गुमला जिले के बिशुनपुर प्रखंड स्थित गुरदरी थाना क्षेत्र के अंकुरि हर्रा टोली में एक 19 वर्षीय युवती की कुएं में डूबने से मौत हो गई। मृतका की पहचान लखन लकड़ा की पुत्री फुलमनी लकड़ा के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार, फुलमनी घर से कुछ दूरी पर स्थित कुएं में पानी भरने गई थी। इसी दौरान मिर्गी का दौरा पड़ने से वह कुएं में गिर गई और डूबने से उसकी मौत हो गई। कुएं के पास रस्सी और बाल्टी देखी घटना के समय घर पर कोई मौजूद नहीं था, परिवार के सभी सदस्य धान काटने खेत गए हुए थे। जब वे वापस लौटे, तो उन्होंने कुएं के पास रस्सी और बाल्टी देखी। इसके बाद कुएं में तलाश करने पर फुलमनी का शव बरामद हुआ। गुरदरी थाना के एसआई के. सिंह ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल गुमला भेज दिया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। फुलमनी अपने तीन भाई-बहनों में से एक थी।
मंदसौर में मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती जिला कांग्रेस कार्यालय में मनाई गई। कार्यक्रम में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी और उनके राजनीतिक योगदान और निर्णयों को याद किया। कार्यक्रम में पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल और पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रातडिया मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने इंदिरा गांधी की नीतियों और देशहित में लिए गए फैसलों पर विस्तार से बात की। पूर्व विधायक बोले- बैंकों का राष्ट्रीयकरण गरीबों के लिए किया गया था कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक नवकृष्ण पाटिल ने कहा कि इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण इसलिए किया था क्योंकि उस समय बैंकिंग सुविधाएं केवल अमीर वर्ग तक सीमित थीं। गरीब वर्ग को खाते खोलने या ऋण लेने की सुविधा नहीं मिलती थी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीयकरण के बाद आमजन, किसानों और छोटे व्यापारियों को बैंकिंग सेवाएँ आसानी से उपलब्ध हुईं। पाटिल ने इंदिरा गांधी की निर्णय लेने की क्षमता को अद्वितीय बताया। '14 बैंकों के राष्ट्रीयकरण से ग्रामीणों को मिला लाभ' पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रकाश रातडिया ने कहा कि इंदिरा गांधी ने सामाजिक न्याय और आर्थिक समानता को प्राथमिकता दी। 1969 में 14 प्रमुख बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर ग्रामीण क्षेत्रों, किसानों और छोटे व्यापारियों तक बैंकिंग सेवाएँ पहुँचाई गईं। रातडिया ने 1971 के युद्ध में उनके नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि इंदिरा गांधी के निर्णायक नेतृत्व से भारत ने ऐतिहासिक विजय हासिल की और बांग्लादेश का निर्माण संभव हुआ। कार्यकर्ताओं ने भी रखे विचार कार्यक्रम में सोमिल नाहटा, मनजीत सिंह टुटेजा, अजय लोढ़ा, तरुण खींची, इष्टा भाचावत, नेहा कनकमल जैन, वर्षा सांखला, मीना चौहान, सकलेन करार, सम्यक जैन समेत कई कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी के व्यक्तित्व और कार्यों पर अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन पूर्व एनएसयूआई जिला अध्यक्ष राजेश सोलंकी ने किया। ग्रामीण ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष विकास दशोरा ने आभार व्यक्त किया। जयंती कार्यक्रम में सुनीता बंडी, राखी सत्रावाला, अनिता भदौरिया सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
आलीराजपुर। जिला कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई। इस अवसर पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक मुकेश पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राठौर सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे। कांग्रेसी नेताओं ने बस स्टैंड चौराहे स्थित पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी स्मारक पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की। नेताओं ने इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके योगदान को याद किया। आयोजित पुष्पांजलि सभा में जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मुकेश पटेल ने कहा कि देश इंदिरा गांधी के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों के लिए सदैव उन्हें याद रखेगा। उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। पटेल ने कहा कि श्रीमती गांधी ने भारत को विश्व के अग्रणी देशों में स्थापित किया। पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश राठौर ने अपने संबोधन में कहा कि इंदिरा गांधी ने बैंकों के राष्ट्रीयकरण, हरित क्रांति की शुरुआत, 1971 के भारत-पाक युद्ध और आदिवासी व दलित समाज के प्रति प्रेम जैसे हर मोर्चे पर देश को मजबूती से नेतृत्व प्रदान किया। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष कमलेश पचाया, पूर्व जनपद पंचायत अध्यक्ष भुवानसिंह बामनिया, कांग्रेसी नेता सुरेश सारडा, राजेंद्र टवली, समरथमल राठौड़, सरपंच संजय चौहान, प्रदीप रावत, धनसिंह चौहान, किशन मंडलोई सहित कई अन्य कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के तालाब में छात्र की संदिग्ध मौत पर पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रबंधन, सुरक्षा अधिकारी और हॉस्टल वार्डन के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस की जांच में कैंपस में स्थित तालाब में सुरक्षा घेरा नहीं लगाने, छात्रों की सुरक्षा में लापरवाही सामने आई है। जिसके चलते एफआईआर दर्ज की गई है। बता दें कि 23 अक्टूबर को एक छात्र की लाश तालाब में मिली थी। वह हॉस्टल से दो दिन से गायब था। मूलत: बिहार के कादिरपुर निवासी छात्र अर्सलान अंसारी गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में B.Sc फिजिक्स थर्ड ईयर का स्टूडेंट था। वह यूनिवर्सिटी कैंपस के हॉस्टल में रहता था। छात्र अंसारी 21 अक्टूबर से हॉस्टल से लापता था। इस बीच 23 अक्टूबर को कैंपस में स्थित तालाब में लाश मिली। अर्सलान के पिता अर्शद अयूब बिहार से बिलासपुर पहुंचे और कपड़ों के आधार पर बेटे की पहचान की। उन्होंने अपने बेटे की मौत के लिए यूनिवर्सिटी प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया था। NSUI ने यूनिवर्सिटी प्रबंधन के खिलाफ किया था प्रदर्शन इस घटना के विरोध में 17 नवंबर को NSUI ने बड़ा प्रदर्शन किया। NSUI ने छात्र विरोधी नीतियों और सुरक्षा व्यवस्था में लापरवाही की बात कही। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडे और तनमीत छाबड़ा ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया। छात्र संगठन ने यूनिवर्सिटी में छात्रों के साथ हो रहे अन्याय का मुद्दा उठाते हुए निलंबित छात्र सुदीप शास्त्री को फिर से एडमिशन देने की मांग की। वहीं, अर्सलान अंसारी की संदिग्ध मृत्यु पर गंभीर सवाल उठाए गए। संगठन ने आरोप लगाया कि कैंपस के तालाब में शव मिलने के बाद भी अब तक कोई ठोस जांच नहीं हुई। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग रखी। लापरवाही से हुई छात्र की मौत, यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर एफआईआर एसएसपी रजनेश सिंह ने छात्र की मौत को गंभीरता से लेते हुए खुद घटनास्थल का निरीक्षण किया, जिसके बाद उन्होंने सिटी कोतवाली सीएसपी गगन कुमार को इस मामले की जांच के निर्देश दिए। उन्होंने घटना के हर पहलुओं पर जांच की। घटनास्थल निरीक्षण,पोस्टमार्टम रिपोर्ट, गवाहों के बयान, सभी परीक्षण रिपोर्ट में पाया गया कि यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित तालाब में फिसलन और गहराई है। इसके बाद भी वर्जित क्षेत्र पटल, सुरक्षा घेरा नहीं लगाने एवं छात्र सुरक्षा के उत्तरदायित्व को निर्वहन नहीं किया गया। जांच में यूनिवर्सिटी के सुरक्षा अधिकारी, हॉस्टल वार्डन एवं अन्य के द्वारा अपने कर्तव्यों के प्रति लापरवाही से छात्र की मौत का उल्लेख किया गया है। जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षा अधिकारी, हॉस्टल वार्डन सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया है।
गाजीपुर नगर में बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) की नगर इकाई ने रानी लक्ष्मीबाई की 197वीं जयंती पर वीरांगना संदेश यात्रा का आयोजन किया। इस यात्रा में बड़ी संख्या में छात्राओं ने भाग लिया। शोभायात्रा का शुभारंभ राजकीय बालिका इंटर कॉलेज महुआबंद से हुआ। यह यात्रा राजकीय महिला डिग्री कॉलेज, कोतवाली और मिश्रा बाजार मार्ग से होते हुए वापस बालिका इंटर कॉलेज में समाप्त हुई। यात्रा के दौरान छात्राओं ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित झांकियां प्रस्तुत कीं, जिन्होंने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। इन झांकियों के माध्यम से झांसी की रानी के साहस, नारी सशक्तिकरण और स्वाभिमान से जुड़े संदेश दिए गए। पूरे मार्ग में जय भवानी, जय लक्ष्मीबाई, भारत माता की जय और नारी शक्ति–राष्ट्र शक्ति जैसे नारों से वातावरण गूंज उठा। शहरवासियों ने भी जगह-जगह पुष्प वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। विभाग संयोजक शिवांशु शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि रानी लक्ष्मीबाई भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की प्रथम वीरांगना थीं। उनका जीवन देशभक्ति, साहस और त्याग का प्रतीक है। उन्होंने युवाओं से रानी लक्ष्मीबाई के जीवन से नेतृत्व और नारी सम्मान की प्रेरणा लेने का आह्वान किया। शिवांशु शुक्ला ने यह भी बताया कि ABVP भविष्य में भी युवाओं में राष्ट्रवाद और सामाजिक चेतना को बढ़ावा देने के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा। इस कार्यक्रम में नगर मंत्री वायु पाठक, नगर सहमंत्री काजल, विपुल और ईशान पॉल सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
प्रयागराज में आयोजित 40वीं इंदिरा मैराथन में सिर्फ पुरुष ही नहीं बल्कि महिला धावक भी सबसे आगे रहीं। महिला वर्ग में पहले स्थान पर आने वाली रेनू चैंपियन बन गईं। हरियाणा की रने वाली रेनू CISF (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) में सब-इंस्पेक्टर हैं। विजेता घोषित होने के बाद दैनिक भास्कर से उनकी बातचीत हुई। उन्होंने बताया, इस मैराथन में हिस्सा लेने के लिए पिछले 2 महीने पहले से ही वह दौड़ की प्रैक्टिस कर रही थीं। उन्हें उम्मीद थी कि इसमें वह जरूर प्रथम स्थान पर आएंगी और हुआ भी ऐसा ही। कहतीं हैं कि पिता खेती करते हैं लेकिन हमेशा उनका सपोर्ट रहता है। उन्होंने कहा, आगे उनका लक्ष्य है कि कामनवेल्थ में खेलना। दूसरी बार चैंपियन बनीं हैं रेनू रेनू बताती हैं कि यह उनका तीसरा इंदिरा मैराथन है जिसमें वह शामिल हुई हैं। पहली बार प्रथम स्थान पाकर वह चैंपियन बनीं थी। इसके बाद बीते वर्ष यानी दूसरी बार की प्रतियोगिता में वह सेकेंड स्थान पर रहीं। इस बार उन्होंने अपना नाम पुरस्कार पाने वालों में सबसे ऊपर दर्ज करा दिया है। पंडित मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में उन्हें 2 लाख रुपये का चेक और मोमेंटो व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया है। 2 घंटे 53 मिनट में तय की करीब 42 किमी. की दूरी इस महिला फुल मैराथन (42.195 किमी.) में रेनू ने 2 घंटे 53 मिनट 02 सेकंड की दौड़ पूरी कर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। वहीं, महाराष्ट्र की अश्विनी मदन यादव ने भी इस मैराथन में शानदार प्रर्दशन किया लेकिन सिर्फ 30 सेकेंड पीछे हो गईं जिससे वह चैंपियन बनने से चूक गईं। अश्विनी ने 2:53:32 के समय के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया। इस मैराथन की 6 बार चैंपियन रहीं महराष्ट्र की ज्योति शंकर राव गावते इस बार चैंपियन बनने से चूक गईं। उन्हें तीसरा स्थान मिला है और ब्रांज मेडल से नवाजा गया। ज्याेति ने यह दौड़ 3 घंटे, 04 मिनट व 48 सेकेंड का समय लिया। यही कारण रहा कि ज्योति शंकर राव गावते मायूस रहीं।
शाहजहांपुर में मंगलवार की रात हुए दो अलग-अलग सड़क हादसों में दो लोगों की मौत हो गई। पहला हादसा निगोही थाना क्षेत्र में हुआ। जहां एक अज्ञात वाहन की टक्कर से अमन की जान चली गई। दूसरा हादसा रोजा थाना क्षेत्र के जमुका के पास हुआ। जिसमें डीसीएम की टक्कर से एक साइकिल सवार की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। निगोही थाना क्षेत्र के पतराजपुर के पास हुए पहले हादसे में जठियूरिया गांव निवासी अमन की मौत हुई। अमन कैटरिंग का काम करता था और मंगलवार रात अपने दो साथियों के साथ कस्बे में कैटरिंग के काम से आया था। रात करीब 12 बजे अमन अपने साथियों को छोड़कर बाइक से अकेला निकला। पतराजपुर के पास पहुंचते ही एक अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि अमन की मौके पर ही मौत हो गई। वहां से गुजर रहे लोगों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की पहचान की और परिवार को सूचित किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। दूसरा हादसा रोजा थाना क्षेत्र के जमुका के पास हुआ। जिसमें नौगवां बरनई निवासी बहादुर लाल (65) की जान चली गई। बहादुर लाल एक मिल में मजदूरी करते थे। मंगलवार को वह साइकिल से काम पर गए थे। मिल से वापस लौटते समय जमुका के पास एक डीसीएम ने उनकी साइकिल को टक्कर मार दी। इस टक्कर से बहादुर लाल गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों की सूचना पर उन्हें राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बहादुर लाल के शव को भी पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला के तमनार रेंज में 34 हाथियों का मुवमेंट है। रात में किसानों की फसल भी नुकसान कर रहे हैं। इसे देखते हुए क्षेत्र के ग्रामीणों ने सामारूमा जंगल के देवी मंदिर में पूजा अर्चना की और मनोकामनाएं मांगी कि हाथियों से जनहानि और फसल नुकसान न हो, साथ ही हाथी भी सुरक्षित रहे। पिछले कुछ दिनों से यह दल समारूमा बीट में विचरण कर रहा है। दोपहर होने के बाद हाथियों का दल जंगल के किनारे पहुंच रहा है और सड़क पर आकर काफी देर तक वहीं घुमते हैं। हांलाकि वन अमला और क्षेत्र के ग्रामीण दोनों ओर से वाहनों को रोक देते हैं। ताकि कोई घटना घटित न हो, लेकिन मंगलवार को ग्रामीण सामारूमा जंगल के पास पहुंचे वहां देवी मंदिर में पूजा अर्चना की। अगरबत्ती जलाकर और नारियल चढ़ाकर मनोकामनाएं मांगी कि हाथियों का दल फसल और जनहानि न करे। साथ ही हाथी भी सुरक्षित रहकर आगे बढ़ जाए। ग्रामीणों ने पूजा-पाठ कर लोगों को प्रसाद भी बांटा। रात में फसल और मकान नुकसान कियामंगलवार की रात को 34 हाथियों का दल तमनार रेंज के सामारूमा बीट के छेडोरिया गांव में पहुंचे। जहां उन्होंने 6 किसानों का धान फसल, मकान और ट्यूबवेल को बर्बाद कर दिया। इसके बाद सुबह होने से पहले वापस जंगल की ओर चले गए। 34 हाथियों के दल में नर 8, मादा 18 और 8 शावक शामिल हैं। ग्रामीणों को समझाईश भी दे रहेतमनार रेंजर विक्रांत कुमार ने बताया कि हाथी, फसल और जनहानि न हो इसके लिए ग्रामीणों ने पूजा-पाठ किया था। 34 हाथियों का दल सामारूमा बीट में है। ऐसे में प्रभावित गांव में लगातार मुनादी करायी जा रही है और ग्रामीणों के साथ बैठक कर उन्हें कई तरह की जानकारी देते हुए समझाईश दे रहे हैं। हाथियों के दल पर लगातार निगरानी कर रहे हैं।
दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इसकी आंच यूपी के कई जिलों में भी पहुंची है। एंटी टेररिस्ट स्क्वायड (ATS) ने प्रयागराज के मदरसों की कुंडली खंगालनी शुरू कर दी है। मदरसों के रिकार्ड के साथ ही वहां पढ़ने वाले छात्रों, मौलवियों और टीचरों का रिकार्ड भी जुटाया जा रहा है। प्रयागराज के अलावा कौशांबी, प्रतापगढ़, फतेहपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, महोबा समेत जिलों के मदरसों के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं। इसके लिए एंटी टेररिस्ट स्क्वायड के हेड क्वार्टर से बाकायदा अधिकृत लेटर जारी किया गया है। यह पत्र अन्य सुरक्षा एजेंसियों के अलावा आला पुलिस अफसरों को भेजा गया है ताकि मदरसों और मौलवियों, छात्रों की जानकारी में मदद हो सके। इसका पूरा डॉटा कलेक्टशन एटीएस कर रही है। इसके बाद जांच का दायरा आगे बढ़ेगा। छात्र कहां के रहने वाले हैंं। मदरसों के हॉस्टलों में रहने वालों की संख्या, किन किन जिलों से आते हैं। टीचर कहां के हैं। मौलवियों की गतिवियां क्या हैं। खासकर यह देखा जा रहा है कि छात्र, मौलवी, प्रबंधक, उस्ताद (टीचर) विदेश यात्रा पर तो नहीं गए। यदि कोई गया तो कब गया, कब लौटा, किस काम से गया। उसके सगे संबंधी कब से विदेश में रह रहे हैं। एटीएस की यह जांच युद्ध स्तर पर गोपनीय शुरू हुई है। प्रयागराज में रहा है आतंकियों का बसेरा प्रयागराज में आतंकी गतिविधियों को लेकर सुरक्षा एजेंसियां पहले भी जांच कर चुकी हैंं। वाराणसी के संकट मोचन मंदिर में हुए कुकर बम ब्लास्ट का मास्टर माइंड वली उल्ला प्रयागराज का ही रहने वाला है। फूलपुर के रहने वाले वली उल्ला ने सीरियल धमाकों की साजिश रची थी। वली उल्ला का भाई करेली में मदरसा चलाता था। सुरक्षा एजेंसियों ने मदरसे में लंबी पूछताछ की थी। इसके अलावा फूलपुर में आतंकियों को पनाह देने का मामला सामने आया था। यहां से निकले आतंकी लखनऊ में पकड़े गए थे। मदरसे में छापते थे जाली करेंसी हाल में ही अतरसुइया के एक मदरसे में जाली करेंसी छापने का भंडाफोड़ हुआ था। इसमें प्रबंधक, टीचर समेत तीन लोग पकड़े गए थे। महाकुंभ में 5 करोड़ रुपये खपाने की तैयारी थी। मदरसे में छापेमारी के दौरान सौ सौ की जाली करेंसी, छापने की मशीनें आदि बरामद हुई थीं। इसके बाद मदरसे को सील कर दिया गया था।
लखनऊ में हजरतगंज चौराहे पर समाजवादी पार्टी का जोरदार हंगामा विरोध प्रदर्शन। सपा युवजन सभा, सपा छात्र सभा, लोहिया वाहिनी, मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के पदाधिकारी और सदस्यों ने पोस्टर , बैनर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। एक संस्थान के खिलाफ यह प्रदर्शन था इस दौरान कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज चौराहे पर जमकर हंगामा किया , पुलिस से तीखी नोकझोंक हुई। 'सपा के खिलाफ दुष्प्रचार' प्रदर्शन में शामिल सपा नेता अनीस राजा ने कहा कि समाजवादी पार्टी को लगातार टारगेट किया जा रहा है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और नेताजी मुलायम सिंह के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार हो रहा है। पार्टी के खिलाफ नकारात्मक माहौल बनाया जा रहा है जिसे हम लोग विरोध कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी में सभी लोगों का सम्मान है, अखिलेश यादव हमारे नेता है जो पार्टी के संस्थापकों से लेकर प्रत्येक कार्यकर्ता को पूरा सम्मान और अधिकार देते हैं। जो दुष्प्रचार किया जा रहा है हम लोग उसके खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं और आगे भी अवरोध जारी रहेगा। 'PDA से मिलेगा न्याय' प्रदर्शन में शामिल मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय यादव ने कहा कि हम लोग अपने नेता के समर्थन में उतरे हैं। मुलायम सिंह के उत्तराधिकारी अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के खिलाफ अनावश्यक टिप्पणी और दुष्प्रचार हो रहा है हम इसका विरोध करते हैं। अखिलेश यादव PDA के जननायक हैं । सभी दलित , शोषित , वंचित को साथ लेकर चल रहे हैं। बेरोजगारों और पीड़ितों की आवाज है । PDA के जननायक इस बार जनता विरोधी शक्तियों को उखाड़ कर फेंकेंगे। 'मायावती बीजेपी की B टीम' भारतीय जनता पार्टी आम लोगों को गुमराह कर रही है। जो जरुरी मुद्दे हैं उससे आम जनता का ध्यान भटकने के लिए अनावश्यक मुद्दों को मुद्दा बनाया जा रहा है। रोजगार , महंगाई , अत्याचार और महिला अपराध जैसे मुद्दों पर यह सरकार बात नहीं करना चाहती है । समाजवादी लोग सड़क से लेकर सर सदन तक लड़ाई लड़ रहे हैं। सभी पार्टियां बीजेपी से घबरा रही है मायावती बीजेपी की B टीम बन चुकी है। इसलिए हम लोग यह संघर्ष कर रहे हैं और यह लड़ाई जरूर जीतेंगे। प्रदर्शनकारी अध्यक्ष और पुलिस में जमकर धक्का मुक्की हुई जिसके बाद पुलिस कार्यकर्ताओं को टांग कर ले गई।
गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी (MMMUT) ने प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के कुल 46 रिक्त पदों के लिए एप्लीकेशन आमंत्रित किए। एप्लीकेशन की अंतिम तिथि 10 नवंबर तक बढ़ाई गई थी। इस बार यूनिवर्सिटी को कुल 604 एप्लीकेशन प्राप्त हुए, जो पिछले साल की तुलना में काफी अधिक हैं। दरअसल, MMMUT में प्रोफेसर के 23, एसोसिएट प्रोफेसर के 14 और असिस्टेंट प्रोफेसर के 9 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया सितंबर में शुरू हुई थी। असिस्टेंट प्रोफेसर के 9 पदों के लिए कुल 450 एप्लीकेशन प्राप्त हुए, यानी हर पद पर औसतन 50 उम्मीदवारों ने आवेदन किया। एसोसिएट प्रोफेसर के 14 पदों के लिए कुल 89 एप्लीकेशन और प्रोफेसर के 23 पदों के लिए 65 एप्लीकेशन मिले। यह आंकड़ा उच्च शिक्षा में योग्य शिक्षकों की मांग को दर्शाता है। प्रशासनिक पदों में भी बढ़ी रुचि यूनिवर्सिटी ने डिप्टी लाइब्रेरियन, असिस्टेंट रजिस्ट्रार और एग्ज़ामिनेशन कंट्रोलर के पदों के लिए भी एप्लीकेशन आमंत्रित किए। इन तीन पदों के लिए कुल 97 एप्लीकेशन प्राप्त हुए। डिप्टी लाइब्रेरियन के लिए 14, एग्ज़ामिनेशन कंट्रोलर के लिए 13 और असिस्टेंट रजिस्ट्रार के लिए सर्वाधिक 70 एप्लीकेशन मिले। यह दर्शाता है कि गैर-शिक्षण प्रशासनिक पदों के लिए भी उम्मीदवारों में गहरी रुचि है। भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और समयबद्धता MMMUT के कुलपति प्रो. जेपी सैनी ने बताया कि अब जल्दी ही पदवार लिखित परीक्षा और इंटरव्यू प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कुलपति ने कहा कि पिछले साल यूनिवर्सिटी ने 110 शिक्षकों के पद भरे थे और इस बार भी भर्ती पूरी तरह पारदर्शी, निष्पक्ष और समयबद्ध तरीके से होगी। उम्मीदवारों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें। यूनिवर्सिटी की प्रतिष्ठा और अवसरों में वृद्धि इस बार एप्लीकेशन की संख्या और प्रतिस्पर्धा यूनिवर्सिटी की प्रतिष्ठा को और मजबूत करती है। योग्य और अनुभवी उम्मीदवारों की नियुक्ति से शिक्षण, रिसर्च और तकनीकी गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। यह कदम यूनिवर्सिटी की रणनीति का हिस्सा है, जिसमें उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षकों को आकर्षित करना और छात्रों के लिए बेहतर शिक्षण अनुभव सुनिश्चित करना शामिल है।
एमपी में सिविल जज परीक्षा 2022 को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। सिविल जज के कुल 191 पदों में से 121 पद आदिवासी का चयन न होने पर कांग्रेस नेताओं ने आपत्ति जताई है। आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और झाबुआ विधायक डॉ विक्रांत भूरिया ने एमपी आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामू टेकाम के साथ भोपाल प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। भूरिया ने इस भर्ती परीक्षा को आरक्षित वर्ग के लिए दोबारा कराकर आदिवासी उम्मीदवारों को शामिल करने की मांग की। पढ़िए विक्रांत भूरिया ने दैनिक भास्कर से क्या कहा..सवाल: इस भर्ती पर आपको क्यों आपत्ति है?विक्रांत भूरिया: हमारी आपत्ति साफ है कि आदिवासियों को धीरे-धीरे सिस्टम से बाहर किया जा रहा है। उनके लिए सिस्टम के दरवाजे बंद किए जा रहे हैं। इसका सबसे बड़ा उदाहरण सिविल जज परीक्षा 2022 के परिणाम हैं। उनमें 191 पोस्ट थीं उसमें से 121 पद आदिवासियों के लिए आरक्षित थीं। इन 121 पदों पर एक भी आदिवासी का चयन नहीं हुआ। मतलब जिस राज्य में पूरे देश में सबसे ज्यादा आदिवासी हैं। उस राज्य में इन्हें एक भी आदिवासी सिविल जज के लिए पात्र आदिवासी उम्मीदवार नहीं मिला। ये अपने आप में सरकार के मुंह पर बहुत बड़ा तमाचा है। सवाल: सिविल जज तो परीक्षा से सिलेक्ट होते हैं?विक्रांत भूरिया: परीक्षा में घुसने की प्रक्रिया कितनी जटिल कर दी गई है। आपने अगर पद रखे हैं तो उनका क्या मतलब रह जाता है। ये तो मजाक है कि 121 पोस्ट पर एक भी एलिजिबल कैंडिडेट नहीं होगा? जानबूझकर प्रक्रिया को जटिल बना रहे हैं। आरक्षण का उद्देश्य था कि उनके लिए सुविधा हो। वो लोग सिस्टम का हिस्सा बन सकें, लेकिन उन्होंने प्रक्रिया को ही पूरा हाईजैक कर लिया है। उनको प्रक्रिया में ही बाहर कर रहे हैं ताकि कोई उनके ऊपर उंगली न उठा सके। सवाल: ऐसा कौन कर रहा है ये भर्ती तो हाईकोर्ट की निगरानी में हो रही है?विक्रांत भूरिया: हाईकोर्ट की निगरानी में हो रही है, लेकिन जो इनकी समिति है उसमें आदिवासियों का प्रतिनिधत्व ही नहीं हैं। हम यही लड़ाई लड़ रहे कि जो इस परीक्षा का सिलेबस बनाते हैं जो प्रक्रिया का हिस्सा हैं उसमें आदिवासियों, दलितों का प्रतिनिधित्व क्यों नहीं हो रहा। अगर 121 पदों में से कोई आदिवासी सिलेक्ट नहीं हो रहा तो सरकार को शर्म आना चाहिए कि आदिवासियों की पढ़ाई के लिए क्या कर रहे हैं?सरकार जनजातीय गौरव दिवस का प्रचार कर रही है लेकिन जब तक आप उन लोगों को रोजगार नहीं दिला सकते, हक नहीं दिला सकते, तब तक जनजातीय गौरव दिवस का क्या औचित्य रह जाता है? सवाल: जजों की भर्ती के मामले में अब आगे क्या करेंगे?विक्रांत भूरिया: हम लीगल एक्शन लेंगे। हमारी वकीलों से बातचीत चल रही है इसमें हम कैसे इंटरवीन कर सकते हैं, लेकिन इसमें सबसे बड़ी जवाबदारी सरकार की है। अगर उनकी मंशा है तो वो नियम बदलें। ताकि सही तरीके से सही लोग सही जगह पहुंच पाएं।एक सिविल जज से डिस्ट्रिक्ट जज बनने में 15 से 20 साल लगते हैं। मतलब हमारा व्यक्ति तो 15 से 20 साल बाहर हो गया। तीन साल से यह लगातार हो रहा है। खास बात ये है कि चौथे साल में इन भर्तियों को ये ओपन ही कर देंगे। सवाल: इस भर्ती प्रक्रिया में आपकी मुख्य आपत्तियां क्या हैं?विक्रांत भूरिया: मुख्य आपत्तियां ये हैं कि आपने प्रक्रिया को जटिल क्यों बनाया? मेन्स में सबको बाहर कर रहे हैं। कोई एक भी सिलेक्ट नहीं हो रहा तो क्या आपने आदिवासियों को कोई कोचिंग कराई क्या? सरकार का काम क्या सिर्फ आदिवासियों के वोट लेना ही है। आप उनकी मदद ही नहीं कर रहे। सवाल: क्या आपको लगता है कि आरक्षित पदों पर अन्य वर्ग के कैंडिडेट्स की भर्ती हो रही है?विक्रांत भूरिया: पद खाली हैं लेकिन ये नियम हैं कि 4 साल तक बैकलॉग के पदों पर भर्तियां नहीं होतीं तो सरकार के पास यह अधिकार होता है कि वो उन पदों को नॉट्स फाउंड सुटेबल कैंडिडेट्स (NFS) करके ओपन कैटेगरी में ला सकते हैं। ये ओपन कैटेगरी घोषित करने के लिए सबसे बड़ा षड्यंत्र है। सवाल: आप आदिवासी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं? क्या इस मुद्दे पर आपकी राहुल गांधी या खरगे जी से बात हुई है?विक्रांत भूरिया: मेरा प्रेस कॉन्फ्रेंस करने का उद्देश्य यही था कि सबसे पहले प्रदेश की जनता को मैं ये बात बताऊं। अब राहुल जी और खरगे जी को भी इससे अवगत कराउंगा। 191 पदों पर ऐसा था आरक्षण विज्ञापन में मूल रूप से 199 पद घोषित थे, बाद में यह 195 पद कराए गए। बाद में एक और सुधार (corrigendum) में यह संख्या 191 पद होने की सूचना आयी।पदों का आरक्षण
झालावाड़ पुलिस ने 'ऑपरेशन शटर डाउन' के तहत दो इनामी आरोपियों को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। ये आरोपी सरकारी योजनाओं में ठगी के एक बड़े मामले में लंबे समय से फरार चल रहे थे। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया कि इन गिरफ्तारियों में एटीएस और एसओजी का सहयोग लिया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान विक्रम सैनी और नरेश सैनी के रूप में हुई है। इन दोनों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। पुलिस का मानना है कि इन आरोपियों की गिरफ्तारी से मामले में और भी महत्वपूर्ण खुलासे हो सकते हैं। गौरतलब है कि झालावाड़ पुलिस ने पहले भी साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया था। इस दौरान देशभर से करीब 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। यह गिरोह पीएम सम्मान निधि सहित अन्य सरकारी योजनाओं के तहत मिलने वाले पैसों की धोखाधड़ी कर हड़प लेता था। पुलिस इस मामले में लगातार जांच कर रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।
प्रदेश में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का काम चल रहा है। कोटा जिले में भी मतदाताओं के घरों पर जाकर बीएलओ फॉर्म भरवा रहे है। बीएलओ घरों में जाकर फॉर्म भरवा रहे हैं और भरे हुए फॉर्म को डिजिटलाइज कर रहे है। इधर, प्रशासन की तरफ से अलग अलग संस्थाओं में जाकर गणना प्रपत्र को भरने की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। कोटा में अभी तक कहीं से फॉर्म भरने को लेकर कोई शिकायत सामने नहीं आई है। ज्यादातर इलाकों में फॉर्म वितरित करने के बाद भरे हुए फॉर्म को कलेक्ट करने और उनके डिजिटलाइजेशन का काम चल रहा है। भास्कर ने कई इलाकों में जाकर लोगों से बातचीत की। सामने आया कि फॉर्म को भरने में कोई दिक्कत नहीं आ रही है। बीएलओ फॉर्म देने के बाद भरने का तरीका बताकर और क्या डॉक्यूमेंट लगने है उनके बारे में जानकारी देकर जा रहे है। ऐसे में फॉर्म को भरकर वापस देने में कोई दिक्कत नहीं आ रही। फॉर्म के ऊपर संबधित बीएलओ के नंबर भी लिखे हुए हैं, ऐसे में कोई दिक्कत के समय बीएलओ से संपर्क कर फॉर्म को भर रहे है। मतदाता मनोज ने बताया कि आसान फॉर्म है, भरने में कोई दिक्कत नहीं है। सिर्फ महिलाओं के सामने इतनी दिक्कत आई कि उनके पीहर से पिता-माता के भाग संख्या और अन्य जानकारी जुटानी पड़ी। ऑनलाइन भी भर सकते है फॉर्ममतदाता फॉर्म को ऑनलाइन भी भर सकते है। इसके लिए वेबसाइट voters.eci.gov.in पर जाकर गणना प्रपत्र वाले टेब पर क्लिक करना होगा। इसके बाद वहां जो जानकारी मांगी गई है वह भरकर सब्मिट करना है। इसके बाद अपने बीएलओ को इसके बारे में जानकारी देनी है। आसानी से गणना फॉर्म ऑनलाइन सब्मिट कर सकते हैं। यह फॉर्म खुद-ब-खुद बीएलओ तक पहुंच जाता है। इसलिए दोबारा कागजी फॉर्म भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह तरीका समय बचाता है और काम आसान बनाता है। स्थानीय जनप्रतिनिधि योगेश वालिया ने बताया कि शुरुआत में लोगों को दिक्कत आ रही थी लेकिन अब कोई समस्या नहीं है। आसानी से फॉर्म भरे जा रहे हैं और अब तो लगभग जमा होने लग गए। माता पिता का नाम पुरानी सूची में तो दस्तावेज की जरूरत नहींबीएलओ अशोक ने बताया कि दस्तावेजों को लेकर पहले लोगों को संशय था लेकिन गणना प्रपत्र देते समय पूरी जानकारी देने के बाद लोगों के लिए फॉर्म भरना आसान हो गया। उन्होंने बताया- हर मतदाता को फॉर्म भरना और सत्यापन करना आवश्यक है। इसे 2002 की सूची से मैपिंग करवाना आवश्यक है। नहीं तो वोटर लिस्ट से नाम कट सकता है। अगर आप या आपके माता-पिता व रिश्तेदारों का नाम पिछले एसआईआर सूची में नहीं मिलता है, तो नए दस्तावेज जमा करने होंगे, जैसे पहचान प्रमाण, निवास प्रमाणलेकिन अगर माता पिता का नाम सूची में है तो इनकी जरूरत नही है। एसआईआर के दौरान किन लोगों के नाम कटने की संभावना है पर उन्होंने बताया कि किराए के मकान में रहने वाले, दो जगह वोटर-आईडी वाले, और जिनके पते या दस्तावेज अपूर्ण हैं उनका नाम कट सकता है। डेटा-मिलान और बीएलओ सत्यापन से डुप्लीकेट प्रविष्टियां हटाई जा रही हैं। किसी कारण से नाम कटने की स्थिति में वोटर दावा आपत्ति अवधि में फॉर्म-6 (नाम जोड़ने के लिए) या फॉर्म-8 (सुधार के लिए) भर सकते हैं। एसआईआर में किसी कारण नाम छूट गया हो, तो अगली समरी रिविजन में या ऑनलाइन पोर्टल के ज़रिए आवेदन किया जा सकता है।
सीधी जिले के बम्हनी ग्राम पंचायत की शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाने को लेकर हाई कोर्ट के स्पष्ट निर्देश होने के बाद भी कार्रवाई पूरी नहीं हो सकी। इसके चलते ग्रामीणों में नाराजगी है। ग्राम पंचायत की सरपंच आकृति तिवारी ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर इस मामले में आपत्ति दर्ज कराई। अदालत के आदेश, फिर भी आधी-अधूरी कार्रवाई ग्रामीणों ने बताया कि गांव में खसरा नंबर 1606 और 1607 पर निजी स्कूल संचालित है, जहां 16 नए कमरे निर्माणाधीन मिले थे। हाई कोर्ट ने इन कमरों को हटाने और बेदखली की कार्रवाई का आदेश दिया था। मंगलवार को प्रभारी तहसीलदार एकता शुक्ला पुलिस और राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। करीब तीन घंटे की कार्रवाई के बाद वे लौट गईं। कार्रवाई के दौरान 10 कमरों वाले पुराने भवन को राजसात करने की बात कही गई और सात कमरों में ताला लगाया गया, जबकि तीन कमरे स्कूल संचालक को वापस सौंप दिए गए। वहीं, निर्माणाधीन 16 कमरों पर न तो कोई ध्वस्तीकरण हुआ और न ही बेदखली की कार्रवाई। सरपंच ने की लापरवाही की शिकायत अधूरी कार्रवाई से नाराज सरपंच आकृति तिवारी ने कलेक्ट्रेट में पहुंचकर एसडीएम गोपद बनास को शिकायत पत्र दिया। उनका कहना है कि एसडीएम ने उनकी आपत्ति लेने से इनकार कर दिया और उन्हें डांटकर बाहर निकाल दिया। दूसरी ओर, एसडीएम राकेश शुक्ला ने आरोपों को असत्य बताते हुए कहा कि सरपंच का आवेदन विधिवत प्राप्त कर लिया गया है और पूरे मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने किसी भी तरह की दुर्व्यवहार की घटना से इनकार किया। ग्रामीण बोले- 10 नवंबर की समय सीमा भी निकली ग्रामीणों के अनुसार, हाई कोर्ट ने आदेश क्रमांक 5884/2025 और कंटेम्प्ट पिटीशन 6062/2025 में 10 नवंबर को बेदखली सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे। ग्रामीणों का आरोप है कि उस दिन भी तहसीलदार मौके पर नहीं पहुंचीं और अब तक कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है। आंदोलन की चेतावनी दी स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि शासकीय भूमि से अतिक्रमण जल्द नहीं हटाया गया, तो वे विरोध प्रदर्शन करेंगे। ग्रामीणों ने तहसीलदार एकता शुक्ला की भूमिका की विभागीय जांच की मांग की है।
मलाजखंड की ताम्र खदान में 11 नवंबर को हुए बस हादसे में घायल मजदूर मंगलेश यादव की मौत हो गई है। मंगलेश को गंभीर चोटें आई थीं, जिसके बाद उसे इलाज के लिए छत्तीसगढ़ के रायपुर भेजा गया था। यह हादसा 11 नवंबर को दोपहर की शिफ्ट में हुआ था, जब एसएमएस कंपनी की एक बस मजदूरों को ताम्र खदान के अंडरग्राउंड क्षेत्र में ले जा रही थी। साउथ ब्लॉक में बस का ब्रेक फेल होने के कारण वह कई मीटर तक घिसटती चली गई, जिससे कई मजदूर घायल हो गए थे। मलाजखंड थाना प्रभारी नरेंद्र यादव ने मंगलेश यादव की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि शव को रायपुर से मलाजखंड लाया जा रहा है। इस खबर के बाद बुधवार को ग्रामीण रायपुर की ओर रवाना हुए। थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि इस मामले में पहले ही एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। मजदूर की मौत के बाद अब एफआईआर में संबंधित धाराओं को बढ़ाया जाएगा। इस घटना ने मजदूरों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हादसे के आठ दिन बाद भी देश की प्रसिद्ध ताम्र परियोजना मलाजखंड के मॉयल प्रबंधन की ओर से इस मामले में कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि प्रबंधन मृतक मजदूर के परिवार को क्या सहायता प्रदान करेगा।
विदिशा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जिला कांग्रेस कमेटी और सेवादल कांग्रेस ने एक कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुष्प चढ़ाकर इंदिरा गांधी को नमन किया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने इंदिरा गांधी के नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी अपने निर्णयों को पूरा करने वाली नेता थीं। वक्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने देश को बांटने का काम किया है, जबकि इंदिरा गांधी ने देश को जोड़ने का कार्य किया था। कांग्रेस ने की संगठन को मजबूत करने की अपील वक्ताओं ने हाल ही में संपन्न हुए बिहार विधानसभा चुनाव का भी जिक्र किया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर संगठन को मजबूत करने की अपील की। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष मोहित रघुवंशी ने अपने संबोधन में कहा कि इंदिरा गांधी युवाओं, किसानों और गरीब मजदूरों के हित में कार्य करती थीं। उन्होंने युवाओं के रोजगार, गरीबों के न्याय जैसे मुद्दों पर जोर दिया। रघुवंशी ने इंदिरा गांधी के कार्यकाल की प्रमुख उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण, 'गरीबी हटाओ' का नारा और पोखरण में परमाणु परीक्षण जैसे कदमों को देश को सशक्त बनाने में उनके ऐतिहासिक योगदान के रूप में बताया। कार्यक्रम के समापन पर, उपस्थित कार्यकर्ताओं ने इंदिरा गांधी के आदर्शों पर चलने और देशहित में कार्य करने का संकल्प लिया।
कन्नौज में आशा बहुओं को मानदेय नहीं मिलने से आक्रोश है। जिससे गुस्साई आशाएं छिबरामऊ सीएचसी में धरना प्रदर्शन किया। आशाओं का कहना है कि अगर पोर्टल बन्द होने की वजह से मानदेय भुगतान नहीं हो सकता तो हम सब भी अब काम ठप करेंगे। छिबरामऊ सीएचसी में बुधवार दोपहर आशा बहुओं ने धरना-प्रदर्शन किया। यहां एकजुट होकर पहुंची आशाओं ने आरोप लगाया कि उन्हें पिछले कई महीनों से मानदेय का भुगतान नहीं किया गया। रक्षाबंधन, करवाचौथ, दिवाली और भाईदूज जैसे त्यौहार भी बिना मानदेय के करने पड़े। पैसों के बिना त्यौहार फीके रहे। अधिकारियों से बात करो तो उनका कहना होता है कि पोर्टल बन्द होने के कारण मानदेय का भुगतान नहीं हो पा रहा। हालांकि पोर्टल क्यों बन्द है, इसका जवाब कोई नहीं दे पाता। आशा बहुओं ने कहा कि जब पोर्टल बन्द होने से भुगतान नहीं हो पा रहा तो फिर आशाओं से काम क्यों लिया जा रहा। जब तक मानदेय का भुगतान नहीं होगा, तब तक काम भी नही करेंगे। आशा बहुओं ने बताया कि मानदेय के अलावा आभा कार्ड, आयुष्मान कार्ड समेत कई अन्य काम उन लोगों से लिए जा रहे हैं। उन कार्यों का भी भुगतान नहीं मिल रहा। धरने पर आशा बहुओं के बैठे होने के बावजूद कोई अधिकारी उनसे बात करने नहीं पहुंचा।
बिलासपुर में तेज रफ्तार बाइक डिवाइडर से टकरा गई, जिससे दो युवक बाइक से उछलकर दूर जा गिरे। इस हादसे में एक युवक की मौत हो गई। जबकि, दूसरे की हालत गंभीर है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र की है। पुलिस के अनुसार मंगलवार की देर रात करीब 12 बजे चुचुहियापारा गणेश नगर निवासी प्रिंस बंजारे (21) अपने दोस्तों के साथ उसलापुर गया था। एक दोस्त को छोड़ने के बाद प्रिंस और अभय (22) वापस पीछे के रास्ते से दिनदयाल कॉलोनी जाने के लिए निकले थे। प्रिंस बाइक चला रहा था। उसके साथ चकरभाठा से आया दोस्त अभय (22) बैठा था। दोनों ने शराब भी पी रखी थी। डिवाइडर से टकराई बाइक, उछल कर दूर जा गिरे दोनों युवक युवक सड़क के बीच तेज रफ्तार से फर्राटे मार रहे थे। इस दौरान उनकी बाइक डिवाइडर से टकरा गई, जिससे दोनों युवक बाइक से उछलकर दूर जा गिरे। इस हादसे में बाइक चला रहे प्रिंस के सिर में चोंट लगी, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वहीं, अभय गंभीर रूप से घायल पड़ा था। 112 की टीम ने पहुंचाया अस्पतालमौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल इस घटना की जानकारी पुलिस के डायल 112 को दी। आरक्षक उन्हें लेकर सिम्स रवाना पहुंचा। लेकिन, प्रिंस ने दम तोड़ दिया था। वहीं उसका दोस्त अभय भी बेहोशी की हालत में था। उसे भी सिर और मुंह में गंभीर चोट आई है। उसकी स्थिति भी नाजुक बताई जा रही है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
मैं पत्र लिख रहा हूं मेरे माता-पिता के लिए, वो मेरी मृत्यु के बाद मुझे खुश करना चाहते हैं तो बाबूलाल बैरवा और शहंशाह शेख को कम से कम तीन साल की जेल करवा दें। उन्होंने आज मुझे पीटा इस कारण से मैं आत्महत्या कर रहा हूं यह सुसाइड नोट लिखकर करौली के नादौती में 9वीं क्लास के एक छात्र ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। यह घटना मंगलवार शाम गुढ़ाचंद्रजी क्षेत्र के धांगड़ का पुरा गांव में हुई। मृतक छात्र की पहचान अंकित गुर्जर (14) के रूप में हुई है, जो गुढ़ाचंद्रजी के कमला भारतीय शिक्षण संस्थान (KBSS) में पढ़ता था। टोडाभीम डीएसपी मुरारीलाल मीणा ने बताया- गुढ़ाचंद्रजी क्षेत्र के धांगड़ का पुरा गांव निवासी मदन सिंह ने नादौती थाने में मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि उसका बेटा अंकित गुर्जर गुढ़ाचंद्रजी के निजी स्कूल KBSS में 9वीं क्लास में पढ़ता था। मंगलवार सुबह अंकित स्कूल गया था। वहां स्कूल के दो शिक्षक बाबूलाल बैरवा, शहंशाह शेख और स्कूल संचालक ने कथित तौर पर उसके साथ मारपीट की और उसे प्रताड़ित किया। परिजनों के अनुसार इस घटना से अंकित बहुत आहत हुआ था। घर पीछे बाड़े में पेड़ से लगाया फंदा शाम करीब 5:30 बजे अंकित ने अपने माता-पिता के नाम एक पत्र लिखा। इस पत्र में उसने स्कूल के दोनों शिक्षकों और संचालक पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। अंकित ने पत्र में लिखा कि यदि उसके माता-पिता उसे खुश देखना चाहते हैं, तो आरोपियों को दो-तीन साल की सजा अवश्य दिलाएं। पत्र लिखने के तुरंत बाद छात्र घर के पिछवाड़े बने बाड़े में गया और एक पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही परिवार और गांव में मातम छा गया। मृतक का बड़ा भाई भी उसी स्कूल में पढ़ता है। परिजनों ने की निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और निष्पक्ष जांच की मांग की है। गुढ़ाचंद्रजी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। छात्र के शव को गुढ़ाचंद्रजी अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। मौके पर कई थानों की पुलिस तैनात मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए, जिसके चलते कई थानों की पुलिस बल, टोडाभीम डीएसपी मुरारीलाल मीणा और अन्य प्रशासनिक अधिकारी स्थिति शांत कराने के लिए मौजूद हैं। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
भदोही में डीएम ने 4 विक्रय विलेखों का निरीक्षण किया:सभी का मूल्यांकन प्रलेख के अनुसार सही पाया गया
जिलाधिकारी शैलेश कुमार ने बुधवार को भदोही में चार विक्रय विलेखों का स्थलीय निरीक्षण किया। यह निरीक्षण शासनादेश के अनुसार स्टांप देयता की जांच के लिए किया गया था। निरीक्षण में सभी विलेखों का मूल्यांकन प्रलेख के अनुसार सही पाया गया। डीएम ने जनपद में पंजीकृत पांच सबसे बड़े विलेखों में से चार का चयन किया था। उन्होंने भदोही नगर के मौजा चकसैफ और मौजा घमाहापुर मोहल्ले में स्थित दो-दो लेखपत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। स्थल निरीक्षण के समय सब रजिस्ट्रार भदोही, भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीड़ा) की डिप्टी सीईओ अनीता देवी, सहायक महानिदेशक निबंधन भदोही पंकज सिंह और क्षेत्रीय लेखपाल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि विक्रय विलेख का स्टांप शुल्क शासन के नियमानुसार ही लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि स्टांप, न्यायालय शुल्क और पंजीकरण से संबंधित सभी कार्यों को शासन की मंशा के अनुरूप ही संपादित किया जाए।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में एक 19 वर्षीय युवती ने कथित तौर पर एक युवक की प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती का शव सोमवार रात सदर कोतवाली क्षेत्र के पक्का तालाब स्थित एक किराए के मकान में मिला। पुलिस ने युवती के पिता की शिकायत पर आरोपी युवक मोनू उर्फ वरन पासवान को गिरफ्तार कर लिया है। 19 वर्षीय श्वेता देवी का शव सोमवार रात फांसी के फंदे पर लटका मिला था। युवक मोनू उर्फ वरन पासवान ने ही पुलिस को युवती द्वारा आत्महत्या करने की सूचना दी थी। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद मंगलवार को युवती के पिता गयापाल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया। पिता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उनकी बेटी को प्रताड़ित किया गया, जिससे तंग आकर उसने आत्महत्या की। गयापाल रतनपुर मजरे सहरवरा, थाना गाजीपुर के निवासी हैं। युवती के पिता ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी 10वीं कक्षा में फेल होने के बाद मोनू के कहने पर बकन्धा मोड़ के पास एक कॉस्मेटिक की दुकान चलाती थी। मोनू के लगातार दुकान पर आने-जाने पर परिवार ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद मोनू ने बिना बताए उनकी बेटी को शहर के पक्का तालाब स्थित एक किराए के मकान में रख दिया और वहां एक ब्यूटी पार्लर खुलवा दिया। पिता ने यह भी बताया कि मोनू शादीशुदा है। मोनू की पत्नी और साले ने उनकी बेटी से मोनू से दूर रहने के लिए कहा था। सोमवार रात मोनू ने ही उन्हें बेटी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने की जानकारी दी थी। कोतवाली प्रभारी तारकेश्वर राय ने बताया कि युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी। इस मामले में पिता की तहरीर पर प्रताड़ित करने और प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। बुधवार सुबह वरिष्ठ उपनिरीक्षक अविनाश कुमार मिश्र और उनकी टीम ने बकन्धा मोड़ के पास से आरोपी मोनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के चारामा ब्लॉक में धान खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्था का अंबार है। भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मडावी ने 17 नवंबर को चारामा धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण किया और अधिकारियों को फटकार लगाई। उनके हस्तक्षेप के बाद केंद्र पर धान खरीदी शुरू हो सकी। ब्लॉक के कुल 25 धान खरीदी केंद्रों में से चारामा को छोड़कर अन्य किसी भी केंद्र पर चौथे दिन भी धान खरीदी शुरू नहीं हो पाई है। 17 नवंबर को केवल 12 किसानों को टोकन जारी किए गए थे, लेकिन खरीदी ठप रही। सहकारी समिति के कर्मचारियों और ऑपरेटरों की हड़ताल के कारण धान खरीदी पूरी तरह प्रभावित हो रही है। हड़ताल के चलते कर्मचारियों के स्थान पर पटवारी और ग्रामीण कृषि अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है। बारदाने की व्यवस्था नहीं 15 नवंबर को धान खरीदी शुरू होने के बावजूद, 17 नवंबर को केंद्रों पर हमाल (मजदूर) और बारदाने की व्यवस्था नहीं थी। चारामा, आवरी, हरादूला, मरकाटोला और पूरी सहित ब्लॉक के सभी खरीदी केंद्रों पर सोमवार को भारी अव्यवस्था देखी गई। कई किसानों को टोकन मिलने के बावजूद खरीदी शुरू न होने से वे आक्रोशित थे। किसानों ने ब्लॉक में व्याप्त अव्यवस्था की सूचना विधायक सावित्री मडावी को दी थी, जिसके बाद वे चारामा खरीदी केंद्र पहुंचीं। विधायक के पहुंचते ही खरीदी प्रभारी, नायब तहसीलदार और अन्य अधिकारी केंद्र पर पहुंचे। विधायक ने कहा कि इस सरकार में किसान धान के बीच खाद के लिए बेहद परेशान रहा और अब ध्यान खरीदी के लिए भी बहुत परेशान है।
इंदौर में नारकोटिक्स विभाग की टीम ने एक अफ्रीकी महिला को 31.85 ग्राम कोकीन के साथ पकड़ा है। जांच में पता चला कि महिला स्टूडेंट वीजा पर भारत आई थी और मुंबई के नालासोपारा में रहती थी। वह बस से मुंबई से इंदौर कोकीन की सप्लाई करने आई थी। गिरफ्तारी के बाद भी महिला जांच में सहयोग नहीं कर रही है। टीम उसके मोबाइल की फॉरेंसिक जांच करा रही है ताकि पता चल सके कि वह इंदौर में किसे सप्लाई देने वाली थी। मुखबिर से मिली सूचना पर हुई कार्रवाई नारकोटिक्स डीआईजी महेशचंद्र जैन के अनुसार, मंगलवार दोपहर निरीक्षक हरीश सोलंकी को सूचना मिली कि रेसिडेंसी क्षेत्र में एक अफ्रीकी महिला कोकीन की सप्लाई के लिए आने वाली है। इसके बाद निरीक्षक राधा जामोद के नेतृत्व में टीम ने रेसिडेंसी क्षेत्र में घेराबंदी की और संदिग्ध महिला को पकड़ा। तलाशी में महिला के पास से 31.85 ग्राम कोकीन मिली, जिसकी कीमत करीब 15 लाख 50 हजार रुपए बताई जा रही है। पासपोर्ट की जांच में महिला का नाम लिंडा, पता वेस्ट अफ्रीका, और वीज़ा स्टेटस स्टूडेंट वीजा पाया गया। बस से इंदौर आई, फॉरेंसिक जांच में कई सुराग मिलने की उम्मीद महिला मुंबई से बस के माध्यम से इंदौर आई थी, जिससे संभावना जताई जा रही है कि वह पहले भी ऐसी सप्लाई कर चुकी हो सकती है। उसके मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। टीम मोबाइल के कॉन्टैक्ट्स, चैट और पेमेंट ट्रेल की जांच कर रही है, जिससे ड्रग नेटवर्क के कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। गिरफ्तार महिला के पास से एक एप्पल मोबाइल फोन मिला है, जिसकी विस्तृत जांच जारी है। रात में दर्ज हुआ केस टीम ने दबिश देकर महिला को पकड़ा और रात 10:26 बजे उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया। कार्रवाई का नेतृत्व निरीक्षक राधा जामोद ने किया। टीम में निरीक्षक हरीश सोलंकी, उपनिरीक्षक सीमा मिमरोट, आरक्षक ओमप्रकाश राठौर, प्रदीप पाल, रजनीश पांडे, रवि कदम और महिला आरक्षक स्मिता राठौर, नेहा तिवारी शामिल थे।
गोरखपुर के नौका विहार में घूमने पहुंची स्कूल की छात्राओं ने सड़क किनारे लगे सांसद रवि किशन के नाम का बोर्ड देखकर अपने टीचर से सांसद से मिलने का जिद करने लगी। जिसके बाद सभी छात्रा रवि किशन के आवास के नीचे पहुंचीं। वहां सांसद बालकनी से छात्राओं से बात करते नजर आए। उन्होंने पूछा यहां पिकनिक आए हैं सब... जिसपर सभी ने चिल्लाकर बोला हां टूर पर आए है। आप नीचे आइए....फिर सांसद बोले ठीक है आ रहे।यह सुनकर है छात्रों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। नीचे आकर रवि किशन सभी छात्रों से मिले। फिर छात्राओं के साथ-साथ उनके टीचर्स ने अपना फोन निकल कर सेल्फी लेने लगे। सभी इस लम्हे को अपने फोन में कैद करते नजर आए। जिसके बाद सांसद ने कुछ छात्राओं से उनके पढ़ाई लिखाई के बारे में पूछा। जिसके जवाब में एक छात्रा बोली- बड़ी होकर डॉक्टर बनूंगी इसके बाद एक ने बोला बड़ी होकर पुलिस बनूँगी। सबसे मिलने के बाद सांसद ने अपने सोशल मीडिया पर वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा- ''आज गोरखपुर आवास पर आए स्कूली बच्चों का निश्छल प्रेम...'' ऊपर फोटो पर क्लिक कर देखें वीडियो...
कानपुर में 11वीं के एक छात्र ने ऐसा प्रोजेक्ट तैयार किया है, जो प्रदूषण कम करने के साथ ही लोगों में होने वाली बीमारियों को भी घटाने में मदद कर सकता है। साइंस स्ट्रीम के 17 वर्षीय छात्र श्रेयांश वर्मा ने “पॉल्यूशन सॉल्यूशन प्रोजेक्ट” बनाया है। इस प्रोजेक्ट में हवा में मौजूद धुएं के साथ मिश्रित CO₂ को फिल्टर करके एसीटोन केमिकल मिलाकर उसे इंक (स्याही) में बदलने की तकनीक विकसित की गई है। श्रेयांश का दावा है कि यह तरीका न केवल वायु प्रदूषण को कम करेगा, बल्कि उद्योगों में उपयोग होने वाली स्याही का एक सस्ता और पर्यावरण अनुकूल विकल्प भी बनेगा। स्कूल ने श्रेयांश को इस प्रोजेक्ट के लिए पुरस्कार देने की घोषणा की है। इसके साथ ही दिसंबर में होने वाली IIT की प्रदर्शनी में इस प्रोजेक्ट को प्रस्तुति (प्रेज़ेंटेशन) के लिए भेजने की तैयारी भी की जा रही है। अब पढ़िए श्रेयांश ने क्या बनाया है और यह कैसे काम करेगा? CO₂ को इंक में बदलता है ये प्रोजेक्टश्रेयांश ने बताया-सड़क पर चलने वाली गाड़ियों से निकलनी वाले कार्बन मोनोआक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड वातावरण को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाता है। इसी को देखते हुए यह प्रोजेक्ट तैयार किया हूं।पॉल्यूशन सॉल्यूशन प्रोजेक्ट धुएं में मौजूद CO₂ को अवशोषित (ऑब्ज़र्व) कर फिल्टर में इकट्ठा करता है और बाद में उसे इंक (स्याही) में बदल देता है। इस डिवाइस में एक सेंसर भी लगाया गया है। जैसे ही इसके पास से प्रदूषित धुआं गुजरता है, तो सेंसर तुरंत एक्टिव हो जाता है। ऐसे में यह धुएं को खींचकर फिल्टर तक पहुंचाता है। फिल्टर में मौजूद कार्बन कलेक्टर धुएं से कार्बन को अलग कर जमा करता रहता है। यह कार्बन सूखे रूप में एकत्र होता जाता है। इसके बाद इस सूखे कार्बन में एसीटोन केमिकल मिलाया जाता है, तो वह स्याही में बदल जाता है। एसीटोन एक सॉल्यूशन केमिकल है, जिसका उपयोग कार्बन को इंक में बदलने के लिए किया जाता है। उन्होंने यह भी कहा-CO₂ को तोड़ना आसान नहीं होता, इसलिए इस डिवाइस में एक कैटलिस्ट लगाया गया है, जो प्रक्रिया को तेज़ और प्रभावी बनाता है। श्रेयांश का कहना है कि जिस तरह से प्रदूषण फैल रहा है, इस प्रोजेक्ट के माध्यम से ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण से बचाव किया जा सकता है। इससे अस्थमा जैसी बीमारियों में भी कमी आ सकती है। 'प्रदूषण से बचने का एक अच्छा विकल्प बन सकता'श्रेयांश ने बताया-जिस तरह से प्रदूषण फैल रहा है। ऐसे में यह ग्लोबल वार्मिंग और प्रदूषण से बचने का एक अच्छा विकल्प बन सकता है। इससे अस्थमा जैसी बीमारियों में भी कमी आ सकती है। आमतौर पर शहरों में वाहनों के चलने और कामकाज के दौरान कार्बन मोनोऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसें निकलती हैं, जो वातावरण में अधिक प्रदूषण फैलाती हैं। इस प्रोजेक्ट में लगे सेंसर इन गैसों को तुरंत ऑब्ज़र्व करेंगे और पूरे प्रदूषण को अपने भीतर समावेशित कर लेंगे। इसका प्रयोग ऐसे स्थानों पर किया जा सकता है, जहां वाहनों का अधिक रुकना और चलना होता है, जैसे चौराहों पर छोटे संयंत्र लगाए जा सकते हैं। इसके अलावा फैक्ट्री क्षेत्रों, जहां विभिन्न प्रकार की गैसों का धुआं निकलता है, इन क्षेत्रों में यह तकनीक और अधिक कारगर साबित हो सकती है। स्कूल की प्रदर्शनी में किया पुरस्कृत करने की घोषणाश्रेयांश बीएनएसडी शिक्षा निकेतन, बेनाझाबर के छात्र हैं। कुछ दिन पहले ही स्कूल में एक बड़ी प्रदर्शनी आयोजित की गई थी, जिसमें उन्होंने अपने प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन दिया। इसके बाद स्कूल प्रबंधन ने इस प्रोजेक्ट के लिए 15,000 रुपए पुरस्कार देने की घोषणा की। श्रेयांश ने बताया कि नवंबर महीने में ही HBTU में प्रदर्शनी होनी है। उसमें भी प्रोजेक्ट का प्रेजेंटेशन देने के लिए भेजा जाएगा। उसके बाद दिसंबर महीने में IIT कानपुर में भी प्रदर्शनी के दौरान प्रोजेक्ट के प्रेजेंटेशन के लिए भेजा जाएगा।
परम शांति की तलाश में पूर्व IPS विशाल सुल्तानपुर के साईं धाम पहुंचे, बोले— “सच्चा संत वही जो स्वयं ईश्वर से जुड़ा हो” पंजाब के जालंधर स्थित विक्टोरिया निवासी और पूर्व आईपीएस विशाल मंगलवार को सुल्तानपुर स्थित साईं धाम पहुंचे। उन्होंने बताया कि वे इन दिनों परम शांति और आध्यात्मिक अनुभूति की तलाश में हैं। विशाल ने संत की परिभाषा को स्पष्ट करते हुए कहा- संत-संत सबको कहें, संत न जानै कोय,आप देखें और दिखावत, संत कहावत होय। उन्होंने कहा कि केवल विचार देने वाला संत नहीं होता, बल्कि जो स्वयं ईश्वर से जुड़ा हो और दूसरों को भी उनसे जोड़ सके, वही वास्तविक संत कहलाता है। उन्होंने कहा कि सच्चे संत का काम केवल उपदेश देना नहीं, बल्कि व्यावहारिक अनुभव और ईश्वर-दर्शन कराना है। वेद-शास्त्रों में गुरु की स्पष्ट परिभाषा दी गई है विशाल ने बताया कि वेद और शास्त्र बताते हैं कि किस गुरु के पास जाना चाहिए और वहां से क्या प्राप्त होना चाहिए।उन्होंने स्वीकार किया कि अब तक उन्हें ऐसा कोई विशेष अनुभव नहीं हुआ है जिसकी वे तलाश कर रहे हैं।“मैं यहां गुरुदेव से कल मिलूंगा। इसके बाद मुझे अपनी खोज को लेकर और स्पष्टता मिलेगी,”—उन्होंने कहा। गीता और भगवान कृष्ण का संदर्भ उन्होंने गीता का उल्लेख करते हुए कहा, अर्जुन जो मुझे देख रहा है, मेरा शरीर है। तुम कह रहे हो कि तुम मुझे जानते हो, पर वास्तव में तुम मुझे नहीं जानते।”उन्होंने कहा कि इंद्रियों के आधार पर ईश्वर का अनुभव कराना असंभव है।विशाल ने कहा कि वे किसी भी युग में तभी किसी से मिले हैं जब उनकी ‘दिव्य चक्षु’ यानी अंतर की आंख खुली हो।
मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र में सड़क किनारे एक पीरमजार बना दी गई। अचानक बनी मजार को देखकर स्थानीय लोगों ने हंगामा कर दिया। हंगामे पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामले की जांच करने के बाद अवैध धार्मिक स्थल को तुड़वा दिया है। पूछताछ में पता चला कि एक बेकरी मालिक ने अपने मुस्लिम कारीगर के कहने पर ये मजार बनवाई थी। बेकरी मालिक हिंदू है, उसने कहा कि वो कोई ऐसा काम नहीं चाहता जिससे लोगों को परेशानी हो।
यमुनानगर में जगाधरी स्थित एक बर्तन बनाने वाली फैक्ट्री में काम करते समय मशीन की चपेट में आने से एक 20 वर्षीय युवती की मौत हो गई। युवती की कटिंग मशीन पर काम कर रही थी। जैसे ही वह कटिंग हुआ बर्तन उठाकर साइड रखने लगे अचानक से उसकी चुन्नी मशीन में फंस गई, जिसके बाद मशीन ने कपड़ों समेत युवती को अंदर खींच लिया। हादसा होते ही मशीन का बंद कर युवती को बाहर निकाल तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका की पहचान मोनिका निवासी जिला घोंडा, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है। फिलहाल वह अपनी मां और दो छोटे भाईयों के साथ जगाधरी में काली माता के मंदिर के पास रह रही थी और नजदीक की एक बर्तन बनाने वाली फैक्ट्री में काम करती थी। मशीन में खींची चुन्नी हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और युवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम करा परिजनों को सौंपा। फैक्ट्री में काम करने वाली पूजा सैनी ने बताया कि मोनिका यहां पर पैकिंग और कटिंग जैसे काम किया करती थी। मंगलवार की शाम करीब साढ़े छह बजे वह पैकिंग का काम कर रही थी। ऐसे में थोड़ी देर बाद उसे कटिंग मशीन पर लगा दिया गया, जहां पर कटी हुई प्लेटों को मशीन के ऊपर से उठाकर साइड में रखना था। ऐसे में जब वह कटिंग के बाद एक प्लेट को उठाकर साइड में रखने के लिए घूमी को अचानक से उसकी चुन्नी मशीन में फंस गई। मशीन की गरारियों में फंसकर कटी चुन्नी के साथ-साथ मोनिका का सूट भी मशीन की तरफ खिंचने लगा। इससे पहले कि मोनिका अपना बचाव कर पाती देखते ही देखते मशीन से उसे अपनी और खींच लिया। ऐसे में मोनिका चलती हुई मशीन की गरारियों में फंस गई। हादसे से फैक्ट्री में हड़कंप मच गया। तुरंत कटिंग मशीन को बंद कर मोनिका को बाहर निकाला गया। मोनिका की कमर बुरी तरह से कट चुकी थी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। रिश्ता तलाश रहे थे परिजन मृतका की बहन सोनिया ने बताया कि वह दिल्ली में अपने पति व बच्चों के साथ रहती है। मोनिका यहां पर मां चमेली व दो छोटे भाईयों के साथ रह रही थी। इन दिनों मोनिका के लिए रिश्ता तलाश रहे थे। रिश्ता मिलते ही उसकी शादी करने का विचार था। इसी बीच यह हादसा हो गया।
देवास पुलिस ने एक महिला के घर में घुसकर मारपीट करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। यह घटना नवरात्रि के दौरान हुए एक विवाद से जुड़ी है। आरोपियों को 18 नवंबर, 2025 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। फरियादी ने 10 अक्टूबर, 2025 को औद्योगिक क्षेत्र थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। फरियादी के अनुसार, 9 अक्टूबर, 2025 की रात करीब 10:30 बजे राजेंद्र सिंह कुशवाह, रुद्र सिंह कुशवाह, ऋषि सिंह कुशवाह और आदित्य पांचाल जबरन उनके घर में घुस आए। आरोपियों ने नवरात्रि में हुए झगड़े की बात को लेकर महिला के साथ गाली-गलौज की, मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। फरियादी की रिपोर्ट पर औद्योगिक क्षेत्र थाने में अपराध क्रमांक 909/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 331(6), 296, 115(2), 351(3), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना और तकनीकी सहायता के आधार पर फरार आरोपियों को 18 नवंबर, 2025 को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में रुद्र सिंह कुशवाह (21), ऋषि सिंह कुशवाह (25), राजेंद्र सिंह कुशवाह (47) (सभी पिता राजेंद्र सिंह कुशवाह) और आदित्य पांचाल (23) पिता सुरेश पांचाल शामिल हैं। ये सभी सिल्वर पार्क कॉलोनी, क्षिप्रा, देवास के निवासी हैं।
पूर्णिया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के रानीपतरा दरगाह स्थित घिसरिया बहियार में बुधवार सुबह एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ। मृतक की पहचान रानीपतरा दरगाह निवासी 42 वर्षीय पंचलाल उरांव के रूप में हुई है, जो पिछले शुक्रवार से लापता थे। उनका शव घर से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर संदिग्ध अवस्था में मिला। शव मिलने की खबर पूरे गांव में तेजी से फैली, जिसके बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने शव की स्थिति देखकर अनुमान लगाया कि पंचलाल की मौत चार से पांच दिन पहले ही हो चुकी थी। सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना के एसआई राजा बाबू पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जांच शुरू की। पुलिस ने ग्रामीणों और मृतक के परिजनों से पूछताछ भी की। मृतक की पत्नी साधु देवी ने बताया कि उनके पति शुक्रवार को घूमने जाने की बात कहकर घर से निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। परिजनों ने आसपास के गांवों और रिश्तेदारों में उनकी काफी तलाश की, पर कोई सुराग नहीं मिला। उन्होंने यह भी बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, इसलिए लापता होने की शिकायत भी दर्ज नहीं कराई गई थी। पत्नी ने हत्या की आशंका से इनकार करते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने से भी मना कर दिया। मुफस्सिल थाना प्रभारी सुदीन राम ने जानकारी दी कि शव की स्थिति से प्रतीत होता है कि मौत लगभग चार दिन पहले हुई होगी। घटनास्थल से कोई आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ है। परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया है।
गया जिले के आंती पंचायत सरकार भवन में बुधवार को दोपहर एक बजे जनता दरबार का आयोजन किया गया। इस दौरान मुखिया प्रतिनिधि संजय यादव ने दर्जनों फरियादियों की समस्याओं को सुना और कई मामलों का मौके पर ही समाधान किया। जनता दरबार में कबीर अंत्येष्टि सहायता, कन्या विवाह योजना, जन्म-मृत्यु प्रमाणपत्र और राशन संबंधी शिकायतों सहित विभिन्न सरकारी योजनाओं से जुड़े आवेदनों का निपटारा किया गया। कई लाभार्थियों को मौके पर ही योजनाओं का लाभ भी प्रदान किया गया। मुखिया प्रतिनिधि संजय यादव ने बताया कि ग्रामीणों को समय पर सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि पंचायत क्षेत्र के लोगों को सुविधाएं प्रदान करने और उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रत्येक बुधवार को नियमित रूप से जनता दरबार लगाया जाता है। इस पहल से ग्रामीणों में उत्साह देखा जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप लोग बड़ी संख्या में अपनी समस्याओं के समाधान के लिए जनता दरबार में पहुंच रहे हैं।
शिवहर में बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता छविंद्र प्रसाद ने बुधवार को जीरो माइल के पास लगे ट्रांसफॉर्मर का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने ट्रांसफॉर्मर पर लटक रहे ढीले तारों और एक ही तरफ लगे बेसलर पर नाराजगी व्यक्त की। कार्यपालक अभियंता ने मौके पर मौजूद जेई रजनीश कुमार और बिजली मिस्त्री रिफु को तत्काल ढीले तार हटाने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि दो तरफ बेसलर लगाकर बिजली आपूर्ति को दो भागों में विभाजित किया जाए। शॉर्ट सर्किट की आशंका को कम करना उद्देश्य इस कदम का उद्देश्य लोड को संतुलित करना और शॉर्ट सर्किट की आशंका को कम करना है। बिजली विभाग के अनुसार, बेसलर एक मल्टी-फंक्शन सुरक्षा रिले है जो ट्रांसफॉर्मर को शॉर्ट सर्किट और अन्य तकनीकी दोषों से बचाता है। कार्यपालक अभियंता ने कनिष्ठ अभियंता रजनीश कुमार को शहर में निरंतर और सुरक्षित बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। इसके लिए उन्होंने पुराने और उलझे तारों को समय-समय पर बदलने पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बिजली चोरी पर सख्त कार्रवाई करने और नियमित छापेमारी अभियान चलाने के निर्देश भी दिए।
अमेठी में पत्नी की नाक काटने वाला पति गिरफ्तार:मामूली कहासुनी के बाद युवक ने दांत से काटी थी नाक
अमेठी के बाजारशुक्ल थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने मामूली विवाद के बाद अपनी पत्नी की नाक दांत से काट दी। पुलिस ने आरोपी पति राजेंद्र साहू (32) को अरही नाले के पास से गिरफ्तार कर लिया है। घटना ग्राम पूरे लदई दुबे मजरा दक्खिन गांव क्यार की है। जानकारी के अनुसार, आरोपी राजेंद्र साहू का अपनी पत्नी सुनीता से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर राजेंद्र ने कथित तौर पर सुनीता को गाली-गलौज की और फिर उसकी पिटाई की। इसी दौरान उसने पत्नी की नाक अपने दांतों से काटकर अलग कर दी। घटना के समय दंपति के तीन नाबालिग बच्चे भी वहां मौजूद थे। गंभीर रूप से घायल सुनीता को उसके परिजनों ने तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां से उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। बाद में, सुनीता को एम्स रायबरेली भेजा गया, जहां उसका इलाज जारी है। पीड़िता की मां की शिकायत पर बाजारशुक्ल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई को उप निरीक्षक साबिर अली और कांस्टेबल जंग बहादुर यादव की टीम ने अंजाम दिया। बाजारशुक्ल थानाध्यक्ष विवेक कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपी के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है और उसे न्यायालय में पेश किया जा चुका है।
राजस्थान हाईकोर्ट ने एसआई भर्ती-2021 पेपरलीक मामले में मास्टरमाइंड जगदीश विश्नोई सहित चार आरोपियों की जमानत खारिज कर दी हैं। जस्टिस चंद्रप्रकाश श्रीमाली ने आज फैसला सुनाते हुए मुख्य सरगना जगदीश विश्नोई, राजीव विश्नोई, कार्तिकेय शर्मा और रिंकू यादव की जमानत याचिका खारिज कर दी। मामले में राज्य सरकार की ओर से विशेष लोक अभियोजक अनुराग शर्मा और एडवोकेट अक्षत शर्मा ने बहस करते हुए कहा कि जगदीश विश्नोई मामले में मुख्य आरोपी हैं। इसने गैंग तैयार करके पेपरलीक किया और भर्ती की पवित्रता को भंग किया। राजीव बिश्नोई अभ्यर्थी के साथ-साथ, गैंग हैंडलर भी है, उसने पेपर को सर्कुलेट भी किया है। कार्तिकेय शर्मा ने पेपर खरीदकर रिंकू यादव को बेचा। ऐसे में आरोपियों ने एक गैंग की तरह काम करते हुए भर्ती के प्रश्न पत्र को लीक किया है। अभियोजन पक्ष के पास आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं। ऐसे में इन्हें जमानत का लाभ नहीं दिया जाए। वहीं, जमानत याचिकाओं में आरोपियों की ओर से कहा गया कि उन्हें प्रकरण में फंसाया गया है। अभियोजन पक्ष के पास उनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं है। प्रकरण की ट्रायल पूरी होने में लंबा समय लगने की संभावना है और वे लंबे समय से जेल में बंद हैं, इसलिए उन्हें जमानत पर रिहा किया जाए। दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद अदालत ने चारों आरोपियों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। आठ महीने पहले जेईएन भर्ती में मिली थी जमानतमुख्य आरोपी जगदीश विश्नोई को आठ महीने पहले जेईएन भर्ती-2020 पेपरलीक मामले में जमानत मिली थी। लेकिन एसआई भर्ती मामले में बंद होने से वह जेल से बाहर नहीं आ सका। लेकिन आज कोर्ट ने उसकी एसआई भर्ती मामले में जमानत खारिज कर दी। जिसके बाद अब उसे जेल में ही रहना पड़ेगा। सांचौर जिले के दांता निवासी जगदीश विश्नोई को गिरोह के लोग मास्टरमाइंड गुरुजी या गुरुजी नाम से पुकारते थे। सबसे पहले उसने साल 2005 में बीएड की फर्जी डिग्री खरीदी थी। फिर साल 2007 पेपर लीक करके ग्रेड थर्ड का टीचर बन गया था। टीचर बनने के बाद जगदीश का सबसे पहले कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा 2007 में नकल करवाने में नाम सामने आया था। टीचर रहते जगदीश पर दो मामले दर्ज हुएजगदीश पर नकल कराने और पेपर लीक के 11 मामले दर्ज हैं। पहला मुकदमा 2008 में टोंक में दर्ज हुआ। दूसरा मुकदमा 2010 में करधनी थाने में दर्ज किया गया था। इस दौरान वह थर्ड ग्रेड टीचर था। बाद में उसे निलंबित कर दिया। दोनों मामलों में जेल काटने के बाद वह 4 साल तक फरार रहा। फरारी के दौरान भी जगदीश पर 2011 से 2013 के बीच उस पर 3 मामले दर्ज हुए, लेकिन पुलिस पकड़ में नहीं आया। 2014 में एसओजी में अभियान चलाकर जगदीश को गिरफ्तार किया लेकिन 3 मामलों में 2 माह की सजा के बाद बाहर आ गया। 2015 में दर्ज हुए 3 मामलों में 2 माह तक जेल में रहा। जेल से छूटने के बाद 2018 तक उस पर पेपर लीक व नकल करवाने आैर डमी अभ्यर्थी बैठाने के 3 मामले दर्ज हुए। जिनमें 5 माह जेल में काटने के बाद वह जनवरी 2019 में बाहर आया। इसके बाद फरवरी 2024 में जगदीश विश्नोई की गिरफ्तारी हुई।
पन्ना जिले के शाहनगर में आज मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सभा का आयोजन होगा। इस दौरान सीएम पवई विधानसभा के लिए कई विकास कार्यों की घोषणा कर सकते है। उनके आने से पहले, युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सौरभ राजा सहित अन्य पदाधिकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सीएम की सभा में प्रदर्शन की योजना बना रहे थे जानकारी के अनुसार, युवक कांग्रेस के नेता मुख्यमंत्री की सभा के विरोध में प्रदर्शन की योजना बना रहे थे। इसकी सूचना मिलते ही पवई पुलिस ने युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष सौरभ राजा, युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश बागरी और विधानसभा अध्यक्ष संदीप शर्मा को गिरफ्तार कर निगरानी में रखा है। जमकर नारेबाजी की हिरासत में लिए जाने के दौरान, युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सहित अन्य पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष ने बताया कि पवई क्षेत्र में कई काम स्वीकृत हो चुके हैं और उनके लिए पैसा भी आ चुका है, लेकिन वे अभी तक शुरू नहीं हुए हैं। पुलिस ने नजरबंद कर लिया उन्होंने हनुमान भाटे मार्ग का काम अटका होने, पवई में बाईपास निर्माण की धीमी गति, बाजार की समुचित व्यवस्था न होने और एक आईटीआई कॉलेज खोलने की मांग की। उन्होंने बताया कि इन्हीं मांगों को लेकर उनके द्वारा विरोध प्रदर्शन की कार्ययोजना बनाई जा रही थी, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें नजरबंद कर लिया।
ग्रेटर नोएडा रेस्टोरेंट में मारपीट, CCTV में कैद:खाने को लेकर विवाद के बाद कर्मचारियों से बदसलूकी
ग्रेटर नोएडा के अल्फा 2 सेक्टर में एक रेस्टोरेंट में कर्मचारियों के साथ मारपीट और गाली-गलौज का मामला सामने आया है। यह घटना बीटा 2 थाना क्षेत्र की है। कुछ दबंगों का रेस्टोरेंट स्टाफ के साथ विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि उन्होंने कर्मचारियों के साथ मारपीट की और अपशब्द कहे। इस दौरान कर्मचारियों को थप्पड़ मारने और धक्का-मुक्की करने की पूरी वारदात रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह दबंग कर्मचारियों पर हावी हो रहे हैं। रेस्टोरेंट संचालक ने तत्काल घटना की सूचना बीटा 2 पुलिस को दी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए लिखित शिकायत दर्ज कराई। बीटा 2 थाना पुलिस ने रेस्टोरेंट संचालक की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले लिया है और इसके आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुट गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह एक गंभीर मामला है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
उन्नाव में BTC प्रथम सेमेस्टर 2024–25 की परिषदीय परीक्षा के एडमिट कार्ड अभी तक जारी न होने से जिलेभर के परीक्षार्थी गहरी चिंता में हैं। परीक्षा की तारीख नजदीक है। लेकिन परिषद की वेबसाइट पर प्रवेश पत्र अपलोड न होने से छात्रों का पूरा सत्र खतरे में पड़ गया है। बुधवार को विभिन्न महाविद्यालयों के परीक्षार्थी जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर समस्या से अवगत कराया। फीस समय पर जमा, फिर भी प्रवेश पत्र जारी नहीं छात्रों का कहना है कि वे निर्धारित समय सीमा में फीस जमा कर चुके हैं, इसके बावजूद अभी तक एडमिट कार्ड उपलब्ध नहीं कराए गए।29 अक्टूबर को डीएम की अध्यक्षता में हुई गूगल मीट बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि 10 दिन के भीतर फीस जमा करने वाले छात्रों के प्रवेश पत्र जारी कर दिए जाएंगे। महाविद्यालयों ने भी सभी अभिलेख परिषद को भेज दिए थे, लेकिन वेबसाइट पर 19 नवंबर तक कोई अपडेट नहीं मिला। 25 नवंबर से परीक्षा परीक्षार्थियों ने बताया कि परीक्षा 25 नवंबर से शुरू हो रही है, लेकिन इस देरी के कारण वे परीक्षा में बैठने से वंचित हो सकते हैं। छात्रों का आरोप है कि तकनीकी त्रुटियों और परिषद की लापरवाही से उनका भविष्य अधर में लटक गया है। बार-बार प्रयास करने के बावजूद वेबसाइट पर एडमिट कार्ड अपलोड नहीं दिख रहा। पूरा साल बर्बाद हो जाएगा छात्रों ने कहा कि एडमिट कार्ड समय से न मिलने पर उनका पूरा सत्र प्रभावित होगा। इससे उनकी भविष्य की नौकरी, प्रशिक्षण और आगे की तैयारी पर सीधा असर पड़ेगा।ज्ञापन में मांग की गई है कि समय पर फीस जमा करने वाले सभी विद्यार्थियों के एडमिट कार्ड तुरंत जारी किए जाएं, ताकि वे परीक्षा में सम्मिलित हो सकें। छात्र प्रतिनिधियों ने डीएम से लगाई गुहार छात्र प्रतिनिधि आकांक्षा, अपेक्षा, तुबा, शालू वर्मा सहित अन्य विद्यार्थियों ने जिलाधिकारी से गंभीरता से संज्ञान लेकर तत्काल समाधान की मांग की है। छात्रों ने साफ चेतावनी दी है कियदि जल्द एडमिट कार्ड जारी नहीं हुए, तो वे आंदोलन और धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे।
पृथ्वीपुर हाईवे पर बरुआ नाला पुल से गिरी कार:उल्टी कार में चार लोग थे फंसे, तड़के 4 बजे हुआ हादसा
निवाड़ी जिले में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। पृथ्वीपुर-निवाड़ी मुख्य मार्ग पर बरुआ नाला पुल से एक तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर नीचे गहरी खाई में गिर गई। इस दुर्घटना में कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन उसमें सवार 4 यात्री सुरक्षित बच गए। यह घटना बुधवार सुबह करीब 4 बजे हुई, जब निवाड़ी-पृथ्वीपुर मुख्य मार्ग पर आवाजाही बेहद कम थी। टीकमगढ़ जिले की यह कार तेज रफ्तार में थी और अचानक अनियंत्रित होकर पुल की रेलिंग पार करते हुए नीचे जा गिरी। हादसे में कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, दरवाजे टेढ़े-मेढ़े हो गए और छत भी दब गई। हालांकि, कार में सवार सभी लोग सुरक्षित बाहर निकल आए, जिससे एक बड़ी जनहानि टल गई। कुछ देर बाद जब अन्य लोग वहां से गुजरे, तो उन्होंने कार को नाले में फंसा देखा और तत्काल पुलिस को सूचना दी। कोतवाली प्रभारी बलजीत सिंह ने बताया कि उन्हें डायल 112 पर सुबह 11 बजे सूचना मिली थी। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने पाया कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त थी, लेकिन यात्री सुरक्षित थे। कार टीकमगढ़ जिले की थी। वाहन मालिक ने किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई से इनकार कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने दस्तावेजी कार्यवाही पूरी कर मामला निरस्त कर दिया। घटनास्थल देखकर स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। उनका कहना था कि जिस जगह कार गिरी, वह बहुत खतरनाक है और वाहन की स्थिति देखकर किसी के बचने की उम्मीद कम ही लगती है।
इंदौर के एमवाय अस्पताल पर एक बार फिर लापरवाही का आरोप लगा है। यहां वार्ड में भर्ती एक महिला को एक्सपायर्ड सलाइन दिए जाने का मामला सामने आया है। परिवार की शिकायत के बाद अस्पताल प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। वार्ड 21 में 27 वर्षीय रोशनी सिंह को 12 नवंबर से पेट में एसाइटिक फ्लुइड की समस्या के चलते भर्ती किया गया है। रोशनी के पति सागर सिंह के मुताबिक उन्होंने ड्रिप लाइन पर लगी “सिप्रो” (एक एंटीबायोटिक) की वायल देखी, जिसकी एक्सपायरी डेट खत्म हो चुकी थी। सागर का कहना है कि उन्होंने वायल की फोटो लेकर स्टाफ से जवाब मांगा। उनका आरोप है कि केवल उनकी पत्नी को ही नहीं, बल्कि अन्य मरीजों को भी यही एक्सपायर्ड दवा दी जा रही थी। जब उन्होंने स्पष्टीकरण मांगा तो स्टाफ ने उन्हें सुपरिटेंडेंट से मिलने को कहा, लेकिन उन्होंने मिलने से मना कर दिया गया। आर्थिक संकट से जूझ रहा परिवार सागर सिंह ने बताया कि रोशनी लंबे समय से बीमार है और इलाज के चलते वे पिछले तीन महीनों से बेरोजगार हैं। हमने सरकारी अस्पताल पर भरोसा किया था। लेकिन एक्सपायर्ड दवा चढ़ते देख डर लगने लगा है। रोशनी की हालत फिलहाल स्थिर है और उसकी लगातार निगरानी की जा रही है। अस्पताल प्रशासन कर रहा मामले की जांच एमवाय अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. अशोक यादव ने शिकायत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा “मामले की जांच की जा रही है। संबंधित बैच, वायल और वार्ड का पूरा स्टॉक खंगाला जा रहा है। यदि लापरवाही पाई जाती है, तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल प्रशासन ने वार्ड की दवाओं और फार्मेसी स्टॉक की दोबारा जांच भी शुरू कर दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, एक्सपायर्ड एंटीबायोटिक देना गंभीर लापरवाही है। इससे दवा का असर खत्म हो सकता है या मरीज को हानिकारक दुष्प्रभाव हो सकते हैं। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर में ढाई महीने की बच्ची को एक्सपायर्ड वैक्सीन लगाई इंदौर में डॉक्टर ने ढाई महीने की बच्ची को एक्सपायर्ड वैक्सीन लगा दी। माता-पिता ने आपत्ति जताई तो उनके साथ मारपीट की। जान से मारने की धमकी देते हुए उनको अस्पताल से बाहर करा दिया। पुलिस ने दंपती की शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर ली है। जांच के बाद कार्रवाई की बात कही है। पूरी खबर पढ़ें...
भिंड जिले में पुलिस ने मंगलवार देर रात शॉर्ट एनकाउंटर में 10 हजार रुपए के इनामी बदमाश निखिल रायपुरिया को गिरफ्तार कर लिया। बुधवार सुबह मौ थाना क्षेत्र के जमदारा गांव के पास घेराबंदी के दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की। जवाबी कार्रवाई में उसके दाहिने हाथ में गोली लगी, जिसके बाद उसे मोर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। आरोपी लूट की दो वारदातों में पिछले कई दिनों से फरार था और पुलिस उसके पीछे लगातार नजर रखे हुए थी। जानकारी के अनुसार, आरोपी निखिल रायपुरिया निवासी मढ़यापुरा, लहार का रहने वाला है। वह असवार क्षेत्र में नवदुर्गा उत्सव के दौरान लोटनपुरा गांव के पास भाई-बहन से लूट की घटना में शामिल था। दोनों असवार जा रहे थे, तभी आरोपी और उसके साथियों ने उन्हें रोककर लूट की वारदात को अंजाम दिया। अक्टूबर में स्योड़ा मार्ग पर भी लूट की थी घटना इसी तरह अक्टूबर माह में उमरी थाना क्षेत्र के स्योड़ा मार्ग पर आरोपी ने कट्टे की दम पर बाइक सवार को रोककर लूट की थी। दोनों घटनाओं में गंभीर धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। इसके बाद भिंड एसपी ने आरोपी पर 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। पुलिस टीम आरोपी की लोकेशन और गतिविधियों पर लगातार नजर रख रही थी। देर रात सूचना मिली कि निखिल मौ थाना क्षेत्र के जमदारा गांव के पास देखा गया है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत घेराबंदी की योजना बनाई। घेराबंदी के दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की बुधवार सुबह जैसे ही आरोपी गांव के बाहर निकला, पुलिस ने उसे रोकने की कोशिश की। इस पर आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने भी आत्मरक्षा में 3–4 राउंड फायर किए। जवाबी कार्रवाई में आरोपी के दाहिने हाथ में गोली लगी और वह घायल होकर गिर गया। घायल आरोपी को तुरंत मोर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया, जहां उसका उपचार जारी है। पुलिस के अनुसार, आरोपी से पूछताछ में अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है। चार थाना प्रभारियों की टीम ने मिलकर कार्रवाई की इस कार्रवाई में मौ थाना प्रभारी रघुवीर मीणा की प्रमुख भूमिका रही। उनके साथ उमरी थाना प्रभारी शिवप्रताप सिंह, बरोही थाना प्रभारी आलोक भदौरिया और नया गांव थाना प्रभारी वैभव तोमर की टीम भी मौके पर मौजूद रही।
चुनाव आयोग ने एसआईआर में धीमी प्रगति पर एक बार फिर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर समेत बड़े शहरों वाले जिलों के कलेक्टरों को फटकार लगाई है। चुनाव आयोग की डायरेक्टर शुभ्रा सक्सेना ने इन कलेक्टरों से कहा है कि अगर अगली मीटिंग के पहले एसआईआई डिजिटाइजेशन में सुधार नहीं हुआ तो कलेक्टरों समेत उनके अधीनस्थ अमले पर कार्रवाई होना तय है। सक्सेना ने यह नाराजगी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ली गई कलेक्टरों की मीटिंग में जताई है। उधर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने राजनीतिक दलों की बैठक लेकर भी इस काम में तेजी लाने के लिए कहा है। बुधवार को चुनाव आयोग के अफसरों ने एक बार फिर एसआईआई के गणना पत्रक वितरण और डिजिटाइजेशन को लेकर कलेक्टरों के साथ संवाद किया। छोटे जिलों की स्थिति सुधरी बताया जाता है कि इस दौरान यह जानकारी आई कि शहडोल, उमरिया, अनूपपुर जैसे छोटे जिलों की स्थिति में सुधार आया है। इन जिलों में पिछली मीटिंग में गड़बड़ पर कलेक्टरों को डांट पड़ी थी, लेकिन भोपाल, इंदौर, ग्वालियर जैसे बड़े शहरों में डिजिटाइजेशन का प्रतिशत काफी कम है। इसके चलते चुनाव आयोग की डायरेक्टर शुभ्रा सक्सेना ने इन कलेक्टरों से नाराजगी जताते हुए कहा कि वे अगली बैठक के पहले परफार्मेंस सुधार लें अन्यथा आयोग कार्यवाही करेगा। इन जिलों का डिजिटाइजेशन प्रतिशत अभी दस से कम ही है।
देवरिया में जिला कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई। इस अवसर पर टाउन हॉल स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। कांग्रेस कार्यालय में एक गोष्ठी का आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम जिलाध्यक्ष विजय शेखर मल्ल 'रोशन' के नेतृत्व में आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। गोष्ठी में नेताओं ने इंदिरा गांधी के योगदान और व्यक्तित्व पर विस्तार से चर्चा की। जिलाध्यक्ष विजय शेखर मल्ल ने इंदिरा गांधी को विश्व राजनीति की एक सशक्त और निर्णायक नेता बताया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी ने बांग्लादेश को मान्यता देकर विश्व के भूगोल को बदलने का ऐतिहासिक कार्य किया। इसके अतिरिक्त, 14 प्रमुख बैंकों के राष्ट्रीयकरण से देश की आर्थिक संरचना को मजबूती मिली। मल्ल ने 18 मई 1974 को पोखरण में हुए परमाणु परीक्षण का भी उल्लेख किया, जिसने भारत की वैज्ञानिक क्षमता को वैश्विक स्तर पर स्थापित किया। उन्होंने इंदिरा गांधी को दृढ़ इच्छाशक्ति, निर्णायक नेतृत्व और राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने वाली नेता बताया, जिनके निर्णयों ने भारत को नई दिशा दी। कार्यक्रम में उपस्थित अन्य नेताओं ने एक स्वर में कहा कि इंदिरा गांधी के विचार और नीतियां आज भी देश के विकास के लिए प्रेरणास्रोत हैं। उनके नेतृत्व ने भारत को सशक्त, आत्मनिर्भर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस दौरान श्रद्धांजलि सभा में वरुण राय, जयप्रकाश धनगर, अब्दुल जब्बार, संजीव कुमार मिश्रा, आलोक त्रिपाठी राजन, शिव शंकर सिंह, धर्मेंद्र कुमार पांडेय, ऋषिकेश मिश्रा, सुहेल अंसारी, सुनील यादव, मधु शर्मा, शहनाज जफर, विनोद दुबे, सुभाष राय, जवाहरलाल बरनवाल, राजकुमार यादव, नागेंद्र शुक्ला, दिनेश मिश्रा, सत्य प्रताप मिश्रा अंशु, नौशाद राजा, अली सहित कई कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में सभी नेताओं ने इंदिरा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
गिरिडीह के गांडेय थाना क्षेत्र के मेन बाजार में बुधवार को एक सड़क हादसा हो गया। तेज रफ्तार बाइक की टक्कर से स्वर्गीय राजूराम की पत्नी गुड़िया देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक तेज गति से मेन बाजार की ओर आ रही थी। चालक ने नियंत्रण खो दिया और सड़क पार कर रही गुड़िया देवी को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि महिला सड़क पर गिरकर बेहोश हो गईं। स्थानीय लोगों ने घायल महिला को पहुंचाया अस्पताल हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायल महिला को गांडेय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए गिरिडीह सदर अस्पताल रेफर कर दिया। गिरिडीह अस्पताल में विस्तृत जांच के बाद चिकित्सकों ने गुड़िया देवी को बेहतर इलाज के लिए धनबाद रेफर कर दिया। परिजनों के मुताबिक, घायल महिला की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है और उनका इलाज जारी है। आरोपी बाइक चालक की पहचान रोहित हेंब्रम के रूप में की गई सीसीटीवी फुटेज की जांच के आधार पर पुलिस ने आरोपी बाइक चालक की पहचान रोहित हेंब्रम के रूप में की है, जो देवघर जिले के मार्गोमुंडा थाना क्षेत्र के बलवा गांव का निवासी है। इस घटना के बाद बाजार क्षेत्र में देर तक अफरातफरी का माहौल बना रहा। स्थानीय लोगों ने बाजार में लगातार हो रही दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए यातायात व्यवस्था को सख्त करने की मांग की है।
भोपाल में कार से मिली ₹3.56 लाख की शराब:आबकारी विभाग की कार्रवाई; कार छोड़ भाग निकला युवक
भोपाल में एक कार से 3 लाख 56 हजार रुपए की अवैध शराब जब्त की गई। कार्रवाई आबकारी विभाग ने बुधवार सुबह की। इस दौरान एक युवक कार छोड़कर भाग निकला। आबकारी कंट्रोलर आरजी भदौरिया ने बताया कि बावड़िया कलां स्थित आकृति रिट्रीट कॉलोनी क्षेत्र में यह कार्रवाई कर 306 लीटर अवैध अंग्रेजी शराब जब्त की गई। घेराबंदी कर की कार्रवाईआबकारी विभाग की टीम ने कॉलोनी के पास घेराबंदी करते हुए एक कार को रोका। इसी दौरान चालक फरार हो गया। कार की तलाशी लेने पर विभिन्न ब्रांड हाई रेंज की अंग्रेजी शराब की 34 कार्टूनों में करीब 306 लीटर शराब भरी मिली। इस पर कार और शराब जब्त किए गए। अज्ञात आरोपी के विरुद्ध मप्र आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(1) क, 34(2) के तहत केस दर्ज किया गया। लगातार कार्रवाई होगीसहायक आबकारी आयुक्त वीरेंद्र धाकड़ ने बताया कि टीम द्वारा लगातार अवैध शराब के विरुद्ध बड़ी कार्रवाई की जा रही है। आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी।
जहानाबाद के रतनी प्रखंड स्थित सेसमबा पंचायत के दरोगा बिगहा गांव में आजादी के दशकों बाद भी पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो सका है। सड़क के अभाव में ग्रामीणों को दैनिक आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि सरकारी स्तर पर बार-बार मांग के बावजूद सड़क का निर्माण नहीं हुआ। मिथिलेश यादव नामक ग्रामीण ने कहा कि मजबूरी में गांव वालों ने अपने सहयोग से एक कच्चा पैदल रास्ता तैयार किया है, ताकि रोजमर्रा की आवाजाही बनी रह सके। चुनावी वादों पर नाराजगी, बरसात में हालात और विकट ग्रामीणों के अनुसार, चुनाव के समय नेता पक्की सड़क बनाने का वादा करते हैं, लेकिन चुनाव समाप्त होते ही इन वादों को भुला दिया जाता है। सड़क निर्माण को लेकर आज तक कोई ठोस पहल नहीं की गई है। सड़क न होने का सबसे गंभीर असर बरसात के मौसम में दिखाई देता है। कच्चा रास्ता पूरी तरह से दलदल में बदल जाता है, जिससे बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सहित सभी ग्रामीणों को आवागमन में भारी कठिनाई होती है। एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती, मरीजों की जान जोखिम में संतोष यादव नामक एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि बीमारी की स्थिति में एम्बुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाती है। इससे मरीजों के इलाज में देरी होती है और उनका जोखिम भी बढ़ जाता है। गांव के लोगों ने जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से जल्द से जल्द पक्की सड़क का निर्माण कराने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे जीवन-यापन और आपातकालीन सेवाओं तक पहुंच सुगम हो सकेगी।
झोपड़ी में आग लगने से लाखों का सामान खाक:हापुड़ में खाना बनाते समय हुआ हादसा
हापुड़ देहात क्षेत्र के गोंदी गांव में बुधवार दोपहर खाना बनाते समय एक झोपड़ी में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे अंदर रखा लाखों का घरेलू सामान जलकर खाक हो गया। जानकारी के मुताबिक बुधवार की दोपहर झोपड़ी में चूल्हा जल रहा था। हवा के तेज झोंके से निकली चिंगारी सूखे फूस और लकड़ी में लगी, जिससे आग तेजी से फैल गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि शुरुआत में लोग पास नहीं जा पाए। हालांकि, स्थिति बिगड़ती देख ग्रामीणों ने बाल्टी, मोटर और पाइप की मदद से आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। ग्रामीणों के प्रयासों के बाद काफी देर में आग पर काबू पाया जा सका। तब तक झोपड़ी पूरी तरह जल चुकी थी। अंदर रखा फर्नीचर, कपड़े, खाने-पीने का सामान, बर्तन और अन्य आवश्यक घरेलू वस्तुएं नष्ट हो गईं। आगजनी में लाखों रुपये के नुकसान का अनुमान है। राहत की बात यह रही कि घटना के समय झोपड़ी के अंदर कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था, जिससे किसी बड़े हादसे से बचा जा सका। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने आग लगने के कारणों की जानकारी जुटाने के लिए आसपास के लोगों से पूछताछ की। प्रथम दृष्टया आग खाना बनाते समय निकली चिंगारी से फैलने का अनुमान है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है, ताकि वे अपने परिवार के लिए दोबारा आश्रय और आवश्यक सामान जुटा सकें।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम सरदार भगवंत सिंह मान श्री गुरु तेग बहादुर साहिब के 350वीं शहीदी दिवस के अवसर पर श्रीनगर के गुरुद्वारा श्री चट्टी पातशाही साहिब में आयोजित कीर्तन दरबार में शामिल हुए
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर 20 नवंबर को पश्चिम चंपारण के गौनाहा प्रखंड स्थित भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिवसीय आत्ममंथन और प्रायश्चित उपवास करेंगे। उनका यह कदम जनता तक अपनी बात अपेक्षित रूप से न पहुंचने को लेकर है। इसे राजनीतिक प्रदर्शन के बजाय जनता के प्रति जवाबदेही और अपने कार्यों के मूल्यांकन से जुड़ा प्रयास बताया जा रहा है। गांधी आश्रम परिसर में कार्यक्रम की तैयारियां तेज गति से चल रही हैं और अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। जन सुराज बेतिया संगठन के युवा अध्यक्ष गौरव मिश्रा ने यह जानकारी दी। आश्रम के बाहरी हिस्से में एक बड़ा पंडाल बनाया जा रहा है, जहां विभिन्न जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं और संगठन के सदस्यों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई की व्यवस्था इसके साथ ही एक मुख्य मंच का निर्माण भी जारी है, जिस पर प्रशांत किशोर बैठकर उपवास की शुरुआत करेंगे। मंच पर पार्टी के जिला अध्यक्ष, प्रमुख पदाधिकारी और घोषित प्रत्याशी भी मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम स्थल पर साफ-सफाई, पानी और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। गौरव मिश्रा ने बताया कि स्थानीय प्रशासन को कार्यक्रम की पूरी जानकारी दे दी गई है और सहयोगात्मक माहौल में सभी व्यवस्थाएं तय की जा रही हैं। चूंकि भितिहरवा का गांधी आश्रम सत्य और आत्मनिष्ठा का प्रतीक माना जाता है, इसलिए पीके का यहां उपवास करना एक महत्वपूर्ण संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। संवाद की दिशा में एक नई शुरुआत संगठन के अनुसार, यह दिन आत्मचिंतन, लक्ष्य पुनर्निर्धारण और जनता के साथ बेहतर संवाद की दिशा में एक नई शुरुआत साबित होगा। अब सबकी निगाहें 20 नवंबर को होने वाले इस उपवास पर टिकी हैं, जो जन सुराज की आगे की रणनीति को भी नई दिशा दे सकता है।
बुलंदशहर जिला कांग्रेस कमेटी ने भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती मनाई। इस अवसर पर जिला कार्यालय में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई। कांग्रेसजनों ने इंदिरा गांधी के जीवन, कार्यों, अदम्य साहस, दूरदर्शी नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को याद किया। इस दौरान, कांग्रेसियों ने मोदी सरकार को इंदिरा गांधी की नीतियों और कार्यों से प्रेरणा लेने का सुझाव भी दिया। जिलाध्यक्ष जियाउर्रहमान ने अपने संबोधन में कहा कि इंदिरा गांधी ने देश की एकता, अखंडता और आत्मनिर्भरता के लिए निर्णायक कदम उठाए, जो भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज हैं। उन्होंने कांग्रेसजनों से उनके आदर्शों पर चलने और भारत की एकता व अखंडता को सुदृढ़ करने का संकल्प लेने का आह्वान किया। जियाउर्रहमान ने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी ने अमेरिका और पाकिस्तान को 'औकात दिखाकर' विश्व पटल पर अमिट छाप छोड़ी थी। उन्होंने पाकिस्तान के दो टुकड़े करके दुनिया का भूगोल बदल दिया था। पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष गांधी, प्रशांत बाल्मिकी, साजिद गाजी और नरेंद्र चौधरी ने भाजपा सरकार पर देश के ताने-बाने को खत्म करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी और कांग्रेस परिवार ने बलिदान देकर देश की एकता और अखंडता को सुरक्षित रखा है। जिला उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, आदर्श देव शर्मा, नईम मंसूरी और शकील अहमद ने कहा कि इंदिरा गांधी ने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। उन्होंने इंदिरा गांधी के पूरे जीवन को प्रत्येक राजनेता के लिए एक प्रेरणादायक 'किताब' बताया। इस अवसर पर सभी कांग्रेसियों ने देशहित और समाजसेवा के लिए समर्पित रहकर संगठन को मजबूत बनाने का भी प्रण लिया। कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष जियाउर्रहमान, सुभाष गांधी, नरेंद्र चौधरी, डॉ एसडी शर्मा, प्रशांत बाल्मिकी, साजिद गाजी, शकील अहमद, शिवकुमार शर्मा, नईम मंसूरी, देशदीपक भारद्वाज, शहर अध्यक्ष रवि लोधी, नरेश शर्मा, इशरत जहां, जेपी शर्मा, आदर्शदेव शर्मा, आशु कुरैशी, सादिक सैफी, अरफात अली, मजहर अली, अनिल शर्मा, एसके सिंह राजौरा, पूर्व मंत्री हर्ष वर्धन बाल्मिकी, नवेद और सुरेश ठाकुर सहित कई कांग्रेसजन मौजूद रहे।
पंजाब के लुधियाना जिले के खन्ना और दोराहा में महिला चोर गिरोह सक्रिय है। यह गिरोह बाजारों, ऑटो और बसों में महिलाओं को अपना शिकार बना रहा है। हाल ही में इस गिरोह की दो ताजा वीडियो सामने आई हैं। इनमें से एक खन्ना के बाजार की और दूसरी दोराहा की है। खन्ना की गुरु अमरदास मार्केट में दुकान से दो महिलाओं ने एक पर्स चुरा लिया। दुकानदार के अनुसार, दो महिलाएं सामान खरीदने आईं और उनके पीछे दो अन्य महिलाएं भी थीं। इन चोर महिलाओं ने चालाकी से पहले एक लिफाफा काटा और फिर हाथ डालकर पर्स निकाल लिया। पर्स में एक मोबाइल फोन और तीन हजार रुपए थे। चोरों ने पर्स मार्केट में फेंक दिया था, जो बाद में मिल गया। दोराहा से भी एक वीडियो सामने आई है। इसमें एक बुजुर्ग महिला ऑटो में सवार होती है। दो महिलाओं ने उसके पर्स से रुपए निकालकर फरार हो गईं। जांच में पता चला है कि ये वही महिलाएं थीं, जिन्होंने खन्ना में भी वारदात की थी। यह गिरोह कई अन्य जगहों पर ऐसी वारदातों को अंजाम दे चुका है। खन्ना और दोराहा पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर इनकी तलाश शुरू कर दी है।
वाराणसी के रामनगर में पानी को लेकर धरने के बाद विवाद में जेल गए स्थानीय लोगों को जज ने जमानत दे दी। एसीपी, थानाध्यक्ष समेत कई पुलिस कर्मियों पर जानलेवा हमला करने के मामले में 19 आरोपितों को कोर्ट से बड़ी राहत मिल गयी। इन्हें औपचारिकता ओं के बाद आज शाम तक रिहा कर दिया जाएगा। जिला जज संजीव शुक्ला की अदालत ने सुल्तानपुर, रामनगर निवासी सभी 19 आरोपितों को 50-50 हजार रुपए की दो जमानतदारों एवं बंधपत्र देने पर रिहा करने का आदेश दिया है। अदालत में बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ एडवोकेट अनुज यादव, नरेश यादव, रोहित यादव व संदीप यादव ने पक्ष रखा। अभियोजन ने कोर्ट को बताया 9 नवम्बर 2025 को रामनगर थाने के उपनिरीक्षक जयप्रकाश सिंह को सूचना मिली कि सुल्तानपुर गांव में पानी के पाइप को लेकर कुछ लोग ग्राम प्रधान रितू देवी से मारपीट कर रहे हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्राम प्रधान की तहरीर पर विशेष मौर्या, राहुल विश्वकर्मा व रोहित पटेल को पकड़कर थाने ले आये। इसकी जानकारी पाकर सुल्तानपुर गांव के सैकड़ों लोग थाने पहुंचकर घेराव करने लगे। इस पर थाना इंचार्ज रामनगर ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। सूचना पाकर एसीपी कोतवाली अतुल अंजान समेत कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करने लगी, तभी ग्रामीण उग्र हो गये और एसीपी, थानाध्यक्षा समेत कई पुलिस कर्मियों को जान से मारने की नियत से ईंट-पत्थर से हमला करने लगे। हमले में एसीपी, थानाध्यक्ष रामनगर समेत कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गये। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में 55 नामजद समेत कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उपरोक्त 19 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद उनके खिलाफ विवेचना जारी है।
आजमगढ़ में युवक का संदिग्ध मौत:खेत में मिला शव, पुलिस ने पोस्टमॉर्टम को भेजा
अहरौला थाना क्षेत्र के बस्तीभुजबल गांव में मंगलवार रात एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। युवक शौच के लिए खेत गया था, जहां देर रात उसका शव मिला। मृतक की पहचान 32 वर्षीय राकेश निषाद पुत्र मिठाई लाल निषाद के रूप में हुई है। परिजन जब देर रात तक राकेश के घर न लौटने पर उसकी खोजबीन करने लगे, तो वह गांव के सिवान (खेत) में अचेत अवस्था में पड़ा मिला। आनन-फानन में परिजन उसे एक निजी चिकित्सक के पास ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। थानाध्यक्ष बोले- परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है राकेश अपने पीछे दो छोटी बेटियां छोड़ गया है, जिनकी उम्र 8 और 5 साल है। परिवार में उसकी मौत से कोहराम मच गया है। राकेश पांच भाइयों में चौथे नंबर का था और घर पर रहकर खेती-बाड़ी का काम करता था। मृतक के बड़े भाई मुकेश निषाद ने अहरौला थाने में घटना की तहरीर दी है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, अहरौला थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि परिजनों ने किसी पर कोई आरोप नहीं लगाया है। उन्होंने आगे कहा कि युवक की मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई है। परिजनों की मांग पर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा।
सवाई माधोपुर के बहरावड़ा खुर्द गांव में बुधवार सुबह एक BLO की हार्ट अट्रैक से मौत हो गई। मौत के बाद इलाके मे भारी गहमागहमी देखने को मिली। मौत के बाद परिजनों ने एसडीएम और तहसीलदार पर मानसिक दबाव बनाकर काम करने के चलते मौत होने के आरोप लगाए। घटना को लेकर परिजनों की ओर से बहरावण्डा खुर्द चौकी में अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दी है। 6 दिन से मानसिक अवसाद में था अध्यापक मृतक हरिओम बैरवा के पिता बृजमोहन बैरवा ने आरोप लगाया है कि जयप्रकाश रोलन SIR के काम को लेकर रोजाना दबाव बना रहे थे। उनका बेटा 6 दिन से मानसिक अवसाद में था। वह घर पर किसी से ज्यादा बात भी नहीं कर रहा था। इसी दौरान बुधवार सुबह 7.32 बजे बीएलओ हरीओम के पास तहसीलदार का फोन आया। उन्होंने पता नहीं उनके बेटे से फोन पर ऐसी क्या बाद कहीं कि अगले पांच मिनट बाद ही उसे हार्ट अट्रैक आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। सेवती खुर्द में अध्यापक के पद पर कार्यरत था बीएलओ मृतक के भाई हितेष बैरवा बताते हैं कि उनके बड़े हरीओम उनके बड़े भाई थे। वह सेवती खुर्द सरकारी स्कूल में कार्यरत थे। उनका बहरावंडा खुर्द का बीएलओ का चार्ज था। इस चार्ज के चलते वह डिप्रेशन में थे। काम के दबाव के चलते वह सो नहीं पाते थे। उनके दबाव के चलते उनको अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। उनके चार छोटे छोटे बच्चे हैं। पहली बच्ची अक्षिता आठ साल की है। पांचवीं में पढ़ती है। दूसरी अंजली पांच साल की है फर्स्ट क्लास में पढ़ती है। तीसरी अर्पिता तीन साल की है, जो यूकेजी में पढ़ती है। चौथी अनन्या एक साल की है। हरी ओम की शादी दस साल पहले हुई थी। उसकी नौकरी छह साल पहले लगी थी। यह बोले तहसीलदार मामले को लेकर तहसीलदार जयप्रकाश रोलन का कहना है कि बीएलओ पर मानसिक दबाव बनाने के आरोप निराधार है। हरी ओम अच्छा वर्कर था। जिसकी ओर से SIR का काम पूरी लगन के साथ किया जा रहा था। आज सुबह SIR को लेकर उच्चाधिकारियों से जो निर्देश मिले थे। वहीं निर्देश बीएलओ को दिए गए थे। यह कैसे हो गया। उनको खुद समझ नहीं आ रहा है। वह बहुत दुखी हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय इंदिरा गांधी की जयंती श्यामधर स्मारक, गोपीगंज, कठौता में मनाई गई। इस अवसर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कांग्रेस कार्यकर्ता विनोद श्यामधर मिश्रा ने की। जयंती समारोह की शुरुआत इंदिरा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद एक गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें वक्ताओं ने इंदिरा गांधी के योगदान को याद किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए विनोद श्यामधर मिश्रा ने कहा कि इंदिरा गांधी की जयंती 'लौह महिला दिवस' के रूप में मनाई जाती है। उन्होंने देश के विकास के लिए अथक कार्य किया, जिसमें बैंकों का राष्ट्रीयकरण, 'गरीबी हटाओ' और 'छोटा परिवार सुखी परिवार' जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम शामिल थे। मिश्रा ने कहा कि देश उनके त्याग और बलिदान को हमेशा याद रखेगा। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सदस्य सुरेश चंद्र उपाध्याय ने अपने संबोधन में कहा कि इंदिरा गांधी ने हमेशा 'सर्व धर्म समभाव' की बात की और कभी धर्म या मजहब के आधार पर भेदभाव नहीं किया। उन्होंने देश के विकास, गरीबी उन्मूलन और रोजगार सृजन पर जोर दिया। उपाध्याय ने उनके प्रसिद्ध कथन को दोहराया, मैं रहूं या ना रहूं लेकिन मेरे जिस्म का एक-एक बूंद खून इस देश के काम आए। उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने प्राणों की बाजी लगा दी थी। इस अवसर पर बच्चों को मिठाई वितरित की गई। कार्यक्रम में भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे, जिन्होंने इंदिरा गांधी को याद किया और उनके आदर्शों को श्रद्धांजलि दी।
पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के इंदौर–देवास-उज्जैन रेल खंड में समय सुधार और ट्रेनों के सुचारु संचालन के लिए इंदौर से चलने वाली तीन ट्रेनों के आने और जाने के समय में आंशिक बदलाव किया गया है। जिससे बरेली से झांसी और झांसी से इंदौर आने वाले यात्रियों को अगले कुछ दिनों तक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। झांसी स्टेशन पर ब्लॉक के कारण 26 नवंबर से 7 जनवरी तक बरेली-इंदौर एक्सप्रेस झांसी नहीं जाएगी। इन गाड़ियों के समय में बदलाव बरेली-इंदौर एक्सप्रेस झांसी नहीं जाएगी रेलवे जनसंपर्क अधिकारी खेमराज मीना ने बताया कि उत्तर मध्य रेलवे के वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर प्लेटफॉर्म क्रमांक 3 के वॉशेबल एप्रन पर नया बैलास्टलेस ट्रैक बिछाने का काम शुरू होने वाला है। इस निर्माण कार्य के चलते ब्लॉक का असर बरेली से इंदौर के बीच चलने वाली एक महत्वपूर्ण ट्रेन पर पड़ेगा। गाड़ी संख्या 14320 बरेली-इंदौर एक्सप्रेस को निर्धारित अवधि में परिवर्तित मार्ग से संचालित किया जाएगा। 26 नवंबर 2025 से 7 जनवरी 2026 तक यह ट्रेन अपने नियमित मार्ग ग्वालियर से झांसी होकर बीना जाने के बजाए ग्वालियर गुना बीना मार्ग से चलाई जाएगी।
मेरठ के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के साकेत में मंगलवार देर रात कमरे में आग लगने से एक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो गई। वह किराए के मकान में अकेले रहते थे। घटना की सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। आसपास के लोगों ने कमरे से धुआं उठता देखा। खिड़की से झांककर देखा तो हेड कॉन्स्टेबल बिस्तर पर बेहोशी की हालत में पड़े थे और कमरा धुएं से पूरी तरह भर चुका था। उनके बिस्तर से आग की लपटें उठ रही थीं। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी। फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी और पुलिस टीम तुरंत पहुंची। फायर कर्मियों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन तब तक हेड कॉन्स्टेबल की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक हेड कांस्टेबल की पहचान विभोर तोमर निवासी कांधला, शामली के रूप में हुई है। वह सिविल लाइन थाना क्षेत्र के शर्मा नगर में संजय कुमार के मकान में किराए पर अकेले रहते थे। प्रारंभिक आशंका है कि हादसा धूम्रपान के कारण हुआ। संभावना है कि जलती हुई सिगरेट या बीड़ी से बिस्तर में आग लगी और धुआं कमरे में फैल गया। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। एसएसपी डॉ. विपिन ताड़ा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में हेड कॉन्स्टेबल की मौत आग लगने से होना सामने आया है। परिवार को सूचना दे दी गई है और आग के कारणों की विस्तृत जांच की जा रही है।
फतेहाबाद जिले में बुधवार को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किस्त वितरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री कृष्ण बेदी चीफ गेस्ट रहे। पूर्व विधायक दुड़ाराम और बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा की भी उपस्थिति रही। कार्यक्रम में फतेहाबाद जिले के 76 हजार 947 किसानों को 15 करोड़ 39 लाख रुपए जारी किए गए। मंत्री कृष्ण बेदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व किसानों के हित में बड़ा फैसला लेते हुए उन्हें हर साल 18 हजार रुपए देने का निर्णय लिया। पीएम मोदी सही मायनों में किसानों के हितैषी है। किसानों को मजबूत बना रही योजना- दुड़ारामपूर्व विधायक दुड़ाराम ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों के हित में लगातार काम कर रही है। किसानों को मिलने वाली सम्मान निधि उनको आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है। इस राशि का प्रयोग वह खेतीबाड़ी के कार्य करने में करते हैं। किसानों के हित में सोचती है भाजपा- जोड़ा बीजेपी जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा ने कहा कि बीजेपी सरकार हमेशा किसानों के हित में सोचती है। पीएम किसान सम्मान निधि योजना भी इसी सोच का परिणाम है। देश का अन्नदाता सशक्त हो यही केंद्र व प्रदेश सरकार की इच्छा है, इसलिए समय-समय पर अनेक योजनाएं चलाई जा रही है। अब तक 21 किस्तें जारी हो चुकी कृषि विभाग के उप निदेशक राजेश सिहाग ने बताया कि पीएम किसान योजना की शुरुआत 1 फरवरी 2019 को हुई थी। तब से अब तक जिले के किसानों के खातों में कुल 20 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। योजना के तहत किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रुपए तीन बराबर किस्तों में सीधे खाते में भेजे जाते हैं। फतेहाबाद में अब तक 331.69 करोड़ रुपए किसानों के खातों में पहुंच चुके हैं।
बलिया के रेवती थाना क्षेत्र स्थित गोपालनगर डुमाईगढ़ घाट पर सरयू नदी के रास्ते नाव से शराब तस्करी का एक वीडियो और गोपालनगर चौकी इंचार्ज के वॉट्सऐप अकाउंट से रुपयों के लेनदेन संबंधी चैट वायरल हुआ है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने तत्काल कार्रवाई करते हुए चौकी इंचार्ज सहित गोपालनगर चौकी के सभी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है। बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद से ही कई वर्षों से रेवती थाना क्षेत्र में सरयू नदी के रास्ते और बैरिया व दोकटी थाना क्षेत्रों में गंगा नदी के विभिन्न घाटों से नावों के जरिए बिहार में शराब की तस्करी की जा रही है। इसके अतिरिक्त, सुरेमनपुर रेलवे स्टेशन से होकर ट्रेनों के माध्यम से भी शराब की तस्करी होती है। अब यह नया वीडियो और चैट वायरल होने से हड़कंप मच गया है। ये तीन स्क्रीन शॉट देखिए तस्करी को लेकर हुई बातचीत पढ़िए वायरल हुई चैटिंग में 'DDDK' नामक वॉट्सऐप नंबर से चौकी इंचार्ज शुभेंद्र सिंह और 'गोपालनगर पुलिस चौकी' नाम से सेव किए गए दो अन्य वॉट्सऐप नंबरों पर शराब तस्करी के लिए रुपयों के लेनदेन की बातचीत हुई है। चौकी प्रभारी के नाम से सेव किए गए वॉट्सऐप नंबर से 13 जुलाई को मोहम्मद असलम का खाता नंबर साझा किया गया था। उसी दिन, उपनिरीक्षक के वॉट्सऐप से दो लाख रुपए की मांग करते हुए लिखा गया था कि इतना दे दो, इसके बाद फिर देना। जवाब में तस्कर ने लिखा- अभी बिहार में हैं। इसके बाद कई बार वॉट्सऐप अकाउंट से कॉल भी की गई। सोमवार शाम को उपनिरीक्षक के वॉट्सऐप से लिखा गया, ऑनलाइन वाला डाल दो, उसी में 30, और फिर पूछा गया, कब डालोगे। दोबारा चैटिंग में कहा गया, 50 कैसे भी डलवा दो, 30 बोल रहे हैं, उसमें भेज दो, तुमको समझ नहीं आ रहा है। और 30 उसमें डलवा दो, दूसरे से निकलवाए थे। कब भेजोगे उसको बता दूं। शराब तस्कर ने जवाब में लिखा, बस कुछ देर में डाल रहे हैं। वो लड़का आठ बजे को बोला है। 30 हजार रुपए डालने को लेकर कई बार चैटिंग हुई। दरोगा के नंबर से लिखा था- थाने के लोग नहीं मान रहे शुभेन्द्र सिंह के वॉट्सऐप अकाउंट से लिखा गया, भाई मेरी बात नहीं, थाने के लोग हैं, हम तुम्हारी गारंटी लिए थे। बोल दो कि काम करना है रोज, एक बार तो करना नहीं है। हम सिस्टम बना रहे हैं और अच्छा कि और कम रेट मिले। 13 जुलाई 2025 को 20 हजार रुपए डालने का एक स्क्रीनशॉट भी चैट में शामिल है। स्थानीय लोगों के अनुसार, मनोज का भाई चंदन बिहार और उत्तर प्रदेश के शराब तस्करों व पुलिस के बीच मध्यस्थता करता है और खुद भी बिहार में शराब की खेप भेजता है। एसपी बोले- दरोगा समेत पूरी चौकी सस्पेंड पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया- थाना रेवती की चौकी गोपाल नगर का शराब तस्करी से सम्बन्धित वॉट्सऐप चैट/वीडियो वायरल होने के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी बैरिया की जांच रिपोर्ट के आधार पर प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर गोपाल नगर चौकी प्रभारी उनि शुभेंद्र सिंह सहित गोपाल नगर चौकी के समस्त कर्मचारीगण को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। अग्रिम विभागीय जांच तथा थाना इंचार्ज रेवती के भूमिका की जांच अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी कृपा शंकर द्वारा की जा रही है।
मध्य प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटकों की सुविधा के लिए पीएम श्री पर्यटन हेलीकॉप्टर सेवा कल, 20 नवंबर से जबलपुर क्षेत्र में शुरू हो रही है। यह सुविधा बांधवगढ़, कान्हा, मैहर, अमरकंटक और चित्रकूट जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों को आपस में जोड़ेगी। इस योजना से जुड़ी कंपनी फ्लाई ओला के क्षेत्रीय बिजनेस डेवलपमेंट मैनेजर सूर्या चौबे ने बताया कि यह सेवा सप्ताह में चार दिन – सोमवार, मंगलवार, शुक्रवार और शनिवार को उपलब्ध रहेगी। बुधवार और गुरुवार को यह बंद रहेगी। हेलीकॉप्टर सेवा का समय सुबह 8:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक निर्धारित किया गया है। इस सेवा का एक तरफ का किराया 2500 रुपए से 7500 रुपए के बीच होगा। एक हेलिकॉप्टर में अधिकतम पांच लोग यात्रा कर सकेंगे। पर्यटकों के लिए निजी हेलिकॉप्टर किराए पर लेने की सुविधा भी उपलब्ध है। इस हेलिकॉप्टर सेवा के लिए जबलपुर के पाटन स्थित बगदरी वाटरफॉल के पास एक हेलिकॉप्टर बेस बनाया गया है। यहीं से पर्यटकों को अलग-अलग पर्यटन स्थलों तक ले जाया जाएगा। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर से ओंकारेश्वर 25 मिनट में पहुंच सकेंगे:भोपाल से पचमढ़ी का समय 5 घंटे कम होगा इंदौर से ओंकारेश्वर जाने में सिर्फ 25 और भोपाल से पचमढ़ी पहुंचने में 40 मिनट लगेंगे। मध्य प्रदेश टूरिज्म विभाग 8 बड़े शहर और 3 नेशनल पार्क के लिए हेलिकॉप्टर सेवा 20 नवंबर से शुरू कर रहा है। इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी हो या कान्हा, बांधवगढ़-STR (सतपुड़ा टाइगर रिजर्व) और दोनों ज्योतिर्लिंग। पीएमश्री पर्यटन हेलिकॉप्टर सेवा की नियमित उड़ानें यहां के लिए रहेंगी। इंदौर-ओंकारेश्वर का किराया 2500 और भोपाल से पचमढ़ी का किराया 5 हजार रुपए तय किया गया है। पूरी खबर पढ़ें...
संभल कॉलेज में छात्राओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण:मिशन शक्ति के तहत जूडो-कराटे की तकनीकें सिखाई गईं
संभल के एमजीएम पीजी कॉलेज में मिशन शक्ति अभियान के तहत छात्राओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। अभियान के पांचवें चरण में छात्राओं को जूडो, कराटे और ताइक्वांडो जैसी आधुनिक मार्शल आर्ट्स तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में जूडो और कराटे विशेषज्ञ चांदनी शर्मा ने छात्राओं को विभिन्न बचाव तकनीकें और सुरक्षा संबंधी सुझाव दिए। उन्होंने बताया कि आत्मरक्षा केवल शारीरिक बल नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता और आत्मविश्वास से भी जुड़ी है। मिशन शक्ति प्रभारी डॉ. रितु भटनागर ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज की महिलाओं के लिए आत्मरक्षा सीखना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने जोर दिया कि आधुनिक समाज में ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न हो सकती हैं जहाँ स्वयं को सुरक्षित रखना अनिवार्य हो। डॉ. भटनागर ने बताया कि यात्रा के दौरान, बाहर जाने पर या सार्वजनिक स्थानों पर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाएं हो सकती हैं। ऐसे में जूडो, कराटे या ताइक्वांडो का प्रशिक्षण उन्हें आत्मविश्वास के साथ इन परिस्थितियों का सामना करने और खुद को सुरक्षित रखने में मदद करेगा। कार्यक्रम में कुल 45 छात्राओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया और आत्मरक्षा के महत्व को समझा। आयोजकों ने स्पष्ट किया कि इस पहल का उद्देश्य केवल छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना नहीं, बल्कि उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाना भी है।
फिरोजाबाद में गैंगस्टर और संगठित अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत फिरोजाबाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मक्खनपुर थाना पुलिस ने कुख्यात गैंग लीडर अखिलेश उर्फ अखिलेश पुत्र शंभूदयाल की अवैध संपत्ति कुर्क कर दी। कार्रवाई एसएसपी सौरभ दीक्षित के निर्देशन में की गई। 16.57 लाख की संपत्ति जब्त थाना शिकोहाबाद में दर्ज मुकदमा में गैंगस्टर एक्ट के तहत यह कार्रवाई की गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अपराधों से कमाए 16,57,548 की अवैध अचल संपत्ति अर्जित की थी। इसे यूपी गैंगस्टर एवं समाज विरोधी गतिविधि में कुर्क किया गया। परीक्षा में धांधली, ठगी और फर्जीवाड़े से कमाया पैसा पुलिस जांच में सामने आया कि अखिलेश और उसके साथियों ने फर्जी परीक्षार्थियों को बैठाकर धांधली, अवैध वसूली, ठगी, दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा के जरिए भारी रकम कमाई। वर्ष 2024 की पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में भी उसकी साल्वर गैंग की संलिप्तता मिली है। कुर्क की गई संपत्ति में आवासीय मकान मोहल्ला शंभू नगर, वार्ड 20, शिकोहाबाद है। जो क्षेत्रफल: 725 वर्गफुट में बना है। जिसकी कीमत 16,57,548 रुपए बताई गई है। अखिलेश के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। अवैध संपत्तियों पर लगातार कार्रवाई एसएसपी सौरभ दीक्षित के निर्देश पर अपराधियों की संपत्तियों पर लगातार प्रहार किया जा रहा है। इसी अभियान के तहत शिकोहाबाद पुलिस, राजस्व विभाग और अधिकारियों की संयुक्त टीम ने पूरी प्रक्रिया संपन्न कराई।
राजस्थान हाउसिंग बोर्ड की आवासीय योजना के तहत उदयपुर में जी प्लस थ्री मंजिला फ्लैट की लॉटरी आज उदयपुर में निकाली गई। बलीचा स्थित सामुदायिक भवन में सुबह 11 बजे से लॉटरी की प्रक्रिया शुरू हुई जो दोपहर तक चली। उदयपुर के पानेरियों की मादड़ी में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) और निम्न आय वर्ग (LIG) के लिए फ्लैट उपलब्ध कराने के लिए आवेदन लिए गए थे और इसकी लॉटरी कम्प्युटर रेंडम प्रणाली से निकाली गई। अगर लॉटरी में जिनका नाम नहीं आया उनको रजिस्ट्रेशन फीस रिफंड की जाएगी। इसमें फेज प्रथम के तहत 142 फ्लैट्स उपलब्ध हैं। इसमें आर्थिक दृष्टि से कमजोर (EWS) के 80 और अल्प आय वर्ग (LIG) के 62 फ्लैट्स है। उल्लेखनीय है कि इन दोनों श्रेणी वर्ग के लिए करीब 10 हजार से ज्यादा आवेदन आए थे और उनमें से लॉटरी निकाली गई है। लॉटरी प्रक्रिया को बोर्ड की उदयपुर वृत की संपदा प्रबंधक प्रीति चौधरी, उप आवासन आयुक्त और आवासीय अभियंता अरविंद माथुर, जिला कलेक्टर प्रतिनिधि शुभम माहेश्वरी और अतिरिक्त मुख्य अभियंता राकेश परिहार शामिल थे। जिन लोगों के नाम लॉटरी खुली उनकी सूची राजस्थान आवासन मंडल की लॉटरी विंग में जाकर देख सकते है। (यहां देखे पूरी सूची)
पलामू में रेलवे ट्रैक से मिला युवक का शव:परिवार ने हत्या की जताई आशंका, मंगलवार से था लापता
मेदिनीनगर सदर थाना क्षेत्र के सुआ गांव स्थित रेलवे ट्रैक से बुधवार को एक युवक का शव बरामद किया गया। पुलिस के अनुसार, युवक की मौत पलामू एक्सप्रेस की चपेट में आने से हुई है। हालांकि, परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। मृतक की पहचान सुआ गांव के गोदाम चौक निवासी 22 वर्षीय रंजीत विश्वकर्मा के रूप में हुई है, जो रामप्रीत विश्वकर्मा के पुत्र थे। रंजीत मंगलवार शाम को घर से निकला था और तब से लापता था। सदर थाना प्रभारी लाल जी ने बताया कि डालटनगंज स्टेशन और राजकीय रेल थाना पुलिस को पलामू एक्सप्रेस के ड्राइवर ने सुआ गांव के डीटीएस टोला स्थित रेलवे ट्रैक किनारे शव पड़े होने की सूचना दी थी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए एमएमसीएच भेज दिया है। घटनास्थल के पास रेलवे फाटक भी है पुलिस ने आशंका जताई है कि युवक मोबाइल पर बात करते समय पलामू एक्सप्रेस की चपेट में आ गया होगा, क्योंकि घटनास्थल के पास रेलवे फाटक भी है। वहीं, परिजनों का आरोप है कि रंजीत की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंका गया है, ताकि इसे ट्रेन दुर्घटना दिखाया जा सके। थाना प्रभारी ने कहा कि मौत का वास्तविक कारण पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। रंजीत विश्वकर्मा अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र था और उनकी चार बहनें हैं। वह बाहर रहकर मजदूरी करता था और कुछ समय से गांव में रह रहा था।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में धर्मांतरण का मुद्दा अब मासूम बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा तक पहुंच गया है। नरहरपुर ब्लॉक के गांव भैंसमुंडी में एक आंगनबाड़ी सहायिका के धर्म परिवर्तन के बाद ग्रामीणों ने अपने बच्चों को आंगनबाड़ी भेजना बंद कर दिया है, जिससे पिछले 15 दिनों से आंगनबाड़ी में ताला लटका हुआ है। दरअसल, आंगनबाड़ी सहायिका केसर नरेटी ने कुछ समय पहले ईसाई धर्म अपना लिया था। हाल ही में धर्मांतरण के मामलों के बढ़ने के बाद ग्रामीणों ने सहायिका से अपने मूल धर्म में वापस आने की मांग की, जिसे सहायिका ने ठुकरा दिया। ग्रामीणों के अनुसार, गांव के 6 परिवारों ने ईसाई धर्म अपनाया था। जिनमें से 3 परिवार वापस आ गए हैं, लेकिन 3 परिवार अभी भी वापस नहीं आए हैं। इस मुद्दे पर गांव में एक बैठक हुई, जिसमें आंगनबाड़ी सहायिका को भी मूल धर्म में वापस आने के लिए कहा गया। लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने बच्चों को आंगनबाड़ी भेजना बंद कर दिया। ना नौकरी छोडूंगी और ना ही धर्म बदलूंगी ग्रामीणों का कहना है कि जब तक सहायिका अपने मूल धर्म में वापस नहीं आती, वे अपने बच्चों को आंगनबाड़ी नहीं भेजेंगे। उनका कहना है कि अगर सहायिका को ईसाई धर्म में ही रहना है, तो उसे आंगनबाड़ी में काम छोड़ना होगा। वहीं, आंगनबाड़ी सहायिका केसर नरेटी का कहना है कि वह किसी भी हाल में ईसाई धर्म नहीं छोड़ेंगी और न ही वह नौकरी छोड़ेंगी। उन्होंने बताया कि वह रोज सुबह आंगनबाड़ी आती हैं, लेकिन गांव के लोग अपने बच्चों को नहीं भेज रहे हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई महिला-बाल विकास की परियोजना अधिकारी सत्या गुप्ता ने कहा कि उन्हें मामले की सूचना मिली है और उन्होंने पर्यवेक्षक को जांच करने और रिपोर्ट सौंपने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रीवा में शिक्षा विभाग ने ई-अटेंडेंस सिस्टम के तहत कार्रवाई करते हुए 1500 से ज्यादा शिक्षकों को नोटिस भेजे, लेकिन लिस्ट में तीन ऐसे शिक्षक भी शामिल हो गए जिनकी मौत कई महीने या साल पहले हो चुकी है। नोटिस में उनसे पूछा गया कि वे ऐप पर हाजिरी क्यों नहीं लगा रहे और तीन दिन में जवाब नहीं देने पर वेतन काटने की चेतावनी भी दी गई। गलती सामने आते ही विभाग ने इसे डाटा अपडेट की त्रुटि बताया है और सुधार का आश्वासन दिया है। मध्यप्रदेश के सरकारी स्कूलों में कुछ समय पहले ई-अटेंडेंस सिस्टम लागू किया गया। शुरुआत में विरोध हुआ, लेकिन अब विभाग इसे लेकर सख्ती बरत रहा है। इसी सख्ती के तहत रीवा में 1500 से ज्यादा शिक्षकों को नोटिस भेजे गए कि वे रोजाना ऐप पर हाजिरी क्यों नहीं लगा रहे। नोटिस लिस्ट में मृत शिक्षकों के नाम भी शामिलनोटिस की जांच में बड़ी लापरवाही सामने आई। जिला शिक्षा अधिकारी की लिस्ट में तीन ऐसे शिक्षक मिले जिनकी मौत पहले ही हो चुकी है। इनमें 2023 में दुनिया छोड़ चुके देवतादीन कोल और 2025 में मृत हो चुके छोटेलाल साकेत और रामगरीब दीपांकर का भी नाम शामिल हैं। इसके बावजूद विभाग ने उन्हें नोटिस भेज दिया और लिखा कि तीन दिन में जवाब नहीं दिया तो वेतन काट लिया जाएगा। अधिकारी बोले- डेटा अपडेट करने में गलतीमामला सामने आने के बाद अधिकारी इसे तकनीकी गलती बता रहे हैं। उनका कहना है कि डाटा अपडेट में चूक हुई है और इसे जल्द ठीक किया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी राम राज मिश्रा ने कहा कि यह भूलवश हो गया है। पोर्टल पर अभी जानकारी अपडेट नहीं की गई है। इसे जल्द सुधारा जाएगा। ताकि आगे इस तरह की स्थिति न निर्मित हो।
पीलीभीत में सड़क हादसा:बाइक टक्कर से घायल महिला की इलाज के दौरान मौत
पीलीभीत के बरखेड़ा थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई 45 वर्षीय महिला की सोमवार देर रात इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। महिला का अंतिम संस्कार मंगलवार शाम को किया गया। यह घटना रविवार शाम लगभग 6 बजे बरखेड़ा थाना क्षेत्र के गाँव करोड़ के पास हुई। गांव करोड़ निवासी दिनेश कुमार ने बताया कि उनकी मां हीराक्ली (45 वर्ष) अपने मायके असमेलापुर (थाना भुता) से अपने भाई सूरज के साथ बाइक से वापस अपने गाँव लौट रही थीं। गाँव से लगभग 500 मीटर पहले, पीछे से आ रहे एक अन्य बाइक चालक ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इस टक्कर से हीराक्ली गंभीर रूप से घायल हो गईं। उन्हें तत्काल एम्बुलेंस से सीएचसी बरखेड़ा ले जाया गया। चिकित्सकों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल पीलीभीत रेफर कर दिया। हालत में सुधार न होने पर परिजन उन्हें बरेली के एक निजी अस्पताल ले गए। बरेली में भी उनकी हालत बिगड़ती चली गई। परिजन जब उन्हें इलाज के लिए दूसरे अस्पताल ले जा रहे थे, तभी रास्ते में सोमवार देर रात उनकी मृत्यु हो गई। परिजन शव को गाँव ले आए और पुलिस को सूचित किया। सूचना मिलने पर बरखेड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। बरखेड़ा थाना प्रभारी प्रमेंद्र कुमार ने इस संबंध में बताया कि मृतका के पुत्र दिनेश कुमार ने केवल पोस्टमॉर्टम कराने के लिए सूचना दी थी। उन्होंने दुर्घटना के संबंध में अभी तक कोई लिखित शिकायत या तहरीर नहीं दी है। मृतका हीराक्ली के पति सुम्मेर लाल की पहले ही मृत्यु हो चुकी थी। वह अपने पीछे दो पुत्रों को छोड़ गई हैं।
नालंदा में 17 नवंबर को ईशु नाम के लड़के की लाश खेत में मिली थी। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि, ईशु की हत्या अवैध संबंध में हुई है। ईशु और उसकी प्रेमिका बीते रविवार की रात खेत में संबंध बना रहे थे। इसकी भनक लड़की के घर वालों को लग गई। प्रेमिका के पिता-भाई और दो चचेरे भाई मौके पर पहुंच गए और ईशु के साथ मारपीट की। इंटरनल चोट की वजह से ईशु की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सभी आरोपी शव को वहीं छोड़ फरार हो गए। वारदात खुदागंज थाना क्षेत्र के बरदाहा गांव की है। आरोपियों तक कैसे पहुंची पुलिस डेड बॉडी मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गई। पुलिस को यह क्लू नहीं मिल पा रहा था कि आखिर ये हत्या है या मामला कुछ और है। लेकिन ईशु के डेड बॉडी पर चोट के कई निशान थे। पुलिस ने ईशु के मोबाइल का सीडीआर निकाला। जांच में पुलिस को एक ऐसा नंबर मिला, जिसपर ईशु की लंबी बातचीत हुई करती थी। वारदात वाली रात भी ईशु ने लास्ट कॉल उस नंबर पर ही किया था। तहकीकात के बाद पुलिस ईशु की प्रेमिका के घर पहुंची। पूछताछ में प्रेमिका ने सारी कहानी बता दी। इसके बाद पुलिस ने पंजाबी मांझी(महिला के पिता), अजीत मांझी(महिला का भाई), सूरज कुमार और नीतीश कुमार को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में सभी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। मृतक की बहन पुतुल कुमारी ने बताया कि, शनिवार को गाड़ी चलाकर घर आया था। गया में रहकर ड्राइविंग का काम करता था। दोस्तों के साथ रविवार को उसने पार्टी की थी। रविवार शाम से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। सोमवार को गांव के बाहर उसका शव बरामद हुआ है। 2 साल पहले हुई थी ईशु की शादी ईशु की शादी 2 साल पहले हुई थी, लेकिन उसका उसकी पत्नी के साथ अक्सर झगड़ा होता था। एक साल पहले घरेलू विवाद इतना बढ़ गया कि ईशु की पत्नी ससुराल छोड़कर मायके चली गई। तब से ईशु अकेले ही रहता था।
सहरसा में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के दौरान एक मजदूर का दायां पैर बुरी तरह फ्रैक्चर हो गया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर किया गया, लेकिन एम्बुलेंस मिलने में साढ़े तीन घंटे की देरी हुई। इस लेट-लतीफी पर रेलवे ओवरब्रिज के प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश कुमार ने सहरसा सदर अस्पताल की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। घायल मजदूर की पहचान भागलपुर जिले के 59 वर्षीय जनार्दन मंडल के रूप में हुई है। प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश कुमार ने बताया कि बुधवार सुबह शंकर के पास रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य चल रहा था। कंक्रीट से लदी गाड़ी बैक करते समय जनार्दन मंडल उसकी चपेट में आ गए, जिससे उनके दाएं पैर में गंभीर चोट आई। उन्हें सुबह 7:30 बजे सहरसा सदर अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने तुरंत हायर सेंटर रेफर कर दिया। राजेश कुमार के अनुसार, मरीज को सुबह 7:30 बजे रेफर कर दिया गया था, लेकिन अस्पताल प्रशासन से बार-बार अनुरोध करने के बाद भी एम्बुलेंस सुबह 10:30 बजे उपलब्ध कराई गई। यूरिन पाइप लगाने में आधे घंटे की देरी इसके बाद, मरीज को यूरिन पाइप लगाने में भी आधे घंटे की अतिरिक्त देरी हुई, जिसके बाद ही उसे पटना एम्स के लिए रवाना किया जा सका। प्रोजेक्ट मैनेजर राजेश कुमार ने अस्पताल की इस लापरवाही पर गहरी चिंता व्यक्त की और व्यवस्था में सुधार की मांग की। कैमरा देखकर भड़क गए डॉक्टर उन्होंने बताया कि जब वे आपातकालीन ड्यूटी पर तैनात डॉ. सूरज से बात करने गए, तो डॉक्टर मीडिया के कैमरे देखकर भड़क गए और वीडियो बनाने से मना करने लगे। इस घटना ने सदर अस्पताल में स्वास्थ्यकर्मियों और डॉक्टरों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक एसएस मेहता ने कहा कि एम्बुलेंस में देरी होने की वजह से लेट हुई है। कई एम्बुलेंस मरीज की सेवा मे रहता है। फिलहाल मामले में जांच किया जाएगा।
भोपाल के गांधीनगर क्षेत्र में मंगलवार देर रात बदमाशों ने गोंडीपुरा जेल रोड स्थित राजा भोज परिसर में जमकर उत्पात मचाया। करीब रात 2 बजे छह अज्ञात बदमाशों का गिरोह परिसर में घुसा और वहां खड़ी दो गाड़ियों में तोड़फोड़ कर दी। घटना के दौरान दो बदमाशों के हाथ में चाकू भी दिखाई दे रहे हैं। पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। पुलिस के अनुसार बदमाश बुलेट पर सवार होकर आए थे और लगातार “बलेनो बलेनो” चिल्ला रहे थे। उनके निशाने पर बलेनो कार थी, लेकिन जानकारी न होने के चलते उन्होंने सामने खड़ी अन्य गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया। क्षतिग्रस्त वाहनों में महेश ठाकुर की कार भी शामिल है। घटना से पीड़ित लोगों ने बताया कि जिन बदमाशों ने हमला किया, उनका उनसे कोई संबंध नहीं है और न ही किसी तरह की रंजिश है। आरोपी पूरी तरह अज्ञात हैं और वारदात के बाद मौके से फरार हो गए। पुलिस की टीमें कर रहीं सर्चिंगगांधीनगर थाना प्रभारी बृजेंद्र मर्सकोले ने बताया कि रात करीब 2 बजे छह अज्ञात युवक आए थे। उन्होंने गाड़ियों के कांच तोड़कर नुकसान पहुंचाया और चाकू लहराते हुए फरार हो गए। दो बदमाशों के हाथ में चाकू साफ दिखाई दे रहा है। पीड़ित पक्ष थाने पहुंच गया है। पुलिस की टीमें इलाके में लगातार सर्चिंग कर रही हैं, जल्द कार्रवाई की जाएगी।
दैनिक भास्कर ऐप में सिविक इश्यू फीचर जुड़ने के बाद बिहार के 11 प्रमुख शहर पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, आरा, बिहारशरीफ, बेगूसराय, औरंगाबाद, बक्सर और सुपौल के लोग अपने मोहल्ले की सार्वजनिक समस्याएं सीधे जिम्मेदारों तक पहुंचा रहे हैं। भास्कर के इस खास फीचर का इस्तेमाल करके बेगूसराय के लोग भी अपनी समस्याओं को लेकर अपनी आवाज उठा रहे हैं। शहर और आसपास के इलाकों से बड़ी संख्या में लोग सड़क, जलजमाव, नाली, सफाई और स्ट्रीट लाइटिंग जैसी परेशानियों को ऐप पर पोस्ट कर रहे हैं। भागलपुर में गांव से लेकर शहर तक हर जगह से उठ रही आवाजें केवल शहर ही नहीं, ग्रामीण इलाकों के लोग भी अपनी बातें खुलकर साझा कर रहे हैं। शहर के कई वार्डों से नाली की सफाई, कचरा उठाव, खराब सड़क और जलजमाव की शिकायतें लगातार आ रही हैं। पंचायत क्षेत्रों में भी लोग टूटी सड़कों, बहते कचरे और अंधेरी गलियों की समस्या पोस्ट कर रहे हैं। इस फीचर ने लोगों को अपनी समस्या रखने का एक आसान और भरोसेमंद माध्यम दे दिया है। भागलपुर से इन लोगों ने भेजी अपनी समस्या भागलपुर जिले के कई वार्डों से लोग दशकों से जूझ रही समस्याओं को भास्कर के सिविक इश्यू फीचर का लाभ उठा कर पोस्ट कर रहे हैं। सुल्तानगंज के वार्ड नंबर 8 से मुहम्मद मुश्तकिम, सूर्यलोक चौक के आशीष कुमार आदि लोगों ने अपनी समस्याओं को दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू फीचर के माध्यम से पोस्ट किया है। आप भी अपने क्षेत्र की समस्याओं को सिविक इश्यू फीचर के माध्यम से दैनिक भास्कर ऐप पर पोस्ट सकते हैं। शिकायत जाएगी सीधे दैनिक भास्कर टीम के पास- कुछ ही मिनटों में पब्लिश आपके द्वारा अपलोड की गई पोस्ट तुरंत दैनिक भास्कर टीम तक पहुंचती है डेस्क इसे वेरिफाई कर रियल टाइम में प्रकाशित कर देता है। आपकी आवाज़ अधिकारियों, प्रतिनिधियों और हजारों पाठकों की स्क्रीन तक एक क्लिक में पहुंच जाती है। यानी, अब शिकायत सिर्फ शिकायत नहीं, सीधा एक्शन की शुरुआत है। आपकी पोस्ट से होगा बदलाव आप बनेंगे अपने इलाके की आवाज़ यह फीचर सिर्फ शिकायत निपटाने की व्यवस्था नहीं, बल्कि नागरिकों को ताकत देने का प्रयास है। कई ऐसी समस्याएं जो वर्षों से अनसुनी रह जाती थीं, टूटी हुई सड़कें, गंदगी और नाली जाम, पानी की कमी, आवारा जानवर, अस्पतालों में सुविधाओं की कमी आदि। अब वही मुद्दे पूरे जिले और बिहार के शहरों में चर्चा का हिस्सा बन रहे हैं। आपकी हर पोस्ट प्रशासन के दरवाजे तक पहुंचती है, आम लोगों में जागरूकता फैलाती है और साफ संदेश देती है कि अब जनता की समस्याएं नजरअंदाज नहीं की जा सकतीं।
जोधपुर में बैंक के एटीएम से छेड़छाड़ कर ग्राहकों के पैसे निकलने का मामला सामने आया है। इस संबंध में बैंक के प्रबंधक ने चोरी करने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। सरदारपुरा थाने में दी रिपोर्ट में यूको बैंक सरदारपुरा शाखा के मुख्य प्रबंधक मुकेश सुथार ने बताया कि यूको बैंक में ग्राहकों की एटीएम मशीन से रुपए बाहर नहीं आने और उनके खाते से पैसे कटने की शिकायत मिली। इस पर अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज देखी तो एटीएम मशीन में कुछ बदमाश छेड़छाड़ करते और फिर रुपए निकालते नजर आए। एटीएम मशीन की रिपोर्ट के अनुसार लेनदेन में पैसा निकाला। तीन वारदातों को दिया अंजाम बैंक अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज में देखा तो दिनांक 27 सितंबर सुबह लगभग 10:00 बजे दो लोगों ने डिवाइस लगाकर एटीएम मशीन से छेड़छाड़ की जिससे ग्राहकों के पैसे एटीएम मशीन से बाहर में जाकर उनके द्वारा लगाए गए उपकरण में चले गए। इसके बाद करीब दो पर 12 बजे उन लोगों ने वापस आकर एटीएम मशीन से लगाए उपकरण सहित ₹1000 चुरा लिए। इसके बाद 9 अक्टूबर को रात लगभग साढे आठ बजे फिर कुछ अज्ञात लोगों ने एटीएम में घुसकर डिवाइस लगाया जिससे ग्राहकों के रुपए एटीएम मशीन से नहीं आकर फिर उसे डिवाइस में चले गए। इसके बाद रात करीब 10:00 बजे वह लोग वापस आए और एटीएम मशीन में लगाए गए उपकरण सहित ₹6000 लेकर चले गए। इसके बाद एक और वारदात को अंजाम दिया। 10 अक्टूबर की सुबह 6:30 बजे कुछ अज्ञात लोग एटीएम मशीन में घुसकर फिर डिवाइस लगाकर और 7:30 बजे के करीब वापस आकर डिवाइस में सहित ढाई हजार रुपए निकाल कर ले गए। इस तरह तीनों वारदातों को मिलाकर 9500 की धोखाधड़ी आरोपियों ने करके रुपए की चोरी की है। यूको बैंक सरदारपुरा शाखा के मुख्य प्रबंधक मुकेश सुथार ने बताया कि ग्राहकों की शिकायत के बाद यह मामला ब्रांच में आया था। फिर सीसीटीवी की जांच की तो अज्ञात लोग छेड़छाड़ करते नजर आए हैं। हमारी तरफ से 6 नवंबर को ही इसकी शिकायत थाने में दे दी गई थी। पुलिस ने 18 नवंबर को केस दर्ज किया है। गौरतलब है कि जोधपुर शहर में इस तरह की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
कैथल सड़क हादसे में युवक की मौत:दो साल पहले हुई थी शादी, कार ड्राइवर टक्कर मारकर फरार
कैथल जिले में पाई-पूंडरी रोड पर एक सड़क हादसे में 31 वर्षीय युवक की मौत हो गई। युवक अपनी बाइक पर सवार होकर गांव सेरधा से पिहोवा की ओर जा रहा था। जैसे ही वह पाई गांव के नजदीक पहुंचा, तो एक स्कॉर्पियो गाड़ी ने उसे टक्कर मार दी और मौके से भाग गया। हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों ने पुलिस को दी सूचना राहगीरों ने इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई व साथ ही परिजनों को भी सूचित किया। परिजन युवक को लेकर नागरिक अस्पताल कैथल में गए, जहां से उसे इलाज के लिए पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया, इस दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान गांव सेरधा के 31 वर्षीय संजय के रूप में हुई है। बाइक पर पिहोवा जा रहा था पुलिस ने परिजनों के बयान पर गाड़ी ड्राइवर के खिलाफ पूंडरी थाना में केस दर्ज कर लिया है। मृतक के चचेरे भाई धर्मवीर ने बताया कि संजय पिहोवा की एक प्राइवेट कंपनी में सहायक का काम करता था। रोजाना की तरह सुबह अपने काम से गांव सेरधा से पिहोवा जा रहा था। पाई के नजदीक उसे गाड़ी ड्राइवर ने टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई। दो साल पहले शादी हुई थी उन्होंने बताया कि संजय अपने परिवार में अकेला कमाने वाला था। मां और पिता बुजुर्ग हैं। साथ में संजय की दो बहनें भी हैं, जिनमें से एक ही शादी हो चुकी है, जबकि छोटी बहन की अभी शादी नहीं हुई है। वही संजय की शादी भी करीब 2 साल पहले हुई थी और उसका 8 महीने का बेटा भी है। उसी के सहारे परिवार चल रहा था। पुलिस ने परिजनों को सौंपा शव पूंडरी थाना के जांच अधिकारी रामवीर सिंह ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई थी। मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों का सौंप दिया है। इस संबंध में पुलिस ने कार ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
ग्रेटर नोएडा में बुधवार दोपहर एक सेटरिंग खोलने के दौरान निर्माणाधीन तीन मंजिला मकान का लेंटर गिर गया। मलबे के नीच पांच मजदूर दब गए। इनमें से तीन को बाहर निकाल लिया गया। वहीं, दो मजदूर अभी लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। जेसीबी मशीन की सहायता से तत्काल बचाव कार्य शुरू किया। काफी मशक्कत के बाद तीन मजदूरों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया। तीनों मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत एम्बुलेंस से नजदीकी अस्पताल भेजा गया। डॉक्टरों के अनुसार, उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। हादसा रबूपुरा थाना क्षेत्र के नगला हुकुम सिंह गांव में हुआ। नगला हुकम सिंह गांव के रहने वाले महावीर का मकान था। तीन मंजिला लेंटर पड़ा हुआ था, जिसकी आज सेटिंग खुल रही थी। इस दौरान अचानक लेंटर गिर गया। तीन तस्वीरें देखिए... ठेकेदार और अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों से पूछताछ जारी हादसे के बाद घटनास्थल पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने भी पुलिस के साथ मिलकर राहत कार्यों में सहयोग किया। इस घटना के बाद इलाके में निर्माण कार्य में कथित लापरवाही को लेकर लोगों में नाराजगी देखी जा रही है। मलबे को हटाया जा रहा पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। भवन निर्माण से जुड़े ठेकेदार और अन्य जिम्मेदार व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है। एसएचओ सुजीत उपाध्याय ने बताया कि अभी भी दो अन्य मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका है। बचाव अभियान लगातार जारी है और मलबे को हटाया जा रहा है।
बागपत कलेक्ट्रेट परिसर में उस समय हड़कंप मच गया जब एक दिव्यांग युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया। शहर कोतवाली क्षेत्र के बंदपुर गांव निवासी अमित चौधरी नामक युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल उड़ेलकर आग लगाने की कोशिश की, जिसे मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने विफल कर दिया। जानकारी के अनुसार, अमित चौधरी बीजेपी का झंडा लगी कार में कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। हाथ में बोतल लेकर उन्होंने परिसर में प्रवेश किया और अचानक अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलना शुरू कर दिया। कलेक्ट्रेट में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने तत्परता दिखाते हुए उनके हाथ से बोतल छीन ली और एक बड़ी घटना को टाल दिया। बताया जा रहा है कि अमित चौधरी नेशनल लेवल के शूटर हैं। वह लंबे समय से जमीन के एक हिस्से पर कब्जे के विवाद को लेकर परेशान थे। उनका आरोप है कि उनके ही परिवार के सदस्यों ने उनकी जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया है और उन्हें उनका वैध हिस्सा नहीं दिया जा रहा है। इस मामले में उन्होंने पूर्व में जिलाधिकारी (डीएम) बागपत से शिकायत भी की थी। हालांकि, उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे वे हताश हो गए थे। न्याय न मिलने के कारण ही उन्होंने यह गंभीर कदम उठाने का प्रयास किया। फिलहाल, पुलिस ने पूरे मामले को अपने नियंत्रण में ले लिया है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
धनबाद में 52 लाख रुपए की ठगी के आरोपी आशीष कुमार गुप्ता के घर उसके खिलाफ पुलिस ने बुधवार को इश्तिहार चस्पा किया। आरोपी धनसार थाना में मामला दर्ज होने के बाद से कई वर्षों से फरार है। आशीष गुप्ता पर जमीन और घर देने के नाम पर 52 लाख रुपए की ठगी का आरोप है। भुक्तभोगी अमित कुमार ने बताया कि यह पहला मामला नहीं है; उसके खिलाफ पहले भी कई आरोप हैं जिनकी पुलिस जांच कर रही है। आरोपी के खिलाफ कोर्ट से वारंट पहले ही जारी किया जा चुका पुलिस टीम ने आशीष गुप्ता के बलवाड़ी स्थित घर के मुख्य द्वार पर इश्तिहार चिपकाया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपी के खिलाफ कोर्ट से वारंट पहले ही जारी किया जा चुका था, लेकिन वह न्यायिक प्रक्रिया से बचता रहा। इश्तिहार चस्पा होने के बाद अब अगला कदम कुर्की-जब्ती की कार्रवाई होगी। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यदि आरोपी जल्द सामने नहीं आता है, तो उसकी संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है और उसे जल्द गिरफ्तार करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
चंदौली के मुगलसराय में मंगलवार रात प्रतिष्ठित दवा कारोबारी रोहिताश पाल उर्फ रोमी की हत्या के बाद व्यापारियों में भारी आक्रोश है। बुधवार को दवा कारोबारियों और नगर के व्यापारियों ने जीटी रोड स्थित घटनास्थल के पास धरना प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने अपराधियों की गिरफ्तारी होने तक दवा की दुकानें बंद रखने की घोषणा की है। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द हत्यारों को नहीं पकड़ा गया, तो वे मुगलसराय बंद और जरूरत पड़ने पर चंदौली बंद का आह्वान करेंगे। धरनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने व्यापारियों को समझाने का प्रयास किया। सीओ सदर ने हत्यारों को पकड़ने के लिए 24 घंटे का समय मांगा है, लेकिन व्यापारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। सपा नेताओं ने भी धरनास्थल पर पहुंचकर व्यापारियों के आंदोलन को समर्थन दिया। व्यापारी नेताओं ने इस वारदात की कड़ी निंदा करते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हैं कि वे खुलेआम इतनी बड़ी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए, जबकि घटनास्थल के पास हमेशा पुलिस की ड्यूटी रहती है। व्यापारियों ने नगर में गश्त न होने और पुलिस की निष्क्रियता को अपराधियों की बढ़ती हिम्मत का कारण बताया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए धरनास्थल के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) में पिछले कई हफ्ते से जारी विवाद बढ़ता जा रहा है। एडहॉक कमेटी के भीतर बढ़ती गुटबाजी और बैंक खातों से भुगतान रुक जाने के कारण खिलाड़ियों, जिला क्रिकेट संघों और ट्रैवल वेंडर्स की परेशानी बढ़ गई है। स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है कि रणजी और अंडर-23 टीमों को ठहराने वाले होटल संचालकों ने खिलाड़ियों को बाहर नहीं निकलने देंगे। चेक-आउट नहीं करने देंगे। सूत्रों के अनुसार, RCA की एडहॉक कमेटी पिछले लंबे समय से खिलाड़ियों की होटल बुकिंग, ट्रैवल टिकट और ड्रेस किट का भुगतान नहीं कर पाई है। अहमदाबाद और नाथद्वारा के कई होटल, जहां रणजी और U-23 टीमें ठहरी हुई हैं, वहां होटल संचालकों ने 20 नवंबर तक बकाया राशि जमा नहीं होने पर खिलाड़ियों को चेक आउट नहीं करने की चेतावनी दे दी है। इससे देशभर में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा आयोजित डोमेस्टिक क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए जाने वाली राजस्थान की पुरुष और महिला टीमों को ठहराने की व्यवस्था अटक गई है। कुछ होटल संचालकों ने तो खिलाड़ियों को नए सिरे से रुकने देने से भी इनकार कर दिया है। 2 करोड़ से अधिक का भुगतान अटका ट्रैवल एजेंटों की स्थिति भी अलग नहीं है। 2 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान लंबित होने के कारण ट्रैवल एजेंट ने नई टिकट बुकिंग बंद कर दी है। इसके चलते BCCI द्वारा देशभर में आयोजित टूर्नामेंट में जाने वाली टीमों की यात्रा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इसके साथ ही ड्रेस किट वेंडर को भी महीनों से भुगतान नहीं मिला है, जिसके कारण राजस्थान के खिलाड़ी सर्द मौसम में बिना प्रॉपर ड्रेस किट के मैदान में उतरने को मजबूर हैं। जाने क्यों हुआ विवाद RCA की एडहॉक कमेटी के पांच सदस्यों में से चार धनंजय सिंह खींवसर, आशीष तिवाड़ी, पिंकेश जैन और मोहित यादव ने कन्वीनर दीनदयाल कुमावत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इन सदस्यों ने दीनदयाल कुमावत पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए बैंक में पत्र भेजकर उनके हस्ताक्षर अमान्य घोषित करने और भुगतान की शक्ति चार सदस्यों में से किसी भी दो को देने की मांग की है। वहीं, पहले के नियमों के अनुसार RCA के खाते से भुगतान के लिए कन्वीनर समेत किसी भी दो अधिकृत सदस्यों के हस्ताक्षर आवश्यक थे। इसमें दीनदयाल कुमावत के साथ पिंकेश जैन और आशीष तिवाड़ी को हस्ताक्षरकर्ता बनाया गया था। इधर, कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने भी बैंक को पत्र भेजकर कहा है कि उनके हस्ताक्षर के बिना भुगतान मान्य नहीं है। दोनों पक्षों के इन परस्पर विरोधी पत्रों के बाद बैंक ने विवाद सुलझने तक भुगतान रोक दिया। लगभग 20 दिन से कोई भुगतान नहीं हो रहा है, जिसके चलते RCA की वित्तीय स्थिति तेजी से खराब हो रही है। इसका सबसे ज्यादा नुकसान राजस्थान के खिड़कियों को उठाना पड़ रहा है। स्थिति और बिगड़ सकती है RCA के पूर्व सचिव और सीकर जिला क्रिकेट संघ के सचिव सुभाष जोशी ने RCA की मौजूदा स्थिति को बेहद गंभीर बताते हुए कहा कि यदि राज्य सरकार ने समय रहते हस्तक्षेप नहीं किया तो स्थिति और बिगड़ सकती है। इस पूरे विवाद का एकमात्र समाधान RCA के चुनाव कराना है, जिसे तत्काल करवाया जाना चाहिए। सिलेक्शन पर विवाद जारी RCA में विवाद सिर्फ भुगतान या वित्तीय संकट तक सीमित नहीं है। हाल ही में सिलेक्टर्स की कार्यप्रणाली पर निगरानी रखने के लिए बनाई गई ऑब्जरवेशन कमेटी भी विवाद का विषय बन गई है। जिला क्रिकेट संघों ने आरोप लगाया है कि इस नई व्यवस्था के बावजूद खिलाड़ियों के गलत चयन किए जा रहे हैं। सिलेक्शन में गड़बड़ी के ये आरोप BCCI तक पहुंच गए हैं, जिससे RCA पर बैन का खतरा भी मंडराने लगा है। यदि RCA पर कोई कार्रवाई होती है तो इसका नुकसान भविष्य में होने वाले IPL मुकाबलों और राजस्थान की जनता को भी उठाना पड़ सकता है। ऐसे में जहां राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन में जारी यह खींचतान अब सीधे खिलाड़ियों के भविष्य और खेल संरचना को प्रभावित कर रही है। वहीं राज्य सरकार और RCA प्रबंधन की निष्क्रियता से हालात और बिगड़ सकते हैं।
रोहतक में मलेरिया विभाग में कार्यरत डोमेस्टिक ब्रिडिंग चेकर कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ रोष प्रकट किया। कर्मचारियों ने चेहरे पर मच्छरों के मास्क पहनकर नारेबाजी की और 12 महीने काम देने की मांग की। साथ ही सरकार को एक सप्ताह का समय दिया, जिसके बाद बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। कर्मचारियों के समर्थन में पहुंचे समाजसेवी नवीन जयहिंद ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में कर्मचारियों को मात्र 6 महीने काम पर मामूली वेतन में रखकर बाद में हटा दिया जाता है। जिसके कारण कर्मचारियों के घर के हालात भी बिगड़ जाते है। अपनी जान जोखिम में डालकर मच्छरों के लारवा की जांच करने वाले कर्मचारियों को 12 महीने काम मिलना चाहिए। नवीन जयहिंद ने बताया कि पूरे प्रदेश में एक हजार के करीब कर्मचारी है, जिन्हें हर साल मात्र 6 महीने के लिए 8 हजार 700 रुपए प्रतिमाह के वेतन पर रखा जाता है। 1981 से यही प्रक्रिया चल रही है, जिसका अब तक समाधान नहीं हुआ है। वहीं, कर्मचारियों को पिछले 6 माह का वेतन भी नहीं मिला है, जिसके कारण कर्मचारी परेशान है। विपक्ष को उठानी चाहिए कर्मचारियों की आवाजनवीन जयहिंद ने कहा कि विपक्ष के नेताओं को कर्मचारियों की आवाज उठानी चाहिए। नवीन जयहिंद ने भूपेंद्र हुड्डा से मांग की है कि वोट चोरी का मुद्दा छोड़कर नौकरी चोरी का मुद्दा उठाना चाहिए, जिससे लोगों का भला होगा। इनेलो और जेजेपी को भी इस मामले में आवाज को उठाना चाहिए। एक सप्ताह का सरकार को दिया अल्टीमेटम नवीन जयहिंद ने सरकार को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सरकार ने एक सप्ताह में कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया तो एक सप्ताह बाद बड़े स्तर पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी स्वयं सरकार की होगी। कर्मचारियों की ये हैं मांगमलेरिया विभाग के कर्मचारियों ने सरकार से मांग की कि एमसीडी की तर्ज पर सभी डीबीसी कर्मचारियों को 12 महीने काम दिया जाए। कर्मचारियों के वेतन का समय पर भुगतान किया जाए। डीबीसी कर्मियों को स्वास्थ्य विभाग के स्थायी ढांचे में शामिल किया जाए।
नारनौंद में कार ने युवक को मारी टक्कर:9 दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज; बचपन से बोलने में असमर्थ
हिसार जिले के नारनौंद में हांसी रोड स्थित हिंदुस्तान पेट्रोलियम पेट्रोल पंप के पास सुबह टहलने जा रहे 20 वर्षीय युवक पंकज को एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। वार्ड-13 के पंकज हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया। टक्कर मारने के बाद कार ड्राइवर मौके से फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों की मदद से घायल पंकज को नारनौंद के नागरिक अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे हिसार के नागरिक अस्पताल रेफर कर दिया। हालत बिगड़ने पर अग्रोहा मेडिकल भेजा वहीं 11 नवंबर को पंकज की स्थिति बिगड़ने पर उसे अग्रोहा मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। लगभग 9 दिन के उपचार के बाद पंकज के भाई सुमेश के बयान पर 17 नवंबर को मामला दर्ज किया गया। डॉक्टरों ने इलाज के दौरान 9, 11 और 15 नवंबर को उसे बयान देने के लिए अयोग्य (अनफिट फॉर स्टेटमेंट) घोषित किया था। परिवार के अनुसार पंकज बचपन से ही मूक (बोलने में असमर्थ) है और इशारों से ही अपनी बात समझाता है। हादसे के बाद उसकी शारीरिक स्थिति और कमजोर हो गई है और उसे लगातार देखभाल की जरूरत रहती है। सुबह टहलकर घर लौट रहा था घायल के बड़े भाई सुमेश ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसका भाई रोजाना की तरह सुबह टहलकर घर लौट रहा था। करीब 10 बजे जब वह पेट्रोल पंप के पास पहुंचा, तभी एक अज्ञात कार ड्राइवर ने तेज रफ्तार और लापरवाही से कार चलाते हुए पंकज को जोरदार टक्कर मारी और मौके से भाग गया। सुमेश ने आरोपी ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज डॉक्टरों द्वारा जारी एमएलआर रिपोर्ट के मुताबिक, पंकज के शरीर पर तीन ब्लंट इंजरी दर्ज की गई हैं। हेड कॉन्स्टेबल विजय कुमार ने मौके का मुआयना किया और बयान दर्ज किए। नारनौंद पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट और सुमेश की शिकायत के आधार पर अज्ञात कार ड्राइवर के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 और 125(ए) के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
आगर मालवा शहर की मास्टर कॉलोनी में मंगलवार और बुधवार की दरम्यानी रात अज्ञात बदमाशों ने उत्पात मचाया। उन्होंने कॉलोनी में पार्क की बाउंड्री और मकानों के बाहर खड़ी 12 कारों के कांच तोड़ दिए। सुबह जब रहवासी जागे, तो उन्होंने अपने वाहनों को क्षतिग्रस्त पाया।वारदात में वाहनों के फ्रंट और बैक शीशे पूरी तरह से टूट गए थे, जिससे हर तरफ कांच के टुकड़े बिखरे हुए थे। इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है, और रहवासी रात की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही प्रभावित लोगों ने तुरंत कोतवाली थाने को सूचित किया। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर पंचनामा तैयार किया। रहवासी अजय मंगल ने बताया कि उनकी कार के साथ-साथ आसपास खड़ी कई अन्य कारों के शीशे भी चकनाचूर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कॉलोनी में इस तरह की यह पहली बड़ी वारदात है, जिससे लोग बेहद चिंतित हैं। थाना प्रभारी शशि उपाध्याय ने जानकारी दी कि सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक जांच शुरू कर दी है। कॉलोनी और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। टीआई उपाध्याय के अनुसार, फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। रिहायशी क्षेत्र में हुई इस घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग रात में गश्त बढ़ाने और कॉलोनी में अतिरिक्त सुरक्षा उपाय करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले को प्राथमिकता से लिया गया है और जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
किसान ने खाईं जहरीली गोलियां:बड़े भाई को फोन कर तबीयत बिगड़ने की सूचना दी, डूंगरपुर अस्पताल में मौत
डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा थाना क्षेत्र के पाड़ला हांडलिया गांव में एक किसान ने गेहूं में रखने वाली जहरीली गोलियां खा लीं। तबीयत बिगड़ने पर उसने अपने बड़े भाई को फोन पर सूचना दी। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान नागेंद्र सिंह राठौड़ (45) के रूप में हुई है। सागवाड़ा थाना हेड कॉन्स्टेबल हरीश ने बताया कि पाड़ला हांडलिया निवासी योगेंद्र सिंह पुत्र मदन सिंह राठौड़ ने इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। रिपोर्ट के अनुसार, उनका छोटा भाई नागेंद्र सिंह राठौड़ (45) खेतीबाड़ी का काम करता था। 18 नवंबर की शाम को वह घर पर अकेला था, तभी उसने गेहूं में रखने वाली जहरीली गोलियां खा लीं। गोलियां खाने के बाद नागेंद्र सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी। उसने अपने बड़े भाई योगेंद्र सिंह को फोन कर बताया कि उसने जहरीली गोलियां खा ली हैं और उसकी तबीयत खराब हो रही है। योगेंद्र सिंह तुरंत घर पहुंचे और नागेंद्र सिंह को सागवाड़ा अस्पताल ले गए। वहां से उसे डूंगरपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही सागवाड़ा थाना पुलिस डूंगरपुर अस्पताल पहुंची। पुलिस ने शव को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है।
साइबर ठगी के बढ़ते मामलों के बीच सोनीपत जिले में एक और बड़ा ऑनलाइन फ्रॉड सामने आया है। शेयर मार्केट और रेटिंग टास्क का झांसा देकर ठगों ने एक युवक से लाखों रुपए ऐंठ लिए। पीड़ित की शिकायत पर साइबर क्राइम थाना में मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस जांच में जुट गई है। टेलीग्राम पर शेयर मार्केट प्रशिक्षण का झांसा सोनीपत की न्यू ब्रह्म कॉलोनी रहने वाले अनुज ने बताया कि 14 नवंबर 2025 को उसके मोबाइल पर फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को शेयर बाजार (सेबी) रजिस्टर्ड कर्मचारी बताया और टेलीग्राम पर शेयर मार्केट रेटिंग टास्क सिखाने का दावा किया। इसके बाद अनुज को “TASK 15 - GROUP PROJECT, SUPER GROUP (8889)” नामक टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया गया। दोगुना पैसा करने का दिया लालच ग्रुप में शामिल करने के बाद ठगों ने अनुज को विभिन्न प्रकार से निवेश के लिए उकसाना शुरू किया। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी द्वारा बताए गए शेयर कुछ ही दिनों में 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ जाएंगे। वहीं IPO और रेटिंग टास्क में पैसा लगाने पर रकम दोगुनी होने का लालच दिया गया। कई बार मना करने के बावजूद अनुज को बातों में उलझा कर ठगों ने उसे निवेश करने पर मजबूर कर दिया। 5.60 लाख अलग-अलग खातों में भेजे लुभावने झांसे में आकर अनुज ने दो दिनों में अलग-अलग समय पर कुल 5 लाख 59 हजार 950 रुपए विभिन्न बैंक खातों और UPI IDs में जमा करा दिए। इसमें HDFC बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया सहित कई खातों में ट्रांजैक्शन किए गए। ठगों ने एक फर्जी मोबाइल ऐप hotnmakovet.com भी सांझा की, जिसे अपनी कंपनी का अधिकृत प्लेटफॉर्म बताया गया। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस जब अनुज ने अपने पैसे वापस निकालने की कोशिश की, तो कंपनी ने भुगतान करने से मना कर दिया। इस पर उसे समझ आया कि यह पूरा सेटअप फर्जी था और सभी खाते व वेबसाइट जालसाजी के उद्देश्य से बनाई गई थी। इसके बाद अनुज ने तुरंत 1930 पर कॉल कर ऑनलाइन शिकायतें दर्ज कराईं। अनुज की लिखित शिकायत के आधार पर थाना साइबर क्राइम सोनीपत में बीएनएस की धारा 318(4), 338, 336(3), 340, 61 के तहत मामला दर्ज किया गया।
यूके की यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिलाने का झांसा देकर लाखों रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने युवक से पैसे ले लिए और विदेश भेज दिया। लेकिन वहां पर उसे बताई गई नाम की कोई यूनिवर्सिटी नहीं मिली। आरोपी अब पैसे लौटाने से मना कर रहे हैं। मामला श्रीगंगानगर के कोतवाली थाना क्षेत्र का है। यूनिवर्सिटी में एडमिशन का झांसा दिया पुलिस को दी रिपोर्ट में राजकुमार (45) निवासी साधुवाली (श्रीगंगानगर) में बताया कि उसका बेटा सागर 12वीं पास कर यूके में पढ़ाई करना चाहता था। मई 2025 में शिकायतकर्ता व उसके बेटे की जान-पहचान साधुवाली के अनुराग नाम के शख्स से हुई। अनुराग ने खुद को ASN इमीग्रेशन (श्रीगंगानगर) का मालिक बताया और 22 लाख में स्टडी वीजा और यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिलाने का झांसा दिया। ठगों ने लोन भी दिलवाया जब राजकुमार ने पैसे नहीं होने की बात कही तो अनुराग ने उसे स्टडी लोन दिलवाने की बात कही। जिसके बाद आरोपियों ने राजकुमार के बेटे का स्टडी लोन अप्रूव करवा दिया। कुछ दिनों बाद युवक के अकाउंट में 33.87 लाख रुपए क्रेडिट हो गए। इसके बाद ठगों ने बाप-बेटे की चेकबुक, एटीएम कार्ड और पासवर्ड व खाली स्टाम्प अपने पास रख लिए। बोले- फीस जमा है, एडमिशन भी हो गया 24 से 28 जुलाई 2025 के बीच आरोपी अनुराग, नवल और साहिल ने युवक के अकाउंट से अलग-अलग बैंक अकाउंट में 33 लाख से ज्यादा रुपए ट्रांसफर कर लिए। जिसके बाद आरोपियों ने परिवार को बताया गया कि ब्रिस्टल (यूके) की यूनिवर्सिटी में सागर का एडमिशन हो गया। सागर की फीस जमा हो गई और वीजा आ गया। ठगों की बताई यूनिवर्सिटी ही नहीं थी 3 अगस्त को सागर को दिल्ली से यूके भेज दिया गया। ब्रिस्टल पहुंचते ही सागर को पता चला कि जिस यूनिवर्सिटी का पता अनुराग ने दिया था, वहां ऐसी कोई यूनिवर्सिटी है ही नहीं। जिसके बाद सागर ने पिता को फोन किया। राजकुमार जब अनुराग के H-ब्लॉक स्थित ASN इमीग्रेशन ऑफिस पहुंचे तो ठगों ने कहा कि उन्होंने ठगी की है और पहले भी ऐसे कई केस उनके खिलाफ हैं। आरोपियों ने चेकबुक-एटीएम कार्ड लौटाने से भी मना कर दिया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मामले की जांच सब इंस्पेक्टर स्वर्ण सिंह कर रहे हैं।
धनबाद के विधायक राज सिन्हा को इस वर्ष झारखंड विधानसभा का ‘उत्कृष्ट विधायक’ चुना गया है। विशेष चयन समिति द्वारा किए गए इस चयन की औपचारिक घोषणा रजत जयंती समारोह के अवसर पर की जाएगी। विधानसभा की ओर से हर साल यह सम्मान उस जनप्रतिनिधि को दिया जाता है, जिसने सदन में अपनी सक्रियता, जनसरोकारों पर प्रभावी पहल और विधायी कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो। इस साल यह सम्मान राज सिन्हा के नाम रहा। इन्हें समारोह के पहले सत्र में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार सम्मानित करेंगे। इस उपलब्धि ने न केवल धनबाद जिले में उत्साह का माहौल बनाया है, बल्कि यह भी साफ किया है कि विधायक ने अपने कार्यकाल में विकास के मुद्दों को मजबूती से उठाया है। वहीं रजत जयंती समारोह की तैयारियां तेजी से चल रही हैं। इस बार कार्यक्रम कई मायनों में खास होगा। समारोह को लेकर मंगलवार को स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने पूरे कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण भी किया। स्थापना दिवस के 25 साल, दो सत्र में समारोह इस बार 22 नवंबर का दिन झारखंड विधानसभा के लिए ऐतिहासिक होने जा रहा है, क्योंकि 2000 में गठित यह सदन अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है। 25 वर्षों की इस यात्रा को यादगार बनाने के लिए विधानसभा परिसर को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। मुख्य कार्यक्रम दो सत्रों में होगा। पहले सत्र को ‘सम्मान सत्र’ के रूप में रखा गया है। जिसमें विभिन्न क्षेत्रों में प्रदेश का नाम रोशन करने वाले विशिष्ट लोगों को सम्मानित किया जाएगा। शहीदों के परिजनों को भी विशेष रूप से मंच पर बुलाकर सम्मान दिया जाएगा। नवंबर 2023 से अब तक क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल और तीरंदाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को भी इस मंच से सम्मान मिलेगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी इस सत्र को संबोधित करेंगे और विधानसभा के उत्कृष्ट कर्मियों को सम्मानित करेंगे। शाम होगी सांस्कृतिक रंग में रंगी हुई रजत वर्ष कार्यक्रम का दूसरा सत्र पूरी तरह सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के नाम रहेगा, जिसमें बॉलीवुड के मशहूर गायक रूप कुमार राठौर अपनी प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम के दौरान हास्य कवि दिनेश बावरा भी मंच पर अपनी चुटीली कविताओं से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। शाम ढलते ही विधानसभा परिसर संगीत, प्रकाश और सांस्कृतिक रंगों से जगमगा उठेगा। समारोह में वर्तमान और पूर्व विधायक सहित गणमान्य को आमंत्रित किया गया है। राज्यपाल और मुख्यमंत्री दोनों इस ऐतिहासिक मौके पर राज्य को संबोधित करेंगे। रजत जयंती समारोह न केवल 25 वर्षों की यात्रा का उत्सव होगा, बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक और लोकतांत्रिक परंपरा की नई शुरुआत के रूप में भी याद किया जाएगा।
भिवानी में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री एवं आयरन लेडी के नाम से विख्यात इंदिरा गांधी के 108वें जन्मदिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर कांग्रेस नेताओं द्वारा याद किया। उनके जीवन आदर्शों को लेकर कांग्रेस नेताओं ने चर्चा की। भिवानी के रोहतक रोड स्थित जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस नेताओं ने एकत्रित होकर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को याद किया। कांग्रेसियों ने कहा कि किस प्रकार से इंदिरा गांधी ने भारत को आगे बढ़ाने के लिए कार्य किया। उन्होंने विभिन्न उतार-चढ़ाव के बीच देश की बागड़ोर संभाले रखी। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने महान वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस के शहरी जिला प्रधान प्रदीप गुलिया ने कहा कि इंदिरा गांधी एक महान शख्सियत थी। उन्होंने गरीबी मुक्त भारत का सपना देखा था, और इसे हकीकत में तबदील करने के लिए राष्ट्र निर्माण की विभिन्न योजनाओं को अमलीजामा पहनाया। जिला प्रधान ने इस मौके पर बिहार चुनाव को लेकर असंतोष जाहिर करते हुए वोट चोरी का आरोप लगाया। चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न उठाया। उन्होंने कहा कि भाजपा एक बात कहती है कि उनके पन्ना प्रमुख है। उनके सबसे मुख्य पन्ना प्रमुख चुनाव आयोग आयुक्त हैं। वे जो बीजेपी कहती है वह करते हैं। इंदिरा गांधी को किया यादइस मौके पर कांग्रेस नेता कमल सिंह प्रधान, युवा जिला अध्यक्ष मनदीप सुई, सुरेश प्रजापति ने कहा कि आज आयरन लेडी इंदिरा गांधी को याद किया गया है। उन्होंने भारत को न केवल विश्व पटल पर एक नई पहचान दी, बल्कि देश के गरीबों, किसानों और वंचितों के कल्याण के लिए ऐतिहासिक कार्य किए। स्व. इंदिरा गांधी का जीवन राष्ट्र सेवा और बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने अपनी व्यक्तिगत परवाह न करते हुए देश की सुरक्षा और संप्रभुता को सर्वोपरि रखा। श्वेत क्रांति एवं हरित क्रांति लाने का काम किया कांग्रेस नेताओं ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण हो, जिससे देश की संपत्ति पर कुछ पूंजीपतियों का नहीं, बल्कि आम जनता का अधिकार सुनिश्चित हुआ या फिर पाकिस्तान को विभाजित कर एक नए राष्ट्र (बांग्लादेश) का निर्माण करना हो, उनके हर फैसले में देशहित और जनहित निहित था। उन्होंने कहा कि स्व. इंदिरा गांधी ने देश में श्वेत क्रांति एवं हरित क्रांति लाने का काम किया था। उनके नेतृत्व में भारत ने विज्ञान, कृषि और सैन्य शक्ति के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की। उन्होंने कहा कि आज देश को फिर से इंदिरा गांधी के समावेशी विकास और सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण की आवश्यकता है। कांग्रेस के हर कार्यकर्ता का यह कर्तव्य है कि वह उनके दिखाए मार्ग पर चले और देश के लोकतंत्र तथा संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहे।
पलामू में लापता बच्चे की कुएं से मिली लाश:परिजनों ने हत्या की आशंका जताई, पुलिस को शव उठाने से रोका
पलामू जिले के लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के कुन्दरी गांव में दो दिनों से लापता आठ वर्षीय बच्चे का शव कुएं से बरामद किया गया है। बच्चे की पहचान इसी गांव के रामप्रवेश वर्मा के बेटे विवेक कुमार वर्मा के रूप में हुई है। परिजनों ने बच्चे की हत्या की आशंका जताई है, जबकि पुलिस इसे एक हादसा मानकर जांच कर रही है। सोमवार को खेलते समय हुआ था लापता विवेक 17 नवंबर को खेलते समय लापता हो गया था, जिसके बाद परिजन लगातार उसकी तलाश कर रहे थे। बुधवार को स्थानीय लोगों ने गांव के आहार में स्थित एक कुएं में बच्चे का शव उपलाता देखा। इस खबर से गांव में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर लेस्लीगंज थाना पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मदद से शव को कुएं से बाहर निकाला गया। जब पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजना चाहा, तो ग्रामीणों ने उन्हें रोक दिया। सुनियोजित हत्या की साजिश हो सकती है: ग्रामीण ग्रामीणों का आरोप है कि यह केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि सुनियोजित हत्या की साजिश हो सकती है। वे उच्चस्तरीय जांच की मांग पर अड़े हुए हैं। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक वे शव को आगे की प्रक्रिया के लिए नहीं उठाने देंगे और पुलिस को जांच शुरू नहीं करने देंगे। मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी स्थिति को संभालने और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर कानूनी प्रक्रिया शुरू करने का लगातार प्रयास कर रहे हैं, ताकि बच्चे का पोस्टमॉर्टम और आगे की जांच हो सके। हालांकि, ग्रामीण अपनी मांग पर कायम हैं। पुलिस को पैर फिसलने से बच्चे के कुएं में गिरने की आशंका लेस्लीगंज के थाना प्रभारी उत्तम कुमार राय ने बताया कि आहार में कई कुएं जमीन के बराबर बने हुए हैं। घटनास्थल के पास एक पतंग भी मिली है। उन्होंने आशंका जताई कि पतंग के कारण पैर फिसलने से बच्चा कुएं में गिर गया होगा और डूबने से उसकी मौत हो गई होगी।
पंजाब के फिरोजपुर में RSS नेता के पोते नवीन हत्याकांड मामले में पुलिस ने आज 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। दोनों को फिरोजपुर से ही पकड़ा गया। तीन दिन पहले बदमाशों ने शहर के बीच बाजार गोलीबारी कर नवीन की हत्या की थी। पकड़े गए आरोपियों की पहचान कनव और हर्ष के तौर पर हुई है। हत्याकांड की जिम्मेदारी खालिस्तानी संगठन शेर-ए-पंजाब ब्रिगेड ने ली थी। संगठन ने कहा था कि हमने हिंदूवादी गिरोह के नेता को सुधार दिया है। पढ़ें आरोपियों ने पूछताछ के बाद क्या बताया... खालिस्तानी संगठन की ओर से जारी किया था लेटर... संगठन की ओर से जारी पोस्ट में क्या-क्या लिखा... पोस्ट के अंत में संगठन के कमांडर परमजीत सिंह के साइन हैं। इस पोस्ट को संगठन के स्पोकपर्सन बहादुर सिंह संधु की ओर से जारी किया गया है। हालांकि, भास्कर इस पोस्ट की पुष्टि नहीं करता है।
धार जिले की सरदारपुर तहसील के ग्राम दसई में आठ दिन पहले हुई दुकान चोरी का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपियों से एक लाख दस हजार रुपये नकद, तीन लाख रुपये से अधिक का चोरी का सामान और घटना में प्रयुक्त एक कार जब्त की है। दसई चौकी प्रभारी जगदीशचंद्र निनामा ने बताया कि दसई के नया बाजार निवासी राजेश पिता सागरमल मंडलेचा की इमली घेरिया क्षेत्र स्थित दुकान से 9 नवंबर की रात अज्ञात बदमाशों ने ताला तोड़कर प्याज के कण (बीज) की 11 पेटियां चुरा ली थीं। फरियादी की रिपोर्ट पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। एक लाख 10 हजार में बेचे थे प्याज के कण धार एसपी मयंक अवस्थी, एएसपी पारुल बेलापुरकर और विजय डावर के निर्देश पर तथा सरदारपुर एसडीओपी विश्वदीपसिंह परिहार के मार्गदर्शन में अमझेरा थाना प्रभारी राजू मकवाना के नेतृत्व में बदमाशों की तलाश के लिए एक टीम गठित की गई। पुलिस टीम ने घटनास्थल से एक लोहे की टामी और तीन साड़ियों के टुकड़े जब्त किए। बदमाशों की तलाश में साइबर टीम की भी मदद ली गई। पुलिस ने अनिल पिता कैलाश चौहान, यादव कुमार पिता आशाराम प्रजापत, जितेंद्र पिता वरदीचंद मालवीय (तीनों निवासी ग्राम खिलेड़ी) और भेरूलाल पिता रामलाल गामड़ (निवासी ग्राम बामन्दा खुर्द) को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले रैकी की थी और फिर बलेनो कार से दसई आकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने चोरी किए गए प्याज के कण एक लाख दस हजार रुपये में बेच दिए थे। पुलिस टीम ने आरोपियों से बेचे गए प्याज के कण के एक लाख दस हजार रुपये नकद और शेष 55 किलो प्याज के कण, जिनकी कीमत करीब तीन लाख दो हजार पांच सौ रुपये है, जब्त किए हैं। इसके अलावा, घटना में प्रयुक्त कार क्रमांक एमपी 09 डब्ल्यूएम 4588, जिसकी अनुमानित कीमत करीब पांच लाख रुपये है, भी जब्त की गई है। इस घटना में शामिल एक अन्य आरोपी करण पिता राजेश, निवासी ग्राम टीमरीपाड़ा, थाना राजगढ़, अभी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
हरियाणा के कैथल लोकसभा क्षेत्र के सांसद नवीन जिंदल की विशेष पहल पर कलायत खंड में 20 नवंबर को सांसद खेल महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस खेल महोत्सव में ग्रामीण युवाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का सुनहरा अवसर मिलेगा। विभिन्न खेलों के मुकाबले कलायत खंड के अलग-अलग स्थानों पर आयोजित होंगे, जिसमें सैकड़ों खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। खेल महोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए सोमवार को कलायत स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में एक बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता कलायत भाजपा मंडल अध्यक्ष राजीव राजपूत ने की, जबकि सांसद नवीन जिंदल के कैथल कार्यालय प्रभारी रवीन्द्र धीमान ने आयोजन की रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की। खेल महोत्सव में होंगी कई प्रतियोगिताएं बैठक में तय किया गया कि कुराड गांव में एथलेटिक्स, जूडो, वॉलीबाल, कुश्ती, कबड्डी, रस्साकशी और स्किपिंग रोप के मुकाबले आयोजित होंगे। इसी तरह खेड़ी लांबा गांव में क्रिकेट के मैच खेले जाएंगे। वहीं, बॉक्सिंग के मुकाबले कैथल के आरकेएसडी स्टेडियम में आयोजित किए जाएंगे। बैठक में नगर पालिका कैथल के प्रतिनिधि, मार्किट कमेटी के पदाधिकारी, भाजपा के विभिन्न मंडलों के कार्यकर्ता, युवा नेता और खेल प्रेमी संगठनों से जुड़े लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सभी ने आयोजन को सफल बनाने का संकल्प लिया। विजेता खिलाड़ियों को मिलेगा नकद पुरस्कार सांसद प्रतिनिधि रविंद्र धीमान ने बताया कि सांसद नवीन जिंदल का सपना है कि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल मंच तक पहुंचाया जाए। इसी उद्देश्य से सांसद खेल महोत्सव का आयोजन लगातार किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि विजेता खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार, ट्रॉफी और प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाएंगे। भाजपा मंडल अध्यक्ष राजीव राजपूत ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि अधिक से अधिक युवा इस खेल महोत्सव में भाग लें और अपने गांव व क्षेत्र का नाम रोशन करें। बैठक में मौजूद सभी लोगों ने 20 नवंबर को होने वाले इस खेल दंगल को यादगार बनाने का वादा किया। यह आयोजन न केवल खेल प्रतिभा को निखारेगा बल्कि क्षेत्र में खेल भावना को भी बढ़ावा देगा।

