारसनाथ यादव बिरादरी का सबसे प्रभावशाली चेहरा बनकर अगले विधानसभा चुनाव में उतरने की योजना पर काम कर रहे थे।
मुरादाबाद में ठाकुरद्वारा कोतवाली के गांव राजूपुर मिलक में ग्रामीणों ने बुधवार की रात ग्राम समाज की जमीन पर चबूतरे का निर्माण कराकर रातोंरात अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना कर दी। पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो मौके पर पहुंच कर अधिकारियों ने नाराजगी जताई।राजूपुर मिलक के प्रधान अशोक कुमार के नेतृत्व में ग्रामीणों ने ग्राम समाज की नवीन परती की जमीन पर चबूतरे का निर्माण कर बुधवार की देर रात अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना कर दी। गुरुवार की सुबह पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों को उसकी जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया। नायब तहसीलदार आदित्य मौर्य भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों से कड़ी नाराजगी जताते हुए पूछा कि बिना अनुमति लिए सरकारी जमीन पर प्रतिमा की स्थापना कैसे कर दी गई। ग्रामीणों का कहना था कि उन्होंने कई बार अनुमति लेने का प्रयास किया लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। ग्रामीणों का कहना था कि जब कई बार आवेदन करने के बाद भी अंबेडकर प्रतिमा लगाने की मंजूरी नहीं मिली तो मजबूर होकर उन्होंने बिना अनुमति लिए ही अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना कर दी। नायब तहसीलदार ने ग्रामीणों से कहा कि प्रतिमा की स्थापना करने वाले उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर उपजिलाधिकारी से बातचीत करें अन्यथा कड़ी कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार की देर रात ग्रामीण उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। फिलहाल इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
नाबालिक से रेप के मामले में 7 वर्ष की सजा:आजमगढ़ पॉक्सो कोर्ट ने सुनाया फैसला 2014 में हुई थी घटना
आजमगढ़ में नाबालिग किशोरी को बहला फुसला कर भगा ले जाने तथा दुष्कर्म के मुकदमे में सुनवाई पूरी करने के बाद अदालत ने आरोपी को सात वर्ष के सश्रम कारावास तथा सात हजार रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई। यह फैसला पोक्सो कोर्ट के जज संतोष कुमार यादव ने गुरुवार को सुनाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार मुबारकपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की पंद्रह वर्षीया नाबालिग़ किशोरी 5 नवंबर 2014 को पढ़ने के लिए विद्यालय गई लेकिन घर नहीं लौटी।पीड़िता की मां ने इधर उधर पता करने के बाद आरोपी नौशाद पुत्र तौकीर निवासी सठियांव थाना मुबारकपुर के साथ साथ उसके घर वालों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जांच पूरी करने के बाद आरोपी नौशाद के विरुद्ध चार्जशीट न्यायालय में प्रस्तुत किया। छह गवाहों की हुई मामले में गवाही इस मामले में अभियोजन पक्ष की तरफ से सहायक शासकीय अधिवक्ता दौलत यादव ने कुल छह गवाहों को न्यायालय में परीक्षित कराया। दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने आरोपी नौशाद को सात वर्ष के सश्रम कारावास तथा सात हजार रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई।
बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ क्षेत्र में एक 14 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ उसके फूफा ने दुष्कर्म किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी फूफा को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, नाबालिग बच्ची अपने रिश्तेदार के घर गई हुई थी। इसी दौरान उसके फूफा ने उसे जबरन जंगल में ले जाकर दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी ने दी धमकी पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी यहीं नहीं रुका। उसने बाद में भी कई बार घर और अन्य जगहों पर उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। विरोध करने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देता था। माता-पिता ने थाने में की शिकायत लगातार प्रताड़ना से परेशान होकर पीड़िता ने अंततः हिम्मत जुटाई और पूरी घटना अपने माता-पिता को बताई। परिजनों ने तुरंत बच्ची को लेकर थाने पहुंचकर मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस टीम ने तत्काल कार्रवाई की और आरोपी फूफा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट सहित विभिन्न गंभीर धाराओं के तहत अपराध दर्ज किया है। उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। मामले की आगे की जांच जारी है।
बक्सर के बगेन गोला थाना क्षेत्र के पिपराढ़ गांव में रविवार को हुई गोलीबारी में देव प्रकाश उर्फ ओम प्रकाश गोंड (23) की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद गुरुवार को राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य राजू कुमार उर्फ राजू खरवार पीड़ित परिवार से मिलने पिपराढ़ गांव पहुंचे। उनके साथ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। राजू खरवार ने मृतक के परिजनों को सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि आयोग पूरे मामले की निगरानी कर रहा है। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को हर हाल में न्याय मिलेगा और आरोपियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। खरवार ने यह भी बताया कि सरकार की सभी संबंधित योजनाओं का लाभ तुरंत पीड़ित परिवार को दिलाया जाएगा। पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया आयोग सदस्य ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि शेष आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने मामले में निष्पक्ष और कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने पर जोर दिया। खरवार ने गांव में तनावपूर्ण माहौल और पीड़ित परिवार की दहशत को देखते हुए एसडीपीओ को गांव में पुलिस बल तैनात करने का आदेश दिया। इस दौरान जिला कल्याण पदाधिकारी, बगेन गोला थानाध्यक्ष और डुमरांव के एसडीपीओ भी मौजूद थे। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य ने आत्मसमर्पण कर दिया है। हरियाणा के पानीपत में कंस्ट्रक्शन का काम करता था जानकारी के अनुसार, मृतक देव प्रकाश उर्फ ओम प्रकाश गोंड हरियाणा के पानीपत में कंस्ट्रक्शन का काम करता था और कुछ दिनों के लिए अपने गांव आया हुआ था। उसके भाई अनिल गोंड ने बताया कि गांव में नल-जल योजना के तहत लगी सरकारी पानी टंकी का संचालन सुनील प्रसाद और उसका बेटा करते हैं। रविवार को जब पानी की आपूर्ति बंद थी, तब ओम प्रकाश और उसका भाई अनिल पानी चालू करवाने के लिए सुनील प्रसाद के पास पहुंचे थे। इसी बात को लेकर विवाद बढ़ गया, जिसके बाद गोलीबारी की घटना हुई। पानी चालू करने से साफ इनकार कर दिया और चाभी देने से भी मना कर दिया परिवार वालों का आरोप है कि सुनील प्रसाद ने पानी चालू करने से साफ इनकार कर दिया और चाभी देने से भी मना कर दिया। इसी बात को लेकर कहासुनी बढ़ गई और देखते-देखते मामला इतना उग्र हो गया कि सुनील प्रसाद, उसका बेटा रोहित कुमार और साथ रहे लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही ओम प्रकाश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे रघुनाथपुर सीएचसी ले जाया गया, फिर सदर अस्पताल और वहां से पटना रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। एफआईआर दर्ज, दो गिरफ्तार, दो ने किया सरेंडर मृतक के पिता लालजी गोंड ने गांव के ही सुनील प्रसाद, उसके पुत्र रोहित कुमार, पिंकू तत्वा और राजधन पांडेय के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सुनील प्रसाद और उसके पुत्र रोहित कुमार को गिरफ्तार कर लिया, जबकि अन्य दो आरोपियों ने न्यायालय में सरेंडर कर दिया है। एसटी आयोग सदस्य राजू खरवार ने आश्वस्त किया कि पीड़ित परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ जल्द उपलब्ध कराया जाएगा और मामले में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। पूरा गांव अब आरोपियों की कड़ी सजा और पीड़ित परिवार को न्याय की मांग कर रहा है।
सहारनपुर नगर निगम ने शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था का जिम्मा अब अपने संसाधनों से संभाल लिया है। करीब दो माह पहले ईईएसएल कंपनी के साथ अनुबंध समाप्त होने के बाद, 61 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव सीधे नगर निगम कर रहा है। नगरायुक्त शिपू गिरि के निर्देश पर प्रतिदिन 125 से 150 लाइट संबंधी शिकायतों का निस्तारण किया जा रहा है। अधिशासी अभियंता एवं पथ प्रकाश प्रभारी वी.बी. सिंह ने बताया कि ईईएसएल द्वारा लाइटों का रखरखाव ठीक से न करने, खराब प्रकाश बिंदुओं को समय पर न बदलने और शिकायतों का समाधान न करने के कारण निगम ने दो माह पूर्व उनका अनुबंध समाप्त कर दिया था। कंपनी ने शहर में 54,165 स्ट्रीट लाइटें लगाई थीं। इसके अतिरिक्त, निगम द्वारा स्थापित लगभग सात हजार लाइटों को मिलाकर, अब सभी 61 हजार से अधिक स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव नगर निगम स्वयं कर रहा है। उन्होंने बताया कि निगम की टीम ने पिछले डेढ़ माह में 500 खराब लाइटों को बदलकर नई लाइटें लगाई हैं। साथ ही, हाईमास्ट पर लगे 250 फोकस भी बदले गए हैं। इस पहल से कई इलाकों में प्रकाश व्यवस्था में सुधार हुआ है। अधिशासी अभियंता के अनुसार, अपनी संसाधन प्रणाली अपनाने के बाद नगर निगम का औसत खर्च पहले से कम आ रहा है। कार्यप्रणाली को और बेहतर बनाने के लिए आईटीआई के प्रशिक्षुओं को भी नियुक्त किया गया है। प्रत्येक मिस्त्री के साथ एक या दो प्रशिक्षु लगाए गए हैं, जो सीखते हुए विभाग के कार्यों में मदद कर रहे हैं। नगर निगम का कहना है कि शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को पूरी तरह सुचारू बनाने के लिए यह प्रयास लगातार जारी रहेगा। शिकायतों के समाधान की गति बढ़ाने के साथ-साथ, अधिक रोशनी की आवश्यकता वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त सुधार कार्य भी किए जा रहे हैं। शहर के मुख्य मार्गों, चौराहों और भीतरी कॉलोनियों में भी प्रकाश व्यवस्था को मजबूत करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। नगर निगम अधिकारियों ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पहले की तुलना में और अधिक बेहतर और पारदर्शी होगी।
सीवान के रघुनाथपुर थाना क्षेत्रान्तर्गत फुलवरिया गांव में बीते बुधवार को पंचायत गोपी पतियाव के मुखिया राधा कुमार साह की गोली मारकर हत्या करने वाले तीनों अभियुक्तों को सीवान पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है। मुखिया अपने गांव लौट रहे थे तभी बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों ने उन पर तीन गोलियां दाग दी थीं। परिजनों के फर्द बयान पर थाना कांड दर्ज कर पुलिस ने तत्काल अनुसंधान शुरू किया। क्राइम की तकनीकी जांच, गुप्त सूचना और वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर सीवान पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त टीम ने छापेमारी कर घटना में शामिल तीनों आरोपियों – विशाल कुमार यादव, सचिन कुमार राम और अंकित कुमार – को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से एक देसी पिस्टल, बुलेट मोटरसाइकिल और आठ मोबाइल फोन भी बरामद किए गए। कई धाराओं के तहत पहले से मामले दर्ज मुख्य आरोपी विशाल यादव के खिलाफ बिहार और उत्तर प्रदेश में दर्जनों गंभीर आपराधिक मामले पहले से दर्ज हैं, जिनमें आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट तथा कई अन्य धाराएं शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, विशाल को यह गलतफहमी थी कि उसकी हाल की गिरफ्तारी मुखिया की सूचना पर हुई थी। इसी रंजिश में उसने हत्या की साजिश रची। हाल में कुछ लोगों द्वारा यह भी बताया गया था कि मुखिया ने ‘विशाल को गिरफ्तार कराने वाले को 50 हजार रुपए इनाम देने की बात कही है, जिससे उसकी नाराजगी और बढ़ गई। SDPO गौरी कुमारी के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की गुरुवार को आयोजित प्रेसवार्ता में एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए SDPO गौरी कुमारी के नेतृत्व में एक एसआईटी गठित की। टीम ने कम समय में न केवल कांड का वैज्ञानिक तरीके से उद्भेदन किया बल्कि सभी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने कहा कि सीवान पुलिस सतर्कता के साथ अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिबद्ध है और जिले में कानून-व्यवस्था को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता है। मुखिया राधा कुमार साह की नृशंस हत्या से क्षेत्र में तनाव का माहौल है, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई से लोगों ने राहत की साँस ली है। पुलिस अब इस हत्याकांड से जुड़े अन्य पहलुओं और संभावित साजिशकर्ताओं की भी जांच कर रही है।
सहरसा में हनी कॉम्ब से बनाई जैविक मोम:BSC एग्रीकल्चर फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स ने किया तैयार
सहरसा कृषि महाविद्यालय के बीएससी एग्रीकल्चर फाइनल ईयर के छात्रों ने मधुमक्खियों के छत्ते (हनी कॉम्ब) से पूरी तरह जैविक और प्राकृतिक मोम तैयार किया है। यह नवाचार पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। वर्तमान में, बाजार में रासायनिक उत्पादों की बहुतायत है, जिनके दुष्प्रभाव लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में, छात्रों द्वारा विकसित यह प्राकृतिक मॉम किसानों, छोटे उद्यमियों और उपभोक्ताओं के लिए एक सुरक्षित और टिकाऊ विकल्प प्रस्तुत करता है। गहन रिसर्च और कई चरणों के परीक्षण किए गए फाइनल ईयर के छात्र अमर कुमार ने बताया कि शहद निकालने के बाद हनी कॉम्ब को अक्सर अनुपयोगी मानकर फेंक दिया जाता था। उनकी टीम ने इस 'अपशिष्ट' को 'मूल्यवान' उत्पाद में बदलने का संकल्प लिया। इसके लिए गहन रिसर्च और कई चरणों के परीक्षण किए गए। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप एक ऐसा मॉम तैयार हुआ है जो पूरी तरह प्राकृतिक है। इसमें किसी भी प्रकार के रसायन का उपयोग नहीं किया गया है, जिससे यह पर्यावरण के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है। पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देगा टीम का मानना है कि यदि इस मॉम का उत्पादन बड़े पैमाने पर किया जाए, तो यह पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान देगा। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर भी सृजित करेगा। इस प्राकृतिक मॉम का उपयोग मोमबत्तियां, सजावटी लैम्प, हस्तशिल्प वस्तुएं, पारंपरिक उत्पाद और फूड-ग्रेड कोटिंग जैसे विभिन्न उत्पादों को बनाने में किया जा सकता है। छात्रों ने यह भी बताया कि वे उपभोक्ताओं को आकर्षक और नए विकल्प प्रदान करने के लिए विभिन्न डिजाइनों और उपयोगिताओं के अनुरूप मॉम तैयार कर रहे हैं। उनका दीर्घकालिक लक्ष्य इसे एक स्थायी मॉडल के रूप में विकसित करना है, जिससे किसानों और ग्रामीण युवाओं की आय में वृद्धि हो सके। परियोजना 'जीरो वेस्ट' और 'ग्रीन टेक्नोलॉजी' के सिद्धांतों पर आधारित विशेषज्ञों के अनुसार, यह परियोजना 'जीरो वेस्ट' और 'ग्रीन टेक्नोलॉजी' के सिद्धांतों पर आधारित है। हनी कॉम्ब का यह उपयोग न केवल मधुमक्खी पालन उद्योग की उपयोगिता बढ़ाता है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान कर सकता है। सहरसा के इन छात्रों ने यह सिद्ध कर दिया है कि सही सोच और दृढ़ संकल्प के साथ छोटे विचार भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। हनी कॉम्ब से तैयार यह जैविक मॉम भविष्य में भारतीय बाजारों के लिए एक स्वदेशी, सस्ता और टिकाऊ विकल्प बनने की क्षमता रखता है।
फरीदाबाद में गुरुवार शाम एसजीएम नगर थाना क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया, जब तीन नंबर चौकी के पास कल्याणपुरी झुगियों के नजदीक बने नाले से एक 56 वर्षीय व्यक्ति का शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान चरण सिंह के रूप में हुई, जो 28 नवंबर से लापता थे। घटना उस समय सामने आई जब नाले के आसपास रहने वाले लोगों को काफी तेज बदबू आने लगी। बदबू का कारण जानने के लिए कुछ लोग नाले के पास पहुंचे और अंदर झांककर देखा तो उन्हें एक शव दिखाई दिया। तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही तीन नंबर चौकी की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों की मदद से शव को नाले से बाहर निकाला गया। पुलिस ने बताया कि शव काफी समय से नाले में होने के कारण खराब अवस्था में था। इसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बी.के. अस्पताल भेज दिया गया है। मथुरा का रहने वाला चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि मृतक चरण सिंह कल्याणपुरी झुग्गियों में अपने परिवार के साथ रहते थे और मजदूरी का काम कर अपना परिवार चलाते थे। उनका मूल घर मथुरा में है, लेकिन वे काफी समय से फरीदाबाद में रह रहे थे। लगन कार्यक्रम में गया था व्यक्ति परिजनों ने पुलिस को बताया कि 28 नवंबर को चरण सिंह परिवार के एक लगन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए घर से 1 किलोमीटर दूर आर्य समाज मंदिर में गए थे। वहां उन्होंने शराब पी थी और फिर रात को अकेले ही घर लौटने के लिए निकल गए थे। उसके बाद से वह घर नहीं पहुंचे। परिवार ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट तीन नंबर चौकी में दर्ज करवाई थी।
बरनाला जिले के तपा थाना क्षेत्र के गांव घुन्नस में 6 दिसंबर की शाम को हुए हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने पांच युवकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में जॉनी सिंह, गुरदीप, अमृतपाल, गुरप्रीत उर्फ गोपी और सुरेंदर शामिल हैं। ये सभी गांव घुन्नस के निवासी बताए गए हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से वारदात में इस्तेमाल किए गए तेजधार हथियार भी बरामद किए हैं। जांच का नेतृत्व कर रहे डीएसपी गुरप्रीत सिंह और थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शरीफ खान ने बताया कि यह कार्रवाई मृतक तरसेम सिंह के भाई रेशम सिंह की शिकायत के आधार पर की गई है। मामूली कहा सुनी में हुई हत्या शिकायत के अनुसार, लगभग 32 वर्षीय तरसेम सिंह गांव मेहता में काम करता था। घटना वाले दिन शाम करीब साढ़े सात बजे वह अपने साथी कुलविंदर के साथ गांव घुन्नस के शराब ठेके के पास मौजूद था। इसी दौरान आरोपियों के साथ किसी बात को लेकर उनकी बहस शुरू हो गई। यह बहस कुछ ही देर में तनावपूर्ण स्थिति में बदल गई। पुलिस के मुताबिक, विवाद बढ़ने पर आरोपियों ने तरसेम सिंह पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर ही मौत हो गई। लोगों की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। अधिकारियों ने बताया कि यह पूरा मामला आपसी कहासुनी से शुरू होकर हिंसा में बदल गया। बरामद हथियारों को सबूत के तौर पर जांच में शामिल किया गया है।
भागलपुर विधायक डुमरिया बुजुर्ग पहुंचे:पूर्व प्रमुख अखिलेश सिंह के निधन पर परिजनों से मुलाकात की
परबत्ता प्रखंड के पूर्व प्रमुख अखिलेश प्रसाद सिंह के असामयिक निधन से पूरे क्षेत्र में शोक व्याप्त है। समाजसेवा के प्रति उनके समर्पण और सादगीपूर्ण जीवन ने उन्हें जनमानस में एक आदर्श व्यक्तित्व के रूप में स्थापित किया था। गुरुवार देर शाम डुमरिया बुजुर्ग गांव में शोक संवेदना व्यक्त करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी, जिसमें क्षेत्रवासियों के साथ-साथ कई जनप्रतिनिधि भी शामिल थे। इसी क्रम में भागलपुर भाजपा विधायक रोहित पाण्डेय भी विशेष तौर पर पहुंचे। विधायक पाण्डेय ने दिवंगत अखिलेश प्रसाद सिंह के तैलीय चित्र पर पुष्पमाला अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शोकग्रस्त परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि अखिलेश बाबू का निधन केवल एक परिवार या गांव की क्षति नहीं है, बल्कि यह पूरे परबत्ता-खगड़िया क्षेत्र के लिए अपूरणीय हानि है। उन्होंने अखिलेश सिंह को उस जमींदारी परंपरा का गौरवशाली स्तंभ बताया, जिन्होंने सामाजिक समरसता, जनसेवा और नैतिक नेतृत्व का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया। स्वर्गीय अखिलेश सिंह, भारतीय जनता पार्टी भागलपुर के निवर्तमान जिला उपाध्यक्ष विपुल सिंह के पिता थे। विधायक पाण्डेय ने उनके वर्तन, निष्ठा और जनहित के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने कहा कि अखिलेश सिंह उन गिने-चुने व्यक्तित्वों में से थे, जिनके पास न तो कोई पद का अहंकार था और न ही व्यवहार में कोई दूरी—वे हर वर्ग और हर व्यक्ति के लिए सदैव सहज, सरल और उपलब्ध रहते थे।
सतना में गुरुवार शाम एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई, जहां एक दिव्यांग व्यक्ति ने विद्युत विभाग के कर्मचारी रामनरेश वर्मा (60) को गोली मार दी। गोली उनके बाएं सीने में लगी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार जारी है। ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहे थे कर्मचारीरामनरेश वर्मा प्रेम नगर स्थित विद्युत विभाग कार्यालय में चपरासी के पद पर कार्यरत हैं और अमदरा थाना क्षेत्र के नौगांव गांव के रहने वाले हैं। रोज़ की तरह गुरुवार को भी वह अपनी ड्यूटी खत्म करने के बाद स्टेशन की ओर जा रहे थे ताकि ट्रेन से मैहर होकर अपने गांव लौट सकें। अंडरब्रिज के पास अचानक हमलाजब वह पटरी किनारे-किनारे चलते हुए प्रेम नगर अंडरब्रिज के पास पहुंचे, तभी एक अज्ञात दिव्यांग व्यक्ति ने उन पर कट्टे से फायर कर दिया। गोली लगने के बाद भी रामनरेश ने हिम्मत नहीं हारी और आरोपी को पकड़ लिया। दोनों के बीच जमकर झूमाझटकी हुई। कृत्रिम पैर और कट्टा छीनकर लाया थानेमारपीट के दौरान आरोपी गिर पड़ा, और उसका कृत्रिम पैर (prosthetic leg) व कट्टा रामनरेश के हाथ लग गया। इसके बाद आरोपी लंगड़ाते हुए मौके से भाग निकला। घायल हालत में भी साहसी कर्मचारी आरोपी का कृत्रिम पैर और हथियार लेकर सीधे सिटी कोतवाली पहुंचे। वहीं पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिसकर्मियों ने तुरंत उन्हें जिला अस्पताल भेजा। घटना की जानकारी मिलते ही सीएसपी जिला अस्पताल पहुंचे और घायल के बयान लिए। हालत के बारे में डॉक्टर से जानकारी ली। सीएसपी देवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि घायल का सिटी स्कैन कराया जा रहा है। डॉक्टर बराबर निगरानी बनाए हुए हैं। आरोपी की तलाश में पुलिस की 3 टीमें लगाई गई हैं। घटना के पीछे की कोई वजह सामने नहीं आई है। ऐसा माना जा रहा है कि अंधेरे का फायदा उठा कर लूट करने का इरादा रहा होगा। फिलहाल हर पहलू पर जांच जारी है।
मुंडावर ब्लॉक के महात्मा गांधी सरकारी स्कूल मातौर में गुरुवार को एक वाइस प्रिंसिपल ने अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी (AAO) पर हमला कर दिया। इस मारपीट में AAO अरुण कुमार शर्मा को गंभीर चोटें आई हैं, जिसमें उनकी नाक और हाथ की उंगलियों में चोट शामिल है। स्टाफ सदस्यों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया। पीड़ित अरुण शर्मा ने बताया कि वे सुबह करीब 10 बजे स्कूल पहुंचे थे और कार्यालय में दैनिक कार्य कर रहे थे। उसी दौरान वाइस प्रिंसिपल करण सिंह कमरे में आए और एक अन्य स्टाफ सदस्य दिनेश कुमार को बाहर जाने को कहा। दिनेश के बाहर निकलते ही करण सिंह ने उन पर अचानक हमला कर दिया। नाक, गाल और हाथ की उंगलियों पर चोट शर्मा के अनुसार, वाइस प्रिंसिपल ने उन पर मुक्कों से वार किया, उनकी नाक तोड़ने की कोशिश की, हाथ की उंगलियां बुरी तरह दबाईं और गला पकड़कर मारने का भी प्रयास किया। इस हमले में उनके नाक, गाल और हाथ की उंगलियों पर चोटें आईं। स्टाफ के पुस्तकालय अध्यक्ष दिनेश कुमार ने घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि वे और अरुण बाबू शाला दर्पण का कार्य कर रहे थे। जैसे ही वे बाहर गए, उन्हें अंदर से शोर सुनाई दिया। वापस आकर देखा तो करण सिंह, अरुण बाबू को पीट रहे थे और उनके नाक से खून बह रहा था। दिनेश ने तुरंत अन्य स्टाफ सदस्यों को बुलाकर बीच-बचाव किया। घटना की सूचना मिलने पर मुंडावर ब्लॉक के अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (ACBO) विनोदपाल यादव और ACBEO सेकेंड दीनदयाल आर्य मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्टाफ और पीड़ित से घटना की जानकारी ली। ACBO यादव ने बताया कि पीड़ित द्वारा वाइस प्रिंसिपल पर मारपीट का आरोप लगाया गया है और मामले की जांच जारी है। जांच रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी।
दरभंगा के बहादुरपुर थाना क्षेत्र के बरहेता बांध के पास सरकारी गैस पाइपलाइन के लिए रखे गए पाइपों के स्टोरेज स्थल पर गुरुवार शाम अचानक आग लग गई। आग इतनी भीषण थी कि करीब 20 फीट ऊंचा धुआं आसपास के गांवों से साफ दिखाई दे रहा था। स्थानीय लोगों और दमकल विभाग की मदद से आग पर काबू पाया जा सका, जिससे एक बड़ी घटना टल गई। स्थानीय भवेश कुमार पाठक ने बताया कि वे अपने घर की छत पर बैठे थे, तभी दूर से 20 फीट ऊंचा धुआं उठता दिखाई दिया। पहले तो समझ नहीं आया कि क्या जल रहा है, लेकिन जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि सरकारी गैस पाइपलाइन में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पाइप धू-धू कर जल रहे थे। उन्होंने कहा, हमने एक घंटे पहले से धुआं उठते देखा था। दमकल और ग्रामीणों के सहयोग से आग पर काबू पाया गया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। आग की तीन तस्वीरें देखिए... दमकल की दो गाड़ियों ने 2 घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू स्थानीय सुमित कुमार ने बताया कि आग लगने की सूचना उन्होंने तत्काल ‘डायल 112’ पर दी। प्रशासन की गाड़ी तो 5 मिनट में पहुंच गई, लेकिन फायर ब्रिगेड को पहुंचने में 45 मिनट लग गए। दो दमकल वाहन पहुंचे, तब जाकर आग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सका।उन्होंने बताया कि पाइपलाइन बिछाने के कार्य के लिए लाखों रुपए के प्लास्टिक पाइप सड़क किनारे बरहेता बांध पर खुले में स्टोर किए गए थे। आग में सभी पाइप जलकर ख़ाक हो गए। उन्होंने कहा,“अगर यह आग गांव की तरफ फैल जाती तो पूरा गांव जल सकता था। 11 हजार वोल्ट का बिजली तार भी आग की चपेट में आकर जल गया और टूट गया, जिससे करंट लगने का खतरा बढ़ गया था। शुक्र है कि कोई जनहानि नहीं हुई। बहादुरपुर थाना के ASI मंजेश कुमार ने बताया कि डायल 112 पर कॉल के बाद वे मौके पर पहुंचे। उन्होंने रास्ते में ही फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी थी।उन्होंने बताया कि गैस पाइपलाइन बिछाने के लिए जो पाइप स्टोर किए गए थे, उसी में आग लगी है। आग कैसे लगी, इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।
बालाघाट जिले के गर्रा स्थित एक शिवलिंग पर मटन ग्रेवी डालने का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो सामने आने और शिकायत के बाद कोतवाली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, कोतवाली थाना क्षेत्र के गर्रा में स्थित शिवलिंग पर कुछ लोग पूजा करने पहुंचे थे। उन्होंने देखा कि शिवलिंग के ऊपर जल चढ़ाने के लिए रखी गई मटकी में मटन ग्रेवी मिली और शिवलिंग पर भी वह लगी हुई थी। लोगों ने जताई नाराजगी इस दृश्य को देखकर स्थानीय लोगों ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। इसके बाद वे कोतवाली थाने पहुंचे, जहां गजानंद पटले की शिकायत पर पुलिस ने धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है। जांच के तहत पुलिस स्थानीय लोगों से पूछताछ कर रही है और आसपास के क्षेत्रों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है ताकि आरोपी की पहचान की जा सके। जल्द आरोपी को गिरफ्तार करेंगे कोतवाली थाना प्रभारी कामेश कुमार धुमकेति ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही इस घटना को अंजाम देने वाले व्यक्ति को पकड़ लिया जाएगा।
लखनऊ के विभूति खंड थाना क्षेत्र में इंस्टाग्राम पर लाइव आकर युवती ने फांसी लगा ली। युवती के फांसी का वीडियो देखकर मेटा अलर्ट आया, जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली। 8 मिनट में पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़कर युवती को फंदे से उतारा। उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। ढीडी ध्यौरा अंबेडकर नगर निवासी जया पांडेय (25) पुत्री सत्यदेव पांडेय प्राइवेट जॉब करती थी। लखनऊ में विशेष खंड में विजयीपुर गांव में दुर्गा प्रसाद पांडेय के मकान में रेंट पर रहती थी। गुरुवार सुबह कमरे में चादर के सहारे पंखे से लटककर जान दे दी। मेटा अलर्ट पर 8 मिनट में पहुंची पुलिस जया गुरुवार सुबह करीब 5.30 पर इंस्टाग्राम पर लाइव आई और पंखे से फंदा बांधने लगी। तभी मेटा ने अलर्ट जारी करते हुए पुलिस को सूचना दी। सूचना पाते ही पुलिस 8 मिनट में लोकेशन पर पहुंच गई। जया ने कमरा अंदर से बंद किया था। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई। जया को पंखे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन रास्ते में ही जया की मौत हो गई थी। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। इंस्पेक्टर विभूति खंड अमर सिंह ने बताया कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। परिजनों ने कोई शिकायत भी नहीं की।
अररिया जिला प्रशासन ने अवैध बालू और मिट्टी के खनन, परिवहन तथा भंडारण पर अंकुश लगाने के लिए अभियान तेज कर दिया है। वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक जिले में 416 स्थलों पर छापेमारी की गई है, जिसमें 66 वाहन जब्त किए गए और 100.8 लाख रुपए का जुर्माना वसूला गया है। इस दौरान तीन प्राथमिकी भी दर्ज की गई हैं। गुरुवार को फारबिसगंज अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दल में खनिज विकास पदाधिकारी अररिया, खान निरीक्षक अररिया और बथनाहा सिंचाई विभाग के एसडीओ सहित अन्य अधिकारी शामिल थे। टीम ने फारबिसगंज अनुमंडल के अंतर्गत रामपुर शाखा नहर का औचक निरीक्षण किया। नहर के आसपास तत्काल कोई अवैध खनन नहीं मिला निरीक्षण के दौरान नहर के आसपास तत्काल कोई अवैध खनन नहीं मिला। हालांकि, स्थानीय लोगों से मिली सूचना के आधार पर पता चला कि अवैध खननकर्ता रात के अंधेरे में नहर के बांध को लगातार क्षतिग्रस्त कर रहे हैं, जिससे नहर की मजबूती को गंभीर खतरा पैदा हो रहा है। स्थानीय स्तर पर चिह्नित किया जा रहा जिला प्रशासन ने चेतावनी दी है कि अवैध खनन में संलिप्त व्यक्तियों, असामाजिक तत्वों और वाहनों को स्थानीय स्तर पर चिह्नित किया जा रहा है। उनके खिलाफ जल्द ही कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दोनों अनुमंडलों में अवैध खनन के हॉटस्पॉट चिन्हित कर विशेष अभियान की योजना तैयार कर ली गई है। नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सरकारी राजस्व की क्षति और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। लगातार छापेमारी से अवैध खनन व परिवहन पर पूरी तरह रोक लगाने का लक्ष्य रखा गया है और यह अभियान आगे भी तेजी से जारी रहेगा।
सीकर में घर में घुसकर महिला को बंधक बनाकर लूट लिया। पार्सल देने के बहाने हेलमेट लगाकर बदमाश घर में घुसा। इसके बाद महिला के हाथ बांधकर चाकू की नोक पर उसकी बालियां छीनी तो कान कट गए। वहीं बदमाश गले का मंगलसूत्र भी ले गया। लुटेरा करीब आधे घंटे तक महिला के घर में रहा। इसके बाद वह फरार हो गया। बाद में महिला ने जैसे-तैसे खुद के हाथ खोलकर शोर मचाकर। सूचना मिलने पर एडिशनल SP दीपक गर्ग और दांतारामगढ़ सीओ कैलाश कंवर भी मौके पर पहुंचे। घटना सीकर के रानोली कस्बे में कटारिया गली स्टेशन रोड पर गुरुवार शाम करीब 6:30 की है। रेखा देवी (54) पत्नी मनोज जैन घर पर अकेली थीं। इसी दौरान एक युवक पार्सल देने का बहाना बनाकर घर में घुसा और मौके का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया। आधे घंटे तक घर में रहा आरोपीएडिशनल SP दीपक गर्ग ने कहा- आरोपी ने रेकी के आधार पर वारदात की। वह पहले से इलाके और महिला रेखा देवी के अकेले होने की जानकारी रखता था। आरोपी ने घर में घुसने के बाद दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। उसने रेखा देवी को करीब आधे घंटे तक बंधक बनाकर रखा। इस दौरान रेखा देवी के दोनों हाथ बांध दिए। फिर आरोपी ने कानों से बालियां और गले से मंगलसूत्र छीन लिया। छीना-झपटी के दौरान बालियां खींचने से रेखा देवी के कानों से खून निकलने लगा। इससे उनकी स्थिति गंभीर हो गई। आरोपी के जाने के बाद महिला ने किसी तरह हाथ खोलकर शोर मचाया। पड़ोसी मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही रानोली थानाधिकारी रामलाल मौके पर पहुंचे। हेलमेट पहने CCTV में दिख रहा आरोपीघटना सीसीटीवी फुटेज में रिकॉर्ड हुई है। घर के सामने एक सीसीटीवी कैमरा लगा है। इसमें आरोपी हेलमेट पहने हुए नजर आया, जिससे उसकी पहचान करना मुश्किल हो रही है। एडिशनल SP दीपक गर्ग ने कहा- रेखा देवी को गंभीर हालत में रानोली से सीकर रेफर किया गया। फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि घर के अंदर और कौन-कौन से कीमती सामान या गहने चोरी हुए हैं। पुलिस ने एरिया में नाकाबंदी शुरू कर दी है और आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के जरिए पहचान के प्रयास तेज कर दिए हैं। पति बोले- आरोपी ने बेटे के नाम पर आवाज लगाईमहिला के पति मनोज ने बताया- उनकी पत्नी घर पर अकेली थी। इसी दौरान पार्सल देने के बहाने आए लुटेरे ने उनके बेटे लक्की नाम से आवाज लगाई। जैसे ही उनकी पत्नी बाहर आई तो लुटेरे ने कहा- थकान हो रही है, चाय पिला दीजिए। इसके बाद लुटेरा अंदर आया। उसने महिला को रस्सी से बांधा। इसके बाद चाकू की नोक पर कान की बालियां, मंगलसूत्र तोड़ लिया। घटना में उनके चेहरे पर कई जगह चोट आई। गले पर सूजन है और बोला भी नहीं जा रहा है। इनपुट : लोकेश कुमावत, पलसाना
छिंदवाड़ा में बढ़ती ठंड के बीच एक बेघर गरीब की मौत हो गई। कुण्डीपुरा थाना क्षेत्र स्थित रेलवे स्टेशन परिसर पर सड़क किनारे भीख मांगकर जीवन गुजर-बसर करने वाला व्यक्ति बुधवार-गुरुवार की देर रात ठंड की चपेट में आ गया। सुबह उसकी लाश रेलवे स्टेशन के हनुमान मंदिर के पास पड़ी मिली। पुलिस ने पंचनामा बनाकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मृतक की पहचान अभी नहीं हो सकी है। स्थानीय लोगों के मुताबिक मृतक कई महीनों से उसी जगह पर रहता था। दिन में भीख मांगकर पेट भरता और रात होते ही स्टेशन परिसर में मंदिर के पास नीचे कार्डबोर्ड और फटे कंबल के सहारे सो जाता था। बुधवार-गुरुवार रात को शहर का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे पहुंच गया था। माना जा रहा है कि वह ठंड सहन नहीं कर सका। सुबह राहगीरों ने उसे अचेत देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मृतक की पहचान करने में जुटी कुण्डीपुरा थाना प्रभारी महेन्द्र भगत ने मौके पर जाकर पंचनामा बनाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। फिलहाल मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस आसपास के लोगों से नाम-पहचान जुटाने की कोशिश कर रही है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि क्षेत्र में कई बेघर लोग खुले आसमान के नीचे रातें गुजार रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे लोगों के लिए अस्थायी रैन बसेरा, कंबल वितरण और सुरक्षा व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। इसके उलट रोजाना नगर निगम छिंदवाड़ा द्वारा रात्रि अभियान चलाकर खुले आसमान के नीचे रात गुजारने वालों को रैन बसेरा में शिफ्ट किया जा रहा है अब इस तरह ठंड से हुई मौत के बाद नगर निगम के अभियान के ऊपर प्रश्न चिन्ह लग गया है
नाबालिग के साथ दुष्कर्म के मामले में कोर्ट ने उसके सौतेले पिता को दोहरे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही कोर्ट ने पीड़िता को हुई मानसिक व शारीरिक क्षति के लिए 3 लाख रुपए की मुआवजा राशि दिलवाए जाने की अनुशंसा की है। कोर्ट ने सौतेले पिता को धारा 5एल/6, 5एन/6 पॉस्को एक्ट में अलग-अलग आजीवन कारावास और धारा 13/14 पॉस्को एक्ट में 7 साल का सश्रम कारावास और धारा 66-ई आईटी एक्ट में 3 साल सश्रम कारावास और कुल 20 हजार रुपए के अर्थदंड के साथ दंडित किया है। अभियोजन की ओर से विशेष लोक अभियोजक लतिका आर.जमरा ने पैरवी की।दरअसल, ये मामले इंदौर के पूर्वी थाना क्षेत्र का है। पीड़िता उसकी नानी और मां के साथ पहुंचकर थाने में रिपोर्ट लिखवाई थी। वह अपनी मां और भाई के साथ रहती है। पीड़िता ने मां ने पिता की मौत के बाद फरवरी 2020 में दूसरी शादी आर्य समाज मंदिर में की थी, जिसके बाद पीड़िता का सौतेला पिता उन्हीं के घर आकर रहने लग गया था। यहां आने के 4-5 दिन बाद ही जब पीड़िता की मां काम पर चली जाती थी तो उसका सौतेला पिता उसके साथ जबरदस्ती गलत काम करता था और उसे धमकाता था कि किसी को ये बात मत बताया। इस पर पीड़िता ने उसके खिलाफ थाने में लगभग डेढ़ साल पहले रिपोर्ट कराई थी, जिसका मामला न्यायालय में चल रहा है। उसके बाद सौतेले पिता ने अगस्त 2021 को उसके घर रहने आ गया और वापस उसके साथ उसकी मर्जी के बिना शारीरिक संबंध बनाने लगा।अक्टूबर 2021 को उसे व उसकी मां को डरा धमकाकर उसके और उसकी मां के साथ बिना कपड़ों के मोबाइल में वीडियो बनाकर कहलवाया कि यह सब गलत काम मर्जी से करती हूं और उससे कहा कि यदि यह बात किसी को बताई तो उसे जान से खत्म कर देगा। जिससे वह काफी डर गई थी। जिसके बाद उसने अगले दिन थाने में रिपोर्ट लिखवाई। जिसमें पुलिस ने अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया था। पीड़िता का मेडिकल कराया गया। गवाहों के बयान लिए गए। पूरी विवेचना के बाद चालान न्यायालय में पेश किया गया था। जिस पर से आरोपी को दंडित किया गया।
अररिया में उत्पाद विभाग ने शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए एक व्यापक अभियान चलाया। इस दौरान ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर गुप्त ठिकानों की पहचान की गई। अभियान में कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया और 6195 किलोग्राम किण्वित जावा महुआ नष्ट किया गया। गिरफ्तार किए गए 8 लोगों में से तीन को शराब पीने के आरोप में पकड़ा गया, जबकि पांच अन्य को अवैध रूप से देशी-विदेशी शराब रखने और उसके परिवहन के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। टीम ने 190 लीटर तैयार देसी शराब भी जब्त की। ड्रोन की मदद से छिपाकर रखे गए किण्वित जावा महुआ का पता चला उत्पाद अधीक्षक निरंजन कुमार झा ने बताया कि सिमराहा थाना क्षेत्र के लहटोरा, सिरसिया और रामपुर गांवों में ड्रोन की मदद से छिपाकर रखे गए किण्वित जावा महुआ का पता चला। मौके पर पहुंची टीम ने 6195 किलोग्राम जावा महुआ को घटनास्थल पर ही नष्ट कर दिया। कमरजीत को 1 लीटर देसी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया शराब पीने के आरोप में फारबिसगंज के गोरियारी चौक से विपीन राय और महानंद राय, तथा सिकटी थाना क्षेत्र के कालीटोल से नरेश कुमार सिंह को गिरफ्तार किया गया। अवैध शराब रखने और बेचने के आरोप में फारबिसगंज थाना क्षेत्र के भाग कोहलिया से अनिल मंडल (2 लीटर देशी शराब के साथ), फुलकाहा थाना क्षेत्र के मधुरा पश्चिम से जय कृष्ण पासवान (12 लीटर बीयर और 4.5 लीटर विदेशी शराब के साथ) और प्रदीप कुमार पासवान (एक मोटरसाइकिल सहित) को पकड़ा गया। रानीगंज थाना क्षेत्र से कमरजीत को 1 लीटर देसी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। ड्रोन और अन्य आधुनिक तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल इस अभियान में महिला आरक्षी निरीक्षक मद्यनिषेध प्रीति कुमारी एवं पूजा कुमारी, सहायक अवर निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, सोनालाल, मुन्ना कुमार सिंह, किशोर कुमार, फुलकाहा जांच चौकी और सशस्त्र बल के जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उत्पाद अधीक्षक निरंजन कुमार झा ने कहा कि शराब माफियाओं की कमर तोड़ने के लिए अब ड्रोन और अन्य आधुनिक तकनीकों का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है। आने वाले दिनों में अभियान को और तेज किया जाएगा ताकि जिले को पूरी तरह शराबमुक्त बनाया जा सके।
लोहावट तहसील के सरकारी स्कूल में सोमवार दोपहर एक शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक को कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया। शिक्षिका ने प्रधानाध्यापक पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है, जबकि प्रधानाध्यापक ने मारपीट का आरोप लगाया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन रात 8:30 बजे तक पुलिस थाने में कोई मामला दर्ज नहीं किया गया था। डेपूटेशन आदेश निरस्त होने के बाद हुआ विवाद इस मामले में एसएमसी सदस्यों ने जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। इसमें एसएमसी सदस्यों ने बताया कि घटना शिक्षिका के डेपूटेशन आदेश को लेकर हुए विवाद के बाद हुई। 5 दिसंबर को शिक्षिका का फलोदी के लिए डेपुटेशन आदेश जारी हुआ था। शिक्षकों की कमी को देखते हुए एसएमसी सदस्यों और अभिभावकों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। जिला शिक्षा अधिकारी ने 9 दिसंबर को यह आदेश निरस्त कर दिया। इससे शिक्षिका और उनके पति नाराज हो गए। आरोप है कि शिक्षिका के पति ने प्रधानाध्यापक पुरखाराम को फोन पर धमकाया था। ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग घटना की जानकारी मिलने पर एसएमसी सदस्य, ग्रामीण और अभिभावक स्कूल पहुंच गए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपकर निष्पक्ष जांच और आगे की कार्रवाई की मांग की है। इस अवसर पर एसएमसी सदस्य रामचंद्र, हनुमानराम, श्रीराम, बंशीलाल सहित कई ग्रामीण उपस्थित रहे।
नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना ने गुरुवार को सेमरी हरचंद के पास स्थित शासकीय जनजातीय बालक आश्रम शाला छात्रावास सिद्धपुर का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आवासीय विद्यालय की शैक्षणिक स्थिति, विद्यार्थियों की सीखने की क्षमता, छात्रावास की साफ-सफाई और भोजन व्यवस्था की गहन जांच की। विद्यार्थियों से सवाल पूछे, शैक्षणिक स्तर कमजोर पायानिरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छोटे-छोटे विद्यार्थियों से आत्मीय बातचीत की और हिंदी, अंग्रेजी और गणित के सरल प्रश्न पूछकर उनकी पढ़ाई का आकलन किया। कई विद्यार्थी न तो हिंदी और अंग्रेजी ठीक तरह से पढ़ पाए और न ही गणित के आसान सवालों के सही उत्तर दे सके। इस पर कलेक्टर मीना ने नाराजगी जताते हुए कहा कि बच्चों में सीखने की क्षमता बहुत अधिक है, लेकिन शिक्षकों द्वारा उन पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बच्चों का पाठ्यक्रम अधूरा है और अभ्यास भी कमजोर है। ऐसे में यह स्थिति गंभीर है, क्योंकि आवासीय विद्यालय जनजातीय बच्चों के भविष्य को सुधारने की राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है। लापरवाही बर्दाश्त नहीं—शिक्षकों को नोटिस जारी करने के निर्देशकलेक्टर ने मौके पर ही ट्राइबल विभाग के सहायक आयुक्त को निर्देश दिए कि संबंधित शिक्षकों को तत्काल कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। उन्होंने कहा कि बच्चों की पढ़ाई, अभ्यास और सीखने की प्रक्रिया में सुधार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं है। रसोई, भोजन कक्ष और छात्रावास की सफाई का निरीक्षणनिरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने छात्रावास के कमरे, रसोईघर और भोजन कक्ष को भी ध्यानपूर्वक देखा। उन्होंने रसोईघर में पहुंचकर बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच की और साफ-सफाई को लेकर स्पष्ट निर्देश दिए कि छात्रावास में स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता न हो। निरीक्षण के दौरान सहायक आयुक्त, जनजातीय कार्य विभाग के विवेक नागवंशी, तहसीलदार अनिल झरबड़े सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि कांग्रेसी कुछ करते-धरते कुछ नहीं हैं। ये ट्विटर-ट्विटर खेलते हैं। इनके पास कोई काम नहीं है। एक काम हुआ नहीं और दूसरे के लिए तैयार रहते हैं। कांग्रेसियों के शासन में बिजली सड़क के ठिकाने नहीं थे, जनता रोजगार मांगती थी और ये अपने में मस्त रहते थे। साठ हजार पद भरने का काम हमारी सरकार ने किया है। सीएम यादव ने ये बातें भाजयुमो के नए प्रदेश अध्यक्ष श्याम टेलर के पदभार संभालने के कार्यक्रम में कहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में लाल सलाम चालू हुआ था जिसे खत्म करने का काम हमारी सरकार ने किया है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल मंत्री को उनके घर के पास थाने के सामने खड़ा करके सबके सामने गर्दन काटी गई थी और हत्या की गई थी। हमारी सरकार ने एक साल में दस नक्सलवादियों को खत्म कर दिया।आखिरी दो नक्सलवादी बचे थे उन्होंने भी आज सरेंडर कर दिया है और लाल सलाम को आखिरी सलाम किया है। केंद्रीय पुलिस फोर्स और राज्य की पुलिस फोर्स ने इसके लिए अच्छा काम किया है। जो सरेंडर कर रहे हैं उन्हें जेल भेजकर पुनर्वास का मौका दिया जाएगा। सीएम यादव ने कहा कि कीचड़ के अंदर खिलता कमल अगर चुनाव चिन्ह अगर बीजेपी ने रखा है तो यह सार्थक भी दिखाई देता है। दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत है। युवा मोर्चा के माध्यम से अटल जी की जन्म शताब्दी मनाई जाएगी। युवा मोर्चा की ताकत सबसे अलग है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस वाले कहते हैं कि हमको क्यों गाली देते हो? सरकार की योजनाओं की जानकारी जनता तक पहुंचाएं मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा मोर्चा और महिला मोर्चा की जिम्मेदारी है कि सरकार की योजनाओं की जानकारी युवाओं, महिलाओं तक पहुंचे। हमारे सामने चुनौती और स्वर्णिम अध्याय दोनों ही है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल को लेकर सीएम यादव ने कहा कि वैसे भी तो हेमंत ऋतु चल रही है। आने वाले समय में जितने प्रकोष्ठ बनेंगे, सबकी भूमिका तय है और सबको काम दिया जाएगा। संभागों और जिलों में बनी विकास समितियां इनकी भूमिका तय करेंगी। कांग्रेस की निराशा के सबसे खराब दौर गुजर रही है। इसके पहले आज बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आज भाजयुमो के नव नियुक्त प्रदेश अध्यक्ष श्याम टेलर ने पदभार ग्रहण किया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल और पार्टी के पदाधिकारियों की मौजूदगी में श्याम ने पदभार संभाला। इसके पहले टेलर रैली के रूप में प्रदेश कार्यालय पहुंचे। कार्यालय पहुंचने के पहले भाजयुमो के कार्यकर्ताओं ने जगह-जगह टेलर का स्वागत किया और भाजयुमो जिंदाबाद के नारे लगाए।
मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की टीम ने गुरुवार को बाघिन एमटी 8 (कनकटी) को सुरक्षित तरीके से ट्रेंकुलाइजर कर रेस्क्यू किया। इसे बाद में दरा रेंज में 82 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर में रिलीज किया। बाघिन दो दिन पहले टूटे फेंसिंग से एनक्लोजर से बाहर निकली थी। इसकी लोकेशन अमझार गांव के आसपास मिल रही थी। दो दिन तक निगरानी की, ट्रेंकुलाइजर कर वापस सुरक्षित छोड़ाडीएफओ मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व मुत्थु एस ने बताया- बाघिन MT-8 को दो दिन तक लगातार निगरानी एवं रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद सफलतापूर्वक ट्रेंकुलाइजर कर वापस 82 वर्ग किलोमीटर के एनक्लोजर में सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया है। 9 दिसंबर की सुबह बाघिन MT-8 दरा रेंज के 82 वर्ग किलोमीटर एनक्लोजर से बाहर निकलकर लोगों वाले क्षेत्र की ओर चली गई। एनक्लोजर से निकलने के बाद बाघिन पहले अमझार गांव की दिशा में गई। इसके बाद वह झामरा वैली क्षेत्र की ओर मूव कर गई। इस दौरान इसके मूवमेंट की निगरानी रेडियो टेलीमेट्री से निरंतर की जाती रही। फील्ड टीमें 247 अलर्ट पर रहीं। बाघिन का मूवमेंट कई बार रेलवे लाइन व कोटा-झालावाड़ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-52) के पास रहा, जो बाघिन और आमजन दोनों के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता था। 11 दिसंर की दोपहर टीम को बाघिन सुरक्षित जगह पर दिखाई दी। जहां उसे सुरक्षित रूप से ट्रेंकुलाइजर किया जा सकता था। ट्रेंकुलाइजर के बाद बाघिन का प्राथमिक स्वास्थ्य जांच किया गया। उसकी निरंतर निगरानी की जा रही है। एनक्लोजर की सुरक्षा एवं फेंसिंग की जांच–मरम्मत को सुदृढ़ किया जा रहा है। ट्रैकिंग टीमें आने वाले दिनों में भी सघन निगरानी जारी रखेंगी। ये खबर भी पढ़ें... कोटा में बीच सड़क टाइगर आने से दहशत: बाघ को देखकर दौड़ पड़ी दो गाय, लोगों ने बनाया वीडियो मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व क्षेत्र में आज बीच सड़क टाइगर की साइटिंग हुई है। टाइगर रोड क्रॉस करता हुआ दिखाई दिया। टाइगर को देखकर वहां से गुजर रहे लोग दहशत में आ गए। लोगों ने दूर खड़े होकर वीडियो बनाया। कुछ देर बाद टाइगर वापस जंगल मे चल गया। यह घटना आज सुबह साढ़े 11बजे के आसपास दरा इलाके की है। टाइगर करीब 3 से 5 मिनट तक सड़क पर टहलता रहा। इस दौरान सड़क पर लोगों की आवाजाही रुक गई। खबर पढ़े
सहरसा में जूनियर इंजीनियर लूटकांड का खुलासा:देसी कट्टा और लूटे गए सामान के साथ एक आरोपी गिरफ्तार
सहरसा सदर थाना क्षेत्र में 3 दिसंबर की रात जल संसाधन विभाग के जूनियर इंजीनियर से हुई लूटपाट का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को देसी कट्टा, जिंदा कारतूस और लूटे गए सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया है। सहरसा के साइबर डीएसपी अजीत कुमार ने प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। डीएसपी अजीत कुमार के अनुसार, सुपौल जिले के रामनगर निवासी कार्तिक प्रसाद निराला किशनगंज जिले में जल संसाधन विभाग में जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। वे 3 दिसंबर की रात करीब 1 बजे सहरसा स्टेशन से शिवपुरी ढाला की ओर जा रहे थे। तीन अज्ञात अपराधियों ने तेजधार हथियार से हमला कर लूटपाट की शहर के डीबी रोड स्थित आलोक पनीर प्रतिष्ठान के पास तीन अज्ञात अपराधियों ने उन पर तेजधार हथियार से हमला कर लूटपाट की। अपराधी उनका बैग और कई जरूरी कागजात छीनकर फरार हो गए थे। पीड़ित ने इस संबंध में सहरसा सदर थाना में एफआईआर दर्ज कराई थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए, सहरसा पुलिस अधीक्षक हिमांशु के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सदर) के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करते हुए, पुलिस टीम ने सहरसा सदर थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 41, रिफ्यूजी कॉलोनी निवासी श्याम मलिक को हिरासत में लिया। निशानदेही पर पुलिस ने लूटे गए सामान बरामद कर लिए पूछताछ के दौरान, श्याम मलिक ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने लूटे गए सामान बरामद कर लिए। बरामद किए गए सामान में जूनियर इंजीनियर का आधार कार्ड, पैन कार्ड, कंपनी का आईडी कार्ड, चुनाव पहचान पत्र, जल संसाधन विभाग का पहचान पत्र, एसबीआई पासबुक, चेकबुक, कपड़े (शर्ट, पैंट, ट्राउजर, मौजा), ब्रश और टूथपेस्ट शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पुलिस ने एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस भी बरामद किया है। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही पुलिस इस सफल कार्रवाई में पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार, सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार, जितेंद्र कुमार और जिला आम सूचना इकाई की टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस अब इस मामले में फरार अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
बेतिया में 13 दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत:लंबित मामलों के तुरंत और सौहार्दपूर्ण निपटारे का अवसर
पश्चिम चम्पारण में 13 दिसंबर 2025 को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बेतिया द्वारा आयोजित इस अदालत का मुख्य उद्देश्य लंबित मामलों का सरल, सौहार्दपूर्ण और त्वरित निपटारा करना है। इसका लक्ष्य आमजन को अदालती प्रक्रियाओं की जटिलता से बचाते हुए समय पर न्याय दिलाना है। इस लोक अदालत में बड़ी संख्या में सुलह योग्य मामलों को सूचीबद्ध किया जाएगा। इनमें लघु आपराधिक मामले, धारा 138 एन.आई. एक्ट के मामले, विद्युत बिल विवाद, वाहन दुर्घटना दावा वाद, माप-तौल संबंधी विवाद, श्रम विवाद, बैंक ऋण वसूली से जुड़े मामले और नीलाम पत्रवाद जैसे प्रकरण शामिल हैं। इन सभी मामलों का निपटारा दोनों पक्षों की सहमति से किया जाएगा, जिससे त्वरित और स्थायी समाधान संभव हो सके। किसी भी प्रकार की कोर्ट फीस जमा नहीं करनी होती लोक अदालत नागरिकों को कई विशेष लाभ प्रदान करती है। इसमें किसी भी प्रकार की कोर्ट फीस जमा नहीं करनी होती। यदि किसी मामले में पहले कोर्ट फीस जमा की गई है, तो निर्णय होने पर उसकी वापसी का भी प्रावधान है। लोक अदालत का निर्णय अंतिम होता है और इसके खिलाफ अपील नहीं की जा सकती, जिससे लंबे कानूनी विवादों से बचाव होता है। यह आयोजन सिविल कोर्ट बेतिया और अनुमंडल स्तरीय कोर्ट बगहा दोनों स्थानों पर होगा। मामलों को लोक अदालत के लिए करा सकते हैं चयनित जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने आमजन से अपील की है कि जो वादकारी अपने लंबित मुकदमों का समाधान समझौते के आधार पर चाहते हैं, वे अपने मामलों को लोक अदालत के लिए चयनित करा सकते हैं। इच्छुक व्यक्ति 12 दिसंबर 2025 तक किसी भी कार्य दिवस में न्यायालय जाकर अपना वाद प्रस्तुत कर सकते हैं। इसके बाद पात्र मामलों की छंटनी कर 13 दिसंबर को उनके निपटारे की प्रक्रिया की जाएगी। राष्ट्रीय लोक अदालत न केवल न्याय को सुलभ बनाती है, बल्कि समय और धन की बचत के साथ समाज में सौहार्द भी बनाए रखती है। यह व्यवस्था त्वरित न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उदयपुर में गुरुवार को एक दूल्हा हेलिकॉप्टर में सवार होकर अपनी होने वाली ससुराल में दुल्हन को लेने पहुंचा। इस उड़नखटोले को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। उदयपुर जिले के खेरवाड़ा उपखंड के बावलवाड़ा निवासी प्रग्नेश पंचाल की शादी गुजरात के साबरकांठा जिले के चिठोड़ा गांव में तय हुई थी। गुरुवार को जब बारात की रवानगी का समय आया, तो दूल्हा हेलिकॉप्टर में बैठकर रवाना हुआ। दूल्हे को हेलिकॉप्टर में बैठते देखने के लिए बावलवाड़ा में डाक बंगला स्थित सीनियर स्कूल खेल मैदान में हेलिपैड बनाया गया था, जहां ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। गांव वाले नज़ारा देखने के लिए पहाड़ी पर चढ़ गए। सुरक्षा के मद्देनजर हेलिपैड स्थल पर एम्बुलेंस व फायर बिग्रेड की गाड़ी भी मौजूद थी। दुल्हन की विदाई भी हेलिकॉप्टर सेगुजरात के चिठोड़ा पहुंचने पर वहां भी हेलिकॉप्टर को देखने के लिए हजारों लोग जमा थे। शादी की रस्में और फेरे पूरे होने के बाद दूल्हा प्रग्नेश अपनी दुल्हन करीना को उसी हेलिकॉप्टर में बैठाकर वापस बावलवाड़ा लाया। इस दौरान हेलिकॉप्टर मात्र 2 मिनट के लिए रुका एवं बारात के प्रस्थान के दौरान करीब आधे घंटे रुका था। इस अनूठी विदाई ने शादी समारोह को यादगार बना दिया। बावलवाड़ा क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली शादी है, जिसमें दूल्हा हेलिकॉप्टर से दुल्हन को लेकर गया और विदा कराकर लाया। क्षेत्र की पहली हेलिकॉप्टर वाली शादीबावलवाड़ा क्षेत्र में यह अपनी तरह की पहली शादी है, जिसमें दूल्हा हेलिकॉप्टर से लेकर गया और दुल्हन को विदा कराकर लाया। इनपुट : प्रतीक्षा, बावलवाड़ा
श्री महाकालेश्वर मंदिर में सैकड़ों नित्य दर्शनार्थियों के प्रवेश पर रोक लगाने से आक्रोश फैल गया है। श्री महाकालेश्वर नित्य दर्शनार्थी भक्त मंडल ने मंदिर प्रबंध समिति प्रशासक के नाम सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल को ज्ञापन सौंपा है। यह समस्या स्क्रीन शॉट मशीन पर हाजिरी दर्ज न होने के कारण उत्पन्न हुई है। भक्त मंडल के अध्यक्ष रवि राय ने बताया कि मंदिर समिति ने भगवान श्री महाकाल के प्रतिदिन दर्शन के लिए आने वाले नित्य दर्शनार्थियों के प्रवेश की व्यवस्था की है। इन्हें गेट नंबर 4 से प्रवेश दिया जाता है और मशीन से स्क्रीन शॉट के माध्यम से पहचान कर हाजिरी दर्ज की जाती है। पिछले कुछ समय से मशीनों में खराबी के कारण कई नियमित दर्शनार्थियों की हाजिरी दर्ज नहीं हो पा रही थी। वर्तमान में सैकड़ों दर्शनार्थियों के नित्य प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, जिससे भक्तों में नाराजगी है। गुरुवार शाम को भक्त मंडल के सदस्यों ने सहायक प्रशासक जूनवाल को ज्ञापन सौंपकर मांग की कि पूरे वर्ष की हाजिरी के आधार पर सभी नित्य दर्शनार्थियों के दर्शन पुनः शुरू किए जाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश देने का आग्रह किया। ज्ञापन में यह भी मांग की गई कि जो भक्त नित्य दर्शन के इच्छुक हैं, उनके नए आवेदनों को स्वीकार कर उन्हें नित्य दर्शनार्थियों में शामिल किया जाए। सहायक प्रशासक जूनवाल ने बताया कि उन्हें भक्त मंडल का ज्ञापन प्राप्त हुआ है और इसे वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दिया गया है। उल्लेखनीय है कि श्री महाकालेश्वर मंदिर में 2000 से अधिक नियमित दर्शनार्थी पंजीकृत हैं, जिनकी पहचान प्रतिदिन की उपस्थिति के आधार पर होती है।
बांका में लावारिस जमा राशि के लिए स्पेशल कैंप:आपकी पूंजी आपका अधिकार अभियान के तहत दावा सुविधा कैंप
बांका समाहरणालय के मिनी सभागार में आपकी पूंजी आपका अधिकार अभियान की तैयारियों पर एक बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता जिला बैंकिंग शाखा के प्रभारी पदाधिकारी ने की। यह अभियान भारत सरकार द्वारा वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने और नागरिकों को सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है। अभियान का मुख्य लक्ष्य देशभर के नागरिकों को बैंकों, बीमा कंपनियों और अन्य वित्तीय संस्थानों में पड़ी लावारिस जमा राशि की जानकारी देना है। साथ ही, इसका उद्देश्य उन्हें अपनी अटकी हुई राशि प्राप्त करने की प्रक्रिया में सहायता प्रदान करना भी है। आउटरीच कार्यक्रम और दावा सुविधा कैंप आयोजित किए जाएंगे जिला बैंकिंग शाखा के प्रभारी पदाधिकारी ने बताया कि सरकार के निर्देशों के अनुसार, जिले में इस अभियान को सफल बनाने के लिए आउटरीच कार्यक्रम और दावा सुविधा कैंप आयोजित किए जाएंगे। इसी क्रम में, 12 दिसंबर 2025 को सुबह 11 बजे जिला समाहरणालय परिसर में एक विशेष कैंप लगाया जाएगा। ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों के नागरिकों को जागरूक करना उद्देश्य कैंप का उद्देश्य प्रशासनिक समन्वय को मजबूत करना और व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से ग्रामीण व शहरी दोनों क्षेत्रों के नागरिकों को जागरूक करना है। इससे लोग अपने खातों, बीमा पॉलिसियों या अन्य वित्तीय योजनाओं में पड़ी लावारिस राशि की जानकारी प्राप्त कर उसका समय पर निपटान कर सकेंगे। सभी बैंक अपने स्टॉल निर्धारित स्थानों पर लगाएंगे बैठक में यह भी तय हुआ कि कैंप के दिन सभी बैंक अपने स्टॉल निर्धारित स्थानों पर लगाएंगे। संबंधित बैंककर्मी आवश्यक दस्तावेजों और डिजिटल सुविधाओं के साथ उपस्थित रहेंगे, ताकि अधिक से अधिक लोगों को लाभ मिल सके। अधिकारियों ने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे अपने आधार, पैन या बैंक पासबुक जैसे दस्तावेज साथ लेकर कैंप में आएं, जिससे उनके दावों का शीघ्र निपटान हो सके। इस बैठक में अग्रणी जिला प्रबंधक, विभिन्न बैंकों के जिला समन्वयक, जिला प्रशासन के प्रतिनिधि और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। सभी ने मिलकर इस अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया।
मधुबनी जिले की राजनगर थाना पुलिस ने पोक्सो एक्ट के नामजद आरोपी रौशन ठाकुर को गिरफ्तार कर न्यायालय के माध्यम से जेल भेज दिया है। आरोपी रौशन ठाकुर थाना क्षेत्र के घिवाही निवासी संजय ठाकुर का पुत्र है। उसे गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त पर एक नाबालिग लड़की को भगाने और उत्पीड़न करने का आरोप है। इस संबंध में पीड़ित लड़की के परिजनों ने गत 21 अक्टूबर को राजनगर थाना में प्राथमिकी (कांड संख्या 453/2025) दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी राम किशोर टुडू ने बताया कि पुलिस ने छापेमारी कर आरोपी को गिरफ्तार किया। उस पर पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया।
मरवाही में सोननदी से रेत भरकर ले जा रहे एक ट्रैक्टर से गिर जाने के कारण एक युवक की मौत हो गई। यह हादसा मरवाही थाना क्षेत्र के परासी गांव में हुआ। मृतक युवक की पहचान परासी निवासी अनिल कुमार के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, अनिल कुमार ट्रैक्टर में काम करने गया था। रेत परिवहन के दौरान वह अचानक वाहन से नीचे गिर गया। इस दौरान ट्रैक्टर के पिछले पहिए के नीचे आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।घटना की सूचना मिलते ही मरवाही थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कार्रवाई की और मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी घटना में युवक घायल अवस्था में मिला एक अन्य घटना में, चलचली मोड लोहारी में एक युवक घायल अवस्था में पड़ा था, जिसका जबड़ा टूट गया था। लगभग 50 लोग वहां खड़े थे, लेकिन कोई उसकी मदद नहीं कर रहा था। इसी दौरान मनेंद्रगढ़ की ओर से आ रहे कांग्रेस प्रवक्ता वीरेंद्र सिंह बघेल ने युवक को अपनी गाड़ी में बैठाकर अस्पताल पहुंचाया। उन्होंने बीएमओ मरवाही और सीएमएचओ से बात कर युवक का संपूर्ण इलाज सुनिश्चित करवाया। घायल युवक की पहचान साधवानी के बेटे के रूप में हुई है।
मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी (एम.पी. ट्रांसको) ने इंदौर शहर में ट्रांसमिशन लाइनों के नजदीक चायनीज मांझे से पतंग उड़ाने के कारण उत्पन्न होने वाली संभावित दुर्घटनाओं और विद्युत व्यवधानों पर अंकुश लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की है। नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और उन्हें सतर्क व सुरक्षित रखने के उद्देश्य से कंपनी अब इंदौर में एक विशेष ‘‘रोको-टोको‘‘ अभियान चलाएगी। एम.पी. ट्रांसको की कार्यपालन अभियंता नमृता जैन ने बताया कि पिछले दो सालों में इंदौर क्षेत्र में 13 बार ऐसी घटनाएं हुई हैं, जब पतंगों के साथ चायनीज मांझा ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में आया, जिससे न केवल बिजली आपूर्ति बाधित हुई, बल्कि ट्रांसमिशन लाइनें क्षतिग्रस्त भी हुईं। इस अभियान के तहत, एम.पी. ट्रांसको ने इंदौर के उन क्षेत्रों को चिह्नित किया है। जहां बहुतायत में पतंग उड़ाई जाती हैं। इन संवेदनशील क्षेत्रों में नागरिकों से व्यक्तिगत संपर्क स्थापित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, व्यापक जागरूकता फैलाने के लिए पोस्टर, बैनर और पी.ए. सिस्टम के माध्यम से भी लोगों को सचेत और सतर्क किया जाएगा, ताकि जान-माल की हानि रोकी जा सके और उपभोक्ताओं को व्यापक क्षेत्र में बिजली के अनावश्यक लंबे व्यवधान का सामना न करना पड़े। क्यों घातक है चायनीज मांझा? चायनीज मांझा, जो कि सामान्य सूती धागे से अलग होता है, विद्युत का सुचालक होने के कारण बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। ट्रांसमिशन लाइनों के संपर्क में आने पर यह न केवल बिजली आपूर्ति में व्यवधान डालता है, बल्कि जान-माल की हानि का कारण भी बन सकता है। जब यह मांझा बिजली के तारों से टकराता है, तो इसमें मौजूद सामग्री के कारण करंट प्रवाहित हो सकता है, जिससे पतंग उड़ाने वाले और आसपास के लोगों को गंभीर खतरा होता है। इंदौर में ये क्षेत्र है संवेदनशील इंदौर में जिन क्षेत्रों को चायनीज मांझा के साथ पतंग उड़ाने के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील माना गया है, उनमें मुख्य रूप से लिम्बोदी, मूसाखेड़ी, खजराना, महालक्ष्मी नगर, सुखलिया, गौरीनगर, बाणगंगा, तेजाजी नगर और नेमावर रोड शामिल हैं। इन क्षेत्रों में अभियान पर विशेष जोर रहेगा।
छत्तीसगढ़ के कवर्धा में नवविवाहिता की लाश घर के सेप्टिक टैंक में मिली है। गुरुवार को तेज बदबू आने पर परिवार और ग्रामीणों को शक हुआ, जिसके बाद मामले का खुलासा हुआ। नवविवाहिता का नाम कामिनी निषाद है। उसने बांधाटोला गांव के रहने वाले भोजराज पटेल से 6 महीने पहले लव मैरिज की थी। शादी के 2 महीने बाद से ही वह लापता थी। ग्रामीणों ने ससुर जहर पटेल पर हत्या की आशंका जताई। पुलिस ससुराल पक्ष के सभी सदस्यों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। घटना सहसपुर लोहारा थाना क्षेत्र का है। पहले देखिए ये 3 तस्वीरें... जानिए क्या है पूरा मामला दरअसल, कामिनी निषाद और भोजराज पटेल एक-दूसरे को पंसद करते थे। उन्होंने शादी करने का फैसला किया। जुलाई 2025 को दोनों ने शादी की। जिसके बाद कामनी भोजराज के घर पर रहने लगी। लेकिन इस शादी से भोजराज के परिवार वाले नाराज थे। शादी के 2 महीने बाद यानी सितंबर में कामिनी अचानक घर से गायब हो गई। पति अपने स्तर पर उसे तलाशते रहा। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। आखिरकार उसने 7 नवंबर को थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। बदबू आने पर दी गई पुलिस को सूचना गुरुवार को सेप्टिक टैंक से अचानक तेज बदबू आने लगी। जो कि दूर-दूर तक फैल गई। ऐसे में मौके पर परिवार के सदस्य और ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई। जिसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची। सेप्टिक टैंक की जांच की गई। जांच के दौरान सेप्टिक टैंक में लाश मिली। ग्रामीणों की मदद से शव को बाहर निकाला गया। शव डिकंपोज होना शुरू हो गया था। शव की पहचान कामिनी के रूप में हुई। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भिजवाया। ग्रामीणों ने मृतिका के ससुर पर हत्या का संदेह जताया है। PM रिपोर्ट के बाद कारण स्पष्ट होगा- पुलिस इस मामले में एडिशनल एसपी पुष्पेंद्र सिंह बघेल ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा। हालांकि, मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जांच में जो तथ्य सामने आएंगे। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। .............................................. क्राइम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... 7 साल पहले बेटे को मारकर सेप्टिक टैंक में डाला:धमतरी की वारदात, सौतेले बेटे से झगड़ा था,मारकर सीमेंट पोल में बांधा,टैंक में छिपा दिया छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में बंद पड़े गोदाम के सेप्टिक टैंक से बरामद कंकाल मामले की गुत्थी सुलझा ली गई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। सेप्टिक टैंक में मिला कंकाल आरोपी के सौतेले बेटे का है। पढ़ें पूरी खबर...
कटिहार में ससुराल में सो रहे एक युवक की उसके पड़ोसी ने चाकू मारकर हत्या कर दी। यह घटना सहायक थाना क्षेत्र के मिर्ची बड़ी वार्ड संख्या 5 स्थित शीतला स्थान के निकट जिला अतिथि गृह के बगल में जग्गू झोपड़ी में हुई। मृतक की पहचान सहरसा निवासी सौरभ कुमार (25) के रूप में हुई है, जिसकी शादी मसोमात रीना देवी की बेटी चांदनी से 14 नवंबर को हुई थी। हत्या का आरोप पड़ोसी शंकर कुमार (25) पर लगा है। कटिहार में मजदूरी का काम करता था मृतक मृतक सौरभ कटिहार में मजदूरी का काम करता था। उसकी दोस्ती पड़ोस में रहने वाले शंकर से थी, जो नशे का आदी था। चांदनी कुमारी ने बताया कि सौरभ अक्सर शंकर को नशा न करने की सलाह देता था। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस भी हुई थी। पत्नी घर पर कर रही थी काम घटना वाले दिन सुबह चांदनी अपने घर के आंगन में झाड़ू-बर्तन का काम कर रही थी। तभी नशे में धुत शंकर आया और सो रहे सौरभ पर चाकू से हमला कर फरार हो गया। चांदनी ने चीख सुनकर दौड़कर देखा तो शंकर को भागते हुए देखा। उसने आसपास के लोगों को बुलाकर घटना की जानकारी दी। आरोपी शंकर कुमार को पुलिस ने किया गिरफ्तार पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी शंकर कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच कर रही है। मृतक सौरभ की सास मसोमात रीना देवी ने बताया कि उनके पति की मौत के बाद वह चूल्हा-चौका का काम कर परिवार का भरण-पोषण करती हैं। उसका 4 बेटा और एक बेटी है, जिनमें से 2 बेटा कटिहार से बाहर मजदूरी करता है और 2 छोटे बच्चे घर पर रहते हैं। इस घटना से परिवार पर और भी संकट आ गया है। बेहतर इलाज के लिए भागलपुर हायर सेंटर एक बेटी कि किसी तरह से उसने शादी करवाई थी। घटना के दिन मंगलवार की सुबह-सुबह चूल्हा चौका काम का करने निकल गई थी। अचानक उसे पता चला कि उसकी दामाद को किसी ने चाकू मार दिया है तो वह दौड़कर अपने घर पहुंची तो उसका दामाद बिछावन पर दर्द से तड़प रहा था ।आसपास के लोगों ने तत्काल सदर अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे भागलपुर हायर सेंटर भेज दिया। इधर घटना की जानकारी पीड़िता ने सहायक थाना पुलिस को लिखित आवेदन रूप में दी। पुलिस ने तत्काल आरोपी नशेड़ी युवक की घेराबंदी करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। निजी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत शुक्रवार की सुबह भागलपुर के निजी अस्पताल में इलाज के दौरान सौरभ की मौत हो गई। घटना के बाद मानव परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। मृतक को कटिहार सदर अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए लेकर पहुंचे। कोई घटना की जानकारी युवक के घर परिजनों को भी दी गई हैं। घटना 2 दिन पहले हुई - सहायक थाना प्रभारी आनंद कुमार सहायक थाना प्रभारी आनंद कुमार ने बताया कि घटना 2 दिन पूर्व घटित हुई थी परिजनों की लिखित शिकायत के बाद नशेड़ी युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है वहीं अब उसके ऊपर हत्या का मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया है घटना की जांच की जा रही है। इधर घटना को लेकर निगम पार्षद मनीष कुमार बिट्टू घोष ने बताया कि यह निर्मम हत्या है। जहां घटना घटी है उसे इलाके में जिला प्रशासन ने सरकारी जमीन पर भूमिहीन परिवारों को बसाया है जहां मजदूरी करने वाले युवक सुबह शाम नशे का सेवन करते हैं प्रशासन को इस पर लगाम कसने की जरूरत है।
हिसार में मंगाली चौकी पुलिस ने एक पेट्रोल पंप से लाखों रुपए का गबन कर फरार हुए मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। जांच अधिकारी एएसआई महेंद्र सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता का बीपीसीएल पेट्रोल पंप मंगाली-डाया रोड पर है। यहां चारनोंद निवासी आरोपी नवीन मैनेजर के पद पर कार्यरत था। शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि आरोपी नवीन बैंक में जमा कराने के लिए 4 लाख रुपए और दो दिन पहले 3 लाख रुपए लेकर गया था, लेकिन वापस नहीं लौटा। उसका मोबाइल फोन भी बंद मिला। जब मालिक उसके घर पहुंचे, तो पता चला कि नवीन अपने परिवार सहित घर पर ताला लगाकर फरार हो चुका था। पुलिस जांच में सामने आया है कि आरोपी ने 10 लाख रुपए का गबन किया है। 5 नवंबर को दर्ज हुआ था केस इस शिकायत के आधार पर 5 नवंबर 2025 को थाना आजाद नगर में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी नवीन कुमार को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि गबन की गई पूरी रकम और उसके उपयोग के संबंध में जानकारी जुटाई जा सके। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड प्राप्त किया है। इस रिमांड के दौरान पुलिस उससे और महत्वपूर्ण सुराग जुटाने का प्रयास करेगी। पुलिस आरोपी के बैंक लेनदेन, मोबाइल लोकेशन और इस मामले में संभावित सहयोगियों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर ब्लॉक में मनबासा हाईस्कूल की 11 छात्राएं अचानक बीमार हो गईं। पांच छात्राएं बेहोश हो गईं और छह छात्राओं ने बेचैनी की शिकायत की और रोने लगीं। सभी को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां से पांच छात्राओं को वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एडमिट किया गया है। जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले में हाई स्कूल मनबसा में अर्धवार्षिक परीक्षा का आयोजन सुबह 10.30 बजे से 1.45 बजे तक किया गया था। अर्धवार्षिक परीक्षा के दौरान कुछ छात्राओं ने बेचैनी लगने की शिकायत की और पांच छात्राएं बेहोश हो गईं। उन्हें देखकर 6 अन्य छात्राओं ने बेचैनी की शिकायत की और रोने लगीं और लेट गईं। छात्राओं के अचानक बेहोश हो जाने की जानकारी मिलने पर हड़कंप मच गया। हॉस्पिटल से स्टाफ पहुंचा स्कूल, पांच एडमिटघटना की सूचना मिलने पर वाड्रफनगर BEO श्याम किशोर जायसवाल ने इसकी सूचना वाड्रफनगर BMO डा. हेमंत दीक्षित को दी। हॉस्पिटल स्टाफ को तत्काल स्कूल भेजा गया। सभी छात्राओं को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। अन्य 6 छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। हॉस्पिटल में एडमिट की गई छात्राओं ने बताया कि उन्हें अचानक चक्कर आया और वे गिरने लगीं तो जमीन पर लेट गई थीं। हॉस्पिटल में इलाज के बाद अब उन्हें अच्छा लग रहा है। छात्राओं की स्थिति सामान्य-BMOवहां से पांच छात्राओं को वाड्रफनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल किया गया है। बीएमओ डा. हेमंत दीक्षित ने बताया कि सभी छात्राओं की स्थिति सामान्य हो रही है। सभी छात्राओं में खून की कमी पाई गई है और वे कमजोर हैं। संभवतः इसी कारण उन्हें चक्कर आया था। फिलहाल छात्राओं को हॉस्पिटल में एडमिट किया गया है। सामान्य होने पर उन्हें हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
अरवल जिले में नहर रोड पर सड़क के बीच खड़े पेड़ों के कारण लगातार हो रही दुर्घटनाओं को लेकर अरवल विकास मंच के अध्यक्ष मनोज यादव ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने पेड़ों को तत्काल हटाने और सड़क को दुरुस्त करने की मांग की है। यह समस्या अरवल से मेहंदिया जाने वाली NH139 और नहर रोड पर है, जहां सड़क के बीचो-बीच खड़े पेड़ वाहन चालकों के लिए खतरा बने हुए हैं। इन पेड़ों के कारण वाहन चालकों का संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे गंभीर हादसे होते हैं। मनोज यादव, जो रेल आंदोलन के मुख्य संयोजक भी हैं, ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई वर्षों से जिला प्रशासन से शिकायत की जा रही है। हालांकि, प्रशासन द्वारा अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इन दुर्घटनाओं में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि कुछ को हाथ-पैर में चोटें आई हैं। पिछले वर्ष तो कुछ लोगों की मृत्यु तक हो चुकी है। यह नहर रोड अरवल और मेहंदिया के बीच एक प्रमुख संपर्क मार्ग है, जिससे प्रतिदिन बड़ी संख्या में वाहन गुजरते हैं। यादव ने जिला प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि पेड़ों को शीघ्र हटाकर सड़क को दुरुस्त नहीं किया गया, तो सड़क पर आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस मुद्दे पर जिला पदाधिकारी द्वारा कई बैठकें भी की गई हैं और सभी राजनीतिक दलों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को अवगत कराया है।
पटना में 25 जगहों को चिंहित कर वेंडिंग जोन बनाए जाएंगे। नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन ने इस व्यवस्था पर तेजी से काम करने के निर्देश दिए है। उन्होंने आज पटना नगर निगम की टीम के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने जल निकासी, जलापूर्ति और सीवरेज नेटवर्क की ज्योग्राफिकल इनफॉरमेशन सिस्टम (GIS) मैपिंग करने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त मंत्री ने कचरा प्रबंधन और संग्रहण के लिए नए वाहनों के खरीद के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। पेयजल आपूर्ति में बाधा नहीं आनी चाहिए मंत्री ने सबसे पहले सफाई व्यवस्था, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, नालों की सफाई, जलनिकासी व्यवस्था और स्वच्छता से जुड़े सूचकों की विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि शहर में बढ़ती जनसंख्या को देखते हुए सफाई व्यवस्था को और अधिक वैज्ञानिक और समयबद्ध बनाया जाए, ताकि नागरिकों को साफ-सुथरा और स्वस्थ वातावरण मिल सके। बैठक में जलापूर्ति, सीवरेज नेटवर्क विस्तार और नल-जल योजनाओं की उपलब्धि की भी समीक्षा की गई। मंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी वार्ड में पेयजल आपूर्ति में बाधा नहीं आनी चाहिए। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट की हुई समीक्षा इस दौरान मंत्री ने राम चक बैरिया स्थित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (SWM) प्रोजेक्ट के कामों की प्रगति की भी समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों ने मंत्री को वर्तमान प्रगति, निर्माणाधीन सुविधाओं, मशीनरी स्थापना, वेस्ट प्रोसेसिंग क्षमता और साइट मैनेजमेंट से संबंधित डिटेल प्रस्तुति दी। राम चक बैरिया का यह प्रोजेक्ट राजधानी पटना में ठोस अपशिष्ट के वैज्ञानिक प्रसंस्करण और प्रबंधन का प्रमुख केंद्र है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले कचरे का पृथक्करण, प्रोसेसिंग और निपटारा तकनीकी रूप से किया जाएगा। डोर-टू-डोर कलेक्शन प्रणाली में दिया जाए विशेष ध्यान मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि परियोजना के सभी चरण—कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन, प्रोसेसिंग और डिस्पोजल को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाए। उन्होंने जोर देकर कहा कि कचरा प्रबंधन की आधुनिक पद्धतियां अपनाना शहर को स्वच्छ, स्वस्थ और प्रदूषण-रहित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट, डोर-टू-डोर कलेक्शन प्रणाली और कचरे के पृथक्करण पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि प्रोसेसिंग यूनिट पर भार कम हो और दक्षता बढ़े।
कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट परियोजना को लेकर बड़ी राहत सामने आई है। नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्डलाइफ की बैठक में एयरपोर्ट से जुड़े तीन प्रमुख प्रस्तावों को स्वीकृति मिल गई है। इन प्रस्तावों में रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में सीमित वन भूमि उपयोग कर एयरपोर्ट से जुड़े तकनीकी और संरचनात्मक कार्यों को आगे बढ़ाने की अनुमति शामिल है। मंजूरी मिलने के बाद राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड (RVPNL) द्वारा ट्रांसमिशन लाइनों की शिफ्टिंग और अन्य आवश्यक गतिविधियां अब एयरपोर्ट निर्माण के समानांतर गति पकड़ सकेंगी। बैठक में 9.863 हेक्टेयर वन भूमि के उपयोग की अनुमति दी गई है। इससे मौजूदा 220 केवी डबल सर्किट सकतपुरा–मांडलगढ़ ट्रांसमिशन लाइन को शिफ्ट किया जा सकेगा। अंता लाइन की शिफ्टिंग को भी हरी झंडीवहीं 4.4206 हेक्टेयर वन भूमि पर प्रस्तावित 400 केवी PGCIL–अंता लाइन की शिफ्टिंग को भी हरी झंडी दे दी गई है। दोनों ही कार्य RVPNL द्वारा पूरे किए जाएंगे। साथ ही कोटा विकास प्राधिकरण (KDA) द्वारा एयरपोर्ट परिसर के बाहर प्रस्तावित स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम को भी मंजूरी मिल गई है। इस सिस्टम के लिए 0.85 हेक्टेयर क्षेत्र वन भूमि में आ रहा था। इसके उपयोग की स्वीकृति NBWL ने दे दी है। नया ड्रेनेज सिस्टम एयरपोर्ट क्षेत्र से बारिश के पानी का सुरक्षित और व्यवस्थित निपटारा होगा।
फरीदाबाद में थाना डबुआ क्षेत्र में दुकानदार से रंगदारी मांगने और मारपीट करने के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मामला 3 और 12 मार्च की घटनाओं से जुड़ा हुआ है, जिसमें बदमाशों ने दुकानदार को धमकाने के बाद हमला कर नकदी भी लूट ली थी। पुलिस प्रवक्ता यशपाल सिंह ने बताया कि डबुआ कॉलोनी निवासी भारत अदलखा ने पुलिस को शिकायत दी थी कि 3 मार्च को वह अपने पिता के साथ 17 नंबर चुंगी, डबुआ स्थित पानी की दुकान पर बैठा था। इसी दौरान एक गाड़ी में आए तीन युवक वहां पहुंचे और उसे काम बंद करने की धमकी देकर फरार हो गए। यह पहली बार था, जब शिकायतकर्ता को बदमाशों ने रंगदारी के लिए डराने की कोशिश की। शिकायत के अनुसार, 12 मार्च की शाम करीब 6 बजे 5–6 युवक उसकी दुकान पर दोबारा आए। दुकान के अंदर घुसकर आरोपियों ने उसके साथ जमकर मारपीट की और कैश काउंटर से पैसे छीनकर मौके से भाग गए। वारदात के बाद शिकायत पर थाना डबुआ में रंगदारी, लूट, मारपीट सहित संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। बिहार और यूपी के रहने वाले मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध शाखा सेंट्रल की टीम ने जांच शुरू की और तकनीकी निगरानी व गुप्त सूचना के आधार पर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान प्रथम उर्फ पार्थ (23) निवासी मठिया जिला मोतीहारी, बिहार हाल त्यागी मार्किट डबुआ कॉलोनी; दिलशाद उर्फ दिल्ला (22) निवासी सोरम, मुजफ्फरनगर, उ.प्र. हाल गाजीपुर; मुकेश उर्फ मुक्के (22) निवासी फालेंन, जिला मथुरा, उ.प्र. हाल गाजीपुर और सौरव उर्फ सुच्चा (24) निवासी शारिका पुरवा, जिला रायबरेली, उ.प्र. हाल डबुआ कॉलोनी के रूप में हुई है। भड़ाना के साथी हैं चारों, 3 दिन के रिमांड पर पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि वे कमल भड़ाना के साथी हैं और उसी के इशारे पर शिकायतकर्ता की दुकान पर रंगदारी मांगने गए थे। रंगदारी न देने पर उन्होंने दुकानदार से मारपीट की और पैसे छीन लिए। पुलिस ने बताया कि कमल भड़ाना को मुठभेड़ के बाद पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। चारों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस अब उनसे लूटी गई रकम और वारदात में इस्तेमाल वाहन सहित अन्य जानकारियां जुटा रही है।
मैहर जिले की बदेरा पुलिस ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने के मामले में आरोपी संदीप प्रजापति को सिर्फ 24 घंटे में गिरफ्तार कर लिया। पीड़िता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। शिकायत के बाद हुआ केस पीड़िता ने 10 दिसंबर 2025 को शिकायत की थी कि आरोपी संदीप प्रजापति ने शादी का वादा कर उसके साथ दुष्कर्म किया। शिकायत के आधार पर थाना बदेरा में अपराध क्रमांक 316/25 दर्ज किया गया। मामले में आईपीसी की धारा 363, 366, 376(2)(n), 376(2)(f) और पॉक्सो एक्ट की धारा 5(एल), 6 के तहत प्रकरण बनाया गया है। 24 घंटे के भीतर गिरफ्तारी मामला दर्ज होते ही बदेरा पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू कर दी। लगातार तलाश और तकनीकी जांच के आधार पर पुलिस ने संदीप प्रजापति को 24 घंटे के अंदर पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान संदीप प्रजापति (24 वर्ष), पुत्र राम प्रसाद प्रजापति, निवासी भदनपुर, थाना बदेरा, जिला मैहर के रूप में हुई है। इनकी रही सराहनीय भूमिका यह कार्रवाई थाना प्रभारी बदेरा अभिषेक सिंह परिहार के नेतृत्व में एएसआई रमेश प्रसाद ओझा, अरविन्द सिंह, प्रआर मनीष लारिया, आरक्षक संभू राय, गजराज सिंह, चिंतामणि पाण्डेय और सुशील कुमार की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
नर्मदापुरम जिले में समर्थन मूल्य पर जारी धान खरीदी केंद्रों की व्यवस्था देखने गुरुवार को कलेक्टर सोनिया मीना निकली। कलेक्टर मीना ने माखननगर ब्लॉक के महावीर वेयरहाउस, श्रीरंग वेयरहाउस और सीडब्ल्यूसी वेयरहाउस सेमरी हरचंद पहुंची। श्रीरंग वेयरहाउस और महावीर वेयरहाउस पर धान के नॉन एफए क्यू ढेर देख कलेक्टर नाराज हो गई। श्रीरंग वेयरहाउस गुराडिया में खरीदी कर रही माखननगर सोसायटी और महावीर वेयरहाउस पर खरीदी कर रही बागलखेड़ी समिति के प्रबंधक और सर्वेयर को कलेक्टर मीना ने जमकर डांट लगाई। उन्होंने कहा केंद्र पर धान नॉन एफए क्यू थी तो यहां ढेर क्यों लगाया गया। दोनों केंद्रों के समिति प्रबंधकों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए। ग्राम समोन में स्थित महावीर वेयरहाउस केंद्र परिसर में अधिक मात्रा में धान संग्रहण पाए जाने पर भी कलेक्टर ने नाराज हुई। उन्होंने कहा वेयरहाउस के अंदर धान की बोरिया रखने में देरी क्यों हो रही। कलेक्टर ने स्टॉक की जांच करने के लिए टीम को बोला। निर्देश दिए कि 2 दिनों में धान की तुलाई एवं स्टेकिंग पूरी की जाए। कलेक्टर ने कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी स्थिति में नॉन-एफए क्यू धान का उपार्जन न करें। इसके लिए उपार्जन प्रक्रिया पर सतत निगरानी रखें और अपने अधीनस्थ अमले तथा नोडल अधिकारी को भी क्रियोन्मुख करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए उपार्जन कार्य में सर्वेयर की जिम्मेदारी भी तय की जाए। उपखंड स्तरीय समिति को निर्देश दिए की प्रत्येक उपार्जन केंद्र पर उपार्जन संबंधी समस्त आवश्यक संसाधन की उपलब्धता करें। साथ ही निरंतर भ्रमण कर उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण करें। कलेक्टर ने कहा कि जेएसओ एवं तहसीलदार संयुक्त रूप से केंद्रों पर अनावश्यक रूप से भंडारित किए गए धान के ढेर की जांच करें। खरीदी प्रक्रिया में आवश्यकता अनुसार मानव संसाधन बढ़ा कर आर टू टी एवं भुगतान व्यवस्था को चौकस करें। धान की तुलाई, हैंडलिंग एवं उपार्जन संबंधी अन्य प्रक्रियाओं में गति लाने के निर्देश भी उपस्थित अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्होने उपस्थित किसानों से भी चर्चा की। उन्होने किसानों से अपील की कि सभी किसान भाई एफएक्यू मापदण्ड के अनुरूप धान विक्रय के लिए उपार्जन केन्द्रों पर लाएं और असुविधा से बचे। निरीक्षण के दौरान जिला आपूर्ति अधिकारी रश्मि साहू, डीआरसीएस शिवम मिश्रा, जिला प्रबंधक वेयरहाउसिंग वासुदेव दवांडे, माखननगर तहसीलदार महेंद्र चौहान सहित अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
15 साल की नाबालिग के साथ पड़ोसी ने ही रेप कर दिया। बीकानेर के रणजीतपुरा थाना क्षेत्र में पिता ने युवक के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। घटना करीब एक महीना पुरानी है, जिसका मामला गुरुवार को दर्ज हुआ है। पीड़ित लड़की के पिता ने रणजीतपुरा पुलिस को लिखित शिकायत दी है। 25 साल के युवक ने गलत काम किया थानाधिकारी चंद्रजीत सिंह भाटी ने बताया कि थाना क्षेत्र में निवासी एक व्यक्ति ने लिखित शिकायत देकर आरोप लगाए कि करीब एक माह पूर्व की घटना हैं। उसकी 15 वर्षीय बेटी बाहर गई थी। पड़ोस में रहने वाले 25 साल के युवक ने उसके साथ गलत काम किया। बेटी को उसने डरा धमका कर चुप करवा दिया। डर के मारे उसने इस घटना के बारे में घर पर किसी को कुछ नहीं बताया, अब बच्ची ने धीरे धीरे घर पर आपबीती सुनाई तब शिकायत दी हैं। एसएचओ भाटी ने बताया की आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 65 और 3/4 पॉक्सो के तहत मामला दर्ज कर लिया गया हैं। घटनास्थल की जांच करके पीड़िता का मेडिकल बोर्ड से मेडिकल करवा गया हैं। अनुसंधान पुलिस निरीक्षक चन्द्रजीत सिंह भाटी स्वयं कर रहे हैं।
भागलपुर में गुरुवार को वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले के सभी थानों में 'कुर्की–इस्तेहार संकल्प दिवस' के तहत एक विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य विभिन्न मामलों में फरार चल रहे आरोपियों के विरुद्ध न्यायालय के आदेशों का त्वरित और प्रभावी निष्पादन सुनिश्चित करना था। अभियान के तहत, भागलपुर शहरी और मुफ्फसिल थाना क्षेत्रों के पुलिस पदाधिकारियों ने अपने-अपने इलाकों में फरार आरोपियों के घरों पर ढोल-नगाड़े बजाते हुए इस्तेहार चस्पा किए। इसका उद्देश्य अभियुक्तों की जानकारी सार्वजनिक करना और उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई को तेज करना है। डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर बोले- वांटेड अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए कैंपेन विधि-व्यवस्था डीएसपी नवनीत कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने कई स्थानों पर जाकर फरार अभियुक्तों के घरों पर कानूनी नोटिस चस्पा किए। उन्होंने बताया कि यह विशेष अभियान लंबे समय से फरार चल रहे आरोपियों को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा है। इसी क्रम में, सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के कासिमपुर गांव में पुलिस ने धारा 307 के तहत वांछित दो सगे भाइयों, मो. इसराफिन और मो. साहिद के घरों पर ढोल बजाते हुए इस्तेहार चिपकाया। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी एक गंभीर मामले में फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। एक साथ कई थाना क्षेत्रों में चलाया गया अभियान जिले के अन्य थाना क्षेत्रों जैसे एकचरी, जगदीशपुर, गोराडीह, ललमटिया, नाथनगर, मधुसूदनपुर, कजरैली और सबौर में भी पुलिस अधिकारियों ने इसी तरह का अभियान चलाया। इन क्षेत्रों में भी फरार अभियुक्तों के घरों पर नोटिस चस्पा किए गए। कई स्थानों पर पुलिस टीमों ने गांवों और मोहल्लों में सार्वजनिक घोषणाएं भी कीं, ताकि स्थानीय नागरिक फरार अभियुक्तों के बारे में प्रशासन को जानकारी दे सकें। डीएसपी नवनीत कुमार ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ऐसे अभियानों से फरार अभियुक्तों पर दबाव बढ़ता है और न्यायालय के आदेशों का पालन सुनिश्चित होता है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में भी पुलिस इसी प्रकार अभियान चलाकर लंबित कुर्की–इस्तेहार मामलों के निष्पादन की प्रक्रिया तेज करेगी। पुलिस प्रशासन का मानना है कि इस विशेष अभियान से कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने में मदद मिलेगी और फरार अपराधियों पर शिकंजा और कसेगा।
सीकर में बनी सड़क 1 दिन में ही उखड़ गई। यूडीएच मंत्री की मंजूरी से 95 लाख रुपए में बनी ढाई किलोमीटर सड़क को ठेकेदार ने एक दिन में ही बना दिया था। इससे सड़क इतनी घटिया बनी कि लोगों के गुजरने और कुत्ते के पैरों से ही डामर की परत उखड़ने लगी। इस सड़क का शिलान्यास मंत्री ने 9 सितंबर 2025 को किया था। मामला सीकर जिले के श्रीमाधोपुर ब्लॉक के अजीतगढ़ तहसील का है। तहसील की सैंदाला व भगवानपुरा गांव के बीच नई डामर सड़क 10 दिसंबर को बनी थी। ग्रामीणों ने सड़क में घटिया निर्माण सामग्री काम में लेने के आरोप लगाए हैं। लोगों ने सुबह देखा तो उखड़ी मिली सड़कस्थानीय विधायक व यूडीएच राज्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा ने 9 सितंबर को नीमकाथाना-अजमेरी रोड से सैंदाला भगवानपुर तक 2.55 किलोमीटर सड़क का शिलान्यास किया था। इस सड़क निर्माण के लिए 95 लाख रुपए मंजूर हुए थे। लोगों ने बताया कि सड़क का निर्माण 9 दिसंबर को दोपहर करीब 3 बजे शुरू हुआ और 10 दिसंबर को सड़क बनने का काम पूरा हो गया। फिर सुबह जब देखा तो लोगों और कुत्तों के गुजरने के कारण पैरों से सड़क उखड़ गई। ग्रामीणों ने लगाए घटिया निर्माण के आरोपग्रामीणों ने अधिकारियों को फोन कर घटिया निर्माण सामग्री से सड़क बनाने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का आरोप है कि अजीतगढ़ इलाके में PWD अधिकारियों की लापरवाही के कारण ज्यादातर सड़कें ऐसी ही बनी हैं। कुछ इलाकों में सड़कों का हाल ही में किया गया पेचवर्क भी उखड़ गया। लोगों का आरोप- शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहींश्रीमाधोपुर में घटिया सड़क निर्माण को लेकर आमजन परेशान हैं। लोगों का आरोप है कि अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हाे रही है। जलेबी चौक से चीपलाटा तक बनी सड़क को लेकर भी आमजन कई बार शिकायत कर चुके हैं। पेचवर्क भी बार-बार उखड़ रहा है। ब्लॉक की नई सड़कों में भी जगह-जगह गड्ढे हो गए हैं।
निवाड़ी जिले के प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर में हुई चोरी का पुलिस ने गुरुवार शाम खुलासा कर दिया। ओरछा पुलिस ने 72 घंटे के भीतर चोरी का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर दान पेटी सहित नगद रकम बरामद कर ली। यह था पूरा मामला फरियादी मुकेश दीक्षित, निवासी श्याम कॉलोनी, ने 8 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 4 दिसंबर की रात 9 बजे उन्होंने मंदिर का ताला लगाकर घर चले गए थे। अगली सुबह ताला खोलने पर दान पेटी गायब मिली और बगल के गेट की कुंडी टूटी हुई थी। दान पेटी में लगभग 40 हजार रुपए होने का अनुमान था। एसपी ने बनाई टीम थाना ओरछा ने तुरंत अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। एसपी डॉ. राय सिंह नरवरिया के निर्देश पर एएसपी ज्योति ठाकुर और एसडीओपी केके पांडे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रामबाबू शर्मा की टीम बनाई गई। टीम ने मंदिर परिसर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, संदिग्धों पर नजर रखी और सीमावर्ती क्षेत्रों में भी जांच तेज की। इसके बाद पुलिस ने 11 दिसंबर को पुलिस ने दो आरोपियों को पकड़ा। गणेश रैकवार, निवासी लिधौरा जिला टीकमगढ़ से 9181 रुपए नकद और 10 हजार रुपए का मोबाइल फोन बरामद किया। वहीं सुरजन पिता अच्छेलाल कुर्मी, निवासी ग्राम विजयगढ़, झांसी से 5500 रुपए नकद और एक मोबाइल फोन बरामद किया। दोनों आरोपियों ने चोरी की दान पेटी भी पुलिस को सौंप दी। इनकी रही सराहनीय भूमिका इस कार्रवाई में निरीक्षक रामबाबू शर्मा, उपनिरीक्षक मीनेष भदौरिया, आरक्षक रवि बघेल, विक्रम जादौन सहित पूरी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने बताया कि ऐसे मामलों में सतर्कता जारी रहेगी और मंदिरों की सुरक्षा को और मजबूत किया जाएगा।
'कफ सिरप के अंतरराष्ट्रीय अवैध कारोबार को देखते हुए मैंने सीबीआई जांच की मांग की है। संसद में सपा सांसदों ने कफ सिरप का मुद्दा उठाते हुए झूठे तथ्य रखे। मैं इसे लेकर लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिख रहा हूं, जिसमें सपा सांसदों के झूठे तथ्य की ओर ध्यान दिलाकर सदन में उनसे माफी की मांग करूंगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव वन डिस्ट्रिक, वन माफिया की बात कर रहे हैं। क्या उन्हें अपना कार्यकाल याद नहीं, जब उन्होंने वन डिस्ट्रिक वन नकल माफिया पैदा कर दिया था। प्रदेश के लाखों युवाओं का भविष्य खराब कर दिया था।' यह बात दैनिक भास्कर से विशेष इंटरव्यू में धनंजय सिंह ने कही। यूपी से लेकर बांग्लादेश तक फैले कोडीन कफ सिरप मामले में पहली बार धनंजय ने खुलकर किसी मीडिया हाउस से बात की। उन्होंने बताया कि कफ सिरप मामले में गिरफ्तार आलोक सिंह और अमित सिंह टाटा को कैसे जानते हैं? गोसाईंगंज के विधायक अभय सिंह, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और सीएम योगी को लेकर भी खुलकर बात की। साथ ही जिला पंचायत और विधानसभा चुनाव को लेकर अपने पत्ते खोले। पढ़िए पूरा इंटरव्यू… सवाल : आपने कफ सिरप मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी?धनंजय सिंह : कफ सिरप मामला अंतरराज्यीय है। या यूं कहें ये अंतरराष्ट्रीय हो चुका है, क्योंकि इसमें बांग्लादेश का भी नाम आया है। इसी वजह से मैंने इसकी सीबीआई जांच की मांग की। साथ ही इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग को देखते हुए ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) से भी जांच कराने की मांग की थी। क्योंकि, ये पूरा मामला ही तस्करी से जुड़ा है। केस भी मनी लान्ड्रिंग का है। सवाल : अमित टाटा, आलोक सिंह को कैसे जानते हैं? आप पर सियासी हमले भी किए जा रहे?धनंजय सिंह : कुछ मसखरा टाइप के लोग इस तरह की बात कर रहे। मैं आलोक को बचपन से जानता हूं। उनके भाई पुलिस सब-इंस्पेक्टर हैं और हमारे मित्र हैं। जहां आलोक सिंह रहते हैं, वहां मेरी मौसी का घर है। मैं बचपन से आता-जाता रहा हूं। इस वजह से मेरी पहचान है। मैंने कभी भी इन संबंधों को खारिज नहीं किया। अब आलोक सिंह क्या करते हैं, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं। इस मामले में सरकार की ओर से बनी एसआईटी, एसटीएफ और ईडी जांच कर रही है। सारी सच्चाई जनता के सामने आ जाएगी। अमित सिंह टाटा, आलोक के मित्र हैं। कहीं से रिश्ते में भी आते हैं। साथ ही जौनपुर के रहने वाले हैं। हालांकि, ये बात मुझे बाद में पता चली। वाराणसी में सीनियर वकील शशिकांत राय के ये जूनियर रहे हैं। मेरा बनारस में एक केस चल रहा था। उसके सिलसिले में रेगुलर बनारस जाता था, तब इनसे मुलाकात होती थी। सवाल : अखिलेश यादव ने वन डिस्ट्रिक, वन माफिया कहते हुए तंज कसा, क्या कहेंगे?धनंजय सिंह : सपा मुखिया अखिलेश यादव को यह शोभा नहीं देता। जो व्यक्ति खुद एक अखबार के दफ्तर पर हमला करवा चुका हो, वो क्या नैतिकता की बात करेगा? ये वही सपा है, जिसने नकल अध्यादेश समाप्त किया था। सवाल : गोसाईंगंज विधायक अभय सिंह 'कोडीन भैया' बोलकर पूर्वांचल के बाहुबली पर कटाक्ष कर रहे?धनंजय सिंह : यह सवाल तो आपको अभय सिंह से करना चाहिए। इसका जवाब वहीं दे सकते हैं कि उनका इशारा किसकी ओर था? मैं तो कह रहा हूं कि किसी में साहस हो तो नाम लेकर पूछे। सवाल : सपा सांसदों ने लोकसभा में कफ सिरप से काली कमाई और मौत का मुद्दा उठाया, क्या कहेंगे?धनंजय सिंह : आप सड़क पर तो मसखरापन और मिमिक्री कर सकते हैं, लेकिन सदन में इस तरह का हल्का वक्तव्य नहीं देना चाहिए। सपा के तीनों सांसदों ने सदन में झूठे तथ्य रखे। साहस था, तो मेरा नाम लेकर बोलते। यूपी सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर क्लियर किया है। इससे साफ है कि कोडीन सिरप से यूपी में कोई मौत नहीं हुई। ऐसे में तीनों सपा सांसदों को सदन में माफी मांगनी चाहिए। सवाल : अभय सिंह ने आप पर अपने करीबी सरायरासी गांव के संतोष सिंह की हत्या कराने का आरोप लगाया है?धनंजय सिंह : बहुत अच्छा सवाल पूछा आपने। गुड्डू मुस्लिम, जो अभी पुलिस का वांटेड है। उसके साथ मिलकर अभय सिंह ने 15 जनवरी, 1992 को जौनपुर के महाराजगंज में पेट्रोल पंप पर 13 हजार की लूट की थी। इसमें वह अरेस्ट रहे और जौनपुर जेल में बंद रहे। इनका एक कॉलेज है। उसके मैनेजमेंट को लेकर सरायरासी गांव के लोगों से इनकी रंजिश थी। अभय सिंह ने इसी मामले में उन लोगों को फंसाने के लिए गुड्डू मुस्लिम की मदद से संतोष सिंह की हत्या कराई और मेरा नाम उछाल दिया। सवाल : एक मर्डर अभिषेक सिंह का हुआ था, यूनिवर्सिटी में किसी टेंडर का मामला था?धनंजय सिंह : अभय सिंह ने झूठ बोला है। उस घटना के कई चश्मदीद जीवित हैं। आप खुद इसकी एफआईआर निकालें। इन्होंने समझौते किए हैं। खुद हत्या कराई। इन्होंने लाशों पर समझौते कराए। यूनिवर्सिटी के कई क्षत्रीय लड़के मरे हैं। एक आजमगढ़ के अजय सिंह थे। वो हबीबउल्ला हॉस्टल में रहते थे। उनकी हत्या अपने खास शूटर धनंजय फौजी से कराई और मुझे बदनाम किया। सवाल : अभय सिंह कहते हैं कि धनंजय का लक्ष्य हमेशा से धन लोलुपता का रहा?धनंजय सिंह : लखनऊ यूनिवर्सिटी में इंट्रेंस टेस्ट होता था। मैंने इलाहाबाद और लखनऊ दोनों के इंट्रेंस टेस्ट को क्वालीफाई किया था। लेकिन, मैंने और मेरे साथियों ने लखनऊ यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया। 1992 में इन्होंने बस्ती में अपने मामा मदन सिंह के साथ लूट की थी। यूनिवर्सिटी में आए तो एक-दो रुपए के लिए झगड़ा करते थे। हमारे एक साथी थे कालीचरण, उन्हें लेकर बाइक से एग्जाम दिलाने गए और वहां झगड़ा कर लिया। कट्टे से गोली चला दी। 307 का मुकदमा दर्ज हुआ। हमारे परिवार के आदेश सिंह वकील रहे हैं। पहला मुकदमा इन पर दर्ज हुआ। हर घटना में वही सरगना और गैंग लीडर रहे हैं। मैं इस व्यक्ति के ऊपर कुछ बोलना नहीं चाहता था, लेकिन इसने मुझे मजबूर किया। सवाल : 2002 में बनारस पर आप पर जानलेवा हमला हुआ। आपने अभय सिंह को आरोपी बनाया, क्यों?धनंजय सिंह : मुझे विश्वास नहीं कि मेरे ऊपर अभय सिंह हमला करा सकते हैं। कई लोग मुझसे ऐसा कह रहे थे, लेकिन मैं भरोसा नहीं कर पा रहा था। क्योंकि, मैंने उसकी जान बचाई थी। ये बात 1995 की है। एक स्कूल में सीनियर सुनील गुप्ता को लेकर अभय गए थे। सुबह 7 बजे की बात है। मुझे जगाकर ले गया था। वहां उसने कट्टे से गोली चला दी। पब्लिक ने पकड़ लिया और मारने लगे। उसके सभी साथी भाग गए थे। मैंने किसी तरह लड़ते-झगड़ते भीड़ से बचाकर इसे निकाला था। मेरे भी बच्चे हैं और उनके भी बच्चे हैं, कसम खाकर पूछ सकते हैं। बहुत सी बातें हैं, मैंने खोला, तो समाज में बेनकाब हो जाएंगे। सवाल : बनारस जानलेवा हमले से जुड़े मामले में आरोपियों को ट्रायल कोर्ट ने बरी कर दिया?धनंजय सिंह : ये अनोखा केस है। गैंगस्टर में गैंग लीडर अभय सिंह थे। पुलिस की जांच में गैंग लीडर ही केस से निकाल दिया जाता है। ये 2002 में ये बसपा से चुनाव लड़े थे, हालांकि हार गए थे। इन्होंने बनारस में मेरे ऊपर गोली चलाई थी। उनका साला भी था। मेरे हाथ में चोट आई और मेरे साथी की आंख चली गई। फिर 11 अक्टूबर, 2002 में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। किसी भी समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया। हमने समर्थन वापस ले लिया। मैं निर्दलीय विधायकों का प्रवक्ता था। सरकार के खिलाफ पहला बयान दिया था। इस कारण सरकार हम लोगों से नाराज थी। अचानक 13 अक्टूबर को अभय सिंह ने बनारस के मेरे प्रकरण में नाटकीय ढंग से आत्मसमर्पण कर दिया। उसने झूठे तथ्य बनाने के लिए अपना और अपने साले का एक्सीडेंट दिखा दिया। दोनों एक सरकारी पीएचसी में भर्ती हो गए। आप सोच सकते हैं, जो विधानसभा का चुनाव लड़ा हो और उसका एक्सीडेंट हो जाए तो किसी को पता न चले। उनके पिता को भी इस एक्सीडेंट का पता नहीं चला। फिर बनारस पुलिस ने अभय सिंह के पिता को गिरफ्तार कर लिया। मैंने ही पुलिस को बोलकर उन्हें छुड़ाया। क्योंकि, वे लखनऊ हॉस्टल आते रहते थे। मैं आज भी उनका सम्मान करता हूं। मुझे पता था कि कोई पिता अपने बेटे को गोली चलाने के लिए नहीं कहेगा। वह फर्जी कागज तैयार करने के लिए अस्पताल में भर्ती हुआ था। सवाल : अभय सिंह आरोप लगाते हैं कि उन पर ज्यादातर मुकदमे धनंजय सिंह के दबाव में हुए?धनंजय सिंह : झूठ बोलते हैं। वो हमेशा सरकार के करीबी रहे। मैं 2002 में विधायक बना। कुछ समय बाद ही सरकार से समर्थन वापस लेने पर मेरे, राजा भैया और कुंवर अक्षय प्रताप पर कई फर्जी मुकदमे लाद दिए गए। मुख्तार अंसारी और ये लोग उस समय सरकार का समर्थन कर रहे थे। हमारे ऊपर कई मुकदमे जौनपुर में दर्ज कराए। 2003 में सपा की सरकार बनी। 2004 में लोकसभा चुनाव को लेकर मेरी सरकार से अनबन हो गई। सरकार का समर्थन करने वाले सभी निर्दलीयों को मंत्री बनाया गया था। मैंने 2004 में लोकसभा का टिकट मांगा था। मुलायम सिंह ने इसका आश्वासन भी दिया था। बाद में बोला गया कि सपा से लड़ जाइए। मैं तैयार हुआ, लेकिन टिकट नहीं मिला। मैं लोजपा से लोकसभा चुनाव में उतर गया। सरकार विरोध में आ गई। फिर 2007 में जेडीयू से विधायक बना। 2009 में बसपा से सांसद चुना गया। लेकिन, 2011 में विवाद के चलते बसपा से निकाल दिया गया। मुझे जेल भेज दिया गया। बहनजी से मेरे अच्छे संबंध थे। मैंने अपने जिले में पार्टी को मजबूत भी किया था। लेकिन, कुछ लोगों ने बहनजी को मिसगाइड कर दिया था। इसके चलते उन्होंने मुझे पार्टी से निलंबित कर दिया। मैं तो बसपा पार्टी के डी रजिस्ट्रेशन के लिए चुनाव आयोग में भी गया था। क्योंकि कोई पार्टी जाति-धर्म के आधार पर वोट नहीं मांग सकती। लेकिन, चुनाव आयोग से पता चला कि वह रजिस्ट्रेशन तो कर सकती है। डी रजिस्ट्रेशन का पावर उसके पास नहीं है। बाद में मैंने चुनाव आयोग को सशक्त बताने के लिए संसद में मामला भी उठाया था। सवाल : मुलायम सिंह और मौजूदा अखिलेश यादव में तुलनात्मक रूप से कौन ज्यादा अच्छा है?धनंजय सिंह : दोनों में जमीन-आसमान का अंतर है। मुलायम सिंह वैसे नेता थे, जिनका पार्टी लाइन से बाहर भी आदर-सम्मान था। अयोध्या में रामसेवकों पर गोलीकांड के बाद भी उनकी हर पार्टी के लोगों में इज्जत थी। सदन में भी वे पक्ष-विपक्ष के विधायकों के लिए समान रूप से हैंडपंप और सड़कों का काम कराते थे। सवाल : मौजूदा सीएम योगी पर ठाकुरवाद का आरोप लगता है, क्या कहेंगे?धनंजय सिंह : क्षत्रीय कभी जाति की राजनीति नहीं करता। मैं तो अक्सर पूर्व पीएम चंद्रशेखर जी का उदाहरण देता हूं। जब उन पर भी यही आरोप लगा, तो उन्होंने कहा था कि मैंने इसी कारण नाम से टाइटल हटा दिया। साथ में यह भी कहा कि मैं क्षत्रियों का नेता होता तो पूरे देश की स्थिति कुछ और होती। क्षत्रिय पूरे समाज को लेकर चलता है। उसे जब भी मौका मिला, चाहे वो वीपी सिंह हों, जिन्होंने मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू कर ओबीसी को आरक्षण दिया। या फिर अर्जुन सिंह हों, जिन्होंने उच्च शिक्षा में आरक्षण लागू कर गरीब और समाज के उपेक्षित तबकों को अवसर दिया। सत्ता मिलने पर क्षत्रियों ने हमेशा ही न्याय किया है। क्षत्रियों की कोई ऐसी पार्टी नहीं, जो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी या फैमिली लिमिटेड कंपनी हो। लोगों को पढ़ना चाहिए। क्षत्रियों का त्याग भी देखना चाहिए। सिर्फ आलोचना नहीं करनी चाहिए। आजादी के बाद राजपूत राइफल्स में कितने लाेग शहीद हुए, इसे भी देखना चाहिए। सवाल : मायावती, अखिलेश और सीएम योगी में से किसका कार्यकाल अच्छा लगा?धनंजय सिंह : तीनों मुख्यमंत्रियों के दौर का समय अलग-अलग था। आज सोशल मीडिया का जमाना है। इससे परसेप्शन बन जा रहा है। बात ट्रांसपेरेंसी के रूप में काम करने की करें, तो इसमें मौजूदा सीएम योगी के कार्यकाल अच्छा मानूंगा। साथ ही बहन मायावती का भी कार्यकाल अच्छा रहा था। लेकिन, सबसे ज्यादा सवाल सपा के कार्यकाल में उठा। हमारे प्रदेश में आज भी किसान चाहता है कि उसका बच्चा पढ़-लिखकर सरकारी नौकरी पा जाए। इसके लिए वो अपने बच्चों को इलाहाबाद, लखनऊ भेजकर यूपीएससी की तैयारी कराता है। हमने देखा है उस दौरान में जिन्होंने यूपीएससी के इंटरव्यू दिए, आज वो सरकारी स्कूल में टीचर बनकर पढ़ा रहे। हर साल 40-50 लाख छात्र यूपीएससी की परीक्षा देते हैं। लेकिन, सपा के कार्यकाल में यूपी सर्विस पब्लिक कमीशन को एक व्यक्ति का कमीशन बना दिया गया था। 2012 से 2017 के बीच में ऐसे-ऐसे यूपीएससी के सेंटर बनाए गए, जहां बोर्ड के सेंटर नहीं बनते थे। पारदर्शी सरकारें जनहित का काम करती थीं। यही कारण रहा कि सपा की 2014 और 2017 में दुर्दशा हुई। कोई भी सरकार किसी जाति विशेष या पार्टी विशेष की नहीं होती। प्रदेश के सभी लोगों की होती है। पद मिलता है और प्रदेश के मुखिया बनते हैं। इसलिए प्रदेश के हित में काम करना चाहिए। मायावती जी ने अच्छा काम किया। योगी आदित्यनाथ भी कर रहे। जरा भी गड़बड़ी हुई, तो परीक्षा कैंसिल करके फिर से कराई गई। सवाल : लखनऊ यूनिवर्सिटी में पढ़ने गए थे, क्या लक्ष्य लेकर गए थे?धनंजय सिंह : मेरे दो ही लक्ष्य थे। पहला सपना कम्बाइंड डिफेंस सर्विस में जाने का था। सोचा था कि 8-10 साल फौजी के रूप में काम करूंगा। फिर आकर चुनाव लड़ूंगा। ये मेरा डे फर्स्ट से लक्ष्य तय था। मेरे पिता जीवित हैं। चाहें, तो आप पूछ सकते हैं। पहला सपना तो नहीं पूरा हुआ। लेकिन, कोशिश है कि ट्यूटोरियल आर्मी के तौर पर भर्ती होकर अपनी ये इच्छा पूरी करूंगा। सवाल : बाहुबली का तमगा कैसे लगा? क्या धनंजय सिंह को ये तमगा पसंद है?धनंजय सिंह : बाहुबली मीडिया का दिया हुआ तमगा है। मुकदमों की बात करें, तो बसपा सरकार में मुलायम सिंह पर विवेकाधीन कोष के दुरुपयोग पर एक दिन में 42 मुकदमे दर्ज हो गए थे। सरकार से समर्थन वापस लेने पर एक महीने के अंदर मुझ पर 12 मुकदमे लाद दिए गए थे। राजा भैया के पिता की अवस्था 75 साल थी, उन पर पोटा लगा दिया था। उनके घर से एके-47 की बरामदगी दिखा दी गई थी। जब सत्ता से लड़ रहे होते हैं, तो ऐसी एफआईआर दर्ज होती रहती हैं। हां, छात्र जीवन में लड़ाई-झगड़े होते थे। वो उम्र भी इतनी समझदारी की नहीं होती। उस समय जरूर मुकदमे दर्ज हुए। सवाल : धनंजय सिंह का अगला सियासी कदम क्या होगा? विधानसभा चुनाव लड़ेंगे?धनंजय सिंह : विधानसभा 2027 की तैयारी चल रही है। हालांकि, मेरे मामले में एक पेंच है। मेरा एक प्रकरण कोर्ट में लंबित है। फैसला आने पर ही कुछ तय होगा। इससे पहले जिला पंचायत का चुनाव है। मेरी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। सामान्य सीट रही, तो वो फिर से चुनाव लड़ेंगी। सवाल : आपका झुकाव धार्मिक गतिविधियों की ओर हुआ है। क्या ये पत्नी का प्रभाव है?धनंजय सिंह : मैं जन्म से सनातनी हूं। 5-6 बार द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर चुका हूं। ये बात जरूर है कि जब घर में सुख-शांति होती है, तो उस तरह का वातावरण बनता है। वैसे भी गृहिणी लक्ष्मी होती है। उनकी पूजा-पाठ में रुचि रहती है। इसका असर भी दिखता है। सवाल : आपकी हर गाड़ी का नंबर 9777 है। इसकी कुछ खास वजह?धनंजय सिंह : इसका भी एक बड़ा कारण है। 2007 की बात है, मैं तिरुपति के दर्शन करने गया था। वहां मैंने देखा कि तिरुमला ट्रस्ट की गाड़ियों का नंबर 9777 था। इसके बाद मैंने 2011 में एक साथ 3 गाड़ियां खरीदीं। जब नंबर की बात आई, तो तिरुमला ट्रस्ट की गाड़ियों के आधार पर नंबर चुन लिया। तब से इसी सीरीज का नंबर लेता रहा हूं। देखने में भी अच्छा लगता है। सवाल : इतनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद कैसे खुद को फिट रखते हैं?धनंजय सिंह : मैं नियमित तौर पर व्यायाम करता हूं। नशे से दूर रहिए। स्वस्थ जीवन ही स्वस्थ मानसिकता का लक्षण है। मैं कभी भी अपने जीवन में विचलित नहीं हुआ। चाहे कितनी ही कठिनाई क्यों नहीं आई। कई बार मैं सरकारों से भी लड़ा हूं। सवाल : आज भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं की आर्थिक मदद करते हैं?धनंजय सिंह : ज्ञान सबसे अधिक जरूरी है। किसी को नौकरी मिल जाए, ये उसका भाग्य। हमारे साथ पढ़े लड़कों ने चार-चार बार इंटरव्यू दिए, लेकिन सिलेक्शन नहीं हुआ। शिक्षा ज्ञान के लिए होनी चाहिए, सिर्फ नौकरी के लिए नहीं। मैं मानता हूं कि हमारे जीवन में कुछ गलतियां हुई होंगी। युवा विद्रोही होता है। युवाओं से कहना चाहता हूं कि उन्हें धैर्य रखना चाहिए। ये जीवन में बहुत जरूरी है। सवाल : आपकी और अभय सिंह की दोस्ती की कोई अच्छी यादें, जो याद हो?धनंजय सिंह : अभय सिंह ने एक बात तो सही बोली कि छात्रावास आवंटन में उनकी भूमिका थी। उन्होंने मुझे मौसी का लड़का बोलकर हॉस्टल दिलाया था। हम लोगों से पहले वो यूनिवर्सिटी में अकेले थे। हम 3-4 लोग पहुंचे, तो एक अच्छा ग्रुप बन गया। हमारे वार्डन यूडी मिश्रा थे। मैं झूठ नहीं बोलूंगा, मेरे और अभय सिंह के बीच की कई अच्छी यादें थीं। मैं झूठ से बचता हूं। एक झूठ को छिपाने के लिए 10 झूठ बोलने पड़ते हैं। छात्र जीवन में कम पैसे मिलते थे। खूब पैदल चलते थे। रविवार को मेस बंद रहता था, तो मिलकर खाने में दाल-चावल और चोखा बनाते थे। सवाल : खाना बनाना आता है? क्या खास बना लेते हैं?धनंजय सिंह : हां, मैं आज भी दाल और चोखा बना लेता हूं। अच्छी सब्जी भी बना लेता हूं। जब नॉनवेज खाता था, तो बढ़िया बना लेता था। कुछ समय पहले नॉनवेज छोड़ दिया है। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें- कफ सिरप कांड में धनंजय सिंह का नाम क्यों, आरोपी अमित-आलोक से क्या संबंध योगी सरकार के ‘ऑपरेशन क्लीन’ ने यूपी में कोडीन युक्त कफ सिरप (फेंसिडिल) के देश के सबसे बड़े अवैध नेटवर्क की कमर तोड़ दी है। प्रदेश के 40 जिलों में ये नेटवर्क चल रहा था। अब तक सोनभद्र, गाजियाबाद और रांची से 3.50 लाख से ज्यादा शीशियां जब्त हो चुकी हैं। 128 एफआईआर दर्ज हैं। 1166 ड्रग लाइसेंस निरस्त किए गए। पढ़िए पूरी खबर...
पानीपत के इसराना में गोली चलाने के मामले में फरार चल रहे बदमाशों ने बीती रात पीड़ित के घर पर ईंटें बरसाईं। उन्होंने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया और परिवार को जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित परिवार ने ग्रामीणों के साथ रात को ही इसराना थाने पहुंचकर पुलिस को घटना की जानकारी दी और फरार बदमाशों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। मामले के अनुसार, गांव इसराना निवासी देवेंद्र ने बताया कि 20 नवंबर 2025 को पांच बदमाशों ने उनके बेटे साहिल पर गोली चला दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। सभी बदमाश गांव के ही रहने वाले हैं। तीन बदमाश अब भी फरार पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन तीन बदमाश अभी भी फरार चल रहे हैं। इनमें हितेश आर्य उर्फ सन्नी और योगेश शामिल हैं। पीड़ित परिवार ने बताया कि 9 दिसंबर को उन्होंने एसपी पानीपत से भी बदमाशों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई थी। इसके बावजूद बदमाशों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और वे खुलेआम गांव में घूम रहे हैं, पुलिस को चकमा देकर निकल जाते हैं। आज सुबह भी ग्रामीणों ने इसराना थाने पहुंचकर बदमाशों द्वारा रात में की गई इस हरकत की जानकारी दी और उनकी गिरफ्तारी की मांग दोहराई।
मुजफ्फरपुर में जिला प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीम ने गुरुवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। शहर के व्यस्त मोतीझील से कल्याणी चौक तक सड़क किनारे से बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण और दुकानों को हटाया गया। करीब 500 मीटर के दायरे में अतिक्रमण हटाकर कई दुकानों का सामान जब्त किया गया। यह कार्रवाई दंडाधिकारी की निगरानी में की गई, जिसमें सुरक्षा के लिए भारी पुलिस बल तैनात था। टीम ने सड़क किनारे बनी अवैध फुटपाथ दुकानों के सामानों को जब्त किया। अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को दोबारा फुटपाथ पर सामान न फैलाने की सख्त चेतावनी दी गई। अभियान के दौरान, कई अतिक्रमणकारियों पर जुर्माना लगाया गया। साथ ही, अवैध रूप से खड़े कई वाहनों का चालान भी काटा गया, जिससे अवैध पार्किंग पर भी शिकंजा कसा गया। अभियान में शामिल अधिकारियों ने बताया कि शहर को अतिक्रमण मुक्त बनाना और यातायात जाम की समस्या को खत्म करना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि शहर की यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के लिए ऐसे अभियान भविष्य में भी लगातार जारी रहेंगे।
हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने यमुनानगर में राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेत्री नवजोत कौर सिद्धू को दिलेर बताया, जिन्होंने कांग्रेस के अंदर की राजनीति सबके साथ रख दी। अनिल विज गुरुवार को यमुनानगर में लगने वाले थर्मल पावर प्लांट के संबंध में यहां आए थे। यहां मार्केट कमेटी के चेयरमैन राकेश त्यागी के आवास पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि थर्मल पावर प्लांट का कार्य शुरू हो चुका है। टेंडर प्रक्रिया चालू की जा चुकी है। समय पर इस यूनिट को तैयार कर दिया जाएगा। कांग्रेस बताए, किस पोलिंग एजेंट पर कार्रवाई की- विज मीडिया से बातचीत में अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस आज तक देश के लोगों यह नहीं समझा पाई कि वह किस आधार पर वोट चोरी का मुद्दा उठा रही है। कांग्रेस का पोलिंग एजेंट भी होता है और मतदाता सूची को ठीक करने के लिए चुनाव आयोग भी पूरा एक महीने का समय देता है। कांग्रेस बताए कि उन्होंने अपने किस पोलिंग एजेंट के खिलाफ कार्रवाई की। वोट चोरी हुई तो कांग्रेस के MLA इस्तीफा दें उन्होंने कहा कि आजकल राहुल गांधी हर जगह वोट चोरी से सरकार बनने की बात कह रहे हैं। अब जिन सीटों से कांग्रेस के MLA जीते हैं, तो मर्यादा कहती है कि अगर मतदाता सूची गलत है तो उनके विधायकों को इस्तीफा दें। क्योंकि इस मतदाता सूची से प्रत्येक उम्मीदवार ने अपना चुनाव लड़ा है। कांग्रेस वालों को अपने विषय का ज्ञान नहीं है। यह अपनी कमजोरी को छुपाना चाहते हैं। नवजोत कौर सिद्धू दिलेर- अनिल विजअनिल ने कांग्रेस नेत्री नवजोत कौर सिद्धू के 500 करोड़ रुपए में मुख्यमंत्री बनने के बयान पर कहा कि वे दिलेर हैं। उन्होंने कांग्रेस की अंदर की राजनीति बता दी कि कांग्रेस के अंदर मुख्यमंत्री कैसे बनाते हैं। उन्होंने जनता के सामने बता दिया कि कांग्रेस में किस तरह से संगठन चलता है।
पंजाब में गैंगस्टर्स को खत्म करने का अभियान तेज कर दिया गया है। गुरदासपुर की बटाला पुलिस ने गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के दो शूटरों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। डीआईजी बॉर्डर रेंज अमृतसर संदीप गोयल ने बताया कि डीजीपी पंजाब गौरव यादव के दिशा-निर्देशों के तहत पुलिस गैंगस्टर्स को खत्म करने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है।यह गिरफ्तारियां 12 सितंबर को गांव मूलियांवाल में कुलवंत सिंह की हत्या के मामले में की गई हैं। इसकी जिम्मेदारी जग्गू भगवानपुरिया ने ली थी। पुलिस इस मामले को लेकर स्पेशल टीम बनाई थी। जिसके बाद आरोपियों को ट्रेस किया गया। कई मामलों में वांछित हैं दोनों गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सैम मसीह निवासी तेलियांवाल और नवजोत सिंह उर्फ मनी निवासी तेलियांवाल के रूप में हुई है। पुलिस ने बताया कि दोनों फिरौती मांगने और हत्या की कई वारदातों में वांछित थे। सैम पर पुलिस जिला बटाला के थानों में हत्या और असला एक्ट के तहत कई केस दर्ज हैं। उसे पहले थाना डेरा बाबा नानक की पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था। 29 अक्टूबर 2024 को जमानत पर बाहर आया था। नवजोत सिंह के विरुद्ध हिमाचल प्रदेश के थाना परवाणु, जिला सोलन में एनडीपीएस एक्ट के तहत एक केस दर्ज है। सैम ने पुलिस को बताया कि वह अमृतपाल सिंह उर्फ वादी निवासी दालम और जग्गू भगवानपुरिया के इशारे पर वारदातें करता है। घर में घुसकर मारी थी गोली, गैंगस्टर ने ली थी जिम्मेदारी यह गिरफ्तारियां 12 सितंबर को गांव मूलियांवाल में कुलवंत सिंह की हत्या के मामले में की गई हैं। कुलवंत सिंह की हत्या घर में घुसकर गोली मारकर की गई थी। इसकी जिम्मेदारी जग्गू भगवानपुरिया ग्रुप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ली थी। मृतक की पत्नी सर्बजीत कौर की शिकायत पर थाना सदर में केस दर्ज किया गया था। एसएसपी बटाला डॉ. मेहताब सिंह के निर्देश और एसपी इन्वेस्टिगेशन संदीप वडेरा की निगरानी में डीएसपी (डी) समीर सिंह और सीआईए स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर सुखराज सिंह ने आरोपियों को ट्रेस किया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डीएसपी राजेश कक्कड़, इंस्पेक्टर सुखराज सिंह और एसएचओ बिक्रम सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
धार में एक दिव्यांग युवती से दुष्कर्म का मामले में सौतेले पिता को आजीवन कारावास की सजा मिली है। कोर्ट ने कहा कि आरोपी जीवन भर जेल में रहेगा। उस पर 30 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। फैसला गुरुवार को सुनाया गया। जानकारी के अनुसार, पीड़िता की उम्र 22 साल थी। उसका मानसिक स्तर चार साल की बच्ची जैसा था। वह आरोपी का नाम ठीक से नहीं बता पा रही थी। मामले की गंभीरता देखकर नौगांव पुलिस ने जांच शुरू की। पुलिस ने मानसिक रोग विशेषज्ञ से भी सलाह ली। मां ने कहा था- बच्ची के साथ गलत हुआ हैअतिरिक्त लोक अभियोजक शरद कुमार पुरोहित ने बताया कि 3 दिसंबर 2023 को वन स्टॉप सेंटर धार की प्रशासक और नौगांव थाने में पीड़िता की ओर से आवेदन आया। पीड़िता की मां ने कहा कि उनकी दिव्यांग बेटी के साथ गलत काम हुआ है। 9 दिसंबर को पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया। पुलिस ने दो संदिग्धों के सैंपल जांच के लिए भेजे। जांच में आरोपी के डीएनए से दुष्कर्म की पुष्टि हुई। डीएनए रिपोर्ट मिलने के बाद नौगांव पुलिस ने मामला दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया और जांच की। अदालत ने आरोपी को आजीवन कारावास और 30 हजार रुपए जुर्माने की सजा दी।
सीतामढ़ी में गुरुवार की शाम 7.45 बजे बस और ट्रक की जोरदार टक्कर हो गई। इसमें दोनों गाड़ियों के चालकों की मौत हो गई। दोनों चालकों के शरीर स्टेयरिंग में ही फंस गए थे। लोगों ने कड़ी मशक्कत कर शवों को बाहर निकाला है। हादसा इतना भीषण था कि बस में सवार कई यात्री घायल होकर सड़क किनारे गिर पड़े। घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। घटना सीतामढ़ी-भिट्ठामोड़ NH-287 के पास सुरसंड प्रखंड के रामबाग गांव में घटी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद बस के आगे का हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। दर्जनभर से अधिक यात्री घायल बताए जा रहे हैं। तेज रफ्तार के कारण हादसा प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, गायत्री बस सीतामढ़ी से भिट्ठामोड़ की ओर तेज रफ्तार में जा रही थी। इसी दौरान सामने से आ रहे ट्रक की तेज रोशनी और असंतुलन के कारण दोनों वाहनों में जबरदस्त सीधी टक्कर हो गई। तेज रफ्तार के कारण बस का अगला हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया। ट्रक भी सड़क किनारे बाईं ओर औंधा होकर रुक गया। टक्कर की तेज आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और बचाव कार्य में जुट गए। कुछ ही देर में सुरसंड थाना और भिट्ठामोड़ थाना की पुलिस भी पहुंच गई। ग्रामीणों के सहयोग से यात्रियों को बाहर निकालना शुरू किया गया। टक्कर इतनी भयावह थी कि दोनों वाहन चालकों के शरीर स्टेयरिंग में ही फंस गए। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों और पुलिस ने घंटों मशक्कत कर बस चालक के शव को बाहर निकाला, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था। दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए सीतामढ़ी सदर अस्पताल भेज दिया गया। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से सभी घायलों को तुरंत सुरसंड पीएचसी लाया गया। वहां प्रारंभिक इलाज के बाद गंभीर रूप से घायल यात्रियों को सीतामढ़ी सदर अस्पताल रेफर किया जा रहा है। घटना के बाद इलाके में चीख-पुकार मच गई और सड़क पर लंबा जाम लग गया। बस और ट्रक को सड़क किनारे हटाने के बाद यातायात बहाल किया गया। घायल यात्रियों की पहचान दुर्घटना में कई यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों की पहचान इस प्रकार हुई है, नीतू कुमारी और उनका बेटा आयुष कुमार, निवासी भुतहा, चरौत; रोशन कुमार झा, निवासी श्रीखंडी भिट्ठा; बबीता कुमारी, श्रीखंडी भिट्ठा; राम प्रताप मुखिया, चरौत; पल्लवी कुमारी और उनके पिता राजकुमार साह; सुनील यादव, बारा जिला (नेपाल); रणजीत कुमार, मतौन; राम सागर साह; बस खलासी शंकर साह हैं। सभी घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। विधायक ने CM से की बात हादसे की सूचना मिलते ही नगर पंचायत अध्यक्ष पप्पू कुमार चौधरी अस्पताल पहुंचे और घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजवाया। वहीं, नव निर्वाचित सुरसंड एनडीए विधायक प्रो. नागेंद्र राउत ने डीएम से बात कर अतिरिक्त एम्बुलेंस और चिकित्सकीय कर्मियों की तत्काल व्यवस्था करने का निर्देश दिया। विधायक ने पूरे मामले की जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी दी है। अधिकारियों ने संभाला मोर्चा चोरौत, पुपरी और परिहार से एम्बुलेंस मंगाई गईं। सभी घायलों को प्राथमिक इलाज के बाद सीतामढ़ी सदर अस्पताल रेफर किया गया। सुरसंड के बीडीओ कृष्णा राम भी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और स्थिति की निगरानी की। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है और दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है।

