शुक्रवार, 20 मई 2022, तेलंगाना के हैदराबाद के बेगम बाजार का मच्छी मार्केट शाम के 7:30 बजे थे। अचानक इस गली में थोड़ा आगे यादगिरी मार्केट में चीख पुकार मच गई। यहीं एक बिल्डिंग में रहने वाले राजस्थानी व्यापारी जगदीश प्रसाद पंवार का 22 साल का पोता नीरज जान बचाने के लिए इधर-उधर भाग रहा था। कुछ लड़के उस पर चाक़ू से ताबड़तोड़ वार कर रहे थे। वहीं मौजूद जगदीश प्रसाद पंवार चिल्ला चिल्लाकर आसपास मौजूद लोगों से मदद की गुहार लगा रहे थे। नीरज बुरी तरह लहूलुहान हो गया था। जमीन पर पड़ा था। हमलावरों ने जमीन पर पड़े नीरज के चेहरे पर बड़े-बड़े पत्थरों से वार करना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में नीरज के शरीर से आखिरी सांस भी निकल गई। हर तरफ खून ही खून बिखरा हुआ था। बेगम बाजार के दुकानदार सहम गए थे। नीरज की हत्या के बाद हत्यारे एक स्कूटी और बाइक पर वहां से फरार हो गए। हत्यारों के जाने के बाद बेसुध जगदीश पंवार ने खुद को संभाला। तब तक नीरज की मां निशा और पत्नी संजना भी वहां आ गई थीं। दोनों रोती-चिल्लाती वहां पहुंची। संजना बोली- मेरा सुहाग उजाड़ने वाले और कोई नहीं मेरे ही भाई हैं। 48 साल से हैदराबाद में था नागौर का परिवार राजस्थान के नागौर के ताऊसर में धड़ा बास के रहने वाले जगदीश प्रसाद पंवार का परिवार 48 साल से हैदराबाद के बेगम बाजार में रह रहा था। यहां उनका मूंगफली का बिजनेस था। बिजनेस बेटा राजेंद्र पंवार और पोता नीरज पंवार संभालते आ रहे थे। 20 मई 2022 को जगदीश प्रसाद पंवार के घर में खुशी का माहौल था। ढाई महीने पहले ही नीरज पिता बना था। 20 मई को जगदीश प्रसाद पंवार और उनकी पत्नी कमला देवी पंवार की शादी की 42 वीं सालगिरह थी। घर में हर कोई शाम में इसे अलग-अलग तरीके से सेलिब्रेट करने का प्लान बना रहा था। हालांकि वो कोई नतीजे पर पहुंचते इससे पहले ही तीनों दादा, बेटे और पोते के दुकान पर जाने का टाइम हो गया था। दादा-दादी की एनिवर्सरी होटल में सेलिब्रेट करने का प्लान तीनों रोज की तरह दुकान पहुंच गए। दोपहर ढाई बजे नीरज ने अपनी मम्मी निशा और पत्नी संजना को फोन कर बताया कि उन्हें दादी के साथ रात को रेडी होकर एबिड्स एरिया में पहुंचना है। यहीं एक होटल में वेडिंग एनिवर्सरी सेलिब्रेट करने के लिए सारे अरेंजमेंट्स कर दिए हैं। नीरज ने बताया कि वो तीनाें दुकान से सीधे वहीं पहुंचेंगे। निशा और संजना तैयारी में लग गई थी। वहीं नीरज भी पिता और दादा के साथ जल्द से जल्द दुकान का काम खत्म करने में लग गए। शाम के 6 बजे जगदीश प्रसाद और नीरज बेगम बाजार में दूसरे व्यापारियों से अपने कलेक्शन की उगाही के लिए निकल गए थे। अचानक आए बदमाशों ने नीरज पर चाकुओं से हमला किया शाम 7:30 बजे नीरज और उसके दादा जगदीश पंवार बेगम बाजार में एक रिश्तेदार की दुकान पर बैठे थे। तभी वहां बाइक और स्कूटी पर 4-5 लोग आए। दोनों कुछ समझ पाते, इससे पहले ही बदमाशों ने नीरज पर चाकूओं से हमला कर दिया। नीरज अपनी जान बचाते हुए एक दूसरी दुकान के अंदर भागा। बदमाश उसे वहां से घसीटते हुए बाहर लेकर आए और चाकू से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए। बेबस जगदीश प्रसाद आसपास के दुकानदारों से मदद की गुहार लगा रहे थे। नीरज बुरी तरह घायल हो गया था। जख्मों से खून रिस रहा था। हमलावरों ने बड़े पत्थर उठाए और नीरज के चेहरे पर वार करना शुरू कर दिया। मौके पर ही नीरज ने दम तोड़ दिया। हमला इतना खतरनाक था कि सारे दुकानदार सहम गए। किसी की हिम्मत नहीं हुई बीच बचाव करने की। नीरज ही हत्या के बाद हमलावर स्कूटी और बाइक पर बैठकर वहां से भाग गए। मां और पत्नी रोती-चिल्लातीं पहुंची जिस जगह ये घटना हुई थी वहां से नीरज का घर और दूकान पास में ही थे। अब तक नीरज पर हुए हमले की जानकारी दूकान पर बैठे उसके पिता राजेंद्र पंवार और घर में मां निशा और पत्नी संजना को भी मिल गई थी। राजेंद्र के वहां पहुंचने से पहले ही निशा और संजना रोते बिलखते हुए वहां पहुंच गई थी। संजना जोर-जोर से चिल्ला रही थीं- 'उन्होंने मेरे पति को मार दिया।' उधर, इस घटना से बेगम बाजार में रहने वाले राजस्थानी व्यापारी आक्रोश में थे। इलाके की शाह इनायतगंज पुलिस के मौके पर पहुंचने से पहले ही कार्रवाई की मांग को लेकर राजस्थानी प्रवासी धरने पर बैठक गए। पुलिस के हाथ लगा सीसीटीवी फुटेज हैदराबाद किराना मर्चेट एसोसिएशन एवं बेगम बाजार रेजिडेंशियल वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा अगले दिन बेगम बाजार बंद रखने का निर्णय ले लिया गया। गोशामहल MLA राजा सिंह ने भी सरेआम हुए इस मर्डर को लेकर नाराजगी जाहिर की। इन्वेस्टिगेशन में पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला। फुटेज में हमले से काफी पहले तक बाइक सवार बदमाश लड़के बाजार में बाइक पर घूमते दिख रहे थे। इसका मतलब साफ था कि नीरज की दिन भर से रैकी की जा रही थी। कल पार्ट-2 में पढ़िए…
पर्दे पर आएगी हैदराबाद रेप केस की सच्ची तस्वीर, दिखेगी करीना-आयुष्मान की धमाकेदार जोड़ी
सच्ची कहानियों को संजीदगी से पर्दे पर उतारना मेघना गुलजार बेहतरीन तरीके से जानते हैं. फिल्म मेकर ने दीपिका पादुकोण के साथ छपाक, इरफान खान के साथ तलवार बना चुकी हैं. अब डायरेक्टर ने अब हैदराबाद में 2019 के दौरान हुए एक जघन्य अपराध को अपनी फिल्म की कहानी के लिए चुना है.
एसएस राजामौली सोमवार सुबह लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान अपना वोट डालने के लिए निकले। फिल्म निर्माता न केवल अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए हैदराबाद के मतदान केंद्रों पर तेलुगु सितारों की कतार में शामिल हुए, बल्कि उन्होंने मतदान के बाद अपनी और पत्नी राम राजामौली की एक तस्वीर भी साझा की। एसएस राजामौली का ट्वीट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर फिल्म निर्माता ने उन परिस्थितियों का भी खुलासा किया जिनके तहत वह मतदान केंद्र पर पहुंचे। उन्होंने वोट डालने के बाद अपनी और रमा की स्याही लगी उंगलियां दिखाते हुए एक तस्वीर के साथ ट्वीट किया, “दुबई से उड़ान भरी… हवाईअड्डे से सीधे मतदान केंद्र पहुंचे, इसलिए थका हुआ लग रहा हूं… हो गया! आप? हैदराबाद में सेलेब्स ने डाला वोट चौथे चरण के लिए मतदान सोमवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ और सभी लोकसभा क्षेत्रों में शाम 6 बजे तक जारी रहेगा। इससे पहले सोमवार को, ऑस्कर विजेता संगीतकार एमएम कीरावनी हैदराबाद के जुबली हिल्स में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डालने के लिए निकले। वोट डालने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, ''आपको वोट देना होगा क्योंकि आप लोकतंत्र में हैं।'' उनसे पहले, दिग्गज अभिनेता चिरंजीवी ने पत्नी सुरेखा कोनिडेला के साथ लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के दौरान अपने मताधिकार का प्रयोग किया। अभिनेता ने सोमवार सुबह मीडिया से बात करते हुए नागरिकों को वोट देने के लिए प्रोत्साहित किया। चिरंजीवी ने कहा, मैं लोगों से अपने वोट देने के अधिकार का प्रयोग करने का अनुरोध करता हूं। कृपया आएं और अपनी शक्ति का उपयोग करें। सिर्फ वह ही नहीं, जूनियर एनटीआर और फिल्म निर्माता तेजा भी सोमवार को तेलंगाना में मतदान केंद्र पर पहुंचे। 'मैं राजनीतिक तौर पर किसी भी पार्टी से जुड़ा नहीं हूं'- अल्लू अर्जुन इससे पहले दिन में अभिनेता अल्लू अर्जुन अपना वोट डालने के लिए हैदराबाद के मतदान केंद्र पर पहुंचे। वोट डालने के बाद मीडिया से बात करते हुए अर्जुन ने कहा, कृपया अपना वोट डालें। यह देश के सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है। आज हमारे जीवन के अगले पांच वर्षों के लिए सबसे महत्वपूर्ण दिन है। एक बड़ा मतदाता होगा। मतदान प्रतिशत, क्योंकि अधिक से अधिक लोग मतदान करने के लिए बाहर आ रहे हैं, मैं आपको बताना चाहता हूं; मैं राजनीतिक रूप से किसी भी पार्टी से जुड़ा नहीं हूं, मैं सभी पार्टियों के प्रति तटस्थ हूं।''
रजाकार इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज, फिल्म में दिखेगी हैदराबाद नरसंहार की कहानी
Razakar The Silent Genocide of Hyderabad: 1947 में भारत को आज़ादी मिली, इसके बाद हैदराबाद में एक नरसंहार हुआ। इसके बारे में ना लोगों को ज्यादा पता है और ना ही किसी ने बताया। अब इस नरसंहार पर आधारित फिल्म 'रजाकार द साइलेंट जेनोसाइड ऑफ हैदराबाद' पैन ...