गुरुग्राम के मानेसर इलाके में गुरुवार देर रात क्राइम ब्रांच और हिसार के कुख्यात बदमाश पेट्रोल के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में पेट्रोल को गोली लगने से वह घायल हो गया। घायल अवस्था में उसे तुरंत गुरुग्राम के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार उसकी हालत अब खतरे से बाहर है। यह मामला तब सामने आया जब क्राइम ब्रांच मानेसर को सूचना मिली कि हिसार के ऐलनाबाद का रहने वाला पेट्रोल किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए मानेसर आने वाला है। पुलिस ने इस खुफिया जानकारी के आधार पर मानेसर इलाके में ट्रैप लगाया। देर रात जब हथियारों से लैस पेट्रोल वहां पहुंचा, तो पुलिस ने उसे आत्मसमर्पण करने का आदेश दिया। बदमाश ने पुलिस पर की कार्रवाई लेकिन बदमाश ने पुलिस के आदेश को नजरअंदाज करते हुए क्राइम ब्रांच की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलीबारी की। इसमें एक गोली पेट्रोल को लगी और वह घायल हो गया। पुलिस ने तत्काल उसे काबू में लिया और इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचाया। पुलिस पूछताछ में जुटी पेट्रोल के खिलाफ पहले से ही हिसार और आसपास के इलाकों में आधा दर्जन से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं। क्राइम ब्रांच अब इस बदमाश की आपराधिक कुंडली को खंगालने में जुट गई है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पेट्रोल मानेसर में किस वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था। इस मुठभेड़ के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है। फिलहाल, पेट्रोल की हालत स्थिर है और पुलिस उससे पूछताछ की तैयारी कर रही है।
लोकसभा में शुक्रवार को प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों के लगातार हंगामे के कारण दोपहर 12 बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी गई
इलाहाबाद हाईकोर्ट के कम से कम 13 न्यायाधीशों ने न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के हालिया आदेश के खिलाफ फुलकोर्ट मीटिंग बुलाने के लिए मुख्य न्यायाधीश अरुण भंसाली को पत्र लिखा है। 4 अगस्त को जारी एक कठोर निर्देश में सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर. महादेवन की खंडपीठ ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से आग्रह किया कि न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार को उनकी सेवानिवृत्ति तक आपराधिक केसों की सुनवाई से हटा दिया जाए और उन्हें उच्च न्यायालय के एक अनुभवी वरिष्ठ न्यायाधीश के साथ खंडपीठ में बैठाया जाए। न्यायमूर्ति कुमार के खिलाफ यह निर्देश और तीखी टिप्पणियां उनके उस फैसले के लिए दी गईं जिसमें उन्होंने कहा था कि दीवानी विवादों में धन की वसूली के लिए वैकल्पिक साधन के रूप में आपराधिक अभियोजन का इस्तेमाल किया जा सकता है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, न्यायमूर्ति अरिंदम सिन्हा ने आज मुख्य न्यायाधीश को एक पत्र लिखकर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर आश्चर्य और पीड़ा व्यक्त की है। न्यायमूर्ति सिन्हा ने पत्र में लिखा, 4 अगस्त, 2025 का विषयगत आदेश नोटिस जारी करने के निर्देश के बिना जारी किया गया था और इसमें विद्वान न्यायाधीश के खिलाफ तीखे निष्कर्ष शामिल हैं । न्यायाधीश ने सुझाव दिया है कि हाईकोर्ट की फुल कोर्ट यह संकल्प ले कि उच्च न्यायालय न्यायमूर्ति कुमार को आपराधिक मामलों की सूची से हटाने के आदेश का पालन नहीं करेगा क्योंकि शीर्ष न्यायालय के पास उच्च न्यायालयों पर प्रशासनिक अधीक्षण नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि फुल कोर्ट को उक्त आदेश के स्वर और भाव के संबंध में अपनी पीड़ा दर्ज करनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की आपराधिक कानून की समझ पर कड़ी टिप्पणी की थी। हम विवादित आदेश के पैराग्राफ 12 में दर्ज निष्कर्षों से स्तब्ध हैं। न्यायाधीश ने यहाँ तक कहा है कि शिकायतकर्ता से सिविल उपाय अपनाने के लिए कहना बहुत अनुचित होगा क्योंकि सिविल मुकदमों में लंबा समय लगता है, और इसलिए शिकायतकर्ता को वसूली के लिए आपराधिक कार्यवाही शुरू करने की अनुमति दी जा सकती है, न्यायालय ने यह आदेश उच्च न्यायालय के उस आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर पारित किया था जिसमें मेसर्स शिखर केमिकल्स (याचिकाकर्ता) द्वारा दायर एक आवेदन को खारिज कर दिया गया था, जिसमें एक वाणिज्यिक लेनदेन से उत्पन्न आपराधिक कार्यवाही को रद्द करने की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता ने कार्यवाही रद्द करने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की, जिसमें तर्क दिया गया कि यह विवाद पूरी तरह से दीवानी प्रकृति का है और इसे अनुचित रूप से आपराधिक रंग दिया गया है। हालांकि उच्च न्यायालय ने याचिका खारिज कर दी। 5 मई के अपने आदेश में न्यायमूर्ति कुमार ने कहा था कि शिकायतकर्ता को सिविल मुकदमा चलाने के लिए बाध्य करना “बहुत अनुचित” होगा क्योंकि ऐसे मुकदमों को समाप्त होने में वर्षों लग जाते हैं और इसलिए, आपराधिक मुकदमा चलाना उचित है। सुप्रीम कोर्ट ने इस तर्क को अस्वीकार्य बताया। तदनुसार, उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश को रद्द कर दिया गया और मामले को एक अन्य न्यायाधीश के समक्ष नए सिरे से विचार के लिए भेज दिया गया। गौरतलब है कि 4 अगस्त को उच्च न्यायालय ने रोस्टर में एक अस्थायी परिवर्तन का भी आदेश दिया था, जिसके अनुसार न्यायमूर्ति कुमार न्यायमूर्ति एम.सी. त्रिपाठी के साथ भूमि अधिग्रहण, विकास प्राधिकरणों के रिट और पर्यावरण मामलों की सुनवाई करेंगे। न्यायमूर्ति दिनेश पाठक वर्तमान में उन आपराधिक मामलों की सुनवाई कर रहे हैं जो पहले न्यायमूर्ति कुमार को सौंपे गए थे।
चीफ जस्टिस कोई डाकघर नहीं... जस्टिस वर्मा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा? दिया बड़ा झटका
Supreme Court: कैश कांड मामले में जस्टिस यशवंत वर्मा ने तत्कालीन चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की 8 मई की सिफारिश को भी रद्द करने की मांग की थी. इसमें उन्होंने संसद से उनके खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू करने का आग्रह किया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जस्टिस वर्मा की याचिका को खारिज कर दी.
टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ थाने में पुलिस विभाग द्वारा जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सागर रेंज की आईजी डॉ. हिमानी खन्ना और एसपी मनोहर सिंह मंडलोई मुख्य रूप से उपस्थित रहे। आईजी डॉ. खन्ना ने आमजन से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि पुलिस अब सिर्फ अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं है। वह सामाजिक बदलाव की अग्रदूत बन चुकी है। उन्होंने नशामुक्ति के लिए जागरूकता फैलाने का आग्रह किया। साथ ही साइबर क्राइम से बचाव के लिए सतर्कता और डिजिटल साक्षरता पर जोर दिया। एसपी मंडलोई ने जिले में चल रहे विशेष अभियानों की जानकारी दी। 'नीड', 'परी', 'भरोसा', 'सहारा' और 'आसरा' जैसे अभियान महिला सुरक्षा और सम्मान के लिए चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों के सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं। कार्यक्रम में आईजी ने नागरिकों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को समाधान के लिए स्पष्ट निर्देश दिए। कार्यक्रम के अंत में आईजी और एसपी ने थाना परिसर में वृक्षारोपण भी किया। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण को भविष्य की आवश्यकता बताया। सभी नागरिकों से एक व्यक्ति, एक वृक्ष के सिद्धांत को अपनाने की अपील की। इस अवसर पर नगरपालिका अध्यक्ष शालिनी मिश्रा, एसडीएम भारतीदेवी मिश्रा, एसडीपीओ राहुल कटरे, थाना प्रभारी निरीक्षक प्रीति भार्गव, तहसीलदार बलदेवगढ़ सहित स्थानीय लोग भी उपस्थित रहे।
कैशकांड में जस्टिस वर्मा को बड़ा झटका, सुप्रीम कोर्ट में अर्जी खारिज
Supreme Court rejects Justice Varma Plae : सुप्रीम कोर्ट ने आंतरिक जांच समिति की उस रिपोर्ट को अमान्य करार देने का अनुरोध करने वाली इलाहाबाद हाईकोर्ट के न्यायाधीश यशवंत वर्मा की याचिका गुरुवार को खारिज कर दी, जिसमें उन्हें नकदी बरामदगी मामले में ...
एशिया कप में 14 सितंबर को खेले जाने वाले भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच का विरोध करने पर कांग्रेस नेताओं को जान से मारने की धमकी मिलने का मामला सामने आया है। इंदौर जिला कांग्रेस सेवादल के कार्यकारी अध्यक्ष विवेक खंडेलवाल ने बताया कि वह भारत-पाकिस्तान के संबंधों में व्याप्त तनाव और पाकिस्तान द्वारा निरंतर किए जा रहे आतंकवादी हमलों के विरोध में इस मैच का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि मैच रद न करने पर आत्मदाह करेंगे। खंडेलवाल ने बताया कि 4 और 5 अगस्त को मेरे मोबाइल पर अनजान नंबर से मैसेज आए, जिनमें मुझे जान से मारने की धमकी दी गई। वे कहते हैं कि पाकिस्तान की धरती से बार-बार भारत पर आतंकी हमले किए जाते हैं। हाल ही में पहलगाम में हमारी 26 बहन-बेटियों का सिंदूर उजाड़ दिया। ऐसे में पाकिस्तान के साथ किसी भी प्रकार का खेल संबंध रखना देश के शहीदों और उनके परिजनों का अपमान है। प्रधानमंत्री-केंद्रीय गृहमंत्री को लिखा पत्र मैंने केंद्र सरकार विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर मांग की है कि भारत-पाकिस्तान के बीच 14 सितंबर को होने वाला यह मैच रद किया जाए। ऐसा न करने पर 14 सितंबर को आत्मदाह करने को बाध्य होऊंगा। इस मांग के बाद से मुझे धमकी दी जा रही है। 26 माता-बहनों के परिजनों को निशाना बनाते हुए अभद्र टिप्पणी कर आग लगाने और पाकिस्तान का नाम दोबारा नहीं लेने की धमकी की पोस्ट की है। उन्होंने बताया कि मैंने इंदौर क्राइम ब्रांच को शिकायत पत्र सौंपा है। उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन से मांग की है कि धमकी देने वाले अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि लोकतांत्रिक तरीके से विरोध जताने वाले नागरिकों की सुरक्षा हो सके। वहीं कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि यह मामला एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के आपसी संबंधों और खेलों के जरिए कूटनीतिक संदेशों के आदान-प्रदान पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में 5 नए जजों ने शपथ ली:चीफ जस्टिस अरुण भंसाली ने शपथ दिलाई, अब यहां कुल जज 83 हुए
इलाहाबाद हाईकोर्ट में नियुक्त किए गए पांच नए जजों ने गुरुवार को शपथ ले ली। इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस न्यायमूर्ति अरुण भंसाली ने नवनियुक्त जजों को शपथ दिलाई। जिला जज रहे एचजेएस संवर्ग के प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, अब्दुल शाहिद, संतोष राय, तेज प्रताप तिवारी और जफीर अहमद ने इलाहाबाद हाईकोर्ट ने न्यायमूर्ति पद की शपथ ली। चीफ जस्टिस कोर्ट रूम में सादे समारोह में न्यायमूर्तियों को शपथ दिलाने पहुंचे। इलाहाबाद हाईकोर्ट में पांच नए न्यायाधीशों की राष्ट्रपति की स्वीकृति के बाद नियुक्ति की गई है। केंद्रीय कानून मंत्रालय ने नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी। न्यायिक सेवा से प्रोन्नति के बाद पांच जिला जजों को हाईकोर्ट का जज नियुक्त किया गया है। पांच नए जजों के आने से जजों की कमी से जूझ रहे हाईकोर्ट को कुछ हद तक राहत मिलेगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट में जजों के कुल पद 160 स्वीकृत हैं। इस हाईकोर्ट में वर्तमान में चीफ जस्टिस के अलावा 78 जज ही कार्यरत हैं। इनमें से एक जज को मुकदमों की सुनवाई से अलग रखा गया है। इन पांच जजों के शपथ लेने के बाद हाईकोर्ट के न्यायाधीशों की संख्या 83 हो गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा की याचिका को खारिज कर दिया। इस याचिका में जस्टिस वर्मा ने कैश कांड को लेकर उनके खिलाफ की गई कार्रवाई को चुनौती दी थी। दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस वर्मा ने उनके घर जले नकदी नोट मामले में इन-हाउस कमेटी की रिपोर्ट और महाभियोग की सिफारिश रद्द करने की अपील की थी। रिपोर्ट में जस्टिस वर्मा को दोषी ठहराया गया है। जस्टिस वर्मा की याचिका खारिज, आगे 2 संभावनाएं संसद में महाभियोग का नोटिसजस्टिस वर्मा के खिलाफ संसद के दोनों सदनों में महाभियोग का नोटिस दिया जा चुका है। मानसून सत्र के दौरान लोकसभा के 152 सांसदों ने जस्टिस वर्मा के खिलाफ लाए गए महाभियोग प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। वहीं राज्यसभा में 54 सांसदों ने जज के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव का समर्थन किया। हालांकि अब तक किसी भी सदन में इस नोटिस को स्वीकार नहीं किया गया है। अब 3 स्लाइड में जस्टिस वर्मा कैश केस का पूरा मामला समझिए... ------------------------------- जस्टिस वर्मा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... जस्टिस वर्मा को सरनेम से बुलाने पर वकील को फटकार:सुप्रीम कोर्ट बोला- क्या वे आपके दोस्त हैं, मर्यादा में रहिए; जस्टिस के खिलाफ महाभियोग आएगा सुप्रीम कोर्ट ने 21 जुलाई को इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा को उनके सरनेम से संबोधित करने पर एक वकील को फटकार लगाई। दरअसल, वकील मैथ्यूज नेदुम्परा जस्टिस वर्मा को सिर्फ वर्मा कहकर संबोधित कर रहे थे। पूरी खबर पढ़ें...
क्या जस्टिस मुरलीधर को 2020 दिल्ली दंगों के दौरान लिए गए साहसिक फैसलों की सज़ा मिली? जस्टिस ओका ने उठाया न्यायपालिका की नैतिकता पर सवाल
साइबर क्रिमिनल्स की ओर से निवेशकों को निशाना बनाने के नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, फेक मोबाइल ऐप और गलत यूपीआई हैंडल्स का यूज करके ये जालसाज सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के नाम पर फेक नोटिस व अच्छा रिटर्न का लालच दे रहे हैं। इस खतरे को देखते हुए सेबी और राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने मिलकर एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है, जिसमें निवेशकों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कई सुझाव दिए गए हैं। कैसे पहचानें फर्जीवाड़ा? सेबी के अनुसार- अगर आपको सेबी से कोई नोटिस या दस्तावेज मिलता है तो उसे सीधे सच न मानें। उसकी प्रामाणिकता की जांच करना बेहद जरूरी है। इसके कुछ आसान तरीके हैं- रिकवरी सर्टिफिकेट की जांच - सेबी की ओर से जारी किए गए हर रिकवरी सर्टिफिकेट को आप उनकी वेबसाइट पर Home > Enforcement > Recovery Proceedings सेक्शन में जाकर सत्यापित कर सकते हैं। UDIN नंबर से पुष्टि - सेबी के हर आदेश में एक अद्वितीय दस्तावेज़ पहचान संख्या (UDIN) होती है। इसकी पुष्टि आप सेबी की वेबसाइट पर Home > Authenticate Document Number Issued by SEBI में जाकर कर सकते हैं। अधिकारियों के ईमेल और संपर्क - सेबी के अधिकारियों के आधिकारिक ईमेल पते हमेशा @sebi.gov.in पर समाप्त होते हैं। आप सेबी की वेबसाइट पर Home > About > SEBI Directory में जाकर उनके नाम, ईमेल आईडी और फोन नंबर की जांच कर सकते हैं। सुरक्षित UPI हैंडल - निवेश के लिए केवल रजिस्टर्ड बैंकों से जुड़े यूपीआई हैंडल, जैसे @valid(bank-name), का ही उपयोग करें। व्हाइट लिस्टेड ऐप्स - केवल उन्हीं ब्रोकर ऐप्स का उपयोग करें जो सेबी की ओर से स्टॉक एक्सचेंज पर प्रकाशित Whitelisted Broker Apps की सूची में शामिल हैं। सोशल मीडिया पर सावधानी - सेबी केवल अपने रजिस्टर्ड X हैंडल पर ही आधिकारिक जानकारी और सलाह देता है। अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संदिग्ध विज्ञापनों से दूर रहें। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें अगर आप किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं। नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर पुलिस स्टेशन में भी रिपोर्ट की जा सकती है। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी सतर्कता से अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें।
सवाई माधोपुर के नवनियुक्त SP अनिल कुमार बेनीवाल पदभार संभालने के आज बुधवार को पहली बार मलारना डूंगर पुलिस थाने पहुंचे। जहां पुलिसकर्मियों ने एसपी बेनीवाल को गॉड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद एसपी ने पुलिस थाने का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। सायबर अपराधों पर प्रभारी कार्रवाई के लिए निर्देश SP ने निरीक्षण के दौरान मालखाना, बैरक, कंप्यूटर कक्ष, एचएम ऑफिस आदि का निरीक्षण कर क्षेत्र में अपराध और पेंडिंग मामलों की जानकारी लेकर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह सोलंकी को पेंडिंग मामलों के तुरंत निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान एसपी ने अलग-अलग सभी पुलिसकर्मियों की समस्याएं सुनी और साइबर क्राइम रोकथाम को लेकर आवश्यक निर्देश दिए एसपी अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया की साइबर क्राइम को लेकर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है आने वाले दिनों में साइबर क्राइम के अपराध पर अंकुश लगाने के लिए प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। वहीं थाना क्षेत्र में अवैध बजरी खनन,परिवहन और भंडारण के खिलाफ भी कार्रवाई को लेकर एसपी ने थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह सोलंकी को निर्देशित किया। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को SP अनिल कुमार बेनीवाल ने मलारना डूंगर थाना क्षेत्र की पुलिस चौकियों का निरीक्षण किया था। SP बेनीवाल ने निरीक्षण के दौरान पुलिसकर्मियों के साथ संवाद किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
दिल्ली-मुंबई, बेंगलुरु-चेन्नई जैसे महानगरों को पछाड़कर जयपुर पहली बार देश का दूसरा सबसे सुरक्षित शहर चुना गया है। जयपुर को यह खिताब दुनियाभर में शहरों पर सर्वे करने वाली प्रचलित वेबसाइट न्यूमबेओ ने 'सेफ्टी इंडेक्स रिपोर्ट 2025' में दिया है। इसके पीछे वजह है- पिछले साल की तुलना में क्राइम रेट में 14 फीसदी की कमी आई। वाहन चोरी की वारदातों में भी 30 फीसदी की कमी आई है। पहली बार इस मिले अचीवमेंट के बाद भास्कर ने जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ से बात की। यह जाना कि कैसे- क्राइम कंट्रोल किया, जिससे शहर रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंचा। न्यूमबेओ सेफ्टी इंडेक्स क्या है? न्यूमबेओ एक स्वतंत्र ग्लोबल डाटा प्लेटफॉर्म है, जो किसी देश या शहर में रहने वाले लोगों से सीधे सेफ्टी, अपराध दर, सामाजिक स्थिरता और पुलिस पर भरोसा जैसे मापदंडों पर जानकारी एकत्र करता है। यह सरकारी आंकड़ों पर आधारित नहीं होता, बल्कि आम नागरिकों की राय और अनुभवों को केंद्र में रखकर तैयार किया जाता है। इस इंडेक्स में मूल्यांकन किए गए प्रमुख मापदंड: अहमदाबाद टॉप और जयपुर दूसरे नंबर पर न्यूमबेओ की सेफ्टी इंडेक्स रिपोर्ट-2025 के अनुसार जयपुर ने पहली बार 65.2 के उच्च सुरक्षा स्कोर के साथ देश के दूसरे सबसे सुरक्षित शहर का खिताब हासिल किया है। इस रिपोर्ट में गुजरात का अहमदाबाद देश का सबसे सुरक्षित शहर बताया है। देश के टॉप-10 शहरों में पुणे, हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता जैसे बड़े महानगर भी शामिल हैं। वहीं दुनिया का सबसे सुरक्षित शहर अबूधाबी है। अब हम आपको शहर में क्राइम कंट्रोल के बारे में जयपुर पुलिस के प्रयासों के बारे में बताते हैं। जिनके आधार पर जयपुर में पिछले साल की तुलना में क्राइम रेट में 14 फीसदी की कमी आई। 1. जयपुर में 14 फीसदी कम हुए अपराध जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने इस पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि ये शहर के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि है। जयपुर कमिश्नरेट में पिछले दो वर्ष की तुलना में गंभीर व अन्य अपराध कम हुए हैं। कमिश्नर जोसफ ने बताया कि जयपुर में 2023 में कुल 14 हजार 839 केस दर्ज हुए थे। वहीं 2024 में मामलों की संख्या 14 हजार 869 हो गई। वहीं इस वर्ष जयपुर कमिश्नरेट में जून महीने तक 12 हजार 838 केस ही दर्ज हुए हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल 14 फीसदी अपराध कम हुए हैं। हत्या, डकैती,अपहरण, दुष्कर्म जैसे गंभीर मामलों में भी कमी आई है। 2. गश्त व पेट्रोलिंग से 30 फीसदी घटी वाहन चोरी की वारदातें कमिश्नर ने बताया कि रात्रि गश्त व नियमित पेट्रोलिंग की जा रही है। देर रात तक शहर में चलने वाले कैफे व बार पर भी सख्त कार्रवाई की गई। इसी का नतीजा है कि क्राइम रेट में कमी आई है। शहर में पुलिस नाकाबंदी का असर दिखाई दे रहा है। जिसके कारण वाहन चोरी की घटनाओं में भी 30 फीसदी की कमी आई है। 3. सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में शहर शहर की सुरक्षा को मजबूत बनाने में पुलिस और जनता की बड़ी भूमिका रही है। अब जयपुर शहर के लगभग हर मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पुलिस के प्रोत्साहित करने पर अधिकांश कैमरे आम जनता ने लगवाए हैं। वहीं कुछ स्थानीय लोगों ने सुरक्षा के लिहाज से स्वेच्छा से सीसीटीवी कैमरे लगाना शुरू किया है। पुलिस को क्राइम की निगरानी और कार्रवाई में इन कैमरों की मदद मिलती है। 4. हाइटेक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर जयपुर पुलिस के पास हाइटेक इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर है। यहां तैनात पुलिसकर्मी शहर की सुरक्षा संभालते हैं। अभय कमांड सेंटर से पूरे शहर की लाइव मॉनिटरिंग की जाती है। यही वजह है कि शहर में कई बड़े कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किए गए। बीट कॉन्स्टेबल के साथ ही अभय कमांड सेंटर से निगरानी रखी जा रही है। इससे पीसीआर रिस्पॉन्स और नाइट गश्त को बनाया बेहतर बनाया गया है। जयपुर कमिश्नरेट में चल रहे अभय कमांड कंट्रोल सेंटर को अलग-अलग यूनिट में बांटा गया है। पुलिस के पास आने वाली हर सूचना या शिकायत पर तुरंत एक्शन लिया जाता है। अभय कमांड सेंटर के कैमरों के अलावा शहर में जेडीए और नगर निगम के लगाए कैमरों की फीड भी कंट्रोल रूम को मिलती है। जिससे रियल टाइम मॉनिटरिंग हो रही है। 5. जनता और पुलिस के बीच बेहतर संवाद जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ पिछले दो साल से कमिश्नरेट के पुलिस थानों पर जनसुनवाई कर रहे हैं। कमिश्नर महीने में एक बार किसी एक पुलिस थाने पर सुनवाई करते हैं। उनका मानना है कि इससे पुलिस और जनता के बीच बेहतर संवाद से सुरक्षा में सुधार हुआ है। पुलिस थाना स्तर पर जिन समस्याओं का समाधान नहीं हो सकता। उन समस्याओं को अधिकारियों ने स्थानीय स्तर पर सुलझाया। आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है। ट्रैफिक प्रबंधन में पिछड़ा जयपुर, कम नंबर मिले जयपुर पुलिस कमिश्नर का कहना है- शहर के ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। शहर के प्रमुख मार्गों पर सीसीटीवी कैमरों की मदद से चालान किए जाते हैं। इससे सड़क हादसों में भी कमी आई है और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। इसके बावजूद अभी भी शहर की ट्रैफिक व्यवस्था के प्रबंधन में काफी काम करने की जरूरत है। शहर की ट्रैफिक व्यवस्था अच्छी नहीं होने के कारण जयपुर अन्य शहरों की तुलना में पिछड़ गया। लचर ट्रैफिक व्यवस्था के कारण जयपुर को इस कैटेगरी में कम नंबर मिले। ट्रैफिक इंडेक्स में जयपुर को 42.1 का ही स्कोर मिला। ये देश के कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, पुणे, नोएडा और हैदराबाद शहरों से बेहद कम रहा। महिला अत्याचार के मामलों में बढ़ोतरी अनुसूचित जाति और जनजाति की महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में 5 से 24 प्रतिशत की कमी आई है। लेकिन ओवर ऑल महिला अत्याचार के मामलों में मामूली बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष दुष्कर्म के बाद हत्या के 2 केस दर्ज हुए। जबकि पिछले दो साल में एक भी केस दर्ज नहीं हुआ था। अपहरण व महिला अत्याचार के केस बढ़े हैं। नाबालिग से दुष्कर्म के मामलों में 10 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। इस कारण भी जयपुर को सेफ्टी इंडेक्स में अपेक्षा की तुलना में नंबर कम मिले। पुलिस कमिश्नर जोसफ का कहना है कि उन्होंने नाइट राउंड्स (रात्रि पुलिस गश्त) और पीसीआर रिस्पॉन्स को बेहतर बनाया है। महिलाओं को तुरंत पुलिस सहायता मुहैया कराई जा रही है। महिला पुलिसकर्मियों की संख्या भी बढ़ाई गई है। प्रो एक्टिव कार्रवाई पर अधिक ध्यान कमिश्नर के निर्देश पर जयपुर पुलिस ने प्रो एक्टिव पुलिसिंग पर अधिक ध्यान दिया। सदर एसीपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि प्रो एक्टिव पुलिसिंग के कारण अपराधों के ग्राफ में भी कमी आती है। आबकारी एक्ट व एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के तहत पिछले साल की तुलना में अधिक कार्रवाई की गई। यही कारण है कि उनके सर्किल में भी अपराध पिछले साल की तुलना में कम हुए हैं। पहली बार सुरक्षित शहरों की सूची में मिली जगह जयपुर को पहली बार देश का दूसरा सुरक्षित शहर चुना गया है। विश्व में जयपुर को 96 रैंक मिली है। पिछले साल 2024 की सेफ्टी इंडेक्स रिपोर्ट में जयपुर शामिल नहीं था। जयपुर को 178 शहरों की रेटिंग में कोई स्थान नहीं मिला। जबकि 2024 की मिड रिपोर्ट में भी अहमदाबाद 67.9 स्कोर के साथ पहले स्थान पर रहा था। आपको बता दें कि नंबियो वेबसाइट लोगों से मिले डाटा और फीडबैक के आधार पर हर वर्ष ये रिपोर्ट जारी करती है। वेबसाइट विभिन्न देशों के शहरों का तुलनात्मक विश्लेषण कर उनको रेटिंग देती है। एशियाई रैंकिंग में पिछड़े भारत के शहर भारत के सबसे सुरक्षित चुने गए शहर एशियाई देशों के शहरों की रैंकिंग में पिछड़ गए। अहमदाबाद और जयपुर अन्य एशियाई देशों के शहरों से काफी पीछे है। देश का सबसे सुरक्षित शहर चुना गया अहमदाबाद इस सूची में 29वें स्थान पर है। जयपुर, हैदराबाद, मुंबई और कोलकाता जैसे शहर इस लिस्ट में काफी पीछे हैं। विश्व में जयपुर को सेफ्टी इंडेक्स में 96 रैंक मिली है।
जस्टिस दीपांकर दत्ता की टिप्पणी राजनीतिक, उनके पुराने फैसलों की भी हो समीक्षा- शाहनवाज़ आलम
कांग्रेस नेता शाहनवाज़ आलम ने सुप्रीम कोर्ट के जज दीपांकर दत्ता की राहुल गांधी पर टिप्पणी को न्यायपालिका की मर्यादा का उल्लंघन बताया। जानें उन्होंने क्यों की पुराने फैसलों की समीक्षा की मांग और न्यायपालिका की स्वतंत्रता को लेकर क्या उठाए सवाल…
दोषी सांसदों/विधायकों पर आजीवन प्रतिबंध की याचिका, चीफ जस्टिस करेंगे सुनवाई का फैसला
नई दिल्ली। आपराधिक मामलों में दोषी सांसदों और विधानसभा सदस्यों को स्थायी रूप से अयोग्य घोषित करने की मांग एक याचिका पर वृहद पीठ के समक्ष सूचीबद्ध करने पर फैसले के लिए मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई के समक्ष प्रस्तुत किया गया। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जॉयमाल्या बागची की पीठ के समक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता विजय […] The post दोषी सांसदों/विधायकों पर आजीवन प्रतिबंध की याचिका, चीफ जस्टिस करेंगे सुनवाई का फैसला appeared first on Sabguru News .
ग्वालियर में मध्यप्रदेश सहकारी दुग्ध संघ के रिटायर्ड टेक्नीशियन को पत्नी सहित डिजिटल अरेस्ट किया गया। बदमाशों ने उनके आधार कार्ड से दो सिम कार्ड निकालकर 700 करोड़ रुपए के लेनदेन व आयकर चोरी का झूठा आरोप लगाया। जब रिटायर्ड टेक्नीशियन डर गए, तो एक ठग ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर उन्हें और डराया। फिर सहयोग की आड़ में उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया। 22 दिनों तक लगातार ठग वीडियो कॉल के माध्यम से बुजुर्ग दंपती पर नजर रखते रहे। इस दौरान जांच के नाम पर उनके खाते में जमा 7.10 लाख रुपए आरबीआई में जमा कराने का झांसा देकर एक फर्जी अकाउंट में डलवा लिए। ठग, रिटायर्ड टेक्नीशियन के फंड में जमा शेष लाखों रुपए भी ठगने की फिराक में थे, लेकिन इससे पहले दंपती गोला का मंदिर थाना पहुंचे और शिकायत की। पुलिस के समझाने पर वे डर से बाहर आए और फिर क्राइम ब्रांच में जाकर शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। रिटायर्ड टेक्नीशियन के साथ ठगी की शुरुआत एक फोन कॉल से हुई शहर के गोला का मंदिर स्थित डेयरी कॉलोनी जी-7 निवासी 64 वर्षीय अवनीश चन्द्र मदनावत मध्यप्रदेश सहकारी दुग्ध संघ से रिटायर्ड टेक्नीशियन हैं। उनके कोई बच्चे यहां नहीं हैं। यहां सिर्फ अवनीश और उनकी पत्नी के अलावा कोई नहीं रहता है। 9 जुलाई को अवनीश के मोबाइल पर एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अफसर राना आनंद बताया था। इसके बाद उसने वीडियो कॉल किया तो पुलिस की वर्दी में बैठा एक युवक बात कर रहा था। उसने बताया कि आपके आधार कार्ड पर दो सिम कार्ड जारी हुए हैं। इन सिम कार्ड के जरिए 700 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ है। जिन लोगों ने यह पैसा ट्रांसफर किया है। उन्होंने इनकम टैक्स नहीं दिया है। इसलिए अभी कुछ ही देर में आपको गिरफ्तार करने के लिए पुलिस आ रही है। इस पर बुजुर्ग डर गया और उसने बताया कि उसका कोई लेना देना नहीं है। वह सीधा सच्चा इंसान है। इस पर क्राइम ब्रांच के अफसर ने उसकी बात मानते हुए थोड़ी राहत दी। कहा कि अभी गिरफ्तार करने पुलिस नहीं पहुंचा रहे हैं, लेकिन आधार कार्ड आपका उपयोग हुआ है। जब तक सच्चाई सामने नहीं आती है, आप जांच के घेरे में रहेंगे। दिल्ली क्राइम ब्रांच वीडियो व ऑडियो कॉल के जरिए आप पर नजर रखेगी। इसके बाद परिवार व अकाउंट की जानकारी जुटाई। पता लगा घर में बुजुर्ग दंपती के अलावा कोई नहीं है। ठगों ने अवनीश चन्द्र की पत्नी को भी वीडियो कॉल डिजिटल अरेस्ट कर लिया। आरबीआई में जांच के नाम पर खाते से 7.10 लाख रुपए ठगेठगों ने बुजुर्ग दंपती को बताया कि यह जांच लंबी चलेगी। जब तक आप दोनों डिजिटल अरेस्ट रहोगे। पड़ोसियों तक से बात नहीं करोगे, क्योंकि आपका आधार कार्ड इस्तेमाल हुआ है। मतलब कोई करीबी इसमें शामिल है। धमकाने के बाद बुजुर्ग दंपती के खाते में जमा 7.31 लाख रुपए में से 7.10 लाख रुपए फिरोजाबाद के एक अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए थे। साथ ही बताया कि जांच के बाद आरबीआई आठ से दस दिन में खुद ही वापस आपके अकाउंट में कर देगी। यदि आपकी भूमिका 700 करोड़ के लेनदेन में आई तो यह जब्त कर लिए जाएंगे। फंड के 40 लाख रुपए पर थी नजरठगों की नजर बुजुर्ग दंपती के फंड में जमा 40 लाख रुपए पर थी। बार-बार फंड में जमा कैश को भी वह आरबीआई के सुपुर्द करने के लिए कह रहे थे, लेकिन पहले के जमा किए रुपए जब वापस नहीं आए तो बुजुर्ग दंपती को शक हुआ। जिस पर वह नजर बचाकर 31 जुलाई को पहले गोला का मंदिर थाना पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई। जिसके बाद उनको वहां से समझाकर कि वह फ्रॉड के जाल में फंसे हैं, क्राइम ब्रांच पहुंचा दिया गया। क्राइम ब्रांच ने आवेदन से मामला जांच में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। बाजार तक जाने पर रखते थे नजर, टीआई के सामने धमकाया बुजुर्ग दंपती ने बताया कि ठग उन पर 24 घंटे नजर रखते थे। दिन भर वीडियो कॉल ऑन रहता था। सिर्फ रात को सोते समय वीडियो कॉल बंद रहता था, लेकिन ऑडियो कॉल चालू रहता था। बाजार जाते थे ताे भी ऑडियो कॉल ऑन रहता था और वह हमारी छोटी-छोटी बात सुनते थे। जब गोला का मंदिर थाना गए थे तो टीआई साहब के सामने भी ठगों का कॉल आया। जिस पर टीआई साहब ने उनको खूब सुनाई, लेकिन वह उसके बाद भी हमें धमका रहे हैं। सीएसपी रोबिन जैन ने बताया एक बुजुर्ग दंपती को 22 दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 7.10 लाख रुपए हड़पे हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। साथ ही, उन्होंने कहा कि डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई गिरफ्तारी नहीं होती है। यह ठगों का बुना हुआ जाल होता है। इसलिए सभी सतर्क रहें।
गुरुग्राम में क्राइम ब्रांच में तैनात झज्जर जिले के निवासी दो पुलिसकर्मियों की उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में हुए एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। इनके अलावा 2 अन्य पुलिसकर्मी घायल हैं। दोनों मृतक पुलिस कर्मचारियों का आज (मंगलवार को) झज्जर में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है। ये पुलिसकर्मी एक केस के सिलसिले में छत्तीसगढ़ जा रहे थे। इसी दौरान बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर हमीरपुर के पास राठ में पुलिस की गाड़ी एक ट्रैक्टर-ट्राली से टकरा गई थी। दोनों के शवों का पोस्टमॉर्टम के बाद शव यहां लाए गए। मृतक कॉन्स्टेबल अमित का झज्जर और संजय का उनके पैतृक गांव तुम्बाहेड़ी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सड़क हादसे में झज्जर जिले के गांव तुम्बाहेड़ी के रहने वाले इंस्पेक्टर संजय कुमार (45) और झज्जर के ही सीताराम गेट के निवासी कॉन्स्टेबल अमित (25) अमित की मौत हो गई थी और वहीं, ASI इंद्रजीत (50) और गाड़ी चला रहे हेड कॉन्स्टेबल राजेश (41) गंभीर रूप से घायल घायल हो गए। छत्तीसगढ़ के लिए निकले थे कर्मचारी जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम क्राइम ब्रांच की टीम सरकारी गाड़ी (HR26/ GV6493) में सवार होकर छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हुई थी। टीम गुरुग्राम के शिवाजी नगर थाना क्षेत्र में दर्ज एक मामले की जांच के लिए जा रही थी। रविवार की रात करीब 9:50 बजे जब इनकी गाड़ी बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर उत्तर प्रदेश के जिले हमीरपुर में थाना राठ क्षेत्र में पहुंची तो एक्सीडेंट एक ट्रैक्टर-ट्रॉली से हो गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि पुलिसकर्मियों की गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू किया। कार में 4 पुलिसकर्मी सवार थे, जिन्हें गंभीर चोटें आई थीं। उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस बुलाई गई। थोड़ी देर में एम्बुलेंस आई तो सभी घायलों को राठ के अस्पताल ले जाया गया। वहां, इंस्पेक्टर संजय कुमार और कॉन्स्टेबल अमित को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं, ASI इंद्रजीत को उरई के मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। गाड़ी चला रहे हेड कॉन्स्टेबल राजेश की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। मृतक संजय के बारे में ये 3 बातें पता चलीं... अमित का भाई बोला- अमित की 2 बेटियां अमित 2018 में कॉन्स्टेबल की पोस्ट पर भर्ती हुए थे। उनके भाई अजीत ने बताया है कि अमित गुरुग्राम CIA में सेक्टर-40 में पोस्टेड थे। इन दोनों की एक बहन है। उसकी शादी हो चुकी है। अजीत ने बताया कि अमित भी शादीशुदा थे। उनकी दो बेटियां हैं। एक 8 साल की और एक 5 साल की है। अजीत के अनुसार, उनके पिता सब्जी की दुकान लगाते हैं। इनका परिवार झज्जर में ही रहता है। वहीं, आज मंगलवार को झज्जर में दोनों पुलिस कर्मचारियों का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया है।
हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा की डिवीजन बेंच ने इस बार बिलासपुर-रायपुर नेशनल हाईवे की बदहाली को संज्ञान में लिया है। नाराज सीजे ने कहा कि अब केवल शपथपत्र देने से काम नहीं चलेगा। प्रोजेक्ट मैनेजर उसी सड़क मार्ग से आकर हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश करें। मंगलवार को फिर से इस मामले की सुनवाई होगी। दरअसल, बिलासपुर-रायपुर नेशनल हाईवे प्रदेश की सबसे व्यस्ततम और महत्वपूर्ण सड़क है, जिसमें रोजाना हजारों गाड़ियां चलती हैं। यह नेशनल हाईवे प्रदेश की राजधानी और न्यायधानी को आपस में जोड़ती है। इसके साथ ही बिलासपुर संभाग से होकर अंबिकापुर और रायगढ़ की ओर भी जाती है। बावजूद, इस हाईवे की हालत काफी खराब है। निर्माण के बाद से जगह-जगह दरारें पड़ गई हैं, जिसका मेंटेनेंस भी सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेकर की सुनवाई नेशनल हाईवे अथॉरिटी के अधिकारियों की लापरवाही और उदासीनता के चलते इसका सही तरीके से रखरखाव नहीं हो रहा है। जबकि, इसकी जिम्मेदारी संबंधित ठेकेदार की है। चीफ जस्टिस सिन्हा और जस्टिस बीडी गुरु की डिवीजन बेंच ने हाईवे की खराब हालत को लेकर हाईकोर्ट ने सख्ती दिखाई है। मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए हाईकोर्ट ने इसकी सुनवाई शुरू की है। चीफ जस्टिस ने NHAI के वकील से कहा- आपने तो देखी होगी न सड़क हाईकोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा कि एनएचएआई (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के वकील शायद प्रोजेक्ट मैनेजर से मिलने जाते होंगे, और उन्होंने सड़क की हालत भी देखी होगी। हाईवे पर थोड़ा-बहुत मेंटेनेंस तो होता है, लेकिन उसके लिए जो स्टॉपर लगाए गए हैं, वे बेतरतीब ढंग से पड़े रहते हैं। इन्हें देखने और सही करने वाला कोई नहीं है। चाहे हम उस हाईवे पर खुद न भी चलें। पैचवर्क के लिए सड़क पर मटेरियल छोड़ दिया गया है, जिससे गंदगी फैल रही है। इससे हादसे का खतरा बना रहता है। लगातार एक्सीडेंट हो रहे हैं, जिनमें लोगों की जान जा रही है। इसके साथ ही मवेशी भी इस लापरवाही का शिकार होकर जान गंवा रहे हैं। .................................................. इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें नेशनल हाईवे पर मवेशियों की मौत:नाराज हाईकोर्ट बोला- सही प्रयास करने में सरकार नाकाम; मुख्य सचिव-NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर से मांगा शपथपत्र बिलासपुर में नेशनल हाईवे पर सड़क हादसों में लगातार हो रही मवेशियों की मौत पर हाईकोर्ट ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है। कोर्ट ने कहा कि इस मामले को लेकर कई बार रोड मैप बनाने, मॉनिटरिंग करने सहित कई निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके बाद भी शासन-प्रशासन इस दिशा में सही प्रयास करने में नाकाम है। पढ़ें पूरी खबर...
हरियाणा के गुरुग्राम में बिहार के नवादा के गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी के कांट्रेक्टर विक्रम की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस के मुताबिक पत्नी सोनी किडनैपिंग से लेकर हत्या करने और शव को दफनाने तक बॉयफ्रेंड रविंद्र के संपर्क में थी। दोनों के बीच लगातार मोबाइल पर बात होती रही। पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि दोनों को अवैध संबंधों के खुलने का डर सता रहा था, क्योंकि विक्रम की बेटी ने रविंद्र के मोबाइल में अपनी मां के साथ उसके अश्लील वीडियो देख लिए थे। बेटी ने यह बात पापा विक्रम को भी बता दी थी। इससे पत्नी और उसका प्रेमी, दोनों डर गए थे कि अब उनका भेद खुल जाएगा और सारे समाज के सामने बेइज्जती होगी, घर टूटेगा वो अलग। इसी वजह से दोनों ने विक्रम को रास्ते से हटाने का पूरा प्लान बनाया। हत्या कैसे करनी है और कैसे बचे रहना है? इसकी प्लानिंग दोनों ने बॉलीवुड मूवी दृश्यम के साथ क्राइम पेट्रोल के कई एपिसोड कई-कई बार देखकर की। दोनों हर वो लूज पॉइंट खत्म करना चाहते थे, जिससे उन पर किसी का शक ना जाए। मगर, पत्नी सोनी की एक गलती ने इस सनसनीखेज का भंडाफोड कर दिया। फिलहाल, पुलिस ने आरोपी पत्नी सोनी को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया, जबकि शव को दफनाने के लिए गड्ढा खोदने वाले संतरपाल को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है, ताकि आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत जुटा सके। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला... अब जानिए पुलिस की जांच में क्या आया सामने पुलिस ने मेरठ में दबिश देकर दो आरोपियों को पकड़ा रविंद्र से पूछताछ के बाद यूपी के मेरठ के हस्तिनापुर क्षेत्र के दो युवकों मनीष और फरियाद के नाम सामने आने बाद उद्योग विहार थाने की पुलिस ने शनिवार को उनके गांव बस्तौरा नारंग में दबिश दी। पुलिस ने पहले अपनी शिकायत आमद हस्तिनापुर थाने में दर्ज कराई, फिर लोकल पुलिस को साथ लेकर दोनों युवकों के घरों में दबिश देकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हस्तिनापुर थाना प्रभारी शशांक द्विवेदी ने बताया कि गुरुग्राम पुलिस के दर्जनों पुलिसकर्मी पांच गाड़ियों में सवार होकर आए थे। उद्योग विहार थाने के एसएचओ बलराज ने बताया कि रविंद्र के बाद मनीष और फरियाद को भी गिरफ्तार किया गया। मनीष गांव में ही मोमोज की रेहड़ी लगाता है, जबकि फरियाद बाइक रिपेयरिंग का काम करता है। फरार आरोपी इन दोनों का दोस्त है, जो रविंद्र को भी जानता था। रविंद्र के कहने पर ही मनीष और फरियाद इस वारदात में शामिल हुए। ----------------------- कांट्रेक्टर हत्याकांड से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... गुरुग्राम में पत्नी के बॉयफ्रेंड ने की कॉन्ट्रेक्टर की हत्या:पहले किडनैप किया, फिर रस्सी से गला घोंटा; उसके बाद गड्ढा खोदकर दफनाया हरियाणा के गुरुग्राम में गारमेंट एक्सपोर्ट कंपनी के कांट्रेक्टर की हत्या कर दी गई। हत्यारा कोई ओर नहीं, युवक को दोस्त ही निकला। आरोप है कि कांट्रेक्टर को पहले किडनैप किया गया, फिर रस्सी से गला घोंट कर हत्या कर दी। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा पर चंडीगढ़ में एफआईआर दर्ज होने के बाद वह कैमरे के सामने आए हैं। मासूम शर्मा ने कहा कि लाइव शो में उन्होंने कोई बैन गाना नहीं गया था। उस समय तक उनके सात गाने ही बैन हुए थे, जिनमें चंबल के डाकू गाना शामिल नहीं था। चंबल के डाकू गाना 20 दिन पहले ही बैन हुआ है जबकि लाइव शो 30 मार्च को था। मासूम शर्मा ने कहा कि 30 जुलाई को ही उन्हें पता चला कि चंडीगढ़ में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है, क्योंकि उस शो में उसने चंबल के डाकू गाना गाया था। मासूम शर्मा ने कहा कि एबीवीपी का कार्यक्रम था, इसमें उसे कार्यकर्ताओं ने आमंत्रित किया था। उस समय प्रशासन ने शर्त रखी थी कि वह कोई भी बैन गाना नहीं गाएगा। उस समय तक उसके केवल सात गाने ही बैन हुए थे। उसने कोई बैन गाना उस शो में नहीं गाया था। शो में चंबल के डाकू गाना गया था लेकिन यह गाना 11 जुलाई के आसपास बैन हुआ है। इसके बाद उन पर एफआईआर दर्ज हुई है। मासूम शर्मा बोले-प्रदेश में क्राइम बढ़ामासूम शर्मा ने कहा कि अब तो मेरे ज्यादातर गाने बैन हो चुके हैं, मेरी ख्याल से अब क्राइम पर लगाम लगनी चाहिए लेकिन प्रदेश में क्राइम बढ़ा है। मासूम ने कहा कि मेरे गाने तो मध्य प्रदेश और यूपी में भी सुने जा रहे हैं, वहां तो इतना क्राइम रेट नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार अगर गाने बैन कर रही है तो सही है लेकिन उनका एक सवाल है कि सरकार ऐसा कर रही है तो फिर हरियाणा ही क्यों और हरियाणा में कुछ चुनिंदा कलाकार ही क्यों। गाने बैन करने है तो कानून लेकर आए। हरियाणवी इंडस्ट्री बड़े स्केल पर डेवलप हुई है, इस तरीके से दबाना उचित नहीं है। अगर ये गाने बंद कर दिए तो युवा फिर से 15 साल पहले की तरफ पंजाबी गाने सुनने लग जाएंगे। गाने बैन को लेकर वह सरकार को ब्लेम नहीं कर रहे हैं, वह ब्लेम ऐसे लोगों को कर रहे हैं, जो सरकार में गलत गाइड कर रहे हैं। मासूम बोले- लाइव शो में गाते रहेंगे बैन गानेमासूम शर्मा ने ये भी कहा कि कानून की नजर में अभी उसके गाने बैन नहीं हैं। इन्हें केवल यूट्यूब पर बैन किया गया है। अगर कहीं भी लाइव शो होता है और पब्लिक की डिमांड आती है तो वह बैन गाने गाते रहेंगे। पब्लिक जो सुनना चाहेगी, वही गाएंगे। देश में कहीं पर भी कार्यक्रम होगा तो वह बैन गाने परफॉर्म करते रहेंगे। मासूम शर्मा ने कहा कि जो लोग सुनना चाहते हैं, वही सुना रहे हैं। अगर इस तरह के गाने बंद होने चाहिए तो फिर पहले लोगों को बदलना होगा। उसने शिव तांडव गाया तो दो साल में भी उस पर पांच लाख व्यूज आए हैं जबकि जेल में खटोला, चंबल के डाकू जैसे गाने एक दिन में ही 10 लाख से ऊपर चले जाते हैं। इससे साफ है कि लोग यही सुनना चाह रहे हैं। रामायण देख कर घर क्यों नहीं जलाएमासूम शर्मा ने कहा कि गाने केवल मात्र मनोरंजन के लिए होते हैं। उनके गानों में वीर रस है लेकिन कुछ लोग इसे वायलेंस कर रहे हैं। आर्टिस्ट को हर तरह का काम करना पड़ता है। रोमांटिक और फॉक गाने भी गा रहे हैं। मासूम ने कहा कि रामायण में भी आग का तांडव होता है और लंका फूक दी जाती है तो फिर रामायण देख कर कोई घर फूंकने तो नहीं गया। 16 अगस्त से निकालेंगे वर्ल्ड टूर मासूम शर्मा ने कहा कि वह वर्ल्ड टूर निकालने जा रहे हैं। 16 अगस्त को उनका पहला शो थाईलैंड के पटाया में है। उसके बाद दुबई, आस्ट्रेलिया, कनाडा, इंग्लैंड और यूएस में लाइव शो होने हैं। भारत में भी मेरठ, जयपुर, चंडीगढ़, नोएडा, अहमदाबाद, लखनऊ, पूणे में शो करेंगे।
फतेहाबाद विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी बनने के बाद हांसी के विधायक विनोद भयाना पहली बार फतेहाबाद पहुंचे। यहां उन्होंने भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के साथ विभाजन विभीषिका दिवस को लेकर चर्चा की। इसके बाद मीडिया से बातचीत में विनोद भयाना ने कहा कि लोगों के काम नहीं होने की शिकायतें सीएम तक पहुंचने के बाद ही जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों की जीत नहीं हुई, वहां विधायकों को प्रभारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मैं, मेरी कार्यशैली दिखाऊंगा। अफसरों को काम करना पड़ेगा। अफसर भारी भरकम तनख्वाह लेते हैं। उनका जनसेवा का ही काम है। हर 10-15 दिन में फतेहाबाद आऊंगा विनोद भयाना ने कहा कि वह खुद अब हर 10-15 दिन में फतेहाबाद आएंगे। जरूरत पड़ी तो बीच में भी आएंगे। कोई सुनने वाला नहीं है, तो वह खुद बैठेंगे। सबकी सुनवाई करेंगे। जनता को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने देंगे। उन्होंने कहा कि, जलभराव से किसी का नुकसान हुआ है, तो उसको मुआवजा दिलाने का भी काम करेंगे। विकास कार्यों में कमी नहीं रहने देंगे। मनोहर लाल के नक्शे कदम पर चल रहे नायब सैनी विनोद भयाना ने कहा कि, मनोहर लाल जैसा मुख्यमंत्री कभी नहीं आया। अब सीएम नायब सैनी भी उनके नक्शे कदमों पर चल रहे हैं। मनोहर लाल व नायब सैनी की नीतियों से ही तीसरी बार प्रदेश में भाजपा सरकार बनी है। उन्होंने कहा कि हुड्डा राज में हांसी क्राइम सिटी बन गया था। उस समय जितनी लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति कभी खराब नहीं हुई। अब हमने उस पर कंट्रोल किया है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा, पूर्व जिलाध्यक्ष बलदेव ग्रोहा सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
एमडी ड्रग्स तस्करी मामला:मछली के करीबी मुकेश की क्राइम ब्रांच को तलाश
एमडी ड्रग्स तस्करी मामले में क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए मछली कारोबारी यासीन अहमद की कॉल डिटेल और वाट्सएप चेटिंग नए-नए खुलासे कर रही है। उसी आधार पर क्राइम ब्रांच को शारिक मछली के करीबी मुकेश ठाकुर की तलाश है। उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस भी जारी किया, लेकिन वह थाने हाजिर नहीं हुए। इधर, मुकेश द्वारा 22 एकड़ जमीन का घोटाला भी उजागर हुआ है। जमीन की कीमत 100 करोड़ बताई गई है। सोशल मीडिया पर जानकारी वायरल होने के बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह सोमवार को दस्तावेजों का परीक्षण कराएंगे।
हरियाणा के गुरुग्राम में बदमाशों को पकड़ने गए क्राइम ब्रांच के हेडकांस्टेबल पर हमला कर दिया गया। हेडकांस्टेबल सादी वर्दी में था और मुखबिर की सूचना पर बदमाशों को पकड़ने गया था। उसने एक बदमाश को पकड़ भी लिया था, लेकिन उसके दूसरे साथी ने तमंचे से फायरिंग कर दी। गोली तो हेडकांस्टेबल को नहीं लगी, लेकिन बदमाश ने अपने साथी उससे छुड़वा लिया। हेडकांस्टेबल ने दोबारा उसे पकड़ने की कोशिश की तो बदमाश के साथी ने यह कहते हुए उस पर फिर से तमंचा तान दिया। कहा कि यह ऐसे नहीं माने, गोली मार। इस पर हेडकांस्टेबल बोला कि मैं पुलिस स्टाफ हूं तो बदमाश वहां से भाग गए। इसके बाद हेडकांस्टेबल ने सूचना उच्च अधिकारियों को दी। इसके बाद थाने से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मामले की जानकारी ली। फिलहाल, इस मामले में डीएलएफ फेज-1 थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उधर, हेडकांस्टेबल की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे है कि वह सादी वर्दी में क्यों गया और उसने मुखबिर से मिली सूचना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को देकर थाने से टीम क्यों नहीं बुलाई। इन सवालों की भी जांच की जा रही है। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला.... अवैध हथियारों के साथ बदमाशों के आने की थी सूचनाबदमाशों को पकड़ने गए हेड कॉन्स्टेबल की पहचान दलजीत सिंह के रूप में हुई। वह सेक्टर 10 क्राइम ब्रांच में तैनात है। दलजीत के मुताबिक, शुक्रवार की रात उसे मुखबिर ने सूचना दी कि ब्रिस्टल चौक के पास शाही चिकन कॉर्नर पर दो युवक अपाचे बाइक पर आएंगे। उनके पास अवैध हथियार हो सकते हैं। 11 बजे बताए स्थान पर पहुंच गया हेडकांस्टेबलदलजीत सिंह के मुताबिक, मुखबिर की सूचना मिलते ही वह रात 11 बजे बताए स्थान पर पहुंच गया। रात को 11:10 बजे एक अपाचे बाइक वहां रुकी। मुखबिर ने इशारा किया कि बाइक सवारों में से एक के पास अवैध पिस्तौल है। इस पर हेड कॉन्स्टेबल ने एक बाइक सवार से पूछताछ शुरू की। एक बदमाश को पकड़ने लगा तो दूसरे ने फायरिंग कीदलजीत के मुताबिक, जब वह पूछताछ कर ही रहा तो बदमाश बाइक से उतरकर भागने लगा। उसने पीछा कर उसे पकड़ लिया। मगर, तभी उसके साथी ने मुझ पर फायरिंग कर दी। किसी तरह गोली से बचा और फिर से बदमाश को पकड़ लिया। दूसरे बदमाश ने तानी पिस्तौल, पहला बोला- मार दे गोलीदलजीत ने आगे बताया कि तभी दूसरा बदमाश वहां पहुंचा। उसने देसी कट्टे में गोली डालकर उसकी छाती पर तान दी। पकड़े गए बदमाश ने अपने साथी को उकसाते हुए चिल्लाया और कहा कि ये ऐसे नहीं मानेगा, इसे गोली मार दे। इसके बावजूद मैने बदमाश को नहीं छोड़ा। पुलिस स्टाफ बताया तो हवा में फायरिंग कर साथी को छुड़ायादलजीत के मुताबिक, बदमाश उसे सिविलियन समझ रहे थे। जब उसने बदमाश को नहीं छोड़ा तो उसके साथी ने छाती पर तमंचा तान दिया। इस पर जान का खतरा देख हेड कॉन्स्टेबल ने कहा कि मैं पुलिस स्टाफ से हूं, मुझे गोली मत मारो। इसके बाद हथियारबंद बदमाश ने हवा में फायरिंग की और वह अपने साथी को छुड़ाकर मौके से फरार हो गया। बदमाशों की पहचान नहीं हुई, सीसीटीवी खंगाल रही पुलिसहेड कॉन्स्टेबल ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। डीएलएफ फेज-1 थाने के प्रभारी राजेश ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल दलजीत की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही फायरिंग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
एमेजन एमजीएम स्टूडियोज इंडिया ने अपनी आगामी थियेट्रिकल रिलीज फिल्म 'निशांची' का धमाकेदार फर्स्ट लुक पोस्टर रिलीज कर दिया है। अजय राय और रंजन सिंह द्वारा जार पिक्चर्स के बैनर तले, फ्लिप फिल्म्स के साथ मिलकर प्रोड्यूस की गई ये फिल्म एक रोमांचकारी ...
क्रिमिनल जस्टिस 4 में एक अलग अवतार में दिखीं बरखा सिंह, बोलीं- मैं खुद को साबित करना चाहती थी
बरखा सिंह भारतीय सिनेमा के सबसे होनहार चेहरों में से एक हैं। उन्होंने विभिन्न मंचों पर काम करते हुए, बाधाओं को पार किया है और अपने लिए एक रास्ता बनाया है। दर्शकों और आलोचकों को उनके किरदारों और अभिनय के तरीके से बेहद प्यार है। एक इंटरव्यू में बरखा ...
जस्टिस यशवंत वर्मा की बढ़ी मुश्किलें, 145 सांसदों ने महाभियोग के लिए लोकसभा स्पीकर को सौंपा लेटर
कैश कांड में घिरे जस्टिस यशवंत वर्मा की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। संसद के मानसून सत्र का आगाज होते ही 145 लोकसभा सांसदों ने जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव के लिए लोकसभा अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा है। सांसदों ने संविधान के अनुच्छेद 124, 217 और 218 के तहत यह कदम उठाया है
जस्टिस वर्मा केस: वकील ने न्यायमूर्ति को केवल 'वर्मा' कहा, सीजेआई ने लगाई फटकार
सीजेआई गवई ने वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को लगाई कड़ी फटकार नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बी.आर. गवई ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील मैथ्यूज जे. नेदुमपारा को कड़ी फटकार लगाई। नेदुमपारा ने दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा का जिक्र केवल वर्मा कहकर किया, जस्टिस वर्मा के आधिकारिक आवास के स्टोररूम में नकदी मिलने के आरोपों की चर्चा है। सीजेआई गवई ने नाराजगी जताते हुए कहा, क्या वह आपके दोस्त हैं? वे अभी भी जस्टिस वर्मा हैं। कुछ शिष्टाचार रखें। आप एक विद्वान जज का जिक्र कर रहे हैं। यह टिप्पणी तब आई जब नेदुमपारा ने जस्टिस वर्मा के बंगले से भारी मात्रा में नकदी मिलने के कथित मामले में दिल्ली पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देने के लिए तीसरी बार याचिका दायर की थी। सीजेआई ने इस मामले को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध करने से इनकार करते हुए पूछा, क्या आप चाहते हैं कि याचिका को अभी खारिज कर दिया जाए? जिसके जवाब में वकील ने कहा, याचिका खारिज नहीं हो सकती। एफआईआर दर्ज होनी ही चाहिए। अब तो वर्मा भी यही चाहते हैं। एफआईआर और जांच जरूरी है। इस पर सीजेआई ने फिर से नेदुमपारा को शिष्टाचार बनाए रखने की हिदायत दी और याद दिलाया कि जस्टिस वर्मा अभी भी जज हैं। वकील नेदुमपारा की याचिका में बड़ा दावा नेदुमपारा की याचिका में दावा किया गया है कि 14 मार्च को जस्टिस वर्मा के बंगले के स्टोररूम में आग लगने के बाद वहां से जली हुई नकदी बरामद हुई थी। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि केंद्र सरकार—जो दिल्ली पुलिस को नियंत्रित करती है—को तुरंत एफआईआर दर्ज करने का निर्देश देना चाहिए। मई में सुप्रीम कोर्ट ने नेदुमपारा की ऐसी ही एक याचिका को खारिज कर दिया था। तब जस्टिस अभय एस. ओका (अब सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा था कि इस मामले में इन-हाउस जांच चल रही है और उसकी रिपोर्ट राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को भेजी गई है। बेंच ने नेदुमपारा को सलाह दी थी कि वे पहले इन अधिकारियों को अपनी मांग के लिए आवेदन दें। अगर कार्रवाई नहीं होती, तभी वे कोर्ट में वापस आ सकते हैं। मामला संसद को भेजा जा सकता है मार्च के अंत में भी सुप्रीम कोर्ट ने इसी तरह की एक याचिका खारिज करते हुए कहा था कि इन-हाउस जांच अभी चल रही है। अगर जांच में कुछ गलत पाया गया, तो एफआईआर दर्ज की जा सकती है या मामला संसद को भेजा जा सकता है। दूसरी ओर, जस्टिस वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर इन-हाउस समिति के फैसले को चुनौती दी है। उनकी याचिका में कहा गया है कि समिति ने पक्षपातपूर्ण तरीके से काम किया और उन्हें अपनी सफाई में बात रखने का उचित मौका नहीं दिया गया।
राणा नायडू सीजन 2: नए किरदारों के साथ क्राइम, एक्शन और इमोशन का जबरदस्त तड़का
राणा नायडू सीजन 2' में गालियों में कमी और ड्रामा में बढ़ोतरी हुई है। अर्जुन रामपाल का 'रॉफ' और कृति खरबंदा जैसे नए किरदार कहानी को नया मोड़ देते हैं। राणा और नागा के किरदार पहले की तरह दमदार हैं, जो परिवार को मुश्किलों से निकालते हैं। सीरीज की ...
अनुराग कश्यप लेकर आए क्राइम ड्रामा फिल्म निशांची, इस दिन सिनेमाघरों में होगी रिलीज
अनुराग कश्यप एक नई गहन क्रामइ ड्रामा फिल्म 'निशांची' लेकर आ रहे हैं। अमेजन एमजीएम स्टूडियो ने इस फिल्म का टीजर शेयर करते हुए इसकी थिएट्रिकल रिलीज डेट का ऐलान कर दिया है। अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित ये फिल्म हालात को हूबहू पर्दे पर उतारने वाली और ...
प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी रोमांचक इन्वेस्टीगेटिव क्राइम थ्रिलर 'स्टोलन' का दमदार ट्रेलर लॉन्च कर दिया है। अनुराग कश्यप, किरण राव, निखिल आडवाणी और विक्रमादित्य मोटवानी जैसे दिग्गज फिल्ममेकर्स की एग्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर टीम के साथ 'स्टोलन' करण ...
क्राइम फ्री धड़कपुर से चोरी हुई बाइक, प्राइम वीडियो की सीरीज दुपहिया का मजेदार ट्रेलर हुआ रिलीज
web series dupahiya trailer: प्राइम वीडियो ने अपनी आगामी ओरिजिनल सीरीज 'दुपहिया' का दिलचस्प ट्रेलर जारी कर दिया है। सलोना बैंस जोशी और शुभ शिवदासानी द्वारा उनके बैनर बॉम्बे फिल्म कार्टेल के तहत रचित और कार्यकारी निर्मित है। यह सीरीज़ एक काल्पनिक ...
क्राइम पेट्रोल एक्टर नितिन चौहान का निधन, 35 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
मनोरंजन जगत से एक दुखद खबर सामने आई है। टीवी के जाने-माने एक्टर नितिन चौहान का निधन हो गया है। वह महज 35 साल के थे। एक्टर की मौत की वजह की कोई आधिकारिक जानकरी सामने नहीं आई है। नितिन रियलिटी शो 'दादागिरी 3 के विनर रह चुके हैं।
Mirzapur 3 के बाद Prime Video ने किया एक और क्राइम-थ्रिलर सीरीज का एलान, 'मटका किंग' बनकर धूम मचाएगा ये एक्टर
गशमीर महाजनी और Surbhi Jyoti की नई क्राइम-थ्रिलरसीरीज Gunaah का टीजर हुआ लॉन्च, जाने कब और कहां होगी स्ट्रीम
डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने आखिरकार शुक्रवार को क्राइम ड्रामा सीरीज़ क्रिमिनल जस्टिस के बहुप्रतीक्षित चौथे अध्याय की घोषणा कर दी, जिसमें पंकज त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं। नई किस्त में अभिनेता पंकज त्रिपाठी अलौकिक वकील माधव मिश्रा के रूप में वापसी करेंगे। एक बयान में, अभिनेता ने कहा कि नया अध्याय मिश्रा के जीवन और जटिल मामलों को इतनी आसानी और स्थायित्व के साथ सामने लाने की उनकी क्षमता के बारे में विस्तार से बताएगा। पंकज त्रिपाठी के हवाले से बताया गया कि ऑन-स्क्रीन वकीलों की प्रसिद्धि के हॉल में, मुझे लगता है कि माधव मिश्रा ने क्रिमिनल जस्टिस के साथ अपनी जगह बना ली है। मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि सीरीज़ में माधव का किरदार मुझसे कितना मिलता-जुलता है। हर जीत मुझे अपनी जैसी लगती है और हर हार ऐसी लगती है एक व्यक्तिगत क्षति। मैं डिज़्नी+हॉटस्टार पर नए सीज़न की घोषणा करने के लिए उत्साहित हूं और मुझे उम्मीद है कि दर्शक इस सीज़न को पहले की तरह ही प्यार देना जारी रखेंगे। डिज़्नी प्लस हॉटस्टार ने पोस्ट को कैप्शन दिया ''कोर्ट जारी है, और नए सीज़न की तैयारी भी। आ रहे हैं माधव मिश्रा, #HotstarSpecials #CriminalJustice के नए सीज़न के साथ!'' इसे भी पढ़ें: Rakhi Sawant Condition is Critical | क्रिटिकल है एक्ट्रेस राखी सावंत की हालत, पूर्व पति रितेश ने शेयर किया है हेल्थ अपडेट फ्रेंचाइजी के बारे में जानकारी क्रिमिनल जस्टिस की शुरुआत 2018 में अपने पहले सीज़न के साथ हुई थी जिसे 2008 में इसी नाम की ब्रिटिश टेलीविजन श्रृंखला से रूपांतरित किया गया था। क्रिमिनल जस्टिस: बिहाइंड क्लोज्ड डोर्स नामक दूसरा सीज़न 2020 में आया, इसके बाद तीसरा अध्याय, क्रिमिनल जस्टिस: अधूरा सच, 2022 में आया। क्रिमिनल जस्टिस का निर्माण अप्लॉज़ एंटरटेनमेंट द्वारा किया गया है। इसे भी पढ़ें: Scam 2010 The Subrata Roy Saga: हंसल मेहता ने किया 'स्कैम' के तीसरे सीजन का ऐलान, सहारा की कहानी पर केंद्रित होगा नया शो बता दें कि पंकज त्रिपाठी आखिरी बार मर्डर मुबारक में नजर आए थे। फिल्म में सारा अली खान, विजय वर्मा, आदित्य रॉय कपूर और करिश्मा कपूर समेत कई स्टार कलाकार शामिल हैं। होमी अदजानिया द्वारा निर्देशित यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है। वह अगली बार मिर्ज़ापुर 3 में नज़र आएंगे। रिलीज़ डेट की अभी घोषणा नहीं की गई है। View this post on Instagram A post shared by Disney+ Hotstar (@disneyplushotstar)
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सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
Nikkhil Advani BirthdaySpecial :रोमांस-क्राइम और थ्रिलर के बेताज बादशाह है निखिल अडवानी, पढ़िए उनका पूरा फिल्मी सफरनामा
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में अहम घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है। अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी. इस सप्ताह की शुरुआत में, मुंबई क्राइम ब्रांच ने गोलीबारी की घटना में इस्तेमाल की गई दूसरी बंदूक बरामद की। सूरत की तापी नदी से तीन मैगजीन के साथ बंदूक बरामद की गई। इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया 16 अप्रैल को कच्छ पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बाद में, शहर की एक अदालत ने गोलीबारी की घटना के सिलसिले में दोनों आरोपियों को 25 अप्रैल तक मुंबई अपराध शाखा की हिरासत में भेज दिया। आरोपियों की पहचान बिहार के विक्की गुप्ता (24) और सागर पाल (21) के रूप में हुई, जिन्हें मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेश किया गया। इसे भी पढ़ें: काला जादू- टोना-टोटका करने का Kangana Ranaut पर आरोप लगाने के बाद अब एक्ट्रेस के बारे Adhyayan Suman क्या सोचते है? मुंबई क्राइम ब्रांच की जांच अभी भी जारी है मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। अनजान लोगों के लिए, गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार की धमकियों के बाद 2022 में सलमान की सुरक्षा का स्तर वाई-प्लस तक बढ़ा दिया गया था। अभिनेता को व्यक्तिगत बन्दूक ले जाने के लिए भी अधिकृत किया गया था और अतिरिक्त सुरक्षा के लिए उन्होंने एक नया बख्तरबंद वाहन भी खरीदा है।
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