हाथरस में स्टूडेंट्स पुलिस एक्सपीरियंस लर्निंग प्रोग्राम (SPEL)-2.0 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बागला इंटर कॉलेज, आरडी कॉलेज और राजकीय महाविद्यालय कुर संडा के छात्र शामिल हुए। थाना कोतवाली नगर में आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को पुलिस कार्यप्रणाली की विस्तृत जानकारी दी गई। निरीक्षक मुकेश बाबू, प्रभारी निरीक्षक गिरीश चंद्र गौतम और निरीक्षक अपराध विवेक कुमार ने कार्यक्रम का नेतृत्व किया। विद्यार्थियों को कानूनी प्रक्रिया, आपराधिक अनुसंधान और यातायात नियंत्रण की जानकारी दी गई। साथ ही साइबर क्राइम और मानव तस्करी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर भी चर्चा की गई। छात्रों को थाना कार्यालय, सीसीटीएनएस कार्यालय, मालखाना और हवालात का दौरा कराया गया। अधिकारियों ने साइबर अपराधों से बचाव पर विशेष ध्यान दिया। फ्रॉड स्कीम, APK फाइल फ्रॉड और AI से जुड़े अपराधों की जानकारी दी गई। साइबर अपराध की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 के बारे में बताया गया। महिला हेल्प डेस्क की कार्यप्रणाली से भी छात्रों को अवगत कराया गया। यह कार्यक्रम पुलिस की छवि को बेहतर बनाने की एक पहल है। इससे युवाओं और पुलिस के बीच बेहतर समझ विकसित होगी। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को न केवल पुलिसिंग की व्यावहारिक जानकारी देना है, बल्कि उन्हें समाज में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए प्रेरित करना भी है।
मुंबई क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई: 10 करोड़ की कीमत के ड्रग्स जब्त, 2 आरोपी गिरफ्तार
मुंबई, 20 फरवरी . मुंबई क्राइम ब्रांच की यूनिट 9 ने दादर इलाके के एक गेस्टहाउस पर छापेमारी करते हुए 5 किलो एमडी ड्रग्स जब्त किया. इन ड्रग्स की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 10 करोड़ रुपये बताई जा रही है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों, जहांगीर शाह आलम शेख (मुंबई निवासी) और ... Read more
हरियाणा के फरीदाबाद जिला पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक लंबे समय से फरार चल रहे डकैत को गिरफ्तार किया है। आरोपी मिजाज नूंह जिले के पुन्हाना के गांव जैमत का रहने वाला है। यह मामला मई 2021 का है। आरोपी ने साथियों के साथ पुराना पल्ला पुल बाईपास रोड पर सुबह 4 बजे एक कैंटर को लूटा था। लूटा कैंटर पुलिस कर चुकी बरामद लुटेरों ने ड्राइवर से कैंटर की चाबी, मोबाइल, वाहन के कागजात, लाइसेंस और पर्स में रखे 8 हजार रुपए छीन लिए थे। इसके बाद वे कैंटर लेकर फरार हो गए थे। पुलिस ने मामले में पहले ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इनमें खुशी उर्फ खुर्शीद, साबिर, रुक्कू और उमर शामिल हैं। पुलिस ने लूटा गया कैंटर भी बरामद कर लिया था। कोर्ट में पेश कर भेजा जेल मिजाज पिछले चार साल से फरार चल रहा था। वह लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा, जिससे पुलिस उसे पकड़ न सके। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर रखा था। मजदूरी करने वाले इस आरोपी को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
प्राइम वीडियो ने अपनी क्रिटिकली अक्लेम्ड तमिल क्राइम-थ्रिलर ओरिजिनल सीरीज 'सुजहल : द वोर्टेक्स' सीजन 2 का धमाकेदार ट्रेलर लॉन्च कर दिया है। इस जबरदस्त ट्रेलर ने ऑडियंस को फिर से सस्पेंस और मिस्ट्री के तूफान के बीच लाकर खड़ा कर दिया है। सुजहल : द वोर्टेक्स सीजन 2 को वॉलवॉचर फिल्म्स के बैनर तले बनाया गया है। इस सीरीज को पुष्कर और गायत्री ने लिखा और प्रोड्यूस किया है, जबकि डायरेक्शन की कमान ब्रम्मा और सरजुन केएम ने संभाली है। इस बार भी शो में बेहतरीन एक्टर्स की दमदार टोली नज़र आएगी। काथिर और ऐश्वर्या राजेश अपनी लीड रोल्स में वापसी कर रहे हैं। इनके साथ लाल, सरवनन, गौरी किशन (मुथु), संयुक्ता विश्वनाथन (नाची), मोनिशा ब्लेसी (मुप्पी), रिनी (गांधारी), श्रीशा (वीरा), अभिराम बोस (सेनबागम), निखिला शंकर (संधानम), कलैवानी भास्कर (उलागु), और अश्विनी नांबियार भी अहम किरदार निभा रहे हैं। इसके अलावा, मंजिमा मोहन और कयाल चंद्रन की स्पेशल अपीयरेंस देखने को मिलने वाली है। ‘सुजहल – द वोर्टेक्स’ सीजन 2, इस साल 28 फरवरी से प्राइम वीडियो पर एक्सक्लूसिवली स्ट्रीम होगा। इसे तमिल, तेलुगु, हिंदी, मलयालम और कन्नड़ में देखा जा सकेगा, साथ में इंग्लिश सबटाइटल्स भी मिलेंगे। अवार्ड-विनिंग सीरीज़ ‘सुजहल – द वोर्टेक्स’ का दूसरा सीजन इस बार तमिलनाडु के फिक्शनल गांव कालीपट्टनम में होने वाले एनुअल अष्टकाली उत्सव की पृष्ठभूमि पर सेट है। यहां के सीनियर एक्टिविस्ट, वकील और सोशल वर्कर चेलप्पा (लाल) की बेरहमी से हुई हत्या पूरे गांव को हिला देती है। ये हादसा सिर्फ गांव तक सीमित नहीं रहता, बल्कि इसकी डरावनी परछाई दूर तक फैलती है, जिससे कई छुपे हुए सच सामने आने लगते हैं। सक्कराई (काथिर) को जब इस रहस्यमयी और डरावने अपराध की गुत्थी सुलझाने की ज़िम्मेदारी मिलती है, तभी नंदिनी (ऐश्वर्या) का अतीत एक बार फिर उसे सताने लगता है। जेल में अनिश्चित भविष्य की ओर देखते हुए, वो अपने पुराने जख्मों से जूझ रही है। जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, वैसे-वैसे धोखा, साजिश, अपराध और मौतों की ये पहेली और उलझती जाती है। मामला और चौंकाने वाला तब हो जाता है जब 8 अजनबी लड़कियां, जो एक-दूसरे को जानती भी नहीं, इस हत्या की मुख्य संदिग्ध बन जाती हैं। सक्कराई को अगर ये केस सुलझाना है और सच तक पहुंचना है, तो उसे छुपे हुए इरादों, निजी दुश्मनी और अतीत के काले राज़ों के बीच से रास्ता निकालना होगा। लेकिन सवाल ये है— क्या वो इस भयानक जुर्म के अंधेरे में खुद को खोने से बचा पाएगा? डायरेक्टर्स ब्रम्मा और सरजुन केएम ने कहा, ‘सुजहल – द वोर्टेक्स’ के पहले सीजन को जबरदस्त प्यार मिलने के बाद, हमने ठान लिया था कि दूसरा सीजन इससे भी ज्यादा दमदार और एंगेजिंग बनाना है। पुष्कर और गायत्री ने इस बार पहले से भी ज्यादा दमदार कहानी तैयार की है, जिसे हमने पूरी क्रिएटिविटी और डिटेलिंग के साथ पर्दे पर उतारा है। काथिर और ऐश्वर्या ने फिर से जबरदस्त परफॉर्मेंस दी है, और बाकी स्टारकास्ट भी कमाल की है, जिससे हमारा काम बतौर डायरेक्टर और आसान हो गया। काथिर ने कहा है, सुजहल – द वोर्टेक्स के दूसरे सीजन में फिर से सब-इंस्पेक्टर सक्कराई का किरदार निभाकर मैं बेहद एक्साइटेड हूं। ये सीरीज़ तमिल स्टोरीटेलिंग के लिए गेम-चेंजर साबित हुई, जिसने हमारी इंडस्ट्री को ग्लोबल मैप पर जगह दिलाई और नेशनल लेवल पर सराहना भी मिली। पुष्कर और गायत्री सच में विजनरी कहानीकार हैं, जिन्होंने सीजन 2 के लिए एक और जबरदस्त और एंगेजिंग कहानी लिखी है। उम्मीद है कि सीजन 2 भी सबको उतना ही पसंद आएगा, या शायद उससे भी ज्यादा।
हरियाणा के रोहतक जिले में साइबर क्राइम पुलिस ने साइबर ठगी मामले में 6 आरोपियों को गुरुग्राम से काबू किया। साइबर ठग लोगों को ऑनलाइन एप के माध्यम से ठगी का शिकार बना रहे थे। आरोपी गुरुग्राम में अलग-अलग सोसाइटी में रहकर ठगी को अंजाम दे रहे थे। साइबर क्राइम थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि साइबर ठगी करने वाला गिरोह गुरुग्राम में सक्रिय है। उन्होंने गुप्त सूचना के आधार पर गुरुग्राम में रेड की और अलग-अलग जगहों से आरोपियों को काबू कर लिया। आरोपियों से ठगी में प्रयोग करने वाला सामान भी बरामद किया। 11 लाख 80 हजार कैश बरामदSHO कुलदीप सिंह ने बताया कि साइबर ठगी मामले में आरोपियों के कब्जे से 11 लाख 80 हजार रुपए कैश बरामद किया है। साथ ही अलग-अलग बैंकों के 30 चेक, 19 एटीएम कार्ड, ठगी में प्रयोग होने वाले 7 मोबाइल बरामद किए है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। मुनाफे का लालच देकर करते थे ठगी SHO कुलदीप सिंह ने बताया कि शेयर मार्केट में काम करने वाले लोगों को टास्क देकर और मोटे मुनाफे का लालच देकर आरोपी उन्हें ठगी का शिकार बना रहे थे। पकड़े गए आरोपियों में एक रोहतक, एक झज्जर, चरखी दादरी, भिवानी व एक सोनीपत का रहने वाला है। सभी को गुरुग्राम से काबू किया है। साइबर क्राइम टीम में ये रहे शामिल SHO कुलदीप सिंह ने बताया कि गुरुग्राम से आरोपियों को काबू करने वाली टीम में पीएसआई प्रतीक, पीएसआई बलविंद्र, एएसआई प्रदीप, एएसआई सतीश व हेड कॉन्स्टेबल संदीप शामिल रहे। टीम पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है, ताकि आरोपियों के अन्य साथियों को भी गिरफ्तार किया जा सके।
वाराणसी के साइबर क्राइम थाने में 9.15 लाख ठगी का एक मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा आईआईटी बीएचयू के रिसर्च स्कॉलर ने दर्ज कराया है। रिसर्च स्कॉलर पुष्पेंद्र सिंह के अनुसार शेयर मार्केट में निवेश कर ज्यादा मुनाफा पाने का लालच देकर यह ठगी की गई है। फिलहाल साइबर थाने की पुलिस मुकदमा दर्ज कर डिजिटल फुट प्रिंट से ठगी का पता लगाने में लग गई है। वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े फिर इंस्टॉल किया एप IIT-BHU के गुरु रवीन्द्रनाथ टैगोर अपार्टमेंट में रहने वाले मथुरा के मूल निवासी रिसर्च स्कॉलर पुष्पेंद्र सिंह ने अपनी तहरीर में बताया -9 दिसंबर 2024 को वो एक्स-17 आदित्य बिरला फाइनेंशियल क्लब नामक वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़े थे। इस ग्रुप दो लोग एडमिन थे। पहली आइयाना जोसफ और दूसरा सेथुरथनम रवि। प्रसिद्ध स्टॉक मार्केट ट्रेडर रुचिर गुप्ता से ऑनलाइन ट्रेंडिंग क्लास लेने वाले पुष्पेंद्र को यह ग्रुप उन्हीं का लगा और वो जुड़ गए। निवेश में फायदा देखकर किया निवेशपुष्पेंद्र ने बताया - ग्रुप में लगातार लोग अपने निवेश और फिर हुए फायदे का स्क्रीन शॉट डाल रहे थे। इसपर मेरा मन भी प्रॉफिट कमाने के लिए हुआ। इसपर मैंने एडमिन से बात की तो उस दिन मुझे पता चला कि यह ग्रुप रुचिर गुप्ता का नहीं है। ग्रुप एडमिन ने मुझसे आदित्य बिरला मनी एप डाउनलोड करवाया। इसके जरिए मेरा भी अकाउंट खोल दिया गया। करंट अकाउंट में निवेश कर दिए 9.15 लाख, अब नहीं पैसेपुष्पेंद्र ने तहरीर में बताया- एप डाउनलोड करने के बाद निवेश शुरू किया। निवेश के लिए एक करंट अकाउंट भेजा जाता था। उसमें पैसे निवेश किए जाते थे। इस दौरान मुझे भी फायदा हुआ और दो बार 23 हजार रुपए एप के माध्यम से निकाल पाया। धीरे-धीरे करके मैंने उसमें 9.15 लाख रुपए निवेश किए पर पैसे नहीं निकाल पा रहे हैं।
जयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा आज सीकर पहुंचे। यहां उन्होंने सीकर पुलिस लाइन में जिले के पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव,एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह जोधा सहित तमाम सीओ और थानाधिकारियों की मीटिंग ली। जयपुर रेंज आईजी अजयपाल लांबा ने कहा कि अपराध समीक्षा के साथ-साथ कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की गई। सीकर जिले और सीकर शहर को किस तरह अपराध मुक्त बनाया जा सके,इस पर भी विचार विमर्श किया गया है। विशेषकर ऐसे अपराधी जो हथियारों की नोंक पर अपराध करते हैं,रंगदारी मांगते हैं या फिर किसी न किसी गैंग से जुड़े होते हैं,ऐसे आरोपियों को आईडेंटिफाई कर उन्हें पकड़ना और फॉलोअप करने के निर्देश दिए गए हैं। सीकर शहर में कोचिंग वाले इलाकों में जो एक ट्रेंड चल पड़ा है ड्रग्स का, उसके खिलाफ भी कार्रवाई करने के लिए सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। लंबे समय से पेंडिंग चल रहे परिवाद और मामलों का जल्द से जल्द निस्तारण हो। वहीं सिटी और कस्बों में ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है,ऐसे में किस तरह से हर जगह ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर किया जा सके इस पर भी चर्चा की गई। जिले में मैनपॉवर और संसाधनों की कमी होने की बात सामने आई है,इस पर भी काम किया जाएगा। वहीं आगामी दिनों में खाटूश्यामजी का वार्षिक मेला शुरू होने जा रहा है। इस मेले में कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर भी आज की बैठक में समीक्षा की गई है। जिले में एक्टिव हो रही लोकल गैंग्स पर अंकुश लगाने की बात पर रेंज आईजी अजयपाल लांबा ने कहा कि जिला पुलिस लगातार ऐसी गैंग्स और उनके सहयोगियों पर नजर रखे। इसके अलावा उनके इनकम सोर्सेस पर भी नजर रखे,जिससे कि लोकल गैंग्स कमजोर हो जाए। आईजी अजयपाल लांबा ने सीकर पुलिस के ऑपरेशन तौबा की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान के तहत न केवल मादक पदार्थों की तस्करी और उन्हें बेचने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई। बल्कि अभियान के तहत इन मादक पदार्थों का सेवन करने वाले और उनके परिवारों को भी जागरूक किया गया। लांबा ने कहा कि कई बार अपराधी कम मात्रा में मादक पदार्थों की तस्करी करते हैं या बेचते हैं। ऐसे में अवैध मादक पदार्थों को छुपाना काफी आसान हो जाता है। लेकिन पुलिस लगातार ऐसे आरोपियों की धरपकड़ करके मुख्य सरगना तक भी पहुंच रही है।
सिद्धार्थनगर में मंगलवार को पुलिस लाइन सभागार में एक महत्वपूर्ण मीटिंग का आयोजन किया गया। पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक महाजन की अध्यक्षता में आयोजित इस मीटिंग में उत्तर प्रदेश पुलिस पेंशनर्स कल्याण संस्थान के सदस्यों ने हिस्सा लिया। मीटिंग में पुलिस पेंशनर्स की विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। पुलिस अधीक्षक ने पेंशनर्स की समस्याओं के त्वरित समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही, बैठक में साइबर सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। पेंशनर्स को साइबर अपराधों से बचने के लिए जागरूक किया गया और उन्हें अपना ओटीपी किसी के साथ साझा न करने की सलाह दी गई। पुलिस प्रशासन ने पेंशनर्स से बीट पुलिस अधिकारियों को उनके गांव के दौरे के दौरान सहयोग करने का आग्रह किया। साथ ही, पुलिस कार्यों पर जनता से फीडबैक और सुझाव देने के लिए भी कहा गया। इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ, प्रतिसार निरीक्षक बी.एन. गुप्ता और पुलिस पेंशनर बोर्ड के अध्यक्ष रिपुंजय उपाध्याय सहित कई पुलिस पेंशनर्स मौजूद रहे।
आगामी परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए साइबर क्राइम ब्रांच ने एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। छात्रों और नागरिकों को टेलीग्राम ग्रुप्स पर बिकने वाले फर्जी पेपरों से बचने की चेतावनी दी गई है। क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि परीक्षा के समय साइबर फ्रॉड गैंग सक्रिय हो जाती हैं। टेलीग्राम ग्रुप्स के माध्यम से नकली प्रश्न पत्र बेचकर बड़ी रकम की ठगी करते हैं। इन ग्रुप्स में हजारों लोग जुड़े होते हैं, जिनमें कई छात्र भी शामिल होते हैं। फर्जी पेपर के जाल में न उलझेसाइबर क्राइम अधिकारियों का कहना है कि टेलीग्राम ग्रुप्स में जुड़कर पेपर खरीदना न केवल परीक्षा में फेल होने का खतरा बढ़ा सकता है, बल्कि छात्रों का करियर भी दांव पर लग सकता है। धोखाधड़ी करने वाले अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। भोपाल साइबर क्राइम के पास कई शिकायतें दर्ज की गई हैं, जिनमें टेलीग्राम ग्रुप्स के जरिए फर्जी पेपर बेचने की जानकारी सामने आई है। पिछले साल भी इस तरह की शिकायतों के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। अब टेलीग्राम से संबंधित ग्रुप्स की जानकारी मांगी जा रही है, ताकि उन पर सख्त कार्रवाई की जा सके। साइबर टीम ने टेलीग्राम पर पांच एक्टिव ग्रुप्स के खिलाफ FIR भी दर्ज की है। टेलीग्राम पर एक्टिव ग्रुप्स के खिलाफ की FIR छात्रों के लिए जरूरी सलाहसाइबर क्राइम अधिकारियों ने छात्रों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें और किसी भी फर्जी टेलीग्राम ग्रुप से न जुड़ें। ऐसा करने से न केवल वे धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं, बल्कि उनके भविष्य पर भी खतरा मंडरा सकता है। यदि कोई व्यक्ति इस तरह की धोखाधड़ी का शिकार होता है या ऐसे ग्रुप्स की जानकारी रखता है, तो उसे तुरंत साइबर क्राइम विभाग में शिकायत दर्ज करानी चाहिए। 350 में दिया जा रहा ओरिजिनल पेपर 10वीं बोर्ड की परीक्षा के साथ टेलीग्राम पर इस बार फिर बच्चों के साथ ठगी का सिलसिला शुरू हो गया है। टेलीग्राम में कई ग्रुप पर दावा किया जा रहा है कि बोर्ड परीक्षा से पहले सुबह उन्हें ओरिजिनल पेपर दे दिया जाएगा, वहीं कई अन्य ग्रुप पर फीस देकर 80 प्रतिशत सवाल सही मिलने का दावा किया जा रहा है। एपमबी बोर्ड पेपर लीक ग्रुप पर पहले ग्रुप ज्वाइन करने के लिए 350 फीस ली जा रही है। हमने एक प्राइवेट ग्रुप बनाया है जिसमें कहा गया कि आप अपनी परीक्षा से संबंधित टॉप 35 प्रश्न देंगे और कुछ टॉप 50 प्रश्न देंगे, जिनमें से 70-80% आपके पेपर में आएंगे। हमारे ग्रुप में शामिल होने की फीस 350 रुपए है। यदि आप हमारे समूह में शामिल होना चाहते हैं, तो आप हमें नीचे दिए गए उपयोग कर्ता नाम में संदेश भेज सकते हैं और हमें बता सकते हैं हम आपको क्यूआर या यूपीआई देंगे, भुगतान करने और हमें स्क्रीनशॉट्स देने के बाद, हम आपको इसमें जोड़ देंगे, जिसके बाद पर्सनली बात करने पर युवक ने असली पेपर देने का वादा 350 रुपए में किया। पढ़ें पूरी खबर
शादी का झांसा देकर महिला से दुष्कर्म के आरोपी तहसीलदार शत्रुहन सिंह चौहान की अग्रिम जमानत याचिका हाई कोर्ट ने खारिज कर दी। महिला थाना पुलिस ने 15 जनवरी को एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद से शत्रुहन सिंह चौहान गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले सत्र न्यायालय फिर हाई कोर्ट में जमानत के लिए पहुंचे थे। सरकारी वकील साकेत उदैनिया ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए बताया कि तहसीलदार की ना केवल 4 पत्नियां हैं, बल्कि उसके अन्य महिलाओं से भी संबंध हैं। इसके अलावा उस पर हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती सहित अन्य धाराओं में भी केस दर्ज हैं। अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए जस्टिस आर के वानी ने कहा-इतने आरोप लगने के बाद भी ये अधिकारी अभी तक नौकरी कर रहा है? भितरवार तहसीलदार के पद पर रहने के दौरान महिला थाना पुलिस ने दुष्कर्म का केस दर्ज किया। इसके बाद कलेक्टर ने आरोपी शत्रुहन सिंह चौहान को कलेक्ट्रेट स्थित भू-अभिलेख कार्यालय में अटैच कर दिया। दुष्कर्म के केस में गिरफ्तारी से बचने के लिए सबसे पहले जिला न्यायालय में जमानत आवेदन दिया, जिसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद हाई कोर्ट में जमानत याचिका दायर की गई। पीड़िता की ओर से पैरवी करते हुए एडवोकेट अवधेश तोमर ने भी जमानत याचिका का विरोध किया। उन्होंने आपराधिक प्रकरणों की सूची प्रस्तुत करने के साथ ही तहसीलदार पर फर्जी आधार कार्ड तैयार करने का भी आरोप लगाया। वहीं, शासन की ओर से पेनड्राइव में आरोपी और पीड़िता की बातचीत पेश की। जिसमें आरोपी शादी संबंधी बात स्वीकार कर रहा है। सोशल मीडिया पर अश्लील कंटेंट रोकने केंद्र की क्या गाइडलाइन कोर्ट को बताया- ऐसा करना अपराध, इसमें सजा का भी प्रावधान हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर,शासन भी बनेगा पक्षकार हाई कोर्ट की ग्वालियर बेंच में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में दिखाए जा रहे अश्लील कंटेंट के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई है। सोमवार को हुई सुनवाई में हाई कोर्ट को बताया गया कि आईटी एक्ट में इस प्रकार की सामग्री दिखाना कानूनन अपराध है, जिसमें तीन साल तक की सजा का प्रावधान है। डिवीजन बेंच ने इस मामले में केंद्र से अश्लील कंटेंट को लेकर गाइडलाइन के संबंध में जानकारी चाही है। इसके साथ ही याची की ओर से मप्र शासन को पक्षकार बनाने के लिए आवेदन दिया गया, जिसे हाई कोर्ट ने स्वीकार कर लिया। एडवोकेट अवधेश सिंह भदौरिया ने बताया - अनिल बनवारिया ने याचिका दायर करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भारत में अश्लील व आपत्तिजनक कंटेंट दिखाने का आरोप लगाया है। कोर्ट को बताया गया कि इसके चलते विशेष रुप से युवा दिग्भ्रमित होकर ना केवल अपना भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। बल्कि आपराधिक क्रियाकलापों में भी लिप्त हो रहे हैं। केंद्र सरकार ने इन प्लेटफॉर्म पर अश्लीलता फैलाने पर चिंता तो जताई है लेकिन कार्रवाई के नाम पर अब तक कुछ नहीं किया गया।हाई कोर्ट... दुष्कर्म के आरोपी तहसीलदार की जमानत याचिका खारिज, चिंता जाहिर की
60 ग्राम से ज्यादा एमडी ड्रग बरामद:इंदौर क्राइम ब्रांच ने युवक-युवती को किया गिरफ्तार; पूछताछ जारी
इंदौर क्राइम ब्रांच ने एमडी ड्रग के साथ एक युवक और युवती को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है, और वे एक्टिवा में ड्रग छिपाकर ले जा रहे थे। क्राइम ब्रांच को पूर्व में पकड़े गए आरोपियों से इन दोनों की जानकारी मिली थी। क्राइम ब्रांच ने अनवर (पुत्र भूरेखान), निवासी चूडी बाखल देवास, और प्रीति (पत्नी सुनिल परमार), निवासी ग्राम श्यामपुर सिहोर को एरोड्रम इलाके के पास गिरफ्तार किया। दोनों ड्रग पेडलर हैं, जो स्टूडेंट्स और अन्य लोगों को नशा उपलब्ध कराने का काम करते हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों एअरपोर्ट इलाके से निकल रहे हैं, जिसके बाद घेराबंदी की गई और उन्हें दबोच लिया गया। जब उनकी एक्टिवा की डिक्की की तलाशी ली गई, तो उसमें लगभग 60 ग्राम एमडी ड्रग बरामद हुई। आरोपियों ने पुलिस की घेराबंदी देख भागने की कोशिश की, लेकिन इस दौरान उनकी एक्टिवा स्लीप हो गई और वे पकड़ लिए गए।
झारखंड हाईकोर्ट के पहले चीफ जस्टिस का निधन
रांची | झारखंड हाईकोर्ट के पहले मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति विनोद कुमार गुप्ता (77) का निधन 15 फरवरी को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में हो गया। वह कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। एक महीने पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। न्यायमूर्ति गुप्ता अपने पीछे पत्नी उषा गुप्ता, बेटी रुचिरा गुप्ता और बेटे गौरव को छोड़ गए हैं। रविवार को दिल्ली में उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।
भिवानी साइबर क्राइम पुलिस ने नामी ट्रांसपोर्ट कंपनियों की फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान भिवानी जिले के गांव लोहानी निवासी अंकित के रूप में हुई है। मामले का खुलासा तब हुआ जब भिवानी निवासी रोहित ने साइबर क्राइम पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि रोहतक निवासी रौनक ने दोस्ती के बहाने उससे सिम और बैंक खाता मांगा था। बाद में पता चला कि उसका बैंक खाता धोखाधड़ी की रकम के लेन-देन में इस्तेमाल किया गया, जिसके कारण बैंक ने खाता फ्रीज कर दिया। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर प्रतिष्ठित ट्रांसपोर्ट कंपनियों की नकली वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगने का काम करता था। इस गिरोह के खिलाफ बेंगलुरु, मुंबई, जयपुर, झांसी, कर्नाटक और मध्य प्रदेश में भी मामले दर्ज हैं। आरोपी अंकित ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के लिए अपने बैंक खाते और सिम का इस्तेमाल किया था। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जिला कारागार भेज दिया गया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।
क्राइम ब्रांच की FIR निरस्त:सीसीटीवी सर्वोत्तम सबूत, इसके बगैर जांच संदिग्ध है
अपर सत्र न्यायालय ने सियागंज के सात व्यापारियों के साथ की गई करीब दो करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के मामले में क्राइम ब्रांच की जांच पर सवाल उठाए हैं। ठग ने व्यापारियों को झांसे में लिया था कि उसके करोड़ों रुपए आयकर विभाग में फंसे हैं। 50 लाख रुपए टैक्स, चालान भरकर उसे छुड़ाना है। एक व्यापारी ने 27 लाख 50 हजार दे दिए। पैसे देने के वक्त ठग एजाज व्यापारी ललित वर्मा के घर दो सूटकेस लेकर गया, जिस पर आयकर की फर्जी सील लगाकर लाया था। व्यापारी से कहा कि इसमें पैसे रखे हैं। पैसे चुकाने के बाद विभाग सील खोल देगा। व्यापारी ने 27 लाख 50 हजार दे भी दिए। तीन दिन बाद ठग नहीं आया तो सूटकेस खोला। सूटकेस में पुराने कपड़े, रद्दी थी। एक भी गवाह पेश नहीं पुलिस ने जांच के बाद ललित वर्मा के घर के आसपास, सियागंज के अन्य व्यापारियों के बयान लिए, लेकिन जब ट्रायल शुरू हुआ तो एक भी स्वतंत्र गवाह के बयान नहीं कराए। केवल क्राइम ब्रांच के कर्मचारियों के बयान कराए। इनके बयान में भी विरोधाभास निकला। कोर्ट ने फैसले में यह भी कहा जांच एजेंसी ने एफआईआर के बाद जिस कार से सूटकेस व अन्य सामग्री जब्त की थी, उस कार का मालिक कौन है, इसके बारे में भी खुलासा नहीं किया। पुलिस बताती तो उनका पक्ष मजबूत हो सकता था। ऐसा नहीं करना भी अभियोजन को कमजोर बनाता है। इतनी बड़ी घटना में पुलिस ने कोई राशि भी जब्त नहीं की। कोर्ट ने क्राइम ब्रांच की एफआईआर को निरस्त कर दिया।
इंदौर ग्रामीण आईजी शुक्रवार को खंडवा पहुंचे, उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम पर क्राइम मीटिंग ली। आईजी अनुराग ने साइबर फ्रॉड के लिए एसओपी तैयार कर जिले के अंदर सभी अधिकारी व कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने की बात कही, ताकि साइबर ठगी की घटनाओं को रोका जा सके। लोगों को जागरूक करने के लिए थाना व जिला स्तर पर विशेष अभियान चलाए जाने की बात कही। आईजी अनुराग ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि जिले में नाबालिग बच्चे जो अभी तक दस्तयाब नहीं हुए हैं, उन्हें विशेष अभियान चलाकर राजपत्रित अधिकारी स्वयं की निगरानी में तलाश करने के प्रयास करें। संपत्ति संबंधी चोरी की रोकथाम के लिए CCTV की मदद लेकर आरोपी की जल्द गिरफ्तारी की जाए। जिले में बार-बार अपराध करने वाले अपराधियों के विरुद्ध गुंडा व निगरानी फाइल खोलने सहित जिला बदर की कार्रवाई की जाए। गंभीर मामलों में विवेचक टीआई नहीं तो नाराज हुएआईजी अनुराग ने गंभीर मामलों में थाना प्रभारी के स्वयं विवेचना नहीं करने पर नाराजगी जताई गई। भविष्य में गंभीर मामलों की विवेचना स्वयं थाना प्रभारियों को करने के निर्देश दिए। जिले में तीन माह से अधिक थानों मे लंबित अपराध, लंबित चालान, लंबित खात्मा, प्रकरणों व लंबित मामलों के निराकरण के निर्देश दिए। बैठक में एसपी मनोज कुमार राय, एएसपी महेंद्र तारणेकर, राजेश रघुवंशी आदि मौजूद रहे।
इंदौर के छावनी इलाके में मुखबिर की सूचना पर क्राइम ब्रांच ने एक कार की तलाशी ली। कार में सवार 5 लोगों में से एक ने अपना परिचय देते हुए खुद को वकील बताया। क्राइम ब्रांच टीम सभी को पूछताछ के लिए थाने लेकर आ गई। पकड़ाए आरोपियों से करीब 50 ग्राम के लगभग ब्राउन शुगर मिली है। उनसे पूछताछ की जा रही है। संयोगितागंज इलाके से क्राइम ब्रांच ने संजय जोशी निवासी एमजी रोड, दीपक पांडे निवासी एमआईजी, मयूर सक्सेना निवासी लसूडिया, सुखेदव यादव निवासी लसूडिया मोरी और मानव राव निवासी बैतूल को पकड़ा है। आरोपियों की कार की चैकिंग में करीब 50 ग्राम के लगभग ब्राउन शुगर मिली है। पकड़ाए संजय जोशी ने खुद को हाईकोर्ट वकील बताया था। टीम ने कोर्ट से इसकी पुष्टि करवाने की बात कही है। क्राइम ब्रांच ने सभी आरोपियों को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। पकड़ाए माल की कीमत दो लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। आरोपियों ने राजस्थान के बार्डर से इसे लाने की बात कबूली है।
झालावाड़ में गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल गुराडिया जोगा के पुलिस स्टूडेंट कैडेट के छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को पुलिस थाना मिश्रोली का भ्रमण किया। एसपी ऋचा तोमर के अनुसार विद्यार्थियों को थाना परिसर में कानून व्यवस्था की विस्तृत जानकारी दी गई। छात्रों को थाने की दैनिक कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया। उन्होंने पहरा संतरी ड्यूटी, वायरलेस सेट, कंप्यूटर कक्ष, मालखाना और जब्त वाहनों के बारे में जानकारी प्राप्त की। पुलिस स्टाफ ने विद्यार्थियों को साइबर क्राइम, साइबर फ्रॉड और साइबर जागरूकता के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। साथ ही यातायात नियमों, गुड टच-बैड टच, डायल 112 और सोशल मीडिया से जुड़ी सावधानियों के बारे में भी बताया। इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान थानाधिकारी सुरेंद्र सिंह के साथ हेड कॉन्स्टेबल राजेश शर्मा, शाकिर हुसैन, मुकेश, बलराम और महिला कॉन्स्टेबल अंजु मौजूद रहीं। यह भ्रमण पुलिस स्टूडेंट कैडेट योजना के तहत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य छात्रों को कानून व्यवस्था की व्यावहारिक समझ विकसित करने में मदद करना था।
फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने मुंगेर से एक हथियार तस्कर को गिरफ्तार किया है। तारापुर थाना क्षेत्र के देवगांव निवासी शशि मोहन सिंह को उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई मुंगेर पुलिस के सहयोग से की गई। यह मामला 9 फरवरी को सामने आया था, जब फरीदाबाद पुलिस ने डबुआ कॉलोनी इंडस्ट्रियल एरिया में एक अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। उस समय दो कारीगरों-उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद निवासी अनुज कुमार और हाथरस निवासी सौरभ को गिरफ्तार किया गया था। दोनों फरीदाबाद की संजय कॉलोनी में रह रहे थे। पुलिस ने फैक्ट्री से 7 देसी पिस्टल, निर्मित और अर्धनिर्मित स्लाइड समेत हथियार बनाने के कई उपकरण बरामद किए थे। पूछताछ में पता चला कि शशि मोहन सिंह इस अवैध कारखाने का मुख्य संचालक था। जो कारीगरों को प्रति हथियार 2000 रुपए देता था। फरीदाबाद क्राइम ब्रांच के एसआई सत्यवान के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने मुंगेर पहुंचकर यह कार्रवाई की। टीम में हवलदार जगदीश, सिपाही नितेश और नसीब तिलक शामिल थे। शशि मोहन को मुंगेर न्यायालय में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर फरीदाबाद ले जाया गया है, वहां आगे की जांच की जाएगी।
आगरा के थाना सिकंदरा क्षेत्र में महिला मित्र के घर जन्मदिन पार्टी में गए युवक को मंगलवार रात डेढ़ बजे संदिग्ध हालात में दूसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। वहीं, शुक्रवार को फॉरेंसिक टीम ने पहुंचकर क्राइम सीन कर घटना का रिक्रिएशन किया। टीम करीब 5 घंटे तक घटनास्थल पर रही। यह है पूरा मामलाजगदीशपुरा की आवास विकास कॉलोनी सेक्टर तीन के रहने वाले 28 वर्ष के सागर ऑनलाइन कंपनी फ्लिपकार्ट में डिलीवरी ब्वॉय थे। मंगलवार रात कांशीराम आवासीय योजना शास्त्रीपुरम में रहने वाली महिला मित्र हेमा के घर पर आए थे। मंगलवार रात दो बजे हेमा ने 108 एंबुलेंस और 112 नंबर पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस को बताया कि नशे की हालत में सागर दूसरी मंजिल से गिरा हैं। एंबुलेंस सागर को एसएन इमरजेंसी लेकर गई। चिकित्सकों ने सागर को मृत घोषित कर दिया। जानकारी पर सिकंदरा थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम गृह में रखवा दिया। परिजनों को हादसे की सूचना दी। साजिश के तहत हत्या का आरोपबुधवार सुबह 10 बजे सिकंदरा थाने पहुंचे परिजनों ने सागर की साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाया। भाई आशीष ने बताया कि मंगलवार की रात आठ बजे सागर को उसका मित्र सचिन कुमार निवासी आवास विकास कॉलोनी सेक्टर दो अपने साथ जन्मदिन पार्टी में चलने की कहकर ले गया था।कांशीराम आवास में रहने वाली महिला हेमा के घर पर जन्मदिन की पार्टी थी। वहां गांव मोहम्मदपुर सिकंदरा का रहने वाला सनी भी आया था। सनी भी हेमा का परिचित हैं। हेमा ने साजिश के तहत सनी और कांशीराम आवास में रहने वाली मंजू के साथ मिलकर सागर को दूसरी मंजिल से फेंक दिया। मृतक के भाई की तहरीर पर पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। फॉरेंसिक टीम ने कई एंगल से की जांचक्राइम सीन पर घटना का रिक्रिएशन के लिए फॉरेंसिक टीम सुबह करीब 11 बजे घटनास्थल पर पहुंची। उनके साथ एसओ सिकंदरा, विवेचक और वादी पक्ष के लोग भी थे। टीम ने पुतले को दूसरी मंजिल से कई बार नीचे गिराया। हर एंगल से पुतले को नीचे फेंका गया। टीम ने ये समझने का प्रयास किया कि सागर खुद गिरा था या किसी ने उसे धक्का दिया था। करीब 5 घंटे तक पूरी प्रक्रिया चली। टीम ने हर एंगल को बारीकी से जांचा। अब फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल की बेंच ने छत्तीसगढ़ में साइबर एक्सपर्ट की नियुक्ति नहीं होने पर चिंता जाहिर की है। डिवीजन बेंच ने मामले में बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए जल्द ही एक्सपर्ट की नियुक्ति करने कहा है। साथ ही केंद्र सरकार से शपथपत्र के साथ जवाब मांगा है। दरअसल, प्रदेश में आईटी एक्ट के तहत इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य जुटाने के लिए साइबर एक्सपर्ट की नियुक्ति की मांग को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है। देश भर में 16 जगह पर एक्सपर्ट की नियुक्ति शिरीन मालेवर ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई है, इसमें बताया कि राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 79-ए के तहत कोई परीक्षक/विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं की गई है। जबकि, देश भर में 16 जगह पर एक्सपर्ट की नियुक्ति की गई है। छत्तीसगढ़ में लगातार साइबर क्राइम की बढ़ोतरी हो रही है। ठग लोगों को नए नए तरीके से अपने जाल में फंसाते हैं। बावजूद इसके राज्य में विशेषज्ञ नहीं है। केंद्र सरकार करती है नियुक्ति जनहित याचिका में कहा गया है कि साइबर एक्सपर्ट की नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। याचिका में प्रदेश में एक्सपर्ट की नियुक्ति को लेकर हाईकोर्ट से केंद्र सरकार को आदेश जारी करने की मांग की गई है। हाईकोर्ट बोला तत्काल कदम उठाए केंद्र सरकार इस मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने कहा कि यह मामला गंभीर चिंता का विषय है। आज कल छत्तीसगढ़ में साइबर अपराध में तेजी से वृद्धि हो रही है और ऐसे में एक्सपर्ट की नियुक्ति जरूरी है। डिवीजन बेंच ने कहा कि हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार नियुक्ति के लिए तत्काल कदम उठाएगी। हाईकोर्ट ने प्रदेश में ऐसे एक्सपर्ट की नियुक्ति को लेकर शपथ पत्र प्रस्तुत करने को कहा है। केस की अगली सुनवाई 10 मार्च को होगी। साइबर ठगी या क्राइम से बचने के लिए ये सावधानियां बरतें ठगी का नया तरीका- डिजिटल अरेस्ट घोटाले के इस नए तरीके में, साइबर ठग लोगों को ऑडियो या वीडियो कॉल करते हैं, एआई जनरेटेड वॉयस या वीडियो कॉल करते हैं और खुद को पुलिस अधिकारी, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारी या सीमा शुल्क अधिकारी बताते हैं। साइबर ठग लोगों को झांसे में लेने के लिए कई हथकंडे अपनाते हैं। जैसे कि वे कहते हैं कि आपने चाइल्ड पोर्न देखी है। या आपके आधार कार्ड नंबर, पैन नंबर का इस्तेमाल ड्रग बुकिंग में किया गया है। इसके बाद डिजिटल गिरफ्तारी के नाम पर लोगों से पूछताछ के लिए वीडियो कॉल पर बात की जाती है। ज्यादातर मामलों में साइबर ठग पुलिस स्टेशन जैसा सेटअप बनाकर पुलिस की वर्दी पहनकर बैठे दिखाई देते हैं, जिससे लोगों को वह सबकुछ असली लगता है। साइबर ठग पूरी जांच के दौरान लोगों को अपने परिवार या दोस्तों को बताने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हैं। इस तरह से साइबर अपराधी डिजिटल स्पेस में लोगों को घंटों तक हिरासत में ले लेते हैं। ................................. छत्तीसगढ़ में साइबर ठगी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 01. रायपुर में 3 नाइजीरियन स्टूडेंट्स ने करोड़ों ठगे: पैसे देश के बाहर भेजे, किसी दूसरे के अकाउंट से लेनदेन करते थे; 62 अन्य भी गिरफ्तार साइबर फ्रॉड को रोकने के लिए रायपुर रेंज में साइबर शील्ड ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसके तहत एक बड़ी कामयाबी पुलिस को मिली है। 3 नाइजीरियन स्टूडेंट करोड़ों की ठगी के आरोपी निकले। ये तीनों रायपुर की ही निजी यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं। पढ़ें पूरी खबर 02. CSPTCL का इंजीनियर हुआ साइबर ठगी का शिकार: भिलाई में अकाउंट से अचानक गायब हुए 5 लाख रुपए, पुलिस ने दर्ज की FIR दुर्ग जिले में पदस्थ CSPTCL का इंजीनियर अनिल मैथ्यु ऑनलाइन साइबर ठगी का शिकार हो गया है। उसके ICICI बैंक के खाते से अचानक 5 लाख रुपए पार हो गए। इस मामले में स्मृति नगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है और जांच कर रही है। पढ़ें पूरी खबर
साइबर क्राइम विंग की कार्रवाई:डिलीवरी बॉय, सफाई कर्मी और छात्र बेचते थे ठगों को खाता, 5 गिरफ्तार
पोर्टल के माध्यम से किराए पर खाते देने वालों की गिरफ्तारी का पहला मामला देशभर में ठगों को खाते बेचने वाले पांच आरोपियों को साइबर क्राइम विंग ने पोर्टल (जेएमआईएस) के माध्यम से पकड़ा है। भोपाल के इन खातों का उपयोग ठगों ने बेंगलुरू और दिल्ली में किया था। शिकायत के बाद दोनों शहरों की पुलिस ने इन खातों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज की। पोर्टल के माध्यम से किराए पर खाते देने वालों की गिरफ्तारी का देश- प्रदेश में यह पहला मामला बताया जा रहा है। डीसीपी क्राइम अखिल पटेल और एडिशनल डीसीपी क्राइम शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि पांच आरोपियों ने कुल 12 खाते बेचे। बैंक से दो खातों की जानकारी सामने आई है। एक में 34 लाख और दूसरे में 13 लाख रुपए का लेनदेन सामने आया है। बाकी 10 खातों की जानकारी आना बाकी है। इनमें भी बड़ा लेनदेन सामने आ सकता है। यह सभी खाते डिलीवरी बॉय, सफाई कर्मी और छात्रों ने बेचे। अब साइबर क्राइम विंग पोर्टल पर ऐसे सस्पेक्टेड खाते खंगाल रही है। जो भोपाल से बेचे गए और उनका ठगी की रकम में उपयोग हुआ। एक आरोपी छात्र खाता बेचने बिहार जाता था टेलीग्राम से संपर्क, बिहार भी गया छात्र... पूछताछ में आरोपियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। टेलीग्राम के माध्यम से यह ठगों के संपर्क में आए थे। वहीं एक छात्र खाते बेचने बिहार जाता था। यहां उसकी ठगों से कई बार मुलाकात हुई। उसकी निशानदेही पर साइबर विंग ठगों की लोकेशन ट्रेस कर रही है। क्या है जेएमआईएस पोर्टल केंद्र सरकार ने एक पोर्टल बनाया है। देशभर में होने वाली ठगी के बाद रकम जिन खातों में जाती है। उन खातों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड होती है। इससे पता चलता है ठगी में किस राज्य-शहरों के खातों का उपयोग हुआ है। भोपाल की साइबर विंग ने इस पोर्टल के माध्यम से ऐसे खाते चिह्नित किए और खाता बेचने वालों को गिरफ्तार किया।
प्रदेश में आईटी एक्ट के तहत इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य का कोई एक्सपर्ट- परीक्षक नहीं होने को लेकर जनहित याचिका लगाई गई है। मामले में गुरुवार को चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल की बेंच में सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कहा कि गंभीर चिंता का विषय है। जहां साइबर अपराध बढ़ रहे हैं, ऐसे एक्सपर्ट की नियुक्ति बिल्कुल जरूरी है। शिरीन मालेवर ने हाई कोर्ट में जनहित याचिका लगाई है, इसमें बताया कि राज्य में सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 79-ए के तहत कोई परीक्षक/विशेषज्ञ की नियुक्ति नहीं की गई है। देश भर में 16 जगह पर एक्सपर्ट की नियुक्ति की गई है। यह नियुक्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाती है। हाई कोर्ट से नियुक्ति को लेकर आदेश जारी करने की मांग की गई। हाई कोर्ट ने सुनवाई के बाद दिए गए आदेश में कहा है कि यह मामला गंभीर चिंता का विषय है। आजकल छत्तीसगढ़ में साइबर अपराध में तेजी से वृद्धि हो रही है और ऐसे व्यक्ति की नियुक्ति जरूरी है। हमें उम्मीद है कि केंद्र सरकार नियुक्ति के लिए तत्काल कदम उठाएगी। हाई कोर्ट ने प्रदेश में ऐसे एक्सपर्ट की नियुक्ति की जानकारी को लेकर शपथ पत्र प्रस्तुत करने के आदेश केंद्र सरकार को दिए हैं। अब इस मामले पर 10 मार्च को सुनवाई होगी।
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गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)
सस्पेंस, क्राइम और थ्रिलर का रखते है शौक तो OTT पर फौरन निपटा डाले ये जबरदस्तसाउथ फिल्में,हॉलीवुड भी लगने लगेगा फीका
सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
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Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।
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Salman Khan के घर हुईफायरिंग के केस में क्राइम ब्रांच को मिली बड़ी सफलता, इस राज्य में पकड़े गए दोनों आरोपी
धमाकेदार बीतने वाला है अप्रैल का ये हफ्ता, क्राइम-थ्रिलर के साथ देशभक्ति का तड़का लगाने आ रही है ये धांसूफिल्में और सीरीज
मुंबई क्राइम ब्रांच का एक्शन, सलमान के घर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर दबोचे
Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.
Salman Khan के घर हुई फायरिंग मेंक्राइम ब्रांच के हाथ लगी बड़ी सफलता,नवी मुंबई में पकड़े गए 2 संदिग्ध
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