दक्षिणी जोन में क्राइम मीटिंग:डीसीपी ने थानेदारों को दिए अपराध नियंत्रण और पैदल गश्त के निर्देश
दक्षिणी जोन पुलिस कार्यालय में डीसीपी निपुण अग्रवाल ने क्राइम मीटिंग का आयोजन किया। एडीसीपी अमित कुमावत की उपस्थिति में हुई इस बैठक में सभी एसीपी और थानेदार शामिल हुए। डीसीपी ने थानेदारों को नकबजनी, चोरी और लूट जैसी घटनाओं की रोकथाम के लिए क्षेत्र में गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने लंबित मामलों की विवेचना शीघ्र पूरी करने पर जोर दिया। साथ ही कहा कि विवेचना के अभाव में कोई भी मामला लंबित नहीं रहना चाहिए। अपराध नियंत्रण के लिए विशेष दिशा-निर्देश दिए गए। अवैध शराब निर्माण-बिक्री और मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए सख्त कार्रवाई के आदेश दिए। महिला संबंधी अपराधों में त्वरित कार्रवाई पर विशेष ध्यान देने को कहा। डीसीपी ने सभी अधिकारियों को प्रतिदिन थाना क्षेत्र के कस्बों, मुख्य बाजारों, चौराहों और गांवों में पैदल मार्च का निर्देश दिया। आम जनता से संवाद स्थापित कर सुरक्षा का अहसास कराने को कहा। वाहन जांच और संदिग्ध व्यक्तियों की तलाशी के लिए नियमित अभियान चलाने के निर्देश दिए। मीटिंग में मोहनलालगंज एसीपी रजनीश वर्मा, कृष्णानगर एसीपी विकास कुमार पांडे सहित सभी थानेदार मौजूद रहे। करीब डेढ़ घंटे चली इस बैठक में अपराध नियंत्रण पर विस्तृत चर्चा की गई।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। जस्टिस यशवंत वर्मा ने याचिका में अपने दिल्ली स्थित सरकारी आवास में कैश मिलने के मामले में बनाई गई तीन सदस्यीय इन-हाउस जांच समिति की रिपोर्ट को चुनौती दी है। जस्टिस वर्मा ने मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) संजीव खन्ना द्वारा उनकी बर्खास्तगी की सिफारिश को भी अमान्य घोषित करने की मांग की है। असल में 14 मार्च 2025 की रात नई दिल्ली के तुगलक क्रेसेंट स्थित जस्टिस वर्मा के सरकारी आवास में आग लग गई थी। दमकल कर्मियों ने आग बुझाते समय स्टोर रूम में जले हुए नोटों के बंडल देखे। उस समय न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा और उनकी पत्नी मध्य प्रदेश में थे। घर पर उनकी बेटी और वृद्ध मां मौजूद थीं। इसके बाद सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आए, जिनमें जलती हुई नकदी के बंडल देखे जा सकते हैं। इन वीडियो के वायरल होते ही भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लगने शुरू हो गए। तत्कालीन सीजेआई संजीव खन्ना ने इस मामले की जांच के लिए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सीजे शील नागू, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के सीजे जी.एस. संधावालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की जस्टिस अनु शिवरामन की समिति गठित की। इस समिति ने 3 मई 2025 को अपनी रिपोर्ट दी, जिसमें कहा गया कि वर्मा परिवार का स्टोररूम पर पूरा नियंत्रण था और यह आचरण इतना गंभीर है कि न्यायमूर्ति वर्मा को पद से हटाया जाना चाहिए। 8 मई को सीजेआई ने यह रिपोर्ट राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजते हुए उनकी बर्खास्तगी की सिफारिश कर दी। लीगर मामलों के जानकार सैयद अली ताहिर आबिदी के मुताबिक, अब जस्टिस वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की है, उसमें उन्होंने कई आपत्तियाँ उठाई हैं। उनका कहना है कि इन-हाउस जांच समिति का कोई कानूनी आधार नहीं है और यह जजेस इंक्वायरी एक्ट 1968 के खिलाफ है। उन्हें ना तो कार्यवाही की सूचना दी गई, ना सबूतों पर प्रतिक्रिया का मौका मिला और ना ही गवाहों से उनके सामने पूछताछ की गई। उनका कहना है कि समिति ने उन्हें दोषी मानते हुए यह अपेक्षा की कि वे अपनी बेगुनाही साबित करें, जो न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है। नकदी का मालिकाना हक, मात्रा और वैधता को लेकर भी कोई ठोस सबूत नहीं दिए गए। जस्टिस वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा 22 मार्च को प्रेस रिलीज़ के ज़रिए यह जानकारी सार्वजनिक करना गलत था और इससे उनकी प्रतिष्ठा और न्यायिक करियर को भारी नुकसान पहुंचा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने कैश कांड केस में खुद को दोषी ठहराने वाली जांच रिपोर्ट को रद्द करने की मांग की है। जस्टिस वर्मा ने गुरुवार को अपील में कहा, 'उनके खिलाफ जो कार्यवाही की गई, वह न्याय के सिद्धांतों के खिलाफ है। मुझे खुद को साबित करने का पूरा मौका नहीं दिया गया। कार्यवाही में एक व्यक्ति और एक संवैधानिक अधिकारी दोनों के अधिकारों का उल्लंघन किया गया है।' यह याचिका संसद का मानसून सत्र शुरू होने से कुछ दिन पहले आई है। सत्र के दौरान जस्टिस वर्मा को हटाने के लिए प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। पहले समझिए जस्टिस वर्मा का कैश कांड क्या है जस्टिस वर्मा के लुटियंस स्थित बंगले पर 14 मार्च की रात 11:35 बजे आग लगी थी। इसे अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने बुझाया था। घटना के वक्त जस्टिस वर्मा शहर से बाहर थे। 21 मार्च को कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि जस्टिस वर्मा के घर से 15 करोड़ कैश मिला था। काफी नोट जल गए थे। 22 मार्च को सीजे आई संजीव खन्ना ने जस्टिस वर्मा पर लगे आरोपों की इंटरनल जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई। पैनल ने 4 मई को CJI को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसमें जस्टिस वर्मा को दोषी ठहराया गया था। रिपोर्ट के आधार पर ‘इन-हाउस प्रोसीजर’ के तहत CJI खन्ना ने सरकार से जस्टिस वर्मा को हटाने की सिफारिश की थी। जांच समिति में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू, हिमाचल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस जीएस संधवालिया और कर्नाटक हाईकोर्ट की जज जस्टिस अनु शिवरामन थीं। जांच रिपोर्ट 19 जून को सामने आई थी कैश केस की जांच कर रहे सुप्रीम कोर्ट के पैनल की रिपोर्ट 19 जून को सामने आई थी। 64 पेज की रिपोर्ट में कहा गया कि जस्टिस यशवंत वर्मा और उनके परिवार के सदस्यों का स्टोर रूम पर सीक्रेट या एक्टिव कंट्रोल था। 10 दिनों तक चली जांच में 55 गवाहों से पूछताछ हुई और जस्टिस वर्मा के आधिकारिक आवास का दौरा किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि आरोपों में पर्याप्त तथ्य हैं। आरोप इतने गंभीर हैं कि जस्टिस वर्मा को हटाने के लिए कार्यवाही शुरू करनी चाहिए। 55 लोगों के बयान दर्ज; गवाह, किसने क्या कहा समिति ने 55 गवाहों के बयान दर्ज किए। इनमें दिल्ली फायर सर्विस के 11, दिल्ली पुलिस के 14, CRPF के 6, जस्टिस वर्मा के घरेलू व कोर्ट स्टाफ के 18 लोग, जस्टिस वर्मा व उनकी बेटी आदि शामिल हैं। रिपोर्ट की 5 बड़ी बातें... जस्टिस वर्मा के खिलाफ मानसून सत्र में महाभियोग लाने की तैयारीजस्टिस वर्मा को हटाने के लिए केंद्र सरकार ने संसद में प्रस्ताव लाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए लोकसभा सांसदों के साइन जुटाए जा रहे हैं। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, कई सांसदों के दस्तखत लिए जा चुके हैं। इससे संकेत मिल रहा है कि प्रस्ताव लोकसभा में लाया जा सकता है। लोकसभा में महाभियोग प्रस्ताव लाने के लिए कम से कम 100 सांसदों के साइन जरूरी होते हैं। वहीं, राज्यसभा में यह संख्या 50 सांसदों की होती है। अब तक कितने सांसदों ने साइन किए हैं, उसकी जानकारी नहीं मिल पाई है। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने 4 जून को बताया था कि जस्टिस वर्मा को हटाने का प्रस्ताव 21 जुलाई से शुरू हो रहे मानसून सत्र में लाया जाएगा। जस्टिस वर्मा फिलहाल इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज हैं। दिल्ली हाईकोर्ट से उनका ट्रांसफर कर दिया गया था। हालांकि, उन्हें किसी भी तरह का न्यायिक कार्य सौंपने पर रोक है। ------------------------------------------------ मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... 'मुझे कोई जला नोट नहीं दिखा', क्या ये दलील जस्टिस वर्मा को बचा पाएगी; 3 जज कैसे करेंगे इन्वेस्टिगेशन सुप्रीम कोर्ट ने 65 सेकेंड का जो वीडियो जारी किया, उसमें नोटों की गड्डियां सुलगती दिख रही हैं, लेकिन जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने या उनके परिवार के किसी सदस्य ने जली हुई नकदी देखी ही नहीं। उनका कहना है कि वीडियो देखकर वे खुद हैरान रह गए। पूरी खबर पढ़ें...
संयुक्त किसान मोर्चा बिहार ने किसानों के संबंध में दिए गए बयान को लेकर ADG कुंदन कृष्णन ने अविलंब माफी मांगने की मांग की है। मोर्चा का कहना है कि कुंदन कृष्णन की ओर से बिहार के किसानों को अपराधी कहने से बिहार के किसान आक्रोशित है। इसलिए ADG किसानों से माफी मांगें, नहीं तो बिहार में पुतला दहन होगा। ऑल इंडिया किसान सभा के राष्ट्रीय सचिव अशोक प्रसाद सिंह ने कहा है कि एडीजी कुंदन कृष्णन के इस बेतुका बयान का बिहार सरकार खंडन करे, वर्ना चुनाव में किसान अपना जबाब देंगे। बिहार में अपराध बढ़ने का मूल कारण बिहार की प्रगति और विकास नहीं होना है। बड़े पैमाने पर बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार है। अपराध किसान नहीं करता, पुलिस अपने संरक्षित गुंडों से करवाती है। थाना पर भले लोग जाना पसंद नहीं करते, चोर-उचक्के और दलालों से चारों ओर थाना घिरा रहता हैं। पुलिस प्रशासन का एक ही काम है, बालू माफिया और शराब माफिया से मिलकर दिनभर उगाही करना, तो फिर अपराध रुकेंगे कैसे? एक सनहा दर्ज कराने के लिए आम लोगों को महीनों थाना का चक्कर लगाना पड़ता है। रिश्वत के बाद पुलिस पदाधिकारियों का पदस्थापन होता बड़े पैमाने पर जातिवाद और करोड़ों के रिश्वत के बाद पुलिस पदाधिकारियों का पदस्थापन होता है। कुंदन कृष्ण जैसे बदनाम और विवादास्पद अधिकारी का पदस्थापन का आधार ही जाति विशेष के आधार पर हुआ है। इस सरकार में एक-एक थाना का डाक हो रहा है। पुलिस और प्रशासन भ्रष्टाचार, अत्याचार और उत्पीड़न का पर्याय बन चुका है। बिहार में अपराध भ्रष्ट अफसर, चोर नेता, दमनकारी और अत्याचारी पुलिस प्रशासन के चलते बढ़ रहा है। किसान अपने तमाम शोषण, अत्याचार और अन्याय के बावजूद चुप रहकर सब कुछ सहते हैं। दिन-रात कठिन मेहनत कर अपनी जान को हमेशा जोखिम में डालकर, देश के 140 करोड़ लोगों का पेट भरते हैं। 14-15 घंटा काम करते हैं, जिससे आप और हमारे पदाधिकारी और कर्मचारी, पुलिस प्रशासन के लोग 8 घंटा काम कर सकें। फिर भी किसानों के ऊपर दोषारोपण करना शोभा नहीं देता है। निंदा प्रस्ताव पेश किया जाएगा संयुक्त किसान मोर्चा बिहार के नेता दिनेश कुमार, अमेरिका महतो, प्रो. आनंद किशोर, प्रमोद सिंह, चंद्रशेखर यादव, राम चन्द्र सिंह, हरिलाल सिंह मुखिया ने भी निंदा की है। संयुक्त रूप बयान जारी किया गया है। जिसमें मांग की है कि बिहार के ADG कुंदन कृष्णन बिहार के किसानों से अविलंब माफी मांगें। अगर माफी नहीं मांगेंगे तो पूरे बिहार में उनका पुतला जलाया जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा की 20 जुलाई की दिल्ली में जनरल बॉडी की बैठक में बिहार की ओर से उनके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पेश किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने सड़कों की बदहाली पर कड़ा रुख अपनाते हुए पीडब्ल्यूडी के अफसरों को कड़ी फटकार लगाई है। डिवीजन बेंच ने कहा कि सरकार इतना पैसा दे रही है। फिर भी सड़कों की गुणवत्ता क्यों ठीक नहीं है..? आप टेंडर करते हैं, काम कराते हैं और साल भर में बनी सड़कें उखड़ने लगती है। दरअसल, बीते दिनों बिलासपुर जिले के तखतपुर की 2 करोड़ की सड़क की बदहाली, पहली बारिश में दरारें आई और मल्हार की मुख्य सड़क के गड्ढों में तब्दील होने को लेकर मीडिया में खबरें आई थीं। इसमें बताया गया कि खराब सड़कों के कारण आवाजाही में लोगों को किस तरह से परेशानी हो रही है। इसके साथ ही शहर की सड़कों पर गड्ढों और पानी भरने जैसी समस्याओं पर हाईकोर्ट ने राज्य शासन और नगर निगम आयुक्त से जवाब मांगा था। महाधिवक्ता का जवाब- शासन ने मंजूर कर ली है 64 करोड़ बुधवार को इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच में हुई। इस दौरान महाधिवक्ता प्रफुल्ल एन भारत ने बताया कि मुंगेली और तखतपुर को जोड़ने वाली जर्जर मनियारी पुल की मरम्मत के लिए 64 करोड़ की राशि शासन ने मंजूर कर ली है। इस पर हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा कि सड़क और पुल बनाने के लिए सरकार इतना पैसा दे रही है, फिर भी गुणवत्ता ठीक क्यों नहीं रहती। जिस पर तर्क दिया कि प्राधिकरण सड़क के रखरखाव के लिए उचित कदम उठा रहे हैं। वहीं, निगम सड़कों के रखरखाव के लिए उचित कदम उठाएगा। इस दौरान छत्तीसगढ़ सरकार के संबंधित सचिवों ने व्यक्तिगत शपथपत्र भी कोर्ट में जमा किए। कोर्ट ने अगली सुनवाई से पहले कार्य प्रगति पर जवाब पेश करने के निर्देश दिए हैं। जिसके बाद केस की अगली सुनवाई सितंबर में तय की गई है। पुल पार करने से डरते हैं लोगबता दें कि तखतपुर-बरेला मनियारी नदी पर अंग्रेजी शासनकाल में बने पुल की हालत जर्जर हो गई है, जिस पर लोगों का चलना मुश्किल है। मुंगेली-बिलासपुर दो जिले को जोड़ने वाले इस पुल पर सड़क कम गड्ढे ज्यादा नजर आ रहे हैं। पुल पर प्रतिदिन सैकड़ों वाहन का आना-जाना होता है। जर्जर पुल से सुरक्षित पार होने तक लोगों की सांसें मानों थमीं रहती है। बारिश में सड़क पर पानी जमा होने से परेशानी और भी बढ़ जाती है।
साइबर क्राइम में हरियाणा पुलिस की दबिश:औरैया में युवक ने छत से लगाई छलांग, इलाज के दौरान मौत
हरियाणा पुलिस की एक टीम ने औरैया के मोहल्ला ओमनगर में साइबर क्राइम के एक मामले में छापेमारी की। पुलिस को देखकर अंकुर चौबे नाम के युवक ने दो मंजिला मकान की छत से छलांग लगा दी। घटना गुरुवार दोपहर की है। हरियाणा पुलिस ने त्रिनेत्र चौबे के घर की घेराबंदी कर ली थी। उनके बेटे अंकुर ने पुलिस को देखते ही भागने की कोशिश में छत से छलांग लगा दी। इस दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने तुरंत एंबुलेंस बुलाई और घायल युवक को औरैया के 50 शैय्या अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे चिचौली रेफर कर दिया। हरियाणा पुलिस की टीम युवक को चिचौली ले गई। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सदर कोतवाली के निरीक्षक राजकुमार सिंह ने बताया कि यह साइबर क्राइम का मामला है। मामले के विवरण अभी स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। युवक की मौत की खबर से परिजनों में कोहराम मच गया है।
यह खरी-खरी है... इसमें आप देखेंगे बिहार के नेताओं और अफसरों के बीच अंदरखाने क्या चल रहा है, और दिनभर की ऐसी बड़ी हलचल जो आपको हंसाएगी भी और जिम्मेदारों को आइना भी दिखाएंगी। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...
न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा मप्र के 29वें मुख्य न्यायाधीश बनाए गए हैं। भोपाल स्थित राजभवन में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने उन्हें चीफ जस्टिस पद की शपथ दिलाई। कार्यक्रम का संचालन मप्र के मुख्य सचिव अनुराग जैन ने किया। समारोह में मप्र के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा बतौर अतिथि मौजूद रहे। इस अवसर पर हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश विवेक अग्रवाल और सरकार के प्रतिनिधि मौजूद थे। जानिए कौन हैं संजीव सचदेवादिल्ली में 26 दिसंबर 1964 को जन्मे संजीव सचदेवा ने दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स 1985 में B.Com (Hons.), किया। 1988 में दिल्ली विश्वविद्यालय से LL.B. की डिग्री हासिल की। उन्होंने 1 अगस्त 1988 को दिल्ली बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में अपना नामांकन कराया था। 1992 में उन्होंने लंदन विश्वविद्यालय के इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड लीगल स्टडीज में कॉमन वेल्थ यंग लॉयर्स कोर्स में भाग लिया और इंग्लैंड में सॉलिसिटर और बैरिस्टर के साथ काम किया। साल 1995 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय में उन्हें एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड नियुक्त किया गया। इससे पहले 1992 में उन्हें ब्रिटिश काउंसिल की छात्रवृत्ति मिली थी, जब वे भारत के पांच युवा वकीलों में से एक थे, जिन्हें कॉमन वेल्थ यंग लॉयर्स कोर्स के लिए चुना गया था। 2013 में बने दिल्ली हाईकोर्ट में जज 17 अप्रैल 2013 को उन्हें दिल्ली हाईकोर्ट का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 18 मार्च 2015 को वे स्थायी न्यायाधीश बने। उन्होंने दो दशकों से अधिक समय तक सुप्रीम कोर्ट और दिल्ली हाईकोर्ट में बार काउंसिल ऑफ इंडिया के स्थायी वकील के रूप में कार्य किया। 14 जुलाई 2025 को राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद मप्र हाईकोर्ट के स्थायी मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त हुए हैं। सुरेश कैत के रिटायरमेंट के बाद संभाली जिम्मेदारी जस्टिस संजीव सचदेवा को 24 मई 2025 को एक्टिंग चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था। वे तत्कालीन चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत के रिटायरमेंट के बाद से चीफ जस्टिस का दायित्व संभाल रहे थे। इससे पहले भी वे 9 जुलाई 2024 से 24 सितंबर 2024 तक प्रदेश के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का दायित्व संभाल चुके हैं। 30 मई 2024 को जस्टिस संजीव सचदेवा का दिल्ली हाईकोर्ट से मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में ट्रांसफर हुआ था। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश हाइकोर्ट को एक और जज दिया है। जस्टिस विवेक कुमार सिंह की मध्यप्रदेश में नियुक्ति की गई है। वे अभी मद्रास हाईकोर्ट में हैं, जिनका ट्रांसफर जबलपुर किया गया है। अब मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई हैं।
इंदौर क्राइम ब्रांच ने एक युवक को अवैध हथियारों के साथ पकड़ा है। आरोपी के पास से 4 पिस्टल बरामद हुई हैं, जिन्हें वह डिलीवरी के लिए लेकर आया था। आरोपी की पहचान राहुल पिता पप्पू जोशी निवासी बिड़ला नगर, ग्वालियर के रूप में हुई है। वह भंवरकुआं और राजेंद्र नगर के बीच हथियारों की डिलीवरी करने जा रहा था। क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि रीजनल पार्क के पास हथियारों की डिलीवरी होने वाली है। टीम ने मौके पर दबिश दी और राहुल को संदिग्ध हालात में पकड़ा। तलाशी लेने पर उसके बैग से 4 पिस्टल मिलीं। पूछताछ में राहुल ने बताया कि वह इंदौर में पिस्टल डिलीवरी करने आया था। फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि उसने ये हथियार कहां से खरीदे और इन्हें किसे देने वाला था। अधिकारी जल्द मामले का खुलासा करेंगे।
जस्टिस संजीव सचदेवा आज मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में लेंगे शपथ
Bhopal , 17 जुलाई . जस्टिस संजीव सचदेवा Thursday को राजभवन में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे. एक अधिकारी ने बताया कि राजभवन के सांदीपनि सभागार में सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा. न्यायमूर्ति सचदेवा को मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल शपथ दिलाएंगे. इस अवसर पर मध्य ... Read more
बिहार पुलिस के ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन ने बुधवार को बिहार में क्राइम को लेकर कहा कि अप्रैल, मई और जून में राज्य में अधिक हत्याएं होती रही हैं। पिछले कई सालों से यह ट्रेंड रहा है। जब तक बरसात नहीं होती है, तब तक ये सिलसिला जारी रहता है। ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन की मानें तो इस टाइम खेती नहीं होती है। किसान के पास काम नहीं होता है। ऐसे में वारदात हो जाती है। जब बरसात शुरू होती है तो किसान अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं। ऐसे में घटनाएं कम हो जाती हैं। शूटर सेल बनाया जाएगा ADG हेडक्वार्टर कुंदन कृष्णन ने कहा कि, बिहार STF ने इसी महीने एक नए सेल का गठन किया है। इस सेल का काम सिर्फ पूर्व के शूटर्स, जो सुपारी लेकर हत्या करते हैं। उनका डेटाबेस तैयार करना है। इसके लिए नया सेल तमाम सुपारी लेने वालों का पूरा ब्योरा जुटाकर उनका डोजियर बनाएगा। इससे किसी वारदात में शामिल हत्यारों की पहचान करने में आसानी होगी। सुपारी किलर की फोटो, नाम, पता समेत तमाम जानकारी जुटाईजा रही है। कई युवा राह भटक कर पैसे के लालच में सुपारी लेकर हत्या करने का काम करने लगे हैं। इन युवाओं को सही रास्ते पर लाने के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है। इस साल अब तक में 700 बड़े क्रिमिनल पकड़े गए हैं। फिर से होगा फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठनअभी वारदातों को अंजाम देने में अधिकांश अपराधी युवा वर्ग के हैं। इसमें नाबालिग भी होते हैं। जहां तक राजनीतिक दलों की तरफ से अपराधियों का एनकाउंटर किए जाने की बात कही जा रही है तो स्पष्ट कर दें कि यह सॉल्यूशन नहीं है। इसके लिए फिर से फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होगा। सजा मिलने लगेगी तो अपराधियों पर इसका असर पड़ेगा। सरकार और पुलिस मुख्यालय इसके लिए काम कर रही है। 2012-13 तक फास्ट ट्रैक कोर्ट की मदद से सालाना 2 से 3 हजार अपराधियों को सजाएं दिलाई जाती थी। कोढ़ा गैंग से निपटने के लिए कोढ़ा सेलकोढ़ा गैंग में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए अलग से एक कोढ़ा सेल बनाया गया है। यह सेल बेगूसराय के तिवारी गैंग में भी शामिल अपराधियों को दबोचने पर खासतौर से फोकस करता है। कुंदन कृष्णन ने कहा कि राज्यस्तरीय अपराधियों की सूची तैयार कर एसटीएफ द्वारा एक्शन शुरू कर दिया गया है। इस स्पेशल सेल के तहत सभी जिलों के कुख्यात और एक्टिव शूटरों का डिटेल डाटा तैयार किया जाएगा। इसके अलावा नए अपराधियों की पहचान कर समय रहते उन पर कार्रवाई भी की जाएगी। इस संबंध में सभी जिलों के SP को निर्देश जारी कर दिया गया है। ADG हेडक्वार्टर ने कहा कि हमारा सूचना तंत्र मजबूत है। लेकिन, जनता भी सहयोग करे, तभी क्राइम रूकेगा। व्यवसायी गोपाल खेमका हत्याकांड के सवाल पर कहा कि मुख्यालय, पटना पुलिस की जांच प्रक्रिया और थ्योरी से पूरी तरह सहमत है। पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य हैं, जिनके आधार पर कार्रवाई की गई है। अब जानिए बिहार में कॉन्ट्रैक्ट किलिंग के 8 बड़े केस 6 जुलाई की रात दानापुर-खगौल रोड पर पिता से मिलने जा रहे स्कूल संचालक अजीत कुमार की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। जांच में पता चला कि संपत्ति के लिए हत्या की साजिश अजीत की पत्नी रीता सिन्हा ने रची थी। लाइनर ड्राइवर था। रीता ने पति की हत्या के लिए अपराधियों को 10 लाख रुपए में सुपारी दी थी। एडवांस के तौर पर 3 लाख दिए गए थे। 19 जून की शाम नालंदा के पनहेसा गांव में जमीन कारोबारी रजी अहमद उर्फ नन्हू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। नालंदा पुलिस ने खुलासा किया था कि जमीन विवाद की वजह से कारोबारी की हत्या सुपारी देकर साकिब और समीन ने कराई गई थी। पेशेवर शूटर्स को हायर किया गया था। दोनों फरार हैं। 27 मई की शाम छपरा में बड़े बिजनेसमैन अमरेंद्र सिंह और उनके साथी शंभू सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात को बाइक सवार दो अपराधियों ने अंजाम दिया था। परिवार की शिकायत में दो लोग राजेंद्र सिंह और विजय सिंह का नाम सामने आया। सूत्रों के अनुसार पुलिस की शुरुआती जांच में 10 लाख रुपए की सुपारी देकर हत्या कराए जाने की बात सामने आई। 4 मई की रात अपराधियों ने रोहतास के तिलौथू थाना इलाके के चोरकप गांव में घर के दरवाजे पर बैठे चौकीदार के बेटे अभिनंदन पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी। अभिनंदन की पत्नी रविता कुमारी का अपने ही देवर अभिमन्यु पासवान के साथ अवैध संबंध था। पत्नी और उसके प्रेमी ने मिलकर अभिनंदन की हत्या सुपारी देकर करा दी। 2 लाख रुपए में भाई ने ही अपराधियों को सुपारी दी थी। इस कांड में कुल 5 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। 2 मई को पटना में जक्कनपुर थाना के तहत NH-30 पर बाइक से हॉस्पिटल ड्यूटी करने जा रहे अमित कुमार की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। जांच में पता चला कि अमित की पत्नी के फुफेरे भाई कुंदन ने 2 लाख रुपए की सुपारी देकर अपराधियों को हायर किया था। जांच में कारण सामने आया था कि चांदनी को वो चाहता था। अमित के साथ हुई उसकी शादी से वो खुश नहीं था। 18 मार्च को मुजफ्फरपुर में ही सदर थाना के तहत फरदो पोठिया इलाके के पास प्रॉपर्टी डीलर रामकिशोर चौधरी उर्फ टुनटुन चौधरी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। इस मामले में होटल संचालक बिट्टू ठाकुर का नाम सामने आया। जमीन विवाद की वजह से उसने टुनटुन की हत्या के लिए 8 लाख रुपए की सुपारी अपराधियों को दी थी। दो शूटर हायर किए थे। महज 14 दिनों में दो हत्या कराने वाला बिट्टू अब भी फरार है। 4 मार्च को मुजफ्फरपुर के जैतपुर में स्टूडियो संचालक अरविंद सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पुलिस की जांच में होटल संचालक बिट्टू ठाकुर का नाम सामने आया। इसने अरविंद से हुए विवाद की वजह से 4 लाख रुपए में हत्या की सुपारी दीपक नाम के शूटर को दी थी। 28 जनवरी को दरभंगा के कुशेश्वर स्थान में महिला टीचर के साथ बुलेट से जा रहे सरकारी स्कूल के टीचर रामाश्रय यादव की गोली मारकर हत्या की गई। पुलिस जांच में पता चला कि टीचर का एक तरफ अपने पड़ोसी गंगा यादव से जमीन का विवाद चल रहा था तो दूसरी तरफ स्कूल की हेडमास्टर से संबंध को लेकर विवाद था। एक ही महिला टीचर से दोनों के संबंध थे। रामश्रय यादव की हत्या के लिए पड़ोसी और हेडमास्टर एक हो गए। इन दोनों ने मिलकर 4 लाख में शूटर्स को हायर किया। पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ----------------------- ये खबर पढ़ें 10 लाख में पति -4 लाख में कारोबारी का मर्डर:बिहार में बढ़ रही 'कॉन्ट्रैक्ट किलिंग इंडस्ट्री', नए लड़कों को किलर बना रहे गैंगस्टर, 150 शूटर हिट लिस्ट में भाजपा और नीतीश कुमार ने मिलकर बिहार को भारत की क्राइम कैपिटल बना दिया है।' पटना के बिजनेसमैन गोपाल खेमका की हत्या पर राहुल गांधी की इस टिप्पणी ने लॉ एंड ऑर्डर पर बहस छेड़ दी। पुलिस मुख्यालय के आंकड़े के मुताबिक, इस साल 1 जनवरी से 30 जून तक पूरे बिहार में 1,376 यानी हर महीने 229 हत्याएं हुईं हैं। मर्डर के पैटर्न को देखें तो यह पता चला रहा है कि बिहार में धीरे-धीरे कंट्रैक्ट किलिंग की इंडस्ट्री खड़ी हो रही है। पुलिस हेडक्वार्टर के एक अफसर के मुताबिक, बिहार में करीब 150 शूटरों की हिट लिस्ट तैयार की गई है। इनमें ज्यादातर कम उम्र के हैं। ये किसी एक गैंग के लिए काम नहीं करते। जहां से रुपए मिलता है, उसके लिए काम करते हैं। ये शूटर 20 हजार रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक की सुपारी लेकर हत्याएं करते हैं।’ पढ़िए पूरी खबर
भास्कर न्यूज | सरायकेला पुलिस अधीक्षक मुकेश लुनायत ने बुधवार को अपने कार्यालय के सभागार में बेहतर पुलिसिंग व्यवस्था को कायम रखने के लिए जिले के सभी पुलिस पदाधिकारी के साथ क्राइम मीटिंग की। बैठक में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सरायकेला समीर कुमार सवैया, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी चांडिल, सभी थाना प्रभारी, अंचल निरीक्षक व शाखा प्रभारी उपस्थित थे। क्राइम मीटिंग में जून माह में हुए अपराध की विस्तृत समीक्षा करते हुए उद्भेदन का दिशा निर्देश दिया गया और जून माह में निष्पादित कांडों, यूडी कांडों की थानावार समीक्षा करते हुए जुलाई माह में अधिक से अधिक मामलों का निष्पादन करने के लिए निर्देशित किया गया। साथ ही जून माह में तीन या तीन से अधिक कांडों का निष्पादन करने वाले अनुसंधानकर्ताओं को पुरस्कृत किया गया। इसके अलावा बैठक में जिला अंतर्गत अपराध नियंत्रण, सुगम यातायात व्यवस्था के संचालन व पुलिस की दृश्यता बढ़ाने के लिए संचालित प्रहरी पहल की समीक्षा करते हुए उसे और प्रभावी बनाने के लिए संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष अभियान चलाकर असामाजिक तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया। सड़क दुर्घटना की रोकथाम को प्रभावी रूप से वाहन चेकिंग करना व एमवीआई एक्ट की विभिन्न धाराओं में कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया गया। मादक और नशीले पदार्थों, ब्राउन शुगर की बिक्री के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान को तेज करते हुए एनडीपीएस एक्ट से संबंधित कांडों के आदतन अपराधियों को चिन्हित करते हुए उनके विरुद्ध पीआईटी एनडीपीएस व निगरानी प्रस्ताव खोलने के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही अवैध शराब के विरुद्ध लगातार प्रभावी छापामारी अभियान चलाने के लिए निर्देशित किया गया। सभी थाना प्रभारियों को दुष्कर्म पोक्सो एक्ट से संबंधित कांडों को 60 दिन के अंदर निष्पादित करने के लिए निर्देशित किया गया। पुलिस अधीक्षक ने थाना के चिन्हित अपराध कर्मियों के विरुद्ध सीसीए, निगरानी व बेल कैंसिलेशन का प्रस्ताव समर्पित करने के लिए निर्देशित किया। पासपोर्ट का सत्यापन 05 दिन के अंदर पूर्ण कर पोर्टल में अपलोड करने का निर्देश दिया गया। किसी भी परिस्थिति में पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर आवेदनकर्ता को अनावश्यक रूप से परेशान नहीं करने का निर्देश दिया गया। इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम डायल 112 के तहत प्राप्त शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए 15 मिनट के अंदर रेस्पॉन्ड करने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा निर्देश दिया गया।
चीफ जस्टिस तरलोक सिंह 23 जुलाई को लेंगे शपथ
झारखंड हाईकोर्ट के नवनियुक्त चीफ जस्टिस तरलोक सिंह 23 जुलाई को सुबह 10 बजे राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ लेंगे। हाईकोर्ट द्वारा राजभवन को भेजी गई सूचना के आधार पर शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी शुरू कर दी गई हैं। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की अनुशंसा पर राष्ट्रपति ने हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के न्यायाधीश तरलोक सिंह को झारखंड का चीफ जस्टिस नियुक्त किया है। इसके लिए केंद्र सरकार ने 14 जुलाई को गजट अधिसूचना जारी की थी। उनकी नियुक्ति पदभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी मानी जाएगी। वहीं झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव को त्रिपुरा का चीफ जस्टिस बनाया गया है।
नशे से दूरी, है जरूरी अभियान:क्राइम ब्रांच और अयोध्या नगर पुलिस की कार्रवाई
नशे से दूरी, है जरूरी' अभियान के प्रदेश में शुरू होते ही पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ मुहिम शुरू कर दी है। इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच ने मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में एक महिला को गिरफ्तार कर उसके पास से एक किलो 428 ग्राम मादक पदार्थ गांजा बरामद किया है। वहीं अयोध्या नगर पुलिस ने भी मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार कर डेढ़ किलो गांजा जब्त किया है। आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान के मुताबिक सूचना मिली थी कि वीआईपी गेस्ट हाउस के पीछे एक महिला गांजा लेकर ग्राहक का इंतजार कर रही है। सूचना पर क्राइम ब्रांच की टीम ने निशातपुरा निवासी 50 वर्षीय सुधा श्रीवास को हिरासत में लेकर उसके थैले की तलाशी ली। थैले से 1 किलो 428 ग्राम गांजा जब्त हुआ है। सुधा दूसरे प्रदेश से गांजा लाकर भोपाल में बेचती थी। ओडिशा से गांजा लाकर पुड़िया बनाकर शहर में बेचते थे इधर, अयोध्या नगर पुलिस ने मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से डेढ़ किलो गांजा बरामद किया गया है। आरोपी ओडिशा से गांजा लाकर भोपाल और विदिशा में खपाते थे। अयोध्या नगर पुलिस के मुताबिक मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस की टीम ने मिनाल के गेट नंबर 5 के पास घेराबंदी करके गंजबासौदा विदिशा निवासी 24 वर्षीय राहुल विश्वकर्मा, विजय नगर स्टेशन बजरिया निवासी 19 वर्षीय गौतम जैन को गिरफ्तार किया है। तलाशी लेने पर पुलिस को उनके कब्जे से डेढ़ किलो गांजा मिला। जिसकी कीमत करीब 15 हजार रुपए बताई गई है। राहुल वर्तमान में सुभाष कॉलोनी, अशोका गार्डन में रह रहा है। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वह ओडिशा से गांजा खरीदकर लाते थे। उसके बाद भोपाल और विदिशा में उसकी सप्लाई करते हैं। आरोपियों ने गांजा तस्करी के रुपयों से बाइक खरीदी थी। उनका एक साथी विदिशा निवासी संजू उर्फ कुणाल परिहार फरार है। संजू भी ओडिशा से गांजा खरीदकर लाता है और भोपाल एवं विदिशा में पुड़िया बनाकर बिक्री करता है। राहुल गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया में मशीन ऑपरेटर है। जबकि गौतम जैन उर्फ बाबू अपने पिता के सब्जी के ठेले पर फेरी लगाता है। 5 साल में 22 महिलाएं गिरफ्तार : क्राइम ब्रांच 5 साल में मादक पदार्थ की तस्करी में 22 महिलाओं को गिरफ्तार कर चुकी है। उनके कब्जे से लगभग 3 क्विंटल गांजा जब्त किया गया है।
मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मनोनीत मुख्य न्यायाधिपति न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा का बुधवार को भोपाल आ गए हैं। न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा का राजभवन आने पर राज्यपाल मंगु भाई पटेल, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता ने पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल गुरुवार को सुबह 10 बजे राजभवन के सांदीपनि सभागार में न्यायमूर्ति संजीव सचदेवा को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति पद की शपथ दिलाएंगे। सुरेश कैत के रिटायरमेंट के बाद संभालेंगे जिम्मेदारी जस्टिस संजीव सचदेवा को 24 मई 2025 को एक्टिंग चीफ जस्टिस नियुक्त किया गया था। वे तत्कालीन चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत के रिटायरमेंट के बाद से चीफ जस्टिस का दायित्व संभाल रहे हैं। इससे पहले भी वे 9 जुलाई 2024 से 24 सितंबर 2024 तक प्रदेश के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का दायित्व संभाल चुके हैं। 30 मई 2024 को जस्टिस संजीव सचदेवा का दिल्ली हाईकोर्ट से मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में ट्रांसफर हुआ था। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश हाइकोर्ट को एक और जज दिया है। जस्टिस विवेक कुमार सिंह की मध्यप्रदेश में नियुक्ति की गई है। वे अभी मद्रास हाईकोर्ट में हैं, जिनका ट्रांसफर जबलपुर किया गया है। अब मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई हैं।
ADG हेड क्वार्टर कुंदन कृष्णन ने बुधवार को बताया कि बिजनेसमैन गोपाल खेमका और बिल्डर अशोक साह के बीच कई मामलों पर विवाद था। लेकिन वो विवाद कौन-कौन से हैं, इस पर उन्होंने खुलकर कुछ भी नहीं कहा। दरअसल, भास्कर ने उनसे सवाल पूछा था कि गोपाल खेमका की हत्या से पहले अशोक साह के बीच कहां और किस जमीन को लेकर विवाद था? इशारों ही इशारों में कुंदन कृष्णन ये कह गए कि इन दोनों के बीच विवाद के एक ही नहीं, बल्कि उससे अधिक कारण थे। दरअसल, बुधवार को बिहार STF की तरफ से इस साल किए गए कार्रवाई और उनकी उपलब्धियों को लेकर वो पुलिस मुख्यालय में मीडिया से मुखातिब थे। तीन महीने अधिक होती है हत्या आगे कहा कि, 'अप्रैल, मई और जून में बिहार में अधिक हत्याएं होती रही हैं। पिछले कई सालों से यह ट्रेंड रहा है। ADG की माने तो ग्रामीण इलाकों में उस टाइम खेती नहीं होती है। 'किसान के पास काम नहीं होता है। ऐसे में विवाद होने पर वारदात हो जाती हैं। जब बरसात शुरू होती है, तो किसान अपने काम में व्यस्त हो जाते हैं। इसके बाद वारदातों में कमी आती है'। 'हालांकि, दूसरी तरफ सुपारी लेकर शूटर्स भी हत्या की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। इस साल चुनाव भी है। राजनीतिक दल इस पर फोकस कर रहे हैं, जो चिंता का विषय बन गया था। इस लिए बिहार STF ने एक नया सेल बनाया है'। खेमका की हत्या से जुड़े सवाल पर बोले- मैं भी बांकीपुर क्लब का मेंबर गोपाल खेमका की हत्या से जुड़े मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि हम खुद बांकीपुर क्लब के मेंबर हैं। सवाल ये उठ रहा कि धनी क्लब होते हुए भी वहां का CCTV क्यों काम नहीं कर रहा है? अगर कैमरा चालू होता तो वारदात के तुरंत बाद पुलिस को क्लू मिल जाता। ADG ने कहा कि उमेश राय ने ही गोली चलाई है। इसका साक्ष्य है। अशोक साह और उमेश राय ने जो रेकी की और कब-कब किया? सबूत के तौर पर इसके भी प्रॉपर फोटो और वीडियो हैं। इस मामले में पटना पुलिस की कार्रवाई से मुख्यालय पूरी तरह से संतुष्ट है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि काला धन को छिपाने का जरिया जमीन है। लोग अपना काला धन इसी में खपा रहे हैं। बिहार STF के नए सेल का क्या नाम है इस सेल का काम सिर्फ सुपारी लेकर हत्या करने वाले शूटर्स का डेटा तैयार करना, उन पर नजर रखना, जेल से बाहर आने के बाद वो क्या कर रहे हैं? इसकी पूरी जानकारी रखने का काम होगा। डोजियर बनाया जाएगा। जिला पुलिस को भी इस मामले में नजर रखने को कहा जाएगा। इस साल अब तक में 700 बड़े क्रिमिनल पकड़े गए हैं। फिर से होगा फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन ADG हेड क्वार्टर कुंदन कृष्णन ने आगे कहा कि,'अभी वारदातों को अंजाम देने में अधिकांश अपराधी युवा वर्ग के हैं। इसमें नाबालिग भी होते हैं। 'ADG ने एक बात स्पष्ट कर दी कि अगर कोई नाबालिग क्राइम करता है। हथियार के साथ पकड़ा जाता है या किसी को गोली मारता है तो उस मामले में उसके पेरेंट्स भी उतने ही दोषी होंगे। उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी'। 'जहां तक राजनीतिक दलों की तरफ से अपराधियों का एनकाउंटर किए जाने की बात कही जा रही है, तो स्पष्ट कर दें कि यह सॉल्यूशन नहीं है'। 'इसके लिए फिर से फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होगा। सजा मिलने लगेगी तो अपराधियों पर इसका असर पड़ेगा। सरकार और पुलिस मुख्यालय इसके लिए काम कर रही है'।
सवाई माधोपुर में जिले के ASP, DSP और थानाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। सवाई माधोपुर SP ममता गुप्ता ने बुधवार को जिले के आला पुलिस अधिकारियों और जिले के सभीथानाधिकारियों के साथ क्राइम मीटिंग आयोजित की गई। बैठक में हाल के गंभीर अपराधों, लंबित प्रकरणों, वांछित अपराधियों की धरपकड़, तथा सामाजिक शांति बनाए रखने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान एसपी ममता गुप्ता ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि थानों में आने वाले हर पीड़ित की बात गंभीरता से सुनी जाए। वांछित व वारंटी अपराधियों की गिरफ्तारी में तेजी लाई जाए। SP गुप्ता ने थानाधिकारियों से कहा कि वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए धरपकड़ अभियान में तेजी लाई जाए और ज्यादा से ज्यादा फरार अपराधियों की गिरफ्तारी की जाए। इसी के साथ ही SP ने साइबर क्राइम के मामलों की मॉनिटरिंग नियमित रूप से करने के और गश्त व नाकाबंदी को प्रभावी बनाया जाने के निर्देश दिए। यह अधिकारी रहे मौजूद क्राइम मीटिंग में ASP सवाई माधोपुर रामकुमार कस्वां, ASP गंगापुर सिटी राकेश राजोरा, जिले के सभी वृत्ताधिकारी और सभी थानाधिकारी मौजूद रहे। इस SP गुप्ता ने सभी अधिकारियों से बड़े अपराधों को रोकने के लिए मुस्तैदी के साथ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। SP ने अधिकारियों को लंबित मामलों में तुरंत प्रभाव से कार्रवाई कर मामलों के निस्तारण के निर्देश दिए।
'अबीशो शर्मीले स्वभाव के थे। एक साल पहले उसकी शादी हुई थी। कम ही दिनों में पति-पत्नी के बीच इतनी अच्छी बॉन्डिंग देखने को मिल रही थी। जैसे दोनों एक-दूसरे को कई साल से जानते हो। अबीशो ने अपने इंस्टाग्राम के बायो पर क्राइम पार्टनर निम्मी भी लिखा है। अबीशो की पत्नी निमिषा का निक नेम निम्मी है। अबीशो बोलता था- निम्मी उसके हर सुख-दुख में शामिल रहती है। एक वही है, जिससे अपनी अच्छी-बुरी सारी बाते शेयर करता हूं।' यह कहना है अबीशो के साथ गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में पीजी करने वाले दोस्त सुनील का। वह कहते हैं, अबीशो की अचानक मौत से सभी बहुत परेशान हैं। आज सुनील छुट्टी लेकर अपने घर चले गए। सुनील ने 10 जुलाई की देर रात तक अबीशो के साथ पढ़ाई की थी। डॉ. अबीशो की मौत के बाद उनके किस्से-कहानियां याद कर दोस्तों की आंखें भर आती हैं। दैनिक भास्कर से दोस्तों ने क्या बताया, पढ़िए पूरी रिपोर्ट... डॉक्टर ने बोला- मुझे पत्नी के साथ होना चाहिएदोस्त कहते हैं- अबीशो हमेशा कहा करता था कि परेशान होता हूं, तो मेरी पत्नी निम्मी उसको पल भर में सॉल्व कर देती है। अपने पूरी दिनचर्या उससे शेयर करके सुकून महसूस करता हूं। दोस्त कहते हैं कि निमिषा प्रेग्नेंट थी। इसको लेकर वह बहुत उत्साहित था। लास्ट ईयर एग्जाम की डेट नजदीक थी। इसलिए वह तैयारी करने के लिए हॉस्टल में रुका था। उसे प्रेग्नेंट पत्नी की बहुत चिंता रहती थी। बार-बार बोलता था कि इस समय मुझे उसके साथ होना चाहिए। दो महीने हॉस्टल में रुकी थी निमिषाएक साल पहले अबीशो और निमिषा से शादी हुई थी। इसी मार्च में निमिषा अबीशो के साथ गोरखपुर आई थी। तब करीब 2 महीने तक यहां रुकी भी थी। इस बीच डिलीवरी की डेट नजदीक आने पर अबीशो ने निमिषा को केरल के तिरुवनंतपुरम के वेल्लानाड स्थित उनके मायके भेज दिया था। वहां वह अपने माता-पिता के साथ रहती थीं। 11 जुलाई को जब डॉक्टर की मौत हुई, तब भी निमिषा मायके में ही थीं। पार्टी में खूब एंज्वॉय किया थातमिलनाडु के ही रहने वाले एक पीजी स्टूडेंट ने बताया- अबीशो बहुत कम बोलने वाले शर्मीले इंसान थे। थर्ड ईयर में सभी अपनी-अपनी तैयारी में जुटे थे। इसलिए कम मुलाकात होती थी। मौत होने के 2 दिन पहले एक पार्टी में हम लोग मिले थे। साथ मिलकर खूब एंज्वॉय किया गया था। वहीं प्रिंसिपल डॉ. राम कुमार कहना है- वह पढ़ने में बहुत तेज था। सीधा और सरल स्वभाव का लड़का था। सीनियर बोले- हिंट दिया हो तो, समझ नहीं पायागोरखपुर मेडिकल कॉलेज में अबीशो के सीनियर सर्जन भी मौत से हैरान हैं। उन्होंने बताया- बहुत हंबल लड़का था। सीनियर को सम्मान देता था। कभी-कभी ओटी (ऑपरेशन थिएटर) में मुलाकात हो जाती थी। ऐसा होता था, मैं सर्जन और वो एनेस्थीसिया देता था। 3 साल से वह हम लोगों के साथ ही था। इस बार थर्ड ईयर था। पीजी फर्स्ट ईयर में लोड अधिक होता है। तब समझ में आता है, इंसान प्रेशर में आकर ऐसे कदम उठा सकता है। 2 महीने में एग्जाम होने थे। थर्ड ईयर में लोड भी कम था। उसकी फैमिली भी बहुत सपोर्ट करने वाली थी। उन्होंने बताया- वह बहुत ही शर्मिला था। सबसे अपनी बातें नहीं कह पाता था। ऐसा कुछ करने से पहले उसने जरूर कहीं न कहीं कोई हिंट दिया होगा। लेकिन, कोई उसके हिंट को नहीं समझ पाया होगा। मां ने बेटी को दिया पिता का नाम- हैंसी अबीशोपिता साल्वे राज कहते हैं- 14 जुलाई की सुबह अबीशो के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी। इसी बीच पत्नी निमिषा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। हमने बेटी को एसएटी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। जहां पर 7.30 बजे बच्ची का जन्म हुआ। नॉर्मल डिलीवरी हुई। वह कहते हैं कि बच्ची के पैदा होने के बाद निमिषा होश में थी। वह तुरंत अबीशो के बारे में पूछने लगी। किसी तरह से समझा कर शांत कराया। निमिषा कहा, मेरी अबीशो से शाम को ही बात हुई थी। वह बहुत खुश था। उसे कोई परेशानी नहीं थी। वह ऐसा कभी नहीं कर सकता। बुधवार को डॉक्टर ने डिस्चार्ज करने की प्रक्रिया शुरू की। तब निमिषा ने अपनी बच्ची का नामकरण किया। बच्ची को पिता नाम दिया। उसने बच्ची का नाम हैंसी अबीशो रखा है। 11 जुलाई को हॉस्टल के कमरे में मिली थी लाशकेरल के रहने वाले डॉ. अबीशो डेविड की लाश 11 जुलाई को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल के कमरा नंबर 25-जी में मिली थी। मेडिकल कॉलेज से ही डॉक्टर एनेस्थीसिया से पीजी कर रहे थे। इस बार उनका लास्ट ईयर था। 12 जुलाई को उनके भाई अभिनव और ससुर साल्वे राज गोरखपुर आए। यहां से पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टर की लाश लेकर 13 जुलाई की रात केरल के तिरुवनंतपुरम स्थित घर पहुंचे। जहां प्रेग्नेंट पत्नी डॉ. निमिषा डॉक्टर की लाश के सामने बैठकर घंटों रोती रहीं। 14 जुलाई की भोर में उन्हें मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। जहां बच्ची का जन्म हुआ। इधर परिवार के लोगों ने अबीशो का अंतिम संस्कार कर दिया। ---------------------- यह खबर भी पढ़ें... सांसद इकरा हसन ने कांवड़ियों को भोजन परोसा, भगवा दुपट्टा ओढ़कर कांवड़ कैंप पहुंचीं; मेरठ-गाजियाबाद में स्कूल बंद यूपी में कांवड़ यात्रा पर सियासत के बीच सपा सांसद इकरा हसन कांवड़ियों के बीच पहुंचीं। सहारनपुर में कांवड़ कैंप में उन्होंने कांवड़ियों को काफी देर तक खाना परोसा। इकरा ने कांवड़ियों से बातचीत की। पूछा- रास्ते में किसी तरह की दिक्कत तो नहीं हो रही। इधर, मुरादाबाद में सड़क किनारे खंभों पर पोस्टर चिपकाए गए। कृपया हिंदू सावधान रहें। पूरी खबर पढ़ें .
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन में गहमा-गहमी का माहौल देखने को मिला। सत्र की शुरुआत प्रश्नकाल से हुई, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और गृहमंत्री विजय शर्मा के विभागों से जुड़े सवाल पूछे गए। इस दौरान पीएम आवास योजना, मनरेगा, बंद पड़ी जांच मशीनें और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को लेकर भी सवाल-जवाब हुए। सत्ता पक्ष के विधायक सुनील सोनी, राजेश मूणत और अजय चंद्राकर ने गृहमंत्री विजय शर्मा से तीखे सवाल पूछे। विधायक सुनील सोनी ने कहा कि सरकार साइबर ठगी पर नियंत्रण में असफल रही है। लोगों को लगातार नुकसान उठाना पड़ रहा है। प्रदेश में लगातार साइबर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। हजारों लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं, लेकिन अब तक साइबर विशेषज्ञों की नियुक्ति नहीं हुई। रायपुर में साइबर थाना होने का दावा है, लेकिन आम जनता को इसकी जानकारी नहीं है। एनसीआरबी और AI दोनों के आंकड़े 16,000 से ज्यादा साइबर अपराध दर्ज होने की पुष्टि करते हैं, फिर भी कार्रवाई नाकाफी है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि साइबर अपराध के 1301 आपराधिक प्रकरण दर्ज हुए हैं। एआई पर ज्यादा विश्वास नहीं करें। हम सही आंकड़े दे रहे हैं। साइबर थाने की बात नहीं, बल्कि साइबर सेल की बात हर जिले में हुई थी। एनसीआरबी का डेटा 2022 के बाद आया ही नहीं, फिर नई जानकारी कैसी आएगी? सुनील सोनी ने उठाया नया सवाल सवाल: जनवरी 2024 से जून 2025 तक कितने ठगी के आरोपियों को जेल भेजा गया? गृहमंत्री का जवाब: बैंक संबंधित ठगी में तीन प्रकरण दर्ज हुए हैं, जिनमें सात आरोपियों को जेल भेजा गया है। गृहमंत्री का जवाब- पैसे की वापसी कोर्ट की प्रक्रिया से होकर गुजरती है। IG स्तर के अधिकारी की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है। अजय चंद्राकर ने पूछा कमांडो और विशेषज्ञों की भर्ती पर सवाल सवाल- कितने साइबर कमांडो तैयार किए गए हैं?, कितनों की नियुक्ति हुई है?, विशेषज्ञों की भर्ती कब तक होगी? विजय शर्मा का जवाब- साइबर विशेषज्ञों की भर्ती प्रक्रिया में है। जल्द ही इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। सत्र में अन्य मुद्दे भी रहे चर्चा हुई सत्र की शुरुआत प्रश्नकाल से हुई जिसमें स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल और गृहमंत्री विजय शर्मा के विभागों से जुड़े सवाल पूछे गए। साथ ही पीएम आवास योजना, मनरेगा, बंद पड़ी जांच मशीनें, और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को लेकर भी सवाल-जवाब हुए। इस दौरान विधानसभा में विधायक कुंवर सिंह निषाद, अजय चंद्राकर, और रोहित साहू ने अपने क्षेत्र से संबंधित विभिन्न सड़क निर्माण, शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना, और भवन निर्माण को लेकर प्रस्ताव रखे। अब जानिए 15 जुलाई को क्या-क्या हुआ ? 15 जुलाई को छत्तीसगढ़ विधानसभा जमकर हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान जल जीवन मिशन की प्रगति पर विपक्ष और सरकार के बीच तीखी बहस हुई। जल जीवन मिशन के सवाल पर जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने वॉकआउट कर दिया। विपक्ष ने सरकार पर गलत आंकड़े पेश करने और योजना में गड़बड़ी के आरोप लगाए। वहीं सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के सवाल पर डिप्टी सीएम और विभागीय मंत्री अरुण साव ने बताया कि 7 महीने में 10 लाख नल कनेक्शन दिए गए। इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि डबल इंजन की सरकार में सिर्फ 3 हजार 500 करोड़ जल जीवन मिशन योजना पर खर्च हुए। सिर्फ 57 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल हुआ है। इसके जवाब में डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि आपने समय पर काम किया होता तो ये हालात नहीं बनते, आपकी सरकार ने बगैर पानी के नल टोटी लगाए। सबसे पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और विधायक किरण सिंहदेव ने प्रश्नकाल में बस्तर संभाग में उद्योगों से मिले सीएसआर मद की राशि का मामला उठाया। विस्तार से पढ़िए प्रश्नकाल में क्या-क्या हुआ... किरण सिंहदेव- सीएसआर मद से 21 करोड़ की राशि की जानकारी आई है। इसमें 7 करोड़ 44 करोड़ की राशि किस मद में खर्च हुई? किन-किन कामों में खर्च हुई है? उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन- विस्तृत उत्तर दिया गया है कि किन-किन मदों में खर्च हुआ है। किरण सिंहदेव- पिछले दो सालों में कोई राशि नहीं दी गई है, इस मद से कलेक्टर की ओर से बस्तर जिले में। मेरी ओर से अनुमोदित विकास कार्यों पर भी सहमति नहीं दी गई है। प्रावधानित राशि में भी कटौती की गई है। उद्योग मंत्री- सदस्य का एक प्रस्ताव स्वीकृत हुआ है, 17 काम स्वीकृत होना बाकी है, आगे और काम स्वीकृत करेंगे। नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत- सीएसआर मद का कितना प्रतिशत देना जरूरी है? उद्योग मंत्री- तीन साल के अनुपात में 2 प्रतिशत की राशि आय का सीएसआर मद में खर्च किया जाता है। डॉ चरणदास महंत- अभी सीएसआर मद में कितना दिया जा रहा है और भूपेश बघेल सरकार में कितना दिया जाता था, इसकी जांच करवा लें। प्रश्नकाल में इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जल जीवन मिशन का मामला उठाया। भूपेश बघेल- साल 2022-23, 23-24 और 24-25 में कितनी राशि खर्च हुई? लक्ष्य के विरुद्ध कितने घरों में पानी पहुंच पाया? कई जिलों में कम राशि खर्च की गई। वहीं कई जिलों में दूसरे जिलों के मुकाबले बहुत कम घरों में पानी पहुंचा है। विभागीय मंत्री अरुण साव- अब तक साल 2022-23 से 15 हजार 45 करोड़ मतलब 57 प्रतिशत राशि खर्च हुई है। 31 लाख 16 हजार 398 घरों में नल से पानी दे रहे हैं। 3 हजार 836 गांवों में पूरी तरह नल से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है। राशि का भुगतान काम के प्रोग्रेस के मुताबिक किया जाता है। इसलिए अलग-अलग जिलों में अलग-अलग स्थिति है। 49 लाख से ज्यादा घरों में नल कनेक्शन के जरिए पानी पहुंचाना है। देरी से काम शुरू हुआ। भूपेश बघेल- डबल इंजन की सरकार में सिर्फ 3 हजार 500 करोड़ रुपए योजना पर खर्च हुए। सिर्फ 57 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल हुआ है। अरुण साव- साल 2023 के आखिर तक 36 लाख परिवारों तक नल का कनेक्शन दिखाया गया, सिर्फ आंकड़े दिखाने के लिए ये किया गया। हमने जो वेरिफिकेशन किया तो पता चला कि सिर्फ 21 लाख घरों में पानी जा रहा था, बाकी 15 लाख में सिर्फ नल लगाया गया था। आपने समय पर काम किया होता तो ये हालात नहीं बनते, आपकी सरकार ने बगैर पानी के नल टोटी लगाए। भूपेश बघेल- 21 लाख घरों में हमने पानी दिया, अब तक 31 लाख घरों में पानी पहुंच रहा कह रहे हैं, मतलब करीब 2 साल में डबल इंजन की सरकार ने सिर्फ 10 लाख घरों में नल से पानी दिया। ये भी सही है या आंकड़ेबाजी है? नल से पानी नहीं मिलने के मसले पर सदन में विपक्ष ने हंगामा कर दिया। पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। विपक्षी विधायकों ने आंकड़े को झूठा बताया। विधायकों ने कहा कि कई जिलों में पानी नहीं मिल रहा है। नेता प्रतिपक्ष डॉ चरणदास महंत- 20 महीने की सरकार में सिर्फ 7 प्रतिशत काम हुआ है, जबकि हमने अपनी सरकार के दौरान करीब 74 प्रतिशत काम किया है। फिर ज्यादा काम किसने किया? अरुण साव- हमने 10 लाख नल कनेक्शन पानी के साथ दिया। भूपेश बघेल- 7 महीने में कितने नल कनेक्शन दिए और कितनी राशि खर्च की। अरुण साव- 10 लाख नल कनेक्शन दिया। विपक्ष के विधायकों ने गलत जानकारी देने की बात कही। इस दौरान विपक्ष और मंत्रियों के बीच बहस होने लगी। प्रश्नकाल की कार्यवाही के दौरान हंगामे पर स्पीकर डॉ रमन ने पक्ष और विपक्ष के सदस्यों को टोका। विपक्ष के विधायकों का सदन से वॉकआउट उन्होंने कहा कि आसंदी की मर्यादा का ध्यान रखें। प्रश्नकाल में हंगामा करना उचित नहीं है। पूरा देश छत्तीसगढ़ की कार्यवाही को देखता है। सदन की मर्यादाओं का पालन हम सभी को करना होगा। इसके बाद जवाब से असंतुष्ट विपक्ष के विधायकों ने सदन से वॉक आउट कर दिया। 18 जुलाई तक चलेगा चलेगा मानसून सत्र यह मानसून सत्र 18 जुलाई तक चलेगा। मानसून सत्र के पहले ही दिन 14 जुलाई को सत्ता पक्ष के विधायक के सवाल पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा घिर गए थे। मामला पटवारी से राजस्व निरीक्षक की विभागीय परीक्षा में अनियमितता से जुड़ा था। भाजपा के विधायक राजेश मूणत ने सवाल पूछा कि अब तक इस मामले में एफआईआर क्यों नहीं कराई गई? इस पर मंत्री टंकराम वर्मा ने जवाब दिया कि अभी ईओडब्ल्यू जांच कर रही है। पहले दिन भी विपक्ष का वॉकआउट इसी बीच विपक्ष ने भी वर्तमान सरकार का मुद्दा बताते हुए मामले की सीबीआई जांच की मांग कर दी। तब मंत्री ने कहा कि ईओडब्ल्यू जांच कर रही है। अगले सत्र से पहले कार्रवाई हो जाएगी। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष सदन से वॉकआउट कर गया। इधर, भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में भर्ती में रोस्टर का पालन नहीं करने का मुद्दा उठाया। इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बताया कि 10 विभागों में से 8 विभागों में नियुक्ति प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। अभी जांच चल रही है। .......................... इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... भूपेश बोले- 1300 का DAP 2100 में मिल रहा:खाद-बीज की कमी से किसान त्रस्त, RI भर्ती परीक्षा गड़बड़ी पर हंगामा, विपक्ष का वॉकआउट छत्तीसगढ़ विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन खाद की कमी और राजस्व निरीक्षक 2024 भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के मुद्दे पर विपक्ष हमलावर रहा। विपक्ष ने डीएपी (खाद) की कमी पर स्थगन प्रस्ताव लाया। इस दौरान भूपेश बघेल के कहा कि 1300 रुपए का डीएपी बाजार में 2100 में मिल रहा है। पढ़ें पूरी खबर...
पंजाब में अमृतसर स्थित गोल्डन टेंपल को लगातार तीसरे दिन बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की ईमेल पर आई है। ईमेल में दावा किया गया कि पाइपों में RDX भरकर मंदिर के अंदर धमाके किए जाएंगे। हालांकि, सुरक्षा कारणों से मेल में लिखे गए शब्दों को सार्वजनिक नहीं किया गया है। जांच के लिए डॉग और बम स्क्वायड पहुंचा। वहीं, SGPC और अमृतसर पुलिस भी अलर्ट पर है। BSF और पुलिस कमांडो तैनात किए गए हैं। हर आने-जाने वाले पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इससे पहले, सोमवार और मंगलवार को भी मेल भेजकर गोल्डन टेंपल को उड़ाने की धमकी दी गई थी। SGPC के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा- 15 जुलाई को दूसरी ईमेल केरल के सीएम और पूर्व चीफ जस्टिस की फेक आईडी से भेजी गई थी। आज सुबह आसिफ कपूर नाम के ईमेल एड्रेस से ईमेल आई। ये ईमेल सीएम भगवंत मान को भी भेजी गई। धमकी पर SGPC की 5 बातें... 2023 में लगातार 3 दिन हुए थे धमाके... पहला धमाका (6 मई 2023): रात करीब 11:15 बजे अमृतसर की हेरिटेज स्ट्रीट (जो गोल्डन टेंपल से कुछ मीटर की दूरी पर है) में एक कम तीव्रता वाला IED विस्फोट हुआ। इसमें कोई हताहत नहीं हुआ था, लेकिन लोगों में डर फैल गया और कुछ खिड़कियों के शीशे टूट गए थे। दूसरा धमाका (8 मई 2023): सुबह 6:30 बजे के आसपास उसी इलाके में फिर से एक कम तीव्रता का धमाका हुआ, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ और पास की दुकानों को मामूली नुकसान पहुंचा। तीसरा धमाका (10 मई 2023): रात 12:15 बजे तीसरा धमाका हुआ, जिसमें एक संदिग्ध बैग मिला। यह विस्फोट भी हल्का था, लेकिन इसने लोगों में भय और भ्रम का माहौल और बढ़ा दिया था। ---------- गोल्डन टेंपल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... गोल्डन टेंपल को RDX से उड़ाने की धमकी, SGPC की टास्क फोर्स और अमृतसर पुलिस हाई अलर्ट पर पंजाब के अमृतसर में गोल्डन टेंपल को बम से उड़ाने की धमकी मिली। यह धमकी सोमवार को ईमेल के जरिए आई। इसके बाद गोल्डन टेंपल के अंदर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की टास्क फोर्स और बाहर पुलिस तैनात की गई है। पूरी खबर पढ़ें...
साइबर क्राइम से बचाव के लिए चलाया अभियान
भास्कर न्यूज|मधुबनी जिले में साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने एक विशेष जागरूकता अभियान चलाया है। बासोपट्टी थाना, देवधा थाना, लदनिया थाना सहित अन्य थानों में यह अभियान आयोजित किया गया जिसका उद्देश्य आम जनता और पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध से बचाव के उपायों की जानकारी देना था। इस अभियान के तहत आम लोगों को साइबर फ्रॉड, ऑनलाइन ठगी, फर्जी कॉल और सोशल मीडिया से जुड़े अपराधों के प्रति सचेत किया गया। बताया गया कि किसी अनजान नंबर से आए कॉल या लिंक पर क्लिक न करें और बैंक संबंधी जानकारी किसी से साझा नहीं करें। पुलिस विभाग के अंतर्गत कार्यरत कर्मियों को भी इस संदर्भ में विशेष प्रशिक्षण दिया प्रशिक्षण का नेतृत्व डीएसपी अंकुर कुमार ने किया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को साइबर अपराध की जांच की प्रक्रिया, डिजिटल साक्ष्य संकलन, साइबर अपराधियों की पहचान तथा त्वरित कार्रवाई के तरीकों की विस्तृत जानकारी दी। डीएसपी ने बताया कि तकनीकी अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को लगातार अपडेट रहना आवश्यक है। प्रशिक्षण से पुलिस बल की दक्षता में वृद्धि होगी और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी। यह अभियान आगे भी जिले के अन्य हिस्सों में जारी रहेगा।
इंदौर क्राइम ब्रांच ने फर्जी तरीके से जमानत लेने पर सलोनी अरोरा पर धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। जमानत दिलाने वाले केदार डाबी और मधु श्रीवास्तव को भी इस मामले में आरोपी बनाया है। क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि डाबी 2022 में एक फर्जी जमानत मामले में भी आरोपी रह चुका है। उसके बाद हाईकोर्ट ने आदेश दिए थे कि वह कभी भी किसी को जमानत नहीं दिला सकेगा, फिर भी उसने उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर सलोनी को जनवरी 2024 को जमानत दिलाई थी, जबकि डाबी के दस्तावेज पहले ही दूसरी जमानत में लगे थे। मधु ने ही केदार डाबी को सलोनी से मिलवाया और जमानत की पूरी व्यवस्था की थी। सलोनी को 3 बार लेनी पड़ी जमानतएक मामले में जेल जा चुकी सलोनी को तीन बार जमानत लेना पड़ी है। पहले उसकी भाभी ने जमानत दी थी, लेकिन बाद में जमानत वापस लेने के लिए आवेदन लगा दिया। इसके बाद कोर्ट ने नोटिस दिया तो सलोनी ने केदार डाबी की मदद ली। उसने सलोनी के लिए कोर्ट में जमानत पेश कर दी। डाबी जमानत दिलाने वाली गैंग से जुड़ा है। क्राइम ब्रांच ने सलोनी और केदार डाबी को हिरासत में ले लिया है।
मुजफ्फरपुर में 7 जुलाई को हुए पंचायत रोजगार सेवक की हत्या उनकी पत्नी सबा फिरदौस ने ही की थी। सुराग मिलने के बाद SIT ने आरोपी पत्नी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सबा पढ़ाई करना चाहती थी। सरकारी नौकरी करने की इच्छा थी। इसलिए टाइम निकालकर पढ़ाई करती थी। उसे शक था कि पति मुमताज अहमद(38) का किसी महिला के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा है। निगरानी के लिए पूरे घर में CCTV लगाया था। यहां तक किचन में भी। अक्सर मारपीट करता था। उसको संदेह था कि पति उसको मार देगा। जिसके बाद उसने हत्या की साजिश रची। हत्या के लिए 100 से ज्यादा वीडियो देखा पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि सबा हत्या के लिए यूट्यूब पर वीडियो देखती थी। क्राइम पेट्रोल सीरियल के कई एपिसोड भी देखने के साक्ष्य मिले हैं। गूगल से भी जानकारी निकाली। गूगल हिस्ट्री से भी 'हत्या कैसे करना चाहिए' इसके सबूत मिले हैं। जो भी जानकारी मिलती थी, उसका नोट्स बनाती थी। यूट्यूब पर 100 से ज्यादा वीडियो देखने और गूगल से जानकारी लेने के बाद हत्या की साजिश रची थी। आरोपी सबा UPSC और BPSC की तैयारी करती थीं। दो बार UPSC और एक बार BPSC का एग्जाम दे चुकी थी। अपने कमरे की दीवार पर लिखा था- 'हारना मंजूर है मुझे, पर खेल बड़ा ही खेलूंगी।' पुलिस के मुताबिक अवैध संबंध के शक में पत्नी ने अकेले ही कमरे में सो रहे पति का गला रेता। 7 जुलाई को चाकू से मुमताज की आंखें फोड़ दीं, जांघ को चीर दिया। सिर, सीने और पीठ पर भी चाकू से 17 वार किए। शव नीचे फर्श पर पड़ा हुआ था। कमरे के दीवार पर भी खून के निशान मिले हैं। रेलवे ट्रैक के पास से मोबाइल मिला इस बात की चर्चा है कि अगर सोते समय मुमताज का गला रेता था, तब बॉडी फर्श पर कैसी आई। गैस कटर से अगर दरवाजा काटा गया था, तो उसे बरामद क्यों नहीं किया गया। हालांकि सबा की निशानदेही पर घर के पीछे झाड़ी से अई और रेलवे ट्रैक के पास से मोबाइल बरामद हुआ है। पत्नी के बार-बार बदलते बयान से गहराया शक SSP सुशील कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेस करके कहा, 'आरोपी पत्नी बार-बार अपना बयान बदल रही थी, जिससे SIT का शक गहरा हुआ। पहले उसने बताया कि बिजली गुल होने पर नींद खुली तो पति को खून से लथपथ पाया। बाद में उसने कहानी बदली और कहा कि अपराधियों ने चाकू की नोक पर उसे कब्जे में लिया और उसकी आंखों के सामने पति की हत्या की। इसके बाद उसी से अलमारी खुलवाकर सामान लूट लिया।' घटनास्थल पर मिला खून से सना चाकू और घर में घुसने का तरीका (गैस कटर से दरवाजा काटना) पुलिस को किसी प्लांड साजिश का संकेत दे रहा था। हालांकि, शुरुआती जांच में घर से नकदी, गहने और सीसीटीवी हार्ड डिस्क गायब होने से पहले यह लूटपाट का मामला लग रहा था। वारदात वाले दिन रोने का नाटक करती रही मुमताज और सबा फिरदौस की शादी 2012 में हुई थी। दोनों के तीन बच्चे (दो बेटी और एक बेटा) हैं। हत्या वाले दिन सबा ने रोने का नाटक किया, वो बेसुध हो रही थी। बार-बार बस इतना ही कह रही थी कि 'मार दिया-मार दिया।' हत्या की जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। जांच पड़ताल की गई। सबा फिरदौस से पूछताछ की गई थी। वारदात वाले दिन उसने कहा था कि शाम को पति की फोन पर किसी से बहस हुई थी। सबा ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की थी।
कोरबा जिले में मारपीट, हादसा और जुआ खेलने के 3 अलग-अलग मामले सामने आए है। पहला मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है जहां रिसदी लालघाट डेंगुरनाला के पास राख में लिपटा एक अज्ञात शव मिला है जिसमें पुलिस ने पानी भरे गड्ढे में गिरने से युवक के मौत की आशंका जताई है। दूसरे मामले में हरदीबाजार बस स्टैंड स्थित सांई भोजनालय में 2 युवकों ने भोजनालय के विकलांग संचालक अशोक कुमार जायसवाल (70 साल) को बर्तन से मारा। दोनों ने मुर्गी रोटी ऑर्डर किया था लेकिन बिलिंग से कम पैसा दे रहे थे, विरोध करने पर मारपीट की। वहीं, तीसरे मामले में कटघोरा थाना पुलिस ने जुआ खेलते 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से एक लाख रुपए से अधिक नकद, 17 बाइक और एक कार जब्त की है। सभी जुआरी पहाड़ के ऊपर टेंट लगाकर जुआ खेल रहे थे। पहला मामला, राख में मिली लाश रिसदी लालघाट में स्थानीय निवासियों को नाले से लगभग 100 मीटर दूर स्थित एक गड्ढे से तेज दुर्गंध आने की शिकायत मिली। जांच करने पर उन्हें राख में लिपटा एक शव मिला। स्थानीय लोगों ने तुरंत 112 पर सूचना दी। 15 जुलाई की सुबह थाना प्रभारी प्रमोद डनसेना के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जिला प्रशासन और नगर सेना रेस्क्यू टीम की मदद से शव को बाहर निकाला। पुलिस अभी तक मृतक की पहचान नहीं कर पाई है। पहचान के लिए स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। शव की तस्वीरें व्हाट्सएप ग्रुप में साझा की गई हैं। 15 ब्लॉक से एक व्यक्ति के लापता होने की सूचना मिलने पर उसके परिजनों को भी मौके पर बुलाया गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस क्षेत्र में संयंत्र से निकलने वाली राख को नदी-नालों और जंगल के किनारे डाला जाता है। इससे गर्मी और आंधी-तूफान के मौसम में लोगों को परेशानी होती है। वार्ड पार्षद और स्थानीय निवासियों ने इस समस्या की शिकायत कई बार संबंधित विभाग से की है। दूसरा मामला, भोजनालय संचालक को मारा कोरबा के हरदीबाजार बस स्टैंड स्थित सांई भोजनालय में उतरदा रेलबडरी के संजय कश्यप और नेवसा ओझापारा के राजेंद्र पोर्ते ने होटल में मुर्गा रोटी का ऑर्डर दिया। 60 रुपए प्रति प्लेट के हिसाब से दोनों को कुल 120 रुपएदेने थे। भोजन के बाद दोनों ने 50-50 रुपए देने की बात कही। जब होटल संचालक ने कम पैसे देने पर सहमति जता दी और दूसरे ग्राहक की सेवा में लग गए, तभी एक युवक ने पीछे से चम्मच से उनके सिर पर वार कर दिया। अशोक की पत्नी कृष्णा जायसवाल ने बीच-बचाव की कोशिश की।शोर सुनकर आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे। दोनों आरोपी थाने में रिपोर्ट करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। स्थानीय लोगों ने एक आरोपी को कॉलेज चौक के पास से पकड़ लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों के खिलाफ बीएनएस 2023 के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। दूसरे आरोपी की तलाश जारी है। तीसरा मामला, जुआरी पकड़ाए कोरबा के कटघोरा थाना क्षेत्र में जुआरी पहाड़ के ऊपर टेंट लगाकर जुआ खेल रहे थे। इन जुआरियों में कटघोरा के अलावा पाली, कोरबा, रतनपुर और बिलासपुर से आए लोग शामिल थे।जुआरी अपने साथ शराब, पानी पाउच और नाश्ता लेकर आते थे। हर जुआरी लगभग 6 से 7 हजार रुपए लेकर खेल रहा था। पहाड़ की ऊंचाई और जंगली जानवरों के खतरे के बावजूद यहां लंबे समय से जुए का अवैध धंधा चल रहा था। पुलिस ने जुआ खेलते 15 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से एक लाख रुपए से अधिक नकद, 17 बाइक और एक कार जब्त की है। पुलिस अधीक्षक की टास्क टीम और थाना प्रभारी कटघोरा धर्मनारायण तिवारी के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई।
जस्टिस तरलोक सिंह होंगे झारखंड हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश
जस्टिस तरलोक सिंह चौहान को झारखंड हाईकोर्ट का नया मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। वर्तमान में वे हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश हैं। वहीं, झारखंड हाईकोर्ट के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश एम. एस. रामचंद्र राव का तबादला त्रिपुरा हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश के तौर पर किया गया है। यह फैसला भारत के प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) की अध्यक्षता में हुई सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की बैठक में लिया गया । राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोमवार को अपने एक्स अकाउंट पर इस फैसले की जानकारी साझा की। जस्टिस का परिचय जन्म: 9 जनवरी 1964, रोहड़ू (हिमाचल प्रदेश) प्रारंभिक शिक्षा: बिशप कॉटन स्कूल, शिमला स्नातक: डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ (ऑनर्स) कानून की डिग्री: पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ वकालत शुरू: वर्ष 1989, हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में 30 नवंबर 2014 को वे उच्च न्यायालय के स्थाई न्यायाधीश बनाए गए। मौजूदा चीफ जस्टिस का तबादला त्रिपुरा हाईकोर्ट हुआ ने अधिसूचना जारी कर दी है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सोमवार को अपने एक्स अकाउंट पर इस फैसले की जानकारी साझा की।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा होंगे। सोमवार को केंद्र सरकार ने नियुक्ति को लेकर अधिसूचना जारी कर दी है। चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत के सेवानिवृत के बाद से अभी तक जस्टिस संजीव सचदेवा एक्टिंग चीफ जस्टिस थे। इसके साथ ही एक और जस्टिस की भी मध्यप्रदेश में नियुक्ति की गई है, जिसके बाद अब मध्यप्रदेश ने जस्टिस की संख्या बढ़कर 34 हो गई है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने मध्यप्रदेश हाइकोर्ट को एक और जज दिया है। जस्टिस विवेक कुमार सिंह की मध्यप्रदेश में नियुक्ति की गई है। जस्टिस विवेक कुमार सिंह अभी मद्रास हाईकोर्ट में है, जिनका ट्रांसफर जबलपुर किया गया है। जस्टिस विवेक कुमार सिंह की नियुक्ति के बाद अब मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 34 हो गई है, हालांकि मप्र हाईकोर्ट में जजों के कुल 53 पद हैं स्वीकृत है, अभी भी 29 जजों की हाईकोर्ट में कमी है।
मद्रास हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस के आर श्रीराम राजस्थान हाई कोर्ट के 43वें मुख्य न्यायाधीश होंगे। राष्ट्रपति भवन ने आज इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। जस्टिस श्रीराम महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। वह साल 2013 में मुंबई हाई कोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त हुए थे। साल 2016 में स्थायी न्यायाधीश बने। वही 27 सितंबर 2024 को उन्होंने मद्रास हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने राजस्थान हाई कोर्ट के वर्तमान मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एमएम श्रीवास्तव का मद्रास हाई कोर्ट और जस्टिस के आर श्रीराम का राजस्थान हाई कोर्ट तबादले की सिफारिश की थी। जिसे राष्ट्रपति के मंजूरी के बाद आज अधिसूचना जारी कर दी गई। जस्टिस एसपी शर्मा की घर वापसी सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश के बाद आज राष्ट्रपति भवन ने जस्टिस एसपी शर्मा का भी पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट से राजस्थान हाई कोर्ट तबादला कर दिया है। जस्टिस शर्मा की करीब साढ़े 3 साल बाद घर वापसी हो रही है। जस्टिस शर्मा वकील कोटे से 16 नवंबर 2016 को राजस्थान हाई कोर्ट में न्यायाधीश नियुक्त हुए थे। लेकिन 1 जनवरी 2022 को उनका पटना हाई कोर्ट तबादला कर दिया गया था। फिर साल 2023 में उनका पटना हाई कोर्ट से पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में तबादला कर दिया गया। अब जस्टिस शर्मा का राजस्थान हाई कोर्ट में तबादला हुआ हैं। जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा 26 सितंबर 2026 में रिटायर होंगे। हाई कोर्ट से दो जजों का तबादला वहीं राजस्थान हाई कोर्ट से जस्टिस श्रीचंद्रशेखर और जस्टिस अरुण मोगा का तबादला कर दिया गया है। जस्टिस श्रीचंद्रशेखर को मुंबई हाई कोर्ट और जस्टिस अरुण मोगा को दिल्ली हाई कोर्ट तबादला किया गया है। इन दोनों के तबादलों की सिफारिश भी सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की थी।
मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति श्रीराम कल्पाथी राजेंद्रन को राजस्थान उच्च न्यायालय का नया मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 222 के तहत राष्ट्रपति की शक्तियों का उपयोग करते हुए की गई है। भारत सरकार ने इस संबंध में आज नोटिफिकेशन जारी किया है। जस्टिस राजेंद्रन की सेवानिवृत्ति की तारीख 27 सितंबर 2025 है। यानी, वे राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में लगभग दो महीने तक कार्य करेंगे। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई की अध्यक्षता में कॉलेजियम द्वारा गत 26 मई को चार उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के स्थानांतरण की सिफारिश की थी। कॉलेजियम की सिफारिश के अनुसार जस्टिस मनीन्द्र मोहन श्रीवास्तव (राजस्थान से मद्रास), जस्टिस के.आर. श्रीराम (मद्रास से राजस्थान), जस्टिस अपरेश कुमार सिंह (त्रिपुरा से तेलंगाना) और जस्टिस एम.एस. रामचंद्र राव (झारखंड से त्रिपुरा) की सिफारिश की गई थी। जस्टिस श्रीराम कल्पाथी राजेंद्रन का संक्षिप्त परिचय जस्टिस श्रीराम कल्पाथी राजेंद्रन का जन्म 28 सितंबर 1963 को मुंबई में हुआ था। उनके पैतृक मूल केरल राज्य में हैं। उन्होंने जस्टिस श्रीराम ने मुंबई विश्वविद्यालय से वित्तीय लेखांकन और प्रबंधन में बैचलर ऑफ कॉमर्स (B.Com) और एलएलबी की डिग्री हासिल की शिक्षा प्राप्त की है और इसके बाद लंदन के किंग्स कॉलेज से समुद्री कानून (Maritime Law) में मास्टर डिग्री हासिल की है। अधिवक्ता के रूप में करियर न्यायमूर्ति राजेंद्रन ने 3 जुलाई 1986 को महाराष्ट्र और गोवा बार काउंसिल में वकील के रूप में अपना नाम दर्ज कराया। प्रारंभ में वे वरिष्ठ अधिवक्ता एस. वेंकितेश्वरन के चैंबर से जुड़े। 1997 में उन्होंने अपना स्वतंत्र चैंबर स्थापित किया और वाणिज्यिक मामलों में विशेषज्ञता हासिल की। इसमें मुख्य रूप से शिपिंग और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कानून, बंदरगाह अधिनियम, सीमा शुल्क अधिनियम, मोटर वाहन अधिनियम, समुद्री बीमा (पुनर्बीमा और PI सहित), कंपनी कानून मामले सहित अन्य में विशेषज्ञता है। न्यायिक सेवा में योगदान न्यायमूर्ति राजेंद्रन को 21 जून 2013 को बॉम्बे उच्च न्यायालय का अतिरिक्त न्यायाधीश नियुक्त किया गया। 2 मार्च 2016 को उन्हें बॉम्बे उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश बनाया गया। सितंबर 2024 में उन्हें मद्रास उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। 27 सितंबर 2024 को तमिलनाडु के राज्यपाल आर.एन. रवि ने उन्हें मद्रास उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई थी।
गुरुग्राम में सड़क किनारे कनौपी लगाकर सिम बेचने की आड़ में लोगों की बायोमैट्रिक डिटेल से सिम निकालने के फर्जीवा़ड़े का खुलासा हुआ है। साइबर थाना ईस्ट पुलिस ने टेक्नोलॉजी व सिस्टम का प्रयोग करते हुए सकील (उम्र 22 वर्ष)व मोहिन (उम्र 19 वर्ष) निवासी सांवलेर, जिला भरतपुर (राजस्थान) को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ये अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर ऐसी जगह ढूंढ़ते थे, जहां लेबर क्लास के लोग काम करते है और वहां पर कैनोपी लगाकर फ्री में सिमकार्ड देने का लालच या प्रलोभन देते है। प्री एक्टिवेटेड सिम दे देते थे इसके पास जब कोई व्यक्ति सिमकार्ड लेने आता तो ये उसकी बायोमैट्रिक वेरिफिकेशन करके सिमकार्ड एक्टिवेट कर देते थे और उस व्यक्ति को वह एक्टिव सिमकार्ड न देकर अन्य सिमकार्ड दे देते थे तथा एक्टिवेट सिमकार्ड अपने पास रख लेते थे। इसके द्वारा एक्टिव किए गए सिमकार्ड को इसका अन्य साथी साइबर ठगी कसरने वाले लोगों को बेच देता था। उन्होंने बताया कि वे भरतपुर के रहने वाले हैं तथा इनके द्वारा करीब 15 सिम कार्ड प्रति सिम 2000 रुपए में भरतपुर में ही साइबर अपराधियों को बेचा जाता था। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जा से दो मोबाइल, 84 सिमकार्ड (inactivated) व 01 बायोमेट्रिक मशीन बरामद की गई है।पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि ये आरोपी राह चलते लोगों की बायोमैट्रिक डिटेल का मिस यूज करते थे और सिम निकलवा कर साइबर ठगों को बेचने का काम करते थे।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा लगाने को लेकर पिछले 6 महीनों से लगातार विवाद चल रहा है। इस मुद्दे पर पहली बार भास्कर ने मध्यप्रदेश हाईकोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत से बात की। पूर्व मुख्य न्यायाधीश कैत ने भास्कर के सवालों के जवाब दिए। सवाल: हाईकोर्ट में बाबा साहब की प्रतिमा पर विवाद को कैसे देखते हैं?जवाब: यह विवाद कुछ फल लेकर आएगा। जो चंद लोग प्रतिमा का विरोध कर रहे हैं, मेजॉरिटी वहां चाहता है कि मूर्ति लगे। जो विरोध कर रहे हैं तो आप देखना कि यह केवल ग्वालियर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि हर हाईकोर्ट और जिला कोर्ट में बाबा साहब की मूर्ति लगेगी। कोई रोक नहीं सकता, इसमें थोड़ा समय लगेगा। क्योंकि जब कोई बवाल मचता है, तो उसके लिए थोड़ा सा आपको पुश करना पड़ेगा। वहां जो आंदोलन है, उसे तेज करना पड़ेगा। आंदोलन जारी रखना पड़ेगा, बीच में आपको छोड़ना नहीं है। सवाल: आपको कहीं सरकार की चूक समझ में आती है?जवाब: नहीं, सरकार की चूक नहीं हैं। क्योंकि जब हमने सरकार के पास प्रस्ताव भेजा तो सरकार ने नो ऑब्जेक्शन दिया। एडवोकेट्स ने पैसा खर्च करके मूर्ति बनवाई। लगाने के लिए हमने परमिशन दी। क्योंकि, उसके लिए फाइनल ऑर्डर चीफ जस्टिस का होता है। गवर्नर साहब ने 17 तारीख का समय दिया था, लेकिन बाद में व्यस्तता के कारण वे नहीं आ पाए। सरकार की तरफ से कोई वो नहीं है। अब यह मामला दोबारा कोर्ट में लगेगा, क्योंकि मुझे सूचना मिली है कि यह फुल कोर्ट में दोबारा चर्चा के लिए आएगा और उसके बाद मूर्ति स्थापित होगी। सवाल: आप अपने कार्यकाल के दौरान सबसे महत्वपूर्ण फैसला कौन सा मानते हैं?जवाल: सबसे महत्वपूर्ण फैसला मैं यह मानता हूं कि मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में आज तक एससी, एसटी वर्ग का कोई जज नहीं बना। न सेवा से और न ही अधिवक्ता से। दो जज अधिवक्ताओं से बने। दो वकीलों के नाम जज के लिए कॉलेजियम ने अनुशंसित किए। क्योंकि मैं हेड था और सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने भी उन्हें मंजूरी दे दी। आने वाले समय में यहां पहली बार एससी, एसटी वर्ग के दो जज हाईकोर्ट में होंगे। दूसरा न्यायिक फैसला यह था कि भोपाल गैस त्रासदी के यूनियन कार्बाइड का 40 साल से दबा हुआ कचरा बंधा पड़ा था। मैंने वह खुलवाकर दबवा दिया और काम खत्म कर दिया। सवाल: लोग कह रहे हैं आपको पॉलिटिक्स में आना चाहिए?जवाब: मैं पॉलिटिक्स में नहीं आ सकता। मैं पॉलिटिक्स के लिए फिट नहीं हूं। क्योंकि, पॉलिटिकल लोगों का बोलने का, वादा करने का और निभाने का तरीका अलग होता है। हम तो कहते हैं कि वादा वो करो जो निभा सको। हमारी वैसी ट्रेनिंग नहीं हैं, क्योंकि हम वकील रहे, जज रहे। जब वकील थे और किसी का केस लिया, तो यह बोलते थे कि भाई, केस तेरा अच्छा है या ज्यादा खराब है, बाकी फैसला कोर्ट को करना है। अगर कोर्ट ठीक फैसला नहीं देती थी, तो अगली कोर्ट में चले जाते थे। मेरा एटीट्यूड राजनीति वाला नहीं है, जैसी आज की राजनीति है। सवाल: चुनाव लड़ने के अलावा राज्यसभा, विधान परिषद जैसे उच्च सदन भी हैं?जवाब: राष्ट्रपति महोदया की शक्ति है, अगर वे ज्यूरिस्ट के रूप में अनुशंसा करेंगी, क्योंकि हम ज्यूरिस्ट की कैटेगरी में आते हैं। उनका जो भी आदेश होगा, उसे सिर-माथे पर रखेंगे, उसके लिए मना नहीं करेंगे। जानिए कौन हैं सुरेश कुमार कैत? इस तरह की ये भी खबर पढ़ें...पूर्व चीफ जस्टिस ने कॉलेजियम सिस्टम पर उठाए सवालमध्यप्रदेश के पूर्व मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत ने कॉलेजियम सिस्टम पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा- राज्य सरकार के डाटा के अनुसार प्रदेश में एसटी-एससी और बैकवर्ड क्लास 90 प्रतिशत से ऊपर हैं। लेकिन, मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में आज तक एसटी-एससी का एक भी जज न तो सर्विस से आया और न ही एडवोकेट जज बना। पढ़ें पूरी खबर...
हरियाणा के ऊर्जा, परिवहन और श्रम मंत्री अनिल विज ने आज (रविवार को) सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई द्वारा न्याय व्यवस्था में सुधार करने के लिए की गई टिप्पणी का स्वागत किया और कहा कि सुधार प्रकृति का नियम है और सुधार करते-करते हम यहां तक पहुंचे हैं, क्योंकि हम भारतीय प्रगतिशील समाज है। अनिल विज आज मीडिया कर्मियों द्वारा भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई द्वारा दिए गए बयान कि भारतीय न्याय व्यवस्था को सुधार की सख्त ज़रूरत है, क्योंकि वह अनोखी चुनौतियों का सामना कर रही है, जिनमें दशकों तक चलने वाले मुकदमे भी शामिल हैं, के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश ने न्याय व्यवस्था में सुधार करने की बात कही है और इसका मैं समर्थन तथा स्वागत करता हूं। ठेले में सुधार करते-करते हमने हवाई जहाज बनाया उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि, हमारी पुरानी सभ्यता थी और सुधार करके ही हम यहां तक पहुंचे हैं। पहले सती प्रथा थी, उसमें सुधार किया गया। तीन तलाक में सुधार किया गया। इसी प्रकार, उन्होंने बताया कि पहले ठेले चलते थे, उसमें सुधार करके साइकिल बनाई गई। साइकिल से स्कूटर बनाया है। स्कूटर में सुधार करके कार बनी और कार में सुधार करके हवाई जहाज बनाया गया अर्थात सुधार प्रकृति का नियम है और सुधार किया जाना बहुत जरूरी है। अमित शाह ने पुराने कानूनों में सुधार कर बदलाव किया- विज अनिल विज ने कहा कि समयानुसार जब ये प्रणाली बनी थी, उस वक्त की व्यवस्थाएं और समस्या भिन्न थी, परंतु आज की स्थिति में समस्याएं अलग है। क्योंकि कई नए प्रकार के अपराध पनप रहे हैं, जिनके लिए अलग किस्म से सजा होनी चाहिए। इसी को मद्देनजर देश के गृहमंत्री अमित शाह ने अंग्रेजों के समय के बने कानून में सुधार करके बदलाव किया है। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि पहले दादा केस दाखिल करता था और पोते के समय में फैसला आता था, अब 3 साल में केस का फैसला आएगा। परिवर्तन प्रकृति का नियम है : अनिल विज ऊर्जा मंत्री ने कहा कि समय के अनुसार बदलाव की बहुत ज्यादा जरूरत है क्योंकि Change is the unchangeable law of nature अर्थात ‘परिवर्तन प्रकृति का अपरिवर्तनीय नियम है’ है।विज ने कहा कि जो विरोध करते हैं वह रूढ़िवादी लोग हैं और रूढ़िवादी लोग प्रगतिशील नहीं होते जबकि हम प्रगतिशील समाज है और समय के अनुसार बदलाव होते रहना चाहिए। इसलिए मैं चीफ जस्टिस की इस बात का समर्थन करता हूं।
हनुमानगढ़ के टिब्बी थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के अपहरण का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। टिब्बी थाना प्रभारी हंसराज लुणा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप है। पीड़िता के परिवार ने 23 जून को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के अनुसार, 10 जून की रात को परिवार के सभी सदस्य खाना खाकर सो गए थे। अगली सुबह जब परिवार के सदस्य उठे तो नाबालिग अपने बिस्तर पर नहीं थी। परिजनों ने उसे घर और आस-पड़ोस में खोजा और रिश्तेदारों से भी संपर्क किया, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। बाद में पता चला कि आरोपी लड़की को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कई टीमें बनाईं। तकनीकी और मानवीय खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने नाबालिग को बरामद कर लिया। लड़की को बाल कल्याण समिति के सामने पेश करने के बाद परिवार को सौंप दिया है। युवक पर बीएनएस एक्ट, पॉक्सो एक्ट और जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस टीम में टिब्बी थानाधिकारी हंसराज लुणा, एएसआई रणबीर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल सुखचैन सिंह, कॉन्स्टेबल राजेश कुमार, श्रवण कुमार, महिला कॉन्स्टेबल रामप्यारी शामिल रहे। वहीं विशेष भूमिका हेड कॉन्स्टेबल सुखचैन सिंह और कॉन्स्टेबल राजेश कुमार की रही।
फरीदाबाद में क्राइम ब्रांच बॉर्डर की टीम ने एक नशा तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 8.92 ग्राम स्मैक बरामद किया है। आरोपी किसी दूसरे शख्स के लिए रोजाना 500 रूपए प्रतिदिन की दिहाड़ी पर स्मैक बेचता था। पुलिस अब उसे नशा देने वाले की तलाश कर रही है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि नेहरु कालोनी NIT 3 में मुल्ला होटल के नजदीक एक शख्स स्मैक नशा बेच रहा है। पुलिस ने टीम बनाकर वहां पर छापा मारा, पुलिस को देख आरोपी ने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसको दौड़कर पकड़ लिया। पुलिस को आरोपी के पास से 8.92 ग्राम स्मैक बरामद हुई है। पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपी किसी दूसरे शख्स के लिए स्मैक बेचने का काम करता था। आरोपी को रोजाना 500 रुपए इसके लिए दिए जाते थे। पुलिस ने आरोपी को जेल भेजा पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी का नाम सद्धाम हुसैन (21) है। आरोपी नेहरू कालोनी का रहने वाला है और पिछले काफी समय से नशा तस्करी से जुड़ा हुआ था। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि इसमें शामिल दूसरे आरोपी की तलाश की जा रही है।
राणा नायडू सीजन 2: नए किरदारों के साथ क्राइम, एक्शन और इमोशन का जबरदस्त तड़का
राणा नायडू सीजन 2' में गालियों में कमी और ड्रामा में बढ़ोतरी हुई है। अर्जुन रामपाल का 'रॉफ' और कृति खरबंदा जैसे नए किरदार कहानी को नया मोड़ देते हैं। राणा और नागा के किरदार पहले की तरह दमदार हैं, जो परिवार को मुश्किलों से निकालते हैं। सीरीज की ...
अनुराग कश्यप लेकर आए क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची, इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज
अनुराग कश्यप एक नई गहन क्रामइ ड्रामा फिल्म 'निशांची' लेकर आ रहे हैं। अमेजन एमजीएम स्टूडियो ने इस फिल्म का टीजर शेयर करते हुए इसकी थिएट्रिकल रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है। अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ये फिल्म हालात को हूबहू पर्दे पर उतारने वाली और ...
प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी रोमांचक इन्वेस्टीगेटिव क्राइम थ्रिलर 'स्टोलन' का दमदार ट्रेलर लॉन्च कर दिया है। अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स की एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर टीम के साथ 'स्टोलन' करण ...
सोनू सूद की फतेह इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हुई स्ट्रीम, साइबर क्राइम की काली दुनिया को दिखाती है फिल्म
बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद की फिल्म 'फतेह' को सिनेमाघरों में मिलाजुला रिस्पॉन्स मिला था। इस फिल्म से सोनू सूद ने निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखा है। साइबर क्राइम पर आधारित इस फिल्म में सोनू सूद के साथ जैकलीन फर्नांडिस मुख्य भूमिका में नजर आईं। वहीं ...
क्राइम फ्री धड़कपुर से चोरी हुई बाइक, प्राइम वीडियो की सीरीज दुपहिया का मजेदार ट्रेलर हुआ रिलीज
web series dupahiya trailer: प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी ओरिजिनल सीरीज 'दुपहिया' का दिलचस्प ट्रेलर जारी कर दिया है। सलोना बैंस जोशी और शुभ शिवदासानी द्वारा उनके बैनर बॉम्बे फिल्म कार्टेल के तहत रचित और कार्यकारी निर्मित है। यह सीरीज़ एक काल्पनिक ...
Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर
गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)
सस्पेंस, क्राइम और थ्रिलर का रखते है शौक तो OTT पर फौरन निपटा डाले ये जबरदस्तसाउथ फिल्में,हॉलीवुड भी लगने लगेगा फीका
सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
Nikkhil Advani BirthdaySpecial :रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा
Salman Khan फायरिंग मामले में पुलिस को मिली अबतक की सबसे बड़ी कामयाबी, क्राइम ब्रांच के हाथ लगे दो और अपराधी
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।
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Salman Khan House Firing: एक्टर सलमान खान के घर पर फायरिंग करने वाले दोनों आरोपियों को भुज से गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई क्राइम ब्रांच को ये कामयाबी मिली. आरोपी बिहार के पश्चिमी चंपारण के रहने वाले बताए जा रहे हैं. रविवार को गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग कर भुज फरार हो गए थे. देखें ये वीडियो.
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