प्रदेश में विदेशी ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या एप से डॉलर में भी निवेश के नाम पर ठगी हो रही है। ऐसा ही दुर्ग में सामने आया है। लोगों को रकम कई गुना करने, विदेश घुमाने का लालच देकर यूबीट, रेनबो, यश वर्ड, योएक्स, बॉड-ब्रो, एल-जीनियस जैसे एप से निवेश कराकर फंसाया जा रहा है। अब ठगी के शिकार भी सामने आ रहे हैं। कोरबा में 46 लोगों ने एसपी से धोखाधड़ी की शिकायत की है। बिलासपुर में ऐसे ही मामले में एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। दरअसल, खुद को 2400 करोड़ की ठगी के मास्टरमाइंड लवीश चौधरी का साथी बताने वाला कोलकाता निवासी सनातन चरण ने अभी भिलाई मेंं है। बैठकें कर वह लोगों को एप व वेब लिंक से डॉलर में निवेश करने का लालच दे रहा है। 8 अक्टूबर को सुपेला के एक होटल में हुई ऐसी बैठक में लोकल एजेंट के जरिए भास्कर रिपोर्टर बतौर कस्टमर शामिल हुआ। उसने बताया कि उसने इस बार ‘डूफी’ एप लॉन्च किया है। यह ब्लॉक चेन पर आधारित है। इसे डॉलर में 6 लोगों को बेचने पर 9 दिन में रकम दोगुनी हो जाएगी। उसने यह भी बताया कि ईडी के भारी दबाव के कारण ‘ब्रॉड-ब्रो’ को बंद कर ‘डूफी’ शुरू किया है। भास्कर रिपोर्टर और लवीश के साथी चरण से चर्चा कैमरे में कैद इस तरह चल रहा लालच देकर ठगी करने का खेल बीएसपी कर्मियों को फंसाने के लिए मीटिंग 7 अक्टूबर 25 समय : शाम 03:52 से 04:06 बजेस्थान : पॉवर हाउस। ब्रिज के नीचे बैठे 4 लोग रिटायर्ड बीएसपी कर्मियों और अन्य से डॉलर में निवेश से लाभ कमाने का षडयंत्र रच रहे थे। खुद को कारोबारी बताकर भास्कर रिपोर्टर इन्हीं के बीच बैठ गया। उनमें से एक को वे डॉलर में निवेश का टेक्निकल एक्सपर्ट सुनील सिंह, दूसरे को बीएसपी कर्मी मनोज चौहान और तीसरे को बिरयानी विक्रेता रियाज बता रहे थे। रियाज रिपोर्टर से निवेश को कह रहा था। फायदा पूछने पर चौथे ने कहा कि पहले काम कर लेते तो एक करोड़ चित्त होते। दावा-मैंने भिलाई में नेटवर्कर खड़े किए 11 अक्टूबर 25 समय : शाम 03:40 से 03:52 बजेस्थान : सब्जी मंडी सुपेला। चाय की दुकान पर दो व्यक्ति बैठे थे, तीसरा टहल रहा था। रिपोर्टर भी बगल में बैठ गया। बातचीत में एक व्यक्ति दोनों को राजिक-साजिक पुकार रहा था। तभी कथित साजिक ने कहा कि नेटवर्क के काम का हाई-लेवल उसने सबको सिखाया। भिलाई में उसने अशोक साहू व सुनील चौकसे व दो अन्य को लगा रखा है। बाकी उसका काम बाहर-बाहर है। उसके साथ जुड़कर 500 डॉलर लगाने पर मोटा फायदा मिलेगा। यहां बड़े नेटवर्कर-लीडर उसने खड़े किए हैं। लालच दे रहे: नया प्लान है, चार दिन में 10 से 20 हजार डालर कमवा कर दूंगा 12 अक्टूबर 25 समय-10:10 सुबह से 10:48 बजे तक,सेक्टर-6 ए मार्केट। तीन लोगों में बात हो रही थी। एक व्यक्ति ने दूसरे को बताया कि उसके लाखों रुपए डूब गए। दूसरे ने कहा कि मेरे पास दो-तीन करोड़ आए हैं। उसने कहा कि श्रीलंका गया था, वहां 10 हजार डॉलर डूब गए। उसने मोबाइल दिखाया- नया प्लान है, तुम जुड़ो, चार दिन में 10 से 20 हजार डॉलर कमवाऊंगा। ऐसे होती है ठगी पैसा जमा करने के बाद एप बंद, दूसरा एप बनाकर ठगीविदेशों में बैठे ठग पहले एप या वेब लिंक डेवलप करवाते हैं। फिर उसे लोकल साथियों को भेज देते हैं। वह लोग कम समय में रकम दो गुना, तीन गुना, चार गुना का लालच देकर लोगों से मोबाइल के जरिए संबंधित एप या वेब लिंक पर डॉलर में निवेश कराते हैं। एप के प्रचार-प्रसार मीटिंग आदि के लिए वहां से फंड लेते हैं। रुपए लेकर डॉलर का इंतजाम वहीं कराते हैं। निश्चित अमाउंट मिलने के बाद एप अचानक क्रैश हो जाता है और निवेशकों की रकम डूब जाती है। लेकिन नेटवर्क चलाने वालों का नुकसान नहीं होता, क्योंकि उनको मोटा कमीशन पहले मिल गया होता है। यह है कानून भारत में डॉलर या किसी भी विदेशी मुद्रा में निवेश करना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन विदेशी ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म या एप से निवेश करना, जिन्हें आरबीआई या सेबी की मंजूरी नहीं है, गैर-कानूनी है।
धमतरी में व्यापारी से 19.49 लाख की ठगी:आइसक्रीम डीलरशिप के नाम पर किस्तों में लिए पैसे, FIR दर्ज
छत्तीसगढ़ के धमतरी में आइसक्रीम डीलरशिप देने के नाम पर एक व्यापारी से 19 लाख 49 हजार 999 रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। पीड़ित व्यापारी ने कोतवाली थाने में नेचुरल आइसक्रीम प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायत के अनुसार, व्यापारी को नेचुरल आइसक्रीम की डीलरशिप दिलाने का झांसा दिया गया। उनसे फोन पर संपर्क किया गया और अलग-अलग खर्चों के नाम पर ऑनलाइन फॉर्म भरवाकर ईमेल आईडी से रजिस्ट्रेशन कराया गया। इसके बाद किस्तों में लाखों रुपये लिए गए। आइसक्रीम डीलरशिप के लिए 9-10 लाख रुपये का खर्च बताया गया धमतरी के अमलतासपुरम, रुद्री रोड निवासी शिव अग्रवाल ने बताया कि लगभग दो साल पहले उन्होंने नेचुरल आइसक्रीम प्राइवेट लिमिटेड की डीलरशिप के लिए कंपनी की ईमेल आईडी पर ऑनलाइन डिटेल भरा था। तब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। बाद में उन्हें कंपनी के रीजनल हेड का लैंडलाइन नंबर से फोन आया, जिसमें डीलरशिप की प्रक्रिया बताते हुए कुल 9 से 10 लाख रुपये का खर्च बताया गया। रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 19 लाख 49 हजार जमा कराए इसके बाद नेचुरल आइसक्रीम की मेल आईडी से एक ऑनलाइन फॉर्म भरवाया गया और कंपनी की मेल आईडी पर भेजा गया। रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर अलग-अलग किस्तों में कुल 19 लाख 49 हजार 999 रुपये खातों में जमा कराए गए। जब व्यापारी ने उक्त खाता नंबर बैंक से चेक कराया, तो पता चला कि खाताधारक का नाम किसी और व्यक्ति का है, जिससे उन्हें ठगी का अंदेशा हुआ। व्यापारी ने ऑनलाइन फ्रॉड टोल फ्री नंबर 1930 पर भी शिकायत दर्ज कराई है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मणिशंकर चंद्रा ने बताया कि नेचुरल आइसक्रीम डीलरशिप के नाम पर व्यापारी से 19 लाख 50 हजार रुपये की ठगी की गई है। इस संबंध में उचित कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
चित्तौड़गढ़ के गणगौर गार्डन में शनिवार को महिला इकाई लघु उद्योग भारती द्वारा आयोजित ‘स्वयंसिद्धा 2025’ मेले का भव्य उद्घाटन किया गया। इस मेले में चित्तौड़गढ़ के स्टॉलों की विशेष और मजबूत भागीदारी देखने को मिली, जहां से करीब 20 से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉलों में लघु उद्योग भारती की महिला सदस्य प्रमुख रूप से शामिल हैं, जो अपने हुनर और उत्पादों के माध्यम से आत्मनिर्भरता का संदेश दे रही हैं। इसके साथ ही ब्यावर, कोटा, उदयपुर, आगरा, दिल्ली, जयपुर, मुंबई, सूरत और अहमदाबाद जैसे कई बड़े शहरों से आए व्यापारियों ने भी अपने स्टॉल लगाए हैं। मेले में ऑर्गेनिक उत्पाद, होम डेकोर, हस्तशिल्प, साड़ी, सूट, इमिटेशन ज्वेलरी, आदिवासी महिलाओं द्वारा निर्मित हैंडीक्राफ्ट और बच्चों के लिए विशेष गेमिंग ज़ोन लोगों को खूब आकर्षित कर रहे हैं। रंगीलो राजस्थान थीम पर आधारित महिलाओं का उद्यमिता महोत्सव महिला इकाई लघु उद्योग भारती की ओर से आयोजित यह मेला ‘रंगीलो राजस्थान’ थीम पर आधारित है, जिसमें राजस्थान की संस्कृति, कला और परंपरा की झलक देखने को मिल रही है। महिला इकाई की सदस्य राशि मूंदड़ा ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देना और उन्हें व्यवसाय के लिए एक मजबूत मंच देना है। यह तीन दिवसीय उद्यमिता मेला है, जिसका आज पहला दिन रहा। मेला आगामी दो दिनों तक गणगौर गार्डन में सुबह दस बजे से रात नौ बजे तक आमजन के लिए खुला रहेगा। आयोजन में हर आयु वर्ग के लोगों के लिए कुछ न कुछ खास है, जिससे यह मेला पूरे परिवार के लिए एक आकर्षक स्थल बन गया है। कई अतिथि भी जुड़े मेले के उद्घाटन समारोह में लघु उद्योग भारती के कई वरिष्ठ सदस्य और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे। उद्घाटन अवसर पर महेश हुरकट, प्रकाशचंद, रीना देवी राठौड़, विधायक चंद्रभान आक्या तथा जिला कलेक्टर आलोक रंजन मौजूद रहे। सभी अतिथियों ने महिला इकाई के इस प्रयास की खुलकर सराहना की और इसे महिला उद्यमिता के लिए एक सकारात्मक कदम बताया। अतिथियों ने कहा कि महिला इकाई का गठन हाल ही में हुआ है, इसके बावजूद इतने कम समय में इतना बड़ा और प्रभावशाली आयोजन करना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने अपने सहयोग से इस मेले को सफल बनाने का आश्वासन भी दिया और इसे चित्तौड़गढ़ के भविष्य की उद्यमिता के लिए मजबूत आधार बताया। 70 स्टॉलों में अलग-अलग उत्पादों की भरमार बनी आकर्षक इस मेले में कुल लगभग 70 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें ज्वेलरी, परिधान, हैंडलूम, होम डेकोर, आयुर्वेदिक उपचार और ऑर्गेनिक उत्पाद जैसी कई श्रेणियों के सामान उपलब्ध हैं। देश के विभिन्न शहरों से आए स्टॉलों के साथ-साथ चित्तौड़गढ़ की महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पाद भी लोगों को खासा पसंद आ रहे हैं। एनजीओ को इस मेले में निःशुल्क स्थान प्रदान किया गया है, ताकि वे अपने सामाजिक कार्यों को लोगों तक पहुंचा सकें। इसके अलावा एक आर्ट गैलरी भी लगाई गई है, जहां स्थानीय कलाकारों की सुंदर कलाकृतियां प्रदर्शित की गई हैं, जो कला प्रेमियों के लिए विशेष आकर्षण बनी हुई हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों और महिला सुरक्षा संदेशों से सजा तीन दिवसीय मेला मेले में खरीदारी के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी विशेष आयोजन किया गया है। प्रतिदिन शाम को स्थानीय प्रोफेशनल कलाकारों को मंच दिया जाएगा, जहां वे अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। महिला आत्मरक्षा को लेकर निर्भया सेना राजस्थान द्वारा विशेष प्रस्तुति दी जाएगी, जिससे महिलाओं में जागरूकता बढ़ेगी। इसके साथ ही विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा महिलाओं पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। आगामी दिनों में शास्त्रीय संगीत, भवई नृत्य, लोक कला प्रस्तुतियां और बॉलीवुड रेट्रो म्यूजिक भी आयोजित होंगे।
नगर निगम जयपुर का 10 दिवस–10 स्थल सघन स्वच्छता अभियान शुरू, आमजन और व्यापारियों ने किया सक्रिय सहयोग
जयपुर नगर निगम ने 10 दिवस–10 स्थल सघन स्वच्छता अभियान की शुरुआत की, जिसमें सभी जोनों में व्यापक सफाई के साथ नागरिक, व्यापारी और सामाजिक संगठन सक्रिय भागीदार बने। अभियान का उद्देश्य स्थायी स्वच्छता संस्कृति और शहर की सुंदरता सुनिश्चित करना है।
भारत-अमेरिका ट्रेड वार्ता अटकी ; रुपये पर बढ़ा दबाव और शेयर बाजार कर रहा है इंतजार
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते में देरी से शेयर बाजारों और रुपये पर दबाव बढ़ा है। विदेशी निवेशकों की सतर्कता, भारत-ओमान नए व्यापार समझौते और वैश्विक व्यापार उम्मीदों के बीच बाजार स्पष्टता का इंतजार कर रहे हैं।
सोनभद्र 2 लाख करोड़ का निवेश:85 एमओयू से औद्योगिक विकास को मिली रफ्तार, हजारों रोजगार सृजित
सोनभद्र में औद्योगिक विकास ने नई गति पकड़ी है। जिले में अब तक 85 निवेशकों द्वारा 206008 करोड़ रुपए के निवेश के लिए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। यह निवेश प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश की 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इन निवेशकों में गुजरात,महाराष्ट्र और तेलंगाना जैसे प्रमुख औद्योगिक राज्यों के उद्यमी भी शामिल हैं।सोनभद्र की बढ़ती औद्योगिक साख और बेहतर प्रशासनिक व्यवस्था इसका स्पष्ट संकेत है। इन निवेश प्रस्तावों का असर अब धरातल पर भी दिखने लगा है। कुल 54 औद्योगिक इकाइयों ने ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में भाग लिया है,जिनमें से 38 इकाइयों ने अपना वाणिज्यिक उत्पादन शुरू कर दिया है। इन चालू इकाइयों में कुल 5285 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है,जिससे जिले में हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। जिलाधिकारी बी.एन.सिंह ने बताया कि निवेशकों को सुविधाजनक माहौल प्रदान करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है।यह प्रणाली अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी),अनुमतियों और प्रोत्साहनों की प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और समयबद्ध बनाती है,जिससे निवेश को बढ़ावा मिल रहा है। निवेश मित्र पोर्टल पर भी सोनभद्र का प्रदर्शन बेहतर रहा है।जिलाधिकारी के निर्देशन में निवेशकों को निर्धारित समय सीमा के भीतर एनओसी सुविधा प्रदान करने में जनपद सोनभद्र को प्रदेश में 12वां स्थान प्राप्त हुआ है। जिले में औद्योगिक आधारभूत ढांचे का तेजी से विकास किया जा रहा है।प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि इन निरंतर प्रयासों से बड़े और दीर्घकालिक निवेश आकर्षित होने की संभावनाएं और मजबूत हुई हैं,जिससे जिले में निवेश की अपार संभावनाएं सामने आई हैं। सोनभद्र में ऊर्जा और भंडारण क्षेत्र में बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं,जिसमें ग्रीनको ग्रुप, टोरेन्ट पावर,जे0एस0डब्ल्यू0,अदानी ग्रुप और एन0टी0पी0सी0 जैसी कंपनियां निवेश कर रही हैं।इन प्रोजेक्ट्स में कुल 1लाख करोड़ रुपए से अधिक का निवेश प्रस्तावित है। इन प्रोजेक्ट्स से 3563लोगों को रोजगार मिला है और आगे भी रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।जिला प्रशासन का मानना है कि इन्वेस्ट यूपी की सुदृढ़ और पारदर्शी प्रणाली के कारण सोनभद्र निवेशकों की पहली पसंद बनता जा रहा है। सोनभद्र को जीबीसी-5 के माध्यम से 20 हजार करोड़ का लक्ष्य प्राप्त हुआ है, जिसे प्राप्त करने के लिए जिला प्रशासन काम कर रहा है।
TOI की एक रिपोर्ट के अनुसार, L Catterton ने डील की खास डिटेल्स का खुलासा नहीं किया है. लेकिन सूत्रों का कहना है कि ये एक माइनॉरिटी इन्वेस्टमेंट है. L Catterton को फ्रेंच लग्जरी ग्रुप LVMH और उसके चेयरमैन बर्नार्ड अरनॉल्ट की फैमिली होल्डिंग कंपनी है.
अमेरिका से आई खुशखबर, अगले हफ्ते क्या होगा भारतीय शेयर बाजार पर असर?
Share market review Market ki Baat : भारतीय शेयर बाजार के लिए दिसंबर का तीसरा हफ्ता कुछ खास नहीं रहा। पहले 4 दिन बाजार में मुनाफा वसूली हुई। आखिरी दिन बाजार में कुछ लेवाली हुई। सेंसेक्स 85,000 और निफ्टी 26,000 के मनौवैज्ञानिक स्तर से नीचे ही बंद ...
राजस्थान पर लगातार कर्ज बढ़ रहा है। सरकार पर सितंबर 2025 तक 6 लाख 76 हजार 513.55 करोड़ रुपए का कर्ज हो चुका था। पिछले साल सितंबर तक सरकार पर 6 लाख 8 हजार 813.2 करोड़ रुपए का कर्ज था। बजट अनुमानों में मार्च 2026 तक कर्ज का आंकड़ा 7 लाख 26 हजार 384.84 करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है। वित्त विभाग के अप्रैल से सितंबर तक की सरकार के बजट और आर्थिक हालात पर जारी राजकोषीय उत्तरदायित्व और बजट प्रबंधन (एफआरबीएम) रिपोर्ट में इसका ब्योरा दिया गया है। एफआरबीएम रिपोर्ट के अनुसार अप्रैल से सितंबर के बीच राज्य सरकार को मिलने वाली केंद्रीय सहायता (यूनियन ग्रांट्स) में पिछले साल की तुलना में 36.70% कमी दर्ज की गई है। अप्रैल से सितंबर के बीच राज्य सरकार को 5883.86 करोड़ रुपए की यूनियन ग्रांट मिली। पिछले साल अप्रैल से सितंबर के बीच 9295. 64 करोड़ रुपए की केंद्रीय सहायता मिली थी, इस तरह इस बार 3411.78 करोड़ रुपए कम मिले हैं। राज्य सरकार ने इस साल बजट में केंद्रीय सहायता के रूप में 39193.30 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान जताया था। एमएसएमई में निवेश 32.44% बढ़ा एफआरबीएम रिव्यू के मुताबिक राजस्थान में अप्रैल से सितंबर के बीच एमएसएमई में निवेश 32.44% बढ़ा है, लेकिन इस सैक्टर में रोजगार बढ़ने की जगह घट गए हैं। एमएसएमई में रोजगार 14.48 लाख से घटकर 14.40 पर आ गए, रोजगार में आठ हजार की कमी हुई है। अप्रैल से दिसंबर तक राजस्थान में 2 लाख 70 हजार 251 माइक्रो, स्मॉल और मीडियम स्टेट इंटरप्राइजेज (एमएसएमई) रजिस्टर्ड थे, जिनमें 7220.15 करोड़ रुपए का निवेश हुआ और इसे 14 लाख 40 हजार 449 लोगों को रोजगार मिला हुआ है। एमएसएमई यूनिट के रजिस्ट्रेशन में 2.51% का इजाफा हुआ है, 32.44% निवेश बढ़ा है। साल 2024-25 में 2 लाख 63 हजार 891 एमएसएमई यूनिट रजिस्टर्ड थीं और उनमें 5451.61 करोड़ का निवेश था। 14 लाख 48 हजार 571 लोगों को रोजगार मिला हुआ था। पेट्रोलियम से मिलने वाले रेवेन्यू में 28.79% की कमी सरकार को पेट्रोलियम से मिलने वाले रेवेन्यू में पिछले साल की तुलना में 28.79% की कमी दर्ज की गई है। सरकार को अप्रैल से सितंबर तक 1056.53 करोड़ रुपए का पेट्रोलियम से राजस्व मिला था, जबकि पिछले साल इसी अवधि में 1483.71 करोड़ रुपए मिले थे। सरकार का टैक्स रेवेन्यू 10.68% बढ़ा सरकार के टैक्स रेवेन्यू में 10.68% का इजाफा हुआ है, जबकि नोन टैक्स रेवेन्यू में 16.56% की कमी हुई है। सरकार को अप्रैल से सितंबर के 1 लाख 04 हजार 571.46 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला, पिछले साल 2024-25 में इस अवधि तक 98 हजार 787.86 करोड़ रुपए का रेवेन्यू मिला था।सरकार ने बजट में 2025-26 में 2 लाख 94 हजार 536 करोड़ रुपए का कुल रेवेन्यू मिलने का अनुमान जताया है, जिसमें से सितंबर तक 1 लाख 04 हजार 571.46 करोड़ रुपए मिल चुके थे। छह महीने में खर्च किए 1.40 लाख करोड़ इस साल सरकार ने 3 लाख 79 हजार 616.50 करोड रुपए बजट खर्च करने का अनुमान जताया था, जिसमें से सितंबर तक 1 लाख 40 हजार 821.72 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। यह बजट अनुमानों का 37.10% है। राजस्व घाटे में 4000 करोड़ की बढ़ोतरी सरकार का राजस्व घाटा बढ़ा है लेकिन राजकोषीय घाटा कम हुआ है। 6 महीने में 24,110 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है, जो 2024-25 में 20 हजार 408 करोड रुपए था। इस तरह पिछले साल की तुलना में इस बार राजस्व घाटे में 4000 करोड़ से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है।सितंबर तक 35837.48 करोड़ रुपए का राजकोषीय घाटा हुआ है, हालांकि पिछले साल से यह आंकड़ा कम है। पिछले साल 36354.98 करोड़ रुपए का राजकोषीय घाटा हुआ था। शराब से छह महीने में 7587 करोड़ मिले सरकार को मिलने वाले टैक्स रेवेन्यू में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी लैंड रेवेन्यू से मिलने वाले टैक्स में हुई है। 6 महीने के दौरान सरकार को 552.39 करोड़ रुपए का टैक्स लैंड रेवेन्यू से मिला है। 2024-25 में अप्रैल से सितंबर के बीच 198 करोड़ रुपए का टैक्स लैंड रेवेन्यू से मिला थाा। इस तरह से 178.67 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सरकार ने इस बार 881.11 करोड़ रुपए लैंड रेवेन्यू से आने का अनुमान जताया है। एंट्री टैक्स और बिजली से मिलने वाली आय घटी एंट्री टैक्स से मिलने वाले रेवेन्यू में 52.57% की कमी दर्ज की है। इलेक्ट्रिसिटी पर टैक्स और ड्यूटी से मिलने वाला रेवेन्यू भी कम हुआ है, इसमें 6.79% की कमी आई है। इलेक्ट्रिसिटी से 1371.54 करोड़ रुपए मिले हैं, जबकि पिछले साल 1471.43 करोड़ रुपए मिले थे। छह महीने में 51,901 करोड़ का टैक्स वसूला टैक्स रेवेन्यू में 7.10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। सरकार को 6 महीने में टैक्स रेवेन्यू के तौर पर 51901.38 करोड रुपए मिले हैं, जो कि पिछले साल की तुलना में 7.10% ज्यादा है। पिछले साल 48,459.30 करोड़ रुपए मिले थे। सरकार ने इस साल 1,42,743.39 करोड रुपए टैक्स रेवेन्यू से मिलने का अनुमान जताया है।
बूंदी में पार्श्वनाथ ग्रुप का भव्य ब्रांच उद्घाटन, रियल एस्टेट सेक्टर को नई गति
बूंदी में पार्श्वनाथ ग्रुप (नक्षत्र एसोसिएट) के नए ब्रांच ऑफिस का भव्य उद्घाटन, जिसमें प्रदीप दाधीच और प्रकाश जैन ने किया शुभारंभ। समारोह में बूंदी के नागरिक, व्यापारी और रियल एस्टेट विशेषज्ञ उपस्थित रहे। ग्रुप के अत्याधुनिक प्रोजेक्ट “पार्श्वनाथ ग्रीन (एयरो सिटी)” की जानकारी साझा की गई, जो निवेश और आधुनिक जीवनशैली के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
निवाड़ी में आज शनिवार को व्यापार मंडल के आह्वान पर बाजार पूरी तरह बंद रहा। व्यापारियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रशासन के खिलाफ यह शांतिपूर्ण बंद बुलाया। सुबह से ही शहर के सभी प्रमुख बाजार और दुकानें बंद रहीं। व्यापारियों की समस्याओं पर कार्रवाई न होने से नाराज सुबह 8 बजे से निवाड़ी का मुख्य बाजार, सब्जी मंडी, किराना लाइन, कपड़ा मार्केट, लोहा व्यवसाय, इलेक्ट्रॉनिक्स और जनरल स्टोर्स सहित सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे। व्यापार मंडल के इस कदम को प्रशासन की लंबे समय से चली आ रही उदासीनता का परिणाम बताया जा रहा है। व्यापार मंडल अध्यक्ष रूपेश सिंह दांगी ने बताया कि व्यापारियों की कई महत्वपूर्ण समस्याओं को प्रशासन के सामने बार-बार उठाया गया है। इनमें बाजारों में पार्किंग की अव्यवस्था, कर निर्धारण संबंधी मुद्दे, सफाई व्यवस्था में अनियमितता, सड़क मरम्मत और व्यापारिक क्षेत्रों में सुरक्षा जैसे प्रमुख बिंदु शामिल हैं। प्रशासन से मामले में जल्द कार्रवाई की मांग दांगी ने स्पष्ट किया कि यह बंद किसी अधिकारी के खिलाफ नहीं, बल्कि जायज मांगों पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने का एक शांतिपूर्ण तरीका है। नगर के सभी छोटे-बड़े दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे, जिससे व्यापारियों की एकजुटता प्रदर्शित हुई। पूरे नगर में बंद शांतिपूर्ण रहा और किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। बाजारों में पुलिस की हल्की मौजूदगी देखी गई। व्यापार मंडल ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं किया, तो भविष्य में और भी कड़े आंदोलनात्मक कदम उठाए जाएंगे।
लखनऊ में ट्रेड लाइसेंस का शुल्क बढ़ाने पर शहर के सैकड़ों व्यापारी आज (शनिवार को) नगर निगम मुख्यालय पहुंच गए हैं। वे मुख्यालय के सामने बैठकर धरना दे रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि नगर निगम जबरदस्ती कर रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के हस्तक्षेप के बाद फीस बढ़ाने का फैसला पिछले साल वापस ले लिया था, लेकिन अब फिर से उसे लागू किया जा रहा है। लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने कहा- अब आश्वासन नहीं सुना जाएगा। एक साल का आश्वासन नहीं मानेंगे। आंदोलन को दुनिया पहचानती है। हम आंदोलन करेंगे। पहले ही व्यापारी तमाम तरीके का टैक्स दे रहा है, जिनकी कोई सुविधा नहीं मिल रही है। ऐसे में फिर व्यापारियों को ही टारगेट किया गया है। इसी के विरोध में लखनऊ व्यापार मंडल सहित अन्य संगठनों से जुड़े व्यापारियों में आक्रोश है। प्रदर्शन का लाइव अपडेट नीचे ब्लॉग में पढ़िए...
रायसेन जिले के सलामतपुर में एक इलेक्ट्रॉनिक व्यापारी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह लाखों रुपए के कर्ज से परेशान था। व्यापारी ने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी बर्बादी के लिए भगवान और देवी-देवताओं को दोषी ठहराया है। यह घटना गुरुवार रात की है। शुक्रवार सुबह परिजनों को इसकी जानकारी मिली। राहुल के भाई रितेश ने थाने में सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने शव को सांची सिविल अस्पताल पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार को ही सलामतपुर के श्मशान घाट पर उसका अंतिम संस्कार किया गया। कर्ज के कारण मानसिक तनाव में था जानकारी के मुताबिक, 35 साल का राहुल साहू अपने घर से ही इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान चलाता था। वह लाखों रुपये के कर्ज से परेशान था। आर्थिक तंगी के कारण वह शराब पीने लगा था। उसने कई इलेक्ट्रॉनिक दुकानें चलाने का प्रयास किया, जिनमें अलमारी, कूलर, वॉल पेंट और आटा चक्की समेत कई इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकानें शामिल थीं, लेकिन कोई भी सफल नहीं हो पाई। इसके अलावा उसने बैंक और स्थानीय लोगों से भी कर्ज लिया था। अपनी आर्थिक स्थिति बिगड़ने के कारण वह भगवान और देवी-देवताओं को अपनी बर्बादी का कसूरवार मानता था। इसी मानसिक परेशानी के चलते उसने यह कदम उठाया। पुलिस टीम जांच में जुटी राहुल अपने दो भाइयों और तीन बहनों में सबसे छोटा था। उसकी एक बहन की पहले ही मौत हो चुकी है। सलामतपुर थाना प्रभारी दिनेश सिंह रघुवंशी ने बताया कि फिलहाल पुलिस ने मर्ग का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सुसाइड नोट की भी जांच की जा रही है।
भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तस्करी के खिलाफ सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। एसएसबी 45वीं बटालियन की सीमा चौकी न्योर (बीओपी नेओर) के जवानों ने गश्ती के दौरान 02 मोटरसाइकिल के साथ भारी मात्रा में नेपाली शराब बरामद की है। कुल 443 बोतल नेपाली देसी शराब, जिसकी मात्रा लगभग 132.9 लीटर जब्त की गई। शनिवार सुबह इस संबंध में जानकारी देते हुए एसएसबी 45वीं बटालियन के कमांडेंट गौरव सिंह ने बताया कि बीओपी नेओर को गुप्त सूचना मिली थी कि सीमा स्तंभ संख्या 229/11 के समीप प्रतिबंधित सामान की तस्करी की कोशिश की जा सकती है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए तत्काल एक विशेष गश्ती दल का गठन किया गया, जिसे संदिग्ध क्षेत्र में भेजा गया। SSB ने 2 संदिग्ध व्यक्ति को रोका कमांडेंट ने बताया कि देर रात करीब 12.30 बजे गश्ती दल को दो संदिग्ध व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आते हुए दिखाई दिए। जैसे ही दोनों व्यक्तियों की नजर गश्ती दल पर पड़ी, वे मोटरसाइकिल और सामान छोड़कर नेपाल की ओर भाग निकले। जवानों ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर मौजूद सामान को अपने कब्जे में लेकर विधिवत तलाशी ली। तलाशी के दौरान 443 बोतल नेपाली देसी शराब 300 एमएल वाली दिलवाले ब्रांड की थी। इसके अतिरिक्त 02 पुरानी मोटरसाइकिल, 01 मछली पकड़ने का जाल तथा 01 बड़ी एल्यूमीनियम की डेगची भी जब्त की गई। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि शराब को बिहार क्षेत्र में खपाने की योजना थी। शराब-बाइक को थाने में किया सुपुर्द उचित कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद जब्त की गई शराब और मोटरसाइकिल को थाना आंध्रमठ, जिला मधुबनी को सुपुर्द कर दिया गया है। गश्ती दल का नेतृत्व हेड कांस्टेबल (जीडी) पी. वेंकटप्पा ने किया, जिनके साथ तीन अन्य जवान भी शामिल थे। कमांडेंट गौरव सिंह ने कहा कि सशस्त्र सीमा बल सीमावर्ती इलाकों में तस्करी, अवैध व्यापार और अन्य आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए लगातार सतर्क है और भविष्य में भी इस तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी
सतना जिला अस्पताल में थैलेसीमिया पीड़ित 5 मासूम बच्चों को HIV संक्रमित ब्लड चढ़ाए जाने का मामला तूल पकड़ रहा है। सतना विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक और जिला अध्यक्ष सिद्धार्थ कुशवाहा ने उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। विधायक ने विंध्य व्यापार मेले के खुले मंच से कहा कि यह मंच इस विषय की चर्चा के लिए उपयुक्त नहीं है, लेकिन मामला अत्यंत गंभीर है, इसलिए चुप नहीं रहा जा सकता। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस लापरवाही के दोषियों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही सिविल सर्जन के प्रमोशन पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब इतना बड़ा मामला सामने आया है, तब जिम्मेदार अधिकारियों को इनाम के तौर पर पदोन्नति देना सवालों के घेरे में है। स्वास्थ्य मंत्री ने मदद और कार्रवाई का आश्वासन दिया मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ल ने सतना दौरे के दौरान कहा कि यह मामला बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पीड़ादायक है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार प्रभावित बच्चों और उनके परिवारों को हर संभव मदद उपलब्ध कराएगी, ताकि उन्हें इलाज और भविष्य को लेकर कोई परेशानी न हो।
बालाघाट जिले में राजस्व और आपूर्ति विभाग की संयुक्त टीम ने परसवाड़ा क्षेत्र के ग्राम कश्मीरी में धान व्यापारी से 765 क्विंटल धान जब्त किया है। यह कार्रवाई कलेक्टर के निर्देशों के बाद की गई, जिसका उद्देश्य समर्थन मूल्य पर किसानों के नाम पर व्यापारियों की ओर से धान बेचने पर रोक लगाना है। जिले में अन्य राज्यों से व्यापारियों और मिलर्स की ओर से धान मंगाने पर आगामी आदेश तक प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह कदम वास्तविक किसान ही समर्थन मूल्य पर अपनी उपज बेच सकें इसके लिए उठाया है जिले में 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हुई है। सूचना मिलने पर, संयुक्त टीम ने ग्राम कश्मीरी स्थित यशवंत किराना एंड अनाज भंडार की जांच की। जांच के दौरान, व्यापारी के पास 765 क्विंटल धान का स्टॉक पाया गया, जिसे टीम ने तत्काल जब्त कर लिया। धान परिवहन में लापरवाही, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी का वेतन कटा कलेक्टर ने सभी चेकपोस्ट पर अन्य जिलों और राज्यों से आने वाले धान वाहनों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए थे। इन निर्देशों का ठीक से पालन न करने पर बालाघाट के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी पहल सिंह वलाड़ी का एक दिन का वेतन काटा गया है। इसके अतिरिक्त, किरनापुर एसडीएम और बिरसा तहसीलदार को भी नोटिस जारी किए गए हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि जिले से धान ट्रकों में भरकर महाराष्ट्र के व्यापारियों और मिलर्स के लिए भेजी जा रही है। इसे रोकने के लिए कलेक्टर ने कंजई चेकपोस्ट से लेकर रजेगांव और महाराष्ट्र के रास्ते तक पड़ने वाले अन्य चेकपोस्टों पर वाहनों की अनिवार्य जांच और एंट्री के निर्देश दिए हैं। चेकपोस्ट पर एंट्री नहीं तो धान जब्ती मानी जाएगी यदि गोंदिया या पड़ोसी राज्य के लिए निकलने वाले वाहनों की रजेगांव या अन्य चेकपोस्ट पर एंट्री नहीं होती है, तो यह माना जाएगा कि धान जिले में ही किसी मिलर या व्यापारी के पास पहुंचा है, जिसे जब्त करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने चेक पोस्ट पर तैनात अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अन्य जिलों और राज्य से धान लेकर गोंदिया जाने वाले वाहनों की जानकारी रजेगांव तथा अन्य सीमावर्ती चेक पोस्ट को अनिवार्य रूप से दे। चूंकि जिले के व्यापारी और मिलर्स के अन्य राज्यों से मंगाई जाने वाली धान के उपयोग की जानकारी, नागरिक आपूर्ति निगम को देने कहा गया है और यदि व्यापारी या मिलर्स, बिना जानकारी के धान मंगाते है तो कार्यवाही कर धान को उपार्जन समाप्ति तक सील कर दिया जाएगा। साथ ही अन्य राज्यों से धान मंगाने वाले व्यापारी और मिलर्स के आज तक की धान के सघन जांच करने एवं दस्तावेजों का परीक्षण करने कलेक्टर ने अधिकारियों को के निर्देश दिए हैं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सह गृह मंत्री सम्राट चौधरी आज रक्सौल पहुंचेंगे। यहां वे 100 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली एक दर्जन से ज्यादा विकास योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं से रक्सौल और आसपास के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों की आधारभूत संरचना मजबूत होगी। लंबे समय से लंबित सड़कों, पुलों और स्वच्छता संबंधी समस्याओं के समाधान की दिशा में इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इन योजनाओं में नगर परिषद क्षेत्र के अंतर्गत सरिसवा नदी में लगभग 76 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) प्रमुख है। इसके पूरा होने से शहर की स्वच्छता व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार होगा और सरिसवा नदी के प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण संभव हो सकेगा। स्थानीय निवासियों को उम्मीद है कि यह परियोजना जलजनित बीमारियों पर भी अंकुश लगाएगी। इसके अतिरिक्त, ग्रामीण कार्य विभाग और पथ निर्माण विभाग के माध्यम से कई महत्वपूर्ण सड़कों, पुलों और आरसीसी कल्वर्ट के निर्माण कार्यों का भी शिलान्यास किया जाएगा। 357.70 लाख की लागत से होगा कनूनिया पथ निर्माण इनमें आरडब्ल्यूडी रोड से गम्हरिया खुर्द अनुसूचित जाति कनूनिया पथ का निर्माण 357.70 लाख रुपए की लागत से शामिल है। रक्सौल–आदापुर गम्हरिया चौक तक सड़क और कई आरसीसी हाई लेवल पुलों का निर्माण 37.07 करोड़ रुपये से किया जाएगा। पसाह नदी पर 309.68 लाख रुपए, लक्ष्मणवा–पिपरिया मार्ग पर 298.96 लाख रुपए और हरपुर–नायक टोला मार्ग पर 1.65 करोड़ रुपए की लागत से पुल बनाए जाएंगे। इसी क्रम में, सरिसवा नदी पर एनएच-28ए लौकहा सड़क स्थित पुल का निर्माण 452.44 लाख रुपए से होगा। एनएच-28ए से हरनाही सड़क पर आरसीसी कल्वर्ट 66.02 लाख रुपए की लागत से बनाया जाएगा। शीतलपुर कैनाल पथ, लछुमनवा से अहीर टोला पथ, नायका टोला से नाहर टोला पथ, टी-05 से जयमंगलापुर पथ तथा टी-01 अहिरवा टोला से प्राथमिक विद्यालय पथ सहित कई संपर्क सड़कों का निर्माण भी प्रस्तावित है। व्यापार को मिलेगा बढ़ावा ग्रामीण क्षेत्रों में सिहोरवा से चिकनी पथ, चैनपुर से लक्ष्मीपुर पोखरिया पथ, चैनिया चौक से चिलझपटी पथ और आदापुर थाना से नकरदेई पथ जैसी बड़ी परियोजनाएं शामिल हैं, जिन पर करोड़ों रुपए खर्च होंगे। इन सभी योजनाओं के पूरा होने से आवागमन सुगम होगा, व्यापार को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।
नर्मदापुरम में 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े गए कृषि विभाग के उप संचालक (डिप्टी डायरेक्टर) जे.आर. हेडाऊ को राज्य शासन ने निलंबित कर दिया है। निलंबन का आदेश कृषि मंत्रालय के विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अवनीश मिश्रा ने जारी किया है, जो शुक्रवार देर रात सामने आया। आदेश में बताया गया है कि लोकायुक्त संगठन ने जे.आर. हेडाऊ को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य शासन ने मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के नियम-9 के तहत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि के दौरान जे.आर. हेडाऊ का मुख्यालय संयुक्त संचालक, किसान कल्याण एवं कृषि विकास कार्यालय, शहडोल संभाग तय किया गया है। इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा। लाइसेंस बहाल करने के बदले मांगी थी रिश्वत यह कार्रवाई 8 दिसंबर को की गई थी। शिकायतकर्ता राजनारायण गुप्ता, जो कृषि विभाग से सेवानिवृत्त हैं, ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनके भाई की खाद-बीज की दुकान का लाइसेंस तीन महीने पहले निलंबित कर दिया गया था। लाइसेंस बहाल करने के बदले उप संचालक जे.आर. हेडाऊ ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बातचीत के बाद सौदा 50 हजार रुपए में तय हुआ और पहली किस्त के तौर पर 40 हजार रुपए देने पर सहमति बनी। इसकी शिकायत लोकायुक्त से की गई। पैसे लेकर खुद ड्रॉज में रखे8 दिसंबर को जब शिकायतकर्ता 40 हजार रुपए लेकर उप संचालक के कार्यालय पहुंचा, तो हेडाऊ ने पैसे खुद न लेकर टेबल की दराज में रखवा दिए। जैसे ही शिकायतकर्ता बाहर निकला, लोकायुक्त टीम ने तुरंत कार्रवाई कर उप संचालक को रंगेहाथ पकड़ लिया। इस मामले में लाइसेंस शाखा देखने वाले क्लर्क संजय साहू पर भी रिश्वत मांगने और सहयोग करने के आरोप लगाए गए हैं। लोकायुक्त मामले की जांच कर रही है। निलंबन अवधि में मुख्यालय कार्यालय संयुक्त संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास, शहडोल संभाग शहडोल रहेगा। निलंबन अवधि में जेआर हेडाऊ को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी। लाइसेंस बहाल के नाम पर मांगे थे एक लाख रुपए कृषि विभाग से रिटायर्ड राजनारायण गुप्ता ने लोकायुक्त से उप संचालक हेडाऊ द्वारा रिश्वत में एक लाख रुपए लेने की शिकायत की थी। राजनारायण अपने भाई की खाद बीज की दुकान को देखते है। 3 महीने पहले उप संचालक जेआर हेडाऊ ने उनका लाइसेंस निलम्बित किया था। शिकायतकर्ता राजनारायण गुप्ता ने कहा लाइसेंस बहाल करने के लिए उसे 2 महीने से परेशान किया जा रहा था। एक लाख रुपए की डिमांड की। जिसे कम करते करते 50 हजार रुपए में फाइनल हुआ। पहले 40 हजार रुपए देने पर उन्हें राजी किया। जिसकी लोकायुक्त में शिकायत की थी। 8 दिसम्बर को जब वो रुपए लेकर पहुंचा तो उप संचालक हेडाऊ ने रुपए खुद झूलने के बदले चैंबर में टेबल के अंदर ड्राज में रख दिया। रुपए रखकर जैसे ही वो बाहर पहुंचा, तत्काल लोकायुक्त टीम अंदर चैंबर में पहुंची और उप संचालक जेआर हेडाऊ को पकड़ लिया। मामले में शिकायतकर्ता राजनारायण गुप्ता ने लाइसेंस शाखा देखने वाले क्लर्क संजय साहू पर भी डिमांड करने और ध्यान रखने कहने जैसे आरोप लगाए थे।
उन्नाव के चर्चित यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर अनुराग द्विवेदी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने लखनऊ, उन्नाव और दिल्ली में एक साथ 10 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान विभिन्न खातों में करीब 3 करोड़ रुपए की कैश फ्रीज किया। 20 लाख रुपए नकद बरामद किए। 4 करोड़ 18 लाख कीमत की लैंबॉर्गिनी उरुस और मर्सिडीज, ऑडी जैसी 4 लग्जरी कारें जब्त की गई हैं। कई दस्तावेज भी जब्त किए हैं। दस्तावेजों की जांच के दौरान ईडी को पता चला है कि अवैध सट्टेबाजी से अर्जित रकम को हवाला चैनलों के जरिए विदेश भेजा गया और उससे दुबई में रियल एस्टेट में निवेश किया गया। जांच में इससे जुड़े पुख्ता सबूत मिलने की बात कही जा रही है, जो अंतरराष्ट्रीय मनी लॉन्ड्रिंग की ओर इशारा करते हैं। अब ईडी यूट्यूबर अनुराग को दुबई से भारत लाने की तैयारी कर रही है। यहां लाने के बाद अनुराग से उसके नेटवर्क और संपत्ति के ब्यौरे के बारे में विस्तृत रूप से पूछताछ की जाएगी। इससे पहले ईडी के कोलकाता जोनल ऑफिस की टीम ने उन्नाव के नवाबगंज कस्बे से तीन किलोमीटर दूर खजूर गांव निवासी अनुराग द्विवेदी से जुड़े कुल 10 ठिकानों पर तलाशी ली। छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में डिजिटल डिवाइस, दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप और हार्ड डिस्क बरामद हुईं, जिनकी जांच की जा रही है। पहले पढ़िए कैसे सामने आया नेटवर्क....इस केस की शुरुआत पश्चिम बंगाल पुलिस की एफआईआर से हुई थी। जांच में सामने आया कि सोनू कुमार ठाकुर और विशाल भारद्वाज सिलीगुड़ी से संगठित ऑनलाइन सट्टेबाजी पैनल चला रहे थे। यह गिरोह फर्जी बैंक खातों, टेलीग्राम चैनलों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए जुआ-सट्टा चला रहा था। प्रमोशन कर नेटवर्क बढ़ाने का आरोपईडी के अनुसार अनुराग द्विवेदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइट्स का प्रचार किया। वह प्रमोशनल वीडियो बनाकर लोगों को इन ऐप्स से जोड़ता था। इसके बदले उसे बड़ी रकम मिली, जिसे उसने अपने और परिजनों के खातों में ट्रांसफर कराया। समन के बावजूद पेश नहीं हुआईडी ने बताया कि अनुराग द्विवेदी को जांच में शामिल होने के लिए कई बार समन भेजे गए, लेकिन वह एक बार भी पेश नहीं हुआ। एजेंसी अब उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर और प्रत्यर्पण प्रक्रिया पर विचार कर रही है। बताया जा रहा है कि वह फिलहाल दुबई में रहकर नेटवर्क चला रहा था। पहले भी 23.7 करोड़ की संपत्ति अटैचईडी इस मामले में पहले ही 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले एजेंसी ने करीब 23.7 करोड़ रुपए की संपत्ति फ्रीज/अटैच की थी। 1 अगस्त 2025 को विशेष PMLA कोर्ट, कोलकाता में अभियोजन शिकायत भी दाखिल की जा चुकी है। ईडी का कहना है कि जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। अवैध ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। अनुराग का तंज- जिन्हें टैक्स दिया, आज वही तलवार लेकर खड़े अनुराग द्विवेदी ने एजेंसी का नाम लिए बिना कार्रवाई पर तंज कसा है। उन्होंने इंस्टाग्राम स्टोरी पर लिखा- सफर यहां तक आसान नहीं था। एक नहीं, दो नहीं, करोड़ों ने हाथ खींचे। किसी ने पैर, किसी ने दिल, दिमाग, शरीर, आत्मा… सब पर जोर लगाया। संघर्षों के रास्ते चुने। खुद के लिए कभी जिया ही नहीं, मेरे साथी पास थे। जबकि बड़े-बड़े टेबल पर ऑफर पड़े थे। 2025 में विभाग को मुझसे न जाने क्या समस्या हुई, जिन्हें इतना टैक्स दिया। आज देखो, हर तरफ वही तलवार और भाला लेकर खड़े हैं। उन्हें अपनी मजबूरी कैसे बताऊं, अपनी जरूरतें कैसे जताऊं… जब सही चीज़ को गलत साबित करने पर वो अड़े हों। कैसे ED के रडार पर आया, कहां से की अकूत कमाई 4 पॉइंट में जानिए ED की छापेमारी अनुराग के करीबी भी रडार पर, 3 एंगल पर ED की जांच अब जानिए यूट्यूबर अनुराग के बारे में... अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ द्विवेदी ग्राम प्रधान रह चुके हैं। घर में मां मंजू देवी और बहन कोमल हैं। कोमल की शादी करीब तीन साल पहले हो चुकी है। अनुराग ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। साल 2017-18 के दौरान अनुराग द्विवेदी गांव में ही रहता था। इसी बीच वह क्रिकेट मैचों के सट्टेबाजों के संपर्क में आ गया। इसमें उसने लाखों रुपए गंवा दिए। जब यह बात उसके परिवार वालों को पता चली, तो पिता ने उसे कड़ी फटकार लगाई। इसके बाद अनुराग नवाबगंज में रहने वाले अपने दोस्त संजीत कुमार के साथ दिल्ली चला गया। यहीं से उसका जीवन बदला और वहां से दुबई चला गया। लखनऊ में प्रोग्राम कर बढ़ाई फैन फॉलोइंगअनुराग द्विवेदी के यूट्यूब चैनल पर 7 मिलियन सब्सक्राइबर और इंस्टाग्राम पर 2.4 मिलियन फॉलोअर हैं। इन्हीं फॉलोअर्स के दम पर अनुराग ने 7 जनवरी, 2024 को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में “तू कर लेगा” नाम से अपना पहला ग्रैंड मीट-अप किया। इस कार्यक्रम में 500 से ज्यादा फैंटेसी क्रिकेटप्रेमियों के शामिल होने का दावा किया गया। इस कार्यक्रम ने अनुराग की ब्रांड वैल्यू और फैन फॉलोइंग बढ़ा दी। एक साल पहले लॉरेंस गैंग ने दी जान से मारने की धमकी ------------------------ ये खबर भी पढ़िए बेटी को छुआ तो मां ने प्रेमी को मार डाला:कानपुर में बोली- मेरा खून खौल उठा था; 49 दिन बाद युवक का कंकाल मिला 'गोरेलाल के साथ मेरे अवैध संबंध थे। लेकिन वह मेरी 13 साल की बेटी पर बुरी नजर रखता था। कहता था कि मुझे तुम्हारी बेटी के साथ शारीरिक संबंध बनाने हैं। मैंने जब मना किया तो उसने धमकी दी। कहने लगा- तेरे इकलौते बेटे को मारकर फेंक दूंगा। एक दिन उसने मेरी बेटी को बैड टच किया। यह देखकर मेरा खून खौल उठा। मैंने उसी पल गोरेलाल को खत्म करने का मन बना लिया। मैंने अपने भतीजे ईशू को बुलाया। गोरेलाल को शराब पिलाई। फिर गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। शव को जंगल में फेंक दिया।' यह कबूलनामा है कि चौबेपुर की रहने वाली लक्ष्मीदेवी गौतम का। पुलिस ने उसे और उसके भतीजे को अरेस्ट किया है। दोनों ने मिलकर 49 दिन पहले गोरेलाल का मर्डर किया था। पुलिस ने दोनों की निशानदेही से चौबेपुर के जंगल से गोरे लाल का कंकाल बरामद किया है। पढ़िए पूरी खबर...
कांग्रेस शहर अध्यक्ष पवन गुप्ता ने मेडिकल स्टोर संचालक पर व्यापार में निवेश के नाम पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया। उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस उपायुक्त कानून एवं व्यवस्था आशुतोष कुमार से की। जिनके आदेश पर फीलखाना पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक समेत तीन पर मुकदमा दर्ज है। अब जानिए पूरा मामला पवन गुप्ता ने बताया कि फूलबाग स्थित राहत मेडिकल स्टोर संचालक हिमांशु पेशवानी और उनके पिता महेश पेशवानी से उनकी पुरानी जान पहचान है। हिमांशु ने अपने पिता और पत्नी निकिता पेशवानी के साथ मिलकर दवा कंपनी में निवेश करने का प्रस्ताव दिया। साथ ही रकम सुरक्षित होने और 25 हजार रुपये प्रतिमाह मुनाफा होने का भरोसा दिया। जिस पर उन्होंने 15 फरवरी 2025 को चेक के माध्यम से 10 लाख रुपये उन्हें दिया। आरोप है कि रकम मिलने के बाद उन लोगों के स्वभाव में बदलाव आ गया। जिसके बाद से वह लोग रुपये देने के बजाय उन्हें टहलाने लगे। बीती 10 अक्टूबर 2025 को वह अपनी रकम मांगने मेडिकल स्टोर पहुंचे तो हिमांशु ने विवाद किया और जान से मारने की धमकी दी। विदेश भागने की फिराक में आरोपी नवंबर 2025 में वह अपना मोबाइल बंदकर फरार हो गया। दिसंबर में वह आरोपी को पिता महेश पेशवानी और पत्नी निकिता से दुकान पर मिले। उन्होंने अपनी रकम वापसी के लिए बोला तो वह लोग गाली-गलौज करते हुए धमकाने लगे। जिसके बाद उन्होंने परिवार के बारे में पता किया तो जानकारी हुई कि वह कई लोगों से धोखाधड़ी कर चुके है। आरोपी शहर छोड़कर विदेश भागने की फिराक में है। फीलखाना थाना प्रभारी ने बताया कि रिपोर्ट दर्जकर कार्रवाई की जा रही है।
रियल एस्टेट कारोबारी के ठिकानों पर ईडी का छापा
रियल एस्टेट कंपनी जय कॉर्प लिमिटेड से जुड़े संस्थानों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को एक साथ कई राज्यों में ताबड़तोड़ छापे मारे। ईडी की एक टीम सुबह कचना स्थित आनंदम सिटी पहुंची। बिल्डर के दफ्तर और घर की तलाशी ली गई। यहां देर शाम तक ईडी की जांच चलती रही। इसके बाद टीम लौट गई। ईडी अपने साथ दस्तावेज और अन्य सामग्री ले गई है। ईडी की टीम सुबह कचना स्थित कमर्शियल कॉम्प्लेक्स के तीसरे माले में पहुंची। जहां बिल्डर का ऑफिस है। यहीं से उनकी फर्म का संचालन किया जाता है। दस्तावेज जब्त कर ईडी के अधिकारी अपने साथ ले गए। अधिकारियों ने कहा है कि जल्द ही पूछताछ के लिए संबंधित लोगों को तलब किया जाएगा। कोल और डीएमएफ घोटाले में भी छापे: रायपुर ईडी की टीम ने छत्तीसगढ़ के अलावा झारखंड, महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में छापेमारी की है। इसमें ज्यादातर कंस्ट्रक्शन और कोल के कारोबार से जुड़े हैं। छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा और रायगढ़ में छापे मारे गए हैं। शेष|पेज 4
हर दिन लग रहे तीन नए उद्योग, इस साल 7.83 लाख करोड़ के 219 निवेश प्रस्ताव मिले: लखन
छत्तीसगढ़ में औद्योगिक विकास की गति लगातार तेज होती जा रही है। दो वर्षों में प्रदेश में 2505 नए उद्योग स्थापित हुए हैं। यानी हर दिन औसतन तीन नए उद्योग लगे हैं। वहीं इस साल 18 क्षेत्रों में 7.83 लाख करोड़ के 219 निवेश प्रस्ताव भी मिले हैं। शुक्रवार को उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने पिछले दो साल में विभाग की उपलब्धियों का लेखा-जोखा पेश किया। उन्होंने कहा कि संरचनात्मक सुधारों और पारदर्शी नीतियों से प्रदेश में निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है। इसका सीधा असर निवेश और रोजगार पर दिख रहा है। सेमीकंडक्टर और एआई से लेकर सीमेंट, बिजली और मैन्युफैक्चरिंग तक में निवेश के प्रस्ताव मिले हैं। इन परियोजनाओं से 1.5 लाख रोजगार सृजित होंगे। पांचों संभागों पर निवेशकों की नजर अलग-अलग सेक्टरों के लिए जो निवेश मिले हैं, वह सिर्फ रायपुर तक सीमित नहीं है। यह पांचांे संभागों के लिए है। उद्योग मंत्री ने बताया कि निवेश प्रस्तावों में 21 प्रतिशत आदिवासी बहुत बस्तर संभाग में है। रायपुर संभाग में 33 प्रतिशत और बिलासपुर, दुर्ग और सरगुजा संभागों में 46 प्रतिशत है। इनमें 57 परियोजनाएं 1000 करोड़ रुपए से अधिक की है। वहीं एक हजार अधिक रोजगार देने वाली परियोजनाओं की संख्या 34 है। वहीं बस्तर में रापपुर स्टोन क्लिनिक का 350 बेड का अस्पताल लगभग तैयार है। इससे आदिवासी परिवारों को उन्नत स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। 9 परियोजनाएं शुरू, 5500 से अधिक को मिला रोजगार मंत्री ने बताया कि 9 बड़ी परियोजनाओं में उत्पादन शुरू हो गया है। यहां 5500 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। इसके अलावा 109 परियोजनाएं जल्द शुरू होंगे। यह 24 जिलों और 16 क्षेत्रों में फैली हैं। इसमें 87132 रोजगार सृजित होंगे। खास बात यह है कि इनमें से 58 प्रतिशत परियोजनाएं आतिथ्य व स्वास्थ्य, फूड प्रोसेसिंग, आईटी, इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल और फार्मा क्षेत्र से जुड़ी हैं।
आगरा में स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़, 4 अरेस्ट
आगरा। उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के न्यू आगरा इलाके में पुलिस ने स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ करते हुए एक महिला और तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि पुलिस ने छापा मार कर चार युवतियों और एक किशोरी को स्पा सेंटर से मुक्त कराया […] The post आगरा में स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़, 4 अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
अयोध्या से समाज निर्माण का संदेश:आईवीएफ की राष्ट्रीय बैठक, व्यापारियों को जोड़ने के लिए बनेगा एप
अंतर्राष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक के प्रथम दिन संगठन को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और वैचारिक रूप से सशक्त बनाने को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में 11 सूत्रीय सामाजिक चेतना कार्यक्रम के अंतर्गत विवाह आयोजनों में प्री-वेडिंग शूट पर रोक, शाकाहार को बढ़ावा देने, लिफाफा प्रथा समाप्त करने और भोजन की बर्बादी रोकने के लिए सामूहिक संकल्प जैसे विषयों पर विचार किया गया। इसके साथ ही युवा व्यापारियों को संगठन से जोड़ने के लिए IVF व्यापारी ऐप, महिला एवं युवा सशक्तिकरण, समाज की राजनीतिक भागीदारी, सदस्यता विस्तार तथा संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की रणनीतियों पर मंथन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक अग्रवाल व श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यसमिति का अयोध्या में आयोजन होना अपने आप में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भूमि भारतीय आस्था, संस्कृति और मूल्यों का प्रतीक है। कहा कि प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर आज देशवासियों के सामूहिक संकल्प, त्याग और दीर्घकालीन संघर्ष का परिणाम है। यह मंदिर केवल एक धार्मिक संरचना नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय आत्मसम्मान का प्रतीक है। लखनऊ उत्तर के विधायक एवं अंतर्राष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष नीरज बोरा ने कहा कि अयोध्या की भूमि भारतीय संस्कृति और आस्था का केंद्र रही है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण से जुड़े ऐतिहासिक संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि मंदिर और शिखर पर धर्मध्वजा स्थापित होना पूर्वजों के संकल्प की पूर्ति है। क्षेत्रीय अध्यक्ष अमल गुप्ता ने बताया कि बैठक के दौरान अंतर्राष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन व्यापारी दिवस और भामाशाह पुरस्कार आयोजित किए जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। संगठन के पदाधिकारियों ने इसे समाज के प्रति योगदान को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। कार्यक्रम में श्याम जाजू, जगदीश मित्तल, सुरेंद्र गुप्ता, बिपिन राम अग्रवाल, राजीव परम डेरी, मिथिलेष अग्रवाल, ध्रुवदास अग्रवाल, मानवती अग्रवाल, मीना गुप्ता, अजय गुप्ता और लेखराज महेश्वरी उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता अशोक अग्रवाल ने की। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
सरगुजा में आकाशवाणी चौक के पास एक घर में बाहर से युवतियों को बुलाकर देह व्यापार कराने के मामले में पुलिस ने एक महिला, आर्यन होटल के मैनेजर और एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में तीनों की देह व्यापार में संलिप्तता मिली है। पहले दंपती समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, 10 नवंबर को पुलिस टीम ने आकाशवाणी चौक के पास एक घर में छापा मारा था। पुलिस ने घर से देह व्यापार में लिप्त युवतियों और युवक को संदिग्ध हालत में पकड़ा। युवक-युवतियों से अवैध रूप से वेश्यावृत्ति कराने की पुष्टि हुई। जांच के बाद महिला थाना में धारा 3, 4, 5, 7 अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया था। होटल का मैनेजर, कर्मी सहित 3 गिरफ्तार मामले में पुलिस ने 14 दिसंबर को देह व्यापार का संचालन करने के मामले में गिरफ्तार महिला के पति के पति सुनील कुमार, उसके साथी हेमंत दास और एक अन्य महिला को गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम को देह व्यापार के मामले में आर्यन होटल के मैनेजर और कर्मचारियों के संलिप्त होने की जानकारी मिली। पुलिस ने एक महिला सहित आर्यन होटल का मैनेजर मौजी लाल जायसवाल (53) निवासी रीवा और होटल का कर्मचारी एकलव्य पैकरा (22) निवासी कुसमी जिला बलरामपुर कोगिरफ्तार किया है। तीनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। आरोपियों के लंबे समय से बाहर की युवतियों को बुलाकर देह व्यापार कराने की पुष्टि होने पर यह कार्रवाई की गई है।
सीहोर जिले में जीएसटी विभाग भोपाल की टीमों ने तीन सीमेंट-सरिया प्रतिष्ठानों पर छापामार कार्रवाई की है। यह कार्रवाई 17 दिसंबर की दोपहर शुरू हुई थी और तीसरे दिन भी जारी है। सीहोर में मेसर्स खेमचंद मदन लाल चूने वाले, आष्टा में तिरुपति ट्रेडर्स और भेरूंदा में सांवरिया ट्रेडर्स पर जांच की जा रही है। स्टेट जीएसटी टीमों ने सीहोर में डेरा डाल रखा है। जांच में 40 से अधिक अधिकारी शामिल हैं, जो इन व्यापारिक संस्थानों के खरीद-बिक्री, स्टॉक और बिल-वाउचर का अवलोकन कर रहे हैं। टीमों द्वारा पिछले पांच वर्षों के व्यापारिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने व्यापारियों के घरों पर भी दस्तावेजों की पड़ताल की है। हालांकि, विभाग ने अभी तक अनियमितताओं या गड़बड़ी को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। सीहोर में जांच कर रहे डिप्टी कमिश्नर सुनील बांगर ने बताया कि जांच अभी जारी है और इसमें कितना समय लगेगा, यह कहना मुश्किल है। आष्टा में स्टेट जीएसटी ऑफिसर तरुण भार्गव के निर्देशन में यह जांच की जा रही है। सीहोर के जीएसटी ऑफिसर आशीष दीवान ने स्पष्ट किया कि पिछले पांच वर्षों का रिकॉर्ड जांचा जा रहा है, जिसमें समय लगता है। उन्होंने बताया कि बिल-वाउचर और स्टॉक का मिलान किया जा रहा है, और पूरी जांच होने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
मुरैना की गल्ला मंडी में बुधवार दोपहर धान की बोली को लेकर किसान और व्यापारियों के बीच विवाद हो गया। मामला इतना बढ़ गया कि एक किसान लाठी लेकर मंडी पहुंच गया। स्थिति बिगड़ती देख व्यापारियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाला, इसके बाद मंडी प्रबंधन और एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। जानकारी के अनुसार परीक्षा गांव निवासी किसान दिवाकर सिंह तोमर तीन दिन पहले अपनी धान की फसल लेकर गल्ला मंडी पहुंचा था। सोमवार को धान की बोली 2800 रुपए प्रति क्विंटल लगाई गई थी। मंगलवार को यही बोली घटकर 2300 से 2400 रुपए रह गई। कीमत में अचानक गिरावट से नाराज किसान ने आपत्ति जताई और बोली बंद कराने की बात कही। इसी बात को लेकर किसान और व्यापारियों के बीच कहासुनी शुरू हो गई। लाठी लेकर मंडी पहुंचा किसान, बोली रुकीविवाद के दौरान किसान लाठी लेकर व्यापारियों को डराने लगा, जिससे मंडी में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस दौरान कुछ समय के लिए धान की बोली भी रुक गई। व्यापारियों ने तुरंत पुलिस को बुलाया, जिसके बाद हालात काबू में आए। एसडीएम ने ली व्यापारियों से बैठकघटना की सूचना मिलते ही एसडीएम भूपेंद्र सिंह कुशवाहा मंडी पहुंचे और व्यापारियों से चर्चा की। बैठक में यह बात सामने आई कि किसान द्वारा लाठी लेकर आना अन्य किसानों को उकसाने जैसा था। एसडीएम ने किसान की पहचान कर नियमों के तहत कार्रवाई के निर्देश दिए। किसान का आरोप, प्रशासन का जवाबकिसान का कहना है कि उसकी फसल की कीमत जानबूझकर कम लगाई जा रही थी और व्यापारियों पर जबरन धान लेने का दबाव बनाने का आरोप भी लगाया। वहीं एसडीएम भूपेंद्र सिंह कुशवाहा ने बताया कि मंडी में धान की आवक अधिक है और दाम भी बाजार के अनुसार दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विवाद फैलाने और बोली रुकवाने की कोशिश करने वाले किसान पर कार्रवाई की जाएगी। मंडी में व्यवस्था बहालपुलिस और प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मंडी में स्थिति सामान्य हुई और दोबारा व्यापार शुरू कराया गया। अधिकारियों ने साफ किया कि मंडी में अनुशासन बनाए रखना सभी के हित में है और किसी भी तरह की अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
लखनऊ में 25 दिसंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के आने से पहले व्यापारियों ने बड़ा ऐलान किया है। नगर निगम की तरफ से लाइसेंस शुल्क बढ़ाने का फैसला करने पर व्यापारी भड़क गए हैं और दुकानें बंद रखने का फैसला लिया है। उन्होंने मेयर सुषमा खर्कवाल को ज्ञापन सौंप कर नगर निगम का घेराव करने की चेतावनी दी है। व्यापारियों का कहना है कि अगर नगर निगम अपना फैसला वापस नहीं लेता है तो पीएम नरेन्द्र मोदी के शहर में आने पर व्यापारी अपनी दुकान बंद रखेंगे। ताकि पीएम भी जाने की यहां के अधिकारी क्या कर रहे हैं। नगर निगम ने जिम, ब्यूटी पार्लर, जूलरी शोरूम समेत 21 तरह ट्रेड के लिए लाइसेंस शुल्क दोगुना करने का फैसला करने के बाद बीते साल नगर इसे वापस ले लिया था। अब फिर से शुल्क लागू करने की योजना है। फैसला पलटा तो शुरू हुआ विरोध लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र ने मेयर सुषमा खर्कवाल से शुक्रवार को मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मेयर की याद दिलाया कि पिछले वर्ष जब नगर-निगम के द्वारा लाइसेंस शुल्क लगाने का प्रस्ताव लाया था। तब रक्षा मंत्री सांसद राजनाथ सिंह और पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा के हस्तक्षेप के बाद प्रस्ताव वापस लिया गया था। 13 सितम्बर, 2024 को नगर निगम की कार्यकारिणी में भी पारित किया गया था। महापौर से कोई आश्वासन न होने के बाद लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्र और चेयरमैन राजेन्द्र कुमार अग्रवाल ने संयुक्त बयान में बताया कि नगर-निगम मुख्यालय लालबाग में सुबह 12 बजे लखनऊ व्यापार मण्डल का विशाल धरना प्रदर्शन होगा। मेयर बोलीं- अधिकारियों से मांगा जाएगा जवाब उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बताया- सुषमा खर्कवाल से मिला। मामले में अब विरोध किया जाएगा। साथ ही इस फैसले को लागू नहीं होने दिया जाएगा। मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा- लखनऊ की जनता मेरा परिवार है। उनके खिलाफ कोई भी फैसला नहीं होगा। मामले में अधिकारियों से बात की जाएगी।
रेलवे ने सामान नियमों में किए बदलाव:किशनगंज के यात्रियों और व्यापारियों में बढ़ा आक्रोश
भारतीय रेलवे ने यात्रियों द्वारा सामान ले जाने के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब हवाई जहाज की तर्ज पर सख्त सीमाएं लागू की गई हैं, जिसका उद्देश्य ट्रेन के गलियारों को बाधा मुक्त रखना और यात्रा को सुरक्षित बनाना है। नए नियमों के तहत, स्लीपर क्लास में 40 किलोग्राम, एसी टू-टियर में 50 किलोग्राम और एसी फर्स्ट क्लास में 70 किलोग्राम तक सामान मुफ्त ले जाया जा सकेगा। इससे अधिक वजन पर डेढ़ गुना शुल्क वसूला जाएगा। बड़े या व्यवसायिक सामान पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है, जिन्हें अब ब्रेक वैन या पार्सल वैन में बुक करना अनिवार्य होगा। सीमांचल के व्यस्त स्टेशनों पर खासा असर डालेगा यह बदलाव किशनगंज जैसे सीमांचल के व्यस्त स्टेशनों पर खासा असर डालेगा। यहां से रोजाना सैकड़ों यात्री पटना, दिल्ली या कोलकाता की ट्रेनों से सफर करते हैं। स्थानीय व्यापारी, जो अक्सर सामान लेकर यात्रा करते हैं, इन नियमों से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। वैकल्पिक परिवहन साधनों पर करना पड़ सकता है विचार विशेषज्ञ राजीव रंजन के अनुसार, इन नए नियमों से रेलवे की आय में भी वृद्धि होगी। किशनगंज जिले में रेल यात्रा एक प्रमुख साधन है, जहाँ से प्रतिदिन हजारों यात्री सफर करते हैं। नए नियमों के कारण छोटे व्यापारियों को अब वैकल्पिक परिवहन साधनों पर विचार करना पड़ सकता है। ट्रेनों की क्षमता का बेहतर उपयोग भी सुनिश्चित करेगा रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे आईआरसीटीसी ऐप या हेल्पलाइन के माध्यम से इन नियमों की विस्तृत जानकारी प्राप्त करें। रेलवे का कहना है कि यह बदलाव न केवल यात्रा को व्यवस्थित बनाएगा, बल्कि ट्रेनों की क्षमता का बेहतर उपयोग भी सुनिश्चित करेगा। हालांकि, इन नियमों को लेकर यात्रियों में रोष भी है। रेल यात्री संजय मंडल ने कहा कि जो लोग मजदूरी करने के लिए दूसरे राज्यों में जाते हैं, वे अपने साथ अधिक सामान लेकर जाते हैं। उन्होंने सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले को पूरी तरह से गलत बताया। सामान के वजन पर लगाई जा रही पेनल्टी को अनुचित बताया एक अन्य रेल यात्री सिकंदर गुप्ता ने भी सामान के वजन पर लगाई जा रही पेनल्टी को अनुचित बताया। उन्होंने तर्क दिया कि व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार सामान ले जाता है, खासकर जब वह रोजगार के लिए दूसरे राज्य जाता है और लौटते समय अपने घर का सामान और भी अधिक लेकर आता है। एक अन्य रेल यात्री सागर कुमार गुप्ता ने कहा कि हम लोग ट्रेन से सुविधा के लिए यात्रा करते हैं, क्योंकि पहले ट्रेन में कितना भी सामान ले जाने की अनुमति थी। यह नया नियम पूरी तरह से गलत है।
Share Bazaar में गिरावट पर लगी लगाम, Sensex 448 अंक उछला, Nifty में भी आई तेजी
Share Market Update News : आज भारतीय शेयर बाजार में लगातार 3 दिनों की गिरावट का सिलसिला टूट गया। सेंसेक्स में 447.55 अंकों की शानदार तेजी देखी गई और यह 84929.36 के स्तर तक पहुंच गया। दूसरी तरफ निफ्टी भी 150.85 अंक उछलकर 25966.40 के लेवल पर बंद हुआ। ...
शेयर बाजार में तेजी का दौर जारी ; BSE और NSE ने दर्ज की सकारात्मक रुझान
आज भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली, जहां BSE सेंसेक्स 84,944.60 और NSE निफ्टी 25,969.75 पर बंद हुए। प्रमुख सेक्टरों में मजबूती और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुझान ने निवेशकों का उत्साह बढ़ाया, जिससे बाजार में स्थिरता और भरोसा मजबूत हुआ।
सर्राफा बाजार अपडेट: सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के संकेत होने से निवेशकों पर असर
मुंबई के सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। 24 कैरेट सोना ₹13,418 प्रति ग्राम और चांदी ₹2,09,000 प्रति किलो पर पहुंची। जानिए इस बदलाव का निवेशकों, बाजार और उपभोक्ता मांग पर क्या असर पड़ सकता है।
गोगुंदा के इंद्रप्रस्थ होटल में देह व्यापार का भंडाफोड़, 40 गिरफ्तार, पुलिस की बड़ी कार्रवाई
गोगुंदा के सायरा क्षेत्र में स्थित इंद्रप्रस्थ होटल में पुलिस ने अवैध देह व्यापार का खुलासा करते हुए 40 लोगों को गिरफ्तार किया। गिर्वा डीएसपी के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में आपत्तिजनक सामग्री, वाहन, शराब और नगदी जब्त की गई। पीटा एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच जारी है।
नर्मदापुरम शहर के रसूलिया क्षेत्र में एक किराना व्यापारी से बीमारी का इलाज करने के नाम पर एक लाख रुपए की ठगी हो गई। तथाकथित डॉक्टर बनकर तीन युवकों ने यह ठगी की वारदात को अंजाम दिया। युवकों ने रुपए खाते में डलवाने के बाद व्यापारी से दवा लेकर आने के लिए कहा। जैसे ही व्यापारी बाहर गया तीनों रफूचक्कर हो गए। ठगी करने वाले आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए। धोखाधड़ी के संबंध में पीड़ित किराना व्यापारी ने देहात थाने में शिकायत की। पुलिस ने गुरुवार रात 9 बजे अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी है। दुकान में ही दिया वारदात को अंजामपुलिस के मुताबिक रसूलिया सांई मंदिर के बाजू में रहने वाले संजय मिश्रा के साथ यह ठगी हुई। जो किराना दुकान चलाते है। संजय मिश्रा ने बताया 14 दिसंबर को मैं दुकान पर बैठा था। तब एक युवक आया। जिसने दीपक शर्मा नाम से अपना परिचय दिया। कुछ देर खड़े रहकर बातचीत की। बातचीत में एक बीमारी का जिक्र हो गया। जिससे मैं तीन चार साल से पीड़ित हूं। तथाकथित दीपक शर्मा ने कहा कि मेरे पिता भी इस बीमारी से 10 साल से परेशान थे। उनका मैंने एक डॉक्टर से इलाज कराया वो इससे ठीक हो गए थे। मेरे पूछने पर दीपक शर्मा ने तथाकथित डॉक्टर कुणाल पटेल का नम्बर दे दिया। मैंने जब डॉक्टर कुणाल पटेल को कॉल किया तो अगले दिन तथाकथित डॉक्टर पटेल मेरे घर आए। उनके साथ में एक साथी ओर था। बीमारी देखने के बाद उन्होंने उपचार बताया और दवाएं लिखीं जो काफी महंगी थी। उक्त डॉक्टर पटेल ने कहा कि यह दवा श्री बनिया के यहां मिल जाएंगी या मेरे पास से भी ले सकते हो। बीमारी से परेशान होने के चलते मैंने उन्हीं से दवा लाने का कह दिया तो डॉक्टर ने मोबाइल का बारकोड दिया और मुझसे एक लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। फिर कहा कि मैं दवा लेकर आता हूं। फिर वो और उसका साथी दोनों चले गए। कुछ देर बाद जब वो वापस नहीं आए तो मैंने दीपक शर्मा से संपर्क किया। उसने आश्वासन दिया कि शाम तक दवा आ जाएगी। पर जब शाम तक वो नहीं आए और मोबाइल बंद कर लिया तो मुझे धोखाधड़ी होने का शक हुआ। कुछ परिचितों से जानकारी ली फिर अगले दिन पुलिस थाने और साइबर सेल में शिकायत की। पुलिस ने जांच शुरू की। मुस्लिम युवक के बैंक खाते में रुपए हुए ट्रांसफर पीड़ित संजय ने बताया तथाकथित डॉक्टर ने अपना परिचय कुणाल पटेल बताया। जबकि जिस बारकोड में रुपए हुए उसमें मोहम्मद मिस्टर नाम दिख रहा था। शिकायत के बाद देहात पुलिस ने उक्त बैंक खाते को होल्ड करवा दिया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को ढूंढ रही पुलिस शिकायत के बाद पुलिस ने पीड़ित के बयान लिए। गुरुवार रात को अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुटी है। देहात थाना प्रभारी सौरभ पांडे ने बताया नागरिकों से अपील की कि अनजान व्यक्ति के झांसे में न आए, उन्हें घर में प्रवेश न करने दें। परिचित डॉक्टर, क्लिनिक पर जाकर इलाज कराएं। आजकल ठग घर जाकर अलग अलग बहाने से धोखाधड़ी करते है। जिससे बचने की कोशिश करें। कोई भी व्यक्ति आएं तो उसका आधार कार जरूर देखें।
जयपुर निवासी युवक को सीकर बुलाकर बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट के नाम पर 10 लाख की ठगी की वारदात को अंजाम दिया गया। दोस्त की शादी में युवक की मुलाकात सीकर जिले के रहने वाले विनोद नेहरा से हुई थी। जिसने ही युवक को सीकर बुलाया था। अब कोतवाली पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामले में जयपुर के निवारू रोड के रहने वाले अशोक कुमार ने सीकर के कोतवाली पुलिस थाने में रिपोर्ट कराई है। रिपोर्ट में बताया कि कुछ समय पहले उसके दोस्त की शादी में अलखपुरा के रहने वाले विनोद नेहरा से मुलाकात हुई। जिसने अशोक को बिटकॉइन में इन्वेस्टमेंट के बारे में बताया। अशोक ने विनोद की बातों में आकर इन्वेस्टमेंट के लिए हां भी कर दी। पीड़ित को सीकर में ईमित्र की दुकान पर बुलाया इसके बाद विनोद ने अशोक को मिलने के लिए सीकर के कल्याण सर्किल के पास एक ईमित्र की दुकान पर बुलाया। जहां पर उसका दोस्त सचिन शिवरान भी मौजूद था। दुकान के मालिक संजय उर्फ संजू ने 10 लाख रुपए गिन लिए। इसी बीच विनोद नेहरा कोई काम का बहाना बनाकर वहां से चला गया। 1 घंटे तक इंतजार करने के बाद भी अशोक को बिटकॉइन ट्रांसफर नहीं हुआ तो उसने विनोद को कॉल किया। लेकिन विनोद ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। अशोक के अनुसार, दुकान में बैठकर वह लोग म्यूल अकाउंट में पैसा निकालना, बैंक में फ्रॉड का पैसा डालकर सोना निकालना,सोने की स्मगलिंग करना जैसी बातें कर रहे थे। अशोक की रिपोर्ट पर कोतवाली पुलिस ने विनोद, सचिन, चिंटू,संजय, मनीष भास्कर और दयाल सिंह के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पानीपत में एक व्यापारी को विदेशी नंबर से धमकी भरी व्हाट्सएप कॉल की गई है। कॉल करने वाले ने खुद को बंबीहा गैंग का सदस्य बताते हुए उससे 2.5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। व्यापारी ने डर के चलते कॉल काट दी और बाद में पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। व्यापारी के पास पूरा दिन कॉल तो कभी ऑडियो मैसेज आते रहे। उसका परिवार पूरा दिन दहशत में रहा। पानीपत के सेक्टर-12 हुडा में रहने वाले यशपाल गर्ग ने थाना चांदनी बाग में दी शिकायत मे बताया कि 18 दिसंबर की सुबह करीब 11:08 बजे उनके पास एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना नाम संदीप राणा बताया और कहा कि वह बंबीहा गैंग से है। उसने उससे 2.5 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। कॉल काटने के बाद आईं कई कॉल और डिलीट हुआ ऑडियो मैसेजयशपाल गर्ग ने बताया कि डर के कारण उन्होंने तुरंत कॉल काट दी, लेकिन उसके बाद उस नंबर से 5-6 बार और कॉल आईं। उन्होंने नंबर को ब्लैकलिस्ट में डाल दिया। इसके बाद एक अन्य नंबर से व्हाट्सएप पर ऑडियो मैसेज आया, लेकिन जब तक वे उसे सुन पाते, वह संदेश डिलीट कर दिया गया। शिकायतकर्ता ने कहा कि इस घटना के बाद उनके घर में भय का माहौल है। पुलिस ने दर्ज किया मामला, साइबर सेल जुटी जांच मेंचांदनी बाग थाना पुलिस ने मामले की शिकायत के बाद छानबीन की और रात को धारा 308(2) बीएनएस के तहत अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पुलिस साइबर सेल की मदद से कॉल करने वाले नंबरों की लोकेशन और पहचान का पता लगाने में जुटी है।
दतिया जिले के इंदरगढ़ कस्बे की कृषि उपज मंडी से धान लोड कर निकला एक ट्रक गंतव्य तक नहीं पहुंचा। ट्रक चालक के फरार होने से मंडी व्यापारियों में आक्रोश है और पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है। पीड़ित व्यापारी प्रमोद गुप्ता ने बताया कि उनकी आरजे ट्रेडिंग कंपनी मंडी में धान-गेहूं की खरीद करती है। 14 दिसंबर को सफल लॉजिस्टिक डबरा के माध्यम से ट्रक क्रमांक एमपी 07 एचबी 7165 में 315 क्विंटल 75 किलो धान लोड कर टोहाना फूड इंडस्ट्री, फतेहाबाद भेजा गया था। धान की कीमत करीब 9 लाख 64 हजार 605 रुपए बताई गई है। कोसी मथुरा तक पहुंचने के बाद टूटा संपर्क ट्रक को 16 दिसंबर तक गंतव्य पर पहुंचना था। 15 दिसंबर की सुबह चालक इंद्रजीत सिंह यादव निवासी मुरार (ग्वालियर) से अंतिम बार संपर्क हुआ, जिसने कोसी मथुरा पहुंचने की जानकारी दी। इसके बाद उसका मोबाइल बंद हो गया। लॉजिस्टिक कंपनी से संपर्क करने पर भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। डेढ़ लाख लेकर अन्य व्यक्ति से भी ठगी की बात बाद में चालक के मोबाइल नंबर पर किसी अन्य व्यक्ति ने कॉल रिसीव कर बताया कि वही चालक उससे भी करीब डेढ़ लाख रुपए लेकर फरार हो गया है। इससे मामला धोखाधड़ी का प्रतीत हो रहा है। दूसरे व्यापारी से भी धान के पैसे लेकर गायब इसी तरह व्यापारी नरेश कुमार ने बताया कि उनके पार्टनर अरविंद श्रीवास्तव द्वारा 130 क्विंटल धान, जिसकी कीमत करीब 3.80 लाख रुपए है, ट्रैक्टर से मंडी भेजा गया था। धान बिकने के बाद रकम नहीं मिली और संबंधित व्यक्ति मोबाइल बंद कर गायब हो गया। गल्ला व्यापारी संघ का ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी मामले को लेकर इंदरगढ़ गल्ला व्यापारी संघ ने थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर त्वरित कार्रवाई की मांग की है। व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सोमवार तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो मंडी में नीलामी बंद कर दी जाएगी। ज्ञापन सौंपते समय गल्ला व्यापारी संघ अध्यक्ष रामप्रकाश गुप्ता सहित बड़ी संख्या में व्यापारी उपस्थित रहे।
इंडस्ट्रियल एस्टेट में सीवरेज, सड़क, पानी की समस्या बरकरार, सुविधाएं नदारद
भास्कर न्यूज | जालंधर मंगलवार को इंडस्ट्रियल एस्टेट एक्सटेंशन वेलफेयर सोसायटी ने मेयर वनीत धीर और आम आदमी पार्टी के उत्तरी विस क्षेत्र के प्रभारी दिनेश ढल्ल को इंडस्ट्रीयल एस्टेट से जुड़ी समस्याओं के बारे में अवगत कराया। वहीं, मौके पर दोनों ने निगम अफसरों को समस्याओं का जल्द से जल्द हल करने के आदेश दिए हैं। सोसयाटी के सदस्यों ने कहा कि इंडस्ट्रियल हब होने के बावजूद इलाके में सड़क, सीवरेज और सफाई की गंभीर समस्याएं हैं। सोसायटी के प्रधान सूबा सिंह ने कहा कि इलाके की 400 फैक्ट्रियों में करीब 10 हजार श्रमिक काम करते हैं, लेकिन यहां सुविधाएं शून्य हैं। यह क्षेत्र शहर का सबसे पुराना औद्योगिक केंद्र है। यहां देश के साथ ही विदेशी बाजार में भी सामान एक्सपोर्ट होता है। सबसे बड़ी दिक्कत सीवरेज ब्लॉकेज है। निर्माण अधूरे पड़े हैं। यहां पेयजल की भी भारी किल्लत है। जब बारिश होती है तो हाइवे की तरफ सारा पानी इंडस्ट्रियल एस्टेट में जमा हो जाता है। स्ट्रीट लाइटों की हालत खराब है। एस्टेट में पार्क गंदगी से भरे हुए हैं। निगम के जोनल दफ्तर की इमारत की हालत बदतर हो चुकी है। जोन में मुलाजिमों की हमेशा कमी रहती है। उद्यमियों ने कहा कि पहले भी बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन समस्याओं का हल नहीं हुआ। इस दौरान मेयर वनीत धीर ने कहा कि इलाके की समस्याएं का हल होगा। यह उनकी प्राथमिकता है। इस मौके पर संगठन सचिव प्रवीण गैंद, सेक्रेटरी रमन गुप्ता, एडवाइजर जसवीर सिंह, कमल कोहली, सुनील बहल, चेयरमैन जीएल महेंद्रू, कमलजीत सिंह भाटिया, संजीव पुरी, राजेश कपूर, वाइस प्रेसिडेंट जसविंदर सिंह आदि मौजूद रहे। बैठक में मेयर वनीत धीर का स्वागत करते उद्यमी।
कानून व्यवस्था बिगड़ी, विरोध में व्यापारी आज बंद रखेंगे बाजार
सागर | शहर में बीच बाजार कटरबाजी हो रही। सरेराह लूट की जा रही। बाजार में चोरियां हो रहीं। इसको लेकर व्यापारियों में आक्रोश है। विरोध में 19 दिसंबर को व्यापारी दोपहर 2 बजे तक सांकेतिक रूप से बाजार बंद रखेंगे। नया बाजार, वर्णी कॉलोनी व कटरा नमक मंडी आदि क्षेत्रों में बंद के बाद व्यापारी एकत्रित होंगे। कलेक्ट्रेट, आईजी आफिस रैली के रूप में जाकर अफसरों को कानून व्यवस्था सुधारने के लिए पत्र देंगे। इस बंद के लिए व्यापारियों के अलग-अलग संगठनों व कांग्रेस ने अपना समर्थन दिया है। जिला व्यापारी संघ के अध्यक्ष शिखर कोठिया ने बताया कि कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है। कटरबाजी व लूट के साथ कुछ ऐसे मामले भी आए जिनमें व्यापारियों को बेवजह परेशान किया गया। पुलिस को सूचना भी दी लेकिन स्थिति नहीं सुधरी। आंदोलन के अलावा कोई अन्य रास्ता नहीं बचा है।
पंजाब के जिला शहीद भगत सिंह (नवांशहर) के किराना व्यापारी रवि सोबती (70) का नौकरानी ने जीजा के साथ प्लानिंग कर कत्ल किया है। फोन डिटेल से नौकरानी को पकड़ा गया। पुलिस का कहना है कि नौकरानी ने अपने फोन से कई चीजें डिलीट कर थीं, इनको साइबर सैल के जरिए रिकवर किया गया। व्यापारी को मारने से पहले 1 घंटे के अंदर दोनों के बीच वॉट्सऐप चैट के अलावा लगभग 7 से 8 कॉल हुई थीं। नौकरानी ने अपने जीजा के साथ मिलकर सोची समझी चाल के तहत व्यापारी को फोन कर बहाना बनाया कि उसको अकेली आने में दिक्कत है। इसलिए उसे महालों के पास से कार में पिक कर लें। उसे महालों के अंडरब्रिज के पास सुनसान जगह बुलाया। यहां जीजा उसके 4 दोस्तों ने दातर से व्यापारी पर वार किए। व्यापारी के शरीर पर घुटनों से लेकर सिर पर कट के निशान थे। आरोपियों ने गाड़ी को खंभे से टकराकर एक्सीडेंट दिखाने की भी कोशिश की। लाश को जलाने के लिए पहले ही पेट्रोल का इंतजाम कर रखा था। पुलिस ने नौकरानी सोनम, सुरजीत सिंह, मनी, चरनजीत और एक माइनर को इस केस में अरेस्ट कर लिया है। इसके साथ ही वारदात में इस्तेमाल दातर, बाइक भी बरामद कर लिए हैं। पहले जानें घटना वाले दिन क्या हुआ पुलिस ने बताई आरोपियों को पकड़ने की कहानी रात को सूचना मिली, मोबाइल लोकेशन से मिली कारSSP तुषार गुप्ता ने बताया कि परिवार ने रवि सोबती के गुम होने और फोन न उठाने की सूचना 12 दिसंबर रात 9 बजे के करीब दी। इसके बाद पुलिस ने व्यापारी के मोबाइल की लोकेशन ढूंढ निकाली। लोकेशन बलाचौर के कंगन पुल के पास मिल रही थी। इससे टीमों को बलाचौर के लिए रवाना किया गया। पुलिस ने रात 11 बजे के करीब कार को ट्रेस कर लिया। कार के अंदर व्यापारी मृत मिला। उसे जलाने की कोशिश की गई थी। मौके पर मिले व्यापारी से फोन से मिला सुराग सोनम और उसके साथियों ने कत्ल के बाद व्यापारी की कोई भी चीज नहीं चुराई। व्यापारी को मोबाइल कार से ही मिल गया। इसी से पता चला कि व्यापारी की नौकरानी के साथ ही कई बार बात हुई थी। लाश को जलाने के बाद सोनम और अन्य आरोपी मौके से भाग गए। सोनम को राउंडअप किया तो सब उगला SSP तुषार गुप्ता ने बताया कि सोनम को व्यापारी के कत्ल मामले में दूसरे दिन सुबह ही राउंडअप कर लिया। पुलिस कस्टडी में सोनम ने कबूल किया को उसने अपने जीजा और अन्य लोगों के साथ मिलकर व्यापारी का कत्ल किया है। उसी ने फोन कर व्यापारी को सुनसान जगह मिलने के लिए बुलाया था। जीजा सुरजीत सिंह की बनाई प्लानिंग के अनुसार उसने ये सब किया है। ट्रेन से लुधियाना से हरियाणा जाने की फिराक में थेSSP तुषार गुप्ता ने बताया कि कत्ल करने के दूसरे दिन सोनम को पकड़ लिया गया लेकिन अन्य आरोपी लुधियाना से ट्रेन के जरिए भागने की फिराक में थे। सोनम से मिले इनपुट के आधार पर उनको लुधियाना से गिरफ्तार कर लिया गया। ये लोग पहले हरियाणा और फिर बिहार जाकर छिपने का प्लान बना रहे थे। पुलिस ने इनके कब्जे से कत्ल में प्रयोग किया दातर और बाइक भी 24 घंटे के अंदर बरामद कर लिए। कत्ल से पहले सुरजीत और व्यापारी में हुआ था झगड़ाSSP तुषार गुप्ता ने बताया कि सोनम ने बताया कि जब व्यापारी ने उस पर संबंध बनाने का दबाव बनाया तो उसने ये बात अपने जीजा सुरजीत सिंह को बताई। इस पर जीजा सुरजीत सिंह व्यापारी से मिला और उसे इसके लिए टोका। इस पर दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था। इसके बाद ही सुरजीत ने सोनम और दोस्तों के साथ मिलकर व्यापारी के कत्ल की योजना बनाई थी। सोनम का हो चुका है तलाक, बिहार की रहने वालीSSP तुषार गुप्ता ने बताया कि सोनम बिहार की रहने वाली है, लेकिन पली-बढ़ी पंजाब में ही है। वह नवांशहर के मजारा में रहती है। उसका जीजा सुरजीत सिंह भी बिहार का रहने वाला है। आरोपी मनी, चरनजीत और एक माइनर मजारा के रहने वाले हैं। सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। SSP ने बताया कि सोनम का तलाक हो चुका है। उसकी उम्र अभी 28 साल के लगभग है।
चैंबर की कार्यकारिणी बैठक 21 को, व्यापारियों की समस्याओं पर होगी चर्चा
रांची | झारखंड चैंबर कार्यकारिणी समिति की बैठक 21 दिसंबर को डालटनगंज में आयोजित है। यह बैठक पलामू चैंबर के आतिथ्य में होगी। इस अवसर पर कार्यकारिणी समिति की बैठक के साथ-साथ एक अतिरिक्त प्रमंडल स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें पलामू प्रमंडल के पलामू, लातेहार व गढ़वा जिले के व्यापारी-उद्यमी शामिल होंगे। डालटनगंज में प्रस्तावित बैठकों को सफल बनाने के लिए गुरुवार को चैंबर भवन में पदाधिकारियों की बैठक हुई। इसमें कार्यक्रम की रूपरेखा, सहभागिता और स्थानीय विषयों पर चर्चा की गई। साथ ही पलामू जिले से जुड़ी औद्योगिक एवं व्यापारिक समस्याओं की भी समीक्षा की गई। चैंबर अध्यक्ष आदित्य मल्होत्रा ने कहा कि राज्य के विभिन्न जिलों में जाकर राज्यस्तरीय दौरे के माध्यम से व्यापार-उद्योग से जुड़ी समस्याओं को प्रत्यक्ष रूप से समझना, उन्हें एकत्रित करना और मुख्यालय स्तर पर उनके समाधान के लिए ठोस पहल करना हमारी प्राथमिकता है। पलामू प्रमंडल के व्यवसायियों के साथ होनेवाली यह बैठक इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी। बैठक में चैंबर उपाध्यक्ष प्रवीण लोहिया, महासचिव रोहित अग्रवाल, सह सचिव नवजोत अलंग, रोहित पोद्दार और कार्यकारिणी सदस्य मुकेश अग्रवाल उपस्थित थे।
अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन व व्यापारियों में वार्ता
भास्कर न्यूज | मोहिउद्दीननगर सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त करने के उद्देश्य से 19 दिसंबर से प्रस्तावित अभियान को लेकर गुरुवार को मोहिउद्दीननगर थाना परिसर में प्रशासन एवं क्षेत्र के व्यापारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। विधायक राजेश कुमार सिंह की मौजूदगी में हुई इस बैठक की अध्यक्षता अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीएम) विकास कुमार पांडे ने की। बैठक में मोहिउद्दीननगर बाजार, शंकर चौक, हॉस्पिटल चौक, उत्तर बाजार एवं बीच बाजार के बड़ी संख्या में व्यापारी शामिल हुए। व्यापारियों ने स्थायी अतिक्रमण हटाने के लिए कम से कम एक सप्ताह का अतिरिक्त समय देने की मांग की। इस पर प्रशासन ने सहमति दे दी है। प्रशासन का कहना हुआ कि 19 दिसम्बर से पहले अस्थायी तथा 26 दिसम्बर से पहले स्थायी अतिक्रमण खाली कर दे। इसके बाद प्रशासन कार्रवाई करेगी। तय हुआ कि 19 दिसम्बर को अस्थायी अतिक्रमण हटाने को लेकर प्रशासन की कार्रवाई जारी रहेगी। व्यापारियों की मांग पर गंभीरता से विचार करते हुए पटोरी एसडीएम ने कहा कि यह कार्रवाई जनहित में की जा रही है और किसी के साथ अन्याय नहीं होगा।
ग्वालियर प्रशासन ने भेजा प्रस्ताव:अमित शाह 25 दिसंबर को करेंगे ग्वालियर व्यापार मेले का उद्घाटन
भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के अवसर पर ग्वालियर आ रहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह व्यापार मेले का उद्घाटन करेंगे। इस मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मौजूद रहेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री से मेले का उद्घाटन कराने के लिए प्रस्ताव बनाकर स्थानीय प्रशासन स्तर से भेज दिया गया है। व्यापारिक संगठनों की मांग को देखते हुए उद्घाटन से पहले प्रदेश सरकार मेले से बिकने वाले वाहनों के लिए रोड टैक्स में 50 फीसदी छूट की घोषणा कर सकती है। जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री 24 तारीख की रात को ग्वालियर आएंगे। रात्रि विश्राम यहीं करेंगे। अटलजी की 101वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में ही एमपी ग्रोथ समिट का भी आयोजन किया जाएगा। प्रदेश सरकार पिछले दिनों हुईं समिट के दौरान आए लगभग दाे लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों का भूमिपूजन भी इसी दिन कराने की तैयारी कर रही है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल मेले का अधिकृत उद्घाटन और समापन न होने के कारण शहर में और पार्टी स्तर पर इसकी चर्चा थी। इस कारण मेले के उद्घाटन की तैयारियां पहले से कर ली गई हैं। चूंकि केंद्रीय मंत्री का कार्यक्रम मेला मैदान में ही होगा, इस दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर सहित प्रदेश सरकार के मंत्रीगण भी यहां मौजूद रहेंगे। इस आयोजन के दौरान ही केंद्रीय गृहमंत्री इसी मेले का उद्घाटन भी कर देंगे। सिंधिया ने सीएम को लिखा पत्र- मेले की दशा सुधारेंकेंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर मेले की दशा सुधारने का आग्रह किया है। सिंधिया ने अपने पत्र में कैट के राष्ट्रीय संगठन मंत्री भूपेंद्र जैन द्वारा दिए गए आवेदन का हवाला देते हुए मेले की दुर्दशा पर चिंता जताई है। उन्होंने मेले के सुचारु रूप से संचालन के लिए ग्वालियर व्यापार मेला प्राधिकरण का गठन करने को कहा है। साथ ही मेले की दुकानें, सड़क, छतरियां और शौचालयों के मेंटनेंस के लिए राज्य एवं केंद्र सरकार प्राधिकरण को आर्थिक मदद देने का आग्रह किया है।
बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की सीमा बढ़ाने के विरोध में प्रदर्शन
भास्कर न्यूज|लुधियाना विधानसभा क्षेत्र दक्षिणी के लोहारा पुल पर सीनियर कांग्रेस नेता कृष्ण कुमार बावा, कोऑर्डिनेटर ऑल इंडिया कांग्रेस इंचार्ज हिमाचल प्रदेश के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार की तरफ से मनरेगा का नाम बदले जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। इस दौरान सीनियर नेता राजिंदर बाजवा, कांग्रेस नेता कृष्ण कुमार बावा ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार ने मनरेगा स्कीम शुरू की थी। उसमें कोई शर्त नहीं थी। हर आदमी को 15 दिन में काम मिल सकता था। जिस पर 90 प्रतिशत खर्च भारत सरकार उठाती थी, जिसे पूरे भारत में लागू भी किया गया था। लेकिन अब मोदी सरकार ने 40 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार को और 60 प्रतिशत हिस्सा केंद्र सरकार को देने का फैसला किया है और किस राज्य में लागू करना है, कब करना है या नहीं करना है, यह सब केंद्र सरकार के हाथ में होगा। जबकि ज्यादातर राज्य सरकारें 40 प्रतिशत रकम देने में भी काबिल नहीं हैं। गुरनाम सिंह, वरिंदर भल्ला, कुलदीप शर्मा, रत्नेश कुमार, हरपाल सिंह सैनी खास तौर पर मौजूद थे।
क्रिप्टो और फॉरेक्स में निवेश के नाम पर चल रहे एक फ्रॉड नेटवर्क का खुलासा हुआ है, जिसमें एक्सपीओ डॉट कॉम नामक फर्जी वेबसाइट और मोबाइल एप के जरिए लाखों लोगों से हजारों करोड़ रुपये की ठगी की गई। यह नेटवर्क ऊंचे रिटर्न और रेफरल बोनस के लालच पर आधारित था, जिसके मास्टरमाइंड विदेश, खासतौर पर दुबई से ऑपरेट कर रहे थे, जबकि भारत में इसका संचालन जयपुर से किया जा रहा था। जांच में सामने आया है कि सभी मुख्य आरोपियों की लोकेशन दुबई आ रही है। कंपनी भारत में किसी भी प्राधिकरण से पंजीकृत नहीं थी। वेबसाइट खुद को वर्ष 2016 से रूस में संचालित बताती थी, जबकि वास्तविकता में इसका संचालन नवंबर 2022 से जयपुर से शुरू हुआ। इस प्लेटफॉर्म के जरिए देशभर में करीब 3100 करोड़ रुपए की ऑनलाइन ठगी की गई। नेटवर्क का फैलाव 20 से अधिक राज्यों में था, जिसमें सबसे अधिक निवेश राजस्थान से हुआ। यहां 2.07 लाख लोगों ने पैसा लगाया, जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र में 48.53 हजार निवेशक जुड़े। कुल मिलाकर 3.20 लाख से अधिक लोगों ने लगभग 7,100 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इसमें से 3100 करोड़ रुपए ऑनलाइन निवेश किया है, जबकि 4000 करोड़ इंटरनल डिपॉजिट होने का अनुमान है। हालांकि इंटरनल डिपॉजिट की अभी जांच चल रही है। इस मामले में पहले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस चार-पांच आरोपियों के दुबई भाग जाने की आशंका जता रही है। ये लोग जगह-जगह सेमिनार आयोजित करते और एजेंट ऊंचे मुनाफे और जल्दी रिटर्न का वादा कर निवेशकों को आकर्षित करते थे। मुख्य आरोपी देश के अलग-अलग राज्यों के लोगों से सीधे संपर्क कर उनके नाम से आईडी बनाते और उन्हें निवेश के लिए प्रेरित करते थे। प्रिंसिपल सेक्रेटरी, कोऑपरेटिव विभाग को भी रिपोर्ट भेजी इस बड़े साइबर फर्जीवाड़े में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सुओ मोटो संज्ञान लिया है। भरतपुर पुलिस ने ईडी को पूरे मामले की जानकारी उपलब्ध कराई है। साथ ही प्रिंसिपल सेक्रेटरी, कोऑपरेटिव विभाग को भी रिपोर्ट भेजी गई है ताकि मामले की जांच सीबीआई जैसी बड़ी एजेंसी से कराई जा सके। मुख्य आरोपियों के बैंक खातों को फ्रीज करने के लिए पुलिस ने स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो को पत्र लिखा है। जांच अधिकारी आईपीएस पंकज यादव ने बताया कि प्लेटफॉर्म की सबसे पहली आईडी जयपुर निवासी रजत शर्मा के नाम से बनाई गई थी और निवेशकों के पैसे उसके बैंक खाते में जाते थे। अधिकारियों के अनुसार, पांचों मुख्य आरोपी दुबई में हैं। जैसे ही वे भारत लौटेंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।
सरकारी निवेश में तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट संभव : सम्राट चौधरी
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य में विकास कार्यों को तेजी से पूरा करने के लिए पीपीपी मोड यानी पब्लिक-प्राइवेट-पार्टनरशिप को अधिक से अधिक अपनाने की आवश्यकता है
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में नगर परिषद के पास स्थित सामुदायिक भवन में गुरुवार दोपहर 2 बजे एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई। इसमें पुलिस, प्रशासन, जनप्रतिनिधि और व्यापारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य नगर में व्याप्त अव्यवस्थाओं पर चर्चा कर व्यावहारिक समाधान खोजना था। बैठक में मुख्य नगर पालिका अधिकारी ज्योति सुनहरे और थाना प्रभारी उमाशंकर मुकाती प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इनके साथ जनप्रतिनिधि, विभिन्न व्यापारी संगठनों के पदाधिकारी और नगर के नागरिक भी मौजूद रहे। व्यापारियों ने नगर की प्रमुख समस्याओं जैसे अतिक्रमण, अव्यवस्थित यातायात, पार्किंग की कमी, साफ-सफाई की खराब स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था पर अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। उन्होंने बताया कि इन समस्याओं के कारण व्यापार और आमजन जीवन दोनों प्रभावित हो रहे हैं। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने सभी मुद्दों को गंभीरता से सुना। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर की व्यवस्था सुधारने के लिए समन्वित और चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने इस कार्य में व्यापारियों और नागरिकों से भी नियमों का पालन करने तथा सहयोग करने की अपील की। बैठक के अंत में यह निर्णय लिया गया कि नगर की व्यवस्था में सुधार के लिए नियमित संवाद जारी रखा जाएगा। साथ ही, समय-समय पर समीक्षा बैठकें आयोजित कर प्रगति का आकलन किया जाएगा।
शहडोल के बुढ़ार में स्थित मां शारदा ट्रेडर्स फर्म पर एंटी इवेजन ब्यूरो जबलपुर की 14 सदस्यीय टीम ने छापा मारा है। बुधवार से जारी इस कार्रवाई में करोड़ों रुपए की जीएसटी चोरी का खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में लगभग तीन करोड़ रुपए की टैक्स चोरी सामने आई थी, जिसका अनुमान अब बढ़कर पांच करोड़ रुपए तक हो गया है। दूध के खाद्य उत्पादों के व्यवसाय की आड़ में मसाला-सिगरेट का हो रहा था व्यापार एंटी इवेजन ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक, फर्म के संचालक जय जगवानी किराना और दूध के खाद्य उत्पादों के व्यवसाय की आड़ में बड़े पैमाने पर पान मसाला और सिगरेट का व्यापार कर रहे थे। आरोप है कि इस कारोबार में कई कंपनियों के माध्यम से विभिन्न राज्यों में बिना बिल के खरीद-फरोख्त की जा रही थी, जिससे भारी जीएसटी चोरी हुई। एंटी इवेजन टीम ने अचानक मारा छापा बुढ़ार क्षेत्र से लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि जय जगवानी बिना वैध बिल के पान मसाला का कारोबार कर रहे हैं। खरीदारों द्वारा बिल मांगे जाने पर अक्सर कागजी चिट्ठियों पर लेन-देन किया जाता था। इन शिकायतों का वेरिफिकेशन करने के बाद एंटी इवेजन टीम ने सुरक्षा व्यवस्था के बीच अचानक छापा मारा, जिससे कारोबारी को दस्तावेज छिपाने का अवसर नहीं मिल सका। अधिकारियों ने जब्त किए दस्तावेज एंटी इवेजन ब्यूरो जबलपुर की संयुक्त आयुक्त और कार्रवाई की प्रभारी याचना पाठक ने बताया कि अब तक जब्त किए गए दस्तावेजों के आधार पर करीब पांच करोड़ रुपए तक की जीएसटी चोरी का अनुमान है। सभी रिकॉर्ड जब्त कर जबलपुर ले जाए जा रहे हैं, जहां विस्तृत जांच के बाद टैक्स चोरी की सटीक राशि निर्धारित की जाएगी। जिले में कई ऐसे कारोबारी हैं जो जीएसटी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। अधिकारियों का मानना है कि अगर शहडोल संभाग में व्यापक स्तर पर इसी तरह की छापामार कार्रवाई की जाए, तो और भी बड़े मामले सामने आ सकते हैं।
Share Bazaar में मामूली गिरावट, Sensex 78 अंक टूटा, Nifty भी 25900 के नीचे
Share Market Update News : भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन यानी गुरुवार को मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स 77.84 अंक टूटकर 84,481.81 अंक पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 3.00 अंक गिरकर 25,815.55 अंक पर आ गया। निफ्टी 50 की कंपनियों में ...
Meesho के IPO ने निवेशकों को चौंकाया ; सात दिन में दर्ज किया 129% का जबरदस्त उछाल
Meesho के IPO के सिर्फ 7 दिनों में शेयरों ने 129% की तेजी दिखाई, निवेशकों को बड़ा लाभ मिला। सोशल कॉमर्स प्लेटफॉर्म की इस सफलता ने भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम और डिजिटल मार्केटप्लेस में निवेशकों के भरोसे को भी मजबूत किया है।
हिसार के हांसी में वीरवार तड़के श्याम बाबा मंदिर रोड पर स्थित ज्योति कृषि भंडार सहित आठ दुकानों पर ताले जड़े मिले। सुबह दुकान खोलने पहुंचे दुकान मालिकों ने यह देखा, जिसके बाद क्षेत्र के व्यापारियों में रोष फैल गया। दुकानों पर ताले लगाने की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। दुकान मालिकों की सूचना पर शहर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, ताले खुलवाए और फुटेज खंगाली। फुटेज में जमावड़ी गांव निवासी संजय यादव ताले लगाते हुए साफ दिखाई दिया। प्लॉट को लेकर चल रहा विवाद पुलिस जांच में सामने आया कि यह वारदात प्लॉट को लेकर चल रहे विवाद के कारण हुई। संजय यादव का ज्योति कृषि भंडार के मालिक के साथ कुंदनापुर रोड पर स्थित लगभग 750 गज के एक प्लॉट को लेकर लेनदेन का विवाद चल रहा है। इसी विवाद के चलते संजय यादव ने कथित तौर पर ज्योति कृषि भंडार के अलावा हांसी विधायक विनोद भयाना के भाई नरेंद्र भयाना के घर और दुकान पर भी ताले जड़ दिए। आरोपी के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत घटना के बाद हांसी व्यापार मंडल के प्रधान प्रवीन तायल, हांसी खाद बीज संगठन के प्रधान मुकेश और ज्योति कृषि भंडार के मालिक नमन मित्तल ने शहर थाना में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। व्यापारिक संगठनों ने इस तरह की घटना पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस अधिकारी रामपाल ने बताया कि शिकायत मिल गई है और सीसीटीवी फुटेज सहित सभी तथ्यों के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, दूसरे पक्ष के लोग भी शहर थाना पहुंचकर अपना पक्ष रख रहे हैं। इस संबंध में नरेंद्र भयाना से संपर्क नहीं हो सका, क्योंकि वह शहर से बाहर हैं। उनके लौटने पर पुलिस को लिखित शिकायत सौंपने की संभावना है।
बाड़मेर पीजी कॉलेज के स्टूडेंट फीस बढ़ोतरी और स्कॉलरशिप को लेकर कॉलेज गेट के आगे ताला लगाकर धरने पर बैठ गए। यूनिवर्सिटी और VC के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जानकारी लगने पर बाड़मेर एसडीएम और डीएसपी स्टूडेंट से बातचीत करने के लिए पहुंचे। बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता भी तैनात रहा। करीब ढाई घंटे तक प्रदर्शन और प्रशासन के 2 दिन आश्वासन के बाद स्टूडेंट मानें और धरना समाप्त किया। स्टूडेंट का कहना है कि कॉलेज की फीस अचानक 3 गुना बढ़ा दी है। जो सरासर गलत है। दरअसल, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बाड़मेर के बैनर तले गुरुवार को बाड़मेर पीजी कॉलेज परिसर के आगे गेट के ताले और बेल्ट लगाकर धरने पर बैठे गए। कॉलेज के अंदर न लेक्चरर और प्रिंसिपल को भी अंदर जाने नहीं दिया गया। वहीं कॉलेज के कुछ स्टाफ अंदर खड़े नजर आए। स्टूडेंट कहना है कि यूनिवर्सिटी पहले प्रति सेमेस्टर परीक्षा शुल्क 1200 से 1400 रुपए लेता था। अब उसको बढ़ाकर 3100 से 3300 रुपए कर दिया है। जो अनैतिक और अव्यावहारिक है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने शिक्षा को अपना व्यापार बना दिया है। SDM और DSP पहुंचे, ढाई घंटे चली बातचीत प्रदर्शन की सूचना मिलने पर बाड़मेर SDM यशार्थ शेखर और DSP रमेश कुमार शर्मा धरना स्थल पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने छात्रों के बीच बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं। कॉलेज प्रिंसिपल मरनाली चौहान ने स्पष्ट किया कि फीस बढ़ाने का निर्णय यूनिवर्सिटी स्तर पर हुआ है और कॉलेज प्रशासन का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं है। उन्होंने छात्रों की मांग यूनिवर्सिटी तक पहुंचाने की बात कही, लेकिन छात्र तत्काल समाधान की मांग पर अड़े रहे। स्कॉलरशिप लंबित, शिक्षा को व्यापार नहीं बनने देंगे ABVP के महिपाल सिंह राठौड़ ने कहा कि जब दो सेमेस्टर का सिस्टम शुरू हुआ था, तब फीस बढ़ाई गई थी, लेकिन अब एक साथ तीन गुना फीस बढ़ाना गलत है। लंबे समय से छात्रों की स्कॉलरशिप भी लंबित है। उन्होंने चेतावनी दी कि शिक्षा को व्यापार नहीं बनने दिया जाएगा। प्रशासन ने यूनिवर्सिटी के कुलगुरु से बात करवाई, जहां से दो दिन में समाधान का आश्वासन मिला। दो दिन का आश्वासन, धरना स्थगित प्रशासन की ओर से दो दिन के भीतर फीस और स्कॉलरशिप से जुड़े मुद्दों पर जवाब दिलाने के आश्वासन के बाद छात्रों ने धरना समाप्त किया। छात्रों ने साफ किया कि यदि तय समय में फीस कम नहीं हुई तो वे दोबारा धरना-प्रदर्शन करेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। छात्रों की पीड़ा छात्रा सुमन सोलंकी ने कहा कि फीस एक गुना बढ़ती तो भी किसी तरह भरी जा सकती थी, लेकिन तीन गुना बढ़ोतरी हर छात्र के लिए संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि इतनी फीस में तो प्राइवेट कॉलेज में दाखिला लिया जा सकता था।
इंदौर में रेडीमेड कपड़ा व्यापारियों से 1 करोड़ 69 लाख की धोखाधड़ी करने के मामले में क्राइम ब्रांच ने 2 और आरोपियों को मुंबई से गिरफ्तार किया है। आरोपी यहां पर फरारी काट रहे थे। इस मामले में एक आरोपी किरीट जडेजा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक क्राइम ब्रांच ने VR ट्रेडिंग कंपनी ऑनर तारिक खान निवासी मुंबई और PWALLS ओवरसीज लिमिटेड के ऑनर पकंज अग्रवाल को गुरुवार को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच के अफसरों के मुताबिक मुकेश निवासी इंदौर ने शिकायत की थी कि जुलाई-अगस्त 2024 से 26 मार्च 2025 के बीच ब्रोकर बताकर इंदौर के रेडीमेड कपड़ा व्यापारियों से संपर्क किया। आरोपियों ने राज्य के बाहर स्थित विभिन्न फर्मों से बड़े ऑर्डर दिलाने, 30-45 दिनों में भुगतान कराने की बात की। इसके बाद कई लोगों को विश्वास में लेकर करीब 1 करोड़ 69 लाख की धोखाधड़ी की। इन व्यापारियों ने ब्रोकर बनकर गुड बॉय, दीप दर्शन ट्रेडर्स, अद्विक क्रिएशन, बालाजी अपैरल्स, हेमन्त गार्मेंट्स, नाइस मेन गार्मेंट्स, अरिहंत कलेक्शन, रितिक फैशन, सॉफ्टवेयर, वंदना क्रिएशन, आर.आर. रेडीमेड, शिवकृपा रेडीमेड, कनिष्का स्टिचिंग सेंटर, किड्स पावर, मेपल ट्राउजर, स्टार बाय सहित अन्य रेडीमेड व्यापारियों कपड़ा लेकर VR ट्रेडिंग, साई इम्पेक्स, हर्षा ट्रेडर्स, रॉयल क्रिएशन, V.A. टेक्सटाइल, राशि कलेक्शन, PWALLS ओवरसीज लिमिटेड, शिवशक्ति इंडस्ट्रीज, जुबिया टेक्सटाइल, फेब्रिक वर्ल्ड, खुशबू एंटरप्राइजेज आदि बाहरी फर्मों को भिजवाया था। आरोपियों से क्राइम ब्रांच की टीम अभी पूछताछ कर रही है।
लाल निशान से नहीं उबर पा रहा भारतीय शेयर बाजार, चौथे दिन भी गिरावट जारी
सप्ताह के चौथे कारोबारी दिन भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला। एशियाई बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय शेयर बाजार पर दिखा, जिसके चलते बाजार सुस्त दिखा
राजस्थान के पश्चिमी इलाके, जहां कभी पानी की कमी से लोग तरसते थे, अब वहां के किसान अपनी मेहनत से नई सफलता की कहानी लिख रहे हैं। विपरीत हालातों के बावजूद, थार के किसानों ने अनार की खेती में कमाल कर दिखाया है। यहां उगाए जाने वाले अनार की डिमांड न सिर्फ देश के विभिन्न हिस्सों में है, बल्कि नेपाल, बांग्लादेश, ईरान, अमेरिका, चीन और फ्रांस जैसे देशों में भी खूब है। हालांकि, जलवायु परिवर्तन की वजह से असमय बारिश, लंबे सूखे और तापमान में अचानक बदलाव ने किसानों को फसल रोगों और उत्पादन में नुकसान की चुनौतियां दी हैं। लेकिन जोधपुर स्थित केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी) के वैज्ञानिकों ने अनार पर किए जा रहे शोध से नई राह दिखाई है। डॉ. ओ.पी. मीणा के नेतृत्व में पोषक तत्व प्रबंधन पर चल रहे प्रयोगों से इस साल उच्च गुणवत्ता वाले अनार का शानदार उत्पादन हुआ है, जो स्थानीय मिट्टी, पानी और पर्यावरण को ध्यान में रखकर किया गया। वैज्ञानिक तरीके से जल प्रबंधन अपनाएं काजरी के विभागाध्यक्ष डॉ. धीरज सिंह बताते हैं कि अगर किसान वैज्ञानिक तरीके से पोषक तत्व और जल प्रबंधन अपनाएं, साथ ही मौसम पूर्वानुमान के आधार पर समय पर दवाओं का छिड़काव करें, तो बेहतर गुणवत्ता और ज्यादा पैदावार हासिल की जा सकती है। जलवायु परिवर्तन की परिस्थितियों के अनुसार किसानों को प्रशिक्षण काजरी के संस्थान के कार्यवाहक निदेशक डॉ. एस.पी.एस. तंवर ने कहा कि काजरी किसानों को लगातार प्रशिक्षण देता रहा है और भविष्य में जलवायु परिवर्तन के अनुरूप और उन्नत ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि बदलते मौसम में भी सफलता मिल सके। विशेषज्ञों का कहना है कि यह शोध थार के किसानों के लिए वरदान साबित होगा, जो न सिर्फ उत्पादन बढ़ाएगा बल्कि उनकी आय में भी जबरदस्त इजाफा करेगा। थार के अनार की विदेशों में डिमांडप्रदेश भर में अनार की खेती का रकबा अब 17 हेक्टेयर ज्यादा है। इनमें से 15 हजार हेक्टेयर से ज्यादा एरिया तो बाड़मेर, जालोर और जोधपुर जिले में ही है। प्रदेश के अन्य जिले के किसान बाकी दो हजार के करीब हेक्टेयर में अनार की खेती कर रहे हैं। प्रदेश में अनार उत्पादन करीब 156844 टन हो रहा है। थार के अनार की नेपाल, बांग्लादेश, ईरान, यूएसए, चीन,फ्रांस में सर्वाधिक सप्लाई की जाती है। सालाना 10 अरब रुपए से ज्यादा का व्यापारदेश में सबसे ज्यादा अनार उत्पादन महाराष्ट्र में होता है। इसके बाद राजस्थान और गुजरात में अनार का उत्पादन ज्यादा होता है। राजस्थान में भी बाड़मेर-बालोतरा जिले इसके उत्पादन में आगे हैं। अनार का सालाना करीब 10 अरब रुपए का व्यापार होता है। तीन साल में देना शुरू कर देता है फलअनार का पौधा तीसरे साल से फल देना शुरू कर देता है और 20 साल तक चलता है। एक पौधे से सालाना 30 किलो तक अनार मिल सकता है। कृषि विभाग सब्सिडी भी देता है, और एक हेक्टेयर में 800 पौधे लगाए जा सकते हैं। बाजार में इसकी कीमत 30 से 150 रुपए प्रति किलो तक होती है, जो गुणवत्ता और रंग पर निर्भर करती है। थार के किसान अब रेगिस्तान को हरा-भरा बनाकर अपनी किस्मत बदल रहे हैं!
समर्थन मूल्य (एमएसपी) किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने की सरकारी गारंटी है, लेकिन राजस्थान में यही व्यवस्था सरकार और किसान दोनों के लिए नुकसान का सौदा बन रही है। भास्कर की 20 दिन की ग्राउंड इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि गुजरात की मंडियों में पहले ही बिक चुकी मूंगफली को व्यापारी और दलाल 55 से 60 रुपए किलो में दोबारा खरीद राजस्थान के एमएसपी केंद्रों पर 72.63 रुपए किलो में सरकार को बेच रहे हैं। जालोर जिले के सांचौर और रानीवाड़ा क्षेत्र के एमएसपी केंद्रों पर हो रही तुलाई में 60 प्रतिशत मूंगफली न यहां के खेतों में पैदा हुई और न स्थानीय किसानों की है। यह गुजरात की नेनावा मंडी से आ रही है। लेकिन, कागजों में सब कुछ सही दिखा रहे हैं। फर्जी गिरदावरी, किसानों के नाम पर पंजीयन और एमएसपी केंद्रों के कर्मचारियों की मिलीभगत से इसे खपा रहे हैं।भास्कर टीम ने एक ट्रैक्टर की 24 घंटे रैकी भी की। इस खेल में पटवारी से एमएसपी केंद्रों के कर्मचारी तक शामिल हैं। गिरदावरी में बिना फसल वाले खेतों में मूंगफली दर्ज कर दी जाती है। उसी आधार पर पंजीयन होता है। भुगतान किसानों के खातों में जाता है और बाद में व्यापारी वह पैसा उनसे ले लेते हैं। सबसे बड़ा संकेत यह है कि जिस इलाके में आमतौर पर आरजी-37 किस्म की मूंगफली होती है, वहां एमएसपी केंद्रों पर आरजी-20 किस्म की तुलाई हो रही है। यानी मूंगफली न खेत की है, न किसान की। यह सिर्फ घोटाला नहीं, बल्कि किसानों के नाम पर एमएसपी सिस्टम का हाईजैक है। 1 ट्रैक्टर पर 42 हजार का सीधा फायदा बाजार में मूंगफली 55 से 60 रु. किलो है। एमएसपी पर 72.63 रु. में ले रहे हैं। एक ट्रैक्टर (औसतन 35 क्विंटल) पर 42 हजार का फायदा। रोज 40-50 ट्रैक्टर पहुंचे तो सीजन में आंकड़ा करोड़ों में जा सकता है। आरजी-20 की पैदावार तो बीकानेर क्षेत्र में होती है : रानीवाड़ा और सांचौर क्षेत्र में आरजी-37 किस्म की मूंगफली होती है। बावजूद एमएसपी केंद्रों पर आरजी-20 की तुलाई हो रही है। जो बीकानेर क्षेत्र में होती है और बड़ी मात्रा में गुजरात की नेनावा मंडी पहुंचती है। एमएसपी केंद्र पर मेहराराम को रिश्वत नहीं दी तो 3 दिन बाद आएगा तुलाई का नंबर भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि एमएसपी केंद्रों पर तुलाई पूरी तरह सिस्टम के भरोसे नहीं, बल्कि रिश्वत के भरोसे चल रही है। जल्दी नंबर चाहिए तो पैसा। फर्जी माल की तुलाई करवानी है तो पैसा। पैसा नहीं दिया तो 2-3 दिन तक नंबर नहीं। सांचौर एमएसपी केंद्र पर कर्मचारी मेहराराम को तुलाई के दौरान रिश्वत लेते हुए भास्कर ने कैमरे में कैद किया।
सोढानी ग्रुप का ‘निवेशक दरबार 7.0’ संपन्न
सोढानी ग्रुप ऑफ कंपनीज़ की ओर से आयोजित “निवेशक दरबार 7.0” शनिवार को सोढानी फार्म हाउस, चोखी ढाणी, सांगानेर में हुआ। कार्यक्रम सुबह 9:30 से शाम 7:30 बजे तक चला, जिसमें देशभर के शेयर मार्केट विशेषज्ञ और वित्तीय सलाहकार शामिल हुए। विभिन्न सत्रों में शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, निवेश रणनीति और वित्तीय साक्षरता पर चर्चा की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय वित्तीय साक्षरता ओलंपियाड के मेधावी छात्रों और विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित किया गया। चेयरमैन राजेश कुमार सोढानी ने निवेश अनुभव साझा करते हुए अगले “निवेशक दरबार” के आयोजन की घोषणा 19 सितंबर 2026 को की। समारोह में प्रिया सोढानी, तोशिभा पारिख, डॉक्टर सुमन कुलहरि, नीरज के पवन (आईएएस) मौजूद रहे।
होटल में जुआ खेलते आठ व्यापारियों को क्राइम ब्रांच ने पकड़ा, 4 लाख रुपए जब्त
क्राइम ब्रांच ने पिपलानी के एक होटल में छापा मारकर वहां जुआ खेल रहे आठ व्यापारियों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच ने जुए की फड़ से 4 लाख रुपए जब्त किए हैं। आरोपियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। क्राइम ब्रांच को सूचना मिली था कि पिपलानी के एक होटल में हजारों रुपए जुएं में लगा जा रहे हैं। टीम ने सोमवार-मंगलवार की रात यहां दबिश दी। जहां न्यू मिनाल रेसीडेंसी निवासी मनीष गुप्ता, डीआईजी बंगला निवासी संजय आडवाणी, ओल्ड अशोका गार्डन के पीयूष चावला, सोनू उर्फ धर्मेंद्र जैन, ओम नगर, राधारमण राठी, रेड स्क्वेयर जाटखेड़ी निवासी दर्शन लाल, ई-5 अरेरा कालोनी निवासी राजीव कुमार जैन और वर्धमान ग्रीन पार्क अशोका गार्डन निवासी दीपक चावला जुआ खेलते पकड़ाए। क्राइम ने व्यापारियों को गिरफ्तार कर चार लाख रुपए जब्त किए हैं।
मध्य प्रदेश में औद्योगिक निवेश और रोजगार सृजन को नई गति देने के लिए 25 दिसंबर को ग्वालियर में अभ्युदय एमपी ग्रोथ समिट का आयोजन होगा। इसमें 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्तावों का भूमिपूजन होगा। 10 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण भी होगा। आयोजन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे। समिट के दौरान कई निवेश प्रस्तावों के लिए भूमि आवंटन, लेटर ऑफ इंटेंट और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती होने के कारण आयोजन स्थल पर विशेष प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसमें उनके विकास, सुशासन और समावेशी प्रगति के विजन को प्रदर्शित किया जाएगा। समिट की थीम ‘निवेश से रोजगार- अटल संकल्प, उज्ज्वल एमपी’ रखी गई है। सरकार इस अवसर पर बीते दो वर्षों के औद्योगिक विकास का लेखा-जोखा प्रस्तुत करेगी। सफलता की कहानियां, लोग बताएंगे अनुभव समिट में भूमिपूजन व लोकार्पण के अलावा महिलाओं से जुड़े उद्योगों की सफलता की कहानियां प्रस्तुत की जाएंगी। निवेश से बदली जिंदगी वाले लोग अपने अनुभव साझा करेंगे। महिलाओं के उद्योगों के प्रेजेंटेशन होंगे हैं। औद्योगिक कर्मचारियों के लिए स्पेशल रेट जोन की घोषणा भी होगी। सागर जैसे इलाकों में बने इन औद्योगिक क्षेत्रों में विशेष दर निर्धारित करके निवेश आकर्षित किए जाते हैं।
लखनऊ में अंसल सिटी को लेकर आज राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में सुनवाई होनी है। इससे पहले सोमवार और मंगलवार को लगातार दो दिन सुनवाई हुई, लेकिन कोई फैसला नहीं आ सका। ऐसे में अब निवेशकों की नजरें बृहस्पतिवार की सुनवाई पर टिकी हैं। सोमवार और मंगलवार को करीब डेढ़-डेढ़ घंटे तक सुनवाई चली। पहले दिन लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) और आवंटियों की ओर से पक्ष रखा गया। एलडीए ने दलील दी कि कॉलोनी पर पहला अधिकार उसका है, इसलिए हैंडओवर उसे दिया जाना चाहिए। इस मांग का समर्थन अंसल सुशांत गोल्फ सिटी टाउनशिप के आवंटियों ने भी किया। मंगलवार को अंसल कंपनी और उसे कर्ज देने वाली वित्तीय संस्था आईएफएसएल के अधिवक्ताओं ने अपना पक्ष रखा। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद भी न्यायाधिकरण कोई निर्णय नहीं ले सका। आवंटी और निवेशक गगन टंडन ने बताया कि अब 18 तारीख को फिर सुनवाई होगी। उन्हें उम्मीद है कि फैसला आवंटियों के पक्ष में आएगा। अगर कॉलोनी का हैंडओवर एलडीए को होता है, तो हजारों आवंटियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
बरेली में पुलिस ने मंगलवार देर रात एक किराये के फ्लैट में चल रहे देह व्यापार का भंडाफोड़ किया है। बारादरी थाना क्षेत्र के डोहरा रोड स्थित महेन्द्र नगर कॉलोनी में हुई इस कार्रवाई में एक युवती सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से आपत्तिजनक सामग्री और नकदी भी बरामद की है। सीओ तृतीय पंकज श्रीवास्तव के नेतृत्व में बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडे की टीम ने सूचना मिलने पर संयुक्त रूप से छापेमारी की। फ्लैट का दरवाजा अंदर से बंद था, लेकिन पुलिस की मौजूदगी का आभास होते ही भीतर अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने घेराबंदी कर सभी आरोपियों को मौके से पकड़ लिया। तलाशी के दौरान फ्लैट से कंडोम, सेक्सवर्धक गोलियां, पेट्रोलियम जैली, मॉइस्चराइजर, छह स्मार्टफोन और 4100 रुपये नकद बरामद किए गए। पुलिस की पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार युवती डोहरा रोड क्षेत्र में ग्राहकों को इशारों से आकर्षित करती थी। वह सौदा तय कर उन्हें इसी फ्लैट में लाकर देह व्यापार कराती थी। प्रति ग्राहक से 500 से 2000 रुपये तक वसूले जाते थे। पुलिस के मुताबिक, पकड़े गए सभी युवक शहर के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम 1956 की धाराओं 3, 4, 5 और 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। बारादरी इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने बताया कि सभी आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि शहर में इस तरह की अवैध गतिविधियों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा।
उदयपुर के सायरा थाना क्षेत्र में गिर्वा डीएसपी गोपाल चंदेल के निर्देशन में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। एक होटल में चल रहे अवैध देह व्यापार का पर्दाफाश किया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस सेमड़ गांव स्थित होटल इंद्रपस्थ में पहुंची और दबिश देकर कार्रवाई की। पुलिस ने 31 युवकों और 8 युवतियों को संदिग्ध हालत में हिरासत में लिया। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार सभी आरोपी युवक-युवतियां मध्यप्रदेश के बताए जा रहे हैं। मौके से आपत्तिजनक सामग्री, 2 फोर व्हीलर, मोबाइल फोन जब्त किए गए। साथ ही इंद्रप्रस्थ होटल संचालक राजेश शर्मा व ऋषभ राजपूत को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने पीटा एक्ट (ITPA) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डीएसपी गोपाल चंदेल ने बताया- गोगुंदा पुलिस के सहयोग से यह कार्रवाई की गई। गुरुवार को पूरे मामले का विस्तृत रूप से खुलासा किया जाएगा।
वंडरलैंड फूड्स, भारत के प्रीमियम नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स उद्योग की एक प्रमुख कंपनी, उत्तर प्रदेश के यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में एक ग्रीनफील्ड नट्स एवं ड्राई फ्रूट्स प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करेगी। इस परियोजना में कंपनी लगभग 240 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस प्रस्तावित परियोजना के आंशिक वित्तपोषण के लिए आशा वेंचर्स फंड-I और ब्रिटिश इंटरनेशनल इन्वेस्टमेंट पीएलसी (यूनाइटेड किंगडम सरकार का उपक्रम) द्वारा कंपनी में 140 करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) किया जा रहा है। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) राकेश कुमार सिंह ने बुधवार को कंपनी के चेयरमैन राकेश कुमार गुप्ता को सेक्टर 8D में परियोजना के लिए 30,000 वर्ग मीटर औद्योगिक भूमि का आशय पत्र (लेटर ऑफ इंटेंट) प्रदान किया। इस अवसर पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी (ACEO) शैलेंद्र भाटिया और राजेश कुमार भी उपस्थित थे। कंपनी को भूमि का कब्जा मिलने के 24 महीनों के भीतर इस परियोजना में उत्पादन शुरू होने की संभावना है। कंपनी के संस्थापक राकेश कुमार गुप्ता के अनुसार, यह परियोजना समाज के कमजोर वर्ग से आने वाली 750 से अधिक महिलाओं को रोजगार प्रदान करेगी। परियोजना के पूरी तरह से चालू होने पर इससे प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व उत्पन्न होने की उम्मीद है।
रतलाम में एक व्यापारी 64 लाख रुपए लेकर फरार हो गया। यह पैसे उसने दूसरे व्यापारियों से ब्याज पर चलाकर मुनाफा देने का झांसा देकर लिए थे। अब वह परिवार समेत फरार हो गया, व्यापारी के घर पर ताला लगा है। पुलिस ने फरार हुंडी व्यापारी (ब्याज पर पैसे चलाने वाले) के खिलाफ अमानत में खयानत (पैसों में धोखाधड़ी) का केस दर्ज किया है। रतलाम के तेजानगर में रहने वाले रुपेश चरपोट (48) पिता धनपाल चपरोट मकान की ठेकेदारी का कार्य करते हैं। माणकचौक थाने पर इन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिसमें बताया कि विजय कुमार पिता मदनलाल लोढा निवासी शुभम रेसीडेंसी रतलाम को करीब 10 साल से जानता हूं। विजय कुमार हुंडी की दलाली का काम करता था। बैंक खाते में भेजे थे आठ लाखजान पहचान के कारण मैं विजय की बात में आकर ब्याज से चलाने के लिए मैनें आठ लाख रुपए 3 मार्च 25 को मेरे एयू स्माल बैंक नजर बाग बैंक कालोनी रतलाम के खाते से आरटीजीएस के माध्यम से विजय कुमार लोढा के एचडीएफसी बैंक खाता में ट्रांसफर किए थे। इसके बाद 30 जून 25 को पत्नी के मोनिका के बैंक खाते से चैक के माध्यम से साढे सात पैसे हुंडी की दलाली से मार्केट में साहूकारी ब्याज एक प्रतिशत पर चलाने के लिए दिए थे। इस प्रकार कुल 11 लाख रुपए विजय कुमार को हुंडी की दलाली के लिए दिए। 1 दिसंबर को लौटाने का कहा था एफआईआर में बताया कि फरियादी को हुंडी व्यापारी विजय लोढ़ा ने 1 दिसंबर 25 को रुपए साहूकारी ब्याज से वापस देने की बात कही थी। लेकिन विजय घर से परिवार के साथ कहीं भाग गया। आज तक तलाश करने पर भी उसके घर से विजय कुमार व उसके परिवार के लोगों का कोई अता पता नहीं है। साहूकारी ब्याज पर एक प्रतिशत ब्याज के नाम पर लिए रुपए विजय कुमार लोढ़ा द्वारा हुंडी की दलाली साहूकारी ब्याज एक प्रतिशत के नाम पर कुल 64 लाख रुपए लेकर भागा है। मुख्य फरियादी रुपेश चरपोट के अलावा शरद मेहता, ललित कुमार कटारिया, किर्ती कुमार सोनी ने भी थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई है। इन सभी ने अलग अलग माध्यम से विजय कुमार लोढा को साढ़े सात पैसे हुंडी की दलाली में एक प्रतिशत साहूकारी ब्याज पर रुपए मार्केट में चलाने के लिए दिए हैं। अन्य व्यापारियों के रुपए लेकर फरार आरोपी हुंडी दलाल विजय लोढ़ा मार्केट से भी कई व्यापारियों का रुपया लेकर फरार हुआ है। फरियादी के साथ कुछ अन्य व्यापारियों ने भी थाने पहुंच कर शिकायत की है। जिसका नंबर एक में रुपया था वह पुलिस थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। सूत्रों की माने तो जिन व्यापारियों ने शिकायत की है उनके अलावा भी कई ऐसे बड़े नामचीन लोग शहर के हैं जिनसे भी रुपए लिए हैं। करीब 10 से 12 करोड़ रुपए लेकर हुंडी व्यापारी फरार हुआ है। हालांकि अन्य व्यापारी अभी सामने नहीं आए हैं। इन व्यापारियों ने दिए रुपए घर पर ताला लगा- टीआई माणकचौक थाना प्रभारी पातीराम डावरे ने बताया कि आरोपी हुंडी व्यापारी विजय लोढ़ा के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज किया है। घर पर ताला है। तलाश की जा रही है। अभी तक जो व्यापारी शिकायत लेकर आए है। उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज की है।
सिरोही ब्लॉक के गौतम भवन गोयली परिसर में तीन दिवसीय गुणवत्ता प्रबंधन और गुणवत्ता नियंत्रण प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वयं सहायता समूहों (SHG) से जुड़ी महिलाओं को गुणवत्ता प्रबंधन, उत्पाद मानकीकरण और बाजार से प्रभावी जुड़ाव के लिए सक्षम बनाना था। यह कार्यक्रम राजस्थान सरकार के आयुक्त उद्योग, वाणिज्य एवं CSR विभाग द्वारा संचालित किया गया। इसमें सिरोही क्षेत्र की विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से चयनित 30 महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया। नाबार्ड कंसल्टेंसी से प्रवीण कुमार ने इस संबंध में जानकारी दी। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को उत्पाद गुणवत्ता, प्रबंधन सुधार, ब्रांड निर्माण, पैकेजिंग, मूल्य निर्धारण और विपणन रणनीतियों से अवगत कराया गया। मास्टर ट्रेनर सुनीता बैरवा ने व्यावहारिक उदाहरणों के माध्यम से बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ाने और उत्पादों की पहचान सुदृढ़ करने की जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम का समापन उद्योग एवं वाणिज्य सिरोही के महाप्रबंधक सहीराम बिश्नोई के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमी और वरिष्ठ समाजसेवी गोपाल सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि प्रेम कुमार और राजीविका ब्लॉक मैनेजर निधि विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समाजसेवी राजुभाई माली और व्यापार संघ सिरोही के अंकुर रावल भी मौजूद थे। मुख्य अतिथि सहीराम बिश्नोई ने अपने संबोधन में उद्योग विभाग की सरकारी योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि राज्य और केंद्र सरकार महिलाओं को कौशल विकास और आजीविका सुदृढ़ीकरण हेतु विभिन्न योजनाओं से जोड़ रही है, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। राजीविका से निधि ने स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को स्थानीय बाजार के साथ-साथ डिजिटल मार्केटिंग के अवसरों की जानकारी दी। कार्यक्रम में गीता, रंगीला, एहनल बानू, विमला, प्रकाश कंवर सहित मास्टर ट्रेनर राजेश बिश्नोई, जनप्रतिनिधि, अधिकारीगण और स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का मंच संचालन सुनीता बैरवा ने किया।
कोरबा के दर्री मुख्य मार्ग पर बदमाशों ने एक व्यापारी की कार को पेट्रोल डालकर आग के हवाले कर दिया। घटना का वीडियो भी सामने आया है। 16 दिसंबर की रात तीन बदमाश लड़के गाली गलौज किए फिर कार में पेट्रोल डालकर माचिस मार दिया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने दुकान के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को पकड़ लिया है। जांच में सामने आया कि यह घटना आशीष अग्रवाल की दुकान में पहले काम करने वाले युवकों ने पुरानी रंजिश के चलते अंजाम दिया है। दुकान संचालक के साथ उनका किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। डिब्बे से पेट्रोल निकालकर कार पर छिड़का पुलिस के मुताबिक, यह घटना व्यापारी के घर के बाहर खड़ी कार के साथ हुई, जिससे मौके पर हड़कंप मच गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई। सूचना मिलते ही कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। बताया गया कि दर्री मुख्य मार्ग पर आशीष अग्रवाल का थोक राशन का दुकान है। 16 दिसंबर को दुकान बंद होने के कारण उन्होंने अपनी कार दुकान के बाहर खड़ी की थी। देर रात तीन युवक पैदल आए, उनमें से एक ने डिब्बे से पेट्रोल निकालकर कार पर छिड़का और माचिस से आग लगाकर फरार हो गए। 3 आरोपी गिरफ्तार सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने रामसागर पारा निवासी शिव बंजारे उर्फ दिल्ली (24 साल), चंदन गोड (23 साल) और संतोष केवट उर्फ मोटू को गिरफ्तार किया है। फुटेज में युवक अपशब्दों का प्रयोग करते हुए दुकान संचालक को धमकाते भी नजर आए हैं। पकड़े गए चंदन गोड को आदतन अपराधी बताया गया है, जो पहले भी कई घटनाओं को अंजाम दे चुका है और कुछ माह पहले ही मुंबई से कोरबा आया था। कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने वारदात की पुष्टि की है।
लुधियाना के शेरपुर की फौजी कॉलोनी में एक महिला अपने घर में देह व्यापार का धंधा चला रही थी। मोहल्ले के लोगों को शक हुआ तो उन्होंने ट्रैप लगा दिया। पब्लिक ने देह व्यापार का अड्डा पकड़ने के लिए बाकायदा सीसीटीवी कैमरे लगवाए। 15 दिन तक सीसीटीवी कैमरे में महिलाओं को रोजाना आते जाते देखा। पब्लिक ने रेड करते ही पुलिस को भी मौके पर बुला दिया और देह व्यापार में संलिप्त दो महिलाओं को पुलिस के हवाले किया जबकि एक महिला वहां से भागने में कामयाब रही। पुलिस दोनों महिलाओं को लेकर थाने पहुंची और अब उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। एक छोटे घर में रोजाना आती थी महिलाएं इलाका निवासी विक्रांत पंडित ने बताया कि उनके मोहल्ले में एक छोटा सा घर है और वहां पर रोजाना सात से आठ महिलाएं सुबह 11 बजे आती हैं और रात को आठ बजे जाती हैं। उस घर में न तो कोई फैक्ट्री है और न ही कोई अन्य कारोबार है। महिलाओं के रोजाना आने व घर में पुरुषों के आने जाने से देह व्यापार का शक हुआ। सीसीटीवी कैमरे लगाकर की पहचान विक्रांत पंडित ने बताया कि महिलाओं की पहचान करने के लिए उन्होंने सीसीटीवी कैमरे लगाए। सीसीटीवी में रोजाना महिलाएं व लड़कियां रोजाना सुबह 11 बजे आती दिखी। करीब 15 दिन तक उन पर सीसीटीवी से नजर रखी और उसके बाद लोगों ने मिलकर रेड की। महिलाओं ने माना कि वो यहां पर देहव्यापार का धंधा करती हैं और मालिक उनसे प्रति ग्राहक 100 रुपए लेते हैं। लोगों ने दी पुलिस को शिकायत विक्रांत पंडित ने बताया कि पहले इलाके में नशा बेचा जाता था तो मोहल्ले के लोगों ने खुद नशा बेचने वालों को पकड़ा और उन्हें पुलिस के हवाले करवाया। तब से नशा का कारोबार बंद हो गया। देह व्यापार के दो अड्डे और चलते थे वो भी बंद करा दिए हैं। अब यह आखिरी अड्डा था। उन्होंने कहा कि इसके बारे में पहले भी पुलिस को शिकायत दी थी। महिला बोली, काम मांगा था उन्होंने देहव्यापार में लगा दिया देह व्यापार के आरोप में पकड़ी गई महिला का कहना है कि उनके घर पर कमाने वाला कोई नहीं है। उन्होंने किसी को कहा था कि उसे काम दिला दो तो उसने ही उसे यहां भेजा। जब यहां आए तो इन लोगों ने देह व्यापार में लगा दिया। उसने बताया कि करीब 14-15 दिन से आ रही हैं। दो महिलाएं हिरासत में ली मौके पर रेड करने आए पुलिस कर्मियों का कहना है कि उन्हें कंट्रोल रूम से सूचना मिली थी कि लोगों ने कुछ महिलाओं को पकड़ा है और वो गलत काम करती थी। उन्होंने बताया कि महिलाओं को हिरासत में लेकर थाने ले जा रहे हैं। उसके बाद जांच करेंगे कि क्या सच में ये महिलाएं देह व्यापार का काम करती थी या नहीं।
बालाघाट कलेक्टर मृणाल मीणा ने वारासिवनी तहसील के खापा कैप और धान खरीदी केंद्र का रात में औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने व्यापारियों और मिलर्स की ओर से अन्य राज्यों से धान मंगाने पर आगामी आदेश तक रोक लगा दी है। निरीक्षण के दौरान, कलेक्टर ने धान लेकर आने वाले ट्रक चालकों से बातचीत की और ट्रकों को खाली कराने में लगने वाले समय की जानकारी ली। उन्होंने ट्रांसपोर्टरों को अनलोडिंग के लिए श्रमिकों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। खापा कैप में सेवा सहकारी समिति सावंगी का धान खरीदी केंद्र संचालित है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि किसी भी केंद्र पर पांच से अधिक तौल कांटे नहीं होने चाहिए और केवल एफएक्यू (FAQ) गुणवत्ता वाली धान ही खरीदी जाए। उन्होंने रात में लाइट व्यवस्था बेहतर करने और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए, ताकि धान की चोरी रोकी जा सके। साथ ही, खरीदी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने को भी कहा गया। बिना सूचना धान मंगाने पर होगी सख्त कार्रवाई कलेक्टर मीणा ने स्पष्ट किया कि यदि व्यापारी या मिलर्स अन्य राज्यों से धान मंगाते हैं, तो उन्हें नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारी को धान के उपयोग के संबंध में जानकारी देनी होगी। बिना जानकारी दिए धान मंगाने पर संबंधित व्यापारी एवं मिलर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और धान को उपार्जन समाप्ति तक सील कर दिया जाएगा। उन्होंने अब तक अन्य राज्यों से मंगाई गई धान की सघन जांच करने और दस्तावेजों का परीक्षण करने के निर्देश दिए। मंडी अधिकारियों को सभी चेक पोस्ट पर कड़ी निगरानी रखने और चेक पोस्ट पर आने वाली धान की जानकारी, जिसमें व्यापारियों के नाम भी शामिल हों, उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। कलेक्टर ने धान के परिवहन और गोदाम में अनलोडिंग के दौरान किसी भी गड़बड़ी या अनियमितता पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
जोधपुर से शिमला हनीमून पर जा रहे एक नवविवाहित दंपती का सफर उस वक्त परेशानी में बदल गया, जब चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर उनका लगेज गायब हो गया। एयर इंडिया स्टाफ से बातचीत के बाद दंपती को भरोसा दिलाया गया कि उनका लगेज शिमला भेज दिया जाएगा, लेकिन 24 घंटे बीतने के बाद भी न तो लगेज का पता चला और न ही एयरलाइन की ओर से कोई स्पष्ट जानकारी दी गई। अब परेशान दंपती के फोन तक नहीं उठाए जा रहे। दरअसल, जोधपुर के टिंबर व्यवसायी हितेष व्यास की 22 नवंबर को राधिका जोशी के साथ सादी हुई थी। दोनों 15 दिसंबर को हनीमून के लिए शिमला रवाना हुए। परिवार की ओर से जोधपुर से दिल्ली और दिल्ली से चंडीगढ़ की एयर इंडिया फ्लाइट बुक करवाई गई थी। सोमवार सुबह 10:20 बजे जोधपुर से उनकी पहली फ्लाइट रवाना होनी थी, लेकिन दिल्ली में घने कोहरे के कारण फ्लाइट काफी लेट हो गई और दोपहर 3:20 बजे उड़ान भर सकी। दिल्ली एयरपोर्ट पर फ्लाइट शाम 4:30 बजे लैंड हुई। यहां से चंडीगढ़ की कनेक्टिंग फ्लाइट भी 4:40 बजे के बजाय 6:30 बजे उड़ी। शाम 7:30 बजे चंडीगढ़ पहुंचने पर दंपती को एयरपोर्ट पर अपना लगेज नहीं मिला। दिल्ली एयरपोर्ट पर खो गया सामान चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर एयरलाइन के ऑपरेशन मैनेजर से बात करने पर बताया गया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर लगेज इधर-उधर हो गया है। उसी दिन दिल्ली से कोई फ्लाइट नहीं आने के कारण अगली फ्लाइट से लगेज भेजने की बात कही गई। दंपती को भरोसा दिलाया गया कि वे शिमला के लिए निकल जाएं और उनका लगेज सीधे होटल भिजवा दिया जाएगा। इसके बाद हितेष और राधिका रात 8:30 बजे शिमला के लिए रवाना हो गए और रात करीब डेढ़ बजे वहां पहुंचे। मंगलवार शाम 4 बजे के बाद से ऑपरेशन मैनेजर ने फोन उठाना बंद कर दिया। खोए लगेज में कैश, ज्वेलरी और दवाइयां हितेष और राधिका ने बताया कि यह उनकी पहली फ्लाइट यात्रा थी और पहला अनुभव ही बेहद खराब रहा। गायब हुए लगेज में दो बड़े बैग और एक छोटा बैग था, जिसमें कपड़ों के अलावा दवाइयां, करीब 20 हजार रुपए नकद, कुछ ज्वेलरी और कॉस्मेटिक आइटम रखे हुए थे। लगेज नहीं मिलने से शिमला में उनका पूरा हनीमून प्लान भी प्रभावित हो गया है।
बालाघाट जिले के बिरसा थाना क्षेत्र में एक गोवंश व्यापारी से हुई लूट के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना 13 नवंबर को सालेटेकरी-लांजी रोड पर चाकू की नोक पर हुई थी। छत्तीसगढ़ के भाटापारा बलौदाबाजार अंतर्गत सिमगा थाना क्षेत्र के चौरेंगा निवासी दीनु वासुदेव ने बिरसा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोपियों ने उनसे नकदी, मोबाइल और दो महंगी भैंसें लूट ली थीं, जिन्हें बाद में जंगल में खदेड़ दिया गया था। पुलिस ने बीएनएस की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। पुलिस ने एक माह बाद इस वारदात में शामिल दो आदतन अपराधी मनोज जंघेल और अनिल उर्फ अनेक नागेश्वर को पकड़ा है। आरोपियों के पास से लूटी गई नकदी और घटना में प्रयुक्त बोलेरो वाहन बरामद किया गया है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के आरोपी लूट में शामिल बिरसा थाना प्रभारी रेवलसिंह बरडे ने बताया कि इस लूट की वारदात को महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के अन्य साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया गया था। मनोज जंघेल रायपुर के गुडियारी थाना अंतर्गत रामनगर का निवासी है, जबकि अनिल उर्फ अनेक नागेश्वर जिले के लांजी थाना अंतर्गत चिचटोला का रहने वाला है। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी आदतन अपराधी हैं। मनोज पर पहले से 5 और अनिल पर 9 गंभीर अपराध दर्ज हैं, जिनमें लूट, मारपीट, बलवा, अवैध वसूली और गोवंश संबंधी मामले शामिल हैं। पुलिस फिलहाल पकड़े गए आरोपियों से और पूछताछ कर रही है, साथ ही फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। इस पूरी कार्रवाई में उनि. धनसिंह धुर्वे, आरक्षक विकास श्रीवास्तव, संपत उइके, रामसिंह अहाके, भरत परते और विनोद भलावी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
कोटपूतली में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अपहरण जैसी संगीन वारदातें अब आम होती जा रही हैं। महज चार दिन में दूसरी अपहरण की घटना ने न सिर्फ आमजन को दहशत में डाल दिया है, बल्कि जिले की कानून-व्यवस्था और पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोमवार रात करीब 8.30 बजे कोटपूतली शहर उस समय सन्न रह गया, जब हाइवे स्थित डेंटल कॉलेज के पास खेमजी मोटर्स कार्यालय में घुसकर बदमाशों ने ट्रांसपोर्ट व्यवसायी भीम सिंह शेखावत का फिल्मी अंदाज में अपहरण कर लिया। 7-8 कारों में सवार बदमाश अचानक कार्यालय पहुंचे, जमकर तोड़फोड़ की और व्यवसायी को जबरन गाड़ियों में डालकर फरार हो गए। पूरी वारदात इतनी तेजी से अंजाम दी गई कि आसपास मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही आरोपी मौके से गायब हो चुके थे। कानून-व्यवस्था पर सवाल कोटपूतली थाना पुलिस हरकत में आई और नाकाबंदी करवाई। तकनीकी संसाधनों की मदद से तलाश शुरू की गई, जिसके कुछ समय बाद पीड़ित व्यवसायी को ग्राम मोरदा क्षेत्र के पास बरामद कर लिया गया। पीड़ित भीम सिंह शेखावत, मूल रूप से दारापुर गांव (राजनोता क्षेत्र) के निवासी हैं और कोटपूतली में खेमजी मोटर्स के नाम से ट्रांसपोर्ट कार्यालय संचालित करते हैं। पीड़ित की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में तीन लोगों को नामजद किया गया है। इनमें पूर्व मुनीम विक्रम स्वामी निवासी ग्राम भूरी भड़ाज तथा दो सगे भाई सीताराम और इंद्राज, निवासी ग्राम कराणा शामिल हैं। आरोपी छत्तीसगढ़ में पीड़ित की गाड़ियों का संचालन संभालते थे और आपसी लेन-देन को लेकर करीब 18 लाख रुपए का विवाद चल रहा था। गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार सुबह डाबला रोड स्थित आर.के. विहार कॉलोनी से 65 वर्षीय प्रॉपर्टी व्यवसायी कैलाश विजयवर्गीय के अपहरण की घटना सामने आई थी। चार दिन बीत जाने के बावजूद उस मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। मानसरोवर कार-स्कूल वैन हादसा; बच्चों पर जिम्मेदार आंखें बंद क्यों किए हैं?
कोटपूतली में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद हो चुके हैं कि अपहरण जैसी संगीन वारदातें अब आम होती जा रही हैं। महज चार दिन में दूसरी अपहरण की घटना ने न सिर्फ आमजन को दहशत में डाल दिया है, बल्कि जिले की कानून-व्यवस्था और पुलिस की कार्यशैली पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोमवार रात करीब 8.30 बजे कोटपूतली शहर उस समय सन्न रह गया, जब हाइवे स्थित डेंटल कॉलेज के पास खेमजी मोटर्स कार्यालय में घुसकर बदमाशों ने ट्रांसपोर्ट व्यवसायी भीम सिंह शेखावत का फिल्मी अंदाज में अपहरण कर लिया। 7-8 कारों में सवार बदमाश अचानक कार्यालय पहुंचे, जमकर तोड़फोड़ की और व्यवसायी को जबरन गाड़ियों में डालकर फरार हो गए। पूरी वारदात इतनी तेजी से अंजाम दी गई कि आसपास मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही आरोपी मौके से गायब हो चुके थे। कानून-व्यवस्था पर सवाल {कोटपूतली थाना पुलिस हरकत में आई और नाकाबंदी करवाई। तकनीकी संसाधनों की मदद से तलाश शुरू की गई, जिसके कुछ समय बाद पीड़ित व्यवसायी को ग्राम मोरदा क्षेत्र के पास बरामद कर लिया गया। {पीड़ित भीम सिंह शेखावत, मूल रूप से दारापुर गांव (राजनोता क्षेत्र) के निवासी हैं और कोटपूतली में खेमजी मोटर्स के नाम से ट्रांसपोर्ट कार्यालय संचालित करते हैं। {पीड़ित की ओर से दर्ज कराए गए मुकदमे में तीन लोगों को नामजद किया गया है। इनमें पूर्व मुनीम विक्रम स्वामी निवासी ग्राम भूरी भड़ाज तथा दो सगे भाई सीताराम और इंद्राज, निवासी ग्राम कराणा शामिल हैं। {आरोपी छत्तीसगढ़ में पीड़ित की गाड़ियों का संचालन संभालते थे और आपसी लेन-देन को लेकर करीब 18 लाख रुपए का विवाद चल रहा था। { गौरतलब है कि इससे पहले शुक्रवार सुबह डाबला रोड स्थित आर.के. विहार कॉलोनी से 65 वर्षीय प्रॉपर्टी व्यवसायी कैलाश विजयवर्गीय के अपहरण की घटना सामने आई थी। चार दिन बीत जाने के बावजूद उस मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं।
गोरखपुर के कोतवाली इलाके में रहने वाले बैंककर्मी के साथ 16.28 लाख की साइबर जालसाजी का मामला सामने आया है। ऑनलाइन ट्रेडिंग और निवेश में भारी मुनाफे का लालच देकर साइबर जालसाजों ने ठगी की घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद सात बार में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तराखंड के हरिद्वार से जालसाजी की रकम निकाली गई है। आर्यनगर के अमर सिंह पब्लिक स्कूल के पास रहने वाले अमन पांडेय (24) की शिकायत पर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कोतवाली पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जालसाजी की 7.18 लाख रुपये बैंक में होल्ड भी करा दिया है। मंगलवार को पुलिस ने बैंक खातों को डिटेल निकलवाया है। जिसके आधार पर जालसाजों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अमन पांडेय मऊ जिले में स्थित एक्सिस बैंक में काम करते हैं। अब जानें पूरा मामलाकोतवाली थाना क्षेत्र के आर्य नगर उत्तरी, अमर सिंह पब्लिक स्कूल के पास रहने वाले अमन पांडेय ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 17 अक्तूबर को उन्हें व्हाट्सएप पर “93 डीबीएस एनेलिस्ट फोरम” नामक एक ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में रोजाना ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट से जुड़े टिप्स दिए जाते थे। ग्रुप में रजत वर्मा और मीना भट्ट नामक लोग निवेश की सलाह देते थे। कुछ समय बाद नीना थक्कर नाम की महिला ने निजी संदेश भेजकर निवेश से होने वाले मुनाफे के स्क्रीनशॉट दिखाए और उन्हें निवेश के लिए प्रेरित किया। पीड़ित के अनुसार, तीन नवंबर को उन्होंने निवेश के लिए आवेदन किया, जिसे पांच नवंबर को स्वीकृत कर लिया गया। इसके बाद अलग-अलग बैंक खातों में रकम जमा कराई गई। शुरुआत में पहले 25 हजार निवेश किया। अच्छा मुनाफा हुआ। इसके बाद 50 हजार रुपये लगाए, फिर अच्छा मुनाफा हुआ। जिससे भरोसा बढ़ गया। ठगों ने पहले स्टॉक, फिर आईपीओ और ओटीसी स्टॉक में निवेश कराया और खाते में लाखों रुपये का मुनाफा दिखाया गया। दोस्तों से उधार ली रकम अमन पांडेय का आरोप है कि बाद में उन्हें जबरन अधिक राशि के आईपीओ अलॉटमेंट में फंसा दिया गया और कहा गया कि यदि पूरी रकम जमा नहीं की गई तो अब तक का सारा पैसा होल्ड हो जाएगा। डर के कारण उन्होंने लोन और दोस्तों से उधार लेकर अलग-अलग खातों में लाखों रुपये ट्रांसफर किए। उनके खाते में बैलेंस 40 लाख रुपये से अधिक दिखाया गया लेकिन जब उन्होंने रकम निकालने की कोशिश की तो बार-बार निकासी असफल होती रही। आखिरकार एक दिसंबर को उनसे 14 लाख रुपये की ‘सर्विस फीस’ मांगी गई, जिस पर उन्हें ठगी का एहसास हुआ। इसके बाद दो दिसंबर को उन्होंने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। अंजान व्यक्ति न करें पैसे का लेनदेन इस संबंध में कोतवाली थाना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया कि मामला संगठित साइबर ठगी से जुड़ा प्रतीत हो रहा है। बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जांच की जा रही है। 7.18 लाख रुपये बैंक में होल्ड करा दिए गए हैं। लोगों से अपील है कि वे ऑनलाइन निवेश के नाम पर आने वाले अनजान कॉल, मैसेज और ग्रुप से सावधान रहें और बिना सत्यापन किसी भी लिंक या खाते में धनराशि न भेजें।
लखनऊ में कंपनी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर जालसाजों ने 50 लाख रुपये की ठगी कर ली। जब पीड़ित ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपी महिला ने झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाने की धमकी देनी शुरू कर दी। पीड़ित की शिकायत पर हुसैनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है। मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम काशी निवासी बिलाल के मुताबिक उनके व्हाट्सएप पर एक अंजान नंबर से ऑनलाइन निवेश से जुड़ा मैसेज आया था। मैसेज में दिए गए नंबर पर कॉल करने पर उनकी बातचीत कैसरबाग खंदारी बाजार निवासी अंजनी शर्मा उर्फ अंजली से हुई। अंजली ने खुद को फॉरएवर लिविंग प्रोडक्शन नामक कंपनी से जुड़ा बताते हुए प्रोडक्ट की खरीद-फरोख्त के जरिए निवेश पर अच्छा मुनाफा देने का दावा किया। कंपनी का कार्यालय हजरतगंज स्थित एसबीआई शाखा के पीछे बताया गया। 14 जुलाई 2024 को दिल्ली में आयोजित कंपनी की एक मीटिंग में बिलाल को बुलाया गया, जहां अंजली ने कंपनी के अधिकारी लक्ष्मण सुनरी, ममता, आशुतोष, अमन शर्मा सहित अन्य लोगों से उनकी मुलाकात कराई। मीटिंग में निवेश पर सात फीसदी प्रतिमाह मुनाफा मिलने का दावा किया गया। पीड़ित ने शुरुआत में कम रकम का निवेश किया, जिस पर कुछ समय तक मुनाफा भी मिला। इससे भरोसा बढ़ा और आरोपितों के कहने पर बिलाल ने अलग-अलग किस्तों में कुल 50 लाख रुपये निवेश कर दिए। 27 अप्रैल को मेरठ में एक और मीटिंग हुई। इसके बाद जब निवेशकों ने अपने रुपये वापस मांगने शुरू किए तो अंजली ने एक सप्ताह में भुगतान का भरोसा दिलाया। हालांकि, करीब एक माह बीत जाने के बाद भी रुपये नहीं लौटाए गए। अब रकम मांगने पर आरोपित झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देने लगे। पीड़ित की तहरीर पर हुसैनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। थाना प्रभारी शिवमंगल सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और साक्ष्यों के आधार पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के धान खरीदी केंद्रों पर अमानक और व्यापारी धान खपाने के मामलों में जिला निरीक्षण टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने दो अलग-अलग केंद्रों से करीब 150 क्विंटल से अधिक धान जब्त किया। जब्त किए गए धान को संबंधित खरीदी केंद्र प्रभारियों को सौंप दिया गया है। जिला निरीक्षण टीम के नोडल अधिकारी शेष नारायण जायसवाल, सदस्य उमेश चौहान और संजय तिवारी ने धान खरीदी केंद्र परासी (मरवाही) का निरीक्षण किया। जांच के दौरान चांगेरी के एक किसान द्वारा लाया गया लगभग 44 क्विंटल धान अमानक पाया गया। यह धान पांच किस्मों का था और इसमें डंक लगे हुए थे, जो निर्धारित मानकों के विपरीत था। टीम ने इसे जब्त कर केंद्र प्रभारी को सुपुर्द कर दिया। इसी क्रम में, धान खरीदी केंद्र कोड़गार में नोडल अधिकारी शेष नारायण जायसवाल, उमेश चौहान, राजस्व निरीक्षक संजय तिवारी और खाद्य निरीक्षक राहुल राजपूत ने संयुक्त रूप से जांच की। यहां अमारु के एक किसान के नाम पर लाया गया लगभग 108 क्विंटल धान व्यापारी का माल निकला। यह धान गुणवत्ता की दृष्टि से भी खराब पाया गया, जिसके बाद टीम ने इसे जब्त कर खरीदी केंद्र प्रभारी कोड़गार को सौंप दिया। अधिकारियों ने सभी खरीदी केंद्रों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि समर्थन मूल्य पर केवल पात्र किसानों से और निर्धारित मानकों के अनुरूप ही धान की खरीदी की जाए। निरीक्षण दल ने चेतावनी दी है कि व्यापारी धान खपाने या अमानक धान बेचने की किसी भी कोशिश पर भविष्य में भी इसी तरह की कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मेरठ में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर जोरदार आंदोलन जारी है। इस मांग को 1200 से अधिक संगठनों का समर्थन मिला है। इसी कड़ी में, सेंट्रल मार्केट के व्यापारियों ने सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए एक मौन जुलूस निकाला। आंदोलनकारियों का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को न्याय के लिए इलाहाबाद जाना पड़ता है, जो काफी दूर है। हाईकोर्ट बेंच की स्थापना से क्षेत्रीय लोगों को न्याय मिलने में आसानी होगी और समय की भी बचत होगी। आंदोलनकारी सरकार से हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए जल्द से जल्द कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया है कि वे अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा ने बताया कि हाईकोर्ट बेंच की इस लड़ाई को 1200 से अधिक व्यापार संगठनों के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन प्राप्त है। उन्होंने आगामी रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि सुबह 6:30 बजे से अधिवक्ता सक्रिय हो जाएंगे। शर्मा ने बताया कि शहर में 8 मोबाइल गाड़ियां यह सुनिश्चित करेंगी कि बाजार पूरी तरह बंद रहे। इसके अतिरिक्त, शहर के 35 प्रमुख बिंदुओं पर अधिवक्ता मौजूद रहेंगे ताकि बंदी सफल हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि इस बंदी को स्कूल और कॉलेजों का भी समर्थन मिल रहा है, और वे भी बंद रहेंगे। शर्मा के अनुसार, यह बंदी एक जन आंदोलन का रूप ले चुकी है, क्योंकि इसमें जनता भी उनके साथ जुड़ी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि इस आंदोलन की गूंज दिल्ली तक पहुंचेगी और हाईकोर्ट बेंच की स्थापना होकर रहेगी। आंदोलनकारियों का तर्क है कि हाईकोर्ट बेंच पश्चिमी उत्तर प्रदेश की केवल एक मांग नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है। उनका कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोग देश को 75% से अधिक राजस्व देते हैं। केंद्र और प्रदेश दोनों में भाजपा की सरकार होने के बावजूद, हाईकोर्ट बेंच की स्थापना नहीं हो पाई है। आंदोलनकारियों ने सस्ते और सुलभ न्याय के वादों के विपरीत वास्तविकता पर सवाल उठाया। पश्चिमी उत्तर प्रदेश पिछले 40 वर्षों से इस मांग के लिए संघर्ष कर रहा है ।
सोनभद्र में व्यापारी के घर से लाखों की चोरी:नकली जेवरात रखकर असली चुराए, कमरे रखी थी अलमारी की चाबी
सोनभद्र के पिपरी थाना क्षेत्र में एक व्यापारी के घर से लाखों रुपये नकद और कीमती जेवरात चोरी होने का मामला सामने आया है। चोरों ने वारदात को इतनी चालाकी से अंजाम दिया कि असली सोने के हार की जगह नकली (रोल्ड गोल्ड) हार रख दिया गया। घटना को कई महीने बीत जाने के बावजूद पिपरी पुलिस अब तक चोरी का खुलासा नहीं कर सकी है। यह मामला पिपरी थाना क्षेत्र के रेनुकूट मेन रोड स्थित अग्रवाल रेमंड शॉप के मालिक अशोक कुमार अग्रवाल के घर का है। अशोक कुमार अग्रवाल अपने परिवार के साथ दुकान के पीछे बने आवास में रहते हैं। उन्होंने बताया कि परिवार के आभूषण और नकदी उनके कमरे में रखी गोदरेज की अलमारी में सुरक्षित रखी जाती थी। अलमारी की चाबी उसी कमरे की दूसरी अलमारी में रखी रहती थी। 5 जुलाई 2025 को जब उन्होंने किसी काम से अलमारी खोली, तो उसमें रखे एक लाख रुपए नकद गायब मिले। जांच करने पर पता चला कि अलमारी से एक सोने की चेन, एक सोने का हार, चार सोने की चूड़ियां और कुछ कान के टॉप्स भी चोरी हो चुके हैं। हैरानी की बात यह रही कि एक डिब्बे में असली हार की जगह नकली रोल्ड गोल्ड का हार रखा हुआ था। ये सभी जेवरात उनकी बेटी की शादी के लिए रखे गए थे। पीड़ित दंपति ने काफी तलाश की और बैंक लॉकर भी चेक किया, लेकिन चोरी गए जेवरात का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद अशोक कुमार अग्रवाल ने पिपरी थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने बताया कि उनकी दुकान पर दो युवतियां स्टाफ के रूप में काम करती हैं और एक अन्य महिला उनके घर में झाड़ू-पोछा का कार्य करती है। इन सभी का परिवार के रहने वाले कमरे में आना-जाना लगा रहता था, जिससे उन्हें इन्हीं लोगों पर संदेह है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की, लेकिन काफी समय बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी। इससे क्षुब्ध होकर अशोक कुमार अग्रवाल ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मुलाकात कर पूरे मामले की गहन जांच की मांग की। पीड़ित के अनुसार, एसपी ने उन्हें पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है और पिपरी पुलिस को मामले की दोबारा गंभीरता से जांच करने के निर्देश दिए हैं। पीड़ित अशोक कुमार अग्रवाल ने बताया कि चोरी में एक लाख रुपए नकद और लगभग 40 से 50 लाख रुपए मूल्य के जेवरात गायब हुए हैं। घर का कोई दरवाजा या अलमारी टूटी नहीं पाई गई है।उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि दुकान पर काम करने वाली एक लड़की घर पर भी आती थी और उसने अपने बॉयफेंड को मौसी का लड़का बताकर घर लाया था। इसी कारण उस पर पूरा संदेह है। इसकी शिकायत पहले भी पिपरी पुलिस से की गई थी।हालांकि पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस सबूत हाथ नहीं लगा है। एसपी ने पिपरी पुलिस को दोबारा गहनता से जांच करने और साक्ष्य जुटाने के निर्देश दिए हैं।
मोहाली के ढकोली के पीर मुछल्ला इलाके में पुलिस ने देर रात ए-वन लग्जरी स्पा सेंटर पर छापा मारा। इस कार्रवाई में स्पा सेंटर की आड़ में चल रहे देह व्यापार के अवैध धंधे का भंडाफोड़ हुआ। पुलिस को इस स्पा सेंटर के संबंध में लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों की पुष्टि के बाद सोमवार देर रात पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से 8 युवतियों और 3 युवकों को आपत्तिजनक स्थिति में हिरासत में लिया। बिल्डिंग को सील कर दिया गया मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल तहसीलदार को मौके पर बुलाया। तहसीलदार की उपस्थिति में संबंधित बिल्डिंग को सील कर दिया गया। पुलिस अब इस अवैध कारोबार के पीछे शामिल अन्य लोगों और किसी बड़े नेटवर्क की सक्रियता की भी जांच कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए सभी लोगों से पूछताछ जारी है। इसके साथ ही, स्पा सेंटर के संचालक और प्रॉपर्टी मालिक की भूमिका की भी जांच की जा रही है, जिनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई से इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से ऐसे अवैध धंधों पर सख्त कार्रवाई जारी रखने की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके।
कांग्रेस उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ:योगेश शरण बंसल जिलाध्यक्ष नियुक्त
कोटपूतली निवासी एडवोकेट योगेश शरण बंसल को कांग्रेस उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन सृजन अभियान के तहत प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निर्देश पर राजस्थान प्रदेश उद्योग एवं व्यापार प्रकोष्ठ अध्यक्ष मुकुल गोयल ने की। एडवोकेट योगेश शरण बंसल का परिवार लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ा रहा है। उनके दादा, स्वर्गीय हनुमान शरण बंसल, पुराने कांग्रेसी नेता थे। वे जयपुर जिला बोर्ड के प्रथम अध्यक्ष, कोटपूतली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, पंचायत समिति प्रधान और नगर पालिका के प्रथम चेयरमैन सहित जिला जयपुर में विभिन्न पदों पर कार्यरत रहे थे। उनके ताऊ, स्वर्गीय मामराज शरण बंसल भी कोटपूतली नगर पालिका के चेयरमैन रह चुके हैं। संगठन महामंत्री वी.के. नवल ने बताया कि एडवोकेट योगेश शरण बंसल के जिलाध्यक्ष बनने पर कई प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बधाई दी है। इनमें पूर्व कैबिनेट मंत्री शकुन्तला रावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं पूर्व विधायक इन्द्राज सिंह गुर्जर, मुंडावर विधायक ललित यादव, पूर्व विधायक महिपाल यादव, पूर्व विधायक रामचन्द्र रावत, पूर्व संसदीय सचिव रामस्वरूप कसाना, पूर्व विधायक बलजीत यादव, आर सी यादव, संजय यादव, कोटपूतली ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रकाश चंद सैनी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामनिवास यादव, पं. किशोरी लाल शर्मा, पं. सूर्यकांत शर्मा, रमेश गुप्ता, हनुमान सैनी, सरपंच संघ उपाध्यक्ष जगमाल सिंह यादव समेत अन्य लोग शामिल है।
मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में एक किसान की मेहनत पर पानी फिर गया। यहां टांडा बरूड गांव के एक किसान ने अपनी ढाई एकड़ की तरबूज की खड़ी फसल लोगों को मुफ्त में बांट दी। वजह थी- तरबूज का अंदर से लाल न निकलना और बाजार में बेहद कम दाम मिलना। खेत से ही लोग थैले भर-भरकर 200 क्विंटल से ज्यादा तरबूज ले गए। 3 से 4 लाख की उम्मीद थी, भाव मिला सिर्फ ढाई रुपए टांडा बरूड गांव के किसान रामेश्वर कुमरावत ने देवली गांव स्थित अपने खेत में तरबूज लगाए थे। फसल अच्छी थी और फल 3 से 4 किलो तक के हो गए थे। लेकिन जब इन्हें काटा गया, तो इनमें अपेक्षित सुर्ख लाल रंग नहीं निकला। खरगोन, बमनाला, राजपुर और कसरावद से आए व्यापारियों ने जब माल देखा, तो रंग फीका होने के कारण उन्होंने मात्र ढाई रुपए प्रति किलो का थोक भाव लगाया। लागत भी नहीं निकल रही थी, इसलिए फ्री कर दी फसल किसान के मुताबिक, इस फसल में करीब 80 हजार रुपए की लागत आई थी और उन्हें 3 से 4 लाख रुपए कमाई की उम्मीद थी। व्यापारियों द्वारा लगाए गए दाम से सिंचाई और मेहनत का खर्च भी नहीं निकल पा रहा था। इससे निराश होकर रामेश्वर ने पूरी फसल मुफ्त बांटने का फैसला किया। परिजनों ने बताया कि जब दाम नहीं मिल रहे, तो इसे 'धर्म का काम' मानकर लोगों को बांट दिया गया।
मऊ में व्यापारी से मारपीट कर 55 हजार लूटे, VIDEO:घटना सीसीटीवी में कैद, SP बोले- होगी कड़ी कार्रवाई
मऊ के हलधरपुर थाना क्षेत्र के सेमराजपुर गांव में बीते शुक्रवार को एक गल्ला व्यापारी से अज्ञात हमलावरों ने मारपीट कर 55 हजार रुपए नकद छीन लिए। यह पूरी घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। बताया जा रहा है कि हमलावरों की संख्या लगभग आधा दर्जन थी। उन्होंने अकेले व्यापारी के साथ मारपीट की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने इस मामले में पांच अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अब तक कोई ठोस कार्रवाई न होने से स्थानीय व्यापारियों में काफी आक्रोश है। यह घटना 11 दिसंबर को हुई थी, और इसका सीसीटीवी फुटेज अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। अपर पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार ने बताया कि एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यापारी के साथ कुछ लोग मारपीट करते दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि वीडियो स्पष्ट नहीं है, लेकिन लोग इसे छीना-झपटी का मामला बता रहे हैं। इस मामले की गहनता से जांच की जाएगी। उन्होंने पीड़ित या वादी मुकदमा से संपर्क कर थाने में शिकायत दर्ज कराने को कहा, जिसके बाद साक्ष्यों के आधार पर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
भारत–जॉर्डन व्यापार बढ़ाने का लक्ष्य 5 अरब डॉलर, पीएम मोदी की बड़ी घोषणा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय से अम्मान स्थित अल हुसैनिया पैलेस में मुलाकात की
राजस्थान के कोटपूतली जिले में सोमवार देर रात एक ट्रांसपोर्ट व्यापारी का अपहरण कर लिया गया। बदमाशों ने पहले व्यापारी के कार्यालय में तोड़फोड़ की और फिर उसे अगवा कर अपने साथ ले गए। घटना की सूचना मिलते ही कोटपूतली पुलिस ने जिलेभर में नाकाबंदी की और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। खेमजी मोटर्स के मालिक का अपहरण कोटपूतली डीएसपी राजेंद्र बुरडक ने बताया कि हाईवे पर डेंटल कॉलेज के पास स्थित खेमजी मोटर्स के कार्यालय में तोड़फोड़ और उसके मालिक भीम सिंह शेखावत के अपहरण की जानकारी मिली थी। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। डीएसपी ने बताया कि बदमाश गाड़ियों में भरकर आए थे उन्होंने ट्रांसपोर्ट ऑफिस में तोड़फोड़ की फिर मालिक का अपहरण करके हरियाणा की तरफ ले गए। जिसके बाद हरियाणा पुलिस से संपर्क कर मामले की जानकारी देकर अलर्ट किया गया। पुलिस ने बावल के पास से छुड़ाया पुलिस ने अपहरणकर्ताओं की धरपकड़ के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए विभिन्न जगहों पर नाकाबंदी करवाई। पुलिस ने ट्रांसपोर्ट व्यापारी को देर रात बावल के पास से सुरक्षित बरामद कर लिया गया और बदमाश मौके से फरार हो गए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस मामले की जांच कर रही है। चार दिन पहले भी हुआ था एक व्यापारी का अपहरण उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले भी कोटपूतली कस्बे में दिनदहाड़े एक प्रॉपर्टी डीलर का अपहरण किया गया था। उस मामले में पुलिस की घेराबंदी देखकर बदमाश डीलर को नीमकाथाना क्षेत्र में छोड़कर फरार हो गए थे। हालांकि, चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस उस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। दूसरे व्यवसायी के अपहरण की इस घटना ने पुलिस के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है।
छतरपुर में नाबालिग बच्चियों से देह व्यापार कराने के मामले में अदालत ने संतोषी उर्फ बिमलेश तिवारी को 10 साल जेल और 30 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। मामला 2024 में महिला थाना छतरपुर में दर्ज हुआ था। कोर्ट ने एक साल के भीतर फैसला सुनाया। सुनवाई में यह सामने आया कि आरोपी ने नाबालिग बच्चियों को बहला-फुसलाकर देह व्यापार में धकेला। उन्हें बंधक बनाकर रखा गया। विरोध करने पर मारपीट और धमकी दी गई। अलग-अलग मामलों में अलग सजा कोर्ट ने बंधक बनाने के मामले में 2 साल की जेल, मारपीट के मामले में 1 साल की जेल और जुर्माना लगाया। नाबालिगों की खरीद-फरोख्त के मामले में 8 साल की जेल और 30 हजार रुपए जुर्माना सुनाया गया। धमकी देने के मामले में 2 साल की जेल और 1000 रुपए जुर्माना लगाया गया। देह व्यापार से जुड़े कानून में भी दोषी देह व्यापार से जुड़े कानून के तहत आरोपी को 5 साल और 10 साल की अलग-अलग सजाएं दी गईं। इसमें कुल 30 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। सह-आरोपी को भी सजा इस केस में हरि सिंह राजपूत को भी दोषी पाया गया। उसे धमकी देने और देह व्यापार से कमाई करने के आरोप में 2-2 साल की जेल और 1000-1000 रुपए जुर्माने की सजा दी गई। मुख्य आरोपी का नाम पहले भी ऐसे मामलों में सामने आ चुका है।
ग्वालियर के उपनगर मुरार सदर बाजार में सोमवार को सराफा कारोबारी महावीर जैन के बेटे पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। हमलावरों ने उनकी कार का कांच तोड़ दिया। घटना सदर बाजार स्थित गल्ला मंडी क्षेत्र की है। सूचना मिलते ही मुरार थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस जांच में सामने आया कि विवाद गाड़ी नहीं हटाने को लेकर हुआ था, जिसके बाद युवकों ने कार का कांच तोड़ दिया और मौके से फरार हो गए। घटना के बाद कुछ देर के लिए क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया था। 22 दिन पहले चली थी गोलियां महावीर जैन मुरार सदर बाजार के निवासी हैं और गिर्राज मंदिर के पास उनकी सराफा व कपड़े की दुकान है। 22 दिन पहले उनकी दुकान पर गैंगस्टर कपिल यादव से जुड़े बदमाशों द्वारा फायरिंग की गई थी, जिसके बाद से दुकान पर पुलिस बल तैनात है। इसी पृष्ठभूमि के चलते पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लिया, हालांकि जांच में यह स्पष्ट हुआ कि इस मामले का गैंगस्टर कपिल यादव से कोई संबंध नहीं है। हमलावरों की तलाश जारी पुलिस आरोपियों की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। फिलहाल कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। मुरार थाना पुलिस के अनुसार मामला दर्ज कर लिया गया है और हमलावरों की तलाश जारी है।
जोधपुर के महामंदिर थाना इलाके के भदवासिया नई सब्जी मंडी में बीते रविवार सुबह व्यापारी पर सरिया और पाइप से किए गए जानलेवा हमले के मामले में महामंदिर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने वारदात के मुख्य आरोपी हरिओम प्रकाशसिंह उर्फ प्रकाश फौजी को भोपालगढ़ इलाके से दबोचा है। आरोपी के कब्जे से वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल जब्त की गई है। पुलिस आयुक्त ओमप्रकाश (IPS) के निर्देशन में डीसीपी जोधपुर पूर्व PD नित्या, थानाधिकारी देवेंद्रसिंह निपु के नेतृत्व में गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों की पहचान की। इसके बाद मुखबिरों की मदद से आरोपी के ठिकाने का पता लगाया गया। भोपालगढ़ पुलिस की मदद से बागोरिया फांटा पर नाकेबंदी कर आरोपी को प्लसर बाइक सहित गिरफ्तार किया गया। यह था पूरा मामला गौरतलब है कि 14 दिसंबर की सुबह करीब 11.30 बजे व्यापारी तिलोकचंद परिहार दुकान C-13 के सामने सब्जी बेच रहे थे। तभी अशोक, प्रकाश फौजी और एक अन्य व्यक्ति ने एक राय होकर लोहे की सरिये व पाइप से हमला कर दिया। हमले में तिलोकचंद के सिर, पैर व शरीर पर गंभीर चोटें आईं। घटना के बाद घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 109 बीएनएस भी जोड़ी है। आधा दर्जन मामलों में आरोपी गिरफ्तार आरोपी हरिओम प्रकाशसिंह उर्फ प्रकाश फौजी (38), निवासी करणू, थाना पांचौड़ी, जिला नागौर हाल न्यू बीजेएस, आले दर्जे का बदमाश बताया जा रहा है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में करीब आधा दर्जन केस दर्ज हैं। अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। बता दें कि इस हमले के विरोध में सोमवार को सब्जी बेचने वाले व्यापारियों ने मंडी में धरना दिया था। देर तक व्यापारी इस मामले में मुख्य आरोपी सहित उसके अन्य साथियों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़ गए। इसके साथ ही उन्होंने प्रशासन से मंडी में कैंटीन बंद करने की मांग की। आरोप लगाया कि कैंटीन में दिन भर बाहर से आए असामाजिक तत्व बैठे रहते हैं।
ग्वालियर से ‘एमपी ग्रोथ’ दिखाएगी सरकार:25 को आएंगे उद्योगपति, शाह के सामने निवेश करार
मप्र में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के दो वर्ष के कार्यकाल के दौरान प्रदेश ने इंडस्ट्रीज व दूसरे सेक्टर के डेवलपमेंट में कितनी ग्रोथ की। ये ग्वालियर के मेला मैदान से दिखाया जाएगा, इसके लिए 25 दिसंबर को भारत र| एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101 वीं जयंती के मौके पर “अभ्युदय एमपी ग्रोथ समिट 2025’ होगी। इस समिट में शामिल होने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्वालियर आएंगे। सोमवार को कलेक्टर रुचिका चौहान ने समिट तैयारियों के लिए बैठक ली और संबंधित विभाग एवं अधिकारियों को जिम्मेदारी दीं। इनमें निवेश की संभावना समिट में ग्वालियर अंचल में मैन्युफैक्चरिंग, टूरिज्म, फूड प्रोसेसिंग, ग्रीन एनर्जी, लॉजिस्टिक पार्क, वेयर हाउसिंग, टेक्सटाइल और आईटी सेक्टर में मिल सकता है। पिछले वर्ष के प्रस्ताव फाइलों में अटके पिछले वर्ष अगस्त में रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव ग्वालियर में हुई थी। जिसमें 8 हजार करोड़ रुपए से अधिक के निवेश प्रस्ताव तय हुए। लेकिन उनमें से कई कंपनियों ने अपना प्रोजेक्ट धरातल पर अब तक नहीं उतारा। जिनमें अंबानी और अदाणी जैसे ग्रुप भी शामिल हैं। इसके अलावा आगरा, फिरोजाबाद आदि शहरों से अंचल में उद्योग लाने की मुहिम भी ठंडी पड़ गई। उद्योगपति जल्द होंगे तय एमपी ग्रोथ समिट मेला मैदान में 25 दिसंबर को प्रस्तावित है। अगले 2-3 दिन में सभी तैयारियां पूरी हो जाएंगी। जिसके बाद समिट में शामिल होने वाले उद्योगपति एवं अन्य जानकारी स्पष्ट हो सकेंगी।- अनीशा श्रीवास्तव, कार्यकारी निदेशक/ आईआईडीसी
अलीगढ़ के सासनी गेट थाना क्षेत्र के पला रोड स्थित गोपालपुरी में सोमवार को फैक्ट्री का बिजली कनेक्शन काटने पहुंचे जेई और फैक्ट्री संचालक में हाथापाई और मारपीट हो गई। जानकारी पर बड़ी संख्या में व्यापारी, औद्योगिक संगठन के पदाधिकारी और भाजपा नेता थाने में धरने पर बैठ गए। इस दौरान थाने में भी जेई के साथ खींचतान और नोकझोंक हो गई। बाद में व्यापारी की तहरीर पर जेई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उधर जेई की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और बिजली विभाग ने जेई के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। समय से पहले ही काटने पहुंचे कनेक्शन गोपालपुरी निवासी स्वतंत्र प्रकाश वार्ष्णेय की प्रकाश इंजीनियरिंग नाम से फैक्ट्री है। उनका कहना है कि फैक्ट्री पर 60 किलोवाट का कनेक्शन है और बिल जमा करने की अंतिम तिथि 22 दिसंबर है। बावजूद इसके सासनी गेट सब स्टेशन पर तैनात जेई पतंजलि उपाध्याय सोमवार सुबह टीम के साथ फैक्ट्री पहुंचे और कनेक्शन काटने की कार्रवाई शुरू कर दी। विरोध करने पर जेई और उनकी टीम ने गाली-गलौज और मारपीट शुरू कर दी। जेई पर लगाया रिश्वत लेने का आरोप व्यापारी ने आरोप लगाया कि जेई पहले भी उनसे रिश्वत ले चुके हैं और बार-बार अवैध मांग करते रहे हैं। सूचना मिलते ही सासनी गेट औद्योगिक संघ के पदाधिकारी मौके पर पहुंच गए। वहां जेई से तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद दोनों पक्ष थाने पहुंच गए। थाने में व्यापारियों ने की नारेबाजी थाने में व्यापारियों के समर्थन में भाजपा नेता विवेक सारस्वत, सुबोध स्वीटी और संजय गोयल की अगुवाई में कार्यकर्ता भी पहुंच गए। उन्होंने जेई पर मारपीट, अभद्रता और रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए तहरीर देकर धरना शुरू कर दिया। इस दौरान थाने में भी जेई और व्यापारियों के बीच खींचतान और नोकझोंक हुई। वहीं बिजली विभाग के खिलाफ नारेबाजी की गई। जेई ने दी धक्कामुक्की और धमकी देने की तहरीर मामले की सूचना पर सीओ प्रथम मयंक पाठक और प्रभारी एसई मो. इमरान थाने पहुंचे। करीब दो घंटे तक चले घटनाक्रम के बाद स्वतंत्र प्रकाश की तहरीर पर जेई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई, तब जाकर स्थिति सामान्य हुई। वहीं जेई की ओर से भी उनके साथ अभद्रता, धक्कामुक्की और धमकी देने की तहरीर दी गई है, जिस पर पुलिस जांच कर रही है। 3 सदस्यीय टीम करेगी आरोपों की जांच प्रभारी एसई मो. इमरान ने बताया कि व्यापारियों ने जेई पतंजलि उपाध्याय पर रिश्वत लेने और बिल जमा करने से पहले ही कनेक्शन काटने की कार्रवाई करने के आरोप लगाए हैं। शिकायत मिलने के बाद तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली-एनसीआर का नया ग्रोथ सेंटर बनेगा हापुड़, समिट में 1300 करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त
उत्तर प्रदेश निवेश और औद्योगिक विकास का बड़ा गंतव्य बनने की ओर अग्रसर है। इसी क्रम में अब दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में एक नया निवेश केंद्र तेजी से उभर रहा है और वह हापुड़ है
सीएम योगी ने लखनऊ में टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन के साथ हुई शिष्टाचार भेंट के दौरान उत्तर प्रदेश में औद्योगिक निवेश और नवाचार को लेकर अहम चर्चा हुई। बातचीत में AI, IT, इलेक्ट्रॉनिक्स, रक्षा विनिर्माण, ऊर्जा, ईवी और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में टाटा समूह की संभावित भागीदारी पर विस्तृत विमर्श किया गया। बैठक में प्रदेश को रोजगार और उद्योग का बड़ा केंद्र बनाने पर विशेष जोर रहा। AI, IT और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में निवेश के नए अवसरों पर चर्चा भेंट के दौरान उत्तर प्रदेश में तेजी से विकसित हो रहे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को लेकर टाटा समूह की संभावनाओं पर गंभीर बातचीत हुई। प्रदेश सरकार द्वारा तैयार किए गए सुदृढ़ नीतिगत ढांचे और स्टार्टअप-फ्रेंडली इकोसिस्टम को टाटा समूह के सामने रखा गया। इस दौरान डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर और ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स (GCC) की स्थापना को लेकर भी सकारात्मक संकेत मिले। रक्षा विनिर्माण, ऊर्जा और ईवी सेक्टर में भागीदारी के संकेत बैठक में रक्षा विनिर्माण को लेकर उत्तर प्रदेश की बढ़ती भूमिका पर चर्चा हुई। पारंपरिक और नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और ग्रीन टेक्नोलॉजी में निवेश की संभावनाओं पर भी मंथन किया गया। टाटा समूह की ओर से इन क्षेत्रों में दीर्घकालिक भागीदारी की प्रतिबद्धता जताई गई, जिससे प्रदेश में औद्योगिक विकास को नई गति मिलने की उम्मीद है। पर्यटन, आतिथ्य और कौशल विकास पर भी फोकस भेंट के दौरान पर्यटन और आतिथ्य क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर भी चर्चा हुई। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण कार्यक्रमों में टाटा समूह की सहभागिता पर भी सहमति बनी। डिजिटल इकोसिस्टम के विस्तार को प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए अहम बताया गया। उत्तर प्रदेश को ग्रोथ इंजन बनाने का संकल्प बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि मजबूत नीतिगत समर्थन, कुशल मानव संसाधन और अनुकूल औद्योगिक माहौल के साथ उत्तर प्रदेश देश के ग्रोथ इंजन के रूप में अपनी भूमिका को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। टाटा समूह ने प्रदेश के औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन में सक्रिय भूमिका निभाने की प्रतिबद्धता दोहराई।
गुजैनी में भारत हैवी इलेक्टिकल्स लिमिटेड (भेल) में तैनात वरिष्ठ इंजीनियर की पत्नी को साइबर ठगों ने शेयर और आईपीओ में निवेश का झांसा देकर करीब 46 लाख रुपए कर ठगी कर ली। ठगों ने कॉल कर निवेश में बेहतर रिटर्न का भरोसा दिया, फिर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। इसके बाद एप इंस्टॉल कराया। उसी के माध्यम से 3 महीने में रूपए निवेश कराए। पीड़िता ने गुजैनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। स्टॉक मार्केट एडवाइजरी कंपनी का प्रतिनिधि बताया तात्या टोपे नगर फेस-3 निवासी जसवंत कुशवाहा भेल में वरिष्ठ इंजीनियर के पद पर तैनात हैं। उनकी पत्नी उर्मिला कुशवाहा के पास अगस्त में अंजान नंबर से एक महिला ने कॉल की और खुद को एक प्रोफेशनल स्टॉक मार्केट एडवाइजरी कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए शेयर और आईपीओ में निवेश कराने का झांसा दिया। आरोपी महिला ने एक मोबाइल ट्रेडिंग एप के माध्यम से निवेश करने को कहा और दावा किया कि यह प्लेटफॉर्म सेबी रजिस्टर्ड और पूरी तरह सुरक्षित है। आरोप है कि झांसे में आकर पीड़िता ने अपने और अपने पति जसवंत के बैंक खातों से अलग-अलग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और बैंक ट्रांसफर के जरिए कुल 45,88,133 रुपए बताए गए बैंक खातों और यूपीआई आईडी में भेज दिए। 8 दिसंबर 2025 को बंद हुआ ट्रेडिंग एप शुरुआत में एप पर मुनाफा दिखाया जाता रहा, जिससे भरोसा और बढ़ गया। 8 दिसंबर 2025 को अचानक वह ट्रेडिंग एप पूरी तरह बंद हो गया और लॉग-इन नहीं हो पाया। इसके साथ ही जिस व्यक्ति द्वारा निवेश की ट्रेनिंग और गाइडेंस दी जा रही थी, उसका मोबाइल भी बंद हो गया। जिस व्हाट्सएप ग्रुप से निवेश संबंधी सलाह दी जाती थी, वह भी पूरी तरह खत्म हो गया। इसके बाद ठगी का अहसास हुआ, तो पुलिस से शिकायत की। गुजैनी थाना प्रभारी अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर खातों में पड़ी धनराशि को होल्ड करने का प्रयास किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश व्यापारी एकता समिति प्रदेश अध्यक्ष विजय गुप्ता के नेतृत्व में एशिया चैंपियन स्वर्ण पदक विजेता खुशबू निषाद का जोरदार स्वागत किया गया। खुशबू के घर करेलाबाग में व्यापारियों ने शाल एवं बुके के साथ सम्मान पत्र दिया। कारोबारियों ने विजेता खुशबू को फूल मालाओं से लाद दिया। स्वागत समारोह में विजय गुप्ता ने कहा कि प्रयागराज की बेटी खुशबू निषाद नन्दा ने लेबनान की धरती पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मिक्स मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया। स्वर्ण पदक प्राप्त करके देश को गौरवान्वित किया है। यह प्रयागराज के लिए गर्व की बात है। महामंत्री प्रमिल केसरवानी ने कहा कि हम सभी व्यापारी इस बेटी के साहस पर उसे शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। विश्वास करते हैं कि यह बेटी सदैव प्रगति पर बढ़ती रहे। बृजेश निषाद, मनीष गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, जीतू सोनकर, अभिलाष केसरवानी, दीपक जायसवाल, राहुल अग्रवाल, इमरान अली ने स्वागत सत्कार किया।
सीधी नगर पालिका ने सोमवार शाम शहर में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। नगर पालिका कर्मचारियों ने सड़क किनारे संचालित छह मीट दुकानों पर छापा मारा और वहां से जिंदा मुर्गे, मछलियां तथा अन्य सामान जब्त कर नगर पालिका परिसर ले गए। यह कार्रवाई शाम करीब 4 बजे की गई। कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों द्वारा जिंदा मुर्गों को उठाकर ले जाने के दृश्य स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहे। जब्त किए गए सामान में जिंदा मुर्गे और मछलियां शामिल थीं, जिन्हें अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हटाया गया। स्थानीय मीट व्यापारी शहाबुद्दीन खान ने नगर पालिका की इस कार्रवाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि वे दोपहर से दुकान लगाए हुए थे, जहां कुछ जिंदा मुर्गियां और कुछ कटे हुए मीट बिक्री के लिए रखे थे। उनके अनुसार, नगर पालिका के कर्मचारी अचानक पहुंचे और उनकी कोई बात नहीं सुनी, सारा सामान जब्त कर लिया गया। शहाबुद्दीन खान का दावा है कि जब्त किए गए मुर्गों को न तो पानी मिला और न ही चारा, जिससे करीब आठ मुर्गियों की मौत हो गई। इसके अलावा, कटे हुए मीट के पीस भी खराब हो गए, जिससे उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। व्यापारियों का आरोप है कि नगर पालिका ने बिना किसी लिखित सूचना या वैकल्पिक व्यवस्था के यह कार्रवाई की, जिससे उनका रोजगार प्रभावित हुआ है। मौके पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने भी पशुओं के साथ हुए व्यवहार पर सवाल उठाए। इस पूरे मामले पर नगर पालिका सीधी की सीएमओ मिनी अग्रवाल ने मौखिक बयान दिया। उन्होंने कहा कि शहर में अतिक्रमण हटाने को लेकर संबंधित व्यापारियों को कई बार पहले ही चेतावनी दी जा चुकी थी। नियमों का पालन न करने के कारण इस बार ठोस कदम उठाना पड़ा। सीएमओ मिनी अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि नगर पालिका शहर को व्यवस्थित और स्वच्छ रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अन्य व्यापारी भी नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
अजमेर में एक व्यापारी के घर में चोरी की वारदात हो गई। व्यापारी दुकान पर गया था। चोरों ने घर में पालतू कुत्ते को बेहोश कर वारदात को अंजाम दिया। शहर के हरिभाऊ उपाध्याय नगर थाना क्षेत्र स्थित प्रगति नगर कोटड़ा में सोमवार को यह घटना हुई। चोर करीब 3 लाख रुपए और ज्वेलरी चोरी कर फरार हो गए। सूचना पर पहुंची हरिभाऊ उपाध्याय नगर थाना पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच शुरू कर दी है। सुबह 10:30 बजे दुकान पर गया व्यापारी, 4 बजे लौटा तो मिले टूटे तालेपीड़ित लवलेश अलवानी ने बताया- वह सुबह 10:30 बजे चूड़ी बाजार स्थित अपनी दुकान पर चला गया था। जब वापस दोपहर 4 बजे पालतू कुत्ते को घुमाने के लिए घर आया तो ताले टूटे हुए थे। डॉग बेहोशी की हालत में था। पीड़ित ने बताया कि उसने पिता को इसकी सूचना दी। घर के अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था। अलमारी के ताले टूटे हुए थे। चोर 3 लाख रुपए और ज्वेलरी लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने बताया- परिवार पिता के चेकअप के लिए जयपुर गया था। वह यहां रेंट पर रह रहे हैं। पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच की शुरूहेड कॉन्स्टेबल मुश्ताक अहमद ने बताया- पीड़ित ने कंट्रोल रूम के जरिए सूचना दी थी। पीड़ित दुकान पर गया और पीछे से वारदात को अंजाम दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मौका मुआयना किया। पीड़ित की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है।
रोहतक जिले में अवैध कॉलोनियों में अब प्लाट के न तो फुल पेमेंट एग्रीमेंट होंगे और न ही बिजली के कनेक्शन जारी किए जाएंगे। जिला प्रशासन ने अवैध कॉलोनियों के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए निर्देश जारी कर दिए है। अगर कोई अवैध कॉलोनियों में निवेश करता है तो उसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होगा। जिले में कुछ भू माफियाओं की तरफ से कुछ क्षेत्रों में बिना लाइसेंस, सीएलयू और एनओसी प्राप्त किए अनधिकृत कॉलोनियों को विकसित किया जा रहा है, जो नियमानुसार अवैध है। इस मामले में संबंधित विभाग द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जो अवैध निर्माण कर रहे हैं, उनके निर्माण को तोड़ा जा रहा है। अवैध कॉलोनियों में रजिस्ट्री पर रोक डीसी सचिन गुप्ता ने निर्देश दिए कि राजस्व क्षेत्रों के उल्लेखित किला और खसरा नंबरों में किसी भी प्रकार की बिक्री विलेख, एग्रीमेंट टू सेल, फुल पेमेंट एग्रीमेंट अथवा पावर ऑफ अटॉर्नी का पंजीकरण, निष्पादन न किया जाए। सभी एसडीएम, तहसीलदार एवं जिला राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिए कि अवैध कॉलोनियों में रजिस्ट्री पर सख्ती से रोक लगाई जाए। अवैध कॉलोनियों में जारी नहीं होंगे बिजली कनेक्शनडीसी सचिन गुप्ता ने कहा कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम अवैध कॉलोनियों में बिजली कनेक्शन जारी न करें। हरियाणा राज्य प्रवर्तन ब्यूरो को संबंधित स्थलों पर कड़ी निगरानी रखने और किसी भी प्रकार के अवैध निर्माण कार्य को रोकने के निर्देश दिए। आम जनता किसी भी प्रकार के संपत्ति संबंधी लेन-देन से पूर्व भूमि और कॉलोनी की वैधानिक स्थिति की भली-भांति जांच कर लें। इन क्षेत्रों में काटी जा रही अवैध कॉलोनी जिला नगर योजनाकार सुमनदीप ने बताया कि भालोठ, चुलियाना, पाड़ा, बोहर, महम और खरावड़ क्षेत्र में अवैध कॉलोनियों काटी जा रही है। जिन पर प्रशासन द्वारा कार्रवाई की जा रही है। जिला नगर योजनाकार ने आमजन से अपील की कि जमीन खरीदने से पहले उनके विभाग में पूछताछ कर सकते हैं।
जालंधर के गढ़ा इलाके में उस समय हंगामा हो गया, जब मोहल्ला निवासियों ने एक किराए के मकान में रहने वाली महिला पर देह व्यापार और नशा बेचने के गंभीर आरोप लगाए। आरोपों के बाद मोहल्ले की महिलाओं ने महिला के साथ मारपीट भी की। स्थिति बिगड़ती देख मोहल्ले वालों ने पुलिस को मौके पर बुलाया और महिला के घर की तलाशी करवाई। घटना देर रात की है। मोहल्ले के लोगों के कहने पर पुलिस ने दो महिलाओं और मकान मालिक को राउंडअप कर अपने ले गई। पुलिस का कहना है कि स्थानीय लोगों की शिकायत है कि उक्त महिला देह व्यापार में संलिप्त है और उसके घर आने-जाने वाले लोग नशा करते और नशा बेचते हैं, जिससे इलाके का माहौल खराब हो रहा है। बच्चों पर गलत असर पड़ रहा जानकारी के अनुसार, कैंट गढ़ा इलाके में किराए पर रह रही महिला को लेकर मोहल्ले के लोग पहले भी नाराज थे। उनका आरोप है कि महिला की गतिविधियों से मोहल्ले में रहने वाले परिवार परेशान हैं और बच्चों पर गलत असर पड़ रहा है। युवक ने आपत्तिजनक टिप्पणी की वहीं महिला ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। महिला का कहना है कि वह लोगों के घरों में काम करती है और ईमानदारी से अपना गुजारा कर रही है। उसने आरोप लगाया कि वह अपने घर के दरवाजे पर खड़ी थी, तभी मोहल्ले के एक युवक ने उससे आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए पूछा कि “तुम्हारा रेट कितना है।” जब उसने इसका विरोध किया तो उसके खिलाफ झूठे आरोप लगाने शुरू कर दिए गए। मामले की जांच कर रही पुलिस महिला ने कहा कि उस पर लगाए जा रहे सभी आरोप बेबुनियाद हैं और उसे जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है। फिलहाल मौके पर पहुंची पुलिस ने दो महिलाओं और मकान मालिक को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है। पुलिस का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन खत्म होने के बाद अलग-अलग देश के राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख व उनके प्रतिनिधिमंडल ने अखिल राज्य ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आरतिया) का ऑफिस विजिट किया। इस दौरान आरतिया की टीम से व्यापार व निवेश संभावनाओं पर चर्चा हुई। साथ ही सहयोग की सहमति जताई। नेशनल यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स की संस्थापक और राजस्थान फाउंडेशन न्यूयॉर्क चैप्टर प्रमुख पूर्णिमा वोरा ने कहा- राजस्थान व अमेरिका के बीच व्यापार, उद्योग व सेवा क्षेत्र तीनों में बड़े अवसर हैं। अमेरिकी कंपनियों के लिए राजस्थान में निवेश संभावनाएं हैं, इस पर हैंड होल्डिंग की जा सकती हैं। राजस्थान से कोई कारोबारी अमेरिका में काम करना चाहे, उसे उनका चैंबर संपूर्ण सहयोग देगा। इसी तरह टैक्सास अमेरिका स्थित राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख राज असावा, संदीप सिंह, अरूण मलिक व प्रवीण कुमार भी आये, उन्होंने आपसी सहयोग के जरिए क्या किया जा सकता है, इस पर बहुत कुछ बताया। न्यूजीलैंड ऊन व दूध उत्पादों का बड़ा उत्पादक राजस्थान फाउंडेशन न्यूजीलैंड चैप्टर प्रमुख गुरूधारी रीमा शर्मा व उमेश शर्मा ने बताया- न्यूजीलैंड ऊन व दूध उत्पादों का बड़ा उत्पादक है। इसी तरह राजस्थान से अनेक वस्तुओं का वहां निर्यात किया जा सकता है। न्यूजीलैंड हायर एजुकेशन का बड़ा डेस्टिनेशन है। सभी के लिए उनकी टीम पूरा सहयोग करने के लिए तत्पर है। जांबिया चैप्टर प्रमुख नरेंद्र भाटी ने कहा- इस अफ्रीकन देश में खनिज व कृषि क्षेत्र अभी बहुत खुला है और राजस्थानी निवेशकों के लिए समुचित अवसर हैं। व्यवसायिक संभावनाओं पर चर्चा की राजस्थान एसोसिएशन ऑफ केन्या के अध्यक्ष व फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख डा सोनवीर सिंह, निर्मला चौधरी, धर्मेंद्र व कुलदीप सिंह राठौड़ ने राजस्थान व केन्या के आपसी सहयोग से सृजित व्यवसायिक संभावनाओं पर चर्चा की और बताया किन किन वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार किया जा सकता है। सोनवीर सिंह ने केन्या में राजस्थान से आयात की व्यापकता के बारे में बताया। फाउंडेशन के यूगांडा चैप्टर प्रमुख मनीष कल्ला ने कहा कि वहां इकोनॉमी प्रोग्रेसिव फेज में है तथा भारत से ऑटो उपकरणों समेत अनेक उत्पादों का निर्यात किया जा सकता है। इसी कृषि भूमि की उपलब्धता के बारे में उन्होंने जानकारी दी व कहा कि ऐसा क्षेत्र है, जिसमें अल्प निवेश से अधिक लाभ लिया जा सकता है। घाना स्थित राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख कनिका सुनीता राजपुरोहित ने बताया- अफ्रीका इवेंट व संबंधित गतिविधियों के लिहाज से बहुत रिच है। राजस्थान व अफ़्रीकी देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। इसके अलावा राजस्थानी हस्तशिल्प के लिए अफ्रीकी देश बड़े बाजार हैं। साथ ही वहां की ईको टूरिज्म इकोनॉमी बहुत बढ़ रही है, इसका लाभ ले सकते हैं।टीम आरतिया की ओर से विष्णु भूत, कमल कंदोई आशीष सर्राफ, प्रेम बियाणी, ओ पी राजपुरोहित, कैलाश शर्मा, अजय गुप्ता, ज्ञान प्रकाश, विष्णु गोयल व सुरेश बंसल ने आगंतुक अतिथि गण को दुपट्टा भेंट कर स्वागत तथा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। टीम आरतिया साथियों ने राजस्थान के कारोबारी परिदृश्य, यहां निवेश अवसरों तथा सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर में सहयोग की संभावना से आगंतुक अतिथिगण को अवगत कराया।
सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र में सोमवार दोपहर स्थित कृषि उपज मंडी के पास गल्ला व्यापारी के मुनीम के साथ लूट की वारदात को अंजाम दिया गया। बदमाशों ने मुनीम की आंखों में मिर्ची पाउडर मारा और डंडे से हमला कर रुपयों से भरा बैग छीनकर भाग गए। वारदात देख मौके पर अफरा-तफरी मच गई। लोगों ने पीछाकर एक बदमाश को पकड़ लिया। जिसे पुलिस के हवाले कर दिया है। बैग में 15 लाख से अधिक पैसे होने की बात कही जा रही है। बैंक से पैसे निकालकर बैग में रखे थेजानकारी के अनुसार, गल्ला व्यापारी पंकज केशरवानी की पंकज ट्रेडर्स के नाम से मंडी में दुकान है। वे अनाज खरीदने का काम करते हैं। सोमवार को उनका मुनीम सुधीर दीक्षित बैंक पैसे निकालने गया था। बैंक से पैसे निकालने के बाद वह वापस मंडी लौट रहे थे। तभी मंडी से कुछ ही दूरी पर बाइक और आटो सवार चार बदमाशों ने उन्हें घेर लिया। आंखों पर मिर्ची पाउडर मारा और डंडे से हमला कर दिया। इसी दौरान बदमाश रुपयों से भरा बैग छीनकर भाग निकले। वारदात देख लोगों ने बदमाशों का पीछा किया। इसी दौरान एक बदमाश को बाइक समेत लोगों ने धरदबोचा। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। बदमाश को हिरासत में लिया और थाने ले आई। घटना के संबंध में वारदात में घायल मुनीम से पुलिस जानकारी ले रही है। वारदात के विरोध में व्यापारियों ने किया चक्काजामवारदात सामने आते ही मंडी परिसर में मौजूद व्यापारियों ने विरोध शुरू किया। उन्होंने सागर-खुरई रोड पर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम की सूचना पर मोतीनगर, कैंट और कोतवाली थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। व्यापारियों को समझाइश देकर शांत कराया। व्यापारी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग कर रहे थे। मौके पर मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह वारदात को लेकर जानकारी जुटा रहे हैं। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पकड़ाया बदमाश से पूछताछ कर रही पुलिस वारदात के दौरान एक बदमाश को पकड़ा गया है। जिसे पुलिस थाने लाकर पूछताछ की जा रही है। उसके साथियों के संबंध में पुलिस जानकारी रही है। बाइक और आटो बरामद किया गया है। वहीं कुछ पैसे भी मिले हैं।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 20 लाख रुपए की ठगी के आरोपी की व्यापारियों ने जमकर पिटाई कर दी। कोरबा के इस जालसाज ने खुद को बिल्डर बताकर 10 से ज्यादा व्यापारियों से ठगी की। उसने नकली चेक देकर लाखों का सामान खरीदा। शिकायत पर जब पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, तो व्यापारियों ने उसे पकड़कर पीटा। व्यापारियों ने जालसाज की पिटाई करने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया। व्यापारियों के हंगामा करने के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। कथित बिल्डर की पिटाई का एक वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मामला सिविल लाइन थाना इलाके का है। देखिए पिटाई से जुड़ी ये 3 तस्वीरें... जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, कोरबा के रहने वाले उज्ज्वल विश्वास ने खुद को बिल्डर बताया। उसकी पहचान जरहाभाटा में दीपक एंटरप्राइजेज के संचालक विशाल पमनानी से हुई। 2 अगस्त को उज्ज्वल ग्राहक बनकर विशाल पमनानी की दुकान पर गया। इस दौरान उसने 89 हजार 400 का बिजली का सामान खरीदा। उसने ऑनलाइन पेमेंट करने का वादा करके उसे धोखा दिया। जब पेमेंट फेल हो गया, तो उसने उसे HDFC बैंक का चेक दिया। विशाल ने जब चेक बैंक में लगाया, तो खाते में रकम न होने के कारण वह बाउंस हो गया। इसके बाद विशाल पमनानी ने अन्य दुकानदारों से पता किया। उन्होंने बताया कि उज्जवल ने सिर्फ उनसे ही नहीं, बल्कि शहर के कई नामी दुकान संचालकों को भी ठगी की है। कथित बिल्डर से परेशान होकर व्यापारियों ने पुलिस से भी शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिस ने शिकायत पर भी नहीं की थी कार्रवाई पुलिस ने आपसी लेनदेन का मामला बताकर कोई कार्रवाई नहीं की। व्यापारियों ने इसे ठगी का मामला बताया, फिर भी पुलिस ने उनकी शिकायत नहीं सुनी। इससे परेशान व्यापारी कथित बिल्डर की तलाश करते रहे। दो दिन पहले व्यापारियों को कथित बिल्डर उज्जवल विश्वास व्यापार विहार में दिखा। इसके बाद व्यापारियों ने उज्ज्वल विश्वास को पकड़ लिया, फिर सभी व्यापारियों ने मिलकर उसकी जमकर पिटाई की। पकड़कर तारबाहर थाना लेकर गए। तारबाहर पुलिस ने पहले एफआईआर दर्ज करने की बात कही, फिर सिविल लाइन थाना भेज दिया। बाद में सिविल लाइन पुलिस ने केस दर्ज किया। इन व्यापारियों से की लाखों की ठगी कथित बिल्डर उज्ज्वल विश्वास ने 20 लाख रुपए से ज्यादा का सामान खरीदा, जिसमें सांवरिया इलेक्ट्रिकल्स से 1.26 लाख रुपए, मित्तल सेल्स मोपका से 3.07 लाख रुपए, साई इलेक्ट्रिकल्स से 1.34 लाख रुपए और दीप टिम्बर एंड हार्डवेयर से 9.60 लाख रुपए शामिल हैं। इसके अलावा आरोपी ने कोरबा में भी व्यापारियों के साथ इसी तरह धोखाधड़ी की है। अब इस मामले में कोरबा के व्यापारी भी उसके खिलाफ शिकायत करने की तैयारी में हैं। कई दुकानदारों को उज्ज्वल विश्वास ने झांसे में लेकर ठगी की है। ...........................................
अमेरिकी अधिकारियों के दिल्ली दौरे से आया व्यापार समझौता वार्ता में निर्णायक मोड़
अमेरिका को भारत के शिपमेंट मुख्य रूप से खुशबूदार बासमती किस्म के होते हैं, जो खास उपभोक्ता वर्ग और ऐसे बाजार की जरूरतों को पूरा करते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब अमेजन ने भी भारत में बड़ा निवेश करने का ऐलान किया है। अमेजन ने घोषणा की है कि 2030 तक कंपनी भारत में 35 बिलियन डॉलर यानी 3.14 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश करेगी। यह निवेश AI ड्रिवन डिजिटाइजेशन, एक्सपोर्ट ग्रोथ और जॉब क्रिएशन पर फोकस्ड होगा। यह ऐलान अमेजन की सालाना SMBhav समिट में हुआ। जहां कंपनी ने छोटे बिजनेस और MSMEs को AI टूल्स देने का प्लान बताया। 2013 से अब तक अमेजन ने भारत में कुल 40 बिलियन डॉलर यानी 3.59 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है, जिसमें कर्मचारियों की सैलरी और इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल है। अमेजन तीन सेक्टरों पर फोकस करेगी अमेजन का यह नया निवेश तीन मुख्य सेक्टरों में बंटा है। पहला- AI से डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन को तेज करना। दूसरा- एक्सपोर्ट को बढ़ावा देना ताकि मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट्स ग्लोबल मार्केट में पहुंचें। तीसरा- जॉब क्रिएशन के जरिए इकोनॉमी को बूस्ट करना। इस महीने ही अमेजन ने 12.7 बिलियन डॉलर (1.14 लाख करोड़ रुपए) के निवेश का ऐलान किया था, जो AI और AWS (अमेजन वेब सर्विसेज) पर था। इसमें तेलंगाना और महाराष्ट्र में डेटा सेंटर्स का एक्सपेंशन शामिल है। कुल मिलाकर 2030 तक यह निवेश लॉजिस्टिक्स, स्टोरेज और छोटे बिजनेस को सपोर्ट करने में लगेगा। की-स्टोन स्ट्रेटेजी की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेजन ने अब तक 12 मिलियन यानी 1.2 करोड़ से ज्यादा छोटे बिजनेस को डिजिटाइज किया है और 20 बिलियन डॉलर यानी 1.79 लाख करोड़ रुपए के ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट एनेबल किए हैं। AI पर जोर, लाखों लोगों को फायदा अमेजन AI को भारत के लिए गेम चेंजर मान रही है। कंपनी का प्लान है कि 14 मिलियन यानी 1.4 करोड़ छोटे बिजनेस और सैकड़ों मिलियन शॉपर्स को AI के फायदे मिलें। इसमें LLM (लार्ज लैंग्वेज मॉडल) ट्रेनिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट शामिल है। साथ ही 4 मिलियन यानी 40 लाख गवर्नमेंट स्कूल स्टूडेंट्स को AI एजुकेशन और करियर एक्सप्लोरेशन दिया जाएगा। यह कदम भारत की नेशनल प्रायोरिटी से मैच करता है, जहां डिजिटल इनोवेशन को पुश दिया जा रहा है। अमेजन का कहना है कि AI से छोटे बिजनेस अपनी सेल्स, कस्टमर सर्विस और इन्वेंटरी मैनेजमेंट को बेहतर कर सकेंगे। एक्सपोर्ट को बूस्ट करने में नया कदम SMBhav समिट में अमेजन ने अपेरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के साथ पार्टनरशिप का ऐलान किया। यह पार्टनरशिप एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देने के इनिशिएटिव के तहत की गई है, जो डिजिटल एंटरप्रेन्योर्स को मैन्युफैक्चरर्स से जोड़ेगी। ताकि वे ग्लोबल सेलिंग कर सकें। इसके लिए 10 से ज्यादा मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर्स में ऑन-ग्राउंड ऑनबोर्डिंग होगी, जैसे तिरुपुर, कानपुर और सूरत। यह पार्टनरशिप मैन्युफैक्चरिंग फोकस्ड है और छोटे बिजनेस को एक्सपोर्ट में मदद करेगी। माइक्रोसॉफ्ट के 17.5 बिलियन डॉलर (1.57 लाख करोड़ रुपए) के AI-क्लाउड निवेश के बाद अमेजन का यह ऐलान टेक जायंट्स की रेस को दिखाता है। 2030 तक 10 लाख जॉब्स क्रिएट करेंगे अमेजन के इमर्जिंग मार्केट्स के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अमित अग्रवाल ने समिट में कहा, 'हम पिछले 15 सालों से भारत के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का हिस्सा बने हैं। अमेजन की ग्रोथ यहां आत्मनिर्भर और विकसित भारत की विजन से मैच करती है।' उन्होंने आगे बताया, 'हमने फिजिकल और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में स्केल पर निवेश किया है। जिससे लाखों जॉब्स क्रिएट हुए और मेड-इन-इंडिया प्रोडक्ट्स ग्लोबल हुए। आगे हम AI को लाखों भारतीयों के लिए डेमोक्रेटाइज करेंगे, 1 मिलियन यानी 10 लाख जॉब्स क्रिएट करेंगे और 2030 तक ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट को 80 बिलियन डॉलर यानी 7.18 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचाएंगे।' 2013 से भारत में अमेजन का सफर अमेजन ने 2013 में भारत में अपना मार्केटप्लेस लॉन्च किया था। तब से कंपनी ने तेजी से ग्रोथ की है। 2024 की की-स्टोन स्ट्रेटेजी रिपोर्ट कहती है कि अमेजन ने 2.8 मिलियन यानी 28 लाख से ज्यादा डायरेक्ट, इंडायरेक्ट, इंड्यूस्ड और सीजनल जॉब्स सपोर्ट किए हैं। ई-कॉमर्स से 20 बिलियन डॉलर यानी 1.79 लाख करोड़ रुपए के एक्सपोर्ट एनेबल हुए हैं। यह निवेश अमेजन के ग्लोबल स्ट्रैटेजी का हिस्सा है, जहां भारत को सबसे बड़ा मार्केट माना जा रहा है। पहले भी अमेजन ने लॉजिस्टिक्स और क्लाउड सर्विसेज में भारी निवेश किया, जो अब AI के साथ और मजबूत होगा। 2030 तक अमेजन का टारगेट क्या है? 2030 तक अमेजन का टारगेट है कि ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट 80 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएं, जो मौजूदा का चार गुना है। 1 मिलियन नई जॉब ऑपर्च्युनिटीज क्रिएट होंगी। AI से छोटे बिजनेस और स्टूडेंट्स को स्किल्स मिलेंगी, जो इकोनॉमी को बूस्ट करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, यह निवेश एक्सपोर्ट और जॉब्स से GDP में योगदान देगा। अमेजन का फोकस आत्मनिर्भर भारत पर है, जहां टेक से ग्रामीण इलाकों तक कनेक्टिविटी पहुंचेगी। ये खबर भी पढ़ें... माइक्रोसॉफ्ट भारत में ₹1.6 लाख करोड़ निवेश करेगी: AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होगा; CEO सत्य नडेला ने PM मोदी से मुलाकात के बाद ऐलान किया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दबाव के बावजूद माइक्रोसॉफ्ट भारत में 17.5 अरब डॉलर (करीब ₹1.57 लाख करोड़) निवेश करने जा रही है। अमेरिकी टेक कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा निवेश होगा। फंड का इस्तेमाल AI, क्लाउड और डेटा सेंटर जैसे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए किया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...
भारत के बढ़ते विदेशी कर्ज के पीछे बढ़ता व्यापार घाटा
सरकार भले ही इससे सहमत न हो, लेकिन भारत का लगातार व्यापार घाटा देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर रहा है, जबकि विकास दर शानदार है
व्यापार समझौते की शर्त के रूप ट्रंप चाहते हैं भारत रूसी तेल आयात में कमी लाए
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक परेशानियां बढ़ती जा रही हैं क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 5 और 6 दिसंबर को प्रस्तावित भारत यात्रा के दिन नज़दीक आ रहे हैं
यह महंगाई नहीं, नग्न बाजारवाद का बेशर्म परीक्षण है!
जब आपूर्ति कम होती है तो बाजार में चीजें दिखाई नहीं पड़ती हैं और उनकी कालाबाजारी होती है
'भारत-अमेरिका कृषि व्यापार : अवसर, जोखिम और संतुलन की चुनौती
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लगातार व्यापक होने की संभावनाओं के बीच कृषि क्षेत्र इस साझेदारी का सबसे संवेदनशील और विवादास्पद हिस्सा बना हुआ है
काजोल ने किया रियल एस्टेट में निवेश, खरीदी इतने करोड़ की कमर्शियल प्रॉपर्टी
बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल ने इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है। काजोल भले ही फिल्मों में कम नजर आती हो, लेकिन वह सुर्खियों में बनी रहती हैं। काजोल ने अब एक्टिंग के साथ-साथ रियल एस्टेट में भी कदम रख दिया है। काजोल ने मुंबई के गोरेगांव वेस्ट ...
जानिए क्यों पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास पर है 2100 करोड़ रुपए निवेश
पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास अपने करियर के शानदार दौर से गुजर रहे हैं, और निर्विवाद रूप से अखिल भारतीय सुपरस्टार के रूप में अपनी जगह पक्की कर रहे हैं। बाहुबली, सलार, कल्कि 2898 एडी जैसी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली फिल्मों के साथ, उन्होंने भारतीय ...
'एक रात के 5 लाख' क्या इस महंगाई की वजह बने हैं विक्की कौशल और कैटरीना कैफ
राजस्थान अपने खूबसूरत किलों और महलों के लिए विश्वभर में जाना जाता है। कला और संस्कृति के इस अनूठे संगम, शाही ठाठ बाठ समेत राजपुताना वास्तुकला का आनंद उठाने दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं..........
खतरों के खिलाड़ी सीजन 14 के कंटेस्टेंट अभिषेक कुमार जिन्होंने बिग बॉस 17 में अपने कार्यकाल से काफी लोकप्रियता हासिल की, अपने आकर्षक व्यक्तित्व से लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। विवादित रियलिटी शो में उनकी भागीदारी ने उन्हें स्टार बना दिया और उन्हें रातोंरात सफलता दिलाई। अभिषेक जो वर्तमान में रोहित शेट्टी के शो खतरों के खिलाड़ी 14 में हैं, ने साझा किया कि वह एक प्रोडक्शन हाउस खोलना चाहते हैं। इसे भी पढ़ें: Kartik Aaryan का खुलासा, Pyaar Ka Punchnama की सफलता के बावजूद उनके पास ‘कोई ऑफर नहीं था, कोई पैसा नहीं था ईटाइम्स टीवी के साथ एक इंटरव्यू में, अभिषेक ने खुलासा किया कि वह भविष्य के लिए पैसे बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह मुंबई में एक घर खरीदें, लेकिन वह एक व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। अभिषेक ने कहा कि वह एक उद्यमी बनना चाहते हैं और उनके बड़े सपने हैं जिन्हें वह हासिल करना चाहते हैं। अभिषेक कुमार मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते इंटरव्यू में, अभिषेक ने कहा कि उन्होंने पैसे बर्बाद करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते क्योंकि शहर काफी महंगा है और कहा कि किराए पर रहना एक समझदारी भरा फैसला है। उन्होंने यहां तक कहा कि घर खरीदने में बड़ी रकम लगाने और फिर हर महीने लोन के रूप में बैंक को बड़ी EMI चुकाने का कोई मतलब नहीं है। इसे भी पढ़ें: Karan Johar को कोर्ट से मिली राहत, फिल्म Shaadi Ke Director Karan Aur Johar की रिलीज परह लगी रोक अभिषेक ने कहा कि वह अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं और उस पर ब्याज पाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह रवि दुबे और सरगुन मेहता की तरह एक प्रोडक्शन हाउस स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका परिवार चंडीगढ़ में घर खरीदे, लेकिन मुंबई में नहीं क्योंकि वे वहीं रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह पैसे बचाना चाहते हैं और कोई दूसरा व्यवसाय शुरू करने में निवेश कर सकते हैं। KKK 14 की बात करें तो शिल्पा शिंदे शो से बाहर हो गईं। एक यूट्यूब चैनल के अनुसार, सनी वरुण ने बात की, गश्मीर, करणवीर, अदिति और अभिषेक ने निष्कासन स्टंट किया।

12 C
