छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) में आईसीपीसी एशिया रीजनल कानपुर साइट 2025 का लगातार आठवीं बार भव्य शुभारंभ लेक्चर हाल-1 में हुआ। कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का ओलंपियाड कहे जाने वाले इंटरनेशनल कॉलेजिएट प्रोग्रामिंग कॉन्टेस्ट (ICPC) में युवा मस्तिष्क उच्च स्तरीय एल्गोरिदमिक समस्या समाधान में प्रतिस्पर्धा करते हैं। इसमें देशभर की 106 टीमों के 350 से अधिक प्रतिभागी अपनी दक्षता को दिखा रहे हैं। इन प्रतिभागियों में IIT, NIT और IIIT जैसे देश के प्रमुख संस्थानों के छात्र- छात्राएं शामिल हुये हैं। मंगलवार देर शाम विजेता के नाम की घोषणा होगी। वैश्विक चुनौतियों के लिए छात्र खुद को तैयार करतेवीसी प्रो. विनय कुमार पाठक ने कहा कि आईसीपीसी केवल एक प्रतियोगिता नहीं है, बल्कि एक ऐसा मंच है जहां युवा तकनीकीविद अपनी क्षमताओं को पहचानते हैं। अपनी बौद्धिक शक्ति को निखारते हैं और वैश्विक चुनौतियों के लिए स्वयं को तैयार करते हैं। आईसीपीसी न केवल प्रोग्रामिंग कौशल विकसित करता है, बल्कि टीमवर्क, धैर्य और दबाव में समस्या समाधान जैसी क्षमताएं भी विकसित करता है, जो भविष्य के नवप्रवर्तकों के लिए अनिवार्य हैं। देशभर से आईं टीमेंइस वर्ष प्रतियोगिता में देशभर से टीमें भाग ले रही हैं, जिनमें 25 आईआईटी (आईआईटी कानपुर, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी रुड़की, आईआईटी गुवाहाटी और आईआईटी पटना), 20 एनआईटी (एनआईटी त्रिची, एनआईटी जमशेदपुर और एनआईटी कुरुक्षेत्र ), 15 आईआईआईटी विशेष रूप से (आईआईआईटी हैदराबाद, आईआईआईटी बैंगलोर और आईआईआईटी इलाहाबाद) की टीमें भाग ले रहे हैं। प्रत्येक टीम में तीन छात्र एक कोचप्रत्येक टीम में तीन छात्र और एक कोच शामिल हैं। वे पांच घंटे की गहन कोडिंग प्रतियोगिता में 8 से 10 जटिल एल्गोरिदमिक समस्याओं को हल करेंगे। इस मौके पर प्रोवीसी प्रोसेसर सुधीर कुमार अवस्थी, डॉ. संदेश गुप्ता, डीन एकेडमिक प्रो.बृष्टि मित्र, प्रो. सुधांशु पांडिया, प्रो. संदीप सिंह आदि रहे।
आजमगढ़ जिले के जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के नगर पंचायत अजमतगढ़ में स्थित स्मिथ इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य रामनकुल की पत्नी उषा देवी द्वारा जीयनपुर थाने में तहरीर देकर विद्यालय के अध्यापक सुशील शुक्ला पुत्र स्वर्गीय रामआसरे शुक्ला और एक अन्य अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस को दिए शिकायती पत्र में उषा देवी ने आरोप लगाया है कि शनिवार 20 दिसम्बर को राम आसरे शुक्ला शाम लगभग साढ़े पांच बजे मेरे सरकारी आवास पर आए और लोगों ने शराब के नशे में धुत होकर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए भद्दी भद्दी गलियां देते हुए अवैध हथियार दिखाकर डराने धमकाने व प्रधानाचार्य राम नकुल को सोमवार को स्कूल खुलने पर जान से मारने की धमकी दी। जिसका रिकॉर्ड सीसी कैमरे में कैद हो गया। उषा देवी ने बताया कि जब यह लोग मेरे घर पर शनिवार को शाम को पहुंचे तो शराब के नशे में धुत होकर बद्दी बद्दी गालियां देते हुए मेरे पति को जान से मारने की धमकी दी। मैं काफी डरी सहमी पुलिस को सूचना दी और लिखित तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई।तहरीर के आधार पर जीयनपुर पुलिस ने जांच कर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच में जुटी पुलिस इस बारे में जिले के एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया की प्रधानाचार्य की पत्नी उषा देवी की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। और आरोपी अध्यापक को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ की जा रही है। एसपी ग्रामीण चिराग जैन का कहना है कि मामले में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
अलीगढ़ के टप्पल थाने में तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल देव दीक्षित को गोली मारने वाले 50 हजार के इनामी हिस्ट्रीशीटर ओमप्रकाश उर्फ शाका निवासी जलालपुर टप्पल का आखिरकार पैर काटना पड़ा। मुठभेड़ के दौरान लगी गोली के बाद उसके पैर में गैंगरीन फैल गई थी। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने सर्जरी कर पैर अलग कर दिया। शाका को पुलिस ने 3 दिसंबर की देर रात टप्पल थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया था। मुठभेड़ में उसके दोनों पैरों में पीछे की ओर से गोली लगी थी। बाईं टांग में जांघ के पास और दाईं टांग में घुटने में गोली लगी थी। दाईं टांग का घुटना पूरी तरह बेकार हो गया था। जेल अस्पताल में बिगड़ी हालत मुठभेड़ के बाद घायल शाका को रात में ही जेएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। प्राथमिक उपचार के बाद उसे जेल भेज दिया गया, जहां जेल अस्पताल में भर्ती रखा गया। इलाज के बावजूद दाहिने पैर की हालत में सुधार नहीं हुआ और धीरे-धीरे गैंगरीन फैलने लगी। हालत गंभीर होने पर करीब एक सप्ताह पहले उसे दोबारा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। रविवार को सभी जरूरी जांचों के बाद डॉक्टरों ने सर्जरी कर उसका पैर काट दिया। डॉक्टरों के मुताबिक समय रहते सर्जरी नहीं होती तो जान को खतरा हो सकता था। कॉन्स्टेबल को मारी थीं तीन गोलियां 9 नवंबर को पुलिस टीम शाका को गिरफ्तार करने उसके गांव पहुंची थी, तब उसने पिस्टल से फायरिंग कर दी थी। इस हमले में कॉन्स्टेबल देव दीक्षित को सीने और पेट में तीन गोलियां लगी थीं। गंभीर हालत में उन्हें पहले जिला अस्पताल और बाद में फरीदाबाद के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। पहले भी कर चुका था फायरिंग शाका इससे पहले 19 नवंबर की रात भी टप्पल पुलिस से मुठभेड़ कर चुका था। उस दौरान उसका साथी निशांत पकड़ा गया था, जबकि शाका पुलिस पर फायरिंग कर फरार हो गया था। उसकी गोली से पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हुई थी। कई मामलों में वांछित हिस्ट्रीशीटर शाका पर युवकों से मारपीट, फायरिंग और जानलेवा हमले जैसे कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक वह एक्सप्रेस-वे के पास एक खंडहर में छिपा हुआ था और किसी बड़ी वारदात की फिराक में था, तभी पुलिस ने उसे घेराबंदी कर दबोच लिया। पैर खराब होने पर भेजा था मेडिकल कॉलेज जेल अधीक्षक ब्रिजेंद्र सिंह यादव ने बताया कि ओमप्रकाश उर्फ शाका का दाएं पैर सही नहीं हो रहा था। इसलिए उसे जेएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया। वहीं, सीएमओ इंचार्ज डॉ. नरेश शर्मा ने बताया कि गैंगरीन फैलने के कारण उसका पैर बेकार हो गया था। इसलिए रविवार को सर्जरी कर काटना पड़ा।
लखनऊ में सोशल मीडिया पर स्टंटबाजी का एक वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। वायरल वीडियो में कुछ युवक चलती लग्जरी कारों की खिड़कियों पर बैठकर खतरनाक स्टंट करते नजर आ रहे हैं। गोमतीनगर विस्तार थाना पुलिस ने वीडियो का संज्ञान लेकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो गोमतीनगर विस्तार इलाके में जनेश्वर मिश्र पार्क के पास जी-20 रोड का है। वीडियो में पांच से छह लग्जरी कारों का काफिला सड़क पर चलता दिख रहा है, जिसमें कुछ युवक कार की खिड़कियों पर बैठे हुए स्टंट कर रहे हैं। बीच-बीच में कारों को लहराते हुए भी देखा जा सकता है। इस दौरान सड़क पर चल रहे अन्य वाहन चालकों और राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इंस्पेक्टर सुधीर कुमार अवस्थी ने बताया कि वीडियो पुलिस की जानकारी में है। कारों के नंबरों के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है। जल्द ही उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस तरह की स्टंटबाजी से न केवल अपनी जान खतरे में पड़ती है, बल्कि दूसरों की सुरक्षा भी प्रभावित होती है।
रिटायरमेंट के 10 महीने पहले बार-बार ट्रांसफर से परेशान जिला एवं सैशन न्यायाधीश दिनेश गुप्ता ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाकर अपने ट्रांसफर आदेश को रद्द करने की गुहार की। उनकी याचिका पर सुनवाई करते हुए सीजेआई जस्टिस सूर्यकांत, जस्टिस जॉयमाला बागची व जस्टिस विपुल एम.पंचोली की बैंच ने कहा कि इस बात में कोई संदेह नहीं है कि गुप्ता एक प्रतिभाशाली जज हैं और इसलिए ही उन्हें जेडीए में निदेशक विधि व विधिक सेवा प्राधिकरण में पोस्टिंग दी गई थी। इसलिए इन दोनों पोस्टिंग को सजा के तौर पर नहीं माना जा सकता। सुप्रीम कोर्ट ने गुप्ता की गंभीर सेहत के कारण जयपुर में निरंतर इलाज चलने, रिटायरमेंट में मात्र दस महीने बचने तथा शिक्षिका पत्नी के रिटायरमेंट में भी कम समय होने के आधार पर हाईकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस को जज गुप्ता के प्रतिवेदन पर दो हफ्ते में सहानुभूतिपूर्वक विचार करने को कहा है। फैसले के बाद हुआ था ट्रांसफरजज दिनेश गुप्ता जयपुर कमर्शियल कोर्ट में जज थे। इस दौरान उन्होंने 5 जुलाई 2025 को एक निजी कंपनी पर 50 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। इसी दिन उनका ट्रांसफर जयपुर से ब्यावर प्रिंसिपल डीजे के पद पर कर दिया गया। वहीं पांच महीने में ही 2 दिसंबर को ब्यावर से जालौर ट्रांसफर कर दिया गया। इस पर जज गुप्ता ने एक्टिंग चीफ जस्टिस को अपनी गंभीर बीमारी के कारण गिरती सेहत व रिटायरमेंट में मात्र 10 महीने बचने का हवाला देते हुए ट्रांसफर रद्द करके जयपुर में ही रखने का प्रतिवेदन दिया था। लेकिन प्रतिवेदन पर कोई सुनवाई नहीं होने पर उन्होने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। फैसलों को लेकर हमेशा रहे चर्चित जज दिनेश गुप्ता अपने कार्यकाल में कई चर्चित फैसलों को लेकर हमेशा चर्चा में रहे। साल 2005 में जयपुर में मजिस्ट्रेट रहते हुए एक रैली के दौरान राष्ट्रीय ध्वज को पैरों तले रौंदने पर तत्कालीन जयपुर एसपी सहित दो आरएएस अफसरों के खिलाफ प्रसंज्ञान लेकर गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिए थे। जज गुप्ता ने आरसीए के तत्कालीन अध्यक्ष व आईपीएल कमिश्नर रहे ललित मोदी के खिलाफ भी एक मामले में गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे। वहीं, सवाई माधोपुर पॉक्सो कोर्ट में तैनाती के दोरान एक मामले में तत्कालीन डीजीपी कपिल गर्ग को भी उनकी अदालत में हाजिर होना पड़ गया था। जयपुर विकास प्राधिकरण में विधि निदेशक के पद तैनाती के दौरान उन्होंने जयपुर के अरबों रूपए की जमीन को सरकार की मिलीभगत से हड़पने का खुलासा किया और जमीन के एक बड़े हिस्से को हड़पे जाने से बचाया।
जोधपुर शहर के रामलीला मैदान (रावण चबूतरा मैदान) में 25 दिसंबर से 4 जनवरी तक होने वाले पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 की तैयारियां भूमि पूजन के साथ अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। सोमवार को मेला स्थल पर विधि-विधान से भूमि पूजन किया गया, जिसमें कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल, जनप्रतिनिधि, लघु उद्योग भारती पदाधिकारी और आयोजन समिति के सदस्य सपरिवार शामिल हुए। भूमि पूजन में मंत्री और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी भूमि पूजन में महावीर चोपड़ा-इंदु चोपड़ा, सुरेश बिश्नोई-मधु बिश्नोई, सुधीन्द्र दुग्गड-मीनू दुग्गड़, पंकज भंडारी-ऊषा भंडारी और दीपक माथुर-संगीता माथुर ने हवन में आहुतियां दीं। प्रेस नोट के अनुसार सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, शहर विधायक अतुल भंसाली, जीव जंतु कल्याण बोर्ड अध्यक्ष जसवंत सिंह बिश्नोई और जेडीए के पूर्व अध्यक्ष महेंद्र सिंह राठौड़ विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कैबिनेट मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि पिछले करीब 35 वर्षों से यह उत्सव जोधपुर में उद्योग, हस्तशिल्प और व्यापार की प्रमुख धुरी के रूप में विकसित हुआ है और इस बार भी देश के लगभग 20 प्रांतों से अलग-अलग हस्तशिल्प उत्पादक अपने उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय करेंगे। नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती, 800 से अधिक स्टॉल उत्सव की नोडल एजेंसी लघु उद्योग भारती है, जिसने जिला प्रशासन और जिला उद्योग केंद्र के साथ मिलकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया है। मेला संयोजकों के अनुसार इस बार 15 विशिष्ट डोम और 800 से अधिक स्टॉल लगाए जा रहे हैं, जिनमें “लोकल फॉर वोकल” के तहत स्थानीय हस्तशिल्पियों और उद्यमियों को प्राथमिकता दी जा रही है। लघु उद्योग भारती के प्रांत महामंत्री और मेला संयोजक सुरेश कुमार बिश्नोई ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 2026 की थीम “ऑपरेशन सिंदूर” रखी गई है, जिसके तहत भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम को विशेष रूप से प्रदर्शित किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और B2B प्लेटफॉर्म लघु उद्योग भारती के निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष घनश्याम ओझा ने कहा कि यह केवल मेला नहीं, बल्कि “बिजनेस टू बिजनेस” और “बिजनेस टू कंज्यूमर” के बीच रिश्ते मजबूत करने का प्लेटफॉर्म है। टैक्स, नई संभावनाएं, नए वित्तीय मॉडल, उद्यमियों की समस्याओं, सरकारी योजनाओं और उद्योगपतियों की जरूरतों जैसे विषयों पर अलग-अलग कॉन्फ्रेंस और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे, जिनसे जोधपुर और मारवाड़ के उद्यमियों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है। मुख्य समन्वयक महावीर चोपड़ा ने बताया कि पिछले एक महीने से लघु उद्योग भारती की टीम मेले को भव्य और आकर्षक बनाने के साथ-साथ भारतीय सभ्यता और संस्कृति से ओतप्रोत स्वरूप देने पर काम कर रही है, ताकि आगंतुकों को खरीदारी के साथ सांस्कृतिक अनुभव भी मिल सके। सुरक्षा, व्यवस्थाएं और मुख्य मेहमान मेला संयोजकों के अनुसार इस बार उत्सव परिसर में सुरक्षा, पार्किंग, साफ-सफाई और आगंतुकों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिसके लिए प्रशासन, पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय किया गया है। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शिरकत करने की संभावना जताई गई है, जबकि पहले के संस्करणों में भी मुख्यमंत्री स्तर के अतिथि उद्घाटन कर चुके हैं। भूमि पूजन के मौके पर संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह, जिला उद्योग केंद्र के अतिरिक्त आयुक्त एवं आयोजन समिति सचिव एस.एल. पालीवाल सहित लघु उद्योग भारती के अनेक पदाधिकारी और व्यापारी संगठन से जुड़े सदस्य उपस्थित रहे और उत्सव को सफल बनाने का संकल्प दोहराया।
भभुआ गोलीकांड में नाबालिग गिरफ्तार:युवक को गोली मारने के मामले में एक आरोपी पहले ही जेल में
कैमूर के भभुआ शहर में 24 जून 2025 को जिला शिक्षा कार्यालय के समीप बाइक सवार युवक को गोली मारने की सनसनीखेज घटना में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में शामिल एक नाबालिग को नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उससे आगे की कानूनी कार्रवाई में जुट गई है। घटना का संक्षिप्त विवरण भभुआ थाना अध्यक्ष मुकेश कुमार के अनुसार, घटना की सुबह करीब 8 बजे वार्ड संख्या 12 जायका गली निवासी वीरेंद्र गोंड के पुत्र अभिषेक गोंड अपने एक मित्र के साथ बाइक से अखलासपुर बस स्टैंड एक परिचित को छोड़ने गए थे। परिचित को छोड़ने के बाद जब अभिषेक वापस लौट रहे थे, तभी जिला शिक्षा कार्यालय के सामने पहले से घात लगाए बदमाशों ने उन पर गोली चला दी। गोली लगने से अभिषेक गंभीर रूप से घायल हो गया और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी इस मामले में पहले ही वार्ड 18 निवासी विजय कुमार भारती के पुत्र प्रतीक कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अब नाबालिग की गिरफ्तारी से पुलिस को आशा है कि घटना में शामिल अन्य आरोपियों तक भी जल्द पहुँच बनाई जा सकेगी। जांच जारी भभुआ नगर थाना पुलिस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है। पकड़े गए नाबालिग से पूछताछ के दौरान पुलिस ने मामले के अन्य पहलुओं और आरोपियों की पहचान में महत्वपूर्ण सुराग हासिल किए हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही अन्य दोषियों तक भी कार्रवाई की जाएगी। यह गिरफ्तारी जिले में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के प्रति प्रशासन की तत्परता को दर्शाती है।
ग्वालियर में सोमवार शाम एक युवक सरकारी मल्टी से नीचे गिरकर घायल हो गया। यह घटना बहोड़ापुर सागरताल स्थित मानपुर फेस-2 बिल्डिंग की है। बताया जा रहा है कि युवक किसी दोस्त से मिलने के लिए सरकारी मल्टी की दूसरी मंजिल पर गया था, जहां छत पर पैर फिसलने से वह नीचे गिर पड़ा। घटना के समय मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है। सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। शहर के हजीरा स्थित न्यू कॉलोनी नंबर दो निवासी 24 वर्षीय निक्की पाल, पुत्र भान सिंह पाल, एक प्राइवेट फर्म में काम है। सोमवार शाम वह बहोड़ापुर थाना क्षेत्र स्थित सरकारी मल्टी मानपुर फेस-2 में रहने वाले अपने एक दोस्त से मिलने गया था। दोस्त से मिलकर लौटते समय छत पर पैर फिसलने से वह नीचे गिर गया और गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। फिलहाल उसकी स्थिति ठीक न होने के कारण उससे पूछताछ नहीं हो सकी है। पुलिस उसके स्वस्थ होने के बाद बयान दर्ज करेगी। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की घटना के बाद पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन कोई भी यह नहीं बता सका कि युवक किस मंजिल से गिरा। लोगों के अनुसार, उन्हें अचानक गिरने की आवाज सुनाई दी और जब वे मौके पर पहुंचे तो युवक नीचे पड़ा हुआ था। हालांकि, पुलिस को जानकारी मिली है कि घायल का दोस्त दूसरी मंजिल पर रहता है, इसलिए आशंका जताई जा रही है कि युवक दूसरी मंजिल से गिरा होगा। बहोड़ापुर थाना प्रभारी आलोक परिहार ने बताया- एक घटना के बारे में सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन घायल को स्थानीय लोगों ने हॉस्पिटल पहुंचा दिया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पूर्व आरटीओ आरक्षक सौरभ शर्मा के साले रोहित तिवारी ने कोर्ट से खुद को आरोप-मुक्त करने की मांग की है। इस मामले में कोर्ट 10 जनवरी को फैसला दे सकता है। रोहित के वकील ने कहा है कि ईडी अपनी चार्जशीट में सौरभ शर्मा और रोहित तिवारी के बीच व्यवसायिक लेन-देन में गड़बड़ी साबित नहीं कर पाई। इससे पहले कोर्ट ने सौरभ शर्मा और उसके सहयोगी चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल को आरोपमुक्त करने की याचिका खारिज कर दी थी। जबलपुर में रहने वाले सौरभ शर्मा के साले रोहित तिवारी और उसकी पत्नी समेत सौरभ की पत्नी, मां, चेतन, शरद समेत अन्य को ईडी ने आरोपी बनाया है। रोहित तिवारी को आरोप-मुक्त करने के आवेदन पर सोमवार को अपर जिला न्यायाधीश की कोर्ट में सुनवाई हुई। वकील बोले- रोहित की कमाई में अनियमितता नहीं पाई गई इस सुनवाई में सौरभ के साले रोहित को आरोप मुक्त करने की मांग रोहित के वकील आकाश तैलंग ने की। इस दौरान उन्होंने कोर्ट को बताया कि सौरभ और रोहित के बीच व्यवसायिक संबंध की पुष्टि ईडी नहीं कर पाई गई है।रोहित की कमाई में अनियमितता नहीं पाई गई है। उन्होंने कहा कि सौरभ के सभी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन और बैंक अकाउंट की जानकारी ईडी को शेयर की गई है, जिसमें कोई भी ट्रांजैक्शन रोहित तिवारी और सौरभ शर्मा के बीच नहीं मिला है। ईडी ने सिर्फ इसलिए आरोपी बनाया है, क्योंकि रोहित रिश्तेदार है। इस पर ईडी आपत्ति जताई है। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद कोर्ट ने ऑर्डर रिजर्व रखा है और 10 जनवरी को फाइनल सुनवाई कर फैसला देने को कहा है। इसके पहले सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल की ओर से भी कोर्ट से आरोप मुक्त किए जाने की याचिका लगाई जा चुकी है। जिसे कोर्ट खारिज कर चुका है। कोर्ट से रिमांड पर लेकर ईडी ने की थी पूछताछ ईडी ने सौरभ शर्मा, चेतन सिंह गौर और शरद जायसवाल की इसी साल जनवरी में गिरफ्तारी के बाद कोर्ट से उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी और चल अचल संपत्ति जब्त करने के साथ बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई की थी। इसके बाद कोर्ट में चालान पेश किया गया।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने हत्या मामले में जेल में बंद अभियुक्त की सजा के खिलाफ अपील पर दाखिल ज़मानत अर्जी के विरोध के लिए झूठा हलफनामा दाखिल करने वाले शिकायतकर्ता पर ढाई लाख रुपये हर्जाना लगाया है। कोर्ट ने पहले पांच लाख का हर्जाना लगाया लेकिन अधिवक्ता के अनुरोध पर इसे घटाकर ढाई लाख रुपये कर दिया और शिकायतकर्ता को निर्देश दिया कि एक माह में अपीलार्थी को हर्जाना राशि का भुगतान करे। ऐसा न करने पर DM आजमगढ़ वसूली कर भुगतान कराएंगे। यह आदेश न्यायमूर्ति सिद्धार्थ एवं न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्र की खंडपीठ ने आजमगढ़ के चंद्रशेखर उर्फ घुरहू सरोज व राजेंद्र प्रजापति की जमानत अर्जी को स्वीकार करते हुए दिया है। अर्जी पर अधिवक्ता वीके बरनवाल व अंशुल बरनवाल ने बहस की। कोर्ट ने कहा कि अपीलार्थी ट्रायल के दौरान जमानत पर थे, कोर्ट में 200 अपीलें रोज लिस्ट होती हैं, उनका निस्तारण संभव नहीं है। अपीलार्थियों पर फायरिंग करने का आरोप नहीं है। इस अपील की भी शीघ्र सुनवाई की संभावना नहीं है। कोर्ट ने दोनों अभियुक्तों की सशर्त जमानत मंजूर कर ली। साथ ही आधा जुर्माना माफ करते हुए शेष राशि एक माह में जमा करने का निर्देश दिया है। अपीलार्थी ने पेश किया था बीमारी का फर्जी मेडिकल दस्तावेज शिकायतकर्ता मनीष राय ने अर्जी देकर कहा कि अपीलार्थी चंद्रशेखर ने बीमारी का फर्जी मेडिकल दस्तावेज पेश कर जमानत मांगी है। इस पर कोर्ट ने सरकारी वकील से जानकारी मांगी तो जिला जेल अधीक्षक आजमगढ़ ने बताया कि अपीलार्थी के सीने में दर्द था। उसे जिला अस्पताल में दिखाया गया और बीएचयू में भी जांच कराई गई। वहां पर हृदय संबंधी बीमारी की शिकायत पाई गई। इलाज चल रहा है। इस खुलासे के बाद कोर्ट ने नाराजगी जताई और गलत अर्जी दाखिल कर जमानत अर्जी की सुनवाई में 15 दिन की देरी के लिए शिकायतकर्ता पर भारी हर्जाना लगाया। यह था पूरा मामला दरअसल, 28 मई 2018 को शिकायतकर्ता मनीष राय के गांव के गुरु प्रसाद राय उर्फ बेचू राय, और उनके बेटों, कृष्ण राय व चंदन राय ने मनीष राय और उसके भाइयों, उमाशंकर राय व दिनेश राय पर गोली चलाई थी। मनीष राय तो बच गया लेकिन उमाशंकर राय व दिनेश राय को गोली लगने से चोट आई और बाद में उमाशंकर राय की मौत हो गई। मनीष राय ने घटना की प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जो इस मामले का गवाह और पैरोकार भी था। इस मामले में ट्रायल कोर्ट ने अभियुक्तों को सजा सुनाई, जिसके खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की गई है। अपील में दो आरोपियों ने जमानत अर्जी दाखिल की थी जिसे कोर्ट ने सशर्त मंजूर कर लिया है।
आगामी 26 दिसंबर 2025 को खगड़िया के बछौता स्थित शारदा फार्म हाउस में प्रदेश जनता दल (यूनाइटेड) के आह्वान पर एक ऐतिहासिक राजनीतिक आयोजन होने जा रहा है। यह समारोह हालिया चुनाव में पार्टी को मिली प्रचंड सफलता के उपलक्ष्य में कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करने और जदयू सदस्यता अभियान के तहत आयोजित किया जा रहा है। सदर विधायक ने की तैयारियों का निरीक्षण कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने के बाद जदयू के सदर विधायक बबलू कुमार मंडल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि यह आयोजन पार्टी कार्यकर्ताओं की निष्ठा, समर्पण और संगठनात्मक एकजुटता को सम्मान देने के साथ-साथ पार्टी को जमीनी स्तर पर और अधिक सशक्त बनाने का महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने बताया कि समारोह में जदयू के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक उमेश सिंह कुशवाहा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इसके अलावा, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं विधान पार्षद आफाक अहमद सहित कई वरिष्ठ और प्रभावशाली नेता भी इस भव्य कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। कार्यक्रम की तैयारी में जुटा संगठन जदयू के कार्यकारी जिला अध्यक्ष राजकुमार फोगला ने कहा कि आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए पार्टी संगठन पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ तैयारियों में जुटा हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह समारोह संगठनात्मक मजबूती, कार्यकर्ताओं के उत्साह और जनसमर्थन का ऐतिहासिक उदाहरण बनेगा। नेताओं और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति स्थल निरीक्षण के दौरान जदयू अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव उमेश सिंह पटेल, जिला प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री, जिला कोषाध्यक्ष संदीप केडिया, जदयू नेता अविनाश पासवान, मानसी प्रखंड अध्यक्ष राजनीति प्रसाद सिंह, खगड़िया नगर परिषद कार्यकारी अध्यक्ष प्रभात शर्मा, पारस गुप्ता, ललन पासवान सहित कई वरिष्ठ पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने का संकल्प दोहराया और जिले के अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं व आम नागरिकों से इसमें बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की। इस आयोजन के माध्यम से पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने के साथ-साथ आगामी सदस्यता अभियान को व्यापक और प्रभावशाली रूप देने की रणनीति भी तैयार की जा रही है।
भीषण सर्दी और कोहरे का असर अब ट्रेनों के संचालन में लगातार देखने को मिल रहा है। ट्रेनें देरी से स्टेशन पर पहुंच रही हैं, जिसके कारण यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आम ट्रेनों के साथ ही वंदेभारत, श्रमशक्ति और राजधानी जैसी ट्रेनें भी 5-8 घंटे देरी से चल रही हैं। सोमवार को 41 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से कानपुर पहुंची और लोगों को परेशान होना पड़ा। सोमवार को कानपुर आने वाली और कानपुर से पास होने वाली कई ट्रेनें 8 से 15 घंटे तक देरी से चल रही हैं। जिसके कारण लगातार यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ट्रेनों की लेटलतीफी के कारण यात्री टिकटें भी कैंसिल करा रहे हैं। हर दिन 1000 से 1500 तक टिकटें कानपुर से कैंसिल कराई गई हैं। तेजस 8, वंदेभारत 7 घंटे हुई लेट कानपुर में शनिवार को कई ट्रेनें 8 घंटे तक देरी से पहुंची तो कई 6-6 घंटा देरी से प्लेटफार्म पर आई। वहीं आधा दर्जन से ज्यादा ट्रेनें अभी भी देरी से चल रही हैं, जो दोपहर तक देरी से पहुंचेंगी। इसमें हमसफर एक्सप्रेस सोमवार को 5 घंटे देरी से कानपुर पहुंची। हमसफर एक्सप्रेस को रविवार रात 11:50 पर बानपुर आना था, जो सोमवार को सुबह 5:12 बजे सेंट्रल पर पहुंची। तेजस एक्सप्रेस (82502) को रविवार रात 8:35 पर कानपुर सेंट्रल पहुंचना था, लेकिन यह ट्रेन सोमवार सुबह 5:21 बजे कानपुर पहुंची है। वहीं वंदेभारत (22416) को शाम 7:08 बजे पहुंचना था। यह 7 घंटे देरी से रात 2 बजे पहुंची। ट्रेन लेट होने के कारण परेशान हुए यात्री कोहरे के कारण वंदेभारत, अमृत भारत, राजधानी जैसी ट्रेनें भी 3-4 घंटे तक देरी से चल रही हैं। जिसके कारण यात्री भीषण सर्दी में प्लेटफार्म पर परेशान होते रहे। ट्रेन के इंतजार में यात्री प्लेटफार्म पर ठिठुरते रहे और जब उनकी ट्रेन आई तो वह ट्रेन में चढ़े। वहीं ट्रेन के घंटों लेट होने के कारण सोमवार सुबह लगभग 600 यात्रियों ने अपनी टिकट कैंसिल करा दी है। वहीं अभी भी कई ट्रेनें अपने निर्धारित समय से देरी से चल रही हैं, जो दोपहर तक कानपुर पहुंचने की संभावना है। जिसके कारण लोग लगातार ट्रेनों का इंतजार कर रहे हैं।
मधुबनी में राज्यस्तरीय युवा उत्सव 2025 का आयोजन मंगलवार और बुधवार को होने जा रहा है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन ने सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। सोमवार की देर रात जिलाधिकारी आनंद शर्मा और पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने जिला स्तरीय अन्य अधिकारियों के साथ मिलकर प्रतिभागियों के ठहराव, खान-पान और सुविधाओं का विस्तृत निरीक्षण किया। प्रतिभागियों के आवास और सुविधाओं का निरीक्षण जिलाधिकारी ने सबसे पहले वाट्सन मध्य विद्यालय, शिक्षा भवन और खेल भवन का दौरा किया, जहाँ राज्य भर से आए प्रतिभागियों के आवास की व्यवस्था की गई है। इस दौरान डीएम ने प्रतिभागियों से सीधे संवाद कर उनके ठहराव और भोजन की गुणवत्ता के बारे में जानकारी प्राप्त की। प्रतिभागियों ने आवास और खान-पान की व्यवस्था को संतोषजनक बताते हुए जिला प्रशासन की तैयारियों की सराहना की। डीएम ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए कि आयोजन के दौरान प्रतिभागियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने विशेष रूप से साफ-सफाई, पेयजल, विद्युत आपूर्ति और स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान देने को कहा। आवासीय क्षेत्रों के आसपास स्वच्छता बनाए रखना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी। सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा निरीक्षण पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। उन्होंने बताया कि पूरे आयोजन क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल और महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटा जा सके। सभी पुलिस कर्मियों को सतर्क रहने और शांति बनाए रखने के निर्देश दिए गए। विभागीय समन्वय और प्रतिभागियों से सुझाव डीएम ने बताया कि युवा उत्सव के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने सभी विभागों से आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा ताकि प्रतिभागियों को मधुबनी में एक सुखद अनुभव प्राप्त हो। निरीक्षण के दौरान प्रशासनिक टीम ने प्रतिभागियों से आयोजन और सुविधाओं को लेकर सुझाव भी प्राप्त किए। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, जिला युवा समन्वयक, नगर कार्यपालक पदाधिकारी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। प्रशासन की तैयारियों और समन्वयपूर्ण प्रयासों से यह आयोजन न केवल जिले के गौरव का विषय बनेगा बल्कि स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणादायक अवसर भी साबित होगा।
माघ मेला में गोरखपुर से चलेगी स्पेशल ट्रेन:यात्रियों को मिलेंगी राहत, जानिए डेट और टइमिंग
प्रयागराज में लगने वाले माघ मेला को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए गोरखपुर–झूसी–गोरखपुर रूट पर दो जोड़ी माघ मेला आरक्षित विशेष ट्रेनों के संचालन का फैसला किया है। इन ट्रेनों का संचालन जनवरी और फरवरी 2026 में अलग-अलग डेट पर किया जाएगा, ताकि मेला जाने और लौटने वाले श्रद्धालुओं को यात्रा में परेशानी न हो।पहली जोड़ी में ट्रेन संख्या 05002/05001 शामिल है। यह ट्रेन गोरखपुर से 01, 03, 13, 15, 16, 18, 21, 23, 30 जनवरी और 01, 13 व 15 फरवरी 2026 को चलाई जाएगी। वापसी में यही ट्रेन झूसी से 02, 04, 14, 16, 17, 19, 22, 24, 31 जनवरी और 02, 14 व 16 फरवरी 2026 को चलेगी।05002 गोरखपुर–झूसी माघ मेला स्पेशल गोरखपुर से रात 21:30 बजे रवाना होगी। रास्ते में यह चौरी-चौरा, गौरी बाजार, देवरिया सदर, भटनी, सलेमपुर, बेलथरा रोड, मऊ, औंड़िहार, वाराणसी सिटी, वाराणसी जंक्शन, बनारस, माधो सिंह, ज्ञानपुर रोड और हंडिया खास स्टेशनों पर रुकते हुए सुबह 06:00 बजे झूसी पहुंचेगी।वापसी में 05001 झूसी–गोरखपुर माघ मेला स्पेशल झूसी से रात 22:30 बजे चलेगी और हंडिया खास, ज्ञानपुर रोड, माधो सिंह, बनारस, वाराणसी जंक्शन, वाराणसी सिटी, औंड़िहार, मऊ, बेलथरा रोड, सलेमपुर, भटनी, देवरिया सदर, गौरी बाजार और चौरी-चौरा होते हुए सुबह 06:40 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।इस ट्रेन में कुल 15 कोच लगाए जाएंगे, जिनमें 1 जनरेटर सह लगेज यान, 1 एलएसएलआरडी, 6 स्लीपर कोच और 7 एसी थर्ड इकॉनमी कोच शामिल होंगे।इसके अलावा दूसरी जोड़ी में ट्रेन संख्या 05004/05003 चलाई जाएगी। यह ट्रेन गोरखपुर से 02, 14, 17, 22, 31 जनवरी और 14 फरवरी 2026 को तथा झूसी से 03, 15, 18, 23 जनवरी और 01 व 15 फरवरी 2026 को संचालित होगी।05004 गोरखपुर–झूसी माघ मेला स्पेशल गोरखपुर से रात 21:30 बजे चलेगी और पहले वाली ट्रेन की तरह ही चौरी-चौरा से लेकर हंडिया खास तक सभी प्रमुख स्टेशनों पर रुकते हुए सुबह 06:00 बजे झूसी पहुंचेगी।वापसी में 05003 झूसी–गोरखपुर माघ मेला स्पेशल झूसी से सुबह 07:45 बजे प्रस्थान करेगी और हंडिया खास, ज्ञानपुर रोड, माधो सिंह, बनारस, वाराणसी जंक्शन, वाराणसी सिटी, औंड़िहार, मऊ, बेलथरा रोड, सलेमपुर, भटनी, देवरिया सदर, गौरी बाजार और चौरी-चौरा होते हुए शाम 16:25 बजे गोरखपुर पहुंचेगी।इस दूसरी ट्रेन में कुल 22 कोच लगाए जाएंगे, जिनमें 1 जनरेटर सह लगेज यान, 1 एलएसएलआरडी, 4 सामान्य द्वितीय श्रेणी, 6 स्लीपर, 8 एसी थर्ड क्लास और 2 एसी सेकेंड क्लास कोच शामिल होंगे।रेलवे प्रशासन ने बताया कि इन विशेष ट्रेनों के संचालन से माघ मेला में आने-जाने वाले श्रद्धालुओं को काफी राहत मिलेगी और यात्रा सुगम होगी।
महाराजपुर में ढाबे में खाना खाने के बाद रविवार देर रात एक टैंकर चालक की ठंड लगने से हालत अचानक बिगड़ गई। वह टैंकर में चढ़ने के दौरान जमीन पर गिर गया। क्लीनर ने डायल-112 पर काल की तो कोहरे के चलते डेढ़ घंटे बाद एंबुलेंस पहुंच सकी, जिसके बाद गंभीर हालत में उसे सीएचसी सरसौल ले जाया गया। जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। साथी खलासी ने परिजनों को घटना की जानकारी देते हुए ठंड लगने से मौत की बात बताई है हालांकि डाक्टरों ने विसरा सुरक्षित रखा है। सरसौल में ढाबे में खाना खाने के लिए रुका था प्रतापगढ़ के भावलपुर डेलहे निवासी 50 वर्षीय संजय कुमार पाल का टैंकर चलाते थे। परिवार में पत्नी मनीषा और तीन बेटियां है। छोटे भाई श्रवण ने बताया कि संजय भौंती स्थित भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन का टैंकर चलाते थे। रविवार रात कानपुर से फतेहपुर की तरफ जाते समय सरसौल के पास हाईवे किनारे क्लीनर शिवनारायण के साथ एक ढाबे में खाना खाने के लिए रुका था। खाना खाने के बाद उसको ठंडक महसूस हुई और वह कांपने लगे तो टैंकर में बैठने के लिए केबिन में चढ़ने लगा। तभी वह नीचे गिर पड़े और बेहोश हो गया। साथ में मौजूद खलासी शिवनारायण ने यूपी-112 पर सूचना देने के साथ ही छोटे भाई श्रवण को भी घटना की जानकारी दी। भीषण कोहरे के चलते करीब डेढ़ घंटे बाद एंबुलेंस पहुंच सकी। सरसौल सीएचसी में मृत घोषित गंभीर हालत में संजय को सीएचसी सरसौल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। महाराजपुर थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया ठंड लगने से मौत होने की बात कही जा रही है डाक्टरों ने मौत का कारण स्पष्ट न होने के चलते विसरा सुरक्षित रखा है।
सहरसा में नशे में युवक हाईटेंशन पोल पर चढ़ा:ग्रामीणों की सूझबूझ से बची जान, VIDEO
सहरसा के बनमा ईटहरी प्रखंड अंतर्गत लक्ष्मीनिया गांव में सोमवार को एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई, जहां नशे की हालत में एक युवक बिजली के हाईटेंशन पोल पर चढ़ गया। करीब 25 मिनट तक चले इस खतरनाक ड्रामे से गांव में अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, ग्रामीणों की तत्परता और सूझबूझ के कारण युवक की जान बच गई। जानकारी के अनुसार, 27 वर्षीय अजय सादा, जो लक्ष्मीनिया गांव निवासी नारायण सादा का पुत्र है, घरेलू विवाद के दौरान शराब के लिए अपनी पत्नी से पैसे मांग रहा था। पत्नी के इनकार करने पर गुस्से में युवक ने गांव में लगे ट्रांसफॉर्मर वाले पोल पर चढ़ना शुरू कर दिया, जबकि बिजली चालू थी। हाईटेंशन तारों के पास चढ़ते ही ग्रामीणों में दहशत फैल गई। किसी भी समय बड़ा हादसा होने की संभावना के चलते लोग सहम गए। ग्रामीणों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तुरंत बिजली विभाग से संपर्क किया और बिजली आपूर्ति कटवाई। बिजली कटते ही ग्रामीणों ने साहस दिखाते हुए युवक को सुरक्षित नीचे उतारा। करीब 25 मिनट तक चले इस खतरनाक घटनाक्रम के बाद गांव में राहत की सांस ली गई। ग्रामीणों ने कहा कि यदि समय रहते बिजली नहीं काटी जाती, तो युवक की जान जा सकती थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद यह मामला इलाके में चर्चा का विषय बन गया। ग्रामीणों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए नशामुक्ति और जागरूकता अभियान चलाए जाएं। साथ ही बिजली के खतरनाक ढांचों के आसपास सुरक्षा उपायों को मजबूत किया जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके। सूत्रों का कहना है कि यह घटना नशे के खतरे और अव्यवस्था की गंभीरता को उजागर करती है और समय रहते जागरूकता व सुरक्षा उपाय अपनाना बेहद जरूरी है।
मथुरा के बल्देव में यमुना एक्सप्रेसवे पर 16 दिसंबर की सुबह चार बजे भीषण हादसे में 19 लोगों की मृत्यु हो गई थी। जिसमें 15 लोगों का डीएनए नमूना लेने के लिए दांत और हड्डी फोरेंसिक लैब भेजे गए । सोमवार रात को 13 डीएनए हासिल कर लिए गए। इसमें 10 का मिलान कर लिया गया। रिपोर्ट मथुरा पुलिस को सौंप दी गई है। आगरा विधि विज्ञान प्रयोगशाला के ज्वाइंट डायरेक्टर ने बताया कि मथुरा एक्सप्रेसवे पर 16 दिसंबर की सुबह करीब चार बजे हुए भीषण हादसे में नौ वाहनों में आग लग गई थी। हादसे में 19 लोगों की मृत्यु हो गई थी। इनमें सिर्फ की पहचान हो सकी थी। बसों में आग लगने से जिंदा जले यात्रियों की पहचान संभव नहीं थी। अज्ञात शवों की हड्डी और दांतों को आगरा फोरेंसिक लैब भेजा गया था। 25 लोगों के ब्लड सैंपल लिए थे मृतकों की शिनाख्त के लिए 25 लोगों के ब्लड सैंपल डीएनए मिलान के लिए भेजे गए थे। आग में जलने से कुछ शवों की हड्डी और दांत से डीएनए निकालना विज्ञानियों के लिए चुनौती थी। टीम 160 घंटे लगातार प्रयासरत रही। इनमें 13 नमूनों से डीएनए हासिल करने में सफल रही। जबकि डीएनए मिलान 10 का ही हो सका। तीन शव का मिलान नहीं हुआ जिन 13 डीएन को हासिल किया गया है, उसमें 3 ऐसे हैं, जिनका मिलान 25 लोगों के ब्लड सैंपल से नहीं हुआ है। यानी कि अब मथुरा पुलिस को शवों को क्लेम करने वाले अन्य लोगों के ब्लड सैंपल लेने होंगे, जिससे तीन शवों की शिनाख्त हो सके। सुबह से शव सौंपने की प्रक्रिया होगी बताया गया है कि मथुरा पुलिस ने सोमवार रात को डीएनए मिलान की रिपोर्ट ले ली है। जिसके आधार पर मंगलवार को पुलिस स्वजन को बुलाकर शवों को उनके सुपुर्द करने की प्रक्रिया शुरू करेगी। बल्देव थाने की टीम 6 दिन से डेरा डाले हुए थे। विज्ञानियों ने 160 घंटे की जांच के बाद सफलता हासिल की। लैब द्वारा रिपोर्ट शवों की पोस्टमार्टम संख्या के अनुसार दी गई है। डीएनए जांच करने वाली वैज्ञानिकों की टीम संयुक्त निदेशक आगरा फोरेंसिक लैब अशोक कुमार के निर्देशन में नमूनों से डीएनए निकालने में जुटी टीम में अनीता पुंढीर (उप निदेशक गाजियाबाद फोरेंसिक लैब), प्रगति सिंह (उप निदेशक लखनऊ फोरेंसिक लैब) के अलावा विज्ञानी अधिकारी पवन कुमार एवं शशि शेखर पांडेय (आगरा) प्रमुख हैं। इसके अलावा दो विज्ञानी सहायक समेत 10 लोग टीम में शामिल हैं।
नागरिक सुरक्षा संगठन द्वारा संचालित तृतीय बैच का क्षमता निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम आज सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस प्रशिक्षण में कुल 90 वार्डनों ने भाग लिया। समापन समारोह में लखनऊ के पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी जोन) विश्वजीत श्रीवास्तव (आईपीएस) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समारोह की शुरुआत में नागरिक सुरक्षा संगठन के चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्र ने मुख्य अतिथि विश्वजीत श्रीवास्तव को पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। डीसीपी विश्वजीत श्रीवास्तव ने कहा कि नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक आपदा प्रबंधन, आपातकालीन स्थितियों और पर्व-त्योहारों के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन की महत्वपूर्ण सहायता करते हैं। उन्होंने प्रशिक्षित स्वयंसेवकों से समाज और राष्ट्रहित में अपने ज्ञान और कौशल का उपयोग करने का आह्वान किया। सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ती मौतों पर चिंता जताई डीसीपी ने साइबर अपराधों में वृद्धि पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि प्रशिक्षण में साइबर क्राइम से संबंधित कक्षाएं शामिल की गई हैं, जो भविष्य के बैचों में भी जारी रहेंगी। उन्होंने सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ती मौतों पर भी चिंता जताई और वार्डनों को प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षित डॉक्टरों की टीम उपलब्ध कराने का प्रस्ताव रखा। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्र ने वार्डनों को कर्तव्यनिष्ठा का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि संगठन का मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों को आपदा और आपात स्थितियों के प्रति जागरूक करना है। मिश्र ने प्रशिक्षण के सफल आयोजन के लिए सभी प्रशिक्षकों, अधिकारियों और स्वयंसेवकों का आभार व्यक्त किया और वार्डनों को शुभकामनाएं दीं। ये लोग शामिल हुए इस अवसर पर चीफ वार्डेन के स्टाफ ऑफिसर ऋतु राज रस्तोगी, डिवीजनल वार्डेन सुनील शुक्ला, नफीस अहमद, डिप्टी डिवीजनल वार्डेन रामगोपाल, इमरान, संतोष, एडीसी मनोज कुमार वर्मा, ऋषि कुमार, ममता रानी, रेखा, मुकेश सहित कई अन्य पदाधिकारी, प्रशिक्षक और स्वयंसेवक मौजूद रहे।
बिरजू महाराज संस्थान ने कथक संध्या का आयोजन किया:लखनऊ घराने की समृद्ध परंपरा और अभिनय का संगम दिखा
बिरजू महाराज कथक संस्थान, लखनऊ ने राय उमानाथ बली प्रेक्षागृह, कैसरबाग में एक कथक संध्या का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में लखनऊ घराने की समृद्ध परंपरा, नज़ाकत और सशक्त अभिनय का संगम देखने को मिला।कथक संध्या के अंतर्गत लखनऊ घराने की सुप्रसिद्ध कलाकार स्मृति मिश्रा टंडन एवं कांतिका मिश्रा ने मनोहारी कथक प्रस्तुतियां दीं। कलाकारों ने अपने पिता एवं लखनऊ घराने के प्रख्यात गुरु स्व. अर्जुन मिश्रा से कथक की शिक्षा प्राप्त की है। इन्हें संस्कृति मंत्रालय एवं संगीत नाटक अकादमी के सम्मान प्राप्त हैं, और इन्होंने पेरिस, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, साउथ अफ्रीका और कोलंबो सहित अनेक अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपनी प्रस्तुतियों से ख्याति अर्जित की है। कलाकारों ने तीनताल की प्रस्तुति दी प्रथम प्रस्तुति में दशावतार के माध्यम से भगवान विष्णु के दस दिव्य रूपों का चित्रण किया गया। इसके बाद तीनताल विलंबित एवं मध्यलय में लखनऊ घराने की विशिष्ट थाट, उठान, आमद, धतक थुंगा, परन जुड़ी आमद, कवित्त एवं खास बंदिशों के साथ तीनलय के चक्कर प्रस्तुत किए गए।अगले चरण में कजरी ‘नहीं आए घनश्याम, घेरी आई बदरी’ के माध्यम से राधा के विरह और कृष्ण आगमन की उत्कंठा को दर्शाया गया। संगीत के माध्यम से द्रौपदी के चरित्र की प्रस्तुति कांतिका मिश्रा ने अभिनय पक्ष में द्रौपदी के चरित्र को प्रस्तुत करते हुए नारी शक्ति, धैर्य और आत्मसम्मान का संदेश दिया।कार्यक्रम के समापन अवसर पर छमाही अभिरुचि पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। सहयोगी कलाकारों में पढ़ंत पर पंडित अनुज मिश्रा एवं नेहा सिंह मिश्रा, तबले पर पंडित विकास मिश्रा, गायन में प्रखर पांडे, सरोद पर ध्रुव त्रिपाठी, बांसुरी पर दीपेंद्र कुंवर तथा उद्घोषणा देवेन्द्र सिंह शामिल थे। ये लोग शामिल हुए कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान की उपाध्यक्ष डॉ. मिथिलेश तिवारी और विशेष सचिव, संस्कृति/निदेशक संजय कुमार सिंह ने किया। उन्होंने मुख्य अतिथि प्रो. मनुका खन्ना, कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय, तथा विशिष्ट अतिथि डॉ. आर.एन मिश्रा, कुलपति, मेजर एस.डी.सिंह विश्वविद्यालय, फर्रुखाबाद का स्वागत पुष्पगुच्छ और अंगवस्त्र भेंट कर किया। इसके बाद दीप प्रज्ज्वलन के साथ सांस्कृतिक संध्या का विधिवत आरंभ हुआ।
लखनऊ के रामदास हाता, सदर में सोमवार से श्रीमद्भागवत कथा शुरू हो गई है। कथा के पहले दिन श्रीवृंदावन के आचार्य विष्णु शरण भारद्वाज महाराज ने भागवत महात्म्य, गोकर्ण उपाख्यान और मंगलचरण की कथा सुनाई। आचार्य भारद्वाज ने बताया कि भगवान की भक्ति और प्रेम से ही जीवन का वास्तविक उद्देश्य पूरा होता है। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने से मनुष्य के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है, यह हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है और मन को शुद्ध करती है। भगवान के नाम का स्मरण और उनकी कथा का श्रवण मोक्ष की ओर ले जाता है। भजन सुनाकर भक्त आनंदित हो गए कथा के दौरान 'भागवत कथा सुनो, जीवन को सवारो...' भजन सुनाकर भक्तों को भावविभोर कर दिया। कथा के संयोजक राजेंद्र कुमार पांडे 'गुरु जी' और मुख्य यजमान प्रीति सिन्हा ने जानकारी दी कि कथा 29 दिसंबर तक प्रतिदिन शाम 4 बजे से आयोजित होगी। इस दौरान भक्तों को श्रीमद्भागवत के गूढ़ रहस्यों से अवगत कराया जाएगा। इस अवसर पर झंमुकेश, प्रीति सिंह, संगीता सिन्हा, आलोक अग्रवाल, सुरेश सिंह, विनोद अग्रवाल, संदीप गोयल और ललित सिंह सहित कई भक्त उपस्थित रहे।
दरभंगा से लापता हुआ किशनगंज का युवक:कॉल आने के बाद घर से निकला विशाल, परिजनों ने जताई अपहरण की आशंका
किशनगंज जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत धर्मगंज निवासी एक युवक के दरभंगा जिले से रहस्यमय तरीके से लापता होने का मामला सामने आया है। लापता युवक की पहचान विशाल कुमार मंडल के रूप में हुई है। युवक के अचानक गायब होने से परिजनों में गहरी चिंता और बेचैनी का माहौल है। मामले को लेकर विशाल के परिजनों ने सोमवार को सदर थाना में लिखित प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें अपहरण की आशंका जताई गई है। 21 अक्टूबर को आया कॉल, घर से निकलने के बाद लापता प्राथमिकी के अनुसार, 21 अक्टूबर को विशाल कुमार मंडल के मोबाइल पर किसी अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया था। कॉल आने के बाद विशाल अपने धर्मगंज स्थित घर से निकला और कैलटेक्स चौक पहुंचा। परिजनों का कहना है कि विशाल ने घर से निकलते समय किसी तरह की असहजता जाहिर नहीं की थी और सामान्य तरीके से बाहर गया था। लेकिन इसके बाद से वह घर वापस नहीं लौटा। कैलटेक्स चौक से दरभंगा के लिए किराए पर लिया वाहन परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में बताया गया है कि कैलटेक्स चौक से विशाल ने एक वाहन किराए पर लिया और दरभंगा जिले की ओर निकल गया। बताया जा रहा है कि उसे दरभंगा जिले के किसी व्यक्ति का ही कॉल आया था। विशाल कैलटेक्स चौक से दरभंगा के मनिगाछी इलाके के लिए रवाना हुआ था। वाहन चालक ने बताया आखिरी लोकेशन विशाल के लापता होने के बाद जब परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की, तो वे उस वाहन चालक तक पहुंचे, जिसका नाम शंकर दास बताया गया है। परिजनों के अनुसार, चालक शंकर दास ने बताया कि विशाल के कहने पर वह उसे मनिगाछी के पास गंगा यादव नामक व्यक्ति के यहां लेकर पहुंचा था। वहां पहुंचने के बाद विशाल वाहन से उतर गया और कहीं चला गया। चालक ने यह भी बताया कि कुछ देर बाद विशाल दो अन्य लोगों के साथ वापस आया और उसने वाहन का किराया अदा किया। इसके बाद वाहन चालक किशनगंज वापस लौट आया। उसी दिन के बाद से विशाल का कोई अता-पता नहीं है। तलाश के बावजूद नहीं मिला सुराग परिजनों ने बताया कि विशाल के लापता होने के बाद उन्होंने अपने स्तर से रिश्तेदारों, परिचितों और संभावित स्थानों पर काफी खोजबीन की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिल सका। मोबाइल फोन भी बंद बताया जा रहा है, जिससे परिजनों की चिंता और बढ़ गई है। परिजनों ने जताई अपहरण की आशंका काफी दिनों तक कोई जानकारी नहीं मिलने के बाद विशाल के परिजनों ने मामले को गंभीर मानते हुए सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। परिजनों का कहना है कि जिस तरह कॉल आने के बाद विशाल घर से निकला और फिर अचानक गायब हो गया, उससे अपहरण की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने पुलिस से युवक की जल्द से जल्द बरामदगी की गुहार लगाई है। पुलिस ने शुरू की जांच, तलाश जारी इस संबंध में सदर थानाध्यक्ष अभिषेक रंजन ने बताया कि युवक विशाल कुमार मंडल के लापता होने को लेकर परिजनों की ओर से प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि युवक की खोजबीन की जा रही है और दरभंगा जिले की पुलिस से भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है। कई सवाल, जवाब का इंतजार विशाल के लापता होने की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं—कॉल करने वाला व्यक्ति कौन था, मनिगाछी में वह किन लोगों से मिला और उसके बाद कहां गया। अब परिजनों की नजर पुलिस जांच पर टिकी है, ताकि जल्द से जल्द इस रहस्य से पर्दा उठ सके और विशाल सकुशल घर लौट सके।
सुहागपुरा थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर देर रात एक तेज रफ्तार एम्बुलेंस और बाइक की आमने-सामने जोरदार भिड़ंत हो गई। हादसा इतना भीषण था कि बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही हालत गंभीर हो गई, जबकि साथ में बैठी महिला को गंभीर चोटें आईं। तीनों को तत्काल जिला चिकित्सालय ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान दो युवकों ने दम तोड़ दिया। जानकारी के अनुसार, बाइक पर सवार दो युवक और एक महिला अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान नेशनल हाईवे पर तेज गति से आ रही एम्बुलेंस ने बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक सवार सड़क पर दूर जा गिरे, जिससे तीनों को गंभीर चोटें आईं। इलाज के दौरान दो युवकों की मौत अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, मृतकों की पहचान प्रकाश (22) पुत्र मोहनलाल मीणा निवासी बिलाड़ी और शंकर (23) पुत्र कालूराम मीणा निवासी मोटा माइंडग के रूप में हुई है। दोनों को गंभीर अवस्था में अस्पताल लाया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। वहीं, घायल महिला भगवती (45) पत्नी मोहनलाल मीणा निवासी बिलाड़ी की हालत नाजुक बनी हुई है, जिसे बेहतर इलाज के लिए उदयपुर रेफर किया गया है। अस्पताल पहुंचे अधिकारी, ली जानकारी हादसे की सूचना मिलते ही सुहागपुरा थाना अधिकारी मनीष वैष्णव जिला चिकित्सालय पहुंचे और घटना की जानकारी ली। कुछ ही देर बाद जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) जीवराम मीणा और पीएमओ आलोक यादव भी अस्पताल पहुंचे और चिकित्सकों से घायलों के उपचार की स्थिति पर चर्चा की। परिजनों की भीड़, मॉर्च्युरी में रखवाए गए शव दुर्घटना की खबर फैलते ही जिला अस्पताल परिसर में मृतकों के परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने परिजनों से समझाइश के बाद दोनों शवों को जिला चिकित्सालय की मॉर्च्युरी में रखवाया। पुलिस के अनुसार, मामले में मंगलवार सुबह रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी।
बरेली बार चुनाव, 80 प्रत्याशियों ने भरे पर्चे:नामांकन के आखिरी दिन बार सभागार में शक्ति प्रदर्शन
बरेली बार एसोसिएशन के चुनाव अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचते नजर आ रहे हैं। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन बार सभागार सुबह से ही सियासी अखाड़े में तब्दील हो गया। सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक सभागार के अंदर और बाहर समर्थकों की भीड़, नारेबाजी और खेमेबंदी साफ तौर पर यह संकेत दे रही थी कि इस बार का बार सीधी टक्कर वाला है। नामांकन के दौरान अलग-अलग पैनलों के समर्थक अपने-अपने उम्मीदवारों के साथ पूरे दमखम से मौजूद रहे। सभागार में माहौल कई बार इतना गर्म हुआ कि चुनाव अधिकारियों को स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी। मुख्य चुनाव अधिकारी राजीव जयपति एडवोकेट की निगरानी में नामांकन प्रक्रिया शांतिपूर्वक पूरी कराई गई। उनके साथ चुनाव अधिकारियों की पूरी टीम दिनभर मोर्चे पर डटी रही। नामांकन के अंतिम समय तक कुल 80 प्रत्याशियों ने अलग-अलग पदों के लिए पर्चे दाखिल किए। अब 23 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जिसके बाद यह साफ हो सकेगा कि किस पद पर असली मुकाबला किन चेहरों के बीच होगा। अध्यक्ष पद पर सीधा टकरावइस बार सबसे ज्यादा चर्चा अध्यक्ष पद को लेकर है। अध्यक्ष पद के लिए ज्वाला प्रसाद गंगवार, रविन्द्र सिंह चौहान, मनोज कुमार हरित, अमित बिसारिया और अनिल कुमार द्विवेदी ने नामांकन कर मुकाबले को बहुकोणीय बना दिया है। नामांकन के वक्त इन सभी उम्मीदवारों के समर्थक सभागार में मजबूती के साथ मौजूद रहे, जिससे साफ संकेत मिला कि अध्यक्ष पद की लड़ाई कड़ी होने वाली है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष से सचिव तक घमासानवरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर रमन सक्सेना और जयपाल सिंह आमने-सामने हैं। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए अमित कुमार सिंह, अमित सक्सेना, धर्मवीर गुप्ता, नईम अली शाह अल्वी, हुलासी राम और वीरेश कुमार सक्सेना ने नामांकन कर मुकाबले को पूरी तरह खोल दिया है। कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर तुषार खण्डेलवाल मैदान में उतरे हैं। सचिव पद के लिए दीपक पाण्डेय, गौरव सिंह राठौर, शंकर कुमार सक्सेना और वीरेन्द्र पाल गुप्ता के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है। संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पदों पर भीड़संयुक्त सचिव (प्रशासन) पद के लिए मनोज पाण्डेय, निशा शर्मा, कासिफ खां, अमर सिंह, मो. आमिर खान, अजय प्रकाश शर्मा और कुलदीप सिंह ने पर्चे दाखिल किए हैं। संयुक्त सचिव (प्रकाशन) पद पर पप्पू मौर्य, महजवी और रीना सिंह मैदान में हैं। संयुक्त सचिव (पुस्तकालय) पद के लिए विनीत सक्सेना, अनुज कुमार, प्रेरणा मौर्ये और सौरभ अग्निहोत्री के बीच मुकाबला बनता दिख रहा है। वहीं कोषाध्यक्ष पद के लिए शिवम शर्मा, धर्मवीर सिंह, मेहर जहाँ और ललित कुमार सिंह ने नामांकन किया है। कार्यकारिणी पदों पर सबसे ज्यादा दावेदारीप्रबंध कार्यकारिणी (कनिष्ठ) पदों के लिए विनीत प्रकाश, तरूण कुमार, रविकर यादव, वासिद हुसैन, केतन कुमार सिंह, मीसम रिजवी, हरिओम सागर, मो. मुस्तकीम, लक्ष्मी, देवी सिंह, रोहित गंगवार, रवि शंकर मिश्रा, शुभम अवस्थी, राहुल सक्सेना, प्रवेन्द्र कुमार सिंह और हेमन्त सिंह ने नामांकन किया है। वहीं प्रबंध कार्यकारिणी (वरिष्ठ) पद के लिए संजीव कुमार, अजय कुमार मौर्य, आदित्य कुमार सक्सेना, इन्द्रजीत, मो. सलीम, गायत्री, डॉ. लोकनाथ, अकुल कुमार, राकेश कुमार सिंह और दीप्ती सक्सेना मैदान में उतरे हैं। अब निगाहें 23 दिसंबर पर टिकी हैं। नामांकन पत्रों की जांच के बाद साफ हो जाएगा कि किस पद पर मुकाबला सीधा होगा और कहां चुनावी समीकरण आखिरी वक्त में बदल सकते हैं। 5 जनवरी को चुनाव, 6 जनवरी को होगी काउंटिंगबरेली बार एसोसिएशन का चुनाव 5 जनवरी को होगा। अगले दिन 6 जनवरी को काउंटिंग होगी। तब तक कचहरी पर चुनाव प्रचार जोर-शोर से चलेगा। पूरी कचहरी इन दिनों बैनर पोस्टर से रंगी नजर आ रही है।
गोपालगंज के कुचायकोट प्रखंड स्थित सासामुसा चीनी मिल के मुख्य द्वार पर गन्ना किसानों का अनिश्चितकालीन धरना सोमवार को सातवें दिन भी जारी रहा। कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बावजूद किसान खुले आसमान के नीचे डटे हुए हैं। किसानों के समर्थन में कुचायकोट विधानसभा के विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय उर्फ पप्पू पाण्डेय स्वयं धरना स्थल पर पहुंचे और किसानों के साथ बैठकर न केवल उनका हाल जाना, बल्कि जलती आग के पास बैठकर ठंड से जूझ रहे किसानों के दर्द को भी महसूस किया। 14 दिसंबर से आंदोलनरत हैं किसान दरअसल, गन्ना किसानों ने 14 दिसंबर से सासामुसा चीनी मिल के बंद होने और बकाया भुगतान को लेकर धरना शुरू किया है। किसानों का कहना है कि मिल बंद होने से उनकी आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है। ठंड के इस मौसम में, जब आम लोग शाम होते ही घरों में दुबक जाते हैं, तब अन्नदाता सड़क किनारे मिल के गेट पर रात-दिन गुजारने को मजबूर हैं, ताकि प्रशासन और सरकार का ध्यान उनकी समस्याओं की ओर जाए। 46 करोड़ किसानों का, 9 करोड़ मजदूरों का बकाया धरनारत किसानों ने बताया कि चीनी मिल बंद होने के कारण किसानों का लगभग 46 करोड़ रुपए का गन्ना भुगतान लंबित है। वहीं, मिल में कार्यरत मजदूरों और कर्मचारियों का भी करीब 9 करोड़ रुपए बकाया है। इस स्थिति ने किसानों और मजदूरों दोनों के सामने गंभीर आर्थिक संकट खड़ा कर दिया है। खेती, बच्चों की पढ़ाई और घर-परिवार का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। धरना स्थल पर पहुंचे विधायक, दिया भरोसा धरने की जानकारी मिलते ही विधायक अमरेंद्र कुमार पाण्डेय धरना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने किसानों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं और आंदोलन को जायज ठहराया। विधायक ने किसानों के साथ धरने पर बैठकर उनका मनोबल बढ़ाया और कहा कि यह आंदोलन किसानों के हक और सम्मान की लड़ाई है। उन्होंने किसानों को आश्वासन दिया कि वे स्वयं धरनारत दो किसानों को साथ लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और सासामुसा चीनी मिल को चालू कराने के मुद्दे को मजबूती से उठाएंगे। “किसी भी हाल में मिल चालू होकर रहेगा” विधायक पप्पू पाण्डेय ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसी भी हाल में सासामुसा चीनी मिल चालू होकर रहेगी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक मिल नहीं, बल्कि लाखों किसानों और मजदूरों की आजीविका से जुड़ा मामला है। इस मिल से गोपालगंज जिले की सभी छह विधानसभा के अलावा उत्तर प्रदेश के भी कई जिले प्रभावित होते हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि किसानों और मिल में कार्यरत स्टाफ दोनों का बकाया भुगतान हर हाल में दिलाया जाएगा। किसानों में जगी उम्मीद, आंदोलन रहेगा जारी विधायक के समर्थन और आश्वासन के बाद धरनारत किसानों में कुछ उम्मीद जरूर जगी है, लेकिन उन्होंने साफ कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों का कहना है कि अब सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई चाहिए। धरना स्थल पर लगातार किसानों की संख्या बनी हुई है और आसपास के गांवों से भी किसान समर्थन में पहुंच रहे हैं। सासामुसा चीनी मिल क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ सासामुसा चीनी मिल क्षेत्र की आर्थिक रीढ़ मानी जाती है। इसके बंद होने से न केवल गन्ना किसानों, बल्कि ट्रांसपोर्टरों, मजदूरों, दुकानदारों और स्थानीय कारोबारियों पर भी असर पड़ा है। ऐसे में किसानों का यह आंदोलन अब केवल भुगतान का मुद्दा नहीं, बल्कि पूरे क्षेत्र की आर्थिक सुरक्षा से जुड़ा सवाल बन गया है। कुल मिलाकर, सासामुसा चीनी मिल के गेट पर चल रहा यह धरना किसानों की मजबूरी, संघर्ष और उम्मीद की कहानी कह रहा है। अब देखना यह है कि सरकार और प्रशासन इस आंदोलन पर कब और क्या ठोस कदम उठाते हैं।
शेखपुरा के ऐतिहासिक गिरिहिंडा पहाड़ को पर्यटन के क्षेत्र में बिहार के मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में जिला प्रशासन ने एक अनोखी और दूरदर्शी पहल की है। इसी क्रम में सोमवार को जिलाधिकारी शेखर आनंद ने प्रशासन की साप्ताहिक बैठक गिरिहिंडा पहाड़ की चोटी पर आयोजित की। इस नवाचारपूर्ण बैठक के माध्यम से न केवल जिले की विकास योजनाओं की समीक्षा की गई, बल्कि पर्यटन, उद्योग, रोजगार और सुशासन को लेकर ठोस रणनीति पर भी विचार-विमर्श हुआ। ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के विकास का निर्णय बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि गिरिहिंडा पहाड़ केवल प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक नहीं है, बल्कि इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। उन्होंने कहा कि इस पहाड़ के साथ-साथ जिले के अन्य धार्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को प्रशासन और सरकार के सहयोग से विकसित किया जाएगा, ताकि शेखपुरा को एक नए पर्यटन गंतव्य के रूप में पहचान मिल सके। डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि पर्यटन विकास की संभावनाओं को चिन्हित कर एक ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए, जिससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी सृजित हो सकें। नवाचार और नए विचारों पर दिया गया जोर गिरिहिंडा पहाड़ की चोटी पर आयोजित इस विशेष बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों को जिले के विकास के लिए नवाचार और नए-नए विचारों के साथ काम करने का टास्क दिया गया। डीएम शेखर आनंद ने कहा कि परंपरागत कार्यशैली के साथ-साथ नए विकास मानकों पर जिले को आगे ले जाने की आवश्यकता है। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा जताई कि वे केवल योजनाओं के क्रियान्वयन तक सीमित न रहें, बल्कि स्थानीय जरूरतों के अनुसार नए सुझाव और समाधान लेकर आएं। मीडिया से फीडबैक, उद्योग स्थापना पर फोकस बैठक के बाद देर शाम पत्रकारों से बातचीत में डीएम ने बताया कि जिले में नए उद्योग-धंधों की स्थापना को लेकर मीडिया और समाज से फीडबैक लिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विकास से जुड़े हर सकारात्मक सुझाव को सरकार के समक्ष रखा जाएगा और उसे धरातल पर उतारने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। डीएम ने इस पूरी पहल को जिले के लिए “मील का पत्थर” बताते हुए कहा कि इस तरह की बैठकों से प्रशासनिक सोच को नई दिशा मिलती है। सुशासन सप्ताह और ‘प्रशासन आपके द्वार’ कार्यक्रम जिलाधिकारी ने बताया कि सुशासन सप्ताह के तहत जिले के सभी पंचायतों में “प्रशासन आपके द्वार” कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं और कई मामलों में मौके पर ही समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में नल-जल योजना से जुड़ी समस्याएं सबसे अधिक सामने आ रही हैं। जिला प्रशासन ने इन समस्याओं के समाधान के लिए विशेष अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है, ताकि लोगों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा सुनिश्चित की जा सके। महिला रोजगार योजना पर प्रशासन सतर्क डीएम शेखर आनंद ने सरकार की महिला रोजगार योजना की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में महिलाओं को सरकार द्वारा 10 हजार रुपये की सहायता राशि दी गई है, जिससे वे स्वरोजगार शुरू कर सकें। जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करेगा कि इस राशि का सही उपयोग हो और महिलाएं वास्तव में अपने रोजगार को आगे बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि महिलाओं को तकनीकी, प्रशासनिक और मार्गदर्शन संबंधी हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इस मामले में प्रशासन पूरी तरह सतर्क और संवेदनशील है। अधिकारियों की मौजूदगी इस महत्वपूर्ण बैठक और मीडिया संवाद के दौरान जिलाधिकारी के साथ उप विकास आयुक्त संजय कुमार और अपर समाहर्ता लखींद्र पासवान भी मौजूद थे। कुल मिलाकर, गिरिहिंडा पहाड़ की चोटी पर आयोजित यह प्रशासनिक बैठक शेखपुरा जिले के लिए विकास, पर्यटन और सुशासन की नई इबारत लिखने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
यादगार आयोजन बनेगा गोरखपुर महोत्सव:सभी विभाग मिलकर काम करें; सुरक्षा व यातायात प्रबंधन के हों उपाय
जनवरी 2026 में 11 से 13 तारीख तक आयोजित होने वाले गोरखपुर महोत्सव को यादगार बनाया जाएगा। कमिश्नर अनिल ढींगरा ने इसे सफल, व्यवस्थित और भव्य रूप देने के लिए अब तक के तैयारियों की सोमवार को समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय से काम करें। सुरक्षा व यातायात प्रबंधन के पर्याप्त उपाय किए जाएं।कमिश्नर ने आयुक्त सभागार में आयोजित बैठक में महोत्सव से संबंधित टेंडर प्रक्रिया, सुरक्षा व्यवस्था, यातायात प्रबंधन, बाहर से आने वाले कलाकारों व अतिथियों के ठहरने एवं मूलभूत सुविधाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने जल्द से जल्द तैयारियों को अंतिम रूप देने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि महोत्सव की पूरी प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ संचालित हो। डीएम दीपक मीणा ने कहा कि महोत्सव के दौरान शहर में यातायात व्यवस्था सुचारू बनाई जाएगी। इसके लिए वैकल्पिक मार्गों की पहचान की गई है। पर्याप्त पार्किंग स्थल बनाए जाएंगे। यातायात पुलिस की विशेष तैनाती के साथ विस्तृत ट्रैफिक प्लान तैयार किया जाएगा। किसी भी असुविधा से बचने के लिए आमजन को समय से यातायात डायवर्जन की जानकारी दी जाएगी। एसएसपी राज करन नैय्यर ने कहा कि महोत्सव स्थल, पार्किंग क्षेत्र एवं शहर के प्रमुख चौराहों पर पर्याप्त सुरक्षा के इंतजाम किए जाएंगे। इसके लिए हर जगह सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे। पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती होगी। पुलिस कर्मी सादी वर्दी में भी तैनात किए जाएंगे। महिला सुरक्षा के लिए विशेष टीमों का गठन किया जाएगा। आपात स्थितियों से निपटने के लिए क्विक रिस्पांस टीम तैनात की जाएगी। बैठक में डीएम की ओर से बताया गया कि बाहर से आने वाले कलाकारों, सांस्कृतिक दलों और विशिष्ट अतिथियों के ठहरने की व्यवस्था पर अधिकारियों ने बताया कि प्रमुख होटलों, गेस्ट हाउसों और सरकारी विश्राम गृहों को चिन्हित कर आरक्षण प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके साथ ही कमिश्नर ने स्वच्छता, पेयजल, विद्युत, मंच एवं पंडाल, अग्नि सुरक्षा, चिकित्सा सुविधा, शौचालय और दिव्यांगजनों की सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।उन्होंने कहा कि गोरखपुर महोत्सव जनपद की सांस्कृतिक पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने का सुनहरा अवसर है और सभी विभाग समन्वय व जिम्मेदारी के साथ कार्य करें, ताकि महोत्सव 2026 एक सुरक्षित, सुव्यवस्थित और यादगार आयोजन बन सके। बैठक में नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, एसपी सिटी अभिनव त्यागी, डीपीआरओ नीलेश प्रताप सिंह, पर्यटन अधिकारी सहित महोत्सव से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
झांसी नगर निगम की कार्यकारिणी की बैठक में पार्षदों द्वारा उठाए गए अतिक्रमण के मुद्दे पर नगर निगम ने अमल करना शुरू कर दिया है। सोमवार को झांसी नगर निगम के अतिक्रमण निरोधी दस्ते ने इलाइट चौराहा से जीवनशाह तिराहा तक कार्रवाई की। इस दौरान कर अधीक्षक ने कहा कि दुकानदार अपनी मानसिकता नहीं बदल रहे हैं। चेतावनी पर भी अतिक्रमण कर रहे हैं। अब उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दो तस्वीरों में देखें नगर निगम की कार्रवाई... बता दें कि शनिवार को नगर निगम में कार्यकारिणी की बैठक हुई थी। जिसमें लगभग सभी सभासदों ने इलाइट चौराहा और दूसरे बाजारों में दुकानदारों द्वारा अतिक्रमण करने का मुद्दा उठाया था। साथ ही अधिकारियों से ये सवाल भी किया था कि ऐसे अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई कब की जाएगी। इस पर मेयर बिहारी लाल आर्य ने कार्रवाई का भरोसा दिया था। साथ ही इलाइट चौराहा पर लगाए जाने वाले अवैध होर्डिंग-बैनर का भी मामला उठाया गया था। सोमवार को नगर निगम के कर अधिकारी देवेंद्र यादव मौके पर पहुंचे और ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू करा दी। इलाइट चौराहा से बीकेडी रोड पर लगे 18 अवैध होर्डिंग्स को हटाया गया। साथ ही उन्हें लगाने वालों से नगर निगम ने मौके पर 19,800 रुपए पेनाल्टी भी वसूली गई। वहीं, तिलक मार्किट में बुलडोजर लेकर पहुंचे अधिकारियों ने सभी दुकानों के आगे किए गए अतिक्रमण को भी हटाया गया। वहीं, जिन दुकानदारों ने अस्थायी रूप से लोहे की सीढ़ियां दुकानों के आगे लगा ली थीं उन्हें भी नगर निगम की टीम ने जब्त कर लिया। दुकानदार मानसिकता नहीं बदल रहे इलाइट चौराहा से लेकर जीवनशाह तिराहा तक चलाए गए अतिक्रमण निरोधी अभियान के तहत कर अधीक्षक देवेंद्र यादव ने दुकानदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि दुकानदार बार-बार चेताने के बाद भी अपनी मानसिकता नहीं बदल रहे हैं। उन्होंने व्यापारियों को चेतावनी दी कि वह अब अतिक्रमण करते पाए गए तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
बेतिया जिले के श्रीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत उत्तरी पटजिरवा पंचायत के पूजहां वार्ड संख्या–9 में सोमवार शाम एक दर्दनाक सड़क हादसे में साइकिल सवार अधेड़ की जान चली गई। तेज रफ्तार पिकअप वाहन की ठोकर से गंभीर रूप से घायल हुए अधेड़ की मौत बेतिया जीएमसीएच में इलाज के दौरान हो गई। इस घटना के बाद इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है, वहीं मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। साइकिल से जा रहे थे किसान, पिकअप ने मारी जोरदार टक्कर मृतक की पहचान घोड़ियां गांव निवासी रामवेलास राय (उम्र करीब 50 वर्ष) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार रामवेलास राय सोमवार की शाम साइकिल से अपने गांव की ओर जा रहे थे। इसी दौरान बैरिया स्थित एचपी रीभा गैस एजेंसी से जुड़ा एक पिकअप वाहन तेज गति से आते हुए उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टक्कर इतनी भीषण थी कि रामवेलास राय साइकिल समेत सड़क पर दूर जा गिरे और उनके सिर व शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। हादसे के बाद पिकअप चालक मौके से भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस सक्रिय हो गई। ग्रामीणों ने पहुंचाया अस्पताल, लेकिन नहीं बच सकी जान हादसे के तुरंत बाद आसपास मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और घायल रामवेलास राय को सड़क से उठाकर आनन-फानन में बेतिया स्थित राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार शुरू किया, लेकिन सिर में गंभीर चोट और अत्यधिक अंदरूनी रक्तस्राव के कारण उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई। कुछ घंटे चले इलाज के बाद चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौत की खबर मिलते ही अस्पताल परिसर में मौजूद परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने पिकअप वाहन किया जब्त घटना की सूचना मिलते ही श्रीनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दुर्घटना में शामिल पिकअप वाहन को जब्त कर लिया। थानाध्यक्ष अमित कुमार पाल ने बताया कि फिलहाल इस मामले में कोई लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। आवेदन मिलने के बाद आगे की विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि पिकअप चालक की पहचान की जा रही है और मामले की जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूरी कर शव परिजनों को सौंप दिया गया है। किसान थे मृतक, परिवार की टूटी कमर मृतक के एकलौते पुत्र मंटू राय ने बताया कि उनके पिता रामवेलास राय पेशे से किसान थे और खेती-बाड़ी कर परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके अचानक निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मंटू राय ने बताया कि उनके पिता घर के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। अब परिवार के सामने रोजी-रोटी और भविष्य की गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। गांव में भी इस घटना को लेकर शोक का माहौल है। सड़क सुरक्षा पर उठे सवाल इस हादसे के बाद एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में तेज रफ्तार वाहनों और सड़क सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही लगातार बढ़ रही है, लेकिन न तो गति नियंत्रण की कोई व्यवस्था है और न ही पुलिस की नियमित निगरानी। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे इलाकों में गति नियंत्रण, स्पीड ब्रेकर और नियमित गश्ती की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके। शोक में डूबा गांव रामवेलास राय की मौत से घोड़ियां गांव सहित आसपास के इलाकों में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि वे एक शांत, मेहनती और सरल स्वभाव के व्यक्ति थे। उनकी असमय मौत ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है। परिजन न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं और पुलिस की कार्रवाई पर नजर बनाए हुए हैं।
बस्ती में भाई-बहन को वाहन ने मारी टक्कर:युवती की मौत, कोहरे के कारण हुआ हादसा; भाई हेलमेट से बचा
बस्ती जिले के रुधौली थाना क्षेत्र में कोहरे के कारण हुए एक सड़क हादसे में एक युवती की मौत हो गई। यह घटना अठदमा स्कूल के पास हुई, जहां एक अज्ञात वाहन ने दोपहिया वाहन पर सवार भाई-बहन को टक्कर मार दी। हादसे में बहन गंभीर रूप से घायल हो गई और इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मृतक युवती की पहचान बालेश्वरी नगर के वार्ड नंबर 10 निवासी 22 वर्षीय प्रेमलता के रूप में हुई है। वह अपने भाई राहुल के साथ दोपहिया वाहन से घर लौट रही थी। इसी दौरान एक अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मारी और मौके से फरार हो गया। टक्कर के कारण प्रेमलता के सिर में गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों की मदद से दोनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रुधौली पहुंचाया गया। वहां चिकित्सकों ने प्रेमलता को मृत घोषित कर दिया। राहुल ने हेलमेट पहना हुआ था, जिसके कारण उसे गंभीर चोटें नहीं आईं और वह सुरक्षित बच गया। घटना के बाद परिजनों ने युवती का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया। इस संबंध में रुधौली थाना प्रभारी निरीक्षक संजय दुबे से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि थाने में इस घटना की कोई सूचना दर्ज नहीं की गई है।
कानपुर में गड्ढे से 4 फीट उछली क्रेटा कार:डिवाइडर पर चढ़ी, कार सवार दंपती और तीन बच्चे बाल-बाल बचे
कानपुर के जाजमऊ स्थित नई चुंगी चौराहे से वाजिदपुर जाने वाली सड़क पर एक गड्ढे के कारण लगातार हादसे हो रहे हैं। सोमवार की रात 10 बजे एक क्रेटा कार इस गड्ढे से 4 फिट हवा में उछलकर डिवाइडर पर चढ़ गई। कार में सवार दंपती और उनके तीन बच्चे बाल-बाल बच गए। स्थानीय लोगों के अनुसार, पिछले एक साल में इस चौराहे पर गड्ढे के कारण छह बार हादसे हो चुके हैं। वाजिदपुर निवासी आदिल ने बताया कि वे अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ बाजार से घर लौट रहे थे। जाजमऊ चौराहे पर गड्ढे से बचने के प्रयास में उन्होंने कार को बाईं ओर मोड़ा, जिससे गाड़ी अचानक चार फीट ऊपर उछलकर डिवाइडर पर चढ़ गई। गनीमत रही कि कार में सवार पांचों लोगों को कोई चोट नहीं आई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और राहगीरों की मदद से कार को डिवाइडर से नीचे उतरवाया। आदिल ने यह भी बताया कि चौराहे पर न तो कोई सांकेतिक बोर्ड लगा है और न ही गड्ढे के संबंध में कोई अन्य व्यवस्था है। इससे पहले भी कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। क्षेत्र के सलमान, पप्पू और नीरज ने बताया कि इस गड्ढे के कारण आए दिन जाम लगता है। बाइक सवार गिरकर चोटिल हो जाते हैं। उन्होंने कई बार नगर निगम अधिकारियों को इसकी जानकारी दी है, लेकिन गड्ढे की मरम्मत नहीं हुई है। क्षेत्रीय पार्षद फकर इकबाल ने जानकारी दी कि वे नगर आयुक्त से इस गड्ढे की शिकायत करेंगे। जल्द ही इसकी मरम्मत करवाने का आग्रह करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
जशपुर में सोमवार को कांग्रेस पार्टी ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) का नाम बदलकर 'जी राम जी' किए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला भाजपा कार्यालय का घेराव करने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों ने भाजपा पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की विचारधारा के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। हालांकि, पुलिस ने कार्यालय पहुंचने से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर कांग्रेसियों को रोक दिया, जिससे मौके पर तनाव की स्थिति बन गई। इस आंदोलन के तहत जिले भर से कांग्रेस के पदाधिकारी और कार्यकर्ता रणजीता स्टेडियम के पास एकत्रित हुए। उन्होंने धरना प्रदर्शन करते हुए हाथों में तख्तियां लीं और केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। मनरेगा का नाम बदलने पर विरोध धरना स्थल पर उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष यूडी मिंज ने कहा कि मनरेगा केवल एक सरकारी योजना नहीं है। यह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों, गरीबों को सम्मानजनक रोजगार, आत्मनिर्भरता और सामाजिक न्याय का प्रतीक है। उन्होंने आरोप लगाया कि योजना से गांधी का नाम हटाना उनकी विचारधारा और मूल्यों पर सीधा प्रहार है, जिसे कांग्रेस स्वीकार नहीं करेगी। यूडी मिंज ने केंद्र की भाजपा सरकार पर संविधान, लोकतांत्रिक संस्थाओं और गांधीवादी सोच को कमजोर करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष जारी रखेगी। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा इस धरना प्रदर्शन को प्रदेश महामंत्री आरती सिंह, प्रदेश सचिव रत्ना पैंकरा, हीरू राम निकुंज, फुलकेरिया भगत, पूर्व विधायक विनय भगत, पूर्व जिला अध्यक्ष मनोज सागर यादव, आशिका कुजूर, मनोज तिवारी और अजय टोप्पो सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने भी संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने केंद्र सरकार के फैसले की निंदा करते हुए इसे गरीब विरोधी और गांधी विरोधी कदम बताया। प्रदर्शन के अंत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के माध्यम से केंद्र सरकार को ज्ञापन सौंपा। इसमें मनरेगा योजना में महात्मा गांधी का नाम पुनः बहाल करने की मांग की गई।
शिवहर में लगातार बढ़ रही कड़ाके की ठंड ने आम जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। सुबह और शाम के समय ठंड का प्रकोप इतना तेज हो गया है कि लोग घरों से बाहर निकलने में भी हिचकिचाने लगे हैं। हालात यह हैं कि बाजार, चौक-चौराहे और सरकारी कार्यालयों के आसपास लोग अलाव के सहारे खुद को गर्म रखने को मजबूर नजर आ रहे हैं। ठंड के कारण जिले में सामान्य जनजीवन की रफ्तार थम सी गई है। सड़कों पर आवाजाही कम हो गई है और लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। खासकर सुबह के समय घना कोहरा और ठंडी हवाएं लोगों की मुश्किलें और बढ़ा रही हैं। बाजारों में अलाव बना राहत का सहारा शिवहर के मुख्य बाजारों और प्रमुख चौक-चौराहों पर ठंड का असर साफ देखा जा सकता है। स्कूली बच्चे, राहगीर, अधिवक्ता और दुकानदार अलाव के चारों ओर खड़े होकर ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं। तस्वीरों में साफ नजर आता है कि लोग हाथ सेंकते हुए किसी तरह समय काट रहे हैं। नगर परिषद की ओर से शहर के कई इलाकों में अलाव की व्यवस्था की गई है, जिससे आम लोगों को कुछ हद तक राहत जरूर मिली है। हालांकि, कई स्थानों पर लोगों का कहना है कि अभी भी अलाव की संख्या कम है और इसे और बढ़ाए जाने की जरूरत है। बुजुर्ग और बच्चे सबसे अधिक प्रभावित अलाव के पास खड़े गोपाल चौधरी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से ठंड में लगातार इजाफा हो रहा है। उन्होंने कहा,“ठंड इतनी बढ़ गई है कि बिना अलाव के कुछ देर भी बाहर खड़ा होना मुश्किल हो गया है। नगर परिषद ने अलाव की व्यवस्था की है, लेकिन अगर इसे और जगहों पर किया जाए तो लोगों को ज्यादा राहत मिलेगी।” वहीं फैयाज आलम ने बताया कि ठंड का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों और छोटे बच्चों पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों को सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ गया है, जबकि छोटे बच्चों को भी ठंड से बचाने की सख्त जरूरत है। जरूरी कामों के लिए ही निकल रहे लोग अपने निजी काम से बाजार पहुंचे ओमप्रकाश मिश्र भी ठंड से परेशान नजर आए। अलाव के पास खड़े होकर उन्होंने बताया कि ठंड लगातार बढ़ती जा रही है और इससे बचाव के लिए सावधानी बेहद जरूरी है।उन्होंने कहा,“अब लोग बिना जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। गर्म कपड़े पहनना और ठंड से बचाव के उपाय करना बेहद जरूरी हो गया है।” बाजार में दुकानदारों का कहना है कि ठंड के कारण ग्राहकों की संख्या में भी कमी आई है। सुबह के समय दुकानें देर से खुल रही हैं और शाम ढलते ही बाजार जल्दी सिमट जा रहा है। प्रशासन से बढ़ी उम्मीदें ठंड को देखते हुए आम लोगों को प्रशासन से और बेहतर इंतजाम की उम्मीद है। लोगों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा अलाव की व्यवस्था सराहनीय है, लेकिन इसे सभी प्रमुख इलाकों, अस्पतालों, बस स्टैंड और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर और बढ़ाया जाना चाहिए। साथ ही गरीब, असहाय और सड़क किनारे रहने वाले लोगों के लिए कंबल वितरण की मांग भी जोर पकड़ने लगी है, ताकि वे इस कड़ाके की ठंड में सुरक्षित रह सकें। ठंड से बचाव को लेकर जागरूकता जरूरी विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में ठंड से बचाव के लिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। सुबह-शाम अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें, गर्म कपड़े पहनें और बच्चों एवं बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
महोबा में कानपुर-सागर हाईवे पर सोमवार शाम एक तेज रफ्तार चार पहिया वाहन ने दो अलग-अलग स्थानों पर दो बाइक सवारों को टक्कर मार दी। दोनों हादसों में बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद चालक वाहन समेत मौके से फरार हो गया। यह घटना महोबा के श्रीनगर थाना क्षेत्र में हुई। पहले हादसे में किशोरगंज के पास वाहन ने एक बाइक सवार को टक्कर मारी। इसमें श्रीनगर निवासी 27 वर्षीय अजय पुत्र कृपाल घायल हो गए। टक्कर के बाद चालक ने वाहन रोकने के बजाय रफ्तार बढ़ा दी और मौके से भागने का प्रयास किया। भागते हुए वाहन ने कुछ ही दूरी पर भंडरा तिगैला के पास एक और बाइक सवार को अपनी चपेट में ले लिया। इस हादसे में भंडरा गांव निवासी 40 वर्षीय किशन घायल हो गए। दोनों घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका उपचार किया जा रहा है। चिकित्सकों के अनुसार, घायलों की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है। घटना की सूचना मिलते ही श्रीनगर थाना पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी वाहन चालक की पहचान कर उसकी तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
संभल में अत्यधिक कोहरे और शीतलहर को देखते हुए नर्सरी से कक्षा 12 तक के सभी स्कूल और कॉलेज दो दिनों के लिए बंद रहेंगे। यह अवकाश 23 और 24 दिसंबर को लागू रहेगा। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने सोमवार रात करीब 10:30 बजे इस संबंध में आदेश जारी किया। उन्होंने बताया कि जिले में बीते आठ दिनों से लगातार घना कोहरा और शीतलहर का प्रकोप बना हुआ है। बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि परीक्षाएं यथावत चलेंगी, जबकि नियमित कक्षाएं स्थगित रहेंगी। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि आदेश का कड़ाई से अनुपालन कराया जाए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि इन दो दिनों में कोई भी स्कूल या कॉलेज खुला पाया गया, तो संबंधित संस्थान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि इससे पहले 17 दिसंबर को जिलाधिकारी के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने नर्सरी से कक्षा 8 तक के सभी बोर्ड के स्कूलों के समय में बदलाव किया था। उस आदेश के तहत स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित किए जा रहे थे। सोमवार को संभल में सुबह 9 बजे तक घना कोहरा छाया रहा, जिससे दृश्यता लगभग शून्य दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि रात का तापमान लगभग 12 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके साथ ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) भी बढ़कर करीब 293 तक पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक श्रेणी में आता है।
शेखपुरा के अरियरी थाना क्षेत्र में पुलिस ने सोमवार को SC/ST और आर्म्स एक्ट से जुड़े एक मामले में बड़ी कार्रवाई की है। इस दौरान हुसैनाबाद निवासी दीपक यादव को गिरफ्तार किया गया। आरोपी कांड संख्या 42/25 में नामजद था। अरियरी थाना प्रभारी अखिलेश कुमार ने बताया कि दीपक यादव काफी समय से पुलिस की निगरानी में था। उसके खिलाफ SC/ST एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने छापेमारी कर आरोपी को सफलतापूर्वक दबोचा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी से गहन पूछताछ की गई। मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच की जा रही है। सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद आरोपी को शाम करीब 5 बजे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। इस कार्रवाई से क्षेत्र के लोगों में सुरक्षा की भावना मजबूत हुई है।
गाजीपुर के मोहम्मदाबाद में प्रस्तावित पीडीए महापंचायत चौपाल का आयोजन ऐन वक्त पर रद्द कर दिया गया। प्रशासन द्वारा अनुमति निरस्त किए जाने के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। यह कार्यक्रम 22 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक एक निजी मैरिज हॉल में आयोजित होना था। प्रशासन ने इस कार्यक्रम के लिए 6 दिसंबर को अनुमति प्रदान की थी। कार्यक्रम में अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। वहीं, समाजवादी पार्टी के गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी और मोहम्मदाबाद विधायक शोएब अंसारी को विशिष्ट अतिथि के तौर पर शामिल होना था। आयोजन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थीं। मंच सज चुका था और कुर्सियां भी लगा दी गई थीं। इसी बीच 21 दिसंबर की रात प्रशासन ने आयोजक शशिकांत शर्मा उर्फ भंवर को कार्यक्रम की अनुमति रद्द किए जाने की सूचना दे दी। ऐन वक्त पर कार्यक्रम निरस्त होने से आयोजकों और समर्थकों में भारी निराशा देखी गई। कार्यक्रम रद्द किए जाने को लेकर आयोजक शशिकांत शर्मा और पुलिस के बीच हुई बहस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया, जिसके बाद मामला और अधिक राजनीतिक रूप से गरमा गया। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं। इस पूरे प्रकरण पर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने कहा कि पीडीए महापंचायत चौपाल के लिए प्रशासन से विधिवत अनुमति ली गई थी और यह कार्यक्रम किसी भी प्रकार से जातिगत नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासनिक दबाव में आकर कार्यक्रम को रद्द किया गया है।
हाथरस में शहर के एक मोहल्ले में अपने मायके में रह रही विवाहिता ने ससुराल के लोगों पर दहेज उत्पीड़न व शारीरिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। कोतवाली हाथरस गेट क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी युवती की शादी वर्ष 2016 में बदरपुर दक्षिण दिल्ली निवासी युवक के साथ हुई थी। आरोप है कि पति, ससुर, ननद, देवर अतिरिक्त दहेज में एक बाइक की मांग को लेकर शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। विवाहिता ने एक बेटे को जन्म दिया। मामले की शिकायत दिल्ली थाने में भी की गई, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई। ससुर व देवर आये दिन विवाहिता के साथ अश्लील बातें व हरकतें करने लगे। ससुर ने शराब के नशे में विवाहिता का हाथ पकड़कर गलत इरादे से खींचा। शिकायत पर गुस्साए ससुराल के लोगों ने विवाहिता के साथ मारपीट की। मारपीट की सूचना पर ससुराल पहुंचे पिता व अन्य लोगों के साथ भी ससुराल के लोगों ने अभद्रता की। अब शिकायत के आधार पर मुकदमा दर्ज कर महिला थाना पुलिस जांच में जुटी है।
कानपुर के रावतपुर थाना क्षेत्र में साइबर ठगों ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक का कर्मचारी बताकर एक खाताधारक से लाखों रुपये की ठगी कर ली। लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट कराने के नाम पर भेजे गए लिंक के जरिए ठगों ने पीड़ित के दो बैंक खातों से कुल 8 लाख 26 हजार 600 रुपये निकाल लिए। मामले में रावतपुर पुलिस ने 7 हफ्तों के बाद मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।इनकम टैक्स हाउसिंग सोसायटी विनायकपुर रावतपुर निवासी जय प्रकाश निगम ने बताया कि 30 अक्तूबर 2025 को दोपहर करीब 12:24 बजे उनके मोबाइल नंबर पर एक कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपना नाम दीपक मिश्रा बताते हुए कहा कि वह पीएनबी से बोल रहा है और लाइफ सर्टिफिकेट के लिए पीएनबी-एचआरएम से भेजे जा रहे लिंक पर कुछ विवरण भरना होगा। कॉलर ने खुद को बैंक कर्मी बताकर पीड़ित को विश्वास में लिया। बातचीत के दौरान पीड़ित का मोबाइल फोन अचानक हैंग हो गया। देर शाम को जब पीड़ित ने मोबाइल चेक किया तो खाते से पैसे निकलने के कई मैसेज मिले। इसके बाद एटीएम से स्टेटमेंट निकालने पर पता चला कि एक खाते से करीब 7 लाख 90 हजार रुपये और दूसरे खाते से 36 हजार 600 रुपये निकाल लिए गए हैं। जिसकी सूचना तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर भी शिकायत दर्ज कराई थी। वही पुलिस ने साइबर सेल की जांच रिपोर्ट के बाद मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। थाना प्रभारी रावतपुर ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही साइबर सेल की मदद से मामले का खुलासा किया जाएगा।
समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र में सोमवार देर शाम एक सड़क दुर्घटना में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई। मालीनगर गांव के पास एक अनियंत्रित कार ने महिला को टक्कर मार दी। यह घटना रात करीब आठ बजे पूसा से कल्याणपुर मुख्य पथ पर मालीनगर गांव के समीप हुई। जानकारी के अनुसार, महिला अपने घर के पास खड़ी थी, तभी एक तेज रफ्तार अनियंत्रित कार ने पहले एक बिजली के खंभे को टक्कर मारी, जिससे बिजली का तार टूट गया। इसके बाद कार सड़क से करीब 10 फीट अंदर आकर महिला को जोरदार टक्कर मारते हुए एक पेड़ से जा टकराई। कार की टक्कर से महिला गंभीर रूप से जख्मी हो गई। उसे तत्काल पूसा के एक निजी क्लिनिक ले जाया गया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए समस्तीपुर रेफर कर दिया गया। समस्तीपुर में एक निजी क्लिनिक में महिला का इलाज जारी है। घायल महिला की पहचान मालीनगर पंचायत के वार्ड 13 निवासी लाल बाबू साह उर्फ गोखुल साह की लगभग 35 वर्षीय पत्नी रेणु देवी के रूप में हुई है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि कार चालक नशे की हालत में था। सूचना मिलने पर चकमेहसी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने कार में सवार लोगों और चालक को सुरक्षित बाहर निकालकर इलाज के लिए भेजा। थाना प्रभारी मनीष कुमार ने बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। घायल महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
बेला काली मंदिर से लौटते दो युवक दुर्घटनाग्रस्त:जहानाबाद में हादसा, एक की हालत गंभीर
जहानाबाद जिले के कड़ौना थाना क्षेत्र अंतर्गत कन्नौदी के पास सोमवार रात एक सड़क दुर्घटना में बाइक सवार दो युवक घायल हो गए। ये युवक प्रसिद्ध बेला काली मंदिर से दर्शन कर लौट रहे थे। हादसे में एक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, यह दुर्घटना सोमवार रात करीब 9 बजे हुई, जब बाइक अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर कड़ौना थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों घायल युवकों को इलाज के लिए जहानाबाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया। सदर अस्पताल में तैनात डॉक्टर नंदा ने बताया कि घायल युवकों की स्थिति फिलहाल स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं। दोनों का इलाज अस्पताल में जारी है।
बलरामपुर जिले के हरितिमा फॉरेस्ट रेस्ट हाउस, राजपुर में सरगुजा संभाग स्तरीय पुलिस समीक्षा बैठक आयोजित की गई। पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज ने बैठक की अध्यक्षता की। इसमें कोरिया, जशपुर, एमसीबी, सरगुजा, सूरजपुर और बलरामपुर जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा सभी जिलों के न्यायालयों में कार्यरत लोक अभियोजन अधिकारी शामिल हुए। 709 पुराने मामले खंगाले, आरोपियों की गिरफ्तारी पर जोर बैठक में सर्वप्रथम संभाग के विभिन्न जिलों में दोषमुक्ति से जुड़े कुल 709 प्रकरणों की गहन समीक्षा की गई। इनमें सेशन कोर्ट के 128 और लोवर कोर्ट के 581 प्रकरण शामिल थे। समीक्षा के दौरान उन मामलों पर विशेष चर्चा हुई जिनमें अग्रिम जमानत निरस्त होने के बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। विवेचना में पाई गई त्रुटियों को सुधारने और अभियोजन अधिकारियों से समन्वय कर प्रकरणों के त्वरित निराकरण के निर्देश दिए गए। अंतरराज्यीय ड्रग गिरोह और गौ तस्करी पर सख्त रुख इसके बाद कानून व्यवस्था, लंबित अपराध, लंबित शिकायतें, मर्ग प्रकरण, एनडीपीएस एक्ट के मामले और गौ तस्करी से संबंधित कार्यवाहियों की जिलेवार समीक्षा की गई। एनडीपीएस प्रकरणों में संपत्ति कुर्की, वित्तीय एवं एंड-टू-एंड इन्वेस्टिगेशन कर अंतरराज्यीय गिरोहों और प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई चेन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। गौ तस्करी में इस्तेमाल वाहनों के राजसात की कार्यवाही पूर्ण करने पर भी जोर दिया गया। लंबित अपराधों की समीक्षा करते हुए एक वर्ष से अधिक समय से लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण के लिए राजपत्रित अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपने और स्वयं पर्यवेक्षण करने के निर्देश दिए गए। साइबर अपराधों के कुल 105 लंबित मामलों, म्यूल अकाउंट, पीओएस और ऑनलाइन शिकायतों की भी विस्तृत समीक्षा कर त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश यातायात व्यवस्था की समीक्षा में बताया गया कि वर्ष 2024 की तुलना में वर्ष 2025 में सड़क दुर्घटनाओं और मृतकों की संख्या में कमी आई है। इसके बावजूद आम जनता को यातायात नियमों का पालन करने, दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट तथा चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट अनिवार्य रूप से उपयोग करने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए गए। अधिक दुर्घटनाग्रस्त स्थानों की पहचान कर आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई करने पर भी बल दिया गया।
गौरेला जिले में चोरी के तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। इनमें वन विभाग के पंप की मोटर, एक निर्माण स्थल से सीमेंट, डीजल, रेत और गिट्टी, तथा एक दुकान से पीतल के लोटे चोरी होने की घटनाएं शामिल हैं। गौरेला पुलिस ने सभी मामलों में एफआईआर दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है। पहला मामला उपवनपरिक्षेत्र गौरेला के धनौली कक्ष क्रमांक 2329 से सामने आया है। यहां प्रधानमंत्री ग्रीन क्रेडिट योजना के तहत सिंचित वृक्षारोपण के लिए लगे चार पंपों में से एक की मोटर चोरी हो गई। परिक्षेत्र सहायक राजीव कुमार सिसोदिया ने बताया कि अज्ञात चोरों ने बोर के पुराने स्टैंड पंप की मोटर चुरा ली, जिसकी अनुमानित कीमत 5000 रुपये है। दूसरा मामला देवरगांव स्थित पार्सवनाथ कंस्ट्रक्शन कंपनी की साइट से संबंधित है। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर रितेश कुमार ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी साइट से 500 बोरी सीमेंट, 500 लीटर डीजल, रेत और गिट्टी चोरी हो गई। चोरी हुए सामान की कुल कीमत लगभग 2.5 लाख रुपये आंकी गई है। प्रार्थी ने कंपनी के दो इंजीनियरों, रंजीत कुमार पाण्डे और अभिषेक कुमार पर संदेह व्यक्त किया है, जो चोरी की जानकारी मिलने के बाद से साइट और अपने कमरे से लापता हैं और उनके फोन भी बंद आ रहे हैं। तीसरी घटना गौरेला वार्ड नंबर 03 में मयंक ज्वेलर्स के सामने स्थित पारस ताम्रकार की दुकान पर हुई। सुबह दुकान खोलने पहुंचे पारस ताम्रकार ने देखा कि दुकान का ताला टूटा हुआ था और बगल के शटर को लोहे के तार से बांधा गया था। दुकान के अंदर जाँच करने पर 20 नग पीतल के लोटे गायब मिले, जिनकी अनुमानित कीमत 15,000 से 18,000 रुपये के बीच है। गौरेला थाना पुलिस ने इन तीनों अलग-अलग चोरी के मामलों में अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। वन विभाग के पंप मोटर, निर्माण सामग्री और दुकान से लोटे चोरी के इन मामलों की गहन विवेचना जारी है।
बेतिया के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित चारगाहा गांव में मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। हालचाल पूछने की बात पर नाराज कुछ लोगों ने दो व्यक्तियों पर गैस चूल्हा और चाकू से हमला कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस संबंध में चारगाहा वार्ड संख्या 33 निवासी शोभा देवी ने मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। शोभा देवी ने अपने आवेदन में बताया कि 4 दिसंबर की शाम करीब आठ बजे उनके पति संतोष पटेल और देवर घर के दरवाजे पर आग ताप रहे थे। उसी दौरान जयप्रकाश नगर आईटीआई निवासी भवानी सिंह अपने समधी ललन प्रसाद के साथ वहां से गुजर रहे थे। बरवत पसराईन निवासी राज पांडेय, जो पड़ोस में एक निमंत्रण में आए थे, उन्होंने भवानी सिंह को देखकर उनका हालचाल पूछा। राज पांडेय के हालचाल पूछने पर भवानी सिंह अचानक नाराज हो गए और अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। विवाद बढ़ता देख राज पांडेय वहां से चले गए। इसी पुरानी बात को लेकर आरोपियों ने रंजिश पाल ली थी। पीड़िता के अनुसार, 17 दिसंबर की शाम उनके देवर कृष्णा कुमार और संतोष कुमार ललन प्रसाद के दरवाजे पर आग ताप रहे थे। तभी भवानी सिंह, ललन प्रसाद, अमन कुमार और दो अन्य अज्ञात व्यक्ति वहां पहुंचे। उन्होंने संतोष कुमार पर गैस चूल्हा उठाकर फेंक दिया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट आई और वे घायल हो गए। इतना ही नहीं, आरोपियों ने देवर कृष्णा कुमार पर जान से मारने की नीयत से चाकू से हमला किया। बचाव के दौरान चाकू उनके हाथ में लग गया। हमलावरों ने दोनों पीड़ितों को जान से मारने की धमकी भी दी। धमकी के डर से घायलों ने स्थानीय स्तर पर ही अपना इलाज कराया। मुफस्सिल थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है और घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में कांग्रेस ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर अनोखा प्रदर्शन किया। नगर निगम के बाहर चल रहे सात दिवसीय धरने के चौथे दिन कांग्रेसियों ने प्रतीकात्मक पुतले को धूप दिखाकर विरोध जताया। इस दौरान 'तुम तो ठहरे जुमलेबाज' गाना गाकर महापौर पर निशाना साधा गया। यह प्रदर्शन धमतरी नगर निगम कार्यालय के बाहर किया जा रहा है। चौथे दिन के प्रदर्शन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एक प्रतीकात्मक पुतला रखा और उसे धूप दिखाकर 'याददाश्त दिलाने' का दावा किया। मंच से 'तुम तो ठहरे जुमलेबाज, साथ क्या निभाओगे' जैसे गाने गाकर आरोप लगाए गए। प्रदर्शन स्थल पर एक नीला ड्रम भी रखा गया था, जिस पर 'डीजल चोर गाड़ी छोड़' का पोस्टर चिपकाया गया था। महापौर के प्रतीकात्मक पुतले को दिखाई धूप नगर निगम के उप नेता प्रतिपक्ष विशु देवांगन ने बताया कि यह प्रतीकात्मक पुतला महापौर को उनके चुनावी वादों और पूर्व में हुए डीजल चोरी के खिलाफ रखे गए दो नीले ड्रमों की याद दिलाने के लिए 'हुमजग' (धूप) दिया गया है। पूर्व पार्षद अजय वर्मा ने महापौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें सद्बुद्धि आनी चाहिए। उन्होंने याद दिलाया कि महापौर अब कांग्रेस के नहीं, बल्कि स्वयं महापौर हैं और चुनाव से पहले किए गए वादों को निभाने का यह सही समय है। वर्मा ने रेलवे प्रभावितों के विस्थापन की मांग भी की। दूसरी ओर, नगर निगम के पीडब्ल्यूडी सभापति विजय मोटवानी ने कांग्रेस के प्रदर्शन को 'मुद्दाविहीन' और 'विजन रहित' बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस 'बेघर' हो चुकी है और इस प्रतीकात्मक पुतले को राहुल गांधी का बताया।
मंडलीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सोमवार को आयुक्त सभागार में संपन्न हुई। अपर आयुक्त प्रशासन राम आसरे ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि जो ब्लैक स्पॉट चिह्नित किए गए हैं, वहां सुधार के उपाय किए जाएं। उन्होंने पुलिस और परिवहन विभाग को निर्देश दिया कि ओवर स्पीड एवं ओवरलोडिंग रोकने के लिए विशेष अभियान जलाकर जांच की जाए। सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी रोक लगाने और यातायात व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए इस बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने मंडल में हुई सड़क दुर्घटनाओं की अद्यतन स्थिति की जानकारी मांगी। दुर्घटना संभावित स्थलों यानी ब्लैक स्पॉट्स एवं यातायात नियमों के अनुपालन की समीक्षा की। सड़क सुरक्षा सामूहिक जिम्मेदारीअपर आयुक्त ने कहा कि सड़क सुरक्षा केवल एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है। यह सामूहिक जिम्मेदारी है। सभी संबंधित विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने चिह्नित ब्लैक स्पॉट्स पर तत्काल सुधारात्मक कार्य करान का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके तहत सड़क मरम्मत, चेतावनी संकेतक, रिफ्लेक्टर, स्पीड ब्रेकर, रोड मार्किंग और पर्याप्त प्रकाश की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई और यूपीडा को तय समयसीमा में काम पूरा करने का निर्देश दिया। चलाए जाएं सघन जांच अभियानउन्होंने पुलिस और परिवहन विभाग को सघन वाहन जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ओवरस्पीडिंग, ओवरलोडिंग, बिना हेलमेट, बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति जनजागरूकता बढ़ाने के लिए स्कूलों, कालेजों और सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने पर जोर दिया गया। अपर आयुक्त ने एनएचएआइ और यूपीडा को स्वास्थ्य विभाग से समन्वय बनाकर सड़क दुर्घटना पीड़ितों को समय पर उपचार उपलब्ध कराने के लिए एम्बुलेंस सेवाओं को और अधिक सशक्त करने के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस, परिवहन, लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग, एनएचएआइ और अन्य संबंधित विभागों के संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। कमिश्नर ने कहा जल्द पूरा करें स्मार्ट सिटी के कामकमिश्नर अनिल ढींगरा की अध्यक्षता में आयुक्त सभागार में राज्य स्मार्ट सिटी योजना के अंतर्गत संचालित परियोजनाओं के कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई। कमिश्नर ने इस योजना के तहत संचालित परियोजनाओं के कार्यों की धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया।
बिलासपुर के रतनपुर में सेप्टिक टैंक धंसा, दो घायल:राजमिस्त्री गंभीर, सिम्स रेफर; पुलिस को सूचना नहीं
बिलासपुर के रतनपुर में सेप्टिक टैंक निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से दो लोग घायल हो गए। इनमें एक राजमिस्त्री गंभीर रूप से घायल है, जिसे बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रेफर किया गया है। यह घटना रविवार को बुढ़ा महादेव मंदिर के पास हुई। जानकारी के अनुसार, ठेकेदार दीनदयाल निषाद ने मंदिर के पास एक घर में सेप्टिक टैंक बनाने का ठेका लिया था। रविवार दोपहर करीब दो बजे राजमिस्त्री सुंदर सूर्यवंशी और एक महिला श्रमिक टैंक के अंदर काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक गड्ढे की दीवार धंस गई और भारी मात्रा में मिट्टी नीचे गिर पड़ी। मिट्टी के मलबे में दबने से दोनों श्रमिक गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना से मौके पर अफरा-तफरी मच गई। आसपास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और ठेकेदार के साथ मिलकर मिट्टी हटाकर घायलों को बाहर निकाला। राजमिस्त्री बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रेफर घायलों को आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद महिला श्रमिक को छुट्टी दे दी गई। हालांकि, राजमिस्त्री सुंदर सूर्यवंशी की गंभीर हालत को देखते हुए उसे बिलासपुर के सिम्स अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां उसका इलाज जारी है। इस घटना की सूचना पुलिस को नहीं दी गई है। इस हादसे ने निर्माण कार्यों के दौरान सुरक्षा उपायों की अनदेखी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
गया सिटी एसपी कार्यालय में सोमवार को जनता दरबार का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान और पुलिस-जन संवाद को मजबूत करना था। इस दौरान सिटी एसपी ने कुल 30 लोगों की शिकायतें सुनीं और संबंधित मामलों में आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। जनता दरबार में आए लोगों ने मुख्य रूप से भूमि विवाद, पारिवारिक झगड़े, थाने में लंबित मामलों, आपसी मारपीट और धोखाधड़ी से संबंधित शिकायतें दर्ज कराईं। सिटी एसपी ने सभी शिकायतों को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पीड़ित को न्याय दिलाना पुलिस की प्राथमिकता है। उन्होंने मौके पर मौजूद थाना प्रभारियों और संबंधित पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रत्येक मामले की निष्पक्ष जांच कर जल्द प्रतिवेदन प्रस्तुत करें, ताकि समय पर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। सिटी एसपी बोले- जनता दरबार के जरिए सीधे जनता से जुड़ी पुलिस सिटी एसपी ने बताया कि जनता दरबार के माध्यम से पुलिस सीधे जनता से जुड़ रही है। इससे शिकायतों का समाधान तेजी से हो रहा है और पुलिस प्रशासन पर लोगों का भरोसा भी बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे जनता दरबार नियमित रूप से आयोजित किए जाएंगे, ताकि नागरिकों को न्याय के लिए भटकना न पड़े। इस दौरान सिटी एसपी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी थानों को जनता की शिकायतों को संवेदनशीलता और तत्परता के साथ निपटाने की हिदायत दी गई। यह जनता दरबार शिकायत निवारण के साथ-साथ पुलिस और जनता के बीच संवाद स्थापित करने का एक माध्यम बना।
महासमुंद जिले में धान खरीदी में अनियमितता के आरोप में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। यह कार्रवाई सरायपाली के धान उपार्जन केंद्र सिंगबहाल में अवैध परिवहन से संबंधित मामले में की गई है। खाद्य अधिकारी अजय यादव ने बताया कि 20 दिसंबर की शाम लगभग 6 बजे सिंगबहाल धान उपार्जन केंद्र में धान की हेराफेरी की सूचना मिली थी। इस पर खाद्य निरीक्षक अविनाश दुबे और तहसीलदार श्रीधर पंडा ने तत्काल मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। धान खरीद में दस्तावेजों में गड़बड़ी का खुलासा जांच के दौरान, केंद्र प्रभारी बुद्धिवंत प्रधान से डीओ (डिलीवरी ऑर्डर), डीएम (डिलीवरी मेमो), राइस मिलर गेट पास और तौल पत्रक पेश करने को कहा गया। प्रस्तुत दस्तावेजों की पड़ताल में पाया गया कि भोलेनाथ इंडस्ट्रीज छुईपाली के लिए 350 क्विंटल का डीओ और 875 बोरा धान का डीएम जारी किया गया था। अनियमितता में केंद्र प्रभारी और मिल संचालक शामिल हालांकि, मौके पर मौजूद ट्रक क्रमांक सीजी 06 एचबी 4361 में केवल 500 बोरी धान ही लोड पाया गया। इस अनियमितता में केंद्र प्रभारी बुद्धिवंत प्रधान, हेमंत साहू, गिरजाशंकर भोई और भोलेनाथ इंडस्ट्रीज छुईपाली के संचालक आशीष अग्रवाल की संलिप्तता सामने आई। जांच प्रतिवेदन के अनुसार, बुद्धिवंत प्रधान, हेमंत साहू और गिरजाशंकर भोई ने जानबूझकर तय डीएम की मात्रा से कम धान ट्रक में लोड कराया, जिसमें आशीष अग्रवाल सक्रिय रूप से भागीदार थे। इन सभी दोषी व्यक्तियों के खिलाफ संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी गई है। कलेक्टर विनय कुमार लंगेह के निर्देश पर जिले में अवैध धान जब्त करने के सर्वाधिक प्रकरण बनाए गए हैं।
मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना क्षेत्र के रूपनपट्टी मथुरापुर गांव में हुए सामूहिक आत्महत्या मामले की जांच अब राज्य के अपराध जांच विभाग (CID) ने संभाल ली है। सोमवार को CID के पुलिस उपमहानिरीक्षक (DIG) सह प्रभारी डीआईजी मुजफ्फरपुर रेंज जयंत कांत के नेतृत्व में पांच सदस्यीय एक उच्चस्तरीय टीम ने घटनास्थल का जायजा लिया और महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए। यह मामला तब सामने आया था जब एक ही परिवार के सदस्यों ने सामूहिक रूप से आत्महत्या कर ली थी। स्थानीय लोगों और परिजनों द्वारा निष्पक्ष जांच की मांग के बाद CID की टीम ने जांच शुरू की है। पांच सदस्यीय टीम में ये थे शामिल सोमवार को CID टीम के गांव पहुंचने पर जांच प्रक्रिया तेज हो गई। DIG जयंतकांत के साथ जांच दल में DSP अनुशील, DSP के.के. गुप्ता और DSP कसर सहित विभाग के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। मुजफ्फरपुर के ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह प्रभाकर भी मौके पर मौजूद रहे और स्थानीय पुलिस ने जांच में सहयोग किया। जांच का मुख्य उद्देश्य घटना के मूल कारणों का पता लगाना है। CID अधिकारियों ने उस घर का बारीकी से निरीक्षण किया जहां यह घटना हुई थी। टीम ने मृतक के चाचा सीताराम और आसपास के ग्रामीणों से विस्तृत पूछताछ की। इस दौरान परिवार की आर्थिक स्थिति, किसी संभावित विवाद और घटना से पहले परिवार के सदस्यों के व्यवहार में किसी असामान्य बदलाव जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जानकारी जुटाई गई। पुलिसिया कार्रवाई की समीक्षा, साजिश से इनकार नहीं CID की टीम ने सकरा थाना पुलिस द्वारा अब तक की गई कार्रवाई और केस डायरी का भी गहनता से अवलोकन किया। DIG जयंतकांत ने स्थानीय अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। टीम इस बात की गहराई से जाँच कर रही है कि क्या यह मामला केवल हताशा में की गई आत्महत्या का है, या इसके पीछे कोई बाहरी दबाव, उकसावा अथवा सुनियोजित साजिश थी। फिलहाल, CID की टीम जांच पूरी कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी, जिसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। गांव में अभी भी सन्नाटा पसरा हुआ है और हर किसी को मामले के खुलासे का इंतजार है।
कोरबा में कुसमुंडा खदान के पास एक ट्रेलर चालक को बोलेरो सवार बदमाशों ने अगवा कर लूट लिया। बदमाशों ने चालक के हाथ-पैर बांधकर उसे रेलवे लाइन के किनारे फेंक दिया। पूरी रात ठंड में पड़े रहने के दौरान वह मालगाड़ी की चपेट में आ गया, जिससे उसके एक पैर की एड़ी कट गई। यह घटना सोमवार सुबह कुसमुंडा गेट नंबर 6 के समीप हुई। चालक खाना खाने जा रहा था, तभी बोलेरो सवार बदमाशों ने उसे अगवा कर लिया। थोड़ी दूर ले जाने के बाद उन्होंने चालक से 3 हजार रुपये नकद और मोबाइल लूट लिया। गेट नंबर 6 के पास घायल मिला युवक सुबह गेट नंबर 6 के पास लोगों की आवाजाही के दौरान एक व्यक्ति की नजर रेल पटरी के समीप पड़े युवक पर पड़ी। करीब जाकर देखा तो युवक दर्द से कराह रहा था, उसके हाथ-पैर रस्सी से बंधे थे और बाएं पैर की एड़ी कटी हुई थी। उस व्यक्ति ने रस्सी खोलकर उसे आजाद कराया। दोस्त को मोबाइल से दी घटना की जानकारी घायल युवक की पहचान उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले के चोपन थाना क्षेत्र के बघनारी गांव निवासी विनोद कहार के रूप में हुई है, जो पेशे से वाहन चालक है। उसने अपने दोस्त राजनाथ को मोबाइल से फोन कर घटना की जानकारी दी, जिसके बाद राजनाथ मौके पर पहुंचा। राजनाथ ने विनोद को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार जारी है। अस्पताल प्रबंधन ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी है। पुलिस जांच के बाद ही पूरी वस्तुस्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
खगड़िया जिले की मानसी जीआरपी रेल पुलिस ने सोमवार को मानसी रेलवे स्टेशन से छह बोतल विदेशी शराब बरामद की है। यह शराब प्लेटफॉर्म संख्या दो और तीन के बीच स्थित बंदी गिरी के पास लावारिस हालत में मिली। बरामद शराब रॉयल स्टैग कंपनी की बताई जा रही है, जिसमें प्रत्येक बोतल 750 एमएल की है। पुलिस ने शराब को जब्त कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस संबंध में मानसी जीआरपी रेल थाना अध्यक्ष विकास कुमार ने बताया कि मानसी स्टेशन पर लगातार शराब तस्करी की कोशिशें सामने आ रही हैं। शराब माफिया के खिलाफ पुलिस की ओर से नियमित रूप से छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है। थाना प्रभारी ने कहा कि मानसी क्षेत्र में शराब तस्करी पर लगाम लगाने के लिए अभियान आगे भी जारी रहेगा।
पूर्णिया में घने कोहरे के कारण बाइक अचानक अनियंत्रित हो गई। बेकाबू बाइक पैदल चल रही दो महिलाओं से जा टकराई। इस हादसे में दो महिला समेत एक बाइक सवार युवक जख्मी हो गया। घटना के.नगर थाना क्षेत्र के पूर्णिया–सहरसा 107 मुख्य मार्ग पर बिठनौली पश्चिम पंचायत के बनियापट्टी चौक के समीप हुआ। जख्मी महिला की पहचान के.नगर प्रखंड के बनियापट्टी वार्ड संख्या 2 निवासी पंडो ऋषि राम की पत्नी बिरनी देवी समेत एक अन्य के रूप में हुई है। जबकि मोटरसाइकिल सवार युवकों की पहचान के.नगर थाना क्षेत्र के बिठनौली पूर्व के वार्ड 12 निवासी सुबोध मिस्त्री के बेटे राजेश कुमार (18) और रामकृष्ण शर्मा की बेटी गोलू कुमार (18) के रूप में हुई है। दोनों युवक एक ही बाइक पर सवार थे। घायलों को पूर्णिया जीएमसीएच में कराया एडमिट घटना की जानकारी देते हुए जख्मी महिला ने बताया कि वो गांव की एक अन्य महिला के साथ सब्जी लाने पैदल ही बनियापट्टी चौक हाट गई थी। दोनों सब्जी खरीदकर लौट रही थी, तभी तेज रफ्तार और कोहरे की वजह से बाइक अचानक अनियंत्रित होकर पैदल जा रही दो महिलाओं से टकरा गई। हादसे में दोनों महिला के अलावा बाइक ड्राइव कर रहा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। टक्कर की आवाज सुनकर स्थानीय मौके पर जुटे। बाइक पर सवार एक अन्य युवक और स्थानीय लोगों की मदद से GMCH पूर्णिया में एडमिट कराया गया। जहां घायलों का इलाज जारी है। घटना की जानकारी देते हुए स्थानीय लोगों ने बताया कि बाइक की रफ्तार काफी तीव्र थी। शाम होने पर कोहरे छाने लगा था। जिस वजह से बाइक सवार युवक पैदल चल रही महिलाओं को देख नहीं सका। जिसके चलते बेकाबू बाइक ने महिला से जा टकराई और ये हादसा हो गया। इधर घटना की जानकारी मिलते ही के.नगर थाना की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। मामले की छानबीन में जुट गई है।
समस्तीपुर पुलिस ने अपराध की योजना बनाते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से तीन देसी कट्टा, एक देसी पिस्तौल और दो जिंदा गोली बरामद की गई है। रोसरा डीएसपी संजय कुमार सिन्हा ने बताया कि 21 दिसंबर 2025 की रात विभूतिपुर थाने को गुप्त सूचना मिली थी। सूचना के अनुसार, ग्राम जोगिया स्थित कोल्ड स्टोरेज के आगे चौर में एक झोपड़ी में कुछ हथियारबंद अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे। झोपड़ी में बैठकर अपराध की योजना बना रहे थे आरोपी वरीय अधिकारियों को सूचित करने के बाद, थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इस टीम में पुलिस अवर निरीक्षक अरशद इमाम अंसारी और पुलिस अवर निरीक्षक विशाल प्रताप सिंह सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने झोपड़ी की घेराबंदी कर तीन अपराधियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अपराधी भागने में सफल रहा। गिरफ्तार किए गए अपराधियों की तलाशी लेने पर उनके पास से तीन देसी कट्टा, एक देसी पिस्तौल, दो जिंदा गोली, 12,500 रुपए कैश, तीन मोबाइल और घटनास्थल के पास से एक मोटरसाइकिल बरामद की गई। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ये शामिल गिरफ्तार अपराधियों की पहचान विभूतिपुर थाना क्षेत्र के खदियाही वार्ड 2 के रहने वाले रामकृष्ण महतो के 26 साल के बेटे विशाल कुमार, भुसवर वार्ड 2 के रहने वाले रामविलास महतो के 19 साल के बेटे सचिन कुमार और बसौना गांव के रहने वाले विजय कुमार के 19 साल के बेटे विकास कुमार उर्फ दातुल कुमार के रूप में हुई है। रोसरा डीएसपी ने बताया कि ये अपराधी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। उनसे पूछताछ के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
कोरबा में एक महिला ने कथित तौर पर खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि पिता द्वारा घर आने की अनुमति न दिए जाने से दुखी होकर महिला ने यह कदम उठाया। यह घटना बालको थाना क्षेत्र के रूमगरा बस्ती में हुई। मृतक महिला की पहचान 33 वर्षीय पुष्पा राठौर के रूप में हुई है, जो 35 वर्षीय सत्यम सोनी के साथ रूमगरा में लिव-इन रिलेशनशिप में रह रही थी। पुष्पा एक बच्चे की मां थी। सत्यम सोनी भी अपनी पत्नी को छोड़ चुका था और उसके दो बच्चे थे। चार साल से लिव-इन रिलेशनशिप रह रही थी सत्यम सोनी के अनुसार, पुष्पा राठौर मूल रूप से सक्ती की रहने वाली थी और उसने अपने पति से तलाक ले लिया था। वह पिछले चार वर्षों से सत्यम के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थी। सत्यम ने बताया कि पुष्पा पहले एनटीपीसी में अपने पति के साथ रहती थी और एक हर्बल कंपनी में जुड़ने के बाद उनकी मुलाकात हुई थी। घटना के दिन सत्यम अपने दोनों बच्चों को लेकर बाजार गया था, जिससे पुष्पा नाराज हो गई। उसने सत्यम से कहा कि वह उसके लिए समय नहीं निकालता। इसी बात से नाराज होकर पुष्पा ने मोबाइल पर बताया कि वह घर जा रही है। घर आने से पिता ने किया मना तो लगा ली फांसी घर पहुंचकर पुष्पा ने अपने पिता से फोन पर बात की और घर आने की अनुमति मांगी। हालांकि, पिता और भाई ने कथित तौर पर सामाजिक भय के कारण उसे घर आने से मना कर दिया। इसके बाद पुष्पा ने खुद को कमरे में बंद कर लिया और बाद में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सत्यम सोनी ने पुष्टि की कि पिता द्वारा घर आने से मना करने के बाद ही पुष्पा ने यह आत्मघाती कदम उठाया।
महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बेतिया नगर निगम क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं के विस्तार के लिए तीन विकास योजनाओं का कार्यादेश संबंधित संवेदकों को सौंपा। इन परियोजनाओं पर कुल 54,22,942 रुपए की लागत आएगी। महापौर ने कहा कि नागरिकों को बेहतर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना निगम प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। 54 लाख से अधिक की तीन परियोजनाओं को दी मंजूरी महापौर सिकारिया के अनुसार, वार्ड संख्या 4 में दो सड़क निर्माण योजनाओं को स्वीकृति मिली है। इनमें डोमा साह के घर से राजेश श्रीवास्तव के घर तक और मुकुंद दुबे के घर से बबलू चौधरी के घर तक सड़क निर्माण शामिल है। इन दोनों कार्यों की कुल लागत 16,74,085 रुपए है, जिसे नगर निगम बोर्ड से पारित होने के बाद कार्यादेश जारी किया गया। इसी कड़ी में, वार्ड संख्या 6 में राजेश कुमार के घर से राजू प्रसाद के घर तक सड़क के दोनों किनारों पर नाला निर्माण का कार्यादेश भी जारी किया गया है। इस योजना की लागत 5,26,977 रुपए है। महापौर ने बताया कि नाला निर्माण से क्षेत्र में जलजमाव की समस्या कम होगी और नागरिकों को सुविधा मिलेगी। 32 लाख रुपए की लागत से कब्रिस्तान की चहारदीवारी निर्माण इसके अतिरिक्त, नव अधिग्रहित शहरी क्षेत्र के वार्ड संख्या 42 के बाघमारवा टोला स्थित कब्रिस्तान की चहारदीवारी निर्माण के लिए भी कार्यादेश सौंपा गया है। इस परियोजना की लागत 32,21,880 रुपए है। इस कार्य से कब्रिस्तान की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने सभी संवेदकों को निर्देश दिए कि सभी निर्माण कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर और मानक गुणवत्ता के साथ चालू वित्तीय वर्ष में ही पूरे किए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि गुणवत्ता में किसी भी प्रकार की लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
इटावा के जसवंतनगर क्षेत्र में चित्रकूट जिला जेल में तैनात डिप्टी जेलर प्रमोद कुमार कनोजिया की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। वह लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे और रविवार को छुट्टी लेकर परिजनों के साथ निजी वाहन से घर लौट रहे थे। रास्ते में अचानक अटैक पड़ने से उनकी हालत गंभीर हो गई और इटावा पहुंचने से पहले ही उनका निधन हो गया। तबीयत खराब चल रही थी जसवंतनगर थाना क्षेत्र के राम ताल निवासी 55 वर्षीय प्रमोद कुमार कनोजिया पुत्र स्वर्गीय ख्याली राम पिछले दो वर्षों से चित्रकूट जिला जेल में डिप्टी जेलर के पद पर तैनात थे। करीब 15 दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। कुछ दिन पहले ड्यूटी के दौरान वह ऑफिस में भी गिर पड़े थे, जिसके बाद इलाज चल रहा था। रविवार के दिन वह छुट्टी लेकर परिजनों के साथ निजी वाहन से घर आ रहे थे। रास्ते में अचानक उनकी तबीयत और बिगड़ गई और अटैक पड़ गया। परिजन उन्हें लेकर इटावा की ओर बढ़े, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई। सोमवार सुबह जिला अस्पताल लाए जाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतक के परिवार में पत्नी मंजू देवी, दो बेटे लोकेंद्र प्रताप और हरेंद्र प्रताप तथा एक बेटी अंशिका हैं। पत्नी सहित अन्य परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
दरभंगा जिले के जाले प्रखंड में आयोजित काजी मौलाना मुजाहिद उल इस्लाम मेमोरियल जिला स्तरीय क्रिकेट टूर्नामेंट 2025 का फाइनल मुकाबला सोमवार को रोमांचक माहौल में संपन्न हुआ। फाइनल में मोतिहारी और समस्तीपुर की टीम आमने-सामने थी, जिसमें मोतिहारी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए समस्तीपुर को 28 रनों से पराजित कर खिताब अपने नाम किया। मैच के दौरान मोतिहारी की टीम ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में संतुलित और प्रभावी खेल का प्रदर्शन किया। वहीं समस्तीपुर की टीम भी अंत तक संघर्ष करती रही और मुकाबले को रोमांचक बनाए रखा, लेकिन लक्ष्य तक नहीं पहुंच सकी। फाइनल मुकाबले के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बिहार सरकार की खेल मंत्री श्रेसी सिंह एवं पूर्व मंत्री सह जाले विधायक डॉ. जीवेश कुमार मिश्रा मौजूद रहे। अतिथियों ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्धन किया तथा सफल आयोजन के लिए आयोजन समिति की जमकर सराहना की। खेल मंत्री बोलीं- आधुनिक सुविधाओं से लैस स्टेडियम का होगा निर्माण इस दौरान खेल मंत्री श्रेयसी सिंह ने जाले की जनता को बड़ी सौगात देते हुए मंच कहीं कि “हम जाले की पावन धरती से यह घोषणा करते हैं कि यहां एक अत्याधुनिक क्रिकेट ग्राउंड का निर्माण किया जाएगा।” मंत्री की इस घोषणा के साथ ही मैदान तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और जाले विधानसभा क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। टूर्नामेंट का समापन समारोह बेहद उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। खिलाड़ियों, दर्शकों और आयोजकों के संयुक्त प्रयास से यह प्रतियोगिता यादगार बन गई। वहीं जाले में क्रिकेट ग्राउंड निर्माण की घोषणा ने इस आयोजन की खुशियों को दोगुना कर दिया है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने शहर में अवैध प्लाटिंग के खिलाफ सोमवार को बड़ी कार्रवाई की। जोन-04 और उपजोन-4 क्षेत्र में चलाए गए अभियान के दौरान लगभग 43 बीघा जमीन पर की गई अवैध प्लाटिंग और निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। यह कार्रवाई जोनल अधिकारी के नेतृत्व में की गई। पीडीए अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान नैनी क्षेत्र के कई संवेदनशील इलाकों में चलाया गया था। इन स्थानों पर लंबे समय से बिना अनुमति के प्लाटिंग कर जमीनों की खरीद-फरोख्त की जा रही थी। कार्रवाई की शुरुआत लवायन पेट्रोल पंप के पास स्थित करीब 2 बीघा अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त करने से हुई। इसके बाद पूरा पाण्डेय हाईवे के किनारे और लवायन कला क्षेत्र में क्रमशः 2 बीघा और 15 बीघा भूमि पर की गई अवैध प्लाटिंग पर बुलडोजर चलाया गया। पीडीए टीम ने पूरा पाण्डेय, कुरिया तालाब के पास, नेवादा समोगर और मौजा मन्दुआ जैसे अन्य इलाकों में भी अभियान चलाया। इन क्षेत्रों में विभिन्न व्यक्तियों द्वारा की गई 3 से 8 बीघा तक की अवैध प्लाटिंग को हटाया गया। कुल मिलाकर लगभग 43 बीघा जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया। अधिकारियों ने बताया कि जिन लोगों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है, उनके विरुद्ध संबंधित थानों में एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। अभियान के दौरान पीडीए के अपर अभियंता, सुपरवाइजर, प्रवर्तन टीम और औद्योगिक थाना नैनी का पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। पीडीए ने आम जनता से अपील की है कि वे बिना नक्शा पास कराए या प्राधिकरण की अनुमति के बिना किसी भी जमीन की खरीदारी न करें। अवैध प्लाटिंग न केवल कानूनी अपराध है, बल्कि इससे भविष्य में लोगों को कानूनी और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में नाबालिग बालिकाओं से दुष्कर्म के दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इन दोनों ही मामलों में नाबालिग बालिकाएं गर्भवती हो गई थीं, जिसके बाद अपराधों का खुलासा हुआ। ये मामले चौकी दोकड़ा और थाना आस्ता क्षेत्र से संबंधित हैं। एक प्रकरण में फरार आरोपी को महाराष्ट्र के पुणे जिले से गिरफ्तार कर जशपुर लाया गया, जबकि दूसरे मामले में आरोपी को मनोरा क्षेत्र से दबोचा गया। चौकी दोकड़ा क्षेत्रांतर्गत एक गांव की महिला ने 6 दिसंबर 2025 को रायपुर के थाना आमानाका में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसकी 16 वर्षीय बेटी, जो 10वीं कक्षा की छात्रा है, को अचानक चक्कर आने पर इलाज के लिए रायगढ़ के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे गर्भवती बताया और स्थिति गंभीर होने पर रायपुर रेफर कर दिया। रायपुर के एक अस्पताल में 24 नवंबर 2025 को नाबालिग बालिका ने एक बच्ची को जन्म दिया। पूछताछ में पीड़िता ने बताया कि जब वह 9वीं कक्षा में पढ़ती थी, तब उसी स्कूल में अध्ययनरत 19 वर्षीय लक्ष्मण राम से उसकी पहचान हुई थी। आरोपी ने दोस्ती बढ़ाकर शादी का झांसा दिया और 15 अप्रैल 2025 से 25 मई 2025 के बीच अलग-अलग समय पर उसका दैहिक शोषण किया। इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए, थाना आमानाका, रायपुर में आरोपी के विरुद्ध बीएनएस की धारा 65(1) और पॉक्सो एक्ट की धारा 4 व 6 के तहत शून्य में अपराध पंजीबद्ध किया गया। बाद में, जांच के लिए मामला चौकी दोकड़ा भेजा गया, जहां अपराध दर्ज कर जांच शुरू की गई। घटना के बाद से फरार आरोपी लक्ष्मण राम के बारे में पुलिस को सूचना मिली कि वह महाराष्ट्र के ग्राम बडगांव मावल, पुणे में छिपा है। एसएसपी शशि मोहन सिंह के निर्देश पर एक पुलिस टीम महाराष्ट्र गई और आरोपी को पकड़कर जशपुर लाया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया और पर्याप्त सबूत मिलने के बाद उसे कानूनी कार्रवाई के तहत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। दूसरा थाना आस्ता क्षेत्र का मामला आस्ता क्षेत्र की एक महिला ने 12 दिसंबर 2025 को थाना सिटी कोतवाली जशपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी 17 वर्षीय बेटी पेट दर्द की शिकायत पर अस्पताल गई, जहां डॉक्टरों ने उसे गर्भवती बताया। महिला ने बताया कि मार्च 2025 में उसकी बेटी की पहचान सहेली के जरिए संजीत टोप्पो (19 वर्ष) से हुई थी, जो चौकी मनोरा क्षेत्र का निवासी है। आरोपी ने प्रेम और शादी का झांसा देकर उसे अपने घर ले जाकर दैहिक शोषण किया, जिससे वह गर्भवती हो गई। पीड़िता की शिकायत पर थाना सिटी कोतवाली जशपुर में आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और जांच के लिए इसे थाना आस्ता भेजा गया। घटना के बाद से फरार आरोपी संजीत टोप्पो को पुलिस ने मुखबिर की सूचना और तकनीकी सबूतों के आधार पर उसके घर से पकड़ लिया। पूछताछ में आरोपी ने अपराध स्वीकार किया और पर्याप्त सबूत मिलने के बाद उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने कहा कि जशपुर पुलिस महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों के प्रति संवेदनशील है। दोकड़ा और आस्ता क्षेत्र में नाबालिक लड़कियों से जुड़े दुष्कर्म के मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।
देवरिया में शुक्रवार को पिता की डांट से नाराज एक किशोर अपने ही पिता के खिलाफ शिकायत लेकर थाने पहुंच गया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि इकलौते बेटे को मनाने के लिए पिता को लगभग एक घंटे तक प्रयास करना पड़ा। अंततः उसके पैरों में गिरकर माफी मांगनी पड़ी। मामला सदर कोतवाली क्षेत्र का है। पढ़िए पूरा मामला... मामला देवरिया शहर के उमानगर मोहल्ले का है। कक्षा 11 में पढ़ने वाला किशोर अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है। उसके पिता ट्रक संचालन का कार्य करते हैं। शुक्रवार को किसी बात को लेकर पिता ने कुछ युवकों के सामने बेटे को डांट दिया। जिससे वह खुद को अपमानित महसूस करने लगा। इस सार्वजनिक डांट से आहत होकर किशोर गुस्से में सीधे सदर कोतवाली पहुंचकर पुलिस शिकायत की। वहां उसने लिखित शिकायत देकर आरोप लगाया कि उसके पिता ने उसके साथ मारपीट की है। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस ने किशोर के पिता को कोतवाली बुलाया। पिता ने पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी और बेटे को समझाने का प्रयास किया। लेकिन किशोर अपनी जिद पर अड़ा रहा। वह लगातार पिता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता रहा और उनके साथ घर जाने से भी इनकार कर दिया। किशोर बार-बार अपने मामा को कोतवाली बुलाने की जिद करता रहा, जो शहर के एक मोहल्ले में रहते हैं। जो पूर्व प्रधान रह चुके हैं। इस दौरान कोतवाली परिसर में काफी देर तक गहमागहमी का माहौल बना रहा। वहीं लगभग एक घंटे तक समझाने-बुझाने के बावजूद जब किशोर नहीं माना, तो पिता ने भावुक होकर हाथ जोड़ कर माफी मांगी। अंततः अपने इकलौते बेटे के पैरों में गिरकर माफी मांग ली। पिता की इस विनती और भावनात्मक अपील के बाद किशोर का गुस्सा शांत हुआ। इसके बाद वह उनके साथ घर जाने को तैयार हो गया। ------------------------- ये भी पढ़ें... क्रेटा-डंपर की टक्कर, दो दोस्तों समेत 4 की मौत: एयरबैग नहीं खुला, सिर फटने से गईं जानें; बिजनौर में जलसे से लौट रहे थे बिजनौर में हाईवे पर बेकाबू क्रेटा पीछे से डंपर में घुस गई। कार सवार 4 लोगों की मौत हो गई। इनमें दो दोस्त, मौलाना और बुजुर्ग शामिल हैं। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। 14 फीट की कार 10 फीट रह गई। कार सवार जलसे से लौट रहे थे। हादसा रविवार रात साढ़े 11 बजे हरिद्वार रोड पर नांगल थाना क्षेत्र में हुआ। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग पहुंचे। देखा तो कार में चारों बुरी तरह फंसे थे। आनन-फानन में पुलिस बुलाई। पढ़ें पूरी खबर...
प्रशासन गांव की ओर कार्यक्रम के तहत डीएम श्रीकांत शास्त्री ने आज बरौनी प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया। इसके बाद जन सुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें आम लोगों द्वारा अपनी समस्याओं से संबंधित आवेदन डीएम को दिया गया। डीएम ने तत्काल संबंधित पदाधिकारी को आवेदनों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इस दौरान डीएम ने सभी जिला स्तरीय पदाधिकारियों को अपने-अपने विभागों की योजनाओं की समीक्षा करने का निर्देश दिया। इसके बाद सभी विभागों के योजनाओं की समीक्षा की गई। डीएम ने सामाजिक सुरक्षा योजनाएं, प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, शिक्षा आदि योजनाओं की समीक्षा की। पीएम आवास योजना के लाभुकों को भुगतान के निर्देश दिए उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए लंबित द्वितीय किस्त एवं तृतीय किश्त के लाभुकों को जियोटैग कराकर भुगतान कराने का निर्देश बीडीओ को दिया। इसके साथ ही उन्होंने आवास निर्माण में भूमिहीन परिवारों को जमीन उपलब्ध कराने से संबंधित सभी राजस्व कर्मचारी से समीक्षा की तथा एक सप्ताह के अंदर सभी को जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। डीएम ने लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की समीक्षा करते हुए खराब ई-रिक्शा एवं ठेला की मरम्मति कराने का निर्देश प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी को दिया। इसके साथ ही सभी पंचायतों में लक्ष्य के अनुसार सोख्ता का निर्माण कार्य समय पर पूरा करने का निर्देश दिया गया है। आईसीडीएस की समीक्षा में सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पेयजल, शौचालय एवं बिजली की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। डीएम ने कहा- जो योजनाएं चल रहीं, उन्हें समय पर पूरा करें डीएम ने कहा है कि मुख्यमंत्री के प्रगति यात्रा के दौरान जितने भी योजनाएं क्रियान्वित थी, उन्हें समय पर पूरा करें। इसके बाद डीएम ने जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुना। बैठक में पंचायत समिति सदस्यों ने कहा कि पंचायत समिति की बैठक में बरौनी प्रखंड में पड़ने वाले सभी उद्योग के पदाधिकारी उपस्थिति नहीं होते हैं। पीएचईडी विभाग द्वारा जहां-जहां भी नल-जल योजना का कार्य किया गया, वहां सड़क की मरम्मति नहीं कराई गई है। इस पर पीएचईडी के जेई को मामले की जांच कर अविलंब कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। जनप्रतिनिधियों ने बिजली बिल लंबित रहने के कारण नल-जल योजना बंद रहने की भी शिकायत की। डीएम ने जिला पंचायत राज पदाधिकारी को इसकी जांच कर अविलंब भुगतान कराने का निर्देश दिया। पपरौर पंचायत के मुखिया नू बताया कि हवासपुर गांव में एक भी विद्यालय नहीं है, बच्चों को पढ़ने के लिए रेलवे ट्रैक एवं एनएच-31 पार कर पपरौर गांव आना पड़ता है। इस पर डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। मौके पर डीएम ने सात निश्चय पार्ट-3 से सभी को अवगत कराया तथा इस दिशा में कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बेगूसराय जिले में बहुत सारे ऐतिहासिक जगह हैं, जिन्हें टूरिज्म के तौर पर विकसित करना हमारा लक्ष्य है। मौके पर डीडीसी आकाश चौधरी सहित सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
बदायूं में तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर:बाइक सवार युवक की मौत, पुलिस ने ट्रक जब्त किया
बदायूं में सोमवार रात एक तेज रफ्तार ट्रक की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में ले लिया है और शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाकर मामले की जांच शुरू कर दी है। यह हादसा अलापुर थाना क्षेत्र के कस्बा अलापुर में हुआ। मृतक की पहचान गांव अमादपुर निवासी 25 वर्षीय अरविंद के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि अरविंद अपनी पत्नी द्वारा बेटे को जन्म देने के बाद मिठाई खरीदने बाजार जा रहा था। सामने से आ रहे ट्रक ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी, जिससे अरविंद गंभीर रूप से घायल हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने 108 एम्बुलेंस की सहायता से उसे जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव की शिनाख्त कर परिवार को हादसे की सूचना दी। परिजनों के अनुसार, अरविंद अपने तीन भाइयों में बीच का था। वह खेती-बाड़ी के साथ-साथ मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करता था। थानाध्यक्ष उदयवीर सिंह ने बताया कि सड़क हादसे में बाइक सवार की मौत हुई है और शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया है।
लोक कलाकार दीपक मीणा उर्फ पन्या सेपट के बेटे गोदीप मीणा (23) ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। एसीपी झोटवाड़ा आलोक सैनी ने बताया- गोदीप मीणा ने सोमवार दोपहर करीब तीन बजे खिरणी फाटक तारानगर स्थित होटल आरएस हवेली में चेक-इन किया था। शाम करीब साढ़े छह बजे उसका एक दोस्त उससे मिलने घर पहुंचा, लेकिन वह नहीं मिला। इसके बाद दोस्त होटल पहुंचा। कमरा अंदर से बंद, दरवाजा तोड़कर देखा, एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्यहोटल पहुंचने पर कमरे का दरवाजा अंदर से बंद मिला। संदेह होने पर दूसरे साथी को बुलाया गया और होटल स्टाफ की मदद से दरवाजा तोड़ा गया। अंदर गोदीप मीणा फंदे पर लटका हुआ मिला। घटना की सूचना मिलते ही झोटवाड़ा थानाधिकारी राजेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर एफएसएल टीम को बुलाकर आवश्यक साक्ष्य जुटाए। शव को कब्जे में लेकर कांवटिया अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया गया है, जहां मंगलवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा। छह माह से खिरणी फाटक क्षेत्र में रह रहा था परिवारपुलिस के अनुसार गोदीप मीणा का परिवार पहले शास्त्री नगर में रहता था। पिछले छह महीनों से श्रीराम नगर बी, खिरणी फाटक इलाके में किराए के मकान में रह रहा था।
चौथम में भीषण ठंड, प्रशासन ने 8 स्थानों पर अलाव:पछुआ हवा से जनजीवन प्रभावित, लोगों को मिली राहत
खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों भीषण ठंड और सर्द पछुआ हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित किया है। बढ़ती ठंड को देखते हुए चौथम अंचल प्रशासन ने आठ सार्वजनिक स्थानों पर सरकारी स्तर पर अलाव की व्यवस्था की है, जिससे आम लोगों को राहत मिली है। सोमवार को भी पछुआ हवा के कारण लोग ठंड से ठिठुरते दिखे। सूर्य देव के दर्शन न होने से दिन का तापमान कम रहा और शाम होते ही ठंड काफी बढ़ गई।चौथम अंचल प्रशासन द्वारा यह व्यवस्था जिला प्रशासन के निर्देश पर की गई है। अंचलाधिकारी (सीओ) रवि राज ने बताया कि प्रखंड के विभिन्न आठ चौक-चौराहों पर सरकारी स्तर से अलाव जलाए जा रहे हैं। इनमें चौथम बाजार, करुआ मोड़, पिपरा बाजार, कैथी हाट और सोनबरसा घाट चौराहे जैसे प्रमुख स्थान शामिल हैं। सीओ रवि राज ने यह भी बताया कि आवश्यकतानुसार कुछ अन्य जगहों पर भी जल्द ही अलाव की व्यवस्था की जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव ने सोमवार को ‘विष्णु के दो साल: विकास और प्रगति बेमिसाल’ पत्रिका का विमोचन किया। इस पत्रिका का संपादन भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अमित चिमनानी ने किया है। इसमें छत्तीसगढ़ भाजपा सरकार के पिछले दो वर्षों की उपलब्धियों को विस्तार से दिखाया गया है। अमित चिमनानी ने बताया कि 2003 से 2018 तक डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में छत्तीसगढ़ ने विकास और जनकल्याण के मजबूत कदम उठाए थे। वर्तमान मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार ने पिछले दो वर्षों में इन्हीं उपलब्धियों को आगे बढ़ाते हुए प्रदेश को और विकसित करने का काम किया है। सरकार का लक्ष्य है कि वर्ष 2047 तक छत्तीसगढ़ को पूरी तरह विकसित राज्य बनाया जाए। चिमनानी ने कहा कि यह पत्रिका प्रदेश के विकास का एक ऐसा दस्तावेज है, जिससे छत्तीसगढ़ में हुए विकास की तस्वीर साफ़ नजर आती है। विमोचन के मौके पर प्रदेश अध्यक्ष किरण देव, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, भाजपा के वरिष्ठ नेता, मंत्री और विधायक सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
अज्ञात वाहन की टक्कर से युवक की मौत:रानीगंज-भरगामा मार्ग पर हादसा, सुपौल का मंजेश ऋषिदेव मृतक
अररिया जिले के रानीगंज-भरगामा मुख्य मार्ग पर सरवाहा के पास सोमवार को एक सड़क हादसे में बाइक सवार 27 वर्षीय मंजेश ऋषिदेव की मौत हो गई। मंजेश सुपौल जिले के जदिया थाना क्षेत्र के कुपाड़ी गांव निवासी बंटू ऋषिदेव के पुत्र थे। जानकारी के अनुसार, मंजेश ऋषिदेव तीन दिन पहले भरगामा प्रखंड के रहरिया गांव अपनी बहन से मिलने गए थे। सोमवार को रानीगंज लौटते समय सरवाहा के समीप एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। ग्रामीणों ने घायल मंजेश को तुरंत रानीगंज रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मंजेश की मौत की खबर मिलते ही उनके परिवार में शोक छा गया। परिवार के सदस्यों का बुरा हाल है। मंजेश अपने परिवार के एकमात्र सहारा थे। स्थानीय लोगों ने भी इस हादसे पर दुख व्यक्त किया और सड़क सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। रानीगंज थानाध्यक्ष रवि रंजन सिंह ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में ले लिया है और पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक के परिजनों से आवेदन मिलने के बाद मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस अज्ञात वाहन की पहचान और चालक की तलाश कर रही है।
दमोह-छतरपुर स्टेट हाईवे पर सोमवार रात बटियागढ़ के पास गेवलारी पुलिया पर गिट्टी से भरा एक डंपर बेकाबू होकर नीचे जा गिरा। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक युवक बुरी तरह जख्मी हो गया है। चश्मदीदों के मुताबिक, गिट्टी से भरा डंपर बक्सवाहा की तरफ से आ रहा था और उसकी रफ्तार काफी तेज थी। अचानक डंपर के ब्रेक फेल हो गए, जिससे ड्राइवर उस पर काबू नहीं रख पाया और डंपर पुलिया को तोड़ते हुए नीचे गिर गया। एक युवक जबलपुर रेफर, अंधेरे से रेस्क्यू में दिक्कत हादसे में घायल शहजाद नाम के युवक को पहले बटियागढ़ और फिर जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत ज्यादा खराब होने की वजह से उसे जबलपुर रेफर कर दिया गया है। मौके पर पहुंची पुलिस को अंदेशा है कि एक और युवक अभी भी गिट्टी के ढेर के नीचे दबा हो सकता है। अंधेरा होने की वजह से पुलिस को राहत और बचाव कार्य चलाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मृतकों की पहचान अभी बाकी पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक मारे गए दोनों लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस उनकी शिनाख्त करने की कोशिश कर रही है और मौके पर मौजूद गिट्टी को हटाने का काम जारी है।
नीमच में मकर संक्रांति से पहले जानलेवा चाइनीज मांझे के खिलाफ जिला प्रशासन ने 'सर्जिकल स्ट्राइक' शुरू कर दी है। सोमवार देर शाम पुलिस और प्रशासनिक टीम ने शहर के पतंग बाजारों में छापेमारी की। प्रशासन की टीम दाना गली, भोजू चौराहा, एकता कॉलोनी और जयसिंहपुरा रोड जैसी व्यस्त जगहों पर जा पहुंची। अधिकारियों ने सिर्फ काउंटर ही नहीं, बल्कि दुकानों के अंदर रखे बोरों और अलमारियों की भी बारीकी से तलाशी ली। मासूम बच्चे को प्यार से समझाया खतरा कार्रवाई के दौरान टीम को एक छोटा बच्चा मिला, जिसके हाथ में खतरनाक चाइनीज डोर थी। बच्चे ने बताया कि उसने कटी हुई पतंग लूटी थी। इस पर अधिकारियों ने उसे डांटने के बजाय बड़े प्यार से समझाया कि यह धागा उसके हाथों और सड़क पर चलने वाले लोगों के गले के लिए कितना बड़ा खतरा बन सकता है। अब जुर्माना नहीं, सीधे जेल होगी एसडीएम संजीव साहू ने दुकानदारों को सख्त लहजे में चेतावनी दी कि वे थोड़े से मुनाफे के लिए इंसानी जान और परिंदों की जिंदगी से खिलवाड़ न करें। उन्होंने साफ कर दिया कि अगर अब किसी की दुकान में प्रतिबंधित मांझा मिला, तो सिर्फ सामान जब्त नहीं होगा, बल्कि दुकानदार के खिलाफ FIR दर्ज कर उसे सीधे जेल भेजा जाएगा। फिलहाल केंट थाना पुलिस और प्रशासन की टीम शहर में हर जगह पर नजर रख रही है ताकि चोरी-छिपे होने वाली इस बिक्री को पूरी तरह रोका जा सके।
मधुबनी के लहेरियागंज मुसहरी टोला, वार्ड संख्या 5 में रविवार रात हुई चाकूबाजी की घटना से इलाके में दहशत फैल गई। रात करीब 10 बजे के आसपास हुए इस हमले में दो युवकों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का इलाज डीएमसीएच में चल रहा है। मृतकों की पहचान रामबाबू सदा (20 वर्ष), पिता स्व. सुखदेव सदा, और दीपक सदा (19 वर्ष), पिता लालबाबू सदा के रूप में हुई है। घायलों में लालबाबू सदा (50 वर्ष) और रामशंकर सदा (17 वर्ष) शामिल हैं। परिजनों के अनुसार, घटना के समय परिवार के सभी सदस्य घर में सो रहे थे। अचानक शोरगुल सुनकर बाहर निकले तो देखा कि रामबाबू सदा की जांघ में और दीपक सदा के पेट के पास चाकू मारा गया था। बीच-बचाव करने पहुंचे दीपक के पिता लालबाबू सदा पर भी पेट में वार किया गया, जबकि रामशंकर सदा की पीठ पर हमला किया गया। पोस्टमॉर्टम के दौरान मौजूद रामशंकर सदा की बहन फूल दाई देवी ने बताया कि हमला अचानक किया गया। दीपक की मां, चाचा बोले- बड़े बेटे से झगड़ा हुआ था, छोटे की जान गई वहीं दीपक की मां निर्मला देवी और चाचा बबलू कुमार ने बताया कि बड़े पुत्र राजेश सदा उर्फ राजा बाबू से किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद हमलावरों ने घर के दरवाजे पर आकर वारदात को अंजाम दिया।विवाद राजेश से हुआ, वो सुरक्षित है लेकिन उसके भाई की मौत हो गई। घायलों को पहले मधुबनी सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर सभी को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान रास्ते में रामबाबू सदा की मौत हो गई, जबकि डीएमसीएच में उपचार के दौरान दीपक सदा ने दम तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों का पोस्टमॉर्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी पुलिस के अनुसार, घटना में धारदार हथियार (चाकू/छुरा) का इस्तेमाल किया गया है। मौके से जुड़े कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आरोपियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।घटना के बाद से लहेरियागंज इलाके में तनाव का माहौल है, हालांकि पुलिस बल की तैनाती कर स्थिति को नियंत्रित बताया जा रहा है।
मोतीझील किनारे मिला नवजात का शव:मोतिहारी में पुलिस ने जांच शुरू की, पोस्टमार्टम के लिए भेजा
मोतिहारी शहर के मोतीझील किनारे एक नवजात बच्चे का शव मिलने से हड़कंप मच गया। झील के पास से गुजर रहे लोगों ने शव देखा, जिसके बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने तत्काल नगर थाना पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और नवजात के शव को झील से बाहर निकाला। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए मोतिहारी सदर अस्पताल भेज दिया गया। बच्चे की पहचान अभी तक नहीं हो पाई नगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने बताया कि मोतीझील से एक नवजात का शव बरामद किया गया है। बच्चे की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है और यह भी स्पष्ट नहीं है कि वह लड़का था या लड़की। पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि नवजात को किसने और किन परिस्थितियों में झील किनारे छोड़ा। थानाध्यक्ष के अनुसार, शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा ताकि मौत के कारणों का पता चल सके। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यदि इस दौरान नवजात के परिजन सामने आते हैं, तो नियमानुसार उन्हें अंतिम संस्कार के लिए शव सौंप दिया जाएगा। परिजनों के सामने न आने पर पुलिस द्वारा ही नवजात का अंतिम संस्कार कराया जाएगा। इस घटना को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मामले की गहन जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की कर रही जांच फिलहाल नगर थाना की पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि किसी ने संदिग्ध गतिविधि तो नहीं देखी। पुलिस ने आम लोगों से भी अपील की है कि यदि किसी को इस संबंध में कोई जानकारी हो तो नगर थाना को सूचित करें, ताकि मामले का खुलासा किया जा सके।
बिहार के पुलिस महानिदेशक के निर्देश के बाद मोतिहारी पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात द्वारा थानों में आयोजित किए जा रहे जनता दरबार अब जिले में पुलिस–जन संवाद का मजबूत माध्यम बनते जा रहे हैं। कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में लोग अपनी समस्याएं लेकर जनता दरबार में पहुंच रहे हैं। लोगों को भरोसा है कि एसपी स्वयं उनकी बात सुनेंगे और त्वरित समाधान भी सुनिश्चित करेंगे। यह भरोसा अब व्यवहार में भी बदलता नजर आ रहा है। इसी कड़ी में सोमवार को एसपी स्वर्ण प्रभात ने फेनहारा और मधुबन थाना में जनता दरबार का आयोजन किया। दोनों स्थानों पर बड़ी संख्या में फरियादी अपनी-अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। क्रमबद्ध सुनवाई, कई मामलों का मौके पर समाधान जनता दरबार के दौरान एसपी स्वर्ण प्रभात ने सभी आवेदनों को गंभीरता से सुना और उन्हें क्रमबद्ध तरीके से निस्तारित करने के निर्देश दिए। कई मामलों में उन्होंने ऑन-द-स्पॉट समाधान कर फरियादियों को तत्काल राहत दी। इससे लोगों में संतोष और विश्वास का माहौल देखने को मिला। एसपी ने स्पष्ट कहा कि जनता दरबार का उद्देश्य केवल आवेदन लेना नहीं, बल्कि समस्याओं का त्वरित और निष्पक्ष समाधान करना है। उन्होंने संबंधित थानाध्यक्षों और अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी मामले में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूर्व पैक्स अध्यक्ष के खिलाफ शिकायतों पर सख्त रुख फेनहारा थाना में आयोजित जनता दरबार के दौरान रुपौलिया पंचायत के पूर्व पैक्स अध्यक्ष दीपक ठाकुर के खिलाफ विभिन्न मामलों से जुड़े कई आवेदन सामने आए। एसपी स्वर्ण प्रभात ने इन आवेदनों पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए कहा कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाते हैं, तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। गौरतलब है कि हाल के दिनों में दीपक ठाकुर के खिलाफ फेनहारा थाना में धोखाधड़ी (धारा 420) के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। इसके अलावा उनके विरुद्ध कई अन्य मामले भी दर्ज बताए जा रहे हैं, जिनमें अधिकांश जमीनी विवाद से जुड़े हुए हैं। जमीनी विवादों में सीओ को सुनवाई के निर्देश जमीनी विवाद से संबंधित मामलों को लेकर एसपी स्वर्ण प्रभात ने स्पष्ट निर्देश दिया कि ऐसे मामलों में पुलिस के साथ-साथ राजस्व विभाग की सक्रिय भूमिका जरूरी है। उन्होंने जनता दरबार में उपस्थित संबंधित अंचलाधिकारी (सीओ) को निर्देश दिया कि वे मौके पर ही मामलों की सुनवाई करें और नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित करें। एसपी ने कहा कि जमीनी विवाद अक्सर बड़े आपराधिक मामलों का कारण बनते हैं, इसलिए इन्हें प्रारंभिक स्तर पर ही गंभीरता से निपटाना आवश्यक है। आंकड़ों में जनता दरबार फेनहारा थाना में आयोजित जनता दरबार में कुल 41 आवेदन प्राप्त हुए, जबकि मधुबन (चौबे थाना क्षेत्र) में आयोजित जनता दरबार में 61 आवेदन आए। अधिकांश आवेदन भूमि विवाद, पारिवारिक विवाद, मारपीट, धमकी और लंबित मामलों से संबंधित थे। जनता का बढ़ता भरोसा पुलिस के लिए चुनौती भी जनता दरबार के बाद मीडिया से बातचीत में एसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि जनता की उम्मीदें पुलिस से लगातार बढ़ रही हैं और पुलिस विभाग भी उन उम्मीदों पर खरा उतरने का प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा,“कड़ाके की ठंड में भी जिस तरह बड़ी संख्या में लोग जनता दरबार में पहुंच रहे हैं, यह इस बात का प्रमाण है कि अब लोगों को पुलिस व्यवस्था पर भरोसा होने लगा है।” उन्होंने यह भी कहा कि यह भरोसा पुलिस के लिए एक जिम्मेदारी और चुनौती दोनों है, जिसे हर हाल में कायम रखा जाएगा। अधिकारी और पुलिसकर्मी रहे मौजूद जनता दरबार के दौरान डीएसपी कुमार चंदन, फेनहारा थानाध्यक्ष नीलम कुमारी, मधुबन थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी और कर्मी मौजूद रहे। पूरे कार्यक्रम के दौरान विधि-व्यवस्था और सुनवाई की प्रक्रिया सुचारू रूप से संचालित होती रही। जनता दरबार के सफल आयोजन से फरियादियों में संतोष और राहत साफ नजर आई, वहीं पुलिस–जन संबंधों में मजबूती का संदेश भी गया।
बेतिया नगर के क्रिश्चियन क्वार्टर मोहल्ले में हरवे हथियार के बल पर घर व दुकान का ताला तोड़ कब्जा करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में सेवानिवृत्ति पुलिस पदाधिकारी क्रिश्चियन क्वार्टर चर्च रोड निवासी वाल्टर माइकेल ने कालीबाग थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है। एफआईआर में 15-20 अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया प्राथमिकी में नौतन थाना क्षेत्र के रेखा सुंदरपट्टी मुरतिया निवासी नवल पाठक, उनकी पत्नी सुनीता देवी, सीबू पांडेय, क्रिश्चियन क्वार्टर निवासी अलवर्ट डेनिस माइकेल, उनकी पत्नी सुषमा अलवर्ट समेत 15-20 अज्ञात को अभियुक्त बनाया गया है। दर्ज प्राथमिकी में वाल्टर माइकेल ने पुलिस से बताया है कि उनके पैतृक मकान चर्च रोड में है। बचपन से इसी मकान में रहते आए हैं। जिसमें उनके सभी नौ भाई बहनों का हिस्सा है। मामले में न्यायालय में चल रहा केस उनका सबसे छोटा भाई अलवर्ट डेनिस माइकेल उनके वृद्ध पिता से धोखाधड़ी कर मकान अपने नाम में बैनामा करा लिया। जिस मामले में न्यायालय में केस चल रहा है। उनके छोटे भाई ने वर्ष 2013 में नवल किशोर पाठक से मकान का बिक्री कर दिया। नवल पाठक ने इसीलिए कर कोई बात झूठे केस में फसाने का कोशिश किया। 2023 में मकान पर कब्जा करने का कोशिश किया, जिस मामले में उनकी ओर से उसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई। इस केस में वह अग्रिम जमानत पर है। अभियुक्तों ने मकान और दुकान का ताला तोड़कर कब्जा किया सात दिसंबर की दोपहर नवल पाठक अपराधी प्रवृत्ति के अपने सहयोगियों के साथ हथियार व बंदूक लेकर उनके घर पर कब्जा करने के लिए धावा बोल दिया। अभियुक्तों ने मकान और दुकान का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया। विरोध करने पर उन्हें व उनके भाई को मारा पीटा और गोली मारने की धमकी दिया। उनके भाई के जेब से दो हजार रुपये भी निकाल लिया। इस बावत एसडीपीओ विवेक दीप ने बताया कि वाल्टर माइकेल की शिकायत पर कालीबाग थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। कालीबाग थाना की पुलिस मामले की जांच कर रही है।
वाराणसी एयरपोर्ट पर आईएलएस प्रशिक्षण शुरू:खराब मौसम में सुरक्षित उड़ान संचालन को मिलेगा बढ़ावा
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार को उड़ान संचालन की सुरक्षा और तकनीकी दक्षता को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से सीबीटीए (कॉम्पिटेंसी बेस्ड ट्रेनिंग एंड असेसमेंट) आधारित इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) पर पीएलआई प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का शुभारंभ किया गया। एयरपोर्ट के एटीएस परिसर में आयोजित उद्घाटन समारोह में एयरपोर्ट निदेशक पुनीत गुप्ता ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। देशभर के हवाई अड्डों से पहुंचे तकनीकी कर्मी यह प्रशिक्षण कार्यक्रम भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के अंतर्गत आयोजित किया जा रहा है, जिसमें देश के विभिन्न प्रमुख हवाई अड्डों से आए कुल 12 सीएनएस (कम्युनिकेशन, नेविगेशन एंड सर्विलांस) कार्मिक भाग ले रहे हैं। मुंबई, चेन्नई, गुवाहाटी, बेंगलुरु, त्रिची, होल्लोंगी, मोपा और वाराणसी जैसे हवाई अड्डों के तकनीकी कर्मी इसमें शामिल हैं। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को आईएलएस प्रणाली से संबंधित आधुनिक तकनीकी ज्ञान और व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा। कम दृश्यता में सुरक्षित लैंडिंग की अहम तकनीक इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम एक अत्याधुनिक रेडियो नेविगेशन प्रणाली है, जो विमान को रनवे की सेंटर लाइन, ग्लाइड पाथ और ग्लाइड एंगल की सटीक जानकारी देती है। यह प्रणाली विशेष रूप से कोहरे, वर्षा और खराब मौसम की स्थिति में विमानों की सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके माध्यम से उड़ान सुरक्षा के साथ-साथ हवाई अड्डे की परिचालन निरंतरता भी बनी रहती है। तकनीकी दक्षता बढ़ाने पर विशेष जोर प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सीएनएस कार्मिकों की तकनीकी दक्षता, कौशल और कार्यकुशलता को मजबूत करना है, ताकि प्रतिकूल मौसम में भी उड़ानों का संचालन सुरक्षित और सुचारु रूप से किया जा सके। इस प्रशिक्षण से वाराणसी एयरपोर्ट पर स्थापित आईएलएस प्रणाली की कार्यक्षमता और अधिक बेहतर होने की उम्मीद है। उद्घाटन समारोह में सीएनएस प्रभारी आनंद सीतापराओ, एटीसी प्रभारी गोपाल मोहन दास और प्रशिक्षण प्रभारी ए.के. सक्सेना सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
ग्वालियर में ड्यूटी खत्म करके घर जा रहे DIAL-112 के पायलट (चालक) और उसके दोस्तों का अंडे-पान मसाला गुमटी वालों से विवाद हो गया। जिस पर गुमटी वालों ने घेरकर उनको पीट दिया है। घटना रविवार रात की है।DIAL-112 के चालक ने झगड़े में चेन लूट का आरोप भी लगाया है। जबकि गुमटी-ठेला वालों ने एफआरवी चालक व उसके दोस्तों पर उधार सामान मांगने का आरोप लगाया है। घटना स्थल पर पहुंची पुलिस को कुछ लोगों ने एफआरवी चालक व उसके दोस्तों की गलती बताई थी। पुलिस ने मामले को जांच में ले लिया है। शहर के नाका चन्द्रवदनी पारस विहार कॉलोनी निवासी प्रदीप पुत्र वासुदेव शर्मा DIAL-112 में बतौर चालक पदस्थ है। रविवार रात 12 बजे वह अपनी ड्यूटी पूरी करने के बाद घर आ रहा था। इसी बीच उसके कुछ दोस्त मिल गए। जिस पर उन्होंने प्लेटफार्म नंबर चार से निकलते समय लक्ष्मणपुरा रेलवे क्रॉसिंग कलारी के पास से गुमटी से अंडा व पान मसाला लिया था। इसी समय प्रदीप व उसके दोस्त हरेन्द्र बघेल, मोहित सोनी का गुमटी लगाने वालों से विवाद हो गया। विवाद बढ़ा तो गुमटी वालों ने एफआरवी चालक व उसके दोस्तों से मारपीट कर दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची ताे कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जितने का सामान लिया था, उतने पैसे यह लोग देने को तैयार नहीं थे। लड़ाई भी डायल-112 के चालक से नहीं हुई बल्कि उसके दोस्तों से हुई। एफआरवी का चालक तो लड़ाई होने के बाद दोस्तों की तरफ से मारपीट करने पर उतारू हो गया था। थाने में बताया सोने की चेन खो गईमारपीट के बाद डायल-112 का चालक प्रदीप शर्मा पड़ाव थाने पहुंचा और पुलिस को बताया कि उसके व दोस्तों के साथ सुशील जाटव, आशीष रजक, दीपू उर्फ सुल्तान नाम के दुकानदारों ने मारपीट की है। पुलिस ने जब पूछताछ प्रारंभ की तो चालक प्रदीप शर्मा के दोस्त यह नहीं बता सके कि रात हजीरा से कौन सा सामान लेने आए थे, जो सिर्फ रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म के बाहर ही मिलता है। एक आरोपी के पास मिली मिर्गी की दवाईएफआरवी का चालक जिन लोगों पर मारपीट करने का आरोप लगा रहा है। उनमें से एक सुशील जाटव मिर्गी का मरीज है। यह भी पता चला है कि जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसके पास मिर्गी की दवाई मिली। ड्यूटी समाप्त होने के बाद हुआ झगड़ा इस मामले में पड़ाव टीआई शैलेन्द्र भार्गव ने बताया कि एफआरवी में पदस्थ चालक का कुछ दुकानदारों से झगड़ा हुआ है। चालक ड्यूटी समाप्त करने के बाद घर जा रहा था तो रास्ते में विवाद हुआ है। सोने की चेन खोने की बात बताई है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे कथित अत्याचार के विरोध में मंगलवार को लखीसराय शहर में आक्रोश देखने को मिला। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के संयुक्त आह्वान पर सैकड़ों कार्यकर्ता शहर के शहीद द्वार के समीप एकत्र हुए और बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन कर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पूरे इलाके में नारेबाजी से माहौल गर्म हो गया और कुछ देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। हिंदुओं पर हमले बंद करो के नारों से गूंजा इलाका प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने हाथों में झंडे और तख्तियां लेकर 'बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या बंद करो, जिहादी सरकार मुर्दाबाद और हिंदू समाज पर अत्याचार नहीं सहेंगे जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद वहां अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को सुनियोजित तरीके से निशाना बनाया जा रहा है। पुतला दहन के दौरान कार्यकर्ताओं में खासा आक्रोश देखा गया। नारेबाजी और प्रदर्शन के कारण कुछ देर तक सड़क पर यातायात भी प्रभावित रहा। विहिप का आरोप- जिहादी मानसिकता की सरकार में बढ़ा उत्पीड़न विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश में जिहादी मानसिकता वाली सरकार” बनने के बाद हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं लगातार बढ़ी हैं। उन्होंने कहा कि आए दिन हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है, धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है और हिंदू समाज को डराने-धमकाने का प्रयास हो रहा है। वक्ताओं ने दावा किया कि कई स्थानों पर साधु-संतों को बिना किसी ठोस आरोप के जेलों में बंद किया जा रहा है, जो न केवल धार्मिक स्वतंत्रता का हनन है, बल्कि मानवाधिकारों का भी गंभीर उल्लंघन है। मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप प्रदर्शन को संबोधित करते हुए बजरंग दल के पदाधिकारियों ने कहा कि बांग्लादेश में हो रही घटनाएं केवल धार्मिक उत्पीड़न नहीं, बल्कि मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन हैं। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बांग्लादेश को एक लोकतांत्रिक देश बताया जाता है, लेकिन जमीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब किसी देश में अल्पसंख्यकों की जान-माल सुरक्षित न हो, तो वहां के लोकतंत्र का क्या अर्थ रह जाता है? भारत सरकार से कड़े कदम उठाने की मांग प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से मांग की कि वह इस मुद्दे को केवल कूटनीतिक बयानबाजी तक सीमित न रखे, बल्कि ठोस और प्रभावी कदम उठाए। उन्होंने कहा कि भारत को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाना चाहिए, ताकि वहां रहने वाले हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। संगठन के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि समय रहते इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो हालात और भयावह हो सकते हैं। आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेताओं ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार नहीं रुके, तो आंदोलन को और व्यापक एवं उग्र रूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह केवल लखीसराय तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि राज्य और देश स्तर पर बड़े आंदोलन की शुरुआत की जाएगी। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, शांतिपूर्ण रहा प्रदर्शन पुतला दहन और प्रदर्शन को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। पुलिस बल मौके पर तैनात रहा, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो। हालांकि प्रदर्शन उग्र नारों और पुतला दहन के बावजूद शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर फिर उठे सवाल लखीसराय में हुआ यह प्रदर्शन एक बार फिर पड़ोसी देश बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। यह मुद्दा अब केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि मानवीय और अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय बनता जा रहा है।
पश्चिम बंगाल चुनाव से पहले कांग्रेस ने बनाई अनुशासन और घोषणापत्र समितियां
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए दो अहम समितियों (अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति और घोषणापत्र समिति) के गठन को मंजूरी दी है
बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर बढ़ती हिंसा और मैमन सिंह जिले में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की भीड़ द्वारा की गई निर्मम हत्या के विरोध में सोमवार को किशनगंज शहर में जोरदार प्रदर्शन देखने को मिला। वीर शिवाजी सेना के कार्यकर्ताओं ने गांधी चौक पर एकत्र होकर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन किया और भारत सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की। “हिंदुओं की हत्या बंद करो” के नारे से गूंजा गांधी चौक प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों कार्यकर्ता गांधी चौक पर जुटे। उनके हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर “हिंदुओं की हत्या बंद करो”, “बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षित नहीं”, “मो. यूनुस मुर्दाबाद” जैसे नारे लिखे थे। कार्यकर्ता लगातार नारेबाजी कर रहे थे, जिससे इलाके में कुछ देर के लिए माहौल गरम हो गया। हालांकि पुलिस की मुस्तैदी के चलते प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा। चौक और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। वीर शिवाजी सेना का आरोप, हिंदुओं को बनाया जा रहा निशाना वीर शिवाजी सेना के अध्यक्ष सुमित साह ने प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में हाल के दिनों में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां हिंदुओं के घरों पर हमले किए जा रहे हैं, मंदिरों में तोड़फोड़ हो रही है और निर्दोष लोगों की हत्याएं की जा रही हैं। उन्होंने कहा,“मैमन सिंह में दीपू चंद्र दास की हत्या ने पूरे हिंदू समाज को झकझोर कर रख दिया है। यह सिर्फ एक हत्या नहीं, बल्कि मानवता पर हमला है। हम मांग करते हैं कि भारत सरकार कूटनीतिक स्तर पर दबाव बनाकर बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करे।” दीपू चंद्र दास की हत्या से फैला आक्रोश गौरतलब है कि 18 दिसंबर को बांग्लादेश के मैमन सिंह जिले के भालुका क्षेत्र में 25 साल के हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की कथित ईशनिंदा के आरोप में उग्र भीड़ ने निर्मम हत्या कर दी थी। आरोप है कि युवक को एक फैक्ट्री से जबरन बाहर खींचकर पीटा गया और बाद में शव को आग के हवाले कर दिया गया। यह घटना उस हिंसा की कड़ी मानी जा रही है, जो छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद बांग्लादेश में भड़की थी। इस हिंसा में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं को निशाना बनाए जाने के आरोप सामने आ रहे हैं। बांग्लादेश सरकार की कार्रवाई, लेकिन सवाल बरकरार बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने दीपू चंद्र दास की हत्या को जघन्य अपराध बताते हुए अब तक 10 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी की बात कही है। बावजूद इसके, हिंसा की घटनाएं पूरी तरह थमती नहीं दिख रही हैं। इस घटना की निंदा भारत समेत कई देशों और मानवाधिकार संगठनों ने की है। भारत सरकार ने भी पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई है। सीमावर्ती किशनगंज में दिखा गहरा असर सीमावर्ती जिला होने के कारण किशनगंज में बांग्लादेश की घटनाओं का असर तेजी से देखने को मिलता है। प्रदर्शन के दौरान स्थानीय लोगों ने भी वीर शिवाजी सेना के आंदोलन का समर्थन किया और बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा की मांग उठाई। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार नहीं रुके, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर खड़े हुए सवाल किशनगंज में हुआ यह प्रदर्शन एक बार फिर बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है। क्या वहां हिंदू सुरक्षित हैं? क्या अंतरिम सरकार हिंसा रोकने में सक्षम है? और क्या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ठोस हस्तक्षेप होगा, ये सवाल अब केवल बांग्लादेश तक सीमित नहीं, बल्कि वैश्विक चिंता का विषय बनते जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में सोमवार सुबह दो सरकारी वाहनों की टक्कर हो गई। इस हादसे में पुलिस पेट्रोलिंग वाहन और 108 एम्बुलेंस दोनों डैमेज हो गए, हालांकि उनमें सवार सभी लोग सुरक्षित बच गए। घटना शहर के बीच हाईवे पर छत्रपति शिवाजी चौक के पास हुई। जानकारी के अनुसार, अर्जुनी थाना का पेट्रोलिंग वाहन अंबेडकर चौक की ओर से आ रहा था, जबकि 108 एम्बुलेंस घड़ी चौक की दिशा से आ रही थी। दोनों वाहनों की टक्कर इतनी भीषण थी कि उनके सामने का हिस्सा बुरी तरह डैमेज हो गया। हादसे के बाद हाइवे पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी मच गई। क्षतिग्रस्त वाहनों को क्रेन की मदद से सड़क से हटाया गया, ताकि यातायात सुचारु हो सके। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है। धमतरी जिले में तेज रफ्तार के कारण सड़क हादसों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। यह हादसा भी इसी कड़ी का हिस्सा बताया जा रहा है, जिसमें सरकारी वाहन भी चपेट में आ गए।
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की अररिया इकाई ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचारों के खिलाफ सोमवार शाम को जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह आक्रोश मार्च संकट मोचन हनुमान मंदिर, कोसी कॉलोनी से शुरू होकर काली मंदिर चौक तक निकाला गया। यह प्रदर्शन बांग्लादेश के मयमनसिंह जिले में 18 दिसंबर को हुई हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की निर्मम हत्या के विरोध में था। 25 वर्षीय दीपू को कथित ईशनिंदा के झूठे आरोप में एक उग्र भीड़ ने फैक्ट्री से खींचकर पीट-पीटकर मार डाला था। इसके बाद उसके शव को एक पेड़ से बांधकर आग लगा दी गई। आक्रोश मार्च में सैकड़ों हिंदू कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर हिस्सा लिया। प्रदर्शनकारियों ने 'बांग्लादेश मुर्दाबाद', 'जिहादी मानसिकता मुर्दाबाद' और 'हिंदू और हिंदुस्तान जिंदाबाद' जैसे जोरदार नारे लगाए। विहिप कार्यकर्ताओं ने कहा कि हिंदू सहिष्णु हैं, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जरूरत पड़ी तो सरहद पार भी हिंदुओं की रक्षा के लिए खड़े होंगे। विहिप नेताओं ने अंतरिम यूनुस सरकार पर जिहादी तत्वों को संरक्षण देने और हिंदुओं को व्यवस्थित रूप से निशाना बनाने का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं दोहराई गईं तो विहिप अपनी सभी इकाइयों के साथ मुंहतोड़ जवाब देगी। मार्च में विभाग विशेष संपर्क प्रमुख शुभम चौधरी, संघ के राज किशोर जी, बजरंग दल नगर संयोजक सूरज कुमार, दुर्गा वाहिनी नगर संयोजिका श्रेया कुमारी, प्रखंड संयोजिका आरती कुमारी सहित प्रिंस कुमार, राहुल कुमार, जीत कुमार और रौनक कुमार जैसे प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हुए। सैकड़ों सनातनी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। यह प्रदर्शन बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग को लेकर देशभर में उठ रहे स्वरों का हिस्सा है। विहिप ने ऐलान किया है कि हिंदू समाज की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने उदयपुर शहर में एक क्लिनिक पर कार्रवाई की गई और वहां पर नियम विपरीत क्लिनिक संचालन होने पर हाथीपोल पुलिस थाने में एक रिपोर्ट दी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक आदित्य ने बताया कि हमे शिकायत मिली तो हमने जांच के लिए टीमें भेजी। शहर प्रभारी एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉ कैलाश शर्मा, भूपालपुरा चिकित्सा प्रभारी डॉ अंकुर शर्मा और पब्लिक हेल्थ मेनेजर भूपेश रावल को भट्ट जी की बाडी स्थित द बाउंस हेयर एंड स्कीन क्लिनिक पर कार्यवाही के लिए भेजा। वहां कोई भी डॉक्टर नहीं मिला। क्लिनिक का स्टेब्लिशमेंट में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया गया था। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड का सर्टिफिकेट भी नहीं था। बायोवेस्ट के लिए भी सर्टिफिकेट नहीं मिला। मौके पर एक फार्मासिस्ट का लाइसेंस प्राप्त हुआ और संचालक द्वारा इसी के आधार पर दवाइयां खरीदी जा रही थी। क्लिनिक पर दवाईयों मिलने पर सीएमएचओ ने मौके से ही जिला औषधि नियंत्रण विभाग से नेहा बंसल और कुलदीप यदुवशी को भी बुलाया। उन्होंने बताया कि इस क्लिनिक का मालिक मनोज नामक व्यक्ति बताया जा रहा है। आदित्य ने बताया कि संचालक के पास कोई चिकित्सीय डिग्री नहीं होने से उसके विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के लिए विभाग की और से हाथीपोल पुलिस थाने में रिपोर्ट दी गई है। उदयपुर की अन्य खबरें पढ़े..... एडीजे कुलदीप शर्मा ने किया केंद्रीय कारागृह का निरीक्षण उदयपुर। एडीजे कुलदीप शर्मा ने सोमवार को केंद्रीय कारागृह का निरीक्षण किया। शर्मा ने बताया कि केन्द्रीय कारागृह उदयपुर के निरीक्षण के दौरान बंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता, अपील चिकित्सा, भोजन, नाश्ते, मुलाकात, एस टी डी इत्यादि की जानकारी ली गई। निरीक्षण के दौरान बंदीजन की अपील एवं निःशुल्क विधिक सहायता के संबंध में विशेष निर्देश प्रदान दिए गए। इस अवसर पर समर्पण मारवाड़ सेवा संस्थान द्वारा नशा मुक्त भारत अभियान के तहत पोस्टर का विमोचन भी किया गया। संस्था अध्यक्ष कपिल अरोड़ा ने बताया संस्था द्वारा नशा मुक्त भारत जागरूकता अभियान पूरे राजस्थान में चलाया जा रहा है। आईसीएआई चेयरमैन ने छात्राओं को मोटिवेट कियाउदयपुर। आईसीएआई प्रेसीडेन्ट चरणजोतसिंह नंदा ने उदयपुर प्रवास के दौरान सीए रेखा सोमानी फाउण्डेशन में सीए कोर्स के लिए अध्ययनरत छात्राओं से मुलाकात कर उन्हें मोटिवेट किया। फाउण्डेशन संस्थापक सीए देवेन्द्र सोमानी ने बताया कि आईसीएआई प्रेसीडेन्ट ने समय निकाल कर फाउण्डेशन द्वारा होनहार छात्राओं के लिये चलाये जा रहे निःशुल्क सीए कोर्स में अध्ययनरत छात्राओं से मिलने के लिये पंहुचे। उन्होंने छात्राओं से फाउण्डेशन द्वारासीए सोमानी ने बताया कि रेखा सोमानी चेरिटेबल ट्रस्ट देश के 12 वीं पास मेधावी छात्रों को सीए बनानें का बीड़ा उठाया है ताकि वह छात्र-छात्रा आगे चल कर न केवल अपने परिवार का वरन् अपने शहर, राज्य व देश का नाम रोशन कर देश के विकास में अपनी सहभागिता निभा सकें। इस दौरान ट्रस्ट से जुड़े दिलीप कोठारी, यशवन्त मंगल, विमल सुराणा, अंशुल मोगरा, वात्सल्य सहित अन्य सीए मौजूद थे। फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ ने दिया ज्ञापनउदयपुर। राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ एकीकृत जिला शाखा उदयपुर के अध्यक्ष विजेन्द्र सिंह बेमला के नेतृत्व में आज मुख्यमंत्री और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया। इसमें शामिल प्रमुख मांगों में विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में स्वीकृत व बगैर फार्मासिस्ट के संचालित समस्त दवा वितरण केंद्रों पर न्यूनतम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व उससे ऊपर के संस्थानों में सब स्टोर एवं दवा वितरण केंद्रों के लिए फार्मासिस्ट स्वर्ग के 10032 नवीन पद स्वीकृत/ सृजित करने की मांग की। साथ ही फार्मासिस्ट ग्रेड प्रथम के पदोन्नति होने पर फार्मासिस्ट के 999 पद राज्य में और उदयपुर में 44 पद जो कि विलोपित हो गए थे उन्हें पुनः उसी चिकित्सा संस्थानों में स्वीकृत करने की मांग की। इस दौरान विधि प्रकोष्ठ प्रमुख मदन माली, जिला उपाध्यक्ष हितेश जैन, हेमन्त मेनारिया, कमलेश सुथार, जिला औषधि मेडिकल स्टोर भरत पारिक, चंद्रभान सिंह झाला, संदीप जैन, हेमेंद्र सिंह, कोषाध्यक्ष संपत जाट आदि उपस्थित रहे। प्रतिभाओं का किया सम्मानउदयपुर। आदित्यार्क महोत्सव आयोजन समिति ने राजस्थान भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष अलका मूंदड़ा का अभिनंदन किया। समिति संयोजक प्रदीप श्रीमाली ने बताया कि इस दौरान हुए कार्यक्रम में डा अलका मूंदड़ा और समिति संरक्षक गोविंद दीक्षित ने शहर की प्रतिभाओं का सम्मान किया। इसमें भावना श्रीमाली, भूपेन्द्र श्रीमाली, नरपत सिंह, डा उमा भाटी, जयेश खींची, कल्लव पंचाल, शरद बनावत सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में महाराणा प्रताप अधिकृत गाइड एसोसिएशन अध्यक्ष कोमल सिंह, भाजपा सरदार पटेल मंडल अध्यक्ष अमृत मेनारिया, नेमीचंद आचार्य, कार्यक्रम संयोजक सुमित पानेरी, महिला संयोजक निवेदिता जोशी आदि मौजूद रहे। मकर संक्रांति पर चायनीज मांझे पर पूर्ण प्रतिबंधउदयपुर। मकर संक्रांति पर्व के दौरान पतंगबाजी को लेकर उदयपुर जिला प्रशासन ने आमजन, पशु-पक्षियों एवं पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने नायलॉन एवं सिंथेटिक सामग्री से बने, कांच या लोहे के चूर्ण से लेपित तथा गैर-बायोडिग्रेडेबल मांझे (चायनीज मांझा) के निर्माण, भंडारण, विक्रय एवं उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है।जिला मजिस्ट्रेट उदयपुर नमित मेहता ने इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक एवं समस्त उपखण्ड मजिस्ट्रेट को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। यह आदेश राजस्थान सरकार के पशुपालन, मत्स्य एवं गोपालन विभाग से प्राप्त परामर्शी तथा माननीय राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्यूनल एवं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व जारी आदेशों के क्रम में जारी किया गया है।
मथुरा में विवाहिता की संदिग्ध मौत:ससुरालियों पर हत्या का आरोप, पुलिस जांच में जुटी
मथुरा के राया थाना क्षेत्र के सीरिया गांव में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला का शव घर के अंदर फांसी के फंदे से लटका मिला। मृतका के मायके पक्ष ने ससुरालियों पर हत्या कर आत्महत्या का रूप देने का गंभीर आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। आगरा के टेढ़ी बगिया क्षेत्र स्थित राधे नगर निवासी रमेश की बेटी नीलम की शादी लगभग 15 वर्ष पूर्व राया थाना क्षेत्र के मिस्रिया गांव निवासी सुरेंद्र से हुई थी। नीलम चार बच्चों की मां थी। परिजनों का आरोप है कि शादी के बाद से ही नीलम को ससुराल में दहेज और अन्य बातों को लेकर लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था। नीलम ने कई बार मायके पक्ष को अपनी परेशानी बताई थी। मृतका के चाचा उमेश गौतम ने पोस्टमार्टम हाउस पर बताया कि बीती रात नीलम की बेटी से फोन पर बात हुई थी। बेटी ने बताया था कि उसकी मां की तबीयत खराब है। इसके कुछ ही समय बाद गांव के लोगों से सूचना मिली कि नीलम ने फांसी लगाकर जान दे दी है। सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे, जहां हालात संदिग्ध प्रतीत हुए। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि इसी परिवार में वर्ष 2018 में नीलम की ननद पिंकी, जो सत्येंद्र की पत्नी थी, दो बच्चों को छोड़कर रहस्यमय ढंग से गायब हो गई थी। उस समय भी ससुरालियों द्वारा उसकी गुमशुदगी की कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई थी। परिजनों को आशंका है कि पिंकी के साथ भी कोई अनहोनी हुई हो सकती है। फिलहाल पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। गांव में घटना को लेकर तनाव का माहौल बना हुआ है।
लखनऊ के महिगवां थाना क्षेत्र में सोशल मीडिया से हुई दोस्ती के बाद विवाहित महिला अपनी तीन साल की बेटी के साथ दूसरे राज्य फरार हो गई। पीड़ित पति ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है, लेकिन करीब एक महीने बाद भी पत्नी और बच्ची नहीं मिल सकी है। अब लोकेशन मिलने के बाद पति बाइक से ही उसे लेने निकल गया है। पीड़ित पति के अनुसार, उसकी पत्नी (25) की दोस्ती इंस्टाग्राम के जरिए मध्य प्रदेश निवासी एक युवक से हुई थी। उसकी गैरमौजूदगी में दोनों की बातचीत बढ़ती गई और दोनों की दोस्ती प्रेम संबंध में बदल गई। 25 नवंबर को महिला बिना बताए घर से नकदी, लाखों रुपए के जेवर और तीन साल की बेटी को लेकर घर से चली गई। वापस लाने के लिए बाइक से निकला पति आसपास तलाश करने के बाद जब कुछ पता नहीं चला तो पीड़ित ने 27 नवंबर को गुमशुदगी दर्ज कराई। जांच के दौरान पता चला कि महिला अपने सोशल मीडिया से मिले दोस्त के पास चली गई है। संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन महिला ने बात नहीं की। इसके बाद पति को पत्नी की लोकेशन का पता चला। वह 18 दिसंबर को बाइक से करीब 700 किलोमीटर की दूरी तय कर अकेले ही पत्नी के पास निकल गया। इस मामले में थाना प्रभारी निरीक्षक रामकुमार गुप्ता ने बताया कि महिला की गुमशुदगी दर्ज है। महिला को वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है।
सहारनपुर के नकुड़ थाना क्षेत्र में एक युवती ने एक दरोगा पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवती रीना ने एसएसपी आशीष तिवारी को शिकायती पत्र सौंपकर बताया कि जमीन विवाद में उसे और उसके बुजुर्ग पिता को एससी-एसटी एक्ट के फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है। उसने दरोगा पर मानसिक उत्पीड़न और साजिश रचने का आरोप लगाया है। रीना के अनुसार, उसके पास गांव साहबामाजरा में आबादी भूमि में एक घेर है, जिस पर वह लंबे समय से काबिज है। इस घेर को लेकर कुछ ग्रामीण विवाद कर रहे थे। मामला न्यायालय पहुंचा, जिसने 18 नवंबर 2025 को रीना के पक्ष में फैसला सुनाया। कोर्ट ने नकुड़ पुलिस को कब्जा दिलाने और निर्माण कार्य कराने का निर्देश दिया था, लेकिन विवाद जारी रहा। रीना का आरोप है कि थाना नकुड़ में तैनात एक दरोगा इस मामले में लगातार उसका मानसिक उत्पीड़न कर रहा हैं। पीड़िता ने बताया कि दरोगा ने उससे कहा कि यदि उसे कब्जा चाहिए तो थाने के सामने आत्मदाह करना होगा। जब उसने इनकार किया, तो उसे धमकाया गया। रीना का यह भी आरोप है कि दरोगा ने भीम आर्मी से जुड़े स्थानीय नेता के साथ मिलकर उसके खिलाफ साजिश रची। पीड़िता के मुताबिक, बीते रविवार की शाम दरोगा दीपक उसके घर पहुंचे और बताया कि साहबामाजरा निवासी भूपेंद्र पुत्र राजेंद्र ने उसके खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कराई है। यह सुनकर रीना के 70 वर्षीय पिता को गहरा सदमा लगा और सीने में दर्द के कारण उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। रीना ने बताया कि यह तीसरी बार है जब उस पर और उसके परिवार पर फर्जी तरीके से एससी-एसटी एक्ट के मुकदमे दर्ज किए गए हैं। उसने एसएसपी से मामले की निष्पक्ष जांच कराने, फर्जी मुकदमा हटाने और संबंधित दरोगा सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन पर निष्पक्ष जांच का दबाव बढ़ गया है।
भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव भिलाई इस्पात संयंत्र को लेकर पिछले दो दिन से उपवास पर हैं। उन्होंने कहा, मैं मर जाऊंगा, लेकिन भिलाई इस्पात संयंत्र को बिकने नहीं दूंगा। विधायक ने कहा- भिलाई इस्पात संयंत्र को बेचने से रोकने और शहर के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार और प्रशासन जनता की आवाज को दबाना चाहते हैं। देवेंद्र यादव ने कहा कि वे भिलाई इस्पात संयंत्र को नहीं बिकने देंगे और यह महात्मा गांधी, बाबा साहेब और नेहरू के विचारों की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि वे भिलाई की जनता के साथ हैं और जनता का समर्थन उनके साथ है। भिलाई सत्याग्रह की मुख्य मांगें हैं- - रिटेंशन स्कीम के नए नियम के खिलाफ,- कार्मिकों के मिनिमम वेज की मांग को लेकर- टाउनशिप मार्केट लीज नवीनीकरण- सेक्टर 9 हॉस्पिटल के निजीकरण के खिलाफ- हाउस फॉर आल स्कीम लागू किए जाने
गोमतीनगर के आरपी ग्रीन लॉन विशेषखंड में चल रहे श्री राम कथा महोत्सव के आठवें दिन श्रद्धा और भक्ति का अपार संगम देखने को मिला। कथा वाचक लक्ष्मी प्रिया की मधुर वाणी में भगवान श्रीराम के अनन्य भक्त शबरी के प्रेम और समर्पण की कथा ने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। कथा स्थल पर सुबह से ही भक्तों का तांता लगा रहा, और प्रवचन के दौरान पूरा पंडाल “जय श्री राम” के जयकारों से गूंज उठा। लक्ष्मी प्रिया ने कहा कि शबरी की भक्ति में अनन्य श्रद्धा और शुद्ध प्रेम की ऐसी मिसाल है, जो हर भक्त को प्रेरित करती है। उन्होंने बताया कि शबरी ने वर्षों की साधना से केवल एक उद्देश्य रखा भगवान श्रीराम के दर्शन करना। उनका हर दिन उसी आशा में बीतता था कि 'मेरे प्रभु आएंगे'। जब, श्रीराम उनके आश्रम पहुंचे, तो शबरी का प्रेम और सेवा देखकर स्वयं भगवान भी भावुक हो उठे। कथा सुनाते हुए लक्ष्मी प्रिया ने कहा भक्ति वह सच्चा पथ है, जिसमें हृदय की पवित्रता ही सबसे बड़ा अर्पण होती है।” उन्होंने शबरी के प्रसंग से यह संदेश दिया कि सच्चे प्रेम में ईश्वर स्वयंसिद्ध होते हैं और भक्ति में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होता। कथा के दौरान भक्ति गीतों और सुंदर झांकियों ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दर्शकों ने पुष्प वर्षा कर लक्ष्मी प्रिया का स्वागत किया और भावनाओं में डूबकर भगवान श्रीराम की महिमा का गुणगान किया। कथा स्थल पर सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु भक्ति रस में सरोबार होकर शबरी के अमर प्रेम की गाथा सुनते रहे। कथा में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने लोगों को जीवन के कई टिप्स दिए। इस दौरान उन्होंने परिवार का ख्याल रखने और सप्ताह में एक दिन परिवार के साथ बिताने की बात कही। साथ ही लोगों को झगड़ा नहीं करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि घर में अगर कोई गुस्सा हो तो दूसरा शांत हो जाए। आपस में हमें एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। बेटा बेटी से खुलकर बात करनी चाहिए। किसी पर 100 फीसदी विश्वास नहीं करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने राम भगवान की आरती की। मौके पर राज्यसभा सांसद संजय सेठ, स्थानीय पार्षद शैलेन्द्र वर्मा, संजय मिश्रा, रंगनाथ द्विवेदी, आरएस. पाण्डेय, विनोद गर्ग, दयाशंकर वर्मा, अतुल श्रीवास्तव सहित अनेक गणमान्य अतिथि और भक्तगण उपस्थित रहे। सभी ने पूज्या लक्ष्मी प्रिया जी के प्रवचनों से श्रीराम कथा के आध्यात्मिक संदेश को आत्मसात किया।
मिस इंडिया इंटरनेशनल रूश सिंधु लखनऊ पहुंचीं:मेकअप छात्रों से संवाद कर करियर टिप्स दिए
मिस इंडिया इंटरनेशनल 2025 रूश सिंधु सोमवार को लखनऊ पहुंचीं। उन्होंने हजरतगंज स्थित लैक्मे एकेडमी का दौरा किया, जहां उन्होंने मेकअप के क्षेत्र में शिक्षा ले रहे छात्रों से बात-चीत किया। इस दौरान रूश सिंधु ने छात्रों के साथ मेकअप जगत में योगदान देने के तरीकों और हुनर की बारीकीयों के बारे में बताया । एकेडमी पहुंचने पर संचालक हसीब हैदर और सदफ हैदर ने उनका स्वागत किया। मॉडलिंग करियर के सफर के बारे में साझा किया लैक्मे एकेडमी में बातचीत के दौरान रूश सिंधु ने अपने फैशन और मॉडलिंग करियर के सफर को भी साझा किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने 13 साल की उम्र में ही मिस इंडिया बनने का सपना देखा था। इससे पहले, जब वह चार वर्ष की थीं, तब पहली बार स्कूल के मंच पर अपना हुनर प्रदर्शित किया था। लखनऊ में अपने पहले दौरे पर रूश ने कहा कि वह लखनवी व्यंजनों का जायका जरूर चखेंगी। उन्होंने अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता और भाई को दिया, जिन्होंने हर कदम पर उनका सहयोग किया। रूश सिंधु ने यह भी बताया कि कड़ी मेहनत और तपस्या के बाद ही वह इस मुकाम तक पहुंच पाई हैं।
लखनऊ में आज क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी 2025–26 (लखनऊ–प्रयागराज क्षेत्र) का उद्घाटन किया गया। यह प्रदर्शनी राज्य ललित कला अकादमी, उत्तर प्रदेश (संस्कृति विभाग),ललित कला विभाग, डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ और कला निकेतन सोसायटी, लखनऊ के सहयोग से कला वीथिका में आयोजित की गई है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता रहे। विशिष्ट अतिथियों में राज्य ललित कला अकादमी के अध्यक्ष डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा और उपाध्यक्ष गिरीश चंद्र मिश्रा शामिल थे। डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि कुलपति प्रोफेसर वी.के. सिंह की उपस्थिति ने भी आयोजन की गरिमा बढ़ाई। सभी अतिथियों ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया, जिसके बाद उन्हें स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। नौ जनपदों के कलाकारों की चयनित कृतियों को प्रदर्शित किया गया इस अवसर पर अधिष्ठाता प्रोफेसर पी. राजीव नयन, डॉ. अवधेश मिश्रा और डॉ. सुनीता शर्मा के साथ क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी के संयोजक अभिनव दीप भी मंचासीन थे। संयोजक अभिनव दीप ने प्रदर्शनी के उद्देश्य और चयन प्रक्रिया के बारे में बताते हुए कहा कि इसमें लखनऊ–प्रयागराज क्षेत्र के नौ जनपदों के कलाकारों की चयनित कृतियों को प्रदर्शित किया गया है। ये कृतियाँ समकालीन कला के विविध आयामों को प्रस्तुत करती हैं। मुख्य अतिथि श्याम बिहारी गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि कला समाज की संवेदनाओं की सशक्त अभिव्यक्ति है। उन्होंने ऐसे आयोजनों को कलाकारों को नई दिशा, पहचान और आत्मविश्वास प्रदान करने वाला बताया। गुप्ता ने कलाकारों से सामाजिक सरोकारों से जुड़कर सृजन करने का आह्वान किया। यह कला प्रदर्शनी 22 से 24 दिसंबर तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी विशिष्ट अतिथि डॉ. सुनील कुमार विश्वकर्मा ने राज्य ललित कला अकादमी की विभिन्न योजनाओं और उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अकादमी कलाकारों की प्रतिभा को प्रोत्साहित करने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर तक मंच प्रदान करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है।यह क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी 22 से 24 दिसंबर तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी। दर्शक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से सायं 5 बजे तक कला वीथिका में इन कृतियों का अवलोकन कर सकते हैं।
सहारनपुर में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और उद्यमियों की समस्याओं के त्वरित समाधान के उद्देश्य से सोमवार शाम नवीन कलेक्ट्रेट सभागार में 'जिला उद्योग बंधु' की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसका संचालन उपायुक्त उद्योग सचिन जैन ने किया। इसमें विभिन्न औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर अपनी समस्याएं प्रस्तुत कीं। जिलाधिकारी बंसल ने स्पष्ट किया कि जिले में उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि उद्यमियों की समस्याओं का समाधान समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण तरीके से किया जाए। इस प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। बैठक में औद्योगिक क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर विशेष बल दिया गया। कामधेनु उद्योग नगर, ग्रीन लैंड कॉम्प्लेक्स और ए.एस. कॉम्प्लेक्स औद्योगिक क्षेत्रों में सड़क तथा नाली निर्माण के प्रस्तावों को 15वें वित्त आयोग की आगामी बैठक में शामिल करने का निर्णय लिया गया। नगर निगम को इन क्षेत्रों में तुरंत स्ट्रीट लाइटें लगाने और जल निकासी की समस्या के स्थायी समाधान के लिए संयुक्त निरीक्षण कर अनुमानित लागत तैयार करने के निर्देश दिए गए। परिवहन और सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा हुई। लोक निर्माण विभाग ने बताया कि दिल्ली रोड पर चुनेहटी रेलवे फाटक के पास मिनी बाईपास का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए जिलाधिकारी ने एनएचएआई को चुनेहटी ब्रिज, सरसावा टोल प्लाजा और गागलहेड़ी कट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर रिफ्लेक्टर और सांकेतिक बोर्ड लगाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने निवेश मित्र पोर्टल पर लंबित मामलों को निर्धारित समय सीमा के भीतर निपटाने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निवेशकों को अनावश्यक परेशानी नहीं होनी चाहिए। इसके अतिरिक्त, ओडीओपी योजना के तहत निर्मित कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) को 31 दिसंबर 2025 तक हर हाल में संचालित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। बैठक में उपायुक्त उद्योग डॉ. बनवारी लाल, जिला पंचायत से चंद्रवीर के साथ-साथ आईआईए, सीएसआई और लघु उद्योग भारती के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित थे। सभी प्रतिनिधियों ने प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
अलीगढ़ में युवती का फोटो खींचने पर हमला:शिकायत करने पर परिवार से मारपीट; पथराव में 5 घायल
अलीगढ़ जिले के मडराक थाना क्षेत्र में युवती का फोटो खींचने का विरोध करना एक परिवार को भारी पड़ गया। आरोप है कि शिकायत करने से नाराज दबंगों ने लाठी-डंडों से हमला कर दिया और पथराव किया। घटना में एक ही परिवार के 5 लोग घायल हो गए। घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल मलखान सिंह भेजा गया। मामला गांव कीरतपुर का है। यहां रहने वाले सोमसिंह मेहनत-मजदूरी करते हैं। उनका आरोप है कि गांव के एक युवक ने उनकी बेटी का मोबाइल से फोटो खींच लिया। सोमवार सुबह उन्होंने इसकी शिकायत युवक के परिजनों से की। इस पर युवक के परिजनों ने उसका पक्ष लेते हुए विवाद शुरू कर दिया। विवाद बढ़ने पर सोम सिंह अपने परिवार के साथ घर लौट आए। आरोप है कि इसके बाद दबंग पक्ष ने पीछे से आकर लाठी-डंडों से हमला कर दिया और ईंट-पत्थर फेंककर पथराव किया। हमले में सोम सिंह सहित सोमेष, रजनी, पंकज और विकास घायल हो गए। घटना की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई। सूचना मिलते ही मडराक पुलिस गांव पहुंची। इसके बाद पीड़ित थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। उधर, जिला अस्पताल की इमरजेंसी इंचार्ज डॉ. फारुख अंसारी ने बताया कि सभी घायलों को प्राथमिक उपचार और मेडिकल परीक्षण के बाद खतरे से बाहर बताया गया। सोमवार शाम 5 बजे तक सभी अस्पताल से चले गए। .....
फर्रुखाबाद में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है, जहां न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इस सर्द रात में रैन बसेरों की व्यवस्था और हकीकत जानने के लिए जिलाधिकारी (डीएम) आशुतोष कुमार द्विवेदी शहर के दौरे पर निकले। उन्होंने नगर पालिका द्वारा जलाए गए अलाव की व्यवस्था का भी जायजा लिया और रैन बसेरों के चौकीदारों से जानकारी प्राप्त की। डीएम सबसे पहले फतेहगढ़ स्थित रैन बसेरा पहुंचे। उन्होंने वहां के रजिस्टर की जांच की और रात गुजार रहे लोगों से सुविधाओं के बारे में बात की। इसके बाद, वह लोहिया अस्पताल में तीमारदारों के लिए बने रैन बसेरा का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां उन्हें कई लोग आराम करते मिले, और उन्होंने हीटर तथा पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली। इसके उपरांत, डीएम रोडवेज बस स्टैंड पर बने रैन बसेरा पहुंचे, जहां महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने चौकीदार से रजिस्टर में एंट्री और आधार कार्ड के सत्यापन के संबंध में पूछताछ की। जिस पर चौकीदार ने बताया कि आधार कार्ड के अनुसार ही एंट्री की जा रही है। अंत में, उन्होंने रेलवे स्टेशन पर बने रैन बसेरा का भी निरीक्षण किया। इस दौरान, उन्हें शहर के प्रमुख चौराहों पर नगर पालिका द्वारा जलाए गए अलाव भी जलते हुए मिले।

