कौशांबी में सर्राफा व्यापार मंडल के पदाधिकारियों और व्यापारियों ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजेश कुमार सहित अन्य अधिकारियों को सम्मानित किया। यह सम्मान सराय अकिल थाना क्षेत्र में हुई सर्राफा व्यापारी से लूट की घटना का 24 घंटे के भीतर सफल अनावरण, आरोपियों की गिरफ्तारी और लूटे गए पूरे माल की बरामदगी के लिए दिया गया। पुलिस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में एसपी राजेश कुमार, अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी मंझनपुर शिवांक सिंह और क्षेत्राधिकारी चायल अभिषेक सिंह को पुष्प गुच्छ और मालाएं भेंट की गईं। व्यापारियों ने 24 घंटे के अंदर घटना का खुलासा करने के लिए पुलिस टीम को बधाई दी और आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर व्यापारियों ने कौशांबी पुलिस की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से जिले में व्यापारियों और आमजन का पुलिस पर विश्वास और मजबूत हुआ है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि जनपद में व्यापारियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भविष्य में भी इसी प्रकार की प्रभावी कार्रवाई जारी रहेगी।
stock market : 2 दिन से जारी तेजी पर लगा ब्रेक 400 अंक लुढ़का सेंसेक्स, निफ्टी 124 अंक टूटा
घरेलू शेयर बाजारों में दो दिनों से जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लगा और दोनों मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 400 अंक लुढ़क गया जबकि एनएसई निफ्टी 124 अंक टूटा। कारोबारियों के अनुसार, कमजोर वैश्विक रुझानों और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से दिसंबर में ...
बदायूं हत्याकांड, CCTV फुटेज से मिला सुराग:पुलिस ने व्यापारी को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
बदायूं में एक पुजारी की हत्या और लूट के मामले का खुलासा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सीसीटीवी कैमरे के मालिक को एसएसपी ने सम्मानित किया है। पुलिस ने नवादा के व्यापारी सलीम को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। यह घटना 16 नवंबर की रात सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के गांव खेड़ा बुजुर्ग स्थित सर्वेश्वर श्रीसाईं मंदिर में हुई थी। यहां पुजारी मनोज शंखधार की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दो चांदी के मुकुट और सीसीटीवी कैमरों का डीवीआर भी चुरा लिया था। पुलिस ने 48 घंटे के भीतर इस मामले का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। ये तीनों मृतक मनोज के रिश्तेदार निकले। जांच में सामने आया कि हत्या की वजह मनोज का अपने बड़े भाई की साली के साथ प्रेम प्रसंग था। एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान नवादा के व्यापारी सलीम की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में हत्यारे बाइक से भागते हुए कैद हो गए थे। यह फुटेज पुलिस के लिए पहला महत्वपूर्ण सुराग साबित हुआ, जिसकी मदद से पुलिस आरोपियों तक पहुंच सकी। इस केस में सीसीटीवी कैमरों की भूमिका काफी अहम रही। एसएसपी ने अन्य व्यापारियों को भी अपनी दुकानों पर कैमरे लगवाने के लिए प्रेरित किया है। इसी क्रम में सलीम को आज प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। एसएसपी ने आम जनता से भी अपने घरों और दुकानों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की अपील की है, ताकि भविष्य में किसी भी आपराधिक घटना के खुलासे में मदद मिल सके।
भोपाल के कुख्यात बदमाश विक्की उर्फ वाहिद ने एक व्यापारी के साथ मारपीट कर की। इतना नहीं उसके साथ अड़ीबाजी भी की। आरोपी ने दूसरे कारोबारी के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पूरा घटनाक्रम गुरुवार रात का है। शुक्रवार को पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी की है। एएसआई अशोक शर्मा के मुताबिक अभिषेक ठाकुर पिता रघुवीर सिंह ठाकुर (35) की करोंद मंडी में लहसुन प्याज के थोक कारोबारी हैं। फरियादी ने दूसरे व्यापारी महेश रैकवार से सात लाख रुपए लेना थे, लेकिन वह पैसे नहीं दे रहा था। इसी बीच महेश रैकवार कुख्यात बदमाश मुख्तार मलिक के गुर्गे विक्की वाहिद के पास पहुंच गया। जहां विक्की और महेश ने मिलकर व्यापारी से मारपीट की और अड़ी डालते हुए कहा कि वह सिर्फ एक लाख रुपए ही देंगे। इसके बाद फरियादी थाने पहुंचा और पूरा घटनाक्रम पुलिस को बताया। पुलिस ने फरियादी अभिषेक की शिकायत पर दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने भी घेराबंदी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
किशनगंज में देह व्यापार का एक मामला सामने आया है, जिसमें मध्यप्रदेश की एक युवती को इस धंधे में धकेल दिया गया था। युवती को स्थानीय जनप्रतिनिधि और पुलिस ने सुरक्षित बचा लिया है और आज शुक्रवार को उसे उसके परिजनों को सौंपने कि प्रक्रिया जारी है। मामले की जानकारी देते हुए बताया गया कि गुरुवार देर रात एक युवती बहादुरगंज थाना क्षेत्र के दारुल उलूम चौक के पास घूमती मिली। पूछताछ में पता चला कि वह मध्यप्रदेश की रहने वाली है और गरीब परिवार से है। उसके माता-पिता जबरन उसकी शादी करवाना चाहते थे, जबकि वह पढ़ना चाहती थी। खान सर के क्लास में पढ़ने पटना आई थी पढ़ाई के लिए वह बिहार के पटना आई थी, जहां उसने खान सर का नाम सुना था। खान सर ने उसे पढ़ने की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया, लेकिन रहने और खाने का इंतजाम खुद करने को कहा। इस दौरान युवती ने एक मॉल में नौकरी भी की। 2 अज्ञात लड़कियों ने बिशनपुर रेड लाइट एरिया में लाकर बेच दिया इसी मॉल में उसकी मुलाकात किशनगंज के बिशनपुर की 2 अज्ञात लड़कियों से हुई। उन लड़कियों ने उसे बताया कि वे कपड़े पैकिंग का काम करती हैं और वहां अच्छी मासिक आय मिलती है। युवती काम करने के लिए तैयार हो गई। इसके बाद पटना से वे दोनों लड़कियां उसे बिशनपुर के रेड लाइट एरिया में ले आईं और बेच दिया। भागने की कोशिश करने पर बुरी तरह पीटा गया पिछले एक महीने से युवती को बिशनपुर रेड लाइट एरिया से प्रेम नगर, बहादुरगंज में रोजाना देह व्यापार के लिए लाया जाता था। जब भी उसने भागने की कोशिश की, उसे पीटा गया। दो दिन पहले भी उसे बुरी तरह मारा गया था। भागने के बाद धान के खेत में छिप गई बीते देर रात युवती भागने में सफल रही और धान के खेत में छिप गई। काफी समय बाद वह बाहर निकली और स्थानीय लोगों को अपनी आपबीती सुनाई। इसके बाद बहादुरगंज नगर पंचायत के चेयरमैन प्रतिनिधि वसीकुर रहमान ने पुलिस को इसकी सूचना दी। युवती के परिजनों को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। बहादुरगंज थाना के थानाध्यक्ष संदीप कुमार मौके पर पहुंचे और युवती को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस अब इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
लाल निशान में बंद हुआ शेयर बाजार, सेंसेक्स 400 अंक गिरा
भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुआ। बाजार के ज्यादातर सूचकांकों में गिरावट देखी गई
काशी के दालमंडी में सरकार के एक्शन को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा- मुख्यमंत्री सिविल इंजीनियरिंग समझते नहीं है, कहां उनसे निवेदन कर रहे हो। इनके सारे प्रोजेक्ट राजनीतिक उद्देश्य के लिए बनते हैं। दालमंडी में भाजपा कभी नहीं बीजेपी जीतती है। मेरे पास वहां के बूथ का रिजल्ट भी है। इतनी बड़ी रीवर है, तो क्रूज चलाओ। दुनिया में कई देशों में ऐसा हुआ है। किसी ने बता दिया कि गोरखपुर स्पेन है और किसी ने कभी पूछा ही नहीं। उन्होंने कहा कि आज हमारे बीच चंदौली के सांसद वीरेंद्र सिंह और अन्य कार्यकर्ता आए हैं। वहां की दालमंडी बहुत ही ऐतिहासिक है। वहां के कुछ व्यापारी अपनी परेशानी लेकर आए हैं। कुछ साल से उनकी तकलीफ बढ़ती जा रही है। सरकार के फैसले के चलते उन पर संकट आया है। ये कोई हिस्ट्री बचाने या हेरिटेज बचाने की योजना नहीं है। भाजपा के लोगों की तरफ से जो योजना बन रही है, ये राजनीतिक अप्रोच है। वे उस बाजार या उसके आसपास से चुनाव में जीत नहीं पा रहे हैं। इसलिए ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं। दालमंडी के व्यापारियों ने दर्द बयां किया- खबर अपडेट की जा रही है...
भारतीय शेयर बाजार में एफपीआई होल्डिंग नवंबर में 14 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंची
मुंबई, 20 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की होल्डिंग नवंबर के पहले पखवाड़े में 14 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
ईरान के खिलाफ तेल व्यापार पर अमेरिका ने अपनाया सख्त रुख , लगाया नया प्रतिबंध
ईरान के खिलाफ तेल व्यापार पर अमेरिका ने सख्ती दिखाई है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की ओर से साझा जानकारी के अनुसार अमेरिका ने ईरान के बड़े ऑयल नेटवर्क पर कई बैन लगाए हैं
देश के 26 बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने अपने एप्स और वेबसाइट्स पर डार्क पैटर्न्स का इस्तेमाल बंद करने की घोषणा की थी, लेकिन इनमें से सिर्फ 5 कंपनियां ही पूरी तरह से डार्क पैटर्न फ्री हो पाई हैं। अन्य 21 कंपनियों के प्लेटफॉर्म्स पर अब भी कन्ज्यूमर्स से हिडन चार्जेस वसूल रहे हैं। यह दावा सिटिजन एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म लोकल सर्किल्स ने अपनी स्टडी रिपोर्ट में किया है। 26 कंपनियों ने CCPA को सेल्फ-डिक्लेरेशन लेटर सौंपा था दरअसल, डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ने गुरुवार (20 नवंबर) को बताया था कि 26 कंपनियों ने इंटरनल या थर्ड-पार्टी ऑडिट के बाद सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) को सेल्फ-डिक्लेरेशन लेटर सौंप चुकी हैं। इन कंपनियों में फ्लिपकार्ट, मिंत्रा, जोमेटो और स्विगी जैसे प्लेटफॉर्म शामिल हैं। ये कंपनियां ग्रॉसरी, फूड डिलीवरी, फार्मेसी, फैशन और ट्रैवल सेगमेंट की हैं। कंपनियों ने ये डिक्लेरेशन अपनी वेबसाइट्स पर अपलोड भी किए हैं। डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ने इसे डिजिटल कंज्यूमर सेफ्टी के लिए बड़ा कदम बताया था और कहा था कि बाकी कंपनियों को भी सेल्फ-रेगुलेशन अपनाने के लिए प्रेरित करेगा। कंपनियों ने सिर्फ ड्रिप प्राइसिंग के इश्यू को खत्म किया लोकल सर्किल्स ने इन प्लेटफॉर्मों की तरफ से किए गए दावे की पड़ताल की। इसमें 26 में से सिर्फ 5 प्लेटफॉर्म ही अपने दावे पर खरे उतरे। संस्था के फाउंडर सचिन तपड़िया ने कहा कि नियामकीय सख्ती के चलते ई-कॉमर्स कंपनियों ने सेल्फ-ऑडिट की घोषणा की है। हमारी जांच में इनमें से 90% प्लेटफॉर्म पर इन 13 तरह के डार्क पैटर्न में से कोई न कोई अब भी एक्टिव मिला। फिलहाल मीशो, इज माई ट्रिप, जेप्टो और बिग बॉस्केट ही डार्क पैटर्न-फ्री हैं।’ उन्होंने आगे कहा कि अभी ज्यादातर प्लेटफॉर्म्स ने ड्रिप प्राइसिंग के इश्यू को खत्म किया है। इतने भर से इन्हें लगता है कि ये डार्क पैटर्न फ्री हो गए हैं। इन प्लेटफॉर्म पर जबरन कार्रवाई वाले डार्क पैटर्न अब भी हैं। मसलन, आप कोई प्रोडक्ट लें तो उसमें दूसरी सर्विस जुड़ जाती है। एक और सर्विस जुड़ने से एक्सट्रा चार्ज लग जाता है। किन 26 कंपनियों ने खुद को डार्क पैटर्न फ्री किया? CCPA को मिले डिक्लेरेशन लेटर्स के मुताबिक, 26 प्लेटफॉर्म्स ने अपनी साइट्स पर जीरो डार्क पैटर्न्स होने की पुष्टि की है। 3 महीने में सेल्फ डिक्लेरेशन सबमिट करने को कहा था डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर्स ने जून 2025 में एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें ई-कॉमर्स कंपनियों को 3 महीने के अंदर सेल्फ-ऑडिट करने और डिक्लेरेशन सबमिट करने को कहा था। नेशनल कंज्यूमर हेल्पलाइन (NCH) के जरिए सोशल मीडिया कैंपेन, इंफॉर्मेटिव वीडियोज और वर्कशॉप्स चलाए गए, ताकि कंज्यूमर्स डार्क पैटर्न्स पहचान सकें और शिकायत दर्ज करा सकें। CCPA ने इसे एक मिसाल बताया है और बाकी डिजिटल प्लेयर्स से भी वैसा ही करने को कहा। अगर कोई कंपनी डेडलाइन मिस करती है, तो रेगुलेटरी एक्शन हो सकता है। डार्क पैटर्न्स फ्री प्लेटफॉर्म से कंज्यूमर्स को क्या फायदा अभी कंपनियों ने अपनी मर्जी से ये वादा किया है कि वो डार्क पैटर्न्स नहीं चलाएंगी, लेकिन आने वाले समय में सरकार इसे सख्ती से लागू भी कर सकती है। इससे कंज्यूमर्स को अब शॉपिंग एप्स इस्तेमाल करते समय कम ट्रिक्स का सामना करना पड़ेगा, जिससे सेफ और ट्रांसपेरेंट एक्सपीरियंस मिलेगा। डिपार्टमेंट ने कहा कि ये अभियान डिजिटल कंज्यूमर सेफ्टी को मजबूत करेगा। भविष्य में और भी कंपनियां इसमें शामिल होंगी। कंज्यूमर्स को डार्क पैटर्न्स के बारे में एजुकेशनल कैंपेन से ये भी समझाया जाएगा कि डार्क पैटर्न्स होते क्या हैं और इन्हें कैसे पकड़ा जाए। ये लंबे समय में ये ई-कॉमर्स सेक्टर को ज्यादा भरोसेमंद बनाएगा। डार्क पैटर्न्स क्या हैं? डार्क पैटर्न्स वो ट्रिक्स हैं, जो ऑनलाइन शॉपिंग के दौरान यूजर्स को गुमराह करती हैं। जैसे फेक अर्जेंसी क्रिएट करना, जहां लिखा हो 'अभी खरीदो वरना स्टॉक खत्म', या चुपके से कार्ट में एक्स्ट्रा आइटम ऐड कर देना। 2023 में नोटिफाई हुई गाइडलाइंस फॉर प्रिवेंशन एंड रेगुलेशन ऑफ डार्क पैटर्न्स में 13 ऐसे पैटर्न्स को बैन किया गया है। इनमें फॉल्स अर्जेंसी, बास्केट स्नीकिंग, कन्फर्म शेमिंग, फोर्स्ड एक्शन, सब्सक्रिप्शन ट्रैप, इंटरफेस इंटरफियरेंस, बेट एंड स्विच, ड्रिप प्राइसिंग, डिस्गाइज्ड ऐड्स, नेगिंग, ट्रिक वर्डिंग, SAAS बिलिंग और रोग मैलवेयर शामिल हैं। ये ट्रिक्स कंज्यूमर्स को अनचाहे प्रोडक्ट्स खरीदने या सब्सक्रिप्शन में फंसाने के लिए इस्तेमाल होती हैं। कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट 2019 के तहत ये गाइडलाइंस 30 नवंबर 2023 को लागू हुईं, ताकि डिजिटल मार्केट में ट्रांसपेरेंसी आए।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में फ्लाइएश परिवहन के नाम पर 21 लाख की धोखाधड़ी हुई है। ओडिसा के व्यापारी ने रायगढ़ के ट्रांसपोर्टर से फ्लाइएश परिवहन करवाया। जिसका भाड़ा 21 लाख 9 हजार 927 रुपए हुआ। लेकिन कई महीनों तक ओडिसा के व्यापारी ने पेमेंट नहीं दिया। बाद में चेक दिया जो बाउंस हो गया। जब रायगढ़ के ट्रांसपोर्टर ने उससे संपर्क करने की कोशिश की तो फोन बंद मिला। जिसके बाद पीड़ित ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। अब जानिए पूरा मामला कृष्णा विहार काॅलोनी के रहने वाले विनोद अग्रवाल (58 साल) ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसमें उन्होंने बताया कि वह उर्दना चौक में तिरुपति रोड कैरियर के नाम से ट्रांसपोर्ट कार्यालय का संचालन करता है। जहां आसपास क्षेत्र में कोयला व फ्लाइएश का परिवहन का काम अलग-अलग वाहनों से किया जाता है। उसके नाम से 3 और उसके बेटे रजत और परख अग्रवाल के नाम से 15 ट्रेलर शिवान वेंचर प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर संचालित है। उसका राजपूत इंटरप्राइज झारसुगड़ा के संचालक मंजय सिंह से व्यापारिक परिचय है। जहां मंजय सिंह 16 दिसबंर 2024 को ढिमरापुर चैक स्थित ऑफिस में आया और बताया कि उसे NTPC दर्रीपाली से पत्थलगांव तक के लिए फ्लाइएश पाटने का ठेका रेफेक्स इंडस्ट्रीज से मिला है। जिसमें परिवहन काम के लिए उसके ट्रेलर वाहनों की जरूरत है। ऐसे में 950 रुपए मिट्रिक टन के दर से भाड़ा तय करने के बाद 18 ट्रेलर वाहन को चालक के साथ दर्रीपाली ओडिसा रवाना किया गया था। मंजय सिंह 29 दिसंबर 2024 से 10 जनवरी 2025 तक विनोद अग्रवाल के सभी वाहनों से दर्रीपाली ओडिसा से पत्थलगांव तक नियमित फ्लाइएश का परिवहन किया। जिसका कुल 45 भाड़ा पर्ची उसके कंपनी में जमा किया गया था। भाड़ा देने करता रहा टालमटोल जिसके आधार पर राजपूत इंटरप्राइजेस ने 21 लाख 9 हजार 927 रुपए का भाड़ा बनाकर दिया गया। ऐसे में वह भुगतान विनोद अग्रवाल के बैंक खाते के माध्यम से करने कहा गया, लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी मंजय सिंह रकम भुगतान करने में टाल मटोल करता रहा। ट्रांसपोर्टर को दिया फर्जी चेक बाद में काफी दबाव देने पर मंजय सिंह ने 22 अगस्त 2025 को स्वयं के झारसुगड़ा ओडिसा के आईडीबीआई बैंक शाखा से चेक के माध्यम से 10 लाख फिर 3 सितंबर 2025 को चेक के माध्यम से 9 लाख 18 हजार 732 रुपए और 1 लाख 91 हजार 194 रुपए का चेक दिया। जब तीनों चेक को विनोद अग्रवाल के रायगढ़ आईसीआईसीआई बैंक शाखा में जमा किया गया तो उसे अनादरित कर वापस कर दिया गया। आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज इसके बाद विनोद अग्रवाल ने मंजय सिंह से सम्पर्क करने पर उसने रुपए आ जाने की बात कहते हुए टालमटोल करने लगा। बाद में उसने अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया। तब वह समझ गया कि मंजय ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। जिसके बाद विनोद अग्रवाल ने मंजय के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जहां पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 318(4)-BNS के तहत अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है।
Dark Patterns: केंद्र सरकार की तरफ से ऐलान किया कि इन 26 बड़े ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स ने खुद इस बारे में लिखकर दिया है. इन कंपनियों का कहना है कि हमारी वेबसाइट पर किसी तरह का डार्क पैटर्न नहीं है.
मुरादाबाद में 2 कुख्यात बदमाशों के एनकाउंटर में ढेर होने के बाद से SSP सतपाल अंतिल को सम्मानित किए जाने का सिलसिला लगातार जारी है। विभिन्न संगठन खास तौर पर व्यापारी वर्ग पुलिस की इस कार्रवाई से खुश है और पुलिस के प्रति अपना आभार व्यक्त कर रहा है। मुरादाबाद में सभी प्रमुख कार कंपनियों के डीलर्स ने वासु अर्जुन हुंडई के एमडी विनय मोहन टंडन के नेतृत्व में SSP सतपाल अंतिल से मुलाकात की। कार डीलर्स ने कहा कि पुलिस की इस कड़ी कार्रवाई से व्यापारियों के मन में सुरक्षा की भावना और भी प्रबल हुई है। प्रतिनिधि मंडल में शामिल कार डीलर्स और निर्यातकों ने 2 कुख्यात बदमाशों आसिफ उर्फ टिड्डा और इलियास दीनू के एनकाउंटर पर SSP के प्रति अपना आभार व्यक्त किया। विनय मोहन टंडन ने एसएसपी को धन्यवाद देते हुए कहा कि, पुलिस की इस कार्रवाई से व्यापारी वर्ग खुद को पहले से अधिक सुरक्षित महसूस कर रहा है। प्रतिनिधि मंडल में मारूति कार के डीलर अमित कुमार समेत अन्य लोग शामिल थे। बता दें कि 10 नवंबर को हुई एक मुठभेड़ में SSP सतपाल अंतिल ने वेस्ट यूपी के 2 कुख्यात बदमाशों आसिफ उर्फ टिड्डा और दीनू उर्फ इलियास को ढेर कर दिया था। मुठभेड़ के वक्त आसिफ टिड्डा गैंग मुरादाबाद के 2 पीतल कारोबारियों को अगवा करने के लिए मुरादाबाद आया था। लेकिन ऐन वक्त पर इंटेलिजेंस एजेंसियों से इसकी सूचना मिलते ही मुरादाबाद पुलिस और एसटीएफ की मेरठ युनिट ने बदमाशों को घेर लिया था। इस पूरे ऑपरेशन को मुरादाबाद के SSP सतपाल अंतिल ने खुद लीड किया था। ऑपरेशन के दौरान उनके जैकेट में एक गोली आकर धंसी थी। जिसमें वो बाल-बाल बचे थे।
कौशांबी में पुलिस एनकाउंटर में 5 आरोपी गिरफ्तार:सर्राफा व्यापारी से लूटा गया सोना-चांदी बरामद
कौशांबी में बुधवार शाम सराय अकिल थाना क्षेत्र के सरैया मोड़ पर सर्राफा व्यापारी से हुई बड़ी लूट की वारदात को पुलिस ने महज 24 घंटे में ही सुलझा लिया। पुलिस ने एनकाउंटर के दौरान 5 लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया, जिनमें से तीन बदमाशों के पैर में गोली लगी है। दो अन्य बदमाशों को पुलिस ने पीछा कर पकड़ा। सर्राफा कारोबारी अंशु सोनी से बोलेरो सवार अज्ञात बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। व्यापारी ने बताया था कि बदमाश लगभग 4 किलो चांदी, 23 ग्राम सोने के आभूषण लूटकर फरार हो गए थे। पीड़ित ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद एसपी राजेश कुमार के निर्देशन में कई टीमें गठित की गईं। जुगराजपुर में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ गुरुवार देर रात सराय अकिल क्षेत्र के जुगराजपुर में पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी की।इस दौरान हुई मुठभेड़ में 5 आरोपी गिरफ्तार, 3 बदमाश पैर में गोली लगने से घायल, बोलेरो कार बरामद, घटना में लूटे गए सभी आभूषण 100% बरामद। सर्राफा व्यापारी अंशु सोनी ने कहा, पुलिस ने खुलासे के लिए 48 घंटे का समय मांगा था। लेकिन एसपी कौशांबी राजेश कुमार के निर्देशन में पुलिस टीम ने 24 घंटे में ही घटना का पर्दाफाश कर दिया।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में धान खरीदी की शुरुआत होते ही अवैध धान को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है। पंजीकृत व्यापारी ने 65 बोरी धान को खपाने की तैयारी में दूसरे के घर में रखवा दिया था। जिसे संयुक्त जांच टीम ने जब्त कर लिया है। वहीं पुलिस ने भी ओडिसा से रायगढ़ ला रहे पिकप लोड 60 बोरी धान को जब्त किया है। जानकारी के मुताबिक राजस्व, खाद्य और मंडी विभाग की टीम अवैध धान परिवहन व भंडारण पर निगरानी कर रही है। 20 नवंबर को सूचना मिली कि ग्राम घरघोड़ी में अंगद यादव के घर में काफी मात्रा में धान भंडारण कर रखा गया है। ऐसे में नायब तहसीलदार, सहायक खाद्य अधिकारी, मंडी निरीक्षक की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और उसके घर में जांच किया गया। जहां 65 बोरी अवैध धान भंडारण कर पाया गया। पूछताछ करने पर अंगद यादव ने बताया कि मंडी का लाइसेंसधारी व्यापारी उद्धव डनसेना ने इसे रखवाया है। इससे यह स्पष्ट हो गया कि इस धान को अवैध रूप से खपाने की तैयारी की जा रही थी। संयुक्त जांच टीम ने 65 बोरी धान जब्त करते हुए मंडी अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया है। जांच में पिकप में मिला ओडिसा का धान पुलिस भी अवैध धान पर निगरानी रख रही है। 19 नवंबर को पुसौर पुलिस ने ओडिसा बॉर्डर के ग्राम त्रिभौना में चेकिंग के दौरान कार्रवाई करते हुए पिकअप वाहन से 60 कट्टा धान जब्त किया है। ओडिसा के झारसुगड़ा जिला के सेमरलिया निवासी वाहन चालक आनंद सा (56 साल) से पूछताछ में उसने बताया कि वह धान को ओडिसा से छत्तीसगढ़ के किसी उपज मंडी-संग्रहण केंद्र में बिक्री के उद्देश्य से ला रहा था। जिसका उसके पास कोई दस्तावेज ना पाया गया। ऐसे में आरोपी के खिलाफ अपराध कायम कर मंडी निरीक्षक को सूचना दी गई।
गीडा के स्थापना दिवस के बहाने आएगी निवेश की बहार:सीएम योगी करेंगे कई परियोजनाओं का शिलान्यास
गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के स्थापना दिवस के बहाने निवेश की बहार आने वाली है। 30 नवंबर को प्राधिकरण अपना 36वां स्थापना दिवस समारोह मनाने जा रहा है। इस दिन सीएम योगी आदित्यनाथ कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इनके लिए जमीन का आवंटन हो चुका है। इससे बड़े पैमाने पर निवेश होने जा रहा है। इस दौरान राज्य स्तरीय गोरखपुर ट्रेड शो का भी आयोजन होगा। इसमें स्थानीय उत्पादों के साथ ओडीओपी के लिए अलग से स्टाल लगाए जाएंगे। गीडा की स्थापना तो 1989 में ही हो गई थी लेकिन औद्योगिक विकास के इसके उद्देश्यों की पूर्ति 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से हो रही है। गीडा की सीईओ अनुज मलिक ने बताया कि स्थापना के 36वें स्थापना वर्ष में गीडा ने अभी तक वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक 1 लाख 46 हजार 618 वर्गमीटर क्षेत्रफल में 72 औद्योगिक इकाइयों का आवंटन निवेशकों को किया है। इस भूमि आवंटन के सापेक्ष 1 हजार 31 करोड़ 35 लाख रुपये का निवेश और 4 हजार 147 रोजगार सृजन प्रस्तावित है। आवंटित किए गए भूखंडों में से पांच निवेशकों को आवंटन पत्र का वितरण गीडा स्थापना दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री के हाथों किया जायेगा। इसके साथ ही 134 करोड़ 15 लाख रुपये की निवेश वाली 38 यूनिट्स का शिलान्यास तथा 123 करोड़ 82 लाख रुपये के निवेश से तैयार 33 यूनिट्स का लोकार्पण भी सीएम के हाथों होना भी प्रस्तावित है। लोकार्पण और शिलान्यास वाली इन इन यूनिट्स से 27 सौ से अधिक लोगों के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे। फ्लैटेड फैक्ट्री से होगा 200 करोड़ रुपये का पूंजी निवेशगीडा द्वारा छोटे उद्यमियों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए 10,800 वर्गमीटर क्षेत्रफल में विशेष रुप से प्लग एंड प्ले उद्योगों हेतु जी+3 बहुमंजिला संरचना में फ्लैटेड फैक्ट्री कॉम्प्लेक्स का विकास किया जा रहा है। इसमें सभी जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर वाली कुल 80 यूनिट्स का आवंटन प्रस्तावित है। इस प्रोजेक्ट के क्रियाशील होने पर 200 करोड़ रुपये के पूंजी निवेश से करीब 1000 नए रोजगार सृजित होने की संभावना है। धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप में पहले ही चरण में 4200 करोड़ का निवेश प्रस्तावितगोरखपुर में उद्यमियों के बढ़ते रुझान को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गीडा द्वारा गोरखपुर के दक्षिणांचल में 6876 एकड़ में धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप का विकास किया जा रहा है। प्रथम चरण में 800 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जा रही है। अब तक अधिग्रहित भूमि में से दो औद्योगिक समूहों को जमीन दी गई है। इसमें अंबुजा सीमेंट की यूनिट के लिए अडानी ग्रुप को 46.63 एकड़ एवं श्रेयश डिस्टिलरी-एनर्जी लिमिटेड को 60.48 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है। इन दोनों आवंटन से इस औद्योगिक क्षेत्र के प्रथम चरण में ही 4200 करोड़ रुपये का निवेश एवं 6500 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन प्रस्तावित है। व्यापार मेला में बड़ी कंपनियों के साथ दिखेगा स्थानीय उत्पादों का जलवागीडा की तरफ से स्थापना दिवस पर राज्य स्तरीय व्यापार मेला का भी आयोजन किया जा रहा है। इसमें बड़ी कंपनियों के उत्पादों के साथ स्थानीय उत्पादों, खासकर ओडीओपी का जलवा देखने को मिलेगा। स्थानीय उत्पादों और ओडीओपी को बेहतर मंच देने के लिए अलग स्टाल होंगे। व्यापार मेला में कई सरकारी विभागों की विकास और जनकल्याण योजनाओं की प्रदर्शनी भी नजर आएगी। इंफ्रास्ट्रक्चर के 103 कार्यों का होगा लोकार्पण व शिलान्यासगीडा द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न औद्योगिक सेक्टरों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के 103 कार्यों (लागत 404 करोड़ रुपये) का लोकार्पण और शिलान्यास भी गीडा दिवस पर सीएम योगी के हाथों प्रस्तावित है। इन कार्यों में सड़क, नाली, पुलिया व बिजली से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं।
भरतपुर पुलिस ने क्रिप्टो और फॉरेक्स निवेश के नाम पर चल रहे एक बड़े फर्जी नेटवर्क का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने राजस्थान में लाखों लोगों को ऊंचे मुनाफे और बोनस का लालच देकर निवेश कराया और 4.5 लाख लोगों से करीब 3500 करोड़ रुपये का निवेश कराया। पुलिस ने कार्रवाई करते 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। नेटवर्क ने लोगों को 1000 करोड़ रुपए रिटर्न कर दिया है। अभी लोगों का 2500 करोड़ रुपए फंसे हैं। इनके कब्जे से 40 लाख रुपये नकद, सोने-चांदी के जेवरात, 5 लग्जरी गाड़ियां और 40 लाख रुपए की क्रिप्टोकरेंसी बरामद हुई है। पूरा मामला तब सामने आया जब 12 नवंबर को थाना मथुरागेट में शिकायत दर्ज हुई। शिकायत में बताया गया कि एक्सपीओ डॉट कॉम नामक वेबसाइट और मोबाइल एप विदेशी बाजारों में निवेश का दावा कर रही थी। यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को ऊंचे लाभ और नए लोगों को जोड़ने पर अतिरिक्त बोनस का लालच देकर तेजी से फैल रहा था। जांच में खुलासा हुआ कि कंपनी भारत में किसी भी प्राधिकरण से पंजीकृत नहीं थी। वेबसाइट खुद को 2016 से रूस में संचालित बताती थी, जबकि असल में इसका संचालन नवंबर 2022 से जयपुर से शुरू हुआ। मुख्य भूमिका संदीप सिगर और रजत शर्मा की पाई गई। वेबसाइट 47 लाख उपयोगकर्ताओं और 4.3 बिलियन डॉलर फंड प्रबंधन का दावा करती थी, जबकि वास्तविक संख्या केवल 4.7 लाख उपयोगकर्ताओं और लगभग 3100 करोड़ रुपए की जमा राशि निकली। यही गिरोह डिजिक्स डॉट कम नामक दूसरी फर्जी वेबसाइट भी चला रहा था, जिसमें 9000 निवेशकों से 500 करोड़ रुपये से अधिक की राशि ली जा चुकी थी। सेमीनार में लोगों को देते थे प्रलोभन सेमिनार और एजेंटों के जरिए ठगी फर्जी नेटवर्क ने लोगों को फसाने के लिए जगह-जगह सेमिनार आयोजित किए। इन सेमिनारों में एजेंट ऊँचे मुनाफे और जल्दी रिटर्न का वादा कर निवेशकों को आकर्षित करते थे। शुरुआत में वे कैश और ऑनलाइन दोनों माध्यम से निवेश करवाते और कुछ ही दिनों में 1–2 प्रतिशत तक का रिटर्न देकर भरोसा जीत लेते। जब निवेशक को यह व्यवस्था सुरक्षित लगने लगी तो वे बड़े अमाउंट में पैसा लगाने लगे। भरतपुर में इस नेटवर्क का एजेंट राकेश कुमार शर्मा पुत्र अशोक कुमार, निवासी भुसावर सक्रिय था, जो लोगों से सीधे संपर्क कर उनके नाम से आईडी बनाता और उन्हें निवेश के लिए प्रेरित करता था। इसी तरह एजेंटों के जरिए हजारों लोगों को झांसे में लेकर करोड़ों रुपये की ठगी की गई। लोन लेकर निवेश का जाल फर्जी निवेश कंपनी एक्सपीओ ने 15 से 20 प्रतिशत मासिक रिटर्न का दावा कर लोगों को इतना भरोसा दिलाया कि कई निवेशक लोन लेकर भी इसमें फंस गए। आमतौर पर बैंक या निजी संस्थाओं से लिए गए लोन पर 1 से 2 प्रतिशत मासिक ब्याज देना पड़ता है, लेकिन कंपनी के ऊंचे मुनाफे के वादे ने लोगों को लालच के दलदल में फंसा दिया। नामचीन लोग व सरकारी कर्मचारी भी शिकार भरतपुर जिले में करीब 8 से 10 हजार लोगों ने करोड़ों रुपये निवेश किए, जिनमें पुलिसकर्मी, एडवोकेट और सरकारी कर्मचारियों का वर्ग सबसे ज्यादा शामिल रहा। जिले के भीतर ही 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि लोगों ने इस नेटवर्क में लगा दी थी। आरोपियों में एक भुसावर का पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें भरतपुर के भुसावर क्षेत्र के राकेश पांडेय पुत्र अशोक कुमार, अतुल पुत्र देवेंद्र कुमार,निवासी सांगानेर जयपुर, कृष्णा पुत्र मुकेशचंद निवासी शिवदासपुर, जयपुर, मुकुल कुमार पुत्र देवेंद्र कुमार निवासी जयपुर, और उमरावमल पुत्र दुल्हाराम निवासी मानसरोवर, जयपुर शामिल हैं। आईओ पंकज यादव ने केवल तीन से 5 दिन की रिमांड लेकर पूछताछ की। 18 नवंबर को 3 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया, जबकि राकेश पांडेय को पांच दिन की रिमांड के बाद 20 नवंबर को जेसी किया गया। फर्जी कंपनी बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही थी। जांच के लिए हम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र भेज रहे हैं, ताकि वित्तीय लेन-देन और विदेशी कनेक्शन की परतें खोली जा सकें। पुलिस स्तर पर जो तथ्य सामने आए हैं, उन्हें ईडी के साथ साझा किया जाएगा, जिससे ठगी के इस बड़े मामले की पूरी सच्चाई उजागर हो सके। – दिगंत आनंद, पुलिस अधीक्षक भरतपुर
इन्नोवेट-2025 में छात्रों के स्टार्टअप आइडियाज को मिला निवेशकों का समर्थन
मोतिहारी | महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रबंधन विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित दो-दिवसीय मैनेजमेंट फेस्ट 2025 का सफल समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव तथा संयोजक विभागाध्यक्ष प्रो. सपना सुगंधा रहीं। फेस्ट का संचालन आयोजक सचिव डॉ. अरुण कुमार, इवेंट कोऑर्डिनेटर डॉ. कमलेश कुमार और राजीव रंजन चौबे के निर्देशन में किया गया। आयोजन समिति में रश्मि राज और प्रसून श्रीवास्तव ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 18–19 नवंबर को आयोजित फेस्ट में कुल छह प्रतियोगिताओं केस स्टडी, मार्केटिंग सिमुलेशन, बिजनेस क्विज, डिबेट व डिक्लेमेशन, एड-मेड शो और बिजनेस आइडिया शामिल थे। कार्यक्रम में उद्योगपति अरविंद सर्राफ, यमुना सिकरिया, प्रो प्रसून दत्त और प्रो शिरीष मिश्रा की विशेष उपस्थिति ने आयोजन की गरिमा बढ़ाई। इन्नोवेट 2025 के दौरान छात्रों द्वारा प्रस्तुत की गई नवाचारपूर्ण स्टार्टअप मॉडलों में उपस्थित उद्योगपतियों ने वास्तविक निवेश की घोषणा कर युवा उद्यमशीलता को प्रोत्साहित किया। इस दौरान प्रस्तुत स्टार्टअप विचारों ने उद्योग जगत का विशेष ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम में उपस्थित उद्योगपतियों ने चयनित विद्यार्थियों को एडवाइजरी ग्रांट्स प्रदान करने तथा उनके स्टार्टअप मॉडलों के लिए निवेश प्रस्ताव देने की घोषणा की। सिटी रिपोर्टर | मोतिहारी मोतिहारी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के ई-सेल ने गुरुवार को श्री अनुग्रह नारायण सिंह कॉलेज में स्टार्टअप अवेयरनेस एवं आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को स्टार्टअप इकोसिस्टम, स्टार्टअप बिहार तथा इनोवेशन के महत्व से अवगत कराना और उन्हें उद्यमिता की दिशा में प्रेरित करना था। इस अवसर पर एमसीई मोतिहारी के प्राचार्य ने कहा कि हमारे कॉलेज का ई-सेल स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने की दिशा में लगातार महत्वपूर्ण प्रयास कर रहा है। हमारा उद्देश्य है कि हर छात्र अपने नवीन विचारों को अवसर में बदल सके। ऐसे आउटरीच कार्यक्रम छात्रों में उद्यमशीलता की भावना को जगाने और उन्हें स्टार्टअप इकोसिस्टम से जोड़ने का प्रभावी माध्यम हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ई-सेल के प्राध्यापक प्रभारी प्रो चंद्रशेखर सिंह चंदेल ने कहा कि युवा पीढ़ी भारत की सबसे बड़ी शक्ति है। जब छात्र अपने विचारों को इनोवेशन और स्टार्टअप के माध्यम से वास्तविक समाधान में परिवर्तित करते हैं, तब वे न केवल अपनी पहचान बनाते हैं बल्कि देश की जमीनी समस्याओं के समाधान में भी योगदान देते हैं। ई-सेल सदैव छात्रों को उनके सपनों को साकार करने में सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अवसर पर ई-सेल के जिला समन्वयक नवीन कुमार ने छात्रों को स्टार्टअप बिहार की प्रक्रिया व आवेदन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा – ई-सेल छात्रों को विचार से लेकर कार्यान्वयन तक मार्गदर्शन, सहयोग और प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। कार्यक्रम में छात्रों की उत्साहपूर्ण सहभागिता से यह सिद्ध हुआ कि क्षेत्र में स्टार्टअप और इनोवेशन को लेकर नई ऊर्जा और जागरूकता तेजी से बढ़ रही है। यह आउटरीच सत्र निश्चित रूप से छात्रों के लिए सीखने, समझने और उद्यमिता की दिशा में कदम बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हुआ।
छात्राओं को बैंकिंग सेक्टर में तलाशनी चाहिए भविष्य की संभावनाएं : विशेषज्ञ
झालावाड़| राजकीय गर्ल्स कॉलेज में गुरुवार को महाविद्यालय की प्लेसमेंट समिति के तत्वावधान में निजी क्षेत्र में रोजगार की इच्छुक छात्राओं के मार्गदर्शन के लिए एक दिवसीय प्लेसमेंट कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला मणिपाल एकेडमी ऑफ बीएफएसआई के सहयोग से संपन्न हुई। कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. चारूलता तिवारी ने किया। कार्यक्रम का संचालन सहायक आचार्य चेतन पुरी ने किया। मणिपाल एकेडमी ऑफ बीएफएसआई की ओर से आए विशेषज्ञ विशाल कुमार सिंह और रुद्रेश कुमार ने छात्राओं को बैंकिंग सेक्टर में भविष्य की संभावनाओं के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। रोजगार प्रक्रिया के तहत, इच्छुक छात्राओं के सीवी तत्काल जमा करवाकर साक्षात्कार भी आयोजित करवाए गए। यह कार्यशाला विशेष रूप से एमए. चतुर्थ सेमेस्टर और बीए. बीएससी छठे सेमेस्टर की छात्राओं के लिए लाभप्रद रही। जिसमें उत्तीर्ण छात्राओं ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में, प्लेसमेंट समिति के संयोजक हेमराज गुर्जर ने सभी आभार प्रकट किया। सहायक आचार्य अजय मीणा, हर्षित शर्मा, प्रवेश कुमार चौहान, धापू, मनोज कुमार मीणा, प्रयोगशाला सहायक खुशबू विजय, सहायक कार्मिक अभिषेक, राजेंद्र, रतिराम एवम् बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल उर्फ भानू बिश्नोई ने बीकानेर रेंज के जिलों में फिरौती के लिए व्यापारियों को जान से मारने की धमकी दी और उन पर फायरिंग कराई। पुलिस थानों में मुकदमे दर्ज हैं जिनमें अनमोल की गिरफ्तारी होगी।पंजाब में फाजिल्का जिले की अबोहर तहसील में दुताराववाली निवासी लॉरेंस का भाई अनमोल विदेश से गैंग ऑपरेट कर रहा था। बीकानेर रेंज में अपना दबदबा बनाने के लिए उसने व्यापारियों को धमकाया और करोड़ों रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती की राशि ना देने पर फायरिंग की वारदातें भी कराई। बीकानेर और श्रीगंगानगर जिलों के व्यापारी खास तौर पर लॉरेंस गैंग के टारगेट पर रहे। श्रीगंगानगर के 10 मुकदमों में सीधे तौर पर अनमोल बिश्नोई को नामजद किया गया जिनमें वह फरार है। अब पुलिस उसे गिरफ्तार करेगी। वर्तमान में अनमोल एनआईए की गिरफ्त में है। उसे अमेरिका से डिपोर्ट किया गया और बुधवार को गिरफ्तार कर 11 दिन के रिमांड पर लिया गया है। उसके खिलाफ दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब में मुकदमे दर्ज हैं। गौरतलब है कि अनमोल वर्ष, 22 में फर्जी पासपोर्ट के जरिये विदेश भाग गया था। वहां से गैंग ऑपरेट करता रहा। अलग-अलग पुलिस थानों के 10 मुकदमों में नामजद, फरार अपराधियों में शामिल लॉरेंस गैंग बीकानेर रेंज के श्रीगंगानगर, बीकानेर जिलों में सक्रिय रही है। फिरौती के लिए व्यापारियों को धमकाने और फायरिंग की वारदात कराई जिसमें अनमोल बिश्नोई वांछित है। पुलिस उसे गिरफ्तार कर लाएगी। - हेमंत शर्मा, आईजी बीकानेर रेंज
व्यापारी से झगड़ा कर 12.50 लाख रुपए का सामान चुराया, सिक्योरिटी के 3 लाख हड़पे
उदयपुर | सवीना थाना क्षेत्र में एक व्यापारी ने दुकान मालिक और उसके परिवार पर झगड़ा करने, दुकान से 12.50 लाख रुपए का सामान चोरी करने और सिक्योरिटी राशि में से 3 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। पुलिस के अनुसार, सेक्टर-12 स्थित त्रिमुखी फेब्रिकेशन के प्रोपराइटर नईम खान ने कोर्ट में इस्तगासा दायर किया। शिकायत में बताया कि उनके वर्कशॉप के पास सवीना निवासी मांगीलाल प्रजापत की 5 दुकानें हैं, जिनमें से दो दुकानें वे किराए पर लेकर उपयोग कर रहे हैं। सिक्योरिटी के रूप में मांगीलाल को 5 लाख रुपए दिए गए थे। नईम खान ने आरोप लगाया कि मांगीलाल, उसकी पत्नी कमला, बेटा नरेंद्र, बहू हेमा, आशा और अरुण मिट्टी के बर्तन का व्यापार करते हैं। इसके लिए उन्होंने वर्कशॉप का शेडेड हिस्सा किराए पर लिया था। बाद में बदमाशों ने उन्हें जगह खाली कराने के लिए धमकाना शुरू कर दिया। शिकायत में कहा गया कि 7 अक्टूबर को आरोपियों ने वर्कशॉप के कर्मचारियों अदनान, फैजल और इरफान से झगड़ा किया और बाद में दुकान का शटर बंद कर ताला जड़ दिया। पुलिस में शिकायत करने पर भी कार्रवाई नहीं हुई। नईम खान के अनुसार, एसपी को परिवाद देने के बाद रात में दुकानों से फर्नीचर, स्टॉक, औजार, सीसीटीवी डीवीआर और विद्युत मीटर चोरी कर लिए गए, जिनकी कीमत करीब 12.50 लाख रुपए है। दुकान का बोर्ड भी बदल दिया गया। सिक्योरिटी राशि के 5 लाख में से 3 लाख रुपए लौटाने से भी इनकार कर दिया गया। पुलिस अब कोर्ट के आदेश पर मामले की जांच कर रही है।
जिंक पार्क स्थापना को लेकर उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ की हुई बैठक
उदयपुर | हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड ने राजस्थान स्टेट इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट एंड इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के सहयोग से विश्व के पहले जिंक पार्क के प्रस्ताव को आगे बढ़ाने के लिए जयपुर में हाई-लेवल स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन वर्कशॉप की। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा स्थापित होने वाले जिंक पार्क में जिंक, लेड, सिल्वर और उससे जुड़े मेटल वैल्यू चेन में इनोवेशन, मैन्युफैक्चरिंग और वैल्यू एडिशन के लिए एक नया इंडस्ट्रियल इकोसिस्टम बनने का प्रस्ताव है। उद्योग भवन कॉन्फ्रेंस हॉल में हुई स्टेकहोल्डर चर्चा में हिन्दुस्तान जिंक और रीको के सीनियर लीडरशिप ने प्रस्तावित इंडस्ट्रियल लेआउट, यूटिलिटीज, रिन्यूएबल-एनर्जी इंटीग्रेशन, लॉजिस्टिक्स लिंकेज और मैन्युफैक्चरिंग और रिसर्च-ड्रिवन एंटरप्राइजेज को सपोर्ट करने के लिए डिजाइन किए गए फैसिलिटेशन मैकेनिज्म का एक इंटीग्रेटेड ओवरव्यू शेयर किया। इंटरेक्टिव सेशन ने इन्वेस्टर्स को रॉ मटेरियल एक्सेस, जमीन और यूटिलिटी जरूरतों, टेक्नोलॉजी सपोर्ट, रेगुलेटरी प्रोसेस और डाउनस्ट्रीम एक्सपेंशन के मौकों पर अपनी जरूरतें बताने में मदद की, जिससे रीको को प्रस्तावित पार्क के प्लान को इन्वेस्टर्स की खास जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज करने में मदद मिली। हिन्दुस्तान जिंक और रीको के वरिष्ठ नेतृत्व ने प्रस्तावित औद्योगिक लेआउट, बिजली-पानी जैसी सुविधाओं, रिन्यूएबल एनर्जी को जोड़ने की योजना, लॉजिस्टिक्स कनेक्शन और मैन्युफैक्चरिंग तथा रिसर्च आधारित उद्योगों को समर्थन देने वाले तंत्रों की जानकारी दी। जिंक पार्क की घोषणा सबसे पहले मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के साथ दिसंबर 2024 में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में की थी।
गोरखपुर में लखनऊ के व्यापारी के साथ 2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। लखनऊ के गोमतीनगर पटेलपुरम निवासी व्यापारी हिरण्यगर्भ द्विवेदी ने आरोप लगाया है कि दो करोड़ रुपये लेकर मकान दिलाने का झांसा देने और रकम वापस मांगने पर कनपटी पर बंदूक रखकर जान से मारने की धमकी दी गई। कैंट थाने की पुलिस ने व्यापारी की तहरीर पर नई दिल्ली के बसंतकुंज निवासी संतोष शर्मा, उसके बेटे भरत भारद्वाज समेत चार अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लखनऊ के पटेलनगर में रहता है व्यापारी कुशीनगर के पटहेरवा थाना क्षेत्र के अमवा श्रीदूबे निवासी हिरण्यगर्भ द्विवेदी लखनऊ के पटेलपुरम में रहते हैं। हिरण्यगर्भ द्विवेदी ने बताया कि वह हाइसेन मार्केटिंग लिमिटेड के निदेशक हैं, जिसकी शाखाएं लखनऊ, नोएडा और गोरखपुर में संचालित होती हैं। वर्ष 2020 में कंपनी विस्तार के लिए नया कार्यालय खरीदने की योजना के दौरान उनकी मुलाकात दिल्ली के बसंतकुंज निवासी भरत भारद्वाज से हुई थी।भरत ने गोमतीनगर स्थित वी-6/42, विनीत खंड का दो मंजिला मकान दिखाकर दो करोड़ में बेचने का प्रस्ताव दिया। उसने अपने पिता संतोष शर्मा के नाम एनसीएलटी से खरीदे गए मकान के दस्तावेज भी दिखाए। भरोसा होने पर द्विवेदी ने 1 करोड, 38 लाख,11 हजार रुपये आरटीजीएस से, 5 लाख नकद, 20 लाख रुपये नोएडा स्थित दीवान एंड संस कंपनी के माध्यम से तथा शेष 36.89 लाख रुपये अलग-अलग तिथियों में देकर कुल दो करोड़ रुपये दे दिए। दूसरे व्यक्ति के नाम पर था मकान लंबा समय बीतने के बाद भी बैनामा नहीं होने पर जब उन्होंने जांच कराई तो पता चला कि जिस मकान को बेचने की बात कही गई थी, वह वास्तव में किसी और व्यक्ति के नाम दर्ज है। इसका खुलासा होने पर उन्होंने बीते 17 सितंबर को गोरखपुर कैंट क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के पास मधु टूरिज्म ऑफिस में भरत और उसके पिता से मुलाकात की। आरोप है कि ऑफिस में भरत, उसका पिता संतोष और तीन-चार अज्ञात लोग मौजूद थे। पैसे वापस मांगने पर आरोपियों ने उनकी कनपटी पर बंदूक रखकर धमकाया और कहा कि रुपये भूल जाओ, हमारा काम लोगों को ठगना है, कोई बैनामा नहीं होगा। डर के माहौल में किसी तरह वहां से निकले पीड़ित ने तत्काल कैंट थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इस संबंध में सीओ कैंट योगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने ठगी, धोखाधड़ी, जालसाजी और जान से मारने की धमकी की धाराओं में भरत भारद्वाज, उसके पिता संतोष शर्मा और तीन-चार अज्ञात साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम अब आरोपियों की तलाश में जुटी है। बहुत जल्द सभी आरोपी पकड़ लिए जाएंगे।
सुपेला पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट के नाम पर 77 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई ऐरिना कौप्टिल कंपनी के खिलाफ की गई है, जिस पर निवेशकों से ठगी का आरोप है। पुलिस ने मौके से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। मामले की शुरुआत 19 नवंबर को हुई, जब धमतरी निवासी प्रिंस चंद्राकर (38) ने सुपेला थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 26 अक्टूबर 2025 से 4 नवंबर 2025 के बीच ऐरिना कौप्टिल कार्यालय, स्मृति नगर सुपेला के संचालकों ने उन्हें और यतीन्द्र चंद्राकर को निवेश के नाम पर धोखे में रखा। कंपनी ने निवेशकों को यह कहकर आकर्षित किया था कि निवेश की गई राशि पर प्रतिमाह 10% मुनाफा मिलेगा और पूंजी को दोगुना वापस किया जाएगा। इस लालच में आकर निवेशकों ने कुल 77 लाख रुपये कंपनी को सौंप दिए। बाद में कंपनी का कार्यालय बंद मिला, जिससे निवेशकों को धोखाधड़ी का पता चला। आरोपियों ने जुर्म कबूला शिकायत मिलते ही सुपेला पुलिस ने तत्काल अपराध दर्ज कर एक टीम गठित की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने कंपनी के कार्यालय से जयंती कुमार और अरुण सरकार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दोनों ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। पुलिस ने कार्यालय से भारी मात्रा में सामग्री जब्त की है, जिसमें 19 कंपनी सील-पेड, सीसीटीवी डीवीआर, 4 सीपीयू, 5 मॉनिटर, प्रिंटर, कीबोर्ड, माउस, नोट गिनने की मशीन, मोबाइल फोन, कंपनी के बैनर, फोटो फ्रेम और विभिन्न दस्तावेज शामिल हैं। आरोपी डबल प्रॉफिट का देते थे झांसा जांच में यह भी सामने आया कि सभी आरोपी मिलकर संगठित रूप से लोगों को लालच देकर उनका पैसा दोगुना करने का वादा करते थे और बाद में रकम हड़प लेते थे। इस आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 111(4) सहित संबंधित धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। 20 नवंबर को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया। कंपनी के मुख्य संचालक योगेश साहू, मेघा साहू और अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। ASP सुखनंदन राठौर का बयान मामले पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) सुखनंदन राठौर ने कहा कि “निवेश के नाम पर लोगों को ठगने वाली ऐसी फर्जी कंपनियों के खिलाफ पुलिस लगातार सतर्क है। जो भी व्यक्ति मुनाफे का लालच देते हैं, वे अक्सर धोखाधड़ी की योजना का हिस्सा होते हैं। आम नागरिक ऐसे निवेश से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस मामले में अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।”
करनाल में फर्जी कंपनियां खड़ी कर लोगों को झांसे में लेकर करोड़ों का निवेश करवाने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी लंबे समय से लोगों को जल्दी पैसे डबल करने का लालच देकर रकम हड़प रहा था। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर नजर बनाई हुई थी। टीम ने रणनीति के तहत आरोपी को पकड़ा और कोर्ट में पेश कर रिमांड मंजूर करवाया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि ठगी के इस खेल में और कौन-कौन शामिल रहा तथा निवेश की गई रकम कैसे बांटी गई। नोएडा निवासी है आरोपी, कई राज्यों में फैलाया जाल थाना सेक्टर 32/33 पुलिस की टीम ने प्रभारी मनोज कुमार और एसआई निरंजन कुमार के नेतृत्व में आरोपी को गिरफ्तार किया। पकड़ा गया व्यक्ति नोएडा जिले का रहने वाला है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने पहले एक कंपनी तैयार की, जिसमें कम समय में दस से तीस प्रतिशत तक मुनाफा देने का दावा किया गया। आसान और तेज कमाई के झांसे में आकर कई लोगों ने अपनी गाढ़ी कमाई वहां निवेश कर दी। पहली कंपनी बंद कर दूसरी शुरू कर दी थी आरोपी ने शिकायतकर्ता और उसके साथियों ने वर्ष 2023 में करीब 70 लाख रुपए वहां लगाए थे। कुछ समय बाद आरोपी ने कंपनी में समस्या आने का बहाना बनाकर उसे बंद कर दिया। इसके बाद उसने दूसरी कंपनी शुरू कर दी और उसका नाम बदलकर एक नई योजना शुरू की। इस नई ट्रिक में भी कई लोग फंस गए और फिर से लाखों रुपए निवेश कर बैठे। वर्ष 2024 में शिकायतकर्ता व उसके साथियों ने लगभग पचास लाख रुपए और लगा दिए। कंपनी बंद कर रकम साथियों में बांट दी और फरार हो गया था मास्टरमाइंड जांच अधिकारी के मुताबिक, आरोपी ने दोनों कंपनियां बंद कर दीं और निवेश की गई रकम अपने साथियों में बांटकर फरार हो गया। पुलिस को जब शिकायत मिली तो सेक्टर 32/33 थाने में मामला दर्ज किया गया। उसके बाद टीम ने तकनीकी जांच और गुप्त सूचनाओं के आधार पर आरोपी को पकड़ लिया। रिमांड में होंगे कई अहम खुलासे कोर्ट ने आरोपी का पांच दिन का पुलिस रिमांड मंजूर किया है। पुलिस उसकी कस्टडी में उन सभी लोगों की जानकारी जुटा रही है, जिनके साथ मिलीभगत कर उसने करोड़ों रुपए अपने कब्जे में किए। पुलिस का कहना है कि रिमांड पर पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है और बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
चित्तौड़गढ़ में हिन्दुस्तान जिंक ने निवेशकों के साथ आयोजित की जिंक पार्क योजना की हाई-लेवल बैठक
चित्तौड़गढ़ में हिन्दुस्तान जिंक ने निवेशकों और उद्योगपतियों के साथ जयपुर में हाई-लेवल बैठक आयोजित की, जिसमें राजस्थान में प्रस्तावित जिंक पार्क की योजनाओं, इंफ्रास्ट्रक्चर, रिन्यूएबल एनर्जी इंटीग्रेशन और निवेशकों की आवश्यकताओं पर चर्चा की गई। इस पहल से मैन्युफैक्चरिंग और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
Share Bazaar में लगातार दूसरे दिन तेजी, Sensex 446 अंक उछला, Nifty में भी रही तेजी
Share Market Update News : शेयर बाजार में आज लगातार दूसरे दिन तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स 446.21 अंक यानी 0.52 प्रतिशत चढ़कर 85,632.68 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 615.23 अंक चढ़कर 52 सप्ताह के उच्चतम स्तर 85,801.70 अंक पर पहुंच गया था। वहीं ...
छोटा निवेश, बड़ा फायदा; जानें कितना करना होगा निवेश
छोटे-छोटे निवेश से बड़ा फंड कैसे बनाया जा सकता है, इसे समझाते हुए यह रिपोर्ट बताती है कि 12,000 रुपए की मासिक SIP 19 वर्षों में कंपाउंडिंग की शक्ति से एक करोड़ से अधिक का कॉर्पस बना सकती है। जानिए SIP के कैलकुलेशन, संभावित रिटर्न और इससे जुड़े महत्वपूर्ण जोखिमों के बारे में विस्तार से।
राजस्थान में निवेश की नई लहर: 10 दिसंबर को जयपुर में सजेगा प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025 का भव्य मंच
राजस्थान सरकार 10 दिसंबर को जयपुर में प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025 का भव्य आयोजन करने जा रही है, जिसमें देश-विदेश के 6,000 से अधिक प्रवासी उद्योगपति शामिल होंगे। नई औद्योगिक नीतियों, निवेश अवसरों और अधोसंरचना विकास पर केंद्रित यह कार्यक्रम राज्य को वैश्विक आर्थिक शक्ति बनाने की दिशा में अहम कदम साबित होगा।
चित्तौड़गढ़ में व्यापारी ईनाणी हत्या: पुलिस को मिले अहम सुराग, जल्द खुल सकता मामला
चित्तौड़गढ़ में व्यापारी रमेश ईनाणी की हत्या के मामले में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। उत्तर प्रदेश के आरोपी मनीष दूबे की गिरफ्तारी और रिमांड के दौरान पूछताछ में नए तथ्य सामने आए हैं। पुलिस जांच जारी है और जल्द ही इस हत्या का पूरा सच उजागर होने की संभावना है।
हिसार के अग्रोहा क्षेत्र में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं को लेकर व्यापारियों की अहम बैठक हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष एवं अग्रोहा धाम के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग गर्ग की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में व्यापारियों ने लगातार हो रही चोरी की घटनाओं और पुलिस की लापरवाही पर जमकर नाराजगी जताई। बैठक के दौरान प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग पीड़ित व्यापारी विजेंद्र थोर से मिलने उनके प्रतिष्ठान शिव कामेश्वर ट्रेडिंग कंपनी पहुंचे, जहां हाल ही में करीब 12 लाख रुपए की चोरी हुई। मौके पर ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों से फोन पर बातचीत कर चोरी का माल जल्द से जल्द बरामद करने के निर्देश दिए। बजरंग गर्ग ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि पुलिस प्रशासन चोरी की घटनाओं में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर माल बरामद नहीं करता, तो हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल हिसार जिला बंद करने पर बाध्य होगा। 60 से अधिक चोरी की घटनाएं हो चुकी उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में अग्रोहा और अग्रोहा धाम में लोहा, तांबा, बिजली की तारें, बैटरी सहित 60 से अधिक चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन आज तक एक भी माल बरामद नहीं हुआ, जो पुलिस प्रशासन की बड़ी विफलता है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने सुरक्षा को लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन भी किए, लेकिन अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार कर चोरी का सामान बरामद किया जाए और अग्रोहा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को मजबूत किया जाए। अग्रोहा में मूलभूत सुविधाओं का अभाव – बजरंग गर्ग बजरंग गर्ग ने क्षेत्र की बदहाल सुविधाओं पर भी सरकार को कठघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि अग्रोहा में सीवरेज प्रणाली ठप पड़ी है, सड़कें जर्जर हैं, स्ट्रीट लाइटें बंद हैं और बस अड्डा व रेलवे लाइन की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है। बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में ऋषिराज गर्ग, ईश्वर सेठ, विनोद नैन, आत्माराम सरपंच, सुरजीत सरपंच, रवि सिंगला, मनोज मेहता, सुशील सेठ, सुभाष खारिया, हरपाल स्वामी, शिवकुमार खासा, धर्मपाल फ्रासी, पवन कुमार, माती सेठ, राधेश्याम राठी, सुमित कुमार, दीपक सिंह, सोनू ठेकेदार सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद रहे।
बड़वानी जिले के पानसेमल में गुरुवार दोपहर मंडी में खरीदी बंद करने की बात को लेकर किसान आक्रोशित हो गए। किसानाें ने खेतिया-सेंधवा स्टेट हाईवे पर चार घंटे चक्काजाम किया। इधर, व्यापारी संघ ने सुरक्षा की मांग करते हुए रैली निकाली। थाने पहुंच कर ज्ञापन सौंपा। चक्काजाम की जानकारी के बाद अफसरों ने दोनों पक्षाें से चर्चा कर शाम को खरीदी शुरू करवाई। इस बीच फिर किसानों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद SDM रमेश सिसोदिया, SDOP आयुष अलावा, तहसीलदार सुनील सिसोदिया, थाना प्रभारी मंशाराम वगेन खेतिया, थाना प्रभारी सुरेंद्र कनेश किसानों से चर्चा की, लेकिन किसान नहीं माने। वापस धरने पर बैठ गए। काफी प्रयासों के बाद व्यापारियों ने मक्का खरीदी शुरू की। इस दौरान स्कूली बच्चे सहित आने-जाने वाले राहगीर परेशान हुए। जानकारी के बाद मंडी सचिव एल एस सेनानी भी पहुंचे। इस दौरान मंडी,राजस्व कर्मचारी एवं पुलिस कर्मी मौजूद रहे। अपनी उपज बेचने आए किसानों ने हाईवे पर उपज से भरे वाहन खड़े कर दिए, जिससे मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया। किसानों का कहना था कि उन्हें खरीदी बंद होने की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई। रसीदें कटवाने के बाद खरीद रोकने का आरोप महाराष्ट्र के शहादा से आई किसान निधि बाई ने बताया कि वे खेतिया मंडी में मक्का लेकर आई थीं, लेकिन व्यापारियों ने खरीदने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि किराया-भाड़ा लगाकर यहां आने के बाद अब वे अपना माल कहां ले जाएं। किसानों ने आरोप लगाया कि रसीदें कटवाने के बाद उन्हें खरीदी बंद होने की जानकारी दी गई। बुधवार को बाहरी व्यक्ति ने किया अभद्र व्यवहार व्यापारियों ने अपनी ओर से बताया कि वे कई वर्षों से नियमित रूप से उपज की खरीदी-बिक्री कर रहे हैं। उन्होंने 19 नवंबर 2025 की एक घटना का जिक्र किया, जिसमें मंडी परिसर में एक बाहरी व्यक्ति द्वारा उनके स्टाफ प्रतिनिधि के साथ अभद्र व्यवहार किया गया था। व्यापारियों के अनुसार, इस घटना से उनके कर्मचारियों और उनकी स्वयं की सुरक्षा को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थितियों में मंडी परिसर में सुरक्षित रूप से खरीदी कार्य करना संभव नहीं है। उन्होंने मंडी प्रशासन से सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित होने तक खरीदी बंद रखने की अनुमति मांगी है।
औरंगाबाद जिले में 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू हो गया है। जिले के 80 समितियों को विभाग की ओर से अधिकृत किया गया है। इनमें 72 पैक्स और आठ व्यापार मंडल शामिल है। अब तक 107. 200 एमटी टन धान की खरीद की जा चुकी है। हालांकि जिले में अभी धान की कटाई न के बराबर हुई है। जिले में नवंबर माह के पहले सप्ताह में हुई लगातार बारिश के कारण धान की कटनी में विलंब हो रहा है। कुछ जगहों पर कटाई शुरू हो गई है। वर्तमान में फसल पककर तैयार है। एक सप्ताह के अंदर कटनी में और तेजी आएगी। इसके बाद धान अधिप्राप्ति में भी तेजी आएगी। फिलहाल धान अधिप्राप्ति के लिए विभाग की ओर से लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है। विभागीय जानकारी के अनुसार लगभग ढाई लाख एमटी धान खरीद का लक्ष्य आगामी टास्क फोर्स की बैठक में तय किया जा सकता है। जिले में कुल 204 पैक्स और 11 व्यापार मंडल है। जिनके माध्यम से धान अधिप्राप्ति का कार्य कराया जाता है। फिलहाल 80 समितियों को ही इस कार्य में लगाया गया है। विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार चयनित समितियों को 8 करोड़ 40 लख रुपए का कैश क्रेडिट उपलब्ध कराया गया है। प्रत्येक समिति को लगभग 10. 5 लख रुपए आवंटित किए गए हैं। 28 फरवरी तक होगा धान अधिप्राप्ति का कार्य जिला सहकारिता पदाधिकारी मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि दिसंबर माह से धान अधिप्राप्ति में तेजी आएगी। निर्धारित कार्यक्रम के तहत 15 नवंबर से 28 फरवरी तक धान अधिप्राप्ति का कार्य किया जाता है। सामान्य धान के लिए इस वर्ष 2369 रुपए प्रति क्विंटल का समर्थन मूल्य निर्धारण किया गया है। सरकारी स्तर पर धान बिक्री के लिए जिले के 7197 किसानों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। इनमें से 6598 किसानों ने पैक्स में तथा 599 किसानों ने व्यापार मंडल में धान बेचने के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। 11लाख 60 हजार एमटी धान उत्पादन होने का लक्ष्य कृषि विभाग के आकलन के अनुसार इस वर्ष जिले में कुल 11लाख 60 हजार एमटी धान का उत्पादन होने का अनुमान है। किसानों का मानना है कि इस हिसाब से धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य भी बढ़ाया जाना चाहिए। पिछले वर्ष विभाग द्वारा 3.12 लाख एमटी धान अधिप्राप्ति का लक्ष्य रखा गया था। लगभग 190 समितियां को इस कार्य में लगाया गया था इसके बावजूद भी लक्ष्य को पूरा नहीं किया जा सका। पिछले वर्ष 2.35 लाख एमटी धान की खरीद हो सकी थी। बिचौलियों पर रहेगी नजर जिले के कुटुंबा प्रखंड के बुमरु गांव निवासी किसान संजय कुमार सिंह, सुही के सुदर्शन पांडेय, चिरैयाटांड़ गांव के राजकुमार सिंह समेत अन्य किसानों ने बताया कि पैक्स में धान बेचने की प्रक्रिया जटिल होने के कारण किसान बिचौलियों के हाथों धान बेच देते हैं। छोटे व्यापारी खलिहान से ही धान उठा लेते हैं जबकि पैक्स में बेचने के लिए किसानों को बोर में भरकर धान क्रय केंद्र तक पहुंचाना पड़ता है। इसके अलावा पैक्स में सरकार द्वारा निर्धारित रेट पर अधिप्राप्ति नहीं होती है। परेशानियों से बचने के लिए किस खेत से ही धान बेचना मुनासिब समझते हैं। बाजार पर हावी होने लगे बिचौलिए धान की कटनी शुरू होने से पहले ही बिचौलिया बाजार पर हावी होने लगे हैं। फिलहाल बाजार में 1900 रुपए प्रति क्विंटल मंसूरी तथा 2200 प्रति क्विंटल सोनम धान का रेट खुल चुका है। कई किसानों ने पहले ही व्यापारियों से एडवांस के तौर पर रुपए ले लिया है।
दमोह शहर के स्टेशन चौराहे के पास एक ज्वेलर्स शॉप पर बुधवार दोपहर एक बदमाश ने सराफा व्यापारी की आंखों में मिर्च पाउडर फेंककर चांदी की अंगूठी लूट ली। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। कमल श्री ज्वेलर्स के संचालक विपुल जैन ने बताया कि दोपहर करीब 3 बजे वह अपनी दुकान में थे, तभी लगभग एक युवक (20) चांदी की अंगूठी खरीदने आया। युवक ने 600 रुपए में अंगूठी खरीदी और भुगतान के लिए किसी अन्य व्यक्ति से पैसे आने का इंतजार करने लगा। आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया और अंगूठी लेकर भागा करीब एक घंटे तक युवक दुकान में बैठा रहा और भुगतान के लिए लगातार समय मांगता रहा। इस दौरान उसने सोने के आभूषण दिखाने को भी कहा, जिस पर व्यापारी ने बताया कि वे केवल चांदी के आभूषण बेचते हैं। इसी बीच जब व्यापारी फोन पर बात करने लगे, तो बदमाश ने उनकी आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया और अंगूठी लेकर भाग गया। व्यापारी ने शिकायत दर्ज कराई व्यापारी विपुल जैन की आंखों में मिर्च लगने से उन्हें कई घंटों तक परेशानी का सामना करना पड़ा। शाम को हालत सामान्य होने के बाद उन्होंने कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई। व्यापारी ने बताया कि दुकान के सीसीटीवी कैमरे खराब हैं, लेकिन चौराहे पर लगे सरकारी सीसीटीवी कैमरों में आरोपी दिख सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि आरोपी सामने आएगा तो वह उसे पहचान लेंगे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, हालांकि अभी तक आरोपी के बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है।
अजमेर में एक सेवानिवृत्त रेलवे कर्मचारी ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हुआ। धोखेबाजों ने पीड़ित को शेयर बाजार में फायदा का लालच देकर 46 लाख 39 हजार रुपए निकाल लिए। पीड़ित ने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साइबर पुलिस स्टेशन के अनुसार, चंद्रवरदाई नगर के निवासी इफ्तेखार अहमद सिद्दीकी ने शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित रेलवे से सेवानिवृत्त हैं। पीड़ित ने बताया कि फेसबुक पर शेयर बाजार की जानकारी के लिए एक विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद उन्हें वॉट्सऐप पर एक मैसेज मिला। मैसेज में शेयर बाजार से 10 से 30 प्रतिशत तक दैनिक रिटर्न प्राप्त करने का लालच दिया गया था। पीड़ित ने बताया कि बाद में धोखेबाजों ने उन्हें शेयर बाजार की जानकारी न होने पर मार्गदर्शन करने की बात कही। उन्होंने प्ले स्टोर से एक एप्लिकेशन डाउनलोड करवाई और उनकी आवश्यक जानकारी और बैंक विवरण अपलोड करवाए। बाद में उन्हें एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद खेल शुरू हुआ और उनसे पैसे जमा करवाए गए। लगभग 11 लेनदेन के माध्यम से उनसे 46 लाख 39 हजार रुपए ठग लिए गए। यह राशि लगभग 11 अलग-अलग नंबरों से प्राप्त हुई थी। साथ ही, चार संदिग्ध बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए गए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर पुलिस स्टेशन ने मामला दर्ज किया है। मामले की जांच रामगंज थाना प्रभारी डॉ. रवीश सामरिया को सौंपी गई है।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के गांव निलौठी में रास्ते से गाड़ी हटवाने के लिए हॉर्न बजाना एक थोक विक्रेता को महंगा पड़ गया। कुछ ग्रामीणों ने मिलकर उस पर जानलेवा हमला कर दिया और उसकी कार भी तोड़ दी। कार में ढाई लाख रुपए थे, वे भी गायब हैं। पीड़ित की शिकायत पर आसौदा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पीड़ित प्रवीन कुमार ने बताया कि वह थोक व्यापारी है। गत 14 नवंबर की रात करीब 9:30 से 10 बजे के बीच वह अपनी कार में 2 लाख 30 हजार रुपए लेकर घर से निकला था। डॉक्टर वाली चौपाल के आगे चौराहे पर पहुंचते ही कुछ लोगों ने एक पिकअप गली में लगाकर रास्ता ब्लॉक कर रखा था। रास्ते से गाड़ी हटाने के लिए हॉर्न बजाने पर गांव के अमित, सतपाल, सोमबीर और ओमबीर ने गाली-गलौज करते हुए उस पर हमला कर दिया। आरोपी अमित ने उसकी दाहिनी आंख पर मुक्का मारा और बाकी आरोपियों ने उसे गाड़ी से बाहर निकालकर लाठी-डंडों से छाती व पसलियों पर वार किए, जिससे वह दर्द से बेहाल हो गया। गाड़ी का फ्रंट का शीशा तोड़ा मारपीट के दौरान ओमबीर ने गाड़ी के फ्रंट शीशे पर लाठी मारकर कांच तोड़ दिया, जबकि अमित और सोमबीर ने भी गाड़ी के अन्य हिस्सों को नुकसान पहुंचाया। पीड़ित ने बताया कि उसकी गाड़ी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। आरोप है कि इसी दौरान हमलावरों ने गाड़ी में रखे 2.30 लाख रुपए भी निकाल लिए और गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दी। घटना सीसीटीवी में हुई रिकॉर्ड घटना पास के घर पर लगे CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है। पीड़ित ने 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और मुआयना किया और मामले को थाना स्तर पर भेज दिया। मारपीट में गंभीर चोट लगने के कारण पीड़ित का इलाज बहादुरगढ़ सिविल अस्पताल में चल रहा था, जहां 17 नवंबर को उसे छुट्टी दी गई। स्वस्थ होने के बाद पीड़ित ने लिखित शिकायत थाना में देकर गाड़ी की मैकेनिकल जांच, नुकसान की भरपाई, पैसे वापस दिलाने तथा आरोपियों के खिलाफ FIR दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है। प्रवीण ने बताया कि पड़ोसियों ने उसे सीसीटीवी फुटेज देने से भी मना कर दिया। अब पुलिस की ओर से इस मामले में आगामी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरनगर के नई मंडी थाना क्षेत्र में ओवरटेक को लेकर हुए विवाद में एक व्यापारी और उसके बेटे पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया गया। घटना का वीडियो सामने आया है। जिसके बाद मामला सुर्खियों में आ गया। पीड़ित मनोज कुमार ने बताया कि वह अपने बेटे तपन के साथ कपड़ों की दुकान ‘अरिहंत फैशन’ बंद कर द्वारकापुरी रोड से घर लौट रहे थे। इसी दौरान तपन ने स्कूटी से एक कार को ओवरटेक किया, जिससे कार सवार भड़क गए। आरोप है कि कार चालक और उसके साथियों ने स्कूटी को रोककर दोनों को सड़क पर ही लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। घटना का वीडियो किसी राहगीर ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। दूसरे दिन फिर हमला, युवक गंभीर रूप से घायल घटना यहीं खत्म नहीं हुई।पीड़ित के अनुसार, अगले दिन दुकान के बाहर आरोपियों ने कुर्सी उठाकर तपन के सिर और आंख पर जोरदार वार किया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और जमीन पर गिर पड़ा। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है। हमलावरों ने मनोज कुमार को भी धक्का-मुक्की कर जान से मारने की धमकी दी और मौके से फरार हो गए। मनोज कुमार का आरोप है कि हमलावर इलाके के दबंग प्रवृत्ति के लोग हैं, जो आए दिन उत्पात मचाते रहते हैं। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। नई मंडी थाना पुलिस के अनुसार आरोपियों की पहचान की जा रही है। दुकान और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की कार्रवाई होगी घटना के बाद शहर के व्यापारियों में गहरा आक्रोश है। व्यापार मंडल के सदस्यों ने पुलिस प्रशासन से सख्त कार्रवाई और बाजार में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाए जाने की मांग की है। स्थानीय निवासियों ने भी ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाने की अपील की है।
सकारात्मक वैश्विक संकेतों से शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स और निफ्टी हरे निशान में
सकारात्मक वैश्विक संकेतों से भारतीय शेयर बाजार गुरुवार के कारोबारी सत्र में हरे निशान में खुला। बाजार में चौतरफा तेजी देखी जा रही है
मऊगंज जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र स्थित बहुती जलप्रपात में तीन दिन से लापता व्यापारी अरविंद गुप्ता का शव मिला है। मंगलवार दोपहर झरने की गहरी खाई में एक बड़ी चट्टान पर उनका शव पड़ा था। व्यापारी चौका सोनवर्षा के निवासी थे। परिवार पिछले तीन दिनों से उनकी तलाश कर रहा था। जब परिजन जलप्रपात इलाके में पहुंचे, तो चट्टानों के बीच एक शव दिखा। कपड़ों और स्कूटी के आधार पर शव की पहचान अरविंद गुप्ता के रूप में हुई। घटना स्थल बेहद पथरीला, फिसलन भरा और गहरी खाई वाला होने के कारण पुलिस पहले दिन शव तक नहीं पहुंच पाई थी। बुधवार दोपहर नईगढ़ी पुलिस, एसडीआरएफ टीम और ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कड़ी मशक्कत के बाद शव को जलप्रपात से बाहर निकाला यह अभियान देर शाम तक चला। कड़ी मशक्कत के बाद शव को जलप्रपात से बाहर निकाला गया और पोस्टमॉर्टम के लिए सीएचसी नईगढ़ी चीरघर भेजा गया। वहां कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। सूचनाकर्ता विवेक गुप्ता, जो देवतालाब तमरी मोड़ के निवासी हैं उसने बताया कि 16 नवंबर को दोपहर करीब 12 बजे अरविंद गुप्ता अपनी दुकान से यह कहते हुए निकले थे कि वे अंशुल सिंह को बुलाकर आते हैं। काफी देर तक वापस न लौटने पर परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। 17 नवंबर को अरविंद की स्कूटी बहुती कूड़ा के पास लावारिस हालत में मिली। अगले दिन खोजबीन के दौरान उनकी चप्पल और फिर कूड़ा खाई के अंदर एक चट्टान पर शव दिखाई दिया। इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई। चार महीने पहले इस इलाके से तीन शव मिले थे पुलिस टीम और ग्रामीणों के सहयोग से बुधवार को शव को जलप्रपात से बाहर निकाला गया। बहुती जलप्रपात में लगातार हो रही घटनाओं के कारण इसे एक संवेदनशील स्थान माना जा रहा है। चार महीने पहले भी इसी इलाके में तलाश के दौरान पुलिस को तीन शव मिले थे। कलेक्टर संजय कुमार जैन और पुलिस अधीक्षक दिलीप सोनी ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसके बाद से घटनाओं में कमी आई है और पुलिस बल की तैनाती से अपराधों पर नियंत्रण में मदद मिली है। पहुंचे मौके पर एसपी शाम होते-होते एसपी दिलीप सोनी नईगढ़ी थाना और जलप्रपात क्षेत्र पहुंचे। उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों ने भी एसपी की ओर से किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।
चीन को रोकने के लिए भूटान में भारी निवेश कर रहा है भारत
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले हफ्ते पड़ोसी देश भूटान का दौरा किया। इस दौरान पीएम मोदी ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से राजधानी थिंपू में मुलाकात की। बैठक में दोनों देशों ने ऊर्जा, कनेक्टिविटी और सांस्कृतिक क्षेत्र में कई ...
2030 तक 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा भारत-रूस द्विपक्षीय व्यापार: एस जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों रूस की यात्रा पर हैं। उन्होंने बुधवार को येकातेरिनबर्ग और कजान में भारत के महावाणिज्य दूतावासों के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि ये वाणिज्य दूतावास 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाने के हमारे संयुक्त प्रयासों में योगदान देंगे
मेन रोड पर बैठे व्यापारियों को मंडी में शिफ्ट किया, सफाई की जानकारी ली
उदयपुर| नगर निगम आयुक्त अभिषेक खन्ना ने बुधवार को हाथीपोल सब्जी मंडी और आस-पास के शौचालयों का निरीक्षण किया। साथ ही मंडी परिसर में ठेला संचालकों की स्थिति, यातायात व्यवस्था और स्वच्छता की समीक्षा की। आयुक्त खन्ना ने बताया कि मुख्य मार्गों पर ठेले लगने से ट्रैफिक जाम के साथ शहर की छवि भी बिगड़ती है। शहरवासियों और पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कुछ समय पहले हाथीपोल सब्जी मंडी के बाहर सब्जी विक्रेताओं का जमावड़ा लगा था। सभी अव्यवस्थित रूप से व्यवसाय कर रहे थे। ऐसे में बाहर गंदगी फैलने के अलावा ट्रैफिक व्यवस्था भी बिगड़ रही थी। फिर निगम ने लाइसेंस वाले सब्जी विक्रेताओं को मंडी के अंदर निर्धारित स्थान दिया। बुधवार को निरीक्षण के दौरान कुछ सब्जी व्यापारी मुख्य मार्ग और चौराहों के पास बैठकर और ठेला लगाकर सब्जी बेचते मिले। इस पर आयुक्त ने व्यापारियों से मंडी में व्यवसाय करने के लिए समझाइश की। साथ ही अगली बाहर व्यापार करने पर व्यापारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके बाद मंडी क्षेत्र में सार्वजनिक शौचालयों का मुआयना किया। उन्होंने कहा कि हाथीपोल शहर के मुख्य बाजारों में से एक है। यहां शहरवासियों और पर्यटकों की भीड़ रहती है। ऐसे में सार्वजनिक शौचालयों को साफ-सुथरा रखना निगम की प्राथमिक है। उन्होंने शौचालयों की साफ-सफाई और पानी की सुविधा की जानकारी लेते हुए संचालक को व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। साथ ही लोगों को दी जाने वाली सुविधाओं को मानक अनुरूप व्यवस्थित करने को कहा।
निवेश के लिए हैदराबाद में सीएम करेंगे चर्चा:राजधानी में बड़ा बायोटेक सेंटर बनाएगी मप्र सरकार
22 नवंबर को हैदराबाद में होने वाले निवेश आयोजन में बड़ी बायोटेक कंपनियों के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से सीधी चर्चा करेंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री ने उद्योग विभाग को बायोटेक क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने के निर्देश दिए हैं। उनका मानना है कि मप्र में बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कई संभावनाएं हैं। हैदराबाद में होने वाले आयोजन के लिए बायोटेक सेक्टर की कई कंपनियों से संपर्क किया जा रहा है। प्रदेश सरकार की योजना राजधानी में एक बड़ा बायोटेक सेंटर स्थापित करने की है। शहर में आइसर, मैनिट, निरेह, एम्प्री और भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान जैसे विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जुड़े संस्थान मौजूद हैं। भोपाल, मंडीदीप और पीथमपुर में कई बड़ी फार्मा यूनिट्स मौजूद हैं। आईटी पर भी फोकस हैदराबाद में डेल, गूगल, आईबीएम, टीसीएस, विप्रो, माइक्रोसॉफ्ट, ओरेकल, एचसीएल जैसी बड़ी आईटी कंपनियों के कैंपस हैं। इसलिए आयोजन में आईटी, ड्रोन, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर और एनिमेशन ग्राफिक्स नीतियों का प्रेजेंटेशन करके निवेश आकर्षित किया जाएगा। इसके लिए अलग राउंड टेबल सत्र होगा। उद्योग और पर्यटन की निवेश नीतियां भी सामने रखी जाएंगी। निवेशकों से सीएम वन टू वन बात करेंगे। बेंगलुरू में प्रदेश को टियर II शहरों का इनोवेशन हब बताया एमपीएसईडीसी ने बेंगलुरु टेक समिट में पवेलियन लगाकर मप्र को टियर II शहरों का बड़ा इनोवेशन हब बताया है। पवेलियन में 15 आईटी पार्क, 6 आईटी एसईजेड और 1200 टेक स्टार्टअप के बारे में जानकारी दी गई है।
पीलीभीत के पूरनपुर कस्बे में बुधवार देर शाम जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) विभाग की टीम ने एक प्रतिष्ठित लोहा व्यापारी के प्रतिष्ठान पर छापा मारा। खमरिया रोड स्थित व्यापारी की दुकान और गोदाम पर हुई इस औचक कार्रवाई से बाजार में हड़कंप मच गया। जीएसटी टीम ने अचानक पहुंचकर दुकान और गोदाम को अपने नियंत्रण में ले लिया। अधिकारियों ने मौके पर घंटों तक गहनता से जांच-पड़ताल की। टीम ने विशेष रूप से क्रय-विक्रय से जुड़े सभी महत्वपूर्ण प्रपत्रों, रजिस्टर, स्टॉक बही और लेन-देन के रिकॉर्ड का बारीकी से परीक्षण किया। अधिकारियों का मुख्य ध्यान जीएसटी नियमों के पालन और राजस्व से जुड़ी संभावित अनियमितताओं की जांच पर केंद्रित रहा। व्यापारियों की भारी भीड़ जमा हो गई छापेमारी की खबर फैलते ही व्यापारी की दुकान के बाहर स्थानीय लोगों और अन्य व्यापारियों की भारी भीड़ जमा हो गई। हालांकि, जीएसटी अधिकारियों ने किसी भी बाहरी व्यक्ति को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी और जांच को गोपनीयता के साथ जारी रखा। यह कार्रवाई देर रात तक जारी रही, जिससे स्थानीय व्यापारी वर्ग में तनाव और बेचैनी बनी रही। कई प्रमुख व्यापारी नेता सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे, लेकिन उन्हें भी दूर ही रहना पड़ा। अधिकारियों ने छापे की कार्रवाई की पुष्टि की है, लेकिन जांच के परिणाम या किसी संभावित कर चोरी के संबंध में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। टीम के अधिकारियों ने कार्रवाई पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट करने की बात कही है। इस कार्रवाई से पूरनपुर के बाजार में एक कड़ा संदेश गया है, और अन्य छोटे-बड़े व्यापारियों ने भी अपने रिकॉर्ड दुरुस्त करने शुरू कर दिए हैं।
अफगानिस्तान-भारत व्यापार के लिए कितना मायने रखता है अजीजी का दौरा? क्या चाबहार बंदरगाह पर बनेगी बात
India-Afghanistan Relations:अफगानिस्तान के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री अलहाज नूरुद्दीन अजीजी के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भारत के दौरे पर पहुंचा. जानकारी के अनुसार, अफगान प्रतिनिधिमंडल अपनी यात्रा के दौरान प्रगति मैदान अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी का दौरा भी करेगा.
देवास में एमजी रोड पर नगर निगम की अतिक्रमण विरोधी कार्रवाई के बाद मलबा हटाने में देरी से व्यापार प्रभावित हुआ है। पिछले सप्ताह हुई इस कार्रवाई के बाद आयुक्त ने क्षेत्र का निरीक्षण किया। व्यापारियों ने नुकसान होने का आरोप लगाया है। मेडिकल संचालक जयदीप भावसार ने बताया कि सड़क पर मलबे के कारण ग्राहक दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, जिससे व्यापार प्रभावित हो रहा है। उन्होंने नगर निगम से तत्काल मलबा हटाने की मांग की। व्यापारियों ने निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। उनका कहना था कि कार्रवाई एक चौराहे से दूसरे चौराहे तक की जानी चाहिए थी, जिसमें एक स्थान से मलबा हटाने के बाद ही अगले स्थान पर कार्रवाई होती। इसके बजाय, पूरे एमजी रोड पर एक साथ कार्रवाई की गई, जिससे मलबा हटाने में अधिक समय लग रहा है और लोगों के घरों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है। बुधवार शाम को नगर निगम आयुक्त दलीप सिंह ने एमजी रोड का निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सड़क से जल्द मलबा हटाने और अन्य व्यवस्थाओं को सुचारु करने के निर्देश दिए, ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो। आयुक्त सिंह ने बताया कि शुक्रवार से रविवार तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई थी। कुछ स्थानों पर अभी भी मलबा बचा है, लेकिन 15 मीटर लाइन का पूरा क्षेत्र साफ किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अधिकांश स्थानों पर बिजली आपूर्ति बहाल हो गई है और प्रभावित क्षेत्रों में आज केबल जोड़ी जा रही है। नगर निगम द्वारा बाधित निर्माणों के मलबे हटाने की कार्रवाई लगातार जारी है। इस कार्य के लिए 4 जेसीबी, 2 पोकलेन, 4 डंपर और 6 ट्रॉलियां निरंतर कार्यरत हैं।
औरंगाबाद समाहरणालय सभागार में बुधवार को डीएम श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण संयुक्त समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला अभियोजन कार्यों, सिविल एवं फौजदारी वादों, विशेषकर मानव-व्यापार विरोधी, पॉस्को तथा गंभीर आपराधिक मामलों की अद्यतन प्रगति पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में संबंधित विभागों, अभियोजन अधिकारियों तथा पुलिस प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक के दौरान डीएम ने न्यायालयों में लंबित संवेदनशील श्रेणी के वादों की स्थिति का अवलोकन करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में किसी भी प्रकार का विलंब अस्वीकार्य है। उन्होंने अभियोजन शाखा को निर्देश दिया कि लंबित वादों की नियमित मॉनिटरिंग की जाए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि मानव-व्यापार विरोधी और पॉस्को मामले अत्यंत संवेदनशील प्रकृति के होते हैं, इसलिए इनके निष्पादन में गंभीरता और समयबद्धता दोनों आवश्यक हैं। डीएम ने अभियोजन अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश जिला पदाधिकारी ने समन एवं वारंट की तमिला में होने वाली देरी पर चिंता व्यक्त करते हुए पुलिस विभाग और अभियोजन शाखा के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता बताई। उन्होंने निर्देश दिया कि गवाहों की उपस्थिति में कोई बाधा न आए, इसके लिए थाना प्रभारियों और अभियोजन अधिकारियों के बीच निरंतर संपर्क एवं समन्वय बना रहे। साथ ही उन्होंने उन सभी वादों की एक अलग सूची तैयार करने का निर्देश दिया जिनमें गवाहों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में कठिनाई हो रही है, ताकि ऐसे मामलों को प्राथमिकता देते हुए आवश्यक कार्रवाई तुरंत की जा सके। डीएम ने अभियोजन अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे कोर्ट में लंबित मामलों की नियमित समीक्षा करें और संबंधित पुलिस अधिकारियों से समन, वारंट, केस डायरी एवं अन्य कागजात की अद्यतन स्थिति समय पर प्राप्त करते रहें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक माह नए दर्ज वादों की तुलना में अधिक वादों के निष्पादन का लक्ष्य तय किया जाए और उसकी प्राप्ति पर विशेष ध्यान दिया जाए, ताकि न्यायिक प्रक्रिया निर्बाध रूप से आगे बढ़ सके और लंबित मामलों का बोझ कम हो। उन्होंने अधिकारियों को यह भी याद दिलाया कि संवेदनशील मामलों में न्याय दिलाने की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी न केवल पीड़ितों के अधिकारों को प्रभावित करती है, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी प्रभाव डालती है। इसलिए ऐसे मामलों के प्रति अधिकारियों को अत्यंत संवेदनशीलता, तत्परता और जिम्मेदारी के साथ कार्य करना चाहिए। बैठक में अपर समाहर्ता, विधि शाखा के प्रभारी पदाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, जिला अभियोजन पदाधिकारी, विशेष लोक अभियोजक, अपर लोक अभियोजक, सहायक सरकारी अधिवक्ता सहित संबंधित विभागों के वरीय अधिकारी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने जिला पदाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों का अनुपालन करने तथा न्याय संबंधित कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
निवेशकों के लिए गोल्डन चांस: 5G की लहर और EV क्रांति से टेलीकॉम-ऑटो सेक्टर में बंपर उछाल संभव
टेक्निकल एनालिस्ट्स मिलन वैष्णव और फोरम छेड़ा ने टेलीकॉम और ऑटो ईवी सेक्टर में जबरदस्त उछाल की संभावना जताई। 5G रोलआउट, टैरिफ बढ़ोतरी और इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग के कारण इन सेक्टरों के चुनिंदा स्टॉक्स पर फोकस करने की सलाह।
Share Bazaar में बहार, Sensex पहली बार 85000 के पार, Nifty में भी उछाल
Share Market Update News : आईटी और सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार में आज बहार आ गई। बीएसई के सेंसेक्स में पहली बार 85 हजार अंक से ज्यादा की भारी तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर में भी उछाल देखा गया। सेंसेक्स 513.45 अंक चढ़कर 85,186.47 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 142.60 अंक की बढ़त में 26,052.65 अंक पर बंद हुआ। आईटी कंपनी एचसीएल टेक में सबसे ज्यादा 4.32 फीसदी तेजी आई। इन्फोसिस, टीसीएस, एचयूएल, सन फार्मा और टाइटन में 1 से 3 फीसदी तक तेजी रही। खबरों के अनुसार, आईटी और सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी से भारतीय शेयर बाजार में आज बहार आ गई। बीएसई के सेंसेक्स में पहली बार 85 हजार अंक से ज्यादा की भारी तेजी देखने को मिली। वहीं दूसरी ओर में भी उछाल देखा गया। सेंसेक्स 513.45 अंक चढ़कर 85,186.47 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 142.60 अंक की बढ़त में 26,052.65 अंक पर बंद हुआ। ALSO READ: Share Bazaar में लगातार छठे दिन तेजी, Sensex 388 अंक उछला, Nifty भी 26000 के पार आईटी कंपनी एचसीएल टेक में सबसे ज्यादा 4.32 फीसदी तेजी आई। इन्फोसिस, टीसीएस, एचयूएल, सन फार्मा और टाइटन में 1 से 3 फीसदी तक तेजी रही। कनाडा के कैलगेरी में कार्यालय खोलने की घोषणा के बाद एचसीएल टेक्नोलॉजीज के शेयर सेंसेक्स में सवा चार फीसदी से अधिक चढ़े। एनएसई में आईटी के बाद सार्वजनिक बैंकों के समूह में सबसे अधिक तेजी रही। ALSO READ: Share Market : गिरावट से उबरा बाजार, Sensex 319 अंक उछला, Nifty में भी आई तेजी एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई 0.34% गिरकर 48,537 पर बंद हुआ, जबकि कोरिया का कोस्पी 0.61% नीचे 3,929 पर रहा। हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 0.38% टूटकर 25,830 पर बंद हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में मिलाजुला कारोबार हुआ। Edited By : Chetan Gour
जबलपुर की कृषि उपज मंडी में बुधवार दोपहर को स्कूटी सवार होकर आए दो लुटेरे अनाज व्यापारी के मुनीम पर लोहे की राॅड से हमला करते हुए उसके पास रखे 19 लाख रुपए लूटकर फरार हो गए। घटना उस दौरान हुई जब व्यापारी का मुनीम विकास साहू बैंक से रुपए निकालकर आफिस आ रहा था। बाइक पर सवार होकर विकास जैसे ही मंडी के गेट नंबर एक पर पहुंचा, अचानक लुटेरों ने उसे रोका और हमला कर 19 लाख रुपए लेकर फरार हो गए। घटना की जानकारी जैसे ही व्यापारियों को लगी तो बड़ी संख्या में मंडी कार्यालय पहुंचे और चेतावनी दी की जब तक लुटेरों को पकड़ा नहीं जाता, तब तक मंडी में खरीदी नहीं होगी। वारदात के बाद एएसपी आयुष गुप्ता विजय नगर थाना पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने पूरे शहर में नाकाबंदी कर दी है। मंडी में रोजाना 15 से 20 करोड़ रुपए का भुगतान केस में होता है। बुधवार को अनाज व्यापारी मठोरेलाल गुप्ता के यहां पर काम करने वाले मुनीम ने एचडीएफसी बैंक से 19 लाख रुपए निकाले और वापस ऑफिस आ रहे थे, उसी दौरान गेट नंबर एक पर पहले से घात लगाकर बैठे दो लुटेरों ने उसके साथ मारपीट करते हुए 19 लाख रुपए लूट लिए। दिनदहाड़े हुई वारदात से नाराज अनाज व्यापारियों ने मंडी का गेट बंद करते हुए पुलिस-प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। नाराज व्यापारियों का कहना है कि मंडी सचिव को समय पर टैक्स देने के बाद भी सुरक्षा की कोई भी व्यवस्था नहीं है। आए दिन शराबखोरी, मारपीट और नशा करने वाले लोगों का घूमना आम हो गया है। व्यापारियों का कहना है कि कई बार मंडी प्रशासन को लिखित में शिकायत देते हुए सुरक्षा की मांग की गई, पर इस पर ध्यान नहीं दिया गया, लिहाजा आज यह बड़ी घटना हो गई। जबलपुर अनाज एवं तिलहन व्यापारी संघ के अध्यक्ष दीपक डोंगरिया का कहना है, कि अब जब तक आरोपी पकड़े नहीं जाते, तब तक ना ही खरीदी होगी, और ना ही कोई भी व्यापारी नीलामी में शामिल होगा। दिनदहाड़े हुए लूट की जानकारी मिलते ही विजयनगर और गोहलपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान एसपी के निर्देश पर लुटेरों को पकड़ने के लिए शहर मे नाकाबंदी की गई है। ये खबर भी पढ़ें... भोपाल में लूट बढ़ी, चोरी-नकबजनी पर काबू राजधानी भोपाल में पिछले दो सालों के मुकाबले इस साल महज दस महीने में लूट के ग्राफ में इजाफा दर्ज किया गया है। जबकि नकबजनी और चोरी की वारदातों में कमी लाने में भोपाल पुलिस किसी हद तक कामयाब रही है। अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने 688 बदमाशों की गुंडा फाइल तैयार की जा चुकी हैं। पूरी खबर पढ़ें
बारां में चोरी की घटनाओं में लगातार इजाफा, व्यापार महासंघ ने पुलिस की उदासीनता पर जताया गहरा रोष
बारां शहर में चोरी की घटनाओं में लगातार इजाफा होने से व्यापारियों में चिंता बढ़ी है। व्यापार महासंघ ने पुलिस की उदासीनता पर रोष जताते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की है। कोटा रोड और सदर बाजार में हुई चोरी की घटनाओं के बाद महासंघ ने चोरों की गिरफ्तारी और सुरक्षा व्यवस्था सुदृढ़ करने की अपील की।
भारत‑इज़राइल संबंध मजबूत: व्यापार, तकनीक और निवेश पर हाई‑लेवल चर्चा
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल इस्राइल दौरे पर व्यापार, तकनीक और निवेश पर उच्चस्तरीय वार्ता करेंगे। यह दौरा भारत-इस्राइल आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को मजबूत करने तथा व्यापार और निवेश के नए अवसर खोलने में महत्वपूर्ण साबित होगा।
मसाला व्यापारी की स्कूटी से 33 हजार चोरी:दतिया में सिक्के बदलवाने रुका था, लौटा तो डिग्गी खुली मिली
दतिया के नजियाई बाजार में एक मसाला व्यापारी की स्कूटी की डिग्गी से 33 हजार रुपये चोरी हो गए। यह घटना बुधवार दोपहर को भीड़भाड़ वाले बाजार में कुछ ही मिनटों में हुई, जिसके बाद चोर फरार हो गया। रिछरा फाटक मार्ग स्थित आजाद इंटर कॉलेज के पास रहने वाले ध्रुव साहू पुत्र बृजेंद्र साहू ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। ध्रुव साहू जयदेव एग्रोफूड नाम से एक मसाला फैक्ट्री का संचालन करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि बुधवार दोपहर करीब 12:57 बजे वह अपनी फैक्ट्री से स्कूटी क्रमांक एमपी 32 जेडसी 2146 पर 33 हजार रुपये लेकर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया जा रहे थे। उन्होंने ये रुपये स्कूटी की डिग्गी में रखे थे। रास्ते में, वह नजियाई बाजार स्थित हरिओम गुप्ता की दुकान पर सिक्कों को नोट में बदलवाने के लिए रुके। ध्रुव के अनुसार, सिक्के बदलवाने में कुछ ही मिनट लगे। जब वह अपनी स्कूटी के पास वापस लौटे, तो डिग्गी खुली हुई मिली और उसमें रखे 33 हजार रुपये गायब थे। उन्होंने आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन किसी ने भी संदिग्ध व्यक्ति को डिग्गी खोलते नहीं देखा। पीड़ित ने तुरंत कोतवाली थाने पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ चोरी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की जल्द पहचान कर उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
tenneco clean air ipo stock price : लिस्टिंग डे पर टेनेको कर सकता है धमाका; जानिए क्या करें निवेशक
tenneco clean air ipo stock price : टेनेको क्लीन एयर इंडिया आईपीओ 19 नवंबर को 30% से ज्यादा GMP (120 रुपये) पर लिस्टिंग के लिए तैयार – अनुमानित मूल्य 500+ रुपये। विशेषज्ञों का कहना: मूल्यांकित इश्यू, लेकिन स्वच्छ वायु और राइड सिस्टम्स में नेतृत्व दीर्घकालिक वृद्धि का वादा। सब्सक्रिप्शन 58.83 गुना, बाजार पूंजीकरण 16,023 करोड़। अल्पकालिक मुनाफा या लंबा होल्ड? ऑटो सेक्टर की यह नई ताकत निवेशकों को नई उम्मीदें जगाएगी।
हिसार जिले के राजकीय महाविद्यालय उकलाना में प्राचार्या डॉ. रेखा सलूजा के मार्गदर्शन में प्लेसमेंट सेल, भौतिकी विभाग एवं गणित विभाग के संयुक्त तत्वावधान में वित्तीय साक्षरता और पूँजी प्रबंधन विषय पर दो दिवसीय कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को निवेश, पूँजी बाजार, आर्थिक प्रबंधन और वित्तीय जागरूकता से जुड़ी व्यावहारिक एवं उपयोगी जानकारी प्रदान करना रहा। प्राचार्या डॉ. रेखा सलूजा ने कहा कि वर्तमान समय में आर्थिक गतिविधियां प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुकी हैं। उन्होंने कहा कि “भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए समझदारीपूर्ण निवेश और वित्तीय अनुशासन अत्यावश्यक है। सही निर्णय वित्तीय मजबूती देते हैं, जबकि गलत निवेश आर्थिक असंतुलन पैदा कर सकते हैं।” कार्यशाला में सेबी एवं एन.आई.एस.एम. से आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ. अरुण पुनिया एवं पदमा ने विद्यार्थियों को पूँजी बाजार की कार्यप्रणाली, निवेश के सुरक्षित विकल्प, जोखिम प्रबंधन, धन योजना तथा धोखाधड़ी से बचाव जैसे विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। वक्ताओं ने वास्तविक उदाहरणों के माध्यम से बताया कि युवावस्था से ही वित्तीय अनुशासन अपनाने से भविष्य के लिए मजबूत आर्थिक आधार तैयार होता है। कार्यशाला के दौरान विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रश्न पूछकर अपने संदेह दूर किए। वक्ताओं ने सेबी की भूमिका, निवेश से जुड़े सामान्य मिथकों तथा सही वित्तीय निर्णय लेने के तरीकों पर भी विद्यार्थियों को जागरूक किया। सत्र के समापन पर प्लेसमेंट सेल की ओर से मुख्य अतिथियों एवं वक्ताओं का आभार व्यक्त किया गया तथा सफल आयोजन में सहयोग देने के लिए सभी विभागों को बधाई दी गई।
Excelsoft technologies ipo : पहले ही दिन एक्सेलसॉफ्ट ने मचाई धूम; निवेशकों में जबरदस्त उत्साह
Excelsoft technologies ipo : कर्नाटक की लर्निंग-असेसमेंट SaaS कंपनी एक्सेलसॉफ्ट टेक्नोलॉजीज ने आईपीओ से एक दिन पहले एंकर निवेशकों से 150 करोड़ रुपये जुटाए, जिसमें आशीष कचोलिया का फंड सबसे बड़ा निवेशक बना। 114-120 रुपये प्राइस बैंड वाला 500 करोड़ का आईपीओ 19 नवंबर को खुलेगा। ग्रे मार्केट में 15 रुपये प्रीमियम के साथ 12.5% लिस्टिंग गेन की उम्मीद। आवंटन 24 और लिस्टिंग 26 नवंबर को।
चंदौली के मुगलसराय में मंगलवार रात प्रतिष्ठित दवा कारोबारी रोहिताश पाल उर्फ रोमी की हत्या के बाद व्यापारियों में भारी आक्रोश है। बुधवार को दवा कारोबारियों और नगर के व्यापारियों ने जीटी रोड स्थित घटनास्थल के पास धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने अपराधियों की गिरफ्तारी होने तक दवा की दुकानें बंद रखने की घोषणा की है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द हत्यारों को नहीं पकड़ा गया, तो वे मुगलसराय बंद और जरूरत पड़ने पर चंदौली बंद का आह्वान करेंगे। धरनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया। सीओ सदर ने हत्यारों को पकड़ने के लिए 24 घंटे का समय मांगा है, लेकिन व्यापारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। सपा नेताओं ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर व्यापारियों के आंदोलन को समर्थन दिया। व्यापारी नेताओं ने इस वारदात की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए, जबकि घटनास्थल के पास हमेशा पुलिस की ड्यूटी रहती है। व्यापारियों ने नगर में गश्त न होने और पुलिस की निष्क्रियता को अपराधियों की बढ़ती हिम्मत का कारण बताया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए धरनास्थल के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
वाराणसी की सारनाथ पुलिस ने मंगलवार रात नासिक से दबिश के दौरान पूर्वांचल में साइबर ठगी के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया। उस पर 50 करोड़ से अधिक की साइबर ठगी करने का आरोप है। वारदात के बाद फरार चल रहे साइबर अपराधी पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया था। सारनाथ की टीम ने ऑपरेशन में इनामियां आरोपी राजेंद्र प्रसाद जायसवार, उसकी पत्नी धनौती देवी और पुत्रवधू संगीता को नासिक से गिरफ्तार किया है। आरोपी मूलत: गोरखपुर का निवासी है और इस वारदात में उसके दोस्त और परिजन भी शामिल हैं। पुलिस की माने तो वह अपने परिवार के साथ मिलकर वाराणसी, गोरखपुर सहित अन्य जिलों से ट्रेडिंग के नाम पर 50 करोड़ की साइबर ठगी की वारदात को अंजाम दे चुका है। पीड़ितों के लगातार शिकायत पर सारनाथ पुलिस ने सटीक जानकारी जुटाते हुए ठगी के आरोपी को नासिक से पकड़कर सारनाथ थाने ले आई। बुधवार को एसीपी विदुष सक्सेना ने पुलिस कार्रवाई का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि साइबर ठगी की शिकायतों के बाद दरोगा अमरजीत कुमार के साथ एक टीम राजेंद्र प्रसाद और उसके परिवार की गिरफ्तार के लिए बनाई गई। साइबर सेल और सर्विलांस से उसकी लोकेशन नासिक में मिली। टीम पहुंची तो एक मकान में दबिश दी और स्थानीय पुलिस बल की मदद से राजेंद्र प्रसाद, उसकी पत्नी और पुत्रवधू को हिरासत में ले लिया। उसने बताया कि हम लोग मिलकर ट्रेडिंग के बहाने लोगों को गुमराह करते थे। उन्हें झांसे में लेकर बड़े मुनाफे का लालच देते थे। फर्म की फर्जी साइट और बैंक डिटेल भेजकर गुमराह करते थे, इसमें रुपयों को 1 साल में 3 गुना पैसा वापस करने की बात कहते थे। झांसा देकर के फ्राड में मेरे गांव के कई लोग, रिश्तेदार आ गए और हम लोगो को पहली बार करोड़ों रुपया बिना कुछ किए कमा लिया। उनके पास से पुलिस ने नगदी और दस्तावेज बरामद किए हैं। इसमें 3 ATM कार्ड, 1 लैपटाप LENOVO कम्पनी, 3 आधार कार्ड, 1 पैनकार्ड, 2 चेक बुक, 5 मोबाइल, 1 फर्जी मोहर मय पेज 10 पासबुक, 1 चेक धनौती देवी, 1 मोहरयुक्त लेटर पैड स्टाक ब्रोकर का समेत खातों को सीज किया गया है ।
दुर्ग जिले के पाटन थाना क्षेत्र में एक किसान-निवेशक ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग धोखाधड़ी का शिकार हुआ है। उससे 31 लाख 50 हजार रुपए की ठगी की गई है। पीड़ित ने पाटन थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता की पहचान ग्राम तर्रीघाट निवासी खिलेश्वर सिन्हा के रूप में हुई है, जो खेती के साथ-साथ शेयर बाजार में भी निवेश करते हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि वे यूट्यूब के जरिए शेयर बाजार की जानकारी लेते थे। 18 अगस्त 2025 को उन्हें '47 SBSBL कम्युनिटी' नामक एक वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़ा गया। ऐप के माध्यम से ट्रेडिंग की सलाह यह ग्रुप शेयर बाजार में भारी मुनाफे का दावा करता था और सदस्यों को स्टॉक खरीदने की सलाह देता था। ग्रुप एडमिन अंकुश सुरेश जैन ने खिलेश्वर सिन्हा से संपर्क किया और उन्हें 'श्री बाहुबली ब्रोकरेज फर्म' नामक एक ऐप के माध्यम से ट्रेडिंग करने की सलाह दी। पीड़ित के अनुसार, अंकुश ने यह ऐप उनके मोबाइल में खुद इंस्टॉल किया था। निवेश और निकासी में समस्या शुरुआत में उन्हें निवेश बढ़ने और बड़े मुनाफे का भरोसा दिलाया गया। इस पर विश्वास करते हुए खिलेश्वर सिन्हा ने अलग-अलग चरणों में कुल 31 लाख 50 हजार रुपए का निवेश कर दिया। कुछ समय बाद जब सिन्हा ने अपनी निवेश की गई रकम निकालने का प्रयास किया, तो ऐप में निकासी का विकल्प काम नहीं कर रहा था। पैसे निकालने में टालमटोल उन्होंने ग्रुप एडमिन अंकुश जैन से उनके मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया। आरोप है कि अंकुश ने उन्हें यह कहकर टाल दिया कि 'प्रॉफिट कॉम्पीटिशन' चल रहा है, इसलिए अभी पैसे निकालना संभव नहीं है। साथ ही उन पर और अधिक पैसा निवेश करने का दबाव भी बनाया गया। ठगी का एहसास और फर्जी ऐप का खुलासा कई प्रयासों के बावजूद जब न तो पैसा निकला और न ही अंकुश जैन ने कोई संतोषजनक जवाब दिया, तब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने जब ब्रोकरेज ऐप की जांच की, तो पता चला कि यह एक पूरी तरह से फर्जी ऐप था, जिसके जरिए उनसे 31 लाख रुपए ठगे गए थे। पुलिस में शिकायत और जांच शुरू पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि आरोपी अंकुश जैन का असली लोकेशन क्या है, व्हाट्सऐप ग्रुप किसने संचालित किया और फर्जी एप किस नेटवर्क से जुड़ा था। पुलिस का कहनाहै कि तकनीकी जांच के बाद ठगी के इस गिरोह का पूरा नेटवर्क उजागर किया जाएगा।
सिवनी हवाला कांड में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। एसआईटी की जांच में पता चला है कि पूरे घटनाक्रम की शुरुआत हवाला से जुड़े खिलौना व्यापारी पंजू गिरी गोस्वामी ने की थी। उसने ही सबसे पहले क्राइम ब्रांच के आरक्षक प्रमोद सोनी को हवाला रकम के मूवमेंट की सूचना दी, जिसके बाद यह जानकारी एक–एक कर बाकी पुलिस अधिकारियों और आरोपियों तक पहुंची। जांच में सामने आया है कि सूचना की यह कड़ी खिलौना व्यापारी से शुरू होकर आरक्षक प्रमोद सोनी तक पहुंची, फिर वहां से बालाघाट में पदस्थ हॉकफोर्स प्रभारी डीएसपी पंकज मिश्रा तक और आखिर में डीएसपी पूजा पांडे व उनके नेटवर्क तक। इधर, डीएसपी पूजा पांडे ने अपनी जमानत के लिए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। माना जा रहा है कि जस्टिस देवनारायण मिश्रा की अदालत में इसी सप्ताह पूजा पांडे की याचिका पर सुनवाई हो सकती है। डीएसपी-साली के चक्कर में जीजा भी गिरफ्तार इस बहुचर्चित मामले में एसआईटी ने मंगलवार को डीएसपी पूजा पांडे के जीजा वीरेंद्र दीक्षित को भी गिरफ्तार किया। वह जबलपुर में मेडिकल स्टोर संचालक हैं और बताया जा रहा है कि पूजा पांडे की गतिविधियों की जानकारी उन्हें रहती थी। जांच में सामने आया कि साली के कहने पर जीजा भी प्लान में शामिल हुआ, और लूट की रकम को ठिकाने लगाने में उसकी भूमिका संदिग्ध पाई गई। इसी आधार पर एसआईटी ने उसे हिरासत में लिया। चार नई गिरफ्तारियां, अब तक 15 आरोपी पकड़े गए एसआईटी ने मंगलवार को कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया आईजी प्रमोद वर्मा के अनुसार अब तक 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और जैसे–जैसे जांच आगे बढ़ रही है, नए तार खुल रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह मामला हवाला से अधिक करोड़ों की लूट है। कैसे हुआ था बहुचर्चित लूटकांड 8 और 9 अक्टूबर की दरमियानी रात जब महाराष्ट्र के व्यापारी सोहनलाल परमार के दो ड्राइवर सतना से 2.96 करोड़ रुपए लेकर जालना जा रहे थे, तब बंडोल थाना पुलिस ने उनकी कार (एमएच 13 ईके 3430) को रोका। पुलिसकर्मी उन्हें जंगल में ले गए, पूछताछ की, रकम जब्त की और लगभग सवा करोड़ रुपए वापस देकर ड्राइवरों को छोड़ दिया। महाराष्ट्र पहुंचकर ड्राइवरों ने पूरी बात मालिक सोहनलाल को बताई। वे अगले दिन सिवनी पहुंचे तो पुलिस ने बिना एफआईआर उन्हें थाने में बैठाया, मारपीट की और धमकाकर छोड़ दिया। बाद में पीड़ित ने कोतवाली में शिकायत की। शुरुआत में एसडीओपी पूजा पांडे ने लूट से इनकार किया। मामला बढ़ा तो डीआईजी ने जांच के आदेश दिए और गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। इसके बाद आईजी ने 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया और डीजीपी ने पूजा पांडे को सस्पेंड कर विस्तृत जांच के निर्देश दिए। अब तक की बरामदगी और कार्रवाई एसआईटी और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में अब तक 1 करोड़ 45 लाख रुपए पुलिसकर्मियों से, 1 करोड़ 20 लाख रुपए हवाला कारोबारियों से बरामद किए जा चुके हैं। करीब 25 लाख रुपए अभी भी गायब हैं, जिसे बरामद करना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। आईजी प्रमोद वर्मा ने स्पष्ट कहा कि जांच में जिनके भी खिलाफ सबूत मिलेंगे, उन पर कड़ी कार्रवाई होगी चाहे वह पुलिस अधिकारी हों या कोई व्यापारी। विभाग की छवि खराब करने वालों को बिल्कुल नहीं बख्शा जाएगा। कौन–कौन हैं आरोपी एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की धारा 310(2) (डकैती), 126(2) (गलत तरीके से रोकना), 140(3) (अपहरण), 61(2) (आपराधिक षड्यंत्र)के तहत दर्ज की गई है। 11 पुलिसकर्मियों में शामिल है, एसडीओपी पूजा पांडे, एसआई अर्पित भैरम, प्रधान आरक्षक माखन, राजेश जंघेला, आरक्षक रविंद्र उईके, चालक रितेश, गनमैन केदार, गनमैन सदाफल, कॉन्स्टेबल योगेंद्र, नीरज और जगदीश। सभी आरोपियों को सिवनी जेल से नरसिंहपुर जेल शिफ्ट किया गया है। ये खबर भी पढ़ें... सिवनी हवाला कांड- बालाघाट DSP समेत 4 गिरफ्तार सिवनी में 8-9 अक्टूबर की दरमियानी रात हुए 3 करोड़ रुपए के हवाला लूट मामले में जबलपुर क्राइम ब्रांच ने बालाघाट के डीएसपी पंकज मिश्रा, साइबर सेल के कॉन्स्टेबल प्रमोद सोनी और पंजू गिरी गोस्वामी और पूजा पांडे के जीजा वीरेंद्र दीक्षित को गिरफ्तार किया है। पूरी खबर पढ़ें...
प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके में साइबर ठगों ने महिला डॉक्टर समेत तीन लोगों से 34.77 लाख रुपए ठगी कर ली। दो मामलों में व्हॉट्सएप के जरिए शेयर बाजार में भारी मुनाफे का लालच देकर रकम ट्रांसफर कराई गई, जबकि तीसरे मामले में खाते से बिना ओटीपी आए ही रुपए गायब हो गए। साइबर थाना पुलिस ने तीनों मामलों में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सिविल लाइंस की रहने वाली महिला डॉक्टर ने बताया कि तीन सितंबर को उनके व्हॉट्सएप पर एक अंजान नंबर से मैसेज आया। सामने वाले ने खुद को शेयर बाजार का सलाहकार बताकर भरोसा जीता और कहा कि उन्हें मुनाफे वाले आईपीओ में निवेश कराना है। जल्द ही उन्हें एक व्हॉट्सएप ग्रुप में जोड़ लिया गया और किस्तों में कुल 8.10 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। जब उन्होंने रुपए निकालने चाहे तो ट्रांजेक्शन फीस और टैक्स क्लियरेंस के नाम पर बार-बार पैसे मांगे जाने लगे। ठगी का अहसास होते ही उन्होंने साइबर थाने में शिकायत दी। इसी तरह, सिविल लाइंस के एक व्यक्ति ने बताया कि अगस्त में उनके मोबाइल पर ऐसे ही एक नंबर से मैसेज आया था। ठगों ने उन्हें टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ा, जहां पहले से कई लोग मुनाफे की बातचीत करते दिखे। भरोसा जमने के बाद उन्होंने भी लाखों रुपए निवेश कर दिए, जो गुम हो गए।तीसरे पीड़ित ने बताया कि उनके खाते से बिना किसी ओटीपी के ही 10 लाख रुपए की निकासी हो गई। फिलहाल तीनों मामलों की जांच साइबर थाना पुलिस कर रही है।
ग्वालियर के एक व्यापारी होली डेकोरेशन का काम करते हैं। कुछ समय पहले उन्होंने दिल्ली की एक कंपनी से होली बैलून ऑर्डर किए थे, जिसके बदले उन्होंने 61 हजार रुपए का भुगतान किया था। सोमवार को जब ऑर्डर की डिलीवरी हुई तो पैकेट खोलने पर उसमें बैलून की जगह कपड़ों की कतरन निकली। व्यापारी ने प्रोडक्ट के स्थान पर कतरन मिलने की शिकायत दर्ज कराने कंपनी के अधिकारियों को कॉल किया, लेकिन किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया। इसके बाद पीड़ित मंगलवार को एसएसपी ग्वालियर के दफ्तर पहुंचे और मामले की शिकायत की। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शहर के चाबड़ी बाजार, मीट वाली गली स्थित सिंघल भवन निवासी रमाकांत सिंघल होली ने कुछ समय पहले रोहिणी सेक्टर-3, दिल्ली स्थित मेहरा इंटरप्राइजेज से होली बैलून का ऑर्डर दिया था। कंपनी की ओर से उनके वॉट्सऐप पर मोबाइल नंबर 9711767328 से बैलून के सैंपल के फोटो भेजे गए थे। सैंपल पसंद आने पर रमाकांत ने 61 हजार रुपए का ऑर्डर बुक किया और अपने बेटे के खाते से यह राशि कंपनी को ट्रांसफर कर दी। 16 नवंबर को माल की डिलीवरी हुई। रमाकांत ने कार्टन अपने गोदाम में खुलवाए तो उसमें बैलून की बजाय कपड़ों की कतरन निकली। लगाते रहे कॉल, नहीं मिला जवाब मेहरा इंटरप्राइजेज द्वारा गलत माल भेजे जाने पर रमाकांत ने कंपनी से कई बार संपर्क किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं किए गए। वॉट्सऐप संदेशों का भी कोई जवाब नहीं मिला। परेशान होकर वह एसपी ऑफिस पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल साइबर सेल मामले की जांच कर रही है।
पंडरा में मतगणना कार्यों से व्यापार प्रभावित
झारखंड चैंबर ने टर्मिनल मार्केट यार्ड, पंडरा में चुनावी मतगणना कार्यों के लिए प्रशासन द्वारा लगातार उपयोग किए जाने के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्य निर्वाचन आयुक्त और रांची उपायुक्त को पत्राचार कर इस मामले में उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करने का आग्रह किया। चैंबर महासचिव रोहित अग्रवाल ने कहा कि पिछले कई वर्षों से यह मुद्दा हाईकोर्ट के संज्ञान में रहा है। हाल ही में 19 सितंबर से 14 नवंबर 2025 के आदेशों में भी न्यायालय ने स्पष्ट रूप से कहा कि पंडरा स्थित टर्मिनल मार्केट यार्ड जैसे व्यावसायिक क्षेत्रों को ईवीएम संग्रहण, स्ट्रांग रूम या काउंटिंग सेंटर के रूप में उपयोग करना अनुचित है और यह व्यापारियों के अधिकारों का उल्लंघन करता है। चैंबर ने कृषि मंडी परिसर की दुकान-गोदामों को बार-बार अधिग्रहित करने से व्यापार पूरी तरह बाधित हो जाता है, जिससे दुकानदारों, कामगारों और थोक व्यापारियों को आर्थिक नुकसान होता है। इससे आम जनता को भी आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता में परेशानी का सामना करना पड़ता है। चैंबर ने उच्च न्यायालय के निर्देशों का पालन करने का किया आग्रह, कहा- चैंबर ने यह भी रेखांकित किया कि आगामी नगर निकाय चुनावों को देखते हुए यह आवश्यक है कि जिला प्रशासन समय रहते न्यायालय के निर्देशों का पालन सुनिश्चित करे। चुनावी गतिविधियों के लिए नए नगड़ी स्थित सरकारी भवन या किसी अन्य उपयुक्त सरकारी परिसर का उपयोग किया जा सकता है, ताकि व्यावसायिक गतिविधियां प्रभावित न हों।
प्रतापनगर इलाके से बस ऑपरेटर के अपहरण मामले में गिरफ्तार मास्टर माइंड सुरेंद्र चौधरी उर्फ फौजी निवासी द्वारिका दिल्ली ने पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं। फौजी ने धारा सिंह का अपहरण कराने के लिए इलाके के पूर्व से चालानशुदा 34 बदमाशों की सूची तैयार की थी। फिर संपर्क कर 20 लाख रुपए में अपहरण कराने के लिए हायर किया। साथ ही 20 हजार रु. एडवांस दिए। फौजी ने धारा सिंह की 6 दिन रैकी की थी। फौजी ने ही बदमाशों को बताया था कि कार कहां से किराए पर लेनी है। उसके बाद अपहरण करने का स्थान और समय बताया था। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 3 जनों को गिरफ्तार किया है, जिन्हें 3 दिन के रिमांड पर लिया है। अब बदमाशों को कोर्ट में पेश किया जाएगा। थानाधिकारी राजेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के लिए फौजी ने बदमाशों को कहा कि धारा सिंह के परिवार से 50 लाख रुपए मांगने हैं। पैसा मिले तो ठीक है, नहीं तो उसे मार देना। लेकिन बदमाशों को दोनों तरफ से पैसा नहीं मिला, ऐसे में उन्होंने धारा सिंह को जान से मारने के बजाय रास्ते में ही पटक दिया। फौजी बदमाशों के लिए खुद हरियाणा से देशी कट्टा सहित अन्य सामान लाया था। बस ड्राइवर से बना था ऑपरेटर यह पूरा विवाद जयपुर सिटी मिनी बस के रूट नंबर-55 का था। जिस पर पीड़ित धारा सिंह और मुख्य आरोपी सुरेंद्र चौधरी उर्फ फौजी की बसें चलती है। सुरेंद्र चौधरी पूर्व में बस ड्राइवर था। करीब 7 साल पहले उसने धारा सिंह की मदद से बसों को खरीदा था। इसके बाद से दोनों ही एक दूसरे के प्रतिद्वंदी बन गए थे। यह सिटी रूट शहर का सबसे लंबा रूट है। यहां पर ऑपरेटर्स का आए दिन किसी ना किसी बात को लेकर विवाद चलता रहता है। धारा सिंह ने हाल ही में कुछ बसों को बेचा था, जिसका अमाउंट उसके पास में था।
कपड़े के व्यापार में 26 लाख की ठगी, दो आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
लुधियाना| आनंदपुरी के रहने वाले पुनीत बंसल से कपड़ा कारोबार से 26 लाख रुपए की ठगी होने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर कमिश्नर ऑफिस की निगरानी में हुई जांच में आरोप सही पाए गए हैं। शिकायत में पुनीत बंसल ने बताया कि उनका अनिल बंसल और लविश बंसल के साथ कपड़ा व्यापार में लेन-देन चलता था। दोनों आरोपियों ने अलग-अलग समय पर उनसे करीब 26 लाख रुपए का माल उठाया, लेकिन बार-बार मांगने के बाद भी भुगतान नहीं किया। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने बकाया राशि की मांग की तो आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कमिश्नर ऑफिस ने फाइल को बस्ती जोधेवाल थाना भेजा। यहां प्राथमिक जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ ठगी और धमकी देने की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
लखनऊ में मंगलवार को अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल के नेतृत्व में व्यापारियों ने वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना से मुलाकात की। बढ़ते साइबर अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने विशेष रूप से जोर देकर कहा कि पुलिस महानिदेशक स्तर पर गठित व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ को अधिक प्रभावी बनाया जाए। संदीप बंसल ने मंत्री को अवगत कराया कि प्रदेश भर में व्यापारियों और उद्यमियों के साथ करोड़ों रुपए की साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। जिनमें बड़ी संख्या में लोग अज्ञानता या जागरूकता की कमी के कारण शिकार बनते हैं। मासिक बैठकें आयोजित की जाएं उन्होंने सुझाव दिया कि व्यापारी सुरक्षा प्रकोष्ठ की मासिक बैठकें नियमित रूप से आयोजित की जाएं और उनमें अधिकारियों द्वारा साइबर अपराध से बचाव संबंधी विशेष जानकारी दी जाए । इससे व्यापारी समय-समय पर अपडेट रहेंगे और सतर्कता बढ़ेगी, जिससे साइबर अपराधों में कमी आएगी। व्यापारियों ने कहा- इस पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई बेहद आवश्यक है। जिससे व्यापारियों को बढ़ते साइबर धोखाधड़ी से सुरक्षा मिल सके। संदीप बंसल ने बताया कि वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने व्यापार मंडल की मांगों पर सहमति जताई। मुद्दे के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए संबंधित साइबर क्राइम अधिकारियों से तत्काल वार्ता कर मुद्दे के शीघ्र निस्तारण के निर्देश दिए। मंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में महामंत्री अनुपम अग्रवाल, महानगर अध्यक्ष सुरेश छबलानी, युवा प्रदेश महामंत्री आकाश गौतम, महानगर अध्यक्ष अश्विन वर्मा तथा महामंत्री शुभम मौर्य प्रमुख रूप से शामिल रहे।
रीवा शहर के व्यावसायिक क्षेत्र में कई दिनों से चर्चा में रहे हाईप्रोफाइल भूमि विवाद मामले में प्रशासन ने अब कड़ा रुख दिखाया है। विवादित जमीन की बाउंड्री गिराए जाने की घटना पर पुलिस ने मंगलवार देर शाम FIR दर्ज कर ली है, जिससे लंबे समय से चल रहे तनावपूर्ण माहौल में हलचल तेज हो गई है। मामले में पूर्व सीएसपी पन्नालाल अवस्थी और गुप्ता परिवार के बीच विवाद प्रमुख रूप से सामने आया था। हालांकि FIR अज्ञात आरोपियों के खिलाफ दर्ज की गई है, लेकिन गुप्ता परिवार ने संदेह अवस्थी पर जताया है और उन पर बाउंड्री ध्वस्त कराने का आरोप लगाया है। दूसरी ओर पन्नालाल अवस्थी इन आरोपों को लगातार निराधार बताते रहे हैं। जानिए कहां से शुरू हुआ विवादविवाद की शुरुआत उस समय हुई जब 40 साल पहले खरीदी गई जमीन पर बनी बाउंड्री को 5 नवंबर की रात अज्ञात व्यक्तियों ने तोड़ दिया। कमलेश गुप्ता के अनुसार, उन्होंने 22,000 वर्ग फीट भूमि लगभग चार दशक पहले खरीदी थी, जबकि उसी क्षेत्र में अवस्थी ने करीब दस वर्ष पूर्व जमीन खरीदी थी। गुप्ता का कहना है कि जिस समय वे एक कार्यक्रम में व्यस्त थे, उसी दौरान पूरी बाउंड्री धराशायी कर दी गई। घटना के बाद गुप्ता परिवार और क्षेत्र के प्रमुख व्यापारियों ने नाराजगी जताते हुए पहले एयरपोर्ट पर डिप्टी सीएम से मिलने की कोशिश की और बाद में कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रशासन से कार्रवाई की मांग उठाई। लंबे समय से लगातार तनाव और असुरक्षा महसूस कर रहे व्यापारियों ने इसे अपने अधिकारों पर सीधा हमला बताया था। विरोध बढ़ने के बाद दर्ज हुई FIRव्यापारियों का आरोप था कि विवादित भूखंड पर कुछ लोग लगातार दबाव बना रहे थे और शिकायतों के बावजूद आवश्यक कदम नहीं उठाए गए। अचानक बाउंड्री गिराए जाने से उनके बीच आक्रोश फैल गया। विरोध बढ़ने पर पुलिस ने प्रारंभिक जांच पूरी करते हुए FIR दर्ज की, जिसे व्यापारियों ने बड़े कदम के रूप में देखा। FIR दर्ज होने के बाद व्यापारिक समुदाय ने इसे न्याय की दिशा में सकारात्मक कार्रवाई बताया और प्रशासन के प्रति आभार प्रकट किया। उनका कहना है कि यह विवाद केवल जमीन तक सीमित नहीं था, बल्कि शहर के व्यावसायिक माहौल और सुरक्षा की भावना से भी सीधे जुड़ा था। व्यापारियों ने उम्मीद जताई कि आगे भी ऐसे मामलों में निष्पक्ष कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि शहर में कारोबार का भरोसेमंद वातावरण बना रहे।
सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी! महंगाई भत्ता बढ़ा, जानें कब से मिलेगा फायदा?
DA Hike :मिजोरम के मुख्यमंत्री लालदुहोमा की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद की बैठक में ये फैसला लिया गया है. इस बढ़ोतरी के बाद सरकारी कर्मचारी अब अपने मूल वेतन का 44 प्रतिशत DA के रूप में पाएंगे, जो पहले 40 प्रतिशत था.
बांका जिले के रजौन प्रखंड अंतर्गत नवादा बाजार स्थित कोतवाली चौक के पास मंगलवार की सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब स्थानीय गल्ला व्यापारी और जमीन प्लॉटर बलराम सिंह (45 वर्ष) का शव उनकी दुकान के अंदर संदिग्ध हालत में पाया गया। मृतक कोतवाली गांव के निवासी थे। रात में घर नहीं लौटे तो बढ़ी चिंता मृतक की पत्नी सुनैना देवी के अनुसार, बलराम रोज की तरह सोमवार सुबह दुकान गए थे। देर शाम तक घर नहीं लौटने पर पत्नी ने फोन किया। पहली बार में उन्होंने रात तक घर आने की बात कही, लेकिन रात 12 बजे तक भी नहीं पहुंचे। दोबारा फोन करने पर उन्होंने 2 बजे तक आने की बात कही, जिसके बाद सभी लोग सो गए। सुबह तक भी जब वह नहीं लौटे तो परिजन चिंतित हो उठे। बेटे ने दुकान में पाया अचेत मंगलवार सुबह बलराम का बेटा दुकान पहुंचा तो देखा कि दुकान का ताला बाहर से खुला हुआ था। शटर उठाकर अंदर देखा तो पिता जमीन पर पड़े थे। कई बार हिलाने-डुलाने के बाद भी शरीर में कोई हलचल नहीं हुई। तुरंत परिवार को सूचना दी गई। कुछ ही देर में भीड़ जुट गई और स्पष्ट हो गया कि उनकी मौत हो चुकी है। जमीन विवाद में हत्या का आरोप घटना की जानकारी पर नवादा थाना प्रभारी सुजीत कुमार पुलिस बल के साथ पहुंचे। इस दौरान मृतक की पत्नी ने आरोप लगाया कि जमीन विवाद को लेकर गांव के आठ लोगों ने मिलकर उनके पति को जहरीला पदार्थ देकर हत्या कर दी है। बलराम जमीन खरीद-फरोख्त का काम करते थे और इसी को लेकर विवाद चल रहा था। गुस्साए लोगों ने किया सड़क जाम घटना के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने कोतवाली–सनहोला मुख्य मार्ग जाम कर दिया। बांस-बल्ला लगाकर सड़क पर बैठकर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की गई। करीब 4 घंटे तक जाम लगा रहा, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई और यात्री परेशान हुए। पुलिस ने दिया जांच का भरोसा उच्च अधिकारियों के आश्वासन पर जाम हटाया गया। थाना प्रभारी ने कहा कि मामला गंभीर है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। जिन लोगों के नाम परिजनों ने बताए हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी। कहीं और मारकर लाया गया या दुकान पर ही दी गई मौत? पुलिस को दुकान में संघर्ष के निशान या खून के धब्बे नहीं मिले हैं। इससे संभावना जताई जा रही है कि या तो बलराम को कहीं और जहरीला पदार्थ दिया गया या फिर चुपचाप दुकान पर ही उन्हें साजिशन बेहोश किया गया। स्थानीय लोग भी हैरान, क्षेत्र में दहशत का माहौल स्थानीय लोगों के अनुसार, बलराम काफी मिलनसार और लोकप्रिय थे। वे कई वर्षों से व्यापार और जमीन के सौदे से जुड़े थे। कुछ महीने से विवाद चल रहा था, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि बात हत्या तक पहुंच जाएगी। पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार फिलहाल पुलिस हत्या के सभी पहलुओं की जांच कर रही है। परिजन और ग्रामीण आरोपी पक्ष की तत्काल गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होने की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में अवैध धान के परिवहन और भंडारण पर अंकुश लगाने के लिए लगातार निगरानी की जा रही है। खरसिया में पंजीकृत एक व्यापारी के गोदाम में जांच के दौरान 50 कट्टा अवैध धान पाया गया, जिसे मंडी विभाग ने जब्त कर लिया है। मामला खरसिया थाना क्षेत्र का है। जानकारी के अनुसार, प्रशासन के निर्देश पर जिले में पंजीकृत व्यापारियों के गोदामों और प्रतिष्ठानों की जांच की जा रही है। मंगलवार दोपहर मंडी सचिव प्रशांत कुलमित्रा और मंडी उपनिरीक्षक की टीम ने ग्राम डोमनारा निवासी भभीक्षण साव की किराना दुकान में जांच की। दुकान के बाद टीम ने उससे लगे गोदाम की तलाशी ली, जहां अवैध धान का भंडारण पाया गया। व्यापारी के पास धान के संबंध में कोई वैध कागजात नहीं थे। ऐसे में मंडी विभाग ने 50 बोरी अवैध धान जब्त कर लिया और छोटे व्यापारी के खिलाफ मंडी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इससे पहले भी 220 बोरी अवैध धान पकड़ाया था बता दें कि शुक्रवार को लैलूंगा ब्लॉक में राजस्व, मंडी और खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने पंजीकृत 7 व्यापारियों के गोदामों की जांच की थी। इस दौरान मुकडेगा तहसील के बैसकीमुड़ा में व्यापारी रमेश बेहरा के गोदाम में 150 बोरी और ग्राम कमरगा में व्यापारी बिहारीलाल गुप्ता के गोदाम से 70 बोरी अवैध धान जब्त किया गया था।
अंबाला में देह व्यापार मामले में दो आरोपी काबू:पुलिस ने स्पा सेंटर में की थी रेड, 7 पकड़े थे
हरियाणा के अंबाला के थाना बलदेव नगर पुलिस ने अनैतिक देह व्यापार के एक मामले में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया, जबकि एक अन्य आरोपी को अदालत के आदेशानुसार शामिल-जांच किया गया है। घटना के अनुसार, 27 अक्तूबर 2025 को थाना बलदेव नगर पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ लोग स्पा की आड़ में देह व्यापार कर रहे हैं। सूचना के आधार पर उप पुलिस अधीक्षक अपराध शाखा वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बलदेव नगर क्षेत्र स्थित गोल्डन इरा सैलून एंड थेरेपी सेंटर में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान आरोपी अक्षित उर्फ विक्की निवासी चान्दना कॉलोनी नारायणगढ़, मोहित निवासी शालीमार कॉलोनी (जैन कॉलेज के नजदीक) अम्बाला शहर, आरोपी महिला सहित अन्य लोग मौके पर पाए गए। सभी को काबू कर थाना बलदेव नगर में मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में आगे की जांच के दौरान 17 नवम्बर 2025 को पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें जोगिंद्र निवासी गांव शाहपुर, तहसील इसराना, जिला पानीपत तथा एक आरोपी महिला शामिल है। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी किए गए। इसके अतिरिक्त, मामले में संलिप्त पाए गए आरोपी कप्तान सिंह निवासी न्यू मॉडल टाउन, गुरु नानक नगर, खन्ना (जिला लुधियाना, पंजाब) को अदालत के आदेशानुसार शामिल-जांच किया गया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई आगे बढ़ाई जा रही है। अंबाला पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अनैतिक देह व्यापार, नशा, अवैध कारोबार और संगठित अपराधों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा। पुलिस का कहना है कि शहर और आसपास के क्षेत्रों में ऐसे अपराधों पर नकेल कसने के लिए नियमित रूप से चेकिंग अभियान, छापेमारी और गुप्त सूचनाओं पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि ऐसे अवैध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि समाज में आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी तरीके से रोक लगाई जा सके।
सहारनपुर में व्यापारी की दुकान में तोड़फोड़:कर्मचारी से मारपीट, मालिक ने जनकपुरी थाने में दी तहरीर
सहारनपुर के जनकपुरी थाना क्षेत्र में एक व्यापारी के प्रतिष्ठान पर हमला कर तोड़फोड़ और कर्मचारी से मारपीट का मामला सामने आया है। पीड़ित व्यापारी ने मंगलवार को थाना जनकपुरी में तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। गुरुअर्जन नगर निवासी पीड़ित व्यापारी सुरेन्द्र पाल सिंह के अनुसार, यह घटना सोमवार शाम की है। उनका कर्मचारी हुसैन प्रतिष्ठान पर काम कर रहा था, तभी 20 से 25 लोग मौके पर पहुंचे और कथित तौर पर गाली-गलौज करने लगे। भीड़ ने दुकान के बाहर और अंदर रखे सामान में तोड़फोड़ शुरू कर दी। रोड के पास बने स्ट्रक्चर को उखाड़ दिया गया और कई औजार, फावड़े, रॉड तथा अन्य लोहे का सामान क्षतिग्रस्त कर दिया। कर्मचारी हुसैन अपनी जान बचाने के लिए भीतर भागा, लेकिन हमलावर उसके पीछे अंदर घुस गए और उसके साथ मारपीट की, जिससे वह घायल हो गया। हंगामे के दौरान उपद्रवी प्रतिष्ठान से कई औजार और सामान उठाकर ले गए। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर नाराजगी है और उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित ने थाना जनकपुरी प्रभारी को सौंपे ज्ञापन में आरोप लगाया है कि आरोपी लगातार धमकियां दे रहे हैं, जिससे वह और उसका परिवार भयभीत है। उसने अपने प्रतिष्ठान और परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कराने की भी मांग की है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है।
Today 's Share Market : मार्केट में अचानक झटका; निफ्टी ने छोड़ा 26,000+ का दम
Today 's Share Market : भारतीय शेयर बाजार में छह दिनों की तेजी पर मंगलवार को ब्रेक लग गया। सेंसेक्स 278 अंक और निफ्टी 103 अंक टूटकर बंद हुए। वैश्विक बाजारों की कमजोरी, आईटी और मेटल शेयरों में बिकवाली तथा ब्याज दरों पर अनिश्चितता ने निवेश धारणा को दबाया। एशियाई और यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट जारी रही।
व्यापारियों से भरा ऑटो पलटा, 7 व्यापारी घायल:डीग से भरतपुर मंगल हाट में दुकान लगाने आ रहे थे
डीग जिले के मांडेरा गांव के पास एक ऑटो पलट गया। घटना में ऑटो में बैठे 7 व्यापारी घायल हो गए। सभी व्यापारी डीग से भरतपुर की मंगल हाट में दुकान लगाने के लिए आ रहे थे। घटना के बाद एक घायल महिला को आरबीएम अस्पताल लाया गया। वहीं अन्य घायलों को डीग अस्पताल में प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। घायल महिला व्यापारी ममता ने बताया- हम 7 व्यापारी डीग से मंगल हाट में दुकान लगाने के लिए आ रहे थे। तभी मांडेरा गांव के पास अचानक ऑटो अनियंत्रित होकर पलट गया। ऑटो के पलटते ही मौके पर चीख पुकार मच गई। इसके बाद वहां से गुजर रहे लोगों ने सभी को ऑटो से बाहर निकाला। मौके पर पहुंची एम्बुलेंस से सभी को डीग अस्पताल लेकर जाया गया। 6 व्यापारियों को इलाज के बाद दी छुट्टी6 लोगों के मामूली चोटें आई थी। वहीं एक महिला ममता को भरतपुर आरबीएम अस्पताल के लिए रेफर किया गया है, जहां उसका इलाज जारी है। सभी घायल डीग के रहने वाले हैं। 6 लोगों को प्राथमिक इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
इंदौर के तिलक नगर में स्क्रैप व्यापारी पर हमला करने वाले तीन नाबालिगों को पुलिस ने पकड़ा है। एक नाबालिग ने पूछताछ में बताया कि स्क्रैप व्यापारी की उसकी मां से दोस्ती थी। दोनों की बातचीत करना उसे ठीक नहीं लगता था। इसलिए दोस्त के साथ मिलकर उसने अकेला देखकर स्क्रैप व्यापारी पर चाकू और पत्थर से हमला किया था। हमले के बाद वे घर नहीं गए, बल्कि दोस्तों के घर जाकर सो गए थे। एडिशनल DCP अमरेंद्र सिंह की टीम ने स्क्रैप व्यापारी गौरव पर हुए हमले के मामले में तीन नाबालिगों को पकड़ा है। आरोपी छोटी ग्वालटोली इलाके के रहने वाले हैं। तीन दिन पहले आरोपियों ने पत्थर और चाकू से हमला किया था। लोगों के बचाव में आने पर तीनों वहां से भाग गए थे। घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और तीनों नाबालिगों को मंगलवार को हिरासत में ले लिया। हालांकि एक नाबालिग ने घर की महिला से गौरव की दोस्ती होने की बात कही, जो उसे ठीक नहीं लगती थी। वह स्क्रैप व्यापारी की हत्या करना चाहता था। पुलिस सभी पर चाकूबाजी के साथ प्रतिबंधात्मक धाराओं में कार्रवाई कर रही है।
सोना-चाँदी का बाजार: 24 कैरेट सोना ₹12,343 प्रति ग्राम, निवेशक हुए सतर्क
आज भारत में सोना और चाँदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। 24 कैरेट सोना प्रति ग्राम ₹12,343 और 10 ग्राम ₹1,23,430 पर रहा, जबकि चाँदी प्रति ग्राम ₹162 और प्रति किलोग्राम ₹1,62,000 पर कारोबार हुई।
किराना व्यापारी बेटे के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए 80 साल की मां कलेक्ट्रेट के सामने 2 दिन से धरने पर बैठी हैं। 15 महीने बाद भी पुलिस उनके बेटे के मर्डर का खुलासा नहीं कर पाई है। इससे नाराज किराना व्यापारी के परिजन तीसरी बार धरने पर हैं और इस बार अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। 28 अगस्त 2024 को गणपत सिंह की निर्मम हत्या हुई थी। उनका शव दुकान से 500 मीटर दूर औंधे मुंह कीचड़ में पड़ा मिला था। परिजनों का आरोप है पुलिस ने अब तक किसी भी आरोपी को नहीं पकड़ा। हमें ये ही नहीं मालूम चल पाया कि आखिर हत्या क्यों की गई? मामला जालोर का मंगलवार का कोतवाली थाना इलाके के कलेक्ट्रेट के बाहर का है। जालोर एसपी शैलेन्द्र सिंह इंदौलिया ने कहा- मामले में पहले जांच सांचौर सीओ चरण गोपी नाथ कांबले के पास थी। अब जालोर एएसपी मोटाराम गोदारा के पास है। इसमें कुछ पॉइंट पर जांच चल रही हैं। जल्द खुलासा करेंगे। पत्नी अमित शाह से गुहार लगा चुकी धरने पर गणपत सिंह की पत्नी भारती कंवर (40), मां हवा कंवर (80), भाई अभय सिंह (54), भाभी प्रकाश कंवर (45), भाभी धीरज कंवर (42) सोमवार से कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं। गणपत की पत्नी भारती कंवर ने अगस्त महीने में गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिख कर मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। भूख हड़ताल के दूसरे दिन मंगलवार की दोपहर में कोतवाली थाने के एएसआई रामूराम विश्नोई, डॉ. रमेश चौधरी ने धरना स्थल पर पहुंचे थे। यहां भूख हड़ताल पर बैठे पूरे परिवार का मेडिकल चेकअप किया था। फिलहाल सभी स्वस्थ हैं। कीचड़ में शव मिला था, सिर पर चोट व्यापारी के भाई अभय सिंह ने कहा- मेरा भाई गणपत सिंह (42) निवासी मांडोली नगर (जालोर) 27 अगस्त 2024 की शाम दुकान से घर के लिए निकला था। रात तक घर नहीं लौटा तो हमने रामसीन थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। अगले दिन 28 अगस्त को सिकवाड़ा रोड पर सुनसान जगह उनकी लाश मिली। जांच में पुलिस ने हत्या की आशंका जताई थी। लेकिन खुलासा नहीं कर सकी। उनका शव कीचड़ में पड़ा मिला था। सिर पर चोट के निशान थे और पास में ही बाइक गिरी हुई थी। मुख्य सचेतक दे चुके आश्वासन फिर भी खुलासा नहीं अभय सिंह कहते हैं- इसके बाद नवंबर 2024 में हत्याकांड के खुलासे की मांग को लेकर रामसीन थाने के सामने धरने पर बैठ गए थे। तब पुलिस ने 10 से 15 दिन में खुलासा करने के आश्वासन के धरना समाप्त कराया था। इसके बाद कोई खुलासा नहीं होने पर जिला मुख्यालय पर करीब 15 दिन धरना दिया। अभय सिंह ने बताया- इस दौरान फिर जालोर विधायक और मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कलेक्टर एसपी के साथ आकर धरना समाप्त कराया था। आश्वासन दिया था कि इस मामले में जल्दी खुलासा किया जाएगा। जिसके बाद करीब 6 माह से अधिक समय बीत गया। लेकिन पुलिस अभी तक मामले का खुलासा नहीं कर सकी हैं। हम सोमवार से धरने पर हैं और आज दूसरा दिन है। अब तक कोई हमसे बात करने नहीं आया है।
आज का शेयर बाजार: Nifty और Sensex में मिश्रित चाल, छह सत्रों की तेजी के बाद संतुलन की स्थिति
आज भारतीय शेयर बाजार में निफ्टी 50 लगभग 25,960 पर और सेंसेक्स 84,800 के स्तर पर रहा, जिससे निवेशकों की सतर्कता झलकती है। वैश्विक संकेत, विशेषकर अमेरिकी ब्याज दरों की दिशा, ने बाजार की तेजी को रोक कर संयम की स्थिति उत्पन्न की है।
डिंडोरी में मीट मार्केट हटाने का विरोध:व्यापारियों ने CMO को दिया ज्ञापन, आजीविका पर संकट बताया
डिंडोरी जिले के शहपुरा नगर परिषद में मंगलवार को मीट मार्केट के व्यापारियों ने मार्केट हटाए जाने के विरोध में मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) रीना राठौर को ज्ञापन सौंपा। व्यापारियों ने मार्केट को दूसरी जगह स्थानांतरित न करने का अनुरोध किया है। सीएमओ रीना राठौर ने व्यापारियों को आश्वासन दिया कि नगर परिषद की बैठक आयोजित कर इस विषय को समिति के समक्ष रखा जाएगा। व्यापारी संदीप बर्मन और पंचम लाल ने आरोप लगाया कि उमरिया रोड पर नाले के ऊपर स्थित शासकीय जमीन, जहां पिछले 40 वर्षों से मीट मार्केट संचालित हो रहा है, उस पर पिछले तीन साल से राजनीतिक और भू-माफियाओं की नजर है। उनका कहना है कि ये लोग जमीन पर कब्जा करने की फिराक में हैं। व्यापारियों ने यह भी बताया कि नगर परिषद की ओर से उन्हें मार्केट हटाने के संबंध में कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई है। उनका दावा है कि दुकानें नियमानुसार संचालित की जा रही हैं और वर्तमान स्थान उपभोक्ता सुविधा, परिवहन उपलब्धता तथा बाजार की पारंपरिक व्यवस्था के दृष्टिकोण से उपयुक्त है। व्यापारियों के अनुसार, यदि दुकानें दूसरी जगह स्थानांतरित की जाती हैं, तो लगभग 40 परिवारों की आजीविका पर संकट आ जाएगा। उन्होंने यह भी शिकायत की कि नए चिन्हित मार्केट में अभी तक कोई मूलभूत व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई गई है। इस संबंध में नगर परिषद अध्यक्ष शालिनी अग्रवाल ने बताया कि एसडीएम ने खसरा नंबर 116 में जगह चिन्हित कर दी है। वहां साफ-सफाई करवाई गई है और बिजली के पोल भी लगवाए गए हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही पानी की व्यवस्था भी की जाएगी।
कैसी रही फिजिक्सवाला की शेयर बाजार में लिस्टिंग, ग्रो का मार्केट कैप 1 करोड़ पार
Share Market news in hindi : शेयर बाजार में मंगलवार को फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) आईपीओ की धमाकेदार लिस्टिंग हुई। इस बीच ग्रो (Groww) का मार्केट कैप भी 1 करोड़ के पार पहुंच गया।
यमुनानगर जिले के तीन बिजनेसमेन से भारत-भूटान बॉर्डर पर स्टोन क्रशर दिलाने के नाम पर करीब 82 लाख रुपए ठग लिए गए। तीनों पीड़ित आपस में दोस्त हैं। पश्चिम बंगाल के आरोपी ने तीनों को जिस स्टोन क्रशर को दिलाने का दावा किया था, काेराेना टाइम में जब जांच की, तो वह भूटान में निकला। पीड़ितों का आरोप है कि अब जब वह आरोपियों से अपनी रकम वापिस मांग रहे हैं, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने तीनों की शिकायत पर आरोपी अतुल चावला निवासी जयगांव, पश्चिम बंगाल और संजीव कुमार निवासी शास्त्री कॉलोनी यमुनानगर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल में करता है व्यापार यमुनानगर सिटी थाना पुलिस को दी शिकायत में जनक राज चावला, मनोज कुमार मेहंदीरत्ता निवासी मॉडल टाउन और सरबजीत सिंह निवासी गांव मंडेबर ने बताया कि वे तीनों अच्छे दोस्त हैं। आरोपी अतुल चावला सरबजीत के भाई गुरचरण के साथ कॉलेज में पढ़ता था और उसका सरबजीत के घर भी आना-जाना रहता था। दूसरा आरोपी संजीव कुमार, अतुल चावला का साला है और उसका ट्रांसपोर्ट का काम है। वह मनोज कुमार मेहंदीरत्ता के ट्रांसपोर्ट से जुड़े कार्य भी किया करता था। इन सब कारणों से उन तीनों की इन दोनों व्यक्तियों के साथ अच्छी जान-पहचान हो गई थी। स्टोन क्रशर दिलाने का दिया लालच अतुल चावला पिछले काफी सालों से जयगांव, पश्चिम बंगाल में रह रहा है, जहां वह पन्नाजी हार्डवेयर एंड इलेक्ट्रिकल के नाम से व्यापार करता है। यमुनानगर में उसका विवाह होने के कारण उसका अक्सर यमुनानगर आना-जाना लगा रहता था। 2019 में संजीव कुमार ने उन्हें अपने जीजा अतुल चावला का एक शानदार बिजनेस प्रस्ताव दिया था। अतुल चावला ने चामोरची (भारत-भूटान बॉर्डर) क्षेत्र में एक पुराना स्टोन क्रशर मात्र कुछ करोड़ में दिलवाने का लालच दिया, जबकि इसकी असली कीमत कई गुना ज्यादा बताई। 82 लाख रुपए से ज्यादा राशि ठगी आरोपियों ने शिकायतकर्ताओं को कई बार जयगांव बुलाया, स्टोन क्रशर दिखाया और हिसाब-किताब की रजिस्टर तक दिखाकर विश्वास जीता। पीड़ितों ने मई 2019 से नवंबर 2019 के बीच कुल 82 लाख 68 हजार 945 रुपए नकद और बैंक ट्रांसफर के माध्यम से आरोपियों को दिए। अधिकांश राशि संजीव कुमार ने यमुनानगर में नकद ली, जबकि कुछ रकम सीधे अतुल चावला के फर्म “पन्नाजी हार्डवेयर एंड इलेक्ट्रिकल” के खाते में RTGS की गई। इसके बाद आरोपी उन्हें विश्वास दिलाते रहे की स्टोन क्रशर उनका हो चुका है। रकम वापिस मांगने पर मारने की धमकी कोरोना काल में जब उन्होंने जांच पड़ताल की तो पता चला कि दिखाया गया स्टोन क्रशर भारत में नहीं, बल्कि भूटान की सीमा में है और वहां भारतीय नागरिक न तो जमीन खरीद सकते हैं और न ही ऐसा कारोबार चला सकते हैं। इसके बाद उन्होंने आरोपियों से अपनी रकम वापिस मांगी। पहले वे टालमटोल करते रहे, फिर पैसे लौटाने के नाम पर अतुल चावला की कार गुरचरण को दे दी और कहा कि 25 लाख रुपए इसमें से एडजस्ट कर लेना। इसके बाद आरोपियों ने उनके फोन उठाना बंद कर दिए। जब पीड़ितों ने सख्ती की, तो आरोप है कि संजीव कुमार ने उन्हें जान से मारने की धमकियां दीं। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
साइबर ठगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर ग्रेटर नोएडा के रहने वाले एक इंजीनियर से 13 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने टेलीग्राम मैसेज से संपर्क कर मुनाफा होने का झांसा दिया। मुनाफा समेत रकम नहीं निकलने पर पीड़ित को साइबर ठगी होने का एहसास हुआ। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। ग्रेटर नोएडा के रहने वाले रवि मलिक इंजीनियर हैं। वह शेयर बाजार में भी रुचि रखते हैं। 24 अगस्त को टेलीग्राम पर एक मैसेज आया था। ठग ने क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर मोटा मुनाफा कमाने की योजना बताई थी। बातचीत करने पर ठग ने के वाट्स अप ग्रुप से जोड़ दिया। फिर ठगों ने बिटकॉइन नाम की एक एप डाउनलोड कराई। रवि ने एक सितंबर को 10 हजार रुपए का निवेश कर दिया। कुछ समय में ही एप पर मुनाफा दिखने लगा। रवि ने रकम निकालकर बैंक खाते में डाली तो वह क्लिक करते ही आ गई। रकम निकालने का प्रयास ग्रुप से किया बाहररवि ने विश्वास कर रकम निवेश करने का मन बनाया। फिर क्या था। जैसे-जैसे ठग कहते जाते। वैसे-वैसे रवि करता जाता। रवि ने 24 सितंबर तक पांच बार में 13 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित ने रकम निकालने का प्रयास किया तो ठग ने कर के रूप में और रकम जमा करने को बोला। यह सुनकर रवि चौक गए। उन्होंने और रकम नहीं होने से मना कर दिया। रवि के रकम नहीं देने पर ठगों ने संपर्क तोड़ लिया। रवि ने एनसीआरपी पोर्टल और साइबर क्राइम थाना पुलिस से शिकायत की।
व्यापार साझेदारी में 50 लाख की ठगी, महिला समेत 2 पर पर्चा
भास्कर न्यूज | लुधियाना शक्ति विहार निवासी नवीन गुप्ता ने अपने कारोबारी साथी किरण कुमार (ओमैक्स रेजिडेंसी) और उसकी सास नीना मनहतरो (नाभा, पटियाला) पर साझेदारी के नाम पर करीब 50 लाख रुपये की ठगी और बैंक लिमिट के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। नवीन गुप्ता के अनुसार किरण कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक्स गुड्स के व्यापार में बड़े मुनाफे का झांसा देकर 22 नवंबर से 29 दिसंबर 2023 के बीच उनकी फर्म ‘भवानी इंटरप्राइजेज’ के खाते में 1 करोड़ रुपये निवेश करवा लिए। जांच में सामने आया कि किरण कुमार ने खुद पार्टनर बनने की बजाय टैक्स से बचने के बहाने अपनी सास नीना मनहतरो को पार्टनर बनवाया। नीना द्वारा 50 लाख रुपये हिस्सेदारी के तौर पर खाते में डाले गए, लेकिन उसी दिन वापस निकाल लिए गए, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि रकम केवल कागजों पर दिखाने के लिए डाली गई थी। जांच में यह भी पाया गया कि फर्म के खाते से 31 लाख रुपये किरण कुमार की पत्नी रितु अग्रवाल की फर्म ‘वासुदेवा एंटरप्राइजेज’ में ट्रांसफर किए गए। बाद में फर्म घाटे में जाने पर किरण ने नवीन को विश्वास में लेकर एचडीएफसी बैंक से 50 लाख रुपये की सीसी लिमिट भी निकलवाई, जिसे लेने के बाद करीब 40 लाख रुपये उसने अपनी निजी कंपनी ‘अपैक्स’ में ट्रांसफर करवा लिए। पैसे और हिसाब मांगने पर किरण कुमार ने नवीन को धमकियां भी दीं। एडीसीपी की जांच में आरोप सही पाए जाने पर किरण कुमार और नीना मनहतरो के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।
ठगी का नया तरीका:निवेश का झांसा देकर भोपाल के युवकों ने मर्चेंट नेवी कर्मी से 23 दिन में 61 लाख ठगे
शेयर मार्केट में आईपीओ में निवेश कर भारी मुनाफा दिलाने का झांसा देकर भोपाल के तीन युवकों ने करोड़ों की ठगी की। यूपी की कौशांबी साइबर क्राइम पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों रणदीप मडावी, धीरज मालवीय और शुभम पटेल को भोपाल से गिरफ्तार किया है। इन पर तमिलनाडु, महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, कर्नाटक और यूपी के लोगों से करीब 2.56 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। कौशांबी एसपी राजेश कुमार ने बताया कि कौशांबी निवासी मर्चेंट नेवी कर्मी रामदत्त त्रिपाठी से 1 से आईपीओ में निवेश के नाम पर 23 सितंबर 2025 के बीच 61.19 लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए गए थे। उन्होंने अपनी पत्नी की एफडी तुड़वाकर पैसे ट्रांसफर किए। भरोसा दिलाने के लिए उन्हें खाते में पैसा दिखाया गया, लेकिन बाद में पता चला कि खाता फर्जी है। पत्नी की एफडी तुड़वाकर किया था इन्वेस्टमेंट गूगल पर देखकर भरोसा हुआ पुलिस पूछताछ में सामने आया कि यह गैंग, सोशल मीडिया/टेलीग्राम/कॉल सेंटर के जरिए लोगों को आईपीओ में निवेश पर मोटा रिटर्न देने का झांसा देता था। गैंग ने गूगल पर कंपनी का प्रोफाइल बना रखा है। रामदत्त ने गूगल पर सर्च किया तो कंपनी दिख रही थी। इससे रामदत्त झांसे में आ गए। ठगों ने निवेश कई किस्तों में कराया था। आयकर कर सकता है जांच... साइबर थाना प्रभारी विनोद सिंह का कहना है कि फॉड कंपनी के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। उनके मुताबिक ऐसे मामलों में आयकर विभाग की टीम भी जांच कर सकती है। बरामदगी: 4 मोबाइल, लैपटॉप, फिंगरप्रिंट डिवाइस, 16 एटीएम, 11 आधार, चेकबुक, पासपोर्ट/वीजा कॉपी और 20 लाख की राशि होल्ड/फ्रीज कराई है।
जीआईएस की समीक्षा बैठक:सरकार की निवेश नीतियों से प्रदेशभर में 7.85 लाख नौकरियां मिलीं
दिसंबर में मोहन सरकार के दो साल पूरे होने से पहले नवंबर के अंत में निवेश पर बड़ा आयोजन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए कि इसमें दो से ढाई लाख करोड़ के निवेश प्रस्तावों के भूमिपूजन एक साथ आयोजित करें। उन्होंने कहा कि सरकार की रोजगारपरक नीतियों से प्रदेश में 7.85 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। फरवरी में राजधानी में हुई ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस) की समीक्षा के दौरान सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने निर्देश दिए कि हर निवेशक से विभाग बात करके उनकी समस्या हल करें, ताकि निवेश के प्रस्ताव जल्द जमीन पर उतर सकें। बैठक में बताया गया कि समिट में मिले 30.77 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव में से 8.57 लाख करोड़ के प्रस्तावों पर काम आगे बढ़ा है। उद्योग, ऊर्जा, नवकरणीय ऊर्जा, पर्यटन, विमानन सहित कई विभागों ने निवेश प्रस्तावों पर हुई प्रगति के बारे में प्रेजेंटेशन दिया। प्रमुख सचिव ने कहा कि हमारी तैयारी पूरी है। सीएम ने कहा कि विभाग मिलकर इस महीने के अंत में दो से ढाई लाख करोड़ के सामूहिक भूमिपूजन आयोजित करें। सभी विभागों को निर्देश दिया कि उद्योग एवं रोजगार वर्ष के दौरान प्रदेश में ही रोजगार और स्वरोजगार प्राप्त करने वाले लोगों का राज्य स्तर और संभाग स्तर पर सम्मेलन करें। बायो टेक्नोलॉजी को बड़े स्कोप वाला सेक्टर बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हैदराबाद में होने वाले आयोजन में बायो टेक्नोलॉजी कंपनियों को आमंत्रित करेंगे। प्रमुख सचिव उद्योग ने कहा -2.48 लाख करोड़ के प्रस्तावों पर निवेश प्रक्रिया पूरी प्रमुख सचिव उद्योग राघवेंद्र सिंह ने कहा कि समिट में मिले 30.77 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों में से अभी 8.57 लाख करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्तावों पर काम हुआ है। उद्योग विभाग को मिले 12.70 लाख करोड़ रुपए के 889 निवेश प्रस्ताव में से 397 निवेश प्रस्तावों पर भूमि आवंटित कर लेटर ऑफ इंट्रेस्ट भी जारी कर दिया गया है। इसके अलावा 5.13 लाख करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले 190 निवेश प्रस्ताव ऐसे हैं, जिनमें निवेशकों ने साइट विजिट पूरा कर लिया है। 2.48 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों पर विभाग द्वारा की प्रक्रिया पूरी हो गई है।
देवास शहर जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मनोज राजानी ने सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखकर एमजी रोड चौड़ीकरण से प्रभावित व्यापारियों को टीडीआर (स्थानांतरणीय विकास अधिकार) देने की मांग की है। देवास नगर निगम द्वारा एमजी रोड को 15 मीटर चौड़ा करने के लिए मार्ग पर आने वाले मकानों और दुकानों को हटाया जा रहा है, जिसे व्यापारी अतिक्रमण नहीं बल्कि अपनी निजी भूमि बता रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि उनके भवन और दुकानें अतिक्रमण में नहीं हैं, बल्कि नगर निगम उनकी निजी भूमि का अधिग्रहण कर रहा है। इसलिए उन्हें उनकी भूमि के बदले टीडीआर दिया जाना चाहिए। व्यापारियों ने नगर निगम के अधिकारियों द्वारा एफएआर (फ्लोर एरिया रेशियो) का लाभ देने के प्रस्ताव को अनुचित बताया है, क्योंकि एमजी रोड पर बने पुराने भवनों में अतिरिक्त मंजिल का निर्माण संभव नहीं है। राजानी ने इस पत्र की प्रतिलिपि क्षेत्र के सांसद महेंद्र सिंह सोलंकी, विधायक गायत्री राजे पवार, नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नगर निगम महापौर और सभापति को भी भेजी है। उन्होंने इन सभी से अनुरोध किया है कि वे व्यापारियों के हित में शासन से उचित निर्णय करवाएं। राजानी ने नगर निगम का विशेष सम्मेलन बुलाकर व्यापारियों के तोड़े गए निर्माण के बदले टीडीआर देने का निर्णय लेने की भी मांग की है। उल्लेखनीय है कि मनोज राजानी इससे पहले भी व्यापारियों के समर्थन में एमजी रोड पर पहुंचे थे और उनसे चर्चा की थी। इस दौरान एमजी रोड पर चल रही कार्रवाई को लेकर उनकी नगर निगम कार्यपालन यंत्री से बहस भी हुई थी।
बस्ती में कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी और ठगी करने वाले चार टप्पेबाजों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने रविवार देर शाम ईसाई कब्रिस्तान गड़गोड़िया के पास संदिग्ध गतिविधियों की सूचना पर कार्रवाई करते हुए इन आरोपियों को दबोचा। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से आठ मोबाइल फोन, 19 सिम कार्ड, एक घड़ी, 1925 रुपये नकद, कागज की गड्डी, भारतीय और विदेशी मुद्रा के साथ कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह देश के विभिन्न राज्यों में घूमकर लोगों को धोखे से निशाना बनाता था और उनसे धन ऐंठता था। इन चारों आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। विशेष रूप से, फिरोज मीर पर लखनऊ के काकोरी, पारा और अन्य थानों में लूट व चोरी के गंभीर धाराओं में कई केस पंजीकृत हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल निवासी सिकन्दर अली उर्फ इशहाक (55), गाजियाबाद निवासी सलमान (32), बिहार निवासी मोहम्मद दिलबर हुसैन (46) और पश्चिम बंगाल निवासी फिरोज मीर उर्फ उज्जवल (33) के रूप में हुई है। सीओ सदर सत्येंद्र भूषण तिवारी ने बताया कि यह गिरोह संगठित रूप से लोगों से ठगी कर उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाता था। गिरफ्तारी करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली दिनेश चन्द चौधरी के नेतृत्व में एसआई सभाशंकर यादव, एसआई राजेन्द्र यादव, एसआई पवन कुमार मौर्या तथा अन्य पुलिसकर्मी शामिल रहे। पुलिस ने यह भी बताया कि गिरोह के नेटवर्क और अन्य सहयोगियों के बारे में जांच जारी है।
दमोह जिले की पथरिया कृषि उपज मंडी में किसानों को अनाज रखने की जगह नहीं मिल पा रही है। व्यापारियों का खरीदा गया अनाज मंडी परिसर में ही रखा है, जिसके कारण किसान को अपना अनाज सड़क पर रखने को मजबूर हैं। मंडी परिसर के टीन शेड के नीचे भी व्यापारियों का ही अनाज रखा है। किसानों का आरोप है कि उन्हें कई दिनों तक खुले आसमान के नीचे अपना अनाज रखकर इंतजार करना पड़ता है। समय पर अनाज की डाक भी नहीं होती और व्यापारी अपना अनाज परिसर से नहीं हटा रहे हैं। किसानों की इस समस्या को लेकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मंडी पहुंचे। इनमें ग्रामीण मंडल अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह और नगर मंडल अध्यक्ष रमेश कुशवाहा सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि शामिल रहे। उन्होंने मौके पर ही एसडीएम निकेत चौरसिया को बुलाया। जनप्रतिनिधियों ने एसडीएम से मांग की कि व्यापारियों का अनाज तत्काल मंडी परिसर से हटवाया जाए, ताकि किसानों को अपना अनाज रखने के लिए उचित जगह मिल सके। अधिकारी बोले- शेड से अनाज को हटाया जाएगा एसडीएम निकेत चौरसिया ने जनप्रतिनिधियों को आश्वासन दिया कि वे मंडी प्रबंधन से बात करेंगे और सभी व्यापारियों की बैठक बुलाएंगे। उन्हें निर्देश दिए जाएंगे कि वे एक-दो दिन के भीतर अपना अनाज मंडी परिसर से उठा लें, जिससे किसानों के लिए जगह उपलब्ध हो सके। एसडीएम ने यह भी भरोसा दिलाया कि भविष्य में किसानों को ऐसी किसी समस्या का सामना न करना पड़े, इसके लिए प्रयास किए जाएंगे।
वाराणसी की दालमंडी में सोमवार को फिर से मकान और दुकानें तोड़ी गईं। नगर निगम और पीडब्ल्यूडी टीम पुलिस फोर्स के साथ बुलडोजर लेकर पहुंची। ACM सिटी ने माइक पर अनाउंस करके दुकानदारों से कहा- जल्दी जल्दी दुकानें खाली करें। इस दौरान बड़ी संख्या में प्रशासनिक अफसर मौके पर मौजूद रहे। दो मकानों पर की छत, खिड़कियां और दीवार तोड़ी गई। इससे पहले पुलिस-प्रशासन के अफसरों को देखते ही कारोबारियों की भीड़ जुट गई। नई सड़क के व्यापारी भी बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। कुछ दुकानदारों ने विरोध किया लेकिन पुलिस के आगे कोई खुलकर नहीं बोला। एसीपी और वीडीए के अफसर भी माइक से मकान-दुकानें खाली करने के लिए अनाउंस किया। हालांकि लोगों ने लगभग सामान दुकान से बाहर कर लिया था। सभी अब कार्रवाई पर ज्यादा मुखर नहीं नजर आए। वहीं, 11 नवंबर को प्रदर्शन के अगले दिन चंदौली से सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने दाल मंडी के व्यापारियों से मुलाकात की थी। उन्हें अधिक मुआवजा देने और दुकानें नहीं गिराने की मांग की थी। 187 मकानों को ढहाने के लिए चिह्नित किया वाराणसी नगर निगम ने 187 मकानों को ढहाने के लिए चिह्नित किया है। इनके मालिकों को करीब 191 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाना है। इनमें 14 दुकानदारों ने मुआवजा लेने के बाद ध्वस्तीकरण की मंजूरी लिखित में दी है। सबसे पहले इनके ही मकान-दुकान गिराए जा रहे हैं। अब तक 2 ही मकान गिराए गए थे। दालमंडी को अंग्रेज ‘डॉलमंडी’ कहते थे। बॉलीवुड अभिनेत्री नरगिस की मां और एक्टर संजय दत्त की नानी जद्दनबाई यहीं से थीं। बनारस घराने के मशहूर तबलावादक लक्ष्मी नारायण सिंह यानी लच्छू महाराज का भी यहां से गहरा नाता था। अधिवक्ताओं का कहना है कि जब 31 मार्च को दालमंडी चौड़ीकरण के लिए शासन का आदेश आया, किसी अधिकारी ने व्यापारियों या स्थानीय लोगों से बातचीत नहीं की। सड़क के दोनों तरफ 3.2 मीटर का फुटपाथ बनेगा वाराणसी की दालमंडी गली को मॉडल सड़क के रूप में विकसित किया जाना है। पीएम मोदी ने इसी साल अगस्त में इसका शिलान्यास किया था। राज्य सरकार की तरफ से इसके लिए 215.88 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं। दालमंडी काशी विश्वनाथ मंदिर से महज 100 मीटर की दूरी पर है। जोकि काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट 4 के सामने हैं। दालमंडी के ले-आउट के मुताबिक, यह शहर की सबसे खूबसूरत सड़क होगी। इस सड़क को देखकर लोग दिल्ली और बंगलुरु की सड़कों को याद करेंगे। सड़क के दोनों तरफ हरियाली के लिए 3.2 मीटर का फुटपाथ भी बनाया जाएगा।
रेवाड़ी में ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर एक व्यापारी से 28.54 लाख रुपए की ठगी के मामले में पुलिस ने दूसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पंजाब के मोहाली जिले के गांव कान्सल निवासी जाफर खान के रूप में हुई है। पुलिस इस मामले में एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। ऑनलाइन निवेश के झांसे में आया व्यापारीपुलिस के अनुसार, 25 अगस्त को शहर के नई आबादी मोहल्ला निवासी व्यापारी योगेश गोयल ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि इंटरनेट पर ऑनलाइन ट्रेडिंग से मोटा मुनाफा कमाने का विज्ञापन देखने के बाद उन्होंने दिए गए नंबरों पर संपर्क किया। ठगों ने उन्हें बताया कि उनकी साइट पर पैसा निवेश करने पर अच्छा ब्याज और बोनस मिलेगा तथा किसी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं होगी। वॉलेट बनवाकर कराई गई ठगीठगों ने योगेश गोयल का एक वॉलेट बनवाया, जिसमें उन्होंने 17 अगस्त को 10 लाख रुपये का निवेश किया। कुछ समय बाद ठगों ने बताया कि उनके वॉलेट में 4 लाख रुपए का मुनाफा आ गया है और कुल राशि 14 लाख रुपए हो गई है। राशि निकालने के लिए उन्हें 10 लाख रुपए और जमा करने को कहा गया, जो उन्होंने जमा कर दिए। इसके बाद ठगों ने बताया कि उनका बोनस और मुनाफा बढ़कर 30 लाख रुपए हो गया है। जीएसटी के नाम पर मांगे गए और पैसेइस राशि को निकालने के लिए जीएसटी सहित 8,54,430 रुपए और जमा करने की मांग की गई। योगेश गोयल ने यह राशि भी जमा कर दी। जब उन्होंने अपने वॉलेट से पैसे निकालने का प्रयास किया, तो उनसे और पैसे जमा करने के लिए कहा गया। तब उन्हें ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दी। आरोपी के खाते में गए थे ठगी के पैसेपुलिस जांच में सामने आया कि ठगी के 8 लाख 54 हजार 430 रुपए जाफर खान के खाते में ट्रांसफर हुए थे। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
हरियाणा के भिवानी में नगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष के बेटे पर हफ्ता न देने पर दुकान में घुसकर बदमाशों ने हमला कर दिया। बदमाशों ने दुकानदार पर ताबड़तोड़ लाठी-डंडे बरसाए। वो बचने के लिए पड़ोसी दुकान में भी घुसा, लेकिन आरोपी पीछा कर यहां तक भी पहुंच गए। यहां भी दुकानदार को जमकर पीटा। बदमाशों ने कहा कि सुविधा शुल्क तो देना पड़ेगा। ये पूरी घटना दुकान में लगे CCTV कैमरों में कैद हो गई। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घायल दुकानदार को तुरंत वहां से अस्पताल ले जाया गया। जहां वह उपचाराधीन है। मामले की शिकायत पुलिस को दी गई। SP सुमित कुमार ने बताया कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बाकियों की तलाश जारी है। अब सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, क्या है पूरा मामला... नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष बोले- फिरौती न देने पर पीटानगर व्यापार मंडल के अध्यक्ष भानू प्रकाश ने बताया कि उसके बेटे ने हलवाई की दुकान कर रखी है। उसका बेटा मक्का खाने के लिए हालु चौक पर गया। वहां कुछ लड़कों ने उससे रुपयों की डिमांड की। आरोपियों ने कहा कि यहां दुकान करते हैं तो कुछ सुविधा शुल्क देते हैं, फिरौती देते हैं। इसने मना कर दिया तो हाथापाई हो गई। इसके बाद आसपास के लोगों ने बीच-बचाव किया। इसके बाद उसका बेटा दुकान पर आ गया। इसके बाद उसका बेटा पड़ोस की दुकान पर चला गया। जबकि आरोपियों ने अपने साथियों को बुला लिया। जो लाठी-डंडे लेकर आ गए। आरोपियों ने मिलकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस दौरान हाथ, पीठ और मुंह आदि शरीर पर चोटें आई हैं। इससे दुकानदारों में भय का माहौल है। प्रशासन इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
अजमेर रेलवे स्टेशन पर सोमवार को नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले रेलवे कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया। रनिंग स्टाफ ने प्रदर्शन कर अपनी विभिन्न मांगों को जल्द पूरा करने की चेतावनी दी है। मांग पूरी नहीं होने पर रेल का चक्का जाम करने की चेतावनी दी गई है। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज यूनियन के मंडल अध्यक्ष मोहन चेलानी ने बताया- भारतीय रेल में रनिंग स्टाफ जिसमें लोको पायलट सहित अन्य कर्मचारी है। यह कर्मचारी गाड़ी के संचालन के साथ-साथ सुरक्षा और अन्य भूमिका निभाने का काम करते हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों से भारत सरकार का रेल मंत्रालय अलग-अलग आदेश जारी कर कर्मचारियों की जितनी भी डिमांड है, उन्हें इग्नोर करने का काम किया जा रहा है। मंडल अध्यक्ष ने कहा- डेढ़ साल बाद भी महंगाई भत्ते की बढ़ोतरी अभी तक कर्मचारियों की नहीं की गई है। रनिंग स्टाफ के 25 से 30% पद रिक्त पड़े हुए हैं। बिना किसी कर्मचारी के गाड़ी का संचालन संभव नहीं है। कर्मचारियों को इसके कारण लगातार 12 से 15 घंटे लगातार काम करना पड़ रहा है। 130 की स्पीड में 4 घंटे तक कोई स्टॉप नहीं मिलता है। इससे रेल की सुरक्षा भी प्रभावित होगी। इन सभी मुद्दों को लेकर आज नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलाइज के बैनर तले रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन कर भारत सरकार से कर्मचारियों के विभिन्न मांगे पूरी करने की मांग रखी गई। अगर जल्द मांगों को पूरा नहीं किया तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी भारत सरकार की होगी।
सहरसा में धान व्यापारी से 40 हजार लूटे:पुराने विवाद में गांव के 3 युवकों पर मारपीट का आरोप
सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र में एक धान व्यापारी से मारपीट कर 40 हजार रुपए लूट लिए गए। घायल व्यापारी का इलाज सहरसा सदर अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। घायल व्यापारी की पहचान सिमरी बख्तियारपुर थाना क्षेत्र के भटपुरा वार्ड नंबर 5 निवासी अमित कुमार (26) के रूप में हुई है। अमित कुमार ने बताया कि वह सिमरी बख्तियारपुर में धान बेचकर अपनी घर से वापस लौट रहा था और उसके पास 40 हजार रुपए नगद थे। 6 महीने पहले खेत से चोरी हुए थे 2 मोटर अमित कुमार के अनुसार, घर के रास्ते में गांव के ही तीन युवकों ध्रुव कुमार, प्रीतम कुमार और उत्तम कुमार ने उसे रोककर मारपीट की और पैसे लूट लिए। उसने बताया कि करीब 6 महीने पहले उसके खेत से दो मोटर चोरी हो गए थे, जिनमें से एक मोटर प्रीतम के खेत से मिला था। इसी बात को लेकर प्रीतम से उसका पुराना विवाद चल रहा था। पैर और सिर में गंभीर चोटें आई मारपीट में अमित कुमार के एक पैर और सिर में गंभीर चोटें आई हैं, जिसका इलाज सदर अस्पताल में जारी है। सिमरी बख्तियारपुर थानाध्यक्ष अमरनाथ कुमार ने बताया कि पीड़ित के आवेदन के आधार पर मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
देवास की आदर्श नगर कॉलोनी के रहवासियों ने रविवार को एक घर में देह व्यापार और संदिग्ध गतिविधियां होने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। लोगों का कहना है कि घर में दिनभर कई महिला-पुरुषों का आना-जाना लगा रहता है। शिकायत के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एक महिला व एक पुरुष को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। कॉलोनी के लोगों ने सिविल लाइन थाने में एक शिकायती आवेदन दिया। इसमें कहा गया है कि कॉलोनी के एक मकान में सुबह से ही कई महिला-पुरुषों का आना-जाना लगा रहता है, जिससे उन्हें देह व्यापार का संदेह है। निवासियों ने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने महिला-पुरुष को हिरासत में लियाशिकायत मिलने के बाद सिविल लाइन पुलिस मौके पर पहुंची और कॉलोनी से एक महिला और एक पुरुष को पकड़ा। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है। थाना प्रभारी बोले- आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिलीइस संबंध में सिविल लाइन थाना प्रभारी हितेश पाटिल ने बताया कि पुलिस टीम मौके पर गई थी, लेकिन उन्हें किसी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली। उन्होंने यह भी कहा कि फिलहाल यह देह व्यापार का मामला नहीं लग रहा है। पुलिस मकान के मालिक की जानकारी जुटा रही है।
बजाजा बाजार में व्यापारियों ने नए साइन बोर्ड लगाए, सभी दुकानों पर +
अलवर| व्यापारियों की नगर निगम आयुक्त के साथ हुई वार्ता के बाद बजाजा बाजार के व्यापारियों ने प्रशासन के बताए अनुसार दुकानों पर साइन बोर्ड लगाने का काम रविवार से शुरू कर दिया है। कई व्यापारियों ने निगम की चेतावनी के बाद भी रविवार शाम तक अपनी दुकानों से पुराने साइन बोर्ड नहीं हटाए। शनिवार सुबह निगम की ओर से होपसर्कस और बजाजा बाजार में दुकानों से साइन बोर्ड हटाने को लेकर विवाद हो गया था। इसके बाद निगम की ओर से शनिवार शाम तक दुकानदारों को अपने आप साइन बोर्ड हटाने का समय दिया था। नगर निगम में शनिवार शाम को आयुक्त के साथ व्यापारियों की हुई बैठक में इस विषय पर भी चर्चा हुई। इसमें साइन बोर्ड का रंग और डिजायन तय हुआ। आयुक्त ने बैठक में मौजूद व्यापार मंडल के अध्यक्षों से व्यापारियों के वॉट्स एप ग्रुप पर चयनित साइन बोर्ड का मॉडल डालने को कहा था। जिससे की व्यापारी यह नहीं कहे उन्हें कैसे साइन बोर्ड लगाने है। निगम आयुक्त सोहन सिंह नरुका ने बताया कि शहर में नाइट टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रशासन की ओर से होपसर्कस और बजाजा बाजार का चयन किया गया है। दुकानों पर एक जैसे साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। ये बोर्ड दुकानदारों अपने खर्चे पर लगाएंगे। दुकानदार चाहे तो फ्लैक्स लगवाए या पेंटर से लिखवाएं।
व्यापारी सेवा समिति ने दिव्यांग कर्मयोग सेवा संस्था में जरूरत के सामान भेंट किए
राहौद | व्यापारी सेवा समिति ने बड़े सीपत स्थित दिव्यांग कर्मयोग सेवा संस्था में सेवा कार्यक्रम आयोजित किया गया। समिति सदस्यों ने दिव्यांग बच्चों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए डबल डोर अलमारी, कुर्सियां, पंखा, कंबल, तकिए और स्कूल बैग सहित कई आवश्यक सामग्री भेंट की। इन उपयोगी वस्तुओं से बच्चों को सुविधा, सुरक्षा और बेहतर व्यवस्था की अनुभूति मिली। कार्यक्रम के दौरान बच्चों और स्टाफ के चेहरों पर प्रसन्नता स्पष्ट दिखाई दी। संस्था के अध्यक्ष चंद्रकांत लहरे ने समिति के इस सहयोग को मानवता का श्रेष्ठ उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि व्यापारी सेवा समिति समाज में सेवा-संस्कारों की मिसाल बन चुकी है। यह योगदान केवल सामग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि करुणा, संवेदनशीलता और मानवीय दायित्व का प्रतीक है।
भरतपुर जिले के रूपवास इलाके में व्यापारी पर फायरिंग करने के मामले में चौथे आरोपी की गिरफ्तारी कर ली गई है। 14 नवंबर को पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ में चौथे आरोपी का नाम सामने आया था। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। आरोपियों से और भी वारदातों का खुलासा होने का अंदेशा है। 12 नवंबर को व्यापारी पर की थी फायरिंग रूपवास थाना अधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि 12 नवंबर की देर शाम तीन बदमाशों द्वारा सर्राफा व्यापारी धीरज रघुवंशी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई थी। जब बदमाश सर्राफा व्यापारी से उसका गहनों से भरा बैग नहीं लूट पाए तो, बदमाशों ने तीन राउंड फायर किए। सर्राफा व्यापारी को तो, नहीं लगी लेकिन, वहां पास में खड़े किराना व्यापारी अरुण सिंघल के चेहरे के पास गोली लग गई। 50 CCTV खंगालने के बाद आरोपी हुए गिरफ्तार बदमाश फायरिंग करने के बाद मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद किराना व्यापारी अरुण सिंघल को तुरंत आरबीएम अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया और, आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया। करीब 50 सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद 14 नवंबर को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। चौथा नाबालिग आरोपी गिरफ्तार आरोपी गुर्जर और सौरभ निवासी बांगड़ कॉलोनी भाई हैं। इसके अलावा चंद्रकेश उर्फ़ लुक्का निवासी बांगड़ कॉलोनी तीसरा आरोपी है। तीनों आरोपियों से पूछताछ में चौथे आरोपी का नाम सामने आया। जिसे आज गिरफ्तार कर लिया गया। चौथा आरोपी नाबालिग है। जो लूट के प्लान में शामिल था। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
शिवपुरी जिले के भौंती थाना क्षेत्र के रैपुरा गांव में मूंगफली की फसल की तौल में कथित गड़बड़ी का मामला थम नहीं रहा है। उचित कार्रवाई न होने से आहत किसान रामदास लोधी मनपुरा बस स्टैंड पर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। उन्हें भीम आर्मी और आजाद समाज पार्टी के पदाधिकारियों का समर्थन मिल रहा है। मामला रविवार का है जब किसान रामदास लोधी ने व्यापारी वीरेंद्र विलैया को अपनी मूंगफली की फसल तुलवाई। किसान के अनुसार, तौल कांटे में लगभग दो किलो की गड़बड़ी पकड़ी गई। इस पर किसान और व्यापारी के बीच विवाद हो गया। पुलिस पर व्यापारी के साथ मिलकर परेशान करने का आरोप लगायारामदास लोधी का आरोप है कि व्यापारी ने उन पर दबाव बनाकर झूठा केस दर्ज कराने की कोशिश की और इसमें भौंती पुलिस ने उसका साथ दिया। किसान का दावा है कि उन्हें रातभर थाने में बैठाए रखा गया और उनका मोबाइल भी तोड़ दिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि थाने में आरक्षक आलोक जैन ने उनके साथ बदसलूकी की। ग्रामीणों ने किया हंगामा, आरक्षक लाइन अटैच रविवार को इस घटना के विरोध में ग्रामीणों ने भौंती थाने का घेराव किया था। लगभग छह घंटे के विरोध के बाद एसपी अमन सिंह राठौर ने आरक्षक आलोक जैन को तत्काल लाइन अटैच कर दिया। प्रदर्शन ग्रामीणों को व्यापारी पर भी कार्रवाई का आश्वासन देकर समाप्त कराया गया। किसान रामदास लोधी का कहना है कि व्यापारी वीरेंद्र विलैया पर अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है, इसी कारण उन्होंने भूख हड़ताल शुरू की है। उनकी प्रमुख मांग है कि व्यापारी वीरेंद्र विलैया के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए। आरक्षक आलोक जैन को निलंबित किया जाए।
डीडवाना में CGST जोधपुर की टीम ने देर रात एक बड़े गुटखा व्यापारी के ठिकानों पर कर चोरी के संदेह में बड़ी कार्रवाई की। यह कार्रवाई 20 घंटे से अधिक समय तक चली, जिसमें शहर के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों जैसे दुकान, गोदाम और आवास पर छापेमारी की गई। सूत्रों के अनुसार, यह मामला करोड़ों रुपए की जीएसटी चोरी से संबंधित है। छापेमारी के दौरान टीम ने व्यापारी के स्टॉक की गहन जांच की और 13,61,863 से अधिक गुटखा, बीड़ी, सिगरेट और सुपारी के पाउच जब्त किए। जब्त किए गए सभी स्टॉक को गोदामों और कई दुकानों पर नोटिस चस्पा कर सीज कर दिया गया। कार्रवाई के दौरान व्यापारी के एक ट्रक में हाल ही में आया गुटखा भी मौके पर सीज किया गया। इसके अतिरिक्त, एक अन्य वाहन को भी कब्जे में लिया गया है। टीम ने विभिन्न ठिकानों पर मौजूद स्टॉक के रिकॉर्ड की जांच की ताकि टैक्स चोरी की वास्तविक मात्रा का आकलन किया जा सके। सूत्रों ने बताया कि इस व्यापारी पर कुछ महीने पहले SGST विभाग भी कार्रवाई कर चुका है। लगातार दूसरी बार हुई इस बड़ी छापेमारी से व्यापारिक जगत में हलचल मच गई है। देर रात 3 बजे तक चली इस छापेमारी के बावजूद, CGST अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, सूत्रों का दावा है कि यह मामला बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी से संबंधित है, जिसके कारण कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, स्टॉक और वाहनों को टीम ने अपने कब्जे में लिया है। डीडवाना में हुई इस बड़ी कार्रवाई ने क्षेत्र में गुटखा कारोबार और टैक्स चोरी के मामलों पर एक बार फिर ध्यान आकर्षित किया है।
इंदौर के तिलक नगर में एक स्क्रैप व्यापारी पर चार से ज्यादा लोगों ने चाकू से हमला कर दिया। हमले में उसे गंभीर चोटें आई हैं, जिसके बाद उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर, पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है। तिलक नगर पुलिस के मुताबिक घायल युवक का नाम गौरव पुत्र सतू है। घटना शनिवार दोपहर साईं विहार कॉलोनी की है। आरोप है कि छोटी ग्वालटोली के कुछ युवकों ने गौरव पर चाकू से हमला किया। हमले के दौरान गौरव भागकर किसी तरह अपनी जान बचाने में सफल रहा। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में यह घटना कैद हो गई है। देर रात पुलिस अस्पताल पहुंची थी, लेकिन गौरव आईसीयू में होने के कारण उसका बयान नहीं लिया जा सका। स्क्रैप व्यापार को लेकर विवाद पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि गौरव और आरोपियों के बीच स्क्रैप व्यापार को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। रंजिश के चलते ही हमले की आशंका है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्धों की तलाश कर रही है। इंदौर के तिलक नगर में एक स्क्रेप व्यापारी पर चार से अधिक लोगो ने चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में उसे गंभीर चोट आई है। उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इधर पहचान के आधार पर पुलिस आरोपियो की तलाश में जुट गई है।तिलक नगर पुलिस के मुताबिक घायल युवक का नाम गौरव पुत्र सतू है। शनिवार दाेपहर घटना सांई विहार कॉलोनी की है। यहां पर छोटी ग्वालटोली के कुछ युवको ने गौरव पर हमला कर दिया था। हमले के दौरान आरोपी गौरव ने भागकर अपनी जान बचाई। यहां लगे कैमरो में घटना कैद हुई। इसके बाद पुलिस देर रात मामले में गौरव के बयान लेने अस्पताल भी पहुंची थी। लेकिन आईसीयू में होने के चलते उसने बयान नही हो पाए थे।स्क्रेप के व्यापार को लेकर है विवादपुलिस को मामले में प्रारभिंक जानकारी मिली है। उनके बीच स्क्रेप व्यापार को लेकर विवाद है। आरोपियो से गौरव की पूर्व से रंजिश चली आ रही है। हालाकि पुलिस फुटेज के आधार पर संदिग्धो की तलाश कर रही है।
देवास के एमजी रोड पर रविवार को तीसरे दिन भी अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई जारी रही। इस अभियान के तहत कई घरों और दुकानों को तोड़ा गया। कार्रवाई के दौरान एक व्यक्ति ने अपना पूरा मकान तोड़े जाने का आरोप लगाया। इस दौरान उसकी आंखों में आंसू आ गए, जिससे मौके पर भावुक माहौल बन गया। कांग्रेस के पूर्व शहर अध्यक्ष मनोज राजानी मौके पर पहुंचे और कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि व्यापारियों के साथ गलत व्यवहार किया जा रहा है, जिससे उनके रहने और खाने की समस्या खड़ी हो गई है। राजानी ने आरोप लगाया कि व्यापारियों को निर्माण हटाने के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया जा रहा है और सीधे मशीन से तोड़फोड़ की जा रही है। उन्होंने देवास को 'गाजा पट्टी' बनाने की बात कही और महापौर व सभापति से भी इस 'ड्रीम' प्रोजेक्ट पर सवाल उठाए। उन्होंने नगर निगम से व्यापारियों को डीडीआर देने की मांग की। प्रभावितों में से एक भोजराज आहूजा ने बताया कि उनका पूरा मकान गिरा दिया गया है, जिससे उनके पास रहने की कोई व्यवस्था नहीं बची है। उन्होंने ठंड के मौसम में बच्चों के परेशान होने की चिंता व्यक्त की।
वेस्ट यूपी का कुख्यात बदमाश आसिफ उर्फ टिड्डा और इलियास उर्फ दीनू गैंग मुरादाबाद के डॉक्टर्स, निर्यातकों और व्यापारियों को आसामी बनाने की फिराक में था। गैंग की योजना थी कि पीतल कारोबारी हाजी जफर और एक अन्य निर्यातक को किडनैप करके पीतल नगरी को गैंग की ओर से एक मैसेज पास किया जाए। ताकि गैंग का खौफ व्यापारियों में बैठ जाए और इसके बाद फोन कॉल पर ही गैंग का रंगदारी का धंधा चलने लगे। लेकिन पूर्व में मेरठ और मुजफ्फरनगर में तैनात रह चुके मुरादाबाद के SSP सतपाल अंतिल इस गैंग के कारनामों से वाकिफ थे।सितंबर माह में जब पीतल कारोबारी हाजी जफर ने पुलिस को सूचना दी कि उनसे कॉल करके एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई है तो थाना लेवल की पुलिस इसे गंभीरता से लेने को तैयार नहीं थी। इसकी वजह भी थी, क्योंकि मुरादाबाद इस तरह के अपराधों से अछूता रहा है। लेकिन जैसे ही रंगदारी की इस कॉल के पीछे आसिफ उर्फ टिड्डा का नाम आया तो एसएसपी ने पूरा ऑपरेशन अपने हाथों में ले लिया। उन्होंने तुरंत आसिफ उर्फ टिड्डा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई और गैंग की इलेक्ट्रानिक सर्विलांस शुरू करा दी। पता चला कि यूपी, हरियाणा, उत्तराखंड और पंजाब में 65 से अधिक संगीन वारदात कर चुका आसिफ टिड्डा मुरादाबाद में पैर जमाने की फिराक में है। वो मुरादाबाद को साफ्ट टारगेट की तरह देख रहा था और उसकी योजना थी कि यहां अपनी दहशत फैलाकर व्यापारियों से पैसा उगाही का धंधा शुरू करे।उसने शुरुआती आसामी के रूप में पीतल कारोबारी हाजी जफर काे चुना। हाजी जफर ने जब एक करोड़ रुपए देने से इंकार किया तो उसने उसके ऊपर फायरिंग करा दी। हाजी जफर ने 2 लाख रुपए देकर बाकी रकम देने के लिए मोहलत मांगी। SSP सतपाल अंतिल समझ चुके थे कि आसिफ टिड्डा महज हाजी जफर तक रुकने वाला नहीं है। एक बार हाजी जफर से वसूली करने के बाद वो शहर के दूसरे व्यापारियों का रुख करेगा।SSP ने हाजी जफर को सुरक्षा दे दी थी। लेकिन उन्हें इस बात का एहसास था कि आसिफ टिड्डा और दीनू गैंग जल्द हाजी जफर को किडनैप करने की कोशिश करेंगे या फिर हमला करेंगे। क्योंकि गैंग पीतलनगरी को अपनी दहशत का मैसेज देने के लिए उतावला था।लिहाजा इस गैंग को निपटाने के लिए एसएसपी सतपाल अंतिल ने शासन में बात करके एसटीएफ की मेरठ यूनिट की भी मदद लेना शुरू कर दिया। अंतत: सोमवार रात को मुरादाबाद में हुई मुठभेड़ में SSP सतपाल अंतिल ने खुद दोनों कुख्यात बदमाशों को ढेर कर दिया। पूरे ऑपरेशन को एसएसपी ने खुद लीड किया। पहला मौका है जब किसी जिले के SSP ने एनकाउंटर टीम को न सिर्फ लीड किया बल्कि आगे बढ़कर पूरे ऑपरेशन को अंजाम तक पहुंचाया। ऑपरेशन के दौरान उनकी जान बाल-बाल बची। बदमाशों की ओर से की गई फायरिंग में एक गोली उनकी बुलेट प्रूफ जैकेट में जाकर धंस गई। खुद एसएसपी ही इस एनकाउंटर के मुकदमे के वादी भी हैं।अब आसिफ टिड्डा और दीनू के ढेर होने के बाद शहर के व्यापारियों ने राहत की सांस ली है। एनकाउंटर के बाद से व्यापारी संगठनों, अधिवक्ताओं, किसान संगठनों, निर्यातकों और अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा एसएसपी को सम्मानित करने का क्रम जारी है। आसिफ टिड्डा के टारगेट पर रहे पीतल कारोबारी हाजी जफर ने भी अपने परिवार के साथ पुलिस ऑफिस पहुंचकर SSP को सम्मानित किया है।
शहीदी दिवस पर बाबा दीप सिंह गुरुद्वारे में उमड़ी संगत, गुल्लक में विदेशी मुद्रा निकली
लुधियाना| अमर शहीद बाबा दीप सिंह जी के शहीदी दिवस पर अमर शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा साहिब में सुबह से भारी संगत पहुंची। संगत ने मिलकर नाम सिमरन किया। दोपहर में श्री जपजी साहिब, श्री चौपाई साहिब और श्री सुखमणि साहिब के पाठ हुए। शाम को रागी जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन कर संगत को आध्यात्मिक शांति से जोड़ा। इसी दौरान हर शनिवार होने वाली साप्ताहिक गुल्लक गिनती भी की गई, जिसमें कनाडा, अमेरिका और दुबई की विदेशी मुद्रा निकली। कमेटी सदस्य सुखविंदर पाल सिंह सरना ने बताया कि इस पावन स्थान पर देश-विदेश से संगत दर्शन के लिए आती है। हर बुधवार होने वाले जप तप समागम में भी विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु नतमस्तक होते हैं। संगत की सुविधा के लिए अलग-अलग हॉल में बैठने की व्यवस्था की जाती है। हरप्रीत सिंह राजधानी ने कहा कि हर सप्ताह प्रसिद्ध रागी जत्थे बुलाए जाते हैं। नवप्रीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि संगत के लिए मेडिकल कैंप और धार्मिक यात्राएं भी कराई जाती हैं। अमरजीत सिंह टिक्का ने जानकारी दी कि संग्राद के अवसर पर भी आज विशेष कीर्तन समागम होगा, जिसमें संगत मिलकर नाम सिमरन करेगी।
लखनऊ में चिट फंड के नाम पर देशभर में करीब 56 सौ करोड़ रुपए की ठगी कर चुकी हीरा गोल्ड एक्सिम कंपनी की सीईओ नौहेरा नन्ने साहब शेख के खिलाफ अब लखनऊ में भी पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। हीरे और सोने में निवेश कराकर मोटे मुनाफे का लालच दिया। कुछ समय तक मुनाफा दिया। फिर देना बंद कर दिया। पीड़ित ने जब पैसा मांगा तो धमकी देने लगा। गोमतीनगर के विश्वासखंड-3 निवासी कारोबारी सैयद लरैब और आइशा लरैब ने निवेश के नाम पर 15 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाते हुए गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट लिखाई है। पीड़ित दंपती ने बताया कि उनकी मुलाकात 2016 में नौहेरा से हुई थी। उसने हीरा और सोने में निवेश कर 36 फीसदी से ज्यादा मुनाफा देने का लालच दिया। भरोसा कर दोनों ने कई किश्तों में 15 लाख रुपए जमा कर दिए। शुरू में नौहेरा ने 18 अगस्त 2017 तक मुनाफा भेजा। इसके बाद भुगतान बंद कर दिया। काफी खोजबीन के बाद भी रकम नहीं मिली तो पीड़ितों ने कंपनी से संपर्क किया लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। नौहेरा ने पैसे लौटाने के बजाय जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद दोनों ने सहायक पुलिस आयुक्त गोमतीनगर से मिलकर शिकायत की। इंस्पेक्टर ब्रजेश चंद्र तिवारी ने बताया पीड़ितों से दस्तावेज लेकर जांच शुरू कर दी गई है। नौहेरा शेख 2018 से ही पुराने मामलों में जेल में बंद है। इस बड़े चिट फंड घोटाले की जांच ईडी भी कर रहा है।
फेडरेशन ऑफ राजस्थान ट्रेड एंड इंडस्ट्री (फोर्टी) कार्यालय में फोर्टी यूथ विंग द्वारा इन्सोलवेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) और नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में एडवोकेट हेमंत कोठारी और प्रशांत अग्रवाल ने आईबीसी और एनसीएलटी विशेषज्ञ के तौर पर व्यापारियों को इन कानूनों के प्रावधानों की विस्तृत जानकारी दी। इस कार्यक्रम में फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, उपाध्यक्ष सीए शैलेंद्र अग्रवाल, सचिव प्रशांत शर्मा, संयुक्त सचिव शशांक मित्तल और कौशल गर्ग सहित कई उद्यमियों ने भाग लिया। विशेषज्ञों ने बताया कि सरकार बैंकों से लिए गए व्यवसायिक ऋणों का भुगतान न करने वालों के खिलाफ इन कानूनों के माध्यम से सख्त कार्रवाई कर रही है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो व्यापारी बैंक का पैसा चुकाना चाहते हैं, लेकिन किसी तकनीकी खामी या अन्य कारण से ऋण की किस्त समय पर जमा नहीं करा पाए, उन्हें घबराने की आवश्यकता नहीं है। आईबीसी और एनसीएलटी में ऐसे मामलों के लिए भी प्रावधान मौजूद हैं, लेकिन इसके लिए व्यापारियों का जागरूक होना आवश्यक है। फोर्टी यूथ विंग के अध्यक्ष सुनील अग्रवाल ने बताया कि इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश के व्यापारियों, विशेषकर युवा उद्यमियों को आईबीसी और एनसीएलटी के नए प्रावधानों के प्रति जागरूक करना था।
ई-कॉमर्स में AI से विक्रेता अनुपालन बढ़ा:डिजिटल ऑनबोर्डिंग, साझेदारी से मजबूत हो रहा विश्वास
भारत में डिजिटल कॉमर्स एक सुदृढ़ और मजबूत शासन प्रणाली पर आधारित है। ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म विक्रेताओं के व्यवहार को आकार देने, अनुपालन बढ़ाने और पूरी वैल्यू चेन में विश्वास स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। ऑन-बोर्डिंग से लेकर उत्पाद वितरण तक, प्रत्येक चरण शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने का अवसर प्रदान करता है। डिजिटल अर्थव्यवस्था में लाखों विक्रेता शामिल हैं, और ये प्लेटफॉर्म हर स्तर पर अनुपालन सुनिश्चित करके जवाबदेह व्यापार को संभव बना रहे हैं। फ्लिपकार्ट के एसवीपी एवं हेड ऑफ मार्केटप्लेस, साकेत चौधरी के अनुसार, डिजिटल कॉमर्स का भविष्य एक ऐसे परिवेश के निर्माण पर निर्भर करता है, जहाँ प्रौद्योगिकी और विश्वास मिलकर प्रत्येक विक्रेता को सशक्त और जवाबदेह बनाते हैं। केवाईसी, जीएसटी सत्यापन और उत्पाद लिस्टिंग जैसे कार्य अब एआई टूल्स की मदद से तेजी से पूरे होते हैं डिजिटल ऑनबोर्डिंग प्रक्रिया में उल्लेखनीय परिवर्तन आया है, जिससे अनुपालन के लिए एक स्पष्ट आधार स्थापित हुआ है। केवाईसी, जीएसटी सत्यापन और उत्पाद लिस्टिंग जैसे कार्य अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) टूल्स की मदद से तेजी से पूरे होते हैं। यह सुविधा छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) के लिए विशेष रूप से सहायक है, क्योंकि यह प्रक्रिया शुरुआत से ही नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करती है। ईवाई की एल्डी 2025 रिपोर्ट के अनुसार, भारत के रिटेल और ई-कॉमर्स सेक्टर में जनरेटिव एआई के उपयोग से ग्राहक जुड़ाव, उत्पाद विकास और परिचालन दक्षता में नवाचार के माध्यम से वर्ष 2030 तक उत्पादकता में 35 से 37 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है। यह उन नए विक्रेताओं और एमएसएमई के लिए महत्वपूर्ण है जिनके पास पारंपरिक अनुपालन बुनियादी ढांचा नहीं है। विक्रेताओं द्वारा अनुपालन में वृद्धि सहयोगात्मक ढांचे सरकारी संस्थाओं, औद्योगिक संगठनों और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बीच संपर्क स्थापित कर रहे हैं, जिससे विक्रेताओं द्वारा अनुपालन में वृद्धि हो रही है। 'डिजिटल इंडिया' जैसे अभियान इंटरऑपरेबिलिटी को बढ़ावा दे रहे हैं और एक पारदर्शी तथा मानकीकृत विक्रेता परिवेश स्थापित कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म स्थानीय कर नियमों, उपभोक्ता संरक्षण और डेटा गवर्नेंस पर स्थानीय सामग्री और प्रासंगिक सहयोग के साथ प्रशिक्षण प्रदान कर रहे हैं। ये पहलें विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 बाजारों में बदलाव ला रही हैं, जहाँ कई विक्रेताओं को व्यावहारिक मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। टेक-इनेबल्ड लॉजिस्टिक्सः करता है अनुपालन का चक्र पूर्ण लॉजिस्टिक्स इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विस लेवल के एग्रीमेंट्स, रिटर्न पॉलिसी और टैक्स डॉक्यूमेंटेशन के साथ अनुपालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। प्रोडक्टिव एनालिटिक्स, आईओटी और ऑटोमेटेड समाधानपूर्ति से विक्रेताओं को अपने नियामक दायित्व पूरे करने में मदद मिल रही है। डेलॉयट की इंडिया ई-कॉमर्स आउटलुक रिपोर्ट के अनुसार लॉजिस्टिक्स की लागत जीडीपी की लगभग 14 प्रतिशत है। परिवहन मैनेजमेंट सिस्टम्स और ग्लोबल ट्रेड मैनेजमेंट जैसी टेक्नोलॉजी से ऑपरेशंस को स्ट्रीमलाईन करने, लागत पर नियंत्रण पाने और चुस्त लॉजिस्टिक्स सुनिश्चित करने में रणनीतिक मदद मिल रही है। टियर 2 और टियर 3 शहरों में स्मार्ट लॉजिस्टिक्स विक्रेताओं की पहुंच और अनुपालन बढ़ाने में सहयोग कर रहे हैं। अनुपालन से मिल रही है रणनीतिक मदद भारत में विक्रेताओं द्वारा अनुपालन उनके विकास, विश्वास और बाजार के विस्तार में रणनीतिक सहयोग दे रहा है। सरल ऑनबोर्डिंग, अनुपालन के सशक्त ज्ञान और मजबूत टेक्नोलॉजी इन्फ्रास्ट्रक्चर से डिजिटल अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही आ रही है। नीति, टेक्नोलॉजी और प्लेटफॉर्म इनोवेशन विक्रेताओं को सशक्त बनाने और जवाबदेह कॉमर्स के अगले अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं।
गोरखपुर में बिजली विभाग की गंभीर लापरवाही का नतीजा सामने आया। शिवपुर शाहबाजगंज में मिलन चौराहा के पास जर्जर बिजली पोल अचानक गिर गया, जिससे नीलकंड ज्वेलरी हाउस का टीन शेड टूट गया और व्यापारी को नुकसान उठाना पड़ा। वहां रह रहे लोगों का कहना है कि अगर विभाग समय रहते सचेत हो जाता, तो यह हादसा टाला जा सकता था। दरअसल, घटना वाले स्थान पर ट्रांसफार्मर के बगल में लगा बिजली पोल लंबे समय से खराब हालत में था। लोगों ने कई बार विभाग को इसकी जानकारी दी थी। शिकायतों के बावजूद न तो निरीक्षण हुआ और न ही मरम्मत। लोग बताते हैं कि पोल धीरे-धीरे और झुकता जा रहा था, लेकिन विभाग ने किसी भी तरह की कार्रवाई जरूरी नहीं समझी। पोल हटाने में भी नहीं हुआ सुरक्षा मानकों का पालन घटना के बाद जब बिजली विभाग की टीम आखिरकार पोल हटाने पहुंची, तो काम में फिर से लापरवाही दिखी। कर्मचारियों ने बिना किसी सुरक्षा उपाय के पोल को जोर से खींचा, जिससे वह नियंत्रण खोकर सीधे नीलकंड ज्वेलरी हाउस पर जा गिरा। इस हादसे में दुकान का टीन शेड टूट गया और अंदर रखी वस्तुओं को भी नुकसान पहुंचा। दुकानदार ज्योति कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यह नुकसान पूरी तरह बिजली विभाग की लापरवाही के कारण हुआ है। उनका कहना है कि पोल पहले से आधा टूटा हुआ था और तकनीकी तरीके से हटाए जाने की आवश्यकता थी। लेकिन समय रहते न सुधार किया गया और न ही हटाने के दौरान एहतियात बरती गई। पहले भी चुकाई है कीमत घटना के बाद स्थानीय लोग मौके पर जुट गए और विभागीय अनदेखी पर रोष जताया। उनका कहना है कि यह पहली बार नहीं है जब विभाग की लापरवाही से खतरा पैदा हुआ हो। इलाके में कई बार इस तरह की शिकायतें उठाई गईं, लेकिन विभाग ने गंभीरता नहीं दिखाई। लोगों ने कहा कि अगर समय रहते पुराने टूटे हुए जर्जर पोल हटाए जाएं, तो ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।
विंध्य क्षेत्र के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। रीवा से दिल्ली के लिए हवाई सेवा शुरू होने के बाद अब रीवा-इंदौर के बीच भी हवाई कनेक्टिविटी प्रारंभ होने जा रही है। इंडिगो एयरलाइंस 22 दिसंबर से रीवा और इंदौर के बीच नियमित उड़ान संचालित करेगी, जिससे लाखों यात्रियों को तेज और सुविधाजनक यात्रा का नया विकल्प मिलेगा। इंडिगो सेल्स से जुड़े उत्तम एसोसिएट के उत्तम अग्रवाल ने बताया कि विंध्य वासियों का लंबे समय से इंतजार अब खत्म होने वाला है। नई हवाई सेवा के तहत: इस सेवा में 72 सीटर ATR विमान का उपयोग किया जाएगा। रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मैहर, मऊगंज, पन्ना और आसपास के जिलों के यात्रियों को इस सुविधा से बड़ा लाभ मिलेगा। जहां पहले इंदौर तक सड़क या रेल मार्ग से लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी, वहीं अब कुछ ही घंटों की हवाई यात्रा से यह सफर बेहद आसान हो जाएगा। यह सेवा व्यापार, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों को भी नई गति प्रदान करेगी। जानकारी के अनुसार, यह उड़ान सेवा उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के प्रयासों का परिणाम है, जिन्होंने विंध्य क्षेत्र में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए लगातार पहल की है। नई उड़ान के ऐलान के बाद स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल है और इसे क्षेत्र के विकास की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
शिवपुरी शहर में शनिवार सुबह प्रशासन, नगर पालिका और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने मानस भवन के पास स्थित थोक सब्जी मंडी पर कार्रवाई की। टीम ने थोक व्यापारियों और किसानों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अब मुख्य मार्ग पर मंडी नहीं लगाई जाएगी। उन्हें अपनी दुकानें सड़क से हटाकर निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित करने को कहा गया। यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव ने बताया कि मानस भवन और कोर्ड रोड क्षेत्र में लगने वाली इस मंडी के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनती थी, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी होती थी। उन्होंने पुष्टि की कि सड़क पर लगने वाली थोक सब्जी मंडी को अब अनाज मंडी परिसर में स्थानांतरित किया जाएगा। इससे यातायात सुचारु रहेगा और व्यवस्था में सुधार होगा। यह कार्रवाई 12 नवंबर को ऊर्जा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के शिवपुरी प्रवास के बाद तेज की गई है। मंत्री तोमर ने पुरानी गल्ला मंडी का निरीक्षण किया था और प्रशासन को निर्देश दिए थे कि कोर्ट रोड तथा मानस भवन के पास सड़क पर लगने वाली फल एवं सब्जी मंडी को हटाकर पुरानी गल्ला मंडी में शिफ्ट किया जाए। प्रशासन वर्षों से इस स्थानांतरण का प्रयास कर रहा था। प्रशासन के अनुसार, इस नई व्यवस्था से न केवल यातायात जाम की समस्या समाप्त होगी, बल्कि व्यापारियों और खरीदारों को भी एक सुव्यवस्थित मंडी का लाभ मिलेगा।
भरतपुर जिले के रूपवास इलाके में व्यापारी पर फायरिंग करने वाले कल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आज तीनों आरोपियों को पैदल क्राइम सीन तक ले जाया गया। आरोपियों को देखने के लिए काफी लोगों और व्यापारियों की भीड़ लग गई। पुलिस ने क्राइम सीन पर ले जाकर घटना को रिक्रिएट करवाया। 12 नवंबर को व्यापारी पर की थी फायरिंग रूपवास थाना अधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि 12 नवंबर की देर शाम तीन बदमाशों द्वारा सर्राफा व्यापारी धीरज रघुवंशी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई थी। जब बदमाश सर्राफा व्यापारी से उसका गहनों से भरा बैग नहीं लूट पाए तो, बदमाशों ने तीन राउंड फायर किए। सर्राफा व्यापारी को तो, नहीं लगी लेकिन, वहां पास में खड़े किराना व्यापारी अरुण सिंघल के चेहरे के पास गोली लग गई। 50 CCTV खंगालने के बाद आरोपी हुए गिरफ्तार बदमाश फायरिंग करने के बाद मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद किराना व्यापारी अरुण सिंघल को तुरंत आरबीएम अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया और, आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया। करीब 50 सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद कल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाकर करवाया क्राइम सीन रिक्रिएट आरोपी गुर्जर और सौरभ निवासी बांगड़ कॉलोनी भाई हैं। इसके अलावा चंद्रकेश उर्फ़ लुक्का निवासी बांगड़ कॉलोनी तीसरा आरोपी है। आज तीनों आरोपियों को मौके पर ले जाकर घटना को रिक्रिएट किया गया। तीनों आरोपियों को पैदल क्राइम सीन तक ले जाया गया। इस दौरान काफी पुलिसकर्मी तैनात रहे। आरोपियों को देखने के लिए लोगों और व्यापारियों की भीड़ लग गई। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स को अब पैकेज्ड सामानों के लिए 'कंट्री ऑफ ओरिजिन' का फिल्टर अलग से देना होगा। जिससे प्रोडक्ट सर्च कर रहे कस्टमर को उसका ओरिजिन (सामान मूल रूप से किस देश में बना है) का पता आसानी से पता चल सके। डिपार्टमेंट ऑफ कंज्यूमर अफेयर ने इसे मेंडेटरी करने के लिए प्रस्ताव लाया है। अगर ये पास हो गया, तो 2026 से लागू हो सकता है। मंत्रालय ने सोमवार, 10 नवंबर को कहा है कि ये बदलाव 2011 के लीगल मेट्रोलॉजी रूल्स में संशोधन के जरिए होगा। पैकेज्ड सामानों पर कंट्री ऑफ ओरिजिन लिखने की अनिवार्यता पहले से ही है। नया नियम ई-कॉमर्स पर सर्च के लिए फिल्टर लगाने के लिए लाया जा रहा है। इससे डिजिटल मार्केटप्लेस पर ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी और लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बराबरी का मौका मिलेगा। उपभोक्ता मंत्रालय के प्रस्ताव की बड़ी बातें मंत्रालय ने ड्राफ्ट लीगल मेट्रोलॉजी (पैकेज्ड कमोडिटीज) (सेकंड) अमेंडमेंट रूल्स, 2025 जारी किया है। इसमें कहा गया है कि हर ई-कॉमर्स एंटिटी जो इम्पोर्टेड प्रोडक्ट्स बेचती है, उसे प्रोडक्ट लिस्टिंग्स में कंट्री ऑफ ओरिजिन का फिल्टर देना होगा। ये फिल्टर सर्चेबल और सॉर्टेबल होंगे, यानी यूजर्स आसानी से फिल्टर लगा कर लोकल या इम्पोर्टेड आइटम्स छांट सकेंगे। क्यों आया ये प्रस्ताव, बैकग्राउंड में क्या है ई-कॉमर्स का बाजार भारत में तेजी से बढ़ रहा है। 2025 तक ये 3 लाख करोड़ रुपए का हो चुका है, लेकिन कंज्यूमर्स अक्सर प्रोडक्ट्स का ओरिजिन न जान पाने की शिकायत करते रहे हैं। मंत्रालय का मानना है कि ट्रांसपेरेंसी न होने से इम्पोर्टेड सामानों को ज्यादा एडवांटेज मिलता है। पिछले सालों में कई कंज्यूमर कंप्लेंट्स आईं, जहां लोग 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स ढूंढने में परेशान हुए। मंत्रालय ने इसे नोटिस किया और डिजिटल मार्केट को रेगुलेट करने के लिए ये स्टेप उठाया। मंत्रालय ने कहा- ट्रांसपेरेंसी और कंप्लायंस पर जोर मंत्रालय ने स्टेटमेंट में कहा, ‘ये फीचर कंज्यूमर्स को विस्तृत लिस्टिंग्स में ओरिजिन लोकेट करने का टाइम बचाएगा। साथ ही, ये अथॉरिटीज को भी मदद करेगा। अब मैन्युअल रिव्यू की बजाय ऑटोमेटेड चेकिंग से नियमों के उल्लंघन पकड़े जा सकेंगे। ये बदलाव नेशनल प्रायोरिटीज से मैच करता है। कंज्यूमर ट्रस्ट बढ़ेगा और डिजिटल इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, ‘प्रोडक्ट इंफॉर्मेशन वेरिफाई करना आसान हो जाएगा, जिससे कंप्लायंस मॉनिटरिंग तेज होगी।’ लोकल मैन्युफैक्चरर्स को बूस्ट मिलेगा ये प्रपोजल 'आत्मनिर्भर भारत' और 'वोकल फॉर लोकल' को डायरेक्ट सपोर्ट देगा। कंज्यूमर्स को 'मेड इन इंडिया' प्रोडक्ट्स आसानी से मिलेंगे, जिससे डोमेस्टिक गुड्स की विजिबिलिटी बढ़ेगी। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे छोटे और लोकल ब्रांड्स को 20-30% ज्यादा सेल्स मिल सकती है, क्योंकि फिल्टर से 'मेड इन इंडिया' कैटेगरी टॉप पर आएगी। ई-कॉमर्स इकोसिस्टम ज्यादा कॉम्पिटिटिव बनेगा लॉन्ग टर्म में ये बदलाव ई-कॉमर्स को ज्यादा कंज्यूमर-फ्रेंडली बनाएगा। कंपनियों को टेक्निकल चेंजेस करने पड़ेंगे, जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसी प्लेटफॉर्म्स पर नया फिल्टर ऐड करना। लेकिन ये नेशनल गोल्स से जुड़े होने से सपोर्ट मिलेगा। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... 1. ई-कॉमर्स कैश ऑन डिलीवरी पर एक्स्ट्रा चार्ज ले रहे: ऑर्डर के फाइनल स्टेज में छिपे शुल्क भी जोड़े जा रहे; सरकार बोली ये गलत, जांच शुरू सरकार ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर कैश ऑन डिलीवरी ऑर्डर्स पर एक्स्ट्रा चार्ज लगाए जाने की औपचारिक जांच शुरू कर दी है। उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स द्वारा सीओडी पर अतिरिक्त शुल्क लगाना एक तरह का ‘डार्क पैटर्न’ है। इस साल प्राप्त शिकायतों के बाद विभाग ने जांच तेज कर दी है।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... 2. 75% ग्राहकों को पहले कीमत कम दिखी, खरीदते वक्त बढ़ी: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स किन 5 डार्क पैटर्न से ग्राहकों को गुमराह करते हैं इंस्टाग्राम स्क्रॉल कर रही श्रेया को एक ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का विज्ञापन दिखा। जिसमें एक ड्रेस की कीमत 750 रुपए थी। श्रेया ने फौरन उसे क्लिक किया, लेकिन खरीदते वक्त उसी ड्रेस की कीमत 1400 रुपए हो गई। श्रेया ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के डार्क पैटर्न का इकलौता शिकार नहीं हैं। पूरी खबर पढ़ेने के लिए यहां क्लिक करें...
व्यापार समझौते की शर्त के रूप ट्रंप चाहते हैं भारत रूसी तेल आयात में कमी लाए
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक परेशानियां बढ़ती जा रही हैं क्योंकि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की 5 और 6 दिसंबर को प्रस्तावित भारत यात्रा के दिन नज़दीक आ रहे हैं
यह महंगाई नहीं, नग्न बाजारवाद का बेशर्म परीक्षण है!
जब आपूर्ति कम होती है तो बाजार में चीजें दिखाई नहीं पड़ती हैं और उनकी कालाबाजारी होती है
'भारत-अमेरिका कृषि व्यापार : अवसर, जोखिम और संतुलन की चुनौती
भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लगातार व्यापक होने की संभावनाओं के बीच कृषि क्षेत्र इस साझेदारी का सबसे संवेदनशील और विवादास्पद हिस्सा बना हुआ है
मोदी सरकार व्यापार पैटर्न को संतुलित करे और घरेलू खपत को बढ़ावा दे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय निर्यात पर 25प्रतिशत टैरिफ लगाने का फैसला किया है जो आज एक अगस्त से लागू हो गया है
काजोल ने किया रियल एस्टेट में निवेश, खरीदी इतने करोड़ की कमर्शियल प्रॉपर्टी
बॉलीवुड एक्ट्रेस काजोल ने इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया है। काजोल भले ही फिल्मों में कम नजर आती हो, लेकिन वह सुर्खियों में बनी रहती हैं। काजोल ने अब एक्टिंग के साथ-साथ रियल एस्टेट में भी कदम रख दिया है। काजोल ने मुंबई के गोरेगांव वेस्ट ...
जानिए क्यों पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास पर है 2100 करोड़ रुपए निवेश
पैन इंडिया सुपरस्टार प्रभास अपने करियर के शानदार दौर से गुजर रहे हैं, और निर्विवाद रूप से अखिल भारतीय सुपरस्टार के रूप में अपनी जगह पक्की कर रहे हैं। बाहुबली, सलार, कल्कि 2898 एडी जैसी बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली फिल्मों के साथ, उन्होंने भारतीय ...
'एक रात के 5 लाख' क्या इस महंगाई की वजह बने हैं विक्की कौशल और कैटरीना कैफ
राजस्थान अपने खूबसूरत किलों और महलों के लिए विश्वभर में जाना जाता है। कला और संस्कृति के इस अनूठे संगम, शाही ठाठ बाठ समेत राजपुताना वास्तुकला का आनंद उठाने दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं..........
खतरों के खिलाड़ी सीजन 14 के कंटेस्टेंट अभिषेक कुमार जिन्होंने बिग बॉस 17 में अपने कार्यकाल से काफी लोकप्रियता हासिल की, अपने आकर्षक व्यक्तित्व से लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं। विवादित रियलिटी शो में उनकी भागीदारी ने उन्हें स्टार बना दिया और उन्हें रातोंरात सफलता दिलाई। अभिषेक जो वर्तमान में रोहित शेट्टी के शो खतरों के खिलाड़ी 14 में हैं, ने साझा किया कि वह एक प्रोडक्शन हाउस खोलना चाहते हैं। इसे भी पढ़ें: Kartik Aaryan का खुलासा, Pyaar Ka Punchnama की सफलता के बावजूद उनके पास ‘कोई ऑफर नहीं था, कोई पैसा नहीं था ईटाइम्स टीवी के साथ एक इंटरव्यू में, अभिषेक ने खुलासा किया कि वह भविष्य के लिए पैसे बचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता चाहते हैं कि वह मुंबई में एक घर खरीदें, लेकिन वह एक व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं। अभिषेक ने कहा कि वह एक उद्यमी बनना चाहते हैं और उनके बड़े सपने हैं जिन्हें वह हासिल करना चाहते हैं। अभिषेक कुमार मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते इंटरव्यू में, अभिषेक ने कहा कि उन्होंने पैसे बर्बाद करना बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह मुंबई में घर नहीं खरीदना चाहते क्योंकि शहर काफी महंगा है और कहा कि किराए पर रहना एक समझदारी भरा फैसला है। उन्होंने यहां तक कहा कि घर खरीदने में बड़ी रकम लगाने और फिर हर महीने लोन के रूप में बैंक को बड़ी EMI चुकाने का कोई मतलब नहीं है। इसे भी पढ़ें: Karan Johar को कोर्ट से मिली राहत, फिल्म Shaadi Ke Director Karan Aur Johar की रिलीज परह लगी रोक अभिषेक ने कहा कि वह अपना पैसा निवेश करना चाहते हैं और उस पर ब्याज पाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह रवि दुबे और सरगुन मेहता की तरह एक प्रोडक्शन हाउस स्थापित करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि उनका परिवार चंडीगढ़ में घर खरीदे, लेकिन मुंबई में नहीं क्योंकि वे वहीं रह सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह पैसे बचाना चाहते हैं और कोई दूसरा व्यवसाय शुरू करने में निवेश कर सकते हैं। KKK 14 की बात करें तो शिल्पा शिंदे शो से बाहर हो गईं। एक यूट्यूब चैनल के अनुसार, सनी वरुण ने बात की, गश्मीर, करणवीर, अदिति और अभिषेक ने निष्कासन स्टंट किया।

20 C
