सड़क पर लगे 4 पेड़ काटे, राष्ट्रपति और चीफ जस्टिस को भेजी शिकायत
भास्कर न्यूज | जालंधर सब-डिवीजन आदमपुर के अधीन आते गांव चोमो में सड़क पर लगे आम के तीन पेड़ों को काटने पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और राष्ट्रपति को शिकायत भेजी गई है। एयर फोर्स के रिटायर्ड जेडब्ल्यूओ गुरदीप सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि पेड़ काटना इंसान की हत्या से बड़ा अपराध है। देश में पेड़ लगाने का अभियान चल रहा है, क्योंकि कम हो रही ग्रीनरी को लेकर पर्यावरण लगातार प्रदूषित हो रहा है और ग्लोबल वार्मिंग से गर्मी बढ़ती जा रही है। पंजाब सहित देश में पेड़ लगाने को लेकर मुहिम चल रही है, लेकिन उनके गांव की मुख्य सड़क पर आम के तीन बड़े पेड़ और एक जामुन का पेड़ जिस पर फल भी लग चुका था, को उन्हें काट दिया गया है। गुरदीप सिंह ने बताया कि 1 मई को जंगलात विभाग के अधिकारी पुलिस और एयरफोर्स के साथ पहुंची और उन्होंने सभी चारों पेड़ों को काट दिया जो कि सड़क के बीच भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह मुख्य सड़क पहले से ही चौड़ी है। उन्होंने कहा कि उनके घर के सामने यह चारों पेड़ वर्षों पुराने थे, जिनके फल भी लोग खाते थे। उन्होंने 35 साल तक इंडियन एयरफोर्स में जेडब्ल्यू ऑफिसर पद पर काम किया है। पेड़ों को शिफ्ट करने की कोई योजना नहीं है। जिन पौधों को वर्षों सहेज कर पानी और खाद से तैयार कर अवारा जानवरों से बचाकर पेड़ बनाया जाता है, उन्हें एकदम से काट दिया जाता है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर चीफ जस्टिस और राष्ट्रपति सहित डीसी जालंधर व अन्य बड़े अधिकारियो को शिकायत की गई है और उन्हें विश्वास है कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। गांव चोमों में सड़क पर लगा आम का पेड़, जिसे काट दिया गया।
क्राइम मीटिंग में एसपी ने विवेचकों की तकनीकी दक्षता पर दिया जोर
भास्कर न्यूज | कवर्धा जिले में अपराध नियंत्रण और पुलिस की तकनीकी दक्षता बढ़ाने के लिए सोमवार को मासिक क्राइम मीटिंग हुई। यह बैठक पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मीटिंग हॉल में सुबह 10.30 बजे हुई। एसपी धर्मेंद्र सिंह ने 60 से 90 दिन से अधिक समय से लंबित अपराधों की थानेवार समीक्षा की। अपराध क्रमांक, धारा, कायमी तिथि, आरोपी की जानकारी, विवेचना की प्रगति और अंतिम कार्रवाई पर बिंदुवार चर्चा हुई। एसपी ने लंबित मामलों के शीघ्र निराकरण के निर्देश दिए। अनावश्यक देरी वाले मामलों में जिम्मेदारी तय करने की बात कही। तकनीकी संसाधनों के उपयोग पर विशेष जोर दिया गया। ई-साक्ष्य, ई-समन, 10-मितान और आई- जीओटी कर्मयोगी एप के उपयोग की समीक्षा की गई। इन प्लेटफॉर्म पर अब तक हुए पंजीयन और प्रशिक्षण की स्थिति देखी गई। उपयोग में आ रही समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित शाखाओं को कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए गए। एसपी ने सीसीटीएनएस पोर्टल पर अपराधों की जानकारी समय पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए। सभी विवेचना अधिकारियों को दो माह के भीतर लंबित प्रकरणों की डाटा एंट्री पूरी करने का एक्शन प्लान देने को कहा गया। इसमें जिले के सभी राजपत्रित अधिकारी, थाना और चौकी प्रभारी, रक्षित निरीक्षक, साइबर सेल प्रभारी, यातायात प्रभारी, शाखा प्रभारी और अन्य पुलिस अधिकारी शामिल हुए। बैठक में उन थाना और शाखा प्रभारियों की सराहना की गई, जिन्होंने पिछले माह उत्कृष्ट कार्य किया। अपराध नियंत्रण, विवेचना की गुणवत्ता, तकनीकी संसाधनों के उपयोग बेहतर प्रदर्शन करने वालों को प्रशस्ति पत्र और प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। बैठक में एएसपी पुष्पेंद्र बघेल, पंकज पटेल, डीएसपी संजय ध्रुव, प्रतीक चतुर्वेदी, कृष्ण चंद्राकर, अंजू कुमारी, एसडीओपी अखिलेश कौशिक, प्रशिक्षु डीएसपी सिद्धार्थ सिंह और थाना प्रभारी मौजूद रहे।
अप्रैल में भोपाल का क्राइम मैप:शहर में नाबालिगों के अपहरण के मामले बढ़े, 61 लोगों ने की आत्महत्या
राजधानी में अप्रैल माह में वाहन चोरी का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। पिछले महीने 141 वाहन अलग-अलग थाना क्षेत्रों से चोरी हुए हैं। नाबालिगों के अपहरण के 54 मामले दर्ज किए गए हैं। निशातपुरा में बच्चियों के लापता होने की 9 शिकायतें दर्ज हुई हैं। भास्कर टीम ने अप्रैल माह के लूट, हत्या, दुष्कर्म, नकबजनी आदि मामलों का एनालिसिस कर अपराध के हॉट-स्पॉट चिह्नित किए हैं।
सीधी जिले के कुसमी थाना क्षेत्र के देवार्थ नौढिया गांव में सोमवार शाम एक जन जागरूकता कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम में एसडीओपी रोशनी सिंह ठाकुर मुख्य अतिथि रहीं। कार्यक्रम में थाना प्रभारी भूपेश सिंह वैश, सरपंच कोडार सीता सिंह और मंडल अध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। एसडीओपी ने ग्रामीणों को साइबर अपराध, घरेलू हिंसा और बाल विवाह जैसे मुद्दों पर जागरूक किया। उन्होंने बताया कि इन अपराधों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है। ऑनलाइन ठगी और डिजिटल अरेस्ट जैसे नए साइबर अपराधों से सावधान रहने की सलाह दी। फोन पर आवाज बदलकर की जाने वाली धोखाधड़ी के बारे में भी जानकारी दी। एसडीओपी ने यातायात नियमों का पालन करने की अपील की। उन्होंने शराब पीकर वाहन न चलाने और हेलमेट पहनने पर जोर दिया। सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने की भी अपील की। पुलिस टीम ने बच्चों को पेन, चॉकलेट और बिस्किट वितरित किए। कार्यक्रम के दौरान एसडीओपी ने 31 ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उनकी शिकायतों पर संज्ञान लिया। ग्रामीणों ने पुलिस की इस पहल की सराहना की।
सूरजपुर जिला पंचायत के सभागार में साइबर क्राइम और वित्तीय साक्षरता पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती कमलेश नंदिनी साहू के मार्गदर्शन में जिला एनआरएलएम टीम ने इस कार्यशाला का संचालन किया। कार्यक्रम में माइक्रोसेव कंसल्टिंग लिमिटेड के राज्य वित्तीय समावेशन समन्वयक खगेन्द्र कुमार मुख्य वक्ता रहे। साइबर सेल से विनोद सारथी ने प्रतिभागियों को साइबर सुरक्षा की जानकारी दी। उन्होंने फर्जी ओटीपी, संदिग्ध लिंक, मोबाइल एप्लिकेशन और कॉलिंग फ्रॉड से बचने के तरीके बताए। साइबर सुरक्षा के बारे में दी जानकारी खगेन्द्र कुमार ने कहा कि डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा एक अनिवार्य जीवन-कौशल है। उन्होंने पासवर्ड न शेयर करने और अनजान लिंक पर क्लिक न करने की सलाह दी। साथ ही बैंक प्रतिनिधि बनकर आने वाले व्यक्तियों से सावधान रहने को कहा। कार्यशाला में एनआरएलएम के पीआरपी और इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक के डाक सेवक सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। अंतिम सत्र में प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया। प्रतिभागियों ने अपनी सीख का प्रस्तुतीकरण भी किया। पीआरपी अब यह प्रशिक्षण जनपद पंचायत स्तर पर देंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को छत्तीसगढ़ शराब घोटाले मामले केस में बंद आरोपी अरविंद सिंह की जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ने प्रवर्तन निदेशालय के इनवेस्टीगेशन को लेकर सवाल खड़े किया है। सुनवाई के दौरान जस्टिस अभय एस. ओका ने कहा कि ED बिना सबूत के आरोप लगाती है, यह एक पैटर्न है । दरअसल सुनवाई के दौरान ED के वकील ने एसवी राजू ने आरोपी के खिलाफ सबूत पेश करने का समय मांगा था। इस दौरान जस्टिस ने ED की जांच पर सवाल खड़े किया। वही इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने ED को 2 दिन में सबूत पेश करने का समय दिया है। अनगिनत मामलों में हम यही देख रहे-जस्टिस सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद सिंह की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा हम प्रवर्तन निदेशालय की ओर से दर्ज किए गए अनगिनत मामलों में यही देख रहे हैं कि आप बिना किसी सबूत के सिर्फ आरोप लगाते हैं। यह एक पैटर्न सा हो गया है।बता दे कि पिछली सरकार के दौरान ED की जांच में यह सामने आया था कि प्रदेश के आबकारी विभाग में 2000 करोड़ से अधिक के राजस्व का नुकसान सरकार को हुआ है। वही ED ने इसमें तत्कालीन आईएएस अनिल टुटेजा , आबकारी विभाग के अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी कारोबारी अनवर ढेबर और अरविंद सिंह समेत नेताओं और मंत्रियों के सिंडिकेट का खुलासा किया था। क्या है छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में ED जांच कर रही है। ED ने ACB में FIR दर्ज कराई है। दर्ज FIR में 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के घोटाले की बात कही गई है। ED ने अपनी जांच में पाया कि तत्कालीन भूपेश सरकार के कार्यकाल में IAS अफसर अनिल टुटेजा, आबकारी विभाग के एमडी AP त्रिपाठी और कारोबारी अनवर ढेबर के सिंडिकेट के जरिए घोटाले को अंजाम दिया गया था। ED के मुताबिक ऐसे होती थी अवैध कमाई
देशभर में साइबर फ्रॉड के केस लगातार बढ़ रहे हैं। इंदौर क्राइम ब्रांच की कार्रवाई और लोगों की जागरूकता से शहर लोगों के साथ हो रही ठगी पर काफी हद तक कमी आई है। वहीं 100 से अधिक ठगों को पकड़ा है। इंदौर क्राइम ब्रांच के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि लोगों में अब जागरूकता आ रही है। कई लोग साइबर फ्रॉड के झांसे में नहीं आ रहे हैं। अगर किसी के साथ धोखाधड़ी हो गई तो जो लोग समय पर शिकायत कर रहे हैं उनके पैसे वापस दिला रहे हैं। दरअसल, क्राइम ब्रांच में पिछले साल 11 हजार शिकायते आईं। जिसमें करीब 75 करोड़ का फ्रॉड हुआ। जिसमें क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए 14 करोड़ 20 लाख रुपए वापस कराए हैं। वहीं 100 से ज्यादा फ्रॉड करने वालो को पकड़ा है। जिसमें ट्रेड एजेन्ट, सिम होल्डर, अकांउट होल्डर भी है। एडिशनल डीसीपी दंडोतिया ने कहा, लोग थोड़े से लालच में अपने अकाउंट से करोड़ों का ट्रांजैक्शन कर रहे है। सिम और अकांउट किराए पर दे रहे है। ऐसे मामले में अगर इंडिया में कही भी शिकायत होती है तो जेल जाना पड़ सकता है। इसके पहले एक इंजीनियरिंग कंपनी में काम करने वाला आईटी इंजीनियर और एक स्टूडेंट ऐसे मामले में जेल जा चुका है। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया से सवाल-जवाब से जाने साइबर फ्रॉड के बारे में सबकुछ सवाल- साइबर फ्रॉड कितने तरह के होते है?जबाव- सामान्य जानकारी के हिसाब से साइबर फ्रॉड दो प्रकार के होते है। पहला फायनेंशियल फ्रॉड दूसरा सोशल मीडिया फ्रॉड। फायनेंशियल में रुपए का लास होता है। जिसमें लॉटरी खोलने, डिजीटल अरेस्ट, सेक्शटॉर्शन और अन्य तरह के रुपए जाने वाली घटनाएं होती है। जो आर्थिक हानि है। वहीं दूसरे में दो कोचिंग या दो कंपनियों की प्रतिस्पर्धा में फेक आईडी, फेक पेज बनाना या किसी बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड के झगड़ों में सोशल इमेज खराब करने जैसी बात सामने आती है। फायनेंशियल स्कैम करीब 70 से 75 प्रतिशत होते है। वही सोशल मीडिया स्कैम करीब 20 से 25 प्रतिशत के लगभग होते है। सवाल- इनसे किस तरह से बचा जा सकता है?जवाब- 15 तरीके के कॉमन फ्रॉड होते है। सबसे पहले अनजान फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेंप्ट ना करे। अनजान वीडियो कॉल को ना उठाएं, कोई लिंक ना खोले डाउन लोड ना करें। एपीके फाइल नही खोले। क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करना हो तो डोमीन या उसकी डिजीटल जानकारी वेरिफाई करें। वहीं डिजीटल अरेस्ट या अन्य तरह की चीजें नही होती इससे घबराए नहीं। पुलिस या किसी तरह की अन्य प्रशासनिक संस्था आपसे वीडियो कॉल या ऑनलाइन रूपए नही मांगती। ऐसी बातों पर अमल करेगे तो बचाव किया जा सकता है। सवाल- किसी के साथ फ्रॉड हो गया तो मदद कैसे मिलेगी?जवाब- ऐसे मामलो में सबसे पहले 1930 पर कॉल करे। अगर बिजी है तो नजदीक के थाने में जाए। 15 से 20 मिनट में बैक में दिए गए नंबर को कॉल कर अकाउंट होल्ड करवाए। पहला घंटा इसमें साइबर फ्राड से बचने के लिए गोल्डन हार्स होता है। जिसमें बचा जा सकता है। इसके अलावा साइबर पुलिस की बेवसाइट पर शिकायत कर सकते है। यूपीआई से संबधित फ्रॉड होतो तो नेशनल पेमेंट कारपोरेशन ऑफ इंडिया पर शिकायत करा सकते है। मोबाइल गुम होने जैसी दशा में सीआईए सेन्ट्रल एक्यूपमेंट कॉप पर जाकर शिकायत कर सकते है। वही टेप कॉप पर जाकर पता कर सकते है। आपके नाम से कितनी सिम चल रही है। केवाईसी पोर्टल पर भी जानकारी निकाल सकते है। वहीं साइबर पुलिस का साइबर दोस्त एप भी डाउनलोड कर सकते है। सवाल- किस तरह का नया ट्रेड आया है? नए ठग कैसे ठग रहे हैं?जवाब- इसमें तीन प्रकार के ट्रेड सामने आए है। पहला है जंप डिपाजिट कॉल इसमें कॉल आएगा और बताएगा कि गलती से रुपए आपके अकाउंट में आ गए है। गलत डिजिट के कारण ऐसा होने की बात करेगा। जैसे ही आप यूपीआई डालेंगे तो आपके अकांउट से पैसे कट जाएगे। इसमें ऑल रेडी पहले से पेमेंट रिक्वेस्ट भेजी होती है। इसमें बचने के लिए दो तीन बार गलत यूपीआई पिन डाल दो। जिसमें सामने वाले फ्रॉड की रिक्वेस्ट हट जाएगी। आपको पता चल जाएगा। दूसरा कॉल मर्ज करके स्कैम करेगे। जिसमें आपको कॉल कर किसी परिचित के द्वारा नंबर देने की बात करेंगे। उसे लाईन पर जोड़ने की बात करेगे। ऐसे में अनजान नंबर से कॉल आएगा। जब आप उसे उठाएंगे तो सामने अकाउंट से पैसा कट जाएगा। यह एक तरह से ओटीपी कॉल होता है। इसके बाद तीसरा सबसे बडा स्कैम पिंक बैरिंग स्कैम और पिक स्लेडरिंग स्कैम है। जिसमें क्रिप्टो करेंसी या टेलीग्राम एप में आपका नंबर जोड़कर आपका विश्वास जीतेगे। धीरे-धीरे आपको विश्वास में लेकर इन्वेस्ट कराएगे। लंबे समय तक फ्रॉड करते हुए रुपए अकाउंट में डलवाएगें। इसमें कुछ दिन पहले एक डॉक्टर के साथ तीन करोड़ का फ्रॉड हुआ। वही अन्य फ्रॉड भी हुए। इसमें भी इन्वेस्ट करते समय बेवसाइट और डोमिन चेक करके या सेबी से जानकारी निकालकर फर्जी डिपाजिट वाले स्कैम से बचा जा सकता है। वहीं उनकी डिजाइनिंग व अन्य चीजों में भी काफी करेक्शन होता है। प्रोफेशनली उसकी स्पेलिंग भी अलग होती। सवाल- अभी तक क्राइम ब्रांच कितने लोगो की मदद कर चुकी है?जवाब- इंदौर क्राइम ब्रांच में इस मामले में पिछले साल 11 हजार शिकायतें आईं। जिसमें करीब 75 करोड़ का फ्राड हुआ। क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए 14 करोड 20 लाख रुपए वापस कराए है। वहीं 100 से ज्यादा फ्राड करने वालो को पकड़ा है। जिसमें ट्रेड एजेन्ट, सिम होल्डर, अकाउंट होल्डर भी है। इसमें कुछ लोगो को जागरूक रहने की जरूरत है जो थोड़े से लालच में अपने अकाउंट से करोड़ों का ट्रांजैक्शन कर रहे है।
आजमगढ़ जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के मुहम्मदपुर गांव की निवासिनी सहायक अध्यापिका प्रज्ञा राय ने आजमगढ मंडल के डीआईजी सुनील कुमार सिंह को शिकायती पत्र देकर महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष पर मानहानि, साइबर क्राइम, जान से मारने की धमकी, एससी-एसटी एक्ट में झूठा फंसाने और मानसिक उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई है। डीआईजी के निर्देश पर नगर कोतवाली पुलिस ने महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष शिखा मौर्या, उनकी बहन स्वप्निल मौर्या, भाई अरुण मौर्या और भाभी कंचन मौर्या पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है। प्रज्ञा राय ने डीआईजी को बताया कि वह अपराजिता संस्था की सचिव और उत्तर प्रदेशीय महिला शिक्षक संघ की मंडल अध्यक्ष हैं। 2015 से सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं और उनकी छवि स्वच्छ व सम्मानित है। उन्होंने कुशीनगर में मुसहर समुदाय के लिए शिक्षा, स्वच्छता और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम किया और कोरोना काल में हजारों लोगों की मदद की। आरोप लगाया कि शिखा मौर्या और उनके परिवार ने सुनियोजित तरीके से उनकी छवि धूमिल करने के लिए सोशल मीडिया और सार्वजनिक मंचों पर झूठे आरोप लगाए। उनके नाम और फोटो का दुरुपयोग कर आपत्तिजनक सामग्री फैलाई गई। उन्हें जान से मारने, एससी-एसटी एक्ट में झूठा फंसाने और आत्महत्या के लिए उकसाने की धमकियां दी। स्वप्निल मौर्या ने वीडियो बनाकर जातिसूचक टिप्पणियां कीं और कहा कि पंडित, बाभन, क्षत्रिय, भूमिहार मेरे तलवे चाटते हैं। इन कृत्यों से हमारी पारिवारिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा और वह मानसिक तनाव में हैं। उन्होंने इस कार्य के लिए डीआईजी से मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई किए जाने की मांग की। डीआईजी के निर्देश पर दर्ज हुआ मुकदमा डीआईजी के निर्देश पर नगर कोतवाली पुलिस ने महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष शिखा मौर्य, उनकी बहन स्वप्निल मौर्या, भाई अरुण मौर्या और भाभी कंचन मौर्या पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुट गई है। इस मामले कोतवाली प्रभारी शशि मौली पांडेय ने कहा कि शिक्षिका प्रज्ञा राय द्वारा डीआईजी से इस मामले की शिकायत की गई थी। उनके निर्देश पर चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है।
नारनौल में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के विरोध में आज सेक्टर एक के लोगों ने एसपी निवास के बाहर धरना देकर प्रदर्शन किया। सेक्टर एक के लोगों का कहना था कि शहर के साथ-साथ सेक्टर एक में आए दिन आपराधिक घटनाएं तेजी से बढ़ती जा रही हैं। वहीं पुलिस इन पर शिकंजा कसने में नाकामयाब है। इसलिए सेक्टर एक में सुरक्षा व्यवस्था कायम की जाए। धरना प्रदर्शन के बाद उन्होंने एक ज्ञापन डीएसपी रणदीप सिंह को सौंपा। शहर की पॉश कालोनी सेक्टर एक के लोगों ने आज बढ़ते अपराधों के विरोध में प्रदर्शन किया। लोगों का कहना था कि सेक्टर में असमाजिक तत्वों द्वारा आपराधिक घटनाओं को लगातार अंजाम दिया जा रहा है। जैसे महिलाओं की चेन स्नैचिंग, घरो में घुसकर चोरी, महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार शामिल है। हाल ही में सेवानिवृत प्रोफेसर विष्णु कुमार के मकान नंबर 38 सेक्टर-1 पार्ट-1, हुड्डा नारनौल में पिस्तौल से किया गया हमला जैसी गंभीर घटनाएं शामिल हैं। असुरक्षित महसूस कर रहे लोगइन घटनाओं के कारण सेक्टर में असुरक्षा व भय का माहौल उत्पन्न हो गया है, जिससे आम नागरिक विशेषकर महिलाएं, बच्चे एवं वृद्ध अत्यधिक परेशान है। इसलिए सेक्टर एक में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित किए जाए, जिसमें सेक्टर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए। पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए और अनधिकृत प्रवेश रास्तों पर रोक लगाई जाए, जिसने विष्णु गर्ग पर पिस्तौल से हमला करके जान से मारने की कोशिश की उसे तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार किया जाए। इस मौके पर सेक्टर एक के काफी संख्या में लोग मौजूद रहे।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में न्यायिक व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने वर्चुअल माध्यम से पेंड्रारोड में अतिरिक्त कोर्ट भवन का भूमिपूजन किया। इस कार्यक्रम में जस्टिस नरेश चंद्रवंशी भी वर्चुअल रूप से जुड़े। नया अतिरिक्त कोर्ट भवन एडीजे कोर्ट परिसर पेंड्रारोड में बनाया जाएगा। यह भवन अगले 6 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने कहा कि नए भवन से जिले के लोगों को न्याय प्राप्त करने में सुविधा होगी। उन्होंने बताया कि नए भवन में पक्षकारों, अधिवक्ताओं और आगंतुकों के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। जिले में कल आए आंधी-तूफान के बावजूद कार्यक्रम को समय पर आयोजित करने के लिए उन्होंने न्यायिक अधिकारियों को बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन अतिरिक्त जिला न्यायाधीश एकता अग्रवाल ने किया। जिला एवं अपर जिला न्यायाधीश ज्योति अग्रवाल ने आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर बिलासपुर के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सिराजुद्दीन कुरैशी, कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी, एसपी एस आर भगत और व्यवहार न्यायाधीश सीमा जगदल्ला उपस्थित रहे। साथ ही पेंड्रारोड और बिलासपुर जिले के बार काउंसिल के पदाधिकारी, न्यायिक अधिकारी, अधिवक्ता और मीडियाकर्मी भी मौजूद थे।
प्रदेश में न्यायपालिका ने तो अपने कामकाज को तेजी दी है, लेकिन पुलिस और जेल न्याय की गति में अड़चन डाल रहे हैं। यही कारण है कि न्यायपालिका की पुरजोर कोशिश के बावजूद न्यायिक व्यवस्था के मामले में राजस्थान देश में वर्ष 2022 के मुकाबले सिर्फ एक पायदान का सुधार कर 15वें से 14वें नंबर पर आ पाया है। इंडिया जस्टिस रिपोर्ट 2025 में यह स्थिति सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान की न्यायपालिका 17वें स्थान से सीधे 6वें नंबर पर पहुंची है। इस सुधार का मुख्य कारण है कि हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के खाली पदों को भरने और निचली अदालतों में मुकदमों के निपटारे में तेजी आई है। 2022 में जहां हाईकोर्ट के 48% न्यायाधीशों के पद खाली थे, वहीं 2025 में यह संख्या घटकर 34% रह गई है। न्यायिक व्यवस्था पर आधारित इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि प्रदेश में कानूनी सहायता को लेकर हालत गंभीर हैं। बता दें कि रिपोर्ट में पुलिसिंग, न्यायपालिका, जेलों और कानूनी सहायता में क्षमता के आधार पर राज्यों को रैंक दी जाती है। पुलिस : अफसरों के 51.8 प्रतिशत पद खाली राज्य में एक पुलिसकर्मी पर 978 रुपए खर्च हो रहे हैं। 2019 में यह खर्च महज 595 रुपए था। अफसरों के खाली पदों का आंकड़ा 2019 में 30.3% था, जो अब बढ़कर 51.8% हो गया है। शहरी इलाके में 60235 लोगों और ग्रामीण इलाकों में 114568 की आबादी पर महज एक थाना है। जबकि, केरल में 23 हजार की आबादी पर एक थाना है। राज्य की फोरेंसिक लैब में एडमिन स्टाफ के 35% और साइंटिफिक स्टाफ के 52.4% पद खाली हैं। जेल : 119 कैदियों पर एक अधिकारी तैनात है राज्य में 2021-22 में प्रति कैदी खर्च 17735 रुपए था, जिसे 2024-25 में बढ़ाकर 23772 किया गया है। जबकि, अरुणाचल प्रदेश में एक कैदी पर करीब 2.5 लाख रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वहीं, 1 से 3 वर्ष तक हिरासत में लिए गए विचाराधीन बंदियों की संख्या 25.9% है। राज्य के केवल 63% जेलों में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुनवाई की सुविधा है। इस मामले में राजस्थान की स्थिति देश में सबसे खराब है। रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी पर 119 और एक चिकित्सा अधिकारी पर 747 कैदियों का जिम्मा है।
बेगूसराय में बढ़ते साइबर क्राइम को लेकर डीआईजी आशीष भारती ने बैठक की। क्षेत्र कार्यालय में बेगूसराय और खगड़िया के साइबर अपराध के कांडों की पदाधिकारियों के साथ समीक्षा की। जिसमें बेगूसराय के साइबर डीएसपी इमरान अहमद और खगड़िया के प्रभारी साइबर डीएसपी त्रिलोकनाथ मिश्रा व दोनों जिला के साइबर थाना के अनुसंधानकर्ता शामिल हुए। समीक्षा के दौरान डीआईजी ने दोनों जिला के थानाअध्यक्षों व अनुसंधानकर्ताओं से साइबर अपराध के कांडों में अनुसंधान की स्थिति की जानकारी ली गई। डीआईजी ने कहा कि बेगूसराय साइबर थाना में साइबर अपराध के कांडों में गिरफ्तारी, कांड निष्पादन और पीड़ितों को ठगी की गई राशि को वापस लौटाने में वृद्धि हुई है। अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी करने का आदेश डीआईजी ने साइबर अपराध के मामलों में पुलिस कार्रवाई को और बेहतर बनाने के लिए दोनों जिला के साइबर थाना के थानाध्यक्षों व अनुसंधानकर्ताओं को अपराधियों की पहचान कर गिरफ्तारी करने का आदेश दिया। साथ ही कांड का तुरंत निष्पादन करने का निर्देश दिया। सूचना मिलने पर तुरंत कांड दर्ज करने, ठगी की राशि को होल्ड करने, राशि को पीड़ित को वापस कराने और NCRP पोर्टल से मिली सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई कर निष्पादित करने का निर्देश दिया गया है। डीआईजी ने लापरवाही बरतने वाले अनुसंधानकर्ताओं से अनुशासनिक कार्रवाई के खिलाफ स्पष्टीकरण की मांग की है। सुधार करने के लिए अंतिम चेतावनी दी गई है। इसके अलावा दोनों जिलों के एसपी को अनुसंधानकर्ताओं की परेशानियों को दूर करने और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही दोनों एसपी को साइबर अपराध के कांडों में लगातार समीक्षा कर लंबित कार्रवाई पूरा कराने का निर्देश दिया गया है।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के आठ प्राध्यापकों को वित्त वर्ष 2024-25 के लिए शोध अनुदान मिला है। उत्तर प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद की अनुशंसा पर राज्यपाल ने 11.93 लाख रुपये की राशि स्वीकृत की है। विशेष सचिव गिरिजेश कुमार त्यागी ने 27 मार्च को शासनादेश जारी किया। इस अनुदान में तीन शोधकर्ताओं को पहली बार और पांच को पूर्व परियोजनाओं के विस्तार के लिए धनराशि मिली है। जनसंचार विभाग के डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर को साइबर अपराधों पर शोध के लिए 2.97 लाख रुपये मिले हैं। पृथ्वी विज्ञान विभाग के डॉ. श्याम कन्हैया को गोमती नदी के अध्ययन के लिए 2.04 लाख रुपये स्वीकृत हुए हैं। रसायन विभाग के डॉ. नितेश जायसवाल को संक्रमण धातु आधारित यौगिकों के औषधीय अनुप्रयोग के लिए 3.50 लाख रुपये मिले हैं। डॉ. प्रमोद कुमार को विषैली गैसों की पहचान के लिए 99 हजार रुपये, डॉ. मनीष गुप्त को कोविड और टीबी के संयुक्त संक्रमण पर शोध के लिए 1.37 लाख रुपये मिले हैं। भौतिकी विभाग के डॉ. पुनीत धवन को 87 हजार रुपये, नैनोसाइंस केंद्र के डॉ. काजल डे को 90,467 रुपये और गणित विभाग के डॉ. सुशील शुक्ल को 60,500 रुपये का अनुदान मिला है। इन शोध परियोजनाओं में साइबर अपराधों से जागरूकता, गोमती नदी का भू-विज्ञान, संक्रमण रोधी दवाएं, नैनो संरचना और जैविक थर्मोइलेक्ट्रिक उपकरण शामिल हैं। इन परियोजनाओं से विश्वविद्यालय की अनुसंधान क्षमता में वृद्धि होगी।
उज्जैन में क्रेडिट कार्ड में काम करने वाले एक कर्मचारी ने ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान दुकानदार, पी.डब्ल्यू.डी. कर्मचारी, शासकीय कन्या महाविद्यालय की कर्मचारी, मजदूर, ऑटो ड्राइवर और पुलिस अधिकारी सहित कई लोगों से 10 लाख रुपए की ठगी की। आरोपी ने OTT पर क्राइम मूवी देखकर लोगों के साथ ठगी की घटना को अंजाम दिया। ख़ास बात यह है कि आरोपियों के पास ना तो कोई ओटीपी आया, और न ही किसी एप्लिकेशन को इंस्टॉल किया गया। इसके बावजूद आरोपी ने इन सभी के क्रेडिट कार्ड से लाखों रुपए की ठगी कर दी। राज्य साइबर सेल की पुलिस अधीक्षक सव्यसाची सर्राफ के अनुसार, बजाज फिनसर्व के अधिकारी सौरभ धाकड़ ने शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें बताया गया था कि आर.बी.एल. क्रेडिट कार्ड धारकों के बिना किसी जानकारी के क्रेडिट कार्ड से अवैध ट्रांजैक्शन हो रहे हैं। पीड़ितों का कहना था कि न तो उन्हें कोई कॉल आई, न ही उन्होंने किसी को वन टाइम पासवर्ड (OTP) बताया और न ही कोई रिमोट एप्लिकेशन इंस्टॉल किया था। बजाज फिनसर्व का आरोपी कर्मचारी गिरफ्तार जांच में यह बात सामने आई कि बजाज फिनसर्व के कर्मचारी यांशु शर्मा की भूमिका संदिग्ध है। यांशु ने ई-केवाईसी प्रक्रिया के दौरान कार्डधारकों से उनका कार्ड नंबर, सीवीवी और एक्सपायरी डेट लेकर वन टाइम पासवर्ड (OTP) प्राप्त किया और उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट के अनुसार राशि निकाल ली। आरोपी यांशु शर्मा को मुखबीर की सूचना के आधार पर इंदौर रोड स्थित त्रिवेणी हिल्स कालोनी से गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने बताया कि कार्डधारक अक्सर अपने मोबाइल फोन के साथ कार्ड भी दे देते थे, जिससे उन्हें यह जानकारी मिल जाती थी कि कार्ड से किस तरह से पेमेंट ऑप्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है। मजदूर से लेकर अधिकारी तक, सभी के साथ ठगीआरोपी ने ठगी की राशि को अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के बैंक खातों में जमा करवा दी थी। उसने पुलिस विभाग के एएसआई, बीज निगम के अधिकारी, पॉलिटेक्निक कॉलेज के इंस्ट्रक्टर, अस्पताल के कर्मचारी, किराना दुकान संचालक, पी.डब्ल्यू.डी. कर्मचारी, शासकीय कन्या महाविद्यालय की कर्मचारी, ईट भट्टे के मजदूर और ऑटो ड्राइवर सहित अन्य कई लोगों से 10 लाख रुपए की ठगी की।
सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस सूर्यकांत निजी तौर पर पत्रकारिता को काफी पसंद करते हैं। उनका कहना है कि भले वे जज के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन दिल से पत्रकार हैं। पत्रकार की तरह हर केस की तह तक जाने की कोशिश करते हैं। जस्टिस सूर्यकांत भविष्य में सुप्रीम कोर्ट के 53वें चीफ जस्टिस बन सकते हैं। मौजूदा चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और उनके बाद होने वाले चीफ जस्टिस बीआर गवई के साथ पत्रकारों की शिष्टाचार मुलाकात के दौरान जस्टिस सूर्यकांत से विशेष बातचीत हुई। पढ़िए चुनिंदा अंश... सवाल- आप केस की तह तक जाते हैं? जस्टिस सूर्यकांत: मैं भले जज हूं, मगर दिल से पत्रकार हूं। तथ्य परखकर तह में जाने का प्रयास करता हूं, ताकि वे बातें पकड़ पाऊं, जो न्याय प्रक्रिया का दुरुपयोग कर छिपा दी गईं। संदेह पर दस्तावेज देखता हूं। ऐसा करके पीड़ितों को न्याय दे सकते हैं। दोनों पक्षों की दलीलों का पत्रकार की तरह विश्लेषण करता हूं कि जो प्रक्रिया बताई है, सही है या नहीं? कई बार ऐसे फैक्ट निकलते हैं, जिनकी कल्पना भी नहीं कर सकते। सवाल- एक जज कैसा होना चाहिए? जस्टिस सूर्यकांत: संयमित। संयम कई काम बना देता है। एक बार एक वकील चीफ जस्टिस के समक्ष तेज आवाज में जजों व वकीलों को भला-बुरा कह रहे थे। मैंने उनसे कहा, 15 मिनट जो चाहे कहें, पर फिर मेरे साथ चाय पीने चलें। इस पर वह शांत हो गया। सवाल- कोर्ट पर बहुत टिप्पणियां हो रही हैं? जस्टिस सूर्यकांत: हम न्याय करते हैं। बयानबाजी या उस पर टिप्पणी जज का काम नहीं। जज की कुर्सी पर हमें सिर्फ दो पक्ष दिखते हैं, जिनका विवाद निपटाना है। हम राजनीति नहीं करते। हमारा काम संविधान द्वारा स्थापित मूल्यों को देखना है। सवाल- अदालतों को आप कैसे देखते हैं? जस्टिस सूर्यकांत: अस्पताल की तरह। तकलीफ में मरीज अस्पताल जाता है। डॉक्टर रोगमुक्त करता है। अन्याय होने पर लोग कोर्ट आते हैं। जज न्याय करते हैं। जस्टिस वर्मा केस में जांच कमेटी काम कर रही: सीजेआई खन्ना जस्टिस यशवंत वर्मा केस के बारे में पूछने पर सीजेआई संजीव खन्ना ने कहा कि जांच कमेटी गोपनीयता से काम कर रही है। इसमें उनका या कॉलेजियम का कोई दखल नहीं। जांच पूरी होने पर रिपोर्ट सीजेआई को सौंपी जाएगी। रिपोर्ट सार्वजनिक करने के सवाल पर उन्होंने जवाब नहीं दिया। वहीं, जस्टिस बीआर गवई ने बातचीत में कहा कि जब भी उनका महाराष्ट्र के खान-पान का मन करता है तो महाराष्ट्र सदन या दिल्ली हाट में चले जाते हैं। दोनों जगह उन्हें महाराष्ट्र की भूमि का वो स्वाद मिलता है, जो उन्हें पसंद है। दिल्ली में उन्हें छोले-कुलचे अच्छे लगते हैं। --------------------------------------------- सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... सुप्रीम कोर्ट ने रोका 6 पाकिस्तानी नागरिकों का डिपोर्टेशन: फैमिली का दावा- हमारे पास भारतीय नागरिकता-पासपोर्ट, सरकार ने कहा- वीजा पीरियड से ज्यादा रुके सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को श्रीनगर के अहमद तारिक बट्ट के परिवार के 6 सदस्यों को पाकिस्तान डिपोर्ट करने पर रोक लगा दी। कहा- 'जब तक इन लोगों के आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट्स वेरिफाई नहीं हो जाते, तब तक उनको डिपोर्ट नहीं किया जाए।' जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस एन कोटिश्वर सिंह की बेंच ने परिवार को यह स्वतंत्रता दी कि यदि वे डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन आदेश से खुश नहीं हैं तो जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट में अपील कर सकते हैं। पढ़ें पूरी खबर...
राजनांदगांव के रक्षित केंद्र में शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने जनरल परेड का निरीक्षण किया। इस दौरान अग्निशमन विभाग के फायरमैन पुमेश सोरी और राजेश सिन्हा ने पुलिस कर्मियों को आग से बचाव के गुर सिखाए। फायरमैन ने बताया कि आग से बचाव के लिए सावधानी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शॉर्ट सर्किट और गैस रिसाव जैसी छोटी लापरवाही बड़े अग्निकांड का कारण बन सकती है। उन्होंने गैस सिलिंडर के जरिए अग्निशमन यंत्र के उपयोग का प्रैक्टिकल डेमो दिया। साथ ही बिजली के पुराने तारों को बदलने और गैस पाइप को हर 6 महीने में बदलने की सलाह दी। क्राइम सीन की जांच के बारे में दी जानकारी कार्यक्रम में एफएसएल अधिकारी चिरंजीवी चंद्रा ने विभिन्न किट के माध्यम से क्राइम सीन की जांच के बारे में विस्तृत जानकारी दी। परेड में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ऑप्स) मुकेश ठाकुर, नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र नायक, डीएसपी तनुप्रिया ठाकुर और रक्षित निरीक्षक लोकेश कुमार कसेर समेत जिले के अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।
वाराणसी में साइबर जालसाजों ने युवती से 28 हजार रुपए का साइबर फ्राड कर लिया। खुद को लखनऊ क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर 46 मिनट बात की और कहा कि यूट्यूब से एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ उसमे तुम्हारी आईडी भी है। उसे डिलीट करवाने के लिए पैसे जमा करने होंगे। युवती ने दो बार में 28,700 रुपए जमा कराए। और पैसे मांगे तो उसे शक हुआ। उसने यूपी पुलिस में तैनात अपने जीजा को फोन किया तब जाकर साइबर फ्राड का अंदाजा हुआ। फिलहाल युवती ने साइबर क्राइम थाने पर पहुंचकर शिकायत की तो उसे ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवाने को कहा गया। ऑनलाइन एप्लिकेशन दर्ज आकर ली गई है। लखनऊ क्राइम ब्रांच ऑफिसर बनकर किया फोन वाराणसी के अर्दली बाजार के रहने वाले श्रीवास्तव परिवार की MBA कर मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब कर रही बेटी वैष्णवी से साइबर जालसाजों ने 28 हजार 700 रुपए ऐंठ लिए। वैष्णवी ने बताया- शुक्रवार की दोपहर 1 बजकर 11 मिनट पर उसके मोबाइल नंबर पर फोन आया। उधर से बोल रहे व्यक्ति ने अपना परिचय क्राइम ब्रांच लखनऊ ऑफिसर के रूप में दिया और कहा कि आप की यूट्यूब आईडी से आपत्तिजनक वीडियो वायरल हुआ है। सीएम ऑफिस से डिलीट करवानी होगी आईडीवैष्णवी ने कहा- इसके बाद उक्त ऑफिसर ने अपने सीनियर ऑफिसर से फोन पर बात करवाई। उसने अपना नाम सुरेश कुमार बताया- बोला आप लोग पढ़े लिखे हैं फिर भी गलती करते हैं। आप की आईडी सभी के संज्ञान में है। युवती ने बताया जब मैंने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया तो बोला की किसी दूसरे ने किया होगा। जब मैंने कहा कि मेरा मोबाइल लॉक रहता है। इसपर बोला की आप की आईडी अब सीएम ऑफिस तक पहुंच चुकी है। वहां से डिलीट करवानी होगी। 22700 रुपए की डिमांड किया युवती ने बताया- सीएम ऑफिस का नाम सुनकर मै घबरा गयी। जिसपर उसने कहा कि घबराइए मत आप की आईडी डिलीट हो जाएगी पर उसके लिए आप को 22 हजार 700 रुपए देने होंगे। जिसमें 700 रुपए रिफंडेबल होगा। इसपर मैंने तुरंत 22 हजार 700 रुपए ट्रांसफर कर दिए। उसने कहा कि आईडी डिलीट नहीं हो पाई और उसे सभी जिलों में डिस्ट्रीब्यूट कर दिया गया है। 6000 रुपए और लिए सुरेश ने कहा अब सभी जिलों से इसे डिलीट करवाना होगा। इसके लिए प्रत्यके जिले के लिए 500 रुपए देने होंगे। मैंने इसके लिए पहले 6 हजार रुपए दिए और कहा कि अब पैसे नहीं हैं। इसपर उसने पूछा की अकाउंट में कितना पैसा बचा है। इसपर शक हुआ। जिसपर मैंने अपने जीजा जो की वाराणसी पुलिस में दरोगा हैं उनको फोन किया कि फ्राड हुआ है। जिसके बाद साइबर क्राइम थाने पहुंची। जहां से ऑनलाइन FIR करने को कहा गया।
छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के गुंडरदेही ब्लॉक के ग्राम खल्लारी में नवीन व्यवहार न्यायालय भवन निर्माण की आधारशिला गुरुवार को विधिवत रूप से रखी गई। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस रमेश सिन्हा और बालोद जिले के पोर्टफोलियो न्यायाधीश जस्टिस नरेन्द्र कुमार व्यास वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सिन्हा ने इस अवसर पर अंचलवासियों को कहा कि यह भवन न्याय व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ और सुलभ बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने निर्माण एजेंसियों को निर्देशित किया कि निर्माण कार्य तय समयसीमा में पूर्ण हो तथा कार्य में शत-प्रतिशत गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए। कार्यक्रम में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्याम लाल नवरत्न ने स्वागत भाषण देते हुए इस सौगात के लिए उच्च न्यायालय के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने न्यायपालिका में उच्च मानदंड स्थापित करने वाले मुख्य न्यायाधीश के कार्यों की सराहना की और कहा कि उनका मार्गदर्शन हम सभी को प्रेरणा देता है। कार्यक्रम के दौरान न्यायालय भवन का शिलालेख अनावरण किया गया तथा विधि-विधान से भूमि पूजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर न्यायाधीशों ने परिसर में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
मऊ में साइबर अपराधों से बचाव के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम 1 मई 2025 को शारदा नारायण इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज, पहसा में आयोजित किया गया। पुलिस अधीक्षक मऊ इला मारन के निर्देशन में साइबर क्राइम थाने की टीम ने छात्र-छात्राओं और अध्यापकों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक किया। साइबर क्राइम थाना प्रभारी श्री हरेंद्र यादव और उनकी टीम ने कार्यक्रम का संचालन किया। टीम ने बताया कि आधुनिक समय में तकनीकी सेवाओं का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। इससे जहां एक ओर सुविधाएं मिल रही हैं, वहीं दूसरी ओर असावधानी से इनका उपयोग नुकसानदायक हो सकता है। साइबर अपराधी बैंकिंग सेवाओं, शिक्षा क्षेत्र, सरकारी सेवाओं और सोशल मीडिया पर लुभावने ऑफर देकर लोगों को ठगते हैं। पुलिस टीम ने साइबर अपराधियों की कार्यप्रणाली के बारे में भी जानकारी दी। अपराधी अक्सर रिवार्ड, केवाईसी अपडेट, फर्जी रिश्तेदार बनकर या टेलीग्राम पर ट्रेडिंग के नाम पर लोगों को ठगते हैं। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि अनजान नंबरों से आने वाले केवाईसी अपडेट या अन्य लुभावने ऑफर्स से सावधान रहें। उस पर भरोसा कदापि न करें और किसी भी अनजान लिंक या किसी लालच मे आकर अपने बैंक की निजी जानकारी जैसे एटीएम कार्ड नम्बर, पिन, सीवीवी व ओ.टी.पी किसी से साझा न करें। सोशल मीडिया अपराधों से बचने के लिए सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्ति की फ्रेंड रिक्वेस्ट को अनुमति न दे अपनी निजी जानकारी को सोशल मीडिया पर पब्लिक न करें व अपने पासवर्ड को समय समय पर बदलते रहे तथा सभी सोशल मीडिया एप्प में टू-स्टेप वेरिफिकेशन ऑन रखे। किसी भी अनधिकृत एप्लिकेशन को मोबाइल मे न रखे। यदि किसी भी व्यक्ति के साथ साइबर अपराध होता है तो तत्काल टोलफ्री नम्बर 1930 या वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत जरूर करें। साइबर अपराधों के प्रति जागरूक होकर ही साइबर अपराध से बचा जा सकता है ।
भोपाल की महिला होम्योपैथिक डॉक्टर को पोर्न साइट देखने का डर दिखाकर ऐंठे थे 90 हजार डिजिटल अरेस्ट कर लोगों को ठगने वाले मास्टरमाइंड को साइबर क्राइम विंग ने कानपुर के रठीगांव से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान आजाद (38) के रूप में हुई। आठवीं पास आजाद दिल्ली क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर ठगी कर रहा था। उसने मार्च में भोपाल की महिला होम्योपैथिक डॉक्टर से 90 हजार रुपए ठगे थे। आरोपी को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। कानपुर पुलिस की मदद से टीम आरोपी को लेकर आई। बताया जा रहा है कि आरोपी के गांव के अधिकतर युवा ठगी कर रहे हैं। डीसीपी क्राइम अखिल पटेल और एडिशनल डीसीपी क्राइम शैलेंद्र चौहान के मुताबिक, आरोपी आजाद ने पूछताछ में कई राज उगले। उसने बताया कि वह 4 साल से देशभर में कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुका है। वह अकेला यह काम करता था। जिन खातों में ठगी की रकम आई, वे सभी किराए के खाते निकले। पुलिस को ऐसे छह खातों का पता चला है। इनमें एक करोड़ रुपए के लेनदेन की बात सामने आ रही है। आरोपी को सिम उपलब्ध कराने वालों की पहचान की जा रही है। आरोपी से जब्त मोबाइल और सिम से कई राज खुलेंगे। आलीशान घर में 3 दरवाजे, पीछे के दरवाजे से भागा क्राइम विंग के मुताबिक, आरोपी दो मंजिला आलीशान घर में रह रहा था। ग्राउंड फ्लोर पर तीन दरवाजे हैं। एक पीछे और दूसरा साइड की तरफ है। दबिश के समय आरोपी आजाद पीछे वाले दरवाजे से भागकर मंदिर में जाकर छिप गया था। पुलिस ने गिरफ्तार किया तो ग्रामीण विरोध में उतर आए, लेकिन भारी पुलिस बल की वजह से कुछ कर नहीं सके। जांच में सामने आ रहा है कि इसके भाई भी यही काम करते थे। एक भाई नासिक चला गया है। पुलिस संपत्ति की जांच भी करेगी। देशभर में चार तरीकों से लोगों को ठगा जांच अधिकारी देवेंद्र साहू ने बताया कि आरोपी चार अलग-अलग तरीकों से ठगी कर चुका है। माना जा रहा है कि वह चार से पांच हजार लोगों को शिकार बना चुका है। सबसे पहले उसने पीएम आवास योजना में आधार लिंक कराने के नाम पर लोगों को ठगा। फिर जनधन योजना, इसके बाद पोर्न साइट देखने और डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर ठगी की। उसके खिलाफ छत्तीसगढ़, प्रयागराज, नरसिंहपुर सहित कई जगह शिकायतें मिली हैं। झूठे केस में फंसाने का डर दिखाया था : आरोपी आजाद ने भोपाल की महिला होम्योपैथिक डॉक्टर को क्राइम ब्रांच का अफसर बनकर कॉल किया। बोला कि आपके मोबाइल पर पोर्न साइट देखी गई है। आपके खिलाफ शिकायत है और कार्रवाई होगी। मामला खत्म करने के नाम पर जज, वकील और गारंटर को पैसे देने के नाम पर महिला डॉक्टर से 90 हजार रुपए ठग लिए थे। पांच मार्च को आई शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच मामले की जांच में लगी थी।
लखनऊ हाईकोर्ट में कांग्रेस नेता रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ एक महत्वपूर्ण याचिका दायर की गई है। यह याचिका पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद वाड्रा द्वारा दिए गए कथित विवादास्पद बयान को लेकर है। हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस और अन्य की ओर से दायर याचिका में केंद्र सरकार को विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का निर्देश देने की मांग की गई है। याचिकाकर्ताओं ने भारतीय न्याय संहिता के तहत वाड्रा पर कार्रवाई की भी मांग की है। मामला बुधवार को न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला की खंडपीठ के सामने लगा था। लेकिन, समय की कमी के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। अब इस याचिका पर 2 मई को सुनवाई होगी।
आमेर रोड स्थित वायुसेना स्कूल में लैंगिक समानता पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। स्कूल प्रिंसिपल सीमा भाटी ने कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत किया। मेजर डॉ. मीता सिंह ने सैन्य क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने लैंगिक भेदभाव को समाप्त करने का आह्वान किया। राजस्थान विश्वविद्यालय महिला संस्था की अध्यक्षा डॉ. शशि लता पुरी ने समाज में व्याप्त लैंगिक भेदभाव के विभिन्न पहलुओं को समझाया। रूवा की उपाध्यक्षा प्रो.बीना अग्रवाल ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने लैंगिक असमानता और साइबर क्राइम पर विशेष जोर दिया। साथ ही पुरुष प्रधान मानसिकता को बदलने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यशाला के दौरान स्टूडेंट्स ने विभिन्न प्रश्न पूछे। वक्ताओं ने सभी सवालों का संतोषजनक जवाब दिया। कार्यक्रम का समापन अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ हुआ।
गाजियाबाद के वेव सिटी थाना पुलिस ने आज शातिर लुटेरे बिलाल को एनकाउंटर में अरेस्ट किया है। बिलाल पर 28 मुकदमें दर्ज हैं। वह गाजियाबाद व नोएडा में क्राइम करने के बाद दिल्ली में जाकर छिप जाता था। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है। अलग अलग गैंगों के लिए वह काम करता है। बिलाल दोनों हाथ से तमंचा चलाने में एक्सपर्ट है। पुलिस के पीछा करने पर जिसने सिपाही पर तमंचे से फायर कर दिया। पुलिस की गोली से घायल बिलाल को अस्पताल में भर्ती कराया है। एक हाथ से दौड़ा लेता है बाइक आज बुधवार सुबह समय करीब 5 बजे के आसपास थाना वेव सिटी पुलिस बैरियर लगाकर चैकिंग कर रही थी। कुडिया गढी अंडरपास के नीचे एक संदिग्ध व्यक्ति बाइक पर सवार होकर जाने की कोशिश कर रहा था। जहां युवक पुलिस को देखते ही उसने अचानक अपनी बाइक मोड़ी और भूड गढी कच्चे रास्ते की तरफ भागने की कोशिश की। पुलिस द्वारा जब उसे पकड़ने की कोशिश की गई तो उसने तमंचे के द्वारा फायर किया। जिसमें सिपाही बाल बाल बच गया। पुलिस के द्वारा फायरिंग की गई तो उसके एक पैर में गोली लग गई। जिसके बाद पुलिस घायल को अस्पताल लेकर पहुंची। डासना का रहने वाला है बिलाल पुलिस को पूछताछ में घायल ने अपना नाम अपना नाम बिलाल पुत्र जहीर निवासी किले वाली मस्जिद डासना थाना वेव सिटी बताया। जब उससे और सघन पूछताछ की गई तो पता चला कि उसके खिलाफ गाजियाबाद एवं दिल्ली एनसीआर में 28 से भी ज्यादा केस रजिस्टर्ड हैं। लूट की घटना में फरार चल रहा था। इसके एक साथी को पुलिस तलाश कर रही है। सहायक पुलिस आयुक्त प्रियांशी पाल ने बताया कि मौके से एक बाइक, एक तमंचा बरामद हुआ है।
रोहतक में एक महिला के साथ ऑनलाइन प्रोडेक्ट की रेटिंग कर मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर 1 लाख 98 हजार रुपए की धोखाधड़ी की गई। पीड़ित महिला ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सेक्टर 14 निवासी महिला पूनम ने बताया कि मोबाइल पर टेलीग्राम आईडी पर एक मैसेज आया, जिसमें लिखा था कि वह ग्लोबल नामक कंपनी से है और प्रोजेक्ट की रेटिंग करने पर कमीशन मिलेगा। इसके बाद एक फोन आया और कॉलर ने कंपनी में कुछ रुपए लगाने के लिए कहा, जिसके बाद उसे मुनाफा मिलने की बात कही गई। मुनाफे के चक्कर में 9 बार की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पूनम ने बताया कि मुनाफा कमाने के चक्कर में वह अरोपी की बातों में आ गई और 9 बार ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से 1 लाख 98 हजार रुपए आरोपी के खाते में जमा करवा दिए। इसके बाद आरोपी की तरफ से दो लाख 50 रुपए ओर जमा करवाने के लिए कहा गया, जिसके बाद उसे ठगी का एहसास हुआ। ग्लोबल नाम की नहीं थी कोई कंपनीपूनम ने बताया कि आरोपी को ऑनलाइन पैसे पति व रिश्तेदारों के खातों से डाले गए है। आरोपी ने जब उससे ओर रुपए जमा करवाने के लिए कहा तो उसे शक हुआ। जब उसने अपने तौर पर जांच की तो पता चला कि ग्लोबल नाम की कोई कंपनी ही नहीं है। उसे अपने साथ एक लाख 98 हजार रुपए ठगी का पता चला। आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस साइबर क्राइम थाना प्रभारी एसएचओ कुलदीप ने बताया कि एक महिला की शिकायत पर ठगी का केस दर्ज किया गया है। महिला ने ऑनलाइन मुनाफा कमाने के चक्कर में एक लाख 98 हजार रुपए गंवाए है। पुलिस ने खातों की डिटेल ले ली है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। जल्द ही आरोपी को काबू कर लिया जाएगा।
सोनू सूद की फतेह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हुई स्ट्रीम, साइबर क्राइम की काली दुनिया को दिखाती है फिल्म
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' को सिनेमाघरों में मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से सोनू सूद ने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा है। साइबर क्राइम पर आधारित इस फिल्म में सोनू सूद के साथ जैकलीन फर्नांडिस मुख्य भूमिका में नजर आईं। वहीं ...
क्राइम फ्री धड़कपुर से चोरी हुई बाइक, प्राइम वीडियो की सीरीज दुपहिया का मजेदार ट्रेलर हुआ रिलीज
web series dupahiya trailer: प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी ओरिजिनल सीरीज 'दुपहिया' का दिलचस्प ट्रेलर जारी कर दिया है। सलोना बैंस जोशी और शुभ शिवदासानी द्वारा उनके बैनर बॉम्बे फिल्म कार्टेल के तहत रचित और कार्यकारी निर्मित है। यह सीरीज़ एक काल्पनिक ...
क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।
Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर
गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)
सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
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Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।
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मुंबई क्राइम ब्रांच का एक्शन, सलमान के घर फायरिंग करने वाले दोनों शूटर दबोचे
Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.
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April में OTT पर तहलका मचाने आ रही है ये धमाकेदार फिल्में और सीरीज, मिलेगा एक्शन से लेकर क्राइम-थ्रिलर तक का मजा
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