भाजपा संगठन पर्व के तहत शुक्रवार रात को प्रदेश उपाध्यक्ष और जिला निर्वाचन अधिकारी मोतीलाल मीणा व जिलाध्यक्ष लाभचंद पटेल ने जिले के 27 में से 17 मंडल अध्यक्षों की घोषणा की। जिसमें छोटी सरवा, सल्लोपाट व पडौली गोरधन के निवर्तमान अध्यक्ष को दोबारा मौका दिया गया, जबकि 14 नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी। भाजपा ने इस बार युवाओं को प्राथमिकता दी है। भाजपा ने महिला को गनोड़ा मंडल अध्यक्ष बनाया है। कुशलगढ़ विधानसभा के कुशलगढ़ ग्रामीण से सोहन मईड़ा डामोर, खेड़ा धरती छोटी सरवा से राकेश वड़खिया, सज्जनगढ़ से रमणलाल गरासिया, डूंगरा छोटा से हिम्मत मेरावत, बागीदौरा विधानसभा के बागीदौरा मंडल से ओमप्रकाश सुथार, बड़ोदिया मंडल से लालसिंह सोलंकी, गांगड़तलाई से राजेंद्र सिंगाड़ा, सल्लोपाट से सुरेश राठौड़, नाहरपुरा से मनीष कुमार मसार, बांसवाड़ा विधानसभा के बांसवाड़ा नगर से युगल उपाध्याय, आंबापुरा से कन्हैयालाल डिंडोर, छोटी सरवन से गौरीशंकर मईड़ा, घाटोल विधानसभा से घाटोल मंडल से विशाल सेठिया, पडौली गोरधन से लोकेंद्रसिंह चंद्रावत, उंडवेला से नाथूलाल सोलंकी, गनोड़ा से भावना उपाध्याय, गढ़ी विधानसभा के पालोदा मंडल से महेंद्रसिंह चौहान को अध्यक्ष बनाया। इसी तरह कुशलगढ़ ग्रामीण से प्रधान कानहींग रावत, छोटी सरवा से तोलसिंह हटीला, सज्जनगढ़ से प्रताप पटेल, डूंगरा छोटा से दीपसिंह वसुनिया, बागीदौरा से एडवोकेट प्रदीप दीक्षित, बड़ोदिया से यशोदा डामोर, गांगड़तलाई से कमलेश तंबोलिया, सल्लोपाट से रामसिंह गरासिया, नाहरपुरा से खेमराज गरासिया, बांसवाड़ा नगर से शीतल भंडारी, आंबापुरा से मुकेश रावत, छोटी सरवन से परमेश्वर मईड़ा, घाटोल से पूंजीलाल गायरी, पडौली गोरधन से वीर बहादुरसिंह, उंडवेला से हितेश कलाल, गनोड़ा से भानुदत्त वर्मा, पालोदा से शांतिलाल लबाना को मंडल प्रतिनिधि बनाया गया।
हरियाणा में करनाल के ब्याना गांव के पास सड़क हादसे में लापरवाही और तेज रफ्तार ने एक और जिंदगी को लील दी। इस सड़क हादसे में 28 वर्षीय युवक रामप्रकाश की मौत हो गई। रामप्रकाश बस अड्डा करनाल के पास मोबाइल रिपेयर और परचेज की दुकान चलाता था। हादसा उस समय हुआ जब वह अपने बड़े भाई के साथ अपनी मोटरसाइकिल पर करनाल जा रहा था। तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने उसकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे वह ट्रैक्टर के नीचे आ गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज भेज दिया आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा। भाई के साथ जा रहा था रामप्रकाश मृतक के बड़े भाई रामफल ने बताया कि वे दोनों शुक्रवार देर शाम को अपनी-अपनी मोटरसाइकिल पर करनाल से घर जा रहे थे। रामफल आगे चल रहे थे और रामप्रकाश अपनी स्प्लेंडर मोटरसाइकिल पर पीछे था। ब्याना गांव से थोड़ी ही दूरी पर सामने से आ रहा एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली उनकी साइड में आ गया और रामप्रकाश को सीधी टक्कर मार दी। लोगों ने की मदद, लेकिन बचाई नहीं जा सकी जान हादसे के तुरंत बाद रामफल ने अपनी मोटरसाइकिल को साइड में रोका और दौड़कर अपने भाई को संभालने की कोशिश की। वहां से गुजर रहे राहगीर भी रुक गए और मदद के लिए आगे आए। रामफल ने बताया कि उन्होंने तुरंत ट्रैक्टर का नंबर नोट कर लिया, लेकिन ट्रैक्टर का चालक मौके से भीड़ का फायदा उठाकर भाग निकला। रामप्रकाश को तुरंत प्राइवेट वाहन से अमृतधारा अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार में मातम छा गया है, और पूरे गांव में शोक है। पुलिस ने मामला किया दर्ज चौकी ब्याना में रामफल की शिकायत पर अज्ञात ट्रैक्टर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। हेड कांस्टेबल वजीर सिंह ने बताया कि आरोपी चालक की तलाश जारी है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि तथ्य छुपाकर प्राप्त की गई अनुकंपा नियुुक्ति अवैध है। कोर्ट ने कहा गलत तरीके से प्राप्त की गई नियुक्ति अनुकंपा नियुक्ति के उद्देश्य को विफल करती है। कोर्ट ने इस टिप्पणी के साथ बुलंदशहर के शिवदत्त शर्मा की विशेष अपील खारिज कर दी है। यह आदेश न्यायमूर्ति विवेक कुमार बिड़ला और न्यायमूर्ति योगेन्द्र कुमार श्रीवास्तव की खंडपीठ ने दिया। याची अपने पिता के निधन के बाद 1981 में अनुकंपा के आधार पर चौकीदार के रूप में नियुक्त हुआ था। इसके बाद उसने विभागीय अनुमति से बी.एड में प्रवेश लिया। 1986 में बी.एड योग्यता के आधार पर वह सहायक शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था। सेवानिवृत्ति से कुछ समय पहले 2019 में विवाद खड़ा हो गया। आरोप सामने आए कि याची ने सहायक शिक्षक पद प्राप्त करने के लिए चौकीदार के रूप में अपनी पिछली नियुक्ति को छुपाया था। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बुलंदशहर ने इस पर याची से स्पष्टीकरण मांगा। जांच के बाद आरोप सही पाए गए। उसकी नियुक्ति को रद्द कर दिया। इसके खिलाफ याचिका दाखिल की, जिसे एकल पीठ ने खारिज कर दिया गया। इसके बाद विशेष अपील दायर की गई। खंडपीठ ने पक्षों को सुनने के बाद कहा कि किसी भी महत्वपूर्ण तथ्य को छुपाने से अनुकंपा नियुक्तियों की वैधता खराब हो जाती है। अपीलकर्ता ने अपनी प्रारंभिक नियुक्ति को छुपाकर अनुकंपा नियुक्ति के उद्देश्य को विफल किया है। कोर्ट ने अपीलकर्ता की नियुक्ति रद्द करने के फैसले को बरकरार रखते हुए अपील खारिज कर दी है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय में कहा है कि शादी का वादा कर यौन उत्पीड़न करना एक निंदनीय कृत्य है। कोर्ट ने कहा इसे बाद में दिए गए शादी के प्रस्ताव से नहीं बदला जा सकता है। कानून ऐसे मामलों में समझौते से अपराध खत्म करने की अनुमति नहीं देता है। न्यायमूर्ति संजय कुमार सिंह ने आरोपी की जमानत अर्जी खारिज़ करते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्य से पीड़िता को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तौर पर नुकसान पहुंचा है और मानवता पर उसके विश्वास को गंभीर नुकसान पहुंचता है। अदालत का मत है कि याची के कृत्य को बाद में उसके द्वारा दिए शादी के प्रस्ताव से बदला नहीं जा सकता है। याची पर आरोप है कि उसने पीड़िता से शादी की इंगेजमेंट करने के बाद शारीरिक संबंध बनाया और सात माह बाद शादी करने से मुकर गया। पीड़िता ने उसके खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज़ कराया। याची के वकील का कहना था कि शारीरिक संबन्ध पीड़िता ने अपनी सहमति से बनाए थे और याची अब पीड़िता से शादी करने को तैयार है। सरकारी वकील ने इसका विरोध किया। कहा आरोप गंभीर है। पीड़िता ने पुलिस और मजिस्ट्रेट के सामने दिए बयान में आरोपों की पुष्टि की है। याची का अपराधी इतिहास है उस पर गैंगस्टर एक्ट में भी कार्यवाही हुई है। कोर्ट ने ज़मानत अर्जी खारिज़ करते हुए कहा कि याची ने पीड़िता का न सिर्फ शारीरिक उत्पीड़न किया है बल्कि भावनात्मक रूप से भी उत्पीड़न किया है। इस मामले में समझौते की अनुमति नहीं दी जा सकती है।
2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी ने अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं। लोकसभा चुनाव के बाद दलितों का भाजपा से मोहभंग होने के बाद सपा उसे अपनी तरफ करना चाहती है। ऐसे में रणनीति के तहत सपा पीडीए पर्चा हर घर तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है। दलित वर्ग को प्राथमिकता कानपुर सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने बताया कि इसकी शुरुआत कानपुर के 78 वार्डों से शुरू होगी। पीडीए मिशन द्वारा बाबा साहब अंबेडकर की नीतियों और सिद्धांतों व संविधान के नीति निर्देशक तत्वों को लेकर पार्टी लोगों के बीच जाएगी। इसमें दलित वर्ग को प्राथमिकता दी गई है। आरक्षण को बनाएंगे मुद्दा 78 वार्डों के प्रत्येक परिवारों में पीडीए मिशन की युवा टीम और सपा कार्यकर्ता बाबा साहब अंबेडकर की नीतियों और लोकतंत्र की रक्षा व आरक्षण, संविधान की नीति निर्देशक सिद्धांतों को लेकर प्रत्येक घर-घर जाएंगे और आरक्षण की मजबूती को लेकर प्रत्येक परिवार को एक बुलेटिन डॉक्टर अंबेडकर जी के सिद्धांतों को लेकर देंगे और पीडीए मिशन से जोड़कर परिवर्तन कासंदेश देंगे। ये संदेश देगी समाजवादी पार्टीप्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने बताया कि बाबा साहब ने इस व्यवस्था को तोड़ने के लिये शुरू से आवाज ही नहीं उठाई बल्कि जब देश आजाद हुआ तो संविधान बनाकर उत्पीड़ित, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समाज को अधिकार दिया। संविधान ने सामन्ती सोच की परम्परागत सत्ता को चुनौती दी और देश की 90% वंचित आबादी को आरक्षण के माध्यम से हक और अधिकार दिलवाया। जिससे उनमें आत्मसम्मान और आत्मविश्वास की भावना जागृति हुई। बाबा साहब द्वारा दिलाया गया आरक्षण तथा सदियों की पीड़ा, दोनों ने ही मिलकर पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया। पीडीए मिशन सपा के लिए बना वरदानसमाजवादी पार्टी के लिए पीडीए मिशन वरदान से कम नहीं है। लोकसभा चुनाव-2024 में समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में सर्वाधिक 37 सीटें जीतकर देश की नंबर तीन की पार्टी बनने में सफलता प्राप्त की है। पीडीए मिशन के जरिये पार्टी बाबा साहब के विचारों को दलित वर्ग तक पहुंचाने के लिए प्रयास करेगी। पीडीए चर्चा के कार्यक्रम में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि, संगठन के सभी पदाधिकारी और फ्रंटल के सभी पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल होने के निर्देश अखिलेश यादव ने जारी किए हैं। पीडीए चर्चा में ये प्रमुख मुद्दे उठाए जाएंगे-सामाजिक न्याय-आरक्षण-बेरोजगारी-महंगाई-जातीय जनगणना-स्थानीय मुद्दे
कानपुर के चकेरी क्षेत्र में दो व्यक्ति अलग अलग ठगी का शिकार हुए। एक को केडीए का प्लॉट दिलाने के नाम पर 4.47 लाख रुपए की ठगी की गई वहीं दूसरे को निवेश में अत्याधिक मुनाफे का झांसा देकर 1.83 लाख रुपए की ठगी को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनों ही मामलों में एफआईआर दर्ज कर ली है। केस 1चकेरी के न्यू पीएसी लाइन जवाहरप़ुरम निवासी लक्ष्मी दुबे के अनुसार उनकी एक मंगला विहार में कैफे है। जहां पर अगस्त 2023 में नजीराबाद निवासी तरूण यादव अपनी नानी श्यामा यादव के साथ आया था। श्याम यादव ने बताया था कि वे केडीए की अधिकृत एजेंट हैं और अति गरीब पात्र व्यक्तियों को केडीए द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास या ई ऑक्शन भूखंड दिलाने में मदद करती हैं। जिस पर आरोपितों ने उन्हें भी केडीए का भूखंड दिलाने का आश्वासन दिया। इस उन्होंने और उनके परिचितों के करीब 4.47 लाख की रकम तरुण को दे दी। इसके बाद से आरोपित एलॉटमेंट लेटर देने के लिए टाल मटोली करते रहे। काफी समय बीतने पर उन्हेांने केडीए में जाकर जानकारी करने का प्रयास किया लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। इसके बाद वे मई 2024 को आरोपित तरुण के घर गई तो तरुण की नानी समेत अन्य परिवारीजनों ने प्लॉट मिलने का आश्वासन दिया। साथ ही प्लॉट न मिलने पर रकम वापस कर देने को कहा। लेकिन समय बीतने के बाद भी न तो उन्हें भूखंड एलॉट हुआ और न ही रकम वापस मिली। इसके बाद उन्होंने डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह से मामले की शिकायत की। थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। केस 2 कैंट के फेथफुलगंज निवासी अभिषेक तिवारी के अनुसार वर्ष 2019 में उनके परिचित के गिरजा नगर निवासी असलम हुसैन ने उन्हें निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा दिया। इस पर अभिषेक ने असलम को दो लाख रुपये दे दिये। इसके बाद असलम हुसैन ने तीन माह तक 5700 रुपये दिये। फिर रुपये देने पर टाल मटोली करने लगा। काफी समय बीत जाने के बाद भी उनकी बची हुई 1.84 लाख की रकम वापस नहीं मिली। अभिषेक ने बताया कि बीती आठ जनवरी को वह अपने मित्र के यहां गिरजा नगर जा रहे थे। तभी अलसम हुसैन रास्ते में मिला। इस पर असलम हुसैन ने गाली गलौज कर रकम वापस न देने की बात कही। साथ ही जान से मारने की धमकी दी। थाना प्रभारी संतोष कुमार शुक्ला ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
हरियाणा के सोनीपत में अर्जुन अवार्डी खिलाड़ी अभिषेक नैन के घर के सामने सीवरेज का गंदा पानी भरा हुआ है और प्रशासन की अनदेखी के चलते गली से गुजरने वाले बच्चे और बुजुर्ग गिरकर चोट खा चुके हैं। बार-बार शिकायत देने की बावजूद भी ओलिंपिक खिलाड़ी के दरवाजे के सामने से गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। निगम प्रशासन को कई बार शिकायत की है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। सोनीपत के गोहाना रोड स्थिति मयूर विहार गली नंबर 25 में ओलिंपिक पदक विजेता और अर्जुन अवार्डी से नवाजे गए खिलाड़ी अभिषेक में का घर है। गली में अभिषेक में के घर के सामने ही सीवरेज का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर गली में बह रहा है। पिछले बरसात के सीजन से लगातार बदहाली है।सीवरेज के गंदे पानी के ओवरफ्लो क़े कारण गली गुड्डो में तब्दील हो गई है।ओलिंपिक हॉकी खिलाड़ी अभिषेक नैन के घर के सामने सीवरेज का गंदा पानी ओवरफ्लो होने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई महीनों से गली में भरा गंदा पानी बीमारियों को फैला रहा है और लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। लोगों ने बताया कि सीवरेज के गंदे पानी के कारण गली पूरी तरह से टूट चुकी है और गड्ढों में गंदा पानी भरा हुआ है। लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं सोनीपत नगर निगम के अंतर्गत अलग-अलग वार्ड में सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करने वार्ड अनुसार लाखों रुपए खर्च कर रहा है। जिसके चलते करोड़ों रुपए विभिन्न अलग-अलग एजेंसी को रिलीज हो रहे हैं। लेकिन शहर की सीवर व्यवस्था कागजों में सिमट कर रह गई है। ओलिंपिक के खिलाड़ी के घर के सामने की तस्वीर भी खुद बयां कर रही है कि नगर निगम अंतर्गत एक काम करने वाली विभिन्न एजेंसियां किस प्रकार की लापरवाही से काम करती हैं। काम कागजों में ही दिखाई देता है। निगम द्वारा हेल्पलाइन औपचारिकतानगर निगम के अंतर्गत सीवर संबंधित समस्याओं को लेकर हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। लेकिन लोग हेल्पलाइन नंबर पर बार-बार शिकायत देकर थक जाते हैं। उनकी समस्या का कोई समाधान नहीं होता। लोग आखिर में थक हार कर घर बैठ जाते हैं। नगर निगम में लचर व्यवस्था लोगों को परेशान करती है। मयूर विहार जैसी स्थिति शहर में एक जगह नहीं बल्कि अनेक जगह देखने को मिलती है। अभिषेक के घर बधाई देने वाले लोग बोले कल ही अभिषेक नैन को राष्ट्रपति के हाथों अर्जुन अवॉर्ड दिया गया है। उनके चाहने वाले जब उनके घर पर बधाई देने के लिए पहुंचे घर के बाहर की स्थिति देखकर प्रशासन को जमकर कोसा है। प्रशासन की व्यवस्था को लेकर लोगों ने कहा है कि यहां पर ऐसा बुरा हाल है तो शहर के अलग हिस्सों में कौन ध्यान रखेगा।एक बुजुर्ग महिला ने बताया कि विधायक निखिल मदान ने चुनाव के समय इस समस्या को हल करने का वादा किया था, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। अभिषेक की मां सूरत देवी ने कहा अभिषेक की मां सूरत देवी ने कहा गली में घर के सामने काफी गहरे गड्ढे हो रखे हैं। घर के सामने से निकलने वाले लोग भला बुरा कह के निकलते हैं। वहीं जिम्मेदार लोगों को भी जमकर कोसते हुए कहा कि वोट लेने के टाइम सब कुछ करने का वादा करते हैं। उसके बाद उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं आता। उनकी मां ने कहा कि कई बार शिकायत दी जा चुकी है।कोई सुनाई नहीं करता। वहीं सीवरेज लाइन बदलवाने की भी मांग उठाई गई है। निकासी क़े नहीं प्रबंधमयूर विहार गली 25 समेत अन्य गली में भी पुराने सीवर लाइन दबी हुई है। जो शुरुआती तौर में काफी छोटे पाइप दबाए गए हैं। लेकिन अब धीरे-धीरे आबादी बढ़ती जा रही है तो यह सीवरेज छोटे पड़ गए हैं जिसकी वजह से आए दिन यहां पर ओवरफ्लो हालात रहते हैं। वहीं दूसरी तरफ पानी निकासी के लिए भी कोई विशेष प्रबंध नहीं है। बारिश के दिनों में गालियां तालाब बन जाती हैं।
वाराणसी समेत देश के सबसे चर्चित IIT-BHU गैंगरेप मामले में पीड़िता का मेडिकल करने वाली डॉक्टर अनामिका सिंह के बयान से नया मोड़ आ गया है। डॉक्टर ने कोर्ट में दाखिल सप्लीमेंट्री मेडिको लीगल रिपोर्ट पढ़ी तो बिंदुवार उसे समझाया भी। महिला और पुरुष के शारीरिक अंगों का तुलनात्मक अंतर भी बताया। गैंगरेप पीड़िता के परीक्षण के बाद बनी रिपोर्ट के हर प्वाइंट को मेडिकल साइंस में स्पष्ट भी किया। कुछ मिनट के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट डॉक्टर के चैंबर जैसा नजर आया, जिरह में उदाहरण के साथ छात्रा के हालात और शारीरिक चोटों का जिक्र किया तो वकील भी स्तब्ध होकर सुनते रह गए। डॉक्टर ने साफ कर दिया कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट को हाथों से छुआ गया, उस हिस्से को चोट पहुंचाई गई। आंतरिक चोट नहीं मिली लेकिन ऐसे केस में एक्सटर्नल इंजरी इज फाउंड भी कम नहीं है। यह साफ दिखाता है कि रेप का कठोर प्रयास हुआ, शारीरिक हिंसा हुई उसमें प्राइवेट पार्ट पर चोट भी आईं। घटना के बाद उनके पास छात्रा तीसरे दिन यानि 4 नवंबर को पहुंची जबकि वारदात 1/2 नवंबर की रात हुई। 50-60 घंटे में कई चोट कि निशान हल्के या मिट से गए। वहीं, घटना के बाद पहुंची युवती नहा चुकी थी, इसका असर भी मेडिकल रिपोर्ट पर पड़ता है। सबसे पहले आपको बताते हैं कोर्ट की कार्रवाई... IIT-BHU में छात्रा से गैंगरेप मामले में जिला अस्पताल की विशेषज्ञ डॉक्टर अनामिका सिंह शुक्रवार दोपहर कोर्ट पहुंची। कोर्ट की कार्रवाई शुरू होते ही अभियोजन ने सबसे पहले उनसे छात्रा के अस्पताल आने के सवाल पूछे और पूरी मेडिकल रिपोर्ट के बारे में जज के सामने बताने का अनुरोध भी किया। स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. अनामिका सिंह ने परिचय के साथ अपना बयान देना शुरू किया। उन्होंने बताया कि लंका पुलिस 4 नवंबर को एक IIT छात्रा को लेकर आई थी। जिसकी एफआईआर कॉपी के साथ मेडिकल परीक्षण के दस्तावेज पेश किए गए। IIT-BHU गैंगरेप केस की चर्चा के बीच छात्रा का व्यक्तिगत तौर पर एक फार्मासिस्ट के साथ परीक्षण शुरू किया। उन्होंने बताया कि युवती के प्राइवेट पार्ट में इंटरनल चोट के निशान नहीं मिले। बाहर कुछ स्क्रेचेज मिले हैं। कोई शुक्राणु भी नहीं मिला। लेकिन, रेप संबंधित हिंसा से इनकार नहीं कर सकते। जब पीड़िता से बात की तो वह पूरी तरह से एक्टिव थी। उसने घटनाक्रम बताया था कि उसके साथ जबरदस्ती की गई। कपड़े जबरन फाड़ दिए गए। इसी के आधार में डॉक्टर ने पूरा परीक्षण किया और मेडिकल रिपोर्ट बनाई थी। जो अहम बातें सामने आई उसमें लिखी गई। उसने बताया कि सबसे पहले विवेकानंद अस्पताल में उसका परीक्षण किया गया, हालांकि जिन जगहों पर उसने बताया हमने उन अंगों का परीक्षण किया। सीने, हाथ और शरीर के अन्य अंगों पर निशान हल्के होने का कारण वारदात के तीसरे दिन की वजह हो सकती है। डॉक्टर ने सैंपल लेकर तैयार कराई रिपोर्ट राजकीय महिला चिकित्सालय वाराणसी की इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डा. अनामिका सिंह ने बताया कि पीड़िता के बयान के आधार पर रूम में उसका पूरा शारीरिक परीक्षण किया। उसका ब्लडप्रेशर मापा जो 110/70 था। उसके ब्लड और यूरिन सैंपल लिए गए। इसके बाद पीरियड के चलते हाईमन की मौजूदगी भी थी। इसके बाद आरोपों के आधार पर स्मीयर स्लाइड बनाई गई। मेडिकल मुआयना के साथ सैंपल पैथोलॉजी भेज दिए गए। रिपोर्ट के आधार पर 5 नवंबर को मेडिको लीगल रिपोर्ट तैयार की गई । कुणाल पांडे के वकील ने जिरह में उठाए सवाल बचाव पक्ष की ओर से सबसे पहले कुणाल पाण्डेय के वकील ने डा. अनामिका सिंह से जिरह शुरू की। मेडिकल रिपोर्ट में एक्सटर्नल इंजरी इज फाउंड शब्द पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर जबरदस्ती हुई तो चोटों के निशान शरीर के अन्य अंगों पर क्यों नहीं मिले? डा. अनामिका ने जवाब दिया कि पीड़िता की पहली मेडिकल रिपोर्ट उनके सामने थी जिसके बाद मेडिको लीगल रिपोर्ट तैयार की गई। हालांकि उस रिपोर्ट से इतर चीजों पर परीक्षण किया गया था। उस समय निशान नहीं मिले। इसका एक कारण यह भी है कि पुरूषों की तुलना में महिलाओं की त्वचा अधिक कोमल होती है उस पर निशान जल्दी आते हैं और अधिक प्रभावित करती है। महिला को पीछे से पकड़ा गया होगा लेकिन 4 नवंबर तक निशान नहीं मिले। कोर्ट में जज ने महिला डॉक्टर के बयान को दर्ज कराया, उनके बिंदुओं को गंभीरता से सुना। जज ने रिपोर्ट के आधार पर एक्सटर्नल इंजरी इज फाउंड शब्द को काफी गंभीरता से लिया। इसके साथ ही पूरी रिपोर्ट पर जिरह के लिए 20 जनवरी की तारीख तय कर दी । 22 अगस्त को छात्रा ने कोर्ट में बयान दर्ज कराए थे अभियोजन की वकील बिंदू सिंह ने बताया- कोर्ट ने IIT-BHU गैंगरेप की सुनवाई तेज कर दी है। केस में सबसे पहले छात्रा को कोर्ट ने 22 अगस्त, 2024 को बुलाया था। तब पुलिस सुरक्षा में छात्रा को कोर्ट में पेश किया गया। अपने साथ हुई वारदात को छात्रा ने कोर्ट के सामने रखा। बताया कि तीनों आरोपियों ने दरिंदगी की, धमकाया और फिर फरार हो गए। घटना के बाद से कई तरह के दबाव महसूस कर रही है। बाहर आते-जाते डर लगता है, इसलिए अधिकांश समय हॉस्टल में रहती हूं। 8 महीने बाद ट्रायल, 12 बार जिरह में तलब जिला एवं सत्र न्यायालय की फास्ट ट्रैक कोर्ट में 18 जुलाई, 2024 से ट्रायल शुरू हुआ था। इस सुनवाई के दौरान छात्रा ने अपना बयान 22 अगस्त तक दर्ज कराया। इसी बीच आरोपियों को जमानत मिल गई। आरोपियों की मौजूदगी में जुलाई से दिसंबर तक छात्रा को 12 बार कोर्ट में तलब किया जा चुका है। कोर्ट उससे 8 बार जिरह कर चुकी है। वहीं 4 बार अलग-अलग कारणों से वह नहीं आ सकी। कभी आरोपियों की ओर से अपील तो कभी अगली तारीख, इन सब के बीच अब तक उसके बयान पर जिरह पूरी नहीं हो सकी है। पहले आनंद फिर कुनाल और सक्षम की हो चुकी रिहाई वाराणसी फास्ट ट्रैक कोर्ट में याचिका खारिज होने के बाद सबसे पहले आरोपी आनंद ने 11 नवंबर, 2023 को जमानत याचिका हाईकोर्ट में दायर की थी। आनंद ने घर वालों की बीमारी समेत कई कारण बताए थे। इस पर कोर्ट ने 2 जुलाई, 2024 को जमानत दे दी। आनंद को जमानत मिलते ही दूसरे आरोपी कुणाल ने भी 2 जुलाई, 2024 को हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की। 4 जुलाई को कोर्ट ने उसे भी जमानत मिल गई। 4 जुलाई को ही तीसरे आरोपी सक्षम पटेल ने जमानत अर्जी दाखिल की, लेकिन गैंगस्टर में आपत्ति दाखिल हो गई। कमजोर रिपोर्ट और अभियोजन की बहस भी फीकी रही और मजबूत आधार नहीं होने के चलते सक्षम पटेल को बाद में जमानत मिली।
कानपुर के औद्योगिक स्वरूप को बड़ा झटका लगा है। कानपुर ही नहीं प्रदेश की बड़ी फैक्ट्री में शुमार फर्टिलाइजर फैक्ट्री को बंद कर दिया गया है। दिवालिया हो चुके जेपी ग्रुप का फर्टिलाइजर कारखाना केएफसीएल (कानपुर फर्टिलाइजर एंड केमिकल्स लिमिटेड) के मालिकों ने आखिरकार तालाबंदी की घोषणा कर दी है। बंदी का नोटिस भी लगा दिया गया है। कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट बंदी के बाद से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से फैक्ट्री से जुड़े करीब 2 हजार लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। अचानक हुई तालाबंदी से श्रमिक संगठन भी विरोध में आ गए हैं। आज यानि शनिवार को इंटक के नेता श्रमायुक्त को मिलकर ज्ञापन सौंपेंगे। सब्सिडी का भुगतान न होने से आया संकट बंदी को लेकर फर्टिलाइनजर कारखाने के श्रम अधिकारी प्रदीप चतुर्वेदी ने बताया कि बंदी की घोषणा कर दी गई है। कंपनी के सीईओ आलोक गौड़ ने मीटिंग कर बंदी की घोषणा करते हुए कहा कि सरकार ने कोई सहयोग नहीं दिया है। खाद पर सब्सिडी का भुगतान बंद होने से संकट खड़ा हो गया था। 18 दिसंबर से काम बंद चल रहा था। कंपनी पर बैंकों की बड़ी देनदारी बता दें कि केएफसीएल जेपी एसोसिएट्स की कंपनी उत्तर भारत विकास प्राइवेट लिमिटेड की सहायक कंपनी है। जेपी एसोसिएट्स की सीमेंट, एक्सप्रेसवे, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्पोर्ट्स संबंधी बिजनेस, फर्टिलाइजर, उड्डयन, कृषि एवं अन्य कारोबारी सहायक कंपनियां हैं, जिन्हें दिवालिया घोषित किया गया है। जेपी एसोसिएट्स लिमिटेड पर बैंकों की अरबों की देनदारी है। दिसंबर माह से नहीं दिया जा रहा वेतन इंटर के जिला मंत्री असित सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि दिसंबर माह से ही स्थितियां विकट हो गई थी। लेकिन यूनियन के दबाव में मालिकों ने कर्मचारियों को दो जनवरी को मिलने वाला दिसंबर माह का वेतन 14 जनवरी को भुगतान कर दिया था। कंपनी सभी कर्मचारियों को बकाया भुगतान करेगी। इस प्रकार रहा है कंपनी का इतिहास असित सिंह ने बताया कि चांद छाप यूरिया खाद का उत्पादन देने वाले कानपुर फर्टिलाइजर को झटका पर झटका मिलता रहा। इंडियन केमिकल इंडस्ट्रीज द्वारा 1970 में स्थापित रसायनिक खाद कारखाना आईईएल व फिर आसीआई के नाम से जाना जाता रहा। बाद में 1993 में इसे जीपी गोयनका के डंकन ग्रुप ने खरीद लिया। घाटा बर्दाश्त न कर पाने के कारण 6 जून 2010 को इसे जेपी ग्रुप ने खरीद लिया। तब उत्तर प्रदेश में मायावती की सरकार थी और जेपी ग्रुप फलफूल रहा था। इसका स्वामित्व जेपी एसोसिएट्स लिमिटेड के पास था जो बाद जेपीएएल की सहायक कंपनी उत्तर भारत विकास लिमिटेड की इकाई यह कारखाना बन गया। जेपी ग्रुप के दिवालिया होने का असर इस पर भी पड़ा। अंजाम ये हुआ कि कंपनी को बंद करना पड़ा।
कानपुर में पति से एक करोड़ रुपए मांगने वाली पत्नी की दिक्कतें बढ़ गई है। इस मामले को लेकर पीड़ित पति सामने आ गया है। पति ने साफ आरोप लगाया है कि पत्नी की सरकारी नौकरी लगने के बाद उसके हाव भाव बदल गए हैं। वो घर में रहने के लिए एक करोड़ रुपए मांग रहीं हैं। पति का कहना है कि उन्हें पत्नी और ससुराल वालों से खतरा है। वो सिर्फ इतना चाहता है कि पुलिस मामले में निष्पक्ष जांच करें और उन्हें न्याय दिलाये। नौबस्ता हंसपुरम निवासी बजरंग भदौरिया की शादी 22 फरवरी 2023 को हुई थी। बजरंग के मुताबिक शादी के बाद सबकुछ ठीक चल रहा था। उनकी गेंदा में नौकरी लग गई थी। इधर पत्नी सरकारी नौकरी करने की इच्छुक थी तो उनकी दिल्ली के सरकारी स्कूल में नियुक्ति मिल गई। बजरंग के मुताबिक ननौकरी लगने के बाद पति के हाव भाव बदल गए। पति नौकरी छोड़कर पहुंचा पत्नी के पास बजरंग के मुताबिक जब पत्नी की नौकरी लग गई तो वह अपनी नौकरी छोड़कर पत्नी की मदद करने के लिए घर वापस लौट आए। मगर पत्नी का स्वाभाव बदला हुआ था। वो अपने मन से मायके जाती थी और कई कई दिन वहां रहती और मन से ससुराल आ जाती थी। पीड़ित से मांगे एक करोड़ पीड़ित पति के मुताहिक 12 दिसम्बर 2024 को पत्नी अपने परिवार के साथ उनके निवास पर पहुंची। वहां पर ससुराल के लोगों ने अभद्रता करते हुए मारपीट की। साथ ही कहा कि बेटी को रखना है तो एक करोड़ रुपए देने होंगे एडीसीपी साउथ महेश कुमार ने कहा कि मामला दर्ज किया गया है। इसकी बारीकी से जांच कराई जाएगी। जो भी तथ्य होंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
संपूर्ण महाकुंभ के आयोजन पर कानपुर के थोक कपड़ा बाजार के ग्राफ में तेजी से उछाल गया है। प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ में कैंप तैयार करने से लेकर सर्दी से बचने व साधु–संतों को दान–पुण्य करने के लिए लिहाज से कंबल, गेरुए वस्त्र, मफलर, टोपी, चादर, रजाई, गद्दे तैयार करने समेत करीब 200 करोड़ का कारोबार हो चुका है। 4 करोड़ के कपड़े से तैयार हुए कैंप वहीं आगामी समय में होने वाले शाही स्नान को लेकर भी काफी संख्या में कारोबार हो रहा है। कानपुर कपड़ा कमेटी की माने तो महाकुंभ में कपड़ा बाजार में 400 करोड़ से अधिक का कारोबार होगा। कानपुर कपड़ा कमेटी के प्रधान सचिव नवीन कुमार नवेटिया ने बताया कि कानपुर में करीब 5 हजार कपड़े की दुकानें है। महाकुंभ में सेक्टर 21,22,23,24 व 25 में तैयार होने वाले पंडालों में कानपुर थोक बाजार से करीब 4 करोड़ रुपये का 7 लाख मीटर कपड़ा गया है। साथ ही रजाई, गद्दों को तैयार करने में भी कानपुर से कपड़ों की सप्लाई की गई है। 2.50 लाख मीटर गेरुआ वस्त्र गया महाकुंभ वहीं महाकुंभ में शाही स्नान में दान–पुण्य के मद्देनजर काफी संख्या में कंबल, मफलर, जैकेट, टोपी की काफी डिमांड हो रही है। नवीन के मुताबिक महाकुंभ में आए साधु–संतों को सम्मानित करने के लिए गेरुए वस्त्र की भारी डिमांड हो रही है। जिसमें 20 से 40 रुपये मीटर के पॉलिस्टर व 50 से 70 रुपये के कॉटन के गेरुए वस्त्र का करीब 2.50 लाख मीटर कपड़ा महाकुंभ जा चुका है, जिसकी लागत तकरीबन 75 लाख रुपये है। 2000 हजार जैकेट जा रहीं रोजाना साथ ही जैकेट की भी खूब मांग हो रही है, 500 रुपये रेंज तक की करीब 2000 हजार जैकेट रोजाना प्रयागराज जा रही हैं। कपड़ा कारोबारी कृष्ण गुप्ता ने बताया कि भीषण ठंड में आयोजित हो रहे इस महापर्व पर कंबल की भारी मात्रा में डिमांड है। 40 करोड़ का कंबल का कारोबार 100 से 150 रुपये के कंबल की करीब 2000 गांठे (70 पीस की एक गांठ) व 250 रुपये के रेंज वाली करीब 500 से अधिक गांठे (40 पीस की एक गांठ) प्रयागराज जा चुकी हैं। इसके साथ ही रोजाना 12 से 15 हजार कंबल प्रतिदिन प्रयागराज थोक बाजार से भेजा जा रहा है। अब तक करीब 40 करोड़ का कंबल प्रयागराज जा चुका होगा।
आगरा में नगर निगम बकायेदारों के खिलाफ कुर्की व संपत्ति सीलिंग की कार्रवाई कर रहा है। गृह कर जमा न कराने पर राजस्व विभाग की टीम ने ताजगंज क्षेत्र में होटल को सीज करने के साथ ही दो भवन स्वामियों को कुर्की वारंट जारी किया। कार्रवाई के डर से दो अन्य लोगों ने मौके पर ही लाखों रुपये का बकाया जमा करा दिया। जिससे उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई।ताजगंज जोन में हैंडीक्राफ्ट नगर के रहने वाले सुरेंद्र कुमार के द्वारा होटल ग्रांड कासा का संचालन किया जा रहा था। इस भवन पर गृहकर के रुप में 2,57,714 रुपये का गृहकर बकाया चला आ रहा था। टैक्स जमा कराये जाने के लिए नगर निगम की ओर से भवन स्वामी को कई बार नोटिस जारी किये गये लेकिन भवन स्वामी द्वारा कोई संज्ञान नहीं लिया गया। इस पर राजस्व विभाग की टीम ने जोनल अधिकारी जोगेंद्र सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए होटल को सीज कर दिया। दो घरों को दिए कुर्की के वारंटमहादेव नगर निवासी देवेंद्र गोस्वामी पर गृहकर के 1,68,109 रुपये बकाया चले आ रहे थे। कई बार इन्हें भी नोटिस जारी किये गये। लेकिन नोटिस पर कोई संज्ञान न लेने पर इनको नगर निगम की ओर से कुर्की वारंट जारी किया गया है। रामवती के भवन पर भी 2,79,911 रुपये का गृहकर बकाया चला आ रहा था। इन्हें भी कुर्की वारंट जारी किया गया। मौके पर जमा कराया बकाया मलको गली के रहने वाले राजेश गुप्ता पर भी 1,54,610 रुपये का टैक्स बकाया चला आ रहा था। जब राजस्व विभाग की टीम कार्रवाई के लिए पहुंची तो इन्होंने 1,17,662 रुपये का चेक देकर अपने को कार्रवाई से बचा लिया। इसी प्रकार से अनिल कुमार अग्रवाल पुराना कुतलूपुर एमजीरोड के होटल द ग्रेट इंपीरियल पर 12,15,018 रुपये संपत्तिकर के रुप में बकाया चले आ रहे थे। जब निगम की टीम सीलिंग की कार्रवाई के लिए पहुंची तो इन्होंने लगाये गये टैक्स पर आपत्ति व्यक्त करते हुए 2,71,205 रुपये का चेक विभागीय टीम को देकर कार्रवाई से खुद को बचा लिया।
बदायूं में नीलकंठ महादेव बनाम जामा मस्जिद मामले में आज शनिवार को सुनवाई होगी। 17 दिसंबर की सुनवाई में जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता ने सुप्रीमकोर्ट के आदेश का हवाला दिया था। जबकि उस सुनवाई के बाद 24 दिसंबर की तारीख लगी थी। हालांकि उस दिन सुनवाई नहीं हो सकी थी। इंतजामिया कमेटी के अधिवक्ता ने कोर्ट में सुप्रीमकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा था, जब सुप्रीम कोर्ट का आदेश आ चुका है तो अब बहस में समय क्यों खराब किया जाए। नीलकंठ महादेव पक्ष के अधिवक्ताओं का तर्क था सुप्रीम कर्ट के आदेश में यह जिक्र कहीं नहीं है कि मामले की पोषणीयता पर सुनवाई नहीं हो सकती। अब तक इस प्रकरण में सरकारी वकील की जिरह पूरी हो चुकी है। जबकि अब मुस्लिम पक्ष बहस कर रहा है। हिंदू पक्ष सबसे अंत में अपनी बहस करेगी। बहस का मुद्दा यह है कि मुकदमा सुनवाई के योग्य है अथवा नहीं। अब जानिए पूरा मामला... चार साल पहले दायर की गई याचिका 2 सितंबर, 2022 को बदायूं सिविल कोर्ट में भगवान श्री नीलकंठ महादेव महाकाल (ईशान शिव मंदिर), मोहल्ला कोट/मौलवी टोला की तरफ से एक याचिका दायर की गई। इसमें जामा मस्जिद इंतजामिया कमेटी, यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, ASI, केंद्र सरकार, यूपी सरकार, बदायूं कलेक्टर और प्रदेश के मुख्य सचिव को पार्टी बनाया गया। याचिका में दावा किया गया कि मौजूदा वक्त में बदायूं की जामा मस्जिद की जगह पर नीलकंठ महादेव का मंदिर था। दावा- शिवलिंग को हटाकर मस्जिद बनाई गई दावा किया जा रहा है कि मंदिर में यही शिवलिंग स्थापित था, जिसे मस्जिद बनाते समय हटा दिया गया। बाद में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजश्री चौधरी ने इस केस को लड़ने के लिए 5 प्रतिनिधि (याचिकाकर्ता) नियुक्त किए। इनमें महासभा के प्रदेश संयोजक मुकेश पटेल, अरविंद परमान एडवोकेट, ज्ञानेंद्र प्रकाश, डॉ. अनुराग शर्मा और उमेश चंद्र शर्मा शामिल हैं। 3 महीने में तय होगा केस सुनने लायक है या नहीं कोर्ट ने 5 लोगों के याचिकाकर्ता बनने की एप्लिकेशन स्वीकार कर ली। अब यही पांच लोग हिंदू पक्ष की तरफ से कोर्ट में उपस्थित हो रहे हैं। पिछले दो साल से कोर्ट में तारीख पर तारीख लग रही हैं। हिंदू और मुस्लिम दोनों पक्षों को सुना जा रहा है। माना जा रहा है, अगले 3 महीने में कोर्ट यह तय कर देगा कि यह केस आगे सुनने लायक है या नहीं। यह खबर भी पढ़ें... बदायूं में जामा मस्जिद या नीलकंठ मंदिर?:हिंदुओं का दावा- अल्तमश ने मंदिर ढहाकर बनाई, मुस्लिमों के पास मालिकाना हक के सबूत उत्तर प्रदेश में ज्ञानवापी, मथुरा जन्मभूमि और संभल जामा मस्जिद के बाद अब बदायूं की जामा मस्जिद चर्चा में है। हिंदू पक्ष ने इसे नीलकंठ महादेव मंदिर बताते हुए कोर्ट में दावा किया है। 10 दिसंबर को कोर्ट में सुनवाई है। दावा है- साल 1175 में मुस्लिम शासक शमसुद्दीन अल्तमश (इल्तुतमिश) ने मंदिर को जामा मस्जिद का रूप दिया था। हिंदू पक्ष ने ब्रिटिशकाल में लिखे गए गजेटियर और 144 साल पुरानी ASI की रिपोर्ट कोर्ट में जमा की है। पढ़ें पूरी खबर
चौड़ीकरण:मार्गों को चौड़ा करने के लिए निकाला टेंडर, 13 फरवरी को खुलेगा, इसके बाद लगेंगे निशान
सिंहस्थ 2028 के चलते वर्तमान में शहर के पांच मार्गों का चौड़ीकरण होना तय है, जिसके लिए निगम ने तैयारी शुरू करते हुए 2 जोन में आने वाले इन पांचों मार्गों पर सेंट्रल मार्किंग का काम पूरा कर लिया है। नगर निगम द्वारा विभिन्न मार्गों के चौड़ीकरण कार्य को दृष्टिगत रखते हुए जोन क्रमांक 2 गाड़ी अड्डा चौराहा से वीडी क्लॉथ मार्केट, केडी गेट से जूना सोमवारिया होते हुए बड़े पुल तक एवं जोन क्रमांक 3 गोपाल मंदिर, छत्रीचौक से कंठाल होते हुए कोयला फाटक एवं गदा पुलिया से रविशंकर नगर, जयसिंहपुरा होते हुए लालपुल तक सेंट्रल मार्किंग का कार्य पूरा कर लिया है। साथ ही इन सभी मार्गों के चौड़ीकरण के लिए निगम द्वारा टेंडर भी निकाल दिया है। कंठाल से निकास तक होने वाले चौड़ीकरण को इंदौर रोड तक बढ़ा दिया है, जिसके चलते अभी मार्ग पर काम बाकी है। साथ ही टेंडर अभी नहीं हुआ है। शुक्रवार को जोन 2 अंतर्गत अधीक्षण यंत्री संतोष गुप्ता एवं जोनल अधिकारी द्वारा सेंट्रल मार्किंग के पश्चात मकानों पर लाल निशान लगाने से पूर्व मार्ग का निरीक्षण किया गया। इसी प्रकार सभी मार्गों का पहले निरीक्षण होगा, उसके बाद आगे का काम शुरू होगा। सेंट्रल मार्किंग के बाद मकानों पर निशान लगाना शुरू किए जाएंगे। निगम आयुक्त आशीष पाठक के निर्देशानुसार जोन 2 एवं 3 के जोनल अधिकारी राजकुमार राठौर, दीपक शर्मा एवं नगर निगम टीम द्वारा सेंट्रल मार्किग का काम पूरा कर लिया गया है। फरवरी के अंत में होगा आगे का काम शुरू सड़कों पर सेंट्रल मार्किंग का काम पूरा हो गया है। चौड़ीकरण के लिए टेंडर भी हो चुके हैं, जो कि 13 फरवरी को खुलेंगे। जब तक मार्ग का निरीक्षण करते हुए बाकी तैयारियां और व्यवस्था निर्धारित की जाएगी। टेंडर खुलने के बाद मकानों पर निशान लगना शुरू होंगे व यह कार्य फरवरी माह के अंत तक शुरू होना संभावित है। मकानों पर लाल निशान का काम अब शीघ्र होगा चौड़ीकरण मार्ग अंतर्गत सेंट्रल मार्किंग का कार्य पूर्ण कर लिया है। साथ ही मकानों पर लाल निशान लगाने का कार्य भी शीघ्र किया जाएगा। इसके पश्चात टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने एवं वर्कआॅर्डर जारी होने के पश्चात प्रस्तावित चौड़ीकरण मार्गों पर कार्य होगा। पीयूष भार्गव, कार्यपालन यंत्री नगर निगम
बाड़मेर से सटे अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर पर बीएसएफ ने हथियारों की खेप पकड़ी हैं। बताया जा रहा है कि यह खेप बॉर्डर पार पाकिस्तान से आई हैं और इसे आगे सप्लाई होने से पहले ही बीएसएफ ने पकड़ लिया है। धोरे में हथियारों को छुपा कर रखा गया था। हथियारों की खेप मिलने के बाद बीएसएफ, पुलिस सहित कई सुरक्षा एजेंसियां एक्टिव हो गई और मौके पर पहुंच पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है। पूर्व में हेरोइन तस्करी के मामले सामने आए थे, लेकिन अब सर्दी तेज होने के साथ ही बॉर्डर पर हथियारों की खेप मिलने से बीएसएफ और सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी बढ़ा दी है। बिंजराड़ थाना क्षेत्र के भभूते का तला बॉर्डर इलाके में बीएसएफ की ओर से हथियारों की खेप पकड़े जाने के बाद बाड़मेर एसपी नरेंद्रसिंह मीना, बीएसएफ डीआईजी राज कुमार, चौहटन डीएसपी जीवनलाल खत्री समेत पुलिस, सुरक्षा एजेंसियों की टीम मौके पर पहुंची हैं। मौके से हथियारों को बरामद करने की कार्यवाही शुरू की गई। सूत्रों के अनुसार बॉर्डर पर धोरे में हथियारों को छुपा कर रखा था। 9 एमएम 4 ग्लॉक पिस्टल, 8 मैगजीन और 78 कारतूस मिले हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हथियार मिले हैं लेकिन कितने और क्या है उसको लेकर फिलहाल कुछ कह नहीं सकते हैं। बीएसएफ की ओर से मामले में पुलिस को सुपुर्द किए जाने और सुरक्षा एजेंसियों के जॉइंट ऑपरेशन के बाद ही कुछ बता सकते हैं। भभूते का तले का बॉर्डर काफी संवेदनशील है बिंजराड़ थाना इलाके के भभूते का तला और सरूपे का तला बॉर्डर इलाका काफी संवेदनशील है। यहां बॉर्डर पार से पूर्व में भी कई बार हेरोइन, हथियार और नकली नोटों की खेप आ चुकी हैं। ऐसे में बीएसएफ के जवान यहां काफी सक्रिय थे। बॉर्डर से जैसे ही खेप को भारतीय सीमा में फेंका गया तो बीएसएफ जवानों को भनक लग गई। यहां बीएसएफ की ओर से सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही हैं। बीएसएफ के एक्टिव होने से भारतीय सीमा में डंप होने के बाद तत्काल बरामद कर ली गई। भारतीय तस्कर की मदद से आगे सप्लाई होती थी, लेकिन बीएसएफ की चौकसी से खेप को लेने नहीं पहुंचा। ऐसे में अब बीएसएफ और पुलिस की ओर से हथियार किसे और कहां सप्लाई होने थे इसको लेकर छानबीन कर रही है। यह है 9 एमएम ग्लॉक पिस्टल ग्लॉक पिस्टल के कई वेरिएंट पूरी दुनिया में हैं। भारत में यह आम नागरिक के लिए प्रतिबंधित है। ग्लॉक पिस्टल से एक साथ 36 गोलियां फायर की जा सकती है। ऑस्ट्रिया की कंपनी ग्लॉक भारत, अमेरिका, इंग्लैंड और फ्रांस सहित 70 से अधिक देशों में सेना, पुलिस और विशेष सुरक्षा बलों के लिए ग्लॉक हथियार बनाती है। ग्लॉक पिस्टल में 6 से लेकर 36 राउंड तक मैगजीन का उपयोग हो सकता है। भारत में इस हथियार में 17 राउंड वाली मैगजीन का उपयोग किया जाता है। हर बार पाक से आए हथियार, आरडीएक्स, हेरोइन की तस्करी का पंजाब से कनेक्शन बाड़मेर में अब तक पकड़े गए हथियार, हेरोइन, आरडीएक्स का पंजाब से ही कनेक्शन रहा है। 2009 में अब तक की सबसे बड़ी हथियार और आरडीएक्स की खेप पकड़ी गई थी। तत्कालीन सदर थानाधिकारी और वर्तमान में बाड़मेर डीएसपी रमेश शर्मा की ओर से सितंबर 2009 में मारूड़ी के पास 14 पिस्टल, 1056 कारतूस, 1000 फीट से ज्यादा कॉरडेक्स वायर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए थे। इस खेप का कनेक्शन पंजाब से था। आतंकी बबर खालसा तक सप्लाई होनी थी। इस खेप में पकड़े गए अधिकांश आरोपियों को आजीवन कारावास तक की सजा हुई हैं। 1995 से लेकर अब तक 30 साल में 200 किलो से ज्यादा हेरोइन, बड़ी संख्या में नकली नोट, आरडीएक्स और हथियारों की खेप बाड़मेर जिले से लगते अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से बरामद हो चुकी है। खास बात ये है कि भारत पाक बॉर्डर पर भभूते का तला, सरूपे का तला, पांचला सहित 3-4 स्पॉट है, जहां से पाकिस्तान की तरफ से तस्करी के प्रयास किए जाते हैं। अब तक हुई हेरोइन, नकली नोट, आरडीएक्स और हथियारों की तस्करी में पकड़े गए तस्करों से पूछताछ में खेप का कनेक्शन पंजाब और पाकिस्तान से ही सामने आए हैं।
झांसी में खेतों में लहलहा रही फसल पर यूरिया का छिड़काव अब ड्रोन से भी हो सकेगा। यह ड्रोन 15 मिनट में एक एकड़ में छिड़काव कर देता है, जबकि मजदूर या किसान को 30 से 45 मिनट लगते हैं। इससे समय की बचत तो होगी ही, साथ ही पानी का कम इस्तेमाल होगा और हर एकड़ पर लगभग 500 रुपए की बचत भी होगी। नाबार्ड इफको किसान स्मार्ट फार्म परियोजना के तहत नोहरा गांव में इस ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया गया। यहां 80 एकड़ में लगी फसल पर ड्रोन से यूरिया का छिड़काव किया है। ताकि, किसान इसकी उपयोगिता को समझ सके। दूसरे फेस में 80 एकड़ में और छिड़काव किया जाएगा। कम खर्चा और अधिक उत्पादन वाली तकनीक नाबार्ड इफको किसान स्मार्ट फार्म परियोजना के तहत बबीना के नोहरा गांव को चुना गया है। यहां नई तकनीक का उपयोग कर खेती कराई जा रही है। सैटेलाइट से फसलों का आंकलन करके किसानों को लिखित और वाणी संदेश पहुंचाए जा रहे हैं। ताकि फसल उत्पादन में खर्चा कम और अधिक उत्पादन लिया जा सके। इसी क्रम में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया गया। पहले फेस में ड्रोन के जरिए 80 एकड़ फसल पर यूरिया का छिड़काव किया गया। ड्रोन तकनीक से उर्वरक, कीटनाशक की लागत में कमी आएगी। साथ ही पानी की बचत के साथ पूरी फसल में सामान रूप से छिड़काव हुआ। ड्रोन से छिड़काव के फायदे और लागत में बचत क्रांति लाएगी ड्रोन तकनीक नाबार्ड के डीडीएम भूपेश पाल ने बताया कि ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल कर किसान अपनी खेती की लागत को कम कर उत्पादन बढ़ा सकते हें। ड्रोन की मदद से फसल पर छिड़काव समान रूप से किया जाता है और अधिकतर रसायन पत्तियो पर ही रहता है। खेत की मिट्टी पर प्रभाव कम पड़ता है। इस तकनीक से सटीक छिड़कांव संभव है। जिससे पर्यावरण पर भी कम प्रभाव पड़ता है। आने वाले समय में ड्रोन तकनीक क्रांति लेकर आएगी।
राज्य के पहले एवं एक मात्र सरकारी यूनानी मेडिकल कॉलेज में अब तक भर्ती नियम भी नहीं हैं। यहां पर डेपुटेशन, संविदा एवं ठेका प्रथा पर स्टाफ कार्यरत है। इस कारण अव्यवस्थाएं व्याप्त हैं। जबकि इस साल 2019-20 के सत्र के मुकाबले सबसे अधिक प्रवेश हुए हैं। इस चिकित्सा पद्धति के प्रति रुझान बढ़ रहा है। हर वर्ग के स्टूडेंट्स यहां अध्ययन कर रहे हैं। लेकिन अब भी फैकल्टी पूरी नहीं है। 32 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 6 पद खाली हैं। टोंक जिले के चराई स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में एक अस्पताल 2020 से संचालित है। वहां पर मरीज नहीं आने एवं अव्यवस्थाओं के कारण चिकित्सा उपकरण भी खराब हो रहे हैं। साथ ही इमारत में भी बिना किसी उपयोग के दर्रारें भी नजर आने लगी हैं। यूनानी मेडिकल कॉलेज में 2019-2020 में सबसे अधिक 63 स्टूडेंट्स ने बीयूएमएस में प्रवेश लिया था। इस बार यदि ईडब्ल्यूएस की 13 सीटों पर भी प्रवेश दिए जाने की अनुमति मिल गई होती, तो इस बार भी सबसे अधिक सीटों पर प्रवेश होता। ये कॉलेज युसूफपुरा चराई में 2016 से संचालित हो रहा है। यह सर्वपल्ली राधाकृष्णन आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय जोधपुर के अधीन है। यहां करीब 10 साल में पीजी कक्षाएं भी शुरू नहीं हो सकी हैं। यूजी के लिए भी पूरी व्यवस्थाएं नहीं हो पाई हैं। कॉलेज प्राचार्य डाॅ. इरशाद खान ने बताया कि सभी कमियों को पूरा करने एवं आवश्यक व्यवस्था के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया गया है। उल्लेखनीय है कि इस कॉलेज को सीधे राज्य सरकार के अधीन करने की मांग की जाती रही है। ताकि यहां स्टूडेंट्स को 90 हजार फीस नहीं देनी पड़े। बालिका छात्रावास का नहीं हो सका अब तक संचालन बालिका छात्रावास का अब तक संचालन शुरू नहीं हो पाया है। कॉलेज शहर से दूर होने एवं आवश्यक व्यवस्थाएं नहीं होने के कारण आगे भी इसका संचालन फिलहाल होना मुश्किल बना हुआ है। एमबीबीएस करने वालों की वार्षिक फीस महज 5 हजार के करीब होती है। लेकिन यहां पर भारी फीस देने के बाद भी सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।
मेरठ KMC अस्पताल से CMO ने किया जवाब तलब:प्रकरण की न्यायिक जांच कराने के लिए डीएम को भेजी चिट्ठी
मेरठ में केएमसी अस्पताल के खिलाफ समाजवादी युवजन सभा के नेताओं द्वारा किए गए हंगामे, विरोध प्रदर्शन के बाद स्वास्थ्य विभाग जागा है। मेरठ सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने अस्पताल प्रबंधन से पूरे मामले में जवाब तलब किया है। वहीं प्रकरण की न्यायिक जांच कराने के लिए समिति गठित करने का पत्र भी भेजा है। बता दें कि शुक्रवार को ही सपा नेताओं ने सीएमओ का इस प्रकरण में घेराव किया था। सीएमओ ने भेजा पत्रसीएमओ की तरफ से केएमसी अस्पताल प्रबंधन को पत्र भेजा है। जिसमें इस पूरे मामले में अपना स्पष्टीकरण देने को कहा गया है। उधर डीएम को भी पत्र भेजकर प्रकरण की न्यायिक जांच के लिए समिति गठित करने की मांग की है। 2017 में कराया था महिला ने ऑपरेशनसपाइयों ने कहा कि जब केएमसी अस्पताल के डॉक्टरों पर मुकदमा दर्ज हो चुका है। वहां महिला की किडनी निकालने का जघन्य अपराध हुआ है तो अब तक अस्पताल पर बुलडोजर क्यों नहीं चला। अस्पताल गिराया जाए, इसका लाइसेंस निरस्त किया जाए।सपा कार्यकर्ताओं ने बताया बुलन्दशहर निवासी कविता का 6 साल पहले मेरठ के केएमसी अस्पताल में ऑपरेशन हुआ था। जब वहां के छह डॉक्टरों की मिलीभगत से उस महिला की किडनी निकाल कर बेच दी गई। इसकी जानकारी कविता को तब हुई जब उसके पेट में दर्द हुआ।जब उसने अपना अल्ट्रासाउंड करवाया। तब उसे पता चला उसके अंदर उसकी किडनी नहीं है। उसके बाद में सरकारी कार्यालय के चक्कर काट रही थी। अब कोर्ट ने केएमसी अस्पताल मालिक समेत 6 डॉक्टरों के खिलाफत के दर्ज किया है।सपाइयों ने कहा कि किडनी गैंग मेरठ में सक्रिय है। ये अफसरों की मिलीभगत व सरकार के संरक्षण के बिना नहीं चल सकता। इस मामले की गहनता से जांच बेहद जरूरी है। इस अस्पताल को सील कर इसकी जांच कराई जाए। ये लोग किडनी निकालकर कहां बेच रहे थे, चैक किया जाए। इस पूरे रैकेट को तोड़ा जाए। कोविड के दौरान यहीं हुई थीं मौतेंसपाइयों ने आरोप लगाया कि इसी केएमसी अस्पताल में कोविड के समय 61 लोगों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई थी। इनकी मौत का जिम्मेदार मेरठ की जनता केएमसी अस्पताल के डॉक्टरों को मानती है।
आईआईटी कानपुर ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने ‘स्वान M2’ नाम का एक रोबोट तैयार किया है। यह रोबोट बॉर्डर पर सिपाहियों के साथ उनका सहपाठी बनकर काम करेगा। जवान से पहले यह रोबोट बॉर्डर की गतिविधियों को हेड क्वार्टर तक पहुंचाएगा। इसके अलावा इस रोबोट का इस्तेमाल बड़ी-बड़ी तेल मिल में भी किया जा रहा है जो काम लोग मैन्युअल करते थे, वह काम आप रोबोट करके देगा। बॉर्डर की हर एक गतिविधि पर रखेगी नजरएक्स टेर्रा रोबोटिक्स कंपनी के को-फाउंडर अविनाश भास्कर ने बताया कि आईआईटी कानपुर के मैकेनिकल डिपार्टमेंट में इस रोबोट को तैयार किया गया है। इसकी खास बात यह है कि इसमें हाई विजुअलिटी कैमरा और AI का प्रयोग किया गया है। इसको आप एक बार प्लानिंग सेट कर देंगे उसे प्लानिंग के हिसाब से यह बिना रुके 1 घंटे तक काम करता रहेगा। बॉर्डर पर जैसे ही कोई घटना होती है वैसे ही यह संदेश हेड क्वार्टर को देगा। इसके अलावा यदि वहां पर किसी सिपाही को कोई दिक्कत होती है तो उसका भी अपडेट ये तत्काल देगा। तेल मिल में भी करेगा पेट्रोलिंगअविनाश भास्कर ने बताया कि यह रोबोट तेल मेल में भी काम करेगा यह पूरी पेट्रोलिंग करके आपको बताएगा कि कहां पर किस पाइप में क्या फाल्ट है। केवल आपको सिर्फ एक बार इसमें फंक्शन को अपडेट करना होगा और यह उसी फंक्शन पर काम करना शुरू कर देगा। अपनी पूरी एरिया में यह घूमेगा और एक-एक जगह की पंक्चरों को इकट्ठा करेगा, जहां पर भी जो कमी होगी उसको यह बताएगा। यदि किसी पाइपलाइन या किसी अन्य मशीन में भी कोई फाल्ट होगा तो यह तत्काल जानकारी दे देगा। एक रोबोट की कीमत 20 लाखअविनाश ने बताया कि इस रोबोट की कीमत 20 लाख रुपए है। इसको अभी देश के कई शिक्षण संस्थाओं ने हमसे खरीदा है, जो बड़े-बड़े शिक्षण संस्थान है उनमें यह पेट्रोलिंग का काम कर रहा है। रात का अंधेरा हो या सूरज की तेज धूप हर परिस्थितियों में यह काम करने के लिए सक्षम है।
धोखाधड़ी का मामला:बैंक ऑफ बड़ौदा में 45 लाख की धोखाधड़ी, केस
बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा देवरीकला में 7 अफसरों ने मिलकर 45 लाख रुपए की हेराफेरी की। बैंक काे नुकसान पहुंचाया। शिकायत पर ईओडब्ल्यू द्वारा जांच की गई। प्रकरण दर्ज किया है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) ने बताया कि इस मामले में शिकायत आई कि बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा देवरीकला के तत्कालीन शाखा प्रबंधक राजेश सिंदुके एवं अन्य के द्वारा बैंक के खाते से अनाधिकृत रुप से रुपए निकाले गए। इन्हें अलग-अलग खातों में जमा किया। बाद में अलग-अलग खातों में जमा की गई यह राशि निकाल ली गई। बैंक के साथ धोखाधड़ी की है। शिकायत की जांच आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ इकाई सागर के द्वारा की गई। जांच के बाद आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ में आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया। बैंकर्स चैक से जमा की राशि, नकद निकाली जांच में पाया गया कि बैंक अफसर राजेश टी. सिंदुके, एनआर तिर्की, मनोज कुमार पंकज, अरुण कुमार पाण्डेय, आकाश कुमार, वीरेंद्र कटारे, विदुर जैन के द्वारा बैंक के खाते से बैंकर्स चैक के द्वारा खाता धारकों के खाते में राशि डालकर बाद में संबंधित खाते से लूज चैक के द्वारा नकदी रूप में निकाला।
शादी के दो साल बाद भोपाल के एक कपल ने बच्चा प्लान करने का फैसला किया लेकिन मेडिकल समस्याओं के कारण गर्भधारण नहीं हो पाया। अगले 4-5 साल तक कई डॉक्टर्स की सलाह, दवा के बाद भी जब कोई समाधान नहीं हुआ तो उन्होंने सरोगेसी यानी अन्य महिला से उधार की कोख लेने का फैसला किया। इसके बाद सरोगेसी के लिए राजी होने वाली महिला को तलाशना और सरकारी प्रक्रिया पूरा करना इतना पेचीदा रहा कि उन्होंने बच्चा गोद लेने के बारे में भी सोचना शुरू कर दिया। यूं तो ये एक परिवार की कहानी है लेकिन ऐसे कई परिवार हैं, जो सरकारी प्रक्रिया में लेटलतीफी से सरोगेसी का प्लान छोड़ देते हैं। ऐसे परिवारों के लिए अब राहत की खबर है। मध्यप्रदेश सरकार ने सरोगेसी प्रक्रिया को 4 महीने की बजाय अब 10 दिन का कर दिया है। सरकार ने नियम में क्या आसानी की है, पहले क्या परेशानी थी और अब सरोगेसी से मां बनना क्यों मुश्किल नहीं रहेगा…पढ़िए ये रिपोर्ट सबसे पहले जानिए, क्या है सरोगेसी और नए नियमसरोगेसी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें एक महिला (सरोगेट मां) दूसरे कपल के बच्चे को अपनी कोख में रखकर जन्म देती है। इसे उन दंपतियों के लिए विकल्प माना जाता है, जो शारीरिक कारणों से खुद बच्चे को जन्म नहीं दे सकते। मध्यप्रदेश सरकार ने स्टेट एप्रोप्रियेट अथॉरिटी फॉर एआरटी एंड सरोगेसी (SAA) का गठन किया है, जो अधिक से अधिक बैठक आयोजित करेगी। आवेदन प्रक्रिया को डिजिटल और अधिक पारदर्शी बनाया जाएगा। आवेदन प्रक्रिया अब 7-10 दिन में पूरी होगी। एक महिला ने भास्कर से बातचीत में कहा, “मैं अपनी कोख से बच्चे को जन्म नहीं दे सकती। मैं गर्भधारण करने में असमर्थ हूं। जब मुझे पता चला तो ये किसी मानसिक आघात जैसा था। सरोगेसी से बच्चा पैदा करने की प्रक्रिया लंबी और मानसिक रूप से थका देने वाली है।' पहले स्टेट बोर्ड की बैठक में जाते थे आवेदनपहले सरोगेसी के लिए आवेदन प्रक्रिया में चार महीने का समय लगता था। राज्य सरोगेसी बोर्ड की बैठक हर चार महीने में लोक स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में होती थी, जिसमें पूरे प्रदेश के आवेदनों पर निर्णय लिया जाता था। इस प्रक्रिया की वजह से कई कपल्स को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ता था। अब इस आवेदन सीमा को घटाकर सिर्फ 7-10 दिन कर दिया गया है। इसका मतलब यह है कि अब सरोगेसी के लिए दंपतियों को महीनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अब प्रक्रिया उतनी ही होगी लेकिन स्टेट बोर्ड की जगह आवेदन सीधे स्टेट एप्रोप्रियेट अथॉरिटी फॉर एआरटी एंड सरोगेसी (SAA) को दस दिन के अंदर फॉरवर्ड कर दिए जाएंगे। सरोगेसी के वैज्ञानिक और कानूनी पहलूसरोगेसी एक ऐसी चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसमें एक महिला (जिसे सरोगेट मां कहा जाता है) किसी अन्य दंपती या व्यक्ति के लिए बच्चे को अपने गर्भ में पालती है और जन्म देती है। यह उन दंपतियों या व्यक्तियों के लिए एक विकल्प है, जो किसी मेडिकल कारण से स्वयं संतान को जन्म देने में असमर्थ होते हैं। सरोगेसी में सरोगेट महिला अपने या फिर डोनर के अंडाणु के जरिए गर्भधारण करती है और उस बच्चे के जन्म तक, अपने गर्भ में उसका पालन-पोषण करती है। जन्म के बाद सरोगेट मां का उस बच्चे पर कोई कानूनी अधिकार नहीं रहता। किसे बना सकते हैं सरोगेट मां दो साल में 10 आवेदन स्वीकार किएलोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा आयुक्त तरुण राठी ने बताया कि राज्य सरोगेसी बोर्ड ने मध्यप्रदेश में 2023 से 2025 तक सरोगेसी के कुल 10 आवेदन स्वीकार किए हैं। अक्टूबर 2024 से मध्यप्रदेश ने सरोगेट मदर के लिए दिए जाने वाले इंश्योरेंस को 1 लाख से बढ़ाकर 10 लाख रुपए कर दिया है। एआरटी बैंक और क्लीनिक कैसे काम करते हैं एआरटी बैंक: एआरटी बैंक (Assisted Reproductive Technology Bank) एक ऐसी जगह है, जहां प्रजनन उपचार के लिए शुक्राणु और अंडाणु को सुरक्षित रखा जाता है और जरूरतमंद लोगों को दिया जाता है। इसे प्रजनन क्लीनिक या एआरटी क्लीनिक भी कहते हैं। लेवल 1 एआरटी क्लीनिक: यहां केवल गर्भधारण के लिए शुक्राणु को सीधे गर्भाशय में डाला जाता है। लेवल 2 एआरटी क्लीनिक: यहां गर्भधारण के लिए ज्यादा जटिल प्रक्रियाएं की जाती हैं, जैसे-
मौसम का हाल:रात का तापमान 24 घंटे में तीन डिग्री लुढ़का, दिन में भी ठिठुरन
12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली ठंडी हवा के कारण शुक्रवार को अधिकतम तापमान में दो डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। इससे दिन के वक्त ठिठुरन बढ़ गई है। हवा की रफ्तार तेज और धूप हल्की होने के कारण लोग सर्दी से परेशान रहे। अगले 24 घंटों के दौरान मौसम साफ होने तथा सर्दी और तेज होने की संभावना है। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य से 3 डिग्री कम है। जबकि न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री रहा। यह भी सामान्य से 1 डिग्री कम है। इससे एक दिन पहले गुरुवार को अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान 13.0 डिग्री दर्ज किया गया था। इस लिहाज से गुरुवार की अपेक्षा शुक्रवार को अधिकतम तापमान में 2.4 डिग्री तथा न्यूनतम तापमान में 3.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है।
न्यायालय:दुष्कर्म का केस दर्ज करने पर महिला थाना प्रभारी को समझाइश
कहा-जहां शादी का मामला हो, वहां दुष्कर्म का केस दर्ज करने से पहले पुलिस को जांच जरूर करना चाहिए थाना प्रभारी ने भूल स्वीकारी कहा- आवेदन में पीड़िता ने लिखा था कि आरोपी उसका पति है शिकायती आवेदन को ठीक ढंग से पढ़े बिना केस दर्ज करना महिला थाना प्रभारी दीप्ति तोमर को भारी पड़ गया। न्यायालय ने ना केवल इस लापरवाही पर उनसे स्पष्टीकरण मांगा, बल्कि भविष्य में इस प्रकार के मामलों में केस दर्ज करने से पहले शिकायती आवेदन को ठीक ढंग से पढ़ने व जांच उपरांत केस दर्ज करने की समझाइश दी। न्यायालय ने दुष्कर्म के आरोपी पति को भी अग्रिम जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। मामला कानपुर निवासी युवक और ग्वालियर निवासी युवती का है। मई 2024 में महिला थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज किया। गिरफ्तारी से बचने के लिए युवक ने जिला न्यायालय में आवेदन दिया। इसमें बताया कि वह और पीड़िता पति-पत्नी हैं। इस तथ्य को छुपाकर दुष्कर्म की एफआईआर दर्ज कराई गई। इस मामले में कोर्ट ने जब पीड़िता से सवाल किए तो उसकी ओर से बताया कि एसपी ग्वालियर को दिए आवेदन से इस बात की पुष्टि की जा सकती है। मामला उलझता देख कोर्ट ने महिला थाना टीआई दीप्ति तोमर से स्पष्टीकरण मांगा। उन्होंने माना की तथ्यों की भूल हुई, जिसके चलते एफआईआर में ये बात नहीं आ सकी कि आरोपी और पीड़िता पति-पत्नी हैं। युवक की ओर से कोर्ट को ये भी बताया गया कि दोनों ने दिल्ली एनसीआर में रजिस्ट्रार के समक्ष विवाह किया। हालांकि, इसकी जानकारी जब पीड़िता के परिजनों को लगी तो वह उसे बहला फुसलाकर ले गए। बाद में झूठी रिपोर्ट दर्ज कराई। चूंकि, दोनों में वैचारिक मतभेद हैं, इसके चलते दोनों की ओर से 26 अक्टूबर 2024 को कुटुंब न्यायालय में केस भी दर्ज किया है। दोनों आपसी सहमति से तलाक लेने जा रहे हैं।
मंत्रियों ने देखी व्यापार मेले की व्यवस्था, 26 को शुभारंभ की तैयारी
ग्वालियर व्यापार मेले की व्यवस्थाओं की जायजा लेने के लिए शुक्रवार को जिले के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट एवं ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पहुंचे। उन्होंने मेले में लगी प्रदर्शनियों का भी भ्रमण किया। साथ ही मेले के शुभारंभ को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। जिसमें अधिकारियों ने कहा कि मेले का विधिवत शुभारंभ 26 जनवरी तक बेहतर रहेगा। इस दौरान कई वीआईपी शहर में रहेंगे। वहीं प्राधिकरण के सभागार में मेले की समीक्षा बैठक हुई। जिसमें संभागीय आयुक्त मनोज खत्री, आईजी अरविंद सक्सेना, कलेक्टर रुचिका चौहान, निगम आयुक्त अमन वैष्णव आदि शामिल हुए। तीसरे दिन बिके 999 वाहन... मेले में वाहन खरीदने पर रोड टैक्स में 50 फीसदी की छूट मिल रही है। इसके चलते वाहन खरीदने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है। तीसरे दिन रिकॉर्ड वाहनों की बिक्री हुई। मेले में चार व दोपहिया वाहन मिलाकर 999 वाहन बिके।
शहर में ट्रैफिक जागरुकता अभियान के दौरान पुलिस चौराहों पर वाहन चालकों को गजक खिलाकर ट्रैफिक नियमों को लेकर जागरुक किया। दोपहर में प्रमुख मार्गों के पाइंटों पर नियम तोड़ने वाले वाहन चालकों के चालानी कार्रवाई की। इस जागरुकता अभियान में शहर के प्रमुख बाजारों के फुटपाथ व आधी सड़क तक अतिक्रमण कर ट्रैफिक को अस्त-व्यस्त करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का कोई अभियान प्रशासन, निगम व पुलिस की ओर से नहीं हैं। जबकि शहर में सबसे अधिक ट्रैफिक अव्यवस्था बाजारों में अतिक्रमण व नो पार्किंग में वाहनों की पार्किग के कारण ही है। जबकि इंदौर में एडीएम की निगरानी में जोन वायज एसडीएम के नेतृत्व में संयुक्त टीम कार्रवाई कर रही है। जिससे वहां के लोगों को ट्रैफिक जाम की समस्या से सामना नहीं करना पड़ता है। शादी के सीजन के चलते सभी प्रमुख मार्गों व चौराहों का ट्रैफिक अस्त-व्यस्त है। इसके बाद भी ट्रैफिक सुधार के नाम पर सिर्फ बिना हेलमेट और बिना नंबर प्लेट वाहनों पर कार्रवाई कर ट्रैफिक जागरुकता सप्ताह की औपचारिकता की जा रही है। इंदौर में संयुक्त दल रोज करता है कार्रवाई, जयपुर-अहमदाबाद मे आईटीएएमएस सिस्टम से नियंत्रण इंदौर एसीपी रिषीकेश मीणा ने बताया कि इंदौर में ट्रैफिक मुहिम के दौरान ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर चालानी कार्रवाई कर रही है। वहीं शहर के फुटपाथ और सड़कों पर अतिक्रमण न हो इसके लिए एडीएम की निगरानी में संयुक्त टीम प्रतिदिन अलग-अलग जोन में स्थान चिन्हित कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करती है। कार्रवाई के लिए प्लान एक दिन पहले ही तैयार हो जाता है। जो कार्रवाई करने वाले अफसरों व टीम को जारी कर दिया जाता है। प्रत्येक टीम का नेतृत्व एसडीएम के पास रहता है। यह टीम अतिक्रमण मिलने पर तत्काल थ्रीडी मशीन से तोड़ती है। अतिक्रमणकारियों को नोटिस देने की कार्रवाई पहले ही होती है। संयुक्त कार्रवाई के लिए बनाएंगे प्लान^शहर में ट्रैफिक सुधार के लिए भी संयुक्त टीम बनाकर अतिक्रमण हटाकर सड़कें व चौराहे साफ करने की कार्रवाई की जरूरत है। इसके लिए संयुक्त टीम बनाकर कार्रवाई का प्लान तैयार किया जाएगा। -अरविंद सक्सेना, आईजी संयुक्त टीमें बनाएंगे^शहरवासियों को ट्रैफिक जाम संबंधी परेशानी न हो इसके लिए जल्द ही संयुक्त टीमें बनाकर जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।-रुचिका सिंह, कलेक्टर दिखावे की जागरूकता:2दिन में 438 चालन, 170 बिना हेलमेट वालों के ट्रैफिक जागरुकता सप्ताह के दौरान पुलिस ने 438 वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाई की। इनमें 170 चालान बिना हेलमेट के थे। 62 चालान अनधिकृत हूटर के और 61 चालान बिना सीट बेल्ट वाहन चालकों के बने। इसके अलावा कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है। शहर के सबसे बड़ा दाल बाजार का यह हाल, जहां आधी रोड भी वाहनों के लिए नहीं बची। राजस्थान के जयपुर और गुजरात के अहमदाबाद सहित अन्य शहरों में चौराहों पर लगे सिग्नल व कैमरों की व्यवस्था का नियंत्रण ट्रैफिक पुलिस के पास है। ऐसी स्थिति में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले वाहनों पर कार्रवाई, ट्रैफिक सिग्नल की टाइमिंग आदि की व्यवस्था जरूरत के अनुसार पुलिस परिवर्तन कर लेती है। ग्वालियर में यह व्यवस्था स्मार्ट सिटी व निगम के अधीन हैं। इससे चौराहों पर ट्रैफिक का दबाव बढ़ने-घटने पर सिग्नल की टाइमिंग नहीं बदलती। इस कारण ट्रैफिक जाम की स्थिति बनती है। गोला का मंदिर चौराहा, फूलबाग चौराहा पर इसी कारण हमेशा स्थिति बिगड़ी रहती है।
पहाड़ों पर बर्फबारी, शहर में कोहरा:सर्दी अब प्रचंड, आज कक्षा 8वीं तक के बच्चों की छुटटी
पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फवारी के कारण मैदानी क्षेत्र में सर्दी ने अपने तीखे तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। शुक्रवार को दिनभर शीत लहर चली। जिससे अधिकतम तापमान पिछले दिन की तुलना में 1.3 डिर्गी गिरकर 20.3 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 8.1 डिग्री रिकॉर्ड हुआ। इसके चलते जिला प्रशासन ने केजी-नर्सरी से लेकर कक्षा 8वीं तक के सभी स्कूलों में 18 जनवरी को अवकाश घोषित कर दिया है। आंगनबाड़ी केंद्र की छुट्टी... महिला बाल विकास के अंतर्गत सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए छुट्टी रहेगी। आज कोहरा छाएगा... मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक शनिवार को तापमान में गिरावट होगी। शीत लहर के साथ कोहरा भी छाएगा।
बस्तर में 3 जिलों की पुलिस फोर्स ने नक्सली कमांडर हिड़मा के गढ़ में घुसकर हिड़मा और देवा की टीम के 12 लड़ाकों का एनकाउंटर कर दिया है। हालांकि, इस बार भी हिड़मा और देवा पुलिस की गोलियों से बचकर निकल गए। सर्चिंग के दौरान शुक्रवार को जवानों को नक्सलियों की सुरंग भी मिली है। इसके अलावा जवानों ने नक्सलियों की हथियार बनाने वाली फैक्ट्री और मशीनों को भी नष्ट किया है। मारे गए नक्सली बटालियन नंबर 1 और CRC (सेंट्रल रीजनल कमेटी) के हैं। छत्तीसगढ और तेलंगाना राज्य की सीमा पर 3 जिलों की पुलिस ने करीब 48 घंटे तक ऑपरेशन चलाया। 3 जिलों के सरहदी क्षेत्र में मुठभेड़ पुलिस को सूचना मिली थी कि दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिलों के सरहदी क्षेत्र में करीब 200-250 नक्सली मौजूद हैं। पामेड़, उसूर और बासागुड़ा थाना इलाके के पुजारी कांकेर, तुमलेर, मलेमपेंटा समेत आस-पास के जंगल में इनकी मौजूदगी थी। साथ ही नक्सली कमांडर हिड़मा और बटालियन नंबर 1 का कमांडर देवा के भी होने की खबर थी। इसी सूचना के आधार पर 15 जनवरी की शाम दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले की DRG, कोबरा 205, 206, 208 और 210 बटालियन के साथ ही CRPF के करीब 1500 से 2000 जवानों ने ऑपरेशन लॉन्च किया। 8 से 9 घंटे तक चला एनकाउंटर 15 जनवरी की रात तक ये सभी जवान नक्सलियों के कोर इलाके में पहुंच गए थे। रात में तीनों जिले की फोर्स ने नक्सलियों के ठिकाने को घेर लिया। वहीं 16 जनवरी की सुबह 8 से 9 बजे के बीच नक्सलियों की जवानों के साथ पहली मुठभेड़ हुई। जिसमें जवानों ने 2 नक्सलियों को मार गिराया था। इसके बाद दिनभर रुक-रुककर गोलीबारी होती रही। 16 तारीख को ही करीब 8 से 10 घंटे तक रुक-रुककर फायरिंग हुई। रात होते ही फायरिंग रुकी। जवान जंगल में ही पोजिशन लेकर बैठे रहे। अगले दिन यानी 17 जनवरी की सुबह से फिर जवानों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। इसमें 5 महिला समेत कुल 12 नक्सलियों के शवों को बरामद कर लिया गया। सभी नक्सली CRC और नक्सलियों की सबसे मजबूत टीम बटालियन नंबर 1 के माओवादी हैं। मारे गए सभी नक्सलियों के शवों समेत हथियार लेकर जवान जिला मुख्यालय पहुंचे। बचकर निकले बड़े लीडर्स जवानों ने घटना स्थल से हथियार समेत BGL लॉन्चर भी बरामद किए हैं। बड़ी बात है कि एक बार फिर से हिड़मा और नक्सली देवा पुलिस की गोली से बचकर निकल गए हैं। अफसरों का दावा है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली लगी है। नक्सलियों की सुरंग मिली, यहां कई सामान डंप किए गए मुठभेड़ के बाद इलाके की छानबीन करने के दौरान जवानों को बड़ी कामयाबी मिली। सुकमा डीआरजी के जवानों के हाथ एक सुरंग लगी है। यह सुरंग सुकमा-बीजापुर सीमा में तुमरेल ओर तलपेरू नदी के बीच थी। यहां से नक्सलियों का डंप सामान जब्त किया गया है। सुरंग में हथियार और विस्फोटक बनाने का समान डंप था। इसके अलावा नक्सलियों के कैंप को भी ध्वस्त किया गया है। सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों को नक्सलियों की हथियार बनाने की फैक्ट्री मिली। यहीं जवान देसी BGL लॉन्चर, देसी लॉन्चर बनाते थे। फोर्स ने उसे भी नष्ट कर दिया। IG बोले- बड़ा ऑपरेशन थावहीं बस्तर के IG सुंदरराज पी ने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ यह फोर्स का बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया गया था। जवानों ने नक्सलियों के कोर जोन में घुसकर उन्हें मार गिराया। ये नक्सलियों पर बड़ा प्रहार था। उन्होंने कहा कि, लगातार हो रहे ऑपरेशन से माओवादी बैकफुट पर आए हैं।
ग्वालियर जिले में अवैध कॉलोनियों की संख्या बढ़कर 1937 तक पहुंची शासन की गाइडलाइन में आम आदमी को घर, प्लॉट उपलब्ध कराने की मंशा से बनाए गए प्राधिकरण फिलहाल सफेद हाथी साबित हो रहे हैं। शायद आपको जानकर हैरानी होगी कि 1989 यानी कि 36 वर्ष में ग्वालियर विकास प्राधिकरण (जीडीए) शताब्दीपुरम के बाद कोई बड़ी हाउसिंग स्कीम लोगों को नहीं दे पाया है। ऐसे ही काउंटर मैग्नेट सिटी बसाने का जिम्मा संभालने वाला विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण (साडा) 1992 यानी की 33 साल में एक भी परिवार की बसाहट नहीं कर सका। इसका परिणाम यह है कि दोनों विकास प्राधिकरणों के प्लानिंग एरिया में 1223 अवैध कॉलोनियां कट चुकी हैं। जिले में अवैध कॉलोनियों की संख्या 1937 तक पहुंच गई है। विक्रमपुर, मऊ, जमाहर, सेंथरी, महाराजपुरा, गंगा मालनपुर, पुरानी छावनी, सौजना, कुलैथ, तिघरा रोड आदि में धड़ल्ले से अवैध कॉलोनी बसा रहे हैं। इन अवैध कॉलोनियों में जरूरतमंद लोग कच्चे एवं विवादित प्लॉट-आवास खरीद रहे हैं। हालांकि, नए प्रोजेक्ट न ला पाने से इन प्राधिकरणों की भी आर्थिक स्थिति गड़बड़ा रही है। फिर भी ये प्राधिकरण प्रोजेक्ट्स को लेकर सिर्फ कागजी घोड़े ही दौड़ाने का काम कर रहे हैं। यह है प्राधिकरणों का हाल जीडीएः ग्वालियर विकास प्राधिकरण ने 1989 में शताब्दीपुरम प्रोजेक्ट लांच किया। जिसके फेज-3 का नोटिफिकेशन भी 1997 तक हो गया था, यहां अब तक प्लॉट बेचे जा रहे हैं। इसके बाद प्राधिकरण कोई बड़ा प्रोजेक्ट लेकर नहीं आ पाया। 2001 में शिवपुरी लिंक रोड पर महादजी नगर आवासीय योजना शुरू जरूर की गई। लेकिन उसमें महज 600-620 प्लॉट ही थे। अधिकारियों का दावा है कि नए प्रोजेक्ट लाने की प्रक्रिया चल रही, इस वर्ष के अंत तक 2 से 3 प्रोजेक्ट चालू हो जाएंगे। साडाः काउंटर मैग्नेट सिटी में 1992 से अब तक करीब ₹600 करोड़ खर्च हो चुके हैं। उसके बावजूद एक भी परिवार यहां रहने नहीं पहुंचा। इस कारण यहां कराए गए विकास कार्य बर्बाद हो चुके हैं और साडा को हितग्राहियों से पैसा भी नहीं मिल रहा। साडा 2015 में बरा आवासीय प्रोजेक्ट लेकर आया था, जो फंड के कारण अधूरा है और उसके बाद कोई नया प्रोजेक्ट नहीं आया। प्राधिकरण में कई वर्ष से स्थाई सीईओ भी नहीं है। वर्तमान में एमपीआईडीसी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रत्युल सिन्हा के पास चार्ज है। प्राधिकरणों की सुस्ती का ये हो रहा असर प्रोजेक्टः नए प्रोजेक्ट न आने से लोग अवैध कॉलोनी में ले रहे प्लॉट जीडीए और साडा के आवास एवं प्लॉट हर आय वर्ग वालों की पहुंच में होते हैं। लेकिन इनके प्रोजेक्ट न आने का सीधा फायदा अवैध कॉलोनी बसाने वालों को मिलता है। क्योंकि, सस्ते के चक्कर में लोग अवैध कॉलोनियों में प्लॉट व आवास ले लेते हैं और दस्तावेजी पड़ताल भी नहीं करते। इससे कई बार उन्हें प्रशासन की कार्रवाई का सामना करपा पड़ता है। प्राधिकरणः जीडीए की आय घटी, साडा के हालात भी खराब प्रोजेक्ट न आने से प्राधिकरणों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। स्थिति यह है कि जीडीए की आय काफी घट चुकी है और जमा पूंजी से खर्चे किए जा रहे हैं। वहीं साडा की आर्थिक हालत तो बहुत ही खराब हो चुकी है, साडा में वेतन तक के लिए फंड का संकट है। अब साडा इस इंतजार में है कि उसकी प्रॉपर्टी बिके और फंड आए तभी प्रोजेक्ट तैयार हो पाएंगे। वजह... राजनीतिक नियुक्तियां अटकने से विकास में पिछड़े जीडीए और साडा में अध्यक्ष व बोर्ड के दूसरे पद 2019 से खाली हैं। ये पद खाली होने का बड़ा असर प्राधिकरणों के कामकाज और प्रोजेक्ट पर पड़ रहा है। क्योंकि, बोर्ड की नियुक्तियां राजनीतिक लोगों की होती हैं और वे लोग मुख्यमंत्री, मंत्री व शासन वरिष्ठ अधिकारियों से अड़कर प्रोजेक्ट पास कराते रहे हैं। अब ये कमी प्राधिकरणों में खल रही है। निगम ने बनाए 5000 से ज्यादा आवास, 10000 के लिए दी राशि विकास के लिए बनाए गए प्राधिकरण जहां निर्माण में पिछड़ गए वहीं नगर निगम ने कुछ सालों में 5000 हजार से ज्यादा आवासों का निर्माण करा दिया। यही नहीं 10000 आवासों के निर्माण के लिए राशि उपलब्ध कराई गई। निगम ने आईएचएसडीपी योजना में 3328, राजीव आवास योजना में 890, प्रधानमंत्री आवास योजना में 960 आवास बनवाए। वहीं, पीएम आवास योजना के बीएलसी घटक के तहत 2948 आवास बनवाने में मदद और 7500 को सब्सिडी दी। जिम्मेदार बोले- जीडीए और साडा का रिव्यू किया जाएगा नए प्रोजेक्ट और बसाहट को लेकर जल्द ही जीडीए और साडा की बैठक लेकर रिव्यू किया जाएगा। साथ ही पुराने प्रोजेक्ट्स को जल्दी पूरा कराने की प्रक्रिया भी अपनाएंगे। -संजय शुक्ला, प्रमुख सचिव/ मत्र नगरीय विकास एवं आवास विभाग
राष्ट्रीय आय सह मेधा छात्रवृत्ति परीक्षा के लिए नालंदा जिले में व्यापक तैयारियां की गई हैं। कल 19 जनवरी को होने वाली इस महत्वपूर्ण परीक्षा में कुल 2,238 प्रतिभाशाली विद्यार्थी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने परीक्षा की निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक और जिला शिक्षा पदाधिकारी को भेजे गए पत्र में कदाचार-मुक्त माहौल में परीक्षा संपन्न कराने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है। परीक्षा के लिए 4 प्रमुख केंद्र स्थापित किए गए हैं। बिहार टाउन टाउन हाई स्कूल में 615, आदर्श हाई स्कूल में 615, एसएस गर्ल्स हाई स्कूल में 570 और जवाहर कन्या हाई स्कूल में 43 परीक्षार्थी परीक्षा में सम्मिलित होंगे। केंद्राधीक्षकों को किसी भी प्रकार की गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा, जबकि परीक्षा की समग्र निगरानी डीएम और एसपी को सौंपी गई है। यह छात्रवृत्ति योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। प्रतिवर्ष एक लाख नई छात्रवृत्तियां प्रदान की जाती हैं, जिसमें चयनित छात्रों को 10वीं से 12वीं कक्षा तक प्रतिवर्ष 12,000 रुपए की छात्रवृत्ति दी जाती है। 31 जनवरी तक आपत्ति दर्ज कर सकते प्रवेश पत्र 13 जनवरी से इंटरनेट के माध्यम से डाउनलोड किए जा रहें हैं और परीक्षा के बाद 25 जनवरी को प्रोविजनल आंसर शीट जारी की जाएगी। छात्रों को आपत्तियां दर्ज कराने के लिए 31 जनवरी तक का समय दिया गया है। परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए सामान्य वर्ग के छात्रों को 7वीं कक्षा में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक, जबकि अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्रों के लिए 50 प्रतिशत अंक आवश्यक हैं। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की जाएगी। पहली पाली में मानसिक योग्यता परीक्षा और दूसरी पाली में शैक्षिक योग्यता परीक्षा। यह परीक्षा न केवल छात्रों के लिए आर्थिक सहायता का माध्यम है, बल्कि उनके शैक्षिक भविष्य को सुदृढ़ करने की एक महत्वपूर्ण पहल भी है। इससे प्रतिभाशाली छात्रों को 8वीं कक्षा के बाद भी अपनी शिक्षा जारी रखने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के दौरान आज बेगूसराय आएंगे। बेगूसराय में मुख्य कार्यक्रम मटिहानी प्रखंड के मनियप्पा में है। कार्यक्रम की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बेगूसराय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 8वीं यात्रा है, लेकिन पहली बार ऐसा हो रहा है, जब तीन जगह पर दो-दो हेलीपैड बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री सबसे पहले मनियप्पा में पहुंचेंगे। नवनिर्मित पंचायत सरकार भवन, खेल मैदान, पीएचईडी के बनाए गए जलमीनार, नवनिर्मित तालाब और सीढ़ी घाट का उद्घाटन करेंगे। जीविका दीदी से संवाद और जीविका के लगाए गए स्टॉल का निरीक्षण करेंगे। तालाब और चिल्ड्रन पार्क का निरीक्षण करते हुए विभिन्न विभागों के स्टॉल का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान महादलित मोहल्ले में पहली बार बनी सड़क का उद्घाटन, मोहल्ले का भ्रमण और कुछ लोगों से बातचीत की भी संभावना है। इस दौरान 1 हजार करोड़ की योजनाओं की सौगात मिलने की भी उम्मीद है। क्योंकि मुख्यमंत्री मनियप्पा में कार्यक्रम के बाद गुप्ता-लखमीनियां बांध के प्रस्तावित चौड़ीकरण का निरीक्षण करेंगे। इस बांध का चौड़ीकरण हो जाने से लोगों को बाइपास मिल जाएगा। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर मंझौल में उतरेगा पटना की ओर से आने वाले वाहनों को बेगूसराय नहीं आकर सीधे बलिया निकलने में सहूलियत होगी। इसके साथ ही मुख्यमंत्री दशकों से प्रतिक्षित रिंग बांध के नक्शा का भी अवलोकन करेंगे। यह रिंग बांध बन जाने से मटिहानी प्रखंड के लाखों की आबादी को बाढ़ के समय में विस्थापन से मुक्ति मिल जाएगी। यहां के बाद मुख्यमंत्री हेलीकॉप्टर से रिंग बांध स्थल, सिमरिया में बनने वाले राम जानकी घाट और काबर झील का हवाई सर्वेक्षण करते हुए मंझौल जाएंगे। मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर मंझौल में उतरेगा, जहां 17 वर्षों से निर्माणाधीन 75 बेड के अनुमंडल स्तरीय अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। इस अस्पताल के बन जाने से बेगूसराय जिले के उत्तरी क्षेत्र में रहने वाले लाखों लोगों को स्वास्थ्य सुविधा सुगमता से मिलेगी। यहां मुख्यमंत्री दीदी की रसोई का उद्घाटन और काबर झील जिर्णोद्धार से संबंधित प्रस्तुतीकरण में शामिल होंगे। सर्किट हाउस में विश्राम काबर झील के किसान 40 वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। बगैर अधिग्रहण के ही उनकी जमीन को काबर झील में शामिल कर दिया गया है। करीब 20 वर्षों से किसानों की जमीन की खरीद-बिक्री पर रोक लगी हुई है। 2024 में जब सर्वे शुरू हुआ तो वन विभाग ने अपने नाम से सभी जमीन की जमाबंदी करने का आदेश दे दिया। जिसके कारण किसानों में उबाल है और किसान लगातार आंदोलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के हवाई सर्वे से किसानों में आशा का संचार हुआ है। मंझौल के बाद मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से बेगूसराय सदर प्रखंड कार्यालय परिसर पहुंचेंगे। नवनिर्मित भवन का उद्घाटन और निरीक्षण करेंगे। यहीं पर जिले भर की योजनाओं के होने वाले उद्घाटन और शिलान्यास का शिलापट्ट लगाया गया है, जिसका मुख्यमंत्री एकीकृत अनावरण करेंगे। उसके बाद सर्किट हाउस में विश्राम कर कारगिल विजय भवन में गहन समीक्षा बैठक होगी। मनियप्पा सजा, सड़कें हुईं चकाचक कार्यक्रम को लेकर मनियप्पा को सजा दिया गया है। वहीं, मंझौल से लेकर बेगूसराय समाहरणालय तक आकर्षक तरीके से सजावट की गई है। दीवारों में पेंटिंग कर दी गई है, सड़कें चकाचक हो गईं हैं। रास्ते में अतिक्रमण हटा दिए गए, जगह-जगह बैरिकेडिंग और बैरियर लगा दिए गए हैं। जिससे सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई चूक नहीं हो। किसी भी आपात स्थिति के लिए सदर अस्पताल के आईसीयू में रूम नंबर-3 को सुरक्षित रखा गया है। कुल 640 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे नीतीश कुमार प्रगति यात्रा के दौरान बेगूसराय जिले के कुल 640 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। जिसकी लागत करीब 560 करोड़ है। मुख्यमंत्री 38199.893 लाख की लागत वाले 427 योजनाओं का शिलान्यास करेंगे। जिसमें उलाव हवाई अड्डा की चहारदिवारी। दलसिंहसराय-मालती रोड का चौड़ीकरण। जीडी कॉलेज में 100 बेड वाले राजकीय कल्याण बालक छात्रावास। बेगूसराय, बछवाड़ा, वीरपुर और बरौनी में सामुदायिक भवन-सह-वर्कशेड। वन स्टॉप सेंटर। नगर विकास विभाग में ईंट सोलिंग, पीसीसी, पेवर ब्लॉक, नगर निगम के विभिन्न चौक-चौराहे पर 317 सीसीटीवी कैमरा सहित 130 योजना। इसके अलावा विद्युत शवदाह का निर्माण। जिलास्तरीय संसाधन और प्रशिक्षण केंद्र, कोल्ड स्टोरेज, फीशरीज फील्ड। खिजिरचक में बिहार राज्य अल्पसंख्यक आवासीय विद्यालय का निर्माण। समाहरणालय परिसर में खेल भवन-सह-व्यायामशाला। 45 सामुदायिक स्वच्छता परिसर, 15 जीविका भवन, 20 आंगनबाड़ी केंद्र। पंचायती राज विभाग के 163 योजनाएं। साहेबपुर कमाल प्रखंड के सादपुर में लौछे जलकर का जिर्णोद्धार। शिक्षा विभाग की 8 योजनाएं। ग्रामीण कार्य विभाग की 6 सड़क। बिहार पुलिस भवन निर्माण में मंझौल ओपी भवन सहित 12 योजनाएं। बछवाड़ा में एएनएम स्कूल, मंझौल रेफरल अस्पताल में 50 बेड वाले अस्पताल और भैरवार में अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र सहित 4 योजना व डंडारी प्रखंड के कटहरी में सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण शामिल है। 217 योजनाओं का उद्घाटन प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री 17620.936 लाख की लागत से तैयार 217 योजनाओं का उद्घाटन करेंगे। पीएचईडी विभाग तेघड़ा के कार्यालय भवन। ग्रामीण विकास विभाग की 20 योजना। श्रम संसाधन विभाग की तीन योजनाएं। स्वास्थ्य विभाग की 6 योजना। योजना और विकास विभाग की 5 योजनाएं। नगर विकास विभाग की 106 योजना। लघु जल संसाधन विभाग की 9 योजना। ग्रामीण कार्य प्रमंडल बेगूसराय और तेघड़ा की 26 सड़कों का निर्माण। पशु और मत्स्य संसाधन विभाग के 7 योजना। शिक्षा विभाग की 16 योजना और पंचायती राज विभाग की 14 योजना शामिल है। उद्घाटन होने वाली 10 बड़ी योजनाएं उद्घाटन होने वाली 10 बड़ी योजनाओं की बात करें तो बखरी में सभी सुविधाओं से युक्त सात निश्चय योजना के तहत बने औद्योगिक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान। बेगूसराय सदर प्रखंड और अंचल कार्यालय। 75 बेड वाले मंझौल अनुमंडलीय अस्पताल। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मटिहानी। NH-31 लाखो से गुप्ता-लखमीनिया बांध। बेला बहुआरा मोइन का जिर्णोद्धार। महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में वर्कशॉप एवं टेक लैब का निर्माण। खातोपुर से मनियप्पा होते हुए सोनापुर सड़क की मरम्मत और टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से औद्योगिक संस्थान बलिया में वर्कशॉप और टेकलैब का निर्माण आदि शामिल है। जानें कार्यक्रम शेड्यूल 9:50 बजे- आवास से पटना हवाई अड्डा के लिए प्रस्थान। 10:00 बजे- हवाई अड्डा से बेगूसराय के लिए प्रस्थान। 10:35 बजे- बेगूसराय के मुनियप्पा में बनाए गए हेलीपैड पर आगमन और पंचायत सरकार भवन के लिए प्रस्थान। 10:40 बजे- स्थानीय योजनाओं का उद्घाटन, स्टॉल का निरीक्षण और संवाद। 11:10 बजे- गुप्ता-लखमीनिया बांध के चौड़ीकरण के लिए सड़क मार्ग से टी प्वाइंट निरीक्षण के लिए प्रस्थान। 11:15 बजे- टी प्वाइंट पर आगमन, प्रस्तावित बायपास और नई रिंग बांध का नक्शा अवलोकन। 11:30 बजे- टी प्वाइंट से मनियप्पा हेलीपैड के लिए प्रस्थान। 11:40 बजे- हेलीकॉप्टर से काबर झील पक्षी विहार और सर्वे के लिए प्रस्थान। 12:01 बजे- हवाई सर्वे के बाद मंझौल के शताब्दी मैदान हेलीपैड पर आगमन। 12:05 बजे- नवनिर्मित मंझौल अनुमंडलीय अस्पताल के लिए प्रस्थान। 12:20 बजे- अनुमंडलीय अस्पताल का उद्घाटन और काबर झील जिर्णोद्धार से संबंधित प्रस्तुतीकरण के बाद बेगूसराय के लिए सड़क मार्ग से प्रस्थान। 12:30 बजे- बेगूसराय सदर प्रखंड और अंचल कार्यालय के नवनिर्मित भवन का उद्घाटन, निरीक्षण और जिले की विकास योजना का एकीकृत शिलान्यास और उद्घाटन। 12:45 बजे- अतिथिगृह के लिए प्रस्थान और अल्प विश्राम। 1:25 बजे- अतिथिगृह से कारगिल विजय भवन के लिए प्रस्थान। 1:30 से 2:30 बजे तक कारगिल भवन में विभागीय और जिलास्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक। 2:35 बजे- बैठक के बाद पुलिस लाइन से पटना के लिए प्रस्थान। 3:10 बजे- पटना हवाई अड्डा आगमन और 3:20 बजे पटना आवास के लिए प्रस्थान।
बिहार शरीफ शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही स्मार्ट सिटी परियोजना में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। 31 दिसंबर 2024 को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंसल्टेंट (पीएमसी) का कार्यकाल समाप्त हो गया है, जिसके बाद नगर विकास विभाग ने इसके विस्तार से इनकार कर दिया है। यह निर्णय वित्तीय बचत को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, क्योंकि पीएमसी के कार्यकाल को जारी रखने में प्रति माह बड़ी धनराशि स्टाफ वेतन में खर्च होती है। स्मार्ट सिटी के सीईओ विनोद कुमार ने बताया कि पीएमसी के अधीन कार्यरत 15 कर्मचारियों का कार्यकाल समाप्त हो गया है। उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी का कार्यकाल मार्च 2025 तक विस्तारित किया गया है, जिसमें नई परियोजनाओं को शुरू न करने का निर्देश दिया गया है। विकास कार्यों की प्रगति स्मार्ट सिटी के एमडी दीपक कुमार मिश्रा के अनुसार, 15 से अधिक प्रमुख परियोजनाओं को निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें से उल्लेखनीय प्रगति सीवरेज और ड्रेनेज कार्यों में देखी गई है, जहां 313 करोड़ रुपए की परियोजना का 71 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। शेष कार्य अगस्त 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। प्रमुख परियोजनाएं और समय-सीमा - मोगलकुआं से लहेरी थाना तक रोड कवर नाला निर्माण, मार्च 2025। - शहर का पहला फ्लाईओवर, जून 2025। - बाजार समिति फेज-1, जनवरी 2025। - 42 सड़कों की मरम्मत (52 करोड़ की लागत), फरवरी 2025। - 12 विद्यालय भवन निर्माण, जनवरी 2025 (आदर्श व बड़ी पहाड़ी हाईस्कूल: अप्रैल 2025) - सोहसराय सूर्य मंदिर छठ घाट, जनवरी 2025। - आम्बेडकर चौक से पंचाने नदी तक नाला निर्माण, मार्च 2025। विशेष ध्यान पहड़तली स्थित फिटनेस पार्क पर दिया जा रहा है, जिसे पीपीपी मॉडल पर विकसित किया गया है। संभावना है थर्ड पार्टी का चयन किया जाएगा। फिटनेस पार्क को चालू करने के लिए प्रारूप तैयार किया जा रहा है। इन सभी परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया गया है, जिससे शहर के समग्र विकास में गति आएगी और नागरिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
भागलपुर में दलालों का हर जगह कब्जा है। न केवल रजिस्ट्री ऑफिस में ई-स्टांप काउंटर पर, बल्कि आधार सेंटर पर भी ऐसी ही स्थिति है। तिलकामांझी से सुरखीकल जाने वाले रास्ते में आधार सेंटर के बाहर दलाल का अड्डा है। ऑनलाइन आधार कार्ड में किसी तरह का चेंज करने या जोड़ने के लिए ऑनलाइन अप्लाई में परेशानी होती है, ताे लाेग आधार कार्ड सेंटर पहुंचते हैं, लेकिन वहां जाने के साथ लाेग दलालों के चंगुल में फंस जाते हैं। ऐसी में जाे काम 50 रुपए में हाे जाता, उसके लिए 100 से 300 रुपए तक दलालों को देने पड़ते हैं। इसका खुलासा तब हुआ जब भास्कर रिपोर्टर मौके पर पहुंचे। तिलकामांझी आधार सेंटर के बाहर दलालों का जमावड़ा लगा हुआ दिखा। 10 से 15 की संख्या में दलालों का गिरोह सक्रिय नजर आया। कुछ दलाल पास आकर कहने लगे कि आधार कार्ड में काेई चेंज करवाना है क्या? जब बताया गया कि मोबाइल लिंक करवाना है ताे कहने लगे कि 100 रुपए लगेंगे। अगर फोटो या फिंगर चेंज करवाना है ताे 200 से 300 रुपया तक लगेंगे। दलालों ने बताया कि कुछ पैसे अंदर देते हैं। कुछ कागज का प्रिंट आउट निकलवाने में लगता है और बाकी हमलोग आपस में बांटते हैं। दलाल दिन 5000 रुपए से अधिक की अवैध वसूली कर रहे आधार केंद्र पर दलाल रोज औसतन 50 से 100 आधार कार्ड से संबंधित काम करवाते हैं। यानी रोज करीब 5 हजार रुपए की अवैध वसूली की जा रही है। यानी, हर माह डेढ़ से दाे लाख रुपए तक की वसूली की जा रही है। जानकारी के मुताबिक, आधार कार्ड में नाम में सुधार करने का सरकारी शुल्क 50 रुपए तय है। साथ ही आधार केंद्र मुख्यालय की और से नाम और जन्म तिथि दो बार बदलाव किया जाता है, लेकिन एक माैका और मिलता है। इसका ही फायदा दलाल उठाकर उसके एवज में ज्यादा राशि की अवैध वसूली करते हैं। जन्मतिथि चेंज करने की सरकारी दर 100 रुपए, लेकिन दलाल 500 रुपए तक वसूल रहे हैं। मोबाइल नंबर या पता चेंज करने के लिए भी 150- 350 रुपए लेते हैं। दलालों के मुताबिक, सरकारी शुल्क जमा करने के बाद शेष राशि आपस में बांटते हैं। दलाल से बातचीत के अंश रिपोर्टर: आधार कार्ड से मोबाइल नंबर काे लिंक करवाना है। दलाल: वोटर कार्ड दीजिए। रिपोर्टर: वोटर कार्ड ताे नहीं है। दलाल: आधार कार्ड है? है ताे दीजिए। रिपोर्टर: मोबाइल में ही है। दलाल: पहले उसका प्रिंट निकलवा कर लाइए। रिपोर्टर: आधार से लिंक करवाना में कितना रुपया लगेगा। दलाल: 150 रुपए लगेगा। रिपोर्टर: यह ताे बहुत ज्यादा है। दलाल: अच्छा ठीक है, आप 100 रुपए ही दीजिए। रिपोर्टर: लेकिन हमको बोला गया था कि सिर्फ 50 रुपए लगेंगे। दलाल: नहीं, हमसे करवाइएगा ताे 100 रुपए लगेंगे। 50 रुपए अंदर देंगे। 10 रुपए का प्रिंट करवाएंगे और 40 रुपए हम रखेंगे। रिपोर्टर: आधार कार्ड में फोटो बदलवाना है। दलाल: इसके लिए 200 रुपए लगेंगे। रिपोर्टर: ऑफलाइन अप्लाई किए थे, लेकिन उस दिन नहीं आ पाए थे। दलाल: अगर रिजेक्ट हाे गया हाेगा, ताे 300 रुपया लगेगा। रिपोर्टर: इतना ज्यादा। दलाल: 100 रुपए अंदर देना पड़ता है। रिपोर्टर: कुछ कम कीजिए। दलाल: 300 रुपए से कम नहीं हाेगा। रिपोर्टर: 200 रुपए में करवा दीजिए। दलाल: नहीं हाेगा। कागज का प्रिंट कराएंगे और ऑनलाइन अप्लाई करना पड़ेगा। इन सबके लिए ही 300 रुपए मांगते हैं। आधार सेंटर तिलकामांझी के प्रबंधक विनय कुमार से सवाल-जवाब, कहा- कार्रवाई होगी सवाल: आधार सेंटर में प्रतिदिन कितने लोग आधार के काम के लिए आते हैं? जवाब: यहां रोज करीब 600 लोगों का आधार संबंधित काम होता है। सवाल: आधार अपडेट और बायोमेट्रिक कराने में कितने रुपए लगते हैं। जवाब: नया आधार नि:शुल्क, नाम-पता बदलवाने पर 50 रुपए, जबकि बायोमेट्रिक व फोटो चेंज कराने काे 100 रुपए तय है। सवाल: सेंटर के बाहर दलाल लोगों से आधार संबंधित काम कराने के नाम पर 100-300 रुपए तक की वसूली कर रहे हैं। इसके बारे में जानकारी है क्या? जवाब: आधार सेंटर के बाहर क्यूआर कोड लगाया गया है, ताकि लोग किसी कैफे में जाने के बजाय खुद से अपॉइंटमेंट ले सकें। लेकिन इसके बाद भी कुछ लोग बाहर कैफे में जाकर अपॉइंटमेंट का काम कराते हैं। इसके एवज में दुकान वाले ज्यादा पैसा वसूली करता है, लेकिन दुकान होने से कोई कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। सवाल: पहले किसी तरह शिकायत मिली है और उस पर कार्रवाई की गई है? जवाब: कुछ दिन पहले वसूली की शिकायत मिली थी। फिर गार्ड ने भगाया था। उसके बाद शिकायत नहीं मिली। अगर शिकायत मिलेगी ताे फिर कार्रवाई हाेगी। सवाल: आधार सेंटर में प्रवेश कैसे मिलता है। जवाब: बिना टोकन के किसी भी व्यक्ति को आधार सेंटर के अंदर प्रवेश नहीं मिलता है।
हुक्का बार वाले भवन की वैधता जांचेगा जीडीए:खंगाली जा रही पत्रावलियां, गेस्ट हाउसों की भी होगी जांच
हुक्का बार में लड़कियों के शोषण का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। दूसरी ओर गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) भी अब उस भवन की वैधता जांचेगा, जहां हुक्का बार का संचालन हो रहा था। इसके साथ ही हाल के दिनों में बने गेस्ट हाउसों की भी जांच की जाएगी। इसको लेकर जीडीए पत्रावलियां खंगाल रहा है। जल्द ही अभियान चलाकर ऐसे भवनों की जांच की जाएगी।शाहपुर क्षेत्र के गीता वाटिका के पास एक भवन में अवैध रूप से हुक्का बार संचालित हो रहा था। पुलिस ने छापा मारकर इसका खुलासा किया था। बारीकी से जांच हुई तो यहां नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर गैंग रेप करने का मामला भी सामने आया। इस मामले में केस भी दर्ज किया गया है। जीडीए मानचित्र की करेगा जांचजीडीए इस भवन का मानचित्र निकाल रहा है। अभी तक मानचित्र मिल नहीं सका है। यह देखा जा रहा है कि भवन का मानचित्र पास है भी या नहीं। प्राधिकरण की टीम मौके पर जाकर भी जांच करेगी। जांच के दौरान भवन मालिक से भी मानचित्र मांगा जाएगा। उसके बाद सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी। मानचित्र दिखाया भी जाएगा तो इस बात की पड़ताल की जाएगी कि उसमें संचालित गतिविधियां मानचित्र के अनुरूप हैं या नहीं।तेजी से खुल रहे गेस्ट हाउसशहर के साथ-साथ बाहरी क्षेत्रों में भी तेजी से गेस्ट हाउस का प्रचलन बढ़ रहा है। कई जगह अवैध गतिविधियां संचालित होने की शिकायतें भी मिलती रहती हैं। अधिकतर गेस्ट हाउस मानकों का पालन किए बिना बनाए गए हैं। कई लोगों ने अपने आवास को ही गेस्ट हाउस में परिवर्तित कर दिया है। जीडीए अब ऐसे गेस्ट हाउस की जांच पड़ताल भी करेगा। प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि गेस्ट हाउसों के वैधता की जांच की जाएगी।सभी के मानचित्र की होगी जांचजीडीए की टीम मौके पर जाकर गेस्ट हाउस संचालकों से मानचित्र मांगेगी। मानचित्र के अनुसार संचालन की स्थिति देखी जाएगी। यदि मानचित्र के विपरीत संचालन मिला तो संबंधित पर कार्रवाई होगी। उनके गेस्ट हाउस सील भी किए जा सकते हैं। जीडीए की बात शहर या बाहरी क्षेत्रों में हुक्का बार या गेस्ट हाउस संचालित हो रहा है तो ऐसे भवनों के वैधता की जांच कराई जाएगी। अभियान चलाकर देखा जाएगा कि उनका मानचित्र स्वीकृत है या नहीं। जल्द ही इसके लिए टीम गठित की जाएगी।आनन्द वर्द्धनउपाध्यक्ष, जीडीए
कानपुर में एक रेप पीड़िता को रेप आरोपी ने मुकदमा वापस लेने और सुलाह करने की धमकी दी ऐसा न करने की दशा में जान से मारने की धमकी दी। पंद्रह दिन पहले हुई घटना में पीड़िता ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने इस मामले में कोई सुनवाई नहीं की। इसके बाद पीड़िता पुलिस कमिश्नर के सामने पेश हुई। पुलिस कमिश्नर के हस्ताक्षेप के बाद मामले में एफआईआर दर्ज हो सकी। बर्रा निवासी पीड़िता के मुताबिक सन 2024 में उसने बर्रा निवासी जितेन्द्र गौतम के खिलाफ रेप की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसी की पैरवी के लिए वो 21 दिसम्बर 2024 को पैरवी करने के लिए कोर्ट आई हुई थी। कोर्ट परिसर के बाहर आरोपी जितेन्द्र ने उसे अपने दो अन्य अज्ञात साथियों के साथ घेर लिया। पीड़िता के मुताबिक आरोपी ने उसे धमकी दी कि केस में सुलाह समझौता कर वापस ले लो वरना जान से मार देंगे। इसका अंजाम तुम्हें भुगतना पड़ेगा। पीड़िता ने दी तहरीर नहीं हुई सुनवाई पीड़िता के मुताबिक इस घटना के बाद उसने 21 दिसम्बर 2024 को ही कचहरी चौकी को जानकारी देते हुए तहरीर दे दी थी। मगर पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की न ही एफआईआर दर्ज कराई। इसके बाद पीड़िता बुधवार को पुलिस कमिश्नर के सामने पेश होकर शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद कोतवाली थाने में जितेन्द्र कुमार समेत तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई। इंस्पेक्टर कोतवाली के मुताबिक पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी को मामले में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब के लुधियाना में रात करीब 10:15 बजे जगराओं के गांव कमालपुर में कुछ बदमाशों ने रेकी करने गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया। पुलिस ने एक बदमाश को काबू कर लिया जबकि बाकी हमलावर अभी फरार है। हमले में थाना सदर के SHO, पुलिस चौकी मराडो के इंचार्ज सहित 4 पुलिस कर्मी घायल हुए है। एसएचओ के चेहरे पर आंख के नजदीक छोटी तलवार लगी है जबकि चौकी इंचार्ज की उंगलियों पर बदमाश ने वार किए है। पुलिस कर्मचारियों ने बहादुरी दिखाते हुए 1 हमलावर को दबोच लिया है। 4 दिन पहले निहंगों की वेशभूषा में बदमाशों ने लूटी थी आल्टो कार जानकारी मुताबिक थाना सदर के इलाके में करीब 4 दिन पहले निहंगों की वेशभूषा में 3 लुटेरों ने एक व्यक्ति से आल्टो कार हथियारों के बल पर गांव संगोवाल में छीन ली थी। इस मामले में बीती देर रात SHO हर्षवीर वीर और मराडो पुलिस चौकी इंचार्ज तरसेम ने गांव कमालपुर में बदमाशों को ढूंढने के लिए उनकी रेकी की। पुलिस टीम देख बदमाश ने मचाया शोर पुलिस टीम को देख कर एक युवक ने शोर मचा दिया। इस बीच कुछ अन्य युवकों ने भी पुलिस टीम पर धावा बोल दिया। हमले के दौरान थाना सदर के SHO हर्षवीर व पुलिस चौकी मराडो के इंचार्ज तरसेम बराड़ सहित दो अन्य पुलिस कर्मियों को भी चोंटें आई। जिन्हें तुरंत सिविल अस्पताल मे लाया गया। SHO के चेहरे पर लगी तलवार SHO हर्षवीर सिंह के चेहरे पर तेजधार हथियार से कट लगा है जिसका वह सीएमसी अस्पताल से उपचार करवा रहे है। पुलिस ने हमलावरों में से एक युवक को तेजधार हथियारों सहित गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस की टीम सिविल अस्पताल में से मेडिकल करवा आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी करने में जुट गई है। पुलिस चौकी मराडो के इंचार्ज तरसेम ने कहा कि एक व्यक्ति को काबू कर लिया है। पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है। घायल पुलिस कर्मचारियों ने भी अपना मैडिकल सिविल अस्पताल में करवा लिया है।
मध्यप्रदेश एक बार फिर बर्फीली हवा से ठिठुर गया है। शुक्रवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश के 18 शहरों में कोल्ड-डे जैसी स्थिति रही। यहां दिन का पारा 23 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। शनिवार को भोपाल, सागर समेत 7 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट है। प्रदेश के आधे हिस्से में सुबह मध्यम से घना कोहरा रहा। प्रदेश में उत्तरी हवा आ रही है। इससे ठिठुरन बढ़ गई है और तापमान में गिरावट हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक, कड़ाके की ठंड का असर अब और भी बढ़ेगा क्योंकि बर्फीली हवा की रफ्तार बढ़ेगी। अगले 3 दिन प्रदेश में कोहरा छाया रहेगा। इसलिए ठंड का असरशुक्रवार को जेट स्ट्रीम हवा 287 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती रही। हवा चलने और पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) ने ठंड का असर बढ़ाया है। मौसम विभाग ने पूरे जनवरी महीने में तेज सर्दी पड़ने की संभावना भी जताई है। अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम भोपाल-इंदौर समेत 18 शहरों में कोल्ड-डे जैसी स्थितिशुक्रवार को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के 18 शहरों में कोल्ड-डे जैसी स्थिति रही। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 19 डिग्री, इंदौर में 21.2 डिग्री, ग्वालियर में 20.3 डिग्री, उज्जैन में 20.5 डिग्री, जबलपुर में 20.8 डिग्री तापमान रहा। सबसे ठंडा रायसेन रहा। यहां दिन का तापमान 18.8 डिग्री दर्ज किया गया। इसी प्रकार शिवपुरी में 19.2 डिग्री, नौगांव में 20.5 डिग्री, रीवा में 20.6 डिग्री, दमोह में 20.8 डिग्री, गुना में 20.6 डिग्री, टीकमगढ़ में 21 डिग्री, धार-सागर में 21.4 डिग्री, सीधी में 21.8 डिग्री, खजुराहो में 22.2 डिग्री, पचमढ़ी में 22.6 डिग्री और सतना में 22.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। इससे पहले सुबह प्रदेश के आधे हिस्से में कोहरा छाया रहा। वहीं, रात के तापमान में भी गिरावट हुई। MP के 5 बड़े शहरों में जनवरी में ऐसा रहा सर्दी का ट्रेंड... भोपाल में 0.6 डिग्री पहुंच चुका टेम्प्रेचरभोपाल में जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। 18 जनवरी 1935 को रात का टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 0.6 डिग्री सेल्सियस रहा था। वहीं, 26 जनवरी 2009 को दिन में तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। पिछले 10 में से 7 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा 2 इंच बारिश 6 जनवरी 2004 को हुई थी। वहीं, सर्वाधिक मासिक 3.8 इंच बारिश जनवरी 1948 को हुई थी। इंदौर में माइनस 1.1 डिग्री पहुंच चुका पाराइंदौर में जनवरी में सर्दी का रिकॉर्ड माइनस में पहुंच चुका है। 16 जनवरी 1935 को पारा माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, 27 जनवरी 1990 को दिन का तापमान 33.9 डिग्री रहा था। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 6 जनवरी 1920 के नाम है। इस दिन 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, वर्ष 1920 में सर्वाधिक मासिक बारिश 4 इंच दर्ज की गई थी। जबलपुर में 1946 में रिकॉर्ड 1.1 डिग्री रहा था पाराजबलपुर में भी जनवरी में ठंड-बारिश का ट्रेंड है। 7 जनवरी 1946 को रात का पारा रिकॉर्ड 1.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। वहीं, दिन का उच्चतम तापमान 33.4 डिग्री 7 जनवरी 1973 को रहा था। इस महीने बारिश भी होती है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 24 जनवरी 1919 को 2.5 इंच हुई थी। इसी साल पूरे महीने 8 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। उत्तरी हवा आने से ग्वालियर सबसे ठंडाउत्तरी हवाओं की वजह से प्रदेश का ग्वालियर-चंबल सबसे ठंडा रहता है। जनवरी में यहां कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है। पिछले 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो 2018 में तापमान 1.9 डिग्री और 2019 में 2.4 डिग्री दर्ज किया गया था। 24 जनवरी 1954 को रात का तापमान माइनस 1.1 डिग्री सेल्सियस रहा था। ग्वालियर में जनवरी में बारिश भी होती है। साल 2014 से 2024 के बीच 9 साल बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 8 जनवरी 1926 को है। इस दिन 2.1 इंच पानी गिरा था। वहीं, 1948 में कुल मासिक बारिश 3.1 इंच हुई थी। उज्जैन में जीरो डिग्री रह चुका पाराउज्जैन में भी उत्तरी हवा का असर रहता है। इस वजह से यहां कड़ाके की ठंड पड़ती है। 22 जनवरी 1962 को पारा 0 डिग्री सेल्सियस रहा था। पिछले 10 साल में टेम्प्रेचर 2 से 5.8 डिग्री तक रह चुका है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश होने का रिकॉर्ड 11 जनवरी 1987 के नाम है। इस दिन सवा इंच पानी गिरा था। वहीं, सर्वाधिक कुल मासिक 2.2 इंच 1994 को हुई थी।
ग्रेटरनोएडा के सुरजपुर स्थित वेटलैंड के इको सिस्टम को बेहतर किया जाएगा। ताकि पर्यटकों की संख्या को बढ़ाया जा सके। इसके लिए प्राधिकरण रिसर्च इंस्टीट्यूट, एक्सपर्ट और एनजीओ के साथ मिलकर काम करेगा। ताकि वेटलैंड के इको सिस्टम को बैलेंस करने में आ रही चुनौतियों का निपटारा किया जा सके। यहां प्रदूषण के स्तर को निम्न किया जा सके। वाटर लेवल और ग्राउंड वाटर को बढ़ाया जाए और ऐसी वनस्पती को उगाया जाए जो यहां के पारिस्थिक तंत्र को बेहतर और प्रवासी पक्षियों के अनुकूल बना सके। प्राधिकरण ने बतौर इसके लिए एक एक्शन प्लान बनाया है। इस एक्शन प्लान को जमीनी स्तर पर उतारने का काम एक्सपर्ट करेंगे। इसके लिए प्राधिकरण ने इंप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट जारी की है। बता दे ये वेटलैंड करीब 308 हेक्टेयर में फैला है। जिसमें 60 हैक्टेयर में झील और आद्र भूमि और 248 हेक्टेयर में जंगल शामिल है। इस वेटलैंड में सर्दियों मौसम में साइबेरियन कंट्री से प्रवासी पक्षी आते है। इसके अलावा यहां भारतीय प्रजाती के पक्षी भी बहुत संख्या में है। ये एक पूरा इको बायो सिस्टम है। जिसे सवारा जाएगा। एक्शन प्लान के तहत प्राथमिकता एक्सपर्ट को करने होंगे तीन काम
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार आ रहे हैं। सिविल सोसाइटी की ओर से आयोजित 'संविधान सुरक्षा सम्मेलन' में शामिल होंगे। इसके बाद कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम जाएंगे। कर्मचारियों के लिए बनाए गए 'इंदिरा गांधी आवास' का उद्घाटन करेंगे। उन्हें चाबी सौपेंगे। वहीं पटना पहुंचने से पहले शुक्रवार को राहुल गांधी ने फेसबुक पर एक पोस्ट किया है। जिसमें उन्होंने लिखा है कि 'अगर किसी भारतीय के खिलाफ नफरत फैलाया जाएगा। उनके खिलाफ हिंसा होगी। उनके न्याय के लिए मैं हमेशा खड़ा मिलूंगा। हर भारतीय के जान और स्वाभिमान की हिफाजत हर हाल में करूंगा। संविधान की रक्षा के रास्ते में यह मेरा सबसे बड़ा कर्तव्य है।' प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने बताया कि 'सुबह 11:10 मिनट पर राहुल गांधी पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे। यहां से सीधे बापू सभागार जाएंगे। 2 घंटे तक वहां रूकेंगे। फिर सदाकत आश्रम आएंगे। प्रदेशभर से कार्यकर्ता राहुल गांधी को सुनने पटना आ रहे हैं। पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं को 2025 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर टिप्स देंगे और उनसे संवाद करेंगे।' नगर निगम ने हटाया था पोस्टर राहुल गांधी के दौरे को लेकर पहले ही सियासत तेज हो गई है। एक तरफ जहां कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के स्वागत में पटना में पोस्टर लगाए हैं। वहीं, बीजेपी ने भी पोस्टर के जरिए राहुल गांधी पर निशाना साधा है। गुरुवार को ही कांग्रेस के पोस्टर को नगर निगम ने हटा दिया। नगर निगम का कहना है, 'इन पोस्टरों को लगाने की इजाजत नहीं ली गई थी। अवैध रूप से पोस्टर लगाए गए थे, इसलिए हटाया गया है।' बीजेपी ने राहुल गांधी को निशाने पर लिया वहीं, राहुल गांधी के बिहार दौरे पर बीजेपी हमलावर है। मंत्री शिवेश राम ने कहा, 'कांग्रेस ने अंबेडकर को अपमानित किया। देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को अपमानित करके अंतिम समय में पटना भेजने का काम कांग्रेस ने किया। बीपी सिंह की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अंबेडकर को भारत रत्न देने का काम किया।' वहीं प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा, 'राहुल गांधी संविधान की बात करके घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं। कम्युनिस्टों के साथ मिलकर नेहरू ने बाबा साहेब अंबेडकर को चुनाव में हराने का काम किया। नेहरू ने आरक्षण रोकने की कोशिश की थी। राहुल गांधी संविधान को बचाने की बात करते हैं।' 'आपसे यह सवाल है कि अंबेडकर के साथ किए गए बर्ताव पर कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। इंदिरा गांधी ने मंडल आयोग की सिफारिश को लागू नहीं होने दिया। बीपी सिंह की सरकार ने इसे लागू किया।'
'बच्चे को कंधे पर बैठाकर स्कूल ने जाना पड़ता था। सावन में तो बच्चे स्कूल ही नहीं जाते थे। बारात आकर वापस चली जाती, कई बार लड़के को बच्चों की तरह कंधे पर बैठाकर मुख्य सड़क से लड़की के घर तक पहुंचाना पड़ता था। किसी के मरने पर लाश को टांग कर मुख्य सड़क तक ले जाते थे। रिश्तेदार आते तो कहते थे ये कैसी जगह है...।' ये सारी परेशानियां बेगूसराय के मटिहानी ब्लॉक स्थित मनियप्पा गांव के रजक टोला की है। सीएम नीतीश कुमार के पहुंचने से पहले महज सात दिन में यहां सड़क बनकर तैयार हो गई। 77 साल बाद पहली बार सड़क बनी। इससे पहले लोग पगडंडी से काम चला रहे थे। इस गांव में महादलित परिवारों की संख्या अधिक है। रजक टोला पहुंचा भास्कर रिपोर्टर, पढ़िए रिपोर्ट… 18 दिसंबर को प्रगति यात्रा पर सीएम नीतीश कुमार के मनियप्पा पहुंचने की जानकारी मिलते ही डीएम तुषार सिंगला रजक टोला पहुंच गए। उन्हें पता चला कि 2000 हजार की आबादी वाले रजक टोला में सड़क ही नहीं है। डीएम साहब को भी यहां आने के लिए पगडंडी का सहारा लेना पड़ा। लोगों ने अपनी परेशानी बताई तो वो एक्शन में आ गए। 10 जनवरी को जमीन का अधिग्रहण हो गया और फिर 11 जनवरी से सड़क का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया। 17 जनवरी को सड़क बनकर तैयार हो गई। अब शनिवार को सीएम इस सड़क का उद्घाटन करेंगे। किसानों ने जमीन देने से इनकार कर दिया था डीएम ने अधिकारियों से सड़क बनवाने के लिए कहा तो जमीन की समस्या आ गई। टोला से मुख्य सड़क तक जमीन निजी थी और किसानों ने जमीन देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद महिटानी विधायक ने भी पहल की। डीएम ने स्पष्ट कर दिया कि जमीन का अधिग्रहण होगा, अगर ऐसा नहीं हुआ तो भी सड़क हर हाल में बनेगी। इसके बाद करीब 700 फीट लंबाई में 18 फीट चौड़ी जमीन का अधिग्रहण हुआ। डीएम ने कहा कि शुक्रवार की रात तक इस सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। पहले तेजस्वी और सीएम नीतीश कुमार को दिया था आवेदन स्थानीय आनंदी तांती ने बताया कि 'यह मोहल्ला 200 सालों से है। दादा-परदादा सब मर गए, लेकिन सड़क नहीं बनी। हमने BDO, CO, कलेक्टर, विधायक, पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आवेदन दिया था, लेकिन न कोई कार्रवाई हुई और ना ही सड़क बनी।' 'अब विधायक राजकुमार सिंह के प्रयास से सड़क बन रही है। नीतीश कुमार आ रहे हैं। हम सभी टोला के लोग काफी खुश हैं। सड़क के बिना काफी परेशानी होती थी। पैदल जाना पड़ता था। कोई मरता था तो शव को ले जाने में परेशानी होती थी।' सड़क से ही लौट जाती थी बारात स्थानीय किरण देवी ने बताया, 'सड़क नहीं बन रही थी, कीचड़ के कारण बच्चे पढ़ने नहीं जाते थे। रास्ते में गिरने के कारण उनके कपड़े खराब हो जाता थे। फिर घर लौटना पड़ता था। बच्चों को कंधे पर बैठा कर सड़क तक पहुंचाते थे, फिर बच्चे स्कूल जाते थे।' 'छुट्टी से पहले हम लोग सड़क पर खड़े रहते थे। अब मुख्यमंत्री आ रहे हैं तो स्थानीय विधायक और अधिकारियों के प्रयास से सड़क बन गई। शादी-विवाह में बहुत परेशानी होती थी। बारात सड़क से ही लौट जाती थी। लड़के को बाइक से लाते थे।' 'उस पर भी लड़का कहता था कि शादी नहीं करूंगा, लेकिन किसी तरह समझा कर मोहल्ले के लोग बेटी की शादी कराते थे। बारात लौट जाती थी, खाना बचा रह जाता था।' मरीज को खटिया पर ले जाते थे वहीं, विमला देवी ने बताया कि 'सड़क के कारण पूरे मोहल्ले के लोग काफी परेशान थे। बारात लौट जाती थी। 2 साल पहले सुधीर की बेटी की शादी के लिए 10 गाड़ी से बारात आई थी, लेकिन रास्ता नहीं था तो सभी बाराती लौट गए।' 'बारातियों ने कहा कि रास्ता नहीं है तो नहीं जाएंगे। बहुत बारिश हुई थी तो कीचड़ था। दूल्हे को किसी तरह लाए, खाना भी बर्बाद हो गया। बीमार लोगों को खटिया पर टांगकर गिरते-पड़ते ले जाते थे।' कौशल्या देवी ने बताया कि '2 साल पहले मेरी बेटी की शादी थी। बारात आई, लेकिन रास्ते पर पानी पटवन किया हुआ था, इसलिए बारात लौट गई। लड़के को किसी तरह से समझा-बुझा कर शादी करने के लिए लाया गया। जमींदार जमीन नहीं देता था, इसलिए रास्ता ही नहीं बनता था। अब सभी ने पैसा लेकर जमीन दी, सड़क बन रही है।' इंदिरा गांधी की घोषणा के बाद जमीन का पर्चा मिला चमरू रजक ने बताया कि ' टोला में न सड़क और न पानी था। बहू को साइकिल पर बैठाकर लाना पड़ता था। आजादी के 3 साल बाद ही हमारे दादा यहां मालगुजारी की जमीन पर आकर बसाए गए। हमलोग आधी मजदूरी पर जमींदार का काम करते थे। उसके बाद यहीं बस गए।' रजक ने आगे बताया कि '1972 में इंदिरा गांधी ने जब घोषणा की तो हम लोगों को जमीन का पर्चा मिल गया। उसके बाद भी हम लोग जमींदार के यहां काम करके जीते रहे, लेकिन जमींदार सड़क के लिए जमीन नहीं दे रहे थे।' 'अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमारे गांव आ रहे हैं तो कलेक्टर के कहने पर सड़क बन रही है। हम लोग सड़क के लिए घेराव करते थे।' श्यामनंदन सिंह ने बताया कि 'रजक मोहल्ला में कभी सड़क नहीं बनी थी। संयोग से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्यक्रम बना। हम लोगों ने विधायक से गुहार लगाई। जमीन मालिक बगैर पैसे के लैंड देने के लिए तैयार नहीं थे।' 'किसी तरह हम लोग जिंदगी गुजार रहे थे। बिना अधिग्रहण के जमीन देने के लिए तैयार नहीं हुए तो अधिकारियों ने काफी प्रयास किया। डीएम ने सबसे बड़ी पहल की, वह एक्शन में आए, तभी सड़क बनी।' ------------------------- ये भी पढ़ें... प्रोजेक्ट मैनेजर के पैर छूने बढ़े थे नीतीश कुमार:पहले फटकारा फिर मनाया; जानिए इंजीनियर सीएम नीतीश कहां फेल-कहां पास सीएम नीतीश कुमार जेपी गंगा पथ के दूसरे फेज का लोकार्पण करने पहुंचे थे। इस दौरान सिक्स लेन के प्रोजेक्ट में लेटलतीफी को लेकर वे मैनेजर श्रीनाथ को फटकार लगाने लगे। फटकार लगाते-लगाते उन्होंने कहा कि आप कहिए तो मैं आपके पैर छू लेता हूं, लेकिन ये काम जल्दी करवा दीजिए। पूरी खबर पढ़िए
प्रदेश में उच्च शिक्षा में माफियाराज कायम है। राजनीतिक रसूख के दम पर मान्यता और संबद्धता पाने वाले ये कॉलेज खाली बिल्डिंगों में तब्दील हो चुके हैं। शुक्रवार को प्रशासन की 8 टीमें इनकी जांच के लिए निकलीं। इनमें 4 टीमों के साथ भास्कर के 4 रिपोर्टर भी चले। जिन्होंने मौके पर न सिर्फ टीम की कार्रवाई देखी बल्कि खुद भी इन कॉलेजों की हालत का जायजा लिया जहां न शिक्षक थे न छात्र। शिवशक्ति कॉलेज, झुंडपुरा का फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन के निर्देश पर प्रदेशभर के निजी कॉलेजों की जांच शुरू हो चुकी है। इसी तारतम्य में शुक्रवार को ग्वालियर जिले के 137 कॉलेजों में से पहले दिन 37 कॉलेजों की जांच हुई। ये जांच 8 टीम ने मिलकर किया। इन 37 कॉलेजों में से 22 कॉलेज ऐसे मिले हैं, जिनमें शैक्षणिक स्टाफ यानी प्राचार्य व शिक्षक नहीं मिले। छात्र भी गायब थे। कॉलेजों की बिल्डिंग तो मिली लेकिन शैक्षणिक स्टॉफ के न होने व छात्रों के क्लास में न आने का फर्जीवाड़ा उजागर होने से जीवाजी यूनिवर्सिटी के अफसर कटघरे में खड़े हो गए हैं, क्योंकि जेयू के अफसर दावा करते हैं कि वे नियमों का पालन करने वाले कॉलेजों को ही मान्यता जारी कर रहे हैं। इससे हर साल जारी की जाने वाली संबद्धता सवालों के घेरे में है। कलेक्टर द्वारा गठित जांच दल के साथ दैनिक भास्कर की टीम भी मौजूद रही। जिसकी ग्राउंड रिपोर्ट की जिसमें यह खुलासा हुआ कि कई कॉलेज ऐसे थे जिनमें बिल्डिंग के सिवाय कुछ नहीं था। एसीएस बोले- जांच रिपोर्ट मिलने पर गड़बड़ी वाले कॉलेजों पर कार्रवाई होगी कुलैथः कॉलेज में चल रही थी पुताई, न प्रिंसिपल थे न शिक्षक, छात्र भी गायब कुलैथ में खेतों में 5 बीएड कॉलेज 100 मीटर के दायरे में बने हैं। यह सभी कॉलेज अलग- अलग संचालकों के बताए जा रहे हैं। कॉलेज तक पहुंचने के लिए सड़क भी ठीक नहीं थी। जांच टीम फिरदौस कॉलेज ऑफ एजुकेशन में पहुंची। इस कॉलेज की बिल्डिंग में किसी भी कमरे में फर्नीचर नहीं था। मजदूर कॉलेज में रंगाई-पुताई कर रहे थे। यहां जांच दल को विजय कुमार मिले। जिनका कहना था कि वह कॉलेज के संचालक हैं। कॉलेज के प्राचार्य, शिक्षक व छात्रों के बारे में जांच दल ने पूछा तो कोई जानकारी नहीं दे सके। जांच दल में राजस्व निरीक्षण महेश ओझा व नगर निगम में जोनल अफसर अजय शर्मा शामिल थे। खुरैरीः कैंपस में 3 कॉलेज, संचालक को ही नहीं पता कि प्राचार्य कौन है खुरैरी में एक परिसर में 3 कॉलेज चल रहे हैं। ये कॉलेज भगवती इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज, ब्रिलियंट इंस्टीट्यूट ऑफ प्रोफेशनल स्टडीज और पृथवी लॉ कॉलेज हैं। एसडीएम अशोक सिंह चौहान टीम के साथ जब यहां पहुंचे तो उन्हें एक भी छात्र और एक भी टीचिंग स्टाफ नहीं मिला। यहां तक कि एसडीएम चौहान ने भंवर सिंह किरार शिक्षा प्रसार समिति (कॉलेजों का संचालन करने वाली समिति) के सचिव एवं कॉलेज संचालक प्रशांत सिंह किरार से स्टूडेंट और स्टाफ को लेकर सवाल किए तो वे घुमा फिरा कर जवाब देते रहे। यहां तक कि खुद के कॉलेज के प्राचार्य का नाम तक वे नहीं बता पाए। बड़ागांवः स्टाफ नाश्ता लेकर आया तो एसडीएम बोले- छात्र व स्टाफ बताओ बड़ागांव में स्थित आदर्श कॉलेज ऑफ एजुकेशन एसडीएम व जांच दल के अन्य सदस्यों ने पहुंचकर जब पूछताछ शुरू की तो स्टाफ नाश्ता ले आया। जिस पर वे बोले- ये नहीं, स्टूडेंट्स और स्टाफ की जानकारी लाओ। जिस पर प्रेम सिंह राजपूत ने विंटर वैकेशन का बहाना सुनाया तो चौहान ने रिकॉर्ड मांगा, लेकिन राजपूत और स्टाफ के दूसरे लोग कोई रिकॉर्ड नहीं दे पाए। साथ ही प्राचार्य के बारे में भी नहीं बता सके, इस कॉलेज में बीएड व डीएड के लिए 150 स्टूडेंट्स का एडमिशन और प्राचार्य समेत 16 लोगों का टीचिंग स्टाफ कागजों में दर्शाया गया है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी निजी कॉलेजों की अभी जांच करवाई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। - अनुपम राजन, एसीएस, उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश
'हमारे ऊपर 24 घंटे मौत का साया मंडरा रहा था। बगल की बिल्डिंग में मिसाइल गिरती तो हमें बंकर में भेज दिया जाता था। आस पास कई लोगों की मौत हो चुकी थी। हम कई-कई दिन बंकर में पड़े रहते थे। लगता था कि अब कभी वापस इंडिया नहीं लौट पाऊंगा, अपने मां-पिता और पत्नी-बच्चों से कभी मुलाकात नहीं होगी। घर वालों से फोन पर बात नहीं हो पा रही थी। यही सोचकर मैंने तीन बार सुसाइड का प्रयास किया। लेकिन साथियों ने बचा लिया।' ये दहशत भरे शब्द हैं आजमगढ़ के राकेश यादव के, जो 9 महीने बाद बाद रूस से सकुशल वापस लौटे हैं। यह कहते- कहते वह काफी भावुक हो जाते हैं और उनकी आंखों में रूस का डर साफ दिखाई देता है। रूस में फंसे रहे राकेश यादव का हाल जानने और वहां के हालात समझने के लिए दैनिक भास्कर एप की टीम उनके घर पहुंची। उनकी जिंदगी वहां कैसे बीती? मौत कितने करीब थी? परिवार वालों के दिल में क्या चल रहा था? पढ़िए सिलसिलेवार रिपोर्ट... हमारी टीम आजमगढ़ जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर स्थित गांव रानी की सराय पहुंची। गांव में पहुंचते ही हमने रूस से बचकर आए राकेश के बारे में पूछा तो लोगों ने उनके घर का रास्ता बता दिया। जब हम उनके घर पहुंचे तो राकेश अपने जानवरों को चारा देने जा रहे थे। उन्होंने हम लोगों को देखते ही कहा बताइए हम हीं हैं राकेश यादव, अभी-अभी मौत के मुंह से निकलकर आए हैं। राकेश यादव ने दैनिक भास्कर एप को रूस-यूक्रेन के जंग के मैदान की आंखों देखी बताना शुरू की। इसी बीच हमारे आसपास 20 से 25 गांव वालों की भीड़ जमा हो गई। राकेश ने एक चारपाई पर बैठने का इशारा किया। उन्होंने बताया कि रूस में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी दिलाने और प्रति माह दो लाख रूपए दिलाने का वादा किया गया था। हम 9 लोगों को मऊ जिले का एक एजेंट विनोद रूस लेकर गया था। इन नौ लोगों में से एक व्यक्ति कन्हैया यादव की वहीं पर मौत हो चुकी है, जबकि सात लोग अब भी मिसिंग हैं। केवल हम और मऊ का बृजेश ही सकुशल वापस आ पाए हैं। मौत सिर पर मंडरा रही थीइस बीच राकेश काफी भावुक हो जाते हैं। वह कहते हैं कि रूस में हमेशा सिर पर मौत का खतरा मंडरा रहा था। आसपास बम गिरते और एक दो लोगों की मौत हो जाती। हमें लगता था कि अब घर नहीं पहुंच पाएंगे। इसी दहशत में मैंने तीन बार सुसाइड का प्रयास भी किया। लेकिन हमारे साथी धीरेंद्र और योगेन्द्र ने जान बचा ली। हमको इंडिया लाने में मदद करने वालों में सचिवालय में तैनात पंजाब के दो भाई जगदीप और बाल्मीकि सिंह ने काफी मदद की। पढ़िए राकेश कैसे रूस तक पहुंचे राकेश बताते हैं- हम लोगों का पासपोर्ट एजेंट विनोद ने ही बनवाया था। पासपोर्ट मिलने के बाद उसने अपने पास ही रख लिया था। विनोद ने बताया था कि वीजा के लिए चाहिए। जब हमें 14 जनवरी को जाना था तब घर से वाराणसी बस से ले जाया गया, जहां से रात आठ बजे की ट्रेन थी। जिससे हम लोग 15 जनवरी को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। वहां बताया गया कि आज फ्लाइट कैंसिल हो गई है। हम लोग रात में वहीं स्टेशन में पड़े रहे। फिर 16 जनवरी को कनेक्टिंग फ्लाइट से बहरीन और फिर सेंट पीटर्सबर्ग ले जाया गया। यहां पहुंचने पर हमें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। एक कमरे में सभी को बंदकर मोबाइल ले लिया गया। रात भर हम लोग यहां भूखे-प्यासे बंद रहे। सुबह वहां पर लोकल एजेंट दुष्यंत ने हम लोगों को छुड़ाया और फिर खाने को ब्रेड जैसा कुछ दिया गया। इसके बाद रशियन भाषा में लिखे एक लेटर पर साइन कराने के साथ ही ब्लड सैंपल लिया गया। हमारा बैंक अकाउंट खुलवाया गया। तब हमें हमारा फोन वापस मिला। इसके बाद हम लोगों को कुछ दिन के लिए वहां कारपेंटर, सिक्योरिटी गार्ड, रसोइया और ड्राइवरी का काम दे दिया गया। हमें भी लगा कि काम अच्छा मिल गया है। अब हम अपने घर वालों की अच्छे से मदद कर पाएंगे। लेकिन ये सिलसिला ज्यादा दिन नहीं चल पाया। कैसे राकेश को रूसी सेना में शामिल किया गया राकेश कहते हैं कि जब हम वहां काम कर रहे थे तभी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध छिड़ गया। लंबी लड़ाई शुरू हो चुकी थी तो हम सभी को सेना में भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई। सेंट पीटर्सबर्ग में हम लोगों को पहले आर्मी की एक बिल्डिंग में रखा गया। जहां हम लोग करीब एक सप्ताह तक रहे। यहां पर लोकल एजेंट दुष्यंत के होटल से खाना आता था। हमें समझ नहीं आ रहा था कि यहां छिपाकर क्यों रखा गया है। इसी बीच एक दिन एक सैन्य अफसर आया। उसने बताया कि हम सभी को सैन्य प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके बाद हमारी ट्रेनिंग शुरू कर दी गई। इसके बाद हमें यहीं पर 15 दिन की ट्रेनिंग दी गई। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद दो महीने तक हम सभी लोगों को बंकर खोदने के काम में लगा दिया गया। वहां हम लोग बंकर खोदने के साथ ही गाड़ियों पर सामान लोड करने का काम करते थे। जब रूसी सेना को हम लोगों पर भरोसा हो गया तो हम लोगों को युद्ध के मैदान में भेज दिया गया। हम लोगों को बैच में बांट दिया गया। इंडिया से जितने भी लोग गए थे, उन्हें चार-चार के बैच में किया गया और रूसी सैनिकों के साथ भेज दिया गया। अब हम लोग इस स्थिति में आ गए थे कि कोई किसी का हाल तक नहीं जान पाता था। वहां हालात बहुत खराब होने लगे। रात के अंधेरे में बॉर्डर पर भेजा जाता थाराकेश कहते हैं कि हम सभी लोगों को दो महीने तक बंकर बनाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई के मैदान में उतार दिया गया। रात के अंधेरे में हम लोगों को बॉर्डर पर ले जाया जाता था। यह भी नहीं पता था कि रूस किधर है और यूक्रेन किधर है। जब हम लोग बॉर्डर पर पहुंच जाते तो एक बंकर में बंद कर दिया जाता। वहां पर दिन-रात लड़ाई चलती रहती थी। हमारे अफसर हमें जबरन बाहर निकालते और गोली चलाने को कहते थे। जब उधर से काउंटर फायर शुरू होता तो हम लोग फिर भागकर बंकर के अंदर आ जाते थे। काउंटर फायरिंग और बम के हमले में रूसी सेना के जवान भी मारे जा रहे थे। कई भारतीय और पाकिस्तानी भी वहां पर मारे गए। 250 ग्राम मछली में 6 लोग खाना खातेराकेश यादव कहते हैं कि भले ही हम लोग बहुत अमीर न हों लेकिन मां-बाप ने कभी भूखा नहीं रखा। लेकिन वहां पर रूसी सेना की ओर से हम लोगों को खाने के नाम पर 250 ग्राम मछली मिलती थी, जिसमें छह लोगों को खाना होता था। ऐसे में एक-एक व्यक्ति के हिस्से में दो चम्मच मछली ही आती थी। माइनस डिग्री के टेम्प्रेचर में हम लोगों को पीने का पानी भी बहुत कम मिलता था। वहां चारों तरफ बर्फ ही बर्फ नजर आती थी। इस तरह रूस से बचकर भारत पहुंचे नौ महीने रूस में मौत को छूकर वापस इंडिया आ चुके राकेश यादव कहते हैं कि रूस में पंजाब के दो भाई रहते थे। जिनमें से एक का नाम जगदीप भाई और दूसरे का नाम बाल्मीकि सिंह था। इन दोनों लोगों से मैं हमेशा भारत जाने की गुहार लगाता रहता था। जिस बॉर्डर पर हम लोगों को भेजा गया था, वहां कई लोग घायल हुए। इस दौरान हम लोगों को भी फिर से सेंट पीटर्सबर्ग वापस भेजा गया। दो पंजाबी भाई भी हमारे साथ यहां पर आए। उन्होंने हमें बताया कि अब जो भी अफसर आए तो सीधे भारत जाने के लिए कहने लगना। अस्पताल के विजिट के दौरान कई अफसर वहां पर आते थे तो मैं जोर जोर से भारत जाने की बात कहता। उन अफसरों और अन्य अधिकारियों की नजर मेरे ऊपर पड़ी। इसी दौरान भारत और दुनिया भर से ये खबरें भी चलने लगीं कि रूस में रसोइयों, कारपेंटर और अन्य काम करने वालों को भी लड़ाई में उतार दिया गया है। शायद इसी इमेज से बचने के लिए रूस के अफसरों ने मुझे भारत छुड़वा दिया। अक्टूबर 2024 में मैं भारत वापस आ गया। उसके बाद अपने परिवार से मिल पाया। अभी आजमगढ़ से ही 8 लोग मिसिंग हैंराकेश बताते हैं कि आजमगढ़ से जो 9 लोग रूस गए थे, उनमें से मैं सबसे ज्यादा भाग्यशाली निकला हूं। क्योंकि केवल मैं ही रूस से सकुशल वापस आ पाया हूं। जबकि एक साथी कन्हैया यादव की वहीं पर मौत हो चुकी है। हमारी सरकार से मांग है कि जो लोग फंसे हुए हैं उन्हें भी जल्द वापस लाया जाए। अभी सात लोग रूस में फंसे हुए हैं। जिनके परिवारों से उनका संपर्क करीब आठ महीनों से टूटा हुआ है। ऐसे में उनके घर वालों को रोते-बिलखते बेसब्री से इंतजार करते देखता हूं। इन सातों में रामचन्द्र, राकेश यादव, धीरेंद्र कुमार, योगेन्द्र यादव, अजहरूद्दीन खान, हुमेश्वर प्रसाद और अरविन्द कुमार का परिवार है। हमारे वापस आने की खबर सुनकर वे लोग फोन करते हैं और मिलने आते हैं। रोजगार न होने से गए थे 5000 किमी दूर राकेश कहते हैं कि रोजगार की तलाश में मैं आजमगढ़ से 5000 किलोमीटर दूर रूस पहुंच गया। अब मैंने अपना वही पुराना पुताई का काम फिर से शुरू कर दिया है। जब काम नहीं मिलता तो यहीं घर पर खेती-किसानी करता हूं। गाय-भैंसों की देखभाल करने में परिवार की मदद करता हूं।मैं अपनी पत्नी सुलेखा, एक बेटा किशन (5 वर्ष) और एक बेटी निशा (12 वर्ष) को छोड़कर गया था। हमारा परिवार छप्पर डालकर रहता है। गरीबी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। इसलिए पैसे कमाने की चाह में इतनी दूर गया था। लेकिन अब लगता है कि यहीं कुछ कारोबार या नौकरी करूंगा, कम से कम जान तो सुरक्षित है। ------------------ यह खबर भी पढ़ें... कारपेंटर, रसोइयों को रूस में बनाया सैनिक, आजमगढ़-मऊ से गए 14 युवकों में 3 की मौत, 9 परिवारों को अपनों के लौटने का इंतजार रसोइया और कारपेंटर के वीजा पर रूस गए उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ और मऊ के 14 युवकों को वहां की सेना में भर्ती कराकर यूक्रेन के खिलाफ जंग में उतार दिया। इनमें से 3 युवकों की मौत हो गई। 2 के पैर में गोली लगने के बाद भारत वापसी हुई। 9 परिवारों को अभी भी अपने बच्चों के घर लौटने का इंतजार है। पूरी खबर 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यूपी के 17 शहरों में बारिश का अलर्ट:60 जिलों में पड़ेगा घना कोहरा; 48 घंटे में बदलेगा मौसम
यूपी में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज 17 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। 60 जिलों में घने कोहरे की भी चेतावनी है। इस दौरान तेज हवाओं के साथ ओले भी गिर सकते हैं। 48 घंटे बाद फिर मौसम बदलेगा। ठंड को देखते हुए कानपुर, मेरठ और वाराणसी में 8वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। नोएडा के स्कूलों का समय बदला गया है। अब 8वीं तक के स्कूल 10 बजे खुलेंगे। शुक्रवार को सबसे ठंडा शहर इटावा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सबसे अधिक तापमान बांदा का रहा। यहां अधिकांश तापमान 20.8 डिग्री दर्ज किया गया। 22 जनवरी से बढ़ेगी ठंडमौसम वैज्ञानिक मनोज श्रीवास्तव ने बताया- यूपी के पूर्वी क्षेत्र के तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। जिसकी वजह से कुछ क्षेत्रों में हल्की फुल्की बारिश भी हो सकती है। आने वाले 48 घंटे में पूर्वी यूपी में लोगों को हल्की गर्मी का एहसास होगा। पश्चिमी यूपी में बारिश का अलर्ट है। 22 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ और सक्रिय हो रहा है। जिससे ठंड थोड़ी बढ़ेगी। ये ट्रेनें रही लेट ------------------------------- ये भी पढ़ें: जरूरत की खबर- सर्दियों में ठंडे रहते हैं हाथ-पैर:क्या यह किसी बीमारी का संकेत, कैसे जानें, डॉक्टर से जानें हर सवाल का जवाब सर्दियों में हाथ-पैर का ठंडा पड़ना आम बात है। इससे बचने के लिए लोग हाथों में दस्ताने और पैरों में मोजे पहनते हैं। हालांकि कई बार इसके बावजूद कोई असर नहीं होता है और हाथ-पैर बर्फ जैसे ठंडे ही बने रहते हैं। आमतौर पर लोगों को लगता है कि इसका कारण ठंडा वातावरण है, जबकि ऐसा नहीं है। हाथ-पैरों का अधिक ठंडा पड़ना कई गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है...(पढ़ें पूरी खबर)
2027 के विधानसभा चुनाव से पहले मिल्कीपुर उपचुनाव भाजपा-सपा के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। उपचुनाव की 9 में से 6 सीटें जीतने के बाद भाजपा हर हाल में मिल्कीपुर में भी जीत दर्ज करना चाह रही। पार्टी ने प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही जातीय समीकरण बिठाने शुरू कर दिए हैं। मिल्कीपुर में जातीय समीकरण के हिसाब से ही मंत्री प्रचार करेंगे। योगी के 7 मंत्री प्रचार के लिए उतरे हैं। प्रदेश पदाधिकारियों को बूथों की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इन सबके बीच भाजपा के लिए अपनों को मनाना बड़ी चुनौती है। टिकट न मिलने से कुछ नेता नाराज हैं। भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान के नामांकन के बाद जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही नाराज नेताओं के घर पहुंचे। नेताओं से नाराजगी छोड़कर चुनाव में जुटने के लिए कहा। पहले जानिए मिल्कीपुर में जातीय समीकरण के मायने मिल्कीपुर में सबसे अधिक करीब एक लाख दलित मतदाता हैं। दलित मतदाताओं का सपा और भाजपा में बंटना तय माना जा रहा है। वहीं, सपा के पास 50 हजार यादव और 26 हजार मुस्लिमों का वोट बैंक भी है। जातीय समीकरण के कारण ही मिल्कीपुर सीट पहले भी भाजपा के लिए कमजोर रही है। 2022 में सपा के अवधेश प्रसाद ने भाजपा के गोरखनाथ को 10 हजार से अधिक मतों से हराया था। यही वजह है कि भाजपा इस बार कोई रिस्क नहीं लेना चाह रही। चंद्रभानु को क्यों टिकट मिला?भाजपा के सामने मिल्कीपुर उपचुनाव में सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद के सामने अनुसूचित जाति वर्ग के चेहरे को ही उतारने का चैलेंज था। यही वजह है, भाजपा ने पासी समाज से आने वाले चंद्रभानु को कैंडिडेट बनाया है। भाजपा की माइक्रो प्लानिंगपार्टी उपचुनाव जीतने के लिए माइक्रो प्लानिंग कर रही है। भाजपा ने मिल्कीपुर में एक-एक बूथ का जातीय गणित तैयार किया है। किस बूथ पर किस जाति के मतदाताओं की कितनी संख्या है? इसका भी पूरा लेखा-जोखा रख रही है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही अयोध्या के प्रभारी मंत्री होने के नाते पूरे चुनाव की निगरानी कर रहे हैं। मंत्रियों को खासतौर पर उनकी जाति से जुड़े लोगों की समूहों में बैठक करने, उनसे लगातार संपर्क कर हर हाल में मत हासिल करने का टास्क दिया है। मंत्रियों को उन बूथों की सूची भी सौंपी जा रही है जहां उनकी जाति के मतदाता ज्यादा हैं। मंत्रियों को चुनाव तक उन्हें आवंटित क्षेत्र में दो से तीन बार घर-घर संपर्क कर वोट पक्का करने का टास्क दिया है। पिछड़े वोट बैंक की कमान स्वतंत्र देव कोसीएम योगी ने मिल्कीपुर में पिछड़े 23 हजार चौरसिया, 6 हजार मौर्य, 5 हजार पाल सहित कुर्मी, राजभर, निषाद वोटों की जिम्मेदारी जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह को सौंपी है। स्वतंत्र देव ने पांच दिनों से मिल्कीपुर में डेरा जमा रखा है। स्वतंत्र को यादव वोट बैंक में भी सेंध लगाने का टास्क दिया गया है। स्वतंत्र देव भी बूथवार गली-मोहल्लों में जाकर पिछड़े और दलित वर्ग के छोटे-छोटे समूहों से बैठक कर रहे हैं। मंडलवार सौंपी जिम्मेदारीभाजपा ने मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र के 5 मंडल भी 5 मंत्रियों में बांट दिए हैं। आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु को मिल्कीपुर मंडल दिया है। खेल एवं युवा मामले के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश यादव को हैरीगंटनगंज मंडल, चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह को कुमार गंज, खाद्य एवं रसद आपूर्ति मंत्री सतीश शर्मा को कुचेरा दिया गया है। मिल्कीपुर में चुनाव प्रबंधन संभाल रहे सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर ने इनायतगंज मंडल अपने पास रखा है। ठाकुरों के लिए राठौर, ब्राह्मणों के लिए मिश्रामिल्कीपुर में करीब 75 हजार ब्राह्मण और गोसाई मतदाता हैं। ब्राह्मण और गोसाई बहुल इलाकों की जिम्मेदारी आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु और राज्यमंत्री सतीश शर्मा के पास रहेगी। 50 हजार यादव मतदाताओं में सेंध लगाने के लिए खेलकूद एवं युवा मामले के राज्यमंत्री गिरिश यादव को तैनात किया है। 22 हजार ठाकुर मतदाताओं से संपर्क और समन्वय का काम सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर और चिकित्सा राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह करेंगे। सरकार ने हाथ में लिया उपचुनावमिल्कीपुर का चुनावी माहौल देखकर साफ है कि उपचुनाव में बूथ प्रबंधन से लेकर सामाजिक समीकरण सेट करने की जिम्मेदारी खुद सरकार ने हाथ में ली है। योगी आदित्यनाथ ने अपने सबसे करीबी जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर को वहां तैनात किया है। योगी प्रतिदिन चुनाव की रिपोर्ट दोनों मंत्रियों से ले रहे हैं। एक भी दलित मंत्री नहीं लगायाहालांकि एक चौंकाने वाली बात भी सामने आई है। मिल्कीपुर में करीब एक लाख दलित मतदाता हैं। लेकिन सरकार और संगठन ने चुनावी व्यवस्था में एक भी दलित मंत्री या पदाधिकारी तैनात नहीं किया है। जबकि सरकार में बेबी रानी मौर्य, असीम अरुण, गुलाब देवी, दिनेश खटीक, मनोहरलाल मन्नू कोरी, विजय लक्ष्मी गौतम और सुरेश राही दलित मंत्री हैं। वहीं, प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह सेंथवार, एमएलसी अवनीश पटेल और क्षेत्रीय पदाधिकारी पुष्पेंद्र पासी को चुनाव में लगाया गया है। ----------------- ये खबर भी पढ़ें... BJP ने मिल्कीपुर से नए चेहरे चंद्रभानु पासवान को उतारा:गुटबाजी, जनता की नाराजगी से कटा बाबा गोरखनाथ का टिकट अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए BJP ने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया। BJP ने 39 साल के चंद्रभानु पासवान को टिकट दिया है। चंद्रभानु का मुकाबला सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद से होगा। यानी, अयोध्या में दोनों प्रत्याशी पासी समुदाय से हैं। सपा कैंडिडेट अजीत प्रसाद 15 जनवरी को नामांकन करेंगे। पढ़ें पूरी खबर...
बिहार के बड़का साहब आजकल समय से पहले चल रहे हैं। कुछ दिन पहले प्रगति देखने 10 मिनट पहले ही पहुंच गए। जब साहब के हेलिकॉप्टर के लैंड करने की सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। कारकेड में आगे चलने वाली गाड़ी ही स्टार्ट नहीं हुई। धक्का मारकर चालू करना पड़ा। चूड़ा-दही भोज में भी साहब ‘हनुमान’ के घर दो घंटे पहले पहुंच गए। 10 मिनट रुके और बिना मेजबान से मिले व खाए लौट गए। अब जैसे ही ये खबर सामने आई, कयासबाजी शुरू हो गई। इस पर साहब के चौधरी जी ने कहा- इसमें राजनीति नहीं है। संयोग से हुआ। वहीं, मेजबान ने कहा- आस्तिक आदमी हूं। पूजा पर था, इसलिए बाहर नहीं आ पाए। उनका खाना नहीं, आना ही बड़ी बात है। हालांकि, जितनी सीधी ये बात लगती है उतनी है नहीं। राजनीति में कुछ भी ऐसे होता नहीं है। वो भी साहब तो बिल्कुल ऐसा नहीं करते। साहब इसके बाद अपने मंत्री के घर पहुंचे। मंत्री जी बाथरूम में नहा रहे थे। आवाज दी गई, साहब पहुंच गए हैं। बस क्या था, बेचारे फट से बीच में ही नहान छोड़कर बाहर निकले और गिरते पड़ते साहब के करीब पहुंचे। साहब 10 मिनट रुके और चले गए। साहब के जाने के बाद मंत्री जी बेचारे दोबारा नहाने गए। मंत्री बनने के लिए व्याकुल हैं विधायक जी विधायक जी मंत्री बनने के लिए व्याकुल हो गए हैं। उनके सपने में भी मंत्री पद…मंत्री पद आ रहा है। हो भी क्यों ना, 4 बार के विधायक हैं। हाल में उन्होंने अपना दर्द अपनी पार्टी के ही एक नेता से साझा किया है। उन्होंने नेता से कहा- हमारे पास भी 5 बड़ी पेटी होती तो मंत्री बन जाता। इस पर नेता जी ने कहा- नहीं ऐसा नहीं है बीजेपी के बारे में आप ऐसा नहीं कह सकते। इतना सुनते ही विधायक जी बिफर पड़े। कहा- मैं 100 फीसदी सही बात बोल रहा हूं। नेता जी झल्लाए। कहा- तो बन काहे नहीं बन जा रहे हैं मंत्री। विधायक जी ने अफसोस जताते हुए कहा कि इतना पेटी मेरे पास नहीं है आप दे दीजिए। नाम मेरा रहेगा, पर्दे के पीछे से सब कुछ आप ही संभालिएगा। बाकी 50-50 रहेगा। नेता जी ने कहा कि मेरे पास इतना कहां है! मेरी बुद्धि भ्रष्ट हो गई थी, जो नीतीश कुमार का साथ छोड़ उधर चले गए। वहां रहते तो नीतीश जी मंत्री बना ही देते। लेकिन तब बीजेपी वालों ने चने के झाड़ पर चढ़ा दिया, लग रहा था कि सरकारे गिरा देंगे। जेल में साहब, बाहर बिकने लगी प्रॉपर्टी बिहार के साहब के आंखों के तारा अफसर इन दिनों भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद है। जेल से ही करंट निकाल रहे हैं। वैसे उनके जेल जाने के बाद बेनामी संपत्ति बिकने लगी है। बिहार से दिल्ली तक की उनकी बेनामी संपत्ति बेचकर उनके करीबी 50-50 बंटवारा कर रहे हैं। खास बात है कि मुसीबत के दिनों में अफसर के दोस्त दगा नहीं, चट्टान की तरह साथ खड़े हैं। इसको ही कहते हैं बेईमानी में पूरी ईमानदारी। बतकही में पिछले सप्ताह भी कई किस्से थे, पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें PK को उठाने के बाद भूले कानून, फिर आया फोन:एक फोन पर आधी रात भागी पुलिस, पटना SP का दिल्ली में कटा चालान
कपूरथला में सुलतानपुर लोधी रोड पराली से भरी ट्रॉली की खुली हुक में कार फंस गई, जिसके बाद पलटने से रेलवे कर्मचारी की मौत हो गई। वह रिंग सेरेमनी समारोह से वापस घर जा रहा था। घटना शाम साढ़े 7 बजे की है। मृतक की पहचान आर.पी. शर्मा के नाम से हुई है। हादसा तब हुआ जब शेखुपुर के पास सामने से आ रही पराली से भरी ट्रॉली की खुली हुई हुक उनकी कार के साइड शीशे में फंस गई, जिससे कार पलट गई। कार में सवार एक अन्य यात्री रमेश कुमारी को मामूली चोटें आईं। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने राहगीरों की मदद से घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने आर.पी. शर्मा को मृत घोषित कर दिया। रमेश कुमारी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। डीएसपी दीपकरण सिंह के अनुसार, सिटी थाना पुलिस ने कार और ट्रॉली को अपने कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में रखा गया है। मृतक हरगोबिंद नगर में रेल कोच फैक्ट्री के सामने रहते थे और अपने एक RCF निवासी परिचित की बेटी की रिंग सेरेमनी से लौट रहे थे।
संगम की रेती पर सजे महाकुंभ में देश-दुनिया के साधु-संतों आए हैं। आवाहन अखाड़े के श्रीमहंत इंद्र गिरी महाराज चर्चा में हैं। पिछले 4 साल से उनके दोनों फेफड़े डैमेज हैं। AIIMS चंडीगढ़ के डॉक्टरों ने उन्हें जवाब दे दिया है। वह 24 घंटे ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। उनकी देखभाल डॉक्टर नहीं, बल्कि शिष्य कर रहे हैं। वह साधना में लीन हैं। मकर संक्रांति पर अमृत स्नान में शामिल हो चुके हैं। दोनों अमृत स्नान में भी शामिल होंगे। वीडियो में देखिए इंद्र गिरी महाराज की पूरी कहानी...
UP बोर्ड यानी उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में नकल रोकने के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। यदि एग्जाम के दौरान कोई भी परीक्षार्थी नकल करते पकड़ा गया तो उसकी कापियां नहीं जांची जाएंगी। इस तरह का आदेश आज शुक्रवार को यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह की ओर से जारी भी कर दिया गया है। सचिव ने बताया है कि कुछ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अवांछित तत्वों द्वारा भ्रामक सूचनाएं वायरल की जा रही है कि परीक्षा में अनुचित साधन प्रयोग करने वाले परीक्षार्थियों को आर्थिक जुर्माना और कारावास की सजा दी जाएगी, यह पूरी तरह से गलत है। परीक्षा में शामिल होंगे 54.38 लाख परीक्षार्थी UP बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा 24 फरवरी से शुरू हो रही है जो 12 मार्च तक चलेगी। इसमें 54.38 लाख अभ्यर्थी एग्जाम देंगे। इस बार इस परीक्षा में विशेष सख्ती की जा रही है। इसमें नकल माफिया या साल्वरों पर इस बार सख्त से सख्त कार्रवाई किए जाने की तैयारी है। ऐसे लोगों पर एक करोड़ रुपये तक का जुर्माना व आजीवन कारावास की सजा भी हो सकती है। उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम 1998 खत्म हो गया है। वर्ष 2025 की परीक्षा में उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम- 2024 लागू होगा। इसमें परीक्षा की शुचिता प्रभावित करने, प्रश्नपत्र लीक कराने, प्रश्नपत्र हल कराने की कोशिश आदि पर साल्वरों एव साल्वर गिरोह को आजीवन कारावास एवं एक करोड़ रुपए तक के जुर्माने से दंडित करने का प्राविधान है। परीक्षा के लिए यह है तैयारी
नमस्कार, कल की बड़ी खबर दिल्ली में भाजपा के घोषणा पत्र से जुड़ी रही। पार्टी ने होली और दिवाली पर एक-एक फ्री सिलेंडर देने का वादा किया है। दूसरी बड़ी खबर सैफ अली खान पर हुए हमले मामले को लेकर रही। पुलिस अभी तक हमलावर नहीं पकड़ पाई है। लेकिन कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... अब कल की बड़ी खबरें... 1. सैफ अली पर हमला- जिसे पकड़ा, वह आरोपी नहीं, अस्पताल ले जाने वाले ड्राइवर ने बताया- शरीर खून से लथपथ था एक्टर सैफ अली खान पर हमले के केस में जिस संदिग्ध को पूछताछ के लिए बांद्रा पुलिस स्टेशन लाया गया था, उसका केस से कोई लेना देना नहीं है। मुंबई पुलिस ने अभी तक किसी को हिरासत में नहीं लिया है। पहले न्यूज एजेंसी ANI ने बताया था कि सैफ अली खान पर हमले के संदिग्ध को पुलिस पूछताछ के लिए लाई है। इसका नाम शाहिद बताया गया था। कहा गया था कि उस पर पहले से ही हाउस ब्रेक के 5 केस दर्ज हैं। सैफ का पूरा शरीर खून से लथपथ था: सैफ को अस्पताल पहुंचाने वाले ऑटो ड्राइवर भजन सिंह ने बताया, 'रात में मैं गाड़ी चला रहा था। सतगुरु बिल्डिंग के सामने से किसी ने आवाज लगाई। रिक्शा, रिक्शा। मैंने ऑटो गेट के पास रोका। गेट से एक आदमी बाहर निकला। वो खून में लथपथ था। शरीर के ऊपर के हिस्से में जख्म था, खून बहुत बह रहा था। मैंने तुरंत उन्हें रिक्शा में बैठा लिया और अस्पताल ले गया।' शाहरुख खान के घर भी रेकी हुई: कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि 14 जनवरी की रात शाहरुख खान के घर के बाहर एक व्यक्ति रेकी करता दिखा था। हालांकि, पुलिस का कहना है कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता है। डीसीपी ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील की है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 2. दिल्ली चुनाव: BJP का संकल्प पत्र जारी, होली-दिवाली पर मुफ्त सिलेंडर देंगे; AAP ने छात्रों के लिए फ्री बस यात्रा का ऐलान किया भाजपा ने दिल्ली चुनाव के लिए संकल्प पत्र जारी किया। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसे 'विकसित दिल्ली की नींव' बताया। उन्होंने दिल्ली में महिलाओं को हर महीने 2500 रुपए, गरीब महिलाओं को सिलेंडर पर 500 रुपए की सब्सिडी देने का वादा किया। होली-दीवाली पर एक-एक मुफ्त सिलेंडर देने का भी ऐलान किया। नड्डा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को 21,000 रुपए दिए जाएंगे और 6 पोषण किट भी दी जाएंगी। दिल्ली में बिजली, बस और पानी को लेकर मौजूदा सरकार की जो योजनाएं चल रही हैं, वह जारी रहेंगी। AAP ने छात्रों के लिए फ्री सफर का ऐलान किया: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि चुनाव जीतने के बाद AAP की सरकार स्टूडेंट के लिए बस सेवा फ्री कर देगी। यानी कोई भी स्टूडेंट बस में फ्री सफर कर सकता है। वहीं, मेट्रो में भी स्टूडेंट को 50% छूट मिलेगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... 3. शूटर मनु-चेस वर्ल्ड चैंपियन गुकेश समेत 4 को खेल रत्न, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 के विजेताओं को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सम्मानित किया। मुर्मू ने सबसे पहले भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से नवाजा। ओलिंपिक में डबल मेडल जीतने वालीं शूटर मनु भाकर, हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को भी मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 34 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड दिया गया। इनमें 17 पैरा-एथलीट हैं, जबकि 2 लाइफ टाइम अचीवमेंट के लिए हैं। 5 कोच को द्रोणाचार्य अवॉर्ड भी मिला है। मनु ने पेरिस ओलिंपिक में डबल मेडल जीते थे: मनु भाकर ने अगस्त-सितंबर में पेरिस ओलिंपिक गेम्स में डबल ओलिंपिक मेडल जीते थे। वे 10 मीटर एयर पिस्टल इंडिविजुअल और मिक्स्ड डबल्स में तीसरे स्थान पर रहीं। उनके दो मेडल के दम पर भारत ने पेरिस ओलिंपिक में कुल 6 मेडल जीते थे। गुकेश शतरंज के नए वर्ल्ड चैंपियन: 18 साल के भारतीय ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने सिंगापुर में 11 दिसंबर को वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप का खिताब जीता था। उन्होंने चीन के डिफेंडिंग चैंपियन डिंग लिरेन को फाइनल में हराया था। इतनी कम उम्र में खिताब जीतने वाले गुकेश दुनिया के पहले प्लेयर बने हैं। इससे पहले 1985 में रूस के गैरी कैस्परोव ने 22 साल की उम्र में यह खिताब जीता था। पूरी खबर यहां पढ़ें... 4. विदेश मंत्रालय बोला- यूक्रेन-रूस जंग में 12 भारतीयों की मौत, रूसी सेना की तरफ से लड़ रहे 16 लापता रूस की तरफ से जंग लड़ रहे अब तक 12 भारतीयों की यूक्रेन में मौत हो गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, 'अब तक 126 भारतीय नागरिकों के रूसी सेना में शामिल होने के मामले सामने आए हैं। इनमें से 96 लोग भारत लौट आए। रूस में अभी भी 18 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं, जिनमें से 16 की कोई जानकारी नहीं मिल रही है। हम इनकी स्वदेश वापसी के लिए काम कर रहे हैं।' तीन साल से जंग जारी: रूस-यूक्रेन जंग 24 फरवरी 2022 से चल रही है। इस दौरान रूसी सेना पर आरोप लगे कि उसने जंग में भाड़े और दूसरे देशों के कई लोगों को जबरन भेज दिया है। इनमें कई भारतीय भी शामिल थे। ये नौकरी की तलाश में रूस गए थे, लेकिन वहां फंस गए। पूरी खबर यहां पढ़ें... 5. पंजाब में नहीं दिखाई गई फिल्म 'इमरजेंसी', PVR ने 80 थिएटरों में शो रोके; कंगना बोलीं- यह कलाकार का उत्पीड़न बॉलीवुड एक्टर कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी रिलीज हो गई। पहले ही दिन पंजाब में सिख संगठन इसके विरोध में उतर आए। अमृतसर, जालंधर, लुधियाना, पटियाला और मोहाली में थिएटर्स के बाहर सिख संगठनों के सदस्य काले झंडे लेकर विरोध किया। राज्य के किसी भी थिएटर में फिल्म नहीं दिखाई गई। PVR ग्रुप के 70 से 80 थिएटरों पर ये फिल्म दिखाई जानी थी, लेकिन विरोध के बाद इन थिएटरों पर फिल्म नहीं लगी। कंगना को लीगल नोटिस भेजा गया: लॉ स्टूडेंट सफल हरप्रीत सिंह की तरफ से कंगना को कानूनी नोटिस भेजा गया है, जिसमें 5 दिन में पूरे पंजाब व सिख कम्युनिटी से माफी मांगने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर वे लीगल नोटिस का जवाब नहीं देतीं, तो इस मामले में कानून का सहारा लेंगे। कंगना ने X पर लिखा;- पंजाब से कई शहरों से खबरें आ रही हैं कि ये लोग इमरजेंसी को चलने नहीं दे रहे। यह पूरी तरह से कला और कलाकार का उत्पीड़न है। मैं सभी धर्मों का सम्मान करती हूं। मेरी छवि को खराब करने के लिए झूठ का प्रचार किया जा रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 6. दिल्ली में फिलहाल आयुष्मान योजना लागू नहीं होगी, सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगाई सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के उस आदेश पर रोक लगा दी है, जिसमें AAP सरकार को आयुष्मान भारत मिशन लागू करने के लिए 5 जनवरी तक केंद्र के साथ MoU साइन करने कहा गया था। कोर्ट ने केंद्र को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। 24 दिसंबर को दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा था कि लोगों को सुविधाओं से वंचित नहीं किया जाना चाहिए। दिल्ली सरकार ने इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, केंद्र सरकार इसे 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लागू कर चुकी है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद पूर्व CM अरविंद केजरीवाल ने कहा;- आयुष्मान भारत योजना देश का सबसे बड़ा घोटाला है। मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने इसकी पुष्टि कर दी है। पूरी खबर यहां पढ़ें... 7. इमरान खान को भ्रष्टाचार केस में 14 साल की जेल, बुशरा को 7 साल सजा पाकिस्तान की एक कोर्ट ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को भ्रष्टाचार के मामले में सजा सुनाई है। इमरान को 14 और बुशरा को 7 साल की सजा मिली है। दोनों पर राष्ट्रीय खजाने को 50 अरब पाकिस्तानी रुपए का नुकसान पहुंचाने के आरोप लगे थे। दोनों ने बुशरा बीबी के अल-कादिर ट्रस्ट के लिए पाकिस्तान सरकार की अरबों रुपए की जमीन सस्ते में बेच दिया था। इस मामले में इमरान को 9 मई 2023 को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद पूरे मुल्क में फौज के कई अहम ठिकानों पर हमले हुए थे। पूरी खबर यहां पढ़ें... 8. हिमाचल में बर्फबारी से 200 सड़कें बंद, दिल्ली में कोहरे से 117 फ्लाइट, 27 ट्रेनें लेट देश के उत्तरी राज्यों में बर्फबारी के साथ-साथ घने कोहरे का भी असर लगातार बना हुआ है। शुक्रवार सुबह 18 राज्यों में कोहरे के कारण विजिबिलिटी घटी। दिल्ली में 117 से ज्यादा फ्लाइट लेट हुईं। वहीं, 10 कैंसिल की गई। दिल्ली आने वाली 27 ट्रेनें भी अपने निर्धारित समय पर नहीं पहुंची सकीं। शिमला में 56 सड़कें बंद: हिमाचल प्रदेश के ऊंचे पहाड़ फिर बर्फबारी से सफेद हो गए हैं। 3 नेशनल हाईवे समेत 200 सड़कें बंद हैं। अकेले शिमला में ही 56 सड़कें बंद हुईं और HRTC की 15 बसें बर्फबारी में फंसी हैं। मौसम विभाग ने कहा कि यहां शनिवार को भी बर्फबारी होगी। पूरी खबर यहां पढ़ें... आज का कार्टून By मंसूर नकवी... कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… कुंभ मॉर्निंग ब्रीफ: एक जगह पर 12 धार्मिक स्थलों की झलक, पांचवे दिन 20 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी आज महाकुंभ का पांचवां दिन है। महाकुंभ में रोज क्या हो रहा है और अगले दिन क्या होने वाला है, उससे जुड़ी सारी जरूरी जानकारी के लिए हर सुबह देखिए ‘कुंभ मॉर्निंग ब्रीफ’। पूरी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें.. अब खबर हटके... 2 खिलाडियों ने लगातार 13 घंटे तक खेला टेबल टेनिस, विश्व रिकॉर्ड बना स्वीडन के 2 खिलाडियों ने 13 घंटे तक बिना रुके टेबल टेनिस खेलकर विश्व रिकॉर्ड बनाया है। इन खिलाडियों का नाम एमिल ओहल्सन और फ्रेड्रिक निल्सन है, जिन्होंने 13 घंटे 37 मिनट और 6 सेकेंड तक लगातार टेबल टेनिस मैच खेला। दोनों साथ मिलकर एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं। भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… इन करेंट अफेयर्स के बारे में विस्तार से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें... चंद्रमा के सिंह राशि में होने से वृष राशि के लोगों को बिजनेस में सफलता मिलने के योग हैं। जानिए आज का राशिफल.. आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
रावण वध के बाद भगवान राम पर ब्रह्म हत्या का दोष लगा। इसलिए वह तीर्थराज प्रयागराज में संगम किनारे पूजा कराने आए, लेकिन यहां के पंडों ने मना कर दिया। फिर राम को अयोध्या से पुरोहित बुलाने पड़े, तब जाकर पूजा हो सकी। यह कहानी है प्रयागराज के पंडों यानी तीर्थ पुरोहितों की। प्रयागराज में बड़े हनुमानजी मंदिर की तरफ से संगम क्षेत्र की ओर बढ़ने पर दोनों पटरियों पर तीर्थ पुरोहित दिखेंगे। यह सिर्फ कुंभ या महाकुंभ में ही नहीं, बल्कि हर महीने 24 घंटे यहीं पर मिल जाएंगे। यह पूर्वजों के पिंडदान, अस्थि विसर्जन, श्राद्ध के अलावा अन्य धार्मिक कामों को कराते हैं। पंडे हजारों की संख्या में संगम क्षेत्र में मौजूद हैं। इनकी पहचान इनके नाम से नहीं होती है, बल्कि इनके झंडों के निशान से होती है। इन्हीं झंडों के निशान को ध्यान में रखकर यहां 5-7 पीढ़ियों से लोग आ रहे हैं। सदियों से चले आ रहे झंडों के निशान अब इनके ट्रेडमार्क हो चुके हैं। हाथी वाले पंडे, डमरू वाले, पेटारी वाले, चांदी के कटोरे वाले पंडे जैसे इनके निशान होते हैं। पंडे अपने निशान लंबे बांस पर लटका देते हैं। जैसे, पेटारी वाले पंडो ने अपने शिविर के बाहर बांस पर ऊपर पेटारी लटका रखा है। इसी तरह डमरू वाले पंडे डमरू को लटकाते हैं। बाकी झंडों पर भी वही निशान प्रिंटेड रहता है जो हमेशा ऊपर फहरता रहता है और करीब एक किलोमीटर दूर से ही दिख जाता है। किस तरह के हैं झंडों के नामहम पंडों के इन्हीं निशान के बारे में जानने निकले। बड़े हनुमान जी मंदिर से संगम की तरफ आगे बढ़ने पर केदारनाथ पंडा का शिविर है। शिविर के बाहर लहरा रहा है झंडा जिस पर गाय और बछड़े की तस्वीर छपी है। यानी इनके झंडे का निशान गाय-बछड़ा है। इसी तरह इसी नाम के (केदारनाथ) पंडे का भी शिविर है, दोनों पंडों के नाम भले ही एक हों, लेकिन निशान अलग-अलग हैं। इनके झंडे का निशान ‘पेटारी’ है। इन्होंने अपने शिविर के बाहर बड़ी सी पेटारी ही लटका दी है, जो दूर से ही दिखती है। स्वर्गीय पंडित गोपाल जी मिश्र के शिविर के बाहर बड़ी सी काली मछली का चिह्न बनाया गया है। इसी तरह तीन लोटा वाले भी पंडा हैं। रजिस्टर में मिल जाएगा 7 पीढ़ियों का रिकॉर्डऐसा नहीं कि यह पंडे सिर्फ कमाने के उद्देश्य से यहां बैठे हैं, इनकी बड़ी जिम्मेदारी भी होती है। यह बाकायदा पूरा बही खाता तैयार करते हैं। यदि आपके पूर्वज कभी माघ या कुंभ में स्नान करने संगम आएं हों और आप यह जानना चाहते हैं, या अपने पूर्वजों से संबंधित जानकारी चाहते हैं तो यही पंडे आपकी मदद कर सकते हैं। इनके पास 7 पीढ़ियों तक का रिकॉर्ड उपलब्ध होता है। इसके लिए पंडों को जनपद, तहसील और गांव का नाम बताना होगा। इसके बाद वह 15 से 20 मिनट में पूरा ब्योरा निकालकर बता देंगे। महात्मा गांधी और अमिताभ बच्चन के पिता का करा चुके हैं अस्थि विसर्जनदरअसल, प्रयाग के संगम में अस्थिदान और पिंडदान का विशेष महत्व हाेता है। तीर्थ पुरोहित बताते हैं कि यहां पर इन संस्कारों को पूरा करने से लेकर पूर्वजों को मोक्ष की प्राप्ति तक होती है। तीर्थ पुरोहित उमेश शास्त्री पिछले 60 वर्षों से संगम क्षेत्र में हैं। सवाल पूछते ही वह गर्व से कहते हैं महात्मा गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, मोरारजी देसाई, अमिताभ बच्चन के पिता हरिवंश राय बच्चन जैसे लोगों का अस्थि विसर्जन हमने संगम में कराया है। उमेश शास्त्री 15 हजार से ज्यादा लोगों का अस्थि विसर्जन और पूजन करा चुके हैं। इसी तरह पंडित जवाहर लाल नेहरू का भी अस्थि विसर्जन इसी संगम में हुआ था। तीर्थ पुरोहित ही कराते हैं कल्पवासमाघ, कुंभ या महाकुंभ मेले में कल्पवास की प्रथा सदियों पुरानी है। यही कारण है कि आज भी लाखों कल्पवासी संगम के तट पर कल्पवास करने आते हैं। इनके कल्पवास की पूरी जिम्मेदारी इन्हीं तीर्थ पुरोहितों पर होती है। महाकुंभ में 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन स्नान के साथ कल्पवास शुरू हो गया है। माघी पूर्णिमा तक यानी एक महीने तक कल्पवासी रहेंगे। इनके रहने का इंतजाम पंडे ही करते हैं। तीर्थ पुरोहित राजेश्वर बताते हैं, पहले प्रयाग, फिर काशी और अंतिम में गया में पिंडदान का पूजन होता है। संगम क्षेत्र में अस्थि पूजन और पिंडदान कराने का अधिकार सिर्फ यहां के तीर्थ पुरोहितों को ही है। एक-दूसरे के क्षेत्र में नहीं जाते हैं पंडेइतनी बड़ी संख्या में पंडे संगम क्षेत्र में रहते हैं लेकिन कभी आपस में विवाद की स्थिति नहीं होती है, क्योंकि इनका अपना क्षेत्र निर्धारित रहता है। अपने ही क्षेत्र में आए लोगों का यह पूजन आदि कार्य कराते हैं। वहीं, ज्यादातर पंडों के यजमान फिक्स होते हैं। अब कल्पवास की शुरुआत होगी। कल्पवास करने वाले यजमान पहले से ही अपने पंडों को जानकारी दे चुके हैं, ताकि उनका शिविर निर्धारित रहे। चार खूंट का झंडा निशान वाले पंडा अवधेश कुमार बताते हैं कि 200 वर्ष पहले भी हमारे पूर्वज यहीं पर थे और यही कार्य करते थे। उसी परंपरा को हम भी आगे बढ़ा रहे हैं। वह कहते हैं, 18 वर्षों से हम इसी स्थान पर हैं और अस्थि विसर्जन का कार्य आदि कराते हैं। हमारे झंडे का निशान हमारे पूर्वजों ने ही दिया है। तख्त नंबर ही होता है इनका लाइसेंस नंबरसंगम क्षेत्र पर जो तीर्थ पुरोहित रह रहे हैं उनका बाकायदा रजिस्ट्रेशन भी होता है। इनका तख्त नंबर ही इनका पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) नंबर होता है। यह नंबर मेला प्राधिकरण या प्रशासन की ओर से अलॉट किया जाता है। यही कारण है कि सभी पंडे अपने शिविर के बाहर जो बोर्ड लगाते हैं उसमें सबसे पहले तख्त नंबर लिखवाते हैं। इसके अलावा कई पीढ़ियों तक के नाम भी इसी बोर्ड पर लिखवाए रखते हैं। ताकि उनके पुराने यजमानों को पहचानने में कोई असुविधा न हो। जैसे, संतोषी पंडा ने अपने बोर्ड पर नीचे लिखा है- लड़का बंशीधर वल्द मुरलीधर, दामाद कृष्णधर, नाती विष्णुधर। प्राचीन काल से जुड़ी है झंडों के निशान की कहानीप्रयागवाल सभा के पूर्व मंत्री मधु चकहा के अनुसार, प्राचीन काल में राजा-महाराजों के साथ बड़े जमींदार तीर्थ पुरोहितों को निशान देते थे। अंग्रेजों ने भी प्रयाग के तीर्थ पुरोहितों को पांच सिपाही और बादशाही झंडा निशान दिया था। उस समय अल्मोड़ा के कमिश्नर ने तीर्थ पुरोहित शीतला प्रसाद तिवारी को 5 सिपाही का निशान दिया था। मौजूदा समय में नरोत्तम तिवारी और कल्लू तिवारी इस झंडे के निशान और परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी तरह से अंग्रेजों ने यूनियन जैक झंडा का निशान दुर्गा प्रसाद शर्मा के पूर्वजों को दिया था, जो देश की आजादी के बाद तिरंगे में बदल गया था। अंग्रेजों ने प्रयाग के तीर्थ पुरोहितों को पांच सिपाही और बादशाही झंडा निशान दिया था। तब तीर्थ पुरोहितों ने नहीं कराई थी श्रीराम की पूजात्रेता युग में जब प्रभु श्रीराम लंकापति रावण का वध कर लौट रहे थे तो प्रयागराज आए थे। प्रभु श्रीराम भारद्वाज मुनि के आश्रम गए थे। भारद्वाज मुनि ने श्रीराम से कहा था कि वह ब्रह्म हत्या (ब्राह्मण की हत्या) कर के आए हैं, इसलिए पहले उन्हें संगम में स्नान करना होगा। श्रीराम ने संगम के तीर्थ-पुरोहितों से पूजा कराने की बात कही तो उन्होंने मना कर दिया था, क्योंकि श्रीराम पर ब्रह्म हत्या का दोष था। इसके बाद प्रभु श्रीराम ने अयोध्या से अपने तीर्थ पुरोहित को बुलवाया जिन्होंने पूजा संपन्न कराई। राम ने अपने तीर्थ पुरोहित को किया था भूमि दानजो तीर्थ पुरोहित अयोध्या से आए थे पूजा कराने उन्हें प्रयागराज में ही भगवान राम ने भूमि दान किया था। मिश्रा परिवार कीडगंज में आज भी है, जिन्हें रामचंद्र के पुरोहित के रूप में जाना जाता है। इनके झंडे का निशान ‘सोने का नारियल’ है। योगेंद्र मिश्र, कहते है त्रेता युग में रामचंद्र जी का संगम पर पूजन हमारे ही पूर्वजों ने कराया था। हमारे पिताजी कैलाश नाथ मिश्र, उनके पिता लालू मिश्र, उनके पिता भगवान प्रसाद मिश्र, उनके पिता रघुनंदन मिश्र रहे जो यहां यहां श्रद्धालुओं का कर्मकांड कराते हैं। -------------------- महाकुंभ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- हर्षा रिछारिया महाकुंभ छोड़ेंगी, छोटे टेंट में हुईं कैद: बोलीं- बदनाम करने वालों को पाप लगेगा 'मैं न कोई मॉडल हूं और न ही कोई संत...मैं सिर्फ एक एंकर और एक्ट्रेस थी। संतों ने महिला होने के बावजूद मेरा अपमान किया। आनंद स्वरूप को पाप लगेगा।' यह कहकर हर्षा रिछारिया रो पड़ती हैं। प्रयागराज के महाकुंभ नगर में पेशवाई के रथ पर बैठने के बाद चर्चा में आईं हर्षा रिछारिया ने खुद को 10 बाई 10 के टेंट में कैद कर लिया है। 24 घंटे से वह इसी टेंट में हैं। हर्षा मध्य प्रदेश के भोपाल की रहने वाली हैं। दैनिक भास्कर से एक्सक्लूसिव बातचीत पढ़िए...
पुलिस-तस्करों का गठजोड़ इतना मजबूत है कि पुलिस पर ही तस्करों को बड़ी आसानी से सीमा पार करवाने के आरोप लग रहे हैं। ताजा मामला राजस्थान और मध्यप्रदेश से जुड़ा है। हैंगिग ब्रिज टोल पर गत 29 नवंबर को तस्करों ने पिकअप से मप्र सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो की गाड़ी को टक्कर मारी। टीम ने घेराबंदी कर ड्राइवर और खलासी को पकड़ लिया। पिकअप से 911 किलो 540 ग्राम डोडाचूरा मिला, जो नीमच से बीकानेर ले जा रहे थे। चौंकाने वाली बात ये है कि आरकेपुरम थाने की बोराबास चौकी का कांस्टेबल मोहितराज पर तस्करों की मदद का आरोप है। ड्राइवर ने कबूला है कि 24 नवंबर को हैंगिंग ब्रिज पर चढ़ने से पहले बोराबास में पिकअप खराब हुई थी, तब मोहित ने उनकी गाड़ी को ठीक करवाया था। जांच अधिकारी डीएसपी मनीष शर्मा का कहना है कि शिकायत गंभीर है। तस्करी का रूट - हैंगिंग ब्रिज→, नयागांव→, बोराबास→, कोलीपुरा→, रावतभाटा→, गांधीसागर→, मनासा→, कुकड़ेश्वर→ से नीमच तस्कर एमपी से राजस्थान के हैगिंग ब्रिज पहुंचने के लिए पिछले कुछ समय से नए रूट को अपना रहे हैं। हैगिंग ब्रिज पहुंचने के बाद आगे नाकाबंदी और सेटिंग के हिसाब से तस्कर चित्तौड़गढ़, उदयपुर, जयपुर, बीकानेर, जोधपुर तक का अलग-अलग रूट अपनाते हैं। पुलिस जब भी माल पकड़ती है तो तस्कर भाग छूटते हैं। बहुत कम मामलों में माल के साथ ड्राइवर-खलासी पकड़े जाते हैं, लेकिन तस्कर हाथ नहीं आते। राजस्थान में तस्करी में लिप्त 66 पुलिस अफसर-कर्मचारी, 35 पर FIR, 21 बर्खास्त हुए राजस्थान में जनवरी 2019 से 2024 तक ड्रग्स तस्करी के मामलों में 66 पुलिस अधिकारियों व कार्मिकों की संलिप्तता पाई गई हैं। 35 के खिलाफ 31 केस दर्ज करवाए। जबकि 21 को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है। केस 1 - एसआई रमेश बिश्नोई तस्करों की सिफारिश करने थाने गया- बीकानेर में पांचू थाना पुलिस ने 23 मार्च 2024 को भारतमाला एक्सप्रेस-वे पर कार में अफीम ले जाते 2 तस्करों को पकड़कर 66 ग्राम अफीम बरामद की। उन्हें छुड़ाने एसआई रमेश बिश्नोई थाने तक पहुंच गया था। इस पर उसे सेवा से बर्खास्त किया गया। केस 1 - कांस्टेबल विक्रम सिंह बर्खास्त हुआ- चित्तौड़गढ़ जिले में तैनात कांस्टेबल विक्रम सिंह को अपराधियों से सांठगांठ के आरोप में फरवरी 2024 में सेवा से बर्खास्त किया था। पंजाब के मानसा जिले के सरदूलगढ़ थाना पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान उसे 12 किलो ड्रग्स सहित पकड़ा था। निलंबित किया, जांच जारी: एसपीकांस्टेबल मोहित को निलंबित करके प्रकरण की जांच करवा रहे हैं। जांच के बाद पूरी हकीकत सामने आएगी। - डॉ. अमृता दुहन, एसपी कोटा शहर मोहित बोला-सारे आरोप निराधारमोहितराज का कहना है कि आरोप गलत हैं। मैंने किसी तस्कर की कोई मदद नहीं की। मुझे तो गैलेंट्री अवार्ड देने की तैयारी है। जानबूझकर मेरी छवि बिगाड़ी जा रही है। जांच के बाद सच सामने आ जाएगा। पूछताछ में कबूला: सीआईड्राइवर निर्मल पहले से रावतभाटा थाने के 27 किलो डोडाचूरा तस्करी के एक मामले में वांछित था। पूछताछ में उसने कबूला कि 29 नवंबर 2024 को टक्कर मारने के पहले बोराबास में पिकअप खराब हुई थी। कांस्टेबल मोहितराज ने उसकी मदद की थी। - प्रेमसिंह, सीआई पारसोली, चित्तौड़गढ़
सुसाइड नोट:बार-बार फेल हो रहा था, पास होने के दबाव में 12वीं के छात्र ने फांसी लगाकर जान दी
आजाद नगर में 12वीं के छात्र ने गुरुवार शाम फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह बार-बार फेल हो रहा था। अगले महीने से परीक्षा शुरू होने वाली है, इसलिए उस पर पास होने का दबाव था। उसने सुसाइड नोट में खुद को अच्छा नहीं बताया है। पुलिस के मुताबिक मृतक का नाम कृश (19) पिता संजय यादव निवासी यादव नगर है। परिजन ने बताया, उसने फांसी लगाई तब मां और बहन किसी कार्यक्रम में घर से बाहर गए थे। पिता लौटे तो बेटे ने दरवाजा नहीं खोला। खिड़की से झांका तो वह फंदे पर दिखा। परिजन के मुताबिक वह बार-बार फेल हो रहा था, उस पर पढ़ाई का दबाव था। उसने सुसाइड नोट में लिखा है, सभी दोस्त और फैमिली अच्छे हैं। न मैं अच्छा भाई बन पाया औ न अच्छा बेटा। सभी को प्यार। ऑटो ड्राइवर को गाड़ी चलाते हुए आया अटैक, सड़क किनारे मौत राजेंद्र नगर में शुक्रवार सुबह 9.30 बजे एक ऑटो ड्राइवर को साइलेंट अटैक आ गया। उसने जैसे ही ऑटो सड़क किनारे रोका, वह बाहर गिर पड़ा। आसपास के लोगों ने उसे एम्बुलेंस से एमवाय अस्पताल भेजा, वहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस के मुताबिक मृतक का नाम गणेश सोलंकी (41) निवासी दुर्गानगर है। घटना आईपीएस कॉलेज के पास हुई। गणेश के साले सुमित ने बताया, गणेश सुबह 7 बजे ऑटो लेकर निकले थे। आमतौर पर दोपहर तक घर लौटते थे। एम्बुलेंस स्टाफ ने गणेश के मोबाइल से कॉल कर हमें घटना की जानकारी दी। उज्जैन से लौट रहे बाइक सवार कंटेनर में जा घुसे, एक की मौत बाइक पर उज्जैन से लौट रहे युवक की सड़क हादसे में मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया। पता चला है कि सामने चल रहे कंटेनर ने अचानक ब्रेक लगाया, जिससे बाइक सवार उसमें जा घुसे। राऊ पुलिस के मुताबिक मृतक का नाम विनोद भूरिया (21) निवासी धरमपुरी (धार) है। उनका दोस्त निखिल घायल है। परिजन ने बताया दोनों 13 जनवरी को महाकाल दर्शन के लिए गए थे। लौटते समय ओमेक्स हिल्स के सामने हादसा हो गया। राहगीरों ने एंबुलेंस बुलाकर दोनों को हॉस्पिटल पहुंचाया था।
निगम ने जंजीरावाला से मालवा मिल चौराहा तक नपती की, निशान लगाए
निगम के अफसर शुक्रवार को जंजीरावाला से मालवा मिल चौराहे तक बने 30 मीटर चौड़े रोड पर नपती करने पहुंचे। इसमें फुटपाथ पर कहीं डेढ़ से तीन तो कहीं 4 मीटर तक अतिक्रमण मिला। निगम अफसर दिनभर में केवल इस सड़क के एक हिस्से की ही नपती कर पाए। यहां नपती के बाद अफसरों ने अतिक्रमण वाले हिस्से में लाल निशान भी लगाए। सड़क के दूसरे हिस्से की नपती शनिवार को होगी। इधर, निगम की टीम ने मेदांता हॉस्पिटल से भूसा मंडी चौराहे तक सड़क और फुटपाथ से अतिक्रमण हटाए। शुक्रवार को निगम प्रशासन ने जोन 22 में रिमूवल की कार्रवाई कर चार ट्राला सामान जब्त किया और शेड हटाए गए।
प्रदेश की तीन सूची जारी होने के बाद भी इंदौर के भाजपा नगर और जिलाध्यक्ष के नाम तय नहीं हो सके हैं। लिस्ट कब आएगी, इस पर सस्पेंस बरकरार है। जहां एक तरफ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय नगर व जिला दोनों में ही अपनी पसंद का अध्यक्ष चाह रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मंत्री तुलसी सिलावट ने जिले में अपनी पसंद के अध्यक्ष के लिए पूरी ताकत लगा दी है। 62 अध्यक्षों में अब सिर्फ आधा दर्जन नाम बाकी हैं। इसमें इंदौर के दोनों अध्यक्ष हैं। वहीं कई कार्यकर्ता सवाल उठ रहे हैं कि जब गुटबाजी व प्रभाव से ही अध्यक्ष तय होना है तो मंडल अध्यक्षों व बाकी पदाधिकारियों की रायशुमारी करवाई ही क्यों गई। सीएम इंदौर के प्रभारी, वीडी की भी रुचि, इसलिए हो रही देरी दरअसल, सीएम खुद इंदौर के प्रभारी भी हैं। वहीं प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा की भी इंदौर में खासी रुचि है। ऐसे में किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। इंदौर के दोनों अध्यक्षों का मामला पहले भोपाल और उसके बाद दिल्ली तक पहुंच चुका है। गुरुवार को पार्टी की अहम बैठक भी इंदौर में हुई थी। इसमें संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा और सांसद सुधीर गुप्ता शामिल हुए। नगर व जिलाध्यक्ष के नाम पर चर्चा की गई।
राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (आरयूएचएस) ने सत्र 2025-26 के लिए संबद्धता फीस कैलेंडर जारी कर दिया है। इसके अनुसार सत्र 2025-26 में खुलने वाले नए मेडिकल संस्थानों के लिए वन टाइम संबद्धता शुल्क 47 हजार से लेकर तीन लाख रुपए तक बढ़ाया गया है। इससे मेडिकल, डेंटल, फार्मेसी, नर्सिंग, पैरामेडिकल और फिजियोथैरेपी की पढ़ाई महंगी होगी। देरी से फीस जमा कराने वालों को जुर्माना देना पड़ेगा। हर बार विश्वविद्यालय प्रशासन सरकार की ओर से किसी तरह का बजट नहीं मिलने का तर्क देकर पल्ला झाड़ लेता है, लेकिन इसकी मार किसी न किसी बहाने छात्रों पर पड़ना तय है। विशेषज्ञों के अनुसार फीस बढ़ाने पर छात्रों से विभिन्न मदों में शुल्क ले लिया जाता है। मेडिकल संस्थान फीस की भरपाई करने के लिए लाइब्रेरी, मैस, हॉस्टल, ट्यूशन, कंप्यूटर लैब, प्रायोगिक फीस एवं विकास शुल्क के नाम फीस वसूलते हैं। सत्र 2025-26 में नए खुलने वाले मेडिकल कॉलेज को 3 लाख 25 हजार 300 रुपए और डेंटल कॉलेज को संबद्धता शुल्क एक लाख रुपए ज्यादा देना पड़ेगा। उल्लेखनीय है कि बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट (बॉम) की मीटिंग में हर साल फीस बढ़ाने का पहले से निर्णय है, तभी हर साल संबद्धता शुल्क बढ़ाया जा रहा है। कैलेंडर में लेट फीस का भी प्रावधानसत्र 2025-26 में खुलने वाले नए संस्थानों को विश्वविद्यालय से वन टाइम और अस्थायी संबद्धता शुल्क के लिए कैलेंडर जारी कर दिया है। हमने लेट फीस का भी प्रावधान रखा है। -डॉ. धनन्जय अग्रवाल, कुलपति, आरयूएचएस
आगरा के ताजगंज में कैब चालक ने पिज्जा खिलाने के बहाने होटल में ले जाकर किशोरी से रेप किया। करीब तीन घंटे तक किशोरी धमकी देकर कमरे में बंद रखा। तलाश में जुटे परिजनों को किशोरी ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी तो उनके होश उड़ गए। पुलिस में शिकायत करने पर फोरेंसिक टीम को बुलाकर कमरे से साक्ष्य जुटाने के बाद होटल ड्रिजल को सील कर दिया है। पुलिस ने शुक्रवार को किशोरी का मेडिकल कराया। आरोपी कैब चालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ताजगंज की रहने वाली है किशोरीताजगंज क्षेत्र की रहने वाली 14 वर्षीय किशोरी बुधवार शाम चार बजे गायब हो गई। परिजन अपने स्तर से कई घंटे तलाशते रहे। रात 7:45 बजे किशोरी घर पहुंची तो वह बुरी तरह से डरी हुई थी। परिजनों के पूछताछ करने पर किशोरी ने बताया कि एकता चौकी क्षेत्र का रहने वाला कैब चालक सौरव सिंह उसे रास्ते में मिला। पिज्जा खिलाने के बहाने शाम 4:30 बजे ताजनगरी फेज-दो स्थित होटल ड्रैजल में लेकर गया था। वहां पिज्जा पार्टी के बहाने होटल में कमरा लिया। वहां धमकी देकर उससे रेप किया।सौरव सिंह ने उसे तीन घंटे से अधिक बंधक बनाकर रखा। घटना के बारे में किसी को बताने पर उसे और परिवार के लोगों को जान से मारने की धमकी दी। गुरुवार को थाने पहुंचे इधर, किशोरी के गायब होने के बाद परिजन उसे खोजते रहे। इस दौरान कैब चालक के साथ किशोरी को देखे जाने का पता चलने पर उसकी बहन राजकुमारी से भी जानकारी की। बहन ने अनभिज्ञता जताई। कैब चालक सौरव सिंह उसे कालोनी के पास छोड़कर भाग गया। रात घर लौटने पर किशोरी की हालत देख परिजनों ने उससे पूछताछ की। कई घंटे बाद किशोरी ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी। गुरुवार सुबह किशोरी को ताजगंज थाने लेकर पहुंचे। पुलिस को घटना की जानकारी देने पर पीड़िता को लेकर होटल ड्रिजल पहुंची। होटल किया सीलहोटल का रजिस्टर और सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर सौरव सिंह द्वारा किशोरी को होटल में लेकर आने की पुष्टि हुई। सौरव सिंह ने अपनी आइडी पर कमरा संख्या 203 लिया था। उसने 4:30 बजे होटल में चेक इन और शाम सात बजे चेक आउट किया था। पुलिस ने फोरेंसिक को मौके पर बुलाकर कमर से साक्ष्य लिए। इंस्पेक्टर जसवीर सिंह ने बताया कि होटल ड्रिजल को सील कर दिया गया है। आरोपित सौरव सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
सेक्टर-78 में बने वेदवन पार्क में लाखों रुपए के उपकरण चोरी होने का मामला सामने आया है। उपकरण चोरी होने से रोजाना शाम को चलने वाले लेजर लाइट एंड साउंड शो को बंद कर दिया गया है। नए उपकरण लगने पर तीन-चार दिन में दोबारा से शो की शुरुआत होगी। यह पार्क करीब डेढ़ साल में पहले बनकर तैयार हुआ था। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि तीन दिन पहले यहां लेजर लाइट एंड साउंड शो में पानी के फाउंटेन में प्रयोग होने वाले नोजल व अन्य बिजली के उपकरण चोरी हो गए हैं। इनकी कीमत करीब चार लाख रुपए है। बगैर उपकरण नहीं चल सकता शो उपकरण चोरी होने से ऋषियों-मुनियों की कहानियों पर चलने वाला लेजर लाइट एंड साउंड शो बंद हो गया है। ऐसे में लोग पार्क में घूमने तो आ रहे हैं लेकिन साउंड शो का लुत्फ नहीं उठा पा रहे हैं। इस बारे में उद्यान विभाग के निदेशक आनंद मोहन ने बताया कि पार्क की सुरक्षा के लिए गार्ड भी था लेकिन उसे सामान चोरी होने का पता नहीं चला। इस मामले की पुलिस से शिकायत कर दी गई है। तीन-चार दिन में नए उपकरण लगाकर शो की शुरुआत करा दी जाएगी। 24 करोड़ में बना था ये पार्क बता दे वेदवन पार्क का निर्माण हमारे प्राचीन ऋषियों व उनके द्वारा लिखे वेदों के ज्ञान पर आधारित है। पूरे पार्क को सात योग यानी सात ऋषियों के नाम पर बांटा गया है। इसमें भारद्वाज, गौतम, ओत्र , विश्वामित्र और अगस्त शामिल है। प्रत्येक योग को सुंदर चित्रकारी कहानियों को लेजर शो और झरनों के रूप में दिखाया जाता है। लेकिन इस समय लेजर लाइट एंड साउंड शो बंद है। पार्क का निर्माण 12 एकड़ में किया गया है। इसके निर्माण में करीब 24 करोड़ रुपए खर्च किए गए है।
रतलाम और खंडवा मेडिकल कॉलेज में बिना दस्तावेजों के ही प्रोफेसरों से लेकर डॉक्टरों तक की नियुक्ति किए जाने का फर्जीवाड़ा सामने आया है। छह साल पहले डॉ. संजय दीक्षित को रतलाम और डॉ. संजय कुमार दादू को खंडवा मेडिकल कॉलेज में नियुक्तियां करने के लिए नोडल अफसर बनाया गया था। इन दोनों ने ना केवल शासकीय नियुक्तियों को लेकर रखी जाने वाली गोपनीयता भंग करते हुए एक ही जगह पर दोनों ही कॉलेजों के लिए आवेदन पत्र बुलवा लिए, बल्कि अलग-अलग आवेदनकर्ताओं के दस्तावेजों की भी अदला-बदली कर डाली। इस फर्जीवाड़े का खुलासा तब हुआ जब शिवपुरी के डॉक्टर मुकेश मित्तल ने आरटीआई लगाकर 10 से ज्यादा दस्तावेजों की जानकारी मांग ली। कुछ दस्तावेज देने के बाद तीनों कॉलेज प्रबंधन पहले तो मामले को दो साल तक टालते रहे, फिर जब दोनों डीन उलझते नजर आए तो खंडवा पुलिस को एफआईआर करने के लिए आवेदन दे दिया। खंडवा की सीटें भर नहीं पा रही थीं तो रतलाम के लिए आवेदन करने वालों को बुला लिया था। उस समय कुछ दस्तावेज गुम हो गए थे तो किसी कर्मचारी को हटाया भी था। डॉ. संजय दीक्षित, पूर्व डीन एमजीएम (तत्कालीन नोडल ऑफिसर) उस समय दोनों मेडिकल कॉलेजों में भर्ती एक साथ की गई थी। डॉक्यूमेंट गायब होने को लेकर एफआईआर मेरे समय नहीं की गई, लेकिन मैं अब उसको दिखवा लेता हूं। डॉ. एसके दादू, डीन खंडवा मेडिकल कॉलेज, (तत्कालीन नोडल ऑफिसर) सौ से ज्यादा पदों पर शुरू हुई थी भर्ती प्रक्रिया 16 फरवरी 2018 को ही खंडवा और रतलाम मेडिकल कॉलेज में 100 से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए विज्ञप्तियां अलग-अलग जारी की गईं, लेकिन दोनों कॉलेजों में भर्ती की प्रक्रिया शहर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज में ही पूरी की गईं। इसमें जिन उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट किया गया उसका कोई पैमाना ही नहीं रखा। क्योंकि प्रोरेटा शीट ही नहीं बनाई गई और अलग-अलग इंटरव्यू कराने के बजाए एक साथ ही इंटरव्यू करवा लिए। इसमें स्क्रूटनी कमेटी ने गफलत यह की कि जो उम्मीदवार 24 मार्च 2018 को इंटरव्यू के लिए आया था उसकी इंट्री 23 मार्च 2018 की शीट में ही कर दी।
पद्मश्री और प्रसिद्ध कालबेलिया नृत्यांगना गुलाबो सपेरा की आंखों में प्रश्नों के कई धनुष-बाण हैं। राजस्थान के कालबेलिया नृत्य को दुनिया से परिचित कराने वाली गुलाबो निराश होकर कहती हैं- 40 से अधिक देशों में मेरे नृत्य को सम्मान मिला है, मगर अपने ही राज्य में कांटे बिछाए जा रहे हैं। गुलाबो गुस्से में हैं। कारण- राजस्थान में होने वाले बड़े सरकारी कार्यक्रमों में मंच न मिलना। बातचीत करते-करते गुलाबो के दर्द का दायरा धीरे-धीरे खुलने लगता है। पीड़ा सुनिए- दिल्ली और दुनियाभर से जब भी बड़ा वीआईपी राजस्थान आता है तो हमें बुलाते हैं, मगर एयरपोर्ट गेट पर डांस के लिए। सरकारों ने कालबेलिया नृत्य को मेहमानों के स्वागत तक सीमित कर दिया। ग्रैमी अवॉर्ड विजेता पद्मभूषण पं. विश्वमोहन भट्ट का मन भी गुलाबो की तरह ही बेचैन है। बकौल भट्ट- सरकार ने राजस्थान के विश्व प्रसिद्ध कलाकारों से दूरी बना ली है। राजस्थान दिवस और राइजिंग राजस्थान जैसे बड़े सरकारी आयोजनों में नहीं बुलाना इसके सबूत हैं। ये सरकारी उपेक्षा परेशान करती है। लोक-कलाकारों की ये निराशाजनक प्रतिध्वनियां सिर्फ इन दो फनकारों तक सीमित नहीं हैं। पद्मविभूषण और पद्श्री से नवाजे गए राजस्थान के विश्व प्रतिष्ठित 11 से अधिक कलाकारों ने अफसरों के घृणास्पद व्यवहार को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र भी लिखा है। राजस्थान फोरम के मंच से लिखे इस पत्र में संस्कृति कर्मियों ने सीएम से मिलने का समय मांगा है, ताकि सरकारी उपेक्षा का दर्द बयां कर सकें। आठ पीढ़ियों से सारंगी वादन करने वाले पद्मश्री मोइनुद्दीन खान कहते हैं- सरकार से हमारा भावनात्मक रिश्ता खत्म होता जा रहा है। सारंगी को बचाने के लिए अकादमी बनानी चाहिए, लेकिन सरकारों को लगता है कि सारंगी, नीति बनाने से नहीं, स्वागत द्वारों पर धुन बजाने से बच जाएगी। मांड गायकी से दुनिया को दीवाना बनाने वाले पद्मश्री अली-गनी बंधु भी खुद को अपमानित महसूस करते हैं, जब अपने ही राज्य के अफसर उनकी पहचान पूछते हैं। वे कहते हैं- हमारे राज्य के अफसरों को हम नहीं, बॉलीवुड के चेहरे पसंद हैं। राजस्थानी कलाकारों के इस दर्द और गुस्से से सहमति-असहमति के पक्ष हो सकते हैं, लेकिन यह पीड़ा काबिलेगौर तो है ही। अपने ही प्रदेश में कलाकार खुद को उपेक्षित महसूस करें तो यह लोकोक्ति सिद्ध होती है... घर का जोगी जोगड़ा, आन गांव का सिद्ध...। ग्रैमी अवॉर्ड विजेता पं. विश्वमोहन भट्ट की सलाह- मप्र सरकार से सीखे राजस्थान राजस्थान सरकार के अफसरों को हमारी उपलब्धियों का पता ही नहीं। उन्हें तो बॉलीवुड की समझ है। राइजिंग राजस्थान में जिस तरह बॉलीवुड को जगह दी गई, तो इवेंट का नाम राइजिंग बॉलीवुड ही रख देते। राजस्थान को मध्यप्रदेश के कला-संस्कृति विभाग से सीखना चाहिए, क्योंकि वहां 365 दिनों की कला-संस्कृति की प्लानिंग स्थानीय कलाकारों को केंद्र में रखकर होती है। -पद्मभूषण पं. विश्वमोहन भट्ट, ग्रैमी अवॉर्ड विजेता व सभापति, राजस्थान फोरम अपने ही राज्य में प्राेत्साहन नहीं मिलेगा तो कलाकार कैसे जिएगा? राइजिंग राजस्थान में बुलावा तक नहीं भेजा।–पद्मश्री मुन्ना मास्टर, भजन गायक दुनिया हमारे काम को मंच दे रही है, लेकिन हम अपने राज्य–प्रांत में ही अछूत हैं। – पद्मश्री शाकिर अली, मिनिएचर आर्टिस्ट हम चुप हैं और मप्र सरकार तानसेन जैसे फेस्टिवल जयपुर में कर रही है। स्थानीय कलाकार अन्य राज्यों में जा रहे हैं। –इकराम राजस्थानी, गीतकार राजस्थान में सारंगी हमारे घर से शुरू हुई। देश में सारंगी बजाने वाले 75% कलाकार हमारे परिवार से ही सीखे। बड़े सरकारी मंच पर हमारी सारंगी मौन है। –पद्मश्री मोइनुद्दीन खान, सारंगी वादक बॉलीवुड भी हमारी लोक गायकी का कायल है। बड़ी फिल्मों और बड़े मंचों पर मुझे जगह मिली। हम स्टेज के बादशाह अपने राज्य में फकीर हैं, मंच नहीं मिलता। –पद्मश्री अनवर खान, विश्व विख्यात लोक गायक हमें देश-दुनिया में मान–सम्मान मिलता है। हमें हमारे हिस्से का मंच चाहिए, जो मुंबई के ऐसे चेहरे ले जाते हैं, जिन्हें कोई जानता तक नहीं। –पद्मश्री गुलाबो, कालबेलिया नृत्यांगना मांड गायकी को सरकार भूलने लगी है। हरियाणा, तेलंगाना में तो मांड गायकों को पेंशन मिल रही है। यहां तो सरकार अपने ही कार्यक्रमों में नहीं बुलाती।–पद्मश्री अली-गनी मोहम्मद, मांड गायक इंदिरा गांधी तक हमारी कला देख हैरान थीं, जब मैंने खाने की टेबल पर प्लेट में मेटल की मक्खी रख दी थी। दुनिया में चर्चित रागमाला पेंटिंग अपने ही राज्य में अजनबी है। –पद्मश्री तिलक गिताई, स्कल्पचर आर्टिस्ट सीएम से मिलने का समय मांगा है प्रदेश में कला-साहित्य-संस्कृति संकट से गुजर रही है। प्रमुख सांस्कृतिक कार्यक्रमों में सीमित प्रतिनिधित्व है, बड़े सरकारी कार्यक्रमों में भी नहीं बुलाते। सीएम से मिलने का वक्त मांगा है। –संदीप भूतोड़िया, संस्थापक, राजस्थान फोरम
पंजाब में आज (शनिवार) भी धुंध को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। धुंध के साथ-साथ कई इलाकों में शीतलहर की भी चेतावनी जारी की गई है। 48 घंटे मौसम शुष्क रहने के बाद बीते दिन दोपहर धूप खिली। तापमान में तकरीबन 1 डिग्री की बढ़ौतरी के साथ लोगों को शीतलहर से हल्की राहत मिली। लेकिन अभी भी राज्य का तापमान 20 डिग्री से नीचे बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले 48 घंटे में पंजाब के तापमान में अधिक बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। लेकिन, उसके बाद पंजाब के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की बढ़ौतरी देखने को मिल सकती है। 10 जिलों में धुंध को लेकर ओरेंज अलर्ट- पंजाब के 10 जिलों में धुंध को लेकर ओरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, बरनाला, मानसा, संगरूर, पटियाला और मलेरकोटला में धुंध को लेकर ओरेंज अलर्ट है, जबकि अन्य सभी जिलों में धुंध का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 11 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी- पंजाब के 11 जिलों में कोल्ड वेव का अलर्ट जारी किया गया है। इनमें मानसा व बरनाला में कोल्ड वेव का ओरेंज अलर्ट जारी है। वहीं, रूपनगर, बठिंडा, मोगा, मुक्तसर, फरीदकोट, फाजिल्का, फिरोजपुर, नवांशहर, होशियारपुर में कोल्ड वेव का यलो अलर्ट जारी किया गया है। 21-22 जनवरी को बरस सकते हैं बादल पंजाब में एक बार फिर बादल बरसने के आसार बन रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार 18 जनवरी से नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो रहा है। जिसका असर 19 जनवरी से पहाड़ी क्षेत्रों में देखने को मिलेगा। लेकिन 21 जनवरी व 22 जनवरी को पंजाब के कुछ इलाकों में बारिश के आसार बन रहे हैं। अभी तक पंजाब में 1 जनवरी के बाद सामान्य बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार 1 जनवरी के बाद से अभी तक औसतन 9.2 एमएम बारिश हो जाती है। अभी तक पंजाब में 8.3 डिग्री बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 9 फीसदी कम है। पंजाब के शहरों का मौसम अमृतसर- घनी धुंध का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 8 से 13 डिग्री के बीच रह सकता है। जालंधर- घनी धुंध का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 9 से 18 डिग्री के बीच रह सकता है। लुधियाना- घनी धुंध का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 10 से 20 डिग्री के बीच रह सकता है। पटियाला- घनी धुंध का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 10 से 19 डिग्री के बीच रह सकता है। मोहाली- घनी धुंध का अलर्ट जारी किया गया है। तापमान 10 से 21 डिग्री के बीच रह सकता है।
अमेरिका, कनाडा, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और यूरोप सहित अन्य देशों में खालिस्तान रेफरेंडम चलाने के बाद गुरपतवंत पन्नू का आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस (SFJ) भारत में एक्टिव हो गया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर SFJ टीम नाम के अकाउंट से एक पोस्ट की गई। जिसमें रेफरेंडम की वोटिंग के लिए QR कोड शेयर किया गया। साथ ही वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने का प्रोसेस बताया गया। संगठन की तरफ से फॉर्म भी डाले गए हैं, जिसमें सिख और दूसरे धर्मों के लोग भी वोट कर सकते हैं। हालांकि, पोस्ट डलने के 10 घंटे के बाद ही अकाउंट को भारत में बैन कर दिया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर रेफरेंडम के QR कोड और पोस्ट वायरल हो गई। वोटिंग के लिए कोई डेट मेंशन नहीं गई थी। वोट करने के लिए डाला गया QR कोड वोटिंग के लिए 18 साल से ज्यादा उम्र जरूरी पोस्ट में लिखा गया कि जो सिख पंजाब के अलावा भारत के किसी अन्य राज्य में रह रहे हैं, वो अपने वोट के लिए उक्त QR कोड को स्कैन करें या फिर www.sikhs4khalistan.net पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। QR कोड स्कैन करने पर एक पेज खुलता है, जिसमें कश्मीर और कन्याकुमारी में वोट के लिए जगह चिह्नित की गई है। साथ में लिखा कि सिख इंडिपेंडेंस रेफरेंडम वोट के लिए यहां पर रजिस्टर करें। वोट करने के लिए व्यक्ति की उम्र 18 साल के ज्यादा होने चाहिए। सिखों को फोन नंबर, नाम और घर का पता लिखकर उक्त लिंक से रजिस्टर करवाने को कहा गया। फॉर्म के साथ अटैच किया गया मैप SFJ ने 2 तरह के फॉर्म तैयार कराए भारत में रेफरेंडम चलाने के लिए SFJ की तरफ से 2 तरह के फॉर्म तैयार किए गए हैं। एक फॉर्म में किसी भी धर्म का व्यक्ति रेफरेंडम के लिए वोट कर सकेगा, जबकि दूसरा फॉर्म पंजाब के अलावा दूसरे राज्यों में रह रहे सिखों के लिए है। सिखों से अपने रिश्तेदारों के बारे में भी जानकारी मांगी गई है। हर फॉर्म पर SFJ के अमेरिका स्थित ऑफिस का एड्रेस लिखा हुआ है। वोटिंग के लिए तैयार किए गए फॉर्म अलग देश बनाने के लिए चलाया जा रहा रेफरेंडम SFJ कई देशों में खालिस्तान रेफरेंडम चला चुका है। सभी रेफरेंडम प्रोग्राम खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा करवाए जा रहे हैं। साल 2022 में इसकी शुरुआत देखने को मिली थी। हालांकि किसी भी देश में रेफरेंडम ज्यादा लोगों को इकट्ठा नहीं कर पाया। संगठन चाहता है कि वह सभी देशों में रह रहे सिखों से वोटिंग के लिए इकट्ठा करें और फिर संयुक्त राष्ट्र (UN) में पेश कर खालिस्तान देश बनाने की मांग की जा सके। 2019 में SFJ भारत में बैना हुआ, 2020 में पन्नू आतंकी घोषित भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने 10 जुलाई 2019 को SFJ को उसकी गतिविधियों के लिए UAPA के तहत एक गैरकानूनी संगठन के रूप में प्रतिबंधित कर दिया। गृह मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा था कि सिखों के लिए रेफरेंडम की आड़ में SFJ पंजाब में अलगाववाद और उग्रवादी विचारधारा का समर्थन कर रहा है। केंद्र सरकार ने 1 जुलाई 2020 को पन्नू को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया। 2020 में सरकार ने SFJ से जुड़े 40 से ज्यादा वेब पेज और यूट्यूब चैनलों को बैन किया। SFJ और पन्नू के खिलाफ भारत में 15 मामले दर्ज हैं। इनमें पंजाब में देशद्रोह के 3 मामले भी शामिल हैं। पन्नू सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। वह पंजाबी भाषा में ऑडियो और वीडियो संदेश जारी करता है। इसमें वह पंजाबी युवाओं को भारत के खिलाफ भड़काता है। यही नहीं, पैसे का लालच देकर वह पंजाब-हरियाणा में सरकारी इमारतों में खालिस्तानी झंडा भी लगवा चुका है। भारतीय एजेंट पर लगे थे पन्नू की हत्या की साजिश के आरोप पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 30 जून 2023 को चेक रिपब्लिक पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद 14 जून 2024 को निखिल को अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया। निखिल पर अमेरिका में केस चलाया गया, जहां उसने खुद को निर्दोष बताया था। अमेरिकी एजेंसी FBI के मुताबिक पन्नू को मारने की साजिश सितंबर 2023 में PM नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के वक्त की गई थी। भारत के एक पूर्व अफसर (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता से पन्नू की हत्या की साजिश रचने को कहा था।
मेरठ में बढ़ी ठंड:21 और 22 जनवरी को बारिश की संभावना, अगले चार दिन तक ऐसे ही रहेगा मौसम
मेरठ में लोगों को ठंड से राहत नहीं मिल पा रही है। दिन में धूप निकली लेकिन शाम को शीत लहर चलने से ठंड फिर से बढ़ गई। अभी मौसम में ओर बदलाव आएगा। सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही ने बताया कि 18 व 22 जनवरी को दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं। जिसके चलते पहाड़ों पर बर्फबारी ओर होगी। इसके चलते वेस्ट यूपी के जिलों में 21 व 22 जनवरी को बारिश की संभावना है। ठंड से अभी राहत के आसार नहीं लग रहे हैं। अगले 4 दिनों तक दिन ठंड का कहर जारी रहेगा। मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम कार्यालय पर दिन का अधिकतम तापमान 18.5 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
शाहपुर क्षेत्र में संचालित हुक्का बार में बुलाकर गैंगरेप करने वालों पर पुलिस गैंगैस्टर लगाने की तैयारी में है। एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर इस केस की निरगानी स्वयं कर रहे हैं। अधिकारियों एवं केस के विवेचकों के साथ इसकी समीक्षा भी की है। एसएसपी ने 10 दिन में चार्जशीट दाखिल करने का निर्देश दिया है। आरोपित आसानी से छूटने न पाएं, इसके लिए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।शाहपुर के गीता वाटिका के पास संचालित होटल फ्लाई इन पर 10 जनवरी को पुलिस ने छापा मारा था। यहां कई लड़के व लड़कियां धुंआ उड़ाते मिले थे। पूछताछ के बाद उन्हें अभिभावकों को सौंप दिया गया था। लेकिन मामले की जब जांच शुरू हुई तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर हुक्का बार में बुलाया जाता था और उनके साथ गैंगरेप किया जाता था। एसपी सिटी रोज करेंगे समीक्षाइस मामले की नियमित समीक्षा होगी। एसपी सिटी अभिनव त्यागी एएसपी, सीओ व विवेचकों के साथ बैठक कर रोज इसके प्रगति की समीक्षा करेंगे। एसएसपी भी सप्ताह में इसके बारे में जानकारी लेंगे। इस मामले में आरोपित अनिरुद्ध ओझा के मोबाइल की जांच की जा रही है। उसके मोबाइल से 50 से अधिक लड़कियों के नंबर मिले हैं। उन लड़कियों से भी पुलिस संपर्क करेगी।गैंगेस्टर के बाद कुर्क होगी संपत्तिइस मामले में सामूहिक दुष्कर्म जैसी गंभीर धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। ऐसे तीन मामले आए हैं। इसके साथ ही लड़कियों को दूसरी जगह भेजने के मामले भी सामने आए हैं। इसलिए अब मानव तस्करी की धारा भी बढ़ाई जा रही है। पुलिस के पास गैंगैस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त कारण हैं। पुलिस और भी पुख्ता साक्ष्य जुटाने में जुटी है। आरोपितों की संपत्ति का ब्यौरा जुटा रही पुलिसपुलिस इस मामले के आरोपितों की संपत्तियों का ब्यौरा जुटा रही है। गैंगेस्टर की कार्रवाई के बाद संपत्तियां जब्त की जाएंगी। सभी आरोपितों के संपत्तियों के बारे में पता किया जा रहा है।नाबालिग लड़कियों तक पहुंचने के प्रयास में पुलिसपुलिस हुक्का बार के संचालक अनिरुद्ध ओझा के मोबाइल से मिले नंबरों की जांच में जुटी है। उसमें जिन लड़कियों के नंबर हैं, उनमें से नाबालिग लड़कियों की पहचान कर पुलिस उनतक पहुंचने के प्रयास में है। उनसे बातचीत के बाद इस केस में और भी बातें सामने आ सकती हैं। संदेह है कि इनमें से भी कुछ लड़कियों के साथ गलत किया गया है।इन्हें किया जा चुका है गिरफ्तार सहेलियों के साथ हुक्का बार में गई किशोरी को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आने के बाद पुलिस ने हुक्का बार व होटल फ्लाई इन के संचालक अनिरुद्ध ओझा, उसके दोस्त निखिल गौड़, अनुराग सिंह, आदित्य मौर्या को गिरफ्तार किया है। जो पुलिस ने बतायाएसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है। सभी संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर विवेचना के प्रगति की समीक्षा की गई है। नियमित रूप से इसकी निगरानी होगी। 10 दिन में चार्जशीट दाखिल करने को कहा गया है।
हरियाणा में मौसम लगातार करवट बदल रहा है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण वातावरण में नमी बढ़ी है, जिससे सुबह और रात में घनी धुंध छा रही है। मौसम विभाग ने 8 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इनमें हिसार, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत, सोनीपत और रोहतक शामिल हैं। यहां धुंध, शीतलहर और कड़ाके की ठंड का प्रकोप रहेगा। बाकी जिलों के लिए यलो अलर्ट है। अगले 2 दिन बादल छाए रहेंगे और सुबह के वक्त घनी धुंध भी रहेगी। इसके बाद 21 व 22 जनवरी को पूरे प्रदेश में बारिश की संभावना है। प्रदेश के अधिकतर शहरों में अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। हिसार सबसे ठंडा रहा, जहां बालसमंद में दिन का तापमान 10.1 डिग्री और रात का पारा 5.6 डिग्री तक गिर गया। वहीं रोहतक में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जहां दिन का तापमान सामान्य से साढ़े 7 डिग्री कम 12.3 डिग्री सेल्सियस रहा। 19 जनवरी तक बदलता रहेगाहिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि आगामी 2 दिन तक पूरे प्रदेश में धुंध छाएगी। मौसम आमतौर पर खुश्क और उत्तरी व उत्तर पश्चिमी ठंडी हवाएं 10-15 किमी/घंटा की गति से चलने से रात्रि तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट आने की संभावना है। आज से एक बार फिर ठंड की लहर का नया दौर शुरू होगा। इसके अलावा वातावरण में नमी होने से संपूर्ण इलाके में धुंध छाई रहेगी, जिससे दिन का अधिकतम तापमान 16-18 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। 21 और 22 को फिर बारिश का अनुमानएक नया पश्चिमी विक्षोभ 21 जनवरी को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने से सम्पूर्ण इलाके में मौसम में फिर से बदलाव देखने को मिलेगा, जिससे 21-22 जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बन रही है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों को ढक कर रखें। महिला समेत 3 लोगों की मौत17 जनवरी को यमुनानगर में धुंध के कारण ओवरस्पीड ट्रक ने 2 बाइकों को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार एक महिला समेत 3 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से 2 लोगों के सिर ट्रक के टायर के नीचे आ गए थे। हादसा कस्बा साढ़ौरा के असगरपुर के पास हुआ। स्थानीय लोगों के मुताबिक, धुंध के कारण विजिबिलिटी काफी कम थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। सूचना मिलते ही घायलों को तत्काल नजदीकी अंबाला व नारायणगढ़ के अस्पतालों में ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया।
हरियाणा BJP अध्यक्ष मोहन बड़ौली पर गैंगरेप की FIR के बाद प्रदेश में राजनीति गर्माने लगी है। इस मामले में ओलिंपियन रेसलर कांग्रेस MLA विनेश फोगाट ने कहा– ‘’भारतीय जनता पार्टी का तो हर दूसरे दिन का काम है, उनके किसी न किसी नेता की वीडियो आती है। हिमाचल में हमारी सरकार है, पुलिसकर्मी पीड़ित बहन के साथ खड़े हों।’’ वहीं BJP के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि ये प्लांटेड काम होते हैं। 2023 से 2025 तक ये लोग (रेप की FIR कराने वाली महिला) कहां थे। इसमें कोई दम नहीं होता। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के कसौली में बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर 13 दिसंबर 2024 को गैंगरेप की FIR दर्ज हुई है। जिसमें पीड़ित महिला का आरोप है कि 3 जुलाई 2023 को कसौली के होटल रोज कॉमन में उसे पहले जबरन शराब पिलाई गई। फिर बड़ौली और रॉकी ने गैंगरेप किया। बड़ौली गैंगरेप केस में अब तक क्या–क्या हुआ 14 जनवरी को FIR सामने आई, नौकरी–मॉडलिंग के बहाने गैंगरेप कियामोहन बड़ौली और रॉकी मित्तल पर 13 दिसंबर को FIR हुई लेकिन इसका किसी को पता नहीं था। 14 जनवरी को अचानक इसकी FIR की कॉपी सामने आ गई। जिसमें पीड़ित महिला ने कहा कि वह सहेली और अपने बॉस अमित के साथ घूमने कसौली गई थी। वहां होटल में बड़ौली और रॉकी मित्तल मिले। जो उसे व उसकी सहेली को कमरे में ले गए। जहां बड़ौली ने नौकरी और रॉकी मित्तल ने मॉडल बनाने का झांसा देकर जबरन शराब पिलाई और फिर गैंगरेप कर कमरे से बाहर निकाल दिया। इसके बाद पंचकूला में बुलाकर किसी केस में फंसाने की कोशिश की। हिमाचल पुलिस ने कहा– पीड़िता ने मेडिकल नहीं कराया, CCTV भी नहीं मिलीइस मामले में हिमाचल पुलिस के सोलन SP गौरव सिंह और परवाणु DSP मेहर पंवर के बयान सामने आए। उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला ने मेडिकल नहीं कराया। जब वे होटल गए तो केस करीब डेढ़ साल बाद दर्ज होने की वजह से वहां सीसीटीवी फुटेज नहीं मिली। वहां सिर्फ एक-डेढ़ महीने की फुटेज ही रिजर्व रखी जाती है। पुलिस को होटल के कमरे से भी कोई सबूत नहीं मिले। 15 जनवरी को सहेली सामने आई, बोली– कोई गैंगरेप नहीं हुआअगले ही दिन पीड़ित महिला ने जिस सहेली को गवाह बनाया, वह पंचकूला में मीडिया के सामने आई। उसने कहा कि कसौली के होटल में वह सिर्फ सिंगर रॉकी मित्तल से मिली थी। वह न तो मोहन बड़ौली को जानती है और न ही उसने उन्हें वहां देखा। मुझे तो केस दर्ज होने के बाद पता चला कि मुझे गवाह बनाया है। इनका कुछ इश्यू है। इन्होंने कहा कि पैसे मिलेंगे और बॉस (अमित बिंदल) को टिकट मिलेगी। सहेली ने कहा कि अगर इतने बड़े होटल में गैंगरेप होता तो क्या वह चिल्लाती नहीं। आसपास के लोगों को पता नहीं चलता। यह पूरा मामला झूठा है। मैं शराब भी नहीं पीती। 16 जनवरी: अमित बिंदल सामने आए, कहा-गैंगरेप का मुझे पता नहींअगले दिन पीड़ित महिला के बॉस अमित बिंदल सोनीपत में मीडिया के सामने आए। अमित ने दावा किया कि गैंगरेप वाली घटना के दिन मोहन बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल उसी होटल में रुके थे। वह भी पीड़िता और उसकी सहेली के साथ घूमने कसौली गए थे। वह और दोनों महिलाएं अलग-अलग कमरे में रुके थे। इस दौरान गैंगरेप हुआ या नहीं, इसके बारे में उन्हें पता नहीं है। बड़ौली से राजनीतिक झगड़े पर बिंदल ने कहा कि राजनीति में कोई परमानेंट दोस्त या दुश्मन नहीं होता। मिलीभगत पर बिंदल ने कहा कि जब पीड़िता सामने आई तो सारी सच्चाई का पता चल जाएगा। गैंगरेप केस पर बड़ौली ने क्या कहा थाभाजपा अध्यक्ष बड़ौली ने इस मामले पर सिर्फ FIR सामने आने के दिन ही मीडिया से बात की। उन्होंने कहा था कि यह राजनीतिक स्टंट है। पूरा मामला झूठा है। इसका वास्तविकता से कोई लेना–देना नहीं है। हालांकि इसके बाद बड़ौली ने मीडिया से दूरी बना रखी है। ********************** मोहन लाल बड़ौली से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- हरियाणा BJP अध्यक्ष-सिंगर रॉकी मित्तल पर गैंगरेप की FIR:महिला बोली- कसौली में होटल के कमरे में जबरन शराब पिलाई, बारी-बारी से रेप किया हरियाणा BJP के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली (61) और सिंगर रॉकी मित्तल के खिलाफ गैंगरेप की FIR दर्ज हुई है। ये केस हिमाचल के कसौली पुलिस थाने में 13 दिसंबर 2024 को दर्ज हुआ था, जिसकी जानकारी अब सार्वजनिक हुई है। पढ़ें पूरी खबर हरियाणा BJP अध्यक्ष गैंगरेप केस, गवाह का खुलासा:पीड़िता-उसके बॉस मिले हुए, टिकट का चक्कर; रेप होता तो चिल्लाती, मैं बड़ौली को नहीं जानती हरियाणा BJP के अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली और सिंगर रॉकी मित्तल पर गैंगरेप केस की गवाह मीडिया के सामने आई। बुधवार को पंचकूला में कॉन्फ्रेंस कर पीड़िता की सहेली ने कहा कि वह कसौली के होटल में सिर्फ सिंगर रॉकी मित्तल से मिली थी। वह न तो मोहन बड़ौली को जानती है और न ही उसने उन्हें वहां देखा। पढ़ें पूरी खबर
प्रयागराज महाकुंभ से सुर्खियों में आए हरियाणा के झज्जर के अभय सिंह उर्फ IITian बाबा का कहना है कि वह कोई बाबा नहीं है। अभय ने इस बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली है। इसके अलावा परिवार को लेकर भी अभय सिंह बहुत नाखुश नजर आ रहे हैं। अभय सिंह ने कहा कि वह बचपन से ही भागना चाहता था। इसी वजह से IIT बॉम्बे में दाखिला लिया। अभय ने मां–बाप के बारे में विवादित बोल भी कहे। अभय का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कह रहा है कि मां–बाप भगवान नहीं हैं, उन्हें भी भगवान ने ही बनाया है। यह सतयुग का कॉन्सेप्ट है, जिसे कलयुग में यूज किया जा रहा है। वहीं उनके पिता ने कहा कि अब अभय ऐसी स्टेज में पहुंच चुका है कि उसे वहां से घर नहीं लाया जा सकता। अभय ने परिवार पर कहा– मेरी फोटोग्राफी पर शर्म आती थीअभय सिंह ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि मेरा IIT करने का मकसद ही यही था कि मुझे घर से बहुत दूर जाना था। मेरे घर का माहौल ऐसा था कि मुझे लगता था कि बस यहां से भाग जाओ। बचपन में भी मुझे घर से भागने के ख्याल आते थे। अभय ने कहा कि जब मैं फोटोग्राफी में शिफ्ट हुआ तो वह पड़ोसियों को नहीं बताते थे कि मैं फोटोग्राफी करता हूं। उनको शर्म आती थी। वह कहते थे कि IIT के बाद भी फोटोग्राफी करोगे तो लोग क्या बोलेंगे। उसकी भी मैंने टॉप डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की थी। जब मैं मेडिटेशन करता था तो उनको लगता था कि यह तो बिल्कुल पागल हो गया है। भारत में पेरेंटल ट्रैप, मां–बाप बच्चों को घोड़े–गधे बना रहेअभय सिंह ने रील में कहा– आज हम भारत में पेरेंटल ट्रैप की बात करेंगे। बहुत से कहते हैं कि मैंने अपने पापा के लिए घर बनाना है। लोग इस पर बहुत गर्व करते हैं कि मैंने ये कर दिया, मुझे मम्मी–पापा के लिए करना है। इसकी एक वजह आध्यात्मिक शिक्षाएं भी हैं। जिसमें कहा जाता है कि तुम्हारे मां–बाप ही भगवान हैं। मां–बाप भगवान नहीं हैं। मां–बाप को भी भगवान ने बनाया है। असल में लोग सतयुग वाला कॉन्सेप्ट सतयुग में यूज कर रहे हैं। मां–बाप भी तो भगवान जैसे होने चाहिए, तभी भगवान होंगे। यहां मां–बाप बच्चों को ऐसे बड़ा करते हैं, जैसे घोड़े–गधे बना रहे हों। उनको बड़ा करके अपना काम निकलवाएंगे। मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का ट्रैप है। मेरी 4 साल तक गर्लफ्रेंड रही, शादी का समझ नहीं आयाअभय सिंह से पूछा गया कि क्या उनकी कोई गर्लफ्रेंड थी या पहले से विचार था कि शादी ही नहीं करूंगा। इस पर अभय ने कहा– मेरी 4 साल तक गर्लफ्रेंड थी। वह वहीं पर अटक गया। मुझे आगे का डायरेक्शन ही समझ नहीं आया कि मैं क्या करूं। जब आपने रिश्ते निभाने और फॉलो करने के उदाहरण ही खराब देखें हों। अब तो सिर्फ महादेव हैं। IIT का लेबल सोसाइटी का माइंडसेटअभय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा– मैं कोई महाराज या बाबा नहीं हूं, जो मुझ पर लेबल लगाया जा रहा है। क्या आप इन शब्दों का मतलब जानते हो। आप किसी को कैसे बता सकते हो कि वह कौन है। अभय सिंह ने आगे लिखा– हर कोई IIT के लेबल में इतनी दिलचस्पी क्यों दिखा रहा है। यह मुझे रिफलेक्ट नहीं करता बल्कि सोसाइटी के माइंडसेट को रिफलेक्ट करता है। अभय सिंह को लेकर पिता की 3 अहम बातें 1. सोच पॉजिटिव थी, फैसले के बारे में नहीं बतायाअभय सिंह को लेकर पिता कर्ण ने कहा कि अपने फैसले के बारे में उसने हमें नहीं बताया। उसकी सोच शुरू से पॉजिटिव थी। मैं करीब 6 महीने पहले तक संपर्क में रहा लेकिन फिर ब्लॉक कर दिया। मैंने कोशिश की, बेटी भी कहती थी लेकिन कुछ पता नहीं चला। मुझे पता चला कि वह हरिद्वार है। अब वह वायरल हो गया। 2. इकलौता बेटा, उसे जिंदगी जीने का अधिकारमैं तो चाहता हूं कि वह घर वापस आ जाए, लेकिन उसकी यह स्टेज निकल चुकी है। मेरा इकलौता बेटा है। उसकी आजाद सोच शुरू से थी। उसने अब फैसला ले लिया। हर आदमी को अपनी जिंदगी जीने का अधिकार है। 3. प्रेशर डालकर अपनी बात नहीं बनवा सकतेप्रेशर तो अब मैं उस पर डाल नहीं सकता। IIT कर रखी है। 34 साल उम्र है। प्रेशर डालकर उससे कोई चीज नहीं मनवा सकते। परिवार कोशिश तो करेगा लेकिन मुझे दिल से ऐसा लगता है कि अब वह इस स्टेज पर हमारी बात मानने वाला नहीं है।
डल्लेवाल को फिर उल्टियां आईं:आज मोर्चे और SKM नेताओं की मीटिंग; PM को लेटर लिखकर 3 मुद्दे उठाए
पंजाब और हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के आमरण अनशन का आज 54वां दिन है। गुरुवार रात 12.25 बजे डल्लेवाल को 3-4 बार उल्टियां आईं। तब से उन्होंने 150-200 मिलीलीटर पानी पिया है। खनौरी बॉर्डर पर 111 किसानों के साथ शुक्रवार को हरियाणा के 10 किसान भी अनशन पर बैठ गए। आज खनौरी और शंभू मोर्चे के नेताओं और संयुक्त किसान मोर्चो (SKM) के नेताओं की पटियाला के पातड़ा में मीटिंग होगी। मीटिंग में 26 जनवरी को होने वाले ट्रैक्टर मार्च को लेकर स्ट्रेटजी बनाई जाएगी। उधर, SKM ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक लेटर लिखा है। जिसमें उन्होंने किसान नेता डल्लेवाल की सेहत पर चिंता व्यक्त करते हुए किसानों की मांगों को मानने का अनुरोध किया है। डल्लेवाल का 20 किलो वजन कम हुआकिसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ का कहना है कि डल्लेवाल का वजन 20 किलो कम हो गया है। जब वे आमरण अनशन पर बैठे थे, तब उनका वजन 86 किलो 950 ग्राम था। अब यह घटकर 66 किलो 400 ग्राम रह गया है। डल्लेवाल की लेटेस्ट मेडिकल रिपोर्ट के मुताबिक किडनी और लिवर से संबंधित टेस्ट का रिजल्ट 1.75 है, जो सामान्य परिस्थितियों में 1 से भी कम होना चाहिए। सरकार जानबूझकर सुप्रीम कोर्ट को उन टेस्ट के रिजल्ट बताती है, जिनमें गिरावट आने में ज्यादा समय लगता है। 21 जनवरी को दिल्ली कूच की तैयारीगुरुवार को किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने शंभू बॉर्डर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर 21 जनवरी को दिल्ली कूच का ऐलान किया था। पंधेर ने कहा था कि जत्थे में 101 किसान शामिल होंगे। केंद्र सरकार अभी तक वार्ता का मन नहीं बना रही है, इसलिए आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को चेतावनी भी दी कि उनके प्रधानमंत्री रहते ही देश में MSP पर फसल खरीद की गारंटी का कानून आएगा। किसानों की सभी मांगें देश हित में हैं और उन्हें लागू कराया जाएगा।
अब स्वच्छ सुपर लीग:इंदौर तैयार; निगमकर्मियों की जियो टैगिंग होगी, अच्छी सफाई पर पार्षदों को इनाम
स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 का काउंटडाउन शुरू हो गया है। भारत सरकार ने नया टूल किट जारी कर दिया है। जिसके तहत सुपर स्वच्छ लीग' का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश के 12 शहर आपस में स्पर्धा करेंगे। इसी के मद्देनजर शुक्रवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारियों को लेकर स्मार्ट सिटी ऑफिस में अफसरों की बैठक बुलवाई। महापौर ने बताया कि कर्मचारियों की जियो- टैगिंग की जा रही है। कौन कर्मचारी कहां काम कर रहा है, यह पता चल पाएगा। ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी की जाएगी। देश के इन शहरों में मुकाबलाः 10 लाख से अधिक आबादी वाले नवी मंबई, इंदौर और सूरत, और कम आबादी वाले विजेता शहरों में छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर, पाटन आंध्रप्रदेश का तिरूपति, दिल्ली का न्यू दिल्ली म्यूनिसिपल काउंसिल, महाराष्ट्र का विता और सासवड, पंचगनी इस लीग में हिस्सा लेंगे। यह वे शहर है जो बीते सालों में अपनी-अपनी श्रेणी में विजेता रहे है। सर्वेक्षण का काउंट डाउन शुरू हो चुका है। आठवीं बार शहर को नंबर वन बनाने के लिए हम तैयार है। यह परीक्षा सिर्फ निगम की नहीं है बल्कि शहर की जनता की भी है। शहर को साफ रखने में सहयोग करें। - पुष्यमित्र भार्गव, महापौर
शहर का मौसम 24 घंटे से किसी पहाड़ी क्षेत्र जैसा बना हुआ है। गुरुवार दोपहर से बदला मौसम शुक्रवार को भी पूरे दिन ठिठुराता रहा। ठंडी हवाओं ने शॉल, स्वेटर से लेकर ऊनी कैप-मफलर तक पहनने पर मजबूर कर दिया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान (दिन का) सामान्य से 5 डिग्री नीचे रहा और 21.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। शाम 5.30 बजे यह 18.5 डिग्री रहा। मौसम में नमी 74 प्रतिशत दर्ज हुई। पूरे दिन 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलती रही। इससे पहले गुरुवार-शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री सेल्सियस था, जो सामान्य से तीन डिग्री ज्यादा था। उम्मीद थी कि अभी सर्दी कम रहेगी, लेकिन सर्द हवाओं से जनजीवन प्रभावित होने लगा है। शुक्रवार को पूरे दिन सड़कों पर भी आवाजाही कम ही नजर आई। शाम होते ही धुंध ने पूरे शहर को जैसे एक आवरण चढ़ा दिया था। कोहरा: कोलकाता-इंदौर फ्लाइट 18 घंटे देरी से पहुंची, हंगामा गुरुवार को कोलकाता से इंदौर आने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट 18 घंटे देरी से शुक्रवार दोपहर 2.28 बजे इंदौर पहुंची। हालांकि यह फ्लाइट गुरुवार को इंदौर पहुंच भी गई थी, लेकिन कोहरा ज्यादा होने की वजह से यहां उतारने के बजाय इसे अहमदाबाद डायवर्ट कर दिया गया था। मप्र में सबसे ठंडा रायसेन भोपाल संभाग समेत 33 जिलों में कोहरा छाया। ग्वालियर में जीरो दृश्यता रही। पचमढ़ी में दिन का पारा 22.6 डिग्री तो रायसेन में 18.8 डिग्री रहा। रायसेन प्रदेश में सबसे अधिक ठंडा रहा। पचमढ़ी से ठंडा भोपाल, 33 जिलों में कोहरा भोपाल में शुक्रवार का दिन इस सीजन का तीसरा सबसे ठंडा दिन रहा। दिन का अधिकतम तापमान 4.4 डिग्री गिरकर 19 डिग्री पर पहुंच गया। रात का न्यूनतम तापमान भी 4.6 डिग्री गिरकर 10.4 डिग्री पर पहुंच गया। शहर में रात से सुबह तक 8 घंटे 45 मिनट तक घना कोहरा रहा। अहमदाबाद में किया यात्रियों ने हंगामा अहमदाबाद में मौसम ठीक होने के बावजूद कंपनी के पास पायलट की व्यवस्था नहीं हो पाई। विमान के दोनों पायलट फ्लाइंग टाइम पूरा हो जाने के कारण चले गए थे। इसके बाद यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। यात्रियों को विमान से उतारकर लाउंज में और कुछ को होटल में शिफ्ट किया गया।
तेज सर्दी से अस्पतालों में हाइपोथरमिया और हार्ट संबंधी केस काफी बढ़ गए हैं। एसएमएस, जेके लोन जैसे प्रमुख अस्पतालों में पिछले तीन दिन में 900 से अधिक केस हाइपोथरमिया-निमोनिया और 600 से अधिक केस हार्ट डिजीज के आ चुके हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि सर्दी में ये दोनों बीमारी बढ़ती हैं, लेकिन इस बार केस बहुत ज्यादा आ रहे हैं। पिछले साल की तुलना में करीब 20 प्रतिशत अधिक केस आए हैं। यह आंकड़ा महज दो अस्पतालों का है। अगर गणगौरी, जयपुरिया, कांवटिया और निजी अस्पतालों के आंकड़े पर गौर करें तो यह संख्या दो हजार प्रतिदिन तक पहुंच गई है। डॉक्टर्स के मुताबिक यदि सर्दी में यही तेजी रही तो आने वाले दिनों में मरीजों का आंकड़ा और बढ़ना तय है। एक्सपर्ट ने कहा- पारे में 1 डिग्री की कमी 2% बढ़ा देती है हार्ट अटैक का खतरा हाइपोथरमिया का खतरा बच्चों को ज्यादा; शरीर का तापमान सामान्य 35 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है। इससे बच्चों में कंपकंपी, सुस्ती, थकान, अकड़न, त्वचा का पीला पड़ना और धीमी हृदय गति के लक्षण देखने को मिलते हैं। गंभीर स्थिति में यह श्वसन और हृदय संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। निमोनिया में तेज बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द भी बहुत होता है। ऐसे करें बचाव भास्कर एक्सपर्ट : डॉ. कैलाश मीणा, अधीक्षक जेके लोन, डॉ. अशोक गुप्ता व डॉ. एसडी शर्मा, सी. पीडियाट्रिशियन
इंदौर के कलाकार ने सजाया प्रयागराज कुम्भ:3 माह में बना दी 18 प्रतिमाएं, इनमें से दो तो 35 फीट ऊंची
प्रयागराज कुम्भ में शहर को सजाने- संवारने में इंदौर की अहम भूमिका रही। यहां के कलाकार महेंद्र कोडवानी और उनकी टीम ने सिर्फ तीन महीने के अल्प समय में शहर में 18 महापुरुषों की प्रतिमाएं तैयार कर स्थापित कर दी। दीवारों और सार्वजनिक स्थानों पर 1.50 लाख वर्गफीट में पेंटिंग कर अलग-अलग कलाकृतियां उभारी। सभी मंदिरों में म्यूरल बनाए। इस काम के लिए कोडवानी इंदौर से 30 से 35 लोगों को ले गए थे, लेकिन जब वहां प्रोजेक्ट समझा और समयसीमा देखी तो हैरत में पड़ गए। तब उप्र सरकार ने भी उन्हें टीम उपलब्ध करवाई। कोडवानी बताते हैं, 1200 लोगों ने 24 घंटे शिफ्ट में काम किया। एक टीम ने प्रतिमाएं, दूसरी ने वॉल पेंटिंग और तीसरी ने म्यूरल बनाए। ये काम किए हैं टीम इंदौर ने... अटैक आया, लेकिन काम नहीं रुका...नवंबर में जब काम का अंतिम दौर था, तब कोडवानी को हार्ट अटैक आ गया। इस बड़ी चुनौती में लीडर के बीमार र होने होने के बावजूद काम नहीं रुका। पूरी टीम लगी रही, इधर परिवार कोडवानी को लेकर इंदौर आया। उनके पिता किशोर कोडवानी ने कुछ दिन काम देखा। कोडवानी तबीयत ठीक होने पर फिर प्रयागराज पहुंचे और काम पूरा किया। अब अगले हफ्ते उनकी बायपास सर्जरी होना है।
भांकरोटा में एलपीजी टैंकर हादसा वाला डीपीएस कट बंद करने की एनएचएआई और ट्रैफिक पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। शुक्रवार से अजमेर की तरफ से आने वाले वाहनाें काे काेटा-टाेंक और आगरा जाने के लिए महिंद्रा सेज फ्लाईओवर से रिंग रोड पर ट्रायल के ताैर पर शिफ्ट किया है। सफल ट्रायल के बाद शनिवार काे डीपीएस कट बंद कर दिया जाएगा। कट बंद हाेने पर रिंग राेड पर जाने वाले सभी वाहनाें काे महेंद्रा सेज फ्लाईओवर से गुजरना हाेगा। इसे लेकर पांच दिन से एनएचएआई की ओर से महेंद्र सेज फ्लाईओवर से लेकर रिंग रोड तक साइनेज बोर्ड लगाने, सड़क की मरम्मत करने और साफ-सफाई का काम चल रहा था, जाे शुक्रवार सुबह पूरा हाे गया। दाेपहर बाद वाहनाें काे नए रूट पर शिफ्ट कर दिया गया। महिंद्रा सेज फ्लाईओवर के नीचे नई सड़क बनाई गई है। फ्लाईओवर से दाे किमी पहले हाइवेज पर जगह-जगह डीपीएस कट बंद और रिंग राेड, काेटा, टाेंक और आगरा के लिए इस तरफ मुड़ें के संकेत लगाए गए हैं। फ्लाईओवर पर बड़ा साइनेज बोर्ड लगाया गया है। इसमें दिल्ली जाने वाले वाहनों को सीधा जयपुर की तरफ जाने का एरो बनाया गया है। वहीं टोंक-कोटा और आगरा रोड जाने वाले वाहनों के लिए दायीं तरफ जाने का एरो दिया गया है। इसके साथ ही डीपीएस कट को बंद करने की सूचना भी दी गई है। कमेटी ने लिया था कट बंद करने का निर्णय डीपीएस कट पर हुए हादसा के बाद सरकार की ओर से वाहनों को रिंग रोड पर शिफ्ट करने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी में एनएचएआई, पीडब्ल्यूडी, ट्रैफिक पुलिस और जेडीए के अधिकारी शामिल थे। टीम की ओर से सभी वैकल्पिक रास्तों का सर्वे किया। इसके बाद महेंद्रा सेज फ्लाइओवर से वाहनों को रिंग रोड पर शिफ्ट करने का निर्णय लिया। 20 दिसंबर को हुआ था हादसा, 20 लोगों की हुई थी मौतभांकरोटा इलाके में स्थित डीपीएस कट पर 20 दिसंबर की सुबह रिंग रोड के लिए घूम रहे एलपीजी टैंकर को जयपुर की तरफ से जा रहे कंटेनर ने टक्कर मार दी। हादसे में लगी आग के कारण करीब 40 से ज्यादा लोग झुलस गए थे, जिनमें करीब 20 जनों की मौत हो चुकी। कुछ घायल अभी तक भी एसएमएस अस्पताल इलाज चल रहा है। इस रूट से जाएंगे आगरा टोंक-कोटा जाने वाले वाहन कोटा-टोंक और आगरा जाने वाले वाहन महिंद्रा सेज फ्लाईओवर से महिंद्रा सेज चौराहा, बंबोरिया, कलवाड़ा चौराहा और नेवटा होते हुए रिंग रोड पर जाएंगे। इन्हें रिंग रोड का अंडरपास क्राॅस करना होगा। इसके बाद दायीं तरफ मुड़ना होगा। 200 मीटर आगे चलने के बाद पेट्रोल पंप के पास से रिंग रोड पर चढ़ना हाेगा। 13 किमी के इस रूट पर लोगों की सुविधा के लिए लिए हर आधा किमी पर साइन बोर्ड लगाए हैं। हर दिन टर्न लेते हैं एक लाख वाहन अजमेर से जयपुर आने वाले वाहनों की संख्या हर दिन करीब 1 लाख होती है। इसमें से करीब 20 हजार वाहन कोटा, टोंक और आगरा रोड के लिए जाते हैं। इन वाहनों को महिंद्रा सेज फ्लाइओवर से रिंग रोड पर भेजा जाएगा। यानी हर दिन महिंद्रा सेज वाली राेड से लगभग 20 हजार वाहन गुजरेंगे। महिंद्रा सेज से रिंग रोड जाने से चूके ताे 13 किमी का लगाना पड़ेगा चक्कर भांकरोटा स्थित डीपीएस कट बंद हाेने के बाद रिंग राेड पर जाने वाला वाहन अगर महिंद्रा सेज फ्लाईओवर से टर्न लेना भूल गया ताे 13 किमी का चक्कर लगाना पडेगा। वहां से निकलने के बाद अजमेर राेड हीरापुरा चौराहा़ से वापस रिंग राेड के लिए जाना हाेगा, क्याेंकि इसके बाद बीच में काेई कट नहीं है। कमला नेहरू नगर पुलिया के नीचे बने अंडरपास से भारी वाहन यू टर्न नहीं हाे सकते। महिंद्रा सेज से डीपीएस कट की दूरी 3 किमी है। डीपीएस कट से हीरापुरा 200 फीट चौराहा की दूरी करीब 5 किमी है। क्लोअर लीफ बनने का समय दिसंबर-25 तक, मई तक पूरा हो जाएगा कामडीपीएस कट के बाद क्लोअर लीफ बनाई जा रही है। टेंडर के मुताबिक क्लोअर लीफ बनने का समय दिसंबर 2025 का दिया हुआ है, लेकिन डीपीएस हादसे के बाद तेजी से काम चल रहा है। एनएचएआई अधिकारियों ने अब ठेकेदार को पहले अजमेर रोड से रिंग रोड पर जाने वाले वाहनों वाली लेन को बनाने के निर्देश दिए हैं। यह काम अप्रैल-मई तक पूरा होने की संभावना है। क्लोअर लीफ बनने का समय दिसंबर-25 तक, मई तक पूरा हो जाएगा कामडीपीएस कट के बाद क्लोअर लीफ बनाई जा रही है। टेंडर के मुताबिक क्लोअर लीफ बनने का समय दिसंबर 2025 का दिया हुआ है, लेकिन डीपीएस हादसे के बाद तेजी से काम चल रहा है। एनएचएआई अधिकारियों ने अब ठेकेदार को पहले अजमेर रोड से रिंग रोड पर जाने वाले वाहनों वाली लेन को बनाने के निर्देश दिए हैं। यह काम अप्रैल-मई तक पूरा होने की संभावना है।
भास्कर न्यूज | जालंधर शुक्रवार को जालंधर में केंद्र सरकार की फंडिंग से लीन मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर के गठन के बाद पहली बैठक की गई। नए कलस्टर का मकसद लागत खर्च कम करना तथा उत्पादों की क्वॉलिटी बढ़ाना है। जिस फैक्ट्री में समय, ऊर्जा, कच्चे माल की अधिक खपत होती है, उसकी लागत बढ़ जाती है। केंद्र सरकार के एमएसएमई विभाग ने जालंधर में लीन मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर को मंजूरी दे दी है। इस प्रोजेक्ट में 90 फीसदी लागत केंद्र सरकार देगी। जबकि 10 फीसदी हिस्सा फैक्ट्री संचालकों का है। एमएसएमई विभाग की तरफ से नियुक्त माहिर एजेंसी फैक्ट्रियों में जाएगी, उन्हें लीन मैन्युफैक्चरिंग अपनाने के लिए ट्रेनिंग देगी। अगले एक साल तक हर फैक्ट्री में ट्रेनिंग टीम दो बार विजिट करेगी। शुक्रवार को क्लस्टर के गठन में अहम हिस्सेदारी निभाने वाले शांत कुमार गुप्ता ने कहा कि लीन मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर में जो गतिविधियां होंगी, इन पर चर्चा की गई है। एसवी सिंह ने तकनीकी पहलू बताए। उन्होंने कहा कि नई तकनीक से उत्पादन प्रोसेस में समय की बचत होगी। इस समय का इस्तेमाल उत्पादन बढ़ाने व क्वॉलिटी के विकास में होगा। इस दौरान हैंडटूल निर्यातक अजय गोस्वामी ने केंद्र सरकार की योजना को महत्वपूर्ण बताया। कंसलटेंट की टीम अजय इंडस्ट्रीज, राज हंस इंटरनेशनल, हैमको, टेलब्रो इंटरनेशनल, एवरेस्ट इंटरनेशनल, संचित एक्सपोर्ट्स, एवी इंजीनियरिंग वर्कस, पायल प्रोडक्ट्स, के. संस इंटरनेशनल तथा वरिंदरा टूल्स शामिल में स्पेशल ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाएगी। लीन मैन्युफैक्चरिंग एक जापानी तकनीक है, जो कामकाज के नए तरीके सिखाती है। इससे उत्पादों की क्वॉलिटी का विकास होता है और लागत खर्च घटता है। इसके लिए फैक्ट्री में मालिक, अफसर, मुलाजिमों की ट्रेनिंग होती है। यह तकनीक वातावरण के लिए भी हितकारी है। संसाधनों की बचत वातावरण संरक्षण में हिस्सेदारी देती है। सॉलिड वेस्ट की कम मात्रा से वातावरण संरक्षण होता है।
बकाएदारों से टैक्स वसूली के आदेश, बिल्डिंग ब्रांच से मंजूर कॉलोनियों का रिकॉर्ड भी मांगा
भास्कर न्यूज | जालंधर शुक्रवार को प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच की बैठक में मेयर वनीत धीर, सीनियर डिप्टी मेयर बलबीर सिंह ढिल्लों ने अफसरों को प्रॉपर्टी टैक्स न देने वालों पर शिकंजा कसने के आदेश दिए हैं। जिन डिफॉल्टरों को नोटिस जारी हुए थे, वह भी कार्रवाई के घेरे में जरूर आएंगे। दूसरी तरफ मेयर वनीत धीर ने बिल्डिंग ब्रांच से साल 2013 से 2018 तक मंजूर की गईं कॉलोनियों का रिकॉर्ड तलब किया है। दो हफ्ते में स्टाफ को यह रिकॉर्ड देने के लिए कहा गया है। चुनाव होने के बाद फरवरी में नगर निगम का बजट पेश किया जाएगा। इससे पहले मेयर वनीत धीर विभिन्न ब्रांचों के साथ रिव्यू बैठकें कर रहे हैं। बिल्डिंग ब्रांच की बैठक में पांच जानकारियां मांगी- शुक्रवार को ब्रांच के अधिकारियों से बैठक के दौरान मेयर ने कहा कि जब लोग नक्शे और एनओसी के लिए एप्लाई करते हैं तो बिल्डिंग ब्रांच के सॉफ्टवेयर में फाइलों की ऑटो जंप हो जाती है। इससे कामकाज प्रभावित होता है। उपभोक्ताओं का काम लेट होता है। इन मामलों पर मेयर ने जानकारी मांगी है। बैठक में उन्होंने अधिकारियों से पूछा कि 2013 से 2018 तक जालंधर में कितनी कॉलोनियों को मंजूरी दी गई है। अफसरों दो हफ्ते के भीतर सारा रिकॉर्ड दें। पिछले तीन सालों में बिल्डिंग ब्रांच ने कितने लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं। इसकी भी सारी डिटेल्स अधिकारियों से मांगी गई है। इसके साथ ही व्यापारियों व इंडस्ट्रियल इमारतों की मंजूरी इनवेस्ट पंजाब पोर्टल पर दी जाती है। इनका रिकॉर्ड भी मांगा गया है। ये भी पूछा है कि किस-किस स्टेज पर इमारत की चेकिंग होती है। मेयर ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जितनी इमारतें प्रॉपर्टी टैक्स जमा कराने की कैटेगरी में शामिल हैं, सबसे टैक्स की वसूली की जाए। जो प्रापर्टी टैक्स के बकाएदारों को नोटिस दिए थे, उन पर कार्रवाई हो। हर प्रॉपर्टी पर यूआईडी लगाने का काम पूरा हो चुका है। इसलिए टैक्स कलेक्शन भी बढ़ाई जाए। इसके साथ ही रेंट डीड के आधार पर जो लोग कम टैक्स भर रहे हैं, उन पर शिकंजा कसा जाएगा।
कॉलोनियों से रोड गलियों के ढक्कन गायब हुए, बिजली का खंभा भी टूटा
जालंधर| सिटी के पॉश इलाके सूर्या एनक्लेव में राजीव गांधी गेट के पास दो रोड गलियों के ढक्कन गायब हैं। यहां रोजाना लोग सैर करने के लिए आते हैं। उनके लिए रोड पर खतरा बना है। यहां के निवासी अशोक गर्ग ने जानकारी देते हुए बताया कि कॉलोनी में दूसरी तरफ रेलवे अंडरपास से जेसी रिजॉर्ट की तरफ जाने वाली रोड पर लगा बिजली लाइन का पोल टूटा हुआ है। निवासियों ने इस समस्या को विभाग से हल करने की मांग की।
इंदौर:खजराना गणेश को लगा सवा लाख लड्डुओं का भोग, 2 लाख ने किए दर्शन
तिल चतुर्थी पर खजराना गणेश को सवा लाख लड्डुओं का भोग लगाया गया। दिनभर में 2 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश के दर्शन किए। सुबह से ही मंदिर में भक्तों की कतार लगना शुरू हो गई थी। भगवान गणेश को स्वर्ण मुकुट व अन्य आभूषण पहनाए गए। मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया। साथ ही आकर्षक विद्युत सज्जा की गई । भक्त मंडल के 50 सदस्यों ने दिनभर प्रसाद वितरण की व्यवस्थाएं संभालीं। तिल चतुर्थी महोत्सव 19 जनवरी तक चलेगा।
आंगनबाड़ी यूनियन ने सीडीपीओ को केंद्रीय वित्तमंत्री के नाम सौंपा मांगपत्र
जालंधर| आंगनबाड़ी यूनियन पंजाब ने प्रोग्राम अफसर सीडीपीओ नीलम शूर को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के नाम से मांगपत्र सौंपा है। ब्लॉक प्रधान बलवीर देवी ने कहा कि आईसीडीएस योजना के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं। लेकिन आंगनबाड़ी बजट में लगातार कटौती की जा रही है। केंद्र व पंजाब सरकार के दावे खोखले नजर आ रहे हैं। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि बच्चों के सर्वपक्षीय विकास के लिए 2025 के बजट में बढ़ोतरी की जाए। उन्होंने कहा कि 2019 से मानभत्ते में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। यूनियन के सदस्यों ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए आने वाले खाने की मात्रा लाभपात्रियों के अनुसार होनी चाहिए। ताकि वह खराब न हो। सेंटरों में क्वांटिटी से अधिक राशन होने के कारण उसके एक्सपायर होने का डर बना रहता है। इस मौके पर ब्लॉक शहरी की ब्लॉक प्रधान बलवीर देवी भी मौजूद रहीं।
वर्ष 2022 के मामले में कोर्ट का फैसला:उज्जैन जनपद पंचायत अध्यक्ष के लिए चुनाव दोबारा होगा
वर्ष 2022 में हुए जनपद पंचायत उज्जैन के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर इंदौर हाईकोर्ट की डबल बैंच ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने चुनाव दोबारा करवाने के निर्देश दिए हैं। इससे कांग्रेस को झटका लगा है। तब यह चुनाव इसलिए चर्चाओं में रहा था, क्योंकि बहुमत होने के बावजूद भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस प्रत्याशी की जीत की घोषणा के बाद तत्कालीन उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव (अब मुख्यमंत्री) समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए थे। एडीएम संतोष टैगोर (वर्तमान में जिला पंचायत शाजापुर सीईओ) से उनकी जमकर बहसबाजी भी हुई थी। चुनाव की ये प्रक्रिया उज्जैन जनपद पंचायत के कार्यालय में 28 जुलाई 2022 को हुई थी। कांग्रेस समर्थित सदस्यों की संख्या कम होने के बावजूद कांग्रेस समर्थित पिपलोदा द्वारकाधीश की विंध्या देवेंद्रसिंह पवार अध्यक्ष और दताना के नासीर पटेल उपाध्यक्ष चुने गए थे।
स्वतंत्रता सेनानियों के लिए होगा वेलफेयर बोर्ड का गठन
भास्कर न्यूज | जालंधर पंजाब सरकार के स्वतंत्रता सेनानी, रक्षा सेवा कल्याण और बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि सरकार स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों की वेलफेयर बोर्ड का गठन करेगी। सर्किट हाउस में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों के साथ बैठक करते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों के मुद्दों को गंभीरता से प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा गठित इस बोर्ड में स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के सदस्यों का प्रतिनिधित्व होगा, जिससे वे अपने मुद्दों का समाधान स्वयं कर सकेंगे। भगत ने बताया कि स्वतंत्रता सेनानियों व उनके आश्रितों को मिलने वाली पेंशन नियमानुसार संशोधित करने संबंधी कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। पंजाब सरकार द्वारा शुरू किए गए कार्यक्रम के तहत जन प्रतिनिधि उन स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन से मिलेंगे, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने गांवों में हर तरह की यातनाएं सहन कीं।
मॉल में महिला के पर्स से डायमंड ब्रेसलेट चोरी
जालंधर| क्यूरो मॉल के पास महिला के पर्स से डायमंड का ब्रेसलेट चोरी हो गया। पीड़िता ने चोरी की शिकायत थाना-7 की पुलिस को दे दी है। पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ चोरी का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस को दी शिकायत में जेपी नगर निवासी नेहा अहुजा ने बताया कि वह किसी काम से क्यूरो मॉल के पास गईं थीं, जहां पर उसके पर्स से डायमंड का ब्रेसलेट चोरी हो गया। पुलिस ने आरोपी को ढूंढने के लिए क्राइम सीन के आसपास के इलाके के सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू कर दिए हैं।
चार पेटी अवैध शराब के साथ तस्कर काबू
भास्कर न्यूज | जालंधर थाना भार्गव कैंप की पुलिस ने अवैध शराब की सप्लाई करने आए तस्कर को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान चप्पली चौक निवासी अवतार कुमार के रूप में हुई है। थाना भार्गव कैंप के एएसआई बलविंदर सिंह ने बताया कि आरोपी अवैध शराब बेचने का आदी है। गुप्त सूचना के आधार पर चप्पली चौक पर नाकाबंदी के दौरान आरोपी को काबू कर तलाशी ली तो उससे चार पेटी अवैध शराब बरामद हुई। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
भास्कर न्यूज | जालंधर रेलवे क्रॉसिंग व ट्रैक पार करते हुए लोगों की यह तस्वीरें आम हो चुकी हैं। गलत ढंग से लोग रेलवे क्रॉसिंग व ट्रैक को लोग पार करते हैं। एक से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए फुटओवर ब्रिज का इस्तेमाल नहीं करते। यह लापरवाही खुद पर भारी पड़ सकती है। वहीं दूसरी ओर रेलवे भी गलत ढंग से ट्रैक क्रॉस करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं करता। जबकि नियमानुसार, ट्रेन की पटरियों को गलत तरीके से पार करने पर रेलवे अधिनियम की धारा 147 के तहत छह माह की जेल या 1000 का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं। दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन लोगों को जागरूक करता है, बावजूद लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन पार करते हैं। वीरवार को सिटी स्टेशन के प्लेटफार्म-2 और तीन पर सोमनाथ एक्सप्रेस ट्रेन खड़ी थीं। इस दौरान काफी यात्री रेलवे लाइन पार करते नजर आए। खास बात ये है कि आरपीएफ के दफ्तर के सामने ही पार्सल विभाग के कर्मचारी और यात्री रेलवे लाइन पार करते हैं। ^समय-समय पर यात्रियों का चालान किया जाता है। लेकिन रेलवे नियमों के अनुसार यात्रियों को समझाया जाता है कि गलत ढंग से लाइन क्रॉस न करें। अभी चालान बंद किए हुए हैं। जल्द ही इन्हें फिर से शुरू किया जाएगा।' -राकेश कुमार, एसएचओ आरपीएफ
स्काउट-गाइड ने मानव शृंखला बनाकर दिया सड़क सुरक्षा का संदेश
भास्कर संवाददाता| डूंगरपुर राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड के तत्वाधान नेशनल ग्रीन कर योजना तहत सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत विशाल मानव शृंखला बनाकर दिया सड़क सुरक्षा का सन्देश दिया। सीओ स्काउट सुनील कुमार सोनी ने बताया कि साइबर ठगी का खेल चल रहा है। यदि इससे हमें बचना है तो 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करके हम अपनी बैंक से ठगी गई राशि को पुनः प्राप्त कर सकते हैं। शिविर संचालक नानालाल अहारी ने बताया कि ट्रैफिक नियमावली को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को ट्रैफिक नियम बताते हुए कहा कि हमारी एक छोटी सी लापरवाही बड़ी दुर्घटना को बुलावा दे सकती है, इसलिए हमें ट्रैफिक नियमों का पालन करना चाहिए। यातायात प्रभारी भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि एक निश्चित गति के अंदर ही दुपहिया वाहन, मोपेड चलाते समय ट्रैफिक सिग्नल का भी ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान ललित कुमार बरांडा, भेरूलाल कटारा, राहुल डामोर, अशोक मीणा, रमेश चंद्र खाट, प्रियंका कटारा, ज्योति घाटिया, रोवर अरमान, आशीष, विशाल, पुष्पेंद्र डामोर उपस्थित रहे।
रोड सेफ्टी मंथ... शहर की गलियों और हाईवे पर गलत ढंग से पार्क वाहन बन रहे हादसों की वजह
भास्कर न्यूज | जालंधर ट्रैफिक पुलिस की तरफ से रोड सेफ्टी मंथ के तहत जागरूकता अभियान जारी है। ट्रैफिक एजुकेशन सेल की टीम लोगों को जागरूक कर रही है िक शहर और हाईवे पर गलत ढंग से वाहन पार्क न करें। लेकिन ट्रैफिक पुलिस की तरफ से भी गलत ढंग से रोड पर पार्क किए गए वाहनों को नहीं हटाया जाता। न ही वाहन चालक के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाती है। कमल विहार वेलफेयर सोसायटी के प्रधान सुंदर श्याम अरोड़ा ने बताया कि पठानकोट बाईपास से लेकर सूर्य एनक्लेव तक हाईवे और सर्विस रोड पर भारी संख्या में ट्रक और वाहन पार्क होते हैं कि वहां से गुजरना किसी खतरे से खाली नहीं। खास तौर पर इंडियन ऑयल के सामने 100 से ज्यादा ट्रक सर्विस रोड के दोनों तरफ खड़े होते हैं। इन ट्रकों को न तो हटाया जाता है और न ही इनका चालान किया जाता है। हाईवे और सड़क पर तेल माफियाओं पर ट्रैफिक पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की जाती। है एजुकेशन सेल के इंस्पेक्टर शमशेर सिंह और उनकी टीम टिप्परों और छोटे वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगा रही है। वहीं धुंध में वाहन चालकों से धीरे चलने की भी अपील की जा रही है। ड्राइवरों के साथ ट्रैफिक एजुकेशन सेल की टीमें लगातार बैठकें कर रहीं हैं। वहीं शहर के अंदर बाजारों की तरफ जाती प्रमुख रोड पर वाहन चालक इतने गलत ढंग से वाहन पार्क करते हैं कि जाम लगना तय है। े
भास्कर संवाददाता | डूंगरपुर शहर में जलदाय विभाग के अधीन करीब 11 हजार उपभोक्ता हैं। वहीं, शहर में कही जगह पर लीकेज जो हजारों लीटर पानी को बर्बाद कर रहा है। इससे हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के 100 से अधिक मकानों में पिछले 10 दिन से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही है। हालांकि इसमें विभाग का कहना है कि हमारे पास लीकेज ठीक करने को लेकर कार्मिक नहीं है। इसके कारण कारण लीकेज ठीक नहीं करा पा रहे हैं। शहर में चल रहे सीवरेज और गैस पाइप लाइन की खुदाई के कारण बार-बार जलदाय विभाग की पाइप लाइन लीकेज हो रही है। अब इसको ठीक करने को लेकर विभाग ने शहर सहित जिले के सभी ब्लॉकों के लिए 4-4 लाख का टेंडर लगाया है। इसके तहत लीकेज को ठीक किया जाएगा। लगभग 2 साल बाद लीकेज को ठीक करने को लेकर विभाग ने टेंडर निकाले हैं। इधर सोम कमला आम्बा बांध से पिछले तीन दिन से शहर में पानी नहीं आ रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले तीन दिन से ठेकेदार के कार्मिक हड़ताल पर थे, इस कारण पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई है। पहले ठेका आधारित कार्मिक की आंशिक सुविधाओं का थोड़ा लाभ मिलता था लेकिन विभाग ने लीकेज ठीक करने को लेकर कोई भर्ती नहीं हुई है। जो कार्मिक थे, वह भी चार साल इनका दर्द बता रहे हैं कि पिछले 5 सालों में कई कर्मचारी रिटायर्ड हो गए। वे पद अभी भी खाली हैं। वर्तमान में जलदाय विभाग में 74 पद में से 21 पद खाली पड़े हुए हैं। इसमें से फिटर प्रथम का एक पद रिक्त, फिटर द्वितीय के 3, पंप डाइवर प्रथम के 6 पद, पंप द्वितीय डाइवर के 7, हैल्पर के 22, इलेक्ट्रीशियन प्रथम 1, मीटर रीडर 2, कनिष्ट परिचालक के 3, कार पेंटर 1 और 4 जेईएन में से 3 पद रिक्त हैं। हाउसिंग बोर्ड में बंद नल।
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह...:छात्र ने ट्रैफिक पुलिस से पूछा- नाबालिग गाड़ी चलाता है तो गलती किसकी?
सर, अगर कोई नाबालिग गाड़ी चलाता है, तो गलती किसकी होती है? जेब्रा क्रासिंग का रंग सफेद ही क्यों होता है? यह सवाल ट्रैफिक पुलिस के सामने स्कूल के स्टूडेंट ने यह सवाल रखे। इस पर ट्रैफिक पुलिस के अधिका रियों ने बताया कि नाबालिग गाड़ी नहीं चला सकता है। गाड़ी चलाते पकड़ने जाने पर कार्रवाई अभिावक या गाड़ी मालिक के खिलाफ की जाती है। इसी तरह के अन्य और सवालों के जवाब दिए। ट्रैफिक पुलिस राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह 1 जनवरी से 31 जनवरी तक ‘परवाह’ की थीम पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए तरह-तरह के जागरुकता अभियान चला रही है। इसके तहत अधिका रियों ने शुक्रवार को स्कूलों में ट्रैफिक नियमों के महत्व और उसके जरूरत के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि साल 2023 में 1.73 लाख लोगों की देश भर में एक्सीडेंट में मौत हुईं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त नगरीय पुलिस पंकज श्रीवास्तव ने स्टूडेंट के सवालों के जवाब दिए। बच्चों के सवालों पर ट्रैफिक पुलिस अफसरों ने कुछ इस तरह दिए जवाब नाबालिग बच्चे गाड़ी चलाते हैं, तो किसकी गलती? नाबालिग के द्वारा वाहन चलाते मिलने पर अभिभावक की भी गलती होती है। उनके पेरेंट्स को बुलाकर समझाइश दी जाती है कि बच्चों को गाड़ी न दें। मोटर व्हीकल एक्ट में नाबालिग द्वारा वाहन चलाने पर गाड़ी मालिक या उनके पेरेंट्स पर कार्रवाई की जाती है। भारत में वाहनों की अधिकतम गति सीमा क्या है? एक्सप्रेस हाईवे पर अधिकतम गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा है। इसके अलावा अन्य सड़कों पर अधिकतम गति सीमा सड़क की क्षमता के अनुसार तय की जाती है। सर वाहनों से मोटर दुर्घटना के मुख्य कारण क्या हैं? वाहन चालकों द्वारा नशे में तेज गति से वाहन चलाना यातायात नियमों की अनदेखी करना एक्सीडेंट के मुख्य कारण होते हैं। सर जेब्रा क्रासिंग का रंग सफेद ही क्यों होता है? काले रंग पर सफेद रंग सबसे ज्यादा दूर से ही आसानी दे दिखाई देता है। जेब्रा क्रासिंग का नाम जेब्रा के नाम पर पड़ा है, और उसके शरीर पर भी काले रंग पर सफेद धारियां होती हैं। दुर्घटनाओं की रोकथाम कैसे की जाए? सड़कों पर चलते समय या वाहन चलाते समय यातायात नियमों का पालन करें। इलेक्ट्रिक, ऑटो रिक्शा चालकों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने की दिलाई शपथ अटल पथ पर ट्रैफिक पुलिस ने सभी इलेक्ट्रिक और ऑटो रिक्शा चालकों को इकट्ठा कर उन्हें शपथ दिलाई कि वे ट्रैफिक के नियमों का पालन करेंगे ।
बोर्ड परीक्षा के बाद अप्रैल-मई में होंगे शिक्षा विभाग में तबादले: शिक्षामंत्री
भास्कर संवाददाता | डूंगरपुर राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के दो दिवसीय प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन का मीरा रंगमंच सांवलिया जी मंडफिया में हुआ। सत्र का उद्घाटन शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने किया। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि शिक्षक अपने कर्तव्यों और दायित्वों को निष्ठापूर्ण निर्वहन करें। सम्मेलन के माध्यम से शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार करने के लिए क्या प्रयास किए जाने चाहिए। इसके बारे में सकारात्मक रूप से विचार करके हमें सुझाव दें। ताकि सरकार के स्तर पर उस मंथन किया जाकर सकारात्मक निर्णय लिया जा सके। वहीं तबादलों पर प्रतिबंध को लेकर कहा कि अभी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी के चलते शिक्षा विभाग पर बैन रहेगा। बोर्ड परीक्षाओं के बाद अप्रैल-मई में स्थानांतरण किए जाएंगे। अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष रमेश चन्द्र पुष्करणा ने की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी और विशिष्ट अतिथि क्षेत्रीय प्रचारक निम्बाराम, संगठन मंत्री घनश्याम, चितौडग़ढ़ सांसद चन्द्र प्रकाश जोशी रहे। मुख्य वक्ता भारतीय शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर का पाथेय प्राप्त हुआ। प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. ऋषिन चौबीसा, देवीलाल पाटीदार, जिलाध्यक्ष बलवंत बामणिया, जिला मंत्री दिलीप सिंह चौहान, प्रवीण जैन, नवनीत भट्ट, राजेन्द्र सिंह वणवासा, जगदीश पाटीदार, दक्षा कलाल, सुदर्शन सिंह चौहान, देवानंद उपाध्याय, उपशाखा सागवाड़ा से प्रवीण सुथार, सीमलवाड़ा से कल्पेश मेहता, आसपुर से जीवन लाल दायमा, दोवड़ा से नागेन्द्र मीणा, चिखली से लोकेश लबाना, गलियाकोट से हितेन्द्र पाटीदार, डूंगरपुर से नटवर वर्मा, झोथरी से महेंद्र डामोर, साबला से नारायण लाल मीणा, बिछीवाड़ा से मोहब्बत सिंह आदि शिक्षक मौजूद थे। डूंगरपुर. प्रांतीय शैक्षिक सम्मेलन में मौजूद अतिथि।
झूलेलाल भवन में रक्तदान शिविर 21 को
डूंगरपुर| शहर में सिंधी कॉलोनी झूलेलाल भवन में परिसर में 21 जनवरी को वीर अमर हेमू कालाणी बलिदान दिवस पर सिंधी नव युवक मंडल, सिंधी महिला मंडल और भारतीय सिंधु सभा की ओर से शहीद की याद में रविवार को सुबह 10 से दोपहर 2 बजे रक्तदान शिविर लगेगा। मीडिया प्रभारी सुनील भठीजा ने बताया कि शिविर में बाद रात साढ़े 8 बजे हेमू कालाणी पार्क में सिंधी समाज की ओर से शहीद का माल्यापर्ण किया जाएगा।
ऑल इंडिया सर्विस शतरंज टूर्नामेंट के लिए पंजाब टीम के ट्रायल 20 जनवरी को
जालंधर | सेंट्रल सिविल सर्विसेज कल्चरल एंड बोर्ड द्वारा ऑल इंडिया सर्विसेज शतरंज (पुरुष और महिला) टूर्नामेंट 5 से 13 फरवरी तक गोवा में आयोजित किए जाएंगे। पंजाब की पुरुष और महिला शतरंज टीमों के लिए ट्रायल 20 जनवरी को मल्टीपर्पज गेम्स स्टेडियम मोहाली में सुबह 10 बजे होंगे। खेल विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि इन ट्रायलों में सुरक्षा सेवाएं, अर्ध सुरक्षा संस्थाएं, केंद्रीय पुलिस संस्थाएं,पुलिस,आरपीएफ, सीआईएसएफ, स्वायत्त पक्ष/अंडरटेकिंग/ सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक यहां तक कि केंद्रीय मंत्रालय द्वारा संचालित बैंक भी, कच्चे/दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी, कार्यालयों में अस्थायी तौर पर काम करने वाले कर्मचारी, नए भर्ती हुए कर्मचारी, जो 6 महीने से कम समय से नियमित सेवाओं में काम कर रहे हैं, को छोड़कर बाकी विभिन्न विभागों के सरकारी मुलाजिम (नियमित) अपने विभागों की तरफ से एनओसी प्राप्त करने के बाद ही हिस्सा ले सकते हैं।
पटवारियों ने अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया, 20 जनवरी को रैली के साथ आंदोलन करेंगे
भास्कर संवाददाता| डूंगरपुर राजस्थान पटवार संघ की ओर से अपनी 9 सूत्री मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना देकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। पटवारियों ने अपने आगामी आंदोलन की रुपरेखा भी तैयार की। राजस्थान पटवार संघ की ओर से प्रदेश व्यापी आह्वान पर 9 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्री में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना दिया। जिलाध्यक्ष खेमेश्वर जोशी ने बताया कि पटवारी 13 जनवरी से प्रदेश व्यापी आंदोलन कर रहे है। इसके तहत गुरुवार को सामूहिक अवकाश पर थे। वही शुक्रवार को सभी ब्लॉक के पटवारी एकत्रित होकर धरना देकर कलेक्टर को ज्ञापन दे रहे है। जिसमें पटवार संघ के समझौते लागू करने, गिरदवारी में एप में संशोधन करने,पटवारियों को आवश्यक संसाधान उपलब्ध कराने, नायब तहसीलदार से पदोन्नति की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने की मांग रखी। आगामी 20 जनवरी को जिला स्तरीय रैली निकालकर धरना प्रदर्शन करते हुए उग्र आंदोलन शुरू करेंगे।
सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ स्वयंसेवकों को दिया प्रशिक्षण
डूंगरपुर| नेहरू युवा केंद्र, राष्ट्रीय सेवा योजना, माय भारत, यातायात पुलिस और जिला परिवहन विभाग की ओर से राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा सप्ताह भोगीलाल पंड्या कॉलेज में मनाया। मुख्य अतिथि अतिथि न्यायाधीश विधिक सेवा प्राधीकरण कुलदीप सूत्रधार ने सड़क सुरक्षा नियमों के महत्व और आमजन में इनकी जागरूकता बताया। उन्होंने युवाओं से कहा कि जोश में होश नहीं खोना चाहिए। ट्रैफिक प्रभारी भूपेन्द्र सिंह ने युवाओं को हैलमेट पहनने और दुर्घटनाओं से बचने के लिए यातायात नियमों का पालन करने की सलाह दी। हिमांशु व राजसिंह ने परिवहन विभाग ने लाइसेंस बनाने संबंधी प्रकिया की सम्पूर्ण जानकारी दी। प्रारम्भ में जिला युवा अधिकारी प्रदीप कुमार ने 17 से 23 जनवरी तक चलने वाले सप्ताह के बारे में 25 वालियेन्टरों ने प्रतिदिन कार्य करने की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की। कार्यशाला में प्राचार्य एसबीओपी कॉलेज गणेश निनोमा ने सड़क सुरक्षा के तहत युवाओं को अपनी मोटर साइकिल की स्पीड कम करने की जानकारी और हेलमेट पहनें की जागरूकता पर बल दिया। अतिथियों की ओर से केप और टी शर्ट का विमोचन कर 25 युवाओं को केप टीशर्ट देकर तहसील चौराहा और बस स्टैंड चौराहे पर यातायात सेवा के लिए तैनात किया।