बैतूल जिला अस्पताल की भोजनशाला के पास स्थित स्टोर रूम में रविवार सुबह शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने के कुछ ही मिनटों में स्टोर रूम से घना धुआं फैलने लगा, जिससे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। स्थिति को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन ने तत्काल कार्रवाई की। वार्ड नंबर 1 और 4 के मरीजों को ट्रामा सेंटर में स्थानांतरित किया गया, जबकि ऊपरी मंजिल के वार्डों को भी एहतियातन खाली कराया गया। कमरे में फैला धुआंबताया गया कि जिस कमरे में आग लगी थी, वहां केमिकल और अन्य ज्वलनशील सामग्री रखी हुई थी। इसी कारण धुआं तेजी से पूरे अस्पताल के एक बड़े हिस्से में फैल गया। मरीजों ने बताया कि वे आराम कर रहे थे, तभी अचानक धुआं फैलने लगा। कुछ मरीजों को एहतियातन अस्पताल के बाहर बेंचों पर लिटाया गया ताकि उन्हें ताजी हवा मिल सके। आरएमओ रानू वर्मा ने पुष्टि की कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी थी। फायर ब्रिगेड को तुरंत सूचित किया गया, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर आग पर सफलतापूर्वक काबू पा लिया। इस घटना में किसी प्रकार का जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। घटना की सूचना मिलते ही अपर कलेक्टर सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और अस्पताल प्रबंधन को सुरक्षा उपकरणों तथा विद्युत वायरिंग की तत्काल जांच के निर्देश दिए। फायर अलार्म सिस्टम की भी होगी जांचप्रभारी कलेक्टर अक्षत जैन ने कहा कि घटना की जांच करवा रहे। स्टोर में रखे सामान को जब्त करवाया गया है।इसकी जांच करवाई जाएगी। जिससे हानिकारक केमिकल की मौजूदगी का पता चल सके। उन्होंने कहा कि अस्पताल।लगे फायर अलार्म सिस्टम की भी जांच करवाई जा रही है। स्थानीय लोगों और मरीजों ने अस्पताल में आग लगने के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना था कि शुरुआती क्षणों में भ्रम की स्थिति थी। फिलहाल, आग पूरी तरह बुझा दी गई है और स्थिति नियंत्रण में है। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि सभी मरीजों को सुरक्षित स्थानों पर रखा गया है और जल्द ही सभी वार्ड सामान्य रूप से कार्य करने लगेंगे।
जयपुर में सिक्योरिटी गार्ड की हत्या!:गले पर मिले चोट के निशान, कारखाने के पास पड़ी थी लाश
जयपुर में एक सिक्योरिटी गार्ड की हत्या का मामला सामने आया है। उसकी लाश कारखाने के पास पड़ी हुई मिली। युवक के गले पर चोट के निशान मिले है। नारायण विहार थाना पुलिस ने FSL टीम की मदद से सबूत जुटाए। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव को SMS हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। पुलिस ने बताया- मृतक भूप सिंह जाटव (37) भरतपुर का रहने वाला है। वह नारायण विहार में वेस्टन हाइट्स बिल्डिंग के पास किराए से रहता है। घर के पास ही स्थित गाड़ियों के एक कारखाने पर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है। घटनाक्रम के मुताबिक, देर शाम करीब 7 बजे उसकी लाश कारखाने के पास पड़ी मिली। युवक का शव पड़े होने का पता चलने पर स्थानीय लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। लाश मिलने की सूचना पर नारायण विहार थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने FSL टीम की मदद से सबूत जुटाए। पुलिस को उसके गले पर चोट के निशान मिले है। पुलिस ने उसकी हत्या की बात से इनकार नहीं किया है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव को SMS हॉस्पिटल में मॉर्च्युरी में रखवाया है। पुलिस उसके साथियों से पूछताछ कर रही है।
सवाई माधोपुर जिला अध्यक्ष की घोषणा शनिवार देर शाम को कर दी गई। सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष के पद पर बामनवास विधायक इंदिरा मीणा को नियुक्ति दी गई है। यहां इंदिरा मीणा के नाम की घोषणा के साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। सवाई माधोपुर नगर परिषद क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की ओर से एक दूसरे को मिठाई खिलाकर व आतिशबाजी कर जश्न मनाया गया। देर रात तक मनाया जश्न, जमकर की आतिशबाजीइंदिरा मीणा के नाम की घोषणा के बाद रणथंभौर सर्किल पर पूर्व NSUI जिला अध्यक्ष पवन मीणा के नेतृत्व में युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। इस दौरान उन्होंने यहां पर खूब आतिशबाजी की गई। इसी के साथ ही लोगों का मुंह मीठा कराकर अपनी खुशी को जाहिर किया गया। इस दौरान बामनवास विधायक और जिला अध्यक्ष इंदिरा मीणा ने वीडियो कॉल के माध्यम से कार्यकर्ताओं की बधाइयां स्वीकार की।आपको बता दें बामनवास विधायक इंदिरा मीणा सवाई माधोपुर जिले की पहली महिला जिलाध्यक्ष है और वह बामनवास से दूसरी बार विधायक हैं। राजस्थान विधानसभा विधायक मीणा अपनी आक्रामक और तेज तर्रार छवि के कारण भाजपा को घेरती रही है। अब इंदिरा मीणा के जिलाध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस संगठन मजबूती के विपक्ष भूमिका में नजर आने की संभावना है।
देवरिया जिले के लार थाने में जब्त एक वाहन से सामान चोरी होने का आरोप लगा है। वाहन मालिक मोहम्मद सुहैल ने आरोप लगाया है कि कोर्ट के आदेश पर वाहन छोड़े जाने के बाद उसकी बैटरी सहित कई महत्वपूर्ण सामान गायब मिले। उन्होंने इस संबंध में देवरिया एसपी से शिकायत की है। मोहम्मद सुहैल, जो सिवान (बिहार) के तियाय गांव के निवासी हैं, ने बताया कि उनका पिकअप वाहन (BR 29 GB 4832) 12 अक्टूबर 2025 से लार थाने में एक दुर्घटना के आरोप में जब्त था। इस संबंध में थाना लार में एफआईआर संख्या 360/2025, धारा 281, 100(1) बीएनएस के तहत राजेश के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सुहैल ने वाहन को मुक्त कराने के लिए माननीय न्यायालय में प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर 19 नवंबर 2025 को न्यायालय ने लार थाने को आदेश दिया कि यदि वाहन किसी अन्य मामले में वांछित न हो तो उसे छोड़ दिया जाए। सुहैल जब अपने वाहन के कागजात लेकर लार थाने पहुंचे, तो उनसे वाहन रिलीज करने के लिए हस्ताक्षर करा लिए गए। उन्होंने आरोप लगाया कि चाबी मांगने पर पुलिसकर्मियों ने आनाकानी की और उन्हें घर से दूसरी चाबी मंगवाने को कहा। दूसरी चाबी लाने के बाद जब उन्होंने वाहन स्टार्ट करने का प्रयास किया, तो वह चालू नहीं हुआ। तब उन्होंने देखा कि वाहन की बैटरी गायब थी। सुहैल ने जब वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से इस बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि जो मिला है, उसे लेकर जाओ, बाकी बाद में मिल जाएगा। इसके बाद सुहैल और उनके साथ आए लोगों ने वाहन को टोचन करके पास के गैराज पहुंचाया। गैराज में जांच करने पर पता चला कि वाहन से एसएम बॉक्स, इम्प्रेटियर चाबी स्विच, दो जैक और बैटरी गायब थे, सुहैल ने दोबारा थाने पहुंचकर पुलिसकर्मियों से अपना सामान वापस करने को कहा, लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें गाली देकर भगा दिया।
गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR) में लापरवाही बरतने पर बड़ी कार्रवाई की है। जिले में कुल 60 बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) और 7 सुपरवाइजरों के खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 32 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के तहत, जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी मेधा रूपम के नेतृत्व में जनपद में 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक विधानसभा क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों का विशेष सघन पुनरीक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्य में लापरवाही बरतने पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इसी कड़ी में उप जिलाधिकारी सदर/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने विधानसभा क्षेत्र 62-दादरी में पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही, उदासीनता और उच्च अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करने वाले 32 बीएलओ और 1 सुपरवाइजर के खिलाफ ईकोटेक वन, ग्रेटर नोएडा थाने में एफआईआर दर्ज कराई। उप जिलाधिकारी दादरी/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने विधानसभा क्षेत्र 61-नोएडा में विशेष पुनरीक्षण कार्य में लापरवाही और उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना करने वाले 11 बीएलओ और 6 सुपरवाइजर के खिलाफ दादरी थाने में एफआईआर दर्ज कराई। वहीं, उप जिलाधिकारी जेवर/निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी ने विधानसभा क्षेत्र 63 के अंतर्गत पुनरीक्षण कार्य न करने, लापरवाही बरतने और उच्च अधिकारियों के निर्देशों की अवहेलना करने वाले कुल 17 बीएलओ के खिलाफ जेवर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
महोबा में युवक ने की आत्महत्या:पहरा गांव में शराब के नशे में फांसी लगाकर दी जान
महोबा जिले के पहरा गांव में 50 वर्षीय संजीवन अहिरवार ने कथित तौर पर शराब के नशे में आत्महत्या कर ली। यह घटना शनिवार रात को हुई। जानकारी के अनुसार, संजीवन अहिरवार दिल्ली में मजदूरी का काम करता था और बीते कुछ दिनों से अपने गांव पहरा में ही रह रहा था। शनिवार रात वह शराब के नशे में धुत होकर घर लौटा। उसने अपने कमरे का दरवाजा बंद कर फांसी लगा ली। जब तक परिजनों को इस घटना का पता चला, तब तक संजीवन की मृत्यु हो चुकी थी। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को रात में ही जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। मृतक का पोस्टमार्टम आज किया जाएगा। संजीवन अपने दो भाइयों में सबसे बड़ा था। उसके दो बेटे भी हैं, जिनमें से एक की शादी हो चुकी है। इस घटना के बाद से परिवार में मातम पसरा हुआ है।
रायबरेली गौशाला में मृत गाय को नोचते दिखे कुत्ते:दयनीय स्थिति का VIDEO, प्रशासन ने जांच के आदेश दिए
उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले की गौशालाओं की दयनीय स्थिति सामने आई है। सदर तहसील के टिकरा गांव स्थित एक गोशाला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें गोशाला के अंदर मृत गोवंश के शव को कुत्ते नोचते हुए दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो में यह भी दिख रहा है कि गोशाला में उचित व्यवस्था के अभाव में कई गायें बीमार और कमजोर हालत में हैं। यह घटना सरकारी दावों और गौ-संरक्षण के लिए खर्च किए जा रहे करोड़ों रुपए के बजट पर सवाल खड़े करती है। गौशालाओं की इस दुर्दशा का मुख्य कारण जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही बताई जा रही है। गौशालाओं में गोवंश के लिए पर्याप्त चारा, पानी और चिकित्सा सुविधाओं का अभाव है। अधिकारियों पर गौ-संरक्षण के नाम पर आवंटित बजट का सही उपयोग न करने का आरोप है। वीडियो वायरल होने के बाद मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अंजुलता ने मामले का संज्ञान लिया है। सीडीओ ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जिले की सभी गौशालाओं का जल्द ही निरीक्षण करने और उनके संचालन के लिए जिम्मेदार अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है। यह घटना रायबरेली में गोशाला प्रबंधन की खामियों को उजागर करती है, जिस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।
कानपुर में तापमान 1ं5 नवंबर 7.6 डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम स्तर पर जाने के बाद एक बार फिर लगातार बढ़ रहा है। रविवार को न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य तापमान से महज एक डिग्री कम है। वहीं, अधिकतम तापमान की बात करें तो वह 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 0.5 डिग्री कम है। दिन में निकल रही चटक धूप शहर में मौसम की बात करें तो बीते करीब सात दिनों से दिन में निकलने वाली धूप आमजन को गर्मी का एहसास करा रही है। दिन के समय की बात करें तो फिलहाल घरों व कार्यालयों में पंखों को चलाना पड़ रहा है। हालांकि शाम होते होते मौसम में बदलाव दर्ज किया जा रहा है। शाम पांच बजे के बाद ठंडा हो रहा मौसम शाम को पांच बजे के बाद होने वाला मौसम करा बदलाव धीरे धीरे ठंड का एहसास करा रहा है। रात होते होते लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। सीएसए के मौसम विशेषज्ञ डॉ. नौशाद खान ने बताया कि फिलहाल उत्तर पूर्व की हवाएं चल रही हैं। आने वाले पांच दिनों में मौसम का इसी तरह रहने का अनुमान है। हिमालय की हवाएं गिराएंगी तापमान मौसम विशेषज्ञ डॉ. खान का कहना है कि आने वाले दिनों में हिमालय की ओर से आने वाली बर्फीली हवाएं मौसम को सर्द करने का काम कर सकती है। हालांकि 15 नवंबर को शहर को यूपी के सबसे ठंडे शहर के रुप में दर्ज किया गया था तब कयास लगाए जा रहे थे कि न्यूनतम तापमान करीब 50 साल के रिकार्ड को तोड़ेगा लेकिन एक बार फिर लगातार बढ़ रहे तापमान ने सभी कयासों पर विराम लगा दिया है।
संभल में तालाब की भूमि पर बने 80 मकानों को तोड़ने की प्रशासन की कार्रवाई पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। प्रशासन ने इन मकानों पर लाल निशान लगाकर उन्हें खाली करने के नोटिस जारी किए थे। हाईकोर्ट ने यह रोक इस आधार पर लगाई कि मकानों के नक्शे तहसीलदार से ऊपर के अधिकारी, यानी एसडीएम, द्वारा स्वीकृत किए गए थे। कोर्ट ने सवाल उठाया कि जब नक्शा उच्च अधिकारी ने स्वीकृत किया है, तो तहसीलदार ने किस आधार पर कार्रवाई की। यह पूरा मामला संभल जनपद के थाना रायसत्ती क्षेत्र के मोहल्ला हातिम सराय से जुड़ा है। अथर, आरिफ और रेशमा परवीन ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। उन्होंने बताया कि भूमि खरीदने के बाद मकान का नक्शा स्वीकृत कराकर ही निर्माण किया गया था। हाईकोर्ट ने तहसीलदार को एक महीने के भीतर नक्शा स्वीकृत करने वाले लोगों के जवाब का निशान करने का आदेश दिया है। कोर्ट ने किसी भी तरह की आगे की कार्रवाई पर रोक लगा दी। समाजवादी पार्टी के विधायक इकबाल महमूद ने भी इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया से मुलाकात कर सभी संबंधित कागजात सौंपे थे। हातिमसराय निवासी राम सुनीति देवी से वर्ष 2005 के बाद लोगों ने जमीन खरीदनी शुरू की थी। इस जमीन को लेकर वर्ष 2009 में तत्कालीन एडीएम हरज्ञान सिंह पुंडीर की कोर्ट में सुनवाई हुई थी। 14 सितंबर 2009 को कोर्ट ने इसे राम सुनीति देवी की निजी संपत्ति घोषित करने का आदेश जारी किया था। उस समय भी जारी किए गए 25 नोटिसों को पीपी एक्ट के तहत वापस लेने का निर्देश दिया गया था। याचिकाकर्ता अथर ने बताया कि तहसील प्रशासन द्वारा नोटिस जारी करने और लाल निशान लगाने के बाद उन्होंने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट से उन्हें राहत मिली है और मकान तोड़ने की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है।
अक्षरा सिंह के लाइव शो में हंगामा:बाराबंकी महोत्सव में बेकाबू भीड़, सैकड़ों कुर्सियां टूटीं
बाराबंकी के रामनगर तहसील क्षेत्र स्थित पौराणिक महादेवा धाम में चल रहे महोत्सव में शनिवार रात भोजपुरी सुपरस्टार अक्षरा सिंह की प्रस्तुति के दौरान भारी अव्यवस्था फैल गई। रात करीब 10 बजे अक्षरा सिंह के मंच पर आते ही पंडाल में मौजूद लोगों का उत्साह बेकाबू हो गया और स्थिति नियंत्रण से बाहर होने लगी। महोत्सव समिति ने दर्शकों के लिए सैकड़ों कुर्सियां और अलग-अलग ब्लॉक बनाकर व्यवस्था की थी, लेकिन भीड़ अनुमान से कहीं अधिक थी। लोग मंच के नजदीक जाने के लिए लगातार दबाव बना रहे थे। कई युवा पंडाल के खंभों, रेलिंग और ऊपरी हिस्सों पर चढ़कर मोबाइल से वीडियो बनाने लगे, जिससे सुरक्षाकर्मियों की चिंता बढ़ गई। इसी दौरान अक्षरा सिंह अचानक मंच से नीचे उतरकर बैरिकेडिंग के पास पहुंचीं और वहीं से प्रस्तुति देने लगीं। उनके इस कदम से भीड़ पूरी तरह बेकाबू हो गई। आगे बढ़ती भीड़ के दबाव में सैकड़ों कुर्सियां एक के बाद एक टूटती चली गईं और देखते ही देखते पंडाल में चारों ओर चकनाचूर कुर्सियां बिखर गईं। मौके पर तैनात पुलिस और सुरक्षाकर्मियों ने कई बार भीड़ को पीछे हटाने की कोशिश की, लेकिन उत्साहित लोग लगातार आगे की ओर धक्का देते रहे। कुछ समय के लिए स्थिति इतनी बिगड़ गई कि पंडाल में आवाजाही भी मुश्किल हो गई थी। स्थानीय लोगों के अनुसार, इससे पहले समर सिंह के कार्यक्रम के दौरान भी कुर्सियां टूटने की घटना हुई थी। हालांकि, अक्षरा सिंह के शो में भीड़ कहीं अधिक उमड़ी, जिसके कारण नुकसान पहले से दोगुना रहा। महोत्सव समिति ने बताया कि भीड़ की तीव्रता को देखते हुए आयोजन स्थल की व्यवस्था में बदलाव करने की आवश्यकता है। इसका उद्देश्य आने वाले कार्यक्रमों में ऐसी स्थिति को रोकना और दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
छत्तीसगढ़ के कुख्यात नक्सली हिडमा के एनकाउंटर मामले पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के बयान पर सीएम डॉ मोहन यादव ने पलटवार किया है। सीएम ने वीडियो जारी कर कहा- बड़ा दुर्भाग्य का विषय है जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह नक्सलवादी मूवमेंट के खिलाफ चलने वाले आंदोलन में नक्सलवादियों का साथ देते दिखाई देते हैं। उस एनकाउंटर को सस्पेक्टेड और फर्जी बताते हैं। कितना दुर्भाग्य है यद्यपि उनके ही कांग्रेस के कई नेताओं को नक्सलवादियों ने पहले मारा भी है। दिग्विजय जनता से माफी मांगेंसीएम ने कहा- लाल सलाम को आखिरी सलाम के इस अभियान में, मैं यह मानता हूं कि वो वरिष्ठ नेता हैं, उनको जनता से माफी मांगनी चाहिए। उनको ये बात स्मरण होना चाहिए कि ये किसी के नहीं हैं। आशीष शर्मा के लिए दो शब्द नहीं सीएम ने कहा- दिग्विजय सिंह को चाहिए था कि वो हमारे नरसिंहपुर के सपूत आशीष शर्मा की शहादत पर उनके परिवार वालों के लिए दो शब्द संवेदना के बोलते। उनकी बहादुरी से हुई मुठभेड़ में उन्होंने अपने प्राणों की बाजी लगा दी। उनको राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत करने की बात करते। छोटे भाई को सब इंस्पेक्टर बनाया जाएगा सीएम ने कहा- राज्य सरकार ने उनके लिए जितना जो बन सके हमने केन्द्रीय गृह मंत्री और प्रधानमंत्री जी की भावना के अनुसार परिवार को सांत्वना दी। उनके छोटे भाई को आउट ऑफ टर्म सब इंस्पेक्टर बनाने की बात कही। उनको हर प्रकार से इस अप्रतिम योगदान के लिए उस गांव में आशीष शर्मा के नाम पर पार्क और स्टेडियम बनाने की घोषणा की। लेकिन, कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दो शब्द संवेदना के भी नहीं बोलते इससे ज्यादा दुर्भाग्य की क्या बात होगी। अब जानिए दिग्विजय के किस बयान पर हुआ बवाल...दो दिन पहले दिग्विजय सिंह ने आदिवासी एक्टिविस्ट सोनी सोढ़ी का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें सोनी एनकाउंटर को फर्जी बता रही हैं। इसमें कहा है कि ‘यह एनकाउंटर नहीं, हत्या थी।’ हिड़मा का एनकाउंटर नहीं… हत्या’, दिग्विजय के वीडियो पर बवाल छत्तीसगढ़ के इनामी नक्सली माड़वी हिड़मा के एनकाउंटर के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने इस एनकाउंटर पर सवाल उठाए हैं। इससे वे विवाद के केंद्र में आ गए। दिग्विजय ने आदिवासी एक्टिविस्ट सोनी सोढ़ी का एक वीडियो शेयर किया, जिसमें सोनी एनकाउंटर को फर्जी बता रही हैं। इसमें कहा है कि ‘यह एनकाउंटर नहीं, हत्या थी।’ पूरी खबर पढ़ें...
वाराणसी में अज्ञात वाहन ने बाइक को मारी टक्कर:हादसे में दो युवक की मौत, जौनपुर के रहने वाले हैं मृतक
वाराणसी के फूलपुर थाना क्षेत्र में रघुनाथपुर टेढ़वा पुल के पास एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गई। ये युवक अपाचे बाइक से वाराणसी से जौनपुर अपने घर जा रहे थे, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। मृतकों की पहचान जौनपुर जिले के सराय ख्वाजा थाना क्षेत्र के बैजापुर गांव निवासी अमन सिंह (27 वर्ष) पुत्र मुरारी सिंह और प्रीतम सिंह (20 वर्ष) पुत्र शीतल सिंह के रूप में हुई है। वे वाराणसी में एक शादी समारोह में शामिल होकर लौट रहे थे। यह घटना बीती रात लगभग 12:40 बजे हुई। अज्ञात वाहन की टक्कर से दोनों युवक गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सूचना मिलने पर बाबतपुर चौकी इंचार्ज सत्यजीत सिंह और इंस्पेक्टर फूलपुर प्रवीण कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस दोनों घायलों को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिंडरा ले गई, जहां डॉक्टरों ने रात 1:05 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों को सूचना देने के बाद, पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए शिवपुर स्थित मर्चरी हाउस भेज दिया। जानकारी के अनुसार, अमन सिंह अपने तीन भाइयों में तीसरे नंबर पर थे, जबकि प्रीतम सिंह दो भाइयों में दूसरे नंबर पर थे। दोनों युवक अपनी पढ़ाई की तैयारी कर रहे थे। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बाइक सवार अपनी लेन में चल रहे थे, तभी सामने से गलत दिशा से आ रहे किसी बड़े वाहन (जैसे ट्रेलर या हाईवे) ने उन्हें टक्कर मारकर फरार हो गया। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से टक्कर मारने वाले अज्ञात वाहन की तलाश कर रही है।
दमोह-जबलपुर स्टेट हाईवे पर जबलपुर नाका के पास स्थित छह मैरिज गार्डन संचालकों पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। इन मैरिज गार्डनों में पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने के कारण शनिवार रात हाईवे पर भीषण जाम लग गया था, जिसमें करीब आधे घंटे तक एक एंबुलेंस भी फंसी रही। दरअसल, शनिवार रात अधिक शादियां होने के कारण मैरिज गार्डनों में आए मेहमानों ने अपने वाहन सड़क पर खड़े कर दिए थे। इससे दमोह-जबलपुर स्टेट हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई और आवाजाही पूरी तरह बाधित हो गया। जाम में फंसे लोगों ने घटना के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। सीएसपी पुलिस बल के साथ पहुंचकर जाम खुलवाया जाम की सूचना दमोह सीएसपी एचआर पांडे को मिली। वे तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद हाईवे पर आवाजाही सामान्य हो सका। सीएसपी पांडे ने मैरिज गार्डन संचालकों की लापरवाही की जानकारी एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी को दी। एसपी के निर्देश पर सभी छह मैरिज गार्डन संचालकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 270 और 285 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। सीएसपी पांडे ने बताया कि एंबुलेंस को जाम से बाहर निकलवाया गया और सभी गार्डन संचालकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त, एसपी के माध्यम से एक प्रतिवेदन कलेक्टर को भी भेजा जाएगा, ताकि नियमानुसार मैरिज गार्डनों पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके। जिन छह मैरिज गार्डनों पर कार्रवाई हुई है, उनमें राधिका पैलेस मैरिज गार्डन, दमयंती मैरिज गार्डन, विद्या वाटिका मैरिज गार्डन, महावीर पैलेस मैरिज गार्डन, कृष्ण पैलेस मैरिज गार्डन और पवित्र बंधन मैरिज गार्डन शामिल हैं।
गाजीपुर के सेमरा में युवक को दिनदहाड़े गोली लगी:शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा, जांच में जुटी पुलिस
गाजीपुर के मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के सेमरा गांव में शनिवार दोपहर 21 वर्षीय निरुपम यादव पुत्र रामकृपाल यादव की गोली लगने से मौत हो गई। निरुपम अग्निवीर परीक्षा पूरी कर जॉइनिंग की तैयारी कर रहा था। इस घटना के बाद क्षेत्र में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों के अनुसार, दोपहर करीब 12:30 बजे निरुपम के घर के पास गोली चलने की आवाज सुनाई दी। लोग मौके पर पहुंचे तो निरुपम जमीन पर गिरा मिला, उसके सीने में गोली लगी थी। खून से लथपथ युवक को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुहम्मदाबाद ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही मुहम्मदाबाद कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। कोतवाल आरएस नागर ने परिजनों और ग्रामीणों से पूछताछ की। परिवार ने किसी से दुश्मनी होने से इनकार किया है। पुलिस को तब संदेह हुआ जब परिजनों ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया। काफी दबाव के बाद परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए। एसएचओ मुहम्मदाबाद रामसजन नागर ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गीडा की फैक्ट्री में आग लगने की जांच शुरू:डीएम ने बनाई है कमेटी; 7 दिन में देनी होगी रिपोर्ट
गीडा के रुंगटा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में आग लगने के कारणों की जांच शुरू हो गई है। डीएम दीपक मीणा ने इसके लिए एडीएम प्रशासन के नेतृत्व में 7 सदस्यीय कमेटी गठित की है। कमेटी 7 दिनों में अपनी रिपोर्ट डीएम को देगी। रिपोर्ट के बाद यह पता चल सकेगा कि आग लगने का असल कारण क्या था।अभी तक जो बातें सामने आ रही हैं, उसके मुताबिक मेंटीनेंस में लापरवाही ही इसके लिए सबसे बड़ा कारण है। तीन वाल्व से लीकेज की बात सामने आ रही है। चर्चा है कि मेंटीनेंस करने वाले तकनीकी रूप से दक्ष नहीं थे। यही कारण है कि हेक्सेन गैस पाइप लाइन का एक वॉल्व खुला रह गया जबकि दो वॉल्व भी ढीले थे। अगर फैक्ट्री के मालिक राजेश रूंगटा की मानें तो शॉर्ट सर्किट से यह आग लगी थी। केरल, दिल्ली व एमपी से आए तकनीकी विशेषज्ञ फैक्ट्री में 25 घंटे तक खतरा बना रहा। 22 घंटे लगातार आग जली। फायर टेंडर (दमकल गाड़ी) से लगातार पानी की बौछार मारी जा रही थी। जिससे हेक्सेन गैस का टैंक का तापमान मेंटेन रहे और किसी तरह के विस्फोट की आशंका न रहे। लेकिन आग पर काबू नहीं हो पा रहा था। इसके बाद इस प्लांट को इंस्टाल करने वाली फर्म से संपर्क किया गया। दिल्ली, केरल व मध्य प्रदेश से इंजीनियर यहां आए। कड़ी मशक्कत के बद उन्होंने वॉल्व बंद करने में कामयाबी पायी। इसके बाद गैस का रिसाव बंद हो सका और स्थिति नियंत्रण में आ सकी। जानिए विस्फोट होता तो क्या होता हेक्सेन गैस का तापमान बढ़ता तो विस्फोट की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता था। अनुमान के मुताबिक कुल मिलाकर फैक्ट्री में 75 हजार टन हेक्सेन था। ऐसे में 100 मीटर के दायरे में लोगों को नुकसान हो सकता था। यही कारण है कि आसपास की फैक्ट्रियों को भी बंद करा दिया गया था। 25 घंटे तक अनवरत पानी डालते रहे अग्निशमन विभाग के जवान आग पर काबू पाने के लिए गोरखपुर जोन के जिलों के साथ ही लखनऊ व आजमगढ़ से भी फायर टेंडर मंगाए गए थे। 25 फायर टेंडर को इसमें लगाया गया था। कुल मिलकर 300 चक्कर से अधिक लगाना पड़ा। औसतन 9 लाख किलोलीटर से अधिक पानी आग पर डाला गया है। फोम का भी इस्तेमाल किया गया लेकिन आग नहीं बुझ रही थी। अग्निशमन विभाग के जवान लगातार 25 घंटे तक मुस्तैद रहे। उन्होंने हेक्सेन गैस के चेंबर को ठंडा रखने में कामयाबी पायी। वॉल्व ठीक करने के लिए भी समय निकाला। आग बुझाने में बह रहे पानी का दोबारा भी उपयोग किया गीडा फायर स्टेशन के कर्मियों ने आग बुझाने के दौरान पानी की कमी को दूर करने के लिए एक सूझबूझ भरा कदम उठाया। आग बुझाने में बह रहे पानी को उन्होंने दो पोर्टेबल पंप के माध्यम से एकत्र कर उसका पुन: उपयोग किया, जिससे पानी की बर्बादी कम हुई और ऑपरेशन में मदद मिली।फैक्ट्री में खली तकनीकी टीम की कमीआग लगने और आग के बेकाबू होने में फैक्ट्री में तकनीकी कर्मियो की कमी का मामला भी सामने आ रहा है।सूत्रों की मानें तो तकनीकी टीम की मौजूदगी के बिना ही मरम्मत का काम कराया जा रहा था। जिससे वॉल्व पूरी तरह से बंद नहीं हो पाए। एक वॉल्व से हेक्सेन गैस का रिसाव हुआ। गैस रिसाव के कारण हवा से संपर्क हुआ, जिससे यह आग लगी। जब तकनीकी विशेषज्ञ आए तो स्थिति नियंत्रण में आयी। उनकी मौजूदगी में गैस को खाली कराया गया। बरती जा रही सावधानीस्थिति अब नियंत्रण में है लेकिन अभी भी सावधानी बरती जा रही है। फैक्ट्री में भी दो फायर टेंडर खड़े हैं। फायर विभाग के कर्मी पूरी तरह से मुस्तैद हैं। फैक्ट्री के अंदर जहां आग लगी थी, वहां इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल फोन आदि ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। विशेष रूप से टैंक की तरफ आने-जाने वाले रास्तों पर रोक लगा दी गई है। दमकल कर्मियों को अभी भी एलर्ट मोड पर रखा गया है, और वे स्थिति पर बारीकी से नज़र बनाए हुए हैं।
जयपुर की मुहाना मंडी में इन दिनों आलू-प्याज की जमकर आवक हो रही है। जिससे सप्लाई बहुत ज्यादा बढ़ गई है, लेकिन मार्केट में डिमांड कम है। इसी कारण आलू-प्याज के दामों में तेजी से गिरावट आई है और दाम इतने नीचे आ चुके हैं कि किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे। आलू के पुराने स्टॉक का दबाव इतना बढ़ गया है कि व्यापारी और किसान दोनों इस चिंता में हैं कि अगर यह माल नवंबर तक नहीं बिका तो इसे फेंकना पड़ जाएगा। पुराने आलू की भारी क्वांटिटी लगातार मंडी पहुंच रही है। इसके दाम 6 से 9 रुपए किलो तक आ चुके हैं, लेकिन खरीदार नहीं मिल रहे हैं। ऊपर से नए आलू की ताजा फसल बाजार में उतर चुकी है, जिससे पुराने आलू की खपत और कम हो गई है। यही स्थिति प्याज की भी है। जिस प्याज का इस सीजन में सामान्यत: 25–30 रुपए किलो का भाव रहता है, वह अभी 8–12 रुपए किलो तक बिक रहा है। एक्सपोर्ट में कमी, देश में बढ़ा हुआ स्टॉक और गुणवत्ता में गिरावट के कारण प्याज की भारी मात्रा मंडी में पड़ी है। पुराना प्याज राजस्थान और एमपी से आ रहा है, जबकि अलवर से नई फसल भी आ रही है। नई फसल बारिश से खराब हुई है, इसलिए इसे भी जल्दी खपाना जरूरी है। नई आलू की भारी आवक- डेली 200 से 250 टन, दाम 10-15 रुपए किलो मुहाना मंडी में इस समय नए आलू की आवक तेजी से बढ़ रही है। रोजाना 10 से 15 गाड़ियां नए आलू की आ रही हैं, जिनकी क्वांटिटी 200 से 250 टन के बीच है। नए आलू का थोक भाव 10 से 15 रुपए किलो है। मंडी व्यापारी इस रेट को सही बता रहे हैं। लेकिन नई फसल के आने से पुराने आलू के दाम और गिर चुके हैं। भास्कर ने मुहाना मंडी में जाकर हालात देखें तो मंडी में चारों तरफ आलू-प्याज के ढेर दिखाई दिए, लेकिन खरीदार कम नजर आए। इस दौरान भास्कर से बातचीत में किसानों और व्यापारियों ने अपनी पूरी परेशानी बताई। आलू के भाव 6–9 रुपए, लागत भी नहीं निकल रही जयपुर मुहाना आलू आढ़तियां संघ के सचिव महेंद्र मूलचंदानी ने बताया- इस वक्त मंडी में आलू के भाव 6 से 9 रुपए किलो मिल रहे हैं, जो बहुत कम हैं। किसानों और व्यापारियों को इन आलू को स्टॉक करने में इससे ज्यादा खर्चा आया था। स्टॉक करते समय आलू की लागत भाव 10 से 14 रुपए किलो थे, लेकिन अब इस रेट पर बिकना मुश्किल हो पा रहा है। उन्होंने बताया कि नई फसल आने से मार्केट में नए आलू की डिमांड ज्यादा है, जबकि पुराने आलू की खपत कम हो गई है। फिर भी हमने कई नई आलू की गाड़ियां रोक रखी है। कोशिश है कि पहले ज्यादा से ज्यादा पुराने आलू बिक जाए। बाहर रखे पुराने आलू के अंकुरित होने का खतरा है। अंकुरित आलू नहीं बिकते। ऐसे में उसे फेंकना पड़ेगा। भाव आधे रह गए, लागत 12–16 रुपए बिक रहा 6 रुपए में मंडी व्यापारियों ने बताया- इस बार पुराने आलू के दाम आधे हो गए हैं। स्टॉक करने में 15–16 रुपए किलो की लागत आई थी, लेकिन अब मंडी में 9 रुपए किलो का ही भाव मिल रहा है। ऐसे में व्यापारियों को बड़ा नुकसान झेलना पड़ रहा है। मथुरा के किसान फूल सिंह 600 बोरे पुराने आलू लेकर मुहाना मंडी पहुंचे। अब उन्हें कोल्ड स्टोरेज में रखने के बाद भी आलू खराब होने का डर सता रहा है। किसानों की पीड़ा-लागत का आधा भाव भी नहीं मिल रहा किसान फूल सिंह ने बताया कि कोल्ड स्टोर में 3 रुपए किलो किराया और 1 रुपए किलो भाड़ा देना पड़ता है, जबकि फसल लगाने की लागत अलग। कुल मिलाकर 1 किलो पर 10–15 रुपए तक खर्चा आया, लेकिन अब आधे रेट में बेचना पड़ रहा है। नहीं बेचें तो खराब हो जाएगा और फेंकेंगे तो उसके भी पैसे लगेंगे। 6 रुपए किलो मिल रहा भाव, आलू नहीं बिका तो फेंकना पड़ेगा आगरा के किसान रामहरि पंडित ने बताया- उत्पादन में 8 रुपए किलो लागत आई थी, भाड़ा और कोल्ड स्टोरेज का खर्चा अलग। यहां रखने का भी किराया लगेगा। यहां 6 रुपए किलो का भाव मिल रहा है। अगर नहीं बिका तो फेंकना पड़ेगा। कोल्ड स्टोरेज में रखा आलू किसी भी हाल में नवंबर तक निकालना होगा। क्योंकि उनके साथ नवंबर तक का हीं एग्रीमेंट है। अगर नहीं निकाले तो वो कूलिंग बंद कर देंगे। जिससे आलू अंकुरित हो जाएगा। जयपुर में मिल रहा भरतपुर से भी कम भाव भरतपुर से आए किसान विष्णु ने बताया- भरतपुर से भी कम भाव में मुहाना मंडी जयपुर में आलू बिक रहा है। नए आलू की डिमांड ज्यादा, पुराने आलू फेंकना पड़ेगा मुहाना मंडी में आढ़तिया आनंद शर्मा ने बताया- पुराने आलू की डिमांड कम होने के कारण इसके भाव 6–11 रुपए किलो ही मिल पा रहे है। नए आलू की डिमांड ज्यादा है और वह 13–16 रुपए किलो तक बिक रहा है। अगर यही स्थिति रही तो 2–5 दिनों में पुराने आलू को फेंकना पड़ेगा। मंडी में नया–पुराना स्टॉक, कहां से आ रहा माल मंडी आढ़तियों ने पुराने स्टॉक को खत्म करने के लिए नई आलू की गाड़ियों को फिलहाल रोक रखा है। मुहाना मंडी में रोजाना 400 से 500 टन प्याज की आवक मुहाना मंडी में इस समय 400 से 500 टन प्याज की आवक रोज हो रही है। इसमें 100 टन नया प्याज और 300–400 टन पुराना प्याज है। पुराने प्याज की सप्लाई राजस्थान के झालावाड़ और मध्य प्रदेश से आ रही है। वहीं अलवर से नया प्याज उतरना शुरू हुआ है। बारिश के कारण नई प्याज की क्वालिटी ठीक नहीं है, इसलिए उसे भी ज्यादा दिन स्टॉक नहीं किया जा सकता। निर्यात घटा, देश में बढ़ा स्टॉक, इसलिए दाम गिरे जयपुर मुहाना आलू आढ़तिया संघ के संरक्षक दयानंद देवनानी ने बताया- इस वक्त बांग्लादेश को प्याज का निर्यात नहीं होने से पूरा स्टॉक भारत में ही खपाना पड़ रहा है। यही वजह है कि मंडी में प्याज की भारी आवक है और दाम कम हो गए हैं। उन्होंने बताया कि नई प्याज की क्वालिटी भी इस बार अच्छी नहीं है, इसलिए जल्दी खराब हो रही है। अगर हालात ऐसे ही रहे तो प्याज को भी फेंकने की नौबत आ जाएगी। डिमांड कम, सप्लाई ज्यादा…इसलिए संकट गहरा मुहाना मंडी में आलू-प्याज की स्थिति एक जैसी है। पहले से ही पुराना स्टॉक बहुत ज्यादा है। नई फसल आ चुकी है, निर्यात घटा है। क्वालिटी भी कमजोर है। ऐसे में अगस्त-नवंबर के बीच जहां किसानों को अच्छे रेट मिलते थे, इस बार उन्हें आधे दाम भी नहीं मिल रहे। यदि 4–5 दिन में पुराने आलू–प्याज की खपत नहीं हुई तो मंडी में बड़ी मात्रा में माल खराब होने और फेंकने की स्थिति बन सकती है।
रोड एक्सीडेंट में पिता-पुत्र घायल:एम्बुलेंस नहीं आई तो RTO इंस्पेक्टर ने पहुंचाया हॉस्पिटल
बारां में हाईवे 90 पर बारापाटी के पास शनिवार देर शाम एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार पिता-पुत्र को टक्कर मार दी। हादसे में प्रहलाद मेघवाल (50) और उनका बेटा टिंकू मेघवाल (22) गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों मोतीपुरा अटरु से बारां एक रिश्तेदार की शादी में जा रहे थे। घटना के बाद मौके पर भीड़ जुट गई, लेकिन ग्रामीणों की सूचना के बावजूद एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुंची। इसी दौरान कवाई से लौट रहे परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर नवरत्न मीणा वहां पहुंचे। भीड़ देखकर उन्होंने गाड़ी रोकी और दोनों घायलों को अपने सरकारी वाहन से जिला अस्पताल पहुंचाया। जिला अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टर्स ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए कोटा रेफर कर दिया।जिला परिवहन अधिकारी डॉ. कल्पना शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि इंस्पेक्टर मीणा का यह कदम सराहनीय है और समय पर उपचार मिलने से घायल की जान बचाई जा सकती है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में गैंगरेप का मामला सामने आया है। मगरलोड थाना क्षेत्र में एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि धर्मांतरण का झांसा देकर चार लोगों ने उसके साथ रेप किया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है। महिला ने अपनी शिकायत में बताया कि आरोपियों ने उसे ईसा मसीह धर्म में शामिल होने और प्रार्थना करने से उसकी बेटी की तबीयत ठीक होने का आश्वासन दिया था। इसी बहाने उसे प्रार्थना के लिए अपने घर बुलाया गया, जहां उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया। घर पहुंचकर भी किया रेप शिकायत के मुताबिक, घटना साल 2022 की है। 17 जनवरी 2022 की सुबह करीबन 3 बजे महिला की बेटी की तबीयत ठीक नहीं थी। आरोपियों ने उसे कहा कि तुम ईशा मसीह को मानने के बाद हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा पाठ करोगी ये गलत है। अगर तुमने ऐसे किया तो ठीक नहीं होगा, कहकर हिन्दू देवी देवताओं को गाली गलौज कर अपमान किया। पीड़िता ने बताया कि उसे जान से मारने के धमकी दी गई और जबरन शारीरिक संबंध बनाया गया। इसके बाद आरोपी कई बार महिला से शारीरिक संबंध बनाते रहे। 15 जून 2025 को आखिरी बार महिला का रेप हुआ था। इस शिकायत के आधार पर मगरलोड थाना पुलिस ने धारा 70(1),299 बीएनएस एवं 4 छ.ग. धामिक स्वतंत्रता अधिनियम 1968 कायम कर विवेचना में लिया गया। आरोपियों में ये शामिल थाना प्रभारी से संपर्क नहीं इस मामले में जानकारी लेने के लिए मगरलोड थाने के टेलीफोन नंबर पर चार बार और थाना प्रभारी के निजी नंबर पर सात बार संपर्क करने का प्रयास किया गया। इसके अलावा कुरूद एसडीओपी से भी मोबाइल फोन पर जानकारी लेने की कोशिश की गई, लेकिन किसी भी अधिकारी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
मथुरा में दिल्ली-आगरा हाईवे पर पेड़ से टकराई कार:ड्राइवर समेत 4 घायल, शराब पीने से बेकाबू हुई गाड़ी
मथुरा के चौकी कृष्णा नगर क्षेत्र में देर रात दिल्ली-आगरा हाईवे पर एक सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार से आ रही सेंट्रो कार बेकाबू होकर सड़क किनारे लगे पेड़ से टकरा गई। इस दुर्घटना में कार में सवार सभी चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार के पेड़ से टकराने के बाद तेज धमाके जैसी आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और बड़ी मुश्किल से कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला। सभी घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। अस्पताल के डॉक्टरों के अनुसार, कार चालक की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। अन्य तीन घायलों को भी मेडिकल टीम की निगरानी में इलाज दिया जा रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, कार अत्यधिक तेज गति से आ रही थी और चालक वाहन पर नियंत्रण नहीं रख पाया। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि हादसे के समय कार सवारों द्वारा शराब का सेवन किए जाने की आशंका है। पुलिस जांच के बाद इसकी पुष्टि करेगी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने दुर्घटनाग्रस्त कार को हटवाकर यातायात सुचारू कराया और वाहन को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि घायलों के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने प्रशासन से इस मार्ग पर गति नियंत्रण और रात्रिकालीन गश्त बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे भविष्य में ऐसे सड़क हादसों को रोकने में मदद मिलेगी।
सतना जिला अस्पताल में शनिवार को एक महिला ने सामान्य प्रसव से तीन बच्चों (ट्रिपलेट) को जन्म दिया है। बच्चों का वजन कम होने के कारण उन्हें नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई (एसएनसीयू) में भर्ती कराया गया है, जबकि मां मेटरनिटी विंग में स्वास्थ्य लाभ ले रही हैं। तीनों बच्चों का वजन सामान्य से कममैहर विकासखंड के बुढेरुआ निवासी 28 वर्षीय रंजना पटेल को 20 नवंबर को सतना जिला अस्पताल में भर्ती किया गया था। उन्होंने 22 नवंबर को लगभग दो घंटे के अंतराल में तीन नवजातों को जन्म दिया। रंजना ने शाम 4 बजकर 38 मिनट पर पहले लड़के को जन्म दिया। इसके लगभग दो घंटे बाद शाम 6 बजकर 25 मिनट पर एक लड़की का जन्म हुआ। तीसरा लड़का दूसरे प्रसव के छह मिनट बाद पैदा हुआ। दो बच्चों का वजन 1200 ग्राम है, जबकि एक बच्चे का वजन 1400 ग्राम है। पहली डिलीवरी में नहीं बचा था नवजातरंजना के पति ने बताया कि उनकी पत्नी का चेकअप मैहर के सिविल अस्पताल में नियमित रूप से होता रहा है। स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. भूमिका जगवानी ने पहली सोनोग्राफी में ही बता दिया था कि रंजना के गर्भ में तीन भ्रूण पल रहे हैं। इस प्रसव से पहले रंजना की पहली डिलीवरी में नवजात नहीं बच पाया था। अब ट्रिपलेट बच्चों के जन्म से परिवार में खुशी का माहौल है।
प्रयागराज में नवंबर के आखिरी सप्ताह के साथ ही ठंड ने रफ्तार पकड़ ली है। शहर में तापमान लगातार गिर रहा है और देर रात कई इलाकों में घना कोहरा फैलने लगा है। मौसम विभाग के मुताबिक 21 नवंबर के बाद से ठंड में अचानक बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिसका असर शहर के मौसम में साफ दिखाई दे रहा है। दिन में हल्की धूप निकलती है, लेकिन शाम होते ही गलन तेज हो जाती है। वातावरण में मौजूद नमी के कारण सूर्यास्त के तुरंत बाद आसमान पर धुंध की पतली परत दिखने लगती है। देर रात यही धुंध घने कोहरे का रूप ले रही है। हालांकि अभी दृश्यता पर इसका भारी असर नहीं पड़ा है, लेकिन आने वाले दिनों में कोहरे के और घना होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक उत्तर-पश्चिमी हवाएँ इन दिनों सक्रिय हैं, जिससे तापमान तेजी से नीचे जा रहा है। ठंडी हवाओं का असर रात के समय अधिक दिखाई दे रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि हवाओं की गति इसी तरह बनी रही तो अगले 3-4 दिनों में सुबह और शाम दोनों समय कोहरा बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने नागरिकों को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि ठण्ड लगातार बढ़ने के आसार हैं। सुबह-शाम बाहर निकलते समय विशेष सावधानी बरतें। वाहन चालकों को रात में रफ्तार कम रखने और हेडलाइट्स सही तरीके से उपयोग करने की सलाह दी गई है, क्योंकि कोहरे की वजह से सड़क दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ सकती है।
बालाघाट जिले में वैनगंगा नदी की चट्टान पर रात भर फंसे एक 64 वर्षीय बुजुर्ग को पुलिस ने सुबह रेस्क्यू कर अस्पताल पहुंचाया। लोहारा निवासी लेखराम नामक यह बुजुर्ग नदी में गिरने के बाद चट्टान पर चढ़ गए थे। जानकारी के अनुसार, बुजुर्ग शनिवार रात वैनगंगा नदी में गिर गए थे। रात अधिक होने के कारण किसी ने उन्हें नहीं देखा। वे किसी तरह नदी के बीच एक चट्टान पर चढ़ गए और वहीं रात भर फंसे रहे। पुलिस टीम ने फंसे बुजुर्ग को सुरक्षित बाहर निकाला सुबह सैर के दौरान आरक्षक राजकुमार शर्मा की नजर चट्टान पर लेटे व्यक्ति पर पड़ी। उन्होंने तत्काल कंट्रोल रूम को सूचना दी। सूचना मिलते ही प्रभात गश्त पर तैनात उपनिरीक्षक दीपक शर्मा और प्रआर नंदकिशोर टेकाम तुरंत वैनगंगा नदी पहुंचे। पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से चट्टान पर फंसे बुजुर्ग लेखराम को सुरक्षित बाहर निकाला। उन्हें तुरंत एम्बुलेंस की सहायता से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि उनका पैर फिसलने से वे नदी में गिर गए थे। रात भर ठंड में चट्टान पर रहने के कारण वे कमजोर हो गए थे और गिरने से उन्हें चोटें भी आई थीं। फिलहाल, उनकी हालत में सुधार है और जिला अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
राजस्थान में भी धुंध (स्मॉग) का प्रभाव बढ़ने लगा है। उत्तर-पश्चिम दिशा से आ रही हवाओं के कारण प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में सुबह विजिबिलिटी कम रही। यहां सवाई माधोपुर में सुबह धुंध की वजह से विजिबिलिटी बहुत कम रही। यहां नगर परिषद क्षेत्र में रविवार सुबह विजिबिलिटी करीब 100-150 मीटर तक रही। जाने कैसा रहेगा सवाई माधोपुर का मौसम मौसम विभाग ने प्रदेश में अगले कुछ दिन मौसम ड्राय और इसी तरह हवाओं का प्रभाव रहने का अनुमान जताया है। जिसका असर सवाई माधोपुर पर भी बना रहेगा। सवाई माधोपुर में रविवार सुबह सूर्यदेव तो निकले, धुंध की वजह से लोगों को कम हुआ धूप मिली। सवाई माधोपुर में पिछले 24 घंटे का न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहा। यहां पिछले कुछ दिनों से न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी समय में यहां तेज सर्दी पड़ने की संभावना है। इसी के साथ ही शीतलहर का दौर भी शुरू होगा। वहीं सवाई माधोपुर में AQI लेवल भी बुरी स्थिति में पहुंच गया है। सवाई माधोपुर में AQI लेवल 218 पर दर्ज हुआ। इससे पहले सवाई माधोपुर का AQI लेवल दीपावली पर खराब हुआ था।
डीग के मूल निवासी एडवोकेट वेदांत शर्मा को भारत सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से मुकदमे लड़ने के लिए ‘ग्रुप A’ पैनल काउंसल नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति मिनिस्ट्री ऑफ लॉ एंड जस्टिस, डिपार्टमेंट ऑफ लीगल अफेयर्स (ज्यूडिशियल सेक्शन) द्वारा 21 नवंबर 2025 को जारी आदेश संख्या 338 के तहत की गई है। राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, टेबल ‘Y’ में शामिल नई दिल्ली के शास्त्री भवन से जारी आदेश के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से पैरवी करने वाले वकीलों की नई सूची (टेबल ‘X’ और ‘Y’) जारी की गई है।इसी सूची में एडवोकेट वेदांत शर्मा को टेबल ‘Y’ में शामिल करते हुए अगले तीन वर्षों के लिए या अगले आदेश तक ‘A’ पैनल में नियुक्त किया गया है। यह पद देश के श्रेष्ठ अधिवक्ताओं को दिया जाता है, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट में सरकारी मामलों का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी मिलती है। डीग क्षेत्र में खुशी, युवाओं में उत्साह वेदांत शर्मा के चयन से डीग क्षेत्र में उत्साह का माहौल है। स्थानीय अधिवक्ताओं, वरिष्ठ नागरिकों और युवाओं ने इसे क्षेत्र की बड़ी उपलब्धि बताया है। उनका कहना है कि यह नियुक्ति डीग के युवाओं को कानून और न्यायिक सेवा में ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए प्रेरित करेगी। कानूनी क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय एडवोकेट वेदांत शर्मा, सुनील दत्त शर्मा उर्फ लाला ठेकेदार के पुत्र हैं और लंबे समय से कानूनी क्षेत्र में सक्रिय रहे हैं। उनकी योग्यता, मेहनत और अनुभव को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। अब वे सुप्रीम कोर्ट में विभिन्न संवैधानिक, प्रशासनिक और सरकारी मामलों में केंद्र सरकार की ओर से पैरवी करेंगे।
अंबेडकरनगर में विवाद में घायल व्यक्ति की मौत:परिजनों ने हाईवे जाम किया, पुलिस ने खुलवाया
अंबेडकरनगर के अकबरपुर थाना क्षेत्र के विजय गांव में दो दिन पहले हुए आपसी विवाद में घायल एक व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई। इसके विरोध में मृतक के परिजनों ने आरोपियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर आज हाईवे जाम कर दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया। जानकारी के अनुसार विजय गांव में हुए विवाद में बच्चा राम चौहान गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए लखनऊ ले जाया गया था, जहां कल उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम के बाद आज सुबह परिजनों और ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और मुकदमे में धाराएं बढ़ाने की मांग को लेकर अकबरपुर हाईवे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने सड़क पर जाम लगा दिया। जाम की सूचना मिलते ही अकबरपुर कोतवाल श्रीनिवास पाण्डेय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया और जाम हटवाया। इसके बाद परिजन मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गए। कोतवाल श्रीनिवास पाण्डेय ने बताया कि जाम हटवा दिया गया है और अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है।
राजस्थान में सर्दी का तेज असर लगातार जारी है। सीकर में बीते 24 घंटे में न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आई है। उत्तरी बर्फीली हवाओं का मामूली असर बढ़ गया है। सीकर में 4 दिन तक तापमान में उछाल के बाद आज तापमान में मामूली कमी आई है। आज सुबह न्यूनतम तापमान में स्थिरता बनी रही। आज सुबह सीकर में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे बाद न्यूनतम तापमान घट सकता है। ग्रामीण ठंडी हवाओं का असर आज सुबह बढ़ गया। सीकर में पिछले 4 दिन से न्यूनतम पारा बढ़ रहा था। अभी भी सर्दी का असर बरकरार है, लेकिन पिछले 18 घंटों से ठंडी हवाओं का क्रम फिर शुरु हो गया है। सीकर के फतेहपुर स्थित कृषि अनुसंधान केंद्र पर आज सुबह न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री दर्ज किया गया। इससे पहले यहां शनिवार को यहां न्यूनतम तापमान 6 डिग्री और अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री दर्ज किया गया था। सीकर के न्यूनतम तापमान में 4 दिन तक लगातार बढ़ोतरी के बाद पिछले 24 घंटे से आंशिक कमी देखने को मिली है। बीती रात ठंडी हवाओं का असर तेज रहने से आमजन सर्दी से बचाव के प्रयास करते नजर आए। वेदर एक्सपर्ट्स का मानना है कि शेखावाटी एरिया में उत्तरी बर्फीली हवाओं का दवाब फिर बढ़ने के कारण न्यूनतम तापमान फिलहाल स्थिर बना रहेगा। सर्दी का असर लगातार जारी रहेगा। अगले 72 घंटे शीतलहर से कुछ राहत मिलने की संभावना है। आज से न्यूनतम तापमान में आंशिक गिरावट भी हुई है। सीकर जिले के ग्रामीण इलाकों में आज हल्की बादलवाही और सुबह तड़के हल्की धुंध भी देखने को मिली है। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार पिछले 2 सप्ताह से सीकर में 6 डिग्री से नीचे ही दर्ज किया जा रहा है। सीकर समेत आसपास के क्षेत्र में अगले 24 घंटे बाद सर्दी बढ़ सकती है। सोमवार से फिर तापमान कम होने की संभावना है। फिलहाल न्यूनतम तापमान स्थिर बने रहने की संभावना है, रात में तेज सर्दी का दौर बना रहेगा। आसमान लगभग साफ रहने के कारण सर्दी का ये असर फिलहाल बना रहेगा।
आगर मालवा में शनिवार रात शहर के विजय स्तंभ चौराहे पर एक बस और बाइक की भिड़ंत हो गई। इस दुर्घटना में बाइक सवार युवक विक्रम सिंह (22 वर्ष), निवासी ग्राम बिनायगा, गंभीर रूप से घायल हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, रात के समय चौराहे पर तेज रफ्तार बस बेकाबू हो गई और सामने से आ रही बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक बस के पहिए के नीचे दब गई। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत घायल युवक को बाहर निकाला और उसे आगर के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि युवक को चोटें आई, हालात सामान्य अस्पताल में डॉक्टरों ने बताया कि युवक को चोटें आई हैं, लेकिन उसकी हालत फिलहाल सामान्य है। घटना की सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटना स्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने बस और बाइक की भिड़ंत के मामले की जांच शुरू कर दी है। हादसे के वास्तविक कारणों का पता जांच रिपोर्ट आने के बाद चलेगा। प्रत्यक्षदर्शियों ने बस की तेज रफ्तार और लापरवाही को हादसे का मुख्य कारण बताया है। इस घटना के बाद स्थानीय नागरिकों ने चौराहे पर यातायात व्यवस्था सुधारने और वाहनों की रफ्तार नियंत्रित करने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
भारत विकास परिषद की ओर से पाली के बांगड़ कॉलेज में अंतर कॉलेज वाद विवाद और आशु भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वाद विवाद का विषय आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस वरदान है या अभिशाप था। लॉ कॉलेज, ऐश्वर्या कॉलेज और बांगड़ कॉलेज के स्टूडेंट ने भाग लिया। युवा प्रखर प्रतियोगिता के तहत ये कार्यक्रम आयोजित किया गया।निर्णायक के रूप में डॉक्टर रश्मि त्रिवेदी, आरिफ मोइल व गजेंद्र सिंह मौजूद रहे। प्रतियोगिता में दिव्या डागा बांगड़ कॉलेज ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। रामराज सिंह राजपुरोहित ने द्वितीय, दीपेंद्र बांगड़ कॉलेज और शिववर्धन सिंह ने संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। कार्यक्रम का संचालन दीप्ति चतुर्वेदी ने किया। भारत विकास परिषद की अध्यक्ष नूतनबाला कपिला ने प्रतियोगिता के नियम बताए गए युवा प्रखर प्रतियोगिता का उद्देश्य युवाओं को भारत के विकास के लिए विचारशील बनाना और अपने दायित्व को समझना। बांगड़ कॉलेज की टीम प्रांत स्तर पर भाग लेगी। प्रथम स्थान पर आने वाले विजेता को 3 हजार, द्वितीय आने वाले को 2 हजार और तृतीय आने वाले को 500 रुपए का नकद पुरस्कार और प्रमाण पत्र दिया गया। सचिव जय शंकर, बांगड़ कॉलेज प्रिंसिपल महेन्द्र राजपुरोहित, पूनम तिवारी,मंजू शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
हम लोग एक ही मोहल्ले में रहते थे। दोनों के बीच अच्छी दोस्ती थी और अक्सर बातचीत भी होती थी। तीन साल की दोस्ती थी, लेकिन तीन मिनट में ही उसने खत्म कर दी। मैंने उससे बात करने की कोशिश की, पर उसने अचानक ही मुझसे बात करना बंद कर दिया। इतना ही नहीं, उसने धमकी दी कि अगर दोबारा परेशान किया तो न सिर्फ तुम्हारी पत्नी बल्कि पुलिस को भी बता दूंगी। उसकी यह बात इतनी चुभ गई कि मैंने तय कर लिया कि अब उसे जान से मारना है। उसे मारने के लिए कई बार प्लान बनाया, लेकिन सफल नहीं हुआ। जिस दिन वह घर के बाहर काम कर रही थी, उस दिन भी उसे आखिरी बार समझाने गया था, पर वह नहीं मानी। इसलिए एक नहीं, दो नहीं बल्कि 15 वार कर उसकी हत्या कर दी।हत्यारे गोलू यादव को जबलपुर पुलिस ने तब गिरफ्तार किया, जब वह अपनी पत्नी से मिलने शहर आया था और वापस दिल्ली भागने की तैयारी में था। हर घंटे जिला बदल रहा था आरोपी 18 नवंबर को उड़ीया मोहल्ले में रहने वाली मुस्कान यादव की हत्या करने के बाद से ही आरोपी गोलू यादव फरार हो गया था। एसपी संपत उपाध्याय के निर्देश पर पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। ओमती थाना और क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी के पीछे लगी हुई थी, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल रहा था। पुलिस ने आरोपी के परिजनों से भी पूछताछ की, पर वहां से भी कोई मदद नहीं मिली।इसके बाद पुलिस ने गोलू की लोकेशन ट्रेस की, लेकिन हर बार वह मोबाइल बंद कर देता और अपनी जगह बदल लेता, जिससे पुलिस को सफलता नहीं मिल पा रही थी। कई जिलों की खाक छानी, हाथ नहीं लगा हत्यारे को पकड़ने के लिए जबलपुर पुलिस ने सिहोरा, कटनी, सतना, रीवा सहित आसपास के कई जिलों में सर्चिंग की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि गोलू दिल्ली की ओर भागा है। एसपी के आदेश पर पुलिस की एक टीम तुरंत दिल्ली रवाना हुई। 100 से ज्यादा कैमरों में मूवमेंट दिखी घटना को चार दिन से अधिक हो चुके थे। दिनदहाड़े शहर के बीच में हुई हत्या को लेकर पुलिस पर लगातार दबाव बढ़ रहा था। पुलिस ने उस रास्ते के सभी CCTV कैमरे खंगाले, जहां-जहां से आरोपी भागा था।100 से ज्यादा कैमरों में उसकी मूवमेंट दिखी, लेकिन जब तक पुलिस उस लोकेशन पर पहुंचती, वह वहां से निकलकर दूसरे शहर की ओर बढ़ चुका होता। जबलपुर, सिहोरा, कटनी, सतना और रीवा तक पुलिस ने खाक छानी, पर आरोपी हाथ नहीं आया। इसी बीच जानकारी मिली कि गोलू दिल्ली में छिपा हुआ है। पुलिस की टीम दिल्ली पहुंची और कई स्थानों की जांच की, जहां उसकी लोकेशन मिली थी। लेकिन गोलू मोबाइल बंद कर लोकेशन बदलता रहा और पुलिस को चकमा देता रहा।दो दिन तक दिल्ली में तलाश के बाद भी पुलिस को सफलता नहीं मिली और टीम वापस जबलपुर लौट आई। जबलपुर में स्टेशन से गिरफ्तार शनिवार को गोलू अपनी पत्नी और परिजनों से मिलने उड़ीया मोहल्ले पहुंचा। दिनभर घर में छिपा रहा और रात को जैसे ही फिर से दिल्ली जाने के लिए मदनमहल रेलवे स्टेशन पहुंचा, तभी मुखबिर ने सूचना दे दी।ओमती पुलिस ने तुरंत घेराबंदी की और आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। बदला लेने के लिए की हत्या ओमती थाना प्रभारी राजपाल सिंह बघेल ने बताया कि गोलू को अपने गुनाह पर जरा भी पछतावा नहीं है। गोलू मुस्कान का पड़ोसी था। तीन साल पहले दोनों में दोस्ती हुई थी और अक्सर मिलना-जुलना होता था।गोलू की आपराधिक आदतें मुस्कान को पसंद नहीं थीं। उसने कई बार उसे गलत हरकतें छोड़ने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं माना। दो महीने पहले मुस्कान ने उससे बात करना बंद कर दी और मोबाइल नंबर भी बदल लिया। इसी बात से वह नाराज था। अच्छा नहीं किया तूने बात बंद करके मुस्कान ने गोलू से बिल्कुल दूरी बना ली थी। जब भी गोलू उसके घर के सामने से गुजरता, मुस्कान अंदर चली जाती।मंगलवार की सुबह मुस्कान घर के बाहर काम कर रही थी, तभी उसकी चीखने की आवाज सुनाई दी। पिता आनंद बाहर आए तो देखा कि गोलू ताबड़तोड़ चाकू से वार कर रहा है।एक के बाद एक 15 से ज्यादा वार करके उसने मुस्कान की हत्या कर दी और वहां से फरार हो गया। पूछताछ में उसने कहा- उसे इस बात का बिल्कुल दुख नहीं है कि उसने मुस्कान को मार डाला। फास्ट ट्रायल में चलेगा केस आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस उसे उस स्थान पर ले गई, जहां उसने हत्या के बाद खून से सने कपड़े और चाकू छिपाए थे।टीआई बघेल का कहना है कि पुलिस कोशिश करेगी कि केस फास्ट ट्रैक कोर्ट में चले, ताकि आरोपी को जल्द से जल्द सख्त सजा मिल सके। ये खबर भी पढ़ें... जबलपुर में दिनदहाड़े महिला की चाकू मारकर हत्या जबलपुर में मंगलवार की सुबह करीब 9:00 बजे एक महिला की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। महिला का नाम मुस्कान यादव (31) है, जो ओमती थाना क्षेत्र के उड़िया मोहल्ले में रहती थी। आज सुबह जब वह घर के बाहर काम कर रही थी, तभी पड़ोस में ही रहने वाला आरोपी उसके पास पहुंचा और जबरन बात करने लगा। इसी दौरान महिला ने उसकी बातों को अनसुना करते हुए घर के अंदर जाने की कोशिश की, तभी उसने चाकू से हमला कर दिया। पूरी खबर पढ़ें...
बरेली में विधवा पेंशन योजना को चूना लगाने वाले गैंग पर अब पुलिस प्रशासन का शिकंजा कसना शुरू हो गया है। 56 सुहागनों और 2 अपात्रों द्वारा 1 करोड़ 23 लाख रुपए की पेंशन उठाए जाने का खुलासा होने के बाद DM अविनाश सिंह ने विस्तृत रिपोर्ट SSP अनुराग आर्य को भेजी। रिपोर्ट मिलते ही SSP ने तुरंत SIT गठित कर दी। अब 25 मामलों में अलग-अलग FIR दर्ज होंगी और कई सरकारी कर्मचारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में आ गई है। घोटाले का बड़ा खुलासाएसपी साउथ अंशिका वर्मा पहले ही जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने ला चुकी हैं। उनकी रिपोर्ट में सामने आया कि आंवला, बहेड़ी, फरीदपुर और शहर क्षेत्र में बड़ी संख्या में ऐसी महिलाएं पेंशन ले रही थीं जो न तो विधवा थीं और न ही योजना के मानकों में फिट बैठती थीं। कुल 56 सुहागनों और 2 अन्य अपात्र महिलाओं ने योजनाओं का लाभ उठाकर 1 करोड़ 23 लाख रुपए सरकारी खाते से निकाल लिए। DM की सख्त टिप्पणीडीएम अविनाश सिंह ने कहा कि गरीबों के हक पर कब्जा करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि योजनाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और सत्यापन प्रक्रिया को मजबूत किया जाए। DM ने SSP को भेजी रिपोर्ट में कई कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध बताई है, जिनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी तय मानी जा रही है। SIT में शामिल अधिकारीSSP अनुराग आर्य ने इस मामले में विशेष जांच टीम बनाई है, जिसमें एसपी साउथ अंशिका वर्मा को प्रमुख भूमिका दी गई है। टीम को वित्तीय लेनदेन, फर्जी दस्तावेजों की तैयारी, सत्यापन की खामियों और सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत समेत हर पहलू की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। 25 मामलों में होगी FIRSSP अनुराग आर्य ने बताया कि घोटाले के 25 अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज कराने के आदेश दे दिए गए हैं। हर केस को अलग-अलग दर्ज कर जांच को तेज किया जाएगा, ताकि किसी आरोपी को कानूनी प्रक्रिया में छूट न मिल सके। चार बिचौलिए पहले ही जेल मेंपेंशन घोटाले का खुलासा होते ही आंवला क्षेत्र से चार बिचौलियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। ये लोग महिलाओं को फर्जी दस्तावेज दिलवाने, मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने और उनकी फाइलें पास करवाने के लिए विभाग के कुछ कर्मचारियों से मिलीभगत कर रहे थे। इन बिचौलियों के जरिए दर्जनों महिलाओं तक पैसे पहुंचाए गए। फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का खेलसत्यापन के दौरान सामने आया कि कई महिला आवेदकों के पति जिंदा थे, लेकिन उनकी मौत के फर्जी प्रमाण पत्र तैयार करवा दिए गए। कई प्रमाण पत्र ऐसे व्यक्तियों ने तैयार करवाए जो पिछले कई साल से बिचौलिए के तौर पर सक्रिय थे। इन बिचौलियों के नाम अब SIT जांच का हिस्सा हैं और जल्द ही इनकी गिरफ्तारी की तैयारी है। सरकारी कर्मचारियों पर भी गिरेगी गाजजांच में जिन कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, उनकी सूची तैयार की जा रही है। DM ने स्पष्ट कहा है कि फर्जी तरीके से पेंशन स्वीकृत करने वाले बाबू से लेकर सुपरवाइजर व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई तय है। SSP का बयानSSP अनुराग आर्य ने कहा कि विधवा पेंशन में बड़ा घोटाला सामने आया है। 25 मामलों में FIR दर्ज कराई जा रही है और SIT को पूरे नेटवर्क की जांच सौंपी गई है। दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। SP साउथ का बयानएसपी साउथ अंशिका वर्मा ने कहा कि बिचौलियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण घोटाला हुआ। कई फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र और जाली फाइलें मिलने के बाद पूरे रैकेट का खुलासा हुआ है। जल्द ही सभी आरोपी कानून के दायरे में होंगे। DM का बयानDM अविनाश सिंह ने कहा कि गरीब महिलाओं की हक वाली योजनाओं में धांधली बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संबंधित कर्मचारियों पर सख्त विभागीय कार्रवाई और पुलिस FIR दोनों होंगी।
चित्तौड़गढ़ में मौसम एक बार फिर करवट लेता दिखाई दे रहा है। बीते दो दिनों में दिन और रात, दोनों समय का तापमान बढ़ा है। रविवार की सुबह शहर में हल्की धुंध देखने को मिली, लेकिन जैसे ही सूरज निकला, धुंध पूरी तरह छंट गई। लोगों ने सुबह की ठंडक जरूर महसूस की, लेकिन थोड़ी देर बाद मौसम सामान्य बना रहा। मौसम विभाग का कहना है कि अभी अगले एक हफ्ते तक मौसम साफ और शुष्क रहने की संभावना है। यानी फिलहाल बारिश या बादलों का असर दिखाई देने वाला नहीं है। तापमान में हल्की बढ़ोतरी जारी, मौसम स्थिर रहने की उम्मीद मौसम विभाग के अनुसार चित्तौड़गढ़ में पिछले 24 घंटे में तापमान में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। शनिवार की तुलना में रविवार को अधिकतम तापमान 0.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 0.8 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है। शनिवार को अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके विपरीत, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस था। इस तरह दो दिनों के अंदर तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली हैं। दिन-रात के तापमान में अंतर से बन रही हल्की ठंडक हालांकि दिनों में धूप तेज होने लगी है, लेकिन रात और सुबह के समय हल्की ठंड अभी भी महसूस की जा रही है। तापमान में उतार-चढ़ाव लगातार जारी है, जिससे मौसम में हल्का बदलाव महसूस हो रहा है। शहरवासियों का कहना है कि सुबह और देर शाम ठंडक बढ़ जाती है, जबकि दोपहर में मौसम लगभग सामान्य रहता है। एक हफ्ते तक मौसम रहेगा साफ-सुथरा मौसम विभाग का साफ कहना है कि अभी एक हफ्ते तक मौसम में कोई खास बदलाव नहीं होगा। आसमान साफ रहेगा और शुष्क हवाएं चलती रहेंगी। इससे दिन का तापमान धीरे-धीरे बढ़ सकता है, जबकि रात में हल्की ठंड बनी रह सकती है। विभाग का मानना है कि इस समय उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ कमजोर है, इसलिए राजस्थान के ज्यादातर जिलों में मौसम स्थिर रहने की उम्मीद है। हालांकि जिले को शीत लहर को लेकर भी कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया हैं। तापमान में उतार-चढ़ाव से बदल रहा शहर का मौसम चित्तौड़गढ़ में पिछले कुछ दिनों से तापमान की स्थिति कभी बढ़ रही है तो कभी घट रही है। यह उतार-चढ़ाव ही मौसम को लगातार बदल रहा है। हालांकि फिलहाल किसी तरह की मौसमजनित चेतावनी नहीं है। लोग अपनी रोजमर्रा की जिंदगी सामान्य तरीके से जी रहे हैं। सुबह सर्दी का असर रहता है, लेकिन दोपहर में धूप खिलने से मौसम सुहावना बना हुआ है। आने वाले कुछ दिनों में भी ऐसा ही मौसम बने रहने की संभावना है।
इंडियन क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज और फिनिशर के रूप में पहचान बना चुके रिंकू सिंह का कहना है कि हर किसी के जीवन में सफलता के पीछे एक कड़े संघर्ष की कहानी छिपी रहती है, किसी भी फील्ड में बहुत स्ट्रगल करना पड़ता है। मेरी सफलता के पीछे भी संघर्ष रहा है। मेरे पापा चाहते थे कि मैं उनके साथ काम करूं, उन्हें नहीं लगता था कि मैं अच्छा क्रिकेट खेल पाऊंगा। लेकिन, मैं अपने पापा को बताना चाहता था कि अच्छा क्रिकेट खेल सकता हूं, अब उन्हें भी मेरी सफलता पर बेहद खुशी होती है। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के जिला खेल परिसर में आयोजित ब्राह्मण प्रीमियर लीग में शामिल होने पहुंचे रिंकू सिंह ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। उन्होंने अपनी मंगेतर सांसद प्रिया सरोज को लेकर कहा कि उनका काम राजनीति करना है और मेरा काम क्रिकेट खेलना। लेकिन, राजनीति में जाने का मेरा कोई इरादा नहीं है। जानिए कैसे रिंकू सिंह ने संघर्ष को मात दी और क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई, पढ़िए उनका पूरा इंटरव्यू:- सवाल: आपकी सफलता के पीछे एक संघर्ष है, उसकी कहानी बताइए। जवाब: स्ट्रगल तो हर किसी के लाइफ में रहती है। बेशक परिवार ने पूरा सपोर्ट किया, पर इसमें सबसे अहम योगदान मां का रहा। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण पिता नहीं चाहते थे कि मैं क्रिकेट खेलूं। वह चाहते थे कि मैं उनके साथ काम करूं। लेकिन मां ने हर समय सपोर्ट बनाए रखा और मैंने भी मेहनत जारी रखा। इसी का नतीजा है कि ऊपर वाले ने मुझे सब कुछ दिया। सवाल: क्रिकेट खेलने से रोकने वाले पिता अब क्या कहते हैं?जवाब: मेरे पापा को शुरू में भरोसा नहीं था कि मैं इतना बड़ा क्रिकेट खिलाड़ी बन पाऊंगा। इसलिए वे नहीं चाहते थे कि मैं क्रिकेट खेलूं। मैंने ठान लिया था कि मैं उन्हें गलत साबित कर दिखाऊंगा। लेकिन अब मेरी सफलता देखकर वे बेहद खुश हैं और मुझ पर गर्व महसूस करते हैं। सवाल: क्रिकेट में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए क्या अकादमी जरूरी है, आप क्या सोचते हैं। जवाब- हर फील्ड में मेहनत जरूरी है और पॉजिटिव सोच जरूरी है। अकादमिक जॉइन करें या फिर मैदान में क्रिकेट खेले, मेहनत बहुत जरूरी है। अच्छा खेलने वाले की प्रतिभा खुद सामने आ जाती है। लेकिन इसके लिए लगातार मेहनत करना आवश्यक है। सवाल: भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने के लिए आपने कभी सपना देखा था। जवाब: मैंने कभी नहीं सोचा था कि टीम इंडिया में जगह मिलेगी। मैंने एंजॉय करने के लिए क्रिकेट को चुना और उसमें हमेशा बेहतर करने की सोचता रहा। मैं अच्छा खेलता था तो मुझे लोगों का सपोर्ट मिला। क्रिकेट में स्टार बनने के लिए कभी नहीं सोचा था। अपनों की दुआएं और खुद की मेहनत ही आगे ले जाती है। अब तक जो भी हासिल कर सका वह मेहनत का ही नतीजा रहा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनूंगा। सवाल: किसी प्लेयर के लिए ड्रेसिंग रूम में बैठने का अनुभव कैसा होता है?जवाब: हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह इंडियन टीम में खेले और बड़े खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करे। यह अनुभव बहुत खास होता है। ड्रेसिंग रूम में बैठना अपने आप में गर्व की बात होती है और साथ ही बहुत मजा भी आता है। सवाल: क्या पांच गेंदों में पांच छक्के आपके करियर का चेंजिंग मूवमेंट था?जवाब: क्रिकेट में मैं लगातार मेहनत करता रहा और चीजें धीरे-धीरे बनती गईं। उस मैच के दौरान बल्ले से सही संपर्क नहीं बन रहा था, लेकिन मैंने हार नहीं मानी। ऊपर वाले की दुआ काम आई और जो मैंने सोचा भी नहीं था, वह मिल गया। पांच छक्के लग गए, जो सच में मेरे लिए लाइफ चेंजिंग साबित हुए। सवाल: आपकी हाल ही में सांसद प्रिया सरोज से सगाई हुई है। राजनीति और खेल को कैसे बैलेंस करेंगे?जवाब: मेरा पूरा फोकस सिर्फ क्रिकेट पर है, जबकि राजनीति उनका फील्ड है। वे अपना काम करती हैं और मैं अपना काम करता हूं। शादी की तैयारियों के बारे में रिंकू सिंह ने बताया कि तैयारी चल रही है, लेकिन अभी शादी की तारीख तय नहीं हुई है। जब डेट फिक्स होगी, तो सबको पता चल जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि उनका राजनीति में जाने का कोई इरादा नहीं है।
बिजनौर में रह रहे कश्मीरी समुदाय के लोगों पर सुरक्षा एजेंसियों ने निगरानी बढ़ा दी है। खुफिया एजेंसियां पिछले कुछ दिनों से जिले के विभिन्न स्थानों पर रह रहे कश्मीरियों के दस्तावेज, पहचान पत्र, किरायेदारी विवरण और उनकी गतिविधियों का सत्यापन कर रही हैं। सर्दियों की शुरुआत के साथ ही कश्मीरी कारोबारियों का बिजनौर आना बढ़ जाता है, जो हर साल की तरह इस बार भी ड्राई फ्रूट, गर्म कपड़े और अन्य पारंपरिक सामान बेचने के लिए पहुंचे हैं। सूत्रों के अनुसार, जिले का खुफिया विभाग इस बार कश्मीर से आने-जाने वाले लोगों पर विशेष नजर रख रहा है। कश्मीर से आए लोगों के पहचान पत्र, किरायेदारी विवरण, दस्तावेज और उनकी गतिविधियों का सत्यापन किया जा रहा है। किरायेदारों से संबंधित जानकारी मकान मालिकों से भी जुटाई जा रही है। जांच एजेंसियों का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि कहीं कोई व्यक्ति किसी संदिग्ध संगठन या नेटवर्क के संपर्क में तो नहीं है। हालांकि, अब तक किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि सामने नहीं आई है। सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में बिजनौर जिले में कश्मीर के 34 लोग मौजूद हैं। इनमें डॉक्टर, चीनी मिल में कार्यरत कर्मचारी और गर्म शॉल, कपड़े व ड्राई फ्रूट सहित अन्य सामान बेचने वाले कारोबारी शामिल हैं। खुफिया विभाग द्वारा इन सभी का सत्यापन किया जा रहा है।
कुशीनगर में पीड़िया दहवाने निकली लड़कियों पर हमला:युवकों ने बेल्ट और रॉड से की मारपीट, एक हिरासत में
कुशीनगर के खड्डा थाना क्षेत्र के मठिया गांव में शनिवार को पीड़िया दहवाने निकली लड़कियों और महिलाओं पर बाहरी युवकों ने हमला कर दिया। इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एक मुख्य आरोपी को हिरासत में ले लिया है, जबकि अन्य हमलावरों की पहचान कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार, शनिवार दोपहर करीब 3 बजे मठिया गांव की महिलाएं और लड़कियां डीजे के साथ पारंपरिक रूप से पीड़िया दहवाने के लिए पोखरे की ओर जा रही थीं। इसी दौरान खड्डा नगर पंचायत क्षेत्र के कुछ युवक वहां पहुंचे और लड़कियों से छेड़छाड़ करने लगे। लड़कियों के विरोध करने पर गांव के युवकों ने हस्तक्षेप किया और उन युवकों को वहां से भगा दिया। बताया जा रहा है कि वहां से लौटने के बाद उन युवकों ने 12 लड़कों का एक समूह बनाया। वे तीन मोटरसाइकिलों पर सवार होकर दोबारा मठिया गांव पहुंचे और सीधे लड़कियों तथा महिलाओं पर हमला कर दिया। आरोप है कि हमलावरों ने बेल्ट, पंच और रॉड का इस्तेमाल किया, जिससे कई लड़कियां गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस हमले से जुलूस में अफरा-तफरी मच गई। हमले को देखकर गांव के युवकों ने हमलावरों का पीछा किया और उन्हें पकड़ लिया। घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। खड्डा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और एक युवक को हिरासत में लेकर थाने ले गई। अन्य हमलावरों की भी पहचान कर ली गई है और उनकी तलाश जारी है। मारपीट और छेड़छाड़ में शामिल 12 युवकों के नाम गोल्डन पुत्र बाबर, मेराज पुत्र मुन्ना, सैफ पुत्र अज्ञात, कैफ पुत्र अज्ञात, फरहान पुत्र कासिम, समीर पुत्र अज्ञात और सलमान पुत्र कासिम बताए जा रहे हैं। सभी आरोपी खड्डा नगर पंचायत के निवासी हैं। ग्रामीणों के अनुसार, यही युवक तीन मोटरसाइकिलों पर सवार होकर गांव पहुंचे थे और उन्होंने यह विवाद उत्पन्न किया।
करनाल में इंद्री-लाडवा रोड पर देर रात हुए भीषण हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसा उस समय हुआ जब इंद्री की ओर से लाडवा की तरफ जा रही एक कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और सामने से आ रहे ट्रक से भिड़ गई। टक्कर इतनी भयानक थी कि आसपास के लोगों में अफरा-तफरी मच गई और कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किए। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर मोर्चरी हाउस भेजा और घायल को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया।आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। खानपुर गांव के पास हुआ हादसा शनिवार की देर रात करीब 11 बजे यह हादसा खानपुर गांव के पास हुआ। मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक कार इंद्री से लाडवा की ओर जा रही थी, जबकि ट्रक करनाल की तरफ से आ रहा था। इसी दौरान कार का संतुलन बिगड़ गया और वह पहले डिवाइडर से टकराई, फिर सीधे ट्रक से जा भिड़ी। आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और कार में फंसे दोनों युवकों को निकालने की कोशिश की। कार में फंसे रहे दोनों युवक, एक की मौके पर मौत हादसे के बाद कार में सवार दोनों युवक यशविन और हिमांशु बुरी तरह फंसे हुए थे। काफी मशक्कत के बाद उन्हें बाहर निकाला गया। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनमें से एक युवक यशविन ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। ट्रक में बैठे चालक की भी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गए और सड़क पर मलबा बिखर गया। वही कार सवार घायल युवक को करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। जांच अधिकारी ने दी जानकारी इंद्री थाना में जांच अधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। खेड़ी मान सिंह निवासी यशविन पुत्र नरेंद्र की मौत हो गई है और खेड़ी मान सिंह निवासी हिमांशु पुत्र वेदपाल घायल हुआ है, जिसका इलाज जारी है। वहीं ट्रक चालक की भी मौत हुई है। ट्रक मालिक को सूचना दे दी गई है, लेकिन अभी चालक की पहचान नहीं हो पाई है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जाएंगे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
डूंगरपुर नगर परिषद ने शुरू किया 100 साल पुराने रिकॉर्ड का डिजिटलाइजेशन, छह माह में सभी दस्तावेज होंगे सुरक्षित डूंगरपुर। नगर परिषद ने करीब 100 वर्ष पुराने राजस्व एवं अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेजों को डिजिटलाइज करने की दिशा में बड़ी पहल की है। टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब रिकॉर्ड को स्कैन कर सुरक्षित रूप से डिजिटल रूप में संग्रहीत किया जा रहा है। आने वाले पांच से छह महीनों में पूरा रिकॉर्ड कंप्यूटर की हार्डडिस्क में उपलब्ध होगा, जिससे दस्तावेज खोजने में लगने वाला समय बचेगा और इनके खराब होने का खतरा भी पूरी तरह खत्म हो जाएगा। कागजी रिकॉर्ड खराब होने की समस्या से मिल जाएगी राहत नगर परिषद के रिकॉर्ड रूम में राजस्व, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र और कई महत्वपूर्ण नक्शों सहित लगभग 100 साल पुराने दस्तावेज कागजी रूप में रखे हुए थे। समय के साथ यह दस्तावेज फंगस, धूल और केमिकल के कारण खराब हो रहे थे। कई कागजों की स्याही उड़ चुकी थी और उन्हें ढूंढने में दो से तीन दिन लग जाते थे। इन समस्याओं को देखते हुए सभापति अमृत कलासुआ और आयुक्त प्रकाश डूडी ने रिकॉर्ड को डिजिटलाइज करने का निर्णय लिया। 10 लाख रुपए की लागत से रिकॉर्ड होगा डिजिटल रिकॉर्ड डिजिटलाइजेशन का कार्य अजमेर की एक फर्म को 10 लाख रुपये के टेंडर के माध्यम से दिया गया है। फर्म की चार सदस्यीय टीम आधुनिक स्कैनर, कैमरे और कंप्यूटर उपकरणों की मदद से एक-एक दस्तावेज को डिजिटल कर रही है। तैयार डिजिटल रिकॉर्ड दो हार्डडिस्क में सुरक्षित रूप से नगर परिषद को सौंपा जाएगा, जिससे दस्तावेजों की सुरक्षा दोहरी हो जाएगी। एक क्लिक में मिलेगा 100 साल का रिकॉर्ड डिजिटलाइजेशन के बाद जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, नक्शे, भूमि संबंधित दस्तावेज, नगरपालिका की पुरानी फाइलें, शहरी विकास और रियासतकालीन रिकॉर्ड एक क्लिक में उपलब्ध होंगे।सूचना के अधिकार (RTI) और अन्य प्रशासनिक कार्यों में लगने वाला समय काफी कम हो जाएगा। राज्य का पहला निकाय, जो इतने बड़े स्तर पर कर रहा डिजिटलाइजेशन उदयपुर संभाग में डूंगरपुर नगर परिषद पहला ऐसा निकाय है जिसने इस स्तर पर डिजिटलाइजेशन की शुरुआत की है। इससे पूर्व शेखावाटी, अजमेर और जयपुर क्षेत्रों के कुछ निकाय यह प्रक्रिया अपनाते रहे हैं। केंद्र सरकार के पोर्टल से भी होगी कनेक्टिविटी डिजिटल रिकॉर्ड के बाद डूंगरपुर नगर परिषद केंद्र सरकार के पोर्टल से भी सीधे पंजीकृत हो सकेगा। केंद्र सरकार भी लोकसभा और राज्यसभा के सभी दस्तावेजों को डिजिटल कर रही है, ताकि जनता को जानकारी आसानी से उपलब्ध हो सके। सभापति अमृत कलासुआ बोले – समय की बचत होगी, आमजन को बड़ा लाभ सभापति अमृत कलासुआ ने कहा- नगर परिषद में दस्तावेज ढूंढने में दो से तीन दिन लग जाते थे। कई बार दस्तावेज खराब होने की शिकायत भी आती थी। डिजिटलाइजेशन के बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी। आने वाले महीनों में पूरा रिकॉर्ड कंप्यूटर पर सुरक्षित होगा, जिससे समय की बचत के साथ आमजन को बड़ा लाभ मिलेगा। आयुक्त प्रकाश डूडी ने कहा – शत-प्रतिशत सुरक्षित होगा रिकॉर्ड आयुक्त प्रकाश डूडी ने बताया कि डिजिटल रिकॉर्ड दो अलग-अलग हार्डडिस्क में सुरक्षित रखा जाएगा, जिससे दस्तावेजों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी और भविष्य के लिए एक स्थायी समाधान मिल सकेगा।
सैफई में मुलायम सिंह यादव की जयंती:'एक शाम नेताजी के नाम' कार्यक्रम में अखिलेश यादव भी हुए शामिल
समाजवादी आंदोलन के मसीहा, पूर्व रक्षा मंत्री एवं समाजवादी पार्टी के संस्थापक श्रद्धेय नेताजी मुलायम सिंह यादव की जयंती पर शनिवार को इटावा के सैफई में विशेष कार्यक्रम एक शाम नेताजी के नाम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नेताजी के संघर्ष, व्यक्तित्व और जनसेवा के सिद्धांतों को याद करते हुए भावनात्मक माहौल देखने को मिला। साबरी ब्रदर्श टीम ने मंच से प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में उपस्थित सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं ने नेताजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान प्रसिद्ध साबरी ब्रदर्स ने नेताजी से जुड़े गीतों और सूफी कलामों की प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें सुनकर सभा में मौजूद लोग भावुक हो उठे। उनकी सुरमयी प्रस्तुति ने कार्यक्रम को भक्ति और सम्मान की अनुभूति से भर दिया। 5 तस्वीरें देखिए... इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, विधायक आशु मलिक, स्थानीय जनप्रतिनिधि समेत बड़ी संख्या में सपा कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। यह कार्यक्रम शाम 4 बजे सैफई स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित होना था, लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लखनऊ से देर से पहुंचने के चलते कार्यक्रम रात 9 बजे शुरू हुआ। इसके बावजूद कार्यकर्ताओं में उत्साह और ऊर्जा कम नहीं हुई। कार्यक्रम के अंत में नेताजी के विचारों व आदर्शों को आगे ले जाने और समाजवादी विचारधारा को मजबूत करने का संकल्प लिया गया।
हरियाणा के हिसार के मॉडल टाउन के रहने वाले 45 वर्षीय कुणाल मेहता ने अमेरिकियों से 23,000 करोड़ डॉलर की ठगी की है। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने इस पूरे गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इसके बाद कैलिफोर्निया कोर्ट में चले केस में कुणाल ने अपना जुर्म स्वीकार लिया, जिसके बाद उसे दोषी ठहराया गया। कुणाल के दोषी ठहराए जाने के बाद हरियाणा की गुप्तचर एजेंसियां भी कुणाल और उसके परिवार की कुंडली खंगालने में जुट गई हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि कुणाल के पिता दीपक मेहता हिसार में 2000 से पहले रहते थे। वे बीमा एजेंट का काम करते थे। कुणाल की स्कूलिंग हिसार से हुई। मॉडल टाउन में होंदा राम ढाबे के अपोजिट उनका मकान था, जिसे बेचकर पूरी फैमिली दिल्ली शिफ्ट हो गई थी। इसके बाद परिवार दिल्ली से अमेरिका चला गया। दीपक मेहता की बहन अमेरिका में ही रहती है। कुणाल मेहता अपनी लग्जरी लाइफ, महंगी गाड़ियों, विला, प्राइवेट गार्ड के साथ सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करता था। आरोपी ने प्राइवेट जेट भी किराए पर लिया हुआ था। FBI ने कुणाल मेहता की अरबों रुपए की संपति, करोड़ों रुपए कीमत की 28 महंगी कारें जब्त की हैं। इनमें सात लैम्बॉर्गिनी, तीन फेरारी, एक रोल्स-रॉयस और एक मैक्लेरेन शामिल हैं। कुणाल को अमेरिका कोर्ट ने कुणाल को कितनी सजा सुनाई है, इस पर अभी कुछ नहीं कहा गया है। कुणाल ने अमेरिकियों को कैसे ठगा, 3 पॉइंट्स में जानिए... क्रिप्टो करेंसी के बदले कैश देकर कमीशन लेता थाकैलिफोर्निया निवासी कुणाल मेहता ने चुराई गई 2.5 करोड़ डॉलर से ज्यादा की क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाने का जुर्म स्वीकार कर लिया है। उसने अमेरिकी जिला न्यायालय की न्यायाधीश कोलीन कोलार-कोटेली के समक्ष षड्यंत्र में शामिल होने की बात स्वीकार की। अमेरिका की डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस की बेवसाइट पर प्रकाशित खबर के अनुसार कुणाल मेहता के गिरोह ने अक्टूबर 2023 और मार्च 2025 के बीच पीड़ितों के खातों में सेंध लगाने के लिए सोशल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल किया। मेहता ने लेन-देन को वैध दिखाने के लिए फर्जी कंपनियां बनाईं और क्रिप्टोकरेंसी को नकदी में बदलने और धन हस्तांतरित करने के लिए 10% शुल्क लिया। इस मामले में 14 लोगों पर आरोप लगाए गए हैं, जिनमें से कई पर साइबर क्राइम, मनी लॉन्ड्रिंग, धोखाधड़ी और न्याय में बाधा डालने के भी आरोप हैं। FBI ने कोर्ट में कहा कि समूह ने चुराए गए धन का इस्तेमाल भोग विलासिता पर खर्च किया। ऑनलाइन और नकली फोन नंबरों के जरिए की ठगीअदालती दस्तावेजों के अनुसार, इस गिरोह के सदस्यों ने ऑनलाइन और नकली फोन नंबरों के जरिए पूरे अमेरिका में पीड़ितों से क्रिप्टोकरेंसी चुराई। फिर उन्होंने चुराई गई मुद्रा का इस्तेमाल प्रति शाम 500,000 डॉलर तक की नाइटक्लब सेवाएं पाने, नाइटक्लब पार्टियों में दिए जाने वाले हजारों डॉलर के लग्जरी हैंडबैग, 100,000 से 500,000 डॉलर के बीच की लग्जरी घड़ियां, हजारों डॉलर के लग्जरी कपड़े खरीदें।इसके अलावा लॉस एंजिल्स, हैम्पटन और मियामी में किराये के घर, निजी जेट किराए पर लिए। निजी सुरक्षा गार्डों की एक टीम बनाई। 100,000 डॉलर से 38 लाख डॉलर तक की कम से कम 28 विदेशी कारों का बेड़ा खरीदने के लिए इस मुद्रा का यूज किया। कोर्ट में दो केसों का हवाला दिया गयाकुणाल पर दर्ज दो केसों को कोर्ट में रखा गया। इनमें आरोप लगाया गया है कि 18 अगस्त, 2024 को मेहता के साथी मैलोन लैम और एक अन्य सहयोगी ने कोलंबिया में एक युवक से संपर्क किया और उससे धोखाधड़ी से 4,100 से अधिक बिटकॉइन प्राप्त किए। इसका मूल्य उस समय 263 मिलियन डॉलर था। इस सप्ताह इसका मूल्य 384.5 मिलियन डॉलर से अधिक है। दूसरे केस मे मेहता की पहली मुलाकात 2024 की शुरुआत में एक मनी एक्सचेंजर के जरिए हुई थी, जो लॉस एंजिल्स की एक विदेशी कार डीलरशिप के मालिक का दोस्त था। मनी एक्सचेंजर ने क्रिप्टो को नकद में बदलने में मेहता से हजारों डॉलर की मदद मांगी। मेहता क्रिप्टोकरेंसी को कैश में बदलने के लिए 10% शुल्क लेता था।
अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ थाना क्षेत्र के चिंमरावली मोड़ के पास शनिवार देर शाम एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया, जहां तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने 14 वर्षीय चिराग को टक्कर मार दी। हादसे के बाद चिराग करीब एक घंटे तक सड़क पर घायल अवस्था में तड़पता रहा, लेकिन किसी ने उसे अस्पताल नहीं पहुंचाया। चिराग बरखेड़ा गांव से बस में बैठ कर आया था जो चिमरावली मौड़ पर उतर गया वहां से बुआ के घर की पैदल जा रहा था जिसको तेज रफ्तार से आ रही पीकअप ने टक्कर मार दी। बाद में वहां से गुजर रहे एक बाइक सवार व्यक्ति ने एंबुलेंस को बुलाया और घायल बच्चे को उठाकर और मालाखेड़ा अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने चिराग को मृत घोषित कर दिया। परिवार की दर्दभरी कहानी परिजन हुकम सिंह ने बताया कि मृतक चिराग अपनी भुआ के घर बंध का बास जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ।चिराग के परिवार की हालात पहले ही बेहद दुखद थे।8 साल पहले चिराग की मां की मौत हो चुकी थी,उसके पिता महेश चंद सैनी एक झगड़े के मामले में इस समय जेल में बंद हैं।इसलिए चिराग अपनी बहन के साथ दादी के पास रहता था हादसे के बाद मृतक का शव जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और पिकअप चालक की तलाश जारी है।
सिद्धार्थनगर के चिल्हिया थाना क्षेत्र के बोकनार गांव में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां 30 वर्षीय हाजरा की मौत अब रहस्य नहीं रही, बल्कि घरेलू विवाद में हुई हत्या की कहानी बनकर सामने आई है। पुलिस जांच में पता चला है कि पति कमरुद्दीन ने खराब सब्जी बनाने को लेकर हुए विवाद में अपनी पत्नी हाजरा की हत्या कर दी। यह घटना शुक्रवार रात की है जब नहर किनारे एक झोपड़ी में हाजरा का खून से लथपथ शव मिला था। शुरुआती जांच और सामने आए तथ्यों से संकेत मिलता है कि हत्या किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, बल्कि उसके पति कमरुद्दीन ने गुस्से में की थी। सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार शाम लगभग 7 बजे कमरुद्दीन शराब पीकर झोपड़ी में पहुंचा और हाजरा से खाना मांगा। हाजरा ने रोटी और सब्जी परोसी, लेकिन कमरुद्दीन को सब्जी का स्वाद पसंद नहीं आया। इसी बात पर दोनों के बीच तकरार शुरू हो गई। गांव के लोगों ने झोपड़ी से ऊंची आवाजें भी सुनी थीं। विवाद बढ़ते-बढ़ते कमरुद्दीन का गुस्सा हिंसा में बदल गया। उसने गुस्से में हाजरा के सिर पर जोरदार वार कर दिया। चोट इतनी गंभीर थी कि हाजरा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हत्या के बाद कमरुद्दीन घबरा गया। उसने अपने पहने कपड़े उतारे, उन पर लगे खून के निशान धोए और उन्हें झोपड़ी के छप्पर पर छिपा दिया। झोपड़ी में बिखरा खून और धोए हुए कपड़े सबूतों के तौर पर वहीं रह गए। बाद में वह गांव पहुंचा और अपनी मां व ग्रामीणों के सामने नाटक करता रहा कि हाजरा को किसी ने मार दिया है। कमरुद्दीन की यह कहानी शुरुआत से ही ग्रामीणों को संदिग्ध लगी, क्योंकि झोपड़ी सुनसान जगह पर है और रात के समय वहां किसी बाहरी व्यक्ति का पहुंचना लगभग असंभव माना जाता है। घटना स्थल की स्थिति और ग्रामीणों के बयानों ने भी पूरी कहानी पति की ओर मोड़ दी। झोपड़ी का दरवाजा टूटा नहीं था, संघर्ष के निशान नहीं थे, न ही किसी अन्य के आने-जाने के सबूत मिले। गांव में अब खुलकर चर्चा है कि यह हत्या घर के अंदर ही हुई है और इसकी वजह सिर्फ सब्जी को लेकर हुआ छोटा सा झगड़ा था।
नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा में अधिक दाम पर स्टाम्प बेचने वाले एक विक्रेता पर गाज गिरी है। 'कलेक्टर ऑफ स्टाम्प' नर्मदापुरम ने तत्काल प्रभाव से संबंधित वेंडर का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई एक स्थानीय रहवासी की शिकायत की जांच के बाद की गई है, जिसमें वेंडर द्वारा तय दर से ज्यादा राशि वसूलने की बात सही पाई गई। प्रशासन ने अब क्षेत्र के सभी वेंडरों के औचक निरीक्षण के निर्देश भी जारी किए हैं। सिवनी मालवा के निवासी कोदुलाल बरखने ने प्रशासन से इस मामले की शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि स्टाम्प विक्रेता वर्मा द्वारा स्टाम्प को निर्धारित मूल्य से अधिक दाम पर बेचा जा रहा है। जांच में सही पाए गए आरोपशिकायत मिलने के बाद विभाग ने मामले की जांच की। जांच के दौरान शिकायत सही पाई गई और यह पुष्टि हुई कि वेंडर वर्मा ने वास्तव में निर्धारित दर से अधिक राशि ग्राहकों से वसूली थी। कलेक्टर ने तत्काल किया सस्पेंडजांच रिपोर्ट के आधार पर कलेक्टर ऑफ स्टाम्प ने कड़ा रुख अपनाते हुए तत्काल प्रभाव से उक्त विक्रेता का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। सभी वेंडरों का होगा औचक निरीक्षणभविष्य में ऐसी गड़बड़ी रोकने के लिए प्रशासन सतर्क हो गया है। कलेक्टर ने उप पंजीयक, सिवनी मालवा को निर्देश दिया है कि वे सभी मुद्रांक विक्रेताओं का आकस्मिक निरीक्षण करें, ताकि इस प्रकार की अनियमितताओं पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके।
चंदौली में धान की फसल जलभराव से बर्बाद:बंधी गेट की मरम्मत न होने से किसान परेशान, रबी बुवाई पर संकट
चंदौली के चकिया ब्लॉक के पहाड़ी क्षेत्र शिकारगंज में धान की पकी हुई फसल खेतों में जल जमाव के कारण बर्बाद हो रही है। इस समस्या से मिश्रपूरा, बोदलपुर, शिकारगंज, कल्याणीपुर, करवदिया कुसही, बलिया कला, बलिया खुर्द, गायघाट, डढ़ौना, नौडीहा और उसरा गांव के किसान प्रभावित हैं। फसल कटाई में देरी से रबी की बुवाई पर भी संकट मंडरा रहा है। वर्ष 2024 में 1.98 करोड़ रुपये की लागत से नौगढ़ की दो बंधियों और शिकारगंज क्षेत्र की भोका बंधी के जीर्णोद्धार का प्रस्ताव पारित हुआ था। हालांकि, बंधी डिवीजन के अधिकारियों ने भोका बंधी के गेट नंबर 3 और गेट नंबर 4 की मरम्मत नहीं कराई। इसके परिणामस्वरूप उचेहरा रजवाहा और शिकारगंज रजवाहा दोनों में लगातार पानी बह रहा है, जिससे धान की फसल जल जमाव के कारण खराब हो रही है। शिकारगंज रजवाहा के टेल की सफाई के लिए किसान विकास मंच ने कलेक्ट्रेट चंदौली में आयोजित जिला किसान दिवस के अवसर पर बंधी डिवीजन के अधिकारियों से सवाल किया था। इसके बावजूद अधिकारियों ने सफाई नहीं कराई, जिससे रजवाहा का पानी आगे नहीं निकल पाया और नहर की पटरी तोड़कर खेतों में फैल गया। 19 नवंबर को फिर से जिला किसान दिवस में किसान विकास मंच के संगठन मंत्री राम अवध सिंह ने बंधी डिवीजन के अधिकारियों से इस संबंध में प्रश्न किया। तब सहायक अभियंता मनोज सिंह ने दावा किया कि जेसीबी सफाई के लिए लगाई गई है, जबकि मौके पर कोई जेसीबी नहीं थी। किसान विकास मंच ने अधिकारियों को चेतावनी दी है कि यदि शिकारगंज की सिंचाई और निकासी की समस्या का समाधान नहीं होता है, तो किसान विकास मंच धरना प्रदर्शन करेगा। इस मुद्दे पर सरोज कुमार यादव, ईश्वरी शरण सिंह, असलम खान, अरविंद यादव, अजय यादव, उपेंद्र प्रकाश, रंजीत, भाईलाल, बाबूलाल, जय राम, दूधनाथ, शिवदयाल, बीरबल मौर्य, सुदामा, शैलेंद्र पटेल और रामचंद्र यादव सहित कई किसानों ने आक्रोश व्यक्त किया है।
छ्त्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा ने सुकमा में सरेंडर किए नक्सलियों से मुलाकात की। इनके लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए खुद आवेदन करवाया। साथ ही अफसरों से कहा कि जल्द ही इनके स्वास्थ्य की जांच के लिए मेडिकल कैंप लगवाएं। दरअसल, विजय शर्मा सुकमा में बनाए गए पुनर्वास केंद्र निरीक्षण के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने हथियार छोड़कर मुख्यधारा में लौटे युवाओं के साथ चौपाल लगाकर उनसे बात की। इस दौरान पुनर्वासित युवाओं ने अपनी बातों को उनके सामने रखा। गृह मंत्री ने युवाओं से संवाद करते हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी ली। व्यवस्था की जानकारी ली इसके साथ ही उन्होंने केंद्र में व्यवस्थाओं के संबंध में युवाओं से सीधे जानकारी भी ली और अधिकारियों को उनके खाने और अन्य आवश्यकताओं का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। युवाओं से शिक्षा और खेती एवं उनके परिवार सदस्यों से मुलाकात के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों और पुनर्वासित युवाओं से कहा कि आपके परिजन यदि पुनर्वास केंद्र में आकर मुलाकात करना चाहते हैं और यदि बाजार वाले दिन आकर जब भी मिलना चाहें तो उनसे मुलाकात कर सकते हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि यदि किसी पुनर्वासित युवा के परिवार जेल में बंद हैं और युवा उनसे मिलना चाहें तो उसकी भी व्यवस्था की जाएगी। विवाह भी करवाएंगे उन्होंने युवाओं में से यदि कोई विवाह की इच्छा भी रखते हैं तो उनके लिए भी सामूहिक विवाह की व्यवस्था करने के निर्देश दिए।इस दौरान पुनर्वासित युवाओं ने अपने मूलभूत दस्तावेज पूर्ण न होने की जानकारी दी। जिसपर विजय शर्मा ने तुरंत जिला प्रशासन के अधिकारियों को दस्तावेज बनवाने के निर्देश दिए। जिसमें उन्होंने स्वयं अधिकारियों के साथ बैठकर दस्तावेज निर्माण प्रक्रिया का निरीक्षण किया और जहां भी दिक्कतें आईं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर उनका निराकरण भी किया। आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन कराए गए। रायपुर लेकर जाएंगे उन्होंने युवाओं को विधानसभा सत्र के दौरान रायपुर भ्रमण कराकर उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया की जानकारी देने और उन्हें कार्यप्रणाली से अवगत कराने एवं इनके लिए पुनर्वास केंद्र में ही विशेष स्वास्थ्य शिविर लगवाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया।
बलरामपुर में कानून-व्यवस्था को नई मजबूती:एसपी विकास कुमार की पहल पर 5 नई पुलिस चौकियों की स्थापना
बलरामपुर में अपराध नियंत्रण और नागरिकों की सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से 5 नई पुलिस चौकियों की स्थापना की गई है। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार की पहल पर यह कदम बढ़ती जनसंख्या, क्षेत्रीय विस्तार और त्वरित पुलिस सहायता की आवश्यकता को देखते हुए उठाया गया है। इससे जिले की कानून-व्यवस्था में महत्वपूर्ण सुधार की उम्मीद है। ये नई चौकियाँ थाना कोतवाली उतरौला क्षेत्र में बक्सरिया, थाना गैड़ास बुजुर्ग में इटईरामपुर, थाना रेहरा बाजार में नयानगर और बढ़या फरीदखाँ, तथा थाना पचपेड़वा में वीरपुर सेमरा में स्थापित की गई हैं। इन चौकियों की स्थापना से जिले में पुलिस की मौजूदगी और गश्त में वृद्धि होगी। इससे चोरी, मारपीट, अवैध गतिविधियों और सड़क अपराध जैसे मामलों पर त्वरित नियंत्रण संभव हो सकेगा। पुलिस प्रतिक्रिया समय में कमी आने से अपराधियों में भय का माहौल बनेगा और आम जनता को अधिक सुरक्षित वातावरण मिलेगा। इन नई चौकियों के स्थापित होने से नागरिकों को छोटी शिकायतों या आपात स्थितियों के लिए दूर स्थित मुख्य थानों तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे महिलाओं, विद्यार्थियों, व्यवसायियों और वरिष्ठ नागरिकों को अधिक विश्वास और सुरक्षा का अनुभव होगा। चौकियों की लगातार मौजूदगी से यातायात प्रबंधन में सुधार होगा, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में अनुशासन बढ़ेगा और त्योहारों तथा सार्वजनिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी। पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि इन चौकियों का मुख्य उद्देश्य नागरिक-मैत्री पुलिसिंग को बढ़ावा देना और लोगों को सहज, त्वरित एवं भरोसेमंद पुलिस सेवा उपलब्ध कराना है। उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण, जनसुरक्षा और क्षेत्रीय शांति उनकी शीर्ष प्राथमिकताएँ हैं।
मेरठ के परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र में 18 नवंबर को एक नौकर से स्कूटी और 1.5 लाख रुपए लूटने वाले चार बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार देर रात पूठी नहर पर हुई पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश यश सैनी के पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा है। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला पुलिस के अनुसार, गश्त और चेकिंग के दौरान दो मोटरसाइकिल और एक स्कूटी पर सवार चारों बदमाश सामने आ गए। पुलिस द्वारा रोकने पर उन्होंने जान से मारने की नीयत से फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में यश सैनी के बाएं पैर में गोली लगी और उसे तुरंत दबोच लिया गया। उसके तीनों साथी विपिन, ललित और विशाल को भी मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। घटनास्थल से एक तमंचा 315 बोर, एक खोखा, एक जिंदा कारतूस, दो मोटरसाइकिल, लूटी गई एक्टिवा स्कूटी और ₹1 लाख की नकदी बरामद की गई है। पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने ₹1.5 लाख लूटे थे, जिसमें से ₹1 लाख बरामद हुए हैं। स्कूटी और कैश लूटे थे यह वारदात 18 नवंबर को हुई थी, जब विपिन कुमार के नौकर शेर मोहम्मद चक्की से प्लॉट की ओर नीले रंग की स्कूटी से जा रहा था। स्कूटी की डिग्गी में ₹1.5 लाख रुपये रखे थे। इसी दौरान चार बदमाशों ने उसे घेरकर स्कूटी और नकदी लूट ली थी। विपिन कुमार ने इस संबंध में परीक्षितगढ़ थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, गिरफ्तार बदमाश यश सैनी पर सात आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जबकि उसके तीनों साथियों पर भी एक-एक मुकदमा पहले से चल रहा है। पुलिस का कहना है कि इस गिरोह ने वारदात की योजना पहले से बनाई थी और लूट के बाद लगातार ठिकाने बदलकर छिप रहा था।
गोंडा में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों के विशेष पुनरीक्षण कार्य में धीमी प्रगति पर जिला निर्वाचन अधिकारी ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। इस अभियान में अपेक्षित गति न मिलने के कारण सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। आज सार्वजनिक अवकाश होने के बावजूद गोंडा जिले के सभी परिषदीय विद्यालय खुले रहेंगे। इन विद्यालयों में प्रधानाध्यापक स्वयं उपस्थित रहकर बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) और सुपरवाइजरों को गणना प्रपत्र भरने और डिजिटाइज करने में मदद करेंगे। आज रविवार को सभी परिषदीय विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं जिला निर्वाचन अधिकारी ने यह भी निर्देश दिया है। कि 25 नवंबर और 30 नवंबर 2025 को भी सार्वजनिक अवकाश होने के बावजूद सभी विद्यालय खुले रहेंगे। इन दिनों भी प्रधानाध्यापक विद्यालय में उपस्थित रहकर निर्वाचन ड्यूटी में लगे अधिकारियों और कर्मचारियों की सहायता करेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका निरंजन ने बताया कि बूथ लेवल अधिकारियों (BLOs) को पंजीकृत मतदाताओं से भरे हुए गणना प्रपत्र प्राप्त कर उन्हें BLO ऐप पर डिजिटाइज करना था। हालांकि, 21 नवंबर 2025 तक इस कार्य की प्रगति अत्यंत कम पाई गई है। आयोग द्वारा गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन की अंतिम तिथि 04 दिसंबर 2025 निर्धारित की गई है, जिसे हर हाल में पूरा करना अनिवार्य है। कार्य की महत्ता और समयबद्धता को देखते हुए बड़े स्तर पर व्यवस्थाओं में सख्ती लागू की गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि निर्वाचन कार्य अत्यंत संवेदनशील है और इसे किसी भी स्थिति में समय-सीमा के भीतर पूरा किया जाना आवश्यक है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों से निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने की अपील की है। कार्य में लापरवाही बरतने पर अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यवाही की भी चेतावनी जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा दी गई है।
एलयूसीसी घोटाले के मुख्य आरोपी रवि तिवारी को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से जमानत मिल गई है। रविवार को जेल अधीक्षक शिव मूरत सिंह बताया कि बृहस्पतिवार को उसे जिला कारागार से रिहा कर दिया गया। रवि तिवारी करोड़ों रुपये के घोटाले और गैंगस्टर मामले में आरोपी है। पुलिस ने रवि तिवारी को अगस्त 2024 में गिरफ्तार किया था। वह उत्तर प्रदेश सहित आठ राज्यों में एलयूसीसी नामक चिटफंड कंपनी बनाकर हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले गिरोह का मास्टरमाइंड और 35 हजार रुपये का इनामी आरोपी था। गिरफ्तारी के बाद से वह जिला कारागार में बंद था। उसकी गिरफ्तारी के समय, पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो करोड़ रुपये से अधिक की महंगी गाड़ियां, जिनमें मर्सिडीज, फॉर्च्यूनर और हुंडई अल्काजार शामिल थीं, बरामद की थीं। इसके अतिरिक्त, कंपनी से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए थे। जांच में खुलासा हुआ कि रवि तिवारी ने जगत सिंह, आलोक जैन और अन्य के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह बनाया था। इस गिरोह ने एलयूसीसी नामक चिटफंड कंपनी के जरिए हजारों लोगों को ठगा। आरोपी फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगों का पैसा हड़प लेते थे और पैसा मांगने पर उन्हें धमकाते थे। यह चिटफंड घोटाला हाईकोर्ट तक भी पहुंचा था। कई मामलों में हाईकोर्ट ने आरोपियों के रिमांड निरस्त कर दिए थे, जिसके बाद स्थानीय न्यायाधीश के आदेश पर आरोपियों को निजी मुचलके पर रिहा किया गया था। इस घोटाले से अर्जित करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्ति आरोपियों के पास पाई गई थी। इसके बाद सभी 10 आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने के आदेश जारी किए गए। सीओ के नेतृत्व में पुलिस बल ने गैंगस्टर के आरोपी और एलयूसीसी के डायरेक्टर जितेंद्र सिंह निरंजन, मुख्य संचालक रवि तिवारी सहित सभी 10 आरोपियों की लगभग 8.40 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति कुर्क की। कुर्क की गई संपत्तियों में मकान, गाड़ियां, जमीन और व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स शामिल हैं।
जालौन में प्रधान पति की संदिग्ध मौत:जहर खाने की आशंका, अस्पताल ले जाते समय रास्ते में तोड़ा दम
जालौन के कुठौंद थाना क्षेत्र के बिजुआपुर दिवारा गांव में शनिवार देर रात ग्राम प्रधान हेमलता के पति गोविंद पाल (35) की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। ग्रामीणों ने आशंका जताई है कि गोविंद ने किसी विषाक्त पदार्थ का सेवन किया था, जिसके बाद उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। इस घटना से गांव में तनाव का माहौल है। जानकारी के अनुसार, शनिवार देर रात गोविंद पाल की हालत बिगड़ने पर उन्होंने अपने छोटे भाई रविन्द्र को फोन कर मदद मांगी। फोन पर गोविंद ने अपनी गंभीर स्थिति बताते हुए बचाने का आग्रह किया। रविन्द्र तुरंत मौके पर पहुंचे और गोविंद को आनन-फानन में जिला अस्पताल औरैया ले जाया गया। औरैया में हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें कानपुर रेफर कर दिया। हालांकि, दुर्भाग्यवश कानपुर ले जाते समय रास्ते में ही गोविंद ने दम तोड़ दिया। उनकी पत्नी हेमलता वर्ष 2021 से ग्राम प्रधान के पद पर हैं। पति की अचानक हुई मृत्यु से परिवार में गहरा सदमा है। ग्रामीणों के मुताबिक, गोविंद ने जहर खाने की बात कही थी, लेकिन उनकी मृत्यु का वास्तविक कारण अभी तक आधिकारिक तौर पर स्पष्ट नहीं हुआ है। सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस घटना की जानकारी पुलिस तक नहीं पहुंचाई गई। कुठौंद थाने के प्रभारी निरीक्षक अरुण कुमार राय ने बताया कि उनके पास अब तक इस संबंध में कोई सूचना या तहरीर नहीं आई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सूचना मिलते ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी और पूरे प्रकरण की जांच कर सच्चाई सामने लाई जाएगी। प्रधान पति की अचानक हुई मृत्यु से क्षेत्र में कई सवाल खड़े हो गए हैं। ग्रामीणों ने गोविंद के तनाव में होने की आशंका व्यक्त की है, जिसकी वजह पुलिस जांच के बाद ही सामने आ पाएगी।
भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम में आयोजित एल्युमिनाई बॉक्स क्रिकेट टूर्नामेंट सीजन-2 में पूर्व छात्र जमकर खेल में भाग ले रहे हैं। तीन दिवसीय टूर्नामेंट के पहले दो दिनों में विभिन्न बैच की 15 टीमों ने रोमांचक मुकाबले खेले। फाइनल मुकाबला रविवार को होगा। टूर्नामेंट के दौरान रात 8 बजे एक विशेष एग्जीबिशन मैच भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें विद्यालय के शिक्षकों की टीम और वीओएसए (VOSA) के वरिष्ठ पूर्व छात्र और पैट्रन्स आमने-सामने होंगे। पुरस्कार समारोह के मुख्य अतिथि खेल एवं युवा मामले विभाग के सचिव और वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. नीरज के. पवन होंगे। वीओएसए के अध्यक्ष विवेक चौधरी और सचिव नमित सोनी ने बताया- यह आयोजन सिर्फ क्रिकेट तक ही सीमित नहीं है, बल्कि पूर्व छात्रों के बीच एकता, सौहार्द और सहयोग को भी बढ़ावा देता है। उन्होंने बताया कि टूर्नामेंट ने विभिन्न बैचों के पूर्व छात्रों को एक साझा मंच पर लाकर पेशेवर नेटवर्किंग के अवसर भी प्रदान किए हैं। उन्होंने स्कूल प्रबंधन के सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इस सहभागिता ने टूर्नामेंट को नई दिशा और ऊर्जा प्रदान की है। विद्यालय की प्रिंसिपल प्रीति सांगवान ने कहा कि विद्यालय और अलुमनाई के बीच यह साझेदारी प्रेरणादायी है। उन्होंने कहा कि विद्याश्रम की पहचान उसके पूर्व छात्रों की उपलब्धियों और योगदान से और मजबूत होती है।
उमरिया जिले के चंदिया थाना क्षेत्र से गुजरने वाले नेशनल हाईवे- 43 पर रविवार सुबह लगभग 5 बजे एक तूफान गाड़ी (MP 20 BA 8479) ट्रक से टकरा गई। इस हादसे में तूफान गाड़ी में सवार महिला छाया (50) की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं 12 अन्य यात्री घायल हो गए। सभी यात्री कोलकाता से खजुराहो जा रहे थे। वे बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व घूमने के बाद खजुराहो के लिए निकले थे। पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया सूचना मिलते ही चंदिया पुलिस मौके पर पहुंची। तीन एम्बुलेंसों की मदद से सभी घायलों को उमरिया जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मृतका के शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। चंदिया थाना प्रभारी ज्योति शुक्ला भी घटनास्थल पर पहुंचीं। दुर्घटनाग्रस्त वाहनों को सड़क से हटाने के लिए जेसीबी बुलाई गई। यात्री छुबी मुडोल ने बताया कि वे दो गाड़ियों में थे और उनकी एक गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटनाग्रस्त गाड़ी में कुल 13 लोग सवार थे, जिनमें से एक की मौत हो गई और 12 घायल हुए। उन्होंने बताया कि वे सभी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सफारी करके खजुराहो जा रहे थे। तभी तेज रफ्तार गाड़ी ट्रक से टकराई। जिससे बड़ा हादसा हो गया।
दुर्ग पुलिस ने रिसामा रेलवे स्टेशन यात्री प्रतीक्षालय से ओडिशा निवासी एक युवक को गांजे के साथ पकड़ा है। आरोपी के ट्रॉली बैग से 9 किलो 668 ग्राम अवैध गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत करीब पांच लाख रुपए बताई जा रही है। आरोपी के पास से मोबाइल फोन और नकदी भी मिली है। मामला अंडा थाना क्षेत्र का है। घटना 22 नवंबर की है। ओडिशा का युवक संबलपुर से 1 ट्रॉली बैग में गांजा भरकर दुर्ग जंक्शन पहुंचा। यहां दल्लीराजहरा जाने वाली लोकल ट्रेन का इंतजार किया। इसके बाद लोकल ट्रेन से रिसामा रेलवे स्टेशन पर उतरा। इस दौरान उसे न तो जीआरपी ने पकड़ा और न ही आरपीएफ ने। गांजा बेचने के लिए बाहर निकला तो अंडा थाना की पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। दुर्ग में गांजा बेचने आया था आरोपी ट्रेनों में अब लगातार नशीली दवाएं और गांजा की तस्करी के मामले में सामने आने लगे हैं। 22 नवंबर की दोपहर 2.10 बजे अंडा थाना को मुखबिर से सूचना मिली कि टांगरपाड़ा, तोरा, बरगढ़ (ओडिशा) निवासी शखील बाग नाम का युवक ट्रॉली बैग में गांजा रखकर दल्लीराजहरा जाने वाली ट्रेन से रिसामा स्टेशन पहुंचेगा और वहां से अंडा क्षेत्र में इसे खपाने की तैयारी में है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने रिसामा रेलवे स्टेशन के बाहर घेराबंदी कर आरोपी को गिरफ्तार किया। शाम करीब 6 बजे पुलिस टीम ने रिसामा रेलवे स्टेशन के यात्री प्रतीक्षालय में आरोपी को पकड़ा। आरोपी के बैग से दो सफेद प्लास्टिक की थैलियों में भरा हुआ कच्चा दानेदार गांजा, एक रियलमी मोबाइल फोन और 1,350 रुपए नकद बरामद हुए। लगातार दुर्ग-भिलाई में खपा चुका है गांजा आरोपी शखील बाग ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वो पिछले कई महीनों से अलग-अलग स्थानों से गांजा खरीदकर ट्रेन से रायपुर और दुर्ग-भिलाई लाता और यहां सप्लाई करता रहा है। उसने बताया कि पकड़े गए गांजे की खेप उसने तीन दिन पहले संबलपुर रेलवे स्टेशन के पीछे एक व्यक्ति से 15 हजार रुपए में खरीदी थी। मौके पर ही तौलकर किया गया जब्त पुलिस ने मौके पर तौलकर्ता को बुलाकर इलेक्ट्रॉनिक तराजू से गांजे का वजन कराया। पकड़े गए गांजा का वजन 9 किलो 668 ग्राम पाया गया। ट्रॉली बैग का वजन 2.997 किलो तथा खाली प्लास्टिक का वजन 40 ग्राम था। कुल जब्त सामग्री गांजा, मोबाइल, ट्रॉली बैग और नकदी की कीमत 5,06,350 रुपए आंकी गई। सभी सामग्री को सीलबंद कर मौके पर ही जप्ती पत्रक तैयार किया गया। आरोपी शखील बाग को विधिवत गिरफ्तार कर धारा 20(ख) एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
कुरुक्षेत्र जिले के बाबैन-शाहाबाद रोड पर तेज रफ्तार डंपर की टक्कर लगने से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। युवक अपनी पत्नी को घर छोड़कर अपने चचेरे भाई के पास जा रहा था। एक्सीडेंट के बाद आरोपी ड्राइवर अपना डंपर लेकर मौके से फरार हो गया। मृतक की पहचान 28 वर्षीय मनोज कुमार निवासी गांव रसूलपुर जिला करनाल के रूप में हुई है। मनोज कुमार अंबाला जिले में शनि मंदिर में पंड़ित था। घटना 21 नवंबर शाम करीब साढ़े 7 बजे हुई। तड़के करीब 2 बजे मनोज ने दम तोड़ दिया। अंबाला आ रहा था मनोज छल्लू राम निवासी नई रामपुर कॉलोनी अंबाला कैंट ने बयान दिए कि मनोज उसका चचेरा भाई था और उसके साथ ही शनि मंदिर में काम करता था। 21 नवंबर की शाम को मनोज अपनी पत्नी को घर छोड़कर वापस अंबाला जा रहा था। डंपर ने मारी टक्कर बाबैन-शाहाबाद रोड पर बीड़ सुजरा गांव के पास मनोज की बाइक को शाहाबाद की तरफ से आए तेज रफ्तार डंपर (HR58E-6600) ने सामने से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही मनोज अपनी बाइक से सिर के बल सड़क पर गिर पड़ा और गंभीर रूप से जख्मी हो गया। PGI ले जाते समय तोड़ा दम राहगीरों ने एम्बुलेंस से मनोज को सीएचसी बाबैन पहुंचाया। यहां से डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज करनाल रेफर कर दिया। वहां हालत बिगड़ने पर PGI रोहतक जाते हुए उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। बाबैन पुलिस ने डंपर नंबर के आधार पर केस दर्ज किया है।
दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग-48 पर मानेसर सेक्टर-8 कट के पास रविवार देर रात तेज रफ्तार पिकअप वैन ने बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान अंकुश पाल (24 वर्ष), निवासी पुरवा नया, औरया (उत्तर प्रदेश) और विकास बाबू (20 वर्ष), निवासी बीना, इटावा (उत्तर प्रदेश) के रूप में हुई है। दोनों मानेसर में एक निजी कंपनी में नौकरी करते थे और शिफ्ट खत्म करके किराए के कमरे पर नाहरपुर लौट रहे थे। पुलिस के अनुसार दोनों युवक हेलमेट पहने हुए थे, फिर भी टक्कर इतनी भयानक थी कि दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा रात करीब 10:00 बजे हुआ। घटना के बाद पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। हादसे के बाद NH-48 पर करीब आधे घंटे तक जाम लगा रहा। कंपनी से ड्यूटी खत्म कर लौट रहे थे मानेसर आईएमटी थाना के जांच अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि दोनों युवक कंपनी से घर लौट रहे थे। पिकअप ने पीछे से इतनी तेज टक्कर मारी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। शवों को मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। परिजनों के आने के बाद पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। चालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का केस दर्ज कर लिया गया है
लखनऊ में भारत सहित 8 देशों के 30 हजार स्काउट-गाइड ने कैंप किया है। इनकी टेंट सिटी वृंदावन योजना के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड पर 350 एकड़ में फैली है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भी स्काउट-गाइड आए हुए हैं। सैनिकों की तरह जान लगा देने वाले ये स्काउट-गाइड 1 हफ्ते (23 से 29 नवंबर) तक लखनऊ में ही कैंपिंग करेंगे। लखनऊ में जंबूरी का आयोजन किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश को जंबूरी कराने का मौका 61 साल में आया है। इससे पहले 1964 में इलाहाबाद (अब प्रयागराज) में जंबूरी कराई गई थी। 4500 टेंट लगे, 100 बेड का अस्पताल भी वृंदावन योजना में डिफेंस एक्सपो स्थल और आसपास के व्यापक क्षेत्र में देश का अब तक का सबसे बड़ा अस्थायी टेंट नगर खड़ा कर दिया गया है। इस टेंट सिटी में 4500 से अधिक टेंट, 1600 शौचालय, 1600 स्नानागार और आधुनिक सुविधाओं वाली 15 डिस्पेंसरी बनाई गई हैं। 35 हजार लोगों के बैठने की क्षमता वाला विशाल मैदान है, जहां सात दिनों तक सांस्कृतिक, खेलकूद और लीडरशिप आधारित गतिविधियां की जाएंगी। स्टेट ट्रेनिंग कमिश्नर अदनान अंसारी ने बताया कि 100 बेड का अस्पताल और नौ डिस्पेंसरी पूरी तरह तैयार हैं, ताकि किसी भी प्रतिभागी को परिसर से बाहर न जाना पड़े। 100 स्टॉल, फूड कोर्ट में 7000 सीटें, ओडीओपी की चमक डिफेंस एक्सपो मैदान में लगने वाले जंबूरी बाजार में 100 दुकानों की व्यवस्था की गई है। इनमें से 85 की बुकिंग हो चुकी है। फूड कोर्ट में एक समय में 7000 लोग भोजन कर सकेंगे। उद्योग विभाग की ओर से ओडीओपी उत्पादों, विशेषकर लखनऊ की मशहूर चिकनकारी का बड़ा स्टॉल लगाने की तैयारी है। चिकनकारी कारीगरों और प्रदेश के अन्य उत्पादों को भी यहां प्लेटफॉर्म मिलेगा। यूपी के 8000 युवा भी होंगे शामिल 20 नवंबर से ही जंबूरी स्थल के आसपास ट्रैफिक डायवर्जन लागू कर दिया गया है। डीसीपी ट्रैफिक ने विस्तृत रूट जारी किया है। प्रदेश के 8000 स्काउट-गाइड भी इस आयोजन में शामिल होंगी। प्रतिभागियों की उम्र 10 से 25 वर्ष के बीच तय की गई है। सभी जिलों के विद्यालयों को प्रतिभाग भेजने के लिए निर्देश भेजे गए हैं। प्रतिभागी बोले- शानदार व्यवस्था है पश्चिम बंगाल की प्रियंका मंडल ने बताया- हमारी टीम बिहू डांस प्रस्तुत करेगी। इस बार बेहतर प्रदर्शन की तैयारी है। हिमाचल प्रदेश से आए सुमित ने कहा- वह 200 सदस्यीय दल के साथ आए हैं और व्यवस्था उम्मीद से बेहतर है। आगरा की वर्षा पाठक बोलीं- हम देश-दुनिया से आने वाले मेहमानों के स्वागत के लिए तैयार हैं। बिहार से 200 स्काउट-गाइड की टीम आई राजस्थान के जयदीप ने बताया- यह उनका तीसरा जंबूरी अनुभव है। इस बार नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान सहित सार्क देशों की भागीदारी भी रहेगी। बिहार के सोनू गुप्ता ने कहा कि वह 200 सदस्यों के साथ आए हैं और आयोजन देखकर उत्साहित हैं। लाइटिंग, टेंट, डेकोरेशन वालों को मिला काम केवल टेंट सिटी के निर्माण पर 45 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। लाइटिंग, टेंट, डेकोरेशन, बैरिकेडिंग, खानपान, फूल सजावट, लॉजिस्टिक्स और श्रमिकों सभी क्षेत्रों में काम तेजी से कंप्लीट किया गया। टेंट कैटरर्स एंड डेकोरेटर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार के अनुसार, इस आयोजन से दो हजार से ज्यादा श्रमिकों और सैकड़ों व्यापारियों को सीधा रोजगार मिला है। सहालग के समय आने वाला यह आयोजन कारोबार को दोगुनी रफ्तार दे रहा है। प्रयागराज के बाद 61 साल में फिर यूपी में जंबूरी स्काउटिंग की शुरुआत 1907 में इंग्लैंड के डार्सेट के ब्राउनसी द्वीप पर हुई थी। भारत में पहली राष्ट्रीय जम्बूरी 1953 में हैदराबाद में हुई थी, जबकि चौथी जम्बूरी 1964 में प्रयागराज में आयोजित हुई थी।लंबे इंतजार के बाद अब 61 साल बाद उत्तर प्रदेश को यह अवसर मिला है। राजधानी लखनऊ इस ऐतिहासिक आयोजन की मेजबानी कर रही है। इस बार जंबूरी का शुभंकर शार्दू और थीम आत्मनिर्भर भारत तय की गई है। जम्बूरी क्या है... जानिए जम्बूरी स्काउट्स और गाइड्स का सप्ताहभर चलने वाला कैंप होता है, जिसमें प्रतिभागी अस्थायी टेंटों में रहकर जीवन कौशल, नेतृत्व, अनुशासन, सामूहिकता और सांस्कृतिक विविधता का अनुभव करते हैं। यहां प्रतिभागियों को न केवल स्काउटिंग गतिविधियों से जोड़ा जाता है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता, टीम वर्क और सामाजिक दायित्वों से संबंधित प्रैक्टिकल अनुभव भी दिए जाते हैं। ------------------------ ये खबर भी पढ़िए... लखनऊ में स्काउट-गाइड का हंगामा : राष्ट्रीय जंबूरी में खराब खाना परोसा, स्टूडेंट्स बोले- कैंटीन वाले को चेंज करो लखनऊ में 19वें राष्ट्रीय जंबूरी की तैयारियों के बीच शनिवार को स्काउट्स-गाइड्स ने खराब और बासी भोजन पर जमकर हंगामा किया। दोपहर के समय छात्रों ने कैंप में परोसे गए भोजन की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए नाराजगी जताई। इसी बीच रविवार से दुनिया भर के स्काउट-गाइड्स के आगमन के साथ जंबूरी का भव्य आयोजन शुरू होने जा रहा है, जिसका औपचारिक उद्घाटन 24 नवंबर को होगा। (पूरी खबर पढ़िए)
उदयपुर की सवीना थाना पुलिस ने सूने मकान में चोरी करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी अजयसिंह राव ने बताया कि आरोपी कन्हैयालाल उर्फ बाण्डिया (पिता मणिलाल, निवासी लालमगरी) को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी किया हुआ माल भी बरामद किया है। आरोपी के खिलाफ पहले से ही चोरी और नकबजनी के कुल 26 मामले दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार, आरोपी बार-बार चोरी की वारदातों को अंजाम देता है। मामले में आगे की जांच जारी है। महिला पीहर गई थी, किराएदार ने दी चोरी की सूचनाथानाधिकारी ने बताया कि 2 सितंबर 2025 को प्रार्थिया कैलाश कंवर पत्नी अमरसिंह ने सवीना थाने में रिपोर्ट दी थी। जिसमें बताया कि 31 सितंबर को सुबह 11 बजे वह घर का ताला लगाकर उसके पीहर तरजेरा गई हुई थी। दूसरे दिन जब उसके किराएदार ने बताया कि आपके घर की खिड़की टूटी हुई है। जिस पर मैने आकर देखा तो मैन गेट के पास वाली खिड़की टूटी हुई थी। गेट खोलकर अंदर देखा तो अलमारी का ताला टूटा था। उसमें रखे लाखों रुपए के जेवरात और नकदी गायब मिली। उन्होंने तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए चोर का पता लगाया और उसके गिरफ्तार कर लिया।
नारनौल से एक विवाहित महिला ससुराल से लापता:एक दिन पहले ही आई थी मायके से, बिना बताए सुबह चली गई
हरियाणा के नारनौल में एक विवाहिता अपने ससुराल से लापता हो गई। इस बारे में विवाहिता के पति ने पुलिस में शिकायत दी है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर विवाहिता की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस को दी गई शिकायत में अटेली थाना के गांव खोड़ निवासी एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी पत्नी एक दिन पहले अपने मायके गांव गोद बलाहा से ससुराल गांव खोड़ में आई थी। उससे अगले दिन सुबह करीब छह बजे वह बिना बताए कहीं पर चली गई। उसने जाते समय लाल रंग की साड़ी तथा पैरों में काले जूते पहने थे। नहीं मिल रहा मोबाइल उसके लापता होने के बाद उसके मोबाइल नंबर पर भी संपर्क किया गया, मगर उसका फोन नंबर मिला ही नहीं। परिजनों ने रिश्तेदारी और आसपास के इलाकों में उसकी काफी तलाश की, लेकिन लापता महिला का कोई सुराग नहीं मिल सका। इसके बाद उसके पति ने थाना अटेली में शिकायत देकर पत्नी की तलाश करवाने की मांग की है। पुलिस तलाश में जुटी जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और गुमशुदा महिला की तलाश शुरू कर दी है।
छत्तीसगढ़ में 23 नवंबर की सुबह रायपुर, कोंडागांव और अंबिकापुर में ACB-EOW की टीम ने छापेमारी की है। कोंडागांव में टीम ने सरगीपाल रोड स्थित कोणार्क जैन के आवास में छापा मारा है। बताया जा रहा है यहां एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की टीम सप्लायर कोणार्क जैन के यहां दो घंटे से दस्तावेजों और लेन-देन से जुड़े कागजात की बारीकी से जांच कर रही है। ये जांच साल 2019-20 के दौरान डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (DMF) मद से होने वाली सप्लाई से जुड़ी कथित अनियमितताओं से जुड़ा है। एसीबी टीम घर के अंदर कर रही जांच हालांकि, एसीबी की ओर से अभी तक इस संबंध में किसी भी स्तर पर आधिकारिक पुष्टि या बयान जारी नहीं किया गया है। मौके पर मौजूद एसीबी टीम घर के अंदर जांच में व्यस्त है और किसी भी अधिकारी ने मीडिया से बातचीत नहीं की है। इस रेड की खबर फैलते ही स्थानीय क्षेत्र में चर्चाएं तेज हो गई हैं। फिलहाल कार्रवाई जारी है और आधिकारिक जानकारी मिलने का इंतजार है। रायपुर-सरगुजा में भी कार्रवाई जारी इसके साथ ही राजधानी रायपुर में पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास और सप्लायर हरपाल अरोरा के ठिकानों पर छापेमारी की गई, जहां अधिकारी आवश्यक दस्तावेजों की पड़ताल में जुटे हुए हैं। सरगुजा में EOW-ACB की टीम ने पशु चिकित्सक डॉ. तनवीर अहमद और सत्तीपारा निवासी सप्लायर अमित अग्रवाल के ठिकानों पर छापेमारी की। टीम वित्तीय लेनदेन और विभागीय रिकॉर्ड से जुड़े कागजात की जांच कर रही है।
पांच साल से गंदगी में जिंदगी:जोगीपुरा में सफाई व्यवस्था ठप, ग्रामीण परेशान
झालावाड़ जिले की बकानी पंचायत समिति के ग्राम रीछवा के जोगीपुरा मोहल्ले में ग्रामीण पिछले पांच वर्षों से लगातार गंदगी और कीचड़ की समस्या से परेशान हैं। पूरे क्षेत्र में नाली व्यवस्था न होने के कारण बदबू, गंदा पानी और कीचड़ जमा रहता है, जिससे स्थानीय लोगों का रोजमर्रा का जीवन प्रभावित हो रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि स्वच्छ भारत मिशन के दस्तावेजों में गांव को साफ-सुथरा बताया गया है, लेकिन वास्तविकता इससे बिल्कुल अलग है। मोहल्ले की मुख्य गली में सफाई व्यवस्था बदहाल है। पास ही स्थित एक निजी स्कूल के बच्चे अक्सर कीचड़ में फिसल जाते हैं। वहीं, राहगीरों पर भी कीचड़ और गंदे पानी के छींटे पड़ना आम बात हो गई है। स्थानीय निवासियों ने कई बार सरपंच और जनप्रतिनिधियों से इंटरलॉकिंग सड़क बनवाने की मांग की, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। ग्रामीणों के अनुसार, पूरे गांव में इंटरलॉकिंग सड़कें बनी हुई हैं, परंतु जोगीपुरा मोहल्ले के स्कूल वाली गली को अब तक नजरअंदाज किया गया है। इस संबंध में सरपंच का कहना है कि नई इंटरलॉकिंग सड़क बनाने से पहले पुरानी खुरंजा सड़क को तोड़ना आवश्यक है, जिसके चलते काम में देरी हो रही है। ग्रामीण ललित, मोनू, अकील खान, फिरोज और कालू ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द इस गली की सफाई और सड़क निर्माण कराया जाए, ताकि वे गंदगी और कीचड़ की समस्या से राहत पा सकें।
महराजगंज में तेज रफ्तार पिकअप ने ली जान:हादसे में पूर्व प्रधान की मौत, आरोपी वाहन कब्जे में
महराजगंज जिले के भिटौली थाना क्षेत्र में बीती रात एक सड़क हादसे में ग्राम भिटौली बाजार के पूर्व प्रधान और पत्रकार आशीष गौतम का निधन हो गया। गंभीर अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह दुर्घटना उनके घर से महज 40 मीटर की दूरी पर हुई, जब आशीष गौतम फोन पर बात करते हुए आ रहे थे। तभी एक मुर्गी से लदी पिकअप ने उन्हें टक्कर मार दी। गंभीर चोटें लगने के कारण उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया। आशीष गौतम के निधन की खबर से क्षेत्र और पत्रकार समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। वे अपने मिलनसार व्यक्तित्व और सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका के लिए जाने जाते थे। ग्रामीणों, शुभचिंतकों और समाजसेवियों ने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक-संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं। पुलिस ने पिकअप वाहन को कब्जे में ले लिया है और मामले की जांच कर रही है।
रामपुर फार्मा ट्रेडर्स एसोसिएशन ने अपनी जिला कार्यकारिणी की बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में साइबर क्राइम इंस्पेक्टर आसाराम विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने दवा व्यापार से जुड़े सदस्यों को बढ़ते साइबर अपराधों से सतर्क रहने और डिजिटल सुरक्षा के उपायों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इंस्पेक्टर आसाराम ने ऑनलाइन भुगतान, फिशिंग कॉल, वॉट्सऐप फ्रॉड और डेटा सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने सदस्यों को इन खतरों से बचने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी। बैठक के दौरान, जिला औषधि निरीक्षक मुकेश कुमार के सफल तीन वर्ष पूरे होने पर संगठन की ओर से उन्हें सम्मानित किया गया। कार्यकारिणी सदस्यों और पदाधिकारियों ने उनके कार्यकाल के दौरान किए गए कार्यों, सहयोग और पारदर्शिता की सराहना की। इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के पदाधिकारी, दवा व्यवसायी और अन्य सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
बस्ती में एक फोटोग्राफर से ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी एक टाटा नेक्सॉन कार में बैठाकर पीड़ित का कैमरा लेकर फरार हो गया। यह घटना 20 नवंबर को सुबह 11:30 बजे कोतवाली क्षेत्र के टोल प्लाजा के पास हुई। पीड़ित फोटोग्राफर को उसके मित्र प्रवीन कुमार निवासी ग्राम मोहम्मदपुर, थाना वाल्टरगंज ने फोन कर बताया कि एक फोटो शूट का काम आया है और उसने पीड़ित का नंबर पार्टी को दे दिया है। इसके बाद पीड़ित के मोबाइल पर फोन आया कि ग्राम सियरापार में एक मीटिंग की फोटोग्राफी करनी है और पार्टी पटेल चौराहा पंप पर खड़ी है। पीड़ित जब वहां पहुंचा, तो एक अज्ञात व्यक्ति मिला जिसने खुद को पार्टी बताया। आरोपी ने पीड़ित को अपनी सफेद टाटा नेक्सॉन कार में बैठा लिया। रास्ते में आरोपी ने कहा कि टोल प्लाजा से एक और व्यक्ति को लेना है। टोल प्लाजा से पहले एक चाय की दुकान के पास गाड़ी रोककर आरोपी ने पीड़ित से पानी लाने को कहा। पीड़ित जैसे ही दुकान से पानी लेकर लौटा, आरोपी कार सहित फरार हो चुका था। कार में पीड़ित का कैमरा भी रखा हुआ था। घटना के बाद पीड़ित ने तुरंत कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद से वाहन और आरोपी की पहचान करने में जुटी है। कोतवाली इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र चौधरी ने बताया कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर चोरी किया गया पूरा सामान बरामद कर लिया जाएगा।
लातेहार जिले के बरवाडीह थाना क्षेत्र के उक्कामाड़ गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति पर अपनी पत्नी और 20 दिन के नवजात बच्चे को जहर देने का गंभीर आरोप लगा है। बताया जा रहा है कि आरोपी पति दूसरी शादी की तैयारी में था।इसके लिए वह पत्नी व बच्चे को रास्ते से हटाना चाहता था। घटना शनिवार रात की है। जानकारी के मुताबिक पति ने पत्नी और नवजात को दवा देने के बहाने जहर मिलाकर पिलाने का प्रयास किया। नवजात को जैसे ही दवा पिलाई गई, उसमें से तेज दुर्गंध आने लगी। बच्चा दवा का कुछ हिस्सा ही पी पाया, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ने लगी। इसी दौरान पत्नी को शक हुआ। उसने दवा को सूंघकर आशंका जताया कि इसमें जहर मिलाया गया है। गांव की ही युवती से अफेयर में था पति पीड़िता रूबी देवी ने बताया कि उसकी शादी एक वर्ष पहले पीतलेश सिंह से हुई थी। शादी के कुछ ही महीनों बाद पति का व्यवहार बदलने लगा। रूबी ने आरोप लगाया कि पीतलेश का गांव की ही एक युवती से प्रेम संबंध है। वह उसी से शादी करना चाहता है। इसी कारण वह रूबी और उसके नवजात को अपने जीवन से हटाना चाहता था। रूबी के अनुसार, शनिवार को पति ने दोनों के लिए दवा लाकर कहा कि इसे लेने से कमजोरी दूर होगी। लेकिन दवा से उठती दुर्गंध ने रूबी को सतर्क कर दिया। उसने तुरंत नवजात को लेकर मेदिनीनगर के एमएमसीएच पहुंची। रात में ही बच्चे को अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करा दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि समय पर इलाज मिलने से बच्चे की स्थिति में सुधार होने लगा है, हालांकि अभी उसे निगरानी में रखा गया है। पुलिस को मिली जहर मिलाई हुई दवा अस्पताल चौकी पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी ली है। रूबी देवी ने दोनों दवाएं पुलिस को सौंप दी हैं, जिनमें जहर होने की आशंका है। पुलिस दवा को फोरेंसिक जांच के लिए भेजने की तैयारी कर रही है। महिला ने अपने पति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। फिलहाल नवजात एसएनसीयू में मां की देखरेख में है। डॉक्टरों की टीम लगातार उसकी स्थिति पर नजर रखे हुए है। घटना के बाद गांव में भी चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि युवक का व्यवहार पिछले कुछ समय से संदेहास्पद था। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जस्टिस सूर्यकांत 24 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के 53वें CJI के तौर पर शपथ लेने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत में संकेत दिए कि वे 1 दिसंबर को देश को सरप्राइज देंगे। उन्होंने केवल इतना इशारा किया कि सरप्राइज केसों की लिस्टिंग को लेकर है। लिस्टिंग की व्यवस्था इतनी अच्छी होगी कि सब इसका स्वागत करेंगे। देश के सबसे बड़े ज्यूडिशियल ऑफिस का चार्ज संभालने से पहले, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डेजिग्नेटेड, जस्टिस सूर्यकांत ने शनिवार को कहा कि उनका मेन फोकस देश की अदालतों में पेंडिंग केसों की भारी संख्या को कम करना होगा। जस्टिस सूर्यकांत सुप्रीम कोर्ट के उन मामलों का निपटारा करेंगे, जो हाईकोर्ट में लास्ट स्टेज में हैं और सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने के कारण लटके हैं। जस्टिस सूर्यकांत ने मीडिएशन को भी एक गेम चेंजर बताया। उन्होंने कहा कि यह लिटिगेंट्स को कोर्ट के बाहर तेजी से सेटलमेंट दिला सकता है। अगर पेंडिंग और प्री-लिटिगेशन केस मीडिएशन से सुलझाए जाते हैं, तो कोर्ट पर बोझ काफी कम हो जाएगा। जस्टिस सूर्यकांत दिल्ली में अपने सरकारी आवास पर लीगल जर्नलिस्ट्स के एक ग्रुप को एड्रेस कर रहे थे। जस्टिस सूर्यकांत की बकेटलिस्ट में क्या-क्या शपथ ग्रहण में 7 देशों के चीफ जस्टिस और उनके परिवार आएंगे राष्ट्रपति भवन में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में ब्राजील समेत दुनिया के सात देशों के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के जज शामिल होंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में यह पहला मौका होगा जब किसी CJI के शपथ ग्रहण में इतनी बड़ी संख्या में दूसरे देशों के न्यायिक प्रतिनिधिमंडल की मौजूदगी होगी। समारोह में भूटान, केन्या, मलेशिया, मॉरिशस, नेपाल और श्रीलंका के चीफ जस्टिस उनके साथ आए परिवार के सदस्य शामिल होंगे। CJI सूर्यकांत के शपथ ग्रहण में पूरा कुनबा शामिल होगा CJI पद के शपथ ग्रहण के लिए राष्ट्रपति भवन में इस कार्यक्रम के लिए निमंत्रण पत्र बनकर तैयार हो गए हैं। जस्टिस सूर्यकांत का पूरा परिवार हिसार के पेटवाड़ गांव में रहता है। उनके बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत गांव में परिवार के साथ रहते हैं, वहीं एक भाई हिसार शहर में और तीसरा भाई दिल्ली में रहता है। सूर्यकांत के अलावा, उनके तीनों भाइयों - ऋषिकांत, शिवकांत और देवकांत को भी कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला है। बड़े भाई मास्टर ऋषिकांत ने बताया कि पूरा परिवार एक दिन पहले दिल्ली रवाना होगा और हरियाणा भवन में ठहरेगा। जस्टिस सूर्यकांत के परिवार में पत्नी और 2 बेटियां सूर्यकांत के बड़े भाई देवकांत ने बताया कि जस्टिस सूर्यकांत की पत्नी सविता सूर्यकांत हैं और वह कॉलेज में प्रिंसिपल के पद से रिटायर हुई हैं। वह इंग्लिश की प्रोफेसर रही हैं। उनकी 2 बेटियां हैं- मुग्धा और कनुप्रिया। दोनों बेटियां पढ़ाई कर रही हैं। जस्टिस सूर्यकांत के यादगार फैसले सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत कई कॉन्स्टिट्यूशनल बेंच का हिस्सा रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान वे संवैधानिक, मानवाधिकार और प्रशासनिक कानून से जुड़े मामलों को कवर करने वाले 1000 से ज्यादा फैसलों में शामिल रहे। उनके बड़े फैसलों में आर्टिकल 370 को निरस्त करने के 2023 के फैसले को बरकरार रखना भी शामिल है। बिहार SIR मामले की सुनवाई भी की जस्टिस सूर्यकांत ने बिहार में SIR से जुड़े मामले की सुनवाई भी की। चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता को रेखांकित करने वाले एक आदेश में जस्टिस सूर्यकांत ने चुनाव आयोग को निर्देश दिया था कि बिहार में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट से बाहर किए गए 65 लाख नामों की डीटेल सार्वजनिक की जाए।
बरेली में मौसम ने ली करवट: घना कोहरा छाया:जनजीवन प्रभावित; 10 मीटर की दूरी भी मुश्किल
रविवार 23 नवंबर 2025 की सुबह बरेली में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। सुबह आँख खुलते ही लोगों का सामना घने कोहरे की सफेद चादर से हुआ, जिसने पूरे शहर को अपनी आगोश में ले लिया है। कोहरे की तीव्रता इतनी अधिक है कि विजिबिलिटी (दृश्यता) बेहद कम हो गई है, जिससे आम जनजीवन और यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।दृश्यता सिर्फ 10 मीटर स्थिति यह है कि सड़कों पर 10 मीटर की दूरी का भी साफ़ दिखाई नहीं पड़ रहा है। मुख्य सड़कों, चौराहों और राष्ट्रीय राजमार्गों पर वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हाइवे पर हेडलाइट्स जलाकर चल रहे वाहनबरेली से गुजरने वाले और शहर के भीतर चल रहे छोटे-बड़े सभी वाहनों को अपनी हेडलाइट्स और फॉग लाइट्स जलाकर धीमी गति से चलना पड़ रहा है। हाईवे पर चलने वाले ट्रक और बसें विशेष रूप से प्रभावित हैं, जिससे यात्रा की गति काफी धीमी हो गई है। ट्रैफिक पुलिस लोगों से सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील कर रही है। सुबह की सैर करने वालों को निराशारोजाना सुबह सैर और व्यायाम के लिए निकलने वाले लोगों को भी निराशा हाथ लगी है। घने कोहरे और ठंडी हवाओं के चलते लोग घरों में ही दुबके रहने को मजबूर हैं। मौसम विभाग का पूर्वानुमानहालांकि, मौसम विभाग के अनुसार, यह कोहरा अस्थाई है। दिन चढ़ने के साथ-साथ धूप निकलने की संभावना है, जिससे कोहरा छंट जाएगा और दृश्यता सामान्य हो जाएगी। बरेली में आज का न्यूनतम तापमान 15.2 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। जबकि अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
लखनऊ नगर निगम में मेयर और नगर आयुक्त के बीच हुए विवाद के बाद पहला सदन 3 दिसंबर को होगा। मेयर के निर्देश के बाद समिति विभाग ने इसकी तैयारियों को शुरू कर दिया है। नगर निगम की तरफ से सामान्य सदन की बैठक बुलाई गई है, जिसकी सफल कार्यकारिणी बैठक 14 नवंबर को हुई थी। सामान्य सदन की बैठक के लिए 110 वार्डों के पार्षदों से प्रस्ताव भी मांगा गया है। इनमें सोलर पैनल लगाने वाले लोगों को हाउस टैक्स में 10% की छूट, रोहिंग्या बांग्लादेशियों का सर्वे कर शहर से निकालने और पांच जोनों में मॉडल वेंडिंग जोन बनाने सहित पिंक टॉयलेट की बदहाल स्थिति के महत्वपूर्ण विषय शामिल हैं। सदन में गर्म आएगा रोहिंग्या-बांग्लादेशियों का मुद्दा लखनऊ नगर निगम के सामान्य सदन में रोहिंग्या-बांग्लादेशियों को शहर से बाहर करने का मुद्दा उठाया जाएगा। मेयर सुषमा खर्कवाल इस मुद्दे को लगातार उठा रही हैं। उनका कहना है कि शहर की शांति से कोई समझौता नहीं होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान रोहिंग्या-बांग्लादेशियों को बाहर करने के के बाद इसपर सदन में मुद्दा और भी प्रभावी ढंग से उठाया जाएगा। हालांकि, विपक्ष भी जवाब मांगने की तैयारी में है, क्योंकि बीते साल मेयर ने रोहिंग्या-बांग्लादेशियों पर कार्रवाई का मुद्दा उठाया, लेकिन अभी तक नगर निगम रोहिंग्या-बांग्लादेशियों की पहचान नहीं कर सका है। शहर की सफाई के मुद्दे पर हंगामे के आसार शहर में सफाई का काम कर रही LSA और लॉयन एनवायरो की लापरवाही के चलते आए दिन कूड़ा कलेक्शन और सड़क पर गंदगी की स्थिति बनी रहती है। नगर निगम के अधिकारी इसपर जुर्माना भी लगा रहे। इस दौरान हॉर्टिकल्चर वेस्ट के लिए कोई प्रभावी इंतजाम नहीं होने से पार्षदों में नाराजगी है। ऐसे में अधिकारियों पर पार्षदों की नाराजगी देखने को मिल सकती है। 14 नवंबर को कार्यकारिणी बैठक में पार्षदों ने कहा था कि LSA और लायन एनवायरो को मिलने वाले पेमेंट में बहुत अंतर है। एक ही काम के लिए LSA को अधिक पेमेंट मिल रहा है।उन्होंने कहा- एग्रीमेंट में था कि अगर 3 महीने तक LSA सही ढंग से काम नहीं करेगी। तो उस पर कड़ी कार्रवाई होगी। हालांकि सिर्फ जुर्माना लगाया जा रहा। इस पर नगर आयुक्त ने जरूरी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था। पिंक टॉयलेट बदहाल और पुराने मुद्दों का हल लखनऊ में पिंक टॉयलेट के खराब हालात का मुद्दा सदन में।फिर उठेगा। भाजपा पार्षद अनुराग मिश्रा अन्नू ने इसकी तैयारी की है। सीएम के उद्घाटन के कुछ महीने बाद ही यह टॉयलेट बदहाल हो गए। इन टॉयलेट पर फ्लैक्स लगाकर प्रचार किया जा रहा, लेकिन टॉयलेट की स्थिति बदतर है। अधिवक्ता शैलेंद्र चौहान को नगर निगम के विधि पैनल में जोड़ने और नमित शर्मा को लेकर चर्चा भी हो सकती है।जिसको लेकर मेयर और नगर आयुक्त के बीच में टकराव हो चुका है। सोलर पैनल धारकों को टैक्स में छूट अक्षय ऊर्जा और पीएम सूर्य आवास योजना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से घरों पर सोलर पैनल स्थापित करने वाले लोगों को गृहकर (आवासीय) और जलकर (आवासीय) में 10 प्रतिशत की छूट मिलेगी। सदन इसपर मुहर लगा सकता है, लेकिन इस बीच टैक्स कलेक्शन में कमी आने की आशंका अधिकारी जता चुके हैं। कुत्तों का टीकाकरण-नसबंदी उच्चतम न्यायालय द्वारा 7 नवम्बर 2025 को दिए गए आदेश के अनुपालन पर मुहर लग सकती है। अदालत ने सार्वजनिक स्थलों जैसे स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, खेल परिसर, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि के आस-पास स्ट्रीट डॉग्स की नसबंदी और टीकाकरण की प्रक्रिया सुनिश्चित करने के आदेश दिए थे। इस पर कुत्तों के टीकाकरण और नसबंदी करवाने का निर्णय लिया जाएगा। महंगी होगी पार्किंग, पार्कों का पैकेजवार टेंडर ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सदन में 58 स्ट्रीट पार्किंग स्थल बनाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की संभावना है। शहर की पार्किंग भी अब महंगी होगी। नगर निगम सदन जोनवार पैकेज टेंडर सिस्टम को मंजूरी दे सकता है। अब 150 से 200 पार्क का एक पैकेज बनाया जाएगा। पैकेज के तहत इसका टेंडर जारी कर पार्कों का अनुरक्षण किया जाएगा। मृतक आश्रित को नियुक्ति मिलेगी 46 मृतक आश्रितों में से अब तक कितनों को नियुक्ति दी गई है। इसका मुद्दा भी उठेगा। मेयर ने 30 नवंबर तक सभी को नियुक्ति देने का निर्देश दिया है। अवैध होर्डिंग बैनर पर क्या कार्रवाई हुई। इसका जवाब अधिकारियों से बैठक में मांगा जाएगा।
भदोही में तालाब में मिला युवक का शव:पुलिस ने पोस्टमॉर्टम को भेजा, युवती भगाने के आरोप में गया था जेल
भदोही जिले में पुलिस हिरासत में एक आरोपी का शव तालाब से बरामद हुआ है। युवक पर एक युवती को भगाकर ले जाने का आरोप था। शव की पहचान ज्ञानपुर कोतवाली के होमगार्ड संजय यादव के पुत्र सूर्यभान यादव के रूप में हुई है। यह घटना ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र के मवैया हरदोपट्टी गांव में हुई। रविवार सुबह चकवा महाबीर मंदिर स्थित तालाब के पास सूर्यभान का बेल्ट, मफलर और आधार कार्ड मिला। इसकी सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया और परिजन भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों और स्थानीय लोगों ने युवक के शव की तलाश शुरू की, जिसके बाद तालाब से उसका शव बरामद हुआ। बताया जा रहा है कि सूर्यभान यादव कुछ दिन पहले एक युवती को भगाकर ले जाने के आरोप में गिरफ्तार हुआ था और पुलिस की हिरासत में था। शव मिलने की खबर फैलते ही मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में जयपुर डांस कॉन्क्लेव (जेडीसी) के पहले दिन की शुरुआत बेहद उत्साह और ऊर्जा के साथ हुई। राजस्थान में अपने प्रकार का यह पहला डांस कॉन्क्लेव नृत्य प्रस्तुतियों, कार्यशालाओं और चर्चाओं की एक रोमांचक श्रृंखला प्रस्तुत कर रहा है। इसके माध्यम से जयपुर के दर्शकों को भारतीय नृत्य परंपरा की व्यापकता और विविधता से रूबरू कराया जा रहा है। यह फेस्टिवल आर्टस्पॉट्स की पहल है और पर्यटन विभाग, राजस्थान सरकार, राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका), ग्रामीण विकास विभाग और राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर द्वारा समर्थित है। इस आयोजन की संकल्पना और क्यूरेशन मंजोत चावला और कुचिपुड़ी नृत्यांगना अमृता लाहिड़ी द्वारा किया गया है। फेस्टिवल के पहले दिन की शुरुआत भरतनाट्यम की प्रसिद्ध नृत्यांगना, पद्मश्री लीला सैमसन के लैक्चर के साथ हुई। उन्होंने अपने व्याख्यान में डांस स्कॉलर्स और प्रैक्टिशनर्स के बीच के संबंध पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इनके बीच का संबंध बहुत नाजुक होता है। दोनों ही अपनी-अपनी नजर से कला को समझते हैं, लेकिन उन कला की तकनीक, प्रक्रिया और अभिव्यक्ति को देखने का उनका दृष्टिकोण अलग हो सकता है। उन्होंने आगे नृत्य में साहित्य के महत्व पर विचार रखते हुए बताया कि नृत्य केवल बॉडी मूवमेंट्स और संगीत तक सीमित नहीं है, बल्कि वह अनेक तत्वों के साथ मिलकर पूर्ण होता है। इसमें कॉस्टूम और आभूषण, स्टेज लाईटिंग, अपने संगीतज्ञों के साथ आपके संबंध आदि पहलू नृत्य की अभिव्यक्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसके बाद पद्मश्री लीला सैमसन और साहित्यिक सलाहकार मीता कपूर ने ‘डांस – द ऑल इन्क्लूसिव आर्ट फॉर्म’ विषय पर नृत्य की व्यापकता, समावेशिता और समाज में उसकी भूमिका पर विस्तृत चर्चा की। लीला सैमसन ने कहा कि नृत्य लगातार विकसित हो रहा है और नए रूप ले रहा है, लेकिन इसके मूल रूप को संरक्षित रखना भी बहुत ज़रूरी है। उन्होंने बताया कि पहले के गुरु अपने तरीके में ज्यादा पारंपरिक और सख्त होते थे। उन्होंने गुरुकुल परंपरा में मर्यादा पर जोर देते हुए बताया कि नृत्य सिर्फ एक कला नहीं, बल्कि रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा था जहां सीखना, अभ्यास करना और गुरु का आदर करना सबसे महत्वपूर्ण माना जाता था। इसके अतिरिक्त, लीला सैमसन ने नृत्य की शब्दावली, 'अरंगेत्रम' और देवदासी परंपरा का भी उल्लेख किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अगर हमने नृत्य के इन मूल रूपों और परंपराओं को संरक्षित नहीं किया, तो हो सकता है कि हमारी पीढ़ी इस कला को उसके असली रूप में देखने वाली आखिरी पीढ़ी बन जाए। दूसरा सेमिनार ‘द आर्ट्स ईकोसिस्टम – डायनेमिक्स एंड बैलेंस’ विषय पर आयोजित हुआ, जिसमें दीप्ति शशिधरन, शान भटनागर, अखिला कृष्णमूर्ति और अदिति जेटली ने कला जगत के बदलते ईकोसिस्टम और संतुलन पर गहन चर्चा की। चर्चा की शुरुआत में सीनियर क्यूरेटर, अदिति जेटली ने आर्ट ईकोसिस्टम को आकार देने और उसे आगे बढ़ाने में संग्रहालयों की भूमिका पर बात की। उन्होंने कहा कि आज नए और अलग तरह के स्पेस सामने आ रहे हैं, ऐसे स्पेस जो केवल कला को सुरक्षित ही नहीं रखते, बल्कि कलाकारों और दर्शकों के बीच संवाद और जुड़ाव को भी बढ़ाते हैं। उन्होंने बताया कि 'कोलैबोरेशंस' आजकल एक महत्वपूर्ण ट्रैंड बन चुके हैं। हर नया कोलैबोरेशन कला को समृद्धि प्रदान करता है। वहीं, आर्टिस्ट, शान भटनागर ने कला के संरक्षण और जुगलबंदी पर विशेष जोर दिया। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि ब्लॉक प्रिंटिंग, ज्वेलरी जैसी कलाओं को छोड़कर कई शिल्पकारों की नई पीढ़ियां अब अपनी पारंपरिक कला को सीखने या आगे बढ़ाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसलिए कई पारंपरिक कलाएं विलुप्त होने के कगार पर हैं। उन्होंने इन विलुप्त हो रही कलाओं को बचाने के लिए संरक्षकों और समाज के समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि खुशी की बात है कि जयपुर में ऐसे कई संरक्षक मौजूद हैं, जो इन कलाओं को जीवित रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और कलाकारों को मंच, सम्मान और अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं। कला इतिहासकार दीप्ति शशिधरन ने कला के संरक्षण में म्यूजियम, आर्काइव्स और लाइब्रेरी की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ये सभी केवल भवन या संस्थाएं नहीं हैं, बल्कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने वाले महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। नृत्य जैसी कला का संरक्षण भी इन्हीं संस्थाओं के माध्यम से संभव होता है, क्योंकि ये कला की कहानियों और परंपराओं को सुरक्षित रखती हैं। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि कला को बचाने के लिए शिक्षा और जागरूकता का बढ़ना बेहद जरूरी है। जब लोग कला के महत्व, उसकी पृष्ठभूमि और उसकी बारीकियों को समझेंगे, तब ही वे उसके संरक्षण में भागीदार बन पाएंगे। इस सत्र का संचालन आर्ट्स एंटरप्रेन्योर, अखिला कृष्णमूर्ति ने किया। कॉन्क्लेव के दौरान कलाकार चैना और राकेश द्वारा राजस्थान के मीणा समुदाय के क्रॉस डांसर्स के अतीत, वर्तमान और भविष्य को मंच पर प्रस्तुत करने वाला यह एक नाटकीय लोक-प्रदर्शन 'कशीदा फूल- जर्नीइंग विद द क्रॉस डांसर्स ऑफ राजस्थान' परफॉर्म किया गया। इसमें दो पुरुष कलाकारों अपने वस्त्र बदलने की अंतरंग प्रक्रिया - मंच पर ही पुरुष से स्त्री नर्तक में बदलने के माध्यम से पहचान, जेंडर-फ्लुएडिटी, सामाजिक भूमिकाएं, समुदाय और परिवार जैसे महत्वपूर्ण विषयों को उजागर किया। इस प्रस्तुति का क्यूरेशन और संचालन श्रीया किशनपुरिया, कामाक्षी सक्सेना और सुप्रिया ने किया। यह प्रस्तुति एलायंस फ़्रांसेज़ जयपुर, जयपुर विरासत फाउंडेशन और माह स्पेस के सहयोग से आयोजित की गई। जिसके बाद, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित प्रेरणा श्रीमाली द्वारा कथक पर एक वर्कशॉप आयोजित की गई, जो प्रतिभागियों के लिए सीखने और अनुभव साझा करने का एक अनूठा अवसर रहा। इस वर्कशॉप में कथक की बारीकियों को सिखाया गया। प्रेरणा श्रीमाली ने अपने अनुभव और तकनीक को प्रतिभागियों के साथ साझा करते हुए नृत्य की परंपरा और शास्त्रीय मूल्यों का महत्व समझाया। सत्र में प्रतिभागियों ने न केवल नृत्य की तकनीक सीखी, बल्कि मंच पर अभिव्यक्ति, लय और भाव के संयोजन का अभ्यास भी किया। शाम को दौसा के गुर्जर और मीणा समुदाय के कलाकारों द्वारा प्रस्तुति 'कन्हैया दंगल' में राजस्थान की 200 साल पुरानी लोक परंपरा को दर्शाया गया। इस प्रदर्शन के माध्यम से समुदाय के गौरव, मिलनसारिता, एकजुटता और लयबद्धता के भाव को प्रदर्शित किया गया। इस प्रस्तुति में प्राचीन कहानियों, विशेष रूप से महाभारत की कथाओं को, छंद, संगीत और भावपूर्ण प्रस्तुति के माध्यम से जीवंत किया गया। इसमें दर्शाया गया कि किस प्रकार यह परंपरा गांवों को एक साथ लाती है, एक-दूसरे के लिए खड़े होने की भावना पैदा करती है और सामूहिक अभिव्यक्ति में आनंद का अनुभव कराती है। यह प्रस्तुति सुप्रिया और जयपुर डांस कॉन्क्लेव की टीम द्वारा संचालित और जयपुर विरासत फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित की गई।
मथुरा शहर कोतवाली क्षेत्र के होली गेट पर शनिवार शाम बाइक निकालने को लेकर दो युवकों में जमकर मारपीट हुई। राहगीरों और स्थानीय लोगों की भीड़ एकत्रित होने से वहां जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। सूचना मिलने पर कोतवाली प्रभारी विनोद बाबू मिश्रा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों युवकों को अलग कर शांत कराया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों युवक एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर कोतवाली भेज दिया। सबसे पहले ये तस्वीरें देखिए अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला इस घटना का वीडियो कुछ लोगों ने बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। पुलिस वायरल वीडियो की सत्यता और झगड़े के वास्तविक कारण का पता लगाने का प्रयास कर रही है। हिरासत में लिए गए दोनों युवकों ने अभी तक अपनी पहचान स्पष्ट नहीं की है। पुलिस उनके पते और क्षेत्र की जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ कर रही है। इस घटना के कारण क्षेत्र में कुछ समय के लिए भीड़ और जाम की स्थिति बन गई थी, जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया। कोतवाली पुलिस ने बताया कि मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है। युवकों की पहचान होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना की जांच जारी है।
जयपुर शहर में कचरे की समस्या गंभीर रूप लेती जा रही है। दैनिक भास्कर ऐप के सिविक इश्यू प्लेटफॉर्म पर पिछले कई दिनों से कचरे से संबंधित शिकायतों की बाढ़ आ गई है, लेकिन नगर निगम की लापरवाही के कारण स्थिति सुधरने की बजाय और बिगड़ती जा रही है। शहर के कई वार्डों में सड़कों, खाली प्लॉटों और बाजारों के आसपास कचरे के ढेर लगे हुए हैं। सफाई कर्मचारी समय पर कचरा नहीं उठा रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप बदबू, मच्छरों, मक्खियों और आवारा जानवरों की संख्या में वृद्धि हो रही है। कचरे के ढेर से वार्ड नंबर 87 के लोग परेशान वार्ड 87 घाट गेट क्षेत्र में रहने वाले प्रवीण ने बताया कि सड़क किनारे जमा कचरा महीनों से नहीं उठ रहा। इसके पास ही बने कचरा डिपो में बार-बार आग लग जाती है, जिससे धुआँ और बदबू फैलकर लोगों का जीना मुश्किल कर देती है। शिकायतों पर कर्मचारी सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं। वार्ड नंबर 18 में खाली मकान बना कचरे का डंपवार्ड 18 प्रताप नगर के निवासी महेंद्र शर्मा ने बताया कि खाली मकान में लंबे समय से कचरा फेंका जा रहा है। इसमें जमा पानी से मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे बीमारियों का डर लगातार मंडरा रहा है। कई शिकायतों के बावजूद नगर निगम ने सफाई नहीं करवाई। वार्ड 26 में पांच बार शिकायत के बाद भी समाधान नहींवार्ड 26 विद्याधर नगर की निर्मला शेखावत ने बताया कि वे इस समस्या की पांच बार शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन सफाईकर्मी नहीं आए। कचरा कई दिनों तक जमा रहता है, जिससे तेज़ बदबू फैलती है। जिसकी वजह से आसपास रहना मुश्किल हो गया है। लेकिन प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। मोबाइल टावर के पास कचरे का ढेर से वार्ड 37 के लोग परेशानवार्ड 37 कल्याण कुंज कॉलोनी में रहने वाले मनीष ने बताया कि मोबाइल टावर के पास कचरे का बड़ा ढेर जमा है। बदबू और गंदगी से लोगों को रोज़ाना परेशानी होती है। रास्ता संकरा और फिसलन भरा हो गया है, जिससे दुर्घटना का खतरा भी बढ़ गया है। लेकिन नगर निगम कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। आम जनता ने कहा कि जयपुर को कागजों में भले ही स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल गया हो। लेकिन हकीकत में हालत काफी खराब है। शहर में नियमित सफाई, फॉगिंग और कचरा उठाने की व्यवस्था तक नहीं है। अगर हकीकत में यही हाल लागू रहे, तो जनता का हाल और बेहाल हो जाएगा। आप भी कर सकते हैं पोस्टअब लोग अपनी बात सीधे दैनिक भास्कर ऐप पर रख रहे हैं। दैनिक भास्कर ऐप के 'सिविक इश्यू' सेक्शन में गली या मोहल्ले की समस्या लिखकर और फोटो लगाकर पोस्ट की जा सकती है। अगर आपने इस सेक्शन में किसी समस्या को लेकर पोस्ट किया और उसका समाधान हो गया है तो आप पोस्ट कर बता सकते हैं कि आपकी समस्या का समाधान हो। यहां क्लिक करें। ये भी पढ़े.. कचरे के ढेर से बीमारी फैलने की संभावना:ट्रांसफॉर्मर के पास सुरक्षा जाली तक नहीं,सड़क पर बिखरा सामान; विभाग बने लापरवाह जयपुर शहर में स्थानीय समस्याओं को लेकर जनता की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। दैनिक भास्कर डिजिटल के सिविक इश्यू सेगमेंट में रोजाना बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज हो रही हैं। इनमें साफ दिख रहा है कि शहर की मूलभूत सुविधाएं बदहाल हैं, विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। (पूरी खबर पढ़े)
हरियाणा के पंचकूला में एक कॉलेज छात्र के साथ 43 हजार रुपए की ऑनलाइन ठगी का मामला सामने आया है। साइबर थाना पुलिस पंचकूला ने युवक की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए हैं, उनकी जांच की जा रही है। फर्जी वेबसाइट पर डाली जानकारीपंचकूला सेक्टर-3 निवासी युगवीर ने बताया कि वह चंडीगढ़ के एसडी कॉलेज में बीए तृतीय वर्ष का छात्र है। उसके पास एक्सिस बैंक का क्रेडिट कार्ड है। उसे 2492 रुपए कटने का मैसेज मिला, जबकि उसने कोई ट्रांजैक्शन नहीं की थी। इस पर उसने एक्सिस बैंक के मैनेजर से संपर्क किया। मैनेजर ने उसे एक वेबसाइट बताई, जहां शिकायत दर्ज करवाने को कहा गया। युगवीर ने वेबसाइट पर अपनी जानकारी भरी तो उसके खाते से 43 हजार रुपए कट गए। साइबर थाना पुलिस जांच में जुटीसाइबर थाना पंचकूला के जांच अधिकारी एसआई करनैल सिंह ने बताया कि छात्र की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए हैं, उनके बैंक रिकॉर्ड लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच के बाद आरोपी को जल्द ट्रेस कर लिया जाएगा।
भिंड शहर के अटेर रोड पर शनिवार देर रात बड़ा हादसा टल गया। बड़े हनुमान मंदिर के पास बिजली की सप्लाई लाइन (LT Line) टूटकर सड़क पर गिर गई, जिसमें करीब 40 मिनट तक करंट दौड़ता रहा। गनीमत रही कि कोई इसकी चपेट में नहीं आया। सूचना के बाद पहुंचे अमले ने तार तो किनारे कर दिए लेकिन सुधार कार्य नहीं किया। इसके चलते एचसीएफ फीडर के करीब एक हजार उपभोक्ताओं के घरों में पूरी रात अंधेरा छाया रहा। घटना शनिवार रात करीब 9:30 बजे की है। बड़े हनुमान मंदिर के पास एलटी केबल लंबे समय से नीचे झूल रही थी। सड़क के एक छोर से दूसरे छोर तक झूलती यह सप्लाई लाइन अचानक एक अज्ञात वाहन की चपेट में आकर टूट गई और जमीन पर गिर पड़ी। लोगों ने ट्रैफिक रोका, डेढ़ घंटे लगा रहा जामजब स्थानीय लोगों ने देखा कि करंट युक्त केबल सड़क पर पड़ी है, तो उन्होंने तुरंत दोनों ओर वाहनों को रोक दिया। वे खुद सड़क पर खड़े होकर लोगों को सतर्क करने लगे। इस वजह से सड़क पर करीब डेढ़ घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। डेढ़ घंटे बाद पहुंची टीम, नहीं जोड़ी लाइननागरिकों ने तत्काल बिजली कंपनी के ऑफिस में फोन किया। सूचना के करीब डेढ़ घंटे बाद बिजली कंपनी का मैदानी अमला मौके पर पहुंचा। टीम ने सप्लाई लाइन को बंद कराया और टूटे हुए तारों को समेटकर किनारे कर दिया, लेकिन केबल को जोड़कर सप्लाई बहाल नहीं की। रात भर अंधेरे में रहे हजारों लोगस्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि कर्मचारी मौके पर ही लाइन सुधार देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। रात में फीडर को चालू नहीं किया गया, जिससे रात 9:30 बजे से लेकर खबर लिखे जाने तक उपभोक्ताओं के घर अंधेरे में डूबे रहे। इससे हजारों लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई। रहवासी बोले- कंपनी की लापरवाही हैस्थानीय निवासी पीके भदौरिया ने बताया कि बिजली कंपनी की लापरवाही के कारण ही यह हादसा हुआ। शुक्र है कि केबल में उस समय करंट प्रवाहित हो रहा था, लेकिन किसी के संपर्क में नहीं आया, वरना बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। लोगों ने समय रहते वाहनों को रोक दिया, नहीं तो हालात गंभीर हो सकते थे। भदौरिया ने बताया कि कर्मचारी आए जरूर, पर रात में लाइन नहीं जोड़ी, जिससे कई घरों में पूरी रात अंधेरा रहा।
हरियाणा के अंबाला के युवा सिंगर अभिजीत शर्मा इन दिनों इंडियन आइडल के मंच पर अपनी प्रतिभा का जादू बिखेर रहे हैं। उनकी आवाज़ और आत्मविश्वास ने न केवल जजों को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे देश में उन्हें एक नई पहचान दिलाई है। शुरुआत में लोग उन्हें एक साधारण प्रतिभागी के रूप में देख रहे थे, लेकिन अब वे शो में लगातार आगे बढ़ते हुए टॉप कंटेंडर बन चुके हैं। अंबाला के लिए वे गर्व का विषय बन चुके हैं। बचपन से संगीत के प्रति लगाव अभिजीत का संगीत सफर 7 साल की उम्र से शुरू हुआ था। उन्होंने सबसे पहले अपने शहर अंबाला के एक छोटे मंच पर प्रस्तुति दी थी। तभी से उन्होंने संगीत को अपने जीवन का हिस्सा बना लिया। कई स्थानीय कार्यक्रमों और स्कूल- कॉलेज प्रतियोगिताओं में भाग लेकर उन्होंने अपनी आवाज़ को तराशा। धीरे-धीरे उनके प्रतिभा को पहचान मिली और लोगों ने उन्हें एक उभरते हुए सिंगर के रूप में देखना शुरू किया। पिछले कुछ वर्षों में अभिजीत ने कई म्यूज़िकल इवेंट्स में हिस्सा लिया और सोशल मीडिया पर अपने कवर गानों के जरिए लोगों का दिल जीता। यहीं से उनकी लोकप्रियता बढ़ती गई और इंडियन आइडल के मंच तक पहुंचने का रास्ता खुल गया। इंडियन आइडल में पहुंचकर बढ़ा आत्मविश्वास अभिजीत शर्मा का कहना है कि इंडियन आइडल तक पहुंचना उनके लिए “ड्रीम कम ट्रू” जैसा है। ऑडिशन राउंड से लेकर अब तक के सभी स्टेज पर उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। जजों ने कई बार उनकी तारीफ करते हुए कहा है कि उनमें एक “स्टार परफॉर्मर” बनने की क्षमता है। प्रत्येक प्रदर्शन के बाद सोशल मीडिया पर अंबाला और हरियाणा के लोग उनके लिए सपोर्ट मैसेज भेज रहे हैं। कई स्थानीय संस्थाओं ने भी समर्थन का एलान किया है। शहर के स्कूलों, कॉलेजों और संगीत संस्थानों में उनका नाम प्रेरणा के रूप में लिया जा रहा है। सोशल मीडिया पर शेयर किया भावुक वीडियो हाल ही में अभिजीत शर्मा ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक भावुक वीडियो साझा किया। इस वीडियो में उन्होंने अंबाला के लोगों का दिल से आभार जताया और कहा कि उनका पूरा सफर शहर की दुआओं के बिना संभव नहीं था। अभिजीत ने वीडियो में कहा कि आप सबके ब्लेसिंग्स और सपोर्ट की वजह से इंडियन आइडल के मंच तक पहुंचा हूँ। जब भी अंबाला की न्यूज़ में मेरा नाम आता है तो मुझे गर्व होता है। मैं 7 साल की उम्र से इस शहर में संगीत सीखते हुए बड़ा हुआ हूँ और अब मुझे अपने शहर को एक बड़े मंच पर रिप्रेजेंट करने का मौका मिला है। जितना सपोर्ट अंबाला से मिल रहा है, उसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। उन्होंने आगे कहा कि जब पूरा शहर आपके साथ खड़ा हो तो एक अलग ही कॉन्फिडेंस आता है। वोटिंग राउंड शुरू हो चुका है और अब मुझे सिर्फ अंबाला ही नहीं बल्कि पूरे हरियाणा के सपोर्ट की ज़रूरत है। उन्होंने वीडियो में बताया कि अब शो में वोटिंग राउंड शुरू हो चुका है और अभिजीत के लिए यह सबसे अहम समय है। वे लगातार मेहनत कर रहे हैं और जनता से अपील कर रहे हैं कि उन्हें वोट देकर आगे बढ़ने में मदद करें।
विशेष न्यायाधीश एससी-एसटी एक्ट राकेश कुमार की अदालत ने 11 वर्ष पुराने मारपीट के मामले में अपना फैसला सुनाते हुए 70 वर्षीय जगदीश प्रसाद तिवारी और रीता नामक महिला को दोषी करार दिया है। अदालत ने दोनों को छह माह की परिवीक्षा अवधि पर सदाचार बनाए रखने की शर्त के साथ प्रोबेशन पर रिहा करने का आदेश दिया है। यह मामला वर्ष 2014 का है। थाना खण्डासा क्षेत्र के नौगंवा गांव में 18 सितंबर की शाम दलित महिला नीलम के साथ मारपीट की घटना सामने आई थी। अभियोजन पक्ष के अनुसार, नीलम जब अपने पुराने घर से नए घर जा रही थी, तभी पुरानी रंजिश के चलते गांव के ही जगदीश, उनकी पत्नी, रामदेव, राम सुधारे और रीता ने उसके साथ मारपीट की। आरोप था कि अभियुक्तों ने नीलम को जातिसूचक गालियां दीं और उसके कपड़े फाड़ दिए। कोर्ट के आदेश पर थाना खण्डासा में छेड़खानी तथा एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। मुकदमे की सुनवाई के दौरान वादी नीलम को एकमात्र गवाह के रूप में अदालत में पेश किया गया। पत्रावली में उपलब्ध साक्ष्यों और गवाहों के बयानों का मूल्यांकन करने के बाद अदालत ने जगदीश प्रसाद और रीता को मारपीट और गाली-गलौज के आरोपों में दोषी पाया। हालांकि, एससी-एसटी एक्ट के आरोपों में सबूतों की कमी के चलते दोनों को दोषमुक्त कर दिया गया। अदालत ने उन्हें छह माह की परिवीक्षा अवधि में अच्छा आचरण बनाए रखने की चेतावनी के साथ रिहा किए जाने का आदेश दिया।
सिंगरौली जिले में शनिवार रात से रविवार सुबह के बीच तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इस बदलाव से ठंड का असर आम जनजीवन पर स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार रात का न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस था, जो रविवार सुबह घटकर लगभग 11 डिग्री सेल्सियस हो गया। सुबह के समय जिले में घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिब्लिटी काफी कम हो गई। इसके कारण मुख्य मार्गों पर वाहन चालकों को धीमी गति से चलना पड़ा और सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में भी देरी की शिकायतें मिलीं। कोहरे ने ठंड के प्रभाव को और बढ़ा दिया। विशेषज्ञ बोले-घना कोहरा और नमी ने इलाकों में बढ़ाई सर्दी मौसम विशेषज्ञों ने बताया कि जिन इलाकों में घना कोहरा था, वहां सतह से निकलने वाली नमी और ठंडी हवाओं के कारण 'महसूस होने वाला' तापमान वास्तविक से भी कम रहा। सरई, माडा और चितरंगी जैसे ग्रामीण इलाकों में ठंडी हवाओं का असर अधिक महसूस किया गया। प्रशासन ने बच्चों, बुजुर्गों और दैनिक कामकाजी लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। स्थानीय निवासियों ने भी इस बदलाव को महसूस किया। कई लोगों ने बताया कि सुबह उठते ही उन्हें गर्म कपड़े पहनने पड़े और ठंड के कारण बाहरी गतिविधियों में परेशानी हुई। प्रशासन ने कोहरे और कम तापमान को देखते हुए वाहन चालकों को हेडलाइट्स का उपयोग करने और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
आर्मी लिखी जीप से शराब तस्करी:सतना में दो आरोपी गिरफ्तार, 61 लीटर शराब जब्त
सतना जिले की कोठी थाना पुलिस ने एक जीप से शराब की तस्करी करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए जीप के आगे और पीछे 'आर्मी' लिख रखा था। पुलिस ने जीप से 61 लीटर अवैध शराब जब्त की है। यह कार्रवाई शनिवार को चित्रकूट रोड पर वाहनों की चेकिंग के दौरान की गई। पुलिस एक स्टॉपर लगाकर आने-जाने वाले वाहनों की जांच कर रही थी, तभी सीधी जिला पासिंग की एक जीप (एमपी 53 सीए 5457) आती दिखी। पुलिस ने जीप को रुकने का इशारा किया। पुलिस को देखकर भागने लगे आरोपीशुरुआत में जीप सवार युवकों ने सामान्य होने का नाटक किया, लेकिन जब पुलिस ने चेकिंग के लिए पीछे का गेट खोलने को कहा तो दोनों भागने लगे। हालांकि, पुलिस ने उन्हें मौके पर ही पकड़ लिया। तलाशी के दौरान जीप से 61 लीटर अवैध शराब बरामद हुई। पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान रमपुरा निवासी अकलेश कुशवाहा (पिता बाबूलाल) और अमित कुशवाहा (पिता रामप्रताप) के रूप में हुई है। दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी अकलेश कुशवाहा इससे पहले भी कोरोना लॉकडाउन के समय दो बार शराब तस्करी करते हुए पकड़ा जा चुका है। इस बार उसने तस्करी के लिए अपने एक रिश्तेदार की जीप का इस्तेमाल किया था।
प्रतापगढ़ में शनिवार रात चुनावी रंजिश में दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। सपा नेता और उसके भाई ने फायरिंग कर दी। इसमें पूर्व प्रधान गुड्डू के बेटे मोहम्मद फुरकान (20) को गले में गोली लगी। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसके भाई एहतेशाम उर्फ साहिल भी गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गया। मामला कुंडा कोतवाली क्षेत्र के सरियावा गांव का है। यहां के 2 परिवारों के बीच लंबे समय से पुरानी रंजिश चल रही है। शनिवार रात करीब 9 बजे दोनों पक्षों में पहले कहासुनी हुई। फिर मारपीट और फायरिंग होने लगी। परिजन घायलों को लेकर कुंडा सीएचसी पहुंचे। डॉक्टरों ने फुरकान को मृत घोषित कर दिया, जबकि साहिल को प्रयागराज रेफर कर दिया गया। युवक की मौत के बाद अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई और परिजनों ने पुरानी रंजिश को हमले का कारण बताया। गांव में तनाव के मद्देनजर पुलिस बल तैनात किया गया है। गोली चलाने वाले सपा नेता तनवीर मिल्की और उसके भाई सोहराब को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला कई महीनों से रंजिश चल रही थीसरियावा गांव के पूर्व प्रधान गुड्डू के बेटे फुरकान और समाजवादी पार्टी के जिला सचिव तनवीर मिल्की के बीच पिछले कई महीनों से रंजिश चल रही थी। दोनों पक्षों में पहले भी झगड़ा और मनमुटाव हो चुका था। शनिवार रात उनके बीच विवाद शुरू हुआ तो कहासुनी बढ़ती चली गई। तनवीर गुस्से में घर से लाइसेंसी बंदूक निकाल लाया। इसके बाद उसने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। घटना की सूचना मिलते ही भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। लाइसेंसी हथियार भी बरामद कर लिया। पुलिस के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच पहले भी कई बार झगड़े और मनमुटाव की घटनाएं सामने आई थीं। सपा नेता ने दी थी धमकीमृतक फुरकान के चाचा मोहम्मद अख्तर ने बताया कि समाजवादी पार्टी के जिला सचिव तनवीर मिल्की ने हमें धमकी दी थी। हम लोग बाहर खड़े थे, तभी तनवीर अपने भाई सोहराब के साथ आया और विवाद करने लगा। देखते ही देखते कहासुनी मारपीट तक पहुंच गई। दोनों पक्षों के बीच लात-घूसे चलने लगे। इस बीच उसने फुरकान और साहिल पर फायरिंग कर दी। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गयासूचना मिलते ही एएसपी पश्चिमी बृजनंदन राय और कुंडा कोतवाल अवन दीक्षित पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अपर पुलिस अधीक्षक बृजनंदन राय ने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की गहन जांच पड़ताल की जा रही है। -------------------------- ये खबर भी पढ़िए... कश्मीर से आए फौजी समेत 3 दोस्तों की मौत, अमेठी में 100 की स्पीड में बुलेट ट्रक में टकराई अमेठी में ट्रक और बुलेट की टक्कर हो गई। हादसे में फौजी समेत तीन दोस्तों की मौत हो गई। तीनों शादी समारोह से लौट रहे थे। बुलेट की स्पीड 100 के करीब थी। ट्रक सड़क पर खड़ा था।उन्होंने बचने के लिए बुलेट की ब्रेक मारी, लेकिन ट्रक से टक्कर हो गई। पूरी खबर पढ़िए...
हरदा में टावर वैगन पटरी से उतरी:मुंबई-हावड़ा मेल, जनता एक्सप्रेस समेत डाउन ट्रैक की कई ट्रेनें लेट
हरदा में जिला मुख्यालय के रेलवे डबल फाटक के पास डाउन ट्रैक पर एक टावर वैगन पटरी से उतर गई। यह घटना रविवार सुबह करीब 7:30 बजे हुई, जिससे मुंबई से इटारसी की ओर जाने वाली सभी ट्रेनें प्रभावित हुईं। घटना के बाद डाउन ट्रैक पर रेल यातायात बाधित हो गया है। बता दें यह रूट मुंबई और दिल्ली को जोड़ता है। हरदा में 2 ही लाइन हैं। वैगन पटरी पर उतरने से डाउन ट्रैक बंद हो गया है। जिस कारण ट्रेनें लेट हो रही हैं। यह ट्रेनें हुईं लेटडाउन ट्रैक पर टावर वैगन पटरी से उतरने से रेल यातायात प्रभावित हो गया। घटना के बाद मुंबई–हावड़ा मेल, जनता एक्सप्रेस, कुशीनगर एक्सप्रेस सहित इटारसी की ओर जाने वाली कई ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। रेलवे टीम पिछले दो घंटे से ट्रैक सुधार कार्य में जुटी है और मुख्य लाइन को चालू होने में लगभग एक से डेढ़ घंटे का समय लगने की संभावना है, वहीं फिलहाल ट्रेनों को उप ट्रैक से निकाला जा रहा है। सुधार काम तेजी से जारीपटरी से उतरी वैगन को हटाने और ट्रैक को बहाल करने का काम तेजी से जारी है। इस कार्य में रेलवे के 100 से अधिक कर्मचारी लगे हुए हैं। वे वैगन को हटाने और ट्रैक की मरम्मत करने में जुटे हुए हैं ताकि जल्द से जल्द ट्रेनों का संचालन सामान्य किया जा सके। इस घटना को लेकर रेलवे अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालते नजर आ रहे हैं। रेलवे सूत्रों के अनुसार, मामले की जांच (इंक्वायरी) बैठने के बाद ही यह तय हो पाएगा कि घटना के लिए कौन जिम्मेदार है। फिलहाल कोई भी रेलवे अधिकारी मीडिया से बात करने से साफ तौर पर बचते नजर आ रहे हैं।
करनाल के तरावड़ी में ईदगाह कॉलोनी क्षेत्र में साइकिल सर्कस के दौरान कुछ युवकों द्वारा हमला कर नकदी और सामान लूटने का मामला सामने आया है। घटना उस समय हुई, जब दो व्यक्ति अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे। इसी दौरान कार सवार पांच युवक वहां पहुंचे और दोनों को मारपीट कर उनसे नकदी और सामान छीन लिया। चोट लगने के कारण पीड़ितों की हालत बिगड़ गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी है। शिकायतकर्ता ने बताई वारदात की पूरी कहानी करनाल निवासी पीड़ित रूपचंद ने तरावड़ी थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने भांजे बंटी निवासी फुसगढ़ करनाल के साथ ईदगाह कॉलोनी तरावड़ी में साइकिल सर्कस कर रहा था। शनिवार देर शाम कार में सवार पांच युवक राजन, ऋषभ, सिकंदर, धोला और शिवम वहां पहुंचे और बिना कुछ कहे हमला कर दिया। रूपचंद के अनुसार आरोपियों ने उनकी जेब से 15 हजार रुपए नकद और सर्कस का सामान छीन लिया तथा मारपीट कर घायल कर दिया। पीड़ित का कहना है कि बंटी को बहुत ज्यादा चोटे आई है। जिससे उसे काम करने भी दिक्कतें आ रही है। आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू तरावड़ी थाना के जांच अधिकारी एएसआई सूरजभान ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि आरोपियों ने हमला कर चोट पहुंचाई और नकदी व सामान लूटकर फरार हो गए। जांच अधिकारी का कहना है कि आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।
खजुराहो से 20 किलोमीटर दूर ओबेरॉय ग्रुप का पहला हेरिटेज होटल ‘द राजगढ़ पैलेस’ की ओपनिंग हो गई है। 19 नवंबर को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इसका शुभारंभ किया। बुंदेला राजवंश का 350 साल पुराना महल कई कहानियां समेटे है। बाजीराव और मस्तानी की शादी से भी इस पैलेस का संबंध है। एक समय बुंदेला राजवंश की शान कहे जाने वाले इस पैलेस का अपना अलग इतिहास है। पौराणिक कहानियों से शुरू हुई इस राजवंश की कहानी महल के वीरान होने तक चलती है। राजगढ़ पैलेस के वीरान होने के बाद भी इसकी चमक और वैभव कम नहीं हुआ। इसका आर्किटेक्चर इतना शानदार है कि हॉलीवुड से लेकर बॉलीवुड की कई फिल्मों की शूटिंग यहां हुई। आपको डायरेक्टर मीरा नायर की ‘कामसूत्र’ फिल्म तो याद होगी। 1998 में बनी इस मूवी की शूटिंग यहीं हुई थी। इसमें अभिनेत्री रेखा लीड रोल में थीं। इस फिल्म से ही मीरा नायर को दुनियाभर में पहचान मिली। ‘द राजगढ़ पैलेस’ की ओपनिंग के बाद दैनिक भास्कर की टीम खजुराहो के इतिहासकार और बुंदेला राजवंश पर रिसर्च कर रहे अनुराग शुक्ला के पास पहुंची। अनुराग जाने माने गाइड भी हैं। हम अनुराग के साथ यहां पहुंचे। उन्होंने महल से जुड़े तीन रोचक किस्से साझा किए। ‘कामसूत्र’ की शूटिंग इसी महल में हुईअनुराग के साथ हम महल के सामने बगीचे में पहुंचे। अनुराग कहते हैं कि ये वही जगह है, जहां ‘कामसूत्र’ फिल्म में एक्ट्रेस रेखा वाले पार्ट की शूटिंग हुई थी। इस फिल्म में उन्होंने टीचर की भूमिका निभाई थी। उनका किरदार शानदार और शिक्षा देने वाला था। फिल्म में अभिनेत्री रेखा ने रस देवी का किरदार निभाया था, जो आश्रम चलाती हैं। वो आश्रम जहां मर्द-औरतें, लड़के और लड़कियां दोनों ही प्यार करने के तरीके सीखने आते हैं। फिल्म के दूसरे सीन थे, वो महल के अंदर फिल्माए गए थे। वैसे तो यहां कई फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। 1988 में इस्माइल मर्चेंट द्वारा निर्देशित हॉलीवुड मूवी ‘द डिसीवर’ की शूटिंग भी यहीं हुई थी। इस फिल्म में अभिनेता शशि कपूर ने भी एक्टिंग की थी। यहीं हुई थी बाजीराव और मस्तानी की शादीअनुराग बताते हैं कि जब तक बुंदेला राजाओं ने औरंगजेब से समझौता कर अपना राज कायम रखा। औरंगजेब की मौत के बाद उसके बेटे मोहम्मद शाह ने अपने बेटे बंगस को महाराजा छत्रसाल को घेरने भेज दिया। 1721 में मोहम्मद बंगस ने महाराजा छत्रसाल को सपरिवार जैतपुर के किले में घेर लिया। महाराजा ने पेशवा को एक दो लाइन का पत्र लिखा। जिसमें लिखा… जो गति भई गज ग्राह की, सो गति भई है आज। बाजी जात बुन्देल की, बाजी राखौ बाजीराव पत्र मिलते ही बाजीराव पेशवा ने आकर बंगस से महाराजा छत्रसाल को बचाया। इसके बाद महाराजा छत्रसाल ने पन्ना में एक खुला दरबार लगाया। उसमें पेशवा को अपने तीसरे पुत्र का दर्जा दिया। यहीं पर बाजीराव से मस्तानी की शादी कराई। राजगढ़ पैलेस में ही एक मस्तानी नाम का दरवाजा भी है। भाई ने कराई भाई की हत्याअनुराग बताते हैं कि बाद में महाराजा छत्रसाल के बेटे हृदय शाह ने लंबे समय तक राज किया। उनकी मौत के बाद बेटे सभा सिंह या सुभाग सिंह का राज रहा। सुभाग सिंह के तीन बेटे थे, अमांग सिंह, हिंदू पद और खेद सिंह। अमांग सिंह धार्मिक प्रवृत्ति के थे। वे अक्सर चित्रकूट या कालिंजर में रहते थे। अमांग सिंह की छोटे भाई हिंदू सिंह ने उनकी चित्रकूट में हत्या करा दी। इसके बाद राज्य पर अधिकार कर लिया। इसी दौरान उनकी रियासत में अकाल पड़ा। फिर हैजा और चेचक जैसी बीमारियां फैल गई। लोग राजगढ़ छोड़कर जाने लगे। इसी दौरान हिंदू पद ने पन्ना में महल बनवाया और राजगढ़ महल को छोड़ दिया। ऐसे में राजगढ़ पैलेस वीरान हो गया। ब्रिटिश हुकूमत के दौरान बुंदेल राजवंश की पकड़ ढीली पड़ गई। इस दौरान जो अनिरुद्ध सिंह नाम के राजा थे, उनके दीवान सुने शाह पवार ने पन्ना रियासत से अलग करके एक नई रियासत बना ली, जिसका नाम पड़ा छतरपुर रियासत और जो राजगढ़ था, वो छतरपुर रियासत के अंतर्गत हो गया। अब जानिए, राजगढ़ पैलेस के बारे मेंअनुराग कहते हैं कि राजगढ़ की जब हम बात करते हैं, तो हमारा ध्यान राजगढ़ पैलेस पर जाता है, जबकि राजगढ़ एक जगह का नाम है, जहां पर राजगढ़ पैलेस है। राजगढ़ जिस जगह पर है, उसके ऊपर भी एक गढ़ है, जिसका नाम मनियागढ़ है। इसका इतिहास चंदेलों से जुड़ा है। बुंदेलखंड में बुजुर्ग बताते हैं कि चंदेल वंश के सबसे पहले राजा चंद्र वर्मन का जन्म मनियागढ़ में हुआ था। जो कहानी यहां बताई जाती है, उसके अनुसार यहां मनीराम नाम के ज्योतिषी थे। उनकी बेटी का नाम हेमावती था। उसे वरदान मिला था कि जब उसके मन में कामवासना की इच्छा हो, तो वो किसी देवता का आह्वान कर सकती हैं। एक बार हेमावती के पिता मनीराम से राजा ने पूछा कि शरद पूर्णिमा किस दिन है। गलती से उन्होंने जिस दिन अमावस्या थी, उस तिथि को शरद पूर्णिमा कह दिया। जब गलती का एहसास हुआ, तो उन्होंने अपनी बेटी को यह बात बताई। हेमावती ने उसी रात को चंद्रमा का आह्वान किया। चंद्रमा हेमावती के साथ में 15 दिन धरती पर रहे, जिससे राज के लोगों को अमावस्या का एहसास ही नहीं हुआ। इसी दौरान हेमावती गर्भवती हो गई। जब चंद्र देव वापस जाने लगे, तो हेमावती ने अपने गर्भवती होने की बात बताई। चंद्रदेव ने कहा कि जो पुत्र होगा, वो कर्णावती नदी के किनारे होगा। वह प्रतापी राजा होगा। कहा जाता है कि मनियागढ़ किले में हेमावती ने चंद्र वर्मन को जन्म दिया। बाद में इस किले का नाम हेमावती के पिता मनीराम के नाम पर पड़ गया। अनुराग बताते हैं कि ये बातें बुंदेलखंड के इतिहास पर लिखी गई किताबों में भी दर्ज हैं। इसके बाद कई राजाओं ने इस किले पर राज किया। बाद में एक राजा हुए यशोवर्मन। उन्होंने कालिंजर को जीतने के बाद खजुराहो में लक्ष्मण और बैकुंठ मंदिर बनवाया। यहां जब बुंदेलाओं का राज हुआ, तो उन्होंने मनियागढ़ के पास राजगढ़ नाम की नई बस्ती बसाई। 1668 के आसपास महाराजा छत्रसाल ने पन्ना तक अपने राज्य का विस्तार किया। इसी दौरान उन्होंने राजगढ़ को भी अपनी रियासत में मिला लिया। महल की खासियतराजगढ़ पैलेस बुंदेली शैली का महल है। चारों कोनों में बड़े-बड़े कमरे हैं। मुख्य महल का दरवाजा मुकुट आकृति का है। इसमें बुंदेली शैली की पेंटिंग हैं। महल पांच मंजिला है। मुख्य दरवाजा है, उसमें दो फ्लोर को एक साथ मिलाया गया है, जिसमें बुंदेली शैली देखने को मिलती है। इसमें नगाड़ा खाना भी है। सीढ़ियां हाथी के पैर रखने के हिसाब से बनाई गई हैं। मेहमान हाथी पर आते थे, वे सीधे मुख्य दरवाजे पर ही उतरते थे।
सतना में मेसर्स बिरला कॉर्पोरेशन के सीमेंट प्लांट के ट्रक पार्किंग क्षेत्र में भारी वायु प्रदूषण की शिकायतों के बाद मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपी पीसीबी) ने कार्रवाई की है। क्षेत्रीय अधिकारी सुधांशु तिवारी ने बिरला कॉर्प के यूनिट हेड को नोटिस जारी कर पार्किंग स्थल के आसपास की जर्जर सड़कों के रखरखाव का निर्देश दिया है। पीसीबी को सीएम हेल्पलाइन पर इस संबंध में लगातार शिकायतें मिल रही थीं। इन शिकायतों में कहा गया था कि प्लांट के बदखर स्थित परिसर के बाहर ट्रकों की आवाजाही से सड़कों पर धूल उड़ती है, जिससे आसपास के रहवासियों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। खराब रास्ते के कारण हो रहा वायु प्रदूषणशिकायतों की जांच के दौरान पीसीबी के वैज्ञानिक जी.के. बैगा ने स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि सीमेंट प्लांट परिसर के बाहर ट्रकों के पार्किंग स्थल के आसपास की सड़कें अत्यंत जर्जर हो चुकी हैं। इन खराब सड़कों के कारण ट्रकों और अन्य वाहनों के आवागमन से भारी वायु प्रदूषण हो रहा है। क्षेत्रीय अधिकारी सुधांशु तिवारी ने बताया कि शिकायतों की पुष्टि होने के बाद मेसर्स बिरला कॉर्पोरेशन को नोटिस जारी कर जल्द से जल्द जर्जर सड़कों का रखरखाव कराने के निर्देश दिए गए हैं।
सीधी कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने पर एक सेक्टर अधिकारी के 15 दिन के वेतन-भत्ते में कटौती के आदेश जारी किए हैं। यह कार्रवाई शनिवार रात को की गई। प्रभावित अधिकारी रामायण प्रसाद द्विवेदी, पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ अधिकारी अमिलिय और विधानसभा क्षेत्र 78 सिहावल के सेक्टर अधिकारी क्रमांक-5 हैं। उन पर निर्वाचन नामावली विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 (एसआईआर) के कार्य में उदासीनता का आरोप है। एसआईआर में लापरवाही से सेक्टर अधिकारी पर कार्रवाई यह कार्रवाई उपखण्ड अधिकारी और निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, विधानसभा क्षेत्र 78 सिहावल की ओर से प्रस्तुत एक प्रतिवेदन के आधार पर की गई है। प्रतिवेदन में बताया गया है कि एसआईआर के तहत 04 नवंबर से 04 दिसंबर तक डोर-टू-डोर सर्वे कर मतदाताओं की जानकारी का सत्यापन किया जाना था। इस प्रक्रिया में मृत, स्थानांतरित और दोहरी प्रविष्टियों की पहचान करना, फॉर्मों का वितरण और संग्रहण करना और बीएलओ ऐप के माध्यम से समयबद्ध डिजिटलीकरण सुनिश्चित करना शामिल था। इस कार्य की प्रतिदिन गूगल मीट के जरिए समीक्षा भी की जा रही थी। प्रतिवेदन के अनुसार, सेक्टर अधिकारी रामायण प्रसाद द्विवेदी ने निर्धारित प्रगति हासिल नहीं की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने समीक्षा बैठकों में भी संतोषजनक जवाब प्रस्तुत नहीं किया। प्रशासन ने इस कृत्य को निर्वाचन जैसे संवेदनशील और अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य के प्रति घोर उदासीनता माना है, जो एक शासकीय अधिकारी के पदीय दायित्वों के विपरीत है।
स्टेट हाइवे 37 पर दो कारों की टक्कर:एक मजदूर की मौत, 2 गंभीर घायल
स्टेट हाईवे 37 पर गुढ़ा थाना इलाके में लीलो की ढाणी के पास शनिवार देर शाम तेज रफ्तार से आ रही दो कारों की आमने-सामने की भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि एक कार बेकाबू होकर सड़क किनारे लगे बिजली के खंभे से टकरा गई, जिससे खंभा टूटकर गिर गया। इसी दौरान पास से गुजर रहे दो बेकसूर मजदूर इसकी चपेट में आ गए। दुर्घटना में प्रतापगढ़ निवासी एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य मजदूर और कार सवार एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद तुरंत झुंझुनूं रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार, दुर्घटना शनिवार शाम को हुई। जोरदार टक्कर की आवाज सुनकर आसपास के इलाके में अफरा-तफरी मच गई। टक्कर के बाद एक कार बेकाबू होकर उछली और सड़क किनारे खड़े बिजली के पोल से जा भिड़ी, जिससे पोल टूटकर सड़क पर आ गिरा और क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। पैदल लौट रहे मजदूर बने शिकार सबसे दुखद पहलू यह रहा कि दुर्घटना के समय मजदूर विकास पुत्र शंकरलाल (निवासी प्रतापगढ़) और सोहन पुत्र प्रथु सड़क किनारे से अपने घर की ओर पैदल लौट रहे थे। बेकाबू हो चुकी कार ने दोनों मजदूरों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में विकास पुत्र शंकरलाल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उसका साथी मजदूर सोहन पुत्र प्रथु और कार में सवार बेसलाना निवासी कुलदीप पुत्र रामेश्वर गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को झुंझुनूं रेफर, वाहनों के परखच्चे उड़े घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और घायलों को क्षतिग्रस्त वाहनों से बाहर निकाला। सूचना मिलते ही पुलिस और एम्बुलेंस टीम मौके पर पहुंची। दोनों गंभीर घायलों को तुरंत नजदीकी हेल्थ केंद्र ले जाया गया, जहां उनकी नाजुक स्थिति को देखते हुए उन्हें तत्काल झुंझुनूं रेफर कर दिया गया। टक्कर में शामिल दोनों कारों का आगे का हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया है।
हरियाणा के DGP ओपी सिंह ने रविवार सुबह पुलिस चौकी इंचार्ज से ADGP रैंक के अधिकारियों को चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में ऑपरेशन ट्रैकडाउन की सफलता के साथ-साथ हरियाणा से 'गैंग कल्चर' को पूरी तरह से खत्म करने की बात कही गई है। DGP ने चिट्ठी में पुलिस अफसरों को संदेश दिया है कि हरियाणा में पैसे और हनक के चक्कर में गैंग जीवन-शैली को म्यूजिक और वीडियो के जरिए युवाओं में प्रचारित करने वाले गवैयों (गायकों) को अपराधी की तरह ही देंखे। उनके खिलाफ कानून के अनुसार कठोर कार्रवाई करें। ये वे लोग हैं, जो युवाओं को दी गई माता-पिता की सीख, शिक्षकों की पढ़ाई और समाज के अनुशासन को मिनटों में हवा कर देते हैं। DGP के पत्र की 3 अहम बात.. ध्वस्त करना है पूरा इको सिस्टम : DGP ने लिखा है कि आपको इनके पूरे इको सिस्टम को ध्वस्त करना है। जो इनकी काली कमाई को संभालते हैं, हथियार सप्लाई करते हैं, छिपने की जगह देते हैं। इनके पक्ष में सोशल मीडिया और आमजन में इनकी हवा बनाते हैं। उनके खिलाफ लगातार कानून अनुसार कार्रवाई रहते रहें। मुट्टीभर हैं रंगदार और कट्टाबाज: ये कभी नहीं खत्म होने वाला काम है। ये हम सबका सौभाग्य है कि सभ्यता की बर्बरता के खिलाफ इस लड़ाई में हम अग्रिम मोर्चे पर हैं। हमारा तंत्र बड़ा है और कट्टापंथी और रंगदार मुट्ठीभर हैं। इधर-उधर भागते रहते हैं। इनको नाथने की पूरी क्षमता, इच्छा शक्ति और कानूनी ताकत हमारे पास है। जीत हमारी नियति है। जेल भेजकर नाखून-दांत तोड़े : ऐसे 250 से अधिक कट्टा-रिवाल्वर-पिस्तौल और 300 से अधिक कारतूस बरामद किए हैं। उन्हें जेल भेजकर आपने उनके नाखून-दांत तोड़ दिए हैं। इनमें से सवा सौ ने तो हथियार खरीदा ही था, क्योंकि उन्होंने अपने शिकार से फौरन दुश्मनी निकालनी थी।आप भी ऐसा सोचें : आपने गुरु गोबिंद सिंह की वाणी तो सुनी ही होगी। चिड़िया नाल मैं बाज लड़ावां, गीदड़ा नूं मैं शेर बणावां, सवा लाख से एक लड़ावां, तां गोबिंद सिंह ना धरावां। ऐसा ही सोचें, ईश्वर आपको मिशन में कामयाब करे। हरियाणा में बैन हो चुके हैं बदमाशी वाले गाने हरियाणा में गन कल्चर को प्रमोट करने वाले गानों को बैन करने किया जा रहा है। अब तक 9 सिंगर के 30 से अधिक गानों को बैन किया जा चुका है। सबसे अधिक गाने हरियाणा सिंगर मासूम शर्मा के हुए हैं। हरियाणा में जिन कलाकारों के गाने अब तक बैन हुए हैं, उनमें मासूम शर्मा, अमित सैनी रोहतकिया, गजेंद्र फौगाट, सुमित पारता, हर्ष सिंधु, राज मावर, मनीषा शर्मा, अंकित बालियान,कुलबीर दनौदा उर्फ केडी शामिल हैं। थार-बुलेट के बयान से भी चर्चा में रहे हैं DGP DGP ओपी सिंह ने गुरुग्राम में बयान दिया था कि पुलिस सारी गाड़ियों को नहीं पकड़ेगी केवल थार और बुलेट वालों को पकड़ेंगे। थार और बुलेट से सारे बदमाश चलते हैं। जिस तरह की गाड़ी का चॉइस है वो माइंड सेट शो करता है। थार लेंगे स्टंट करेंगे। हमारे एक एसीपी का बेटा था, थार चढ़ा दी उसने किसी पर। अब रिक्वेस्ट कर रहा है, हमारे बेटे को छोड़ो जी। हमने पूछा किसके नाम से थार है। बोला हमारे नाम से, मैंने कहा तू ही बदमाश है। लिस्ट निकालें कि पुलिस के कितने लोगों के पास थार होगी। जिसके पास भी थार होगी दिमाग घुमा हुआ होगा उसका। थार गाड़ी नहीं है एक स्टेटमेंट है, कि हम ऐसे हैं। ठीक है भुगतो जी। दोनों मजे थोड़ा ना होंगे, दादागिरी भी हो और फंसे भी ना, दोनों कैसे होगा।
अयोध्या के राममंदिर के शिखर पर ध्वज फहराने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 25 नवंबर को PM नरेंद्र मोदी बटन दबाकर ध्वज को फहराएंगे, उनके साथ मोहन भागवत भी मौजूद रहेंगे। इसके लिए 12 बजे से 12.30 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त तय किया गया है। ध्वजारोहण समारोह को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश वासियों को पाती लिखी है। उन्होंने लिखा- 25 नवंबर को अयोध्या धाम का नाम फिर से इतिहास के पन्नों पर स्वर्णिम अक्षरों से अंकित होगा। मेरी कामना है कि धर्म-ध्वजा की पुनर्स्थापना से प्रदेश में सुख, शांति और समृद्धि का नया युग आरंभ हो। अब हूबहू पढ़िए 'CM योगी की पाती' मेरे प्रिय प्रदेश वासियों,25 नवंबर, 2025 (मार्गशीर्ष, शुक्ल पक्ष, पंचमी, विक्रम संवत्, 2082) को अयोध्या का नाम पुनः इतिहास के पृष्ठ पर स्वर्णिम अक्षरों में अंकित होगा। धर्म ध्वजा के पुनर्स्थापन से अयोध्या वैश्चिक आध्यात्मिक केंद्र का स्वरूप लेगी। भव्य श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह अनुष्ठान एक यज्ञ की पूर्णाहुति ही नहीं, अपितु एक नए युग का आरंभ है। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन से अयोध्या में हो रहा हर कार्य प्रभु श्रीराम के जीवन मूल्यों से प्रेरित है। अयोध्या के वैभव को पुनः प्राप्त करने के पीछे असंख्य संतों, रामभक्तों और योद्धाओं के बलिदान की गौरवगाथा है। अयोध्या विजन 2047 का ध्येय आज तीव्र गति से आकार ले रहा है। नई कनेक्टिविटी, अत्याधुनिक आधारभूत संरचना, तीव्र गति से हो रहे पर्यटन विकास, स्मार्ट सिटी और सोलर सिटी जैसे प्रयासों से वैश्विक स्तर पर अयोध्या एक सस्टेनेबल-समावेशी आधुनिक शहर के रूप में स्थापित हो रही है। करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए श्रीअयोध्या धाम तक पहुंचना पहले से कहीं अधिक सहज, सुरक्षित और सुगम हुआ है। प्रभु श्रीराम की नगरी विश्व मानचित्र पर सांस्कृतिक राजधानी के रूप में उदित हो रही है, जहां विरासत का सम्मान भी है और अभूतपूर्व विकास भी। मेरी यही कामना है कि धर्म-ध्वजा की पुनर्स्थापना से प्रदेश में सुख, शांति और समृद्धि का नया युग आरंभ हो।आइए-हम सभी मिलकर रामराज्य के आदर्शों से प्रेरित एक नव-उत्तर प्रदेश के निर्माण का संकल्प लें।जय श्रीरामआपकायोगी आदित्यनाथ
भिवानी पुलिस द्वारा ऑपरेशन ट्रैक डाउन चलाया हुआ है। जिसके तहत अभी तक पुलिस द्वारा 100 से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही यह अभियान एक सप्ताह तक आगे बढ़ा दिया है। पुलिस का दावा है कि अब ऑपरेशन ट्रैक डाउन के तहत और भी गिरफ्तारियां की जाएंगी। अभी तक हुई गिरफ्तारियों में इनामी बदमाशों से लेकर कई अपराधों में संलिप्त आरोपी शामिल हैं। पूरे हरियाणा में पुलिस द्वारा ऑपरेशन ट्रैक डाउन चलाया जा रहा है। जिसके तहत अपराधियों की गिरफ्तारियां की जा रही है। संगीन मामलों में फरार बदमाशों की गिरफ्तारी का टारगेट भिवानी के डीएसपी मुख्यालय महेश कुमार ने कहा कि हरियाणा के डीजीपी ओपी सिंह के आदेशानुसार ऑपरेशन ट्रैक डाउन अभियान 5 नवंबर से 20 नवंबर तक चलाया गया। जिसके तहत संगीन मामलों में शामिल व भगोड़े अपराधियों को गिरफ्तार करने के लिए अभियान चलाया। जिसके तहत अभी तक करीब 100 से अधिक अपराधियों को पकड़ा है। सभी क्रिमिनल पर कसे शिकंजा इसको अब एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया गया है। वहीं एसपी ने सभी एसएचओ, चौकी इंचार्ज व क्राइम स्टाफ को प्रभावी निर्देश दिए है कि जो क्रिमनल वांछित है, भगोड़े व ईनामी है। उनको शीघ्र से शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। अब ऑपरेशन ट्रैक डाउन को एक सप्ताह के लिए एक्सटेंड किया है, जिस दौरान और अधिक तेजी से अपराधियों को पकड़ेंगे। अपराधियों के लिए हरियाणा में नहीं कोई स्थान - डीएसपीडीएसपी हेडक्वार्टर महेश कुमार ने अपराधियों को सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि जो भी क्राइम करता है। जो बाहर है वह या तो सरेंडर कर दे और जेल चला जाए। या फिर हम पकड़कर लेकर आएंगे। हरियाणा में अपराधी के लिए कोई भी स्थान नहीं हैं। उनको हर सूरत में गिरफ्तार करके अंदर करेंगे। पीड़ित डरे नहीं, पुलिस से मांगे मदद उन्होंने कहा कि पीड़ितों को हरियाणा में डरने की कोई जरूरत नहीं हैं। किसी भी पीड़ित को अपराधी से खौफ नहीं है। अगर कोई पीड़ित है तो वह खुले मन से आकर सीधे पुलिस को बता सकता है। पुलिस ने ऑपरेशन ट्रैक डाउन के तहत पुलिस ने भगोड़े, वांछित व संगीन, इनामी बदमाशों व अन्य अपराधों में संलिप्त अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जितने भी अपराधी बाहर है, उन सभी को गिरफ्तार करेंगे।
कोटा शहर के कई इलाकों में सोमवार को दस घंटे तक नलों में पानी नहीं आएगा। पीएचईडी (PHED) के 50 एमएलडी फिल्टर प्लांट से अहिंसा सर्किल जाने वाली 450 एमएम व्यास की राइजिंग पाइप लाइन पर वाल्व लगाने का काम किया जाना है। इस कार्य के चलते 24 नवंबर, सोमवार को सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक शट डाउन रहेगा। अधिशासी अभियंता, पीएचईडी सर्किल खंड प्रथम, अभिषेक मिश्रा ने बताया कि शट डाउन के दौरान वितरण उपखण्ड-प्रथम के तहत आने वाले क्षेत्रों में जलापूर्ति बाधित रहेगी। इनमें विवेकानंद नगर, आरके पुरम ए और बी, श्रीनाथपुरम ए, बालाजी मार्केट, मेडिकल कॉलेज, गणेश नगर और आसपास के इलाके शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, वितरण उपखण्ड तृतीय के तहत यू.आई.टी. कॉलोनी, बालाजी नगर, विनोबा भावे नगर, अजय आहुजा नगर, अजय आहुजा नगर विस्तार, आरोग्य नगर, 1600 ब्लॉक, घरोंदा योजना, उड़िया बस्ती जी+2 आदि क्षेत्रों में भी जलापूर्ति प्रभावित रहेगी। वाल्व लगाने का कार्य पूरा होने के बाद, 25 नवंबर, मंगलवार को सुबह से कम दबाव के साथ जलापूर्ति की जाएगी। उपभोक्ताओं से अनुरोध है कि 24 नवंबर को सुबह की सप्लाई के समय ही पर्याप्त मात्रा में पानी भरकर रख लें। असुविधा के लिए खेद है।
सीधी विधानसभा क्षेत्र के पांच बीएलओ को निर्वाचन नामावली विशेष गहन पुनरीक्षण-2026 (एसआईआर) कार्य में शत-प्रतिशत डिजिटाइजेशन का लक्ष्य पूरा करने के लिए सम्मानित किया गया। उन्हें शाल, श्रीफल और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। सम्मानित होने वाले बीएलओ में मतदान केंद्र 283 बमुरी की नीतू दुबे, मतदान केंद्र 45 रोझौहा की ममता सिंह, मतदान केंद्र 243 रामपुर के प्रेमसागर शर्मा, मतदान केंद्र 33 अमरवाह के गोविन्द प्रताप सिंह चौहान और मतदान केंद्र 241 वार्ड 24 सीधी के इजरान मंसूरी शामिल हैं। इन सभी ने अपने-अपने क्षेत्रों में समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण डिजिटाइजेशन कार्य किया। सभी बीएलओ का कलेक्टर ने सराहना की इस अवसर पर अपर कलेक्टर और उप जिला निर्वाचन अधिकारी बी.पी. पाण्डेय और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी 77 सीधी राकेश शुक्ला ने बीएलओ के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि इन बीएलओ के समर्पित कार्य के कारण सीधी विधानसभा क्षेत्र में एसआईआर डिजिटाइजेशन का 60 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका है। अपर कलेक्टर ने अन्य बीएलओ और अधिकारियों को शेष कार्य समय-सीमा के भीतर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर दिया कि सटीक और अद्यतन मतदाता सूची लोकतंत्र की शक्ति है, इसलिए सभी अधिकारी इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दें। कार्यक्रम में उपखंड अधिकारी मझौली आर.पी. त्रिपाठी, उपखंड अधिकारी चुरहट शैलेष द्विवेदी, खनिज अधिकारी कपिल शुक्ला और तहसीलदार गोपद बनास राकेश शुक्ला भी उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, कोंडागांव और अंबिकापुर में ACB-EOW की टीमों ने छापेमारी की है। आबकारी और DMF से जुड़े मामलों की जांच आगे बढ़ाते हुए टीमों ने रविवार तड़के करीब 20 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी। रायपुर में पूर्व आबकारी आयुक्त निरंजन दास के ठिकानों पर छापेमारी की गई, जहां अधिकारी आवश्यक दस्तावेजों की पड़ताल कर रहे हैं। वहीं कारोबारी और सप्लायर हरपाल अरोरा के निवास पर भी कार्रवाई जारी है। सरगुजा में EOW-ACB की टीम ने पशु चिकित्सक डॉ. तनवीर अहमद और अंबिकापुर के सत्तीपारा निवासी सप्लायर अमित अग्रवाल के ठिकानों पर रेड की। टीम यहां वित्तीय लेन-देन और विभागीय रिकॉर्ड से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है। कोंडागांव में कारोबारी कोणार्क जैन के घर और अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई है। कोणार्क जैन वर्ष 2019-20 में DMF सप्लाई कार्यों से जुड़े रहे थे। टीम यहां दस्तावेजों और लेन-देन से संबंधित रिकॉर्ड की जांच कर रही है। रेड की तस्वीरें देखिए... 29 अक्टूबर को DMF घोटाले की जांच करने पहुंची थी टीम इससे पहले 29 अक्टूबर को जिला खनिज न्यास निधि (DMF) घोटाले से जुड़े सप्लायरों के 14 ठिकानों पर ACB और EOW की संयुक्त टीमों ने छापेमारी की थी। रायपुर में पचपेड़ी नाका स्थित वॉलफोर्ट इन्क्लेव में अशोक और अमित कोठारी के घर टीम ने रेड की थी। इनका कारोबार कृषि कच्चा माल, खाद्य पदार्थ से जुड़ा है। वहीं, राजनांदगांव शहर के भारत माता चौक स्थित राधा कृष्ण एजेंसी अग्रवाल के निवास, नहटा और भंसाली के ठिकानों पर भी कार्रवाई की गई थी। दुर्ग में महावीर नगर स्थित कारोबारी नीलेश पारख के यहां जांच की गई, जबकि धमतरी के सिर्री में 5 घंटे की कार्रवाई के बाद टीम लौट गई थी। अब जानिए क्या है DMF घोटाला प्रदेश सरकार की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक ED की रिपोर्ट के आधार पर EOW ने धारा 120 बी 420 के तहत केस दर्ज किया है। इस केस में यह तथ्य निकल कर सामने आया है कि डिस्ट्रिक्ट माइनिंग फंड कोरबा के फंड से अलग-अलग टेंडर आवंटन में बड़े पैमाने पर आर्थिक अनियमितताएं की गईं है। टेंडर भरने वालों को अवैध लाभ पहुंचाया गया। ED के तथ्यों के मुताबिक टेंडर करने वाले संजय शिंदे, अशोक कुमार अग्रवाल, मुकेश कुमार अग्रवाल, ऋषभ सोनी और बिचौलिए मनोज कुमार द्विवेदी, रवि शर्मा, पियूष सोनी, पियूष साहू, अब्दुल और शेखर नाम के लोगों के साथ मिलकर पैसे कमाए गए। 25 से 40 प्रतिशत का कमीशन ED की जांच से पता चला कि ठेकेदारों ने अधिकारियों और राजनीतिक नेताओं को भारी मात्रा में कमीशन का भुगतान किया है, जो कि कांट्रैक्ट का 25% से 40% तक था। रिश्वत के लिए दी गई रकम की एंट्री विक्रेताओं ने आवासीय (अकोमोडेशन) के रूप में की थी। एंट्री करने वाले और उनके संरक्षकों की तलाशी में कई आपत्तिजनक विवरण, कई फर्जी स्वामित्व इकाई और भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है। तलाशी अभियान के दौरान 76.50 लाख कैश बरामद किया गया। वहीं 8 बैंक खाते सीज किए। इनमें 35 लाख रुपए हैं। इसके अलावा फर्जी डमी फर्मों से संबंधित विभिन्न स्टाम्प, अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस भी जब्त किए गए हैं। मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ED मनी लॉन्ड्रिंग की बात सामने आने के बाद ED जांच कर रही है। DMF वित्त पोषित एक ट्रस्ट है, जिसे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में खनन से संबंधित परियोजनाओं और गतिविधियों से प्रभावित लोगों के लाभ के लिए काम करने के उद्देश्य से स्थापित किया गया है। ED ने 23.79 करोड़ की संपत्ति कुर्क की छत्तीसगढ़ में DMF घोटाला केस में ED ने पूर्व में 23.79 करोड़ रुपए की चल-अचल संपत्ति कुर्क है। कुर्क की गई ये संपत्ति DMF घोटाले में आरोपी निलंबित IAS रानू साहू, माया वारियर, मनोज कुमार द्विवेदी समेत 10 लोगों की है। ............................. इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ के 7 जिलों में ACB-EOW की रेड:पटवारी से RI बने अधिकारियों पर एक्शन; रायपुर-बिलासपुर सहित 19 ठिकानों पर छापेमारी छत्तीसगढ़ में ACB-EOW ने पटवारी से RI बने अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की है। संयुक्त टीम ने तड़के रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग समेत 7 जिलों में एक साथ 19 ठिकानों पर छापा मारा। अनियमित चयन और अवैध संपत्ति अर्जित करने की शिकायतें पर एक्शन हुआ है। पढ़ें पूरी खबर...
भरतपुर के सेवर थाना इलाके में थार गाड़ी और ईको वैन की जोरदार भिड़ंत हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि वैन में बैठे लोग अंदर फंस गए।स्थानीय लोगों ने वैन को काटकर उन्हें बाहर निकाला। वहीं हादसे के बाद थार सवार युवकों की लोगों ने पिटाई कर दी। इस हादसे में ईको वैन सवार 1 महिला और ड्राइवर की मौत हो गई। यह हादसा शनिवार रात करीब 9 बजे हुआ। जयपुर के फागी इलाके के 9 लोग वैन में सवार होकर वृंदावन दर्शन के लिए जा रहे थे। इसी दौरान सेवर थाना इलाके के अखड्ड चौराहे के पास एक थार गाड़ी डिवाइडर पार कर सामने से आ रही ईको वैन से टकरा गई।दोनों गाड़ियों की टक्कर के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई। तुरंत मौके पर स्थानीय लोग इकट्ठे हो गए। थार में 4 युवक सवार थे। लोगों ने उनकी पिटाई कर डाली। इसके बाद स्थानीय लोगों ने ही वैन को काटकर दोनों शवों और घायलों को बाहर निकाला। वैन में सवार श्रद्धालु जा रहे थे वृंदावनघटना की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने वैन में बैठे लोगों को आरबीएम अस्पताल पहुंचाया। जहां ड्राइवर और एक महिला को मृत घोषित कर दिया गया। दोनों के शवों को रात में मॉर्च्युरी में रखवाया गया। बाकी घायलों को अस्पताल में भर्ती किया गया। जिसमें से एक घायल को जयपुर रेफर कर दिया गया है। थार में बैठे लोगों का रात में हुआ मेडिकलथोड़ी देर बाद नीतू और ड्राइवर नरेंद्र के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा। वहीं जीतू, ललिता, रेखा, नीतू, अशोक, नीलू, किशनी, सीता का इलाज जारी है। पुलिस ने थार गाड़ी में सवार सभी लोगों को हिरासत में ले लिया है। रात ही सभी थार सवार लोगों का मेडिकल भी करवा दिया गया था।
गाजियाबाद में पुलिस और एक लुटेरे के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में लुटेरा के पैर में गोली लग गई, जिससे वह घायल हो गया। घायल हालत में पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने मौके से एक चोरी की बाइक, 1 तमंचा और 2 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें 2 पुलिसकर्मी घायल लुटेरे को कंधे पर उठाकर ले जाते दिख रहे हैं। वीडियो में आरोपी कह रहा है-गलती हो गई, बस मुझे माफ कर दो, अब नहीं करूंगा। यह घटना शनिवार शाम कविनगर थाना क्षेत्र का है। गाजियाबाद में आरोपी ने की 5 लूटपाटघायल लुटेरा का नाम अमरपाल सिंह पुत्र लल्लू सिंह है। वह अमरोहा के हसनपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर कला का रहने वाला है। घायल लुटेरे अमरपाल ने बताया-मैंने अपने साथियों के साथ गाजियाबाद में लूट की 5 वारदात को अंजाम दिया है। राजनगर में लूटपाट करने की कोशिश की थी25 अगस्त 2025 को राजनगर निवासी धन बहादुर के घर बदमाश पहुंचे थे। आरोप है कि बदमाशों ने घर में घुसकर मारपीट की और डकैती का प्रयास किया। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, जिस पर पांचों आरोपी मौके से फरार हो गए। भागते समय बदमाशों ने कुछ दूरी पर एक व्यापारी के घर का दरवाजा भी जबरन खुलवाने की कोशिश की, लेकिन इसमें भी वे नाकाम रहे। इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर की सूचना के आधार पर बदमाशों की पहचान की है। लूटपाट की फिराक में था आरोपीACP सूर्यबली मौर्य ने बताया- मुखबिर से सूचना मिली थी कि आरोपी लूटपाट की फिराक में घूम रहा है। इसी को लेकर पुलिस अलर्ट थी और जगह-जगह चेकिंग अभियान चला रहा था। शनिवार रात SHO कविनगर अनुराग शर्मा अवंतिका रोड पर चेकिंग कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने एक बाइक सवार युवक को रोकने का प्रयास किया, लेकिन वह रुकने के बजाय भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया तो तेज रफ्तार में होने से बाइक फिसल गई। इसके बाद आरोपी ने पुलिस टीम पर तमंचे से फायर कर दिया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लग गई। घायल युवक को गिरफ्तार कर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूर्यबली मौर्य ने आगे बताया- अमरपाल पर लूट के 2 केस दर्ज हैं, अमरोहा का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। --------- ये भी पढ़ें- श्रावस्ती में पूर्व प्रधान और पत्नी के शव मिले:घर में पति, बाहर महिला की लाश पड़ी थी; नाक-आंख से खून बह रहा था श्रावस्ती में पूर्व प्रधान और उनकी पत्नी के शव मिलने से सनसनी फैल गई। मोहम्मद रोशन (80) का शव घर के अंदर फर्श पर पड़ा मिला। उनकी नाक से खून बह रहा था। वहीं, पत्नी वसीला (60) का शव घर से बाहर करीब 50 कदम की दूरी पर झाड़ियों में मिला। उनकी आंखों पर चोट के निशान थे। उससे खून बह रहा था। पढ़िए पूरी खबर...

