ग्वालियर में मानसिक रूप से कमजोर एक व्यक्ति का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने उसके नाम की जमीन को अपने नाम करा लिया। इतना ही नहीं उसे बंधक बनाकर अपने पास रखा। यह बात पीड़ित के बड़े भाई को पता चली तो उसने अपने स्तर पर जानकारी निकाली तो मालूम चला कि जमीन नाम कराने के नाम पर मानसिक रूप से कमजोर उसके भाई के साथ आरोपियों ने बर्बरता की सारी हदें लांघ दी थीं। आरोपी ने मानसिक रोगी को बिजली के तार से करंट लगाया।शादी की लालच देकर उसे मोबाइल पर अश्लील मूवी दिखाई जिससे मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। मामले की शिकायत पीड़ित के भाई ने पुरानी छावनी थाना में की थी। पुलिस ने सुनवाई नहीं की तो फरियादी ने हाईकोर्ट का रास्ता अपनाया। जिस पर कोर्ट ने पुलिस को इस मामले में तत्काल आरोपियों पर मामला दर्ज करने के निर्देश दिए थे। जिस पर सोमवार को पुलिस ने पुरानी छावनी थाना में मामला दर्ज किया है।ग्वालियर के पुरानी छावनी स्थित सुसेरा कोठी में रहने वाले सुखलाल पाल की वार्ड-63 के चकरायपुरा में 0.2615 हेक्टेयर जमीन है। आरोपी गंभीर लोधी पुत्र सिकंदर लोधी निवासी ग्राम मऊ, महाराजपुरा, हबीब खान उर्फ संतो खान पुत्र बासल खान निवासी सुसेरा कोठी तथा रविन्द्र सिंह पुत्र जुझार सिंह लोधी निवासी ग्राम मऊ, महाराजपुरा ने इस जमीन को हथियाने के लिए 10 अक्टूबर 2025 को सुखलाल पाल का अपहरण कर लिया और उसे तरह-तरह की प्रताड़नाएं दी।उसे अपने यहां बंधक बनाकर रखा और बिजली के तारों से करंट लगाया। जब इससे भी मन नहीं भरा तो उसकी मानसिक कमजोरी का फायदा उठाकर शादी कराने का लालच देकर मोबाइल में अश्लील वीडियो दिखाई, षड्यंत्र रचकर उसके साक्ष्य मिटा दिए।जमीन अपने नाम करा ली, लेकिन चेक साल 2027 के दिएआरोपी गंभीर लोधी, हबीब खान तथा रविन्द्र सिंह ने मानसिक रूप से कमजोर सुखलाल से हस्ताक्षर लेकर जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करा ली और उसे 17-17 लाख के तीन चेक दे दिए। चेक वर्ष 2027 में कैश होंगे। लेकिन जब सुखलाल के भाई गिर्राज पाल को यह पता चला तो उसने कहा कि जमीन की रजिस्ट्री मानसिक रूप से कमजोर भाई अकेले कैसे कर सकता है। अगर रुपए दिए हैं तो कहा हैं।आरोपी कहने लगे कि 44 लाख रुपए नकद दिए हैं। करोड़ों रुपए की जमीन हाथ से जाते देखकर सुखलाल के भाई ने इसकी जानकारी पुरानी छावनी पुलिस को दी और जांच करने की मांग की।पुलिस का सुस्त रवैया देखकर गिर्राज पाल उच्च न्यायालय की शरण में पहुंचा। उच्च न्यायालय ने मामले की सुनवाई करते हुए पुरानी छावनी पुलिस को निर्देश दिए कि जमीन हथियाने वालों के खिलाफ तुरंत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया जाए। उच्च न्यायालय का निर्देश मिलने के बाद रविवार को पुरानी छावनी पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।पुरानी छावनी थाना पुलिस का कहना है कि कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सिंहवाड़ा में खोया हुआ मोबाइल दो साल बाद मिला:पुलिस ने बरामद कर मालिक को लौटाया
दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा के भरवाड़ा निवासी प्रशांत कुमार भारती को दो साल पहले खोया हुआ उनका मोबाइल फोन वापस मिल गया है। उनका फोन 26 अक्टूबर 2023 को दरभंगा जाते समय गुम हो गया था। इस संबंध में उन्होंने सिंहवाड़ा थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। सोमवार (24 नवंबर) को सिंहवाड़ा थाना प्रभारी बसंत कुमार ने प्रशांत कुमार को उनका खोया हुआ मोबाइल फोन सौंप दिया। मोबाइल वापस मिलने पर प्रशांत कुमार ने खुशी व्यक्त की और थाना प्रभारी बसंत कुमार को धन्यवाद दिया। पुलिस की कार्यशैली की सराहना प्रशांत कुमार ने इस अवसर पर कहा कि पुलिस द्वारा उनका मोबाइल ढूंढकर वापस सौंपे जाने से वे बहुत संतुष्ट हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हाल के दिनों में क्षेत्र में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ है और अपराधियों में पुलिस का भय बढ़ा है। उन्होंने थाना प्रभारी और पुलिस के कार्यों की सराहना की और कहा कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने में सफल हो रही है। इस घटना से क्षेत्र में पुलिस के प्रति सकारात्मक धारणा बनी है।
फोटोग्राफर का मोबाइल लूटकर भागे थे बदमाश:पुलिस ने पीछाकर दो बदमाशों को पकड़ा, 10 मोबाइल बरामद किए
इंदौर के खजराना में एक फोटोग्राफर का मोबाइल लूटकर भागने वाले बाइक सवार दो बदमाशों को पुलिस ने पकड़ा है। आरोपियों के पास से 10 लूट के मोबाइल बरामद हुए हैं। आरोपी उस समय मोबाइल लेकर भागे जब फोटोग्राफर अपने भाई के लिए मोबाइल से रोबोट चौराहे के पास रैपिडो बुक कर रहा था।खजराना टीआई मनोज सेंधव ने प्रकाश माली और सुखेदव निवासी बड़नगर की शिकायत पर मोबाइल लूट के मामले में एफआईआर की थी। इस मामले में पुलिस ने सलमान उर्फ मच्छी उर्फ अमान पुत्र सलीम शेख निवासी सुपारी गली जल्ला कॉलोनी और साहिल उर्फ चिंटू पुत्र शकूर खान निवासी जल्ला कॉलोनी को पकड़ा है। प्रकाश ने बताया था कि वह उज्जैन के बड़नगर का रहने वाला है। शादियों में फोटोग्राफर का काम करता है। यहां पर अपने भाई प्रवीण के साथ साहिल रेसीडेंसी जाने के लिए खड़ा था। इस दौरान रैपिडो बुक रहा था। तभी बदमाश वहां बाइक से पहुंचे थे। उन्होंने मोबाइल पर झपट्टा मारा ओर फरार हो गया। जब उनका पीछा करने लगे तो एक अन्य युवक सुखदेव के भी मोबाइल लूट की जानकारी मिली। पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी निकाले।इसके बाद सोमवार को दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। टीआई के मुताबिक सलमान सब्जी का ठेला लगाने का काम करता है। वहीं साहिल ऑटो रिक्शा चलाता है। दोनों अपने शौक मौज पूरे करने के लिए लूट की वारदात करते थे। आरोपियों से लूट के मामले को लेकर पूछताछ की जा रही है।
रांगामाटी से सक्रिय अपराधी गिरफ्तार:चोरी की तीन बाइक, टोटो और मोबाइल फोन बरामद
बलियापुर पुलिस ने रांगामाटी क्षेत्र में रात्रि गश्त के दौरान चोरी के वाहनों से जुड़े एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि रांगामाटी निवासी एक सक्रिय अपराधी चोरी की बाइक के साथ आरएम-4 की ओर गया है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रासुघूटू बस्ती, रांगामाटी से राज गोराई (19) को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी की निशानदेही पर तीन चोरी की मोटरसाइकिलें, एक बिना नंबर का टोटो और एक चोरी का मोबाइल फोन बरामद किया गया। यह सभी सामान चोरी का बताया जा रहा है। बाइक चोरी करता था और उन्हें सस्ते दामों पर बेच देता था पूछताछ के दौरान, आरोपी राज गोराई ने स्वीकार किया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर धनबाद के विभिन्न थाना क्षेत्रों से बाइक चोरी करता था और उन्हें सस्ते दामों पर बेच देता था। उसने यह भी बताया कि 29 अक्टूबर 2025 को बलियापुर थाना क्षेत्र में रोजगार सेवक संजय साह के साथ हुई छिनतई की घटना में भी वह शामिल था। उस घटना में प्रयुक्त बाइक धनसार क्षेत्र से चोरी की गई थी। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी का आपराधिक इतिहास रहा है और वह 2021 से 2024 तक के कई पुराने मामलों में भी संलिप्त रहा है। बरामदगी के आधार पर बलियापुर थाना में कांड संख्या 278/2025 के तहत भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303(2), 317(2), 317(5) और 3(5) के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
जमुई के टाउन थाना क्षेत्र के ताजपुर गांव में सोमवार सुबह मोबाइल चार्ज करते समय एक किसान की करंट लगने से मौत हो गई। उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान ताजपुर गांव निवासी नगीना चौधरी (55) के रूप में हुई है। मृतक की पत्नी उमा देवी ने बताया कि सोमवार सुबह उनके पति खेत से घर लौटे थे। वे बिजली बोर्ड में मोबाइल चार्जर लगाकर फोन चार्ज कर रहे थे। जैसे ही नगीना चौधरी चार्जर निकालने लगे, बोर्ड से बिजली का तार बाहर निकल गया। कटा हुआ तार उनके सिर से छू गया, जिससे उन्हें जोरदार झटका लगा और वे नीचे गिर पड़े। बेहोशी की हालात में सदर अस्पताल पहुंचाया गया परिजनों ने तुरंत बिजली काटी, लेकिन तब तक नगीना चौधरी बेहोश हो चुके थे। घर के अन्य सदस्यों की मदद से उन्हें सदर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। टाउन थाने की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची घटना की सूचना मिलने के बाद टाउन थाने की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और मामले की छानबीन शुरू कर दी। टाउन थानाध्यक्ष अमरेंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
अयोध्या में 25 नवंबर को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित धर्मध्वजारोहण कार्यक्रम को देखते हुए यूपी पावर कॉर्पोरेशन ने शहर में बिजली आपूर्ति को सुरक्षित और निर्बाध बनाए रखने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। कार्यक्रम के दौरान 24 घंटे सतत बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से विभाग ने एक दर्जन से अधिक मोबाइल ट्रॉली ट्रांसफार्मरों की वैकल्पिक व्यवस्था की है, ताकि आपात स्थिति में तुरंत बदली की जा सके। विभाग ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। मुख्य अभियंता से लेकर प्रबंध निदेशक तक लगातार अयोध्या का दौरा कर बिजली व्यवस्था की समीक्षा कर रहे हैं और हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। बिजली लाइनों की मरम्मत, ट्रांसफार्मरों की जांच एवं सुधार का काम तेजी से चल रहा है। ढीले तारों को कसने, पेड़ों की लटकती डालियां हटाने व जोखिमपूर्ण स्थानों को सुरक्षित करने जैसे कार्य प्राथमिकता पर किए जा रहे हैं। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम अयोध्या के मुख्य अभियंता ने बताया कि सभी विद्युत लाइनों का निरीक्षण पूरा कर लिया गया है और प्रत्येक खामी को दूर कर दिया गया है। मुख्य अभियंता ने आगे बताया कि किसी भी ट्रांसफार्मर में खराबी आने पर तत्काल मोबाइल ट्रॉली ट्रांसफार्मर से सप्लाई बहाल कर दी जाएगी। सभी बिजली घरों पर लाइन स्टाफ की शिफ्टवार ड्यूटी लगा दी गई है, जबकि कार्यक्रम से एक दिन पहले सभी मेंटेनेंस गैंग पूरी तरह अलर्ट मोड में रहेंगे। पावर कॉर्पोरेशन का दावा है कि पीएम के आगमन के दौरान शहर में बिजली आपूर्ति किसी भी हाल में बाधित नहीं होने दी जाएगी, इसके लिए सभी व्यवस्थाएं युद्धस्तर पर की जा रही हैं।
जयपुर में एक मोबाइल शॉप में चोरी हो गई। बदमाश कस्टमर बनकर दुकान पर आया और मौका देखकर मोबाइल चुराकर भाग गया। मोबाइल करीब 1.30 लाख रुपए का था। दुकान में लगे CCTV फुटेज में चोर नजर भी आया है। मामला बस्सी थाने का है। पुलिस ने बताया- बस्सी के रहने वाले दीपक कुमार शर्मा की सराफ कॉलोनी में स्थित मोबाइल की दुकान में चोरी हुई है। वह दुकान पर कस्टमर को मोबाइल दिखा रहा था। इस दौरान दो लड़के मोबाइल टेम्पर लगवाने आए। एक लड़के ने टेम्पर लगवाने के बहाने बातचीत में उलझा लिया। वहीं दूसरे ने मौका देखकर पानी के कैंपर पर चढ़कर अलमारी में रखा 1.30 लाख रुपए का मोबाइल जेब में रख लिया। CCTV देखने पर चोरी का चला पताकुछ देर बाद दोनों बदमाश बाइक पर बस्सी चक की तरफ फरार हो गए। शाम के समय दुकान में रखे मोबाइल संभालते, तब चोरी का पता चला। दुकान में लगे CCTV फुटेज चेक करने पर चोरों की करतूत सामने आई। इसके बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई।
बालाघाट में एक निजी कंपनी की ओर से आवासीय क्षेत्र में लगाए जा रहे मोबाइल टावर का विरोध तेज हो गया है। वार्ड क्रमांक 30 के रहवासियों ने प्रशासनिक सुनवाई न होने पर स्थानीय विधायक अनुभा मुंजारे से शिकायत की। विधायक ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और प्रशासन से जनहित में टावर की अनुमति रद्द करने की मांग की। विधायक अनुभा मुंजारे ने इस मामले में जिला प्रशासन की ओर से दी गई अनुमति को पूरी तरह से अवैधानिक बताया। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने स्थल निरीक्षण और नगर पालिका से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) लिए बिना ही यह अनुमति दी है। देखिए तस्वीरें... विधायक ने प्रशासन अनुमति पर विरोध जताया विधायक ने प्रशासन पर हठधर्मिता और तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि लोगों के स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर यह निर्णय लिया गया है, जिसका वह पुरजोर विरोध करती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस स्थान पर टावर नहीं लगने दिया जाएगा। रहवासियों ने बताया कि उन्होंने टावर के विरोध में कलेक्टर से लेकर एसडीएम तक अपनी शिकायतें दर्ज कराई थीं, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया। रहवासी सरोज बोपचे ने बताया कि टावर उनके घर के ठीक सामने लगाया जा रहा है, जिससे उन्हें और अन्य निवासियों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
अररिया के रानीगंज थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुई लूट की घटना का पुलिस ने बड़ा खुलासा कर दिया है। अररिया पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपी रंजीत कुमार उर्फ यादव (21 वर्ष) को उसके साथी सोनू कुमार (22) के साथ गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पास से एक देसी कट्टा, चार जिंदा कारतूस, तीन खाली खोखा और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। 21 नवंबर की रात टेंपो चालक से हुई थी लूट घटना 21 नवंबर रात करीब 8 बजे की है। कविलाशा निवासी संतोष कुमार (24) टेंपो गैरेज से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान ठाकुर चौक मुशरनिया और बगुलाहा नहर के बीच पुल पर तीन मोटरसाइकिलों पर सवार नौ हथियारबंद अपराधियों ने उनकी गाड़ी रोक ली। बंदूक की नोक पर बदमाशों ने 40 हजार नकद, चांदी की चेन और सैमसंग मोबाइल लूट लिया और फरार हो गए। इस संबंध में रानीगंज थाना में कांड संख्या 448/23 दर्ज किया गया था। एसपी ने गठित की संयुक्त टीम घटना के बाद एसपी अंजनी कुमार के निर्देश पर सदर SDPO के नेतृत्व में रानीगंज पुलिस और DIU की संयुक्त टीम बनाई गई। तकनीकी जांच, इनपुट और लगातार की जा रही छापेमारी के बाद इससे पहले सात आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके थे। पुलिस शेष बदमाशों की तलाश में जुटी थी। ससुराल में छापेमारी, दो गिरफ्तार, एक फरार गुप्त सूचना पर पुलिस ने रंजीत कुमार के ससुराल (बैरक, वार्ड-3) में छापेमारी की। पुलिस को देखकर तीन लोग भागे, जिनमें से दो को दबोच लिया गया, जबकि एक आरोपी फरार हो गया।गिरफ्तारी के दौरान रंजीत के कमर से देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस और लूट का मोबाइल, जबकि सोनू कुमार के पास से दो जिंदा और तीन खाली कारतूस बरामद किए गए। मुख्य आरोपी पर पहले से कई मामले दर्ज पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि रंजीत यादव पहले से कई आपराधिक मामलों में वांछित है और जेल भी जा चुका है। गिरफ्तार दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर नया कांड संख्या 436/25 दर्ज किया गया है। तीसरे आरोपी की तलाश जारी पुलिस फरार तीसरे आरोपी की पहचान की पुष्टि कर रही है और उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है। इस सफल कार्रवाई के लिए एसपी ने जांच और छापेमारी टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
बुरहानपुर में विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) के काम में अधिकारियों और कर्मचारियों को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। रविवार को ग्राम मांडवा में ऐसा ही मामला सामने आया, जहां मोबाइल नेटवर्क न मिलने की वजह से नगर पालिका के अधिकारियों को पानी की ऊँची टंकी पर चढ़कर ऑनलाइन फॉर्म भरने पड़े। आदिवासी बहुल क्षेत्रों में मोबाइल टावर की कमी और दूर-दूर बसे घरों के कारण एसआईआर का काम लगातार प्रभावित हो रहा है। गांवों में नेटवर्क न होने से परेशानीमांडवा में नगर पालिका के सीएमओ मोहन सिंह अलावा, उपयंत्री प्रकाश बड़वाहे और विजय सिंह कुशवाह की ड्यूटी लगी थी। गांव में नेटवर्क बिल्कुल नहीं था, जिसके कारण उन्हें ऑपरेटर को साथ लेकर पानी की टंकी पर चढ़ना पड़ा। ऊपर पहुंचकर भी नेटवर्क अस्थिर था, जिससे बड़ी मुश्किल से कुछ फॉर्म ऑनलाइन फीड किए जा सके। अधिकारियों ने बताया कि गांव में न पीने का पानी है, न मोबाइल टावर, और घर भी काफी दूर-दूर बसे हैं, जिससे काम और ज्यादा कठिन हो गया। टंकी पर चढ़कर करते हैं अपलोडनिर्वाचन आयोग के ऐप पर ऑफलाइन लिए गए फॉर्म को ऑनलाइन फीड करना जरूरी होता है, लेकिन दिन में ऐप अक्सर काम नहीं करता। इसलिए कई बीएलओ दिन में फॉर्म जमा करते हैं और रात में घर जाकर उन्हें ऑनलाइन फीड करते हैं। मांडवा में भी अधिकारियों ने पूरे दिन फॉर्म लिए, लेकिन नेटवर्क न होने पर टंकी पर चढ़कर ही उन्हें अपलोड करना पड़ा। इधर, नेपानगर एसडीएम और ईआरओ द्वारा दो दिन पहले तीन बीएलओ और एक सुपरवाइजर को नोटिस जारी किए गए थे। इसके बाद रविवार को नेपानगर विधानसभा के 306 बूथों पर विशेष कैंप लगाए गए, जिनका सकारात्मक असर देखने को मिला। रविवार शाम तक विधानसभा में 61% फॉर्म भर लिए गए। कैंपों की लगातार मॉनिटरिंग नोडल अधिकारियों और तहसीलदारों द्वारा की गई।
निजी अस्पतालों पर नकेल:अब मोबाइल पर मिलेगा आयुष्मान का मैसेज इलाज पर कितना खर्च, कितना बचा है बैलेंस
छत्तीसगढ़ में आयुष्मान कार्ड से मरीजों के इलाज में होने वाले फर्जीवाड़े को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग नया सिस्टम तैयार कर रहा है। अब कार्ड ब्लॉक करने और इलाज एवं जांच के नाम पर पैसे काटे जाने का पता मरीजों को तुरंत चल जाएगा। बैंक खातों की तरह मरीज के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मैसेज भेजने की तैयारी की जा रही है। दरअसल, मरीजों से स्वास्थ्य विभाग के पास कई बार इस तरह की शिकायतें आती हैं कि जितना इलाज हुआ नहीं, उससे ज्यादा पैसे उनके खाते से काट लिए गए है। इस मामले में कुछ समय पहले विभाग ने स्वास्थ्य सहायता योजना के ऑडिट में बड़ी गड़बड़ी भी पकड़ी थी। तब खुलासा हुआ था कि योजना के तहत कैशलेस इलाज के लिए भर्ती मरीजों से भी अस्पतालों ने अतिरिक्त राशि ले ली थी। इसके बाद चार अस्पतालों पर कार्रवाई की गई थी। ऐसे अस्पतालों पर जुर्माना लगाने के साथ उन्हें एक-एक साल के लिए निलंबित किया गया है। स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत हर महीने निजी और सरकारी अस्पतालों द्वारा हर महीने 150 करोड़ का क्लेम भेजा जाता है। मरीज टोल फ्री नंबर पर भी कर सकते हैं शिकायत अफसरों के मुताबिक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना में अनुबंधित अस्पतालों में इलाज के समय ऐसे मरीजों का कैशलेस इलाज होता है। इसमें किसी भी तरह की दिक्कत होने पर सीधे टोल-फ्री नंबर 104 या 14555 पर शिकायत कर सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग खुद भी ऑनलाइन सॉफ्टवेयर में उपलब्ध डेटा का ऑडिट करता रहता है। सीधी बात - श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री निजी अस्पतालों की मनमानी रुकेगी, आम लोगों को मिलेगा पूरा इलाज इस तरह के सिस्टम की जरूरत क्यों पड़ रही है?जवाब: कुछ अस्पतालों द्वारा कॉर्ड ब्लाक कर ज्यादा पैसा काटने की शिकायत आ रही है, इसे देखते हुए यह सिस्टम तैयार किया जा रहा है। इससे क्या फायदा होगा, क्या अस्पतालों की मनमानी रुक जाएगी?जवाब: इससे उन मरीजों को फायदा होगा जिनका इलाज किया जा रहा और जितनी आवश्यकता है, उससे ज्यादा रकम उनके खाते से काट ली जा रही है। मैसेज सिस्टम शुरू होने से अस्पतालों की मनमानी रुक जाएगी। सिस्टम कब तक तैयार हो जाएगा?जवाब: इस पर काम चल रहा है। हमारी कोशिश है कि जल्द ही सिस्टम तैयार हो जाए। इससे लोगों को पता चलेगा कि सरकार मरीजों के इलाज में कितना खर्च कर रही है। इस तरह काम करेगा पूरा सिस्टम बैंक से पैसे निकालने पर मोबाइल पर एक स्वचालित एसएमएस अलर्ट आता है, जिसमें लेनदेन का विवरण जैसे कि निकाली गई राशि और खाते का शेष शामिल होता है। यह मैसेज कुछ ही सेकंड में मिल जाता है। इसी तरह का सिस्टम स्वास्थ्य विभाग भी तैयार कर रहा जिसमें जब आयुष्मान या स्वास्थ्य कार्ड से कोई डिजिटल ट्रांजेक्शन करते हैं, तो वह मशीन या आपका डिवाइस आयुष्मान भारत के बैंकिंग सिस्टम से जुड़ जाएगा। सिस्टम आपके नंबर और खाते की शेष राशि की जांच करता है। यदि सब ठीक होता है, तो वह ट्रांजेक्शन को मंज़ूरी देता है। इसके बाद ट्रांजेक्शन की पुष्टि होते ही, अलर्ट सिस्टम सक्रिय हो जाता है और एक एसएमएस गेटवे के माध्यम से मोबाइल नंबर पर एसएमएस भेजता है। जिसमें निकाली गई राशि, ट्रांजेक्शन का प्रकार और नया शेष राशि शामिल होता है।
कांकेर के कोतवाली थाना क्षेत्र के नया बस स्टैंड स्थित नरेंद्र मोबाइल दुकान में 20 नवंबर की रात करीब 3:30 बजे चोरी हुई थी। एक शातिर चोर दुकान में घुसकर सीसीटीवी कैमरों को ढका और कुल 45,800 रुपए कीमत के 5 मोबाइल चुरा लिए। दुकान मालिक नरेंद्र साहू ने अगले दिन कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने शिकायत पर धारा 331(4),(05) के तहत कार्रवाई करते हुए 48 घंटे के भीतर आरोपी दिनेश कुमार मंडावी (21) को कोंडागांव से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, चोर दुकान में टीना शेड तोड़कर घुसा था। जिसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
गोहाना में मोबाइल छीनने वाला युवक गिरफ्तार:मां के साथ शहर आई युवती को बनाया शिकार; कोर्ट ने भेजा जेल
सोनीपत जिले में थाना शहर गोहाना पुलिस टीम ने मोबाइल फोन छीनने की घटना में संलिप्त आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान जयदेव उर्फ गोलू निवासी दरियापुर, गोहाना के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपी से चोरीशुदा मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है। खानपुर कलां की युवती से छीना था मोबाइलपुलिस के अनुसार, 22 नवंबर 2025 को खानपुर कलां निवासी एक युवती ने थाना शहर गोहाना में शिकायत दर्ज कराई थी। युवती ने बताया कि वह पीजीआई खानपुर में क्लर्क का कोर्स कर रही है। घटना के दिन वह अपनी मां के साथ गोहाना शहर में सामान लेने आई थी। जब वे पानीपत चुंगी के पास साधन का इंतजार कर रही थीं, तभी शाम करीब 5:30 बजे एक युवक आया और उसके हाथ से आसमानी रंग का टेक्नो मोबाइल फोन छीनकर भाग गया। युवती ने शोर मचाया तो आसपास के लोगों ने बताया कि फोन छीनने वाला युवक जयदेव उर्फ भोला निवासी दरियापुर, गोहाना है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। मुख्य सिपाही रविंदर ने की गिरफ्तारीथाना शहर गोहाना की जांच टीम में नियुक्त मुख्य सिपाही रविंदर ने आरोपी जयदेव उर्फ गोलू को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी के कब्जे से चोरीशुदा मोबाइल फोन बरामद किया गया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
टोंक में 50 फीट ऊंचे मोबाइल टॉवर में आग:डेढ़ घंटे बाद 2 दमकलों ने पाया काबू; शॉर्ट सर्किट का अंदेशा
टोंक में हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में मोबाइल टॉवर के ऊपरी हिस्से में शनिवार सुबह अचानक आग लग गई। सूचना पर पहुंची दो दमकलों ने करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग बुझाई। सुबह सात बजे उठने लगा था धुआं पुरानी टोंक थाना क्षेत्र के हाउसिंग बोर्ड सेक्टर-2 स्थित पानी की टंकी के पास लगे जी ओ कंपनी के 50 फीट से अधिक ऊंचे मोबाइल टावर के ऊपर से सुबह करीब 7 बजे धुआं उठता दिखा। कुछ ही देर में आग की लपटें दिखाई देने लगीं, जिससे लोग घरों से बाहर निकल आए। लोगों ने पुलिस और परिषद को दी सूचना कॉलोनी में किसी बड़ी दुर्घटना की आशंका से दहशत फैल गई। लोगों ने तुरंत पुलिस और नगर परिषद को इसकी जानकारी दी। सूचना पर पुरानी टोंक थाना प्रभारी नेमीचंद मय जाप्ता मौके पर पहुंचे। दो दमकलों ने किया रेस्क्यू, डेढ़ घंटे चला ऑपरेशन कुछ देर बाद दो दमकल भी मौके पर पहुंचीं। टावर की ऊंचाई ज्यादा होने से दमकलकर्मियों को पानी की टंकी के पास बने मकान की छत पर चढ़कर आग पर काबू पाना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पूरी तरह बुझाई गई। टॉवर को हुआ बड़ा नुकसान प्रारंभिक अनुमान के अनुसार आग शॉर्ट सर्किट से लगी है। टावर के ऊपरी हिस्से में लगे उपकरणों को काफी नुकसान हुआ। हालांकि तकनीकी टीम मौजूद नहीं होने से नुकसान का सही आकलन अभी नहीं हो सका है।
कैमूर जिले के मोहनिया थाना क्षेत्र में पुलिस ने 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत एक खोया हुआ मोबाइल फोन बरामद किया है। यह फोन लगभग डेढ़ साल पहले गुम हुआ था, जिसे रविवार को उसके धारक को सौंप दिया गया। जानकारी के अनुसार, नरौरा गांव निवासी शिव शरण प्रसाद का मोबाइल करीब डेढ़ साल पहले मोहनिया से अपने गांव नरौरा लौटते समय रास्ते में गिर गया था। उन्होंने तत्काल मोहनिया थाने में मोबाइल गुम होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मोबाइल के आईएमईआई नंबर को सर्विलांस पर अपलोड कर दिया था। लगभग डेढ़ साल बाद, पुलिस को मोहनिया थाना क्षेत्र में मोबाइल फोन की लोकेशन मिली। रविवार को मोहनिया पुलिस ने अपने थाना क्षेत्र के एक गांव से खोया हुआ मोबाइल फोन बरामद कर लिया। इसके बाद, शिव शरण प्रसाद को उनके दिए गए मोबाइल नंबर पर सूचित किया गया कि उनका फोन मिल गया है। सूचना मिलते ही वे मोहनिया थाना पहुंचे और अपना मोबाइल प्राप्त किया। इस मामले पर मोहनिया थाने के सब-इंस्पेक्टर गोलू कुमार ने बताया कि डेढ़ साल पहले मोबाइल गुम होने का आवेदन मिला था। उन्होंने कहा कि आईएमईआई नंबर को सर्विलांस पर रखा गया था, जिसके आधार पर मोहनिया थाना अंतर्गत एक गांव से मोबाइल बरामद किया गया। धारक से एक लिखित आवेदन लेकर उन्हें मोबाइल सौंप दिया गया है।
अमृतसर ग्रामीण के थाना महिता पुलिस ने एक बड़ी वारदात टालते हुए एक आरोपी को दबोच लिया, हालांकि उसका साथी मौके से फरार हो गया। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से अवैध हथियार समेत सामान बरामद किया गया है। पुलिस का कहना है कि दोनों किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। एसएसपी IPS सुहैल मीर के निर्देश पर DSP जंडियाला रविंदर सिंह की अगुआई में अपराधियों व तस्करों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। टीम को सूचना मिली कि तेगविंदर सिंह उर्फ जगा और उसका साथी हरजिंदर सिंह अवैध हथियार के साथ स्विफ्ट कार में घूम रहे हैं और किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार इस पर थाना महिता पुलिस ने पुल बाईपास धरीदा पर नाकाबंदी कर दी। कुछ देर बाद संदिग्ध स्विफ्ट कार दिखाई दी। पुलिस ने इशारा कर उसे रुकवाना चाहा, लेकिन ड्राइवर कार रोककर अंधेरे का फायदा उठाते हुए खेतों की तरफ भाग गया। हालांकि, पुलिस ने कार की सह-चालक सीट पर बैठे हरजिंदर सिंह को तुरंत दबोच लिया। दूसरे साथी का मोबाइल फोन मिला हरजिंदर सिंह, पुत्र जोगा सिंह, निवासी पत्ती मेके सिटियाल से 30 बोर की अवैध पिस्तौल, 30 बोर के दो जिंदा कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है। स्विफ्ट कार नंबर DL 2C AL 4430 को जब्त कर लिया गया है। साथ ही, ड्राइवर सीट से मिला मोबाइल फोन फरार आरोपी जगा का पाया गया। नेटवर्क की तलाश में जुटी पुलिस पुलिस ने बताया कि फरार आरोपी की तलाश के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा, गिरफ्तार आरोपी के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंक की जांच भी गहराई से की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस वारदात के पीछे और कौन शामिल था।
सहारनपुर में 100 से अधिक आईफोन जैसे मोबाइल बंद हो गए। आरोप है कि फोन चलते-चलते अचानक रीसेट हो गए और फिर बंद हो गए। उन्हें खोलने की कोशिश की, लेकिन खुले नहीं। इसके बाद शनिवार को गुस्साए 70–80 ग्राहक दुकान पर पहुंच गए, लेकिन दुकान बंद थी। इसके बाद लोग हंगामा करने लगे। सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची और किसी तरह लोगों को शांत कराया। पुलिस के मुताबिक, 2 महीने दिन के अंदर श्रीराम चौक के गीतांजलि मोबाइल सेंटर से ये फोन बेचे गए थे। इनमें एपल के 13 प्रो और 14 प्रो जैसे मॉडल शामिल हैं। हंगामा कर रहे युवाओं ने बताया कि फोन कुछ समय तक ठीक चले, लेकिन अचानक शुक्रवार रात और शनिवार सुबह सैकड़ों फोन बंद हो गए। इसके बाद हम लोगों को धोखाधड़ी का शक हुआ। हालांकि, सीओ मुनीश चंद्र ने बताया- मामला किस्तों को लेकर हुए विवाद का है। पीड़ितों ने शिकायत दर्ज कराई है। मोबाइल आईफोन के हैं या नहीं, इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद सख्त एक्शन लेंगे। हंगामे की 2 तस्वीरें देखिए- मोबाइल खरीदने वाले लोगों ने क्या कहा, पढ़िए दुकानदार के परिवार में कोई बीमार, अभी वह गाजियाबाद मेंपड़ोसी दुकानदारों ने बताया कि मोबाइल शॉप के मालिक के परिवार में कोई बीमार है। इस वजह से दुकानदार उसे लेकर गाजियाबाद गया है। दुकानदार के आने के बाद ही पूरे मामले का सही पता चल सकेगा। मोबाइल एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण तनेजा ने कहा कि मामला दुकानदार का नहीं, बल्कि फाइनेंस कंपनी और आईफोन कंपनी की तकनीकी समस्या से जुड़ा हो सकता है। पुलिस जांच कर रही है और उपभोक्ताओं को लिखित शिकायत देने के निर्देश दिए गए हैं। --------------------------ये खबर भी पढ़ें... रामपुर में पत्नी की हत्या कर छत पर चढ़ा पति:साढ़े 7 घंटे बाद उतरा, पिता बोले- बच्चों को भी गोली मारने वाला था रामपुर में एक पति ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। फिर वह अपने 3 बच्चों को मारने के लिए तमंचे में बुलेट भरने लगा। तभी उसके पिता ने पकड़ लिया। इसके बाद वह पिता को धक्का देकर गांव में हवाई फायर करते हुए भाग गया। पढ़ें पूरी खबर...
सागर के सानौधा थाना क्षेत्र के ग्राम खड़ेराभान में पुलिस ने खेत में चल रहे जुआ फड़ पर दबिश देकर 9 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मौके से नकद, 5 बाइक और 8 मोबाइल फोन सहित कुल 2 लाख 3 हजार 160 रुपए का सामान जब्त किया है। सभी आरोपियों को पकड़कर थाने लाया गया, जहां उनके खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, मुखबिर से सूचना मिली थी कि खड़ेराभान गांव में एक खेत में जुआ फड़ संचालित हो रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची। वहां लोग टॉर्च के उजाले में ताश के पत्तों पर हार-जीत का दाव लगा रहे थे। पुलिस ने घेराबंदी कर दबिश दी। पुलिस को देख जुआरी भागने लगे, लेकिन जवानों ने पीछा कर उन्हें दबोच लिया। ये 9 जुआरी हुए गिरफ्तारपुलिस की कार्रवाई में 9 लोगों को जुआ खेलते हुए पकड़ा गया है... 8160 रुपए नकद मिले, जुआ एक्ट में केस दर्जसानौधा थाना प्रभारी भरत सिंह ठाकुर ने बताया कि जुआ फड़ पर कार्रवाई कर 9 जुआरियों को पकड़ा है। उनके कब्जे से 8160 रुपए नकद, 8 मोबाइल, 5 बाइकें कुल कीमती 2 लाख 3 हजार 160 रुपए का सामान जब्त किया है। सभी जुआरियों के खिलाफ जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया है।
लुधियाना के जगराओं में सड़क सुरक्षा फोर्स के एएसआई हरजीत सिंह की पत्नी और बेटी से शनिवार की देर शाम पर्स छीनने की घटना सामने आई है। यह वारदात शहर के शेरपुरा रोड के पास उस वक्त हुई, जब मां-बेटी स्कूटी पर सवार होकर खरीदारी करने आई थीं। बिना नंबर की बाइक पर आए नकाबपोश युवकों ने पीछे बैठी महिला के हाथ से पर्स झपटा और मौके से फरार हो गए। यह पूरी घटना पास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। फुटेज में दिख रहा है कि लुटेरे काफी देर से स्कूटी का पीछा कर रहे थे। भीड़ होने के कारण वे कुछ देर रुके और जैसे ही रास्ता साफ हुआ, उन्होंने वारदात को अंजाम दिया और तेजी से भाग निकले। पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी सूचना मिलने पर बस स्टैंड चौकी की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालना शुरू कर दिया। चौकी इंचार्ज सुखविंदर सिंह ने बताया कि छीने गए पर्स में लगभग 20-25 हजार रुपए व दो मोबाइल और कुछ महत्वपूर्ण कागजात थे। पुलिस ने यह भी बताया कि झपटमारी के दौरान मां-बेटी स्कूटी से नहीं गिरीं, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। इस घटना के बाद शहर में कानून-व्यवस्था को लेकर चिंता बढ़ गई है। स्थानीय लोगों ने पुलिस सुरक्षा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब पुलिस अधिकारी का परिवार ही सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी। जांच अधिकारी सुखविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मवेशियों के इलाज के लिए 1962 पशु मोबाइल यूनिट से करें सम्पर्क
सिटी रिपोर्टर | शेखपुरा शनिवार की शेखपुरा अवस्थित जिला पशु पालन पदाधिकारी कार्यालय परिसर में जिला समन्वयक अनीश कुमार वर्मा के नेतृत्व में पशु मोबाइल यूनिट के कर्मियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले भर में पशुपालकों को बेहतर चिकित्सा सेवा देने पर विशेष चर्चा की गई। जिला समन्वयक ने बताया कि बताया गया की शेखपुरा जिले में इन दिनों डोर टू डोर जाकर पशु एम्बुलेंस कर्मी मवेशियों का इलाज कर रहे हैं। गौरतलब हो कि राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित 1962 पशु मोबाइल यूनिट की शुरुआत विगत वर्ष बिहार में प्रारंभ की गई थी। जिसके सफल संचालन को लेकर सभी जिले में भव्या हेल्थ सर्विस प्राइवेट लिमिटेड के बैनर तले एक जिला समन्वयक की प्रतिनियुक्ति की गई है। शेखपुरा में भी पशु मोबाइल यूनिट के जिला समन्वयक अनीश कुमार वर्मा की देखरेख में शेखपुरा जिला के पशु मोबाइल यूनिट कर्मी प्रतिदिन दो गांव जाकर कैंप लगाकर पशुपालकों को चिकित्सा सेवा मुहैया करा रहे हैं। जिला समन्वयक अनीश कुमार ने बताया कि यह यूनिट प्रतिदिन दो गांव का दौरा कर पशुओं से संबंधित सभी रोगों के उपचार में सहायक है।
स्टेशन से यात्रियों के मोबाइल चुराने वाले दो चोर गिरफ्तार
रांची|रांची रेलवे स्टेशन पर यात्रियों से मोबाइल चोरी करने वाले दो अपराधियों को आरपीएफ के एएसआई योगेन्द्र कुमार ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम फैजल अंसारी और अली रयान हैं। दोनों लोअर बाजार थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस पूछताछ में गिरफ्तार दोनों आरोपियों ने मोबाइल चोरी की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है।
जेल में तंबाकू और मोबाइल चार्जर की उपलब्धता सुरक्षा में है चूक : हाईकोर्ट
सिटी रिपोर्टर|रांची झारखंड हाईकोर्ट के असिस्टेंट रजिस्ट्रार कुमार राजेश ने राज्य के डालसा सचिवों को पत्र जारी कर नियमित रूप से जेल का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। साथ ही, निरीक्षण की अद्यतन रिपोर्ट समर्पित करने को कहा है। 21 नवंबर को भेजे पत्र में असिस्टेंट रजिस्ट्रार ने 18 नवंबर 2025 को झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान और राजेश शंकर के संयुक्त खंडपीठ द्वारा दिए गए निर्देश की प्रति भेजी है। खंडपीठ ने अपने आदेश में डालसा सचिव को नियमित तौर पर बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार का औचक निरीक्षण का निर्देश दिया है। अपने आदेश में खंडपीठ ने जेल कैंटीन के माध्यम से तंबाकू की आपूर्ति को सख्ती से नियंत्रित करने का निर्देश दिया है। कहा है कि जेल में तंबाकू की उपलब्धता आंतरिक नियंत्रण में चूक का संकेत देती है। ब्लूटूथ ईयरफोन, यूएसबी केबल और मोबाइल चार्जर वायर की बरामदगी इस बात की ओर इशारा करती है कि जेल परिसर में मोबाइल फोन का उपयोग संभव है, जो संबंधित अधिकारियों की संलिप्तता का संदेह पैदा करता है। यह भी सुनिश्चित करने को कहा है कि पूरे राज्य की जेलों में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो और व्यापक सीसीटीवी निगरानी की जा सके। अदालत ने कहा है कि जेल में सिगरेट, पान मसाला, तंबाकू उत्पाद, मोबाइल फोन, ब्लूटूथ ईयरफोन, यूएसबी केबल, मोबाइल चार्जर वायर, मोबाइल चार्जर या एसेसरीज की सप्लाई बिल्कुल न हो। कोर्ट ने कहा है कि जेल में स्टाफ की तैनाती रोटेशन के आधार पर की जाए ताकि अवैध लेनदेन को रोका जा सके। साथ ही, कोर्ट ने यह भी कहा है कि अगर किसी कैदी की मृत्यु जेल में होती है तो उसे अंदर में नहीं दफनाया जाए।
नवादा के वारसलीगंज थाना पुलिस ने दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमान के निर्देश पर हुई इस कार्रवाई में उनके पास से 3 एंड्रॉयड मोबाइल और 11 पन्नों की एक डेटाशीट बरामद की गई है। थाना प्रभारी पंकज कुमार सैनी ने बताया कि साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए पुलिस अधीक्षक, नवादा के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पकरीबरावां के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम में वारसलीगंज थाना के पुलिस पदाधिकारी और सशस्त्र बल शामिल थे। दोनों साइबर अपराधियों को मौके से गिरफ्तार किया गठित टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर ग्राम चैनपुरा स्थित राइस मिल के पास छापेमारी की। इस दौरान दोनों साइबर अपराधियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। फाइनेंस कंपनियों के नाम पर लोगों को लोन देने का झांसा देते थे पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये अपराधी फाइनेंस कंपनियों के नाम पर लोगों को लोन देने का झांसा देते थे। वे ग्राहकों के मोबाइल नंबर, नाम और पते सहित विस्तृत कस्टमर डाटा का इस्तेमाल कर उनसे संपर्क करते थे और ठगी को अंजाम देते थे। विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज इस संबंध में वारसलीगंज थाना में कांड संख्या 602/25, दिनांक 21.11.25, धारा 303(2)/318(2)/318(4)/336(2)/338/340(2)/61(2) भारतीय न्याय संहिता एवं 66/66बी/66सी/66डी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आगे की वैधानिक कार्रवाई कर रही है। गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान फुलटुन कुमार (30) और रोहित कुमार (19) के रूप में हुई है। बरामद सामानों में 3 एंड्रॉयड मोबाइल (जिनमें दो जियो मोबाइल हैं) और 11 पन्नों की एक डाटाशीट शामिल है।
अमेरिकी रैपर ट्रैविस स्कॉट के मुंबई में हुए कॉन्सर्ट में चोरी की कई घटनाएं हुईं। मुंबई पुलिस के अनुसार, शो के दौरान कई लोगों के मोबाइल फोन और ज्वेलरी चोरी हो गईं। चोरी हुए सामान की कुल कीमत लगभग 18 लाख रुपए बताई जा रही है। यह कॉन्सर्ट 19 नवंबर को मुंबई के महालक्ष्मी रेस कोर्स में हुआ था, जहां हजारों फैंस स्कॉट के हिट गानों पर झूमते नजर आए। भीड़ का फायदा उठाकर कुछ लोगों ने चोरी की वारदातों को अंजाम दिया। पुलिस के मुताबिक, अब तक की जांच में 24 मोबाइल फोन और 12 गोल्ड चेन चोरी होने की शिकायतें मिली हैं। कई लोग कॉन्सर्ट खत्म होने के बाद ताड़देव पुलिस स्टेशन पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 303(2) और 304 के तहत मामला दर्ज किया है। अब मामले की जांच जारी है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस कॉन्सर्ट स्थल पर लगे CCTV फुटेज की जांच कर रही है ताकि चोरी करने वालों की पहचान की जा सके। पुलिस टीम चोरी गए सामान को बरामद करने और आरोपियों को पकड़ने की कोशिश में जुटी है। ट्रैविस स्कॉट का मुंबई कॉन्सर्ट उनके ‘सर्कस मैक्सिमस वर्ल्ड टूर 2025’ का हिस्सा था। इससे पहले उन्होंने दिल्ली में भी 18 और 19 अक्टूबर को परफॉर्म किया था। भारत में इस टूर को बुक माय शो लाइव इन इंडिया ने प्रोड्यूस और प्रमोट किया था। बता दें कि ट्रैविस स्कॉट अपने अलग म्यूजिक स्टाइल और जोश से भरे लाइव शो के लिए मशहूर हैं। उनके कई गाने जैसे सिको मोड, एंटीडोट, गूजबंप्स और हाईएस्ट इन द रूम, बिलबोर्ड हॉट 100 चार्ट में टॉप पर रहे हैं।
धनबाद जंक्शन पर शनिवार को मोबाइल चोर को यात्रियों ने रंगे हाथ पकड़ा। बलियापुर निवासी मुर्शिद अंसारी अपने मोबाइल को चार्जिंग पॉइंट पर लगा कर बैठ गए थे। थकान के कारण उन्हें नींद आ गई। इसी दौरान मौके का फायदा उठाते हुए एक चोर उनका मोबाइल चुपके से लेकर भागने लगा। तभी पास खड़े एक अन्य यात्री ने मुर्शिद को इसकी जानकारी दी। सूचना मिलते ही मुर्शीद तुरंत हरकत में आए। चोर की तलाश शुरू कर दी। जिससे पूरे स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। दुकान के पास बैठा मिला आरोपी मोबाइल चोरी की सूचना मिलते ही मुर्शिद ने प्लेटफॉर्म और स्टेशन परिसर में चोर की खोजबीन शुरू कर दी। कुछ ही देर बाद स्टेशन के बाहर सड़क किनारे एक दुकान के पास आरोपी उन्हें बैठा मिला, जिसका चेहरा ढंका हुआ था। मुर्शिद ने उसे पकड़ लिया और उससे अपना मोबाइल वापस छीन लिया। इसके बाद उन्होंने आरोपी को कसकर पकड़ा और घसीटते हुए पूरे स्टेशन परिसर से होकर आरपीएफ पोस्ट तक ले गए। घटनास्थल पर मौजूद लोग इस घटनाक्रम को देखते रहे और कई ने यात्री की बहादुरी की सराहना की। लोगों का कहना था कि आरोपी शांत बैठा हुआ था ताकि किसी को उस पर शक न हो। आरपीएफ ने आरोपी को पकड़ा मुर्शिद ने आरोपी को आरपीएफ के हवाले कर दिया, जिसके बाद रेलवे सुरक्षा बल ने उससे पूछताछ शुरू की। स्टेशन परिसर में मौजूद यात्रियों ने बताया कि इस तरह की मोबाइल चोरी की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह मुर्शिद ने हिम्मत दिखाकर मोबाइल चोर को पकड़ा, वह अन्य यात्रियों के लिए भी प्रेरणा है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में 2 पुलिस कॉन्स्टेबल ड्यूटी छोड़कर थाने में शराब पार्टी कर रहे थे। इस दौरान एक युवक ने उनका वीडियो बना लिया। वीडियो बनाते देखकर आरक्षक भड़क गया। युवक को जान से मारने की धमकी दी। गालियां भी देने लगा। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक मोपका पुलिस चौकी में आरक्षकों के शराब पीने और धमकाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद SSP रजनेश सिंह ने आरक्षक संतोष राठौर और धनेश साहू को लाइन अटैच कर दिया है। जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, 19 नवंबर की रात एक युवक मोपका पुलिस सहायता केंद्र पहुंचा था। उस समय चौकी में कोई नहीं था। युवक जब चौकी के अंदर एक कमरे में गया, तो देखा कि वहां सामान रखे हुए थे। वहीं, कमरे में 2 आरक्षक बैठकर शराब पी रहे थे। इस दौरान युवक ने शराब पी रहे पुलिसकर्मियों का वीडियो बनाने लगा। इससे पुलिसकर्मी भड़क गए। मोबाइल कैमरा देखते ही आरक्षक संतोष राठौर युवक से गाली-गलौज करने लगा। उसे जान से मारने की धमकी देने लगा। आरक्षक ने मोबाइल छीनने की कोशिश की इस दौरान आरक्षक संतोष राठौर ने युवक के हाथ से मोबाइल छीनने की कोशिश की। आरक्षक ने युवक से बहस भी की। युवक किसी तरह चौकी से बाहर निकला और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वहीं वीडियो वायरल होते ही SSP रजनेश सिंह ने सरकंडा थाना के टीआई प्रदीप आर्या से रिपोर्ट मांगी थी। टीआई प्रदीप आर्या ने SSP को रिपोर्ट सौंपी। इसी के आधार पर SSP ने एक्शन लेते हुए आरक्षक संतोष राठौर और धनेश साहू को लाइन अटैच कर दिया है। इस दौरान SSP ने कहा कि यूनिफॉर्म में कोई शासकीय सेवक ऐसे किसी अशोभनीय आचरण प्रदर्शन करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ................................................ क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... SBI ऑफिस में सर्विस मैनेजर की शराब पार्टी...VIDEO:रायपुर ट्रांसफर होने पर मनाया जश्न, फेयरवेल में दोस्तों संग छलकाए जाम, देर रात तक डांस छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के ऑफिस में रविवार रात को शराब पार्टी की गई। SBI के सर्विस मैनेजर आशीष वॉलकर अपने दोस्तों के साथ जाम छलकाते नजर आए। इस दौरान एक स्थानीय युवक ने वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पढ़ें पूरी खबर...
बिहार के पर्यटन स्थलों में घूमने के लिए पर्यटन विभाग 'कैरा-वैन' बसों की सुविधा शुरू करने जा रही है। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने अभी दो बसों की खरीदारी की है, जो पटना पहुंच गई है। ये बसें पर्यटकों को यात्रा के दौरान होटल जैसी सुविधाएं प्रदान करेंगी। यह बसें आधुनिक लग्जरी बसें हैं, जो एक मोबाइल होटल की तरह डिजाइन की गई हैं। बिहार में पर्यटन यात्राओं के दौरान यात्री रहने, सोने, टीवी देखने, म्यूजिक, खाना पकाने आदि का आनंद ले सकते हैं। बस में होटल जैसा मिलेगा अनुभव पर्यटन विभाग के अनुसार बसों के अंदर की डिजाइन सितारा होटल की तरह बनाया गया है। इसमें बैठने के लिए आरामदायक 7 सीट और 4 स्लीपर बर्थ के साथ मनोरंजन के लिए पांच LED टीवी लगाई गई है। इसके साथ ही मिनी किचन और बाथरूम जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे यात्रा के दौरान आपको होटल या रेस्टोरेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी। ‘कैरा वैन’ के साथ आप अपनी यात्रा को अपनी मर्जी के अनुसार प्लान कर सकेंगे। पर्यटक जहां चाहें वहां रुक सकेंगे और अपने हिसाब से यात्रा का आनंद ले सकेंगे। इन बसों के लिए शुरू होगा स्पेशल टूर पैकेज ये बसें स्पेशल टूर पैकेज का हिस्सा होंगी, जैसे बोधगया-नालंदा वन-डे ट्रिप या वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व सफारी। पर्यटक बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की आधिकारिक वेबसाइट (bstdc.bihar.gov.in) या मोबाइल नंबर के माध्यम से बसों की बुकिंग कर सकेंगे। इससे घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इसे लगभग 75 रुपए प्रति किलोमीटर के दर से न्यूनतम 250 किलोमीटर के लिए लिया जा सकता है। एक दिन के लिए बुकिंग का किराया 20 हजार रुपए इसके अलावा एक दिन के लिए बुकिंग लगभग 20 हजार रुपए प्रतिदिन की दर से होगी, ज्यादा यात्रा पर प्रति किमी की दर लागू होगी। वहीं, पटना में 12 घंटे और 75 किमी की यात्रा के लिए 11,000 रुपए में बुकिंग का विकल्प भी प्रदान किया गया है। यह न केवल पर्यटकों की सुविधाओं में बढ़ोतरी करेगा, बल्कि सालाना करोड़ों रुपए का राजस्व बल भी प्रदान करेगा। वहीं प्रत्येक बस के संचालन से 50-60 प्रत्यक्ष रोजगार (ड्राइवर, गाइड, शेफ, स्टाफ आदि सहित) कुल मिलाकर दो बसों से 100 से अधिक रोजगार का सृजन होगा।
टोंक में 'पुलिस आपके साथ-आपका मोबाइल आपके हाथ' अभियान चलाया गया। पुलिस ने गुम हुए 72 मोबाइल शुक्रवार को उनके मालिकों को सौंपे। खोया मोबाइल दोबारा पाकर लोगों के चेहरे खिल गए। पुलिस के अनुसार सभी मोबाइल की कीमत करीब 13 लाख 4 हजार रुपए है। SP राजेश कुमार मीना ने बताया- लोगों के पिछले एक साल तक गुम हुए मोबाइलों को तलाशने के लिए साइबर टीम को निर्देश देकर जिले में एक विशेष अभियान चलाया। जिले भर में पुलिस टीमों ने तकनीकी समेत अन्य स्रोत से मोबाइल तलाशना शुरू किया। साइबर सेल टोंक से हेड कॉन्स्टेबल सुरेश चावला, कॉन्स्टेबल श्रीराम, सुरेश मीणा ने गुम मोबाइलों की एक्टिवेशन डिटेल प्राप्त की गई। इनमें जो मोबाइल एक्टिवेट मिले, उन्हें बरामद करने के लिए संबंधित थाना स्तर पर एक विशेष टीम बनाकर मोबाइल बरामद करने का अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान अब तक 72 मोबाइल बरामद किए जा चुके हैं। बरामद मोबाइलों की कीमत 13 लाख 4096 रुपए है। बरामद किए गए मोबाइलों को इनके मालिकों को वितरित करने के लिए जिला एवं थाना स्तर पर एक साथ कार्यक्रम आयोजित कर संबंधित परिवादियों को मोबाइल वितरित किए गए। इस तरह दर्ज कराएं मोबाइल गुम की रिपोर्ट SP मीना ने बताया- भारत सरकार के दूरसंचार विभाग (central equipment identity register) द्वारा पोर्टल चलाया गया है। इस पर परिवादी अपने गुम हुए मोबाइल के संबंध में जानकारी दे सकता है। इस पोर्टल के माध्यम से गुम हुए उपकरण की सूचना संबंधित थाने पर पहुंच जाती है एवं सम्बन्धित परिवादी के पास भी मैसेज प्राप्त होता है। अतः यदि किसी भी नागरिक का मोबाइल चोरी हो जाता है, अथवा गुम हो जाता है तो तुरंत CEIR पोर्टल पर जानकारी दे। टोंक पुलिस उस मोबाइल तलाशने के लिए भरसक प्रयास करेगी।
अनूपपुर में नाबालिग लड़की का शव कुएं में मिला:दो दिन से थी लापता; मां ने मोबाइल चलाने से किया था मना
अनूपपुर जिले के कोतमा थाना क्षेत्र में दो दिन से लापता 14 वर्षीय नाबालिग लड़की का शव उसके घर के पीछे बने कुएं में मिला है। लड़की 19 नवंबर से लापता थी, जिसकी गुमशुदगी की शिकायत थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस को शुक्रवार को सूचना मिली, जिसके बाद शव को कुएं से बाहर निकाला गया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कोतमा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया गया है। जानकारी के अनुसार, लामाटोला निवासी प्रभा द्विवेदी 19 नवंबर को अपने घर से लापता हो गई थी। परिजनों ने बताया कि मां द्वारा फोन चलाने से मना करने पर प्रभा नाराज होकर घर से चली गई थी। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर लिया है और आगे की जांच जारी है। लड़की की मौत के कारणों का पता पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।
दरभंगा में सोशल मीडिया पर हथियार लहराते कुछ युवकों का वीडियो वायरल हुआ। इसके बाद सिंहवाड़ा थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला 20 नवंबर का है, जब थानाध्यक्ष सिंहवाड़ा बसंत कुमार चुनाव के बाद विधि-व्यवस्था समीक्षा और विशेष गश्ती पर निकले हुए थे। इसी दौरान इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया वीडियो मिला। वीडियो में टोटो पर सवार पांच युवक दिख रहे थे, जिनमें एक युवक हाथ में अवैध हथियार (कट्टा) लहराते हुए नजर आ रहा था। वीडियो की जांच में संबंधित युवकों की पहचान भडवाड़ा और कटका गांव के रहने वाले युवकों के रूप मे हुई। वीडियो से जुड़े तीन स्मार्टफोन भी जब्त थानाध्यक्ष सिंहवाड़ा ने उपलब्ध बल और CPMF जवानों के साथ तुरंत छापेमारी कर मुख्य आरोपित नीतीश कुमार यादव और वीडियो पोस्ट करने वाले तारकेश्वर नाथ उर्फ कृष यादव को पकड़ लिया। पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वीडियो में दिखाई दे रहा देसी कट्टा निवासी मो. जुबैद के पास है। इसके आधार पर पुलिस टीम ने कटका गांव में छापेमारी की और जुबैद के घर के पलंग के बॉक्स से अवैध हथियार बरामद कर लिया। साथ ही वीडियो से जुड़े तीन स्मार्टफोन भी जब्त किए गए। नीतीश कुमार यादव, पिता दिग्विजय यादव, स. भडवाड़ा, तारकेश्वर नाथ उर्फ कृष यादव, पिता संजीव उर्फ भीम यादव, स. भडवाडा,मो. जुबैद, पिता मो. अब्दुल रहीम को पकड़ा गया। बादल कुमार, पिता स्व. शिवनाथ यादव, स. भडवाड़ा,टोटो चालक विक्की कुमार, पिता नाम अज्ञात, स. निस्ता ये दोनों अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। छापेमारी दल में थानाध्यक्ष सिंहवाड़ा बसंत कुमार,ब्रह्मदेव दास और थाना रिज़र्व बल और CPMF बल शामिल थे। पुलिस जांच में नीतीश कुमार यादव और कृष यादव के खिलाफ पहले भी कई संगीन मामले दर्ज पाए गए, जिनमें बीएनएस की गंभीर धाराएं शामिल हैं। पूरी कार्रवाई की जानकारी एसडीपीओ कमतौल शोभेंद्र कुमार सुमन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर हथियार बाजी कर सनसनी फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस ने फरार दोनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की है।
Delhi Blast : कितना खतरनाक था मुज्जमिल का टेरर मॉड्यूल, रिकवर हुआ आतंकियों का मोबाइल डाटा
Delhi Blast Update : फरीदाबाद के धौज स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से पकड़ाए व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल को पकड़ने में अगर सुरक्षा एजेंसियों को कुछ और समय लगता तो यह नेटवर्क कई गुणा बढ़ सकता था। डॉ. उमर, डॉ. मुज्जमिल और डॉ. शाहीन आदि इस नेटवर्क को तेजी से ...
पंजाब के लुधियाना में एक पुलिसकर्मी सड़क किनारे पेशाब करते देखा गया। पास से गुजर रहे एक युवक ने वीडियो बनाया तो पुलिसकर्मी भड़क गया। उसने युवक के मुंह पर तमाचा जड़ दिया और मोबाइल भी गिरा दिया। समराला चौक के पास पुलिसकर्मी का खुले में पेशाब करते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। आरोप है कि पुलिसकर्मी शराब के नशे में था। वहीं, लुधियाना पुलिस का कहना है कि आरोपी पुलिसकर्मी चंडीगढ़ का मुलाजिम है और वो यहां किसी काम से आया हुआ था। उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और पुलिसकर्मी की मेडिकल जांच करवाने के बाद ही साफ होगा कि वो नशे में था या नहीं। पुलिसकर्मी के पेशाब करने और हंगामा करने के PHOTOS... जानिए क्या है पूरा मामला... पुलिस बोली- जांच के बाद कार्रवाई करेंगेघटना का वीडियो कुछ ही देर में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को शांत कराया। अधिकारी ने शराबी पुलिसकर्मी से पूछताछ की कि वह किस थाने में तैनात है, समराला चौक क्यों आया था और क्या उसने शराब पी रखी थी। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। पुलिसकर्मी की मेडिकल जांच करवाने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि वह नशे में था या नहीं।
पलवल जिले के होडल थाना क्षेत्र में रंजिश के चलते एक महिला के साथ मारपीट और लूटपाट का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक मां और उसके तीन बेटों ने घर में घुसकर महिला पर हमला किया, उसके गले से मंगलसूत्र और कानों से कुंडल लूट लिए। जब महिला के बेटे ने घटना की वीडियो बनाने की कोशिश की तो आरोपियों ने उसका मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिया। दीवार तोड़कर घर में घुसे आरोपी होडल थाना प्रभारी सोमपाल के अनुसार, गोढ़ोता गांव निवासी प्रेमवती ने शिकायत में बताया कि दोपहर करीब ढाई बजे वह और उसका बेटा विपिन घर पर थे। उसी दौरान पुरानी रंजिश के चलते उसकी जेठानी केला देवी गाली-गलौच करने लगी। इसके बाद केला देवी के बेटे सुरेंद्र, नरेंद्र और दीपक ने उनके मकान की दीवार तोड़ दी और घर में घुस आए। लाठी-डंडों से की पिटाई, मंगलसूत्र और कुंडल लूटे घर में घुसते ही आरोपियों ने प्रेमवती पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। मारपीट के दौरान वह गंभीर रूप से घायल हो गई। इसी बीच आरोपियों ने उसके गले से मंगलसूत्र और कानों से सोने के कुंडल लूट लिए। जब उसका बेटा विपिन वीडियो बनाने लगा तो आरोपियों ने उसका मोबाइल फोन छीनकर तोड़ दिया, ताकि घटना का सबूत न रहे। धमकी देकर फरार हुए आरोपी प्रेमवती ने बताया कि मारपीट और लूटपाट के बाद आरोपी धमकी देकर चले गए कि यदि इस मामले में कोई कार्रवाई की तो जान से मार देंगे। घायल प्रेमवती को उपचार के लिए होडल सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर होने पर उसे उच्च केंद्र के लिए रेफर कर दिया गया। परिजनों के अनुसार, प्रेमवती का इलाज जारी है। पुलिस ने दर्ज किया मामला पुलिस ने प्रेमवती के बयान दर्ज कर आरोपी केला देवी और उसके तीनों बेटों सुरेंद्र, नरेंद्र व दीपक के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी सोमपाल ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
दरभंगा में गुरुवार रात ब्रहमस्थान के पास ठाकुर बर्तन भंडार एंड ज्वेलर्स के स्टाफ सचिन कुमार से हथियार के बल पर 3200 रुपए नगद और एक मोबाइल फोन लूट लिया गया। सचिन दुकान बंद कर अपने घर लौट रहे थे। पीड़ित सचिन कुमार, जो भरवाड़ा निवासी मिट्ठू ठाकुर उर्फ बिपिन ठाकुर की दुकान में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि मैं रोज की तरह साइकिल से कोरौनी स्थित अपने घर लौट रहा था। इसी दौरान अचानक हथियारबंद अपराधियों ने घेर लिया। घटना सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के निस्ता पंचायत के भरवाड़ा से भजौरा जाने वाली सड़क की है। दुकानदार ग्रामीणों के साथ पहुंचे घटना की सूचना मिलते ही दुकानदार बिपिन ठाकुर उर्फ मिट्ठू ठाकुर कुछ ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे और पुलिस को इसकी जानकारी दी। सूचना पर सिंहवाड़ा थानाध्यक्ष बसंत कुमार दल-बल के साथ तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। थानाध्यक्ष वसंत कुमार ने बताया कि लूट की जानकारी मिलने पर पुलिस सक्रिय हो गई है और घटनास्थल की जांच की जा रही है। हालांकि अब तक पीड़ित की ओर से कोई लिखित आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है। पुलिस ने शीघ्र ही उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
गयाजी में 6 शराब तस्कर अरेस्ट:16 लीटर देसी महुआ शराब जब्त, एक ई-रिक्शा-तीन मोबाइल फोन बरामद
गया पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के खिलाफ चलाए गए विशेष अभियान में सफलता हासिल की है। गुरुवार को जिले के विभिन्न इलाकों में की गई संयुक्त कार्रवाई में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने 16 लीटर देसी महुआ शराब, 42.615 लीटर विदेशी शराब, एक टोटो गाड़ी और तीन मोबाइल फोन जब्त किए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) आनंद कुमार ने बताया कि जिले में शराब की तस्करी और अवैध भंडारण की लगातार सूचनाएं मिल रही थीं। इन सूचनाओं के आधार पर पुलिस की विशेष टीमों का गठन किया गया, जिन्होंने संवेदनशील इलाकों में दबिश देकर कई स्थानों से अवैध शराब जब्त की। गिरफ्तार किए गए आरोपियों का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पुलिस उनके नेटवर्क और सप्लाई चेन के बारे में जानकारी जुटाने के लिए गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस निरंतर अभियान चला रही SSP ने यह भी बताया कि शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने के लिए पुलिस निरंतर अभियान चला रही है। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब की बिक्री और परिवहन पर रोक लगाने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। स्थानीय पुलिस थानों को ऐसे मामलों में किसी भी तरह की कोताही न बरतने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब्त की गई देसी महुआ शराब की आपूर्ति आसपास के गांवों में की जाती थी, जबकि विदेशी शराब का इस्तेमाल शहर और बाजार क्षेत्र में अवैध बिक्री के लिए किया जा रहा था। जांच में यह भी सामने आया है कि कुछ आरोपी लंबे समय से शराब तस्करी में सक्रिय थे और पहले भी ऐसे मामलों में शामिल रह चुके हैं। SSP आनंद कुमार ने दोहराया कि जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वे अवैध शराब और तस्करी से संबंधित किसी भी गतिविधि की जानकारी पुलिस को दें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में ऐसे अभियानों की रफ्तार और तेज होगी व शराब माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का यह अभियान जिले में सक्रिय अवैध शराब नेटवर्क के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
बाराबंकी में नाली विवाद में दो पक्षों में मारपीट:बच्चे को उठाकर जमीन पर पटका, मोबाइल तोड़ने का आरोप
बाराबंकी के सफदरगंज थाना क्षेत्र के बिकौली गांव में नाली को लेकर विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। पीड़िता राधा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि उनके घर के पास बहने वाली कच्ची नाली का गंदा पानी उनके घर में घुस जाता है। जिससे दीवारें सीलन पकड़ रही हैं और जमीन धंसने लगी है। जब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई तो विवाद बढ़ गया। पीड़िता के अनुसार, विरोध करने पर गुडिया, मंजरी, अनिकेत, उत्तम (पुत्र राणू), श्याम बिहारी और श्याम बिहारी के एक अज्ञात पुत्र ने उन्हें और उनकी मां ऊषा देवी के साथ गाली-गलौज की और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। घटना के समय घर में कोई पुरुष सदस्य मौजूद नहीं था, जिससे दोनों महिलाओं को गंभीर चोटें आईं। राधा ने आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान अनिकेत (पुत्र गोपी) ने उनके 9 वर्षीय बच्चे अनम को उठाकर जमीन पर जोर से पटक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके अलावा आरोपियों ने पीड़ित पक्ष के मोबाइल फोन भी तोड़ दिए। घटना का एक वीडियो सामने आया है। जिसके बाद मामले को लेकर ग्रामीणों में भी आक्रोश देखा जा रहा है। पीड़िता ने मामले की शिकायत सफदरगंज थाने में दर्ज कराई है। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज, धमकी, संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और बच्चे पर जानलेवा हमला करने जैसे गंभीर आरोपों में कार्रवाई की मांग की है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
नवादा पुलिस ने की कार्रवाई:महिला से छीनाझपटी करने वाला आरोपी मोबाइल सहित गिरफ्तार
नवादा पुलिस ने एक महिला से मोबाइल छीनने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की चकवाय पंचायत अंतर्गत मीर बीघा गांव निवासी नाथुन राम के रूप में हुई है। पुलिस ने उसके पास से छीना गया मोबाइल भी बरामद कर लिया है। यह घटना लगभग एक महीने पहले हुई थी। थाना क्षेत्र की एक महिला बैंक से 49,000 रुपये निकालकर जा रही थी। उसी दौरान बीके साहू स्कूल के पास अज्ञात बाइक सवारों ने उसके थैले से नकदी और मोबाइल छीन लिया था। इस संबंध में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पंकज कुमार सैनी ने बताया कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी नाथुन राम अपने घर पर है। सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से छीना गया मोबाइल भी बरामद किया गया है।
जांजगीर-चांपा जिले के सत्तिगुडी गांव में एक युवक हाईटेंशन टावर पर चढ़ गया। घटना 19 नवंबर दोपहर की है। करण कंवर (24) रोजी-मजदूरी का काम करता है। उसके बड़े भाई ने मोबाइल फोन ले लिया था जिससे वह नाराज होकर टावर पर चढ़ गया और नया एंड्रॉयड फोन लेने की जिद करने लगा। मामला पंतोरा चौकी क्षेत्र का है। युवक को टावर पर चढ़े देख ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई। करीब दो घंटे तक चले इस घटनाक्रम के बाद युवक को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया। राहत की बात यह रही कि टावर में बिजली प्रवाहित नहीं हो रही थी, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। 35 फीट ऊपर चढ़ने के बाद मोबाइल की मांग करने लगा पंतोरा चौकी प्रभारी दिलीप सिंह ने बताया कि करण कंवर रोजी-मजदूरी का काम करता है। वह अपने बड़े भाई द्वारा मोबाइल फोन ले जाने से नाराज था। 19 नवंबर को काम से लौटने के बाद उसे अपना मोबाइल नहीं मिला, जिस पर उसने अपनी मां से नया मोबाइल दिलाने की जिद की। दोपहर करीब 3 बजे करण घर से निकलकर गांव से गुजर रहे हाईटेंशन टावर पर चढ़ गया। वह लगभग 30 से 35 फीट की ऊंचाई पर चढ़कर नया मोबाइल दिलाने की मांग करने लगा। नया मोबाइल दिलाने का आश्वासन दिया, तब उतरा दरअसल, उसका बड़ा भाई उसका मोबाइल लेकर दूसरे राज्य कमाने चला गया था, जिससे करण काफी परेशान था। करीब दो घंटे तक पुलिस और ग्रामीणों ने युवक को समझाइश दी। उसे नया मोबाइल दिलाने का आश्वासन दिया गया, जिसके बाद वह टावर से नीचे उतरने को राजी हो गया। पुलिस की मदद से उसे सुरक्षित नीचे उतारा गया। ...................... इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... पत्नी बोली- ससुराल नहीं जाऊंगी, पति टावर पर चढ़ा, VIDEO: नशे में किया हाई वोल्टेज ड्रामा; साथ चलने के लिए तैयार हुई, तब नीचे उतरा दुर्ग जिले में एक युवक ने बिजली टावर पर चढ़कर कई घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा किया। होरीलाल (35) अपने सुसराल गनियारी गांव पत्नी को लेने पहुंचा था जहां शराब के नशे में दोनों के बीच झगड़ा हो गया और पत्नी ने उसके साथ जाने से इंकार दिया, तो वह टावर पर चढ़ गया। पढ़ें पूरी खबर...
भिवानी में मोबाइल टावर से 48 बैटरी चोरी:सेंटर का ताला तोड़कर अंदर घुसे चोर, बिजली आपूर्ति हुई बाधित
भिवानी जिले के लोहारू थाना पुलिस को आरएसएस सिक्योरिटी इंडस कंपनी की ओर से मोबाइल टावर से 48 बैटरियों की चोरी की शिकायत मिली है। कंपनी के फील्ड ऑफिसर रामावतार सिंह ने यह शिकायत दर्ज कराई है। यह घटना गांव गागड़वास में स्थित टावर आईडी 2016326 पर हुई, जिसकी देखरेख कंपनी द्वारा की जाती है। कंपनी करती है निगरानी शिकायतकर्ता रामावतार सिंह पुत्र जयचंद निवासी गांव सांगवान (तहसील तोशाम, जिला भिवानी) ने बताया कि उनकी कंपनी क्षेत्र में स्थापित मोबाइल टावरों की सुरक्षा और निगरानी का कार्य करती है। शिकायत के अनुसार, अज्ञात चोरों ने टावर सेंटर का मुख्य ताला तोड़ दिया और मौके से कुल 48 बैटरियां चोरी कर लीं। इनमें 24 पुरानी HBC 600 Ah क्षमता वाली और 24 नई Amara Raja 600 Ah क्षमता वाली बैटरियां शामिल हैं। टावर की बिजली आपूर्ति बाधित कंपनी ने बताया कि इन बैटरियों की चोरी से मोबाइल नेटवर्क सेवाओं पर गंभीर प्रभाव पड़ता है, क्योंकि ये आपातकालीन बिजली आपूर्ति का मुख्य स्रोत होती हैं। शिकायतकर्ता ने यह भी उल्लेख किया कि चोरी की सटीक तारीख का पता नहीं चल पाया, क्योंकि ऐसी घटनाओं का खुलासा अक्सर तब होता है, जब टावर की बिजली आपूर्ति बाधित होती है और बैकअप सिस्टम काम नहीं करता। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस घटना की जानकारी मिलने के बाद, आरएसएस सिक्योरिटी एंड्स/इंडस कंपनी ने तुरंत लोहारू थाना पुलिस को लिखित शिकायत सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की। जांच अधिकारी धर्मदेव ने बताया कि शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अज्ञात चोरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस टीम चोरी में शामिल व्यक्तियों की पहचान, बैटरियों की बरामदगी और चोरी के तरीके की गहन जांच कर रही है।
भिवानी जिले के लोहारू थाना पुलिस ने एक छात्र के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम (आईटी एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने साइबर अपराधों और सोशल मीडिया पर अनुचित गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। लोहारू थाना पुलिस के अनुसार, उन्हें हाल ही में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री साझा करने की शिकायत मिली थी। इसमें एक छात्रा की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने, डिजिटल प्लेटफॉर्म और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का गलत उपयोग करने का आरोप था। प्रारंभिक जांच में प्रमाण मिलने के बाद आरोपी छात्र के खिलाफ आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र को बयान और प्रमाणिक साक्ष्यों के आधार पर हिरासत में ले लिया। जांच अधिकारी ने बताया कि डिजिटल फोरेंसिक के लिए आरोपी के मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए गए हैं। इनकी तकनीकी जांच जारी है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि साइबर अपराध किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। कोर्ट के आदेश पर होगी आगे की कार्रवाई : थाना प्रभारी लोहारू थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। कोर्ट के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आमजन से अपील की कि सोशल मीडिया पर कानून के दायरे में रहकर ही गतिविधियां करें। अफवाहों, फेक कंटेंट या किसी व्यक्ति/संस्थान की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली सामग्री साझा करने से बचें। पुलिस ने चेतावनी दी है कि आईटी एक्ट के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिला पुलिस भिवानी लगातार साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान चला रही है। नागरिकों को डिजिटल माध्यमों का जिम्मेदारी से उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि कानून सभी के लिए समान है और साइबर अपराध की हर शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
अलवर शहर में चोरी की दो अलग-अलग थानों में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। अखेपुरा थाना इलाके में बदमाश पांच मिनट में बाइक चोरी कर भागे, जबकि सदर थाना इलाके में मोबाइल स्नैचिंग की वारदात सामने आई। फिलहाल पुलिस दोनों मामलों में बदमाशों की तलाश में जुट गई है। पहली घटना अखेपुरा थाना क्षेत्र की है, जहां लाल दिग्गी के पीछे जय पलटन के पास स्थित खांडन विप्र भवन में कार्यक्रम में आए को-ऑपरेटिव सोसाइटी के व्यवस्थापक मनोज कुमार की बाइक को अज्ञात चोर केवल पांच मिनट में चोरी कर ले गए। पांच मिनट के लिए अंदर गए तो बाइक गायब मिली मनोज कुमार बताया कि 16 नवंबर दोपहर को वह खांडन विप्र भवन में एक कार्यक्रम में गए थे। वे कुछ ही मिनट के लिए अंदर गए थे। 5 मिनट के बाद ही जब वे बाहर आए तो उन्हें बाइक गायब मिली। उन्होंने बताया। इस संबंध में अखेपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और पुलिस चोरों की तलाश में जुटी है। झपट्टा मारकर मोबाइल छीन भागे बदमाश दूसरी वारदात सदर थाना क्षेत्र के अपनाघर शालीमार की है, जहां A ब्लॉक निवासी रेणु कंवर जो परचून की दुकान संचालित करती हैं। 17 नवंबर दोपहर को वह दुकान के बाहर फोन पर बात कर रही थी। इस दौरान बाइक पर आए दो अज्ञात बदमाश झपट्टा मारकर उनका मोबाइल छीने और मौके से भाग गए। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर तलाश में जुटी पुलिस रेणु कंवर ने भागते समय बाइक का नंबर देख लिया और सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी सौंपा है, जिसमें दोनों बदमाश बाइक पर घूमते हुए नजर आ रहे हैं। फिलहाल, दोनों ही मामलों में पुलिस चोरों की तलाश कर रही है।
उमरिया में हार्वेस्टर चालक से लूट:पहले जमकर पीटा, फिर 47 हजार और मोबाइल छीनकर बदमाश फरार
उमरिया जिले के सिविल लाइन चौकी क्षेत्र में एक हार्वेस्टर चालक से मारपीट कर 47 हजार रुपये नकद और मोबाइल छीनने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित हार्वेस्टर चालक ओमप्रकाश प्रजापति ने बताया कि वह टीकमगढ़ से उमरिया आकर हार्वेस्टर चलाता है और फसल कटाई का काम करता है। बुधवार रात को वह राजवी ढाबा के पास से गुजर रहा था, तभी मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवकों ने उसकी गाड़ी रोकी। ओमप्रकाश के अनुसार, युवकों ने उसके साथ मारपीट की और उसकी गाड़ी में तोड़फोड़ भी की। इसके बाद वे उससे 47,000 रुपये नकद और उसका मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। ओमप्रकाश ने बताया कि वह हमलावरों में से एक युवक, कैरिया लोनी लोढा, को पहचानता है। सिविल लाइन चौकी प्रभारी बृज किशोर गर्ग ने पुष्टि की कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस टीम लुटेरों की तलाश में जुटी हुई है और आगे की जांच जारी है।
रायपुर के आमानाका थाना क्षेत्र में एक बुजुर्ग के साथ एटीएम कार्ड बदलकर ठगी का मामला सामने आया है। आरोपी युवक ने बुजुर्ग को अपनी बातों में उलझाकर दूसरा ATM थमा दिया। फिर ठग ने आधे दर्जन से ज्यादा ट्रांजैक्शन में करीब 1 लाख 9 हजार निकाल लिए। इस मामले में पुलिस शिकायत मिलने के बाद अब जांच में जुट गई है। टाटीबंध के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के रहने वाले पीड़ित राजा राम वोहरा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि जिसमें बताया कि 13 नवंबर की सुबह करीब 11:30 बजे वे राधा कृष्ण मंदिर के पास स्थित एटीएम मशीन से 5000 रुपए निकालने गए थे। उसी दौरान एक अज्ञात युवक एटीएम के अंदर आया और बातचीत में उन्हें उलझा लिया। बातचीत के दौरान उसने चालाकी से उनका एटीएम कार्ड हाथ में लेकर बदल दिया और वैसा ही दूसरा कार्ड उनको पकड़ा दिया। घर पहुंचने के बाद मोबाइल में आया मैसेज अगले दिन पीड़ित के बेटे अमित वोहरा ने फोन कर बताया कि खाते से एक ही दिन में कई बार पैसे निकाले गए हैं। बैंक स्टेटमेंट देखने पर पता चला कि 13 नवंबर को उनके खाते से कुल 1,09,500 रुपए विभिन्न ट्रांजेक्शनों के माध्यम से निकाले गए हैं, जिनमें POS खरीदारी व एटीएम से कैश निकालना शामिल है। राजा राम वोहरा ने आशंका जताई है कि वही व्यक्ति, जिसने एटीएम में बातों में उलझाया, उसी ने कार्ड बदलकर उनका पिन जान लिया और खाते से रकम निकाल ली। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोटा में युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर दी जान:गृह क्लेश के चलते किया सुसाइड, मोबाइल सिम से पहचान हुई
कोटा में एक युवक ने गृह क्लेश के चलते सुसाइड कर लिया। युवक ने दिल्ली मुंबई रेल लाइन पर ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। मोबाइल सिम से युवक की पहचान कर परिजनों को सूचना दी। घटना बुधवार की है। आज एमबीएस हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शव का पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है। युवक दीपक सुमन (26) हरिओम नगर,रंगबाड़ी योजना का रहने वाला था। उद्योग नगर थाना ASI आरिफ मोहम्मद ने बताया कि दीपक की बुधवार को परिजनों से थोड़ी बहुत कहासुनी हुई थी। जिसके बाद शाम 5-6 बजे करीब घर से निकल गया। रात करीब डेढ़-दो बजे उद्योग नगर इलाके में प्रेम नगर अफोर्डेबल योजना के पीछे रेलवे ट्रैक पर उसकी लाश पड़ी मिली। संभवतया डाउन लाइन पर मालगाड़ी की चपेट में आने से उसकी मौत हुई। उसके पास मोबाइल था। मोबाइल बंद था। उसके फोन से सिम निकालकर परिजनों के बारे में पता किया। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि दीपक लिफ्ट (बिल्डिंग ) का काम करता था। ढाई साल पहले उसकी पत्नी की मौत हो चुकी। उसके दो साल का बच्चा है। दीपक कमर दर्द से परेशान था। उसका देसी इलाज चल रहा था। कमर पर पट्टा बांध रखा था। बुधवार को छोटी मोटी बात पर परिजनों में आपस में कहासुनी हुई थी। जिसके बाद वो घर से निकल गया। शुरुआती जांच में सुसाइड का मामला लग रहा है। मामले की जांच की जा रही है।
मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना स्थित गांव हुसैनपुर कलां में एक युवक ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगा ली। युवक की पहचान 22 वर्षीय अनस के रूप में हुई है। गंभीर रूप से झुलसे अनस को प्राथमिक उपचार के बाद दिल्ली रेफर कर दिया गया है। अनस बुढ़ाना में लुहसाना रोड पर मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता है। उसके पिता विदेश में रहते हैं। बताया जा रहा है कि अनस पिछले कुछ दिनों से किसी कारणवश परेशान था। यह घटना बुधवार सुबह करीब 9 बजे हुई। अनस ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा ली, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। सूचना मिलने पर ग्रामीण और परिजन मौके पर पहुंचे और आग बुझाई। गंभीर हालत में अनस को पहले बुढ़ाना और फिर जिला अस्पताल मुजफ्फरनगर ले जाया गया। मुजफ्फरनगर के चिकित्सकों ने अनस की गंभीर हालत को देखते हुए उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। ग्राम प्रधान पति सरवर खान ने बताया कि युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। बुढ़ाना कोतवाली पुलिस ने इस मामले में कोई सूचना मिलने से इनकार किया है।
एक करोड़ रुपए की लूट मामले में फंसे चंडीगढ़ पुलिस के बर्खास्त सब-इंस्पेक्टर नवीन फोगाट को जिला अदालत और सेशंस कोर्ट दोनों से बड़ा झटका लगा है। फोगाट ने अदालत में अपील दायर कर डीएसपी चरणजीत सिंह विर्क और केस के जांच अधिकारी की मोबाइल टावर लोकेशन व कॉल डिटेल देने की मांग की थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया। अदालत ने कहा कि इस केस में डीएसपी के फोन की डिटेल मुहैया कराना उचित नहीं है। पुलिस चौकी में थर्ड डिग्री टॉर्चर किया फोगाट ने आरोप लगाया था कि 2 साल पहले जब उसने अदालत में सरेंडर किया, तो पलसोरा पुलिस चौकी में डीएसपी विर्क, जांच अधिकारी और अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे बुरी तरह पीटा। उसके शरीर पर कई जगह गंभीर चोटें तक आई थीं। इसी दौरान डीएसपी विर्क की मौजूदगी साबित करने के लिए उसने उनकी मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल मांगी थी। इससे पहले निचली अदालत ने भी उसकी अर्जी खारिज कर दी थी। इसके बाद फोगाट ने सेशंस कोर्ट में अपील की, लेकिन यहां भी उसे राहत नहीं मिली। थाने पहुंचकर खुली लूट की कहानी बठिंडा के कारोबारी संजय गोयल की शिकायत पर पुलिस ने यह केस दर्ज किया था। गोयल ने बताया था कि उनका दाल का होलसेल बिजनेस है। चार अगस्त 2023 को नोट बदलवाने के लालच में वह एक करोड़ रुपए नकद लेकर एयरोसिटी, मोहाली पहुंचे थे। वहां से कुछ लोग उन्हें सेक्टर-40, चंडीगढ़ लेकर आए और कुछ देर रुकने को कहकर चले गए। इसी दौरान तीन और लोग पहुंचे, जिनमें एक पुलिस की वर्दी में था। उन्होंने गोयल को डराया-धमकाया और गाड़ी में पड़े एक करोड़ रुपए के नोटों से भरा बैग उठाकर फरार हो गए। पुलिस जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच जब गोयल सेक्टर-39 थाना पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि लूट में शामिल खाकी वर्दी वाला व्यक्ति एडिशनल एसएचओ नवीन फोगाट था। इसके बाद पुलिस ने कांस्टेबल शिव कुमार, वरिंदर सिंह और एक प्राइवेट व्यक्ति वजिंदर सिंह गिल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि फोगाट फरार हो गया था।
जांजगीर-चांपा जिले के नवागढ़ थाना क्षेत्र में एक RHO से मारपीट का मामला सामने आया है। आरोग्य अस्पताल के अंदर घुसकर RHO प्रतीक राठौर के साथ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपी ज्वाला सिंह (27) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी पर BNS की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। पीड़ित प्रतीक राठौर ने बताया कि यह घटना 18 नवंबर 2025 की दोपहर करीब 2:30 बजे हुई। उस समय वह अस्पताल में आए एक मरीज के टीबी सैंपल को जिला अस्पताल जांजगीर ले जाने के लिए पैक कर रहे थे। तभी आरोपी ज्वाला सिंह अस्पताल के अंदर घुस आया। थाने में की शिकायत को लेकर हुई झड़प, मोबाइल भी तोड़ा ज्वाला सिंह ने पुरानी रंजिश के चलते, जो पूर्व में थाने में की गई शिकायत से संबंधित थी, प्रतीक राठौर को जान से मारने की धमकी दी और अश्लील गालियां दीं। उसने अपने हाथ में रखे डंडे से प्रतीक के साथ मारपीट की और पास रखा मोबाइल पटक कर तोड़ दिया, जिससे प्रतीक को चोटें आईं। थाना प्रभारी कमलेश ने पीड़ित की शिकायत पर BNS की धाराओं में अपराध दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपी ज्वाला सिंह की तलाश कर उसे हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
हरियाणा के हिसार में जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) कार्यालय ने स्कूलों में शिक्षकों द्वारा मोबाइल फोन के उपयोग पर एक बार फिर सख्ती दिखाई है। बुधवार को सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों (BEO) को इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि स्कूल समय के दौरान शिक्षकों द्वारा मोबाइल फोन का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित है और इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। नोटिस में यह भी बताया गया है कि निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा वर्ष 2017 और 2018 में भी मोबाइल उपयोग पर रोक संबंधी आदेश जारी किए जा चुके हैं। इसके बावजूद, निरीक्षणों के दौरान यह पाया गया कि कई स्कूलों में शिक्षक कक्षाओं और स्कूल परिसर में मोबाइल फोन का प्रयोग कर रहे थे। इसे शिक्षण कार्य के प्रति लापरवाही का संकेत माना गया है। डीईओ की तरफ से जारी आदेश की कॉपी... लेटर में बीईओ को यह दिए गए हैं आदेश जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने ब्लॉकों के स्कूल प्रमुखों को यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित करें कि स्कूल समय में कोई भी शिक्षक मोबाइल फोन का उपयोग न करे। इसका उद्देश्य शिक्षकों को शिक्षण कार्य पर पूर्ण रूप से केंद्रित रखना है। पत्र में जोर देकर कहा गया है कि इन आदेशों का आवश्यक रूप से पालन किया जाए। किसी भी स्कूल में मोबाइल के इस्तेमाल की शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग का लक्ष्य शिक्षकों को कक्षा में अधिक जिम्मेदार और शिक्षण कार्य में पूरी तरह संलग्न रखना है, ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।
अरेर थाना क्षेत्र से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया:देसी पिस्टल, दो मोबाइल और मोटर साइकिल बरामद
मधुबनी पुलिस ने बेनीपट्टी अनुमंडल के अरेर थाना क्षेत्र से दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उन्हें एक देसी पिस्टल, दो मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल के साथ पकड़ा। ये अपराधी किसी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे थे, तभी उन्हें बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। यह कार्रवाई मंगलवार रात करीब 10 बजे गश्ती और विशेष छापेमारी के दौरान हुई। अरेर अपर थाना प्रभारी को गुप्त सूचना मिली थी कि अरेर चौक के पास कुछ अपराधी हथियार के साथ किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। सूचना के सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए अपर थाना प्रभारी ने एसपी मधुबनी को जानकारी दी। उनके निर्देशानुसार तत्काल एक छापेमारी दल का गठन किया गया। छापेमारी के दौरान, पुलिस बल को देखकर दो व्यक्ति मोटरसाइकिल से भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर दोनों को पकड़ लिया। तलाशी लेने पर उनके पास से एक देसी पिस्टल, दो मोबाइल फोन और एक मोटरसाइकिल बरामद हुई। इन सभी सामानों को विधिवत जब्त कर दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस संबंध में अरेर थाना में कांड संख्या 214/25, दिनांक 18.11.2025 को आर्म्स एक्ट की धाराओं 25(1-बी)ए/26/35 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
जयपुर जिले में 23 नवंबर को उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण दिवस होगा। इसमें नवजात से लेकर 5 वर्ष तक के करीब 7.80 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी। इसके लिए जिले में 5 हजार 137 बूथ बनाए गए हैं। जयपुर सीएमएचओ डॉ. रवि शेखावत और मनीष मित्तल ने बताया- सरकार ने जयपुर जिले में कुल 7 लाख 80 हजार से ज्यादा बच्चों को पोलियो की खुराक देने का लक्ष्य रखा है। इसमें जयपुर सीएमएचओ सैकंड एरिया में 3 लाख 80 हजार बच्चे हैं, जिनके लिए 2 हजार 209 बूथ बनाए गए हैं, जहां पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। इसी तरह सीएमएचओ फर्स्ट के एरिया में 4 लाख बच्चे हैं, जिनको दवाई दी जानी है। इन बच्चों के लिए 2 हजार 928 बूथ बनाए गए हैं। अगले दिन घर-घर पहुंचेंगी टीमें वहीं हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में मोबाइल टीमें 24 नवंबर को घर-घर भेजी जाएंगी। ये टीमें पोलिया की दवाई से वंचित रहे बच्चों को दवाई पिलाएंगे। इसके साथ पूरे जयपुर जिले में कुल 604 मोबाइल टीमें बनाई गई हैं। इसमें सीएमएचओ सैकंड एरिया में 529 टीमें काम करेंगी, जबकि जयपुर फर्स्ट के एरिया में 75 टीमें बनाई गई हैं। यह खबर भी पढ़ें... विवेक ओबेरॉय बोले-जयपुर से मेरा रिश्ता भावनात्मक:रितेश बोले- 'मस्ती 4' डार्क नहीं बल्कि लाइट कॉमेडी, लव वीजा थीम पर है कहानी बॉलीवुड फिल्म मस्ती 4 की टीम जयपुर के राजमंदिर सिनेमाघर पहुंची। प्रमोशन के लिए आए रितेश देशमुख, विवेक ओबेरॉय, आफताब शिवदासानी, श्रेया शर्मा, रूही सिंह और एलनाज नौरोजी ने यहां फैंस के साथ खूब मस्ती की। राजमंदिर की बालकनी से स्टारकास्ट ने दर्शकों से बातचीत की और अपनी फिल्म के गानों पर जमकर डांस भी किया। (पूरी खबर पढ़ें)
फतेहाबाद जिले के टोहाना के सुंदर नगर निवासी वरुण कुमार के नाम पर एक कार फर्जी तरीके से दर्ज कर ली गई है। वरुण को इस धोखाधड़ी का पता तब चला जब उनके फोन पर एचआर 24 क्यू 6195 नंबर की गाड़ी का चालान कटने और उसका भुगतान होने का मैसेज मिला, जबकि उनके पास कोई कार नहीं है। वरुण बोला- मेरे पास कोई गाड़ी नहींसुंदर नगर निवासी वरुण कुमार ड्राइक्लीन का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास कोई कार नहीं है। कुछ दिन पहले उन्हें एक संदेश मिला, जिसमें बताया गया कि उनके नाम पर एचआर 24 क्यू 6195 नंबर की गाड़ी दर्ज है। 4 नवंबर को हुआ चालान, 500 रुपए का भुगतान भी दिखासंदेश में यह भी जानकारी दी गई कि उक्त गाड़ी का 4 नवंबर 2025 को चालान हुआ है और 500 रुपए का भुगतान भी किया गया है। यह देखकर वरुण हैरान रह गए, क्योंकि उन्होंने कभी ऐसी कोई गाड़ी खरीदी ही नहीं। कागजात के दुरुपयोग का आरोप, थाने में दी शिकायतवरुण ने आरोप लगाया है कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनके कागजात का गलत इस्तेमाल कर उनके नाम पर यह कार दर्ज करवाई है और उसका दुरुपयोग कर रहा है। उन्होंने शहर थाना टोहाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। गाड़ी को नाम से हटाने और आरोपी पर कार्रवाई की मांगअपनी शिकायत में वरुण ने मांग की है कि उनके नाम से इस गाड़ी का पंजीकरण रद्द किया जाए और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने आशंका जताई है कि आरोपी इस कार का गलत इस्तेमाल कर सकता है। पुलिस ने शुरू की जांचशहर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि दस्तावेजों की जांच कर यह पता लगाया जाएगा कि वाहन किसने और किन दस्तावेजों के आधार पर पंजीकृत कराया।
नालंदा में 17 नवंबर को ईशु नाम के लड़के की लाश खेत में मिली थी। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ है कि, ईशु की हत्या अवैध संबंध में हुई है। ईशु और उसकी प्रेमिका बीते रविवार की रात खेत में संबंध बना रहे थे। इसकी भनक लड़की के घर वालों को लग गई। प्रेमिका के पिता-भाई और दो चचेरे भाई मौके पर पहुंच गए और ईशु के साथ मारपीट की। इंटरनल चोट की वजह से ईशु की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। सभी आरोपी शव को वहीं छोड़ फरार हो गए। वारदात खुदागंज थाना क्षेत्र के बरदाहा गांव की है। आरोपियों तक कैसे पहुंची पुलिस डेड बॉडी मिलने के बाद पुलिस जांच में जुट गई। पुलिस को यह क्लू नहीं मिल पा रहा था कि आखिर ये हत्या है या मामला कुछ और है। लेकिन ईशु के डेड बॉडी पर चोट के कई निशान थे। पुलिस ने ईशु के मोबाइल का सीडीआर निकाला। जांच में पुलिस को एक ऐसा नंबर मिला, जिसपर ईशु की लंबी बातचीत हुई करती थी। वारदात वाली रात भी ईशु ने लास्ट कॉल उस नंबर पर ही किया था। तहकीकात के बाद पुलिस ईशु की प्रेमिका के घर पहुंची। पूछताछ में प्रेमिका ने सारी कहानी बता दी। इसके बाद पुलिस ने पंजाबी मांझी(महिला के पिता), अजीत मांझी(महिला का भाई), सूरज कुमार और नीतीश कुमार को अरेस्ट कर लिया। पूछताछ में सभी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। मृतक की बहन पुतुल कुमारी ने बताया कि, शनिवार को गाड़ी चलाकर घर आया था। गया में रहकर ड्राइविंग का काम करता था। दोस्तों के साथ रविवार को उसने पार्टी की थी। रविवार शाम से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। सोमवार को गांव के बाहर उसका शव बरामद हुआ है। 2 साल पहले हुई थी ईशु की शादी ईशु की शादी 2 साल पहले हुई थी, लेकिन उसका उसकी पत्नी के साथ अक्सर झगड़ा होता था। एक साल पहले घरेलू विवाद इतना बढ़ गया कि ईशु की पत्नी ससुराल छोड़कर मायके चली गई। तब से ईशु अकेले ही रहता था।
नागौर पुलिस ने पूरे जिले में ऑपरेशन चलाकर एक साथ 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनके खाते साइबर अपराधी म्यूल खातों के रूप में यूज लेते थे। इन आरोपियों के 84 खाते अलग अलग बैंकों में थे इन खातों में डिजिटल फ्रॉड से लेकर डिजीटल अरेस्ट जैसे मामलों के करोड़ों का लेनदेन साइबर अपराधी करते थे। मुख्यालय से मिले डेटा के आधार पर कार्रवाई करते हुए नागौर पुलिस ने इन आरोपियों की धरपकड़ की है। कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि आरोपियों से पुलिस ने 20 से ज्यादा मोबाइल बरामद किए हैं। इनके यूपीआई के लेनदेन के साथ बाकी डेटा पर भी पुलिस जांच कर रही है। नागौर एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया कि इस मामले में बैंक से जुड़े किसी एलिमेंट की जांच की बात कही है। उनके अनुसार साइबर अपराधियों को ऐसे खाते खुलवाने उनके ट्रांजैक्शन पर नजर रखने और उनकी किसी भी प्रकार की हेल्प में किसी बैंक एलिमेंट की भी जांच की जा रही है। 5 से 7 राज्यों में दर्ज साइबर अपराधों से जुड़े हैं लिंक गिरफ्तार किए गए सभी म्यूल खाताधारकों के तार जिस गिरोह से जुड़े हैं उनके खिलाफ 5 से 7 से अधिक राज्यों में अलग अलग साइबर फ्रॉड के मामले दर्ज हैं। जो तकरीबन एक से डेढ़ साल के पीरियड में किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए सभी युवकों को अपने खाते का यूज म्यूल के रूप में होने की पूरी जानकारी थी। इनको इसके बदले 8 से 10 हजार रुपए मिलते थे और इसी लालच में यह लोग अपना खाता बड़े अपराधियों को यूज करने के लिए दे रहे थे। गरीब और जरूरतमंद ग्रामीण युवा टारगेट पर इस मामले में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि बड़े साइबर अपराधी ऐसे युवकों को टारगेट करते हैं जो ग्रामीण इलाकों से हों और जिनको पैसों की आवश्यकता हो। म्यूल खाता उपलब्ध करवाने के एवज में इनको 8 से 10 हजार रुपए महीने का लालच देकर इनको फंसाया जाता था और बाद में इनके एटीएम का उपयोग करके सारी रकम हवाला के जरिए साइबर अपराधियों के पास पहुंचती थी। पुलिस अब सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर इनके सरगना तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इनमें पुलिस ने तीन लोगों चिह्नित भी किया है जो साइबर अपराधियों के लिए ऐसे म्यूल अकाउंट ढूंढने का काम करते हैं। पुलिस अधीक्षक कच्छावा ने स्वीकार किया कि नागौर जिला म्यूल अकाउंट्स का जब बन गया है। और इनके टारगेट में सबसे ज्यादा युवा हैं जो कुछ पैसों के चक्कर में अपराधियों के सहयोगी बन जाते हैं।
लुधियाना के हैबोवाल में मोटर साइकिल झपटमारों ने कंस्ट्रक्शन का कारोबार करने वाले युवक से मोबाइल फोन छीन लिया। युवक दस दिन तक थाने के चक्कर लगाता रहा और पुलिस ने झपटमारों को पकड़ना तो दूर FIR तक दर्ज नहीं की। युवक को थक हार कर सांझ केंद्र में मोबाइल मिसिंग की रिपोर्ट लिखवानी पड़ी। घटना हैबोवाल थाने के संत बिहार चौक की है। मोबाइल झपटमारी की घटना सीसीटीवी में कैद हुई। सीसीटीवी फुटेज देने के बाद भी थाना हैबोवाल पुलिस ने मामले की एफआईआर दर्ज नहीं की। पुलिस के रवैये नाराज युवक ने शहर छोड़ दिया और अब वो पटियाला चले गया। सीसीटीवी फुटेज दे दी फिर भी कार्रवाई नहीं पीड़ित कमलेश कुमार ने बताया कि छह नवंबर को वह हैबोवाल के संत बिहार चौक में खड़ा था और अपने वर्कर्स के साथ बात कर रहा था। इसी बीच मोटर साइकिल सवार झपटमार आए और उसका मोबाइल छीनकर ले गए। उन्होंने बताया कि वो उसी दिन थाना हैबोवाल में गए और शिकायत दी। उसके बाद उन्हें सीसीटीवी फुटेज भी दी फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस को मोबाइल लोकेशन भी दे दी कमलेश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर पता किया कि उसका मोबाइल कहां पर और किस लोकेशन पर चल रहा है। इस संबंध में पुलिस को भी बता दिया लेकिन पुलिस उसके बाद भी कार्रवाई नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि मोबाइल की कीमत 80 हजार रुपए थी। 13 नवंबर को करवाई सांझ केंद्र में मिसिंग रिपोर्ट कमलेश कुमार ने बताया कि उसने 6 नवंबर को थाने में शिकायत दी। उसके बाद लगातार थाने के चक्कर लगाए। पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की तो वो सांझ केंद्र में रिपोर्ट दर्ज करवाने गए। सांझ केंद्र वालों ने कहा कि यहां पर मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज होती है। मोबाइल का कहीं दुरुपयोग न हो इसके लिए उन्होंने मिसिंग की रिपोर्ट ही दर्ज करवा दी। फोन बंद करवाया तो ट्रांजक्शन होने से बच गई कमलेश कुमार का कहना है कि जैसे ही झपटमार उसका मोबाइल छीनकर ले गए तो उन्होंने तुरंत कंपनी से अपना फोन नंबर बंद करवा दिया। इसकी वजह से मोबाइल से कोई ट्रांजक्शन नहीं हो पाई। लुधियाना में कारोबार करने आया था कमलेश कुमार का कहना है कि वो पटियाला में कंस्ट्रक्शन का कारोबार करता था और कुछ समय पहले लुधियाना में कारोबार करने आया। उसने बताया कि पुलिस के रवैये से वो बेहद नाराज है और इस वजह से उसने लुधियाना छोड़ दिया है और अब पटियाला में ही काम कर रहा है। भाजपा नेता ने दिया कार्रवाई का आश्वासन भाजपा नेता संदीप शुक्ला ने बताया कि उन्हें इस घटना के बारे में सूचना मिली तो उन्होंने कमलेश कुमार से बात की। उन्होंने बताया कि कमलेश कुमार को आश्वासन दिया कि वो इस बारे में पुलिस से मिलकर कार्रवाई करवाएंगे।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के छोटूराम नगर लाइन पार क्षेत्र में चोरों ने एक मोबाइल व इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान को निशाना बनाकर बड़ा हाथ साफ कर दिया। चोर यहां से 3 लैपटॉप व 15 की-पैड फोन चुरा ले गए। दुकान का ताला तोड़कर चोरी की गई है। सोमवार रात की यह घटना है। मंगलवार को दिन में जब दुकानदार दुकान पर आया, तो चोरी की वारदात का पता चला। पुलिस को शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। दुकान को लॉक कर घर चले गए थे जानकारी के अनुसार वार्ड नंबर–10 के अंशु कुमार ने बताया कि वार्ड 11 के अंतर्गत छोटूराम नगर में उसने मोबाइल, ऑनलाइन और एक्सेसरीज की दुकान की है। अभी दुकान का सैटअप लगा ही रहे हैं। वह हर रोज की तरह सोमवार की रात दुकान को अच्छी तरह से बंद कर ताला लगाकर घर चले गया था। दुकान से ये सामान हुआ चोरी अंशु कुमार के अनुसार मंगलवार सुबह जब वे दुकान पर पहुंचे, तो दुकान का ताला टूटा हुआ मिला। अंदर जाकर चेक करने पर पता चला कि दुकान से एक Dell का लैपटॉप, एक Toshiba का लैपटॉप, एक HP का लैपटॉप और कुल 15 की-पैड मोबाइल फोन चोरी थे। चोरी हुए मोबाइल में 4 एक कंपनी तो 11 दूसरी कंपनी के थे। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस पीड़ित ने बताया कि कोई अज्ञात व्यक्ति रात के समय दुकान का ताला तोड़कर सामान ले गया। घटना की सूचना मिलते ही उन्होंने छोटूराम फाटक के पास पुलिस को लिखित शिकायत देकर चोरी हुए सामान की तलाश करने की मांग की है। पुलिस ने शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच शुरू कर दी है। दुकान मालिक ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही चोरों का सुराग मिल सकेगा और चोरी हुआ सामान बरामद किया जाएगा।
शराब असली है या नकली, अब इसका पता लगाना काफी आसान हो गया है। यूपी सरकार ने इसके लिए एक खास मोबाइल एप लॉन्च किया है। अपने मोबाइल फोन से बोतल पर दिए गए QR कोड को स्कैन करते ही शराब की पूरी जानकारी आपके सामने आ जाएगी। आबकारी एवं मद्यनिषेध राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नितिन अग्रवाल ने गन्ना संस्थान स्थित सभागार में यूपी एक्साइज सिटिजन एप (‘UP Excise Citizen App’) लॉन्च किया है। सवाल यह है कि ये एप क्या है? कैसे काम करता है? इससे आपको क्या-क्या जानकारी मिल सकती है? पहले असली-नकली शराब की जांच कैसे होती थी? पढ़िए सारे सवालों के जवाब भास्कर एक्सप्लेनर में सवाल: यूपी एक्साइज सिटिजन एप क्या है?जवाब: यूपी सरकार के आबकारी विभाग का एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है। जिसे शराब की बिक्री और सुरक्षा को पारदर्शी बनाने के लिए तैयार किया गया है। इस एप का काम शराब की हर बोतल की असलियत की जांच आसान बनाना है। राज्य में बिकने वाली हर बोतल पर एक यूनीक क्यूआर (QR) कोड दिया जाता है। इस एप से आप उस QR कोड को स्कैन करते ही बोतल की पूरी जानकारी देख सकते हैं। यह एप ग्राहकों, दुकानदारों और अधिकारियों सबके लिए उपयोगी है। क्योंकि यह शराब की अवैध बिक्री, मिलावट और फर्जी बोतलों पर रोक लगाने में मदद करता है। सबसे पहले पंजाब एक्साइज विभाग ने एक्साइज क्यूआर कोड लेवल वेरिफिकेशन सिटिजन एप ( “Excise QR Code Label Verification Citizen App” ) दिसंबर 2022 में लॉन्च किया था। देश के कई राज्यों में ऐसे एप काम कर रहे हैं। अब यूपी सरकार ने नकली शराब के बिक्री पर रोक लगाने के लिए इसको लॉन्च किया है। सवाल: यह एप कैसे काम करेगा?जवाब: आपको इसके लिए गूगल के प्ले स्टोर से या एपल एप स्टोर से यूपी एक्साइज स्कैनर एप डाउनलोड करना होगा। उसके बाद शराब की बोतल का क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। अगर शराब असली है तो आपके सामने शराब की पूरी जानकारी आ जाएगी। इसमें पूरी डिटेल होगी कि यह शराब कब बनी और कहां बनी और किस दुकान को आवंटित हुई है? अगर शराब नकली हुई तो स्कैनर काम नहीं करेगा और आपको जानकारी नहीं मिल पाएगी। सवाल: स्कैन करने पर क्या-क्या नजर आएगा?जवाब: आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल ने बताया कि जैसे ही शराब की बोतल पर लगे QR कोड को स्कैन करेंगे। इस पर मोबाइल स्क्रीन पर तुरंत ब्रांड का नाम और बोतल में भरी शराब की कितनी तीव्रता है, यह जानकारी दिख जाएगी। इसमें बीयर, वाइन, LAB, व्हिस्की, वोदका, रम, जिन, देसी शराब और UPML जैसी सभी कैटेगरी शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि एप पर यह भी दिखेगा कि बोतल किस तरह की पैकेजिंग में है- ग्लास बोतल, प्लास्टिक बोतल, टेट्रा पैक या कैन। साथ ही, किस थोक गोदाम से यह बोतल आई और किस तारीख को दुकान के स्टॉक में जोड़ी गई यह पूरी डिटेल भी एप में दिखेगी। सवाल: यूपी में पहले कैसे असली-नकली शराब चेक होती थी?जवाब: यूपी में शराब की बोतलों की असलियत जांचने के लिए अब भले ही एप के जरिए QR कोड स्कैन करने की सुविधा उपलब्ध हो गई हो। लेकिन, इससे पहले प्रदेश में नकली और असली शराब पहचानने की प्रक्रिया पूरी तरह मैनुअल तरीकों पर आधारित थी। लंबे समय तक एक्साइज विभाग और पुलिस तीन प्रमुख तरीकों से ही शराब की वैधता की पुष्टि करते थे... 1. होलोग्राम देखकर 2. कैप-सील की जांच 3. MRP और बैच नंबर मिलाना सवाल: पहले जांच के लिए सरकार क्या करती थी?जवाब: जांच के लिए पहले एक्साइज विभाग और पुलिस संयुक्त रूप से अलग-अलग स्तर पर चेकिंग करते थे। सरकार हर जिले में तैनात एक्साइज इंस्पेक्टरों के जरिए रूटीन चेकिंग कराती थी। सरकारी गोदामों, डिस्ट्रीब्यूशन पॉइंट और हॉटस्पॉट इलाकों में टीमों को भेजकर सरकार फिजिकल वेरिफिकेशन कराती थी। बोतलों पर लगे सुरक्षा होलोग्राम को देखकर ही असलियत का पता लगाया जाता था। एक्साइज विभाग और पुलिस कैप, ढक्कन और रैपर की बारीकी से जांच करते थे। इसके साथ ही सरकार समय-समय पर विशेष अभियान चलाती थी। इन अभियानों में पुलिस, SOG और एक्साइज की संयुक्त टीमें शामिल होती थीं। सवाल: अगर शराब नकली मिली को क्या कार्रवाई हो सकती है?जवाब: यूपी में शराब की बोतलों में किसी भी तरह की विसंगति या नकलीपन पाए जाने पर आबकारी विभाग सख्त कार्रवाई करता है। नकली शराब बेचने वाले दुकानदार का लाइसेंस तुरंत निलंबित किया जा सकता है। पूरी दुकान का स्टॉक जब्त होता है। साथ ही संबंधित के खिलाफ यूपी एक्साइज एक्ट और आईपीसी की धाराओं में आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाता है। नकली शराब बेचने या बनाने पर आरोपी को जेल और भारी जुर्माना लगाया जा सकता है। वहीं, जहरीली शराब से किसी व्यक्ति की मौत या स्वास्थ्य नुकसान की स्थिति में आरोपियों पर हत्या, गैर इरादतन हत्या और जानलेवा हमले की धाराएं भी लग सकती हैं। आबकारी विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि शराब खरीदते समय ऑफिशियल एप से बोतल की जांच जरूर करें। किसी भी विसंगति की जानकारी तत्काल जिला आबकारी अधिकारी या विभाग की टोल–फ्री हेल्पलाइन (14405) पर दी जा सकती है। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में काम के घंटे से लेकर छुटि्टयां भी तय, प्राइवेट कर्मचारियों के लिए नया कानून यूपी में प्राइवेट कर्मचारी कहीं पिस तो नहीं रहा? उसके साथ कंपनी या मालिक अन्याय तो नहीं कर रहे? फिक्स घंटों से ज्यादा तो काम नहीं करना पड़ रहा? इस तरह के सवाल आम बात है। हर प्राइवेट कर्मचारी के अंदर इसको लेकर दर्द है। इसीलिए यूपी सरकार ने दुकान और वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम 1962 में 63 साल बाद बड़ा बदलाव किया है। अब यह कानून सिर्फ शहरों में ही नहीं, पूरे यूपी में लागू होगा। इस बदलाव का मुख्य मकसद बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों में काम करने वाले कर्मचारियों को कानूनी सुरक्षा और उनके अधिकार दिलाना है। दुकान एवं वाणिज्य अधिष्ठान अधिनियम क्या होता है? यह कहां-कहां लागू होगा? महिलाओं और युवाओं से जुड़े क्या प्रावधान हैं? आम आदमी को इसके लागू होने से क्या फायदा-नुकसान होगा? नियम न मानने पर क्या पेनल्टी है? पढ़िए पूरी खबर...
प्रयागराज में फौजी ने 17 साल की छात्रा की हत्या अपनी शादी से 20 दिन पहले कर दी। 10 नवंबर को शहर से 15Km दूर बाग में छात्रा को मारकर लाश को जमीन में गाड़ दिया। 5 दिन बाद कुत्तों ने जमीन खोद डाली। छात्रा के हाथ और सिर के बाल दिखने लगे। यही वो यू-टर्न था, जिससे पुलिस छात्रा की लाश तक पहुंच सकी। इस बाग में सर्च ऑपरेशन चलाने पर 1 बैग भी मिला। इसमें रखी एक किताब में एक नाम और नंबर मिला। ये नंबर और नाम फौजी हर्षवर्धन सिंह उर्फ दीपक कुमार का था। पुलिस जब छात्रा के घर तक पहुंची, तो वहां कमरे में एक और पर्ची मिली। इसमें लिखा था- 23 जनवरी, जन्मदिन दीपक (आर्मी)। यही वो 2 क्लू थे, जिनकी मदद से पुलिस फौजी हर्षवर्धन सिंह उर्फ दीपक तक पहुंची। अरेस्टिंग के वक्त ये भी सामने आया कि छात्रा साक्षी की हत्या करने के बाद दीपक कहीं भागा नहीं, बल्कि अपने घर आ गया था। यहीं नहीं, जिस दिन छात्रा की लाश मिली थी, वह घटनास्थल (बाग) में मौजूद था और पुलिस की मूवमेंट पर नजर बनाए था। हर्षवर्धन उर्फ दीपक को 18 नवंबर को जेल भेज दिया गया। पुलिस ने उसे दोपहर में कोर्ट में पेश किया था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... 30 नवंबर को फौजी की शादी, छात्रा तोड़ने को कह रही थीदीपक ने बताया- मैं पटियाला में ट्रेड गनर के रूप में काम करता हूं। 30 नवंबर को सोरांव इलाके की एक लड़की से मेरी शादी होनी है। इसलिए मैं 8 नवंबर से छुट्टी पर आ गया था। छात्रा साक्षी के मामा का घर मेरे गांव कुसुंगुर के पास है। उसके ममेरे भाई गांव के ही एक मैदान में दौड़ने आया करते थे। इसके बाद से मैं भी साक्षी को जानने लगा था। करीब 8 महीने पहले इंस्टाग्राम पर हमारी दोस्ती हुई थी। जून में साक्षी से प्रयागराज में पहली मुलाकात हुई थी। इसके बाद हमारे बीच चैटिंग और वीडियो कॉलिंग होने लगी। इस बीच फेसबुक आईडी समेत अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से साक्षी को पता चला कि मेरी शादी तय हो गई है। इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजा- बालसन चौराहे पर मिलोदीपक ने कहा- शादी करने का झूठा वादा कर मैंने साक्षी को 10 नवंबर को स्कूल के बहाने बालसन चौराहे पर मिलने बुलाया। उसको इंस्टाग्राम चैटिंग पर एक मैसेज भेजा कि बालसन चौराहे पर मिलो। पुलिस को भी बाद में जब ये मैसेज मिला, तो बालसन चौराहे पर लगे कैमरों को देखा गया। तब मैं बाइक पर छात्रा को लेकर जाता हुआ दिख गया था। दरअसल, मेरी शादी की बात साक्षी को पता चल गई थी। वह मेरे परिवार से मिलने की जिद कर रही थी। कहती थी कि तुम ये शादी तोड़ दो। जब मैंने उसे बालसन चौराहे पर मिलने के लिए बुलाया, तो हमारे बीच बहस हो गई। उसे शादी करनी थी, इसलिए अपने साथ बैग में सिंदूर लाई थी। काफी मनाने के बावजूद वह मान नहीं रही थी। इसके बाद उसे बाइक पर बैठाकर मैं शहर भर में घूमता रहा। शहर के बाहर एक बाग में टहलने के बहाने उसे ले गया। वहीं पर उसको मार डाला। हत्या के बाद मैंने फावड़े को एक नाले के पास मिट्टी में दबा दिया और फिर घर चला गया। यूट्यूब पर VIDEO देखकर मोबाइल किया फार्मेटफौजी दीपक की गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस ने उसका मोबाइल बरामद किया। पता चला कि मोबाइल फॉरमेट हो चुका है। इंस्टाग्राम एप भी नहीं है। इसके बाद पुलिस ने इंस्टाग्राम एप डाउनलोड किया, तो डेटा रिकवर हो गया। पता चला कि उसके पास छात्रा साक्षी की इंस्टाग्राम आईडी और पासवर्ड भी था। पूछताछ में दीपक ने बताया कि यूट्यूब पर वीडियो देखकर उसने अपना मोबाइल फॉरमेट कर दिया था, ताकि किसी को इसकी भनक न लग सके। जांच में यह भी सामने आया कि अफेयर शुरू होने के बाद फौजी ने 13 बार इंस्टाग्राम अकाउंट का यूजरनेम बदला। आखिरी बार उसने 9 नवंबर को यूजरनेम बदला। इस बार नाम की जगह ऐसा यूजरनेम चुना, जिससे कि उसे ट्रेस न किया जा सके। इस बार उसने यूजर नेम _yyuuugdtyhgffgg00000 बनाया। यही नहीं, पोस्ट तो डिलीट किए ही, अपने सारे फॉलोअर को भी रिमूव कर दिया। इसके साथ ही खुद भी सभी को अनफॉलो कर दिया। जून, 2023 में यह अकाउंट बनाया गया था। इसके बाद 5 महीनों में लगातार यूजर नेम बदलता रहा। घर से 8.5 लाख की ज्वैलरी, एक लाख कैश गायबउधर, इस मामले में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। छात्रा साक्षी के फूफा श्यामलाल ने बताया कि उनके घर से 7 तोले की सोने की ज्वैलरी और एक लाख कैश गायब है। एफआईआर में इसका जिक्र न किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भतीजी के गायब होने के बाद पूरा परिवार उसकी तलाश में ही परेशान रहा। शव मिलने के बाद घर में तलाश की गई, तो ज्वैलरी और कैश गायब मिला। उन्हें शक है कि आरोपी के कहने पर भतीजी ही घर से ज्वैलरी और कैश लेकर गई। उन्होंने बताया कि इसकी जानकारी उन्होंने कैंट इंस्पेक्टर को दी थी। उन्होंने यह कहा था कि जांच में इसका पता लगाया जाएगा। इस मामले में कैंट इंस्पेक्टर से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उधर, डीसीपी मनीष कुमार शांडिल्य ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है। वादी ने इस बारे में कैंट इंस्पेक्टर से कुछ बताया हो तो वह पता लगाएंगे। सिम नहीं, वाईफाई से चलाती थी मोबाइलजांच में यह बात भी सामने आई कि छात्रा साक्षी के मोबाइल में सिम नहीं था। वह वाईफाई के जरिए मोबाइल चलाती थी। दरअसल, उसके फूफा के घर में वाईफाई राउटर लगा था। इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि इसके लिए भी उसे आरोपी फौजी ने ही कहा होगा। दरअसल, सेना में होने के नाते दीपक को यह पता था कि सिम का यूज होने पर छात्रा के घरवालों को आसानी से उसके बारे में पता चल जाएगा। यही वजह है कि छात्रा बिना सिम के ही मोबाइल चलाती रही। ऐसा न होता तो एक सिम का इंतजाम करना आरोपी के लिए बहुत बड़ी बात नहीं थी। इसके बावजूद उसने ऐसा नहीं किया। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें.... कुत्तों के मिट्टी खोदने पर दिखी लड़की की लाश, प्रयागराज में हत्या कर दफनाया प्रयागराज में कुत्तों के मिट्टी खोदने पर जमीन में दबी लड़की की लाश दिखी। उसके सिर और चेहरे पर चोट के गहरे निशान हैं। माना जा रहा है कि हत्या करने के बाद लाश को यहां दफनाया गया था। लड़की का हाथ और आधा शरीर देखते ही घटनास्थल पर भीड़ जुट गई। पढ़ें पूरी खबर...
दिल्ली कार ब्लास्ट में खुद को उड़ाने वाला आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद हमले से करीब एक हफ्ते पहले पुलवामा में कोइल गांव स्थित अपने घर गया था। उसके पास दो फोन थे, जिनमें से एक उसने अपने भाई को दे दिया था। इसी फोन से उमर का एक वीडियो मिला है, जिसमें वह आत्मघाती हमले को ‘शहादत का ऑपरेशन’ बता रहा है। वीडियो का यह अहम सबूत उमर के भाई जहूर इलाही की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद सामने आया। जहूर ने बताया कि उमर ने उसे यह फोन 26 से 29 अक्टूबर के बीच दिया था। जहूर के मुताबिक, उमर ने उससे कहा था कि अगर मेरे बारे में कोई खबर आए तो फोन पानी में फेंक देना। जहूर ने जब 9 नवंबर को अल फलहा यूनिवर्सिटी से उमर के साथियों की गिरफ्तारी की खबर सुनी, तो वह घबरा गया और फोन को घर के पास एक तालाब में फेंक दिया। सूत्रों के अनुसार, जब जांच एजेंसियों ने उमर के दोनों फोन ढूंढने की कोशिश की, तो दोनों बंद निकले। एक फोन की आखिरी लोकेशन दिल्ली और दूसरे की पुलवामा में थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस जहूर से पूछताछ कर ही रही थी कि दिल्ली में आत्मघाती हमला हो गया। फोन उसके बाद बरामद हुआ। पानी में डूबने से फोन खराब हो गया था। उसका मदरबोर्ड भी काम नहीं कर रहा था। कुछ दिनों बाद फोन से उमर का वीडियो रिकवर हुआ। यह वीडियो उमर ने अप्रैल में शूट किया था। इसमें वह आत्मघाती हमलों को ‘शहादत का ऑपरेशन’ बताता है। फोन NIA को सौंप दिया गया है। पढ़िए वीडियो में उमर ने क्या कहा.... वीडियो में उमर टूटी-फूटी अंग्रेजी में बात कर रहा है। उसने कहा- एक बात जो नहीं समझी गई कि यह शहीद होने के लिए ऑपरेशन (मार्टरडम ऑपरेशन) है, न कि सुसाइड हमला। इसको लेकर कई विरोधाभास हैं। दरअसल, मार्टरडम ऑपरेशन के लिए माना जाता है कि कोई व्यक्ति निश्चित रूप से किसी जगह पर निश्चित समय पर जान देता है। डॉ. उमर ने दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुंडई i20 कार से आत्मघाती धमाका किया था। इससे 15 लोगों की मौत हुई थी और 20 से ज्यादा घायल हुए थे। मामले में अब तक 8 लोगों की गिरफ्तारी हुई है, इसमें से 5 डॉक्टर है। अब तक 8 लोग अरेस्ट, इनमें 5 डॉक्टर हैं मैप से समझिए धमाके की लोकेशन दिल्ली धमाके से जुड़े अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...
मेरठ में टीपीनगर थाने से चंद कदमों की दूरी पर बाइक सवार बदमाश राहगीर का मोबाइल लूटकर फरार हो गए। जब तक पीड़ित पुलिस तक पहुंचता, तब तक बदमाश फरार हो गए। पुलिस सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है। ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के वाल्मीकि नगर निवासी नितिन गहलौत पैदल ही फोन पर बात करता जा रहा था। टीपीनगर थाने से जैसे ही थोड़ा आगे निकला, तभी पीछे से आये बाइक सवार दो बदमाश नितिन का मोबाइल लूटकर फरार हो गए। नितिन चिल्लाता हुआ उनके पीछा भागा लेकिन चंद सेकेंड में दोनों बदमाश भाग निकले। वारदात के बाद नितिन टीपीनगर थाने आया और वारदात की जानकारी दी। पुलिसकर्मी उसे साथ लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और पूछताछ की। कुछ देर बाद नितिन ने टीपीनगर थाने आकर तहरीर दे दी। हालांकि पुलिस ने अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं की है। नितिन के चिल्लाने पर कुछ बाइक सवार रुक गए। उन्होंने बदमाशों का पीछा भी किया लेकिन बदमाश गलियों के रास्ते फरार हो गए। टीपीनगर पुलिस का कहना है कि नितिन की तहरीर के आधार पर छानबीन की जा रही है। सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। जल्द ही मोबाइल लुटेरों की लोकेशन ट्रेस कर ली जाएगी।
फरीदाबाद में साइबर अपराधियों ने नगर निगम का कर्मचारी बनकर एक बुजुर्ग से 7 लाख 63 हजार रुपए की ठगी कर ली। पूरा मामला उस समय सामने आया जब सेक्टर 28 निवासी 64 वर्षीय व्यक्ति ने साइबर थाना सेंट्रल में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि वह निजी कंपनी से रिटायर्ड होने के बाद घर पर ही रहते हैं। बुजुर्ग ने बताया- 6 नवंबर को उसके वॉट्सऐप नंबर पर एक मैसेज आया जिसमें लिखा था- “आपका पानी का कनेक्शन आज रात 9:30 बजे कट जाएगा। अधिक जानकारी के लिए मिस्टर राहुल सिंह से संपर्क करें।” मैसेज में दिए गए नंबर पर पीड़ित ने तुरंत कॉल किया। फोन उठाने वाले व्यक्ति ने खुद को नगर निगम कर्मचारी बताया और कहा कि पीड़ित के पानी कनेक्शन पर 13 रुपए बकाया हैं, जिन्हें तुरंत जमा करना आवश्यक है। उसने पीड़ित को एक APK फाइल भेजी और कहा कि उसमें जानकारी भरकर 13 रुपए का भुगतान कर दें। APK फाइल भेजकर की ठगी पीड़ित ने जैसे ही फाइल इंस्टॉल कर उसमें अपना नाम, मोबाइल नंबर और पानी कनेक्शन नंबर (DSC) भरा और भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू की, तभी मोबाइल फोन स्क्रीन ब्लैंक हो गई। कुछ ही मिनटों में उनके मोबाइल पर बैंक खातों से पैसे डेबिट होने के संदेश आने लगे। पीड़ित के क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और सेविंग अकाउंट से लगातार OTP निकलने लगे और ट्रांजैक्शन होते रहे। फोन हुआ हैक, ब्लॉक भी न हो सके कार्ड बुजुर्ग ने तुरंत अपनी बेटी को घटना की जानकारी दी। जब उन्होंने कार्ड ब्लॉक करवाने की कोशिश की, तो पता चला कि फोन पूरी तरह हैक हो चुका है। उनके नंबर पर कॉल किए जाने पर लगातार 'व्यस्त' बताया जा रहा था। स्थिति को समझते हुए उनकी बेटी ने तुरंत फोन बंद कर सिम बाहर निकाली और साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई। ठगों ने एफडी तक तुड़वा ली शिकायतकर्ता ने बताया कि हैकर्स ने उनके बैंक खाते से जुड़े फिक्स्ड डिपॉजिट तक तोड़ दिए और कुल 7 लाख 63 हजार 144 रुपए की धोखाधड़ी कर ली। इसके बाद वह साइबर थाना सेंट्रल पहुंचे, जहां पुलिस ने उनकी शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया। जांच में जुटी पुलिस साइबर थाना पुलिस ने बताया कि ठगों की पहचान करने के लिए तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है। ठगी कहां से और कैसे की गई, यह पता लगाने के लिए मोबाइल डाटा व बैंक ट्रांजैक्शन की जांच की जा रही है। पुलिस ने लोगों को ऐसे फर्जी मैसेज व कॉल से सतर्क रहने की अपील भी की है।
करनाल जिले में पुलिस ने ऑप्रेशन ट्रैकडाउन के तहत चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाले चार चोरों को गिरफ्तार किया है। एक मामले में भारी वाहनों की बैटरी चोरी करने वाले चोर है। जबकि दूसरे मामले में दुकान और मकान में चोरी की घटना को अंजाम देने वाले चोरों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने चोरों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पहला मामला: भारी वाहनों की बैटरी चोरी करते थे आरोपी बीती शाम सिटी थाना के तहत आने वाली पुलिस चौकी के इंचार्ज सतीश कुमार की अगुआई में बैटरी चोरों को गिरफ्तार किया गया। सतीश कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश के गांव महेंद्र नगर निवासी प्रगट सिंह उर्फ बब्बू और करनाल शिवाजी कॉलोनी के दिनेश उर्फ दीनू को गिरफ्तार किया गया है। सतीश कुमार ने बताया कि आरोपियों के द्वारा हांसी रोड, करनाल से भारी वाहनों की बैटरी चोरी कर घटना को अंजाम दिया गया था। आरोपियों के खिलाफ पहले भी चोरी के मामले दर्ज हैं। मामले में आज आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश कर जिला जेल भेजा गया है। दूसरा मामला: दुकान तोड़कर की थी चोरी करनाल के सेक्टर-32-33 थाना पुलिस ने दो मामलों में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पहले मामले में जिला पुलिस थाना सेक्टर 32/33 की टीम द्वारा सूचना के आधार पर सेक्टर-32 के एरिया से गांव बुड्ढा खेड़ा में 18 अक्टूबर को आरोपी गुलशन निवासी गांव सगोहा करनाल और उसके अन्य साथी के द्वारा दुकान की छत तोड़कर रखे हुए सामान चोरी किए और घटना को अंजाम दिया गया था। पूछताछ में आरोपी के कब्जे चोरीशुदा बाइक की 18 बैटरियां और एक चैन कवर बरामद किया गया। आरोपी के पास से एक मोबाइल बरामद चोरी के दूसरे मामले में सीआईए-1 की टीम ने चोर को पकड़ा है। सीआईए-1 के मुताबिक, बीती 10 जून को आरोपी पंकज निवासी सुभाष गेट करनाल के द्वारा राजीवपुरम कालोनी से रात के समय एक मकान से सामान चोरी कर घटना को अंजाम दिया गया था। पूछताछ में आरोपी के कब्जे से चोरी शुदा एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। दोनों मामलों में आरोपियों को न्यायालय के सामने पेश कर जिला जेल भेजा गया है।
अलवर शहर में इंसानियत दिखाना एक एडवोकेट को भारी पड़ गया। कोतवाली थाना क्षेत्र में रविवार रात एक लूट की वारदात का मामला सामने आया जिसमें दो बदमाशों ने एडवोकेट अशोक कुमार जैन के साथ मारपीट कर लूटपाट की घटना कर मौके से फरार हो गए। पीड़ित एडवोकेट अशोक कुमार जैन ने बताया कि काशीराम चौराहे से अपने घर लौट रहे थे। इसी दौरान यूआईटी के पास एक युवक ने उनसे लिफ्ट मांगी और कहा कि उसे भारत टॉकीज के नीचे छोड़ दो एडवोकेट ने युवक को अपनी स्कूटी पर बैठा लिया। जैसे ही वह उसे पुल के नीचे उतारने लगे, तभी अचानक दूसरा युवक भी वहां पहुंच गया।दोनों बदमाशों ने मिलकर एडवोकेट पर कड़े से सर पर वार किया जिससे उनके सिर और ठोड़ी पर गंभीर चोट लगी ओर वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद आरोपियों ने उनकी स्कूटी की डिग्गी में रखे 15,000 रुपये नकद, मोबाइल फोन आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और एडवोकेट आईडी कार्ड लूट कर फरार हो गए। पीड़ित की रिपोर्ट पर कोतवाली थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच एएसआई मोरमुकुट को सौंपी गई है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
राजनांदगांव में 4 लाख रुपए की ब्रांडेड शराब के साथ पकड़े गए आरोपी जितेंद्र साहू को आबकारी विभाग ने जेल भेज दिया है। यह कार्रवाई नीलगिरी पार्क के अपार्टमेंट, स्पर्श चाइल्ड हॉस्पिटल के पास की गई थी। आबकारी अधिकारियों ने आरोपी से लंबी पूछताछ की और उसका मोबाइल भी जब्त कर लिया है। पूछताछ के दौरान जितेंद्र साहू ने बताया कि वह जब्त शराब नागपुर की दो अलग-अलग दुकानों से खरीदता था। वह नागपुर जाकर अपने बैग में बोतलें रखकर ट्रेन से राजनांदगांव आता था। आरोपी ने दावा किया कि इस दौरान उसे कभी भी पुलिस जांच का सामना नहीं करना पड़ा, जिससे वह आसानी से शराब शहर में लाता था और फिर ग्राहकों को डिलीवरी करता था। फोन पर ऑर्डर और ट्रेन से प्रीमियम शराब तस्करी का खुलासा सहायक आबकारी आयुक्त अभिषेक तिवारी ने बताया कि आरोपी के सभी ग्राहक कॉल पर ऑर्डर देते थे, जिसके बाद उन्हें शराब की डिलीवरी की जाती थी। इतनी बड़ी मात्रा में प्रीमियम शराब को ट्रेन से लाना विभाग के लिए संदिग्ध है। विभाग अब किसी बड़े तस्कर की तलाश में है, जो महाराष्ट्र से शहर में शराब की आपूर्ति कर रहा था। मोबाइल चैट और ग्राहकों की सूची के आधार पर जांच मामले की जांच के लिए आबकारी विभाग ने पुलिस को भी पत्र लिखा है। अब पुलिस भी इस मामले की जांच करेगी। सहायक आयुक्त ने बताया कि जितेंद्र के मोबाइल से कुछ वॉट्सऐप चैट और ग्राहकों की सूची मिली है। इन चैट्स में शराब की मांग और डिलीवरी से संबंधित बातें दर्ज हैं। आबकारी और पुलिस दोनों इन इनपुट्स के आधार पर आगे की जांच करेंगे।
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के रोहद हेडक्वार्टर में कार्यरत कृषि पर्यवेक्षक कंवलजीत शर्मा द्वारा किसानों को पराली जलाने से मना करना उन्हें भारी पड़ गया। सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे गांव रोहद के पास खेत में पराली जला रहे किसानों ने उनकी लात-घूंसों और कस्सी के बिंडो से पिटाई कर दी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस को शिकायत दी गई है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। पराली जलाने से रोकने में लगी थी डयूटी जानकारी के अनुसार कंवलजीत शर्मा ने बताया कि उसकी ड्यूटी पराली जलाने से रोकने में लगी हुई है। वह सोमवार शाम को करीब साढ़े पांच बजे गांव आसंडा से रोहद टोल की तरफ आ रहा था। इस दौरान उसने गांव रोहद के पास कुछ किसानों को पराली जलाते देखा। समझाने का प्रयास करने पर मारपीट उन्होंने किसानों को पराली न जलाने से रोका तथा कार्रवाई के बारे में समझाने का प्रयास किया, तो किसानों ने उसे धमकी दी। कंवलजीत ने बताया कि उसने किसानों को कहा कि पराली जलाना बंद कर दो और खेत को जोत दो यानि बहा दो। ऐसे किसानों ने धमकी देते हुए कहा कि अब खेत को नहीं बहाएंगे, बल्कि तुझे ही काटकर जमीन के साथ इसमें बहा देंगे। आरोप है कि गांव रोहद के सुरेश, हरिओम, सोनू और सुरेश के लड़के ने मिलकर उस पर हमला कर दिया और उन्हें बुरी तरह पीट दिया। मारपीट के दौरान उनका फोन भी छीन लिया, ताकि कोई सूचना न दे सकें। कृषि विभाग करेगा किसानों पर कार्रवाई घटना की जानकारी बाद में पुलिस और विभाग के एसडीओ सुनील कौशिक को दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। घायल कंवलजीत शर्मा को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस बारे में एसडीओ डा. सुनील कौशिक ने बताया कि मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पराली जलाने वाले किसानों पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी। इसके अलावा मारपीट के मामले में पीड़ित कृषि अधिकारी की तरफ से दी गई शिकायत पर नियमानुसार कार्रवाई अलग से होगी।
भारत में इस हफ्ते 5 नए स्मार्टफोन लॉन्च होंगे। 17 से 23 नवंबर के बीच वीवो, रियलमी और भारतीय ब्रांड लावा जैसे ब्रांड अपने डिवाइस पेश करेंगे। एक ओर जहां ओपो फाइंड X9 सीरीज पेश की जाएगी, दूसरी ओर फ्लैगशिप रियलमी GT8 प्रो लॉन्च होगा। इन फोन्स में लेटेस्ट AI फीचर्स मिलेंगे। इसके अलावा, 200 मेगापिक्सल मेन कैमरा, 50 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरा, 7000mAh की बड़ी बैटरी और एमोलेड स्क्रीन जैसे ऑप्शन मिलेंगे। इसके अलावा एक नया स्मार्टफोन ब्रांड भी इंडिया में नए फोन के साथ एंट्री करने जा रहा है। चलिए डिटेल में जानते हैं... ओप्पो फाइंड X9: 18 नवंबर ओपो फाइंड X9 सीरीज ग्लोबल मार्केट में लॉन्च हो चुकी है। कंपनी 18 नवंबर को नए फोन भारतीय बाजार में उतारेगी। इस सीरीज का बेस मॉडल, ओपो फाइंड एक्स9, डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट से लैस है, जो फोन को बेहद तेज और स्मूथ परफॉर्मेंस देता है। इसमें 6.59-इंच की 1.5K फ्लैट OLED स्क्रीन लगी है, जो क्रिस्प विजुअल्स और ब्राइट डिस्प्ले का मजा देती है। बैटरी की बात करें तो 7025mAh की दमदार कैपेसिटी वाली यह बैटरी लंबे समय तक साथ निभाती है, साथ ही 80W फास्ट वायर्ड और 50W वायरलेस चार्जिंग से बैटरी फटाफट फुल हो जाती है। फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए ट्रिपल रियर कैमरा सेटअप है। इसमें 50MP सोनी LYT808 मेन सेंसर OIS के साथ हिलने पर भी साफ तस्वीरें लेता है, 50MP सैमसंग JN5 अल्ट्रा-वाइड लेंस वाइड फोटो कैप्चर करता है और 50MP LYT600 पेरिस्कोप टेलीफोटो लेंस दूर की चीजों को जूम करके परफेक्ट क्लिक करता है। सेल्फी के लिए आगे 32MP सोनी IMX615 कैमरा मिलेगा, जो शार्प और नैचुरल सेल्फीज देगा। ओप्पो फाइंड X9 प्रो: 18 नवंबर ओपो फाइंड X9 प्रो फोन भी भारत में 18 नवंबर को लॉन्च होने वाला है। ये डाइमेंसिटी 9500 चिपसेट पर चलता है, साथ में ओपो का ट्रिनिटी इंजन मिलेगा जो परफॉर्मेंस को और ज्यादा स्मूथ और पावरफुल बनाएगा। डिस्प्ले की बात करें तो 6.78-इंच की 2K AMOLED स्क्रीन दी गई है, जो सुपर शार्प इमेजेस, वाइब्रेंट कलर्स और स्मूथ स्क्रॉलिंग के साथ आएगी। बैटरी के मामले में 7500mAh की मास्टर बैटरी मिलेगी, जो हेवी यूज में भी दिनभर साथ देगी और चार्जिंग ऑप्शन टॉप क्लास हैं। 80W सुपरवूक वायर्ड, 50W एयरवूक वायरलेस और 10W रिवर्स चार्जिंग से कहीं भी क्विक पावरअप हो जाएगा। कैमरा सेटअप तो कमाल का है, ये 200MP का हाई-रेजोल्यूशन वाला फोन है जिसमें 50MP Sony LYT828 OIS मुख्य सेंसर हिलने पर भी क्रिस्प शॉट्स लेगा, 50MP अल्ट्रा-वाइड एंगल लेंस चौड़े लैंडस्केप कैप्चर करेगा, और सेल्फी के लिए आगे 50MP कैमरा शानदार पोर्ट्रेट्स देगा। सेफ्टी के लिए IP66 + IP68 + IP69 रेटिंग के साथ ये फोन पानी, धूल और हाई-प्रेशर जेट्स से पूरी तरह महफूज रहेगा। वूबल 1: 19 नवंबर भारतीय बजाार में 19 नवंबर को नए स्मार्टफोन ब्रांड की एंट्री होने जा रही है। भारतीय कंपनी इंडकॉल टेक्नोलॉजीज अपना पहला अपना मोबाइल फोन लॉन्च करने वाली है। इसका नाम वूबल 1 5G हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये फोन 2.6GHz मीडियाटेक डाइमेंसिटी 7400 चिपसेट पर चलेगा, जो इसे तेज बनाएगा। इसमें 8GB रैम और 256GB तक स्टोरेज मिलेगी। फोटो के लिए पीछे 3 कैमरे हैं। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेब्लाइजेशन (OIS) के साथ 50MP का मेन सेंसर और फ्रंट में 16MP का सेल्फी कैमरा मिलेगा। ये स्मार्टफोन पूरी तरह 'मेड इन इंडिया' होगा, यानी भारत में ही बनाया गया। कीमत 15 से 20 हजार रुपए के बीच हो सकती है। रियलमी GT8 प्रो: 20 नवंबर रियलमी GT 8 प्रो कंपनी का पहला ऐसा स्मार्टफोन है, जो स्नैपड्रैगन 8 एलीट जेन 5 चिपसेट के साथ आएगा है, ये फोन को बेहद तेज और हाई-परफॉर्मेंस वाला बनाता है। गेमिंग लवर्स के लिए इसमें GT बूस्ट 3.0 टेक्नोलॉजी और हाइपरविजन AI चिप दी गई है, जो गेम्स को बिना किसी लैग के सुपर स्मूथ चलाएगी। फोन 7000mAh की बैटरी के साथ आएगा और इसके साथ 120W वायर्ड और 50W वायरलेस फास्ट चार्जिंग मिलेगी। इसमें 6.79-इंच की QHD+ एमोलेड फ्लेक्सिबल स्क्रीन मिलेगी, जो 144Hz रिफ्रेश रेट, 3200Hz टच सैंपलिंग रेट और 7000 निट्स पीक ब्राइटनेस के साथ आएगी। फोटोग्राफी के लिए बैक पैनल पर 200MP मुख्य + 50MP अल्ट्रा-वाइड + 50MP टेलीफोटो का ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलेगा, जबकि सेल्फी के लिए फ्रंट में 32MP कैमरा मिलेगा। लावा अग्नि 4: 20 नवंबर इंडियन ब्रांड लावा मोबाइल्स अपना नया मिड-रेंज स्मार्टफोन अग्नि 4 इसी हफ्ते भारत में लॉन्च करने जा रहा है। इसकी कीमत करीब 20 से 25 हजार रुपए के बीच हो सकती है। बैक पैनल पर रियर कैमरा मॉड्यूल इसे थोड़ा iPhone Air जैसा दिखाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ये फोन मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 प्रोसेसर पर चलेगा, जो इसे तेज और स्मूथ परफॉर्मेंस देगा। बैटरी के लिए 7000 mAh की बड़ी कैपेसिटी मिलेगी, जो लंबे समय तक चलेगी। स्क्रीन 6.78 इंच की फुल HD+ एमोलेड होगी। फोटोग्राफी के लिए रियर में 50 मेगापिक्सल का डुअल रियर कैमरा सेटअप होगा।
फ्री मोबाइल रिचार्ज का ऑफर! जानिए त्योहारों में कैसे हो रहा है स्कैम
सोशल मीडिया पर अलग-अलग अवसरों पर फ्री मोबाइल रिचार्ज मिलने का वादा करके लोगों के साथ स्कैम किया जा रहा है.
'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर रिलीज के वक्त मोबाइल फेंकने जा रहे थे अमिताभ बच्चन, खुद बताया पूरा किस्सा
बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन वैसे तो अक्सर ही खबरों में बने रहते हैं. लेकिन इस बार उनके क्रेज का कारण उनका जबरदस्त एक्शन अवतार है. हिंदी फिल्मों के एंग्री यंगमैन कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन अपनी नई फिल्म 'कल्कि 2898 AD' के ट्रेलर में एक विस्फोटक एक्शन अवतार में दिखाई दे रहे हैं. निर्देशक नाग अश्विन की इस पैन इंडिया फिल्म में कई लोगों को अमिताभ का एक्शन अवतार, फिल्म के हीरो प्रभास से भी अधिक दमदार लग रहा है. लेकिन इस ऑनस्क्रीन एक्शन अवतार का प्रभाव शायद बच्चन साहब को रियलिटी में भी फील होने लगा है. इधर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर रिलीज हुआ तथा उधर अमिताभ बच्चन अपने फोन से इतने नाराज हो गए कि उसे तोड़ने की बात कह गए. अपने ब्लॉग पर 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर साझा करते हुए बताया कि वो अपने मोबाइल से फ्रस्ट्रेट हो गए हैं. उन्होंने ब्लॉग पोस्ट में लिखा, 'अपना फोन ठीक करने की बड़ी कोशिश कर रहा हूं... पहले से जो सेट था, अचानक बदल गया. तो हर तरफ से मदद लेने का प्रयास कर लिया, लेकिन नाकाम रहा... बहुत फ्रस्ट्रेटिंग है ये... चाह रहा था कि इंग्लिश और हिंदी टाइपिंग, दोनों हों. इंग्लिश में एक हिंदी वर्ड लिखूं और वो देवनागरी में आ जाए... मगर कई घंटे लिंक्स और एक्स्पेरिमेंट्स फॉलो करने के बाद, अब मैं खिड़की से बाहर फेंककर अपना फोन तोड़ डालने के बहुत करीब हूं.' कुछ देर पश्चात् बच्चन साहब ने साफ किया कि वो सच में अपना मोबाइल नहीं फेंकने जा रहे, बस गुस्सा जाहिर कर रहे हैं. उन्होंने लिखा, 'नहीं नहीं नहीं... ऐसी किस्मत कहां... बस गुस्सा निकाल रहा हूं.' अपने ब्लॉग पोस्ट में अमिताभ ने ये भी कहा कि 'कल्कि 2898 AD' एवं 'Section 84 IPC' के पश्चात्, वो समझ नहीं पा रहे कि अगला प्रोजेक्ट क्या चुनना है. उन्होंने लिखा कि आज एक अभिनेता के पास 'मैनेजमेंट एक्सपर्ट्स से लेकर एजेंट्स तक' इतने सारे लोग होते हैं, ये बताने के लिए कि मार्किट में किस प्रकार का कंटेंट चल रहा है तथा सिनेमा लवर्स क्या पसंद कर रहे हैं, क्या नहीं. मगर उनके दौर में ऐसा कुछ नहीं था. अमिताभ ने कहा, 'हम सिर्फ अगली जॉब का मौका खोज रहे होते थे, जिससे हम घर चलाने की, नौकरी बनाए रखने की शर्त पूरी कर सकें. अब बात अलग हो गई है. नई जेनरेशन इस तरह सोचती है, ऐसे चलती है कि... मैं बाद एक काम खोजूंगा और उम्मीद करूंगा कि काम मिले और बस मेरा 'किचन चलता रहे.' अमिताभ बच्चन की अगली फिल्म 'कल्कि 2898 AD' का ट्रेलर सोमवार शाम को रिलीज हुआ है. इस फिल्म में अमिताभ, अश्वत्थामा का माइथोलॉजी बेस्ड भूमिका निभा रहे हैं तथा ट्रेलर में जनता उनके किरदार और काम को बहुत पसंद कर रही है. 'ये मेरी चॉइस है, मेरे मां-बाप…', जहीर इकबाल संग शादी पर आई सोनाक्षी सिन्हा की प्रतिक्रिया शूटिंग से 4 दिन पहले डायरेक्टर ने किया एक्ट्रेस को फिल्म से बाहर, सालों बाद खुद किया चौंकाने वाला खुलासा सैलरी पर हो रही चर्चा को लेकर आई 'पंचायत' के सचिव जी की प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा?
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'

