उच्च न्यायालय में अब तक कोई अजा-अजजा वर्ग से नहीं बना न्यायाधीश, तो इसकी कोई वजह होगीः चीफ जस्टिस
विदिशा (dailyhindinews.com)। मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुरेश कुमार कैत ने कहा कि मप्र उच्च न्यायालय का गठन वर्ष 1956 में हुआ था और यहां अब तक न तो सर्विसेस से और न ही एडवोकेट में से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जन जाति वर्ग का कोई व्यक्ति न्यायाधीश …
जस्टिस बीआर गवई नालसा के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त
जयपुर | सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ जस्टिस बीआर गवई को नालसा का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 की धारा-3 के तहत मंजूरी दी है। जस्टिस गवई की नियुक्ति के साथ ही नालसा के मिशन को नई दिशा मिलेगी। नालसा का उद्देश्य समाज के आर्थिक रूप से कमजोर और हाशिए पर पड़े लोगों को मुफ्त और सुलभ न्यायिक सहायता उपलब्ध कराना है। नालसा की इस पहल के जरिए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि देश का कोई भी नागरिक वित्तीय या सामाजिक बाधाओं के कारण न्याय से वंचित न रहे। नालसा के कार्यकारी अध्यक्ष पद पर पहले जस्टिस संजीव खन्ना थे और उनके सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पद पर नियुक्ति के बाद यह पद खाली हो गया था।
भिवानी में क्राइम कंट्रोल करने के लिए शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक नीतीश अग्रवाल ने अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ बैठक की। सभी थाना प्रभारी, थानों में स्थापित साइबर हैल्प डेस्क व महिला हैल्प डेस्क पर प्राप्त शिकायतों का निश्चित समय में निपटान करने के लिए आदेश दिए। एसपी ने कहा कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध में आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए। थाना, चौकी इंचार्ज अपने-अपने क्षेत्र में चोरी की वारदातों को रोकने के लिए सायं कालीन गस्त व रात्रि गश्त प्रभावी ढंग से करें। थाना में कोई भी व्यक्ति शिकायत लेकर आता है तो उसकी पूरी समस्या को सुने और रसीद काट कर दे, उसे न्याय देने का काम करें। अपराधियों को पकड़ कर करे सख्त कार्रवाई- एसपी एसपी ने जिले के सभी पर्यवेक्षक अधिकारी और थाना प्रभारियों के साथ चर्चा करते हुए कहा कि क्षेत्र में चोरी, वाहन चोरी, आर्म्स एक्ट अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट, एक्साइज एक्ट, धोखाधड़ी जैसी घटनाओं में अपराधियों को पकड़ कर सख्त कार्रवाई करें। क्राइम- करप्शन पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाए- एसपी उन्होंने कहा कि क्राइम- करप्शन पर जीरो टॉलरेंस की नीति हर हाल में सुनिश्चित करें। सीएम विंडो,हर समय पोर्टल पर शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर जल्द निपटान किया जाए। एसपी ने कहा कि थाना क्षेत्र के अधीन आने वाले शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में चल रहे शराब के अवैध खुर्दों के प्रति सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें बंद करवाने का काम किया जाए। बिना लाइसेंस के अवैध तरीके से शराब का कार्य करने वाले लोगों की धरपकड़ तेज करें।
भिलाई में थप्पड़ के बदले युवक पर कटर से हमला करने के मामले में छावनी पुलिस ने क्राइम सीन रीक्रिएशन कराया है। थाना प्रभारी चेतन चंद्राकर दोनों आरोपी को लेकर घटनास्थल पहुंचे। घटनास्थल से पुलिस ने कटर भी जब्त कर लिया है। इस दौरान दोनों आरोपी लंगड़ाते हुए दिखे। गुरुवार को आरोपी रवि ने अपने दोस्त अनिकेत की पीठ पर कटर से वार कर दिया था। सूचना मिलते ही परिजनों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अनिकेत चौधरी (21 साल) कैंप दो शीतला मंदिर के पास रहता है। वो हथखोज इंडस्ट्रियल एरिया में काम करता है। गुरुवार सुबह अनिकेत अपने घर के पास बाहर बैठकर मोबाइल में पब्जी गेम खेल रहा था। इसी दौरान वहां पास में रहने वाला उसका दोस्त रवि प्रजापति भी वहां आ गया। वो भी गेम खेलने लगा। अचानक किसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। इस पर अनिकेत ने रवि को दो थप्पड़ मारकर वहां से भगा दिया। रवि मारखाने के बाद वहां से तो चला गया। इसके कुछ देर बाद दोपहर में वो अपने दोस्त शिवम के वहां आया। आने के बाद फिर वो अनिकेत के बगल से बैठ गया और कटर निकालकर उसकी पूरी पीठ को फाड़ दिया और चला गया। कटर इतना तेज था कि अनिकेत को पता भी नहीं चला। वहीं से गुजर रहे एक युवक ने बताया कि उसकी पीठ से काफी खून निकल रहा है। इसके बाद उसे पता चला कि उसकी पीठ में कटर चला है। सूचना मिलते ही परिजनों ने उसे दुर्ग जिला अस्पताल पहुंचाया। इधर कुछ लोग शिकायत लेकर छावनी थाने पहुंचे। छावनी पुलिस ने शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। घायल की हालत स्थित बताई जा रही है।
पंचकूला क्राइम ब्रांच ने एक युवक को अवैध देसी कट्टे और जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक तथा पुलिस उपायुक्त अपराध एवं यातायात वीरेंद्र सांगवान के नेतृत्व में कार्रवाई की गई। एसीपी क्राइम अरविंद कंबोज और क्राइम ब्रांच सेक्टर 26 के इंस्पेक्टर दलीप सिंह की टीम ने सूचना के आधार पर यह गिरफ्तारी की। गिरफ्तार युवक की पहचान आरिश उर्फ साहिल पुत्र गफ्फार, निवासी फतेहपुर नंगली, जिला बिजनौर, उत्तर प्रदेश, हाल निवासी गांव कुंडी, थाना पंचकूला के रूप में हुई है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी कम्युनिटी सेंटर, सेक्टर 28 के आसपास अवैध कट्टे के साथ घूम रहा है। इंस्पेक्टर दलीप सिंह और पीएसआई सुखबीर की अगुवाई में टीम ने वहां दबिश देकर आरोपी को गिरफ्तार किया। तलाशी में आरोपी के पास से एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद हुआ, जिसके संबंध में वह कोई लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर सका। आरोपी के खिलाफ थाना चंडीमंदिर में आर्म्स एक्ट की धारा 25(1-A) के तहत मामला दर्ज कर अदालत में पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ ने प्रदेश के ऑटोनॉमस मेडिकल कॉलेज से सरकारी मेडिकल कॉलेज में फैकल्टी के रूप में ट्रांसफर पर रोक लगा दी है। कोर्ट के इस निर्णय को प्रदेश में स्वास्थ्य शिक्षा में सुधार के लिए बेहद अहम बताया जा रहा है। हाईकोर्ट ने ऑटोनॉमस मेडिकल कॉलेज की फैकल्टी के ट्रांसफर पर दायर की गई अपील को डिवाइड ऑफ मेरिट (योग्यता का विभाजन) करार देते हुए खारिज कर दिया। एमपी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कैत और जस्टिस एसए धर्माधिकारी की डबल बैंच ने राज्य सरकार को फटकार भी लगाई। कहा- यदि भविष्य में ऐसे ट्रांसफर किए गए तो इसे हाईकोर्ट के आदेश की अवमानना माना जाएगा। इंदौर की ऑटोनॉमस फैकल्टी डॉ. शिवनारायण लहरिया, डॉ. रोहित मन्याल, डॉ. अजय भट्ट और डॉ. भारत सिंह और भोपाल से डॉ. सुबोध पांडे, डॉ. जूही अग्रवाल समेत कई डॉक्टर्स का ट्रांसफर करते हुए उन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज नीमच और मंदसौर भेज दिया गया था। सरकार के इस निर्णय को हाईकोर्ट (इंदौर) में चुनौती दी गई। कोर्ट की सिंगल बैंच ने ट्रांसफर ऑर्डर खारिज कर दिया। सिंगल बेंच के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार ने डबल बेंच में याचिका लगाई थी। यह था मामलाडॉ. शिवनारायाण लहरिया इंदौर मेडिकल कॉलेज में पोस्टेड हैं। उनका ट्रांसफर अन्य जगह हुआ, जिस पर वे हाईकोर्ट गए और यहां से 26 जुलाई को आदेश हुआ और उनका ट्रांसफर ऑर्डर निरस्त किया गया। इसके बाद मध्यप्रदेश शासन अपील में गया। इस पर हाईकोर्ट ने फटकार लगाते हुए कहा- जब पहले ही इस मामले में एक नहीं और भी फैसले आ चुके हैं और साफ है कि मेडिकल कॉलेज में एक जगह से दूसरी जगह पर ट्रांसफर नहीं हो सकते हैं, फिर यह क्यों अनावश्यक अपील की गई है। इस तरह से बेवजह शोषण किया जा रहा है और इसके चलते याचिकाएं लग रही हैं। इसमें याचिकाकर्ता ने यह मांग भी की थी कि बार-बार ट्रांसफर ऑर्डर हो रहे हैं, ऐसे में शासन पर हैवी कॉस्ट लगाई जाए। इस पर हाईकोर्ट ने कहा- हालांकि, हम कॉस्ट नहीं लगा रहे हैं, लेकिन हम यह साफ कर रहे हैं कि यदि फिर इस तरह के ऑर्डर पास हुए तो संबंधित अथॉरिटी को अवमानना झेलना होगी। मेडिकल कॉलेज प्रोफेसर ने दिया ऑटोनोमस होने का हवालाफैकल्टी का कहना है कि मेडिकल कॉलेज ऑटोनोमस बॉडी है। उनकी नियुक्ति ऑटोनोमस बॉडी में हुई है। ऐसे में उनका ट्रांसफर अन्य जगह नहीं हो सकता है। जब शासन कहीं और कॉलेज खोलता है, तो फैकल्टी की कमी को पूरा करने के लिए वह फैकल्टी को यहां से वहां करता है, जो नियम के विरुद्ध है। प्रदेश के मेडिकल कॉलेज में कोई भी सीट खाली न रहे सीपीएस डिप्लोमा पाठ्यक्रम की 92 सीट में से 32 सीट को 2022-23 में समाप्त कर दिया गया। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत और जस्टिस एसए धर्माधिकारी की बेंच ने गुरुवार को इस संबंध में फैसला दिया। उन्होंने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि भविष्य में यदि किसी भी मेडिकल कॉलेज में किसी भी पाठ्यक्रम में कोई भी सीट खाली रहती है तो यह अदालत की अवमानना होगी।
गोरखपुर के सहजनवा थाना क्षेत्र के भिटहा गांव में गुरुवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां 32 साल के युवक की गोली मारकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। जोमैटो में डिलीवरी ब्वाय के रूप में करता था काममृतक की पहचान सीहापार निवासी धीरेंद्र दुबे उर्फ विशाल के रूप में हुई है, जो जोमैटो में डिलीवरी ब्वाय के रूप में कार्यरत था। जांच में सामने आया है कि युवक के सिर और दाएं कनपटी पर गोली मारी गई है, जो हत्यारों की क्रूरता को साफ दर्शाती है। पुलिस ने घटनास्थल से सुराग जुटाने शुरू कर दिए हैं और गहन जांच में लगी हुई है। स्थानीय लोगों ने बिना नंबर की नई बाइक और शव देखाघटना के समय कुछ स्थानीय लोग भिटहा गांव के पास सुबह टहलने निकले थे। उन्होंने वहां एक नई, बिना नंबर की बाइक खड़ी देखी और उसके पास ही धीरेंद्र का खून से लथपथ शव पड़ा मिला। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक की पहचान की। बताया जा रहा है कि धीरेंद्र बुधवार शाम चार बजे बिना किसी को कुछ बताए घर से निकला था। पुलिस जांच में जुटीधीरेंद्र अपने परिवार में सबसे छोटा था और उसके पिता घर पर ही खेती-बाड़ी का काम करते हैं। सहजनवा थाना प्रभारी विशाल उपाध्याय ने बताया कि मामले की तहकीकात जारी है और तहरीर मिलते ही केस दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
कानपुर में मेडिकल की तैयारी कर रही छात्रा के साथ रेप केस में जेल भेजे गए शिक्षक साहिल सिद्दीकी और विकास पोरवाल के पक्ष में सैकड़ों स्टूडेंट मंगलवार शाम को सड़क पर उतर आए। छात्रों का कहना था कि शिक्षकों को साजिश के तहत रेप केस में फंसाकर जेल भेजा गया है। इससे मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों मेडिकल स्टूडेंट्स का कॅरियर प्रभावित हो रहा है। पुलिस छात्रों को समझाकर प्रदर्शन शांत कराने का प्रयास कर रही है। खबर अपडेट हो रही है...।
'कबीर ने जहां से लिखना छोड़ा है। वहां से लालन फकीर ने लिखना शुरू किया है। लालन फकीर बंग्ला के कबीर हैं। ढाका के आस-पास जब मुस्लिम आबादी अधिक थी, तो धार्मिक समन्वय बनाने में लालन के लेखन ने कमाल का काम किया। यह हम सभी महसूस करते हैं।' ये बात लखनऊ पुस्तक मेला में पहुंचे लालन किताब के संपादक जीतेंद्र जीतांशु ने कही। जीतेंद्र कहते हैं लखनऊ शफाकत और नफकत का शहर है। यहां की गंगा-जमुनी तहजीब भी खूब फली-फूली है। शांति बनाने और लोगों को जोड़ने का काम इसी तरह से बांग्लादेश में लालन फकीर ने किया है। किताब में लालन के 100 गीतों का अनुवाद है। कबीर और लालन को एक साथ देखना चाहिए। गोमती किनारे लगे आर्ट, कल्चर और लिट्रेचर का संगम यानी पुस्तक मेला में यह किताब लोग खूब पसंद कर रहे हैं। किताबों में करियर की राह ढूंढ रहे युवा पुस्तक मेला में सबसे अधिक युवा 15 से 20 साल के उम्र के पहुंच रहे हैं। अपने रुझान के मुताबिक वह मेला में स्टॉल पर जाकर किताबें ढूंढ रहे हैं। अगर उन्हें किताब अपने करियर में मददगार दिख रही है तो उसे खरीद रहे हैं। स्टूडेंट अर्पणा पांडेय ने कहा कि साइकोलाजी और मैथौलॉजी की किताब मुझे बहुत पसंद आई है। हमने यहां पर दो किताब ली है। थिंक एंड ग्रो रिच और इन सर्च ऑफ होम किताब ली है। यह दोनों किताब मेरे करियर के लिए हैं। खुद को जानने और समझने के लिए हम किताबों का सहारा ले रहे हैं। अभय ने कहा कि मैथ ओलंपियाड की किताब चाहिए थी, लेकिन नहीं मिली। ऐसे में कुछ नई किताब आज़माई है। प्रिंस मिश्रा ने कहा कि हिंदू धर्म से जुड़ी हुई कई किताब यहां पर आई हैं। मुझे यहां पर आकर अच्छा लगा है। शेरों, शायरी और प्यार के किताबों की खूब मांग कैफी आजमी, बशीर बद्र, वसीम बरेलवी, मीर तक़ी मीर की किताबों की बिक्री पुस्तक मेला में खूब हो रही है। बुक फेस्ट में स्टॉल लगाने वाले अंकित बताते हैं कि आई लव यू टू एक लव स्टोरी बुक है। इसकी डिमांड बहुत है। इसके साथ ही मिस्ट्री किताबों की मांग भी सबसे अधिक है। मिस्ट्री बुक की डिमांड खूब देखने को मिल रही है। डॉक्टर ललित कुमार यादव ने कहा- स्वामी राम स्वरूप की किताब यहां पर है। इसमें वेद ज्ञान की किताबों का सरल अनुवाद है। इसमें वेद और मंत्रों के रहस्यों को सरल भाषा में बताया गया है। सामवेद और ऋग्वेद के मंत्रों को बताया गया है। चारों वेद को सरलता से इसमें समझाया गया है। शोधार्थी नेहा रूबाब ने कहा कि मैं किताब प्रेमी हूं। इसलिए पुस्तक मेला में आई हूं। डिजिटल में वह अहसास नहीं होता है। जहां पर भी मुझे लगता है। वहां पर जाती हूं। किताब पढ़ कर खुद को प्रोत्साहित करती हूं। किताब के अहसास को लोग महसूस करें। यह डिजिटल में नहीं मिलता है। लखनऊ को जानना है तो पुराने लखनऊ को जानिए सूर्य कुमार पांडेय बताते हैं कि अगर लखनऊ को जानना है तो पुराने लखनऊ को जानिए। पुराना लखनऊ अब्दुल हलीम सेरर की किताब है। उसे जरूर पढ़ना चाहिए। इसमें 1857 तक नवाब वालिद अली शाह तक की कहानी मिलेगी। अमृत लाल नागर के उपन्यास पढ़ना चाहिए। योगेश प्रवीण की किताब भी पढ़ी जानी चाहिए। लखनऊ को जानना है तो पुराने लखनऊ को जानिए। उसके बदलाव को जानिए। तब आप जानेंगे लखनऊ क्या है उसकी तहजीब क्या है। ये कहां आकर मिलते हैं। उसकी रवायत क्या है। उन्होंने पुस्तक मेला पर कहा कि विशेष प्रकार का पुस्तक मेला हो तो लाभ होता है। नई पीढ़ी डिजिटल की तरफ जा रही है। उन्हें प्रिंट की तरफ लाने का काम करते हैं। साहित्य के प्रति ललक पैदा होती है। किताबों की उपयोगिता हमेशा से रही है। समाज में सबकुछ मोबाइल पर आ गया है। ऐसा नहीं है, पढ़ने वालों के पास भी अभी मौका है।
उज्जैन नगर निगम इन दिनों सुर्खियों में है। एक ठेकेदार को पेमेंट का भुगतान नहीं करने के मामले में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने यहां तक कहा है कि जब तक फाइनेंशियल क्राइसिस चलेगा तब तक अधिकारी फिफ्टी परसेंट सैलरी लें। अधिकारी तो पूरा वेतन लेते हैं। चार सप्ताह में ठेकेदार को पूरा भुगतान करने के आदेश दिए हैं। दरअसल, नगर निगम ने भुगतान में हुई देरी की वजह फाइनेंशियल क्राइसिस बताया था। दैनिक भास्कर ने उज्जैन नगर निगम कमिश्नर आशीष पाठक से बात की। जाना की क्या सच में नगर निगम की फाइनेंशियल स्थिति ठीक नहीं है। वो पेमेंट का भुगतान करने की स्थिति में है या नहीं। तालाब के सौंदर्यीकरण पर 69 लाख रुपए हुए खर्च12 नवंबर को इंदौर हाईकोर्ट में ठेकेदार विमल जैन की तरफ से लगी याचिका पर सुनवाई हुई। मप्र हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने उज्जैन नगर निगम से जुड़े इस मामले में सुनवाई की। याचिकाकर्ता के वकील लक्की जैन ने बताया कि साल 2020 में उज्जैन के गंधर्व तालाब के सौंदर्यीकरण का काम ठेकेदार विमल जैन की फर्म को मिला था। जिस पर करीब 69 लाख 14 हजार रुपए खर्च हुए थे। नगर निगम ने फंड की कमी बताई थी तो ठेकेदार ने काम ड्रॉप कर दिया। इसके बाद लगातार नगर निगम फंड की कमी बताता रहा और ठेकेदार को पेमेंट का भुगतान नहीं किया। पेमेंट के लिए ऑडिट हो गया था। सभी जगह से स्वीकृति मिल गई थी। जनवरी 2024 में हाई कोर्ट इंदौर में पेमेंट के लिए याचिका लगाई गई थी। तब भी फंड की कमी नगर निगम ने बताई थी। अभी तक मामले में 5 सुनवाई हो चुकी है। लेकिन, नगर निगम की तरफ से जवाब फाइल नहीं किया गया। निगम कमिश्नर की तरफ से शपथ पत्र दिया गया। जिसमें फंड की बात कही। हमेशा फाइनेंशियल क्राइसिस की बात निगम द्वारा कही गई। चीफ जस्टिस ने कहा- चार सप्ताह में पूरा भुगतान करेंसुनवाई के दौरान मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस ने तल्ख टिप्पणी की। कहा कि-महाकाल की नगरी उज्जैन में निगम अधिकारी अकाल ढा रहे हैं। सरकार जांच करें। अगर वास्तव में उज्जैन नगर निगम की आर्थिक स्थिति इतनी बदहाल है कि वह ठेकेदार को भुगतान नहीं कर पा रहा है तो सरकार इसे अपने अधीन ले ले। जब तक ठेकेदार को भुगतान नहीं हो जाता तब तक अधिकारियों का वेतन आधार कर दिया जाए। नगर निगम चार सप्ताह में ठेकेदार को पूरा भुगतान करें। वर्ना उज्जैन नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ अवमानना का मामला चलेगा। न्यायालय के आदेश का अक्षरश: पालन करेंगेइंदौर हाईकोर्ट में हुई सुनवाई और चीफ जस्टिस की तल्ख टिप्पणी के बाद दैनिक भास्कर ने उज्जैन नगर निगम कमिश्नर आशीष पाठक से बात की। जिसमें उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश का अक्षरश: पालन करेंगे। पढ़िए उनसे हुई बातचीत के अंश.. फरवरी 2020 में जारी हुआ था वर्क ऑर्डरउज्जैन नगर निगम ने गंधर्व तालाब के डेवलपमेंट और सौंदर्यीकरण के लिए टेंडर निकाला था। जिसकी वैल्यू 2 करोड़ 19 लाख 95 हजार रुपए थी। 1 करोड़ 97 लाख 53 हजार में याचिकाकर्ता की फर्म को टेंडर मिला और 24 फरवरी 2020 को निगम से वर्क ऑर्डर जारी हो गया। काम करने के बाद ठेकेदार ने पेमेंट भुगतान के लिए 69 लाख रुपए के अलग-अलग दो बिल लगाए लेकिन पेमेंट नहीं मिला। निगम की तरफ से बताया गया कि फंड का अभाव है। बिल का भुगतान नहीं होने पर ठेकेदार ने काम रोक दिया। नगर निगम की तरफ से उसे काम शुरू करने के लिए नोटिस जारी किए गए। मगर पेमेंट का भुगतान नहीं किया। शपथ पत्र में कहा- पूर्व में 14 करोड़ का पेमेंट कियाहाई कोर्ट में उज्जैन नगर निगम की तरफ से एक शपथ पत्र दिया गया जिसमें कहा गया कि नगर निगम को धन की कमी का सामना करना पड़ रहा है इसलिए पेमेंट भुगतान में देरी हो रही है। निगम जल्द से जल्द याचिकाकर्ता को भुगतान करने के लिए तैयार है। याचिकाकर्ता को निगम से पूर्व में भी वर्क ऑर्डर मिले है। उनके एवज में निगम ने 14 करोड़ 73 लाख रुपए का पूर्व में उसे भुगतान किया है। याचिकाकर्ता ने साइट पर काम रोक दिया और अधूरे काम का बिल जारी कर दिया। निगम ने उसे नोटिस भी जारी किए लेकिन उसने काम शुरू नहीं किया। इस मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 'उज्जैन नगर निगम के अधिकारियों का वेतन आधा करे': चीफ जस्टिस बोले- सरकार इसे अपने अधीन ले ले इंदौर हाईकोर्ट में मंगलवार को एक ठेकेदार को भुगतान नहीं करने के मामले में सुनवाई हुई। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने उज्जैन नगर निगम को चार सप्ताह में ठेकेदार को पूरा भुगतान करने का आदेश दिया है। इतना ही नहीं कोर्ट ने यह तक कहा है कि अधिकारियों का वेतन आधा कर भुगतान किया जाए। ठेकेदार विमल जैन की याचिका पर चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने कहा कि महाकाल की नगरी उज्जैन में निगम अधिकारी अकाल ढा रहे हैं। सरकार जांच करें। अगर वास्तव में उज्जैन नगर निगम की आर्थिक स्थिति इतनी बदहाल है कि वह ठेकेदार को भुगतान नहीं कर पा रहा है तो सरकार इसे अपने अधीन ले ले।पूरी खबर पढ़ें
अमृतसर से जुड़ा है चीफ जस्टिस संजीव खन्ना का परिवार
भास्कर न्यूज | अमृतसर गुरु नगरी की मिट्टी का प्रताप है कि इसने देश को प्रधानमंत्री से लेकर कई दिग्गज अभिनेता, सेनानी और स्वाधीनता सेनानी दिए। फिलहाल अब इसी की मिट्टी से वास्ता रखने वाले देश की सुप्रीमकोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना का नाम भी इसी फेहरिस्त में शामिल हो गया है। यद्यपि वह वर्तमान में दिल्ली से हैं लेकिन उनकी तीसरी पीढ़ी के उनके दादा सर्वदयाल खन्ना नगर के कटड़ा शेर सिंह के रहने वाले थे। वह वकील होने के साथ-साथ स्वाधीनता सेनानी भी रहे और जेल जाने के साथ उनको फांसी की भी सजा हुई थी। सुप्रीमकोर्ट के 51वें चीफ जस्टिस का पदभार संभालने वाले जस्टिस खन्ना के बारे वयोवृद्ध कांग्रेसी नेता और पूर्व डिप्टी स्पीकर प्रो. दरबारी लाल बताते हैं कि सर्वदयाल खन्ना जलियांवाला बाग घटना से पहले आजादी की लड़ाई लड़ने वाले सक्रिय लोगों में शुमार थे। उनका कहना है कि प्रैक्टिस करने के साथ वह आजादी की लड़ाई में भी हिस्सा लेते रहे। 13 अप्रैल 1919 के दिन हुए जलियांवाला बाग कांड से पहले जब लोहे वाले पुल (भंडारी पुल पर) अंग्रेजों की फायरिंग में जब 19 लोग मारे गए तो विरोध चरम पर पहुंच गया। इसके बाद बर्तानवी सरकार ने उस दौर के प्रमुख 19 नेताओं जिसमें चौधरी बुग्गा मल और सर्वदयाल खन्ना को फांसी की सजा सुना दी थी। इसके बाद पं. मोती लाल नेहरू ने इन सभी की सजा लड़कर काले पानी में बदलवाई थी। वह कहते हैं कि उक्त खन्ना परिवार उस दौर में नगर का सबसे संपन्न परिवार हुआ करता था। इसी तरह से जंगी महाजन ने बताया कि खन्ना परिवार देश की आजादी के बाद तक यहां रहा। आगे सर्वदयाल खन्ना का पूरा परिवार वकीलों का था। उनके दो बेटे जज बने थे। एक बेटा दिल्ली में (जस्टिस संजीव खन्ना के पिता देव राज खन्ना) और दूसरे बेटे (चीफ जस्टिस हंसराज खन्ना) सुप्रीम कोर्ट में जज बने थे। वह बताते हैं कि जस्टिस खन्ना के चाचा ने 1970 में पुश्तैनी मकान बेच दिया था। इसे अमृतसर के 2 व्यापारी भाइयों ने खरीदा। फिलहाल अब पुराना मकान नहीं रहा लेकिन उसकी जगह पर मार्केट बन चुकी है। वह बताते हैं कि चीफ जस्टिस का परिवार एक बार यहां आया था उस वक्त उनकी उमर पांच साल रही। उनका कहना है कि जब भी वे अमृतसर आते हैं तो कटड़ा शेर सिंह इलाके में जरूर जाते हैं, जहां उनका यह घर था। हालांकि उन्हें कभी उस घर के बारे में पता नहीं चला।
5 साल के भीतर मप्र में साइबर अपराध 125 गुना बढ़ गए हैं। वर्ष 2019 में नेशनल क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) पर साइबर अपराध की 4 हजार शिकायतें मिली थीं, जो नवंबर 2024 तक बढ़कर 5 लाख हो गई हैं। 1 जनवरी 2024 से 30 सितंबर 2024 के बीच जालसाजों ने मप्र के लोगों से अलग-अलग तरीके अपनाकर करीब 385 करोड़ रुपए ठग लिए। ये वो आंकड़ा है, जो मप्र पुलिस ने मंगलवार को राज्य साइबर मुख्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के सामने पेश किया है। राज्य साइबर मुख्यालय में ये मप्र के किसी भी मुख्यमंत्री का पहला दौरा था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मप्र साइबर पुलिस को और हाईटेक बनाने की प्लानिंग करने के लिए कहा गया है। इसी प्लानिंग के आधार पर जरूरी उपकरण और अन्य संसाधन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा मप्र के हर जिले में एक-एक साइबर थाना और हर थाने में साइबर डेस्क की स्थापना भी की जाएगी। प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर साइबर जागरुकता अभियान चलाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का हवाला देते हुए कहा कि डिजिटल अरेस्ट से डरे नहीं। बस रुकें, सोचें और एक्शन लें। डिजिटल अरेस्ट से डरें नहीं, रुकें-सोचें और एक्शन लें : मुख्यमंत्री एसआई को 15 हजार इनाम मुख्यमंत्री डॉ. यादव साइबर पुलिस अफसरों की सराहना करने के लिए अचानक ही साइबर मुख्यालय पहुंचे थे। बीती 9 नवंबर को एडीजी योगेश देशमुख, डीआईजी यूसुफ कुरैशी के कहने पर एसआई सचिन यादव ने दुबई के कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट से मुक्त करवाया था। ये मिले राष्ट्रीय स्तर पुरस्कार मप्र को साइबर सेल को वर्ष 2021 और 2022 में एनसीआरबी, वर्ष 2018 व 2022 डीएससीआई (कैपेसिटी बिल्डिंग), वर्ष 2018, 2019, 2020 और 2022 में साइबर कॉप ऑफ दी ईयर और वर्ष 2022 में एफआईसीसीआई (कैपेसिटी बिल्डिंग) पुरस्कार मिले हैं। मुख्यमंत्री ने पूरी टीम की सराहना की। साथ ही सचिन यादव को 15 हजार रुपए का इनाम के निर्देश देते हुए डीआईजी को प्रशंसा पत्र का ऐलान किया। पुलिस ने पहुंचकर कारोबारी को ठगी से बचाया है। डीजीपी सुधीर सक्सेना ने मुख्यमंत्री को राज्य साइबर सेल के सेटअप की जानकारी दी। 259 ट्रेनिंग कैंपेन में 24 हजार अफसरों को ट्रेनिंग दी गई
सरकारी नौकरी के दौरान बड़ी उपलब्धि हासिल करने पर हरियाणा के सिरसा जिले के गांव बालासर के एक युवक को राष्ट्रपति अवार्ड मिलना था, लेकिन इससे पहले ही युवक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान बंद कमरे में अपनी पगड़ी से फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। रानियां पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, बालासर निवासी 24 वर्षीय हरप्रीत उर्फ हैप्पी ढोट साइबर क्राइम की पंचकूला ब्रांच में कार्यरत था। गत दिवस हरप्रीतअपने गांव बालासर ढाणी में आया हुआ था। इस दौरान अपने एक कमरे में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वार्तालाप कर रहा था। हरप्रीत के पिता सुखदेव सिंह ने बताया कि उसका बेटा लैपटॉप से अपना काम कर रहा था। उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उसने किस बात को लेकर सुसाइड किया है। पिता गुरुघर में पाठी के तौर पर सेवारत सूत्र बताते हैं कि सुखदेव सिंह की विभागीय शानदार उपलब्धि को लेकर राष्ट्रपति द्वारा अवार्ड मिलना था। सुखदेव सिंह साइबर क्राइम के मामले में काफी एक्सपर्ट माना जाता है, जिसके चलते उन्होंने एक उलझे हुए मामले को सुलझाया। जिस पर उसे राष्ट्रपति अवार्ड के लिए चुना गया। हरप्रीत के पिता सुखदेव सिंह जगजीत नगर के एक गुरुघर में पाठी के तौर पर सेवारत है। सुखदेव सिंह की बेटी सरकारी नौकरी में प्राध्यापक के पद पर तैनात हैं। हरप्रीत के नौकरी लगने से पहले घर के हालात कुछ खस्ता हाल में बताए जाते हैं, लेकिन भाई-बहन की नौकरी के चलते घर के हालात काफी अच्छे बने हुए थे। बताया जाता है कि हरप्रीत के पिता सुखदेव सिंह ने बालासर के नजदीक 7 एकड़ भूमि खरीद के लिए सौदा किया हुआ है, जिसकी अभी रजिस्ट्री करवानी थी। कंबोज बिरादरी से ताल्लुक रखने वाले हरप्रीत सिंह ढोट तकनीकी शिक्षा के मामले में काफी रुचि रखता था, वह सॉफ्टवेयर इंजीनियर का एक्सपर्ट था। घर पर ही लैपटॉप पर कर रहा था काम हरप्रीत सिंह द्वारा उठाए गए इस कदम को लेकर उनके पिता सुखदेव सिंह व परिवारजन भारी सदमे में है। उन्हें इस बात की तनिक भी जानकारी नहीं है कि हरप्रीत ने यह कदम क्यों उठाया। बताया जाता है कि हरप्रीत सिंह अपने घर पर लैपटॉप के माध्यम से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में व्यस्त था, इसलिए उसके कमरे में घर का कोई भी सदस्य दखलअंदाजी नहीं करते थे। बताया जाता है कि घटना के समय परिवारजनों को किसी प्रकार का आभास नहीं हुआ। काफी देर तक हरप्रीत सिंह के बोलने की हलचल न होने के उपरांत ही हादसे की जानकारी मिली। जिसके बाद रनिया पुलिस की टीम ने मौके पर पहुंचकर हरप्रीत सिंह को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक दम तोड़ चुका था। हरप्रीत सिंह की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
लखनऊ के सिटी मोन्टेसरी स्कूल (CMS) में 25वें वर्ल्ड चीफ जस्टिस कांफ्रेंस का 22 नवंबर से आगाज होगा। इस इंटरनेशनल कांफ्रेंस में 54 देश के कई दिग्गज शामिल होंगे। इनमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष, न्यायमंत्री, संसद सदस्य, मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश, कानूनविद जैसी हस्तियां है। लखनऊ के इस बड़े इवेंट के लिए मुख्यमंत्री योगी को आमंत्रण भेज दिया है। औपचारिक उद्घाटन के बाद शाम को स्वागत समारोह के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लखनऊ सांसद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे।इसके अलावा कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह, सांसद डा.सुधांशु त्रिवेदी भी आयोजन का हिस्सा होंगे। मंगलवार को CMS गोमतीनगर ब्रांच में इंटरनेशनल कांफ्रेंस के बारे में जानकारी देते हुए प्रो.गीता गांधी ने बताया कि इस बार की कांफ्रेंस ‘ए गवर्नेन्स फॉर द फ्यूचर’ थीम पर आयोजित की जा रही है। स्वागत समारोह में रक्षा मंत्री होंगे शामिल सम्मेलन के जनरल सेक्रेटरी आरसी गुप्ता ने बताया कि इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन 22 नवंबर को सुबह 9 बजे CMS कानपुर रोड ऑडिटोरियम में होगा। इसी दिन शाम 5 बजे मुख्य न्यायाधीशों, न्यायाधीशों और विशिष्ट अतिथियों के सम्मान में भव्य ‘स्वागत समारोह’ आयोजित किया जायेगा। इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहेंगे। सम्मेलन ले चुका है इंटरनेशनल इवेंट का रूप CMS के संस्थापक निदेशक डॉ.भारती गांधी ने बताया कि अब तक 141 देशों के 1480 मुख्य न्यायाधीश, न्यायाधीश और कानूनविद लखनऊ आ चुके है। 22 नवंबर से शुरू हो रहा यह महासम्मलेन दुनिया को एकता के सूत्र में पिरोने और विश्व के ढाई अरब बच्चों के भविष्य के लिए अहम है। ये पहल CMS के संस्थापक अध्यक्ष स्व.डॉ.जगदीश गांधी के प्रयासों का नतीजा है। अब ये इवेंट इंटरनेशनल रूप ले चुका है। ये विदेशी दिग्गज होंगे शामिल हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति काटालिन नोवाक,साओ टोम और प्रिंसिप के राष्ट्रपति कार्लाेस मैनुअल विला नोवा, एंटीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल सर रॉडनी एरे लारेंस विलियम्स, मॉरीशस के पूर्व राष्ट्रपति कासम उतीम,त्रिनिदाद और टोबैगो के पूर्व राष्ट्रपति न्यायमूर्ति एंथनी थॉमस एक्विनास कार्माेना। लेसोथो के पूर्व प्रधानमंत्री डा.पाकलिथा बी मोसिसिली, हैती की पूर्व प्रधानमंत्री यान-हेनरी सेन्ट शामिल है। इसके अलावा घाना के संसद अध्यक्ष अल्बान किंग्सफोर्ड सुमाना बागबिन, और नीदरलैंड के इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस के न्यायमूर्ति दलवीर भंडारी भी शामिल होंगे। 54 देशों के डेलिगेट्स होंगे शामिल अंगोला, एंटीगुआ एंड बारबुडा, आर्मेनिया, बेनिन, बोत्सवाना, ब्राजील, बर्किना फासो, बुरुंडी, कंबोडिया, कैमरून, चिली, कोस्टारिका, कोट डी इवोर, क्रोएशिया, कांगो, इक्वाडोर, मिस्र, स्वातिनी, फिजी आइसलैंड, जार्जिया, घाना, ग्वाटेमाला, गिनी, हंगरी, गुयाना, हैती, इटली, जमैका, किर्गिज़ रिपब्लिक, लेसोथो, लीबिया, लक्ज़मबर्ग, मेडागास्कर, मलावी, माली, मॉरिटानिया, मॉरीशस, मंगोलिया, मोज़ाम्बिक, म्यांमार, नीदरलैण्ड, निकारगुआ, पनामा, पेरू, साओ टोम और प्रिंसिप, सऊदी अरब, सर्बिया, स्लोवेनिया, साउथ सूडान, सूरीनाम, तंजानिया, चाड, त्रिनिदाद और टोबैगो, इंग्लैण्ड, अमेरिका, जाम्बिया शामिल है। सबसे पहले राजघाट पर बापू को देंगे श्रद्धांजलि ऋषि खन्ना ने बताया कि सभी गेस्ट 20 नवम्बर को सुबह 10 बजे नई दिल्ली में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि ‘राजघाट’ पर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे। इसके बाद 12 बजे कान्स्टीट्यूशन क्लब में सम्मेलन के पहले सत्र को सम्बोधित करेंगे। फिर राष्ट्रपति भवन भी जायेंगे। 21 नवम्बर को आगरा में ताजमहल देखने जाएंगे।इसके बाद 22 नवम्बर को लखनऊ में सुबह 9 बजे CMS के कानपुर रोड ऑडिटोरियम में इस कांफ्रेंस का औपचारिक शुभारंभ होगा। इस मकसद से होता है कॉन्फ्रेंस का आयोजन CMS प्रवक्ता ऋषि खन्ना ने बताया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 पर आधारित यह ऐतिहासिक सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति और विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर-सुरक्षित भविष्य को लेकर आयोजित किया जाता है।
राजधानी रायपुर में एक महिला डिजिटल अरेस्ट करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अफसर बताया और महिला से 58 लाख रुपए वसूल लिए। आरोपियों ने पैसे को अलग-अलग बैंक खाता में ट्रांसफर करवाया। इस दौरान उन्होंने महिला को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में फंसने का डर भी दिखाया। इस मामले में महिला ने पंडरी पुलिस में शिकायत दी है। इसके बाद पुलिस एफआईआर दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही है। मोवा की रहने वाली एम.वी.लक्ष्मी ने बताया कि उनके पति ट्रेजरी डिपार्मेंट में पोस्टेड थे। उनका देहांत हो चुका है वह घर पर अकेली रहती है। उनके दो बेटियां हैं जो शादी के बाद से ससुराल चली गई है। 3 नवंबर की दोपहर उनके पास फोन आया। इसमें सामने वाले ने खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि उनके आधार नंबर का दुरुपयोग हुआ है। किसी मोहम्मद इस्लाम नवाब नाम के व्यक्ति ने 311 बैंक अकाउंट खोल लिए है। इसके लिए आपको मुंबई आना पड़ेगा। मुंबई क्राइम ब्रांच का फर्जी अफसर बनकर वीडियो कॉल इसके बाद फोन पर युवक ने कहा कि वह कॉल को मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर रहा है। महिला के मुताबिक, कुछ देर बाद वीडियो कॉल में विक्रम सिंह नाम का युवक आया। उसने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। महिला को कहा गया की 24 घंटे तक कॉल में जुड़ा रहना होगा जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है। विक्रम ने महिला से कई सारे पर्सनल सवाल किए। जिसमें महिला किस बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करती है घर पर कौन-कौन है, क्या करते हैं सभी जानकारी पूछी गई। मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बोलकर लेटर भेजा साइबर ठग ने महिला को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला कहकर एक लेटर भेजा। जिसमें रिजर्व बैंक और फाइनेंस डिपार्टमेंट का लेटर हेड था। इसमें लिखा था कि आप जांच पूरे होने तक देश छोड़कर नहीं जा सकते हो, इसके अलावा इस केस तो किसी से शेयर भी नहीं कर सकते हो। महिला ने ठग में झांसे में आकर किसी को नहीं बताया। 58 लाख वसूल लिए उसके बाद ठग ने महिला को एक खाता नंबर दिया और कहा कि इसमें 31 लाख रुपए ट्रांसफर कर दो। अगले दिन महिला ने बैंक जाकर आरटीजीएस के माध्यम से 31 लाख रुपए भेज दिए। इसी तरह थकने 20 लाख रुपए भी मांग लिए। आगे महिला ने 4 लाख और 50 हजार जैसी रकम भी भेजते गई। महिला ने 58 लाख का ट्रांजैक्शन 4 दिनों में किया। पैसे वसूलने के बाद ठग ने महिला को यह बात अपनी बेटी को बताने के लिए कहा। इसके बाद इस पूरे मामले का शिकायत हुई और FIR दर्ज की गई।
सुपौल के राघोपुर प्रखंड के गोसपुर गांव में पंडित त्रिलोकनाथ मिश्र स्मृति पर्व सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इसमें देश विदेश से लोगों ने हिस्सा लिया। झारखंड उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय प्रसाद और कोसी रेंज के डीआईजी मनोज कुमार सहित अन्य ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। लोक गायिका रंजना झा ने स्वागत गान गाकर अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान आचार्य पंडित धर्मेंद्रनाथ मिश्र की रचित धर्मो रक्षति रक्षितः ग्रन्थ का लोकार्पण और कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों का सम्मान मिथिला परंपरा के अनुसार अंग वस्त्र और पाग आदि से किया गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झारखंड के न्यायाधीश संजय प्रसाद ने कहा कि राजा जनक की धरती मिथिला में आने का उन्हें सौभाग्य मिला है। मिथिला की संस्कृति को बरकरार रखने के लिए इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन निश्चित रूप से हर जगह होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जहां धर्म है, वहां विजय है। वहीं, कोसी रेंज के DIG मनोज कुमार ने आचार्य धर्मेंद्रनाथ मिश्र की रचित ग्रंथ की खूब प्रशंसा करते हुए कहा कि मैथिली भाषा को बढ़ावा देने के लिए किया गया प्रयास सराहनीय है। इस तरह के पुस्तकों के अध्ययन से लोगों में अपनी लोक संस्कृति और मातृभाषा के प्रति प्रेम बढ़ता है। लोगों को धार्मिक शिक्षा भी मिलेगी। कार्यक्रम को बिहार और पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से पहुंचे कई लोगों ने भी संबोधित किया।
साइबर क्राइम:10 माह में 30 डिजिटिल अरेस्ट... ठगी 3 करोड़, रिकवरी 0
राजधानी में दुबई के कारोबारी को डिजिटल अरेस्ट से बचाने की कहानी सबके सामने है। 5 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रखने वाले ठग। पैसा ऐंठते इससे पहले लाइव कॉल के बीच पहुंची पुलिस ने ठगों के मंसूबे नाकाम कर दिए। इसमें पड़ोसी की सजगता काम आई। यह मामला आने वाले समय में नजीर बन सकता है। शर्त यही है- लोगों को ऐसे ही सतर्क रहना होगा। बात डिजिटल अरेस्ट की करें तो पिछले 10 महीने में अकेले भोपाल में 30 लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं। राज्य सायबर पुलिस के पास भी शिकायत पहुंची। इस तरह 3 करोड़ से ज्यादा की ठगी हो चुकी है लेकिन रिकवरी कुछ नहीं हुई है। उधर, इंदौर में पिछले तीन महीने में जो डिजिटल अरेस्ट के जरिए ठगी हुईं उनमें 80 लाख रुपए की रिकवरी भी हो गई। साइबर क्राइम विंग के एसीपी सुजीत तिवारी बताते हैं कि डिजिटिल अरेस्ट या साइबर ठगी में तत्काल हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। इससे रकम जिस बैंक खातों में गई है, उसे तत्काल फ्रीज कराया जाता है। ठगों ने अपनाए यह तरीके1. एक अफसर को डिजिटल अरेस्ट कर 68.49 लाख रुपए ठगे गए थे। मुंबई क्राइम ब्रांच का डीसीपी बनकर कहा कि उसके नाम से 200 ग्राम एमडीएमए ड्रग्स का पार्सल पकड़ा गया है। मनी लॉन्ड्रिंग का केस भी बताया।2. रिटायर्ड लेक्चरर से कस्टम अधिकारी बनकर बात की। ठग ने बताया कि उनके आधार नंबर का गलत इस्तेमाल कर एक पार्सल कंबोडिया भेजा गया है। गिरफ्तारी का डर दिखाकर उन्हें 7 दिन तक हाउस अरेस्ट रखा। डरें नहीं... इनकी रिपोर्ट करें इंडियन साइबर क्राइम कॉर्डिनेशन सेंटर (आई-4सी) कीे एडवाइजरी है- लालच, लापरवाही और डर छोड़ें। सोच समझकर क्लिक करें। सायबर पुलिस की एडवाइजरी तत्काल शिकायत करें, रकम ब्लॉक होगी... डिजिटल अरेस्ट के अधिकतर मामलों में देखा जाता है कि पीड़ित शिकायत करने देरी से पहुंचते हैं। ऐसे में ठग रकम निकाल लेते हैं। तत्काल 1930 पर शिकायत करें। इससे रकम तुरंत ब्लॉक कराई जा सकती है। स्काइप से मांगी जानकारी... व्यापारी को डिजिटल अरेस्ट करने वालों की जानकारी स्काइप से मांगी गई है। कॉल स्काइप टू स्काइप आया था। लिहाजा कंपनी को मेल कर दिया गया है। इस कॉल के दो आईपी एड्रेस सामने आए हैं। एक दुबई और दूसरा सीरिया। सजग रहना होगा...24 घंटे में कोर्ट में पेश करने का प्रावधानहमारे कानून में फोन पर अरेस्ट करने जैसा कोई कानून नहीं। किसी भी मामले में गिरफ्तारी के बाद 24 घंटे के अंदर कोर्ट में पेश करना होता है। लोगों को समझना होगा 6-7 दिन तक डिजिटल अरेस्ट का कोई प्रावधान ही नहीं है। इसके लिए सजग रहना होगा।-यूसुफ कुरैशी, डीआईजी, राज्य सायबर पुलिस
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (रालसा) ने आज दिव्यांग बच्चों के लिए राज्यस्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन करवाया। इस आयोजन के पीछ की कहानी भी बड़ी दिलचस्प हैं। दरअसल, रालसा के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस पंकज भंडारी को अपनी बेटी के चेहरे की खुशी देखकर इस प्रतियोगिता के आयोजन का आइडिया आया। जस्टिस पंकज भंडारी बताते है कि उनकी दिव्यांग बेटी ने स्टेट लेवल पर स्पेशल गेम्स में पार्टिसिपेट किया था। उसका उत्साह देखते ही बन रहा था। जब उसने गेम्स जीता तो उसके चेहरे की खुशी देखने लायक थी। उन्होने कहा कि दिव्यांग बच्चों के चेहरे पर जब उनके माता-पिता इस तरह की खुशी देखते है तो उनको बड़ा बल मिलता है। इसके बाद मैने विचार किया कि प्रदेशभर में इस तरह के बच्चों को आगे लाना चाहिए। जिससे उनका टैलेंट सामने आ सके। वहीं आगे चलकर ये बच्चे पैराओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करें। दिव्यांग बच्चे के साथ खेली शतरंज की बाजीरालसा की ओर से आय़ोजित राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में 150 से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया। प्रतियोगिता का शुभारंभ जस्टिस पंकज भंडारी ने दिव्यांग (नेत्रहीन) बच्चे के साथ शतरंज की बाजी खेलकर किया। रालसा के सदस्य सचिव हरिओम अत्री ने बताया कि इस प्रतियोगिता में जिला स्तर पर करीब 700 दिव्यांग बच्चों ने भाग लिया था। उसके बाद संभाग स्तरीय प्रतियोगिता आयोजि हुई। वहीं आज राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में करीब 150 दिव्यांग बच्चों ने पार्टिसिपेट किया। उन्होंने बताया कि आज एसएमएस स्टेडियम में कबड्डी, टेबल टेनिस, कैरम, चैस, बैडमिंटन, लंबी कूद सहित कुल 11 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। वहीं शाम को आरआईसी में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित हुआ। जिसमें मुख्य न्यायाधीश एमएम श्रीवास्तव ने वीसी के जरिए समारोह को संबोधित किया। कार्यक्रम में जस्टिस इंद्रजीत सिंह, जस्टिश अवनीश झिंगन, जस्टिस सुदेश बंसल, जस्टिस प्रवीर भटनागर, जस्टिस अशोक कुमार जैन, जस्टिस नरेन्द्र सिंह ढ्ढा, जस्टिस आशुतोष कुमार और जस्टिस विनोद कुमार भारवानी सहित अन्य न्यायिक अधिकारी और बच्चों अभिभावक मौजूद रहे।
क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।
अजमेर उत्तर में कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार थे जस्टिस इंद्रसेन इसरानी
राजनीति की समझ रखने वालों में से कम लोगों को ही जानकारी होगी कि राजस्थान विशेष पिछडा वर्ग आयोग के अध्यक्ष रहे जस्टिस स्वर्गीय श्री इंद्रसेन इसरानी अजमेर उत्तर में कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार थे। भूतपूर्व राजस्व मंत्री स्वर्गीय श्री किशन मोटवानी के निधन के कारण हुए विधानसभा उप चुनाव में मैदान खाली देख ... Read more
Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर
गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
सस्पेंस, क्राइम और थ्रिलर का रखते है शौक तो OTT पर फौरन निपटा डाले ये जबरदस्तसाउथ फिल्में,हॉलीवुड भी लगने लगेगा फीका
सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
Nikkhil Advani BirthdaySpecial :रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा
Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।
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Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.
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