सिरसा में एक विवाहित की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सूचना पाकर मृतक महिला के परिजन भी सिरसा पहुंचे। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल में पहुंचाया। अभी पुलिस मृतका के परिजनों के बयान दर्ज कर कागजी कार्रवाई में जुटी है। जानकारी के अनुसार, यह घटना थेहड़ मोहल्ला की है। मृतका की पहचान 30 वर्षीय रेणू थेहड़ मोहल्ला निवासी के रूप में हुई है। करीब 12 साल का एक बेटा है। वह घटना से एक दिन पहले पन्नीवाला मोटा स्थित गांव में अपने मायके में गई हुई थी। कल सोमवार को ही वह मायके से ससुराल में आई थी। रात को सभी खाना खाकर सोए हुए थे और उसका पति भी रात्रि को घर पर था। परिजनों के अनुसार, रात करीब 12 बजे रेणू की पेट दर्द की शिकायत के चलते तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद उसका पति बबलू, जेठ संजीव व ससुराल वाले उसे सिविल अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां पर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। सूत्रों की मानें तो महिला ने चूहे मारने वाला जहरीली दवा ले रखी थी। पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों द्वारा विसरा जांच के लिए भेजा जाएगा, उसी में पता चलेगा। वहीं, भाई राहुल का कहना है कि रेणू ने रात को भूलवश चूहे मारने की दवा ले ली, जिससे उसकी मौत हो गई। दो बहनों की शादी एक ही घर में पन्नीवाला मोटा से सरपंच प्रतिनिधि प्रदीप कुमार के अनुसार, रेणू और उसकी बड़ी बहन दोनों की शादी सिरसा के थेहड़ा मोहल्ला में चार नंबर स्कूल वाली गली में एक ही घर में की गई है। रेणू का पति बबलू फर्नीचर का काम करता है। घटना के समय उसकी बड़ी बहन भी घर पर थी। उसने पहले अपने पति को बताया और अपने भाई पन्नीवाला मोटा निवासी भाई राहुल को भी फोन कर दिया। इसके बाद वह उसे रेणू को अस्पताल में लेकर पहुंचे। मायके वालों ने परिवार व उसके पति से बातचीत की और पूरे मामले के बारे में गहनता से पूछा। अभी परिवार शांत है। ससुराल वालों ने उनको बताया कि रेणू ने यह बताया था कि उसका पेटदर्द हो रहा है। तभी वह उसे लेकर अस्पताल में पहुंचे। उस दिन कोई झगड़ा नहीं हुआ और न ही पहले।
श्योपुर में किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस का धरना मंगलवार को 11वें दिन भी जारी रहा। आंदोलन को तेज करते हुए श्योपुर विधायक बाबू जंडेल ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी है। विधायक के भूख हड़ताल पर बैठने से आंदोलन में नई ऊर्जा और तीव्रता आने की संभावना जताई जा रही है। धरना स्थल पटेल चौक पर सुबह से ही कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। इससे पहले भी कांग्रेस द्वारा किसानों की मांगों को लेकर रोजाना अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन किए जा रहे थे। इनमें जल सत्याग्रह और केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला दहन भी शामिल था। मुआवजा और राहत न मिलने पर अब कांग्रेस ने अपना रुख और सख्त कर दिया है। प्रशासन से अब तक कोई भी राहत नहीं मिली विधायक बाबू जंडेल ने भूख हड़ताल शुरू करते हुए कहा कि जिले के हजारों किसान बेमौसम बारिश के कारण भारी नुकसान झेल चुके हैं। मगर प्रशासन और सरकार द्वारा अब तक न तो मुआवजा दिया गया है और न ही बिजली बिल और केसीसी लोन में किसी प्रकार की राहत। उन्होंने कहा, जब तक किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, जब तक बिजली बिल और केसीसी में राहत नहीं दी जाएगी, मेरी भूख हड़ताल जारी रहेगी। मैं किसानों के अधिकारों के लिए जान देने को भी तैयार हूं। आंदोलन की चेतावनी धरना स्थल पर मौजूद अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक उदासीनता के कारण किसान कर्ज और संकट में दबे हुए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं निकला, तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दोहराया कि किसान को राहत मिलना उसका अधिकार है और जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, पटेल चौक पर जारी यह धरना और विधायक की भूख हड़ताल जारी रहेगी।
बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि अंता चुनाव ने यह सिद्ध कर दिया है कि बीजेपी देश में कितना निष्पक्ष चुनाव करवाती हैं। दिल्ली और प्रदेश में हमारी सरकार हैं। छह महीने से पता था कि चुनाव होने वाले हैं। अगर हम चुनाव को राजनीति, मतदाता सूची और प्रशासनिक आधार पर नियंत्रित करना चाहते तो चुनाव हमारी जेब में होता। लेकिन हमने पूरी ईमानदारी के साथ शत प्रतिशत निष्पक्षता के साथ जन भावनाओं का सम्मान किया। दूसरा उदाहरण मैं दे सकता हूं कि जम्मू कश्मीर का। श्रीनगर की अधिकांश सीटें हम हारे, वहां 70 प्रतिशत मतदान हुआ हैं। अंता में 81% मतदान हुआ है, ऐसे में जो लोग बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगाते हैं, अंता चुनाव उनके गाल पर एक बहुत बड़ा और झनाटेदार तमाचा हैं। यह भारतीय जनता पार्टी के सिद्धांतों की जीत है कि हम लोग लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। अशोक गहलोत आउटडेटेट हो गए हैप्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि अशोक गहलोत धीरे-धीरे टाइम बार्ड (आउटडेटेट) हो गए हैं। अगर हम जुमेलबाजी करते होते तो पिछले एक साल में महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली कैसे जीते। हम इसलिए जीते क्योंकि पीएम मोदी के बोल और जनता के मन का समन्वय हो चुका हैं। प्रधानमंत्री पीएम मोदी जो कुछ भी संवाद करते है, वह सीधा जनता के दिल में उतर जाता हैं। कांग्रेस की राजनीति में इसे जुमलाबाजी ही कहा जाएगा। क्योंकि 65 साल कांग्रेस ने इसी प्रकार से किया है, गरीबी हटाओ का नारा देते थे और गरीबों को ही हटा दिया। लेकिन हमने पिछले 11 सालों में समाज के गरीब और मध्यम वर्ग का जीवन बदलने का काम किया हैं। गहलोत कांग्रेस के 6 विधायकों को बांध लेराधामोहन दास अग्रवाल ने कहा कि बिहार में कांग्रेस के जो छह विधायक किसी तरह से जीतकर आए हैं। मैने सुना है वो सब कांग्रेस छोड़कर जनता दल यू में जाने वाले हैं। मैं अशोक गहलोत को सलाह दूंगा कि वह राजस्थान छोड़कर बिहार चले जाए। जाकर अपने 6 विधायकों को बांध ले। जिस तरह से वो जब सरकार में थे तब अपने विधायकों को बांधा करते थे, जब सचिन पायलट उनके साथ खेल खेला करते थे। एक-दो चुनाव जिताते रहेंगे तो वो जिंदा रहेगाप्रभारी ने कहा कि उप चुनाव में मेरा कोई काम नहीं है। अकेला एक उपचुनाव हैं, यहां पूरी ताकत से पार्टी लगी हुई थी। मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव देख रहे थे। हार और जीत राजनीतिक जीवन का अहम हिस्सा हैं। हम बहुत चुनाव जीतते है, एक-आध चुनाव कभी-कभी उनको जिताते रहेंगे तो जिंदा तो रहेंगे वो लोग।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ ने सहायक आबकारी उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2006-07 में उत्तर पुस्तिकाओं में कथित हेरफेर और ओवरराइटिंग के आरोपों को बेहद गंभीर मानते हुए सोमवार को पुनः जांच का आदेश दिया है। कोर्ट ने इस मामले में एक विशेषज्ञ समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं, जो उत्तर पुस्तिकाओं की विस्तार से जांच करेगी। उत्तर पुस्तिकाओं में सुधार और ओवरराइटिंग के संकेत अदालत ने रिकॉर्ड पर मौजूद उत्तर पुस्तिकाओं का अवलोकन करने के बाद पाया कि कई स्थानों पर स्पष्ट सुधार, कटिंग, ओवरराइटिंग और पेजों में असंगतता के संकेत मौजूद हैं। कोर्ट ने कहा कि जब प्रक्रिया ही संदिग्ध हो, तब न्यायालय हस्तक्षेप कर सकता है, भले ही नियमों में पुनर्मूल्यांकन का कोई प्रावधान न हो। याचिकाकर्ता ने लगाए थे छेड़छाड़ के आरोप यह याचिका राजेंद्र कुमार अहिरवार द्वारा दायर की गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा में जानबूझकर उन्हें कम अंक दिए गए। उन्होंने RTI से प्राप्त अंक तालिकाएं और उत्तरों की ओवरराइटिंग के उदाहरण कोर्ट में पेश किए, जिसमें 179 में से 175 अंक लिखे होने के बावजूद अंतिम अंक कम दर्शाए गए थे। समिति करेगी दोनों उत्तर पुस्तिकाओं का मिलान कोर्ट ने मामले को प्रथम प्रतिवादी को सौंपते हुए निर्देश दिए कि विशेषज्ञ समिति याचिकाकर्ता की मूल उत्तरपुस्तिका और विभाग द्वारा प्रस्तुत उत्तरपुस्तिका दोनों की तुलना कर जांच करे। साथ ही याचिकाकर्ता को व्यक्तिगत सुनवाई का अवसर भी दिया जाए। समिति को कारणयुक्त और तर्कसंगत आदेश पारित करने के निर्देश दिए गए हैं। योग्य पाए जाने पर मिलेंगे लाभ, लेकिन बैकवेज नहीं यदि जांच में याचिकाकर्ता योग्य पाया जाता है, तो उसे सभी योग्य लाभ दिए जाएंगे, हालांकि बैकवेज नहीं मिलेंगे। पूरी प्रक्रिया तीन महीने के भीतर पूरी की जानी है। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता डीपी सिंह ने पैरवी की।
यूपी के बिजली विभाग में ऑन कैमरा QR कोड से रिश्वत लेने वाले संविदा बाबू प्रभात साहू को बर्खास्त कर दिया गया है। दैनिक भास्कर के स्टिंग में साहू ने प्रधानमंत्री सूर्य गृह योजना के तहत परमिशन के लिए 1000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। भास्कर से उन्होंने ये रिश्वत अपने पर्सनल QR कोड पर ली थी। उन्होंने 9 फाइलों के लिए 9000 रुपए की डिमांड की थी। ऐसे ही बाराबंकी बिजली विभाग की अधीक्षण इंजीनियर राजबाला ने कार्यकारी सहायक आकाश मौर्य को सस्पेंड कर दिया गया। भास्कर के स्टिंग में आकाश ने फाइलों की परमिशन के लिए 1000 रुपए की डिमांड की थी। इसके अलावा यहां तैनात संविदाकर्मी कम्प्यूटर ऑपरेशन अमित को भी हटा दिया गया है। वहीं, बिजली मीटर का लोड बढ़ाने के लिए 500 रुपए प्रति केस के रेट से रिश्वत मांगने वाली कार्यकारी सहायक शांति रावत को भी सस्पेंड कर दिया गया है। कार्रवाई उन्नाव बिजली विभाग के अधीक्षण इंजीनियर योगेश कुमार सिंह ने की। अब सिलसिलेवार पूरा इन्वेस्टिगेशन पढ़िए... देखिए… एक फाइल (घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन) का 1000 रुपया लगेगा। हां, कैश नहीं है तो ऑनलाइन (मोबाइल फोन पर QR code दिखाते हुए) कर दीजिए। अब तो सभी ऑनलाइन देते हैं… क्या बताएं? पैसा सबको जाता है। JE (जूनियर इंजीनियर), SDO से लेकर एक्सईएन तक…। यूपी के बिजली विभाग में QR कोड स्कैन कराकर रिश्वत ली जा रही है। अगर आपके घर में बिजली के मीटर का लोड 2 किलोवॉट से बढ़ाकर 3 किलोवॉट करना है, तो 500 रुपए की रिश्वत लगेगी। घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन चाहिए, तो एक्सईएन के तय किए गए बाबू को 1000 रुपए की रिश्वत देनी होगी। फैक्ट्री में 30 किलोवॉट का सोलर पैनल लगाने के लिए 30 हजार रुपए तक रिश्वत ली जा रही। बाबुओं का कहना है कि ये पैसा सभी में बंटता है। एक्सईएन तक जाता है। इसके लिए पूरा सिस्टम बना है। बाबुओं को काम के हिसाब से रिश्वत लेने की जिम्मेदारी दे रखी है। 2 महीने पहले दैनिक भास्कर ने सिद्धार्थनगर में बिजली विभाग के JE जितेंद्र दुबे का स्टिंग किया था। वे कैमरे पर एक लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड कर रहे थे। विभाग ने JE को सस्पेंड कर दिया था। वहीं, फतेहपुर में प्रयागराज की एंटी करप्शन टीम ने SDO प्रेमचंद और उसके मुंशी अतुल सिंह को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। वह बिजली बिल संशोधन के लिए रुपए मांग रहे थे। चित्रकूट में एंटी-करप्शन टीम ने लिपिक प्रशांत कुमार और कम्प्यूटर ऑपरेटर राजाबाबू त्रिपाठी को 6000 रुपए रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया। ये दोनों लोड बढ़ाने के लिए घूस मांग रहे थे। इन कार्रवाई के बाद बिजली विभाग में रिश्वतखोरी पर अंकुश लगा या नहीं? यहां रिश्वत का क्या पैटर्न है? किस काम के कितने रेट तय हैं? क्या ये रिश्वत ऊपर तक जाती है? इन सवालों के जवाब के लिए हमारी टीम ने लखनऊ, उन्नाव और बाराबंकी के बिजली विभाग में इन्वेस्टिगेशन किया। पढ़िए पूरा खुलासा… हमने सबसे पहले यूपी में बिजली विभाग को लेकर 6 महीने में आई शिकायतों को खंगाला। इसमें ज्यादातर शिकायतें बिजली बिल करेक्शन, लोड बढ़ाने और प्रधानमंत्री सूर्य गृह योजना के तहत घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन के लिए रिश्वत मांगने की मिलीं। स्टिंग के लिए हमने उन्नाव जिला चुना, क्योंकि हमें सोर्स से यहां के बिजली विभाग में रिश्वत के रेट लिस्ट की सूचना मिली थी। हम लखनऊ से उन्नाव पहुंचे। यहां सबसे पहले एक ऐसे व्यक्ति को अपने साथ लिया, जो अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन के लिए भटक रहा था। उनकी फाइल लेकर बिजली वितरण खंड के अधिशासी अभियंता प्रथम के ऑफिस पहुंचे। सोलर पैनल का काम देखने वाले बाबू प्रभात साहू से बात की। प्रभात साहू: बताइए… क्या काम है? रिपोर्टर: ये फाइल है, इसका इंडेंट (खर्च का आकलन और विभाग की परमिशन) कराना है। प्रभात साहू: लाइए… दीजिए। रिपोर्टर: लीजिए… इस फाइल के अलावा अभी और 10 फाइलों को करना है। प्रभात साहू: ठीक है, उन्हें भी दे दीजिए। रिपोर्टर: अभी तो यही कंपलीट है। जब कंपलीट हो जाएंगी… वो 10 फाइलें भी दे देंगे। प्रभात साहू: ठीक है, हो जाएगी…. 1 फाइल का 1000 रुपया लगेगा। रिपोर्टर: अरे यार… लखनऊ में तो कम लगता है। यहां सीधे 1000 रुपए। प्रभात साहू: इसी में इंस्पेक्शन भी हो जाता है न। बात यही है… इंस्पेक्शन का कोई अलग से चार्ज नहीं लगता। रिपोर्टर: 500 रुपया कैश है… बाकी ऑनलाइन कर दें? प्रभात साहू: हां, कर दीजिए… ऑनलाइन कर दीजिए। रिपोर्टर: आपको कोई दिक्कत न हो…? प्रभात साहू: नहीं… दे दीजिए। ऑनलाइन ही दे दीजिए। सभी ऑनलाइन देते हैं… क्या बताएं? रिपोर्टर: लाओ… QR कोड? प्रभात साहू: (मोबाइल देते हुए) ये लीजिए। बाबू ने बताया कमाई का गणितहमने बाबू प्रभात साहू के मोबाइल पर दिखाई दे रहे QR कोड को स्कैन कर 1000 रुपए ट्रांसफर कर दिए। इससे साफ हो गया कि बिजली विभाग के अफसरों की शह पर बाबू रिश्वत का पैसा ऑनलाइन भी ले रहे हैं। अब हमें समझना था कि इनकी एक दिन की कमाई कितनी है? यह पैसा किन-किन अफसरों तक जाता है? इसके लिए हमने बाबू प्रभात से बातचीत जारी रखी… रोज 25 फाइल के 25 हजार रुपए रिश्वत लेते हैं रिपोर्टर: लेकिन प्रभात भाई… हमारे लखनऊ में 500 रुपए में काम हो जाता है। हमको यहां लंबा काम करना है… तो कुछ कंसेशन करो भाई। प्रभात साहू: इसके लिए आप मैडम (शांति) से बात कीजिए। मैडम इसी सीट पर बैठती हैं… बगल में। रिपोर्टर: उनको बुलाइए… बात कर लेते हैं। आपको भी हिसाब-किताब मैडम को ही देना पड़ता है क्या? प्रभात साहू: हां। रिपोर्टर: दिनभर में कितनी फाइल कर देते हो…? प्रभात साहू: हां, ये 25 फाइलें हैं। रिपोर्टर: यानी सीधे 25 हजार रुपए का काम हो गया? प्रभात साहू: हां। रिपोर्टर: इसमें आप अकेले हैं या ऊपर तक जाता है? प्रभात साहू: ऊपर तक है। रिपोर्टर: SDO तक या फिर एक्सईएन तक…? प्रभात साहू: अरे… JE (जूनियर इंजीनियर)… SDO… एक्सईएन तक। रिपोर्टर: एक्सईएन तक कितना पहुंचता होगा? प्रभात साहू: ये तो मैडम ही बता पाएंगी। रिपोर्टर: सबको बांट देते हो कि तुमको भी कुछ मिलता है? प्रभात साहू: मैडम जो दे देती हैं… वो ले लेते हैं। रिपोर्टर: मैडम को बुलाओ तो लोड बढ़ाने वाली बात कर लें। प्रभात साहू: पता नहीं कहां गई हैं मैडम? रूम पर निकली हैं कि कहीं बाहर? आप बाहर देख लीजिए। हमने एक्सईएन के कमरे के बाहर बैठी महिला कर्मचारी से साहब के खास बाबू के बारे में जानकारी ली। उसने बड़े बाबू सोमनाथ का नाम लिया। हमने बगल के कमरे में बैठे सोमनाथ से बात की। सोमनाथ ने बताया- पहले वह सोलर का काम देखते थे, लेकिन अब साहब ने यह काम शांति मैडम को दे दिया। हमने पूछा- पहले लोड बढ़ाने की रिश्वत क्या लगती थी? सोमनाथ बोले- 700-800 रुपए लेते थे। अब ये क्या लेती हैं, हमको नहीं पता है। अब शांति मैडम से हमारी मुलाकात होती है इसी बीच शांति मैडम अपने कमरे में पहुंच जाती हैं। हम उनके सामने ही बैठ गए। हमने लोड बढ़ाने के 4 केस बताए। शांति ने हमें पूरी प्रोसेस बताई… रिपोर्टर: हम नए वेंडर हैं लखनऊ के। पीडी नगर के 4 लोड बढ़वाने हैं। शांति: ठीक है… हो जाएगा। क्या नया काम शुरू किया है…? रिपोर्टर: हां, एक फाइल थी… इंडेंट (खर्च का आकलन और विभाग की परमिशन) के लिए दे दिया। 10 फाइल और देनी हैं। शांति: अच्छा…? रिपोर्टर: पीडी नगर में 4 लोड बढ़वाने हैं। शांति: ठीक है बताइए। रिपोर्टर: देखिए… लोड भी बढ़ाना है और 30 किलोवॉट का पैनल लगना है… इंडस्ट्रियल एरिया में। कैसे-क्या करना है? शांति: उसका हम पूछकर बता देंगे कि क्या खर्च लगेगा? 30 किलोवॉट का है न…? रिपोर्टर: वैसे मोटा-मोटी क्या खर्च आएगा? शांति: अराउंड… 30 हजार रुपए ही आएगा। एक बार पूछकर कंफर्म कर लेंगे। रिपोर्टर: इंडेंट वाली फाइल (घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन) से आपका कोई लेना-देना नहीं है…? शांति: हिसाब मेरे पास रहता है, मगर लेगा वही (बाबू प्रभात साहू)... बाकी लोड वाला हमें दे दीजिएगा। रिपोर्टर: उसका (बिजली मीटर में लोड बढ़ाने की रिश्वत) क्या करना है…? शांति: 5 पर ईच। रिपोर्टर: यानी 500 रुपए। शांति: हां। रिपोर्टर: इंडेंट वाले में तो कुछ कम करा दो। शांति: नहीं, जो है वो फिक्स है। अब जानते हैं, बाराबंकी में कौन रिश्वत ले रहा? उन्नाव के बिजली विभाग के बाबुओं के स्टिंग से साफ हो गया था कि यहां हर काम के लिए रिश्वत के रेट तय हैं। क्या यह केवल उन्नाव में हो रहा है या फिर यूपी के बाकी जिले में भी ऐसा ही चल रहा? इस सवाल के जवाब के लिए हम बाराबंकी पहुंचे। यहां छाया चौराहा स्थित बिजली विभाग के दफ्तर में हम कम्प्यूटर ऑपरेटर अमित से मिले। अमित ने बाबू आकाश मौर्य का नंबर दिया और कहां कि आप इनसे बात कर लीजिए। ऑफिस से बाहर निकलकर हमने आकाश को कॉल किया। आकाश ने कचहरी के बाहर भारत स्टूडियो के पास बुलाया। हम वहां पहुंच गए। आकाश: आइए… और क्या हाल है? रिपोर्टर: ठीक है… इंडेंट (घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन) करानी है, हमारी 7 फाइल तैयार हैं… 3 और हो रही हैं। आकाश: घरेलू कनेक्शन है क्या? रिपोर्टर: हां, घरेलू ही है। आकाश: यहां की कंपनी है… या लखनऊ की…? रिपोर्टर: कंपनी लखनऊ की है। हमारा उन्नाव और आसपास के जिलों में काम चल रहा। हमारा लड़का फाइल लेकर आएगा। आकाश: ठीक है… हो जाएगा। रिपोर्टर: सभी 10 का भार (बिजली मीटर का लोड) भी बढ़ाना है। आकाश: भार बढ़ाने वाला काम तो मेरे स्तर का नहीं है… पर जो करता है, उससे बात कर लेंगे। रिपोर्टर: 30 किलोवॉट का पैनल भी लगना है। आकाश: लग गया है… या लगना है? रिपोर्टर: लगना है। आकाश: ठीक है… कागज बनवा लीजिएगा। कहां पर लगना है? रिपोर्टर: सतरिख रोड पर…। आकाश: देखिए… आप जब तक हमारे सिस्टम (बिजली विभाग की लाइन) में अपना पैनल नहीं जोड़ोगे… तब तक कोई दिक्कत नहीं। उसमें जोड़ने के लिए विद्युत सुरक्षा कार्यालय से NOC लगेगी… तब हमारा काम पड़ेगा। इंडेंट के लिए आवेदन करेंगे… तब हम सब कागज आपसे मांगेंगे। रिपोर्टर: ठीक है… बाकी प्रक्रिया पूरी कर लेंगे… और लोड वाला क्या होगा? आकाश: लोड वाला तो आप जानते (रिश्वत के रेट 500 रुपए) ही हैं। आप तो लखनऊ में कराते ही होंगे। लोड का और इंडेंट का आप जानते ही होंगे। आपको बताने की जरूरत नहीं है। बाकी फाइल के साथ भिजवा दीजिएगा। रिपोर्टर: फाइल के साथ भिजवा तो दूंगा पर मेरा आदमी आएगा। लोड का तो 500 रुपए बताते हैं। आकाश: हां, यही लगता है। इंडेंट का भी यही है। लोड बढ़ाने का एक सप्ताह लगता है। इंडेंट का तो उसी दिन करवा दूंगा। रिपोर्टर: इंडेंट का तो उन्नाव में 1000 रुपए लेते हैं। आकाश: यहां भी वही है। 30 किलोवॉट का पैनल लगाने वाले मामले में पूरी फाइल कंपलीट कर लीजिएगा तो बता देंगे क्या लगेगा…? रिपोर्टर: इसके लिए एक्सईएन को भी मैनेज करना पड़ेगा या आप कर लेंगे? आकाश: वो सब मैं डिस्कस कर लूंगा। आपसे हमारी बात बन जाती है तो कहीं मिलने की जरूरत नहीं है। बात समझ गए होंगे आप…? रिपोर्टर: हां, समझ गए। अब चलिए लखनऊ… यहां रेट लिस्ट नहीं, खुशी से देना होगा हमारी इन्वेस्टिगेशन में साफ हो गया कि उन्नाव और बाराबंकी में बिजली विभाग के बाबू अफसर हर काम के रुपए ले रहे हैं। इसके बाद हमने राजधानी लखनऊ का रुख किया। यहां विभूतिखंड के NEDA (गैर-पारंपरिक ऊर्जा विकास एजेंसी) के दफ्तर पहुंचे। हमारी मुलाकात भटनागर मैडम से हुई। हमने उन्हें बताया कि हम सोलर पैनल लगाने का काम करने के लिए फर्म का रजिस्ट्रेशन कराना चाहते हैं। रिपोर्टर: मैडम… सोलर पैनल के काम के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना है? संजू भटनागर: वेंडर बनना चाह रहे हैं? रिपोर्टर: क्या यहां रजिस्ट्रेशन कराने के बाद पूरे यूपी में काम कर सकते हैं…? संजू भटनागर: हां, पूरे यूपी में कर सकते हैं। रिपोर्टर: यहां कोई रजिस्ट्रेशन फीस? संजू भटनागर: ढाई लाख की बैंक गारंटी लगेगी। रिपोर्टर: और कुछ…? संजू भटनागर: जो देना होगा… दे दीजिएगा, जो इच्छा शक्ति हो। रिपोर्टर: ठीक है, मुझे जानकारी नहीं है… इसलिए सोचा पहले से चीजें जान लें। संजू भटनागर: जो चल रहा है, वो ठीक है… पर ऐसा कुछ निर्धारित नहीं है। मैडम ने कमरे में बैठे एक अन्य कर्मचारी की ओर इशारा करते हुए धीरे बोलने को कहा। फिर अपना नंबर देते हुए बोलीं- इस पर बात कर लीजिए। दो दिन बाद जब हमने इस नंबर पर कॉल किया तो मैडम ने अटैंड नहीं किया। इसके 3 कारण हैं ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने नहीं दिए सवालों के जवाबहमने ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा को सवाल भेजकर जवाब जानने के लिए कॉल किया, तो उनके PRO ने फोन अटैंड किया। वे 4 दिन तक बात नहीं करा पाए। फिर कहने लगे कि आपने सवाल शेयर कर दिए, अब जब उन्हें जवाब देना होगा, वे बता देंगे। क्या आप हैं यूपी के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 1 करोड़ तक के इनाम यूपी से जुड़े 3 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 1 करोड़ तक के इनाम। हर दिन 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें ------------------------- ये खबर भी पढ़िए एक पेटी शराब यूपी से बिहार भेजने का रेट ₹5000, स्टिंग के दौरान रिपोर्टर किडनैप, मारपीट 'हम ट्रेन में माल चढ़वा देंगे… 1200 रुपए लगेंगे। अगर उस तरफ (बिहार) प्लेटफॉर्म तक शराब पहुंचाना है तो वह भी कर देंगे…। लेकिन एक पेटी के 5000 रुपए लेंगे। अपनी सभी ट्रेनों में सेटिंग है…। इस बार बिहार चुनाव में इतना कमाया कि मकान बना लिया।' यूपी से बिहार शराब तस्करी करने वाले सनी सिंह ने यह बात कही। पढ़ें पूरी खबर
अयोध्या में मौसम बदलने के कारण अस्पतालों में मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार के साथ-साथ सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर कुमारगंज स्थित सौ शैय्या अस्पताल तक, सुबह होते ही मरीजों की भीड़ देखी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह और शाम की ठंड की चपेट में आने से लोग इन बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। इस मौसम में सांस के मरीजों को विशेष परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सौ शैय्या अस्पताल में प्रतिदिन 250 से 300 मरीजों की ओपीडी हो रही है, जिनमें सर्वाधिक रोगी सर्दी, खांसी, बुखार और सांस संबंधी समस्याओं से ग्रस्त हैं। चिकित्सक मरीजों को सलाह दे रहे हैं कि वे सुबह-शाम गर्म कपड़े पहनें और मास्क का उपयोग करें, क्योंकि वायु प्रदूषण का स्तर भी बढ़ा हुआ है। डॉ. दुर्ग विजय ने बताया कि अस्पताल आने वाले सभी मरीजों का समुचित इलाज किया जा रहा है और उन्हें बचाव के आवश्यक उपाय भी बताए जा रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डॉ. रवि पाण्डेय ने जानकारी दी कि अस्पताल में सभी आवश्यक दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। जो दवाएं फिलहाल मौजूद नहीं हैं, उन्हें भी तत्काल मंगवाया गया है ताकि प्रत्येक मरीज को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सके। इस अस्पताल में मिल्कीपुर, इनायत नगर, अमानीगंज जैसे स्थानीय क्षेत्रों के साथ-साथ पड़ोसी जनपदों सुल्तानपुर और अमेठी से भी बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए आते हैं।
मंगलवार को भारतीय सेना के परमवीर मेजर शैतान सिंह भाटी को उनके बलिदान दिवस पर श्रद्धा और सम्मान के साथ याद किया गया। मेजर शैतान सिंह स्टेडियम में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में पूर्व सैन्य अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों ने बड़ी संख्या में पहुंचकर उन्हें नमन किया। सभी ने कहा कि देश के प्रति उनका योगदान हमेशा इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज रहेगा। चीन के खिलाफ दिखाया था अद्भुत साहस मेजर शैतान सिंह ने 18 नवंबर 1962 को भारत-चीन युद्ध के दौरान अपने प्राण देश के लिए न्यौछावर कर दिए थे। चुशूल सेक्टर में तैनात कुमाऊं रेजिमेंट की 13वीं बटालियन पर चीन की सेना ने अचानक हमला किया था। भारतीय जवानों ने अंतिम सांस तक वीरता से मुकाबला किया। इसी युद्ध में गंभीर रूप से घायल होने के बाद मेजर शैतान सिंह वीरगति को प्राप्त हुए। कार्यक्रम में गूंजे 'मेजर शैतान सिंह अमर रहें' के नारे जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित पूर्व सैनिकों और जनप्रतिनिधियों ने मेजर शैतान सिंह की प्रतिमा पर पुष्पमालाएं अर्पित कीं। इस दौरान 'जब तक सूरज चांद रहेगा, मेजर शैतानसिंह का नाम रहेगा' जैसे नारे गूंजते रहे, जिससे वातावरण देशभक्ति से भर उठा। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल सतविंदर सिंह ने कहा कि मेजर शैतान सिंह की वीरता और जज़्बा हर भारतीय के लिए प्रेरणा स्रोत है। कार्यक्रम में कैप्टन राणीदान सिंह, कैप्टन हीरा राम विश्नोई, सूबेदार मेजर हीरा राम विश्नोई, हवलदार भंवर सिंह, हवलदार मोहनराम, सिपाही बुधाराम और अन्य पूर्व सैनिक भी मौजूद रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि मेजर का बलिदान देश को सदैव राह दिखाता रहेगा। जनप्रतिनिधियों ने भी अर्पित की श्रद्धांजलि इस अवसर पर युद्धवीर सिंह विश्नोई, रतनाराम, रतनसिंह भाटी (बाप), सांवल सिंह, शिव पंचारिया, ओम बोहरा और गवरा देवी व्यास सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भी मेजर शैतान सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। मरणोपरांत मिला परमवीर चक्र मेजर शैतान सिंह की असाधारण वीरता और देशभक्ति को देखते हुए भारत सरकार ने वर्ष 1963 में उन्हें मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया। उनका साहस, समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा आज भी हर सैनिक और नागरिक के दिल में अटूट गर्व की भावना जगाती है।
अज्ञात वाहन ने किसान को रौंदा, मौत:रिश्तेदारी से लौट रहा था घर, देवरिया के हाटा मार्ग पर हुआ हादसा
देवरिया में हाटा मार्ग पर स्थित डमरभिसवां गांव के पास मंगलवार सुबह हुए सड़क हादसे में किसान की मौत हो गई। रिश्तेदारी से लौट रहे युवक को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज देवरिया में उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान गौरी बाजार थाना क्षेत्र के सांडा गांव निवासी अशोक कुमार पुत्र रामू प्रसाद के रूप में हुई है। अशोक अपने तीन भाइयों में मझला था और अनुबंधित बस चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। सोमवार को वह हाटा क्षेत्र के एक गांव में रिश्तेदारी में आयोजित विवाह समारोह में शामिल होने गया था। जहां से भोर में वह बाइक से वापस घर लौट रहा था कि तभी डमरभिसवां गांव के समीप विपरीत दिशा से आ रहे तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि अशोक सड़क पर ही गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे। गंभीर अवस्था में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरीबाजार ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसकी नाजुक स्थिति को देखते हुए तुरंत मेडिकल कॉलेज देवरिया रेफर कर दिया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अशोक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में शोक छा गया। उसकी मां दूईजी देवी, पत्नी चंपा देवी और चार बच्चे करीना (14), रीना (13), किशन (10) और कृष्ण (9) गहरे सदमे में हैं। प्रभारी निरीक्षक राहुल सिंह ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और अज्ञात वाहन की तलाश की जा रही है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
गुना नगरपालिका को रेन वाटर हार्वेस्टिंग के मामले में देशभर में प्रथम आने पर अवॉर्ड मिला है। मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुना नगरपालिका को यह अवॉर्ड दिया। नपाध्यक्ष सविता अरविंद गुप्ता और डिप्टी कलेक्टर व प्रभारी CMO मंजुषा खत्री ने यह सम्मान प्राप्त किया। निकाय ने 2000 के लक्ष्य के मुकाबले 2231 वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का लक्ष्य हासिल किया है। इस सराहनीय कार्य के लिए गुना निकाय को 40 लाख रुपए की राशि मिलेगी। जानकारी के अनुसार, 'जल संचय जन भागीदारी' (JSJB) के अंतर्गत निकाय द्वारा सबसे पहले कलेक्टर किशोर कन्याल और प्रभारी सीएमओ मंजूषा खत्री के निर्देशन में कार्य योजना तैयार की गई। इसके लिए विशेष दलों का गठन किया गया। स्कूलों-अस्पतालों और इमारतों का किया सर्वेप्रत्येक दल को निकाय क्षेत्र में आने वाले शासकीय परिसर, निजी परिसर, हॉस्पिटल्स, स्कूल, कॉलेज, छात्रावास, मल्टी स्टोरी बिल्डिंग्स, निजी कालोनियां और कुआं-बावड़ी आदि का सर्वे करने के लिए भेजा गया। इन सभी स्थानों पर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की स्थिति का जायजा लिया गया। जन सहयोग से कराए मरम्मत कार्य2 दिनों में दलों ने अपनी रिपोर्ट दी, जिसमें पाया गया कि अधिकतर स्थानों पर जन जागरूकता से लोगों ने और शासकीय परिसरों में निर्माण एजेंसियों ने सिस्टम लगा रखे हैं। कुछ स्थानों पर छोटी-मोटी मरम्मत की जरूरत थी। पिछले एक वर्ष में निकाय द्वारा जनसहयोग से इन सभी सिस्टम का अवलोकन कर मरम्मत कार्य कराया गया। 5 दिन में जियो टैग फोटो अपलोड किए25 मई से 30 मई के भीतर 2000 रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के लक्ष्य के विरुद्ध निकाय ने 2231 सिस्टम के जियो टैग फोटो पोर्टल पर अपलोड किए। इसके साथ ही निकाय क्षेत्र में स्थित लगभग 10 से 15 कुओं का भी जीर्णोद्धार कर उन्हें पुनर्जीवित किया गया। देश के टॉप-50 निकायों में एकमात्र गुनानगर पालिका परिषद गुना ने देश भर में कैटेगरी टॉप-50 निकाय (नगर निगम के अलावा) में 5 दिवस में 2000 के लक्ष्य के विरुद्ध 2231 फोटो अपलोड किए। इस कैटेगरी में देश भर के ULB’s (शहरी स्थानीय निकायों) में एकमात्र गुना ने यह काम कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
डूंगरपुर के सती रामपुर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल में 15 लाख रुपए की लागत से निर्मित प्रार्थना सभा टीन शेड (डोम) का मंगलवार को उद्घाटन किया गया। कांग्रेस विधायक गणेश घोगरा ने इस नव निर्मित डोम का लोकार्पण किया, जिससे विद्यार्थियों को खुले में प्रार्थना करने की समस्या से निजात मिलेगी। विधायक गणेश घोगरा मंगलवार को सतीरामपुर स्कूल पहुंचे, जहां स्कूल स्टाफ और विद्यार्थियों ने उनका स्वागत किया। यह डोम विधायक मद के 15 लाख रुपए के बजट से तैयार किया गया है। इस अवसर पर डूंगरपुर ब्लॉक अध्यक्ष लक्ष्मण साद, जिला परिषद सदस्य नर्वदा देवी कोटेड, गुलशन मनात, पंचायत समिति सदस्य गोविंद मनात, ग्राम पंचायत सतीरामपुर के सरपंच कांतिलाल मनात और उप सरपंच राकेश मनात सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए विधायक गणेश घोगरा ने कहा कि भले ही राजस्थान में कांग्रेस की सरकार न हो, लेकिन उनकी कोशिश है कि क्षेत्र में विकास की कोई कमी न रहे। उन्होंने बच्चों की शिक्षा और सुविधाओं का पूरा ख्याल रखने का आश्वासन दिया। घोगरा ने बताया कि स्कूल में खुले में प्रार्थना करने से विद्यार्थियों को परेशानी होती थी, जिसे विधायक मद से हल किया गया है। उन्होंने विद्यार्थियों से शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करते हुए अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने का आह्वान किया।
हरियाणा के अंबाला में शॉकवेव्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड में कैश हेराफेरी के गंभीर आरोपों को लेकर बलदेव नगर थाना पुलिस ने कंपनी के हब इंचार्ज अमित चौहान के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। यह कार्रवाई कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर (प्रशिक्षण व मॉनिटरिंग) आर्यन चंचल द्वारा दी गई लिखित शिकायत के आधार पर की गई। पुलिस ने शिकायत का अध्ययन करने के बाद मामले की प्राथमिक जांच की और सबूतों के आधार पर एफआईआर दर्ज की। कंपनी प्रतिनिधि आर्यन चंचल ने बताया कि 15 जुलाई को कंपनी द्वारा कैश जमा करने की जिम्मेदारी हब इंचार्ज अमित चौहान को सौंपी गई थी। इस कैश में ग्राहकों से प्राप्त राशि और कंपनी की दैनिक डिलीवरी (सीओडी) की रकम शामिल थी। कुल राशि करीब 17,000 रुपये थी, जिसे अमित को निर्धारित समय में कंपनी के खाते में जमा कराना था। लेकिन कंपनी रिकॉर्ड की जांच में सामने आया कि यह राशि बैंक खाते में जमा नहीं की गई। कई बार कैश के बारे में पूछा जा चुका शिकायत के अनुसार जब कंपनी प्रबंधन ने अमित चौहान से कैश के बारे में पूछा, तो उसने 25 जुलाई तक पूरी राशि जमा कराने का आश्वासन दिया, लेकिन नियत समय आने के बाद वह वादा भी पूरा नहीं हुआ। जब दोबारा पूछा गया तो आरोपित ने कथित रूप से कहा कि कैश नहीं है, जो करना है कर लो। इसके बाद मामला और गंभीर हो गया। कंपनी ने सभी आवश्यक दस्तावेज पुलिस को सौंपे, जिसके आधार पर बलदेव नगर थाना पुलिस ने तथ्यात्मक जांच शुरू की। दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए गए। 15 जुलाई से नहीं कराई पेमेंट जमा कंपनी के अनुसार आरोपित पर 35,000 रुपए तक की और बकाया राशि भी थी, जो 15 जुलाई से अब तक जमा नहीं हो पाई। कंपनी प्रतिनिधि का कहना है कि यह स्पष्ट रूप से पद का दुरुपयोग और धन की हेराफेरी का मामला है। वहीं पुलिस जांच में भी यह पाया गया कि राशि जमा न करने का कोई संतोषजनक कारण आरोपित के पास नहीं था। जब भी उससे स्पष्टीकरण मांगा गया, वह टालमटोल करता रहा। 15234 रुपए की मिली है कमी शिकायतकर्ता आर्यन चंचल के अनुसार कंपनी को कुल 15,234 रुपए कैश की कमी मिली है, जिसका कोई लेखा-जोखा आरोपित नहीं दे सका। कंपनी की ओर से दिए गए सबूतों और बयान के आधार पर पुलिस ने घटित घटना को स्पष्ट रूप से आपराधिक भरोसे का उल्लंघन मानते हुए मामला दर्ज कर लिया है।
मऊ में कम्युनिस्ट पार्टी का प्रदर्शन:दलितों, महिलाओं के उत्पीड़न और किसानों के मुआवजे की मांग
मऊ जिला कलेक्टर परिसर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के कार्यकर्ताओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए और जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन में पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे। यह प्रदर्शन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अखिल भारतीय स्तर पर राष्ट्रीयव्यापी आह्वान का हिस्सा था। इसका मुख्य उद्देश्य देश भर में दलितों, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर बढ़ते उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाना है। इसी क्रम में भाकपा देश के सभी जिला मुख्यालयों पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंप रही है। पार्टी की प्रमुख मांगों में से एक यह है कि दलितों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार के कार्यकाल में बढ़े उत्पीड़न पर तत्काल रोक लगाई जाए। उनकी दूसरी मांग बेमौसम बारिश के कारण बर्बाद हुई किसानों की फसलों का तत्काल सर्वे कराकर उन्हें जल्द से जल्द मुआवजा प्रदान करना है। तीसरी मांग देश और प्रदेश में फासीवादी शक्तियों, विशेषकर सरकारी महकमों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की कथित घुसपैठ और सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने पर रोक लगाने से संबंधित है।
झाबुआ जिले के मेघनगर स्थित चरेल गांव में मुक्तिधाम जाने वाले मार्ग पर पुलिया न होने से ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शवयात्रा के दौरान लोगों को कंधे तक पानी में होकर गुजरना पड़ता है। इस समस्या को लेकर मंगलवार को जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष नटवर डोडियार ने कलेक्टर की जनसुनवाई में आवेदन दिया। डोडियार ने अपने आवेदन में बताया कि ग्राम पंचायत चरेल में बडलीफलिया और भूरिया फलिया के निवासियों का श्मशान घाट गांव से काफी दूर है। श्मशान घाट तक पहुंचने वाले रास्ते में एक बड़ा नाला पड़ता है, जिसमें अक्सर पानी का बहाव तेज रहता है। किसी की मौत होने पर ग्रामीणों को इसी नाले को पार कर श्मशान घाट तक जाना पड़ता है, जिससे उन्हें गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। डोडियार ने प्रशासन से इस मार्ग पर जल्द से जल्द पुलिया निर्माण की स्वीकृति देने की मांग की है। जांच के बाद कार्रवाई करेंगे इस मामले में जिला पंचायत सीईओ जितेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि जनसुनवाई में यह आवेदन प्राप्त हुआ है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
कोटा जिले के मोड़क थाना क्षेत्र में रविवार देर रात हुए भीषण सड़क हादसे में घायल तीसरे व्यक्ति की भी मौत हो गई। गंभीर रूप से घायल मांगीलाल (45) पुत्र गंगाराम, निवासी मुंडेरी, का इलाज कोटा अस्पताल में चल रहा था। मंगलवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। झालावाड़ अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया गया। पूजा कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे सभी मिली जानकारी के अनुसार हादसा एनएच-52 पर जालिमपुरा गांव के पास उस समय हुआ, जब झालावाड़ से कार में सवार 7 लोग कोटा के नौताड़ा में पूजा-अर्चना के कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। इसी दौरान एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। दो की मौके पर ही मौत, पांच घायल टक्कर इतनी भीषण थी कि कार सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी। इनमें कार चालक और 17 वर्षीय किशोर शामिल थे। पांच लोग घायल हुए थे, जिनमें मांगीलाल की हालत गंभीर थी। मांगीलाल मजदूरी करता था, चार बच्चे हैं परिजनों ने बताया कि मांगीलाल मेहनत-मजदूरी कर परिवार चलाता था। उसकी मौत से परिवार पर गहरा संकट आ गया है, क्योंकि उसके चार छोटे बच्चे हैं। हादसे से संबंधित ये खबर भी पढ़ें ... ट्रक की टक्कर से कार के परखच्चे उड़े,दो की मौत:परिवार के पांच लोग घायल; पोते ने दम तोड़ा, दादा के दोनों पैर टूटे कोटा में NH-52 पर रॉन्ग साइड से आए ट्रक की जोरदार टक्कर से कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में ड्राइवर और एक 7वीं कक्षा के छात्र की मौत हो गई। पूरी खबर पढ़ें ...
शाहजहांपुर में कॉफी मशीन फटने से एक युवक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया। मृतक के परिजनों ने प्रभारी मंत्री नरेंद्र कश्यप का घेराव कर कॉफी मशीन लगाने वाले सुनील की हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई की मांग की। मंत्री ने परिजनों को मामले की जांच का आश्वासन दिया है। घटना मदनापुर थाना क्षेत्र के बरूआ पहना गांव में सोमवार रात एक शादी समारोह के दौरान हुई। मुल्लू दीक्षित की बेटी की शादी में मदनापुर कस्बे के सुनील ने कॉफी मशीन लगाई थी। कॉफी बनाने के लिए मशीन चालू करते ही वह फट गई। मशीन के टुकड़े लगने से सुनील की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बझेड़ा निवासी सचिन घायल हो गया, जिसे तत्काल अस्पताल भेजा गया। पुलिस द्वारा हादसे की सूचना मिलने पर मृतक सुनील की पत्नी नीलम सीएचसी पहुंचीं और उन्होंने पति की हत्या का आरोप लगाया। नीलम परिजनों के साथ विकास भवन सभागार पहुंचीं और बैठक के बाद बाहर आए प्रभारी मंत्री नरेंद्र कश्यप का घेराव किया। नीलम ने मंत्री को दिए पत्र में बताया कि सोमवार शाम करीब चार बजे पड़ोस का एक व्यक्ति उनके पति को बुलाकर ले गया था। बाद में पति शादी में काम करने की बात कहकर चले गए। नीलम का आरोप है कि रात में पुलिस ने मौत की सूचना दी, जबकि उन्हें बुलाकर ले जाने वाले व्यक्ति को सूचना देनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी बताया कि पति के सिर से खून निकल रहा था। नीलम ने आशंका जताई है कि पड़ोस के व्यक्ति ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उनके पति की हत्या की है और इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। प्रभारी मंत्री ने नीलम का प्रार्थना पत्र तत्काल लिया और अपने साथ चल रहे स्थानीय नेता को सौंपते हुए इस प्रकरण को गंभीरता से देखने के निर्देश दिए। फिलहाल, शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
टीवी और बॉलीवुड अभिनेता फैसल खान ने मंगलवार को अजमेर शरीफ दरगाह पहुंचकर हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में हाजिरी दी। उन्होंने दरगाह शरीफ में चादर पेश कर अमन-चैन और खुशहाली की दुआ मांगी। इस दौरान खान ने कहा कि बिग बॉस में पहले ऑफर मिला था लेकिन तैयार नहीं था, इसलिए नहीं किया। लेकिन अगर भविष्य में ऑफर मिलता है तो करेंगे। फैसल खान को जियारत दरगाह के खादिम सैय्यद कुतबुद्दीन सखी ने कराई। इस मौके पर फैसल खान को दरगाह शरीफ की दस्तार बांधकर तबर्रुक भेंट किया। जियारत के बाद फैसल खान ने दरगाह परिसर में मौजूद जन्नती दरवाजे पर मन्नत का धागा भी बांधा और ख्वाजा साहब की दरगाह में फैली रूहानियत और सुकून का अनुभव किया। अभिनेता के पहुंचने पर जायरीन और प्रशंसक इकट्ठा हो गए। दरगाह के खादिम सैय्यद कुतबुद्दीन सखी ने बताया- फैसल ने अपने करियर की शुरुआत डांस रियलिटी शो ‘डांस इंडिया डांस’ से की थी, जिसमें वे विजेता बने। इसके बाद उन्होंने टेलीविजन धारावाहिक भारत का वीर पुत्र – महाराणा प्रताप में मुख्य भूमिका निभाई। इसके बाद चंद्रगुप्त मौर्य, धर्म युद्ध और कई अन्य धारावाहिकों में भी काम किया है। उन्होंने ‘प्रेम कहानी’ फिल्म में अभिनय कर बड़े पर्दे पर भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। फैसल खान रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी, झलक दिखला जा, नच बलिए 9 आदि में भी काम किया । (फोटो -वीडियो - मोहम्मद नजीर कादरी) .......... पढें ये खबर भी... पूर्व सरपंच-VDO से वसूले जाएंगे 1 करोड़ 45 लाख:जिला परिषद CEO ने BDO को दिए आदेश, पट्टा बुकों की होगी जांच अजमेर जिला परिषद ने रूपनगढ़ ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच भगवानदास लखन और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी मांगीलाल माली से 1 करोड़ 45 लाख 76 हजार 837 रुपए की वसूली करने का सख्त आदेश दिया है। (पूरी खबर पढे़ं)
रोहतक में पार्टी कार्यालय पहुंचे इनेलो सुप्रीमो अभय सिंह चौटाला ने सरकार को घेरते हुए कहा कि हरियाणा में बदमाशों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। बिना सरकारी संरक्षण के अपराध बढ़ ही नहीं सकता। सरकार ने बदमाशों को खुली छुट दे रखी है, जिससे रोजाना घटनाएं हो रही है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि फरीदाबाद की घटना सरकार की नाकामी को उजागर कर रही है। आज डीजीपी ओपी सिंह व सरकार यह कह रही है कि हम बदमाशों को पाताल से भी निकाल लेंगे, इसका मतलब तो यह है कि अब तक पुलिस व सरकार सोयी हुई थी। पहले काम करना चाहिए था। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार के पास इतनी एजेंसी है, पहले क्यों नहीं जानकारी को जुटाया गया। लेकिन सरकार अपराधियों की जानकारी जुटाने की बजाय लोगों को लूटने में लगी हुई है। इसी का परिणाम है कि आज हरियाणा में अपराध बढ़ रहा है। 11 साल से सरकार ने बदमाशों को दे रखी थी छुटअभय सिंह चौटाला ने कहा कि डीजीपी का एक बयान आया कि हमने 247 बदमाशों को पकड़ा है। इसका मतलब तो यह है कि पिछले 11 साल से सरकार ने इन बदमाशों को छुट दे रखी थी। आज दिखा रहे हैं कि हम क्राइम पर कंट्रोल कर रहे है। अपराध को सरकार ने ही बढ़ाया है। रोजाना घोटाले व भ्रष्टाचार हो रहे उजागरअभय सिंह चौटाला ने कहा कि जब से प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है, रोजाना नए-नए घोटाले व भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो रहे है। रोजाना खबर मिल रही है कि इतने करोड़ का घोटाला पकड़ा गया। सरकार सिर्फ घोटाले करने में लगी हुई है, जनता से उनका कोई सरोकार नहीं है।
आगरा में 10 फर्माें ने किया 18 करोड़ का घोटला:GST विभाग ने जांच में पकड़ा, कराई जा रही एफआईआर
आगरा में कागजों में बोगस फर्म बनाकर करोड़ों रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) के गोलमाल को राज्य वस्तु एवं सेवा कर (एसजीएसटी) विभाग ने पकड़ा है। आठ बोगस फर्मों से 18.27 करोड़ रुपए की हेराफेरी की है। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) में पंजीकृत इन फर्मों की लंबे समय तक एसजीएसटी ने रेकी की। दस्तावेजों में दिए गए पते पर फर्मों का आफिस नहीं मिला। बिना वास्तविक खरीद-फरोख्त के कागजों में कारोबार दिखाते हुए फर्मों ने आइटीसी पास आन की थी। विभाग ने सभी फर्मों के विरुद्ध लोहामंडी थाना में मुकदमा दर्ज कराने को तहरीर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसजीएसटी की विशेष अनुसंधान शाखा ने लखनऊ मुख्यालय के निर्देश पर सीजीएसटी में पंजीकृत 10 फर्मों की रेकी जुलाई में शुरू की थी। जांच में पाया गया कि इनमें आठ फर्म वास्तविक आपूर्ति के बगैर ही आईटीसी पास आन रही थी, दो बोगस फॉर्म महेश ट्रेडर्स और एस के संस ने आईटीसी पास ऑन नहीं थी, अन्य आठ हिमांशु इंटरप्राइजेज, जाधव ट्रेडर्स, दिनेश ट्रेडर्स, प्रकाश ट्रेडर्स, संकल्प ट्रेडिंग, सवराज ट्रेडर्स, मूनलाइट ट्रेडर्स और अंश ट्रेडर्स ने 18.27 करोड़ रुपए की आइटीसी पास आन की। जांच में फर्जीवाड़ा साबित होने के बाद एसजीएसटी विभाग ने धोखाधड़ी व कूटरचित दस्तावेजों का प्रयोग कर विभाग को में राजस्व पहुंचाने के मामले लोहामंडी थाना में शनिवार को तहरीर दी थी। अपर आयुक्त ग्रेड वन पंकज गांधी ने बताया कि बोगस फर्मों ने प्रदेश के बाहर दूसरे राज्यों में पंजीकृत फर्मों को भी आइटीसी पास आन कर अनुचित लाभ पहुंचाया है। आइटीसी ब्लाक करा दी गई है। डीसीपी सिटी सैयद अली अब्बास ने बताया कि बोगस फर्मों के विरुद्ध पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं। विवेचना की जा रही है। इन फर्मों ने किया आइटीसी का फर्जीवाड़ा मैसर्स हिमांशु इंटरप्राइजेज ,मैसर्स जाधव ट्रेडर्स,मैसर्स महेश ट्रेडर्स,मैसर्स संकल्प ट्रेडिंग,मैसर्स दिनेश ट्रेडर्स,मैसर्स प्रकाश ट्रेडर्स,मैसर्स सवराज ट्रेडर्स,मैसर्स मूनलाइट ट्रेडर्स,मैसर्स अंश ट्रेडर्स
मध्य प्रदेश के एकमात्र हिल स्टेशन पचमढ़ी और मढ़ई अब हवाई सेवा से जुड़ गए हैं। 20 नवंबर 2025 से पर्यटक भोपाल से सीधे हेलीकॉप्टर के जरिए इन स्थानों पर पहुंच सकेंगे। भोपाल से पचमढ़ी का सफर अब 5-6 घंटे के बजाय मात्र 60 मिनट में पूरा होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इस 'पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा' का शुभारंभ किया है। पर्यटक 3000 रुपये में हेलीकॉप्टर से आसमान से सतपुड़ा की वादियों का नजारा देख सकेंगे। ऑनलाइन बुकिंग https://www.flyola.in/ या IRCTC के पोर्टल से की जा सकती है। सप्ताह में 5 दिन मिलेगी सेवा, 2 दिन रहेगी छुट्टीहेलीकॉप्टर सेवा का नियमित संचालन सप्ताह में 5 दिन किया जाएगा। प्रत्येक बुधवार और गुरुवार को यह सेवा बंद रहेगी। इस सेवा के लिए निजी कंपनियों के साथ 3 साल का अनुबंध किया गया है। इतना लगेगा समय और किराया किराया: आसमान से वादियों का नजारा देखने का अनुभव 3000 रुपए से शुरू होगा। एक बार में 6 यात्री कर सकेंगे सफरइस सेवा के तहत चलने वाले हेलीकॉप्टर में 6 सीटें होंगी। यानी एक बार में 6 लोग यात्रा कर सकेंगे। इससे सड़क मार्ग से लगने वाले 5 घंटे के समय की काफी बचत होगी और पर्यटक थकान मुक्त होकर सफर का आनंद ले सकेंगे। 3 सेक्टर में शुरू हुई है सर्विसशुरुआती चरण में प्रदेश के 3 सेक्टर में यह सेवा शुरू की गई है... कलेक्टर बोलीं- टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावानर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना ने कहा कि 'पीएमश्री पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा' पर्यटन को बेहतर बनाने के लिए एक बड़ा कदम है। पचमढ़ी और मढ़ई में देश-विदेश से टूरिस्ट आते हैं। हवाई मार्ग से वे आसानी से और कम समय में पहुंच सकेंगे। साथ ही वे आसमान से सतपुड़ा की वादियों और टाइगर रिजर्व की खूबसूरती निहार सकेंगे। यह है किराया और यात्रा का समय
आगर मालवा में युवक की मौत पर विवाद:ग्रामीणों ने हत्या का आरोप लगाया; FIR की मांग
आगर मालवा के ग्राम सोनचिड़ी में युवक नरेंद्र सिंह पिता गौतम सिंह की मौत को लेकर ग्रामीणों और परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने मंगलवार को एडिशनल एसपी रविन्द्र कुमार बोयट को एक ज्ञापन सौंपकर मामले में तुरंत FIR दर्ज करने और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि 9 नवंबर की शाम नरेंद्र सिंह अपने घर पर थे। तभी गांव के कुछ लोग उन्हें कहीं ले जाने का प्रलोभन देकर अपने साथ ले गए। देर रात एक वाहन से मृतक को चुपचाप उनके घर के बाहर रखने का प्रयास किया गया, जिसे मृतक की मां ने देख लिया। परिजनों ने आरोप लगाया है कि घटना में संलिप्तता के पर्याप्त प्रमाण होने के बावजूद पुलिस ने अब तक FIR दर्ज नहीं की है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस विपक्षियों के प्रभाव में आकर मर्ग कायमी में भी उनके बचाव के तथ्य शामिल कर रही है। मृतक के परिजनों और ग्रामीणों की मुख्य मांगें हैं कि मामले में तुरंत हत्या का प्रकरण दर्ज किया जाए, सभी नामजद आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए और पुलिस कार्रवाई को निष्पक्ष तथा पारदर्शी तरीके से आगे बढ़ाया जाए। भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी एडिशनल एसपी बोयट ने ज्ञापन प्राप्त कर आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि, ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस ने जल्द FIR दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे और एसपी कार्यालय के सामने अनशन पर बैठकर भूख हड़ताल करेंगे।
अलवर के नौगावा थाना क्षेत्र स्थित रघुनाथगढ़ कॉलोनी में मंगलवार सुबह जमीनी विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे, फरसी और बंदूकें चलीं। झगड़े के दौरान रफीक खान (उम्र 30) के सिर में गोली लग गई, जिसे पहले निजी अस्पताल ले जाया गया और फिर जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रफीक ड्राइवरी का काम करता था और चार बच्चों का पिता था। वह चार भाइयों में तीसरे नंबर का था। इस हमले में तीन महिलाओं सहित करीब छह लोग और घायल हुए हैं, जिन्हें नौगावा से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। मृतक के परिजन शहरून खान के अनुसार आरोपी सुपेदा, रोशन, फजरू और सुलेमान के परिवार ने यह हमला किया। परिजनों का आरोप है कि यह विवाद सुब्बा की 8 बीघा जमीन में से आरोपियों की करीब दो बिस्वा जमीन को लेकर है। आरोपी बीच में जमीन मांग रहे थे जबकि पीड़ित पक्ष का कहना है कि बीच से रास्ता देने पर पूरी जमीन का नक्शा बिगड़ जाएगा। परिजनों ने बताया कि आरोपी करीब 50–60 लोगों के साथ पहुंचे और हथियारों से हमला कर दिया। परिजनों का दावा है कि झगड़ा करीब दो घंटे तक चलता रहा और 9 बजे से 11 बजे तक कई बार कंट्रोल रूम व थाने में कॉल की, लेकिन पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। रफीक का शव पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया गया है। कोतवाली और NEB थाना पुलिस जिला अस्पताल पहुंच चुकी है। दूसरे पक्ष के कुछ घायलों को भी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस मौके पर और अस्पताल में तैनात है ताकि स्थिति बिगड़े नहीं।
इंदौर की मशहूर रात्रिकालीन सराफा चौपाटी में सोमवार देर रात दो व्यापारियों के बीच जमकर विवाद और मारपीट का मामला सामने आया। ग्राहक को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद देखते ही देखते इतना बढ़ गया कि दोनों व्यापारियों ने एक-दूसरे पर थप्पड़, घूसे और यहां तक कि चिमटा तक बरसा दिया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। ग्राहक को लेकर बिगड़ा मामला सूत्रों के अनुसार रात में सराफा चौपाटी पर हमेशा की तरह विभिन्न व्यंजनों की दुकानें लगी थीं। उसी दौरान एक ग्राहक को अपनी दुकान पर लाने को लेकर दो छोटे सराफा व्यापारियों में कहासुनी शुरू हुई। बात बढ़ती गई और देखते ही देखते मामला मारपीट में बदल गया। दोनों व्यापारी सड़क पर ही भिड़ गए। वीडियो वायरल, पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची घटना के समय मौजूद कुछ लोगों ने मारपीट का वीडियो बना लिया जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है। वीडियो सामने आने के बाद सराफा पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों व्यापारियों को थाने ले जाकर कार्रवाई की। व्यापारी संगठन ने उठाया सवाल घटना के बाद इंदौर चांदी–सोना जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कहा कि सराफा चौपाटी से जुड़े मुद्दों को लेकर पहले भी मांग उठाई गई थी और इस संबंध में एक कमेटी भी बनाई गई थी। इसके बावजूद चौपाटी का मसला अब तक हल नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ रहे विवादों को देखते हुए इस दिशा में ठोस व्यवस्था की जरूरत है। तस्वीरों में देखिए मारपीट की घटना राजीनामे की कोशिश, पुलिस ने की कार्रवाई पुलिस दोनों व्यापारियों को पकड़कर थाने ले गई। थाने पहुंचने के बाद दोनों पुलिस से राजीनामे की बात करने लगे। सराफा टीआई राजकुमार लिटोरिया ने बताया कि छोटा सराफा में दो दुकानदारों ने आपस में विवाद किया। दोनों के बीच ग्राहकी को लेकर विवाद हुआ। दोनों व्यापारी ग्राहक को अपनी दुकान पर लाना चाह रहे थे। इसके चलते दोनों में विवाद हुआ था। दोनों पक्षों को थाने लाए तो वे दोनों राजीनामा करने की बात कहने लगे। मगर पुलिस बर्दाश्त नहीं करेगी कि थाना क्षेत्र में शांतिभंग हो। इस मामले में कैलाश गुर्जर निवासी जनता कॉलोनी बड़ा गणपति और दिनेश व्यास निवासी शक्कर बाजार के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इनके पुराने रिकॉर्ड भी चेक किए जा रहे हैं। दोनों पर कार्रवाई कर जेल भेज दिया है। अब तक नहीं हुआ चौपाटी का निराकरण बता दें कि इंदौर चांदी-सोना जवाहरात एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा चौपाटी को शिफ्ट करने की मांग की थी, जिसे लेकर प्रदर्शन और व्यापारियों के साथ बैठकें भी की गईं। बाद में महापौर ने एक कमेटी बनाई और श्राद्धपक्ष के बाद चौपाटी के मसले का निराकरण करने की बात कही थी। इधर, एसोसिएशन पदाधिकारी व कमेटी सदस्य अजय लाहोटी का कहना है कि श्राद्धपक्ष के बाद दीपावली का त्योहार भी निकल चुका है, लेकिन अभी तक सराफा चौपाटी को लेकर कोई निराकरण नहीं हुआ है ना ही इसे लेकर कमेटी की कोई मीटिंग हुई है। बीती रात हुई इस तरह की मारपीट से सराफा का नाम खराब हो रहा है। जल्द सराफा चौपाटी को लेकर निर्णय लिया जाना चाहिए। इस मामले में उन्होंने महापौर से भी चर्चा करने की बात कहीं है।
भिवानी के उपायुक्त (डीसी) साहिल गुप्ता ने मंगलवार को लघु सचिवालय स्थित अपने कार्यालय में पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की समीक्षा बैठक की। उन्होंने बिजली निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, इसलिए अधिक से अधिक अंत्योदय परिवारों को इसका लाभ दिलाने के लिए व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जाए। कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में हों कार्यशालाएंडीसी गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 फरवरी 2024 को इस योजना का शुभारंभ किया था। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों को इस योजना के प्रति जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए जाएं, ताकि युवा वर्ग भी सौर ऊर्जा के महत्व को समझे और अपने परिवारों को इसके लिए प्रेरित करे। ‘मॉडल सोलर गांव’ योजना पर भी हुई चर्चाबैठक में बिजली निगम के अधीक्षक अभियंता विनोद पूनिया ने ‘मॉडल सोलर गांव’ योजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पांच हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में से जो गांव सबसे अधिक सोलर सिस्टम अपनाएगा, उसे ‘मॉडल सोलर गांव’ घोषित किया जाएगा। इस गांव को विकास कार्यों के लिए सरकार की ओर से एक करोड़ रुपये की विशेष सहायता राशि दी जाएगी। आवेदन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और मॉडल सोलर गांव का चयन 26 नवंबर को किया जाएगा। 12,637 आवेदन प्राप्त, 12,622 को मिली स्वीकृतिअधीक्षक अभियंता पूनिया ने बताया कि जिले में अब तक पीएम-सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत 12,637 ऑनलाइन आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 12,622 आवेदन जांच के बाद सही पाए गए हैं और उन्हें स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि बिजली निगम द्वारा ग्रामीणों को इस योजना के प्रति लगातार जागरूक किया जा रहा है। बैठक में अधिकारी रहे मौजूदसमीक्षा बैठक में एडीसी दीपक बाबू लाल करवा, एसडीएम महेश कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। डीसी ने सभी अधिकारियों से कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और गति दोनों सुनिश्चित की जाएं, ताकि जिले के अधिकतम परिवार सौर ऊर्जा से लाभान्वित हो सकें।
बांदा में एक सड़क हादसे में सास और दामाद की मौके पर ही मौत हो गई। एक तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। यह घटना अतर्रा तहसील क्षेत्र के बड़ोखर इलाके में हुई। मृतकों की पहचान 38 वर्षीय ओमप्रकाश पुत्र रामसिया, निवासी हरदौली मजरा सहेदी, कोतवाली बबेरू, और उनकी 70 वर्षीय सास रुक्मणि पत्नी सिंह दुलारे, निवासी बड़ोखर के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, ओमप्रकाश और रुक्मणि बाइक पर सवार होकर बबेरू जा रहे थे। रास्ते में एक तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को सामने से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मृतक ओमप्रकाश के मोबाइल से उनके परिजनों को सूचना दी। ओमप्रकाश के परिवार में पांच बेटियां और दो बेटे हैं। पुलिस ने आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया है कि बाइक चला रहे ओमप्रकाश ने हेलमेट नहीं पहना था।
भरतपुर के उद्योग नगर थाना इलाके के जघीना गांव में SDRF की टीम ने एक पोखर में लड़की को ढूंढने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया लेकिन, लड़की का कुछ पता नहीं लगा। उद्योग नगर थाना SHO के कहने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद किया गया। पोखर के पास लड़की का दुपट्टा पड़ा मिला था। लड़की के परिजनों को अंदेशा था कि वह पोखर में कूद गई है। 4 घंटे SDRF की टीम ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन SDRF के हेड कांस्टेबल बलराम ने बताया कि सुबह 9 बजे उद्योग नगर SHO पवन यादव ने सूचना दी थी कि जघीना गांव के पोखर में एक लड़की डूब गई है। उसके रेस्क्यू के लिए ऑपरेशन चलाना है। जिसके बाद SDRF की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया लेकिन लड़की का कुछ पता नहीं लगा। 2 बजे SHO के कहने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया। पोखर के पास मिला था प्रीति का दुपट्टा हेड कांस्टेबल बलराम ने बताया कि पूछताछ में पता लगा की प्रीति (26) साल सुबह घर से 3 बजे निकली थी। जब सुबह उसके परिजन उठे तो, प्रीति घर पर नहीं थी। जिसके बाद प्रीति को गांव में ढूंढा गया। प्रीति का दुपट्टा गांव की पोखर के पास मिला। परिजनों को लगा कि प्रीति पोखर में डूब गई है। इसलिए प्रीति के परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। घर में लेटर मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन किया गया बंद रेस्क्यू ऑपरेशन के समय प्रीति के परिजनों ने घर की तलाशी ली तो, उन्हें एक लेटर मिला। प्रीति के परिजनों ने पुलिस को उस लेटर के बारे में बताया। जिसके बाद SHO के आदेश के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया। पुलिस ने लेटर को जब्त कर लिया है। लड़की की तलाश की जा रही है। अंदेशा है कि प्रीति किसी के साथ चली गई है।
सिद्धार्थनगर के मिश्रौलिया थाना क्षेत्र के मिठौवा गांव में सोमवार रात एक 21 वर्षीय विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका की पहचान रोशनी के रूप में हुई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, रोशनी ने घर में पंखे से शाल बांधकर फांसी लगा ली, जिससे उसकी जान चली गई। हालांकि, मृतका के पिता ने दहेज हत्या का आरोप लगाया है। मृतका के पति अमित कुमार ने पुलिस को बताया कि उनके घर में अक्सर घरेलू कलह होता रहता था। सोमवार रात भी पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। अमित के अनुसार, परिवार के अन्य सदस्य खाना खाकर सो गए थे। रात में जब वह बाथरूम के लिए बाहर गए और लौटे, तो उन्होंने रोशनी को पंखे से लटका हुआ पाया। इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई।वहीं, मृतका के पिता नेबूलाल ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी बेटी को दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। उन्होंने दावा किया, मेरी लड़की की हत्या कर उसे फांसी पर लटकाया गया है, जबकि इसे आत्महत्या बताया जा रहा है। नेबूलाल ने यह भी बताया कि करीब दो साल पहले अमित कुमार उनकी बेटी रोशनी को लेकर भाग गया था। उस समय पुलिस और गांव के प्रधान की मौजूदगी में दोनों के बीच समझौता कराया गया था। इसके बाद गांव के काली मंदिर में उनकी शादी कराई गई थी। रोशनी अमित को पसंद करती थी, इसलिए परिवार ने इस शादी के लिए सहमति दे दी थी।इस मामले पर थानाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह ने जानकारी दी कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।मृतका की मौत आत्महत्या है या हत्या, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस की गहन जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
नालंदा में मूंछ पर ताव देने पर युवक का मर्डर:साले की पत्नी बोली- पड़ोसी चिढ़ गए, घर में घुस कर मारा
नालंदा में मूंछों पर तांव देने के कारण एक युवक की हत्या कर दी गई। शनिवार को गोतिया पक्ष के लोगों ने घर में घुसकर ईंट और डंडे से पीट-पीट कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था। इलाज के समय युवक की सोमवार को मौत हो गई। पूरा मामला भागन बीघा आप क्षेत्र के मोरातालाब गांव का है। मृतक की पहचान द्वारिका पासवान के बेटे पवन कुमार (25) के रूप में हुई है। पवन पानीपत में रहता था और वहां मजदूरी करता था। वह शुक्रवार को ही गांव लौटा था और शनिवार को स्नान करने के बाद घर के दरवाजे पर खड़ा था और अपनी मूछें ऐंठ रहा था, तो गोतिया पक्ष के लोगों ने समझा कि वह उसे चिढ़ाने के लिए ऐसा कर रहा है। इसके बाद आरोपितों ने घर में घुसकर उसकी ईंट और डंडे से पिटाई कर दी। जख्मी हालत में पवन को इलाज के लिए मॉडल अस्पताल लाया गया। जहां से रेफर करते हुए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के साले की पत्नी चांदनी देवी ने कहा कि नंदोसी नहा कर दरवाजे पर खड़े थे और मूंछ को ताव दे रहे थे। ऐसा करने पर पड़ोसियों को लगा कि उन्हें दिखा कर वो ऐसा कर रहे हैं। गोतिया के लोगों ने घर में घुस कर इन्हें पीटा। उस वक्त इनकी पत्नी मायके में थी। मृतक की साली ने आगे बताया कि घर पहुंचने पर मृतक की बेटी ने पूरी घटना की हमें जानकारी दी। पहले से चला आ रहा है जमीन का झगड़ा मृतक के भाई राजेश कुमार ने कहा है कि 2 साल से लड़ाई चल रहा है। परिवार के लोगों ने बताया कि पहले से ही गोतिया से थोड़े से जमीन के लिए विवाद चला आ रहा है। गली में दरवाजा खोलने और नाली का पानी गिरने को लेकर भी पहले से ही आरोपी और मृतक युवक के परिवार के बीच विवाद चला आ रहा है। इस मामले में भागन बीघा ओपी प्रभारी शैलेष कुमार झा ने आज जानकारी दी। इन्होंने बताया कि परिजन की ओर से एक लिखित आवेदन दिया गया है। जिसमें नौ नामजद अभियुक्त बनाए गए है। जिसमें एक अभियुक्त सरयुग पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया है। जब,कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
वाराणसी पुलिस ने मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के भिखारीपुर गांव में 15 नवंबर को हुई चोरी की घटना का खुलासा किया है। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से चोरी के जेवर और नकदी बरामद की है। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला भिखारीपुर निवासी ज्ञान प्रकाश यादव 15 नवंबर की दोपहर करीब तीन बजे अपनी ड्यूटी से घर लौटे थे। उन्होंने देखा कि घर के दरवाजे का ताला टूटा हुआ था। अंदर जाने पर अलमारी खुली मिली, जिसमें से एक सोने का हार, दो जोड़ी कान के रिंग, चार सोने की अंगूठियां, एक सोने की सिकड़ी, एक सोने का लॉकेट और नकद रुपये गायब थे। ज्ञान प्रकाश ने तत्काल इसकी सूचना थाने में दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बेनीपुर गांव निवासी आशीष कुमार (24) और भिखारीपुर निवासी रामदुलार (50 वर्ष) को बेनीपुर जाने वाले एक मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, आरोपी आशीष कुमार ने बताया कि वह और उसका एक साथी पहले ठेकेदारी का काम करते थे। उन्हें जानकारी थी कि ज्ञान प्रकाश की पत्नी प्रतिदिन काम पर बाहर जाती हैं। इसी का फायदा उठाकर उन्होंने मौका देखकर घर का ताला तोड़ा और अलमारी से जेवर व नकदी चुरा ली। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के पास से एक सोने की अंगूठी, तीन सोने के कान के झाले, एक सोने का हार और ₹25,000 नकद बरामद किए हैं। एसीपी राजातालाब अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि क्षेत्र में गश्त और निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
किशनगंज शहर के माधव नगर मोहल्ले में एक महिला ठग ने दर्जनों गृहिणियों को अपना शिकार बनाया है। महिला ने पुराने बर्तनों के बदले नए बर्तन और फिर पुराने धातु के सामान के एवज में कई गुना ज्यादा नगद राशि देने का लालच देकर लोगों का भरोसा जीता। मौका मिलते ही वह कीमती सोने-चांदी के जेवरात लेकर फरार हो गई। पीड़ितों के आकलन के अनुसार, करीब 15-20 लाख रुपए से अधिक की ठगी का अनुमान है। पीड़ित महिलाओं ने बताया कि लगभग दस दिन पहले एक 35-40 वर्षीय महिला मोहल्ले में आई थी। उसने खुद को दिल्ली की एक बड़ी कंपनी का प्रतिनिधि बताया और कहा कि कंपनी पुराने एल्यूमीनियम, स्टील, पीतल व कांसे के बर्तनों के बदले नए बर्तन दे रही है। शुरुआती तीन-चार दिनों तक उसने वास्तव में पुराने बर्तन लेकर नए बर्तन दिए, जिससे मोहल्ले में उसका विश्वास जम गया। पुराने धातु का सामान देने पर मिलेगा ज्यादा पैसा इसके बाद महिला ने घोषणा की कि जो पुराने धातु का सामान देगा, उसे उसकी असली कीमत से कई गुना ज्यादा नगद राशि दी जाएगी। इस लालच में आकर कई महिलाएं अपने घरों से पुराने बर्तन लाई और कुछ ने तो सोने-चांदी के गहने-जेवरात तक उसे सौंप दिए। महिला ने कहा कि बड़े जेवरात की जांच के लिए कंपनी के विशेषज्ञ को दिखाना होगा और वह कुछ दिन बाद पूरा पैसा लेकर आएगी। हालांकि, इसके बाद वह महिला गायब हो गई और उसका मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है। माधव नगर निवासी रुखसाना खातून, शबनम परवीन, नूरी खातून सहित लगभग दो दर्जन महिलाएं इस ठगी का शिकार हुई हैं। आवेदन मिलने पर होगी कार्रवाई टाउन थाना अध्यक्ष अभिषेक कुमार रंजन ने बताया कि इस मामले में अभी तक कोई लिखित आवेदन थाने में नहीं आया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आवेदन आने पर तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि ऐसी संदिग्ध गतिविधियों से सावधान रहें, अपनी सुरक्षा स्वयं सुनिश्चित करें और किसी भी तरह की आशंका होने पर फौरन पुलिस को सूचित करें। सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। लोगों का कहना है कि लालच इंसान को अंधा कर देता है। कोई भी अनजान व्यक्ति यदि मुफ्त या ज्यादा लाभ का लालच दे तो तुरंत सतर्क हो जाएं। सोने-चांदी के जेवर कभी अनजान व्यक्ति को न सौंपें। ऐसे ऑफर मिलने पर परिवार के बुजुर्ग या पुलिस को जरूर बताएं। मोहल्ले के लोग अब एक-दूसरे को जागरूक कर रहे हैं। महिलाएं कहती हैं, “एक पल का लालच हमें जीवन भर का नुकसान दे गया।”
नवादा में नशा मुक्त भारत अभियान की पांचवीं वर्षगाँठ के अवसर पर मंगलवार को समाहरणालय परिसर में नशा मुक्ति शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला पदाधिकारी रवि प्रकाश के निर्देश पर पदाधिकारियों, पुलिस बल और अन्य कर्मियों को यह शपथ दिलाई गई। इस संक्षिप्त कार्यक्रम में उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने नशामुक्त समाज एवं राष्ट्र निर्माण में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने का संकल्प लिया। अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राज कुमार सिन्हा ने सभी उपस्थित लोगों को शपथ दिलाई। शपथ संदेश में कहा गया कि युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं और उनकी शक्ति का समाज व देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। इसलिए नशामुक्त भारत अभियान में युवाओं का सर्वाधिक संख्या में जुड़ना आवश्यक है। सभी ने स्वयं को, परिवार को और समुदाय को नशामुक्त बनाने की प्रतिज्ञा ली, यह मानते हुए कि बदलाव की शुरुआत स्वयं से होती है। प्रभारी सहायक निदेशक, जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग अमरनाथ कुमार ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नशे के दुष्प्रभावों के प्रति समाज को जागरूक करना है। उन्होंने जानकारी दी कि आम नागरिक ऑनलाइन शपथ ग्रहण कर प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकते हैं, जिसके लिए क्यूआर कोड के माध्यम से सीधे ऑनलाइन शपथ लेने की सुविधा उपलब्ध है। शपथ ग्रहण कार्यक्रम में विभिन्न शाखाओं के अधिकारी, कर्मी, पुलिस बल और संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी ने नशामुक्त समाज के निर्माण के प्रति अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता व्यक्त की।
सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में खैरथल में आयोजित सरदार @ 150 यूनिटी मार्च में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। भगत सिंह चौक से शुरू हुई पदयात्रा को किशनगढ़बास पूर्व विधायक रामहेत सिंह यादव और जिला अध्यक्ष महासिंह चौधरी ने हरी झंडी दिखाई। जैसे ही वंदे मातरम् की धुन बजी, युवाओं ने हाथों में तिरंगा थामकर भारत माता की जय और सरदार पटेल अमर रहें के नारे लगाए। पदयात्रा भगत सिंह चौक, हेमू कॉलोनी चौक होते हुए जिला सचिवालय खैरथल-तिजारा पहुंची। इस दौरान युवाओं को ‘मेरा युवा भारत’ लिखी टी-शर्ट भी दी गई। रामहेत सिंह यादव ने कहा- सरदार पटेल का भारत के एकीकरण में योगदान अप्रतिम है। देश की एकता-अखंडता के इस संदेश को गांव-ढाणी तक पहुंचाना आज आवश्यक है। उन्होंने युवाओं से स्वदेशी उत्पाद अपनाने और आत्मनिर्भर भारत निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। जिला अध्यक्ष महासिंह चौधरी ने कहा- 6 अक्टूबर से 6 दिसंबर तक मनाए जा रहे इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रीय एकता का भाव मजबूत करना है। सरदार पटेल की दृढ़ इच्छाशक्ति और संघर्ष से ही भारत एक संगठित राष्ट्र बन सका। युवाओं को राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाने और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प को जीवन में उतारने की प्रेरणा दी। यूनिटी मार्च के दौरान सामूहिक राष्ट्रगान का आयोजन किया गया। एनएसएस,एनसीसी, स्काउट गाइड, माय भारत, स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों, स्वयंसेवी संस्थाओं व स्थानीय नागरिकों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। बालिकाओं द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीतों और सरस्वती वंदना ने कार्यक्रम को विशेष गरिमा प्रदान की। कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट, मंडल अध्यक्ष मनीष शर्मा, किशनगढ़बास भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज मित्तल, उपसभापति वरुण डाटा, पूर्व सभापति अशोक डाटा समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
सीधी में ट्रैक्टर पलटने से किसान की मौत:खेत की जुताई के दौरान हादसा; संभलने का मौका नहीं मिला
सीधी जिले के मड़वास थाना क्षेत्र में मंगलवार दोपहर खेत में जुताई के दौरान एक ट्रैक्टर पलटने से 30 वर्षीय किसान की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना अमहा गांव में हुई। मृतक की पहचान अमहिया सोंधिया निवासी गब्बूचन्द उर्फ बाबूलाल साहू के रूप में हुई है। दुर्घटना दोपहर लगभग 12 बजे घटी, जब किसान अपने खेत में जुताई कर रहा था। बताया गया कि जुताई के दौरान ट्रैक्टर अचानक बेकाबू होकर पलट गया। गब्बूचंद ट्रैक्टर के नीचे दब गए और उन्हें संभलने का मौका नहीं मिला, जिससे घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। हादसे की सूचना मिलते ही नदहा, अमहा, सोंधिया और अमहिया सहित आसपास के कई गांवों के लोग बड़ी संख्या में मौके पर पहुंच गए। मड़वास थाना प्रभारी भूपेश बैस भी भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। एक्सीडेंट का मामला थाना प्रभारी भूपेश बैस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह मामला एक दुर्घटना प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा, हमें सूचना मिलते ही टीम के साथ मौके पर पहुंचे। प्रथम दृष्टया यह एक्सीडेंट का मामला लग रहा है। ट्रैक्टर पलटने के कारण युवक की दबकर मौत हुई है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और पूरे मामले की जांच जारी है। दुर्घटनास्थल की अन्य तस्वीरें...
जमुई में मंगलवार को नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिला मुख्यालय स्थित सभा कक्ष में हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी नवीन ने की। इस दौरान सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को नशा मुक्त रहने की शपथ दिलाई गई। नशे के दुष्परिणामों पर हुई चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत शपथ ग्रहण से पूर्व जिलाधिकारी के संबोधन से हुई। उन्होंने कहा कि नशा सिर्फ व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि परिवार और समाज को भी बर्बाद करता है।उन्होंने कहा—“युवा हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत हैं, उनका स्वस्थ रहना ही राष्ट्र के भविष्य को सुरक्षित बनाता है।” बदलाव की शुरुआत स्वयं से डीएम नवीन ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बदलाव की शुरुआत हमेशा खुद से होती है। उन्होंने अपील की, हम सभी कर्मचारियों को केवल खुद ही नशे से दूर नहीं रहना है, बल्कि अपने परिवार, मित्रों और समाज को भी इसके दुष्परिणामों से बचाने का प्रयास करना होगा। सामूहिक शपथ, नशा मुक्त समाज का संकल्प सभा में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक स्वर में शपथ ली कि वे किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करेंगे।सभी ने यह वचन भी दिया कि वे समाज को नशा मुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मी रहे मौजूद कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।जिला प्रशासन का मानना है कि सरकारी कर्मियों के संकल्प से नशा उन्मूलन अभियान को गति मिलेगी और समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा। सभा में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों ने एक स्वर में शपथ ली कि वे किसी भी प्रकार के नशे का सेवन नहीं करेंगे।सभी ने यह वचन भी दिया कि वे समाज को नशा मुक्त बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। बड़ी संख्या में अधिकारी-कर्मी रहे मौजूद कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।जिला प्रशासन का मानना है कि सरकारी कर्मियों के संकल्प से नशा उन्मूलन अभियान को गति मिलेगी और समाज में सकारात्मक संदेश जाएगा।
फिरोजाबाद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सोमवार देर रात मैनपुरी में एक शादी समारोह से लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी कार अनियंत्रित होकर पुल से नहर में गिरी। जिससे कार सवार सीएमएसडी में तैनात फार्मासिस्ट तरुण कुमार की मौत हो गई। वहीं कार में सवार अन्य 4 स्वास्थ्यकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए। घने कोहरे और तेज रफ्तार से हादसे की आशंका जांच में सामने आया है कि देर रात घना कोहरा और तेज रफ्तार के चलते चालक कार पर नियंत्रण खो बैठा। जिसके कारण वाहन खाई में पलट गया। घटना के बाद आसपास के लोगों ने पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी। 4 स्वास्थ्यकर्मी घायल पुलिस और स्वास्थ्यकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को मैनपुरी जिला अस्पताल के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया गया। हालत गंभीर होने पर सभी को हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है। घायलों में चीफ फार्मासिस्ट उमेश तिवारी सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी शामिल हैं। ये सभी खैरगढ़ क्षेत्र और मुख्य कार्यालय से जुड़े हुए बताए गए हैं। फार्मासिस्ट तरुण कुमार के मौत की सूचना मिलते ही फिरोजाबाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और सहकर्मी अस्पताल पहुंचे। घायलों के इलाज हेतु हर संभव मदद उपलब्ध कराई जा रही है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
देवरिया में लोकतंत्र सेनानी बालखिला शर्मा का निधन:गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई अंतिम विदाई
देवरिया में बनकटा थाना क्षेत्र के पकड़ी नरहियां गांव निवासी लोकतंत्र सेनानी बालखिला शर्मा (लगभग 90 वर्ष) का मंगलवार सुबह निधन हो गया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई। उनके निधन की सूचना मिलते ही तहसीलदार और राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। स्थानीय पुलिस ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। पैतृक गांव में उनके खेत में ही समाधि दी गई। बालखिला शर्मा के एक पुत्र कृष्ण मोहन शर्मा हैं। उन्होंने अपने पिता को अंतिम विदाई दी। बताया गया कि बालखिला शर्मा की कोई संतान नहीं थी, उन्होंने कृष्ण मोहन शर्मा को बचपन में ही गोद लिया था और उनका पालन-पोषण किया। बालखिला शर्मा के मित्र रामचीज पटेल, जो उनके साथ जेल में रहे थे, ने बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल के खिलाफ आंदोलन चल रहा था। इस दौरान बाबा जयगुरुदेव के आदेश पर गोवध और परिवार नियोजन के खिलाफ पर्चे बांटे जा रहे थे। इसी क्रम में 26 सितंबर 1976 को भटनी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर देशद्रोह के आरोप में जेल भेज दिया था। रामचीज पटेल के अनुसार, जयगुरुदेव का आदेश था कि जेल को भजन गृह समझकर जाना है। बालखिला शर्मा ने लगभग 45 दिन जेल में बिताए। रिहा होने के बाद वे मजबूती से समाजसेवा के कार्यों में जुट गए। आपातकाल के दौरान जेल गए लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार ने 2006 में लोकतंत्र सेनानी सम्मान निधि पेंशन देकर सम्मानित किया था। गार्ड ऑफ ऑनर देने वालों में क्षेत्राधिकारी अंशुमन श्रीवास्तव, प्रभारी निरीक्षक गोखनाथ सरोज, उपनिरीक्षक रविंद्र, उपनिरीक्षक आलोक रंजन सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। अंतिम संस्कार में पंचानंद कुशवाहा, राजकुमार शर्मा, टूटून कुशवाहा, दुधनाथ शर्मा, विनोद शर्मा, प्रभुनाथ पटेल, प्रभुनाथ कुशवाहा और उदयनाथ शर्मा सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
एमपी सहित 12 राज्यों के SIR पर राहुल-खरगे की मीटिंग:दिल्ली में जीतू-उमंग, दिग्विजय भी हुए शामिल
एमपी सहित 12 राज्यों में शुरू हुए स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर दिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में बैठक हुई। इस बैठक में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, केसी वेणुगोपाल और कांग्रेस चुनाव आयोग विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे। जीतू- उमंग भी हुए शामिलदिल्ली कांग्रेस मुख्यालय में एसआईआर को लेकर हुई बैठक में एमपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार शामिल हुए। इस बैठक में एमपी एसआईआर के प्रभारी सज्जन वर्मा को भी शामिल होना था, लेकिन वे कमलनाथ के जन्मदिन के कार्यक्रम में व्यस्त होने के कारण नहीं जा सके। एमपी का डेटा लेकर पहुंचे जीतू पटवारीकांग्रेस मुख्यालय में होने वाली बैठक के लिए पीसीसी चीफ जीतू पटवारी एमपी का डेटा लेकर पहुंचे। जीतू पटवारी ने बताया कि एसआईआर को लेकर ब्लॉक स्तर पर प्रभारी बनाए गए हैं। एमपी में 9600 ऐसे नेताओं को एसआईआर के लिए बूथ लेवल एजेंट (BLO) बनाया गया है। जो लोकसभा, विधानसभा से लेकर पार्षद तक का चुनाव लड़ चुके हैं।
सहरसा के सदर अस्पताल में मुफ्त दवाओं की जगह डॉक्टरों द्वारा बाजार से दवा खरीदने का निर्देश देने का मामला सामने आया है। मरीजों और उनके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से इसकी शिकायत की है। शिकायत के बाद प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. एस.एस. मेहता ने जांच का आश्वासन दिया है। अस्पताल में नहीं मिला इंसुलिन, बाहर से खरीदने को कहा सौरबाजार प्रखंड के बराही गांव निवासी संजीवन कुमार ने बताया कि उनकी मां मीना देवी (शुगर की मरीज) 9 नवंबर से महिला वार्ड में भर्ती हैं। संजीवन ने बताया, कुछ दवाएं तो अस्पताल से मिलीं, लेकिन डॉक्टर ने इंसुलिन बाहर से खरीदने को कहा, जबकि यह जीवन रक्षक दवा है। दूसरे मरीज ने भी जताई नाराजगी शहर के भविशाह चौक निवासी सुभाष साह ने भी यही शिकायत की। उनकी पत्नी शोभा देवी चार दिनों से भर्ती हैं। उन्होंने कहा, सरकारी अस्पताल में मुफ्त दवा योजना गरीबों के लिए है, लेकिन डॉक्टर बाहर से महंगी दवा लिख देते हैं। इससे गरीब मरीजों पर आर्थिक बोझ पड़ता है।” डॉक्टरों को पहले भी दी गई थी चेतावनी: उपाधीक्षक प्रभारी उपाधीक्षक डॉ. एस.एस. मेहता ने स्वीकार किया कि कई डॉक्टर बाहर की दवा लिखते हैं। उन्होंने कहा, डॉक्टरों को पहले भी कहा जा चुका है कि जब तक अस्पताल में दवा उपलब्ध हो, बाहर की पर्ची न लिखें। अब जो भी ऐसा कर रहा है, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। गरीबों के लिए बनी योजना पर उठ रहा सवाल मरीजों का कहना है कि मुफ्त दवा योजना गरीबों के लिए वरदान है, लेकिन डॉक्टरों का यह रवैया योजना की मंशा पर सवाल खड़ा कर रहा है। परिजन मांग कर रहे हैं कि प्रशासन जल्द कड़ी कार्रवाई करे। अब प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी नजरें अस्पताल प्रबंधन ने जांच की बात कही है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या दोषी डॉक्टरों पर कार्रवाई होती है या मामला फिर ठंडे बस्ते में चला जाता है।
पूर्व भाजपा विधायक समेत 7 पर FIR दर्ज:कौशांबी में CM के आदेश पर मकान कब्जा मामले में कार्रवाई
कौशांबी जिले के कोखराज थाना क्षेत्र में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर एक मकान पर जबरन कब्जा करने और फर्जी कागजात बनाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले में चायल के पूर्व भाजपा विधायक समेत भरवारी के तीन पूर्व चेयरमैन सहित कुल सात लोगों को आरोपी बनाया गया है। पीड़िता राजदुलारी पत्नी उमाशंकर ने आरोप लगाया है कि उनके पति की मृत्यु के बाद, भाजपा के पूर्व विधायक संजय गुप्ता, पूर्व चेयरमैन कैलाश चंद्र केसरवानी और उनकी पत्नी पूर्व चेयरमैन सुनीता केसरवानी ने अपने राजनीतिक और प्रशासनिक प्रभाव का दुरुपयोग किया। उन्होंने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी पर दबाव डालकर उनके मकान पर विपक्षियों का नाम दर्ज करा दिया और जबरन कब्जा करवा दिया। राजदुलारी के अनुसार, उच्च अधिकारियों से शिकायत के बावजूद, नगर पालिका के ईओ राम सिंह और प्रशासन ने उन्हें आरटीआई का जवाब नहीं दिया। इस पर उन्होंने शासन में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़िता ने सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत की। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद, कोखराज थाना पुलिस ने देर रात कार्रवाई करते हुए भरवारी के पूर्व चेयरमैन कैलाश चंद्र केसरवानी, उनकी पत्नी पूर्व चेयरमैन सुनीता केसरवानी, पूर्व चेयरमैन भरवारी और पूर्व विधायक चायल संजय गुप्ता, दिलीप, अजय, विजय और संजय के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
गाजियाबाद में एक्सीडेंट में छह लोग घायल:ऑटो से जा रहे थे, ट्रक से टकराए
गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक सड़क हादसे में छह लोग घायल हो गए। सुबह करीब 5:30 बजे नेशनल हाईवे पर खड़े एक ट्रक में सवारियों से भरा एक ऑटो पीछे से जा टकराया। यह हादसा फ्रेंड्स कॉलोनी के पास NH-9 सर्विस रोड पर हुआ। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस के मुताबिक, ऑटो गाजियाबाद से हापुड़ की ओर जा रहा था। हाईवे पर एक ट्रक खड़ा था। सुबह कम रोशनी के कारण ऑटो चालक ट्रक को देख नहीं पाया और सीधे उससे टकरा गया। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। राहगीरों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी और कुछ लोगों ने घायलों को ऑटो से बाहर निकालने में मदद की। सूचना मिलने पर पुलिस ने एंबुलेंस बुलाई और सभी घायलों को संजय नगर संयुक्त जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि कुल छह लोग घायल हुए हैं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बनी हुई है। घायलों की पहचान ऑटो चालक इंतजार, हरिराम 38 वर्ष,पवन शर्मा, साहिल, असरफ अली और बैजनाथ के रूप में हुई है। इंतजार, हरिराम और पवन शर्मा की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिनका इलाज जारी है। अन्य तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हादसे के बाद ट्रक चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त ट्रक और ऑटो दोनों को अपने कब्जे में ले लिया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ट्रक हाईवे पर क्यों खड़ा था। स्थानीय लोगों ने बताया कि हाईवे पर अक्सर बड़े वाहन बिना किसी चेतावनी संकेत के खड़े कर दिए जाते हैं, जिससे दुर्घटनाएं होती हैं। सुबह के समय धुंध और कम रोशनी भी ऐसे हादसों का कारण बनती है। पुलिस ने कहा है कि घायलों के बयान दर्ज करने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फरार ट्रक चालक की तलाश जारी है।
जालंधर के नजदीकी गांव हमीरा से पंजाब में नशों के बढ़ते खतरे की एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां सड़क पर ही कुछ युवकों को नशे के इंजेक्शन लगाते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। यह पूरा घटनाक्रम एक स्थानीय व्यक्ति ने अपने मोबाइल पर लाइव किया और सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सरकार के नशा विरुद्ध युद्ध के दावे खोखले लाइव करने वाले व्यक्ति का आरोप जिस व्यक्ति ने वीडियो बनाया, उसने लाइव रहते हुए पंजाब सरकार की ओर से किए जा रहे बड़े-बड़े दावों पर सवाल उठाए। उसने कहा कि पंजाब सरकार करोड़ों रुपए इश्तिहारों पर खर्च कर रही है, दावा है कि नशे के खिलाफ युद्ध चल रहा है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि युवक सड़क पर खुलेआम नशे के टीके लगा रहे हैं और किसी को कोई डर नहीं है। उस व्यक्ति ने आरोप लगाया कि पुलिस क्षेत्र में नशा बेचने वालों से मिली हुई लगती है इसी कारण दयालपुर और आसपास के इलाकों में खुलेआम नशा बिक रहा है। पुलिस कार्रवाई जहां सवालों के घेरे में है।उसका दावा है कि गांवों में बड़े आराम से नशा मिल रहा है जबकि सरकार का नशा खत्म करने का दावा सिर्फ कागज़ों और इश्तिहारों तक सीमित है। नशा सामाजिक समस्या नहीं प्रशासनिक विफलता भी है इस वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कुछ युवक सड़क किनारे बैठकर इंजेक्शन लगा रहे हैं।वीडियो सामने आने के बाद गांव में लोग सरकार और पुलिस प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं कि अगर नशे के खिलाफ इतना बड़ा अभियान चल रहा है, तो गांव की सड़कें ही नशा अड्डे क्यों बन रहे हैं यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि नशा पंजाब में सिर्फ एक सामाजिक समस्या नहीं बल्कि प्रशासनिक विफलता का बड़ा उदाहरण भी बन चुका है।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और हॉस्पिटलों के अधीक्षकों को निजी प्रैक्टिस पर रोक लगाने के आदेशों का विरोध तेज हो गया है। राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (RMCTA) उदयपुर इकाई की आज एक महत्वपूर्ण बैठक एमबी हॉस्पिटल में की गई। बैठक में चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों पर गंभीरता से चर्चा की गई। सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से इन आदेशों पर कड़ी आपत्ति दर्ज की। RMCTA उदयपुर के सचिव डॉ. तरुण रलोत ने बताया- 11 नवम्बर को जारी विवादित आदेशों में प्रिंसिपल और अधीक्षक के लिए कई नई शर्तें लागू की गई हैं-जिनमें निजी प्रैक्टिस पर रोक, प्रिंसिपल पद के लिए सीधे चयन पर रोक, 3 वर्ष अधीक्षक/अतिरिक्त प्रिंसिपल और 2 साल विभागाध्यक्ष का अनिवार्य अनुभव, उच्चस्तरीय चयन समिति तथा क्लीनिकल कार्य को 25% तक सीमित करने आदि को लेकर चर्चा की गई। RMCTA सदस्यों ने कहा- यह आदेश चिकित्सकों, विशेषकर वरिष्ठ प्रोफेसरों के हितों पर प्रत्यक्ष आघात है और यह वरिष्ठता, योग्यता तथा प्रशासनिक अनुभव-तीनों की उपेक्षा करता है। आदेश से यह भी स्पष्ट संकेत मिलता है कि सरकार राज्य से बाहर के चिकित्सकों को वरिष्ठ पदों पर प्राथमिकता देने की तैयारी कर रही है, जो राजस्थान के शिक्षकों के लिए हानिकारक और अस्वीकार्य है। किसी भी पद पर अधिकतम आयु 57 साल निर्धारित करना असंवैधानिक है, जबकि सेवानिवृत्ति आयु 65 साल है। सभी सदस्यों ने बताया कि यह आदेश चिकित्सा संस्थानों की कार्यप्रणाली को बाधित करेगा और यह कदम प्रैक्टिशनर डॉक्टरों के लिए चयनात्मक रूप से अवसर सीमित करेगा, जबकि पहले अधिकांश प्रिंसिपल और अधीक्षक उत्कृष्ट चिकित्सक होने के साथ ही कुशल प्रशासक भी रहे हैं। सभी मेडिकल सुपरिटेंडेंट RMCTA के साथबैठक में उपस्थित सभी मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने RMCTA उदयपुर इकाई के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की और कहा कि यह आदेश चिकित्सकों की गरिमा और वरिष्ठता पर प्रहार करता है। सभी ने कहा कि यदि राज्य सरकार यह आदेश वापस नहीं लेती, तो सभी मेडिकल सुपरिटेंडेंट भी RMCTA के साथ खड़े होंगे और आवश्यकता पड़ने पर सामूहिक इस्तीफे पर भी विचार किया जाएगा। बैठक में डॉ तरुण रलोत, डॉ हेमंत माहुर, डा. ओपी मीना, आर.एल. मीना, डा उदिता नैथानी, गुरदीप कोर, डा राजेंद्र चंदेल, डा के जी शर्मा, विजय रजक, गौरव जायसवाल, डॉ.अरविंद पाटीदार, गजानंद मित्तल एवं अन्य कई विभागों के फैकल्टी मौजूद रहे। RMCTA की मांगे ये खबर भी पढ़े.... लेकसिटी में ठंड के बीच 'कैंपफायर' में SIR:मतदाता और बीएलओ सर्दी से बचते हुए फॉर्म कलेक्शन कर रहे, रात 10 बजे तक कैंप रहता
किशनगंज में एक चिटफंड कंपनी सैकड़ों महिलाओं से करोड़ों रुपए की ठगी कर फरार हो गई है। मंगलवार को कंपनी का कार्यालय बंद मिलने पर नाराज महिलाओं ने जमकर हंगामा किया और सड़क जाम कर दी। यह मामला शहर के हलीमचौक स्थित पावर ग्रिड के सामने 'शुभारंभ चिटफंड कंपनी' से जुड़ा है। पीड़ितों ने बताया कि कंपनी ने उन्हें डेढ़ लाख रुपए का ऋण देने का वादा किया था, जिसके लिए प्रत्येक महिला से 5-5 हजार रुपए जमा कराए गए थे। मंगलवार को जब महिलाएं कंपनी के कार्यालय पहुंचीं, तो उन्हें ताला बंद मिला। इसके बाद उनका गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने कार्यालय पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। कुछ देर के लिए किशनगंज-बहादुरगंज मुख्य सड़क को भी जाम कर दिया गया, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। कंपनी का एजेंट धोखा देकर फरार पीड़ित महिलाओं ने बताया कि उन्होंने स्वरोजगार शुरू करने के लिए ऋण लेने की योजना बनाई थी, लेकिन कंपनी के एजेंट उन्हें धोखा देकर फरार हो गए। कई महिलाओं ने 40 हजार से 50 हजार रुपये तक जमा कराए थे। हंगामे की सूचना मिलते ही टाउन थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझा-बुझाकर सड़क जाम खुलवाया और यातायात बहाल कराया। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि आवेदन मिलने पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा के सरकारी कॉलेजों में तैनात असिस्टेंट प्रोफेसर के ट्रांसफर ड्राइव का शेड्यूल जारी कर दिया गया है। हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग की ओर से 20 विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए शेड्यूल जारी हुआ है। 5 फरवरी 2026 को ट्रांसफर ऑर्डर जारी होने हैं। हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग के ACS की ओर से जारी पत्र के अनुसार 18 नवंबर से 2 दिसंबर तक आवेदन कर सकेंगे। 3 दिसंबर को सभी असिस्टेंट प्रोफेसर का डिटेल स्कोर जारी किया जाएगा। 4 दिसंबर से 10 दिसंबर तक सभी कैंडिडेट अपने डेटा में सुधार और अपनी आपत्तियां दर्ज करवा सकेंगे। 19 जनवरी से 25 जनवरी के बीच अपने चॉइस को फिल करेंगे। जिसके बाद 31 जनवरी से 2 फरवरी तक खाली बची पोस्ट के लिए अपनी चॉइस भर सकेंगे।ट्रांसफर में 80 अंक का पैमाना ट्रांसफर पॉलिसी के अहम प्वाइंट ये रहेगी प्रक्रिया
भीलवाड़ा में पुलिस कंट्रोल रूम के ठीक पीछे बाजार नं 2 में चोरों ने आज सुबह किराना शॉप को अपना निशाना बना, यहां से गल्ले में रखा ढाई लाख रुपए कैश उड़ा लिया। वारदात की जानकारी आज सुबह दुकान मालिक को दुकान पहुंचने पर लगी, जब उसने दुकान के बाहर ताले टूटे हुए देखे, बाद में जब CCTV कैमरा चेक किया तो पता लगा कि सुबह करीब 5:15 बजे चोर ने इस वारदात को अंजाम दिया। शटर के ताले तोड़ गल्ले से कैश उड़ाया मामला शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र का है, यहां पुलिस कंट्रोल रूम के पीछे बाजार नंबर दो में हीरा ट्रेडर्स को आज सुबह चोरों ने अपना निशाना बनाया ओर चोरी की वारदात को अंजाम दे गल्ले में रखा कैश उड़ा लिया।घटना की जानकारी दुकान मालिक जब आज सुबह शॉप पर पहुंचा तो लगी।दुकान के शटर के दोनों ताले टूटे हुए थे, अंदर गल्ले का ताला टूटा हुआ था,गल्ले की सार संभल की गई तो उसमें रखा ढाई लाख रुपए कैश चोर चुरा ले गए। CCTV में नजर आया चोर बाद में दुकान मालिक ने जब सीसीटीवी कैमरा चेक किया तो इसमें चोर गल्ले में से पैसे निकलता हुआ नजर आया। व्यापारी की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर जांच शुरू की वहीं पुलिस सीसीटीवी के आधार पर आरोपी चोर की तलाश में जुटी है। शॉप आया तो ताले टूटे हुए थे शॉप मलिक किशोर गुरनानी ने बताया कि आज सुबह जब में दुकान पर आया तो शटर दुकान के ताले टूटे हुए थे,शटर खोल कर अंदर देखा तो गल्ले में से चोरों ने ढाई लाख रुपए चुरा लिए ।सीसीटीवी चेक किया गया तो उसमें चोर चोरी करता हुआ नजर आया, थाने में मामला दर्ज करवाया है, कोतवाल ने आश्वासन दिया है की जल्द चोर को गिरफ्तार कर उससे चोरी की राशि बरामद की जाएगी।
नारनौल के मोहल्ला पुरानी सराय में एक निजी सेंटर के स्थापना दिवस पर रक्तदान शिविर और सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। शिविर में 35 युवाओं ने स्वेच्छा से रक्तदान किया। शिविर में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में शहर की समाजसेवी संस्थाओं को सम्मानित किया गया। सेंटर संचालक श्यामलाल सैनी ने बताया कि इस मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में समाज सेवी एवं रोटरी क्लब के पूर्व प्रधान राजकुमार यादव मौजूद रहे। वहीं प्रगतिशील शिक्षक ट्रस्ट के संजय शर्मा, डॉ. जितेंद्र भारद्वाज और भाजपा नेता राकेश यादव एडवोकेट विशिष्ट अतिथि थे। एक बार रक्तदान अवश्य करें कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजकुमार यादव ने कहा कि हमें अपने जीवन में एक बार रक्तदान अवश्य करना चाहिए। हमारे द्वारा दिए गए रक्त से किसी की जिंदगी को हम बचा सकते हैं। यह दान सबसे बड़ा दान है। उन्होंने बताया कि आजकल दुर्घटनाएं ज्यादा होने लग गई हैं। ऐसे में दुर्घटनाग्रस्त घायल लोगों को रक्त की आवश्यकता पड़ती है। सामाजिक संस्थाओं को किया गया सम्मानित इस मौके पर कुछ समाजसेवी संस्थाओं को उनके अच्छे कामों के लिए सम्मानित किया गया। हरित वसुंधरा समिति के हर्ष सैनी और उनकी टीम को इलाके में पेड़ लगाने और हरियाली बढ़ाने के लिए सम्मानित किया गया। जनसेवा ट्रस्ट के टिंकू, केशव सैनी और उनकी टीम को रक्तदान के क्षेत्र में मदद करने के लिए सम्मानित किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए इस मौके पर बच्चों द्वारा विभिन्न गानों पर डांस और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रस्तुति दी गई। जिनकी उपस्थित लोगों ने बहुत सराहना की। इस मौके पर प्ले स्कूल एसोसिएशन के प्रधान विपिन सैनी, एडवोकेट हर्ष सैनी, भगत सिंह सैनी व बृज मोहन सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।
गाजियाबाद में ऑपरेशन के दौरान महिला की मौत:परिजन ने अस्पताल के स्टाफ पर पैसे मांगने का लगाया आरोप
गाज़ियाबाद के जिला महिला अस्पताल में पित्त की थैली में पथरी का ऑपरेशन करते समय एक महिला की मौत हो गई। मृतका मुन्नी देवी के परिजनों ने डॉक्टरों और अस्पताल स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन से पहले अस्पताल स्टाफ ने उनसे 5 हजार रुपए की मांग की थी और मजबूरन उन्होंने पैसे दे भी दिए। परिजनों के अनुसार मुन्नी देवी 17 नवंबर की सुबह करीब 11 बजे ऑपरेशन के लिए भर्ती हुई थीं। भर्ती होने के कुछ समय बाद ही स्टाफ ने पैसों की मांग की। परिवार ने राशि देने के बाद महिला को ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया। वहीं परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों की लापरवाही के चलते मुन्नी देवी की मौत हो गई। घटना के बाद परिजन रो-रोकर अस्पताल प्रशासन और स्टाफ पर भ्रष्टाचार और लापरवाही के आरोप लगाते रहे। अस्पताल के सीएमएस राकेश कुमार ने बताया कि 17 नवंबर दोपहर करीब 3 बजे महिला की मौत की सूचना मिली थी। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए एक टीम गठित कर दी गई है और पुलिस को भी जानकारी दे दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारण का पता चल सकेगा। वहीं मृतका के पति जय राम ने पुलिस को शिकायत देकर डॉक्टर के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग की है। परिवार का कहना है कि अगर डॉक्टर लापरवाही नहीं करते तो मुन्नी देवी की जान बचाई जा सकती थी। पुलिस अब मामले की जांच में जुट गई है।
जमशेदपुर पुलिस ने बिरसानगर थाना क्षेत्र में 10 नवंबर को विश्वकर्मा इंजीनियरिंग के कैशियर से हुई लूट का खुलासा कर दिया है। इस मामले में मास्टरमाइंड अजीत बेहरा और बाबू सरदार उर्फ नेपु सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 1.23 लाख रुपए नगद, एक देसी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, एक स्कूटी और लूट के पैसों से खरीदा गया एक मोबाइल फोन बरामद किया है। लूट की साजिश का मुख्य सूत्रधार अजीत बेहरा सिटी एसपी कुमार शिवशीष ने मंगलवार को मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लूट की साजिश का मुख्य सूत्रधार अजीत बेहरा था, जो विश्वकर्मा इंजीनियरिंग में ही कार्यरत था। अजीत का पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। एसपी के अनुसार, अजीत ने अपने चार साथियों के साथ मिलकर इस वारदात की योजना बनाई थी। पुलिस ने अजीत और उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। लगभग साढ़े चार लाख रुपए की लूट हुई थी पुलिस ने 10.25 लाख रुपए की लूट की खबरों का खंडन किया है। सिटी एसपी ने बताया कि लगभग साढ़े चार लाख रुपए की लूट हुई थी, जिसमें से 1.23 लाख रुपए बरामद कर लिए गए हैं।
जालंधर जिले में शुगर मिल शुरू न होने और अन्य मांगों को लेकर किसानों ने सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। माझा और दोआबा क्षेत्र के किसानों ने सभी जिलों के डीसी कार्यालयों के बाहर धरना दिया। किसानों ने सरकार को अल्टीमेटम देते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की। किसानों ने बताया कि पंजाब सरकार ने अभी तक शुगरकेन बोर्ड का गठन नहीं किया है, जबकि इसका कार्यकाल अप्रैल माह में ही समाप्त हो चुका है। बोर्ड के गठन के बिना शुगर मिलों का संचालन संभव नहीं है। गन्ने का MSP भी नहीं किया घोषित किसानों के अनुसार, 18 नवंबर बीत चुकी है, लेकिन न तो बोर्ड का गठन हुआ है और न ही सरकार ने इस संबंध में कोई बैठक की है। किसानों ने आरोप लगाया कि गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी अब तक घोषित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य फसलों जैसे अनाज और मक्की के दाम बुवाई से पहले तय हो जाते हैं, लेकिन गन्ने की फसल तैयार होने के बावजूद उसके दाम निर्धारित नहीं किए जा रहे हैं। किसान बोले-शुगर मिल को जल्द करे चालू किसानों ने हरियाणा का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां गन्ने का भाव 401 रुपए प्रति क्विंटल तय हो चुका है, जबकि पंजाब सरकार ने अभी तक कोई दर निर्धारित नहीं की है। किसानों की मांग है कि सरकार गन्ने का भाव 500 रुपए प्रति क्विंटल तय करे और मिलों को जल्द से जल्द चालू करे। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि 21 नवंबर तक मिलें चलाने की घोषणा नहीं की गई, तो सभी किसान संगठन मिलकर जालंधर के नेशनल हाईवे और ट्रेनों को जाम करेंगे।
जींद जिले के जुलाना क्षेत्र में प्रशासन और कृषि विभाग द्वारा लगातार चलाए जा रहे जागरूकता अभियानों के बावजूद किसान पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। इसी के चलते जुलाना पुलिस ने पराली जलाने के आरोप में 10 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। विभिन्न गांवों के किसान आए पुलिस के निशाने परमामला जुलाना क्षेत्र के कई गांवों का है। पुलिस के अनुसार जिन किसानों पर कार्रवाई की गई है, उनमें गतौली गांव के विजयंत, निडाना गांव के महेंद्र, किलाजफरगढ़ के राजेश, पौली गांव के श्रीभगवान, मालवी गांव के धर्मवीर व सुरेंद्र, खरैटी गांव के सुनील और देश खेड़ा गांव के नसीब शामिल हैं। पराली जलाने से बढ़ रहा प्रदूषण, प्रशासन ने दी चेतावनीप्रशासन का कहना है कि पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता है और इससे वायु गुणवत्ता पर गंभीर असर पड़ता है। साथ ही, किसानों को जुर्माना, एफआईआर और सरकारी सुविधाओं के निलंबन जैसी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। थाना प्रभारी बोले—अब होगी सख्त कार्रवाईजुलाना थाना प्रभारी विक्रम ने बताया कि प्रशासन की ओर से बार-बार समझाने के बावजूद कुछ किसान पराली जला रहे हैं, जिसके चलते मजबूरन सख्त कदम उठाने पड़े हैं। उन्होंने कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और यदि कोई किसान पराली जलाते पाया गया तो उसके खिलाफ नियम अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वाराणसी में मंगलवार की दोपहर गाजीपुर हाईवे पर तेज रफ्तार टैंकर डिवाइडर से टकरा गया। तेज आवाज के साथ टकराते हुए टैंकर पलट गया। उसमें सवार ड्राइवर और खलासी की मौके पर मौत हो गई। हादसा देखकर आसपास के लोग जुटे और घायलों को निकालने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों ने चौबेपुर पुलिस को भी घटना की सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर खिड़की तुड़वाकर दोनों लहूलुहान को बाहर निकाला। इसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहां जांच के बाद चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। एमपी के रीवा के रहने वाले थे दोनों, चंदौली जा रहे थे पुलिस ने बताया कि मध्यप्रदेश के मऊगंज निवासी भोला यादव (40) और रीवा निवासी रामकुमार यादव (26) आपस में रिश्तेदार थे। भोला इंदौर के ट्रांसपोर्टर का टैंकर चलाता था। रामकुमार इसी टैंकर पर खलासी था। मंगलवार की दोपहर दोनों टैंकर लेकर वाराणसी से चंदौली की तरफ जा रहा था। संदहा में लगे पुल के पास अचानक टैंकर अनियंत्रित हो गया और डिवाइडर से टकराने के बाद पलट गया। इसमें ड्राइवर और खलासी बुरी तरह से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पंचनामा कर मोर्चरी में रखवाया है। दोनों के परिजनों को हादसे की सूचना दी जा रही है।
अयोध्या की रुदौली विधानसभा क्षेत्र में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150 वीं जयंती के अवसर पर पदयात्रा निकाली गई। विधायक रामचंद्र के नेतृत्व में आयोजित इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और स्कूली छात्र शामिल हुए। इस दौरान कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सभा को संबोधित करते हुए सरदार पटेल के देश को एकजुट करने के योगदान की चर्चा की। कहा कि देश 'विकसित भारत' और 'अमृत काल' के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने सरदार पटेल को 'भारत माता' को सजाने और देश को एक करने वाली महान आत्मा बताया। शाही ने कहा कि लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने ही देश की रियासतों को एकजुट करने का कार्य किया था। उन्होंने बताया कि कश्मीर का जिम्मा तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने लिया था, जिसका समाधान 2019 तक लंबित रहा। शाही ने तीन प्रमुख रियासतों - जामनगर, हैदराबाद और कश्मीर का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि जब जामनगर के नवाब ने पाकिस्तान की मदद करनी शुरू की, तो सरदार पटेल ने उन्हें चेतावनी दी कि यदि वे अपनी हरकतों से बाज नहीं आए, तो जनमत संग्रह कराकर रियासत का भारत में विलय कर दिया जाएगा। आज गुजरात का जामनगर भारत का अभिन्न अंग है, जिसका श्रेय सरदार पटेल को जाता है। इसी तरह, हैदराबाद का निजाम मध्य भारत में बैठकर अपनी प्रजा पर अत्याचार कर रहा था और भारत में विलय से इनकार कर रहा था। सरदार पटेल ने सेना भेजकर हैदराबाद को चारों ओर से घेर लिया, जिसके परिणामस्वरूप आज हैदराबाद भी भारत का हिस्सा है। कश्मीर के संबंध में, शाही ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इसका जिम्मा लिया था और समाधान का वादा किया था। हालांकि, अलगाववादी प्रवृत्तियों पर लगाम लगाते हुए धारा 370 और 35ए को समाप्त कर कश्मीर को भारत में पूरी तरह से एकीकृत करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है। विधायक रामचंद्र यादव ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सभी को देश को सजाने-संवारने और भारत माता को वैभव तक पहुंचाने के लिए जीवन भर सेवा करने का संकल्प लेना चाहिए।
शेखपुरा में मिशन थाना पुलिस ने बरबीघा नगर परिषद क्षेत्र के सामाचक सोहरी मोड़ के पास छापेमारी कर पुलिस पर हमले के मामले में फरार चल रहे तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में सतीश साव के दो पुत्र गुड्डू कुमार और प्रिंस कुमार, तथा नरेश साव का पुत्र रविंद्र कुमार शामिल हैं। पुलिस टीम पर बरसाए गए थे ईंट-पत्थर मिशन थाना अध्यक्ष सह पुलिस सब-इंस्पेक्टर आदित्य रंजन कुमार ने बताया कि 4 अक्टूबर की रात बरबीघा के सामाचक मोहल्ले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान दो पक्षों में टकराव की सूचना मिली थी। सूचना पर पहुंची पुलिस टीम पर भीड़ ने अचानक हमला कर दिया।हमलावरों ने पुलिस कर्मियों पर लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चलाए, जिसमें दो कांस्टेबल घायल हो गए थे। यह घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। 8 नामजद, कई अज्ञात पर मामला दर्ज घटना के बाद स्थानीय थाना में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें 8 लोगों को नामजद और बाकी को अज्ञात अभियुक्त बनाया गया था। घटना के बाद से सभी आरोपी फरार चल रहे थे। पुलिस की लगातार दबिश, तीन गिरफ्तार लगातार खोजबीन के बाद सोमवार को पुलिस ने छापामारी कर तीन फरार अभियुक्तों को पकड़ लिया।थाना अध्यक्ष ने बताया कि “अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार दबिश बना रही है। जल्द सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।” जेल भेजे गए आरोपी गिरफ्तार तीनों आरोपियों को कड़ी सुरक्षा के बीच शेखपुरा जेल भेज दिया गया है।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में मंगलवार को आयोजित 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में खंडवा जिले को बड़ी उपलब्धि मिली है। जल संचयन जन भागीदारी अभियान में देश में प्रथम आने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खंडवा कलेक्टर ऋषव गुप्ता और जिला पंचायत CEO डॉ. नागार्जुन बी. गौड़ा को सम्मानित किया। इसके साथ ही जिले की कावेश्वर पंचायत को भी सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत श्रेणी में दूसरा पुरस्कार मिला है। कलेक्टर गुप्ता ने बताया कि भारत सरकार के 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' के तहत शुरू की गई 'जल संचय, जन भागीदारी' पहल में खंडवा जिले ने जल संरक्षण के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इसी के चलते जिले ने देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के लिए खंडवा जिले को 2 करोड़ रुपए का पुरस्कार मिला है। कावेश्वर पंचायत को मिला दूसरा पुरस्कारइसी तरह खंडवा जिले की ग्राम पंचायत कावेश्वर को जल संरक्षण के उल्लेखनीय कार्यों के कारण राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत की श्रेणी में द्वितीय पुरस्कार के लिए चुना गया। इसके लिए पंचायत को 1.50 लाख रुपए का नकद पुरस्कार और ट्रॉफी प्रदान की गई है। कावेरी उद्गम कुंड का किया जीर्णोद्धारउल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत द्वारा पिछले सालों में कावेरी नदी के उद्गम कुंड का जीर्णोद्धार किया गया। साथ ही पंचायत के पहाड़ी क्षेत्र को वाटरशेड के मूल सिद्धांत रिज टू वैली के आधार पर विकसित किया गया। 50 हेक्टेयर में किया जल संरक्षण का कामइसके तहत करीब 50 हेक्टेयर क्षेत्र में कंटूर, 55 गली प्लग, 35 पोखर तालाब, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, हैंडपंप रिचार्ज, बोरवेल रिचार्ज और रिचार्ज शाफ्ट का निर्माण किया गया। सरपंच और इंजीनियर का भी सम्मानपंचायत के इन कार्यों के लिए जनपद पंचायत के इंजीनियर गौरव रघुवंशी और ग्राम पंचायत की सरपंच को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने सम्मानित किया है।
संभल में मंगलवार सुबह एक युवक का शव पेड़ से लटका मिला। युवक पत्नी के विवाद के परेशान चल रहा था। युवक के शव की पहचान राहुल (35) के रूप में हुई। मामला थाना नखासा क्षेत्र के गांव चंदावली का है। सुबह करीब 8 बजे ग्रामीणों ने बकायन के पेड़ से एक युवक को फंदे पर लटका देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को नीचे उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के अनुसार, राहुल हरियाणा में मजदूरी करता था और छह भाई-बहनों में सबसे बड़ा था। रक्षाबंधन के बाद वह काम पर चला गया था। करीब दो महीने पहले किसी बात को लेकर उसकी पत्नी पूजा से अनबन हो गई थी, जिसके बाद पत्नी तीन बच्चों को छोड़कर मायके चली गई और लौटकर नहीं आई। राहुल ने कई बार पत्नी को मनाने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बनी। परिजनों का कहना है कि राहुल काफी दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। जेब से मिले नंबर, कोई चोट नहीं मिली पुलिस के अनुसार, राहुल की जेब से घर वालों के मोबाइल नंबर लिखा एक पर्चा मिला है। शव पर किसी तरह की चोट या संघर्ष के निशान नहीं पाए गए हैं। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण की अंतिम पुष्टि हो सकेगी। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है।
जहानाबाद जिले के रतनी प्रखंड के सेसम्बा पंचायत स्थित बालगाढ़ गांव के महादलित टोला में 78 साल बाद भी पुल का निर्माण नहीं हो पाया है। गांव के लोग 10 फीट गहरे नाले को पार करने के लिए तार के पेड़ का सहारा लेने को मजबूर हैं। इससे 60 से अधिक महादलित परिवार प्रभावित हैं। ग्रामीणों को प्रतिदिन जोखिम भरे तरीके से नाला पार करना पड़ता है। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के लिए यह रास्ता बेहद खतरनाक है। नाले में लगातार पानी भरा रहने के कारण फिसलकर गिरने का डर बना रहता है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। बच्चों की पढ़ाई और मरीजों की परेशानी ग्रामीण फुलेंद्र मांझी ने बताया कि स्कूल जाने वाले बच्चों को रोज़ इसी तार के पेड़ से नाला पार करना पड़ता है। बारिश के मौसम में यह रास्ता पूरी तरह बंद हो जाता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित होती है। बीमार लोगों को समय पर अस्पताल पहुंचाना भी मुश्किल हो जाता है। जनप्रतिनिधियों के वादों पर ग्रामीणों की नाराज़गी ग्रामीण शंकर मांझी ने बताया कि चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि वोट मांगने आते हैं, लेकिन पुलिया निर्माण की उनकी वर्षों पुरानी मांग हर बार अनसुनी रह जाती है। स्थानीय ग्रामीणों ने कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों से पुलिया बनाने की गुहार लगाई है, पर उन्हें अब तक केवल आश्वासन ही मिला है। प्रशासन ने जल्द पुल निर्माण का आश्वासन दिया इस संबंध में रतनी प्रखंड विकास पदाधिकारी आकांक्षा कुमारी ने बताया कि गांव में जल्द ही पुल का निर्माण कराया जाएगा। उनका कहना था कि यह कदम किसी बड़ी दुर्घटना को रोकने और ग्रामीणों के जीवन को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक है।
बिलासपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित स्वदेशी मेले में सोमवार शाम 'वॉइस ऑफ बिलासपुर जूनियर' (5 से 15 वर्ष) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 40 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी गायन प्रतिभा से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया। इसी दौरान एक व्यंजन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें उड़द दाल से बने मीठे और नमकीन व्यंजन प्रस्तुत किए गए। वॉइस ऑफ बिलासपुर के निर्णायक मंडल में अर्पिता मुखर्जी, डॉ. तोप राज सिंह, गणेश मेहता, संयोजक रिंकू मित्रा, अंकिता मेहता और तुषार पानसे शामिल थे। व्यंजन स्पर्धा में मूक-बधिर बच्चों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। उन्होंने उड़द दाल से युक्त छेने की मिठाई, बड़ा और लड्डू बनाकर अपनी कला का परिचय दिया। इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में रजनी ऋषि, डॉ. नीता श्रीवास्तव, अरुणा दीक्षित, लता गुप्ता, किरण मेहता, प्रतिभा शर्मा, मीना गोस्वामी, मीनाक्षी बोमर्डे और पूनम श्रीवास का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत सिंह छाबड़ा, कलेक्टर संजय अग्रवाल और एसएसपी रजनेश सिंह जैसे प्रमुख अतिथि उपस्थित रहे। मेला संयोजक गुलशन ऋषि, सह संयोजक डॉ. देवेंद्र कौशिक, दीप्ति बाजपेयी और ज्योतिंद्र उपाध्याय भी मौजूद थे। स्वागत समिति के अध्यक्ष प्रवीण झा और सचिव कमल सोनी के साथ प्रफुल्ल शर्मा, गोपाल शर्मा, राकेश चंद्राकार, मनीष, चुन्नी मौर्या, स्वागता सेनगुप्ता और तृप्ति चौहान भी शामिल रहे। उड़द दाल से बने व्यंजन प्रतियोगिता में आकर्षण का केंद्र व्यंजन प्रतियोगिता का उद्देश्य पाक कला को प्रोत्साहित करना था, जिसका लुत्फ मेले में पहुंचे सभी लोगों ने उठाया। नमकीन व्यंजन प्रभारी जूही वर्मा और आशा निर्मलकर, जबकि मीठे व्यंजन प्रभारी कविता वर्मा और लोकेश्वरी राठौर ने बताया कि उड़द दाल से तैयार व्यंजनों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा। निर्णायकों ने बताया कि प्रतियोगिता दो वर्गों में आयोजित की गई थी: वर्ग 'अ' मीठे व्यंजनों के लिए और वर्ग 'ब' नमकीन व्यंजनों के लिए। चंद्रकिरण बाजपेयी और ऐश्वर्य लक्ष्मी बाजपेयी ने नमकीन व्यंजनों का मूल्यांकन किया, जबकि संध्या शर्मा और पद्मा देवांगन ने मीठे व्यंजनों के लिए निर्णायक की भूमिका निभाई।
भागलपुर सड़क हादसे में चरवाहे की मौत:भैंस चराकर घर लौट रहे थे, तेज रफ्तार बाइक ने मारी टक्कर
भागलपुर में सोमवार देर शाम एक सड़क हादसे में 52 सल के पशु चरवाहा दिलीप कुमार यादव की मौत हो गई। यह घटना घोघा थाना क्षेत्र के एसएच-84 रेलवे ओवरब्रिज के पास हुई। दिलीप कुमार यादव छोटी औलापुर गांव के निवासी बद्री यादव के बेटे थे और भैंस चराकर घर लौट रहे थे। परिजनों ने बताया कि दिलीप यादव शाम को घर लौट रहे थे, तभी पीछे से आ रही एक तेज रफ्तार बाइक ने उन्हें टक्कर मार दी। इस टक्कर में दिलीप यादव और बाइक सवार युवक दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने दोनों घायलों को घोघा के एक निजी क्लिनिक में भर्ती कराया। दिलीप की गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें भागलपुर के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया। रास्ते में घायल की हुई मौत भागलपुर अस्पताल में भी दिलीप की हालत में सुधार नहीं हुआ। डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया। हालांकि, पटना ले जाते समय रास्ते में ही दिलीप यादव ने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने पर घोघा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि हादसे में घायल बाइक सवार युवक का इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा है। पुलिस ने मृतक दिलीप यादव के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
कोडरमा जिले के जयनगर प्रखंड के डंडाडीह पंचायत के कंझियाडीह गांव में मंगलवार को एक बड़ा हादसा हो गया। खलिहान में रखी तैयार धान की फसल पर अचानक 11 हजार वोल्ट का बिजली का तार गिर गया। इस घटना में गांव के लगभग आधे दर्जन किसानों की धान की फसल जलकर खाक हो गई, जिससे उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। एक बड़ी अनहोनी टल गई जिन किसानों को इस घटना में नुकसान हुआ है, उनमें कुलेश्वर राणा, कौलेश्वर साव, कुंती देवी, फूलमती देवी, सुंदरी देवी और पुष्पा देवी शामिल हैं। पीड़ित किसानों ने बताया कि गनीमत रही कि जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय खलिहान में न तो कोई किसान मौजूद था और न ही कोई जानवर, जिससे एक बड़ी अनहोनी टल गई। बिजली विभाग से मुआवजे की मांग किसानों ने इस नुकसान के लिए बिजली विभाग को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि 11 हजार वोल्ट का यह तार गांव से होकर गुजरता है, जबकि इसे किसी अन्य सुरक्षित रास्ते से ले जाया जा सकता था। किसानों ने बताया कि उनका खलिहान यहां वर्षों से है, बावजूद इसके बिजली विभाग ने इसी ओर से हाई टेंशन तार गुजारा। इस लापरवाही के कारण हुए लाखों के नुकसान के लिए किसान अब बिजली विभाग से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे इस संबंध में बिजली विभाग को एक पत्र भी लिखेंगे। इधर, कंझियाडीह गांव के मुखिया प्रतिनिधि महेश साव ने कहा कि हुए नुकसान को लेकर वे किसानों के साथ फिलहाल एमओ से मिले हैं। जहां एमओ ने राशन डीलर को पीड़ितों को 10-10 किलो अनाज देने को कहा है। साथ ही आपदा प्रबंधन के तहत सीओ से मिलकर तकाल मदद दिलाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके अलावे वे बिजली विभाग के अधिकारियों से मिलकर भी पीड़ितों को मुआवजा देने के लिए पत्र लिखकर आग्रह करेंगे।
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कुमारगंज परिसर में मंगलवार सुबह एक दैनिक श्रमिक ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 54 वर्षीय राकेश कुमार मौर्य के रूप में हुई है, जो डाभासेमर, मसौधा (अयोध्या) के निवासी थे। यह घटना तब सामने आई जब सुबह देर तक राकेश अपने कमरे से बाहर नहीं निकले। संदेह होने पर आसपास के लोग उनके विश्वविद्यालय स्थित आवास पर पहुंचे। काफी आवाज देने के बावजूद दरवाजा नहीं खुला, जिसके बाद विश्वविद्यालय के सुरक्षा अधिकारी विनोद सिंह को सूचना दी गई। सुरक्षा अधिकारी विनोद सिंह ने मौके पर पहुंचकर स्थिति की गंभीरता को देखते हुए एक कारपेंटर को बुलाया और दरवाजा खुलवाया। कमरे के भीतर राकेश कुमार मौर्य फांसी के फंदे पर लटके हुए पाए गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया तत्काल कुमारगंज पुलिस को घटना की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही वरिष्ठ उप निरीक्षक धनीराम वर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक राकेश कुमार मौर्य विश्वविद्यालय के कमरा नंबर D-132 में रहते थे और दैनिक श्रमिक के रूप में कार्यरत थे। जानकारी के अनुसार, उनके भाई राजेंद्र कुमार मौर्य भी कृषि विश्वविद्यालय में सरकारी कर्मचारी हैं और राकेश उन्हीं के आवास में रह रहे थे। घटना के समय राजेंद्र अपने पैतृक गांव गए हुए थे, जिससे राकेश कमरे में अकेले थे। राकेश की मानसिक स्थिति खराब थी मृतक के भाई राजेंद्र कुमार मौर्य ने बताया कि राकेश की मानसिक स्थिति कुछ दिनों से ठीक नहीं थी, लेकिन आत्महत्या के पीछे का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस प्रारंभिक जांच में इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। थानाध्यक्ष ओमप्रकाश ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही वास्तविक कारणों का पता चल सकेगा। विश्वविद्यालय परिसर में इस घटना से कर्मचारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही घटना का वास्तविक कारण स्पष्ट हो पाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया है।
मऊगंज जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय इटहा कला में बाल दिवस कार्यक्रम के दौरान अनुशासन बिगड़ने का मामला सामने आया है। कार्यक्रम का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें विद्यालय के शिक्षक राजबिहारी साकेत छात्राओं के साथ भोजपुरी गीत “हमार पियवा चलाबैं डीजल गाड़िया” पर डांस करते दिखाई दे रहे हैं। नईगढ़ी जनपद शिक्षा केंद्र के अंतर्गत आने वाले इस स्कूल में मंच पर शिक्षक और छात्राओं का ऐसे गीत पर नृत्य करना अभिभावकों व स्थानीय लोगों में नाराजगी का कारण बना हुआ है। लोगों का कहना है कि स्कूल जैसे स्थान पर ऐसी गतिविधियाँ बिल्कुल अनुचित हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि इस विद्यालय के प्राचार्य एच.एल. साकेत वर्तमान में नईगढ़ी के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (BEO) भी हैं। ऐसे में उनके ही स्कूल में इस तरह की लापरवाही सामने आना कई सवाल खड़े करता है। जब वायरल वीडियो को लेकर प्राचार्य और BEO एच.एल. वर्मा (साकेत) से बात की गई तो उन्होंने कहा, “मामला संज्ञान में आया है, देखता हूँ।” उनके इस जवाब को लेकर शिक्षा विभाग की गंभीरता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी रामराज प्रसाद मिश्र ने बताया, “मामला मेरे संज्ञान में आया है। यह 14 नवंबर का वीडियो है। मैंने BEO नईगढ़ी को जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। साथ ही शिक्षकों को साफ निर्देश दिए जाएंगे कि ऐसे कार्यक्रमों में हिस्सा न लें, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।”
पुलिस ने अवैध हथियार के साथ युवक को पकड़ा:धौलपुर के मनियां में कार्रवाई, देशी कट्टा बरामद कर जब्त
धौलपुर के मनियां थाना पुलिस ने सोमवार देर रात गश्त के दौरान एक युवक को अवैध हथियार के साथ दबोच लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से 315 बोर का देसी कट्टा बरामद कर आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। यह कार्रवाई गुम्मट मोहल्ला रेलवे फाटक के पास की गई। पुलिस के अनुसार, एएसआई बाल्केश्वर दत्त सोमवार रात करीब 10 बजे अपने दल के साथ मांगरोल तिराहे पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि रेलवे फाटक के पास एक युवक अवैध कट्टा लेकर खड़ा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। करीब 10:15 बजे मुखबिर द्वारा बताए गए हुलिए का युवक दिखाई दिया। पुलिस की जीप देखते ही वह भागने लगा, लेकिन पुलिस टीम ने पीछा कर उसे दबोच लिया। तलाशी में युवक की पैंट की बाईं जेब से 315 बोर का देसी कट्टा मिला। पूछताछ में युवक ने अपना नाम शाहिद (32) पुत्र शहजाद, निवासी मुसलमान मोहल्ला, मनियां, धौलपुर बताया। उसके पास हथियार का कोई लाइसेंस नहीं मिला। पुलिस ने मौके पर रात का समय होने के कारण स्वतंत्र गवाह नहीं मिलने पर अपनी टीम के सदस्यों को ही गवाह बनाया। पुलिस ने कट्टे को जब्त कर सील किया और आरोपी शाहिद को गिरफ्तार कर उसके संवैधानिक अधिकारों की जानकारी दी। पुलिस आगे मामले की जांच कर रही है।
करहल नगर पंचायत में कूड़े के ढेर पर दो मृत गोवंश मिलने का मामला गरमा गया है। बीते दिनों सामने आए एक वायरल वीडियो में आवारा कुत्तों को इन गोवंशों को नोचते हुए देखा गया, जिससे नगर पंचायत की लापरवाही पर लोगों में भारी रोष है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। विहिप के जिलाध्यक्ष सिद्धनाथ पांडे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता तहसील मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने नगर पंचायत के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि नगर पंचायत की लापरवाही के कारण गोवंशों के साथ यह अमानवीय व्यवहार हुआ, जिसके लिए संबंधित कर्मचारी और अधिकारी जिम्मेदार हैं। विहिप ने तहसील प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर दोषियों पर तत्काल मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की। विहिप नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिन के भीतर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो संगठन पूरे जनपद में व्यापक आंदोलन करेगा। प्रदर्शन में दीपक मिश्रा, आशीष पांडे, राजेश चौहान, अभय सिंह, अंशु पांडे, सुभाष तिवारी, विक्की श्रीवास्तव, उदय पांडे, राकेश चंदेल, अर्जुन पांडे, धर्मेंद्र यादव, मोहित यादव, किशन दुबे सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे। इस बीच, करहल नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी लेखराज भारती ने वायरल वीडियो की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मामले से जुड़े कर्मचारियों को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया है। प्रशासनिक जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
हापुड़-पिलखुवा विकास प्राधिकरण (HPDA) ने अवैध निर्माण और अनधिकृत प्लाटिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्राधिकरण की टीम ने थाना हापुड़ देहात पुलिस की मौजूदगी में दो बड़े अवैध प्लाटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई HPDA उपाध्यक्ष के निर्देश पर की गई। पहली कार्रवाई असौड़ा दोयमी रोड पर हर्ष ट्रेडर्स के सामने हुई। यहां इंदु शर्मा, विशाल गोयल और मनोज शर्मा ने लगभग 8 हजार वर्ग मीटर क्षेत्र में बिना मानचित्र स्वीकृति के अवैध प्लाटिंग कर रखी थी। दूसरी कार्रवाई ग्राम असौड़ा में ब्रजमोहन की करीब 7 हजार वर्ग मीटर अवैध प्लाटिंग पर की गई। इन दोनों ही जगहों पर कोई वैध मानचित्र स्वीकृत नहीं था, जिसके कारण यह ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया। इस कार्रवाई का नेतृत्व प्रभारी प्रवर्तन ऋषि कुमार शर्मा ने किया। उनके साथ अवर अभियंता सत्यवीर सिंह और प्राधिकरण का सचल दस्ता भी मौजूद रहा। प्राधिकरण के सचिव ने बताया कि अवैध कब्जों और अनधिकृत निर्माण के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्राधिकरण क्षेत्र में बिना स्वीकृत नक्शे के कोई भी व्यक्ति निर्माण या प्लाटिंग नहीं कर सकेगा।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने डीएम को सौंपा ज्ञापन:15 सूत्रीय मांगों पर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया। उन्होंने राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में कई गंभीर घटनाओं का उल्लेख किया गया है। इनमें ऊंचाहार, रायबरेली में हरिओम वाल्मीकि की हत्या, संविधान के संरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश पर जूता फेंकने की घटना, और हरियाणा में पूर्ण कुमार द्वारा जाति उत्पीड़न से तंग आकर आत्महत्या का मामला शामिल है। इसके अतिरिक्त, लखनऊ के थाना बंधारा में 11वीं की छात्रा के साथ दिनदहाड़े सामूहिक बलात्कार, मलिहाबाद, लखनऊ में राज्यपाल को सामंतों द्वारा पेशाब चटवाने की घटना, और उन्नाव में सामंतों द्वारा 14 वर्षीय ऋतिक यादव की जघन्य हत्या जैसी वारदातें भी उठाई गईं। ज्ञापन में बरेली और प्रदेश के अन्य जनपदों में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों और बुलडोजर द्वारा सदियों से बसे लोगों के घरों को गिराए जाने जैसी घटनाओं पर भी चिंता व्यक्त की गई। पार्टी ने इन सभी घटनाओं की न्यायिक जांच कराने, दोषियों को तत्काल सजा दिलाने और पीड़ितों को सामाजिक न्याय सुनिश्चित करने की मांग की है।
हाथरस में देर रात बारात चढ़ने के दौरान बारातियों और स्थानीय युवकों के बीच विवाद हो गया। मामूली कहासुनी ने जल्द ही गंभीर रूप ले लिया। वहीं देखते-देखते मारपीट व पथराव शुरू हो गया। जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। मामला हाथरस गेट थाना क्षेत्र के मोहल्ला विष्णुपुरी चौराहा का है। जानकारी के अनुसार, बारात में शामिल कुछ युवकों ने मोहल्ले के ही एक युवक से मारपीट कर दी। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ा और युवकों ने एक-दूसरे पर जमकर पथराव किया। घटना की सूचना मिलते ही 112 पीआरवी की चार टीमों और स्थानीय पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। घटना पास में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई है। पुलिस अब फुटेज के आधार पर उपद्रव करने वालों की पहचान कर रही है। सीओ सिटी योगेंद्र कृष्ण नारायण ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपियों की तलाश जारी है और जल्द ही गिरफ्तारियां की जाएंगी।
रणजी ट्रॉफी मुकाबला का आज तीसरा दिन:बिहार के 240 रन पर 1 विकेट, महरूर और आयुष ने बनाए शतक
आज रणजी ट्रॉफी मुकाबला का तीसरा दिन है। बिहार बनाम मिजोरम के बीच मुकाबले में पहली पारी में बिहार अपनी बल्लेबाजी जारी रखेगी। बिहार ने अपनी पहली पारी में प्रभावी बल्लेबाजी करते हुए 47 ओवर में 240 रन पर 1 विकेट बनाए थे। बिहार की ओर से महरूर और आयुष लोहारूका ने शतक जड़ा है। टीम अब भी मिजोरम के पहली पारी के स्कोर 509 रन से 269 रन पीछे है, लेकिन दोनों ओपनरों की उपयोगी पारियों ने बिहार को मैच में मजबूती दी है। आयुष लोहारूका ने 145 गेंदों में 117 रन बनाए लंबे स्कोर के जवाब में बिहार ने शुरुआत मजबूत की थी। महरूर ने 127 गेंदों में 13 चौके और 2 छक्कों की मदद से 101 रन बनाकर नाबाद लौटे। दूसरे छोर पर आयुष लोहारूका ने 145 गेंदों में 22 चौकों के साथ 117 रनों की उपयोगी पारी खेलते हुए टीम को 240 तक पहुंचाया। दोनों बल्लेबाजों के बीच 225 रनों की प्रभावी साझेदारी की। बिहार का एकमात्र विकेट कुमार रजनीश का गिरा, जो 12 गेंदों में 13 रन बनाकर के वानरोतलिंगा की बॉल पर बोल्ड हुए। मिजोरम ने अपनी पहली पारी में 509 रन बनाए मिजोरम ने अपनी पहली पारी में 136.5 ओवर में 509 रन बनाए। टीम की ओर से अरमान जाफर ने 271 गेंदों में 17 चौके और 3 छक्कों की मदद से 193 रनों की प्रभावी पारी खेली। कप्तान थैंकहूमा ने 187 गेंदों में 101 रन बनाए। वहीं जेहू एंडरसन ने 62 और साहिल रेजा ने 102 गेंदों में 70 रनों का योगदान दिया। मिजोरम की ओर से सबसे बड़ी साझेदारी 140 रनों की रही जो साहिल रेजा और अरमान जाफर के बीच बनी। बिहार की ओर से गेंदबाजी में मलय राज ने 22 ओवर में 91 रन देकर 3 विकेट हासिल किए। खालिद ने 22 ओवर में 80 रन देकर 3 विकेट झटके। हिमांशु सिंह ने 32 ओवर में 108 रन देकर 2 विकेट लिए, जबकि अमोद यादव ने 15.5 ओवर में 62 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया। सुरज कश्यप ने 18 ओवर में 58 रन देकर एक सफलता हासिल की।
हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष हरीश कुमार को उज्जैन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में एसोसिएशन ऑफ कैमिस्ट्री टीचर एसोसिएशन द्वारा राष्ट्रीय अवॉर्ड 2025 से सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड उन्हें रसायन विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट शोध और नवाचार के लिए प्रदान किया गया। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर टंकेशवर कुमार ने प्रोफेसर हरीश कुमार को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षक समाज की बेहतरी के लिए कार्य कर रहे हैं और उनका शोध देश की उन्नति में सहायक सिद्ध हो रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय डिजिटल, स्टार्टअप, कौशल और नवाचार को ध्यान में रखकर शोध को नई ऊंचाई पर ले जा रहा है। 51 हजार रुपए और प्रशस्ति पत्र के साथ मिला सम्मानप्रो. हरीश कुमार को यह अवॉर्ड उज्जैन में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में होमी भाभा सेंटर फॉर साइंस एजुकेशन और टाटा इंस्टीट्यूट के सहयोग से प्रदान किया गया। उन्हें 51 हजार रुपए की राशि और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड संस्था के अध्यक्ष डी.बी. प्रभु और उनकी टीम द्वारा प्रदान किया गया। देशभर से हुआ चयन, शोध को समर्पित किया अवॉर्डइस अवॉर्ड के लिए पूरे भारतवर्ष से चयन प्रक्रिया की गई, जिसमें प्रो. हरीश कुमार को रसायन शास्त्र के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए चुना गया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय के शोध और नवाचार को समर्पित है। विश्वस्तरीय शोध और कई पेटेंट प्राप्तप्रो. हरीश कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेशवर कुमार के नेतृत्व में निरंतर प्रगति कर रहा है। विश्वविद्यालय ने उन्हें शोध के लिए आवश्यक संसाधन और सकारात्मक वातावरण प्रदान किया, जिसके चलते वे अपने शोध को विश्व के प्रतिष्ठित जनरलों में प्रकाशित कर पाए। उनका शोध 23 इम्पैक्ट फैक्टर वाले अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हो चुका है। इसके अलावा, उनके शोध कार्यों पर कई पेटेंट भी मिल चुके हैं। वायु प्रदूषण और जल शुद्धिकरण पर केंद्रित शोधप्रो. हरीश कुमार के प्रमुख शोध कार्यों में वायु प्रदूषण की रोकथाम, धुंध को कम करने और दूषित पानी को शुद्ध करने की वैज्ञानिक विधियां शामिल हैं। उनके इन शोधों से पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के क्षेत्र में नई दिशा मिली है।
अशोकनगर कृषि उपज मंडी में मंगलवार को मक्का के कम दाम मिलने से किसानों ने हंगामा कर दिया। किसान मंडी गेट पर इकट्ठा हुए और सड़क पर बैठकर जाम लगा दिया। उनका कहना था कि कम कीमत से उन्हें नुकसान हो रहा है। किसानों ने बताया कि मक्का की नीलामी ₹1000–₹1100 प्रति क्विंटल से शुरू की जा रही है और अधिकतम ₹1300–₹1400 प्रति क्विंटल तक ही बोली लग रही है। किसानों के मुताबिक यह कीमत उनके खर्च और मेहनत के हिसाब से बेहद कम है। नमी जांचने वाली मशीनों पर भी सवाल उठाए किसानों ने आरोप लगाया कि मक्का की नमी मापने वाली मशीनें अलग-अलग रीडिंग दिखा रही हैं। किसानों का कहना है कि सूखे मक्का को भी गीला बताकर खरीद कम दामों में की जा रही है। पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा हंगामे की सूचना पर कोतवाली TI रवि प्रताप चौहान, यातायात TI स्नेहा ठाकुर और देहात TI भुवनेश शर्मा पुलिस बल के साथ पहुंचे। वहीं नायब तहसीलदार और मंडी प्रशासन के अधिकारी भी किसानों से बात करने पहुंचे। किसानों की मांग- न्यूनतम बोली ₹1500 से शुरू हो किसानों ने कहा कि नवंबर में आने वाला मक्का सूखा रहता है, फिर भी उसे गीला बताकर कीमत घटाई जा रही है। उन्होंने मांग की कि बोली कम से कम ₹1500 प्रति क्विंटल से शुरू की जाए और नमी जांचने वाली मशीनों का उपयोग बंद किया जाए। अधिकारियों ने किसानों की मांगों पर विचार करने का भरोसा दिया। इसके बाद किसानों ने चक्का जाम खत्म किया। मौके पर देर तक भीड़ बनी रही।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज कोंडागांव जिला मुख्यालय में आयोजित गाड़ा समाज के बूढ़ादेव महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने 1 अरब 27 करोड़ 11 लाख 92 हजार रुपए के कुल 61 निर्माण कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री का पारंपरिक मोहरी वाद्य यंत्रों के सामूहिक वादन के साथ स्वागत किया गया। इन कार्यों में 43 करोड़ 45 लाख 88 हजार रुपए के 35 कार्यों का लोकार्पण और 83 करोड़ 66 लाख 04 हजार रुपए के 26 कार्यों का शिलान्यास शामिल है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय ने जिले में तीन नए निर्माण कार्यों की घोषणा भी की। सीएम साय बोले- प्रदेश में नक्सलवाद समाप्ति की ओर समाज के लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नक्सलवाद समाप्ति की ओर है। उन्होंने बताया कि नियद नेल्लानार योजना के तहत अंदरूनी और माओवाद प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को शासन की मूलभूत योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि प्रदेश सरकार लगभग दो साल की अल्पावधि में ही अधिकांश वादों को पूरा कर चुकी है। उन्होंने छत्तीसगढ़ को एक समृद्ध राज्य बनाने की दिशा में हरसंभव प्रयास करने की बात कही। सीएम साय ने अपने उद्बोधन में बताया कि प्रदेश के किसानों से 15 नवंबर से धान खरीदी शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में प्रदेश भर में रजत महोत्सव मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने विकास के लिए शिक्षा को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश में 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, महतारी वंदन योजना, तेंदूपत्ता संग्राहकों और चरणपादुका योजना के तहत हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है।
सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर लाई गई लैंड पुलिंग योजना राज्य सरकार ने वापस ले ली है। इस मसले पर सोमवार रात भारतीय किसान संघ के प्रतिनिधियों और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के बीच चर्चा हुई थी। योजना वापस लेने की घोषणा के बाद उज्जैन में जश्न का माहौल है। किसानों ने आतिशबाजी की और ढोल की थाप पर थिरककर खुशी का इजहार किया। सरकार ने सिंहस्थ के लिए स्थायी निर्माण करने की योजना बनाई थी, जिसके लिए लैंड पुलिंग योजना लाई गई। इसमें 2378 हेक्टेयर भूमि पर निर्माण किया जाना था। खुशी का इजहार करते हुए संघ से जुड़े किसानों ने सिंहस्थ की भूमि से मिट्टी ली और भूमि देवी के मंदिर में अर्पित की। इसके बाद कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और बाहर ही जश्न मनाया। 8 महीने से किया जा रहा था विरोध लैंड पुलिंग योजना का पिछले 8 महीने से विरोध किया जा रहा था। इसमें भारतीय किसान संघ और किसान संघर्ष समिति के किसान शामिल थे। किसानों ने कई तरह से विरोध प्रदर्शन किया, पर इसका कोई असर नहीं पड़ा तो भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसानों ने सरकार से आर-पार की लड़ाई का मूड बना लिया था। वे कलेक्टर और कमिश्नर कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन 'घेरा डालो-डेरा डालो' आंदोलन की रुपरेखा तैयार की थी। किसान संघ ने मंगलवार (आज) बड़े आंदोलन की चेतावनी दी थी। संघ ने कहा था कि प्रदेश सरकार जब तक सिंहस्थ क्षेत्र एवं संपूर्ण प्रदेश में लैंड पुलिंग कानून को समाप्त नहीं करेगी, तब तक घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन के तहत किसान कलेक्टर कार्यालय में ही बैठे रहेंगे। वहीं खाना बनाएंगे, वहीं खाएंगे और वहीं सोएंगे। परिवार सहित आ रहे किसान राशन- पानी, बिस्तर, झंडा, डंडा सब लेकर आ रहे थे। दो घंटे चली थी बैठक किसानों के रुख को देखते हुए सीएम मोहन यादव ने सोमवार रात को भारतीय किसान संघ के पदाधिकारियों को भोपाल स्थित अपने निवास पर वार्ता के लिए बुलाया था। करीब दो घंटे किसान संघ, सीएम और अधिकारियों के बीच चले मंथन के बाद आखिरकार सीएम को योजना से पीछे हटना पड़ा और सीएम ने रात को ही लैंड पुलिंग योजना को वापस लेने की घोषणा कर दी। ऐसे हुआ घटनाक्रम मुख्यमंत्री सोमवार सुबह दिल्ली गए थे। इस दौरान सीएम डॉ. मोहन यादव किसान संघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी से मिलने दिल्ली स्थित किसान संघ के कार्यालय शक्ति भवन पहुंचे। दोनों के बीच करीब एक घंटे चर्चा चली। कुलकर्णी ने साफ कर दिया कि आंदोलन का निर्णय प्रदेश में बैठे संघ के नेता ही करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब 2 बजे संघ के पदाधिकारियों को चर्चा के लिए सीएम हाउस बुलाया गया। रात में चली चर्चा में सीएस अनुराग जैन, उज्जैन संभागायुक्त आशीष सिंह, कलेक्टर रौशन सिंह, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल, किसान संघ की ओर से महेश चौधरी, कमल सिंह आंजना, अतुल माहेश्वरी, लक्ष्मी नारायण पटेल, भरत बैस, रमेश दांगी उपस्थित रहे। यहां पर किसान संघ अपनी मांगों को लेकर अड़ा रहा। किसान संघ ने ये रखी थीं मांग- योजना वापस पर रोड बनेंगेभारतीय किसान संघ के भारत सिंह बेस ने बताया कि सरकार ने लैंड पुलिंग योजना वापस ले ली है, लेकिन रोड बनेंगे। उन्होंने बताया कि शिप्रा नदी किनारे बनने वाले 29 किमी के घाट की कनेक्टिविटी के लिए 120 हेक्टेयर भूमि पर एमआर-22 सड़क का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए किसानों का कोई विरोध नहीं है, क्योंकि 30 करोड़ श्रद्धालुओं के लिए ये सड़क जरुरी है और घाटों से इस सड़क को जोड़ा जाना है। ये थी लैंड पुलिंग स्कीम 50 प्रतिशत भूमि उज्जैन विकास प्राधिकरण लेता और बची 50% किसान या भूस्वामी के पास ही रहती। 25 प्रतिशत भूमि में रोड (सेंटर लाइटिंग, स्टॉर्म वाटर ड्रेन, सीवर एवं वाटर लाइन और अंडर ग्राउंड विद्युत लाइन) निर्माण होना था। 5 प्रतिशत भूमि पर पार्क (बच्चों के लिए झूले एवं स्लाइड्स, आम पब्लिक के लिए वॉकिंग पाथवे, ओपन जिम एवं लॉन व प्लांटेशन) विकसित किए जाने का प्लान था। 5 प्रतिशत भूमि पर आमजन की सुविधा के लिए पार्किंग, जनसुविधा केंद्र, हॉस्पिटल, स्कूल, विद्युत सब-स्टेशन आदि निर्माण होना था। प्राधिकरण 1806 किसानों की करीब 5000 सर्वे वाली किसानों की जमीन को लैंड पुलिंग कर इस पर हाईटेक कुंभ सिटी तैयारी की योजना तैयार की थी। अगर लैंड पुलिंग योजना सफल होती, तो ऐसा पहली बार होता, जब सिंहस्थ भूमि पर स्थायी सड़क बिजली के पोल और अन्य निर्माण कर सिंहस्थ की भूमि पर धार्मिक शहर को विकसित किया जाता। इतने बड़े क्षेत्र में 60 से 200 फीट तक की सड़कें बनेंगी जो इंटर कनेक्ट रहती। जिससे कुंभ में आने जाने वाले श्रद्धालुओं और समय रहते भीड़ बढ़ने पर शिफ्ट किया जा सकता था। ये खबर भी पढ़िए.. लैंड-पुलिंग एक्ट के विरोध में किसान उज्जैन में डेरा डालेंगे उज्जैन में सिंहस्थ की भूमि पर लैंड पुलिंग योजना का पिछले आठ महीनों से विरोध कर रहे भारतीय किसान संघ ने मंगलवार से बड़े आंदोलन की घोषणा की है। दावा किया जा रहा है कि एक हजार से अधिक किसान कलेक्टर कार्यालय पर डेरा डालकर प्रदर्शन करेंगे और मांगें पूरी न होने तक वहीं रुके रहेंगे। इस दौरान किसान अपने साथ राशन, पानी और ईंधन भी लेकर पहुंचेंगे। पढ़ें पूरी खबर...
यूपी के डिप्टी CM ब्रजेश पाठक 19 नवंबर को आगरा आ रहे हैं। वे सरदार बल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती पर आयोजित रन फॉर यूनिटी के तहत होने वाली पदयात्रा में शामिल होंगे। ये पदयात्रा नूरी दरवाजा स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा से शुरू होगी। नूरी दरवाजा क्षेत्र काफी ऐतिहासिक है। जिस जगह पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा है, वहां से चंद कदमों की दूरी पर स्थित एक भवन में कुछ दिन गुजारे थे। अंग्रेजी हुकूमत को चुनौती देते हुए उन्होंने असेंबली में जो बम फेंका था, उसका ट्रायल आगरा में ही हुआ था। इसके लिए वे कुछ दिन नूरी दरवाजा क्षेत्र में स्थित भवन में रहे थे। आइए पहले डिप्टी CM के कार्यक्रम के बारे में जानते हैं...यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री और आगरा दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से विधायक योगेंद्र उपाध्याय के नेतृत्व में रन फॉर यूनिटी के तहत 19 नवंबर को पदयात्रा निकाली जा रही है। यह पदयात्रा नूरी दरवाजा स्थित शहीद भगत सिंह की प्रतिमा से शुरू होगी। डिप्टी CM इस पदयात्रा में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। ये रहेगा पदयात्रा का रूटनूरी दरवाजा, हॉस्पीटल रोड, व्यास मार्केट, गुड़ की मंडी, फुलट्टी, घटिया चौराहा, विक्टोरिया इंटर कॉलेज, खटीक पाड़ा, चित्रा टॉकीज, कालीबाड़ी होते हुए नूरी दरवाजा पर लौटेगी। यहीं पर इसका समापन होगा। डिप्टी CM का मिनट-टू-मिनट प्रोग्राम अब जानते हैं नूरी दरवाजा का इतिहासइतिहासकार राजकुमार राजे के अनुसार, नवंबर, 1928 में ब्रिटिश पुलिस ऑफिसर सांडर्स को मारने के बाद भगत सिंह अज्ञातवास के लिए आगरा आए थे। भगत सिंह ने नूरी दरवाजा स्थित मकान नंबर 1784 को लाला छन्नो मल को ढाई रुपए एडवांस देकर 5 रुपए महीने पर किराए पर लिया था। यहां वे छात्र बनकर रह रहे थे, ताकि किसी को शक न हो। उन्होंने आगरा कॉलेज में बीए में एडमिशन भी ले लिया था। घर में बम फैक्ट्री लगाई गई, जिसकी टेस्टिंग नालबंद नाला और नूरी दरवाजा के पीछे जंगल में होती थी। इसी मकान में बम बनाकर भगत सिंह ने असेम्बली में विस्फोट किया था। जुलाई, 1930 की 28 और 29 तारीख को सांडर्स मर्डर केस में लाहौर में आगरा के दर्जन भर लोगों ने इसकी गवाही भी दी थी। सांडर्स मर्डर केस में गवाही के दौरान छन्नो ने ये बात स्वीकारी थी कि उन्होंने भगत सिंह को कमरा दिया था।
लखनऊ के चारबाग स्टेशन में ट्रेन से गिरकर एक मजदूर की मौत हो गई। उसकी पहचान महराजगंज निवासी अब्दुल (36) के रूप में हुई है। वह कोयंबटूर से मजदूरी करके वापस अपने गांव जा रहा था। चारबाग स्टेशन पर नींद आने से वह पटरी पर गिर गया और ट्रेन की चपेट में आ आया। परिजनों ने बताया कि उसने वापस आने के लिए पैसे भी मंगवाए थे। पुलिस को शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। अब्दुल चार महीने पहले कोयंबटूर गए थे। परिजन के अनुसार, अब्दुल ने कुछ समय पहले पैसों के लिए फोन किया था। जिसके बाद उसके खाते कर 1000 रुपए भेजे गए थे। वह उन्हीं पैसों से टिकट करवाकर वापस लौट रहा था। चाचा अख्तर हुसैन ने बताया कि चारबाग स्टेशन से पुलिसवालों का फोन आया। उन्होंने बताया कि अब्दुल ट्रेन की चपेट में आ गया है। गंभीर चोट आने से इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद हम लोग लखनऊ पहुंचे हैं। अब्दुल 4 बहनों में सबसे बड़े थे। उनके पीछे 8 और 5 साल के दो बेटे रह गए हैं। जीआरपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
कुरुद में 100 बिस्तर का नया सिविल अस्पताल:स्वास्थ्य मंत्री ने किया भूमि पूजन, 17 करोड़ से अधिक लागत
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के कुरुद में 100 बिस्तर वाले नवीन सिविल अस्पताल का भूमि पूजन किया गया है। यह अस्पताल 17 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से पांच मंजिला भवन के रूप में निर्मित होगा। लोक स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस परियोजना का शिलान्यास किया। यह भूमि पूजन एवं शिलान्यास कार्यक्रम कुरुद के विकासखंड मुख्यालय स्थित स्वामी विवेकानंद स्टेडियम में आयोजित किया गया। इस अत्याधुनिक अस्पताल भवन के निर्माण से क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद है। कुरुद अस्पताल को 100 बिस्तरों वाला बनाने की घोषणा स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने इस अवसर पर कहा कि कुरुद में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की लंबे समय से आवश्यकता थी। उन्होंने बताया कि पहले यहां 50 बिस्तर वाले सिविल अस्पताल में केवल 30 बिस्तर ही उपलब्ध थे, जिसे अब 100 बिस्तरों तक उन्नत किया जा रहा है। मंत्री ने यह भी घोषणा की कि कुरुद में एक नर्सिंग कॉलेज को भी स्वीकृति मिल गई है, जो आगामी शिक्षा सत्र से शुरू हो जाएगा। उन्होंने मंच से यह भी कहा कि आने वाले समय में कुरुद स्वास्थ्य का एक बड़ा केंद्र बनेगा और एक मेडिकल कॉलेज खोलने की भी बात कही। इस परियोजना से क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है।
नीमच जिले की जावद तहसील की मोडी ग्राम पंचायत से वर्ष 1995 से 2012 के बीच के 17 साल के शासकीय रिकॉर्ड गायब होने के मामले में उपसरपंच कारूलाल राठौर ने मंगलवार दोपहर कलेक्टर कार्यालय में अनूठा प्रदर्शन किया। उन्होंने जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर के समक्ष एक शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया। उपसरपंच राठौर ने अपने आवेदन के साथ एक तख्ती भी लगाई थी, जिस पर लिखा था: चश्मा उतारो साहब, पंचायत की संवैधानिक व्यवस्थाओं में हुआ भ्रष्टाचार दिखेगा। इस तख्ती पर उन्होंने एक चश्मा भी लगाया था, जो उनके विरोध प्रदर्शन का अनूठा तरीका था। उपसरपंच राठौर ने अपने आवेदन में बताया कि मोडी ग्राम पंचायत से 17 साल के समस्त सार्वजनिक अभिलेख/रिकॉर्ड गायब हैं। उन्होंने कहा कि तब से लेकर आज तक जनपद पंचायत कार्यालय जावद या ग्राम पंचायत में इस संबंध में कोई उचित रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रतिवर्ष होने वाली स्टॉक सामग्री और दस्तावेज़ों की ऑडिट और जांचों का क्या महत्व रह गया है, और क्या जांचकर्ता अधिकारियों के संरक्षण के कारण शासकीय दस्तावेज़ गायब किए गए हैं। उपसरपंच राठौर 2020 से ही सार्वजनिक अभिलेख गायब होने की शिकायत प्रमाणित साक्ष्यों के साथ कर रहे हैं। इस बात का सत्यापन सीएम हेल्पलाइन रैंक क्रमांक 33519422 पर दर्ज जांच प्रतिवेदन से होता है। उनके अनुसार, इस शिकायत को 50 से अधिक बार अपडेट करने के बावजूद आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उपसरपंच का आरोप है कि भूखंड आवंटन, राजस्व पंजी और संपत्ति रिकॉर्ड जैसे महत्वपूर्ण अभिलेखों के अभाव में ग्राम संस्था अपनी स्वामित्व भूमि को भूमाफियाओं से बचाने में असमर्थ रही है। उन्होंने बताया कि 2022 में दस्तावेज़ों की कमी के कारण एक भूखंड विवाद हिंसक हो गया था, जिससे जानमाल की घटना भी हुई थी। उपसरपंच राठौर ने कलेक्टर से इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेने, संपूर्ण अभिलेखों की उचित जांच करवाने और दोषी कर्मचारियों/अधिकारियों पर दंडात्मक कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश जारी करने की मांग की है।
पलवल जिले के दो युवकों को विदेश में नौकरी का झांसा देकर म्यांमार ले जाकर साइबर ठगी कराने का मामला सामने आया है। इन युवकों को एक चीनी साइबर फ्रॉड कंपनी में बंधक बनाकर जबरन ठगी करवाई गई। चार माह तक बंधक रहने के बाद, वे किसी तरह म्यांमार से भागकर थाईलैंड पहुंचे, जहां भारतीय दूतावास की मदद से उन्हें वापस घर लौटाया गया। साइबर थाना पलवल पुलिस ने दोनों युवकों की शिकायत पर जम्मू-कश्मीर निवासी एक युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी ने अपने को HR बताया साइबर क्राइम थाना प्रभारी नवीन कुमार के अनुसार, भिंडौली गांव निवासी आकाश और सहनौली गांव निवासी अरविंद ने अपनी शिकायत में बताया कि जून और जुलाई माह में उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर नौकरी के एक विज्ञापन के माध्यम से जम्मू-कश्मीर निवासी रफाक उर्फ राही से व्हाट्सएप पर संपर्क किया था। रफाक ने खुद को म्यांमार की एक कंपनी में एचआर बताया और बैंकॉक या म्यांमार में 80 हजार रुपए प्रति माह की नौकरी का लालच दिया। आरोपी के कहने पर म्यांमार पहुंचे आरोपी के कहने पर दोनों युवक यांगून इंटरनेशनल एयरपोर्ट, म्यांमार पहुंचे। वहां उन्हें एक टैक्सी चालक मिला, जिसने उन्हें दो दिन तक एक होटल में रखा। इसके बाद कुछ विदेशी आए और उन्हें एक गाड़ी में बैठाकर ले गए। कई घंटे पहाड़ी रास्ते से चलने के बाद वे एक नदी पर पहुंचे। युवकों को कुछ गड़बड़ लगी और उन्होंने चालक से वापस एयरपोर्ट छोड़ने को कहा। इस पर आरोपियों ने हथियार निकाल लिए और उन्हें जबरदस्ती एक नाव में बैठाकर नदी पार कराई। दोनों को जबरन केके पार्क नामक एक जगह पर ले जाया गया। मेडिकल जांच के बाद, उन्हें एक कंपनी में भेजा गया, जहां सभी कर्मचारी भारतीय थे और उनका नियंत्रण चीनी नागरिकों के हाथ में था। चीना लोगों ने ट्रेनिंग दी शिकायत में कहा है कि वहां मौजूद चीनी लोगों ने उन्हें साइबर ठगी से संबंधित काम की ट्रेनिंग देनी शुरू कर दी। उन्हें फेसबुक पर लड़की के नाम से फेसबुक आईडी बनाकर अमेरिका में रह रहे भारतीय लोगों से दोस्ती करने को कहा गया। यदि कोई व्यक्ति अमीर पाया जाता, तो उसका फोन नंबर उनके चीनी लीडर को दिया जाता था। पीड़ित आकाश ने बताया कि चीनी बॉस ने उनके फोन का व्हाट्सएप अपने पास चलाया हुआ था। उन्हें धमकाया गया कि यदि वे किसी को भी कंपनी या लोकेशन के बारे में बताएंगे या कोई फोटो खीचेंगे, तो उन्हें आर्मी के हवाले कर दिया जाएगा और वे कभी भारत नहीं जा पाएंगे। उन्हें यह काम एक महीने तक करने के लिए मजबूर किया गया। आर्मी की छापेमारी के बाद वहां से भागे पीड़ित ने बताया कि 22 अक्टूबर 2025 को चार-पांच चीनी लड़कों ने मिलकर एक चीनी लड़की का कथित तौर पर रेप कर दिया। इस घटना के कारण वहां आर्मी की छापेमारी हुई और सभी चीनी लोग कंपनी छोड़कर भाग गए। मौके का फायदा उठाकर सभी बंधक वहां से भाग निकले और नदी पार कर थाईलैंड पहुंचे। वहां भारतीय दूतावास के कैंप में उन्हें शरण मिली। उन्हें अवैध सीमा पार करने के लिए जुर्माना भरने के बाद 10 नवंबर को सुरक्षित भारत वापस भेज दिया गया। इसके बाद वह अपने घर लौटे और अपनी शिकायत पुलिस में दी।
अररिया में मोबाइल पर लूडो खेलना दो दोस्तों के लिए हिंसक विवाद का कारण बन गया। बैरगाछी थाना क्षेत्र में 100 रुपए के दांव पर लूडो हारने से नाराज एक युवक ने अपने साथी को चाकू मार दिया। गंभीर रूप से घायल युवक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर लेकिन गंभीर बनी हुई है। घायल की पहचान अररिया बस्ती वार्ड संख्या-7 निवासी कुंदन बहारदार (25) के रूप में हुई है। कुंदन के मझले भाई चंदन बहारदार ने बताया कि उनका भाई और बैरगाछी का एखलाख मोबाइल पर लूडो खेल रहे थे। दोनों ने 100 रुपए का दांव लगाया था। 100 रुपए को लेकर दोनों में बहस चंदन के अनुसार लूडो में कुंदन जीत गया, जबकि एखलाख हार गया। जब कुंदन ने जीते हुए पैसे मांगे, तो एखलाख ने देने से इनकार कर दिया। इस बात पर दोनों के बीच बहस शुरू हो गई, जो जल्द ही हाथापाई में बदल गई। हाथापाई के दौरान एखलाख ने अपनी जेब से चाकू निकाला और कुंदन की पीठ व कमर के दाहिनी ओर कई वार किए। खून से लथपथ कुंदन को तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि कुंदन को चाकू के दो वार लगे हैं, जिनमें से एक गहरा है। प्राथमिक उपचार के बाद उसे सामान्य वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। घायल के भाई चंदन के लिखित आवेदन पर आरोपी एखलाख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। जुआ-सट्टे की लत बढ़ने से हादसा इस घटना से स्थानीय लोग हैरान हैं कि महज 100 रुपए और ऑनलाइन लूडो के लिए कोई व्यक्ति इतनी हिंसक वारदात को अंजाम दे सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में जुआ और सट्टे की लत बढ़ रही है, जिसके कारण ऐसी घटनाएं हो रही हैं। पुलिस अब आरोपी एखलाख की गिरफ्तारी के साथ-साथ यह भी जांच कर रही है कि क्या दोनों के बीच पहले से कोई पुरानी रंजिश थी या यह केवल लूडो हारने का तात्कालिक गुस्सा था।
जयपुर में दिनदहाड़े एक युवक से जहरखुरानी कर लूट का मामला सामने आया है। बातों में उलझाकर नशीला बिस्किट खिलाकर बदमाश ने वारदात को अंजाम दिया। पेंट की जेब में रखे 51 हजार रुपए और मोबाइल निकालकर फरार हो गया। ट्रांसपोर्ट नगर थाने में पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। ASI कैलाश चन्द ने बताया- मध्यप्रदेश के भिण्ड के रहने वाले राहुल कुमार वर्मा (22) ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। शिकायत में बताया- शनिवार शाम करीब 4 बजे वह जयपुर से ग्वालियर जाने के लिए रोटरी सर्किल पर बस का इंतजार कर रहा था। इस दौरान करीब 40 साल का व्यक्ति आकर उसके पास बातचीत करने लगा। मीठी-मीठी बातें कर उसे आने-जाने के बारे में पूछने लगा। कुछ देर बाद बातों में लेकर बिस्कुट खिला दिया। बिस्कुट में जहर मिला होने के कारण वह खाते ही बेहोश हो गया। बेहोश होने के बाद उसकी पेंट की जेब में रखे 51 हजार रुपए व मोबाइल निकालकर फरार हो गया। लोगों ने बेहोशी की हालत में पड़े मिलने पर हॉस्पिटल में इलाज के लिए एडमिट करवाया। रविवार दोपहर करीब 2 बजे होश आने पर जहरखुरानी की वारदात का पता चला। ट्रांसपोर्ट नगर थाने में पीड़ित ने अनजान बदमाश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस घटनास्थल के आस-पास लगे CCTV फुटेज को खंगालने के साथ जहरखुरानी कर लूट करने वाले बदमाश की तलाश कर रही है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से संचालित वर्ष 2026 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के लिए कार्यक्रम जारी हो चुका है। इस बीच जनपद अयोध्या में परीक्षा केंद्रों के निर्धारण को लेकर कवायद शुरू हो गयी है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय कमेटी द्वारा ही परीक्षा केन्द्रों का निर्धारण किया जाता है। इस बार जनपद में किस विद्यालय को परीक्षा केन्द्र बनाया जाएगा, यह कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद जिला स्तरीय समिति करेगी। फिलहाल जनपद में सभी 445 माध्यमिक विद्यालयों के सत्यापन की प्रक्रिया चल रही है। अयोध्या में 30 राजकीय, 50 अशासकीय सहायता प्राप्त और शेष सभी वित्तविहीन मान्यता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन सभी विद्यालयों की जांच हो रही है। उपजिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिले की पांचों तहसीलों में कमेटी बनाई गयी है। इस कमेटी द्वारा मंगलवार तक अपनी जांच आख्या प्रस्तुत की जानी है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही उसे यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा। इसके बाद बोर्ड द्वारा परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। विगत वर्ष 2025 की परीक्षा में जनपद में कुल 77 हजार 582 छात्र-छात्राएं परीक्षा में पंजीकृत हुए थे। पिछले साल जनपद के 109 केंद्रों पर परीक्षा करायी गयी थी। इस बार जिले में 2026 की परीक्षा के लिए कुल 79 हजार 206 परीक्षार्थी ही पंजीकृत हुए हैं। ऐसे में इस वर्ष 110 से 112 परीक्षा ही बनाये जाने की संभावना है। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ.पवन कुमार तिवारी का कहना है कि कमेटी की जांच आख्या प्राप्त होने के बाद ही परीक्षा केन्द्रों की संख्या के बारे में बताया जा सकता है।
दिल्ली में हाल ही में हुए धमाके से जुड़े एक संवेदनशील मामले में गिरफ्तार किए गए डॉ. फारूक को चार दिन की लंबी पूछताछ के बाद पुलिस ने रिहा कर दिया है। उन्हें दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था। दिल्ली धमाके के बाद जांच एजेंसियों ने कई संभावित संदिग्धों और संपर्क में रहे व्यक्तियों की पड़ताल तेज की थी। इसी क्रम में दिल्ली पुलिस की एक टीम ने डॉ. फारूक को जीएस मेडिकल कॉलेज से हिरासत में लिया था, जहां वे असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। उन्हें दिल्ली लाकर विस्तृत पूछताछ की गई। सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह सूचना मिली थी कि डॉ. फारूक किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में थे, जिसकी गतिविधियां जांच एजेंसियों की निगरानी में थीं। इसी आधार पर पुलिस ने उनसे कई पहलुओं पर जानकारी हासिल की। अधिकारियों ने कॉलेज में उनके कार्यस्थल और निजी सर्कल से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की। 4 दिन चली जांच चार दिनों तक चली जांच के दौरान पुलिस ने डॉ. फारूक से धमाके से पहले और बाद की गतिविधियों, कॉल डिटेल, संपर्कों और यात्रा से जुड़ी सूचनाओं पर सवाल किए। हालांकि, जांच में अब तक किसी ठोस आपराधिक प्रमाण के न मिलने पर दिल्ली पुलिस ने उन्हें रिहा कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ के दौरान डॉक्टर ने सभी सवालों के जवाब सहयोगात्मक तरीके से दिए और किसी प्रत्यक्ष संलिप्तता के सबूत सामने नहीं आ सके। GS मेडिकल कॉलेज के उपनिदेशक मनोज सिसोदिया ने बताया कि प्रोफेसर को छोड़ दिया गया है। उन पर लगाए आरोप जांच पड़ताल में निराधार मिले।
मिर्जापुर के युवा अधिवक्ता अमित जायसवाल ने उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के पंचवर्षीय चुनाव में सदस्य पद के लिए प्रयागराज में अपना नामांकन दाखिल किया है। यह चुनाव राज्य के अधिवक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि बार काउंसिल की नीतियां उनके कल्याण, सुविधाओं, अनुशासन और संरक्षण से सीधे संबंधित होती हैं। प्रदेश के लगभग ढाई लाख अधिवक्ता इस चुनाव में मतदान करेंगे। मतदान प्रक्रिया चार चरणों में 16 जनवरी से 31 जनवरी तक चलेगी, जिसके बाद अंतिम परिणाम घोषित किया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, पिछले कई दशकों में जिले के डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन से कोई भी उम्मीदवार बार काउंसिल में स्थान नहीं बना पाया है। ऐसे में इस बार अधिवक्ताओं को अमित जायसवाल से बड़ी उम्मीदें हैं। जिला मुख्यालय और तहसीलों से कुल 3500 से अधिक मतदाता इस चुनाव में भाग लेंगे, जो परिणामों को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। नामांकन के बाद अधिवक्ता अमित जायसवाल ने प्रदेश भर के अधिवक्ताओं से प्रथम वरीयता मत देने की अपील की। उन्होंने कहा कि जीत के बाद वे अधिवक्ताओं के हितों और सुविधाओं से जुड़ी मूलभूत समस्याओं के समाधान को प्राथमिकता देंगे। जायसवाल ने यह भी कहा कि अधिवक्ता समुदाय न्याय व्यवस्था की रीढ़ है। इसलिए उनके कल्याण और सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं को लागू कराना उनका प्रमुख लक्ष्य होगा। नामांकन के दौरान हाईकोर्ट के अधिवक्ता शशि शंकर त्रिपाठी, अनिल सिंह, कृष्ण कुमार मौर्य, सोना सिंह, बीनू सिंह और प्रतिभा जायसवाल सहित कई अन्य प्रमुख लोग मौजूद रहे।
निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर में मंगलवार सुबह खाद की किल्लत को लेकर किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। रबी सीजन की तैयारी के बीच खाद न मिलने से परेशान किसानों ने कृषि उपज मंडी के सामने सड़क पर चक्काजाम कर दिया। अचानक हुए इस प्रदर्शन से मंडी परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। किसान बोले- मशक्कत के बावजूद खाली हाथ लौटना मजबूरी सुबह करीब 10 बजे बड़ी संख्या में किसान सड़क पर बैठ गए। किसानों का कहना है कि वे कई दिनों से सुबह 5 बजे लाइन में लगते हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रहा। लगातार मशक्कत के बावजूद किसान खाली हाथ लौटने को मजबूर हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने आरोप लगाया कि खाद वितरण केंद्रों पर भीड़ तो है, लेकिन स्टॉक की उपलब्धता को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी जाती। एक किसान ने कहा, “सरकार कहती है कि खाद की कमी नहीं है, लेकिन यहां किसानों को एक बोरी भी नहीं मिल रही। खेत तैयार हैं, फसल बोनी का समय है, ऐसे में हम क्या करें?” प्रशासनिक अधिकारी दे रहे समझाइश चक्काजाम के कारण मंडी क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही पूरी तरह रुक गई। इससे बाजार की गतिविधियां प्रभावित हुईं और स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं किसानों ने बताया कि जब तक खाद उपलब्ध नहीं करवाई जाती, जाम हटाया नहीं जाएगा। सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और किसानों से चर्चा की। किसानों ने कहा कि यदि समस्या का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो वे आंदोलन को और उग्र करेंगे।
काशी तमिल संगमम (KTS-4) की तैयारियां वाराणसी में शुरू हो चुकी है। आयोजन पूर्व घाट वॉक का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम शाम 4 बजे अस्सी घाट से आरम्भ होकर दशाश्वमेध घाट तक गया और पुनः अस्सी घाट पर आकर समाप्त हुआ। आयोजकों ने बताया घाटों की इस सांस्कृतिक परिक्रमा का उद्देश्य आम जनमानस को काशी तमिल संगमम के महत्व और इसकी भावी गतिविधियों से अवगत कराना था। कठघोड़वा नृत्य की हुई प्रस्तुति घाट वॉक का आरम्भ लोक संस्कृति की सुगन्ध बिखेरती कठघोड़वा नृत्य प्रस्तुति से हुआ, जिसने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गठित KTS-4 आयोजन समिति के सदस्य आनंद श्रीवास्तव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। आनंद श्रीवास्तव ने काशी तमिल संगमम के उद्देश्य और उसके ऐतिहासिक-सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि यह महाआयोजन काशी और तमिलनाडु के बीच सदियों पुराने आध्यात्मिक, सांस्कृतिक तथा ज्ञान परंपरा के संबंधों को पुनर्जीवित और सुदृढ़ करने का माध्यम है। उनके अनुसार, तमिल और संस्कृत विश्व की प्राचीनतम भाषाओं में से हैं और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार दोनों ही भगवान शिव के डमरू से उत्पन्न हुई मानी जाती हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन उत्तर और दक्षिण भारत के बीच सांस्कृतिक सेतु का कार्य करेगा। 14 दिन में 1500 प्रतिभागी आयेंगे तमिलनाडु से काशी उन्होंने कहा काशी तमिल संगमम एक वार्षिक आयोजन के रूप में देश की एकता-समरसता की भावना को नया आयाम देता है। इस वर्ष लगभग 1500 प्रतिभागी सात अलग-अलग समूहों में वाराणसी पहुंचेंगे। इसके अतिरिक्त लगभग 50 तमिल भाषा के शिक्षक भी संगमम के दौरान वाराणसी आएंगे, जो शहर के विभिन्न विद्यालयों और महाविद्यालयों में तमिल भाषा का शिक्षण प्रदान करेंगे। यह पहल दोनों भाषाओं और संस्कृतियों के बीच शैक्षणिक आदान-प्रदान को सुदृढ़ करेगी। प्रत्येक समूह दो दिनों तक वाराणसी में प्रवास करेगा और यहां के घाटों, मंदिरों तथा सांस्कृतिक स्थलों का भ्रमण करेगा। इसके बाद प्रतिभागी क्रमशः प्रयागराज और अयोध्या के लिए रवाना होंगे, जहाँ उनके लिए भी विभिन्न सांस्कृतिक और आध्यात्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बीएचयू को मिली है जिम्मेदारी काशी तमिल संगमम-4 के संचालन और समन्वयन की जिम्मेदारी भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास और काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) संयुक्त रूप से निभाएंगे। इनके साथ अनेक केंद्रीय मंत्रालयों और उत्तर प्रदेश सरकार का सहयोग भी सुनिश्चित किया गया है।
सहरसा के डुमरैल में एक निजी चालक को मोहल्ले के तीन युवकों ने बेरहमी से पीटा, जिससे उसका सिर फट गया। घायल चालक को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है। घायल की पहचान सहरसा नगर निगम के वार्ड नंबर 21 डुमरैल निवासी 40 वर्षीय देवनारायण ठाकुर के रूप में हुई है। देवनारायण पेट्रोलियम विभाग के सेल्स ऑफिसर के निजी चालक के तौर पर कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि मोहल्ले के सिकंदर यादव, विशाल यादव और पपलेश यादव ने उन्हें मारपीट कर घायल किया। देवनारायण ठाकुर के अनुसार, उनका बेटा घर के सामने बदमाशी कर रहा था, जिस पर उन्होंने उसे डांटा। इसी दौरान सड़क किनारे खड़े तीनों युवकों ने उन्हें ईंट और लात-घूंसों से पीटना शुरू कर दिया। देवनारायण का आरोप है कि बीते विधानसभा चुनाव में वोटिंग को लेकर इन युवकों से उनकी कहासुनी हुई थी, और संभवतः उसी वजह से उन्होंने यह हमला किया। सहरसा सदर थाना अध्यक्ष सुबोध कुमार ने बताया कि पीड़ित द्वारा आवेदन दिए जाने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
पलवल में सड़क हादसे में युवक की मौत:अज्ञात वाहन ने बाइक में मारी टक्कर, ड्यूटी के लिए घर से निकला था
पलवल जिले में नेशनल हाईवे-19 पर दिल्ली गेट चौक के पास फ्लाईओवर पर एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। उसे एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने टक्कर मार दी थी। दुर्घटना के बाद आरोपी वाहन चालक मौके से फरार हो गया। मृतक की पहचान कलवाका गांव का निवासी मोहित (23) के रूप में हुई है। वह पृथला स्थित एक निजी कंपनी में कार्यरत था। वह रोज की तरह सुबह अपनी बाइक से ड्यूटी जाने के लिए निकला था। सुबह करीब नौ बजे जब वह दिल्ली गेट चौक के फ्लाईओवर से गुजर रहा था, तभी यह हादसा हुआ। अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज टक्कर इतनी भीषण थी कि मोहित गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर गिर पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलते ही कैंप थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवाया। मृतक के भाई मोनू की शिकायत पर अज्ञात वाहन ड्राइवर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच में जुटी पुलिस कैंप थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल ने बताया कि पुलिस जांच अधिकारी एएसआई मनोज कुमार मामले की जांच कर रहे हैं। अज्ञात वाहन और उसके ड्राइवर की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।
समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के आलमपुर कोदरिया गांव में खेत के रास्ते ट्रैक्टर ले जाने को लेकर विवाद हुआ। इसमें दो गुटों के बीच मारपीट हुई। मारपीट की इस घटना में एक किसान की मौत हो गई। जबकि, एक ही परिवार के चार अन्य लोग भी जख्मी हो गए। आरोप है कि खंती और कुदाल से वार कर किसान की हत्या की गई है। मृतक की पहचान आलमपुर कोदरिया गांव के बृजनंदन सिंह के रूप में की गई है। जबकि, उनकी मां राजकुमारी देवी के अलावा उनके बेटा राजीव कुमार और बेटी प्रियंका भी जख्मी है जिसका उपचार चल रहा है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस से शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा है। घटना के संबंध में मृतक की मां राजकुमारी देवी का बताना है कि उनका बेटा टोटो के साथ ही ट्रैक्टर भी चलता है। गांव के ही एक व्यक्ति अपना खेत जोतने के लिए इन्हें बुलाकर ले गए। उनके घर के पीछे सुरेंद्र सिंह की जमीन है, जिसमें उसने ढढ्ढी (बांस का घेरा) लगा रखा है। महिलाओं के बीच हुई कहासुनी ग्रामीण की ओर से उस ढढ्ढी (बांस के घेरे) को हटाकर ट्रैक्टर ले जाया गया। खेत जोतने के बाद बृजनंदन टोटो लेकर कमाने के लिए चले गए। सोमवार शाम वो वापस लौटे। इससे पहले महिलाओं के बीच कहासुनी हो रही थी। बृजनंदन जैसे ही टोटो लगाकर नीचे उतरे, सुरेंद्र के अलावा भोला महतो अजीत कुमार ,अभिषेक उन्हें जबरन खींच कर अपने दरवाजे की ओर ले गए। जहां लाठी डंडे के साथ ही खंती और कुदाल से उन पर ताबड़तोड़ वार किया। उनके चीखने चिल्लाने पर उनके अलावा उनके बेटा राजीव कुमार बेटी प्रियंका और पत्नी बचाने पहुंची, तो उसके साथ भी मारपीट की गई। हल्ला होने पर जब ग्रामीणों की भीड़ जुटी तो बीच बचाव कर उन्हें तत्काल विभूतिपुर सीएचसी लाया गया । जहां उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए परिवार के सभी लोगों को सदर अस्पताल रेफर किया गया। सदर अस्पताल में भी बृजनंदन की गंभीर स्थिति को देखते हुए रात पीएमसीएच पटना रेफर कर दिया। परिवार के लोग उन्हें लेकर पटना जा रहे थे, इसी दौरान रास्ते में उनकी मौत हो गई । उनके शव को लेकर परिवार के लोग वापस विभूतिपुर पहुंच गए । घटना की जानकारी विभूतिपुर थाने की पुलिस को दी। मौके पर पहुंची विभूतिपुर थाने की पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। रोसरा के डीएसपी संजय सिन्हा ने कहा कि मारपीट के दौरान मौत हुई है। शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। इस मामले में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। घटना के पीछे जमीन विवाद की विवाद सामने आ रही है।
गोरखपुर में BRD मेडिकल कालेज के आंकोलाजी विभाग में कैंसर के इलाज में आधुनिक बदलाव होने जा रहा है। प्रशासन ने लीनियर एक्सलेरेटर (LINAC) मशीन लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। नई मशीन के आने से मरीजों को रेडिएशन के अनावश्यक दुष्प्रभावों से राहत मिलेगी और इलाज की गुणवत्ता में सुधार होगा। दरअसल, वर्तमान में लगी मशीन ट्यूमर के साथ-साथ आसपास की सामान्य कोशिकाओं को प्रभावित करती है। इससे मरीजों को त्वचा में जलन, कमजोरी, भूख न लगना और अन्य जटिल दुष्प्रभावों का सामना करना पड़ता था। लीनियर एक्सलेरेटर की विशेषताएं नई मशीन केवल ट्यूमर पर केंद्रित होकर रेडिएशन देती है और अत्याधुनिक तकनीकों का समर्थन करती है। यह हर प्रकार और चरण के कैंसर का सटीक, नियंत्रित और टारगेटेड इलाज सुनिश्चित करती है। मुंह-गला, स्तन, फेफड़े और प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों के लिए यह बेहद लाभकारी होगी। मशीन लगाने के लिए कंक्रीट शील्डिंग, विशेष विद्युत आपूर्ति और रेडिएशन सुरक्षा उपकरणों की तैयारियां चल रही हैं। विभाग के कमरे और सुरक्षा मानकों को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। मरीजों के लिए लाभ लीनियर एक्सलेरेटर सुविधा शुरू होने के बाद पूर्वांचल, बिहार और नेपाल के मरीजों को फायदा मिलेगा। कमजोर आय वर्ग के रोगियों के लिए यह मशीन वरदान साबित होगी। नई मशीन लगने के बाद विभाग की उपचार क्षमता में भी वृद्धि होगी। BRD मेडिकल कालेज के एसोसिएट प्रोफेसर डा. मामून खान ने बताया कि यह मशीन कैंसर उपचार में सटीकता और सुरक्षा दोनों बढ़ाएगी, जिससे मरीजों की जीवन गुणवत्ता बेहतर होगी।
मंगलवार को जमीन के मामले में सुनवाई न होने पर महिला ने बच्चों के साथ DM ऑफिस के बाहर हंगामा किया। महिला का आरोप है कि उसके परिवार के और गांव के लोग उसके खेत नहीं करने दे रहे। जिसको लेकर वह 8 महीने से अधिकारियों के चक्कर लगा रही है लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही। पीड़िता के हंगामे को देख पुलिस वहां पहुंच गई और उसे समझा बुझाकर शांत किया। बच्चों के साथ पहुंची महिला मथुरा के धौरेरा अहिल्यागंज की रहने वाली राजकुमारी मंगलवार को अपने 2 बच्चों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंची। जहां उसने हंगामा किया और अपने साथ लाए ज्वलनशील पदार्थ को अपने ऊपर डालने का प्रयास करने लगी। महिला वहां रोने बिलखने लगी और कहने लगी उसके साथ अन्याय हो रहा है। पुलिस कर्मियों ने समझाया महिला के द्वारा हंगामा करते देख वहां मौजूद पुलिस कर्मियों के हड़कंप मच गया। पुलिस कर्मी राजकुमारी को समझाने बुझाने में जुट गए। पुलिस कर्मियों ने उसके पास मौजूद ज्वलनशील पदार्थ को उससे छीन लिया। पुलिस कर्मियों ने आक्रोशित महिला को समझाया और किसी तरह उसके आक्रोश को शांत किया। पुलिस कर्मियों ने उसे कार्यवाही के लिए आश्वस्त किया। महिला ने कहा उसके साथ हो रहा अन्याय जिलाधिकारी के ऑफिस पहुंची राजकुमारी ने कहा उसके खेत को परिजन और गांव के लोग उसे नहीं करने दे रहे। वह पिछले 8 महीने से पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से गुहार लगा रही है। लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। राजकुमारी ने कहा उसके साथ अन्याय हो रहा है। कभी अधिकारी नहीं मिलते कभी उसको आश्वासन दे दिया जाता है।
जमुई में युवक की बेरहमी से पिटाई:गांववालों ने लाठी-डंडे से पीटा, अस्पताल में चल रहा इलाज
जमुई के बरहट थाना क्षेत्र के कोल्हुआ केवाल गांव में सोमवार की देर रात मामूली बात को लेकर दो पक्षों में कहासुनी हो गई। गांव के ही कुछ लोगों ने मिलकर सत्यनारायण दास के बेटे जुगेश दास की बेरहमी से पिटाई कर दी। घायल जुगेश को गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल जमुई में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है। परिजनों के मुताबिक, जुगेश घर के पास किसी काम से गए थे और लौटते समय रास्ते में उनकी मुलाकात दिव्यांग टुनटुन रविदास से हुई। स्पर्श को लेकर मचा हंगामा परिजनों का दावा है कि मामूली स्पर्श की बात को लेकर दिव्यांग टुनटुन ने झूठा हल्ला मचाया, जिसके बाद कई लोग लाठी-डंडे लेकर पहुंच गए। नामजद लोगों ने किया हमला सूरज कुमार दास, पप्पू दास, अजय दास, कृष्ण दास, राजेंद्र प्रसाद सहित कई लोगों पर जुगेश की पिटाई का आरोप है। गांव में तनाव, पुलिस जांच में जुटी सूचना मिलने पर बरहट पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया है। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
भिंड जिला अस्पताल में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। मंगलवार को अटेर के मोरा गांव की एक प्रसूता को लेबर रूम में भर्ती करने में देरी हुई, जिसके चलते उसने अस्पताल परिसर में ही खुले में बच्चे को जन्म दिया। प्रसव पीड़ा बढ़ने पर उसे समय पर चिकित्सकीय सहायता नहीं मिल सकी। मौके पर मौजूद एक महिला समाजसेवी ने अन्य महिलाओं की मदद से पर्दा कर प्रसव कराया। बाद में जच्चा-बच्चा को वार्ड में शिफ्ट किया गया। मोरा गांव की प्रसूता प्रियंका (पति धर्मेंद्र सिंह भदौरिया) को परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। परिजनों का आरोप है कि लेबर रूम के स्टाफ ने समय रहते उसे अंदर भर्ती नहीं किया। इसी दौरान प्रसूता की पीड़ा अचानक तेज हुई और वह वहीं खुले स्थान पर लेट गई। कुछ ही पलों में प्रसव की प्रक्रिया शुरू हो गई। समाजसेवी महिला ने साड़ी का पर्दा कर कराई डिलीवरीइस दौरान मौके पर मौजूद महिला समाजसेविका रानी जैन ने हालात को संभालने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि प्रसूता को खुले में दर्द से तड़पता देख उन्होंने नर्सिंग ऑफिसर को कॉल किया, लेकिन स्टाफ के पहुंचने तक प्रसव शुरू हो चुका था। रानी जैन और अन्य महिलाओं ने मिलकर प्रसूता के चारों ओर पर्दा बनाकर उसे सहारा दिया और पूरी प्रक्रिया पूरी कराई। स्टाफ बाद में पहुंचा, जच्चा-बच्चा को वार्ड में भेजाघटना के दौरान कई लोग आसपास खड़े तमाशबीन बने रहे, लेकिन सहायता के लिए सामने नहीं आए। प्रसव होने के कुछ देर बाद लेबर रूम की महिला कर्मचारी मौके पर पहुंचीं। इसके बाद प्रसूता और नवजात को वार्ड में शिफ्ट कराया गया। RMO बोले- स्टाफ समय पर पहुंचा था, अचानक बनी स्थितिप्रसूता के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि समय पर स्टाफ पहुंचता तो खुले में प्रसव नहीं होता। समाजसेविका रानी जैन ने भी इसे अस्पताल की गंभीर चूक करार दिया। उधर, जिला अस्पताल के RMO आर.एस. कुशवाह ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि लेबर रूम का स्टाफ समय पर पहुंचा था और स्थिति अचानक बनने की वजह से बाहरी क्षेत्र में प्रसव हुआ।
उदयपुर में बढ़ते ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए सिटी स्टेशन से कलेक्टर बंगले के पास बंशीपान तक एलिवेटेड रोड की नींव को डाले 1 साल पूरा हो गया है। लेकिन पहले चरण में करीब 20 फीसदी काम ही हो सका है। प्रोजेक्ट की स्पीड कम होना चिंताजनक है। स्पीड कम होने के पीछे कुछ तकनीकी कारण और नगर निगम के मेले के दौरान काम बंद रहना भी है। एलिवेटेड रोड का काम पूरा करने की डेडलाइन दिसंबर 2026 है। दूसरे चरण के लिए हाल ही में कोर्ट चौराहा के पास हनुमान मंदिर के बाहर दुकानें एवं दीवारों को तोड़ा जा चुका है। 2.7 किमी लंबा एलिवेटेड रोड पर करीब 136.89 करोड़ रुपए खर्च हो रहे है। एक्सपर्ट की माने तो अगले एक साल में करीब 80 प्रतिशत काम पूरा करना पड़ेगा। उदियापोल क्षेत्र में जमीन के नीचे नदी पेटा आने से चट्टानें 15-20 मीटर गहराई में मिलीं, जिसके चलते पिलरों की डिजाइन बदलनी पड़ी। पूरे मार्ग में 100 से 102 पिलर बनाए जाने हैं। दरअसल, सिटी रेलवे स्टेशन रोड से बंशी पान तक एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट की 18 नवंबर को नींव रखी गई थी। इसके बाद 28 दिसंबर 2024 को सॉयल टेस्टिंग के बाद काम शुरू हुआ था। लेकिन इस साल टाउन हॉल में दीपावली-दशहरा मेले के कारण निर्माण कार्य को रोकना पड़ा। इसके लिए सूरजपोल से अशोका बेकरी तक होने वाले कार्य के लिए लगाए लोहे के शेड्स समेत अन्य सामान भी मेले और त्योहार पर जाम के कारण हटा लिए गए थे। वहीं, दूसरे चरण के कार्य को लेकर पाइल फाउंडेशन टेस्टिंग का कार्य शुरू हो चुका है। पाइल टेस्टिंग वहां की जाती है, जहां सख्त भूमि ज्यादा गहरी होती है। निगम के एसई मुकेश पुजारी ने बताया कि शीघ्र ही पाइल टेस्टिंग पूरा होते ही फाउंडेशन और पिलर का कार्य शुरू होगा। पुजारी ने बताया कि तय समय सीमा में यह काम पूरा करवाने फोकस कर रहे हैं। संबंधित निर्माता कंपनी भी समय पर काम को पूरा करने का विचार रखती है। एलिवेटेड रोड का रूट सिटी स्टेशन, उदियापोल, सूरजपोल, टाउनहॉल, देहलीगेट, कलेक्ट्री रोड-कोर्ट चौराहा, कलेक्टर बंगला होते हुए बंशीपान तक रहेगा। इस रूट पर 17-17 फीट उंचे 100 से 102 पिलर खड़े किए जाएंगे। ऐसे समझे पहले चरण की प्रगति... एलिवेटेड पर इतना होगा खर्चाकुल 2.7 किमी लंबा एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए नगर निगम उदयपुर ने 179.14 करोड़ की निविदा निकाली थी। एलिवेटेड रोड पर करीब 136.89 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें उदयपुर नगर निगम निगम 47.91 करोड़ रुपए, उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) 61.60 करोड़ रुपए और 27.38 करोड़ रुपए राज्य सरकार की ओर से खर्च किए जाएंगे। डीपीआर में अनुमानित लागत 208 करोड़ रुपए आंकी गई थी। टेंडर में 12 एजेंसियों ने हिस्सा लिया। सबसे कम दर वाली एजेंसी ट्रांसरेल लाइटिंग प्राइवेट लिमिटेड इसे 136.89 करोड़ में बनाने को तैयार हुई। तय शर्तों के अनुसार 2 साल में एलिवेटेड रोड बनानी होगी। .............................. इससे जुड़ी यह खबर भी पढ़े... उदयपुर के फ्लाईओवर का 35% काम पूरा:एलिवेटेड रोड का सिर्फ 15%; 2026 तक पूरे होंगे दोनों प्रोजेक्ट झीलों की नगरी उदयपुर में यातायात व्यवस्था को ठीक करते हुए जाम से मुक्ति दिलाने के लिए शहर में बनाए जा रहे एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर प्रोजेक्ट के तहत काम चल रहा है। दिसम्बर 2026 तक दोनों प्रोजेक्ट का काम पूरा होगा। फ्लाईओवर की स्पीड कम होने के पीछे कुछ तकनीकी कारण और नगर निगम के मेले के दौरान काम बंद रहना भी है। पूरी खबर पढ़े उदयपुर की पहली एलिवेटेड रोड 100 पिलर पर खड़ी होगी:शहर में ट्रैफिक का दबाव कम होगा; चौराहे पर स्टॉपेज और जाम से मुक्ति मिलेगी

