तेलुगु सिनेमा के मशहूर एक्टर अल्लू रामलिंगैया की पत्नी और ‘पुष्पा’ स्टार अल्लू अर्जुन की दादी अल्लू कनक रत्नमा का शुक्रवार देर रात निधन हो गया। उनके निधन का कारण उम्र से जुड़ी बीमारियां बताया जा रहा है। न्यूज वेबसाइट गुल्टे के अनुसार, अल्लू कनक रत्नमा ने रात को 1:45 बजे अंतिम सांस ली। रिपोर्ट में कहा गया है कि उनका शरीर उनके बेटे और मशहूर प्रोड्यूसर अल्लू अरविंद के घर सुबह 9 बजे लाया जाएगा। अंतिम संस्कार दोपहर में कोकापेट में किया जाएगा। इसमें परिवार के करीबी सदस्य, रिश्तेदार और फिल्म इंडस्ट्री के लोग शामिल होंगे। वहीं, अल्लू अर्जुन मुंबई से हैदराबाद लौटे और अपनी दादी को अंतिम श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सुपरस्टार चिरंजीवी भी उनके साथ नजर आए। डायरेक्टर त्रिविक्रम और प्रोड्यूसर नागा वंसी समेत कई फिल्म इंडस्ट्री के सेलेब्स अल्लू परिवार के घर पहुंचे और शोक व्यक्त किया। अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही दुखद खबर मिली, उनके पोते और सुपरस्टार राम चरण ने मैसूर में चल रही अपनी फिल्म 'पेद्दी' की शूटिंग तुरंत रद्द कर हैदराबाद के लिए रवाना हो गए। एक्टर वेंकटेश, वरुण तेज, साई दुर्गा तेज और वैष्णव तेज ने अल्लू कनक रत्नम्मा को अपनी श्रद्धांजलि दी और परिवार से संवेदना जताई। वहीं, नगा चैतन्य ने भी उन्हें याद किया और परिवार को सहानुभूति दी सोशल मीडिया पर फैंस ने भी अपनी श्रद्धांजलि दी। एक फैन ने लिखा, “अल्लू अर्जुन की दादी अल्लू कनक रत्नम्मा जी का आज निधन हो गया। मजबूत रहें, ओम शांति।” दूसरे ने लिखा, “अल्लू परिवार के लिए बड़ा नुकसान। ओम शांति।” एक अन्य इंटरनेट यूजर ने अल्लू अर्जुन की दादी के साथ पुरानी फोटो शेयर करते हुए लिखा, “अल्लू कनक रत्नम्मा, अल्लू अर्जुन की दादी का आज निधन हो गया। ओम शांति। अल्लू अर्जुन अन्ना, हम आपके साथ हैं।”
'ऑक्शन में जो आगे आएगा...', सनराइजर्स हैदराबाद से अलग होगा ये खू्ंखार बॉलर? बयान से मचाई सनसनी
आईपीएल चल रहा हो नहीं उसकी चर्चा साल भर होती रहती है. अभी टूर्नामेंट के शुरु होने में लगभग 9-10 महीने का समय है, लेकिन उसकी चर्चा जोरों-शोरों पर है. इसी बीच मोहम्मद शमी का बयान सामने आ रहा है. वे साल 2025 में सनराइजर्स हैदरबाद का हिस्सा थे.
हैदराबाद से जबलपुर लाए गए घोड़ों की मौत का सिलसिला थमा नहीं है। बीते दो सप्ताह में 6 और घोड़ों की मौत हुई है, जबकि पहले ही 57 में से 13 घोड़ों की जान जा चुकी थी। अब तक कुल 19 घोड़ों की मौत हो गई है। हैरानी की बात यह है कि यह सब उस समय हुआ जब पशुपालन विभाग के डॉक्टर और अधिकारी 24 घंटे निगरानी में तैनात थे। घोड़ों की मौत पेट दर्द और अन्य कारण से हुई नोडल अधिकारी डॉ. ज्योति तिवारी के अनुसार घोड़ों की देखरेख के लिए लगातार डॉक्टरों की टीम तैनात है। उन्होंने जानकारी दी कि जिन घोड़ों की मौत हुई है, उनमें से दो की मौत सेप्टीसीमिया, दो की पैरेलिसिस, एक की कोलिक (पेट दर्द) और एक की रेस्पिरेटरी फेल्योर (सांस लेने में तकलीफ) के कारण हुई है। बाकी घोड़ों का इलाज भी जारी है। नोडल अधिकारी ने स्पष्ट किया कि अब तक किसी भी घोड़े में ग्लैंडर्स बीमारी की पुष्टि नहीं हुई है। जो घोड़ा नंबर 644 संदिग्ध था, वह अब पूरी तरह स्वस्थ है। उन्होंने यह भी बताया कि घोड़ों के मालिक ने कुछ घोड़ों को वापस हैदराबाद ले जाने की अनुमति मांगी है। 5 मई को सड़क के रास्ते लाए गए थे 57 घोड़े हैदराबाद से थोरो, काठियावाड़ी और मारवाड़ी प्रजाति के 57 घोड़े सड़क के रास्ते 5 मई को जबलपुर लाए गए थे। सभी को रैपुरा गांव में रखा गया। इनकी देखरेख के लिए स्टड फॉर्म मालिक सचिन तिवारी ने कुछ डॉक्टर और सेवक भी रखे। लेकिन 7 मई से 13 मई के बीच इनमें से 8 घोड़ों की मौत हो गई। उसके बाद एक-एक कर 5 और घोड़े मरे और एक और की मौत के साथ आंकड़ा 14 पहुंच गया। दो सप्ताह पहले तक बचे घोड़ों की संख्या 44 थी, लेकिन अब फिर 6 घोड़ों की जान चली गई और संख्या घटकर 38 रह गई है। ग्लैंडर नामक घातक बीमारी की रिपोर्ट भी आई नेगेटिव ऐसे में कलेक्टर के निर्देश पर जबलपुर वेटरनरी कॉलेज की टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। घोड़ों की मौत ग्लैंडर नामक घातक बीमारी से होने की आशंका जताई गए। सभी घोड़ों के सैंपल जांच के लिए हरियाणा की हिसार लैब में भेजे गए, लेकिन रिपोर्ट नेगेटिव आई। हालांकि 1 घोड़ें में जरूर ग्लैंडर के लक्षण सामने आने की बात आई थी। इस मामले में 23 मई को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई, जिसमें सुनवाई होना बाकी है। घोड़ों को लेकर कन्ट्रोवर्सी भी हुई HPSL चलाने वाले सुरेश पलादुगू के हैं घोड़े PETA से जुड़ी पशु प्रेमी सिमरन ईशर ने आरोप लगाया था कि ये घोड़े हैदराबाद में हॉर्स पावर सुपर लीग चलाने वाले सुरेश पलादुगू और उनके सहयोगियों के हैं। उन्होंने बताया था कि हैदराबाद रेसकोर्स में घोड़ों की दौड़ के नाम पर फिलीपींस में ऑनलाइन सट्टा खिलवाया जा रहा था। एडवोकेट उमेश त्रिपाठी का कहना है- फिलीपींस सरकार को जब सट्टे के बारे में पता चला तो भारत सरकार को जानकारी दी गई। बाद में तेलंगाना सरकार ने उस रेस को बंद करवा दिया। एडवोकेट त्रिपाठी ने बताया कि इस रेस में दौड़ रहे हर घोड़े का एक पास कोड होता है। जिसमें घोड़े के मालिक का नाम, पता होता है। अगर यह जानकारी लग जाती कि ये रेस सुरेश पलादुगू ने करवाई है, तो वह गिरफ्तार हो जाता। उसी से बचने के लिए इन्होंने 154 घोड़े अलग-अलग स्थानों पर भेज दिए। कुछ घोड़ों को हैदराबाद में मारने का प्रयास किया गया। उन्हें खाना नहीं दिया गया। सचिन ने कहा था- मेरे पास देखभाल के लिए भेजे इन घोड़ों को लाने वाले सचिन तिवारी से भी हमने बात की थी। तिवारी ने बताया था कि हेथा नेट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से ये घोड़े सिर्फ केयर टेकिंग और देखभाल के लिए आए हैं। कंपनी ने अपना काम हैदराबाद में समेट लिया है, जिसके बाद ये मेरे पास आए। 27 अप्रैल से 5 मई तक 11 ट्रिप में 57 घोड़े आए थे। नौ घोड़ों का आखिरी लॉट 5 मई को रिसीव हुआ था।
जयपुर एयरपोर्ट पर गुरुवार देर शाम एक साथ तीन फ्लाइट्स की लैंडिंग कराई गई। इनमें एक फ्लाइट की प्रायरिटी लैंडिंग हुई, जबकि दो अन्य फ्लाइट्स डायवर्ट होकर जयपुर पहुंची। एयरपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार इंडिगो एयरलाइंस की एक डोमेस्टिक फ्लाइट 6ई-423 देहरादून से हैदराबाद जा रही थी। शाम करीब 6:15 बजे फ्लाइट देहरादून से रवाना हुई। उड़ान के करीब 20 मिनट बाद पायलट को इंजन में तकनीकी खराबी का पता चला। ऐसे में उसने इसकी जानकारी तुरंत संबंधित एटीसी को दी और फ्लाइट की प्रायरिटी (प्राथमिक) लैंडिंग कराने के लिए कहा। इसके बाद एटीसी ने फ्लाइट को तुरंत नजदीकी एयरपोर्ट जयपुर में उतरने के लिए कहा। वहीं जयपुर एटीसी ने भी इस बारे में ग्राउंड टेकनिकल टीम को बताया और फ्लाइट को अटेंड करने के निर्देश दिए। देर शाम करीब 7:45 बजे फ्लाइट की जयपुर में सुरक्षित प्रायरिटी लैंडिंग कराई गई। वहीं फ्लाइट के पहुंचते ही ग्राउंड टेकनिकल टीम ने फ्लाइट को अटेंड किया। हालांकि करीब ढाई घंटे तक भी टीम फ्लाइट को ठीक नहीं कर सकी। इस दौरान हैदराबाद जा रहे फ्लाइट के अंदर बैठे यात्री परेशान होते रहे। वहीं परेशान यात्री दूसरे विमान से हैदराबाद भेजने की मांग करते रहे। उधर, रात करीब 9:35 बजे दो डोमेस्टिक फ्लाइट्स डायवर्ट होकर जयपुर पहुंची। मामला अकासा और एयर इंडिया की फ्लाइट का है। दरअसल रात में अहमदाबाद में खराब मौसम की वजह से अहमदाबाद एयरपोर्ट पर फ्लाइट संचालन प्रभावित हुआ। इस वजह से अहमदाबाद जाने वाली दो फ्लाइट्स को जयपुर एयरपोर्ट पर डायवर्ट कर दिया गया। अकासा एयरलाइंस की फ्लाइट क्यूपी-1510 डायवर्ट होकर जयपुर पहुंची। ये फ्लाइट पुणे से अहमदाबाद जा रही थी। इसी तरह एयर इंडिया की मुंबई से अहमदाबाद जा रही फ्लाइट एआई-2493 को भी जयपुर डायवर्ट कर दिखा गया। क्योंकि अहमदाबाद में खराब मौसम की वजह एटीसी ने दोनों फ्लाइट्स को लैंडिंग की अनुमति नहीं दी। इसके बाद जयपुर में दोनों फ्लाइट्स की सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। गौरतलब है कि रात करीब 11 बजे तक तीनों फ्लाइट्स रवाना नहीं हो सकीं थीं। यात्री परेशान, हंगामा किया देर रात करीब 11 बजे तक भी फ्लाइट हैदराबाद रवाना नहीं हो सकी। हैदराबाद जा रहे करीब 150 यात्री एयरलाइंस प्रबंधन से दूसरी फ्लाइट से भेजने की मांग करते रहे, लेकिन संतोषजनक जवाब नहीं मिला। परेशान यात्रियों ने हंगामा किया। वहीं, डायवर्ट होकर जयपुर पहुंचे दोनों फ्लाइट्स को भी अहमदाबाद एटीसी से क्लीयरेंस नहीं मिल सका।
पं. शर्मा जयपुर, बीकानेर, जोधपुर और हैदराबाद के अलावा नेपाल राजघरानों को देते थे ज्योतिष सलाह
ज्योतिर्विद पंडित दीनानाथ शर्मा का जन्म 17 जुलाई, 1905 को जयपुर के निकट खोरी (शाहपुरा) में हुआ। संस्कृत एवं फलित ज्योतिष की शिक्षा उन्होंने वाराणसी में उड़िया बाबा के सान्निध्य में प्राप्त की। उनकी अद्भुत विद्वत्ता से प्रभावित होकर जयपुर स्टेट के तत्कालीन होम मिनिस्टर राव चंद्रपाल सिंह ने उनका परिचय महाराजा सवाई मानसिंह से करवाया था। उन्हीं दिनों जयपुर राज्य भीषण अकाल से जूझ रहा था। महाराजा की चिंता सुनकर पंडित ने ग्रहों की गति का आकलन कर आश्वासन दिया कि गणगौर मेले की सवारी निकलते समय वर्षा अवश्य होगी। नियत दिन जैसे ही शोभायात्रा प्रारंभ हुई, घनघोर वर्षा ने समूचे नगर में हलचल मचा दी। इस घटना से पंडित का नाम दूर-दूर तक फैल गया और उनकी ख्याति निरंतर बढ़ती चली गई। 1960 में इंदिरा गांधी की जन्मपत्री देखकर उन्होंने उनके प्रधानमंत्री बनने की लिखित में भविष्यवाणी की पंडित दीनानाथ शर्मा ने नेपाल, बीकानेर, जोधपुर, हैदराबाद सहित अनेक राजघरानों को सटीक फलादेश प्रदान किए। वर्ष 1960 में इंदिरा गांधी की जन्मपत्री देखकर उन्होंने लिखित में उनके प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी की, जो अक्षरशः सत्य सिद्ध हुई। 1965 में प्रधानमंत्री पद की शपथ का शुभ मुहूर्त भी उन्होंने ही निकाला। इंदिरा गांधी जीवनपर्यंत पंडित दीनानाथ को विशेष सम्मान देती रहीं। ज्योतिष में ग्रहों की गति और उनके प्रभाव पर कई आलेख भी लिखे। संस्कृत विद्वान शास्त्री कोसलेंद्रदास के अनुसार संस्कृत की सेवा के साथ ही राजनीति और सामाजिक जीवन में भी दीनानाथ शर्मा की उपस्थिति महत्त्वपूर्ण रही। तत्कालीन मुख्यमंत्री भैरोंसिंह शेखावत उनके ‘श्रीरंग भवन’ निवास पर परामर्श के लिए आते रहते थे। स्वतंत्र पार्टी के जयपुर अधिवेशन में सी. राजगोपालाचारी और राजमाता गायत्री देवी के अनुरोध पर उन्होंने अध्यक्षीय भाषण दिया था। खोरी गांव में संस्कृत पाठशालाएं स्थापित की और हरिजन बस्ती में शिक्षा एवं रोजगार की राह दिखाकर अनेक जीवन संवारे। 8 अप्रैल, 1982 को जयपुर में आपका देहावसान हुआ, परंतु वे भारतीय ज्योतिष और समाजसेवा के स्वर्णिम अध्याय के रूप में अमर हैं।
पर्दे पर आएगी हैदराबाद रेप केस की सच्ची तस्वीर, दिखेगी करीना-आयुष्मान की धमाकेदार जोड़ी
सच्ची कहानियों को संजीदगी से पर्दे पर उतारना मेघना गुलजार बेहतरीन तरीके से जानते हैं. फिल्म मेकर ने दीपिका पादुकोण के साथ छपाक, इरफान खान के साथ तलवार बना चुकी हैं. अब डायरेक्टर ने अब हैदराबाद में 2019 के दौरान हुए एक जघन्य अपराध को अपनी फिल्म की कहानी के लिए चुना है.
रजाकार इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज, फिल्म में दिखेगी हैदराबाद नरसंहार की कहानी
Razakar The Silent Genocide of Hyderabad: 1947 में भारत को आज़ादी मिली, इसके बाद हैदराबाद में एक नरसंहार हुआ। इसके बारे में ना लोगों को ज्यादा पता है और ना ही किसी ने बताया। अब इस नरसंहार पर आधारित फिल्म 'रजाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' पैन ...