आजमगढ़ जिले के दौरे पर पहुंचे सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने SIR को लेकर पीडीएफ भवन में समाजवादी पार्टी के विधायकों, पदाधिकारियों के साथ बैठक की। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि हमारे पार्टी के पदाधिकारी और साथी लगातार सक्रिय है और नजर बनाए हुए हैं। SIR में हम लोग लिस्ट अप टू डेट कर लेंगे। भाजपा के लोगों का खड्यंत्र आजमगढ़ में कतई सफल नहीं होगा। कफ सिरप कांड में सरकार पर बोला हमला आजमगढ़ से सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कफ सिरप कांड पर सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि कोडिंन कफ सिरप पर रिसर्च करना चाहिए कि यह ताकत कहां से मिल रही है। जिन लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए वह लोग धमकियां दे रहे हैं आखिर ताकत कहां से मिल रही है। और यदि इतनी बात गलत है तो कोडिंन का घोटाला नहीं है तो छापी क्यों पड़ रहे हैं। इस पूरे मामले में शुद्ध रूप से किसी को बचाने की और किसी को फंसाने की साजिश चल रही है। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने सवाल करते हुए कहा कि क्या पीडीएफ परिवार में ही अपराधी दिखते हैं क्या मुख्यमंत्री की बिरादरी के लोग अपराधी नहीं हैं जिनको बचाया जा रहा है अब यह सवाल है देश और प्रदेश के सामने। आने वाले समय में देश और प्रदेश की जनता इसका फैसला करेगी। बच्चों की जान की भी परवाह नहीं कर रहे हैं पैसा लूटने और कमाने के आगे सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहां की समाजवादी पार्टी के लोग आज भी इस बात पर कायम है कि उत्तर प्रदेश के अंदर कुछ संगठित लोग बच्चों की भी जान की परवाह नहीं कर रहे हैं। पैसा लूटने और कमाने के आगे क्या यह सच नहीं है कि बच्चों की जान गई। क्या यह सच नहीं है कि यूपी से लेकर मध्य प्रदेश राजस्थान से लेकर झारखंड बंगाल से लेकर दूसरे देश के बाहर के हिस्सों तक यह बड़ा नेटवर्क फैला हुआ है। आखिर इस नेटवर्क को बचा कौन रहा है। जिस तरह की भाषा मीडिया में चल रही है मैंने इससे पहले कभी नहीं सुनी। इस तरह की भाषा। इस तरह की भाषा जो लोग बोल रहे हैं। उनके पीछे कौन है। यह वह लोग हैं जो अपने को बहुत पाक साफ कहते हैं। यह जो लोग अपने को जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं जो अपराधीकरण के खिलाफत की बात करते हैं। मुख्यमंत्री की हैसियत से आए थे या भाजपा नेता की हैसियत से 2 दिन पूर्व आजमगढ़ जिले के दौरे पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के सवाल पर सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आजमगढ़ में मुख्यमंत्री की हैसियत से आए थे कि भाजपा के नेता की हैसियत से। सपा सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जब बैठक लेते हैं तो निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को बुलाते हैं। हम लोग बहुत सौभाग्यशाली हैं कि यहां का हर निर्वाचित जनप्रतिनिधि समाजवादी है। लेकिन किसी भी निर्वाचित जनप्रतिनिधि को मुख्यमंत्री की बैठक में शामिल होने का निमंत्रण नहीं मिला है। भाजपा के कार्यकर्ताओं को संबोधित करने आए थे हो सकता है कि अधिकारियों पर कुछ दबाव बनाने आए रहे हों।
गोरखपुर के महिला जिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड के दौरान महिला से छेड़छाड़ के मामले पर लगातार कार्रवाई चल रही है। जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय टीम लगातार सच्चाई पता लगाने में लगी है। शुक्रवार और शनिवार दोनों दिन आरोपी और वादी पक्ष के साथ इसको लेकर बैठक की गई। हालांकि शनिवार को वादी पक्ष (पीड़िता) की ओर से कोई भी इस बैठक में शामिल नहीं हुआ। एस आई सी जय कुमार ने इसकी वजह पीड़िता का निजी कारण बताया। उन्होंने कहा कि कार्रवाई चल रही है। दोनों पक्षों की बात सुनी जाएगी। पीड़ित पक्ष ने सोमवार का दिया समय एस आई सी जय कुमार ने बताया कि समिति की बैठक में पीड़िता की ओर से शनिवार को निजी कारणों की वजह से कोई नहीं आया। उन लोगों ने सोमवार का समय दिया है। जांच कमेटी के सामने दोनों पक्षों की बात रखी जाएगी। पीड़िता के बयान के बाद ही कोई निर्णय लिया जा सकता है। कमेटी जो रिपोर्ट पेश करेगी उसके हिसाब से करवाई की जाएगी। फिलहाल तत्काल प्रभाव से आरोपी डॉक्टर अभिमन्यु गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद ही यह सुनिश्चित हो सकेगा कि वह ड्यूटी पर वापस लौटेंगे या नहीं। कर्मचारी बोला- ऐसे नेचर के नहीं लगते वहीं दैनिक भास्कर से बात करते हुए जिला अस्पताल के एक कर्मचारी ने बताया कि जब अभिमन्यु गुप्ता की ड्यूटी जिला अस्पताल में थी तो मैं कुछ समय उनके पास बिताता था। कभी ऐसा नहीं लगा कि वो किसी महिला के साथ ऐसा कुछ कर सकते हैं। सबकी बहुत इज्जत करते थे। लेकिन सच्चाई क्या है अब तो जांच के बाद ही पता चलेगा। हालांकि इस आरोप के बाद उनकी छवि पर दाग जरूर लगा है। महिला की जुबानी, पूरा मामला जानिए
करनाल जिला के नीलोखेड़ी कस्बे में खुले नाले ने एक बुजुर्ग की जान ले ली। मार्किट से घर लौट रहे बुजुर्ग का पैर खुले नाले में फिसल गया और वह सीधे नाले में गिर गया। हादसे के बाद आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत बुजुर्ग को बाहर निकाला और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और रात को शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रखवाया। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। मार्किट से घर जाते समय हुआ हादसा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बुजुर्ग नीलोखेड़ी की मार्किट से अपने घर की ओर जा रहा था। रास्ते में नाले के ऊपर से निकलते समय नाला खुला पड़ा होने के कारण संतुलन बिगड़ा और पैर सीधे नाले में चला गया। अचानक गिरने से बुजुर्ग को गंभीर चोटें आईं। आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया और तुरंत मदद के लिए पहुंचे। काफी मशक्कत के बाद बुजुर्ग को नाले से बाहर निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। मृतक की पहचान और वार्डवासियों का आरोप मृतक की पहचान वार्ड-1 नीलोखेड़ी निवासी 60 वर्षीय अमरजीत के रूप में हुई है। वार्डवासी एवं परिजन पवन, कुलदीप, तीर्थ पाल और अन्य लोगों का कहना है कि इलाके में नाले लंबे समय से खुले पड़े हैं। इनमें आए दिन पशु गिरते रहते हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने बताया कि जिस सड़क पर हादसा हुआ, वह काफी समय से निर्माणाधीन है। सड़क का काम नौ महीने में पूरा होना था, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी काम अधूरा है। खराब सड़क के कारण दुपहिया वाहन चालक अक्सर गिरकर चोटिल हो जाते हैं। पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई नीलोखेड़ी थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह ने बताया कि पैर फिसलने के कारण बुजुर्ग नाले में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई। रात को शव मोर्चरी हाउस करनाल भेज दिया था। आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। वहीं, वार्डवासियों ने नगरपालिका और जनप्रतिनिधियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए खुले नालों को ढकने और सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने की मांग की है।
फालतू की बात करते हो आप लोग। कोई भी अपने आप से रिश्तेदार बना लेता है। मेरा अनुरोध है कि पहले आप उसकी पुष्टि कर लें। तथ्यों की जानकारी के बाद ही बात करें। यह कहना था राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी का। गांजे की तस्करी के मामले में गिरफ्तार भाई अनिल बागरी से नगरीय विकास एवं आवास मंत्री प्रतिमा बागरी ने पल्ला झाड़ लिया है। गांजा तस्करी मामले में भाई की गिरफ्तारी के बाद वे खजुराहो में मीडिया के सवालों पर झल्ला गई थीं। पुलिस ने भाई के साथ ही मंत्री के बहनोई को भी इसी मामले में आरोपी बनाया है। दैनिक भास्कर ने इस मामले में यह जानने की कोशिश की कि आखिर एक तस्कर कैसे बहनोई बना। पढ़िए यह रिपोर्ट... सबसे पहले जान लेते हैं पूरे मामले को... सतना पुलिस के मुताबिक, अनिल बागरी पिता जय प्रताप बागरी, निवासी भरहुत नगर हरदुआ और पंकज सिंह पिता सतेंद्र सिंह, निवासी मतहा को गांजा तस्करी करते रंगे हाथ पकड़ा गया है। मामले का एक अन्य आरोपी शैलेन्द्र सिंह पिता सुरेंद्र सिंह, निवासी विराट नगर फरार है। शैलेन्द्र, अनिल बागरी का बहनोई है। एडिशनल एसपी प्रेमलाल धुर्वे ने कहा- मुखबिर की सूचना पर 7-8 दिसंबर की दरमियानी रात रामपुर बघेलान पुलिस ने मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर पर दबिश दी। घर के बाहर टीन शेड में धान की बोरियों के नीचे 4 बोरियां मिलीं। इनमें 48 पैकेट गांजा के बरामद किए गए। इसकी बाजार में कीमत 9 लाख 22 हजार 680 रुपए है। आरोपी पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने बरामद गांजा अनिल बागरी और उसके बहनोई शैलेन्द्र सिंह का बताया। पुलिस ने अनिल बागरी को गिरफ्तार किया। एनडीपीएस एक्ट की विशेष कोर्ट में दोनों आरोपियों को पेश किया गया। यहां से उन्हें 19 दिसंबर तक की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। इससे पहले 3 दिसंबर को उत्तर प्रदेश की बांदा पुलिस ने राज्यमंत्री बागरी के बहनोई शैलेंद्र सिंह को भी इसी आरोप में गिरफ्तार किया था। जानिए कौन है शैलेंद्र सिंह और कैसे बना राज्यमंत्री का बहनोई पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर शैलेन्द्र सिंह के करीबियों ने दैनिक भास्कर को तस्करी से लेकर लव मैरिज तक की पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि शैलेन्द्र सिंह सोम्मु और प्रियंका के बीच रिश्ते की कहानी प्रतिमा बागरी के विधायक और मंत्री बनने के कई सालों पहले ही शुरू हो गई थी। सतना के पन्ना रोड निवासी शैलेन्द्र सिंह कछवाह उर्फ शैलेन्द्र राजावत एक सामान्य परिवार से ताल्लुक रखता है। शैलेंद्र मिडिल क्लास फैमिली में तो जन्मा, लेकिन शुरू से ही वह शातिर दिमाग था। शैलेंद्र बड़ा हुआ तो घर पर ही उसने की-एंड का... नाम से एक रेस्टोरेंट खोला। रेस्टोरेंट को चलाने के लिए उसने अवैध शराब परोसने और बेचने का काम शुरू कर दिया। रेस्टोरेंट पर पुलिस और आबकारी ने कई बार दबिश दी, लेकिन हर बार मामला आया-गया हो गया। रेस्टोरेंट चल निकला तो शैलेंद्र शराब के पीने-पिलाने से आगे बढ़ गया। उसने शराब तस्करी का काम शुरू कर दिया। तस्करी शुरू की तो रेस्टोरेंट का काम प्रभावित होने लगा। समय नहीं दे पाने के कारण रेस्टोरेंट की कमाई में कमी आने लगी। शैलेंद्र को रेस्टोरेंट के लिए एक मैनेजर की तलाश थी। ऐसे में प्रतिमा बागरी की छोटी बहन प्रियंका बागरी एक परिचित के माध्यम से शैलेन्द्र सिंह के संपर्क में आई। प्रियंका ने मैनेजर के रूप में रेस्टोरेंट में काम शुरू किया। धीरे-धीरे पूरी तरह से उसने काम संभाल लिया। हालांकि प्रियंका और रेस्टोरेंट मालिक शैलेन्द्र के बीच धीरे-धीरे नजदीकियां बढ़ने लगीं। जल्द ही दोनों लिव इन में साथ रहने लगे। करीब एक साल तक रेस्टोरेंट चलाने के बाद उसे बंद कर दिया और कुछ महीनों बाद दोनों ने रजिस्टर्ड मैरिज कर ली। शादी के बाद शैलेन्द्र ने अपना घर छोड़ दिया और प्रियंका बागरी के साथ उमरी मोहल्ले में किराए के मकान में रहने लगा, हालांकि अवैध शराब की तस्करी उसने नहीं छोड़ी। शराब तस्करी के मामले में वह पुलिस की गिरफ्त में आया और जेल भी गया। जेल से बाहर आते ही अमीर बनने की चाहत जेल से बाहर आया, लेकिन जल्द अमीर बनने की उसकी चाहत शांत नहीं हुई। उसने जल्द पैसा कमाने के लिए शराब तस्करी का कारोबार छोड़ प्रतिबंधित नशीली कफ सिरप कोरेक्स की तस्करी का काम शुरू किया। कफ सिरप में मुनाफा ज्यादा था। यूपी से कफ सिरप की खेप लाकर उसने सतना और रीवा में खपाना शुरू कर दिया। 2023 में प्रतिमा बागरी रैगांव सीट से विधायक और फिर राज्यमंत्री बन गईं। 2024 में शहर के सर्किट हाउस के पास सिंहपुर पुलिस ने शैलेन्द्र सिंह को कोरेक्स की डिलीवरी करते दबोचा। जांच में सामने आया कि एक महीने में शैलेन्द्र ने कियोस्क सेंटर के जरिए साढ़े 5 करोड़ का ट्रांजेक्शन कफ सिरप की तस्करी में किया था। तस्करी मामले में एक बार फिर से शैलेंद्र सिंह जेल चला गया। कुछ समय बाद फिर जेल से बाहर आया तो नशीली कफ सिरप की तस्करी के साथ सूखे नशे गांजा की तस्करी की तरफ भी रुख कर लिया। अब जान लेते हैं रैगांव से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाली राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के बारे में... पूर्व मंत्री जुगलकिशोर बागरी के देहांत के बाद 2021 में रैगांव विधानसभा के उप चुनाव में 31 साल बाद भाजपा की हार हुई थी। कांग्रेस की कल्पना वर्मा के हाथों भाजपा की प्रतिमा को शिकस्त मिली थी। साल 2023 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर कल्पना और प्रतिमा आमने-सामने थीं। इस बार भाजपा ने न केवल अपना गढ़ वापस हासिल किया, बल्कि रैगांव सीट से जीत का नया इतिहास भी रच दिया था। बीजेपी की प्रतिमा बागरी ने 36060 वोटों के बड़े मार्जिन से कांग्रेस प्रत्याशी कल्पना वर्मा को हरा दिया था। पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं पूर्व पार्षद जयप्रताप बागरी की बेटी प्रतिमा बागरी तब सुर्खियों में आईं जब पहली ही बार विधायक चुने जाने के बाद पहले ही मंत्रिमंडल में उन्हें राज्यमंत्री के तौर पर शामिल किया गया। स्वागत में लगी होर्डिंग्स से शुरू हुई मंत्री की फजीहतराज्यमंत्री का पदभार संभालते ही सतना जिले में स्वागत के लिए समर्थकों द्वारा लगाई गई होर्डिंग्स की वजह से ही प्रतिमा बागरी की फजीहत शुरू हो गई थी। दरअसल, कई होर्डिंग्स में उनके बहनोई शैलेन्द्र सिंह की फोटो भी स्वागत करने वालो की फेहरिस्त में लगी थी। इसके अलावा शैलेन्द्र सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट में कई फोटो राज्यमंत्री के साथ वायरल हो रही थी। सोशल मीडिया में जब इस बात को लेकर किरकिरी होने लगी तो राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी ने सफाई देते हुए अपनी छोटी बहन प्रियंका और उसके तस्कर पति से किसी भी तरह के संबंध नहीं होने की बात कहते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया। राज्यमंत्री की भाई से भी नजदीकी की बात आई सामने राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी और उनके भाई अनिल के करीब बताते हैं कि मंत्री चाहे जितना नकारें कि उनका कोई रिश्तेदार नहीं है, लेकिन सैकड़ों ऐसे सबूत मौजूद है कि मंत्री बनने के बाद भी उनके अपने भाई, बहन और परिवार से काफी घनिष्ठता है। कई ऐसी तस्वीरें हैं, जिसने पता चलता है कि भाई अनिल बागरी और बहनोई शैलेन्द्र सिंह से उनके मधुर संबंध हैं। परिचितों का यह भी कहना है कि गांजा तस्करी में आरोपी बना भाई अनिल सार्वजनिक जीवन में बहुत खुल कर सामने नहीं आता था, लेकिन बहनोई शैलेन्द्र सिंह से उसकी काफी करीबी थी। शैलेन्द्र सिंह के सोशल मीडिया एकाउंट में कई फोटो और वीडियो हैं, जिनमें शैलेन्द्र और अनिल अक्सर साथ में पार्टियां करते और राज्यमंत्री बहन से मुलाकात करते देख जाएंगे। जीजा यूपी के बांदा जेल में बंद पूर्व जिला पंचायत सदस्य जय प्रताप बागरी की 4 संतानें हैं। सबसे बड़ा बेटा अनिल, फिर राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, तीसरे नंबर पर प्रियंका और चौथे नंबर का बेटा ऋषभ है। अभी तक की जांच में पता चला है कि अनिल बागरी अपने जीजा शैलेन्द्र सिंह के साथ मिलकर गांजा की तस्करी करता था। रामपुर बघेलान थाने में अनिल और पंकज के खिलाफ बीएनएस की धारा 8, 20, 29 एनडीपीएस एक्ट के तहत अपराध क्रमांक 1079/25 दर्ज किया गया है। रामपुर बघेलान पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है। इस मामले में फरार आरोपी शैलेन्द्र सिंह जो यूपी के बांदा जेल में मादक पदार्थ की तस्करी के ही एक और मामले में बंद है, का ट्रांजिक्ट रिमांड लेने की जल्द तैयारी कर सकती है ताकि गांजा तस्करी के नेटवर्क तक पहुंचा जा सके। जीतू पटवारी ने मांगा मंत्री का इस्तीफा पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मंत्री प्रतिमा बागरी के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा कि एमपी में नशा माफिया हावी है और राज्य ने नशे में पंजाब को भी पीछे छोड़ दिया है। पटवारी ने आरोप लगाया कि प्रतिमा बागरी का भाई नशा तस्करी में पकड़ा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार शराब से 17 हजार करोड़ का राजस्व कमा रही है और माफियाओं ने मंत्रियों के दफ्तरों तक घेरा बना लिया है। संबंधित खबर पढ़ें... मंत्री बागरी का भाई गांजा तस्करी में गिरफ्तार:5 दिन पहले बहनोई भी पकड़ाया था मध्य प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी के भाई अनिल बागरी को सतना की रामपुर बघेलान पुलिस ने गांजा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। अनिल और उसके साथी पंकज सिंह से 46 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ है। एडिशनल एसपी प्रेमलाल धुर्वे ने कहा- मुखबिर की सूचना पर 7-8 दिसंबर की दरमियानी रात रामपुर बघेलान पुलिस ने मरौहा गांव में पंकज सिंह के घर पर दबिश दी। पूरी खबर पढ़ें जीतू पटवारी ने मंत्री प्रतिमा बागरी का इस्तीफा मांगा:इंदौर में पीसीसी चीफ ने कहा- एमपी ने पंजाब को भी नशे में पीछे छोड़ा इंदौर में पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने एमपी सरकार पर हमला बोलते हुए मंत्री प्रतिमा बागरी का इस्तीफा मांगा है। पटवारी ने कहा कि जनता बीजेपी पर बार- बार भरोसा कर उन्हें चुन रही है। यह नशा माफिया की सरकार है। पहले वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा के ड्रग्स कारोबारियों के साथ फोटो आए। विश्वास सारंग का मिर्ची केस में पारिवारिक रिश्ता निकला। अब मंत्री प्रतिमा बागरी का भाई नशा तस्करी में शामिल मिला है। पूरी खबर पढ़ें
रतलाम में आयोजित जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री डॉ. विजय शाह ने लाड़ली बहना योजना को लेकर मंच से ऐसा बयान दिया, जिसे खुले तौर पर दबाव और धमकी के तौर पर देखा जा रहा है। मंत्री ने कहा कि सरकार अगर करोड़ों रुपए दे रही है, तो लाड़ली बहनों को मुख्यमंत्री का सम्मान करने आना चाहिए—और जो नहीं आएंगी, उनकी जांच पेंडिंग कर दी जाएगी। मंत्री ने पूछा— जिले में लाड़ली बहनें कितनी?बैठक के दौरान मंत्री विजय शाह ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी से जिले में लाड़ली बहनों की संख्या पूछी। अधिकारी ने बताया कि जिले में करीब ढाई लाख लाड़ली बहनें हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री को दो साल हो गए हैं। ढाई लाख में से कम से कम 50 हजार तो सम्मान करने आना चाहिए।” ‘करोड़ों दे रहे हैं, तो धन्यवाद बनता है’मंत्री ने मंच से कहा—“सरकार 1500 रुपए के हिसाब से करोड़ों रुपए दे रही है। तो दो साल में एक बार धन्यवाद तो बनता है। भोजन हम करा देंगे। जो नहीं आएंगी, फिर देखते हैं…”। इसके बाद मंत्री ने बेहद विवादास्पद बयान देते हुए कहा—“जिनके ढाई-ढाई सौ बढ़ रहे हैं, उनकी जांच करेंगे। किसी का आधार लिंक नहीं है तो जांच थोड़ी पेंडिंग कर देंगे। मतलब वो पेंडिंग हो ही जाएंगी। फिर सब आएंगी। मंत्री के बयान के बाद बैठक में मौजूद अधिकारी और जनप्रतिनिधि असहज नजर आए। लाड़ली बहना का अभी हर महीने 1500 रुपए मध्यप्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना के तहत प्रदेश की करीब 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों को हर महीने 1500 रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। यह राशि डीबीटी के जरिए सीधे बैंक खातों में ट्रांसफर होती है। सरकार ने भाईदूज के मौके पर राशि में 250 रुपए की बढ़ोतरी की थी। इससे पहले लाभार्थी महिलाओं को 1250 रुपए प्रतिमाह मिलते थे। योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा और सशक्तिकरण देना है। बैठक में दूसरा विवाद: अधिकारी की जगह मैकेनिक पहुंचा मंत्री बोले- “मजाक बना रखा है क्या? यहां से जाओ...जिला सलाहकार समिति की बैठक में उस वक्त हंगामा हो गया, जब अक्षय ऊर्जा विभाग की ओर से प्रजेंटेशन देने के लिए एक मैकेनिक को भेज दिया गया। इस पर मंत्री विजय शाह नाराज हो गए। उन्होंने मैकेनिक से कहा— “मजाक बना रखा है क्या? मंत्री और विधायक बैठे हैं और मैकेनिक भेज दिया। यहां से जाओ, मेरे मुंह से अपशब्द निकल जाएंगे।” मंत्री ने इसे विभागीय अनुशासनहीनता बताते हुए अपने पीए को मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र लिखने के निर्देश दिए। वहीं, मैकेनिक संतोष तंवर ने सफाई दी कि वह विभागीय अधिकारी के निर्देश पर ही बैठक में आया था। बाद में मंत्री ने उसे धन्यवाद देकर बैठक से बाहर भेज दिया। मंत्री विजय शाह के पुराने विवादित बयान मंत्री विजय शाह ने इंदौर के महू के रायकुंडा गांव आयोजित कार्यक्रम में भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी पर आपत्तिजनक बयान दिया था। इसमें उन्होंने कहा- जिन लोगों ने हमारी बेटियों का सिंदूर उजाड़ा था, मोदी जी ने उन्हीं की बहन भेजकर उनकी ऐसी की तैसी करा दी। इसको लेकर उन्होंने माफी मांगी। सुप्रीम कोर्ट तक केस पहुंचा। 2013 विधानसभा चुनाव से पहले विजय शाह ने झाबुआ में एक कार्यक्रम में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पत्नी साधना सिंह को लेकर अभद्र टिप्पणी कर दी थी। उस वक्त वे शिवराज सरकार में मंत्री थे। टिप्पणी पर विवाद बढ़ने के बाद उनसे पार्टी ने इस्तीफा ले लिया था। राहुल गांधी अविवाहित होने पर भी की थी टिप्पणीसितंबर 2022 में विजय शाह ने राहुल गांधी के अविवाहित होने पर टिप्पणी की थी। उन्होंने खंडवा में एक सभा में कहा था 50-55 साल की उम्र होने पर भी शादी न हो तो लोग पूछने लगते हैं कि लड़के में कुछ कमी है क्या? विद्या बालन ने रात में मिलने से मना किया तो शूटिंग रुकवाईनवंबर 2023 में बालाघाट में शूटिंग करने आई अभिनेत्री विद्या बालन से शाह ने रात में मिलने की इच्छा जाहिर की थी। इस पर विद्या बालन ने आपत्ति की थी। इसके बाद शाह ने वन विभाग के जरिए फिल्म की शूटिंग रुकवा दी। मामला राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचा तो शाह और वन विभाग को बैकफुट पर आना पड़ा।
गोरखपुर के गुलरिहा क्षेत्र में बेटे का बर्थडे मनाने के लिए पुलिस को 50 हजार रुपये के लूट की झूठी सूचना देने वाला पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के निशानदेही पर पुलिस ने लूट का 50 हजार रुपया भी बरामद कर लिया गया। शनिवार को गुलरिहा पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेजवा दिया गया।डायल 112 पर दी थी लूट की सूचना गुलरिहा क्षेत्र के जैनपुर निवासी सनोज निषाद अपने गांव के नरेश निषाद के यहां मुर्गी दाना सप्लाई का काम करता था। 11 दिसंबर को वह पल्सर बाइक से महराजगंज के श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के नगबारी में मुर्गी दाना पहुंचाने गया था। लौटते समय उसके पास 50 हजार रुपये थे। जंगल हरपुर के दलदलहवा टोला के पास पहुंचने पर सनोज निषाद ने डायल 112 पर कॉल किया। कॉल कर बोला कि दो बदमाशों ने उससे 50 हजार रुपये छीन लिए। इस सूचना पर पुलिस टीम सक्रिय हो गई। घटनास्थल के आस-पास सीसीटीवी कैमरे खंगालने लगी। सनोज निषाद ने थाने में तहरीर देकर बताया कि वह पल्सर बाइक से आ रहा था। रास्ते में अपाची बाइक सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने उससे 50 हजार रुपये छीन लिए। तहरीर के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी। कैमरे देखकर पुलिस की कड़ाई से पूछताछ पुलिस ने सनोज के बताए गए घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे खंगालना शुरू किया। इस दौरान सनोज भी पुलिस के साथ था। घटनास्थल के आस-पास लगे करीब 10 सीसीटीवी कैमरे पुलिस ने देखे। कैमरे में सनोज आते दिख रहा है। लेकिन अपाची बाइक सवार बदमाश किसी कैमरे में नहीं दिखे। तब पुलिस को सनोज पर संदेह हुआ। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में सनोज ने बताया कि मेरी डेढ़ साल पहले शादी हुई है। मेरे बेटे का 31 दिसंबर को बर्थडे है। मैंने सोचा कि 50 हजार रुपये मुझे मिल जाएंगे तो मैं बेटे का पहला बर्थडे धूमधाम से मना लूंगा। साथ ही मैंने 23 हजार रुपये कर्ज लिए हैं। उसे भी आसानी से चुका दूंगा। इसलिए लूट की झूठी कहानी रची थी। पुलिस ने शनिवार में दोपहर के समय जैनपुर टोला मोहम्मद बरवां से सनोज निषाद को गिरफ्तार कर लिया। सनोज ने बताया कि अपनी पल्सर बाइक की सीट के नीचे पैसे छिपाए हैं। पुलिस ने घटना के बाद सनोज जहां काम करता था, उसके ओनर नरेश निषाद के यहां बाइक खड़ी कराई थी। पुलिस ने बाइक की सीट खोलकर देखा तो उसमे 50 हजार रुपये भी मिल गए। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि जब उसे लगा कि वह बच नहीं पाएगा, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी और रुपये भी बरामद करा दिए। पुलिस का कहना है कि झूठी सूचना देकर पुलिस को गुमराह करना भी अपराध है, ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि लूट की झूठी सूचना देने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे लूट के पैसे भी बरामद कर लिए गए हैं। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई है।
ग्वालियर के दानाओली सराफा बाजार में दुकान बंद कर घर जा रहे व्यापारी भाइयों पर एक दर्जन से अधिक बदमाशों ने हमला कर दिया। आरोपियों ने लात-घूंसों से जमकर पीटा, जिससे एक व्यापारी बेहोश हो गया। इसके बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। घटना शनिवार रात की बताई जा रही है। होश में आने के बाद व्यापारी ने आरोप लगाया कि बदमाशों ने गल्ले से नकदी लूट ली और सोने की चेन भी छीन ले गए। उसने यह भी कहा कि इस हमले के लिए कोतवाली थाना पुलिस जिम्मेदार है। व्यापारी के अनुसार, चार दिन पहले भी आरोपियों से विवाद हुआ था और वह पिछले तीन दिनों से लगातार आवेदन लेकर थाने के चक्कर काट रहा था, लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत पर ध्यान नहीं दिया। शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र के दानाओली स्थित मनीराम का बाडा निवासी ओम प्रकाश खण्डेलवाल और दिनेश खण्डेलवाल व्यवसायी हैं। दानाओली में उनकी स्वीट्स शॉप है। शनिवार की रात ओम प्रकाश खंडेलवाल अपने भाई के साथ दुकान बंद कर घर जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी समय पास ही रहने वाला कपिल शर्मा, आलोक जैन, त्रिलोक चंद जैन, कौशल, निखिल, राजेन्द्र व राजेन्द्र का पिता और कुछ अन्य लोगों ने उनका रास्ता रोका और बेरहमी से मारपीट कर दी। हमलावर लात-घूंसों से दोनों भाइयों को पीट रहे थे। इसी समय सिर में चोट लगने से ओम प्रकाश खंडेलवाल बेहोश हो गए, जबकि उनके भाई ने पास ही पुलिस की पिंक चौकी बूथ पर छिपकर जान बचाई। मामले का पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। घायल को हॉस्पिटल पहुंचाने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी है। गल्ले के रुपए के साथ सोने की चेन लूटीव्यापारी दिनेश खंडेलवाल ने बताया कि वह अपने भाई के साथ दुकान बंद कर घर जा रहे थे, तभी आरोपियों ने हमला कर गल्ले के रुपए और सोने की चेन लूट ली। उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावर चार दिन से हमले की ताक में थे और वह लगातार पुलिस से शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोतवाली थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दोनों पक्षों के बीच कुछ दिनों से विवाद चल रहा था कोतवाली थाना पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच कुछ दिनों से विवाद चल रहा था और मारपीट हुई है। हालांकि लूट की बात व्यापारी ने कही है, लेकिन ऐसा अभी कुछ सामने नहीं आया है।
एम्स भोपाल के ट्रॉमा और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रश्मि वर्मा का मामला अब सिर्फ एक मेडिकल इमरजेंसी नहीं, बल्कि संस्थान के भीतर के प्रशासनिक दबाव, कार्यसंस्कृति और विभागीय खींचतान पर भी सवाल खड़े कर रहा है। डॉ. रश्मि ने ड्यूटी के बाद घर पर जहरीला इंजेक्शन लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसके बाद से वे एम्स में वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। ‘सीरियस मिसकंडक्ट’ का नोटिसडॉ. रश्मि वर्मा को 10 सितंबर 2025 की शाम करीब 5 बजे “सीरियस मिसकंडक्ट” शीर्षक वाला नोटिस दिया गया था। इसी नोटिस के बाद वे मानसिक रूप से बेहद परेशान बताई जा रही हैं। नोटिस और उससे जुड़े दस्तावेज सामने आने के बाद यह बहस तेज हो गई है कि क्या यह केवल प्रशासनिक कार्रवाई थी या इसके पीछे विभागीय राजनीति भी है। जवाब में बताया— नोटिस ने तोड़ दिया मनोबलडॉ. रश्मि ने अपने लिखित जवाब में कहा कि इस तरह की भाषा वाला नोटिस पीड़ादायक, अपमानजनक और मानसिक रूप से झकझोरने वाला था। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी जानबूझकर नियमों का उल्लंघन नहीं किया और नोटिस के बाद वे गहरे तनाव में चली गईं। अकादमिक लीव पर दी सफाई, स्क्रीनशॉट लगाएडॉ. रश्मि ने 25 से 27 सितंबर 2025 तक की एक कॉन्फ्रेंस के लिए ली गई अकादमिक लीव को लेकर सफाई दी। उन्होंने बताया कि 25 अगस्त को ही फैकल्टी ग्रुप में इसकी सूचना दे दी गई थी, जैसा कि विभागीय निर्देशों में है। उन्होंने दावा किया कि यह मैसेज HOD द्वारा देखा गया था, जिसके प्रमाण में उन्होंने फैकल्टी ग्रुप के स्क्रीनशॉट भी संलग्न किए। HOD से बिना अपॉइंटमेंट मिलने पर रोकइसी बीच विभाग का एक और नोटिस सामने आया, जिसमें कहा गया कि डॉ. भूपेश्वरी पटेल और डॉ. बाबूलाल को छोड़कर बाकी सभी फैकल्टी सदस्यों को अब विभागाध्यक्ष डॉ. मोहम्मद यूनुस से मिलने के लिए पहले से अपॉइंटमेंट लेना अनिवार्य होगा। अपॉइंटमेंट के लिए फैकल्टी को DEO नितेश कुमार पांडेय से संपर्क करना होगा। नोटिस में मोबाइल नंबर और ई-मेल आईडी भी जारी की गई है। व्यवस्था सुधार या दबाव बढ़ाने की रणनीति?इस आदेश के बाद विभाग में चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ फैकल्टी इसे कार्यप्रणाली सुधार बता रहे हैं, जबकि कई लोग इसे अनावश्यक नियंत्रण और मानसिक दबाव बढ़ाने वाला कदम मान रहे हैं। सवाल उठ रहा है कि जब पहले सीधा संवाद संभव था, तो अब इतनी सख्ती क्यों? वेंटिलेटर पर डॉ. रश्मि, हालत गंभीरडॉ. रश्मि वर्मा की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। बुधवार को आत्महत्या के प्रयास के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। शनिवार सुबह हालत में थोड़ा सुधार हुआ, लेकिन शाम को फिर से वेंटिलेटर सपोर्ट देना पड़ा। MRI रिपोर्ट निराशाजनक, 72 घंटे अहमइलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक, शनिवार शाम की MRI रिपोर्ट निराशाजनक है। ऐसे मामलों में 72 घंटे बाद स्थिति स्पष्ट होती है। रविवार दोपहर 12 बजे दोबारा MRI कराई जाएगी, जिसके बाद आगे की स्थिति साफ हो सकेगी। पति बोले— ड्यूटी से लौटने के बाद बेहोश मिलींडॉ. रश्मि के पति डॉ. मनमोहन शाक्य ने बताया कि गुरुवार को वे ड्यूटी से सामान्य रूप से घर लौटी थीं। घर का माहौल सामान्य था, लेकिन कुछ देर बाद वे बेहोश अवस्था में मिलीं। रात करीब 10:30 बजे उन्हें गंभीर हालत में एम्स लाया गया। पुलिस ने लिए परिजनों के बयानअवधपुरी थाना पुलिस ने पति समेत घर के अन्य सदस्यों के बयान दर्ज किए हैं। पुलिस के अनुसार, परिजनों का कहना है कि डॉ. रश्मि किसी स्पष्ट तनाव में नहीं थीं। उन्होंने यह कदम क्यों उठाया, इसका कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है। मामले से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... भोपाल एम्स की लेडी डॉक्टर ने की खुदकुशी की कोशिश भोपाल एम्स के इमरजेंसी विभाग की डॉक्टर रश्मि वर्मा ने खुदकुशी की कोशिश की है। उन्होंने घर पर ही बेहोशी की दवा का इंजेक्शन लगा लिया। पति ने देखा तो तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे। पल्स रेट और हार्टबीट लगातार गिरती देख साथी डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल सीपीआर देकर रिवाइव किया। फिलहाल उनकी स्थिति क्रिटिकल बनी हुई है। पढ़िए पूरी खबर।
ग्वालियर में बेटे के चेहरे पर मारपीट के घाव देखकर सदमे में एक पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। घटना दो दिन पहले ग्वालियर के सिरोल स्थित हुरावली तिराहा की है। घायल भी अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत नाजुक है। इस मामले में पुलिस ने हमला करने वाले सभी पांच आरोपियों को पकड़ लिया है। आरोपी दतिया से शादी में शामिल होने के लिए ग्वालियर आए थे। घायल शादी में हलवाई का काम कर अपने गांव वापस लौट रहा था। हमलावरों के एक साथी ने चौराहा पर खड़े हलवाई को गालियां देते हुए कहा था कि इतनी रात को यहां क्या कर रहा है। हलवाई ने गालियां देने से मना किया तो उसने झगड़ा शुरू कर दिया। एक कॉल कर अपने साथियों को बुला लिया था। इसके बाद पास ही खड़े एक ठेले के पाइप को निकालकर तब तक पीटा, जब तक की युवक बेहोश नहीं हो गया। शहर के सिरोल थाना स्थित हुरावली तिराहा पर मारपीट की घटना को पुलिस ने गंभीरता से लिया था, क्योंकि इस हमले में घायल युवक से जब उसके पिता ने वीडियो कॉल पर बातचीत की तो उसके घाव देखकर पिता सदमे में आ गया। जब वह उससे मिलने के लिए आ रहा था तो अचानक गिर गया और हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। पुलिस ने CCTV कैमरे के आधार पर हमलावरों की पड़ताल की तो गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर और हमलावरों की पहचान कर पांच हमलावरों की पहचान हुई थी। टीआई सिरोल गोविन्द बागोली ने बताया कि वारदात के बाद घायल युवक को उपचार के लिए भर्ती कराने के बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश में CCTV खंगाले तो पता चला कि बदमाश मोहनपुर से हस्तिनापुर की तरफ भागे हैं। पुलिस ने रूट तैयार किया तो पता चला कि बदमाश टाटा मैजिक नम्बर एमपी 07जेडए-2314 से भागे हैं। इसका पता चलते ही पुलिस ने सभी हमलावरों को पकड़ लिया है। यह हमलावर पकड़े गए हैंपुलिस ने CCTV फुटेज और गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर से पहचान करने के बाद आरोपी छुन्नू उर्फ राहुल यादव पुत्र छोटे सिंह यादव निवासी बड़ेरा, थरेट दतिया को पकड़ लिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपी छुन्नू से पूछताछ की तो पता चला कि वारदात को मोहित पुत्र लोकेन्द्र सिंह यादव, अमन यादव पुत्र राकेश सिंह यादव और अजीत यादव पुत्र रामबाबू यादव ने अंजाम दिया है। इसका पता चलते ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी और अमन यादव, अजीत यादव व मोहित यादव को पकड़ लिया गया है। ऐसे समझिए पूरा मामलाबताया गया है कि गुरुवार-शुक्रवार की रात करीब 1:30 बजे हरिज्ञान सिंह चौहान अपने भांजे धर्म सिंह चौहान के साथ गोयल वाटिका में आयोजित हुई शादी में चाट का स्टॉल लगाकर वापस अपने घर काशीपुरा उटीला जा रहा था। हुरावली तिराहे पर सवारी वाहन का इंतजार कर रहे हरिज्ञान सिंह चौहान का वहां खड़े अजीत यादव से गालियां देने पर मुंहवाद हो गया था। जब हरिज्ञान ने गालियां देने से रोका तो हमलावरों ने उस पर हमला कर दिया था। ग्वालियर एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया- युवक पर हमला करने वाले सभी आरोपियों को पकड़ लिया गया है। आरोपी दतिया से शादी में ग्वालियर आए थे। पूरा विवाद मामूली मुंहवाद पर हुआ था।
माघ मेला 2026 में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार शास्त्रीय, दार्शनिक और नई पीढ़ी में लोकप्रिय भक्ति संगीत सुनने का अवसर मिलेगा। इसी उद्देश्य से आज मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित ICCC सभागार में सभी संबंधित विभागों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में लखनऊ से संस्कृति और पर्यटन विभाग के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस बार माघ मेले के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में युवाओं के बीच लोकप्रिय नए भक्ति कलाकारों को भी मंच दिया जाएगा। मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को ऐसे कलाकारों की एक सूची तैयार करने के निर्देश दिए। ये कलाकार आधुनिक वाद्य यंत्रों के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत और लोक धुनों पर आधारित भक्ति संगीत प्रस्तुत करते हैं, जो युवाओं को विशेष रूप से आकर्षित करता है। हर वर्ष माघ मेले में एनसीजेडसीसी द्वारा लगभग 10 दिनों तक “चलो मन गंगा यमुना तीर” कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमें देशभर के पारंपरिक भक्ति संगीत और नाट्य कलाकार भाग लेते हैं। इस वर्ष इस कार्यक्रम के साथ-साथ नए भक्ति संगीत कलाकारों को भी शामिल करने की योजना बनाई गई है। मुख्य स्नान पर्वों के आसपास जिन दिनों यातायात डायवर्जन लागू रहेगा, उन दिनों को छोड़कर लगभग 30 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें से 12 दिन NCZCC द्वारा और शेष दिन संस्कृति विभाग द्वारा कार्यक्रम कराए जाएंगे। वहीं पर्यटन निगम द्वारा कलाग्राम का आयोजन किया जाएगा। बैठक में एनसीजेडसीसी के डायरेक्टर सुदेश शर्मा, लखनऊ से संस्कृति विभाग की सहायक निदेशक रेनू रंग भारती, उप मेलाधिकारी विवेक शुक्ला एवं अभिनव पाठक, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के बाद मंडलायुक्त ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए उपयुक्त मंच के चयन को लेकर परेड ग्राउंड स्थित सेक्टर-1 और अरैल स्थित सेक्टर-7 के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण भी किया।
यमुनानगर सिर कटी लाश केस, नहीं हुई शिनाख्त:पुलिस ने एक व्यक्ति को लिया हिरासत में, की जा रही पूछताछ
यमुनानगर में रविवार को प्रतापनगर के बहादुरपुर में मिली युवती की नग्न सिर कटी लाश की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है। प्रतापनगर थाना पुलिस ने इस मामले में शक के आधार पर एक बिलाल नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। थाना प्रभारी नर सिंह ने बताया कि वे युवती की शिनाख्त का प्रयास कर रहे हैं। अभी तक उसका कटा हुआ सिर भी बरामद नहीं हुआ है। इस मामले में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। अभी उससे पूछताछ के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पांच दिन बाद हुआ पोस्टमॉर्टम पांच दिन बाद शुक्रवार को सिविल अस्पताल यमुनानगर में दो डॉक्टरों के पैनल द्वारा करीब डेढ़ घंटे में शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। जिसमें रेप की पुष्टि नहीं हुई। डॉक्टरों ने बताया कि इंटरनल पार्ट्स में कोई चोट नहीं मिली और शरीर पर स्ट्रगल मार्क्स भी नहीं हैं, जिससे लगता है कि गला काटने से पहले युवती की मौत हो चुकी थी या वह बेहोश थी। विसरा और सीमन सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, रिपोर्ट 8-10 दिन में आएगी। पोस्टमॉर्टम के दौरान पुलिस ने वीडियोग्राफी कराई और बाहर सुरक्षा व्यवस्था रखी। शिनाख्त न होने पर सेवा समिति ने बगैर सिर के अज्ञात मानकर पश्चिम यमुना नहर के पास श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया। पहचान छिपाने के लिए काटा सिर पुलिस का मानना है कि हत्या कहीं और हुई और पहचान छिपाने के लिए सिर काटकर कपड़े उतारकर शव यहां फेंका गया। प्रारंभिक जांच में बाहर के इलाके के आरोपियों का हाथ संदिग्ध है, क्योंकि स्थानीय स्तर पर ऐसी किसी युवती के लापता होने की रिपोर्ट नहीं है। तीन पुलिस टीमें अलग-अलग दिशाओं में जांच कर रही हैं। हाईवे के पेट्रोल पंप, बस स्टैंड और दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। सीन ऑफ क्राइम टीम ने साक्ष्य जुटाए और खोजी कुत्ते की मदद ली, लेकिन ठोस सुराग नहीं मिला। हिरासत में लिए व्यक्ति से पूछताछ में हो सकता है खुलासा वारदात रविवार दोपहर करीब 12 बजे नर्सरी संचालक परमजीत सिंह द्वारा शव देखे जाने पर सामने आई। हाईवे से मात्र 100 मीटर दूर कलेसर नेशनल पार्क और उत्तर प्रदेश सीमा के पास होने से यह जगह शव ठिकाने लगाने के लिए सुविधाजनक मानी जा रही है। इलाके में दहशत का माहौल है और पुलिस जल्द खुलासा करने का दावा कर रही है। हिरासत में लिए गए बिलाल से पूछताछ के बाद ही मामले में आगे की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस हर एंगल से जांच जारी रखे हुए है।
आगरा पुलिस लाइन में शनिवार की रात एक युवक ने फंदे पर लटक कर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान अभिषेक यादव (22) के रूप में हुई है, जो कन्नौज का रहने वाला था। अभिषेक के पिता विनोद यादव पुलिस लाइन में घुड़सवार सिपाही हैं और पुलिस लाइन में बने क्वार्टर में रहते हैं। परिवार कुछ दिन पहले ही कन्नौज में परिवार की शादी में शामिल होने के लिए गया था, लेकिन दिल्ली पुलिस के एग्जाम की वजह से अभिषेक शुक्रवार को परिवार को छोड़ आगरा आ गए थे। अभिषेक दिल्ली पुलिस की तैयारी कर रहा था और छलेसर कैंपस से बीपी.एड कर रहा था। वह स्पोर्ट्स को काफी पसंद करता था। अभिषेक के दोस्त ने बताया- अंकल ने अभिषेक को फोन किया था। लेकिन उसने फोन नहीं उठाया। 2 घंटे तक बैक कॉल का भी इंतजार किया, लेकिन बैक कॉल नहीं आया। इसके बाद उन्होंने अभिषेक के दोस्तों को फोन किया और कहा कि अभिषेक फोन नहीं उठा रहा है, उसके पास जाकर मेरी बात करा दो। जब दोस्त घर पर पहुंचे तो उन्होंने अभिषेक को फंदे पर लटका देखा। पुलिस लाइन में चीख पुकार मच गई और पड़ोसी इकट्ठा हो गए। सूचना उनके परिवार को दी गई, जो कन्नौज से आगरा के लिए निकल चुका है। अभिषेक के परिवार में माता-पिता और एक छोटा भाई अनुराग यादव है। मौके पर पहुंची पुलिस ने अभिषेक को फंदे से उतार कर नीचे रखा है और परिवार के आने का इंतजार कर रही है। अभिषेक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बुलेट ने साइकिल सवार को 20 मीटर तक घसीटा, मौत:मैनपुरी में भीषण हादसे का CCTV फुटेज सामने आया
मैनपुरी शहर में सड़क हादसे का एक भयावह चेहरा सामने आया है। 11 दिसंबर की रात ईशन नदी पुल से उतरकर टीवीएस बाइक शोरूम के सामने हुए भीषण सड़क हादसे का सीसीटीवी फुटेज अब सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि तेज रफ्तार बुलेट बाइक चालक ने साइकिल सवार युवक को जोरदार टक्कर मारी। टक्कर के बाद युवक को करीब 20 मीटर तक सड़क पर घसीटते हुए ले जाया गया। हादसे के बाद बुलेट चालक भी बाइक सहित सड़क किनारे गिर पड़ा, जबकि साइकिल सवार युवक बीच सड़क पर लहूलुहान हालत में पड़ा रहा। मृतक की पहचान थाना भोगांव क्षेत्र के ग्राम दिवरन चौधरी निवासी बिंदु के रूप में हुई है। बताया गया कि बिंदु रोज की तरह देर शाम शहर में दूध बांटने के बाद अपनी साइकिल से गांव लौट रहे थे। इसी दौरान बुलेट बाइक संख्या यूपी 84 एएल 8251 के चालक ने लापरवाही और तेज रफ्तार में उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बिंदु को करीब 20 मीटर तक सड़क पर घसीटना पड़ा, जिससे उनकी मौके पर ही मृत्यु हो गई। हादसे के बाद आरोपी बाइक चालक अपनी बाइक घटनास्थल पर छोड़कर फरार हो गया। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि आरोपी को बचाने की कोशिश की गई। अब पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद यह वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने जांच तेज कर दी है। पुलिस का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश की जा रही है और जल्द ही उसे गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जम्मू-कश्मीर: पुंछ में 105 फीट ऊंचे तिरंगे की रखी गई नींव, बनवत व्यू पॉइंट बनेगा देशभक्ति का केंद्र
जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती पुंछ जिले में गर्व, एकता और राष्ट्रीय भावना को सशक्त रूप से दर्शाने वाला एक भावुक और प्रतीकात्मक समारोह आयोजित किया गया
सीतामढ़ी में महिला थाना में रिश्वतखोरी का एक गंभीर मामला सामने आने से जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए महिला थाना में तैनात एक होमगार्ड जवान को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद न केवल थाना परिसर बल्कि पूरे जिले में पुलिस की कार्यशैली को लेकर सवाल उठने लगे हैं। पीड़ित महिला से मांगी जा रही थी रिश्वत सूत्रों के अनुसार, एक पीड़ित महिला अपने मामले को लेकर महिला थाना पहुंची थी। आरोप है कि उसके केस में मदद करने और कार्रवाई में राहत दिलाने के नाम पर महिला थाना में तैनात होमगार्ड जवान द्वारा उससे 15 हजार रुपये की रिश्वत की मांग की जा रही थी। लगातार दबाव और मांग से परेशान पीड़िता ने मामले की शिकायत सीधे विजिलेंस विभाग से कर दी। शिकायत के बाद विजिलेंस ने बिछाया जाल पीड़िता की लिखित शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस विभाग ने पहले पूरे मामले की गोपनीय जांच कराई। आरोपों की पुष्टि होने के बाद विजिलेंस टीम ने पूरी रणनीति के तहत जाल बिछाया। तय योजना के अनुसार पीड़िता को रिश्वत की रकम के साथ महिला थाना बुलाया गया। जैसे ही आरोपी होमगार्ड जवान ने पीड़िता से रुपये लिए, विजिलेंस टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। थाना परिसर में मची अफरा-तफरी विजिलेंस की अचानक कार्रवाई से महिला थाना परिसर में अफरा-तफरी मच गई। पुलिसकर्मी और वहां मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही टीम आरोपी जवान को अपने कब्जे में ले चुकी थी। रिश्वत की रकम भी मौके से बरामद कर ली गई। इस पूरी कार्रवाई के दौरान थाना परिसर में तनावपूर्ण माहौल बना रहा। अपर थानाध्यक्ष मौके से फरार इस कार्रवाई के दौरान एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया। महिला थाना की अपर थानाध्यक्ष रचिता भारती विजिलेंस की दबिश के दौरान मौके से फरार हो गईं। बताया जा रहा है कि विजिलेंस टीम ने उन्हें पकड़ने के लिए थाना परिसर और आसपास के इलाकों में करीब दो घंटे तक छापेमारी की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिल सका। अपर थानाध्यक्ष के फरार होने से मामले की गंभीरता और बढ़ गई है। पूरे नेटवर्क की जांच में जुटी विजिलेंस गिरफ्तार होमगार्ड जवान से विजिलेंस टीम गहन पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी यह पता लगाने में जुटी है कि रिश्वतखोरी के इस मामले में और कौन-कौन लोग शामिल हैं। शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि मामला केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं हो सकता, बल्कि इसके पीछे एक संगठित नेटवर्क भी सक्रिय हो सकता है। पुलिस महकमे में मचा हड़कंप महिला थाना जैसी संवेदनशील इकाई में रिश्वतखोरी का मामला सामने आने से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। जिले के वरीय अधिकारियों ने पूरे मामले की रिपोर्ट तलब कर ली है। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि जांच में जो भी दोषी पाए जाएं, उनके खिलाफ सख्त विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाए। महिला थाना की साख पर उठे सवाल महिला थाना को महिलाओं की सुरक्षा, न्याय और भरोसे का केंद्र माना जाता है। ऐसे में इसी थाना में रिश्वतखोरी का मामला सामने आना आम लोगों, खासकर महिलाओं के भरोसे को गहरा आघात पहुंचाने वाला है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि महिला थाना में ही पीड़ितों से पैसे की मांग होगी, तो आम लोग न्याय की उम्मीद कहां से करेंगे। भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई का भरोसा उच्च अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विजिलेंस की यह कार्रवाई एक कड़ा संदेश है कि कानून के रखवाले यदि कानून तोड़ेंगे, तो उन पर भी उतनी ही सख्ती होगी। फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है और आगे और भी बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।
सुपौल के होनहार क्रिकेट खिलाड़ी शशि शेखर ने अंडर-14 क्रिकेट में जोनल लेवल तक पहुंचकर जिले का नाम रोशन किया है। उनके चयन की खबर सामने आते ही जिले के क्रिकेट प्रेमियों, खेलप्रेमियों और शुभचिंतकों में खुशी की लहर दौड़ गई। शनिवार शाम करीब 6 बजे जैसे ही यह सूचना मिली, शशि शेखर को बधाई देने वालों का तांता लग गया। यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे सुपौल जिले के लिए गर्व का विषय बन गई है। जिले के होनहार खिलाड़ी ने रचा इतिहास बताया जाता है कि सुपौल के लाल शशि शेखर वर्तमान में वॉरियर्स क्रिकेट अकादमी में नियमित प्रशिक्षण ले रहे हैं। कम उम्र में ही क्रिकेट के प्रति उनका जुनून और अनुशासन उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग पहचान दिलाता है। लंबे समय से लगातार अभ्यास और कठिन परिश्रम के बल पर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है। जिले से जोनल लेवल अंडर-14 क्रिकेट में चयन होना अपने आप में बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। डिस्ट्रिक्ट लेवल में शानदार प्रदर्शन शशि शेखर ने डिस्ट्रिक्ट लेवल अंडर-14 क्रिकेट प्रतियोगिता में अपने शानदार प्रदर्शन से चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने एक मैच में महज 13 गेंदों में 23 रनों की तेजतर्रार पारी खेलकर अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया। उनकी इस आक्रामक और आत्मविश्वास से भरी पारी को उनके अब तक के करियर का बेहतरीन प्रदर्शन माना जा रहा है। इसी प्रदर्शन के आधार पर उनका चयन जोनल लेवल के लिए किया गया। क्रिकेट प्रेमियों में खुशी का माहौल शशि शेखर के चयन की खबर फैलते ही सुपौल जिले में खुशी का माहौल बन गया। स्थानीय क्रिकेट प्रेमी, खिलाड़ी और खेल से जुड़े लोग इसे जिले के लिए बड़ी उपलब्धि बता रहे हैं। लोगों का कहना है कि सीमित संसाधनों के बावजूद यदि खिलाड़ी मेहनत और लगन से अभ्यास करें, तो बड़े मंच तक पहुंचना संभव है। शशि शेखर की सफलता अन्य युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन रही है। भाजपा जिला मंत्री ने जताया गर्व क्रिकेट प्रेमी सह भाजपा जिला मंत्री महेश देव ने शशि शेखर के चयन पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि डिस्ट्रिक्ट लेवल पर उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर ही उनका चयन जोनल लेवल अंडर-14 क्रिकेट के लिए हुआ है। उन्होंने कहा कि यह सुपौल जिले के लिए गर्व की बात है कि यहां के खिलाड़ी अब राज्य और जोनल स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं।महेश देव ने शशि शेखर को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यदि उन्हें इसी तरह का सहयोग और मार्गदर्शन मिलता रहा, तो आने वाले समय में वे जिले और राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर भी रोशन कर सकते हैं। कोच ने बताया मेहनत और अनुशासन का परिणाम वॉरियर्स क्रिकेट अकादमी के प्रशिक्षक ऐश्वर्या सिंह ने शशि शेखर की उपलब्धि को उनकी मेहनत और अनुशासन का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि शशि शेखर शुरू से ही एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी रहे हैं। अभ्यास के दौरान उनकी तकनीक, फिटनेस और खेल के प्रति समर्पण हमेशा देखने लायक रहा है। कोच के अनुसार, शशि शेखर सीखने के लिए हमेशा उत्सुक रहते हैं और हर अभ्यास सत्र को गंभीरता से लेते हैं, यही कारण है कि वे कम उम्र में ही आगे बढ़ रहे हैं। 15 दिसंबर को बेगूसराय में होगा जोनल मुकाबला गौरतलब है कि शशि शेखर का जोनल लेवल अंडर-14 क्रिकेट मैच आगामी 15 दिसंबर को बेगूसराय में खेला जाएगा। इस मुकाबले को लेकर जिले के खेलप्रेमियों में उत्साह बना हुआ है। सभी को उम्मीद है कि शशि शेखर अपने शानदार प्रदर्शन से जोनल स्तर पर भी छाप छोड़ेंगे और आगे राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचने का रास्ता मजबूत करेंगे। युवाओं के लिए बनी प्रेरणा शशि शेखर की यह सफलता सुपौल जिले के उन तमाम बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं। उनकी उपलब्धि यह संदेश देती है कि सही मार्गदर्शन, नियमित अभ्यास और आत्मविश्वास के साथ छोटे जिले से निकलकर भी बड़े मंच तक पहुंचा जा सकता है।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी जो मूल रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, उनका एक खास रिश्ता पश्चिम से भी है। उनकी बेटी का ससुराल मेरठ में है, मेरठ के एक व्यापारी और अखिल भारतीय कुर्मी महासभा के राष्ट्रीय मंत्री उमेश कुमार पटेल उनके समधी हैं। हालांकि प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले भी वह कई बार मेरठ आ चुके हैं, लेकिन जब से लोगों को यह पता चला है कि प्रदेश अध्यक्ष के लिए पंकज चौधरी का नाम नियुक्त हुआ है। मेरठ में भी उनके समधी उमेश कुमार पटेल के पास बधाई देने वालों के फोन आ रहे हैं। इसके साथ ही परिवार में भी एक अलग ही खुशी का माहौल है । पश्चिम से लगाव बरकरार जहां एक और प्रदेश अध्यक्ष के पद से भूपेंद्र चौधरी के हटने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा था कि पूर्वी क्षेत्र के व्यक्ति को इस पद की कमान देने से पश्चिम से सरकार का लगाव कम होता दिख रहा है तो पार्टी द्वारा पंकज चौधरी को इस पद के लिए चुने जाने के बाद और मेरठ में उनका मेरठ में उनकी बेटी की शादी हुए रहना और वह वर्तमान में मेरठ में ही रहना इस बात का प्रतीत करता है कि पार्टी द्वारा है निर्णय बहुत सोच समझ कर लिया गया है। जल्द ही बुलाएंगे मेरठ पंकज चौधरी के समधी उमेश कुमार पटेल ने कहा कि पंकज जी मेरठ आते रहते हैं अगर वह मेरठ से होकर कहीं आगे भी जाते हैं या आसपास के इलाकों में भी आते हैं तब भी वह मेरठ हमारे आवास पर जरूर रख कर जाते हैं। क्योंकि अब वह प्रदेश अध्यक्ष बन गए हैं इसके बाद हमने उनको बधाई तो दी है लेकिन जल्द ही हम उनको मेरठ बुलाकर उनका एक भव्य स्वागत भी करेंगे जिसमें हम अपने सभी सगे संबंधियों को बुलाएंगे परिवार के साथ खाना खाना बेहद पसंद उमेश कुमार ने बताया कि उनका परिवार के साथ बैठना बहुत पसंद है, जब भी वह आते हैं तो खास तौर पर अपने दामाद और अपने नाती के साथ जरूर समय व्यतीत करते हैं। हमारे पड़ोस में रहने वाले लोग भी उनसे भली भांति परिचय थे बेहद जमीनी जुड़ाव होने के कारण वह हमेशा सबके साथ खड़े रहते हैंबधाई देने वालों के आ रहे फोन उमेश कुमार ने बताया कि चाहे डॉक्टर लॉबी में हो या राजनीतिक में जिन लोगों से भी उनका परिचय है और जिनको यह मालूम है कि पंकज चौधरी उनके समधी हैं सुबह से ही उनके बधाई संदेश देने के लिए फोन आ रहे हैं और वह सभी कह रहे हैं कि एक बार पंकज जी को मेरठ जरूर बुलाए हम भी उनका स्वागत करेंगे।
मेरठ के सदर बाजार थाना क्षेत्र में एक पिता अपनी गूंगी बेटी को सड़क पर छोड़कर फरार हो गया। असहाय महिला सड़क किनारे बैठी रोती रही, जिसे देखकर राहगीर रुक गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि महिला काफी देर तक सड़क किनारे बैठी थी। वह गूंगी होने के कारण अपनी बात कह नहीं पा रही थी। लोगों ने उससे इशारों में उसके परिवार और पते के बारे में पूछा, लेकिन वह कोई जानकारी नहीं दे पाई। राहगीरों ने महिला को पानी पिलाया और खाना खिलाया। महिला ने इशारों में बताया कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है और उसका कोई सहारा नहीं था, इसलिए उसके पिता उसे छोड़कर चले गए। इसके बाद लोगों ने तत्काल डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को सुरक्षित स्थान पर ले गई। पुलिस अब महिला के परिजनों का पता लगाने का प्रयास कर रही है, ताकि उसे उनके सुपुर्द किया जा सके। महिला अभी भी इशारों में कुछ बताने की कोशिश कर रही है। पुलिस ने महिला के परिजनों की तलाश शुरू कर दी है।
मऊ के एसपी इलामारन जी ने साइबर अपराधों की रोकथाम और निस्तारण के लिए पुलिस लाइन में बैठक की। बैठक में साइबर नोडल अधिकारी, साइबर थाना और साइबर सेल के अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ जनपद के सभी थानों के साइबर हेल्प डेस्क के अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे। पुलिस अधीक्षक इलामारन जी ने आम जनता को साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए महत्वपूर्ण सलाह दी। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन ठगी का शिकार होने पर तत्काल साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराएं। एसपी ने अनजान लिंक पर क्लिक न करने और किसी के साथ भी अपना ओटीपी साझा न करने की भी सख्त हिदायत दी। बैठक का मुख्य उद्देश्य साइबर अपराध से संबंधित मामलों का शीघ्र निपटारा सुनिश्चित करना था। इसमें पंजीकृत मुकदमों की विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलन और आगे की कानूनी कार्यवाही पर विशेष बल दिया गया।मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के अनुरूप, उपस्थित अधिकारियों को साइबर अपराध के मामलों में साक्ष्य संकलन और विवेचनात्मक कार्यवाही के लिए विस्तृत प्रशिक्षण भी दिया गया। पुलिस अधीक्षक ने साइबर अपराध को इंटरनेट और कंप्यूटर के अवैध उपयोग के रूप में परिभाषित किया। उन्होंने बताया कि तकनीकी प्रगति के साथ अपराधी भी नए-नए तरीके अपना रहे हैं। मोबाइल और इंटरनेट बैंकिंग के बढ़ते उपयोग के कारण जानकारी के अभाव में कई लोग इन अपराधों का शिकार हो जाते हैं। पुलिस आम जनता को साइबर अपराध से बचाव और सावधानियों के बारे में जागरूक करने के लिए समय-समय पर स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर कार्यशालाएं आयोजित करती है। बैठक के दौरान डिजिटल अरेस्ट, फेक कॉल, वीडियो कॉल, सिम स्वैपिंग, लोन फ्रॉड और ओटीपी/पिन फ्रॉड जैसे विभिन्न इंटरनेट-आधारित अपराधों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक के अंत में, आरक्षी अमरनाथ मिश्र ने साइबर सेल द्वारा उपयोग किए जा रहे विभिन्न महत्वपूर्ण पोर्टलों की जानकारी दी। इनमें एनसीआरपी पोर्टल, समन्वय पोर्टल, मोबाइल नंबर ब्लॉकिंग, आईएमईआई ब्लॉकिंग, साइबर सलावरी, पीओएस एजेंट, साइबर जागरूकता अभियान, सहयोग पोर्टल और साइट्रेन प्रशिक्षण (ऑनलाइन) जैसे प्लेटफॉर्म शामिल हैं, जो साइबर अपराधों से निपटने में सहायक हैं।
गोविंद नगर में गुरुवार रात रेप पीड़िता के घर आग आरोपी के बड़े भाई ने ही लगाई थी। सीसीटीवी कैमरों की जांच में आरोपी की पुष्टि हुई, जिसके बाद पुलिस ने शनिवार को जेल में बंद आरोपी सुमित वर्मा के भाई ऋतिक वर्मा उर्फ पप्पू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। किशोरी से रेप कर वीडियो वायरल किया था गोविंद नगर निवासी किशोरी का इलाके के सुमित वर्मा ने रेप के बाद उसका वीडियो बनाया था। विरोध पर वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। मामले की जानकारी होने पर परिजनों ने विरोध किया तो आरोपी युवक के घर वाले उग्र हो गए थे। पुलिस से शिकायत के बाद आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर उसे जेल भेजा गया था। कोर्ट ने उसकी जमानत की याचिका भी खारिज कर दी थी। 75 दिनों से वह जेल में ही है। इसके बाद से आरोपी युवक के परिवार वाले धमका कर समझौते का दबाव बना रहे हैं। किशोरी की मां के मुताबिक, गुरुवार रात करीब पौने बारह बजे परिवार के सभी सदस्य सो रहे थे, जबकि किशोरी बाहर के कमरे में सो रही थी। तभी आरोपी युवक का बड़ा भाई ऋतिक वर्मा उर्फ पप्पू पहुंचा और बोतल में पेट्रोल ले जाकर गेट से अंदर की छिड़क कर आग लगा दी। CCTV से हुई थी पहचान लपटें उठती देख परिजन बाहर निकलने के लिए भागे तो मेन गेट बाहर से बंद मिला। शोर गुल सुन पड़ोसी निकले और गेट खोलने के बाद पानी डालकर आग बुझाई। शुक्रवार सुबह घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे चेक किए तो आरोपी के भाई की कद काठी का एक युवक घर की ओर जाते फिर भागते हुए कैद हुआ। गोविंद नगर कार्यवाहक थाना प्रभारी अभय प्रताप सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी के भाई ऋतिक वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
संतोष वर्मा पर कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन:SC, ST, OBC समाज ने सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी
ग्वालियर में आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ कथित अवैधानिक कार्रवाई को लेकर एससी, एसटी, ओबीसी समाज ने विरोध प्रदर्शन किया। शनिवार को सामाजिक संगठनों के संयुक्त मोर्चे के बैनर तले कलेक्टर कार्यालय पर यह प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने एसडीएम अतुल सिंह को मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसमें संतोष वर्मा के खिलाफ की गई कार्रवाई को तत्काल वापस लेने की मांग की गई। इस प्रदर्शन में ओबीसी महासभा, जयस, सर्व दलित एकता मंच, आदिवासी समाज संघ सहित एससी, एसटी, ओबीसी समाज संयुक्त मोर्चा के कई संगठन शामिल थे। संगठनों का आरोप है कि आदिवासी समाज से आने वाले ईमानदार अधिकारी संतोष वर्मा को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि यह कार्रवाई सरकार की संकुचित मानसिकता को दर्शाती है और वंचित वर्ग की आवाज दबाने का प्रयास है। एडवोकेट विश्वजीत रातोनिया ने बताया कि संबंधित अधिकारी के माफी मांगने के बावजूद उनके खिलाफ द्वेषपूर्ण कार्रवाई की जा रही है। संगठनों ने जानकारी दी कि 23 नवंबर को अजाक्स अधिवेशन के दौरान संतोष वर्मा ने सामाजिक समरसता, जाति उन्मूलन, रोटी-बेटी के संबंध, हिंदू एकता और संविधान को सर्वोपरि रखने जैसे विषयों पर विचार व्यक्त किए थे। आरोप है कि समाज विरोधी तत्वों ने उनके भाषण की मात्र 7 सेकेंड की वीडियो क्लिप को तोड़-मरोड़ कर वायरल किया। इसी आधार पर बिना निष्पक्ष जांच के सरकार ने उन्हें नोटिस जारी कर दिया। संगठनों ने इसे संविधान, न्याय और आदिवासी सम्मान पर सीधा हमला बताया। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के समक्ष 9 प्रमुख मांगें रखीं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं और संतोष वर्मा के खिलाफ कार्रवाई वापस नहीं ली गई, तो वे सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे।
कटिहार में गॉलब्लैडर ऑपरेशन के बाद मरीज की मौत:परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही और ठगी का आरोप लगाया
कटिहार में इलाज के नाम पर लापरवाही और कथित ठगी का एक गंभीर मामला कटिहार जिले से सामने आया है। गालब्लेडर ऑपरेशन के बाद लगातार बिगड़ती हालत और तीन बार ऑपरेशन के बावजूद 38 वर्षीय प्रकाश चौधरी की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि निजी क्लिनिक में गलत इलाज और लापरवाही के कारण उनकी जान चली गई। इस इलाज में परिवार ने करीब 5 से 6 लाख रुपये खर्च किए, यहां तक कि जमीन तक बेचनी पड़ी, लेकिन अंत में हाथ सिर्फ दर्द और पीड़ा ही लगी। गालब्लेडर ऑपरेशन से शुरू हुई परेशानी मृतक प्रकाश चौधरी आजमनगर प्रखंड के बेरिया गांव के रहने वाले थे। उनकी पत्नी निर्मला देवी ने बताया कि उनका मायका कटिहार शहर के हवाई अड्डा इलाके में है। इसी कारण अप्रैल महीने में उन्होंने अपने पति का गालब्लेडर ऑपरेशन नगर निगम क्षेत्र के शरीफगंज स्थित विश्वास हेल्थ क्लिनिक में कराया। ऑपरेशन डॉक्टर मोहम्मद आरिफ ने किया था।परिजनों के अनुसार, ऑपरेशन के बाद से ही प्रकाश चौधरी की तबीयत लगातार बिगड़ने लगी। उन्हें पीलिया (जॉन्डिस) की शिकायत बढ़ती चली गई, लेकिन इसके बावजूद क्लिनिक स्तर पर कोई प्रभावी इलाज नहीं किया गया। शिकायत के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर परिजनों का कहना है कि जब उन्होंने मरीज की बिगड़ती हालत को लेकर डॉक्टर आरिफ से बार-बार शिकायत की, तब जाकर उन्हें कटिहार मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। मेडिकल कॉलेज में जांच के बाद सामने आया कि पहले ऑपरेशन के दौरान पेट के अंदर एक नस दब गई थी, जिसके कारण स्थिति गंभीर होती चली गई।परिजनों का आरोप है कि यदि समय रहते सही इलाज होता, तो शायद प्रकाश चौधरी की जान बचाई जा सकती थी। दो और ऑपरेशन, फिर भी नहीं बची जान स्थिति को सुधारने के लिए 19 नवंबर को कटिहार मेडिकल कॉलेज में दूसरा ऑपरेशन किया गया। इसके बावजूद मरीज की हालत में कोई खास सुधार नहीं हुआ। निर्मला देवी का आरोप है कि उनकी मिन्नतों और आशंकाओं के बावजूद 9 दिसंबर को तीसरा ऑपरेशन भी कर दिया गया। लगातार ऑपरेशन और कमजोर होती हालत के बीच आखिरकार शनिवार को इलाज के दौरान प्रकाश चौधरी की मौत हो गई। इस घटना के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। 6 लाख खर्च, जमीन बेचनी पड़ी मृतक की पत्नी ने बताया कि अप्रैल से दिसंबर तक इलाज के नाम पर करीब 5 से 6 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं। पति के इलाज के लिए उन्होंने अपनी जमीन तक बेच दी। इसके बावजूद गलत इलाज और लापरवाही के कारण परिवार ने अपने एकमात्र सहारे को खो दिया। प्रकाश चौधरी परिवार के एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे। उनके पीछे तीन नाबालिग बच्चे-एक बेटी और दो बेटे रह गए हैं, जिनके भविष्य को लेकर परिवार गहरे संकट में है। शव लेकर क्लिनिक पहुंचे गुस्साए परिजन मौत के बाद शनिवार शाम गुस्साए परिजन प्रकाश चौधरी का शव लेकर विश्वास हेल्थ क्लिनिक पहुंचे और डॉक्टर मोहम्मद आरिफ से जवाब मांगने लगे। क्लिनिक परिसर में कुछ देर के लिए तनावपूर्ण माहौल बन गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि डॉक्टर की लापरवाही और गलत इलाज ने उनके परिवार को तबाह कर दिया। प्रशासन से न्याय की गुहार परिजनों ने जिला प्रशासन से दोषी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि यदि इस तरह के मामलों में सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो निजी क्लीनिकों की मनमानी से आम लोगों की जान जाती रहेगी।खबर लिखे जाने तक प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई या आधिकारिक बयान सामने नहीं आया था। यह मामला एक बार फिर निजी क्लीनिकों में इलाज की गुणवत्ता, निगरानी व्यवस्था और मरीजों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
जनपद न्यायालय परिसर में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जनपद न्यायाधीश रामसलीन सिंह ने इसकी अध्यक्षता की। इस दौरान कुल 94,693 वादों का निस्तारण किया गया और लगभग 29 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया। प्रशासनिक न्यायाधीश नंद प्रभा शुक्ला ने दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का महत्व राष्ट्रीय पर्व के समान है। उनका प्रयास था कि अधिक से अधिक वादकारियों को लाभ मिले और उनके मामलों का विधिनुसार निस्तारण हो। राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकार के मामलों का सुलह-समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया। इनमें आपराधिक शमनीय वाद, धारा-138 एनआई एक्ट के वाद, बैंक वसूली वाद, मोटर दुर्घटना प्रतिकर याचिकाएं, पारिवारिक वाद, श्रम वाद, भूमि अधिग्रहण वाद, विद्युत एवं जल बिल से संबंधित विवाद (गैर-समझौता योग्य को छोड़कर), वेतन एवं भत्तों से संबंधित सेवा विवाद, सेवानिवृत्तिक लाभों से संबंधित विवाद, राजस्व वाद (उच्च न्यायालय एवं जिला न्यायालयों में लंबित) और अन्य सिविल वाद (किराया, मुख्तारनामा, विशिष्ट अनुतोष) शामिल थे। प्री-लिटिगेशन मामलों को भी निपटाया गया। न्यायमूर्ति नंद प्रभा शुक्ला ने न्यायालयों और बैंकों द्वारा लगाए गए स्टालों का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां उपस्थित बैंक प्रतिनिधियों का उत्साहवर्धन किया और उनसे अधिक से अधिक लोगों को लाभ देकर मामलों का निस्तारण करने का आह्वान किया। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों द्वारा कुल 3,870 मामलों का निस्तारण किया गया। इनमें जनपद एवं सत्र न्यायालय में रामसुलीन सिंह द्वारा तीन वाद, एमएसीटी कोर्ट में अशोक कुमार द्वारा 54, स्थायी लोक अदालत में नरेंद्र बहादुर प्रसाद द्वारा तीन, जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग में एक, विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) अमित वीर सिंह द्वारा दो, जितेंद्र कुमार द्विवेदी की अदालत में 93, विशेष न्यायाधीश (एससी-एसटी) आबिद शमीम की अदालत में 13, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आलोक यादव की अदालत में 2,597, सिविल जज सी.डि./एफ.टीसी राहुल की अदालत में 229 और सिविल जज जू.डि. यादवेन्द्र सिंह के न्यायालय में 88 मामले शामिल थे।
सोनभद्र पहुंचीं खनिज निदेशक माला श्रीवास्तव:बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र का दौरा, समस्याओं पर चर्चा
खनिज विभाग की निदेशक माला श्रीवास्तव ने शनिवार को जनपद सोनभद्र का दौरा कर बिल्ली-मारकुंडी पत्थर खनन क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खनन से जुड़े स्थानीय व्यापारियों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं। सर्किट हाउस में जिलाधिकारी बद्रीनाथ सिंह ने उनका स्वागत किया। सर्किट हाउस से निकलकर निदेशक ने बिल्ली-मारकुंडी क्षेत्र की पत्थर खदानों का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय जिलाधिकारी, खनिज अधिकारी सहित विभाग के अन्य अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। गौरतलब है कि 15 नवंबर को बिल्ली-मारकुंडी क्षेत्र की एक खदान में चट्टान गिरने से सात मजदूरों की मौत हो गई थी, जिसके बाद DGMS के आदेश पर क्षेत्र की करीब 37 पत्थर खदानें बंद कर दी गई हैं। खदानें बंद होने से परेशान व्यापारियों ने निदेशक से मुलाकात कर जल्द खनन शुरू कराने की मांग रखी। निदेशक माला श्रीवास्तव ने सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए DGMS के निर्देशों और खनन मानकों का सख्ती से पालन करने की बात कही। उन्होंने समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन देते हुए बताया कि पट्टाधारकों से विचार-विमर्श के बाद आगे की कार्ययोजना तय की जाएगी। साथ ही उन्होंने सतत और जिम्मेदार खनन पर जोर दिया।
शनिवार को विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और फिल्म अभिनेता राज अर्जुन ने अपने परिवार के साथ दर्शन किए। ये सभी वीआईपी दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे थे। संध्या आरती के दौरान, पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने सपरिवार के साथ भगवान महाकाल का नंदी हॉल से आशीर्वाद लिया। दर्शन के बाद मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि उन्हें बाबा महाकाल के अद्भुत और दिव्य दर्शन हुए हैं। उन्होंने सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति की कामना की। सौरभ बहुगुणा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर परिसर के भव्य निर्माण के लिए केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार को धन्यवाद भी दिया। मंदिर समिति की ओर से उप प्रशासक एसएन सोनी ने पूर्व मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री को भगवान महाकाल का प्रसाद और दुपट्टा भेंट कर सम्मानित किया। इसी तरह शनिवार शाम को प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता राज अर्जुन भी अपनी पत्नी और अभिनेत्री पुत्री सारा अर्जुन के साथ भगवान महाकाल के दरबार पहुंचे। उन्होंने नंदी हॉल से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन किए। अभिनेत्री सारा अर्जुन की हाल ही में फिल्म 'धुरंधर' रिलीज हुई है, जिसमें उन्होंने अभिनेता रणवीर सिंह के साथ काम किया है।
जदयू नेता के भाई पर चाकू से हमला:जमुई के बरहट में गला रेता, आईसीयू में भर्ती
जमुई के बरहट थाना क्षेत्र में शनिवार को उस समय सनसनी फैल गई, जब जदयू नेता सह पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष ब्रह्मदेव रावत के छोटे भाई विनोद रावत (62) पर अज्ञात हथियारबंद अपराधियों ने तेजधार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। अपराधियों ने विनोद रावत का गला रेतकर उनकी हत्या की कोशिश की और वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल विनोद रावत को आईसीयू में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। सड़क किनारे खून से लथपथ मिले विनोद रावत यह घटना बरहट थाना क्षेत्र के डाढा गांव के समीप हुई। जानकारी के अनुसार, हमला किए जाने के बाद विनोद रावत सड़क पर ही गिर पड़े। कुछ देर बाद उधर से गुजर रहे राहगीरों की नजर जब उन पर पड़ी तो उन्होंने शोर मचाया। आवाज सुनकर आसपास के लोग और परिजन मौके पर पहुंचे। गंभीर हालत में विनोद रावत को पहले सदर अस्पताल जमुई लाया गया, लेकिन वहां चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मी उपलब्ध नहीं होने के कारण परिजन उन्हें शहर के एक निजी क्लीनिक ले गए। स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू में भर्ती कर लिया। जमीन विवाद में हमले की आशंका परिजनों ने आशंका जताई है कि यह हमला जमीन विवाद के कारण किया गया है। बताया गया कि विनोद रावत का अपने ससुराल पक्ष से खैरा थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव में पिछले करीब दो वर्षों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इसी विवादित जमीन की दो दिन बाद रजिस्ट्री होनी थी। रजिस्ट्री के सिलसिले में ही विनोद रावत अपने घर सुदामापुर आए हुए थे। परिजनों का मानना है कि रजिस्ट्री से पहले उन्हें रास्ते से हटाने की नीयत से यह हमला किया गया हो सकता है। पुलिस ने शुरू की हर एंगल से जांच घटना की सूचना मिलते ही बरहट थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है और हमलावरों की पहचान में जुट गई है। फिलहाल घायल की स्थिति गंभीर होने के कारण उनका बयान दर्ज नहीं हो सका है। पुलिस को उम्मीद है कि होश में आने के बाद विनोद रावत के बयान से मामले में अहम सुराग मिल सकते हैं। आईसीयू में चल रहा इलाज, स्थिति नाजुक निजी क्लीनिक के चिकित्सकों के अनुसार, विनोद रावत के गर्दन पर गहरा जख्म है। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी हालत चिंताजनक बनी हुई है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। घटना के बाद से पूरे परिवार में दहशत और आक्रोश का माहौल है। जिले में बढ़ते अपराध से दहशत गौरतलब है कि बीते 15 दिनों के भीतर जमुई जिले में आधा दर्जन से अधिक आपराधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं। सिमुलतला के टेलवा बाजार में फर्जी पुलिसकर्मी बनकर शिक्षक के घर लाखों की ठगी, मनीयड्डा में दिनदहाड़े दो जगह गोलीबारी, सिकंदरा के फतेहपुर में तलवारबाजी और अब बरहट में इस सनसनीखेज हमले ने जिले की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आम लोगों में भय का माहौल है और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे हैं। पुलिस का बयान बरहट थानाध्यक्ष कुमार संजीव ने बताया कि अज्ञात अपराधियों द्वारा तेजधार हथियार से गर्दन पर हमला किए जाने की सूचना मिली है। घायल का इलाज शहर के निजी क्लीनिक में आईसीयू में चल रहा है। घटना के समय वह अकेले थे, इसलिए पुलिस उनके होश में आने का इंतजार कर रही है। बयान दर्ज होने के बाद मामले की गहराई से जांच कर आरोपियों की पहचान की जाएगी। प्रारंभिक जांच में ससुराल पक्ष से जमीन विवाद का मामला सामने आ रहा है, जिसकी भी जांच की जा रही है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तह तक जाने में जुटी है, वहीं इस घटना ने एक बार फिर जिले की सुरक्षा व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
कर्नाटक: मैसूर जिले के टी. नरसीपुर में युवक की बेरहमी से हत्या, जांच शुरू
कर्नाटक के मैसूर जिले के टी. नरसीपुर कस्बे में देर रात एक दिल दहला देने वाली घटना हुई
जालौन में शीत ऋतु के दौरान गरीब, निराश्रित और यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने देर रात रैन बसेरा, कोंच बस स्टैंड और स्टेशन रोड का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने व्यवस्थाओं की जमीनी हकीकत परखी और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कोंच बस स्टैंड स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां ठहरे लोगों से संवाद कर उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। जिलाधिकारी ने रैन बसेरा में साफ-सफाई, प्रकाश, पेयजल, शौचालय, बिस्तर, कंबल और सुरक्षा व्यवस्था का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि ठंड के मौसम में रैन बसेरा में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को असुविधा नहीं होनी चाहिए और सभी व्यवस्थाएं सुचारु रहनी चाहिए। निरीक्षण के दौरान रैन बसेरों के पास अलाव जलते हुए पाए गए। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को शीतलहर के मद्देनजर अलाव नियमित रूप से जलाने और जरूरतमंदों को कंबल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए, ताकि कोई भी व्यक्ति ठंड से प्रभावित न हो। उन्होंने रैन बसेरा में रहने वाले लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने पर भी जोर दिया। इसके बाद जिलाधिकारी ने कोंच बस स्टैंड और स्टेशन रोड क्षेत्र का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बस स्टैंड पर ठहरे यात्रियों और राहगीरों से बातचीत कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि बस स्टैंड और आसपास के क्षेत्रों में साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था और अलाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि यात्रियों को रात के समय कोई परेशानी न हो। जिलाधिकारी राजेश कुमार पांडेय ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप आमजन को हर संभव सुविधा उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि शीत ऋतु के दौरान रैन बसेरा, सार्वजनिक स्थानों और प्रमुख चौराहों पर नियमित निगरानी रखी जाए। किसी भी प्रकार की कमी पाए जाने पर तत्काल सुधार करने के निर्देश दिए गए। प्रशासन द्वारा ठंड से बचाव के लिए की जा रही व्यवस्थाओं की नियमित समीक्षा जारी रहेगी।
कांग्रेस पार्टी ने 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में “वोट चोर, गद्दी छोड़” महारैली आयोजित की। इस रैली में शामिल होने के लिए अयोध्या से सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता आज दिल्ली के लिए रवाना हो गए। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष चेत नारायण सिंह के नेतृत्व में कार्यकर्ता बस, कार और ट्रेन के माध्यम से दिल्ली पहुंच रहे हैं। साजिशों को कांग्रेस कभी सफल नहीं होने देगीजिलाध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने कहा कि दिल्ली में होने वाली महारैली से भारतीय जनता पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। इसी कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह लगातार हताशा और घबराहट भरे बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की देश को बांटने वाली साजिशों को कांग्रेस कभी सफल नहीं होने देगी। चेत नारायण सिंह ने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद भाजपा ने देश को कमजोर किया और जनहित की नीतियों की बजाय अपने पसंदीदा उद्योगपतियों के हित में फैसले किए। साथ ही उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जल्दबाजी में एसआईआर लागू कर आम जनता को मताधिकार से वंचित करना चाहती है। लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई सड़क से संसद तक महानगर अध्यक्ष सुनील कृष्ण गौतम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई सड़क से संसद तक लड़ेगी। भाजपा सरकार ने चुनावी प्रक्रिया और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का काम किया है, जिसे देश की जनता अब बर्दाश्त नहीं करेगी। 14 दिसंबर की महारैली भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनआक्रोश का प्रतीक बनेगी और यह स्पष्ट संदेश देगी कि देश की जनता कांग्रेस के साथ खड़ी है। रैली में शामिल होने के लिए कांग्रेस का हर कार्यकर्ता उत्साहितइस अवसर पर जिला कांग्रेस प्रवक्ता शीतला पाठक ने बताया कि कांग्रेस पार्टी की यह महारैली भाजपा सरकार के पतन का कारण बनेगी। उन्होंने कहा कि 14 दिसंबर की रैली में शामिल होने के लिए कांग्रेस का हर कार्यकर्ता उत्साहित है और लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए पूरी ताकत के साथ मैदान में उतरेगा। इस मौके पर प्रमुख रूप से पूर्व जिला अध्यक्ष रामदास वर्मा, पीसीसी सदस्य उग्रसेन मिश्रा, राम अवध पासी, करण त्रिपाठी सैनिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुरेंद्र प्रताप सिंह सैनिक, विकास मिश्रा, विजयपाल सिंह, जे.बी. सिंह, भगवान बहादुर शुक्ला, अनिल तिवारी, राजकुमार पांडे, नाजिश फातिमा, अवनीश तिवारी, नसीम जरा, शालिग्राम यादव, रणधीर सिंह, हृदय राम मिश्रा, भारत वर्मा, राज प्रताप सिंह, धीरेंद्र उपाध्याय, रमाशंकर तिवारी, आशुतोष सैंडल, राम सागर रावत, अमितेश दुबे, रामकिशोर वर्मा, राजेंद्र प्रसाद रावत, आशीष गुप्ता, हरे कृष्णा गुप्ता, मोबीन अहमद, संतोष तिवारी, विनीत कुमार सिंह, रणजीत सिंह, जगजीवन प्रसाद, रामचरित्र वर्मा, आशीष कुमार यादव, मोहम्मद आमिर, तैयब खान, फरीद अहमद, बृजेश रावत, उमेश उपाध्याय, आशीष यादव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
भागलपुर के झंडापुर थाना क्षेत्र में एक अपहरण की घटना के दो घंटे के भीतर पुलिस ने अपहृता को सकुशल बरामद कर लिया है। इस मामले में दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को यह सूचना 12 दिसंबर 2025 को वादी द्वारा दी गई थी। वादी ने बताया कि उनकी पुत्री का विशाल कुमार और चिक्कू कुमार ने शादी की नीयत से अपहरण कर लिया है। सूचना मिलते ही झंडापुर थाना प्रभारी प्रशांत कुमार के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई शुरू की। ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपियों से पूछताछ के बाद उनकी निशानदेही पर अपहृता को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। इस संबंध में झंडापुर थाना में कांड संख्या 166/25, दिनांक 12.12.25, धारा 137(2), 67 एवं 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान विशाल कुमार सिंह, पिता संजय सिंह, निवासी काली कबूतरा स्थान, थाना झंडापुर, जिला भागलपुर और चिक्कू कुमार, पिता विलास सिंह, निवासी औलियाबाद, थाना झंडापुर, जिला भागलपुर के रूप में हुई है। थाना प्रभारी प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पूरी तरह सतर्क है।
बाऊघाट में फरार अभियुक्त के घर कुर्की-जब्ती:न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने की कार्रवाई
बाऊघाट थाना क्षेत्र के जीतपारपुर गांव में शनिवार दोपहर 12 बजे फरार अभियुक्त राजेश राम के घर कुर्की-जब्ती की कार्रवाई की गई। यह कार्रवाई न्यायालय के आदेश पर की गई है। राजेश राम कांड संख्या 14/25 में नामजद अभियुक्त था और लंबे समय से फरार चल रहा था। बाऊघाट थानाध्यक्ष शंकर कुमार ने बताया कि पुलिस ने राजेश राम को गिरफ्तार करने के लिए पहले भी कई प्रयास किए थे। हालांकि, वह लगातार पुलिस से बचता रहा। इसके बाद न्यायिक प्रक्रिया के तहत उसके घर पर कुर्की की कार्रवाई की गई, जिसका उद्देश्य उसे कानून के समक्ष आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करना है। इस दौरान पुलिस ने मौके पर मुनादी भी कराई और स्थानीय लोगों को कानूनी प्रक्रिया से अवगत कराया। कुर्की अभियान के दौरान थानाध्यक्ष शंकर कुमार के साथ पुलिस पदाधिकारी एसआई कौसर आलम और पुलिसकर्मी राकेश कुमार भी मौजूद थे। थानाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि फरार अभियुक्तों के खिलाफ भविष्य में भी इसी तरह के सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कानून से बचने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का स्पष्ट संदेश गया है।
प्रयागराज में आज 13 दिसंबर 2025 को राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। यह आयोजन उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रयागराज के तत्वावधान में जनपद न्यायालय और सभी तहसीलों में किया गया। लोक अदालत का शुभारंभ प्रातः 10 बजे माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति प्रयागराज श्री शेखर बी. सर्राफ द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री सत्य प्रकाश त्रिपाठी ने की। राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2,27,876 मामलों का निस्तारण किया गया। इनमें 11,519 फौजदारी मामले शामिल रहे। पारिवारिक न्यायालय में आपसी सुलह-समझौते के आधार पर 72 मामलों का निस्तारण हुआ। इस दौरान 13 दंपतियों के बीच समझौता कराकर उन्हें पुनः साथ रहने के लिए राजी किया गया। निस्तारण इस प्रकार रहे: इसके अतिरिक्त: लोक अदालत का आयोजन नोडल अधिकारी श्री रविकांत-द्वितीय, अपर जिला जज के निर्देशन में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
17 भूमिहीन परिवारों को मिला वासगीत पर्चा:जगदीशपुर में अभियान बसेरा के तहत जमीन का आवंटन
भागलपुर जिले के जगदीशपुर अंचल में मुख्यमंत्री के निर्देश पर अभियान बसेरा के तहत शनिवार को बड़ी कार्रवाई की गई। इस दौरान 17 भूमिहीन और महादलित परिवारों को वासगीत पर्चा वितरित किया गया। एसडीएम विकास कुमार के नेतृत्व में प्रत्येक परिवार को डेढ़ से ढाई डिसमिल तक जमीन आवंटित की गई है। सभी लाभार्थी नया टोला, पर्वती (भागलपुर) के निवासी बताए गए हैं। इन्हें भवानीपुर देसरी पंचायत के बादे हसनपुर मौजा में जमीन आवंटित की गई है। जमीन का पर्चा मिलते ही लाभार्थी महिलाओं में खुशी की लहर दौड़ गई। उन्होंने वर्षों के इंतजार के बाद अपने आशियाने के लिए जमीन मिलने पर अधिकारियों का तालियों के साथ स्वागत किया। लाभार्थी ममता देवी और प्रियंका देवी सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि वे वर्षों से जमीन के लिए भटक रही थीं। अब अपना घर बनाने का उनका सपना साकार हुआ है। उन्होंने पर्चा वितरण कर रहे अधिकारियों को धन्यवाद दिया। इस अवसर पर एसडीएम विकास कुमार ने पर्चाधारकों से तुरंत अपनी जमीन पर कब्जा लेकर आवास निर्माण शुरू करने को कहा। उन्होंने यह भी बताया कि सरकार आगे चलकर सभी मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध कराएगी। कार्यक्रम में अंचल अधिकारी सतीश कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी सदर चंदन कुमार, अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी वंदना कुमारी सहित अंचल के सभी कर्मी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
सहारनपुर में क्रिसमस पर्व की तैयारियाँ शुरू हो गई हैं। शहर के चर्चों और शिक्षण संस्थानों में उत्सव का माहौल है। इस दौरान आकर्षक सजावट की जा रही है और विशेष कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है। सेक्रेड हार्ट चर्च को रंग-बिरंगी लाइटों, क्रिसमस ट्री और प्रभु यीशु के जन्म से जुड़ी झांकियों से सजाया जा रहा है। चर्च प्रशासन द्वारा विशेष प्रार्थना सभाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना बनाई जा रही है। सेंट मैरिज एकेडमी स्कूल में भी क्रिसमस समारोहों की शुरुआत हो चुकी है। विद्यार्थियों ने प्रभु यीशु मसीह के आगमन पर कैरोल गीत प्रस्तुत किए। स्कूल परिसर में प्रभु यीशु के जन्म की सुंदर झांकियां तैयार की गई हैं, जहाँ छात्र, पेरेंट्स और शहरवासी सेल्फी लेते दिखे। क्रिसमस की खुशी में सांता क्लॉज की उपस्थिति ने बच्चों का उत्साह बढ़ाया। बच्चे और पेरेंट्स सांता के साथ गीतों पर झूमते और मुस्कुराते नजर आए। स्कूल की अध्यापिकाएं और स्टाफ कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए तैयारियों में जुटे हैं, जिसमें सजावट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शामिल हैं। सेक्रेड हार्ट चर्च के फादर जॉन चिमन ने बताया कि पूरी दुनिया के साथ सहारनपुर में भी क्रिसमस की तैयारियाँ चल रही हैं। उन्होंने कहा कि क्रिसमस प्रेम, शांति और भाईचारे का संदेश देता है, जिसे शहर की जनता के साथ मिलकर मनाया जाएगा। फादर चिमन ने यह भी बताया कि 25 दिसंबर को सहारनपुर के सभी चर्चों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाएँगी। शहर के बाजारों में भी क्रिसमस को लेकर सजावट और खरीदारी शुरू हो गई है। कुल मिलाकर, सहारनपुर में यह पर्व हर्षोल्लास और सौहार्द के साथ मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं।
अलवर शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत स्वर्ग रोड स्थित तीज की श्मशान घाट के पास एक एडवोकेट के घर पर करीब 10 बदमाशों ने पथराव कर दिया। बदमाशों ने एडवोकेट के चाचा विक्की की दुकान में तोड़फोड़ कर सामान भी फैला दिया, वहीं एडवोकेट के छोटे भाई के पीछे लाठी-डंडे लेकर दौड़े। पीड़ित एडवोकेट ने बदमाशों पर घर के बाहर चार राउंड हवाई फायरिंग करने का भी आरोप लगाया है। पीड़ित एडवोकेट मोहित चांवरिया ने बताया कि शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे मुकेश, रिंकू, बोनी, केशव, बिन्नू, आकाश, सुनील, जय नंदा सहित करीब 10 बदमाश उनके घर पर आए। उन्होंने पहले छोटे भाई हर्षित को देखकर उसके पीछे लाठी-डंडे लेकर दौड़ लगाई, लेकिन वह उनके हाथ नहीं आया। इसके बाद आरोपियों ने चाचा विक्की की दुकान में तोड़फोड़ की और घर पहुंचकर ईंट-पत्थरों से पथराव किया। पीड़ित का आरोप है कि बदमाश चार बार हवाई फायरिंग कर मौके से फरार हो गए। दो बार हमला कियाघटना की सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन कुछ देर बाद लौट गई। इसके बाद शाम करीब 7:30 बजे वही बदमाश दोबारा घर के बाहर पहुंचे और फिर से पथराव कर फरार हो गए। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने दोबारा पुलिस को सूचना दी। राजीनामा का दबाव, पहले भी हो चुका है हमलापीड़ित एडवोकेट मोहित चांवरिया का कहना है कि वर्ष 2021 में इन्हीं आरोपियों ने उनके साथ मारपीट कर पैर तोड़ दिए थे, जिसका मामला न्यायालय में विचाराधीन है और अगली पेशी 23 तारीख को है। आरोप है कि मुख्य आरोपी मुकेश इस मामले में राजीनामा करने का लगातार दबाव बना रहा था। राजीनामा नहीं करने पर ही यह हमला किया गया। एक ही दिन में दो बार हुए हमलों से परिवार दहशत में है और पीड़ित ने पुलिस कार्रवाई न होने का भी आरोप लगाया है। फिलहाल कोतवाली थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है।
नवनिर्वाचित विधायक बाबूलाल सौर्य ने परबत्ता विधानसभा क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए देर रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) परबत्ता का औचक निरीक्षण किया। बिना किसी पूर्व सूचना के पहुंचे विधायक ने अस्पताल के आपातकालीन ओपीडी कक्ष, प्रसव कक्ष और चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान, विधायक ने अस्पताल में भर्ती मरीजों और उनके परिजनों से सीधा संवाद किया। उन्होंने इलाज की गुणवत्ता, दवाइयों की उपलब्धता, चिकित्सकीय व्यवहार और साफ-सफाई की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इस दौरान, विधायक ने मौके पर मौजूद चिकित्सक डॉ. शशि कुमार के कार्यों की सराहना करते हुए उनकी तत्परता को अनुकरणीय बताया। विधायक सौर्य ने महिला चिकित्सा प्रभारी डॉ. कशिश की चौबीसों घंटे सक्रियता और मरीजों के प्रति उनके समर्पण भाव की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे समर्पित चिकित्सक ही सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ होते हैं। विधायक ने स्पष्ट किया कि अस्पतालों में चिकित्सकों की नियमित उपस्थिति, आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता और मरीजों को समय पर इलाज सुनिश्चित किया जाएगा। विधायक बाबूलाल सौर्य ने परबत्ता विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने स्वीकार किया कि वर्तमान में चिकित्सकों, महिला डॉक्टरों, लैब टेक्नीशियन और अन्य स्वास्थ्य संसाधनों की कमी है, जिसे प्राथमिकता के आधार पर पूरा किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गोगरी रेफरल अस्पताल, सीएचसी परबत्ता और क्षेत्र के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में डॉक्टरों की समय पर मौजूदगी, जांच सुविधाएं और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए वे स्वास्थ्य मंत्री से विशेष बातचीत कर ठोस पहल करेंगे।
DFC रेलवे ब्रिज से यमुना में गिरे युवक की मौत:कौशांबी का रहने वाला था, पैर फिसलने से हुआ हादसा
प्रयागराज के करेली क्षेत्र में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (Dedicated Freight Corridor – DFC) रेलवे ब्रिज पर काम के दौरान हुए हादसे ने निर्माण स्थलों पर मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। शुक्रवार शाम काम करते समय पैर फिसलने से एक मजदूर पुल से नीचे यमुना नदी में गिर गया, जिसकी शनिवार को तलाश के बाद मौत हो गई। अचानक संतुलन बिगड़ा और जा गिरा नीचे नदी मेंहादसे के वक्त मजदूर पुल पर नट-बोल्ट कसने का काम कर रहा था। अचानक संतुलन बिगड़ने से वह सीधे नीचे यमुना नदी में जा गिरा। यह देख साथी मजदूरों ने शोर मचाया और उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन अंधेरा होने के कारण सफलता नहीं मिल सकी। कई घंटे तलाश के बाद मिला शवशनिवार सुबह करेली पुलिस ने स्थानीय गोताखोरों और एसडीआरएफ की टीम के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कई घंटे की तलाश के बाद दोपहर में मजदूर का शव यमुना नदी से बरामद कर लिया गया। कौशांबी का था रहने वालामृतक की पहचान कौशांबी जिले के पिपरी थाना क्षेत्र के मखऊपुर गांव निवासी 30 वर्षीय संदीप यादव के रूप में हुई है। वह पिछले कुछ समय से डीएफसी रेलवे ब्रिज निर्माण कार्य में मजदूरी कर रहा था। सुरक्षा उपकरण थे या नहीं, उठे सवालइस घटना ने डीएफसी परियोजना में काम कर रहे मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या ऊंचाई पर काम करते समय मजदूर के पास सेफ्टी हार्नेस, सुरक्षा बेल्ट या लाइफ जैकेट जैसे जरूरी सुरक्षा उपकरण थे? यदि थे, तो उनका उपयोग क्यों नहीं किया गया और यदि नहीं थे, तो इसकी जिम्मेदारी किसकी है—ठेकेदार, निर्माण एजेंसी या संबंधित विभाग की?
बक्सर में चौथी लोक अदालत,1673 मामलों का निपटारा:4.02 करोड़ रुपए से अधिक की समझौता राशि तय हुई
जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बक्सर के देखरेख में शनिवार 13 दिसंबर 2025 को वर्ष 2025 की चौथी राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल और प्रभावी आयोजन किया गया। इस लोक अदालत के माध्यम से जिले के हजारों वादकारियों को त्वरित और सुलभ न्याय मिला। लोक अदालत में कुल 1673 मामलों का सुलह-समझौते के आधार पर निष्पादन किया गया, जिसमें 4 करोड़ 2 लाख 37 हजार 406 रुपए की समझौता राशि तय हुई। मामलों के निपटारे के लिए कुल 13 बेंच गठित की गई थीं। दीप प्रज्ज्वलन के साथ लोक अदालत का शुभारंभ राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बक्सर हर्षित सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रधान न्यायाधीश, कुटुंब न्यायालय मनोज कुमार प्रथम, अपर समाहर्ता, अवर पुलिस अधीक्षक, अवर न्यायाधीश-सह-सचिव डालसा श्रीमती नेहा दयाल, स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह श्रीनेत सहित अन्य न्यायिक एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन किया। मंच संचालन पैनल अधिवक्ता विष्णु दत्त द्विवेदी ने किया। लोक अदालत का आयोजन पूर्वाह्न 10 बजे से शुरू हुआ। लोक अदालत: त्वरित और सौहार्दपूर्ण न्याय का मंच अपने संबोधन में प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश हर्षित सिंह ने कहा कि लोक अदालत मुकदमों के त्वरित, सुलभ और सौहार्दपूर्ण निपटारे का सबसे प्रभावी मंच है। उन्होंने कहा कि लोक अदालत में न कोई हारता है और न ही कोई जीतता है, बल्कि दोनों पक्षों की जीत होती है। उन्होंने अधिक से अधिक मामलों को आपसी सहमति से सुलझाने की अपील की, ताकि लोगों को लंबे समय तक न्यायालयों के चक्कर न लगाने पड़ें। ‘राष्ट्रीय लोक अदालत एक राष्ट्रीय पर्व’ डालसा की सचिव श्रीमती नेहा दयाल ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत को एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य न्यायालयों पर बढ़ते मुकदमों के बोझ को कम करना और आम जनता को सरल, सस्ता और शीघ्र न्याय उपलब्ध कराना है। उन्होंने बताया कि लोक अदालत में पक्षकारों की सहमति से समझौता अवार्ड तैयार किया जाता है, जिसकी प्रति दोनों पक्षों को दी जाती है और यह अंतिम व बाध्यकारी होता है। बैंक और अन्य मामलों का हुआ बड़े पैमाने पर निपटारा आज की लोक अदालत में सबसे अधिक बैंक से जुड़े 575 मामलों का निष्पादन हुआ, जिनमें 2 करोड़ 57 लाख 70 हजार 082 रुपए की समझौता राशि पर सहमति बनी। इसके अलावा यातायात के 647 मामले, आपराधिक के 134, विद्युत के 240, वैवाहिक का 1, जिला परिवहन पदाधिकारी से संबंधित 6 तथा एनआई एक्ट के 2 मामलों का निपटारा किया गया।विभिन्न बैंकों के रिकवरी से जुड़े 68 मामलों में 60 लाख 58 हजार 090 रुपए की समझौता राशि तय की गई, जिससे बैंक और ऋणग्रस्त लोगों दोनों को राहत मिली। नेत्र जांच शिविर बना आकर्षण का केंद्र राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार कार्यालय की ओर से नेत्र जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। शिविर में चिकित्सकों की टीम ने न्यायालय परिसर में उपस्थित वादकारियों, पक्षकारों एवं आम लोगों की आंखों की जांच की और आवश्यक स्वास्थ्य परामर्श दिया। इस पहल की लोगों ने सराहना की। न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों की रही सक्रिय भागीदारी इस अवसर पर जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, अन्य न्यायिक पदाधिकारी, पैनल अधिवक्ता, पारा विधिक स्वयंसेवक तथा कार्यालय कर्मियों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।राष्ट्रीय लोक अदालत का यह आयोजन न सिर्फ मामलों के त्वरित निपटारे का माध्यम बना, बल्कि आम जनता में न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास को भी और मजबूत करने में सफल रहा।
गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र में कटाव प्रभावित इलाकों का निरीक्षण जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल और विधायक शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने किया। इस दौरान प्रधान सचिव ने जनवरी 2026 से कटाव निरोधी कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया। निरीक्षण के बाद प्रधान सचिव ने सभी प्रमुख मांगों पर सहमति जताई। विधायक बुलो मंडल ने इस पहल को गोपालपुर की जनता के लिए महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि इससे कोसी नदी के कटाव से पूरे विधानसभा क्षेत्र को स्थायी सुरक्षा मिलेगी और किसानों को भी लाभ होगा। सुनिश्चित किए गए कार्यों में झल्लु दास टोला में जनवरी 2026 से कटाव निरोधी कार्य का प्रारंभ होना शामिल है। इसके अतिरिक्त, करारी तिनटेंगा से कुर्सेला तक रिंग बांध का निर्माण किया जाएगा। जहान्वी चौक से तीनटंगा करारी तक रिंग बांध पर कालीकरण और चार स्पर का निर्माण भी जल्द शुरू होगा। राघोपुर से खैरपुर तक रिंग बांध की ऊँचाई बढ़ाने और कालीकरण का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया गया है। मदरौनी में लगभग 1 किलोमीटर बांध का पुनर्निर्माण भी प्रस्तावित है। विधायक मंडल ने बताया कि ये परियोजनाएं गोपालपुर को कोसी नदी के कटाव से स्थायी रूप से बचाने में सहायक होंगी।
मथुरा-कासगंज रेल मार्ग पर शनिवार शाम गांधीधाम एक्सप्रेस का इंजन फेल हो गया। यह घटना मथुरा लक्ष्मी नगर के पास हुई, जिसके कारण रेल यातायात दो घंटे से अधिक समय तक बाधित रहा। यात्रियों को इस दौरान भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। इंजन में तकनीकी खराबी आने के बाद ट्रेन वहीं रुक गई। इससे मथुरा से कासगंज और कासगंज से मथुरा की ओर आने-जाने वाली ट्रेनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई। रेल मार्ग बाधित होने के कारण कासगंज से मथुरा आ रही कामाख्या एक्सप्रेस को राया रेलवे स्टेशन पर रोकना पड़ा। इसी तरह, गोरखपुर से अहमदाबाद जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेन को सोनई रेलवे स्टेशन पर खड़ा किया गया। टनकपुर से आने वाली एक अन्य ट्रेन को भी मथुरा स्टेशन पर दो घंटे से अधिक समय तक इंतजार करना पड़ा। आगरा फोर्ट से कासगंज जाने वाली पैसेंजर ट्रेन भी एक घंटे से अधिक देरी से चली। कई यात्री अपने गंतव्य पर समय से नहीं पहुंच पाए, जिससे उन्हें परेशानी हुई। कुछ यात्रियों ने रेलवे की व्यवस्था पर नाराजगी भी व्यक्त की। रेलवे की तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंचकर खराब हुए इंजन को ठीक करने का प्रयास किया। कड़ी मशक्कत के बाद इंजन को दुरुस्त किया गया, जिसके बाद धीरे-धीरे ट्रेनों का संचालन सामान्य हो सका। हालांकि, इस पूरी प्रक्रिया में यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
अयोध्या में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बानियान ने शनिवार देर शाम कई प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत परखी और पाई गई कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए। साथ ही लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी। सीएमओ डॉ. बानियान ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रुदौली, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शुजागंज, उमापुर, पूरे कामगार और पटरंगा का दौरा किया। सीएचसी रुदौली में उन्होंने ओपीडी, इमरजेंसी सेवाएं, दवाओं की उपलब्धता, प्रयोगशाला, कोल्ड चेन प्वाइंट, प्रसव कक्ष, जनरल वार्ड और जेएसवाई वार्ड का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पीएचसी शुजागंज में दवा व्यवस्था को लेकर सीएमओ ने असंतोष व्यक्त किया और तत्काल सुधार के निर्देश दिए। वहीं पीएचसी उमापुर का भवन जर्जर अवस्था में पाया गया, जिस पर संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए। इसके विपरीत पीएचसी पटरंगा में उत्कृष्ट साफ-सफाई व्यवस्था देखकर सीएमओ ने वहां के स्टाफ की प्रशंसा की। इसके अलावा सीएमओ ने आयुष्मान आरोग्य मंदिर पूरे कामगार का भी निरीक्षण किया, जहां सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित मिलीं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि निरीक्षण में पाई गई कमियों को समय रहते दूर नहीं किया गया तो संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक राम प्रकाश पटेल, मनोज कुमार त्रिपाठी, कौशलेंद्र सिंह, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक सहित विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
ललितपुर जिले के बार थाना क्षेत्र के बाठराव गांव में एक युवक ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। युवक ने फांसी लगाने से पहले अपना एक वीडियो बनाया और उसे इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था। बाद में उसका शव कमरे में फंदे से लटका मिला। मृतक की पहचान 25 वर्षीय अभिषेक प्रजापति पुत्र मनीराम प्रजापति के रूप में हुई है। शुक्रवार रात खाना खाने के बाद अभिषेक अपने कमरे में सोने चला गया था। शनिवार सुबह जब वह काफी देर तक नहीं उठा, तो उसकी मां उसे जगाने पहुंची। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था और कोई जवाब नहीं मिलने पर परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई। मां ने रोशनदान से झांककर देखा तो अभिषेक का शव छत के कुंदे से रस्सी के सहारे फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन मौके पर जमा हो गए। दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण परिजनों को दीवार तोड़कर कमरे में प्रवेश करना पड़ा। पुलिस मामले की जांच में जुटी सूचना मिलने पर बार थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शनिवार शाम को एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। यह वीडियो अभिषेक की इंस्टाग्राम आईडी पर चल रहा था। वीडियो में युवक को छत पर लगे पंखे के कुंदे पर रस्सी बांधकर गले में फंदा बनाते हुए देखा जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, युवक के प्रेम प्रसंग में होने की बात सामने आ रही है, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया होगा। मृतक के चचेरे भाई रामलाल प्रजापति ने बताया कि अभिषेक के पिता का पहले ही निधन हो चुका था। वह दो भाइयों और एक बहन में दूसरे नंबर पर था। उसके दोनों भाई मजदूरी के लिए दिल्ली गए हुए हैं, जबकि अभिषेक गांव में रहकर खेती-किसानी का काम करता था।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्वास्थ्य विभाग ने कूड़े का उचित प्रबंधन न करने पर छह बल्क वेस्ट जनरेटरों (BWG) पर कुल 28.30 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। यह कार्रवाई प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। अभियान के दौरान गठित विशेष टीम ने 19 बल्क वेस्ट जनरेटर परिसरों का निरीक्षण किया। जांच में छह परिसरों में कूड़ा प्रबंधन में गंभीर खामियां पाई गईं, जिसके बाद उनके खिलाफ अर्थदंड की कार्रवाई की गई। यह निरीक्षण स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रेटर नोएडा में स्वच्छता और सतत शहरी विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नीति-2016 के अनुसार, जिन बल्क वेस्ट जनरेटरों का क्षेत्रफल 5000 वर्ग मीटर से अधिक है या जो प्रतिदिन 100 किलोग्राम से ज्यादा कचरा उत्पन्न करते हैं, उन्हें अपने परिसर में ही कचरे का निस्तारण करना अनिवार्य है। बल्क वेस्ट जनरेटर इस नीति का पालन कर रहे हैं या नहीं, इसकी जांच के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने एक समिति का गठन किया था। इस समिति में प्रधान महाप्रबंधक, उप महाप्रबंधक, वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक और सहायक प्रबंधक स्तर के 15 अधिकारियों को शामिल किया गया था। समिति ने विभिन्न स्थानों पर कुल 19 बल्क वेस्ट जनरेटरों का निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि कुछ बल्क वेस्ट जनरेटर सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नीति-2016 का उचित ढंग से पालन नहीं कर रहे थे। जिन पर जुर्माना लगाया गया उनमें चेरी काउंटी पर 50,000 रुपए, अजनारा ली गार्डेन पर 2,01,600 रुपए, ला रेजीडेंसिया पर 8,06,400 रुपए, मेफेयर रेजीडेंसी पर 6,44,000 रुपए, वेदांतम रेडीकॉन पर 3,22,000 रुपए और राधा स्काई गार्डेन पर 8,06,400 रुपए का अर्थदंड शामिल है। एसीईओ ने इन बल्क वेस्ट जनरेटरों को चेतावनी दी है कि सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट नीति-2016 के अनुसार सूखे और गीले कचरे को अलग-अलग करके निस्तारित करना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसा न करने वाले बल्क वेस्ट जनरेटरों के खिलाफ भविष्य में भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जहानाबाद जिले के शकूराबाद स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) का अपर जिला दंडाधिकारी (एडीएम) ने गुरुवार रात करीब 9 बजे औचक निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल की विभिन्न व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया और पूरे परिसर का चरणबद्ध तरीके से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एडीएम ने अस्पताल के सभी वार्डों, कक्षों और अन्य विभागों की स्थिति की समीक्षा की। ड्यूटी रोस्टर के अनुसार, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ अपनी-अपनी ड्यूटी पर उपस्थित मिले। एडीएम ने चिकित्सीय सेवाओं, मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं और स्टाफ की उपस्थिति पर संतोष व्यक्त किया। स्वच्छता व्यवस्था के संबंध में एडीएम ने बताया कि अस्पताल में साफ-सफाई की स्थिति पहले से काफी बेहतर पाई गई है। हालांकि, निरीक्षण के दौरान कुछ छोटी कमियां भी सामने आईं, जिनके शीघ्र सुधार के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए गए हैं। एडीएम ने निष्कर्ष निकाला कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की समग्र व्यवस्थाएं संतोषजनक हैं और कोई बड़ी कमी नहीं मिली। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए भविष्य में भी ऐसे नियमित निरीक्षण जारी रहेंगे।
दीपका में खान सुरक्षा पखवाड़ा शुरू:'सेफ्टी मैन' नाटक से कर्मचारियों को सुरक्षा का दिया संदेश
कोरबा के एसईसीएल दीपका विस्तार परियोजना में वार्षिक खान सुरक्षा पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत ऑफिसर्स क्लब में सुरक्षा जागरूकता से जुड़े विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें जमुना कोतमा क्षेत्र से आए निरीक्षण दल के प्रमुख महेंद्र पाल सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस अवसर पर दीपका क्षेत्र के महाप्रबंधक संजय मिश्रा, महाप्रबंधक (संचालन) संजीव कुमार, खान प्रबंधक उमेश कुमार, क्षेत्रीय सुरक्षा अधिकारी सरोता, सुरक्षा अधिकारी आरसी मृधा और वर्कमैन इंस्पेक्टर राजकुमार राठौर, गोपाल यादव, अंजनी गोपाल सहित पिट सेफ्टी कमेटी के सदस्य ज्ञान जायसवाल, केपी दरियाना, आलोक मिश्रा तथा एरिया सेफ्टी मेंबर फैयाज अंसारी, ललित राठौर, संदीप मानिकपुरी भी मौजूद रहे। स्वागत गीत से हुआ कार्यक्रम का शुभारंभ कार्यक्रम की शुरुआत एसईसीएल कर्मचारी लक्ष्मण दास वैष्णव द्वारा प्रस्तुत स्वागत गीत से हुई। इसके बाद सुरक्षित कार्य करने वाले कामगारों को सम्मानित किया गया। सरजू रत्नाकर ने सुरक्षा गीत प्रस्तुत कर उपस्थित कर्मचारियों को सुरक्षा के महत्व से अवगत कराया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सुरक्षा पर आधारित जागरूकता नाटक 'सेफ्टी मैन' रहा, जिसे विभागीय टीम ने शानदार ढंग से प्रस्तुत किया। नाटक के लेखक व निर्देशक रामेश्वर आदित्य ने स्वयं 'सेफ्टी मैन' की भूमिका निभाई। उन्होंने कामगारों को सुरक्षा उपकरणों के महत्व और सुरक्षा मानकों के अनुरूप कार्य करने का संदेश प्रभावी ढंग से दिया। इस सांस्कृतिक प्रस्तुति में विनोद यादव, लक्ष्मण दास वैष्णव, प्रदीप कुमार गुप्ता, सरजू रत्नाकर, सत्य प्रकाश मिश्रा, किशोर रहंगडाले, राजेश राजपूत, आविष्कार, आकाश राम, पंकज पाठक, मधु राजपूत, रुबीना, रोशनी सिंह और श्रीमती अनीता दुबे की भूमिकाओं को विशेष रूप से सराहा गया। सभी कलाकारों ने मिलकर नाटक को जीवंत बनाया। नाटक के सफल मंचन में सुरक्षा अधिकारी आरसी मृधा, सेफ्टी ऑफिस स्टाफ सौरभ, विमल और विजय का महत्वपूर्ण योगदान रहा। पूरे कार्यक्रम का कुशल संचालन पंकज पाठक ने किया।
जहानाबाद के मखदुमपुर में परीक्षा देकर घर लौट रही एक छात्रा के साथ टेंपो चालक द्वारा दुष्कर्म किए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। यह घटना मखदुमपुर थाना क्षेत्र की है, जिसने इलाके में सनसनी फैला दी है। छात्रा की सूझबूझ से आरोपी ज्यादा देर तक पुलिस से बच नहीं सका और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मखदुमपुर स्टेशन पर ट्रेन से उतरी थी छात्रा प्राप्त जानकारी के अनुसार, छात्रा परीक्षा देकर ट्रेन से मखदुमपुर स्टेशन पर उतरी थी। स्टेशन से उसे अपने घर जाना था, जिसके लिए वह टेंपो की तलाश कर रही थी। इसी दौरान एक टेंपो चालक ने उससे संपर्क किया और घर तक छोड़ने के लिए टेंपो रिजर्व करने की बात कही। भरोसा कर छात्रा टेंपो में बैठ गई और अपने घर की ओर रवाना हो गई। आधे रास्ते में सुनसान जगह ले जाकर किया दुष्कर्म पीड़िता ने बताया कि कुछ दूरी तय करने के बाद टेंपो चालक ने रास्ता बदल दिया। आधे रास्ते में सुनसान जगह देखकर उसने अचानक टेंपो रोक दिया और जबरन छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। छात्रा ने विरोध किया, लेकिन आरोपी ने उसकी एक न सुनी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी टेंपो लेकर मखदुमपुर बाइपास के समीप पहुंचा और छात्रा को वहीं उतारकर फरार हो गया। पीड़िता की सूझबूझ, मोबाइल से खींची टेंपो की तस्वीर घटना के बाद भी छात्रा ने हिम्मत नहीं हारी। उसने तत्परता दिखाते हुए अपने मोबाइल फोन से टेंपो की तस्वीर खींच ली, जिसमें टेंपो का नंबर स्पष्ट नजर आ रहा था। इसके बाद वह सीधे मखदुमपुर थाना पहुंची और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। छात्रा द्वारा दी गई यह जानकारी पुलिस के लिए अहम साबित हुई। टेंपो नंबर के आधार पर आरोपी गिरफ्तार पीड़िता की शिकायत मिलते ही मखदुमपुर थाना की पुलिस हरकत में आ गई। मोबाइल में मौजूद टेंपो की तस्वीर और नंबर के आधार पर पुलिस ने छानबीन शुरू की। कुछ ही समय में आरोपी टेंपो चालक को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी की पहचान भीमपुरा गांव निवासी ब्रजकुमार उर्फ छोटू के रूप में की गई है, जो वर्तमान में मखदुमपुर में ही घर बनाकर रह रहा था। पुलिस ने भेजा जेल, जांच जारी पूरे मामले की पुष्टि करते हुए घोसी एसडीपीओ-2 संजीव कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। आरोपी टेंपो चालक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हर पहलू से जांच की जा रही है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। शाम होते ही इलाके में मचा हड़कंप शाम करीब 7 बजे हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही मखदुमपुर बाजार और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया। दिनभर यह मामला लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा। खासकर अभिभावकों के बीच बेटियों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता देखी गई। लोगों का कहना है कि स्टेशन और बाइपास जैसे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था और सख्त होनी चाहिए। महिला सुरक्षा पर फिर उठे सवाल इस घटना ने एक बार फिर महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि रेलवे स्टेशन से घर जाने वाले मार्गों पर पुलिस गश्ती बढ़ाई जाए और टेंपो व अन्य सार्वजनिक वाहनों का नियमित सत्यापन किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। हिम्मत बनी मिसाल इस पूरे मामले में पीड़िता की हिम्मत और सूझबूझ की सराहना की जा रही है। टेंपो की तस्वीर खींचकर पुलिस तक पहुंचना आरोपी की गिरफ्तारी में निर्णायक साबित हुआ। यह घटना अन्य छात्राओं और महिलाओं के लिए भी सतर्क रहने और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत पुलिस की मदद लेने का संदेश देती है।
लखनऊ के जानकीपुरम इलाके में शुक्रवार रात पूजा हॉस्पिटल के सामने पार्किंग को लेकर हुए विवाद के बाद फायरिंग की आवाज से इलाके में अफरातफरी मच गई। घटना में अस्पताल में कार्यरत कर्मचारी को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है। पुलिस मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच कर रही है। पलिया महिगवां लखनऊ बिजेंद्र निवाई पिछले करीब 13 साल से पूजा हॉस्पिटल, जानकीपुरम में कार्यरत हैं। बिजेंद्र ने बताया शुक्रवार रात करीब 9:30 बजे हॉस्पिटल के सामने मरीजों की गाड़ी पार्क करने को लेकर सामने रहने वाले विनय सिंह पुत्र ध्रुव सिंह से कहासुनी हो गई। विवाद के बाद वह हॉस्पिटल के अंदर चले गए। कुछ देर बाद फायरिंग की आवाज सुनकर जब वह बाहर निकले तो एक व्यक्ति, जिसने अपना नाम मोनू पुत्र राजेश बताया, गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगा। आरोप है कि इसके बाद विनय सिंह नाम का व्यक्ति अपने घर के अंदर लेकर चला गया। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। सूचना पर पुलिस से शिकायत किए जाने की बात कही जा रही है। इंस्पेक्टर गुडंबा का कहना है मामले की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।
इस्कॉन की पदयात्रा लखनऊ पहुंची:डालीगंज में भक्तों का स्वागत, रथ के दर्शन किए
अंतर्राष्ट्रीय कृष्णा भावनामृत संघ (इस्कॉन) की प्रदेशव्यापी पदयात्रा शनिवार को लखनऊ के डालीगंज स्थित रामलीला स्थल पहुंची। यहां रामलीला कमेटी और स्थानीय नागरिकों ने यात्रा में शामिल इस्कॉन भक्तों का स्वागत किया। भक्तों ने यात्रा के पीछे चल रहे रथ के दर्शन किए। इस रथ में भगवान कृष्ण और बलराम के साथ इस्कॉन के संस्थापक की प्रतिमाएं भी थीं।इस अवसर पर समाजसेवी जितेंद्र कुमार चौरसिया 'रज्जू भैया' ने इस्कॉन भक्तों को कंबल और अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। सम्मान समारोह के बाद, पदयात्रा अपने अगले पड़ाव के लिए रवाना हो गई।यह यात्रा शुक्रवार रात को ही मौसमगंज पहुंची थी। इस मौके पर रामलीला समिति के सुरेश श्रीवास्तव और मनकामेश्वर वार्ड के पार्षद रंजीत सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुजफ्फरनगर में बाइक-ट्रक भिड़ंत में एक की मौत:मलीरा गांव के पास हादसा, एक युवक गंभीर घायल
मुजफ्फरनगर के नगर कोतवाली क्षेत्र में शनिवार को रोहाना रोड पर एक सड़क हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हादसा मलीरा गांव के निकट मुजफ्फरनगर-सहारनपुर स्टेट हाईवे 59 पर हुआ। पुलिस के अनुसार, हादसा उस समय हुआ जब तेज रफ्तार बाइक सवार ने आगे चल रहे एक वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास किया। इस दौरान बाइक का संतुलन बिगड़ गया और वह सामने से आ रहे एक ट्रक में जा घुसी। हादसे में बाइक पर सवार दीदाहेड़ी निवासी साजिद पुत्र अस्मत अली (उम्र करीब 20 वर्ष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं, उसके साथ बाइक पर मौजूद मुनव्वर पुत्र राशिद (उम्र करीब 19 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल मुनव्वर को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
नवयुग रेडियन्स सीनियर सेकेंडरी विद्यालय की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता उत्तर रेलवे स्टेडियम, चारबाग में संपन्न हुई। इसमें विद्यालय के छोटे से लेकर वरिष्ठ छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और खेल भावना का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता का शुभारंभ एथलेटिक मीट मार्च पास्ट से हुआ, जिसका नेतृत्व स्पोर्ट्स कप्तान ने किया। इसमें अनुशासन कप्तान, हेड गर्ल, वाइस हेड गर्ल और विभिन्न सदनों के कप्तान शामिल थे। विद्यालय के प्रबंधक सुधीर एस. हलवासिया और प्रधानाचार्या बी. सिंह सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि ने इंटर हाउस मार्च पास्ट की सलामी ली मुख्य अतिथि एसीपी लखनऊ सौम्या पांडे ने एथलेटिक मीट के शुभारंभ की घोषणा की। शांति और सद्भावना के प्रतीक के रूप में रंगीन गुब्बारे और कबूतर उड़ाए गए। मुख्य अतिथि ने इंटर हाउस मार्च पास्ट की सलामी ली, जिसके बाद सर्वश्रेष्ठ एथलीट ने मशाल प्रज्ज्वलित की। कार्यक्रम का अगला चरण स्वागत नृत्य से शुरू हुआ। इस वर्ष खेलकूद प्रतियोगिता की थीम 'हमारा यूनिवर्स' थी, जिसका उद्देश्य यह संदेश देना था कि प्रत्येक बच्चा अपनी प्रतिभा और जुनून का एक ब्रह्मांड है, जैसे ब्रह्मांड असंख्य तारों और ग्रहों से भरा है।पंच तत्वों पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। बच्चों ने खेल के माध्यम से अनुशासन का प्रदर्शन किया कार्यक्रम में विभिन्न आयु वर्गों के लिए कई खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इनमें रस्साकशी, कैटरपिलर रेस, ग्रीन फिंगर रेस, कोऑर्डिनेटेड कर्क्स रेस, हैप्पी हैंड रेस, पर्यावरण सुरक्षा रेस, फोकस एंड बैलेंस रेस, 50 मीटर डैश, शटल रिले और 60 मीटर बाधा दौड़ शामिल थीं। जिम्नास्टिक, ताइक्वांडो और योग प्रदर्शनों ने बच्चों की शक्ति, लचीलेपन और अनुशासन का प्रदर्शन किया। इन प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया 'पृथ्वी बचाओ' मेगा ड्रिल कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रही, जिसने 'रीयूज, रिसाइकिल, रिड्यूस और रिकवरिंग' का महत्वपूर्ण संदेश दिया। अंत में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। सत्य सदन को सर्वश्रेष्ठ मार्च, कक्षा 5 को सर्वश्रेष्ठ ड्रिल, शरगुन गुप्ता को सर्वश्रेष्ठ जिमनास्ट, श्रव्या श्रीवास्तव को सर्वश्रेष्ठ योद्धा और तान्या खत्री को सर्वश्रेष्ठ योगी घोषित किया गया। धर्म सदन को कॉक हाउस का खिताब मिला।
जहानाबाद में 21 सूत्री मांगों को लेकर जिले के शिक्षकों का आक्रोश शनिवार को सड़कों पर साफ दिखाई दिया। उटा मोड़ से शिक्षकों ने आक्रोश मार्च निकालते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) और डीपीओ कार्यालय के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान शिक्षकों ने शिक्षा विभाग पर गंभीर आरोप लगाते हुए भ्रष्टाचार, मनमानी और सरकार के आदेशों की अनदेखी का आरोप लगाया। वेतन फिक्सेशन और एरियर को लेकर नाराजगी आक्रोश मार्च का नेतृत्व कर रहे गोप गुट के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र कुमार ने बताया कि सरकार द्वारा स्पष्ट आदेश जारी किया गया था कि सभी विशिष्ट शिक्षकों का वेतन फिक्सेशन किया जाए और नए वेतनमान के अनुसार एरियर सहित भुगतान सुनिश्चित किया जाए। लेकिन, महीनों बीत जाने के बावजूद न तो वेतन फिक्सेशन हुआ है और न ही एरियर का भुगतान किया गया है। इससे शिक्षकों में गहरा आक्रोश है। भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सत्येंद्र कुमार ने आरोप लगाया कि जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ की मिलीभगत से शिक्षा विभाग के कार्यालयों में भ्रष्टाचार व्याप्त है। बिना पैसे दिए कोई काम नहीं हो रहा है। जिन शिक्षकों ने कथित रूप से रिश्वत दी, उनका वेतन फिक्सेशन और एरियर भुगतान कर दिया गया, जबकि जो शिक्षक पैसे नहीं दे सके, उन्हें आज भी कार्यालयों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। सरकार के आदेशों की उड़ाई जा रही धज्जियां शिक्षकों ने कहा कि एक तरफ सरकार भ्रष्टाचार मुक्त बिहार की बात कर रही है, वहीं दूसरी तरफ जिले के शिक्षा विभाग में हालात इसके ठीक उलट हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव के आदेशों की भी खुलेआम अनदेखी कर रहे हैं। इससे न सिर्फ शिक्षकों का मनोबल गिरा है, बल्कि सरकार की छवि पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। पढ़ाई प्रभावित, शिक्षक परेशान आंदोलन कर रहे शिक्षकों ने बताया कि वे बच्चों को पढ़ाने के बजाय अपने हक की कमाई पाने के लिए बार-बार कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। इससे स्कूलों में पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। शिक्षकों का कहना है कि यदि समय पर वेतन फिक्सेशन और एरियर का भुगतान हो जाता, तो उन्हें आंदोलन की राह नहीं पकड़नी पड़ती। आंदोलन तेज करने की चेतावनी शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि इस आक्रोश मार्च के बाद भी शिक्षा विभाग के पदाधिकारी नहीं चेते, तो 20 तारीख को जिला शिक्षा पदाधिकारी और डीपीओ का पुतला दहन किया जाएगा। इसके बावजूद भी मांगें नहीं मानी गईं, तो 26 तारीख से जिला शिक्षा कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया जाएगा। “अब आर-पार की लड़ाई” शिक्षकों का कहना है कि यह आंदोलन अब आर-पार की लड़ाई बन चुका है। जब तक सभी विशिष्ट शिक्षकों का वेतन फिक्सेशन और एरियर भुगतान नहीं हो जाता, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। शिक्षकों ने स्पष्ट किया कि वे अपने हक की लड़ाई को किसी भी कीमत पर कमजोर नहीं पड़ने देंगे। प्रशासन की चुप्पी पर सवाल आक्रोश मार्च के दौरान यह सवाल भी उठा कि आखिर इतने बड़े पैमाने पर शिकायतों के बावजूद शिक्षा विभाग के वरीय अधिकारी कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि यदि समय रहते समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो इसका असर शिक्षा व्यवस्था और सरकार दोनों पर पड़ेगा। आंदोलन के बाद अब सबकी निगाहें शिक्षा विभाग के अधिकारियों की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं। यह देखना अहम होगा कि शिक्षकों के दबाव के बाद विभाग व्यवस्था सुधारता है या आंदोलन और उग्र रूप लेता है।
भागलपुर के नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत परबत्ता थाना क्षेत्र में जमीन विवाद को लेकर दबंगों ने एक किसान दंपती पर हमला किया। खेत से लौट रहे पति-पत्नी को 5 लोगों ने घेरकर लाठी और लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटा। हमले में पत्नी के दोनों पैर टूट गए, जबकि पति के दोनों हाथों की हड्डियां चकनाचूर हो गईं। बीच-बचाव करने पहुंचे बेटे को भी आरोपियों ने मारपीट कर घायल कर दिया। घटना, आठ दिसंबर की बतायी जा रही है, लेकिन अब तक मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित परिवार में आक्रोश और भय का माहौल है। घायल दंपत्ति का इलाज भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई नहीं की। इसी बीच, घायल किसान सुनील झा और उनकी पत्नी शांति देवी किसी तरह जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के कार्यालय पहुंचे और पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। डीएम ने मामले को गंभीर बताते हुए नवगछिया के एसडीपीओ से मिलने की सलाह दी और निष्पक्ष कार्रवाई का आश्वासन दिया। जान से मारने धमकी, खेती करने से लग रहा डर डीएम कार्यालय के बाहर पीड़ित दंपती रोते दिखे। उन्होंने बिहार के गृह मंत्री सम्राट चौधरी से जान बचाने की गुहार लगाई। घायल सुनील झा ने कहा कि वे अधिकारियों के दरवाजे खटखटाते-खटखटाते थक चुके हैं, लेकिन अब तक उन्हें न्याय नहीं मिला। आरोप लगाया कि दबंग लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जिससे वे अपनी ही जमीन पर खेती करने से डर रहे हैं। पीड़ित दंपती ने रंजीत भगत, दीपक भगत, विनय भगत, आनंद भगत और सोनम को हमले का आरोपी बताया है। सभी आरोपी परबत्ता थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव के रहने वाले हैं। पीड़ित परिवार ने प्रशासन से आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी, सुरक्षा और निष्पक्ष जांच की मांग की है। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में कितनी तेजी से कार्रवाई करता है।
देवरिया जिले में शनिवार शाम करीब तीन दशक बाद विश्व भोजपुरी सम्मेलन का आयोजन राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) के मैदान में किया गया। दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी ने इसका उद्घाटन किया। इस सम्मेलन में हजारों लोगों ने भोजपुरी भाषा, संस्कृति और संगीत का उत्सव मनाया। मंच पर भोजपुरी जगत के प्रमुख कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। इनमें लोकप्रिय गायक और भाजपा सांसद मनोज तिवारी, लोकगायक भरत शर्मा व्यास और प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी शामिल थीं। कलाकारों की प्रस्तुतियों ने पूरे माहौल को संगीतमय बना दिया। मनोज तिवारी ने मंच से हम बिहारी हैं... और ए राजा जी एकरो रहत जरूर है... जैसे गीत गाए। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि देवरिया भोजपुरी की काशी है। यहां आकर हर कलाकार को स्नान करने का अवसर मिलता है। तिवारी ने केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इन सरकारों को केवल विकास दिखता है, जबकि सपा, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को विकास नजर नहीं आता। उन्होंने उत्तर प्रदेश के संभावित प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के नेतृत्व में प्रदेश के और आगे बढ़ने की उम्मीद जताई। गायिका कल्पना पटवारी ने देवरिया से अपने पुराने जुड़ाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में विश्व भोजपुरी सम्मेलन का आयोजन महत्वपूर्ण है। पटवारी ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि भोजपुरी के कई कलाकार राजनीति में शामिल हो रहे हैं, लेकिन भाषा को अभी तक संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल नहीं किया गया है। उन्होंने भोजपुरी भाषा और संस्कृति के उत्थान के लिए लगातार प्रयास करने की बात कही। इस सम्मेलन ने देवरिया को एक बार फिर भोजपुरी की सांस्कृतिक पहचान के रूप में स्थापित किया। गीत-संगीत, संस्कृति और भाषा के इस आयोजन में भोजपुरी प्रेमियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
मेसी इवेंट में हंगामा, फैंस ने किया तोड़फोड़
दिग्गज फुटबॉलर लियोनेल मेसी तीन दिवसीय भारत के दौरे पर हैं। शनिवार को वह साल्ट लेक स्टेडियम पहुंचे, जहां उनकी झलक न मिल पाने पर गुस्साए फैंस ने जमकर तोड़फोड़ की
बक्सर में होटल के पास फायरिंग:कृष्णाब्रह्म पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा
बक्सर के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र अंतर्गत पटना–बक्सर राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-922) पर शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब कृतसागर गांव के समीप दियारांचल होटल के पास तीन युवकों ने खुलेआम लाइसेंसी राइफल से फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुई गोलीबारी से सड़क किनारे मौजूद लोगों और होटल के आसपास बैठे ग्राहकों में दहशत फैल गई। कुछ देर के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। एनएच-922 पर अचानक फायरिंग से मची अफरा-तफरी प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शनिवार को कृतसागर गांव के पास दियारांचल होटल के आसपास सामान्य चहल-पहल थी। इसी दौरान तीन युवक वहां पहुंचे और बिना किसी स्पष्ट कारण के राइफल से फायरिंग करने लगे। गोली चलने की आवाज सुनते ही होटल कर्मी, राहगीर और वाहन चालक घबरा गए। कई लोग जान बचाने के लिए सड़क किनारे झाड़ियों और दुकानों के पीछे छिपते नजर आए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस घटना की सूचना मिलते ही कृष्णाब्रह्म थाना की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की। थानाध्यक्ष संदीप कुमार राम के नेतृत्व में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस को आता देख तीनों युवक भागने लगे, लेकिन पुलिस बल और स्थानीय लोगों के सहयोग से उन्हें घेराबंदी कर पकड़ लिया गया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से किसी बड़ी अनहोनी की आशंका टल गई। एक लाइसेंसी राइफल और कारतूस बरामद थानाध्यक्ष संदीप कुमार राम ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कृतसागर गांव के पास होटल के समीप फायरिंग की जा रही है। मौके पर पहुंचकर जब तलाशी ली गई तो आरोपियों के पास से एक 315 बोर की लाइसेंसी राइफल, छह जिंदा कारतूस और एक खोखा बरामद किया गया। हैरानी की बात यह रही कि राइफल एक आरोपी के हाथ में लोडेड अवस्था में थी, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती थी। लाइसेंस किसी और के नाम, जांच में खुलासा पुलिस जांच में सामने आया कि बरामद राइफल का लाइसेंस शस्त्रधारी पप्पू यादव के पिता के नाम से निर्गत है। इस आधार पर पुलिस ने हथियार के दुरुपयोग का मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि लाइसेंसी हथियार का इस तरह सार्वजनिक स्थान पर इस्तेमाल कानूनन गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। तीनों आरोपी गिरफ्तार, भेजे गए जेल इस मामले में शस्त्रधारी सह रहथुआ निवासी पप्पू यादव, कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के सरौरा निवासी मनोज कुमार यादव और डुमरांव के आदर्श नगर निवासी अभिषेक कुमार पांडेय के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर शनिवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू थानाध्यक्ष ने बताया कि पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि युवकों ने जानबूझकर हथियार से फायरिंग कर इलाके में दहशत फैलाने की कोशिश की। इसे देखते हुए संबंधित हथियार लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि फायरिंग के पीछे कोई आपसी विवाद, नशे की हालत या किसी अन्य आपराधिक मंशा तो नहीं थी। कोई हताहत नहीं, लेकिन दहशत का माहौल हालांकि इस घटना में किसी के घायल या हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग जैसे व्यस्त इलाके में हुई फायरिंग ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते पुलिस नहीं पहुंचती, तो बड़ा हादसा हो सकता था। पुलिस ने लोगों से की अपील पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि यदि कहीं भी अवैध हथियार या संदिग्ध गतिविधि नजर आए, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। लाइसेंसी हथियारों का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सोनीपत के कुंडली क्षेत्र में एक शॉपिंग मॉल की छत पर नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक लड़की के साथ दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। छात्रा को स्कूल में साथ में पढ़ने वाला एक छात्र घुमाने के बहाने मॉल लेकर गया था। पुलिस ने लड़की की मां की शिकायत पर कुंडली थाना में केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जानकारी अनुसार सोनीपत के एक गांव की रहने वाली महिला ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी एक स्कूल में 9वीं कक्षा में पढ़ती हे। गांव का ही एक किशोर भी उसकी बेटी के साथ ही स्कूल में पढ़ता है। दोनों में आपस में बातचीत होती थी। छात्र उसकी बेटी को घुमाने के बहाने मॉल में ले गया था। इस बीच वह लड़की को धोखे से मॉल की छत पर ले गया और वहां उसने लड़की के साथ रेप किया। घटना के बाद उसने छात्रा को धमकाया और किसी को कुछ न बताने के लिए कहा। जब बेटी परेशान दिखी, तो परिजनों ने उससे पूछताछ की। तब उसने पूरी घटना परिजनों को बताई। इसके बाद महिला ने थाना कुंडली में शिकायत दी।पुलिस ने छात्रा का मेडिकल परीक्षण कराया और रेप की पुष्टि होने पर नाबालिग लड़के के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की धाराओं में केस दर्ज कर लिया। पुलिस अभी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
जिला परिषद के चुनाव के लिए हम तैयार, कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी: अमृतसर डीआईजी
अमृतसर के डीआईजी बॉर्डर रेंज संदीप गोयल ने बताया कि रविवार को पंजाब में जिला परिषद के चुनाव होने हैं
घाटमपुर के पतारा में होटल संचालक से लेबर अधिकारी बताकर उसके संग आए युवक ने पांच हजार रूपये वसूल लिए थे, मामला तूल पकड़ता देख युवक ने ऑनलाइन पांच हजार रुपए होटल संचालक के खाते में ट्रांसफर कर दिए थे, पुलिस ने तहरीर के आधार पर युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दरोगा की भूमिका की जांच शुरू कर दी है। पुलिस युवक की तलाश में दबिश दे रही है। घाटमपुर थाना क्षेत्र के पतारा कस्बा निवासी बिहारी लाल सैनी ने घाटमपुर थाने में तहरीर उनके साथ हुई पांच हजार रुपए के वसूली की घटना की पूरी जानकारी दी थी, पुलिस ने तहरीर के आधार पर लेबर इंस्पेक्टर संग आए युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दरोगा की भूमिका की जांच की जा रही है। पुलिस युवक की तलाश में जुटी है। पढ़ें क्या है, पूरा मामला घाटमपुर थाना क्षेत्र के पतारा कस्बा निवासी बिहारी लाल सैनी ने घाटमपुर थाने में दर्ज कराए मुकदमे में बताया कि उनकी पतारा कस्बे में पुलिस चौकी रोड के पास बाला जी स्वीट्स एंड नमकीन के नाम से दुकान स्थित है। बीती शुक्रवार दोपहर वह दुकान पर थे, तभी सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार से हरिशंकर दुकान के अंदर आया। उनके पीछे एक दरोगा जिसकी नेम प्लेट में जितेंद्र प्रताप सेंगर लिखा हुआ था, दुकान के अंदर बैठकर समोसा खा रहे बच्चे को साथ खड़ा करके फोटो खींची, इसके बाद उन्हें बाल श्रम का हवाला देते हुए, जेल भेजने के लिए धमकाया, और उनसे कहा कि कार में लेबर इंस्पेक्टर सुनील मौर्य बैठे है। जाकर उनसे मिल लो नहीं तो तुम्हे जेल भेज दूंगा। इसके बाद दरोगा और कार सवार लेबर इंस्पेक्टर वहां से चले गए, कुछ देर बाद हरिशंकर दोबारा होटल पर पहुंचा, और लेबर इंस्पेक्टर से मामले को रफा दफा करने को के नाम पर पांच हजार रुपए वसूल लिए। शिकायत होने पर हरिशंकर ने होटल संचालक बिहारी लाल को ऑनलाइन पांच हजार रुपए वापस कर दिए। घाटमपुर इंस्पेक्टर धनंजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच पड़ताल की जा रही है।
बिजनौर में साइबर अपराधियों ने एक बार फिर एक बैंक उपभोक्ता को अपना शिकार बनाया है। शहर कोतवाली क्षेत्र में सीएमओ कार्यालय में कार्यरत एक लिपिक के खाते से फर्जी संदेश के जरिए 47,512 रुपये निकाल लिए गए। पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गोविंद पुरम आवास विकास निवासी नितिन कुमार गौड़ सीएमओ कार्यालय में लिपिक के पद पर तैनात हैं। 9 दिसंबर 2025 की शाम 4:46 बजे उनके मोबाइल पर 'योनो एसबीआई' के नाम से एक एसएमएस आया। इस संदेश में एक लिंक दिया गया था। नितिन ने जैसे ही उस लिंक पर क्लिक किया, उनसे यूजरनेम और नेट बैंकिंग पासवर्ड मांगा गया। विवरण भरते ही कुछ देर बाद उनके खाते से 47,512 रुपये का अनधिकृत लेनदेन हो गया। ठगी का पता चलते ही नितिन ने तुरंत साइबर सेल के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई। शहर कोतवाल धर्मेंद्र सोलंकी ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।
देश के चीफ जस्टिस सूर्य कांत का कहना है- डिजिटल प्लेटफॉर्म ने काम को आसान और तेज किया है, लेकिन जो लोग इसे ज्यादा नहीं जानते है, उन्हें न्याय से वंचित नहीं कर सकते है। न्याय प्रणाली में डिजिटल डिवाइड केवल तकनीक तक पहुंच और गैर-पहुंच का सवाल नहीं है, बल्कि यह सहायता प्राप्त और बिना सहायता वाले तकनीकी उपयोगकर्ताओं के बीच अधिक गंभीर रूप में सामने आता है। उन्होंने ई-कोर्ट्स प्रोजेक्ट के तीसरे चरण का जिक्र किया, जिसमें पूरी तरह से कंप्यूटरीकृत कोर्ट, ई-फाइलिंग, ऑनलाइन और हाइब्रिड (ऑनलाइन और सामने से) सुनवाई और नेशनल ज्यूडिशियल डेटा ग्रिड के ज़रिए डेटा-आधारित शासन की सोच रखी गई है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में बिना रुकावट और सबको साथ लेकर न्याय दिलाने के लिए अच्छे कर्मचारियों वाले ई-सेवा केंद्र, SUHAS जैसे आसान टूल, मोबाइल से पहुंच और एक राष्ट्रीय डिजिटल नीति की सख्त जरूरत है। दरअसल, राजस्थान हाई कोर्ट और राजस्थान राज्य न्यायिक अकादमी ने नेशनल ज्यूडिशियल अकादमी के साथ मिलकर 13 दिसंबर को जैसलमेर में क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस रखी। इसका विषय 'टेक्नोलॉजी के ज़रिए कानून का राज आगे बढ़ाना: मौके और मुश्किलें' रखा गया है। सम्मेलन में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सूर्यकांत, भारत के मुख्य न्यायाधीश, सुप्रीम कोर्ट और महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात और राजस्थान उच्च न्यायालयों के माननीय न्यायाधीशों, पश्चिमी क्षेत्र के न्यायिक अधिकारियों और अन्य हितधारकों ने भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य टेक्नोलॉजी का सही और सबको साथ लेकर चलने वाला इस्तेमाल करके न्याय तक लोगों की पहुंच को मजबूत करना था। ई कोर्ट ने शुरू कीं कई नई डिजिटल सेवाएं कॉन्फ्रेंस में राजस्थान हाईकोर्ट ने कई नई डिजिटल इनिशिएटिव शुरू किए। इन सेवाओं का मकसद नागरिकों को बेहतर सेवा देना, काम में पारदर्शिता लाना और न्याय तेज़ी से दिलाना है। इनका उद्देश्य कोर्ट तक सभी की पहुंच आसान बनाना, नियमों की रुकावटें हटाने और लोगों का भरोसा बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना प्रमुख रहा। जजों ने कहा गांव और कमजोर लोगों की मदद करनी चाहिए सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस बी.वी. नागरत्ना और जस्टिस संदीप मेहता और जस्टिस विजय बिश्नोई ने भी CJI के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने कहा- टेक्नोलॉजी के इस दौर में इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि संविधान में सबको डिजिटल तरीके से शामिल करने की बात का ध्यान रखा जाना चाहिए। गांव और कमजोर लोगों को टेक्नोलॉजी इस्तेमाल करने में मदद करनी चाहिए। साथ ही AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) वाले सिस्टम में इंसानों की निगरानी (ह्यूमन ओवरसाइट) जरूरी है। इसके अलावा जजों और स्टाफ की ट्रेनिंग बढ़ाना और टेक्नोलॉजी आखिरी आदमी तक पहुंचे, इसका भी ध्यान रखना चाहिए। 'मीडिया ट्रायल' और AI के इस्तेमाल पर सावधानी दूसरे सेशन में इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया से न्याय में आने वाली मुश्किलों पर बात हुई। जस्टिस ए.एस. चांदुरकर ने सनसनीखेज खबरों, गलत जानकारी और बढ़ते मीडिया ट्रायल (मीडिया में ही फैसला सुना देना) के खतरों के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि संविधान में मिली बोलने की आज़ादी और उस पर लगाए गए सही प्रतिबंधों में संतुलन बनाना होगा । जस्टिस दीपांकर दत्ता ने AI पर आंख बंद करके भरोसा न करने की चेतावनी दी । वहीं, जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने गोपनीयता (प्राइवेसी), सही जानकारी पर आधारित लोगों की चर्चा और रचनात्मक आलोचना पर जजों के खुलेपन के महत्व पर ज़ोर दिया । ऑनलाइन विवाद समाधान (ODR) से केस कम होंगे तीसरा सेशन ADR (आपसी सुलह से विवाद निपटाना) और ODR (ऑनलाइन सुलह) में टेक्नोलॉजी की भूमिका पर केंद्रित था। डॉ. जस्टिस पुष्पेन्द्र सिंह भाटी ने कहा कि ODR में पेंडिंग (लंबित) मामलों को निपटाने और काम को तेज़ करने की बड़ी क्षमता है । हालांकि उन्होंने AI की मदद से होने वाले कामों में भी इंसानी निगरानी की ज़रूरत बताई । जस्टिस पंकज मित्तल ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत न्याय मिलना केवल कोर्ट तक पहुंचने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह न्याय को महसूस करने का अनुभव है । उन्होंने कहा कि ADR को बढ़ावा मिलना चाहिए, क्योंकि यह विवाद सुलझाने का एक अच्छा और मानवीय तरीका है। जस्टिस जे.के. माहेश्वरी ने डेटा सुरक्षा और AI से जुड़े क़ानूनी ढांचे पर बात की । उन्होंने साफ़ कहा कि टेक्नोलॉजी को जजों की मदद करनी चाहिए, न कि इंसान के फैसले या संवेदनशीलता की जगह लेनी चाहिए ।
लखनऊ के लेटे हनुमान मंदिर परिसर में शनिवार को अवध लेडीज क्लब की महिलाओं ने एक पिकनिक का आयोजन किया। गोमती तट के किनारे एकत्र हुईं क्लब की 45 सदस्यों ने आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत भजन संध्या से हुई। महिलाओं ने गोमती किनारे बैठकर सामूहिक भजन-कीर्तन किया। इससे पूरे परिसर में भक्ति और संगीत का माहौल बन गया।इसके बाद महिलाओं ने लखनऊ की प्रसिद्ध पतंगबाजी का भी आनंद लिया। चरखी पर पतंग उड़ाते हुए सदस्यों ने पिकनिक का भरपूर लुत्फ उठाया। महिलाओं ने पुरानी फिल्मों के गीत भी गाये पिकनिक में संगीत और नृत्य का सत्र भी आयोजित किया गया। महिलाओं ने पुरानी फिल्मों के गीतों जैसे ‘रमैया वस्ता वैया’, ‘मेरा जूता है जापानी’ और ‘साजन रे झूठ मत बोलो, खुदा के पास जाना है’ पर नृत्य किया। इस दौरान तालियों की गड़गड़ाहट और हंसी-मजाक से माहौल जीवंत हो उठा। पिकनिक में रीता सिंह, रेखा अग्रवाल, सरिता अग्रवाल, सीता रानी, अमिता शुक्ला, किरण दयाल, मनोरमा मिश्रा, मंजू अग्रवाल, रागिनी और पूनम सहित क्लब की कई सदस्य मौजूद थीं। कार्यक्रम का संचालन अर्चना गुप्ता ने किया।
सूरजपुर में छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नाम एक ज्ञापन सौंपा है। फेडरेशन ने वेतन विसंगति दूर करने और क्रमोन्नत वेतनमान लागू करने की मांग की है। यह ज्ञापन शुक्रवार को प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मरावी की अनुपस्थिति में उनके प्रतिनिधि संत साहू को जिला अध्यक्ष विजय साहू के नेतृत्व में दिया गया। फेडरेशन ने ज्ञापन में बताया कि विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के संकल्प पत्र मोदी की गारंटी में सहायक शिक्षकों और शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करने तथा क्रमोन्नत वेतनमान लागू करने का आश्वासन दिया गया था। पार्टी ने सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर इन मांगों को पूरा करने का वादा किया था। हालांकि, दो वर्ष बीत जाने के बाद भी इन सुधारों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। शिक्षकों से किए वादे को जल्द पूरा करने की मांग जिलाध्यक्ष विजय साहू ने कहा, प्रदेश के हजारों शिक्षक आज भी 'मोदी की गारंटी' के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं। हमें पूर्ण विश्वास है कि आगामी विधानसभा सत्र में सरकार इस दिशा में सकारात्मक निर्णय लेगी। शिक्षकों से किया गया वादा शीघ्र पूरा किया जाना चाहिए। फेडरेशन ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि शिक्षकों की इन मांगों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए वेतन विसंगति निवारण और क्रमोन्नत वेतनमान का लाभ जल्द से जल्द प्रदान किया जाए। ज्ञापन सौंपते समय जिलाध्यक्ष विजय साहू के साथ नवल किशोर गुप्ता, प्रवीण श्रीवास्तव, सच्चिदानंद दुबे, देवेंद्र पांडे, शशि भूषण दुबे, विश्वनाथ सिंह, बनारसी सिंह, अमोल सिंह, बृजेश तिवारी, बसंत सिंह, बोस प्रताप सिंह, राजकुमार सिंह और निर्मल सिंह सहित कई अन्य शिक्षक मौजूद थे। फेडरेशन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रखेंगे।
बदायूं में ट्रक-ऑटो टक्कर, एक की मौत:छह घायल, मूसाझाग थाना क्षेत्र में हुआ हादसा
बदायूं में एक ट्रक और ऑटो की टक्कर में एक युवक की मौत हो गई, जबकि छह अन्य घायल हो गए। यह हादसा मूसाझाग थाना क्षेत्र में बदायूं-दातागंज रोड पर हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक की पहचान 20 वर्षीय रजत गुप्ता पुत्र दिनेश चंद्र गुप्ता के रूप में हुई है। उनके साथ ऑटो में सवार 18 वर्षीय संजय गुप्ता पुत्र पंकज गुप्ता भी घायल हुए हैं। दोनों बदायूं से ऑटो में बैठकर दातागंज जा रहे थे। मूसाझाग से कुछ पहले पहुंचने पर एक तेज रफ्तार ट्रक ने ऑटो को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ऑटो में सवार अन्य लोग कूद गए, लेकिन रजत ऑटो में फंस गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे के बाद ट्रक चालक ट्रक सहित मौके से फरार हो गया। सूचना मिलने पर 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल रजत तथा संजय को अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने रजत को मृत घोषित कर दिया। रजत के शव को मोर्चरी में रखवाकर पुलिस को सूचना दी गई। घायल संजय गुप्ता ने बताया कि वे दिल्ली से आ रहे थे और बदायूं में रजत से मिले थे। इसके बाद दोनों एक ही ऑटो में सवार होकर दातागंज जा रहे थे, तभी यह हादसा हो गया।
लखनऊ में समर्पण इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेज़ ने नर्सिंग चीफ सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर दीप प्रज्ज्वलन और शपथ ग्रहण समारोह भी किया गया। यह कार्यक्रम नर्सिंग विद्यार्थियों के पेशेवर जीवन की शुरुआत और नर्सिंग क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं देने वाले नेतृत्व को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। समारोह के मुख्य अतिथि केएमसी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय तनेजा थे। अयोध्या हनुमानगढ़ी के महंत बलराम दास महाराज ने विशिष्ट अतिथि के रूप में आशीर्वचन दिया। टीएनएआई उत्तर प्रदेश की अध्यक्ष कुमुदिनी मिश्रा और समर्पण समूह की ट्रस्टी प्रो. डॉ. नम्रता पुनीत अवस्थी भी विशेष अतिथि के तौर पर मौजूद रहीं। स्वर्ण पदक विजेता प्रियंका को विशेष सम्मान कार्यक्रम में केएमसी विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. नीरज शुक्ला, दूरदर्शन से आत्मा प्रकाश मिश्रा और हॉस्पिटल मैनेजर मनीष मिश्रा भी उपस्थित थे।दीप प्रज्ज्वलन के बाद नर्सिंग विद्यार्थियों ने सेवा और करुणा की शपथ ली। प्राचार्या प्रो. डॉ. दीप्ति शुक्ला ने संस्थान की उपलब्धियों के बारे में बताया । इस अवसर पर नर्सिंग चीफ अचीवमेंट अवार्ड के तहत कई नर्सिंग अधिकारियों को सम्मानित किया गया। डॉ. प्रशांत दुबे व निर्मला दुबे की स्मृति में दो विद्यार्थियों को स्मृति पुरस्कार प्रदान किए गए, जबकि एबीवीएमयू की स्वर्ण पदक विजेता प्रियंका को विशेष सम्मान से नवाजा गया।
जमुई के मलयपुर–लक्ष्मीपुर मुख्य मार्ग पर शनिवार को एक तेज रफ्तार पिकअप वाहन की टक्कर से बाइक सवार पति–पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा खादीग्राम के पास हुआ, जहां पिकअप की जोरदार टक्कर से दोनों सड़क पर गिर पड़े। दुर्घटना के बाद कुछ देर के लिए सड़क पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया। खादीग्राम के पास हुआ हादसा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मलयपुर–लक्ष्मीपुर मार्ग पर वाहनों की आवाजाही सामान्य थी। इसी दौरान लक्ष्मीपुर की ओर से तेज गति में आ रही एक पिकअप वाहन अचानक अनियंत्रित हो गई और सामने से आ रही बाइक में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सवार पति–पत्नी दूर जा गिरे और दोनों को गंभीर चोटें आईं। घायलों की पहचान घायलों की पहचान गिद्धौर थाना क्षेत्र के निवासी लालजीत रविदास और उनकी पत्नी संगीता कुमारी के रूप में हुई है। हादसे के बाद दोनों सड़क पर तड़पते रहे, जिसे देख आसपास मौजूद लोग मौके पर जुट गए और तत्काल पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी। डायल 112 की त्वरित कार्रवाई स्थानीय लोगों की सूचना पर डायल 112 की पुलिस टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने लोगों की मदद से दोनों घायलों को एंबुलेंस में बैठाकर इलाज के लिए जमुई सदर अस्पताल पहुंचाया। समय पर सहायता मिलने से घायलों को राहत मिल सकी। सदर अस्पताल में इलाज जारी सदर अस्पताल में डॉक्टरों ने दोनों का प्राथमिक उपचार किया। चिकित्सकों के अनुसार लालजीत रविदास के पैर में फ्रैक्चर हुआ है, जिसकी स्थिति गंभीर है। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हड्डी रोग विशेषज्ञ के पास रेफर कर दिया गया है। वहीं उनकी पत्नी संगीता कुमारी की हालत फिलहाल स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज सदर अस्पताल में ही जारी है। पीड़ित की आपबीती अस्पताल में इलाज के दौरान घायल लालजीत रविदास ने बताया कि वे अपनी पत्नी के साथ बाइक से किसी जरूरी काम से लक्ष्मीपुर गए थे। काम निपटाकर जब वे वापस गिद्धौर लौट रहे थे, तभी खादीग्राम के पास सामने से आ रही तेज रफ्तार पिकअप अचानक असंतुलित हो गई और सीधे उनकी बाइक में टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि टक्कर के बाद पिकअप चालक बिना रुके वाहन लेकर फरार हो गया। पिकअप चालक फरार, जांच में जुटी पुलिस हादसे के बाद पिकअप चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना संबंधित थाना को दे दी गई है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल पिकअप वाहन की पहचान नहीं हो सकी है। आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर वाहन और चालक की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि जल्द ही फरार चालक को पकड़ लिया जाएगा। तेज रफ्तार बनी हादसे की वजह स्थानीय लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। खादीग्राम के पास सड़क अपेक्षाकृत संकरी है, जिससे हादसों की आशंका बनी रहती है। लोगों ने प्रशासन से इस मार्ग पर गति नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। पुलिस की अपील पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते समय गति पर नियंत्रण रखें, हेलमेट का उपयोग करें और यातायात नियमों का पालन करें। थोड़ी सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है।
दिल्ली- एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में तेज बढ़ोतरी के कारण Commission for Air Quality Management (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज- 4 को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया है। दिल्ली का औसत AQI सुबह 397 से बढ़कर 401 तक पहुंच गया जबकि गाजियाबाद और नोएडा में AQI 422 दर्ज किया गया। जो 'सीवियर' कैटेगरी में आता है। धीमी हवाओं और स्थिर मौसम के कारण स्मॉग की मोटी चादर छा गई है, जिससे दृश्यता कम हो गई और स्वास्थ्य जोखिम बढ़ गए हैं। GRAP-4 के तहत कई सख्त प्रतिबंध लगाए गए हैं। गाजियाबाद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह ने बताया कि गाजियाबाद में ग्रेप 4 लागू कर दिया गया है। सभी विभागों को सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली और यूपी में आज शहरों का AQI यह प्रतिबंधित लागू किए गए निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक रहेगी। पूरे NCR में गैर-आवश्यक निर्माण-विध्वंस कार्य, स्टोन क्रशर और माइनिंग गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित। इसमें अर्थवर्क, पाइलिंग, ट्रेंचिंग, वेल्डिंग, पेंटिंग आदि शामिल हैं। वाहनों पर पाबंदी दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और नोएडा में BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल चार पहिया वाहनों का संचालन प्रतिबंधित किया गया है। इसमें स्कूलों में हाइब्रिड मोड कक्षा 5 तक के लिए दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में हाइब्रिड क्लासेस अनिवार्य यानी ऑनलाइन विकल्प उपलब्ध जहां संभव हो सकें के निर्देश दिए गए हैं।इनके अलावा अप्रूव्ड ईंधन वाली इंडस्ट्रीज पर रोक रहेगी। सरकारी कार्यालयों के समय में स्टैगर्ड व्यवस्था। CAQM ने नागरिकों से सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने, मास्क पहनने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की अपील की है। प्रदूषण के प्रमुख कारणों में वाहन से निकला धुआं, निर्माण धूल और मौसमी स्थितियां शामिल हैं। आने वाले दिनों में और भी स्थिति बिगड़ सकती है। नगर निगम लगातार शहर में सड़कों पर छिड़काव कर रहा है।
मुंगेली में कलेक्टर कुन्दन कुमार ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) शीला साहा को नोटिस जारी किया है। यह कार्रवाई नर्सिंग होम एक्ट और पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत पेश की जाने वाली जरूरी दस्तावेजों में लापरवाही पर की गई है। कलेक्टर ने पाया कि विभिन्न अस्पतालों के निरीक्षण से संबंधित फाइलें और पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रकरण बिना हस्ताक्षर, बिना अवलोकन और अधूरी जानकारी के साथ प्रस्तुत किए गए थे। इसे गंभीर लापरवाही माना गया है। इसी तरह, सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ टीकाकरण अधिकारी डॉ. कमलेश खैरवार को भी नोटिस जारी किया गया है। उन पर नर्सिंग होम एक्ट के तहत तैयार की गई फाइलें बिना हस्ताक्षर और पूर्ण अवलोकन के प्रस्तुत करने का आरोप है। कलेक्टर ने शीला साहा और डॉ. खैरवार से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया या निर्धारित समय-सीमा के भीतर प्राप्त नहीं हुआ, तो उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
ग्वालियर के विनय नगर इलाके में कोटेश्वर तिराहे के पास उस समय हड़कंप मच गया, जब जमीन से अचानक आग की लपटें उठने लगीं। यह घटना गैस पाइपलाइन में रिसाव के कारण हुई, हालांकि इसमें कोई जनहानि नहीं हुई। घटना के बाद मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और कुछ समय के लिए भय का माहौल बन गया। जमीन से अचानक आग की लपटें देखकर सभी दंग रह गए। जमीन में बिछी पाइप लाइन में लीकेज दरअसल, विनय नगर के कोटेश्वर चौराहे के पास नई लाइन बिछाने के लिए खुदाई का काम चल रहा था। इसी दौरान जमीन में पहले से बिछी गैस पाइपलाइन में लीकेज हो गया, जिससे आग लग गई। यह दृश्य भयावह था और एक बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि, गैस कंपनी को सूचना मिलते ही उन्होंने तत्काल प्रभाव से गैस आपूर्ति बंद कर दी, जिससे आग अपने आप बुझ गई। लोगों ने तत्काल फायर ब्रिगेड को भी सूचना दी। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए दो फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन तब तक आग बुझ चुकी थी। बाद में कंपनी के कर्मचारियों ने पाइपलाइन की मरम्मत का काम किया। मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
कोई पद छोटा या बड़ा नहीं होता : पंकज चौधरी
उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष पद पर नामांकन करने के बाद केंद्रीय राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि कोई पद छोटा या बड़ा नहीं होता
मंदसौर स्थित अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ मंदिर में शनिवार शाम एक भावुक और आध्यात्मिक दृश्य देखने को मिला, जब यूक्रेन से आई छह सदस्यीय महिला श्रद्धालुओं का दल भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए मंदिर परिसर पहुंचा।विदेशी श्रद्धालु मंदिर में दर्शन के दौरान नतमस्तक होकर प्रार्थना करते नजर आए। दर्शन के दौरान छलके आंसूदर्शन के समय दल में शामिल एक महिला की आंखों से आंसू बहते देखे गए।यूक्रेन से आए इस दल ने भगवान पशुपतिनाथ से रूस-यूक्रेन युद्ध के शीघ्र समाप्त होने और विश्व में शांति व मानवता की स्थापना की कामना की। महामंडलेश्वर ने बताई मंदिर की महिमाइस अवसर पर महिलाओं के साथ जूना अखाड़ा (भिवानी—हरियाणा) के महामंडलेश्वर स्वामी संगम गिरी महाराज भी उपस्थित रहे।उन्होंने श्रद्धालुओं को पशुपतिनाथ मंदिर की भव्यता, ऐतिहासिक महत्व और आध्यात्मिक दिव्यता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। माता काली की भक्त कर्णेश्वरी हुईं भावुकयूक्रेन से आए दल में कर्णेश्वरी भी शामिल थीं, जो माता काली की अनन्य भक्त हैं।अष्टमुखी भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन कर वे अत्यंत भावुक हो उठीं। कर्णेश्वरी ने कहा कि इस पावन स्थल पर आकर ऐसा अनुभव हुआ, मानो ईश्वर साक्षात आसपास उपस्थित हों। उन्होंने बताया कि उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ से यूक्रेन में चल रहे युद्ध के अंत और शांति की बहाली के लिए प्रार्थना की है। पशुपतिनाथ का संदेश—सीमाओं से परे शांति और करुणाविदेशी श्रद्धालुओं की यह भावुक उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि भगवान पशुपतिनाथ का आध्यात्मिक प्रभाव देश-विदेश की सीमाओं से परे है।यह पवित्र स्थल शांति, करुणा, मानवता और विश्व बंधुत्व का संदेश देता है। देश-विदेश से श्रद्धालुओं का आना जारीअपनी अद्वितीय अष्टमुखी प्रतिमा और आध्यात्मिक विशेषताओं के कारण पशुपतिनाथ मंदिर की पहचान विश्वभर में है।यही कारण है कि देश के साथ-साथ विदेशी श्रद्धालु भी बाबा पशुपतिनाथ के दर्शन के लिए निरंतर मंदिर पहुंच रहे हैं।
बाराबंकी के जैदपुर थाना क्षेत्र के बरुहा मजरे अहमदपुर गांव में शनिवार देर शाम खाना बनाते समय गैस सिलेंडर का पाइप निकलने से आग लग गई। इस घटना में परिवार के तीन सदस्य झुलस गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। समय रहते आग पर काबू पा लिया गया, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। जानकारी के अनुसार, घर की एक महिला रसोई में भोजन बना रही थी, तभी अचानक गैस सिलेंडर का पाइप निकल गया। गैस रिसाव के कारण आग तेजी से फैल गई। आग बुझाने के प्रयास में परिवार के तीन सदस्य झुलस गए। घटनास्थल पर शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण तुरंत पहुंचे। उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। ग्रामीणों की तत्परता से आग को और फैलने से रोका जा सका। सूचना मिलने पर अहमदपुर चौकी पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची। हालांकि, उनके पहुंचने से पहले ही स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझाई जा चुकी थी। इसके बाद घायलों को तत्काल उपचार के लिए बाराबंकी के जिला अस्पताल भेजा गया। घायलों में 45 वर्षीय शोभावती गंभीर रूप से झुलस गई हैं। उनकी 22 वर्षीय बहू मन्नो देवी और 19 वर्षीय बेटा विनय भी आग की चपेट में आए हैं। तीनों का इलाज जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है। ये सभी ग्राम बरुहा मजरे अहमदपुर, थाना जैदपुर, जनपद बाराबंकी के निवासी हैं।
ग्वालियर में रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद को 26 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया था। उनसे 2.53 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में शनिवार को पुलिस ने हरदा से एक आरोपी को पकड़ा है। पकड़े गए आरोपी के अकाउंट में ठगी की रकम से 4.95 लाख रुपए ट्रांसफर हुए थे। इस मामले में पुलिस नागदा, उज्जैन, दिल्ली, नोएड़ा व प्रयागराज (यूपी), गुजरात से पूर्व में 19 आरोपियों को पकड़ चुकी है। जिसमें बैंक मैनेजर, कैशियर से लेकर कई आरोपी शामिल हैं। ग्वालियर में यह डिजिटल अरेस्ट का सबसे बड़ा मामला था। इस केस में ठगों का नेटवर्क दुबई तक सामने आया था। पकड़े गए आरोपी ने अपनी मां के नाम से अकाउंट ओपन कराया था और उसमें अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराया था। डीएसपी क्राइम नागेंद्र सिंह सिकरवार, एसडीओपी बेहट मनीष यादव के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच अमित शर्मा द्वारा साइबर क्राइम प्रभारी धर्मेंद्र कुशवाह के नेतृत्व में साइबर क्राइम विंग की टीम को उक्त साइबर फ्रॉड में शामिल शेष आरोपियों को पकड़ने लगाया गया। पता चला कि ठगी की राशि में से 4 लाख 95 हजार रुपए हरदा निवासी एक व्यक्ति के बैंक खाते में स्थानांतरित हुए हैं। पुलिस ने हरदा पहुंचकर आरोपी को पकड़ा है। पूछताछ में आरोपी की पहचान अखिलेश पिता रामजीवन विश्नोई (27) के रूप में हुई है। वह हरदा जिले की खिरकिया तहसील के ग्राम बारंगा का निवासी है। अखिलेश ने अपनी मां के नाम पर बैंक खाता खुलवाया था। इस बैंक अकाउंट में उसने अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड कराया था। अकाउंट में पैसा आते ही वह चेक के माध्यम से कैश निकालता था। पुलिस आरोपी को हरदा से लेकर ग्वालियर लौट आई है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। ऐसे समझिए पूरा मामलाग्वालियर में रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद को 17 मार्च को मोबाइल नंबर 9730742847 से पहली बार फोन किया गया था। कॉल करने वाले ने खुद को नासिक पुलिस का अफसर बताते हुए कहा कि उनके खिलाफ नासिक थाने में मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में एफआईआर दर्ज है। जब पूछा कि किस मामले में तो कॉल करने वाले ने बताया कि नरेश गोयल को आप जानते हैं। जब उन्होंने इनकार किया तो ठग ने बताया कि नरेश गोयल मनी लॉन्ड्रिंग केस में पकड़ा गया था और उसके पास से जो अकाउंट मिला है, वह आपके नाम पर और आधार पर है। इसके बाद फर्जी इंस्पेक्टर ने सुप्रदिप्तानंद को कैनरा बैंक के एक अकाउंट की डिटेल भेजी जो उनके नाम पर था। अकाउंट सुप्रदिप्तानंद के आधार कार्ड से संचालित हो रहा था। इस खाते में करीब 20 करोड़ का ट्रांजेक्शन दिखाया। ठग ने इसकी पीडीएफ और स्टेटमेंट की कॉपी उनके वॉट्सऐप पर भेजी। यह खाता खुद का होने से इनकार करने और इस तरह की गतिविधि में शामिल नहीं होने की बात कहने पर ठग ने मामले की जांच करने की बात की। कॉल करने वाले ने सुप्रदिप्तानंद से आश्रम के अकाउंट की पूरी डिटेल ली। इसके बाद इन्फोर्समेंट एजेंसी और अन्य संस्थाओं के दस्तावेज भेजे, जिनमें सुप्रदिप्तानंद का नाम मेंशन था। ठग ने जांच के नाम पर आश्रम के फंड से 2 करोड़ 52 लाख 99 हजार रुपए अलग-अलग खातों में ट्रांसफर करा लिए। ठग ने झांसा दिया कि जांच के बाद अगर पैसा मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित नहीं हुआ तो वापस कर दिया जाएगा। जब ठगी का अहसास हुआ तो सचिव ने क्राइम ब्रांच पहुंचकर मामला दर्ज कराया। एसएसपी धर्मवीर सिंह ने बताया- रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव के साथ ठगी में क्राइम ब्रांच ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। इसके अकाउंट में 4 लाख 95 हजार रुपए ट्रांसफर हुए थे। आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
पशु तस्करों की बोलेरो की टक्कर से युवक की मौत:मझौली राज चौकी प्रभारी निलंबित, लापरवाही पर कार्रवाई
देवरिया। जिले के सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र में पशु तस्करों की बोलेरो से हुए हादसे में एक युवक की मौत के बाद पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने मझौली राज चौकी प्रभारी रंजय कुमार को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई पशु तस्करी रोकने में लापरवाही के आरोपों के बाद की गई है। गुरुवार को सलेमपुर-बरहज मार्ग पर एक तेज रफ्तार बोलेरो ने बाइक सवार दो युवकों को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में मझौली राज के चौबे टोला निवासी सौरभ चौबे (पुत्र स्व. संजय चौबे) की मौके पर ही मौत हो गई। उनके साथी आशुतोष पांडेय गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों युवक किसी काम से मझौली राज से सलेमपुर जा रहे थे। टक्कर मारने के बाद बोलेरो चालक मौके से फरार होने लगा, लेकिन स्थानीय ग्रामीणों ने पीछा कर वाहन को पकड़ लिया। बोलेरो की तलाशी लेने पर उसमें अवैध रूप से ले जाए जा रहे पशु बरामद हुए। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि यह वाहन लंबे समय से सलेमपुर-बरहज मार्ग पर पशु तस्करी में इस्तेमाल हो रहा था। ग्रामीणों ने चालक, वाहन और पशुओं सहित पुलिस के हवाले कर दिया था। पुलिस अधीक्षक द्वारा जिले में पशु तस्करी रोकने के लिए पहले ही सख्त निर्देश जारी किए गए थे। इसके बावजूद तस्करी के मामलों में कमी नहीं आ रही है। हाल ही में गोरखपुर में पशु तस्करों द्वारा एक युवक की पीट-पीटकर हत्या के बाद शासन ने देवरिया व कुशीनगर के पुलिस अधीक्षकों का तबादला भी किया था। जिले में अवैध पशु तस्करी का कारोबार लगातार बढ़ रहा है, जिससे प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। मझौली राज पुलिस चौकी प्रभारी रंजय कुमार पशु तस्करी रोकने में अपनी नाकामी के कारण निलंबित किए गए हैं।
हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव में नोटा पर मांगा जवाब:सरकार और राज्य चुनाव आयोग को चार सप्ताह की मोहलत
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ ने पंचायत चुनाव में मतदाताओं को नोटा (NOTA) का विकल्प दिए जाने की मांग पर राज्य सरकार और राज्य चुनाव आयोग से जवाब मांगा है। न्यायालय ने दोनों पक्षों को चार सप्ताह के भीतर अपना जवाबी शपथपत्र दाखिल करने का निर्देश दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति राजन राय और न्यायमूर्ति इंद्रजीत शुक्ला की खंडपीठ ने सुनील कुमार मौर्या द्वारा दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए पारित किया। याचिका में मांग की गई है कि पंचायत चुनाव में भी मतदाताओं को नोटा का विकल्प चुनने की सुविधा मिले और हर चुनाव चिन्ह के सामने उम्मीदवार का नाम अनिवार्य रूप से लिखा जाए। याची सुनील कुमार मौर्या ने न्यायालय को बताया कि शहरी चुनावों में तो मतदाताओं को नोटा का विकल्प मिलता है, लेकिन पंचायत चुनावों में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, पंचायत चुनावों में चुनाव चिन्ह के सामने उम्मीदवार का नाम भी नहीं दिया जाता है, जिससे मतदाताओं को परेशानी होती है। मामले की सुनवाई के बाद न्यायालय ने सरकार और राज्य चुनाव आयोग को चार सप्ताह में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है। इसके बाद याची को दो सप्ताह के भीतर अपना प्रत्युत्तर दाखिल करने का निर्देश दिया गया है।
बेतिया में पिकअप की टक्कर से ऑटो पुल पर पलटा:लौरिया मेला जा रहे छह लोग घायल, दो की हालत गंभीर
बेतिया के लौरिया में शनिवार शाम मेला देखने जा रहे लोगों के साथ भयानक सड़क हादसा हो गया। शिकारपुर थाना क्षेत्र के मनवा पर्सी गांव के लगभग छह लोग टोटो से लौरिया मेला जा रहे थे, तभी पीछे से तेज रफ्तार पिकअप वाहन ने टोटो में जोरदार टक्कर मार दी। हादसे का विवरण टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि टोटो बेकाबू होकर पुल से नीचे पलट गया। इस हादसे में छह लोग घायल हो गए, जिनमें दो की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। घायलों को तत्काल इलाज मौके पर अफरा-तफरी मच गई। पास के स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए सभी घायलों को बाहर निकाला और तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), लौरिया पहुंचाया। चिकित्सक डॉ. सूर्य प्रकाश ने प्राथमिक उपचार किया। दो घायलों की गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच), बेतिया रेफर कर दिया गया। घायलों की पहचान घायलों में शामिल हैं पवन कुमार (पिता घुघुल महतो) – गंभीर, साहिल कुमार (पिताॉ नथु मुखिया), रवि कुमार (पिता बुद्धु महतो), विनय कुमार (पिता रामप्रवेश महतो), सत्यम (पिता: देवेंद्र महतो) – गंभीर, बाकी घायलों का इलाज लौरिया सीएचसी में जारी है। घटना की वजह और पुलिस कार्रवाई प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिकअप वाहन तेज रफ्तार में था और चालक ने लापरवाहीपूर्वक टोटो को पीछे से टक्कर मारी। हादसे के बाद चालक वाहन समेत मौके से फरार हो गया। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान के आधार पर फरार पिकअप और उसके चालक की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय प्रतिक्रिया इस हादसे से इलाके में दहशत का माहौल बन गया है। लोग प्रशासन से जल्द कार्रवाई की उम्मीद कर रहे हैं, ताकि फरार चालक को गिरफ्तार कर न्याय सुनिश्चित किया जा सके।
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के तिल्दा नेवरा स्थित एक निजी कंपनी के 1600 मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। मजदूरों ने अनिश्चितकालीन आंदोलन की घोषणा की है। उनका आरोप है कि कंपनी प्रबंधन औद्योगिक अधिनियम के तहत मिलने वाले उनके अधिकारों और भत्तों को लेकर सिर्फ आश्वासन देता रहा है। मजदूरों की मुख्य मांगों में 1 जनवरी 2022 से संशोधित वेतनमान लागू करना शामिल है। वे श्रमायुक्त के परिपत्र का हवाला देते हुए अकुशल श्रमिकों के लिए 5%, अर्द्धकुशल के लिए 7% और कुशल व उच्च कुशल श्रमिकों के लिए 10% वार्षिक वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं। श्रमिकों ने वेतनमान और भत्तों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया इसके अतिरिक्त, मजदूर डबल लिंकेज की व्यवस्था और प्रति बिंदु न्यूट्राइलेजन दर को बढ़ाकर 2 रुपये प्रति वर्ष करने की मांग कर रहे हैं। पदोन्नति प्रक्रिया में भी बदलाव चाहते हैं, जिसके तहत एक ही ग्रेड में तीन साल की सेवा पूरी करने पर कर्मचारियों को न्यूनतम दो अतिरिक्त वृद्धि के साथ अगले उच्च ग्रेड में स्वचालित पदोन्नति मिले। अन्य मांगों में 1 अप्रैल 2025 से संशोधित मूल वेतन का 10% मकान किराया भत्ता, 2,000 रुपये प्रतिमाह वाहन भत्ता, 1,000 रुपये प्रतिमाह शिक्षा भत्ता, 500 रुपये धुलाई भत्ता और 300 रुपये प्रतिमाह धूल भत्ता का भुगतान शामिल है।
गोपालगंज में मीरगंज-सीवान बायपास पर शनिवार को सड़क के बीचों-बीच एक विशाल अजगर रेंगता हुआ दिखाई दिया, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। अफरा-तफरी का माहौल प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अजगर की लंबाई लगभग 12 से 15 फीट थी और आकार में काफी मोटा था। सड़क पर यह खतनाक वन्यजीव देखकर वाहन चालकों ने अपने वाहन रोक दिए और वहां मौजूद लोग डर के मारे इधर-उधर भागते दिखे। कई लोगों ने इस नजारे को अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया, और वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर दिया। वन विभाग की कार्रवाई स्थानीय पुलिस ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और काफी मशक्कत के बाद अजगर को सुरक्षित रूप से काबू में कर लिया। इसे एक विशेष पिंजरे में डालकर जंगल के सुरक्षित क्षेत्र में छोड़ दिया गया। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह अजगर संभवत इंडियन रॉक पायथन प्रजाति का है और यह पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ऐसे वन्यजीवों के साथ छेड़छाड़ न करें और तुरंत वन विभाग को सूचित करें। स्थान और संभावित कारण गोपालगंज का मीरगंज इलाका नदी, तालाब और जंगल से जुड़ा हुआ है, इस कारण क्षेत्र में अक्सर सांप और अन्य वन्यजीव सड़कों पर दिखाई देते हैं। इस घटना के बाद सड़क पर यातायात सामान्य हो गया, लेकिन लोगों के बीच इस विशाल अजगर की चर्चा जारी रही।
संतकबीर नगर में ट्रक ने बाइक को एक किमी घसीटा:पीआरवी ने पीछा कर पकड़ा, ड्राइवर-खलासी भागे
संतकबीरनगर जिले के मेंहदावल थाना क्षेत्र में एक सड़क हादसा हुआ। एक ट्रक ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मारकर करीब एक किलोमीटर तक घसीटा। सूचना मिलने पर पीआरवी ने ट्रक का पीछा कर उसे रोका, लेकिन चालक और खलासी मौके से फरार हो गए। सीओ सर्वदमन सिंह ने बताया कि यह घटना शाम लगभग 8:30 बजे हुई। पुरवा निवासी आनंद कुमार मौर्य की बाइक पर बाहबोलिया निवासी रोहित (25) पुत्र विजय और विकास (24) पुत्र समूज खाना खाने निकले थे। वे टंडवरीया चौराहे के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से आ रहे ट्रक ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बाइक बगल में खड़ी एक ब्रिजा गाड़ी से जा टकराई। ट्रक दोनों युवकों को घसीटते हुए आगे बढ़ गया। लोगों ने तुरंत पीआरवी को सूचना दी। पीआरवी ने सक्रियता दिखाते हुए घटना स्थल से एक किलोमीटर दूर गोकुल ढाबा के पास सोनोरा चौराहे पर ट्रक को रोक लिया। हालांकि, पुलिस के पहुंचने से पहले ही ट्रक चालक और खलासी मौका पाकर फरार हो गए। पुलिस ने घायल युवकों को मेंहदावल सीएचसी पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम संजीव राय, सीओ सर्वदमन सिंह और एसओ सुरेंद्र सिंह भी अस्पताल पहुंचे और घायलों के बारे में जानकारी ली।
जांजगीर-चांपा में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली और छत्तीसगढ़ राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के मार्गदर्शन में 13 दिसंबर को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया। यह वर्ष 2025 की अंतिम लोक अदालत थी, जिसका आयोजन जिला न्यायालय, समस्त तालुका एवं राजस्व न्यायालयों में हुआ। जिला एवं सत्र न्यायालय जांजगीर में प्रधान जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष शक्ति सिंह राजपूत ने दीप प्रज्वलन कर नेशनल लोक अदालत का उद्घाटन किया। उन्होंने लोक अदालत के महत्व पर जोर देते हुए अधिक से अधिक मामलों के निपटारे का आह्वान किया। 41,379 मामलों में 26,865 का निपटारा इस लोक अदालत में जिले की 40 खंडपीठों में कुल 41,379 प्रकरणों में से 26,865 मामलों का निराकरण किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और जिला प्रशासन के सहयोग से हितग्राहियों को एक ही मंच पर न्याय मिला। इस अवसर पर दिव्यांगजनों को ट्राई साइकिल और श्रवण यंत्र वितरित किए गए। महिला एवं बाल विकास विभाग ने गोद भराई, पोषण आहार और आंगनबाड़ी बच्चों के खिलौनों की प्रदर्शनी लगाई। बच्चों को छात्रवृत्ति योजनाओं का लाभ भी प्रदान किया गया। नेशनल लोक अदालत के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा जागरूकता स्टॉल भी लगाए गए। इनके माध्यम से आमजन को सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई।
बरेली बवाल के आरोपी मौलाना तौकीर रजा पर शनिवार को एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इज्जतनगर थाने में तौकीर रजा, उनके बहनोई मोहसिन रजा समेत कुल 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। आरोप है कि आरोपियों ने एक परिवार की जमीन पर अवैध कब्जा करने की कोशिश की। विरोध करने पर वे घर में घुस आए, परिवार को धमकाया और महिलाओं से छेड़छाड़ की। इसके बाद लगातार मानसिक उत्पीड़न किया गया। इसी प्रताड़ना से परेशान होकर परिवार के एक सदस्य ने जहरीला पदार्थ खा लिया। उसे गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बीमार पिता को बनाया निशाना, जमीन हड़पने का आरोपरहपुरा चौधरी निवासी लाएवा ने शिकायत दर्ज कराई है। लाएवा के पिता शाकिर बेग ने बताया- मेरे पिता मुकद्दर बेग काफी बुजुर्ग हैं और लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। उनकी इसी कमजोरी का फायदा उठाकर मौलाना तौकीर रजा और उनके बहनोई मोहसिन रजा ने साजिश रची। तौकीर रजा के इशारे पर लाएवा के चाचा शारिक बेग, तौफीक बेग, शाहिद बेग, शाकिर बेग और शादिक बेग ने मिलकर जमीन जबरन अपने नाम कराने का दबाव बनाया। हथियार दिखाकर जान से मारने की धमकीशिकायत में कहा गया है कि जमीन हड़पने के लिए आरोपियों ने पीड़ित परिवार को हथियार दिखाकर डराया और जान से मारने की गंभीर धमकियां दीं। आरोप है कि मोहसिन रजा, इकराम बेग और विक्की ने घर में घुसकर दोबारा धमकाया और परिवार पर लगातार दबाव बनाने की कोशिश की। जहर खाकर दी जान देने की कोशिशशाकिर बेग ने बताया-बीते करीब 7 सालों से मौलाना तौकीर रजा, उनके बहनोई मोहसिन रजा और इकराम बेग हमारे परिवार को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। पैसे और प्रभाव के कारण पीड़ित परिवार खुलकर विरोध नहीं कर पा रहा था। आखिरकार इस लगातार हो रहे अत्याचार से तंग आकर 11 दिसंबर को मैंने जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया।” उन्होंने बताया कि हालत बिगड़ने पर उन्हें गंभीर अवस्था में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। इज्जतनगर थाने में दर्ज हुआ मुकदमापुलिस के मुताबिक लाएवा की तहरीर पर थाना इज्जतनगर में 13 दिसंबर शनिवार को मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा BNS की धारा 318(4), 333, 352, 351(3), 75 और 61(2) के तहत दर्ज किया गया है। इसमें मौलाना तौकीर रजा, उनके बहनोई मोहसिन रजा समेत कुल 10 लोगों को नामजद किया गया है। एसएसपी अनुराग आर्य बोले, मामले की गंभीरता से जांचएसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि इज्जतनगर थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। आरोप गंभीर हैं, जिनमें प्रॉपर्टी विवाद, मारपीट, छेड़छाड़ और आत्महत्या के लिए उकसाने जैसे बिंदु शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। सभी तथ्यों की निष्पक्ष जांच कराई जाएगी और जो भी आरोपी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सुपौल के व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकार (DALSA) के देखरेख में राष्ट्रीय लोक अदालत का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार अनंत सिंह, जिलाधिकारी सह DALSA उपाध्यक्ष सावन कुमार, पुलिस अधीक्षक शरथ आर.एस, परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश राहुल उपाध्याय एवं अन्य न्यायिक व प्रशासनिक पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। तैयारी और व्यवस्था लोक अदालत के लिए न्यायालय परिसर में व्यापक तैयारी की गई थी। पक्षकारों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई थी। वादों के निपटारे के लिए कुल 12 बेंच का गठन किया गया, जिनमें सुपौल न्यायालय में 9 बेंच और वीरपुर न्यायालय में 3 बेंच कार्यरत थीं। सभी बेंचों पर न्यायिक पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसके अलावा मेडिकल टीम और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी किए गए थे। वादों का निष्पादन और समझौते लोक अदालत में कुल 1,197 वादों का निष्पादन किया गया, जिसमें 4 करोड़ 76 लाख 1 हजार 108 रुपये का समझौता हुआ। प्री-लिटिगेशन स्तर: 823 वादों का निपटारा, 3 करोड़ 47 लाख 78 हजार 363 रुपए का समझौता। पोस्ट-लिटिगेशन स्तर: 374 वादों का निष्पादन, 1 करोड़ 28 लाख 22 हजार 745 रुपए का समझौता। इस आंकड़े राष्ट्रीय लोक अदालत की सफलता और आम जनता को न्याय त्वरित, सरल और किफायती रूप से उपलब्ध कराने की क्षमता को दर्शाते हैं। मुख्य संबोधन प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनंत सिंह ने कहा कि न्यायालय में आने वाला हर व्यक्ति अंतिम उम्मीद के साथ आता है, इसलिए न्यायाधीशों को निष्पक्ष, संवेदनशील और सेवाभावपूर्ण तरीके से कार्य करना चाहिए। उन्होंने बैंकों से अपील की कि गरीब और जरूरतमंद लोगों के मामलों में सहानुभूतिपूर्वक समझौता सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी सावन कुमार ने मैथिली, हिंदी और अंग्रेजी में संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम लोगों के लिए न्याय पाने का सरल, त्वरित और प्रभावी मंच है। उन्होंने सभी विभागों और कर्मचारियों को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक मामलों में आपसी सहमति से समझौता सुनिश्चित किया जाए। डीएम ने आम लोगों से भी अपील की कि वे इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाकर अपने मुकदमों का स्थायी समाधान कराएं, क्योंकि लोक अदालत में हुए समझौते के खिलाफ अपील का प्रावधान नहीं है। लोक अदालत के अवसर पर न्यायालय परिसर में एक विशेष सेल्फी प्वाइंट बनाया गया, जो उपस्थित लोगों और अधिकारियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। न्यायिक और प्रशासनिक पदाधिकारियों ने यहां यादगार तस्वीरें खिंचवाकर कार्यक्रम को स्मरणीय बनाया। आयोजन से लोगों में यह संदेश भी गया कि छोटे-बड़े विवादों का समाधान लोक अदालत के माध्यम से कर समय, धन और मानसिक तनाव से मुक्ति पाई जा सकती है।
बीए की छात्रा ने फांसी लगाई, मौत:जीरापुर में किराए के मकान में रहती थी; निजी स्कूल में पढ़ाती भी थी
राजगढ़ जिले के जीरापुर नगर में शनिवार को एक घटना सामने आई, जहां बीए तृतीय वर्ष की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना बंसल कॉलोनी के पीछे, खिलचीपुर रोड स्थित एक किराए के मकान की है, जहां 22 वर्षीय संजू परिहार रह रही थी। मृतका संजू परिहार पढ़ाई के साथ-साथ एक निजी स्कूल में अध्यापन कार्य भी करती थी। अपनी बहन के साथ रहती थी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिसघटना की जानकारी मिलते ही जीरापुर थाना पुलिस और 112 डायल टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से उतरवाकर सिविल अस्पताल जीरापुर भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है और आत्महत्या के कारणों की जांच शुरू कर दी है।पुलिस का कहना है कि परिजनों और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि छात्रा ने यह कदम क्यों उठाया। क्षेत्र में शोक का माहौलयुवती की मौत की खबर फैलते ही परिचितों और आसपास के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई।एक होनहार छात्रा द्वारा इस तरह जीवन समाप्त किए जाने से हर कोई स्तब्ध है।
एसपी ने अरियरी थाना में लगाया जनता दरबार:शेखपुरा में आम जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाया
शेखपुरा में राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश के तहत शनिवार को अरियरी थाना में जनता दरबार आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने किया। इस दौरान उन्होंने आम लोगों से रूबरू होकर उनकी समस्याओं को सुना और तुरंत समाधान के निर्देश पुलिस पदाधिकारियों को दिए। लक्ष्य और उद्देश्य नई सरकार के गठन के बाद उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री सम्राट चौधरी के निर्देशों के अनुसार पुलिस को लोगों के साथ दोस्ताना संबंध स्थापित करने और उन्हें उनके घर के नजदीक न्याय एवं सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए यह पहल शुरू की गई है। एसपी बलिराम ने बताया कि जनता दरबार का मुख्य उद्देश्य पुलिस की विश्वसनीयता बढ़ाना, आम लोगों के मुद्दों को सुनना और उनका त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है। आयोजन का स्वरूप एसपी द्वारा यह कार्यक्रम अरियरी थाना में दूसरा आयोजन था। इससे पहले पहला जनता दरबार नगर थाना शेखपुरा में आयोजित किया गया था। इस तरह के आयोजन जिले के सभी थानों में क्रमिक रूप से किए जाने की योजना है। जनता दरबार में एसपी ने लोगों से संवाद करते हुए उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी प्राप्त की और उन्हें आश्वस्त किया कि पुलिस दिन-रात उनके सेवा में तत्पर है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि किसी भी समस्या या शिकायत के लिए 112 डायल पुलिस सेवा का उपयोग करें, जिससे 24 घंटे मदद उपलब्ध होगी। सुझाव और निर्देश एसपी बलिराम ने आम लोगों से आग्रह किया कि वे क्षेत्र में किसी भी अपराध या संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने यह भी कहा कि जनता को निर्भीक होकर पुलिस की सहायता लेनी चाहिए और इस प्रकार वे शांति और सुरक्षा के साथ अपने जीवन और कारोबार को सुचारू रूप से संचालित कर सकते हैं।
एमसीबी जिले के खड़गवां विकासखंड के ग्राम बरदर में शुक्रवार को एक सड़क दुर्घटना में स्कूटी सवार महिला पटवारी की मौत हो गई। बाइक और स्कूटी की जोरदार टक्कर में यह हादसा हुआ। इस घटना में बाइक सवार व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे जिला अस्पताल बैकुंठपुर रेफर किया गया है। मृतक महिला पटवारी की पहचान कुमुद पांडे के रूप में हुई है। वहीं, बाइक सवार रौशन यादव गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसे प्राथमिक उपचार के बाद बैकुंठपुर जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उसका इलाज जारी है। नशे में बाइक चालक ने महिला पटवारी को टक्कर मारी जानकारी के अनुसार, महिला पटवारी कुमुद पांडे की ड्यूटी जिला प्रशासन द्वारा खड़गवां के बरदर स्थित धान खरीदी केंद्र में लगाई गई थी। वह प्रतिदिन मनेन्द्रगढ़ से बरदर धान खरीदी केंद्र आती-जाती थी। शुक्रवार को भी वह अपनी ड्यूटी पूरी कर मनेन्द्रगढ़ वापस लौट रही थी, तभी यह हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि रौशन यादव शराब के नशे में बाइक चला रहा था और उसने पटवारी की स्कूटी को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद महिला पटवारी को अत्यधिक रक्तस्राव हुआ, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें खड़गवां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद जिला प्रशासन पर उठे सवाल इस दुर्घटना के बाद जिला प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। लोगों का कहना है कि मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय में रहने वाली महिला पटवारी को लगभग 45 किलोमीटर दूर खड़गवां विकासखंड में ड्यूटी पर लगाना उचित नहीं था। बताया गया कि महिला पटवारी का एक बच्चा शारीरिक रूप से कमजोर था, जिसके कारण उन्हें प्रतिदिन इतनी लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी।
हांसी के एसपी अमित यशवर्धन को मदनहेड़ी के डॉ. संदीप चहल ने सफीदों के विधायक रामकुमार गौतम के खिलाफ शिकायत दी है। डॉ. चहल ने विधायक पर जाट समाज के खिलाफ सार्वजनिक मंच से अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने का गंभीर आरोप लगाया है। शिकायत में कहा गया है कि 20 नवंबर को एक सार्वजनिक कार्यक्रम में विधायक रामकुमार ने डॉ. चहल, उनके परिवार और पूरे जाट समाज के प्रति अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। डॉ. चहल के अनुसार, किसी समाज के लिए 'कुत्ते' जैसे शब्दों का प्रयोग करना असंवैधानिक है और इससे जाट समाज में गहरा रोष व्याप्त है। डॉ. चहल ने बताया कि उन्होंने यह वीडियो एक यूट्यूब चैनल पर देखा। उनका कहना है कि यह टिप्पणी किसी आम व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि द्वारा की गई है, जिससे उन्हें अत्यधिक पीड़ा हुई। शिकायत में यह भी कहा गया है कि विधायक रामकुमार को सफीदों और नारनौंद विधानसभा क्षेत्रों की 36 बिरादरियों ने मतदान कर विधानसभा भेजा है। ऐसे में एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि से समाज को जोड़ने और सम्मान देने की अपेक्षा की जाती है, न कि अपमानित करने की। गिरफ्तार करने की मांग डॉ. संदीप चहल ने पुलिस प्रशासन से विधायक के खिलाफ संगीन धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है। उनका मानना है कि इससे समाज में शांति बनी रहेगी और भविष्य में ऐसी बयानबाजी पर अंकुश लगेगा। नारनौंद में महापंचायत बुलाई इसी विवाद को लेकर नारनौंद की दादा देवराज धर्मशाला में खापों और सामाजिक संगठनों द्वारा एक महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। इस महापंचायत में विधायक रामकुमार गौतम के खिलाफ कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है।************************* इस खबर को भी पढ़ें भाजपा MLA दादा गौतम ने जाट नेताओं को बताया पागल: बोले- जात-पात फैलाते हैं, लूटने की आदत; कांग्रेस विधायक भालू ने कहा था- ये सांप-बिच्छू हरियाणा में सफीदों से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम का फिर से जाट समाज को लेकर विवादित बयान का वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह सोमवार को जींद की एक यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम के दौरान दिए भाषण का है। इसमें विधायक कहते सुनाई दे रहे हैं- अरे पागलो, तुम जात-पात का जहर फैलाते हो। लूटने की आदत है। (पूरी खबर पढ़ें)
ब्यावर के बदनौर में एक न्यायिक मजिस्ट्रेट के भाई पर हुए हमले के मामले में अदालती लड़ाई ने एक नया और गंभीर मोड़ ले लिया है। राजस्थान हाईकोर्ट ने ब्यावर सेशन कोर्ट के उस चर्चित आदेश पर सख्त रुख अपनाया है, जिसमें सेशन जज ने स्थानीय पुलिस व्यवस्था को 'जंगल राज' करार देते हुए सीबीआई जांच के आदेश दे दिए थे। जस्टिस सुदेश बंसल की कोर्ट ने न केवल इस मामले में 4 आरोपियों को जमानत दे दी, बल्कि सेशन जज द्वारा दिए गए प्रशासनिक निर्देशों को 'अधिकार क्षेत्र से बाहर' बताते हुए पूरे मामले की रिपोर्ट हाईकोर्ट के 'एक्टिंग चीफ जस्टिस' को भेजने का निर्देश दिया है। हाईकोर्ट का फैसला: जमानत की सुनवाई में ऐसे आदेश अनुचित जस्टिस सुदेश बंसल ने इस मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी जितेंद्रसिंह, भारतसिंह, मनोज और ओमप्रकाश की जमानत अर्जी मंजूर कर ली। हाईकोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट किया कि सेशन जज (ब्यावर) द्वारा 25 नवंबर को दिए गए निर्देश- जैसे अवैध खनन रोकना और सीबीआई जांच, जमानत याचिका तय करते समय जज के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते। हाईकोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि वह सेशन कोर्ट के उन निर्देशों में कोई दखल नहीं दे रहा, लेकिन प्रभावित पक्ष (आरोपी या सरकार) कानून के अनुसार उनके खिलाफ अपील कर सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, जस्टिस बंसल ने रजिस्ट्रार (ज्यूडिशियल) को निर्देश दिया कि सेशन जज, ब्यावर के 25 नवंबर के आदेश की कॉपी 'माननीय एक्टिंग चीफ जस्टिस' के अवलोकन के लिए रखी जाए। सेशन कोर्ट ने क्यों कहा था 'जंगल राज'? कहानी का दूसरा पहलू ब्यावर सेशन कोर्ट का वह 13 पन्नों का आदेश है, जिसने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया था। 25 नवंबर को जिला एवं सेशन न्यायाधीश दिनेश कुमार गुप्ता ने आरोपियों की जमानत खारिज करते हुए पुलिस और खनन माफिया के गठजोड़ पर तल्ख टिप्पणी की थी। सेशन जज ने लिखा था, हमलावरों को पुलिस और खान विभाग से सांठ-गांठ तथा ऊंची राजनीतिक पहुंच का लाभ मिल रहा है। यह बदनौर थाना क्षेत्र में कानून के राज की बजाय 'पुलिस राज' एवं 'जंगल राज' की स्थिति को दर्शाता है। मजिस्ट्रेट का घर भी सुरक्षित नहीं सेशन कोर्ट की नाराजगी की मुख्य वजह यह थी कि जिस घर में 50-60 लोगों की भीड़ ने हमला किया, वह एक न्यायिक अधिकारी (मजिस्ट्रेट) का निवास है। पीड़ित सुनील कुमार, जो एक आरटीआई एक्टिविस्ट हैं, एक मजिस्ट्रेट के भाई हैं। सेशन कोर्ट ने टिप्पणी की थी, जब असामाजिक तत्व एक न्यायिक अधिकारी के घर में दिन-दहाड़े घुसकर जानलेवा हमला कर सकते हैं, तो आम नागरिक की क्या दुर्गति होगी, इसका अनुमान लगाया जा सकता है। सेशन कोर्ट ने दिए थे ये 3 बड़े 'अल्टिमेटम' सेशन जज ने अपनी अंतर्निहित शक्तियों का उपयोग करते हुए तीन सख्त निर्देश दिए थे, जिन पर अब हाईकोर्ट ने सवाल उठाए हैं: हाईकोर्ट में जमानत का आधार हाईकोर्ट ने सेशन कोर्ट की भावनाओं के विपरीत, तथ्यों और साक्ष्यों पर ध्यान दिया। जस्टिस सुदेश बंसल ने जमानत देते हुए निम्नलिखित कारण गिनाए: दोनों अदालतों के आदेश में क्या –
फिरोजाबाद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के निर्देश पर थाना उत्तर पुलिस ने एक शातिर अंतर्जनपदीय चोर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई के दौरान अभियुक्त के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे पुलिस अभिरक्षा में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने उसके कब्जे से एक अवैध तमंचा, कारतूस और चोरी का ई-रिक्शा बरामद किया है। यह कार्रवाई 2 दिसंबर 2025 को हुई ई-रिक्शा चोरी की घटना के संबंध में की गई। चोरी के बाद पीड़ित की तहरीर पर थाना उत्तर में मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना का खुलासा करने और वांछित अभियुक्तों को पकड़ने के लिए पुलिस की दो टीमें गठित की गई थीं। शनिवार देर शाम पुलिस को सूचना मिली कि वांछित अभियुक्त शिवा उर्फ भूरा उर्फ अजय अपने दो साथियों के साथ बेंदी की पुलिया के पास जंगलों में चोरी का ई-रिक्शा बेचने की फिराक में है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तत्काल घेराबंदी की। खुद को घिरा देखकर अभियुक्तों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक अभियुक्त के पैर में गोली लगी, जबकि उसके दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। घायल अभियुक्त की पहचान एटा जनपद के अवागढ़ थाना क्षेत्र स्थित मोहल्ला कोलियान निवासी शिवा उर्फ भूरा उर्फ अजय पुत्र मूलचंद के रूप में हुई है। उसके पास से 315 बोर का अवैध तमंचा, एक जिंदा कारतूस, एक खोखा कारतूस और चोरी किया गया ई-रिक्शा बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार अभियुक्त शिवा उर्फ भूरा एक कुख्यात अपराधी है। उसके खिलाफ फिरोजाबाद, एटा, आगरा, बुलंदशहर, कानपुर देहात, गौतमबुद्धनगर और कासगंज सहित विभिन्न जनपदों में डेढ़ दर्जन से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इन मुकदमों में चोरी, गैंगस्टर एक्ट, आर्म्स एक्ट और जानलेवा हमले जैसे अपराध शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि फरार हुए दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। गिरफ्तार अभियुक्त के खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है। इस सफल कार्रवाई में थाना उत्तर प्रभारी निरीक्षक अंजीश कुमार सिंह, उप निरीक्षक अनुज कुमार तिवारी, रितिक शर्मा, अरुण कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
बेतिया नगर निगम बोर्ड बैठक स्थगित:पार्षदों के विरोध के कारण लगातार दूसरी बार टली
बेतिया नगर निगम बोर्ड की शनिवार को आयोजित बैठक लगातार दूसरी बार स्थगित हो गई। नगर निगम कार्यालय और बोर्ड सदस्यों के बीच बढ़ते तनाव और विकास कार्यों में रुके होने के कारण पार्षदों ने बैठक का बहिष्कार किया। बैठक की अध्यक्षता कर रही महापौर गरिमा देवी सिकारिया को मजबूर होकर बैठक को स्थगित करना पड़ा, जिससे नगर निगम क्षेत्र के विकास कार्य फिर ठहर गए। पार्षदों का रोष, बैठक का बहिष्कार बैठक आरंभ होते ही पार्षदों ने यह कहकर बैठक का बहिष्कार कर दिया कि नगर निगम बोर्ड की आज की बैठक का कोई औचित्य नहीं है। उनका कहना था कि पूर्व में पारित योजनाओं का क्रियान्वयन नगर निगम कार्यालय द्वारा नहीं किया जा रहा है, इसलिए नए एजेंडा पर चर्चा करना व्यर्थ है। पार्षदों ने बताया कि जनवरी 2024 से अब तक हुई बैठकों में कई विकास योजनाओं को प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के बावजूद उनका कार्यान्वयन नहीं हो पाया। इसके कारण नगर निगम क्षेत्र का विकास अवरुद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2025 की भारी बरसात में नगर निगम क्षेत्र के नागरिकों को जलजमाव और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ा, जबकि करोड़ों की राशि उपलब्ध थी। महापौर ने बैठक स्थगित की पार्षदों के आक्रोश के बाद बैठक की अध्यक्षता कर रही महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बैठक को स्थगित कर दिया। इसके बाद महापौर और नगर आयुक्त लक्ष्मण तिवारी अपने कार्यालय कक्ष में चले गए। इससे स्थाई सशक्त कमेटी की पास की गई योजनाओं को बोर्ड से स्वीकृति नहीं मिल सकी, और किसी वार्ड पार्षद के विकास योजना संबंधित आवेदन भी नहीं लिए जा सके। सांसद और एमएलसी भी लौटे बिना बैठक के बैठक में शामिल होने के लिए एमएलसी बीरेन्द्र नारायण सिंह भी पहुंचे, लेकिन बैठक स्थगित होने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। वहीं, पश्चिमी चंपारण के सांसद डा. संजय जायसवाल भी नगर निगम पहुंचे, लेकिन उनके आने से करीब 25 मिनट पहले ही बैठक स्थगित हो चुकी थी। सांसद ने मीडिया से कहा कि उन्हें बैठक स्थगन का कारण पता नहीं है और नगर आयुक्त से जानकारी लेनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि वे बेतिया शहर के विकास योजनाओं को पारित कराने आए थे, लेकिन शहर में जलजमाव जैसी समस्याओं के बीच बैठक स्थगित होने से निराशा हुई। महापौर का रजिस्टर को लेकर नाराजगी बैठक के दौरान महापौर गरिमा देवी सिकारिया सभाकक्ष से बाहर निकल गई और उपनगर आयुक्त व नगर प्रबंधक से रजिस्टर नहीं मिलने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों से पूछा, “रजिस्टर कहां है? आप फोन क्यों नहीं उठा रहे?” इसके बाद महापौर ने पुनः सभाकक्ष में प्रवेश किया। वार्ड पार्षदों ने जताई नाराजगी बैठक स्थगित होने के बाद कई वार्ड पार्षद सभाकक्ष से बाहर निकलकर नाराजगी व्यक्त करने लगे। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र का विकास अवरूद्ध है और प्रशासनिक उदासीनता के कारण योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। नाराजगी जताने वाले पार्षदों में मो. एनाम, रूही सिंह, राजकुमार आदि शामिल थे।
न्यायलय द्वारा स्थगन आदेश जारी किए जाने के बावजूद आश्रम पर कब्जा करने की कोशिश का मामला सामने आया है। मामला खाक चौक वासुदेव घाट निवासी करीब 85 वर्षीय रामरतन दास महाराज से जुड़ा है, जिन्होंने सरयू नगर कॉलोनी स्थित फटिक शिला आश्रम के पीछे एक आश्रम का निर्माण कराया है। आरोप है कि महंत की वृद्धावस्था का लाभ उठाकर सुरेश यादव ने उनको बहला-फुसलाकर आश्रम की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली। इसके बाद सुरेश यादव ने उक्त संपत्ति रामेश्वर नाथ मिश्र को बेच दी। मामले की जानकारी होने पर राम रतन दास महाराज ने न्यायालय में रजिस्ट्री निरस्तीकरण का वाद दायर किया। जिस पर न्यायालय ने 3 जनवरी 2026 तक अस्थाई स्थगन आदेश जारी किया है। इसके बावजूद आरोप है कि सुरेश यादव और रामेश्वर नाथ मिश्र 20से25 लोगों के साथ आश्रम पहुंचे और जबरन कब्जा करने का प्रयास किया। इसी दौरान महंत के गुरु भाई दामोदरदास मौके पर पहुंच गए, जिसके बाद आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए दोबारा कब्जा करने की बात कहकर चले गए। दामोदरदास ने बताया कि राम रतन दास आयु अधिक होने के कारण उनके साथ धोखाधड़ी की गई। न्यायालय से स्थगन आदेश मिलने के बावजूद विपक्षी पक्ष लगातार दबाव बना रहा है और जान से मारने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन को पूर्व में सूचना देने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है, जिससे पीड़ित पक्ष में भय का माहौल है। उन्होंने कहा कि अगर जबरदस्ती कब्जा होगा तो मैं वही आमरण अनशन करूंगा।पीड़ित पक्ष ने जिला प्रशासन से न्यायालय के आदेश का पालन सुनिश्चित कराने और सुरक्षा उपलब्ध कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पुलिस विपक्ष के दबाव में आकर हमारी रक्षा करने के बजाय हमें ही धमकाने का काम कर रही है।इस मामले की शिकायत अयोध्या कोतवाली में अनेक बार की गई पर पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया।बुजुर्ग महंत के साथ धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को खुला छोड़ दिया गया है। आरोपी महंत को जान से मारने की धमकी देता है।आए दिन 15 से 20 लोगों की टीम आश्रम पर कब्जा करने पहुंच रही है।इस बुजुुर्ग महंत कड़ाके की ठंड में धूप में निकल भी नहीं पा रहे हैं।
बांदा जिले के बदौसा थाना क्षेत्र में शनिवार शाम एक सड़क हादसे में देवर-भाभी की मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना बदौसा-फतेहगंज रोड पर तरसुमा मोड़ के पास शाम करीब 6 बजे हुई। दोनों दवा कराकर घर लौट रहे थे। मृतकों की पहचान चुन्नू पुत्र माखन (35 वर्ष) और उनकी भाभी रोशनी (32 वर्ष) पत्नी मनफूल के रूप में हुई है। वे पचपेड़िया अंश तरसूमा, थाना बदौसा, जिला बांदा के निवासी थे। जानकारी के अनुसार, बदौसा से दवा कराकर लौटते समय उनकी बाइक फतेहगंज रोड पर तरसुमा मोड़ के पास आगे चल रहे एक ट्रैक्टर में लगी कटिया मशीन से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलते ही बदौसा पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अतर्रा पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पंचनामा भरा और पोस्टमार्टम के लिए बांदा भेज दिया। मामले की जांच की जा रही है। मृतका रोशनी के पति सूरत में रहते हैं। उनके दो छोटे बच्चे हैं। इस घटना से परिवार में मातम छा गया है।

