समस्तीपुर में तेज रफ्तार बाइक असंतुलित होकर पेड़ से टकरा गई। हादसे में बाइक सवार युवक की मौत हो गई। ग्रामीणों की नजर डेड बॉडी पर पड़ी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। युवक के पास से मिले आधार पर उसकी पहचान हुई। मृतक शिवजी महतो(26) वैशाली जिले के वासुदेवपुर चंदेल गांव का रहने वाला था। शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। घटना कक्कड़घट्टी-विद्यापति नगर पथ के बालापाकड़ के पास की है। सिर पर चोट के निशान जानकारी के मुताबिक गुरुवार देर रात युवक विद्यापति से वापस महनार गांव लौट रहा था। इस दौरान गाड़ी पेड़ से टकरा गई। रात में किसी की नजर युवक पर नहीं पड़ी। शुक्रवार को मॉर्निंग वॉक के लिए निकले लोगों ने झाड़ी में एक बाइक को देखा। पास में ही एक युवक खून से लथपथ पड़ा था। सिर पर गहरे जख्म के निशान थे। पुलिस ने युवक को उठाकर सदर अस्पताल लाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जांच में जुटी पुलिस इस संबंध में घटहो थानाध्यक्ष मंजुला मिश्रा ने बताया कि घटनास्थल से एक मोबाइल मिला था। जिस पर परिजनों के फोन आने पर युवक की पहचान हुई। शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की छानबीन की जा रही है।
अररिया में जीतू चौक भगवानपुर के समीप बीती शाम एक दुखद सड़क हादसा हुआ। सड़क किनारे खड़ा उमेश प्रसाद साह (55) को एक बेकाबू कार ने टक्कर मार दी। इस हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक अररिया सदर प्रखंड के रामपुर बुद्धेश्वरी गांव वार्ड संख्या 10 का निवासी था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उमेश साह सड़क के किनारे मोबाइल पर बात कर रहा था। तभी तेज रफ्तार में आ रहे एक कार ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। सदर अस्पताल अररिया ले गए परिजन हादसे के बाद स्थानीय लोग और परिजन तुरंत उन्हें सदर अस्पताल अररिया ले गए। अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक ने प्राथमिक जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस खबर से परिजनों के बीच कोहराम मच गया। अस्पताल परिसर में शोक की लहर दौड़ गई। सड़क किनारे खड़े होकर फोन पर कर रहा था बात मृतक के भांजे ने बताया कि यह घटना गुरुवार को शाम 7 बजे के करीब हुई। उसका मामा सड़क किनारे खड़े होकर फोन पर बात कर रहा था। उसने कार ड्राइवर की लापरवाही को इस घटना का कारण बताया। घटना की सूचना अस्पताल प्रबंधन ने यातायात थाना पुलिस को दे दी है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से सड़क पर गति नियंत्रण और सुरक्षा उपायों को लागू करने की मांग की है। उमेश साह के परिवार में उसकी पत्नी और बच्चे हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
भोजपुर में अवैध गेसिंग और जुए के अड्डे पर पुलिस ने छापेमारी की है। मौके से 9 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। 4630 रुपए कैश, 5 मोबाइल, 2 लकड़ी के बोर्ड, 2 कॉपी, 13 पर्ची काटने वाले उपकरण और 3 कैलकुलेटर बरामद हुए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में महादेवा रोड निवासी सुधीर कुमार, कमलेश कुमार, मो. आबिद, अमित कुमार, संजीव सोनी, कृष्ण कुमार, एमपी बाग निवासी अनिल कुमार, नवादा निवासी प्रदीप कुमार और मुफस्सिल चकिया के मो. फिरोज शामिल हैं। मामला टाउन थाना क्षेत्र के महादेवा बिस्किट गली की है। गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई पुलिस सूत्रों के अनुसार इस इलाके में लंबे समय से जुए की गतिविधियां संचालित हो रही थी। स्थानीय लोगों की शिकायत और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की है। आरोपितों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ के साथ-साथ अन्य संलिप्त लोगों की भी पहचान की जा रही है। भोजपुर एसपी राज ने कहा कि जिले में किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कहीं भी गेसिंग, सट्टा या जुए की सूचना मिलती है तो पुलिस त्वरित और कठोर कार्रवाई करेगी। इससे पहले मोती टोला, धरहरा इलाके में गेसिंग के अड्डे से 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।
चाकू मारकर मोबाइल और पैसे लूटे:नवादा में निर्माणाधीन मकान देखकर लौट रहा था घर, 5-6 बदमाशों ने रोका
नवादा में अबनैया पहाड़ के पास बीती रात एक युवक के साथ लूटपाट की घटना सामने आई है। बदमाशों ने युवक को चाकू मारकर जख्मी कर दिया और उसका मोबाइल, पैसे व अन्य सामान छीन लिए। घटना गोविंदपुर प्रखंड के अबनैया पहाड़ के पास की है। जख्मी युवक की पहचान बकसोती गांव निवासी विनोद कुमार का बेटा सूरज कुमार के रूप में हुई है। सूरज अपना निर्माणाधीन मकान देखकर लौट रहा था। इसी दौरान 5-6 बदमाशों ने उसे रोक लिया। विरोध करने पर चाकू से हमला बदमाशों ने पहले उसके साथ मारपीट की। जब उसने विरोध किया तो चाकू से हमला कर दिया। हमलावरों ने उसका मोबाइल और पैसे छीनकर फरार हो गए। स्थानीय लोगों को जब इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने सूरज को नवादा के सदर अस्पताल में भर्ती कराया। बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर डॉक्टरों ने सूरज की स्थिति को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया है। सूरज के शरीर पर कई जगह चाकू के निशान हैं। स्थानीय लोगों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी है। पुलिस अभी तक जख्मी युवक का बयान दर्ज नहीं कर पाई है। उसे पटना रेफर कर दिया गया है। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पश्चिम चंपारण के मझौलिया प्रखंड स्थित परसा डुमरिया गांव आज भी मोबाइल नेटवर्क की बुनियादी सुविधा से वंचित है। डिजिटल इंडिया के दौर में जहां पूरे देश में इंटरनेट से विकास हो रहा है, वहीं इस गांव के लोग सामान्य बातचीत के लिए भी छतों, ऊंचे टीलों और खेतों का सहारा लेने को मजबूर हैं। ग्रामीणों के अनुसार एयरटेल और जिओ जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों की सेवाएं यहां बेहद कमजोर हैं। कॉल ड्रॉप होना आम बात है। नेटवर्क अचानक गायब हो जाता है। इंटरनेट की स्पीड भी बेहद धीमी रहती है। दीपू कुमार साह, सतन साह, भिखारी प्रसाद, अजय प्रसाद, सुरेश यादव और रामचंद्र प्रसाद जैसे कई ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या वर्षों पुरानी है। लेकिन अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। गांव में मोबाइल टावर नहीं होने से स्थिति और खराब है। ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे बच्चे बरसात के मौसम में नेटवर्क पूरी तरह से ठप हो जाता है। इससे बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई बाधित होती है। अन्य जरूरी काम भी प्रभावित होते हैं। इंटरनेट आधारित कार्यों में लगे लोगों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। ग्रामीणों ने कई बार टेलीकॉम कंपनियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत कराया है। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है। स्थायी मोबाइल टावर लगाने की मांग ग्रामीणों की मांग है कि गांव में एक स्थायी मोबाइल टावर लगाया जाए। इससे नेटवर्क की समस्या का स्थायी समाधान हो सकेगा। ग्रामीणों ने सरकार और टेलीकॉम कंपनियों से अपील की है कि इस दिशा में जल्द पहल की जाए। इससे वे भी डिजिटल इंडिया की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे और तकनीकी विकास का लाभ ले सकेंगे।
मोतिहारी में चोरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। आए दिन चोरी की घटनाएं लोगों में दहशत फैला रही हैं। ताजा मामला कोटवा थाना क्षेत्र के डुमरा पंचायत वार्ड संख्या-4 से सामने आया है। यहां अज्ञात चोरों ने बीती रात एक घर में घुसकर करीब 11 लाख रुपए के सामान की चोरी की। पीड़ित प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि घटना की रात बिजली कट गई थी। इसके कारण पूरा परिवार छत पर सोने चला गया। इसी का फायदा उठाकर अज्ञात चोरों ने घर में प्रवेश किया। उन्होंने अलमारी में रखे आभूषण, नगद रुपए और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गए। चोरों ने करीब 9 लाख रुपए के आभूषण, 1.5 लाख रुपए नगद, कपड़े और एक नया मोबाइल चुरा लिया। मौके पर पहुंची पुलिस घटना की सूचना मिलते ही कोटवा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। कोटवा थानाध्यक्ष प्रतियुष विक्की ने बताया कि मामला गंभीर है। अज्ञात चोरों की तलाश में पुलिस टीम को लगाया गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जल्द ही चोरों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से वे डरे हुए हैं। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने की मांग की है। पुलिस अब CCTV फुटेज खंगालने और आसपास के संदिग्ध लोगों से पूछताछ में जुटी है। फिलहाल, चोरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।
छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने कांवड़ियों के भेष में जाकर शातिर ठगों को पकड़ा है। पुलिस ने कोलकाता और झारखंड के साहेबगंज की गलियों से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बीते 3 महीनों में सब्जी बाजारों से 80 से ज्यादा मोबाइल फोन चोरी किए थे। इसके बाद ठगों ने इन मोबाइल फोन का पासवर्ड क्रैक कर बैंक अकाउंट और UPI की मदद से करोड़ों रुपए पार कर दिए। फ्रॉड कितने करोड़ का किया गया है, फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है। रायपुर के सब्जी बाजार में चोरी से हुआ खुलासा दरअसल, रायपुर के सब्जी बाजारों में लगातार मोबाइल चोरी की शिकायतें पुलिस को मिल रही थी। खासकर गुढ़ियारी स्थित पहाड़ी चौक के सब्जी बाजार में ऐसी वारदातें बढ़ गई थीं। एक मामले में सब्जी खरीदने आए युवक की शर्ट की जेब से उसका मोबाइल चोरी हो गया। ठगों ने मोबाइल से फोन-पे एप के जरिए 99 हजार रुपए उड़ा लिए। इसी केस में पुलिस में 6 लोगों को अरेस्ट किया था। पासवर्ड क्रैक करने टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद इसी तरह तेलीबांधा थाना क्षेत्र में गोविंद राम वाधवानी ने 22 जून को शिकायत दर्ज करवाई की कि सब्जी लेने के दौरान उनका मोबाइल चोरी हो गया। गुढ़ियारी और तेलीबांधा थाने की पुलिस मोबाइल चोरी केस की जांच करते हुए उस गिरोह तक पहुंची है। ठग रायपुर ही नहीं बल्कि अलग-अलग राज्यों के सब्जी बाजारों में इस तरह से चोरी को अंजाम दे रहे थे। जांच में सामने आया कि आरोपी पासवर्ड क्रैक करने में माहिर थे। वे टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से मोबाइल ओपन कर पैसे ट्रांसफर करते थे। तेलीबांधा केस में हुए 4 आरोपी गिरफ्तार तेलीबांधा थाने में शिकायत के बाद पुलिस ने फोन-पे से भेजी गई रकम से संबंधित अकाउंट की जानकारी जुटाई। जानकारी मिली कि पैसे पश्चिम बंगाल ट्रांसफर हुए हैं। पुलिस ने झारखंड के साहेबगंज से 3 और पश्चिम बंगाल के कोलकाता से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। सावन महीने होने की वजह से आरोपियों को शक न हो इस वजह से पुलिस ने कांवड़ियों के भेष में रेड मारी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि देवा उर्फ देव कुमार महतो ने कन्हैया कुमार मंडल, विष्णु कुमार मंडल और अन्य 2 लोगों को मोबाइल चोरी का काम दिया था। वे रायपुर के रामनगर इलाके में किराए के मकान में रहते थे। देवा इस काम के बदले 25000 रुपए महीने देता था। आरोपी फिर चोरी के मोबाइल फोन से पीड़ित के बैंक में जमा रकम को ऑनलाइन फोन-पे और पेटीएम के माध्यम से कई बैंकों में ट्रांसफर कर देते थे। फिर कोलकाता निवासी आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर पैसे को ATM से निकाल लेता था। आरोपियों के फोन में मिला करोड़ों का ट्रांजेक्शन SSP डॉ लाल उमेद सिंह ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल और चोरी के फोन में करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली है। साथ ही आरोपियों के मूवमेंट आसपास के राज्यों में भी मिले हैं। पुलिस इस मामले में अन्य राज्यों से संपर्क कर आगे की जांच कर रही है। चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 3 मोबाइल फोन और 2 सिम कार्ड (दूसरे के नाम पर आवंटित) जब्त किया गया है। आरोपियों के मोबाइल फोन में लगभग 40-50 क्यूआर कोड मिले हैं। गिरफ्तार आरोपियों के नाम ............................. छत्तीसगढ़ में क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... रायपुर के रिलायंस-स्टोर से 17 आईफोन चुराने का VIDEO:चोरी की स्कूटी से पहुंचा नकाबपोश, बांस के सहारे चढ़कर घुसा; हथौड़े से कांच तोड़ा राजधानी रायपुर के रिलायंस डिजिटल स्टोर से 17 आईफोन की चोरी हुई है। मास्क पहने एक चोर बांस के सहारे स्टोर की पहली मंजिल पर पहुंचा। हथौड़ी से कांच तोड़कर स्टोर के अंदर घुसा। ग्राउंड फ्लोर पर आईफोन चोरी कर झोले में भरकर ले गया। इसका CCTV भी सामने आया है। मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
बरेली पुलिस ने एक बार फिर तकनीक और मेहनत के सहारे बड़ी कामयाबी हासिल की है। बीते दो महीनों में जिलेभर से गुम हुए सैकड़ों मोबाइलों को ट्रेस कर पुलिस ने उन्हें असली मालिकों तक पहुंचाया है। बरामद मोबाइलों की कुल संख्या 296 है, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 55 लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ लोगों की खोई हुई उम्मीद वापस लौटी, बल्कि पुलिस पर जनता का भरोसा भी और मजबूत हुआ। पुलिस लाइन में लौटाए गए मोबाइल पुलिस लाइन स्थित रविंद्रालय सभागार में एसपी ट्रैफिक मुहम्मद अकमल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सभी बरामद मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंपे। अपने गुम हुए फोन को वापस पाकर लोगों के चेहरे खुशी से खिल उठे। कई लोगों ने इसे किसी चमत्कार से कम नहीं बताया। पर्ची लगाकर लौटाए गए मोबाइल सभागार में एक बड़ी टेबल पर सभी मोबाइल फोन करीने से सजाए गए थे। हर मोबाइल पर मालिक का नाम लिखी पर्ची लगाई गई थी। एक-एक कर लोगों को बुलाकर उनका मोबाइल सौंपा गया।एक मजदूरी करने वाले शख्स ने बताया, “मैंने बड़ी मुश्किल से पैसे जोड़कर अपने बेटे को पढ़ाई के लिए मोबाइल दिलाया था। वो बाजार गया तो मोबाइल गुम हो गया। पुलिस में रिपोर्ट की और एक महीने में मोबाइल वापस मिल गया। हम दूसरा मोबाइल खरीद भी नहीं सकते थे। पुलिस का बहुत-बहुत शुक्रिया।” तकनीकी विश्लेषण और पोर्टल की मदद से मिली सफलता मोबाइल की बरामदगी सीईआईआर पोर्टल, तकनीकी विश्लेषण और पुलिस कर्मियों की मेहनत से संभव हो सकी। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, टेक्नोलॉजी और टीमवर्क के दम पर यह ऑपरेशन पूरी सफलता के साथ पूरा हुआ। उत्कृष्ट कार्य पर 10 पुलिसकर्मी सम्मानित इस अभियान में बेहतर प्रदर्शन करने वाले 10 पुलिसकर्मियों को नकद इनाम और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालों में प्रेमनगर थाना के कांस्टेबल कृष्णकांत, कैंट थाना के कंप्यूटर ऑपरेटर अजय कुमार, सुभाषनगर के संदीप, सीबीगंज के सोहेल खां, विशारतगंज के शिवप्रसाद, भमौरा के नाजिम हुसैन, भुता के निशांत शुक्ला, शेरगढ़ के मयूर, नवाबगंज के प्रीतम सिंह और क्योलड़िया थाना की महिला कांस्टेबल अंजुम परवीन शामिल हैं।
रेल कर्मचारी की ईमानदारी से यात्री को खोया मोबाइल मिला
लुधियाना| ढंडारी कलां रेलवे स्टेशन पर रेलकर्मी की तत्परता और ईमानदारी से यात्री का खोया हुआ मोबाइल 5 अगस्त को सुरक्षित लौटा दिया गया। यात्री टिकट लेते समय मोबाइल काउंटर पर भूल गया था। स्टेशन पर तैनात रेलकर्मी रोहित कुमार ने मोबाइल मिलने के बाद पब्लिक एड्रेस सिस्टम से अनाउंसमेंट कर यात्री को तलाशने का प्रयास किया, लेकिन वह ट्रेन में बैठ चुका था। कुछ देर बाद यात्री के बेटे प्रिंस कुमार का कॉल आया। सत्यापन के बाद मोबाइल उसे सौंप दिया गया। यात्री ने रेल प्रशासन और कर्मचारी का आभार जताया।
लांच होगा पुलिस मोबाइल एप, शिकायत की जानकारी मिलेगी
अब अपराधियों का इतिहास-भूगोल जानने के लिए पुलिस को न तो मोटी फाइलें पलटनी होंगी, न ही थानों की पुरानी डायरी खंगालनी पड़ेगी। साथ ही आमजन को भी थानों का चक्कर नहीं लगाना होगा। मोबाइल एप पर एक क्लिक से िकसी भी अपराधी या केस से जुड़ीं जानकारियां सेकंड भर में उपलब्ध होंगी। बिहार सरकार और पुलिस मुख्यालय की पहल पर राज्य के सभी जिलों में अब “डिस्ट्रिक्ट पुलिस मोबाइल एप’ लांच किया जाएगा। गोपालगंज, मोतिहारी जैसे जिलों में यह एप पहले से काम कर रहा है और अब इसे पूर्णिया, भागलपुर, मुजफ्फरपुर, पटना समेत शेष जिलों में भी लागू किया जा जाएगा। इसकी मॉनिटरिंग खुद मुख्यालय स्तर से डीजीपी विनय कुमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारी कर रहे हैं। ये होगी सुविधा गुमशुदा व्यक्ति, चोरी हुए वाहन, पासपोर्ट व चरित्र सत्यापन, महिला सुरक्षा, साइबर फ्रॉड, हेल्पलाइन, सेवा में शिकायत और गुप्त सूचना जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इसे जल्द ही विभाग सभी जिलों में लागू करेगा। इस एप में अपराधियों का विस्तृत डाटा फीड रहेगा। पुलिस अधिकारी कहीं से भी किसी अपराधी की पूरी जानकारी ले सकते हैं। पायलट सफल }पूर्णिया समेत सभी जिलों में लागू होगा
घर के अंदर बिस्तर से मोबाइल चोरी:लखनऊ में चोर CCTV में कैद, मालिक के बाहर जाने के 15 मिनट में वारदात
लखनऊ के पीजीआई इलाके में एक चोर घर के कमरे में रखे मोबाइल फोन चोरी कर फरार हो गया। यह पूरी घटना घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। तेलीबाग के कुबेर बगिया निवासी शिव कुमार ने बताया कि गुरुवार दोपहर को उनके घर के कमरे के बिस्तर पर दो मोबाइल फोन रखे हुए थे। वह कुछ मिनट के लिए घर से बाहर गए थे। जब वह लगभग 15 मिनट बाद वापस लौटे तो उन्होंने देखा कि मोबाइल फोन गायब थे। इसके बाद शिव कुमार ने घर के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में एक पैंट-टीशर्ट पहने युवक कमरे में प्रवेश करते हुए दिखाई दिया। वह फोन चुराकर बाहर निकलता हुआ भी कैमरे में कैद हो गया। पीड़ित ने चोरी की रिपोर्ट ऑनलाइन दर्ज करवाई है। साथ ही उन्होंने पीजीआई पुलिस को लिखित शिकायत भी दी है। पुलिस अब सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोर की तलाश कर रही है।
कोलारस में रामपुर-चंदौरिया रोड पर गुरुवार को तीन नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने बाइक सवार युवक को रोककर उससे मारपीट की। बदमाशों ने युवक से 30 हजार रुपए नकद, पासबुक, आधार कार्ड और मोबाइल लूट लिया। जानकारी के अनुसार, ग्राम चकरा निवासी अंबेश पिता कैलाश नारायण श्रीवास्तव कोलारस स्थित एसबीआई बैंक से 30 हजार रुपए निकाले थे। बैंक से रुपए निकालने के बाद वह कुछ सामान खरीदकर बाइक से अपने गांव लौट रहा था। रामपुर-चंदौरिया रोड स्थित रपटे के पास पीछे से एक कार में सवार तीन नकाबपोश बदमाश पहुंचे। बदमाशों ने अंबेश की बाइक के सामने कार लगाकर उसे रोका। उसे जबरन पकड़कर नदी किनारे ले गए। वहां उसकी मारपीट कर जेब में रखे 30 हजार रुपए, बैंक पासबुक, आधार कार्ड और मोबाइल लूट लिया। घटना की जानकारी मिलते ही अंबेश के परिजन उसे थाने लेकर पहुंचे। रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद घायल को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया। कोलारस थाना प्रभारी रवि चौहान ने बताया, मामले की सूचना मिली है। प्रथम दृष्टया मामला मारपीट और लूट का प्रतीत हो रहा है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच शुरू कर दी गई है। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
उदयपुर पुलिस ने अमेरिकी नागरिकों से आर्थिक धोखाधड़ी करने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए नौ लैपटॉप और 10 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। उदयपुर एसपी योगेश गोयल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि नाई थाने के नादरा गांव में एक विला से कुछ लोग अमेरिका के नागरिकों की निजी जानकारी (मोबाइल नंबर, नाम, पते) प्राप्त कर रहे हैं। ये लोग गूगल वॉयस के माध्यम से उन्हें इंटरनेट कॉल और मैसेज करके लोन अप्रूव कराने के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे थे। वे प्रोसेसिंग चार्ज, लोन ट्रांसफर चार्ज और लोन इंश्योरेंस चार्ज के नाम पर अमेरिकी नागरिकों से डॉलर में राशि वसूल रहे थे। उन्होंने बताया कि इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा, सीओ सूर्यवीर सिंह राठौड़ के सुपरविजन में नाई थानाधिकारी लीलाराम के नेतृत्व में कार्रवाई की। पुलिस टीम ने विला पर छापा मारा और वहां से सात लोगों को गिरफ्तार किया। टीम ने उनके इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, लेपटॉप और मोबाइल का गहन विश्लेषण किया। पता चला कि ये सभी कुलदीप नामक एक मुख्य सरगना के लिए काम करते थे। कुलदीप विदेशी नंबर के व्हाट्सएप से इनसे संपर्क में रहता था और अमेरिकी नागरिकों की निजी जानकारी उपलब्ध कराता था। बिना गारंटी के लोन देने का झांसा देतेये लोग खुद को बैंक कर्मचारी बताकर सस्ती दरों पर बिना गारंटी के लोन देने का झांसा देकर धोखाधड़ी करते थे। एसपी ने बताया कि पुलिस ने तकनीकी संसाधनों का दुरुपयोग कर इस गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए 7 आरोपियों से 9 लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। गिरोह के सदस्यों ने धोखाधड़ी करना शुरू किया कि नाई थाना के कॉन्स्टेबल संदीप कुमार की सक्रियता, मजबूत मुखबिरी और अथक प्रयासों से उनके मंसूबों पर पानी फिर गया। पुलिस ने इस मामले में बिनोय पुत्र जोश अहमदाबाद, विजय सिंह पुत्र राजबीर मुरैना, मध्य प्रदेश, नीरज पुत्र विक्रम भाई मेहसाणा, गुजरात, अभिषेक सिंह पुत्र स्व. रामकरण सिंह अहमदाबाद, रोबिन पुत्र यशुदास ठाणे, महाराष्ट्र, सिरिल पुत्र डेनियल अहमदाबाद और ओंकार गणेश भिंडी पुत्र गणेश कोल्हापुर महाराष्ट्र को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में नाई थानाधिकारी लीला राम, कॉन्स्टेबल संदीप कुमार (विशेष भूमिका), कॉन्स्टेबल मनोज कुमार और प्रवीण सिंह शामिल थे।
छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने कांवड़ियों के भेष में जाकर शातिर ठगों को पकड़ा है। पुलिस ने कोलकाता और झारखंड के साहेबगंज की गलियों से 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बीते तीन महीनों में सब्जी बाजारों से 80 से ज्यादा मोबाइल फोन चोरी किए। फिर ये ठग इन मोबाइल फोन का पासवर्ड क्रैक कर बैंक अकाउंट और UPI की मदद से करोड़ों रुपए पार कर दिए। फ्रॉड कितने करोड़ का किया गया है, फिलहाल पुलिस इसकी जांच कर रही है। रायपुर के सब्जी बाजार में चोरी से हुआ खुलासा दरअसल, रायपुर के सब्जी बाजारों में लगातार मोबाइल चोरी की शिकायतें पुलिस को मिल रही थी। खासकर गुढ़ियारी स्थित पहाड़ी चौक के सब्जी बाजार में ऐसी वारदातें बढ़ गई थीं। एक मामले में, सब्जी खरीदने आए एक युवक की शर्ट की जेब से उसका मोबाइल चोरी हो गया। ठगों ने मोबाइल से फोन-पे ऐप के जरिए 99 हजार रुपए उड़ा लिए। इसी केस में पुलिस में 6 लोगों को अरेस्ट किया था। पासवर्ड क्रैक करने टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद इसी तरह तेलीबांधा थाना क्षेत्र में गोविंद राम वाधवानी ने 22 जून को शिकायत दर्ज करवाई की कि सब्जी लेने के दौरान उनका मोबाइल चोरी हो गया। गुढ़ियारी और तेलीबांधा थाने की पुलिस मोबाइल चोरी केस की जांच करते हुए उस गिरोह तक पहुंची है, जो रायपुर ही नहीं बल्कि अलग-अलग राज्यों के सब्जी बाजारों में इस तरह से चोरी को अंजाम दे रहे थे। जांच में सामने आया कि आरोपी पासवर्ड क्रैक करने में माहिर थे। वे टेक्निकल एक्सपर्ट की मदद से मोबाइल ओपन कर पैसे ट्रांसफर करते थे। तेलीबांधा केस में हुए 4 आरोपी गिरफ्तार थाने में शिकायत के बाद पुलिस ने फोन-पे से भेजी गई रकम से संबंधित अकाउंट की जानकारी जुटाई। जानकारी मिली कि पैसे पश्चिम बंगाल ट्रांसफर हुए हैं। पुलिस ने झारखंड के साहेबगंज से 3 और पश्चिम बंगाल के कोलकाता से एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। सावन महीने होने की वजह से आरोपियों को शक न हो इस वजह से पुलिस ने कांवड़ियों के भेष में रेड मारी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि देवा उर्फ देव कुमार महतो ने कन्हैया कुमार मंडल, विष्णु कुमार मंडल और अन्य दो लोगों को मोबाइल चोरी का काम दिया था। वे रायपुर के रामनगर इलाके में किराए के मकान में रहते थे। देवा इस काम के बदले 25000 रुपए महीने देता था। आरोपी फिर चोरी के मोबाइल फोन से पीड़ित के बैंक में जमा रकम को ऑनलाइन फोन-पे और पेटीएम के माध्यम से कई बैंकों में ट्रांसफर कर देते थे। फिर कोलकाता निवासी आरोपी ओमप्रकाश ठाकुर पैसे को ATM से निकाल लेता था। आरोपियों के फोन में मिला करोड़ों का ट्रांजैक्शन SSP डॉ लाल उमेद सिंह ने बताया कि आरोपियों के मोबाइल और चोरी के फोन में करोड़ों रुपए के ट्रांजैक्शन की जानकारी मिली है। साथ ही आरोपियों के मूवमेंट आसपास के राज्यों में भी मिले हैं। पुलिस इस मामले में अन्य राज्यों से संपर्क कर आगे की जांच कर रही है। गिरफ्तार आरोपियों के नामचारों आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 3 मोबाइल फोन और 2 सिम कार्ड (दूसरे के नाम पर आवंटित) जब्त किया गया है। आरोपियों के मोबाइल फोन में लगभग 40-50 क्यू आर कोड मिले हैं। 1. देवा उर्फ देव कुमार महतो पिता रतन लाला महतो उम्र 28 साल निवासी पोस्ट महाराजपुर, थाना तालझाड़ी जिला साहेबगंज झारखंड। 2. कन्हैया कुमार मंडल पिता स्व सुधीर मंडल उम्र 22 साल निवासी मीना बाजार पोस्ट महाराजपुर थाना तालझाड़ी जिला साहेबगंज झारखंड। 3. विष्णु कुमार मंडल पिता संजय मंडल उम्र 22 साल निवासी मीना बाजार पोस्ट महाराजपुर थाना तालझाड़ी जिला साहेबगंज झारखंड। 4. ओम प्रकाश ठाकुर पिता लक्षमेश्वर ठाकुर उम्र 31 वर्ष निवासी न्यू एशिया मार्केट कोलकाता पश्चिम बंगाल। ............................. छत्तीसगढ़ में क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... रायपुर के रिलायंस-स्टोर से 17 आईफोन चुराने का VIDEO:चोरी की स्कूटी से पहुंचा नकाबपोश, बांस के सहारे चढ़कर घुसा; हथौड़े से कांच तोड़ा राजधानी रायपुर के रिलायंस डिजिटल स्टोर से 17 आईफोन की चोरी हुई है। मास्क पहने एक चोर बांस के सहारे स्टोर की पहली मंजिल पर पहुंचा। हथौड़ी से कांच तोड़कर स्टोर के अंदर घुसा। ग्राउंड फ्लोर पर आईफोन चोरी कर झोले में भरकर ले गया। इसका CCTV भी सामने आया है। मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है। पढ़ें पूरी खबर...
मधेपुरा सदर थाना क्षेत्र के भेलवा चौक के पास 6 अगस्त को राहगीरों से हथियार के बल पर लूटपाट करने वाले 2 बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक देसी कट्टा, 2 जिंदा कारतूस, एक पल्सर मोटरसाइकिल और 4 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इनमें से 2 मोबाइल लूट के दौरान छीने गए थे। गुरुवार को सदर थाना में आयोजित प्रेस वार्ता में ASP प्रवेंद्र भारती ने जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मधेपुरा निवासी पीड़ित प्रदीप कुमार ने लूटपाट की शिकायत थाने में दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विभिन्न स्थानों पर गाड़ी जांच अभियान शुरू किया। 2 युवक बाइक सहित पकड़ाए इसी क्रम में सखुआ गांव के पास पक्की सड़क पर एक पल्सर बाइक पर सवार 3 युवक दिखाई दिए। पुलिस को देखकर वे भागने लगे। पुलिस ने 2 युवकों को बाइक समेत पकड़ लिया जबकि एक फरार हो गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान साहुगढ़ बाजार टोला वार्ड नौ निवासी रामचंद्र यादव के बेटे क्रांति कुमार और दीवानी टोला निवासी हरिशंकर राम के बेटे चंदन कुमार के रूप में हुई है। दोनों की तलाशी लेने पर एक देसी कट्टा, 2 गोली, एक बाइक और 4 मोबाइल बरामद किए गए। न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी पूछताछ में दोनों आरोपियों ने कई आपराधिक घटनाओं में शामिल होने की बात स्वीकार की है। ASP ने बताया कि क्रांति कुमार और चंदन कुमार पर पूर्व में भी कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। फरार तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। छापेमारी टीम में सदर थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार, दरोगा इंद्रजीत तांती, घैलाढ़ ओपी अध्यक्ष अवधेश प्रसाद, विनेश सिंह और अन्य शामिल थे।
मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने ट्रेन में यात्रियों से छिनतई और मोबाइल चोरी करने वाले गिरोह के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो चोरी का मोबाइल बरामद किया गया है। निशानदेही पर गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है। वरीय अधिकारियों के निर्देश पर यात्रियों की सुरक्षा को लेकर निरीक्षक मनीष कुमार के नेतृत्व में जंक्शन से गुजरने वाली गाड़ियों में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा था। इस दौरान स्टेशन पर गाड़ी संख्या 11123 (बरौनी-ग्वालियर मेल) आक रूकी। ट्रेन के रुकते ही एक आदमी भागने लगा। मौके पर मौजूद टीम ने खदेड़कर उसे पकड़ा। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी पूछताछ में अपनी पहचान पूर्वी चंपारण जिले के संग्रामपुर थाना क्षेत्र निवासी प्रभु साह(56) बताया। भागने के संबंध में कोई ठोस जवाब नहीं दे सका। तलाशी के दौरान उसके पास से स्क्रीन टच और कीपैड मोबाइल मिला। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि दोनों मोबाइल यात्रियों के हैं। ट्रेन में चोरी किया था। इस संबंध में रेल थानाध्यक्ष मनीष कुमार ने बताया कि पूछताछ में गिरोह के कई सदस्यों के बारे में जानकारी मिली है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। कई मामलों के खुलासे होने की उम्मीद है।
जांजगीर चांपा जिले में सिंघानिया पेट्रोल पंप के पास 3 बदमाशों ने एक युवक और नाबालिग पर चाकू से हमला कर मोबाइल लूट लिया। पेट में चाकू लगने से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है रिश्ते में दोनों चाचा-भतीजे है। मामला अकलतरा थाना क्षेत्र का है। घायल युवक तिलेश्वर भैना (25) ने बताया कि उसने अपने भतीजे मोनू (16) को दुकान से शराब पीने के लिए चखना और गिलास लेने भेजा था। इसी दौरान उसने देखा कि तीन बदमाश मोनू के साथ मारपीट कर रहे थे। जब वह भतीजे को बचाने पहुंचा तो बदमाशों ने पहले मोनू और फिर उस पर चाकू और चैन से हमला कर दिया। दोनों के पेट में चाकू लगने से वे जमीन पर गिर पड़े। दोनों को गंभीर हालत में बिलासपुर रेफर किया गया है। बिलासपुर सिम्स में दोनों का इलाज जारी स्थानीय लोगों ने घटना की जानकारी डायल 112 को दी। दोनों घायलों को पहले सीएचसी अस्पताल अकलतरा में भर्ती कराया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने दोनों को बिलासपुर सिम्स अस्पताल रेफर कर दिया है। जहां उनका इलाज जारी है। अकलतरा थाना प्रभारी भास्कर शर्मा ने बताया कि घटना बुधवार (6 अगस्त) की शाम 7 से 7.30 बजे के बीच की है। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। थाना प्रभारी ने बताया कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भागलपुर में चोरों ने एक ही रात में 10 घरों में सेंध लगाई है। 15 मोबाइल और 12 हजार कैश ले उड़े। इस घटना से ग्रामीणों में रोष है। घटना कजरैली थाना के कुमरथ गांव की है। पीड़ित नीतीश कुमार ने बताया कि आज सुबह(गुरुवार) सोकर उठा तो घर में मोबाइल नहीं था। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला। इसके बाद ग्रामीणों को इस बात की जानकारी दी। एक-एक करके दर घरों में चोरी की बात सामने आई। मेरे अलावा आशीष, दीपक, विशुनदेव, विपिन, परमेश्वर, विकास, अभिषेक, राजा और आलोक के घर में चोरी हुई है। ग्रामीण आशीष ने बताया कि इससे पहले भी चोरों के आतंक से गांव वाले परेशान थे। ऑटो, ई-रिक्शा, ट्रैक्टर का चक्का समेत बैटरी तक चोरी हो चुकी है। आवेदन के आधार पर की जाएगी कार्रवाई वहीं, इस संबंध में कजरैली थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि अभी तक किसी भी शख्स ने चोरी की लिखित शिकायत नहीं दी है। अगर शिकायत मिलती है तो चोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुरैना जिले के बानमोर औद्योगिक क्षेत्र स्थित अंबाह सरिया प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में आयकर विभाग की टीम ने बुधवार शाम करीब 4 बजे छापा मारा। छापे की यह कार्रवाई लगातार 16 घंटे से जारी है और गुरुवार सुबह तक फैक्ट्री के अंदर किसी को आने-जाने नहीं दिया गया है। आयकर विभाग की लगभग 10 अफसरों की टीम फैक्ट्री में दस्तावेजों की जांच कर रही है। टीम के पहुंचते ही फैक्ट्री में मौजूद सभी कर्मचारियों और प्रबंधन से जुड़े लोगों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए, जिससे कोई सूचना बाहर न जा सके। छापे की कार्रवाई बेहद गोपनीय तरीके से की जा रही है। पूरी रात चली जांच, कोई बाहर नहीं आयामंगलवार शाम से शुरू हुई कार्रवाई पूरी रात चली और बुधवार सुबह तक फैक्ट्री के भीतर से न तो कोई बाहर आया और न ही किसी को अंदर जाने दिया गया। टीम कंपनी के वित्तीय रिकॉर्ड और लेन-देन से जुड़े दस्तावेजों की गहन जांच कर रही है। अब तक की जांच में आयकर विभाग किसी अंतिम निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा है। इसी कारण कार्रवाई गुरुवार सुबह तक जारी रही। विभागीय सूत्रों के अनुसार, कुछ अहम दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है और जरूरी रिकॉर्ड को जब्त किया गया है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि कितनी राशि या किस तरह की गड़बड़ी की जांच की जा रही है। स्थानीय स्तर पर चर्चा तेज, अधिकारी मौनफैक्ट्री में छापे की खबर फैलते ही पूरे बानमोर औद्योगिक क्षेत्र में हलचल मच गई है। हालांकि, आयकर विभाग की टीम या स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। फैक्ट्री प्रबंधन भी फिलहाल इस पूरे घटनाक्रम पर चुप्पी साधे हुए है।
बलरामपुर के ग्राम सभा विशम्भरपुर के पास सरयू नहर में गुरुवार को एक डॉल्फिन दिखने से क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय ग्रामीणों ने जब नहर में अनोखी हलचल देखी तो मौके पर भीड़ जमा हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि नदी में एक डॉल्फिन गोते खाते दिखी। वह पानी की सतह पर आ-जा रही थी। यह दृश्य देखने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने अपने मोबाइल से वीडियो और तस्वीरें लेना शुरू कर दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक में इस अनोखे दृश्य को देखने को लेकर उत्साह देखने को मिला। ग्रामीणों के लिए बना यादगार पल यह दृश्य लोगों के लिए बेहद रोमांचक था। इस इलाके में नहर में डॉल्फ़िन देखे जाने की यह पहली घटना मानी जा रही है। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। डॉल्फ़िन की सुरक्षा के लिए इलाके को घेर लिया गया। स्थानीय निवासी रामकुमार, सुशील, उमंग, बिजय आदि ने बताया, हमने कभी नहीं सोचा था कि अपने गांव के पास इस तरह की कोई जलजीव हमें देखने को मिलेगा। यह दृश्य हमारे लिए एक यादगार पल है। पर्यावरण प्रेमियों ने इसे प्रकृति के प्रति सकारात्मक संकेत बताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि गंगा डॉल्फिन एक विलुप्तप्राय प्रजाति है। यह कभी-कभी सरयू, घाघरा जैसी नदियों में भी देखी जाती हैं। वन विभाग की टीम ने कराया रेस्क्यू वन क्षेत्राधिकारी सादुल्लाहनगर वीरेन्द्र तिवारी ने बताया कि सूचना मिलते ही वे मौके पर पहुंचे। डॉल्फिन का रेस्क्यू कराया जा रहा है। जैसे ही मिलता है उसे सुरक्षित उसके प्राकृतिक आवास में पहुंचाया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे जानवर को न छेड़ें। दूरी बनाकर रखें, जिससे उसे डर न लगे। इस घटना ने पूरे गांव में चर्चा का विषय बना दिया है। नहर के किनारे दिनभर लोगों की आवाजाही लगी रही। विभागीय अधिकारी लोगों को नियंत्रित करने और डॉल्फिन की सुरक्षा में जुटे रहे। विशेषज्ञों का मानना है कि यह गंगा डॉल्फिन हो सकती है। यह भारत में संरक्षित प्रजातियों में शामिल है। संभवतः तेज जलप्रवाह या मार्ग भटक जाने की वजह से यह नहर में आ गई होगी।
साइबर क्रिमिनल्स की ओर से निवेशकों को निशाना बनाने के नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, फेक मोबाइल ऐप और गलत यूपीआई हैंडल्स का यूज करके ये जालसाज सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के नाम पर फेक नोटिस व अच्छा रिटर्न का लालच दे रहे हैं। इस खतरे को देखते हुए सेबी और राजस्थान पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच ने मिलकर एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है, जिसमें निवेशकों को साइबर फ्रॉड से बचने के लिए कई सुझाव दिए गए हैं। कैसे पहचानें फर्जीवाड़ा? सेबी के अनुसार- अगर आपको सेबी से कोई नोटिस या दस्तावेज मिलता है तो उसे सीधे सच न मानें। उसकी प्रामाणिकता की जांच करना बेहद जरूरी है। इसके कुछ आसान तरीके हैं- रिकवरी सर्टिफिकेट की जांच - सेबी की ओर से जारी किए गए हर रिकवरी सर्टिफिकेट को आप उनकी वेबसाइट पर Home > Enforcement > Recovery Proceedings सेक्शन में जाकर सत्यापित कर सकते हैं। UDIN नंबर से पुष्टि - सेबी के हर आदेश में एक अद्वितीय दस्तावेज़ पहचान संख्या (UDIN) होती है। इसकी पुष्टि आप सेबी की वेबसाइट पर Home > Authenticate Document Number Issued by SEBI में जाकर कर सकते हैं। अधिकारियों के ईमेल और संपर्क - सेबी के अधिकारियों के आधिकारिक ईमेल पते हमेशा @sebi.gov.in पर समाप्त होते हैं। आप सेबी की वेबसाइट पर Home > About > SEBI Directory में जाकर उनके नाम, ईमेल आईडी और फोन नंबर की जांच कर सकते हैं। सुरक्षित UPI हैंडल - निवेश के लिए केवल रजिस्टर्ड बैंकों से जुड़े यूपीआई हैंडल, जैसे @valid(bank-name), का ही उपयोग करें। व्हाइट लिस्टेड ऐप्स - केवल उन्हीं ब्रोकर ऐप्स का उपयोग करें जो सेबी की ओर से स्टॉक एक्सचेंज पर प्रकाशित Whitelisted Broker Apps की सूची में शामिल हैं। सोशल मीडिया पर सावधानी - सेबी केवल अपने रजिस्टर्ड X हैंडल पर ही आधिकारिक जानकारी और सलाह देता है। अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर संदिग्ध विज्ञापनों से दूर रहें। साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें अगर आप किसी भी प्रकार की साइबर धोखाधड़ी का शिकार होते हैं तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज कराएं। नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर पुलिस स्टेशन में भी रिपोर्ट की जा सकती है। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी सतर्कता से अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखें।
महिला से मोबाइल लूटने वाला गिरफ्तार:रिश्तेदार की बाइक और स्कूटी वारदात के काम में लेता था, साथी फरार
जयपुर में महिला से मोबाइल लूट की वारदात करने वाले बदमाश को गिरफ्तार किया गया है। बदमाश अपने एक साथी के साथ मिलकर लूट की वारदात करता था। इसके लिए अपने रिश्तेदार की बाइक और स्कूटी को काम में लेते थे। गाड़ी के नंबरों पर मिट्टी लगाकर छिपा देता था, ताकि पकड़े न जाए। लुटेरे को विद्याधर नगर थाना पुलिस ने पकड़ा है। डीसीपी नॉर्थ करण शर्मा ने बताया- महिला से मोबाइल लूट मामले में अब्दुल हफीज (27) को पकड़ा गया है। महिला ने 29 जुलाई को रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पीड़िता ने बताया था कि 28 जुलाई को वह विधाधर नगर सेक्टर -7 से योगा की क्लास लेकर 10.39 घर लौट रही थी। इस दौरान दो युवक सफेद रंग की स्कूटी पर आए। पीछे से झपट्टा मारकर मोबाइल छीनकर भाग गए। मोबाइल को कम दामों में बेचकर रुपए कमाते थे डीसीपी नॉर्थ ने बताया- टीम ने घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज चैक किए। जिसके बाद टीम ने 120 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज चैक किए। फुटेज से आरोपी की पहचान के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। बदमाश अपने साथी बाबू निवासी बिहारी टीबा भट्टाबस्ती के साथ मिलकर राहगीरों से मोबाइल लूटने की वारदात करना कबूल किया है। बदमाश कम दामों में मोबाइल बेचकर कमाए रुपए से नशा करते थे। वारदात करने के लिए अपने रिश्तेदार की बाइक और स्कूटी को काम में लेते थे।
फतेहपुर जिले के हुसैनगंज थाना क्षेत्र में एक 10 वर्षीय लड़की के साथ पड़ोस के चार नाबालिग लड़कों ने दुष्कर्म किया। घटना 13 जून को हुई जब पीड़िता बकरी चराने जंगल गई थी। आरोपियों ने न केवल दुष्कर्म किया बल्कि इसका वीडियो भी बना लिया। मामला तब सामने आया जब पीड़िता की भतीजी ने एक आरोपी से मोबाइल गेम खेलने के लिए फोन लिया। फोन में दुष्कर्म का वीडियो देखकर घटना का खुलासा हुआ। पूछताछ में पीड़िता ने चारों किशोरों का नाम बताया। पीड़िता के पिता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपियों में दो 13 वर्ष के, एक 12 वर्ष का और एक 14 वर्ष का किशोर शामिल है। पुलिस ने चारों आरोपियों को हिरासत में लेकर प्रयागराज बाल न्यायालय भेज दिया है। डीएसपी गौरव वर्मा ने बताया कि आरोपियों का मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है। हालांकि पीड़िता मेडिकल जांच के लिए तैयार नहीं है, फिर भी मोबाइल पर मिले वीडियो के आधार पर और अदालत में बच्ची के बयान के बाद चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
हरियाणा की 5 जेलों में 23 मोबाइल मिले हैं। इसको लेकर जेल प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। डीजी जेल आलोक राय ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। हालांकि उन्होंने मोबाइलों की जांच के लिए स्टेट क्राइम ब्रांच से कराने का आग्रह किया है। इस मामले में स्थानीय पुलिस की ओर से 21 एफआईआर दर्ज की है, जिसकी जांच अब स्टेट क्राइम ब्रांच की एसआईटी करेगी। सूत्रों की माने तो स्थानीय पुलिस की जांच प्रक्रिया सही नहीं होने से जेल विभाग ने क्राइम ब्रांच से जांच कराने का फैसला लिया है। जेल डीजी आलोक राय की ओर से साफ कहा गया है कि मोबाइल प्रकरण में यदि जेल का कोई भी अधिकारी व कर्मचारी संलिप्त पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं यमुनानगर जेल से बड़े गैंगस्टरों द्वारा मोबाइल इस्तेमाल करने के मामले में भी जेल विभाग सख्त नजर आ रहा है। इसको लेकर जांच के लिए स्थानीय पुलिस को सख्त हिदायत दी गई है। CM सिटी कुरुक्षेत्र सहित 5 जेलों से बरामद हुए मोबाइल पिछले 6 महीने में प्रदेश की 5 जेलों से 23 मोबाइल बरामद किए गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा 9 मोबाइल अकेले कुरुक्षेत्र जेल से बरामद किए गए। जबकि हिसार-1 से 5, फरीदाबाद जेल से 4, करनाल और सिरसा से 1-1 मोबाइल मिला है। खास बात यह है कि 22 मोबाइल स्थानीय जेल कर्मियों द्वारा बरामद किए गए। जबकि कुरुक्षेत्र जेल से 1 मोबाइल पुलिस के साथ संयुक्त छापामारी में बरामद किया गया था। इन मामलों में 5 जिलों की पुलिस की ओर से अलग-अलग 21 एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी। साथ ही मामले में अब तक 29 बंदियों को गिरफ्तार किया गया है। नारकोटिक्स केस में 20 एफआईआर जेलों से मोबाइल की बरामदगी के साथ ही नारकोटिक्स मिलने के मामले में भी जेल विभाग सख्त हो गया है। इस मामले में अब तक 20 एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें 20 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सबसे ज्यादा नारकोटिक्स के मामले में करनाल जेल में 5 एफआईआर और 10 गिरफ्तारियां, हिसार-1 में 4 एफआईआर और 3 गिरफ्तारियां, जिसमें एक वार्डर भी शामिल है। फरीदाबाद में 4 एफआईआर और 4 गिरफ्तारियां, हिसार-2 में 1 एफआईआर और 2 गिरफ्तारियां और गुरुग्राम में 2 एफआईआर में 8 गिरफ्तारियां, जिसमें एक वार्डर भी शामिल है। इसी तरह से जींद जेल में 1 एफआईआर और एक गिरफ्तारी, कुरुक्षेत्र में 2 एफआईआर और एक गिरफ्तारी तथा नूंह में 1 एफआईआर दर्ज की गई है। गैंगस्टर काला राणा केस की अलग से जांच होगी यमुनानगर जेल में वीरेंद्र प्रताप उर्फ काला राणा द्वारा मोबाइल इस्तेमाल करने के मामले की जांच के लिए जेल विभाग ने यमुनानगर एस.पी. कमलदीप गोयल की अगवाई में एक एसआईटी गठित की है। एसआईटी में अंबाला जेल के अधीक्षक सतविंद्र कुमार और डीएसपी एसटीएफ अमन कुमार को शामिल किया गया है। एसआईटी यमुनानगर जेल प्रशासन पर लगे गंभीर आरोपों के मामले की जांच करेगी। सूत्रों की माने तो पुलिस की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि काला राणा साजिश रचने के लिए एक मोबाइल का इस्तेमाल करता था। जेल ट्रांसफर से पहले वह इस संदिग्ध नंबर से दूसरे संदिग्ध नंबर के संपर्क में था। वह दूसरा नंबर किसी बड़े गैंगस्टर का है और जेल में इस्तेमाल हो रहा है। इसमें यह भी पता चला है कि काला राणा को मोबाइल यमुनानगर जेल के किसी कर्मचारी की मदद से मुहैया कराया गया था। आरोप है कि इसी फोन के जरिए काला राणा ने खेड़ी लक्खा सिंह के ट्रिपल मर्डर की साजिश रची थी। डीजी जेल बोले-संलिप्त कर्मचारियों को छोड़ेंगे नहीं डीजी जेल आलोक कुमार राय ने कहा कि हरियाणा की जेलों से होने वाले अपराधों पर पूर्ण विराम लगाना मेरी पहली प्राथमिकता है और इसी दिशा में काम किया जा रहा है। अब यदि जेल परिसर से मोबाइल और नारकोटिक्स बरामद हुआ, तो जेल अधिकारियों व कर्मचारियों को छोड़ा नहीं जाएगा। इसके लिए सभी जेल अधीक्षकों को सख्त हिदायत जारी की गई है और पुराने मामलों की जांच स्टेट क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में फोन चलाने से मना करने पर भाई ने कुल्हाड़ी से बहन का गला काट दिया। सांस नली कटने और ज्यादा खून बहने से मौके पर मौत हो गई। बहन रक्षाबंधन मनाने के लिए ससुराल से मायके आई थी। मामला लखनपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, मृतिका का नाम मुनेश्वरी मझवार (25) है। वह ग्राम लिपिंगी की रहने वाली थी। वहीं मारने वाले का नाम जयप्रकाश मझवार (31) है, जो मृतिका का बड़ा भाई है। आरोपी ने सोते वक्त कुल्हाड़ी से वारकर गला काटा है। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, 5 अगस्त को मुनेश्वरी मझवार अपने 2 बच्चों के साथ मायके मझवार पारा आई थी। मंगलवार की रात उसने अपने बड़े भाई जयप्रकाश मझवार को काफी देर तक मोबाइल चलाते हुए देखा। इस दौरान उसने मोबाइल चलाने से मना किया। मोबाइल छीनकर अपने पास रख लिया। इस दौरान मोबाइल छीनने और न चलाने देने की बात को लेकर भाई-बहन में विवाद हो गया। विवाद शांत होते ही मुनेश्वरी खाना खाने के बाद अपने 2 बच्चों के साथ जमीन पर सो गई थी। आधी रात को जयप्रकाश मझवार उठा और उसने कुल्हाड़ी से बहन मुनेश्वरी का गला काट दिया। मुनेश्वरी की चीख सुनकर घरवालों की नींद खुल गई। जब तक वे मुनेश्वरी के पास पहुंचे, उसकी मौत हो चुकी थी। बहन की हत्या के बाद जयप्रकाश घर से भाग निकला। मां के साथ सोए दोनों बच्चे भी खून से सन गए थे। परिजनों ने बच्चों को मां से अलग किया। पीएम के बाद परिजनों को दिया गया शव वारदात के बाद बुधवार सुबह घटना की सूचना पर लखनपुर थाना प्रभारी शशिकांत सिन्हा पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। मामले में कुन्नी चौकी में धारा 103(1) के तहत अपराध दर्ज किया। कोर्ट ने आरोपी को भेजा जेल कुन्नी चौकी प्रभारी डेविड मिंज ने बताया कि, पुलिस ने आरोपी भाई जयप्रकाश मझवार को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली गई है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
नारनौल में 19 साल की लड़की घर से गायब:परिजनों ने की कई जगह तलाश, मोबाइल फोन भी आ रहा स्विच ऑफ
महेंद्रगढ़ के नारनौल से एक 19 साल की लड़की घर छोड़कर कहीं चली गई। इस बारे में लड़की के पिता ने ने पुलिस में शिकायत दी है। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सदर थाना में पुलिस को दी गई शिकायत में गांव गहली के एक व्यक्ति ने बताया कि उसके तीन बच्चे हैं। इनमें एक लड़का व दो लड़की हैं। उसकी छोटी लड़की की उम्र 19 साल है तथा वह कॉलेज में पढ़ती है। बीते बुधवार की दोपहर करीब 3 बजे अपना मोबाइल फोन लेकर घर से कहीं निकल गई। इसके बाद जब वह वापस नहीं आई। हाथ की उंगली कटी हुई शिकायत में उन्होंने बताया कि उसकी लड़की की हाथ की एक उंगली कटी हुई है। उसके लापता होने के बाद उन्होंने उसकी कई जगह तलाश की। आस पड़ोस व रिश्तेदारी में भी कई जगह तलाश किया, मगर वह कहीं पर भी नहीं मिली। जब वह घर पर वापस नहीं आई तो उन्होंने पुलिस में शिकायत देकर उसकी तलाश की गुहार लगाई है।
प्रतापगढ़ पुलिस ने चाकू से हमला कर लूटपाट करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी ताराचंद (25) मेघपुरा, थाना छोटीसादड़ी का रहने वाला है। उस पर थाना धोलापानी में मामला दर्ज था। घटना 2 अगस्त 2025 को हुई थी। पीड़ित शिवलाल उर्फ देवीलाल मीणा, जो चंगेरा गांव नीमच के पास काम करता है, अपने पिता के बुलावे पर स्पलेंडर प्लस मोटरसाइकिल से घर जा रहा था। बरोल घाटा जंगल से बारा बावड़ी के बीच एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे रोका और झपटा मारकर उसकी मोटरसाइकिल और मोबाइल छीनकर प्रतापगढ़ की ओर भाग गया। पुलिस ने मामले की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साक्ष्य एकत्र किए। इन साक्ष्यों के आधार पर आरोपी ताराचंद को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपी लूट, डकैती और चोरी का आदी अपराधी है। इसके खिलाफ पहले भी बड़ीसादड़ी और अन्य थानों में लूट-डकैती के मामले दर्ज हैं और यह फरार चल रहा था।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में बहन ने फोन चलाने से मना किया, तो भाई ने कुल्हाड़ी से उसका गला काट दिया। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। बड़ी बहन रक्षाबंधन का त्योहार मनाने के लिए ससुराल से मायके आई थी। घटना लखनपुर थाना के कुन्नी चौकी क्षेत्र की है। जानकारी के मुताबिक, 5 अगस्त को ग्राम लिपिंगी निवासी मुनेश्वरी मझवार (25) अपने दो बच्चों के साथ अपने मायके गई थी। मंगलवार की रात उसने अपने बड़े भाई जयप्रकाश मझवार को काफी देर तक मोबाइल चलाते हुए देखा तो उसे मोबाइल चलाने से मना किया। उसका मोबाइल छीनकर अपने पास रख लिया। इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। रात में सोते समय काटा गला मुनेश्वरी खाना खाने के बाद अपने दो छोटे बच्चों के साथ जमीन पर सो गई थी। आधी रात को जयप्रकाश मझवार उठा और उसने कुल्हाड़ी से बहन मुनेश्वरी का गला काट दिया। मुनेश्वरी की मौके पर मौत हो गई। मुनेश्वरी की चीख सुनकर घरवालों की नींद खुल गई। जब तक वे मुनेश्वरी के पास पहुंचे, उसकी मौत हो चुकी थी। बहन की हत्या के बाद जयप्रकाश घर से भाग निकला। मां के साथ सोए दोनों बच्चों पर भी खून फैल गया। परिजनों ने उन्हें अलग किया। परिजनों के अनुसार, रक्षाबंधन का त्योहार नजदीक होने के कारण मुनेश्वरी दोनों बच्चों के साथ मायके आ गई थी। वो रक्षाबंधन तक मायके में ही रुकने वाली थी। पीएम के बाद परिजनों को दिया गया शव वारदात के बाद बुधवार सुबह घटना की सूचना पर लखनपुर थाना प्रभारी शशिकांत सिन्हा पुलिस टीम सहित मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। मामले में कुन्नी चौकी में धारा 103(1) के तहत अपराध दर्ज किया। पुलिस ने आरोपी को भेजा जेल कुन्नी चौकी प्रभारी डेविड मिंज ने बताया कि, पुलिस ने आरोपी भाई जयप्रकाश मझवार (31) को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली गई है। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
भोपाल के बागसेवनिया में मंगलवार रात शराब के नशे में सब्जी बेचने वाले युवक ने अपने दोस्त के साथ मारपीट कर दी। इससे दोस्त की मौत हो गई। पुलिस ने सब्जी कारोबारी के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर मंगलवार को कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया है। सब इंस्पेक्टर संजय दुबे के मुताबिक अरविंद विहार निवासी बलवंत सिंह गौड़ (40) मजदूरी करता था। जबकि आरोपी सनी उर्फ सचिन गुप्ता सब्जी का ठेला लगाता है। दोनों दोस्त मंगलवार रात मरघट के पास शराब पी रहे थे। इसी दौरान सनी ने बलवंत पर मोबाइल चोरी करने का आरोप लगाया। इससे दोनों में विवाद हो गया। अपशब्द कहने पर शुरू हुआ था विवादविवाद के दौरान बलवंत ने आरोपी युवक को अपशब्द कह दिए। इससे शुरू हुआ विवाद मारपीट तक पहुंच गया और आरोपी युवक ने अपने बलवंत के साथ मारपीट कर दी। इतना ही नहीं उसके हाथ में पहने हुए कड़े से उसके चेहरे पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। लोहे का कड़ा लगने के बाद आरोपी बलवंत को लहूलुहान हालत में छोड़कर फरार हो गया।
सोनीपत जिले के गन्नौर में एक साल बाद पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा किया है। महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या करवाई थी। हत्या का राज करीब एक साल बाद मृतक के मोबाइल से उजागर हुआ। पुलिस ने महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को कोर्ट में पेश कर 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। गन्नौर एसीपी ऋषिकांत ने बताया कि 10 जुलाई 2024 को गांव अगवानपुर के पास एक नाले में एक व्यक्ति का शव बरामद हुआ था। शव के हाथ-पैर बंधे हुए थे। जिससे मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था। मृतक की पहचान दिल्ली के अलीपुर स्थित दयाल मार्केट निवासी प्रीतम प्रकाश के रूप में हुई थी। पत्नी के प्रेमी से थे अवैध संबंध, पति से रहता था झगड़ा जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक प्रीतम प्रकाश की पत्नी सोनिया के रोहित के साथ अवैध संबंध थे। आरोपी रोहित सोनीपत के गांव जाजी का रहने वाला है। अवैध संबंधों के कारण पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़ा होता था। हत्या की साजिश के तहत सोनिया ने अपने पति को दिल्ली से गन्नौर बुलाया, जहां पहले से मौजूद रोहित के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी गई। हत्या के बाद प्रेमी को सौंपा मोबाइल, उसी से खुला राज पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी रोहित सोनीपत के गांव जाजी का रहने वाला है, लेकिन वह पिछले एक साल से दिल्ली के अलीपुर में अपनी प्रेमिका सोनिया के साथ छिपकर रह रहा था। वह वहीं आसपास कहीं काम भी कर रहा था। वहीं मृतक प्रीतम प्रकाश दिल्ली पुलिस का वांछित हिस्ट्रीशीटर था और पुलिस उसकी तलाश में लगातार निगरानी रख रही थी। एक साल बाद हुआ हत्या का खुलासा पुलिस लगातार प्रीतम प्रकाश के मोबाइल नंबर की लोकेशन ट्रेस कर रही थी। जो उसकी पत्नी सोनिया के पासा था। एक दिन उसकी लोकेशन मिलने पर दिल्ली पुलिस ने रेड की। जो आरोपी रोहित अपनी प्रेमिका सोनिया के साथ घर पर मिला। जब पुलिस ने उसके पास से बरामद मोबाइल को चेक किया, तो वह मृतक प्रीतम प्रकाश का निकला। पूछताछ में कबूला जुर्म, दो दिन के रिमांड पर पुलिस ने जब रोहित को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर गन्नौर लाई और पूछताछ की, तो उसने कबूल किया कि उसने और सोनिया ने मिलकर प्रीतम प्रकाश की हत्या की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।
जयपुर कमिश्नरेट के डीसीपी साउथ ने आज 50 लाख रुपए के 262 मोबाइल फोन उन के मालिकों को लौटा दिये। यह मोबाइल फोन कुछ चोरी हुए थे कुछ गुम हो गये थे,साइबर टीम की मदद से साउथ जिला पुलिस ने ये सभी मोबाइल अलग-अलग जगहों से रिकवर कर आज उनके असली मालिक को लौटा दिये हैं। इस के लिए साउथ जिला पुलिस ने एक विशेष अभियान चलाया जिस का नाम आपका मोबाइल फिर से आपका रखा गया था। डीसीपी साउथ राजर्षि राज ने बताया कि जिला जयपुर दक्षिण में कई लोगों के मोबाईल गुम होने की सूचना परिवादियों द्वारा पुलिस थानों पर दर्ज कराई गई थी। कई परिवादी बडी मुश्किल से किस्तों पर मोबाईल खरीदा था। जिस पर लोगों के मोबाइल उन्हें वापस दिलाने के लिए एडिशनल डीसीपी साउथ ललित शर्मा के निर्देशन में सभी थानाधिकारियों एवं जिला जयपुर (दक्षिण) की तकनीकी शाखा को गुमशुदा मोबाईलों को ट्रेस करने के निर्देश दिये गये। सभी पुलिस थानों द्वारा तकनीकी शाखा से सहयोग से एक विशेष अभियान आपका मोबाईल फिर से आपका के तहत वर्ष 2025 सहित पिछले 2-3 सालों के मोबाईल को सर्च करने के लिये तकनीकी शाखा व जयपुर दक्षिण के समस्त थानों की टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों द्वारा गुमशुदा मोबाईलों को सीर पोर्टल एवं मोबाईल सेवा प्रदाता कम्पनियों से तकनीकी सूचना प्राप्त कर राजस्थान के अलग-अलग जिलों में चल रहे गुमशुदा मोबाईलों को ट्रेस कर 262 बरामद किये गये। बरामद किए गए मोबाईलों की कीमत लगभग 50 लाख रूपये तक है।
औरंगाबाद पुलिस ने टेंपो लूटने वाले एक अंतरजिला गिरोह का भंडाफोड़ किया है। लगभग 1 महीना पहले नवीनगर से लूटे गए ऑटो और मोबाइल के साथ पुलिस ने 2 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। बुधवार को पुलिस अधीक्षक सभा कक्ष में जानकारी एसडीपीओ सदर संजय कुमार पांडेय ने दी है। पकड़े गए लोगों में नवीनगर थाना क्षेत्र के रंग बिगहा गांव निवासी चिंटू कुमार यादव और सूरज रजक शामिल है। एसडीपीओ ने बताया कि पकड़े गए अपराधी ऑटो की बुकिंग कर ले जाते थे और सुनसान जगह ऑटो चालक की पिटाई कर टेंपो, मोबाइल और पैसा छीन लेते थे। पकड़े गए दोनों अपराधियों ने 27 जून को ऐसे ही एक कांड को अंजाम दिया था। अपराधियों ने थाना मोड़ से घिरसिंडी जाने के लिए ऑटो बुक किया। रात में 11:00 बजे घिरसिंडी पहुंचने के बाद ऑटो चालक रोहतास के इंद्रपुरी थाना क्षेत्र भैसहा मानिकपुर गांव निवासी हरीश अंसारी के साथ मारपीट कर ऑटो, मोबाइल व ₹500 छीन लिया। अपराधियों ने ऑटो चालक को एक पेड़ में बांध दिया और ऑटो लेकर फरार हो गए। घटना के बाद ऑटो चालक ने नवीनगर थाना में आवेदन देकर अज्ञात लोगों के विरुद्ध ऑटो लूट की एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस छानबीन में जुटी थी। एसपी अंबरीश राहुल के निर्देश पर सदर एसडीपीओ वन संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एसआईटी टीम का गठन किया गया था। ऑटो को बेचने की थी तैयारी घटना के 10 दिन के बाद 6 जुलाई को अपराधी लूटे गए टेंपो को बेचने झारखंड जा रहे थे। इस दौरान ढ़िबरा थाना पुलिस की ओर से देव से बालूगंज जाने वाली सड़क में वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। पुलिसकर्मियों ने ऑटो को रुकने का इशारा किया। ऑटो में सवार लोग ऑटो छोड़कर फरार हो गए। ढ़िबरा थाना की पुलिस ऑटो को जब्त कर अपने साथ ले गई। एसआईटी टीम अलग-अलग जगह पर छापेमारी कर रही थी। इस दौरान टेंपो चालक से लूटे गए मोबाइल के साथ रंग बिगहा गांव पास से चिंटू को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो पहले उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया, लेकिन जब पुलिस ने थोड़ी सख़्ती दिखाई तो उसने पुलिस के सामने सच्चाई खोल दी। उसकी निशानदेही पर उसके सहयोगी सूरज रजक को भी गिरफ्तार कर लिया गया। मामले में आवश्यक कार्रवाई करते हुए पकड़े गए दोनों अपराधियों को रिमांड के लिए कोर्ट भेज दिया गया है। कांड में फरार चल रहे तीसरे गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
ऑनलाइन सस्ता मोबाइल बेचने का झांसा देकर की ठगी:पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर रिफंड करवाए 57 हजार रुपए
जोधपुर ग्रामीण पुलिस ने सस्ते दामों पर मोबाइल बेचने के बहाने ली गई राशि को रिफंड करवाने में सफलता हासिल की है। जिला पुलिस अधीक्षक, जोधपुर ग्रामीण नारायण टोगस ने बताया कि साहिल पठान, निवासी पीपाड़ शहर को फ्रॉडस्टर द्वारा ऑनलाइन सस्ते दामों पर मोबाइल बेचने का झांसा देकर उससे 57,000 रुपयों की ठगी कर ली गई। साहिल ने 1930 पर शिकायत दर्ज करवाई। जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जोधपुर ग्रामीण साइबर सेल उप अधीक्षक रतनसिंह के सुपरविजन में कॉन्स्टेबल पुखराज व दयालसिंह द्वारा संबंधित बैंक के नोडल अधिकारी से बातचीत कर 57,000 रुपए की राशि फ्रॉडस्टर के बैंक खाते में होल्ड करवा दी। फिर पीपाड़ शहर पुलिस के कॉन्स्टेबल सुनिल ने संबंधित बैंक से संपर्क कर साहिल को पूर्ण 57,000 रुपए वापिस रिफण्ड करवाए। साइबर फ्रॉड से बचने के लिए बरते सावधानी जिला पुलिस अधीक्षक ने साइबर फ्रॉड से बचाव के लिए सावधानी रखने की अपील की है। साइबर क्राईम/फ्रॉड की घटना होने पर 1930 पर कॉल या cybercrime.gov.in पर लॉगिन कर तुरन्त शिकायत दर्ज कराएं।
पटना में नेपाल की लड़की के साथ बस में रेप की वारदात को अंजाम दिया गया है। लड़की का आरोप है कि ड्राइवर ने उसके साथ 2 दिनों तक रेप किया है। वो इस दौरान बस को शहर के अलग-अलग हिस्सों में घुमाता रहा। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि 'मैं सिलिगुड़ी से पटना पहुंची थी। स्टेशन से बाहर निकलने के बाद बैठी थी। तभी एक प्राइवेट ड्राइवर मेरे पास आया और बात करने लगा।' 'उसने मुझे भरोसे में लिया। इसके बाद मैंने उसे बताया कि मैं इंडिया नौकरी की तलाश में आई हूं। इस बात पर उस ड्राइवर ने कहा चलो मैं तुम्हें नौकरी दिला दूंगा।' 'उसके बाद मुझे बस में बैठाकर अपने ठिकाने पर ले गया और मेरे साथ 2 दिनों तक रेप किया।' पीड़िता के मुताबिक आरोपी का नाम कार्तिकेय है। वो गाड़ी से कभी BMP1 तो कभी गांधी मैदान के पास ले जाता था। लड़की का आरोप है कि आरोपी ने 13,000 रुपए इंडियन और 2000 नेपाली रुपए भी छीन लिए। परिवार से तंग आकर घर से निकली लड़की पीड़िता के परिवार में एक सौतेली मां और दो सौतेले भाई हैं। सौतेली मां अक्सर पीड़िता से कमाने का दबाव बनाकर रुपए की डिमांड कर रही थी, जिस प्रेशर में वो घर छोड़कर काम ढूंढने आई। जिनके घर पर रखा गया, उनकी पत्नी बताई पूरी कहानी बिहार गोरखा सेवा समाज समिति के अध्यक्ष सूरज थापा ने बताया कि लड़की गांधी मैदान के पास बैठकर रो रही थी। मुझे गोरखा रजिमेंट के जवानों ने सूचना दी। मैं ओला बुक कर के गया और लड़की को अपने ऑफिस लेकर आया। सूरज थापा पटना वन विभाग में काम करते हैं। सूरज थापा की पत्नी जब पीड़िता से बातचीत की तब उसने घटना के बारे में पूरी जानकारी दी। उसने कहा कि शर्मिंदगी के चलते पुलिस को नहीं बता पाई थी। फिलहाल दोनों पति पत्नी पीड़िता को थाने पर लेकर आए हैं। FSL की टीम बुलाई गई सचिवालय SDPO 1 डॉक्टर अनु कुमारी ने बताया कि 1 घंटे पहले एक महिला हवाई अड्डा थाने में आई। महिला नेपाल की रहने वाली है। उसने बताया कि परिवार से प्रताड़ित होकर पटना जंक्शन पर आई थी। नेपाली संस्थान मैती को इस घटना की सूचना दी गई है। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद लड़की को नेपाल भेजा जाएगा। तब तक मैती पीड़िता की देखरेख करेगी। ------------- ये खबर भी पढ़ें पटना में नाबालिग से दुष्कर्म, प्राइवेट पार्ट डैमेज किया:ज्यादा ब्लीडिंग होने पर घर छोड़कर भागा, टेली कॉलर के इंटरव्यू के लिए बुलाकर लाया था पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र के होटल विहान में नाबालिग (17) के साथ रेप हुआ है। लड़की के परिजन ने रेप का आरोप वीरेंद्र चौधरी (30) पर लगाया है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।बताया गया कि आरोपी मधुबनी का रहने वाला है। पटना में रेंट पर रहता है और हाउसकीपिंग आउटसोर्सिंग का काम करता है। पीड़िता इसी के ऑफिस में टेली कॉलर का काम करती है। पूरी खबर पढ़ें
सतना जिले में साइबर सेल ने बीते 10 महीनों में बड़ी सफलता हासिल की है। टीम ने गुमशुदा और चोरी हुए कुल 255 मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनकी कुल कीमत करीब ₹35,25,000 आंकी गई है। ये मोबाइल फोन न केवल सतना, बल्कि देश के अन्य राज्यों और शहरों से भी खोजकर उनके असली मालिकों को लौटाए गए। पुलिस अधीक्षक आशुतोष गुप्ता के अनुसार, रोजाना मोबाइल गुम होने की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर उन्होंने एएसपी शहर शिवेश सिंह और एएसपी देहात प्रेमलाल कुर्वे को निर्देश दिए कि गुम मोबाइलों की शीघ्र बरामदगी के लिए साइबर सेल की मदद ली जाए। सायबर सेल प्रभारी के नेतृत्व में बनी विशेष टीमसीएसपी और संबंधित एसडीओपी के मार्गदर्शन में साइबर सेल प्रभारी उप निरीक्षक अजीत सिंह की अगुवाई में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों पर तुरंत एक्शन लिया और मोबाइल ट्रेसिंग शुरू की। देशभर से खोजे मोबाइल, मालिकों को लौटाएटीम ने सतना के अलावा रीवा, पन्ना, मैहर, चित्रकूट, दिल्ली, जयपुर, बैंगलोर, झांसी, भिंड, दतिया, उत्तर प्रदेश और गुजरात जैसे राज्यों और शहरों से मोबाइल फोन खोज निकाले। बरामद किए गए सभी 255 मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को सौंप दिए गए। मोबाइल मिलने पर कई लोगों की आंखों में आंसू और चेहरे पर राहत देखने को मिली। कुल कीमत 35 लाख 25 हजारबरामद मोबाइलों की कुल अनुमानित कीमत ₹35.25 लाख बताई गई है। पुलिस अधीक्षक ने टीम के प्रयासों की सराहना की और बताया कि आगे भी यह अभियान लगातार जारी रहेगा ताकि ज्यादा से ज्यादा पीड़ितों को राहत मिल सके।
शिवहर में पुलिस मुख्यालय, पटना के निर्देश पर सभी पुलिस अधिकारियों के सरकारी मोबाइल नंबर बदल दिए गए हैं। SP से लेकर SDPO और सभी थानों के नंबर नए हो गए हैं। SP शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पुराने नंबर अगस्त महीने के अंत तक सक्रिय रहेंगे। सितंबर से केवल नए नंबर ही काम करेंगे। अधिकारियों का बदला मोबाइल नंबर जारी किए गए नए सरकारी मोबाइल नंबरों में SP का नंबर 9031826923, SDPO का 9031826922 और ट्रैफिक DSP का नंबर 9031031862 है। नगर थाना शिवहर का नंबर 9031826924, पिपराही थाना का 9031826925 और श्यामपुर भटहां थाना का नंबर 9031826929 है। फतेहपुर थाना का नंबर 9031826942, तरियानी थाना का 9031882930 और तरियानी छपरा थाना का नंबर 9031826932 है। पुरनहिया थाना का नंबर 9031826927, साइबर थाना का 9031826944 और महिला थाना का नंबर 9031826939 है। मोबाइल में नंबरों को सेव करने की अपील हिरम्मा थाना का नंबर 9031826931, एससी/एसटी थाना का 9031826941, सर्किल इंस्पेक्टर का 9031826933 और यातायात थाना का नंबर 9031030978 है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे इन नए नंबरों को अपने मोबाइल में सेव कर लें। इससे जरूरत पड़ने पर वे तुरंत संपर्क कर सकेंगे।
मुरैना में विशेष सशस्त्र बल (SAF) के कॉन्स्टेबल ने बुधवार को बैरक में ही आत्महत्या कर ली। पांचवीं बटालियन में पदस्थ आरक्षक रविन्द्र शर्मा (48) ने कपड़े सुखाने के लोहे के तार से गमछा बांधकर फांसी लगाई। घटना के वक्त बैरक में कोई नहीं था। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक, रविन्द्र शराब की लत से परेशान था। इससे पहले भी दो बार आत्महत्या की कोशिश कर चुका था। रविन्द्र शर्मा ग्वालियर जिले के डबरा तहसील में बरैड़ा गांव का रहने वाला था। 2003 में SAF में भर्ती हुआ था। शराब का आदी होने की वजह से वह परिजन से भी ज्यादा मेल-जोल नहीं रखता था। कमांडेंट बोले- ड्यूटी से अक्सर गायब रहता थाSAF कमांडेंट रघुवंश सिंह भदौरिया ने बताया कि रविन्द्र को कई बार समझाया गया, लेकिन वह शराब नहीं छोड़ता था। इसी कारण ड्यूटी से भी अक्सर गायब रहता था। वहीं, डिप्टी कमांडेंट कमल मौर्या ने कहा- रविन्द्र फ्रस्टेशन की वजह से काफी शराब पीता था। हम मामले की जांच कर रहे हैं। एक महीने पहले हुई थी पोस्टिंगमुरैना एसपी समीर सौरभ ने बताया कि रविन्द्र को एक महीने पहले ही पांचवीं बटालियन में पोस्ट किया गया था। उसका मोबाइल लॉक है, परिजन के आने के बाद उसे खोला जाएगा। एफएसएल टीम ने मौके पर जांच की है। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर में 9वीं का छात्र फांसी पर लटका इंदौर के एरोड्रम इलाके में रहने वाले नौवीं कक्षा के एक छात्र ने रविवार रात को सुसाइड कर लिया। पिता पूजन सामग्री लेकर घर लौटे, तो उन्होंने बेटे को फंदे पर लटका हुआ पाया। उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पढे़ं पूरी खबर...
राजधानी रायपुर पुलिस ने 50 लाख कीमत के खोए हुए मोबाइल फोन उनके मालिकों को लौटा दिए हैं। पुलिस ने देशभर के कई राज्यों से तलाशी के बाद ये मोबाइल बरामद किया हैं। इनमें से दर्जनों फोन कूरियर के जरिए मंगवाए गए। जो अलग-अलग राज्यों के थानों में जमा थे। दरअसल, लंबे समय से गुम हुए मोबाइलों की शिकायतें दर्ज हो रही थी। इस दौरान पुलिस ने मोबाइल फोन ढूंढने के लिए विशेष अभियान चलाया। साइबर सेल की मदद से इस अभियान में करीब 250 मोबाइल बरामद हुआ। वहीं कुछ मोबाइल दूसरे लोग उपयोग कर रहे थे, जिसे पुलिस ने ढूंढ लिया है। 2025 में करीब 1 करोड़ 10 लाख के फोन मिले साल 2025 में पुलिस ने 1 करोड़ 10 लाख रुपए कीमत के कुल 550 नग गुम हुए मोबाइल फोन को मालिकों को वापस किया है। इनमें ज्यादातर मोबाइल ओडिशा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार से मिला। इन राज्यों की पुलिस ने सहयोग करते हुए दर्जनों मोबाइल रायपुर में कुरियर के माध्यम से भेजा। लोग बोले- मोबाइल वापस पाकर खुशी हुई रायपुर में जिन लोगों को खोया मोबाइल वापस मिला, तो उनकी खुशी देखते ही बन रही थी। मोबाइल वापस लौटाने पर लोगों ने पुलिस को धन्यवाद देते हुए कहा कि, हमें उम्मीद नहीं थी कि हमें हमारा फोन कभी वापस मिलेगा। लेकिन जब पुलिस ने फोन लौटाने के लिए कॉल किया तो यकीन नहीं हो रहा था, अब यहां आकर लगा की चोरी और खोया मोबाइल मिल भी सकता है। चोरी हुए मोबाइल पर होगी कार्रवाई पुलिस ने बताया कि, चोरी और गुम हुए फोन की जानकारी मिलने पर पुलिस मोबाइल चलाने वाले लोगों को कांटेक्ट करती और उन्हें साइबर सेल रायपुर में फोन जमा करने के लिए कहा जाता था। लेकिन वे लोग मोबाइल फोन जमा नहीं करते और फोन बंद कर देते थे। ऐसे में अन्य राज्यों की पुलिस से कांटेक्ट कर मोबाइल बरामद करवाया गया और मोबाइल कूरियर कर मंगवाया गया। वहीं चोरी के मामलों में मोबाइल रिकवर कर मोबाइल चुराने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने की अपील रायपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि मोबाइल गुम या चोरी होने की स्थिति में वे www.ceir.gov.in पोर्टल में गुम होने के संबंध में जानकारी भेजे और अपने नजदीकी थाना या साइबर सेल से संपर्क करें, जिससे मोबाइल का किसी भी अपराध में उपयोग ना हो सके। अपने फोन को हमेशा पासवर्ड प्रोटेक्टेड रखें।
कॉरेसपांडेंस को दिए मोबाइल डिवाइस
दंतेवाड़ा | ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं को सुलभ और सहज बनाने के उद्देश्य से ग्राम पंचायत अटल डिजिटल कनेक्ट योजना के तहत दंतेवाड़ा जिले में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। इसी क्रम में मंगलवार को कलेक्टर कुणाल दुदावत ने पांच ग्राम पंचायतों बड़े बचेली, बालूद, जावंगा, बारसूर, कारली के नए नियुक्त बैंकिंग संवाददाताओं (बैंकिंग कॉरेस्पॉन्डेंट) को मोबाइल डिवाइस प्रदान किए। नये नियुक्त हुए बैंकिंग संवाददाता दूरस्थ ग्राम पंचायतों में बैंकिंग प्रणाली डिजिटलीकरण के तहत बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध करा सकेंगे।
लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी इलाके में एक युवक और उसके साथियों पर चाकू से हमला किया गया। घटना 2 अगस्त की रात करीब डेढ़ बजे की है। इंदिरानगर मानस इंक्लेव निवासी गौरव मिश्रा के भाई सौरभ और उसके दोस्त गौरव तिवारी व दो अन्य साथी पुलिस मुख्यालय के पास चौराहे से गुजर रहे थे। इसी दौरान करीब 15 युवकों ने उन्हें घेर लिया। आरोपितों ने सौरभ पर चाकू से कई वार कर दिए। हमले में सौरभ लहुलुहान होकर गिर गया। जब उसके दोस्त गौरव ने मदद के लिए फोन करने की कोशिश की, तो आरोपितों ने उस पर भी चाकू से हमला कर दिया। हमलावर गौरव का मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलने पर गौरव मिश्रा मौके पर पहुंचे और अपने घायल भाई को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने सौरभ का ऑपरेशन किया है। फिलहाल उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के जरिए आरोपितों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
डिंडोरी में मंगलवार को पुलिस नियंत्रण भवन में आयोजित कार्यक्रम में एसपी वाहिनी सिंह ने जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों से बरामद किए गए 134 गुम मोबाइल फोन उनके असली मालिकों को लौटाए। इन मोबाइलों की कुल कीमत करीब 24 लाख रुपए है। एसपी वाहिनी सिंह ने जानकारी दी कि साल 2024 की शुरुआत से अब तक जिले में लगभग 800 मोबाइल फोन बरामद किए जा चुके हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 1 करोड़ 40 लाख रुपए है। यह उपलब्धि पुलिस की सतर्कता और तकनीकी संसाधनों के बेहतर इस्तेमाल का परिणाम है। बरामद मोबाइल फोन जिले के कई थाना क्षेत्रों से मिले हैं। इसमें सिटी कोतवाली क्षेत्र से सबसे ज्यादा 42 मोबाइल, शहपुरा से 27, समनापुर से 25, गाड़ासरई से 12, मेहदवानी और करंजिया से 11-11, बजाग से 5 और शाहपुर से 1 मोबाइल की रिकवरी हुई है। इन मोबाइलों को सीईआईआर (CEIR एक केंद्रीकृत प्रणाली है जो मोबाइल उपकरणों को उनके IMEI नंबरों का उपयोग करके प्रबंधित और ट्रैक करती है।) के जरिए ट्रैक कर बरामद किया गया। इस पोर्टल से गुम मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर संबंधित थानों को जानकारी भेजी जाती है, जिसके आधार पर पुलिस कार्रवाई करती है। कार्यक्रम में समनापुर थाना क्षेत्र के चारपानी गांव की महिला अमरतिया बाई धुर्वे ने कहा कि मई में जब वह खाद लेने गई थीं, तब एक किसान का पट्टा नहीं था, तो उन्होंने अपना पट्टा दिया। उसी दौरान उनका मोबाइल गुम हो गया। उन्होंने समनापुर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी और उन्हें भरोसा नहीं था कि मोबाइल वापस मिलेगा, लेकिन पुलिस ने फोन खोजकर लौटा दिया। मोबाइल बरामदगी के इस कार्य में पुलिस टीम की सक्रिय भूमिका रही। प्रधान आरक्षक मुकेश प्रधान, कपिल चौधरी, श्याम तिवारी, राम सिंह, सुनील पट्टा, गोविंद चौरे, राम नंदन, शिवपाल, रविन्द्र कुम्हरे और जगदीश प्रसाद जैसे जवानों ने ट्रेसिंग और बरामदगी में विशेष योगदान दिया।
मैहर में मंगलवार सुबह विशेष वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी उदयाजीत कुंवर राव ने मोबाइल कोर्ट लगाकर यह कार्रवाई की। नगर के बायपास स्थित केजेएस सीमेंट फैक्ट्री तिराहा और इंडियन कैफे हाउस के सामने, मैहर-कटनी और मैहर-रीवा रोड पर यह अभियान चलाया गया। इस दौरान बस, ट्रक, ऑटो, लोडिंग वाहन और अन्य भारी वाहनों की सघन जांच की गई। वाहन चेकिंग में कई बड़े छोटे वाहन रोककर उनके बीमा, रजिस्ट्रेशन, ड्राइविंग लाइसेंस, सीट बेल्ट और परमिट की जांच की गई। दस्तावेज अपूर्ण पाए जाने पर संबंधित 12 वाहन चालकों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई की गई। वहीं कई वाहन मालिकों को समझाइश दे कर छोड़ा गया इस कार्रवाई में कुल 32,500 रुपए का जुर्माना वसूला गया। अचानक हुई इस सघन जांच से वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। रेलवे स्टेशन क्षेत्र में वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। कार्रवाई के दौरान कोतवाली थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी, आरक्षक प्रकाश सिंह समेत पुलिस बल मौजूद रहा। प्रशासन की इस कार्रवाई का उद्देश्य यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
हरियाणा के पलवल में विदेश मंत्रालय के अधीन क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय दिल्ली की ओर से पासपोर्ट मोबाइल वैन सेवा शुरू की गई है। मंगलवार को हरियाणा के खेल मंत्री गौरव गौतम ने लघु सचिवालय पर इस सेवा का रिबन काटकर शुभारंभ किया। खेल मंत्री गौरव गौतम ने बताया कि पलवल में पहली बार शुरू हुई इस सेवा का लाभ जिले के सभी लोगों को मिलेगा। अब पासपोर्ट बनवाने के लिए दिल्ली जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह पासपोर्ट मोबाइल वैन जिला सचिवालय परिसर में सप्ताह में तीन दिन - मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को उपलब्ध रहेगी।पासपोर्ट मोबाइल वैन सेवा के ये फायदे... उप पासपोर्ट अधिकारी मुकेश कुमार वर्मा ने बताया कि पासपोर्ट बनाने के लिए 50 लोगों ने ऑनलाइन आवेदन किया है। यहीं पर पासपोर्ट बनाने की पूरी प्रक्रिया संपन्न की जाएगी। पुलिस वेरिफिकेशन के बाद पासपोर्ट सीधे आवेदक के घर पर भेज दिया जाएगा। इस सेवा का लाभ लेने वाले आवेदकों पवन कुमार, ओमप्रकाश, भव्य और युद्धवीर सिंह ने इसे सरकार की अच्छी पहल बताया। उन्होंने कहा कि अब पासपोर्ट बनवाने के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और घर बैठे ही यह सुविधा मिल जाएगी। इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष विपिन बैसला, डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ, उप पासपोर्ट अधिकारी मुकेश कुमार वर्मा के साथ अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
लखनऊ रेलवे स्टेशन और आस-पास के स्टेशनों पर चलती ट्रेनों में यात्रियों द्वारा दर्ज कराई गई मोबाइल गुमशुदगी की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए जीआरपी ने एक विशेष मोबाइल रिकवरी अभियान चलाया। इस तकनीकी और टीमवर्क पर आधारित अभियान के तहत अब तक लगभग 35 लाख रुपये की कीमत के मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिन्हें यात्रियों को विधिवत सत्यापन के बाद सुपुर्द भी कर दिया गया। यह कोई साधारण बरामदगी नहीं थी। इनमें कई मोबाइल उत्तर प्रदेश के बाहर के शहरों और राज्यों से भी ढूंढकर लाए गए। जीआरपी की यह कोशिश न सिर्फ यात्रियों के विश्वास को फिर से स्थापित करने वाली है, बल्कि रेलवे सुरक्षा व्यवस्था के प्रति एक नई उम्मीद भी जगाती है। एसपी रेलवे रोहित मिश्रा के नेतृत्व में चला अभियान एसपी रेलवे रोहित मिश्रा ने बताया कि यह सफलता उनकी पूरी टीम के सहयोग से ही संभव हो सकी। उन्होंने कहा, “मोबाइल की बरामदगी केवल तकनीकी कार्य नहीं था, इसमें टीम की लगातार मेहनत और कई स्तरों पर संपर्क का योगदान रहा। हमारी कोशिश थी कि यात्रियों को उनका कीमती डिवाइस सही सलामत लौटाया जाए।” प्रदेश के बाहर से भी ढूंढे गए मोबाइल अभियान की खास बात यह रही कि कुछ मोबाइल फोन उत्तर प्रदेश के बाहर के राज्यों से भी बरामद कराए गए, जो कि जीआरपी की सतर्कता और समर्पण को दर्शाता है। यात्रियों की शिकायत पर तुरंत एक्शन लेते हुए मोबाइल के IMEI नंबर के आधार पर उनकी लोकेशन ट्रेस की गई और संबंधित राज्य की पुलिस की मदद से उन्हें वापस मंगवाया गया। यात्रियों ने जताया आभार, जीआरपी की पहल की सराहना जिन यात्रियों को उनके खोए हुए मोबाइल वापस मिले, उन्होंने एसपी रोहित मिश्रा और उनकी टीम के प्रति आभार जताया। मोबाइल मिलने पर कई यात्रियों की आंखों में खुशी और राहत साफ झलक रही थी। कुछ लोगों ने कहा कि उन्हें उम्मीद ही नहीं थी कि उनका फोन कभी वापस मिलेगा।
शाहजहांपुर में जल चढ़ाकर लौट रहे कांवड़ियों के साथ दबंगों ने मारपीट की। रघुनाथपुर गांव के लोग सोमवार को गोला से जल चढ़ाकर ट्रैक्टर-ट्राली से वापस लौट रहे थे। उनके साथ देवी का रूप धारण किए किन्नर भी मौजूद थे। मदनापुर थाना क्षेत्र के एक गांव में पहुंचते ही शराब के नशे में धुत कुछ दबंगों ने उन पर हमला कर दिया। आरोप है कि दबंगों ने किन्नर के साथ छेड़छाड़ की और विरोध करने पर कांवड़ियों के साथ मारपीट की। पीड़ितों का कहना है कि हमलावरों ने उनके मोबाइल और नकदी भी छीन ली। साथ ही जातिसूचक गालियां भी दीं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर आक्रोशित कांवड़िए ट्रैक्टर-ट्राली से मदनापुर थाने पहुंच गए। उन्होंने हाईवे पर जाम लगा दिया और थाने के अंदर जाकर कार्रवाई की मांग की। करीब तीन घंटे तक हंगामा चलता रहा। मामला जब आलाधिकारियों के संज्ञान में आया, तब मदनापुर पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। पीड़ितों ने तहरीर देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सीओ सदर प्रियांक जैन ने बताया कि रात में कुछ लोग थाने पहुंचे थे। उन्होंने तहरीर दी है और थाना प्रभारी को एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लूट के 2 आरोपियों को उम्रकैद की सजा मिली है। घटना 3 साल पहले की है। जहां मॉर्निंग वॉक पर निकले एक युवक को आरोपियों ने चाकू मारकर मोबाइल लूटा था। घटना में युवक की हथेली कटकर अगल हो गई थी। मामला गुढ़ियारी थाना क्षेत्र का है। सोमवार (4 अगस्त) को जिला न्यायालय ने कहा- 'मॉर्निंग वॉक पर हजारों लोग निकलते हैं। ऐसे में वे भी सुरक्षित नहीं है। यह सिर्फ चोट का मामला नहीं, बल्कि सामाजिक चिंता का विषय है। इससे भय का माहौल बनता है।' इसी आधार पर कोर्ट ने न्यूनतम की जगह कठोर सजा देने का फैसला लिया। दोनों पर 90 हजार का जुर्माना भी लगाया गया है। अब जानिए क्या है पूरा मामला लोक अभियोजक राहुल गुप्ता ने बताया कि घटना 1 सितंबर 2022 की है। सुबह करीब पौने 5 बजे देवेंद्र साहू मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। तभी गोंदवारा के एकता नगर के पास एक्टिवा सवार 2 बदमाश पहुंचे। एक ने देवेंद्र का कॉलर पकड़ा और दूसरे ने चाकू से हमला कर दिया। हमले के दौरान चाकू से कटी हथेली देवेंद्र ने चाकू पकड़ने की कोशिश की तो उसकी हथेली कट गई। इसके बाद बदमाशों ने उसकी जेब से 13 हजार का मोबाइल लूट लिया और फरार हो गए। देवेंद्र ने हिम्मत दिखाते हुए भागते बदमाशों की गाड़ी का नंबर नोट किया और थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई। कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास की सजा पुलिस ने शेख शब्बीर (24 साल) और आशीष मिर्झा उर्फ लियॉन उर्फ बबलू (25 साल) दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया। मामले की चार्जशीट कोर्ट में पेश की गई थी। आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाने के साथ-साथ कोर्ट ने एक आरोपी पर 40 हजार और दूसरे पर 50 हजार रुपए जुर्माना लगाया है। दोनों रायपुर के रहने वाले हैं। यह चिंता का विषय, इससे बनता है भय का माहौल अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शैलेश शर्मा की कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि- 'आज आम नागरिकों का जीवन असुरक्षित हो गया है। यह सिर्फ चोट का मामला नहीं, बल्कि सामाजिक चिंता का विषय है। यदि कोई व्यक्ति सुबह घर से बाहर निकलता है और उस पर धारदार हथियार से हमला कर लूट की जाती है तो इससे भय का माहौल बनता है।' ......................... क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... रायपुर में कारोबारी ने की लाखों की लूट की प्लानिंग: राजस्थान से बुलाए बदमाश, सिर पर पत्थर से किया हमला; 15 लाख कैश बरामद रायपुर में एक कारोबारी ने लाखों रुपए की लूट की वारदात को अंजाम दिया। इसके लिए उसने पूरी प्लानिंग की। अपने दोस्तों की मदद से राजस्थान से बदमाश भी बुलाए। फिर बदमाशों ने रायपुर में एक दुकानदार के सिर पर पत्थर मारकर करीब 15 लाख रुपए कैश लूट लिए। पढ़ें पूरी खबर...
गांव-गांव पहुंच रही मोबाइल पशु एंबुलेंस सेवा
कलेर|प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न गांवों में बीमार पशुओं के इलाज के लिए चल रही मोबाइल वेटरनरी यूनिट सेवा से ग्रामीण पशुपालकों में खुशी का माहौल है। अब उन्हें अपने पालतू पशुओं के इलाज के लिए दूर स्थित पशु अस्पताल नहीं जाना पड़ रहा, बल्कि एंबुलेंस सेवा के माध्यम से इलाज घर पर ही उपलब्ध हो रहा है। बिहार सरकार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग द्वारा संचालित इस योजना के तहत हेल्पलाइन नंबर 1962 जारी किया गया है। पशुपालक इस नंबर पर कॉल कर एंबुलेंस बुला सकते हैं। सेवा पूरी तरह निःशुल्क है और इसके माध्यम से गंभीर रूप से बीमार गाय, भैंस, बकरी सहित अन्य पशुओं का समय पर इलाज हो रहा है। पिछले सप्ताह एम भी यू टीम ने प्रखंड के दर्जनों गांवों में पहुंचकर शिविर लगाए और बीमार पशुओं का सफल इलाज किया। टीम में डॉक्टर अनिल कुमार, पारा-व्हेट कर्मचारी धीरज कुमार और चालक मधु कुमार शामिल हैं।
रायसेन पुलिस ने पिछले एक महीने में खोए 120 मोबाइल बरामद कर उनके मालिकों को सोमवार शाम पुलिस कंट्रोल रूम में लौटा दिए। इन मोबाइल फोन की अनुमानित कीमत 18 लाख रुपए है। पुलिस अधीक्षक रायसेन पंकज कुमार पाण्डेय के निर्देश पर सभी थानों को मोबाइल की खोजबीन के लिए निर्देशित किया गया था। इसके लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया। साइबर सेल की सहायता से मोबाइलों की लोकेशन ट्रेस कर उन्हें बरामद किया गया। इन मोबाइलों को उनके वास्तविक मालिकों को सौंपा गया। मोबाइल वापस पाकर लोगों ने रायसेन पुलिस का आभार व्यक्त किया। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर उनका मोबाइल खो जाए तो वे तुरंत सीईआईआर पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज कराएं। इससे पुलिस शीघ्र कार्रवाई कर सकेगी। मोबाइल गुमने की शिकायत दर्ज करने के लिए सबसे पहले रायसेन पुलिस की वेबसाइट https://www.raisen.mppolice.gov.in पर जाकर खोई संपत्ति का पंजीकरण करना होगा। इसके बाद मिले एक्नॉलेजमेंट नंबर का प्रिंट निकालें। फिर https://www.ceir.gov.in सीईआईआर पोर्टल पर जाकर गुम मोबाइल की शिकायत दर्ज करें। इसके लिए आधार कार्ड, मोबाइल का बिल और दर्ज शिकायत का नंबर आवश्यक है।
कैथल में पुलिस ने गुम हुए करीब 10.5 लाख रुपए से अधिक कीमत के 65 मोबाइल को ढूंढ कर लोगों को लौटा दिए। डीएसपी सुशील प्रकाश द्वारा पुलिस लाइन कैथल में उक्त मोबाइलों के मालिकों को कार्यालय में बुलाकर मोबाइल सौंपे गए। CEIR पोर्टल बना सहायक डीएसपी सुशील प्रकाश ने कहा कि जिला पुलिस की साइबर सेल ने अब तक CEIR पोर्टल पर प्राप्त मोबाइल गुम की शिकायतों की मॉनिटरिंग करते हुए लाखों रुपए की कीमत के मोबाइल को ट्रेस करने में सफलता हासिल की है। उन्होंने CEIR पोर्टल के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा चलाए गए इस पोर्टल की खासियत यह है कि इस पर शिकायत रजिस्टर्ड करने उपरांत मोबाइल का आईएमईआई ब्लॉक हो जाता है और मोबाइल ट्रेस होने उपरांत शिकायतकर्ता को सूचना दे दी जाती है। पुलिस करती है मॉनिटरिंग एसपी आस्था मोदी ने कहा कि साइबर सैल पुलिस का यह एक सराहनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि जहां मोबाइल मालिकों को उनके मोबाइल मिलने की खुशी है वहीं उनके मोबाइल अपराधी किस्म के लोगों के हत्थे चढ़ने से भी बचे हैं। उन्होंने कहा कि साइबर सैल टीम लगातार गुमशुदा मोबाइल्स की मॉनिटरिंग करती है इसी के परिणाम स्वरूप ही खोए हुए मोबाइल पुलिस टीम द्वारा बरामद किए हैं। एसपी ने आमजन का आह्वान किया कि वे अपने मोबाइल को पूरी तरह सुरक्षित रखें और किसी अनजान व्यक्ति को न सौंपें ताकि अपराधी किस्म के लोग उनका फायदा न उठा पाएं। मोबाइल गुम होने पर तुरंत उसकी सूचना ई दिशा केंद्र के माध्यम से CEIR पोर्टल पर दर्ज कराएं।
गोरखपुर में नेपाल और बिहार से आ रहे भारी जलप्रवाह ने तराई के इलाकों में रेल ट्रैक की सुरक्षा को चुनौती देना शुरू कर दिया है। पूर्वोत्तर रेलवे ने राप्ती, घाघरा, गंडक और गंगा समेत 18 प्रमुख रेल पुलों पर वाटर लेवल मॉनिटरिंग सिस्टम सक्रिय कर दिए हैं। अब हर घंटे नदियों के जलस्तर की जानकारी अफसरों के मोबाइल पर स्वतः पहुंच रही है, जिससे समय रहते कार्रवाई की जा सके। बारिश का पानी मैलानी-नानपारा रेल खंड के भीराखेरी और पलिया कलां स्टेशनों के बीच रेल ट्रैक के करीब पहुंच चुका है। सुरक्षा कारणों से इस रूट पर पहले से ही तीन पैसेंजर ट्रेनों का संचालन 10 अगस्त तक स्थगित कर दिया गया है। रेलवे अफसर लगातार मौके की निगरानी कर रहे हैं। राप्ती से लेकर गंडक तक 18 पुलों पर निगरानी पूर्वोत्तर रेलवे के महत्वपूर्ण सेक्शन गोरखपुर-मनकापुर के बीच ककरा नदी, बढ़नी-गोंडा के बीच घाघरा, नरकटियागंज-कप्तानगंज के बीच गंडक, गोरखपुर-आनंदनगर के बीच रोहिन और खुद गोरखपुर में राप्ती नदी पर बने दोनों पुलों पर जलस्तर की पल-पल निगरानी की जा रही है। इन सभी पुलों पर सेंसर आधारित वाटर मॉनिटरिंग सिस्टम इंस्टॉल हैं, जो सीधे ट्रैक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़े हैं। कैसे करता है काम वाटर मॉनिटरिंग सिस्टम हर सेंसर सौर ऊर्जा से संचालित होता है और उसमें लगी चिप लगातार नदी के जलस्तर का डेटा रिकॉर्ड करती है। यह डेटा नियमित अंतराल पर संबंधित सहायक मंडल इंजीनियर, सेक्शन इंजीनियर/कार्य व रेलपथ के मोबाइल पर SMS के जरिए भेजा जाता है। CPRO पंकज कुमार सिंह ने बताया कि जलस्तर बढ़ने की स्थिति में संवेदनशील स्थानों पर राहत और बचाव कार्य के लिए टीमें अलर्ट पर हैं। कहीं भी जलस्तर खतरे के निशान को पार करता है, तो तत्काल ट्रेनों का संचालन रोका जा सकता है।
आगरा के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र में पिछले दिनों मोबाइल शॉप से करीब 24 लाख रुपए के मोबाइल चोरी करने वाले दो चोरों को पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ा है। दोनों चोर के पैर में गोली लगी है। पुलिस आरोपियों के पास से चोरी किए मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। दोनों आरोपी आसपास के राज्यों में चोरी करते थे। डीसीपी सिटी सोनम कुमार ने बताया कि 12 जुलाई को एमके मोबाइल शॉप का शटर तोड़कर 81 मोबाइल चोरी हो गए थे। इन मोबाइल की कीमत करीब 24 लाख रुपए थी। घटना के खुलासे के लिए टीमें लगी हुई थीं। रविवार रात को जगदीशपुरा पुलिस को सूचना मिली कि एक कार में दो संदिग्ध लोग पथौली नहर की ओर जा रहे हैं। पुलिस ने जब उनको रोकने का प्रयास किया तो फायरिंग कर दी। पुलिस की फायरिंग में दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी। गिरफ्तार किए गए आरोपी साजिद व शहवान निवासी मथुरा हैं।आरोपियों ने पुलिस को बताया कि दोनों अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जगह पर घूम कर रेकी कर चोरी करते हैं। मोबाइल शॉप में भी इन्होंने 81 मोबाइल चुराए थे। पुलिस ने इनके पास से 77 मोबाइल बरामद कर लिए हैं। बाकी के 4 मोबाइल आरोपियों के साथियों के पास हैं। पुलिस ने इनके पास चोरी में प्रयुक्त स्विफ्ट कार भी बरामद की है।
फतेहाबाद जिले के भूना शहर के पुराना बाजार स्थित मोबाइल शॉप में सोमवार को दिनदहाड़े चोरी हो गई। आज सुबह दो नाबालिग लड़के बड़ी चालाकी से दुकान में घुसे और गोशाला का दानपात्र चोरी कर ले गए। दोनों युवक संकरी गली से होते हुए फरार हो गए। दोनों आरोपी सीसीटीवी में कैद हो गए। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और दुकानदार से जानकारी ली। सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दी गई है। मोबाइल शॉप संचालक मुकेश गिरधर ने बताया कि सोमवार की सुबह वह अपनी दुकान में मौजूद थे। करीब पौने 11 बजे के आसपास दो नाबालिग लड़के दुकान में घुसे। इनमें से एक ने गोशाला का दानपात्र उठाया और फरार हो गए। नियमित रूप से डालते हैं दानपात्र में रुपए मुकेश गिरधर ने बताया कि वह और दुकान में आने वाले लोग नियमित रूप से दानपात्र में गोसेवा के लिए रुपए डालते हैं। उन्होंने इस मामले की सूचना पुलिस को दे दी है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर किशोरों की तलाश शुरू कर दी है। कुछ दिन पहले भी हुई थी इसी तरह चोरीपिछले सप्ताह ही इसी तरह एक अन्य मोबाइल शॉप से भी चोर गोशाला के दानपात्र को चोरी कर ले गए थे। घटना से स्थानीय दुकानदारों में रोष है। दुकानदारों का कहना है कि यह कोई गिरोह है, जो ऐसे दुकानों में चोरी को अंजाम दे रहा है। एसएचओ बोले- पुलिस कर रही जांचथाना प्रभारी ओमप्रकाश ने बताया कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी गई है। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे दोनों नाबालिग लड़को की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।
शाजापुर में दो वाहन चोर गिरफ्तार:मक्सी पुलिस ने दो बाइक और एक मोबाइल किया जब्त
शाजापुर जिले के मक्सी थाना पुलिस ने दो चोरों को गिरफ्तार कर दो बाइक और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। मक्सी थाना प्रभारी भीम सिंह पटेल ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर रविवार रात को दोनों चोरों को गिरफ्तार किया गया। पहला आरोपी शेरू सोलंकी (28) इंदौर के अहरखेड़ी कांकड़ नई बस्ती का रहने वाला है। उससे एक हौंडा साइन मोटरसाइकिल जिसकी कीमत 25,000 रुपये है और एक ओप्पो कंपनी का मोबाइल फोन जिसकी कीमत 18,500 रुपये है, बरामद किया गया। दूसरा आरोपी राहुल चंदेल (28) ग्राम पलदना का निवासी है। उससे टीवीएस स्पोर्ट काले रंग की मोटरसाइकिल (रजिस्ट्रेशन नंबर MP-13-ZF-1426) बरामद की गई। इस मोटरसाइकिल की कीमत 35,000 रुपए है। दोनों आरोपियों से कुल 78,500 रुपए का माल जब्त किया गया है। थाना प्रभारी भीम सिंह पटेल ने बताया कि दोनों आरोपियों से और पूछताछ की जा रही है। उन्हें जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा। गिरफ्तारी मक्सी रोड रिलायंस पेट्रोल पंप और उज्जैन रोड पर की गई। पुलिस अब इन चोरों के अन्य अपराधों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
राजस्थान के किशनगढ़ में डॉलर-यूरो में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी के मास्टरमाइंड लोकेश चौधरी और रामदयाल चौधरी कुछ साल पहले तक साधारण जिंदगी जी रहे थे। फिर ट्रेडिंग कंपनियों के जरिए लोगों की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपए समेटकर फरार हो गए। EFOM कंपनी खोलकर ठगी करने वाला रामदयाल चौधरी पहले मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता था। साइकिल से सफर करता था। इसी तरह VIP ट्रेड के जरिए बड़े-बड़े बिजनेसमैन से लेकर मजदूरों को ठगने वाला लोकेश चौधरी बड़ा नेता बनना चाहता था। लोकेश ने छात्र राजनीति से लेकर वार्ड पार्षद के चुनाव में भी भाग्य आजमाया था, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। भास्कर ने दोनों ठगों और इनकी कंपनी में काम करने वाले एजेंट्स की कुंडली खंगाली। पढ़िए ये स्टोरी…. लोकेश चौधरी : नेता बनना चाहता था, चुनाव हारा तो शुरू किया ठगी का खेलमूल रूप से हरमाड़ा गांव हाल किशनगढ़ निवासी लोकेश (बाना) चौधरी पॉलिटिक्स में भी एक्टिव रहा था। उसने छात्र राजनीति से लेकर शहर की राजनीति में भी किस्मत आजमाई, पर सफलता नहीं मिली। साल 2020 के निकाय चुनाव में लोकेश ने किशनगढ़ शहर के वार्ड संख्या एक से अपनी मजबूत दावेदारी पेश की थी। किसी भी पार्टी ने टिकट नहीं दिया। इसके बाद भी वो पॉलिटिकल एक्टिव रहा। इसी दौरान उसने डॉलर-यूरो, विदेशी मुद्रा में निवेश कर ज्यादा और जल्दी कमाई का झांसा देकर अपना शिकार बनाने का खेल शुरू किया। साल 2022 में उसने VIP ट्रेड कंपनी शुरू की। निवेशकों में अपनी धमक दिखाने के लिए वो नेताओं के साथ तस्वीरें खिंचवाता था। इस काम में उसके कई सहयोगी थी, जिनकी ठगी में भूमिका थी। सबसे बड़ा चेहरा है अब्दुल समद। एक अनुमान के मुताबिक, लोकेश चौधरी की कंपनी वीआईपी ट्रेड के जरिए लोगों के करोड़ों रुपए इन्वेस्ट हुए थे। अभी तक कंपनी के खिलाफ करीब 22 लोगों ने किशनगढ़ के दो अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज करवाए हैं। वीआईपी ट्रेड कंपनी से जुड़े आरोपी और उनकी भूमिका अब्दुल समद : अभी फरार हैकिशनगढ़ का ही एक रिटायर्ड सरकारी कम्पाउंडर अब्दुल समद इस कंपनी का सबसे बड़ा और चीफ प्रमोटर था। अब्दुल समद पहले से राजस्थान में नेटवर्क मार्केटिंग का बड़ा खिलाड़ी था। उसके पास किशनगढ़ सहित राजस्थान में बड़ी इन्वेस्टर चेन थी। इलाके में लोग उसे मार्केटिंग गुरु मानते थे। इस लिहाज से अब्दुल समद ने ही वीआईपी ट्रेड कंपनी के लिए इन्वेस्टर चेन खड़ी की थी। उसका मुख्य काम कंपनी में नए निवेशकों को जोड़ने का था। कैलाश चौधरी : किशनगढ़ में ही रहता था और वो लोकेश चौधरी का खासमखास है। लोकेश के लिए भाई सामान कैलाश ही उसकी गाड़ी ड्राइव करता था। वो वीआईपी ट्रेड से जुड़े हर मामले में उसके साथ था। फिलहाल फरार है। धीरज गट्टानी : कुचामन का रहने वाला बताया जा रहा है। लोकेश चौधरी के साथ मिलकर कंपनी के ट्रेड से जुड़े सारे कामकाज यहीं देखता था। लीडर इन्वेस्टर्स को पेमेंट से जुड़े लेनदेन व अन्य जानकारियां भी यहीं देता था। सॉफ्टवेयर से जुड़ा मैनेजमेंट भी इसी के जिम्मे था। बलवीर वैष्णव और नरेंद्र उर्फ नानूबलवीर वैष्णव VIP ट्रेड कंपनी में कैशियर था। सभी इन्वेस्टर्स से जुड़े खातों की देखरेख करता था। लोगो से फंड लेने और उन्हें फंड लौटाने का काम भी इसी का था। दो महीने पहले गांधीनगर पुलिस ने किशनगढ़ से बलवीर वैष्णव को गिरफ्तार कर लिया था। नरेंद्र उर्फ नानू निवेशकों से संपर्क कर कंपनी के लिए फंड जुटाता था। कंपनी और लोकेश चौधरी का मुख्य फाइनेंस सहयोगी था। दो महीने पहले गांधीनगर पुलिस ने नरेंद्र को भी जयपुर के निवारू रोड से गिरफ्तार किया था। मास्टरमाइंड रामदयाल चौधरी : मोबाइल रिपेयरिंग शॉप चलाने वाला बन गया ठगEFOM कंपनी के नाम से ठगी का मायाजाल बुनने वाला छोटा नरैना गांव का रामदयाल चौधरी 8-10 साल पहले तक मोबाइल रिपेयरिंग की शॉप चलाता था। इसके बाद ज्यादा कमाई के लालच में नेटवर्क मार्केटिंग की दुनिया में एक्टिव हो गया। पिछले 7-8 साल में रामदयाल ने कई स्कीमों और कई नेटवर्क मार्केटिंग मनी प्रॉफिट कंपनियों के लिए काम किया। इनमें से अधिकतर कंपनियां थोड़े टाइम बाद या तो बंद हो गईं या फिर लोगों के पैसे लेकर गायब हो गईं। साल 2022 में ही रामदयाल चौधरी ने EFOM कंपनी खोली और निवेशकों को कई गुना रिटर्न का झांसा दिया। मार्बल मंडी के बड़े बिजनेसमैन को झांसे में लेने के लिए निवेश के साथ हाउसिंग स्कीम में प्लॉट देने का वादा करता था। इस काम के लिए उसने पूरी टीम तैयार कर रखी थी। किशनगढ़ के थानों में दर्ज हुए मुकदमों में रामदयाल चौधरी के साथ काम करने वाले कई लोगों की भूमिका सामने आई है। EFOM कंपनी से जुड़े मुख्य आरोपी और उनकी भूमिका… जितेंद्र सिंह : किशनगढ़ का ही रहने वाला जितेंद्र सिंह EFOM कंपनी के मास्टरमाइंड रामदयाल चौधरी का मुख्य सहयोगी था। कंपनी के एप और इन्वेस्टर्स के सभी खातों का ऑनलाइन मैनेजमेंट और उन्हें ऑपरेट करने का काम भी यही देखता था। फिलहाल गायब है। नेटवर्क मार्केटिंग के हथकंडेठगी के दोनों मामलों में मास्टरमाइंड लोकेश और रामदयाल ने अपने कुछ खासमखास लोगों को पार्टनर बना लिया था। इन्होंने बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी वर्कर्स, रिटायर्ड कर्मचारियों, बिजनेसमैन व पंचायत वस शहरी जनप्रतिनिधियों को टारगेट किया था। इनमें से कई बड़ी शख्सियतों को ये सेलिब्रिटी के तौर पर बड़ी कमाई करने वाला बताकर सेमिनारों में प्रचार करवाते थे। अब ठगे जाने के बाद इनमें से कोई भी शख्सियत कुछ बोलने को तैयार नहीं है, पर दबी जुबान में इसे कबूल कर रहे हैं। खुद को निर्दोष बता रहे ठग, जल्द पैसे लौटाने का दावा, राह देख रहे निवेशकदो महीने पहले EFOM कंपनी के मास्टरमाइंड रामदयाल चौधरी ने एक जूम मीटिंग कर निवेशकों को बताया था कि मार्केट क्रैश होने के कारण लोगों को पेमेंट करने में दिक्कत आ रही है। सभी की रकम को सेफ कर लिया है। 10 मई तक सभी को पहली किस्त तो अगले तीन महीने में ही पूरा पेमेंट मिल जाएगा। माहौल पैनिक होने और बार-बार फोन आने से उन्होंने अपना मोबाइल स्विच ऑफ किया है। मीटिंग में ही रामदयाल चौधरी ने दावा किया कि वो जल्द अपने दोनों साथियों जितेंद्र सिंह और नितेश मीणा के साथ किशनगढ़ आएगा और सबका पैसा लौटाएगा। अब तक न तो निवेशकों का एक भी रुपया उन्हें मिल पाया है और न ही रामदयाल चौधरी, जितेंद्र सिंह और नितेश मीणा वापस आए। वीडियो में ठग का दावा- असली मास्टरमाइंड मैं नहींVIP ट्रेडिंग के लोकेश चौधरी ने भी VIP INFO नाम से बने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में खुद को निर्दोष बताया है। उसने अब्दुल समद और हनुमान छरंग पर उसे फंसाने और इस ठगी को अंजाम देने के आरोप लगाते हुए कहा है- इन्हीं दोनों ने कंपनी का सॉफ्टवेयर सिस्टम बनाया था और सभी निवेशकों का 70 फीसदी से ज्यादा अमाउंट दोनों के परिवार के पास है। लोकेश ने वीडियो में बताया कि उसने खुद के फरार होने से एक दो दिन पहले ही अब्दुल समद और हनुमान छरंग को बता दिया था कि अब वो इसे और ज्यादा नहीं कर सकता है क्योंकि रिएलिटी में कोई ट्रेडिंग हो ही नहीं रही थी। लोगों का पैसा इन दोनों के घरों में ही आ रहा था। दोनों कुछ लोगों को विड्रॉ दिखा कर पेमेंट कर देते थे। पता चल गया था कि ये ज्यादा चलने वाला नहीं है। इस पर दोनों को ये सब करने से साफ मना कर दिया था। उन्हें पता चल गया था कि अब लोकेश उनका काला चिट्ठा खोलने वाला है, तो मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया कि ये विदेश भाग सकता है। हकीकत यह है कि मेरी फैमिली में कभी कोई पासपोर्ट ही नहीं बना। अब्दुल समद पर सबूत गायब करने के आरोपलोकेश चौधरी ने वीडियो के जरिए आरोप लगाया है कि मेरे खिलाफ मुकदमे के बाद अब्दुल समद अपने घर में चोरी की वारदात की भी रिपोर्ट देता है, उसके घर से सीसीटीवी की हार्ड डिस्क भी चुरा ली जाती है। ये कोई संयोग था या साजिश। असल में VIP ट्रेडिंग से जुड़ा पूरा कामकाज और मैनेजमेंट अब्दुल समद के घर पर ही होता था। सीसीटीवी कैमरों में ये सब कैद था और उसे चुरा लिया जाता है। अब ये लोगों को ही तय करना है कि क्या हुआ होगा? पुलिस ने उच्च स्तरीय जांच की मांग कीभास्कर पड़ताल में सामने आया है कि VIP ट्रेड मामले में जांच कर रही पुलिस टीम ने अब तक पकड़े गए दो आरोपियों से कई जरूरी एविडेंस जब्त किए हैं। हालांकि बड़े लेवल का फाइनेंशियल फ्रॉड और विदेशी मुद्रा से जुड़ा मामला होने के कारण इन्वेस्टिगेशन में कई टेक्निकल दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। इसके लिए इन्वेस्टिगेशन टीम में इस तरह के मामलों के टेक्निकल एक्सपट्र्स और आर्थिक मामलों के जानकार की आवश्यकता बताई जा रही है। इसके लिए पुलिस टीम ने बाकायदा पुलिस के बड़े अधिकारियों को लेटर भेजकर इस मामले की जांच एसओजी या किसी उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से करवाने को कहा है। इनपुट सहयोग : रोहित पारीक (किशनगढ़) राजस्थान में ठगी की यह खबर भी पढ़िए... राजस्थान में सैकड़ों करोड़ की ठगी, डॉलर कमाने का झांसा:बिजनेसमैन-आइसक्रीम बेचने वाले बने शिकार, लोन लेकर इन्वेस्ट किया, सदमे में सुसाइड कर रहे राजस्थान में डॉलर-यूरो और विदेशी मुद्रा में निवेश कर कई गुना रिटर्न के झांसे में आकर लोगों ने करोड़ों गंवा दिए। इसमें बड़े बिजनेसमैन, सरकारी कर्मचारियों से लेकर आइसक्रीम बेचने वाले तक शामिल हैं। पढ़ें पूरी खबर...
जालौन साइबर थाना पुलिस ने एयरपोर्ट पर नौकरी दिलाने का झांसा देकर देशभर में ऑनलाइन ठगी करने वाले संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनसे 2 लैपटॉप, 10 मोबाइल फोन, 7 डेबिट-क्रेडिट कार्ड, 9 सिम कार्ड और 6500 रुपए नकद बरामद किए गए हैं। कॉल, SMS और ईमेल से फंसाते थे, सिम तोड़ देते थे आरोपी देश की चर्चित जॉब वेबसाइट्स fresherworld.com, shine.com और quikr.com से नौकरी खोजने वालों का डेटा खरीदते थे। इसके बाद फर्जी सिम कार्ड का इस्तेमाल करके उम्मीदवारों को कॉल, SMS या ईमेल कर एयरपोर्ट या नामी संस्थानों में नौकरी का झांसा दिया जाता था। भरोसा जमाने के बाद मेडिकल, रजिस्ट्रेशन, यूनिफॉर्म और ट्रेनिंग के नाम पर पैसे ऐंठे जाते थे। जैसे ही पैसा आ जाता, आरोपी सिम तोड़कर फेंक देते और फरार हो जाते। पढ़िए पूरा घटनाक्रम... 3 अगस्त 2025 को साइबर थाना उरई को सूचना मिली कि कुछ युवक जालौन जिले के इकलासपुरा चुर्खी बाईपास के पास वाहन का इंतजार कर रहे हैं। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और 5 संदिग्धों को हिरासत में लिया। पूछताछ और तलाशी में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और नकदी बरामद हुई। इसके बाद जब NCRP पोर्टल पर मोबाइल और सिम की जांच की गई तो झारखंड, मध्य प्रदेश, केरल, मणिपुर, हरियाणा, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में 50 से अधिक साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज पाई गईं। ये हैं आरोपी... अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार वर्मा ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ साइबर थाना, जालौन में मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस अब आरोपियों के आपराधिक इतिहास की जानकारी सीमावर्ती जनपदों और राज्यों से जुटा रही है।
डूंगरपुर में एसपी मनीष कुमार के निर्देशन में चलाए जा रहे ऑपरेशन स्वच्छता के तहत साइबर ठगों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। सरोदा, कोतवाली थाना पुलिस और साइबर सेल की टीम ने दो अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर 13 ठगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 6 बाल अपचारियों को भी डिटेन किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 33 मोबाइल फोन, 43 फर्जी सिम कार्ड और एक कार जब्त की है। ये ठग फर्जी एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लड़कियों के फोटो भेजकर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। एसपी मनीष कुमार ने बताया कि सरोदा थाना क्षेत्र के करियाना गांव में श्मशान घाट और कोतवाली थाना क्षेत्र में भंडारिया घाटा के पास से इन ठगों को पकड़ा गया है। पुलिस ने मौके पर दबिश देकर आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच की। जांच में पाया गया कि आरोपी एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर कई ऐप का इस्तेमाल करते थे। इसके अलावा मनी ट्रांसफर ऐप और अन्य सोशल मीडिया ऐप भी मिले हैं। आरोपी लोगों को लड़कियों के फोटो दिखाकर एस्कॉर्ट सर्विस का झांसा देते थे। झांसे में आने वाले व्यक्ति से होटल में लड़की उपलब्ध करवाने के नाम पर ऑनलाइन लाखों रुपए की ठगी करते थे। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। पूछताछ के बाद ही पता चल पाएगा कि ठगों ने कितने लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाया है।
सिद्धार्थनगर के खेसरहा थाना पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने तीन शातिर नकबजनों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी के दो दर्जन से अधिक पीतल के बर्तन और एक मोबाइल फोन बरामद किया है। तीनों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। दबिश के दौरान पकड़े गए आरोपी अपर पुलिस अधीक्षक प्रशांत कुमार प्रसाद ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम बद्री विशाल मिश्रा, आदित्य मिश्रा, गोविंद तीनों खेसरहा थाना क्षेत्र के निवासी हैं। कई महीनों से इलाके में हो रही नकबजनी की घटनाओं में वांछित थे। ऐसे करते थे वारदात पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि वे दिन में टारगेट घरों की रेकी करते और रात को रस्सी, दीवार या अन्य रास्तों से प्रवेश कर चोरी को अंजाम देते। उनका मुख्य निशाना सोने-चांदी के गहने, पीतल व अन्य धातुओं के बर्तन था। आरोपियों के पास से क्या-क्या मिला मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बनौली रोड पर सक्रिय तीनों आरोपियों को गिरफ्तारी से पहले एक और वारदात की तैयारी करते हुए धर दबोचा। उनके पास से 17 पीतल की थालियां, 5 लोटे, 4 कटोरे, 1 मोबाइल फोन बरामद हुआ। पुलिस रिकार्ड के अनुसार बद्री विशाल मिश्रा और आदित्य मिश्रा के खिलाफ पहले से 6 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। गोविंद के खिलाफ अन्य थानों में मुकदमों की पड़ताल जारी है। पुलिस ने तीनों के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की चोरी, नकबजनी, आपराधिक षड्यंत्र और संपत्ति क्षति संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। अपर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि किसी क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि दिखे तो बिना देर किए नजदीकी थाने या पुलिस हेल्पलाइन पर जानकारी दें। नागरिक सतर्कता से अपराधों पर अंकुश लगाया जा सकता है।
हनुमानगढ़ के रावतसर कस्बे में बीती रात चोरों ने एक ई-मित्र की दुकान को निशाना बनाया। अज्ञात चोरों ने दुकान का ताला तोड़कर करीब 29 हजार रुपए नकद और एक कीमती मोबाइल चोरी कर लिया। घटना की जानकारी सुबह तब सामने आई जब दुकान मालिक मनोज कुमार और सुनील कुमार रोज की तरह दुकान पर पहुंचे। दुकान के भीतर बिखरा सामान और टूटा हुआ गल्ला देखकर दोनों हैरान रह गए। उन्होंने तुरंत आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की। फुटेज में दो युवक चोरी की वारदात को अंजाम देते साफ नजर आ रहे हैं। चोरों ने चालाकी से वारदात को अंजाम दिया। कुछ ही मिनटों में दुकान से नकदी और मोबाइल लेकर फरार हो गए। दुकान संचालक ने इस संबंध में स्थानीय रावतसर पुलिस थाने में लिखित प्रार्थना पत्र दिया है। उन्होंने मुकदमा दर्ज करवाने की मांग की है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का मुआयना किया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर अज्ञात चोरों की तलाश शुरू कर दी है।
लातेहार में जेजेएमपी उग्रवादियों का आतंक:बिजली कार्य कर रहे मजदूरों की पिटाई, फायरिंग और मोबाइल लूट
लातेहार जिले के बारियातू थाना क्षेत्र अंतर्गत भाट चतरा गांव में झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के उग्रवादियों ने बिजली कार्य में लगे चार मजदूरों पर हमला कर दिया। डंडों से बेरहमी से पिटाई की गई और दहशत फैलाने के लिए दो राउंड फायरिंग की गई। सबजोनल कमांडर उपेंद्र ने ली जिम्मेदारी घटना के बाद उग्रवादियों ने मौके पर पर्चा फेंककर इस वारदात की जिम्मेदारी ली। पर्चे में जेजेएमपी के सबजोनल कमांडर उपेंद्र का नाम दर्ज था, जिसमें चेतावनी दी गई थी कि बिना मैनेज किए काम करने का अंजाम बुरा होगा। मजदूरों से कहा– ठेकेदार को समझा देना पीड़ित मजदूरों ने बताया कि चार हथियारबंद उग्रवादी आए और आते ही मारपीट शुरू कर दी। जाते-जाते उन्होंने धमकी दी कि ठेकेदार को बता देना, बिना मैनेजमेंट के काम किया तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। इस दौरान उग्रवादियों ने मजदूरों के चार मोबाइल फोन भी लूट लिए। पश्चिम बंगाल के 25 मजदूर कर रहे थे कार्य घटना स्थल के पास पश्चिम बंगाल के लगभग 25 मजदूर रह रहे हैं। ये सभी चतरा जिले के सिमरिया थाना क्षेत्र के भवानी मठ, कसारी और लोहसिघना में 66 हजार वोल्ट के टावर पर बिजली तार बिछाने का काम कर रहे हैं। दिनभर कार्य के बाद ये सभी रात में भाट चतरा गांव लौटते हैं। यह कार्य केइसी कंपनी द्वारा कराया जा रहा है। पुलिस ने की मौके की जांच, उग्रवादियों की तलाश जारी घटना की जानकारी मिलते ही बारियातू थाना प्रभारी रंजन पासवान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मजदूरों से घटना की जानकारी ली और बताया कि यह घटना लेवी वसूली को लेकर हुई है। पुलिस ने मौके से दो खोखा भी बरामद किया है और उग्रवादियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है। जुलाई में भी हुई थी ऐसी वारदात उल्लेखनीय है कि इससे पहले जुलाई माह में राहुल दूबे गैंग ने फुलबसिया कोल साइडिंग में आगजनी और फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। यह क्षेत्र लगातार उग्रवादी घटनाओं से प्रभावित है।
कैथल के सीवन थाना क्षेत्र में मकान से बाइक व मोबाइल चोरी के मामले में पकड़े गए एक आरोपी से पूछताछ के दौरान चोरी की बड़ी वारदातें सुलझी हैं। पुलिस ने आरोपी को सिर्फ एक मामले में पकड़ा था, लेकिन रिमांड लिया तो पता चला कि वह एक नहीं बल्कि कई वारदातें कर चुका है। अब विभिन्न मामलों में आरोपी से 4 चोरी की बाइक, एक स्कूटी, 2 मोबाइल और 2 गैस सिलेंडर बरामद हुए हैं। बता दें कि तीन दिन पहले पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार करके 2 दिन रिमांड पर लिया गया था। डीएसपी मुख्यालय बीर भान ने बताया कि गांव रामनगर भूना निवासी एक महिला की शिकायत अनुसार 29 जुलाई की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति उनके मकान में घुसकर अंदर खड़ी बाइक व एक मोबाइल फोन चोरी कर ले गया। दो दिन लिया रिमांड डीएसपी ने बताया कि मामले में 31 जुलाई को आरोपी मांडी सदरां निवासी बूटा सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें पूछताछ के लिए कोर्ट से 2 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया था। रिमांड के दौरान आरोपी बूटा सिंह ने बताया कि वह नशा करने का आदि है और उसने रामनगर भूना से उपरोक्त मामले में मोटरसाइकिल व मोबाइल चोरी किया है। स्कूटी और गैस सिलेंडर भी चोरी बूटा सिंह ने सीवन व चीका थाना के एरिया से मोटरसाइकिल, स्कूटी व गैस सिलेंडर चोरी करने बारे कबूल किया है। उसके कब्जे से 3 अन्य चोरी की बाइक व एक स्कूटी बरामद की गई। जो उसने सीवन व चीका एरिया से चोरी की गई है। आरोपी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
रायपुर में एक युवक का मोबाइल स्नैचिंग हुआ है। युवक फैक्ट्री से घर लौट रहा था। तभी बाइक सवार दो युवकों ने वारदात को अंजाम दिया हैं। इस मामले में पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह पूरा मामला उरला थाना क्षेत्र का है। तपेश कटरे ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई जिसमें बताया कि वह 30 जुलाई को शाम 6 बजे सटर्न फेरोलाईस प्रा.लि. कंपनी उरला से पैदल घर जाने के किए निकला था। उस दौरान अपने दोस्त राहुल को फोन लगाने के लिए जेब से फोन निकाला था उसी समय दो व्यक्ति पीछे से बाइक पर आए। फिर झपट्टा मारकर मोबाइल छीन लिया और फरार हो गया। मोबाइल की कीमत 30 हजार रुपए थी। बाइक-मोबाइल मिला इस मामले में पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की जांच और पूछताछ की। जिसके बाद आरोपी मनोज ताखर और तोमेश वर्मा को हिरासत में लाकर पूछताछ किया। आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार किया। आरोपियों के पास से मोबाइल और वारदात में इस्तेमाल बाइक बरामद कर ली गई है।
बालोद जिले में शेयर ट्रेडिंग में अधिक लाभ दिलाने का झांसा देकर बीएसपी के इंजीनियर से 35 लाख 86 हजार रुपए की ठगी की गई। इस मामले में पुलिस ने अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह के 3 आरोपियों को राजस्थान के झुंझुनूं जिले से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 लाख रुपए कैश, 6 मोबाइल और कई बैंकों का चेकबुक बरामद किया है। साथ ही उनके खातों में जमा करोड़ों रुपए की राशि भी सीज की गई है। घटना दल्लीराजहरा थाना इलाके की है। जानिए क्या है पूरा मामला ? दल्लीराजहरा थाना प्रभारी रविशंकर पांडेय ने बताया कि, 17 जुलाई 2025 को बीएसपी के एक इंजीनियर ने थाने में लिखित शिकायत दी कि, उन्हें 28 मई से 30 जून के बीच एक शेयर ट्रेडिंग ग्रुप में जोड़ा गया था। जहां उन्हें ज्यादा मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया। इसी बहाने उनसे कई किस्तों में UPI और RTGS के माध्यम से कुल 35 लाख 86 हजार 740 रुपए वसूले गए। जब लाभ नहीं मिला और संपर्क टूट गया, तब पीड़ित ने साइबर ठगी की शिकायत की। शिकायत पर थाना राजहरा में बीएनएस की धारा 317(4), 3(5) के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की गई। 3 आरोपी गिरफ्तार इस मामले की गंभीरता को देखते हुए टीम ने झुंझुनूं जिले में कैंप कर स्थानीय सूत्रों और पुलिस के सहयोग से आरोपियों की जानकारी जुटाई और योजनाबद्ध ढंग से घेराबंदी कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों में रामनिवास मुंड (36) निवासी ग्राम खुदास, मनीष कुमार (26) और विवेक दतुसेलिया (26) दोनों निवासी ग्राम कैसेरु राजस्थान शामिल हैं। चेकबुक, फोन समेत कई सामान जब्त पुलिस ने आरोपियों के पास से एचडीएफसी, केनरा और आईडीबीआई बैंक की चेकबुक, ठगी में इस्तेमाल 6 मोबाइल और तीन लाख नगद जब्त किया है। बैंक खातों में धोखाधड़ी की रकम जमा पाई गई है। जिसे सीज कर दिया गया है।
अब थाना जाने की जरूरत नहीं:बेतिया के सभी थानों के मोबाइल नंबर जारी, सीधे थाना प्रभारी से करें संपर्क
बेतिया में अब आपात स्थिति में थाना जाने की जरूरत नहीं होगी। बेतिया के सभी थानों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक कर दिए गए हैं। एसपी डॉ. शौर्य सुमन के निर्देश पर जारी इस व्यवस्था से अब आम लोग सीधे थाना प्रभारी से संपर्क कर सकेंगे। सड़क दुर्घटना, चोरी, डकैती, भूमि विवाद, या किसी भी सामुदायिक झगड़े जैसी स्थितियों में सीधे शिकायत की जा सकेगी। आम नागरिक अपने क्षेत्रीय थाना प्रभारी को तुरंत मोबाइल पर सूचना दे सकेंगे। सभी नंबर सीधे संबंधित थाना अध्यक्ष के पास रहेंगे। पुलिस-जन संवाद होगा और मजबूत एसपी डॉ. शौर्य सुमन ने बताया कि, इस कदम का उद्देश्य जनता और पुलिस के बीच सीधा और त्वरित संवाद स्थापित करना है। इससे न केवल कानून व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि समय पर कार्रवाई भी सुनिश्चित हो सकेगी। नंबरों का सदुपयोग करने की अपील एसपी ने आगे कहा कि, यदि किसी को अपने क्षेत्र में कोई संदिग्ध गतिविधि या असामाजिक तत्वों की उपस्थिति महसूस होती है। तो वह बिना हिचक मोबाइल पर संपर्क कर सूचना दे सकता है। उन्होंने लोगों से इन नंबरों का सदुपयोग करने की अपील की है। सूची सोशल मीडिया और समाचार माध्यमों से साझा एसपी ने बताया कि सभी थानों के नाम और मोबाइल नंबरों की सूची सोशल मीडिया, थाना परिसर के नोटिस बोर्ड और स्थानीय समाचार पत्रों के जरिए प्रचारित की जा रही है ताकि हर व्यक्ति को जानकारी मिल सके। यह पहल पुलिस तंत्र में पारदर्शिता, तत्परता और जवाबदेही बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
प्रयागराज में रोजमर्रा की जिंदगी अब लहरों पर डोलती नावों पर चल रही है। गंगा और यमुना का वाटर लेवल डेंजर पॉइंट (खतरे के निशान) से ऊपर है। इस वजह से गंगापार और यमुनापार के 250 गांव शहर से कट गए हैं। रास्ते बाढ़ के पानी में डूबे हैं। यहां रहने वाली 10 लाख लोगों को अब नाव का ही सहारा बचा है। कहीं पानी में लाश उतराती दिख रही है, तो कहीं जानवरों को बांधने की भी जगह नहीं बची। 10 हजार घरों में बाढ़ का पानी घुस चुका है, ग्राउंड फ्लोर डूबे हुए हैं। लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित जगह शिफ्ट हो रहे हैं। इन गांवों को बिजली सप्लाई करने वाले 33 केवीए बिजली सबस्टेशन डूब चुके हैं। 200 गांवों की बिजली गुल है। इन इलाकों में रहने वाले लोग सिर्फ मोबाइल चार्ज करने के लिए 2 घंटे नाव से सफर कर शहर जाते हैं। अनुमान है, गंगा-यमुना से सटे इलाकों में रहने वाले 5 लाख शहर के लोग भी प्रभावित हैं। स्कूल जाने वाले स्टूडेंट हों या नौकरीपेशा, सब नाव पर ही जाते दिखते हैं। दैनिक भास्कर की टीम इन इलाकों में बाढ़ के हालात को समझने के लिए शहर से सिर्फ 15Km दूर झूंसी पहुंची। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… रास्ते डूबे, सिर्फ नाव चल रही झूंसी की तरफ जाने वाले बदरा सोनौटी गारापुर की सड़क पूरी तरह से डूबी मिली। हमने अपनी गाड़ी सड़क के किनारे छोड़ दी। यहां रोड से सटी 3 नाव नजर आई। लोग इन्हीं नाव पर बैठकर आ-जा रहे थे। ये नावें प्रशासन चलवा रहा है। जो लोग सड़क पर नाव पर बैठने का इंतजार कर रहे थे, उनसे बातचीत कर समझ आया कि बाढ़ से जिंदगी मुश्किल हो गई है। लोगों ने बताया कि 10 गांवों में 20 हजार की आबादी है, मगर 5 दिन से बिजली नहीं है। हर कोई अपने घरों की ऊपर की मंजिलों पर समय बिता रहा है। पता नहीं, कब पानी कम होगा। लोग बोले- 3 दिन से हालात बिगड़े, दवाएं-सब्जी सब नाव से आ रहा नाव पर बैठे हुए लोगों से हमने बातचीत शुरू की। राम आधार कहते हैं- 3 दिन से हालात ज्यादा गंभीर हो गए हैं। प्रशासन ने सिर्फ नाव चलवा दी है। आज बड़ी नाव आई हैं, पहले छोटी वाली नाव थी। उसमें भरोसा नहीं रहता, कब पलट जाए। यहां किसी की तबीयत खराब हो जाए, तो उसको भी नाव से अस्पताल लेकर जाना पड़ रहा है। दवाएं, दूध-सब्जी सब नाव पर ही आ रहा। नाव पर बैठे हरिकिशन कहते हैं- हमारी नौकरी है। बाइक चल नहीं सकती, इसलिए झूंसी के संपर्क मार्ग तक करीब 10 किमी की दूरी नाव से तय कर रहे हैं। फिर वहां से कोई गाड़ी पकड़कर आगे जाएंगे। बिजली के ट्रांसफर डूबे, साइन बोर्ड देखकर समझ आ रहा, हम कहां चल रहे नाव चला रहे रामबाबू कहते हैं- हम लोग संगम में भी नाव चलाते हैं। अभी झूंसी में बाढ़ का पानी घुसने के बाद बड़ी नाव लेकर आए हैं। ये प्रशासन की व्यवस्था है, किसी से पैसा नहीं चार्ज करते। चूंकि पानी ज्यादा बड़े एरिया में भरा है, इसलिए ज्यादा राउंड नहीं लग पाते। क्योंकि, आने-जाने में वक्त लगता है। नाव पर चलते हुए हमने देखा कि सिर्फ बिजली के खंभे और आधे डूबे हुए घर दिख रहे थे। कहीं-कहीं रोड के साइन बोर्ड दिखते थे। तब पता चलता था कि हम जहां नाव से जा रहे हैं, वहां नीचे सड़क है। ट्रांसफर भी पूरे डूबे हुए थे। इनकी सप्लाई भी बंद रखी गई है। वर्ना पानी में करंट उतर जाएगा। नाव में निकला किंग कोबराअभी नाव पर बातचीत का सिलसिला चल ही रहा था कि अचानक हल्ला मचने गया। बाढ़ के पानी के साथ बहकर आया एक सांप हमारी नाव के अंदर छिपा था। नाविक ने बमुश्किल नाव को संभाला। उसके साथी ने सांप को बांस की मदद से दोबारा पानी में फेंक दिया। उसने बताया कि ये किंग कोबरा सांप था। नाव चला रहे रामबाबू कहते हैं- जो जीव-जंतु पानी में मर रहे, वो जमीन पर जाना चाहते हैं। हर तरफ पानी है, इसलिए नाव में घुस जा रहे है। 3 दिनों में यह दूसरा सांप है। इसी तरह शनिवार को दो भैंसें पानी में किनारे की तरफ थीं, अचानक आगे बढ़ गईं। गहराई थी, इसलिए डूबकर मर गईं। नाविक बोले- लोग सिर्फ मोबाइल चार्ज करने कस्बे तक जा रहे नाव चला रहे रामबाबू ने बताया- करीब 100-150 लोग रोज हमारी नाव से सिर्फ इसलिए सफर करते हैं, ताकि अपना मोबाइल चार्ज कर सकें। मुसीबत आने पर कॉल कर सकें। 5 दिन से बिजली नहीं होने से दिक्कत बढ़ गई है। नाव पर कई लोगों ने बताया कि मोबाइल चार्ज करने को वह नाव से झूंसी बाजार जाते हैं। फुल चार्जिंग के बाद नाव से लौटते हैं, ताकि रात में मोबाइल चालू रहे। लोगों ने कहा- कई गांवों में दूसरी मंजिल तक पानी चढ़ा लोगों से बातचीत करने पर पता चला कि बदरा सोनौटी, गारापुर, पूर्वा, पूरा सूरदास, कजरिया, ढोल बजवा, कोहना, मुंशी का पूरा जैसे गांवों में घरों की दूसरी मंजिलों तक पानी पहुंचने लगा है। करीब 7 हजार लोग आस-पड़ोस के गांव चले गए हैं, जहां बाढ़ का असर कम है। एक स्टूडेंट राघवेंद्र सिंह ने बताया- स्कूल में पढ़ने के लिए अब रिश्तेदार के घर में रहना पड़ रहा है। छुट्टी होने की वजह से अब गांव जा रहा हूं। बाढ़ से स्कूल की पढ़ाई छूट जाती, इसलिए रिश्तेदार के घर रहना पड़ रहा है। पावर हाउस डूबा, 40 गांव 20 दिन अंधेरे में रहेंगेपानी के बीच व्यवस्थाओं को समझते हुए हमारी टीम प्रयागराज से 20 किमी दूर बहरिया विकास खंड के थरवई गोड़वा गांव में पहुंची। यहां बिजली का सबस्टेशन पूरी तरह से डूबा हुआ मिला। लोगों ने बताया कि 2018 में करीब डेढ़ करोड़ की लागत से 10 MBA क्षमता का ट्रांसफॉर्मर लगाया गया था। ग्रामीणों का कहना है कि अफसरों ने जल्दबाजी में पावर हाउस तैयार कराया। इसके चलते निचले इलाके में पावर हाउस बन गया। अब हालत यह है कि पूरा पावर हाउस पानी में समा गया। बाढ़ का पानी कम होने के बाद भी पावर हाउस से बिजली सप्लाई चालू होने पर 15-20 दिन का समय लगेगा। क्योंकि, पावर हाउस के सारे उपकरण नए लगेंगे। अब इन एरिया में रहने वालों की समस्या को समझिए… संजय बोले- बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे, उन्हें रिश्तेदारों के घर भेजागांव में पानी के बीच मिले संजय कुमार कहते हैं- बदरा सुनौटी और ढोल बजवा पुरवा समेत 4 गांवों के 10 से 20 हजार लोगों की आबादी प्रभावित है। रोजमर्रा के काम और समान को लेने के लिए आधे घंटे नाव में सफर कर आना-जाना पड़ता है। बहुत दिक्कत होती है। बच्चों को हमने रिश्तेदारों के घर भेज दिया है। हमारे इलाके के स्कूल वगैरह भी बंद हैं। यहीं रहने वाले अमित यादव कहते हैं- बाढ़ से बहुत दिक्कत है। घर, खेत, चारागाह सब डूब गए हैं। शहर जाने में आधा घंटा लगता है। बाढ़ की वजह से अब नाव ही सहारा है। अगर सरकार सड़क 10 फीट ऊंचा कर दें, तो हर साल बाढ़ से होने वाली परेशानी दूर हो जाए। ढोल बजवा पुरवा में रहने वाले प्रेम चंद्र कहते हैं- गांव में बना बिजलीघर हर साल डूब जाता है। इससे 40 गांव की बिजली बंद हो जाती है। गांव में बिजली न आने से पीने के पानी तक के लिए तरसना पड़ता है। अब सहसों से सप्लाई देने के लिए बिजली विभाग के अधिकारी कह रहे हैं। लेकिन, वो भी पानी उतरने के बाद ही दी जा सकती है। गोंडवा गांव की 70 साल की राजकुमारी ने बताया- अबकी साल की बाढ़ में मेरे घर में भी पानी भर गया है। अब समझ नहीं आ रहा कि बच्चों को सुलाएं कहां और परिवार का पेट भरने के लिए खाना कहां बनाएं? घर के हर कमरे में पानी भर गया है। घर की बहुएं-बच्चे सब परेशान हैं। सांप-बिच्छू पानी के साथ आ जाते हैं, उनका कुछ कर नहीं सकते। 24 घंटे में 2200 लाेग रेस्क्यू, 3 लाख प्रतियोगी छात्रों ने घर छोड़ाबाढ़ के हालात इतने भयावह हैं कि रेस्क्यू लगातार चल रहा है। सिर्फ शनिवार को ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बाढ़ चौकी फोर्स और क्यूआरटी ने 2200 लोगों को उनके घरों से सही-सलामत निकाला। ये ऐसे परिवार हैं, जिनकी दूसरी मंजिल तक पानी भर गया था। ये छतों पर फंसे थे। रेस्क्यू ऑपरेशन शहर के छोटा बघाड़ा, बड़ा बघाड़ा, सलोरी, शुक्ल मार्केट, गोविंदपुर, कैलाशपुरी, राजापुर, नेवादा जैसे निचले क्षेत्रों में चल रहा है। ये ऐसे इलाके हैं, जहां सबसे ज्यादा लॉज, हास्टल, किराए के घर हैं। करीब 3 लाख प्रतियोगी छात्र इन इलाकों से पलायन कर गए हैं। 3 दिन में 4 शव बहते नजर आएबाढ़ से घिरे गांवों के लोगों का कहना है कि जानवरों के शव तो पानी में उतराते नजर आ रहे हैं। पिछले 3 दिनों में 4 शव भी उतराते दिखे। गंगा नदी के बहाव के साथ ये शव उतराते हुए गांव के अंदर तक आ गए हैं। कई लोगों ने शवों के वीडियो भी बनाए हैं। कुछ लोगों ने इस बात की नाराजगी जताई कि प्रशासन के लोग शव तक निकालने नहीं आ रहे हैं। अब उनके सड़ने से बीमारियां फैलेंगी। प्रयागराज में नदियां डेंजर लेवल से ऊपर बह रहीं गंगा नदी यमुना नदी .................. ये भी पढ़ें : प्रयागराज के 200 गांव में घुसा बाढ़ का पानी, 15 लाख आबादी प्रभावित, महाकुंभ टेंट सिटी जलमग्न; यहां 46% ज्यादा बारिश प्रयागराज में गंगा-यमुना नदी उफान पर हैं। नदियों से सटे 200 से ज्यादा गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। फसलें डूब गईं हैं। प्रशासन लोगों की मदद के लिए नाव चलवा रहा। मगर बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे। लोगों के कामकाज भी ठप हो चुके हैं। वहीं, शहर के 15 मोहल्लों की सड़कें भी पानी में डूब गई हैं। गंगा-यमुना में बाढ़ जैसे हालात होने से 15 लाख की आबादी पर असर पड़ा है। कई परिवार घर की ऊपर की मंजिलों पर शिफ्ट हुए हैं। बहुत से परिवार रिश्तेदार या दोस्तों के घर चले गए हैं। पढ़िए पूरी खबर...
पंजाब में आम आदमी क्लिनिक में इलाज करवाने आने वाले लोगों को अब वॉट्सऐप पर ही पता चल जाएगा कि उन्हें कौन सी दवाई किस टाइम खानी है, अगली बार क्लिनिक में कब जाना है, और उनकी मेडिकल रिपोर्ट क्या है। पंजाब सरकार आज से राज्य के आम आदमी क्लिनिक वॉट्सऐप इंटीग्रेशन सिस्टम शुरू करने जा रही है। इसके तहत मरीज के वॉट्सऐप पर दवाई की पर्ची (प्रिस्क्रिप्शन) और सारी जानकारी पहुंच जाएगी। जिसका शुभारंभ पंजाब के सीएम भगवंत मान आज करेंगे। इसके बाद से पर्ची सिस्टम पूरी तरह से बंद हो जाएगा। अब इन 5 स्टेप्स से इलाज की प्रोसेस होगी 1. नए सिस्टम के तहत मरीज को क्लिनिक पहुंचकर वहां तैनात क्लिनिक असिस्टेंट के पास जाना होगा, साथ ही खुद को रजिस्टर करवाना होगा। 2.क्लिनिक से मरीज की जानकारी (पुरानी हिस्ट्री) भी डॉक्टर के पास पहुंचेगी। 3.इसके बाद मरीज को देखकर डॉक्टर आगे की जानकारी फार्मासिस्ट और क्लिनिक असिस्टेंट को भेजेंगे। 4.फार्मासिस्ट मरीज को दवा देगा और क्लिनिक असिस्टेंट लैब टेस्ट करवा देगा। 5.इसके बाद सारी जानकारी मरीज के पास वॉट्सऐप पर जाएगी। इसमें उसकी अगली विजिट, टेस्ट रिपोर्ट और अन्य चीजें शामिल रहेंगी। 107 अधिक आवश्यक दवाइयां और 100 से ज्यादा टेस्ट राज्यभर में इस समय 880 से अधिक आम आदमी क्लिनिक चल रहे हैं, इनमें से 565 गांवों में और 316 शहरों में हैं। 1.3 करोड़ से अधिक लोग इन क्लीनिकों से लाभ उठा चुके हैं, और 3.7 करोड़ से ज़्यादा बार लोग ओपीडी सेवाओं का इस्तेमाल कर चुके हैं। पिछली सरकार के समय सालाना ओपीडी लगभग 34 लाख थी, जो अब बढ़कर 177 लाख हो चुकी है, यानी 4.5 गुना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इन क्लीनिकों में पहले से ही मुफ्त डॉक्टर परामर्श, 107 अधिक आवश्यक दवाइयां और 100 से ज्यादा टेस्ट उपलब्ध हैं। इनमें डायग्नोस्टिक, टाइफाइड, एचबीए1सी, हेपेटाइटिस, डेंगू, एचआईवी, प्रेग्नेंसी टेस्ट और सभी प्रकार के अल्ट्रासाउंड निशुल्क उपलब्ध हैं। अब जीवन रक्षक इंजेक्शन भी इस नेटवर्क का हिस्सा होंगे।
प्रयागराज के बाढ़ राहत शिविरों में भीड़ बढ़ने लगी है। यहां किसी तरह की असुविधा न होने पाए इसकी जिम्मेदारी जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई है। सभी शिविर में नोडल अधिकारी व वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी नियुक्त कर दिए गए हैं। अधिकारियों का मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है। वरिष्ठ प्रभारी अधिकारी प्रत्येक तीन घंटे पर अपने शिविर की रिपोर्ट अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को देंगे। इसी तरह नोडल अधिकारी भी बाढ़ शरणालयों में पेयजल, विद्युत, खान पान आदि की जानकारी के लिए निरीक्षण करेंगे। जो भी समस्याएं होंगी वह एसडीएम सदर व तहसीलदार सदर को सूचना देते हुए उसका समाधान कराना तय करेंगे। बाढ़ राहत के लिए CM ने किया ‘टीम-11’ का गठन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ की स्थिति को गंभीरता से लेते हुए राहत एवं बचाव कार्यों के लिए अपने मंत्रियों की एक विशेष ‘टीम-11’ का गठन किया है। जिसमें उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी भी शामिल हैं। नंदी को प्रयागराज के साथ ही प्रभारी जनपद मिर्जापुर और बांदा की भी जिम्मेदारी मिली है। मंत्री नंदी बाढ़ प्रभावित जनपदों में राहत कार्यों की निगरानी करेंगे और देखेंगे कि कोई भी पीड़ित सहायता से वंचित न रह जाए। यह समय संवेदनशीलता, तत्परता और पारदर्शिता के साथ कार्य करने का है। मंत्री मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा कर, राहत शिविरों का निरीक्षण और प्रभावित परिवारों से सीधे संवाद स्थापित कर जमीनी स्थिति की समीक्षा करेंगे। जिलों के डीएम, एसपी, सीएमओ सहित समस्त वरिष्ठ अधिकारी फील्ड में रहें।
घर से मवेशियों को पानी पिलाने के लिए निकले सड़क किनारे बैठे एक युवक पर अचानक एक ट्रैक्टर ट्राली बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में ट्रैक्टर ट्राली के नीचे दबने से युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। इसके बाद घायल युवक को हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि मवेशियों को एक तरफ कर युवक मोबाइल देख रहा था। मोबाइल चला रहा था, तभी हुआ हादसामामला पुर थाना क्षेत्र के पांसल गांव का है, यहां रहने वाला कालू (23) पिता किशन माली शनिवार दोपहर बाद अपने मवेशियों को पानी पिलाने के लिए खेत की ओर लेकर आया था। मवेशी खेत के पास बने पोंड में पानी पी रहे थे और कालू सड़क किनारे बैठा अपना मोबाइल चला रहा था। इसी दौरान एक तेज रफ्तार ट्रेक्टर ट्रॉली अचानक बेकाबू होकर पलट गई और कालू उसके नीचे दब गया। हादसे के बाद मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। वे गंभीर रूप से घायल युवक हॉस्पिटल लेकर पहुंचे जहां ड्यूटी डॉक्टर ने इस मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलने के बाद प्रताप नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर ट्राली को जब्त करते हुए ड्राइवर को हिरासत में लिया है।फिलहाल पुलिस ने तक के शव का पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद परिजनों को सुपुर्द किया और परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
राज्य सरकार के आदेश के बाद टोंक जिले में भी इस माह से ही खसरा गिरदावरी शुरू हो गई है । इसके तहत पटवारी हर खेत पर जाएंगे और वहां फसल खराबे का आकलन सरकार को रिपोर्ट भेजेगा। इसके अलावा सरकार ने किसानों के लिए ऑनलाइन खसरा गिरदावरी का भी ऑप्शन दिया है। कोई भी किसान मोबाइल पर प्ले स्टोर पर जाकर किसान एप डाउनलोड कर उस पर ऑनलाइन खसरा गिरदावरी कर सकेंगे। जिले में करीब चार लाख किसान है। सरकार के इस निर्णय से उन लाखों किसानों को आर्थिक सहायता मिलेगी, जिनकी गत दिनों हुई अतिवृष्टि से फसल खराब हुई है। SDM ने बताया कि किसानों के लिए दोनों ऑप्शन है, वह अपनी इच्छानुसार तय कर सकते है। उन्होंने बताया- वर्तमान में राज्य में हो रही अतिवृष्टि के मध्यनजर राज्य सरकार के निर्देशानुसार फसल खरीफ संवत 2082 की ऑनलाइन गिरदावरी 1 अगस्त से शुरू कर दी है। यह 15 अक्टूबर तक की अवधि के पूर्ण की जानी है। टोंक जिले में फसल खरीफ संवत 2082 में लगभग 10 लाख 21 हजार खसरों की डिजिटल क्रॉप सर्वे (ऑनलाइन गिरदावरी) की जानी है। इसके अंतर्गत लगभग 2.5 लाख सरकारी खसरों की गिरदावरी सिर्फ पटवारी द्वारा की जानी है तथा शेष लगभग 7 लाख 70 हजार खसरों की गिरदावरी पटवारी तथा किसानों के माध्यम से की जानी है। किसान अपने खेत की गिरदावरी करने के लिए सर्वप्रथम प्ले स्टोर से KISAN GIRDAWARI ऐप डाउनलोड करे और उसमें अपने जनाधार या मोबाइल नंबर से लॉगिन करे। इसके बाद अपने जिले, तहसील और ग्राम का चयन कर फसल दर्ज करे। साथ ही फसल का साफ फोटो खींचे व अंत में विवरण सब्मिट करे।
कुरुक्षेत्र में डेढ़ साल पहले मोबाइल छीनने के आरोपी को कोर्ट ने दोषी करार दिया है। कोर्ट ने दोषी को गुरप्रीत सिंह उर्फ गोपी को 5 साल की सजा सुनाई है। इसके अलावा 25 हजार रुपए जुर्माना भी लगाया है। थाना सदर थानेसर में दर्ज शिकायत में 2 फरवरी 2024 को सेक्टर-3 के रहने वाले बलदेव ने बताया था कि वे शाम को सैर के लिए सेक्टर-3 में निकला था। सैर करते हुए पेट्रोल पंप के पास पहुंचा तो उसी समय बाइक पर 2 युवक आए और उसके हाथ से मोबाइल छीनकर फरार हो गए थे। शिकायत पर पुलिस ने FIR दर्ज कर आरोपी गोपी को गिरफ्तार किया था। डेढ़ साल बाद आया फैसला इस मामले की सुनवाई अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश की कोर्ट ने की। जिसमें गवाहों व सबूतों के आधार पर मोबाइल छीनने के आरोपी गुरप्रीत सिंह को दोषी करार देते हुए देते IPC की धारा 379-A के तहत 5 साल की सजा सुनाई है। जुर्माना नहीं भरने पर दोषी को 5 माह की अतिरिक्त सजा काटनी होगी।
लातेहार पुलिस ने कुख्यात राहुल दुबे गिरोह के छह अपराधियों को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दिया है। ये अपराधी बालूमाथ थाना के मगध कोलियरी, बारियातु थाना के फुलबसिया साइडिंग और चंदवा थाना के टोरी साइडिंग में हुई आगजनी और गोलीबारी की घटनाओं में शामिल थे। पुलिस ने इनके पास से 7.65 मिमी का पिस्तौल, 5 कारतूस, 6 मोबाइल फोन और एक बाइक बरामद की है। एसपी कुमार गौरव ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राहुल दुबे के निर्देश पर सभी अपराधियों ने लेवी वसूली के लिए साइडिंग पर गोलीबारी और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया था। गिरफ्तार अपराधियों के मोबाइल फोन में विशेष ऐप मिला पुलिस ने एसआईटी टीम गठित कर विभिन्न जिलों में छापेमारी करके इन अपराधियों को पकड़ा। गिरफ्तार अपराधियों के मोबाइल फोन में विशेष ऐप मिला है। इसमें राहुल दुबे और गैंग के अन्य सदस्यों के बीच बातचीत के साक्ष्य मिले हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों में से दो पहले अमन साहू गिरोह के सदस्य रह चुके हैं। इनके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार अपराधियों में बालेश्वर कुमार उर्फ सत्या, शंकर महतो, मुकेश कुमार, मनोज कुमार साव, सागर कुमार और बबलू कुमार शामिल हैं। सभी अपराधियों की उम्र 21 से 30 वर्ष के बीच है। बालेश्वर कुमार और शंकर महतो के खिलाफ टंडवा थाने में हत्या के प्रयास, अवैध हथियार रखने और अन्य गंभीर धाराओं में मामले दर्ज हैं। बालेश्वर के खिलाफ बालूमाथ थाने में अवैध कोयला खनन का मामला भी दर्ज है।
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में शुक्रवार रात शुभम गार्डन में लायंस क्लब का संस्थापन समारोह आयोजित हुआ। कार्यक्रम में पूर्व ऊर्जा मंत्री प्रियव्रत सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि इंदौर से पूर्व डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एवं शपथ अधिकारी MJF लायन रश्मि गुप्ता और नागदा से द्वितीय वॉइस डिस्ट्रिक्ट गवर्नर MJF लायन पंकज मारू विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। नई कार्यकारिणी का गठन समारोह में वर्ष 2025-26 के लिए गिरीश करोड़िया को क्लब का नया अध्यक्ष चुना गया। शपथ अधिकारी रश्मि गुप्ता ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया और सभी पदाधिकारियों ने शपथ ली। कार्यक्रम में दो नए सदस्य गोलू गुप्ता और पंकज गुप्ता को भी सदस्यता दिलाई गई। मोबाइल के दुष्प्रभावों पर चर्चा विशेष अतिथि पंकज मारू ने अपने संबोधन में मोबाइल फोन के अत्यधिक उपयोग से होने वाले खतरों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि वे 'अभिमन्यु' नामक संस्था चला रहे हैं, जहां 140 से अधिक दिव्यांग बच्चों की देखभाल की जा रही है। उन्होंने गर्भावस्था और शिशु के प्रारंभिक तीन वर्षों में मोबाइल के उपयोग से बचने की सलाह दी। कार्यक्रम में निवर्तमान अध्यक्ष अनिल घाटिया ने नए अध्यक्ष को पदभार सौंपा। समारोह का समापन रामायण की चौपाई के साथ हुआ। देखें तस्वीरें
चित्रकूट में कांग्रेस के पूर्व विधायक नीलांशु चतुर्वेदी के घर में सुमन नामक युवती की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है। पुलिस ने मृतका के प्रेमी अरविंद यादव को गिरफ्तार किया है। अरविंद बांदा जिले के पचोखर अतर्रा का निवासी है। जांच में पता चला कि मृतका और युवक के बीच फोन पर लगातार बातचीत होती थी। दोनों के बीच काफी पुराना रिश्ता था। पुलिस ने मृतका के दो मोबाइल फोन की जांच की। जिससे आत्महत्या के पीछे के कारणों का पता चला। इस हाई प्रोफाइल मामले में पुलिस ने अरविंद यादव पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 306 और 107 के तहत आरोप लगाए हैं। साथ ही, लाइसेंसी हथियार से आत्महत्या होने के कारण हथियार को लापरवाही पूर्वक रखने का आरोप राजपरिवार की बहू पर लगाया गया है। उन पर आर्म्स एक्ट की धारा-30 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एक विशेष दिशा में मोड़ने का प्रयास किया जा रहा एसडीओपी राजेश बंजारे ने इस मामले की पुष्टि की है। मामले की जांच अभी जारी है। पुलिस संयम और सधे तरीके से जांच कर रही है। हालांकि इस मामले में राजनीतिक दबाव भी देखने को मिल रहा है। सत्ता पक्ष की ओर से मामले को एक विशेष दिशा में मोड़ने का प्रयास किया जा रहा था। जबकि विपक्ष भी इस मामले पर नजर रखे हुए था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, इस संवेदनशील मामले में सही परिणाम तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण था। फिलहाल जांच पूरी तरह से जारी है। पुलिस अभी तक सभी तथ्यों को सार्वजनिक करने से बच रही है।
छतरपुर के गढ़ीमलहरा में पुलिस ने एक मंदिर के पास जुआ खेल रहे 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी रीता सिंह को मिली सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने नकदी, वाहन और मोबाइल फोन सहित लगभग सवा दो लाख रुपए की संपत्ति जब्त की है। पुलिस ने मौके से 26,400 रुपए नकद, एक स्कूटी और दो मोटरसाइकिल बरामद किए। इसके अलावा वनप्लस, सैमसंग, रियलमी, वीवो, ओप्पो जैसी कंपनियों के 10 मोबाइल फोन और जुआ खेलने में प्रयुक्त ताश के पत्ते भी जब्त किए गए। यह आरोपी पकड़ाए पकड़े गए आरोपियों में नीरज कुमार चौरसिया, मुकेश कुमार चौरसिया, शिवम चौरसिया, अमित कुमार चौरसिया, शैवेन्द्र कुमार चौरसिया, संतोष चौरसिया, राजकुमार चौरसिया, अतुल चौरसिया, पंचम लाल चौरसिया, सुवान अली और ओमप्रकाश सोनी शामिल हैं। सभी आरोपियों के विरुद्ध जुआ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही क्षेत्र का माहौल खराब करने के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के तहत भी अलग से कार्रवाई की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
टॉयलेट में मोबाइल देखने की आदत छोड़ दें, तभी पकड़ में आएंगे कैंसर के ये लक्षण
Cancer symptoms Seen In Bathroom: कई तरह के कैंसर के लक्षण बाथरूम आदतों में बदलाव के रूप में नजर आते हैं. यदि आप इस समय रहते पहचान लें, तो डॉक्टर आपको कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचा सकते हैं.
अगर आप भी रातभर चलाते हैं मोबाइल फोन, हो जाएं सावधान; दिमाग में हो सकती है सूजन!
आजकल बिजीलाइफस्टाइल और सोशल मीडिया के इस दौर में अधिकतर लोगों के नींद पेटर्न में बदलाव आया है. अधिकतर लोग देर रात को तक जगते हैं. देर रात तक जगना आपके ब्रेन हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकता है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'