वाराणसी में सीएम योगी आदित्यनाथ के करीबियों में शामिल अम्बरीश सिंह भोला का नाम कफ सीरप किंगपिन शुभम जायसवाल के साथ जुड़ गया है। पूर्व आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर ने अम्बरीश सिंह भोला के शुभम जायसवाल से करीबी संबंधों का दावा किया है। EX IPS ने दो वीडियो जारी करते हुए डीजीपी से भोला की जांच के लिए पत्र लिखा है। वहीं शुभम जायसवाल से हर महीने भोला को भारी रकम दिए जाने का दावा भी किया है। बता दें कि अम्बरीश सिंह भोला कई वर्षों तक सीएम योगी के संगठन हिन्दू युवा वाहिनी (भंग) में मंडल प्रभारी रहे हैं और वर्तमान में वीडीए बोर्ड के सदस्य है। शुक्रवार को आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने कफ सिरप मामले में वाराणसी के भाजपा नेता अमरीश सिंह भोला के शुभम जायसवाल संबंधों का दावा किया है। उन्होंने प्राप्त नए तथ्यों को यूपी के डीजीपी सहित समस्त संबंधित अधिकारियों को प्रेषित कर तत्काल जांच की मांग की है। उन्होंने बताया कि मेरे द्वारा डीजीपी यूपी को दो वीडियो भेजे गए हैं, इनमें 5 सेकेंड का वीडियो 2 दिन पूर्व अमरीश सिंह भोला के रामकटोरा बड़ी पियरी, वाराणसी स्थित मकान का दावा किया जा रहा है जबकि इस वीडियो में कफ सिरप से जुड़े सामानों के उठाए जाने की बात कही गई है। इसके अलावा एक प्रोफाइल रील भी साझा की है। यह वीडियो 22 सेकेंड का है, जिसमें अमरीश सिंह भोला शेर ए पूर्वांचल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अत्यंत निकट बताते हुए 0045 नंबर के काले रंग की गाड़ी के काफिले से चलने की बात कही गई है। अमिताभ ठाकुर ने कहा कि उन्हें दी गई जानकारी के अनुसार कफ सिरप से जुड़े शुभम जायसवाल की ओर से अमरीश सिंह भोला को भारी धनराशि दिए जाने की बात सामने आई है। शुभम ने तिरंगा यात्रा भी निकाली थी, इसके अलावा दोनों कई बार एक साथ कार्यक्रमों में शामिल हुए है। जिसके मद्देनजर जांच और कार्रवाई की मांग की है।
यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी आजमगढ़ में शुरू हो गई है। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस बार ब्लैकलिस्टेड परीक्षा केंद्रों को सेंटर नहीं बनाया जाएगा। इसको लेकर बोर्ड ने जिले के आठ विद्यालयोें को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है। यह सभी ऐसे परीक्षा केंद्र है जिस पर सामूहिक नकल के आरोप लग चुके हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए यह कार्रवाई की गई है। हालांकि इन विद्यालयों के प्रबंधकों ने ब्लैक लिस्ट से बचने के लिए बहुत प्रयास किए पर सफल नहीं हुए। डीआईओएस कार्यालय को बोर्ड मुख्यालय ने जो सूची भेजी है। उसमें जिले के आठ विद्यालयों को डिबार घोषित कर दिया है। यूपी बोर्ड के सचिव ने कहा है कि इन विद्यालयों को किसी भी दशा में परीक्षा केंद्र न बनाया जाए। जिन विद्यालयों को सेंटर नहीं बनाया गया है उनमें चिल्ड्रन पब्लिक इंटर कॉलेज देवगांव, आदर्श विद्यालय चांदपुर कुसमरा, सत्य सेवा आदर्श इंटर कॉलेज मलतारी, पी कामता इंटर बेसलाई इंटर कॉलेज चौक एसकेजीएन इंटर कॉलेज आजमगढ़ कॉलेज ठेकमा, राम ख्याल इंटर कॉलेज नायकपुर, राजाराम स्मारक इंटर कॉलेज गंभीरपुर प्रमुख है। हाईस्कूल में 83768 परीक्षार्थी तो इंटर में 86271 है पंजीकृत यूपी बोर्ड की होने वाली इस बार हाईस्कूल में कुल 83768 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। जिनमें 43184 छात्र हैं। जबकि छात्राएं 40579 और ट्रांसजेंडर पांच शामिल हैं। इसके साथ ही इंटरमीडिएट में कुल 86271 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। जिनमें 44366 छात्र और 41904 छात्राएं और ट्रांसजेंडर एक शामिल हैं। विगत वर्ष की संख्या से इस बार छात्रों की संख्या कम है। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय ने 230 विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाए जाने की सूची तैयार की है।
2 दिन से इंदौर में ही हैं। घूमने आए थे। शुक्रवार शाम की फ्लाइट थी। जब एयरपोर्ट पहुंचे तो पता चला, फ्लाइट कैंसिल हो गई। अब 3 दिन बाद सोमवार को फ्लाइट मिलेगी। यह कहना है दिल्ली से परिवार साथ घूमने आए यात्री अक्षय मेहरोत्रा का है। उन्होंने बताया कि इंडिगो से किसी प्रकार का सपोर्ट नहीं किया है। आधे घंटे खड़े रहने के बाद काउंटर से हमें जानकारी दी गई है कि या तो आप रिफंड ले लीजिए। या फिर सोमवार को फ्लाइट मिलेगी। उसके पहले कोई फ्लाइट नहीं है। खास बात यह है कि इंडिगो का अगले 3 दिनों तक कोई री-शेड्यूलिंग प्लान नहीं है। यह तकलीफ ऐसे कई यात्रियों की है, जो अपने गंतव्य पर जाने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद थे। अब मजबूरी में कोई कई गुना ज्यादा पैसे में टिकट कराकर दूसरी फ्लाइट से जाने को मजबूर है तो किसी के पास इंतजार के अलावा कोई विकल्प ही नहीं है। किसी को शादी अटैंड करनी थी तो किसी का इंटरव्यू मिस हो गया। बता दें, 3 दिनों में मध्यप्रदेश 150 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल हो गई। इंदौर में सबसे ज्यादा असर रहा। यहां करीब 100 उड़ानें कैंसिल हो गई। शुक्रवार को भोपाल से 18 और जबलपुर से 5 उड़ानें रद्द हुई है। पहले जानिए क्यों बनी ऐसी स्थिति दरअसल, इंडिगो एयरलाइन क्रू मेंबर्स की कमी से जूझ रही है। इसके कारण इंदौर, भोपाल, दिल्ली, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद सहित कई एयरपोर्ट पर 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। यात्री 24-24 घंटे से फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। इसकी वजह यह है कि 1 नवंबर से DGCA ने पायलटों और अन्य क्रू मेंबर्स के काम से जुड़े नियमों में बदलाव किए थे। फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नाम दिया गया है। इन्हें दो चरणों में लागू किया गया। पहला चरण 1 जुलाई को लागू हुआ था। वहीं, 1 नवंबर से दूसरा चरण लागू हुआ। नए नियमों में यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए पायलटों और क्रू को पर्याप्त आराम देने पर जोर दिया गया है। इस कारण एयरलाइन कंपनियों के पास पायलटों और क्रू मेंबर्स की अचानक कमी पड़ गई है। शादी में जाना था लेकिन फ्लाइट कैंसल हो गईयात्री अर्चना गुरेजा का कहना है कि हमारी इंदौर से गोवा की सुबह की फ्लाइट थी। लेकिन इंडिगो का रात 3.30 बजे मैसेज आया कि आपकी फ्लाइट को शाम के लिए रिशेड्यूल कर दिया है।फिर इंडिगो ने बताया कि आपकी फ्लाइट रात की है, यह फ्लाइट इंदौर से हैदराबाद और फिर वहां से गोवा जाएगी। जब एयरपोर्ट आए तो वह फ्लाइट भी कैंसिल हो गई। हमारे दूसरे रिश्तेदार कार से गोवा गए हैं, वे पहुंच गए और हम इंदौर में ही अटके हैं। मुंबई की फ्लाइट का किराया 20 हजारयात्री रिद्धि ने बताया कि वह मुंबई से इंदौर कुछ काम से आई थी। शुक्रवार को वापस मुंबई जाने वाली थी, लेकिन एयरपोर्ट आए तो पता चला की फ्लाइट कैंसल हो गई है। इंडिगो ने कोई मैसेज या कॉल करके इसकी जानकारी नहीं दी। अभी कंपनी या तो रिफंड दे रही है या बाद की फ्लाइट में री-शेड्यूल कर रही है। वीजा के लिए इंटरव्यू देने जाना था चेन्नई इंदौर से चेन्नई की यात्रा करने के लिए इंदौर एयरपोर्ट पर आई एक महिला यात्री ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि उन्हें इंदौर से चेन्नई जाना था लेकिन इंडिगो ने ठीक एक घंटे पहले फ्लाइट कैंसल कर दी। वह यूएस में जॉब करने जा रही है। जिसके लिए चेन्नई में उनका वीजा इंटरव्यू शनिवार को शेड्यूल है। लेकिन, फ्लाइट कैंसल होने के कारण वह अब समय पर चेन्नई नहीं पहुंच पाएंगी। फ्लाइट कैंसल होने के कारण वह अब वीजा इंटरव्यू के लिए दोबारा शेड्यूल लेंगी, जिसके लिए उन्हें एक से दो महीने का इंतजार करना पड़ेगा। शादी में जाने ट्रेन से होना पड़ा रवाना ट्रेन में भी कन्फर्म टिकट नहीं मिलाग्वालियर के जतिन भदौरिया को अर्जेंट काम से दिल्ली जाना था। फ्लाइट का टिकट था, लेकिन अचानक फ्लाइट कैंसल का मैसेज आया तो अब ट्रेन से दिल्ली जाना पड़ रहा है। ट्रेन में भी कन्फर्म टिकट नहीं मिला है। होटलों में आ रही यह समस्या, फंक्शन किए कैंसलहोटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया की मप्र कमेटी के चेयरमैन सुमित सूरी ने बताया की फ्लाइट कैंसल होने से कई लोग परेशान हो रहे हैं। होटलों में शादी का सीजन होने के कारण पहले से ही काफी बुकिंग है, इसलिए भी होटलों में रूम मिलने में दिक्कतें आ रही है। 4 से 5 गुना तक कीमत पर बेची जा रही टिकटट्रैवल एजेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अमोल कटारिया ने बताया कि जिन उड़ानों का संचालन हो रहा है वह पूरी तरह से पैक है और आखिरी की खाली सीटें सामान्य की अपेक्षा 4 से 5 गुना तक कीमत पर बेची जा रही है। कल शाम इंदौर से दिल्ली जाने वाली उड़ानों में एक टिकिट का किराया 36 हजार रुपए तक पहुंचा है। ऐसे में यात्रियों के लिए सफर कर पाना मुश्किल हो गया है। इंदौर से दिल्ली, मुंबई सहित अन्य शहरों की उड़ानें निरस्त होने के कारण यात्रियों के आगे के इंटरनेशनल कनेक्शन भी निरस्त हो रहे हैं और उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यह खबर भी पढ़ें... MP में इंडिगो की 65 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो पिछले 4 दिन से क्रू मेंबर्स की कमी से जूझ रही है। इसके कारण इंदौर-भोपाल, दिल्ली, बेंगलुरु, पुणे, हैदराबाद सहित कई एयरपोर्ट पर 500 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गईं। यात्री 24-24 घंटे से फ्लाइट का इंतजार कर रहे हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें...
भारतीय जनता पार्टी जिला और महानगर मथुरा दोनों इकाइयों की वृंदावन में शुक्रवार की देर शाम होटल रॉयल भारती में संगठनात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक का शुभारंभ संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह, विधान परिषद सदस्य जिला प्रभारी अशोक कटारिया, प्रदेश उपाध्यक्ष बृज बहादुर सिंह, बृज क्षेत्र अध्यक्ष दुर्विजय शाक्य , विधायक श्री कांत शर्मा, जिला अध्यक्ष निर्भय पांडे तथा महानगर अध्यक्ष हरीशंकर राजू यादव, कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्रमाणिक मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव बैठक की अध्यक्षता क्षेत्रीय अध्यक्ष बृज क्षेत्र दुर्विजय शाक्य ने की। मुख्य अतिथि धर्मपाल सिंह, प्रदेश महामंत्री (संगठन) ने संगठन मजबूती को अभिनव माध्यम बताते हुए कार्यकर्ताओं से बूथ स्तर पर सक्रियता बढ़ाने का आह्वान किया । वहीं धर्मपाल सिंह ने मथुरा जिला एवं महानगर के पदाधिकारियों, जिला संयोजकों, मंडल अध्यक्षों व बीएलए-1 के साथ मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि त्रुटिहीन और प्रमाणिक मतदाता सूची लोकतंत्र की नींव है तथा एसआईआर केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि चुनावी प्रक्रिया की विश्वसनीयता का आधार है। हर घर, हर बूथ तक पहुँच कर यह सुनिश्चित करना है कि कोई पात्र मतदाता छूटे नहीं और कोई भी बोगस नाम सूची में न रहे। भाजपा के संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने वॉर रूम से तकनीकी जुड़ाव, नियमित मॉनिटरिंग, टीमवर्क और बूथ स्तर पर बीएलए-1, बीएलए-2 व बूथ प्रवासी के समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि संपर्क, सत्यापन और त्वरित सूचना आदान–प्रदान से अभियान में पारदर्शिता और गति आएगी तथा संगठन की कार्य दक्षता सिद्ध होगी। पार्टी का बल संगठन और कार्यकर्ता संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का वास्तविक बल उसका संगठन और समर्पित कार्यकर्ता हैं। उन्होंने बूथ सशक्तिकरण को प्राथमिकता बताते हुए कहा कि मजबूत बूथ ही मजबूत विजय का आधार है। प्रत्येक कार्यकर्ता अपने-अपने बूथ पर अधिक सक्रियता के साथ जनता के बीच संवाद बढ़ाए तथा संगठन के कार्यक्रमों को घर-घर तक पहुँचाए। उन्होंने कहा कि पार्टी लगातार सेवा, सुशासन और संगठन के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है। कार्यकर्ताओं से अपेक्षा है कि वे आगामी अभियानों में पूरी निष्ठा के साथ जुटकर संगठन को और मजबूत बनाएं। सभी अभियान होंगे सफल: जिला अध्यक्ष जिला अध्यक्ष निर्भय पांडे ने कार्यक्रम में आए मुख्य अतिथियों, पदाधिकारियों एवं सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संगठन की शक्ति कार्यकर्ता हैं, और आज की इस सफल बैठक ने साबित किया है कि मथुरा का हर कार्यकर्ता 2025-26 के सभी अभियानों को शत-प्रतिशत सफलता दिलाने को संकल्पित है। उन्होंने क्षेत्रीय एवं प्रांतीय नेतृत्व का भी धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके मार्गदर्शन से मथुरा संगठन नई ऊर्जा व उत्साह के साथ आगे बढ़ रहा है। संगठन की मजबूती अभियान की सफलता महानगर अध्यक्ष हरीशंकर राजू यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि संगठन की मजबूती ही हर अभियान की सफलता का मूल आधार है। उन्होंने कहा भारतीय जनता पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता राष्ट्रहित, संगठन हित और समाज हित के लिए पूर्ण समर्पण की भावना से कार्य करता है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि संगठन की एकजुटता और अनुशासन ही भाजपा की पहचान है, और इसी ऊर्जा के साथ आगे भी कार्य किए जाएंगे। यह रहे मौजूद इस अवसर पर जिला प्रभारी आलोक गुप्ता, विधायक मेघश्याम सिंहz विधायक राजेश चौधरी, विधान परिषद सदस्य ठाकुर ओम प्रकाश सिंह, पूर्व विधायक कारिंदा सिंह, कोसीकला अध्यक्ष धर्मवीर अग्रवाल, युवा मोर्चा प्रदेश मंत्री पवन हिंडोल, कुंज बिहारी चतुर्वेदी, सुरेंद्र प्रधान, रामकिशन पाठक, चंद्रपाल कुंतल, योगेश आवा,महानगर मीडिया प्रभारी श्याम शर्मा, नितिन चतुर्वेदी,अमित पाठक, सत्यपाल सिंह, वीरपाल सिंह भरंगर, ज्ञानेंद्र सिंह, मनोज सौनोठ, रजत वाल्मीकि, संजय शर्मा, हरिओम शर्मा,ज्ञानेंद्र राणा, नीतू सक्सेना, मनीषा पाराशर,अजय परखम, राकेश तोमर के अलावा सभी मंडल अध्यक्ष आदि मौजूद रहे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने आजीवन कारावास से दंडित अभियुक्त के ज़मानत पर फरार होने पर सख्त रुख अपनाते हुए उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस को हर संभव प्रयास कर उसे हर हाल में अदालत में पेश करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने प्रयागराज के पुलिस आयुक्त से कहा कि वारंट का पालन अभियुक्त की मृत्यु या देश छोड़कर भाग जाने के अलावा हर हाल में होना चाहिए।कोर्ट ने पुलिस के प्रयासों पर असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि भगोड़ा देश के किसी भी हिस्से में या चाहे कितना भी दूर क्यों न छिपा हो, उसे न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। यह आदेश न्यायमूर्ति जेजे मुनीर व न्यायमूर्ति संजय कुमार की खंडपीठ ने दिया है। याची मौलाना खुर्शीद जमील कादरी के खिलाफ धूमनगंज थाने में हत्या व डकैती के आरोप में मुकदमा दर्ज था। ट्रायल कोर्ट ने 1984 में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई। मौलाना ने सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की।अपील में जमानत के बाद से वह लापता है। पुलिस उसका कोई पता नहीं लगा पा रही है।हाईकोर्ट ने याची के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। कार्यालय रिपोर्ट में बताया गया कि याची प्रयागराज छोड़कर जा चुका है और उसका स्थायी पता मुजफ्फरपुर का है। कोर्ट ने जमानतदारों की भी तलाश करने को कहा था। साथ ही प्रयागराज के पुलिस आयुक्त को याची का पता लगाने के लिए बिहार या किसी अन्य राज्य के अपने समकक्षों से संपर्क साधने का निर्देश दिया था।पुलिस ने बताया कि याची के दोनों जमानतदारों की मृत्यु हो चुकी है। यह भी बताया कि भगोड़ा मौलाना हंडिया में रहकर वहां के मुस्लिम बच्चों को अरबी पढ़ाता था, जिसका वहां कोई स्थायी पता नहीं था। गांव के लोग उसे बिहार का निवासी बताते हैं। इन रिपोर्ट के बावजूद कोर्ट ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि गैर जमानती वारंट का तामील सिर्फ दो कारणों से नहीं होगा।व्परहला अभियुक्त की मृत्यु हो चुकी हो और दूसरा वह देश छोड़कर भाग गया है। अन्यथा उसे हाजिर किया जाए। कोर्ट ने पुलिस आयुक्त को आदेशों का पालन करने और आगे की रिपोर्ट 11 दिसंबर को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
चकेरी में साइबर ठगों ने पांच लोगों को ठगी का शिकार बनाकर करीब 1.05 करोड़ की ठगी कर ली है, मामले में चकेरी पुलिस ने मुकदमे दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू की है। जिसके बाद साइबर सेल की मदद से आरोपियों की तलाश में जुट गई है। केस-1 साइबर ठगी का पहला मामला चकेरी के सनिगवां गायत्री नगर निवासी अजय शुक्ला ने बताया उनके व्हाट्सएप पर हर्बल प्लांट ऑनलाइन खरीदने का मैसेज आया। मामले में आरोपी ने झांसे में लेकर उनसे बीते 2 जून 2025 को अपने खाते में 5.50 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। केस-2 वहीं दूसरे मामले में रामादेवी नीलकंठ मार्केट निवासी योगेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि उनके पास कई नंबरों से फोन काल आईं, जिसने खुद को कंपनी का एंप्लाई बताया। फिर रिटर्न पालिसी का रुपया ब्याज सहित भेजने की बात कहकर उनके खाते से बीते 24 दिसंबर 2024 से 30 फरवरी 2025 के बीच 12.21 लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। केस-3 इसी प्रकार तीसरे मामले में चकेरी के अहिरवां संजीव नगर निवासी आशुतोष कुमार पटेल से गूगल मैप में रेटिंग के नाम पर रुपए कमाने का झांसा देकर कई बार में 5.02 लाख रुपए की जमा करवा कर ठगी हो गई। जिसके बाद उन्होंने भी साइबर सेल थाने में शिकायत की थी। केस-4 वहीं चौथा मामला चकेरी के श्याम नगर रामपुरम सीओडी निवासी 60 वर्षीय सुधीर कुमार शुक्ला के साथ हुआ उनसे ट्रेडिंग में निवेश कर मुनाफा कमाने के नाम पर अलग-अलग प्लेटफार्म पर निवेश का झांसा देकर 51.53 लाख रुपए जमा करवा लिए। जब उन्हें कोई लाभ नहीं हुआ ,तो उन्होंने अपने रुपए वापस मांगे। इस पर आरोपियों ने उनसे बात करना बंद कर दिया। केस-5 पांचवा मामला चकेरी के हरजिंदर नगर निवासी आनंद कुमार अग्रवाल का है। उनके मुताबिक मोबाइल पर एक नंबर से कॉल आया, जिसने उनसे ट्रेडिंग में निवेश कर रुपए कमाने का झांसा दिया। फिर उन्हें एक ट्रेडिंग ग्रुप से जोड़ा गया। जहां पर शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर उन्होंने 30.50 लाख रुपए जमा करवा लिए। इसके बाद उनके खाते में 1.30 करोड़ रुपए दिखाने लगे। जब उन्होंने रुपए निकालने चाहे, तो आरोपियों ने 32 लाख रुपए और निवेश करने के बाद रुपए निकाल पाने की बात कहीं। इस पर उन्हें शक हुआ । तो उन्होंने मामले की शिकायत साइबर सेल थाने व चकेरी थाने में की।
लखनऊ में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की पुण्यतिथि पर 6 दिसंबर को गोमतीनगर स्थित अम्बेडकर स्मारक स्थल और हजरतगंज चौराहा स्थित अम्बेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम आयोजित होगा। कार्यक्रम के दौरान भारी भीड़ व सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस ने कई प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया है। यह व्यवस्था सुबह 6 बजे से कार्यक्रम समाप्ति तक प्रभावी रहेगी। इन रास्तों पर रहेगा डायवर्जन 1. चारबाग से आने वाली रोडवेज/सिटी बसें रॉयल होटल, लोकभवन और विधानसभा मार्ग नहीं जाएंगी। बसें केकेसी ठाकुर ट्रांसपोर्ट तिराहा से हुसैनगंज (बर्लिंग्टन) होते हुए कैसरबाग/अशोकलाट या केकेसी पेट्रोल पंप तिराहा होकर आगे बढ़ेंगी। 2. कैसरबाग से आने वाली बसें रॉयल होटल, लोकभवन और विधानसभा मार्ग की ओर प्रवेश बंद। बसें हुसैनगंज से दाहिने चारबाग या परिवर्तन चौक, सुभाष चौराहा, केडी सिंह तिराहा, चिरैया झील, संकल्पवाटिका ओवरब्रिज, 1090 चौराहा होकर जाएंगी। 3. सिकंदरबाग चौराहा हजरतगंज, विधानसभा मार्ग और रॉयल होटल की ओर आवागमन प्रतिबंधित। यात्री दैनिक जागरण चौराहा या सहारागंज तिराहा से निकलेंगे। 4. रॉयल होटल चौराहा यहां से विधानसभा मार्ग, लोकभवन और हजरतगंज की ओर रास्ता बंद। वाहन सिसेंडि तिराहा, लालबहादुर शास्त्री तिराहा या लालबाग-बीएन रोड- कैसरबाग होकर आगे जाएंगे। 5. कैपिटल तिराहा हजरतगंज या विधानसभा मार्ग की ओर यातायात नहीं जाएगा। मार्ग लालबाग की ओर डायवर्ट रहेगा। 6. मेफेयर तिराहा हजरतगंज चौराहा की ओर प्रतिबंध। वाहन लालबाग होकर अपने गंतव्य तक पहुंचेंगे। 7. अल्का तिराहा हजरतगंज की ओर यातायात बंद। डनलप तिराहा–सहारागंज तिराहा होकर जाना होगा। 8. बन्दरियाबाग चौराहा हजरतगंज की ओर आवागमन बंद। गोल्फ क्लब, जियामऊ मोड़ या लालबत्ती–एसएन ओवरब्रिज होकर जाना होगा। 9. गांधी सेतु (1090) चौराहा परिवर्तन स्थल की ओर सामान्य यातायात बंद। समतामूलक चौराहा–डिगडिगा चौराहा से आगे बढ़ सकेंगे। 10. समतामूलक चौराहा परिवर्तन स्थल की ओर प्रवेश नहीं। डिगडिगा चौराहा होकर जाना होगा। 11-12. अम्बेडकर उद्यान चौराहा और सहारा सिटीपरिवर्तन स्थल की ओर मार्ग बंद। यातायात डिगडिगा चौराहा या सहारा स्टेट–नीरज चौक होकर गुजरेगा। जरूरी सेवाओं को मिलेगी छूट एम्बुलेंस, शव वाहन, फायर सर्विस और स्कूली वाहनों को आवश्यक स्थिति में प्रतिबंधित मार्ग पर भी जाने की अनुमति दी जाएगी। जरूरत पड़ने पर ट्रैफिक पुलिस कंट्रोल नंबर 9454405155 पर संपर्क किया जा सकता है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में भारत विकास परिषद, अवध प्रांत ने शुक्रवार से 'पंच सूत्रीय कथा महोत्सव' का शुभारंभ किया। सिंधु नगर स्थित सुमतिनाथ सेवा भवन में आयोजित यह पाँच दिवसीय कार्यक्रम समाज की सकारात्मक दिशा, संस्कार और कर्तव्यबोध पर केंद्रित है। परिषद ने इस आयोजन को केवल धार्मिक कथा नहीं, बल्कि समाज-निर्माण के पाँच स्तंभों—पर्यावरण, स्वदेशी, समरसता, परिवार प्रबोधन और नागरिक कर्तव्य—पर आधारित जन-जागरण अभियान बताया है। इसका उद्देश्य इन महत्वपूर्ण विषयों पर समाज में जागरूकता लाना है। कथावाचक ने प्रकृति के महत्व पर प्रभावी प्रवचन दिया कार्यक्रम का पहला दिन पर्यावरण संरक्षण को समर्पित था। कथावाचक पं. अशोक महाराज ने प्रकृति के महत्व पर प्रभावी प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि धरती, जल, वायु और पेड़-पौधे केवल संसाधन नहीं, बल्कि जीवन का आधार हैं और इन्हें बचाना पूरे समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। महाराज ने भारतीय संस्कृति में प्रकृति को देवत्व का दर्जा दिए जाने की परंपरा का स्मरण कराया और संतुलित विकास मॉडल की आवश्यकता पर बल दिया। परिषद के पदाधिकारियों ने बताया कि संगठन वर्षों से वृक्षारोपण, जल संरक्षण, स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त वातावरण के लिए अभियान चला रहा है, और यह कथा इन प्रयासों को जन-आंदोलन का रूप देने का माध्यम है। पर्यावरण संरक्षण को समर्पित विशेष यज्ञ का आयोजन कथा के समापन के बाद पर्यावरण संरक्षण को समर्पित एक विशेष यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके उपरांत उन समाजसेवियों को सम्मानित किया गया जो प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए जमीनी स्तर पर कार्य कर रहे हैं। कार्यक्रम के अंत में महाप्रसाद का वितरण हुआ, जिसमें विभिन्न वर्गों के लोगों ने एक साथ प्रसाद ग्रहण कर एकता और समरसता का संदेश दिया। ये लोग शामिल हुए महोत्सव के उद्घाटन सत्र में सरोजनी नगर के विधायक राजेश्वर सिंह, आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख सुभाष, प्रांत प्रचारक प्रमुख यशोदानंदन और संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल उपस्थित रहे। परिषद के महासचिव एस.के. सक्सेना, आर.के. भदौरिया, राम औतार तथा मुख्य यजमान बीरेन्द्र सिंह चौधरी भी इस अवसर पर मौजूद थे। अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और इसे समाजहित में महत्वपूर्ण पहल बताया।
प्रयागराज के नगर पंचायत शंकरगढ़ स्थित सदर बाज़ार में दो सौ वर्ष पुराने राम-जानकी मंदिर परिसर पर अवैध निर्माण के आरोपों को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खारिज कर दी । कोर्ट ने कहा कि निजी भूमि के विवाद में राज्य को निर्देश नहीं दिए जा सकते । इस आधार पर जनहित याचिका को खारिज कर दिया। नगर पंचायत के रिकॉर्ड में भूमि राजा महेंद्र प्रताप सिंह की निजी स्वामित्व वाली है। जनहित याचिका में आरोप था कि मंदिर की जगह पर व्यावसायिक निर्माण कराया जा रहा है। चीफ जस्टिस अरुण भंसाली एवं जस्टिस क्षितिज शैलेन्द्र की खंडपीठ ने यह कहते हुए याचिका खारिज कर दिया कि भूमि निजी/गैर-सरकारी है और ऐसे मामलों में जनहित याचिका दायर नहीं की जा सकती। न्यायालय ने याचिकाकर्ता को कानूनन उचित फोरम पर जाने की स्वतंत्रता दी। हाई कोर्ट ने यह आदेश घनश्याम प्रसाद केसरवानी की तरफ़ से दाख़िल जनहित याचिका पर पारित किया है। कोर्ट ने याचिका ख़ारिज करते हुए कहा कि याचिका दाख़िल कर निजी संपत्ति है अथवा ग़ैर सरकारी सम्पत्ति पर हस्तक्षेप की कोर्ट से माँग करना सही नहीं है। ज्ञात हो कि नगर पंचायत के आधिकारिक अभिलेख बताते हैं कि यह सम्पूर्ण भूमि राजा महेंद्र प्रताप सिंह के नाम दर्ज है। नगर पंचायत द्वारा जारी प्रमाणपत्र में यह भी दर्ज है कि मंदिर का मार्ग और उससे संबंधित पूरा भूभाग राजा महेंद्र प्रताप सिंह की निजी संपत्ति है। स्वयं राजा महेंद्र प्रताप सिंह ने पुष्टि की है कि श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु 4 फीट के रास्ते को बढ़ाकर 10 फीट किया जा रहा है और सारा निर्माण उन्हीं की अनुमति से हो रहा है।
ग्वालियर में शादियों का सीजन अपने चरम पर है। सहालग के कारण शहर में आने-जाने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई है, जिससे यात्रा व्यवस्था पर सीधा असर पड़ रहा है। बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मुख्य सड़कों पर हर तरफ भीड़ उमड़ रही है। शुक्रवार को ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों का बड़ा जमावड़ा देखने को मिला। इस समय बड़ी संख्या में लोग शादियों में शामिल होने के लिए शहर आ रहे हैं, जबकि कई परिवार रिश्तेदारी और कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए बाहर जा रहे हैं। यात्रा के लिए सबसे सुविधाजनक विकल्प रेलवे होने के कारण स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है। स्थिति यह है कि प्लेटफॉर्म पर बैठने की जगह तो दूर, कई बार खड़े होने तक की जगह तक नहीं बचती। ऐसे में ट्रेन में चढ़ते और उतरते समय हादसे की आशंका भी बनी रहती है। निर्माण कार्य बढ़ा रहा परेशानी ग्वालियर रेलवे स्टेशन पर इन दिनों पुनर्निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। स्टेशन का एक बड़ा हिस्सा निर्माणाधीन है, जिसकी वजह से यात्रियों को अतिरिक्त दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बैठने के लिए पर्याप्त स्थान उपलब्ध नहीं है और फर्श पर चल रहे कार्य के कारण गंदगी फैली रहती है। यात्रियों को मजबूरी में खड़े होकर ही अपनी ट्रेन का इंतजार करना पड़ रहा है। जाम, यातायात व्यवस्था प्रभावित सहालग के चलते ग्वालियर की सड़कों पर शाम के समय जाम की स्थिति आम हो गई है। कई मुख्य मार्गों पर वाहनों की गति बेहद धीमी हो गई है और लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने में देरी का सामना कर रहे हैं। लगातार बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव के कारण यातायात पुलिस की चुनौतियां भी बढ़ गई हैं।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कानपुर के चर्चित बिकरू कांड में आर्म्स एक्ट के केस की सुनवाई मूल मुकदमे के साथ करने के खिलाफ़ याचिका दाखिल अभियुक्तों की खारिज़ कर दी। याचिका में आर्म्स एक्ट के मुकदमे का ट्रायल अलग चलाने की मांग की गई थी। यह आदेश न्यायमूर्ति विवेक कुमार सिंह ने रमेश चंद्र व छह अन्य आरोपियों की याचिका पर दिया है। याचिका में स्पेशल कोर्ट कानपुर देहात के गत छह अगस्त के आदेश को चुनौती दी गई थी। कहा गया था कि ट्रायल कोर्ट ने याचियों का पक्ष सुने बिना आर्म्स एक्ट का केस मूल मुकदमे के साथ सुने जाने का आदेश दिया है जो अवैधानिक है। याचिका का विरोध करते हुए अपर शासकीय अधिवक्ता विकास सहाय ने कहा कि याचियों को सुनवाई का अवसर दिया गया था लेकिन उनकी ओर से कोई आपत्ति नहीं की गई। रिकॉर्ड देखने पर पता चला कि ट्रायल कोर्ट ने आदेश से पूर्व याचियों को सुनवाई का मौका दिया था लेकिन उनकी ओर से कोई आपत्ति नहीं की गई। कोर्ट ने कहा कि ट्रायल कोर्ट के आदर्श में कोई अवैधानिकता नहीं है। गौरतलब है कि 2020 में कानपुर के चौबेपुर थानाक्षेत्र में अपराधियों को पकड़ने गए आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी गई थी। इसका ट्रायल कानपुर देहात की स्पेशल कोर्ट में चल रहा है। पुलिस ने घटना से जुड़े अभियुक्तों से बाद में असलहों की बरामदगी की और आर्म्स एक्ट के मुकदमे अलग से दर्ज किए। सभी बरामदगी मूल घटना से संबंधित होने के कारण ट्रायल कोर्ट ने मूल वाद और आर्म्स एक्ट का मुकदमा एकसाथ सुनने का आदेश दिया, जिसे याचिका में चुनौती दी गई थी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि एक बीघा से एक लाख रूपए की कमाई करने वाले किसानों को सम्मानित किया जाए। नवाचारों से अवगत कराने के लिए किसानों को अलग-अलग देशों का भ्रमण कराया जाए। किसानों को बिचौलियों से बचाने और उन्हें बाजार में अपनी उपज का सीधे लाभ दिलाने के लिए आवश्यक व्यवस्था हो। प्रदेश में उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने और आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर बेहतर उपज लेने के लिए ग्राम स्तर पर सघन गतिविधियां संचालित की जाएं। किसान कल्याण और कृषि विभाग के दो साल के कामों की समीक्षा दो दिन पहले सीएम ने अचानक टाल दी थी और दिल्ली चले गए थे। इसके चलते शुक्रवार को विभाग के मंत्री और अफसरों के साथ समीक्षा बैठक कर तीन सालों की प्लानिंग की जानकारी ली गई। इस दौरान कृषि मंत्री एदल सिंह कंसाना, पशुपालन मंत्री लखन पटेल के अलावा पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव भी मौजूद रहे। बैठक में सीएम ने कहा कि हर संभाग की नर्सरियों को आदर्श रूप में विकसित किया जाए। नरवाई प्रबंधन के लिए तीन वर्ष की कार्ययोजना विकसित की जाए। किसानों तक खाद की आसान पहुंच के लिए अपडेट तकनीक का उपयोग करते हुए कार्ययोजना बनाई जाए। बैठक में विभाग की दो वर्ष की उपलब्धियों तथा नवाचारों का प्रस्तुतिकरण किया गया । आगामी तीन वर्ष की कार्ययोजना ये हैं कृषि विभाग की उपलब्धियां अफसरों को ये निर्देश भी दिए गए
बिरहाना रोड में रहने वाले एक युवक ने हैदराबाद की एक कंपनी पर 42 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया है। कंपनी निवेश की गई रकम लेकर फरार हो गई। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस रिपोर्ट दर्जकर मामले की जांच कर रही है। बिरहाना रोड गंगा तरंग में रहने वाले केशव बाजपेई की तहरीर के मुताबिक, पिछले साल उन्होंने व परिवार के अन्य सदस्यों ने हैदराबाद तेलंगाना के माधापुर स्थित कैपिटल प्रोटेक्शन प्रा. लि. (फाल्कन ग्रुप) में 42 लाख रुपये एक स्कीम में निवेश किया था। यह निवेश मोबाइल एप के जरिए किया गया। कंपनी की ओर से निश्चित ब्याज सहित रिटर्न का आश्वासन दिया था। निवेश के बाद निर्धारित तिथियों में ब्याज सहित रिटर्न का भुगतान नहीं किया गया। शिकायत पर एमडी ने ईमेल के जरिए जल्द भुगतान का आश्वासन दिया। फिर पता चला कि कंपनी ऑफिस बंद कर फरार हो गई। थाना प्रभारी ने बताया कि तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की रही है।
मप्र यूथ कांग्रेस के भोपाल (शहरी) जिले में अध्यक्ष पद को लेकर चल रहा महीनों पुराना विवाद आखिरकार समाप्त हो गया है। नेशनल यूथ कांग्रेस ने शुक्रवार को आदेश जारी करते हुए जिलाध्यक्ष अंकित दुबे को तत्काल प्रभाव से हटाने और चुनाव में फर्स्ट रनर-अप रहे अमित खत्री को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त करने का निर्णय लिया। यह फैसला राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा की गई जांच रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। जांच समिति ने भोपाल आकर दोनों पक्षों से की थी पूछताछ 14 नवंबर को इस मामले में राष्ट्रीय महामंत्री स्मृति रंजन और लिलिन प्रसाद भोपाल पहुंचे थे। उन्होंने शिकायतकर्ता अमित खत्री, और निर्वाचित जिलाध्यक्ष अंकित दुबे दोनों के बयान लिए और सभी संबंधित दस्तावेज व आपत्तियां देखी। जांच समिति ने करीब एक सप्ताह तक रिकॉर्ड खंगाले और राष्ट्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट भेजी। रिपोर्ट में कहा गया कि अंकित दुबे के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले लंबित पाए गए, जो संगठन की छवि और नियमों के विरुद्ध हैं। इसके चलते उन्हें अध्यक्ष पद पर बने रहना उचित नहीं है। यही रिपोर्ट उनके हटाए जाने का आधार बनी। चुनाव परिणाम आने के बाद ही शुरू हुआ था विवादभोपाल यूथ कांग्रेस के चुनाव के दौरान अंकित दुबे पहले स्थान पर आए थे। अमित खत्री दूसरे स्थान (फर्स्ट रनर-अप) पर रहे थे। लेकिन परिणाम घोषित होते ही विवाद खड़ा हो गया।अमित खत्री ने लिखित शिकायत कर आरोप लगाया कि दुबे ने चुनाव नामांकन में अपने लंबित आपराधिक मामलों की सही जानकारी नहीं दी। कई धाराओं के केस होने के कारण वे पात्रता मानदंड पूरा नहीं करते। जिला संगठन की गतिविधियों में “अनुशासनहीनता और दबाव बनाने” जैसी शिकायतें भी की गईं थीं। इन शिकायतों को देखते हुए राष्ट्रीय समिति ने जांच का निर्णय लिया था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा है कि वाराणसी की सुषमा देवी की साइबर शिकायत पर डिजिटल अरेस्ट और जाली डॉक्यूमेंट्स के पीड़ितों के बारे में सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के पालन में क्या कार्रवाई की गई है, जिनके बैंक अकाउंट का इस्तेमाल साइबर फ्रॉड ने गैर-कानूनी पैसे ट्रांसफर करने के लिए किया था। याची ने कहा सुप्रीम कोर्ट ने ‘इन री: विक्टिम्स ऑफ डिजिटल अरेस्ट रिलेटेड टू फोर्ज्ड डॉक्यूमेंट्स’ में डिजिटल अरेस्ट स्कैम का खुद से संज्ञान लिया है, जहां धोखेबाज अधिकारी बनकर जाली डॉक्यूमेंट्स का इस्तेमाल करके पैसे ऐंठते हैं। गंभीर चिंता जताते हुए, कोर्ट ने सी बी आई को पूरे देश में जांच करने का निर्देश दिया, और केंद्र, और राज्यों से संगठित साइबर क्राइम से निपटने के लिए संस्थागत समाधान को कहा है । न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा और न्यायमूर्ति अचल सचदेव की खंडपीठ ने सुषमा देवी द्वारा दायर एक याचिका पर यह आदेश दिया और याचिका में सी बी आई को पक्षकार बनाने की अनुमति दी। अगली सुनवाई 8 जनवरी 26 को होगी। याची अधिवक्ता ने कहा कि याची एक मल्टी-स्टेट साइबर फ्रॉड गैंग का शिकार हुई थी। अगस्त 2025 में उसे हर्ष नाम के एक आदमी का कॉल आया, जिसने खुद को लोन ऑफिसर बताया और अच्छे इंटरेस्ट रेट पर 10 लाख रुपये का बिज़नेस लोन देने का ऑफर दिया। साइबर सेल असली गुनाहगारों का पता लगाने में नाकाम रही है और इस बात की संभावना है कि पुलिस इस मामले में याची को ही बलि का बकरा बना सकती है। क्योंकि उसके बैंक अकाउंट का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया था।” याची के मुताबिक, लोन पात्रता के लिए लेन-देन का इतिहास बनाने के बहाने, आरोपियों ने कथित तौर पर 1 सितंबर, 2025 को बैंक ऑफ़ बड़ौदा से करेंट एकाउंट खुलवाया और 48 घंटे में एक करोड़ ओ पी पी के जरिए स्थानांतरित किए गये।इसका पता तब चला जब बैंक ने संदिग्ध लेन देन के कारण खाता सीज कर दिया।याची ने चोलापुर थाने में शिकायत की। एफआईआर नहीं की गई कहा गया साइबर सेल गंभीरता से विचार कर रहा। याचिका में फ्राड की सी बी आई या ई डी से जांच की मांग की गई है।
ग्वालियर में बदमाशों के हौसले कितने बुलंद हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह अब पुलिस से भी नहीं डर रहे हैं। गुरुवार की रात गोला का मंदिर स्थित ट्रैफिक पुलिस चौकी में एक बदमाश ने डंडे से तोड़फोड़ कर उत्पात मचाया। उसने चौकी में रखे सभी उपकरण बुरी तरह तोड़ दिए। बता दें गोला का मंदिर चौराहे पर अस्थायी ट्रैफिक पुलिस चौकी यातायात नियंत्रण के लिए बनाई गई थी। चौकी में ट्रैफिक पुलिस के उपकरण रखे जाते हैं। शुक्रवार सुबह जब चौकी प्रभारी एएसआई विलियम तिर्की ड्यूटी पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि चौकी का पूरा सामान बुरी तरह टूट चुका था।चौकी में कांच बिखरा था और 10 कुर्सियां, दो टेबल, 20 बेटन लाइट, एक पंखा और चार ट्यूब लाइट्स समेत अन्य उपकरण भी क्षतिग्रस्त थे। चौकी रात भर खाली थी क्योंकि ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के भतीजे की शादी के चलते लगातार वीआईपी ड्यूटी चल रही थी। सीसीटीवी से पकड़ाया बदमाश पुलिस ने जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज तथा गवाहों के आधार पर आरोपी की पहचान की। यह चंदनपुरा निवासी मोनू खटीक था। आरोपी को तुरंत हिरासत में लेकर हवालात भेज दिया गया। गिरफ्तार बदमाश ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह घटना के समय नशे में था। नशे की हालत में उसने अपना गुस्सा चौकी पर निकाल दिया और यह तोड़फोड़ की। पुलिस ने पूरे मामले की रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। चौकी में हुए नुकसान का ब्योरा तैयार किया जा रहा है और आरोपी से पूछताछ जारी है।
इंदौर में शुक्रवार को एक बड़ा हादसा होने से टल गया। एक बस का ड्राइवर नशे की हालत में सड़क पर बस दौड़ा रहा था। इस दौरान उसने कुछ गाड़ियों को भी टक्कर मार दी, जिसके बाद एक बाइक सवार ने तुरंत चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस के सूबेदार और जवानों को बस के बारे में बताया। इस पर ट्रैफिक पुलिस ने चौराहे पर ही बस को रुकवा लिया। पुलिस ने ड्राइवर को बस से उतारा तो वह नशे की हालत में मिला। पुलिस ने तत्काल उसे पास के थाने भेजा और ब्रेथ एनालाइजर से चेक करने पर उसके नशे में होने की पुष्टि हो गई। बता दे कि इंदौर के बड़ा गणपति पर एक ट्रक हादसा हुआ था, जिसमें नशे की हालत में ट्रक ड्राइवर ने कई गाड़ियों और लोगों की टक्कर मार दी। हादसे में कुछ लोगों की जान भी चली गई थी। दरअसल, ये मामला शुक्रवार को आईटी पार्क चौराहा का है। शाम करीब 5 बजे बाइक सवार एक युवक ड्यूटी पर तैनात सूबेदार अशोक कुमार भार्गव, एएसआई सुबोध शर्मा, आरक्षक देवी सिंह और संदीप जाट के पास पहुंचा। उसने बताया कि राजरतन ट्रेवल्स की बस का चालक खतरनाक तरीके से बस चला रहा है जो राजीव गांधी चौराहे से आईटी पार्क चौराहे की तरफ आ रहा है। बस ने एक ई-रिक्शा और मेरी बाइक को टक्कर मारी, जिसमें वह बाल-बाल बच गए। बाइक सवार की शिकायत के बाद ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने तत्काल चौराहे पर घेराबंदी की और जैसे ही बस आई तो उसे चौराहे पर ही रोक लिया। ड्राइवर को चेक किया तो नशे मिला, थाने ले गए सूबेदार अशोक कुमार भार्गव ने बताया कि बाइक सवार युवक शिकायत करके वहां से चला गया। इसके बाद बस के आने पर उसे रोका और ड्राइवर को चेक किया तो वह नशे की हालत में मिला। पुलिसकर्मियों ने तुरंत उससे बस की चाबी ले ली। हालाकि ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के पास ब्रेथ एनालाइजर नहीं था। इस पर पुलिस जवान संदीप जाट उसे बाइक पर बैठाकर भंवरकुआं थाने ले गए। जहां ब्रेथ एनालाइजर से चेक किया गया था यह क्लियर हो गया कि बस का ड्राइवर नशे में है। इस पर पुलिस ने कोर्ट का चालान कर बस को जब्त कर लिया। सूबेदार ने बताया कि जब बस ड्राइवर गाड़ी चला रहा था तब बस में कोई सवारी नहीं थी। बस जब्त होने की जानकारी मिलने पर ट्रेवल्स के लोग पहुंचे तो पता चला कि उसे व्हील अलाइनमेंट के लिए बस को भेजा था। इस काम के बाद ड्राइवर वापस बस से ट्रेवल्स पर जा रहा था। रात में बस को पुणे जाना था। दूसरे ड्राइवर को बुलाया और थाने में खड़ी की बस जिस बस को ट्रैफिक पुलिस ने जब्त किया वह वॉल्वो है। इसके चलते पुलिस ने खुद बस को ना चलाते हुए ट्रेवल्स से ही दूसरे ड्राइवर को चौराहे पर बुलवाया और वहां से बस को आउटर एरिया से महू नाका के समीप बने ट्रैफिक थाने (पश्चिम) पर बस को खड़ा कराया गया। इधर, ट्रैफिक पुलिस ने अपील की है कि नशे की हालत में गाड़ी ना चलाएं, यह न सिर्फ कानूनन दंडनीय है, बल्कि स्वयं और दूसरों की जान के लिए भी अत्यंत खतरनाक है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुलिस कमिश्नर वाराणसी व एस एच ओ कैंट को कथित अवैध रूप से पुलिस द्वारा निरूद्ध याची दीपक गुप्ता,इनकी मां कस्तूरी देवी व भाई गौरव गुप्ता को तीन दिसंबर को दो बजे पेश करने का निर्देश दिया है।और राज्य सरकार को याचिका पर जवाबी हलफनामा दाखिल करने का भी आदेश दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति जे जे मुनीर तथा न्यायमूर्ति संजीव कुमार की खंडपीठ ने दीपक गुप्ता सहित अन्य के साथ इनकी पत्नी शालिनी गुप्ता की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका की सुनवाई करते हुए दिया है। याची का कहना है कि कैंट थाना पुलिस ने उसके पति सास व देवर को 23नवंबर 25से थाने में बंद कर रखा है।अभी तक न तो उनका चालान किया गया और न ही उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया है।उनके बारे में पुलिस कोई जानकारी भी नहीं दे रही है अवैध रूप से निरुद्ध रखा है।जिसपर कोर्ट ने याचियों को पेश करने का निर्देश दिया है।
बलिया के दोकटी थाना क्षेत्र के एक गांव में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एक व्यक्ति की दूसरी शादी उसकी पहली पत्नी ने रुकवा दी। पहली पत्नी अपने वकील के साथ विवाह स्थल पर पहुंची और दावा किया कि दूल्हे ने उससे कोर्ट मैरिज की थी। दूल्हा मंडप से फरार हो गया, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश कर रही है। जानकारी के अनुसार, बैरिया थाना क्षेत्र के भुआलछपरा गांव निवासी राजेश पाण्डेय पुत्र राज गोपाल पाण्डेय की शादी दोकटी क्षेत्र की एक युवती से तय थी। दुल्हन अपने परिजनों के साथ विवाह स्थल पर पहुंची और दूल्हे का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान झारखंड राज्य के खरसांवा जिले की लक्ष्मी अपने वकील और दोकटी पुलिस के साथ विवाह स्थल पर पहुंची। लक्ष्मी ने दावा किया कि उसकी राजेश से 10 साल पहले कोर्ट मैरिज हुई थी। लक्ष्मी ने बताया कि राजेश ने उससे तलाक का मुकदमा बलिया में दायर किया था। उसे फेसबुक के जरिए राजेश की दूसरी शादी की जानकारी मिली। वह तुरंत उसके गांव पहुंची, लेकिन घर बंद मिला। लोगों ने बताया कि शादी लालगंज के एक लॉज में हो रही है। इसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी और उनके साथ विवाह स्थल पर पहुंची। घटना की जानकारी मिलते ही सैकड़ों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने सुरक्षा कारणों से पहली पत्नी और उसके वकील को चौकी लालगंज ले गई। दूसरी ओर, दुल्हन पक्ष में आक्रोश व्याप्त है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है और फरार दूल्हे राजेश पाण्डेय की तलाश जारी है।
सोनभद्र में उचित दर विक्रेताओं (कोटेदारों) ने कमीशन न मिलने और लाभांश बढ़ाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट पर एक दिवसीय धरना दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिला पूर्ति अधिकारी को सौंपा। कोटेदारों का कहना है कि उन्हें वर्तमान में प्रति क्विंटल खाद्यान्न वितरण पर केवल 10 रुपए कमीशन मिलता है। यह राशि अन्य राज्यों जैसे हरियाणा, गोवा, केरल, दिल्ली और गुजरात की तुलना में बहुत कम है, जहां 200 रुपए प्रति क्विंटल या 20,000 रुपए की न्यूनतम आय गारंटी दी जा रही है। ज्ञापन के माध्यम से कोटेदारों ने बताया कि वे उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वपूर्ण साझीदार हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी उन्होंने प्रधानमंत्री अन्न योजना और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत निःशुल्क खाद्यान्न वितरण में सक्रिय भूमिका निभाई। उनकी इस ईमानदारी और समर्पण की पूरे देश में सराहना हुई थी और उत्तर प्रदेश सरकार को भारत सरकार से प्रशंसा मिली थी। कोटेदार आयुष्मान कार्ड, किसान फार्मर रजिस्ट्री और वोटर आईडी जैसे विभिन्न सरकारी कार्यों में भी सहयोग करते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे 28 जनवरी 2026 से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन और विधानसभा घेराव करने के लिए बाध्य होंगे। इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन, प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार की होगी।
मिर्जापुर में जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की प्रगति को लेकर राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने बताया कि अब तक 3,35,839 मतदाताओं के फॉर्म असंग्रहणीय पाए गए हैं। इनमें से अधिकांश मतदाताओं ने एसआईआर गणना पत्रक जमा नहीं किया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि पात्र मतदाता अपना गणना पत्रक भरकर अवश्य जमा करें। ऐसा न करने पर उनका नाम आगामी मतदाता सूची में शामिल नहीं हो पाएगा। उन्होंने बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) और राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों से असंग्रहणीय फॉर्मों की बूथवार जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि किसी पात्र मतदाता का नाम त्रुटिवश या किसी अन्य कारण से छूट गया हो, तो इसकी जानकारी तत्काल बीएलओ को दी जाए ताकि सूची में आवश्यक संशोधन किया जा सके। मतदाता सूची पुनरीक्षण के लिए फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि 11 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है। DM ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने क्षेत्रों, गांवों और मोहल्लों में मतदाताओं को जागरूक करें। उन्होंने समय पर फॉर्म जमा करवाना सुनिश्चित करने पर जोर दिया, ताकि शत-प्रतिशत शुद्ध मतदाता सूची तैयार की जा सके। इस बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अजय कुमार सिंह, नगर मजिस्ट्रेट अविनाश सिंह, भाजपा प्रवक्ता ज्ञान प्रकाश दूबे, रविशंकर पांडेय, आम आदमी पार्टी जिला अध्यक्ष प्रो. बी. सिंह, बसपा से सद्दाम राइन, अपना दल (एस) के मीडिया प्रभारी शंकर सिंह चौहान, कांग्रेस से छोटे खान, कांग्रेस जिला सचिव कपिल सोनकर, सपा नगर महासचिव अनीस खान, समाजवादी पार्टी प्रवक्ता अशोक सिंह और सीपीआईएम के सौरभ कुमार सहित विभिन्न दलों के पदाधिकारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
फर्रुखाबाद के कमालगंज थाना क्षेत्र के उमराव नगला में शुक्रवार रात नामकरण संस्कार के दौरान हर्ष फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। घटना अंजुल यादव के घर पर हुई, जहां रात करीब आठ बजे दावत और नाच-गाने का कार्यक्रम चल रहा था। ग्रामीणों के मुताबिक एक प्रधान अपने पौत्र के साथ लाइसेंसी दोनाला बंदूक लेकर कार्यक्रम स्थल पहुंचे थे। प्रधान के पौत्र ने बंदूक से हर्ष फायरिंग की। ग्रामीणों ने माने तो बंदूक दोबारा लोड करते समय अचानक गोली चल गई, जो सामने खड़े गांव के अंशु यादव (20) पुत्र किंदर पाल यादव के सीने में जा लगी। अंशु मौके पर ही गिर गया। गोली लगने के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। अंशु के पिता किंदर पाल के पहुंचने तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना के बाद कार्यक्रम स्थल पर मौजूद लोग चले गए, जिससे दावत बंद हो गई और गांव में सन्नाटा छा गया। सूचना मिलने पर इंस्पेक्टर राजीव कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और जांच शुरू की। मृतक अंशु यादव अपने पिता किंदर पाल के साथ खेती का काम करता था। घटना के बाद परिजन सदमे में हैं। इंस्पेक्टर ने ग्रामीणों से पूछताछ की, जिसमें सामने आया कि हर्ष फायरिंग हो रही थी इसी दौरान गोली लगने से युवक की मौत हुई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उच्चाधिकारियों को सूचित किया। सीओ अमृतपुर संजय वर्मा भी मौके पर पहुंचे और पूछताछ की। पुलिस फायरिंग करने वाले आरोपी युवक की तलाश कर रही है। घटना की जानकारी मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से जानकारी ली। इंस्पेक्टर राजीव कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह मामला हर्ष फायरिंग के दौरान गोली लगने से हुई मौत का प्रतीत होता है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच कर उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में शायर मजाज को याद किया:शोएब बोले- रोमांटिक और क्रांतिकारी शायरी को नई बुलंदी पर ले गए
लखनऊ में उर्दू अदब के शायर ‘मजाज़’ लखनवी की 70 वीं बरसी पर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ओल्ड बॉयज़ एसोसिएशन (अमूबा) की ओर से निशातगंज कब्रिस्तान में उनकी क़ब्र पर श्रधंजलि दी गई। संगठन के सदस्यों ने श्रद्धासुमन अर्पित कर याद किया । इस मौके पर ए.एम.यू. के पूर्व छात्रों के साथ बड़ी संख्या में मजाज़ के प्रशंसक मौजूद रहे और उनके अदबी योगदान को याद किया। अध्यक्ष एस एम शोएब ने कहा कि ‘उर्दू के कीट्स’ कहे जाने वाली मजाज़ 19 अक्टूबर 1911 को रुदौली में पैदा हुए। मात्र 44 वर्ष की उम्र में 5 दिसंबर 1955 को लखनऊ में इस दुनिया से विदा हो गए । कम उम्र के बावजूद मजाज़ ने उर्दू शायरी पर वह छाप छोड़ी, जिसे कभी मिटाया नहीं जा सकता । उनकी रोमांटिक और क्रांतिकारी शायरी ने उन्हें खास पहचान दिलाई। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का मशहूर तराना 'ये मेरा चमन है मेरा चमन, मैं अपने चमन का बुलबुल हूं' उनकी ही रचना है। मशहूर शायर जोश मलीहाबादी ने मजाज़ की मौत पर कहा था कि 'अगर मजाज़ और ज़िन्दा रहते तो इस सदी के सबसे बड़े शायर होते।' कार्यक्रम में प्रो. शकील अहमद ने कहा कि हमारा शहर उर्दू अदब के नाम से पूरी दुनिया में चर्चित है। इसमें मजाज़ जैसे महान शायरों का बड़ा योगदान रहा है। मजाज़ की शायरी ने इस शहर को नई पहचान दिलाई। हम लोगों की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि मजाज़ की शायरी और शख्सियत को युवा पीढ़ियां तक पहुंचाएं और बताएं कि उर्दू का यह शायर कितना महान था और इसकी शायरी कितनी शानदार। इस खास मौके पर प्रो. रियाज़ मेहदी, डॉ. हाशमी, डॉ. एहतिशाम अहमद ख़ां, अफ़ज़ाल अहमद सिद्दीक़ी और अनवर हबीब अल्वी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
मेरठ में सिपाही की प्रताड़ना से महिला ने खाया जहर:ठेला हटाने की धमकी और छेड़छाड़ के आरोप, हालत गंभीर
मेरठ के गंगानगर थाना क्षेत्र में एक महिला ने गंगानगर थाने में तैनात सिपाही से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया। महिला को मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पीड़ित महिला के पति ने सिपाही पर पत्नी के साथ छेड़छाड़ का गंभीर आरोप लगाया है। ओ-पॉकेट निवासी यह महिला अपनी 3 साल की बेटी के साथ रहती है। वह अपनी आजीविका चलाने के लिए आईएमटी यूनिवर्सिटी गेट नंबर-3 के पास चाय का ठेला लगाती है। महिला का पति दिल्ली में ऑटो चलाकर परिवार का खर्च उठाता है। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ, जिसे महिला के पति ने अपलोड किया था। वीडियो में आरोप लगाया गया है कि गंगानगर थाने में तैनात एक सिपाही उसे रोजाना परेशान करता था, गलत तरीके से बात करता था और ठेला हटाने की धमकियां देता था। इन्हीं दबावों और मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने जहरीला पदार्थ खा लिया। जब उसकी हालत बिगड़ने लगी तो आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। गंगानगर थाना प्रभारी अनूप सिंह ने बताया कि सूचना मिलने पर पुलिस मेडिकल अस्पताल पहुंची है। मामले की जांच की जा रही है।
बलरामपुर में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की नहर बालागंज शाखा में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताएं सामने आई हैं। अयोध्या और लखनऊ मंडल कार्यालयों से आई जांच टीम ने शाखा में करीब 74.88 लाख रुपये की गड़बड़ियों की पुष्टि की है। इस खुलासे के बाद, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक रत्नेश कुमार की शिकायत पर नगर कोतवाली पुलिस ने चार अलग-अलग प्राथमिकियां दर्ज की हैं। आरोप है कि फर्जी दस्तावेजों, अवैध ओवरड्राफ्ट खातों और मिलीभगत के जरिए बैंक के सार्वजनिक धन का गबन करने का प्रयास किया गया। शाखा प्रबंधक ने पुलिस को दी गई अपनी तहरीर में बताया कि जनवरी से जून 2024 के दौरान, एक विशेष योजना के तहत खातों में असामान्य रूप से लेनदेन में वृद्धि देखी गई। जांच में पता चला कि कई ऋण खाते सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना खोले गए थे। इन खातों को खोलने के लिए जाली एलआईपी (जीवन बीमा पॉलिसी), केवीपी (किसान विकास पत्र) और एनएससी (राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र) जैसे दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया था। जांच में सामने आया कि चार संदिग्ध खातों में क्रमशः 15 लाख, 20 लाख, 19.88 लाख और 20 लाख रुपये तक की ओवरड्राफ्ट राशि जारी की गई थी। इन राशियों में से एक बड़ी रकम नकद निकाल ली गई, जबकि शेष धनराशि को संदिग्ध रूप से मेसर्स पीएसपी कंस्ट्रक्शंस, उसकी संबद्ध फर्मों और संबंधित परिवारों के खातों में स्थानांतरित किया गया। बैंक के अनुसार, धोखाधड़ी के बाद कुछ राशि वसूल कर ली गई है, लेकिन धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा, बैंक खातों में हेरफेर और विश्वासघात जैसे अपराध पहले ही हो चुके थे। पुलिस जांच में इस मामले में कई लोगों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है। इनमें तत्कालीन शाखा प्रबंधक महेश त्रिपाठी, बैंक कर्मी विनय कुमार शर्मा, संतोष गुप्ता और यशवंत कुमार शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, मेसर्स पीएसपी कंस्ट्रक्शंस के साझेदार पूनम सिंह, वैभव सिंह और समरजीत सिंह के साथ-साथ ग्राहक जुहैब अहमद, मोहम्मद राशिद और अमिता सिंह भी जांच के दायरे में हैं। वरिष्ठ शाखा प्रबंधक की लिखित शिकायत के आधार पर कुल आठ आरोपियों के खिलाफ विभिन्न गंभीर धाराओं के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इनमें से कुछ आरोपियों के खिलाफ पहले भी मामले दर्ज हो चुके हैं। पुलिस इस पूरे प्रकरण की गहनता से जांच कर रही है।
बदायूं में सर्राफा कारोबारी की दुकान से सोने की चेन चोरी के आरोपी ने शुक्रवार शाम कोर्ट में सरेंडर कर दिया। उसे पकड़ने पहुंची पुलिस टीम और अधिवक्ताओं के बीच खींचतान हो गई। इस दौरान सादा वर्दी में मौजूद एक दरोगा की पिटाई भी हुई, जिसका वीडियो भी सामने आया है। एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने इस मामले की विभागीय जांच सीओ सिटी को सौंपी है। यह घटना सप्ताहभर पहले शहर के सर्राफा बाजार में हुई थी। जुगल किशोर प्रहलादी लाल सर्राफ की दुकान में एक युवक ग्राहक बनकर आया और सोने की तीन चेन लेकर फरार हो गया था। इस घटना का वीडियो भी सामने आया था। पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी कुंवरगांव थाना क्षेत्र के भैंसामई गांव का रहने वाला है। इसके बाद पुलिस ने उसके पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी थी। शुक्रवार दोपहर बाद आरोपी ने अपने वकील के साथ कोर्ट में सरेंडर किया। जैसे ही वह कोर्ट परिसर में दाखिल हो रहा था, सादा वर्दी में मौजूद पुलिस टीम ने उसे पकड़ने की कोशिश की। अचानक हुई इस कार्रवाई से अधिवक्ता भड़क गए और अपने मुवक्किल को अंजान लोगों द्वारा पकड़ते देख हाथापाई शुरू कर दी। वहां जमकर खींचतान हुई और इसी का फायदा उठाकर आरोपी कोर्ट में प्रवेश कर गया। दरोगा के साथ मारपीट और खींचतान की खबर मिलते ही महकमे के अफसर भी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी ने दरोगा हितेश और उनकी टीम के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। एसएसपी ने बताया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
संभल के थाना ऐंचौड़ा कंबोह में शुक्रवार को विश्व की पहली कल्कि पुराण कथा के पांचवें दिन जगद्गुरु रामानंदाचार्य स्वामी रामभद्राचार्य ने प्रवचन दिए। उन्होंने स्वयं को ब्राह्मण, साधु, विरक्त, संन्यासी और फिर जगद्गुरु रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य बताया। उन्होंने जोर देकर कहा कि तुलसी पीठ ही धर्म की एकमात्र प्रामाणिक पीठ है। स्वामी रामभद्राचार्य ने यह भी कहा कि वे बड़े-बड़े विद्वानों को भी निरुत्तर करने की क्षमता रखते हैं, हालांकि वे सबकी 'कुंडली खोलना' नहीं चाहते। जगद्गुरु ने 'पीठ' की परिभाषा देते हुए कहा कि जो धर्म का संरक्षण कर पादुका पूजन की परंपरा का निर्वहन करे, वही पीठ होती है। उन्होंने बताया कि पादुका पूजन की परंपरा सबसे पहले चित्रकूट में शुरू हुई थी, जब भगवान श्रीराम ने भरत जी को अपनी पादुकाएं दी थीं। उन्होंने अपनी पादुकाओं के बारे में बताया कि ये उन्हें रामानंदाचार्य परंपरा से प्राप्त हुई हैं और विक्रम संवत 1364 में गुरुजी महाराज ने इन्हें अपने चरणों में धारण किया था। अपनी कथा जारी रखने के संकल्प पर उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन्हें आयु अधिक होने के कारण कथा कम करने की सलाह देते हैं। इस पर उन्होंने कहा कि जब तक उनका श्वास चलेगा, वे कथा करते रहेंगे, क्योंकि वे भगवान की कोई और सेवा नहीं कर पाए हैं। रामभद्राचार्य महाराज ने घोषणा की कि जब तक उनका जीवन है, संभल क्षेत्र राममय और कल्किमय होकर रहेगा। उन्होंने कल्कि पीठधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम को सुझाव दिया कि कल्कि धाम में सप्ताह में दो दिन, मंगलवार और शनिवार को सुंदरकांड का पाठ होना चाहिए। कल्कि पुराण कथा का वाचन करते हुए उन्होंने कहा कि कल्कि महाराज ही यह सिद्ध करेंगे कि ब्राह्मण भी राजा हो सकता है। उन्होंने भारत में रहने वालों के लिए 'वंदे मातरम' कहने और गंगा-यमुना को मानने की अनिवार्यता पर जोर दिया। स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि प्रेम से रहना चाहिए और उन्होंने चित्रकूट में अब्दुल रहीम खानखाना को स्थान देने का उदाहरण दिया। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि अब आक्रांताओं के नाम पर कोई स्थान नहीं बनने दिया जाएगा, क्योंकि बाबर एक आक्रांता था। उन्होंने सभी को गुरुजनों से हठ न करने की सलाह दी, क्योंकि गुरु तो गुरु होता है। रामभद्राचार्य महाराज ने कथा प्रवचन के दौरान बताया कि किस तरह 5 वर्ष के कल्कि इतने सुंदर हैं कि माता-पिता भी चिंतित है कि कहीं उन्हें किसी की नजर ना लगे। पांच साल के कल्कि शिक्षा के लिए गुरुकुल जा रहे थे तब रास्ते में परशुराम मिले। परशुराम ने बालक से नाू पूछा तो बताया कि मेरा कश्यप गोत्र है और कल्कि शर्मा नाम है। कल्कि जी के सुंदर स्वरूप को देखकर भगवान परशुराम के मन में आया कि मैं इस बालक को गोद में ले लूं क्या। परशुराम जी बेहद कठोर स्वभाव वाले हैं लेकिन कल्कि को देखते ही उनकी कठोरता दुलार में बदल गई। परशुराम जी ने पूछा कहा जा रहे हो, कल्कि जी ने जवाब दिया गुरुकुल जा रहा हूं। उन्होंने फिर पूछा कि कौन से गुरुकुल जा रहे हो। तो जवाब दिया कि नाम तो मुझे नहीं पता। इसके बाद भगवान परशुराम ने प्रभु कल्कि से कहा कि मैं ही तुम्हारा गुरु बनूंगा। परशुराम जी भगवान कल्कि जी को गोद में उठाकर महेंद्रांचल पर्वत पर आ गए। परशुराम ने कहा पहले में क्षत्रियों को शिक्षा देता था लेकिन महाभारत काल में भीष्म ने मेरे साथ ऐसी घटना घटा दी कि उसके बाद मैंने क्षत्रियों को शिक्षा देना बंद कर दिया। महारभारत का व्रतांत सुनाते हुए रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि भगवान परशुराम भीष्म के गुरु थे। फिर भी भीष्म ने उनकी बात नहीं मानी और फिर स्थिति युद्ध तक आ गई। परशुराम ने भीष्म पर बेहद घायत अस्त्र चलाया तो देवताओं ने कहा कि प्रभु आप तो भीष्म के गुरु हो,आप अपने इस अस्त्र का प्रहार अपने शिष्य भीष्म पर न करें। देवताओं के कहने पर परशुराम ने अपना शास्त्र वापस ले लिया। भीष्म को लगा मैं युद्ध जीत गया लेकिन गुरु से जीत कोई प्रसन्नता का विषय नहीं होती। परिणाम यह रहा कि महाभारत के युद्ध में उन्हें बांड़ों की शैय्या पर सोना पड़ा। कर्ण ने खुद के क्षत्रिय होने की बात छुपा कर परशुराम से शिक्षा ली थी तब परशुराम ने उन्हें श्राप दिया था कि युद्ध में मेरी सिखाई विद्या तुम्हें विसमृत हो जाएगी। कल्कि पुराण कथा वाचन में रामभद्राचार्य महाराज ने आगे कहा कि शिक्षा देने के बाद परशुराम भगवान श्री कल्कि को लेकर अपने गुरु शिव के पास कैलाश पर लेकर जाते हैं। भगवान शिव ने कल्कि जी को तीन चीज दी उन्होंने अपना घोड़ा देते हुए कहा कि जहां तुम चाहोगे यह तुम्हें ले जाएगा। बताया कि यह बहुत रूप वाला होगा। भगवान शिव ने कहा मैं तुम्हें एक तोता दे रहा हूं,इसका नाम सर्वज्ञ है। तीसरा यह दिव्य तलवार मैं तुम्हें दे रहा हूं। भगवान शिव ने तलवार देते हुए कल्कि जी से कहा कि पृथ्वी पाप के भार से भर गई है। इसके भार को कम करने के लिए इस तलवार को ले जाओ।
बरेली के हाफिजगंज थाना क्षेत्र के सैंथल गांव में शुक्रवार सुबह गेहूं के खेत में एक युवक का शव मिलने से गांव में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान 22 वर्षीय लालता प्रसाद उर्फ मुकेश के रूप में हुई है। परिजनों ने उसकी हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। जानकारी के मुताबिक, गुरुवार शाम मुकेश सैंथल गांव में चिराग अली की मजार पर लगे मेले में गया था। रात करीब 11 बजे परिवार ने फोन किया तो उसने कॉल रिसीव नहीं की। रात एक बजे दोबारा संपर्क करने पर उसका मोबाइल बंद मिला। परिजन पूरी रात उसकी तलाश करते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। शुक्रवार सुबह गांव के कुछ लोगों ने गेहूं के खेत में युवक का शव देखा और तुरंत परिवार को सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे और पुलिस को खबर दी। हाफिजगंज पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। परिवार का कहना है कि यह सामान्य मौत नहीं है। उनके मुताबिक, मुकेश के कान से खून निकल रहा था, जिससे मामला संदिग्ध लग रहा है। परिजनों ने साफ आरोप लगाया कि बेटे की हत्या की गई है। पुलिस का कहना है कि मौत के कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से स्पष्ट होंगे। फिलहाल पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है।
कानपुर की एक युवती ने फर्रुखाबाद निवासी एक मुस्लिम युवक पर हिंदू लड़के के नाम से फेसबुक अकाउंट बनाकर दोस्ती करने और 10 साल तक शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया है। युवती का आरोप है कि युवक ने बाद में उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी युवक सहित उसके भाई, जीजा और बहन समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। युवती ने फर्रुखाबाद शहर कोतवाली में गुरुवार को दी तहरीर में बताया कि उसकी दोस्ती फेसबुक के जरिए 'रितिक सिंह' नाम के एक लड़के से हुई थी। युवक ने प्यार और शादी का झांसा देकर उसके साथ संबंध बनाए और 10 साल तक उसका शारीरिक शोषण किया। युवती के अनुसार, 26 नवंबर को आरोपी युवक उसे अपने घर ले आया। वहां उसने बताया कि वह मुस्लिम है और शादी के लिए उसे इस्लाम धर्म कबूल करना होगा। युवती ने आरोप लगाया कि युवक के परिजनों ने भी उस पर मुस्लिम धर्म सीखने और धर्म परिवर्तन करने का दबाव डाला। जब युवती ने धर्म परिवर्तन से इनकार किया, तो आरोपी युवक के परिजनों और रिश्तेदारों ने उसे जान से मारने की कोशिश की। युवती किसी तरह वहां से बचकर कानपुर पहुंची और फिर फर्रुखाबाद आकर तहरीर दी। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी युवक के परिजनों ने कानपुर जाकर उसकी मां को भी धमकाया। पीड़िता ने आरोपी शादाब खान, उसके भाई नायाब, जीजा सुहेल खान और बहन अमरीन के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस ने इन चारों के खिलाफ जीरो रिपोर्ट दर्ज कर एफआईआर को कानपुर स्थानांतरित कर दिया है।
संभल शहर के तिरंगा मार्केट में शुक्रवार को हिंदू जागृति मंच ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की। इस दौरान मंच ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य द्वारा गांव ऐंचौड़ा कम्बोह स्थित श्रीकल्कि धाम में कल्कि अवतार की शास्त्रीय उद्घोषणा पर कड़ा एतराज जताया। रामभद्राचार्य ने कल्कि अवतार का समय वैसाख शुक्ल पक्ष की द्वादशी को दिन में 12 बजे बताया है। मंच के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने कहा कि कुछ लोग धार्मिक मान्यताओं को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत कर रहे हैं, जिससे समाज में अनावश्यक भ्रम उत्पन्न हो रहा है। उन्होंने भगवान श्रीकल्कि अवतार की जन्मभूमि और कल्कि जयंती की तिथि को लेकर रामभद्राचार्य महाराज के बयान पर आपत्ति व्यक्त की। अजय कुमार शर्मा ने भविष्य पुराण, कल्कि पुराण और श्रीमद् भागवत सहित विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सभी धार्मिक और ऐतिहासिक ग्रंथ कलयुग के अंतिम चरण में संभल को ही भगवान श्री कल्कि विष्णु की अवतरण भूमि बताते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि श्रावण शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को ही भगवान श्री कल्कि के अवतार होने का वर्णन मिलता है। इसी दिन संभल में कल्कि जयंती का महापर्व परंपरागत रूप से मनाया जाता है। आचार्य प्रमोद कृष्णम् सहित देशभर के कई विद्वान भी इसी तिथि को जयंती मनाते आ रहे हैं। अजय शर्मा ने आगे कहा कि आध्यात्मिक, सामाजिक और बौद्धिक जगत के अनेक विद्वानों ने भी संभल को कल्कि अवतार स्थली स्वीकार किया है। श्रीकल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने भी संभल के श्री विष्णुयश शर्मा के परिवार को अवतार स्थान के रूप में स्वीकार किया है और वर्षों से यही संदेश जन-जन तक पहुंचाया है। उन्होंने ऐसी ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यताओं को अचानक खारिज करने या भ्रम फैलाने को समाज के साथ धोखा बताया। अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि किसी भी बड़े मंच या संत को इस विषय पर कोई बयान देने से पहले पर्याप्त शास्त्रार्थ करना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि संभल की धार्मिक विरासत और मान्यता को कमजोर करने का कोई भी प्रयास छल और प्रपंच ही माना जाएगा, जिसे धर्म प्रेमी और संभल वासी कभी स्वीकार नहीं करेंगे।
लखनऊ हाईकोर्ट ने लोक गायिका नेहा सिंह राठौर को सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी मामले में शुक्रवार को राहत नहीं दी। कोर्ट ने नेहा के खिलाफ लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज केस में उन्हें अग्रिम जमानत मंजूर करने के आग्रह वाली अर्जी खारिज कर दी। न्यायमूर्ति बृज राज सिंह की एकल पीठ ने यह आदेश नेहा सिंह राठौर की अग्रिम जमानत अर्जी पर दिया। इसमें, नेहा ने केस में गिरफ्तारी से पहले जमानत देने की गुजारिश की थी। जमानत अर्जी का विरोध करते हुए सरकारी वकील डॉ. वी के सिंह का कहना था कि नेहा सिंह राठौर के खिलाफ इस मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में अप्रैल में एफआईआर दर्ज हुई थी। इससे पहले बीते 19 सितंबर को हाईकोर्ट की खंडपीठ ने नेहा की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार चुनाव और हिंदू-मुस्लिम राजनीति से जुड़े अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज इसी एफआईआर को रद्द करने का आग्रह किया था। सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि एफआईआर की जांच में अदालत का हस्तक्षेप उचित नहीं है। हालांकि कोर्ट ने नेहा सिंह राठौर को यह स्वतंत्रता दी है कि वे ट्रायल या डिस्चार्ज प्रक्रिया के दौरान आरोपों को चुनौती दे सकती हैं। फिलहाल किसी तरह की अंतरिम राहत (Interim Relief) देने से सुप्रीम कोर्ट ने साफ इनकार कर दिया था। नेहा ने लिखा था-बीजेपी देश को युद्ध की तरफ धकेलना चाहती है उन पर विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज हुआ, जब उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर पोस्ट किया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद मोदी बिहार आए ताकि पाकिस्तान को धमका सकें और राष्ट्रवाद के नाम पर वोट बटोर सकें। उन्होंने यह भी लिखा था कि आतंकियों को ढूंढने और अपनी गलती मानने के बजाय बीजेपी देश को युद्ध की तरफ धकेलना चाहती है। सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि बीते 19 सितंबर को खंडपीठ ने नेहा सिंह राठौर की गिरफ्तारी पर रोक की याचिका खारिज करके उनको 26 सितंबर को जांच अधिकारी के सामने पेश होने और पुलिस रिपोर्ट दाखिल होने तक जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया था। बचाव पक्ष के वकील बोले- देशद्रोह की धाराएं नहीं लगाई जा सकतीं नेहा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता पुरेंदू चक्रवर्ती ने तर्क दिया कि सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का विषय हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अभियोजन के पूरे बयान में देश की एकता-अखंडता को खतरे में डालने या देशद्रोह की धाराएं नहीं लगाई जा सकतीं। सरकारी वकील डॉ. वीके सिंह ने अग्रिम जमानत का विरोध करते हुए न्यायालय को बताया कि नेहा राठौड़ ने उस समय टिप्पणियां कीं जब देश एक संवेदनशील स्थिति से गुजर रहा था। कोर्ट ने कहा-अग्रिम जमानत का लाभ नहीं दे सकते अदालत ने कहा- नेहा के खिलाफ लगे आरोप पहली नजर में संज्ञेय अपराध दर्शाते हैं, जिनकी पुलिस द्वारा जांच की जानी उचित है। अदालत ने कहा कि उनके ट्वीट्स का समय बेहद अहम है, क्योंकि वे पहलगाम हमले के तुरंत बाद पोस्ट किए गए थे। ऐसे में इसी मामले में नेहा की अग्रिम जमानत मंजूर होने योग्य नहीं है। एकल पीठ ने कहा कि यह अग्रिम जमानत का मामला नहीं बनता है, लिहाजा अग्रिम जमानत अर्जी खारिज की जाती है। अब पढ़िए पूरा मामला... पुलिस ने बताया कि 12 मई को नेहा सिंह राठौर के गाने चौकीदरवा कायर बा... बेटियां किसानन खातिर बनल जनरल डायर बा... पर विवाद छिड़ा। आरोप लगा कि नेहा ने पीएम नरेंद्र मोदी को जनरल डायर कहा है। हिंदू संगठनों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने 20 मई को नेहा सिंह राठौर के खिलाफ वाराणसी कमिश्नरेट के 3 जोन के 15 थानों में 500 से ज्यादा शिकायतें दीं। अकेले लंका थाने में ही 318 शिकायतें आईं। 4 लाख FIR कराइए, डरूंगी नहींइसपर नेहा ने कहा था- इस वक्त मेरे साथ क्या और क्यों हो रहा है। मैं इस सरकार से सवाल पूछ रही हूं। लेकिन, सरकार के पास मेरे सवालों का कोई जवाब नहीं है। बदले में मुझे गालियां दिलवाई जा रही हैं। 400 शिकायतें नहीं 4 लाख FIR करवा दीजिए, आपसे नहीं डरूंगी। 21 मई को एक और गाना पोस्ट किया... 2 समुदायों के बीच नफरत फैलाने का आरोप22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले को लेकर नेहा ने सोशल मीडिया पर कई पोस्ट किए थे। सरकार पर सवाल उठाए थे। इन पोस्टों से आहत होकर अभय प्रताप सिंह ने हजरतगंज कोतवाली में नेहा के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने और देश की अखंडता को तोड़ने वाली पोस्ट की है। अभय प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि नेहा सिंह राठौर की हरकतें सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने और अशांति पैदा करने के उद्देश्य से की गई थीं। उन्होंने दावा किया कि राठौर की पोस्ट, जिन्हें पाकिस्तान में व्यापक रूप से शेयर किया गया, का इस्तेमाल पड़ोसी देश के मीडिया द्वारा भारत की आलोचना करने के लिए किया जा रहा था, जिससे देश की छवि को नुकसान पहुंच रहा था। मामला दर्ज होने के बाद नेहा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर एक वीडियो पोस्ट किया था। उन्होंने लिखा था- पहलगाम हमले के जवाब में सरकार ने अब तक क्या किया है? क्या आपने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की है? अगर हिम्मत है, तो जाकर आतंकवादियों के सिर वापस लाओ! ------------------- संबंधित खबर पढ़िए... पहलगाम हमले पर नेहा सिंह का वीडियो पाकिस्तान में वायरल:बोलीं-अटैक का बिहार चुनाव में सरकार करेगी इस्तेमाल; वॉर रुकवाने वाले टेरर अटैक नहीं रोक पाए जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 27 लोग मारे गए। इस घटना के बाद से देश में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश है। वहीं भोजपुरी गायिका नेहा सिंह राठौर ने एक वीडियो जारी कर मोदी सरकार पर सवाल उठाए और कहा कि सरकार पहलगाम हमले का इस्तेमाल बिहार चुनाव में करेगी। पूरी खबर पढ़ें
ग्वालियर में एक नवविवाहिता ने फांसी लगाकर जान दे दी है। घटना न्यू कॉलोनी घोसीपुरा मुरार में शुक्रवार की है। ससुराल पक्ष के लोग उसे फंदे से उतारकर हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। मायका पक्ष जब अस्पताल पहुंचा तो महिला का शव स्ट्रेचर पर पड़ा था। मायके पक्ष ने हत्या का आरोप लगाया है। जिसके बाद महिला का पति अस्पताल में शव को छोड़कर भाग गया है। घटना का पता चलते ही पुलिस हॉस्पिटल पहुंची है। शव को निगरानी में लेकर मर्ग कायम कर लिया है। फिलहाल पड़ताल की जा रही है। ग्वालियर के पिछोर गढ़ी निवासी 20 वर्षीय शालिनी पुत्री देवेन्द्र सिंह राणा का विवाह 27 मई 2025 को मुरार के न्यू कॉलोनी घोसीपुरा निवासी अनुराग सिंह राणा से हुआ था। अनुराग एक प्राइवेट स्कूल का संचालन करते हैं। शुक्रवार दोपहर को शालिनी के ससुर सतेन्द्र सिंह राणा की नजर पड़ी कि बहू ने फांसी लगा ली है। ससुर ने तत्काल देवेन्द्र सिंह को कॉल कर बताया कि शालिनी ने फांसी लगा ली है और वह उसे लेकर ट्रॉमा सेंटर आ गए हैं और तुम भी वहां आ जाओ। घटना का पता चलते ही उन्होंने अपने दामाद मीरेन्द्र निवासी जीवाजी नगर को कॉल किया। कॉल मिलते ही मीरेन्द्र ट्रॉमा सेंटर पहुंचा। यहां पर शालिनी का शव स्ट्रेचर पर पड़ा हुआ था। मामले की सूचना पुलिस को दी, तो पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के बाद मर्ग कायम कर लिया।छह माह पहले शादी हुई थी शादीबताया गया है कि मृतका का विवाह छह माह पूर्व हुआ था और ससुराल पक्ष की मांग पर तीस लाख रुपए की शादी की थी। पर उसके बाद भी शादी के बाद ससुराल पक्ष के लोग शालिनी को कार के लिए परेशान कर रहे थे, जबकि शादी में कैश के साथ ही कार भी दी थी, जिसे उन्होंने बेटी के नाम पर किया था। दामाद का कहना था कि पैसे आपने पिता (बेटी के ससुर) को दिए और कार अपनी बेटी के नाम की है, इसमें मुझे क्या मिला। विवाद के बाद मायके पक्ष के लोग शालिनी को अपने साथ ले गए थे। कुछ दिन पहले ही उसे वापस ससुराल भेजा था। मारपीट कर उसकी हत्या की गई है। उसके गले पर निशान थे।शालिनी का पति हो गया गायबमायके पक्ष का कहना है कि सुबह से शालिनी का पति गायब है और उन्होंने कई बार उसे तलाशा, लेकिन वह नहीं मिला है, इससे शंका है कि उसने ही शालिनी की हत्या की है। पुलिस आरोपों की जांच कर रही है और शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया है।
पाली में एक महिला सरकारी कर्मचारी ने NSUI के जिलाध्यक्ष विजय जोशी के खिलाफ शादी का झांसा देकर रेप करने और 30 लाख रुपए हड़पने का आरोप लगाया है। पीड़िता ने शुक्रवार को औद्योगिक नगर थाने में मामला दर्ज करवाया। रिपोर्ट में विजय की मां और भाई को भी आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है। औद्योगिक थाने के SHO सुमेरदान ने बताया- पीड़िता(24) ने रिपोर्ट दी है। इसमें बताया- अप्रैल 2023 में उसे मकान की जरूरत हुई। इस दौरान उसकी विजय जोशी से मुलाकात हुई। वह जोशी के फ्लैट किराए पर लेकर रहने लगी। इस दौरान विजय और उसके परिवार के लोगों ने उसके साथ आत्मियता से व्यवहार किया, वहीं विजय, उसके भाई और मां भी फ्लैट पर आती- जाती रहती थी। कोल्ड ड्रिंक पिलाकर किया रेपरिपोर्ट में पीड़िता ने आरोप लगाया कि 3 जुलाई 2025 को वह फ्लैट पर अकेली थी और मां की याद आने पर रो रही थी। इस दौरान विजय जोशी आया और उसे सांत्वना दी। वह बाजार से कोल्ड ड्रिंक और स्नेक्स लेकर आया। कोल्ड ड्रिंक पीते ही वह बेहोश हो गई। इसका फायदा उठाकर विजय जोशी ने उससे रेप किया और फोटो-वीडियो बना दिए और कहा कि जल्द ही वह उससे शादी करेगा। पीड़िता ने रिपोर्ट में बताया- विजय ने अपनी मां और भाई से भी मिलवाया और पारिवारिक सदस्य जैसा सभी व्यवहार करने लगे, इसलिए उसने अपने साथ हुई रेप की घटना की रिपोर्ट नहीं दी। घुमाने ले गया और सहमति से भी कई बारे बनाए संबंधरिपोर्ट में पीड़िता ने बताया- वह विजय पर पूरा विश्वास करती थी और उसके साथ कई शहरों में घूमने भी गई थी। इसकी जानकारी उसके परिवार के सदस्यों को भी थी। इस दौरान दोनों में कई बार सहमति से संबंध भी बने। फ्लैट खाली करवाया और 30 लाख हड़पेरिपोर्ट में बताया- उसने(पीड़िता ने) अपना एक प्लॉट 14 लाख रुपए में बेचा था। वह रुपए उसके पास पड़े थे। इसकी जानकारी विजय जोशी को थी। विश्वास में लेकर उसने मुझसे ये रुपए भी ले लिए और रुपयों की आवश्यकता होने पर उसने लोन लेकर विजय को रुपए दिये। कुल मिलाकर विजय उसे झांसा देकर 30 लाख रुपए ले चुका था। घर में सामाजिक कार्यक्रम होने का कहकर फरवरी 2025 में फ्लैट भी खाली करवा दिया। दूसरी लड़की के साथ देखा तो हुआ झगड़ारिपोर्ट में पीड़िता ने बताया- वह सरकारी कर्मचारी है। और विजय बार-बार उसे शादी करने का आश्वासन दे रहा था, लेकिन शादी नहीं कर रहा था। एक दिन उसको दूसरी लड़की के साथ देख लिया। तो दोनों में झगड़ा हुआ। इस पर विजय ने कहा कि तुम्हें जो करना है, कर लो, अब न तो शादी करूंगा और 30 लाख रुपए भी वापस नहीं दूंगा। इससे पीड़िता डिप्रेशन में चली गई और परेशान होकर आखिरकार मामला दर्ज करवाया। हालांकि मामले में आरोपी विजय जोशी से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन स्विच्ड ऑफ आया।
रायपुर के सरस्वती नगर थाना क्षेत्र में पुलिस ने शुक्रवार को मादक पदार्थ तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो युवकों को रंगे हाथ पकड़ लिया। आरोपियों का नाम पंचशील नगर निवासी आयुष दुबे उर्फ मयंक और पचपेड़ी नाका निवासी मृत्युंजय दुबे उर्फ एमडी बताया जा रहा है। आरोपी हेरोइन कहां से लाए थे? किसे बेचने वाले थे? इसके बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। पूरे मामले का खुलासा रायपुर पुलिस के अधिकारी जल्द करेंगे। सरस्वती नगर पुलिस के अनुसार मुखबिर से सूचना मिली थी, कि डीडीयू ऑडिटोरियम रोड, साइंस कॉलेज मैदान के पास एक काले रंग की हुंडई कार में दो युवक चिट्टा (हेरोइन) बेचने की फिराक में ग्राहकों की तलाश कर रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम अलर्ट हुई और मौके पर पहुंचकर घेराबंदी कर दोनों को दबोच लिया। आरोपियों की तलाशी में पुलिस को 26.22 ग्राम चिट्टा बरामद किया है। बरामद चिट्टे की कीमत 2,60,100 रुपए बताई जा रही है। चिट्टे के साथ ही हुंडई कार (CG 04 NT 3892), कीमत करीब 20 लाख रुपए, 7 मोबाइल, कुल कीमत लगभग 74,000 रुपए पुलिस ने बरामद किया है। एसआई की टीम ने आरोपियों को पकड़ा पुलिस के अनुसार, उपनिरीक्षक तुलसीराम भारद्वाज के नेतृत्व में टीम ने बिना सर्च वारंट तत्काल कार्रवाई की, क्योंकि आरोपियों के भागने की आशंका थी। मौके पर वाहन और आरोपियों की तलाशी ली गई। बरामद चिट्टा को इलेक्ट्रॉनिक तराजू से तौलकर सील किया गया। पुलिस के अनुसार, दोनों आरोपी लंबे समय से चिट्टा की अवैध बिक्री में सक्रिय थे और मौके पर ग्राहक तलाश रहे थे। पूर्व में भी हो चुकी गिरफ्तारी रायपुर पुलिस द्वारा अभियान चलाकर ड्रग्स तस्करों पर बीते दिनों कार्रवाई की गई है। कार्रवाई के दौरान महिला ड्रग्स तस्कर भी पकड़ी गई। ड्रग्स तस्करों के खिलाफ अभियान जारी रखने की बात पुलिस अधिकारियों ने की है।
सूरजपुर में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के तहत धान के अवैध परिवहन और भंडारण पर प्रशासन की कड़ी निगरानी जारी है। इसी क्रम में, जनपद पंचायत प्रतापपुर के ग्राम चाचीडांड (डांडकारवां) में शुक्रवार सुबह बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध धान जब्त किया गया। आज सुबह लगभग 5 बजे, एक छहपहिया वाहन में 200 बोरी (लगभग 80 क्विंटल) धान का अवैध परिवहन किया जा रहा था। राजस्व एवं खाद्य विभाग की संयुक्त टीम ने मौके पर ही इस वाहन को रोककर धान जब्त कर लिया। अवैध परिवहन में उपयोग किए गए वाहन सहित जब्त किए गए समस्त धान को सहकारी समिति रेवटी को सुपुर्द कर दिया गया है। इस कार्रवाई में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व प्रतापपुर, नायब तहसीलदार प्रतापपुर और खाद्य निरीक्षक प्रतापपुर की सक्रिय भूमिका रही।
लखनऊ में कैसर बाग स्थित पब्लिक लाइब्रेरी का निरीक्षण किया । मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त की अध्यक्षता में अमीर-उद- दौला पब्लिक लाइब्रेरी, की शासी निकाय की वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए महत्वपूर्ण बैठक लाइब्रेरी परिसर में हुई। इस दौरान लाइब्रेरी सुविधाओ को लेकर विचार विमर्श हुआ। बैठक में पुस्तकालय के सुदृढ़ीकरण, आधुनिकीकरण तथा पाठक सेवाओं के विस्तार से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की गई। जिनमें मुख्य रूप से वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पारित हुआ साथ ही मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त द्वारा कम्प्यूटर लैब का शुल्क निर्धारण, क्षतिग्रस्त पुस्तकों की बाइंडिंग करके संबंधित नियमावली बनाने व पुस्तकालय में गार्ड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर मण्डलायुक्त द्वारा अमीर-उद- डौला पब्लिक लाइब्रेरी के विभिन्न अनुभागों- मुंशी नवल किशोर संग्रहालय, बाल कक्ष, कम्प्यूटर लैब/प्रतियोगी अनुभाग का निरीक्षण किया । पुस्तकालय के विकास हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। समीक्षा में मण्डलायुक्त ने पाया कि लाइब्रेरी में किताबों के पन्नों की स्कैनिंग एवं डिजिटाइजेशन का कार्य व ई-कैटलॉग का कार्य पूर्ण हो चुका है। स्टेट सेंट्रल लाइब्रेरी के तर्ज पर लाइब्रेरी डेवलप करने के निर्देश दिए। साथ ही अमीरूद्दौला लाइब्रेरी के सेटअप को अंतरराष्ट्रीय मानकों पर अपग्रेड किए जाने के भी निर्देश दिए। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारीगण, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के सदस्यों तथा पुस्तकालय प्रशासन के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
लूणी थाना क्षेत्र में मारपीट और आगजनी की गंभीर वारदात को अंजाम देने वाले वांछित आरोपी शिवराम को लूणी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। थाना लूणी के थानाधिकारी डॉ. हनवन्त सिंह के नेतृत्व में गठित विशेष टीम ने आरोपी को मोरटूका क्षेत्र से दस्तयाब कर गिरफ्तार किया। आरोपी घटना के बाद से फरार चल रहा था। ये है मामला मोरटूका निवासी रूपाराम ने 25 अक्टूबर 2025 को रिपोर्ट दी थी कि 20 अक्टूबर की रात उसके पड़ोसी शिवराम पुत्र मुलाराम , महेन्द्र पुत्र सुजाराम , खीयाराम पुत्र मेजाराम जतथा अन्य 3–4 लोगों ने उसके घर पर हमला किया। आरोपियों ने पहले घर का दरवाजा जोर–जोर से पीटा, फिर घर के भीतर पटाखे फेंके और बाहर बने बाड़े में आग लगाकर उसे जला दिया। जब पीड़ित रूपाराम, उसका भाई छोटाराम और श्रवण बाहर आए, तो आरोपियों ने उनसे धक्का–मुक्की करते हुए मारपीट की। स्पेशल टीम ने पकड़ा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए थाना स्तर पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने तकनीकी व मानवीय संसाधनों का उपयोग करते हुए मुख्य आरोपी शिवराम (53) पुत्र मुलाराम का सुराग जुटाया और उसे दबोच लिया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
रामपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान गलत सूचना देने के आरोप में दो व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इन व्यक्तियों की बहन ने उनके विदेश में रहते हुए मतदाता गणना प्रपत्र भरे थे। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, सभी विधानसभा क्षेत्रों में विशेष गहन पुनरीक्षण का कार्य जारी है। इसी प्रक्रिया के तहत, विधानसभा क्षेत्र-37, रामपुर के भाग संख्या-248 में बीएलओ मतदाताओं से गणना प्रपत्र प्राप्त कर उनका डिजिटाइजेशन कर रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी अजय द्विवेदी ने बताया कि पुनरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि मतदाता क्रमांक 645 आमिर (दुबई निवासी) और 648 दानिश (कुवैत निवासी) के नाम से गणना प्रपत्र भरे गए थे। जांच में पता चला कि उनकी बहन ने तथ्यों को छिपाकर अनुचित तरीके से ये प्रपत्र जमा किए थे। जो निर्वाचन नियमों का गंभीर उल्लंघन है। इस मामले में सहायक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार, यदि किसी मतदाता का नाम दो स्थानों पर दर्ज है, तो उसे केवल अपने वास्तविक निवास स्थान से ही गणना प्रपत्र भरना चाहिए। निवास स्थान के अतिरिक्त किसी अन्य जगह से प्रपत्र भरना, तथ्य छिपाना, गलत जानकारी देना या दोहरी प्रविष्टि रखना दंडनीय अपराध है। ऐसे मामलों में संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता, शुचिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सभी मतदाताओं से अपील की गई है कि वे अपनी जानकारी पूरी तरह सत्य, सटीक और अद्यतन उपलब्ध कराएं।
बुलंदशहर में ऑनलाइन ठगी का एक नया मामला सामने आया है, जहां 112 में तैनात एक सिपाही से ऑनलाइन गोल्ड इन्वेस्टमेंट के नाम पर 10 लाख 99 हजार रुपए ठग लिए गए। पीड़ित सिपाही ने इस संबंध में बुलंदशहर साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित पुलिसकर्मी नरोरा यूनिट पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि जून महीने में उनकी फेसबुक आईडी ‘चौधरी सन्नी पावर’ पर अंशु जाखड़ नाम की एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। करीब 10-15 दिन की सामान्य बातचीत के बाद युवती ने उन्हें ऑनलाइन गोल्ड में निवेश करने के लिए प्रेरित करना शुरू किया। शुरुआत में सिपाही ने निवेश करने से मना किया, लेकिन युवती के लगातार दबाव और बड़े मुनाफे के लालच में वह झांसे में आ गए। युवती ने व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा और दावा किया कि इस लिंक के माध्यम से गोल्ड खरीदकर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। इसके बाद सिपाही ने अलग-अलग बैंकों और यूपीआई के जरिए कुल 10.99 लाख रुपए का निवेश किया। लिंक पर उन्हें 38.70 लाख रुपए का एक फर्जी मुनाफा बैलेंस दिखाया गया। इसे निकालने के लिए युवती ने 7.70 लाख रुपए की 'फीस' जमा कराने की मांग की। 22-23 अगस्त को जब पीड़ित ने गोल्ड इन्वेस्टमेंट लिंक खोलने का प्रयास किया तो वह बंद मिला। युवती ने इसे 'तकनीकी समस्या' बताया और दो दिन में ठीक होने की बात कही। हालांकि, इसके बाद न तो लिंक खुला और न ही युवती की फेसबुक आईडी मिली, उसे भी बंद कर दिया गया था। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित सिपाही ने पुलिस को शिकायत दी। शुक्रवार को पुलिस ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित ने बताया कि युवती अभी भी वॉट्सऐप नंबर से उन पर पैसे जमा करने का दबाव बना रही है।
मेरठ में महिला से छेड़छाड़:विरोध पर परिवार पर हमला, पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
मेरठ के इंचौली थाना क्षेत्र में एक महिला को परेशान करने और विरोध करने पर उसके परिवार पर हमला करने का मामला सामने आया है। पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। इसी को लेकर शुक्रवार को पीड़ित परिवार ने एसएसपी से शिकायत कर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। एसएसपी कार्यालय पहुंचे पीड़ित युवक ने बताया कि 1 नवंबर को गांव का ही एक युवक उसके घर के दरवाजे की कुंडी बजाकर उसकी पत्नी को परेशान कर रहा था। उस समय महिला का पति घर पर मौजूद नहीं था। शाम को जब पति घर लौटा और उसने इस बात की शिकायत आरोपी किशोर के पिता से की, तो आरोपी भड़क गया। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर पीड़ित के घर में घुसकर पूरे परिवार पर हमला कर दिया। पीड़ित परिवार ने इंचौली थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि गिरफ्तारी न होने के कारण आरोपियों के हौसले बुलंद हैं और वे लगातार परिवार को धमकियां दे रहे हैं। इसी स्थिति को देखते हुए पीड़ित परिवार शुक्रवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचा और आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। एसएसपी ने पीड़ित परिवार को जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में अर्जुन्दा निवासी 25 वर्षीय जागृति केसरी ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। जागृति, बस स्टैंड अर्जुन्दा में पान ठेला संचालित करने वाले बसंत केसरी उर्फ पप्पू केसरी की बेटी थी। शुक्रवार दोपहर करीब 2.30 बजे जब पिता भोजन करने घर पहुंचे तो उन्होंने अपनी बेटी को पंखे से लटका हुआ पाया। सदमे में उन्होंने तुरंत घर के पास चल रहे भागवत में मौजूद लोगों को सूचना दी। करीब 3.30 बजे पुलिस ने पंचनामा के बाद शव को नीचे उतरवाया और अर्जुन्दा पुलिस ने उसे गुंडरदेही पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद शाम को अर्जुन्दा के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। ननिहाल में रह रही थी युवती पुलिस के मुताबिक मृतका पिछले 8 वर्षों से राजनांदगांव में अपने नाना-नानी के घर रह रही थी। वहीं युवती ने B.Ed की पढ़ाई पूरी की और एक निजी स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्य कर रही थीं। विवाह योग्य होने और लगातार रिश्ते आने के बाद माता-पिता ने बेटी को कुछ समय पहले ही अर्जुन्दा वापस बुला लिया था। घटना से हर कोई हैरान घटना से आसपास के लोग भी हैरान हैं, क्योंकि युवती पास में चल रहे भागवत कार्यक्रम में नियमित रूप से शामिल हो रही थी। गुरुवार को ही वह अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ पूर्ण उत्साह के साथ नृत्य करती नजर आई थी। लेकिन शुक्रवार को अचानक फांसी लगा लेने के कारण को लेकर परिवार पूरी तरह असमंजस में है। अर्जुन्दा पुलिस का कहना है कि बयान और जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आत्महत्या की वास्तविक वजह क्या रही है। वर्तमान में मामले की जांच जारी है।
कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीकी मादा चीता वीरा के 10 महीने के एक शावक का शव शुक्रवार दोपहर बाद जंगल में मिला। इस शावक को एक दिन पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अहेरा के पारोंद क्षेत्र में खुले जंगल में छोड़ा था। देर रात वह अपनी मां और दूसरे शावक से अलग हो गया था, जिसके बाद शुक्रवार को खोज के दौरान उसका शव मिला। चोट या संघर्ष के निशान नहीं मिले वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शावक की मौत का वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। प्रारंभिक जांच में किसी तरह की चोट या संघर्ष के कोई संकेत नहीं मिले हैं। मादा चीता वीरा और दूसरा शावक सुरक्षित चीता प्रोजेक्ट के फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि शुक्रवार दोपहर को जंगल में शावक का शव मिला था। वह देर रात वह अपनी मां और दूसरे शावक से अलग हो गया था। वहीं मादा चीता वीरा और उसका दूसरा शावक पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनकी लगातार निगरानी की जा रही है। कूनो में चीतों की गतिविधियों और स्वास्थ्य पर चौबीसों घंटे नजर रखी जा रही है। अब कूनो में चीतों की संख्या 28 हुई इस शावक की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में चीतों की कुल संख्या अब 28 हो गई है। इनमें 8 वयस्क चीते (5 मादा और 3 नर) और भारत में जन्मे 20 शावक शामिल हैं। पार्क के अन्य सभी चीते स्वस्थ बताए गए हैं। जांच कर रहे अधिकारी चीता प्रोजेक्ट के अधिकारी इस घटना की बारीकी से जांच कर रहे हैं। इसमें शावकों के प्राकृतिक व्यवहार, क्षेत्र में मौजूद खतरों और निगरानी प्रणाली की समीक्षा भी शामिल है। अब जानिए कब-कैसे और कितने चीतों की मौत हुई...? 26 मार्च 2023: साशा की किडनी इन्फेक्शन से मौत नामीबिया से लाई गई 4 साल की मादा चीता साशा की किडनी इन्फेक्शन से मौत हुई थी। वन विभाग के मुताबिक 15 अगस्त 2022 को नामीबिया में साशा का ब्लड टेस्ट किया गया था, जिसमें क्रिएटिनिन का स्तर 400 से ज्यादा था। इससे ये पुष्टि होती है कि साशा को किडनी की बीमारी भारत में लाने से पहले ही थी। साशा की मौत के बाद चीतों की संख्या घटकर 19 रह गई। 27 मार्च 2023: ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया साशा की मौत के अगले ही दिन मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया। ज्वाला को नामीबिया से यहां लाया गया था। कूनो नेशनल पार्क में इन शावकों को मिलाकर चीतों की कुल संख्या 23 हो गई। 23 अप्रैल 2023: उदय की दिल के दौरे से मौत साउथ अफ्रीका से लाए गए नर चीते उदय की मौत हुई। शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में बताया गया कि उदय की मौत कार्डियक आर्टरी फेल होने से हुई। मध्य प्रदेश के चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस चौहान ने बताया कि हृदय धमनी में रक्त संचार रुकने के कारण चीते की मौत हुई। यह भी एक तरह का हार्ट अटैक है। इसके बाद कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 22 रह गई। 9 मई 2023: दक्षा की मेटिंग के दौरान मौत दक्षा को दक्षिण अफ्रीका से कूनो लाया गया था। जेएस चौहान ने बताया कि मेल चीते को दक्षा के बाड़े में मेटिंग के लिए भेजा गया था। मेटिंग के दौरान ही दोनों में हिंसक इंटरेक्शन हो गया। मेल चीते ने पंजा मारकर दक्षा को घायल कर दिया था। बाद में उसकी मौत हो गई। इसके बाद कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 21 रह गई। 23 मई 2023: ज्वाला के एक शावक की मौत ज्वाला के एक शावक की मौत हुई थी। जेएस चौहान ने बताया कि ये शावक जंगली परिस्थितियों में रह रहे थे। 23 मई को श्योपुर में भीषण गर्मी थी। तापमान 46-47 डिग्री सेल्सियस था। दिनभर गर्म हवा और लू चलती रही। ऐसे में ज्यादा गर्मी, डिहाइड्रेशन और कमजोरी इनकी मौत की वजह हो सकती है। इसके बाद कूनो में शावकों सहित चीतों की संख्या 20 रह गई। 25 मई 2023: ज्वाला के दो और शावकों की मौत पहले शावक की मौत के बाद तीन अन्य को चिकित्सकों की देखरेख में रखा गया था। इनमें से दो और शावकों की मौत हो गई। अधिक तापमान होने और लू के चलते इनकी तबीयत खराब होने की बात सामने आई थी। इसके बाद कूनो में एक शावक सहित 18 चीते बचे। 11 जुलाई 2023: मेल चीता तेजस की मौत चीता तेजस की गर्दन पर घाव था, जिसे देखकर अनुमान लगाया गया कि चीतों के आपसी संघर्ष में उसकी जान गई है। इस मौत के बाद कूनो में 17 चीते बचे थे। 14 जुलाई 2023: मेल चीता सूरज की मौत चीते सूरज की गर्दन पर भी घाव मिला था। कूनो प्रबंधन का अनुमान है कि चीतों के आपसी संघर्ष में ही सूरज की भी जान गई है। इससे नेशनल पार्क में चीतों की संख्या घटकर 16 रह गई थी। 2 अगस्त 2023: मादा चीता धात्री की मौत कूनो परिसर में ही मादा चीता धात्री का शव मिला था। पोस्टमॉर्टम में इन्फेक्शन से मौत की वजह सामने आई थी। धात्री की मौत के बाद चीतों की संख्या 15 रह गई थी। 16 जनवरी 2024: नर चीते शौर्य की मौत नामीबिया से 17 सितंबर 2022 को कूनो नेशनल पार्क लाए गए नर चीते शौर्य ने दम तोड़ा। तब यहां 4 शावक समेत 17 चीते बचे थे। 5 अगस्त 2024: गामिनी के एक और शावक की मौत कूनो के वन अमले को गश्त के दौरान मादा चीता गामिनी का शावक घिसटते हुए दिखा। इसके बाद टीम ने उसे रेस्क्यू कर इलाज शुरू किया था। रीढ़ की हड्डी में फ्रैक्चर होने की वजह से शावक गंभीर रूप से घायल हो गया था। 7 दिन चले इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया। 3 जनवरी 2024: आशा ने तीन शावक जन्मे इसी साल 03 जनवरी को श्योपुर जिले के कूनो नेशनल पार्क से बड़ी खुशखबरी आई। मादा चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया। कूनो में अब 4 शावक समेत कुल 18 चीते हो गए थे। नामीबिया से कूनो नेशनल पार्क लाई गई मादा चीता आशा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह नाम दिया था। 27 अगस्त 2024: नर चीते पवन की हुई थी मौत, नाले में मिला था शव कूनो नेशनल पार्क में पवन नाम के चीता की मौत हो गई थी। नामीबिया से लाए गए इस चीता का शव झाड़ियों के बीच नाले में मिला था। चीते का सिर और आधा शरीर पानी में डूबा हुआ था। 28 नवंबर 2024: चीता निर्वा से जन्मे 2 शावकों की मौत जन्म के पांच दिन बाद चीता निर्वा से जन्मे 2 शावकों की मौत हो गई थी। दोनों के शव क्षत-विक्षत हालत में मिले थे। यह खबर भी पढ़ें... मादा चीता वीरा और दो शावक खुले जंगल में रिलीज:कूनो में चीतों की संख्या 29 हुई; सीएम बोले- यह पुनर्वास परियोजना की सफलता का संकेत श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाई गई मादा चीता वीरा ने फरवरी 2025 में दो शावकों को जन्म दिया था। अब करीब नौ माह बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वीरा और उसके दोनों शावकों को कूनो के पारोंद क्षेत्र में खुले जंगल में रिलीज किया पढ़ें पूरी खबर
बरेली के भुता थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात एक ट्रक अचानक आग का गोला बन गया। कुछ ही सेकेंड में उठी लपटों ने पूरे ट्रक को अपनी गिरफ्त में ले लिया। अंदर फंसे ड्राइवर और कंडक्टर को देखकर लोग दहशत में थे। तभी भुता थाना प्रभारी रविंद्र कुमार और उनकी टीम ने बिना देर किए जान जोखिम में डालकर दोनों को बाहर निकाला। पुलिस की इस बहादुरी से दो जिंदगियां बच गईं। आग ने कुछ ही मिनटों में ले लिया विकराल रूपलोगो के मुताबिक, चावल और मैदा से भरा ट्रक कुछ देर पहले ही रसूल चौराहे पर खड़ा हुआ था। अचानक उसके आगे वाले हिस्से से धुआं उठा और देखते ही देखते इंजन में भीषण आग भड़क गई। लपटें इतनी तेज थीं कि कोई पास जाने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। सामान से भरे ट्रक को आग ने चंद मिनटों में पूरी तरह घेर लिया। ड्राइवर-कंडक्टर अंदर फंसे, पुलिस बनी फ़रिश्ताधुआं और लपटों के बीच ड्राइवर और कंडक्टर बुरी तरह फंस गए। जब तक वे कुछ समझ पाते, आग विकराल हो चुकी थी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी रविंद्र कुमार टीम के साथ मौके पर पहुंचे। हालात बेहद खतरनाक थे, लेकिन पुलिस ने बिना समय गंवाए ट्रक तक पहुंच बनाई और दोनों को बाहर खींचकर सुरक्षित निकाला। आधे घंटे बाद काबू में आई आगपुलिस की सूचना पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां पहुंचीं। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया गया। तब तक ट्रक में लदा चावल, मैदा और अन्य सामान जलकर खाक हो चुका था। लाखों का नुकसान हुआ है, लेकिन राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। शॉर्ट सर्किट की आशंका, जांच जारीआग लगने का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है। प्राथमिक जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है। पुलिस और फायर विभाग पूरे घटनाक्रम की जांच कर रहे हैं।
ग्वालियर पहुंचे सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में जमीनों की बढ़ाई गई कीमतों, संसद में विपक्ष के हंगामे, SIR मुद्दे और टीएमसी विधायक के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नई गाइडलाइन से आम जनता और किसानों पर बोझ बढ़ेगा, जबकि संसद में विपक्ष का रवैया लोकतांत्रिक परंपराओं के विपरीत है। SIR पर उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने इसे सही ठहराया है। टीएमसी विधायक के विवादित बयान और ममता बनर्जी पर भी उन्होंने निशाना साधा। जमीनों की बढ़ी कीमतों पर आपत्ति अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने वित्तीय वर्ष के बीच में ही जमीनों की कीमतें बढ़ाकर जनता पर अतिरिक्त बोझ डाल दिया है।उन्होंने सुझाव दिया कि नई गाइडलाइन को अभी रोककर इस पर एक उच्च स्तरीय कमेटी बनाई जाए और जरूरत हो तो इसे अगले वित्तीय वर्ष से लागू किया जाए। कांग्रेस पर 'ब्लैक पत्र' का आरोप पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के श्वेत पत्र की मांग पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले अपने पांच साल के कार्यकाल पर ब्लैक पत्र जारी करे।उन्होंने कहा कि जनता पहले ही कांग्रेस को नकार चुकी है। संसद में विपक्ष के हंगामे पर टिप्पणी अग्रवाल ने कहा कि संसद चर्चा का मंच है, लेकिन विपक्ष इसे हंगामे का अखाड़ा बना रहा है।उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने पिछले और मौजूदा सत्र के शुरुआती दिनों का कामकाज बाधित किया। SIR पर जनता का समर्थन उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने SIR को सही बताया है क्योंकि यह मतदाता सूची को साफ और पवित्र करने के लिए जरूरी है।अग्रवाल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस घुसपैठियों को वोट देने का अधिकार देना चाहती है, लेकिन जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी। टीएमसी विधायक और ममता बनर्जी पर हमला टीएमसी विधायक के बाबरी मस्जिद पर दिए बयान को उन्होंने निंदनीय बताया।उन्होंने कहा- “जो लोग बाबर को अपना आका मानते हैं, उन्हें भारत में रहने का हक नहीं है।”ममता बनर्जी पर उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी राजनीति का देश और समाज से कोई संबंध नहीं है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में अग्निवीर भावेश कुर्रे का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद शहर लौटने पर स्वागत किया गया। धमतरी शहर के साल्हे वारपारा वार्ड निवासी भावेश का चयन अग्निवीर इंडियन आर्मी जीडी में हुआ है। ट्रेनिंग से लौटने के बाद वार्डवासियों ने ढोल-बाजे के साथ उनका स्वागत किया। भावेश कुर्रे ने बताया कि वह पहली बार बाजे की धुन पर थिरके। धमतरी पहुंचने पर उन्होंने बिलाई देवी के दर्शन किए, जिसके बाद एक शोभायात्रा भी निकाली गई। जवान ने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील की भावेश कुर्रे ने अपनी शिक्षा 12वीं तक पूरी की है। उन्होंने बताया कि अग्निवीर में चयन से पहले वह पढ़ाई के साथ-साथ कूलर पेटी बनाने का काम भी करते थे। उन्होंने चार-पांच महीने तक कड़ी मेहनत की, जिसमें पढ़ाई और ग्राउंड पर अभ्यास शामिल था। उनकी भर्ती प्रक्रिया 2024 में रायगढ़, छत्तीसगढ़ में संपन्न हुई थी। इस अवसर पर भावेश कुर्रे ने युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि युवाओं को कड़ी मेहनत करनी चाहिए, पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए और अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहिए।
एमसीबी जिले के नगर पंचायत नई लेदरी में जनप्रतिनिधि सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में भरतपुर-सोनहत विधायक रेणुका सिंह ने सभी जनप्रतिनिधियों को सम्मानित किया और उन्हें आपस में समन्वय बनाकर काम करने की सलाह दी। समारोह में विधायक रेणुका सिंह के साथ नगर पंचायत नई लेदरी के अध्यक्ष विजय सिंह राणा और मनेन्द्रगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिमा यादव सहित कई पार्षद मौजूद रहे। विधायक ने सभी जनप्रतिनिधियों को शॉल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया। इस दौरान सभी जनप्रतिनिधियों ने विकास से संबंधित अपने विचार भी साझा किए। विधायक रेणुका सिंह ने किया जनप्रतिनिधियों का सम्मान कार्यक्रम के दौरान विधायक रेणुका सिंह ने बताया कि त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव में जीतकर आए जनप्रतिनिधियों के सम्मान में यह आयोजन किया जा रहा है। इससे पहले जनकपुर में भी ऐसा ही समारोह आयोजित किया गया था। रेणुका सिंह ने विकास से जुड़े विचार शेयर किए रेणुका सिंह ने अपने विधायक, सांसद और केंद्र में मोदी सरकार के साथ काम करने के अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को जनप्रतिनिधियों का किस प्रकार का कार्य पसंद है, इसकी उन्हें जानकारी है। इसी को ध्यान में रखते हुए वे अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से लगातार मुलाकात करती हैं, ताकि अंतिम पंक्ति के हितग्राहियों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाया जा सके। जनप्रतिनिधियों को योजनाओं की जानकारी होना जरूरी उन्होंने जोर दिया कि पंच, सरपंच, पार्षद और निकायों के अध्यक्ष जैसे निचले क्रम के जनप्रतिनिधियों को योजनाओं की पूरी जानकारी होना आवश्यक है। इस सम्मान समारोह का उद्देश्य विचारों का आदान-प्रदान करना और सभी को जागरूक करना है। इस अवसर पर नगर पंचायत नई लेदरी के सीएमओ अंजना वायकल्स, विधायक प्रतिनिधि सरजू यादव और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 का समापन पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में हुआ। जहां चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने लगातार दूसरी बार ओवरऑल चैम्पियनशिप अपने नाम की। कैनोइंग और कयाकिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 42 स्वर्ण सहित कुल 67 पदक जीते। लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) 32 स्वर्ण के साथ उपविजेता रही, जबकि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी तीसरे स्थान पर रही। समापन समारोह में राजस्थान के उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेम चंद बैरवा, युवा मामले और खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खडसे मौजूद रहीं। इस दौरान कर्नल राठौड़ ने कहा कि राजस्थान ने देशभर के खिलाड़ियों का खम्मा घणी के साथ स्वागत कर उच्च स्तर की मेजबानी का मानक स्थापित किया है। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खेलो इंडिया की दृष्टि के अनुरूप सर्वश्रेष्ठ संस्करणों में से एक बताया। इस बार एथलेटिक्स में 12 मीट रिकॉर्ड टूटे, जिनमें दो ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी रिकॉर्ड शामिल रहे। ओलंपियन श्रीहरि नटराज 9 स्वर्ण और 2 रजत के साथ इस संस्करण के सबसे सफल एथलीट बने और जैन यूनिवर्सिटी को कुल 27 स्वर्ण दिलाने में अहम भूमिका निभाई। गुरु काशी यूनिवर्सिटी ने महिला और पुरुष वर्ग में शानदार प्रदर्शन कर चार स्वर्ण सहित कुल 12 पदक जीते और समग्र तालिका में पांचवें स्थान पर पहुंच गई। वहीं केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा निखिल खड़से ने शुक्रवार को सवाई मान सिंह स्टेडियम का दौरा किया। उन्होंने एथलेटिक्स ट्रैक, स्विमिंग पूल, इंडोर स्टेडियम और बैडमिंटन हॉल का निरीक्षण कर यहां उपलब्ध सुविधाओं को देखा और समझा। इस दौरान खड़से खिलाड़ियों से बातचीत कर उनसे प्रशिक्षण और आवश्यकताओं को लेकर चर्चा भी की।
सीकर में छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया(NSUI) ने आज गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज इकाई की कार्यकारिणी की घोषणा की है। सीकर NSUI जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने बताया कि प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ और प्रदेश प्रभारी अखिलेश यादव के निर्देश पर गर्ल्स कॉलेज सीकर में ममता गुर्जर को इकाई अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके साथ ही कॉलेज इकाई की 39 सदस्यीय कार्यकारिणी की घोषणा की है। मोनिका राठी व रविना कुमावत को इकाई प्रभारी नियुक्त किया गया है। जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने बताया कि गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज की कार्यकारिणी में शिवानी शर्मा, अनामिका सैनी, सोनाली पालड़ी, रीना सिंहासन व मोनिका पंवार को इकाई उपाध्यक्ष, आस्था कंवरपुरा, जमना दतुजला, ममता गुर्जर व गुनगुन सैन को इकाई महासचिव, दिव्या कुमावत, सीमा पिपराली, अंजली ढाका, मनु शर्मा, आशा शर्मा, नेहा कंवर, भूमि शर्मा, परी राजपूत, इंदू, सविता शर्मा और रेविका सोनी, को इकाई सचिव, निशा राठी, सानिया, दीपिका सैनी, लक्ष्मी नेछवा, खुशी चिड़ावा, पूजा गुनाठू, हेमलता गढ़वाल, तारा सामरिया, पूजा गुर्जर, सोनू कटारिया, पिंकी ओला, सुरज्ञान, राधिका, निर्मला, शीतल स्वामी व कोमल रेटा को कार्यकारिणी सदस्य घोषित किया गया है। इसके साथ ही मनीषा कंवरपुरा व मैना कटारिया को सोशल मीडिया इंचार्ज नियुक्त किया गया है।
छत से अंदर घुसे चोर ने चुराए लाखों के आभूषण:9 तोला सोना, ढाई किलो चांदी और 3.70 लाख कैश लेकर भागे
शादी में गए परिवार के पीछे बद मकान के ताले, दरवाजा तोड़कर चोरों ने सोने-चांदी के आभूषण, कैश रुपए चुरा कर ले गए। चोर घर की छत से अंदर घुसे थे। परिवार जब शाम को घर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। घर मालिक ने पुलिस को सूचना दी। मामला बाड़मेर शहर गर्ल्स कॉलेज के पास लक्ष्मीपुरा मोहल्ले की है। मौके पर एमओबी टीम पहुंची। घटना स्थल से सबूत जुटाए है। वहीं पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल कर शुरू कर दी है। घर से 15 लाख रुपए के आभूषण और कैश रुपए चुरा कर ले गए। दरअसल, बाड़मेर शहर लक्ष्मीपुरा मोहल्ला निवासी पुखराज पुत्र गंगाविशन राठी 3 दिसंबर को जोधपुर अपने रिश्तेदारों की शादी में गए हुए थे। शादी से फ्री होकर शुक्रवार शाम 5 बजे बाड़मेर पहुंचे। तब अंदर से लाइट लग रही थी। तब उनको लगा कि गलती से शुरू छोड़ दी। बाहर से लॉक खोलकर अंदर घुसे तो रूम के ताले टूटे हुए थे। एक रूम का ताला नहीं टूटने पर गेट आधा काट दिया। दोनों रूम की अलमारी में रखे 9 तोला सोने के गहने, ढाई किलो चांदी के आभूषण और साढ़े तीन लाख रुपए कैश रुपए चुरा कर ले गए। मनोहरी राठी ने बताया- हम लोग शादी में बाहर गए हुए थे। शादी से वापस आने पर लॉक सब लगे हुए थे। लॉक खोलकर अंदर आए तो देखा कि रूम के ताले टूटे हुए थे। कमरे का लॉक नहीं टूटा तो गेट को आधा काट दिया। 9 तोला सोने के आभूषण, ढाई तीन किलो चांदी थी। साढ़े तीन लाख से ज्यादा कैश रुपए चुरा कर ले गए। पूरा सामान बिखर गया। कुल 15 लाख रुपए का माल चोरी हो गया। एमओबी टीम ने जुटाए सबूत सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मौका मुआयना किया। वहीं आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालें। वहीं एमओबी टीम ने घटना स्थल से चोरों के पैरों और हाथों के निशान को लिए। वहीं मौके सबूत जुटाए।
राजस्थान सरकार 10 दिसंबर को पहला प्रवासी राजस्थानी दिवस समारोह आयोजित कर रही है। इससे पहले सरकार ने प्रवासी राजस्थान दिवस से पहले देश-विदेश में रहने वाले प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग विभाग बनाया है। कैबिनेट सचिवालय ने घरेलू और विदेशी राजस्थानी मामले विभाग (डिपार्टमेंट ऑफ डोमेस्टिक एंड ओवरसीज राजस्थानी अफेयर्स- DORA) के गठन की अधिसूचना जारी कर दी है। प्रवासियों से जुड़ी योजनाएं, प्रोजेक्ट्स और कार्यक्रमों के साथ प्रवासी राजस्थानियों से जुड़े मुद्दे और उनसे जुड़े कार्यक्रमों को यह विभाग हैंडल करेगा। 19 नवंबर को हुई कैबिनेट बैठक में मिली थी मंजूरीकैबिनेट की 19 नवंबर को हुई बैठक में प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग से विभाग बनाने की मंजूरी दी गई थी। इसके बाद अब नोटिफिकेशन जारी हुआ है। पिछले साल प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग से विभाग बनाने की घोषणा की थी। यह विभाग प्रदेश और देश के बाहर रहने वाले प्रवासी राजस्थानियों के लिए काम करेगा। यह विभाग प्रवासी राजस्थानियों और सरकार के बीच सहयोग के मंच के तौर पर भी काम करेगा। प्रवासी राजस्थानियों से जुड़े हर मुद्दे, प्रोजेक्टस अब नया विभाग देखेगायह विभाग प्रवासी राजस्थानियों से समन्वय से जुड़े मामले, प्रवासियों से जुड़ी योजनाएं, प्रोजेक्ट्स और कार्यक्रमों के साथ-साथ प्रवासी राजस्थानियों से जुड़े मुद्दे और उनसे जुड़े कार्यक्रमों को हैंडल करेगा। सरकारी योजनाओं के प्रचार- प्रसार, विकास से जुड़ी हुई गतिविधियों और प्रवासी राजस्थानियों से जुड़ी उपलब्धियों को भी हाईलाइट करेगा। राजस्थान फाउंडेशन और प्रवासी राजस्थानियों से जुड़े हुए मुद्दों पर समन्वय का काम करेगा। 10 दिसंबर को प्रवासी राजस्थानी दिवस से पहले नया विभाग सरकार 10 दिसंबर को पहला प्रवासी राजस्थानी दिवस समारोह आयोजित कर रही है। इस समारोह में देश-विदेश से प्रवासी राजस्थानियों को बुलाया गया है। इस सम्मेलन से पहले सरकार ने प्रवासी राजस्थानियों के लिए अलग से विभाग बनाया है।
कटनी जिले के बड़वारा थाना क्षेत्र में शुक्रवार शाम राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ। सुराजिया वेयरहाउस के पास कार और बाइक की आमने-सामने टक्कर में बाइक सवार कमलेश (32) की मौके पर ही मौत हो गई। रिश्तेदार के घर जा रहा था युवक पुलिस के अनुसार, बिछुआ सलैया निवासी कमलेश महगू शुक्रवार शाम अपनी बाइक से टिकरिया गांव में रिश्तेदारों के घर जा रहे थे। रास्ते में सुराजिया वेयरहाउस के पास सामने से आ रही एमजी हेक्टर कार (MP23BH7648C) से उनकी बाइक की जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और कमलेश सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। अस्पताल ले जाते समय डॉक्टरों ने मृत घोषित किया हादसे के बाद राहगीरों ने तुरंत पुलिस और डायल 112 को सूचना दी। पुलिस टीम ने घायल कमलेश को बड़वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया, जहाँ डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। कार नाबार्ड DDM के नाम, चालक फरार जांच में पता चला कि दुर्घटना में शामिल कार कटनी में नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक (DDM) विकास जैन के नाम पर पंजीकृत है। जानकारी के अनुसार, हादसे के बाद कार चालक को थाने लाया गया था, लेकिन अब पुलिस का कहना है कि चालक फरार हो गया है और उसकी तलाश जारी है। पुलिस ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा बड़वारा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा तैयार किया और कमलेश के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। थाना प्रभारी ने बताया कि कार चालक की तलाश की जा रही है। दोनों वाहनों को अभी जब्त नहीं किया गया है और मामले की जांच जारी है।
दुर्ग जिले की नंदनी नगर पुलिस ने बिजली वायर चोरी के एक बड़े मामले में दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इस गिरोह के कुल सात सदस्य अब तक पकड़े जा चुके हैं। यह चोरी राजपूताना केबल एंड कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, कोरबा के हिंगनाडीह स्थित गोदाम से हुई थी, जिसमें लगभग 26 क्विंटल से अधिक एल्यूमिनियम कंडक्टर वायर चुराया गया था। यह घटना 6-7 अक्टूबर 2025 की रात को हुई थी। चोरों ने गोदाम में रखे ACSR Rabbit कंडक्टर (लगभग 2500 मीटर, वजन 535 किलोग्राम) और ACSR Zebra कंडक्टर (लगभग 900 मीटर, वजन 1458 किलोग्राम) को काटकर चुरा लिया था। कंपनी की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। गिरोह के पांच सदस्य पहले गिरफ्तार जांच के दौरान, पुलिस ने सबसे पहले गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इनमें लिलेश कुमार दास (30), राजकुमार नगपुरे (41), विजय चंद्राकर (40), विनोद गुप्ता (53) और खिलेश्वरी मांडले (40) शामिल थे। इन सभी को न्यायालय में पेश किया गया था। फरार दो आरोपी भिलाई कैंप-2 से हुए अरेस्ट इस मामले में दो अन्य आरोपी लगातार फरार चल रहे थे। पुलिस की गहन तलाश के बाद, 5 दिसंबर 2025 को बिल्लू उर्फ धनेश ठाकुर (21), निवासी कैंप-2 भिलाई, और फनेन्द्र उर्फ कृष साहू (19), निवासी जेपी नगर कैंप-2 भिलाई, को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में दोनों आरोपियों ने चोरी में अपना हाथ होने की बात मान ली। उनके बयान के आधार पर पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल हुए सामान और चोरी की गई चीजों का एक हिस्सा बरामद किया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस का मानना है कि इतनी बड़ी मात्रा में की गई यह चोरी सुनियोजित थी। अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह पहले भी औद्योगिक सामग्री की चोरी में सक्रिय रहा है।
हाईकोर्ट के निर्देश के बाद भी कर्मचारी की सेवा समाप्ति के मामले में सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लेने और कोर्ट को स्पष्ट जवाब नहीं देने पर कोर्ट ने डीएलबी डायरेक्टर को तलब किया हैं। जस्टिस अशोक जैन की अदालत ने 8 दिसम्बर को दोपहर 2 बजे डायरेक्टर को उपस्थित रहने के निर्देश दिए हैं। अदालत ने यह आदेश बर्खास्त कर्मचारी टीकाराम सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए। दरअसल, अदालत ने 10 अक्टूबर को डीएलबी डायरेक्टर को इस मामले में सरकार के स्तर पर निर्णय लेकर कोर्ट को अवगत कराने के लिए कहा था। लेकिन डीएलबी डायरेक्टर द्वारा इस आदेश की पालना नहीं की गई। बिना जांच और आरोप पत्र के नौकरी से निकालाअधिवक्ता तनवीर अहमद ने बताया कि याचिकाकर्ता टीकम सिंह को साल 2018 में सफाई कर्मचारी के पद पर नियुक्त किया गया था और साल 2020 में उनकी सेवा की पुष्टि भी कर दी गई थी। साल 2021 में उसे महुआ नगरपालिका में ट्रांसफर कर दिया गया। इसके बाद साल 2024 में उसके निलंबन आदेश, वेतन रोकने, वार्षिक वेतन वृद्धि (AGI) रोकने और सेवा समाप्ति से जुड़े कई आदेश जारी हुए। लेकिन उसके खिलाफ ना ही कोई जांच की गई, ना उसे आरोप पत्र दिया गया और ना ही कोई जांच अधिकारी नियुक्ति किया गया। जिसने बर्खास्त किया, उस पर एसीबी की जांचयाचिका में कहा गया कि उसे विधिक प्रक्रिया अपनाए बगैर नौकरी से निकाल दिया गया। उसे तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी सुरेन्द्र कुमार मीणा द्वारा मनमाने ढंग से कार्रवाई करते हुए नौकरी से निकाला गया हैं। वहीं, जिस अधिकारी ने यह कार्रवाई की है, उस पर एसीबी की जांच भी चल रही है। याचिकाकर्ता ने भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की गई।
आज शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने फिर बयान दिया है। अपने साथी यति अभयानंद, यति धर्मानंद , स्वामी लाल बाबा, डॉ योगेंद्र योगी ,बृजमोहन सिंह व पंडित सनोज शास्त्री के साथ एक वीडियो जारी करके बताया कि आज कोई मदनी, कोई नदवी, कोई यूट्यूबर, कोई फेसबुकिया आज हमें जिहाद की धमकी दे रहा है।विश्व का हर मुसलमान जिहाद को समझता है। गैर मुस्लिम जिहाद को नहीं समझते यति नरसिंहानंद ने कहा गैर मुस्लिम जिहाद को अभी भी नहीं समझते हैं। इसी कारण ये हिंदुओं को झूठ बहलाते हैं और हिंदू इनके झूठ को सच मान लेता है। इसके दोषी हिंदुओं के धर्मगुरु और नेता हैं जिन्होंने हिंदुओं को जिहाद को ना तो समझा और ना ही हिंदुओं को समझाया। हिंदुओं का यही अज्ञान पिछले 1400 वर्षों से हिंदू के विनाश का कारण बना है। इसी अज्ञान के कारण इन्होंने हमारे करोड़ों भाइयों का कत्ल किया, हमारी करोड़ों बहन बेटियों को अपनी रखैल बनाया या मंडियों में बेचा। हमारे मठ मंदिरों को तोड़ा और हमारी धरती पर नाजायज रूप से कब्जा किया।आज हमे इस अज्ञान को छोड़कर सत्य को स्वीकार करना होगा। 28 दिसंबर को सम्मेलन आगे कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के ऋषिकेश में विश्व धर्म संसद के मुख्य कार्यालय में 28 दिसंबर 2025 को जिहाद को लेकर एक शीर्ष बुद्धिजीवियों का सम्मेलन किया जाएगा। जिसमें इस्लाम के संस्थापक मोहम्मद की जीवनी के आधार पर जिहाद को समझने की कोशिश की जाएगी। मोहम्मद के जिहाद का उसके क्षेत्र में रहने वाले गैर मुस्लिमों पर, उनकी महिलाओं पर, उनके मठ मंदिरों पर और उनकी मातृभूमि पर पढ़ने वाले प्रभाव पर गहन विचार किया जाएगा। क्योंकि मोहम्मद की विश्व के हर मुसलमान का रोल मॉडल है। हर मुसलमान का धार्मिक कर्तव्य है मोहम्मद की हर बात को मानना और अनुसरण करना। अतः मोहम्मद की जीवनी के आधार पर ही असली जिहाद को समझा जा सकता है।
गोहाना पुलिस ने बिजली के तार चुराने वाले एक सक्रिय गिरोह का भंडाफोड़ कर सफलता हासिल की है। छह सदस्यों की गिरफ्तारी के साथ अलग-अलग जिलों में हुई कुल 21 चोरी की वारदातों का खुलासा हुआ है, जिनमें गोहाना, पानीपत, करनाल और जींद शामिल हैं। सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया है, जहां पुलिस उनसे गहन पूछताछ कर रही है। गोहाना सदर थाना और मुंडलाना चौकी की संयुक्त टीम ने शामड़ी गांव के मोड़ से छह आरोपियों को दबोचा। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी मुंडलाना गांव के दीपक और सोनू, खानपुर कलां के आशीष, तथा पानीपत के कैत गांव के प्रविंद्र, सागर और विजय उर्फ हरिया हैं। सभी आरोपी क्षेत्र में लंबे समय से बिजली के तार काटकर चोरी करने का सिलसिला चला रहे थे। 21 वारदातों का किया खुलासा गिरोह ने पूछताछ में कुल 21 चोरी की घटनाओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। इनमें 9 वारदात गोहाना क्षेत्र की, 10 पानीपत की, जबकि करनाल और जींद में एक-एक वारदात शामिल है। गिरोह रात के समय ग्रामीण इलाकों में बिजली सप्लाई लाइन को निशाना बनाकर तार उखाड़ लेता था और फिर उसे स्क्रैप में बेच देता था। रिमांड पर लेकर पुलिस कर रही पूछताछ सभी आरोपियों को अदालत में पेश कर पुलिस ने एक दिन का रिमांड हासिल किया है। पुलिस की ओर से बताया गया है कि रिमांड के दौरान चोरी हुए तारों की बरामदगी, बेचने के नेटवर्क और गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों की पहचान पर फोकस किया जाएगा। पुलिस का मानना है कि गिरोह का नेटवर्क और भी बड़ा हो सकता है।
मथुरा-वृंदावन नगर निगम द्वारा आयोजित पहला 'विशाल कुश्ती महाकुंभ' शुक्रवार को ऐतिहासिक सफलता के साथ संपन्न हुआ। भगवान श्रीकृष्ण की नगरी में हुए इस आयोजन ने पारंपरिक मल्लविद्या और दंगल परंपरा को नई ऊर्जा प्रदान की। वार्ड नंबर 5 स्थित किशोरी रमण वॉयज इंटर कॉलेज परिसर में सुबह 10 बजे से शाम 7 बजे तक चले इस दंगल में 300 मुकाबले हुए। इनमें दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और ईरान के नामी पहलवानों ने हिस्सा लिया। 100 रुपए से लेकर डेढ़ लाख रुपए तक के दांव वाले मुकाबलों ने हजारों दर्शकों का मन मोह लिया। नगर निगम मथुरा-वृंदावन के महापौर विनोद अग्रवाल और नगर आयुक्त जग प्रवेश ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर पहलवानों का उत्साह बढ़ाया। दोनों अधिकारियों ने इस आयोजन को खेलों के प्रचार-प्रसार और युवाओं को खेल भावना से जोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। दंगल का संचालन क्षेत्रीय पार्षद और संयोजक हनुमान पहलवान (उ.प्र. बृज केसरी) ने कुशलतापूर्वक किया। उनके अनुशासन और प्रबंधन की व्यापक सराहना की गई। पहलवान शेरा गुर्जर इस आयोजन के मुख्य आकर्षण रहे। उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से सभी का मन मोह लिया और अपनी विजयी कुश्ती के लिए महापौर और नगर आयुक्त द्वारा मोटरसाइकिल भेंट कर सम्मानित किए गए। इस अवसर पर कई पार्षद, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। यह पहला 'विशाल कुश्ती महाकुंभ' न केवल खेल प्रेमियों के लिए उत्साह का केंद्र बना, बल्कि मथुरा की गौरवशाली दंगल परंपरा को नए आयाम देने वाला एक ऐतिहासिक कदम भी साबित हुआ।
कोखराज में विवाहिता की संदिग्ध मौत:दहेज उत्पीड़न और प्रताड़ना का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच
कौशाम्बी के कोखराज थाना क्षेत्र में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मायके पक्ष ने पति और ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न तथा हत्या का गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतका की पहचान मारूफपुर अमहा निवासी राम हर्ष की पुत्री शिवकन्या देवी के रूप में हुई है। उनके भाई शक्तिवीर ने बताया कि शिवकन्या की शादी 16 अप्रैल 2024 को सराय अकिल थाना क्षेत्र के तरनी तरना गड़रियन का पुरवा निवासी सोनू पटेल (पुत्र जयकरन सिंह) से हुई थी। शक्तिवीर के अनुसार, शादी के कुछ समय बाद ही सोनू और उसके परिवार ने दो लाख रुपये और एक चार पहिया वाहन के रूप में अतिरिक्त दहेज की मांग शुरू कर दी थी। शक्तिवीर ने यह भी आरोप लगाया कि सोनू पटेल का किसी अन्य लड़की से संबंध था, जिसके कारण अक्सर विवाद होता था और शिवकन्या को लगातार प्रताड़ित किया जाता था। शक्तिवीर ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार रात करीब 6:50 बजे उन्हें बहनोई सोनू पटेल का फोन आया, जिसमें बताया गया कि शिवकन्या का शव फांसी के फंदे से लटका मिला है। सूचना पर परिजन जब ससुराल पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि शिवकन्या का शव फंदे से उतारकर नीचे लिटाया गया था। भाई ने आरोप लगाया है कि पति सोनू पटेल, ससुर जयकरन, छोटे भाई मोनू पटेल और सौरभ पटेल, तथा सास सुमित्रा देवी ने मिलकर शिवकन्या की मारपीट कर हत्या की और बाद में इसे आत्महत्या दिखाने के लिए शव को फांसी पर लटका दिया। मृतका का पति सोनू डीजे चलाने का काम करता है। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की आगे की जांच जारी है।थाना प्रभारी वीर प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि मौके पर पुलिस टीम मौजूद है, शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जयपुर में एक थार गाड़ी से फर्जी MLA स्टीकर बरामद किया गया है। पुलिस ने गाड़ी जब्त कर ड्राइवर देवप्रताप सिंह के खिलाफ शिप्रापथ थाने में मामला दर्ज किया है। आरोपी ने रौब दिखाने और टोल टैक्स बचाने के लिए यह स्टीकर लगाया था। थानाधिकारी शिप्रापथ महेंद्र सिंह यादव शुक्रवार को गश्त कर रहे थे। इस दौरान मानसरोवर के अरावली मार्ग पर राजस्थान आवासन मंडल की खाली जमीन के पास मॉडिफाइड थार गाड़ी (RJ45 CY 4700) खड़ी मिली। इस पर 'MLA वाहन प्रवेश पत्र' का स्टीकर लगा था। यह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण राजर्षि राज आईपीएस के निर्देश पर ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। गाड़ी और स्टीकर पर अलग-अलग नंबर लिखे मिलेथानाधिकारी शिप्रापथ महेंद्र सिंह यादव ने बताया- पुलिस ने ड्राइवर से पूछताछ की। तो उसने देव प्रताप सिंह (32 साल) पिता नीलेन्द्र सिंह चौहान निवासी पटेल मार्ग, मानसरोवर, जयपुर बताई। उसने बताया कि गाड़ी उसी के नाम पर रजिस्टर्ड है। स्टीकर पर 16वीं राजस्थान विधान सभा सदस्य MLA वाहन प्रवेश पत्र वर्ष 2024-25 RJ-45-CH-4700 वि.स. 55 लिखा था।हालांकि गाड़ी के वास्तविक रजिस्ट्रेशन नंबर (RJ 45 CY 4700) और स्टीकर पर लिखे नंबर अलग-अलग मिले। समाज में रौब दिखाने के लिए लगाया स्टीकरपुलिस ने देवप्रताप सिंह से जब 16वीं राजस्थान विधानसभा का सदस्य होने के संबंध में पूछा तो उसने बताया कि उसके परिवार का कोई भी सदस्य विधानसभा का सदस्य नहीं है। उसने बताया- उसने समाज में रौब दिखाने और टोल टैक्स से बचने के उद्देश्य से यह फर्जी स्टीकर अपनी गाड़ी पर लगाया था। पुलिस ने मोटर वाहन अधिनियम के तहत मामले में अपराध मानते हुए गाड़ी जब्त कर ली। साथ ही देवप्रताप सिंह के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
तहसीलदार से आरएएस बने 18 अफसरों को मिली पोस्टिंग:9 अफसरों को सहायक कलेक्टर, 6 को एसडीओ पद पर लगाया
राज्य सरकार ने तहसीलदार से आरएएस में प्रमोट हुए 18 अफसरों को नए पदों पर पोस्टिंग दी है। इनमें 6 आरएएस अफसरों को एसडीओ और 9 को सहायक कलेक्टर के पद पर पोस्टिंग दी है। वहीं दो अफसरों को अजमेर और जोधपुर विकास प्राधिकरण में उपायुक्त और एक को उपनिवेशन उपायुक्त पद पर लगाया गया है। कार्मिक विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। सभी को खाली पदों पर लगाया गया है। प्रवीण रत्नू को उपायुक्त जेडीए जोधपुर, शीला चौधरी को उपायुक्त अजमेर विकास प्राधिकरण अजमेर और बाबूलाल-2 को सहायक आयुक्त सतर्कता उपनिवेशन बीकानेर के पद पर पोस्टिंग दी है। इन 6 अफसरों को एसडीओ लगायामहावीर प्रसाद जैन को एसडीओ चिकली डूंगरपुर, गोपीकिशन पालीवाल को एसडीओ भणियाणा जैसलमेर, दिनेश आचार्य को एसडीओ लसाड़िया सलूंबर, सर्वेश्वर निंबार्क को एसडीओ सिणधरी, अलका श्रीवास्तव को एसडीओ सरमथुरा, सुरेंद्र सिंह चौधरी को एसडीओ लाखेरी बूंदी के पद पर लगाया गया है। 9 अफसरों को सहायक कलेक्टर के पद पर दी गई पोस्टिंगमहिपाल सिंह राजावत को सहायक कलेक्टर नीमकाथाना, धीरज झाझड़िया को सहायक कलेक्टर श्रीमाधोपुर, अभिषेक कुमार सिंह को सहायक कलेक्टर दातारामगढ़, अरविंद कविया को सहायक कलेक्टर मुख्यालय अलवर, रामस्वरूप जौहर को साइन कलेक्टर फलोदी, पायल जैन को सहायक कलेक्टर मुख्यालय भरतपुर, अजीत कुमार बुंदेला को सहायक कलेक्टर दूदू जयपुर, जगदीश प्रसाद को सहायक कलेक्टर बहरोड और दिनेश कुमार शर्मा-2 को सहायक कलेक्टर, रामगढ़ अलवर के पद पर पोस्टिंग दी गई है।
बलरामपुर के राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चौरा कांसदोहर में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला का शव तालाब में मिला है। वह पिछले छह वर्षों से एक युवक के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। जानकारी के अनुसार, महिला 4 दिसंबर को रोज़ाना की तरह मजदूरी करने गई थी, लेकिन शाम तक घर वापस नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। घर से लगभग 600 मीटर दूर स्थित तालाब के किनारे उसकी चप्पल मिली। तालाब में मिली महिला की लाश ग्रामीणों ने शक होने पर तालाब में खोजबीन की, जहां महिला का शव तैरता हुआ पाया गया। परिजनों ने महिला की हत्या किए जाने का आरोप लगाया है। पुलिस जांच में जुटी सूचना मिलते ही राजपुर पुलिस और फॉरेंसिक एक्सपर्ट टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्य संकलन में जुट गई। पुलिस मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू से जांच कर रही है। एडिशनल एसपी विश्व दीपक त्रिपाठी ने बताया कि मामले में सभी पहलुओं की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर उचित वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
बिल्सी में बिजनौर-बदायूं हाईवे पर शुक्रवार शाम एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। खैरी पेट्रोल पंप के पास एक अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान केसरपुर निवासी करण उर्फ डीपी (25) पुत्र रामनिवास के रूप में हुई है। करण शुक्रवार को किसी काम से बिल्सी आया था। शाम करीब सात बजे वह अपनी बाइक से गांव लौट रहा था। खैरी पेट्रोल पंप के पास पहुंचते ही सामने से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि करण सड़क पर गिरते ही गंभीर रूप से घायल हो गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर बिल्सी पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि अज्ञात वाहन और उसके चालक की तलाश की जा रही है। हादसे की सूचना मृतक के परिजनों को दे दी गई है।
संभल में पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शुक्रवार को विकासखंड असमोली में 11.27 करोड़ रुपए की विभिन्न पर्यटन एवं संस्कृति परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने रिमोट का बटन दबाकर इन कार्यों का उद्घाटन किया। इस अवसर पर विकास कार्यों और विजन डॉक्यूमेंट से संबंधित एक प्रदर्शनी का भी लोकार्पण कर अवलोकन किया गया। मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि जनपद में वर्ष 2023-24 के तहत 337.85 लाख रुपए की तीन परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं, जिनका लोकार्पण किया गया। इसके अतिरिक्त, वर्ष 2025-26 के लिए 605.20 लाख रुपए की तीन नई परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। दो महत्वपूर्ण धार्मिक पर्यटन स्थलों के लिए 183.99 लाख रुपए की योजनाएं भी स्वीकृति हेतु भेजी जा चुकी हैं। मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि संभल अब विश्व पटल पर अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में सनातन संस्कृति के पुनर्जागरण और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में कानून का राज स्थापित होने की बात कही। मंत्री ने प्रदेश को 'ग्रोथ इंजन' बताते हुए उसकी उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। जयवीर सिंह ने पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार (2012-17) पर निशाना साधते हुए कहा कि उस दौरान तुष्टिकरण और सनातन का अपमान किया गया, जिसे लोग भूले नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश सरकार में हर जनपद में एक माफिया सक्रिय था, जबकि वर्तमान मोदी-योगी सरकार 'एक जनपद एक उत्पाद' योजना पर काम कर रही है। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से जनपद में 100 करोड़ रुपए से अधिक की परियोजनाएं शासन में स्वीकृति के लिए लंबित हैं। उन्होंने संभल को भविष्य के कल्कि अवतार की भूमि बताया, जिसका उल्लेख पुराणों और ब्रिटिश कालीन गजेटियर में भी मिलता है। डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने यह भी जानकारी दी कि संभल में कुल 87 देव तीर्थों में से 85 को पुलिस-प्रशासन की टीम ने अतिक्रमण हटाकर व्यवस्थित कर दिया है। इस कार्रवाई से जनपद में विकास कार्यों का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
आगरा पुलिस ने मिस्ड कॉल देकर हनीट्रैप में फंसाने वाले गैंग का एक और सदस्य कानपुर में तैनात यूपी पुलिस के सिपाही रियाजउद्दीन को गिरफ्तार किया है। इस मामले में दो लोग पहले ही जेल जा चुके हैं। अभी दो आरोपी फरार हैं। डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि हनी ट्रैप करने वाले गैंग ने कमला नगर क्षेत्र के एक व्यक्ति को अपने जाल में फंसाया था। गैंग उसने 20 लाख रुपए की डिमांड कर रहा था। पीड़ित ने थाना कमला नगर पर तहरीर दी थी। उनका कहना था कि 6 अक्टूबर को उनके मोबाइल पर एक मिस्ड कॉल आई। उन्होंने कॉल बैक की। उस तरफ से युवती ने बात की। इसके बाद युवती फोन करने लगी। दोनों के बीच में बातचीत होने लगी। एक दिन युवती ने साथ में डिनर करने के लिए बुलाया। वो उसकी बताई जगह पर पहुंच गए। उनका कहना था कि कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिला दिया। जिससे वो बेहोश गया। कुछ दिन बाद आया ब्लैकमेलिंग का फोनइस घटना के कुछ दिन बाद उनके मोबाइल पर प्रवेश नाम के व्यक्ति का फोन आया। उसने युवती के साथ रेप के आरोप में फंसाने की बात की। उनसे कहा कि उसके पास वीडियो हैं। वीडियो वायरल करने की धमकी दी। समझौता कराने के नाम पर 20 लाख रुपए की डिमांड की। न देने पर फर्जी केस में फंसाने की बात की। ऐसे पकड़ी गई महिलाजब पीड़ित ने रुपए देने से मना किया तो महिला ने फर्जी नाम से थाने में रेप की तहरीर दी थी। तहरीर देने के बाद इन्होंने पीड़ित से 4 लाख रुपए में समझौता किया। जब समझौता पत्र लगाया तो उसके साथ दाखिल किए गए आधार से युवती की शक्ल मिल नहीं रही थी। इसके बाद पुलिस ने इस मामले की छानबीन की। तब पता चला कि युवती ब्लैकमेलिंग कर रही है। युवती से पुलिस ने पूछताछ की। उसका मोबाइल चेक किया तो उसके कई और लोगों के वीडियो मिले। यूपी पुलिस का सिपाही भी था शामिलडीसीपी ने बताया- पकड़ी गई युवती बीएससी पास है। वो बाह में अपने मामा के घर पर रह रही थी। वो मूलरूप से मैनपुरी की रहने वाली है। उसने बताया कि ऑनलाइन गेम में रुपए हार गई थी। मामा के घर के पास उसकी पहचान प्रविंद्र से हुई थी। प्रविंद्र ने रियाज से मिलवाया। रियाज अपने आप को यूपी पुलिस का सिपाही बताता था। वो कानपुर में तैनात था। इससे पहले आगरा में भी उसकी तैनाती रही थी। पुलिस ने आरोपी सिपाही रियाज को गिरफ्तार कर लिया है। प्रवेश और प्रविंद्र फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
इंदौर जिला कोर्ट ने 2 साल की मासूम से दुष्कृत्य और हत्या के प्रयास के दोषी ट्रक डाइवर को चार धाराओं में चार बार उम्रकैद की सजा सुनाई है। फैसले में कोर्ट ने कड़ी टिप्पणी की है। कहा है कि दोषी ने बालिका को घर से ले जाकर उसके साथ बलात्कार की घटना कारित की। उसे गंभीर चोंटे पहुंचाई। यह उसकी आपराधिक कुंठित मानसिकता को दर्शाता है। वर्तमान परिवेश में महिलाएं न केवल घर के बाहर बल्कि घर के अंदर भी असुरक्षित हैं। ऐसी स्थिति में अभियुक्त को न्यूनतम दंडादेश दिया जाना न्यायोचित और विधिपूर्ण नहीं है । धार का रहने वाला है दोषी दिनेश डाबर (38) धार के करददा का निवासी है। वारदात 12 अक्टूबर 2022 को आधी रात को हुई थी। शहर के पश्चिम क्षेत्र में रहने वाली 2 वर्षीय बच्ची के पिता ने अगले दिन 13 अक्टूबर को रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसमें बताया कि वह इंदौर में निर्माणाधीन मकान में 1 वर्ष से चौकीदारी कर रहा है। उस मकान के बाहर वाले कमरे में अपनी पत्नी और दो बच्चों (4 और 2 वर्ष) बच्चों के साथ रहता है। मकान निर्माणाधीन है इस कारण कमरे में दरवाजे नहीं लगे हैं। 12 अक्टूबर की रात की 10 बजे वह परिवार के साथ अपने मकान में सो रहा था। उसकी पत्नी के साथ उसके दोनों बच्चे एक पलंग पर सो रहे थे और वह दूसरे पलंग पर सो रहा था। रात डेढ़ बजे घर के चौखट में लगे पटिये के गिरने की आवाज सुनकर उसकी नींद खुल गई। उसने देखा कि घर के चौखट की पटिया गिरी हुई थी। इस पर वह पटिया दरवाजे के पास वापस रखकर सो गया। फिर रात 2 बजे उसकी पत्नी ने उसे उठाकर बताया कि उसकी 2 वर्षीय बच्ची घर में नहीं है। उसने और उसकी पत्नी ने पुत्री की आसपास तलाश किया लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। मामले में पुलिस ने पिता की रिपोर्ट पर अज्ञात के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर तलाश शुरू की। अगले दिन झाड़ियों में लहूलुहान मिली थी13 अक्टूबर को सुबह रेती मंडी रोड स्थित खम्बाती कंपाउंड के सामने डायल-100 के सिपाही अभिनव सेन को झाड़ियों के पास घायल अवस्था में वह बच्ची मिली। जिसकी पहचान उसके माता-पिता ने की। विवेचना में घटनास्थल के आसपास स्थित सीसीटीवी फुटेज की रिकार्डिंग जब्त की। सीसीटीवी फुटेज में घटना में प्रयुक्त ट्रक ड्राइवर बच्ची के घर जाते हुए और वापस आते हुए दिखाई दिया। पिता ने पहचाना ट्रक ड्राइवर कोइन फुटेज की पहचान बच्ची के पिता से कराई तो उन्होंने बताया कि यह इस ट्रक का ड्राइवर दिनेश डाबर है। पुलिस ने इसे हिरासत में लेकर उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया। इसके साथ ही डीएनए जांच करवाई गई तो उसके द्वारा यह अपराध किया जाना साबित हुआ और उसने स्वीकार भी किया। इस पर पुलिस ने उसके खिलाफ अपहरण, पाॅक्सो, जान से मारने का प्रयास सहित गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया। इन धाराओं में हुआ आजीवन कारावास5 दिसंबर को अपर सत्र न्या्याधीश महोदय (विशेष न्यायालय पॉक्सो अधिनियम) क्षिप्रा पटेल ने आरोपी को विभिन्न चार धाराओं में आजीवन कारावास से दंडित किया। जिन धाराओं में उसे चार बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई है वे धारा 5एम/6 पॉक्सो एक्ट, 5-J (iii) /6 पॉक्सो एक्ट, 5(ईR/ 6 पॉक्सो एक्टा और धारा 307 है। इसके साथ ही भादंवि की धारा 366 में 5 वर्ष का सश्रम कारावास और 42 हजार रुपए के अर्थदंड से दंडित किया गया। अभियोजन की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक सुशीला राठौर और प्रीति अग्रवाल ने की। परिस्थितिजन्य साक्ष्य और 31 गवाहों से केस को मिली मजबूतीखास बात यह कि इस केस को कोर्ट ने गंभीर एवं सनसनीखेज प्रकरणों की श्रेणी में लिया। इसमें अभियोजन की ओर से कुल 31 गवाह करवाए गए। इसके अलावा परिस्थितजंय साक्ष्य भी काफी मजबूत रहे जिससे आरोपी को चौहरा आजीवन कारावास हुआ। इस मामले में कोर्ट ने पीड़ित प्रतिकर योजना के तहत पीड़िता मासूम को 3 लाख रुपए की राशि देने की अनुशंसा की है।
उत्तर प्रदेश मत्स्य विभाग में मंत्री और महानिदेशक के बीच टकराव बढ़ गया है। विभागीय पटल बदलने से शुरू हुआ तनाव अब आदेशों के उलट जारी होने, दौरा टीम बदलने और प्रशासनिक शक्ति-संघर्ष तक पहुँच गया है। शुक्रवार को ‘वन ट्रिलियन इकॉनमी प्रशिक्षण अभियान’ के लिए मंत्री द्वारा निर्देशित अधिकारियों की जगह महानिदेशक द्वारा दूसरी टीम भेजने से विवाद चरम पर पहुंच गया। मत्स्य विभाग में विवाद की शुरुआत नए महानिदेशक (डीजी) के कार्यभार संभालने के तुरंत बाद हो गई थी। विभाग के भीतर यह चर्चा जोर पकड़ चुकी है कि डीजी ने कथित रूप से स्वजातीय अधिकारियों को लाभकारी पटल सौंपे। इसी के समानांतर संयुक्त निदेशक अनिल कुमार द्वारा विभागीय नियंत्रण अपने हाथ में लेने की कोशिशों ने तनाव को और बढ़ा दिया। मंत्री ने स्पष्ट कर दिया था कि विभागीय कामकाज केवल “प्रॉपर चैनल” से ही चलेगा। किसी अधिकारी को अतिरिक्त प्रभाव नहीं दिया जाएगा। मंत्री के वाहन से शुरू हुआ विवाद सूत्रों के अनुसार, मंत्री को मिलने वाले विभागीय वाहन को लेकर अधिकारियों के बीच पहली बार टकराव खुलकर सामने आया था। इसके बाद पटल परिवर्तन, फाइलें रोकने, और मंत्री के आदेशों को संशोधित करके जारी करने तक की घटनाएं सामने आईं, जिनसे विभाग में अंदरूनी तनाव बढ़ता गया। मंत्री ने भेजी टीम, DG ने बदल दी नया विवाद तब भड़क गया जब मंत्री ने प्रदेशभर में प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करने के लिए तीन लोगों जॉइंट डायरेक्टर अनिल कुमार, मत्स्य निरीक्षक प्रवीण श्रीवास्तव,को नामित किया था। मंत्री का स्पष्ट निर्देश था कि यह टीम जिलों में जाकर मत्स्यपालकों को प्रशिक्षण देगी। लेकिन 5 दिसंबर को महानिदेशक द्वारा जारी आदेश में इस टीम को बदलते हुए निदेशक मत्स्य एन.एस. रहमानी, उर्दू अनुवादक नूरैन खान को प्रशिक्षण दौरे पर भेज दिया गया। यानी मंत्री के आदेश को पूरी तरह दरकिनार कर दिया गया। डीजी का तर्क- यह प्रशासनिक व्यवस्था महानिदेशक धनलक्ष्मी के द्वारा जारी आदेश में लिखा गया कि प्रमुख सचिव मत्स्य के निर्देश है कि प्रशासनिक व्यवस्था के आधार पर समुचित कार्यवाही की जाए के अनुसार यह बदलाव किया गया। साथ ही यह तर्क दिया गया कि निरीक्षक प्रवीण श्रीवास्तव निदेशालय में भंडार, वाहन संचालन और जलाशयों के महत्वपूर्ण कार्य देखते हैं, इसलिए उन्हें दौरे से मुक्त रखा गया। उनकी जगह नूरैन खान (उर्दू अनुवादक) को नामित किया गया है। फूट और गहरी हो रही है दौरा टीम बदलने के बाद विभाग में सवाल उठ रहे हैं कि महानिदेशक द्वारा बार-बार मंत्री के आदेशों में संशोधन करना सत्ता-संतुलन की लड़ाई का हिस्सा है या प्रशासनिक विवशता। अंदरखाने चर्चा है कि विभाग दो खेमों में बंटता जा रहा है एक तरफ मंत्री का आदेश, दूसरी ओर महानिदेशक का निर्णय। 6 दिसंबर से शुरू होने वाले कार्यक्रम पर सस्पेंस डीजी द्वारा बदली गई टीम को 6 दिसंबर से शुरू होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनिवार्य उपस्थिति का निर्देश दिया गया है। मंत्री की ओर से आदेश बदलने को लेकर नाराजगी जताने की संभावना भी जताई जा रही है। मत्स्य विभाग की इस खींचतान का सीधा असर अब प्रदेशभर में होने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर पड़ता दिख रहा है।
शिवपुरी जिले में दो अलग-अलग स्थानों पर दो युवकों के शव मिले हैं। इनमें से एक शव की पहचान सोशल मीडिया से हो गई है, जबकि दूसरे की शिनाख्त अभी तक नहीं हो पाई है। पहला शव शुक्रवार सुबह कोतवाली थाना क्षेत्र के पोहरी रोड बस स्टैंड पर एक बेंच पर बैठी हालत में मिला था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जिला अस्पताल के पीएम हाउस पहुंचाया। मृतक अशोकनगर के ईसागढ़ का रहवासी मृतक की तस्वीर सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पोस्ट करने के बाद अशोकनगर जिले के ईसागढ़ से परिजन शिवपुरी पहुंचे और उसकी पहचान अरुण (30) पुत्र रामप्रकाश त्यागी निवासी ईसागढ़ के रूप में की। परिजन ने बताया कि अरुण कई सालों से शराब का आदी था और लिवर खराब होने के कारण उसका इलाज भी चल रहा था। वह पिछले पांच महीनों से घर से लापता था और कभी-कभी फोन पर संपर्क करता था। सोशल मीडिया के जरिए ही उन्हें अरुण की मौत की जानकारी मिली। पोस्टमॉर्टम के बाद शनिवार को शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। दूसरे शव के पहचान के प्रयास जारी इसी तरह, 3 दिसंबर को कोलारस-शिवपुरी रेल ट्रैक पर एक अन्य युवक का शव मिला था, जिसकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है। रेलवे कॉलोनी कोलारस निवासी कौशल योगी ने किमी 1171/25 ट्रैक के पास शव देखा और पुलिस को सूचना दी थी। इस संबंध में मर्ग क्रमांक 90/25 धारा 194 बीएनएसएस के तहत केस दर्ज किया गया है। मृतक की उम्र लगभग 33-35 वर्ष बताई गई है। उसने नीले-काले रंग का ट्रैक सूट और सफेद कुर्ता-पायजामा पहना था। उसकी जेब से खुले सिक्के, एक मुस्लिम टोपी और एक समोसा मिला, जबकि पैरों में काले जूते थे। पुलिस को आशंका है कि युवक संभवतः मुस्लिम समुदाय से हो सकता है और यात्रा के दौरान ट्रेन से गिर गया होगा। पहचान न होने के कारण पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने शव को दफना दिया है। थाना कोलारस प्रभारी ने सभी थाना प्रभारियों और लोगों से अपील की है कि यदि किसी गुमशुदा व्यक्ति या पहचान संबंधी जानकारी मिले तो थाना कोलारस (9406635599) या कंट्रोल रूम शिवपुरी को सूचित करें। दोनों मामलों में पुलिस की जांच जारी है।
रोहतक जिले में महम में आपसी रंजिश के चलते दो गुटों में भिड़ंत हो गई। भैणी चंद्रपाल रोड पर स्थित एक पेट्रोल पंप के पास बाइक सवार दो लोगों पर गोली चलाई गई, लेकिन वे बाल-बाल बच गए। इसके बाद हमलावरों ने उन पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। दोनों घायलों को महम के सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, हमलावरों ने पहले बाइक सवारों पर दो राउंड गोली चलाईं, जो उन्हें नहीं लगीं। इसके बाद उन्होंने अपनी कार से बाइक को टक्कर मारी, जिससे बाइक सवार गिर गए। कार में सवार हमलावरों ने फिर लोहे की रॉड से साहिल और उसके पिता कर्मवीर पर हमला किया। हमलावर वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए। महम जुलाना रोड पर स्थित गांव भैणी चंद्रपाल निवासी साहिल और उनके पिता कर्मवीर महम से बाइक पर सवार होकर अपने अपने गांव की ओर जा रहे थे। पेट्रोल पंप से कुछ दूरी पर मोखरा निवासी अंकित अपने कई साथियों के साथ कार में आया और उन पर हमला कर दिया। प्राथमिक उपचार के बाद दोनों घायलों को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया है। बाइक सवार साहिल ने पुलिस को बताया कि गांव के ही एक लड़के प्रवीण को किसी मामले में उन पर शक है और उसे गलतफहमी हुई है। साहिल के अनुसार, उसे पहले भी घर पर जाकर जान से मारने की धमकी दी गई थी। उसने यह भी आरोप लगाया कि गांव के रमेश ने इस हमले के लिए उनकी रेकी की थी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों के बयान दर्ज किए। हालांकि, पुलिस ने अभी तक गोलियां चलने की पुष्टि नहीं की है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही इस संबंध में कुछ कहा जा सकता है।
मैनपुरी में परामर्श केंद्र ने 5 जोड़े मिलाए:42 मामलों की सुनवाई के बाद बिखरे रिश्ते जुड़े
मैनपुरी में शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में आयोजित परिवार परामर्श केंद्र में 42 मामलों की सुनवाई हुई। इस दौरान पांच दंपतियों के बीच समझौता कराकर उन्हें एक साथ विदा किया गया। केंद्र पर पहुंचे अधिकतर मामले गंभीर और वर्षों पुराने थे। परामर्श केंद्र की टीम ने लगातार काउंसलिंग के माध्यम से दंपतियों के बीच सुलह कराई और उन्हें नए सिरे से रिश्ते की शुरुआत करने का अवसर दिया। पहला मामला कोतवाली क्षेत्र का था, जहां एक महिला ने अपने पति पर अन्य महिलाओं से संबंध होने का आरोप लगाया था। दंपती के दो बेटे हैं, लेकिन महिला पिछले पांच साल से अपने मायके में रह रही थी। कई दौर की काउंसलिंग के बाद दोनों ने साथ रहने का निर्णय लिया। दूसरा मामला गाजियाबाद निवासी दंपती का था, जिनके बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर लगातार मनमुटाव चल रहा था। कई तारीखों में अलग-अलग सुनवाई के बाद, दोनों ने अपनी गलतफहमियों को दूर कर एक नया अध्याय शुरू करने पर सहमति जताई। बेवर क्षेत्र की एक महिला ने शिकायत की थी कि उसका पति शराब पीकर मारपीट करता है और घर खर्च नहीं देता। महिला ने यह भी बताया कि बच्चे के जन्म के समय भी पति उसके साथ नहीं था। कई तारीखों में हुई सुनवाई के बाद, दंपती ने साथ रहने पर सहमति व्यक्त की। एटा निवासी एक अन्य मामले में पत्नी अपने बेटे के साथ तीन महीने से मायके में रह रही थी। पति कई बार उसे लेने गया, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। सात काउंसलिंग सत्रों के बाद, दोनों पति-पत्नी साथ रहने के लिए राजी हो गए। पांचवां मामला फिरोजाबाद निवासी दंपती का था। पत्नी ने पति पर स्त्रीधन छीनने और मारपीट करने का आरोप लगाया था। दो तारीखों में हुई सुनवाई के बाद यह जोड़ा भी आपसी सहमति से साथ रहने को राजी हो गया। इन सभी मामलों में परिवार परामर्श केंद्र की टीम की भूमिका सराहनीय रही। टीम में हेमलता सिंह, रामकिशन यादव, मुजम्मिल मिर्जा, आराधना गुप्ता, मनोरमा सिंह, ममता चौहान, हेड कांस्टेबल कल्याण सिंह और महिला कांस्टेबल रिशु देवी शामिल थीं।
कन्नौज में ट्रैफिक पुलिस ने शुक्रवार शाम नशे में धुत एक स्कूटी सवार युवक को रोका। युवक की मां ने मौके पर पहुंचकर ट्रैफिक कर्मियों के सामने हंगामा किया। इसके बाद पुलिस ने स्कूटी सीज कर दी। घटना सदर कोतवाली की सरायमीरा चौकी क्षेत्र के रोडवेज बस स्टैंड के बाहर की है। टीआई रवि शंकर त्रिपाठी की मौजूदगी में टीएसआई आफाक खां वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक स्कूटी पर तीन युवक सवार दिखाई दिए। जो तेज रफ्तार में स्कूटी लहराते हुए चला रहे थे। टीएसआई आफाक खां ने युवकों को रोका तो वे बहस करने लगे। ब्रेथ एनालाइजर से जांच करने पर स्कूटी चला रहे युवक में अल्कोहल की मात्रा पाई गई। इस पर ट्रैफिक पुलिस ने कार्रवाई के लिए स्कूटी को खड़ा करवा लिया। कुछ ही देर में स्कूटी सवार युवक की मां मौके पर पहुंचकर हंगामा करने लगी। उन्होंने ट्रैफिक कर्मियों से बहस करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ट्रैफिक कर्मियों ने उन्हें शांत करने का प्रयास किया, लेकिन वह लगातार हंगामा करती रहीं। स्थिति बिगड़ती देख टीएसआई ने स्कूटी को सीज कर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया। टीएसआई आफाक खां ने बताया कि स्कूटी सवार युवक नशे में धुत होकर बस स्टैंड के आसपास लड़कियों पर कमेंट कर रहे थे। रोकने पर उन्होंने बहस की, और वे नशे में पाए गए।
शाहजहांपुर में पीडब्ल्यूडी की जमीन पर अतिक्रमण करके थाना बनाने का मामला सामने आया है। इस बाबत क्षेत्र के 3 बार के विधायक रह चुके रोशल लाल वर्मा की विधवा बहू रेनू वर्मा ने आरोप लगाते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। हाईकोर्ट के आदेश पर एसडीएम द्वारा गठित टीम शुक्रवार को थाने के पास पीडब्ल्यूडी की जमीन का सीमांकन करने पहुंची थी। जहां पूर्व विधायक की नायब तहसीलदार और उनकी टीम से नोंकझोंक हो गई। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि टीम नापी में ढिलाई बरत रही है। टीम ने नापी करने के बजाय थाने में बैठक चाय-नाश्ता किया। पूर्व विधायक ने कहा- मेरी विधवा बहू के मकान का कुछ हिस्सा अतिक्रमण बताते हुए गिरा दिया गया था। अब जब पुलिस पर अतिक्रमण का आरोप है तो हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद जांच में लापरवाही बरती जा रही है। अगर ठीक ढंग से सीमांकन नहीं हुआ तो वे फिर से कोर्ट में जाएंगे। हालांकि इस मामले में पीडब्ल्यूडी ने भी माना है कि विभागीय जमीन पर ही थाने की बाउंड्रीवॉल का निर्माण किया गया है। वहीं हाईकोर्ट ने इस मामले में सीमांकन पूरा कर 12 दिसंबर तक पूरी सीमांकन रिपोर्ट और हलफनामा दाखिल करने का आदेश दिया है। अब पूरा मामला विस्तार से पढ़िए... निगोही थाना के समीप रहने वाली पूर्व विधायक रौशन लाल वर्मा की विधवा बहू रुचि वर्मा के मकान का कुछ हिस्सा अतिक्रमण बताते हुए गिरा दिया गया था। रुचि वर्मा का आरोप है कि थाने की पुलिस ने उनके मकान के सामने तार लगाकर जगह घेर ली। और उसी पर पुराना कबाड़ रख दिया। रुचि वर्मा ने इसे अवैध कब्जा बताते हुए रुचि वर्मा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में रिट दाखिल कर दी। कहा- सड़क के दोनों ओर 60-60 फीट जमीन PWD की है, लेकिन एक ओर पुलिस ने कबाड़ रखकर कब्जा कर लिया है। दूसरी ओर PWD की जमीन पर पूरा थाना बना हुआ है। हाईकोर्ट ने 14 नवंबर 2025 को आदेश दिया- सड़क के दोनों किनारों का सीमांकन राजस्व–PWD–पुलिस की संयुक्त टीम करे। नाप की रिकॉर्डिंग और दस्तावेजीकरण जरूरी होगा। अगर अतिक्रमण मिला तो उसे हटाकर रिपोर्ट 12 दिसंबर तक कोर्ट में प्रस्तुत की जाए। हाईकोर्ट के आदेश के बाद SDM तिलहर ने नायब तहसीलदार पूनम मधुकर की अध्यक्षता में 8 सदस्यीय टीम बनाई। टीम में PWD, राजस्व और लेखपालों को शामिल किया गया है। टीम को निर्देश दिए गए कि सीमांकन नियमों के अनुसार हो। स्थल का भौतिक और स्थायी सत्यापन अनिवार्य रूप से हो। रिपोर्ट पर SDM की मोहर और हस्ताक्षर जरूर रूप से हो। सीमांकन के दौरान हंगामा, पूर्व विधायक बोले, “टीम हीलाहवाली कर रही है”शुक्रवार को जब एडीएम रजनीश कुमार द्वारा गठित राजस्व टीम थाने के पास पहुंची तो पूर्व विधायक रोशन लाल वर्मा और उनकी बहू के वकील भी मौजूद थे। उस दौरान आरोप लगे- टीम नाप में देरी कर रही थी। मौके पर ही पूरी माप नहीं कर रही थी। अधिकारियों का रवैया “गड़बड़ी छिपाने वाला” लग रहा था। पूर्व विधायक ने कहा- हमसे तो उपस्थिति के साइन करा लिए, लेकिन नाप शुरू नहीं की। सूचना मिली कि थाने के अंदर अधिकारियों के लिए नाश्ता–पानी तक लगाया गया। अगर नाप में गड़बड़ी की गई तो फिर हाईकोर्ट जाएंगे। वहीं प्रशासन की ओर से एडीएम रजनीश कुमार का कहना है- राजस्व टीम नाप करने गई थी। रिपोर्ट अभी नहीं मिली है। वहीं SP राजेश ने दावा किया- उच्च न्यायालय के आदेश पर नाप कर ली गई है। PWD की जांच रिपोर्ट में खुलासा- थाने की बाउंड्री NH की जमीन पर बनीइस मामले को लेकर राष्ट्रीय मार्ग खंड, PWD बरेली की जांच रिपोर्ट (14 अगस्त 2025) में बड़ा खुलासा हुआ। जांच में पाया गया कि थाने की बाउंड्री वॉल NH-731K की सरकारी जमीन पर बनी है। कुछ लोगों ने तार लगाकर पुरानी गाड़ियां सड़क भूमि पर खड़ी कर रखी थीं। शिकायत के मुताबिक सड़क की दोनों ओर स्थायी–अस्थायी अतिक्रमण मिले। थानाध्यक्ष ने नोटिस लेने से किया इनकारजब PWD अधिकारी थानाध्यक्ष को नोटिस देने पहुंचे तो उन्होंने नोटिस लेने से भी इनकार कर दिया। इसके बाद विभाग ने नोटिस की प्रति SP शाहजहांपुर को भेजते हुए कार्रवाई की मांग की। PWD के अधिशासी अभियंता ने लिखा- अतिक्रमण हटाए बिना शिकायत का निस्तारण संभव नहीं है। पुलिस प्रशासन सहयोग करे। अतरौलिया के विधायक ने भी उठाया था मामलाइसी मामले को लेकर नियम-51 के तहत विधायक डॉ. संग्राम यादव ने विधानसभा में पूछा था- निगोही में गाटा 334–335 के सामने कौन–कौन से अतिक्रमण हैं? क्या थाने की बाउंड्री पिच रोड तक बढ़ाकर सरकारी जमीन घेरी गई है? जवाब में PWD ने पूरा मामला उजागर किया। 12 दिसंबर को होगी सुनवाई PWD रिपोर्ट ने पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े किए; अब हाईकोर्ट को तय करना है- कौन सही, कौन गलत। फिलहाल 12 दिसंबर को जब रिपोर्ट कोर्ट में जाएगी, तब साफ होगा कि पुलिस वाकई PWD की सड़क पर कब्जा किए बैठी है या नहीं। फिलहाल, घटनास्थल पर तनाव और आरोप–प्रत्यारोप जारी हैं।
हाईकोर्ट ने अवैध रेत-गिट्टी वाहनों पर सख्ती दिखाई:एनजीटी को कार्रवाई निर्धारित करने का आदेश दिया
ग्वालियर, भिंड और मुरैना सहित अन्य जिलों में अवैध रूप से रेत और गिट्टी परिवहन में इस्तेमाल हो रहे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर अब हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। उच्च न्यायालय ने जिला प्रशासनों की अनदेखी पर चिंता व्यक्त करते हुए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) को इन वाहनों पर कार्रवाई निर्धारित करने का आदेश दिया है। मामला अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया द्वारा उजागर किया गया था। उन्होंने बताया कि हाल ही में ग्वालियर में सड़क हादसे में पांच युवकों की मौत हो गई थी, जब उनकी कार सड़क पर खड़ी रेत से भरी ट्रॉली से टकरा गई थी। इस घटना के बाद अवैध रूप से संचालित ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का मुद्दा हाईकोर्ट पहुंचा। याचिकाकर्ता विशाल पाठक ने इस संबंध में एक जनहित याचिका दायर की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने पाया कि जिला प्रशासन इन गतिविधियों पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं कर रहा है। इसलिए, न्यायालय ने मामले को एनजीटी के पास भेजने का निर्देश दिया, ताकि वह रेत और पत्थर के स्रोत की जांच कर सके और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई कर सके। अवैध रेत-गिट्टी परिवहन में लगे वाहनों के चालक अक्सर तेज गति और लापरवाही से वाहन चलाते हैं, और उन्हें कहीं भी खड़ा कर देते हैं, जिससे आए दिन हादसे होते रहते हैं। हाल ही में ग्वालियर के गिरवाई थाना क्षेत्र में एक ट्रैक्टर चालक ने दो मासूमों को टक्कर मारकर घायल कर दिया था। इसके अतिरिक्त, ग्वालियर-दतिया हाईवे पर रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकराने के कारण पांच युवकों की मौत का जिक्र भी किया गया।
गोरखपुर के पादरी बाजार स्थित विद्युत उपकेंद्र में परिवर्तक (ट्रांसफॉर्मर) की क्षमता बढ़ाने के कार्य के चलते शहर के कई हिस्सों में शनिवार को सुबह 10:00 बजे से दोपहर 02:00 बजे तक बिजली आपूर्ति बाधित रहेगी। विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह कार्य उपकेंद्र की क्षमता बढ़ाने और बिजली आपूर्ति को अधिक स्थिर बनाने के लिए किया जा रहा है। कार्य पूरा होने के बाद पादरी बाजार और आस-पास के क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति में सुधार और आपातकालीन परिस्थितियों में भी स्थिरता आएगी। उपभोक्ताओं से अपीलविद्युत विभाग ने निवासियों और व्यापारियों से अनुरोध किया है कि वे इस दौरान अपने बिजली उपयोग की योजना पहले से बना लें। आवश्यक उपकरणों का सुरक्षित उपयोग करें और किसी भी असुविधा के लिए विभाग ने क्षमा प्रकट की है।
कैथल में शहर थाना क्षेत्र में एक युवक का शव बरामद होने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट (एसडीयू) और सीआईए-1 की टीमों ने मात्र 6 घंटे में घटना का खुलासा करते हुए आरोपी को सिरसा से पकड़ा। पुलिस के अनुसार, युवक की मौत जीरी चोरी के दौरान ट्रक से गिरने के कारण हुई थी। डीएसपी गुरविंद्र सिंह ने बताया कि डेहा बस्ती जाखौली अड्डा, कैथल निवासी राकेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई थी। उनके 20 वर्षीय बेटे आशु की किराने की दुकान थी और वह रोजाना सुबह करीब 4 बजे सैर के लिए निकलता था। 4 दिसंबर की सुबह लगभग 4 बजे आशु के मोबाइल पर किसी का फोन आया, जिसके बाद वह घर से बाहर चला गया। परिजनों ने कई बार आशु को फोन किया, लेकिन उसने जवाब नहीं दिया। कुछ समय बाद परिवार को सूचना मिली कि रामनगर फाटक के पास झाड़ियों में एक युवक का शव पड़ा है। मौके पर पहुंचने पर परिजनों ने शव की पहचान आशु के रूप में की। उसके सिर पर चोट के निशान थे, जिसके बाद अज्ञात के खिलाफ शहर थाना में हत्या का मामला दर्ज किया गया। एसपी उपासना ने आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए एसडीयू और सीआईए-1 की टीमों को निर्देश दिए। इंस्पेक्टर रमेश के नेतृत्व में एएसआई राममेहर की टीम ने जाखौली अड्डा, कैथल निवासी आरोपी अजय उर्फ गुंगा को सिरसा से गिरफ्तार किया। चोरी करने ट्रक पर चढ़ा, गलत रस्सा कटने से सड़क पर गिरा आरोपी अजय से पूछताछ में खुलासा हुआ कि आशु और अजय ने 3 दिसंबर को जीरी के कट्टे चोरी करने की योजना बनाई थी। 4 दिसंबर की सुबह आशु ने अजय को फोन कर बुलाया, जिसके बाद वे दोनों अजय की बाइक पर जींद रोड बाईपास पहुंचे। वहां वे एक जीरी से भरे ट्रक पर चढ़ गए और कट्टे नीचे गिराने लगे। अजय ने कट्टे गिराने के लिए ट्रक पर बंधा एक रस्सा चाकू से काटा, लेकिन गलत रस्सा कटने के कारण आशु सड़क पर सिर के बल गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई थी।
उत्तर प्रदेश के 20 अस्पतालों को सरकार ने बजट की संजीवनी प्रदान की है। करीब 13 करोड़ 46 लाख रुपए के बजट को सरकार ने मंजूरी दी है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि आधुनिक उपकरणों से अस्पतालों को लैस किया जाएगा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि जांच की व्यवस्था को बेहतर करने के लिए डिजिटल एक्सरे, ईसीजी, अल्ट्रासाउंड मशीनें क्रय की जाएगी। छोटे चीरे से मोतियाबिंद के ऑपरेशन के लिए फेको मशीन स्थापित की जाएगी। इससे मरीजों को कम समय अस्पताल में गुजारना होगा। ऑपरेशन की सफलतादर में भी वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि इन अस्पतालों के लिए सात करोड़ पैंतालीस लाख तेरह हजार छह सौ पैंसठ रुपए की मंजूरी प्रदान की गई है। ये अस्पताल होंगे अपग्रेड प्रयागराज के मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय को 54 लाख 48 हजार 301 रुपए, बरेली के जिला महिला चिकित्सालय को 8 लाख 68 हजार 274 रुपए, मुरादाबाद के पंडित दीन दयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय को 80 लाख 98 हजार 414 रुपए, लखनऊ के बलरामपुर चिकित्सालय को 1 करोड़ 9 लाख 79 हजार 887 रुपए का बजट मिला है। लखीमपुर ओयल के ट्रॉमा सेंटर 882999 रुपए से अपग्रेड होगा। उन्नाव बीघापुर 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय के लिए 2334201 रुपए के बजट को मंजूरी मिली है, फर्रुखाबाद के डॉ. राम मनोहर लोहिया महिला चिकित्सालय को 2044884 रुपए से अपग्रेड किया जाएगा। एलएसपीजी चिकित्सालय को 20 लाख रुपए महोबा के जिला चिकित्सालय को 2998739 रुपए, झांसी जिला चिकित्सालय 14242312 रुपए, गाजियाबाद के जिला संयुक्त चिकित्सालय को 2683961 रुपये, गाजियाबाद के एमएमजी जिला चिकित्सालय को 1883961 रुपए से उच्चीकृत किया जाएगा। गाजियाबाद जिला महिला चिकित्सालय आठ लाख, गाजियाबाद लोनी के 50 बेड संयुक्त चिकित्सालय को 2744250 रुपए, गाजियाबाद डूडाहेड़ा स्थित 50 बेड संयुक्त चिकित्सालय 2744250 रुपए, बुलन्दशहर खुर्जा के एलएसपीजी चिकित्सालय को 20 लाख रुपए, मऊ जिला चिकित्सालय को 20 लाख रुपए से संवारा जाएगा। औरेया के बिधूना स्थित 50 शैय्यायुक्त डॉ. राम मनोहर लोहिया नेत्र चिकित्सालय को 31 लाख 12 हजार 943 मंजूर किए गए है। लखनऊ के इन अस्पतालों को मिला बजट लखनऊ के रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय को 26 लाख 46 हजार 66 रुपए, लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) चिकित्सालय को 32 लाख 64 हजार 280 रुपए और लोकबन्धु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय को 27 लाख 75 हजार 943 रुपये के बजट को मंजूरी दी गई है। आंखों की बीमारी का सटीक इलाज मिलेगा मीरजापुर में नवनिर्मित 50 बेड के अस्पताल में आंखों की बीमारियों का सटीक इलाज हो सकेगा। इसके लिए अस्पताल में नेत्र रोग विभाग स्थापित किया जाएगा। नेत्र रोग विभाग का अलग वार्ड बनाया जाएगा। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताया कि भवन निर्माण पूर्ण है। लेकिन ऑपरेशन थियेटर के बिना चिकित्सकीय उपचार करना सम्भव नहीं है। लिहाजा अस्पताल की साज-सज्जा और आधुनिक व उच्चीकृत उपकरणों के लिए 6 करोड़ 1 लाख 82 हजार 521 रुपए की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गयी है। मरीजों को समय पर इलाज देना जरूरी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि आधुनिक उपकरणों से अस्पतालों को लैस किया जा रहा है। आधुनिक मशीनें खरीदी जा रही हैं। इससे मरीजों की समय पर सटीक जांच हो सकेगी। बीमारी की सही पहचान ही इलाज की दिशा तय करती है।
एनआरआई महिला से लूट में पुलिस खाली हाथ:कई संदिग्ध हिरासत में, जल्द खुलासे का दावा
आगरा में शादी समारोह में शामिल होने आई एनआरआई महिला से लूट के मामले में पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। पुलिस मामले का जल्द खुलासा कर सकती है। हाथरस की मूल निवासी 80 वर्षीय NRI कुमारी वर्मन करीब 15 साल से अमेरिका के कैलिफोर्निया में अपनी दो बेटियों के साथ रहती हैं। पति की मौत हो चुकी है। एक बेटी और दामाद डॉक्टर हैं। आगरा के दयालबाग में उनके भाई रहते हैं। जबकि बहन जयपुर में रहती हैं। बीते 30 नवम्बर को बहन के बेटे की शादी थी। इसमें शामिल होने के लिए वह बेटी के साथ जयपुर आई थीं। शादी के बाद, वह दो दिन पहले आगरा अपने भाई से मिलने बेटी के साथ पहुंची थीं। आदर्श टूर एंड ट्रैवल से गाड़ी की थी बुक आगरा में वह संजय प्लेस स्थित होटल पीएल पैलेस में ठहरी थीं। शुक्रवार तड़के 2 बजे उनकी दिल्ली से फ्लाइट थी। गुरुवार शाम करीब छह बजे, आदर्श टूर एंड ट्रैवल से गाड़ी बुक की। 6:30 बजे गाड़ी आने पर मां-बेटी दिल्ली जाने के लिए गाड़ी में बैठ गईं। दोनों कार की पिछली सीट पर बैठी थींदोनों कार की पिछली सीट पर बैठी थीं। गाड़ी ड्राइवर जसवीर सिंह चला रहा था। ड्राइवर के मुताबिक, गाड़ी झरना नाला के पास पहुंची तभी पीछे से बाइक सवार दो लोग पास आए। बाइक सवार एक व्यक्ति ने कहा- तुम्हारी गाड़ी पंचर हो गई है। जसवीर ने बताया कि उसने करीब एक किलोमीटर आगे गाड़ी रोकी। पंचर चेक कराने लगा। बाइक सवार जिन लोगों ने पंचर की बात बताई थी, वे भी पीछे से आ गए। एनआरआई महिला अपनी बेटी के साथ गाड़ी में ही बैठी थीं। कार का दरवाजा अनलॉक हो गया। बाइक सवार एक व्यक्ति ने झपट्टा मारकर उनका पर्स उड़ाने की कोशिश की। महिला ने पर्स पकड़ लिया। झीना-झपटी हुई लेकिन वे पर्स लेकर फरार हो गए। पुलिस को महिला ने बताया- पर्स में 4 हजार यूएस करेंसी, दो आईफोन, 20 हजार इंडियन करेंसी और उनका पासपोर्ट था। पुलिस ने संदिग्धों को उठायाघटना के बाद पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने मंडी समिति से लेकर हाईवे के सीसीटीवी चेक किए। पुलिस को सीसीटीवी में बाइक दिखाई दी है। दो संदिग्धों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। वहीं, ड्र्राइवर से भी पूछताछ की गई। डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि कुछ संदिग्ध सामने आए हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। जल्द खुलासा किया जाएगा।
केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST) कमिश्नरेट लुधियाना ने मंडी गोबिंदगढ़ और आसपास के इलाकों में बड़ी कार्रवाई करते हुए 54 करोड़ रुपए के जीएसटी घोटाले का पर्दाफाश किया है। विभाग की टीम ने यह छापेमारी विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर की थी।जांच में खुलासा हुआ कि एक निजी कंपनी ने लोहे और इस्पात उत्पादों के निर्माण के नाम पर करीब 300 करोड़ रुपए के फर्जी बिल जारी किए। इन बिलों के जरिए गैरकानूनी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) लिया गया और उसे जीएसटी देयता के समायोजन में इस्तेमाल किया गया। इससे सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुंचा। आरोपी था फर्जी बिल योजना का सूत्रधारविभाग ने छापेमारी के बाद कंपनी से जुड़े एक मुख्य व्यक्ति को CGST एक्ट 2017 की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक आरोपी ने इस धोखाधड़ी की पूरी योजना तैयार करने और उसे लागू करने में अहम भूमिका निभाई। मामले की विस्तृत जांच कर रहा है CGSTअधिकारियों ने बताया कि जांच जारी है और नेटवर्क में शामिल अन्य कंपनियों, व्यक्तियों और संभावित लाभार्थियों की पहचान की जा रही है। जांच के दायरे को और विस्तृत किया जा रहा है ताकि पूरे रैकेट का खुलासा किया जा सके।
सोना चोरी करने वाला कारीगर गिरफ्तार:अमीनाबाद से 400 ग्राम सोना लेकर भागा, बेचने के लिए पहुंचा था
लखनऊ के अमीनाबाद से सोना चोरी करने वाले आरोपी कारीगर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। काम करने के दौरान 400 ग्राम सोना लेकर गायब हो गया था। जिसे बेचने की फिराक में अमीनाबाद आया था। तभी पुलिस ने पकड़ लिया। मेदनीपुर पश्चिम बंगाल निकासी तपन मन्ना ने 31 अक्टूबर को अपने कारखाने से लगभग 400 ग्राम सोना (18 कैरेट) चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इंस्पेक्टर अमीनाबाद सुनील कुमार आजाद ने बताया मुकदमा दर्ज करके आरोपी की तलाश में टीमें लगाई गई थीं। मुख्य आरोपी के साथी को पकड़ा इस दौरान मुखबिर की सूचना पर जनाना पार्क से गोसाईनपुरवा उधापुर घुघटेर बाराबंकी निवासी सूरज गोस्वामी (19) को गिरफ्तार किया। सूरज पिछले छह माह से तपन के साथ कारीगर के रूप में काम कर रहा था। आरोपी के पास से चार प्लास्टिक पोटलियों में आभूषण निर्माण में इस्तेमाल होने वाली पीली धातु की कतरन, छाँट और बुरादा बरामद किया। लालच में आकर सामान लेकर भागा था पूछताछ में सूरज ने बताया कि तपन के बाहर जाने पर उसे लालच आ गया और वह आभूषण बनाने का सामान समेटकर भाग गया। करीब डेढ़ महीने से चोरी का सामान बेचने की कोशिश कर रहा था लेकिन सफल नहीं हो पाया।इसलिए अमीनाबाद के साप्ताहिक बाजार में आसानी से खरीदार मिलने की उम्मीद में वहाँ आने की योजना बनाई। तभी पुलिस ने पकड़ लिया।
टोहाना मार्केट कमेटी में पूर्व कैबिनेट मंत्री देवेंद्र बबली समर्थित जंगजीत हुड्डा ने चेयरमैन का पदभार संभाल लिया है। वहीं, राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला समर्थित लक्ष्मणदास बंसल ने वाइस चेयरमैन का पद ग्रहण किया है। इन दोनों के साथ कुल 19 सदस्यों ने भी अपने दायित्व संभाले हैं। मार्केट कमेटी सचिव संदीप गर्ग ने इसकी पुष्टि की है। जानकारी के अनुसार, सरकार ने दिवाली से पहले ही मार्केट कमेटी चेयरमैन और वाइस चेयरमैन के नामों की घोषणा कर दी थी। हालांकि, रतिया और फिर जाखल के चेयरमैन बदले जाने के बाद इन नियुक्तियों को बदलने को लेकर अटकलों का दौर शुरू हो गया था। अब इन पदाधिकारियों के पदभार ग्रहण करने के बाद सभी अटकलों पर विराम लग गया है। गौरतलब है कि जाखल में पूर्व मंत्री समर्थित चेयरमैन को बदलकर राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला के करीबी नड़ैल गांव के पूर्व सरपंच जगजीत को मार्केट कमेटी चेयरमैन बनाया गया था। जबकि, टोहाना में पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली समर्थित जंगजीत हुड्डा को चेयरमैन नियुक्त किया गया है। नवनियुक्त चेयरमैन जंगजीत हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को यह बड़ी जिम्मेदारी दी है, जिसका वे ईमानदारी से निर्वहन करेंगे। उन्होंने किसानों और व्यापारियों के बीच बेहतर तालमेल बनाने का आश्वासन दिया, ताकि किसी भी किसान को कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि आगामी मंगलवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें पार्टी के नेताओं का आभार व्यक्त किया जाएगा। मार्केट कमेटी सचिव संदीप गर्ग ने पुनः पुष्टि करते हुए बताया कि मार्केट कमेटी के चेयरमैन, वाइस चेयरमैन सहित सभी 19 पदाधिकारियों ने आधिकारिक तौर पर अपना कार्यभार संभाल लिया है।
सरगुजा जिले के परसोढ़ी कला में ग्रामीणों और पुलिस के बीच हुई झड़प की जांच के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने एक जांच टीम बनाई है। जमीन अधिग्रहण का विरोध कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। दोनों तरफ से हुए पथराव में लगभग 39 पुलिसकर्मी और 15 से ज्यादा ग्रामीण घायल हो गए। इस मामले में पुलिस ने 55 लोगों को नामजद आरोपी बनाया है और 150 से अधिक लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। सरगुजा के परसोढ़ी कला में बुधवार को अमेरा ओपन कास्ट कोल माइंस के विस्तार के लिए जमीन का सीमांकन करने प्रशासन की टीम करीब 500 पुलिस जवानों के साथ पहुंची थी। गांव के लोगों ने इसका विरोध किया। इसी दौरान दोनों तरफ से पथराव हुआ। पुलिस ने ग्रामीणों को खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस पथराव में पुलिसकर्मी और ग्रामीण दोनों ही घायल हुए। 150 से अधिक लोगों के खिलाफ FIR दर्ज 150 से अधिक लोगों के खिलाफ FIR, 55 ग्रामीण नामजद आरोपी हैं, शेष अन्य में हैं। पुलिस ने मामले में गैर जमानती धाराएं लगाई हैं। ग्रामीणों के खिलाफ धारा 126, 192(2),91(3),190,296,223,123,121,109, BNS के तहत FIR दर्ज की गई है। ग्रामीणों का आरोप है कि इनमें से कई ऐसे लोगों को आरोपी बनाया गया है, जो घटना के दौरान गांव में नहीं थे। पुलिस ने एफआईआर की कॉपी सार्वजनिक नहीं की है। ऑनलाइन FIR को सेंसेटिव कर दिया गया है, जिससे यह पता नहीं चल पा रहा कि किस-किस ग्रामीण के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। कांग्रेस ने गठित की 10 सदस्यीय जांच टीम कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक सिंह बैज ने परसोढ़ी कला मामले की जांच के लिए 10 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर जांच टीम गठित करते हुए प्रदेश महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने बताया है कि शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों पर पुलिस ने बर्बर कार्रवाई की है। कांग्रेस द्वारा गठित जांच कमेटी के संयोजक पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह बनाए गए हैं। सदस्यों में विधायक इंद्रशाह मंडावी, जनक ध्रुव, पूर्व महापौर डा. अजय तिर्की, कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक, पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता सहित मधु सिंह, सीमा सोनी, मुनेश्वर राजवाड़े, अनिता केरकेट्टा शामिल हैं। फोर्स लगाकर तीसरे दिन भी सीमांकन, मशीनें लगीं बुधवार को हुए पथराव के बाद ग्रामीण पीछे हट गए हैं। गुरुवार को करीब 500 की संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात कर सीमांकन का काम कराया गया। शुक्रवार को भी फोर्स तैनात कर सीमांकन कराया गया। इस दौरान ठेका कंपनी LCC की मशीनें जमीनों से पेड़ों को गिराने और मेड़ों को काटने में लगी रहीं। विरोध के लिए बनाई जा रही रणनीति पुलिस से झड़प और पुलिस कार्रवाई के बाद बेबस हैं, लेकिन विरोध के लिए रणनीति बनाई जा रही है। खदान के लिए 238 ग्रामीणों की जमीनें वर्ष 2001 में अधिगृहीत की गई थीं। इनमें से मात्र 19 ने मुआवजा लिया है। नौकरी भी नहीं दी गई है। बिना मुआवजा और नौकरी दिए ही कंपनी कोल उत्खनन करना चाहती है, जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीण अपनी जमीन बचाने वर्षों से जूझ रहे थे, फिलहाल उनकी जमीनों पर मशीनें चल रही हैं।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) में अखिल भारतीय बाघ आकलन कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए एक महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें छह वन प्रभागों के वन अधिकारियों ने भाग लिया और बाघों की गणना की वैज्ञानिक तकनीकें सीखीं। यह विशेष प्रशिक्षण शिविर पीलीभीत टाइगर रिजर्व में हुआ। इसमें शाहजहांपुर, बिजनौर, नजीबाबाद, शिवालिक, सामाजिक वानिकी पीलीभीत और पीलीभीत टाइगर रिजर्व (पीटीआर) के प्रभागीय वन अधिकारियों (DFOs) सहित अन्य वन अधिकारियों ने हिस्सा लिया। अधिकारियों को बाघ गणना की नवीनतम पद्धतियों और 'एम-स्ट्राइप्स' (M-STRIPES - Monitoring System for Tigers: Intensive Protection and Ecological Status) जैसे डिजिटल उपकरणों के उपयोग की गहन जानकारी दी गई। पीलीभीत टाइगर रिजर्व को राष्ट्रीय बाघ गणना-2026 के लिए एक नोडल केंद्र बनाया गया है। इसी के तहत इस क्षेत्र के आसपास के वन प्रभागों के अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य गणना को सटीकता और वैज्ञानिक मापदंडों के अनुसार संपन्न कराना है, ताकि देश में बाघों की सही संख्या और उनके आवास की स्थिति का आकलन किया जा सके। पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। इसमें अधिकारियों को फील्ड वर्क, डेटा संकलन और कैमरा ट्रैपिंग की बारीकियों से अवगत कराया गया। उन्होंने कहा कि यह गणना न केवल बाघों की संख्या का पता लगाने में मदद करेगी, बल्कि उनके संरक्षण और प्रबंधन की भविष्य की रणनीतियों को भी मजबूत आधार प्रदान करेगी। पीलीभीत टाइगर रिजर्व को पहले बाघों की संख्या दोगुनी करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय 'टीएक्स2' (TX2) पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है, जिसे उत्तर प्रदेश और पूरे देश में बाघ संरक्षण प्रयासों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय और एमबीएम विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने शैक्षणिक प्रगति, परीक्षा प्रणाली, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, अनुसंधान संस्कृति तथा खेल-सांस्कृतिक गतिविधियों पर चर्चा की। आयुर्वेद विश्वविद्यालय कुलगुरु प्रो. गोविंद सहाय शुक्ल ने वर्ष 2025-26 की प्रवेश स्थिति, परीक्षा परिणाम, एनईपी-2020 के कार्यान्वयन, अनुसंधान गतिविधियां, वित्त पोषित परियोजनाएं और एमओयू की स्थिति से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि एनएसएस-एनसीसी, खेल और सांस्कृतिक गतिविधियों में विद्यार्थी राज्य, राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धियां प्राप्त कर रहे हैं। गोद ग्राम में आयुर्वेद आधारित जनजागरूकता और सामुदायिक कल्याण गतिविधियां भी जारी हैं। राज्यपाल बागडे ने कहा- विश्वविद्यालय को राष्ट्र निर्माण का वैचारिक केंद्र बनना चाहिए। उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया को पूर्णतया पारदर्शी एवं सुरक्षित बनाने, राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर अध्ययन-अनुसंधान को बढ़ावा देने तथा प्रति माह प्रतिष्ठित विद्वानों को आमंत्रित कर विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए ज्ञान-सहभागिता कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। बैठक के बाद राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व में किए 363 खेजड़ी पौधों के सामूहिक पौधरोपण के स्थल का पुनः अवलोकन किया। साथ ही पौधों की संरक्षण व्यवस्था और उनकी वृद्धि की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि पौधरोपण केवल कार्यक्रम न होकर उत्तरदायित्व और निरंतर देखभाल है। कृषि शिक्षा को नवाचार से जोड़कर किसान और राष्ट्र को करें मजबूतकृषि विश्वविद्यालय की बैठक में कुलगुरु डॉ. वीरेंद्र सिंह जैतावत ने विश्वविद्यालय के शैक्षणिक कार्यक्रमों, प्रवेश की स्थिति, परीक्षा सुधार, शोध परियोजनाओं, सामुदायिक गतिविधियों और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया। साथ ही विश्वविद्यालय के समक्ष उपस्थित चुनौतियों से भी राज्यपाल को अवगत कराया। कौशल और नवाचार की क्षमता का करें विकासराज्यपाल ने एमबीएम विश्वविद्यालय की समीक्षा बैठक में शैक्षणिक कार्यक्रमों, तकनीकी अनुसंधान, नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन, शोध संस्कृति, छात्रावास व्यवस्था तथा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। कुलगुरु प्रो. अजय शर्मा ने विश्वविद्यालय की शैक्षणिक प्रगति, एआई आधारित गतिविधियों, स्किल डवलपमेंट, प्रत्यायन स्थिति और गोद लिए गए डॉली ग्राम की गतिविधियों का विवरण राज्यपाल के समक्ष प्रस्तुत किया। राज्यपाल बागडे ने कहा- तकनीकी शिक्षा केवल डिग्री प्रदान करने तक सीमित न होकर चरित्र, कौशल और नवाचार का विकास सुनिश्चित करे। उन्होंने परीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने, छात्रावासों में गुणवत्तापूर्ण भोजन, स्वच्छता एवं सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने तथा समय-समय पर पाठ्यक्रमों को उद्योगोन्मुखी बनाने के निर्देश दिए। राज्यपाल ने विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीक विशेषकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित नवाचारों के लिए प्रेरित करने, शोध संस्कृति को मजबूत करने, अंतरराष्ट्रीय स्तर के इंजीनियरों एवं विशेषज्ञों के साथ एक्सचेंज कार्यक्रम आयोजित करने तथा विश्वविद्यालय के सभी संसाधनों को विद्यार्थी हित में केंद्रित रखने का आह्वान किया।
सेना सेवा कोर (ASC) के 265वें कोर दिवस पर शुक्रवार को बरेली कैंट से भव्य साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाई गई। यह रैली बरेली से दिल्ली तक वीर सैनिकों के शौर्य और बलिदान का संदेश लेकर जाएगी। आठ दिसंबर को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर इसका समापन किया जाएगा। ASC एटी बटालियन के पीटी मैदान में सुबह से ही यूबी एरिया के सैनिकों का जमावड़ा लग गया। मुख्य अतिथि, चीफ ऑफ स्टाफ यूबी एरिया मेजर जनरल आई.एस. गिल ने एएससी के गौरवशाली इतिहास को याद करते हुए जवानों को कोर दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि पांच से आठ दिसंबर तक चलने वाली यह रैली स्वस्थ जीवनशैली, सड़क सुरक्षा जागरूकता और सैन्य भावना को बढ़ावा देगी। फिटनेस, अनुशासन और राष्ट्रीय सेवा का संदेश सेना सेवा कोर के ब्रिगेडियर बिक्रमजीत सिंह ने बताया कि यह रैली एएससी की शारीरिक फिटनेस, अनुशासन, सामुदायिक सेवा और राष्ट्र के प्रति समर्पण का प्रतीक है। रैली की कमान ब्रिगेडियर (रि.) विक्रम सिंह के पास है। नौ सदस्यीय टीम बरेली से मुरादाबाद, बाबूगढ़ होते हुए सात दिसंबर को दिल्ली कैंट पहुंचेगी। युद्ध स्मारक पर सलामी, वरिष्ठ अधिकारी रहेंगे मौजूद आठ दिसंबर को दिल्ली स्थित राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा सहित सेना के कई वरिष्ठ अधिकारी रैली का स्वागत करेंगे और शहीदों को नमन करेंगे। अधिकारियों का कहना है कि यह यात्रा युवाओं, एनसीसी कैडेट्स और आम नागरिकों को सेना के योगदान को समझने और प्रेरणा लेने का अवसर प्रदान करेगी। शुभारंभ में मौजूद रहे वरिष्ठ अधिकारी रैली के शुभारंभ के दौरान ब्रिगेडियर गगनदीप सिंह, ब्रिगेडियर अरुण अवस्थी, ब्रिगेडियर ललित मोहन, कर्नल होशियार सिंह और कर्नल बी.बी. साहू समेत बड़ी संख्या में सैन्य अधिकारी और जवान मौजूद रहे।
राष्ट्रीय उत्सव 'देशज 2025' इस वर्ष 6 और 7 दिसंबर को लखनऊ के लोहिया पार्क में आयोजित किया जाएगा। भारतीय लोककला और संस्कृति को समर्पित इस प्रतिष्ठित उत्सव में देशभर से 300 से अधिक लोक कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस सांस्कृतिक आयोजन की तैयारियों के संबंध में हनुमान धाम, लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। इस अवसर पर उत्सव में भाग लेने वाले कलाकारों ने नौका यात्रा का आनंद लिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद, सोनचिरैया संस्था के 15 वर्षों के सफर का जश्न मनाते हुए 15 विशेष नौकाओं की शोभायात्रा निकाली गई। 15 वर्षों से भारतीय लोक कला उत्सव जारी पद्मश्री मालिनी अवस्थी ने बताया कि सोनचिरैया संस्था पिछले 15 वर्षों से भारतीय लोक कला, लोक संगीत और परंपराओं के संरक्षण, संवर्धन और प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्यरत है। उन्होंने इस आयोजन को केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक आंदोलन बताया, जिसका उद्देश्य भारत की लोक कलाओं को उनके प्रामाणिक रूप में स्थापित करना है। मालिनी अवस्थी ने यह भी जानकारी दी कि 'देशज' पिछले चार वर्षों से लखनऊ में सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है। यह उत्सव हर बार भारतीय लोक जीवन की विविधता को एक ही मंच पर लाने में सफल रहा है। जनजातीय और ग्रामीण लोकनृत्य शामिल उत्सव के विशेष आकर्षणों में देश के विभिन्न राज्यों के जनजातीय और ग्रामीण लोकनृत्य शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, लोक वादन और लोकगायन की पारंपरिक प्रस्तुतियां भी देखने को मिलेंगी।कार्यक्रम में लोक विद्वानों, संस्कृति विशेषज्ञों और कलाकारों के बीच संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे। हस्तशिल्प एवं कला बाजार, क्षेत्रीय व्यंजनों का विशेष ज़ोन और युवा कलाकारों के लिए एक प्रेरणादायी मंच भी उपलब्ध होगा। देश के विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां होंगी देश की समृद्ध लोक विरासत को एक मंच पर लाने के लिए केरल का थैय्यम, पंजाब का गिद्धा और राजस्थान का घूमर जैसे नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे। प्रसिद्ध लोक गायक कुतले खान अपनी प्रस्तुति देंगे, जबकि बिहार के भिखारी ठाकुर की अमर रचना 'विदेशिया' का मंचन संजय उपाध्याय द्वारा किया जाएगा। मिजोरम, महाराष्ट्र और गुजरात के कलाकार भी अपनी पारंपरिक कला के साथ इस आयोजन में शामिल होंगे।
बैतूल के सारणी में 4 साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन करने के मामले में गिरफ्तार 5 कांग्रेस नेताओं को जिला न्यायालय से जमानत मिल गई है। यह मामला वर्ष 2021 का है। तब कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सारणी में विरोध प्रदर्शन के दौरान शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन किया था। इस घटना के बाद 13 कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ सारणी थाने में केस दर्ज किया गया था। न्यायालय में बार-बार पेश नहीं होने पर जेएमएफसी कोर्ट ने सभी आरोपियों के खिलाफ स्थायी वारंट जारी किए थे। इसके बाद सारणी पुलिस ने वारंट तामील करने के लिए विशेष अभियान चलाया। इस अभियान के तहत 1 दिसंबर को नगर पालिका सारणी के नेता प्रतिपक्ष पिंटिश नागले को धरना स्थल से गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। इसके बाद पुलिस ने विजय उपराले, बटेश्वर भारती, मोहम्मद इलियास और वसीम खान को क्रमशः आमला और पाथाखेड़ा से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। शुक्रवार को सुनवाई के दौरान अदालत ने पांचों कांग्रेस नेताओं को 20-20 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत दे दी। उन्हें आगे की तारीखों पर न्यायालय में नियमित रूप से पेश होने की हिदायत भी दी गई है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह गिरफ्तारी भाजपा सरकार के दबाव में की गई थी, जिसका उद्देश्य जल आवर्धन योजना में भ्रष्टाचार को लेकर चल रहे उनके धरना-प्रदर्शन को कमजोर करना था। इन 12 लोगों के खिलाफ दर्ज किया था केस इस मामले में बटेश्वर भारती, पिंटिश नागले, मोहम्मद इलियास, विजय उपराले, वसीम खान, किशोर चौहान, भूषण कांति, भोला कांति, राफे बक्स, नरेंद्र वाडिवा, भगवान जावरे, सीएम बेले के खिलाफ पुलिस ने आगजनी, बलवा, रास्ता रोकने की धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। कांग्रेसी सारणी में बेरोजगारी के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे थे।
झाबुआ जिले ने विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों 193 झाबुआ, 194 थांदला और 195 पेटलावद में 100 प्रतिशत ई-एफ डिजिटाइजेशन का कार्य पूरा कर लिया है। यह उपलब्धि जिले में निर्वाचन कार्य की पारदर्शिता और दक्षता को दर्शाती है। कलेक्टर नेहा मीना ने टीम को दी बधाई इस सफलता पर जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर नेहा मीना ने सभी संबंधित दलों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह परिणाम पूरे जिले की सामूहिक प्रतिबद्धता और मजबूत कार्यप्रणाली का प्रमाण है। कलेक्टर मीना ने कहा, “यह उपलब्धि बताती है कि झाबुआ जिले में विशेष गहन पुनरीक्षण पूरी पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ पूरा किया गया है। टीम के समन्वय और अनुशासन ने इसे संभव बनाया।” सभी विभागों का रहा सराहनीय सहयोग इस उपलब्धि में तीनों विधानसभाओं के ईआरओ, एईआरओ, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सीईओ, सीएमओ, मास्टर ट्रेनर, बीएलओ सुपरवाइजर, बीएलओ सहित पूरी निर्वाचन टीम का विशेष योगदान रहा। साथ ही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, पटवारी, कोटवारों और अन्य सहयोगी कर्मचारियों ने घर-घर सर्वेक्षण, जानकारी संग्रह और सत्यापन कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बुरहानपुर के लालबाग रोड स्थित हकीमी अस्पताल का नर्सिंग होम पंजीयन और लाइसेंस सीएमएचओ डॉ. आरके वर्मा ने निरस्त कर दिया है। यह आदेश शुक्रवार देर शाम जारी किए गए। अस्पताल में 11 नवंबर को जैनाबाद निवासी वैष्णवी नागेश चौहान की गर्भाशय ऑपरेशन के दौरान मौत हो गई थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। मृतका के परिजन सोमवार से शनवारा चौराहा पर क्रमिक भूख हड़ताल कर रहे थे। शुक्रवार दोपहर सांसद ज्ञानेश्वर पाटील ने आंदोलन स्थल पर पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की और जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इसके कुछ घंटों बाद ही सीएमएचओ ने लाइसेंस निरस्त करने का पत्र जारी कर दिया। सीएमएचओ द्वारा जारी पत्र में बताया गया है कि अपर कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति ने हकीमी अस्पताल का निरीक्षण और जांच की थी। जांच में पाया गया कि अस्पताल में मध्य प्रदेश उपचर्यागृह और रूजोपचार नियमों के अनुरूप आवश्यक संसाधन और सुविधाओं का अभाव था। इसके अतिरिक्त, डॉ. रेहाना बोहरा, जो एक शासकीय स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं, निजी हकीमी अस्पताल का संचालन कर रही थीं और वहां ऑपरेशन भी करती थीं। यह कृत्य मध्य प्रदेश उपचर्यागृह और रूजोपचार नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। साथ ही, डॉ. रेहाना बोहरा ने मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियमों का भी उल्लंघन किया है। इन उल्लंघनों के मद्देनजर, मध्य प्रदेश उपचर्यागृह, रूजोपचार संबंधी स्थापनाएं, पंजीयन व लाइसेंस अधिनियम 1973 के तहत प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए हकीमी अस्पताल, लालबाग रोड, बुरहानपुर का नर्सिंग होम पंजीयन और लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया गया है।
प्रयागराज में सपा नेता अकमल इमाम गिरफ्तार:भाजपा नेता निर्मला पासवान पर की थी अपमानजनक टिप्पणी
प्रयागराज की हंडिया पुलिस ने समाजवादी पार्टी के नेता अकमल इमाम को गिरफ्तार कर लिया है। अकमल इमाम पर भाजपा की गंगानगर जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान के खिलाफ फेसबुक पर अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप है। जिसके चलते गंगानगर इलाके के तीन अलग-अलग थानों में उनके खिलाफ केस दर्ज किए गए थे। यह मुकदमा भाजपा कार्यकर्ताओं की लिखित तहरीर पर हंडिया थाने में दर्ज किया गया था। अकमल इमाम पर एससी/एसटी एक्ट सहित गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप थ कि अकमल इमाम ने भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान के एक वीडियो को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। कार्यकर्ताओं के अनुसार, इस पोस्ट के जरिए यह भ्रामक खबर फैलाई गई कि मुसलमानों के खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है, जबकि जिला अध्यक्ष ने कुछ और बातें कही थीं। भाजपा नेताओं ने कहा कि सपा जिला उपाध्यक्ष ने वीडियो को काटकर कई एंगल से जोड़ा, जिससे प्रदेश में नफरत की भावना फैल सके। इन आरोपों के बाद जिला अध्यक्ष निर्मला पासवान के समर्थकों ने अकमल इमाम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। अकमल इमाम नगर पंचायत हंडिया के निवासी हैं। वह सोशल मीडिया पर किसानों, नौजवानों और अधिवक्ताओं से जुड़े मुद्दों पर सक्रिय रहते हैं। पुलिस ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद से अकमल इमाम की तलाश जारी थी, जो शुक्रवार को पकड़ा गया। उससे पूछताछ कर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बिलासपुर जिले में उचित मूल्य दुकान संचालकों की मनमानी के चलते एसडीएम ने तीन राशन दुकानों को सस्पेंड कर दिया है। जिन दुकानों को निलंबित किया गया है, वहां न तो समय पर राशन का वितरण किया गया और न ही उपभोक्ताओं का ई-केवाईसी किया गया। दुकानों ने मार्कफेड को पीडीएस बारदाना नहीं दिया और डीडी भी जमा नहीं कराई। यह मामला तखतपुर और कोटा तहसील क्षेत्र का है। दरअसल, तखतपुर एसडीएम को लगातार शिकायत मिल रही थी कि उचित मूल्य दुकान संचालक मनमानी कर रहे हैं। उपभोक्ताओं का ई-केवाईसी नहीं किया जा रहा, जिसकी वजह से उन्हें राशन नहीं मिल पा रहा है। इस पर एसडीएम ने इन राशन दुकानों की जांच के निर्देश दिए। कोटा क्षेत्र की दो राशन दुकान सस्पेंड जांच में पता चला कि कोटा क्षेत्र के पुडू गांव की उचित मूल्य दुकान में राशन कार्डधारियों का ई-केवाईसी नहीं किया गया था। इसके अलावा, अक्टूबर महीने की डीडी जमा नहीं की गई और न ही बारदाना दिया गया। वहीं मिट्ठू नवागांव की दुकान में 15 नवंबर तक राशन वितरण नहीं किया गया। साथ ही, कार्डधारकों का केवाईसी भी नहीं किया गया था। इसी वजह से इन दुकानों को निलंबित किया गया। तखतपुर के जरौंधा में कार्रवाई इसी तरह तखतपुर एसडीएम ने जरौंधा में संचालित राशन दुकान को सस्पेंड किया। जांच में पता चला कि यहां 15 नवंबर तक खाद्यान्न वितरण शुरू नहीं हुआ था और ई-केवाईसी नहीं की गई। न दुकानों ने मार्कफेड को पीडीएस बारदाना नहीं दिया और डीडी भी जमा नहीं कराई। अनियमितता पाए जाने पर एसडीएम ने यह कार्रवाई की है।
रीवा में शुक्रवार शाम शहर के व्यस्त बाजार क्षेत्र में उस समय हलचल मच गई, जब जीएसटी विभाग की टीम ने रतन किराना स्टोर पर अचानक छापा मारा। लंबे समय से दुकान पर जीएसटी चोरी की शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद विभाग ने बिना पूर्व जानकारी के कार्रवाई करने का निर्णय लिया। टीम के पहुंचते ही पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और कुछ ही मिनटों में दुकान के बाहर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। विभाग के अधिकारियों ने दुकान के अंदर जाकर दस्तावेजों की जांच शुरू की। सूत्रों के अनुसार, टीम को कई ऐसे बिल और कागजात मिले हैं जिनमें बिलिंग से जुड़ी अनियमितताओं के संकेत मिलते हैं। बताया जा रहा है कि कुछ बिल रिकॉर्ड में दर्ज नहीं थे, जबकि कुछ में जीएसटी की गणना संदिग्ध पाई गई है। अधिकारियों ने इन सभी दस्तावेजों को जब्त कर लिया है और दुकान के कंप्यूटर सिस्टम का बैकअप भी लिया गया है, ताकि डिजिटल रिकॉर्ड की भी जांच की जा सके। कार्रवाई के दौरान दुकान मालिक से भी पूछताछ की गई और विभाग ने लेखा-जोखा से जुड़े कई प्रश्नों के उत्तर मांगे। हालांकि, दुकान संचालक ने अपना पक्ष स्पष्ट करते हुए कहा कि वह सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए तैयार है और किसी प्रकार की जानबूझकर की गई गलती नहीं हुई है। वहीं, जीएसटी विभाग का कहना है कि यह कार्रवाई शिकायतों और प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर की गई है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अभी जांच प्रारंभिक चरण में है और दस्तावेजों की विस्तृत जांच के बाद ही यह तय होगा कि दुकान के खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाए जाएंगे। स्थानीय लोगों के लिए शुक्रवार की शाम बनी इस कार्रवाई ने पूरे बाजार को चर्चा में ला दिया है। अब सभी की निगाहें विभाग की अगली रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो आने वाले दिनों में कई खुलासे कर सकती है।
देशभर में आज इंडिगो की कई फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं। इसका असर देहरादून के जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर भी देखने को मिला, जहां दिल्ली और हैदराबाद समेत 10 शहरों को जाने वाली 13 फ्लाइट्स रद्द कर दी गईं। इससे एयरपोर्ट पर सुबह से यात्रियों की भीड़ और गुस्सा बढ़ता रहा। दैनिक भास्कर एप की टीम जब एयरपोर्ट पहुंची तो कई यात्री परेशान बैठे नजर आए। सभी के फोन पर सुबह से ही इंडिगो की तरफ से “समय पर एयरपोर्ट पहुंचें” वाले मैसेज आ रहे थे, लेकिन जैसे ही यात्री एयरपोर्ट पहुंचे, पहले फ्लाइट डिले और फिर एक के बाद एक कैंसिल बताई गईं। कई लोग परिवार के साथ उत्तराखंड घूमने आए थे और वापस लौट रहे थे। कुछ को दूसरे शहर में ऑफिस ज्वाइन करना था। कई ऐसे थे जो कल भी एयरपोर्ट पर 8 घंटे इंतजार के बाद लौटे थे और आज फिर 8 घंटे से इंतजार कर रहे थे। लोगों की थकान और बेबसी साफ नजर आ रही थी। देहरादून एयरपोर्ट पर मायूस यात्रियों की PHOTOS... महिला का दावा- मेरे साथ बदतमीजी हुई सहारनपुर से आई महिला यात्री कहती हैं मैं हैदराबाद जाना चाहती थी, मैंने कल ही 12 हजार की टिकट ली है ट्रैवल एजेंट से, मैं सहारनपुर से देहरादून आई फ्लाइट पकड़ने के लिए, क्योंकि मेरा वहां जाना बहुत जरूरी था। जब मैंने इंडिगो के अधिकारियों को कहा कि मेरा जाना जरूरी है तो मेरे साथ बदतमीजी की गई। मैंने पूछा की अब मैं क्या करूं तो बोले की- जाओ यहां से हमारे पास टाइम नहीं है। बाद में वो रिफंड की बात करने लगे लेकिन मैंने रिफंड के लिए टिकट नहीं लिया था। मैंने तो जाने के लिए टिकट लिया था। मुझे 12 बजे ही बोल देते की फ्लाइट कैंसिल हो रही है तो मैं नहीं आती। 2200 रुपए की कैब करके आई हूं, अब 2200 रुपए दोबारा देने होंगे। ये नुकसान कौन भरेगा? टेंशन में सुगर तक बढ़ गया है। 'शादी में उत्तराखंड आए थे, अब कुछ समझ नहीं आ रहा'एयरपोर्ट पर बैठे श्याम वर्मा बताते हैं कि वो, अपने दोस्त की शादी में उत्तराखंड आए थे, शाम को पांच बजे की फ्लाइट से उन्हें हैदराबाद जाना था और फिर वहां से चेन्नई के लिए निकलना था। दिन भर से उन्हें मैसेज भी आया था कि 4:20 तक बोर्डिंग का टाइम है, इससे पहले एयरपोर्ट पहुंच जाइए लेकिन जब एयरपोर्ट पहुंचे तो अंदर भी नहीं जाने दिया। वह आगे कहते हैं, तीन घंटे से हम यहीं इंतजार कर रहे हैं। पता नहीं कैसे घर पहुंचेंगे। 'सुना कैंसिल हो गई है तो मजाक सा लगा'मुंबई की पूजा कहती हैं हमारी आज 6:55 की फ्लाइट मुंबई के लिए थी, यहां पर आकर पता चला की कैंसिल हो गई है तो हमें ये एक मजाक जैसा लगा, क्योंकि हमें फ्लाइट कैंसिल होने के बारे में कुछ भी पता नहीं था। अधिकारियों से बात की तो उन्होंने एरोगेंट तरीके से हमसे बात की। एक आंटी के साथ तो इंडिगो के अधिकारी ने बदतमीजी से बात की, उसने कहा कि जो करना है कर लो, किसी को भी शिकायत कर लो, रिफंड लेना है तो लो नहीं तो जाओ। टिकट के रेट भी हाई हो गए हैं तो हमें अब कुछ समझ नहीं आ रहा है, हम यहां घूमने आए थे। ये लोग हमारे लिए कुछ नहीं कर रहे हैं पौड़ी के आशीष बहुगुणा बताते हैं कि वो हैदराबाद में जॉब करते हैं, वो कल भी एयरपोर्ट आए थे और उनकी फ्लाइट दोपहर 3:40 की थी जो की डिले हो गई, जिसके बाद वो आठ घंटे तक एयरपोर्ट पर ही थे। फिर फ्लाइट कैंसिल हुई घर वापस गए, आज दोबारा आए लेकिन आज भी 8 घंटे इंतजार के बाद फ्लाइट कैंसिल हो गई। ट्रेनिंग करने आए, अब देहरादून में फंसेट्रेनिंग करने उत्तराखंड पहुंचे रविंद्र कुमार कहते हैं, मैं नागुपर से हूं, 6:30 की फ्लाइट थी, इंडिगो की फ्लाइट से दिल्ली जाना था और फिर वहां से नागपुर के लिए निकलना था। यहां पहुंचा करीब 5 बजे तो, ना ही कोई मिला। एक कर्मचारी मिला तो बोला कि अगले दो दिन तक कोई फ्लाइट नहीं है। ना ही हमें कोई होटल मुहैया कराया जा रहा है, और ना ही हमें कोई पॉजिटिव रिप्लाई मिल रहा है। हम सोच रहे हैं कि हम रुके कहां। -------------ये खबर भी पढ़ें... उत्तराखंड में इंडिगो की 15 फ्लाइट्स कैंसिल, अधिकारी पर भड़के यात्री, बोले-क्या हमारे टाइम की कोई वैल्यू नहीं उत्तराखंड में आज इंडिगो की 15 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है। इनमें से 13 फ्लाइटें जौलीग्रांट एयरपोर्ट से शेड्यूल थीं, जबकि 2 फ्लाइट्स ऊधम सिंह नगर के पंतनगर एयरपोर्ट से उड़ान भरनी वाली थीं। जौलीग्रांट एयरपोर्ट अथॉरिटी के अनुसार सुबह ही सभी इंडिगो की फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया था, हालांकि करीब 100 यात्री एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे, जो फ्लाइट्स कैंसिल होने से नाराज दिखे। (पढ़ें पूरी खबर)

