Andhra Pradesh में बोले राजनाथ सिंह, जनता की आंखों में धूल झोंक रही है कांग्रेस, उसके DNA में तुष्टिकरण की राजनीति

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में 'बौद्धिक सम्मेलन' को संबोधित किया। राज्य में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ हो रहे है। अपने संबोधन में राजनाथ ने कहा कि जब भी मुझे आंध्र प्रदेश आने का अवसर मिलता है तो मुझे यहां का जीवंत कल्चर, जबरदस्त संभावनाएं अपनी ओर आकर्षित करता है। वर्ष 2013 में जब आंध्र प्रदेश का विभाजन हुआ तो बहुत सारे बकाया मुद्दों का समाधान कांग्रेस ने नहीं दिया था। उन्होंने कहा कि रिलीजन के नाम पर देश को बांटने वाली कांग्रेस आजादी के बाद पहले दिन से ही समाज को बाँटने वाली तुष्टिकरण की राजनीति करती चली आ रही है। तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति कांग्रेस के DNA में है। इसे भी पढ़ें: Lok Sabha Elections: 29 अप्रैल को राजनाथ सिंह लखनऊ में तो स्मृति अमेठी में करेंगी नामांकन राजनाथ ने कहा कि जब केंद्र में कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार थी तो उन्होंने ‘रंगनाथ मिश्र कमीशन’ और ‘सच्चर कमीशन’ का गठन किया था। इन दोनों कमीशनों का उद्देश्य था कि कैसे एक संप्रदाय विशेष को अल्पसंख्यक कल्याण के नाम पर तरजीह दी जाए। स्वयं पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी ने कहा था कि इस देश के संसाधनों पर पहला अधिकार अगर किसी का है तो अल्पसंख्यकों का है और खासकर मुसलमानों का है। मेरा मानना ​​है कि यह असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि वह आंध्र प्रदेश की कांग्रेस सरकार ही थी जिसने यहाँ कांग्रेसी के ‘कम्युनल एजेंडे’ की पहली लेबोरेटरी बनाई थी और यहाँ पर मुस्लिम समुदाय को कंस्टीट्यूशन की धज्जियाँ उड़ाते हुए सरकारी नौकरियों में मजहब के आधार पर आरक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि यह आंध्र प्रदेश में SC/ST और OBC को मिले आरक्षण में से कमी करके मुसलमानों को आरक्षण देने का प्रयास किया गया और वोटबैंक की राजनीति के चलते डर्टी गेम खेला गया। मगर आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने इस निर्णय पर रोक लगा दी। उसके बावजूद, साल 2004 से 2010 के बीच कांग्रेस ने 4 बार आंध्र प्रदेश में ‘मुस्लिम रिजर्वेशन’ लागू करने की कोशिश की। लेकिन कानूनी अड़चनों और सुप्रीम कोर्ट की जागरूकता के कारण वो अपने मंसूबे पूरे नहीं कर पाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कहती है कि प्रधानमंत्री झूठ बोल रहे हैं जबकि सच्चाई यह है कि कांग्रेस खुलेआम इस देश की जनता की आँखों में धूल झोंक रही है। भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस ने जो अपना मैनिफेस्टो बनाया है, उसमें उसने जो जो वादे किए हैं, वे इस देश और समाज में नया डिवीज़न पैदा करेंगे। कांग्रेस के घोषणा पत्र में माइनॉरिटीज़ वाले चैप्टर में सेक्शन 3 और 6 को साथ में पढ़ने पर साफ़ हो जाता है कि कांग्रेस क्या करना चाह रही है। मेरी चिंता इससे भी कहीं अधिक बड़ी है क्योंकि कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में जो कुछ भी ‘माइनॉरिटी वेलफेयर’ के नाम पर कहा है, वह ‘सच्चर कमेटी’ की रिपोर्ट से प्रभावित है। इसे भी पढ़ें: सियाचिन बेस कैंप का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह किया दौरा, बोले- यह भारत के शौर्य और पराक्रम की राजधानी है उन्होंने कहा कि इस कांग्रेस मैनिफेस्टो में सरकारी नौकरियों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण का संकेत दिया है, जो यदि लागू किया, तो उसमें सशस्त्र बल को भी इसके दायरे में ले सकता है। यह देश की एकता-अखंडता को प्रभावित करने वाला विचार है। यह इस देश के लिए बहुत भयावह स्थिति होगी। उन्होंने कहा कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी सरकार के खजाने हमेशा खाली रहे हैं। इसके बावजूद आज आन्ध्र प्रदेश 13.5 लाख करोड़ के कर्ज मे डूबा हुआ है। जबकि हर Tax को YSRCP सरकार ने बढ़ा दिया है। आंध्र प्रदेश के हर व्यक्ति के सिर पर 2 लाख रुपये का क़र्ज़ लदा हुआ है।

प्रभासाक्षी 24 Apr 2024 3:32 pm

Andhra Pradesh: CM रेड्डी की रैली में भावुक हुए राज्य के शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री ने कहा- वह मेरे पिता समान

रैली को संबोधित करते हुए सीएम रेड्डी ने राज्य शिक्षा मंत्री के लिए कुछ कहा, जिसे सुनकर वह भावुक हो गए। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने कहा कि बोत्चा सत्यनारायण को अन्ना कहकर पुकारते हैं।

अमर उजाला 24 Apr 2024 9:19 am

क्या मोदी फिर से प्रधानमंत्री बन पाएंगे? जानिए क्या कहते हैं अयोध्या पहुंचे रामभक्त

What do Ram devotees say on Lok Sabha elections 2024: अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला की भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला के दर्शन के लिए देशभर से लोग रामनगरी अयोध्या पहुंच रहे हैं। हर कोई रामलला की एक झलक पाना चाहता है। इस बीच, देश में लोकसभा चुनावों की भी चर्चा है। पहले चरण का तो मतदान भी संपन्न हो चुका है। भिन्न-भिन्न राज्यों से रामजी के दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालु लोकसभा चुनाव को लेकर क्या सोचते हैं? क्या केन्द्र में फिर से मोदी सरकार बन पाएगी? इन्हीं प्रश्नों को लेकर वेबदुनिया ने अयोध्या पहुंचे लोगों से बातचीत की। आइए जानते हैं कि चुनाव और नरेन्द्र मोदी को लेकर क्या कहते हैं लोग... ALSO READ: लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कम वोटिंग ने बढ़ाई भाजपा की चिंता, अब बूथ मैनेजमेंट पर फोकस असम की 80 फीसदी सीटें भाजपा को : अपने साथियों के साथ रामलला के दर्शन करने अयोध्या आए असम के प्रांजीत दास ने कहा कि लोकसभा चुनाव में फिर से दिल्ली की कुर्सी 110 फीसदी भाजपा के ही पास होगी। इतना ही नहीं असम की 80% लोकसभा सीटें भाजपा को ही जाएंगी। मुंबई की ममता वोरा ने कहा कि फिर से देश में मोदी की ही सरकार बनेगी क्योंकि मोदी ने इतना काम किया है, जिसकी गिनती नहीं की जा सकती। राजस्थान के बालोतरा से आए महावीर माली ने कहा कि अयोध्या नगरी देखने से लगता है मोदी व योगी ने जो राम राज्य की कल्पना की थी, वह साकार होती दिख रही है। अयोध्या जल्द ही विश्व की आ‍ध्यात्मिक नगरी होगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से मोदी जी ने राम मंदिर का निर्माण करवाया है, उसी प्रकार से इस लोकसभा चुनाव में फिर से मोदी आएंगे, 400 के आंकड़े के साथ। फिर मोदी सरकार : कोलकाता से आए प्रकाश कुमार ने कहा कि अयोध्या बड़ी ही दिव्य लग रही है। हम केवल इतना ही कहेंगे कि जो रामजी को लाए हैं, हमें उनको ही लाना चाहिए। क्योंकि धर्म से लेकर देश के सभी मुद्दों पर सरकार समर्थ व सक्षम है। हिमाचल प्रदेश की रहने वालीं नीता पठानिया ने कहा कि अयोध्या नगरी दिव्य लगी और दिव्य रूप से राम लला के दर्शन भी हुए। उन्होंने कहा कि फिर से देश में मोदी की सरकार बनेगी क्योंकि उन्होंने तो काफी काम किए हैं। सबसे बड़ा काम अयोध्या मे राम मंदिर का निर्माण है। ALSO READ: Andhra Pradesh Election : तेदेपा ने गुणवत्तापूर्ण सस्ती शराब उपलब्ध कराने का किया वादा, चंद्रबाबू नायडू ने सत्तारूढ़ दल पर लगाया यह आरोप कर्नाटक से आए पवन ने कहा कि देश में मोदी की फिर से सरकार बनेगी। कर्नाटक में भी भाजपा को काफी सीटें मिलेंगी। झारखंड से आए अरविन्द कुमार ने बताया कि देश में नई सरकार भाजपा की ही बनेगी। इसका सबसे बड़ा कारण अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना है। इसका असर पूरे देश की जनता में देखने को मिल रहा है। कुमार ने कहा कि झारखंड की सभी 14 सीटों पर भाजपा का कब्जा होगा क्योंकि देश का हिन्दू समाज यह जान चुका है कि भाजपा है तो सनातन है और सनातन है तो भारत है। वो रामजी को लाए, हम उनको लाएंगे : वृंदावन से आए दीपक पाठक ने बताया कि इतनी भीड़ में भी राम लला का दिव्य दर्शन हुआ। लोकसभा चुनाव को लेकर पाठक ने कहा कि मोदी फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे। क्योंकि वो राम जी को लाए हैं, हम उनको लाएंगे। लंदन से आए अजय देसाई ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण हुआ, ये बहुत बड़ी बात है। यदि राम मंदिर का निर्माण न भी हुआ होता तब भी मोदी को हराना व रोक पाना आसान नहीं था। रामलला करवाएंगे 400 पार : हैदराबाद से रामलला का दर्शन करने आए दो भाई सुनील कुमार व सुधीर कुमार ने कहा कि मोदी के सामने खड़ा होने वाला ही कोई नहीं होगा। मोदी को राम लला 400 के पार कराएंगे, कोई रोक नहीं पाएगा। हमारे राज्य से भी भाजपा को काफी सीटें मिलेंगी। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से आए भाटिया बंधुओं ने बताया कि रामलला के एक बार दर्शन करने से मन नहीं भरा। ऐसा लगता है कि उन्हें एक टक निहारते रहें। यदि लोकसभा चुनाव की बात करें तो पूरा देश राममय हो गया है। हो सकता है कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक जीत हो। अयोध्या आए कई अन्य रामभक्तों ने कहा कि केन्द्र में एक बार फिर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने जा रही है। Edited by: Vrijendra Singh Jhala

वेब दुनिया 23 Apr 2024 6:02 pm

Andhra Pradesh: भारत का सबसे पहला राज्य था आंध्र प्रदेश, जानिए राजनीतिक समीकरण

भारत के दक्षिणी भाग में स्थित आंध्र प्रदेश सातवां सबसे बड़ा राज्य है और इसका गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। यह एक ऐसा राज्य है, जो संस्कृति और इतिहास से समृद्ध है। यह दक्षिण में तमिलनाडु, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम में कर्नाटक भारतीय राज्यों से घिरा है। इस राज्य की आबादी करीब 50 मिलियन के आसपास है। साथ ही यह इस राज्य के पास अपनी एक समृद्ध सांस्कृतिक विरासत भी है। आंध्र प्रदेश की अर्थव्यवस्था काफी हद तक कृषि पर आधारित है। आंध्र प्रदेश का इतिहास और अर्थव्यवस्था आंध्र प्रदेश भारत के आर्थिक रूप से मजबूत राज्यों में से एक है जो 'कृषि' और 'पशुधन' से पर्याप्त मात्रा में लाभ कमाता है। बता दें कि साल 2019-2020 में प्रदेश की अर्थव्यवस्था 12.14 फीसकी तक बढ़ी। प्रदेश की 60 प्रतिशत आबादी कृषि और संबंधित गतिविधियों में लगी हुई है। राज्य में 13 जिले हैं। इस राज्य को भारत का धान का कटोरा भी कहा जाता है। राज्य में दो प्रमुख नदियां कृष्णा और गोदावरी हैं। विशाखापट्टनम राज्य का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। वहीं 2 जून 2014 को आंध्र प्रदेश का बंटवारा कर तेलंगाना को नया राज्य बना दिया गया। इसकी राजधानी अमरावती है। इसे भी पढ़ें: Andhra pradesh: सीएम जगन 25 अप्रैल को दाखिल करेंगे नामांकन, अगले दो दिनों में घोषणापत्र भी होगी जारी जातीय समीकरण बता दें कि आंध्र प्रदेश अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है। यह भारत का सातवां और आबादी के मामले में 10वां सबसे बड़ा राज्य है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, राज्य में हिंदू समुदाय बहुसंख्यक है। राज्य की कुल आबादी में हिंदुओं की आबादी 88.46 फीसदी है। तो वहीं कुल आबादी में मुस्लिम आबादी 9.56 फीसदी है। इसके अलावा ईसाईयों की संख्या 11.30 लाख है। राजनीतिक समीकरण आंध्र प्रदेश में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी हैं। राज्य में लोकसभा की 25 सीटें आती हैं और राज्यसभा के लिए 11 सांसद चुने जाते हैं। इसके अलावा आंध्र प्रदेश में विधानसभा की 175 सीटें हैं। वर्तमान समय में राज्य में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार है। वहीं वाईएसआरसीपी के नेता वाईएस जगन मोहन रेड्डी राज्य के मुख्यमंत्री हैं। अनुमानित जनसंख्या- 91,702,478 पुरुषों की अनुमानित जनसंख्या- 46,012,282 महिलाओं की अनुमानित जनसंख्या- 45,690,196 लोकसभा सीटें- 25 विधानसभी सीटें- 175

प्रभासाक्षी 23 Apr 2024 5:24 pm

आंध्र प्रदेश के मेडिकल छात्र की झरने में डूबने से मौत, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल, जानें मामला

Andhra Pradesh : आंध्र प्रदेश में एक मेडिकल छात्र की किर्गिस्तान में एक झरने में डूबने से मौत हो गई. कहा जा रहा है, कि परिवार ने भारत सरकार से उसके पार्थिव शरीर को घर लाने में मदद की अपील की है.

ज़ी न्यूज़ 23 Apr 2024 3:14 pm

TDP-JSP-BJP गठबंधन को चिरंजीवी का समर्थन, कांग्रेस के लिए झटका, क्या दिखेगा आंध्र प्रदेश की राजनीति में बदलाव?

लोकप्रिय टॉलीवुड हीरो और पूर्व केंद्रीय मंत्री कोनिडेला चिरंजीवी द्वारा जारी एक वीडियो बयान में आंध्र प्रदेश में आगामी चुनावों के लिए तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी), जनसेना पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच गठबंधन का स्वागत किया, जिससे राज्य की राजनीति में हलचल मच गई है। पेंडुरथी विधानसभा क्षेत्र से जनसेना पार्टी के उम्मीदवार पंचकरला रमेश बाबू और अनकापल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार सीएम रमेश के साथ मेगास्टार के रूप में मशहूर चिरंजीवी ने लोगों से समग्र विकास के लिए सही और ईमानदार उम्मीदवारों को वोट देने की अपील की। इसे भी पढ़ें: Andhra pradesh: सीएम जगन 25 अप्रैल को दाखिल करेंगे नामांकन, अगले दो दिनों में घोषणापत्र भी होगी जारी अपने संदेश में चिरंजीवी ने कहा कि मुझे राजनीति के बारे में बात करते हुए कई साल हो गए हैं।' इतने वर्षों के अंतराल के बाद अब राज्य की राजनीति पर बोलने का मुख्य कारण मेरे छोटे भाई और जनसेना पार्टी के अध्यक्ष पवन कल्याण हैं। चिरंजीवी ने आगे कहा कि यह एक अच्छा विकास है कि पवन कल्याण, टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू और भाजपा नेतृत्व गठबंधन बनाने के लिए एक साथ आए हैं। मेरे लिए अब आपके सामने आने का एक और कारण यह है कि मेरे करीबी दोस्त सीएम रमेश और मेरे करीबी एक अन्य नेता पंचकरला रमेश चुनाव लड़ रहे हैं। वे अच्छे और कुशल हैं और मेरा दृढ़ विश्वास है कि वे अनाकापल्ली के विकास के लिए काम करना जारी रखेंगे। इसने राजनीतिक पारिस्थितिकी तंत्र को आश्चर्यचकित कर दिया, क्योंकि पिछले एक दशक से चिरंजीवी सक्रिय राजनीति से दूर रहे हैं। उन्होंने स्वीकार किया है कि आंध्र की राजनीति में हाथ आजमाने का उनका अनुभव सुखद नहीं रहा। उन्होंने 2009 के चुनावों में एनटी रामाराव जैसी तत्काल सफलता का स्वाद चखने की उम्मीद में, 2008 में बड़ी धूमधाम से प्रजा राज्यम की शुरुआत की। हालांकि, उनकी पार्टी को सिर्फ 18 सीटें ही मिलीं। 'मेगास्टार' जैसे अहंकार बढ़ाने वाले ऊंचे नाम की सुंदरता के आदी चिरंजीवी के लिए, संयुक्त आंध्र प्रदेश में 294 विधायकों में से केवल एक होना एक बड़ी गिरावट थी। बाद में उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया और बदले में उन्हें राज्यसभा सीट और केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय मिला। 2014 में कांग्रेस के सत्ता खोने के बाद, चिरंजीवी पूरे समय के लिए ग्रीसपेंट और स्टूडियो आर्क लाइट की परिचित दुनिया में लौट आए। चिरंजीवी के समर्थन ने आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को भी आश्चर्यचकित कर दिया, जिसने पिछले दिन ही लोगों को याद दिलाया था कि अभिनेता अभी भी पार्टी के रिकॉर्ड के सदस्य हैं। वहीं इसके नेताओं ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी कर सकते हैं. इस बात पर ध्यान न दें कि अभिनेता को कई वर्षों से कभी भी किसी पार्टी मंच पर नहीं देखा गया था। चिरंजीवी के वीडियो के आलोक में अब कांग्रेस से हाथ मिलाने की बात साफ तौर पर खारिज हो गई है। पिछले हफ्ते, चिरंजीवी ने पार्टी के चुनाव खर्च में मदद के लिए अपने छोटे भाई और जन सेना के प्रमुख पवन कल्याण को 5 करोड़ रुपये का चेक भी दिया था। पवन ने खुद आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि वह 2014 से ही चिरंजीवी के आशीर्वाद का इंतजार कर रहे थे जब उन्होंने जन सेना लॉन्च की थी। तो राजनीतिक भूमिका में चिरंजीवी की अतिथि भूमिका के पीछे क्या है? आख़िरकार, वह अपने अच्छे दोस्तों कमल हासन और रजनीकांत को उनकी गलती न करने की सलाह देने की हद तक चले गए थे और उन्हें सक्रिय राजनीति से दूर रहने के लिए कहा था। इसे भी पढ़ें: Andhra Pradesh: सीएम जगन मोहन रेड्डी का आरोप, चंद्रबाबू नायडू की धुन पर नाच रहे हैं पवन कल्याण सूत्रों का कहना है कि चिरंजीवी को काफी समय से सूक्ष्म तरीके से लुभाया जा रहा है। पिछले साल ऑस्कर में फिल्म 'आरआरआर' की सफलता के बाद चिरंजीवी और अभिनेता-बेटे राम चरण को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में सम्मानित किया था। सीएम रमेश का दावा है कि उन्होंने उस बैठक में मदद की। रमेश का कहना है कि चिरंजीवी के प्रशंसक होने के अलावा, वह अभिनेता को उस दिन से व्यक्तिगत रूप से जानते हैं, जब उन्होंने 2012 में राज्यसभा के सदस्यों के रूप में एक साथ शपथ ली थी।

प्रभासाक्षी 23 Apr 2024 1:24 pm

Andhra pradesh: सीएम जगन 25 अप्रैल को दाखिल करेंगे नामांकन, अगले दो दिनों में घोषणापत्र भी होगी जारी

वाईएसआरसी महासचिव सज्जला रामकृष्ण रेड्डी ने कहा, वाईएसआरसी सुप्रीमो और मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी 25 अप्रैल को पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे और अगले दो दिनों में पार्टी का घोषणापत्र जारी करेंगे। अपने चुनाव प्रचार के दौरान पेनामलुरु में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए उन्होंने कहा, सत्तारूढ़ पार्टी के उम्मीदवारों ने लोकसभा और विधानसभा सीटों के लिए अपना नामांकन दाखिल करना शुरू कर दिया है, और अब तक कोई समस्या नहीं है। इसे भी पढ़ें: Andhra Pradesh: सीएम जगन मोहन रेड्डी का आरोप, चंद्रबाबू नायडू की धुन पर नाच रहे हैं पवन कल्याण पूर्व केंद्रीय मंत्री और मेगास्टार चिरंजीवी द्वारा एनडीए उम्मीदवारों का समर्थन करने पर प्रतिक्रिया देते हुए, सज्जला ने कहा, “चिरंजीवी द्वारा गठबंधन उम्मीदवारों को अपना समर्थन देने में कोई आश्चर्य की बात नहीं है, लेकिन इससे चुनाव परिणाम नहीं बदलेगा, जो कि टीडीपी और उसके सहयोगियों की हार है।” उन्होंने कहा कि बात सिर्फ चिरंजीवी की नहीं है, त्रिपक्षीय गठबंधन को कोई भी समर्थन दे तो भी नतीजे नहीं बदलेंगे। आंध्र प्रदेश के राजनीतिक परिदृश्य पर एक स्पष्टता सामने आई है, जो यह है कि वहां केवल एक ही नेता मौजूद है - वाईएस जगन मोहन रेड्डी, और बाकी सभी भेड़ियों, लोमड़ियों और साही का एक समूह हैं। इसे भी पढ़ें: N Chandrababu Naidu Birthday: NTR के सहारे सियासत में आगे बढ़े चंद्रबाबू नायडू, लंबे समय तक रहे राज्य के CM वाईएसआरसी नेता ने कहा, “आंध्र प्रदेश के लोगों के लिए यह चुनने का समय आ गया है कि वे क्या चाहते हैं। क्या वे चाहते हैं, जो समाज के हर वर्ग और जीवन के हर क्षेत्र की भलाई के लिए प्रयास करते हैं या वे चंद्रबाबू नायडू और उनके सहयोगियों को चाहते हैं जो छल, पीठ में छुरा घोंपने और अराजकता में डूबे हुए हैं? उन्हें सही निर्णय लेने की जरूरत है।” सज्जला ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार द्वारा शुरू की गई और कार्यान्वित की गई कल्याणकारी योजनाओं से राज्य के 80% से अधिक लोगों को लाभ हुआ है।

प्रभासाक्षी 22 Apr 2024 3:14 pm

Ram Charan ने अपने 39वें जन्मदिन पर पत्नी उपासना के साथ किए Tirupati Temple के दर्शन | Watch Video

राम चरण को पत्नी और बेटी के साथ तिरूपति मंदिर में देखा गया। अपने 39वें जन्मदिन के अवसर पर, सुपरस्टार राम चरण ने प्रतिष्ठित तिरुपति मंदिर का दौरा किया और अपनी पत्नी उपासना कामिनेनी और बेटी क्लिन कारा के साथ पूजा की। बुधवार सुबह वह मंदिर में दर्शन करने गए थे। इसे भी पढ़ें: Johnny Depp कैप्टन Jack Sparrow के रूप में वापसी करेंगे? Pirates of the Caribbean के निर्माता ने किया खुलासा मंदिर में उनके दर्शन की कई तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें उन्हें वेष्टी और शर्ट पहने देखा जा सकता है, जबकि उपासना ने रानी गुलाबी साड़ी चुनी है। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में अभिनेता और उनकी पत्नी और बच्चे को कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर से बाहर आते देखा जा सकता है। काम के मोर्चे पर राम चरण गेम चेंजर की कहानी एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी के इर्द-गिर्द घूमती है जो सरकार के कामकाज के तरीके को बदलने के लिए निष्पक्ष चुनाव की वकालत करके भ्रष्ट राजनेताओं से लड़ने का प्रयास करता है। यह दूसरी बार है जब राम और कियारा किसी फिल्म में साथ काम करेंगे। इससे पहले, उन्होंने बोयापति श्रीनु की 2019 की फिल्म विनय विद्या राम के साथ स्क्रीन स्पेस साझा किया था। गेम चेंजर के अलावा, राम चरण अपनी 16वीं फिल्म में जान्हवी कपूर के साथ स्क्रीन स्पेस साझा करते हुए भी दिखाई देंगे, जिसका नाम शीर्षक नहीं है और इसे आरसी16 कहा जाता है। फिल्म को हाल ही में हैदराबाद में एक पूजा समारोह के साथ लॉन्च किया गया। राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता उप्पेना से डेब्यू करने वाले बुची बाबू सना द्वारा निर्देशित तेलुगु फिल्म हिंदी, तमिल, मलयालम और कन्नड़ में भी रिलीज होगी। इसे भी पढ़ें: हॉलीवुड स्टार Vin Diesel को आयी Deepika Padukone की याद, शेयर की अपनी एक्ट्रेस के साथ पुरानी तस्वीर फिल्म में जान्हवी मुख्य भूमिका में हैं, जिसमें कन्नड़ सुपरस्टार शिव राजकुमार भी हैं। फिल्म के लिए एआर रहमान संगीत तैयार करेंगे। राम चरण ने जान्हवी के साथ काम करने को लेकर उत्साह व्यक्त किया और कहा, जगदेका वीरुडु अतिलोका सुंदरी की पुरानी यादों को याद करते हुए, कई लोग मुझे जान्हवी कपूर के साथ जोड़ी में देखने के लिए उत्सुक हैं। #WATCH | Andhra Pradesh: Actor Ram Charan along with his family on his birthday, visited & offered prayers at the Tirupati Balaji Temple. pic.twitter.com/Ugq0byNirp — ANI (@ANI) March 27, 2024

प्रभासाक्षी 27 Mar 2024 5:56 pm