बदायूं में गोकशी के दो तस्कर मुठभेड़ में गिरफ्तार:दोनों की टांग में गोली लगी, हेड कांस्टेबल भी घायल
बदायूं के फैजगंज बेहटा थाना क्षेत्र में 21 नवंबर की रात हुई गौकशी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों रामपुर जिले के रहने वाले हैं और इनकी टांग में गोली लगी है। इस मुठभेड़ में एक हेड कांस्टेबल भी घायल हुए हैं। पुलिस के अनुसार, यह मुठभेड़ अशोकपुर मीरपुर गांव के पास हुई। पुलिस ने बताया कि दोनों तस्कर गोवध की फिराक में घूम रहे थे। जब पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। इस हमले में हेड कांस्टेबल मुनाजिर के हाथ को गोली छूकर निकल गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली दोनों तस्करों की टांग में लगी। पूछताछ में आरोपियों ने अपनी पहचान मर्दान और रिफाकत निवासी गांव पस्तौर, थाना शाहबाद, रामपुर के रूप में बताई। दोनों ने यह भी कबूल किया कि उन्होंने 21 नवंबर की रात पिसनहारी के जंगल में गोवंश का वध किया था। आरोपियों के पास से तमंचे, कारतूस और गोवध के उपकरण भी बरामद किए गए हैं। सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। सीओ सुनील कुमार ने बताया कि ये दोनों तस्कर बदायूं के फैजगंज बेहटा की सीमा से सटे रामपुर के शाहबाद थाना क्षेत्र से आकर यहां गोवध की घटनाओं को अंजाम देते थे।
दिल्ली विस्फोट के बाद खुफिया एजेंसियां बलरामपुर जिले में सक्रिय हो गई हैं। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े डॉक्टरों की गहन पड़ताल शुरू कर दी है। विशेष रूप से नेपाल, चीन और पाकिस्तान से एमबीबीएस की डिग्री प्राप्त कर प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सकों की शैक्षणिक पृष्ठभूमि और तैनाती की जांच की जा रही है। एजेंसियां इन डॉक्टरों के संदिग्ध लिंक तलाश रही हैं, जिससे जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। सीएमओ कार्यालय के अनुसार, वर्तमान में सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इन देशों से पढ़ाई करने वाले किसी भी डॉक्टर की तैनाती नहीं है। हालांकि, सतर्कता के तहत निजी नर्सिंग होम में कार्यरत सभी एमबीबीएस डॉक्टरों की डिग्रियों का विस्तृत सत्यापन शुरू कर दिया गया है। जिले में कुल 55 पंजीकृत नर्सिंग होम हैं, जिनके पंजीकरण में लगी डिग्रियों की अब खुफिया जांच की जाएगी। बलरामपुर जिला नेपाल सीमा से सटा होने के कारण इस मामले को विशेष रूप से संवेदनशील माना जा रहा है। हाल ही में मतांतरण से जुड़े छांगुर गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद से एजेंसियां जिले में और अधिक सक्रिय हो गई हैं। बीते बुधवार को खुफिया विभाग की एक टीम ने सीएमओ कार्यालय का दौरा किया और अधिकारियों व कर्मचारियों से जानकारी जुटाई। इस दौरान दफ्तर में दिनभर गंभीरता का माहौल बना रहा। जिले में 12 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और 31 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC) सीएमओ के अधीन संचालित हैं। इसके अतिरिक्त, मेडिकल कॉलेज के तहत संयुक्त जिला अस्पताल, जिला मेमोरियल और जिला महिला चिकित्सालय भी आते हैं। अनुमान है कि आगे इन संस्थानों में भी खुफिया टीमें जांच के लिए दस्तक दे सकती हैं। एसीएमओ डॉ. संतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि निजी नर्सिंग होम में कार्यरत डॉक्टरों की डिग्री व अन्य दस्तावेजों का विवरण खुफिया एजेंसी को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि विभाग पूरी तरह सहयोग कर रहा है और सभी रिकॉर्ड पारदर्शी रूप से साझा किए जा रहे हैं।
श्रीगंगानगर में छाई हल्की धुंध, धूप का असर हुआ कम:25 के बाद तेज सर्दी दिखाएगी, मौसम ड्राई रहेगा
नवंबर का आखिरी हफ्ता शुरू होते ही राजस्थान में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने से सुबह-सुबह घनी धुंध (स्मॉग) छा रही है। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर, झुंझुनूं, सीकर और जयपुर समेत कई शहरों में शनिवार सुबह धुंध का कहर देखने को मिला। धुंध के कारण धूप फीकी पड़ गई और तापमान करीब 1 डिग्री तक चढ़ गया। कई शहरों में पारा सिंगल डिजिट से निकलकर डबल डिजिट में पहुंच गया। कृषि अनुसंधान केंद्र, श्रीगंगानगर पर शनिवार सुबह न्यूनतम तापमान 12.0 रिकार्ड किया गया। जबकि, शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री और न्यूनतम 12.0 रिकार्ड किया गया। गुरुवार को यहां अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री और न्यूनतम 11.7 डिग्री रिकार्ड किया गया। मौसम विशेषज्ञों की माने तो का अगले 3-4 दिन तक उत्तर-पश्चिमी हवाएं इसी रफ्तार से चलेंगी। सुबह-शाम कोहरा और दिन में हल्की ठंड रहेगी। 25 नवंबर के बाद पारा और लुढ़केगा, तब असली सर्दी का एहसास होगा। धुंध के कारण अभी से वाहन चालक अपने वाहनों की हेडलाइट जलाकर चल रहे हैं।
औरैया जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने मानस सभागार में जिला गंगा समिति, जिला वृक्षारोपण समिति और जिला पर्यावरण समिति की बैठक की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने समिति के सदस्यों को कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इनमें नदी किनारे रहने वाले किसानों को कछुओं के अंडे सुरक्षित रखने के लिए जागरूक करना और वन विभाग को सूचना देने का निर्देश शामिल है। जिलाधिकारी ने कहा कि किसानों को खेती करते समय मिलने वाले कछुओं के अंडों को सुरक्षित रखने के लिए जागरूक किया जाए। इन अंडों की सूचना वन विभाग को दी जाए, ताकि कछुओं को संरक्षित और संवर्धित किया जा सके। यमुना नदी को स्वच्छ और शुद्ध रखने तथा कछुओं की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी ने डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया के प्रतिनिधि को नदी के समीप कछुए की हेचरी बनाने की अनुमति भी दी। वृक्षारोपण समिति की बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी ने शासन से प्राप्त लक्ष्य की जानकारी दी। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि आगामी वृक्षारोपण कार्यक्रम को महोत्सव की तरह आयोजित किया जाए। इसके लिए जगह का चिन्हांकन कर कार्ययोजना बनाई जाए और आवश्यक कार्यवाही समय पर पूरी की जाए। पर्यावरण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने प्लास्टिक जब्त करने की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संत कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी सीपी सिंह, जिला कृषि अधिकारी शैलेंद्र कुमार वर्मा, जिला विद्यालय निरीक्षक प्रदीप कुमार, जिला परियोजना अधिकारी नमामि गंगे और जेआरएफ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
गाजीपुर में 25 हजार का इनामी कोर्ट में हाजिर:रंगदारी मांगने और धमकी देने का था आरोप
गाजीपुर में रंगदारी और जान से मारने की धमकी के आरोप में फरार चल रहे 25 हजार के इनामी प्रताप नारायण मिश्र ने गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया। उसने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नूतन द्विवेदी की अदालत में सरेंडर किया। आरोपी ने शुक्रवार को अपने वकील के माध्यम से जमानत अर्जी दाखिल की है। इस अर्जी पर सुनवाई 1 दिसंबर को होगी। यह मामला करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र के मसौनी गांव निवासी मृत्युंजय राय की शिकायत पर दर्ज किया गया था। राय ने आरोप लगाया था कि लठूडीह चट्टी पर मिश्रवालिया गांव के रविकांत और प्रताप नारायण ने उनसे 5 लाख रुपये की रंगदारी मांगी थी। शिकायतकर्ता के विरोध करने पर आरोपियों ने मोबाइल फोन से मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर उमेश उर्फ गोरा राय को बुला लिया। इसके कुछ देर बाद गोरा राय, उसका भतीजा दुर्गेश और अन्य लोग मौके पर पहुंचे और मृत्युंजय राय के साथ मारपीट की। इस मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था और उनकी तलाश कर रही थी। प्रताप नारायण मिश्र के आत्मसमर्पण के बावजूद, गोरा राय, उसका भतीजा दुर्गेश राय और रविकांत मिश्रा अभी भी फरार हैं। पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
शिवपुरी में बहू पर जानलेवा हमला:जेठ ने टायर लिवर से किया हमला, जेठानी से बहस पर हुआ था विवाद
रन्नौद थाना क्षेत्र के धंधेरा गांव में पारिवारिक विवाद के दौरान एक महिला पर उसके जेठ ने लोहे के टायर लिवर से हमला कर दिया। इस हमले में महिला शिवरती धाकड़ गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे जिला अस्पताल शिवपुरी में भर्ती कराया गया है। घायल महिला के पति विजय सिंह ने बताया कि शुक्रवार दोपहर वह खेत पर पानी देने गए थे। उनकी पत्नी शिवरती घर लौटी और पशुओं को चारा डाल रही थी। तभी उसकी जेठानी मुन्नी बाई ने बिना बात के गाली-गलौज शुरू कर दी। गाली देने का विरोध करने पर बड़ा भाई प्रेमनारायण धाकड़ टायर लिवर लेकर आया और पीछे से शिवरती पर हमला कर दिया। पहले ही वार में वह जमीन पर गिर गई। इसके बाद आरोपी ने कई वार कर उसे बुरी तरह लहूलुहान कर दिया। महिला की चीखें सुनकर पड़ोसी दौड़े और बीच-बचाव करके उसे बचाया। रात में सरपंच की मदद से शिवरती को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। थाना प्रभारी अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि पीड़िता के पति की शिकायत पर प्रेमनारायण धाकड़ और उसकी पत्नी गुड्डी बाई के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आगे की जांच कर रही है।
महापौर, नगरपालिका अध्यक्ष के साथ पार्षद पद का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को अब अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक प्रकरण की पूरी जानकारी शपथ पत्र में देनी होगी। इतना ही नहीं, लोकसभा व विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की तरह प्रतिदिन का चुनावी खर्च का ब्यौरा राज्य निर्वाचन आयोग को देना होगा। अगर कोई उम्मीदवार शपथ पत्र में यह जानकारी नहीं देगा तो रिटर्निंग अधिकारी उसकी उम्मीदवारी निरस्त कर देंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनाव लड़ने में होने वाले खर्च की लिमिट भी तय करने का फैसला किया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी बदलाव का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। उम्मीदवारों के चुनाव खर्च की लिमिट नगरीय विकास एवं आवास विभाग के परामर्श से तय की जाएगी। प्रदेश के नगर निकायों में महापौर, नगर पालिका एवं नगर परिषद अध्यक्ष और पार्षद पद के चुनाव पांच साल में होते हैं। कुछ नगरपालिका और नगर परिषदों को छोड़ 90 फीसदी निकायों में यह चुनाव वर्ष 2027 में होंगे। इसके पहले 2022 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर निकायों में चुनाव कराए गए थे। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव दीपक सिंह ने आदेश जारी किया है। जिसके तहत पार्षद पद के उपचुनाव भी नई व्यवस्था से होंगे। कितने केस दर्ज, चल-अचल संपत्ति कितना बताना होगा राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि चुनाव लड़ने वाले महापौर, नगरपालिका अध्यक्ष, पार्षद पद के उम्मीदवार को अपनी खुद, पत्नी या पति और तीन बच्चों की आमदनी और चुकाए जाने वाले टैक्स की जानकारी भी देना होगी। यह भी बताना होगा कि उसकी आय का साधन क्या है? लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार जिस तरह से सोशल मीडिया अकाउंट, ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर की डिटेल देते हैं, उसी तरह इन्हें भी जानकारी देना होगा। राज्य निर्वाचन आयोग को बताना होगा कि दो साल या अधिक समय की सजा वाले कितने आपराधिक मामले उन पर दर्ज हैं। इसकी थाने में दर्ज एफआईआर, थाना और जिला का ब्यौरा बताने के साथ न्यायालय में चल रहे केस और अन्य ब्यौरे देने होंगे। इसके साथ ही संयुक्त स्वामित्व वाली चल और अचल संपत्ति की जानकारी भी शपथ पत्र में देना तय किया गया है। साथ ही उम्मीदवार द्वारा शेयर और कंपनियों में किए गए निवेश का ब्यौरा भी देना होगा। साथ ही कितना कर्ज लिया और दिया गया है तथा किन सरकारी एजेंसियों का कितना बकायादार उम्मीदवार है, इसकी जानकारी देने का प्रावधान भी इसमें किया गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने यह भी साफ किया है कि उम्मीदवार अपने घर पर लगे फ्लश शौचालय और जलवाहित शौचालय की भी लिखित जानकारी देंगे। चुनाव में कितना खर्च होगा, इसकी लिमिट होगी तय आयोग ने कहा है कि चुनाव में किस तरह से धन बल का उपयोग किया जाता है, राज्य निर्वाचन आयोग इससे वाकिफ है। इसलिए नगरीय विकास और आवास विभाग द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग के साथ चर्चा कर चुनाव में होने वाले खर्च की अधिकतम सीमा भी तय की जाएगी। आयोग के उम्मीदवारों द्वारा जो खर्च किया जाएगा और उसका भुगतान किया जाएगा उसकी पूरी डिटेल दी जाएगी। इसके साथ ही चुनाव खर्च का एक अलग रजिस्टर बनाया जाएगा। चुनाव खर्च की जानकारी तीस दिन के भीतर देना भी अनिवार्य किया गया है। इसमें यह व्यवस्था भी की गई है कि प्रत्याशी के चुनावी खर्च की जानकारी कोई भी व्यक्ति दस रुपए की फीस जमा करके ले सकेगा।
गोंडा के नवाबगंज नगर पालिका क्षेत्र में स्थित एक पानी टंकी पर चढ़कर कुछ युवक लगातार कई दिनों से अपनी जान जोखिम में डालकर फोटो और वीडियो शूट कर रहे हैं। जान जोखिम में डालकर इस तरीके से फोटो और वीडियो शूट कर रहे हैं युवकों का वीडियो बनाकर के लोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल कर कार्रवाई की मांग की है। 50 फीट ऊंची पानी की टंकी पर चढ़कर फोटो और वीडियो बना रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय प्रशासन और नवाबगंज पुलिस हरकत में आ गई है। पूरे मामले को लेकर के पुलिस ने जांच शुरू कर दी है वही नगर पालिका अध्यक्ष ने भी कहा है कि पूरे मामले में कार्रवाई की जाएगी ताकि इस तरीके से देखकर की और भी व्यक्ति अपनी के टंकी पर जाकर के अपनी जान जोखिम में ना डालें। नवाबगंज नगर पालिका क्षेत्र में सामने आए इस मामले में, वायरल वीडियो में कुछ युवक पानी की टंकी की छत पर बिना किसी सुरक्षा उपकरण के खतरनाक ऊंचाई पर खड़े दिख रहे हैं। वे टंकी के ऊपरी हिस्से पर अलग-अलग पोज में फोटो और वीडियो बनवा रहे हैं। इतनी ऊंचाई पर जरा सी चूक भी बड़े हादसे का कारण बन सकती है। युवकों की यह लापरवाही सुरक्षा मानकों का उल्लंघन है, क्योंकि पानी की टंकी एक सार्वजनिक संपत्ति है। नवाबगंज पुलिस ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पुलिस वीडियो की सत्यता और टंकी पर चढ़ने वाले युवकों की पहचान कर रही है। पुलिस ने बताया कि सार्वजनिक संपत्ति पर जान जोखिम में डालकर ऐसी गतिविधियां करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे क्षणिक लोकप्रियता के लिए जोखिम भरे स्टंट न करें और अपनी सुरक्षा को प्राथमिकता दें। नवाबगंज नगर पालिका अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने भी इस मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सिरसा जिले के डबवाली के महा ग्राम गंगा स्थित श्री गुरु जंभेश्वर मंदिर प्रांगण में शुक्रवार को मां शांति देवी पुस्तकालय का लोकार्पण किया गया। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। उपायुक्त शर्मा ने सर्वप्रथम 52 सीटों वाली लाइब्रेरी का रिबन काटकर उद्घाटन किया। उन्होंने लाइब्रेरी की रूपरेखा की जानकारी ली और उपस्थित सैकड़ों लोगों को पुस्तकालय के महत्व के बारे में बताया। स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर मुख्य अतिथि का स्वागत किया, वहीं गांव के गणमान्य लोगों ने उपायुक्त को शॉल और गुलदस्ते भेंट कर सम्मानित किया। उपायुक्त ने स्कूल के मेधावी छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया। डिजिटल सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी ट्रस्टी इंद्रपाल बिश्नोई ने बताया कि पुस्तकालय का लोकार्पण गंगा बिशन जोतराम चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया गया है। इसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के साथ-साथ डिजिटल सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी। डीसी शांतनु शर्मा ने कहा कि इस लाइब्रेरी का लोकार्पण मूल रूप से हरियाणा सरकार के मुख्य प्रधान सचिव, माननीय राजेश खुल्लर आईएएस के कर कमलों द्वारा किया जाना था। किसी कारणवश उनकी अनुपस्थिति के चलते उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने का अवसर मिला है। प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें भी उपलब्ध उन्होंने चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा ग्रामीण अंचल में की गई इस पहल की सराहना की, जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें भी उपलब्ध हैं। उपायुक्त ने कहा कि आज समाज में ऐसे लोग भी मौजूद हैं जो कुछ कर गुजरने की इच्छा रखते हैं और गंगा बिशन जोतराम चैरिटेबल ट्रस्ट ने भी वैसा ही कर दिखाया है। उन्होंने इस अच्छी पहल के लिए चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद किया। चैरिटेबल ट्रस्ट ने लाइब्रेरी की कोटेशन देते हुए महत्व भी बताया। कार्यक्रम में ये रहे शामिल बड़ी हर्ष कि बात है कि लाइब्रेरी को चलाने की जिम्मेवारी भी गांव के युवा वर्ग ने अपने कंधों पर ली है।बताया गया कि लाइब्रेरी में 52 सीटों हैं। इस अवसर पर डीएसपी कपिल अहलावत, प्राचार्य प्रेम कुमार, अमी लाल पारीक, जगदीश बिश्नोई, राज कुमार, कालू राम पीटीआई आदि मौजूद रहे।
भारतीय सशस्त्र बलों के भविष्य के नेतृत्व को तैयार करने और उन्हें जमीनी हकीकत से रूबरू कराने के उद्देश्य से, सिकंदराबाद स्थित कॉलेज ऑफ डिफेंस मैनेजमेंट (CDM) के अधिकारियों ने पश्चिमी सीमा के अग्रिम क्षेत्रों का दौरा किया। 'हायर डिफेंस मैनेजमेंट कोर्स-21' (HDMC) के तहत प्रशिक्षण ले रहे इन अधिकारियों ने अपने 'फॉरवर्ड एरिया टूर' के दौरान जोधपुर, जैसलमेर और लोंगेवाला में सेना की तैयारियों और चुनौतियों का जायजा लिया। ऑपरेशन सिंदूर की बारीकियां जानी कोणार्क कोर में लॉजिस्टिक्स का पाठ अधिकारियों के दल ने जोधपुर स्थित कोणार्क कोर मुख्यालय का दौरा किया। यहाँ उन्हें रेगिस्तानी इलाकों में सेना की कार्यप्रणाली (Operational Nuances) और रसद आपूर्ति (Logistics) की जटिलताओं के बारे में विस्तार से बताया गया। इस दौरान विशेष रूप से 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र किया गया और इसके तहत अपनाई गई रणनीतियों पर मंथन हुआ। यह सत्र अधिकारियों को यह समझाने के लिए महत्वपूर्ण था कि विषम परिस्थितियों में 'डेजर्ट कोर' किस तरह अपनी क्षमता को सर्वोच्च स्तर पर बनाए रखती है। बॉर्डर पर सुरक्षा की ली जानकारीबैटल एक्स डिवीजन और सीमा सुरक्षा दौरे के अगले चरण में, सैन्य अधिकारी जैसलमेर स्थित 'बैटल एक्स डिवीजन' पहुंचे। यहाँ उन्हें अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) पर सुरक्षा की रणनीतिक अनिवार्यताओं और ऑपरेशनल डायनामिक्स (परिचालन गतिशीलता) के बारे में ब्रीफिंग दी गई। अधिकारियों ने जाना कि रेगिस्तान के खुले और चुनौतीपूर्ण भूगोल में दुश्मन की किसी भी चाल को नाकाम करने के लिए सेना किस तरह 24 घंटे मुस्तैद रहती है। लोंगेवाला का किया दौरा टूर का सबसे भावुक और प्रेरणादायक हिस्सा लोंगेवाला युद्ध क्षेत्र का दौरा रहा। 1971 के युद्ध में पाकिस्तानी टैंकों को धूल चटाने वाली भारतीय सेना के अदम्य साहस की कहानियों को अधिकारियों ने उसी मिट्टी पर खड़े होकर महसूस किया। 'शौर्य और साहस' की इस गाथा ने भावी नेतृत्वकर्ताओं में नया जोश भर दिया। यह दौरा केवल एक निरीक्षण नहीं, बल्कि भविष्य के सैन्य कमांडरों को 'विजन और विज्डम' (दूरदर्शिता और विवेक) के साथ तैयार करने की एक कवायद थी, ताकि वे आने वाले समय में किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए रणनीतिक रूप से सक्षम हों।
मिर्जापुर में युवक गंगा नदी में डूबा:20 घंटे बाद भी शव नहीं मिला, SDRF की टीम करेगी तलाश
पिपराडाड गांव के शिवधारी गौतम (पुत्र स्व. मुनीलाल) नामक युवक गंगा नदी में डूब गया। घटना के 20 घंटे बीत जाने के बाद भी उसका शव बरामद नहीं हो सका है। शिवधारी गौतम पिपराडाड की पुरानी लाइन के निवासी थे। वह प्रतिदिन की तरह कल भी गंगा नदी में स्नान करने गए थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। परिजनों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। देहात कोतवाली के कोतवाल अमित मिश्रा ने बताया कि घटना की जानकारी SDRF टीम को दे दी गई है। टीम आज सुबह 11 बजे तक मौके पर पहुंचेगी और शव की तलाश शुरू करेगी। युवक का शव न मिलने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है।
हाथरस शहर की पॉश वसुंधरा एन्क्लेव कॉलोनी में बदमाशों ने दो मकानों से लाखों रुपए की चोरी की। इस घटना से कॉलोनीवासियों में दहशत फैल गई है। कॉलोनी निवासी आदित्य शर्मा, जो शहर के एक स्कूल में लाइब्रेरियन हैं, उनके घर में यह वारदात हुई। आदित्य और उनकी पत्नी साधना शर्मा घर से बाहर गए हुए थे, जिससे मकान पर ताला लगा था। दिनदहाड़े बदमाशों ने पीछे से मकान का ताला तोड़कर अंदर प्रवेश किया। बदमाशों ने पूरे मकान को खंगाल डाला और अलमारी खोलकर लाखों रुपए के जेवरात व नकदी चोरी कर ली। उन्होंने मंदिर में रखे नकद रुपए भी चुरा लिए। आदित्य शर्मा के घर के अंदर से ही उनके भाई आलोक शर्मा के मकान के लिए भी एक दरवाजा है। बदमाश आलोक शर्मा के घर में भी घुस गए और वहां से भी लाखों रुपये की चोरी की। आलोक शर्मा उत्तर प्रदेश से बाहर एक विद्यालय में शिक्षक हैं और उनकी पत्नी दिल्ली में हैं। अभी उनके वापस लौटने पर बदमाश उनके यहां क्या चोरी कर ले गए हैं यह भी और स्पष्ट हो सकेगा। कल शाम जब आदित्य शर्मा स्कूल से वापस लौटे, तो उन्हें घर के दरवाजे का ताला टूटा हुआ मिला। अंदर सारा सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था। आदित्य ने देर शाम पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन शुरू की। हालांकि, कॉलोनी के लोगों को घटना का पता आज सुबह चला। पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है। इस कॉलोनी में शहर के कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी रहते हैं। ऐसे में इस चोरी की घटना ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
, परिजनों ने उपचार में लापरवाही का लगाया आरोप बूंदी जिला अस्पताल में इलाज के दौरान वेटेरनरी डॉक्टर राकेश शर्मा (उदयपुर) की मौत हो गई। शुक्रवार को हुई इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। परिजनों का कहना है कि डॉ. शर्मा की स्थिति गंभीर होने के बावजूद उन्हें रेफर नहीं किया गया, जिससे उनकी जान नहीं बच पाई। सुबह भर्ती कराया, दोपहर में मौत हो गई जानकारी के अनुसार, डॉ. शर्मा पिछले दो-तीन दिनों से बुखार से पीड़ित थे। गुरुवार शाम वे अपने गांव धोवड़ा आए थे। शुक्रवार सुबह अचानक सांस लेने में तकलीफ होने पर परिजन उन्हें सुबह 8 बजे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने उन्हें मेडिकल वार्ड में भर्ती कर उपचार शुरू किया। दोपहर में उनकी हालत अचानक बिगड़ी और कुछ ही देर में उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों का आरोप - समय रहते रेफर कर देते तो बच जाती जान मृतक के परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में उपचार सही तरीके से नहीं किया गया। उनका कहना है कि मरीज की हालत लगातार बिगड़ती रही, लेकिन डॉक्टरों ने गंभीरता को समझा नहीं। रेफर नहीं करने से समय बर्बाद हुआ। अगर डॉक्टरों ने समय रहते हमें बताया होता, तो हम उन्हें कोटा ले जाते। हालांकि परिजनों ने न तो इस मामले में पुलिस रिपोर्ट दर्ज कराई, न ही शव का पोस्टमॉर्टम करवाने की मांग की। अस्पताल प्रशासन ने कहा - कोई लापरवाही नहीं हुई अस्पताल प्रशासन ने परिजनों के आरोपों से पूरी तरह इनकार किया है। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार जब मरीज को लाया गया था, तब रक्तचाप और अन्य जांचें सामान्य थीं। सांस की तकलीफ पर उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया। दोपहर में स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टरों ने पूरा प्रयास किया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। प्रारंभिक तौर पर हार्ट अटैक को मौत का संभावित कारण बताया गया है। डॉ. के पिता हॉस्पिटल में रोते बिलखते रहे डॉ. राकेश शर्मा उदयपुर में वेटेरनरी विभाग में कार्यरत थे। उनके दो बच्चे हैं और पत्नी सरकारी नौकरी करती हैं। घटना के बाद परिजन और गांव के लोग गहरे शोक में डूबे हैं। मृतक के पिता अस्पताल में रोते-बिलखते हुए नजर आए।
खंडवा में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल का पुतला फूंकने की तैयारी की गई है। इसके लिए बड़ी संख्या में किसान टिगरिया गांव में जुटने लगे हैं। शनिवार को पुतला दहन किया जाएगा। यह विरोध प्रदर्शन 'स्वतंत्र किसान जन आंदोलन' के नेतृत्व में हो रहा है। किसानों का आरोप है कि सांसद ने उन्हें मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री से मिलवाने का झूठा भरोसा दिया था, जो पूरा नहीं हुआ। किसानों का कहना है कि पिछले हफ्ते 'रेल रोको आंदोलन' को स्थगित कराने आए सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने भरोसा दिलाया था कि वे एक-दो दिन में किसानों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री और केंद्रीय कृषि मंत्री से मिलवा देंगे। CM और कृषि मंत्री से नहीं मांगा समयआरोप है कि सांसद पाटिल ने यह वादा नहीं निभाया। उन्होंने न तो केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और न ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात के लिए समय मांगा। इसी बात से किसान आक्रोशित हो गए हैं। किसान नेताओं से जवाब मांग रहे लोगखासकर वे किसान ज्यादा नाराज हैं, जो उस दिन आंदोलन का हिस्सा बने थे। वे अब नेतृत्वकर्ता किसान नेताओं से जवाब मांग रहे हैं कि उन्होंने सांसद की बात पर भरोसा क्यों किया, जब सांसद ने भरोसा तोड़ दिया। ऐसे में किसान नेताओं ने अब सांसद का पुतला फूंकने की तैयारी की है। सांसद के बाद विधायकों के पुतले फूंकने की चेतावनीआज (शनिवार) ग्राम टिगरिया में जिला स्तरीय पुतला दहन कार्यक्रम रखा गया है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर अमल नहीं किया गया, तो सांसद के साथ विधायकों का पुतला भी दहन किया जाएगा। आगे तहसील, ब्लॉक स्तर और फिर गांव-गांव में पुतला जलाएंगे। 'प्याज का मुद्दा उठाने का बोला झूठ'किसानों ने कहा कि सांसद ने उनसे झूठ बोला कि उन्होंने लोकसभा में प्याज का मुद्दा उठाया है। जबकि वीडियो देखने पर पता चला है कि सांसद पाटिल ने सिर्फ गन्ना किसानों का मुद्दा उठाया, क्योंकि वे उनके गृह जिले बुरहानपुर से आते हैं।
इटावा के इकदिल थाना क्षेत्र के ग्राम मुरेथा में गुरुवार को हुई 16 वर्षीय किशोरी पल्लवी की बेरहमी से हत्या ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया।हत्या किसी बाहरी शख्स ने नहीं, बल्कि उसके सगे चचेरे भाई रीलू ने की।परिजनों ने पुलिस पर सीधा आरोप लगाया है, पहले कार्रवाई होती तो आज बेटी जिंदा होती। गुरुवार को पल्लवी घर के बाहर थी, तभी रीलू ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार शुरू कर दिए।हमले की क्रूरता इतनी थी कि किशोरी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।परिवार के लोग चीखते रह गए लेकिन रीलू फुर्ती से भाग निकला। पिता प्रेमचंद ने बताया कि रीलू लंबे समय से पल्लवी पर गलत नीयत रखता था और उस पर अपना दबदबा जमाना चाहता था।विरोध करने पर वह तांडव करता, गालियां देता और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकियां देता था। परिजनों ने कहा- 15 दिन पहले उसने घर के बाहर नशे में उत्पात मचाया था। शिकायत दी, पर पुलिस ने हल्के में लेकर छोड़ दिया। पुलिस की लापरवाही पर बड़ा सवाल परिवार का आरोप है कि हल्का इंचार्ज ने कई बार शिकायत के बावजूद कोई कड़ी कार्रवाई नहीं की।सिर्फ औपचारिकता निभाकर आरोपी को छोड़ दिया गया।परिजनों का कहना है—“अगर तब कार्रवाई होती, तो आज हमारी बेटी जिंदा होती।” हत्या के बाद एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें कथित तौर पर रीलू नशे में धुत होकर मृतका के परिवार को गालियां देता और पुलिस को खुली चुनौती देता दिख रहा है।हालांकि इस वीडियो की हम पुष्टि नहीं करते, लेकिन यह वीडियो इलाके में चर्चा का विषय है। घटना के बाद इटावा पुलिस सक्रिय हो गई।सर्च ऑपरेशन के दौरान रीलू को 6 घंटे में मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया।पुलिस फायरिंग में आरोपी के पैर में गोली लगी।अधिकारियों का कहना है कि अब उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। अपनी बेटी को खो चुके पिता प्रेमचंद ने कहा- अगर पुलिस ने पहले ही कठोर कार्रवाई की होती, तो आज मेरी बेटी हमारे साथ होती।हम सिर्फ न्याय चाहते हैं। जिस तरह उसने हत्या की है, उसे भी वैसी ही सजा मिलनी चाहिए।” गांव में अभी भी मातम पसरा है। लोग एक ही सवाल पूछ रहे हैं—“क्या हमारी बेटियां तब तक असुरक्षित रहेंगी, जब तक किसी की जान न चली जाए?
गाजीपुर में रेलवे ने फ्लाई-ओवर निर्माण पूरा किया:NHAI को बनानी है एप्रोच रोड, वाहनों का इंतजार
गाजीपुर जिले के जमानियां में गंगा नदी पर बने रेल सह सड़क पुल के दोनों ओर रोड वायडक्ट फ्लाई-ओवर का निर्माण पूरा हो गया है। लगभग 300 करोड़ रुपये की लागत से बना यह सवा किलोमीटर लंबा फ्लाई-ओवर का निर्माण पूरा हो चुका है, जिसमें अब केवल फिनिशिंग का काम शेष है। वाहनों की आवाजाही के लिए एप्रोच रोड का निर्माण अब राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा किया जाएगा। यह डबल लेन फ्लाई-ओवर लगभग सवा किलोमीटर लंबा है। इसका निर्माण दो साल पहले शुरू हुआ था। यह 29 पिलरों, उतने ही एक्सपेंशन जॉइंट्स और 348 बेयरिंग पर आधारित है। इसकी भार क्षमता लगभग 100 टन है, जिससे भारी वाहनों की आवाजाही भी सुगम हो सकेगी। इस पूरे कार्य की देखरेख रेलवे की कार्यदायी संस्था जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट अश्वनी कुमार ने की। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रेल कम रोड ब्रिज के टॉप अप फ्लोर की लंबाई 1050 मीटर है, जबकि इसके दोनों ओर फ्लाई-ओवर की लंबाई लगभग 1025 मीटर है। बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, तारीघाट-मऊ रेल विस्तार परियोजना के तहत गंगा नदी पर 420 करोड़ रुपये की लागत से डबल डेकर रेल सह सड़क पुल का निर्माण 2016 में शुरू हुआ था। यह पुल 2023 में बनकर तैयार हुआ और मार्च 2024 में इस पर ट्रेनों का संचालन भी शुरू हो गया। हालांकि, वाहनों की आवाजाही के लिए एप्रोच रोड का निर्माण अभी लंबित है। रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के मुख्य परियोजना प्रबंधक (CPM) आशुतोष शुक्ला ने बताया कि रोड वायडक्ट के फ्लाई-ओवर का निर्माण पूरा हो चुका है और अब अंतिम चरण का कार्य जारी है। उन्होंने पुष्टि की कि एप्रोच रोड का निर्माण अब एनएचएआई द्वारा किया जाएगा।
बिहार में नई सरकार के गठन होने के साथ ही पुलिस बदमाशों के खिलाफ एक्शन मोड में आ गई है। शुक्रवार की रात बेगूसराय में एसटीएफ और जिला पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन में एनकाउंटर हुआ। इसमें एक कुख्यात घायल हो गया है। इस पर सरपंच के बेटे के मर्डर का आरोप है। घटना साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र शालिग्राम और मल्हीपुर गांव की आसपास की है। घायल बदमाश तेघड़ा थाना क्षेत्र के बनहारा गांव के रहने वाले राजकिशोर राय का बेटा शिवदत्त राय (27) है। मौके पर से पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार और कैश भी बरामद किया है। घायल का इलाज पुलिस हिरासत में चल रहा है। पुलिस अभी कुछ नहीं बता रही है। एसटीएफ को इनपुट मिला था कि फरार बदमाश शिवदत्त राय साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के मल्हीपुर के आसपास हथियार खरीदने आया है। इनपुट मिलते ही एसटीएफ के टीम वहां पहुंच गई। जिसके बाद स्थानीय थाना को सूचना दी गई। पुलिस को देखते ही भाग रहे थे 6 बदमाश एसटीएफ और स्थानीय थाना की पुलिस इनपुट वाले जगह पर पहुंची, तो दो बाइक पर सवार छह बदमाश पुलिस को देखते ही गोली चलाने लगे। आत्मरक्षा में पुलिस ने गोली चलाई तो एक गोली शिवदत्त राय के जांघ में लग गई तो वह गिर गया। जबकि, अन्य अपराधी अंधेरा का फायदा उठाकर भाग गए। शिवदत्त राय को पकड़ कर पुलिस ने जब पूछताछ की, तो उसकी निशानदेही पर एक घर से भारी मात्रा में हथियार, कैश और कफ सिरप बरामद किए गए हैं। बता दें कि 2 सितंबर 2022 की रात तेघड़ा थाना क्षेत्र के धनकौल पंचायत के सरपंच मीना देवी के बनहारा स्थित घर पर अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी। सरपंच के बेटे की हत्या का आरोप जिसमें सरपंच के छोटे बेटे अवनीश कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी, जबकि बड़ा बेटा रजनीश कुमार घायल हो गया था। लूटपाट का विरोध करने पर मर्डर हुआ था। इस मामले में शिवदत्त राय राय और उसके गिरोह के सरगना सहित कई बदमाशों पर नामजद प्राथमिक की दर्ज कराई गई थी। गिरफ्तारी नहीं होने पर एसटीएफ उसके पीछे लगी हुई थी, इसी दौरान इनपुट के आधार पर रात में जब उसकी गिरफ्तारी का प्रयास किया गया ,तो बदमाशों ने पुलिस पर गोली चला दी। बदमाशों ने पुलिस पर 6-7 राउंड गोली चलाई। जवाब में पुलिस ने भी तीन राउंड गोली चलाई है। सरपंच के बेटे के हत्या मामले में करीब एक साल पहले शिवदत्त राय को गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया था। वहां से बेगूसराय लाकर जेल भेजा गया था और करीब दो महीना पहले बेल पर बाहर आया था।
सीजेएम सूरज मिश्रा की कोर्ट ने फर्जी शैक्षिक दस्तावेजों के आधार पर एलएलबी में दाखिला लेने और फिर वकालत करने के आरोपी आशीष शुक्ला के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट (NBW) जारी किया है। अग्रिम जमानत की शर्तों और विवेचना में सहयोग न करने पर जिला जज की कोर्ट ने मंगलवार को उसकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी थी। एडवोकेट अरिदमन सिंह ने आशीष शुक्ला के खिलाफ कोतवाली में कूटरचित और जाली शैक्षिक प्रमाण पत्रों का प्रयोग कर शैक्षणिक डिग्री प्राप्त करने की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। 21 अप्रैल को कोर्ट ने आशीष शुक्ला को इस शर्त पर अग्रिम जमानत दी थी कि विवेचक द्वारा मांगे जाने पर वह उन्हें अपने मूल शैक्षणिक दस्तावेज उपलब्ध कराएंगे। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान पाया कि विवेचक के कई प्रयासों के बाद भी आशीष शुक्ला ने अग्रिम जमानत मिलने के बाद कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए। जब भी विवेचक ने उनसे मूल शैक्षणिक दस्तावेज मांगे तो कभी दस्तावेजों के खोने तो कभी उनके गिरने और कभी मकान बदलने के कारण उनके न मिलने की बात कही। इस पर उनकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी गई। शुक्रवार को विवेचक ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में गैर जमानतीय वारंट की अर्जी दी। इस पर कोर्ट ने गैर जमानतीय वारंट जारी कर दिया।
डीजीपी हरियाणा द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन ट्रैक डाउन' के तहत पानीपत जिला एसपी भूपेंद्र सिंह आईपीएस के नेतृत्व में इसराना पुलिस ने 5 से 20 नवंबर तक नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए सभी आरोपियों को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस ऑपरेशन के तहत दो अन्य आरोपियों की भी पहचान की गई है। थाना इसराना के अतिरिक्त प्रभारी नवीन कुमार और एएसआई बलवान सिंह ने एक प्रेसवार्ता में बताया कि हरियाणा पुलिस के अभियान के अंतर्गत इसराना पुलिस ने कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की हुई पहचान इनमें संदीप उर्फ जोजो (विकास नगर, पानीपत), नवदीप पुत्र शमशेर (विकास नगर, पानीपत), अंकित पुत्र बाल किशन (गांव रुखी, सोनीपत), हरकेश पुत्र काला (गांव बुसाना, सोनीपत), हरेंद्र (गांव बुसाना), उपदेश व रिंकू (गांव मंडी), कर्मवीर उर्फ कर्मा (बला खुर्द, महेंद्रगढ़) और विनीत पुत्र सिकंदर (बादली, झज्जर) शामिल हैं। गोलीकांड के आरोपी गिरफ्त से बाहर पुलिस ने बताया कि दो अन्य अपराधियों को भी नामजद किया गया है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अतिरिक्त इसराना में हुए गोलीकांड में नामजद पांच आरोपियों की भी शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।
संतकबीरनगर में टीबी क्लीनिक में तैनात जिला क्षय रोग अधिकारी (डीटीओ) डॉ. अमित सिंह को उनके पद से हटा दिया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. रामानुज कन्नौजिया ने गुरुवार को किए गए औचक निरीक्षण के दौरान डॉ. सिंह समेत 12 कर्मी को हस्ताक्षर कर अनुपस्थित पाया था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब सोमवार को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक का जिले में कार्यक्रम प्रस्तावित है। वे खलीलाबाद सीएचसी का निरीक्षण भी करेंगे। मंत्री के दौरे को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं, हालांकि अभी तक शासन से उनके कार्यक्रम की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। गुरुवार सुबह सीएमओ के औचक निरीक्षण में डीटीओ डॉ. अमित सिंह सहित लगभग एक दर्जन कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए थे। इनमें टीओ आशीष कुमार श्रीवास्तव, टीओ रवि कुमार मिश्रा, पीपीएम कविता पाठक, सुपरवाइजर ईश्वर चौधरी, लेखाकार राम बक्श विश्वकर्मा, बीबीसी अमित आनंद, एसटीएस सर्वेश चतुर्वेदी और चौकीदार राकेश चौधरी शामिल थे। कुछ कर्मचारियों, जैसे आशीष कुमार श्रीवास्तव, ने तो दो दिन पहले ही उपस्थिति रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर दिए थे। फार्मासिस्ट संगीता और एक्सरे टेक्नीशियन दीप नारायण पांडेय ने भी उपस्थिति रजिस्टर में अग्रिम सीएल भरा था। सीएमओ ने इन सभी का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा था। शुक्रवार को सीएमओ ने डॉ. अमित सिंह को डीटीओ पद से हटा दिया। इसके साथ ही, सीएमओ कार्यालय में तैनात अपर सीएमओ आरसीएच डॉ. महेंद्र प्रसाद को जिला क्षय रोग अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। डॉ. प्रसाद अब अपर सीएमओ के साथ-साथ जिला क्षय रोग अधिकारी का भी कार्यभार संभालेंगे।
जिस केस में हरियाणा सरकार को हाई कोर्ट में फटकार लगी है और 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। वह सोनीपत के खानपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर व गोहाना और बरोदा के कांग्रेस विधायकों से जुड़ा हुआ मामला है। पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने फैसले में हरियाणा सरकार की उस कार्रवाई पर कड़ी नाराज़गी जताई है, जिसमें कोविड ड्यूटी के दौरान डॉक्टर मनोज के खिलाफ मात्र इसलिए अनुशासनात्मक कार्रवाई चलाई गई,क्योंकि वह मेडिकल में पहुंचे गोहाना कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक के सामने खड़ा नहीं हुआ था। कोर्ट ने स्पष्ट कहा कि ऐसे व्यवहार की अपेक्षा डॉक्टरों से नहीं की जा सकती, खासकर तब जब वे आपातकालीन ड्यूटी निभा रहे हों। मामला क्या था2 अगस्त 2023 की रात को गोहाना के विधायक जगबीर मलिक और बरोदा विधायक इंदु राज भालू ने खानपुर मेडिकल कॉलेज पहुंचकर निरीक्षण किया था। दोनों कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक और इंदूराज भालू ने हॉस्पिटल की अव्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़े किए थे।उस दौरान जगबीर मलिक विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि डॉ मनोज को जब समस्या के बारे में अवगत कराया तो वह अपनी कुर्सी से भी खड़े नहीं हुए। हॉस्पिटल में कैजुअल्टी में कार्यरत डॉक्टर मनोज के व्यवहार को लेकर भी उन्होंने हेल्थ मिनिस्टर को लिखने की बात कही थी और उसके बाद डॉक्टर मनोज के खिलाफ शो कॉज़ नोटिस जारी कर दिया गया था। NOC नहीं मिला तो हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया सरकारी डॉक्टर डॉ. मनोज पोस्ट-ग्रेजुएट (PG) कोर्स के लिए इन- सर्विस कैटेगरी में आवेदन करना चाहते थे, जिसके लिए ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ (NOC) की आवश्यकता थी। लेकिन प्रदेश सरकार ने यह कहते हुए NOC रोक लिया कि डॉक्टर के खिलाफ एक शो कॉज नोटिस (विधायक विवाद )लंबित है। यह नोटिस कोविड-19 महामारी के दौरान एक आपातकालीन ड्यूटी के समय जारी किया गया था, जब गोहाना के विधायक जगबीर मलिक के मेडिकल में आने पर डॉक्टर मनोज उनके सामने नहीं उठे। डॉक्टर को दिया गया शो कॉज नोटिस कोविड-19 महामारी के दौरान डॉ. मनोज इमरजेंसी वार्ड में अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। इसी दौरान गोहाना कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक खानपुर मेडिकल पहुंचे। आरोप है कि डॉक्टर ने उन्हें पहचान नहीं पाया और अपने कार्य में व्यस्त रहा, जिसके कारण वह खड़ा नहीं हुआ। इसी आधार पर उसके खिलाफ शो कॉज नोटिस जारी कर दिया गया और प्रदेश सरकार ने कहा कि उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई प्रस्तावित है। डॉक्टर का पक्ष: न पहचानने पर किसी तरह की असम्मान की मंशा नहीं डॉ. मनोज ने जून 2024 में सरकार को अपना जवाब देकर स्पष्ट किया था कि वह विधायक को पहचान नहीं सके। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह मरीजों की देखभाल में जुटे थे और उनका उद्देश्य किसी का अपमान करना नहीं था। इसके बावजूद राज्य सरकार ने वर्षों तक इस नोटिस पर अंतिम निर्णय नहीं लिया। हाईकोर्ट की कड़ी टिप्पणी कोर्ट ने सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की कार्रवाई को “असंवेदनशील” और “चिंताजनक” बताया। कोर्ट ने कहा कि आपातकालीन वार्ड में ड्यूटी कर रहा डॉक्टर किसी प्रतिनिधि के आते ही खड़ा हो, यह उम्मीद न तो व्यावहारिक है और न ही न्यायसंगत।कोर्ट ने यह भी कहा कि डॉक्टर समाज के लिए महत्वपूर्ण सेवा देते हैं और उन्हें सम्मान देने की जिम्मेदारी जनप्रतिनिधियों और प्रशासन दोनों की है। NOC रोकना मनमाना और अन्यायपूर्ण: कोर्ट अदालत ने कहा कि शो कॉज़ नोटिस को बिना किसी निर्णय के वर्षों तक लंबित रखना और इसी आधार पर डॉक्टर का NOC रोक देना पूर्णतः मनमाना है। इससे डॉक्टर के करियर और उच्च शिक्षा के अधिकार पर सीधा असर पड़ता है, जो न्यायसंगत नहीं हो सकता। राज्य को तुरंत NOC जारी करने का निर्देश हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को आदेश दिया कि वह तुरंत NOC जारी करे ताकि डॉक्टर अपनी PG पढ़ाई जारी रख सकें। अदालत ने इस याचिका को स्वीकार करते हुए कहा कि ऐसे मामलों में मेडिकल पेशेवरों की गरिमा और सम्मान को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। राज्य सरकार पर ₹50,000 का जुर्माना कोर्ट ने राज्य सरकार पर ₹50,000 का लागत (कॉस्ट) भी लगाया है, जिसे पीजीआई एमईआर, चंडीगढ़ के ‘गरीब मरीज कल्याण कोष’ में जमा कराने का निर्देश दिया गया है। विधायक इंदु राज का बयान हाई कोर्ट के आदेश आने के बाद बरोदा हलके के कांग्रेस विधायक इंदूराज भालू का कहना है कि वह और गोहाना कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक के साथ रात को निरीक्षण किया था। खानपुर मेडिकल को लेकर लगातार शिकायतें मिल रही थी और उस दौरान वे गोहाना के विधायक के जगबीर मलिक के साथ रात को मेडिकल खानपुर पहुंचे थे। उसे दौरान काफी खामियां मिली थी और उसे दौरान अल्टरनेटिव चार्ज सीएमओ के तौर पर डॉक्टर मनोज को मिला हुआ था खामियों को लेकर मौके पर बातचीत करने के लिए डॉक्टर मनोज को बुलाया तो वह सीट से उठकर नहीं आए। फिर मौके पर खुद दोनों विधायक डॉक्टर के पास पहुंचे तो फिर भी वे सीट से नहीं उठे। विधायक ने यह भी कहा कि उस दौरान वे किसी मरीज को नहीं देख रहे थे। वह कुर्सी पर आराम से बैठे हुए थे। वही डॉक्टर की शिकायत तत्कालीन हेल्थ मिनिस्टर को भी की गई थी। जिसको लेकर डॉ मनोज को कारण बताओ नोटिस जारी हुआ था।
सतना जिले में दो सौ रुपए की उधारी मांगने पर जानलेवा हमला करने वाले आरोपी को जिला अदालत ने पांच साल का कठोर कारावास और 15 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। यह फैसला प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश गीता सोलंकी की अदालत ने सुनाया। 23 अगस्त 2023 की रात करीब साढ़े 8 बजे फरियादी अतुल सिंह अपने घर के बाहर बैठे थे। तभी ग्राम कुआ निवासी आरोपी घनश्याम सिंह उर्फ कल्लू वहां से गुजर रहा था। अतुल ने उससे अपने उधार दिए 200 रुपए मांगे। इस पर आरोपी भड़क गया और गाली-गलौज करते हुए लकड़ी से अतुल के सिर पर वार कर दिया। चोट लगने से अतुल जमीन पर गिरकर बेहोश हो गए। घटना की जानकारी मिलने पर बाबूपुर चौकी पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की और मामला कोलगवां थाने को ट्रांसफर किया। पुलिस ने आरोपी घनश्याम को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया। जांच पूरी होने के बाद पुलिस ने चालान अदालत में पेश किया। सभी सबूतों और गवाहों के आधार पर अदालत ने आरोपी घनश्याम सिंह उर्फ कल्लू को दोषी माना और उसे पांच वर्ष के कठोर कारावास के साथ 15 हजार रुपए अर्थदंड से दंडित किया।
देवरिया में बीएलओ पर हमला, फॉर्म फाड़े:चार लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज
देवरिया में मतदाता सूची संशोधन के लिए एसआईआर फॉर्म बांट रहे एक बीएलओ पर गुरुवार शाम हमला हो गया। नगरपालिका परिषद देवरिया में कर संग्राहक कृष्णमोहन कुशवाहा अपने निर्धारित क्षेत्र उमानगर पश्चिमी में फॉर्म वितरण कर रहे थे, तभी एक युवक और उसके परिवार ने उन पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमले में बीएलओ गंभीर रूप से घायल हो गए। पीड़ित कृष्णमोहन कुशवाहा ने बताया कि वे घर-घर जाकर एसआईआर फॉर्म वितरित कर रहे थे। इसी दौरान अभय राजभर पुत्र ओमप्रकाश राजभर ने उनसे तुरंत फॉर्म देने की जिद की और उनके काम में बाधा डाली। बीएलओ द्वारा समझाने का प्रयास करने पर भी युवक नहीं माना और विवाद करने लगा। आरोप है कि अभय राजभर ने अपने परिवार के सदस्यों—पत्नी, बेटे और बेटी—को मौके पर बुला लिया। इसके बाद सभी ने मिलकर कृष्णमोहन कुशवाहा पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। हमलावरों ने बीएलओ की पिटाई करने के साथ ही उनके हाथ में मौजूद फॉर्म भी छीनकर फाड़ दिए। हमले में कृष्णमोहन कुशवाहा बुरी तरह घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें हमलावरों से बचाया। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार मौके पर पहुंचे और पीड़ित तथा स्थानीय लोगों से घटना की जानकारी ली। घायल बीएलओ का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। पीड़ित की तहरीर पर सदर कोतवाली पुलिस ने अभय राजभर पुत्र ओमप्रकाश राजभर, उसकी पत्नी, बेटे और बेटी (निवासी देवरिया खास) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 221, 132, 352, 324(4), 121(1) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
उदयपुर में अमेरिकी अरबपति बिजनेसमैन रामा राजू मंटेना की बेटी नेत्रा और अमेरिकी मूल के वामसी गडिराजू की रॉयल वेडिंग में रणवीर सिंह के साथ डोनॉल्ड ट्रम्प के बेटे और उनकी गर्लफ्रेंड ने डांस किया।स्टेज पर वरूण धवन,कृति सेनन और जैकलिन फर्नांडिस की धमाकेदार डांस किया। इसके अलावा करण जौहर ने वेडिंग कपल के साथ कॉफी विद करण शूट किया। आज इंटरनेशनल स्टार जेनिफर और जस्टिन की परफॉर्मेंस है। सिटी पैलेस के जनाना महल में शुक्रवार को रात 9:30 बजे से देर रात तक बॉलीवुड कलाकारों की परफॉर्मेंस हुई। एक्ट्रेस सोफिया चौधरी, जाह्नवी कपूर, अभिनेता शाहिद कपूर जैसे सितारों ने शाही शादी में सजे विशेष मंच पर गीत-संगीत-नृत्य की धमाकेदार प्रस्तुतियां देकर विदेशी मेहमानों को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। रॉयल वेडिंग में शामिल होने आयरलैंड से जेनिफर शेनॉन भी पहुंची इस रॉयल वेडिंग में शामिल होने के लिए रात करीब 2:30 बजे इंटरनेशनल सुपरस्टार जेनिफर लोपेज देर रात उदयपुर पहुंचीं। जेनिफर शेनॉन आयरलैंड से चार्टर फ्लाइट से सीधे उदयपुर पहुंची। आज उनकी और इंटरनेशनल सुपरस्टार जस्टिन बीबर की परफॉर्मेंस शनिवार को सिटी पैलेस के माणक चौक में सजे विशेष मंच पर हाेगी। वही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ शुक्रवार को उदयपुर थे। दुल्हन नेत्रा व दूल्हा वामसी रविवार को पिछोला झील के बीच स्थित जग मंदिर आइसलैंड पैलेस में 7 फेरे लेकर विवाह बंधन में बंधेंगे। इस विवाह उत्सव की धूम 24 नवंबर तक चलेगी। शुक्रवार को ताज लेक पैलेस में हल्दी की रस्में हुईं। इसमें मेहमान पीले कपड़े पहनकर गीत-संगीत के बीच नाचते दिखाई दिए। रॉयल वेडिंग में शामिल होने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर (ट्रम्प जूनियर) भी अपनी गर्लफ्रेंड के साथ उदयपुर पहुंच चुके हैं। उन्हें विशेष सुरक्षा घेरे के बीच महाराणा प्रताप एयरपोर्ट डबोक से लीला पैलेस ले जाया गया, जहां वे ठहरेंगे। इंटरनेशनल सुपरस्टार जेनिफर लोपेज देर रात उदयपुर पहुंचीं। जेनिफर शेनॉन आयरलैंड से चार्टर फ्लाइट से सीधे उदयपुर पहुंचेंगी। उनकी और इंटरनेशनल सुपरस्टार जस्टिन बीबर की परफॉर्मेंस शनिवार को सिटी पैलेस के माणक चौक में सजे विशेष मंच पर हाेगी। इससे पहले 20 नवंबर की रात वेलकम पार्टी लीला पैलेस में हुई, जिसे अमायरा दस्तूर ने होस्ट किया। इसमें राजस्थानी मांगणियारों की धुनों के साथ अनोखे एक्ट भी देखने को मिले। एक युवती ने गुब्बारों के सहारे हवा में डांस किया। जग मंदिर पैलेस जाएगी बारात, लेक पैलेस -लीला में आफ्टर पार्टी प्रोग्राम रॉयल वेडिंग में शनिवार को सभी मेहमान अपनी-अपनी होटलों में सुबह 7 से 10:30 बजे तक नाश्ता करेंगे। दोपहर 2 लंच होगा। शाम 4 से 5:30 बजे बड़ी पाल जेटी से रामेश्वर घाट के लिए बारात निकलेगी। इसके बाद शाम 5 से रात 10:30 बजे तक माणक चौक मेहंदी की रस्म व डिनर हाेगा। रात 11:30 से 1 बजे तक ताज लेक पैलेस में आफ्टर पार्टी-1 और रात 11:30 से 1 बजे तक लीला पैलेस में आफ्टर पार्टी-2 का आयोजन होगा। पुलिस के अधिकारियों-जवानों के अलावा अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियां झील की जेटियों और होटल्स के आस पास पैनी नजर बनाए हुए हैं। होटलों में भी सुरक्षा घेरा बनाया गया है। ड्रोन्स के जरिए रेंडम चेकिंग की जा रही है। समारोह में एंट्री पास के आधार व कड़ी पूछताछ के बाद ही दी जा रही है। देखिए वेडिंग फोटोज... शादी से जुड़ी यह खबरें पढ़े रॉयल वेडिंग के लिए उदयपुर में अमेरिकी राष्ट्रपति के बेटे:बॉलीवुड स्टार्स की धमाकेदार परफॉर्मेंस, करण जौहर ने दूल्हा-दुल्हन से पूछे सवाल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ शुक्रवार रात उदयपुर पहुंचे। वे अमेरिकी अरबपति बिजनेसमैन रामा राजू मंटेना की बेटी नेत्रा मंटेना (एलिजाबेथ) और वामसी गडिराजू की रॉयल वेडिंग में शामिल होंगे। (पूरी खबर पढ़ें)
झुंझुनूं जिले में नवंबर में शादी-ब्याह का सीजन शुरू हो गया है, और इसका पहला असर सीधे-सीधे रसोई पर देखने को मिल रहा है। सब्जियों की मांग अचानक बढ़ गई है। साथ ही ठंड का असर फसलों पर पड़ने से खेतों से आवक भी कम हुई है। मांग और सप्लाई के इस असंतुलन ने सब्जियों के दामों में 30 से 60 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी कर दी है। कई सब्जियां तो सौ रुपए प्रति किलो का आंकड़ा पार कर चुकी हैं, जिससे आम परिवारों का बजट बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जिले की मंडियों में रोजमर्रा की सब्जियों के दाम लगातार ऊपर जा रहे हैं। मटर, देसी मिर्च, भिंडी, टिंडे और हरी हल्दी जैसी सब्जियां अब फलों से भी महंगी बिक रही हैं। सामान्य दिनों में 80 से 100 रुपए किलो तक मिलने वाली मटर वर्तमान में 200 से 225 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है। इसी तरह हरी मिर्च का दाम सौ से सवा सौ रुपए किलो के बीच बना हुआ है। सब्जी व्यापारियों का कहना है कि इस बार शादियों की संख्या ज्यादा होने से मांग अचानक बढ़ी है, जबकि ठंड की वजह से नई फसल देर से आ रही है। यही कारण है कि बाजार में दामों में इतनी तेज उछाल दिखाई दे रही है। सब्जियों के बढ़े दामों ने गृहिणियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। रसोई चलाने वाली महिलाओं के लिए रोजाना की खरीदारी पहले से दोगुनी महंगी हो गई है। कई घरों में अब सब्जियों का चयन बदल गया है। महंगी सब्जियों की जगह लोग अब आलू, परवल और लौकी जैसी अपेक्षाकृत सस्ती सब्जियों पर ज्यादा निर्भर हो रहे हैं। सब्जी विक्रेता विष्णु सैनी बताते हैं कि शादियों के चलते मंडी में मांग अचानक बढ़ गई है, जबकि खेतों से आने वाली आवक काफी कम है। मौसम की अनिश्चितता और ठंड बढ़ने के कारण कई सब्जियों की नई फसल आने में देरी हो रही है, जिससे सप्लाई प्रभावित हो रही है। उन्होंने बताया कि अगर मौसम सामान्य रहा और खेतों से आवक बढ़ी तो अगले दो हफ्तों में 20 से 30 प्रतिशत तक दामों में कमी आने की संभावना है। वहीं, सब्जी व्यापारी शीशराम का कहना है कि इस साल शादी वाले परिवार बड़ी मात्रा में बिना मोलभाव सब्जियां खरीद रहे हैं। एक शादी में केवल मटर ही दस से बीस किलो तक लग जाती है। टमाटर और भिंडी जैसी सब्जियां भी बड़ी मात्रा में खरीदी जाती हैं। जब जिले में एक साथ सैकड़ों शादियां हो रही हों तो खपत का स्तर अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं है। यही अचानक बढ़ी खपत बाजार को असंतुलित कर रही है और दामों को लगातार ऊपर धकेल रही है।
एटा के अलीगंज विकासखंड क्षेत्र के वीरपुर गांव में एक घर से अत्यधिक विषैला रसल वाइपर सांप मिला है। सांप की सरसराहट सुनकर घर के सदस्य ने सर्पमित्र को सूचना दी, जिसके बाद सर्पमित्र मिलन पांडे ने एक घंटे की मशक्कत के बाद उसका सफल रेस्क्यू किया। वीरपुर निवासी मिथुन पुत्र रामगोपाल ने अपने घर के जीने के पास सांप को देखा। सांप की आहट मिलने पर उन्होंने उसे डंडे से घर के बाहर किया और तुरंत सर्पमित्र मिलन पांडे को फोन पर जानकारी दी। मिलन पांडे ने सांप का फोटो मंगवाया और उसकी पहचान एक बेहद जहरीले सांप के रूप में की। सूचना मिलते ही सर्पमित्र मिलन पांडे अपने एक सहयोगी के साथ वीरपुर गांव पहुंचे। सांप को देखते ही उन्होंने बताया कि यह रसल वाइपर है, जो दुनिया के चार सबसे विषैले सांपों में से एक है। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद उन्होंने इस सांप को सुरक्षित पकड़ लिया। इस दौरान गांव के लोग भी मौके पर जमा हो गए। मिलन पांडे ने बताया कि रसल वाइपर एक अत्यधिक विषैला सांप है, जो मुख्य रूप से दक्षिण एशिया में पाया जाता है। उन्होंने कहा कि वे लगभग चार साल से सांपों का रेस्क्यू कर रहे हैं, लेकिन इस क्षेत्र में पहली बार रसल वाइपर निकला है। उन्होंने ग्रामीणों को जानकारी देते हुए बताया कि रसल वाइपर का जहर हेमोटॉक्सिक होता है, जो मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। यह सांप गुस्सैल और आक्रामक स्वभाव का होता है, खासकर जब उसे खतरा महसूस होता है। उन्होंने यह भी बताया कि यह सांप अंडे नहीं देता, बल्कि सीधे बच्चों को जन्म देता है। सर्पमित्र ने वहां मौजूद ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि घर और आसपास के क्षेत्र को साफ रखें, कूड़ा-कचरा न फैलाएं। घरों में दरारें और छेद बंद करें ताकि सांप अंदर न घुस सकें। खुले क्षेत्रों में चलते समय सावधानी बरतें और जूते पहनें। उन्होंने जोर देकर कहा कि सांप दिखने पर तुरंत विशेषज्ञों को बुलाएं और खुद से पकड़ने की कोशिश न करें, साथ ही वन विभाग को भी सूचित करें। इस मामले में आरएफओ आदित्य सक्सेना ने पुष्टि की कि यह रसल वाइपर सांप है, जो अत्यंत विषैला होता है। उन्होंने सर्पमित्रों और ग्रामीणों से अपील की कि ऐसी किसी भी सूचना को तत्काल वन विभाग को दें, जिससे टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कर सके।
राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के हॉस्टल कैंटीन में आज सुबह ब्लैक कोबरा के दिखाई देने से हड़कंप मच गया। नाश्ता करने पहुंचे स्टूडेंट्स ने जैसे ही सांप को देखा, कैंटीन में अफरा-तफरी मच गई। स्टूडेंट्स के साथ स्टाफ भी दहशत में बाहर आ गए। कोबरा कैंटीन में रखे फ्रिज के नीचे जाकर छुप गया। लोगों ने उसे भगाने की कोशिश की, लेकिन विफल रहे। स्थिति को गंभीर देखते हुए तुरंत स्नेक कैचर गोविंद शर्मा को मौके पर बुलाया गया। गोविंद शर्मा ने बताया कि कोबरा बेहद सक्रिय था और संकरे स्थान में छुपा होने के कारण रेस्क्यू चुनौतीपूर्ण रहा। करीब आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लगभग 5 फीट लंबे ब्लैक कोबरा को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया गया। इसके बाद उसे लाडपुरा के जंगल में छोड़ दिया गया और वन विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दी गई। कोबरा के रेस्क्यू के बाद स्टूडेंट्स और कैंटीन स्टाफ ने राहत की सांस ली।
डूंगरपुर जिले में अब लोग नवजात बच्चों को झाड़ियों, कचरे के ढेर या सुनसान स्थानों पर फेंकने के बजाय सुरक्षित परित्याग प्रक्रिया अपना रहे हैं। यह न केवल बच्चे की जान बचा रही है, बल्कि उसे एक सुरक्षित भविष्य और परिवार का स्नेह दिलाने की दिशा में बड़ा कदम है। बिन ब्याही मां बोली- मैं नहीं पाल पाऊंगी, विभाग ने संभाली जिम्मेदारी जिला अस्पताल में भर्ती एक बिन ब्याही मां ने निजी परिस्थितियों के कारण नवजात को पालने में असमर्थता जताई। जानकारी मिलने पर बाल अधिकारिता विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई की। शुक्रवार शाम बच्चे को पूरे सम्मान के साथ ढोल-नगाड़ों की धुन पर जिला मुख्यालय स्थित शिशु गृह लाया गया। अब नवजात की देखभाल और परवरिश की जिम्मेदारी विभाग के पास होगी। आने वाले समय में उसे दत्तक अभिभावकों के जरिए एक स्थायी परिवार और माता-पिता का प्यार मिल सकेगा। राज्य सरकार की ‘सुरक्षित परित्याग’ पहल बनी संजीवनी बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. कल्पित शर्मा ने बताया- अक्सर नवजातों को असुरक्षित स्थानों पर छोड़ दिया जाता है, जिससे जानवरों का खतरा और प्रतिकूल परिस्थितियों में मौत का जोखिम बढ़ जाता है। ऐसे मामलों को रोकने के लिए राज्य सरकार ने आमजन को सुरक्षित परित्याग का अधिकार दिया है। इससे बच्चे को न केवल सुरक्षा मिलती है, बल्कि उसका भविष्य भी संवारा जा सकता है। शिशु गृह पहुंचने पर बच्चे का स्वागत डॉ. शर्मा ने बताया कि मां की असमर्थता के बाद नियमानुसार बाल कल्याण समिति के निर्देश पर नवजात को शिशु गृह की कस्टडी में लिया गया। जिला अस्पताल में संपूर्ण चिकित्सकीय परीक्षण करवाया गया और फिर विधिवत स्वागत के साथ शिशु गृह में रखा गया। शिशु गृह पहुंचने पर केयरटेकर ने बच्चे का स्वागत किया और उसकी सुरक्षा व देखरेख की जिम्मेदारी संभाली।
जयपुर के दो सूने मकानों में घुसे बदमाश:परिवार गए हुए थे बाहर, लॉक तोड़े; गहने-कैश चुराए
जयपुर के दो सूने मकानों में चोर के लिए बदमाशों के घुसने का मामला सामने आया है। दोनों ही परिवार के मेंबर अपने-अपने काम से बाहर गए थे। लॉक तोड़कर बदमाश लाखों रुपए कीमत के गहने-कैश चोरी कर ले गए। खोरा बीसल थाने में पीड़ितों ने चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई है।पुलिस ने बताया- निवारू रोड के गणेश वाटिका निवासी शंकर लाल के घर चोरी हुई। 15 नवम्बर को वह परिवार सहित किसी काम से बाहर गए थे। पीछे से सूने मकान को बदमाशों ने चोरी की नीयत से निशाना बनाया। मकान का लॉक तोड़कर चोर अंदर घुसे। अलमारी में लॉकर में रखा सोने का मंगलसूत्र, चांदी का मंगलसूत्र, ब्रासलेट (200 ग्राम), पायजेब (250 ग्राम), चांदी का सिक्का (10 ग्राम) और 60 हजार रुपए चोरी कर ले गए। वहीं, चोरी की दूसरी वारदात बालाजी विहार-6 में रहने वाले प्रमोद जांगिड़ के घर हुई। 20 नवम्बर की शाम वह परिवार सहित बाहर गए थे। मेन गेट का लॉक तोड़कर घुसे बदमाश अलमारी में रखी सोने की तागडी (40 ग्राम), चेन (12 ग्राम), टिका, 7 जोडी ईयर रिंग, 4 अंगुठी (टोटल- 135 ग्राम) और 42 इंच का एलईडी टीवी भी चुराकर ले गए। वापस लौटने पर पीड़ितों को चोरी का पता चला। खोरा बीसल थाना पुलिस सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस सबूत जुटाने के साथ वारदातस्थल के आस-पास लगे CCTV फुटेजों को खंगाल रही है।
एमडीएस यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह 25 दिसम्बर को होगा और इसके लिए प्रशासन ने टॉपर्स की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट पर आपत्ति दर्ज कराने के लिए 7 दिन का समय दिया गया है। लिस्ट यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर अपलोड है। संकायवार टॉपर्स की यह प्रोविजनल लिस्ट है, अगर इसमें कोई आपत्ति या दावा दर्ज किया जाता है तो समाधान के बाद फाइनल लिस्ट जारी की जाएगी। इस बार दो चांसलर अवार्ड दिए जाएंगे। पिछले साल 2024 दीक्षांत समारोह में साइंस संकाय के विद्यार्थी को यह अवार्ड दिया जाना था, लेकिन दीक्षांत समारोह होने तक इसके परिणाम ही जारी नहीं हुए थे। ऐसे में यह चांसलर अवार्ड इस बार दिया जाएगा। जबकि 2025 का चांसलर अवार्ड कॉमर्स संकाय के टॉपर को दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हर संकास के टॉप 10 टॉपर्स की लिस्ट जारी की गई है। इस पर 21 नवंबर से सात दिवस तक यह आपत्तियां ली जाएगी। इस संबंध में एक विज्ञप्ति भी जारी की है। जिसमें विद्यार्थियों को निर्देश दिए गए हैं कि लिस्ट में विद्यार्थी को अपनी रैंक, प्राप्तांक या अन्य किसी तरह की आपत्ति हो तो सात दिन में पूरे विवरण सहित परीक्षा नियंत्रक के समक्ष दर्ज कराए। सात दिन बाद आपत्तियों और दावे को मंजूर नहीं किया जाएगा। लिस्ट देखने के लिए करें क्लिक ........ पढें ये खबर भी... राजस्व मंडल में एक साथ तीन IAS अफसरों की नियुक्ति:कुल 20 सदस्यों में से 13 ही पोस्टेड; 5 आरएएस व 2 वकील कोटे से खाली राज्य सरकार ने शुक्रवार को तीन आईएएस अफसरों को राजस्व मंडल में सदस्य नियुक्त किया है। ऐसे में आईएएस कोटे से स्वीकृत चारों पद अब भर गए हैं। हालांकि मंडल में कुल स्वीकृत 20 पद के मुकाबले अब भी 7 पद रिक्त हैं। इन नई नियुक्तियों सहित 13 ही सदस्य होंगे। पूरी खबर पढे़
प्रदेशभर के युवाओं व किसानों के लिए खुशखबरी है। अब कम खर्च में ड्रोन पायलट बनना संभव हो पाएगा। दरअसल मान्यता प्राप्त ड्रोन प्रशिक्षण देने वाले प्रदेश के विश्वविद्यालयों में एक मात्र कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर को राज्य सरकार की ओर से 50% अनुदान राशि की स्वीकृति मिली है। गौरतलब है कि प्रदेश में ड्रोन पायलट प्रशिक्षण के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय, भारत सरकार से मान्यता प्राप्त एकमात्र संस्थान कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर है। और अब राज्य सरकार से अनुदान मिलने के बाद अनुदानित प्रशिक्षण देने वाला भी पहला केन्द्र बन गया है। इससे अब प्रदेश के युवाओं व किसानों का डिजिटल खेती से तेजी से जुड़ाव होगा। कृषि क्षेत्र में लगातार ड्रोन की मांग कृषि विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो डॉ वीएस जैतावत का कहना है कि कृषि क्षेत्र में लगातार ड्रोन की मांग बढ़ती जा रही है और दक्ष पायलट की भी अत्यंत आवश्यकता है। ऐसे में अब ड्रोन पायलट ट्रेनिंग की महंगी फीस के चलते असमर्थ किसान अब आसानी से दक्ष ड्रोन पायलट बन पायेंगे। डीजीसीए मान्यता प्राप्त होने के कारण राज्य सरकार की ओर से सिर्फ कृषि विश्वविद्यालय, जोधपुर से प्रशिक्षण लेने वाले को 50% अथवा अधिकतम 35000 तक का अनुदान दिया जाएगा। इस से देश प्रदेश में विश्वविद्यालय की अलग पहचान व साख बनेगी। विश्वविद्यालय की ओर से मिलेगी 10% अतिरिक्त छूट विश्वविद्यालय के किसान कौशल विकास केंद्र में चल रहे ड्रोन पायलट ट्रेंनिंग प्रोजेक्ट के समन्वयक डॉ प्रदीप पगारिया ने जानकारी दी कि प्रशिक्षणार्थियों के लिए 7 दिवसीय प्रशिक्षण के 50,000 जबकि 15 दिन के 65,000 रु शुल्क है। इसमें जीएसटी अतिरिक्त है। अब राज्य सरकार की ओर से 50% अथवा अधिकतम ₹35000 का अनुदान दिया जाएगा। साथ ही प्रोत्साहन के रूप में विश्वविद्यालय की ओर से भी अतिरिक्त 10% की छूट मिलेगी। डॉ पगारिया ने बताया कि विश्वविद्यालय में अब तक 5 बैच का सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा हो चुका है। इसमें प्रवेश पहले आओ पहले पाओ के आधार पर मिलता है। केन्द्र पर डीजीसीए के दक्ष पायलेट्स की ओर से किसानों को प्रशिक्षण दिया जाता है। ऐसे करें आवेदन
गाजियाबाद में आज भी AQI 400 पार:लगातार प्रदूषण की मार झेल रहे यूपी के 7 शहर
गाजियाबाद में हवा लगातार जहरीली बनी हुई है। हवा में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। देश में वायु प्रदूषण में आज छठे दिन भी गाजियाबाद पहले स्थान पर है, दूसरे नंबर पर गाजियाबाद से सटा नोएडा है। इसके बाद वेस्ट यूपी के मुजफ्फरनगर शहर है। इसके बाद हापुड़ व मेरठ की भी स्थिति लगातार खराब बनी हुई है। इनके बाद दिल्ली का नंबर है। आसपास के जिलों में भी एक्यूआई लगातार बढ़ता जा रहा है। यूपी के 7 शहरों की हवा जहरीली गाजियाबाद समेत यूपी के 7 शहरों में एक्यूआई रेड जोन में भी भी बहुत अधिक पहुंच गया है, जहां लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी है। शहर में चारों तरफ प्रदूषण ही प्रदूषण है। सुबह के समय हल्की धुंध भी शुरू हो गई है। दिल्ली के अलावा यूपी के मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, हापुड़, नोएडा, बागपत और मुजफ्फरनगर की भी यही स्थिति है। लोगों को सांस लेने में लगातार दिक्कत हो रही है। दिल्ली और यूपी में इन जिलों का AQI सबसे अधिक आंखों में होने लगती है जलन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुमान अब एक्यूआई बढ़ने की अधिक संभावना नहीं है, यदि बढ़ता है तो ऐसे में सांस संबंधी रोगियों के लिए यह और अधिक खतरनाक साबित हो सकता है। लोगों को आंखों में जलन, गले में खराश और अस्वस्थता जैसी समस्या हो सकती है। गाजियाबाद के पल्मोनोलोजिस्ट डॉ. शरद जोशी ने बचाव के लिए सभी को बाहरी गतिविधियों के दौरान N95 या डबल सर्जिकल मास्क पहनने की सलाह दी है। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। वहीं, प्रशासन ने भी प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कदम उठाने की तैयारी शुरू कर दी है। ये हैं शहरों में पॉल्यूशन के बड़े कारण प्रदूषण की वजह पराली जलाना उत्तर और मध्य भारत में दिवाली के बाद पराली जलाने का सिलसिला शुरू हो जाता है। इस वजह से प्रदूषण बढ़ने की रफ्तार भी तेज होने लगती है। हरियाणा और पंजाब में सबसे ज्यादा पराली जलाई जाती है। 2015 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने पराली जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। इससे किसानों को पराली का सफाया करने में परेशानी होने लगी। केंद्र सरकार ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) अधिनियम 2021 के तहत पराली जलाने पर नियम लागू किए। इसके मुताबिक 2 एकड़ से कम जमीन पर पराली जलाने पर 5,000 रुपए जुर्माने का प्रावधान है। 2 से 5 एकड़ जमीन पर 10,000 रुपए और 5 एकड़ से ज्यादा जमीन पर पराली जलाने पर 30,000 रुपए का जुर्माना लगता है।
सारण में शुक्रवार देर शाम एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान खारिक गांव के सरोज कुमार के रूप में हुई है। वो स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाते थे। परिवार के लोगों ने बताया कि, सरोज कुमार किसी काम से बाहर गए थे। लौटते वक्त घात लगाए बाइक सवार अपराधियों ने उनके सिर में गोली मार दी और फरार हो गए। गंभीर हालत में सरोज को पहले सोनपुर अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें PMCH, पटना रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। हत्या के पीछे का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। हालांकि, परिजनों ने पुलिस को बताया है कि सरोज कुमार का किसी से 3 लाख रुपए को लेकर लेकर विवाद रहा था। पुलिस इस पहलू पर गंभीरता से जांच कर रही है। गांव में पुलिस गश्त बढ़ाई गई घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष और पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) संजय कुमार देर रात घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच की। पुलिस अधिकारियों ने अपराधियों की धरपकड़ के लिए सघन छापेमारी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए खारिक गांव और आसपास के इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। अपराधियों की पहचान के लिए छापेमारी जारी SSP ने बताया कि अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए तकनीकी और मानवीय खुफिया तंत्र को सक्रिय किया गया है। प्रारंभिक जांच में यह मामला आपसी विवाद से जुड़ा लग रहा है। पुलिस हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है।
गाजियाबाद। शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र के विक्रम एन्क्लेव में शनिवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। प्लॉट नंबर 9 के सामने लगे ट्रांसफॉर्मर समेत दो बिजली के पोल अचानक टूटकर गिर गए। इस घटना में सड़क किनारे खड़ी दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं, हालांकि कोई जनहानि नहीं हुई। यह घटना सुबह करीब 8 बजे हुई, जब क्षेत्र में लोग अपने दफ्तरों के लिए निकल रहे थे और बच्चे स्कूल जाने की तैयारी में थे। ऐसे व्यस्त समय में पोल गिरने से किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका थी। हालांकि, कोई व्यक्ति इसकी चपेट में नहीं आया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ये दोनों पोल काफी लंबे समय से पुराने और कमजोर थे। स्थानीय निवासियों ने बताया कि बिजली विभाग की ओर से इन्हें बदलने या मजबूत करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया था। हादसे में सड़क किनारे खड़ी दो कारें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। कार मालिकों ने कहा कि यदि वे घटना के कुछ मिनट पहले वाहन के पास होते, तो स्थिति गंभीर हो सकती थी। पोल गिरने के बाद ट्रांसफॉर्मर का तेल सड़क पर फैल गया, जिससे फिसलन का खतरा बढ़ गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को इस स्थिति की सूचना दी। निवासियों ने आरोप लगाया कि बिजली विभाग की लगातार लापरवाही के कारण इलाके में हमेशा खतरा बना रहता है। उन्होंने टूटे हुए तारों, झुके हुए पोलों और ओवरलोडेड ट्रांसफॉर्मरों का हवाला देते हुए दुर्घटना की आशंका जताई। स्थानीय लोगों ने विभाग से जल्द से जल्द नए और मजबूत पोल लगाने तथा ट्रांसफॉर्मर की स्थिति की जांच कर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग की है। निवासियों ने राहत व्यक्त की है कि बड़ा हादसा टल गया, लेकिन चेतावनी दी कि यदि विभाग ने समय पर ध्यान नहीं दिया, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं गंभीर नुकसान का कारण बन सकती हैं।
बागपत में राष्ट्रवादी नवनिर्माण दल 27 नवंबर को कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करेगा। यह प्रदर्शन जिलाध्यक्ष आशीष वशिष्ठ के नेतृत्व में भ्रष्टाचार और किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर आयोजित किया जाएगा। पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस दौरान अधिकारियों से वार्ता करेंगे और आगे की रणनीति पर विचार करेंगे। राष्ट्रवादी नवनिर्माण दल के जिलाध्यक्ष आशीष वशिष्ठ ने बताया कि किसानों का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार तमाम बातें कर रही है, लेकिन धरातल पर किसानों के लिए कोई खास सुविधा नहीं है। किसान खाद की किल्लत, आवारा पशुओं और विद्युत संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। वशिष्ठ ने यह भी बताया कि गन्ना भुगतान में देरी के कारण किसान आर्थिक तंगी सहित विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार चरम पर है, जिससे हर वर्ग प्रभावित हो रहा है और इस पर लगाम लगाना अत्यंत आवश्यक है। आशीष वशिष्ठ ने जानकारी दी कि सैकड़ों की संख्या में उनके कार्यकर्ता और पदाधिकारी बागपत के जिलाधिकारी से मुलाकात करेंगे और उन्हें ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान जल्द नहीं हुआ, तो दल आगे की रणनीति पर विचार करेगा।
रेवाड़ी जिले में धारूहेड़ा ब्लॉक समिति चेयरमैन के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया। जिला सचिवालय में हुई बैठक में आवश्यक दो-तिहाई बहुमत नहीं जुट पाने के कारण यह प्रस्ताव स्वतः गिर गया। घटना दो महीने से चल रही राजनीतिक खींचतान के बाद हुई है। जानकारी के अनुसार 22 सदस्यों वाली ब्लॉक समिति में अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए कम से कम 15 सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य थी। हालांकि बैठक में केवल 14 सदस्य ही पहुंच सके। जैसे ही यह स्पष्ट हुआ कि आवश्यक संख्या पूरी नहीं हुई है, प्रस्ताव को खारिज मान लिया गया। 22 में से 14 सदस्य सचिवालय पहुंचे पिछले दो महीनों से विरोधी गुट के 16 ब्लॉक समिति सदस्य लगातार 'भ्रमण' पर थे, ताकि अविश्वास प्रस्ताव पर बैठक न हो सके। इससे पहले 24 अक्टूबर को एक बैठक तय हुई थी, जिसे एक अधिकारी की बीमारी का हवाला देकर स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद 21 नवंबर की तारीख तय हुई, लेकिन उस दिन भी केवल 14 सदस्य ही सचिवालय पहुंचे। स्थिति की संवेदनशीलता को देखते हुए रेवाड़ी जिला सचिवालय के बाहर और अंदर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। प्रशासन किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्क था। घटना को लोकतंत्र की हत्या दिया करार वहीं विरोधी गुट का नेतृत्व कर रहे सदस्य रोहित ने घटना को 'लोकतंत्र की हत्या' करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि चेयरमैन पक्ष को प्रशासन का खुला संरक्षण मिल रहा था, जिसके कारण सदस्यों को बैठक में पहुंचने से रोका गया। अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) ने स्पष्ट किया कि पूरी प्रक्रिया नियमों के अनुसार ही हुई है। उन्होंने बताया कि 15 की जगह केवल 14 सदस्य पहुंचने के कारण अविश्वास प्रस्ताव स्वतः खारिज हो गया। एक साल के लिए चेयरमैन की कुर्सी सुरक्षित एडीसी ने बताया कि नियमों के अनुसार एक बार अविश्वास प्रस्ताव असफल या खारिज होने के बाद अगले एक साल तक नया अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता। इसका अर्थ है कि चेयरमैन दलबीर की कुर्सी अब कम से कम एक साल के लिए सुरक्षित हो गई है। इस प्रकार दो महीने से चली आ रही सियासी उठापटक का अंत चेयरमैन दलबीर की जीत और विरोधी गुट की हार के साथ हुआ।
जैसलमेर के बबर मगरा क्षेत्र में उस समय हड़कंप मच गया जब एक कुतिया और उसके दोनों नन्हे बच्चों पर अचानक एक जहरीले कोबरा ने हमला कर दिया। घटना इतनी तेजी से हुई कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला। सांप के काटने के कुछ ही समय बाद तीनों की मौत हो गई। घटना के बाद क्षेत्र में दहशत फैल गई और लोगों ने तुरंत स्नेक कैचर ईश्वर को सूचना दी। मौके पर पहुंचे स्नैक कैचर ईश्वर ने 5 फीट लम्बे जहरीले सांप को रेस्क्यू किया और सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया। सांप को रहवासी इलाके से रेस्क्यू कर ले जाने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। कुतिया और उसके बच्चों को काटा स्थानीय लोगों के अनुसार कुतिया अपने दोनों बच्चों के साथ झाड़ियों के पास बैठी हुई थी। तभी झाड़ियों से निकलकर करीब 5 फीट लंबा बड़ा कोबरा उन पर झपट पड़ा और एक-एक कर तीनों को काट लिया। काटने के कुछ मिनटों के भीतर कुतिया और दोनों बच्चों ने दम तोड़ दिया, जिससे आसपास मौजूद लोगों में डर का माहौल बन गया। सूचना मिलते ही स्नेक कैचर ईश्वर मौके पर पहुंचे। कोबरा बेहद आक्रामक अवस्था में था। ईश्वर ने करीब 10 मिनट की मशक्कत के बाद पूरे कौशल के साथ कोबरा को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया। इसके बाद उसे डिब्बे में डालकर आबादी क्षेत्र से दूर प्राकृतिक आवास में छोड़ने की व्यवस्था की गई। कुतिया और उसके बच्चों की मौत से सभी दुखी घटना को देखने के लिए बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए। लोगों ने ईश्वर के तेज और साहसिक रेस्क्यू की प्रशंसा की, वहीं कुतिया और उसके बच्चों की मौत से सभी दुखी दिखे। ग्रामीणों ने कहा कि हाल ही में क्षेत्र में सांपों की गतिविधि बढ़ी है और इस तरह की घटनाएं चिंता बढ़ा रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में बदलाव और खेत-खलिहान में नमी बढ़ने से सांप अक्सर आबादी की ओर भटक जाते हैं। ऐसे में लोगों को झाड़ियों, लकड़ी के ढेर और अंधेरी जगहों के पास विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। ये खबर भी पढ़ें.... जैसलमेर में घर की दहलीज पर मिला कोबरा सांप:लोगों की अटकी सांसें, स्नेक कैचर ने 3 फीट लम्बे सांप को जंगल में छोड़ा जैसलमेर के पिथला गांव में गुरुवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया, जब एक घर के मुख्य दरवाजे में करीब 3 फीट लंबा कोबरा फंसा हुआ मिला। कोबरा दरवाजे की झिरी में इस तरह अटका था कि न तो घर के अंदर कोई जा पा रहा था और न ही कोई बाहर निकल पा रहा था। रात के समय अचानक कोबरा दिखाई देने से परिवार के साथ-साथ आसपास के लोग भी दहशत में आ गए। लेकिन मौके पर पहुंचे स्नैक कैचर साहिल खान ने सांप को रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा। सांप के चले जाने के बाद सभी ने राहत की सांस ली। (खबर पढ़ें)
कोरबा के मानस नगर के रहने वाले राज पटेल ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद CGPSC 2024 में 22वीं रैंक हासिल की है। उनके पिता स्वर्गीय संतोष पटेल के निधन के बाद उनकी मां शकुंतला पटेल ने अकेले ही उनका पालन-पोषण किया। मां दूसरों के घर बर्तन धोने जाती थी। ताकि उनके बच्चे अच्छे से पढ़-लिख सके। राज पिछले तीन सालों से दिल्ली में रहकर यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि CGPSC में यह उनका दूसरा प्रयास था। इस परीक्षा में लगभग 2 लाख उम्मीदवार शामिल हुए थे, जिनमें से मुख्य परीक्षा के लिए 4000 का चयन हुआ और साक्षात्कार के बाद 230 की अंतिम सूची जारी की गई। इसमें राज ने 22वीं रैंक प्राप्त की। 2004 में हो गया था पिता का निधन राज के पिता सीएसईबी 200 प्लांट में मजदूर के रूप में कार्यरत थे। वर्ष 2004 में ड्यूटी के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था, उस समय राज बहुत छोटे थे। पिता के निधन के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उनकी मां शकुंतला पटेल पर आ गई। शकुंतला पटेल ने बताया कि पति के निधन के बाद उन्हें आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने लोगों के घरों में बर्तन धोकर पैसे कमाए, जिससे राज की पढ़ाई के लिए किताबें खरीदीं और घर का खर्च चलाया। उन्होंने राज की शिक्षा और परवरिश में कोई कमी नहीं आने दी। सरस्वती शिशु मंदिर से पढ़े है राज राज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से प्राप्त की। वे अद्वैत फाउंडेशन के छात्र रहे हैं। फाउंडेशन के डायरेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि कोरोना काल में संस्था ने 100 प्रतिभाशाली बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी थी, जिनमें राज भी शामिल थे। संस्थान ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए पढ़ाई में आने वाली सभी बाधाओं को दूर किया। राज पटेल ने अपनी सफलता के लिए छत्तीसगढ़ और भारत के व्यापक अध्ययन, पाठ्यक्रम पर आधारित तैयारी, अनुशासन और निरंतरता को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय अपनी मां, गुरुजनों और अद्वैत फाउंडेशन को दिया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज हैदराबाद में दक्षिण भारत के उद्योगपतियों के साथ रोड शो और संवाद करेंगे। हैदराबाद प्रवास के दौरान सीएम ग्रीनको मुख्यालय में विजिट करेंगे और एनर्जी सेक्टर में एमपी के साथ प्रस्तावित सहयोग को लेकर चर्चा करेंगे। इसके बाद वे उद्योगपतियों के साथ वन टू वन बैठकें भी करेंगे। सीएम यादव हैदराबाद में ‘इन्वेस्टमेंट अपॉच्र्युनिटीज इन मध्यप्रदेश’ विषय पर दक्षिण भारत के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ संवाद करेंगे। यह सत्र उद्योग समूहों के लिए मध्यप्रदेश की नीतियों, आधारभूत संरचना और निवेश के अवसरों को जानने का मंच बनेगा। उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा करेंगे मुख्यमंत्री डॉ. यादव ग्रीनको मुख्यालय का भ्रमण करेंगे। साथ ही ग्रीनको समूह के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक भी होगी, जिसमें ऊर्जा क्षेत्र में संभावित सहयोग और बड़े पैमाने के औद्योगिक निवेश पर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इसके बाद द लीला होटल में आयोजित मुख्य सत्र में उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा करेंगे, जिनमें आईटी, आईटीआईएस, ईएसडीएम, बायोटेक, मैन्युफैक्चरिंग और एमएसएमई जैसे क्षेत्रों में निवेश योजनाओं और आगामी प्रोजेक्ट्स पर चर्चा होगी। सत्र में बायोटेक क्षेत्र पर केंद्रित एक महत्वपूर्ण राउंड टेबल मीटिंग होगी। इसमें नवाचार आधारित उद्योगों और अनुसंधान-आधारित परियोजनाओं के लिए मध्यप्रदेश में बन रहे अनुकूल वातावरण पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पूरे दिन उद्योगपतियों के साथ संवाद जारी रखेंगे, जिसमें विभिन्न समूह राज्य में अपने निवेश प्रस्तावों और भविष्य की योजनाओं पर विमर्श करेंगे। औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन प्रमुख सचिव राघवेन्द्र सिंह निवेशकों के समक्ष मध्यप्रदेश की उद्योग-हितैषी नीतियों, विकसित औद्योगिक कॉरिडोर, सेक्टर-आधारित क्लस्टर्स, औद्योगिक अधोसंरचना और निवेश प्रक्रियाओं को सरल बनाने के प्रयासों की जानकारी साझा करेंगे। उद्योग जगत के प्रमुख प्रतिनिधि भी मध्यप्रदेश को लेकर अनुभव साझा करेंगे।
अशोकनगर में शनिवार सुबह सर्दी के मौसम का पहला मध्यम कोहरा छाया रहा। सुबह लगभग 8:30 बजे तक कोहरे का असर सबसे ज्यादा दिखाई दिया, जिससे दृश्यता (विजिबिलिटी) काफी कम हो गई। सड़कों पर वाहन चालकों को अपनी गाड़ियों की हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। ठंड से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव का सहारा लेते नजर आए। हालांकि, धूप निकलने के बाद कोहरा धीरे-धीरे छंटने लगा। सुबह के समय कोहरे के कारण दूर तक कुछ भी साफ दिखाई नहीं दे रहा था। इस कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी पड़ गई और ड्राइवरों को दिन में भी लाइट जलाकर गाड़ियां चलानी पड़ीं। 9 से 10 डिग्री पहुंचा न्यूनतम तापमानजिले में सर्दी का असर अब तेज हो गया है। वर्तमान में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, जबकि न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस के करीब दर्ज किया जा रहा है। इसके साथ ही 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है। 8:30 बजे के बाद धूप से मिली राहतबीते कुछ दिनों से हल्की धुंध थी, लेकिन शनिवार को कोहरा अधिक घना था। सुबह करीब 8:30 बजे के बाद जैसे ही सूर्य की किरणें तेज हुईं, कोहरा छंटने लगा। दिन में धूप निकलने से लोगों को सर्दी से थोड़ी राहत मिलती है, लेकिन सुबह-शाम और रात में कड़ाके की ठंड बरकरार है। स्कूलों का समय बदला गयाबढ़ती ठंड को देखते हुए प्रशासन ने दो दिन पहले ही स्कूलों के समय में बदलाव कर दिया है। कलेक्टर के निर्देश पर अब कक्षा 8वीं तक की क्लास सुबह 9:00 बजे से संचालित की जा रही हैं।
महाराष्ट्र के जालना में शुक्रवार को एक 13 साल की स्कूल स्टूडेंट ने अपने ही स्कूल की बिल्डिंग की छत से कूदकर जान दे दी। घटना सुबह 7.30 से 8 बजे के बीच हुई। इसके बाद स्टूडेंट्स, स्टाफ और आस-पास मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। मृतक छात्रा का नाम आरोही दीपक बिडलान है। वह 7वीं क्लास में पढ़ती थी। आरोही रोज की तरह सुबह स्कूल पहुंची थी लेकिन कुछ ही देर में स्कूल की तरफ से उसके पिता दीपक बिडलान को फोन पहुंचा कि उनकी बेटी ने तीसरी मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली है। परिजन तुरंत स्कूल पहुंचे और घायल अवस्था में आरोही को पहले एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। बाद में सरकारी हॉस्पिटल रेफर किया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। आरोही के पिता का आरोप है कि उनकी बेटी टीचर्स की तरफ से किए जा रहे मानसिक उत्पीड़न से परेशान थी। वह ऐसा कदम उठा लेगी ऐसा कभी नहीं सोचा था। इस घटना से ठीक पहले दिल्ली में 16 साल के लड़का मेट्रो स्टेशन से कूद गया। जबकि मध्य प्रदेश के रीवा में 11वीं की छात्रा ने घर पर फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस को सुसाइड नोट नहीं मिला, दुर्घटना में मौत का मामला दर्ज पुलिस ने स्कूल अधिकारियों, क्लासमेट्स और परिवार वालों से बात करना शुरू कर दिया है ताकि यह समझा जा सके कि घटना किन हालातों में हुई होगी। स्कूल कैंपस से CCTV फुटेज की भी जांच की जा रही है ताकि घटनाओं का क्रम पता चल सके। अधिकारियों ने कहा कि अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। बच्चों के सुसाइड की 3 घटनाएं... मध्य प्रदेश: 11वीं की छात्रा थी, कॉपी में लिखा- टीचर हाथ पकड़ता था रीवा में निजी स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा ने फंदा लगा खुदकुशी कर ली। एएसपी आरती सिंह ने बताया कि घटना 16 नवंबर की है। पुलिस को गुरुवार को उसकी कॉपी में एक नोट मिला। इसमें लिखा है कि शिक्षक मारते वक्त हाथ पकड़ लेता था। मुट्ठी बंद कर उसे खोलने को कहता था। कभी सजा के बहाने अंगुलियों में पेन डालकर दबाता। परिवार का आरोप है कि छात्रा घर पर सामान्य थी, उसे स्कूल में प्रताड़ित किया गया। नई दिल्ली: टीचर TC देने की धमकी दे रहे थे, अपमानित भी किया 18 नवंबर को स्कूल में स्टेज पर डांस प्रैक्टिस के दौरान शौर्य फिसलकर गिरा था। तब एक टीचर ने उसे डांट दिया। उसके रोने पर दूसरे टीचर ने कहा- रो लो जितना रोना है, मुझे फर्क नहीं पड़ता। तब हेडमिस्ट्रेस भी मौजूद थीं, पर किसी को नहीं रोका। 16 साल के छात्र ने 18 नवंबर को राजेंद्र नगर मेट्रो स्टेशन से कूदकर सुसाइड कर लिय। मौके से मिले सुसाइड नोट में उसने लिखा- स्कूल टीचर्स के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि कोई और बच्चा ऐसी स्थिति में न आए। राजस्थान: चौथी क्लास में पढ़ने वाली 9 साल की अमायरा बिल्डिंग से कूदी जयपुर में 1 नवंबर को नीरजा मोदी स्कूल में चौथी मंजिल से कूदकर 9 साल की अमायरा ने सुसाइड कर लिया था। क्लास-4 की स्टूडेंट को कई महीनों तक अपने स्कूल में लगातार बुलीइंग का सामना करना पड़ा, जिसमें उसके क्लासमेट्स से गाली-गलौज भी शामिल थी। अमायरा लगातार शिकायतें कर रही थीं, लेकिन अनसुना किया गया।
जबलपुर में सूने मकान में घुसे चोर को ग्रामीणों ने पकड़ा और जमकर पिटाई की, उसे खंभे से बांधा और जूते सिर पर रखवाकर पीटा। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और चोर को ग्रामीणों से मुक्त कराया। वहीं उसके अन्य साथियों की तलाश शुरू कर दी है। अब पुलिस घटना का वीडियो देख उन ग्रामीणों की पहचान भी कर रही है, जिन्होंने चोर को बेरहमी से पीटा है। चरगंवा थाना के ग्राम मिरगा में रहने वाले राहुल पटेल शुक्रवार को दिन में बेटे को साथ में लेकर पत्नी का इलाज कराने जबलपुर आए थे। शाम को जब वह लौटे तो देखा कि घर के ताले टूटे हुए हैं। एक व्यक्ति घर से थोड़ा दूर बाइक लेकर खड़ा हुआ है। राहुल जैसे ही अंदर गए एक चोर सोने, चांदी से भरा बॉक्स लेकर धक्का देते हुए बाहर निकला और वहां खड़े साथी के साथ भाग गया। इस बीच राहुल ने शोर मचाया तो ग्रामीण इकट्ठा हो गए। घर की तलाशी ली तो एक चोर अंदर छिपा मिल गया। चोर को गांव के चौराहे पर खंभे से बांधा ग्रामीणों की गिरफ्त में आए चोर को उसकी करतूत के लिए तालिबानी सजा दी गई। चोर की पहचान नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव के कुम्हार मोहल्ला निवासी विनय उर्फ विनोद चक्रवर्ती के रूप में हुई। ग्रामीणों ने उसकी जमकर धुनाई की। इसके बाद उसे गांव के चौराहे पर एक खंबे में बांधकर जूते की माला पहनाई और फिर बारी-बारी से उसकी करीब 1 घंटे तक ग्रामीण पिटाई करते रहे। पुलिस ने चोर को ग्रामीणों से छुड़ाया हंगामे की जानकारी मिलते ही चकवा थाना पुलिस गांव पहुंची और चोर को ग्रामीणों की गिरफ्त से छुड़ाया। पूछताछ में उसने बताया कि वह अपने दो साथियों के साथ चोरी करने के लिए राहुल के घर में घुसा था, मकान मालिक के आ जाने पर दोनों साथी उसे छोड़कर भाग ग। घटना का वीडियो भी सामने आया है। आरोपी आदतन चोर, कई मामले दर्ज एसडीओपी अंजुल मिश्रा ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए चोर विनय के खिलाफ नरसिंहपुर, जबलपुर और सिवनी के कई थानों में चोरी के दर्जनों प्रकरण दर्ज हैं। राहुल की शिकायत पर विनय के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य चोरों की तलाश की जा रही है। उससे ग्रामीणों ने मारपीट की है, जो कानून के खिलाफ है। ग्रामीणों की भी वीडियो के आधार पर तलाश की जा रही है।
झालावाड़ जिले में पेंशनभोगियों को 30 नवंबर तक अपना जीवन प्रमाण पत्र जमा कराना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर दिसंबर माह से उनकी पेंशन रोक दी जाएगी। पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग निदेशालय के निर्देशों के अनुसार, राज्य पेंशनभोगी और पारिवारिक पेंशनभोगी अपना जीवन प्रमाण पत्र ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। इसके लिए वे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के अलावा किसी भी राज्य कर्मचारी की एसएसओ आईडी, जीवन प्रमाण ऐप या ई-मित्र का उपयोग कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, संबंधित कोष एवं उप कोष कार्यालयों में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर भी प्रमाण पत्र जमा कराया जा सकता है। झालावाड़ कोषाधिकारी हेमराज मीणा ने बताया कि जीवन प्रमाण पत्र जमा कराने के लिए कोष एवं उपकोष कार्यालयों में विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने जानकारी दी कि जिले के कुल 8739 पेंशनभोगियों में से अब तक केवल 5490 पेंशनभोगियों/पारिवारिक पेंशनभोगियों ने ही अपने जीवन प्रमाण पत्र जमा किए हैं। मीणा ने शेष 3249 पेंशनभोगियों से 30 नवंबर 2025 से पहले अपना जीवन प्रमाण पत्र आवश्यक रूप से जमा कराने का आग्रह किया है, ताकि दिसंबर माह से उनकी पेंशन बाधित न हो। जिन पेंशनभोगियों ने ई-मित्र के माध्यम से ऑनलाइन प्रमाण पत्र जमा किया है, उन्हें पेंशन पोर्टल या कोष एवं उपकोष कार्यालय में जमा होने की पुष्टि अवश्य कर लेनी चाहिए, ताकि किसी भी समस्या का समय रहते समाधान किया जा सके।
समस्तीपुर में बदला मौसम, बढ़ रही ठंड:8 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी पछिया हवा, तापमान में होगी गिरावट
समस्तीपुर में बदला मौसम, बढ़ रही ठंड समस्तीपुर में मौसम बदल रहा है। 5 से 8 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही पछिया हवा के कारण ठंड बढ़ रही है। डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग की ओर से आने वाले 22-26 नवंबर तक के लिए मौसम पूर्वानुमान जारी किया है। जिसमें ठंड बढ़ने की संभावना व्यक्ति की गई है। मौसम वैज्ञानिक डॉ अब्दुल सत्तार ने बताया कि इस अवधि में अधिकतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है, जबकि न्यूनतम तापमान 15 से 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है । हालांकि पछिया हवा की स्पीड बढ़ी तो न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी। सुबह के समय हल्का कुहासा भी छा सकता है। सामान्य मौसम साफ रहेगा बारिश की संभावना नहीं है। मौसम शुष्क रहने की संभावना है। किसानों के लिए भी जारी की एडवाइजरी डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग की ओर से बढ़ रहे ठंड को देखते हुए किसानों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। डॉक्टर अब्दुल सत्तार ने बताया कि धान की कटाई के बाद राई फसल की खेती के इस माह के अंत तक अवश्य कर लें । जिन किसानों ने राई की फसल लगा ली थी। फसल लगाए हुए 20 से 25 दिन हो गई है। वहां किसान निकोनी बछनी करते हुए पौधे की बीच की दूरी 12 से 15 सेंटीमीटर रखें। अक्टूबर महीने के बाद बोई गई लहसुन की फसल में खरपतवार की नियमित रूप से निकाई करें। कम अंतराल पर हल्की सिंचाई करते रहें। गेहूं की बुवाई के लिए तापमान और उन मौसमीय परिस्थितियों अनुकूल है किसान प्राथमिकता देकर गेहूं की बुवाई करें। उन्होंने कहा कि विगत माह बोई गई मटर, राजमा व सब्जियों वाली फैसले जैसे बैंगन, टमाटर, मिर्च, पत्ता गोभी, और फूलगोभी में निकाय अवश्य करें। रवि मक्का की बुवाई इस माह के अंत तक समाप्त कर लें आलू की रोपाई प्राथमिकता देकर पूरा करने का प्रयास करें। चना की बुवाई के लिए उपयुक्त समय चल रहा है खेत की तैयारी कर लें ।
गिरिडीह जिले के बगोदर थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह बगोदर बाजार स्थित टाउन हॉल के पास एक कपड़े की दुकान में अचानक भीषण आग लग गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही मिनटों में दुकान पूरी तरह लपटों में घिर गई। आग की तीव्रता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि देखते ही देखते कपड़े की दुकान में रखे सभी कपड़े, सिलाई मशीनें और अन्य सामग्री जलकर राख हो गई। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। आग लगते ही आसपास अफरा-तफरी का माहौल बन गया। दुकानदार अपनी-अपनी दुकानें बचाने में जुट गए, लेकिन तेज लपटों की वजह से कोई भी अपना सामान बाहर नहीं निकाल सका। कई दुकानों को खाली कराया गया घटना की सूचना मिलते ही बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू कराया। थाना प्रभारी ने तुरंत आसपास की दुकानों को खाली कराया ताकि आग आगे न बढ़ सके। पुलिस कर्मियों और स्थानीय दुकानदारों ने मिलकर बाल्टी और डिब्बों से पानी डालकर आग पर काबू पाने की कोशिश की। लपटें इतनी तेज थीं कि आग बुझाना मुश्किल हो रहा था। इसी दौरान आग ने पास की फल-जूस की दुकान और दो अन्य फुटपाथ दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया, जिससे नुकसान और बढ़ गया।पुलिस लगातार लोगों को सुरक्षित दूरी पर हटाती रही, जिससे किसी तरह की जानमाल की नुकसान न हो। मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि आग की लपटें लगातार ऊपर उठ रही थीं और तेजी से आस-पास फैलने का खतरा था। काफी मशक्कत के बाद पाया नियंत्रण हालात बिगड़ते देख पुलिस ने तत्काल अग्निशमन विभाग को सूचना दी। कुछ देर बाद खोरीमहुआ से दमकल वाहन घटनास्थल पर पहुंचा। दमकल कर्मियों ने अथक प्रयासों के बाद आग पर पूरी तरह नियंत्रण पाया। समय पर दमकल गाड़ी के पहुंचने से आग को अन्य दुकानों और बाजार के भीतरी हिस्से तक फैलने से रोका जा सका, वरना नुकसान का दायरा और बड़ा हो सकता था। बगोदर थाना प्रभारी विनय कुमार यादव ने बताया कि आग तीन फुटपाथ दुकानों तक फैली थी और अब स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। उनकी मानें तो प्राथमिक जांच में आग का मुख्य कारण शॉर्ट सर्किट प्रतीत हो रहा है। उन्होंने कहा कि पुलिस पूरी घटना की विस्तृत जांच कर रही है, ताकि आग लगने के वास्तविक कारणों और संभावित लापरवाही का पता लगाया जा सके।
सतना में वन विभाग ने परसमनिया वन क्षेत्र में अवैध रूप से सलई गोंद निकालने और उसकी तस्करी का पर्दाफाश किया है। मुखबिर की सूचना पर की गई कार्रवाई में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक मुख्य आरोपी अभी भी फरार है। वन अमले ने मौके से 58 किलोग्राम गीला सलई गोंद जब्त किया है। विभाग ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 7 दिन की रिमांड मांगी है। उचेहरा रेंजर सचिन नामदेव को मिली गुप्त सूचना के आधार पर, उनकी टीम ने ग्राम पिपरा में छापेमारी की। इस दौरान दो मजदूर अस्थाई झोपड़ियों में रहते मिले। इनकी झोपड़ियों के बाहर बोरियों में बड़ी मात्रा में सलई गोंद बरामद हुआ। वन अमले ने मौके से 58 किलोग्राम गीला सलई गोंद जब्त किया। शिवपुरी से बुलाए थे मजदूरपूछताछ में मजदूरों शिवलहरी (40) और सत्यवीर (38) ने बताया कि वे शिवपुरी जिले के निवासी हैं। उन्हें नन्हें यादव उर्फ मुनेन्द्र यादव (महाराजपुर) और विकास यादव (परसमनिया) ने सलई गोंद इकट्ठा करने के लिए मजदूरी पर रखा था। मजदूरों के अनुसार, उन्हें यह कार्य वैध बताया गया था। एक मुख्य आरोपी गिरफ्तार, दूसरा फरारवन विभाग ने शिवलहरी और सत्यवीर को गोंद सहित वन परिक्षेत्र कार्यालय लाया और मुख्य आरोपियों को तलब किया। विकास यादव मौके पर पहुंच गया, जबकि नन्हें यादव फरार हो गया। उसके घर और गांव में भी तलाशी ली गई, लेकिन वह नहीं मिला। पूछताछ में कबूला जुर्मपूछताछ में विकास यादव ने स्वीकार किया कि वह और नन्हें यादव शिवपुरी से मजदूर लाकर परसमनिया के जंगलों में सलई गोंद निकलवाते थे और उसे बेचकर लाभ कमाते थे। आरोपियों के पास कोई अनुमति या पंजीयन नहीं पाया गया। पेड़ों को पहुंचा रहे थे गंभीर नुकसानवन विभाग ने आरोपियों को न्यायालय में पेश करते हुए अपना पक्ष रखा। विभाग ने बताया कि सलई वृक्षों को छीलकर गोंद निकालने से पेड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचता है और जैव विविधता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। यह कार्रवाई भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 2, 33(क), 55, 77 तथा जैव विविधता अधिनियम 2002 की धारा 2, 3, 55 के उल्लंघन में की गई है। मुख्य आरोपी के फरार होने के कारण विभाग ने अदालत से 7 दिन के रिमांड (21 से 27 नवम्बर 2025) की मांग की है, ताकि मामले की विवेचना पूरी कर चालान प्रस्तुत किया जा सके।
डूंगरपुर शहर में सीवरेज लाइन बिछाने के दौरान ठेकेदार की लापरवाही खुलकर सामने आ रही है। सीवरेज कार्य के दौरान टूटी पेयजल पाइप लाइनों को ठीक किए बिना ही मिट्टी डालकर काम आगे बढ़ा दिया गया, जिसके कारण शनिवार सुबह घाटी मोहल्ले में सप्लाई शुरू होते ही हजारों लीटर पीने का पानी सड़क पर बह गया। शहर में आरयूआईडीपी के तहत सीवरेज प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। इसके लिए कई कॉलोनियों में बड़े पैमाने पर खुदाई की जा रही है। खुदाई के दौरान जहां-तहां पेयजल पाइप लाइनें फूट रही हैं, लेकिन उन्हें ठीक करने के बजाय मिट्टी, गिट्टी या सीमेंट से ढक दिया जा रहा है। इससे कई स्थानों पर सड़क के बीच से पानी फव्वारों की तरह उभर रहा है। घाटी मोहल्ले में फूटी पाइप ने खोली पोल घाटी मोहल्ले में ठेकेदार ने टूटी पाइप लाइन की मरम्मत करने के बजाय उस पर मिट्टी डाल दी, लेकिन शनिवार सुबह सप्लाई शुरू होते ही पाइप फटने से पानी तेज़ी से बहने लगा। पानी सड़कों पर फैल गया और नालियों में समा गया। इससे साफ हुआ कि पाइप लाइन की मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई थी। इससे पहले गेपसागर की पाल के पास भी पाइप लाइन टूटने की घटना सामने आ चुकी है। शहर में कई जगह ऐसी स्थिति बनी हुई है, जहां टूटे पाइपों को बिना सुधारे ही दबा दिया गया है। उधर कॉलोनियों में पानी का संकट एक ओर हजारों लीटर पानी बेवजह बह रहा है, वहीं दूसरी ओर शहर की कई कॉलोनियों न्यू कॉलोनी, हाउसिंग बोर्ड, प्रतापनगर और शास्त्री कॉलोनी में 2 से 3 दिनों में एक बार ही सप्लाई हो रही है। कहीं-कहीं तो 4 से 5 दिनों तक भी पानी नहीं मिल पा रहा है। लोग पानी के लिए तरस रहे हैं और इसकी सबसे बड़ी वजह है ठेकेदार द्वारा बिना जलदाय विभाग से पूर्व जानकारी लिए मनमर्जी से की गई खुदाई। जहां पाइप टूटे, वहां मरम्मत के निर्देश जलदाय विभाग के एक्सईएन मूलचंद रोत ने बताया- जहां-जहां पाइप लाइनें टूटी हैं, वहां मरम्मत के लिए ठेकेदार को पाबंद किया गया है। शहर में पेयजल आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सीहोर में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। शनिवार (22 नवंबर) को जिले का न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने आगामी दिनों में आसमान से बादल साफ होने और ठंड का प्रभाव और बढ़ने की संभावना जताई है। जिले में पिछले लगभग दो सप्ताह से ठंड ने रफ्तार पकड़ी है। बीते 15 दिनों से लगातार ठंड का असर महसूस किया जा रहा है। न्यूनतम और अधिकतम तापमान में काफी अंतर देखा जा रहा है। इससे दिन में तो हल्की राहत रहती है, लेकिन रातें ठंडी हो रही हैं। वैज्ञानिक बोले- बादल छंटने से गिरेगा पाराशासकीय कृषि महाविद्यालय में स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस.एस. तोमर ने बताया कि आसमान से बादल धीरे-धीरे साफ हो रहे हैं। ऐसे में आगामी दिनों में ठंड का प्रभाव और बढ़ेगा। उन्होंने पुष्टि की कि शनिवार को न्यूनतम तापमान 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 21 जून को आया था मानसून, अब सर्दी का जोरइस साल सीहोर जिले में मानसून ने 21 जून को दस्तक दी थी। इसके बाद रुक-रुक कर बारिश होती रही और कभी मानसून ब्रेक की स्थिति भी बनी। अब मौसम में बदलाव का दौर शुरू हो गया है और ठंड का मौसम प्रभावी हो रहा है। बीते 13 दिनों में ऐसा रहा न्यूनतम तापमान
अलवर शहर से लगते सरिस्का के बफर जोन में बाला किला के नीचे अंधेरी में शुक्रवार शाम करीब 5 बजे टाइग्रेस एसटी-2302 अपने दो शावकों के साथ टूरिस्ट की जिप्सी के बगल में आ बैठी। शावक अठखेलियां करने लगे। टाइग्रेस अपने बच्चों के साथ बैठकर सब देख रही थी। बफर जोन में टाइग्रेस के इतने छोटे शावकों की साइटिंग रोमांचित करने वाली थी। करीब 30 मिनट तक टाइग्रेस और शावक बैठे रहे। टाइग्रेस ने पूछ उठाई तो टूरिस्ट डर गए लेकिन टाइग्रेस बाद में शांत हो गई। टाइगर मैन ऑफ सरिस्का के नाम से जाने जा रहे फोटोग्राफर हिमांशु शर्मा ने बताया कि वह अपने साथी हेमंत गुप्ता, देवेंद्र मुदगल, नेचर गाइड आकाश पारीक, संजय योगी, धर्मेंद्र के साथ बफर जोन की सफारी करने गए थे। शाम करीब 5 बजे बाला किला के नीचे अंधेरी में टाइग्रेस एसटी 2302 अपने दोनों शावकों के साथ चौड़ की होदी के पास दिखी। यहां वाटर प्वाइंट है। पानी पीने आए थे। पानी पीने के बाद टाइग्रेस अपने शावकों के साथ वहीं रुकी रही। इस दौरान शावक आपस में अठखेलियां करने लगे। यह सब बफर जोन के जंगल में देखना बड़ा राेमांचित करने वाला था।
रीवा के गडरा कांड को आठ महीने बीत चुके हैं, लेकिन इस छोटे से गांव की हवा में अब भी डर घुला हुआ है। जिस रात यह घटना हुई, उसी रात से लगभग सौ लोग अपने ही घरों को ऐसे छोड़कर भागे कि मानो जिंदगी का भरोसा टूट गया हो। कई परिवार आधे-अधूरे रह गए। कहीं बुजुर्ग अकेले छूट गए, कहीं बच्चे मां-बाप के बिना, और कहीं पूरा घर बंद है। दरवाजों पर लटके ताले, उन पर जमी धूल और आंगनों में उग आई झाड़ियां गांव की खामोशी बयां करती है। अब एसआईआर (स्पेशल इंटेंसिव रिव्यू) के लिए बीएलओ पहुंच रहे हैं, तो लोग साफ कह रहे हैं- यहां सूची तब तक सही नहीं होगी, जब तक हमारे लापता लोग वापस नहीं आते। कई लोगों के बारे में पता ही नहीं कि वे जीवित हैं या नहीं। प्रशासन ने लोगों को भयमुक्त होकर वापस आने की अपील की थी, लेकिन खौफ के आगे ये बेअसर रही। दैनिक भास्कर की टीम ने रीवा मुख्यालय से 70 किमी दूर मऊगंज के गडरा गांव पहुंचकर लोगों से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट पहले जानते हैं… गडरा में आखिर हुआ क्या था?मऊगंज जिले के गडरा गांव में 15 मार्च 2025 को एक हिंसक घटना हुई, जिसमें सनी द्विवेदी की आदिवासियों द्वारा हत्या कर दी गई। पुलिस उसे बचाने जब गांव पहुंची, तो भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसमें एक एएसआई रामचरण गौतम शहीद हो गए और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। घटना के बाद डर के माहौल में लगभग 100 लोग घर छोड़कर चले गए, जिससे गांव में सन्नाटा पसर गया। कई घरों में ताले लटक रहे हैं और कुछ परिवारों के सदस्य लापता हैं। रीवा और अन्य जिलों से पहुंची पुलिस ने देर रात ही बंधक बने एसडीओपी अंकिता सुल्या, तहसीलदार कुमारे लाल पनिका और टीआई संदीप भारती समेत 10 जवानों को छुड़ा लिया। पर इसके लिए पुलिस को तकरीबन 100 राउंड फायरिंग करनी पड़ी। एक महिला ने बताया कि उसने गडरा कांड के बाद अपने पति को खो दिया, जबकि एक बुजुर्ग ने कहा कि उसे आज भी डर लगता है। पुलिस अभी भी गांव में तैनात है और मामले की जांच जारी है। इस घटना के बाद 39 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन कई ग्रामीण अभी भी लापता हैं, जिससे गांव में भय का माहौल बना हुआ है। गडरा कांड के दौरान पुलिस ने रफीक, सरपंच और पूर्व सरपंच सहित 6 लोगों को गिरफ्तार किया। रफीक पर भीड़ को उकसाने का आरोप था। एक घर से मिले थे तीन शवइसके बाद, 4 अप्रैल को गांव में एक घर में तीन शव मिले। मृतकों की पहचान औसेरी साकेत, उनकी बेटी मीनाक्षी (11) और बेटे अमन (8) के रूप में हुई। परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए उनकी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया। इस मामले में सीएम डॉ. मोहन यादव ने एएसआई को शहीद का दर्जा देने का ऐलान किया। आश्रित को एक करोड़ रुपए की सहायता और सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की। पुलिस ने भी भोपाल में होने वाले राज्यस्तरीय होली मिलन समारोह रद्द कर दिया था। खपरैल गिरने की कगार पर, कई घरों में लगे हैं तालेगडरा गांव की गलियों में सन्नाटा पसरा है। आदिवासी बस्ती में बच्चे तो खेल रहे हैं, लेकिन युवाओं और बुजुर्गों की संख्या बहुत कम है। बाहरी लोगों को देखकर ग्रामीण डर से घरों में छिप जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार, कई परिवार अभी भी लापता हैं। कुछ घरों में केवल बुजुर्ग बचे हैं, जबकि अन्य में पत्नियां और बच्चे डर के कारण पलायन कर गए हैं। आठ महीने बाद भी कई लोग वापस नहीं लौटे हैं, जिसके कारण कई घरों में ताले लटक रहे हैं। दरवाजों पर धूल जमी है और खपरैल घर गिरने की कगार पर हैं, क्योंकि उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों ने बताया जिन घरों में ताले लटक रहे हैं उन घरों के अधिकांश लोग मवेशियों को भी यूं ही छोड़ गए थे। मवेशी खाना पानी के अभाव में मर गए। कुछ ग्रामीणों ने मवेशियों को जंगल में आजाद कर दिया कि। जबकि कुछ को अब तक आसपास के लोग ही पानी पिला रहे हैं और चारा भूसा का प्रबंध कर रहे हैं। एक घर तो ऐसा दिखा कि जिसके खपरैल छत पर खुद ब खुद उगने वाली मौसमी सब्जी गिलकी बड़ी मात्रा में उग आई थी। लेकिन उसे कोई खाने वाला ही नहीं था। जिसकी वजह से वह बिना उपयोग पेड़ पर ही सूख रही थी। महिला बोली- पहाड़ पर छिपना पड़ा, 4 माह पहाड़ पर छिपेगांव में हमारी मुलाकात 25 वर्षीय आरती कोल से हुई, जिसने इस वारदात में अपने पति को खो दिया है। भास्कर टीम ने जब उससे बातचीत की तो वह फफक-फफक कर रो पड़ी। 25 वर्षीय आरती कोल ने बताया कि गडरा कांड ने उसकी जिंदगी तबाह कर दी। घटना के बाद उसके बीमार पति की दवाइयां छूट गईं और डर के कारण उन्हें 4 महीने तक बच्चों के साथ पहाड़ पर छिपना पड़ा। आर्थिक स्थिति बिगड़ने के कारण पति का इलाज नहीं हो सका और उनकी मौत हो गई। आरती अब अपने बच्चों के साथ मायके में रहने को मजबूर है, जहां उसके परिवार वाले ही उनका खर्च उठा रहे हैं। आरती का कहना है कि दो लोगों की लड़ाई ने कितने ही घरों को उजाड़ दिया। बुजुर्ग रामलल्लू बोले- डर की वजह से नींद नहीं आती75 वर्षीय रामलल्लू आदिवासी बताते हैं कि 8 महीने बीत जाने के बाद भी उन्हें चैन की नींद नहीं आती। उन्हें डर लगता है कि रात के अंधेरे में क्या हो जाएगा। लाठी के सहारे चलने वाले रामलल्लू का खपरैल घर अब गिरने की कगार पर है। उन्हें आज भी वह मंजर याद है, जब एक रात में पूरा गांव वीरान हो गया था। उस घटना और पुलिस के लाठीचार्ज के बाद से कई लोग लापता हैं। बुजुर्ग रामलल्लू आदिवासी का कहना है कि वे लाठी के सहारे झुककर चलते हैं। खपरैल घर है जो अब गिरने लगा है और बुरी स्थिति है। वो मंजर आज भी आंखों के सामने आ जाता है। ऐसा लगता है जैसे कोई सपना आया हो और एक रात में पूरा का पूरा गांव वीरान कर गया हो। बहुत से लोग गायब हैं। उस घटना और पुलिस के लाठीचार्ज के बाद फिर कभी देखने को नहीं मिले। बृजेश कोल ने कहा- सैकड़ा लोग दोषी नहींगडरा गांव के बृजेश कोल का मानना है कि किसी भी घटना के लिए सैकड़ों लोग दोषी नहीं हो सकते। गडरा कांड में 39 लोगों की गिरफ्तारी और 6 के फरार होने के बाद भी कई ग्रामीण वापस नहीं लौटे हैं। महिलाओं और बच्चों का कोई पता नहीं है। बृजेश ने बताया कि कैसे कभी यह गांव खुशहाल हुआ करता था, लेकिन अब दीपावली भी बिना खुशहाली के गुजर गई। उनका कहना है कि गडरा कांड के कारण पहले जैसा माहौल अब कभी वापस नहीं आएगा, क्योंकि दो लोगों के विवाद ने कई घरों को तबाह कर दिया है। आठ महीने बाद भी गांव में पुलिस तैनातगडरा कांड के आठ महीने बाद भी गांव में पुलिस की तैनाती जारी है। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी पास के शासकीय स्कूल में रह रहे हैं। प्रधान आरक्षक केशव कुमार द्विवेदी और महादेव प्रसाद ने बताया कि उन्हें 8 नवंबर को यहां तैनात किया गया था। उन्हें सख्त निर्देश हैं कि वे लगातार इलाके में गश्त करें और हर गतिविधि पर नजर रखें, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे। पुलिसकर्मी यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई संदिग्ध गतिविधि न हो जिससे शांति भंग हो। वे प्रतिदिन फोन के माध्यम से अपने वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट भेजते हैं, जो नियमित रूप से स्थिति की निगरानी करते हैं। पुलिस की यह तैनाती गांव में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है। एसपी दिलीप सोनी बोले- अब तक 39 आरोपी गिरफ्तारएसपी दिलीप सोनी के अनुसार, पुलिस अभी भी गडरा में सतर्कता बरत रही है और हर गतिविधि पर नजर रख रही है। स्थिति सामान्य होने के बावजूद, पुलिसकर्मी तैनात हैं ताकि किसी भी असामान्य गतिविधि की सूचना तुरंत मिल सके। गांव में नशामुक्ति को लेकर जागरूकता शिविर भी लगाए थे। गडरा कांड में अब तक 39 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और बाकी बचे आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। पुलिस सामुदायिक पुलिसिंग पर ध्यान दे रही है और लोगों को जागरूक करने के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। उनका मानना है कि जो लोग अभी गांव में नहीं हैं, वे लापता नहीं हैं, बल्कि रोजगार के लिए अन्यत्र गए हैं। गडरा मामला: मतदाता सूची सत्यापन की चुनौतीगडरा गांव में भय और पलायन के कारण मतदाता सूची का सत्यापन एक बड़ी चुनौती बन गया है। भारत निर्वाचन आयोग मतदाता सूची को त्रुटि रहित और समावेशी बनाने के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान चला रहा है। इस प्रक्रिया में, बूथ स्तर के अधिकारी (BLO) प्रत्येक घर पर जाकर मतदाता की पहचान, निवास और पात्रता की पुष्टि करते हैं। हालांकि, गडरा में कई घर खाली पड़े हैं और लोग डर के कारण वापस नहीं आ रहे हैं। ऐसे में BLO के लिए यह सुनिश्चित करना मुश्किल है कि कोई भी योग्य नागरिक छूटे नहीं और अयोग्य व्यक्ति मतदाता सूची में शामिल न हों। मतदाता सूची का सही सत्यापन गडरा में लोकतंत्र की बहाली के लिए महत्वपूर्ण है, ताकि सभी पात्र नागरिक बिना किसी डर के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें। यह सामान्य पुनरीक्षण से अधिक व्यापक प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य हर पात्र नागरिक को मतदान का अधिकार सुनिश्चित करना है।
कुरुक्षेत्र जिले के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की पिहोवा ब्रांच के करेंसी चेस्ट से 40 लाख रुपए के नोट के बंडल गायब हो गए। इसमें बैंक के ही 2 कर्मियों पर बंडल गायब करने का आरोप लगा। ब्रांच मैनेजर ने पुरानी सीसीटीवी फुटेज देखने पर मामले का खुलासा हुआ। ब्रांच मैनेजर ने दोनों कर्मियों से कैश गायब होने पर जबाव भी मांगा, लेकिन दोनों कर्मी कोई जबाव पेश नहीं कर पाए। शिकायत पर पुलिस ने बैंक के कैश ऑफिसर रवि कुमार और अकाउंटेंट करण पाल के खिलाफ FIR दर्ज कर दी। कर्मियों की विभागीय जांच भी होगी। रूटीन जांच में कम मिला कैश ब्रांच मैनेजर तरसेम लाल के मुताबिक, 18 नवंबर सुबह करीब 9:30 बजे बैंक में रूटीन जांच की गई। इस जांच दौरान करेंसी चेस्ट के बिन नंबर 26 का निरीक्षण किया गया। बैंक के रिकॉर्ड में इस बिन में 90 बंडल (हर बंडल में 1 हजार नोट) 500 रुपए के नोट होने चाहिए थे, लेकिन चेस्ट में सिर्फ 82 बंडल ही मिले। 40 लाख कैश गायब मिला इन 8 बंडल के गायब होने से बैंक के 40 लाख रुपए कम पाए गए। इस पर मैनेजर ने कैश ऑफिसर रवि कुमार और अकाउंटेंट करण पाल से पूछताछ की। इन दोनों को बैंक की ओर से करेंसी चेस्ट की जिम्मेदारी दी गई थी। साथ ही उनके पास ही चेस्ट की चाबियां होती है। CCTV फुटेज से खुलासा पूछताछ में दोनों कर्मी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, तब बैंक की CCTV फुटेज जांची गई। इससे खुलासा हुआ कि 10 नवंबर को आखिरी निकासी के बाद शेष बंडलों की सही जांच नहीं की। बैंक मैनेजर ने दोनों कर्मियों पर मिलीभगत करके कैश गायब करने का शक है। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस ब्रांच मैनेजर ने DSP पिहोवा निर्मल सिंह को घटना की शिकायत दी गई। उनकी शिकायत पर पुलिस ने थाना सिटी पिहोवा में रवि और करण पाल के खिलाफ BNS की धारा 316 (5) और 318 (4) के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
गोंडा नगर पालिका परिषद के पूर्व अध्यक्ष रूपेश कुमार उर्फ निर्मल श्रीवास्तव को 21 साल पुराने बलवा, आगजनी और उपद्रव के एक मामले में न्यायालय ने भगोड़ा घोषित किया है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अमित सिंह की अदालत ने शुक्रवार को यह आदेश जारी किया। सुनवाई के दौरान, निर्मल श्रीवास्तव के कई बार तलब किए जाने के बावजूद अदालत में उपस्थित न होने पर पहले गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था। पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने में विफल रहने के बाद यह फैसला आया। अदालत ने निर्मल श्रीवास्तव की चल-अचल संपत्ति कुर्क करने का भी आदेश दिया है। पुलिस की निष्क्रियता को गंभीर लापरवाही मानते हुए, अदालत ने एसपी को स्वयं गैर-जमानती वारंट और कुर्की आदेश का तामीला सुनिश्चित कराने का सख्त निर्देश दिया। इस आदेश की एक प्रति एसपी को भेजी गई है ताकि भगोड़े रूपेश कुमार उर्फ निर्मल श्रीवास्तव पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके। यह मामला 7 सितंबर 2004 का है, जब बिजली आपूर्ति की अव्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में लोग इन्कैन चौराहे पर एकत्र हुए थे। आरोप है कि उग्र भीड़ ने समाजवादी पार्टी कार्यालय और एक शोरूम में तोड़फोड़ की, एक रोडवेज बस में आग लगाई और पुलिस टीम पर ईंट-पत्थर फेंके। तत्कालीन वरिष्ठ उपनिरीक्षक वीरेंद्र सिंह ने नगर कोतवाली में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने जांच के बाद निर्मल श्रीवास्तव, अनूप श्रीवास्तव, चुन्नू उर्फ सरजू, भोला सोनी, अविनाश श्रीवास्तव, राधेश्याम, कौशल, कैलाश श्रीवास्तव, साबिर बोरिंग वाले सहित कुल 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। जिसको लेकर के न्यायालय में पूरे मामले की सुनवाई चल रही है कई बार न्यायालय द्वारा इन्हें तलब किया गया लेकिन यह न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करके न्यायालय में नहीं पेश हो रहे थे। इस मामले पर गोंडा के नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि उन्हें अभी तक न्यायालय का कोई पत्र नहीं मिला है। उन्होंने आश्वस्त किया कि न्यायालय के आदेश का पूरा पालन किया जाएगा और पुलिस द्वारा किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया जाता है। पत्र मिलने के बाद ही वे आगे की कार्रवाई के संबंध में कुछ कह पाएंगे।
बीकानेर के महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में एक बार फिर सुबह से शाम तक धमाकों की आवाज आ रही है। भारत और इंग्लैंड की सेनाएं एक-दूसरे के साथ मिलकर अपने-अपने हथियारों का न सिर्फ प्रदर्शन कर रही है, बल्कि इनकी ट्रेनिंग भी रहे हैं। आतंकवाद से लड़ने के लिए दोनों देशों की सेनाओं का ये युद्धाभ्यास काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें भारत पूरी तरह से स्वदेश में बने हथियारों का उपयोग कर रही है। इससे पहले जैसलमेर और बीकानेर दोनों जगह हुए युद्धाभ्यासों में भी स्वदेशी हथियारों का ही उपयोग किया गया। सेमी-अर्बन एरिया में काउंटर-टेरर ट्रेनिंगइस एक्सरसाइज का मुख्य फोकस सेमी-अर्बन इलाके में काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशन पर है। ट्रेनिंग के दौरान दोनों सेनाएं ऐसा माहौल तैयार करेंगी, जो वास्तविक ऑपरेशन जैसा होगा। इसमें जॉइंट मिशन प्लानिंग के माध्यम से दोनों देश मिलकर साथ में प्लान तैयार करके दुश्मन पर हमला करेंगे। इससे दोनों देशों में युद्ध की प्लानिंग का स्किल बढ़ेगा। युद्ध में तकनीकी साधनों के उपयोग के लिए इंटीग्रेटेड टैक्टिकल ड्रिल्स होगी। सिमुलेशन-बेस्ड सिनैरियो के माध्यम से किसी वास्तविक स्थिति को कंप्यूटर, मशीन, डिजिटल मॉडल या कृत्रिम वातावरण में बनाकर वैसा ही अनुभव कराया जाएगा। काल्पनिक युद्ध में वास्तविक युद्ध जैसा अनुभव दिया जाएगा। इसके अलावा कंपनी-लेवल फील्ड ट्रेनिंग कार्यक्रम भी अजेय वॉरियर का हिस्सा है। युद्ध से पहले संयुक्त प्लानिंग भारतीय और ब्रिटिश सैनिक मिलकर ब्रिगेड स्तर पर मिशन प्लानिंग करेंगे। इसके बाद टैक्टिकल ड्रिल्स की जाएंगी, जिनमें इन्फैंट्री, आर्टिलरी और एयर सपोर्ट का एक साथ इस्तेमाल दिखाया जाएगा। इसी तरह सिमुलेशन तकनीक का उपयोग कर रीयल-टाइम फैसले लेने की क्षमता का अभ्यास भी कराया जाएगा। अभ्यास के अंतिम दिनों में 29 व 30 नवम्बर को काल्पनिक दुश्मन के ठिकानों पर बम वर्षा भी होगी और सेना के जवान मौके पर पहुंचकर दुश्मनों को मारने का अभ्यास भी करेंगे। इन्फैंट्री हथियारों का हो रहा उपयोग अभ्यास “कंपनी-स्तरीय फील्ड ट्रेनिंग” और “टैक्टिकल ड्रिल्स” में इन्फैंट्री के हथियारों का उपयोग किया जा रहा है। ब्रिटिश सैनिक L85 (SA80) राइफल का उपयोग कर रही है। इससे पहले इंग्लैंड में हुए युद्धाभ्यास में ब्रिटिश सेना ने ब्लैंकों (प्रैक्टिस राउंड) के साथ MILES लेजर-टैग सिस्टम का उपयोग किया था। इस बार महाजन में भी इन्हीं हथियारों का उपयोग हो सकता है। अभ्यास में अक्सर ब्रिटिश पिस्टल, राइफल और अन्य छोटी हथियार प्रणाली शामिल होते रहे हैं। भारतीय सेना आर्टिलरी (तोपखाना), टैंक, हेलीकॉप्टर और ड्रोन के साथ युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रही है। भारत में ही बने टैंक का उपयोग इस दौरान किया जा सकता है। हर एक्शन में दोनों देशों के जवान साथ युद्धाभ्यास के दौरान हर एक्शन में दोनों देशों के 240 जवान हिस्सा लेंगे। इस दौरान हर टीम में दोनों देशों के जवानों को संयुक्त रूप से शामिल किया जाएगा। दोनों देशों के हथियारों का उपयोग जवान मिलकर करेंगे ताकि एक दूसरे का संचालन भी सीख सकें। शहरी युद्ध की ट्रेनिंग अजेय वॉरियर नाम से हो रहे इस युद्धाभ्यास में, ब्रिटिश और भारतीय सैनिकों को संयुक्त उच्च-टेंप ऑपरेशन, सब-कन्वेंशनल ऑपरेशन और शहरी युद्ध पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का एक हिस्सा है। सिख रेजिमेंट कर रही भारत का नेतृत्व भारतीय सेना की ओर से सिख रेजिमेंट इस युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रही है। सिख रेजिमेंट के 120 जवान भोर से देर रात तक युद्ध के मैदान में नई तकनीक के साथ अपना युद्ध कौशल बढ़ा रही है। साल 2011 से लगातार दोनों देशों का संयुक्त युद्धाभ्यास होता है। इसमें एक बार ब्रिटेन में और एक बार भारत में ये युद्धाभ्यास किया जाता है। आठवीं बार हो रहे इस युद्धाभ्यास में ब्रिटेन से भी 120 जवान और सैन्य अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
सोनीपत पुलिस ने अवैध हथियार तस्करी में शामिल एक बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से एक देसी पिस्तौल बरामद हुई है। गिरफ्तार बदमाश की पहचान पलड़ी खुर्द निवासी शाहिद उर्फ सन्नी के रूप में हुई है। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद उसको कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सन्नी पर पहले भी कई केस दर्ज हैं। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि क्राइम यूनिट वेस्ट सोनीपत की पुलिस टीम 20 नवंबर 2025 को मेरठ रोड पर पलड़ा मोड़ पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान उन्हें गुप्त सूचना मिली कि शाहिद उर्फ सन्नी एसबीआईटी कॉलेज से पलड़ा की ओर पुरानी रेत खान के पास अवैध पिस्तौल के साथ किसी का इंतजार कर रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। वहां एक युवक खड़ा मिला, जिसने पूछताछ में अपनी पहचान शाहिद उर्फ सन्नी निवासी पलड़ी खुर्द, सोनीपत बताई। पुलिस ने नियमानुसार तलाशी ली तो उसकी पैंट से एक देसी पिस्तौल .315 बोर बरामद हुई। इस संबंध में थाना बहालगढ़ में शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। क्राइम यूनिट वेस्ट सोनीपत की अनुसंधान टीम के मुख्य सिपाही धीरज ने आरोपी शाहिद उर्फ सन्नी को गिरफ्तार किया। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। आरोपी शाहिद उर्फ सन्नी पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें थाना बहालगढ़ में दर्ज मुकदमा नंबर 51/2023 (धारा 285, 506, 201 आईपीसी और 25/54/59 ए एक्ट), मुकदमा नंबर 347/2024 (धारा 115, 190, 191, 351 बीएनएस) और मुकदमा नंबर 531/2025 (धारा 25/54/59 ए एक्ट) शामिल हैं।
शाजापुर में लगातार बदल रहा मौसम:दिन में गर्मी का एहसास, तापमान बढ़ा; आठ दिनों तक ऐसा ही रहेगा मौसम
शाजापुर में नवंबर की शुरुआत से ही मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। कभी सर्दी तेज हो जाती है, तो कभी मौसम अचानक गर्माहट देने लगता है। शुक्रवार को तापमान में वृद्धि दर्ज की गई, जिससे लोगों को ठंड से राहत मिली। मौसम विभाग का कहना है कि अगले एक सप्ताह तक मौसम में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। कड़ाके की ठंड से हुई महीने की शुरुआत नवंबर के शुरुआती दिनों में तापमान काफी नीचे चला गया था। सुबह-शाम ही नहीं, दिन में भी ठंड और कोहरे का असर देखने को मिल रहा था। हालांकि अब पिछले कुछ दिनों से मौसम में नरमी आई है। गुरुवार रात मौसम ठंडा रहा, लेकिन शुक्रवार से ही ठंड का असर कम होना शुरू हो गया। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 10.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले गुरुवार को अधिकतम 28.4 और न्यूनतम 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। अगले आठ दिनों तक ऐसा ही रहेगा मौसम मौसम विशेषज्ञ सत्येंद्र धनोतिया ने बताया कि अगले लगभग आठ दिनों तक तापमान में कोई खास गिरावट की संभावना नहीं है। हल्का उतार-चढ़ाव जरूर रहेगा, लेकिन ठंड बढ़ने के आसार फिलहाल नहीं हैं। उन्होंने कहा कि दिसंबर के पहले सप्ताह से ठंड एक बार फिर अपना असर दिखाना शुरू करेगी। शीतलहर का असर कम, धूप में मिली राहत दो दिन पहले तक चल रही ठंडी हवाओं से लोग ठिठुर रहे थे, लेकिन शनिवार को शीतलहर का असर नहीं दिखा। सुबह धूप में खूब गर्माहट महसूस हुई। हवाओं की गति 11 किलोमीटर प्रति घंटा जरूर रही, लेकिन उनमें ठंडक न होने से लोगों को राहत मिली। सुबह हल्का कोहरा छाया रहा, जिससे शुरुआती समय में हल्की ठंड महसूस की गई।
सतना नगर निगम ने शुक्रवार को शहर में अवैध कॉलोनियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। धवारी गली नंबर 5 में कार्रवाई के दौरान कॉलोनी सेल की टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। मौके पर मौजूद लोगों ने कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज, धक्का-मुक्की की और जान से मारने की धमकी दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा डालने समेत अन्य धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज किया है। नगर निगम की कॉलोनी सेल की टीम इंजीनियर एस.के. सिंह के नेतृत्व में धवारी गली नंबर 5 पहुंची थी। टीम में मनीष वर्मा, आकाश भट्टी, केपी गुप्ता, ऋचा गौतम, सुहालिया अंसारी सहित अतिक्रमण विभाग के कर्मचारी शामिल थे। टीम वहां अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनी की जांच करने गई थी। नक्शा पास नहीं था, सड़क खोदने पर विवादमौके पर पहुंचने के बाद टीम ने काम कर रहे लोगों से कॉलोनी के दस्तावेज मांगे। जांच में पाया गया कि कॉलोनी का नक्शा पास नहीं था और निर्माण पूरी तरह से अवैध था। इसके बाद निगम टीम ने अवैध विकास को रोकने के लिए मौके पर बनी सड़क को काटने और खोदने की कार्रवाई शुरू की। धक्का-मुक्की और जान से मारने की धमकीजैसे ही टीम ने सड़क पर कार्रवाई शुरू की, वहां मौजूद कुछ लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, स्थिति इतनी बिगड़ गई कि निगम कर्मचारियों के साथ गाली-गलौज और धक्का-मुक्की की गई। आरोप है कि टीम को जान से मारने की धमकी भी दी गई। कोतवाली में शिकायत, 2 नामजद आरोपीबढ़ते तनाव को देखते हुए निगम कॉलोनी सेल की टीम ने तत्काल सिटी कोतवाली पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। सिटी कोतवाली टीआई रावेंद्र द्विवेदी ने बताया कि शिकायत के आधार पर अनूप शुक्ला और पुष्पेंद्र सिंह नामक युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर शासकीय कार्य में बाधा डालने, गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने जैसी धाराओं में अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
सिवनी जिला मुख्यालय समेत पूरे जिले में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। शीतलहर जैसे हालात बन गए हैं और तापमान लगातार गिर रहा है।ठंड से बचने के लिए लोग जगह-जगह अलाव जलाते नजर आ रहे हैं। नगर के प्रमुख चौराहों, बस स्टैंड, बाजार और ग्रामीण इलाकों में प्रशासन और सामाजिक संगठनों द्वारा अलाव की व्यवस्था की गई है। कई स्थानों पर लोग खुद लकड़ियां इकट्ठा कर अलाव जलाते दिखाई दे रहे हैं। सुबह-शाम सड़कों पर सन्नाटा कड़ाके की ठंड के कारण सुबह और देर शाम लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। शीतलहर के चलते सड़कें सूनी दिखाई दे रही हैं। जरूरी काम से बाहर निकलने वाले लोग गर्म कपड़ों में पूरी तरह ढंके हुए नजर आते हैं। आने वाले दिनों में और बढ़ेगी ठंड मौसम विभाग के अनुसार, जिले में ठंड के तेवर और तेज होने की संभावना है। न्यूनतम तापमान में और गिरावट दर्ज की जा सकती है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि गुरुवार को अधिकतम 26.6 और न्यूनतम 13.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। विभाग ने अगले दो से तीन दिनों तक इसी तरह की ठंड बने रहने की चेतावनी दी है। स्वास्थ्य विभाग ने दी सावधानी बरतने की सलाह बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को विशेष रूप से ठंड से बचने के निर्देश दिए गए हैं। आम नागरिकों से गर्म कपड़े पहनने, सुबह-शाम अतिरिक्त सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने की अपील की गई है। मौसम विभाग ने शीतलहर को देखते हुए गर्म कपड़े, टोपी, दस्ताने और मोजों के उपयोग के साथ विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थ लेने की सलाह भी दी है। बाजारों में बढ़ी गर्म कपड़ों की खरीदारी ठंड बढ़ने के साथ ही बाजारों में गर्म कपड़ों की मांग तेजी से बढ़ी है। लोग स्वेटर, जैकेट, मफलर, मंकी कैप और ग्लव्स खरीदने दुकानों पर पहुंच रहे हैं।
उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर और उनकी कथित एक्स गर्लफ्रेंड डॉ. रोहिणी घावरी के बीच विवाद थम नहीं रहा है। इंदौर की रहने वाली रोहिणी ने अब दावा किया है कि चंद्रशेखर ने उनके मां-पिता को जेल भिजवाने की धमकी दी है। रोहिणी ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर लिखा, 'मेरे मम्मी-पापा मेरे भगवान हैं। उन्हें थोड़ी भी तकलीफ पहुंचाने की कोशिश भी मत करना वरना इंडिया आकर अपनी ताकत दिखाऊंगी। अमित शाह भी बचा नहीं पाएंगे। तेरी लड़ाई मुझसे है न। मुझसे लड़। पूरे देश में मेरे खिलाफ FIR करा, मेरी हत्या करा दे, जो करना है, कर। लेकिन मेरे परिवार को बीच में मत ला।' दूसरी पोस्ट में रोहिणी ने लिखा, 'तेरी दुश्मन थी नहीं लेकिन अब जानी दुश्मन बन गई हूं। अब तुझे पूरी तरह से खत्म करूंगी। जब बात मां-बाप पर आती है तो बच्चे हर मर्यादा लांघ देते हैं। आ रही हूं इंडिया वापस...तू वेट कर मेरा अब।' बता दें कि रोहिणी अभी स्विट्जरलैंड में रहती हैं। पढ़िए, डॉ. रोहिणी घावरी के दोनों ट्वीट... एक महीने पहले सांसद से बातचीत का ऑडियो जारी किया थाडॉ. रोहिणी घावरी ने 23 अक्टूबर को X पर एक ऑडियो पोस्ट किया था। इसके साथ लिखा था- बहनजी के प्रति चंद्रशेखर की गंदी सोच, बहुजन आंदोलन को खत्म करने की साजिश है। चंद्रशेखर ने कहा था कि बहनजी कांशीराम साहब को ब्लैकमेल करती थीं। धमकी देती थीं। कहती थीं कि मुख्यमंत्री नहीं बनाया तो समाज को बताऊंगी कि कांशीराम साहब ने मेरा रेप किया है। आकाश आनंद के पिता ने कांशीराम साहब के सिर पर बंदूक रखी थी। रोहिणी ने दावा किया था कि ऑडियो में वह सांसद चंद्रशेखर से बात कर रही हैं। ऑडियो में चंद्रशेखर की ही आवाज है। दावा है कि ऑडियो में चंद्रशेखर कह रहे हैं कि अगर उत्तराधिकारी बनाया जाएगा, तो आजाद समाज पार्टी विलय कर दूंगा। रोहिणी का यह भी कहना है कि चंद्रशेखर अमेरिका के सोनू अंबेडकर की किताब 'कांशीराम साहब की हत्यारन' जाटव समाज को देकर बहनजी के प्रति नफरत फैला रहे हैं। सफाईकर्मी की बेटी हैं रोहिणी, स्विट्जरलैंड में जॉबडॉ. रोहिणी घावरी इंदौर के बीमा अस्पताल में काम करने वाली सफाईकर्मी की बेटी हैं। वह 2019 में हायर एजुकेशन के लिए स्विट्जरलैंड गई थीं। पढ़ाई के दौरान ही वह और चंद्रशेखर एक दूसरे के संपर्क में आए थे। तीन साल तक रिलेशनशिप में रहे। बाद में रोहिणी ने चंद्रशेखर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। फिलहाल, डॉ. रोहिणी घावरी स्विट्जरलैंड में जॉब कर रही हैं। एनजीओ भी चला रही हैं। सुसाइड की दे चुकी हैं धमकीकरीब दो महीने पहले पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने X पर सुसाइड की धमकी दी थी। रोहिणी ने 4 घंटे के अंतराल पर तीन पोस्ट किए थे। एक पोस्ट में रोहिणी ने चंद्रशेखर, उनकी पत्नी और बच्चे की तस्वीर पोस्ट की थी। जिसमें लिखा- मेरा जीवन बर्बाद कर के खुशियां मना रहा है। आज ही तेरे नाम पर जहर खाऊंगी। तूने मुझे खत्म कर दिया। रोहिणी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पीएमओ को टैग करते हुए लिखा था- मेरी लाश भी भारत वापस मत लाना। किसी ने नहीं सुनी मेरी। सब अपराधी का साथ देते रहे। तुम सब को मेरा अंतिम अलविदा। अब जानिए क्या है पूरा विवाद?पीएचडी स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी ने पहले सोशल मीडिया का सहारा लिया और चंद्रशेखर पर यौन उत्पीड़न समेत कई गंभीर आरोप लगाए। इसके बाद राष्ट्रीय महिला आयोग में यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग ने मामला दर्ज किया था। इसके बाद रोहिणी ने कहा था- कानूनी लड़ाई शुरू हो चुकी है। सच सामने आकर रहेगा। स्वाभिमान और सम्मान के लिए लड़ूंगी। पीछे नहीं हटूंगी। ये खबर भी पढ़ें... डॉ. रोहिणी ने चंद्रशेखर के साथ का ऑडियो वायरल किया डॉ. रोहिणी घावरी ने सांसद चंद्रशेखर आजाद पर मायावती और कांशीराम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए एक ऑडियो वायरल किया है। उन्होंने फेसबुक लाइव में कहा कि चंद्रशेखर ने दलित आंदोलन का मजाक बनाया और उनके समर्थक उन्हें बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सहारनपुर घटना में चंद्रशेखर की कोई भूमिका नहीं थी और अब वह अपनी गरिमा की लड़ाई लड़ रही हैं। पढ़ें पूरी खबर...
चित्तौड़गढ़ में सर्दी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। शनिवार की सुबह शहर में हल्का कोहरा देखने को मिला, लेकिन इसका विजिबिलिटी पर ज्यादा असर नहीं पड़ा। लोग बिना किसी परेशानी के अपनी दिनचर्या में लगे रहे, हालांकि हवा में ठंडक साफ महसूस की गई। पिछले कुछ दिनों से मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है, जिससे तापमान भी ऊपर-नीचे हो रहा है। दिन में धूप कम, शाम होते ही बढ़ी कंपकंपी इस बार ठंड का असर सिर्फ सुबह-शाम तक सीमित नहीं रहा, बल्कि दोपहर में भी हल्की ठंडक महसूस होने लगी है। दिन में धूप कम निकलने के कारण लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है। शनिवार को भी सूरज की रोशनी काफी देर बाद दिखाई दी, जिससे सुबह का समय और भी ठंडा रहा। शाम होते ही ठंड अचानक बढ़ जाती है और हल्की हवा कंपकंपी छुड़ा देती है। पिछले 24 घंटे में तापमान में अलग-अलग बदलाव मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में चित्तौड़गढ़ में अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज हुई है, जबकि न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी देखने को मिली। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो गुरुवार के 29.4 डिग्री से कम रहा। वहीं, शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री रहा, जो गुरुवार के 10.2 डिग्री से थोड़ा ज्यादा था। इसी तरह बुधवार को अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। लगातार बदलते तापमान से लोग भी मौसम को लेकर सतर्क हो रहे हैं। इस बार ज्यादा कड़ाके की सर्दी पड़ने की संभावना मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने वाली है। इस साल पिछले वर्षों की तुलना में ज्यादा कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है। तापमान में अभी और गिरावट आने के संकेत मिल रहे हैं। ऐसे में लोगों को पहले से ही तैयारी करने और गर्म कपड़ों का इस्तेमाल बढ़ाने की सलाह दी गई है। सुबह-शाम बाहर निकलते समय खास सावधानी बरतने की जरूरत है। सुबह के काम देर से, धूप का इंतजार बढ़ गया ठंड बढ़ने के कारण लोगों की दिनचर्या पर भी असर पड़ने लगा है। सुबह के कामों में देरी हो रही है और लोग धूप का इंतजार करते नजर आते हैं। बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने के लिए परिवार भी सतर्क रहने लगे हैं। बाजारों में भी गर्म कपड़ों की बिक्री बढ़ रही है। मौसम में लगातार हो रहे बदलाव को देखते हुए लोग आने वाले दिनों में और ज्यादा ठंड के लिए तैयार हो रहे हैं। यहां का मौसम इस समय पूरी तरह सर्दी की तरफ बढ़ चुका है। आने वाले हफ्तों में तापमान और नीचे जाने की उम्मीद है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद लोग भी ठंड से बचाव की तैयारी कर रहे हैं।
प्रयागराज में जगदगुरु नारायणाचार्य स्वामी शांडिल्य महराज ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। स्वामी प्रसाद ने कहा था जो हिंदू राष्ट्र की मांग करने वाले को सपोर्ट करता हो, उससे बड़ा आतंकवादी कौन होगा उसे जेल भेज देना चाहिए। स्वामी के इस बयान पर नाराजगी जताई है। स्वामी शांडिल्य महराज ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार को तुरंत कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज देना चाहिए। स्वामी प्रसाद मौर्य सनातन धर्म विरोधी है और कट्टर हिंदू के बजाय मुस्लिम है। यहां पढ़ें पूरी खबर वाराणसी में युवक की मौत पर परिजन ने लगाया जाम, पुलिस से हुई नोकझोंक वाराणसी में कपसा गांव के पास आजमगढ़ फोरलेन पर शुक्रवार देर रात एक युवक का शव मिला। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए। उन्होंने हत्या का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर हंगामा करना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची। परिजन से उनकी नोकझोंक हुई। पुलिस ने उन्हें जांच का आश्वासन दिया। उसके बाद वे शांत हुए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उसके बाद मामले की छानबीन में जुट गई। यहां पढ़ें पूरी खबर
बाड़मेर जिले की रामसर पुलिस ने स्पेशल अभियान मिलाप के तहत मंदबुद्धि अर्जुनराम को खोजकर उसके परिजनों से मिलाया। युवक रामसर रेलवे स्टेशन के ईदगिर्द घूमते हुए रामसर पुलिस ने पकड़ा था। इसके बाद पुलिस ने परिजनों से मिलाने का प्रयास शुरू किया था। मंदबुद्धि को देखकर परिजनों के चेहरे पर खुशी छा गई। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- गुमशुदा व्यक्तियों की तलाश के लिए पुलिस मुख्यालय एवं आई जोधपुर रेंज के निर्देशानुसार स्पेशल अभियान मिलाप चलाया जा रहा है। इसी के तहत गुमशुदा लोगों की तलाशकर उन्हें सुरक्षित परिजनों तक पहुंचाने के निर्देश दिए गए है। एएसपी नितेश आर्य और डीएसपी रामसर मानाराम गर्ग के सुपरविजन में थानाधिकारी पदमाराम एवं उसकी टीम ने कस्बा रामसर के रेलवे स्टेशन पर मंदबुद्धि गुमशुदा युवक अर्जुनराम पुत्र कासूराम निवासी दरूड़ा थाना बाड़मेर ग्रामीण को बुधवार को डिटेन किया। युवक से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई। उसके बाद शुक्रवार को उनके परिजनों को सूचना दी गई। उसके परिजन हंसाराम को युवक अर्जुनराम को सुपुर्द किया गया। गुमशुदा के मिलने पर परिजनों ने खुशी जाहिर की। वहीं पुलिस का आभार व्यक्त किया। कार्रवाई में एएसआई गिरधारीराम, इंद्रसिंह, कांस्टेबल दौलतसिंह और दुर्गाराम शामिल रहें।
जयपुर शहर में स्थानीय समस्याओं को लेकर जनता की नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। दैनिक भास्कर डिजिटल के सिविक इश्यू सेगमेंट में रोजाना बड़ी संख्या में शिकायतें दर्ज हो रही हैं। इनमें साफ दिख रहा है कि शहर की मूलभूत सुविधाएं बदहाल हैं, विभाग एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं। वार्ड 40 में ट्रांसफार्मर बिना सुरक्षा के खड़ा, हादसे का डर विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र के डी-के नगर कॉलोनी में घरों के बिल्कुल नजदीक एक बड़ा ट्रांसफॉर्मर लगा है। शिकायतकर्ता राव अरुण यादव ने बताया कि इसके चारों ओर सुरक्षा जाली तक नहीं लगी है। जिससे लोगों की जान को खतरा बना हुआ है। स्थानीय निवासियों ने इसे किसी सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने की मांग की है। वार्ड 3 में बीच सड़क कचरे का पहाड़ वार्ड 3 के निवासी कुलदीप शर्मा ने बताया कि आम जन-जीवन के बीचों-बीच कचरे का बड़ा ढेर पड़ा है। इसकी बदबू और प्रदूषण से लोगों में बीमारी बढ़ रही है। नगर निगम लापरवाही के कारण लोगों को रोजाना परेशानी झेलनी पड़ रही है। स्थानीय लोगों ने तुरंत सफाई करवा कर जगह को नियमित रूप से मेंटेन करने की मांग की है। वार्ड 63 में टूटी सड़क पर जमा गंदा पानी वर्धमान नगर-बी के रोहन पारीक ने बताया कि जेआर गेस्ट हाउस वाली गली में सड़क पूरी तरह टूट चुकी है। ऊपर से गंदा पानी भर जाने से लोगों को घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। रोजमर्रा की आवाजाही और बच्चों की सुरक्षा पर भी इसका असर पड़ रहा है। वार्ड 150 में JDA और बिजली विभाग की जिम्मेदारी टालमटोल त्रिमूर्ति सर्किल के पास रहने वाली प्रतिभा ने बताया कि ग्रांड उनियारा होटल के पास JDA की खुदाई के दौरान बिजली की केबल कट गई थी। बिजली विभाग ने इसे JDA का मामला बताया, जबकि JDA ने कॉल करने पर कहा कि हमारे पास और जरूरी काम हैं। दोनों विभागों की इस तरह की उदासीनता से लोगों में भारी आक्रोश है। कई दिनों से क्षेत्र अंधेरे में है, लेकिन मरम्मत अब तक नहीं हुई। इसके बाद जनता सरकार के खिलाफ धरने की तैयारी शुरू कर रही है। वार्ड 26 में अधूरा सड़क निर्माण मोहम्मद शाहजाद ने बताया कि वार्ड 26 में सड़क का काम अचानक बंद कर दिया गया। कई दिन बीत जाने के बाद भी निर्माण सामग्री सड़क पर ही पड़ी है। इसी रास्ते से रोजाना कई बच्चे गुजरते हैं, जिससे हादसे का खतरा बना रहता है। ऐसे में प्रशासन तुरंत इस सामग्री को हटाकर सड़क का काम पूरा करें। ताकि आम जनता को राहत मिल सके। राजधानी जयपुर के लगातार बिगड़ते हालात को लेकर आम जनता भी शासन और प्रशासन से गुहार लगा रही है। लेकिन समस्याओं के समाधान नहीं हो रहे हैं। शहर के अलग-अलग इलाकों में सड़क, सफाई, बिजली और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे गंभीर रूप ले चुके हैं। इसके बाद अब जनता मूलभूत सुविधाओं के लिए परेशान होती नजर आ रही है। आप भी कर सकते हैं पोस्ट अब लोग अपनी बात सीधे दैनिक भास्कर ऐप पर रख रहे हैं। दैनिक भास्कर ऐप के 'सिविक इश्यू' सेक्शन में गली या मोहल्ले की समस्या लिखकर और फोटो लगाकर पोस्ट की जा सकती है। अगर आपने इस सेक्शन में किसी समस्या को लेकर पोस्ट किया और उसका समाधान हो गया है तो आप पोस्ट कर बता सकते हैं कि आपकी समस्या का समाधान हो। यहां क्लिक करें। ये भी पढ़े.. जयपुर शहर में लगता जाम, ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ी:अवैध पार्किंग, अतिक्रमण और रॉन्ग साइड में दौड़ती गाड़ियां; वार्डों में हालात बदतर इलाके में रोज जाम लगता है। लोग सड़क के बीच में गाड़ियां छोड़ देते हैं, जिससे आधी सड़क ब्लॉक हो जाती है। न तो चालान होता है, न मॉनिटरिंग होती है। जिससे परेशानी लगातार बढ़ रही है। यह कहना है देवेंद्र सिंह शेखावत का, जिन्होंने दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू प्लेटफॉर्म पर यातायात समस्या की शिकायत की है। राजधानी जयपुर की यातायात व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है। (पढ़े पूरी खबर)
भरण-पोषण आदेश न मानने पर पति को जेल:आमला कोर्ट ने 7 साल से राशि न देने पर एक साल कैद की सजा सुनाई
बैतूल जिले के आमला में भरण-पोषण आदेश का पालन न करने पर अदालत ने एक व्यक्ति को एक साल साधारण कारावास और 10 हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई है। यह कार्रवाई घरेलू हिंसा एवं महिला संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 31 के तहत की गई। बताया जा रहा है कि जिले में इस आदेश का पालन न करने पर यह पहली सजा है। मामला वर्ष 2010 का है, जब पत्नी ने स्वयं और बच्चों के लिए शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि पति ने बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर ली और किसी भी तरह का भरण-पोषण देने से इंकार कर रहा था। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी कुशाग्र अग्रवाल की अदालत ने मामले की सुनवाई की। सात साल तक नहीं दी एक भी किस्त अदालत ने पत्नी और दो बच्चों के लिए कुल 10,000 रुपये मासिक भरण-पोषण का आदेश दिया था, जिसमें सीआरपीसी की धारा 125 के तहत 5,000 और घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत 5,000 रुपये शामिल थे। यह आदेश वर्ष 2010 से प्रभावी था। पति ने 2018 में आदेश के खिलाफ अपील भी की, लेकिन अपील खारिज हो गई। इसके बावजूद उसने सात वर्षों तक एक भी किस्त जमा नहीं की। अदालत ने आदेश का उल्लंघन मानते हुए सुनाई सजा लगातार अवहेलना को अदालत ने संरक्षण आदेश का गंभीर उल्लंघन माना। अदालत ने जुर्माने की पूरी राशि पीड़िता को देने के निर्देश दिए। पीड़ित पक्ष के अधिवक्ता राजेंद्र उपाध्याय ने बताया कि आमला न्यायालय में यह पहला मामला है, जिसमें भरण-पोषण और संरक्षण आदेश न मानने पर आरोपी को सजा दी गई है।
टीकमगढ़ जिले के बड़ागांव धसान में शुक्रवार रात चोरों ने एक ज्वेलरी शॉप को निशाना बनाया। नगर परिषद क्षेत्र के बीच बाजार में स्थित अरविंद जैन उर्फ गुड्डू की सर्राफा दुकान से लाखों रुपये के जेवरात चोरी कर लिए गए। सुबह दुकान पहुंचा तो ताला टूटा मिला शनिवार सुबह जब दुकानदार अपनी दुकान खोलने पहुंचे, तो उन्होंने ताला टूटा हुआ और शटर आधा खुला देखा। अंदर सामान बिखरा मिलने पर उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही बड़ागांव थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह, एडिशनल एसपी विक्रम सिंह और एसडीओपी राहुल कटरे पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने दुकान और आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण शुरू किया। खाली डिब्बे मिले, डॉग स्क्वायड और एफएसएल टीम बुलाई जांच के दौरान पुलिस को दुकान से लगभग 100 मीटर दूर एक सुनसान जगह में सोने-चांदी के जेवरात के खाली डिब्बे मिले। एसडीओपी ने बताया कि डॉग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है। पुलिस घटनास्थल की बारीकी से जांच कर रही है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है। चोरी की इस वारदात को लेकर पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच तेज कर दी है।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सोमवार को दिल्ली से जोधपुर पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं ने गर्मजोशी से उनकी अगवानी की। उनके साथ पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। एयरपोर्ट से वे सीधे होटल श्रीराम इंटरनेशनल पहुंचे, जहां वे एक विवाह समारोह में शामिल हो रहे हैं। ओम बिरला का यह दौरा बेहद संक्षिप्त है। वे आज ही दोपहर 12 बजे जोधपुर एयरपोर्ट पहुंचे और विवाह कार्यक्रम में भाग लेने के बाद 12:35 बजे दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। इस दौरान एयरपोर्ट पर उनका केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राज्यसभा सांसद राजेंद्र गहलोत, प्रदेश सरकार के मंत्री जोगाराम पटेल, शेरगढ़ विधायक बाबूसिंह राठौड़, माहेश्वरी समाज के जिलाध्यक्ष नंदकिशोर शाह सहित शहर भाजपा के नेताओं ने स्वागत किया।
करनाल जिले में कांग्रेस युवा नेता ने होर्डिंग में लगी पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर कालिख पोती, जिससे करनाल के भाजपा नेताओं में रोष उत्पन्न हो गया। पूर्व में कांग्रेस नेता और मौजूदा बीजेपी नेता त्रिलोचन सिंह ने न सिर्फ एसपी करनाल को शिकायत पत्र लिखकर आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग की। वहीं चेतावनी भी दी, कि कांग्रेसियों ने तो पीएम के पोस्टर पर कालिख पोती है, अगर यह काम नहीं रोका गया, तो करनाल में आने वाले कांग्रेस के बड़े नेताओं के चेहरों पर कालिख पोती जाएगी, इसलिए कांग्रेस के नेता करनाल में सोच समझकर आए या फिर अपना मुंह ढककर आए। ऐसे में उन्होंने एसपी करनाल से भी निवेदन किया है कि तुरंत प्रभाव से एक्शन ले, ताकि कोई टकराव की स्थिति उत्पन्न न हो। कांग्रेस नेता के इशारे पर यह कृत्य हरियाणा में कांग्रेस के नेता वोट चोरी के आरोप लगाते हुए भाजपा नेताओं और पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरों पर कालिख पोत दी। कांग्रेस नेता रजत लाठर ने वीरवार को बस स्टैंड पर लगे पोस्टर पर पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे पर कालिख पोती। बीजेपी नेता त्रिलोचन सिंह ने कहा कि जो यूथ नेता जिस भी कांग्रेस नेता के इशारे पर यह कृत्य कर रहे है, वह भी बखूबी समझ ले कि भाजपा के कार्यकर्ता सब्र और संयम से रहना जानते है, लेकिन कांग्रेस के नेता कही किसी कार्यक्रम में जाएंगे तो उनके चेहरे पर भी बीजेपी के कार्यकर्ता कालिख पोत सकते है। मैने वीडियो देखा बर्दाश्त नहीं हुई त्रिलोचन सिंह ने कहा कि मेरे पास एक वीडियो आई। जिसमें रजत लाठर और उनके साथी पीएम की तस्वीर पर कालिख पोत रहे थे। यह मेरे से बर्दाश्त नहीं हुई। मैने एसपी करनाल को पत्र लिखा और उसमें स्पष्ट रूप से कहा कि अगर पीएम का अपमान करने वालों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करोगे, तो कल को किसी भी तरह के टकराव की स्थिति उत्पन्न होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इसके अलावा मैने एक कॉपी सीएम हाउस, स्थानीय विधायक जगमोहन आनंद को भेजी है। बाद में मुझे पता चला कि कांग्रेसियों के खिलाफ मामला दर्ज हो गया है। अब यह मेरी शिकायत पर हुआ है या किसी ओर की शिकायत पर, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। प्रोटेस्ट करने का अपना एक ढंग-राजेश वैध कांग्रेस के जिला प्रधान राजेश वैध ने कहा कि कांग्रेस के लोग लोकतंत्र को मानते है। कांग्रेस बड़े ही शालीन तरीके से प्रोटेस्ट करती आई है और मैं समझता हूं कि इस तरह से प्रोटेस्ट नहीं करना चाहिए, क्योंकि प्रोटेस्ट करने का अपना एक ढंग है। हम वोट चोरी के मुद्दे को लेकर विरोध कर रहे है और करते रहेंगे, जब तक हम जनता को यह न बता दे कि वोट चोरी कैसे की जा रही है। कालिख पोतने की जहां तक बात है, मैं इसकी निंदा करता हूं और इस तरह से नहीं किया जाना चाहिए।
एसपी ने देर रात कंट्रोल रूम का किया आकस्मिक निरीक्षण, संचार व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान ने देर रात जिले के कंट्रोल रूम का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों से बातचीत कर सुरक्षा तंत्र को मजबूत बनाए रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। निरीक्षण के दौरान एसपी ने कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली, कर्मचारियों की उपस्थिति, तकनीकी संसाधनों की स्थिति और विभिन्न रिकॉर्ड रजिस्टरों का गहन अवलोकन किया। उन्होंने संचार व्यवस्था को पुलिस कार्य का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बताते हुए निर्देश दिया कि वायरलेस सेट हर समय क्रियाशील रहें और किसी भी स्तर पर लापरवाही न हो। एसपी सांगवान ने कॉल रिसीविंग स्टाफ से सीधा संवाद कर शिकायतों की त्वरित कार्रवाई की जानकारी ली। उन्होंने कॉल लॉग बुक की जांच करते हुए कहा कि प्रत्येक कॉल को गंभीरता से दर्ज किया जाए, रिसीविंग में देरी न हो और जरूरतमंद को तत्काल सहायता मुहैया कराई जाए। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की उपस्थिति, व्यवहार और कार्यक्षमता की भी समीक्षा की। एसपी ने कहा कि कंट्रोल रूम पुलिसिंग का हृदय होता है और यहां तैनात कार्मिक जिले की कानून व्यवस्था की रीढ़ हैं। ऐसे में उनका अनुशासित, सतर्क और संवेदनशील रहना अत्यंत आवश्यक है। एसपी के निरीक्षण को लेकर कंट्रोल रूम स्टाफ में भी सतर्कता और जिम्मेदारी का भाव और अधिक मजबूत हुआ है।
उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा क्षेत्र के दो मतदान केंद्रों में शत-प्रतिशत SIR (सीडिंग एवं इंटेग्रेशन रजिस्ट्रेशन) कार्य पूरा कर लिया गया है। मतदान केंद्र क्रमांक 203 खुसरवाह और केंद्र क्रमांक 89 भरौली में शुक्रवार को यह प्रक्रिया सफलतापूर्वक संपन्न हुई। इस उपलब्धि पर एसडीएम हरनीत कौर कलसी ने दोनों केंद्रों के बीएलओ का सम्मान किया। खुसरवाह के बीएलओ रामदीन यादव और भरौली के बीएलओ दिलीप त्रिपाठी को कार्यालय में फूल-माला पहनाकर स्वागत किया गया। दोनों केंद्रों पर मतदाता सूची के डिजिटाइजेशन का कार्य पूरी तरह समाप्त हो गया है। भरौली केंद्र में 462 और खुसरवाह में 176 मतदाताओं का डेटा डिजिटल रूप से दर्ज किया गया है। बीएलओ दिलीप त्रिपाठी ने बताया कि यह उपलब्धि टीमवर्क का परिणाम है। उनकी टीम लगातार डिजिटलाइजेशन, प्रपत्र भरने और मतदाताओं से संपर्क करने में जुटी रही। इसी कारण लक्ष्य तय समय से पहले हासिल किया जा सका। एसडीएम हरनीत कौर कलसी ने दोनों बीएलओ को सम्मानित करते हुए उनके कार्य की सराहना की और आगे भी इसी तरह बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया।
श्रीगंगानगर शहर में एक गर्ल्स पीजी में रह रही नाबालिग लड़की के लापता हो जाने का मामला सामने आया है। स्टूडेंट पीजी से बिना बताए कहीं चली गई, जिसका अभी तक कहीं कुछ पता नहीं चला। 17 नवंबर की शाम से लापता पुलिस को दी रिपोर्ट में लड़की के पिता ने बताया कि उनकी नाबालिग लड़की श्रीगंगानगर में स्थित एक गर्ल्स पीजी में रह रही थी, और कॉम्पिटिटिव एक्जाम की तैयारी कर रही थी। लड़की 17 नवंबर की शाम 7 बजे स्टाफ का बिना बताए कहीं चली गई। परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने शुरू की तलाश परिजनों ने लड़की की काफी जगह तलाश की और दोस्तों-रिश्तेदारों के यहां भी पता किया, लेकिन अभी तक उसका कहीं कोई सुराग नहीं लगा है। इसके बाद लड़की की गुमशुदगी दर्ज कराई गई। फिलहाल, परिजनों की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच हेड कॉन्स्टेबल गुरमेल सिंह कर रहे हैं।
मऊगंज जिले की हनुमना तहसील क्षेत्र में कंप्यूटरीकृत खसरा रिकॉर्ड में अवैध बदलाव करने के मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। SDM हनुमना द्वारा भेजे गए पत्र के आधार पर पुलिस ने सात लोगों पर BNS 2023 की गंभीर धाराओं 318(4), 322, 337 और 338 के तहत FIR दर्ज की है। शुक्रवार शाम एएसपी विक्रम सिंह ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामले की जानकारी दी। यह है पूरा मामला एडिशनल SP ने बताया कि नायब तहसीलदार बुद्धसेन मांझी ने हनुमना थाने में पहुंचकर SDM कार्यालय से जारी पत्र क्रमांक 374/प्रवा/2025 दिनांक 14 नवंबर 2025 की प्रति प्रस्तुत की। इस पत्र में बताया गया है कि ग्राम कोलहा (पटवारी हल्का धौसड़, राजस्व निरीक्षक मंडल पहाड़ी) की आराजी नंबर 353, रकवा 0.170 हेक्टेयर में वर्ष 2007-08 से 2009-10 के दौरान खसरा रिकॉर्ड में अवैध रूप से प्रविष्टियों में परिवर्तन किए गए। यह मामला हाई कोर्ट जबलपुर के आदेश (WPNO 10521/2011, निर्णय 11 फरवरी 2013) के बाद सामने आया था। अदालत ने इस प्रकरण में विभागीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। जांच में स्पष्ट हुआ कि संबंधित व्यक्तियों ने धोखाधड़ी, छल, बेईमानी और कूटरचना कर सरकारी राजस्व अभिलेखों में बदलाव किया। इन 7 लोगों पर FIR SDM ने इसे गंभीर आपराधिक कृत्य मानते हुए पुलिस को विधि अनुसार FIR दर्ज कर कार्रवाई करने का आदेश दिया। जिन सात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, वे हैं—रवीन्द्र पिता स्वामीशरण (पैतिहा, प्रयागराज, उ.प्र.), भगोले पिता रामदास नाई (कोलहा), गल्होरे पिता भगोले (कोलहा), लछिमन पिता भगोले (कोलहा), मिथिला प्रसाद पिता सुमंतराम (पूर्व पेशकार, तहसील हनुमना), यशोदानंदन दीपांकर (तत्कालीन पटवारी, हर्दिहाई) और चन्द्रसेन पटेल उर्फ C.S. पटेल (तत्कालीन कंप्यूटर ऑपरेटर, तहसील हनुमना)। SDM ने पुलिस से कहा है कि दर्ज प्रकरण की निष्पक्ष और विधिसंगत जांच तेजी से की जाए और कार्रवाई की जानकारी शीघ्र उपलब्ध कराई जाए। पत्र की प्रतियां कलेक्टर,एसपी और SDOP मऊगंज को भी भेजी गई हैं। मामला अब पुलिस जांच में है और आगे की कानूनी कार्रवाई जल्द शुरू होगी।
बेटे के शव से लिपटकर मां बोली- तूने वादा तोड़ा:माफ नहीं करूंगी; कानपुर में केबिल फंसने से गई थी जान
'मेरा बेटा बहुत हंसमुख था। कभी किसी का दिल नहीं दुखाता था, लेकिन आज अपनी मां को जीवनभर का दर्द दे गया। तूने मुझसे कहा था- मां, मैं जिस दिन पायलट बनूंगा, सबसे पहले तुझे सैर कराऊंगा… लेकिन अपना वादा तोड़कर चला गया। मैं तुझे कभी माफ नहीं करूंगी…।' ये दर्द उस मां सोनम चौधरी का है, जिसने अपने 15 साल के बेटे सार्थक चौधरी को खो दिया। उनका रो-रो कर बुरा हाल था। बेटे के शव से लिपटकर रोए जा रही थीं। बेटे को याद कर रही थीं। उसकी पुरानी बातें बोल रही थीं। बोलते-बोलते बेहोश हो जा रही थीं। पानी के छींटे डालकर होश में लाया गया। ऐसा ही हाल परिवार के अन्य लोगों का भी था। दरअसल, गुरुवार को कानपुर के रतनलाल नगर में इंटरनेट के केबिल में फंसकर हाईस्कूल के छात्र सार्थक (15) की मौत हो गई थी। सार्थक चिंटल्स स्कूल में पढ़ता था और शाम को स्कूटी से कोचिंग पढ़कर घर लौट रहा था। तभी हादसे में उसकी मौत हो गई। शुक्रवार को सार्थक का पोस्टमॉर्टम हुआ। जिसकी रिपोर्ट में सामने आया है कि सिर की हड्डियां चकनाचूर हो गई थीं, दिमाग बाहर आ गया था। बायां हाथ और पैर भी टूट गए थे। शरीर पर 7-8 घिसटने के निशान मिले। दैनिक भास्कर की टीम सार्थक के घर पहुंची और परिवार वालों से बात की। आइए विस्तार से पढ़ते हैं... 2 तस्वीरें देखिए... मां बोलीं- आखिरी बार तो देख लेने दोपोस्टमॉर्टम के बाद जब सार्थक का शव उसके घर रतनलाल नगर पहुंचा तो चीख-पुकार मच गई। मां सोनम दौड़ती हुई आईं और कफन हटाकर चेहरा देखने लगीं। लोगों ने रोकने की कोशिश की। रोते हुए कहा- आखिरी बार चेहरा भी नहीं देखने दोगे? अपने लाल को अब कभी नहीं देख पाऊंगी … इतना कहकर मां बेहोश हो गईं। पानी के छींटे डालकर होश में लाया गया। मां की बिगड़ती हालत को देखकर जल्द सारे इंतजाम कर शव को बर्रा-2 स्थित स्वर्गाश्रम ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया। पिता बोले- जिम्मेदारों पर कार्रवाई करे प्रशासनपिता जतिन चौधरी का भी रो-रोकर बुरा हाल था। उन्होंने रुंधे गले से बस इतना कहा कि केबिल पेड़ में बांध कर छोड़ने वालों की वजह से ही मेरे बेटे की जिंदगी चली गई, हमने अपने बेटे को खोया है, उसका जिम्मेदार कौन है। प्रशासन को लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। फूफा बोले- पढ़ने में होशियार था सार्थकभतीजे की मौत की जानकारी पर कानपुर आए बरेली के रहने वाले फूफा कुशल गुलाटी पहुंचे। फफकते हुए बोले- 15 साल पहले 14 फरवरी को मेरी शादी हुई थी, उस समय सार्थक मेरी गोद में बैठा था। वह बहुत ही जॉली नेचर का लड़का था, पढ़ने में काफी होशियार था, जब भी मैं कानपुर आता तो, पूरा दिन मेरे ही मशगूल रहता था। मुझे खूब हंसाता, मेरे साथ घूमने जाता था। अब जानिए मौके के हाल... 10 मीटर तक बिखरे थे मांस के लोथड़ेदैनिक भास्कर की टीम जब मौके पर पहुंची तो पता चला कि जिस पेड़ पर टूटा केबिल बंधा था, उसे हादसे के बाद गुपचुप तरीके से हटा दिया गया। कोई भी नहीं बता पाया कि केबिल कौन ले गया। यहां पर मिले प्रत्यक्षदर्शी आशीष ने बताया, शाम करीब 6:30 बजे ऑफिस से लौटते समय एक लड़का सड़क किनारे पड़ा दिखा। उसका शरीर खून से लथपथ था। सिर फटा था। करीब 10 मीटर तक मांस के टुकड़े बिखरे थे। लोग खड़े थे, लेकिन कोई हाथ लगाने को तैयार नहीं था। वहीं से गुजर रहे कोचिंग टीचर अमन खट्टर ने कहा, सवा छह बजे एक छात्र का फोन आया कि सार्थक का एक्सीडेंट हो गया है। मैं भागकर मौके पर पहुंचा तो वह सड़क पर पड़ा था। लोगों से अस्पताल ले चलने को कहा, लेकिन कोई आगे नहीं आया। करीब 20 मिनट तक वह सड़क पर पड़ा रहा। पुलिस आने पर हम उसे अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। वहीं सार्थक के स्कूल चिंटल्स स्कूल की टीचर राजवीर कौर के पति हरविंदर सिंह भी मौके पर पहुंचे। बोले- लाश देखकर रूह कांप गई। सिर के चीथड़े उड़े थे और एक आंख बाहर निकल आई थी। बिल्डिंग गिराने के दौरान टूटा था केबिलस्थानीय लोगों ने बताया कि इलाके में इंटरनेट केबिलों का जंजाल है, कई बार नगर निगम, जिला प्रशासन व क्षेत्रीय जन प्रतिनिधियों से शिकायत की, उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं की गई। दैनिक भास्कर टीम को पेड़ पर कुछ केबिल बंधे हुए भी मिले। वहीं, लोगों का कहना है कि रतन लाल नगर स्थित जैना पैलेस को एक बिल्डर बिना अनुमति के बैक हो लोडर से तुड़वा रहे हैं। स्लैब गिराने के दौरान एक केबिल टूटकर गिरी थी। अब पढ़िए क्या था पूरा मामला... कानपुर में 10वीं के छात्र सार्थक चौधरी की सड़क हादसे में मौत हो गई। सार्थक द चिंटल्स स्कूल, रतनलाल नगर में हाईस्कूल का छात्र था। वह गोविंद नगर 11 ब्लॉक में रहने वाले जतिन उर्फ चौधरी का बड़ा बेटा था। जतिन की दादा नगर में कचरी और चिप्स बनाने की फैक्ट्री है। परिवार में पत्नी सोनम और दो बेटे सार्थक और साकार हैं। साकार कक्षा 4 में पढ़ता है। सार्थक रतनलाल नगर स्थित अमन इंद्रा क्लासेज में कोचिंग करता था। गुरुवार शाम करीब 4 बजे वह स्कूटी से कोचिंग गया था, जो शाम 6 बजे तक चली। कोचिंग के बाद वह दोस्तों के साथ बर्रा-4 पुल की ओर निकला। सार्थक स्कूटी पर था, जबकि उसके दोस्त बाइक से थे। दोस्तों के अनुसार, जैना पैलेस के पास पेड़ से टूटी इंटरनेट केबल सार्थक की स्कूटी में फंस गई। स्कूटी बेकाबू होकर गिर गई और सार्थक करीब 10 फीट उछलकर सिर के बल सड़क पर जा गिरा। उसकी हालत देखकर दोस्त घबरा गए। वे रोते हुए राहगीरों से मदद मांगने लगे, ताकि उसे अस्पताल ले जाया जा सके। इसी बीच एक छात्र ने कोचिंग शिक्षक अमन खट्टर को हादसे की सूचना दी। अमन मौके पर पहुंचे और सार्थक की मां सोनम को घटना के बारे में बताया। बाद में पुलिस ने घायल छात्र को अस्पताल पहुंचवाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ----------------------ये खबर भी पढ़ें... बैंक मैनेजर को पत्नी ने ब्रांच के बाहर पीटा, VIDEO; बदायूं में गिराकर लात-घूसे मारे, बोली- इसका स्टाफ की लड़की से चक्कर है बदायूं में एक बैंक मैनेजर की उसकी पत्नी ने ब्रांच के बाहर ही पिटाई कर दी। वह अपने भाइयों-रिश्तेदारों के साथ बैंक के बाहर पहुंची थी। पति के सामने आते ही महिला ने उसे धक्का दे दिया। इसके बाद सभी लोग उस पर टूट पड़े। बैंक मैनेजर को गिराकर लात-घूसों से मारा। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। पढ़िए पूरी खबर
अलवर में शुक्रवार रात करीब 9 बजे पीजी में रहने वाले छात्र गुटों के बीच लाठी-डंडे और पथराव हो गया। अचानक झड़प से क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया। गनीमत रही कि घटना में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। इंदिरा कॉलोनी में घटना के बाद नाराज स्थानीय लोग एसपी और कलेक्टर निवास पर पहुंचे। उन्होंने अवैध रूप से चल रहे पीजी बंद करवाने की मांग उठाई। लोगों ने कहा कि पीजी में रहने वाले छात्रों के कारण आए दिन झगड़े और उत्पात जैसी घटनाएं होती रहती हैं, जिससे कॉलोनी में रहना मुश्किल हो गया है। शिकायत मिलने पर कोतवाली थाना इंचार्ज रमेश सैनी जाप्ते सहित मौके पर पहुंचे और समझाइश की। इसके बाद पुलिस टीम इंदिरा कॉलोनी पहुंची, लेकिन तब तक झगड़ा करने वाले युवक मौके से फरार हो चुके थे। निगरानी बढ़ाई, संदिग्धों की तलाश जारीघटना के बाद पुलिस अलर्ट हो गई है। क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है और संदिग्ध युवकों की तलाश में नाकाबंदी भी कराई गई। पुलिस ने कई पीजी में जाकर छात्रों की जांच की और बताया कि दोषियों की पहचान की जा रही है। अवैध पीजी संचालन पर उठे सवालकलेक्टर और एसपी निवास के पीछे स्थित इंदिरा कॉलोनी में लगभग एक दर्जन से अधिक आवासीय मकानों में बिना अनुमति पीजी संचालित हो रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इन पीजी में रहने वाले छात्रों का न तो किरायानामा है और न ही पुलिस वेरिफिकेशन कराया गया है, जिससे क्षेत्र में असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। निवासियों का कहना है कि प्रशासन और पुलिस की अनदेखी के कारण अवैध पीजी ऑपरेटरों और बाहरी छात्रों के मन में कानून का कोई डर नहीं है।
सिरसा जिले में मशीन ठीक करने पर हुए विवाद में मिस्त्री पर हमला कर दिया गया। मिस्त्री के सिर पर रॉड से चोटें मारी गई, जिससे वह घायल हो गया। पंजाब से बाप-बेटा मशीन लेकर गांव में पराली की गांठें बनाने के लिए आए हुए है। वह दोनों मशीन ठीक करवाने मिस्त्री की दुकान पर आए और चाबी-पाने को लेकर झगड़ा हो गया। मामले में अब सदर थाना पुलिस ने आरोप बाप-बेटे व अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। अभी हमलावरों को पकड़ा नहीं गया है और उनके लिए दबिश दी जा रही है। दुकान पर आकर चाबी-पाने मांगे पुलिस को दी शिकायत में झोरड़नाली गांव के रमनदीप ने बताया कि वह खराद वेल्डिंग का मिस्त्री है और झोरड़नाली गांव में मार्केट में दुकान है। हरविंदर सिंह व उसका बेटा फतेह सिंह पंजाब से उसके गांव में आए हुए है और पराली की गांठ बनाने वाली मशीन लेकर आए हुए हैं। गांव के वीरेंद्र सिंह की मोटर पर खेत में रहते हैं। मिस्त्री रमनदीप के अनुसार 11 नवंबर दोपहर को वह अपनी दुकान पर काम कर रहा था। उस समय हरविंद्र सिंह व फतेह सिंह उसकी दुकान पर आए और कहने लगे कि मशीन खराब हो गई है। चाबी-पाने मांगे, तो उनको दे दिए। मशीन ठीक करने के बाद जाने लगे, तो उसने चाबी-पाने वापस मांगे, तो फतेह सिंह बोला कि उसके कारीगर काे दे दिए। उसी वक्त जग्गा सिंह भी दुकान पर रीपर ठीक करवाने आए हुए थे। उसने जग्गा से पूछा, तो मना कर दिया, तब तक वह दोनों वहां से चले गए थे। गाड़ी से निकाली रॉड, हमला किया मिस्त्री रमनदीप के अनुसार, वह बाइक लेकर उनके पीछे गया और वहां खेत में हरविंदर के नौकर से मिला। दोनों ही वहां नहीं मिले, तो वह दुकान पर आ गया। इसी बात को लेकर हरविंद्र ने अपने बेटे को बुलाया और देख लेने की बात कही। फतेह सिंह गाड़ी से राड निकालकर लाया और उस पर हमला कर दिया। शोर मचाने पर मुंशीराम ने छुड़वाया उसके नौकरों ने उसे थप्पड़ मारे और फतेह ने उसके सिर पर राड से वार कर दिया। शोर मचाने पर मुंशी राम ने उसे छुड़वाया। इसके बाद घरवालों ने उसे सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया। इसकी पुलिस को सूचना दी थी। संबंधित आईओ कोर्ट केस के चलते व्यस्था, जिससे बयान दर्ज नहीं हो सके, बाद में केस दर्ज किया।
नदी में डूबने से इंटर की छात्रा की मौत:पैर फिसलने से हादसा, भोजपुर में ग्रामीणों ने निकाली लाश
भोजपुर में धर्मावती नदी में डूबने से टॉयलेट करने गई छात्रा की मौत हो गई। मृत छात्रा बहोरनपुर थाना क्षेत्र के करजा गांव निवासी हरे राम गोड़ उर्फ उजारी गोड़ की 17 साल की बेटी प्रिया कुमारी है। वह इंटर की छात्रा थी। मामला बहोरनपुर थाना क्षेत्र के करजा गांव का है। मृत छात्रा के चाचा के दोस्त जितेंद्र चौधरी ने बताया कि वह टॉयलेट करने के लिए धर्मावती नदी की ओर गई थी। उसी दौरान वह धर्मावती नदी में गिरकर डूब गई। तब एक बुजुर्ग ने उसे धर्मावती नदी में डूबते देखा था। लोगों ने शव को बाहर निकाला बुजुर्ग ने इसकी सूचना उसके परिजन और स्थानीय ग्रामीण को दी गई। सूचना पाकर परिजन एवं स्थानीय ग्रामीण फौरन वहां पहुंचे। इसके बाद स्थानीय ग्रामीण के सहयोग से उसके शव को पानी से बाहर निकल गया। मौके पर पहुंची स्थानीय थाना की ओर से शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया। मृत छात्रा अपने तीन बहन व तीन भाई में बड़ी थी। उसके परिवार में मां रेखा देवी , दो बहन अंशु कुमारी , सुमन कुमारी व तीन भाई विष्णु कुमार , राहुल कुमार और रवि कुमार है। घटना के बाद मृत छात्रा के घर में कोहराम मच गया है।
पलामू में वन विभाग और वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो ने वन्यजीव तस्करी के एक बड़े अंतरराष्ट्रीय रैकेट का पर्दाफाश किया है। रैकेट को पकड़ने के लिए ज्वाइंट अभियान 18 नवंबर से चल रहा था। शुरुआती कार्रवाई छतरपुर पश्चिमी वन प्रक्षेत्र की ओर से हरिहरगंज में की गई। टीम ने औरंगाबाद जिले के देव से एक पिता-पुत्र और हरिहरगंज के एक व्यवसायी सहित तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से लगभग 1200 मिलीलीटर सांप का जहर और करीब 20 किलोग्राम पेंगोलिन के शल्क बरामद हुए। अधिकारियों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में जब्त जहर की कीमत लगभग 80 करोड़ रुपए और पेंगोलिन शल्क की कीमत करीब 20 लाख रुपए आंकी गई है। इतनी बड़ी मात्रा में बरामदगी से यह साफ हो गया कि यह तस्करी स्थानीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि सीमा पार के नेटवर्क से भी जुड़ी है। जांच में खुलासे के बाद दूसरी कार्रवाई, कुल 10 आरोपी गिरफ्तार पहली कार्रवाई के बाद वन विभाग ने गिरफ्तार तस्करों से पूछताछ की। इस पूछताछ के आधार पर रैकेट के अन्य सदस्यों की पहचान हुई। पूछताछ में मिले इनपुट के आधार पर दूसरी छापेमारी की गई। इस दौरान राहुल कुमार, गोपाल प्रसाद सिंह, मानकी सिंह, शमीतुल्ला मियां, तैयब अंसारी, अनिल यादव और विनोद चंद्रवंशी सहित सात और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से करीब 10 किलोग्राम पेंगोलिन का टुकड़ा बरामद किया गया। इस तरह कुल गिरफ्तारियों की संख्या 10 हो गई है। डीएफओ सत्यम कुमार ने बताया कि यह एक बड़ा और संगठित वन्यजीव तस्करी रैकेट है, जिसमें स्थानीय नेटवर्क के साथ-साथ बिहार और पलामू के तस्करों की संलिप्तता भी सामने आई है। उन्होंने कहा कि सांप के जहर की इतनी बड़ी मात्रा मिलना बताता है कि यह गिरोह लंबे समय से सक्रिय था। विभिन्न जगहों से जहर इकट्ठा कर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सप्लाई कर रहा था। मेड इन फ्रांस आईडी कार्ड से इंटरनेशनल लिंक की पुष्टि अधिकारियों ने बताया कि जब्त सांप के जहर के साथ एक आईडी कार्ड भी मिला है, जिस पर ‘मेड इन फ्रांस’ लिखा हुआ था। इस कार्ड ने जांच टीम की चिंताएं और बढ़ा दी हैं। इससे साफ संकेत मिल रहा है कि यह नेटवर्क विदेशी बाजारों से भी जुड़ा हुआ था। जहर की सप्लाई किसी इंटरनेशनल चैनल के माध्यम से की जाती थी। जांच एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि पकड़े गए तस्करों का विदेशी गिरोहों से क्या संबंध है। सांप के जहर को किस रास्ते से अंतरराष्ट्रीय बाजार में भेजा जाता था। वन विभाग का कहना है कि इस रैकेट के पीछे और भी कई लोग हो सकते हैं। जिनकी पहचान की जा रही है। फिलहाल पूरे मामले की जांच तेज कर दी गई है।
मंदसौर जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह गुर्जर के नेतृत्व में मल्हारगढ़ एवं संजीत ब्लॉक के 11 गांवों में मतदाता सूची पुनरीक्षण को लेकर सघन जनसंपर्क अभियान चलाया गया। कांग्रेस पदाधिकारियों ने घर-घर पहुंचकर मतदाताओं से संवाद किया और वोटर लिस्ट की खामियों को सुधरवाया। इसके साथ ही जिले के सभी 13 ब्लॉकों में BLA-2 (बूथ लेवल असिस्टेंट) का प्रशिक्षण शिविर भी संपन्न हो गया है। अभियान के तहत ग्राम बोतलगंज, बही, बालागुड़ा, सेमली, अम्बाव, खंखइरी, नेनोरा, बूढ़ा, टकरावद, नापा खेड़ा और बिल्लोद में कार्यकर्ता पहुंचे। यहां मतदाता सूची की बारीकी से जांच की गई। BLO और BLA-2 प्रतिनिधियों से सीधे संवाद कर त्रुटियों को सुधरवाया गया। 'हर मतदाता का नाम सुरक्षित रहेगा'जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कहा, “एक भी वोट कटने नहीं देंगे, हर मतदाता का नाम सुरक्षित रहेगा।” नेताओं ने बताया कि जनता का स्नेह ही संगठन की सबसे बड़ी ताकत है और यह अभियान आगे और तेज गति से चलेगा। 13 ब्लॉकों में BLA-2 ट्रेनिंग संपन्नजिला स्तर पर संगठन की सक्रियता के चलते मंदसौर जिले के सभी 13 ब्लॉकों में BLA-2 ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण शिविर सफलतापूर्वक आयोजित किए गए। गरोठ विधानसभा के गरोठ–मेलखेड़ा एवं भानपुरा ब्लॉकों में भी प्रशिक्षण हुआ। यहां कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया, फॉर्म भरने की तकनीक और बूथ स्तरीय जिम्मेदारियाँ समझाई गईं। जिलाध्यक्ष बोले- BLA की भूमिका अहमइस दौरान जिलाध्यक्ष ने कहा, “हर बूथ पर कांग्रेस मजबूत होगी, हर मतदाता का नाम सुरक्षित रहेगा। लोकतंत्र की रक्षा में BLA कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण है।” अभियान में ये नेता रहे शामिलजनसंपर्क अभियान में विधानसभा प्रत्याशी व ब्लॉक प्रभारी परशुराम सिसोदिया, प्रकाश राठौर, भोपाल सिंह सोलंकी, ब्लॉक अध्यक्ष अनिल शर्मा, ईश्वर धाकड़, SIR प्रशिक्षक प्रवीण मांगरिया, युवा कांग्रेस महासचिव विनोद पाटीदार, विजेश मालेचा, जनपद सदस्य सत्यनारायण पाटीदार, तुलसी पाटीदार और युवा कांग्रेस अध्यक्ष बल्लू गुर्जर सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। प्रशिक्षण शिविर में इनकी रही मौजूदगीप्रशिक्षण कार्यक्रमों में जिला प्रभारी मनोज राजानी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र सिंह गुर्जर, प्रशिक्षण प्रभारी किशनलाल गौसर, जनपद अध्यक्ष विजय पाटीदार, नगर पंचायत अध्यक्ष शिव भानपिया, ब्लॉक अध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह हाड़ा, भवानी शंकर धाकड़, करण सिंह मीणा, ब्लॉक प्रभारी ललित चन्देल, तूफान सिंह, किशन सिंह पावटी, मुकेश रत्नावत, सुभाष बागड़ी और युवा कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गेश पटेल सहित अनेक वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
नालंदा में बेरोजगार युवाओं के लिए राहत की खबर है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार स्थापित करने के लिए टूल किट और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को स्टडी किट उपलब्ध कराई जाएगी। इच्छुक अभ्यर्थी 10 दिसंबर तक जिला नियोजनालय कार्यालय में अपना आवेदन जमा कर सकते हैं। जिला नियोजन पदाधिकारी वक्कास ने इस योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके कौशल विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। योजना का फायदा उठाने के लिए युवाओं की पारिवारिक वार्षिक आय तीन लाख रुपए से कम होनी चाहिए। टूल किट के लिए 18 से 40 साल की आयु के युवा आवेदन कर सकते हैं, जबकि स्टडी किट के लिए आयु सीमा 18 से 35 साल निर्धारित की गई है। छह महीने पहले निबंधन होना आवश्यक एक महत्वपूर्ण शर्त यह है कि आवेदक का जिला नियोजनालय में कम से कम छह महीने पहले निबंधन होना आवश्यक है। बिना निबंधन के आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे। तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं के लिए टूल किट की व्यवस्था की गई है। इसमें इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोबाइल रिपेयर, फिटर, प्लम्बर, घरेलू उपकरण मरम्मत, ब्यूटीशियन, सिलाई मशीन ऑपरेटर और इसी प्रकार के अन्य व्यवसायिक प्रशिक्षण हासिल युवा शामिल हैं। प्रत्येक युवा को उसके ट्रेड के अनुसार आवश्यक औजार और उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे वे अपना स्वरोजगार शुरू कर सकें। यह पहल युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सराहनीय कदम है। इंटरमीडिएट या स्नातक की डिग्री होना जरुरी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए स्टडी किट में यूपीएससी, बीपीएससी, एसएससी, बैंकिंग, रेलवे और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं से संबंधित पुस्तकें और मार्गदर्शिका शामिल होंगी। इन युवाओं के पास इंटरमीडिएट या स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। यह योजना उन युवाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित होगी जो आर्थिक तंगी के कारण महंगी अध्ययन सामग्री नहीं खरीद पाते हैं। आवेदन के समय युवाओं को आय प्रमाण पत्र अनिवार्य रूप से संलग्न करना होगा। टूल किट के लिए शैक्षणिक योग्यता या संबंधित ट्रेड से प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र आवश्यक है, जबकि स्टडी किट के लिए इंटरमीडिएट या स्नातक का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। जिला नियोजन पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक पात्र युवा केवल एक किट के लिए आवेदन कर सकता है। टूल किट और स्टडी किट दोनों के लिए एक साथ आवेदन नहीं किया जा सकता। युवाओं को अपनी आवश्यकता और योग्यता के अनुसार किसी एक का चयन करना होगा। इच्छुक युवा 10 दिसंबर तक जिला नियोजनालय कार्यालय में सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ अपना आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं। आवेदन की जांच के बाद पात्र युवाओं को किट वितरण की सूचना दी जाएगी।
सीधी जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती परित्यक्त नवजात बच्ची की मौत के मामले में प्रशासन ने सिविल सर्जन-सह-मुख्य अस्पताल अधीक्षक को नोटिस जारी किया है। कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने प्रथमदृष्टया लापरवाही पाए जाने पर यह कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार, सिविल सर्जन ने बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को पत्र लिखकर बताया था कि नवजात की हालत बेहद गंभीर है और उसे मेडिकल कॉलेज रीवा रेफर किया जाना आवश्यक है। समिति ने चिकित्सक की राय के आधार पर तत्काल आवश्यक उपचार उपलब्ध कराने और बच्ची को रीवा भेजने के निर्देश भी जारी किए थे। इसके बावजूद नवजात को मेडिकल कॉलेज रीवा नहीं ले जाया गया और उसका इलाज जिला अस्पताल में ही चलता रहा। स्थिति बिगड़ने पर बच्ची की मौत हो गई। प्रशासन ने इसे स्पष्ट लापरवाही मानते हुए जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कलेक्टर सोमवंशी ने सिविल सर्जन से पूछा है कि जब स्पष्ट निर्देश दिए गए थे, तब भी नवजात को समय पर रीवा रेफर क्यों नहीं किया गया। उन्हें 21 नवंबर 2025 तक सभी चिकित्सकीय कागजातों सहित विस्तृत स्पष्टीकरण और प्रतिवेदन प्रस्तुत करने को कहा गया है। प्रशासन ने कहा है कि यदि जांच में किसी भी स्तर पर लापरवाही साबित होती है, तो संबंधित अधिकारियों पर नियमों के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नागौर में शीतलहर से राहत:रात और दिन के तापमान में 22 डिग्री का अंतर, लोगों की दिनचर्या प्रभावित
नागौर में आगामी सप्ताह में शीतलहर से छूटी कंपकंपी से लोगों को राहत रहने की उम्मीद है। इस सप्ताह के शुरुआती दिनों में शीतलहर की वजह से न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस के आसपास आ गया था, जिसके कारण रात और दिन के तापमान में भारी अंतर दर्ज किया गया। हालांकि, दो दिन से शीतलहर बंद होने के चलते रात के तापमान में थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन पारा अब भी 7 डिग्री सेल्सियस पर बना हुआ है। दिन का तापमान जहां अभी भी 29 डिग्री पर स्थिर है, वहीं रात के तापमान में ठंडक महसूस हो रही है। तापमान में इस बड़े अंतर से लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित हो रही है, क्योंकि शाम होने के बाद और अल सुबह गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है, जबकि दोपहर में कड़ी धूप के कारण यही गर्म कपड़े असहज हो जाते हैं। ग्रामीण इलाकों में खुले मैदान और फसलों में पानी देने की वजह से तापमान और कम रहता है, ऐसे में ग्रामीण शाम होने के साथ ही अलाव तपते देखे जा सकते हैं। शहर के बाहरी इलाकों में भी स्थिति कमोबेश ऐसी ही है। फिलहाल आगामी पूरे सप्ताह मौसम विभाग ने किसी भी प्रकार की चेतावनी नहीं जारी की है। जिले में रात का तापमान 7 से 8 डिग्री के आसपास बना रहने की संभावना है। मौसम साफ रहेगा और शुष्क रहने से आने वाले दिनों में सर्दी और बढ़ने की संभावना है। फिलहाल इस सप्ताह लोगों के लिए राहत रहेगी। लेकिन दिसंबर की शुरुआत के साथ ही कड़ाके की ठंड का अनुमान लगाया जा रहा है। मौसम विभाग ने इस बार पहले ही रिकॉर्ड तोड़ सर्दी और लंबे शीतकाल की संभावना जताई है।
बांसवाड़ा जिला प्रशासन और पुलिस ने कानून व्यवस्था बनाए रखने की दिशा में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक आदतन अपराधी को जिले की सीमाओं से निष्कासित कर दिया है। कुशलगढ़ थाना क्षेत्र के आरोपी एजाज अहमद को राजस्थान गुंडा नियंत्रण अधिनियम 1975 के तहत 40 दिन के लिए बांसवाड़ा जिले से तड़ीपार (निष्कासित) घोषित किया गया है। यह कार्रवाई अतिरिक्त जिला कलेक्टर बांसवाड़ा के कार्यालय आदेश की अनुपालना और पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी के निर्देशन में की गई है। कुशलगढ़ थाना क्षेत्र के निवासी एजाज अहमद पुत्र शरीफ मोहम्मद पर कुशलगढ़ थाने में दो आपराधिक मामले दर्ज हैं। इन दोनों प्रकरणों में उसे दोषी ठहराया जाकर सजा/जुर्माने से दंडित भी किया जा चुका है। प्रशासन ने पाया कि आरोपी एजाज अहमद का आचरण और गतिविधियां जन-शांति एवं कानून व्यवस्था के लिए बाधक हैं। इसी कारण उसे राजस्थान गुंडा नियंत्रण अधिनियम के तहत 40 दिनों की अवधि के लिए जिले से निष्कासित किया गया है। 40 दिन डूंगरपुर में देनी होगी उपस्थिति आदेश के अनुसार, तड़ीपार की अवधि के दौरान एजाज अहमद को अनिवार्य रूप से 40 दिनों तक अपनी उपस्थिति डूंगरपुर थाने में दर्ज करानी होगी। यदि वह इस आदेश की अवहेलना करता है, तो उसके विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी। अपराधियों पर लगातार निगरानी और कड़ी कार्रवाई जारी पुलिस ने बताया कि आदतन अपराधियों, असामाजिक तत्वों और आपराधिक गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों पर इसी तरह की कठोर कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
हरदा के वार्ड 28 स्थित देव कॉलोनी के पास पीलिया खाल क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनी तीन मल्टी का निर्माण सालों से अधूरा पड़ा है। करोड़ों रुपये की लागत से बनाए जा रहे 46 फ्लैट का न तो आवंटन हो पाया है और न ही भवन तैयार हुआ है। देखरेख के अभाव में अधूरी इमारतें क्षतिग्रस्त होने लगी हैं। कई जगहों से सामान चोरी हो रहा है। रात के समय परिसर में असामाजिक तत्व आकर शराब पीते हैं। बेसहारा मवेशियों ने भी यहां डेरा जमा लिया है, जिससे स्थिति और खराब हो गई है। आसपास रहने वाले लोग परेशान पास की पीएम आवास मल्टी में रहने वाले लोग खासा परेशान हैं। महिलाओं ने बताया कि शाम होते ही यहां आवारा किस्म के लोग शराबखोरी करते हैं, जिससे बच्चियों और महिलाओं का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है। लोगों को सुरक्षा को लेकर भी चिंता रहती है। नगर पालिका ने दी सफाई नगर पालिका सीएमओ कमलेश पाटीदार ने बताया कि पूर्व परिषद की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण निर्माण अधूरा रह गया था। अब शेष कार्य पूरा कराने के लिए नई निविदा जारी कर दी गई है, जो 3 दिसंबर को खुलेगी। निविदा खुलने के बाद अधूरे फ्लैटों का काम फिर शुरू कराया जाएगा।
यदि आप भी अपने मकान का बिजली बिल जीरो करना चाहते हैं तो गांधी मैदान में चल रहा हरित भारत सोलर एक्सपो आपके लिए ही है। यहां सोलर की नामी कंपनियों की ओर से शहरवासियों के लिए तीन दिन के एक्सपो में एक ही छत के नीचे तमाम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। सोलर एक्सपो में आज कुसुम किसानों का महासम्मेलन होगा। जोधपुर सहित संभाग वर्ग के किसान आज एक्सपो में हिस्सा लेकर सोलर से जुड़े अपने अनुभव बताएंगे। इसके अलावा यहां पर आने वाले आम शहरवासियों को 1.1 किलोवाट का सोलर पैनल भी मुफ्त लगवाने का मौका मिल सकेगा। बता दें कि जोधपुर के गांधी मैदान में तीन दिवसीय सोलर एक्सपो की शुरुआत शुक्रवार 21 नवंबर से हुई। 23 नवंबर तक चलने वाले इस एक्सपो में देश की नामी सोलर कंपनियां हिस्सा ले रही है। सोलर एक्सपो के संयोजक जितेंद्र गोयल ने बताया कि यदि आप भी अपने घर के बिजली का बिल जीरो करना चाहते हैं तो इस एक्सपो में आपके लिए एक्सपर्ट से लेकर सोलर कंपनियों के प्रतिनिधि तमाम तरह की जानकारी देंगे। यहां पर एक ही छत के नीचे सोलर प्लेट से लेकर सोलर कनेक्शन लगवाने सहित विभिन्न सुविधाएं दी जा रही है। आम शहर वासियों के लिए यहां पर कई तरह की स्कीम भी चलाई जा रही है जिसमें हिस्सा लेकर लोग अपने घर के बिजली का बिल जीरो कर सकते हैं। प्रदेश और केंद्र सरकार की योजना के तहत यहां आने वाले लोगों को कुसुम योजना से लेकर पीएम मुफ्त बिजली योजना, पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ भी हाथों हाथ दिया जा रहा है। आमतौर पर लोग सोलर कनेक्शन लेने के लिए इधर से उधर विभागों के चक्कर काटने नजर आते हैं, लेकिन यहां पर एक ही छत के नीचे सोलर कंपनियों से लेकर एक्सपर्ट शहर वासियों को गाइड करते हुए नजरआएंगे। बता दें कि एक्सपी का शुक्रवार को शुभारंभ किया गया था। शुभारंभ समारोह के अवसर पर शहर विधायक अतुल भंसाली, लघु उद्योग भारती के घनश्याम ओझा, सोलर संगठन भारत के चेयरमैन अरविंद सिंधावा, जोधपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनुराग लोहिया, कलर एन डिजाइन के निदेशक अमित परनामी और हरित भारत के संयोजक जितेंद्र गोयल, सोलर एक्सपर्ट ओंकार सिंह राजपुरोहित सहित कई लोग शामिल हुए। एक्सपो में हिस्सा लेने के लिए इस लिंक पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
पटना सहित पूरे बिहार में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। नवंबर का तीसरा सप्ताह खत्म होते-होते मौसम का मिजाज तेजी से बदलने लगा है। दिन में हल्की गर्माहट महसूस हो रही है, लेकिन सुबह-रात में ठंड लगातार बढ़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में अगले 2 दिनों में तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी। 24 नवंबर से ठंड का असर पूरे राज्य में अधिक महसूस होगा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 3-4 दिनों में दिन के तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, लेकिन रात का पारा तेजी से नीचे आएगा। 24 घंटे बाद राज्य के अधिकतर जिलों में न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक गिरने की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही सुबह-शाम की ठिठुरन बढ़ेगी और लोगों को सर्द हवा का प्रभाव और ज्यादा महसूस होगा। यह गिरावट उत्तर-पश्चिमी शुष्क हवाओं के बिहार की ओर बढ़ने के कारण देखने को मिल रही है। औरंगाबाद में सबसे कम 13.2 डिग्री सेल्सियस रहा पारा शुक्रवार को राजधानी पटना का अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से थोड़ा ऊपर रहा। वहीं, मोतिहारी में 31.6 डिग्री के साथ राज्य में सबसे अधिक तापमान रहा। दूसरी ओर औरंगाबाद का न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश का सबसे कम तापमान रहा। पूर्णिया में सुबह दृश्यता 800 मीटर तक दर्ज की गई। हालांकि कोहरा हल्का था, इसलिए सड़क और हवाई आवागमन पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा। तापमान गिरने का कारण मौसम विभाग के अनुसार हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद शुष्क और ठंडी हवाएं लगातार मैदानी इलाकों की ओर बढ़ रही हैं। इसके अलावा उत्तर-भारत में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम हो गई है, जिससे बादल छंट गए हैं और खुला आसमान ठंड बढ़ाने में तेजी से मदद कर रहा है। आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम राज्य में अगले सप्ताह तक सुबह हल्का कोहरा छाया रह सकता है, लेकिन घने कोहरे की अभी संभावना नहीं है। दिन में धूप निकलेगी, जिससे हल्की गर्माहट बनी रहेगी। हालांकि हवा की रफ्तार बढ़ने से देर शाम से लेकर सुबह तक ठंड अधिक महसूस होगी। कई जिलों में तापमान 10 से 12 डिग्री तक भी जा सकता है। मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में ठंड अपने सामान्य रूप में आ जाएगी। पटना में कैसा रहेगा मौसम राजधानी पटना में भी ठंड का असर अब हर दिन बढ़ेगा। अगले 48 घंटों में यहां का न्यूनतम तापमान 3-4 डिग्री तक नीचे आने का अनुमान है। दिन में तापमान लगभग 28 डिग्री के आसपास रहेगा, लेकिन सुबह और रात में तेज ठंड महसूस होगी। 24 नवंबर के बाद पटना में हल्का कोहरा शुरू हो जाएगा और रात के समय हवा थोड़ी तेज चलेगी।
रेवाड़ी शहर में खसरा नंबर 242 में स्थित एक जमीन की प्रॉपर्टी आईडी बनाने का मामला सामने आया है। मामले में पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव और कांग्रेस शहरी जिला अध्यक्ष प्रवीण चौधरी सहित कई सामाजिक संगठनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए रेवाड़ी के डीसी आईएएस अभिषेक मीणा ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने डीआरओ, कार्यकारी अभियंता और अन्य अधिकारियों को मिलाकर एक जांच कमेटी का गठन किया है। डीसी ने संबंधित आईडी को फ्रीज करने की बात कही। 860 गज जमीन की कीमत 20 करोड़ कांग्रेस शहरी जिला अध्यक्ष प्रवीण ने बताया कि खसरा नंबर 242 में स्थित यह जमीन करीब 860 गज की है, जिसकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपए है। यह जमीन कई सालों से विवादित है। नप एमई पहले ही अपनी रिपोर्ट में इसे परिषद की संपत्ति बता चुके हैं। इसके बावजूद,यह आईडी सालों से फ्रीज थी, जिसे अब डी-फ्रीज कर दी। चौधरी ने कहा एक पक्ष वसीयत के आधार पर जमीन पर दावा कर रहा है, जबकि दूसरा पक्ष पहले ही अपने नाम रजिस्ट्री करा चुका है। यह मामला पहले भी डीएमसी, डीआरओ और डीसी तक पहुंच चुका है। प्रॉपर्टी आईडी को दोबारा फ्रीज नहीं प्रवीण चौधरी ने चेतावनी दी है कि यदि इस प्रॉपर्टी आईडी को दोबारा फ्रीज नहीं किया गया, तो वे डीसी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे। पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव ने आरोप लगाया कि कमेटी ने जान बूझकर मिलीभगत करके इस जगह की फर्जी डबल प्रॉपर्टी आईडी बनाई है। उन्होंने कहा कि कमेटी इसे खुर्द-बुर्द करना चाहती है और डीसी को इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं ईओ सुशील कुमार ने सभी दावों को खारिज कर दिया। केवल एक पुराना ऑब्जेक्शन हटाया उन्होंने कहा कि नप ने कोई नई प्रॉपर्टी आईडी नहीं बनाई है, बल्कि केवल एक पुराना ऑब्जेक्शन हटाया गया था। उन्होंने किसी भी अनियमितता से इनकार किया। डीसी ने कहा पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जा रहा है और प्रॉपर्टी आईडी को फ्रीज किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि सबसे पहले जमीन के टाइटल की जांच की जाएगी, क्योंकि यह मामला सीधे राजस्व से जुड़ा हुआ है।
गोंडा में देर रात आईजी देवीपाटन रेंज अमित पाठक ने यातायात नियमों के उल्लंघन पर बड़ी कार्रवाई की। मुन्ना खां चौराहा और अंबेडकर चौराहा पर पुलिस अधिकारियों के साथ चलाए गए चेकिंग अभियान में 12 डंपर सीज किए गए। इन डंपरों की नंबर प्लेट पर मिट्टी लगी थी, जिससे वे जानबूझकर छिपाई गई थीं। अभियान के दौरान तीन मॉडिफाइड साइलेंसर वाली बुलेट मोटरसाइकिलें भी जब्त की गईं। इन मोटरसाइकिलों से यातायात नियमों का उल्लंघन कर लोगों को परेशान किया जा रहा था। इसके अतिरिक्त, देर रात स्टंट कर रही एक रेसिंग बाइक को भी आईजी ने पकड़कर सीज किया। कुल 16 वाहन चालकों के खिलाफ ₹2,58,735 का चालान किया गया है और उन्हें सख्त हिदायत दी गई है।आईजी अमित पाठक ने बताया कि यातायात नियमों का पालन करने के लिए लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं, लेकिन लोग अभी भी इनका उल्लंघन कर रहे हैं। अवैध टैक्सी स्टैंड और डग्गामार वाहनों के संचालन से भी यातायात नियमों की अवहेलना हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार और पुलिस द्वारा ऐसे लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। यह अभियान निरंतर जारी रहेगा, क्योंकि नवंबर माह को यातायात माह के रूप में मनाया जा रहा है और ऐसे वाहनों से आम जनता को काफी परेशानी होती है। दरअसल बीते दिनों डग्गामार वाहनों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही करते हुए पूरी गुरु नानक चौकी को ही आईजी द्वारा लाइन हाजिर कर दिया गया था उसके बाद से लगातार कार्रवाई की जा रही है।
अजमेर के अलवर गेट थाना क्षेत्र में महिला गवर्नमेंट टीचर के द्वारा धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने आरोप लगाया की महिला ने अपने 250 गज मकान को बेचने के नाम पर 45 लाख रुपए हड़प लिए। पीड़ित की शिकायत पर अलवर गेट थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अलवर गेट थाना पुलिस के अनुसार धोलाभाटा के रहने वाले कुलदीप सिंह सोलंकी ने मामला दर्ज करवाया है। पीड़ित का आरोप है कि आदर्श नगर निवासी गवर्नमेंट टीचर मंजूलता श्रीवास्तव से उनकी अच्छी जान पहचान थी। महिला के द्वारा एक दिन उसे और उसकी पत्नी से उसका 250 गज मकान को बेचने की बात कही थी। जिसकी बाजार में कीमत 1.5 करोड़ से ज्यादा बताई थी। पीड़ित ने बताया कि इसके बाद मकान का सौदा एक करोड़ 10 लाख में तय हुआ था। जिसका भुगतान किश्तों में देने की बात हुई थी। पीड़ित ने बताया कि इसमें उसने अपने चार दोस्तों को शामिल कर महिला टीचर को भुगतान देना शुरू कर दिया। सभी के द्वारा करीब अलग-अलग ट्रांजैक्शन कर करीब 45 लाख रुपए उसे दिए गए। लेकिन महिला टीचर ने षडयंत्र कर उससे लाखों रुपए हड़प लिए और उसके द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा और ना ही मकान की रजिस्ट्री करवाई जा रही है। संपर्क करने पर मुकदमे में फंसने की धमकी दी जा रही है। अलवर गेट थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
हरियाणा में करनाल जिले के असंध क्षेत्र में जमीन अधिग्रहण की मुआवजा राशि को हड़पने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। ग्रामीण ने आरोप लगाया है कि उसके बैंक खाते से करीब 19 लाख रुपए साजिश के तहत निकाल लिए गए। मामला कोर्ट में पहुंचा, जहां से आदेश पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। शिकायत के अनुसार, आरोपी रिश्तेदारों ने बैंक कर्मचारी की मिलीभगत से खाते पर कब्जा कर राशि निकाल ली। पीड़ित का कहना है कि जान से मारने की धमकियां भी दी जा रही हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मिलीभगत कर रची साजिश शेखपुरा मंचूरी गांव के काला सिंह (62) ने बताया कि आरोपी रिछपाल उसका सगा भतीजा है, पहले से जानता था कि जमीन अधिग्रहण की बड़ी राशि आने वाली है। उसने एचडीएफसी बैंक जलमाना शाखा के कर्मचारी सुरेंद्र सिंह से मिलीभगत कर साजिश रची। दोनों ने भरोसा दिलाया कि वे पूरी प्रक्रिया घर बैठे करवा देंगे। इसके बाद 14 सितंबर 2022 को उनके घर पहुंचकर बैंक खाता खुलवाया गया। काला सिंह ने कहा कि वह अनपढ़ किसान है और अगूंठा लगाता है। खाली फॉर्मों पर अंगूठे लगवाए आरोपियों ने खाते से संबंधित कई खाली कागजों और फॉर्मों पर अगूंठे लगवा लिए। खाते में मोबाइल नंबर भी शिकायतकर्ता का न लगाकर आरोपी रिछपाल का मोबाइल नंबर डाला गया। बाद में आरोपीगण ने एटीएम, डेबिट, क्रेडिट कार्ड भी अपने पास रख लिए। उन्होंने कहा कि खाते में सरकार की ओर से करीब 19 लाख रुपए जमा हुए थे। मुझे लगा कि सारी राशि सुरक्षित है, लेकिन जब बैंक स्टेटमेंट निकलवाया तो पता चला कि आरोपीगण ने आर टीजीएस, आईएमपीएस व नेट बैंकिंग के जरिए पूरी रकम निकाल ली। जब पैसे मांगे तो जान से मारने की धमकी दी। खाते से लगातार निकाली राशि बैंक स्टेटमेंट के अनुसार 14.09.2022 से 04.10.2024 तक कई लेन-देन हुए, जिनमें रकम लगातार खाते से निकाली जाती रही। कथित रूप से पीड़ित को इसकी जानकारी नहीं थी, क्योंकि एटीएम और चेकबुक भी आरोपीगण ने अपने कब्जे में रखी थी। काला सिंह ने पुलिस अधीक्षक करनाल को भी शिकायत दी थी, लेकिन जांच शाखा ने इसे सिविल मामला बताते हुए रिपोर्ट दे दी। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस पीड़ित का आरोप है कि जलमाना गांव का रिछपाल व जलमाणा एचडीएफसी बैंक के कर्मचारी सुरेंद्र सिंह दोनों लगातार धमकियां दे रहे हैं कि अगर हमारे खिलाफ कोई शिकायत की तो जान से खत्म कर देंगे, पैसा मांगने की गलती मत करना। असंध थाना में ASI पवन ने बताया कि माननीय न्यायालय के आदेश के आधार पर आरोपीगण के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, मामले की जांच जारी है।
सरकारी सिस्टम में सेंध लगाकर पीएम किसान सम्मान निधि योजना सहित अन्य योजनाओं में करोड़ों रुपए की ठगी के मामले सामने आए हैं। इसी सिलसिले में, झालावाड़ पुलिस ने दौसा जिले के सिकराय में कार्रवाई की। पुलिस टीम ने सिकराय तहसील कार्यालय के सामने पंचायत समिति की दुकानों में संचालित एक ई-मित्र की दुकान पर छापा मारा। पुलिस ने दुकान से कम्प्यूटर, लैपटॉप सहित अन्य रिकॉर्ड जब्त कर संचालक को हिरासत में लिया। जब्त किए गए सभी रिकॉर्ड और उपकरणों के साथ पुलिस टीम संचालक को लेकर झालावाड़ के लिए रवाना हो गई। पुलिस के अनुसार योजनाओं से करोड़ों की ठगी का पूरा मास्टर माइंड विक्रम सैनी था, जिसे पुलिस ने हाल ही में जयपुर से पकड़ा था। आरोपी विक्रम पर 25 हजार का इनाम भी घोषित था। ई-मित्र संचालक भी ठगी के मास्टर माइंड गीजगढ़ निवासी विक्रम सैनी के संपर्क बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार ई-मित्र संचालक भी ठगी के मास्टर माइंड विक्रम के संपर्क में आकर सिकराय क्षेत्र में सरकारी योजनाओं से साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने में शामिल था। पुलिस आरोपी संचालक से पूछताछ में जुटी हुई है। मास्टर माइंड के तार क्षेत्र के अन्य ई मित्र संचालकों से भी जुड़े हो सकते हैं। जिसकी भी पुलिस जांच में जुटी हुई है। इस तरह देते थे ठगी को अंजाम झालावाड़ पुलिस के अनुसार ठगी का सरगना रामावतार सैनी अपने एजेंट व सब एजेंट के द्वारा पीएम किसान एवं अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं में अपात्र लाभार्थियों का डाटा एकत्रित कर गिरोह के सदस्य नरेश सैनी को उपलब्ध करवाता था। नरेश उस डाटा को बल्क में विक्रम सैनी को उपलब्ध करवाता था। विक्रम पीएम किसान योजना के पोर्टल में रही खामियों का फायदा उठाकर ओटीपी बायपास करते हुए अपात्र लाभार्थियों को गलत तरीके से लाभार्थियों की पात्रता सूची में जोड़कर अनुचित फायदा प्राप्त कर राजकोष की धनराशि का दुरुपयोग कर रहा था। वह पोर्टल के साथ कई स्तर पर छेड़छाड़ कर सैकड़ों की संख्या में आईडी बनाकर एजेंटों को बेचकर मोटा फायदा प्राप्त करता था। पुलिस ने बताया कि प्रकरण में अब तक 40 से ज्यादा आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। आरोपी के गांव व सिकराय क्षेत्र में जो भी एजेंट बने हुए हैं, उनकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। मास्टरमाइंड की गीजगढ में करोड़ों की प्रॉपर्टी झालावाड़ पुलिस ठगी के मास्टरमाइंड विक्रम को लेकर गीजगढ कस्बे में भी पहुंची, जहां उसके करोड़ों का मकान व प्रॉपर्टी बताई जा रही है। पुलिस पहुंचने के दौरान लोगों की भीड़ जमा हो गई, पुलिस ने यहां से भी जरूरी रिकॉर्ड व दस्तावेज जब्त किए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने योजनाओं में फर्जीवाड़ा कर कमाए करोड़ों रुपयों से विभिन्न शहरों में फ्लेट, मकान, दुकान व प्रॉपर्टी खरीद रखे हैं। जिनमें से अधिकतर को अपने रिश्तेदारों के नाम भी करा रखा है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच पड़ताल में जुटी हुई है। वीडियो- देवेन्द्र सैहणा, सिकराय
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 2 पुलिस कॉन्स्टेबल ड्यूटी छोड़कर थाने में शराब पार्टी कर रहे थे। इस दौरान एक युवक ने उनका वीडियो बना लिया। वीडियो बनाते देखकर आरक्षक भड़क गया। युवक को जान से मारने की धमकी दी। गालियां भी देने लगा। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक मोपका पुलिस चौकी में आरक्षकों के शराब पीने और धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद SSP रजनेश सिंह ने आरक्षक संतोष राठौर और धनेश साहू को लाइन अटैच कर दिया है। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, 19 नवंबर की रात एक युवक मोपका पुलिस सहायता केंद्र पहुंचा था। उस समय चौकी में कोई नहीं था। युवक जब चौकी के अंदर एक कमरे में गया, तो देखा कि वहां सामान रखे हुए थे। वहीं, कमरे में 2 आरक्षक बैठकर शराब पी रहे थे। इस दौरान युवक ने शराब पी रहे पुलिसकर्मियों का वीडियो बनाने लगा। इससे पुलिसकर्मी भड़क गए। मोबाइल कैमरा देखते ही आरक्षक संतोष राठौर युवक से गाली-गलौज करने लगा। उसे जान से मारने की धमकी देने लगा। आरक्षक ने मोबाइल छीनने की कोशिश की इस दौरान आरक्षक संतोष राठौर ने युवक के हाथ से मोबाइल छीनने की कोशिश की। आरक्षक ने युवक से बहस भी की। युवक किसी तरह चौकी से बाहर निकला और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वहीं वीडियो वायरल होते ही SSP रजनेश सिंह ने सरकंडा थाना के टीआई प्रदीप आर्या से रिपोर्ट मांगी थी। टीआई प्रदीप आर्या ने SSP को रिपोर्ट सौंपी। इसी के आधार पर SSP ने एक्शन लेते हुए आरक्षक संतोष राठौर और धनेश साहू को लाइन अटैच कर दिया है। इस दौरान SSP ने कहा कि यूनिफॉर्म में कोई शासकीय सेवक ऐसे किसी अशोभनीय आचरण प्रदर्शन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ................................................ क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... SBI ऑफिस में सर्विस मैनेजर की शराब पार्टी...VIDEO:रायपुर ट्रांसफर होने पर मनाया जश्न, फेयरवेल में दोस्तों संग छलकाए जाम, देर रात तक डांस छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ऑफिस में रविवार रात को शराब पार्टी की गई। SBI के सर्विस मैनेजर आशीष वॉलकर अपने दोस्तों के साथ जाम छलकाते नजर आए। इस दौरान एक स्थानीय युवक ने वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पढ़ें पूरी खबर...
अशोकनगर जिला अस्पताल के आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जांच में चार नए लोगों की पहचान होने के बाद उनके नाम एफआईआर में जोड़ दिए गए हैं। इन आरोपियों में अस्पताल के सुरक्षाकर्मी और सफाईकर्मी शामिल हैं, जिन्होंने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रसारित किया था। कोतवाली थाना प्रभारी रवि प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि जांच के दौरान जिन व्यक्तियों ने वीडियो शूट किए और उन्हें वायरल किया, वे चिन्हित किए गए हैं। पुलिस ने उनके मोबाइल फोन जब्त कर फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। अधिकारियों के अनुसार, इन लोगों ने वीडियो पुलिस या अस्पताल प्रशासन को देने के बजाय सोशल मीडिया पर अपलोड किया, जिससे अस्पताल की छवि धूमिल हुई। टीआई रवि प्रताप सिंह चौहान ने स्पष्ट कहा कि इस तरह के वीडियो बनाना, रखना या शेयर करना गंभीर अपराध है। यदि किसी के पास ऐसी सामग्री पहुंचती है, तो उसे तुरंत पुलिस को सौंपना चाहिए। अन्यथा कार्रवाई से बचना संभव नहीं होगा।उन्होंने दोहराया कि भविष्य में ऐसे मामलों में किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कुछ समय पहले जिला अस्पताल परिसर में गार्डन और मुख्य गेट के पास युवक-युवती और महिला-पुरुष द्वारा अनैतिक कृत्य करते हुए वीडियो वायरल हुए थे। उसी समय संबंधित व्यक्तियों पर कार्रवाई की गई थी। इसके बाद से पुलिस वीडियो बनाने और वायरल करने वालों की पहचान में जुटी थी।

