सोनीपत में जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव 28 नवंबर से 1 दिसंबर तक सुभाष स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा। अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन ने बताया कि यह आयोजन बड़े उत्साह और सांस्कृतिक गरिमा के साथ होगा। महोत्सव की तैयारियों को लेकर अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीन ने लघु सचिवालय में जिला के सभी सामाजिक, धार्मिक और अन्य संगठनों तथा अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सामाजिक संगठनों के साथ तालमेल कर महोत्सव को भव्य रूप दें। अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि गीता जयंती समारोह एक सामूहिक कार्य है और हमारी परंपरा का हिस्सा है। उन्होंने सभी नागरिकों से जिला प्रशासन के साथ मिलकर समारोह को सफल बनाने में सहयोग देने का आग्रह किया। गीता के संदेश को घर-घर तक पहुंचाया जाएगा उन्होंने बताया कि जिले की सभी सामाजिक, धार्मिक संस्थाओं और अन्य संगठनों की भागीदारी के साथ स्थानीय सुभाष स्टेडियम में भव्य और गरिमापूर्ण ढंग से महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसमें जिले के प्रत्येक नागरिक को उत्साह के साथ जोडने का प्रयास किया जाएगा। लक्षित सरीन ने कहा कि गीता जयंती महोत्सव भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और समग्र जीवन दर्शन का प्रतीक है। उन्होंने प्रत्येक शहरवासी से गीता के संदेश को घर-घर पहुंचाने और भावी पीढ़ी को गीता के प्रति प्रेरित व शिक्षित करने के लिए इस समारोह में शामिल होने का आह्वान किया। उन्होंने जोर दिया कि जिले की सभी धार्मिक, सामाजिक संस्थाओं तथा शिक्षण संस्थानों के सहयोग से ही यह आयोजन अधिक सार्थक और प्रेरणादायी होगा। इसलिए सभी संस्थाएं इसमें सक्रिय रूप से सहयोग करें। विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाएगी अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि 28 नवंबर को शिक्षण संस्थानों में गीता पर आधारित सेमिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वक्ता गीता के महत्व पर अपना व्याख्यान देंगे। 29 नवंबर को गीता जयंती समारोह का शुभारंभ हवन व गीता पूजन के साथ किया जाएगा। जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाएगी। साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें स्कूली बच्चों के अलावा लोक कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। इसके अलावा अंतिम दिन 1 दिसंबर को सामाजिक व धार्मिक संगठनों के सहयोग से नगर शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें गीता पर आधारित झांकियां शामिल होंगी। इसके अलावा दीपोत्सव का भी आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर नगराधीश डॉ अनमोल, एसीपी मलकित सिंह, डीआरओ सुशील शर्मा, तहसीलदार कीर्ति सहित जिला के विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थानों व अन्य संगठनों से गणमान्य व्यक्ति व संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।
विदिशा में बुधवार देर रात कार से स्टंट करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस मामले में पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लिया है। यह घटना यातायात पुलिस थाना और पुलिस चौकी के ठीक सामने हुई, जहां युवक कार के गेट पर लटककर तेज रफ्तार में स्टंट करते दिखे। स्थानीय निवासियों के अनुसार, स्वामी विवेकानंद चौराहा और उसके आसपास के इलाकों में अक्सर देर रात युवक कार के गेट खोलकर या उस पर लटककर स्टंट करते और वीडियो बनाते देखे जाते हैं। इससे राहगीरों की सुरक्षा को खतरा पैदा होता है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन युवकों को हिरासत में लिया। पुलिस ने उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मंगवाई और चेतावनी दी कि भविष्य में ऐसी हरकत करने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने जानकारी दी कि स्टंट में इस्तेमाल की गई कार को मोटर व्हीकल एक्ट के तहत जब्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि वीडियो में दिख रहे अन्य युवकों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। हिरासत में लिए गए युवकों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए भविष्य में ऐसी गतिविधियों से दूर रहने का आश्वासन दिया है। इस कार्रवाई से शहरवासियों ने संतोष व्यक्त किया है और उम्मीद जताई है कि पुलिस की सख्ती से ऐसी घटनाओं में कमी आएगी।
जौनपुर में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। एक पत्रिका में प्रकाशित लेख एवं कार्टून में किए गए अपमानजनक उल्लेख को लेकर कार्यकर्ताओं में भारी रोष देखने को मिला। विरोध स्वरूप कार्यकर्ताओं ने पत्रिका की लेखिका वाणी गुप्ता का पुतला फूंका और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन समाजवादी लोहिया वाहिनी के जिलाध्यक्ष आनंद गुप्ता ‘पंकज’ और यूथ ब्रिगेड नेता गुड्डू सोनकर के नेतृत्व में सद्भावना पुल पर आयोजित किया गया। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि लेखिका ने स्वर्गीय नेता के जीवन पर असत्य एवं आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जो अस्वीकार्य है। इस दौरान आनंद गुप्ता ने कहा कि ऐसी टिप्पणियां पत्रकारिता की मर्यादा को ठेस पहुंचाती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे लोग निष्पक्ष पत्रकार नहीं, बल्कि किसी विशेष मानसिकता को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं, जिसे समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। इस दौरान कार्यक्रम के दौरान धीरज बिंद, रमेश मौर्य, प्रमोद यादव, कृष्ण कुमार, प्रशांत जायसवाल, रवीश मौर्य सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
सहारनपुर की थाना फतेहपुर पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले आरोपी को गुरुवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान सारिक के रूप में हुई है। पुलिस ने उसे मुखबिर की सूचना पर कलसिया तिराहे के पास से पकड़ा है। आरोपी को अदालत में पेश करने की तैयारी की जा रही है। अब विस्तार से पढ़िए पूरा मामला मामला 15 अक्टूबर 2025 का है, जब पीड़िता के पिता ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि सारिक उनकी नाबालिग बेटी को बहला-फुसलाकर ले गया था। इस शिकायत के आधार पर थाना फतेहपुर में केस दर्ज किया गया। बाद में, पीड़िता के बयान के बाद मामले में भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के अनुसार धाराएं बढ़ाई गईं और पोक्सो एक्ट भी जोड़ा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसएसपी आशीष तिवारी ने आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। इसके बाद, थानाध्यक्ष विनय शर्मा के नेतृत्व में एसआई विपिन चौधरी और कॉन्स्टेबल शमशेर की एक टीम गठित की गई। टीम ने आरोपी की लगातार तलाश की, लेकिन वह अपना स्थान बदलकर पुलिस से बचता रहा। पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर पकड़ा गुरुवार को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि सारिक को कलसिया तिराहे के आसपास देखा गया है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर आरोपी को पकड़ लिया। पूछताछ के दौरान सारिक ने बार-बार अपनी लोकेशन बदलने की बात स्वीकार की, लेकिन अंततः पुलिस उसे काबू करने में सफल रही। पुलिस देहात सागर जैन ने बताया कि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय दिलाने के लिए मामले की जांच तेजी से आगे बढ़ाई जा रही है। आरोपी पर गंभीर धाराएं लागू हैं, और उसे कड़ी सजा दिलाने के लिए अदालत में मजबूत साक्ष्य प्रस्तुत किए जाएंगे। फतेहपुर पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश गया है कि नाबालिगों से जुड़े अपराधों में फरार रहने वाले आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस सख्त कार्रवाई करती है।
डीडवाना के राजकीय बांगड़ महाविद्यालय में गुरुवार को एनसीसी दिवस की गतिविधियों के तहत श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों में सामुदायिक सेवा, पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। एनसीसी कैडेट्स ने महाविद्यालय परिसर और एनसीसी ग्राउंड में साफ-सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। कैडेट्स ने कूड़ा उठाया, खरपतवार हटाए और परिसर को स्वच्छ रखने में सक्रिय योगदान दिया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चेनाराम मुंदलिया ने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता स्वास्थ्य से जुड़ी है और श्रमदान व्यक्तित्व निर्माण का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने बताया कि ऐसे आयोजन छात्रों को समाज सेवा के लिए प्रेरित करते हैं और उनमें जिम्मेदार नागरिक बनने की भावना विकसित करते हैं। एनसीसी प्रभारी डॉ. बाबूलाल गेदर ने जानकारी दी कि कैडेट्स ने उत्साह के साथ श्रमदान कर अनुशासन, टीमवर्क और नागरिक जिम्मेदारी का प्रदर्शन किया। उन्होंने यह भी कहा कि यह अभियान स्वच्छ भारत मिशन की भावना के अनुरूप है और एनसीसी दिवस के लिए एक सार्थक पृष्ठभूमि तैयार करता है। गौरतलब है कि एनसीसी दिवस प्रतिवर्ष नवंबर माह के चौथे रविवार को मनाया जाता है। इसी उपलक्ष्य में यह श्रमदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। आगामी गतिविधियों के तहत, शुक्रवार को पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में आगामी एनसीसी दिवस पर आयोजित होने वाले अन्य कार्यक्रमों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्य भी उपस्थित रहे।
मुरादाबाद शहर के पॉश एरिया मानसरोवर कालोनी में एक निर्यातक की कोठी में बदमाशों ने लूटपाट की। चौकीदार को बंधक बनाकर लुटेरों ने इस घटना को अंजाम दिया। विरोध करने वर चौकीदार को चाकू मारकर घायल कर दिया। वारदात मानसरोवर कालोनी में शॉपिंग कांप्लेक्स के ठीक सामने स्थित निर्यातक अरविंद बढेरा की कोठी में हुई है। अरविंद बढेरा की लीजा इंटरनेशनल के नाम से एक्सपोर्ट फैक्ट्री है। वारदात के वक्त अरविंद बढेरा घर पर मौजूद नहीं थे। गार्ड रूम में एक चौकीदार कोठी की रखवाली कर रहा था। पुलिस का कहना है कि चौकीदार ने ही पुलिस को घटना की सूचना दी थी।अरविंद बढेरा की 2 बेटियां हैं और दोनों की शादी हो चुकी है। उनका कोई बेटा नहीं है। कोठी में वो अकेले ही रहते हैं। इसके अलावा नौकर चाकर काम करते हैं। लेकिन बुधवार रात घर में कोई नहीं था। तभी रात करीब 3 बजे लुटेरों ने इस घटना को अंजाम दिया। मझोला क्षेत्र में शाहपुर का रहने वाला कमलेश शाह (55 साल) अरविंद बढेरा की कोठी में चौकीदार का काम करता है। कमलेश की बेटी कविता ने बताया कि उसके पिता सुबह 8 बजे घर आ जाते थे। लेकिन गुरुवार को सुबह 9 बजे तक भी घर नहीं पहुंचे। कविता के मुताबिक उनकी मां ने जब पिता के नंबर पर कॉल किया तो उनका नंबर बंद था। इससे गार्ड की फैमिली को फिक्र हुई। परिवार पहले कोठी पर पहुंचा फिर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अंदर जाकर देखा तो कोठी का सामान उथल पुथल था। गार्ड अपने रूम में लॉक था। पुलिस ने उसे बाहर निकाला तो उसके हाथ से खून बह रहा था। गार्ड ने पुलिस को बताया कि रात में करीब 3 बजे घुसे लुटेरों ने उसे बंधक बना लिया। विरोध करने पर चाकू मारा जो उसके हाथ में लगा है। इसके बाद लुटेरों ने उसे उसी के रूम में लॉक कर दिया।घटना की सूचना मिलते ही सुबह करीब 10 बजे मझोला पुलिस मौके पर पहुंची। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वाएड को भी मौके पर बुला लिया गया। पुलिस ने करीब 2 घंटे तक कोठी का चप्पा चप्पा खंगालकर साक्ष्य इकट्ठा किए हैं। घायल चौकीदार कमलेश शाह को पहले एपैक्स अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद उसे साईं अस्पताल भेज दिया गया।
छत्तीसगढ़ के कोरबा में एक महिला ने चलती ई-रिक्शा में बच्चे को जन्म दिया। एम्बुलेंस नहीं मिलने पर महिला को ई-रिक्शा से जिला कॉलेज अस्पताल ले जाया जा रहा था। जहां दोनों दोनों का इलाज जारी है। अस्पताल प्रबंधन के मुताबिक, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। जानकारी के मुताबिक, महिला का नाम सीमा विश्वकर्मा है। जो कि अयोध्यापुरी दर्री की रहने वाली है। आज सुबह उसे लेबर पेन होने लगा। जिसके बाद उसे पास के स्वास्थ्य केंद्र में ले जाया गया। स्टाफ ने जांच के बाद बताया कि महिला में खून की कमी है। प्रसव के दौरान दिक्कत हो सकती है। ऐसे में महिला को जिला मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। ऐसे में परिजनों ने एम्बुलेंस (महतारी एक्सप्रेस- 102) को कॉल किया। लेकिन गाड़ी समय पर नहीं पहुंची। इधर लेबर पेन भी बढ़ने लगा। ऐसे में परिजन मजबूरन महिला को ई-रिक्शा से लेकर पहुंचे। मितानिन पर भी लापरवाही का आरोप है, जिस पर स्वास्थ्य अधिकारी ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है। देखिए पहले ये तस्वीरें... दरअसल, पति बाबूलाल विश्वकर्मा पेशे से राज मिस्त्री है। उसके पहले से ही दो बच्चे हैं। पत्नी सीमा विश्वकर्मा को सुबह लेबर पेन होने पर स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। जांच के बाद स्वास्थ कर्मियों ने उसे जिला मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। जिसके बाद एम्बुलेंस के लिए कॉल किया गया। पति का कहना है कि मितानिन पत्नी की हालत देखकर मौके से अपने घर चली गई। काफी देर तक इंतजार के बाद एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। इसके बाद स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी ने एक ऑटो चालक को कॉल कर बुलाया और महिला को जिला मेडिकल कॉलेज के लिए रवाना किया गया। रास्ते में बुधवारी के पास महिला का दर्द बढ़ने लगा और उसने चलती ऑटो में ही एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जिसके बाद किसी तरह वे जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे और ऑटो गेट के पास खड़ी कर दी। फौरन प्रसूता और नवजात शिशु को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार जारी है। इस पूरे मामले में जिला स्वास्थ्य अधिकारी एसएन केसरी ने बताया कि महिला ने चलती ई-रिक्शा में नवजात को जन्म दिया है। उन्हें जिला कॉलेज अस्पताल भर्ती किया गया है। अगर मितानिन की ओर से लापरवाही की गई है तो उसकी जांच की जाएगी। जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। ................................................... यह खबर भी पढ़ें... सरकारी-अस्पताल में 5 घंटे बिना इलाज के रखा...मां-बच्चे की मौत: सूरजपुर में महिला की फर्श पर डिलीवरी; रायगढ़ में बीमार-पत्नी को उठाकर पैदल चला पति छत्तीसगढ़ के 3 अलग-अलग जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली की तस्वीर सामने आई है। पहला मामला बलौदाबाजार जिले का है जहां समय पर इलाज नहीं मिलने से एक गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। मामला लवन थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
अलवर में गुरुवार दोपहर यूआईटी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली–नेशनल हाईवे से सटी लगभग 50 बीघा कृषि भूमि पर की गई अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया। यह ज़मीन हिंगराज कंपनी के नाम से रजिस्टर्ड है, जिसे स्थानीय लोग सहारा वाली जमीन के नाम से भी जानते हैं। भूमाफियाओं ने बिना यूआईटी से अनुमति लिए इस पूरे क्षेत्र में बड़े-बड़े प्लॉट काट दिए थे। 60–60 फीट चौड़ी कच्ची सड़कें बनाकर तीन बड़े एंट्री गेट भी तैयार किए गए थे। कुछ प्लॉट तो एग्रीमेंट पर बेच भी दिए गए थे। सूचना पर गुरुवार को यूआईटी की टीम पाँच बुल्डोजर, महिला पुलिस और करीब 10 जवानों के साथ दिवाकर के पास हाईवे किनारे पहुंची और पूरे अवैध लेआउट को ध्वस्त करना शुरू किया। टीम के पहुंचते ही भूमाफिया मौके से फरार हो गए। कार्रवाई के दौरान सभी प्लॉटों की कच्ची सड़कें खुदवा दी गईं, तीनों एंट्री गेट तोड़ दिए गए और रास्तों में गड्ढे डालकर उन्हें बंद कर दिया गया। यूआईटी के ERO मानवेंद्र जयसवाल ने बताया कि यह जमीन कृषि श्रेणी की है और इसका किसी भी प्रकार का कन्वर्ज़न नहीं कराया गया था। “भूमाफियाओं ने बिना अनुमति बड़े प्लॉट काट दिए थे, 60 फीट सड़कें बना दी थीं और लगता है कि कुछ प्लॉट बेच भी दिए गए हैं। इसलिए पाँच बुल्डोजरों की मदद से पूरी अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त किया गया है,” उन्होंने कहा। यूआईटी की यह कार्रवाई शहर में चल रहे अवैध कब्जों और अनधिकृत कॉलोनियों के खिलाफ अभियान का हिस्सा है, जो लगातार जारी है।
खैरागढ़ नगर पालिका में दुकानों की नीलामी में अनियमितताओं के खुलासे के बाद शासन ने सख्त कार्रवाई की है। मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) कोमल ठाकुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा जारी आदेश के मुताबिक, निलंबन अवधि के लिए उनका मुख्यालय संयुक्त संचालक, नगरीय प्रशासन एवं विकास, दुर्ग निर्धारित किया गया है। जांच में सामने आया कि 2023 में जिन बोलीकर्ताओं ने दुकानों की ऊंची बोली लगाने के बावजूद राशि जमा नहीं की थी, उन्हें 2025 की नीलामी में फिर से पात्र मान लिया गया। इन बोलीकर्ताओं को दुकानें कम दरों पर आवंटित की गईं, जिससे नगर पालिका को लगभग 65 लाख रुपए का राजस्व नुकसान हुआ। यह कार्रवाई नीलामी नियमों और वित्तीय पारदर्शिता का सीधा उल्लंघन था। बकायेदारों को दोबारा मौका देकर लाभ पहुंचाया गया जांच में यह भी खुलासा हुआ कि कई दुकानों की कीमतें 2023 की नीलामी की तुलना में जानबूझकर 40 से 60 प्रतिशत तक कम कर दी गई थीं। नियमों के अनुसार, पहली नीलामी में राशि जमा न करने वाले बोलीकर्ता स्वतः अयोग्य हो जाते हैं, लेकिन पुराने बकायेदारों को दोबारा मौका देकर उन्हें लाभ पहुंचाने का प्रयास किया गया। इन अनियमितताओं के सामने आने के बाद शहर में व्यापक नाराजगी फैल गई और शिकायतें शासन तक पहुंचीं। अन्य कर्मचारी-अधिकारी पर भी कार्रवाई संभव मीडिया रिपोर्टों और बढ़ती शिकायतों के दबाव के बाद, नगर पालिका ने 14 अक्टूबर 2025 को होने वाली पूरी नीलामी को पहले ही रद्द करने का आदेश जारी कर दिया था। सीएमओ के निलंबन से संकेत मिलता है कि इस मामले में आगे और भी कार्रवाई हो सकती है। विभागीय जांच जारी रहेगी, जिससे यह स्पष्ट होगा कि इन अनियमितताओं में अन्य कौन-कौन से अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह गुरुवार को बाराबंकी के सिरौलीगौसपुर स्थित कोटवा धाम पहुंचे। दोपहर करीब 11:30 बजे उन्होंने श्री कोटवा धाम में समर्थ बड़े बाबा जगजीवन दास साहब के दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया। दर्शन के पश्चात मंत्री ने कोटवा धाम विद्यापीठ इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों से संवाद किया। छात्रों ने क्षेत्र के शैक्षिक विकास से जुड़े कई प्रश्न पूछे। जिनका मंत्री ने उत्साहपूर्वक उत्तर दिया। इसके बाद मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह अपने ननिहाल पहुंचे और स्वर्गीय महंत जगन्नाथ बक्स दास की समाधि पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। ननिहाल हवेली में उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। बचपन की यादों को ताज़ा किया मंत्री ने अपने बचपन की यादों को साझा करते हुए कहा, ननिहाल हर इंसान के लिए खास होता है। बचपन में मैं यहां मेले में आता था। मिठाई, जलेबी, टिक्की, बताशा खाता था और खिलौने खरीदता था। कोटवा धाम आने की जानकारी मिलते ही हमेशा खुशी होती है। अघहरण सरोवर के विकास को लेकर आश्वासन अघहरण सरोवर के विकास कार्य पर मंत्री ने कहा कि लखनऊ पहुंचकर वे संबंधित विभागीय अधिकारियों से वार्ता करेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि विकास कार्य में आ रहीं बाधाओं को दूर कर जल्द ही कार्य में तेजी लाई जाएगी। मंत्री के दौरे को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गई थी। सीओ रामनगर गरिमा पंत, कोतवाली बदोसराय के उपनिरीक्षक हिमांशु पाण्डेय सहित स्थानीय पुलिस बल मौके पर मुस्तैद रहा।
उत्तर प्रदेश सरकार ने घरेलू और लघु वाणिज्यिक उपभोक्ताओं को बड़ी राहत देते हुए 1 दिसंबर से बिजली बिल राहत योजना 2025–26 लागू करने की घोषणा की है। यह योजना विशेष रूप से एलएमवी-1 घरेलू,अधिकतम 2 किलोवाट भार और एलएमवी-2 वाणिज्यिक, 1 किलोवाट भार) श्रेणी के नेवर पेड और लॉन्ग अनपेड उपभोक्ताओं के लिए तैयार की गई है। पहली बार उपभोक्ताओं को लेट सरचार्ज में 100 प्रतिशत छूट के साथ मूल बकाये में अतिरिक्त राहत भी दी जा रही है। साथ ही, बिजली चोरी के मामलों में भी बड़ी छूट प्रदान की जा रही है। योजना को तीन चरणों में लागू किया गया है— प्रथम चरण 1 से 31 दिसंबर 2025, दूसरा चरण 1 से 31 जनवरी 2026 और तृतीय चरण 1 से 28 फरवरी 2026 तक चलेगा। इस योजना का सबसे बड़ा आकर्षण यह है कि “जल्दी आएं, एकमुश्त भुगतान करें और अधिक छूट पाएं” के सिद्धांत पर प्रथम चरण में अधिकतम लाभ उपलब्ध होगा। योजना में पंजीकरण हेतु उपभोक्ता को 2000 रुपये जमा करना अनिवार्य होगा, जिसे UPPCL Consumer App, विभागीय कार्यालय, जनसेवा केंद्र, विद्युत सखी, फिनटेक प्रतिनिधि या मीटर रीडर के माध्यम से किया जा सकेगा। एक मोबाइल नंबर से अधिकतम दो पंजीकरण की अनुमति है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (PuVVNL) के अंतर्गत 58,90,897 उपभोक्ता इस योजना के दायरे में आते हैं। इनका कुल बकाया 26,576 करोड़ रुपये है, जिसमें 13,685 करोड़ मूल बकाया तथा 12,891 करोड़ रुपये विलम्बित अधिभार शामिल है। इसके अलावा, 1,16,831 उपभोक्ता ऐसे हैं जिन पर बिजली चोरी से संबंधित राजस्व निर्धारण का कुल बोझ 1,364 करोड़ रुपये है। उन्हें भी यह योजना राहत का अवसर दे रही है। एकमुश्त भुगतान करने वाले उपभोक्ताओं को 31 मार्च 2025 तक के विलम्बित अधिभार में पूरी छूट मिलेगी। इसके साथ ही, प्रथम चरण में पंजीकरण के बाद 30 दिनों में भुगतान करने पर 25% छूट, दूसरे चरण में 20% तथा तीसरे चरण में 15% की अतिरिक्त राहत मूल बकाये पर दी जाएगी। यदि उपभोक्ता तीसरे चरण की समाप्ति तक पूरा भुगतान नहीं करता, तो उसे डिफॉल्टर मानकर योजना से बाहर कर दिया जाएगा। किश्तों में भुगतान चाहने वालों के लिए दो विकल्प 750 रुपये और 500 रुपये मासिक—उपलब्ध हैं। 750 रुपये मासिक किस्त चुनने पर उपभोक्ता को मूल बकाये में 10% और 500 रुपये विकल्प चुनने पर 5% छूट मिलेगी। दोनों ही योजनाओं में विलम्बित अधिभार में 100% छूट रहेगी। प्रत्येक माह की 25 तारीख तक किश्त और चालू बिल का भुगतान अनिवार्य होगा। लगातार तीन माह की डिफॉल्ट पर उपभोक्ता को 300 रुपये दंड देना होगा, जबकि चार माह की लगातार डिफॉल्ट पर उपभोक्ता योजना से बाहर हो जाएगा। बिजली चोरी के मामलों में पंजीकरण शुल्क 2000 रुपये या राजस्व निर्धारण की 10% राशि—जो अधिक हो—देना होगा। प्रथम चरण में 50%, दूसरे में 55% और तीसरे चरण में 60% राशि जमा कर मामला निस्तारित माना जाएगा। यह छूट स्थायी विच्छेदन, आरसी जारी होने और न्यायालयों में लंबित मामलों पर भी लागू होगी।
विश्व धरोहर स्थल सांची का ऐतिहासिक स्तूप 19 और 20 नवंबर रात नीली रोशनी से जगमगाया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) ने इन दो दिनों को 'बाल अधिकार सप्ताह' के रूप में मनाया, जिसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करना है। इस साल विश्व बाल दिवस की मुख्य थीम 'गो ब्लू' थी, जो बच्चों के अधिकारों के लिए खड़े होने और उनके प्रति जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है। इसी वैश्विक आह्वान के तहत, एएसआई ने सांची के प्राचीन स्मारक को नीले रंग की रोशनी से रोशन किया। यह पहल बाल अधिकारों के महत्व को उजागर करने और समाज का ध्यान इस ओर आकर्षित करने का एक सशक्त माध्यम है। सांची के स्तूप का नीली रोशनी से जगमगाना न केवल एक आकर्षक दृश्य प्रस्तुत कर रहा था, बल्कि यह संदेश भी दे रहा था कि बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मौलिक अधिकार सर्वोपरि हैं। यह आयोजन विश्व धरोहरों को सामाजिक जागरूकता के मंच के रूप में उपयोग करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण बना। स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने इस अनोखे और सार्थक दृश्य की सराहना की, जिसने इतिहास और सामाजिक चेतना को एक साथ जोड़ा। यह आयोजन बच्चों के अधिकारों के प्रति भारतीय पुरातत्व विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है और यह याद दिलाता है कि प्रत्येक बच्चे के लिए एक सुरक्षित और बेहतर भविष्य सुनिश्चित करना एक सामूहिक जिम्मेदारी है।
लखनऊ में खून से लथपथ रिकवरी एजेंट का शव:घर से कॉल आने के बाद निकला था, भाई ने जताई हत्या की आशंका
लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र में युवक की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। सड़क किनारे उसका शव खून से लथपथ मिला। परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। मूल रूप से अंबेडकर नगर राजे सुल्तानपुर मार्केट निवासी शशि प्रकाश उपाध्याय (24) श्रीचंद्र भूषण की संदिग्ध हालात में मौत गई है। शशि प्रकाश लखनऊ के सेक्टर - 8 रघुराज नगर में किराए का मकान में रहकर विष्णु एंड कंपनी लोन रिकवरी का काम करता था। भाई रवि ने बुधवार को रात करीब 10 बजे किसी का कॉल आया था। जिसके बाद टहलते हुए बाहर निकला था। देर रात पुलिस से सूचना मिली शशि की तबियत खराब है, लोहिया अस्पताल में भर्ती हैं। लखनऊ पहुंचे तो मौत की सूचना मिली। हत्या की आशंका भाई रवि ने बताया कि आसपास के लोगों से पता चला है कि उसको कुछ लोगों ने मारा है। जिस तरह से शव मिला है उसको देखकर पीट-पीट हत्या की बात सामने आ रही है। इंस्पेक्टर गाजीपुर का कहना है पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों की शिकायत के आधार पर जांच की जाएगी।
NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता अनमोल बिश्नोई के पास से बरामद पासपोर्ट फरीदाबाद AURIC सिटी होम्स के टावर नंबर 4 फ्लैट नंबर 107 पर बनाया गया था। अब इस फ्लैट के मालिक ने कैमरे के सामने आकर बताया कि वह अनमोल बिश्नोई और किसी भानू प्रताप को नही जानते है। दूसरी तरफ पुलिस के पास भी इसकी कोई जानकारी नही है। पुलिस का कहना है कि जांच जारी है। लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से भारत में डिपोर्ट कर दिया गया ।19 नंवबर को IGI एयरपोर्ट पर NIA और दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया था। जेल से बाहर आने के बाद वह फर्जी पासपोर्ट से विदेश भाग गया था। बाबा सिद्दीकी, सिद्धू मूसेवाला हत्या और सलमान खान के घर फायरिंग जैसे 18 से अधिक गंभीर मामलों में वह आरोपी है. साल 2019 में लिया फ्लैट का पजेशन एनआईए को अनमोल के पास जो पासपोर्ट मिला है उस पर फरीदाबाद का एड्रेस है। अनमोल बिश्नोई का ये पासपोर्ट भानू प्रताप के नाम से बना हुआ है। ग्रेटर फरीदाबाद की AURIC सिटी होम्स के टावर नंबर 4 फ्लैट नंबर 107 का पता इस पासपोर्ट पर दिया गया है। इस फ्लैट के मालिक सुंदर नागर तिगांव विधानसबा के गांव तिगांव के रहने वाले है। सुंदर नागर ने बताया कि साल 2019 में उन्होंने फ्लैट का पजेशन लिया था। जिसके बाद साल 2021 में तीन लड़को आयुष, आसिफ, साहिल को उन्होंने किराए पर यह फ्लैट दिया था। फ्लैट को किराए पर डीलर के द्वारा दिया गया था इसलिए उनकी मुलाकात तीनों लड़कों से नही हुई थी। उन्होंने कहा कि वो आज तक कभी अनमोल से नही मिले है ना ही वो उसके बारे में जानते है। तीनों लड़कों ने बताया था कि वो जॉब करते है जिसके बाद उन्होंने फ्लैट को किराए पर दिया था। सभी कागजात और पुलिस वेरीफीकेशन करने के बाद उन्होंने किराए पर फ्लैट दिया था। सिद्धू मुसेवला हत्याकांड में हुई थी पूछताछ सुंदर नागर ने बताया कि सिद्धू मुसेवला हत्याकांड के बाद NIA की टीम ने उनसे और तीनों किरायेदारों से पूछताछ भी थी। इसके बारे में वो पूरी जानकारी पुलिस को दे चुके है। उन्होंने कहा कि इसके बाद उन्होंने फ्लैट को तीनों लड़कों से खाली करा दिया। नागर ने कहा कि इसकी जांच तो अब एनआईए की टीम को करनी चाहिए और अनमोल बिश्नोई ही यह बता पाएगा कि उसने पासपोर्ट कहां से और कैसे बनवाया। पुलिस के पास नही है ज्यादा जानकारी जब इसको लेकर बीपीटीपी एसएचओ से बात की गई तो तो उन्होंने बताया कि उनकी पोस्टिंग अभी कुछ महीना पहले ही हुई है इसके बारे में कुछ नहीं जानते। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
यूपी रेरा ने प्रदेश के छह जिलों में 9 परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इप परियोजनाओं से करीब 2008.64 करोड़ रुपए के निवेश होगा। साथ ही लोगों को प्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। ये योजनाएं लखनऊ, बाराबंकी, प्रयागराज, चंदौली, अलीगढ़ और नोएडा में हैं। इतने यूनिट को बनाया जाएगा इन योजनाओं में 1,586 यूनिट विकसित की जाएंगी। जिनमें फ्लैट्स, प्लॉट्स और विला शामिल हैं। परियोजनाएं आवासीय एवं मिश्रित विकास मॉडल पर आधारित हैं, जो शहरी और उपनगरीय दोनों क्षेत्रों की आवश्यकताओं को पूरा करेंगी। ये फैसला यूपी रेरा की 189वीं बैठक में चेयरमैन संजय भूस रेड्डी ने किया। इन शहरों की योजनाओं की मिली मंजूरी मंजूर की गई नौ परियोजनाओं में सबसे अधिक निवेश नोएडा में होगा। यहां 1 हजार 533 करोड़ निवेश वाली 3 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। यह क्षेत्र एनसीआर में स्थित होने के कारण निवेशकों के लिए अत्यंत आकर्षक है और रियल एस्टेट विकास के प्रमुख केंद्र के रूप में निरंतर उभर रहा है। इसके अलावा लखनऊ में 283.76 करोड़ की 1 परियोजना स्वीकृत हुई है। ये राजधानी क्षेत्र में आवासीय और वाणिज्यिक मांग को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। बाराबंकी में 120.85 करोड़ की 2 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। जिससे उपनगरों और उभरते क्षेत्रों में रियल एस्टेट विस्तार को गति मिलेगी। वहीं प्रयागराज में 11.47 करोड़ और चंदौली में 37.85 करोड़ की 1-1 परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। ये पूर्वांचल क्षेत्र में विकास को प्रोत्साहित करेंगी। इसके साथ ही अलीगढ़ में 17.72 करोड़ की 1 परियोजना स्वीकृत हुई है, जो स्थानीय आवासीय आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में भी योगदान देगी। रोजगार सृजन व अर्थव्यवस्था को नई गतिइन 9 परियोजनाओं में होने वाला 2,008.64 करोड़ का निवेश राज्य की जीडीपी बढ़ोतरी में योगदान देगा। निर्माण गतिविधियों से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार अवसर उत्पन्न होने की संभावना है। साथ ही, सीमेंट, स्टील, पेंट, टाइल्स, विद्युत उपकरण, फर्नीचर, परिवहन, बीमा और वित्तीय सेवाओं जैसे सहायक उद्योगों को भी सकारात्मक बढ़ावा मिलेगा।
प्रयागराज-कानपुर हाईवे पर गुरुवार को एक बड़ा हादसा उस समय होते-होते टल गया, जब चलती कार में अचानक आग लग गई। कुछ ही सेकेंड में कार से उठते धुएं ने लपटों के रूप ले लिया और कार आग के गोले में तब्दील हो गई। कार में सवार सभी लोगों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत बाहर कूदकर अपनी जान बचाई। घटना पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बमरौली इलाके के मारियाडीह मोड़ के पास हुई, जहां सड़क पर अचानक हुए इस हादसे को देखकर आसपास मौजूद लोग भी दहशत में आ गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार हाईवे पर सामान्य रफ्तार से जा रही थी कि अचानक उसके बोनट से धुआं निकलने लगा। चालक ने गाड़ी रोक कर स्थिति समझने की कोशिश की, तभी धुएं के साथ आग की लपटें उठने लगीं। देखते ही देखते आग पूरी कार में फैल गई। किसी तरह कार सवारों ने दरवाजे खोलकर बाहर छलांग लगाई और सड़क किनारे सुरक्षित दूरी पर खड़े हो गए। इस दौरान मौके से गुजर रहे एक राहगीर ने जलती हुई कार का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा कर दिया, जो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में हाईवे किनारे खड़े कई लोग मोबाइल से जलती कार को रिकॉर्ड करते हुए दिखाई दे रहे हैं। लगभग पूरी कार आग की चपेट में थी, जबकि आसपास खड़े लोग मदद करने के बजाय सिर्फ वीडियो बनाते नजर आए। घटना की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक कार लगभग पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि सटीक कारण तकनीकी जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। इस पूरी घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन चलती कार में आग लगने का यह मामला लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस ने कार मालिक से बातचीत कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। हाईवे पर कुछ देर के लिए यातायात प्रभावित रहा, जिसे बाद में सामान्य कर दिया गया।
खरगोन जिले में रबी सीजन की बुवाई तेजी से जारी है। कृषि विभाग के अनुसार, अब तक 60% बुवाई पूरी हो चुकी है। वर्तमान में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास है, जिसे गेहूं और चने की बुवाई के लिए उपयुक्त माना जा रहा है। इस वर्ष पिछले साल की तुलना में चने का रकबा बढ़ने की संभावना है, जबकि गेहूं का रकबा थोड़ा घट सकता है। जिले में कुल 3.79 लाख हेक्टेयर में रबी की बुवाई का लक्ष्य रखा गया है। इसमें सर्वाधिक 1.65 लाख हेक्टेयर में चने की बुवाई प्रस्तावित है, जो गेहूं के 1.55 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य से लगभग 10 हजार हेक्टेयर अधिक है। इसके अतिरिक्त, सरसों, धनिया, मटर और मक्का की भी बुवाई की जाएगी। किसानों को बुवाई के लिए पर्याप्त सुविधाएं मिल रही हैं। किसान भाव सिंह ने बताया कि उन्हें प्रतिदिन 10 घंटे नियमित बिजली मिल रही है, जिससे पलेवा (खेत तैयार करना) का काम सुचारु रूप से चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि गेहूं और चने के अंकुरण के बाद यूरिया खाद की मांग बढ़ेगी, जिसके लिए पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल गुरुवार को पहली बार सिवनी पहुंचे। उन्होंने यहां जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। खंडेलवाल का यह दौरा जिले के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया। सिवनी पहुंचने पर छिंदवाड़ा चौक और महावीर मढ़िया चौक सहित विभिन्न स्थानों पर उनका स्वागत किया गया। खंडेलवाल ने बस स्टैंड स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर में पूजन भी किया। बाहुबली चौक पर कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर उनका अभिनंदन किया। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष जिला भाजपा कार्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने जनप्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इस बैठक में जिला अध्यक्ष मीना बिसेन, सिवनी विधायक दिनेश राय, बालाघाट-सिवनी सांसद भारती पारधी, भाजपा युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष वैभव पवार, पूर्व जिला अध्यक्ष सुजीत जैन, जिला उपाध्यक्ष संतोष अग्रवाल, केवलारी के पूर्व विधायक राकेश पाल सिंह, पूर्व सांसद नीता पटेरिया और पूर्व सांसद डॉ. ढालसिंह बिसेन सहित कई प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के बाद, प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल पूर्व जिला अध्यक्ष और बैतूल संगठन प्रभारी सुजीत जैन के निवास पर भी गए, जहां बड़ी संख्या में भाजपाई मौजूद थे। इसी दौरान कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामा। उनके आगमन से पार्टी नेताओं में हलचल बढ़ गई है। पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि खंडेलवाल का यह प्रवास संगठन को एकजुट करने और 'मिशन 2028' की तैयारियों को गति देने की कोशिश का हिस्सा है। नेताओं का मानना है कि इस दौरे से पार्टी नेतृत्व जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत कर रहा है। प्रदेश अध्यक्ष के सिवनी आगमन के बाद जिले की भाजपा राजनीति में कई समीकरण बदलने की संभावनाएं भी देखी जा रही हैं। उनका काफिला छिंदवाड़ा जिले से होकर सिवनी में प्रवेश किया था।
वोटर लिस्ट का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर दूरदराज के क्षेत्रों में बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) मोबाइल नेटवर्क के सिग्नल को लेकर पहाड़ी पर चढ़ रहे हैं। असल में SIR में ऐसे क्षेत्रों में नेटवर्क भी एक बड़ा कारण सामने आ रहा है जिससे काम आगे बढ़ने में अटक रहा है। उदयपुर शहर और ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में सबसे ज्यादा समस्या नई बसावट वाली कॉलोनियों में हो रही है। बीएलओ का तर्क है कि इन बसी कॉलोनियों में बिखरे घरों तक वे पहुंचते हैं तो उनको 2002 में उनका या उनके परिवारजनों का नाम किस मतदान केंद्र पर था इसकी जानकारी ही नहीं है। बीएलओ बताते हैं कि हम लोगों को कहते हैं कि वे सिर्फ उस मतदान केंद्र का नाम बता देंगे तब ही वे बहुत कुछ आसानी से उनके परिवारजनों के नाम खोज लेंगे और उसके बाद वे डिजिटाइजेशन कर एसआईआर कर देंगे। धार, मायदा, कालाखेत जैसे गांवों में नेटवर्क समस्या सलूंबर जिले के लसाड़िया उपखंड क्षेत्र में कूल 69888 मतदाता हैं। जिसमें से 30417 मतदाता का डिजिटाइजेशन हो गया है। लसाड़िया क्षेत्र में डिजिटाइजेशन का ऐप नहीं चलने व नेटवर्क की समस्या बनी हुई है।डिजिटाइजेशन करने वाला ऐप नहीं चलने से समस्या हो रही है। जिससे डिजिटाइजेशन का काम धीमी गति से हो रहा है। लसाड़िया क्षेत्र में कहीं ऐसे गांव हैं जहां नेटवर्क ही नहीं है। क्षेत्र के धार, मायदा, कालाखेत, खोखरिया, वलिया खेड़ा, कुंडा, रमीणा, इन गांवों में नेटवर्क नहीं होने से व घर दूर-दूर होने से बीएलओ को गणना प्रपत्र बांटने व एकत्रित करने में समय लग रहा है। लसाड़िया जनजाति बाहुल्य क्षेत्र होने से बीएलओ पहाड़ियों पर जाकर नेटवर्क सिग्नल प्राप्त कर रहे है। इनमें कुछ गांव सीतामात अभयारण्य क्षेत्र से सटे हैं। उपखंड अधिकारी सुरेश कुमार, तहसीलदार रामजीलाल गुर्जर सहित ब्लॉक स्तरीय अधिकारी भी निरीक्षण कर रहे हैं। तहसीलदार रामजीलाल गुर्जर ने बीएलओ की नेटवर्क समस्या को लेकर सुना। सलूंबर में 1,49,750 गणना प्रपत्र डिजिटलाइजेशन किए सलूंबर जिले मे एसआईआर में अब तक 1 लाख 49 हजार से अधिक मतदाताओं के गणना प्रपत्र हुए। एसआईआर डिजिटाइज सलूंबर जिले में 99.57 प्रतिशत मतदाताओं को उनके घरों तक गणना प्रपत्र वितरित किए जा चुके हैं बुधवार शाम 4 बजे तक उपलब्ध डाटा अनुसार जिले में कुल 300064 मतदाताओं में से अब तक 1,49,750 मतदाताओं के गणना प्रपत्र डिजिटलाइजेशन किए जा चुके हैं। ऑनलाइन परिगणना प्रपत्र भरना हुआ और आसानऑनलाइन परिगणना प्रपत्र भरते समय पिछले एसआईआर-2002 की मतदाता सूची में स्वयं या माता, पिता या दादा-दादी का नाम शामिल होने पर वो ऑनलाइन परिगणना प्रपत्र भर सकता है। ऑनलाइन परिगणना प्रपत्र में वर्ष 2002 की वोटर कार्ड डिटेल्स जैसे स्वयं, माता पिता या दादा-दादी के पिछले एसआईआर 2002 की सूची के अनुसार निर्वाचन क्षेत्र का नाम, भाग संख्या और क्रम संख्या की जानकारी भरनी है।ऑनलाइन परिगणना प्रपत्र भरने वाले मतदाताओं के लिए यह काम अब और आसान हो गया है। जिला प्रशासन ने उदयपुर जिले की वर्ष 2002 में सभी विधानसभाओं की मतदाता सूचियों से मतदाताओं की खोज के लिए एक यूआरएल जारी किया है। इसके तहत वर्ष 2002 की उदयपुर जिले की सभी विधानसभाओं के मतदाताओं के लिए है। इससे पुराने ईपीआईसी नम्बर या नाम, पिता के नाम से वर्ष 2002 में मतदाता सूची में एंट्री ढूंढ सकते हैं। बीएलओ ऐप में नए फीचर जोड़े सहयोग : गजेंद्र लक्षकार, सलूंबर और भैरूलाल आमेटा लसाड़िया
रोहतक से कांग्रेस के लोकसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा वीरवार को भिवानी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने भिवानी बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान सत्यजीत पिलानिया के आवास पर पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर तंज कसा। सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चुनाव आयोग ने भाजपा से मिलकर चुनाव परिणाम को प्रभावित करने का काम किया है। इसके परिणाम जनता के सामने आए हैं। भ्रष्टाचार से भाजपा ने इतना पैसा इकट्ठा कर लिया और उस पैसे का प्रयोग व दुरुपयोग चुनाव में हर तरीके से किया जा रहा है। आज प्रजातंत्र पर प्रश्न चिह्न लग रहे हैं। समान अवसर मिलना चाहिए, वह नहीं दिख रही है। प्रजातंत्र बचा रहेगा या नहीं, इसको लेकर कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है। बिहार चुनाव पर बोले हुड्डादीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि चुनाव आयोग से जो सवाल पूछे गए थे, वे एक भी सवाल का जवाब देने की बजाय, सत्तादल के इशारे पर कुछ पूर्व अधिकारी व पूर्व जज जो एडजस्टमेंट के लिए चुनाव आयोग से सवाल पूछने की बजाय जो प्रश्न पूछ रहे हैं नेता विपक्ष राहुल गांधी से प्रश्न पूछ रहे हैं। कांग्रेस इसके खिलाफ लड़ रही है। उन्होंने कहा कि बिहार चुनाव में जो नतीजा आया है, वह जैसी इंडिया गठबंधन को उम्मीद थी। उसके अनुरुप नहीं आया। विस्तृत मंथन तो कांग्रेस का आला कमान करेगा। विश्लेषण करके जनता के सामने रखेंगे। इतना एक तरफा नतीजा, 90 प्रतिशत से ज्यादा स्ट्राइक रेट आने लग जाए। जैसे भाजपा का महाराष्ट्र व बिहार में देखा। 90 प्रतिशत से ज्यादा स्ट्राइक रेट पर प्रश्न चिह्न। हार-जीत एक अलग बात है। लेकिन हमारे देश के लोकतंत्र में इतना बड़ा स्ट्राइक रेट कभी भी नहीं देखा है। जो सभी के लिए विचारणीय है। एचटेट व धान घोटाले का मुद्दा उठायादीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में घोटाले सामने आ रहे हैं। डबल इंजन का अर्थ अब डबल इंजन से हरियाणा को लूटना हो गया है। हरियाणा में धान घोटाला सामने आया है। 40 प्रतिशत तक भ्रष्टाचार का फिजिकल वेरिफिकेशन में गायब पाया। इस सीजन में बारिश के कारण जलभराव से पैदावार घटी थी। एक तरफ तो पैदावार घटी और पूरे प्रदेश में रिकार्ड खरीद हुई। किसान को एमएसपी भी नहीं मिली और उस पर भी कट लगा। बाजरा खरीदा नहीं। धान में नमी दिखाकर 400-500 रुपए का कट। वहीं प्रदेश में रिकॉर्ड खरीद हुई। अधिकारियों ने राइस मिलर व बिचौलियों से मिलकर 40 प्रतिशत धान खरीद में घोटाला हुआ। इसकी जांच होनी चाहिए। एचटेट के तैयार व घोषित परिणाम में 1284 अभ्यार्थियों का अंतर आया। इसमें प्रश्न उठ रहा है कि पहले से तैयार परिणाम किस कारण से संशोधित किया। हर रोज अंधेर नगरी व नए-नए घोटाले सामने आ रहे हैं।
प्रदेश की निचली अदालतों से रिटायर हुए जजों को हर साल भत्ते के लिए लाइफ सर्टिफिकेट जमा कराने की अनिवार्यता समाप्त हो गई है। राज्य सरकार ने दिसंबर 2024 में जारी विवादित परिपत्र को वापस ले लिया है। सरकार की इस जानकारी के बाद चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच ने इस आदेश को चुनौती देने वाली दो याचिकाओं का निराकरण कर दिया। फॉर्मर जज वेलफेयर एसोसिएशन इंदौर के महासचिव गुलाब शर्मा और जेपी राव की ओर से दायर याचिकाओं में कहा गया था कि रिटायर्ड जजों को प्रदेश सरकार मेडिकल व घरेलू भत्ते देती है, पर 2024 के आदेश के कारण उन्हें हर वर्ष नवंबर में अपने रिटायरमेंट जिले में जाकर लाइफ सर्टिफिकेट जमा करना अनिवार्य कर दिया गया था। याचिकाकर्ताओं ने हाईकोर्ट को बताया कि अधिकांश रिटायर्ड जज दूसरे राज्यों या विदेशों में रहते हैं, ऐसे में यह नियम अव्यवहारिक था। 13 दिसंबर 2024 को जारी हुआ था आदेश सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से शासकीय अधिवक्ता अनुभव जैन ने कोर्ट को बताया कि 13 दिसंबर 2024 को जारी परिपत्र को पूर्ण रूप से वापस ले लिया गया है। इस बयान के आधार पर हाईकोर्ट ने दोनों याचिकाओं का निपटारा कर दिया। याचिकाकर्ताओं की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता संजय राम ताम्रकार, अधिवक्ता अविनाश कुमार और सतीश कुमार श्रीवास्तव ने पक्ष रखा।
फजलगंज में गुरुवार को कंस्ट्रक्शन स्टोर में शार्ट सर्किट से आग लग गई। स्टोर में रखे सामान में लपटें पकड़ते ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग की लपटें उठती देख आसपास के लोगों ने ठेकेदार, पुलिस और फायर ब्रिगेड कर्मियों को जानकारी दी। मौके पर पहुंची 5 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। सीएफओ दीपक शर्मा ने बताया कि तिलक नगर, एमराल्ड गार्डन निवासी विकास अग्रवाल कंस्ट्रक्शन का काम करते है। उनका फजलगंज इंड्रस्ट्रियल एरिया में स्टोर है, जिसमें कंस्ट्रक्शन की सामग्री रखी जाती है। बुधवार दोपहर करीब एक बजे स्टोर में शार्ट सर्किट से आग लग गई। कुछ ही देर में स्टोर में रखे ऑयल, प्लाई को आग ने अपनी जद में ले लिया। जिससे स्टोर से कुछ ही देर में ऊंची–ऊंची आग की लपटें निकलने लगी। लपटें आसपास की दुकानों में पहुंचने से हड़कंप मच गया। इलाकाई दुकानदारों ने आग की विकास अग्रवाल व फजलगंज पुलिस को जानकारी दी। सूचना फजलगंज, लाटूश रोड, कर्नलगंज फायर स्टेशन से 5 गाड़ियां मौके पर पहुंची। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड कर्मियों ने आग पर काबू पाया। सीएफओ ने बताया कि प्रथम दृष्टया शार्ट सर्किट से आग लगने की जानकारी हुई है। जांच की जा रही है।
गुमला जिले के कामडरा प्रखंड में जंगली हाथियों का झुंड पहुंचने से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। पिछले दो दिनों में हाथियों ने सैकड़ों एकड़ धान की फसल बर्बाद कर दी है और दो किसानों के घरों को भी क्षतिग्रस्त किया है। यह झुंड सिमडेगा की ओर से आया है। कामडरा के टुरुंडू डूमरटोली में 14 हाथियों का झुंड डेरा डाले हुए है, जिसमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। बसिया क्षेत्र के फॉरेस्टर प्रभारी लिब्नुस कुल्लू ने बताया कि बीती रात हाथियों ने मेरी तोपनो और इमिल तोपनो के घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। दो किसानों की फसलों को रौंदा चैनपुर के बुकमा गांव में भी जंगली हाथियों के झुंड ने दो किसानों की फसलों को रौंदा है। सदान बुकमा और डीपा बुकमा गांव के इन किसानों ने वन विभाग से हुए नुकसान के मुआवजे की मांग की है। सदान बुकमा गांव के किसान दिलबर नगेसिया ने बताया कि बीती रात हाथियों के झुंड ने उनके खेत में लगी लगभग एक क्विंटल आलू की फसल को बर्बाद कर दिया। हाथियों को क्षेत्र से दूर खदेड़ने की अपील डीपा बुकमा गांव के किसान सुधीर बाड़ा और उनकी पत्नी ने बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से हाथियों के झुंड ने लगभग दो एकड़ में लगी धान की फसल को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। उन्होंने कहा कि धान की खेती ही उनकी आय का मुख्य स्रोत है, जो अब बर्बाद हो चुकी है। पीड़ित किसानों ने वन विभाग से मुआवजे की मांग करते हुए हाथियों को क्षेत्र से दूर खदेड़ने की अपील की है, ताकि जान-माल का और नुकसान न हो। उल्लेखनीय है कि जंगली हाथियों के झुंड चैनपुर, जारी और कामडरा प्रखंडों के सीमावर्ती जंगलों में डेरा डाले हुए हैं। रात होते ही ये झुंड बुकमा, बरटोली, छतरपुर, बम्हनी, बेंदोरा, सरखी, श्रीनगर सहित कई सीमावर्ती गांवों में आतंक मचाते हैं और गरीब किसानों की फसलों तथा घरों को नुकसान पहुंचाते हैं। वहीं, किसान बताते हैं कि जिला में प्रत्येक वर्ष धान के सीजन में जंगली हाथी का झुंड आता है और खासकर ग्रामीण क्षेत्र में ग्रामीणों को काफी नुकसान भी पहुंचना है पिछले वर्ष भी करीब आधा दरजत लोग हाथी के शिकार हुए थे।
, जिला कलक्टर ने दिए सहायता कोष के चैक डीडवाना-कुचामन जिले में आकस्मिक दुर्घटनाओं से प्रभावित परिवारों को राहत देने के लिए कलक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत ने गुरुवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से स्वीकृत राशि के चैक पीड़ितों के आश्रितों को सौंपे। इस पहल से कुल 5 परिवारों को आर्थिक संबल प्राप्त हुआ है। अतिरिक्त जिला कलक्टर मोहन लाल खटनावलिया ने बताया कि जिले में विभिन्न दुर्घटनाओं में हताहत हुए मृतक एवं घायल व्यक्तियों के आश्रितों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के लिए कलक्टर के निर्देशन में प्रस्ताव तैयार कर मुख्यमंत्री कार्यालय भेजे गए थे। स्वीकृति मिलने के बाद प्रत्येक आश्रित को 1-1 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की गई। इनको मिली सहायता राशि
पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर तैनात BSF ने दावा किया है कि बॉर्डर पार करने की कोशिश करने वाले अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की संख्या तेजी से बढ़ गई है, यह वापसी राज्य में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) से जुड़ी है। BSF के एक अधिकारी के मुताबिक नॉर्थ 24 परगना, मुर्शिदाबाद और मालदा में बॉर्डर के बिना फेंसिंग वाले हिस्सों से लौटने की कोशिश कर रहे बांग्लादेशी इमिग्रेंट्स के फ्लो में क्वांटम जंप देखा गया है। न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक BSF अधिकारी ने बताया कि पहले, ऐसे मामले मुश्किल से डबल डिजिट में आते थे। अब यह आंकड़ा हर दिन लगातार तीन डिजिट में है। बॉर्डर पर तैनात BSF के जवानों ने कहा कि चेक पोस्ट पर छोटे बैग और सामान लेकर लोगों की लाइन लग रही है, जो खुलेआम मान रहे हैं कि वे बांग्लादेशी हैं और सालों पहले गैर-कानूनी तरीके से भारत में आए थे। अवैध बांग्लादेशियों की अचानक बढ़ोतरी से BSF और स्टेट पुलिस पर प्रेशर बढ़ गया है, जिन्हें बॉर्डर के दोनों तरफ हर पकड़े गए व्यक्ति का बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन, पूछताछ और क्रिमिनल बैकग्राउंड चेक करना होता है। चुनाव आयोग ने 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के लगभग 51 करोड़ वोटरों में से 50.35 करोड़ से ज्यादा लोगों को वोटर लिस्ट के चल रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) के तहत गिनती के फॉर्म मिल गए हैं। SIR से जुड़ी 3 तस्वीरें... SIR या पुलिस वेरिफिकेशन ड्राइव के दौरान पकड़े जाने का डर BSF अधिकारियों ने कहा कि वापस जाने की कोशिश करने वाले लोगों के पास कोई वैलिड ट्रैवल पेपर्स नहीं हैं।सिर्फ वही लोग गैर-कानूनी तरीके से घुसने की कोशिश करते हैं जिनके पास डॉक्यूमेंट्स नहीं होते। कई लोग सालों पहले आए थे, ज्यादा समय तक रुके। अब SIR या पुलिस वेरिफिकेशन ड्राइव के दौरान पकड़े जाने से डरते हैं। BSF के मुताबिक अवैध बांग्लादेशियों की इतनी बड़ी संख्या ने लॉजिस्टिक मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। कोई भी एजेंसी हजारों लोगों को लंबे समय तक हिरासत में नहीं रख सकती। वेरिफिकेशन के बाद, अगर उनका कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं है, तो BGB- बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के साथ कोऑर्डिनेट करना और उनकी वापसी में मदद करना ही इकलौता ऑप्शन है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन टीचिंग फीडबैक प्रणाली लागू कर दी है। इस पहल के तहत विद्यार्थी एंड सेमेस्टर परीक्षाओं से ठीक पहले उन्हें पढ़ाए गए पेपर्स के लिये ऑनलाइन फीडबैक दे सकेंगे। यह सुविधा नमस्ते बीएचयू मोबाइल ऐप के साथ-साथ नमस्ते बीएचयू वेबसाइट (https://namaste.bhu.edu.in/) पर भी उपलब्ध कराई गई है। नई व्यवस्था लागू होने के साथ ही अब आगामी एंड सेमेस्टर परीक्षा देने जा रहे सभी स्नातक एवं परास्नातक विद्यार्थी फीडबैक दे सकते हैं। यह प्रणाली फीडबैक प्रक्रिया को सरल, त्वरित और पारदर्शी बनाती है। कुलपति ने शुरू कराया पहल कुलपति प्रो. अजित कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि यह नया फीडबैक सिस्टम न केवल उत्कृष्ट शिक्षकों की पहचान और सराहना में सहायक होगा, बल्कि शिक्षण पद्धतियों को बेहतर बनाने के लिए रचनात्मक सुझाव भी प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि विद्यार्थियों से प्राप्त फीडबैक विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में संशोधन एवं अद्यतन करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे संपूर्ण शैक्षणिक अनुभव को और समृद्ध किया जा सके। फीडबैक देने के लिए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में पंजीकृत अपने मोबाइल नंबर से नमस्ते बीएचयू ऐप में लॉग-इन करना होगा।
पलवल में मोहित हत्याकांड के मुख्य आरोपी सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। युवक को जन्मदिन पार्टी के बहाने बुलाकर नशीला पदार्थ पिलाकर मारपीट की गई थी, जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। कैंप थाना की किठवाड़ी पुल पुलिस चौकी प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि खांबी गांव निवासी मोहित को 9 नवंबर को राहुल ने जन्मदिन का बहाना बनाकर शमशाबाद की गीता कॉलोनी बुलाया था। वहां उसे कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया गया और फिर जमकर मारपीट की गई। हमले में गंभीर चोटों के कारण मोहित बेहोश हो गया था। आरोपी उसे मौके पर ही छोड़कर फरार हो गए। मोहित को गंभीर हालत में शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां करीब आठ दिन तक चले इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। 2 आरोपी गिरफ्तार पुलिस ने पहले दर्ज मारपीट के मामले में हत्या की धारा जोड़ दी थी और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी। किठवाड़ी पुल चौकी पुलिस टीम ने मोहित हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुभाष सहित एक किशोर को गिरफ्तार कर लिया है। कैंप थाना पुलिस ने इस संबंध में पांच नामजद सहित अन्य के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस का कहना है कि हत्याकांड से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की टीमें फरार चल रहे अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दे रही हैं और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बैतूल पुलिस ने राज्य की सबसे बड़ी साइबर ठगी में से एक का खुलासा किया है। एक ही बैंक की सात शाखाओं के खातों से 9 करोड़ 84 लाख रुपए का हेरफेर किया गया। इनमें एक मृत व्यक्ति के खाते से भी लगातार लेन-देन होते रहे। हाईटेक जांच के बाद पुलिस ने इंदौर में दबिश देकर तीन आरोपियों को पकड़ा और बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक सामग्री बरामद की। मामला तब सामने आना शुरू हुआ जब खेड़ी सावलीगढ़ निवासी मजदूर बिसराम इवने ने कलेक्टर और SP ऑफिस में शिकायत दी थी कि उसके जन-धन खाते में करीब दो करोड़ रुपए के संदिग्ध लेन-देन दिख रहे हैं। गरीब मजदूर के खाते में इतने बड़े ट्रांजैक्शन देखकर पुलिस ने तत्काल जांच शुरू की। SP वीरेंद्र जैन के निर्देश पर साइबर सेल ने तकनीकी जांच शुरू की। 7 खातों से 9.84 करोड़ का हेरफेर, मृत व्यक्ति का खाता भी एक्टिव जांच में पता चला कि एक ही बैंक की सात शाखाओं के खातों से ₹9.84 करोड़ का हेरफेर किया गया। इनमें बिसराम इवने, नर्मदा इवने, मुकेश उइके, नीतेश उइके, अमोल, चंदन और राजेश बर्दे के खाते शामिल थे। राजेश बार्डे का नाम आते ही जांच रुक गई, क्योंकि राजेश की मृत्यु हो चुकी थी। इसके बावजूद उसके खाते में लेन-देन जारी था, मोबाइल नंबर बदला गया था, नया ATM कार्ड जारी हुआ था और इंटरनेट बैंकिंग चल रही थी। ऑनलाइन निवेश व इनाम का झांसा देते थे जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह लोगों को ऑनलाइन निवेश, इनाम या नौकरी का लालच देकर उनके बैंक अकाउंट तक पहुंच बना लेता था। उनके खातों से रकम निकालकर बैतूल में खोले गए इन फर्जी और चोरी हुए खातों में जमा की जाती थी।इन खातों से पैसा तुरंत निकाल लिया जाता था ताकि ट्रेस करना मुश्किल हो जाए। यह चेन लगातार सक्रिय थी और हर दिन लाखों रुपए इधर से उधर किए जा रहे थे। बैंक के अस्थायी कर्मचारी ने सूचनाएं लीक कीं साइबर सेल की जांच में पता चला कि बैंक में पासबुक एंट्री करने वाला टेंपररी कर्मचारी राजा उर्फ आयुष चौहान गिरोह के लिए बैंक की गोपनीय जानकारी बाहर भेजता था। खाते से जुड़े KYC दस्तावेज, मोबाइल लिंकिंग की जानकारी और ग्राहक डेटा इसी रास्ते गिरोह तक पहुंचा। गिरोह ग्राहक डेटा के आधार पर पूरी 'किट' तैयार करता था। सिम कार्ड, ATM कार्ड, पासबुक और चेकबुक। यह किट बस से इंदौर भेजी जाती थी। वहीं से हाई-वैल्यू ट्रांजैक्शन किए जाते थे। गिरोह इसे 'किट ट्रांसफर नेटवर्क' कहता था। मोबाइल, सिम, ATM कार्ड और लैपटॉप बरामद तकनीकी जांच के बाद बैतूल पुलिस ने इंदौर के दो ठिकानों पर छापा मारा। पुलिस ने 15 मोबाइल, 25 सिम, 21 ATM कार्ड, 11 पासबुक, 2 लैपटॉप, 2 POS मशीनें, ₹28,000 नकद और कई डायरी-रजिस्टर जब्त किए। गिरफ्तार आरोपियों में राजा उर्फ आयुष चौहान (28), खेड़ी सावलीगढ़), अंकित राजपूत (32), इंदौर और नरेंद्र सिंह राजपूत (24), इंदौर शामिल हैं। SP बोले- अब साइबर सुरक्षा भी प्राथमिकता SP वीरेंद्र जैन ने कहा कि टीम ने इस जटिल साइबर ठगी का खुलासा तकनीकी दक्षता और सामूहिक प्रयास से किया। फॉरेंसिक जांच जारी है और बाहरी नेटवर्क को ट्रेस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में साइबर मॉनिटरिंग को और सख्त किया जा रहा है।
बरेली में धर्म परिवर्तन का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। विशारतगंज क्षेत्र के रहने वाले एक फार्मासिस्ट ने आरोप लगाया है कि उसे पहले दोस्ती के जाल में फंसाया गया, फिर धीरे-धीरे ब्रेनवॉश कर इस्लाम में शामिल किया गया। पीड़ित को मस्जिद ले जाकर कलमा पढ़वाया गया, गौमांस खिलाया गया और फिर मुंबई ले जाकर उसके नाम पर 14 बैंक खाते खुलवाकर साइबर फ्रॉड में फंसा दिया गया। अब पीड़ित ने SSP से गुहार लगाई है और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। दुकान पर आने-जाने वाले युवक से हुई दोस्ती, यहीं से शुरू हुआ खेल विशारतगंज वार्ड नंबर 7 निवासी अम्बरीष गोस्वामी ने बताया कि 2023 में उन्होंने शहबाजपुर में एक मेडिकल शॉप किराए पर ली थी। दुकान के मकान मालिक का भतीजा समीर पुत्र नसीर अहमद अक्सर दुकान पर आने लगा। बातचीत बढ़ी तो समीर परिवार के साथ मिलकर बार-बार हिंदू धर्म के खिलाफ बातें करता और इस्लाम की खूबियां गिनाता। हर गुरुवार नियाज़ लाने लगे, पूजा-पाठ छोड़ने पर किया मजबूर पीड़ित के अनुसार समीर और उसके घरवाले हर गुरुवार नियाज़ का खाना लाते थे और उसे खिलाते थे। धीरे-धीरे उन्होंने उसका माइंड वॉश करना शुरू कर दिया। अम्बरीष ने बताया कि कुछ ही महीनों में वह उनके प्रभाव में इतना आ गया कि पूजा-पाठ तक बंद कर दिया। मस्जिद ले जाकर मौलाना के सामने पढ़वाया कलमा, ‘रजा’ नाम दिया पीड़ित ने बताया कि 4-5 महीने बाद समीर उसे मस्जिद ले जाने लगा। वहां मौलाना के सामने उसे कलमा पढ़वाया गया- ला इलाहा इल्लल्लाह, मोहम्मदुर रसूलल्लाह…। इसके बाद उसका नाम बदलकर ‘रजा’ रख दिया गया। वह 2023 से अब तक लगातार जुम्मे की नमाज पढ़ने भी जाता रहा। मुंबई ले जाकर खुलवाए 14 बैंक खाते, फिर साइबर फ्रॉड में फंसा दिया पीड़ित के अनुसार धर्म परिवर्तन के बाद समीर ने उसे अपने दोस्त साहिल से मिलवाया और कहा कि मुंबई में ऑनलाइन बिजनेस से अच्छी कमाई होगी। इसके बाद समीर, साहिल और उनकी गैंग उसे मुंबई ले गई। वहां आसिफ खान और अनस कुरैशी पुत्र हबीब कुरैशी नाम के लोगों ने उसके नाम पर 14 बैंक खाते खुलवाए और उनकी एक्सेस अपने पास रख ली। कुछ समय बाद इन्हीं खातों से साइबर फ्रॉड हुआ और जुलाई में पश्चिम बंगाल पुलिस ने अम्बरीष को साइबर क्राइम के केस में गिरफ्तार कर लिया। वह तीन महीने जेल में रहा और बाद में जमानत पर बाहर आया। SSP ने लिया संज्ञान, दो आरोपी गिरफ्तार, थाने पर लीपापोती का आरोप बरेली लौटने पर पीड़ित ने SSP को पूरे मामले की लिखित शिकायत दी। SSP के निर्देश पर पुलिस ने समीर और इमरान (महक कम्यूनिकेशन का संचालक) को गिरफ्तार किया। लेकिन पीड़ित का आरोप है कि जब केस विशारतगंज थाने भेजा गया तो वहां कुछ पुलिसकर्मियों ने आरोपियों से पैसे लेकर मामले में लीपापोती की और गंभीरता से जांच नहीं की। धर्म परिवर्तन के बदले शादी और पैसे का लालच दिया गया अम्बरीष ने बताया कि समीर और उसके साथियों ने उसे कहा कि इस्लाम अपनाओ, शादी करवा देंगे, पैसे भी खूब कमाओगे। डॉक्टर की प्रैक्टिस से ज्यादा कमाई ऑनलाइन बिजनेस में बताई गई। शादी का लालच भी दिया गया, लेकिन कभी कोई लड़की नहीं दिखाई गई। गौमांस भी खिलाया, परिवार को भनक तक नहीं लगी पीड़ित का कहना है कि नियाज़ के बहाने जो मांस दिया जाता था, वह खाता था लेकिन उसे पता नहीं होता था कि वह किसका है। बाद में शक हुआ कि उसे गौमांस भी खिलाया गया। परिवार इस बात से अनजान रहा। बाद में जब गिरफ्तारी हुई और पूरी सच्चाई सामने आई तब परिवार को पूरे खेल का पता चला। पूरा गैंग सक्रिय, ब्रेनवॉश करके कराते हैं गैरकानूनी काम पीड़ित ने आरोप लगाया कि यह पूरा गिरोह है जो भोले-भाले लोगों का ब्रेनवॉश कर धर्म परिवर्तन कराता है, फिर उनके नाम से बैंक अकाउंट खुलवाकर साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल करता है और असली दोषी खुद बच जाते हैं। पीड़ित की मांग-मुझे इंसाफ चाहिए, सारे आरोपियों की गिरफ्तारी हो अम्बरीष ने कहा कि अब वह फिर से अपने मूल धर्म में लौट आया है और चाहता है कि जो उसके साथ हुआ वह किसी और के साथ न हो। उसने आरोप लगाया कि समीर, आसिफ खान, अनस कुरैशी, इमरान और अन्य लोग इस गिरोह का हिस्सा हैं और सभी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। पीड़ित कौन है?
मैनपुरी में जागीर क्षेत्र के भांवत गांव में चार स्पेनिश पर्यटक भारतीय संस्कृति का अनुभव करने पहुंचे। उन्होंने खरपरी रोड स्थित एबीएस गार्डन में एक भारतीय शादी समारोह में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत की और तस्वीरें खिंचवाईं। ये पर्यटक ट्रांसलेटर पायल प्रजापति के साथ आए थे। भांवत पहुंचने पर आदर्श सेवा समिति द्वारा पंजीकृत रोहित होमस्टे पर उनका पारंपरिक स्वागत किया गया। इसके बाद, उन्होंने मिट्टी के बर्तनों में परोसे गए भारतीय व्यंजनों का स्वाद चखा। इस दौरे का आयोजन विजय प्रजापति की कंपनी इंडिया कोटीडीयाना ने किया था, जिसका उद्देश्य विदेशी पर्यटकों को भारत की संस्कृति से परिचित कराना है। अगली सुबह, पर्यटकों ने भांवत गांव में पैदल भ्रमण किया। उन्होंने भारतीय रहन-सहन को करीब से देखा और उसकी सराहना की। इस दौरान उन्होंने साड़ी पहने स्थानीय महिलाओं से बातचीत भी की।उन्होंने पांडव कालीन जखदर महादेव मंदिर पहुंचकर पूजा-अर्चना की। इसके अतिरिक्त, उन्होंने घड़े में रई से मठा फेरने और चक्की से आटा पीसने जैसी पारंपरिक ग्रामीण गतिविधियों में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।इसके पश्चात, पर्यटकों ने गांव के तालाब में नाव में बैठकर स्वयं सिंघाड़े तोड़े और उनका स्वाद लिया, जिसकी उन्होंने प्रशंसा की। इस अवसर पर श्रीकृष्ण प्रजापति, सुघर सिंह फौजी, गौरव दुबे, सोरव दुबे, प्रशांत और अवनीश सहित कई स्थानीय लोग उपस्थित थे।
बीसीसीआई द्वारा नेशनल प्रतियोगिता के लिए अंडर-23 महिला की राजस्थान की टीम घोषित कर दी गई है। जिला क्रिकेट संघ के सचिव बृजकिशोर उपाध्याय ने बताया कि बीसीसीआई की नेशनल चैंपियनशिप अंडर 23 के लिए राजस्थान की टीम का 16 सदस्यीय चयन किया गया है। जिसमें जिले से 2 महिला खिलाड़ी याना वर्मा और निधि सैनी का चयन किया गया है। सचिव ने बताया कि बीसीसीआई द्वारा प्रतियोगिता नागपुर में 24 नवंबर से आयोजित की जा रही है। जिसमें राजस्थान टीम का पहला मैच गोवा से होगा। इस ग्रुप में राजस्थान गोवा के अलावा हैदराबाद, जम्मू कश्मीर, बंगाल ग्रुप में शामिल है। महिला टीम का सभी राज्यों से T20 मुकाबला होगा। इस चयन से जिले के और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
मैहर में कार ने बाइक सवारों को मारी टक्कर:दो युवक गंभीर घायल, हरनामपुर बाईपास रोड पर हुआ हादसा
मैहर के NH-30 हरनामपुर बायपास रोड पर गुरुवार सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मार दी, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक सवार सड़क पर गिरकर बुरी तरह जख्मी हो गए, वहीं कार भी क्षतिग्रस्त हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद मौके से गुजर रहे समाजसेवी अभिषेक पांडेय ने घायलों को तुरंत अपने निजी वाहन से मैहर के एक निजी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने बताया कि दोनों घायलों की हालत नाजुक बनी हुई है। घायलों की पहचान मैहर निवासी मंजीत शुक्ला (25) और अमुआ टोला रामनगर निवासी विनीत तिवारी (26) के रूप में हुई है। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, मंजीत शुक्ला के सिर में गंभीर चोट आई है, जिसके बाद परिजनों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए जबलपुर रेफर कर दिया है। विनीत तिवारी का इलाज मैहर के निजी अस्पताल में चल रहा है। हादसे के बाद कार चालक मौके से फरार हो गया। मैहर थाना पुलिस को सूचना मिलते ही वह घटनास्थल पर पहुंची और मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस फरार चालक की तलाश कर रही है और दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाने में जुटी है।
गोरखपुर नगर निगम को जल संचय जन भागीदारी अभियान में बेहतरीन काम करने के लिए देशभर में तीसरा स्थान मिला है। इस राष्ट्रीय सम्मान के बाद बृहस्पतिवार को जब महापौर और नगर आयुक्त नगर निगम कार्यालय पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। पहले देखिए 2 तस्वीरें... अधिकारियों और पार्षदों ने फूल-मालाएं पहनाकर दोनों का अभिनंदन किया। इसके बाद सदन हाल में पार्षद एक-एक करके मंच पर पहुंचे और बधाई देते रहे। माहौल पूरी तरह उत्साह और गर्व से भरा हुआ था।महापौर मंगलेश श्रीवास्तव ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि इस उपलब्धि के पीछे नगर निगम के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों और गोरखपुर के नागरिकों की संयुक्त मेहनत है।उन्होंने कहा कि देश में तीसरा स्थान पाना गर्व की बात है, लेकिन इस रैंकिंग को बनाए रखना और भी मुश्किल होता है। फिर भी उन्होंने भरोसा दिलाया कि नगर निगम न सिर्फ इस उपलब्धि को बनाए रखेगा, बल्कि आने वाले समय में इसमें और सुधार भी करेगा। नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि राष्ट्रपति के हाथों पुरस्कार लेना सभी के लिए बेहद गर्व का पल था। उन्होंने कहा कि नगर निगम के जल संचय अभियान को पूरे शहर ने मिलकर आगे बढ़ाया, जिसकी वजह से गोरखपुर को यह सम्मान मिला। उन्होंने कहा कि अब जिम्मेदारियां और बढ़ गई हैं और आने वाले दिनों में नगर निगम इस रैंक को और बेहतर बनाने की दिशा में काम करेगा।अब जानिए पूरा मामला... गोरखपुर नगर निगम को “जल संचय जन भागीदारी अभियान (JSJB 1.0)” के तहत बेहतरीन काम करने के लिए 18 नवंबर को विज्ञान भवन में राष्ट्रपति के हाथों सम्मानित किया गया था। जल संरक्षण को बढ़ावा देने वाले इस अभियान में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर भारत सरकार ने गोरखपुर को देश के टॉप 21 पुरस्कार विजेताओं में शामिल किया गया था। यह सम्मान 18 नवंबर 2025 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में प्रदान किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने गोरखपुर नगर निगम को प्रशस्ति पत्र और 2 करोड़ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी। समारोह में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, जल शक्ति मंत्रालय के राज्य मंत्री, रेलवे मंत्रालय के प्रतिनिधि, जल संसाधन विभाग और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, जूरी सदस्य तथा विभिन्न राज्यों के मंत्री, महापौर और नगर आयुक्त मौजूद थे। गोरव की बात यह ही कि पूरे देश के शीर्ष 10 नगर निगमों में गोरखपुर को तीसरा स्थान मिला। इस उपलब्धि के लिए नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल और महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव को राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया। नगर निगम को मिला यह सम्मान गोरखपुर की जनता की सक्रिय भागीदारी, निगम कर्मचारियों की मेहनत और राज्य सरकार के प्रभावी मार्गदर्शन का परिणाम माना जा रहा है। दिल्ली में सम्मान पाने के बाद गोरखपुर नगर निगम में भी इसका जश्न मनाया गया। अभियान के प्रमुख कार्य जल संचय जन भागीदारी अभियान का उद्देश्य पानी बचाने को सामुदायिक जिम्मेदारी बनाना है। इस अभियान में गोरखपुर नगर निगम ने— -जल स्रोतों का संरक्षण -वर्षा जल संचयन को बढ़ावा -तालाबों और कुओं की सफाई -नदियों और नालों के पुनर्जीवन जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में आम जनता, सामाजिक संगठनों, स्कूलों, व्यापार मंडलों और युवाओं को जोड़ा। तकिया घाट पर की गई प्राकृतिक जल शोधन पद्धति को पूरे देश में सराहना मिली और इसे एक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। डिजिटल तकनीक से निगरानी शहर में जल संरक्षण को मजबूत बनाने के लिए: -जल स्रोतों की जियो-टैगिंग -नियमित डिजिटल मॉनिटरिंग -सामुदायिक श्रमदान जैसी तकनीकों और उपायों का उपयोग किया गया। इससे गोरखपुर में जल संरक्षण से जुड़ी जागरूकता तेजी से बढ़ी। गोरखपुर के लिए बड़ी उपलब्धि इस सम्मान ने गोरखपुर को न सिर्फ जल संरक्षण बल्कि स्वच्छता और सतत विकास के क्षेत्र में भी अग्रणी नगर निगमों की श्रेणी में पहुंचा दिया है। यह उपलब्धि पूरे गोरखपुर की साझी जीत है और शहर को स्वच्छ, सुंदर और पर्यावरण-सुरक्षित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
शाहजहाँपुर में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीक्षा भवरे ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही रिक्रूट महिला आरक्षियों के साथ एक महत्वपूर्ण सम्मेलन आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने महिला आरक्षियों को ईमानदारी, अनुशासन और जनसेवा को सर्वोपरि रखने के निर्देश दिए। सम्मेलन में पुलिस अधीक्षक ने महिला प्रशिक्षुओं को पुलिस सेवा की मूल भावना, कर्तव्यनिष्ठा, अनुशासन, ईमानदारी और लोकसेवा के उच्च मानकों से अवगत कराया। उन्होंने विशेष रूप से पुलिस सेवा में सत्यनिष्ठा और अनुशासन को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। एसपी ग्रामीण ने आरक्षियों को जनता के साथ सौम्य, संवेदनशील और धैर्यपूर्ण व्यवहार करने की सलाह दी। कानून-व्यवस्था बनाए रखते समय सतर्कता और व्यावसायिकता बनाए रखने की अपेक्षा की गई। साथ ही, हर परिस्थिति में पुलिस की गरिमा और सकारात्मक छवि बनाए रखने की जिम्मेदारी पर भी प्रकाश डाला गया। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने उपस्थित रिक्रूट महिला आरक्षियों की समस्याओं और प्रशिक्षण से संबंधित सुझावों को गंभीरता से सुना। उन्होंने तत्काल उनके समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस दौरान क्षेत्राधिकारी सदर, क्षेत्राधिकारी तिलहर, प्रशिक्षण स्टाफ और अन्य अधिकारीगण भी मौजूद रहे, जिन्होंने महिला आरक्षियों को उत्कृष्ट पुलिसिंग और जनसेवा के लिए प्रोत्साहित किया।
जोधपुर के ओसियां थाना क्षेत्र में रविवार 16 नवंबर को हुए विवाद में में घायल एक युवक पुखराज की मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुखराज का हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर रेड जोन में इलाज चल रहा था। बता दें कि ओसिया थाना क्षेत्र में आपसी विवाद को लेकर युवक पर हमला कर दिया था। बदमाशों ने युवक का गाड़ियों से पीछा किया इस दौरान ओसिया के बाजार से फिल्मी स्टाइल में गाड़ियां सड़क पर दौड़ती रही। बाद में बदमाशों ने एक युवक की पिटाई की। उसके बाद वहां से तेज स्पीड में गाड़ियां भगाई। इस हमले में युवक रावलसिंह घायल हो गया था। जबकि अन्य बदमाशों की गाड़ी भागते समय गाजर से भरे एक टेंपो ट्रक से टकरा गई थी। इस घटना में रावलसिंह के पांव में फ्रैक्चर हो गया। जबकि दूसरे गुट के पुखराज (30) पुत्र भींयाराम निवासी घेवड़ा, ओमपाल सिंह (30) पुत्र उमेश सिंह निवासी बुचेटी, भगवान सिंह (28) पुत्र उम्मेद सिंह राजपूत, रमेश (30) पुत्र भंवराराम, देवेंद्र सिंह (24) पुत्र कालुसिंह राजपूत निवासी कपूरिया फांटा घायल हो गए थे। इनमें पुखराज की हालत गंभीर थी। जिसने गुरुवार को हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।
फतेहाबाद जिले में रोडवेज कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए वर्कशॉप में भूख हड़ताल की। हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के बैनर तले बैठे कर्मचारियों ने 22 फरवरी को परिवहन मंत्री के कैंप कार्यालय पर प्रदर्शन का भी ऐलान किया। भूख हड़ताल में फतेहाबाद डिपो प्रभारी व प्रदेश प्रवक्ता पृथ्वी सिंह चाहर व सिरसा डिपो सचिव सतपाल सिंह रानियां ने भाग लिया। परिवहन मंत्री नहीं कर रहे सुनवाई डिपो उपप्रधान राजकुमार बीघड़ व कैशियर जोगिंद्र सिंह रेडू ने कहा कि सरकार व परिवहन मंत्री द्वारा रोडवेज कर्मचारियों को बुलाकर भी उनकी मांगों का समाधान नहीं किया जा रहा। ऐसे में प्रदेशभर के रोडवेज कर्मचारी 22 फरवरी 2026 को परिवहन मंत्री के कैम्प कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे। इस प्रदर्शन में फतेहाबाद जिले से भी रोडवेज कर्मी बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। कोरोना काल का ओवरटाइम अब तक नहीं रोडवेज नेताओं ने कहा कि जनता का पैसा प्राइवेट बस मालिकों को दोनों हाथों से लुटाया जा रहा है। कोरोना काल में हरियाणा रोडवेज की बस और रोडवेज कर्मचारियों ने कड़ी मेहनत करके यूपी, बिहार जैसे दूर दराज के इलाकों में भी मजदूरों को अपने गंतव्य तक पहुंचाने का काम किया। इन कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने की बजाय सरकार ने उन्हें उस समय का ओवर टाइम तक नहीं दिया। सर्व कर्मचारी संघ ने दिया समर्थन उन्होंने कहा कि सरकार वादाखिलाफी करते हुए कोरोना काल के दौरान किलोमीटर स्कीम की बसों का संचालन न होने पर भी उन्हें 50 करोड़ रुपए की सौगात दे रही है। ग्रुप-डी कर्मचारियों को फतेहाबाद डिपो में ओवर टाइम, बकाया नाइट अलाउंस और एलटीसी का भुगतान नहीं किया गया है। भूख हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को सर्व कर्मचारी संघ के जिला सचिव रामनिवास शर्मा, कैशियर प्रेम कुमार, रतिया ब्लॉक प्रधान मलकीत सिंह ने भी समर्थन दिया।
फर्रुखाबाद में जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी ने कलेक्ट्रेट सभागार फतेहगढ़ में विभिन्न लाभार्थीपरक योजनाओं की समीक्षा बैठक की। उन्होंने सभी बैंकों को निर्देश दिए कि पात्र लोगों की पत्रावलियों को शीघ्र स्वीकृत कर ऋण वितरित किया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना, एक जनपद एक उत्पाद योजना, उद्यान विभाग, एन.आर.एल.एम., मत्स्य विभाग और डूडा की योजनाओं की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने विशेष रूप से निर्देशित किया कि कोई भी पत्रावली लंबित न रहे और सभी का समय पर निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, एल.डी.एम., जिला उद्यान अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
अमृत भारत योजना के तहत बन रहे पीरपैंती रेलवे स्टेशन का पूर्व रेलवे के मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (पीएस) उदय शंकर झा ने निरीक्षण किया। इस दौरान स्टेशन परिसर की हालत देखकर स्टेशन प्रबंधक सहित संबंधित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। स्टेशन में साफ-सफाई की बदहाल स्थिति, जगह-जगह फैली गंदगी, लोडिंग एरिया की अव्यवस्था और पार्किंग क्षेत्र में नियमों की अनदेखी पर गहरी नाराजगी जताई। सुरक्षा संबंधी तैयारियों का भी निरीक्षण स्टेशन पहुंचते ही पीएस उदय शंकर झा ने परिसर में लगे सभी इंग्लिश भाषा के बोर्ड हटाकर हिंदी में बदलने का स्पष्ट निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की सुविधा और भाषा को प्राथमिकता देते हुए स्टेशन परिसर में सभी बोर्ड हिंदी में होने चाहिए, ताकि यात्रियों को कोई असुविधा न हो। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्टेशन के हर हिस्से का बारीकी से जायजा लिया। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहे निर्माण कार्यों में अनियमितताओं को देख संबंधित अधिकारियों को तुरंत सुधार करने का आदेश दिया। उन्होंने वृक्षारोपण की स्थिति, स्वच्छता व्यवस्था, प्लेटफॉर्म की देखरेख, यात्री सुविधाओं और सुरक्षा संबंधी तैयारियों का भी निरीक्षण किया। स्टेशन पर हिंदी के बोर्ड लगाने के निर्देश पीएस उदय शंकर झा ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पीरपैंती रेलवे स्टेशन को आधुनिक, सुरक्षित और यात्रियों की हर सुविधा के अनुरूप बनाया जाना है। रेलवे की पहली प्राथमिकता यात्री सुविधा है। लापरवाही किसी भी हाल में स्वीकार नहीं की जाएगी। यात्रियों को परेशान करने वाली हर समस्या को तुरंत दूर करना होगा। अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि सफाई व्यवस्था को बेहतर करें, लोडिंग एरिया और पार्किंग क्षेत्र को नियमों के अनुसार व्यवस्थित करें। स्टेशन परिसर में भाषा मानक के अनुरूप सभी बोर्ड हिंदी में लगाए जाएं। अगले निरीक्षण तक सभी खामियों को दुरुस्त करना अनिवार्य है। रेलवे यात्रियों की सुविधा को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है और बहुत जल्द स्टेशन परिसर में स्पष्ट सुधार दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में स्टेशन में यात्री सुविधाओं को मजबूत करने, स्वच्छता बढ़ाने और आधुनिकता लाने के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जाएंगे, जिससे पीरपैंती स्टेशन अमृत भारत योजना के अनुरूप एक आदर्श स्टेशन बन सके।
श्री गुरु तेग बहादुर जी के शताब्दी समारोह के लिए पंजाब में जहां-जहां से नगर कीर्तन गुजरेगा, उन इलाकों में पूरी पवित्रता रखी जाएगी। जिला प्रशासन उन हलकों में ‘ड्राई डे’ घोषित कर रहा है। ताकि शराब की बिक्री और होटलों-क्लबों में शराब परोसने पर रोक रहे। फिलहाल श्रीनगर से चला नगर कीर्तन आज पठानकोट पहुंच गया है, जहां वह आज रात रुकेगा। पठानकोट में आज और कल ड्राई डेनगर कीर्तन के मार्ग की पवित्रता को ध्यान में रखते हुए पठानकोट जिला मजिस्ट्रेट पठानकोट ने आदेश जारी किया है कि 20 नवंबर 2025 को दोपहर 12 बजे से 21 नवंबर 2025 को दोपहर 12 बजे तक जिले में शराब के ठेके, मांस की दुकानें और बीड़ी-सिगरेट व तंबाकू की दुकानें पूरी तरह बंद रहेंगी। इसके साथ ही होटलों, रेस्टोरेंटों, क्लबों, बीयर बार, अहातों और अन्य सार्वजनिक स्थलों पर शराब की बिक्री और परोसना भी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। अधिकारियों को आदेशों की सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं। पठानकोट जिला प्रशासरन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शताब्दी समारोह के तहत चल रहा नगर कीर्तन श्रीनगर से शुरू होकर श्री आनंदपुर साहिब तक जाएगा। यह नगर कीर्तन 20 नवंबर 2025 को माधोपुर, सुजानपुर, मलिकपुर, छोटी नहर, टैंक चैक, बस अड्डा पठानकोट, लाइटों वाला चौंक और मिशन चौंक से होता हुआ रात को श्री गुरु हरकृष्ण पब्लिक स्कूल, मिशन रोड, पठानकोट में ठहरेगा। अगले दिन 21 नवंबर 2025 की सुबह यह यात्रा पठानकोट से आगे सिंगल चैक, चक्की पुल, डमटाल, मीरथल और मानसर टोल प्लाज़ा होते हुए जिला होशियारपुर की सीमा में प्रवेश करेगी।
जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक UAV ड्रोन मिला है। रामगढ़ में नहरी इलाके के एक खेतों में यह गिरा पड़ा मिला। इसके सरहद पार से आने की आशंका जताई जा रही है।यहां चक संख्या 3 सत्तार माइनर में यह ड्रोन मिला है। सूचना के बाद रामगढ़ पुलिस मौके के लिए रवाना हुई है। वहीं सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई है। दरअसल रामगढ़ नहरी क्षेत्र में स्थित एक मुरब्बे (खेत) में गुरुवार दोपहर को एक UAV ड्रोन गिरा पाया गया। घटना चक संख्या 3, सत्तार माइनर की बताई जा रही है, जहां स्थानीय किसानों ने खेत में एक संदिग्ध उड़ने वाले यंत्र को गिरा हुआ देखा और तुरंत ग्रामवासियों और पुलिस को इसकी सूचना दी। बॉर्डर पार से आने की आशंकाड्रोन की बनावट और संरचना को देखते हुए यह स्पष्ट है कि यह सामान्य कैमरा ड्रोन नहीं, बल्कि एक उन्नत Unmanned Aerial Vehicle (UAV) है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ड्रोन किस दिशा से आया, किस उद्देश्य से उड़ रहा था और तकनीकी खराबी से गिरा या किसी अन्य कारण से। जांच दल के मौके पर पहुंचने के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी। लेकिन इसके बॉर्डर पार से आने से आशंका जताई जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों हुई सतर्कसूचना मिलते ही रामगढ़ पुलिस और नहरी क्षेत्र की चौकसी टीम मौके के लिए रवाना हो गई। सुरक्षा एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया गया है, क्योंकि यह इलाका अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक आता है, जहां हर तरह की गतिविधि सुरक्षा की दृष्टि से अत्यंत संवेदनशील मानी जाती है।फिलहाल ड्रोन का मॉडल, रेंज, उसकी क्षमता और तकनीकी विशिष्टताओं की पड़ताल की जा रही है।प्रारंभिक तकनीकी जांच और फोरेंसिक विश्लेषण के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि ड्रोन किसका है और किस उद्देश्य से उड़ान भर रहा था। प्रशासन ने आसपास के किसानों और ग्रामीणों से भी पूछताछ शुरू कर दी है, ताकि घटना के समय किसी आवाज, रोशनी या गतिविधि का पता लगाया जा सके। निगरानी मिशन में काम आने वाला है यह ड्रोनड्रोन ने जमीन पर गिरने के बाद कई फीट तक स्लाइड करते हुए मिट्टी में खिंचाव बनाए हैं। इसके आगे वाले हिस्से में हल्की क्षति नजर आ रही है, जबकि पंख और पिछले हिस्से के फिन्स सुरक्षित दिखाई देते हैं। ड्रोन का आकार यह संकेत देता है कि यह किसी सर्विलांस, रिकॉनिसेंस या तकनीकी निगरानी मिशन में काम आने वाला मॉडल हो सकता है।
अनूपपुर पुलिस ने गुरुवार को नम्र फाइनेंस कंपनी के फील्ड ऑफिसर राजेंद्र प्रसाद चौधरी को धोखाधड़ी और गबन के आरोप में गिरफ्तार किया है। चौधरी पर 35 ग्राहकों से 3 लाख 2 हजार 867 रुपए की लोन किश्तें वसूल कर कंपनी में जमा न करने का आरोप है। यह कार्रवाई कोतवाली अनूपपुर पुलिस द्वारा की गई है। यह है पूरा मामला नम्र फाइनेंस लिमिटेड कंपनी की अनूपपुर शाखा उज्ज्वला कॉलोनी में संचालित है। यह कंपनी जिले में ग्रामीण और निम्नवर्गीय महिलाओं को ऋण उपलब्ध कराने का कार्य करती है। राजेंद्र प्रसाद चौधरी कंपनी में फील्ड ऑफिसर के पद पर कार्यरत था और उसका काम ग्राहकों से ऋण की किश्तें वसूलना था। ऋण राशि के गबन का आरोप आरोपी राजेंद्र प्रसाद चौधरी ने 35 हितग्राहियों से कुल 3,02,867 रुपए की ऋण राशि प्राप्त की थी। आरोप है कि उसने यह धनराशि कंपनी में जमा नहीं की और उसका गबन कर कंपनी छोड़ दी। इस मामले में नम्र फाइनेंस कंपनी लिमिटेड की अनूपपुर शाखा के शाखा प्रबंधक सचिन कुमार चौहान ने कोतवाली अनूपपुर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने अपराध क्रमांक 436/25 के तहत धारा 316(2), 316(5), 318(4) बी.एन.एस. के तहत मामला पंजीबद्ध कर जांच शुरू की थी। आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ करेगी पुलिस धोखाधड़ी और गबन के आरोपी राजेंद्र प्रसाद चौधरी, पिता संतोष चौधरी (27) निवासी ग्राम टेंपा पीपलडोल जिला शहडोल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
जांजगीर-चांपा जिले के सत्तिगुडी गांव में एक युवक हाईटेंशन टावर पर चढ़ गया। घटना 19 नवंबर दोपहर की है। करण कंवर (24) रोजी-मजदूरी का काम करता है। उसके बड़े भाई ने मोबाइल फोन ले लिया था जिससे वह नाराज होकर टावर पर चढ़ गया और नया एंड्रॉयड फोन लेने की जिद करने लगा। मामला पंतोरा चौकी क्षेत्र का है। युवक को टावर पर चढ़े देख ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। करीब दो घंटे तक चले इस घटनाक्रम के बाद युवक को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया। राहत की बात यह रही कि टावर में बिजली प्रवाहित नहीं हो रही थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। 35 फीट ऊपर चढ़ने के बाद मोबाइल की मांग करने लगा पंतोरा चौकी प्रभारी दिलीप सिंह ने बताया कि करण कंवर रोजी-मजदूरी का काम करता है। वह अपने बड़े भाई द्वारा मोबाइल फोन ले जाने से नाराज था। 19 नवंबर को काम से लौटने के बाद उसे अपना मोबाइल नहीं मिला, जिस पर उसने अपनी मां से नया मोबाइल दिलाने की जिद की। दोपहर करीब 3 बजे करण घर से निकलकर गांव से गुजर रहे हाईटेंशन टावर पर चढ़ गया। वह लगभग 30 से 35 फीट की ऊंचाई पर चढ़कर नया मोबाइल दिलाने की मांग करने लगा। नया मोबाइल दिलाने का आश्वासन दिया, तब उतरा दरअसल, उसका बड़ा भाई उसका मोबाइल लेकर दूसरे राज्य कमाने चला गया था, जिससे करण काफी परेशान था। करीब दो घंटे तक पुलिस और ग्रामीणों ने युवक को समझाइश दी। उसे नया मोबाइल दिलाने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद वह टावर से नीचे उतरने को राजी हो गया। पुलिस की मदद से उसे सुरक्षित नीचे उतारा गया। ...................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... पत्नी बोली- ससुराल नहीं जाऊंगी, पति टावर पर चढ़ा, VIDEO: नशे में किया हाई वोल्टेज ड्रामा; साथ चलने के लिए तैयार हुई, तब नीचे उतरा दुर्ग जिले में एक युवक ने बिजली टावर पर चढ़कर कई घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा किया। होरीलाल (35) अपने सुसराल गनियारी गांव पत्नी को लेने पहुंचा था जहां शराब के नशे में दोनों के बीच झगड़ा हो गया और पत्नी ने उसके साथ जाने से इंकार दिया, तो वह टावर पर चढ़ गया। पढ़ें पूरी खबर...
छिंदवाड़ा में गुरुवार सुबह एसएएफ (SAF) आरक्षक गणेश शर्मा (38) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। आरक्षक ड्यूटी के दौरान लघुशंका के लिए उठे थे, तभी अचानक उन्हें चक्कर आया और वे बेहोश हो गए। साथी उन्हें तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक तौर पर इसे हार्ट अटैक (दिल का दौरा) माना जा रहा है। नेपाल के रहने वाले थे, 3 माह से कोर्ट में थी ड्यूटीजानकारी के अनुसार, मृतक आरक्षक 149 गणेश शर्मा (पिता सूर्यकांत शर्मा) एसएएफ कॉलोनी में रहते थे। वे मूल रूप से नेपाल के निवासी थे और अनुकंपा नियुक्ति के तहत पुलिस बल में शामिल हुए थे। पिछले तीन महीने से वे न्यायालय परिसर में अपनी सेवाएं दे रहे थे। कमांडेंट बोलीं- पीएम रिपोर्ट से साफ होगी वजहएसएएफ कमांडेंट निवेदिता गुप्ता ने घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि फिलहाल मौत का कारण स्पष्ट नहीं है। मौत की वास्तविक वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और विस्तृत जांच के बाद ही सामने आ सकेगी। शव मर्चुरी में रखवाया, साथियों में शोकघटना के बाद पुलिस ने पंचनामा तैयार कर लिया है। मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल की मर्चुरी में रखवाया गया है। जवान की आकस्मिक मौत से उनके साथियों और परिजनों में शोक का माहौल है।
जालौन के उरई मेडिकल कॉलेज परिसर में निर्माणाधीन बीएससी नर्सिंग कॉलेज में काम कर रहे मजदूर पिछले दो महीनों से वेतन न मिलने के कारण भुखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं। छत्तीसगढ़ से आए करीब 70 से अधिक महिला और पुरुष श्रमिक इमारत निर्माण में दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें मेहनताना नहीं मिला। मजदूरों का आरोप है कि निर्माण कार्य देख रही RNN कंपनी का ठेकेदार लगातार वेतन भुगतान से बच रहा है और विभिन्न बहाने बनाकर उन्हें टाल रहा है। वेतन न मिलने से श्रमिकों की आर्थिक स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है। मजदूरों ने बताया कि लंबे समय से भुगतान न होने के कारण उन्हें खाने-पीने और रोजमर्रा की जरूरतों के लाले पड़ गए हैं। कई मजदूरों के पास गांव वापस जाने तक के पैसे भी नहीं बचे हैं। ऐसी स्थिति में वे निर्माण स्थल पर ही कर्ज और उधार के सहारे परिवार पालने को मजबूर हैं। मामले का संज्ञान लेते हुए उरई मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अरविंद त्रिवेदी ने स्पष्ट किया कि बीएससी नर्सिंग कॉलेज का निर्माण कार्य RNN कंपनी के माध्यम से कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यूसी के आधार पर निर्धारित धनराशि समय पर कंपनी को हस्तांतरित कर दी गई है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि कंपनी के पास अभी भी 2 करोड़ रुपए से अधिक की अप्रयुक्त निधि पड़ी है। इसके बावजूद मजदूरों को वेतन न मिलना गंभीर लापरवाही है। प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज प्रशासन मजदूरों के बकाया भुगतान मामले की तत्काल समीक्षा करेगा और यदि ठेकेदार स्तर से कोई लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया कि मजदूरों का उचित हक दिलाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। वेतन विवाद के चलते निर्माण कार्य पर भी असर पड़ने लगा है। मजदूरों ने मांग की है कि उन्हें जल्द से जल्द पूर्ण भुगतान किया जाए, अन्यथा वे काम बंद करने को मजबूर होंगे।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ लखनऊ की अदालत में चल रहे मानहानि मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने फिलहाल कोई ढील नहीं दी है। कोर्ट ने अपने अंतरिम आदेश को बरकरार रखते हुए मुकदमे की कार्यवाही पर लगी रोक 4 दिसंबर 2025 तक बढ़ा दी है। मामला 2022–23 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी द्वारा भारतीय सेना को लेकर कथित तौर पर दिए गए बयान से जुड़ा है, जिसके आधार पर उनके खिलाफ लखनऊ में आपराधिक मानहानि का केस दर्ज हुआ था। सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ? महत्वपूर्ण सुनवाई के दौरान जस्टिस एम.एम. सुन्दरेश और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की दो-judge बेंच ने मामले की सुनवाई को स्थगित करते हुए कहा कि अंतरिम रोक जारी रहेगी। अदालत ने साफ किया कि अगली सुनवाई अब 4 दिसंबर 2025 को होगी, और तब तक राहुल गांधी के खिलाफ लखनऊ की अदालत में चल रही कोई भी कार्यवाही आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। सुप्रीम कोर्ट इससे पहले 4 अगस्त को भी इस केस में बड़ा हस्तक्षेप कर चुका है, जब उसने राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मानहानि की ट्रायल प्रक्रिया को रोकते हुए कहा था कि मामले की पृष्ठभूमि और बयान के संदर्भ की कानूनी जांच जरूरी है। मामला क्या है? 2022 में शुरू हुई भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने एक जनसभा में भारतीय सेना के बारे में एक टिप्पणी की थी, जिसे लेकर उनके खिलाफ लखनऊ में आपराधिक मानहानि की शिकायत दर्ज हुई। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि कथित टिप्पणी सेना की छवि को धूमिल करने वाली थी। इसी शिकायत पर लखनऊ की अदालत में ट्रायल शुरू हुआ था।
पंजाब को सुरक्षित बनाने के अभियान के तहत कपूरथला पुलिस ने जग्गा फुकीवाल फिरौती गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से 9 देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बुधवार को यह जानकारी दी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सुल्तानपुर लोधी निवासी अमनदीप उर्फ अमन, नकोदर (जालंधर) निवासी हरजीत सिंह उर्फ जीता और जमशेर (जालंधर) के मोहल्ला बगीची निवासी लवप्रीत उर्फ बाबा के रूप में हुई है। डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि अमनदीप सुल्तानपुर लोधी क्षेत्र में जग्गा फुकीवाल फिरौती गिरोह का सक्रिय सदस्य है। वह स्थानीय गिरोहों को गोलीबारी और जबरन वसूली की घटनाओं को अंजाम देने के लिए हथियार उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था। डीजीपी ने आगे कहा कि इस मामले में आरोपियों के नेटवर्क और उनके संबंधों का पता लगाने के लिए जांच जारी है, ताकि पूरे अवैध हथियार नेटवर्क को निष्क्रिय किया जा सके। विदेशी हैंडलर के निर्देशों पर करते थे काम कपूरथला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गौरव तूरा ने बताया कि पुख्ता सूचना के आधार पर पुलिस टीमों ने मुख्य आरोपी अमनदीप को कपूरथला के लिंक रोड तलवंडी महिमा से गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से 4 पिस्तौल बरामद की गई है। पूछताछ के दौरान अमनदीप ने खुलासा किया कि उसने अपने साथियों लवप्रीत उर्फ बाबा और हरजीत सिंह उर्फ जीता को 2 पिस्तौल दी थी। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीमों ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से एक .32 बोर का देसी पिस्तौल और एक .315 बोर का देसी पिस्तौल बरामद किया। एसएसपी तूरा ने यह भी बताया कि आरोपी अपने विदेशी हैंडलर के निर्देशों पर मध्य प्रदेश से हथियार खरीद रहे थे। मध्य प्रदेश से खरीदते थे अवैध हथियार एसएसपी ने बताया कि अमनदीप से और पूछताछ करने पर उसके घर में दबी 3 और देसी पिस्तौल बरामद हुई। जांच से पता चला है कि गिरफ्तार आरोपी अपने विदेशी हैंडलर के निर्देशों पर मध्य प्रदेश से देसी हथियार खरीदकर आपराधिक तत्वों को आगे सप्लाई करते थे। इस संबंध में दो अलग-अलग मामले-एफआईआर नंबर 254, दिनांक 15.11.2025, पुलिस स्टेशन सदर कपूरथला में आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत और एफआईआर नंबर 270, दिनांक 2.11.2025, बीएनएस की धाराओं 109, 61(2), 111 तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत पुलिस स्टेशन सुल्तानपुर लोधी में दर्ज किये गये हैं।
शाहजहांपुर के राजकीय मेडिकल कॉलेज में एक नवजात की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। उन्होंने डॉक्टरों और स्टाफ पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का आरोप है कि स्टाफ ने कई बार बुलाने पर भी नवजात को नहीं देखा, जिससे उसकी हालत बिगड़ गई। चौढेरा गांव निवासी राजवीर ने बुधवार शाम अपनी पत्नी सारिका को प्रसव पीड़ा होने पर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया था। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने डिलीवरी में देरी की बात कहते हुए इंतजार करने को कहा और सब कुछ ठीक होने का आश्वासन दिया। रात में सारिका ने बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद नवजात की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने कई बार स्टाफ और डॉक्टरों को बुलाया, लेकिन कोई भी नवजात को देखने नहीं आया और लगातार टालमटोल की जाती रही, जिससे कीमती समय बीतता गया। आरोप है कि देर रात जब डॉक्टर आए, तो उन्होंने नवजात को मशीन में लगाने की सलाह दी। परिजन तुरंत उसे पास के एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद नवजात को मृत घोषित कर दिया। नवजात को मृत घोषित किए जाने के बाद परिजन वापस राजकीय मेडिकल कॉलेज पहुंचे और डॉक्टरों व स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पिता राजवीर ने कहा कि यह उनका पहला बच्चा था और उन्होंने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा एवं पशुपालन महाविद्यालय में प्रेक्षागृह में तीन दिवसीय 21वें ग्लोबल रेजिलिएन्स इन एनिमल न्यूट्रीशियन द्विवार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन की शुरुआत हुई। “पशु पोषण में वैश्विक लचीलापन एवं सतत भविष्य के लिए भारतीय पशुओं में नवाचार विषय पर यह सम्मेलन आयोजित किया गया। पशु विज्ञान विभाग के उप महानिदेशक डॉ. राघवेंद्र भट्टा ने कहा कि जीडीपी को बढ़ाने में पशु पोषण का महत्वपूर्ण योगदान है। पशुपालन और पशु पोषण का भारत की जीडीपी में लगभग 4.5% का है। पशु पोषण न केवल पशुओं के स्वास्थ्य और उत्पादकता को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि यह देश की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। डॉ. भट्टा ने कहा कि प्राइवेट सेक्टर को भी अनुसंधान पर जोर देना चाहिए। मानव स्वास्थ्य के सुधार के लिए कृषि में नवाचार पर कार्य करना होगा। पशुओं के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए अऩुसंधान के साथ-साथ नई तकनीकियों को विकसित करने की जरूरत है। कुलपति डा. बिजेंद्र सिंह ने कहा कि कृषि अवशेषों को प्रसंस्कृत कर पोषण एवं स्वास्थ्य प्रबंधन में उपयोग करने की जरूरत है। सहजन को पशु चारे में उपयोग करना चाहिए। कहा कि हमें पशुओं के उत्पादन वृद्धि पर कार्य करने की जरूरत है। उत्कृष्ट कार्य करने वाले 37 वैज्ञानिकों को सम्मानित किया गया। डॉ.एम.एन कैलाश, श्रीकांत विश्वराव देशमुख, डॉ. आशिफ मजूमदार, डॉ. मंजू वाधवा, डॉ. नीता अग्रवाल, डॉ. अंबरीष कुमार त्यागी, डॉ. तिलक धीमान, डॉ.वी.के खड्डा, डॉ. सुभाष पनेकर, डॉ.अनिल कुमार को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। डॉ. पी. बसंत कुमार को बेस्ट शिक्षक और डॉ. सुल्तान सिंह व डॉ.पी.के माल्ती को बेस्ट रिसर्च का अवार्ड मिला। वहीं दूसरी तरफ फेलो अवार्ड पाने वालों में डॉ. सुल्तान सिंह, डॉ. मोनिका, डॉ. नवजोत सिंह, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. आरके सौजना लक्ष्मी, डॉ. के सुषमा, डॉ. हनीफ कौर, डॉ. लांजे राहुल, डॉ. प्रदीप कौर, डॉ. उदयवीर सिंह, डॉ. एन.के गौड़ा, डॉ. आर.के शर्मा, डॉ. सुनील नाइक, डॉ सजन, डॉ. संजीता शर्मा, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. पी.के नाइक, डॉ. सोहनवीर सिंह, डॉ. डी.राजेंद्र, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. जी.पी मंडल और डॉ. अतुल डोक का नाम शामिल है।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बिहार में पार्टी कार्यकर्ताओं पर कथित पुलिस कार्रवाई को गंभीर मुद्दा बताते हुए प्रदेश सरकार से निष्पक्ष जांच की मांग की है
कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र में दामाद की पिटाई से गंभीर घायल हुए बुजुर्ग की गुरुवार को मौत हो गई। आरोपी दामाद ने अपने साथियों के साथ बुजुर्ग पर जानलेवा हमला किया था और धारदार हथियार मारकर उन्हें लहुलूहान कर दिया है। जिसके बाद घायल का इलाज निजी अस्तपाल में चल रहा था। बुजुर्ग की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था और मामले की जांच जारी थी। गुरुवार को बुजुर्ग की स्थिति अस्पताल में बिगड़ी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना के बाद पहुंची चकेरी पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है, वहीं मामले की जांच तेज कर दी है। तीन दिन आरोपी ने किया था हमला चकेरी थाना क्षेत्र के कांशीराम कालोनी निवासी राकेश अवस्थी पुत्र आनंद स्वरूप 17 नवंबर 2025 को गुमटी में बैठे थे। इसी दौरान उनका अरोपी दामाद मोनू पांडेय अपने चार-पांच साथियों के साथ आया था और उन पर हमला कर दिया था। आरोपी ने धारदार हथियार से उनके ऊपर हमला किया था। इस हमले में बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुजुर्ग की ही तहरीर पर चकेरी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था और मामले की जांच शुरू कर दी थी। तीन दिन से बुजुर्ग का इलाज लगातार जारी था, लेकिन गुरुवार को उनकी हालत बिगड़ी और उन्होंने दम तोड़ दिया। दहेज को लेकर चल रहा था विवाद मृतक ने अपनी तहरीर में पुलिस को बताया था कि उसने अपनी बेटी नेहा अवस्थी की शादी मई 2017 में आरोपी मोनू पांडेय उर्फ रामलाल पांडेय के साथ की थी। मृतक ने आरोप लगाया था कि आरोपी दामाद और उसके परिवार के लोग दहेज से खुश नहीं थे और आए दिन मारपीट किया करते थे। शादी के 10 महीने बाद ही आरोपियों ने उनकी बेटी को जान से मारने की कोशिश की थी, जिसके बाद से उनकी बेटी मायके में ही रह रही थी। उन्होंने कई शिकायतें थाने में की, मगर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। आरोपी लगातार उन्हें धमका रहे थे और इसके बाद 17 नवंबर को आरोपी ने उन पर हमला कर दिया। आरोपी दामाद गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी घटना के बाद पुलिस ने आरोपी दामाद मोनू पांडेय समेत उनके परिवार के आशु पांडेय, प्रिया पांडेय, शिवकांती पांडेय, शशि पांडेय, रामजी लाल पांडेय समेत 3-4 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने आरोपी दामाद मोनू को गिरफ्तार कर लिया है। एसीपी चकेरी अभिषेक पांडेय ने बताया कि आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर लिया किया गया है। मृतक का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है और जल्दी ही अन्य आरोपी भी हिरासत में होंगे।
महिला आयोग की सदस्य पूनम द्विवेदी ने रायबरेली के बचत भवन में महिला उत्पीड़न संबंधी मामलों को लेकर जनता दरबार लगाया। अपने एकदिवसीय दौरे पर पहुंची पूनम सिंह ने कुल 19 शिकायतें सुनीं, जिनमें से चार का मौके पर ही निस्तारण किया गया। समस्याओं के निस्तारण के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। पूनम सिंह ने बताया कि सुनी गई 19 समस्याओं में से 9 मामले पति-पत्नी के बीच प्रेमिका को लेकर विवाद से संबंधित थे। इन नौ मामलों में उन्होंने संबंधित अधिकारियों को तत्काल जांच कर आरोपी पति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने महिला उत्पीड़न संबंधी शिकायतों के निस्तारण को लेकर जिला प्रशासन के समाज कल्याण विभाग और प्रोविजन विभाग की कार्यशैली पर संतोष व्यक्त किया। हालांकि, पुलिस विभाग की कार्यशैली पर उन्होंने सीधे तौर पर सवाल उठाते हुए असंतुष्टि जताई।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह के खिलाफ सुल्तानपुर की एमपी/एमएलए कोर्ट में आचार संहिता उल्लंघन मामले की सुनवाई टल गई है। गवाहों के उपस्थित न होने के कारण कोर्ट ने अगली सुनवाई के लिए 1 दिसंबर की तारीख तय की है। स्पेशल मजिस्ट्रेट शुभम वर्मा की अदालत ने मामले में शेष तीन गवाहों के खिलाफ जमानती वारंट जारी करते हुए उन्हें 1 दिसंबर को तलब किया है। यह मामला 13 अप्रैल 2021 का है। आरोप है कि पंचायत चुनाव के दौरान बंधुआकलां थाने के हसनपुर गांव में बिना अनुमति के एक सभा आयोजित की गई थी। पुलिस ने इस संबंध में संजय सिंह सहित 12 नामजद और 45 अज्ञात समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। बताया गया कि वे जिला पंचायत सदस्य सलमा बेगम के पक्ष में बिना अनुमति के सभा कर रहे थे। इस मामले में अन्य आरोपियों ने पहले ही जमानत ले ली थी। संजय सिंह के लगातार गैरहाजिर रहने पर कोर्ट ने उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया था। जुलाई 2024 में संजय सिंह ने कोर्ट में सरेंडर किया था, जिसके बाद उन्हें 20 हजार रुपये के दो जमानत मुचलके और निजी मुचलका दाखिल करने पर रिहा किया गया। पुलिस जांच के बाद मकसूद अंसारी, सलीम अंसारी, जगदीश यादव सहित कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था। जून में विशेष कोर्ट ने आरोपियों के अधिवक्ता की डिस्चार्ज अर्जी खारिज कर दी थी। कोर्ट ने आरोप पत्र स्वीकार करते हुए आरोप तय किए थे। वर्तमान में मामले में साक्ष्य प्रस्तुत करने की प्रक्रिया जारी है।
पीयू में बीएसएनएल इंटरनेट सेवा बाधित:जौनपुर में केबल फाल्ट से परेशानी, देर शाम तक बहाली का आश्वासन
जौनपुर की वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में बीएसएनएल की इंटरनेट सेवाएं पिछले कुछ दिनों से बाधित हैं। इस तकनीकी खराबी के कारण विश्वविद्यालय परिसर में प्रशासनिक, शैक्षणिक और शोध कार्य प्रभावित हुए हैं। बीएसएनएल के केबल में आए फाल्ट के कारण सभी कार्यालयों, विभागों, प्रयोगशालाओं के साथ-साथ परीक्षा और वित्तीय कार्यों में भी बाधा आ रही थी। इससे छात्रावास के विद्यार्थियों, शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस समस्या का तत्काल संज्ञान लिया और बीएसएनएल के उच्चाधिकारियों से संपर्क स्थापित किया। विश्वविद्यालय के कुलसचिव केशलाल ने बीएसएनएल अधिकारियों से लगातार बातचीत कर उन्हें स्थिति से अवगत कराया और शीघ्र कार्रवाई का आग्रह किया। इसके बाद, बीएसएनएल अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि केबल में आई खराबी का पता लगा लिया गया है और मरम्मत कार्य गुरुवार देर शाम तक पूरा कर इंटरनेट सेवा बहाल कर दी जाएगी। इस तकनीकी खराबी के कारण शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को अत्यधिक असुविधा हुई। पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस पर बीएसएनएल से आपत्ति व्यक्त की है। विश्वविद्यालय ने बीएसएनएल को भविष्य में ऐसी स्थिति की पुनरावृत्ति रोकने के लिए आवश्यक तकनीकी निरीक्षण और समयबद्ध निगरानी बढ़ाने का परामर्श दिया है। कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने बीएसएनएल से विश्वविद्यालय परिसर में इंटरनेट सेवा के सुचारू और सतत संचालन के लिए निर्बाध एवं स्थायी सेवा सुनिश्चित करने की अपेक्षा की है।
उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय (यूपीयूएमएस) सैफई में मरीजों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। गुरुवार को विश्वविद्यालय प्रशासन ने एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड के साथ अमृत फार्मेसी स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी जगरोपन ने कुलपति प्रो. डॉ. अजय सिंह के निर्देश पर एमओयू पर हस्ताक्षर किए। कुलपति प्रो. डॉ. अजय सिंह ने इस निर्णय को मरीजों की सुविधा और उनके आर्थिक बोझ को कम करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि अमृत फार्मेसी की शुरुआत से अस्पताल में आने वाले मरीजों को सस्ती और गुणवत्तायुक्त दवाओं का लाभ मिलेगा, जिससे उपचार प्रक्रिया अधिक सहज और किफायती होगी। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.पी. सिंह ने जानकारी दी कि अमृत फार्मेसी भारत सरकार की जनकल्याणकारी स्वास्थ्य योजना के तहत संचालित होती है। इसका संचालन एचएलएल लाइफकेयर लिमिटेड द्वारा किया जाता है। इस फार्मेसी का मुख्य उद्देश्य अस्पताल आने वाले प्रत्येक मरीज को रियायती दरों पर गुणवत्तापूर्ण दवाएं, सर्जिकल आइटम, इम्प्लांट और अन्य आवश्यक चिकित्सा सामग्री उपलब्ध कराना है। डॉ. सिंह ने बताया कि यह फार्मेसी पारदर्शिता, गुणवत्ता और सुलभता के सिद्धांतों पर आधारित होगी। इससे रोजाना बड़ी संख्या में मरीजों को सीधा लाभ मिलेगा और दवाओं पर होने वाले खर्च में काफी कमी आएगी। अमृत फार्मेसी योजना वर्ष 2015 में शुरू की गई थी, जिसका लक्ष्य देशभर में मरीजों तक सस्ती और विश्वसनीय दवाएं पहुंचाना है। यह योजना प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्रों के समान उद्देश्य रखती है, जहाँ दोनों का लक्ष्य कम कीमत पर उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध कराना है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में अमृत फार्मेसी की स्थापना का निर्णय लिया गया है, ताकि मरीजों को महंगी दवाओं के बोझ से राहत मिल सके। एमओयू हस्ताक्षर समारोह के दौरान प्रति कुलपति प्रो. डॉ. रमाकांत, संकायाध्यक्ष प्रो. डॉ. आदेश कुमार, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमित सिंह और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के.बी. अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
सुल्तानपुर कोर्ट ने एक लेखपाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। लेखपाल पर दो लाख रुपये लेकर आवासीय भूखंड का फर्जी पट्टा देने का आरोप है। यह आदेश एससी/एसटी विशेष न्यायालय के जज राकेश पांडे ने जारी किया। यह मामला अमेठी जिले के बेनीपुर गांव का है। गांव निवासी हरीकरन कनौजिया ने न्यायालय में दिए प्रार्थनापत्र में बताया कि वर्ष 2018 में उन्होंने और उनके भाई हरिकेश ने तत्कालीन लेखपाल प्रवीण कुमार सिंह (जो वर्तमान में टीकरमाफी गांव के लेखपाल हैं) से आवासीय भूमि का पट्टा देने का अनुरोध किया था। आरोप है कि लेखपाल ने दोनों भाइयों से एक-एक लाख रुपये की मांग की, जिसके बाद उन्हें कुल दो लाख रुपये दिए गए। प्रवीण कुमार सिंह ने उन्हें पट्टे के फर्जी कागजात उपलब्ध कराए, जिसके आधार पर दोनों भाई जमीन पर कब्जा कर रहने लगे। कुछ समय बाद, जब उनके विरोधियों ने शिकायत की, तो मौके पर जांच करने आए राजस्व कर्मचारियों ने बताया कि पट्टे के कागजात फर्जी हैं। इस बारे में पूछने पर लेखपाल प्रवीण कुमार सिंह आनाकानी करने लगे। पीड़ित ने कई बार प्रशासनिक अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़ित न्यायालय की शरण में गए। अदालत में लेखपाल द्वारा दिए गए फर्जी पट्टा कागजातों के साथ-साथ उनके बीच हुई बातचीत के चैट और रिकॉर्डिंग भी पेश किए गए। अदालत ने मामले का संज्ञान लेते हुए आरोपी लेखपाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर निष्पक्ष जांच का आदेश दिया है। साथ ही, अदालत ने पुलिस को एक सप्ताह के भीतर की गई कार्यवाही से अवगत कराने का भी निर्देश दिया है।
बांदा में 6 पुलिसकर्मियों के कटे चालान:यातायात जागरूकता अभियान में हेलमेट न पहनने पर हुई कार्रवाई
बांदा में यातायात जागरूकता माह अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) शिवराज ने पुलिस लाइन और पुलिस कार्यालय परिसर में वाहन चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान हेलमेट न पहनने वाले 6 पुलिसकर्मियों का चालान किया गया और उन्हें सख्त हिदायत दी गई। यह अभियान यातायात नियमों के पालन के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से चलाया गया था। चेकिंग के दौरान दोपहिया वाहनों पर हेलमेट और चारपहिया वाहनों पर सीट बेल्ट के उपयोग की जांच की गई। अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज ने बताया कि चेकिंग के समय अधिकांश पुलिसकर्मी हेलमेट लगाकर वाहन चलाते पाए गए। हालांकि, बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चला रहे 6 पुलिसकर्मियों के चालान काटे गए। अभियान का दोहरा उद्देश्य था: न केवल आम जनता में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना, बल्कि पुलिस विभाग के भीतर भी इन नियमों का पालन सुनिश्चित करना। एएसपी ने कहा कि जब पुलिसकर्मी स्वयं नियमों का पालन करेंगे, तो आम जनता पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। बांदा पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे दोपहिया वाहन चलाते समय हमेशा हेलमेट पहनें और चारपहिया वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। पुलिस ने सभी से सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने का आग्रह किया है।
शिक्षा विभाग की समान परीक्षा योजना के तहत प्रदेशभर के सरकारी और प्राइवेट स्कूल में हाफ इयरली एग्जाम गुरुवार से शुरू हो गए हैं। सुबह पहली पारी के बाद अब डेढ़ बजे से दूसरी पारी शुरू हो गई है। राज्यभर में शिक्षा विभाग से संबद्ध प्राइवेट स्कूल इस एग्जाम का हिस्सा है, जबकि सीबीएसई स्कूल अपने स्तर पर अलग से एग्जाम लेती है। सुबह पहली पारी साढ़े नौ बजे से पौने एक बजे तक रही, जबकि दूसरी पारी सवा बजे से साढ़े चार बजे तक होगी। पहली और दूसरी दोनों पारी में कक्षा नौ से बारह तक के स्टूडेंट्स का आज अनिवार्य अंग्रेजी का पेपर है, जबकि कल और दसवीं में विज्ञान का पेपर होगा, जबकि ग्यारहवीं व बारहवीं में हिन्दी अनिवार्य का पेपर होना है। राज्यभर में एक साथ और एक ही पेपर से एग्जाम होने के कारण ये सीनियर क्लासेज के लिए बोर्ड एग्जाम की तैयारी जैसा है। पेपर भी बोर्ड पैटर्न पर ही तैयार होकर स्टूडेंट्स तक पहुंच रहा है। पेपर को पूरी तरह सील पैक करके सेंटर पर पहुंचाया जा रहा है। प्राइवेट स्कूल संचालकों को सीधे पेपर नहीं दिए जा रहे हैं, बल्कि सरकारी स्कूल को नोडल एजेंसी बनाया गया है। जहां से परीक्षा से कुछ देर पहले संबंधित अधिकृत व्यक्ति को ही पेपर दिया जा रहा है। विवाह समारोह के बीच एग्जाम उधर, टीचर्स का कहना है कि विवाह समारोह के कारण बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स अनुपस्थित रह रहे हैं। एक प्राइवेट स्कूल संचालक मनोज व्यास का कहना है कि 22 नवम्बर और तीस नवंबर को विवाह आयोजनों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में बच्चे अनुपस्थित है। जो बच्चे शहर से बाहर जा रहे हैं, वो दो से चार पेपर में अनुपस्थित है। शिक्षा विभाग को पेपर की तारीख तय करते समय इस पर विचार करना चाहिए था। राज्यभर में 27 लाख स्टूडेंट्स समान परीक्षा का आयोजन पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षा कार्यालय की ओर से हो रहा है। पंजीयक कार्यालय के अनुसार इस बार समान परीक्षा में कक्षा नौ से बारह तक के 27 लाख स्टूडेंट्स हिस्सा ले रहे हैं। इन स्टूडेंट्स के लिए पेपर प्रकाशित करवाया गया है।
बोकारो के हरला थाना क्षेत्र में बुधवार रात एक 28 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यह घटना सेक्टर 9 स्थित बसंती मोड़ की बंगाली पड़ा बस्ती में हुई। मृतक की पहचान शंकर प्रसाद के रूप में हुई है। वह अपने माता-पिता के निधन के बाद अपनी पत्नी लक्ष्मी उर्फ रिया और एक बेटी के साथ इसी बस्ती में रहता था। शंकर दिहाड़ी मजदूर था और उसके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर थी। रात में नशे की हालत में पत्नी से हुआ था विवाद जानकारी के अनुसार, बुधवार रात शंकर नशे की हालत में घर लौटा था। इसके बाद किसी बात को लेकर उसका पत्नी से विवाद हो गया। गुस्से में उसने पत्नी को घर से बाहर निकाल दिया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। सुबह जब पत्नी ने दरवाजा खोलने की कोशिश की और कोई जवाब नहीं मिला, तो उसने शोर मचाया। पड़ोसियों के इकट्ठा होने पर दरवाजा तोड़ा गया। अंदर शंकर फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला। हरला थाना पुलिस को सुबह करीब 9 बजे घटना की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे एसआई अमन कुमार ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पड़ोसियों के अनुसार, बीती रात पति-पत्नी के बीच विवाद की आवाजें सुनी गई थीं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फतेहपुर जिले के थरियांव थाना क्षेत्र स्थित लतीफपुर जूनियर हाईस्कूल में होमवर्क न करने पर एक छात्रा की शिक्षक ने पिटाई कर दी। इस घटना में छात्रा के हाथ में फ्रैक्चर हो गया। जब छात्रा की मां शिकायत लेकर स्कूल पहुंचीं, तो आरोपित शिक्षक ने उन्हें धमकाकर भगा दिया। मामला संज्ञान में आने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं। करमचंदपुर साड़ा गांव निवासी सोनी देवी ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनकी बेटी नौशीन, कक्षा 8 की छात्रा है। सोमवार को स्कूल में अंग्रेजी के ट्रांसलेशन का होमवर्क पूरा न होने पर संबंधित शिक्षक ने पानी की टंकी से जुड़े प्लास्टिक पाइप से उसके हाथ पर लगभग 25-30 बार प्रहार किए। इस मारपीट से छात्रा के हाथ में गंभीर चोट आई, जिसकी डॉक्टर ने फ्रैक्चर के रूप में पुष्टि की है। सोनी देवी के अनुसार, बेटी का इलाज कराने के बाद वह बुधवार को स्कूल में शिकायत करने पहुंची थीं। इस दौरान आरोपित शिक्षक ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और उन्हें वहां से भगा दिया। शिक्षक ने कथित तौर पर कहा, हां, मैंने मारा है, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा। पीड़िता की मां ने हसवा चौकी में गुरुवार को शिकायत दर्ज कराई है, जहां पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इस प्रकरण पर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) भारती त्रिपाठी ने तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने खंड शिक्षाधिकारी भिटौरा को जांच कर पूरी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। बीएसए ने कहा कि दोष सिद्ध होने पर शिक्षक के खिलाफ कड़ी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
सड़क हादसे में घायल युवक की इलाज के दौरान कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में मौत हो गई। युवक बनवारी लाल बेरवा (39) प्रताप कॉलोनी थाना तालेड़ा,जिला बूंदी का रहने वाला था। जो केशवरायपाटन में कार्तिक मेले में दुकान पर काम करता था। बनवारी काम खत्म कर वापस घर लौट रहा था। रास्ते में अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया। घटना 17 नवंबर की है। शव का आज पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। युवक की बेटी की अगले महीने शादी होनी थी। छोटे साले अजय ने बताया कि उसके जीजा बनवारी केशवरायपाटन में कार्तिक मेले में फ़ास्ट फूड दुकान में काम करते थे। 17 नवंबर की शाम 6 बजे काम खत्म कर केशवरायपाटन से अपने गांव तालेड़ा लौट रहे थे। रंगपुरिया नयागांव के पास अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बनवारी गंभीर घायल हो गए । सड़क से गुजर रहे राहगीरों ने उन्हें एमबीएस हॉस्पिटल कोटा पहुंचाया। सूचना मिलने पर परिजन एमबीएस हॉस्पिटल पहुंचे। जहां गंभीर हालत होने पर उन्हें न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रैफर किया। इलाज के दौरान आज तड़के 6 बजे उनकी मौत हो गई। बनवारी लाल की 19 साल की बेटी की अगले महीने 30 दिसंबर को शादी होनी थी। परिवार में शादी की तैयारी चल रही थी। सब धरी की धरी रह गई। केशवरायपाटन थाना SI बालकृष्ण ने बताया परिजनों ने अज्ञात वाहन से टक्कर होना बताया है। हादसे में बनवारी के सिर, पेट व हाथ पैर में चोट लगी थी। जिसकी इलाज के दौरान आज मौत हो गई। शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।मामले की जांच की जा रही है।
बागपत कलेक्ट्रेट पर गाधी गांव के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि रास्ते और नाली निर्माण में नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है, जिससे उनके घरों को नुकसान पहुंच रहा है। उन्होंने इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में जिस रास्ते का निर्माण हो रहा है, उसके पास नाले का निर्माण नियमों के विरुद्ध किया जा रहा है। उनके मकानों के बाहर बनी दीवारें, चबूतरे और अन्य संरचनाओं को अतिक्रमण बताकर तोड़ा जा रहा है, जिससे उन्हें काफी नुकसान हुआ है। गाधी गांव निवासी कुलदीप, जयपाल, प्रदीप और कैलाश सहित लगभग आधा दर्जन लोगों ने कलेक्ट्रेट पर अधिकारियों से शिकायत की। उन्होंने बताया कि रास्ते के दोनों ओर नालियां हैं, लेकिन अब नाली की चौड़ाई बढ़ा दी गई है, जो गलत है। उनका आरोप है कि ग्राम प्रधान जानबूझकर उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। ग्रामीणों ने अधिकारियों से मांग की है कि इस निर्माण कार्य को तुरंत रोका जाए और उन्हें न्याय दिलाया जाए। उनका कहना है कि शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद उन्हें कलेक्ट्रेट आना पड़ा।
लखीमपुर खीरी कस्बे में विद्युत विभाग की टीम जब स्मार्ट मीटर लगाने पहुंची, तो स्थानीय उपभोक्ताओं ने इसका जोरदार विरोध किया। विरोध की आशंका को देखते हुए मौके पर पुलिस और विद्युत विभाग की संयुक्त टीम पहले से तैनात थी। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उनकी अनुमति के बिना जबरन स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। टीम के पहुंचते ही इलाके में तनाव का माहौल बन गया और उपभोक्ता अपने घरों के बाहर एकत्र होकर स्मार्ट मीटर लगाने का बहिष्कार करने लगे। सूचना मिलने पर अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया। हालांकि, जबरन मीटर लगाए जाने की खबर तेजी से फैलने के कारण पूरे कस्बे में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस टीम पूरे क्षेत्र में सतर्कता बरत रही है और निगरानी कर रही है।
मुजफ्फरपुर के औराई सीट से भाजपा विधायक रमा निषाद नीतीश सरकार में मंत्री बनीं है। पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में नवनिर्वाचित सरकार का भव्य शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में रमा निषाद ने मंत्री पद की शपथ ली। बिहार विधानसभा चुनाव में औराई सीट पर रिकॉर्ड जीत दर्ज की है। उन्होंने 57,206 मतों के बड़े अंतर से यह विजय हासिल की। अजय निषाद मुजफ्फरपुर से सांसद रह चुके हैं रमा निषाद मुजफ्फरपुर से सांसद रह चुके अजय निषाद की पत्नी हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने टिकट नहीं दिया था, जिसके बाद उन्होंने नाराज होकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था। कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े, लेकिन करारी हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में हार के बाद अजय निषाद ने भाजपा में फिर से वापसी की। पार्टी ने उनकी पत्नी रमा निषाद को औराई से उम्मीदवार बनाकर एक बार फिर उन पर भरोसा जताया है। यह राजनीतिक वापसी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुई थी। शानदार जीत के बाद नीतीश सरकार में बीजेपी कोटे से मंत्री बनीं। विरासत में मिली है राजनीतिक रमा निषाद के ससुर कैप्टन जय नारायण प्रसाद निषाद मुजफ्फरपुर से लंबे समय तक सांसद रहे और केंद्र सरकार में दो बार मंत्री बने। उनके बाद अजय निषाद ने यह विरासत संभाली और दो बार मुजफ्फरपुर से सांसद बने। रामा निषाद हाजीपुर से दो-दो बार नगर परिषद की सभापति रह चुकी हैं। इस बार हाजीपुर में सभापति के चुनाव हार गई थीं। औराई सीट से भाजपा ने वर्तमान विधायक का टिकट काट दिया था औराई सीट से पार्टी के सीनियर नेता रामसूरत राय का टिकट काटकर बीजेपी ने रमा निषाद को टिकट दे दिया । इसके लिए क्षेत्र में काफी विरोध हुआ, उसके बाद पार्टी के तरफ से काफी कोशिश हुई और सब कुछ ठीक हो गया। रमा निषाद मूल रूप से वैशाली जिले के हाजीपुर की रहने वाली हैं।
धार में एक बैंक कर्मचारी के परिवार के साथ आयुर्वेदिक दवा के नाम पर 53 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। अज्ञात लोगों ने कर्मचारी की पत्नी से क्यूआर कोड स्कैन करवाकर यह राशि ट्रांसफर करवा ली थी। हालांकि, साइबर पोर्टल और पुलिस की सक्रियता से यह पूरी राशि रिकवर कर ली गई है। शुक्रवार दोपहर को कोतवाली थाने में पीड़ित को यह राशि वापस लौटा दी गई। जानकारी के अनुसार, शहर की त्रिमूर्ति कॉलोनी निवासी बैंक कर्मचारी बी. संतोष की सास से कुछ अज्ञात लोग मिले थे। उन्होंने बुजुर्ग महिला को आयुर्वेदिक दवाइयों के बारे में जानकारी दी और पेमेंट के लिए एक क्यूआर कोड दिया। संतोष की पत्नी ने अपनी मां के कहने पर उस क्यूआर कोड के माध्यम से 53 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। दो दिन बाद पता चली ठगी, 1930 पर की शिकायतघटना के दो दिन बाद बैंक कर्मचारी बी. संतोष को एहसास हुआ कि क्यूआर कोड के जरिए उनके साथ धोखाधड़ी हुई है। उन्होंने तुरंत कोतवाली थाने पहुंचकर मामले की शिकायत दर्ज कराई। इसके साथ ही साइबर फ्रॉड की शिकायत 1930 पोर्टल पर भी पंजीकृत कराई गई। राजस्थान के ई-मित्र संचालक के खाते में गई थी राशिथाना प्रभारी दीपक सिंह चौहान के अनुसार, साइबर सेल की मदद से जिस अकाउंट में राशि गई थी, उसे होल्ड करवाया गया। जांच में पता चला कि उक्त अकाउंट से राशि राजस्थान के बांरा जिले में एक ई-मित्र संचालक के अकाउंट में ट्रांसफर हुई थी। पुलिस ने तत्काल उक्त ई-मित्र संचालक का अकाउंट फ्रीज करवाया और बैंक से जानकारी बुलवाई। युवकों ने ट्रांसफर कर नकद ले लिए थे रुपएई-मित्र संचालक से संपर्क करने पर उसने बताया कि कुछ युवकों ने उसके खाते में राशि ट्रांसफर कर उससे नकद रुपए ले लिए थे। इसके बाद राजस्थान की स्थानीय पुलिस की मदद ली गई। पुलिस के प्रयास से उक्त राशि ई-मित्र संचालक से वापस कराई गई, जो बाद में थाना कोतवाली पहुंची। साइबर सेल और आरक्षक की रही भूमिकाशुक्रवार दोपहर को थाने में बैंक कर्मचारी को ठगी गई 53 हजार रुपए की राशि लौटाने की प्रक्रिया पूरी की गई। राशि वापस दिलाने में धार साइबर सेल और आरक्षक 137 राममूर्ति रावत की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।
कैथल जिले के तितरम थाना क्षेत्र के गांव नरड़ में करीब 34 वर्षीय विवाहिता की मौत हो गई। मृतका के मायके पक्ष के लोगों ने ससुरालियों पर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। मायके वालों का आरोप है कि ससुराल पक्ष के लोग उसे दहेज की मांग करते हुए प्रताड़ित करते थे। उससे बार बार मारपीट की जाती थी और और दहेज में अंगूठी, मोटरसाइकिल व चेन की मांग की जा रही थी। करीब 4 साल पहले हुई थी शादी इस संबंध में मृतका के भाई ने तितरम थाना में शिकायत दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर ससुराल पक्ष के पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। महिला के भाई गुरुग्राम के कमल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी बहन सीमा की शादी करीब 4 साल पहले गांव नरड़ में संदीप से हुई थी। शादी के कुछ समय बाद तक ससुराल वालों ने उसे ठीक रखा, लेकिन बाद में उसे दहेज की मांग करते हुए मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे। पति, सास व अन्य ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट की। सूचना दिए बगैर किया संस्कार विवाहिता से कभी मोटरसाइकिल, तो कभी अंगूठी-सोने की चेन मांगी जा रही थी। इस संबंध में उन्होंने कई बार ससुरालियों को समझाया, लेकिन वे नहीं माने। अब दो दिन पहले उसकी बहन ने आत्महत्या कर ली। शिकायतकर्ता ने कहा कि ससुराल पक्ष के लोगों ने ही उसे आत्महत्या के लिए मजबूर किया है। यहां तक कि उन्हें इसकी सूचना दिए बिना ही उसकी बहन के शव का संस्कार कर दिया। तितरम थाना के जांच अधिकारी राममेहर ने बताया कि इस संबंध में पुलिस के पास शिकायत आई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। जांच के आधार पर आगामी कार्रवाई की जाएगी।
गाजीपुर में प्रमुख समाजसेवी विवेक कुमार सिंह 'शम्मी' के नेतृत्व में जर्जर सड़कों के खिलाफ चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान में 10,000 से अधिक लोगों ने अपना विरोध दर्ज कराया। अभियान के माध्यम से लोगों ने जल्द से जल्द सड़कों के निर्माण की मांग की है। टाउन हॉल पर चल रहे इस अभियान के आखिरी दिन लोगों ने शहर की मौजूदा स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसी हालत पहले कभी नहीं थी। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। वरिष्ठ नागरिकों ने इस दौरान संविधान का हवाला देते हुए कहा कि स्वच्छ सड़कें, साफ पानी और अच्छा वातावरण हर व्यक्ति का मौलिक अधिकार है। उनका आरोप है कि कार्यदायी संस्थाओं ने पिछले सात वर्षों में गाजीपुर के नागरिकों को इन मौलिक अधिकारों से वंचित रखा है। अभियान के आयोजक शम्मी सिंह ने बताया कि इसका उद्देश्य सड़क निर्माण से संबंधित विभागों, जिनमें नगर पालिका, जल निगम, पीडब्ल्यूडी और सीवर निर्माण की कार्यदायी संस्थाएं शामिल हैं, को जगाना था। उन्होंने इन सभी विभागों पर भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी में लिप्त होने का आरोप लगाया, जिसके कारण शहर की सड़कों की यह दुर्दशा हुई है। शम्मी सिंह ने जानकारी दी कि संबंधित विभागों के अधिकारियों ने एक महीने के भीतर कार्य योजना बनाकर काम शुरू करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि एक महीने में कार्य शुरू नहीं हुआ, तो सभी लोग अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे। अंत में, शम्मी सिंह ने हस्ताक्षर करने वाले सभी लोगों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अरशद, वसीम, मनीष पांडेय, सूर्यकांत, गुड्डू, शिरीष, शुभम वर्मा, कमलेश कुशवाहा और संतोष कुशवाहा सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
मुंगेर के धरहरा थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम धरहरा-बसौनी मुख्य सड़क पर पचगछिया के पास दो मोटरसाइकिलों की आमने-सामने की टक्कर हो गई। इस भीषण दुर्घटना में चार युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय ग्रामीणों ने तत्काल सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धरहरा पहुंचाया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल मुंगेर रेफर कर दिया। सदर अस्पताल से भी सभी घायलों को आगे के विशेष उपचार हेतु हायर सेंटर भेजा गया है। घायल युवकों की पहचान जसीडीह गोविंदपुर निवासी जितेंद्र यादव के 18 वर्षीय बेटे गोलू कुमार, गोविंदपुर निवासी नरेश राम के 21 वर्षीय बेटे साजन कुमार, लड़ैयाटांड़ थाना क्षेत्र के घटवारी निवासी जितेंद्र साह के 13 वर्षीय बेटे विकास कुमार और घटवारी निवासी राजीव कुमार राय के 18 वर्षीय बेटे आयुष कुमार के रूप में की गई है। गोविंदपुर जा रहे थे दोनों युवक प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धरहरा बाजार की ओर से एक मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक जसीडीह गोविंदपुर जा रहे थे। इसी दौरान सामने से आ रही दूसरी मोटरसाइकिल की तेज रोशनी के कारण दोनों वाहन अनियंत्रित हो गए और तेज रफ्तार में आमने-सामने टकरा गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों बाइकों पर सवार चारों युवक सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। सड़क पर बेहतर प्रकाश व्यवस्था करने की मांग स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम के समय सड़क पर तेज रोशनी और कम दृश्यता के कारण अक्सर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन और परिवहन विभाग से सड़क पर बेहतर प्रकाश व्यवस्था करने और जागरूकता अभियान चलाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
राजीव गांधी नगर थाना क्षेत्र के शिक्षक कॉलोनी गली नंबर 7 में अज्ञात चोरों ने एक सूने पड़े मकान के ताले तोड़कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोर करीब पाँच तोला वजनी सोने के आभूषण तथा लगभग 25 तोला वजनी चांदी के आभूषण, करीब ढाई लाख रुपए नकद चुरा ले गए। हनुमान सिंह राजीव गांधी नगर थाना में रिपोर्ट देकर बताया कि चौपासनी शिक्षक कॉलोनी गली नंबर 7 में उनकी बेटी का ससुराल है। ससुराल पक्ष के सभी लोग महाराष्ट्र में पारिवारिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने 14 नवंबर को गए थे। घर के टूटे हुए थे ताले 18 नवंबर की शाम 5 बजे जब वे वापस लौटे तो देखा घर के ताले टूटे हुए थे। घर का सामान बिखरा हुआ पड़ा था जिसमे दो लाख पचास हजार रुपए नकद, सोने के आभूषण लगभग 5 तोला, चांदी के आभूषण 20 से 25 तोला गायब थे। ये सारा जेवरात और पैसा अज्ञात चोर चुराकर ले गया। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व शिक्षक कॉलोनी की गली नंबर 3 में भी इसी तरह चोरी की घटना हुई थी, जिसमें अज्ञात चोरों ने एक घर में सेंध लगाकर लाखों के आभूषण पार कर दिए थे।
लखनऊ में एक महिला ने अपने ही पति पर दहेज की डिमांड पूरी नहीं होने पर निजी तस्वीरें वायरल करने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि पति आए दिन उसे गंदी-गंदी गालियां देता है। छोटी-सी बात पर मारपीट कर घर से बाहर निकाल देता था। इस मामले में पीड़ित ने वजीरगंज थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। वजीरगंज निवासी महिला ने बताया कि 2022 में उसकी शादी काकोरी निवासी मोहम्मद जहांगीर से हुई थी। शादी के कुछ समय के बाद से ही पति दहज की डिमांड करने लगा। गंदी-गंदी गाली देने लगा। विरोध करने पर मारपीट करने के साथ शारीरिक और मानसिक तौर कर प्रताड़ित करने लगा। कोई काम नहीं करता था पूरा दिन घर पर रहता है। काम करने के लिए बोला तो मुझे घर से निकाल दिया। धीरे धीरे करके जो समान शादी के समय मिला था उसको बेचकर वो शराब पी गया। आए दिन शराब पीने घर आते थे दोस्त महिला ने बताया कि पति देर रात नए-नए दोस्तों को कमरे पर बुलाता था। पीड़िता को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला देता था, जिसके बाद वह बेसुध हो जाती थी। होश खोने के बाद पति अब्दुल्ला अपने दोस्तों से अनैतिक कार्य करवाता था। जब महिला ने विरोध किया, तो पति ने अश्लील मैसेज भेजकर उसे निजी तस्वीरें वायरल करने की धमकी दे डाली। भांजा रखता था गंदी नियत, शिकायत पर कुछ नहीं बोले पीड़ित के मुताबिक आरोपी पति का भांजा वाहिद उन पर गंदी नियत रखता है। जब इसके बारे में पति को बताया तो वो उल्टा मुझे ही गाली देने लगे। गर्भवती होने पर पति ने उसे जान से मारने की धमकी दी। यह बच्चा मेरा नहीं है कहकर जबरन गर्भपात की दवा खिलाई गई। दवा के बाद महिला की हालत गंभीर होने पर मायके छोड़ दिया। फिर घर बेचकर आए कैसे से शराब पी लिया। परेशान होकर पीड़िता मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर पुलिस आयुक्त तक न्याय की गुहार लगाई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वजीरगंज थाना पुलिस ने पति मोहम्मद जहांगीर खां उर्फ अब्दुल्ला और उसके साथियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।
बारां में कोतवाली थाना पुलिस ने अवैध हथियारों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो पिस्टल और कारतूस के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 'ऑपरेशन शस्त्र प्रहार' के तहत की गई। पुलिस अधीक्षक अभिषेक अंदासु ने बताया कि यह ऑपरेशन अवैध हथियार, मादक पदार्थ, जुआ और सट्टे के खिलाफ चलाया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश चौधरी और वृत्ताधिकारी ओमेन्द्र सिंह के निर्देशन में यह अभियान चला। कोतवाली थाना के कार्यवाहक थानाधिकारी एएसआई बनवारी लाल के नेतृत्व में गठित टीम ने गश्त के दौरान यह कार्रवाई की। टीम ने सुंदलक निवासी लेखराज, रोहित, गोपाल कॉलोनी निवासी अजय प्रताप सिंह और विशाल सुमन को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से दो पिस्टल और कारतूस जब्त किए गए। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस आगे की जांच कर रही है। सभी आरोपियों को आज न्यायालय में पेश किया गया। इस कार्रवाई में एएसआई बनवारी लाल के साथ मोहम्मद रफीक, भरत सिंह, हरीश भाटी, बाबूलाल, अमरचंद और रामावतार सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।
अलवर में पिछले 20 दिन में रेंटल कार ने 5वीं जिंदगी छीन ली। बुधवार को मॉर्निंग वाक पर सहायक वनपाल को कुचलने वाली कार भी रेंटल निकली। जिसके ड्राइवर सहित कार को जब्त कर लिया गया। पुलिस ने सीसीटीवी के जरिए कार को 24 घंटे के अंदर शहर से जब्त किया है। चौकाने वाले बात यही है कि कार चला रहा युवक ट्रेंड नहीं था। फिर भी रेंट पर लाकर कार दौड़ा रहा था। भवानीतोप चौराहे पर सहायक वन पाल जोगेंद्र सिंह चौहान रोड के किनारे खड़े हो गए थे। उसके बावजूद ड्राइवर ने उसे कुचल दिया। यह पूरा घटनाक्रम CCTV में भी सामने आ गया। उसकी मदद से पुलिस ने ड्राइवर को अरेस्ट कर लिया। 1 नवंबर की रात करीब 8 बजे चिकानी रोड पर रेंटल कार ने पूरे परिवार को खत्म कर दिया था। 5 में से एक बालिका बची थी। वह भी अस्पताल में भर्ती है। अलवर में 11 साल के बेटे के साथ मॉर्निंग वॉक पर गए सहायक वनपाल जोगेंद्र सिंह चौहान को तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दीथी। बेटा बाल-बाल बच गया था। लेकिन सहायक वन पाल को कार वाले बुरी तरह कुचल दिया था। कार तेज रफ्तार में थी। सहायक वन पाल रोड किनारे खड़े भी हो गए थे। लेकिन फिर भी ड्राइवर ने सीधी टक्कर मार दी। यह सब 11 साल के बेटे के सामने हुआ। बेटे ने अपने पिता को तड़पते हुए देखा। बाद में अस्पताल लेकर गए। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया था। सीसीटीवी फुटेज सामने आया हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। अरावली विहार थाने के ASI भगवान सिंह ने बताया-CCTV के जरिए कार व ड्राइवर को पकड़ लिया है। कार रेंटल की है। इसकी पूरी जानकारी जुटा रहे हैं। कार व ड्राइवर को अलवर शहर से पकड़ा है। जिसके लिए काफी मशक्कत हुई है। सीसीटीवी में कार का रंग व हुलिया आ रहा था। जिसे कई प्लेटफॉर्म पर मैच किया गया । तक बार व ड्राइवर पकड़ में आया है। पुलिस ने कई रेंटल कार पकड़ी अलवर पुलिस ने कई रेंटल कार पकड़ी है। बिना रेंटल लाईसेंस के कार देने पर कार सीज करने का प्रावधान हैं। अलवर में कोई भी रेंटल लाईसेंस वाली कारें नहीं है। पुलिस ने रेंटल कारों की शॉर्टलिस्ट की है। सोशल मीडिया से रेंटल पर चलने वाली कारों की जानकारी जुटाई है। इन कारों 38 एमवी एक्ट और 102 एमवी एक्ट के तहत सीज करने की कार्यवाही होगी। राजस्थान से बाहर के नंबर की कारों पर अलग से जुर्माना लगाएंगे। जिसको लेकर आरटीओ को सूचना दी है। पुलिस ने शिवाजी पार्क व अरावली विहार थाने में रेंटल कारों को पकड़ा है।
गाजियाबाद में आत्मनिर्भर भारत अभियान को जन-आंदोलन बनाने के उद्देश्य से एक पदयात्रा का आयोजन किया गया। भाजपा महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल के नेतृत्व में हुई इस पदयात्रा में क्षेत्र की जनता, सामाजिक संगठनों, व्यापारियों, महिलाओं और युवाओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। पदयात्रा का शुभारंभ सांसद अतुल गर्ग, स्वतंत्र प्रभार मंत्री नरेंद्र कश्यप, महानगर अध्यक्ष मयंक गोयल और शहर विधायक संजीव शर्मा की उपस्थिति में हुआ। सामूहिक पूजा-अर्चना के बाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई गई। इस अवसर पर नेताओं ने कहा कि जनता की भागीदारी देश और क्षेत्र के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। सांसद अतुल गर्ग ने इस पदयात्रा को आत्मनिर्भर भारत और स्थानीय उद्यमों को बढ़ावा देने का माध्यम बताया। मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि क्षेत्रीय समस्याओं का समाधान जनता की सहभागिता से ही संभव है। मयंक गोयल ने जोर दिया कि आत्मनिर्भर भारत तभी सफल होगा जब यह हर नागरिक का जन-अभियान बने। पदयात्रा का समापन प्रताप विहार के स्वदेशी चौक पर हुआ, जहां लोगों ने प्रतिभागियों का स्वागत किया। विधायक संजीव शर्मा ने सभी का धन्यवाद करते हुए कहा कि जनता की सहभागिता क्षेत्र के विकास और सुशासन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम में विभिन्न पदाधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, पार्षद, व्यापारी और बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उपस्थित रहे।
पूर्वी चंपारण के चकिया में विराट रामायण मंदिर का निर्माण हो रहा है। इसमें दुनिया का सबसे बड़ा शिवलिंग स्थापित किया जाएगा। यह शिवलिंग 21 नवंबर को तमिलनाडु के महाबलीपुरम से बिहार के लिए रवाना होगा। इसके लिए महावीर मंदिर के सुपरिटेंडेंट के. सुधाकरण और जनसंपर्क पदाधिकारी अजय कुमार सिंह आज महाबलीपुरम जा रहे हैं। वहां पहले शिवलिंग की पूरे विधि-विधान से पूजा होगी। फिर 96 चक्कों की गाड़ी से यह शिवलिंग करीब डेढ़ महीने में कैथवलिया पहुंचेगा। जिस ट्रक से इसे लाया जाएगा, उसकी रफ्तार 5 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। अधिक वजन से कहीं सड़क न धंस जाए, इसलिए चकिया से कैथवलिया तक 12 किलोमीटर विशेष तकनीक से सड़क व पुल-पुलिया का निर्माण हुआ है। विश्व का सबसे बड़ा मोनोलिथ स्ट्रक्चर का शिवलिंग महावीर मंदिर न्यास के सदस्य सायण कुणाल ने कहा कि यह विश्व का सबसे बड़ा मोनोलिथ स्ट्रक्चर का शिवलिंग है। इस शिवलिंग की ऊंचाई और गोलाई भी 33 फीट है। वहीं, वजन 210 मीट्रिक टन है। इसके साथ एक हजार छोटे शिवलिंग भी होंगे। इसे सहस्रलिंगम के रूप में जाना जाता है। बिहार पहुंचने पर शिवलिंग का जगह-जगह स्वागत और पूजा किया जाएगा। वोल्वो हाइड्रोलिक पुलर गाड़ी से यह शिवलिंग बिहार पहुंचेगी। इस गाड़ी के साथ-साथ एक स्क्वाड भी मौजूद रहेगा। चांदी के 15 फीट ऊंचे अरघा पर होगा स्थापित इस शिवलिंग को सहस्रलिंगम कहा जाता है। इसके साथ एक हजार छोटे शिवलिंग होते हैं। तमिलनाडु के महाबलीपुरम में ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर की चट्टान को तराशकर इस शिवलिंग का निर्माण किया गया है। चांदी के 15 फीट ऊंचे अरघा पर यह शिवलिंग स्थापित होगा। 540 फीट चौड़ा होगा यह मंदिर विराट रामायण मंदिर का निर्माण महावीर मंदिर न्यास समिति की ओर से कराया जा रहा है। विराट रामायण मंदिर का प्रवेश द्वार, गणेश स्थल, सिंह द्वार, नंदी, शिवलिंग, गर्भ गृह का पाइलिंग का काम पूरा हो चुका है। आकार में यह मंदिर 1080 फीट लंबा और 540 फीट चौड़ा होगा। इसमें कुल 18 शिखर और 22 मंदिर होंगे और मुख्य शिखर की ऊंचाई 270 फीट, चार शिखर की ऊंचाई 180 फीट, एक शिखर की ऊंचाई 135 फीट, आठ शिखर की ऊंचाई 108 फीट और एक शिखर की ऊंचाई 90 फीट होगी। दो साल पहले हुआ था शिलान्यास 20 जून 2023 को शिलान्यास के बाद विराट रामायण मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया गया है। विराट रामायण मंदिर का निर्माण बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के केसरिया और चकिया के बीच जानकीनगर में हो रहा है। पटना से इस मंदिर की दूरी लगभग में 120 किलोमीटर है। विराट रामायण मंदिर में चार आश्रम होंगे। यह मंदिर आचार्य किशोर कुणाल का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
हिंद की चादर श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित चार बड़े नगर कीर्तनों में से एक वीरवार को बाबा फरीद जी की पवित्र धरती फरीदकोट से रवाना हुआ। यहां पर किला मुबारक में बाबा फरीद जी के तप स्थान से पाठ के भोग व अरदास के उपरांत खालसाई जाहो-जलाल से सजा यह नगर कीर्तन फिरोजपुर, मोगा, जगराओं, लुधियाना, फतेहगढ़ साहिब व चमकौर साहिब से होता हुआ 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब पहुंचेगा। रवानगी के अवसर पर पंजाब की सामाजिक न्याय अधिकारिता एवं अल्पसंख्यक मामलों की कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर, फरीदकोट के विधायक गुरदित सिंह सेखों, जैतो के विधायक अमोलक सिंह सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर भी पहुंचीं इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि श्री गुरु तेग बहादुर साहिब ने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अद्वितीय बलिदान दिया, जो विश्व इतिहास में मिसाल है। उन्होंने कहा कि कश्मीर के पंडितों की रक्षा के लिए गुरु जी ने अत्याचार के आगे झुकने की बजाय शहादत को चुना, जिससे मानवता को धर्मनिरपेक्षता, साहस और एकता का संदेश मिला। उन्होंने बताया कि इतिहास में पहली बार चंडीगढ़ से बाहर पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा, जो गुरु साहिब की शहादत को समर्पित रहेगा। भावी पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे गुरु तेग बहादुर जी के संदेश : गुरदित्त सिंह सेखों फरीदकोट के विधायक गुरदित्त सिंह सेखों ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी मानवाधिकारों के पहले शहीद माने जाते हैं और उनके शांति, दया तथा धार्मिक स्वतंत्रता के संदेश भावी पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। विधायक अमोलक सिंह ने बताया कि 23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब में विश्वस्तरीय कार्यक्रम, सर्व धर्म सम्मेलन, कीर्तन दरबार, मशाल की रोशनी और ड्रोन शो आयोजित किए जाएंगे। इस अवसर पर एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन समेत जिला व पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी तथा भारी संख्या में संगत मौजूद रही। यहां देखें फोटो...
धमतरी में रिहायशी इलाके में घुसा भालू VIDEO:कॉलोनी में बाइक सवारों ने पीछा कर बनाया वीडियो
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक भालू रिहायशी इलाके में घुस गया। 19 नवंबर की रात यह भालू एक कॉलोनी की सड़कों पर दौड़ता हुआ नजर आया, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है। भालू काफी तेज रफ्तार से भाग रहा था। गनीमत रही कि उस समय सड़क पर कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था। कॉलोनी में जाग रहे कुछ लोगों ने अपने कमरों से भालू की तस्वीरें और वीडियो कैद किए, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। बाइक सवारों ने किया भालू का पीछा इसी दौरान एक लापरवाही भी सामने आई, जहां बाइक सवार दो युवक भालू का पीछा करते नजर आए। यह काफी जोखिम भरा था, क्योंकि यदि भालू पलटकर हमला कर देता तो एक बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। जानकारी के अनुसार, धमतरी जिले के नगरी क्षेत्र में इन दिनों भालुओं का रिहायशी इलाकों में आना लगातार बढ़ गया है। कभी पेड़ों पर तो कभी बाड़ियों में भालू दिखाई दे रहे हैं, जिससे नगर के लोग दहशत में हैं। बार-बार भालुओं के रिहायशी इलाकों में घुसने से लोग वन विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग कर रहे हैं।
पन्ना-कटनी मार्ग पर हाइवा पलटा:स्टेडियम के पास हुआ हादसा, चालक ने कूदकर बचाई जान
पन्ना-कटनी मार्ग पर रैपुरा थाना अंतर्गत स्टेडियम के पास एक हाइवा अनियंत्रित होकर पलट गया। यह घटना गुरुवार, 20 नवंबर को हुई। हादसे में हाइवा चालक ने कूदकर अपनी जान बचाई और कोई हताहत नहीं हुआ। हाइवा चालक के अनुसार, वह अपने वाहन (क्रमांक एमपी-21, जेडडी-2889) से कटनी से पन्ना की ओर जा रहा था। स्टेडियम के पास सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्राला ने क्रॉसिंग के दौरान हाइवा को कट मार दिया। ट्राला के कट मारने से चालक का वाहन पर से नियंत्रण हट गया और हाइवा सड़क किनारे पलट गया। चालक ने समय रहते वाहन से छलांग लगा दी, जिससे वह सुरक्षित बच गया। घटना की जानकारी मिलने पर राहगीरों ने चालक की मदद की। फिलहाल, पलटे हुए हाइवा को क्रेन की सहायता से हटाने का प्रयास किया जा रहा है।
टीकमगढ़ में नगर पालिका द्वारा ढोंगा मैदान को आकर्षक बनाने के लिए चलाया गया पौधारोपण अभियान विफल हो गया है। करीब 50 एकड़ में फैले इस मैदान में लगाए गए सैकड़ों पौधे दो महीने के भीतर ही सूख गए हैं। बरसात के मौसम में मैदान के चारों ओर लगभग 500 ताड़ के पौधे लगाए गए थे। इनकी सुरक्षा के लिए ट्री गार्ड भी लगाए गए, लेकिन अब मैदान में केवल ट्री गार्ड ही नजर आ रहे हैं और पौधे गायब हो चुके हैं। यह अभियान राजशाही दौर में लगाए गए ताड़ के पेड़ों की श्रृंखला को बनाए रखने के उद्देश्य से शुरू किया गया था, जिनमें से कई पेड़ लगभग 100 साल की अवधि में टूट गए थे। ताड़ के पौधों के बाद, नगर पालिका ने मैदान के चारों ओर 5000 अमलताश के पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था। इसमें से करीब 2000 अमलताश के पौधे लगाए भी गए थे। हालांकि, वर्तमान में न तो ताड़ के पौधे जीवित बचे हैं और न ही अमलताश के। अमलताश के लगाए गए 2000 पौधों में से केवल 50 पौधे ही बचे हैं। नगर पालिका सीएमओ ओमपाल सिंह भदोरिया ने बताया कि पौधों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण वे जीवित नहीं रह सके। उन्होंने कहा कि अब मैदान के चारों ओर बाउंड्रीवॉल का निर्माण कराया जा रहा है ताकि सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। बाउंड्रीवॉल का काम पूरा होने के बाद दोबारा पौधे लगाए जाएंगे। सीएमओ ने यह भी बताया कि अमलताश के 5000 पौधे लगाने का लक्ष्य था, लेकिन लगभग 1500 पौधे ही लगाए जा सके थे। उन्होंने पौधारोपण अभियान में हुए खर्च के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
पलामू पुलिस ने बीती रात एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 6.523 किलोग्राम अफीम के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। जब्त अफीम की कीमत करीब 32 लाख रुपए बताई जा रही है, जिसे राजस्थान और पंजाब भेजा जाना था। पुलिस ने आरोपी के पास से एक कार और मोबाइल फोन भी जब्त किया है। गुप्त सूचना के आधार पर शहर थाना पुलिस और सशस्त्र बल की संयुक्त टीम ने रेडमा चौक से रेलवे स्टेशन जाने वाली सड़क पर सघन एंटी-क्राइम चेकिंग अभियान चलाया। इसी दौरान एक सफेद रंग की कार संदिग्ध अवस्था में रेलवे स्टेशन की ओर आती दिखी, जिसे रोककर जांच की गई। काले बैग से छह प्लास्टिक पैकेट मिले कार की ड्राइवर सीट पर बैठे चैनपुर थाना क्षेत्र के बंदुआ निवासी अभिषेक कुमार (22) को पकड़ा गया। तलाशी में उसके पास मौजूद एक काले बैग से छह प्लास्टिक पैकेटों में भूरा, गीला पदार्थ बरामद हुआ। मौके पर उपस्थित परीक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षक राजीव रंजन ने किट से जांच कर इसकी अफीम के रूप में पुष्टि की। इलेक्ट्रॉनिक तराजू पर इस अवैध अफीम का कुल वजन 6.523 किलोग्राम पाया गया। पुलिस के अनुसार, इस खेप को राजस्थान और पंजाब भेजा जाना था। गिरफ्तार युवक अभिषेक कुमार की तलाश बंगाल पुलिस को भी है। उसने टेलीग्राम के माध्यम से एक व्यक्ति से 18 लाख रुपए का लेनदेन किया था। एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि बरामद अफीम पलामू-चतरा बॉर्डर से लाया गया था। इस मामले में विस्तृत जांच की जा रही है और शहर थाना में कांड दर्ज किया गया है। गिरफ्तार अभियुक्त अभिषेक कुमार को आज न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस कार्रवाई में डीएसपी राजीव रंजन के नेतृत्व में थाना प्रभारी, पुलिस पदाधिकारी और सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। पलामू पुलिस ने इसे मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया है।
सोनीपत जिले के गोहाना रोडवेज डिपो कंडक्टर के साथ पानीपत पेट्रोल पम्प पर हुई मारपीट के विरोध में कर्मचारियों ने गोहाना रोडवेज कर्मचारियों ने का चक्का जाम कर दिया। वहीं आरोप लगाया गया है कि पेट्रोल पंप संचालिका ने मंत्री का फोन करवा कर कंडक्टर से माफी मंगवाने के लिए अधिकारियों से दबाव बनवाया। पेट्रोल पंप संचालिका मंत्री के नजदीकी होने के चलते सस्पेंड होने का भी डर दिखाया गया। जिसके चलते बुधवार को कंडक्टर और ड्राइवर दोबारा पेट्रोल पंप पर जाकर माफी मांगने के लिए गए। जहां पेट्रोल पंप संचालिका ने कमरे में बंद करके कंडक्टर के साथ मारपीट की है। वहीं पानीपत के इसराना थाना में पुलिस को शिकायत दी है और महिला के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। जानिए पूरा मामला सोनीपत के गोहाना डिपो की बस मंगलवार को चंडीगढ़ से पानीपत आ रही थी। पानीपत के सिवाह बस स्टेंड से बस ने सवारियों को उतारकर गोहाना के लिए रवाना हुई। पानीपत के शुगर मिल के सामने एक पेट्रोल पम्प से पहले महिला यात्री के बच्चे को अचानक बाथरूम की जरूरत पड़ी। महिला ने भी वॉशरूम जाने की बात कही, तो ड्राइवर ने शुगर मिल के सामने बने पेट्रोल पंप पर बस रोक दी। उचित व्यवस्था न होने के कारण महिला बिना वॉशरूम गए वापिस आ गई। मंत्री का पेट्रोल पंप होने की धमकी बच्चे को पास के पार्क के किनारे पर बस के साथ ही बाथरूम करवाया गया, जिसके बाद पेट्रोल पंप संचालिका ने महिला सवारी, ड्राइवर और कंडक्टर के साथ गाली-गलौज और मंत्री का पेट्रोल पंप होने की धमकी की और कहा कि सस्पेंड करवाती हूं। मामला इतना बढ़ा कि अधिकारियों को भी हस्तक्षेप करना पड़ा, और अधिकारियों के मंत्री दबाव के चलते अगले दिन माफी मांगने गए कंडक्टर गए, तो उनके साथ मारपीट की गई। सबसे पहले गोहाना रोडवेज कर्मचारियों के प्रोटेस्ट की अलग-अलग तस्वीर देखिए... कंडक्टर के साथ हुई मारपीट की कहानी सिलसिलेवार पढ़िए... 1. पेट्रोल पंप पर वॉशरूम की कमी से शुरू हुआ विवाद मंगलवार को चंडीगढ़ से पानीपत जा रही रोडवेज बस को किलोमीटर स्कीम ड्राइवर ने नए शुगर मिल के सामने बने पेट्रोल पंप पर रोका। बस में सवार एक महिला के चार साल के बेटे को अचानक तेज बाथरूम आया। पेट्रोल पंप पर वॉशरूम की उचित व्यवस्था न होने के कारण महिला ने पास के पार्क के कोने में बच्चे को बाथरूम करवाया। 2. पेट्रोल पंप संचालिका भड़की, महिला और स्टाफ से गाली-गलौज बच्चे को पार्क में बाथरूम करवाने की बात से संचालिका गुस्से से उबल पड़ी। महिला यात्री के अनुसार, संचालिका ने न केवल उसे बल्कि ड्राइवर और कंडक्टर को भी गंदी गालियां दीं। आरोप है कि संचालिका ने धमकी देते हुए कहा कि मंत्री का पेट्रोल पंप है, यहां तुम टॉयलेट कराओगे, तुम लोगों की हिम्मत कैसे हुई। महिला और कंडक्टर ने तत्काल माफी भी मांग ली, फिर भी माहौल तनावपूर्ण बना रहा। 3. मंत्री को कॉल करवाकर रोडवेज अधिकारियों पर दबाव घटना के बाद संचालिका की ओर से मंत्री को फोन करवाकर मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंचाई गई। इसके बाद रोडवेज जीएम और अन्य अधिकारियों ने भी ड्राइवर और कंडक्टर को दबाव में फिर से बुधवार को माफी मांगने के लिए भेजा। 4. माफी मांगने पहुंचे कंडक्टर पर पेट्रोल पंप में हमला अगले दिन जब कंडक्टर और ड्राइवर संचालिका से दोबारा माफी मांगने पेट्रोल पंप पहुंचे, तो स्थिति और बिगड़ गई। आरोप है कि कर्मचारियों ने कंडक्टर को एक कमरे में बंद कर दिया, उसके हाथ पकड़ लिए और उसी दौरान संचालिका ने कंडक्टर के चेहरे पर थप्पड़ मारे। कर्मचारियों ने उसके साथ लात-घूंसे भी चलाए। 5. इसराना पुलिस चौकी में शिकायत, मामला तूल पकड़ा मारपीट के बाद रोडवेज कर्मचारियों में बैठक हुई और कंडक्टर ने इसराना थाना पुलिस चौकी में शिकायत दी। शिकायत दर्ज होने से मामला सार्वजनिक हुआ और रोडवेज कर्मचारियों में भारी आक्रोश फैल गया। 6. गोहाना में रोडवेज का चक्का जाम कंडक्टर राजेश सैनी के साथ हुई घटना के विरोध में बुधवार सुबह गोहाना रोडवेज में कर्मचारियों ने चक्का जाम कर दिया। कर्मचारियों ने स्पष्ट कहा कि जब तक आरोपी संचालिका और कर्मचारियों पर कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रखा जाएगा। यूनियन का बयानमामले को लेकर यूनियन का कहना है कि जब तक पेट्रोल पंप संचालिका महिला के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। तब तक धरना जारी रहेगा और अगर समय रहते हुए प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की, तो पूरे स्टेट की काल की जाएगी और पूरे प्रदेश भर में कल से चक्का जाम होगा। वही यूनियन के पदाधिकारी ने कहा कि मंत्री कृष्ण लाल पवार का फोन करवा कर सोनीपत रोडवेज के अधिकारी पर दबाव बनाया गया और जिसके चलते ड्राइवर और कंडक्टर को भी दोबारा माफी मांगने के लिए मजबूर किया गया और उन्हें दोबारा से पानीपत में पेट्रोल पंप पर जाने के लिए कहा गया। जहां कंडक्टर को अंदर कमरे में ले जाकर मोबाइल फोन छीना गया और बंधक बनाकर राजेश कंडक्टर को पीट-पीटकर माफी मंगवाई गई। मामले में यूनियन ने कहा है कि जल्द कार्रवाई की जाए।
खंडवा जिले के भेरूखेड़ा गांव के पास बुधवार शाम एक सड़क हादसे के बाद तनाव की स्थिति बन गई। नर्मदा नगर थाने में पदस्थ सब इंस्पेक्टर (एसआई) अशोक नरगावे की कार ने दो बाइक सवारों को टक्कर मार दी, जिसमें तीन लोग घायल हो गए। हादसे के बाद गुस्साई भीड़ ने एसआई नरगावे को घेर लिया और उनकी पिटाई कर दी। इसका वीडियो गुरुवार को सामने आया है। मामला धनगांव थाना क्षेत्र का है। पुलिस के मुताबिक, एसआई अशोक नरगावे बुधवार शाम अर्टिगा कार से खंडवा कोर्ट से लौट रहे थे। मूंदी रोड खराब होने से वह खंडवा-कालमुखी रोड होते हुए पुनासा की तरफ जा रहे थे, तभी रास्ते में उनकी बाइक से टक्कर हो गई। हाल जानने पहुंचे तो थप्पड़-घूंसे मारने लगेटक्कर लगने के बाद मौके पर भीड़ जुट गई। एसआई घायल युवक का हालचाल जान रहे थे, इसी दौरान कुछ युवकों ने एसआई पर थप्पड़-घूंसों से हमला कर दिया। एसआई नरगावे हाथ जोड़कर माफी मांगते रहे। एसआई ने घायलों को अस्पताल पहुंचायाहादसे के बाद एसआई ने अपनी कार से सभी घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। समय पर इलाज मिलने से उनकी हालत में सुधार हुआ है। सभी की स्थिति फिलहाल स्थिर है। घटना की जानकारी मिलने पर धनगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची। अभी तक दोनों पक्षों ने शिकायत दर्ज नहीं कराई है। नर्मदानगर टीआई विकास खिंची भी जिला अस्पताल पहुंचे और घायलों की स्थिति जानी।
बिहार में गुरुवार को राजनीति का नया अध्याय शुरू हो गया है। आज नई सरकार का गठन हुआ, जिसमें नीतीश कुमार लगातार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लिए। इसी के साथ मंत्रिमंडल के नये सदस्यों का भी शपथ ग्रहण निर्धारित रहा। भाजपा–जदयू गठबंधन की इस नई सरकार में कई नए और पुराने चेहरों को जिम्मेदारी मिली है। इसमें भाजपा से विधायक रहे मंगल पांडे को दोबारा से मंत्री बनाया गया है। गुरुवार को उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली है। मंगल पांडेय दोबारा बने मंत्री सीवान सदर के विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता मंगल पांडेय भी एक बार फिर मंत्रिपरिषद का हिस्सा बन गए हैं। अनुमान है कि उन्हें इस बार भी स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है। चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कई सभाओं में स्वास्थ्य विभाग में हुए सुधारों को बड़ी उपलब्धि बताया था। साथ ही कहा था कि सीवान को बना-बनाया मंत्री मिला हुआ है। यही कारण है कि उनके दोबारा स्वास्थ्य मंत्री बनने की संभावना मजबूत मानी जा रही है। छात्र राजनीति से शुरू हुआ सफर सीवान के भिरगू बलिया गांव के रहने वाले मंगल पांडेय का राजनीतिक जीवन 1987 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ने के साथ शुरू हुआ। दो साल बाद 1989 में वे भाजपा के प्राथमिक सदस्य बने। 1992 में उन्हें भाजपा सीवान इकाई की कार्यकारी समिति का सदस्य चुना गया। 1995 में वे सारण क्षेत्र भाजयुमो प्रभारी बने और 1997 में उन्हें भाजयुमो का राज्य सचिव बनाया गया। आडवाणी की रथयात्रा में अहम जिम्मेदारी 1997-98 में लालकृष्ण आडवाणी की स्वर्ण जयंती रथयात्रा में उन्हें सह-प्रभारी की जिम्मेदारी मिली। वर्ष 2000 में उन्हें भाजयुमो का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद वे संगठन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे। 2013 से 2017 तक वे बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। पार्टी संगठन में उनके लंबे अनुभव के कारण उन्हें पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश का प्रभारी भी बनाया गया। पहली बार विधानसभा पहुंचे मंगल पांडेय 7 मई 2012 को पहली बार विधान परिषद के लिए निर्वाचित हुए। वे लगातार इस सदन के सदस्य बने रहे। दिलचस्प बात यह रही कि उन्होंने लंबे राजनीतिक करियर में कभी प्रत्यक्ष चुनाव नहीं लड़ा था। 2025 का विधानसभा चुनाव उनका पहला लोकतांत्रिक मुकाबला था, जिसमें उन्होंने सीवान सदर से जीत दर्ज की और विधानसभा पहुंचे। पहली बार में ही मिली जीत ने उनकी लोकप्रियता और प्रभाव को साबित कर दिया। कौन-कौन से विभाग संभाले मंगल पांडेय को पहली बार 29 जुलाई 2017 को नीतीश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया था। यह जिम्मेदारी उन्होंने 9 अगस्त 2022 तक निभाई। जनवरी 2024 में एनडीए सरकार की वापसी के बाद उन्हें दोबारा स्वास्थ्य मंत्री बनाया गया। फरवरी 2025 में उन्हें विधि विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी मिला। इससे पहले वे पथ निर्माण मंत्री भी रह चुके हैं। साधारण परिवार से उठकर बड़ा राजनीतिक चेहरा मंगल पांडेय का जन्म 1972 में सीवान जिले के भिरगू बलिया गांव में एक किसान परिवार में हुआ। पिता अवधेश पांडे और माता प्रेमलता पांडे से उन्हें शिक्षा और संस्कार मिले। उन्होंने माध्यमिक शिक्षा महाराजगंज में और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा देवी दयाल हाई स्कूल से पूरी की। उनका विवाह 19 अप्रैल 1998 को उर्मिला पांडेय से हुआ। उनका एक बेटा है जो दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा है। आज की शपथ पर टिकी सबकी निगाहें गुरुवार को होने वाला शपथ ग्रहण समारोह न केवल नई सरकार की दिशा तय करेगा, बल्कि बिहार की राजनीति में नए समीकरण भी स्थापित करेगा। सभी की नजरें इस बात पर हैं कि मंत्रिमंडल में कौन-कौन शामिल होते हैं और किन नेताओं को महत्वपूर्ण विभाग मिलते हैं।
फैशन और लाइफस्टाइल उत्पाद बनाने वाली कंपनी प्रोवोग इंडिया लिमिटेड ने प्लूटस होल्डिंग और इसके चार कर्मचारियों के खिलाफ करीब 90 करोड़ रुपए की वित्तीय धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज करवाया है। प्रोवोग की दिवालिया और लिक्विडेशन प्रक्रिया के दौरान धोखाधड़ी करने के आरोप में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने यह केस दर्ज किया है। एफआईआर में प्लूटस इन्वेस्टमेंट एंड होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड और इससे जुड़े लोगों के खिलाफ 90 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने, कंपनी के एसेट्स की कीमत षडयंत्रपूर्वक कम दिखाने, कंपनी के बकाया को रिकवर नहीं करने और लिक्विडेशन की प्रक्रिया को जानबूझकर अटकाने के आरोप लगाए गए हैं। ईओडब्ल्यू ने अमित गुप्ता, समीर खंडेलवाल, राकेश रावत और अर्पित खंडेलवाल के खिलाफ धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने के आरोप में केस दर्ज किया है। एफआईआर के मुताबिक प्रोवोग के डायरेक्टर मेजर शेयर होल्डर होने के नाते कंपनी के लोन में व्यक्तिगत गारंटी थे और वह लगातार कंपनी के मामलों को देख रहे थे। लिक्विडेशन की प्रक्रिया के दौरान भी वे लगातार कंपनी के मामले देख रहे थे। यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया में कंपनी का लोन अकाउंट एनपीए हो चुका था। बैंक ने इंडियन बैंकिंग कोड के प्रावधानों के मुताबिक अमित गुप्ता को रेजोल्यूशन प्रोफेशनल (RP) नियुक्त किया था। कंपनी को 2023 में प्लूटस इन्वेस्टमेंट एंड होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया गया था। बैंक से आरपी नियुक्त किए अमित गुप्ता भी धोखाधड़ी में शामिल शिकायत के मुताबिक साल 2018-19 और 2022-23 में आरपी अमित गुप्ता ने संदिग्ध एक्सपोर्ट ट्रांजेक्शन किए। गुप्ता ने जिसे एक्सपोर्ट किए, उस क्लाइंट ने पिछले एक्सपोर्ट का बकाया नहीं चुकाया था, 32.71 करोड़ रुपए पिछले बकाया थे, जिनकी वसूली ही नहीं की गई। अमित गुप्ता ने पूर्व कर्मचारी समीर खंडेलवाल के जरिए बिजनेस ऑपरेट किया जो प्रोवोग के पूर्व निदेशक राकेश रावत के लगातार संपर्क में था। प्रोवोग की हांगकांग स्थित 54.72 करोड़ की सहायक कंपनी की वैल्यू कम करने की साजिश रचीआरोप है कि आरपी अमित गुप्ता, प्लूटस इन्वेस्टमेंट एंड होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े समीर खंडेलवाल, राकेश रावत, अर्पित खंडेलवाल ने प्रोवोग की 100% सब्सिडियरी कंपनी हांगकांग स्थित एलिट टीम हांगकांग की जानबूझकर कीमत कम करने का षडयंत्र रचा। साल 2017-18 की बैलेंस शीट के मुताबिक इस सब्सिडियरी कंपनी की कीमत 54.72 करोड़ थी। कंपनी के मालिकाना हक में हांगकांग में दो प्रोपर्टीज थीं। इसके बावजूद वैल्यूएशन रिपोर्ट में उन दोनों प्रॉपर्टीज को छिपाते हुए अदर एसेट के तौर पर दिखाया ताकि वैल्यू कम करके दिखा सके। अर्पित खंडेलवाल ने हांगकांग की प्रोपर्टी को करोड़ों में बेचापुलिस को दी गई शिकायत में दावा किया गया है अर्पित खंडेलवाल ने हांगकांग स्थित प्रोवोग की सहायक कंपनी की एक प्रॉपर्टी को करोड़ों रुपए में बेच दिया ताकि वैल्यूएशन को कम किया जा सके। अमित गुप्ता ने जानबूझकर ई-ऑक्शन की प्रक्रिया को करीब 2 साल तक लटकाए रखा और उसमें जानबूझकर देरी की, जिससे कंपनी की कीमत में और कमी की जा सके। इंडिपेंडेंट वैल्यूअर को बैलेंस शीट और दस्तावेज नहीं दिएशिकायत के मुताबिक प्रोवोग की लिक्विडेशन प्रक्रिया के दौरान तीन इंडिपेंडेंट वैल्यूअर नियुक्त किए गए थे, लेकिन उन्हें बैलेंस शीट और जरूरी दस्तावेज नहीं दिए गए। यह सब प्रोवोग की हांगकांग स्थित सब्सिडियरी कंपनी एलिट एसकेजे की वित्तीय स्थिति को छुपाने के लिए किया गया था ताकि कंपनी की वैल्यू कम दिखाई जा सके।
समस्तीपुर रेलवे मंडल प्रशासन ने लहेरियासराय-सिलौत नई रेल लाइन निर्माण को लेकर सर्वे का कार्य पूरा कर लिया है। 52.69 किलोमीटर के इस नई रेलवे लाइन निर्माण पर करीब 1331.20 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। इस लाइन को दरभंगा में निर्माणाधीन एम्स के पास से गुजारा जाएगा। इसके साथ ही एम्स के नाम से उस स्थल पर स्टेशन भी बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। सर्वे रिपोर्ट मंत्रालय में रेलवे के निर्माण विभाग ने सबमिट कर दिया है। माना जा रहा है कि अगले वर्ष आने वाली बजट में इस योजना को शामिल किया जाएगा। बजट का प्रावधान होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस नई रेलवे लाइन के बनने पर दरभंगा, मधुबनी के लोगों को मुजफ्फरपुर जाने-आने में कम समय लगेगा। पटना पहुंचना भी उनके लिए आसान हो जाएगा। वह दो घंटे में पटना पहुंच सकेंगे। छह स्टेशनों का होगा निर्माण इस नई रेलवे लाइन परियोजना के तहत छह स्टेशन का प्रस्ताव दिया गया है। लहेरियासराय स्टेशन से ट्रेन खुलने के बाद पहला ठहराव दरभंगा एम्स स्टेशन होगा। इसके अलावा इस रूट पर पटासी, मोरो, बांद्रा, घोसरंभा (समस्तीपुर जिला के पूसा प्रखंड के पास से होते हुए )व विद्यया झा स्टेशन होते हुए समस्तीपुर-मुजफ्फरपुर रेल खंड के सिलौत स्टेशन पहुंचेगी। बागमती और बूढी गंडक नदी पर बनेगा बड़ा पुल इस खंड के बीच से गुजरने वाली बागमती और बूढी गंडक नदी पर करीब 200 मीटर लंगा पुल का निर्माण होगा। इसके साथ ही 11 मेजर, 12 माइनर पुलों का निर्माण होगा। इस रूट पर रेलवे गुमटी का प्रस्ताव नहीं दिया गया है। विभिन्न जगहों पर 45 अंडर पास का निर्माण होगा। ताकि गुमटी बंद करने का झंझट समाप्त होगा। 130 किलोमीटर की स्पीड से चलेगी ट्रेन सर्वे में इस रूट को 130 किलोमीटर की स्पीड के लायक बनाने का प्रस्ताव दिया गया है। जिसे भविष्य में 160 तक किया जा सके। विद्युतीकरण के साथ रूट का निर्माण होगा। रेलवे लाइन के निर्माण के लिए 245 हेक्टेयर जमीन की जरूरत होगी। सर्वे का काम पूरा हो चुका है रेलवे निर्माण विभाग के डिप्टी चीफ इंजीनियर आके गुप्ता ने कहा कि लहेरियाराय-सिलौत नई रेल लाइन सर्वे का काम पूरा हो गया है। सर्वें रिपोर्ट मुख्यालय को भेज दिया गया है। बजट में मंजूरी मिलते ही इस पर टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दिया जाएगा। तीन सालों में रेलवे लाइन बनाने का प्रस्ताव है।
अबोहर के अजीत नगर में कल देर रात धान की पराली में भीषण आग लग गई। इस घटना में पशुपालकों को लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां सुबह तक मौके पर मौजूद रहीं। आग इतनी भयंकर थी कि करीब एक एकड़ में रखी लगभग 250 ट्राली पराली जलकर राख हो गई। पशुपालकों ने बताया कि उन्होंने कई महीनों की मेहनत से यह पराली अपने पशुओं के चारे के लिए इकट्ठा की थी। अजीत नगर निवासी अकरम खान ने बताया कि वे गायें पालकर अपना गुजारा करते हैं। सर्दियों के 3-4 महीनों में पशुओं को खेतों में चराने से बचाने के लिए वे धान की पराली एकत्र करते हैं। उन्होंने और अन्य पशुपालकों ने दो महीने से यह पराली इकट्ठा की थी। अकरम खान के अनुसार, इस क्षेत्र में करीब 700 से 800 पशु हैं, जिनके लिए यह 250 ट्राली पराली एकत्र की गई थी। आग लगने से अब उनके पास पशुओं के लिए चारा नहीं बचा है। पशुपालकों ने स्थानीय प्रशासन से अपने पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराने की मांग की है। आग लगने का कारण अज्ञात है।
आजमगढ़ दौरे पर पहुंचे सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने गुरुवार को DM रविंद्र कुमार से मुलाकात की। इस दौरान SIR से जुड़ी गड़बड़ियों का मुद्दा उठाया। सांसद ने बताया कि कई जगह ब्लॉक लेवल अधिकारी भेदभाव कर रहे हैं और मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं। इस पर DM ने आश्वस्त किया कि जिले में किसी तरह की समस्या नहीं होने दी जाएगी। धर्मेंद्र यादव ने कहा कि 9 दिसंबर को जारी होने वाले ड्राफ्ट के आधार पर आगे की रणनीति तय की जाएगी। निरहुआ के सवाल पर नहीं दिया जवाब 2 दिन पूर्व आजमगढ़ जिले के दौरे पर पहुंचे भाजपा के पूर्व सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ के बयान की खेसारी लाल यादव जैसा हस्र आने वाले समय में अखिलेश यादव का होगा। इस सवाल के जवाब पर सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि यह बड़बोले लोग हैं। ब्रह्मा को चुनौती देने वाले लोग हैं ऐसे लोगों को हम जवाब नहीं देंगे। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव का कहना है कि हमें पूरा यकीन है कि वर्ष 2024 से इसकी शुरुआत हो गई है। और आने वाले 2027 के विधानसभा चुनाव में इसका असर दिखने लगेगा। जनता अत्याचार, शोषण, सामंतवाद और बुलडोजर भेदभाव इन सब से थक चुकी प्रदेश की जनता अत्याचार, शोषण, सामंतवाद और बुलडोजर भेदभाव इन सब से थक चुकी है। और आने वाले समय में इसका जवाब जनता जरूर देगी। इसके साथ ही सपा सांसद ने यह बात भी कहीं की भाजपा ने सत्ता में आने से पहले जो भी वायदे किए थे एक भी वादे पूरे नहीं किए हैं। ऐसे में जनता भलीभांति समझ चुकी है। वहीं SIR के सवाल पर सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए सिर का हथकंडा अपनाया जा रहा है। समाजवादी पार्टी के इस प्रतिनिधि मंडल में सपा विधायक दुर्गा प्रसाद यादव जिला अध्यक्ष हवलदार यादव सपा प्रवक्ता विवेक सिंह विधायक संग्राम यादव विधायक अखिलेश यादव सहित बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
नूंह जिले की फास्ट ट्रैक विशेष पोक्सो कोर्ट ने एक नाबालिग किशोरी के साथ रेप के एक आरोपी को 20 साल की कठोर कारावास और 58 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई है। जुर्माना नहीं भरने कर आरोपी को अतिरिक्त कारावास भुगतना पड़ेगा। युवक ने नाबालिग लड़की के साथ जबरन रेप की वारदात को अंजाम दिया था। जिसके बाद वह गर्भवती हो गई। बाद में जब नाबालिग की तबीयत खराब हुई, तो मामले का खुलासा हुआ। नाबालिग के साथ जबरन किया था रेप नूंह सहायक पुलिस अधीक्षक आयुष यादव ने बताया कि मामला 1 जून 2020 का है। सदर थाना फिरोजपुर झिरका क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली नाबालिग लड़की के साथ फिरोजपुर झिरका के रहने वाले आरोपी शमशाद ने जबरन रेप किया था। पीड़िता को जान से मारने व घटना किसी को बताने पर परिजनों को भी जान से मारने की धमकी दी थी। डर के कारण पीड़िता ने काफी समय तक किसी को कुछ नहीं बताया। बाद में जब उसकी तबीयत बिगड़ी और जांच हुई, तो पता चला कि वह गर्भवती है। इसके बाद पीड़िता ने पूरी आपबीती बताई और आरोपी की पहचान हुई। DNA जांच बच्चे का पिता पाया आरोपी मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया था। उसके बाद सभी जरूरी मेडिकल, तकनीकी और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा लिए थे। डीएनए जांच में भी बच्चे का पिता भी आरोपी ही पाया गया। करीब साढ़े पांच साल चली सुनवाई के बाद डॉ. आशु संजीव टिंजन, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश फास्ट ट्रैक विशेष पोक्सो कोर्ट-सह-चिल्ड्रन कोर्ट, नूंह ने 15 नवंबर को आरोपी को दोषी करार दिया और अब सजा का ऐलान किया। कोर्ट ने चार गंभीर धाराओं में सजा सुनाई है। सभी धाराओं को सजाएं एक साथ चलेगी। दोषी को कुल 20 वर्ष जेल में रहना होगा। विशेष अभियोजक ने कहा कि यह सजा समाज को कड़ा संदेश देती है कि नाबालिगों के साथ अपराध करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।
हिसार के गांव माढा में रास्ता रोकने को लेकर हुए विवाद में दो व्यक्तियों पर कुल्हाड़ी और डंडों से हमला किया गया। इस हमले में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने पीड़ितों के बयान दर्ज कर मामला दर्ज कर लिया है। गांव धांसु निवासी रमेश ने पुलिस को बताया कि वह 10 नवंबर को अपनी बहन के गांव माढा में अपने भांजे-भांजी को छोड़ने गया था। देर रात करीब सवा एक बजे जब वह अपनी गाड़ी से घर लौट रहा था, तो गली में माढा निवासी प्रदीप ने अपनी स्कूटी तिरछी खड़ी कर रखी थी। इससे गाड़ी निकलने में परेशानी हो रही थी। इसी दौरान, रमेश के रिश्तेदार और माढा निवासी रमेश (पुत्र टेकराम) ने स्कूटी हटाने का प्रयास किया। तभी प्रदीप और उसका बेटा अतीव मौके पर आ गए। पीड़ित रमेश के अनुसार, प्रदीप के हाथ में कुल्हाड़ी और अतीव के हाथ में डंडा था। दोनों ने आते ही गाली-गलौज शुरू कर दी। बेहोश होकर सड़क पर गिरा प्रदीप ने तुरंत कुल्हाड़ी से रमेश की बाईं आंख के नीचे वार किया। रमेश के पीछे हटने पर वार सिर पर नहीं लगा, लेकिन प्रदीप ने दाहिनी तरफ सिर पर दूसरा वार किया, जिससे रमेश बेहोश हो गया। बेहोशी की हालत में अतीव ने भी डंडों से हमला किया। हमलावरों ने उन्हें दोबारा सामने आने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस हमले में पीड़ित रमेश के साथ मौजूद रिश्तेदार माढा निवासी रमेश (पुत्र टेकराम) को भी गंभीर चोटें आईं। दोनों घायलों को हिसार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एएसआई कुलबीर ने अस्पताल पहुंचकर उनके बयान दर्ज किए। अस्पताल की एमएलआर रिपोर्ट के अनुसार, रमेश को सिर पर एक और दो अन्य चोटें लगी हैं, जबकि रमेश पुत्र टेकराम को दो चोटें आई हैं। सभी चोटें धारहीन हथियार से लगना दर्ज हुआ है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और पीड़ित के बयान सही पाए। इसके बाद प्रदीप, उसकी पत्नी रामप्यारी और उसके बेटे अतीव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 115(2), 126(2), 351(3) व 3(5) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर कांग्रेस का अनिश्चितकालीन धरना पटेल चौक पर 13वें दिन भी जारी रहा। क्षेत्रीय विधायक बाबू जंडेल की भूख हड़ताल तीसरे दिन में प्रवेश कर गई है। गुरुवार को भी बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और किसान धरना स्थल पर मौजूद रहे। कांग्रेस जिलाध्यक्ष मांगीलाल फौजी ने धरना स्थल पर बताया कि जिले में हुई बेमौसम बारिश से किसानों की फसलें प्रभावित हुई थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा अब तक पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा देने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। फौजी ने कहा कि कांग्रेस पिछले 13 दिनों से शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आंदोलन कर रही है, लेकिन प्रशासन का कोई भी अधिकारी चर्चा के लिए धरना स्थल पर नहीं पहुंचा है। जिलाध्यक्ष फौजी ने स्पष्ट किया कि यदि प्रशासन लिखित में यह आश्वासन देता है कि 24 घंटे के भीतर किसानों को मुआवजा वितरण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी, तो कांग्रेस धरना समाप्त करने को तैयार है। उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं बढ़ रही हैं और ऐसे में प्रशासन की चुप्पी चिंता का विषय है। धरना स्थल पर मौजूद अन्य कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं ले रही है। उनके अनुसार, खेतों में खड़ी फसलें नष्ट हो चुकी हैं, लेकिन किसान अभी भी राहत का इंतजार कर रहे हैं। नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। दूसरी ओर, विधायक बाबू जंडेल की भूख हड़ताल तीसरे दिन भी जारी रही। उनके समर्थकों ने बताया कि वे किसानों के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे। धरना स्थल पर दिनभर नेताओं, कार्यकर्ताओं और किसानों का जमावड़ा बना रहा, जिससे शहर की राजनीतिक गतिविधियों में भी तेजी आई है।
हरियाणा एसटीएफ ने 25 साल से फरार हत्या और लूट के एक इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी मुकेश उर्फ टिंकू, जो जिला एटा (यूपी) के कबार गांव का निवासी है, उसे फैजाबाद, यूपी से पकड़ा गया है। उस पर 5,000 रुपए का इनाम घोषित था। उसे पलवल पुलिस को सौंप दिया गया है। यह मामला 7 अक्टूबर 2000 का है। आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर नेशनल हाईवे-19 पर एक टैंकर चालक की हत्या कर लूटपाट की थी। घटना के समय एक महिला की मदद से टैंकर को रुकवाया गया था। दिल्ली से मथुरा जा रहा था टैंकर एसटीएफ टीम प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल छिल्लर ने बताया कि उस दिन दिल्ली से मथुरा जा रहे टैंकर के परिचालक राजबीर ने होडल थाना पुलिस को शिकायत दी थी। राजबीर ने बताया कि वह ड्राइवर कृष्ण कुमार के साथ फरनीस ऑयल लेने जा रहे थे। बामनीखेड़ा गांव के पास एक होटल पर चाय पीने के बाद वे आगे बढ़े। बंचारी गांव के पास हाईवे पर एक महिला ने टैंकर को रुकने का इशारा किया। ड्राइवर कृष्ण कुमार ने टैंकर रोका और महिला से बात करने लगा, जबकि राजबीर टायर चेक करने नीचे उतर गया। तभी लोहे की रॉड और सरिये लिए चार बदमाश आ गए और चालक कृष्ण के साथ मारपीट शुरू कर दी। जब राजबीर ने कृष्ण का बचाव करने की कोशिश की, तो बदमाश उसके पीछे भागे। राजबीर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। बाद में उसने अन्य वाहनों को रोककर बंचारी गांव पहुंचकर सरपंच को सूचना दी। सरपंच की कार में बैठकर जब वे घटनास्थल पर पहुंचे, तो बदमाशों ने चालक की हत्या कर पैसे लूट लिए थे और फरार हो गए थे होडल थाना पुलिस ने परिचालक की शिकायत पर लूट और हत्या का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी।
नीतीश कुमार ने गुरुवार को 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। NDA की 202 सीटों की प्रचंड जीत में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को ट्रंप कार्ड माना जा रहा है। इस योजना के जरिए बिहार में चुनाव के दौरान डेढ़ करोड़ महिलाओं के बैंक अकाउंट में 10,000 रुपए जमा किए गए। NDA के तमाम नेताओं ने इस योजना को लागू करने की सलाह देने का बड़ा क्रेडिट असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने लिया है। असम के CM ने बिहार भेजी थी अपनी टीम कुछ ही महीने बाद विधानसभा चुनाव में उतरने जा रहे असम के CM हिमंत बिस्वा सरमा ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने नीतीश कुमार सरकार के कहने पर करीब 5 महीने पहले अपने ब्यूरोक्रेट्स को बिहार भेजा था। उन्होंने बिहार के तत्कालीन चीफ सेक्रेटरी अमृत लाल मीणा और तत्कालीन डेवलपमेंट कमिश्नर और मौजूदा चीफ सेक्रेटरी प्रत्यय अमृत के सामने ‘जीविका 10,000 रुपए मॉडल’ पर एक प्रेजेंटेशन दिया था। इसके बाद इसे मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना में शामिल कर लिया गया। MP में भी मेरा फॉर्मूला हिट रहा हिमंत बिस्वा सरमा ने आगे बताया, ‘यहां तक कि मध्य प्रदेश की लाडली बहना स्कीम भी असम के अरुणोदय से प्रेरित थी। मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना, जिसमें हर योग्य महिला को हर महीने 1,000 रुपए दिए जाते हैं। इसी योजना के चलते BJP को 2023 के कड़े मुकाबले वाले MP विधानसभा चुनावों में सत्ता में वापस आने में मदद की। महागठबंधन ने सिर्फ 30 और NDA ने 34 महिलाओं को टिकट दिए

