छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के जालमपुर वार्ड में तीसरे मोबाइल टावर के निर्माण को लेकर स्थानीय निवासियों ने विरोध प्रदर्शन किया। वार्डवासियों का कहना है कि क्षेत्र में पहले से ही दो मोबाइल टावर मौजूद हैं, ऐसे में तीसरे टावर की आवश्यकता नहीं है। वार्डवासियों ने एक दिन पहले नगर निगम और कलेक्ट्रेट में इसकी शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन इसके बावजूद निजी जमीन पर टावर का निर्माण कार्य जारी रहा। इससे आक्रोशित होकर बुधवार (8 अक्टूबर) को वार्डवासी निर्माण स्थल पर पहुंच गए और काम रोकने की मांग की। पार्षद औऱ महापौर भी पहुंचे मौके पर धमतरी नगर निगम के महापौर रामू रोहरा और कई वार्डों के पार्षद भी पहुंचे। महापौर रोहरा ने वार्डवासियों को आश्वासन दिया कि जहां जनता टावर का निर्माण नहीं चाहती, वहां टावर नहीं लगेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि इसके बावजूद निर्माण कार्य जारी रहता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। आवेदन के बाद भी नहीं रुका काम वार्ड पार्षद संजय देवांगन ने बताया कि घनी आबादी वाले क्षेत्र में टावर का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने बार-बार निवेदन किया था कि इसे न लगाया जाए, लेकिन कार्य नहीं रुका। वार्डवासियों के अनुसार, प्रस्तावित टावर स्थल से मात्र 50 मीटर की दूरी पर पहले से ही दो मोबाइल टावर स्थापित हैं। महापौर ने दिया आश्वासन महापौर रामू रोहरा ने वार्डवासियों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए कहा कि टावर कंपनी ऐसी जगह टावर लगाने पर अड़ी है जहां यह नहीं लगना चाहिए, जिससे स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। उन्होंने दोहराया कि जनता की इच्छा के खिलाफ कोई निर्माण नहीं होगा।
कोचिंग सेंटर के स्टूडेंट्स जहां रोज 13 घंटे मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं। वहीं छोटे बच्चे तीन से चार घंटे घरों में मोबाइल स्क्रीन पर टाइम बिता रहे हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञों ने वर्ष 2050 तक एक करोड़ से अधिक बच्चों की आंखों में परेशानी की चेतावनी दी है। उनके अनुसार इससे हर दूसरे बच्चे को चश्मा लगाना पड़ेगा। ये सभी बच्चे 4 साल की उम्र से लेकर 16 साल तक की उम्र के होंगे। वहीं नेत्र रोग विशेषज्ञों ने स्कूलों में स्मार्ट क्लास से पढ़ाई कराने को लेकर भी चिंता जताई है। उन्होंने बताया कि स्मार्ट बोर्ड के कारण स्कूल की क्लास में अंधेरा रहता है। यह अंधेरा बच्चों के लिए जानलेवा है। इसके कारण मायोपिया जैसी बीमारी हो रही है। विश्व दृष्टि दिवस इस बार 9 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस साल इसकी थीम लव योर आइज (अपनी आंखों से प्यार करें) है। इसमें आंखों की देखभाल के महत्व के लिए जागरूक करती है। विश्व दृष्टि दिवस हर साल अक्टूबर के दूसरे गुरुवार को मनाया जाता है। 4 से 16 वर्ष तक के बच्चों के आंखों के विजन कम होने, उनमें मायोपिया बीमारी के लक्षण सहित अन्य परेशानियों पर पढ़ें दैनिक भास्कर में यह स्पेशल स्टोरी-- अब जानें बच्चे क्यों हो रहे हैं शिकार अजमेर के जेएलएन अस्पताल में नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. राकेश पोरवाल ने बताया कि बच्चों को चश्मा लगने में परिजन की सबसे बड़ी भूमिका है। परिजन भले ही डॉक्टर्स को नहीं बताएं, लेकिन हकीकत यही है कि कम उम्र में ही बच्चों को खेलने के लिए हाथ में मोबाइल फोन दे दिया जाता है। वहीं कोविड के समय ऑनलाइन क्लासेस शुरू हुई, जो अभी भी कई जगह चल रही हैं। ऐसे में बच्चों के हाथों में एक दिन में 13 घंटे मोबाइल रहता है। इसके अलावा कोचिंग सेंटर और स्कूलों में स्मार्ट क्लास चल रही है। दिनभर मोबाइल और कंप्यूटर की स्क्रीन में देखने से बच्चे मायोपिया के शिकार हो रहे हैं। इसमें दूर की वस्तु साफ नजर नहीं आती। पास का ही साफ दिखाई देता है। एक तरह से कहा जाए तो आने वाले वर्षों में डायबिटीज, ब्लड प्रेशर की तरह ही मायोपिया बीमारी बड़े लेवल पर लोगों को घेर लेगी। डॉ. पोरवाल ने बताता कि घर पर रहकर बच्चों का स्क्रीनिंग टाइम तीन से चार घंटे चल रहा है। स्कूल में भी स्मार्ट टीवी लगने के कारण लाइट और अंधेरे का एक्सपोजर रहता है। यह अंधेरा बच्चों के लिए जानलेवा है। इसके कारण मायोपिया जैसी बीमारी हो रही है। जिसके चलते हर दो बच्चे में से एक बच्चों को अब चश्मा लग रहा है। चश्मे के बगैर बच्चों को दूर का कुछ नहीं दिखाई देता है। अस्पताल में बढ़ गए आंखों की परेशानी से आने वाले 4 साल से बड़े बच्चे, रोज आ रहे 30 से ज्यादा बच्चे कोविड के बाद से 4 से 16 साल तक की उम्र के बच्चों को देखने में परेशानी सहित याददाश्त की कमी के मामले हॉस्पिटल में आ रहे हैं। कोविड से पहले पेरेंट्स 16 साल की उम्र के बाद वाले बच्चों को ही विजन की शिकायत लेकर अजमेर के जेएलएन अस्पताल में आते थे। बच्चों की आंखों की समस्याओं को लेकर आने वाले परिजन हाल ही 4-5 वर्ष में बढ़ गए हैं। इनमें 4 साल की उम्र से बड़े 30 से ज्यादा बच्चे रोजाना आंखों की जांच के लिए आ रहे हैं। अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में इन बच्चों की जांच करने पर मायोपिया (दूर का दिखाई नहीं देना) बीमारी सामने आ रही है। 5 वर्ष पहले 95% मरीजों की उम्र 40-45 तक की रहती थी, अब बदल चुका है सिनेरियोअजमेर के जेएलएन अस्पताल में नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ. राकेश पोरवाल ने कहा कि- वर्ष 2020 तक ओपीडी में आने वाले 95% मरीजों की उम्र 40-45 तक की रहती थी। वहीं 5 सालों में कोविड के बाद से सिनेरियो बदल चुका है। अब अस्पताल में रोजाना 50% तक बच्चे आंखों की बीमारी के आ रहे हैं। ऐसे में वर्ष 2050 तक एक करोड़ से अधिक बच्चों के चश्मा लग जाएगा। इस बीमारी से हर दूसरे बच्चे को आंखों की समस्या होगी। ये सभी 4 साल की उम्र से 16 साल की उम्र वाले होंगे। अमेरिका गाइडलाइन के मुताबिक- 14 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए मोबाइल खतरनाक अमेरिका गाइडलाइन के मुताबिक नए नियमों के अनुसार 14 वर्ष से छोटे बच्चों को मोबाइल और लैपटॉप छूना उनके लिए हानिकारक बताया गया है। इंडोर और आउटडोर गेम करवाना जरूरी है। जरूरी होने पर भी 30 मिनट से ज्यादा मोबाइल स्क्रीन टाइम नहीं होना चाहिए। अस्पताल में आए बच्चों की केस स्टडी पढ़ें... केस 1- जेएलएन अस्पताल की नेत्र रोग ओपीडी में 8 साल के बच्चे को उसके पिता दिखाने आए थे। बच्चे को दूर का दिखाई देना बंद हो गया था। चेक करने पर उसे मायोपिया बीमारी के लक्षण दिखाई दिए। काउंसलिंग करने पर पता चला कि पिता ने नया मोबाइल खरीदा था। उसका उपयोग बच्चा लगातार करता था। पिता के खेत पर जाने के बाद वह मोबाइल पर गेम खेलता और पढ़ाई भी उससे ही करता था। मोबाइल पर स्क्रीनिंग टाइम ज्यादा होने के कारण उसे दूर का दिखाई देना बंद हो गया। इसके बाद उसे (-6 नंबर) आई साइड का चश्मा लगाया गया। बच्चे को अब मोबाइल से दूर रखकर आउटडोर एक्टिविटी करवाई जा रही है। केस 2- अस्पताल में 11 साल की लड़की को परिवार लेकर आए थे। उसकी आंखों की जांच करने पर लड़की को (-3 नंबर) का चश्मा लग गया था। काउंसलिंग हुई तो पता चला कि मोबाइल पर लगातार पढ़ाई करने और वीडियो देखते हुए लड़की खाना खाती थी। मोबाइल के बारे में नुकसान बताए तो वह मानने को तैयार नहीं हुई। परिवार के सपोर्ट से काउंसलिंग हुई और अब उसे हर 6 महीने में इलाज दिया जा रहा है। केस 3- ओपीडी में 5 साल के एक बच्चे को आंखों के इलाज के लिए परिवार लाया। बच्चे को मोबाइल की ऐसी लत लगी कि वह उसके बिना रह नहीं पाता था। उसकी आंखों की रोशनी कमजोर हो गई। जांच में उसे भी मायोपिया बीमारी का पता चला।
सिवनी जिले की डूंडा सिवनी थाना पुलिस ने 19 गुम हुए मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को दिया। इन मोबाइलों की कुल कीमत 2 लाख 90 हजार रुपए आंकी गई है। थाना स्तर पर गठित एक विशेष टीम ने तकनीकी सहायता और लगातार प्रयासों से इन गुम हुए मोबाइलों का पता लगाया। यह अभियान पुलिस अधीक्षक दीपक मिश्रा और नगर पुलिस अधीक्षक पूजा पाण्डेय के मार्गदर्शन में चलाया गया। बुधवार शाम को नगर पुलिस अधीक्षक पूजा पाण्डेय और थाना प्रभारी सतीश तिवारी ने अपने स्टाफ के साथ मिलकर आवेदकों को उनके मोबाइल फोन वापस किए। टीआई बोले- मोबाइल वापसी से लोगों को मिली राहत पुलिस ने बताया कि गुम हुए मोबाइलों को खोजने का यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। थाना प्रभारी सतीश कुमार तिवारी ने कहा कि मोबाइल गुम होने से लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी, दस्तावेज, फोटो और वीडियो खोने की परेशानी होती है, इसलिए इनकी वापसी से उन्हें बड़ी राहत मिली है। जिन आवेदकों को उनके मोबाइल फोन लौटाए गए, उनमें महेश कुमार राय, कपिल यादव, योगेश कोमलवार, सुखदेव सिंह, नूर दयाल परते, प्रियंका यादव, दिनेश माथरे, संतोष यादव, शक्ति मरकाम, अरुण साहू, संजू मरापे, रेशमा आमों, अल्ताफ मंसूरी, विकास यादव, राजेंद्र तरवरे, महेश कुमार दिसोरिया, राकेश सिसोदिया, सुमन डोंगरे और एजाज खान शामिल हैं।
सिरसा में कॉलेज स्टूडेंट और विवाहिता मिसिंग:घर से बिना बताए निकली, दोनों के मोबाइल नंबर भी बंद
सिरसा जिले में एक कॉलेज स्टूडेंट और एक विवाहिता बिना बताए घर से चली गई। अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लगा है। स्टूडेंट घर से कॉलेज का कहकर आई थी। वह कॉलेज में आई और दोपहर बाद वहां से निकली, लेकिन घर नहीं पहुंची। वहीं, महिला का पति घर लौटा तो वह गायब मिली। ऐसे में उनके परिजनों ने अलग-अलग पुलिस थाने में इसकी शिकायत दी है। जानकारी के अनुसार, इन दोनों के मोबाइल नंबर भी बंद आ रहे हैं। जिस कारण लोकेशन का पता भी नहीं चल पा रहा। पुलिस की ओर से इनकी लोकेशन का पता लगाकर तलाशा जा रहा है। वहीं, परिजनों की भी चिंता बढ़ी हुई है। वह लगातार पुलिस थाने में चक्कर लगा रहे हैं। रिश्तेदारी से भी नहीं लगा कोई सुराग पुलिस को दी शिकायत में जिले के रानियां क्षेत्र के युवक ने बताया कि उसकी बहन राजकीय महिला कॉलेज सिरसा में पढ़ती है। 6 तारीख को वह सुबह 8 बजे घर से कॉलेज के लिए आई थी। जिसके बाद वह शाम तक घर वापस नहीं लौटी। जब उसकी कॉलेज फ्रेंड से संपर्क किया, तो उन्होंने बताया कि वह दोपहर को कॉलेज से घर के लिए चली गई थी। इसके बाद उसे रिश्तेदारी व अन्य जगह पर तलाशने की कोशिश की, पर कोई सुराग नहीं लगा। उसका मोबाइल नंबर भी बंद आ रहा है, उसके बाद पुलिस को शिकायत दी। शहर में काम गया था पति पुलिस को दी शिकायत में जिले के एक गांव के युवक ने बताया कि 3 तारीख को वह काम के लिए गांव से सिरसा आया हुआ था। रात करीब 10 बजे वह घर लौटा, तो उसकी 25 वर्षीय पत्नी नहीं मिली। उसने उसको आसपास और पड़ोस में तलाश किया, पर कोई पता नहीं चला। उसे शक है कि किसी ने उसे छिपा लिया है। इसके बाद शिकायत सदर थाना पुलिस को दी है।
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने एक रेप केस में आरोपी युवक को बरी कर दिया है। अदालत ने कहा कि पीड़िता की गवाही भरोसे लायक नहीं है और जिस तरह की घटना की कहानी उसने बताई है, वह तर्क और व्यवहार के हिसाब से सही नहीं बैठती। पीड़िता ने दावा किया था कि आरोपी ने एक हाथ में पिस्तौल और दूसरे में मोबाइल लेकर उसके साथ जबरन रेप किया और उस दौरान वीडियो भी बनाई। हाईकोर्ट ने इस दावे को असंभव बताया है। यह मामला अमृतसर का है, जहां पीड़िता ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। आरोपी पर यह आरोप लगाया गया था कि वह उसे होटल ले गया, जहां पिस्तौल की धमकी देकर रेप किया और वीडियो बना ली। ट्रायल कोर्ट ने सबूतों और गवाही के आधार पर आरोपी को बरी कर दिया था। अब हाईकोर्ट ने भी ट्रायल कोर्ट के फैसले को सही ठहराया है। अदालत के फैसलों में क्या है, सिलसिलेवार पढ़िए.. केस का पूरा घटनाक्रमयह घटना अप्रैल 2022 की बताई जा रही है। पीड़िता का आरोप था कि युवक उसे बहला-फुसलाकर होटल में ले गया और वहां जबरन रेप किया। इसके बाद उसने वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी। महिला का कहना था कि जब वह गर्भवती हुई तो आरोपी ने शादी से इनकार कर दिया। इन तमाम आरोपों की जांच के बाद कोर्ट ने पाया कि पीड़िता के दावों में दम नहीं है।
पत्रकार कॉलोनी और श्याम नगर थाना पुलिस ने साइबर सेल टीम के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए म्यूल बैंक खाते (ऐसे बैंक खाते जिनका उपयोग साइबर ठगी में किया जाता है) उपलब्ध कराने वाली गैंग का खुलासा किया है। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि 6 अन्य को डिटेन किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 56 एटीएम कार्ड, 1 लैपटॉप, 32 मोबाइल फोन, 8 अतिरिक्त सिम कार्ड, 8 चेकबुक, 11 पासबुक, 1 फर्जी कंपनी की सील-मोहर और 2 हिसाब-किताब के रजिस्टर बरामद किए हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि इन बैंक खातों का उपयोग राजस्थान, झारखंड, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व तमिलनाडु सहित कई राज्यों में हुई साइबर ठगी में किया गया है। इसके अलावा साइबर पोर्टल पर भी इन खातों से जुड़े 30 से अधिक मामले दर्ज हैं। शुरुआती जांच में बीते एक साल में करीब 10 करोड़ रुपए की साइबर ठगी का खुलासा हुआ है। डीसीपी साउथ राजर्षि राज ने बताया कि पत्रकार कॉलोनी थाना पुलिस ने रामस्वरूप उपाध्याय निवासी बीकानेर और कार्तिक जोशी निवासी चूरू को गिरफ्तार किया है। वहीं, श्याम नगर थाना पुलिस ने शेख मोलाली, रायपुरी कुमार, कुडडुमला पवन कुमार रेड्डी, एसएम घोष लाजम (सभी आंध्र प्रदेश निवासी), करण सिंह निवासी गांधी पथ वेस्ट हस्तिनापुर कॉलोनी (वैशाली नगर), अमन कुमार निवासी गोल्यावास (मानसरोवर) और संदीप कुमार उर्फ सीनू नारनोलिया निवासी झुंझुंनू, हाल साकेत कॉलोनी (किरण) को गिरफ्तार किया है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस में सीएमपीडीआई ने लिया भाग
रांची| कोल इंडिया की अनुषांगिक कंपनी सीएमपीडीआई ने नई दिल्ली में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में भाग लिया। सीएमपीडीआई ने 5जी नवाचार के माध्यम से अगली पीढ़ी के खनन कार्य में अपनी प्रगति का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी के माध्यम से खनन क्षेत्र में विश्वसनीय नेटवर्क, सुरक्षित खदानें और डिजिटल उत्कृष्टता संभव साकार होगी। सीएमपीडीआई के सीएमडी मनोज कुमार ने तकनीकी निदेशक अजय कुमार ने उद्घाटन किया। बुधवार से शुरू यह प्रदर्शनी 11 अक्टूबर तक चलेगी।
गया पुलिस ने चेन स्नैचिंग की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी राहुल मांझी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से छीनी गई लॉकेट बरामद की गई है। यह गिरफ्तारी चाकंद थाना पुलिस द्वारा की गई। एसएसपी आनंद कुमार ने बुधवार को इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि अपराध की रोकथाम के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में चाकंद थाना पुलिस को सूचना मिली कि रेलवे स्टेशन के पास एक युवक महिला के गले से लॉकेट झपटकर भाग रहा है। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी का पीछा किया और उसे पकड़ लिया। पूछताछ में स्वीकार किया जुर्म पूछताछ में आरोपी की पहचान राहुल मांझी (निवासी डेल्हा थाना क्षेत्र, गया रेलवे स्टेशन) के रूप में हुई। उसके पिता का नाम स्वर्गीय राजेश मांझी है। तलाशी लेने पर उसके पास से छीनी गई लॉकेट, एक चाकू और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। पुलिस पूछताछ में राहुल मांझी ने स्वीकार किया कि वह महिलाओं को निशाना बनाकर लॉकेट झपटने का काम करता आ रहा था। एसएसपी आनंद कुमार ने कहा कि पुलिस की त्वरित कार्रवाई से अपराधियों का मनोबल टूटेगा और जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। इससे क्षेत्र में अपराध पर भी अंकुश लगेगा। फिलहाल, गिरफ्तार आरोपी से गहनता से पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किसी गिरोह से जुड़ा हुआ है या नहीं।
बेगूसराय जिला प्रशासन द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी युद्धस्तर पर की जा रही है। जिले के सभी सात विधानसभा सीटों के लिए 10 अक्टूबर से नामांकन शुरू हो जाएगा। इसके लिए डीएम के निर्देश पर सभी निर्वाची पदाधिकारी द्वारा तैयारी की जा रही है। सभी निर्वाची पदाधिकारी द्वारा नामांकन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था की गई है। डीएम तुषार सिंगला ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी सूचना के अनुसार नामांकन 11.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक ली जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर निर्धारित की गई है। नामांकन पत्रों की समीक्षा 18 अक्टूबर को होगी तथा नाम वापसी की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर निर्धारित है। डीएम बोले- नामांकन की तैयारी की समीक्षा की डीएम ने बताया कि सभी निर्वाची पदाधिकारी एवं सहायक निर्वाची पदाधिकारी के साथ बैठक कर नामांकन की तैयारी की समीक्षा की गई है। नामांकन के दौरान विडियोग्राफी एवं सीसीटीवी की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। जिससे नामांकन की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ हो। नामांकन के दौरान सुरक्षा को लेकर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की जा रही है। बेगूसराय जिले में 2537 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। जिला प्रशासन द्वारा सभी बूथों का भौतिक सत्यापन और बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। 85 वर्ष से अधिक के मतदाताओं एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हील चेयर एवं वोलेंटियर्स की विशेष व्यवस्था रहेगी। घर बैठकर वोटिंग के लिए फॉर्म- 12 D ऐसे मतदाता अगर मतदान केन्द्र तक जाने में असमर्थ हैं तो वे बीएलओ के माध्यम से प्रपत्र- 12 (D) भरकर निर्वाची पदाधिकारी को दे सकते है। उनका मतदान घर पर ही पोस्टल बैलेट के माध्यम से कराया जाएगा। इसके साथ ही इस बार मतदान केन्द्र पर मतदाताओं की सुविधा को देखते हुए मोबाइल जमा करने की भी व्यवस्था की जा रही है। डीएम ने बताया कि सातों विधान सभा में कुल 21 लाख 29 हजार 452 मतदाता हैं। मतदाताओं को मतदान के प्रति जागरूक करने के लिए स्वीप के माध्यम से लगातार प्रचार-प्रसार किया रहा है। सभी विभाग के पदाधिकारियों को लगातार जन-जागरूकता चलाने का निर्देश दिया है। जिससे इस बार विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत को बढ़ाया जा सके।
मुजफ्फरपुर रेल पुलिस ने बुधवार को एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो ट्रेन में यात्रियों के मोबाइल चोरी कर उनके बैंक खातों से UPI के जरिए रुपए उड़ा लेता था। पुलिस ने इस मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है और दो मोबाइल बरामद किए हैं। रेल एसपी मीना कुमारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये जानकारी दी। रेल एसपी मीना कुमारी के अनुसार, ये गिरोह रेलवे ट्रेनों में यात्रा करने वाले यात्रियों को निशाना बनाता था। वे भीड़भाड़ वाले कोच में घुसकर यात्रियों के मोबाइल चोरी कर लेते थे। इसके बाद चोरी किए गए मोबाइल को अपने एक अन्य साथी की मोबाइल रिपेयरिंग दुकान पर ले जाकर फोन का लॉक तोड़ा जाता था। लॉक टूटने के बाद अपराधी उस मोबाइल में मौजूद बैंकिंग और यूपीआई एप्लिकेशन को सक्रिय कर “फॉरगॉट पासवर्ड” ऑप्शन का इस्तेमाल करते थे। पासवर्ड बदलने के बाद वे मोबाइल में पहले से मौजूद खाते से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर रकम की निकासी कर लेते थे। पासवर्ड बदलने के बाद बैंक अकाउंट्स से करते थे निकासी पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि अपराधी पासवर्ड बदलकर आसानी से पीड़ित के बैंक खाते से पैसे निकाल लेते थे। जब ट्रांजैक्शन सफल हो जाता, तो वे मोबाइल में लगी सिम को तोड़कर फेंक देते थे, ताकि लोकेशन ट्रेस न की जा सके। इसके बाद उसी मोबाइल में दूसरा सिम डालकर फोन को फिर से उपयोग में ले लेते थे। पुलिस ने IMEI ट्रैक कर लगाया सुराग शुरुआत में यह मामला केवल मोबाइल चोरी का लग रहा था। लेकिन जब कुछ पीड़ितों ने शिकायत की कि उनके यूपीआई अकाउंट से पैसे गायब हो गए हैं, तो पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी। रेल पुलिस ने चोरी हुए मोबाइल का IMEI नंबर ट्रैक किया। जांच में पता चला कि फोन में अब दूसरा सिम कार्ड इस्तेमाल किया जा रहा है और उसका लोकेशन ट्रेस आरा, बक्सर, छपरा, लखीसराय समेत कई जिलों में मिल रहा है। रेल पुलिस की तकनीकी टीम ने लगातार निगरानी जारी रखी। मोबाइल की मूवमेंट से अपराधियों की लोकेशन का सटीक पता लगाया गया और फिर छपरा से रौशन नामक अपराधी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसके सहयोगी का नाम भी सामने आया, जिसे भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। रेल एसपी मीना कुमारी ने दी जानकारी रेल एसपी मीना कुमारी ने बताया कि गिरफ्तार दोनों अपराधी संगठित गिरोह के सदस्य हैं। इनका नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ है और यह लंबे समय से सक्रिय थे। यह गिरोह यात्रियों के चोरी हुए मोबाइल से यूपीआई के माध्यम से ठगी करने का नया तरीका अपनाए हुए था। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम ने तकनीकी और मानव खुफिया दोनों माध्यमों से काम करते हुए गिरोह का पता लगाया। आगे भी इस तरह के अपराधों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसे साइबर अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा। बरामदगी और आगे की कार्रवाई पुलिस ने इस कार्रवाई में दो चोरी के मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनसे साइबर फ्रॉड किए जाने की पुष्टि हुई है। पुलिस अब इन मोबाइल से प्राप्त डेटा का विश्लेषण कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन-किन लोगों से ठगी की गई है। गिरोह के बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
पानीपत में सीआईए वन पुलिस टीम ने टोल प्लाजा के पास खड़ी कार से मोबाइल फोन, कैश और जूते चोरी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान गढ़ी बेसिक गांव निवासी मुशर्रफ के रूप में हुई है। सीआईए वन प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि गश्त के दौरान उनकी टीम को अंसल गेट नंबर 3 के पास एक संदिग्ध युवक के घूमने की मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए मौके पर दबिश दी और युवक को हिरासत में ले लिया। नशे की पूर्ति के लिए करता था चोरी पूछताछ में युवक ने अपना नाम गढ़ी बेसिक निवासी मुशर्रफ पुत्र यासिन बताया। गहनता से पूछताछ करने पर, उसने 29 सितंबर की अल सुबह टोल प्लाजा के पास खड़ी एक स्कॉर्पियो गाड़ी से चोरी की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की। इस चोरी में उसने एक मोबाइल, बच्चों के जूते और 700 रुपए कैश और चाबी का गुच्छा चुराया था। पुलिस को पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह नशा करने का आदी है। अपनी नशे की लत पूरी करने और पैसों की जरूरत को पूरा करने के लिए उसने इस चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने अरोपी को कोर्ट में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
हापुड़ पुलिस ने 48 लाख रुपये मूल्य के 218 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद कर उनके मालिकों को वापस सौंप दिए हैं। बुधवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) विनीत भटनागर ने इन फोनों को उनके वास्तविक स्वामियों को सौंपा। जनपदीय सर्विलांस सेल ने साइबर तकनीक और लोकेशन ट्रैकिंग का उपयोग करते हुए विभिन्न थाना क्षेत्रों से इन मोबाइलों को बरामद किया। बरामद किए गए फोनों में बाबूगढ़ थाना क्षेत्र से 10, कोतवाली देहात से 1, पिलखुवा से 1, कपूरपुर से 18 और गढ़ कोतवाली से 1 मोबाइल फोन शामिल है। मोबाइल फोन वापस मिलने पर लाभार्थियों ने संतोष व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस के इस प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि यह पहल नागरिकों के प्रति पुलिस के कर्तव्यपरायणता को दर्शाती है। एएसपी ने जानकारी दी कि बरामद किए गए अधिकतर फोन स्मार्टफोन थे, जिन्हें सर्विलांस टीम ने गहनता से लोकेशन ट्रेस कर खोजा। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए सर्विलांस सेल और सभी संबंधित थाना प्रभारियों की सराहना की। पुलिस सर्विलांस टीम गुमशुदा मोबाइलों की तलाश में लगातार सक्रिय रहती है। एएसपी विनीत भटनागर ने बताया कि मोबाइल फोन नागरिकों के दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुके हैं। फोन खो जाने पर लोगों को मानसिक परेशानी और आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पुलिस का दायित्व है कि जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए गुमशुदा मोबाइलों को बरामद कर वापस लौटाया जाए।
कैथल में मोबाइल टावर लगवाने के नाम पर लाखों रुपए धोखाधड़ी करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसने सीवन के एक व्यक्ति से एक लाख 48 हजार 740 रुपए की धोखाधड़ी की थी। पकड़े गए आरोपी की पहचान न्यू उत्तम नगर कालोनी भिवानी के मंदीप के रूप में हुई है। यूट्यूब पर विज्ञापन देख किया अप्लाई सीवन के हरीश कुमार की शिकायत अनुसार उसने 18 अप्रैल को यूट्यूब पर मोबाइल टावर लगवाने का विज्ञापन देखा था, जिसे देखकर उसने टावर लगवाने के लिए अप्लाई कर दिया। 19 अप्रैल को उसके पास अनजान व्यक्ति की कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि मैं राजेश मिश्रा बात कर रहा हूं, आपने छत पर टावर लगवाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई किया था। रजिस्ट्रेशन फीस के 1150 रुपए मांगे कुछ देर बात करने के बाद आरोपी ने कॉल काट दी और दोबारा 21 अप्रैल को कॉल की। टावर लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन फीस के 1150 रुपए मांगे। आरोपी द्वारा भेजे गए स्कैनर पर उसने रुपए भेज दिए। इसके बाद उससे अलग-अलग खर्च के नाम पर एक लाख 48 हजार 740 रुपए ठग लिए। आरोपियों की डिमांड बढ़ती गई, तो उसे अपने साथ हुई धोखाधड़ी का पता चला। छह आरोपी पहले पकड़े जा चुके इस बारे में थाना साइबर क्राइम में मामला दर्ज किया गया था। उक्त मामले में पहले ही 6 आरोपी काबू किए जा चुके है। आरोपी मंदीप भी उक्त धोखाधड़ी की वारदात में शामिल था। आरोपी को कोर्ट के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
रायपुर में एक मंदिर से 16 मोबाइल पार हो गए। चोर के पास से पुलिस ने स्कूटी समेत तीन बाइक बरामद किया है। आरोपी नंबर प्लेट बदलकर चोरी की गाड़ियों को इस्तेमाल करता था। यह पूरा मामला खमतराई थाना क्षेत्र का है। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि रावांभाठा स्थित हरीश पेट्रोल पंप के पास एक लड़का अपने पास एक बाइक और कई कंपनी की मोबाइल बिक्री करने के लिए ग्राहक का तलाश कर रहा है। पुलिस ने आरोपी सुमीत निषाद (20) निवासी आजाद नगर रावांभाठा को गिरफ्तार किया। आरोपी ने बंजारी माता मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं के जेब से 16 मोबाइल चोरी करना बताया है। आरोपी के निशानदेही से सभी चोरी किए गए 3 बाइक और 16 फोन को बरामद कर जेल भेजा गया है।
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सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
प्रेमानंद महाराज का हॉस्पिटल में भर्ती होने का एक फर्जी वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल, प्रेमानंद महाराज खराब सेहत की वजह से 5 दिनों से पदयात्रा पर नहीं निकले हैं। इस बीच वायरल वीडियो में दिख रहा है कि उनके पूरे शरीर में सूजन है। दोनों हाथों पर पट्टी बंधी है। वे हॉस्पिटल में भर्ती हैं। हालांकि, ये वीडियो अभी का नहीं है और न ही यह साफ हो पाया है कि यह वीडियो पुराना है या एडिटेड। वायरल वीडियो को लेकर मंगलवार को एक भक्त ने एकांतिक वार्तालाप में महाराज जी से सवाल पूछे। भक्त ने कहा- तीन दिन से हॉस्पिटल में भर्ती होने का वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है। जवाब में प्रेमानंद महाराज ने कहा- देखिए, तीन दिन से हम भी बड़े जोरों से एकांतिक वार्तालाप कर रहे हैं। एकांतिक भी तो देख लेना चाहिए। हमें लगता है कि ये मोबाइल ही झूठ बुलवाता है। 'अब पता ही नहीं चलता कि झूठ-सच क्या है'उन्होंने कहा- कलयुग का कुछ ऐसा प्रभाव हो गया है कि झूठ बहुत ज्यादा चलता है। अब पता ही नहीं चल रहा है कि आदमी सत्य बोलता कब है। जहां सत्य पर हमें विश्वास है, वहां भी झूठ का प्रवेश हो रहा है। हम लोगों को झूठ से बचना चाहिए। शिष्य ने बताया- आपकी आवाज बदलकर घड़ी का प्रचार हो रहासाथ रहने वाले शिष्य ने पूछा- महाराज जी आजकल तो AI का ट्रेंड है। ऐसा लगता है कि सच में ऐसा हुआ है। कैसे आपकी आवाज को चेंज कर दिया जाता है। आप किसी घड़ी का प्रचार कर रहे होते हैं। कहा जाता है कि ये घड़ी बहुत अच्छी है। ऐसा टाइम देती है कि आपका समय सही हो जाएगा। इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा- आज हम कह सकते हैं कि झूठ का बहुत बड़ा और सत्य का बहुत छोटा क्षेत्र रह गया है। पदयात्रा रुकने के बाद से फैल रही अफवाहप्रेमानंद महाराज के आश्रम की ओर से जारी लेटर के मुताबिक, स्वास्थ्य कारणों से अनिश्चितकाल के लिए पदयात्रा रोक दी गई है। इसके बाद से सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने लगी है। भक्त ने पूछा- आपको श्रीजी की कृपा किडनी फेल होने से पहले हुई या बाद में?इससे पहले रविवार को प्रेमानंद महाराज के एकांतिक वार्तालाप में तनिश अग्रवाल ने पूछा था- महाराज जी आपको श्रीजी की कृपा किडनी फेल होने के पहले हुई थी या बाद में? इस पर प्रेमानंद महाराज हंस पड़े। उन्होंने कहा- बच्चा हमें कृपा तो बचपन में ही हो गई थी। अगर कृपा ना होती तो घर छोड़कर क्यों भागते? उस समय कोई समस्या थोड़ी थी। 11 साल के बालक को क्या समस्या? मैं 9वीं साइंस का स्टूडेंट था। उस समय मेरे ऊपर कोई भार, कोई झगड़ा, कोई समस्या… ये दिमाग में ही नहीं था। बस एक लक्ष्य था कि मुझे भगवान की प्राप्ति करनी है। उन्होंने कहा- पूर्व जन्म के भजन के प्रताप से ऐसा हुआ, क्योंकि हमको कोई समझाया नहीं। ऐसा नहीं कि कोई सत्संग सुना, तब मेरे अंदर ज्ञान प्रकट हुआ। मैंने संसार का त्याग किया। ये तो विवेकी लोगों का होता है। हम तो बच्चे थे। हमको कृपा ने घसीटा। बस एक ही लक्ष्य भगवान की प्राप्ति का था। ऐसे में कृपा तो पहले से ही थी, कृपा का विशेष अनुभव अब किडनी फेल होने पर हुआ। प्रेमानंद महाराज की हर दिन हो रही डायलिसिसपिछले 6-7 दिनों से प्रेमानंद महाराज की उनके फ्लैट में रोजाना डायलिसिस हो रही है। पहले से डायलिसिस हफ्ते में 5 दिन होती थी। प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम् सोसाइटी में रहते हैं। इस सोसाइटी में उनके 2 फ्लैट हैं। HR 1 ब्लॉक के फ्लैट नंबर 209 और 212 उनके पास हैं। 2 BHK इन फ्लैट में से एक में वह रहते हैं] जबकि दूसरे फ्लैट में डायलिसिस का इंतजाम किया हुआ है। किडनी की बीमारी से जूझ रहे संत प्रेमानंद महाराज की पहले कभी-कभी डायलिसिस होती थी। फिर यह हफ्ते में होने लगी। इसके बाद हफ्ते में कभी 3 दिन, कभी 5 दिन और कभी कभी हर दिन होती है। डायलिसिस की यह प्रक्रिया 4 से 5 घंटे चलती है। बताया जाता है कि महाराज की डायलिसिस पहले अस्पताल में होती थी। लेकिन बाद में इसके लिए मशीन और अन्य जरूरी सामान एक फ्लैट में ही रखवा दिया गया। जहां डॉक्टर उनकी डायलिसिस करते हैं। डायलिसिस के दौरान आधा दर्जन डॉक्टर की टीम वहां मौजूद रहती है। 2006 में पेट में दर्द हुआ तो पता चला किडनी खराब हैं संत प्रेमानंद महाराज को पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज की बीमारी है। उनको जानकारी 19 साल पहले 2006 में तब हुई जब उनके पेट में दर्द हुआ। वह कानपुर में डॉक्टर को दिखाने पहुंचे। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उनको आनुवंशिक किडनी की बीमारी है। फिर वह दिल्ली गए। वहां एक डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने उन्हें बताया कि उनकी दोनों किडनी खराब हैं। जीवन सीमित है। इसके बाद वह वृंदावन आ गए। पहले वह काशी रहे और शिव भक्ति की। वृंदावन में उन्होंने राधा नाम का जप शुरू किया। तब से वह लगातार राधा नाम का जप कर रहे हैं। प्रेमानंद जी महाराज ने अपनी किडनी का नाम कृष्णा और राधा रखा है। ऑस्ट्रेलिया से आकर कर रहे महाराज जी की सेवा संत प्रेमानंद महाराज की चिकित्सा सेवा के लिए कई डॉक्टर उनके भक्त बन गए। ऑस्ट्रेलिया में हार्ट स्पेशलिस्ट एक डॉक्टर इस कदर प्रभावित हुए कि वह अपनी प्रोफेसर पत्नी के साथ वहां से नौकरी छोड़कर वृंदावन आ गए और यहां की एक सोसायटी में फ्लैट लेकर रहने लगे। यह डॉक्टर प्रतिदिन महाराज जी की चिकित्सा सेवा में जाते हैं और उनके स्वास्थ्य का ख्याल रखते हैं। कौन-कौन महाराज को किडनी देने की जता चुका इच्छा, जानिए अब पढ़िए प्रेमानंद जी के बचपन से लेकर प्रसिद्ध कथावाचक और संत बनने की कहानी… 13 साल की उम्र में प्रेमानंद जी महाराज ने घर छोड़ दिया थाप्रेमानंद महाराज का कानपुर के अखरी गांव में जन्म और पालन-पोषण हुआ। यहीं से निकलकर वो इस देश के करोड़ों लोगों के मन में बस गए। उनके बड़े भाई गणेश दत्त पांडे बताते हैं- मेरे पिता शंभू नारायण पांडे और मां रामा देवी हैं। हम 3 भाई हैं, प्रेमानंद मंझले हैं। प्रेमानंद हमेशा से प्रेमानंद महाराज नहीं थे। बचपन में मां-पिता ने बड़े प्यार से उनका नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे रखा था। हर पीढ़ी में कोई न कोई बड़ा साधु-संत निकलागणेश पांडे बताते हैं- हमारे पिताजी पुरोहित का काम करते थे। मेरे घर की हर पीढ़ी में कोई न कोई बड़ा साधु-संत होकर निकलता है। पीढ़ी दर पीढ़ी अध्यात्म की ओर झुकाव होने के चलते अनिरुद्ध भी बचपन से ही आध्यात्मिक रहे। बचपन में पूरा परिवार रोजाना एक साथ बैठकर पूजा-पाठ करता था। अनिरुद्ध यह सब बड़े ध्यान से देखा-सुना करता था। शिव मंदिर में चबूतरा बनाने से रोका, तो घर छोड़ दियाबचपन में अनिरुद्ध ने अपनी सखा टोली के साथ शिव मंदिर के लिए एक चबूतरा बनाना चाहा। इसका निर्माण भी शुरू करवाया, लेकिन कुछ लोगों ने रोक दिया। इससे वह मायूस हो गए। उनका मन इस कदर टूटा कि घर छोड़ दिया। घरवालों ने उनकी खोजबीन शुरू की। काफी मशक्कत के बाद पता चला कि वो सरसौल में नंदेश्वर मंदिर पर रुके हैं। घरवालों ने उन्हें घर लाने का हर जतन किया, लेकिन अनिरुद्ध नहीं माने। फिर कुछ दिनों बाद बची-खुची मोह माया भी छोड़कर वह सरसौल से भी चले गए। नंदेश्वर से महराजपुर, कानपुर और फिर काशी पहुंचेआज जिन प्रेमानंद महाराज के भक्तों में आम आदमी से लेकर सेलिब्रिटी तक शुमार हैं, उनकी पढ़ाई-लिखाई सिर्फ 8वीं कक्षा तक हुई है। 9वीं में भास्करानंद विद्यालय में एडमिशन दिलाया गया था, लेकिन 4 महीने में ही स्कूल छोड़ दिया। इसके बाद वह भगवान की भक्ति में लीन हो गए। सरसौल नंदेश्वर मंदिर से जाने के बाद वह महराजपुर के सैमसी स्थित एक मंदिर में कुछ दिन रुके। फिर कानपुर के बिठूर में रहे। बिठूर के बाद काशी चले गए। संन्यासी जीवन में कई दिन भूखे रहे काशी में उन्होंने करीब 15 महीने बिताए। उन्होंने गुरु गौरी शरण जी महाराज से गुरुदीक्षा ली। वाराणसी में संन्यासी जीवन के दौरान वो रोज गंगा में तीन बार स्नान करते। तुलसी घाट पर भगवान शिव और माता गंगा का ध्यान-पूजन करते। दिन में केवल एक बार भोजन करते। प्रेमानंद महाराज भिक्षा मांगने की जगह भोजन प्राप्ति की इच्छा से 10-15 मिनट बैठते थे। अगर इतने समय में भोजन मिला तो उसे ग्रहण करते, नहीं तो सिर्फ गंगाजल पीकर रह जाते। संन्यासी जीवन की दिनचर्या में प्रेमानंद महाराज ने कई दिन बिना कुछ खाए-पीए बिताया। ---------------------------------- ये खबर भी पढ़िए- केशव मौर्य सिर्फ नाम के डिप्टी CM- स्वामी प्रसाद मौर्या: योगी को बहराइच-फतेहपुर का गजवा-ए-हिंद नहीं दिखता बरेली में जो कुछ हुआ, उसकी जिम्मेदार सरकार है। सीएम की भाषा सुनी, कि हम 'गजवा-ए-हिंद' नहीं बनने देंगे। लेकिन जब बहराइच जल रहा था, दंगाई मुस्लिमों की दुकानें जला रहे थे, घर पर चढ़कर मजहबी झंडे उतारे जा रहे थे, उस दिन 'गजवा-ए-हिंद' क्यों नहीं दिखाई दिया? ये कहना है बसपा, भाजपा और सपा में रहने के बाद अपनी जनता पार्टी का गठन करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य का। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…
प्रदेश में गिरदावरी एप के जरिए पहली बार 16 लाख किसानों ने अपने खेत और फसल की जानकारी सीधे सरकार को भेजी है। इस तरह के कई सरकारी एप हैं, जिनके जरिए किसान अपने खेत या घर पर बैठे-बैठे मोबाइल के जरिए खेती की जानकारियां ले सकते हैं। सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, मार्केट, खराबे, मौसम अपडेट, फसल बीमा की जानकारियां एप पर मिल रही हैं। फसल संबंधी मार्गदर्शन ले सकते हैं। कई योजनाओं में ऑनलाइन आवेदन की सुविधा है। राज किसान सुविधा एप पर कृषि, पशुपालन, उद्यान, कृषि मंडी की 46 योजनओं की जानकारियां हैं। प्रदेश में 10 ग्रामीण मौसम सेवा केंद्र हैं, जहां दिन में दो बार मौसम के आंकड़ों का विश्लेषण होता है। इससे वैज्ञानिक सलाहकार समिति हर मंगल व शुक्रवार को एडवाइजरी जारी करती है। जानिए प्रमुख एप के बारे में : ये कैसे काम करते हैं, इनसे क्या-क्या फायदे हैं राज किसान गिरदावरी एपगुगल प्ले स्टोर पर राज किसान गिरदावरी टाइप कर एप इंस्टॉल करें। लॉग इन के लिए मोबाइल नंबर डालें। ओटीपी के बाद जिला, तहसील सलेक्ट कर गिरदावरी ऑप्शन पर क्लिक करें। इसके बाद Where am I ? पर आपकी लॉकेशन दिखेगी। खसरा नंबर डालकर फसल और सब्जियों के फोटो सीधे भेज सकते हैं। खेत से 20 मीटर के दायरे में होने पर ही मोबाइल जीपीएस लोकेशन पकड़ेगा। गिरदावरी को पटवारी वैरिफाई करते हैं। पटवारी और सर्वेयर सर्वे करते हैं तो उनको प्रति खसरा के 10 रुपए मिलते हैं। इस साल राजस्थान में 6700 सर्वेयर भी लगाए हैं। अभी गिरदावरी चल रही है। इस एप को खराबा, बीमा से भी जोड़ा जाएगा। राज किसान सुविधा एप है उपयोगी eNAM (ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार) एप गूगल प्ले स्टोर से eNAM इंस्टॉल करें। पंजीकरण के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पास बुक, मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करें। यह केंद्र सरकार का ऑनलाइन ट्रेडिंग पोर्टल और मोबाइल एप है, जो पूरे देश की कृषि उपज मंडियों को एक साथ जोड़कर किसानों को उनकी फसल का बेहतर मूल्य दिलाने में मदद करता है। इससे किसान और व्यापारियों के बीच के बिचौलियों की भूमिका खत्म हो जाती है। इसके अलावा किसानों को ऑनलाइन भुगतान की भी सुविधा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रौद्योगिकी क्षेत्र में भारत की प्रगति पर प्रकाश डाला,...
बाड़मेर जिले की धोरीमन्ना पुलिस ने ऑपरेशन खुलासा के तहत कार्रवाई करते हुए एक चोर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ई-मित्र से चुराया लेपटॉप, मोबाइल व रुपए बरामद कर लिए है। फिलहाल पुलिस आरोपी से अन्य चोरी की वारदात को लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार बूठ जैतमाल निवासी कौशलाराम ने पुलिस थाना धोरीमन्ना में 3 अक्टूबर को रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि मेरे नाम से ग्राम पंचायत बूठ जैतमाल में ई-मित्र आईडी ली हुई है। इसका संचालन मैं खुद ही कर रहा हूं। 2 अक्टूबर की रात को ई-मित्र रूम का ताला तोड़कर अंदर रखे दो लेपटॉप, मोबाइल, पावर बैक, चार्जर समेत गले के अंदर रखे कैश रुपए चुराकर ले गए। पुलिस ने धोरीमन्ना थाने में मामला दर्ज कर चोर की तलाश शुरू की। एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- पुलिस मुख्यालय जयपुर और आईजी रेज जोधपुर के निर्देशानुसार ऑपरेशन खुलासा चलाया जा रहा है। एएसपी जसाराम बोस व डीएसी सुखराम विश्नोई के सुपरविजन धोरीमन्ना थानाधिकारी बगडूराम के नेतृत्व में पुलिस टीम ने ग्राम पंचायत बूठ जैतमाल से ई-मित्र रूम से हुई चोरी का खुलासा किया गया है। टीम ने आरोपी राजुसिंह पुत्र हिंदुसिंह निवासी बुठ जैतमाल, धोरीमन्ना को नामजद कर गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से चुराए दो लेपटॉप, एक मोबाइल, एक पावर बैंक और 1500 रुपए कैश बरामद किए है। पुलिस टीम पूरे मामले की जांच कर रही है।
पानीपत में लूट गिरोह का सदस्य गिरफ्तार:3 वारदात का खुलासा, मोबाइल बरामद; फरार साथियों की तलाश जारी
पानीपत जिले में सीआईए वन पुलिस टीम ने राहगीरों से मारपीट कर नगदी और मोबाइल लूटने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान कुराना निवासी गौरव उर्फ गोरा पुत्र बलबीर के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लूटा गया मोबाइल फोन बरामद किया है। पूछताछ में आरोपी ने लूट और स्नेचिंग की तीन वारदातों का खुलासा किया है। सीआईए वन प्रभारी सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि टीम को गश्त के दौरान सूचना मिली कि एक संदिग्ध युवक पेप्सी पुल के पास किसी आपराधिक वारदात की फिराक में घूम रहा है। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर पहुंची और संदिग्ध युवक को पकड़ लिया। तीन वारदातों को दे चुका अंजाम पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो आरोपी ने खुलासा किया कि उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर 19 सितंबर की देर शाम गांव परढाना में तालाब के पास दो राहगीरों से चाकू की नोक पर मोबाइल फोन लूटा था। आरोपी ने बताया कि उसने अपने फरार साथियों के साथ मिलकर नगदी और मोबाइल फोन छीनने की दो अन्य वारदातें भी की हैं। ये घटनाएं थाना औद्योगिक सेक्टर-29 और थाना पुराना औद्योगिक क्षेत्र में दर्ज हैं। नशे की पूर्ति के लिए राहगीरों को लूटने लगे पुलिस पूछताछ में गौरव ने बताया कि वह और उसके साथी नशे के आदी हैं। नशे के लिए पैसे जुटाने के मकसद से उन्होंने राहगीरों को लूटने की साजिश रची और लगातार तीन वारदातों को अंजाम दिया। सीआईए वन टीम ने आरोपी गौरव उर्फ गोरा से लूटा गया मोबाइल बरामद कर लिया है। मंगलवार को आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया। पुलिस अब रिमांड के दौरान उसके फरार साथियों के ठिकानों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करने का प्रयास कर रही है।
धनबाद पुलिस ने साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। बैंकमोड़ थाना क्षेत्र स्थित द होटल कैसल में छापेमारी कर नौ साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने मौके से 5 लाख 80 हजार 700 रुपये नकद, 17 मोबाइल फोन, 23 अलग-अलग बैंकों के एटीएम कार्ड, एक एप्पल आईपैड और एक डेल लैपटॉप जब्त किया है। यह कार्रवाई वरीय पुलिस अधीक्षक धनबाद को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई। पुलिस अधीक्षक (नगर) के नेतृत्व में गठित टीम ने सोमवार को होटल के एक कमरे में छापा मारा, जहां नौ युवक लैपटॉप और मोबाइल के साथ संदिग्ध अवस्था में पकड़े गए। जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार साइबर ठग फर्जी बैंक खातों और @superpay, @moonpay, @dragonpay, @acpay जैसे एपीके (APK) फाइल का उपयोग करते थे। ये एप्स बैंक ट्रांजैक्शन से जुड़ा ओटीपी ऑटो-फॉरवर्ड कर देती थीं, जिससे अपराधी आसानी से ठगी की रकम अपने नियंत्रण में ले लेते थे। पुलिस अब इन ठिकानों और एजेंटों की पहचान में जुटी है सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ठगी से प्राप्त रकम को यूएसडीटी (USDT) क्रिप्टो करेंसी में बदलकर हवाला नेटवर्क के माध्यम से विभिन्न ठिकानों पर भेजा जाता था। हवाला के जरिए यह पैसा अलग-अलग डमी खातों में ट्रांसफर कर स्थानीय एजेंटों की मदद से नकद के रूप में निकाला जाता था। पुलिस अब इन ठिकानों और एजेंटों की पहचान में जुटी है। बरामद मोबाइल और लैपटॉप की जांच में कई ऐसे बैंक खातों और एटीएम कार्डों के फोटो मिले हैं, जिन पर पहले से एनसीआरपी (NCRP) और जेएमआईएस (JMIS) पोर्टल पर साइबर ठगी की शिकायतें दर्ज हैं। गिरफ्तार आरोपियों में धनबाद, बोकारो और पश्चिम बंगाल के निवासी शामिल हैं। पुलिस का कहना है कि बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच कर हवाला नेटवर्क और ठगी की पूरी श्रृंखला का खुलासा किया जाएगा। गिरफ्तार अभियुक्तों में कुमार विशाल सिंह (पाथलडीह, धनबाद), अर्नव कुमार रॉय (हावड़ा, पश्चिम बंगाल), सुमित कुमार (पाथलडीह), रिजवान खान (चास, बोकारो), राहुल कुमार रॉय (स्वारडीह, धनबाद), विशाल कुमार (नोनिया पट्टी, धनबाद), मोहम्मद आसिफ (सुल्तान नगर, बोकारो), मोहम्मद मोबस्सिर आलम (कमरमकदुमी रोड, धनबाद) और राजकुमार सिंह (कैलाश नगर, बोकारो) शामिल हैं।
पंजाब के फरीदकोट जिला पुलिस ने जैतो के गांव रामेआणा में कुछ दिन पहले लूट की 2 वारदातों को सुलझाते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मोगा के गांव वांदर निवासी मनप्रीत सिंह उर्फ मनी और नवी सिंह उर्फ गोरा के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों से लूटी गई मोटरसाइकिल और मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। डीएसपी जैतो मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि मामला 3 अक्टूबर की रात का है, जब प्रेम चंद नामक व्यक्ति अपनी ड्यूटी से लौट रहे थे तो दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों द्वारा उन्हें हथियार दिखाकर उसका मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन, नकदी और दस्तावेज छीन लिए गए थे। बाद में इसी गांव के ही अमनदीप सिंह को भी घायल कर उसका मोबाइल फोन छीन लिया था। ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर दोनों बदमाशों को पकड़ा इन घटनाओं के बाद एसएसपी डॉ प्रज्ञा जैन के दिशा निर्देश पर थाना जेतो और थाना सिटी कोटकपूरा की विशेष पुलिस टीमों ने टेक्निकल इनपुट और ह्यूमन इंटेलिजेंस के आधार पर तेज कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। प्रारंभिक पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों ने इससे पहले भी कोटकपूरा इलाके में कई लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है। इस मामले में डीएसपी मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपी नवी सिंह के खिलाफ पहले से ही लूट और अन्य गंभीर अपराधों के दो मामले दर्ज हैं। दोनों को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड लिया गया है, ताकि उनसे अन्य वारदातों के बारे में भी पूछताछ की जा सके।
बालोतरा जिले की गिड़ा पुलिस ने मोबाइल टावर से बैटरियां चोरी करने वाले एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं एक नाबालिग को पुलिस संरक्षण में लिया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपी से सहयोगियों को लेकर पूछताछ कर रही है। पहले पुलिस ने 16 बैटरियां और एक वाहन को जब्त किया था। पुलिस के अनुसार- 10 सितंबर की रात को गांव खारड़ा चारणान इलाके में चोरों ने मोबाइल टावर से बैटरियां चोरी करने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चोरों का पीछा किया गया। पुलिस एक्टिविटी के चलते आरोपीगण चोरी की गई बैटरियां एव उपयुक्त वाहन बिना नंबर की पिकअप गाड़ी को गांव मलवा इलाके में छोड़कर अंधेरे में फरार हो गए। बैटरियां व वाहन को किया जब्त पुलिस टीम ने बैटरियां एव चोरी में उपयोग ली गई गाडी को जब्त कर लिया। घटना को लेकर हेमाराम पुत्र चुतराराम निवासी कानोड़ गिड़ा जिला बालोतरा हाल सुपरवाइजर ने गिड़ा थाने में रिपोर्ट दी थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी। आधा दर्जन ठिकानों पर दबिश देकर एक आरोपी पकड़ा एसपी रमेश कुमार ने बताया- एक स्पेशल टीम बनाई गई। आरोपियों की तलाश में बायतु, बालोतरा, पचपदरा, पाटौदी, कुंपलिया, परेऊ एवं बड़नावा समेत विभिन्न स्थानों पर दबिश दी। जांच के बाद तकनीकी और सूचना के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम ने आरोपी रावलसिंह उर्फ राहुल पुत्र जालमसिंह निवासी तिवरी, थाना मथानिया, जिला जोधपुर को डिटेन किया गया। पूछताछ में रावलसिंह ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 10 सितंबर की रात में मोबाइल टावर से कुल 16 बैटरियां चोरी करना स्वीकार किया। इस संबंध में एक नाबालिग को पुलिस संरक्षण में लिया है। जिसे बाल सुधार गृह भिजवाया गया।
लखीसराय में कबैया थाना पुलिस ने कुख्यात तिवारी गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। मंगलवार को जमुई मोड़ स्थित पंजाब नेशनल बैंक के पास से इन्हें पकड़ा गया, जहां वे चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे। पुलिस ने गिरफ्तार अपराधियों के पास से 3,900 रुपए कैश, एक ATM कार्ड और 2 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। गिरफ्तार किए गए सदस्यों की पहचान बेगूसराय के फुलवरिया थाना क्षेत्र निवासी विक्की मिश्रा, अमित तिवारी, राहुल तिवारी और धुर्व कुमार के रूप में हुई है। पुलिस को मिली थी गुप्त सूचना- SP अजय कुमार SP अजय कुमार ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि बैंक और वित्तीय संस्थानों के आसपास ग्राहकों से पैसे चोरी करने वाला यह गिरोह लखीसराय पहुंचा है। सूचना के आधार पर कबैया पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की और चारों को मौके से गिरफ्तार कर लिया। आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज गिरफ्तार गिरोह का आपराधिक इतिहास रहा है और इनके खिलाफ कबैया थाना क्षेत्र में आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। यह गिरोह लखीसराय, जमुई, शेखपुरा और आसपास के जिलों में सक्रिय था, जो बैंक से पैसे निकालने वाले ग्राहकों को निशाना बनाकर चोरी और झपटमारी की घटनाओं को अंजाम देता था। फिलहाल, पुलिस गिरफ्तार अपराधियों से गहन पूछताछ कर रही है ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर उन्हें भी गिरफ्तार किया जा सके। पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ के बाद कई अन्य मामलों का भी खुलासा हो सकता है।
फतेहाबाद जिले की रतिया शहर थाना पुलिस ने नाबालिग लड़की को फोन पर धमकाने और परेशान करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान रतिया के मंजीत सिंह के रूप में हुई है। आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। सिटी थाना रतिया प्रभारी रणजीत सिंह ने बताया कि थाना में पीड़िता की मां द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी। शिकायत में बताया गया कि उसकी नाबालिग बेटी को आरोपी मंजीत सिंह द्वारा मोबाइल पर बार-बार कॉल कर परेशान किया जा रहा था। लड़की ने बात मानने से किया इनकार शिकायत के अनुसार, आरोपी मंजीत नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर जबरदस्ती दोस्ती करने की कोशिश करता था। जब लड़की ने उसकी बात मानने से इनकार किया, तो आरोपी ने उसे धमकियां दीं कि अगर उससे बातचीत नहीं की, तो वह उसे जान से मार देगा। इन हरकतों से नाबालिग और उसका परिवार मानसिक रूप से परेशान हो गया। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस एसएचओ ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धारा 75(2), 351(3) और पॉस्को एक्ट की धारा 12 के तहत 5 अक्टूबर को केस दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी मंजीत को काबू कर लिया।
कैथल में कांग्रेस विधायक आदित्य सुरजेवाला ने आदित्य मोबाइल हॉस्पिटल और मोबाइल वैन का शुभारंभ किया। यह वैन कैथल हलके के गांवों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करेगी। वैन हर हफ्ते में तीन-तीन दिन चलेगी। इसके माध्यम से लोगों को मौके पर ही दवाइयां दी जाएंगी और सामान्य टेस्ट किए जाएंगे। विधायक आदित्य सुरजेवाला ने कहा कि इस मोबाइल वैन में डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन और नर्सें रहेंगी। जो लोग अस्पतालों में इलाज करवाने में असमर्थ हैं, उनको मौके पर पहुंचकर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। एक दिन पहले देंगे सूचना उन्होंने कहा कि मोबाइल वैन जिस क्षेत्र में जाएगी, वहां पर लोगों को एक दिन पहले सूचित कर दिया जाएगा। लोगों को किसी चौक पर बुलाकर वहां पर जांच कर दवाइयां दी जाएंगी। हालांकि सामान्य टेस्ट मौके पर ही कर दिए जाएंगे, लेकिन अगर कोई बड़ा टेस्ट करवाना है, तो डॉक्टरों की टीम द्वारा मरीज को लिखकर दिया जाएगा कि उसको कौन सा टेस्ट करवाना है। दो कार्यकर्ताओं की रहेगी ड्यूटी विधायक ने कहा कि इसके लिए उन्होंने कैथल के एक निजी अस्पताल से बातचीत भी की है। वहीं से डॉक्टरों की टीम मेडिकल वैन के लिए उपलब्ध करवाई गई है। इसके अलावा वैन में दो पार्टी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई जाएगी, ताकि ऐसे लोगों से संपर्क रखा जा सके, जिनको एक बार जांच के बाद लगातार दवाइयों की जरूरत रहेगी। किसी की दवाई खत्म होने की स्थिति में किसान भवन आकर भी दवाइयां ले सकते हैं।
सोनीपत पुलिस की साइबर सेल ने सितंबर माह में 25 गुमशुदा मोबाइल फोन बरामद किए हैं। इन सभी फोनों को साइबर सेल कार्यालय में उनके मालिकों को सौंप दिया गया। साइबर सेल इंचार्ज उप निरीक्षक कमल सिंह और उनकी टीम ने इन फोनों को CEIR (Central Equipment Identity Register) पोर्टल के माध्यम से ट्रेस किया। बरामद किए गए विभिन्न ब्रांड्स के इन मोबाइल फोनों की अनुमानित बाजार कीमत लगभग चार लाख रुपए है। उप निरीक्षक कमल सिंह और उनकी टीम ने राई स्थित साइबर सेल कार्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में संबंधित मालिकों को ये फोन औपचारिक रूप से सुपुर्द किए। पुलिस आयुक्त ममता सिंह (IPS) ADGP, पुलिस उपायुक्त प्रबीना पी. (IPS) और सहायक पुलिस आयुक्त मलकीत सिंह के मार्गदर्शन में पुलिस कार्रवाई की गई। CEIR पोर्टल एक महत्वपूर्ण उपकरण है। इस पर मोबाइल फोन के गुमशुदा होने की जानकारी दर्ज करते ही फोन नेटवर्क से ब्लॉक हो जाता है, जिससे उसका दुरुपयोग रुक जाता है। इसी प्रक्रिया का उपयोग कर इन फोनों को बरामद कर उनके वास्तविक मालिकों तक पहुंचाया गया। सोनीपत पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि उनका मोबाइल फोन खो जाए या चोरी हो जाए, तो वे बिना देर किए https://ceir.gov.in पोर्टल पर जाकर शिकायत दर्ज करें। यह कदम फोन के गलत इस्तेमाल को रोकने और उसकी बरामदगी की संभावना को बढ़ाने में सहायक होता है।
सीधी जिले के मैथिली बालिका छात्रावास में 11वीं की छात्रा की संदिग्ध हालात में मौत के बाद यहां लापरवाही और अनियमितता सामने आई है। इससे छात्रावास की व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बता दें कि 5 अक्टूबर की शाम 11वीं कक्षा की छात्रा कल्पना जायसवाल (निवासी ग्राम पैगम्मा, थाना बहरी) छात्रावास के एक कमरे की खिड़की से दुपट्टे के सहारे लटकती हुई पाई गई। मृतका के बाबा पुरुषोत्तम जायसवाल ने कहा है कि जिस तरह से शव मिला है, यह कहना मुश्किल है कि यह आत्महत्या है या हत्या। कोतवाली थाना प्रभारी कन्हैया सिंह बघेल ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। छात्रावास में नियमों की धज्जियां छात्रा की मौत के बाद जब पुलिस और मीडिया टीम छात्रावास पहुंची तो व्यवस्था की पोल खुल गई। छात्रावास की इंचार्ज अमृता सिंह ने इस लापरवाही पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और केवल इतना कहा कि मृतका कल्पना शांत प्रवृत्ति की छात्रा थी और उसका किसी से कोई विवाद नहीं था। ये अनियमितताएं और संदिग्ध हालात में मौत छात्रावास की निगरानी व्यवस्था और सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न खड़े करती हैं।
जयपुर जीआरपी थाना पुलिस ने देश के कई राज्यों में अभियान चलाते हुए चोरी के 35 मोबाइल फोन बरामद किए। टीमों ने बिहार, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली और हरियाणा तक जाकर बरामदगी की। इन मोबाइल की कीमत करीब 14 लाख रुपए बताई गई है। जयपुर जीआरपी थाना टीम ने 15 दिन का विशेष अभियान चलाकर यह सफलता हासिल की। टीम ने सीईआईआर पोर्टल और तकनीकी सहायता से यह मोबाइल बरामद किए। इन बरामद मोबाइल में एप्पल, सैमसंग, वनप्लस, वीवो आइि बड़ी कंपनियों के महंगे फोन शामिल हैं। पुलिस ने सोमवार को सभी मोबाइल उनके असली मालिकों को दिए तो उनके चेहरे खुशी से खिल उठे। सीईआईआर पोर्टल से मिली बड़ी मददजीआरपी डीएसपी नरेंद्र सिंह (आरपीएस) ने बताया- जयपुर जीआरपी थाना की टीम ने 20 सितंबर से यह अभियान शुरू किया। अभियान में सीईआईआर पोर्टल और तकनीकी साधनों की मदद से देशभर में चोरी हुए मोबाइल का पता लगाया। यह अभियान एडीजी रेलवे भूपेन्द्र साहू, आईजी राघवेन्द्र सुहास और एसपी नरेंद्र सिंह के निर्देशन में चलाया गया। एएसपी नरेश कुमार, वृत्ताधिकारी नरेंद्र सिंह और थानाधिकारी अरुण चौधरी के नेतृत्व में 6 विशेष टीमें गठित कर कार्रवाई की गई। मोबाइल पाकर खुश हुए मालिक पुलिस ने बताया कि बरामद मोबाइल फोन उनके मालिकों को दिए गए। इस दौरान डीएसपी नरेंद्र सिंह (आरपीएस) और थाना स्टाफ मौजूद रहे। परिवादियों ने मोबाइल वापस मिलने पर जीआरपी टीम का आभार जताया। पुलिस का कहना है कि मोबाइल चोरी और गुमशुदगी के मामलों में कार्रवाई जारी रहेगी।
Pahalgam attack News Update: आप सबनेइजराइल की राष्ट्रीय खुफिया एजेंसीमोसाद (MOSSAD) की खूब सारी कहानियां सुनी होंगी, लेकिन इस बार आप कश्मीर में सुरक्षा बलों की कहानी सुनेंगे तो हैरान हो जाएंगे. जानें कैसे एक जले हुए एंड्रॉइड चार्जर से आतंकी साजिश का पर्दाफाश हुआ है. जिसका सीधा कनेक्शनपहलगाम आतंकी हमला से था.
इंदौर एमवाय अस्पताल में मरीजों और परिजनों के मोबाइल चुराने वाले दो आरोपियों को लोगों ने रंगे हाथ पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों आरोपी पहले भी एक मोबाइल चोरी कर चुके थे और जब दोबारा वारदात करने पहुंचे तो पहचान लिए गए। पुलिस ने दोनों से चोरी का मोबाइल बरामद कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, विजय पुत्र मोहनलाल ढोली निवासी खजूरी पंथ, सामगढ़ (मंदसौर) की शिकायत पर नरेन्द्र पुत्र उमराव सिंह निवासी गांधी नगर (सरकारी स्कूल के पीछे) और सौरभ उर्फ अजय पुत्र मेहरबान सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। विजय ने बताया कि उसकी मां धापूबाई का एक्सीडेंट हो गया था और वे एमवाय अस्पताल की चौथी मंजिल पर भर्ती थीं। 3 अक्टूबर को उसने मोबाइल चार्जिंग पर लगाया था, उसी दौरान दो युवक वहां खड़े थे। वह बाथरूम गया तो आरोपियों ने मौका देखकर मोबाइल चुरा लिया और भाग निकले। काफी तलाश के बाद भी वे नहीं मिले। रविवार को विजय ने अस्पताल गेट पर दोनों युवकों को फिर देखा। उसने एक आरोपी को पकड़ लिया और शोर मचाया, जिससे आसपास मौजूद लोगों ने दूसरे युवक को भी दबोच लिया। दोनों को पुलिस के सुपुर्द किया गया। फिलहाल पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्होंने और कहां-कहां चोरी की वारदातें की हैं।
भारत में इस हफ्ते 4 नए स्मार्टफोन लॉन्च होंगे। 6 से 12 अक्टूबर के बीच वीवो, रियलमी और सैमसंग जैसे ब्रांड अपने डिवाइस पेश करेंगे। इन फोन्स में AI फीचर्स के साथ 200 मेगापिक्सल मेन, 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा, 7000mAh की बड़ी बैटरी और एमोलेड स्क्रीन जैसे नए ऑप्शन मिलेंगे। चलिए डिटेल में जानते हैं... वीवो V60e 5G स्मार्टफोन लॉन्च डेट – 7 अक्टूबर टेक कंपनी वीवो भारत में 7 अक्टूबर को V सीरीज में नया स्मार्टफोन V60e लॉन्च करने जा रही है। इसमें में 200 मेगापिक्सल का मेन कैमरा और 50MP का AI पावर्ड सेल्फी कैमरा मिलेगा। वहीं, कुछ लीक रिपोर्ट के मुताबिक वीवो V60e में तीन स्टोरेज और दो कलर ऑप्शन- इलाइट पर्पल और नोबल गोल्ड मिलेंगे। वहीं, डिस्प्ले में डायमंड शील्ड ग्लास प्रोटेक्शन मिलेगा। भारत में इसकी शुरुआती कीमत ₹28,749 हो सकती है। इसमें 85MM टेलीफोटो पोर्टरेट लेंस और 50MP सेल्फी सेंसर दिया जाएगा। प्रोसेसिंग के इसमें डायमेंसिटी 7300 चिपसेट दिया जा सकता है। फोन पावर बैकअप के लिए 6500mAh बैटरी सपोर्ट करता है, जिसे चार्ज करने के लिए 90W फास्ट चार्जिंग तकनीक दी गई है। वीवो V60e IP68+IP69 रेटिंग वाला फोन है, जिसमें क्वाड कर्व्ड स्क्रीन भी मिलेगी। रियलमी 15 प्रो गेम ऑफ थ्रोन्स एडिशन लॉन्च डेट – 8 अक्टूबर रियलमी 15 प्रो का गेम ऑफ थ्रोन्स एडिशन इसी हफ्ते 8 अक्टूबर को इंडिया में लॉन्च होगा। इसमें 12GB रैम और 512GB स्टोरेज वाला वैरिएंट 44,999 रुपए में मिल सकता है। प्रोसेसिंग के लिए स्नैपड्रैगन 7 जेन 4 प्रोसेसर हो सकता है, जो गेमिंग और मल्टीटास्किंग में अच्छा ऑप्शन है। पावर बैकअप के लिए 7000mAh की बैटरी के साथ 80W फास्ट चार्जिंग मिलेगी। फोटोग्राफी के लिए 50MP सेल्फी सेंसर और 50MP IMX896 + 50MP OV50D का रियर कैमरा सेटअप होगा। स्क्रीन 6.8-इंच की 1.5K डिस्प्ले होगी, जिसमें 144Hz रिफ्रेश रेट से स्मूद एक्सपीरियंस मिलेगा। सैमसंग गैलेक्सी M17 5G लॉन्च डेट – 10 अक्टूबर कोरियन टेक कंपनी सैमसंग 10 अक्टूबर को भारतीय बाजार में 15 हजार रुपए से कम कीमत वाला नया स्मार्टफोन लॉन्च करेगी। यह स्मार्टफोन सैमसंग के ही एग्जीनोस 1330 प्रोसेसर पर लाया जाएगा। अगर लीक हुई डिटेल्स पर भरोसा किया जाए तो इसमें गैलेक्सी A17 5G जैसी ही खूबियां होंगी। जैसे- 6.7 इंच का फुल HD+ सुपर एमोलेड पैनल, 90Hz रिफ्रेश रेट, 50MP डुअल रियर कैमरा और 13MP सेल्फी कैमरा। फोन में एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड वन UI 7 का लेटेस्ट सॉफ्टवेयर मिलेगा। इसका इनफिनिटी-U डिस्प्ले 10802340 पिक्सल रेजोल्यूशन के साथ आएगा, जबकि डिजाइन में वर्टिकल पिल-शेप्ड रियर कैमरा मॉड्यूल मिलेगा। वहीं, पावर बैकअप के लिए 5000mAh की बैटरी दी जाएगी, जो 25W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करेगी। इसके अलावा IP54 रेटिंग और साइड-माउंटेड फिंगरप्रिंट सेंसर जैसे फीचर्स भी इसमें मिलेंगे। लावा शार्क 2 लॉन्च डेट – तय नहीं भारतीय स्मार्टफोन कंपनी लावा इसी हफ्ते 4G स्मार्टफोन शार्क 2 लॉन्च कर सकती है। यह 7 हजार रुपए से सस्ता स्मार्टफोन होगा। मोबाइल में 6.7-इंच की 90Hz रिफ्रेश रेट वाली वॉटरड्रॉप नॉच स्क्रीन दी जा सकती है। फोटोग्राफी के लिए यह स्मार्टफोन 50MP AI कैमरा सपोर्ट करेगा। लावा शार्क 2 स्मार्टफोन 4GB रैम और यूनिसोक T606 ऑक्टा-कोर प्रोसेसर पर लॉन्च किया जा सकता है। वहीं, पावर बैकअप के लिए अपकमिंग लावा स्मार्टफोन में 5000mAh बैटरी दी जा सकती है।
छिनतई का आरोपी युवक गिरफ्तार, 1 मोबाइल जब्त
सिटी रिपोर्टर | बोकारो बालीडीह थाना पुलिस ने मोबाइल छीनने वाले सिजुआ निवासी समीर अंसारी को एक छिनतई किए गए मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया है। उसे पुलिस ने रविवार को कागजी कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया है। इस संबंध में थाना प्रभारी नवीन कुमार सिंह ने बताया कि गौस नगर सिवनडीह निवासी मो. सुलेमान हुसैन का रेल फाटक के पास अपराधियों ने मारपीट कर मोबाइल छीन लिया था। इस संबंध में उन्होंने 2 अक्टूबर को बालीडीह थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत मिलने पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू किया। छानबीन के दौरान मोबाइल को ट्रेस किया गया। उक्त मोबाइल का लोकेशन मिलने के बाद पुलिस की एक टीम बनाकर घटना में संलिप्त सिजुआ निवासी आरोपी समीर अंसारी को मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। बताया कि आरोपी युवक सुनसान सड़क पर अपने साथियों के साथ रैकी करता था। अंधेरे में गुजरने वाले लोगों व बाइक सवारों को रोककर जान मारने की धमकी देता और उनके पास से रूपया व मोबाइल आदि छीनने का काम करता था।
दुकान का ताला तोड़ 52 हजार नकद और दर्जनों मोबाइल चोरी
भास्कर न्यूज | पसराहा महद्दीपुर बाजार में मछली आढ़त के पास स्थित एक मोबाइल दुकान में चोरी की घटना सामने आई है। दुकान मालिक शिवनारायण ठाकुर के पुत्र राजेश कुमार ने बताया कि शनिवार रात करीब 10 बजे दुकान बंद कर वे घर चले गए। रविवार सुबह 9 बजे जब वे दुकान खोलने पहुंचे, तो गेट का ताला टूटा हुआ था। दुकान से 30 रीपेयर के लिए रखे मोबाइल, 10 नए कीपैड मोबाइल और 52,200 रुपये नकद गायब थे। चोरी की इस घटना ने इलाके में सनसनी मचा दी है। पीड़ित राजेश ने पसराहा थाना में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। पसराहा थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने बताया कि चोरी की सूचना मिली है, लेकिन अभी तक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। आवेदन मिलने पर उचित कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर आक्रोश है और वे बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।
कोरबा में एक दमकल कर्मी ने मोबाइल लूट की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने शिकायत के बाद आरोपी दमकल कर्मी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक मोबाइल दुकान संचालक को भी इस मामले में आरोपी बनाया गया है।मामला सीएसईबी चौकी क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, पोड़ी बहार का रहने वाला आकाश शुक्ला नगर सेना के अधीन दमकल कर्मी है। शनिवार शाम युवती स्कूटी पर सवार होकर घंटाघर से बुधवारी होते हुए सीएसईबी चौकी की ओर आ रही थी। इस दौरान वह स्कूल खड़ी कर कॉल पर बात कर रही थी। तभी पल्सर बाइक पर सवार आकाश उसका मोबाइल छीनकर फरार हो गया। जिसके बाद युवती ने तुरंत सीएसईबी चौकी में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर सेल की मदद से मोबाइल लोकेशन ट्रेस किया। घर से पकड़ा गया आरोपी घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिसमें युवती के बताए हुलिए का युवक दमकल कर्मी ही निकला। मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आकाश को उसके घर से पकड़ा और पूछताछ शुरू की। उसने दुकान संचालक धनेश्वर राठौर को मोबाइल बेचना बताया। शराब के नशे में था दमकल कर्मी इसके बाद पुलिस ने धनेश्वर राठौर को भी इस मामले में आरोपी बनाया है। बताया जा रहा है कि घटना के समय दमकल कर्मी आकाश शुक्ला शराब के नशे में था और वारदात को अंजाम देने के बाद पोड़ी बहार से भागने की फिराक में था। दुकानदार की तलाश जारी कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि लूट के इस मामले में दमकल कर्मी आकाश शुक्ला और मोबाइल दुकान संचालक धनेश्वर राठौर को आरोपी बनाया गया है। मुख्य आरोपी आकाश शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दुकान संचालक की तलाश जारी है।
लखनऊ में डॉक्टर के घर चोरी:चोर सोना-चांदी, लैपटॉप और मोबाइल ले उड़े, FIR दर्ज
लखनऊ के राजाजीपुरम इलाके में चोरों ने एक डॉक्टर के घर को अपना निशाना बनाया। घर सुना और खाली पाकर चोर चोर सोना-चांदी, लैपटॉप और मोबाइल ले उड़े। इस मामले में पीड़ित डॉक्टर ने तालकटोरा थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर का कहना है कि घटना से जुड़े सीसीटीवी की जांच की जा रही है। राजाजीपुरम स्थित रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल में तैनात डॉ. पवन ने बताया कि 2 अक्टूबर को जब वे अपने घर लौटे तो फर्स्ट फ्लोर का कमरा अंदर से बंद मिला। शक होने पर पुलिस को सूचना दी गई। जब कमरे का दरवाजा खोला गया तो सारा सामान बिखरा पड़ा था और तीन अलमारियां टूटी हुई थीं। जांच में पता चला कि घर की खिड़की की ग्रिल काटी गई थी। चोर घर से MacBook Pro लैपटॉप, तीन Gionee मोबाइल, सोने की चेन, मंगलसूत्र, दो अंगूठियां, तीन चांदी की पायल, MI पैड और एक वोटर आईडी कार्ड ले गए। उन्होंने बताया कि घर पर माया शुक्ला (रसोइया), संजू (मैड), ड्राइवर शिवम और एक पूर्व ड्राइवर शुभम भी काम कर चुके हैं। उन्होंने शक जताया है कि अंदर की जानकारी रखने वाला कोई व्यक्ति भी इसमें शामिल हो सकता है। डॉ. पवन ने पुलिस से इस घटना की जांच करने के साथ इलाके में पेट्रोलिंग बढ़ाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर उस वक्त परिवार का कोई सदस्य घर में होता, तो कोई बड़ा हादसा हो सकता था। इंस्पेक्टर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। सीसीटीवी के जरिए आरोपियों की पहचान की जा रही है।
झांसी में 20 साल के एक नवयुवक ने सुसाइड कर लिया। वो रात को कमरे में किसी से बात करने गया था। आज सुबह भाभी सफाई करने के लिए कमरे में पहुंची तो देवर फंदे पर लटका था। यह देख उनकी चीख निकल गई। परिजन भी रोने बिलखने लगे। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बड़े भाई ने कहा- सुसाइड का राज उसके मोबाइल से उजागर हो सकता है। मोबाइल को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। अभी मोबाइल का लॉक नहीं खुल पाया। जिससे ये भी पता नहीं चल पाया कि उसने आखरी कॉल किसे की थी। पुलिस मोबाइल को अनलॉक करा रही है। पूरा मामला प्रेमनगर थाना क्षेत्र के राजगढ़ स्थित वीरू नगर का है। पढ़ाई छोड़ दी थी, घर पर रहता था राजगढ़ के वीरू नगर निवासी महावीर बाल्मीकि कैंट बोर्ड में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। उनका छोटा बेटा मोहित उर्फ मुन्नू (20) ने पढ़ाई छोड़ दी थी। अब वो घर पर रहता था। बड़े भाई शुभम ने बताया- मोहित रोजाना रात को किसी से बात करता था और फिर एसी वाले कमरे में आकर परिजनों के साथ सो जाता था। शनिवार रात को वो कमरे में बात कर रहा था। रात को वो सोने नहीं आया। रविवार सुबह उसकी भाभी यानी मेरी पत्नी सफाई करने कमरे में गई ताे मोहित पंखे पर दुपट्टे से फंदा बनाकर लटका था। पत्नी ने मुझे जगाया। इसके बाद परिजन और आसपास के लोग आ गए और पुलिस को सूचना दी। मोबाइल अनलॉक नहीं हुआ भाई शुभम ने बताया- मोहित रात को किससे बात करता था, इसके बारे में हम लोगों को जानकारी नहीं है। मोबाइल भी अनलॉक नहीं हो पाया, इससे कॉल डिटेल भी नहीं देख पाए। पुलिस मोहित के मोबाइल को अपने साथ ले गई है। उसी से सुसाइड के कारणों का पता चल सकता है। तीन भाइयों में मोहित सबसे छोटा था। एक बहन है। मोहित की मौत के बाद उसकी मां कल्पना का रो रोकर बुरा हाल है। प्रेमनगर थाना प्रभारी रवि प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि घरवालों और दोस्तों से पूछताछ की गई, लेकिन वे सुसाइड के कारणाें के बारे में नहीं बता पाए। मोबाइल और कॉल डिटेल को खंगाला जा रहा है। शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।
गाजीपुर में 25 हजार का इनामी घायल:पुलिस मुठभेड़ में तमंचा, मोबाइल बरामद
गाजीपुर में पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी नकबजन को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। शनिवार को हुई इस मुठभेड़ में आरोपी के दाहिने पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने मौके से एक अवैध तमंचा, कारतूस और चोरी का एक मोबाइल फोन बरामद किया है। घायल आरोपी को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर भेजा गया।पुलिस के अनुसार, थाना खानपुर प्रभारी निरीक्षक शैलेन्द्र प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत गश्त पर थे। इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि इनामी वांछित नकबजन थाना क्षेत्र में मौजूद है। सूचना के आधार पर चौकी प्रभारी मौधा राम बाबू सिंह के नेतृत्व में एक सर्च अभियान चलाया गया। चांदपुर मोड़ के पास संदिग्ध व्यक्ति को रोकने का प्रयास किया गया तो उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिससे आरोपी घायल हो गया।गिरफ्तार आरोपी की पहचान मुकेश उर्फ सिप्पू राजभर पुत्र राधेश्याम राजभर निवासी ग्राम सिगांरपुर गहिरा, थाना खानपुर, जनपद गाजीपुर के रूप में हुई है। आरोपी पर जौनपुर और गाजीपुर जनपदों में एनडीपीएस एक्ट, आर्म्स एक्ट और बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत आठ से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ नया अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही शुरू कर दी है।
गोरखपुर के सहजनवां थाना क्षेत्र में धर्मांतरण के आरोप में जेल भेजी गई ब्यूटी पार्लर संचालिका लक्ष्मी यादव मध्यप्रदेश (एमपी) के एक शख्स के संपर्क में थी। संचालिका का कॉल डिटेल निकलवाने पर पता चला है कि वह एमपी के शख्स से 2 माह में करीब 60 बार बात की थी। ऐसा माना जा रहा है कि धर्मांतरण की गतिविधियों के पीछे एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा है। एमपी के शख्स के इशारे पर ही संचालिका घर पर प्रार्थना सभा लगाती थी। ब्यूटी पार्लर की आड़ में आसपास की महिलाओं से संपर्क करती और उन्हें चमत्कार व इलाहिया (ईश्वरीय) शक्ति का लालच देकर धीरे-धीरे अपने प्रभाव में लेती थी। पार्लर में आने वाली महिलाओं को वह विशेष प्रार्थना सभाओं में बुलाती और ब्रेनवॉश का काम करती थी। इसका खुलास पुलिस की जांच में हुआ। पुलिस को एक वीडियो भी मिला है। जिसे पुलिस ने जांच में शामिल किया है। धर्मांतरण कराने की कोशिश के मामले में सहजनवां पुलिस ने बीते 29 सितंबर को क्षेत्र की लक्ष्मी यादव और रोशनी को गिरफ्तार कर जेल भिजवाया था। तलाशी के दौरान पुलिस ने उनके पास से धर्मांतरण सबंधी संपूर्ण बाइबिल, एक पुस्तिका, दो पवित्र बाइबल, एक शुभ समाचार पुस्तिका, एक मसीही गीत पुस्तक और एक प्रभु की अनमोल सहायता पाकेट पुस्तिका बरामद किया था। इसके अलावा पुलिस को मौके से एक एंड्रॉयड मोबाइल भी मिला, जिसमे धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो मिले थे। महिलाओं ने किया था हंगामा बीते रविवार सुबह लक्ष्मी अपने घर में महिलाओं को प्नार्थना करा रही थीं, तभी विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पहुंचकर हंगामा करने लगे। तब घर से लक्ष्मी के साथ बाहर निकली महिलाएं भी पदाधिकारियों से उलझ गईं। तभी नेताओं ने सहजनवां पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस के आने के बाद भी वहां हंगामा होता रहा। इसके बाद पुलिस लक्ष्मी को थाने ले गई। पीछे-पीछे महिलाएं भी थाने पहुंच गईं। थाने पर भी कहासुनी होती रही। इसके बाद पुलिस ने लोगों को समझाकर माहौल शांत कराया। घर में ही बना दिया चर्च आरोपी लक्ष्मी ने अपने घर को चर्च की तरह बना रखा था। घर के एक हॉल में डायस (मंच) तैयार किया गया था। जिसमें माइक लगा हुआ था। यहीं महिलाओं को बैठाकर उनसे प्रार्थना कराई जाती थी। छापेमारी में मौके से कई धार्मिक किताबें और बाइबल बरामद की गई हैं। महिलाओं को यह कहकर प्रभावित किया जाता था कि उन्हें प्रार्थना से विशेष शक्ति और अलौकिक आशीर्वाद मिलेगा। वहीं संतकबीर नगर के विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष सौरभ जायसवाल का कहना है कि जब वे घर में घुसे तो वहां कई महिलाएं प्रार्थना कर रही थीं। जिन्हें आरोपी महिलाएं लंबे समय से वहां मौजूद महिलाओं को मानसिक रूप से प्रभावित कर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए तैयार किया जा रहा था। इस संबंध मेंं एसपी उत्तरी ने कहा- मामले की गहनता से जांच की जा रही है। प्रार्थना से संबंधित कुछ वीडियो फुटेज भी हासिल हुए हैं। जिसे जांच में शामिल किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अब विस्तार से पढ़ें पूरा मामला 'बाइबल पढ़ो सारी बीमारियां खत्म हो जाएंगी। तुमने जितना भी कष्ट अपनी जिंदगी में झेला है। एक ही झटके में खत्म हो जाएगा। एक नए जीवन का एहसास करोगे। ऊपर वाले ने एक ही जीवन दिया है। इसलिए अपनी झोली में कष्ट नहीं, सुख डालो। यह सब तुम तब कर पाओगे, जब सच्चे ईश्वर को समझ पाओगे...।' कुछ इस तरह गोरखपुर में धर्मांतरण का बड़ा खेल चल रहा था। यहां के सहजनवां क्षेत्र स्थित एक घर में गरीब परिवार की महिलाओं और पुरुषों का ब्रेनवॉश किया जा रहा था। एक ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला इस काम काे अंजाम दे रही थी। वह रूमाल रखकर बीमारी दूर करने का भी दावा करती थी। जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ। उसके साथ एक और महिला को घर से ही गिरफ्तार किया। पूछताछ के बाद दोनों को जेल भेजा गया। आरोपी महिलाओं की पहचान पास के ही भगौरा गांव की ब्यूटी पार्लर संचालिका लक्ष्मी यादव और रोशनी के रूप में हुई। दरअसल, गांव के लोगों ने परेशान होकर धर्मांतरण की शिकायत संतकबीर नगर के विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष सौरभ जायसवाल से की। सौरभ ने रविवार को सहजनवां थाने में केस दर्ज कराया। लक्ष्मी और 5 अज्ञात को नामजद किया। फिर पुलिस ने सोमवार को रेड कर लक्ष्मी और रोशनी की गिरफ्तारी की। धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो मिले29 सितंबर को गिरफ्तारी के दौरान पुलिस की छापेमारी के दौरान घर से चीजें बरामद की गई थीं। इनमें धर्मांतरण सबंधी संपूर्ण बाइबिल, एक पुस्तिका, दो पवित्र बाइबल, एक शुभ समाचार पुस्तिका, एक मसीही गीत पुस्तक और एक प्रभु की अनमोल सहायता पाकेट पुस्तिका शामिल है। इसके अलावा एक पुरानी डायरी और किताब भी मिली थी, जिस पर हिंदी-अंग्रेजी में कई तंत्र लिखे हुए थे। पुलिस को एक रूमाल भी मिला था, जिसे बीमार लोगों पर रखते ही बीमारियां दूर करने का दावा किया जाता था। मौके से एक एंड्रॉयड मोबाइल भी मिला, जिसमे धर्मांतरण से जुड़े कई वीडियो मिले हैं। लक्ष्मी ही पादरी थी, वो गाती थी, अन्य लोग उसकी बातें दोहराते थे इससे यह पता चला है कि लक्ष्मी यादव यूट्यूब देखकर धर्म के बारे में अहम जानकारी एकत्रित करती थी। यूट्यूब से ही सीखकर वह प्रार्थना कराने लगी थी। जबकि, चर्च में बाकायदा इसके लिए पादरी नियुक्त किए जाते हैं। यहां पर लक्ष्मी ही पादरी थी। लक्ष्मी प्रार्थना सभा में गाती थी। उसकी बातें अन्य लोग दोहराते थे। पुलिस को उसके मोबाइल से कई नंबर मिले। इससे यह पता चला है कि कई और जिलों में भी लक्ष्मी का आना जाना था। पुलिस इस बारे में जांच कर और जानकारी जुटा रही है। इस नेटवर्क से और कौन-कौन जुड़ा है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। नौकरी और पैसे दिलाने का भी किया दावालक्ष्मी घर पर ब्यूटी पार्लर के साथ सिलाई सिखाने का भी काम करती थी। वह दावा करती थी कि जो वह बोलती जाए, वही काम सारे लोग करें तो सारे कष्ट खत्म हो जाएंगे। उसके घर पर ज्यादातर गांव की गरीब महिलाएं आती थीं। उन्हें नौकरी और पैसे का भी लालच दिया जाता था। लक्ष्मी की 8 साल की बेटी भी है। घर में पति वीरेंद्र यादव भी रहता है। लक्ष्मी की आदतों की वजह वह उससे मतलब नहीं रखता है। लक्ष्मी ने छोड़ दिया पूजा-पाठ, प्रार्थना करती हैपुलिस की पूछताछ में लक्ष्मी ने बताया- मुझे 5 साल पहले पथरी की शिकायत हो गई थी। काफी दर्द से परेशान रहती थी। बहुत इलाज कराया, लेकिन ठीक नहीं हुआ। तब किसी के बताने पर बहराइच इलाज कराने गई। वहां मुझे एक किताब दी गई। बोला गया- इसे पढ़ो, रोज प्रार्थना करो, सब ठीक हो जाएगा। मैंने उस किताब और धर्म के बारे में इंटरनेट पर सर्च कर और जानकारी हासिल की। मुझे प्रार्थना करने पर फायदा होने लगा। इसके बाद में रोज ऐसा करने लगी। गांव वालों के लिए भी प्रार्थना कराने लगी। इसके लिए हर रविवार को स्पेशल प्रार्थना का आयोजन करने लगी। रविवार को हिंदू संगठन ने किया हंगामाइससे पहले, रविवार सुबह को लक्ष्मी के घर पर प्रार्थना सभा की सूचना पर विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी पहुंच गए, हंगामा करने लगे। तब घर से लक्ष्मी के साथ बाहर निकली महिलाएं भी पदाधिकारियों से उलझ गईं। तभी नेताओं ने सहजनवां पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस के आने के बाद भी वहां हंगामा होता रहा। इसके बाद पुलिस लक्ष्मी को थाने ले गई। पीछे-पीछे महिलाएं भी थाने पहुंच गईं। थाने पर भी कहासुनी होती रही। इसके बाद पुलिस ने लोगों को समझाकर माहौल शांत कराया। पदाधिकारी सौरभ जायसवाल ने तहरीर दी। तब पुलिस ने जांच कर मुकदमा लिखा। इसके बाद लक्ष्मी और रोशनी की गिरफ्तारी की गई। अब उनके नेटवर्क पुलिस खंगाल रही है।
ज्ञान गंगा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंसेज ने NASA स्पेस ऐप्स चैलेंज 2025 के सफल आयोजन के साथ देश को गौरवान्वित किया है। 185 से अधिक देशों में एक साथ आयोजित हुई इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता की मेजबानी मध्यप्रदेश में जबलपुर और भोपाल को मिली, जिसमें GGITS ने अपनी मजबूत पहचान बनाई। 'सीखो, लॉन्च करो, नेतृत्व करो' थीम पर आधारित यह गहन दो दिवसीय हैकाथॉन 4 और 5 अक्टूबर, 2025 को आयोजित हुआ। इसमें जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल, नागपुर, तमिलनाडु और महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों के कॉलेजों से 50 टीमों के 250 से अधिक नवप्रवर्तक उत्साहपूर्वक शामिल हुए। ज्ञान गंगा कॉलेज, श्री राम कॉलेज, ग्लोबल कॉलेज और जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे संस्थानों के छात्रों ने वास्तविक दुनिया की समस्याओं का समाधान करने के लिए अपने डिज़ाइनों को कार्यात्मक उत्पादों में बदला। इस आयोजन का मुख्य आकर्षण ISRO के वैज्ञानिकों, आदित्य नारायण शुक्ला और सुमित शर्मा द्वारा दिया गया विशेष मेंटरिंग सत्र रहा। उन्होंने भविष्य को आकार देने में कंप्यूटर इंजीनियरों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए इसरो में करियर के अवसरों, नौकरी की भूमिकाओं और दीर्घकालिक विकास की संभावनाओं का विस्तृत अवलोकन प्रदान किया। फंडिंग और NASA इंजीनियरिंग टीम में सिलेक्शन का मौका नासा की तरफ से जज के रूप में उपस्थित आर्यन जैन ने बताया कि अच्छे समाधानों को नासा द्वारा फंडिंग प्रदान की जाती है। यदि प्रोजेक्ट उत्कृष्ट होता है, तो प्रतिभागियों को नासा की इंजीनियरिंग टीम में चयन होने का भी मौका मिलता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस हाइब्रिड हैकाथॉन की मॉनिटरिंग नासा द्वारा ऑनलाइन की जा रही थी। प्रतिभागी आसिता पटेल ने बताया कि उनकी टीम 'एक्सपेक्ट्स' ने सोलर गियर से संबंधित एक इंटरैक्टिव वेबसाइट बनाई है। उन्होंने कहा, यह नासा हैकाथॉन जबलपुर में पहली बार हो रहा है, हम उम्मीद करते हैं कि हम टॉप टेन में आएंगे और हमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जाने का मौका मिलेगा। पहले चरण में शीर्ष 10 टीमों का चयन किया गया, जिन्हें राष्ट्रीय स्तर पर अपनी रचनात्मकता और निष्पादन का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। राष्ट्रीय स्तर पर टॉप तीन टीमें भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी जगह बनाएंगी।
साइबर थाना कोटा शहर की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो फर्जी कास्टिंग कंपनी बनाकर लड़कियों को फिल्म और मॉडलिंग में काम दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था। आरोपी की पहचान दीपक मीणा उर्फ दक्ष (27) निवासी झारगांव थाना बूढ़ादीत, हाल निवासी श्यामनगर, कोटा के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं, जिनमें कई लड़कियों से चैट और साइबर ठगी के लेनदेन के रिकॉर्ड मिले हैं। अब तक आरोपी द्वारा करीब 10 लाख रुपए की ठगी करने की पुष्टि हुई है। जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि दिनांक 21 सितंबर को परिवादी समीर हुसैन (23) निवासी विज्ञान नगर निवासी ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि मेरी ई मित्र की दुकान पर एक लडका दीपक मीणा आता हैं जो मेरे अकाउंट में ऑनलाइन रुपये डलवाता हैं व मेरे से नगद ले कर जाता हैं जिससे मेरे अकाउंट पर अलग अलग जगह से साइबर फ्रॉड की कंपलेन लग गयी हैं व राशि मेरे खाते से अलग अलग खातों में रिफण्ड हो गई, जिससे मुझे काफी नुकसान भी हुआ हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए एएसपी दिलीप सैनी के निर्देशन में डीएसपी विनोद कुमार और साइबर थाना प्रभारी सतीशचंद के नेतृत्व में टीम गठित की गई। टीम ने तकनीकी साक्ष्य और बैंकों से मिले रिकॉर्ड के आधार पर आरोपी को 3 अक्टूबर को गिरफ्तार किया। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने The White Studio Casting और 2000 Casting Company नाम से फर्जी इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप अकाउंट बनाए थे। वह नंदिनी श्रीकांत और यश नगरकोटी के नाम से चैट कर लड़कियों से संपर्क करता और ई-मित्र के जरिए पैसे मंगवाता था। मुल्जिम द्वारा करीब 36 से अधिक लड़कियों से कास्टिंग एवं मॉडलिंग के नाम पर व अन्य दो और ई मित्र संचालकों के साथ भी ऐसे ही ठगी की गयी है। पीडित लड़की से सम्पर्क किया तो उनके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई की दीपक मीणा लड़कियों को कास्टिंग के नाम से काम दिलाने एवं मॉडलिंग के नाम से वॉट्सऐप पर महिला के नाम से फेक नम्बर से अकांउट बनाकर सम्पर्क कर उनके साथ साइबर ठगी करता है। आरोपी बीटेक पास है और मुंबई में कास्टिंग एजेंसी में 4 सालों तक काम कर चुका है। इसी अनुभव का दुरुपयोग करते हुए उसने फर्जी कास्टिंग के नाम पर ठगी शुरू की। आरोपी पहले भी साइबर ठगी के मामलों में गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर 4 दिन के पीसी रिमांड पर लिया है। उससे अन्य पीड़ितों की जानकारी और ठगी गई राशि की बरामदगी के प्रयास जारी हैं। टीम में साइबर थाना अधिकारी सतीश चन्द, एस आई सियाराम, हेड कॉन्स्टेबल सुरेन्द्र सिंह, कॉन्स्टेबल झाबरमल चौधरी, विकाश कुमार, जितेन्द्र चौधरी मौजूद रहे।
औरंगाबाद के गोह बाजार से गुम हुआ एक मोबाइल पुलिस ने बरामद कर लिया है। पुलिस ने 'ऑपरेशन मुस्कान' अभियान के तहत त्वरित कार्रवाई करते हुए मोबाइल उसके मालिक को सौंप दिया। पीड़ित ने पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया है। थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार सिंह ने शनिवार शाम करीब 3 बजे जानकारी देते हुए बताया कि गया जिले के टिकारी थाना अंतर्गत गौहरपुर गांव निवासी भोला कुमार किसी काम से गोह बाजार आए थे। इसी दौरान उनका मोबाइल गुम हो गया, जिसकी शिकायत उन्होंने तत्काल गोह थाने में दर्ज कराई। शिकायत मिलते ही, महिला हेल्प डेस्क की टीम ने तकनीकी सहायता का उपयोग करते हुए मोबाइल की तलाश शुरू की। 'ऑपरेशन मुस्कान' अभियान के तहत की गई इस कार्रवाई में गुम हुए मोबाइल को सफलतापूर्वक बरामद कर लिया गया। बरामद मोबाइल को उसके मालिक भोला कुमार को सुपुर्द कर दिया गया। मोबाइल वापस मिलने पर भोला कुमार ने गोह पुलिस की तत्परता और सहयोग के लिए उनका धन्यवाद किया।
आलीराजपुर पुलिस ने 51 गुम हुए मोबाइल बरामद किए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत लगभग 7 लाख 65,000 हजार रुपए है। शुक्रवार को इन मोबाइलों को उनके मालिकों को सत्यापन के बाद सौंप दिया गया है। मोबाइल वापस मिलने पर लोगों ने पुलिस का आभार व्यक्त किया। एसपी रघुवंश सिंह ने मोबाइल गुम होने संबंधी प्राप्त आवेदनों को लेकर साइबर सेल तलाश के निर्देश दिए थे। इसके बाद टीम ने ऑपरेशन हेलो नामक एक अभियान शुरू किया। पुलिस ने बताया कि इस अभियान के तहत पहले भी 821 से अधिक गुम मोबाइल फोन सफलतापूर्वक ट्रेस कर आवेदकों को लौटाए जा चुके हैं। आलीराजपुर पुलिस ने लोगों से अपील की है कि मोबाइल गुम हो जाने की स्थिति में तुरंत निकटतम थाना या साइबर सेल में रिपोर्ट दर्ज कराएं, ताकि त्वरित कार्रवाई कर डिवाइस को पुनः प्राप्त किया जा सके।
भोपाल के लोहाबाजार कोतवाली में शनिवार की सुबह एक युवक को चाकू मारकर दो नकाबपोश बदमाशों ने दो तोला वजनी सोने की चेन और लॉकेट सहित मोबाइल फोन छीन लिया। घटना के समय फरियादी विसर्जन घाट से झांकियां देखकर लौट रहा था। कोतवाली पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों की फिलहाल पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है। पुलिस के मुताबिक, स्वधेश चौहान (38) पुत्र शांतारामा चौहान बरखेड़ी कला रातीबढ़ में रहता है। वे एक प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। छोटे तालाब में विर्सजन देखने के आया था। यहां से वे कोतवाली इलाके में पहुंचा, लोहा बाजार में एक सुनसान इलाके में टॉयलेट के लिए रुका, तभी दो युवक, जो मुंह पर कपड़ा बांधे हुए थे, आए और चाकू से वार कर दिए। जिससे वे घबरा गया, तब आरोपियों ने गले में पहनी फरियादी की सोने की चेन, उसमें लगा सोने का लॉकेट और मोबाइल फोन को झपट लिया। राहगीरों ने पुलिस को सूचना दी घटना की सूचना युवक को लहूलुहान देखने के बाद राहगीरों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज जारी है। फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। आरोपी की गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है।
गढ़वा जिले के धुरकी थाना क्षेत्र में एक महिला ने अपनी देवरानी के मोबाइल में पति का फोटो देखने के बाद जहर खा लिया। मंगल सिंह की पत्नी 35 वर्षीय शशिकला देवी की पलामू में इलाज के दौरान शुक्रवार रात मौत हो गई। परिजनों के अनुसार, शशिकला ने अपनी देवरानी जयंती देवी से विवाद के बाद जहरीला पदार्थ (सल्फास) खा लिया था। गंभीर हालत में उसे पहले गढ़वा सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एमएमसीएच) रेफर कर दिया गया। एमएमसीएच पहुंचने के कुछ देर बाद शुक्रवार रात उसकी मौत हो गई। पति का फोटो देवरानी के मोबाइल में देख जेठानी हो गई थी नाराज घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची और परिजनों से पूछताछ शुरू की। शनिवार दोपहर को शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। मृतका के पति ने बताया कि उसकी फोटो भाई की पत्नी के मोबाइल फोन में था, जिसे देखकर शशिकला नाराज हो गई थी। इसी फोटो को लेकर दोनों जेठानी-देवरानी के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद उसने जहर खा लिया। शशिकला की शादी चार साल पहले हुई थी और उसका एक बच्चा है। उसका मायका गढ़वा के नगर ऊंटरी के सीमलिया में है।
ग्वालियर में शुक्रवार रात केन्द्रीय मंत्री व ग्वालियर राजघराने के मुखिया ज्योतिरादित्य सिंधिया, ग्वालियर फोर्ट स्थित सिंधिया बॉयज स्कूल जाने के लिए निकले थे। जब वह महल से निकले तो अपनी थंडरबर्ड रॉयल विंटेज कार को खुद ड्राइव करते नजर आए। यह देख उनके फैंस रोमांचित हुए और शोर मचाते हुए इस पल को अपने - अपने मोबाईल में कैद करने के लिए आतुर नजर आए। सिंधिया ने भी अपने शाही अंदाज में समर्थकों को हाथ से इशारा कर उसका अभिवादन किया। देश के चुनिंदा राजघरानों में थंडरबर्ड रॉयल विंटेज कार सिंधया जिस थंडरबर्ड रॉयल विंटेज कार को ड्राइव करते नजर आए यह बहुत एंटीक कार है और देश के चुनिंदा राजघरानों में से एक सिंधिया राजघराने के पास आज भी सुरक्षित व संरक्षित है। आपको बता दे कि फोर्ड थंडरबर्ड एक डेसिंग लुक वाली कार है, यह अपनी पहली पीढ़ी की सबसे प्रसिद्ध विंटेज थंडरबर्ड में से एक है, जो अपनी दो सीटों वाली कॉन्फ़िगरेशन और स्टाइलिश डिज़ाइन के लिए आज भी जानी जाती है। सिंधिया ग्वालियर-चम्बल अंचल के दौरे पर दरअसल केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चम्बल अंचल के दौरे पर है। वह दशहरा पर शमी पूजन के लिए ग्वालियर आए थे। शुक्रवार सुबह उन्होंने शहर के विकास कार्यों की समीक्षा की थी। ग्वालियर में जब ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने महल में होते हैं तो त्योहार के समय वह सिंधिया रियासत कालीन परम्पराओं को हर वर्ष राजशाही पोशाक में निभाते है। इसी के साथ वह कभी कभी अपनी एंटीक गाड़ियों को खुद ही ड्राइव करते है। शुक्रवार रात वह कुछ इसी अंदाज में नजर आए।
अनूपपुर पुलिस ने बैंक खातों का उपयोग कर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस मामले में रीवा निवासी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि ये आरोपी लोगों को इन्वेस्टमेंट के नाम पर बैंक खातों का उपयोग करने का लालच देकर ठगी करते थे। कोतवाली अनूपपुर में भास्कर बंजारे (26 वर्ष, अनूपपुर निवासी) ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 24 सितंबर को सामतपुर तालाब के पास उनकी मुलाकात रीवा निवासी कार्तिकेय पाण्डेय और योगेश मिश्रा से हुई थी। आरोपियों ने खुद को अनूपपुर के बस स्टैंड स्थित होटल एन.के. में रुका हुआ बताया और बैंक खातों का उपयोग निवेश के लिए करने पर बड़े मुनाफे का झांसा दिया। भास्कर बंजारे ने आरोपियों की बातों पर विश्वास कर अपने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, अनूपपुर के खाते की जानकारी दी। इसके बाद उनके खाते में 97,500 रुपये जमा हुए, जिसे आरोपियों ने उनसे निकलवाकर अपने पास रख लिया। आरोपियों ने बंजारे से अतिरिक्त 10,000 रुपये भी लिए और भविष्य में लाभ देने का आश्वासन भी दिया। इसी तरह, पिपरिया निवासी विकास पटेल के साथ भी बैंक खाते का उपयोग कर निवेश के नाम पर धोखाधड़ी की गई थी। इस रिपोर्ट के आधार पर कोतवाली अनूपपुर थाने में धारा 318(4), 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। आगे की जांच के लिए टीम इंदौर रवाना पुलिस ने अनूपपुर बस स्टैंड के पास होटल एन.के. से आरोपी योगेश मिश्रा (पिता नागेंद्र मिश्रा, 21 वर्ष, निवासी शारदापुरम, थाना समान, जिला रीवा) और कार्तिकेय पाण्डेय (पिता ओमप्रकाश पाण्डेय, 22 वर्ष, निवासी ग्राम बैकुंठपुर, थाना सिरमौर, जिला रीवा) को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से उनके मोबाइल फोन और धोखाधड़ी से अर्जित की गई 10,000 रुपये की धनराशि जब्त की गई है। पुलिस अधीक्षक मोती उर रहमान के निर्देश पर, आरोपियों से पूछताछ के बाद कोतवाली थाना की एक टीम को इंदौर भेजा गया है, ताकि मामले की आगे की जांच की जा सके।
संभल जिले में विजयदशमी पर्व के दूसरे दिन 10 अलग-अलग स्थानों पर रावण दहन और दशहरा मेले का आयोजन किया गया। इस दौरान भगवान श्रीराम और रावण वध लीला का मंचन भी हुआ, जिसे देखने के लिए भारी संख्या में लोग उमड़े। सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए पीएसी और स्थानीय पुलिस बल तैनात रहा। हयातनगर, पंवासा, खासपुर और देहपा जैसे प्रमुख स्थानों पर रावण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया। श्री आदर्श रामलीला कमेटी हयातनगर के तत्वावधान में आयोजित मेले में रात करीब 10 बजे अहंकारी रावण का पुतला जलाया गया। इसके अतिरिक्त, कोतवाली बहजोई क्षेत्र के पंचवटी और काली मंदिर परिसर में भी रावण दहन के कार्यक्रम हुए। पुलिस प्रशासन अलर्ट रहा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। सीओ संभल आईपीएस आलोक भाटी, सीओ असमोली आलोक सिद्धू, थाना हयातनगर प्रभारी संजीव कुमार, थाना बहजोई प्रभारी हरीश कुमार, इंस्पेक्टर नखासा संजीव बालियान और थाना असमोली प्रभारी राजीव कुमार मलिक सहित अन्य पुलिस अधिकारी और बल तैनात रहे। इस अवसर पर डॉ. मनोज शर्मा, जयप्रकाश गुप्ता, राहुल राघव, नीरज बजाज, दिवाकर गुप्ता, दीपक, अंकुर, नंदकिशोर शर्मा, विनोद बाजवा, ओमपाल सैनी, भूपेंद्र सारस्वत, विजेंद्र, रामकुमार सैनी, देवेंद्र सिंह, सुमित राघव, जयदीप राघव, प्रदीप राघव, अंकुर, पुष्कर और हेमंत कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। बीजेपी के जिला मंत्री जयप्रकाश गुप्ता ने बताया कि दशहरे के एक दिन बाद आयोजित होने वाले इस मेले में आसपास के गांवों और शहर से लगभग 40,000 लोग पहुंचते हैं। उन्होंने भगवान श्रीराम द्वारा रावण वध और रामराज की स्थापना के महत्व पर भी प्रकाश डाला। कुछ और तस्वीरों में देखें रावण दहन
सोनीपत जिले के गोहाना क्षेत्र के एक गांव से एक 16 वर्षीय लड़की संदिग्ध हालात में लापता हो गई है। वह अपना मोबाइल फोन ये कह कर अपने पिता को दे गई कि तुम वीडियो देखो, मैं घूम कर आती हूं। इसके बाद से लड़की का कोई अता पता नहीं लगा। पुलिस ने लड़की के पिता की शिकायत पर अपहरण का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने बेटी के अपहरण की आशंका जताई है। जानकारी अनुसार, ढुराणा गांव के एक व्यक्ति ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी 16 वर्षीय बेटी 2 अक्टूबर की रात करीब 11:30 बजे घर से बिना बताए कहीं चली गई। उन्होंने बताया कि बेटी ने उसको मोबाइल पर वीडियो चलाकर दिया और कहा कि तुम वीडियो देखा। वह घूमने जा रही है, लेकिन वह वापस नहीं लौटी। व्यक्ति ने बताया कि उसने अपनी बेटी को आसपास और रिश्तेदारों के यहां भी तलाशा, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें शक है कि किसी ने उनकी बेटी का अपहरण कर लिया है। पुलिस ने पिता की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 140(3) के तहत अपहरण का मामला दर्ज किया है। मामले की जांच के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं और आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। बताया गया है कि लापता हुई लड़की की 3 बहनें और एक भाई है। परिजनों के अनुसार- लापता लड़की का हुलिया इस प्रकार है। उसका रंग काला, चेहरा गोल, शरीर पतला और कद पांच फुट है। वह कबूतरी रंग का सूट-सलवार और पैरों में चप्पल पहने हुए थी। पुलिस ने आम लोगों से भी लड़की की तलाश में मदद करने की अपील की है। यदि किसी को लड़की के बारे में कोई जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करे।
'मैं बकरियां चराने गई थी। एक बकरी नर्सरी में घुस गई तो वनकर्मियों ने मेरे साथ बदसलूकी की। मैं उनकी बदसलूकी का वीडियो बनाने लगी। वनकर्मियों ने मोबाइल छीनने की कोशिश की। मैंने मोबाइल कपड़ों में छिपा लिया। उन्होंने वहां से हाथ डालकर मोबाइल निकालने की कोशिश की। किसी तरह मैं वहां से भागकर आ गई और पति को फोन कर पूरी घटना बताई।' ये आरोप है उस महिला का, जिसके पति को एक बकरी नर्सरी में घुस जाने पर वनकर्मियों ने बुरी तरह पीटा। जमवारामगढ़ निवासी युवक ने पुलिस की लापरवाही और वनकर्मियों की बर्बरता से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। युवक की आत्महत्या के बाद लोग इतने भड़क गए कि आधा दर्जन थानों से पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। भीड़ को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी। मामले से जुड़ा हर सच जानने के लिए भास्कर टीम मौके पर पहुंची। सबसे पहले पढ़िए मृतक की पत्नी की जुबानी… 'गुरुवार दोपहर 12 बजे मैं बकरियां चराने पहाड़ी की ओर गई। यहीं वन विभाग की नर्सरी भी है। पेशे से पिकअप ड्राइवर मेरे पति खेत में काम कर रहे थे। इसी दौरान हमारी एक बकरी नर्सरी में जाकर चरने लगी। इस पर गुस्साए वनकर्मी मुकेश, पवन, श्याम मीणा और ड्राइवर ने मेरे साथ बदसलूकी की।' 'लड़ाई-झगड़ा ज्यादा बढ़ा तो मैंने वीडियो बनाना शुरू कर दिया। इससे गुस्साए मुकेश पवन और श्याम ने मोबाइल छीनना चाहा। मैंने मोबाइल ब्लाउज में छिपा लिया। उन्होंने वहां हाथ डालकर मोबाइल निकालने और वीडियो डिलीट करने की कोशिश की। जैसे–तैसे मैं वहां से भागकर घर आ गई। पति को फोन करके घटना की जानकारी दी।' बाइक पर नर्सरी पहुंचा पति 'मेरे साथ हुई बदसलूकी का पता चलने पर मेरे पति बाइक लेकर 2.30 से 3.00 बजे के बीच नर्सरी पहुंचे। वहां आरोपियों से विरोध जताया। इस पर चारों ने मिलकर मेरे पति को अधमरा होने तक पीटा। इसके बाद पिकअप में डालकर वन विभाग के रेंजर ऑफिस पर ले आए। मेरे पति की मदद के लिए गए लोगों ने बताया कि उन्हें वहां नंगा कर लाठी और बेल्ट से पीटा था।' 'उनकी गर्दन, पीठ, सिर और हाथ-पैरों में काफी चोटें आई। मेरे पति ने तीनों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने में गुहार लगाई लेकिन उन्हें वहां से भगा दिया गया। काफी मिन्नतें करने के बाद भी जब उसकी शिकायत नहीं ली गई तो उन्होंने 100 नंबर पर कॉल किया। वहां भी उन्हें दुत्कार दिया गया। इसके बाद उन्होंने मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 181 पर भी कॉल किया। वहां भी सुनवाई नहीं हुई।' 'इसके बाद उन्होंने 100 नंबर पर आखिरी बार कॉल कर कहा कि अगर एक घंटे में उनकी शिकायत नहीं लिखी गई तो वह सुसाइड कर लेंगे। इसके बाद शाम करीब 6.30 बजे पुलिस कर्मियों ने नर्सरी के पास एक छोटे से तालाब के किनारे खेजड़ी के पेड़ से उसका शव उतारकर नीमच सरकारी हॉस्पिटल भिजवाया। मुझे नहीं पता मेरे पति के साथ क्या हुआ? जब आरोपी उन्हें पिकअप में डालकर ले गए, तब तक जिंदा थे। देर शाम उनका शव मिला।' घरवाले बोले- नहीं कर सकता सुसाइड युवक के घरवालों का कहना है कि वह सुसाइड नहीं कर सकता। युवक के चाचा कहते हैं कि जब पुलिस वाले उसकी लाश पेड़ से उतार रहे थे तब भी हमें सूचना नहीं दी। न ही बॉडी ले जाते समय हमें दिखाया। हमें तो ये भी नहीं मालूम कि वो उनकी पिटाई से मरा है या उसने सच में सुसाइड किया है। अगर सुसाइड किया होता तो पुलिस वाले उसकी लाश उतारने से पहले हमें दिखाते ताकि स्थिति साफ हो। बिना हमें सूचित किए पुलिसवाले डेड बॉडी लेकर चले गए…यह हमारे गले नहीं उतर रहा है। 50 मीटर दूर थाना, रेंज ऑफिस में होती रही बर्बरता वन विभाग का रेंज ऑफिस और रायसर थाना के बीच महज कुछ कदमों का फासला है। थाने से करीब 50 मीटर दूर युवक के साथ वनकर्मी तीन घंटे तक वनकर्मी बर्बरता करते रहे, लेकिन पुलिस को कानों कान खबर नहीं हुई। इससे भी ज्यादा गंभीर बात ये है कि मार पीट के बाद जब युवक को आरोपियों ने छोड़ा तो पुलिस ही उसे अपनी वैन में बिठाकर वापस नर्सरी छोड़कर आई थी। गांव के श्याम सुंदर गुर्जर बताते हैं कि युवक को नंगा कर बेल्ट, डंडों से मारा गया। उसकी गर्दन, पीठ, टखने, सिर और कनपटी के पिछले हिस्से समेत पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। युवक की चाची ने आरोप लगाया कि उसने सुसाइड नहीं किया। वनकर्मियों की पिटाई से उसकी जान गई। इसके बाद आत्महत्या का रूप देने के लिए बाद में नर्सरी ले जाकर पेड़ से लटका दिया गया। गांव वालों का कहना है कि यह हमारे गांव का पहला मामला है जब इस तरह सरकारी कर्मचारियों की बर्बरता से किसी निर्दोष युवक की जान गई हो। मामले में निष्पक्ष जांचकर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। गर्भवती बहन पर बरसाए डंडे, 80 साल की बुजुर्ग महिला को भी पीटा शुक्रवार दोपहर घटना के विरोध में परिजन और गांव के लोग बांदीकुई दिल्ली हाईवे पर थाने के पास वन विभाग के रेंज ऑफिस के सामने धरने पर बैठे थे। समझाइश के बाद भी परिजन नहीं हटे तो पुलिस ने CI प्रदीप की अगुवाई में लाठीचार्ज कर दिया। लोगों का आरोप है कि पुलिस वालों ने न महिला देखी न बुजुर्ग, जो भी सामने आया लाठियों से मार-मारकर अधमरा कर दिया। इंसाफ के लिए धरने पर बैठी युवक की गर्भवती बहन को भी महिला पुलिसकर्मियों ने पीटा। वहीं, गांव की बुजुर्ग महिलाओं और बच्चियों पर भी लाठी बरसाई। कुछ युवकों की पुलिस से झड़प भी हुई तो कई युवतियां भी महिला पुलिसकर्मियों से उलझ गई। भास्कर ने मामले में पक्ष जानने के लिए पुलिस से भी बात की। सीआई प्रदीप का कहना था कि गुस्साई भीड़ थाने में घुस आई, तोड़ फोड़ की इसलिए लाठीचार्ज करना पड़ा। इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कह सकूंगा। 80 साल की दादी, दो मासूम बच्चे पूछ रहे- पापा कहां हैं युवक का दो पक्के कमरों का मकान है। घर में 80 साल की दादी, मां, पत्नी, छोटा भाई और 3 साल की बेटी व 2 साल का बेटा है। युवक के पिता का पिछले साल निधन हो गया था। परिवार की पूरी जिम्मेदारी अकेले युवक के कंधों पर थी। बूढ़ी दादी पाेते का नाम लेकर सिसक रही है। दोनों मासूम बच्चे पूछ रहे हैं-पिता कहां हैं। .... जयपुर में वनकर्मियों के मारपीट से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... भीड़ ने थाने पर किया पथराव, पुलिसकर्मी जान बचाकर भागे:आंसू-गैस के गोले दागकर ग्रामीणों को हटाया, वनकर्मियों की पिटाई से आहत युवक ने किया सुसाइड जयपुर में वनकर्मियों की पिटाई से आहत युवक ने सुसाइड कर लिया। गुरुवार को वनक्षेत्र में बकरियां चराने गए युवक को वनकर्मियों ने कपड़े उतरवाकर पीटा। पूरी खबर पढ़िए...
सोनभद्र के BSA कार्यालय में मोबाइल फोन ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। BSA मुकुल आनंद पाण्डेय द्वारा जारी यह आदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसके बाद तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। आदेश के अनुसार, जिला परियोजना कार्यालय सर्व शिक्षा अभियान और बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अधिकारी, कर्मचारी सहित किसी भी व्यक्ति को BSA कक्ष में प्रवेश करने से पहले मोबाइल फोन हाथ में या शर्ट की ऊपरी जेब में रखने की अनुमति नहीं होगी। इस फरमान को लेकर लोग बीएसए की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। उनका कहना है कि यह आदेश गलत है। क्योंकि इससे जनता और विभाग के बीच दूरी बढ़ेगी। कुछ लोगों का मानना है कि यह बीएसए के अपने अधिकारियों और कर्मचारियों पर अविश्वास को दर्शाता है। कई लोगों ने इस आदेश के पीछे के कारणों पर सवाल उठाए हैं। जिससे बीएसए की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में आ गई है। गौरतलब है कि सोनभद्र का बेसिक शिक्षा विभाग अक्सर अपनी गतिविधियों को लेकर चर्चा में रहता है। हाल ही में सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में शिक्षिकाओं और बीएसए के बीच हुई तनातनी का एक वीडियो सामने आया था। जिससे विभाग की काफी किरकिरी हुई थी। उस घटना के बाद बीएसए ने महिला शिक्षक संघ की जिलाध्यक्ष सहित तीन शिक्षिकाओं को निलंबित करने का आदेश भी जारी किया था। यह नया आदेश ऐसे समय में आया है। जब पिछला मामला अभी पूरी तरह शांत नहीं हुआ था।
भोरे पुलिस ने गांजा तस्करों को पकड़ा:6 गिरफ्तार, चोरी के गहने, मोबाइल और नगदी बरामद
गोपालगंज जिले के भोरे पुलिस ने गांजा तस्करी और चोरी की वारदातों में शामिल गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने तीन युवकों को गांजा के साथ पकड़ा, जिनसे पूछताछ के बाद चोरी की घटनाओं का राज भी सामने आया. इस दौरान कुल छह लोगों की गिरफ्तारी हुई है. इनमें एक ज्वेलरी दुकानदार भी शामिल है, जो चोरी के गहनों की खरीद करता था। गांजा लेकर आ रहे थे तीन युवक पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि यूपी के भिंगारी की ओर से दो बाइक पर तीन युवक गांजा लेकर आ रहे हैं. इस पर वाहनों की जांच शुरू हुई. पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे, लेकिन खदेड़कर पकड़ लिया गया. तलाशी के दौरान दो किलो गांजा बरामद किया गया. गिरफ्तार युवकों की पहचान गोपालपुर थाना क्षेत्र के नवका सेमरा गांव निवासी करण कुमार, मजीरवां कला फुलवरिया निवासी सुजीत कुमार राम उर्फ फेंकू राम, और संदीप कुमार के रूप में हुई। चोरी के कांडों में भी निकले शामिल थाने में पूछताछ के दौरान इन युवकों ने स्वीकार किया कि वे चोरी की गाड़ियों से गांजा तस्करी करते हैं और साथ ही भोरे क्षेत्र में लगातार चोरी की घटनाओं को अंजाम देते रहे हैं। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने रेडवारिया तिवारी गांव निवासी संतोष कुमार और अमरेश कुमार को गिरफ्तार किया. वहीं, चोरी के गहने खरीदने वाले भोरे बाजार के ज्वेलरी दुकानदार नीरज कुमार वर्मा को भी पुलिस ने दबोच लिया। अलग-अलग आरोपितों से हुई बरामदगी भोरे के नीरज कुमार वर्मा की दुकान मजीरवां कला में हैं , चोरी के गहनों को बेचा गया था. पकड़े गए युवकों की निशानदेही पर चोरी के गहने सोने की चेन, झुमका, अंगूठी बरामद किया गया. वहीं संतोष कुमार के पास से चोरी के मोबाइल फोन और अमरेश कुमार चोरी के नकद रुपए मिले। एसडीपीओ ने दी जानकारी मामले की जानकारी हथुआ एसडीपीओ आनंद मोहन गुप्ता ने भोरे थाना परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी. उन्होंने बताया कि चोरी और गांजा तस्करी के मामले में पकड़े गए सभी छह आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।
बीकानेर में गुरुवार देर रात करीब 3 बजे चोर एक घर से करीब एक करोड़ रुपए के गहनों के साथ कैश भी ले गए। घर के सभी लोग एक दूसरे घर के मुहूर्त में गए हुए थे। इसी बीच दीवार कूद कर चोर घर में घुसा और सामान लेकर भाग निकला। नयाशहर थानाधिकारी कविता पूनिया ने बताया कि मामले में आरोपी युवक को हिरासत में लिया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। मोबाइल में देखा था सीसीटीवीअशोक पुरोहित ने एफआईआर में बताया- उसके बेटे ने अपने मोबाइल में घर में लगे सीसीटीवी फुटेज देखे थे। तभी घर का मेन गेट खुला पाया गया। इस पर सभी लोग दौड़ते हुए घर आए, जहां सारा सामान बिखरा हुआ था। खासकर, सोने चांदी के जेवरात वाली अलमारी भी खुली थी। करीब एक करोड़ रुपए के जेवरात लेकर भागा थाबेटी और पोती के जेवरात भी इसी में शामिल थे। इनमें सोने के 6 सेट, 6 अंगूठियां, 6 जोड़ी कान के जेवर, दो बड़े गले के हार, 6 छोटे हार, 8 सोने की चूड़ियां थी। 12 जोड़ी कोनों के टॉप्स, 3 सोने की चैन, 4 नग सोने के कंगन, सात जोड़ी की बाली, एक सोने की रखड़ी, तीन नाक के सोने की नथ, दस जोड़ी बडी चांदी की पायल, पांच जोड़ी छोटी चांदी की पायल, दो जोड़ी रमजोड, नाक के सोने के 27 तीनखे, आठ नग चांदी की ग्लास, दस चांदी के प्याले, सात लेडीज सोने की अंगूठी, पांच जेंट्स सोने की अंगूठी, सोने के तीन पैडल सेट (तीन कान के, तीन गले के, तीन अंगूठी), छोटी बच्ची के सोने के कानों के नौ टॉप्स, छह चांदी के कंगन, दो सोने के बिस्कुट, तीन चांदी की जेंट्स अंगूठी, पांच चांदी की लेडीज अंगूठी, चार चांदी के लोटे, एक चांदी का जग, एक चांदी का कंदौळा, एक सौ एक चांदी के सिक्के, बीस चांदी के बिस्कुट, पांच चांदी के नोट, तीन सोने के नोट, एक जोड़ी चांदी का अंगूठा, सभी अंगुलियों का भी जोड़ा, तीन सोने के मंगलसूत्र, एक सोने की नगों वाली कोठी, तीन चांदी के फल घुघरा, एक चांदी के गणेश जी, एक चांदी का हाथी छल्ला, दो चांदी के जेंट्स कड़े, सोने के दो पाटला चार चूड़ी, चालीस जोड़ी चांदी बिछिया, सात चांदी की छोटी कटोरी, तीन पुराने मोबाइल फोन और करीब अस्सी हजार रुपए कैश चोरी हुए हैं। थानाधिकारी बोली- आरोपी नशे में, इसलिए पूछताछ नहीं हो सकीनयाशहर थानाधिकारी कविता पूनिया ने बताया कि कैलाश बिश्नोई(25) को हिरासत में लिया गया है। वो नशा करता है, और हिरासत के समय भी नशे में था। उससे पूछताछ के बाद ही सामान की बरामदगी हो सकेगी। नशे में होने के कारण अब तक पूछताछ पूरी नहीं हो सकी है।
जबलपुर में ट्रिपल आईटीडीएम कॉलेज में पढ़ने वाले फर्स्ट ईयर के छात्र उत्कर्ष तिवारी की 3 दिन पहले हाॅस्टल की चौथी मंजिल से गिरकर मौत हो गई थी। घटना को लेकर काॅलेज प्रबंधन का कहना था कि छात्र एजुकेशन लोन को लेकर परेशान था। जबकि परिजनों का आरोप था कि उसकी हत्या कर उसे छत से नीचे फेंका गया है। पुलिस जब घटना की जांच कर रही थी, तब छात्र का मोबाइल गायब था, जिसे कि पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। घटना के 3 दिन बाद काॅलेज कैंपस में गुम हुए मोबाइल को बीडीएस ने ढूंढ निकाला है, हालांकि वह टूटा था। उस जांच के लिए साइबर टीम को भेजा है। छात्र के परिजन का कहना है कि एक माह पहले मैं उसे हंसते हुए छोड़कर गया था, वह आत्महत्या नहीं कर सकता है। एजुकेशन लोन हो गया था स्वीकृत एक माह 8 दिन पहले ही उत्कर्ष उत्तरप्रदेश जौनपुर से जबलपुर आया था। परिजनों ने काॅलेज एडमिशन की पहली किस्त 1 लाख 25 हजार जमा भी कर दी। जौनपुर के यूनियन बैंक में एजुकेशन लोन के लिए अप्लाई किया गया था। उसे दीपावली में आकर एक साइन करना था, जिसके बाद करीब साढ़े सात लाख रुपए का लोन स्वीकृत हो जाता। मृतक छात्र के चाचा का कहना है कि 22 अगस्त 2025 को उसे काॅलेज छोड़कर गया था, उसे कुछ भी समस्या आती थी, तो सिर्फ मुझसे ही कहता था। उत्कर्ष की काॅलेज में हत्या की गई है, और प्रबंधन उसे दबाने का प्रयास कर रहा है। चंद कदमों की दूरी पर मिला मोबाइल 29 सितंबर को जिस हाॅस्टल की चौथी मंजिल से गिरकर छात्र की मौत हुई थी, वहां से चंद कदमों की दूरी पर ही उसका मोबाइल टूटा पड़ा था। घटना के बाद से ही लगातार पुलिस तलाश कर रही थी, लेकिन नहीं मिला। शुक्रवार सुबह घटनास्थल पर पहुंचकर बीडीएस की टीम ने मोबाइल तलाशना शुरू किया। टीम को मोबाइल झाड़ी के बीच पड़ा हुआ मिला। हालांकि वह मोबाइल टूटी हुई स्थिति में था। अब जबकि उत्कर्ष को मोबाइल मिल गया है, तो साइबर टीम यह पता कर रही है, कि उसने अंतिम बार किससे और कितनी देर बात की थी। एक लड़की के संपर्क में था उत्कर्षजबलपुर पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया है कि उत्कर्ष उत्तरप्रदेश में रहने वाली एक लड़की से लगातार संपर्क में था, और अक्सर फोन पर उससे बात भी किया करता था। पूछताछ में यह भी पुलिस को पता चला है कि घटना के एक दिन पहले रात भर वह कमरे से बाहर था। मोबाइल पर लगातार किसी से बात कर रहा था। सुबह सिर्फ एक घंटे सोया और फिर बाहर चला गया। उत्कर्ष की जिस दिन मौत हुई है, उस दिन भी वह सुबह 9 बजे से कमरे से बाहर था, और कुछ फिर कुछ घंटे बाद उसकी मौत की खबर आ गई। किसी बात को लेकर विचलित था छात्ररांझी सीएसपी सतीष साहू ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए बताया कि घटना की लगातार जांच चल रही है। साथ में रहने वाले छात्र ने और कई जानकारी पुलिस को दी है, जिस पर जांच की जा रही है। जिस लड़की से उत्कर्ष मोबाइल पर बात किया करता था, वह नंबर पुलिस को मिल गया है, पर अभी बंद है। साइबर की टीम जल्द ही पता लगा लेगी कि उत्कर्ष किससे और कब से बात कर रहा था। शरीर पर कई जगह इंजरी मेडिकल काॅलेज में छात्र उत्कर्ष तिवारी का पोस्टमॉर्टम किया गया है। डाॅक्टर का कहना है कि उसके शरीर में कई जगह इंजरी थी, विस्तृत रिपोर्ट अभी तैयार की जा रही है, पर अभी शाॅर्ट पीएम रिपोर्ट में पता चला है कि शरीर की कई हड्डियां टूट गई थी। मौत कैसे हुई है, यह पूरी रिपोर्ट तैयार होने के बाद ही कहा जा सकता है। यूपी के जौनपुर का रहने वाला था छात्रमृतक छात्र उत्कर्ष तिवारी (19 ) मूल रूप से जौनपुर, उत्तर प्रदेश का रहने वाला था। करीब 1 महीने पहले ही उसने बी.टेक में दाखिला लिया था और हॉस्टल की चौथी मंजिल पर अपने साथी छात्र के साथ रहता था। मृतक के चचेरे भाई रोहित तिवारी राजस्व विभाग में पदस्थ हैं। उन्होंने बताया कि एजुकेशन लोन पास हो गया था। उत्कर्ष के चचेरे भाई का कहना है कि हमारा पूरा परिवार एक साथ रहता है। जैसे ही उसका IIITDM काॅलेज में एडमिशन हुआ, पूरे परिवार में खुशी का माहौल था। उत्कर्ष के पिता चंद्र कुमार प्राइवेट कंपनी में जाॅब करते हैं। पढ़ाई के लिए पैसे बहुत चाहिए थे, पर हमने उसे इस बात की कमी नहीं होनी दी कि फीस के चलते पढ़ाई रुक जाए। रोहित ने कहा कि मैं सरकारी विभाग में हूं, मेरा छोटा भाई इंजीनियर है और सबने यह तय किया था कि अगर एजुकेशन लोन नहीं हुआ तो, हम मिलकर फीस जमा करेंगे।
पन्ना जिले के आमनगंज थाना अंतर्गत अंधरकुआ में एक 25 साल महिला तेजाब गिरने से गंभीर रूप से झुलस गई। उसे तत्काल इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला के चेहरे और कंधा झुलस गया है। घायल महिला सुषमा गुप्ता अमानगंज की रहनी वाली हैं। इन्होंने बताया कि यह घटना 2 अक्टूबर की रात को हुई। उनका अपने पति दिलीप गुप्ता से मोबाइल को लेकर विवाद हो गया था। घर में रखी तेजाब की बोतल महिला के ऊपर गिरी सुषमा के अनुसार, उन्होंने अचानक पति का मोबाइल छीन लिया, जिसके बाद दोनों के बीच हाथापाई होने लगी। इसी दौरान घर की अलमारी में रखी तेजाब की बोतल उन पर गिर गई, जिससे वह बुरी तरह झुलस गईं। महिला ने बताया कि उनकी शादी लगभग 7-8 साल पहले अंधरकुआ में हुई थी और उनके दो बच्चे भी हैं। उनके पति मजदूरी करते हैं और घर पर गाड़ियों की बैटरी का काम भी होता है, जिसके कारण घर में तेजाब की बोतल रखी हुई थी। जिला अस्पताल के ड्यूटी डॉक्टर सुधीर सिंह चौहान ने कहा कि मामले की जानकारी जिला अस्पताल चौकी पुलिस को दे दी है, जिसके बाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
बिलासपुर पुलिस ने गुम हुए 100 मोबाइल फोन उनके मालिकों को लौटाए है। ये मामले शहर के कई थाना क्षेत्रों में दर्ज थे। पुलिस ने खोजबीन कर अलग-अलग राज्यों से फोन को ढूंढ निकाला। बकायदा उनके मालिकों को थाने बुलाकर फोन लौटाया। दरअसल सीनियर एसएसपी रजनेश सिंह ने 'आपकी एक आस, आपकी अमानत, आपके पास' अभियान शुरू किया है। इस विशेष अभियान के तहत ही फोन लौटाया गया। सभी मोबाइल फोन की कीमत करीब 16 लाख रुपए थी। ऐसे हुई मोबाइल फोन की रिकवरी इन मोबाइलों की रिकवरी एसीसीयू (साइबर सेल) और बिलासपुर पुलिस के सभी थानों के संयुक्त प्रयासों से की गई। पुलिस के मुताबिक, ये मोबाइल छत्तीसगढ़ के अलावा मध्य प्रदेश, झारखंड, ओडिशा और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों से बरामद किए गए थे। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में एसीसीयू बिलासपुर में पदस्थ उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी ने उपस्थित लोगों को साइबर अपराधों से बचने के महत्वपूर्ण उपाय बताए। उन्होंने डिजिटल अरेस्ट, सेक्सटॉर्शन (वीडियो कॉलिंग के माध्यम से), वॉट्सऐप डीपी बदलकर ठगी, बिटकॉइन और टूरिज्म प्लान के नाम पर धोखाधड़ी, कस्टमर केयर फ्रॉड और ऑनलाइन लोन ऐप से होने वाली ठगी जैसे नए साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दी। लोगों को इन ठगियों से सतर्क रहने और उनसे बचने के तरीके समझाए गए।
शिवपुरी जिले के बदरवास कस्बे में नवदुर्गा महोत्सव के दौरान मां भुवनेश्वरी मंदिर पर एक अनूठा दृश्य देखने को मिला। यहां आयोजित लकी ड्रा कार्यक्रम के बीच हजारों लोगों ने एक साथ मोबाइल की टॉर्च जलाकर डिजिटल आरती में भाग लिया। इस डिजिटल आरती का संचालन शिक्षक घनश्याम शर्मा ने किया। यह आयोजन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में विशेष रूप से किया गया था, जिसमें सभी वर्गों के लोगों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण लकी ड्रा था, जिसमें विजेताओं को कुल 17 इनाम दिए गए। इनमें 7 इलेक्ट्रिक स्कूटी, 2 बाइक, मोबाइल फोन, टीवी, अलमारी और सोने का पेंडेंट शामिल थे। लकी ड्रा की पर्चियां छोटी बच्चियों द्वारा निकाली गईं। इस दौरान तहसीलदार प्रदीप भार्गव और बदरवास थाना प्रभारी विकास यादव भी मौजूद थे।
भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी लेडी टीचर मनीषा (19) की मौत की जांच कर रही CBI फिर भिवानी लौट रही है। इस बार दिल्ली एम्स से मनीषा के शव की बिसरा रिपोर्ट और मोबाइल कॉल डिटेल लेकर आ रही है। इस केस में CBI तीन अहम सबूत जुटा रही है। पहली, बिसरा रिपोर्ट, दूसरी मनीषा के मोबाइल की कॉल व डेटा डिटेल और क्राइम स्पॉट की फोरेंसिक रिपोर्ट। इसके अलावा मौके के गवाहों, परिजन, स्कूल, नर्सिंग कॉलेज संचालकों व दवा विक्रेता से 2 से 4 बार पूछताछ हो चुकी है।मनीषा के पिता संजय ने दैनिक भास्कर एप को बताया कि CBI अफसरों का फोन आया था। जिन्होंने बताया कि अब सभी रिपोर्ट के साथ आ रहे हैं। मनीषा के शव का 3 बार पोस्टमॉर्टम हुआ। पहली बार भिवानी के सिविल अस्पताल में, फिर रोहतक पीजीआई में और आखिरी बार दिल्ली एम्स में। एम्स की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट अभी सार्वजनिक नहीं हुई है। पोस्टमॉर्टम के बाद डॉक्टर्स ने बिसरा सैंपल भिवानी पुलिस को सौंप दिए थे। पुलिस ने इन्हें सुनारिया लैब में प्रिजर्व रखा और बाद में CBI को सौंपा था। इन्हीं सैंपलों की जांच एम्स में करवाई गई, जिसकी रिपोर्ट अब आ रही है। पिता बोले-आज आ सकती है CBI टीममनीषा के पिता संजय के अनुसार सीबीआई की टीम अब बिसरा की रिपोर्ट लेकर वापस आएगी। उसके आधार पर जांच की जाएगी। सीबीआई की टीम ने बिसरा सैंपलों की लैब में जांच करवाई है। CBI रिपोर्ट मिलने के बाद भिवानी आएगी। उम्मीद है कि सीबीआई की टीम शुक्रवार को भिवानी आए। अब तक सीबीआई ने मामले में क्या-क्या किया... पुलिस की थ्यूरी और मौके गवाहों के बयानों में कुछ अंतरलोकल पुलिस की थ्यूरी रही कि यह सुसाइड का मामला है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मनीषा के शरीर में कीटनाशक के अंश मिले। गर्दन पर मिले घावों को लेकर पुलिस की थ्यूरी है ये जानवरों ने नोचा होगा।सबसे पहले लाश देखने वाले ईश्वर व सत्यपाल ने भी ये बात तो कही कि शव के आसपास कुत्तों का झुंड था। हालांकि यह भी कहा कि कुत्ते शव को नोंच नहीं रहे थे। बताया जा रहा है कि जांच टीम ने चश्मदीदों से कुत्तों की संख्या तक पूछी। 3 बार घटनास्थल पर गई सीबीआई, विशेष फोरेंसिक टीम बुलाईCBI टीम तीन बार सिंघानी में घटनास्थल पर भी जा चुकी है। दिल्ली से स्पेशल फोरेंसिक टीम भी बुलाई गई। हालांकि लोकल पुलिस ने भी फोरेंसिक रिपोर्ट तैयार की थी। जांच टीम ने नर्सिंग कॉलेज, दवा विक्रेता, चश्मदीदों व खेत मालिक से भी पूछताछ की है। अब SP रैंक के अधिकारी भी आ चुके भिवानीकरीब 22 दिन से सीबीआई की टीम भिवानी में जमी है। पहले इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी जांच कर रहे थे। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी और कुछ नए पहलू सामने आए, उसके बाद SP रैंक के अधिकारी भी भिवानी पहुंचे। सीबीआई टीम मीडिया से दूरी बनाए हुए है। लोकल पुलिस को भी कम ही जगह इन्वॉल्व किया है। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ेंमनीषा डेथ मिस्ट्री, अभी परिवार के इर्द-गिर्द जांच:CBI ने परिवार से तीनों बार एक जैसे सवाल पूछे; पिता संजय बोले- प्रशासन ने उलझाया केस हरियाणा के भिवानी में लेडी टीचर मनीषा की मौत की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने 3 बार उसके पिता संजय से पूछताछ की है। तीनों बार एक जैसे सवाल ही पूछे गए। इसके अलावा जिस प्ले वे स्कूल में मनीषा एक महीने से पढ़ा रही थी, उसके संचालक रोहित दहिया से 4 बार पूछताछ हो चुकी है। (पूरी खबर पढ़ें)
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'