रीवा जिले से शिक्षा व्यवस्था को शर्मसार करने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। स्कूल जहां बच्चों की पढ़ाई-लिखाई होती है, जहां उनके भविष्य की नींव रखी जाती है, वहीं के एक क्लासरूम को एक महिला हेडमास्टर ने अपने निजी बेडरूम में बदल दिया। मामला कुल्लू पूर्व माध्यमिक विद्यालय का है, जहां पदस्थ महिला हेडमास्टर पदमा शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने स्कूल के क्लासरूम को ही अपना आरामगाह बना लिया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि जिस कमरे में बच्चों की पढ़ाई होनी चाहिए, वहां तख्त, बिस्तर, कूलर, पंखा, गैस चूल्हा और निजी सामान सजा हुआ है। कमरा किसी क्लास से ज्यादा एक पर्सनल बेडरूम नजर आता है। क्लासरूम में ब्लैकबोर्ड, डस्टर और बच्चों की किताबों की जगह आराम करने की पूरी व्यवस्था ने जिम्मेदारों के भी होश उड़ा दिए। विभागीय नियमों को ताक पर रखकर क्लासरूम के दुरुपयोग का यह मामला गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है कि आखिर स्कूल बच्चों के लिए है या अधिकारियों के लिए? पूरे मामले पर डीपीसी विनय मिश्रा ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और कार्रवाई की बात कही है।
विदिशा शहर के विकास को गति देने और वार्ड स्तर की समस्याओं के समाधान के लिए विधायक मुकेश टंडन ने मंगलवार को एक बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक नगर पालिका के बस स्टैंड स्थित सभागार में आयोजित की गई, जिसमें शहर के पार्षद, पार्षद प्रतिनिधि, नगर पालिका अधिकारी और इंजीनियर उपस्थित रहे। विधायक ने पार्षदों से उनके वार्डों की आवश्यकताओं, समस्याओं और लंबित विकास कार्यों पर चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इन समस्याओं का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए। टंडन ने स्पष्ट किया कि सीमित संसाधनों के बावजूद शहर के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी, और बजट की कमी होने पर वे स्वयं उसकी पूर्ति तय करेंगे। स्ट्रीट लाइट लगवाने दिए निर्देश उन्होंने वार्डों में सफाई व्यवस्था सुधारने, कर्मचारियों की कमी वाले क्षेत्रों में अतिरिक्त तैनाती करने और जहां स्ट्रीट लाइट नहीं हैं, वहां लाइटें लगवाने के निर्देश दिए। सीवेज और पानी की पाइपलाइन से जुड़ी शिकायतों का भी तुरंत समाधान करने को कहा गया। विधायक बोले- पीएम आवास के आवेदन मंजूर किए जाए विधायक टंडन ने प्रधानमंत्री आवास योजना पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि हितग्राहियों को समय पर भुगतान मिले और लंबित आवेदनों को जल्द मंजूरी दी जाए। बैठक में यह भी तय हुआ कि नगर पालिका अधिकारी और इंजीनियर पार्षदों से मिलने के लिए निर्धारित समय तय करेंगे, ताकि जनता की समस्याओं का तुरंत निराकरण हो सके। हर महीने होगी समीक्षा बैठक इसके अतिरिक्त, हर महीने शहर के विकास कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की जाएगी। हर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में प्राप्त आवेदनों का समय-सीमा में निराकरण तय करने के निर्देश भी दिए गए। अमृत भारत मिशन के तहत शहर में सीवेज और पानी की नई पाइपलाइन बिछाई जा रही है। विधायक ने निर्देश दिए कि जिन इलाकों में काम होना है, वहां बोर्ड लगाकर लोगों को जानकारी दी जाए। कई जगह पाइपलाइन में 'चोटिया' (कनेक्टर) न लगे होने से पानी के रिसाव की शिकायतें मिली थीं, जिस पर पार्षदों को अपने-अपने वार्डों में निगरानी रखने और लोगों को जागरूक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए गए, जिसके लिए अधिकारियों की एक निगरानी टीम बनाई जाएगी और लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी।
डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में आउटसोर्सिंग भर्ती में घूसखोरी की शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायतकर्ता ने इसमें एक रेजिडेंट डॉक्टर की भूमिका होने और ऑनलाइन ट्रांसक्शन की बात कही है। हालांकि, संस्थान प्रशासन ने शिकायत और शिकायकर्ता दोनों के फर्जी होने बात कही है। संस्थान के निदेशक प्रो. सीएम सिंह के पास 17 नवंबर आजमगढ़ के सिरौली पिपरा गांव निवासी संत शरण यादव के नाम से शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायती पत्र में पोती को आउटसोर्सिंग के माध्यम से नौकरी दिलाने के लिए दिसंबर 2024 के दौरान संस्थान आए थे। यहां कर्मचारी ने उनसे सेवायोजन पोर्टल पर पंजीकरण के बाद डेढ़ लाख रुपये में भर्ती कराने का झांसा दिया। मामला एक लाख रुपये में तय हुआ। 70 हजार रुपये लेने के बाद भी नौकरी नहीं मिली। शिकायतकर्ता ने 30 हजार रुपये ऑनलाइन भेजने का स्क्रीनशॉट भी संलग्न किया है। जांच रिपोर्ट में शिकायत मिली फर्जी डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के सीएमएसप्रो. विक्रम सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद साक्ष्य देने के लिए शिकायकर्ता को स्पीड पोस्ट से पत्र भेजा गया था। वहां इस नाम का कोई व्यक्ति नहीं मिला। शिकायती पत्र में मोबाइल नंबर भी नहीं था। इसके बावजूद रेजिडेंट डॉक्टर और कर्मी का बैंक स्टेटमेंट देखा गया, उसमें भी कुछ नहीं मिला। जांच रिपोर्ट में शिकायत और शिकायकर्ता दोनों फर्जी पाए गए।
सीके बिरला हॉस्पिटल्स, जयपुर में किडनी ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ. नीरजा अग्रवाल पहुंची। डॉ. अग्रवाल 2014 से क्लीवलैंड क्लिनिक फ्लोरिडा से जुड़ी हुई हैं और ट्रांसप्लांट नेफ्रोलॉजी में शोध एवं क्लिनिकल विशेषज्ञता के लिए विश्व स्तर पर जानी जाती हैं।यह दौरा क्लीवलैंड क्लिनिक की भारत प्रतिनिधि दीपिका ग्रांधी की ओर से संचालित किया गया। इसका उद्देश्य किडनी ट्रांसप्लांट एवं नेफ्रोलॉजी केयर के क्षेत्र में वैश्विक ज्ञान–विनिमय को मजबूत करना और उन्नत क्लिनिकल विशेषज्ञता के माध्यम से मरीज देखभाल को और बेहतर बनाना था। दौरे के दौरान डॉ. अग्रवाल ने सीके बिरला हॉस्पिटल, जयपुर और सीएमआरआई, कोलकाता की क्लीनिकल टीमों के साथ विस्तारपूर्वक चर्चा की। इस चिकित्सकीय संवाद में नेफ्रोलॉजिस्ट, यूरोलॉजिस्ट और ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ शामिल हुए, जिसमें लिविंग डोनर ट्रांसप्लांट, वयस्क प्राप्तकर्ताओं में पीडियाट्रिक इन ब्लॉक किडनी ट्रांसप्लांट, लंबे समय तक ट्रांसप्लांट रोगियों के प्रबंधन, और डायलिसिस एवं निवारक देखभाल में सुधार जैसे विषयों पर वैश्विक अनुभव साझा किए गए। चर्चा में यह भी केंद्रित रहा कि विश्वभर में हो रहे ट्रांसप्लांट मेडिसिन के नवाचारों को भारत में, विशेषकर डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और अन्य सह–रोगों वाले मरीजों की जरूरतों के अनुरूप कैसे लागू किया जा सकता है, ताकि ट्रांसप्लांट की सफलता दर और समग्र हेल्थ आउटपुट बेहतर हो सके। अपनी यात्रा पर बोलते हुए डॉ. नीरजा अग्रवाल ने कहा कि ट्रांसप्लांट जैसे हाई–स्पेशियलिटी मेडिकल क्षेत्रों में वैश्विक सहयोग बेहद महत्वपूर्ण है। यपुर की यात्रा के दौरान साक्ष्य आधारित इलाज, मल्टी–डिसिप्लिनरी टीमवर्क और मरीज–केंद्रित अप्रोच को देखकर बेहद प्रभावित हुई हूं। भारत, विशेषकर जयपुर जैसे शहर, किडनी एवं ट्रांसप्लांट केयर के क्षेत्र में सराहनीय प्रगति कर रहे हैं। सीके बिरला हॉस्पिटल्स के सीईओ विपुल जैन ने कहा कि हमारा लक्ष्य वैश्विक स्तर की विशेषज्ञता को मरीजों तक पहुंचाना है। डॉ. अग्रवाल जैसी अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के अनुभव हमारे ट्रांसप्लांट प्रोग्राम को और मजबूत बनाते हैं। इससे राजस्थान, पश्चिम बंगाल सहित पूरे क्षेत्र में उन्नत ट्रांसप्लांट सेवाओं के लिए हमारी प्रतिबद्धता और सुदृढ़ होती है। डॉ. अग्रवाल 2014 से क्लीवलैंड क्लिनिक फ्लोरिडा से जुड़ी हुई हैं और ट्रांसप्लांट नेफ्रोलॉजी में शोध एवं क्लिनिकल विशेषज्ञता के लिए विश्व स्तर पर जानी जाती हैं।
शाजापुर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई, तीन आरोपी गिरफ्तार:दो सटोरियों पर सट्टा अधिनियम के तहत मामला दर्ज
शाजापुर पुलिस ने अवैध गतिविधियों के खिलाफ संयुक्त छापामार कार्रवाई की है। इस दौरान दो सटोरियों सहित कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर की गई थी। दरअसल, 2 दिसंबर 2025 को शाजापुर के कमरदीपुरा निवासियों ने पुलिस अधीक्षक यशपाल सिंह राजपूत को ज्ञापन सौंपकर अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने की मांग की थी। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने अवैध गतिविधि करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश दिए। गिरफ्तार आरोपियों में ज्योतिनगर, लालघाटी निवासी कमल पिता कैलाशचंद्र परमार और शिवनगर, सारंगपुर (हाल महुपुरा) निवासी साकिर खां पिता कदीर खां शामिल हैं। इन दोनों के खिलाफ सट्टा अधिनियम की धारा 4-क के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। तीसरे आरोपी कमरदीपुरा, शाजापुर निवासी शकील पिता शेख समद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 126, 135(3), 170 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। कोतवाली थाना प्रभारी संतोष वाघेला ने थाना क्षेत्र में अपराधों पर पूरी तरह अंकुश लगाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि क्षेत्र में चरस, गांजा, जुआ और सट्टा जैसी किसी भी आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई भी ऐसे अवैध कार्यों में लिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस लगातार निगरानी बनाए रखेगी।
शाहजहांपुर में एक भाजपा नेता पर हमला करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी अपनी कार पर 'गवर्नमेंट ऑफ इंडिया' की नेमप्लेट और अशोक स्तंभ लगाकर घूमता था। पुलिस ने बताया कि वह टोल टैक्स और चेकिंग से बचने के लिए ऐसा करता था। यह घटना कटरा थाना क्षेत्र के कायस्थान मोहल्ले की है। भाजपा के कटरा मंडल अध्यक्ष रजत शर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि मोहल्ले का रहने वाला कलीम खां उनसे राजनीतिक रंजिश रखता है। 2 दिसंबर को जब रजत शर्मा अपने साथियों के साथ कटरा सीएचसी पर दवा लेने गए थे, तो वहां पहले से मौजूद कलीम खां ने उनके साथ अभद्रता शुरू कर दी। कलीम खां ने खुद को 'अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक कार्यकर्ता' और 'भारत सरकार का प्रतिनिधि' बताते हुए कहा कि उसकी कार पर भारत सरकार का प्रतीक चिन्ह अशोक स्तंभ लगा है। उसने रजत शर्मा से सम्मान करने को कहा और बदले में भाजपा जिलाध्यक्ष बनवाने का लालच दिया। जब रजत शर्मा ने मना किया, तो आरोपी ने उनका गला दबा दिया। रजत शर्मा के साथियों ने उन्हें बचाया और वहां से ले गए। आरोप है कि आरोपी ने उनका पीछा भी किया। रजत शर्मा की तहरीर पर पुलिस ने मंगलवार को कलीम खां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर बुधवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के पास से वह कार भी बरामद की है, जिस पर 'गवर्नमेंट ऑफ इंडिया' लिखा हुआ नेमप्लेट और अशोक स्तंभ लगा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि वह टोल टैक्स और विभिन्न चेकिंग अभियानों से बचने के लिए इस तरह की पहचान का इस्तेमाल करता था। ताकि चेकिंग के दौरान उसकी कार न रोकी जाए। इसके अलावा लोगों पर रौब दिखाने के लिए भी ये सब किया था। थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया है।
जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ विकासखंड के ग्राम बोरसी में एक महिला की अज्ञात ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौके पर ही मौत हो गई। महिला खेत में धान के अवशेष (सिला) बीन रही थी, तभी यह हादसा हुआ। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और मामले की जांच शुरू कर दी है। यह घटना पामगढ़ थाना क्षेत्र की है। मृतक महिला की पहचान ग्राम बोरसी निवासी कलम बाई के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार सुबह कलम बाई अपने घर से निकलकर खेतों में पहुंची थीं और धान के सिला बीन रही थी। इसी दौरान दोपहर करीब 1 बजे एक अज्ञात ट्रैक्टर वाहन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उनकी खेत में ही मौत हो गई। थाना प्रभारी मनोहर सिन्हा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को खेत से उठाकर पामगढ़ अस्पताल के शवगृह में रखवाया। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया जाएगा। प्रारंभिक जांच में महिला की मौत अज्ञात ट्रैक्टर वाहन की चपेट में आने से होना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जांच पड़ताल की जाएगी। पुलिस ने अज्ञात ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
टोंक-सवाई माधोपुर सांसद हरीश चंद्र मीना ने सवाई माधोपुर के रणथंभौर टाइगर रिजर्व को लेकर कहा कि रिजर्व को लेकर कुछ सवाल वन मंत्रालय से किए थे, जिनका जवाब भ्रामक और अधूरा मिला है। सांसद ने मई 2025 में रणथम्भौर टाइगर रिज़र्व में रात्रिकालीन गश्त और कृत्रिम रोशनी का हवाला देते हुए सवाल किया था। जवाब मिलने के बाद उन्होंने कहा कि मैंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू से मिलकर इस मामले की जांच करवाने की मांग की है। हरीश चन्द्र मीना ने लोकसभा में 1 दिसंबर को प्रश्न संख्या 192 पर वन मंत्रालय से मिले उत्तर पर गहरी आपत्ति जताई। जवाब को तथ्यों से परे,अधूरा एवं भ्रामक बताया। वास्तविक घटना का उल्लेख तथ्यों में नहीं किया सांसद मीना ने कहा- मैंने रणथम्भौर टाइगर रिज़र्व में मई महीने में हुई गतिविधियों, रात्रिकालीन सफारी, कृत्रिम रोशनी के उपयोग और NTCA दिशा-निर्देश 2012 के संभावित उल्लंघन के संबंध में जरूरी प्रश्न उठाए थे। लेकिन मंत्रालय ने उत्तर में वास्तविक घटनाओं का और तथ्यों उल्लेख नहीं किया, जिनकी पुष्टि मीडिया रिपोर्ट्स, वीडियो फुटेज और स्थानीय वन्यजीव विशेषज्ञों ने की थी। टाइगर रिजर्व भारत की पहचान सांसद मीना ने कहा- टाइगर संरक्षण केवल पर्यावरण का विषय नहीं, बल्कि भारत की पहचान और गौरव से जुड़ा राष्ट्रीय दायित्व है। ऐसे संवेदनशील विषय पर अधूरा व भ्रामक उत्तर न केवल सदन की मर्यादा को आहत करता है, बल्कि संरक्षण प्रयासों को भी कमजोर करता है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष से आग्रह किया है कि इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। घटनाक्रम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें रणथंभौर में नाइट सफारी का वीडियो किया शेयर:केंद्रीय पर्यटन मंत्री ने लिखा- कल शाम हमारे राष्ट्रीय पशु के इस जोड़े को देखा सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व इन दिनों खासी सुर्खियों में है। यहां पहले बाघिन के शावकों के साथ इंसानों के खेलने का वीडियो सामने आया। जिसके बाद एक युवक टाइगर के सामने रील बनाता हुआ दिखाई दिया था। (पढ़ें पूरी खबर)
लखनऊ में आयोजित 19वीं राष्ट्रीय जमुरी प्रतियोगिता में भाग लेने के बाद बलिया लौटी स्काउट टीम का स्वागत एवं सम्मान किया गया। स्काउट एवं गाइड संगठन बलिया के जिला मुख्यायुक्त और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) ओजस्वी राज (आईएएस) ने टीम के सदस्यों को सम्मानित किया। उन्होंने प्रतियोगिता में टीम के अनुशासन, टीमवर्क और उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना की। इस अवसर पर ओजस्वी राज ने कहा कि राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं युवाओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और देशभक्ति की भावना को मजबूत करती हैं। उन्होंने बलिया की स्काउट टीम द्वारा जिले का नाम रोशन करने की बात कही। कार्यक्रम में स्काउट टीम के प्रशिक्षकों और अधिकारियों ने भी प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने भविष्य में बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं।
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में चल रही जांच में छात्रों के डिग्री तथा अन्य रिकॉर्ड का निरीक्षण किया जा रहा है। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि कई नवप्रवेशी छात्र एनटीए द्वारा आयोजित सीयूईटी परीक्षा के माध्यम से दूसरी बार बीए में प्रवेश ले बैठे हैं। जबकि वे पहले ही इसी विश्वविद्यालय से स्नातक (बीए) और परास्नातक (एमए) की पढ़ाई पूरी कर चुके थे। हैरानी की बात यह है कि दोबारा प्रवेश लेने के लिए जो दस्तावेज़ प्रस्तुत किए गए, उनमें उनके पुराने स्कूल से प्राप्त स्थानांतरण प्रमाणपत्र (टीसी) की दूसरी प्रति उपलब्ध करायी जिससे वे वर्षों पहले बीए में प्रथम बार दाखिल हुए थे। इस पूरे प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए आज इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति की अध्यक्षता में प्रयागराज मंडल की कमिश्नर सौम्या अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, ADM सिटी सत्यम मिश्रा, जिला प्रशासन के अन्य शीर्ष अधिकारी तथा विश्वविद्यालय के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारियों के बीच एक महत्त्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रवेश फर्जीवाड़े के प्रत्येक पहलू की गहन समीक्षा की गई। 'कहीं बड़ी साजिश की तैयारी तो नहीं' बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई कि यह मामला किसी संगठित समूह, बाहरी एजेंसी, दस्तावेज़ उपलब्ध कराने वाले गिरोह, या किसी बड़ी साजिश से जुड़ा हो सकता है। प्रशासन ने इस चिंता को भी गंभीरता से उठाया कि प्रवेश प्रक्रिया में इस तरह की सेंध सुरक्षा के व्यापक ढांचे पर खतरा उत्पन्न कर सकती है। चर्चा के दौरान इस संपूर्ण प्रकरण को भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा कुछ माह पूर्व जारी किए गए उस महत्वपूर्ण चेतावनी-पत्र से भी जोड़ा गया, जिसमें देश के सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को “गंभीर सुरक्षा संकट की संभावना” को लेकर सतर्क किया गया था। उस पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया था कि विश्वविद्यालयों को अपने प्रवेश, पहचान सत्यापन और सुरक्षा तंत्र को और अधिक सुदृढ़ बनाना चाहिए, क्योंकि कुछ तत्व संस्थानों में घुसपैठ कर शैक्षणिक व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश कर सकते हैं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय की बैठक में इस स्पष्ट चेतावनी को वर्तमान प्रवेश फर्जीवाड़े के संदर्भ में अत्यंत प्रासंगिक माना गया। ऐसे सभी लोग जिन्होंने इस प्रकार से प्रवेश लिया है, उनके प्रवेश निरस्त करने के साथ ही अन्य वैधानिक कार्यवाही होगी। आखिर दोबारा एडमिशन की जरूरत क्या प्रवेश प्रक्रिया से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जिसने पहले ही स्नातक और परास्नातक जैसी उच्च शिक्षा प्राप्त कर ली हो, उसका दोबारा प्रवेश लेकर खर्च, सीट और सुविधाओं को घेरना न केवल अवसरों की असमानता पैदा करता है, बल्कि यह अन्य योग्य छात्रों के अधिकारों का हनन भी है। कानूनी पहलू से देखें तो यह मामला भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के तहत कई गंभीर अपराधों की श्रेणी में आ सकता है। फर्जी दस्तावेज़ प्रस्तुत करना, शैक्षणिक योग्यता को छिपाकर लाभ प्राप्त करना, मिथ्या प्रस्तुति द्वारा सीट हड़पना, तथा सार्वजनिक प्रमाणपत्रों का दुरुपयोग, ये सभी कृत्य भारतीय न्याय संहिता के तहत दंडनीय अपराध हैं। विश्वविद्यालय ने यह स्पष्ट कर दियाक है कि ऐसे किसी भी कृत्य के प्रति चाहे वह छात्र द्वारा किया गया हो या किसी बाहरी तत्व द्वारा पूर्ण कठोरता से कार्रवाई की जाएगी, ताकि परिसर की शुचिता, अनुशासन और शांतिपूर्ण वातावरण सुरक्षित रह सके।कमिटी ऐसे सभी केस का अवलोकन भी कारवाही है जिनमें किसी व्यक्ति के द्वारा किसी औरवकों परीक्षा में बैठाया गया और ऐसे सभी केस में नियत कार्यवाही होगी।
रोहतक पुलिस की तरफ से ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन अभियान शुरू किया गया है, जो एक दिसंबर से लेकर 31 दिसंबर तक चलेगा। पूरे एक माह तक चलने वाले अभियान के दौरान जुआ, सट्टा, नशा व अवैध गतिविधियों पर पुलिस नजर रखेगी और आरोपियों को पकड़ने का काम किया जाएगा। पुलिस की तरफ से चलाए जा रहे अभियान के दौरान जिला के सभी प्रबंधक अफसरों व अन्य पुलिस टीमों को निर्देश दिए गए कि वे जिलेभर में गांव-कस्बों में जुआ, सट्टा के अड्डों व नशा तस्करी से जुड़े अन्य ठिकानों और संदिग्ध गतिविधियों वाले क्षेत्रों को चिह्नित करें। जहां पर नशेड़ियों का जमावड़ा होने के कारण महिलाओं को आने-जाने में भी परेशानी होती है। ऐसी गतिविधियों वाले सभी क्षेत्रों पर लगातार दबिश शुरू करे। असामाजिक तत्वों में पुलिस रखेगी कड़ी नजर ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन अभियान के दौरान पुलिस दिन-रात चलने वाले इस अभियान में न केवल अवैध गतिविधियों पर निगरानी रखने, बल्कि ऐसे सभी तत्वों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी, जो जुआ, सट्टा व नशा आदि जैसी अवैध गतिविधियों में लिप्त है। नशे को समाप्त करने का उद्देश्य एसपी सुरेंद्र भौरिया ने बताया कि अभियान का मुख्य उद्देश्य जिले को जुआ, सट्टा एवं नशा मुक्त बनाना, अपराधियों और अवैध कारोबारियों पर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाकर गली-मोहल्लों में लगने वाले नशेड़ियों के जमावड़े को खत्म करके महिलाओं एवं आम नागरिकों को सुरक्षित और भय मुक्त वातावरण प्रदान कराना है।
नूंह में नाबालिग से रेप के दोषी को सजा:रात के समय पशुओं को बांधने गई थी पीड़िता,वहीं पर दबोचा
हरियाणा के नूंह जिले की फास्ट ट्रैक स्पेशल पोक्सो कोर्ट के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डॉ. आशु संजीव तिंजन ने की अदालत ने नाबालिग लड़की के साथ जबरन दुष्कर्म करने और पीड़िता के परिवार के साथ मारपीट करने के मामले में मुख्य आरोपी को दोषी करार देते हुए 10 साल की कैद और 20 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना नहीं भरने पर आरोपी को अतिरिक्त सजा काटनी पड़ेगी। मामला फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव का है। मामला 23 जुलाई 2024 का अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डॉ. आशु संजीव तिंजन की अदालत के विशेष अभियोजक विजय सहरावत ने बताया कि 26 जुलाई 2024 को फिरोजपुर झिरका थाना में एक शिकायत पीड़िता के पिता द्वारा दी गई थी। जिसमें बताया गया था कि गांव घर से थोड़ी दूरी पर एक पुराने मकान में वह अपने पशुओं को बांधते है। पुराने मकान के पास ही इरशाद जुआ खेलता था। जो उनकी लड़की पर गंदी नजर रखने लगा। 30 जुलाई की रात करीब 10 बजे जब उनकी लड़की मकान में पशुओं को बांधने के लिए गई तो आरोपी पहले से उनके मकान के अंदर घात लगाकर बैठा हुआ था। आरोपी ने अकेला देखकर लड़की को दबोच लिया शिकायत के मुताबिक आरोपी इरशाद ने लड़की को अकेला देखकर कमरे में दबोच लिया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। आरोपी ने किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी। पीड़िता रोती हुई घर पहुंची और परिजनों को पूरी घटना की जानकारी दी। जिसके बाद परिवार के लोग आरोपी के घर इस घटना का विरोध करने के लिए पहुंचे। जहां पीड़िता के परिवार के लोगों के साथ भी मारपीट की गई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर इस मामले में मुख्य आरोपी इरशाद सहित अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर इरशाद को गिरफ्तार कर लिया। 11 गवाहों व पुलिस की मदद से जुटाए गए सबूतों के आधार पर मिली सजा विजय सहरावत ने बताया कि पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी करते हुए शुरुआत में ही सभी जरूरी साक्ष्य जुटा लिए थे। इसके अलावा पीड़िता की गवाही कराई गई। कुल 11 गवाहों व पुलिस की मदद से जुटाए गए सबूतों को अदालत में मजबूत पैरवी के साथ पेश किया गया। करीब सवा साल तक कोर्ट में मामले की सुनवाई चली। पेश किए गए साक्ष्यों के आधार पर 1 दिसंबर को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डॉ. आशु संजीव तिंजन की अदालत ने आरोपी इरशाद को दोषी ठहराया, जबकि बुधवार को दोषी को 10 साल की सजा के साथ-साथ 20 हजार रुपए जुर्माना की सजा सुनाई।
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट की अध्यक्षता में भोपाल में बैतूल जिले की जल परियोजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष और बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल सहित आमला विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे, मुलताई विधायक चंद्रशेखर देशमुख, भैंसदेही विधायक महेंद्र सिंह चौहान, घोड़ाडोंगरी विधायक गंगाबाई उईके मौजूद रहे। यह विशेष समीक्षा बैठक विधायक खंडेलवाल की पहल पर बैतूल जिले की सिंचाई परियोजनाओं को गति देने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। पारसडोह परियोजना जल्द पूरा करने दिए निर्देश इस दौरान मंत्री सिलावट ने घोघरी मध्यम परियोजना की टेस्टिंग और ट्रायल 30 दिसंबर 2025 तक पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने पारसडोह परियोजना की सिंचाई व्यवस्था सुचारु रखने और निर्गुड प्रोजेक्ट को जल्द पूरा करने पर भी जोर दिया। मंत्री ने मेंढ़ा मध्यम परियोजना का कार्य जून 2026 तक पूरा करने और अतिरिक्त 4500 हेक्टेयर सिंचाई क्षमता बढ़ाने के लिए प्रस्ताव जल्द तैयार करने को कहा। गढ़ा मध्यम परियोजना पर की गई चर्चा इसी तरह, गढ़ा मध्यम परियोजना को भी जून 2026 से पहले पूरा करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने सभी परियोजनाओं को किसानों और ग्रामीणों के हित से जुड़ा बताते हुए काम में तेजी लाने और निर्धारित समय सीमा का कड़ाई से पालन तय करने को कहा। बैठक में मंत्री सिलावट ने जनजातीय बहुल क्षेत्र होने के कारण शीतलझिरी मध्यम परियोजना के लिए विशेष पैकेज पर चर्चा की। उन्होंने बैतूल जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से 5-5 नई जल योजनाएं (बैराज, जलाशय) चिन्हित करने और उनकी साध्यता और स्वीकृति की कार्रवाई जल्द शुरू करने के निर्देश दिए। मंत्री ने यह भी तय करने को कहा कि नहरों के अंतिम छोर तक पानी पहुंचे।
इटावा सफारी पार्क में वन्यजीव संरक्षण की दिशा में दो महत्वपूर्ण बचाव अभियान सफलतापूर्वक पूरे किए गए हैं। वन विभाग की विशेषज्ञ टीम की देखरेख में एक गंभीर रूप से घायल सांभर और एक तेंदुआ शावक को नया जीवन मिला है। सफारी उपनिदेशक ने शाम करीब 6 बजे जानकारी साझा की। पहला अभियान 2 दिसंबर 2025 की देर शाम एटा वन प्रभाग के अलीगंज रेंज के ग्राम चिचौली में चलाया गया। यहां से एक नर सांभर को घायल अवस्था में रेस्क्यू कर सफारी पार्क लाया गया था। सांभर के शरीर पर कई गहरे घाव थे, जिसके बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) के निर्देश पर उसे तुरंत हिरण सफारी के क्वारंटाइन हाउस में स्थानांतरित किया गया। सफारी पार्क के चिकित्सकों ने तत्काल उपचार शुरू किया। कीपर सुधीर कुमार ने घायल सांभर को वाहन से क्वारंटाइन हाउस तक पहुंचाने में विशेष सावधानी बरती। पीछे के हिस्से और मुंह के पास गंभीर चोटें होने के बावजूद सांभर का स्वभाव सामान्य है और वह हरा चारा भी खा रहा है। घाव भरने और क्वारंटाइन अवधि पूरी होने तक उसे कड़ी निगरानी में रखा जाएगा। इसके बाद उसे सफारी क्षेत्र में छोड़ने पर निर्णय लिया जाएगा। दूसरा बचाव अभियान 25 नवंबर 2025 को शाहजहांपुर वन प्रभाग के खुटार रेंज के सौफरी ग्राम में चलाया गया। यहां से एक तेंदुआ शावक को रेस्क्यू कर इटावा सफारी पार्क भेजा गया था। लगभग 8 माह का यह शावक गहरे कुएं में गिरकर घायल हो गया था। उपचार के बाद अब वह पूरी तरह स्वस्थ है और अपना नियमित आहार भी ले रहा है। इस शावक के आने से सफारी पार्क में तेंदुओं की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। इन दोनों सफल बचाव अभियानों ने वन्यजीव संरक्षण के प्रति इटावा सफारी पार्क की सक्रियता और विशेषज्ञता को एक बार फिर साबित किया है। यह जानकारी उप निदेशक डॉ. विनय कुमार सिंह ने दी।
अलवर में तिजारा रोड स्थित राधा ज्वेलर्स पर दिनदहाड़े हुई लूट की घटना के दाे फरार आरोपियो को भी गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले एक आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर जुलूस निकाल चुकी है। तीनों आरोपियों ने कट्टे और धारदार दरांती की नोक पर ज्वेलर्स की दुकान में घुसकर बड़ी लूट को अंजाम दिया था और वारदात के बाद फरार हो गए थे। घटना ऐसे हुई थी:22 नवंबर 2025 को राधा ज्वेलर्स पर दोपहर करीब 3 बजे तीन युवक दुकान में अचानक घुस आए। एक युवक ने उन्हें धक्का देकर कोने में गिरा दिया और उनकी गर्दन पर दरांती रख दी। दूसरा युवक तिजोरी खोलकर सोने के दो डिब्बे निकाल ले गया, जिनमें सोने की नाक की लोंग, सोने की बालियां, मंगलसूत्र, अंगूठियां, चैन, टॉप्स सहित करीब 250 से 300 ग्राम सोना रखा हुआ था।इसके अलावा लगभग 1 लाख रुपये नकद और एक डिब्बा चांदी के जेवर भी लेकर आरोपी फरार हो गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर एएसपी कांबले शरण गोपीनाथ, आईपीएस शिवानी (वृताधिकारी ग्रामीण), एवं आरपीएस अंगद शर्मा के निर्देशन में विशेष टीम गठित की गई।डीएसटी, साइबर टीम और मुखबिरों की मदद से पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों विक्रम उर्फ मोनू, निवासी बादली, झज्जर व मोहित उर्फ मोली, निवासी सिद्धीपुर लोवा, झज्जर को हरियाणा के झज्जर जिले से गिरफ्तार किया। इससे पहले एक आरोपी सागर को गिरफ्तार कर चुके है। आरोपियों को अलवर पुलिस ने दबिश देकर गिरफ्तार किया है। पुलिस टीमों ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए चोरी किया गया माल भी बरामद कर लिया है।
राजस्थान हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि यदि किसी इमारत का निर्माण बिना अनुमति के अवैध रूप से किया गया है, तो उसे सीज करने से पहले उसमें बैठे किरायेदार को नोटिस देना या उसकी सुनवाई करना कानूनी रूप से जरूरी नहीं है। जस्टिस सुनील बेनीवाल की कोर्ट ने भीलवाड़ा के एक दुकानदार की याचिका खारिज करते हुए 2 दिसंबर 2025 को यह रिपोर्टेबल जजमेंट दिया। कोर्ट ने माना कि अवैध निर्माण के मामले में केवल संपत्ति के मालिक को नोटिस देना ही पर्याप्त है। भीलवाड़ा के आनंद धाम मंदिर परिसर स्थित दुकान नंबर-5 के किरायेदार कृष्ण गोपाल अजमेरा ने नगर निगम की सीज की कार्रवाई के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता का कहना था कि वह 2020 से दुकान का किरायेदार है और उसने 21 लाख रुपये एडवांस दे रखे हैं, लेकिन निगम ने उसे बिना कोई नोटिस दिए 26 अगस्त 2025 को दुकान सीज कर दी, जो 'नैसर्गिक न्याय' (Natural Justice) के सिद्धांतों के खिलाफ है। किरायेदार को सुनने की जरूरत नहीं मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि निर्माण संपत्ति के मालिक (श्रीनाथ मंदिर मंडल ट्रस्ट) द्वारा किया गया था, इसलिए नोटिस भी केवल मालिक को ही दिया जाना जरूरी था। कोर्ट ने अपने आदेश में लिखा– याचिकाकर्ता, जो केवल एक अधिभोगी (Occupier) है, को न तो सुने जाने की आवश्यकता थी और न ही उससे यह अपेक्षा की जा सकती थी कि वह अनुमति और स्वीकृत नक्शे के संबंध में अधिकारियों को संतुष्ट करेगा। इसलिए, याचिकाकर्ता को नोटिस दिए बिना की गई कार्यवाही को कानून का उल्लंघन नहीं कहा जा सकता। पूरा निर्माण होने के बाद भी हो सकती है कार्रवाई याचिकाकर्ता के वकील ने तर्क दिया कि राजस्थान नगर पालिका अधिनियम, 2009 की धारा 194 के तहत कार्रवाई केवल तब की जा सकती है जब निर्माण कार्य चल रहा हो। चूंकि दुकानें बहुत पहले बन चुकी थीं, इसलिए यह कार्रवाई गलत है। इस पर सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता (AAG) राजेश पंवार ने तर्क दिया कि निर्माण के लिए कभी अनुमति नहीं ली गई थी, इसलिए यह अवैध है। कोर्ट ने एएजी के तर्क से सहमति जताते हुए स्पष्ट किया कि धारा 194 के तहत कार्रवाई केवल निर्माणाधीन इमारतों तक सीमित नहीं है। यदि निर्माण पूरा हो चुका है लेकिन वह बिना अनुमति के बना है, तो भी निगम के पास उसे सीज करने या गिराने का पूरा अधिकार है। मालिक ने नोटिस का जवाब नहीं दिया कोर्ट ने पाया कि नगर निगम ने ट्रस्ट (मालिक) को 14 मई और 26 अगस्त 2025 को दो बार नोटिस जारी किए थे, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। कोर्ट ने कहा कि मालिक की चुप्पी के कारण निगम द्वारा की गई सीज की कार्रवाई कानून सम्मत है। कोर्ट ने याचिका खारिज करते हुए कहा कि अगर याचिकाकर्ता सीज की कार्रवाई से व्यथित है, तो वह एक्ट की धारा 194(12) के तहत निदेशक, स्थानीय निकाय के समक्ष अपील कर सकता है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को कानून के अनुसार अपील करने की छूट दी है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में जमीन कारोबारियों ने रजिस्ट्री शुल्क में बढ़ोतरी के विरोध में प्रदर्शन किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट का घेराव किया, एक बाइक रैली निकाली और सद्बुद्धि यज्ञ का भी आयोजन किया। यह प्रदर्शन नई गाइडलाइन के तहत रजिस्ट्री शुल्क में हुई वृद्धि को वापस लेने की मांग को लेकर किया गया। धमतरी जिले में जमीन कारोबारियों का धरना प्रदर्शन पिछले तीन दिनों से जारी है। विरोध के तीसरे दिन, धमतरी जमीन कारोबारी संघर्ष समिति ने एक विशाल बाइक रैली निकाली। यह रैली धरना स्थल से शुरू होकर शहर के विभिन्न प्रमुख चौराहों जैसे कचहरी चौक, मठ मंदिर चौक, गोल बाजार, बालक चौक, घड़ी चौक, छत्रपति शिवाजी चौक, अंबेडकर चौक और कर्मा चौक से होते हुए सीधे कलेक्ट्रेट पहुंची। प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सद्बुद्धि यज्ञ किया कलेक्ट्रेट पहुंचने पर कारोबारियों ने जमकर नारेबाजी की और वित्त मंत्री के खिलाफ भी नारे लगाए। उन्होंने इस दिन को 'काला दिवस' के रूप में मनाया, जिसके तहत सभी कारोबारी काले रंग की शर्ट पहनकर कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद, प्रदर्शन स्थल पर सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। जमीन कारोबारियों ने आरोप लगाया कि रजिस्ट्री शुल्क में अनियमित तरीके से बढ़ोतरी की गई है। उनकी मुख्य मांग है कि वर्तमान में जारी की गई गाइडलाइन को तुरंत वापस लिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि नए सिरे से सुधार कर 1 अप्रैल से नई गाइडलाइन जारी की जानी चाहिए। यह ज्ञापन वित्त मंत्री और राजस्व मंत्री के नाम कलेक्टर को सौंपा गया।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा हाल ही में घोषित किए गए जैसलमेर जिले के नए कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरदीन फकीर आगामी 6 दिसंबर, शनिवार को औपचारिक रूप से अपना पदभार ग्रहण करेंगे। पदभार ग्रहण समारोह कांग्रेस कार्यालय में आयोजित किया जाएगा, जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों की बड़ी संख्या उपस्थित रहने की संभावना है। अमरदीन फकीर की नियुक्ति प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कुछ दिनों पहले की थी। उनके चयन के बाद से ही जैसलमेर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल है। जिलेभर से उन्हें बधाई देने वालों का तांता लगातार लगा हुआ है। वरिष्ठ नेताओं को दिया निमंत्रण नियुक्ति के बाद अमरदीन फकीर ने जिले के सभी वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर संगठन को मजबूत करने को लेकर मंत्रणा की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से संवाद बढ़ाने तथा आगामी राजनीतिक रणनीतियों पर चर्चा करते हुए सभी को पदभार ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है। वे पूर्व विधायक रूपाराम धनदेव, जानब खान, हुसैन फकीर आदि से मिले और उनको 6 दिसम्बर के दिन कांग्रेस कार्यालय आने का निमंत्रण दिया। पूर्व प्रधान है अमरदीन, पूर्व कैबिनेट मंत्री सालेह मोहम्मद के भाई अमरदीन फकीर इससे पहले पंचायत समिति जैसलमेर के प्रधान रह चुके हैं और संगठन में कार्यकारी जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार उनकी नियुक्ति संगठन में संतुलन और व्यापक सामाजिक प्रतिनिधित्व के तहत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। प्रदेश नेतृत्व को उम्मीद है कि अमरदीन फकीर के नेतृत्व में क्षेत्र में कांग्रेस मजबूत होगी और आगामी चुनावों में कार्यकर्ताओं के बीच बेहतर तालमेल स्थापित हो सकेगा। पूर्व MLA से मिले, गुटबाजी खत्म का दिया सन्देश जिलाध्यक्ष बनने के बाद अमरदीन सीधे पूर्व विधायक रूपाराम धनदेव के घर पहुंचे थे और उनसे मुलाकात की। सियासी गलियारों में इसे कांग्रेस के लिए एक बड़ा सुखद संकेत माना जा रहा है। इसके साथ ही वे जानब खान और हुसैन फकीर से मिले और उनको निमंत्रण दिया। जैसलमेर कांग्रेस के फकीर और धनदेव दोनों धड़ों की आपसी गुटबाजी और लड़ाई में पिछले पंचायत विधानसभा चुनाव में कांग्रेस हार चुकी है। अमरदीन फकीर ने इसे स्वीकार करते हुए कहा की- पिछली गलतियों को नहीं दोहराया जाएगा, और कांग्रेस समर्थकों के विश्वास को टूटने नहीं देंगे। जिलाध्यक्ष अमरदीन का अब तक का राजनीति का सफर एनएसयूआई प्रदेश सचिव — 2008 से 2009जिला परिषद सदस्य — 2010 से 2014युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव — 2010 से 2015प्रधान पंचायत समिति जैसलमेर — 2015 से 2020युवा कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष — 2016 से 2022प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव लड़ा और दूसरे स्थान पर रहे — 2022कार्यकारी अध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी — 2024 से लगातार
यमुनानगर में प्रॉपर्टी टैक्स के बकाएदारों पर निगम की टीम ने आज बुधवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो फैक्ट्रियों समेत छह संपत्तियां को सील कर दिया। निगम की टीम ने यमुनानगर जोन में चार और जगाधरी में दो संपत्तियों सील की। इन बकाएदारों पर नगर निगम का 44 लाख 38 हजार 310 रुपए टैक्स बकाया था। जगाधरी के मानकपुर फेस 2 में श्रीगणेश मेटल फैक्ट्री सील होने के बाद उसके मालिक ने बकाया 2 लाख 42 हजार 968 रुपए टैक्स ऑनलाइन जमा करवा दिया। जिसके बाद नगर निगम द्वारा फैक्ट्री की सील को खोल दिया गया। नगर निगम क्षेत्र में एक लाख रुपए से अधिक बकाया प्रॉपर्टी टैक्स के संपत्ति मालिकों को कुछ माह पहले हरियाणा नगर निगम अधिनियम-1994 के तहत नोटिस जारी किया था। नोटिस मिलने के बाद भी इन संपत्ति मालिकों ने प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं कराया। जिसके बाद नगर निगम संपत्ति मालिकों की प्रॉपर्टी सील करने की कार्रवाई कर रहा है। प्रॉपर्टी टैक्स के बकाएदारों की संपत्तियां सील करने के लिए नगर निगम आयुक्त महाबीर प्रसाद के निर्देशों पर यमुनानगर जोन में क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अजय वालिया और जितेंद्र मल्होत्रा व जगाधरी जोन में क्षेत्रीय कराधान अधिकारी एवं कार्यालय अधीक्षक संजय कुमार व रघुवीर सिंह के नेतृत्व में टीमें गठित की गई। क्षेत्रीय कराधान अधिकारी संजय कुमार की टीम बुधवार देर शाम जगाधरी के पटेल नगर पहुंची। यहां निगम की टीम ने जयंती फैक्ट्री को सील कर दिया। इस संपत्ति पर निगम का 16 लाख 41 हजार 676 रुपए टैक्स बकाया है। सील करने के बाद निगम कर्मियों ने फैक्ट्री के गेट पर चेतावनी नोटिस भी चस्पा किया। जिस पर निगम की अनुमति बिना सील खोलने पर कानूनी कार्रवाई करने की बात लिखी हुई था। इसके बाद निगम की टीम ने मानकपुर फेस 2 स्थित श्री गणेश मेटल को सील कर दिया। इस पर निगम का 2 लाख 42 हजार 968 रूपए टैक्स बकाया था। हालांकि बाद में फैक्ट्री मालिक ने ऑनलाइन पूरा टैक्स जमा करवा दिया। जिसके बाद निगम ने फैक्ट्री की सील खोल दी गई। इसी तरह यमुनानगर जोन में क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अजय वालिया और जितेंद्र मल्होत्रा की टीम ने नेताजी सुभाष नगर में राजकुमार की दुकान को सील किया। इस पर 1 लाख 77 हजार 492 रूपए टैक्स बकाया है। इसके बाद यमुनानगर बस स्टैंड के पास इंद्र की दुकान को सील कर दिया। इस पर 2 लाख 22 हजार 901 रुपए टैक्स बकाया है।इसके बाद गोविंदपुरी रोड पर प्रवीण कुमार और मॉडल टाउन में राघवेंद्र की दुकानों को सील किया गया। प्रवीण की संपत्ति पर 18 लाख 17 हजार 646 रुपए और राघवेंद्र की दुकान पर 3 लाख 35 हजार 627 रूपए टैक्स बकाया है। संपत्तियां सील करने के साथ ही निगम द्वारा उन पर चेतावनी नोटिस चस्पाया कि यदि नगर निगम की अनुमति के बिना सील से छेड़छाड़ की या इसे खोलने का प्रयास किया गया तो कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पंजाब के लुधियाना में न्यू राजगुरु नगर में चोरी की वारदातें लगातार बढ़ रही है। आए दिन किसी ना किसी घर को चोर निशाना बना रहे है। अब ताजा मामला अमन पार्क नजदीक का सामने आया है। बंद घर की खिड़की तोड़ कर चोर दाखिल हुए। बदमाशों ने घर से करीब 15 तोले सोना, 75 हजार नकदी और कीमती घड़ियां चुरा ली। भागते हुए चोर सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गए। इस घटना के बाद इलाके के लोगों में सहम है। इलाका पुलिस की कार्यप्रणाली पर लोग अब सवाल उठा रहे है। पुलिस ने इस केस में अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। दो दिन के लिए परिवार सहित गए थे हिमाचल जानकारी देते हुए पीड़ित सुनील शर्मा ने कहा कि वह न्यू राजगुरु नगर के रहने वाले है। वह अपने परिवार के साथ दो दिन के लिए हिमाचल प्रदेश गए थे। वह मूलरुप से हिमाचल के रहने वाले है। यहां वह सीके बिरला ग्रुप में मैनेजर के पद पर काम करते है। परिवार से मिलकर जब वह दो दिन बाद घर लौटे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। घर के बाहर खिड़की किसी ने तोड़ी हुई थी। घर के अंदर सामान बिखरा हुआ था। कमरे की अलमारी में रखा करीब 15 तोले सोना, 75 हजार नकदी, कई महंगी घड़ियां गायब थी। सेफ के ताले बुरी तरह से टूटे मिले। सीसीटीवी में भागते दिखे चोर उन्होंने आस-पास के लोगों से भी घटना संबंधी जानकारी ली लेकिन किसी को कुछ नहीं पता चला। घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी चैक किए तो खुलासा हुआ कि बाइक सवार 3 बदमाशों ने चोरी की है। भागते हुए चोरों के हाथ में दो थैले भी नजर आए। सुनील मुताबिक उनकी जीवन भर की पूंजी बदमाश लेकर फरार हो हए है। इस मामले में अभी तक पुलिस ने सिर्फ मामला दर्ज किया है जबकि चोरों के बारे अभी कुछ पता नहीं चल पाया। सुनील ने कहा कि थाना सराभा नगर की पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द चोरों को पकड़ लिया जाएगा।
हरियाणा के पानीपत में जिला कोर्ट ने ट्रैफिक ड्यूटी के दौरान SPO को कुचल कर हत्या करने के दोषी को सजा सुनाई है। कोर्ट ने दोषी सावन निवासी गांव कालखा को 10 साल की सजा सुनाई है। साथ ही दोषी पर 25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। 5 साल 6 माह चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने बुधवार को अपना फैसला सुनाया है। ये है मामलाघटना सौदापुर चौक की थी, जहां हेड कॉन्स्टेबल रविंद्र कुमार और एसआई सुरेंद्र अपनी टीम के साथ सुबह करीब 9:30 बजे ट्रैफिक नियंत्रित कर रहे थे। जहां ड्यूटी पर SPO जोगिंद्र पहले से मौजूद थे। इसी बीच एक कार तेज रफ्तार से चौक की तरफ आई। जिसने सड़क के साइड में खड़े जोगिंद्र को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही जोगिंद्र कार की बोनेट पर जा गिरे। इसके बाद वह कुछ दूरी आगे जमीन पर गिर गए। नीचे गिरने के बाद जोगिंद्र को गंभीर चोटें आईं। हादसे के तुरंत बाद उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत को देखते हुए प्राथमिक इलाज शुरू किया। लेकिन चोट अधिक गंभीर होने के कारण उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
कोंडागांव पुलिस ने लगाई सुपोषण चौपाल:महिलाओं-बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा पर दिया विशेष जोर
कोंडागांव पुलिस ने महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से चिखलपुटटी स्थित पुलिस लाइन परिसर में सुपोषण चौपाल का आयोजन किया। यह पहल पुलिस अधीक्षक पंकज चन्द्रा के निर्देश पर 2 दिसंबर 2025 को की गई। इसका मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षा तथा जागरूकता को बढ़ावा देना था। इस चौपाल में पुलिस लाइन परिसर की लगभग 100 महिलाएं, बच्चे और पुलिसकर्मी शामिल हुए। महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने प्रतिभागियों को पोषण आहार, बच्चों की देखभाल और महिला-बच्चों से संबंधित महत्वपूर्ण कानूनों की जानकारी प्रदान की। घरेलू हिंसा और दहेज निषेध पर जागरूकता बढ़ाई गई विशेष रूप से घरेलू हिंसा अधिनियम, दहेज निषेध अधिनियम और लैंगिक अपराधों से संबंधित प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम न केवल स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि समाज में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा एवं सशक्तिकरण को भी मजबूत करते हैं। कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) रूपेश कुमार और रक्षित निरीक्षक मनीष सिंह राजपूत सहित अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। सभी प्रतिभागियों ने इस पहल की सराहना की और इसे नियमित रूप से आयोजित करने का सुझाव दिया। सामाजिक जागरूकता से जुड़े मुद्दों पर भी पुलिस सक्रिय पुलिस अधीक्षक पंकज चन्द्रा ने इस अवसर पर कहा कि कोंडागांव पुलिस केवल कानून-व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक जागरूकता, स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी सक्रिय भूमिका निभा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को सशक्त बनाने के प्रयास जारी रहेंगे।
धौलपुर-भरतपुर हाईवे पर पत्थर फैलाकर भागा माफिया:सड़क पर पत्थरों का ढेर, हादसे का खतरा बढ़ा
धौलपुर-भरतपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार शाम पत्थर माफिया ने सड़क पर पत्थर फैला दिए। पत्थर से भरी ट्रॉली खाली कर माफिया फरार हो गए, जिससे सड़क पर बड़े-बड़े पत्थरों का ढेर लग गया और हादसे की आशंका बढ़ गई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि बुधवार शाम धौलपुर शहर की ओर से दो युवक तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली लेकर आए। ट्रैक्टर ड्राइवर ने चलती ट्रॉली का जैक ऊपर उठा दिया, जिससे उसमें रखे बड़े-बड़े पत्थर सड़क पर गिरने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अचानक सड़क पर पत्थर गिरते देख पीछे से आ रहे वाहन तुरंत रुक गए, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। पत्थर फैलाने के बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार दोनों युवक मौके से फरार हो गए। घटना के बाद से सड़क पर पत्थरों का ढेर लगा हुआ है। रात के समय रोड लाइट बंद होने के कारण हाईवे से गुजरने वाले वाहनों के लिए हादसे का खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों के मुताबिक, आगरा-भरतपुर हाईवे पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में खनन माफिया तेज गति से ट्रैक्टर-ट्रॉलियां लेकर निकलते हैं, जिससे हर वक्त दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
बैतूल के शाहपुर में बुधवार को यूथ कांग्रेस ब्लॉक शाहपुर ने 'किसान न्याय यात्रा' निकाली। यह यात्रा बस स्टैंड से शुरू होकर मुख्य मार्ग से होते हुए एसडीएम कार्यालय पहुंची, जहां किसानों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पुलिसकर्मियों से गेट पर हल्की नोकझोंक भी हुई। किसानों ने ज्ञापन में बताया कि प्रदेश का किसान लगातार आर्थिक संकट, प्राकृतिक आपदाओं और सरकारी उदासीनता का सामना कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान सरकार के किए गए बड़े वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं। इन मांगों को लेकर निकाली यात्रा किसानों की प्रमुख मांगों में मक्का का समर्थन मूल्य (MSP) ₹2400 प्रति क्विंटल तत्काल प्रभाव से घोषित कर सरकारी खरीद शुरू करना शामिल है। किसानों ने कहा कि उन्हें अपनी मक्का की फसल ₹10 से ₹13 प्रति किलो पर साहूकारों को बेचनी पड़ रही है, जबकि सरकार ने ₹2400 प्रति क्विंटल देने का वादा किया था। इसके अतिरिक्त, धान का ₹3100 प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य देने की चुनावी घोषणा को पूरा करने की मांग की गई। किसानों का कहना है कि उन्हें अभी तक इसका लाभ नहीं मिला है और न ही बोनस राशि दी गई है। खराब हुई फसलों को मुआवजा देने की मांग बारिश और ओलावृष्टि से हुए फसल को नुकसान का तत्काल सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की भी मांग की गई। कई किसानों की मक्का की फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है, लेकिन उन्हें अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला है। किसानों ने सिंचाई के लिए नियमित बिजली देने और खाद की किल्लत दूर करने की अपील की। उन्होंने बताया कि अनियमित और लंबी बिजली कटौती से सिंचाई कार्य बाधित हो रहा है, जिससे फसलें सूख रही हैं। सरकारी सोसायटियों में खाद के लिए घंटों लाइन में लगने के बावजूद किसानों को खाद नहीं मिल रही है। उन्होंने खाद और यूरिया का वितरण नकद भुगतान प्रणाली से, पारदर्शी तरीके से और पर्याप्त मात्रा में करने की मांग की। इस यात्रा में एक दर्जन से अधिक ट्रैक्टर शामिल थे। रैली का नेतृत्व यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायक ब्रह्मा भलावी, राहुल उइके जनपद अध्यक्ष घोड़ाडोंगरी ने किया। इस अवसर पर युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष शाहपुर सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे
कुमारगंज में जीएसटी कमिश्नर का छापा:शुभम वस्त्रालय पर कार्रवाई, बिल-वाउचरों की जांच जारी
अयोध्या के कुमारगंज बाजार में जीएसटी विभाग की टीम ने एक कपड़ा व्यवसायी के प्रतिष्ठान पर छापेमारी की है। जानकारी के अनुसार, खण्डासा मोड़ स्थित शुभम वस्त्रालय में दोपहर बाद से ही अधिकारी दस्तावेजों की गहन जांच करते रहे। छापेमारी की सूचना मिलते ही पूरे बाजार में हलचल मच गई। कई दुकानों के शटर जल्दबाजी में गिरा दिए गए। व्यापारियों में यह चर्चा जोर पकड़ने लगी कि बाजार के कई अन्य प्रतिष्ठान भी जीएसटी विभाग के रडार पर हैं, जिसके चलते कई दुकानदारों ने गोपनीय रूप से अपने कागजात व्यवस्थित करने शुरू कर दिए। जीएसटी टीम ने शुभम वस्त्रालय से बड़ी संख्या में बिल, वाउचर और स्टॉक रजिस्टर को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू की। अधिकारियों का फोकस कथित रूप से टैक्स चोरी से जुड़े संभावित दस्तावेजों और लेनदेन पर रहा। कागजातों की गहन छानबीन के लिए टीम कई घंटों तक दुकान में मौजूद रही। सूत्रों के अनुसार, जीएसटी विभाग को कुमारगंज बाजार के कई कपड़ा व्यापारियों द्वारा बड़े पैमाने पर जीएसटी चोरी किए जाने की शिकायतें मिली थीं। इन्हीं शिकायतों के आधार पर टीम ने यह कार्रवाई शुरू की है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अन्य प्रतिष्ठानों पर भी कार्रवाई की जा सकती है। छापेमारी का नेतृत्व कर रहीं असिस्टेंट जीएसटी कमिश्नर अयोध्या सुगंधा सिंह ने बताया कि ‘‘अभी जांच पड़ताल जारी है। दस्तावेजों की विस्तृत जांच के बाद ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। जांच पूरी होने के बाद ही विभाग आधिकारिक जानकारी साझा करेगा। कार्रवाई के दौरान जीएसटी विभाग के कई अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। टीम ने स्टॉक, बिक्री रजिस्टर, खरीद से जुड़े दस्तावेज, ई-वे बिल आदि की जांच की जा रही है। अभी तक जांच पूरी नहीं हो सकती है। अन्य व्यापारी एक दूसरे से जानकारियां ले रहे हैं की टीम गई कि अभी कार्यवाही चल रही है।बाजार के प्रमुख व्यापारियों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
राजस्थान के महात्मा गांधी स्कूलों व सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में काम कर रहे करीब साढ़े तीन हजार सहायक अध्यापकों को अगले साल भी काम करने का अवसर मिलेगा। शिक्षा विभाग ने बुधवार को जारी आदेश में इन सहायक अध्यापकों की नियुक्ति को एक साल के लिए बढ़ा दिया है। अब सेशन 2025-26 में भी इन शिक्षकों के माध्यम से ही पढ़ाई होगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट की ओर से जारी आदेश में सेवाओं में एक साल की बढ़ोतरी दी गई है। इनमें सहायक अध्यापक, लेवल-प्रथम व लेवल-द्वितीय के शिक्षक शामिल है। इनकी संविदा भर्ती साल 2023 में चयन के आधार पर की गई थी। चयनित व आवंटित सहायक अध्यापक वर्तमान में महात्मा गांधी राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, राजकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में कार्यरत है। इन चयनित 3 हजार 440 सहायक अध्यापकों की लिस्ट भी आदेश के साथ जारी की गई है। इस लिस्ट में जिन सहायक अध्यापकों के नाम है, वो ही आगामी सत्र में काम कर सकेंगे। जिनकी सेवाएं संतोषप्रद रही है, उन्हें ही आगे अवसर दिया गया है। इनमें लेवल-द्वितीय के अंग्रेजी व गणित-विज्ञान के शिक्षक भी शामिल है। इनकी संविदात्मक अवधि में एक वर्ष ही रहेगी, इसके बाद जरूरत होने पर फिर से बढ़ाई जाएगी। फिलहाल नए आदेश में सिर्फ एक साल की अवधि बढ़ी है। इनके एक साल के वेतन की व्यवस्था के लिए वित्त विभाग से बीस नवम्बर को स्वीकृति मिली थी। इस स्वीकृति के आधार पर अब जिला शिक्षा अधिकारी अपने अपने जिले में इनकी सेवा में बढ़ोतरी के अलग से आदेश जारी करेंगे। अगले साल भी शिक्षकों का अभाव इस आदेश के बाद स्पष्ट है कि शिक्षा विभाग के अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अगले साल भी शिक्षकों की अलग से कोई भर्ती नहीं होने वाली है। संविदा पर ही अंग्रेजी माध्यम शिक्षकों की व्यवस्था की जाएगी। पिछले साल इन स्कूलों में छात्र संख्या कम हो गई थी। स्तरीय शिक्षा नहीं मिलने पर अगले सत्र में संख्या कम होने की आशंका बनी हुई है।
राहुल गांधी के खिलाफ कोर्ट में परिवाद दाखिल:विदेशी नागरिकता को लेकर रायबरेली MP/MLA कोर्ट में अर्जी
रायबरेली के जिला एवं सत्र न्यायालय स्थित एमपी/एमएलए कोर्ट में नेता प्रतिपक्ष और रायबरेली सांसद राहुल गांधी के खिलाफ उनकी कथित विदेशी नागरिकता के आरोप को लेकर एक परिवाद दाखिल किया गया है। यह परिवाद बेंगलुरु निवासी एस. विगनेश शिशिर द्वारा दायर किया गया है। परिवाद पर सुनवाई के दौरान अदालत ने इस मामले में शहर कोतवाली पुलिस से रिपोर्ट तलब की है। सुरक्षा को देखते हुए न्यायालय परिसर और आसपास के इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। जिससे पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील नजर आया। गौरतलब है कि लगभग तीन महीने पहले एस. विगनेश शिशिर ने इसी मामले में रायबरेली के एसपी डॉ. यशवीर सिंह से मुलाकात कर प्रार्थना-पत्र के माध्यम से कार्रवाई की मांग की थी। एसपी ने प्रार्थना-पत्र को सदर कोतवाली भेजकर जांच और आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। लेकिन, पुलिस प्रशासन द्वारा संतोषजनक कार्रवाई न होने पर शिशिर ने कोर्ट का रुख किया। याचिकाकर्ता की ओर से मीडिया से बात करते हुए हाईकोर्ट के अधिवक्ता मिथिलेश्वरी पांडे ने बताया कि राहुल गांधी की कथित विदेशी नागरिकता को लेकर बुधवार को एमपी/एमएलए कोर्ट में आवेदन दाखिल किया गया है। न्यायालय ने संबंधित थाने को जवाब प्रस्तुत करने हेतु पत्र भेजा है। थाने से रिपोर्ट मिलने के बाद ही मामले में आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
सहारनपुर पुलिस लाइन पहुंचे एक परिवार में नाबालिग किशोरी के अपहरण और पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामले में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से दहशत में है। बुधवार को पीड़ित परिवार ने एसएसपी से मिलकर आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और अपनी जान माल की सुरक्षा की मांग की है। पीड़ित ने SSP को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उनकी 14 वर्षीय बेटी को 19 अक्टूबर 2025 को नौमान पुत्र फारूक उर्फ मिट्टू बहला-फुसलाकर घर से ले गया था। आरोप है कि इस दौरान किशोरी के साथ सोने-चांदी के जेवरात और लगभग 2.76 लाख रुपये नकद भी ले जाए गए। इस घटना में अनस, इकरार, आशु और रिहान की भूमिका भी सामने आई थी, जिन्होंने नाबालिग को फरार कराने में सहयोग किया। परिजनों की तलाश के बाद पता चला कि आरोपी किशोरी को पानीपत ले गया था, जहां उसे रिश्तेदारों के यहां छिपाया गया था। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पीड़ित परिवार को जान से मारने की धमकियां दी गईं। कोतवाली देहात पुलिस ने 21 अक्टूबर को नाबालिग को बरामद कर लिया। उसके बयान दर्ज किए गए और उसे परिजनों को सौंप दिया गया। पीड़ित परिवार का आरोप है कि मुख्य आरोपी नौमान को 6 नवंबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था, लेकिन मामले में शामिल अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। ये आरोपी लगातार समझौते का दबाव बना रहे हैं और इनकार करने पर परिवार को झूठे मुकदमों में फंसाने व जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। परिवार ने SSP से फरार आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है ताकि उन्हें न्याय मिल सके और वे भयमुक्त जीवन जी सकें।
केंद्रीय राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर के निजी सुरक्षा अधिकारी (PSO) लोकेश सिंदाया से जुड़े एक विवाद में मारपीट का मामला दर्ज किया गया है। घटना झाबुआ के ग्राम तारखेड़ी में 30 नवंबर को एक शादी समारोह के दौरान हुई थी। इस विवाद से संबंधित एक वीडियो भी सामने आया है। केंद्रीय मंत्री के PSO का धमकाते वीडियो आया सामने वीडियो में PSO लोकेश सिंदाया को कथित तौर पर धमकाते हुए देखा जा सकता है। सिंदाया उस समय ड्यूटी पर नहीं थे। वे एक पारिवारिक विवाह समारोह में शामिल होने आए थे। विवाद भोजन परोसने को लेकर शुरू हुआ और जल्द ही मारपीट में बदल गया। वीडियो में सिंदाया कहते सुने जा रहे हैं, बताना मत मुझको... दम है बताओ मुझको। जब ग्रामीणों ने बीच-बचाव किया, तो उन्होंने कहा, मैं बता रहा हूं न कौन बोल रहा। पिछले 15 साल की नौकरी हो गई पुलिस में... पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज रायपुरिया टीआई आर सी बरडे ने बताया कि फरियादी वेद पटेल (17), निवासी भिडोता खुर्द की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 299/2025 दर्ज किया गया है। वेद पटेल ने पुलिस को बताया कि वह अपने पिता गोकुल पटेल के साथ अपनी बुआ अनुसुया के बेटे निरंजन पटेल की बारात में ग्राम तारखेड़ी आए थे। खाना परोसने की बात को लेकर हुई बहस वेद के अनुसार, रात्रि करीब 09:30 बजे गणेश पटेल और कुनेश मंगरोलिया से खाना परोसने की बात को लेकर बहस हो गई। जब वेद ने इसका विरोध किया, तो गणेश ने हाथ में लिए पत्थर से उन पर हमला कर दिया। अन्य ग्रामीणों ने बीच-बचाव किया, जिसके बाद 112 पर फोन किया गया और वेद को इलाज के लिए रायपुरिया अस्पताल ले जाया गया। ग्रामीणों ने पोस्ट किया घटना का वीडियो वेद की रिपोर्ट के आधार पर, पुलिस ने गणेश पिता आनंदीलाल पटेल और कुनेश पिता महेश मंगरोलिया के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296, 115(2), 351(2), 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। जिन दो लोगों (गणेश और कुनेश) पर प्रकरण दर्ज हुआ है, उन्हें मंगलवार को झकनावदा पुलिस चौकी पर बयान के लिए बुलाया गया था। उन्हें वहीं पता चला कि उनके खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है। इसके बाद ग्रामीणों ने इस पूरे विवाद के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए।
पंचकूला पुलिस ने अवैध खनन गतिविधियों पर लगाम लगाने की दिशा में बुधवार को कार्रवाई करते हुए अपनी सख्ती एक बार फिर स्पष्ट कर दी। पुलिस टीम द्वारा रायपुर रानी थाना क्षेत्र में गश्त के दौरान एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को संदिग्ध अवस्था में खनन सामग्री ले जाते हुए पकड़ा गया। डीसीपी सृष्टि गुप्ता के अनुसार मढ़ावाला क्षेत्र में तैनात पुलिस टीम ने एक टिप्पर को रोककर जांच की, जिसमें भी अवैध रूप से भरी खनन सामग्री पाई गई। अवैध माइनिंग न केवल सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि पर्यावरण और स्थानीय संरचना पर भी गंभीर प्रभाव डालती है, इसलिए इस पर किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। खनन विभाग को किया सूचित पुलिस टीम ने अवैध तौर पर खनन कर सामग्री ले जा रहे दोनों वाहनों की बरामदगी के तुरंत बाद पुलिस ने माइनिंग विभाग को पूरे मामले की सूचना भेज दी है, ताकि विभागीय अधिकारियों द्वारा आगे की कार्रवाई की जा सके। खनन विभाग की ओर से अब दोनों वाहन मालिकों पर जुर्माना किया जाएगा। अगर उनकी ओर से जुर्माना जमा नहीं करवाया जाता है तो विभाग इसमें एफआईआर दर्ज करवा सकता है।
20 नवंबर को हुए कोतवाली थाना क्षेत्र के ब्लाइंड मर्डर का सदर थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मृतक भाटखेड़ा निवासी लालानाथ पुत्र मांगूनाथ और आरोपी दोनों ही गे थे। घटना वाले दिन दोनों संबंध बनाने के लिए बेड़च नदी किनारे रेलवे ट्रैक के पास जंगल में गए थे। वहीं किसी बात पर दोनों में झगड़ा हुआ और आरोपी ने गुस्से में आकर लालानाथ की हत्या कर दी। आरोपी के खिलाफ भी पहले भीलवाड़ा जिले के रायपुर थाने में भी एक हत्या का मामला दर्ज है। लापता होने के बाद परिजनों ने रातभर की तलाश शुरू की सदर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह ने बताया कि 19 नवंबर को गंगरार थाना क्षेत्र के भाटखेड़ा निवासी 35 साल के लालानाथ पुत्र मांगूनाथ घर से निकला था। शाम तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई और उन्होंने उसकी तलाश शुरू कर दी। मोबाइल की आखिरी लोकेशन चित्तौड़गढ़ शहर के नेहरू गार्डन की मिली, जिसके बाद परिवार उसे खोजते खोजते बेड़च नदी किनारे रेलवे ट्रैक क्षेत्र तक पहुंच गया। नदी किनारे जंगल में मिली बाइक और अंदर मिली लाश परिजनों को सबसे पहले लालानाथ की बाइक झाड़ियों के पास खड़ी मिली। शक गहराया तो वे अंदर जंगल की ओर बढ़े। थोड़ी ही दूरी पर लालानाथ की लाश पड़ी थी। यह क्षेत्र कोतवाली थाना सीमा में आता था, इसलिए मामला वहीं दर्ज हुआ। शुरूआती जांच गंगरार थानाधिकारी डीपी दाधीच कर रहे थे, लेकिन बाद में केस की पूरी जिम्मेदारी सदर थानाधिकारी निरंजन प्रताप सिंह को सौंप दी गई। जांच में साइबर टीम की भी मदद ली गई। सीसीटीवी फुटेज से अहमदाबाद निवासी महेंद्र व्यास आया सामने पुलिस ने पूरे शहर के कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले। उसी में एक युवक महेंद्र पुत्र मांगीलाल व्यास सामने आया, जो अहमदाबाद का रहने वाला है। जांच में सामने आया कि, घटना के तुरंत बाद वह जोधपुर चला गया था। इस आधार पर पुलिस टीम जोधपुर पहुंची और वहां उसकी तलाश शुरू की, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। जोधपुर से मिली सूचना, रेलवे स्टेशन के पास मिला आरोपी मंगलवार को पुलिस को किसी व्यक्ति ने फोन कर बताया कि आरोपी जोधपुर में ही आसपास घूम रहा है। सूचना मिलते ही सदर थाना पुलिस फिर जोधपुर पहुंची। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के पास तलाश की गई। काफी देर की कोशिश के बाद आरोपी महेंद्र व्यास रेलवे स्टेशन के आसपास घूमता हुआ मिल गया। पुलिस ने उसे तुरंत डिटेन कर लिया और चित्तौड़गढ़ ले आई। नेहरू गार्डन में हुई मुलाकात, फिर रात में हुई वारदात पूछताछ में आरोपी ने पूरी घटना स्वीकार की। उसने बताया कि 19 नवंबर को वह नेहरू गार्डन में बैठा था। उसी दौरान वहां लालानाथ भी आया। दोनों एक-दूसरे को पहले नहीं जानते थे, लेकिन बातचीत में उनका परिचय हुआ। दोनों ही गे थे, इसलिए वे संबंध बनाने के लिए बेड़च नदी किनारे रेलवे ट्रैक के पास जंगल में चले गए। बहस के बाद गुस्से में आकर गला घोंटकर की हत्या जंगल में किसी बात को लेकर दोनों में बहस हो गई। बहस बढ़ी तो आरोपी ने गुस्से में आकर लालानाथ का गला घोंट दिया। हत्या करने के बाद वह तुरंत वहां से भाग गया और अगले ही दिन जोधपुर पहुंच गया ताकि पुलिस से बच सके। भीलवाड़ा में पहले भी महिला का मर्डर कर चुका आरोपी आरोपी ने पूछताछ में एक और चौंकाने वाली बात बताई कि वह अहमदाबाद का रहने वाला जरूर है, लेकिन करीब 5 साल पहले भीलवाड़ा में रहता था। उसका कैटरर्स और ट्रैवल का काम है। जिसके चलते वह भीलवाड़ा आता जाता रहता था। वहां उसकी एक महिला से परिचय हुआ था, जिसका बाद में उसने हत्या की थी। उस मामले में रायपुर थाने ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था। यह मामला साल 2020 का है। आरोपी 2021 में जमानत पर बाहर आ गया, लेकिन इसके बाद वह कोर्ट में पेशी पर नहीं गया। गिरफ्तारी वारंट जारी, मोबाइल नहीं रखता था ताकि लोकेशन न मिले पेशी पर नहीं जाने के कारण आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो गया था। पुलिस से बचने के लिए वह जगह-जगह भटकता रहा। जमानत के बाद से उसने मोबाइल रखना भी बंद कर दिया, ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न की जा सके। करीब दो से तीन महीने पहले वह चित्तौड़गढ़ आया और तब से रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड के आसपास रहता था। शादीशुदा है आरोपी, लेकिन 16 साल से पत्नी से अलग रहता है पुलिस ने बताया कि आरोपी शादीशुदा है, लेकिन पिछले 16 साल से अपनी पत्नी से अलग रह रहा है। दोनों के बीच तलाक का केस भी चल रहा है। आरोपी की जिंदगी काफी समय से अस्थिर चल रही थी और वह जगह बदल-बदलकर अपनी फरारी काट रहा था। पुलिस ने तकनीकी और जांच से हल किया ब्लाइंड मर्डर सदर थाना पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन, पूछताछ और जांच की मदद से इस ब्लाइंड मर्डर को सुलझाया। हत्या की वजह को लेकर शुरू में कोई जानकारी नहीं थी, लेकिन पुलिस की लगातार कोशिशों और त्वरित कार्रवाई से मामला सुलझ गया। आरोपी अब पुलिस की गिरफ्त में है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
15 हजारी इनामी गांजा तस्कर 'टॉमी' गिरफ्तार:NCR में बड़े गांजा तस्करी नेटवर्क से जुड़ा था आरोपी
ग्रेटर नोएडा पुलिस ने एनसीआर में गांजा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क से जुड़े 15,000 रुपये के इनामी वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी अपराधियों पर नकेल कसने के अभियान के तहत थाना इकोटेक-3 पुलिस द्वारा की गई। थाना इकोटेक-3 पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और गोपनीय सूचना के आधार पर वांछित आरोपी अरविंद किशोर उर्फ टॉमी उर्फ टोमू को चौगानपुर गोल चक्कर के पास से पकड़ा। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी गांजा तस्करी के एक मामले में फरार चल रहा था। उसकी शीघ्र गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने उस पर 15,000 रुपये का इनाम घोषित किया था। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी एक शातिर गांजा तस्कर है। वह अपने साथियों के साथ मिलकर संगठित तरीके से ओडिशा राज्य से ट्रकों में गांजा लाकर एनसीआर के नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद जैसे क्षेत्रों में सप्लाई करता था। इस गिरोह के दो अन्य सदस्य, अली हसन और योगेंद्र, को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। आरोपी अरविंद किशोर उर्फ टॉमी का आपराधिक इतिहास है, जिसमें पूर्व में भी मादक पदार्थों की तस्करी से जुड़े कई मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने आवश्यक कानूनी कार्यवाही करते हुए आरोपी को जेल भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि जिले में मादक पदार्थों के खिलाफ लगातार बड़ी कार्रवाई की जा रही है। मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे लोगों को लगातार गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।
मध्य प्रदेश के जबलपुर में कोरोना काल के दौरान 100 करोड़ का राशन घोटाला हुआ था, जिसको लेकर हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी। मामले पर बुधवार को सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस की डिवीजन बेंच ने कहा की इस मामले में संयुक्त जांच समिति की सिफारिश पर राज्य सरकार ने दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है, ऐसे में अब आगे कोई भी निर्देश कोर्ट नहीं दे सकता है, लिहाजा यह कहते हुए बेंच ने याचिका का निराकरण कर दिया है। जबलपुर निवासी एडवोकेट विनोद सिसोदिया की ओर से हाई कोर्ट में याचिका दायर करते हुए बताया गया कि कोविड-19 के दौरान जब गरीबों को अतिरिक्त राहत देने की जरूरत थी, उस समय संबंधित अधिकारियों ने सिस्टम में खाद्यान्न की मात्रा घटा दी, जिससे हजारों लाभार्थियों को पूरा राशन नहीं मिल सका। याचिकाकर्ता ने यह भी आरोप लगाए कि गरीबों के लिए भेजे गए गेहूं, चावल, नमक, शक्कर और केरोसिन जैसे उत्पादों को अधिकारियों ने अपनी पर्सनल आईडी का दुरुपयोग करके खाद्यान्न को खुले बाजार में बेच दिया। इस मामले में शिकायत भी की गई, लेकिन जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मजबूर होकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करनी पड़ी। चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा और जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच ने मामले पर सुनवाई करते हुए सरकार का पक्ष सुनने के बाद याचिका का निराकरण कर दिया है। सरकार की ओर से उप महाधिवक्ता विवेक शर्मा ने कोर्ट को बताया कि घोटाला की जानकारी मिलने पर सरकार ने संयुक्त जांच समिति गठित की जांच में प्रथमदृष्टया आरोप सही पाए गए, इसके बाद 4 सितंबर को जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई। हाईकोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता द्वारा चाही गई राहत पूरी हो चुकी है, लिहाजा अब मामले पर आगे सुनवाई करना उचित नहीं है। हालांकि कोर्ट ने याचिकाकर्ता को यह भी राहत दी है कि वो जिम्मेदारों जिनके खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है, उनके लिए पुनः याचिका दायर कर सकते है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता मनीष वर्मा का कहना है कि उनके द्बारा मुद्दा उठाए जाने के बाद राज्य सरकार ने एफआईआर दर्ज की है, उनका कहना है कि यह घोटाला सिर्फ एक जिले में ही नहीं बल्कि 22 जिलों में हुआ है, और यह करोड़ों का घोटाला है। लिहाजा इस मामले में अब जल्द ही आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अजमेर के गंज थाना क्षेत्र में संचालित एक होटल में युवक ने फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। सूचना मिलने पर गंज थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और पोस्टमार्टम की कार्रवाई कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। एफएसएल टीम ने होटल के कमरे से सबूत जुटाएं है। गंज थाना पुलिस सुसाइड के कारणों को लेकर जांच में जुटी है। गंज थाना प्रभारी महावीर सिंह ने बताया कि आदर्श नगर निवासी सौरभ गंगवार(24) पुत्र रामरक्षपाल ने थाना क्षेत्र में स्थित एक होटल के कमरे में फांसी का फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। होटल स्टाफ द्वारा मामले की सूचना थाने पर दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मौका मुआयना किया। युवक को फांसी के फंदे से उतार कर जेएलएन अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया। पोस्टमार्टम की कार्रवाई कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है। रूम के अंदर से पूर्व पत्नी की रोने की आवाज आई गंज थाना पुलिस के अनुसार मृतक सौरभ की साल भर पहले अजमेर निवासी लक्षिता से लव मैरिज हुई थी। लेकिन 6 महीने पूर्व दोनों के बीच डिवोर्स हो गया था। 30 नवंबर को सौरभ अपनी एक्स वाइफ लक्षिता के साथ होटल में रुकने के लिए पहुंचा था। घर नहीं पहुंचा तो परिवार ने भी उससे संपर्क किया था। बुधवार रात्रि को कमरे से जब लड़की के रोने की आवाज आई तो स्टाफ मौके पर पहुंच गया। स्टाफ ने दरवाजा खुलवाया तो युवक कमरे में लटका हुआ मिला। साथ में मौजूद उसकी पूर्व पत्नी रो रही थी। गंज थाना पुलिस के अनुसार प्रारंभिक जांच में महिला ने बताया कि वह बाथरूम में गई थी इसी बीच सौरभ ने फांसी का फंदा लगाया है। हालांकि पुलिस मामले में अनुसंधान कर रही है। सुसाइड के कारणों को लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है। एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत गंज थाना पुलिस इस पूरे मामले में जांच में जुटी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बुधवार शाम थाना प्रभारी महावीर सिंह मौके पर पहुंच गए। एफएसल टीम को मौके पर बुलाया गया। टीम के जरिए रूम के अंदर से सबूत जुटाए गए हैं। पुलिस होटल में लगे सीसीटीवी भी चेक किए हैं। जिसमें दोनों लड़का लड़की होटल में आते और जाते दिखाई दे रहे हैं।
लखनऊ के बीबीडी यूनिवर्सिटी के एक छात्र पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया गया। छात्र परीक्षा देकर घर लौट रहा था। मामला पुराने पार्किंग विवाद से जुड़ा है। पीड़ित की तहरीर पर बीबीडी थाने में नामजद सहित कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। कमता के मुलायमनगर निवासी शारिब शेख, बीबीडी यूनिवर्सिटी का छात्र है। शारिब के अनुसार 29 नवंबर को पार्किंग को लेकर कॉलेज के प्रियांशु यादव, प्रग्नेश तिवारी, अभिनव समेत कई युवकों से विवाद हुआ था। उसी दौरान उसके साथ मारपीट हुई और बाद में फोन पर धमकियां भी दी जा रही है। उस समय शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। शारिब का कहना है कि 2 दिसंबर को वह परीक्षा देकर घर जा रहा था। तभी रास्ते में अभिनव, प्रियांशु यादव, प्रग्नेश तिवारी, प्रिंस यादव, प्रग्नेश तिवारी के पिता और करीब 8–10 अन्य लोगों ने उसे रोक लिया। रंजिश में उस पर धारदार हथियार से हमला किया। बेल्ट के बक्कल से बेरहमी से पीटा। हमले में शारिब के मुंह, सिर, पीठ, उंगली और आंख पर गंभीर चोटें आईं। वह मौके पर बेसुध होकर गिर गया। इसी दौरान कॉलेज स्टाफ मौके पर पहुंचा और उसे किसी तरह बचाया। इंस्पेक्टर के मुताबिक पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
लखीमपुर में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटी, दो लोग घायल:एक की हालत गंभीर, ग्रामीणों ने दबे व्यक्ति को निकाला
लखीमपुर खीरी जिले के मझगई थाना क्षेत्र में बुधवार को एक ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर गहरी खाई में पलट गई। इस हादसे में ड्राइवर सहित दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में मझगई निवासी अनुज पुत्र चुन्ना ट्रैक्टर के नीचे दब गया था। यह घटना पतिया–बल्लीपुर मार्ग पर मुर्गहा गांव के पास हुई। जानकारी के अनुसार, मझगई के बजड़ी–मौरंग व्यापारी अय्यूम खान सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉली से मौरंग और सरिया लेकर छेदुई पतिया गए थे। लौटते समय मुर्गहा गांव के पास ट्रैक्टर अचानक अनियंत्रित हो गया और सड़क किनारे खाई में जा गिरा। ट्रॉली के चारों पहिये ऊपर हो गए और ट्रैक्टर चला रहे अय्यूम तथा मजदूर अनुज दोनों उसमें दब गए। हादसा देखकर आसपास के किसान और ग्रामीण तुरंत मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर को सीधा कर दबे हुए अनुज को बाहर निकाला। दोनों घायलों को ग्रामीणों की मदद से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पलिया ले जाया गया। वहां अनुज की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने घटना की जानकारी लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
डूंगरपुर कलेक्टर अंकित कुमार सिंह ने बुधवार शाम को जिला अस्पताल का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान सेंट्रल लैब और विभिन्न वार्डों में साफ-सफाई की कमी पाई गई, जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की और सफाई व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जनरल वार्ड, पुरुष एवं महिला वार्ड, शिशु वार्ड, कुपोषण उपचार केंद्र, बर्न वार्ड, ऑपरेशन वार्ड, पूछताछ केंद्र और लैब का दौरा किया। उन्होंने अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यों और लाइट फिटिंग की व्यवस्था की भी जानकारी ली, साथ ही रोशनी के उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ. महेंद्र डामोर को मरीजों के साथ आने वाले परिजनों के लिए बैठने की व्यवस्था हेतु फर्नीचर लगवाने के निर्देश दिए। वार्डों के निरीक्षण के दौरान उन्होंने जालियों की साफ-सफाई करवाने और मरीजों को साफ-सुथरे कंबल उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने प्रत्येक वार्ड में भर्ती मरीजों से संवाद किया और उनसे दवाओं की उपलब्धता के बारे में पूछा। मरीजों ने बताया कि उन्हें अस्पताल से ही निशुल्क दवाएं मिल रही हैं। उन्होंने मरीजों से अन्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं के बारे में भी जानकारी ली। इसके अतिरिक्त, उन्होंने ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों और अन्य कर्मचारियों से उनके ड्यूटी समय, किए गए कार्य, दी जाने वाली सेवाओं, भर्ती मरीजों की संख्या और जांच मशीनों की स्थिति के बारे में पूछताछ की। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि कोई मशीन खराब तो नहीं है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जांच हेतु लैब के बाहर खड़े मरीजों की पर्ची भी देखी ओर विभिन्न जांच लेबोरेट्री तक पहुंचने के लिए संकेतक लगाने के भी निर्देश दिए ताकि मरीजों को परेशानी ना हो। साथ ही सभी कार्मिकों को यूनिफॉर्म में रहने, वार्ड में भर्ती मरीजों की प्रभावी मॉनिटरिंग करने तथा सेवाएं देने के निर्देश दिए। गंदगी पर जताया रोष इसके बाद कलेक्टर ने बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने बस स्टैंड पर फैली गंदगी देखकर रोष व्यक्त करते हुए प्रबंधक को नियमित रूप से अच्छी तरह से साफ सफाई करवाने, सार्वजनिक प्याऊ एवं शौचालय की नियमित सफाई करवाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने टिकट वितरण व्यवस्था, अनाउंसमेंट व्यवस्था का भी निरीक्षण करते हुए जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने बस स्टैंड पर चल रहें निर्माण कार्य की भी जानकारी ली एवं आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।
आज़ादनगर पुलिस ने 4 चोरी का खुलासा किया:3 आरोपी गिरफ्तार, 2 किलो चांदी और बोलेरो वाहन जब्त
आज़ादनगर पुलिस ने चार चोरी की वारदातों का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से लगभग 2 किलोग्राम चांदी और चोरी के पैसों से खरीदी गई एक बोलेरो वाहन जब्त की है। यह कार्रवाई थाना आज़ादनगर की संपत्ति संबंधी अपराधों के विरुद्ध हाल ही की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जा रही है। पुलिस के अनुसार, ये चोरियां ग्राम रिंगोल लाड़ी वरिया फलिया, ग्राम संदा पुजारा फलिया, कासट सड़क फलिया और मंडी रोड स्थित प्राची फैशन दुकान में हुई थीं। इन वारदातों में खिड़कियां तोड़कर, अलमारी के ताले तोड़कर और शटर व चैनल गेट काटकर लगभग 2.30 लाख रुपये मूल्य की संपत्ति चोरी की गई थी। इसमें 2 किलोग्राम चांदी और नकदी शामिल थी। घटनाओं की गंभीरता को देखते हुए, आलीराजपुर पुलिस अधीक्षक रघुवंश सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप पटेल और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस जोबट रविन्द्र राठी के निर्देशन में थाना आज़ादनगर पुलिस ने एक विशेष टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने घटनास्थलों का सूक्ष्म निरीक्षण किया, तरीका-ए-वारदात का विश्लेषण किया, मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया और तकनीकी साक्ष्यों का अध्ययन किया। लगातार प्रयासों के बाद तीन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया, जिनसे पूछताछ में महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रमेश पिता मानसिंह मेड़ा भील (42), जाहिंग पिता दिता डामौर भील (25) और एक नाबालिग आरोपी के रूप में हुई है। पूछताछ में आरोपियों ने चारों चोरियों को अंजाम देना स्वीकार किया। वे सुनसान स्थानों को निशाना बनाते थे और कमजोर सुरक्षा का फायदा उठाकर चोरी करते थे। पुलिस ने आरोपियों से लगभग 2 किलोग्राम चांदी और चोरी के पैसों से खरीदी गई एक बोलेरो वाहन बरामद की है। आरोपियों से गहन पूछताछ जारी है, जिससे और भी वारदातों का खुलासा होने की संभावना है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के विरोध में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांकेर युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष महेंद्र नायक के नेतृत्व में चारामा ब्लॉक युवा कांग्रेस ने बस स्टैंड पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईडी का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन 3 दिसंबर को दोपहर में हुआ, जब बड़ी संख्या में युवा कांग्रेस कार्यकर्ता झंडे और बैनर लेकर बस स्टैंड पहुंचे। उन्होंने केंद्र सरकार और ईडी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने ईडी की इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया और आरोप लगाया कि यह कांग्रेस नेतृत्व को निशाना बनाकर विपक्ष की आवाज दबाने का प्रयास है। युवा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- राजनीति से प्रेरित होकर एफआईआर दर्ज युवा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष महेंद्र नायक ने इस दौरान कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार राहुल गांधी के बढ़ते जनसमर्थन और लोकप्रियता से भयभीत है। इसी कारण कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ बार-बार फर्जी और राजनीतिक प्रेरित एफआईआर दर्ज की जा रही हैं। उन्होंने इस कार्रवाई को लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताते हुए कहा कि युवा कांग्रेस ऐसे 'तानाशाही रवैए' के खिलाफ सड़क से संसद तक अपना संघर्ष जारी रखेगी। नायक ने आगे कहा कि केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को चुप कराने की कोशिश कर रही है, जिसे देश की जनता स्वीकार नहीं करेगी। इस विरोध प्रदर्शन में युवा कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहे, जिनमें अर्जुन देवांगन (विधानसभा महासचिव), रानू सेन (पार्षद), कमलकांत तारम, सुरेंद्र साधवानी, विकास मंडावी, कैलाश कैठोलिया, समीर बंछोर, बलवंत साहू, रवि मगतानी, भूपेश सिन्हा, डिगेश, जय साहू, शिव सोनवानी, भूपेंद्र भुआर्य, चंदन रजक, दीपक डोंगरे, सुल्तान खान, सोनू साहू और भुवन देवांगन शामिल थे।
शेखपुरा में बुधवार को DDC संजय कुमार ने शहर के एकमात्र पुस्तकालय डॉ. श्रीकृष्ण सिंह पुस्तकालय सहित विभिन्न सरकारी कार्यालयों का अचानक निरीक्षण किया। उन्होंने व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए। पुस्तकालय के निरीक्षण के दौरान, DDC ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को साफ-सफाई, पुस्तकों के उचित रखरखाव और पुस्तकालय के माध्यम से दी जाने वाली सुविधाओं के प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए। DPM जीविका को व्यवस्थित करने का निर्देश दिया इसके अतिरिक्त, उन्होंने जीविका प्रशिक्षण एवं उद्योग केंद्र का भी निरीक्षण किया और DPM जीविका को इसे व्यवस्थित करने का निर्देश दिया। सर्वा प्लस टू हाई स्कूल में स्थित पुस्तकालय, लैब और बच्चों की शिक्षा संबंधी व्यवस्था को भी देखा गया। इस दौरान DDC ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराने पर जोर दिया। बच्चों को खेल के माध्यम से मनोरंजक शिक्षा प्रदान करने का भी निर्देश आकांक्षी प्रखंड शेखोपुरसराय के अंतर्गत बेलाव स्थित आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 10 (बेलाव उत्तर) का भी DDC ने निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनवाड़ी सेविका को महत्वपूर्ण निर्देश दिए और बच्चों से स्वयं बातचीत की। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्र में दी जाने वाली सुविधाओं को प्रदर्शित करने और बच्चों को खेल के माध्यम से मनोरंजक शिक्षा प्रदान करने का भी निर्देश दिया। निर्माणाधीन 'दीदी की रसोई' के कार्य को भी देखा DDC ने रेफरल अस्पताल में चल रहे ओटी रूम और लेबर वार्ड का भी निरीक्षण किया। साथ ही, अस्पताल में निर्माणाधीन 'दीदी की रसोई' के कार्य को भी देखा। उन्होंने बरबीघा रेफरल अस्पताल के डॉक्टर फैजल को गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के लिए लगातार निरीक्षण करने का निर्देश दिया। इस अवसर पर नीति आयोग के नोडल पदाधिकारी-सह-जिला योजना पदाधिकारी और जिला विकास पदाधिकारी-सह-जिला जनसंपर्क पदाधिकारी गौतम आर्य भी उपस्थित थे।
मुजफ्फरपुर में नदी किनारे एक अधेड़ का शव बरामद हुआ है। शव के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद मौके पर भीड़ जमा हो गई। घटना के सिकंदरपुर थाना क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी की है। मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के सरिया गंज न्यू मार्केट निवासी संजय के रूप में हुई है। संजय का छोटा भाई राजेश अपने बड़े भाई की तलाश में निकला था। बूढ़ी गंडक किनारे भीड़ देखकर वह रुका और शव को देखा, तो वह उसके बड़े भाई संजय का ही था। नौकरी छूट जाने के कारण था परेशान राजेश ने पुलिस को बताया कि संजय दो भाइयों में सबसे बड़ा था। वह पिछले लगभग एक साल से नौकरी छूट जाने के कारण परेशान और डिप्रेशन में था। संजय एक निजी कंपनी में काम करता था, लेकिन नौकरी जाने के बाद से वह लगातार तनाव में था। राजेश के अनुसार, संजय आमतौर पर घर पर ही रहता था। आज वह अचानक 'सेविंग कराने जा रहा हूं' कहकर घर से निकला था और अपना मोबाइल भी घर पर ही छोड़ गया था। मृतक संजय अपने पीछे पत्नी और दो छोटे बच्चों को छोड़ गया है। परिवार अब उनके भविष्य को लेकर चिंतित है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर सिकंदरपुर थाना पुलिस की टीम पहुंची। पुलिस ने मृतक की पहचान होने के बाद एक सुसाइड नोट भी बरामद किया। जिसमें मृतक संजय ने लिखा है कि अपने मन से मरने जा रहा हूं। इसमें किसी की कोई गलती नहीं है। मामले में पूछे जाने पर सिकंदरपुर थानेदार दुखी महतो ने कहा कि एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ है । नदी में डूब कर मौत हुई है। मौके से सुसाइड नोट भी मिला है । शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है । मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।
गाजीपुर सदर कोतवाली थाना क्षेत्र के मुगलानीचक में बीते 1 दिसंबर की रात चचेरे भाई बहादुर बिंद की हत्या के आरोपी रोशन बिंद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए आरोपी को पकड़ा। जांच में सामने आया कि आरोपी रोशन बिंद शराब का आदी था। घटना की रात शराब के नशे में रोशन और बहादुर के बीच कहासुनी हुई थी। इसी दौरान रोशन बिंद ने नशे की हालत में ईंट से बहादुर बिंद पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। बहादुर बिंद 1 दिसंबर की रात पिकअप लेकर घर से निकला था। 2 दिसंबर की सुबह गांव के ही राममनोज के बगीचे में उसका शव गंभीर चोटों के साथ मिला था। इसके बाद बहादुर के भाई दिनेश बिंद की तहरीर पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। विवेचना के दौरान पुलिस ने धारा 238 बीएनएस की बढ़ोत्तरी की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बुधवार को आरोपी रोशन बिंद को मीरनपुर सक्का के पास से गिरफ्तार कर लिया। रोशन बिंद मुगलानीचक, कोतवाली गाजीपुर का निवासी है। पूछताछ में रोशन बिंद ने स्वीकार किया कि पकड़े जाने के डर से उसने बहादुर बिंद का मोबाइल तोड़कर सिम फेंक दिया था और घटनास्थल से भाग गया था। आरोपी के विरुद्ध मुकदमा संख्या 912/2025 में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तारी टीम में प्रभारी निरीक्षक महेंद्र सिंह और उपनिरीक्षक रोहित कुमार द्विवेदी अपनी टीम के साथ शामिल रहे।
जिला निर्वाचन अधिकारी अभिषेक सुराणा ने बुधवार को एसआईआर से संबंधित गतिविधियों की जानकारी मीडिया प्रतिनिधियों को दी। जिला निर्वाचन अधिकारी सुराणा ने बताया कि जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में गणना प्रपत्रों का शत-प्रतिशत डिजिटलाइजेशन पूरा हो चुका है। उन्होंने नो मैपिंग, गैरमौजूद, मृत और शिफ्ट हुए मतदाताओं की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया। सुराणा ने जानकारी दी कि जिन मतदाताओं ने गणना प्रपत्र भरे हैं, उनके नाम ड्राफ्ट रोल में प्रकाशित किए जाएंगे। वहीं, जिन मतदाताओं की मैपिंग नहीं हो सकी है, उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। इन मतदाताओं को 13 दस्तावेजों में से कोई एक प्रस्तुत करना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले वयस्क मतदाता फॉर्म 6 भरकर अपना नाम जुड़वा सकेंगे। वर्तमान में फॉर्म 6 के साथ अनुलग्नक 4 भरना अनिवार्य किया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मीडिया प्रतिनिधियों से एसआईआर 2026 कार्य के लिए फील्ड से फीडबैक लिया और अपेक्षित सहयोग का आग्रह किया। प्रेसवार्ता में उप जिला निर्वाचन अधिकारी अर्पिता सोनी, शिव प्रकाश शर्मा और अजय सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
कानपुर में तेज रफ्तार कार का कहर:साइकिल से जा रहे फैक्ट्री कर्मी को रौंदा, इलाज के दौरान हुई मौत
महाराजपुर हाईवे पर एक तेज रफ्तार कार ने साइकिल सवार फैक्ट्री कर्मी को टक्कर मार दी। हादसे में फैक्ट्री कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया। राहगीरों ने पुलिस की मदद से उसे काशीराम अस्पताल पहुंचाया, जहां हालत गंभीर देखते हुए हैलट अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। बुधवार सुबह हैलट में उपचार के दौरान मौत हो गई। फैक्ट्री से जा रहे थे घर सरसौल के भेउली गांव निवासी हरिशंकर सैनी (55) तिरंगा अगरबत्ती में काम करते थे। परिवार में पत्नी ममता देवी, 4 बेटियां और दो बेटे आशीष और संदीप हैं। 3 बेटियों की शादी हो चुकी हैं। बेटे आशीष ने बताया कि पिता रोज की तरह सोमवार शाम को साइकिल से घर वापस आ रहे थे। अभी महाराजपुर हाईवे पर पहुंचे ही थे कि पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। सिर पर लगी गंभीर चोट टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि हरिशंकर दूर जा गिरे और सिर व सीने में गंभीर चोट आ गई। वहीं, हादसे के बाद कार सवार मौके से भाग निकला। राहगीरों की सूचना पर पहुंची पुलिस, घायल को पहले काशीराम अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां से उन्हें हैलट रेफर कर दिया गया। हैलट में बुधवार को उपचार के दौरान डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, पुलिस ने हाईवे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से कार और उसके चालक की तलाश करनी शुरू कर दी हैं।
उप विकास आयुक्त (डीडीसी) अभिषेक पलासिया ने बुधवार को परबत्ता स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उनके साथ जिला डेयरी अधिकारी सुब्रत दास और जिला कृषि पदाधिकारी रंजीत कुमार भी मौजूद थे। अधिकारियों ने अस्पताल परिसर, सेवाओं की उपलब्धता और कर्मचारियों की उपस्थिति की विस्तृत जांच की। डीडीसी पलासिया ने विशेष परिवार नियोजन अभियान को समय पर और प्रभावी ढंग से पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. कशिश से अस्पताल की मौजूदा व्यवस्था, सुविधाओं और कार्यक्रमों की जानकारी ली। परिवार नियोजन साधन, रिकॉर्ड, परामर्श कक्ष, आउटडोर सेवाओं तथा साफ-सफाई की स्थिति का भी निरीक्षण किया गया। डीडीसी ने कहा कि आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। किसी भी प्रकार की लापरवाही या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध वसूली का आरोप, जांच की मांग निरीक्षण के दौरान सीपीएम नेता नवीन चौधरी भी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने सीएचसी प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि परबत्ता अस्पताल अवैध वसूली का केंद्र बनकर रह गया है।चौधरी ने आरोप लगाया कि जन्म प्रमाण पत्र समेत कई मूलभूत सेवाओं के लिए मरीजों और परिजनों से मनमाना शुल्क लिया जाता है। उन्होंने कहा कि मुफ्त इलाज की व्यवस्था के बावजूद कई प्रक्रियाओं में पैसों की मांग की जाती है, जिससे गरीब और ग्रामीण परिवार शोषण का शिकार होते हैं। चौधरी ने डीडीसी से अस्पताल प्रशासन पर तत्काल कार्रवाई करने और अवैध वसूली पर रोक लगाने की मांग की। डीडीसी ने शिकायत पर गंभीरता जताते हुए कहा कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों पर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित होगी।
पंजाब के एनएचएम कर्मचारियों के बकाया वेतन और राज्य सरकार से हस्तक्षेप की मांग को लेकर हड़ताल जारी
पंजाब के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) कर्मचारियों ने दो महीने से वेतन नहीं मिलने और राज्य सरकार से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग करते हुए बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी अपनी राज्यव्यापी हड़ताल जारी रखी
झाबुआ पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे 'ऑपरेशन प्रहार' के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस ने इंदौर से गुजरात जा रहे एक ट्रक से ₹1 करोड़ 63 लाख 35 हजार मूल्य की अवैध शराब और वाहन जब्त किया है। यह 'ऑपरेशन प्रहार' के तहत पुलिस की चौथी बड़ी कार्रवाई है। यह कार्रवाई 2 दिसंबर की देर रात झाबुआ कोतवाली क्षेत्र के फूलमाल चौराहे पर नियमित चेकिंग के दौरान की गई। पुलिस ने ट्रक क्रमांक MP 09 HG 3449 को रोका, जो इंदौर से गुजरात की ओर जा रहा था। तस्कर अवैध शराब को पशुओं के आहार के नीचे छिपाकर सीमा पार कराने का प्रयास कर रहे थे। पुलिस की सूझबूझ से ट्रक की तलाशी ली गई, जिसमें अवैध शराब की पेटियां बरामद हुईं। जब्त की गई शराब की मात्रा 7470 बल्क लीटर है, जिसकी अनुमानित कीमत ₹1 करोड़ 2 लाख 5 हजार है। शराब के साथ वाहन और अन्य सामग्री मिलाकर कुल जब्त मशरूखा का मूल्य लगभग ₹1 करोड़ 63 लाख 35 हजार आंका गया है। मौके से ट्रक के चालक, जो कि इस मामले में आरोपी है, को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी के खिलाफ आबकारी अधिनियम की धारा 34/2 और धारा 36 के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले की विवेचना अभी जारी है। पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवदयाल सिंह ने तस्करी के इस बड़े प्रयास को विफल करने वाली टीम की सराहना की और उन्हें नगद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह कार्रवाई 'ऑपरेशन प्रहार' की निरंतर सफलता को दर्शाती है और अवैध गतिविधियों में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
भोपाल के करीब 15 इलाकों में गुरुवार को 2 से 6 घंटे तक बिजली कटौती होगी। इन इलाकों में बिजली कंपनी मेंटेनेंस करेगी। इसके चलते सप्लाई पर असर पड़ेगा। जिन इलाकों में बिजली बंद रहेगी, उनमें रचना नगर, गौतम नगर, सलैया, कैलाश नगर, मिसरोद, राहुल नगर समेत कई बड़े इलाके भी शामिल हैं। ऐसे में बिजली संबंधित जरूरी काम पहले से निपटा लें। ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। इन इलाकों में पड़ेगा असर
नवादा में 3 दिसंबर को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की 141वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। यह आयोजन अंबेडकर पुस्तकालय में हुआ, जिसमें पुष्प अर्पण, माल्यार्पण और उनके विचारों पर चर्चा की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता नेताजी सुभाष चंद्र बोस ब्रिगेड के अध्यक्ष व वरिष्ठ समाजसेवी मनीष कुमार सिन्हा ने की। यातायात डीएसपी अभिषेक कुमार ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने डॉ. राजेंद्र प्रसाद को एक महान विभूति बताते हुए कहा कि उनकी जयंती मनाना गर्व का क्षण है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने लगातार 2 पूर्ण कार्यकाल पूरे किए समाजसेवी मनीष सिन्हा ने बताया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद देश के पहले और एकमात्र राष्ट्रपति थे, जिन्होंने लगातार 2 पूर्ण कार्यकाल पूरे किए। इस अवसर पर नेताजी सुभाष ब्रिगेड के कई कार्यकर्ता और शहर के गणमान्य लोग उपस्थित थे। 'एग्जामिनी बेटर दैन एग्जामिनर' शब्द का प्रयोग किया गया था 40 वर्षों से सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन प्रसाद ने जानकारी दी कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद 1934, 1939 और 1947 में तीन बार कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे थे। जेपी सेनानी मनोहर पासवान ने उन्हें ऐसी महान शख्सियत बताया जिनके लिए 'एग्जामिनी बेटर दैन एग्जामिनर' शब्द का प्रयोग किया गया था। 12 सालों तक प्रथम राष्ट्रपति का पद संभाला नोटरी मजिस्ट्रेट भरत भूषण सिन्हा उर्फ फनी सिन्हा ने बताया कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 से 13 मई 1962 तक लगभग 12 सालों तक प्रथम राष्ट्रपति का पद संभाला। सामाजिक कार्यकर्ता निजाम खान कल्लू नेता ने शहर में डॉ. राजेंद्र प्रसाद की सार्वजनिक प्रतिमा स्थापित करने की मांग की। चित्रांश प्रेस के मालिक कंचन कुमार सिन्हा ने कहा कि वर्तमान परिवेश में लोग डॉ. राजेंद्र प्रसाद के योगदान को भूलते जा रहे हैं। शिक्षाविद अयोध्या पासवान ने पूर्व राष्ट्रपति को विद्वता का प्रतीक बताया। जयंती में हर साल उपस्थित रहने का वादा किया सामाजिक कार्यकर्ता रजनीश कुमार अकेला ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के योगदान को कभी ना भूलने वाला योगदान बताया और कहा कि राजेंद्र बाबू का अनुसरण हर भारतीयों को करना चाहिए, सामाजिक कार्यकर्ता चंदन चौधरी ने डॉ राजेंद्र प्रसाद को युग पुरुष बताते हुए उनकी जयंती में हर साल उपस्थित रहने का वादा किया।
हरियाणा के पंचकूला में बुधवार को जिले की सभी पीसीआर, राइडर्स और ईआरवी टीमों के इन्चार्ज व कर्मचारियों के साथ मीटिंग कर ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन को और अधिक प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। डीसीपी क्राइम ने मीटिंग के दौरान साफ कहा कि पुलिस बल तुरंत प्रभाव से अपने-अपने क्षेत्रों में सक्रिय होकर गश्त, वाहनों की चेकिंग तथा हॉटस्पॉट पॉइंट्स पर निगरानी बढ़ाए। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 150 हॉटस्पॉट्स चिन्हित किए गए हैं, जहां नशे का सेवन या बिक्री, जुआ-सट्टा, असामाजिक गतिविधियां और छोटे-बड़े अपराध होने की आशंका रहती है। डीसीपी ने निर्देश दिया कि इन स्थानों पर विशेष फोकस रखा जाए, और पुलिस की सख्त मौजूदगी से अपराधियों में डर पैदा किया जाए। डीसीपी मनप्रीत सिंह सूदन ने कहा कि लगातार डोमिनेशन व गश्त से चोरी, स्नैचिंग और अन्य वारदातों पर पहले से ही काफी हद तक अंकुश लगा है। आने वाले दिनों में इन अपराधों को पूरी तरह रोकने के लिए पुलिस की मौजूदगी और इंटेलिजेंस दोनों को मजबूत किया जाएगा। 120 पुलिसकर्मी रहे मौजूद मीटिंग में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मुनीष कुमार, इन्चार्ज रामू स्वामी सहित करीब 120 पुलिसकर्मी मौजूद रहे। डीसीपी क्राइम ने सभी टीमों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में तुरंत निकलकर संदिग्ध गतिविधियों की जांच करें, हॉटस्पॉट इलाकों में लगातार दबिश दें और हर छोटी-बड़ी सूचना पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें।
मुजफ्फरनगर में 38 बीएलओ सम्मानित:मतदाता सूची पुनरीक्षण का शत-प्रतिशत कार्य पूरा करने पर किया सम्मान
मुजफ्फरनगर में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले 38 बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) को सम्मानित किया गया। इन बीएलओ ने पुरकाजी विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूची का शत-प्रतिशत कार्य समय से पहले पूरा कर जिले में एक कीर्तिमान स्थापित किया है। सम्मान समारोह बुधवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में आयोजित हुआ, जहां उन्हें प्रशस्ति पत्र और गिफ्ट पैक दिए गए। समारोह की अध्यक्षता निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी-सह-एसडीएम पुरकाजी राहुल देव भट्ट ने की। इस अवसर पर सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी/तहसीलदार राधेश्याम गौड़, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार, राजस्व निरीक्षक इंद्रिय दमन और ऐनुल हसन सहित संबंधित सुपरवाइजर उपस्थित रहे। सम्मानित होने वाले बीएलओ में सचिन कुमार और गीता देवी समेत कई शिक्षक तथा राजस्व कर्मी शामिल थे। एसडीएम राहुल देव भट्ट ने अपने संबोधन में कहा कि यह सम्मान केवल 38 बीएलओ का नहीं, बल्कि पूरी टीम की मेहनत का प्रतीक है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इन साथियों के कार्य से प्रेरणा लेकर शेष बीएलओ भी गुणवत्ता के साथ शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करेंगे। भट्ट ने यह भी घोषणा की कि जिन सुपरवाइजरों के अंतर्गत सभी बूथों पर शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण हो जाएगा, उन्हें भी शीघ्र ही इसी प्रकार सम्मानित किया जाएगा। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि मतदाता सूची पुनरीक्षण का यह विशेष अभियान 1 अक्टूबर से जारी है। दावे-आपत्तियां 9 दिसंबर 2025 तक स्वीकार की जा रही हैं। अंतिम मतदाता सूची 5 जनवरी 2026 को प्रकाशित होगी। उन्होंने बताया कि पुरकाजी विधानसभा क्षेत्र में कुल 418 बूथ हैं और अब तक लगभग 85 प्रतिशत से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। शत-प्रतिशत कार्य करने वाले इन 38 बीएलओ का प्रदर्शन अन्य क्षेत्रों के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है। सम्मानित बीएलओ सचिन कुमार ने कहा, “लोगों का सहयोग मिला इसलिए हम समय से पहले काम पूरा कर सके। यह सम्मान हमारी जिम्मेदारी को और बढ़ाता है।” इसी तरह गीता देवी ने बताया कि घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन करना चुनौतीपूर्ण था, लेकिन टीम वर्क से सब संभव हो गया। निर्वाचन विभाग की ओर से इस तरह के प्रोत्साहन कार्यक्रम पहली बार आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे मैदानी कर्मियों में उत्साह देखा जा रहा है। जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर पूरे जिले में ऐसे ही उत्कृष्ट बीएलओ और सुपरवाइजरों को चरणबद्ध रूप से सम्मानित किया जाएगा ताकि 5 जनवरी 2026 तक शत-प्रतिशत स्वच्छ एवं अद्यतन मतदाता सूची प्रकाशित की जा सके।
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत शिवपुरी जिले से 279 तीर्थ यात्रियों को लेकर स्पेशल ट्रेन बुधवार सुबह मां कामाख्या देवी, गुवाहाटी (असम) के लिए रवाना हुई। यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए दो डॉक्टर, 6 अनुरक्षक और 5 पुलिसकर्मी (जिनमें दो महिला पुलिसकर्मी शामिल थीं) भी साथ गए। इन यात्रियों का चयन जिले की 8 जनपद पंचायतों और 11 नगरीय निकायों से ऑनलाइन कंप्यूटरीकृत लॉटरी सिस्टम के जरिए किया गया था। प्रस्थान से पूर्व सभी तीर्थ यात्रियों को स्वागत किट और नाश्ते के पैकेट वितरित किए गए। निर्धारित समय पर ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। ट्रेन को रवाना करते समय जिला पंचायत अध्यक्ष नेहा यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष जसवंत जाटव, पूर्व विधायक प्रहलाद भारती और नगर पालिका परिषद शिवपुरी की अध्यक्ष गायत्री शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे। इस तीर्थ यात्रा के दौरान पेयजल, चाय, नाश्ता, भोजन और ठहरने की संपूर्ण व्यवस्था रेलवे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी कर रही है। गंतव्य स्थान पर स्थानीय भ्रमण की सुविधा भी आईआरसीटीसी निःशुल्क उपलब्ध कारएगा। यह विशेष तीर्थ यात्रा 8 दिसंबर को शिवपुरी वापस लौटेगी। जिला अधिकारियों ने बताया कि वापसी पर सभी तीर्थ यात्रियों का रेलवे स्टेशन पर पारंपरिक तरीके से स्वागत किया जाएगा।
डीएम ने कौशांबी विकास खंड का निरीक्षण किया:अनुपस्थित मिले कर्मियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए
कौशांबी डीएम डॉ. अमित पाल ने बुधवार को कौशांबी विकास खंड कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान तीन कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जिस पर जिलाधिकारी ने उनका वेतन रोकने के निर्देश दिए। उपस्थिति पंजिका के अवलोकन के दौरान मनरेगा के एपीओ पंकज सोनकर, सहायक लेखाकार मोहम्मद अली और तकनीकी सहायक अजय रावत अनुपस्थित मिले। जिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से इन तीनों का वेतन रोकने का आदेश दिया। उन्होंने शिकायती रजिस्टर और सीएम हेल्पलाइन रजिस्टर का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि रजिस्टर में शिकायतकर्ता का मोबाइल नंबर, शिकायत प्राप्ति की तिथि और निस्तारण की रिपोर्ट अनिवार्य रूप से दर्ज की जाए। उन्होंने शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने पर जोर दिया। डीएम ने कहा कि विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए प्राप्त आवेदनों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण किया जाए, ताकि पात्र व्यक्ति शीघ्र लाभान्वित हो सकें। उन्होंने अपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर जल्द पूरा करने के निर्देश दिए और किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरतने की चेतावनी दी। जन्म एवं मृत्यु प्रमाण-पत्र निर्गत पंजिका के निरीक्षण में ग्राम पंचायत सचिव द्वारा आवेदन रिसीव न करने और रजिस्टर में अंकित न करने की लापरवाही सामने आई। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। कार्यालय और परिसर में साफ-सफाई की खराब स्थिति पर भी डीएम ने नाराजगी जताई और बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सहायक विकास अधिकारी को दो कार्यालयों या दो पटलों का प्रभार संभालने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों की रोस्टरवार सूची लगाने को कहा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने मनरेगा सेल और सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) कार्यालय का भी निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी के अचानक निरीक्षण से विकास खंड कार्यालय में हड़कंप मच गया।
सीहोर जिले के बुधनी क्षेत्र में बुधवार दोपहर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई। वार्ड नंबर 1 की रहने वाली सांवला बाई अपने घर के बाहर धूप सेंक रही थीं, तभी अचानक एक कार चालक ने उन पर वाहन चढ़ा दिया। इस हादसे का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। फुटेज में साफ दिखाई देता है कि कार सीधे महिला की ओर बढ़ती है और उनके दोनों पैरों पर से गुजर जाती है। टक्कर लगते ही महिला सड़क पर गिर जाती है। हादसे के बाद महिला घायल हो गई। शिकायत से इनकार, कार चालक ने खुद पहुंचाया अस्पतालबुधनी एसडीओपी रवि शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन सांवला बाई ने फिलहाल कोई शिकायत दर्ज कराने से इनकार कर दिया। पुलिस का कहना है कि वह दोबारा पीड़िता से संपर्क करेगी। एसडीओपी के मुताबिक, जिस कार से महिला घायल हुई, उसी कार चालक ने उन्हें नर्मदापुरम जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस ने कहा कि यदि महिला शिकायत करती हैं, तो नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। हादसे का वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार शेयर किया जा रहा है और लोगों में घटना को लेकर नाराज़गी देखने को मिल रही है। पुलिस अब पूरे मामले की जांच में जुटी है।
आगरा नगर निगम ने सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कर कब्जे के प्रयास को विफल कर दिया। निर्माणकर्ता द्वारा हंगामा किए जाने के कारण मौके पर तनावपूर्ण हालात बन गए। नगर निगम अधिकारियों को पुलिस बुलानी पड़ी। जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई। नगर निगम ने अवैध निर्माण को ध्वस्त करते हुए निर्माण सामग्री जब्त कर ली। 830 वर्गमीटर जमीन पर कब्जे का प्रयासमौजा नरायच स्थित नगला रामबल में गाटा संख्या 2005 के अंतर्गत नगर निगम की 830 वर्ग मीटर बंजर जमीन पर सुबोध नाम के व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से भवन निर्माण शुरू कराया गया था। मंगलवार को जानकारी मिलने पर नगर निगम ने तत्काल निर्माण रुकवाया और सुबोध को जमीन के स्वामित्व से संबंधित कागजात लेकर निगम कार्यालय बुलाया था। नगर निगम की टीम पहुंचीआदेश को दरकिनार करते हुए सुबोध नगर निगम तो नहीं पहुंचा, उसने उसने 50 से अधिक मजदूर लगाकर तेजी से दीवार निर्माण शुरू करा दिया। मामले की सूचना मिलने पर सहायक नगर आयुक्त श्रद्धा पांडेय ने राजस्व निरीक्षक शिप्रा गुप्ता को टीम एवं प्रवर्तन कर्मचारियों के साथ मौके पर भेजा।निगम टीम ने जब निर्माण कार्य रोकने को कहा तो निर्माणकर्ता ने भूमि को अपना बताते हुए विवाद और हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते लोगों की भीड़ जमा हो गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालात गंभीर होते देख राजस्व निरीक्षक ने तत्काल 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस सहायता बुलाई। पुलिस बल पहुंचने पर स्थिति नियंत्रण में आई। इसके बाद निगम टीम ने अवैध निर्माण को मौके पर ही ध्वस्त करा दिया। कार्रवाई के दौरान मौके पर पड़ी ईंटें और अन्य निर्माण सामग्री जब्त कर ली गई। निगम अधिकारियों ने साफ चेतावनी दी है कि यदि सरकारी भूमि पर दोबारा कब्जे की कोशिश की गई तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है। नरायच प्रथम में की गई कार्रवाई इसी नीति के अनुसार है। नगर निगम निरंतर निगरानी कर रहा है और जहाँ भी अवैध निर्माण या कब्जे की कोशिश मिलेगी, तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी। अंकित खंडेलवाल, नगर आयुक्त
कानपुर देहात में श्मशान घाट निर्माण को लेकर एक बार फिर विवाद गहरा गया है। मामला अब राजनीतिक रंग भी ले चुका है, जिसमें सत्ता पक्ष के लोगों ने प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाए हैं। विवाद बढ़ने के बाद आज दोनों पक्षों के सैकड़ों ग्रामीण जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए। मौके पर मौजूद एडीएम प्रशासन ने दोनों पक्षों की बात सुनी। सुनवाई के दौरान ही ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी, जिस पर एडीएम ने हस्तक्षेप करते हुए लोगों को शांत कराया। उन्होंने मामले की जांच के लिए 11 तारीख को मौके पर निरीक्षण करने का आश्वासन दिया। शिकायतकर्ता पक्ष का कहना है कि प्रस्तावित श्मशान घाट स्थल पर प्राचीन बाणेश्वर मंदिर स्थित है। यहां हर वर्ष शिवरात्रि पर विशाल मेला लगता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु और कांवड़िया दर्शन के लिए आते हैं। उनका तर्क है कि क्षेत्र की आबादी भी बढ़ चुकी है, ऐसे में श्मशान घाट का निर्माण स्थानीय निवासियों के लिए गंभीर समस्या पैदा करेगा। ग्रामीणों ने बताया कि वे पहले भी जिलाधिकारी से शिकायत कर चुके हैं, जिसके बाद निर्माण रोकने का आदेश दिया गया था। बावजूद इसके, ग्रामीणों का आरोप है कि डेरापुर तहसील की एसडीएम सुरभि शर्मा निर्माण कार्य आगे बढ़वा रही हैं। इस मामले में जिला पंचायत सदस्य बउआ त्रिवेदी ने भी ग्रामीणों का पक्ष रखा। उधर, निर्माण कार्य करा रहे ग्राम प्रधान भी अपने समर्थकों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि कुछ लोग दबंगई कर श्मशान घाट का निर्माण रुकवाना चाहते हैं। ग्राम प्रधान चंद्रभान के अनुसार, 24 लाख की लागत से बन रहे श्मशान घाट का आधा निर्माण पूरा हो चुका है, जिस पर लगभग आठ लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। यह भूमि पहले से ही श्मशान घाट के रूप में दर्ज है। जिलाधिकारी के निर्देश पर ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था। ग्राम प्रधान ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने दबाव बनाकर काम रुकवाया और यहां तक कि श्मशान घाट की बाउंड्री भी गिरा दी, जिसके मामले में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने बताया कि डेरापुर तहसील क्षेत्र के झींझक विकास खंड के जिनाई गांव में श्मशान घाट निर्माण को लेकर दोनों पक्षों की शिकायतें सुनी गई हैं। उन्होंने कहा कि 11 तारीख को वे स्वयं एसडीएम के साथ मौके पर जाकर स्थिति का निरीक्षण करेंगे। तब तक निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी तरह का नया विवाद उत्पन्न न हो।
अपर जिलाधिकारी डॉ. प्रशांत कुमार ने महराजगंज जिले में धान क्रय केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने खरीद प्रक्रिया, किसानों को भुगतान और भंडारण व्यवस्था का जायजा लिया। निरीक्षण की शुरुआत सहकारी संघ खेमपिपरा से हुई। यहां 100 किसानों से 3601 क्विंटल धान की खरीद की गई थी, जिसमें से 94 किसानों को भुगतान हो चुका था। केंद्र के गोदाम में शत-प्रतिशत भंडारण क्षमता का उपयोग किया जा चुका था। अपर जिलाधिकारी ने केंद्र प्रभारी और जिला प्रबंधक को मिल से संपर्क कर तत्काल धान की डिलीवरी सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने बी-पैक्स दरौली का दौरा किया। इस केंद्र पर कुल 64 किसानों से 2340 क्विंटल धान खरीदा गया था और सभी किसानों को भुगतान किया जा चुका था। मौके पर किसान रविंद्र चौहान के धान की तौल चल रही थी, जिन्होंने खरीद प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त किया। अपर जिलाधिकारी ने बी-पैक्स बेलवा टिकर में भी धान खरीद कार्य का निरीक्षण किया। यहां 72 किसानों से 3149 क्विंटल धान की खरीद हुई थी और सभी किसानों का भुगतान हो चुका था। निरीक्षण के समय इंद्रजीत राय के धान की तौल जारी थी। डॉ. कुमार ने चेकलिस्ट के अनुसार किसानों के लिए आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि खरीद का विवरण तत्काल खरीद पंजिका में दर्ज कर उसे तुरंत ऑनलाइन भी अपलोड किया जाए। अपर जिलाधिकारी ने सभी केंद्रों को लक्ष्य के अनुसार धान खरीद सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।
42 दिव्यांग खिलाड़ी उतरे क्रिकेट के मैदान में:राजस्थान टीम चयन के लिए हुआ ट्रायल
विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर कोटा की SRT Cricket Academy में जिला Disabled क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा राजस्थान टीम चयन के लिए भव्य ट्रायल का आयोजन किया गया। इस विशेष ट्रायल में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 42 दिव्यांग खिलाड़ियों ने शिरकत की और शानदार उत्साह के साथ अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। खिलाड़ियों के हौसले और जज़्बे ने आयोजन स्थल का माहौल ऊर्जा और प्रेरणा से भर दिया। कार्यक्रम में पहुंचे समाजसेवी मनीष जैन, दीपक नामदेव, मुकेश जैन और रमेश सेन ने खिलाड़ियों को संबोधित करते हुए कहा कि दिव्यांगता किसी व्यक्ति की क्षमता को सीमित नहीं करती, बल्कि हर चुनौती को जीत में बदलने का अवसर देती है। उन्होंने विश्वास जताया कि ऐसे आयोजन न केवल खिलाड़ियों को मंच देते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक संदेश भी प्रसारित करते हैं। एसोसिएशन के सचिव नरेंद्र शर्मा ने सभी खिलाड़ियों, समाजसेवियों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और बताया कि यह ट्रायल राजस्थान टीम को मजबूत बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस मौके पर भगत शर्मा, तराचंद, मनीष गौर, ओम सुवलका, दिनेश रिज़वान, ज़ाकिर और साजन सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी ने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
बलिया में उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन्होंने मंत्री को सरकार से बर्खास्त करने की मांग करते हुए राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी प्रतिनिधि को सौंपा। यह प्रदर्शन मंत्री द्वारा बलिया के लोगों पर की गई टिप्पणी के विरोध में किया गया। यह मामला कैबिनेट मंत्री संजय निषाद द्वारा बांसडीह, बलिया में एक कार्यकर्ता कार्यशाला के दौरान बलिया के लोगों के बारे में की गई टिप्पणी से जुड़ा है। कांग्रेस का आरोप है कि मंत्री ने अपने संबोधन में बलिया के मान-सम्मान को ठेस पहुंचाई। कांग्रेस जिलाध्यक्ष उमाशंकर पाठक ने बताया कि डॉ. संजय निषाद ने अपने संबोधन में बलिया के लोगों के लिए अंग्रेज के जमाने से आज तक दलाल जैसे शब्द का प्रयोग किया, जिसे कांग्रेस ने निंदनीय बताया। पाठक ने राज्यपाल से मांग की कि ऐसे मंत्री को तत्काल बर्खास्त किया जाए, क्योंकि वे सरकार में रहने के काबिल नहीं हैं और उन्हें बलिया के गौरवशाली इतिहास की जानकारी नहीं है। उन्होंने मंगल पांडे, चित्तू पांडे, हजारी प्रसाद द्विवेदी, परशुराम चतुर्वेदी और चंद्रशेखर जैसे महापुरुषों का जिक्र किया, जो बलिया की धरती पर पैदा हुए थे। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि मंत्री माफी नहीं मांगते और सरकार उन्हें बर्खास्त नहीं करती है, तो गुरुवार को मशाल जुलूस निकाला जाएगा और धरना प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्री की बर्खास्तगी तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस प्रदर्शन के दौरान उषा राय, सागर सिंह राहुल, मुन्ना उपाध्याय, जैनेन्द्र पाण्डेय मिंटू सहित कई अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
संभल के श्रीकल्कि धाम में आयोजित श्रीकल्कि कथा के तीसरे दिन कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने बताया कि जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने भगवान कल्कि के अवतार की तिथि स्पष्ट कर दी है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य के अनुसार, भगवान कल्कि का अवतार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को दोपहर 12 बजे होगा। आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने बताया कि यह घोषणा शास्त्रों में वर्णित तथ्यों के आधार पर की गई है। यह जानकारी उन लोगों की जिज्ञासा शांत करेगी जो भगवान कल्कि के आगमन का समय जानना चाहते थे। इस घोषणा के बाद, आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने सरकार से कल्कि जयंती की छुट्टी की तिथि में संशोधन की मांग की है। उन्होंने वर्तमान तिथि के बजाय वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को कल्कि जयंती का अवकाश घोषित करने का आग्रह किया। कल्कि पीठ और कल्कि धाम की ओर से यह भी घोषणा की गई कि श्री कल्कि धाम में कल्कि जयंती का उत्सव और भगवान कल्कि का जन्मोत्सव अब इसी नई तिथि पर मनाया जाएगा। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भगवान कल्कि के अवतार से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण विवरण भी साझा किए। उन्होंने बताया कि भगवान कल्कि सुमति नामक महिला के गर्भ से अवतार लेंगे। पुराणों में सुमति माता और उनके पैतृक गांव 'कंबोज' (जिसे अब ऐंचौड़ा कंबोह कहा जाता है) का भी जिक्र है, जो भगवान कल्कि की माता का मायका है। उन्होंने इन तथ्यों को शास्त्रों के प्रमाणों के साथ सिद्ध किया है। आचार्य कृष्णम् ने जगद्गुरु रामभद्राचार्य के ज्ञान की सराहना करते हुए कहा कि वे शास्त्रों के उन ज्ञाताओं में से हैं जिनके समान पूरी पृथ्वी पर कोई नहीं है। उनके द्वारा कही गई बातें शास्त्र के समान मानी जाती हैं। जगद्गुरु ने अपने व्याख्यान में यह भी कहा कि जिस तरह अयोध्या और काशी का स्थान है, वही स्थान संभल ग्राम का भी है। मैं उत्तर प्रदेश की सरकार से यह मांग भी करूंगा कि पुराणों में इस गांव का जो नाम है कंबोज है उसे किया जाएं, जहां सुमति माता का जन्म होगा। जहां पिछले साल प्रधानमंत्री ने आकर शिलान्यास किया, जहां श्रीकल्कि धाम का निर्माण हो रहा है, यह वह गांव है जहां सुमति माता का जन्म हुआ और उनके गर्व से भगवान कल्कि अवतरित होंगे। पूरे सनातन को इसका स्वागत करना चाहिए, यह सनातन कि वह उद्घोषणा है कि भविष्य का अवतार कहां होगा कब होगा क्यों होगा कैसे होगा किसके गर्भ से होगा जिस महिला के गर्भ से होगा उसका नाम सुमति होगा। भगवान कल्कि का पाठ किताबों में हो जाए तो बहुत अच्छा है भविष्य के अवतार है भगवान कल्कि सिर्फ सनातन के अवतार थोड़ी है पूरी सृष्टि के अंतिम अवतार हैं और अंधकार एवं अधर्म को मिटाने वाले अवतार हैं। जब भगवान कल्कि का अवतार होगा तो धरती से अधर्म समाप्त होकर इस सृष्टि सतयुग में प्रवेश करेगी। तो ऐसे अवतार का उल्लेख भारत के जो भविष्य हैं उनके पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए तो सनातन के लिए गौरव की बात होगी और इस राष्ट्र के लिए भी गौरव की बात होगी।
विश्व दिव्यांग दिवस पर जिलाधिकारी ने किया संवाद:दिव्यांगजनों के कल्याण व समावेश का संकल्प दोहराया
देवरिया में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने दिव्यांगजनों से संवाद किया। उन्होंने राष्ट्रीय दिव्यांग एकता मंच द्वारा आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने दिव्यांगजनों की समस्याएँ सुनीं और उनके समाधान का आश्वासन दिया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि दिव्यांगजन समाज का अभिन्न अंग हैं। उनकी गरिमा और अधिकारों की रक्षा करना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने जोर दिया कि समाज तभी पूर्ण होता है जब सभी वर्ग समान अवसरों के साथ आगे बढ़ें। जिलाधिकारी ने बताया कि शासन द्वारा दिव्यांगजनों के कल्याण, शिक्षा, रोजगार और सामाजिक सुरक्षा के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही हैं। इनमें दिव्यांग पेंशन योजना, कृत्रिम अंग व सहायक उपकरण वितरण, निःशुल्क शिक्षा, कौशल विकास प्रशिक्षण और रोजगार सहायता शामिल हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र व्यक्तियों तक पहुँचे और कोई भी दिव्यांगजन इससे वंचित न रहे। शिविरों के माध्यम से अधिकाधिक नामांकन सुनिश्चित किया जाए। दिव्या मित्तल ने समाज में दिव्यांगजनों के लिए सुगम वातावरण बनाने पर विशेष बल दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों, कार्यालयों, सार्वजनिक स्थलों और परिवहन सुविधाओं में दिव्यांगजनों के अनुकूल व्यवस्थाएँ बढ़ाई जाएँगी। जिलाधिकारी ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशीलता, सहयोग और सम्मान की भावना के साथ आगे आएँ, ताकि वास्तविक सामाजिक समावेश सुनिश्चित हो सके। कार्यक्रम में जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी प्रियंका चौधरी, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में दिव्यांगजन उपस्थित रहे। राष्ट्रीय दिव्यांग एकता मंच द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले दिव्यांग प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया।
बुधवार का दिन सीवान के लिए बेहद खास था। एक ओर देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की 141वीं जयंती, वहीं दूसरी ओर सीवान के स्थापना दिवस का 53वां साल। इन दोनों महत्वपूर्ण अवसरों को लेकर जिलेवासियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा था, लेकिन जिला प्रशासन की लापरवाह और खानापूर्ति जैसी तैयारी ने लोगों के चेहरे से उत्साह गायब कर दिया। कार्यक्रमों की जो भव्यता और गंभीरता होनी चाहिए थी, उसकी जगह अव्यवस्था, अंधेरा और उपेक्षा ने लोगों में नाराजगी भर दी। सबसे बड़ा सवाल तब उठा, जब डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का पैतृक आवास जो जीरादेई में स्थित है, वह जयंती के दिन भी अंधेरे में डूबा रहा। स्थानीय लोगों ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी उम्मीद थी कि प्रशासन इस ऐतिहासिक स्थल को रोशनी व सजावट से सजाएगा, लेकिन यहां तो खुद जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश और SP बिक्रम सिहाग अंधेरे में ही घूमते नजर आए। 'समन्वय स्थापित कर जल्द कार्य कराया जाएगा' जब उनसे सवाल पूछा गया, तो उन्होंने पुरातत्व विभाग का हवाला देकर जिम्मेदारी टाल दी और कहा कि “समन्वय स्थापित कर जल्द कार्य कराया जाएगा।” लेकिन सवाल यह उठता है कि जब उन्हें मालूम था कि बुधवार को जयंती है, तो एक दिन पहले भी इस स्थल को सजाने में क्या बाधा थी? स्थानीय लोगों का स्पष्ट कहना है कि जयंती के दिन भी राजेन्द्र बाबू उपेक्षित नजर आए। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से लोगों में नाराजगी जिला प्रशासन पर सवाल यहीं नहीं थमे। जयंती पर किसी बड़े जनप्रतिनिधि का पहुंचना भी लोगों के लिए सुकूनदायी नहीं रहा। ना तो स्थानीय विधायक पहुंचे, और ना ही सदर विधानसभा से विधायक और स्वास्थ्य सह विधि मंत्री मंगल पांडेय कार्यक्रम में दिखाई दिए। लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की इस उदासीनता ने उनकी नाराजगी को और बढ़ा दिया। 53वें स्थापना दिवस पर गांधी मैदान में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया उधर, जिला के 53वें स्थापना दिवस को लेकर शहर के गांधी मैदान में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया गया था, लेकिन यहाँ भी तस्वीर कुछ खास नहीं रही। अन्य वर्षों की तरह न तो भव्य पंडाल बनाया गया था, और ना ही बैठने की समुचित व्यवस्था देखने को मिली। पंडाल में सजावट का नामोनिशान तक नहीं था। भीड़ जब स्थल पर पहुंची तो लोग फर्श पर बैठने को मजबूर हो गए। बाद में जब DM द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया और लोगों की भीड़ जमीन पर बैठी दिखी, तब जाकर कुछ कुर्सियां मंगाई गईं। इस कुव्यवस्था ने प्रशासन की तैयारी पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया। ज्यादातर स्टॉलों पर केवल पैम्फलेट के अलावा कुछ नहीं था स्थापना दिवस पर लगभग 25 विभागों की योजनाओं की जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाए गए थे। लेकिन ज्यादातर स्टॉलों पर केवल पैम्फलेट के अलावा कुछ नहीं था। कई स्टॉल पर उपस्थित कर्मियों की कमी साफ दिख रही थी। और तो और, जैसे ही जिला पदाधिकारी मैदान से निकले, वैसे ही विभागों ने अपने स्टॉल समेटने शुरू कर दिए। दर्शकों और आम नागरिकों ने कहा कि “अगर जनता को जानकारी देने के लिए स्टॉल लगाए गए थे, तो उद्घाटन के बाद अधिकारियों को वहीं रुककर लोगों की शंकाओं का समाधान करना चाहिए था, लेकिन सभी ने खानापूर्ति कर निकल लिया।” 'दोनों कार्यक्रम मात्र औपचारिकता बनकर रह गए' इन घटनाओं के बाद जिलेवासियों का कहना है कि चाहे डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की जयंती हो या जिला स्थापना दिवस, दोनों कार्यक्रम मात्र औपचारिकता बनकर रह गए। प्रशासन ने इन ऐतिहासिक अवसरों को सम्मान देने की बजाय “निबटाने” का काम किया, जिससे लोग मायूस और नाराज हैं। जिले के लिए यह दोहरा उत्सव का दिन था, लेकिन प्रशासन की उदासीनता ने इसे फीका कर दिया। अब लोग उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले वर्षों में जिला प्रशासन इन कार्यक्रमों को केवल खानापूर्ति नहीं, बल्कि पूरे सम्मान और व्यवस्था के साथ मनाएगा, ताकि जिले का गौरव बढ़े और ऐसे अवसर सिर्फ कैलेंडर की तारीख बनकर न रह जाएं।
लखनऊ के गोमतीनगर से काम निपटाकर लौट रहे कैटरिंग कर्मी के साथ सीतापुर रोड पर मारपीट कर लूट हो गई। युवक सवारी का इंतजार कर रहा था। तभी ऑटो सवार लुटेरे पहुंचे। मदद के बहाने अपने साथ बैठा लिया। रास्ते में मारपीट कर ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर करवा लिए। सिधौली सीतापुर निवासी योगेन्द्र पुत्र सुरेश कैटरिंग का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि घटना सोमवार देर रात करीब 2.30 से 3 बजे के बीच एक शादी समारोह में काम कर वापस लौट रहा था। सीतापुर रोड स्थित चन्द्रा ढाल के पास वह सिधौली जाने के लिए साधन तलाश कर रहा था। तभी सफेद और नीले रंग का महिन्द्रा ऑटो आई। जिसमें पहले से चार लोग सवार थे, उसके पास आकर रुका। उन्होंने उसे छोड़ने की बात कही तो वह ऑटो में बैठ गया। आरोप है कि ऑटो में बैठते ही युवकों ने तेज म्यूजिक चला दिया और अचानक उस पर टूट पड़े। मारपीट करते हुए आरोपियों ने उसका मोबाइल छीन लिया और डरा धमकाकर पीड़ित के फोन से अपने मोबाइल में 28 हजार ट्रांसफर कर लिए। इतना ही नहीं उसकी जेब में रखे दो हजार नकद भी लूट लिए। इसके बाद धमकी देते हुए आरोपी उसे ऑटो से नीचे फेंककर फरार हो गए। मारपीट में घायल योगेन्द्र घबराहट की वजह से सीधे अपने घर सिधौली चला गया। मामले में इंस्पेक्टर मड़ियांव शिवानंद मिश्रा का कहना है मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश की जा रही है।
मुजहना बुजुर्ग में दिखा अजगर, VIDEO:महराजगंज के वन्यजीव रक्षक ने सुरक्षित रेस्क्यू किया
महराजगंज जिले के मुजहना बुजुर्ग गांव में बुधवार सुबह खेत के पास एक अजगर देखा गया। विशालकाय अजगर को देखकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई और अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना वन्यजीव रक्षक रामबचन साहनी को दी। सूचना मिलते ही रामबचन साहनी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अजगर का आकार बड़ा होने के कारण रेस्क्यू चुनौतीपूर्ण था। हालांकि, सतर्कता और तकनीकी तरीके से उन्होंने अजगर को बिना चोट पहुंचाए सुरक्षित पकड़ लिया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए थे, जिन्हें वन विभाग कर्मियों ने सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की। अजगर को सुरक्षित पकड़े जाने के बाद, उसे उसके प्राकृतिक आवास वाले जंगल क्षेत्र में छोड़ दिया गया। वन्यजीव रक्षक रामबचन साहनी ने ग्रामीणों से अपील की कि किसी भी जंगली जीव के दिखने पर घबराएं नहीं और उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश न करें। उन्होंने लोगों से तुरंत वन विभाग या वन्यजीव रेस्क्यू टीम को सूचना देने का आग्रह किया। अजगर के सफल रेस्क्यू से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली और वन विभाग की टीम की तत्परता की सराहना की।
डिंडौरी में विश्व दिव्यांग दिवस पर बुधवार को शहपुरा में स्तरीय दिव्यांग विद्यार्थियों की खेलकूद, साहित्यिक और सांस्कृतिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जनपद शिक्षा केंद्र शहपुरा द्वारा स्थानीय नवीन हायर सेकेंडरी स्कूल में हुअर। इस दौरान नगर परिषद उपाध्यक्ष और नगर शिक्षा समिति अध्यक्ष भी मौजूद रहे। एमआरसी हुकुम झारिया ने बताया कि प्रतियोगिता में शासकीय एवं अशासकीय स्कूलों के सभी दिव्यांग विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में छात्रों को खेलकूद, चित्रकला, रंगोली, मेहंदी और नृत्य जैसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका मिला। विजेताओं को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित किया गया। मुख्य आकर्षण प्रतियोगिता कुर्सी दौड़ रही। इसमें जूनियर वर्ग बालक में सत्यम माथुने, बालिका वर्ग में अभिलाषा झारिया और सीनियर वर्ग में जयकुमार उसराठे विजेता रहे। प्रतियोगिता के परिणाम प्राथमिक (बालक वर्ग) प्राथमिक (बालिका वर्ग) माध्यमिक (बालक और बालिका दौड़) हायर सेकेंडरी दौड़ चित्रकला प्रतियोगिता रंगोली प्रतियोगिता (जूनियर) मेहंदी प्रतियोगिता नृत्य प्रतियोगितारवीना झारिया, अभिलाषा झारिया, सुहाना झारिया और आयुष ने हिस्सा लिया। यह रहे उपस्थित नगर परिषद उपाध्यक्ष मुकेश साहू, नगर शिक्षा समिति अध्यक्ष नितिन गुप्ता, बीईओ आनंद अग्रवाल, बीआरसीसी संदीप सोनी, प्राचार्य गुरुप्रसाद साहू, जनशिक्षा केंद्र प्रभारी बीएसी लाजवंती जीवनानी, राजकुमार गुप्ता, तनवीर अहमद, केके झारिया और जनशिक्षक अश्विनी साहू कार्यक्रम में उपस्थित रहे
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में चारामा थाना क्षेत्र के जैसाकर्रा गांव के पास NH-30 पर बुधवार दोपहर भीषण सड़क हादसा हो गया। इस दुर्घटना में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना 3 दिसंबर को दोपहर लगभग 12 बजे हुई। जानकारी के अनुसार, चारामा निवासी राधेश्याम देवांगन (19) पुत्र मोहनलाल और राजनांदगांव निवासी आकाश देवांगन (20) पुत्र सुखनंदन देवांगन अपनी NS 400 मोटरसाइकिल पर जैसाकर्रा से चारामा की ओर आ रहे थे। इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रहे हाइवा वाहन (CG 04 LR 8438) ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। एक युवक की मौके पर ही मौत, दूसरा घायल टक्कर इतनी भीषण थी कि आकाश देवांगन की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, राधेश्याम देवांगन गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे 108 संजीवनी वाहन से तत्काल चारामा अस्पताल पहुंचाया गया। यहां घायल राधेश्याम का उपचार जारी है। हादसे के कारणों की जांच शुरू सूचना मिलते ही चारामा पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची और हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने हाइवा वाहन को कब्जे में ले लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, रात के समय स्ट्रीट लाइट बंद होने के कारण भी ऐसे हादसे होते रहते हैं, जो इस दुर्घटना का एक संभावित कारण हो सकता है।
भोपाल के बड़े तालाब पर गुरुवार से 20 शिकारे तैरना शुरू होंगे। ये शिकारे श्रीनगर की डल झील की तरह लोगों को नया अनुभव देंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सुबह 9 बजे मंत्री, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ इसका उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र लोधी भी शामिल होंगे। बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों के विधायक भी आमंत्रित हैं। इसके बाद आम लोग शिकारे का लुत्फ उठा सकते हैं। इससे पहले नगर निगम ने 13 जून-24 में प्रायोगिक तौर पर एक शिकारा चलाया था। इसके बाद अब एक साथ 20 शिकारे बड़ा तालाब में उतारे जाएंगे। बता दें कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने करीब 10 महीने, 12 सितंबर को क्रूज और मोटर बोट पर रोक लगा दी थी। इसके बाद सामान्य बोट ही चलाई जा रही है। ये रहेगा किरायानगर निगम ने पिछले साल स्थानीय रजिस्टर्ड मछुआरे से एक शिकारा तैयार कराया था। नाव को शिकारे की तर्ज पर सजाया गया था। इस प्रयोग के बाद अब 20 शिकारे एक साथ बड़ा तालाब में उतारे जाएंगे।जानकारी के अनुसार, शिकारे में सुबह 7 से शाम 7 बजे तक चलाए जाएंगे। प्रति व्यक्ति किराया करीब 150 रुपए होगा। वहीं, यह 2.3 किलोमीटर का राउंड लगाएगा। ऐसे में यह बीच में स्थित टापू के करीब भी पहुंचेगा। हालांकि, अभी किराया तय नहीं हुआ है। गुरुवार को तस्वीर साफ हो जाएगी। देशभर से आते हैं पर्यटकश्रीनगर की डल झील में ऐसे ही शिकारे चलते हैं। चूंकि, भोपाल में देश के कई हिस्सों से पर्यटक आते हैं। वहीं, स्थानीय स्तर पर भी हजारों लोग बोट क्लब में घूमने जाते हैं, इसलिए शिकारा चलाने की पहल की गई है। एनजीटी ने यह दिए थे आदेशदो साल पहले भोज वेटलैंड (बड़ा तालाब), नर्मदा समेत प्रदेश के किसी भी वाटर बॉडीज में क्रूज और मोटर बोट के संचालन पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने रोक लगा दी थी। एनजीटी ने इसे अवैध गतिविधि ठहराते हुए बड़ा तालाब में क्रूज का संचालन बंद करने के आदेश दिए थे। आदेश में कहा गया था कि डीजल और डीजल इंजन से निकलने वाले उत्सर्जन को इंसानों समेत जलीय जीवों के लिए खतरा है, क्योंकि इससे उत्सर्जित सल्फर और नाइट्रोजन ऑक्साइड पानी को एसिडिक बना देता है। यह इंसानों और जलीय जीवों दोनों के लिए कैंसर कारी है। भोज वेटलैंड के लिए जारी यह आदेश नर्मदा नदी समेत प्रदेश की सभी प्रकार की वेटलैंड पर लागू हो गया था। तभी से बंद 'लेक प्रिंसेस' क्रूज और 'जलपरी'भोपाल के बड़ा तालाब में एनजीटी के आदेश के बाद से ही 'लेक प्रिंसेस' क्रूज और 'जलपरी' मोटरबोट बंद कर दी गई थी। पर्यटन विकास निगम ने क्रूज और जलपरी के साथ करीब 20 मोटर बोट का संचालन भी नहीं किया। क्रूज नहीं चलने से लोग मायूसक्रूज और मोटर बोट चलने के दौरान बोट क्लब में हर रोज एक हजार से ज्यादा लोग पहुंचते थे। वे क्रूज और मोटर बोट के जरिए बड़ा तालाब की लहरों को करीब से देखते थे। ये बंद होने के बाद प्राइवेट नाव से ही वे बड़ा तालाब के नजारे का लुत्फ उठाते रहे हैं। अब शिकारे चलने से नया अनुभव मिलेगा।
धौलपुर में बुधवार शाम चंबल पुल के पास चलती ट्रेन से गिरने के कारण एक 20 वर्षीय एनसीसी कैडेट की मौत हो गई। सूचना मिलने पर जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल ले गई। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। जीआरपी थाना प्रभारी केपी सिंह ने बताया कि मृतक की पहचान श्रावस्ती (उत्तर प्रदेश) निवासी सत्यम पुत्र योगेश चंद शुक्ला के रूप में हुई है। सत्यम अपने 106 साथियों के साथ 22 नवंबर को दिल्ली से कोल्हापुर में आयोजित एनसीसी कैंप में गया था। कैंप समाप्त होने के बाद वह अपने साथियों के साथ ट्रेन से दिल्ली लौट रहा था। चंबल पुल के पास वह ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा था, तभी संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर पड़ा। घटना की जानकारी उसके साथियों ने तुरंत पुलिस को दी। पुलिस ने मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है। आवश्यक कानूनी कार्रवाई के बाद शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा।
बिहार में झटका खाने के बाद कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश को लेकर अपनी रणनीति नए सिरे से बुननी शुरू कर दी है। बुधवार को नई दिल्ली में 10 जनपथ पर सोनिया गांधी के आवास पर यूपी कांग्रेस की एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में यूपी के प्रभारी अविनाश पांडे सहित प्रदेश के सभी 6 सांसद मौजूद रहे। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में रायबरेली सांसद एवं लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहें। साथ में उनकी बहन एवं सांसद प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं। कांग्रेस ने इस बैठक में एक अहम निर्णय लिया है कि वह यूपी में पंचायत चुनाव अकेले लड़ेगी। इससे पहले यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय राय अकेले सभी 11 एमएलसी चुनाव भी लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। पंचायत चुनाव और एमएलसी की 11 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर कांग्रेस क्या संदेश देना चाहती है? आखिर 2027 विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस गठबंधन से क्यों परहेज कर रही है? कांग्रेस की रणनीति क्या है? पढ़ें ये स्टोरी… यूपी प्रभारी के आवास पर एक दिन पहले हुई थी बैठक 10 जनपथ से पहले मंगलवार की रात यूपी प्रभावी अविनाश पांडे के आवास पर यूपी के सांसदों इमरान मसूद, तनुज पुनिया, उज्जवल रमण सिंह, किशोरीलाल शर्मा, राकेश राठौर की बैठक हुई थी। इसमें प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी मौजूद रहे। वहां एक ब्लूप्रिंट पर चर्चा हुई। सांसदों की मौजूदगी में यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने पर चर्चा हुई। इस बैठक में हुई चर्चाओं का एक निचोड़ भी निकाला गया था, जिसे सोनिया गांधी के आवास पर हुई बैठक में पेश किया गया। कांग्रेस के यूपी नेताओं की ओर से अपने उच्च पदाधिकारियों को समझाया गया कि 2029 से पहले यूपी में कांग्रेस का बहुत कुछ दांव पर नहीं है। ऐसे में पार्टी को मजबूत करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। बिहार की तरह यूपी में भी एक सहमति बनी है कि लोकसभा में सपा को कांग्रेस की वजह से दलित वोट मिले थे। लेकिन सपा की वजह से दलित पार्टी से जुड़ने में परहेज करते हैं। ऐसे में पार्टी पंचायत चुनाव में अकेले चुनाव लड़कर अपनी ताकत परखना चाहती है। लोकसभा में कांग्रेस से बेहतर स्ट्राइक रेट रहा था सपा का यूपी में कांग्रेस–सपा इंडिया गठबंधन के अहम साझेदार हैं। दोनों पार्टियों ने मिलकर 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। सपा 2019 की तुलना में अपनी सीटों की संख्या 7 गुना बढ़ाकर 37 पर पहुंची तो कांग्रेस की सीटें भी छह गुना बढ़ गईं। मतलब दोनाें पार्टियों को गठबंधन से जबरदस्त फायदा हुआ। गठबंधन में सपा 62 तो कांग्रेस 17 सीटों पर लड़ी थी। सपा 37 सीटें जीती, कांग्रेस को छह पर जीत मिली। कांग्रेस की सफलता की दर 35.29 और सपा की 57.17% रही। मतलब सपा की सफलता दर कांग्रेस की तुलना में ज्यादा थी। यूपी में इसी गठबंधन का कमाल था कि भाजपा खुद के बलबूते बहुमत नहीं जुटा पाई। इसकी टीस आज भी भाजपा काे सालती है। 2027 का विधानसभा चुनाव साथ लड़ने का ऐलान कर चुके हैं दोनों दल लोकसभा में मिली सफलता के बाद से यूपी में सपा–कांग्रेस गठबंधन मजबूत बना हुआ है। गाहे–बगाहे कुछ बयानों को छोड़ दें तो दोनों पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में इस पर सहमति साफ दिखती है। वे सार्वजनिक मंचों से भी गठबंधन में ही चुनाव लड़ने की बात कह चुके हैं। लेकिन बिहार चुनाव परिणाम के बाद से गठबंधन में सीटों को लेकर पेंच फंसता दिख रहा है। बिहार में 61 सीटों पर लड़कर कांग्रेस सिर्फ 6 जीत पाई थी। अब यूपी में सपा कांग्रेस के इसी कमजोर प्रदर्शन के चलते 50 से 60 सीटों से ज्यादा देना नहीं चाहते हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी सपा ने 340 सीटों पर चुनाव लड़ा था। 63 सीटें सहयोगियों के लिए छोड़ी थी। तब उसके गठबंधन में रालोद, सुभासपा जैसी पार्टियां थी, जो अब एनडीए का हिस्सा बन चुकी हैं। ऐसे में यही सीट सपा कांग्रेस को देना चाहती है। विधानसभा चुनाव में अधिक सीटों की सौदेबाजी की है रणनीति वरिष्ठ पत्रकार सैयद कासिम, इसका जवाब देते हुए कहते हैं कि कांग्रेस की रणनीति विधानसभा चुनाव 2027 से पहले अपनी बारगेनिंग पावर बढ़ाना है। वैसे भी पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं लड़े जाते हैं। ऐसे में कांग्रेस इसमें दमदार प्रदर्शन करने की कोशिश करेगी। इसी तरह एमएलसी चुनाव में सपा कभी शानदार प्रदर्शन नहीं कर पाती है। इस चुनाव का पूरा खेल वोटर लिस्ट का होता है। इसमें भाजपा और दूसरे निर्दलीय लोग माहिर हैं। कभी कांग्रेस का भी दबदबा रहता था। सपा की तुलना में आज भी कांग्रेस प्रयागराज, गोरखपुर, कानपुर, बनारस, गाजियाबाद, मेरठ में शिक्षक और स्नातक एमएलसी चुनाव में अच्छा कर सकती है। सपा कभी भी पढ़े–लिखे लोगों की पार्टी नहीं बन पाई। पढ़े–लिखे वोटरों ने कांग्रेस को हटाया तो भाजपा को पसंद किया। कांग्रेस को लगता है कि वो भाजपा को चुनौती दे सकती है। दूसरा वो एमएलसी और पंचायत चुनाव जीत कर विधानसभा चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाना चाहती है। तभी वह बारगेनिंग करने की हैसियत में होगी। 2029 लोकसभा चुनाव से पहले वैसे भी कांग्रेस के लिए कुछ भी यूपी में दांव जैसा नहीं लगा है। सपा के लिए 2027 का विधानसभा चुनाव महत्वपूर्ण है और वह गठबंधन सहयोगियों को कम से कम सीट देना चाहती है। कांग्रेस को यूपी उप चुनाव में झटका लग चुका है। तब उसे न तो मनचाही सीटें मिलीं और न ही उचित भागीदारी मिली। वह पश्चिम की मीरापुर और पूर्व की प्रयागराज या मऊ वाली सीट चाहती थी। पर सपा उसे गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर सीट दे रही थी। आखिर में कांग्रेस ने उप चुनाव लड़ने से मना कर दिया। सपा को उप चुनाव में इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ा। यहां तक कि प्रतिष्ठा वाली मिल्कीपुर भी वह हार गई। संगठन सृजन अभियान चलाकर बूथ मजबूत करने में जुटी है कांग्रेस कांग्रेस संगठन सृजन 100 दिन का अभियान चलाकर बूथ स्तर तक की तैयारी में जुटी है। वहीं जनहित के मुद्दों पर हर जिले में संगठन के लोग मुखर होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस ने अब पंचायत चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा कर दी है। इसके लिए उसने टारगेट भी तय किया है। पार्टी की ओर से कहा गया है कि संगठन सृजन अभियान में जो कार्यकर्ता अधिक से अधिक सदस्य बनाएगा, उसे पार्टी पंचायत चुनाव में मौका देगी। पंचायत चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वालों के लिए विधानसभा चुनाव का भी मार्ग प्रशस्त रहेगा। मतलब पंचायत चुनाव जीतने वाले कई लोगों को विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी भी बना सकती है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में लोग खासकर युवा पार्टी से जुड़ रहे हैं। कांग्रेस अलग–अलग प्रकोष्ठों के माध्यम से भी अपना जनाधार बढ़ाने में जुटी है। कांग्रेस ने प्रदेश की 403 विधानसभा को तीन कटेगरी में बांटा कांग्रेस पहले ही प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों को तीन कैटेगरी में बांट कर तैयारी में जुटी है। ए श्रेणी में 200 सीटों को रखा है, जहां कांग्रेस का परंपरागत वोट बैंक मजबूत रहा है। इसमें ऐसी सीटें हैं, जहां पिछले तीन विधानसभा और तीन लोकसभा चुनाव में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया था। वहां कांग्रेस खास फोकस कर रही है। बी श्रेणी में 50 सीटें चिह्नित की हैं, जो पार्टी थोड़े प्रयास और बेहतर संगठन की बदौलत जीत सकती है। जबकि सी श्रेणी में 153 सीटें ऐसी हैं, जहां पार्टी बेहद कमजोर है। वहां गठबंधन और सामाजिक समीकरण व नए चेहरे को आगे रखकर कांग्रेस तैयारी कर रही है। हालांकि गठबंधन के लिए सपा से होने वाली बातचीत में पार्टी का फोकस ए श्रेणी वाली सीटों पर रहेगा। जहां पार्टी के लिए जीत की संभावना बेहतर होगी। यूपी विधानसभा से पहले राजनीतिक ताकत दिखाने की मंशा वरिष्ठ पत्रकार रतन मणि लाल कहते हैं कि कांग्रेस का लक्ष्य 2027 नहीं 2029 है। अभी कांग्रेस की सबसे बड़ी कमजोरी है कि उसका यूपी में अपना कोई जनाधार ही नहीं बचा है। यही कारण है कि पार्टी अपना संगठन मजबूत करने में जुटी है। कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के बयान से दो बातें स्पष्ट हैं कि 2027 का चुनाव वे साथ लड़ेंगे। उनका गठबंधन केवल विधानसभा के लिए है। उससे पहले पार्टी को मजबूत करने के लिए वो सब कुछ करेंगे। पंचायत और एमएलसी चुनाव अकेले लड़ने की उनकी घोषणा को अभी शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जाना चाहिए। जैसा कि भाजपा के सहयोगी दल भी इसी तरह का बयान दे चुके हैं। उनका ये कहना कि हमारा गठबंधन लोकसभा और विधानसभा के लिए है, ऐसा कह कर वो सपा को संकेत देना चाहते हैं कि पार्टी पूरी तरह से उनके सामने नतमस्तक नहीं है। खुद का आकलन करने के लिए कांग्रेस पंचायत चुनाव और एमएलसी चुनाव में अकेले लड़ना चाहती है। दोनों पार्टियां लंबे समय तक गठबंधन चलाना चाहती हैं, तो कांग्रेस और सपा दोनों एक–दूसरे को नाराज नहीं करना चाहेंगी। ऐसे में एमएलसी चुनाव में कुछ सीटों पर उनका समझौता हाे सकता है। बिहार चुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं करने वाली कांग्रेस अब यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले पंचायत चुनाव के जरिए अपनी राजनीतिक ताकत दिखाना चाहती है। कांग्रेस को अपने नेता राहुल गांधी को मजबूत दिखाने के लिए चुनावी प्रदर्शन दिखाना ही होगा। इसके बाद ही वह सपा से विधानसभा में सीटों पर बारगेनिंग करने की हैसियत में होगी। खबर अपडेट हो रही है...
करौली जिले में नवजात शिशु और बाल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट ऑफ न्यूबॉर्न एंड चाइल्डहुड (IMNCI) प्रशिक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हो गया है। इस प्रशिक्षण में एएनएम और नर्सिंग कर्मियों ने भाग लिया। उन्हें नवजात व बाल स्वास्थ्य की आधुनिक देखभाल और प्रबंधन के तरीकों से अवगत कराया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जयंती लाल मीना ने बताया कि IMNCI विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और यूनिसेफ द्वारा विकसित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य नवजात शिशुओं व बच्चों में होने वाली सामान्य बीमारियों की पहचान कर उनका प्रभावी उपचार करना है। साथ ही, माता-पिता और स्वास्थ्यकर्मियों को शिक्षित कर स्वास्थ्य संवर्धन करना तथा शिशु-मृत्युदर को कम करना भी इसका लक्ष्य है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रशिक्षण से अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर जन्म के बाद देखभाल, बीमारियों की समय पर पहचान और उपचार क्षमता में वृद्धि होगी। प्रशिक्षण सत्रों के दौरान नवजात व बाल स्वास्थ्य की जांच-प्रक्रियाओं, प्राथमिक इलाज, पोषण, माता-पिता को शिक्षा देने की तकनीकों और रेफरल प्रणाली पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। यह प्रशिक्षण डॉ. श्वेता, डॉ. आशीष और शैलेन्द्र सिंह द्वारा प्रदान किया गया। जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशुतोष पांडे ने प्रशिक्षण के आयोजन, कार्ययोजना तैयार करने और प्रशिक्षणार्थियों के चयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया है कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से स्वास्थ्यकर्मियों की क्षमताएं और सुदृढ़ होंगी। आने वाले समय में जिलास्तर पर नवजात व बाल स्वास्थ्य संकेतकों में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
दैनिक भास्कर एप ने बिहार के 11 बड़े शहरों - पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, आरा, बिहारशरीफ, बेगूसराय, औरंगाबाद, बक्सर और सुपौल में जनता की समस्याओं को सीधे जिम्मेदारों तक पहुंचाने के लिए सिविक इश्यू का नया फीचर लॉन्च किया है। इस फीचर की मदद से लोग अपने इलाके की जनहित से जुड़ी समस्याएं फोटो और विवरण के साथ पोस्ट कर रहे हैं, ताकि अधिकारी जल्द कार्रवाई कर सकें। आप भी इस लिंक पर क्लिक कर अपने इलाके की समस्याएं पोस्ट कर सकते हैं। बिहार के अलग-अलग जिलों से सामने आईं समस्याएं पटना - बिहार की राजधानी पटना से लोग लगातार अपने यहां की जन समस्याओं के बारे में जानकारी देते हुए अपना पोस्ट साझा कर रहें हैं। 3 दिसंबर 2025 को भी राजधानी पटना के अलग-अलग वार्डों से आम लोगों ने अपने यहां की समस्याएं पोस्ट की। जैसे : मुजफ्फरपुर : 03 दिसंबर 2025 को मुजफ्फरपुर की जनता ने भी अपने यहां की जन समस्याओं को दैनिक भास्कर के सिविक ईश्यू प्लेटफार्म पर साझा किया है। जैसे गया: 03 दिसंबर 2025 को गया की जनता ने भी अपने यहां की जन समस्याओं को दैनिक भास्कर के जरिए साझा किया है। यहां के लोगों ने लिखा है - भागलपुर :03 दिसंबर 2025 को भागलपुर की जनता ने भी अपने यहां की जन समस्याओं को दैनिक भास्कर के सिविक ईश्यू प्लेटफार्म पर साझा किया है। जैसे सुपौल : 03 दिसंबर 2025 को सुपौल शहर से भी आम लोगों ने अपने यहां की समस्या को साझा किया है। वार्ड नं. 14 के आशीष कुमार ने लिखा है कि दिनापट्टी से सुखासनी तक जाने वाली सड़क का बनने के बाद से अभी तक मेनटनेंस नहीं हुआ हैं। आशीष द्वारा भेजी गई समस्या से जुड़ी पोस्ट तस्वीर सहित आप नीचे देख सकते हैं। इसके अलावा बिहार शरीफ से सड़क से जुड़ी समस्या, आरा से नाली निर्माण नहीं होने जुड़ी समस्या, समस्तीपुर से पानी निकासी की समस्या, औरंगाबाद से नल-जल कनेक्शन को लेकर दिक्कत और बक्सर से जर्जर सड़क से जुड़ी समस्याएं लोगों ने साझा की हैं। जिन्हें आप इस लिंक पर क्लिक कर पढ सकते हैं। शिकायत कैसे पहुंचेगी अधिकारियों तक? आपकी पोस्ट सीधे दैनिक भास्कर की टीम तक पहुंचती है।डेस्क इसे जांचने के बाद कुछ ही मिनटों में रियल टाइम में प्रकाशित कर देता है। इसके बाद आपकी शिकायत अधिकारियों और लाखों पाठकों के मोबाइल स्क्रीन तक पहुंच जाती है। आपकी पोस्ट बनेगी बदलाव की वजह यह डिजिटल प्लेटफॉर्म सिर्फ शिकायत दर्ज कराने का माध्यम नहीं है, बल्कि लोगों की आवाज़ को मजबूत करने की पहल है। पहले गली-मोहल्लों की छोटी-छोटी समस्याएं अनसुनी रह जाती थीं-जैसे टूटी सड़कें, गंदगी, जलजमाव, स्ट्रीट लाइट, बेसहारा पशु, अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी आदि। लेकिन अब आपकी हर पोस्ट - कहां देखें पोस्ट -ट इसे भी पढ़ें: दैनिक भास्कर एप पर पोस्ट करें अपनी शिकायतें:नाली, सड़क, गंदगी, अस्पताल से जुड़ी समस्याएं भेजें, आपकी बात जिम्मेदार अधिकारियों तक हम पहुंचाएंगे
सिंगरौली में 5 किलो 5 ग्राम गांजा जब्त:खुटार चौक पर पुलिस ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को पकड़ा
सिंगरौली की खुटार पुलिस चौकी ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने 5 किलो 05 ग्राम अवैध गांजा जब्त कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जब्त किए गए गांजे की कीमत लगभग 75 हजार रुपए बताई जा रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान संजय कुमार यादव (29 वर्ष), निवासी छैती थाना माड़ा, और प्रदीप कुमार विश्वकर्मा (18 वर्ष 06 माह), निवासी मजौली थाना बरगवां के रूप में हुई है। खुटार पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवक मोटरसाइकिल से अवैध गांजा लेकर बैढ़न शहर में खपाने आ रहे हैं। इस सूचना पर पुलिस टीम ने बैढ़न के खुटार चौक के पास घेराबंदी की। संदिग्ध मोटरसाइकिल को रोककर तलाशी लेने पर उनके पास बैग में भरा गांजा मिला, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। नगर पुलिस अधीक्षक पीएस परस्ते ने बताया कि अवैध नशे के कारोबार में लिप्त तत्वों पर पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए पुलिस सतर्क है और ऐसे अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20(बी) के तहत मामला दर्ज किया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे यह नशीला पदार्थ कहां से लाते थे और किन-किन जगहों पर इसकी आपूर्ति करते थे। इस कार्रवाई में खुटार चौकी प्रभारी सहित पुलिस टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने स्पष्ट किया कि शहर में नशे के अवैध कारोबार को खत्म करने के लिए आगे भी अभियान जारी रहेगा, जिससे युवाओं का भविष्य सुरक्षित रखा जा सके।
सीधी में किसानों ने रोका स्कूल का रास्ता:आरआई, पटवारी ने की जांच, हटेगा अतिक्रमण
सीधी जिले की कुसमी तहसील के भदौरा गांव में शासकीय प्राथमिक विद्यालय के मुख्य मार्ग पर हुए अतिक्रमण को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ग्रामीणों की शिकायत पर एसडीएम कुसमी वीके आनंद ने मामले का संज्ञान लिया और बुधवार को मौके पर पहुंचकर स्थलीय निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने शिकायत की थी कि स्कूल से भदौरा गांव तक जाने वाला रास्ता अतिक्रमण के कारण बेहद संकरा हो गया था। बाड़ी लगाकर रास्ते को रोका गया था, जिससे बच्चों और ग्रामीणों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। समस्या की गंभीरता को देखते हुए, एसडीएम वी.के. आनंद ने तहसीलदार नारायण सिंह, आरआई और पटवारी की एक जांच टीम भदौरा गांव भेजी। बुधवार को एसडीएम और तहसील टीम ने स्वयं स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह पता चला कि रास्ते में अतिक्रमण के कारण स्कूल के बच्चों को रोज आने-जाने में कठिनाई हो रही थी। किसानों ने बाड़ लगाकर रोका था रास्ता तहसीलदार नारायण सिंह ने बताया कि जांच में रास्ते की चौड़ाई बहुत कम पाई गई और बाड़ लगाकर रास्ते को रोका गया था। प्रशासन ने तुरंत संबंधित किसानों को मौके पर बुलाया और उन्हें समझाइश दी। बच्चों की परेशानी को देखते हुए ग्रामीणों ने भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और तीन-तीन फीट जमीन छोड़कर रास्ता चौड़ा करने पर सहमति दी। तहसीलदार ने जानकारी दी कि बुधवार को ही आरआई और पटवारी की उपस्थिति में रास्ते को चिह्नित किया जाएगा, जिससे बच्चों के लिए एक सुगम रास्ता बन सके। ग्रामीणों ने जताई खुशी स्थल निरीक्षण के दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। रास्ता चौड़ीकरण पर सहमति बनने के बाद अभिभावकों और स्थानीय निवासियों में खुशी देखी गई। सभी ने प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और निर्णायक कदम की सराहना की। इस मामले पर पूर्व छात्र और भाजपा नेता रमेश कुमार टांडिया ने भी प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एसडीएम और तहसीलदार द्वारा उठाया गया यह संवेदनशील कदम बच्चों के हित में महत्वपूर्ण है। ग्रामीणों ने उम्मीद जताई कि अब स्कूल का रास्ता पूरी तरह सुगम हो जाएगा और छात्रों को रोजाना होने वाली परेशानी से राहत मिलेगी।
कुरुक्षेत्र में भांजी की अश्लील वीडियो बनाने और यौन उत्पीड़न करने के दोषी को कोर्ट ने 5 साल कठोर कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने दोषी शावेज उर्फ गोलू निवासी जिला हरिद्वार उत्तराखंड पर 50 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया। पीड़िता कोरोना महामारी के टाइम अपने मामा के घर आई थी। पंजाब के पटियाला की रहने वाली महिला ने 17 फरवरी 22 को थाना शाहाबाद पुलिस को शिकायत में बताया कि शाहाबाद के गांव में उसका मायका है। उसकी नाबालिग बेटी 9वीं क्लास में पढ़ती है। कोरोना महामारी के दौरान उसकी बेटी अपने मामा के घर आई हुई थी। यहां उसकी बेटी अकेली थी तब रिश्ते में मामा लगने वाले गोलू ने उसकी बेटी के साथ अश्लील हरकत की। वीडियो बना नेट पर डालने की धमकी दी बेटी ने उसका विरोध किया तो आरोपी ने उससे शादी का झांसा देकर बहल लिया और उसका यौन उत्पीड़न किया। घर आकर उसकी बेटी पूरी बात बताई तो आरोपी ने उसकी अश्लील वीडियो नेट पर डालने की धमकी दी। जिला उप-न्यायवादी राजकुमार ने बताया कि शिकायत पर पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। बयान देने नहीं आई मां हालांकि पीड़िता की मां अदालत में बयान देने नहीं आई। इस मामले की नियमित सुनवाई फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट में करते हुए अतिरिक्त जिला एवं सैशन न्यायाधीश की अदालत ने आरोपी गोलू को 5 साल कठोर कारावास व 50 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। जुर्माना नहीं भरने पर दोषी को 6 महीने की अतिरिक्त सजा काटनी पड़ेगी।
नवादा में लाखों रुपए की धान की फसल जलकर राख हो गई है। यह घटना कौआकोल थाना क्षेत्र के जोगाचक गांव में सामने आई है, जहां खेत में रखे धान के पुंज में आग लग गई। किसानों ने जानबूझकर आग लगाने का आरोप लगाया है। जानकारी के अनुसार, कौआकोल-पकरीबरावां पथ पर स्थित जोगाचक गांव के खलिहान में बुधवार को अचानक आग लग गई। इस भीषण आगजनी में लगभग 20 लाख रुपए से अधिक मूल्य की धान बिचाली समेत जलकर खाक हो गई। कई किसानों को भारी आर्थिक क्षति पहुंची इस घटना से कई किसानों को भारी आर्थिक क्षति पहुंची है। प्रभावित किसानों में गिरजा देवी, शंकर राय, धर्मेन्द्र कुमार, विक्रम मिस्त्री, रविन्द्र राय, गुड़िया खातून, विजय राय, सरयुग मिस्त्री, जागेश्वर मिस्त्री, केशव मिस्त्री, जानकी साव, केशरी देवी और आजाद राय शामिल हैं, जिनकी धान की फसल और बिचाली जलकर राख हो गई। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया आग लगने की सूचना मिलते ही ग्रामीण एकजुट हुए। ग्रामीणों और अग्निशमन टीम ने JCB की मदद से करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। प्रभावित किसानों का कहना है कि यह आग किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा जानबूझकर लगाई गई है। पीड़ित किसानों ने इस घटना की सूचना स्थानीय थाने को दे दी है। कौआकोल थाना प्रभारी उमाशंकर सिंह ने बताया कि आवेदन के आधार पर मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कोटपूतली के विराटनगर विधानसभा क्षेत्र ने विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) का शत-प्रतिशत डिजिटाइज्ड कार्य पूरा कर लिया है। कोटपूतली-बहरोड़ जिले में यह उपलब्धि हासिल करने वाला विराटनगर पहला विधानसभा क्षेत्र बन गया है। विराटनगर विधानसभा निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी कपिल उपाध्याय के नेतृत्व में इस पूरे अभियान की लगातार निगरानी और पर्यवेक्षण किया गया। उन्होंने बताया कि SIR के तहत मतदाता सूची में आवश्यक संशोधन, नए मतदाताओं का पंजीकरण और त्रुटियों का सुधार जैसी सभी प्रक्रियाएं डिजिटल माध्यम से सटीकता के साथ पूरी की गईं। कपिल कुमार उपाध्याय के अनुसार, विराटनगर विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,40,880 मतदाता हैं। 227 बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) और 23 सुपरवाइजरों ने घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित किए, जिन्हें बाद में BLO द्वारा संग्रहित कर डिजिटलाइज किया गया। एसडीएम उपाध्याय ने बताया कि SIR के तहत गणना परिपत्र का कार्य 4 नवंबर से जारी था। इस अवधि में विराटनगर विधानसभा क्षेत्र के BLOs ने घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन किया और प्रत्येक पात्र नागरिक की जानकारी को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपडेट किया। अधिकारियों का कहना है कि घर-घर पहुंचकर की गई इस कवायद से मतदाता सूची अधिक सटीक बन सकी है। शत-प्रतिशत डिजिटाइज्ड कार्य पूरा होने से आगामी चुनावों में मतदाता सूची से संबंधित परेशानियों में कमी आने की उम्मीद है। उपखंड अधिकारी ने इस कार्य के लिए अभियान से जुड़े सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को बधाई दी।
मंडला की रहने वाली 45 वर्षीय महिला ने जबलपुर के गढ़ा थाने में आकर मेडिकल कॉलेज में पदस्थ रहे डॉक्टर प्रफुल्ल भदौरिया के खिलाफ रेप का आरोप लगाया। महिला की शिकायत है कि 2023 से डॉ प्रफुल्ल लगातार संपर्क में रहा और शादी का झांसा देकर उसके साथ रेप कर रहा था। गढ़ा थाना पुलिस ने महिला की शिकायत पर डॉ प्रफुल्ल भदौरिया के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। डॉ प्रफुल्ल अभी दिल्ली से पीजी कर रहा है। पुलिस मेडिकल कॉलेज के डीन से आरोपी डॉक्टर के खिलाफ जानकारी ले रही है। मंडला जिले में रहने वाली 45 वर्षीय महिला 2023 में पति को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज जबलपुर लेकर आई थी। महिला का कहना है कि पति के इलाज के दौरान डॉ प्रफुल्ल भदौरिया से उसकी पहचान हुई थी। मेडिकल कॉलेज में एक माह तक इलाज करवाने के दौरान डॉक्टर से अच्छी पहचान होने के बाद दोनों ने एक दूसरे का मोबाइल नंबर ले लिया। कुछ दिनों बाद महिला पति के ठीक हो जाने के बाद मंडला लेकर आ गई, इसके बाद भी दोनों के बीच बातचीत और मुलाकात का दौर लगातार जारी रहा। 2024 में महिला के पति की मौत हो जाती है। पति की मौत के बाद भी महिला की डॉक्टर से बातचीत जारी रही। कुछ माह पहले महिला की छोटी बहन का इलाज करवाने के लिए मेडिकल कॉलेज आती रही, तब भी डॉ प्रफुल्ल भदौरिया ही इलाज करते रहे। महिला का आरोप है कि 2023 से 2025 के बीच डॉक्टर ने कई बार उसके साथ घर ले जाकर रेप किया। हर बार शादी का झूठा वादा किया जाता था। बुधवार को गढ़ा थाने पहुंची महिला ने पुलिस को बताया कि शादी का वादा करने के बाद अचानक ही डॉक्टर ने मोबाइल स्विच ऑफ करते हुए बात करना बंद कर दी। महिला की शिकायत पर डॉक्टर के खिलाफ रेप की एफआईआर दर्ज की गई है। सीएसपी आशीष जैन ने बताया कि फिलहाल आरोपी डॉक्टर का मोबाइल बंद है। उसके विषय में सारी जानकारी ले ली है, कि वह कहां का रहने वाला है, और कब से कब तक मेडिकल कॉलेज में रहा है।
कोरबा के हरदीबाजार थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात एक सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही जान चली गई। मृतक की पहचान छिंदपुर निवासी 43 वर्षीय पवन कुमार श्रीवास के रूप में हुई है। पवन श्रीवास हरदीबाजार स्थित एक कपड़ा दुकान में काम करता था। वह मंगलवार रात दुकान से काम खत्म कर अपने घर लौट रहा था, तभी हरदीबाजार थाना से लगभग 50 मीटर की दूरी पर मोड़ पर यह हादसा हुआ। टक्कर मारने के बाद अज्ञात वाहन चालक मौके से फरार हो गया। अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई और पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और मृतक की पहचान सुनिश्चित की। परिजन और ग्रामवासी हरदीबाजार थाने पहुंचे और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बताया गया है कि परिजन पवन के घर लौटने का इंतजार कर रहे थे, तभी उन्हें फोन पर दुर्घटना की सूचना मिली। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालकर आरोपी चालक की तलाश कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, इस मार्ग पर भारी वाहनों का दबाव अधिक रहता है, जिसके कारण आए दिन सड़क हादसे होते रहते हैं। उन्होंने ऐसे वाहन चालकों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की मांग की है, क्योंकि पूर्व में की गई कार्रवाई को वे महज औपचारिक मानते हैं।
रीवा जोन में पुलिस की कार्यप्रणाली को मजबूत बनाने और वैज्ञानिक जांच क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से आज रीवा कंट्रोल रूम में साइंटिफिक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में रीवा, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, सतना और मैहर से आए पुलिस अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम में कुल 15 अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिन्हें क्राइम सीन पर वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाने का प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दिया गया। एफएसएल विभाग द्वारा आईजी रीवा के निर्देश पर आयोजित इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने क्राइम स्पॉट क्रिएट कर फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, साक्ष्य संरक्षण और तकनीकी तरीकों से साक्ष्य एकत्र करने की प्रक्रिया सीखी। यहां क्राइम सीन क्रिएट करके बताया गया। साइंटिफिक साक्ष्यों के बारे में बतायाअधिकारियों को बताया गया कि किसी भी अपराध की जांच में साइंटिफिक साक्ष्य सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन घटनास्थल से उन्हें सुरक्षित और सही तरीके से जुटाना चुनौतीपूर्ण होता है। इसी कौशल को निखारने के लिए यह प्रतियोगिता और प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिससे पुलिस की जांच क्षमता को और अधिक सशक्त किया जा सके।
बूंदी पुलिस ने संगठित अपराधों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी एक गंभीर वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। पुलिस ने इनके पास से हथियार और एक अर्टिगा कार जब्त की है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान नंदकिशोर उर्फ नंदा, लोकेश और केशराम उर्फ चुटिया उर्फ मुनेश के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके कब्जे से एक देसी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस, दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन और वारदात में प्रयुक्त अर्टिगा गाड़ी जब्त की है। जिला पुलिस अधीक्षक बूंदी, राजेंद्र कुमार मीणा (IPS) ने बताया कि हिंडोली थाना पुलिस ने इन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। संगठित गिरोह के अन्य सह-आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस को 3 दिसंबर, 2023 को मोबाइल पर सूचना मिली थी कि तालाबगांव में तीन संदिग्ध व्यक्ति मौजूद हैं। इस सूचना पर हिंडोली थानाधिकारी मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। कार्रवाई के दौरान नंदकिशोर उर्फ नंदा के पास से एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस मिला। कहेरी उर्फ केशराम उर्फ चुटिया उर्फ मुनेश से दो जिंदा कारतूस, एक लोहे की मास्टर चाबी और एक वीवो मोबाइल फोन जब्त किया गया। लोकेश से भी दो जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। जिला पुलिस अधीक्षक बूंदी ने सभी थानाधिकारियों को संगठित अपराधों की रोकथाम और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इन निर्देशों के पालन में पुलिस थाना हिंडोली के थानाधिकारी सहदेव सिंह और उनकी टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
त्रिपुरा के आदिवासी कल्याण मंत्री बिकाश देबबरमा ने केंद्र सरकार के समक्ष आदिवासी युवाओं के लिए ड्रोन पायलट प्रशिक्षण परियोजना की मंजूरी देने का प्रस्ताव रखा है। इसे राज्य की आदिवासी आबादी के लिए एक बदलाव के बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा है
राष्ट्रीय अधिवक्ता दिवस के उपलक्ष्य में, जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग और जिला अभिभाषक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार मील ने अधिवक्ता समुदाय को 'उपभोक्ता संरक्षण की मेरुदण्ड' बताया, उनसे त्वरित न्याय सुनिश्चित करने का आह्वान किया। मनोज कुमार मील ने कहा कि अधिवक्ताओं की भूमिका केवल अदालत में वकालत तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज को न्याय दिलाने और सही कानूनी जानकारी उपलब्ध कराने में उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी है। वे समाज को शिक्षित करने वाले एक सेतु का कार्य करते हैं। उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार मील के नेतृत्व में चल रहे 30 दिवसीय Consumer's Voice न्यायात्सव कार्यक्रम के अंतर्गत, राष्ट्रीय अधिवक्ता दिवस 2025 के उपलक्ष्य में बुधवार को एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। अधिवक्ता 'उपभोक्ता संरक्षण की मेरुदण्ड' संगोष्ठी को संबोधित करते हुए, उपभोक्ता आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार मील ने अधिवक्ता समुदाय को उपभोक्ता संरक्षण की मेरुदण्ड (रीढ़ की हड्डी) बताया। उन्होंने अपने वक्तव्य में अधिवक्ता समुदाय की भूमिका को व्यापक रूप से बताया। मील ने देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद का उदाहरण दिया, जिन्होंने समानतमूलक शासन व्यवस्था लागू कर आम भारतीय के अधिकारों को संरक्षण दिलाने में मुख्य भूमिका निभाई थी। उन्होंने वर्तमान अधिवक्ता समुदाय से आह्वान किया कि वे इसी भावना के साथ उपभोक्ता संरक्षण एवं जागरूकता के लिए पहल करें। पीड़ितों के लिए 'त्वरित न्याय' का आह्वान अध्यक्ष मील ने जिला अभिभाषक संस्था के पदाधिकारियों और अधिवक्ताओं से विशेष आग्रह किया कि वे पीड़ित उपभोक्ताओं को त्वरित न्याय दिलाने में सकारात्मक भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि न्यायिक प्रक्रिया में तेजी लाना और उपभोक्ताओं को जल्द राहत पहुँचाना उनकी प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। 'नागरिक अधिकारों की रक्षा' में सशक्त न्यायिक व्यवस्था उन्होंने स्पष्ट किया कि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम केवल शिकायतों के निस्तारण का कानून नहीं है, बल्कि यह नागरिक अधिकारों की रक्षा करने वाली एक सशक्त न्यायिक व्यवस्था है। यह कानून हर नागरिक को न्यायपूर्ण उपभोग का अधिकार प्रदान करता है। अधिवक्ता समुदाय ने दिया सहयोग का आश्वासन जिला अभिभाषक संस्था के पदाधिकारियों ने आयोग की नई पहल में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। एडवोकेट सुभाष पूनियां ने कहा कि अधिवक्ता समुदाय हर परिस्थिति में सजगता से पीड़ितों को न्याय दिलाने में हमेशा अग्रणी रहा है। उन्होंने उपभोक्ता संरक्षण के लिए आयोग द्वारा की जाने वाली नई पहल में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया। एडवोकेट भगवान सिंह शेखावत ने कहा कि अधिवक्ता समुदाय की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि शासन व्यवस्था से पीड़ितों को राहत दिलाना अधिवक्ता का दायित्व है, जिसे समुदाय हमेशा निभाता आ रहा है। वरिष्ठ अधिवक्ता बिरजू सिंह उन्होंने देश की आजादी और संविधान निर्माण में अधिवक्ताओं के योगदान को रेखांकित किया। संगोष्ठी में जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के सदस्य प्रमेन्द्र कुमार सैनी, पूर्व अध्यक्ष विजय ओला, दिपेन्द्र सिंह, उपाध्यक्ष सुरेश महला तथा बड़ी संख्या में अधिवक्तागण उपस्थित रहे, जिनमें एडवोकेट उम्मेद भाम्बू, कमलेशकुमार, द्वारका प्रसाद वर्मा, किरण बियाला, रविंद्र लाम्बा, कुलदीप सिंह, कृष्ण कुमार शर्मा, अजय स्वामी, मोहम्मद फारूक, राजेश खेदड़, उम्मेद सिंह, विकास कुमार सहित कई अन्य शामिल थे।
रीवा शहर में एक बार फिर दो साल बाद कुख्यात पट्टी गैंग ने दस्तक दी है। यह गैंग एटीएम मशीनों में पट्टी चिपकाकर लोगों को ठगी का शिकार बनाता है। ताजा मामला विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के निराला नगर के पास स्थित एटीएम बूथ का है, जहां मशीन में पट्टी चिपकाने की कोशिश की गई। हालांकि बदमाश अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो पाए, लेकिन इस घटना के बाद पुलिस पूरी तरह अलर्ट हो गई है। शहर में पिछले कुछ वर्षों से शांत पड़ी पट्टी गैंग की गतिविधियां एक बार फिर शुरू होने के संकेत मिले हैं। बदमाश एटीएम मशीन के कैश निकलने वाले स्लॉट पर पारदर्शी पट्टी चिपका देते हैं, जिससे पैसा अटक जाता है। जब ग्राहक परेशान होकर वहां से हटता है, तब बदमाश मौका पाकर पैसे निकाल लेते हैं। विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के निराला नगर के समीप एटीएम बूथ में भी ऐसा ही प्रयास किया गया, लेकिन समय रहते मामला सामने आ गया और बड़ी वारदात टल गई। रीवा पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान ने सभी थाना प्रभारियों को एटीएम बूथों की नियमित निगरानी और संदिग्धों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही एटीएम के आसपास गश्त बढ़ा दी गई है। दो साल पहले समान थाना क्षेत्र में इसी तरह यूपी से आए तीन अलग-अलग गैंग के सात बदमाशों को तत्कालीन थाना प्रभारी जेपी पटेल ने गिरफ्तार किया था। इन आरोपियों ने प्रयागराज, बनारस और फतेहपुर से आकर रीवा में दर्जनों एटीएम फ्राड की घटनाओं को अंजाम दिया था। उनकी गिरफ्तारी के बाद पट्टी गैंग की गतिविधियां पूरी तरह बंद हो गई थीं। अब आशंका जताई जा रही है कि पुराने आरोपी जेल से छूटकर दोबारा संगठित हो गए हैं और एक बार फिर शहर में सक्रिय हो रहे हैं। रीवा पुलिस और साइबर सेल प्रभारी वीरेंद्र पटेल ने आम लोगों से अपील की है कि एटीएम से पैसा निकालते समय किसी तरह की दिक्कत होने पर तुरंत वहां से हटें नहीं, बल्कि बैंक और पुलिस को तुरंत सूचना दें। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी तुरंत नजदीकी थाने में दें।
रोहतक जिले के महम में अवैध निर्माण और कॉलोनियों के खिलाफ जिला प्रशासन ने महम और बहलबा में कार्रवाई की है। जिसमें कई अवैध कॉलोनियों और अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। इस अभियान का उद्देश्य जिले में अवैध निर्माणों को रोकना और शहरी क्षेत्र को नियंत्रित रखना है। महम में चार अवैध कॉलोनियों में सड़क नेटवर्क, डीपीसी और चारदीवारी सहित कई निर्माणों को तोड़ा गया। इसके साथ ही, बहलबा गांव में भी एक अवैध निर्माण को ध्वस्त किया गया। इस कार्रवाई में लगभग 19 एकड़ क्षेत्र में अवैध निर्माणों को हटाया गया। अवैध निर्माण को लेकर जारी रहेगी अभियान डीसी सचिन गुप्ता ने स्पष्ट रूप से कहा है कि जिले में किसी भी अवैध निर्माण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि अवैध निर्माणों को गिराने का अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि जिले में कानून व्यवस्था बनी रहे और अवैध कॉलोनियों का विकास रोका जा सके। इस तोड़फोड़ अभियान में जिला नगर योजनाकार कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पर्याप्त पुलिस बल भी तोड़फोड़ दल के साथ तैनात था। लोगों से अवैध कॉलोनियों में निवेश न करने की अपील डीसी ने नागरिकों से अपील की कि वे अपनी गाढ़ी कमाई को अवैध निर्माणों या कॉलोनियों में निवेश न करें। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन नियमित अंतराल पर अवैध निर्माणों और कॉलोनियों को गिराने का अभियान चलाता रहता है। जिला नगर योजनाकार सुमनदीप ने भी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे अपनी पूंजी को अवैध निर्माणों या डीलर और भू-मालिकों द्वारा काटी जा रही अवैध कॉलोनियों में निवेश न करें। उन्होंने सलाह दी कि निवेश करने से पहले स्थानीय सेक्टर-1 स्थित उनके कार्यालय में किसी भी कार्य दिवस पर आकर पूछताछ की जा सकती है।
ठेका मुलाज़िम संघर्ष मोर्चा (पंजाब) के बैनर तले पावरकॉम और ट्रांसको के ठेका कर्मचारियों की तीन दिवसीय हड़ताल जारी है। हड़ताल के दूसरे दिन की कार्रवाई यूबीडीसी मालिकपुर स्थित स्थानीय इंजीनियर के दफ्तर के बाहर की गई। कर्मचारी सरकारी विभागों के निजीकरण को रद्द करने और उन्हें विभागों में पक्का करने की मांग कर रहे हैं। मोर्चे के राज्य नेताओं हरजीत सिंह ढडवाल और करंदीप पठानिया ने सभा में कहा कि 'आप सरकार' सभी सरकारी विभागों के ठेका कर्मचारियों को विभागों में मर्ज कर पक्का करने का वादा करके सत्ता में आई थी। हालांकि, अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में सरकार ने अभी तक ठेका कर्मचारियों को पक्का करने संबंधी कोई नीति नहीं बनाई है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने सरकारी विभागों के ठेका कर्मचारियों के शोषण को खत्म करने का ऐलान किया था। इसके बावजूद, ठेका कर्मचारियों को आज भी ठेका प्रणाली के तहत काम करने पर मजबूर किया जा रहा है और उन्हें विभागों में पक्का नहीं किया जा रहा है। इसलिए है विरोध: सरकार निजीकरण कर सरकारी पदों को खत्म कर रही नेताओं ने आरोप लगाया कि 'आप सरकार' भी पिछली सरकारों की तरह आउटसोर्स और इनलिस्टमेंट ठेका कर्मचारियों के साथ धोखा कर रही है। पंजाब सरकार केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत सरकारी संस्थानों के निजीकरण को तेज कर रही है। इस नीति के तहत सरकारी विभागों में स्थायी पदों को खत्म किया जा रहा है और विभागों की जमीनें बेची जा रही हैं। इसी नीति के कारण आउटसोर्स्ड और इनलिस्टमेंट ठेका कर्मचारियों को विभागों में पक्का नहीं किया जा रहा है। इसी का विरोध करते हुए आज पूरे पंजाब में सरकारी विभागों के ठेका कर्मचारी 2, 3 और 4 दिसंबर को तीन दिवसीय हड़ताल कर अपने-अपने विभागों के दफ्तरों के बाहर रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनियन की सरकार से यह है मांग
खेरोदा सीएचसी नवीन भवन का शुभारंभ:बजरंग मंडल खरसान ने किया संगीतमय सुंदरकांड पाठ
खेरोदा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के नवीन भवन का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर अस्पताल परिसर में सुंदरकांड पाठ का आयोजन हुआ, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। कार्यक्रम में बजरंग मंडल खरसान के सदस्यों ने संगीतमय सुंदरकांड का वाचन किया। मंडल के सदस्यों ने ढोलक और मजीरों की थाप पर सुंदरकांड की चौपाइयों का पाठ कर उपस्थित श्रद्धालुओं और स्टाफ को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. नेहा वर्मा, डॉ. अंकिता सियाल और डॉ. अनिल कुमार उपस्थित रहे। इनके साथ नर्सिंग स्टाफ भावना नागदा, भरत मेनारिया, पुष्पेंद्र सिंह राठौड़, कमलेंद्र सिंह राठौड़, भेरू लाल पाराशर और विष्णु गिरी गोस्वामी सहित अन्य चिकित्सा स्टाफ एवं ग्रामीण भी मौजूद थे। सुंदरकांड पाठ के समापन के बाद महाआरती की गई और उपस्थित सभी लोगों को प्रसाद वितरित किया गया।
अररिया सदर प्रखंड के कुसियारगांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में बुधवार को भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती उत्साहपूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर ग्रामीणों के सहयोग से विद्यालय के लगभग 350 बच्चों के लिए विशेष तिथि भोज का आयोजन किया गया। बच्चों ने इस भोज में खीर, पूरी और सब्जी का आनंद लिया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक चंदेश्वरी प्रसाद सिंह ने बताया कि सरकार की मिड-डे मील योजना के तहत बच्चों को प्रतिदिन पौष्टिक भोजन मिलता है, लेकिन डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर हर साल स्थानीय ग्रामीण अपनी ओर से विशेष भोजन की व्यवस्था करते हैं। स्थानीय महिलाओं और युवाओं ने संभाली भोज की पूरी जिम्मेदारी इस वर्ष तिथि भोज की पूरी जिम्मेदारी स्थानीय महिलाओं और युवाओं ने संभाली। रुकमणी देवी, रीना देवी, स्नेहा कुमारी, सुधा देवी और नवीन कुमार जैसे ग्रामीणों ने इस आयोजन में सक्रिय रूप से सहयोग किया। हर साल बच्चों को विशेष भोजन कराते हैं - नवीन कुमार नवीन कुमार ने बताया, हम हर साल डॉ. बाबू की जयंती पर बच्चों को विशेष भोजन कराते हैं। इससे न केवल बच्चों की उपस्थिति बढ़ती है, बल्कि उन्हें दान, सेवा और सामुदायिक भावना का महत्व भी सिखाया जाता है। प्रधानाध्यापक सिंह ने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों में सामाजिक मूल्यों का विकास करते हैं और उन्हें समाज में एक-दूसरे के साथ खड़े रहने की प्रेरणा देते हैं। इस आयोजन को सफल बनाने में शिक्षक खगेश कुमार भारती, हेमंत कुमार, लवली कुमारी, प्रकाश ऋषिदेव सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे। प्रधानाध्यापक ने सभी दानदाताओं और सहयोगियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ऐसे सामुदायिक प्रयास गांव के बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह आयोजन ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक मूल्यों को जीवंत रखने की परंपरा को दर्शाता है।
झाबुआ पुलिस ने नवंबर महीने में चलाए गए 'ऑपरेशन मुस्कान' अभियान के तहत 38 गुमशुदा नाबालिगों को सकुशल बरामद किया है। इन बच्चों को उनके माता-पिता को सौंपा गया। पुलिस के अनुसार झाबुआ पुलिस ने इस अभियान के तहत कुल 232 कार्यक्रम आयोजित किए, जिनमें लगभग 31,513 आमजन, महिलाओं और बच्चों को जागरूक किया गया। 38 नाबालिगों को पुलिस ने ढूंढा नवंबर में कुल 38 नाबालिगों को ढूंढा गया। इस साल 30 नवंबर तक कुल 214 बालक-बालिकाओं को दस्तयाब किया जा चुका है। अभियान के दौरान पुलिस ने कई पुराने और दूरस्थ मामलों को भी सफलतापूर्वक सुलझाया। राणापुर पुलिस ने 2017 से लापता एक बालिका को गुजरात के गोधरा से बरामद किया। मेघनगर पुलिस ने ग्राम पिपलखुंटा की एक नाबालिग अपहृता को अहमदाबाद, गांधीनगर से सकुशल ढूंढा। इसी तरह, पेटलावद पुलिस ने ग्राम कालीघाटी की नाबालिग अपहृता को गुजरात के सूरत से दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा। जनवरी से नवंबर तक 225 नाबालिग हुए थे लापता इस साल (1 जनवरी से 30 नवंबर तक) के आंकड़ों के अनुसार, झाबुआ जिले में कुल 225 नाबालिग गुमशुदा हुए थे, जिनमें 8 बालक और 217 बालिकाएं शामिल थीं। इनमें से 214 नाबालिगों (6 बालक और 208 बालिकाएं) को दस्तयाब किया जा चुका है। अब जिले में केवल 11 नाबालिग (2 बालक और 9 लड़कियां) के मामले लंबित हैं, जिनकी तलाश जारी है। झाबुआ पुलिस ने जिले के हर गुमशुदा बच्चे को उनके परिवारों तक सुरक्षित पहुंचाने की प्रतिबद्धता दोहराई है।
बाड़मेर विधिक सेवा प्राधिकरण की सेक्रेटरी ने आज प्राइवेट स्कूल की बाल वाहिनियों का निरीक्षण किया। डेजी डेंस स्कूल बाड़मेर की बाल वाहिनी में ओवरलोड बच्चों को देखकर सेक्रेटरी भड़क गई कहा- यह क्या जानवर है जो इस तरीके से ठूंस दिया, और कोई कमी रह गई तो और ठूंस दो। ड्राइवर से पूछा कितने बच्चे लेकर जाता है। गिनती करके बता। खाली सीट है उसमें ठूंस-ठूंस कर भर रखा है। बस के अंदर मॉडिफाइड सीटें किस खाते में लगाई है। पकड़ में आने पर बोल रहे हो हटा दोगें। जानवर से बुरी स्थिति बच्चों की है। अंदर भंयकर सपोग्रेशन है। एक-दो बच्चे बेहोश गए या गिर गए या कुछ हो गया तो कौन जिम्मेदार है। आरटीओ ने कार्रवाई करते हुए बसों समेत 18 बाल वाहिनियों को सीज किया गया। बाल वाहिनियों में डॉक्यूमेंट, मॉडिफाइड सीटें होना पाई गई है। वहीं बाल वाहिनियों में कैमरे, और जीपीएस भी नहीं लगे हुए थे। निरीक्षण के दौरान सदर थाने के एएसआई, आरटीओ इंस्पेक्टर रमेश चावड़ा मौजूद रहें। दरअसल, राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने सभी जिलों के विधिक सेवा प्राधिकरण को बाल-वाहिनियों का निरीक्षण कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए थे। इस पर बाड़मेर विधिक सेवा प्राधिकरण सेक्रेटरी और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कृष्णा गुप्ता ने पुलिस और आरटीओ टीम के साथ बुधवार को डेजी डेंस इंटरनेशनल स्कूल पहुंची। वहां पर स्कूल बाल वाहिनी बसों में ओवरलोड बच्चों को देखकर सेक्रेटरी भड़क गई। ड्राइवरों को खरी-खरी खोटी सुनाई। सेक्रेटरी का कहना है कि स्कूल प्रशासन ने गुमराह किया। कभी 4 तो कभी 6 बाल वाहिनी होना बताई लेकिन 8-10 बाल वाहिनी स्कूल में पहुंची थी। वहीं स्कूल प्रशासन ने कोई सहयोग नहीं किया। सेक्रेटरी ने कहा कि बच्चों की सिक्योरिटी से कोई लेना नहीं है केवल फीस मतलब है। आरटीओ इंसपेक्टर रमेश चावड़ा का कहना है कि- सीजेआई मैडम के साथ में डेसी डेंज इंटरनेशनल स्कूल में कार्रवाई की गई है। स्कूल के बस डॉक्यूमेंट की जांच कर रहे है। गलत पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। बसों में मॉडिफाइड किए हुए है और बच्चे क्षमता से ज्यादा बैठा रखे है। कुछ बसों के डॉक्यूमेंट पूरे नहीं है। डॉक्यूमेंट देखकर कार्रवाई की जाएगी। आगे भी कार्रवाई की जाएगी। सचिव कृष्णा गुप्ता ने बताया- स्कूल में बाल वाहिनियां होती है उसको हमने आज निरीक्षण किया है। मेरा पेंरेट्स से अपील है कि अपने बच्चें कैसे स्कूल जा रहे है बाल वाहिनियों में बैठने के लिए सीट है या नहीं। उसकी कैपेसिटी क्या है। जब कल कोई हादसा होता है तो हम रोते है। हमारे साथ यह हो गया। थोड़ा जागरूक उनको बनना चाहिए। थोड़े से 100-200 रुपए खातिर आपके बच्चों की स्थिति दयनीय हो रखी है। जानवरों की तरह ठूंस-ठूंस कर बैठाया हुआ है। एक बस या टैंपो जितनी केपिसिटी से उससे डबल बच्चों को बैठाया जा रहा है। जानवर की स्थिति है उससे भी बुरा हाल है। जब हम आए तब स्कूल प्रशासन का कहना है कि हमारी चार बसें है। उसके बाद 6 बसें बताई, जब मैंने यहां पर स्थिति देखी है तब यहां 8-10 बसें यहां पर खड़ी है जो उनके नाम से चल रही है। उसमें उसका लोगों है स्कूल का नाम है। वो कह रहे है कि हमारी नहीं है। जब उनकी नहीं है तो उनके स्कूल का नाम और लोगों कैसे लग गया। जो ड्राइवर बैठा है उसकी वर्दी पर लोगों लगा हुआ है। यह कौनसे खाते में इस तरीके से गाडियों को घुमा रहे है। ड्राइवर बहानेबाजी कर रहे है। स्कूल प्रशासन कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं है। बाहर निकल कर भी नहीं आया है। इसलिए हम इनके खिलाफ जो भी कार्रवाई होगी वो करेंगे।
झालावाड़ में नाले-सड़क से अतिक्रमण हटाया:जेसीबी चलाकर अवैध कब्जे कर बनी अस्थाई दुकानें हटाई गईं
झालावाड़ नगर परिषद के उड़न दस्ते ने बुधवार को बड़ी कार्रवाई की। शहर के नाले और सड़क मार्ग पर अवैध कब्जे कर बनाई गई अस्थाई दुकानों पर जेसीबी चलाई गई। यह कार्रवाई शहीद निर्भय सिंह सर्किल से शुरू हुई और बस स्टैंड से सुभाष कॉलोनी चौराहे तक अतिक्रमण हटाए गए। नगर परिषद की टीम ने एक दिन पहले भी अतिक्रमणकारियों को चेतावनी दी थी, लेकिन कब्जा नहीं हटाने पर बुधवार को सख्त रुख अपनाते हुए दुकानें हटवाईं। कार्यवाही के दौरान उड़न दस्ता प्रभारी चंद्रशेखर सिंह मौके पर मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि लंबे समय से नगर के प्रमुख मार्गों पर अवैध अतिक्रमण के कारण आवाजाही बाधित हो रहा था, जिसके चलते नगर परिषद को यह कार्रवाई करनी पड़ी। इस दौरान प्रशासन ने लोगों से अपील की कि वे स्वयं अवैध अतिक्रमण हटा लें, अन्यथा आगे भी इसी प्रकार की कार्रवाई जारी रहेगी। जानकारी के अनुसार, भविष्य में भी ऐसे अतिक्रमण पर नगर परिषद लगातार अभियान चलाएगी। कार्रवाई के दौरान पुलिस बल भी मौजूद रहा। हालांकि, कई जगहों पर अतिक्रमण हटाने के दौरान विरोध का भी सामना करना पड़ा।

