Jackson oswalt news:बच्चे ने अपना प्रोजेक्ट पूरा करने इतिहास रच दिया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,जैक्सन ने पहले फ्यूजन के पीछे का पूरा विज्ञान समझा. इसके बाद उन्होंने सबसे पहले 'डेमो फ्यूजर' बनाया. इस अनोखे, शानदार और दुर्लभ रिएक्टर बनाने के लिए छात्र ने अपने पैरेंट्स से आर्थिक मदद ली.
टेक कंपनी मेटा के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम और फेसबुक पर मंगलवार (25 मार्च) को भारत में शाम 6.30 बजे से डाउन हैं। डाउनडिटेक्टर में आउटेज की शिकायतें दर्ज की जा रही हैं। डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, दुनियाभर में फेसबुक और इंस्टाग्राम के कई यूजर्स को वेब और ऐप दोनों वर्जन पर एक्सेस करने और फीड रिफ्रेश करने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कई यूजर्स ने बताया कि वे न तो कमेंट पढ़ पा रहे हैं और न ही कमेंट कर पा रहे हैं। डाउनडिटेक्टर.इन, वेबसाइटों और ऑनलाइन सर्विसेज के रियल टाइम में आउटेज यानी समस्याओं को ट्रैक करने वाला एक प्लेटफॉर्म है। इससे पहले 19 मार्च को भी दोनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को आउटेज को सामना करना पड़ा था। दोनों सोशल मीडिया प्लेटफार्म को मेटा रन करता है। कंपनी की ओर से डाउन को लेकर कोई बयान नहीं आया है। इंस्टाग्राम पर 52% लोगों को ऐप कनेक्शन के चलते दिक्कत डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, लगभग 52% लोगों को एप में समस्याएं हो रही हैं। वहीं 27% लोगों को लॉग-इन करने में समस्याएं हो रही हैं और लगभग 21% ने बताया है कि उन्हें सर्वर कनेक्शन में दिक्कत हो रही है। इंस्टाग्राम पर 71% लोगों को सर्वर कनेक्शन के चलते दिक्कत डाउनडिटेक्टर के मुताबिक, लगभग 71% लोगों को सर्वर कनेक्शन में समस्याएं हो रही हैं। वहीं 25% लोगों को लॉग-इन करने में परेशानी हो रही है और लगभग 4% ने बताया है कि उन्हें वेबसाइट में दिक्कत हो रही है। 2021 में 6 घंटे बंद रहे थे फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप 4 अक्टूबर 2021 को फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप प्लेटफॉर्म करीब 6 घंटे तक पूरी दुनिया में बंद रहे थे। जिसके चलते अरबों यूजर्स को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यह समस्या रात करीब 9.15 बजे सामने आई थी। इस आउटेज का असर अमेरिकी बाजार में फेसबुक के शेयरों पर भी दिखा था। कंपनी के शेयर 6% तक गिर गए थे। 2019 में पहले साढ़े 9 घंटे डाउन रहे थे 3 जुलाई 2019 को रात आठ बजे भारत, अमेरिका समेत कई देशों में फेसबुक, वॉट्सएप और इंस्टाग्राम डाउन रहे। करीब साढ़े 9 घंटे डाउन रहने के बाद 4 जुलाई 2019 को इन्हें ठीक कर लिया गया है। टेक से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... मस्क का आरोप- X पर साइबर अटैक के पीछे यूक्रेन:वहां के IP एड्रेस से हमले हुए; सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म साढ़े तीन घंटे डाउन रहा दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क ने आरोप लगाया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के डाउन होने के पीछे यूक्रेन का हाथ है। सोमवार को X तीन बार डाउन हुआ था। मस्क ने फॉक्स न्यूज पर कहा- हमें ठीक से पता नहीं है कि क्या हुआ था, लेकिन X सिस्टम को ध्वस्त करने के लिए बड़े स्तर पर यूक्रेन एरिया से ओरिजिनेट IP एड्रेस से साइबर हमला हुए। पढ़ें पूरी खबर...
सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के को-सीईओ हान जोंग-ही का 63 साल की उम्र में निधन हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान हृदय गति रुकने से हान की मौत हुई है। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को दक्षिणी सियोल में सैमसंग मेडिकल सेंटर में होने की उम्मीद है। हान सैमसंग के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल डिवाइस डिवीजन के प्रमुख थे। उन्हें 2022 में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स का वाइस चेयरमैन और सीईओ बनाया गया था। वह कंपनी के बोर्ड मेंबर में भी शामिल थे। हान के उत्तराधिकारी पर कंपनी ने अभी कोई फैसला नहीं लिया है। सैमसंग बोला- हान ने टीवी बिजनेस में ग्लोबल लीडर बनाया कंपनी ने हान को श्रद्धांजलि देते हुए कहा- उन्होंने सैमसंग के टीवी बिजनेस को ग्लोबल लीडर बनाने के लिए अपने जीवन के 37 साल दे दिए। इलेक्ट्रॉनिक्स और एप्लाइंसेस बिजनेस के प्रमुख के रूप में, उन्होंने चुनौतीपूर्ण कारोबारी माहौल के बीच कंपनी की ग्रोथ में योगदान दिया। हान ने 2025 को कंपनी के लिए मुश्किलों भरा बताया था रॉयटर्स के अनुसार, पिछले हफ्ते निवेशकों के साथ एक एनुअल मीटिंग के दौरान हान ने सैमसंग स्टॉक के खराब प्रदर्शन के लिए माफी मांगी थी। वहीं उन्होंने प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की आर्थिक नीतियों के बारे में अनिश्चितताओं के कारण 2025 को मुश्किलों भरा बताया था। 1988 में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़े थे हान 1962 में जन्मे हान ने इंहा यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया था। 1988 में सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स में विजुअल डिस्प्ले डिवीजन में काम करना शुरू किया। उन्हें सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के टीवी बिजनेस को विकसित करने में एक प्रमुख व्यक्ति के रूप में देखा जाता है।
Largest Galaxy In The Universe: वैज्ञानिकों की ओर से की गई एक खोज बताती है कि हमारे ब्रह्मांड में एल्सियोनस आकाशगंगा अबतक की सबसे बड़ी आकाशगंगा है. यह पंखों की तरह फैली हुई है.
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मेकर ओला इलेक्ट्रिक ने रोस्मर्टा ग्रुप के साथ 26 करोड़ रुपए की बकाया राशि वाले मामले को सुलझा लिया है। कंपनी ने मंगलवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि रोस्मर्टा ग्रुप ने ओला टेक्नोलॉजी लिमिटेड के खिलाफ दिवालियापन की कार्यवाही के लिए दायर की गई याचिका को वापस ले लिया है। इसके बाद मंगलवार के शुरूआती कारोबार में ओला का शेयर 3.6% चढ़ा। हालांकि ये अभी 3.19% की गिरावट के साथ 53.95 रुपए पर ट्रेड कर रहा है। रोस्मर्टा डिजिटल ने बेंगलुरु के नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) में दायर दिवालियापन याचिकाओं को वापस लेने का मेमो दाखिल कर दिया है। 3 पॉइंट में समझें पूरा मामला इस मामले से तीन कंपनियां ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी उसकी सब्सिडियरी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और रोस्मर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड जुड़ी हैं। कुछ दिन पहले शोरूम्स पर हुई थी छापेमारी ओला के स्टोर्स पर देशभर में RTO कार्रवाई कर रही है। अब तक महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के 32 स्टोर्स पर रेड पड़ चुकी है। इसके अलावा राजस्थान में कुछ स्टोर्स पर भी कार्रवाई की गई है। इसमें 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों के जब्त किया जा चुका है। ओला के स्टोर पर 4 बार रेड हुई दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की । 95% स्टोर पर नहीं है बेसिक सर्टिफिकेशन ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 स्टोर खोले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक स्टोर में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं।
खरबों साल पहले मर गया जो ग्रह, वहां से धरती पर गिरा था उल्कापिंड; वैज्ञानिकों ने बातों से चौंकाया
Earth hit by meteorite:एक रहस्यमयी उल्कापिंड एक ऐसे ग्रह से धरती पर गिरा जो अस्तित्व में ही नहीं है. यह खुलासा जब वैज्ञानिकों ने किया तो किसी को भरोसा ही नहीं हुआ. लेकिन यह सच है. 2023अल्जीरिया में गिरे उल्कापिंड पर अब वैज्ञानिकों ने अपनी रिपोर्ट दी है. जानें पूरी खबर.
ब्रिटिश लग्जरी कार मेकर एस्टन मार्टिन ने भारतीय बाजार में कूपे स्टाइल वाली स्पोर्ट्स कार वेंक्युइश को भारत में लॉन्च कर दिया है। ये वेंक्युइश का थर्ड जनरेशन मॉडल है, जिसकी कीमत 8.85 करोड़ रुपए (एक्स-शोरूम, पैन-इंडिया) रखी गई है। कार को ट्विन टर्बो V12 इंजन के साथ उतारा गया है। कंपनी का दावा है कि कार सिर्फ 3.3 सेकेंड में 100kmph की स्पीड पकड़ सकती है। वहीं सेफ्टी के लिए 360 डिग्री कैमरा और ADAS जैसे फीचर्स दिए गए हैं। इसका मुकाबला फरारी 12 सिलिंद्री से है।
टेक कंपनी मोटोरोला भारतीय बाजार में 2 अप्रैल को नया एज सीरीज स्मार्टफोन मोटोरोला एज 60 फ्यूजन लॉन्च करने जा रही है। ये मोटोरोला का सबसे प्रीमियम फोन होगा, जो स्टाइलिश लुक के साथ कई AI फीचर्स से लैस होगा। इसमें 50 मैगापिक्सल के सोनी LYT-700C प्राइमरी सेंसर, IP68 और IP69 वाटर एंड डस्ट प्रूफ रेटिंग, 5000mAh बैटरी और 12GB रैम और 68वॉट फास्ट चार्जिंग जैसे कई फीचर्स मिलेंगे। लॉन्चिंग इवेंट दोपहर के 12 बजे होगा। कंपनी ने ऑफिशियल वेबसाइट सहित ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट पर मोबाइल का प्रोडक्ट पेज लाइव कर दिया है, जहां फोन लॉन्च लाइव स्ट्रीम किया जाएगा। 55,999 हजार रुपए हो सकती है शुरुआती कीमतफोन को दो स्टोरेज वैरिएंट के साथ पेश किया जाएगा। इसमें 8GB और 12GB रैम का ऑप्शन मिलेगा। फिलहाल कंफर्म नहीं है कि फोन में एक्सटेंडेड रैम टेक्नोलॉजी मिलेगी या नहीं। फोन में 256GB तक की इंटरनल स्टोरेज मिलेगी, इसके साथ 1TB तक का SD मैमोरी कार्ड सपोर्ट मिलेगा। इसकी कीमत 55,999 हजार रुपए से शुरू हो सकती है। फोन तीन कलर ऑप्शन के साथ पेश किया जाएगा। इसमें पैनटोन स्लिपस्ट्रीम, पैनटोन जेफायर और पैनटोन अमेजोनाइट शामिल है।
पेमेंट काउंसिल ऑफ इंडिया ने सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी को लेटर लिखा है। लेटर में PM मोदी से जीरो मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) नीति पर पुनर्विचार करने की मांग की गई है। काउंसिल, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) और रुपे डेबिट कार्ड से लेनदेन पर व्यापारियों मर्चेंट फीस ना लगाने के पक्ष में है। दरअसल,सरकार UPI ट्रांजैक्शन और RuPay डेबिट कार्ड पर मर्चेंट चार्जेस यानी फीस फिर से लागू करने पर विचार कर रही है। द इकोनॉमिक टाइम्स ने दो वरिष्ठ बैंक अधिकारियों के हवाले से इस बात की जानकारी दी है। अभी इन पेमेंट मेथड्स पर कोई मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) नहीं लगाया जाता है, क्योंकि इन्हें नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) फैसिलिटी प्रोवाइड करती है। हालांकि, छोटे बिजनेस के लिए ट्रांजैक्शन को फ्री रखते हुए बड़े मर्चेंट्स पर फीस लगाने पर चर्चा चल रही है। सरकार इस कदम पर क्यों विचार कर रही है? एक बैंकर ने बताया कि बैंकों ने सरकार को एक फॉर्मल प्रपोजल पेश किया है। इस प्रपोजल में सुझाव दिया गया है कि MDR उन मर्चेंट्स पर लागू किया जाना चाहिए जिनका एनुअल GST टर्नओवर 40 लाख रुपए से ज्यादा है। सरकार एक टायर्ड प्राइसिंग सिस्टम शुरू करने का भी प्लान बना रही है। इस सिस्टम के तहत बड़े मर्चेंट्स को हायर चार्जेस का पेमेंट करना होगा। वहीं छोटे मर्चेंट्स को कम फीस देना होगा। एक बैंकर ने कहा, 'तर्क यह है कि अगर बड़े मर्चेंट्स जिनके पास कार्ड मशीनें हैं, वे वीजा और मास्टरकार्ड डेबिट कार्ड्स और सभी टाइप के क्रेडिट कार्ड जैसे अन्य पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स पर MDR का पेमेंट कर रहे हैं, तो वे UPI और RuPay डेबिट कार्ड के लिए चार्जेस क्यों नहीं दे सकते? MDR कैसे काम करता है और इसे क्यों हटाया गया? 2022 से पहले मर्चेंट्स को बैंकों को ट्रांजैक्शन अमाउंट का 1% से कम MDR यानी मर्चेंट डिस्काउंट रेट देना पड़ता था। हालांकि, सरकार ने डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए वित्त वर्ष-22 के बजट में इन चार्जेस को हटा दिया था। तब से UPI सबसे ज्यादा यूज किया जाने वाला पेमेंट मेथड बन गया है और RuPay भी काफी पॉपुलर हो गया है। इस बीच इंडस्ट्री के इंसाइडर्स का कहना है कि बड़े रीटेल मर्चेंट्स एवरेज 50% से ज्यादा पेमेंट कार्ड से करते हैं। इसलिए UPI पेमेंट पर एक स्मॉल फीस का कोई बड़ा प्रभाव पड़ने की संभावना नहीं है। फरवरी में 1,611 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए फरवरी 2025 में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) के जरिए 1611 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए। इस दौरान इस दौरान कुल 21.96 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। ट्रांजैक्शन की संख्या में सालाना आधार पर 33% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, इसके जरिए ट्रांसफर हुई अमाउंट में 20% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले यानी फरवरी 2024 में 1210 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए 18.28 लाख करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ था। वहीं, इस महीने 3 मार्च तक करीब 39 लाख UPI ट्रांजैक्शन हुए, इसके जरिए 1050 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर गई। जनवरी के मुकाबले फरवरी में 5% कम ट्रांजैक्शन एक महीने पहले यानी जनवरी की तुलना में ट्रांजैक्शन की संख्या में 5% की कमी रही। जनवरी में लोगों ने 1699 करोड़ ट्रांजैक्शन के जरिए 23.48 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई।नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) UPI को रेगुलेट करती है।
रॉयल एनफील्ड 27 मार्च को अपनी नई रेट्रो बाइक रॉयल एनफील्ड क्लासिक 650 भारत में लांच करने की तैयारी रही है। इसे कंपनी ने अपने एनुअल इवेंट मोटोवर्स-2024 में पेश किया था। क्लासिक 650 में रेट्रो लुक के साथ 648cc का पावरफुल इंजन और टर्न बाई टर्न नेविगेशन जैसे नए फीचर्स मिलेंगे। भारत में इसकी शुरुआती कीमत 3.5 लाख रुपए हो सकती है। इसे ब्लैक क्रोम, टील, ब्लू और वेल्लम रेड के साथ 4 कलर ऑप्शन में पेश किया जाएगा। इसका मुकाबला गोल्ड स्टार 650 और कावासाकी Z650RS जैसे नियो-रेट्रो मॉडल से होगा। डिजाइन: रेट्रो LED हेडलैंप के साथ वायर-स्पोक व्हील्स नई रॉयल एनफील्ड क्लासिक 650 देखने में क्लासिक 350 की तरह ही लगती है। इसमें नए रेट्रो LED हेड लैंप और टियरड्रॉप शेप फ्यूल टैंक दिया गया है। कंफर्ट राइडिंग के लिए बाइक के फ्रंट में बॉडी कलर्ड 43mm शोवा फोर्क्स और रियर में ट्विन शॉक एब्जॉर्वर मिलेंगे। इसके साथ डुअल क्रोम फिनिश्ड एक्जॉस्ट्स और एक्सपेंडेड रियर फेंडर भी दिए गए हैं। हार्डवेयर: 19 इंच के व्हील के साथ डुअल चैनल ABS बाइक को रॉयल एनफील्ड शॉटगन के प्लेटफार्म पर डेवलप किया गया है। यही प्लेटफार्म इंटरसेप्टर 650, कॉन्टिनेंटल GT 650, सुपर मेटियोर 650 और शॉटगन 650 जैसी बाइक्स में भी इस्तेमाल होता है। इसमें 19 इंच के फ्रंट और 18 इंच के रियर स्पोक व्हील्स का सेटअप दिया गया है। ब्रेकिंग के लिए बाइक में डुअल चैनल ABS के साथ 320mm का फ्रंट डिस्क और 300mm का रियर डिस्क ब्रेक मिलेंगे। बाइक का वेट 243kg है। परफॉमेंस और फीचर्स: 648 cc इंजन और सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल क्लासिक 650 में परफॉर्मेंस के लिए 647.95 CC एयर/ऑयल-कूल्ड ट्विन सिलेंडर इंजन दिया गया है, जो 46.4hp की पावर और 52Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को 6-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। ये इंजन रॉयल एनफील्ड के अन्य 650 मॉडल्स – इंटरसेप्टर, कॉन्टिनेंटल GT, इंटरसेप्टर बियर, सुपर मेटियोर और शॉटगन में भी इस्तेमाल होता है। फीचर्स की बात करें तो बाइक में सेमी-डिजिटल इंस्ट्रूमेंट कंसोल दिया गया है। इसमें ऑप्शनल नेविगेशन ट्रिपर पॉड का विकल्प भी है। ट्रिपर पॉड ब्लूटूथ से स्मार्टफोन कनेक्टिविटी देता है। इसमें टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन,USB चार्जिंग पोर्ट जैसे फीचर्स दिए गए हैं।
सैमसंग ने आज (24 मार्च) भारतीय बाजार में A-सीरीज में नया 5G स्मार्टफोन गैलेक्सी A26 लॉन्च किया है। कंपनी ने इस मिड बजट स्मार्टफोन को सर्कल टू सर्च और AI बेस्ड फोटो असिस्ट टूल जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फीचर्स मिलेंगे। मिड बजट सेगमेंट के स्मार्टफोन में 6.7 इंच की फुल HD+ सुपर एमोलेड डिस्प्ले, 50 मेगापिक्सल कैमरा और 25W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 5000mAh की बैटरी दी गई है। साउथ कोरियन टेक कंपनी ने इसी महीने की शुरुआती में A-सीरीज में गैलेक्सी A56 और A36 लॉन्च किए थे। शुरुआती कीमत ₹24,999 और चार कलर ऑप्शन सैमसंग गैलेक्सी A26 5G को 8GB रैम के साथ दो स्टोरेज- 128GB और 256GB वैरिएंट में लॉन्च किया गया है। इसकी शुरुआती कीमत 24,999 रुपए रखी गई है। शुरुआती सेल में HDFC और SBI कार्ड्स से पेमेंट करने पर 2000 रुपए का बैंक कैशबैक मिलेगा। वहीं, लॉन्चिंग ऑफर में सिर्फ 999 रुपए देकर 1 साल की फ्री स्क्रीन रिप्लेसमेंट भी मिलेगी। स्मार्टफोन के साथ 4 कलर ऑप्शन मिलेंगे। इसमें ऑसम पीच, ऑसम मिंट, ऑसम वाइट और ऑसम ब्लैक कलर शामिल है। सैमसंग गैलेक्सी A26 5G : वैरिएंट वाइस प्राइस गैलेक्सी S25 सीरीज वाले ये AI फीचर मिलेंगे सैमसंग गैलेक्सी A26 5G स्पेसिफिकेशन्स
आसमान में दिखेगा अजूबा, 'गायब' हो जाएगी शनि ग्रह की रिंग, क्यों होगा ऐसा?
Saturn Rings To Disappear: सौरमंडल में शनि ग्रह बहुत ही अनोखा है. और शानि को खूबसूरत बनाता है उनके छल्ले (Ring of Saturn) लेकिन अब वह छल्ले गायब होने वाले हैं. तो आइए जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला, क्यों ऐसा हो रहा है.
Australia News: ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स भी एक चौंकाने वाली खबर आई है जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है. यहां पर शोधकर्ताओं को 15000000 साल पहले रहने वाली मछली मिली है. जिसके बारे में शोधकर्ताओं ने विस्तृत जानकारी दी है.
बचपन की यादों को याद करने में क्यों आती है मुश्किलें? इस रिपोर्ट में हुआ हैरान करने वाला खुलासा
Science News: अक्सर देखा जाता है कि हम बचपन की यादों को भूल जाते हैं, लाख कोशिश के बावजूद भी वो गतिविधियां हमें याद नहीं आती हैं. इसके पीछे की क्या वजह है इसका पता एक नए अध्ययन में लगा है.
इंडियन मार्केट में टेक कंपनी एपल का एक नया स्मार्टफोन आईफोन 16e आया है, जो आईफोन 16 सीरीज का सबसे सस्ता मॉडल है। कंपनी ने इसे तीन स्टोरेज ऑप्शन- 128GB, 256GB और 512GB के साथ मार्केट में उतारा है। इसकी शुरुआती कीमत 59,900 रुपए है। स्मार्टफोन में आईफोन 16 वाला बायोनिक A18 चिपसेट दिया गया है। इसके अलावा फोन में 6.1 इंच का XDR डिस्प्ले और 26 घंटे बैकअप वाली बैटरी भी मिलेगी। आईफोन 16e में एपल का पहला इन-हाउस मॉडम ‘Apple C1’ दिया गया है। इसके अलावा, इस फोन में क्या खास है और क्या इसे आपको लेना चाहिए या नहीं सब जानेंगे... कंपनी का सबसे एफिशिएंट मॉडम एपल C1 फोन में सबसे खास चीज इसका एपल C1 मॉडम है, जो अब तक किसी भी आईफोन में नहीं दिया गया है। एपल के अब तक के आईफोन में क्वालकॉम 5G AI प्रोसेसर जनरेशन 2 मिलता आया है। C1 मॉडम से फोन में आपको हायर बैंडविथ और लो लेटेंसी मिलेगा, जिससे डाउनलोड और अपलोड फास्ट हो जाएगी। 5G कनेक्टिविटी दूसरे आईफोन से और ज्यादा इंप्रूव मिलेगी। कंपनी इसे अब तक का मोस्ट पावर एफिशिएंट मॉडम कह रही है, यानी इससे बैटरी लाइफ भी ज्यादा रहेगी। आईफोन 16e: डिजाइनआईफोन 16e का डिजाइन आईफोन 15 और आईफोन 16 सीरीज की तरह ही है, लेकिन इसमें कुछ बदलाव किए गए हैं। फोन को एपल का सिग्नेचर फ्लैट-एज डिजाइन दिया गया है, जो इसे एक प्रीमियम और मॉडर्न लुक देता है। इसका फ्रेम एयरोस्पेस-ग्रेड एल्यूमिनियम से बना है, जिससे यह हाथ में हल्का और मजबूत फील होता है। इसका वजन 167 ग्राम और यह 7mm पतला है। रियर से देखने में यह एपल का सस्ता आईफोन लगता है, लेकिन फ्रंट में फोन के ऊपर एक नॉच है, जिससे यह आईफोन 14 की जैसा दिखता है। फोन के साथ सिर्फ दो कलर ब्लैक और वाइट ऑप्शन अवेलेबल हैं। फोन के साइड में आईफोन 15 सीरीज और 16 सीरीज की तरह एक्शन बटन दिया गया है। इस एक्शन बटन आप कोई भी कमांड सेट कर सकते हो, जैसे- कैमरा ओपन करना हो या फ्लैश लाइट ऑन-ऑफ करने के लिए यूज कर सकते हैं। इसके बैक पैनल पर सिंगल कैमरा दिया गया है। हालांकि, इसमें आईफोन 16 सीरीज में दिया गया कैमरा कंट्रोल और डायनेमिक आईलैंड नहीं मिलेगा। आईफोन 16e: स्पेसिफिकेशन्स सॉफ्टवेयर: फोन कंपनी के लेटेस्ट ऑपरेटिंग सिस्टम iOS 18 पर आउट-ऑफ-द-बॉक्स काम करता है। इसके साथ कंपनी का लेटेस्ट एपल इंटेलिजेंस दिया गया है, जो 16 सीरीज में भी मिलता है। डिस्प्ले : आईफोन 16e में 6.1-इंच का सुपर रेटिना XDR OLED डिस्प्ले दिया गया है। इसमें आपको विजुअल क्वालिटी तो बढ़िया मिलेगी, लेकिन ये सिर्फ 60Hz रिफ्रेश रेट पर काम करता है, जो इसकी कीमत के हिसाब से काफी कम है। यहां कम से कम 90Hz का रिफ्रेश रेट दिया जा सकता था। इसकी टिपिकल ब्राइटनेस 800 निट्स और पीक ब्राइटनेस 1200 निट्स है। डिस्प्ले की सिक्योरिटी के लिए सिरेमिक शील्ड प्रोटेक्शन दी गई है। कैमरा : फोटोग्राफी के लिए डिवाइस के बैक पैनल पर 48MP का फ्यूजन सिंगल लैंस दिया गया है। खास बात ये है कि ये 2 इन 1 कैमरा है। यानी आप इसे दो लैंस की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं। इस सिंगल लैंस से आप हाई रेजुलेशन पिक्चर क्लिक कर सकते हैं साथ ही इसी पर आप 2X पर ऑप्टिकल जूम की तरह भी फोटो ले सकते हैं। वहीं, सेल्फी और वीडियो कॉलिंग के लिए फोन के फ्रंट में 12MP का कैमरा मिलता है। ये आईफोन 16 सीरीज के स्मार्टफोन में मिलने वाले कैमरे वाली क्वालिटी का है। एक खास बात और इसमें फेस आईडी भी है। प्रोसेसर: परफॉर्मेंस के लिए फोन में A18 चिपसेट दिया गया है, जो कंपनी की लेटेस्ट स्मार्टफोन सीरीज 16 में दिए गइ चिपसेट से अलग है। आईफोन 16e में दिए गए चिपसेट का GPU 4 कोर, जबकि आईफोन 16 फ्लैगशिप सीरीज में 5 कोर GPU मिलता है। कंपनी ने 16e के लॉन्चिंग इवेंट में सिर्फ लेटेस्ट चिपसेट कहा था। हालांकि ये चिपसेट पावरफुल है, क्योंकि एपल का ऑप्टिमाइजेशन नेक्स्ट लेवल को होता है। बैटरी और चार्जिंग: एपल ने बैटरी कैपेसिटी के बारे में सटीक जानकारी नहीं दी है, लेकिन कंपनी का दावा है कि फोन 26 घंटे तक वीडियो प्लेबैक और 90 घंटे तक ऑडियो प्लेबैक सपोर्ट करता है।फोन के साथ 20W का टाइप C चार्जर दिया गया है। इसे 20W या उससे अधिक के पावरफुल एडॉप्टर से 30 मिनिट में 50% तक चार्ज किया जा सकता है। अन्य फीचर्स: फोन IP68 डस्ट और वाटर रेसिस्टेंस के साथ आता है। क्या आईफोन 16e बेहतर ऑप्शन है?अब सवाल ये है कि क्या आईफोन 16e एक अच्छा ऑप्शन है तो अगर आपको फ्लैगशिप एक्सपीरियंस चाहिए तो आईफोन 15 बेहतर विकल्प हो सकता है, क्योंकि डिस्काउंट के बाद यह लगभग 60,000 रुपए में मिल सकता है और आईफोन 16e के 128GB स्टोरेज वाले वैरिएंट की कीमत भी इतनी ही है। आईफोन 15 में एपल इंटेलिजेंस सपोर्ट नहीं है, जबकि आईफोन 16e इसे सपोर्ट करता है। आईफोन 15 में डायनामिक आइलैंड है, जबकि आईफोन 16e में एक्शन बटन दिया गया है। आईफोन 16e को खरीदने के लिए इसकी कीमत कम होने का इंतजार किया जा सकता है।
अरे भाई गजब! ये तो चमत्कार ही है... हवा से बना डाला पानी; देखकर यकीन नहीं होगा
Water From Air: भारत की एक कंपनी ने पीने के लिए साफ पानी बनाने की टेक्नीक निकाली है. यह टेक्नीक इको फ्रेंडली और टिकाऊ है. अपातकालीन स्थिति में यह काफी आ सकती है.
जब सालों पहले शनि के चारों तरफ आया था जोरदार तूफान, हो गया था ऐसा हाल; अब सामने आईं तस्वीरें
Storm On Saturn: NASA ने साल 1990 में हब्बल स्पेस टेलीस्कोप के जरिए शनि एक भूमध्य रेखा की तरफ बने विशालकाय तूफान को डॉक्यूमेंट किया था. NASA ने इसे शेयर किया है.
अचानक क्यों बन रहीं हैं झीलें? देश में इन जगहों पर आ सकती है तबाही.. रिसर्च ने डराया
Melting Ice: यह तय है कि जलवायु परिवर्तन के कारण दुनिया भर में तापमान बढ़ रहा है और इसका सबसे बड़ा असर हिमालयी ग्लेशियरों पर देखा जा रहा है. ग्लेशियरों के पिघलने के कारण वहां बड़ी बड़ी झीलें बन रही हैं. इसके चलते सुरक्षा बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने की सख्त जरूरत है.
US-चीन-रूस आंखें फाड़े रह गए... जो कोई ना कर सका वो चंद्रयान-3 ने कर दिखाया, दुनिया ने किया सलाम
Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 जब लॉन्च हुआ और कामयाबी के साथ चांद के दक्षिण ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग तो सारी दुनिया हैरान रह गई थी. क्योंकि कोई भी ऐसा नहीं कर पाया था, लेकिन बात वहीं तक सीमित नहीं है. क्योंकि चंद्रयान आज तक भी ऐसा डेटा भेज रहा है जो आज तक चीन, रूस, अमेरिका जैसे देश भी नहीं कर पाए.
अगर आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) से ट्रांजेक्शन करते हैं और बैंक से लिंक्ड आपका मोबाइल नंबर लंबे समय से इनएक्टिव है तो इसे तुरंत एक्टिव करा लें। नहीं तो आपको पेमेंट करने में परेशानी हो सकती है। क्योंकि, 1 अप्रैल से UPI पेमेंट सर्विस से जुड़ा नया नियम लागू होने वाला है। इसमें बैंक अकाउंट से जुड़े ऐसे मोबाइल नंबर, जो लंबे समय से एक्टिव नहीं हैं या जिन्हें बंद होने के बाद फिर से एक्टिव कराया गया है। उन्हें UPI सिस्टम से हटा दिया जाएगा। इस बदलाव का असर उन यूजर्स पर पड़ेगा, जिनके बैंक अकाउंट में कोई पुराना या बंद नंबर लिंक्ड है। UPI को रेगुलेट करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बैंको और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स को ऐसे मोबाइल नंबरों को डीलिंक करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, NPCI जल्द ही पुल ट्रांजैक्शन फीचर भी बंद कर सकती है। साइबर फ्रॉड रोकने के लिए फैसला लिया NPCI ने साइबर फ्रॉड और अनऑर्थराइज्ड ट्रांजैक्शन को रोकने के लिए यह फैसला लिया है। कई बार मोबाइल नंबर बंद होने के बाद टेलीकॉम कंपनियां इन्हें किसी और यूजर को अलॉट कर देती हैं। ऐसे में पुराने नंबर से जुड़े बैंक अकाउंट्स पर फ्रॉड होने का खतरा बढ़ जाता है। इस कारण NPCI ने बैंकों और गूगल पे, फोन पे या पेटीएम जैसे UPI एप्स को निर्देश दिया है कि वे हर हफ्ते इनएक्टिव मोबाइल नंबर की पहचान करें और उन्हें अपने सिस्टम से हटाएं। इसका मतलब है कि अगर आपका नंबर लंबे समय तक एक्टिव नहीं रहता है, तो वह ऑटोमैटिकली बैंक के रिकॉर्ड से हट सकता है। सर्विस बंद करने से पहले अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा यूजर्स को UPI सर्विस बंद करने का अलर्ट मैसेज भेजा जाएगा। चेतावनी के बावजूद कोई मोबाइल नंबर इनएक्टिव रहता है, तो उसे UPI सिस्टम से हटा दिया जाएगा। पुल ट्रांजैक्शन फीचर हटा सकती है NPCI UPI के जरिए होने वाले पुल ट्रांजैक्शन की वजह से ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में NPCI पेमेंट एप्स में पुल ट्रांजैक्शन फीचर की लिमिट तय करने या इसे हटाने की तैयारी कर रही है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, NPCI बैंकों के साथ मिलकर एक प्लान बना रहा है कि किस तरह से पुल ट्रांजैक्शन को रोका जाए या फिर इसे खत्म कर दिया जाए। हालांकि, ये प्लान अभी शुरुआती स्टेज में है। अभी किसी भी तरह की ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं आई है कि इसे कब से और किस तरह से लागू किया जाएगा। पुल ट्रांजैक्शन क्या है?जब भी आपके UPI एप पर कोई मर्चेंट या व्यक्ति पेमेंट करने के लिए रिक्वेस्ट भेजता है तो इसे 'पुल ट्रांजैक्शन' कहते हैं। इसमें भुगतान की जाने वाली राशि पहले से ही शामिल होती है। यूजर को सिर्फ अपने UPI एप पर अपना पिन नंबर दर्ज करना होता है। इसमें पेमेंट एप पर एक नोटिफिकेशन आता है, जिस पर क्लिक करते ही आपको अमाउंट के साथ एक ट्रांजैक्शन पॉप-अप दिखता है। जब आप इस पर क्लिक कर पिन डालते हैं तो अमाउंट रिक्वेस्ट भेजने वाले के अकाउंट में चला जाता है। वहीं, जब यूजर UPI के जरिए QR कोड स्कैन करके या सीधे मोबाइल नंबर डालकर अमाउंट ट्रांसफर करता है, तो उसे 'पुश ट्रांजैक्शन' कहा जाता है। ऐसे ट्रांजैक्शन में ग्राहक खुद ही अपने UPI एप में भुगतान की जाने वाली राशि फीड करता है। 20,000 करोड़ ट्रांजैक्शन का लक्ष्य सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि, सरकार का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में 20,000 करोड़ ट्रांजैक्शन पूरा करना है। साथ ही छोटे शहरों और गावों तक UPI को बढ़ावा देना है। पहले, RuPay डेबिट कार्ड और BHIM-UPI ट्रांजैक्शन पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट जीरो कर दिया गया था। अब, इस नई इंसेंटिव स्कीम से दुकानदारों को UPI पेमेंट लेने के लिए प्रमोट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि, 'UPI पेमेंट दुकानदारों के लिए आसान, सुरक्षित और फास्ट पेमेंट सर्विस है। साथ ही बिना किसी एक्स्ट्रा चार्ज के पैसे सीधे बैंक खाते में आते हैं।' UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है? UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं।
गर्मी का मौसम शुरू होने से पहले मेजर अप्लायंस ब्रांड हायर इंडिया ने आर्टिफिशियली इंटेलिजेंट यानी AI पावर्ड कूलिंग प्रोवाइड करने वाला एयर कंडीशनर की अपनी लेटेस्ट रेंज पेश की है। कंपनी का दावा है कि इस रेंज के AC भारत का इकलौता AI क्लाइमेट कंट्रोल सिस्टम से लैस है। नए AC यूजर की जरूरत के हिसाब से ऑटोमेटिक चेंज कर लेता है। इससे बिजली की बचत और बेहतर कूलिंग मिल जाती है। कंपनी के न्यू अराइवल एयर कंडिशनर के तीन बड़े फीचर्स हैं- हायर किनोची AC 20 गुना फास्ट कूलिंग देता है हाल ही में हायर इंडिया ने कलरफुल भारतीय बाजार में किनोची एयर कंडीशनर (AC) की एक नई रेंज लॉन्च की थी। यह किनोची की प्रीमियम कलरफुल लिमिटेड एडिशन है। कंपनी ने इसे 1.6 टन कैपेसिटी के साथ तीन कलर वैरिएंट में पेश किया है और इसकी कीमत 49,990 रुपए रखी गई है। किनोची लिमिटेड एडिशन AC में AI-ड्रिवेन सुपरसोनिक कूलिंग टेक्नोलॉजी दी गई है, जिससे 60C तक के तापमान में भी सिर्फ 10 सेकेंड में 20 गुना फास्ट कूलिंग मिलती है। AC में फ्रॉस्ट सेल्फ-क्लीन टेक्नोलॉजी दी गई है। कंपनी का दावा है कि यह 99.9% स्टरलाइजेशन करता है, जिससे इनडोर में फास्ट और साफ हवा मिलती है।
इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला ने अपने लगभग सभी साइबर ट्रक्स को वापस बुलाया है। बाहरी पैनल में आई समस्या के कारण इन साइबर ट्रक्स को रिकॉल किया गया है। ये इस मॉडल का आठवां और सबसे बड़ा रिकॉल है। इलॉन मस्क की कंपनी की ओर से रिकॉल किए गए लगभग 46,000 व्हीकल्स में वे सभी मॉडल शामिल हैं, जो 13 नवंबर, 2023 से 27 फरवरी 2025 तक बनाए गए थे। साइबरट्रक का पहली बार प्रोडक्शन 13 नवंबर, 2023 को ही किया गया था। बाहरी पैनल ड्राइविंग करते समय अलग हो सकता है NHTSA यानी, नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन की रिपोर्ट में कहा गया है कि विंडशील्ड के बाईं और दाईं ओर लगा बाहरी पैनल ड्राइविंग करते समय अलग हो सकता है। विंडशील्ड और छत के बीच दोनों तरफ स्टेनलेस स्टील की पट्टी एक स्ट्रक्चरल एहेडेसिव के साथ ट्रक की असेंबली से चिपकी होती है। इस पट्टी को कैंट रेल असेंबली कहा जाता है। एहतियात के तौर पर सभी व्हीकल्स को रिकॉल किया मंगलवार को नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन के साथ दायर एक रिपोर्ट में, टेस्ला ने कहा कि इस मॉडल के केवल 1% इलेक्ट्रिक व्हीकल डिफेक्टिव थे, लेकिन एहतियात के तौर पर सभी व्हीकल्स को रिकॉल किया गया है। टेस्ला ने कहा, यदि ड्राइव करते समय कैंट रेल स्टेनलेस स्टील पैनल व्हीकल से अलग हो जाता है, तो यह पीछे चल रहे मोटर चालकों के लिए सड़क पर खतरा पैदा कर सकता है और उनकी चोट या टकराव का खतरा बढ़ा सकता है। टेस्ला ने नेशनल हाईवे ट्रैफिक सेफ्टी को बताया कि उसके पास इस इश्यू से जुड़े लगभग 150 वॉरंटी क्लेम आए हैं, लेकिन अभी तक किसी दुर्घटना की जानकारी नहीं है। इश्यू फिक्स करने के लिए 4 काम करेगी टेस्ला कंपनी विरोध का सामना कर रही, इस साल शेयर 40% गिरा टेस्ला का रिकॉल ऐसे समय में आया हे जब कंपनी पहले से ही विरोध का सामना कर रही है। दरअसल, कंपनी के सीईओ इलॉन मस्क इस समय ट्रम्प प्रशासन के लिए संघीय खर्च में कटौती की देखरेख कर रहे हैं। इन कटौतियों से अमेरिका के कई लोग खुश नहीं है टेस्ला के व्हीकल्स को बेचकर अपना विरोध जता रहे हैं। कुछ लोगों ने विरोध जताने के लिए आक्रामक तरीके भी अपनाए हैं। ये लोग टेस्ला के व्हीकल्स को डिस्ट्रॉय कर रहे हैं। ऐसे में इस साल कंपनी के शेयर की कीमत करीब 40% घट चुकी है। साल की शुरुआत में टेस्ला का शेयर 379 डॉलर पर कारोबार कर रहा था, जो अब घटकर 236 डॉलर के करीब आ गया है। बीते एक महीने में शेयर 30% गिरा है।
इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओला के स्टोर्स पर महाराष्ट्र के बाद अब मध्यप्रदेश में भी RTO ने रेड मारी है। ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने जबलपुर में 2 और इंदौर के 4 स्टोर्स पर कार्रवाई की। इन 6 स्टोर्स को ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते कारण बताओ नोटिस दिए गए हैं और इस दौरान 14 इलेक्ट्रिक व्हीकल भी जब्त किए गए हैं। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओला के स्टोर्स पर देशभर में राज्यों के RTO छापेमारी की कार्रवाई कर रहे हैं। अब तक महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के 32 स्टोर्स पर कार्रवाई की जा चुकी है। इसके अलावा राजस्थान में कुछ स्टोर्स पर भी कार्रवाई की गई है। इस दौरान अब तक 50 से ज्यादा इलेक्ट्रिक गाड़ियों के जब्त किया जा चुका है। छापेमारी की खबर की वजह से गुरुवार को ओला इलेक्ट्रिक शेयर में 4.18% की गिरावट दर्ज की गई। शेयर आज 2.25 रुपए गिरकर 51.60 रुपए पर बंद हुआ है। एक महीने में ओला का शेयर 16% से ज्यादा गिरा है। वहीं 6 महीने में शेयर 50% से ज्यादा टूटा है। ओला के स्टोर पर 4 बार हुई रेड दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की । 95% स्टोर पर नहीं है बेसिक सर्टिफिकेशन ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 स्टोर खोले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक स्टोर में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा- कार्रवाई गलत और पक्षपातपूर्ण मंगलवार की कार्रवाई पर ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने बताया कि कोई वाहन जब्त नहीं किया गया है। इससे पहले ओला ने जांच को गलत और पक्षपातपूर्ण बताया था। प्रवक्ता ने कहा था कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इन्वेंट्री है। ये मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं। कंपनी ने स्टोर्स पर रेड को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी। दिवालिया कार्यवाही की याचिका पर 8% गिरा था शेयर ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 17 मार्च को करीब 8% की गिरावट रही थी। कंपनी की एक सब्सिडियरी के खिलाफ दिवालियापन की याचिका डाले जाने के बाद कंपनी के शेयर में ये गिरावट आई थी। 3 पॉइंट में समझें पूरा मामला इस मामले से तीन कंपनियां ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी उसकी सब्सिडियरी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और रोस्मर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड जुड़ी हैं। आल टाइम हाई से 65% गिरा शेयर अगस्त 2024 में शेयरों की लिस्टिंग के बाद ओला का शेयर अपने पीक 157.53 रुपए से करीब 65% लुढ़क चुका है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर्स में करीब 20% की गिरावट आई है। इसके अलावा दिसंबर 2024 तक कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 49% से घटकर 23% रह गई।
चायनीज स्मार्टफोन ब्रांड ओप्पो आज यानी 20 मार्च को 'ओप्पो F29' स्मार्टफोन सीरीज लॉन्च करने जा रहा है। इस सीरीज में दो फोन F29 5G और F29 प्रो 5G पेश होंगे। लॉन्चिंग की जानकारी कंपनी के ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल X पर दी गई है। ओप्पो ने स्मार्टफोन का डिजाइन और कुछ फीचर्स भी शेयर किए है। दोनों स्मार्टफोन फ्लश-फिटिंग डिस्प्ले के साथ फ्लैट फ्रेम डिजाइन में मिलेंगे। बैक पैनल पर LED फ्लैश लाइट के साथ ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलेगा। सीरीज के प्रो मॉडल का कैमरा सिमेट्री इसके बेस मॉडल से ज्यादा राउंड होगा। F29 5G स्मार्टफोन सॉलिड पर्पल और ग्लेशियर ब्लू कलर जबकि प्रो वैरिएंट ग्रेनाइट ब्लैक और मार्बल व्हाइट कलर ऑप्शन में मिलेगा। दोनों स्मार्टफोन को वाटर और डस्ट रेजिस्टेंस के लिए IP66, IP68, और IP69 की रेटिंग मिली है। मजबूती के लिए ओप्पो F29 सीरीज के फोन में 360 डिग्री आर्मर बॉडी मिलेगी। ओप्पो F29 सीरीज: रैम-स्टोरेज और बैटरी-चार्जिंग ओप्पो ने कंफर्म किया है कि F29 प्रो में 12GB कैपेसिटी वाला रैम मिलेगा जबकि इसके बेस बैरिएंट F29 में 8GB रैम ऑप्शन मिलेगा। पावर बैकअप के लिए F29 प्रो में 80W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6500mAh की बैटरी मिलेगी। जबकि बेस मॉडल में 45W सुपर VOOC चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6,500mAh की बैटरी मिलेगी। यहां इसकी शुरुआती कीमत 25,000 रुपए हो सकती है।
टेक कंपनी गूगल ने बुधवार (19 अगस्त) को पिक्सल 9a स्मार्टफोन भारत सहित ग्लोबल मार्केट में लॉन्च कर दिया है। ये कंपनी की फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज पिक्सल 9 का अफोर्डेबल वर्जन है और इसे एपल के आईफोन 16e को टक्कर देने के लिए उतारा गया है। कंपनी ने इसे 8GB रैम और 256GB स्टोरेज के साथ सिंगल वैरिएंट में लॉन्च किया है। इसकी कीमत ₹49,999 रखी गई है। गूगल फोन पर 7 साल तक सपोर्ट देगा। इसमें OS अपडेट, सिक्योरिटी अपडेट, फीचर ड्रॉप और AI इनोवेशन मिलेंगे। पिक्सल 9 सीरीज का यह फोन भी कई AI फीचर्स से लैस है। इसमें जेमिनी AI, जेमिनी लाइव, पिक्सल स्टूडियो, सर्किल टु सर्च, एआई वेदर समरी और कॉल नोट्स शामिल हैं। हालांकि इसमें पिक्सल स्क्रीनशॉट जैसे कुछ फीचर कम मिलेंगे।
मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और किआ इंडिया के बाद हुंडई इंडिया और डोंडा कार्स ने भी अपनी गाड़ियों की कीमत बढ़ाने का ऐलान किया है। नई कीमतें अप्रैल-2025 से लागू हो जाएंगी। इससे पहले सभी कंपनियों ने तीन महीने पहले ही दिसंबर में अपनी कारों की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया था। पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतें बढ़ाने के पीछे सभी ऑटोमोबाइल कंपनियों ने लगभग एक जैसा ही कारण दिया है। कंपनियां इनपुट कॉस्ट और लॉजिस्टिक्स में बढ़ोतरी के चलते ऐसा फैसला ले रही हैं। कंपनियों के इस फैसले का सीधा असर ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा, खासकर उन ग्राहकों पर जो नई कार खरीदने का विचार कर रहे हैं। हुंडई की गाड़ियां 3% तक महंगी होंगी साउथ कोरियन ऑटोमैकर हुंडई मोटर ने बुधवार (19 मार्च) को अप्रैल से गाड़ियों की कीमत में 3% तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह फैसला बढ़ती इनपुट लागत, कमोडिटी की बढ़ी हुई कीमतों और ऑपरेटिंग कॉस्ट को देखते हुए लिया गया है। कीमत में बढ़ोतरी की सीमा मॉडल्स और वैरिएंट के आधार पर अलग-अलग होगी। इससे पहले जनवरी में कंपनी ने अपनी गाड़ियां 25,000 रुपए तक महंगी कर दी थी। फरवरी में महिंद्रा ने हुंडई से ज्यादा कारें बेचीं हुंडई भारत में ग्रैंड i10 निओस, i20, ऑरा, वरना, एक्सटर, वेन्यू, क्रेटा, अल्काजार, टक्सन, क्रेटा, क्रेटा इलेक्ट्रिक और आयोनिक-5 जैसे मॉडल बेचती है। हुंडई फरवरी में मंथली सेल्स के मामले में मारुति सुजुकी के बाद दूसरे स्थान से फिसलकर तीसरे स्थान पर पहुंच गई।पिछले महीने महिंद्रा एंड महिंद्रा दूसरे नंबर पर रहा। हुंडई ने फरवरी महीने में भारतीय बाजार में 47,727 गाड़ियां बेचीं, जो फरवरी-2024 में बेची गई 50,201 यूनिट की तुलना में 4.93% की गिरावट है। होंडा के सभी मॉडल 3% तक महंगे होंगे जापानी कंपनी होंडा ने बुधवार (19 मार्च) भारतीय बाजार में बिकने वाले सभी मॉडल्स की कीमत बढ़ाने का ऐलान किया है। अभी तक होंडा ने बढ़ोतरी की मात्रा का खुलासा नहीं किया है। संभावना है कि अन्य कंपनियों की तरह होंडा भी 3% तक अपने मॉडल्स की कीमत बढ़ा सकती है। इससे पहले कंपनी ने जनवरी में अपनी कारों की कीमत में 2% की बढ़ोतरी की थी। कंपनी ने बताया कि बढ़ती इनपुट कॉस्ट और ऑपरेटिंग कॉस्ट के कारण अप्रैल से सभी मॉडल्स की कीमतें बढ़ाई जाएंगी। कारों की कीमतों में बढ़ोतरी मॉडल और वैरिएंट के आधार पर अलग-अलग होगी। टाटा मोटर्स 3 महीने में दूसरी बार बढ़ाए दाम टाटा मोटर्स ने अप्रैल-2025 से अपनी पैसेंजर कार की कीमत बढ़ाने की घोषणा की है। कंपनी अपने पोर्टफोलियो में शामिल सभी पैसेंजर व्हीकल (पेट्रोल, डीजल और इलेक्ट्रिक) की प्राइस बढ़ाएगी। हालांकि टाटा ने यह नहीं बताया है कि कितने प्रतिशत दाम बढ़ाए जाएंगे। कंपनी 3 महीने में दूसरी बार कारों के दाम बढ़ाने जा रही है, इससे पहले इसी साल जनवरी में अपने पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतों में 3% तक की बढ़ोतरी की गई थी। टाटा मोटर्स ने मंगलवार को एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि, मैन्युफैक्चरिंग और इनपुट कॉस्ट बढ़ने की वजह से कीमतें बढ़ाने का भार डालने का फैसला लिया है। कंपनी ने यह भी बताया कि, मॉडल और वैरिएंट के हिसाब से कीमत में बढ़ोतरी अलग-अलग होगी। इससे पहले टाटा मोटर्स ने सोमवार को अप्रैल 2025 से कॉमर्शियल व्हीकल्स के दाम 2% तक बढ़ाने का ऐलान किया था। टाटा मोटर्स की योजना इस साल कई नई कार लॉन्च करने की है, जिनमें हैरियर का ईवी वर्जन और सिएरा की फिर से वापसी शामिल है। टाटा सिएरा का ICE और EV दोनों अवतार पेश किए जाएंगे। कंपनी अपनी कुछ मौजूदा कार जैसे पंच, टियागो और टिगोर के फेसलिफ्ट वर्जन भी साल के आखिर तक पेश कर सकती है। किआ की कारें 3% तक महंगी होंगी साउथ कोरियन ऑटोमोबाइल कंपनी किआ मोटर्स इंडिया ने भी अपनी कारों के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है। कंपनी ने बताया कि सभी कार की कीमतों में 3% का इजाफा किया जाएगा। नई कीमतें अगले महीने यानी की अप्रैल 2025 से लागू होंगी। ऑटोमेकर ने बताया कि सप्लाई से जुड़े खर्च भी बढ़ गए हैं। कमोडिटी कीमतों में बढ़ोतरी और सप्लाई चेन की लागत बढ़ने से किआ ने अपनी सभी कार की कीमतों को बढ़ाने का फैसला लिया है। कंपनी ने बताया कि शिपिंग, ट्रांसपोर्टेशन और लॉजिस्टिक्स जैसे खर्चे बढ़ गए हैं। इन खर्चों में फैक्ट्री में कलपुर्जे और पार्ट्स पहुंचाने और फिर तैयार कार डीलरशिप तक पहुंचाने की कॉस्ट शामिल है। किआ ने स्टील, एल्युमीनियम और प्लास्टिक की लागत में बढ़ोतरी को भी कारों के दाम में बढ़ोतरी की वजह बताया है। मारुति सुजुकी की गाड़ियां 4% महंगी होंगी मारुति सुजुकी ने सोमवार (17 मार्च) को कहा था कि, रॉ मटेरियल की बढ़ती लागत और ऑपरेशनल कॉस्ट बढ़ने के कारण अप्रैल-2025 से कारों की कीमतें बढ़ाई जाएंगी। कीमतों में बढ़ोतरी 4% तक होगी और यह मॉडल के आधार पर अलग-अलग होगी। इससे पहले 1 फरवरी 2025 से मारुति ने कार की कीमतों में 32,500 रुपए तक इजाफा किया था। वहीं जनवरी में भी कंपनी ने अपने सभी मॉडल्स पर 4% तक की बढ़ोतरी की थी। तब भी मारुति ने कीमत बढ़ाने की वजह रॉ मटेरियल महंगा होना बताया था।
केंद्र सरकार ने बुधवार को यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) को प्रमोट करने के लिए इंसेंटिव स्कीम को एक साल के लिए बढ़ा दिया। यह स्कीम 31 मार्च 2026 तक जारी रहेगी और इस पर करीब 1,500 करोड़ रुपए खर्च होंगे। यह फैसला केंद्रीय कैबिनेट में लिया गया। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस स्कीम में रुपे डेबिट कार्ड और BHIM-UPI के जरिए 2,000 रुपए तक के पर्सन टू मर्चेंट (P2M) ट्रांजैक्शन करने पर छोटे दुकानदारों को 0.15% इंसेंटिव मिलेगा। पर्सन टू मर्चेंट UPI ट्रांजैक्शन का मतलब है व्यापारी और ग्राहक के बीच किया गया UPI ट्रांजैक्शन है। यह स्कीम 1 अप्रैल 2021 से लागू है। रूपे डेबिट कार्ड को प्रमोट करने का सीधा असर ग्लोबल पेमेंट कंपनीज वीजा और मास्टरकार्ड पर पड़ेगा। कैसे दुकानदारों को इंसेंटिव मिलेगा, एक उदाहरण से समझिए 20,000 करोड़ ट्रांजैक्शन का लक्ष्य सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि, सरकार का लक्ष्य वित्त वर्ष 2025-26 में 20,000 करोड़ ट्रांजैक्शन पूरा करना है। साथ ही छोटे शहरों और गावों तक UPI को बढ़ावा देना है। पहले, RuPay डेबिट कार्ड और BHIM-UPI ट्रांजैक्शन पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट जीरो कर दिया गया था। अब, इस नई इंसेंटिव स्कीम से दुकानदारों को UPI पेमेंट लेने के लिए प्रमोट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि, 'UPI पेमेंट दुकानदारों के लिए आसान, सुरक्षित और फास्ट पेमेंट सर्विस है। साथ ही बिना किसी एक्स्ट्रा चार्ज के पैसे सीधे बैंक खाते में आते हैं।' UPI को NCPI ऑपरेट करता है भारत में RTGS और NEFT पेमेंट सिस्टम का ऑपरेशन RBI के पास है। IMPS, RuPay, UPI जैसे सिस्टम को नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ऑपरेट करती है। सरकार ने 1 जनवरी 2020 से UPI ट्रांजैक्शन के लिए एक जीरो-चार्ज फ्रेमवर्क मैंडेटरी किया था। UPI कैसे काम करता है? UPI सर्विस के लिए आपको एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है। इसके बाद इसे बैंक अकाउंट से लिंक करना होगा। इसके बाद आपका बैंक अकाउंट नंबर, बैंक का नाम या IFSC कोड आदि याद रखने की जरूरत नहीं होती। पेमेंट करने वाला बस आपके मोबाइल नंबर के हिसाब से पेमेंट रिक्वेस्ट प्रोसेस करता है। अगर, आपके पास उसका UPI आईडी (ई-मेल आईडी, मोबाइल नंबर या आधार नंबर) है तो आप अपने स्मार्टफोन के जरिए आसानी से पैसा भेज सकते हैं। न सिर्फ पैसा बल्कि यूटिलिटी बिल पेमेंट, ऑनलाइन शॉपिंग, खरीदारी आदि के लिए नेट बैंकिंग, क्रेडिट या डेबिट कार्ड भी जरूरत नहीं होगी। ये सभी काम आप यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस सिस्टम से कर सकते हैं। UPI से जुड़ी खास बातें ये भी पढ़ें...अब UPI से होगा ₹5 लाख तक का टैक्स पेमेंट: हॉस्पिटल और शैक्षणिक संस्थानों में भी एक दिन में 5 लाख तक पेमेंट कर सकेंगे यूजर्स भारतीय टैक्सपेयर्स अब UPI के जरिए 5 लाख रुपए तक का टैक्स पेमेंट कर पाएंगे। अब तक यह लिमिट 1 लाख रुपए थी। 16 सितंबर से नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) में यह सुविधा शुरू कर दी है। सरकार ने इसके लिए 24 अगस्त को सर्कुलर जारी किया था।पूरी खबर यहां पढ़ें...
इलेक्ट्रिक टू व्हीलर मेकर ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शोरूम्स पर फिर से छापेमारी हुई है। मंगलवार को मुंबई के 10 से ज्यादा शोरूम्स पर चार RTO ऑफिस के अधिकारियों ने छापा मारा। इन सभी शोरूम्स पर जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं मिले। महाराष्ट्र मोटर व्हीकल्स डिपार्टमेंट के अधिकारी के अनुसार मुंबई (सेंट्रल, वेस्ट, ईस्ट और बोरीवली) के चार RTO ने इन स्टोर्स को नोटिस भेजा है। कार्रवाई के दौरान 10 ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर जब्त भी किए गए हैं। दूसरी कंपनियों की शिकायत के बाद कार्रवाई गुरुग्राम की प्रताप सिंह एंड एसोसिएट्स कंपनी ने ओला इलेक्ट्रिक और कुछ अन्य कंपनियों के खिलाफ ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद महाराष्ट्र के ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने कार्रवाई की है। कुछ दिन पहले भी शोरूम्स पर छापेमारी हुई थी 8 मार्च को ओला के कुछ शोरूम्स पर रेड की खबरें आई थीं। ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते कई शोरूम्स को बंद कर व्हीकल्स को जब्त किया था। इसके साथ ही कंपनी को ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 शोरूम्स खोले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक शोरूम्स में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा- कार्रवाई गलत और पक्षपातपूर्ण मंगलवार की कार्रवाई पर ओला इलेक्ट्रिक के प्रवक्ता ने बताया कि कोई वाहन जब्त नहीं किया गया है। इससे पहले ओला ने जांच को गलत और पक्षपातपूर्ण बताया था। प्रवक्ता ने कहा था कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इन्वेंट्री है। ये मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं। कंपनी ने शोरूम्स पर रेड को लेकर कोई जानकारी नहीं दी थी। दिवालिया कार्यवाही की याचिका पर 8% गिरा था शेयर ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 17 मार्च को करीब 8% की गिरावट रही थी। कंपनी की एक सब्सिडियरी के खिलाफ दिवालियापन की याचिका डाले जाने के बाद कंपनी के शेयर में ये गिरावट आई थी। 3 पॉइंट में समझें पूरा मामला इस मामले से तीन कंपनियां ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी उसकी सब्सिडियरी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड और रोस्मर्टा डिजिटल सर्विसेज लिमिटेड जुड़ी हैं। आल टाइम हाई से 65% गिरा शेयर अगस्त 2024 में शेयरों की लिस्टिंग के बाद ओला का शेयर अपने पीक 157.53 रुपए से करीब 65% लुढ़क चुका है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर्स में करीब 20% की गिरावट आई है। इसके अलावा दिसंबर 2024 तक कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 49% से घटकर 23% रह गई।
भारतीय टू-व्हीलर मेकर हीरो मोटोकॉर्प में बड़े स्तर पर सीनियर एग्जिक्युटिव्स कंपनी छोड़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभी तक 6 से ज्यादा सीनियर ऑफिसर्स इस्तीफा दे चुके हैं। हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन पवन मुंजाल ने पिछले महीने ग्लोबल टाउनहॉल में करीब 5,000 कर्मचारियों को स्पीच दी थी और कहा था, ‘मैं आप सब पर नजर रख रहा हूं’। कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि इस बयान को कई लोगों ने अंडरपरफॉर्मेंस पर सख्त रुख माना है। इसके चलते कंपनी के सीनियर लेवल पर बैठे लोगों ने इस्तीफा दिया है। इन टॉप एग्जिक्युटिव्स ने छोड़ी कंपनी पहले भी हो चुके हैं इस्तीफेइससे पहले फरवरी में हीरो मोटोकॉर्प के सीईओ निरंजन गुप्ता और चीफ बिजनेस ऑफिसर रंजीवजीत सिंह ने भी कंपनी को अलविदा कह दिया था। हाल ही में इस्तीफा देने वाले कई अधिकारी गुप्ता और सिंह के द्वारा हीरो में लाए गए थे। हीरो मोटोकॉर्प ने इस्तीफों पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। बाजार में पकड़ कमजोर होने पर सख्तीहीरो मोटोकॉर्प को बीते 10 साल में सबसे खराब समय से गुजरना पड़ रहा है। बीते महीने हीरो को पीछे छोड़ते हुए होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया देश की नंबर एक टू-व्हीलर निर्माता कंपनी बानी थी। वहीं हीरो, TVS मोटर से भी पिछड़कर तीसरे नंबर पर आ गई थी। जनवरी में कंपनी की कुल डीलर डिस्पैच में 17% की गिरावट दर्ज की गई। हीरो मोटोकॉर्प के शेयर में मामूली गिरावटहीरो मोटो कॉर्प का शेयर आज (बुधवार, 19 मार्च) को 0.81% की गिरावट के बाद 3,535.60 रुपए पर कारोबार कर रहा है। कंपनी का शेयर पिछले 5 दिन में 1.41% और एक महीने में 8.86% गिरा है। वहीं 6 महीने में -41.13% और एक साल में -22.15% का नेगेटिव रिटर्न दिया है। कंपनी का मार्केट-कैप 70.72 हजार करोड़ रुपए है। 1984 बनी थी हीरो होंडा मोटर्स लिमिटेडहीरो ने 1984 में होंडा से हाथ मिलाया और नई कंपनी हीरो होंडा मोटर्स लिमिटेड की स्थापना की थी। करीब 27 सालों तक एक साथ काम करने के बाद 2011 में दोनों कंपनी अलग हो गईं। हीरो ने HERO MOTOCORP नाम से एक नई शुरुआत की और होंडा ब्रांड नेम और लोगो को छोड़ दिया। अभी पंवन मुंजाल कंपनी के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और होल टाइम डायरेक्टर हैं।
टेक कंपनी रियलमी आज यानी बुधवार (19 मार्च) को बजट सेगमेंट में दो नया स्मार्टफोन 'रियलमी P3' और 'रियलमी P3 अल्ट्रा' लॉन्च करने जा रही है। P3 अल्ट्रा में पावर बैकअप के लिए फोन में 80W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6000mAh बैटरी और 50 मेगापिक्सल सोनी IMX896 OIS कैमरा मिलेगा। कंपनी ने कंफर्म किया है कि परफॉरमेंस के लिए स्मार्टफोन में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 चिपसेट मिलेगा। इसमें 12GB तक रैम और 256GB तक स्टोरेज का ऑप्शन मिलेगा। उम्मीद है कंपनी P3 अल्ट्रा को तीन स्टोरेज वैरिएंट 8GB+128GB, 8GB+256GB और 12GB+256GB में लॉन्च कर सकती है। भारतीय मार्केट में स्मार्टफोन की कीमत 25,000 रुपए तक होगी। रियलमी P3 अल्ट्रा: डिजाइन कंपनी का दावा है कि स्मार्टफोन में सबसे पतला 0.738 सेंटीमीटर का 1.5k क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले मिलेगा। इसके बैक पैनल पर कैमरा मॉड्यूल में कॉस्मिक रिंग डिजाइन मिलेगा, जो दो कलर- नेपच्यून ब्लू औरओरियो रेड ऑप्शन में स्मार्टफोन को लग्जरी लुक देगा। ------------------------ एक महीने पहले यानी 18 फरवरी को रियलमी ने P3 सीरीज से दो स्मार्टफोन रियलमी P3 प्रो और रियलमी P3 x 5G लॉन्च किया था। इनके भी प्राइस और स्पेसिफिकेशन जान लीजिए... रियलमी P3 प्रो और रियलमी P3 x 5G : डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन
टेक कंपनी गूगल ने क्लाउड सिक्योरिटी फर्म विज (Wiz) को 32 बिलियन डॉलर (2.7 लाख करोड़ रुपए) में खरीद लिया है। कंपनी ने मंगलवार को विज के साथ डील साइन की है। ये गूगल की अब तक की सबसे बड़ी डील है। सौदे के तहत विज, गूगल क्लाउड बिजनेस का हिस्सा बनेगी। खरीदारी पर गूगल ने कहा कि हमारी क्लाउड सिक्योरिटी सर्विस पहले से ही मजबूत हैं। विज के जुड़ने से यह और ज्यादा बेहतर होगी। AI सिक्योरिटी को मजबूत करने के लिए डील यह सौदा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से बढ़ते साइबर खतरों को रोकने में मदद के लिए किया गया है। गूगल का टारगेट क्लाउड सिक्योरिटी बिजनेस में माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी कंपनियों को टक्कर देना है। विज की मदद से मल्टीक्लाउड टेक्नोलॉजी को और बेहतर बनाया जाएगा। गूगल ने 2023 में 23 बिलियन डॉलर का ऑफर दिया था गूगल ने जुलाई 2023 में 23 बिलियन डॉलर विज को खरीदने की पेशकश की थी। लेकिन विज ने ऑफर ठुकरा दिया था। अब 2026 तक नई डील पूरी होने की उम्मीद है। CEO सुंदर पिचाई बोले-सुरक्षा को और मजबूत बनाएंगे गूगल के के CEO सुंदर पिचाई ने कहा शुरुआत से ही गूगल का फोकस मजबूत सिक्योरिटी पर रहा है। आज क्लाउड पर चलने वाले बिजनेस क्लाउड प्रोवाइडर्स में हाई सिक्योरिटी चाहते हैं। विज के साथ मिलकर हम क्लाउड सिक्योरिटी को नए स्तर पर ले जाएंगे। गूगल की पेरेंट कंपनी के शेयर में 4% की गिरावट मंगलवार को गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयर 4% गिरकर 159.58 डॉलर पर पहुंच गया है। अमेरिकी बाजार के शुरुआती कारोबार में ये गिरावट दर्ज की गई। कल बाजार बंद होने तक ये 164.29 डॉलर पर था।
मारुति सुजुकी ने अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली सेडान डिजायर का कॉमर्शियल वर्जन टूर-एस भारत में लॉन्च कर दिया है। टूर-एस डिजायर के बेस वैरिएंट LXi पर बेस्ड है। इसे पेट्रोल और CNG दोनों पावरट्रेन ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। कंपनी का दावा है कि कार का CNG वर्जन 33.73km/kg का माइलेज देगा। अपडेटेड सेडान को सिंगल वैरिएंट में पेश किया गया है। इसके स्टैंडर्ड मॉडल की एक्स-शोरूम शुरुआती कीमत 6.79 लाख रुपए है। वहीं, CNG वर्जन में 7.74 लाख रुपए है। भारत में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग वाली पहली सेडानमारुति ने डिजायर का फोर्थ जनरेशन मॉडल पिछले साल नवंबर में लॉन्च किया था। नई डिजायर 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग के साथ आती है। कार का ग्लोबल NCAP में क्रैश टेस्ट किया गया था। यह कंपनी की पहली कार है, जिसे किसी भी क्रैश टेस्ट एजेंसी से 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है और भारत में भी पहली 5-स्टार रेटेड सेडान है। डिजाइन: LED हेडलाइट के साथ 15-इंच के स्टील रिम नई मारुति सुजुकी टूर-S भी कंपनी की हेचबैक मारुति स्विफ्ट के प्लेटफॉर्म पर बेस्ड है और इसका डिजाइन फोर्थ जनरेशन डिजायर जैसा ही है। कार सिर्फ आर्कटिक व्हाइट कलर में अवेलेबल है। इसके फ्रंट में बड़ी ग्रिल मल्टीपल हॉरिजोंटल स्लेट्स के साथ दी गई है। ग्रिल को दोनों ओर स्लीक हेलोजन हेडलाइट दी गई हैं, जिस पर DRL (डेटाइम रनिंग लाइट) को हॉरिजॉन्टल लेआउट में लगाया गया है। इसके फ्रंट बंपर पर नए स्टाइल की फॉग लैंप हाउसिंग मिलती है। इसकी साइड प्रोफाइल और विंडोलाइन अभी भी पुराने वर्जन जैसी ही है। यहां ब्लैक डोर हैंडल और ORVM के साथ 14-इंच के स्टील रिम मिलेंगे। डिजायर में 15 इंच के डुअल-टोन अलॉय व्हील्स मिलते हैं। वहीं, ऊपर एक बॉडी कलर शार्क फिन एंटीना है। चूंकि, टूर-एस डिजायर के LXi वैरिएंट पर बेस्ड है, इसलिए इसमें सनरूफ का ऑप्शन नहीं है। पीछे की तरफ इसमें वाय-शेप्ड LED टेललाइट दी गई हैं, जिसे क्रोम एलिमेंट से कनेक्ट किया गया है। इसके ऊपर सुजुकी बैजिंग दी गई है। बूटलिड के नीचले बाएं हिस्से पर ‘टूर एस’ बैजिंग दी गई है। डिजायर: 6 एयरबैग और हिल होल्ड असिस्ट सेफ्टी फीचरडिजायर टूर एस में डुअल-टोन ब्लैक और बैज केबिन थीम दी गई है। इसमें फिजिकल कंट्रोल्स के साथ मैनुअल AC दी गई है, जबकि टूर-एस में इंफोटेनमेंट सिस्टम का अभाव है। इसके सेंटर कंसोल में मैनुअल गियर शिफ्टर और दो कप होल्डर दिए गए हैं। इसमें कीलेस एंट्री, सभी पावर विंडो और फ्रंट सीट के लिए एडजस्टेबल हेडरेस्ट जैसे फीचर दिए गए हैं। पैसेंजर की सुरक्षा के लिए नई टूर एस में 6 एयरबैग, हिल होल्ड असिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) और रिवर्स पार्किंग सेंसर जैसे सेफ्टी फीचर दिए गए हैं। परफॉर्मेंस : CNG में 33.73 किमी/किलोग्राम का माइलेज सेडान में फोर्थ जनरेशन डिजायर वाला 1.2-लीटर का जेड-सीरीज थ्री-सिलेंडर पेट्रोल इंजन दिया गया है। ये इंजन 82hp की पावर और 112Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स दिया गया है, जबकि डिजायर में 5-स्पीड ऑटोमेटिक का ऑप्शन भी मिलता है। यही इंजन CNG के साथ 70hp की पावर और 102Nm का टॉर्क जनरेट करता है। माइलेज की बात करें तो कंपनी का दावा है कि कार पेट्रोल इंजन के साथ मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 24.79 किमी/लीटर का माइलेज देती है। वहीं, CNG में 33.73 किमी/किलोग्राम का माइलेज मिलता है।
चायनीज इलेक्ट्रिक व्हीकल कंपनी BYD ने कार को 5 मिनट में फुल चार्ज करने वाला चार्जिंग सिस्टम बनाया है। इस चार्जर से पेट्रोल भराने जितना समय में कार 400 किलोमीटर तक चलने के लिए चार्ज हो जाएगी। कंपनी ने इसे 'सुपर ई-प्लेटफॉर्म' नाम दिया है। BYD ने सोमवार को इसे शेनझेन मुख्यालय से लाइवस्ट्रीम के जरिए इसे पेश किया। इस मौके पर कंपनी के फाउंडर वांग चुआनफू ने बताया कि सुपर ई-प्लेटफॉर्म 1,000 किलोवाट (kW) की मैक्सिमम चार्जिंग स्पीड देगा। जिससे केवल 5 मिनट के चार्ज पर कार 400 किमी (249 मील) का रेंज दे सकेगी। पेट्रोल भराने जितना समय में फुल चार्ज होगी कार वांग ने कहा, 'चार्जिंग की चिंता को पूरी तरह से खत्म करने के लिए हम EV के चार्जिंग समय को पेट्रोल गाड़ियों के फ्यूल भरने के समय जितना ही कम करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। इंडस्ट्री में यह पहला मौका है जब चार्जिंग पावर मेगावाट में पहुंच गई है।' टेस्ला के चार्जर से दोगुना फास्ट BYD के 'सुपर ई-प्लेटफॉर्म' के 1,000 kW की चार्जिंग स्पीड इलॉन मस्क की कंपनी टेस्ला के चार्जर की तुलना में दोगुनी तेजी से कार को चार्ज कर सकता है। टेस्ला का लेटेस्ट सुपर चार्जर 500 kW तक का चार्जिंग स्पीड देता है। चीन में 4,000 से ज्यादा अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग यूनिट बनेगा नया चार्जिंग आर्किटेक्चर शुरुआत में दो नए EV- हान एल सेडान और टैंग एल एसयूवी को सपोर्ट करेगा। इन कारों की शुरुआती कीमत 270,000 युआन (32.33 लाख) है। कंपनी ने कहा है कि नए प्लेटफॉर्म से मेल खाने के लिए पूरे चीन में 4,000 से ज्यादा अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग पाइल या यूनिट बनाएगी। BYD कार ओनर्स अभी तक चार्जिंग के लिए बड़े पैमाने पर दूसरे EV मैन्युफैक्चरर और थर्ड पार्टी ऑपरेटर्स और पब्लिक चार्जिंग पोल पर निर्भर हैं। टेस्ला 2014 से चीन में अपना सुपरचार्जर बेच रही है। बड़ी संख्या में BYD कार ओनर्स टेस्ला के चार्जिंग स्टेशन पर निर्भर हैं। BYD अपनी बिक्री के लिए ज्यादातर प्लग-इन हाइब्रिड पर निर्भर है, जो पिछले साल 4.2 मिलियन (42 लाख) तक पहुंच गई थी। इसने इस साल 5-6 मिलियन यूनिट बेचने का लक्ष्य रखा है।
होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया भारतीय बाजार के लिए अपने टू-व्हीलर लाइनअप को अपडेट कर रही है। एक्टिवा 125, SP125, SP160, लीवो, यूनिकॉर्न और शाइन 125 को अपडेट करने के बाद कंपनी ने आज (17 मार्च) शाइन 100 का अपडेटेड वर्जन लॉन्च किया है। कंपनी ने 100cc की कम्यूटर मोटरसाइकिल में OBD2B एमिशन नॉर्म्स के अनुसार इंजन में बदलाव किए हैं। बाइक अब नए ग्राफिक्स के साथ आती है और इसमें कंबाइंड ब्रेकिंग सिस्टम जैसे फीचर्स दिए गए हैं। बाइक ई-20 पेट्रोल पर भी दौड़ेगी। ये बाइक कंपनी की पॉपुलर होंडा शाइन 125cc का छोटा वर्जन है। इसकी शुरुआती कीमत 68,767 रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी गई है, जो मौजूदा मॉडल से 1867 रुपए ज्यादा है। ये बाइक देश में सबसे ज्यादा बिकने वाली हीरो स्पलेंडर, HF डीलक्स और बजाज प्लेटिना को कॉम्पिटिशन देती है। ऑल न्यू होंडा शाइन की बुकिंग शुरू हो गई है। कंपनी ने इसे सिंगल वैरिएंट और 5 कलर ऑप्शन: ब्लैक-रेड, ब्लैक-ब्लू, ब्लैक-ऑरेंज, ब्लैक-ग्रे और ब्लैक-ग्रीन में पेश किया है। OBD-2B अपडेट के साथ ही अब यह बाइक नए एमिशन नॉर्म्स के अनुरूप है और ज्यादा ईको फ्रेंडली प्रोडक्ट बन गई है।परफॉर्मेंस: 98.98cc इंजन के साथ E20 फ्यूल पर भी चलेगी मोटरसाइकिल में 98.98cc का सिंगल-सिलेंडर, एयर-कूल्ड, फ्यूल-इंजेक्टेड इंजन है, जो 7500rpm पर 7.38kW की पावर और 5000rpm पर 8.04Nm का टॉर्क जनरेट करता है। इससे राइडर को एक स्मूथ और शानदार राइड मिलती है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को 4-स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। कंपनी का दावा है कि नया फ्यूल-इंजेक्टेड 100cc इंजन बेहतर माइलेज देने में सक्षम है। रिपेयरिंग के काम को आसान बनाने के लिए इसमें इंजन के बाहर एक फ्यूल पंप दिया है। इसमें एक सोलनॉइड स्टार्टर भी दिया है जो किसी भी तापमान में बाइक स्टार्ट करने में मदद करता है। ऑल न्यू शाइन E20 फ्यूल पर भी चल सकेगी। हार्डवेयर: 17-इंच अलॉय व्हील और ड्रम ब्रेक कंफर्ट राइडिंग के लिए नई होंडा मोटरसाइकिल में पहले की तरह फ्रंट में टेलिस्कॉपिक फॉर्क और रियर में ट्विन शॉर्क एब्जॉर्वर सस्पेंशन दिए गए हैं। राइडिंग के लिए इसमें 17-इंच अलॉय व्हील दिए गए हैं। ब्रेकिंग के लिए बाइक के फ्रंट में 130mm और रियर में 110mm ड्रम ब्रेक के साथ कंबाइंड ब्रेकिंग सिस्टम (CBS) सिस्टम दिया गया है। शाइन 100 की सीट हाइट 786mm, ग्राउंड क्लियरेंस 168mm और वजन 99 किलोग्राम है। फीचर्स: एनालॉग इंस्ट्रूमेंट कंसोल और साइड-स्टैंड इंजन कट-ऑफ फीचर लिस्ट की बात करें तो इसमें एक एनालॉग इंस्ट्रूमेंट कंसोल दिया गया है, जिसमें स्पीडोमीटर, ओडोमीटर और फ्यूल गेज जैसी इन्फॉर्मेंशन मिलती है। बाइक में बेहतर सेफ्टी के लिए साइड-स्टैंड इंजन कट-ऑफ फीचर भी दिया गया है। हीरो की बाइक्स से होगी होंडा शाइन की टक्करहोंडा शाइन 100 की टक्कर हीरो मोटोकॉर्प की बाइक्स से होगी। इस सेगमेंट में हीरो के 4 प्रोडक्ट्स हैं। HF100, HF डीलक्स, स्पलेंडर+ और स्पलेंडर+ XTEC। इनकी कीमत करीब 54,962 रुपए और 75,840 रुपए के बीच है। बजाज की इस सेगमेंट में केवल प्लेटिना 100 है, जिसकी कीमत 67,475 रुपए है। 64,900 रुपए की शुरुआती कीमत के साथ, होंडा शाइन 100 भारत में 100cc स्पेस में पैक के ठीक बीच में बैठती है।
मारुति सुजुकी के बाद टाटा मोटर्स ने सोमवार (17 मार्च) को अपनी गाड़ियों के दाम बढ़ाने का ऐलान किया है। नई कीमतें 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगी। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। टाटा मोटर्स ने बताया कि इनपुट कॉस्ट और लॉजिस्टिक्स में बढ़ोतरी के चलते यह फैसला लिया गया है। कंपनी का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी सभी कॉमर्शियल व्हीकल्स की रेंज पर लागू होगी और अलग-अलग मॉडल और वैरिएंट के अनुसार बढ़ोतरी अलग-अलग होगी। मारुति सुजुकी की गाड़ियां 4% महंगी होंगीइससे पहले मारुति सुजुकी ने भी अप्रैल-2025 से अपनी गाड़ियों की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया था। कंपनी ने अप्रैल-2025 से अपनी कारों की कीमत में 4% तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी कंपनी के सभी मॉडल्स पर अलग-अलग होगी। मारुति ने रॉ मटेरियल और ऑपरेशनल कॉस्ट के बढ़ने के कारण यह फैसला किया है। टाटा मोटर्स के शेयर में 0.70% की तेजी टाटा मोटर्स का शेयर सोमवार (17 मार्च) को 0.70% की तेजी के साथ 660.10 रुपए के स्तर पर बंद हुआ। कंपनी का शेयर एक महीने में 3.27% गिरा और 6 महीने में 31% गिरा है। एक साल में कंपनी का शेयर 32% गिरा है। टाटा मोटर्स का मार्केट कैप 2.43 लाख करोड़ रुपए है। फरवरी में टाटा की सेल्स 8% घटीफरवरी में टाटा मोटर्स की घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बिक्री सालाना आधार पर 8% घटकर 79,344 यूनिट रही। कंपनी ने पिछले साल इसी महीने में 86,406 गाड़ियां बेची थीं। फरवरी में कुल घरेलू बिक्री 9% घटकर 77,232 यूनिट रही। एक साल पहले इसी अवधि में यह आंकड़ा 84,834 यूनिट था। इलेक्ट्रिक व्हीकल सहित कुल पैसेंजर व्हीकल से एक साल पहले की 51,321 यूनिट की तुलना में 9% घटकर 46,811 यूनिट रही। फरवरी में टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल की बिक्री सालाना आधार पर 7% घटकर 32,533 यूनिट रही। तीसरी तिमाही में टाटा मोटर्स का मुनाफा 22% कम हुआटाटा मोटर्स को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 5,451 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ है। सालाना आधार पर यह 22% कम हुआ है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 7,025 करोड़ रुपए था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 11.36 लाख करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में टाटा मोटर्स ने 11.06 लाख करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। सालाना आधार पर यह 2.71% बढ़ा है। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू या राजस्व कहा जाता है। टाटा मोटर्स की टोटल इनकम 3% बढ़ीअक्टूबर-दिसंबर तिमाही में टाटा मोटर्स की टोटल इनकम सालाना आधार पर 3% बढ़कर 11.54 लाख करोड़ रुपए रही। वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में कंपनी की टोटल इनकम 11.21 लाख करोड़ रुपए रही थी।
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने इंडियन ऑटोमोबाइल मार्केट में नया महिंद्रा XUV700 का एबोनी एडिशन लॉन्च किया है। कंपनी ने कार को ऑल ब्लैक एक्सटीरियर और इंटीरियर थीम के साथ पेश किया है और इसका ओवरऑल डिजाइन रेगुलर जैसा ही है। SUV में सिल्वर एलिमेंट्स भी दिए गए हैं। यह SUV सिर्फ टॉप-स्पेक AX7 और AX7 L वैरिएंट में अवेलेबल है। XUV700 एबोनी एडिशन रेगुलर मॉडल से 15,000 रुपए महंगा है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 19.64 लाख रुपए से शुरू होती है, जो टॉप वैरिएंट में 24.14 लाख रुपए तक जाती है। यह डार्क एडिशन सीमित समय तक उपलब्ध रहेगा। आप SUV को ऑनलाइन या डीलरशिप पर जाकर बुक कर सकते हैं, डिलीवरी जल्द ही शुरू होने की उम्मीद है। इसका मुकाबला हुंडई अल्कजार, MG हेक्टर प्लस और टाटा सफारी से है। इसके 5 सीटर वर्जन की टक्कर एमजी हेक्टर, टाटा हैरियर और हुंडई क्रेटा से है।
मारुति सुजुकी ने अप्रैल 2025 से अपनी कारों की कीमत में 4% तक की बढ़ोतरी की घोषणा की है। यह बढ़ोतरी कंपनी के लाइनअप के सभी मॉडल्स पर अलग-अलग होगी। मारुति ने बढ़ती रॉ मटेरियल और ऑपरेशनल कॉस्ट के कारण यह फैसला लिया है। इससे पहले 1 फरवरी 2025 से मारुति ने कार की कीमतों में 32,500 रुपए तक इजाफा किया था। वहीं जनवरी में भी कंपनी ने अपने लाइअप के सभी मॉडल्स पर 4% तक की बढ़ोतरी की थी। तब भी मारुति ने कीमत बढ़ाने की वजह रॉ मटेरियल को बताया था। फरवरी में मारुति ने 1.60 लाख कारें बेची मारुति ने फरवरी 2025 में कुल 1 लाख 60 हजार 791 कारें बेचीं, जो फरवरी 2024 में बेचीं गई 1 लाख 60 हजार 272 यूनिट की तुलना में 0.32% ज्यादा है। मंथली बेसिस पर सेल्स में 7% की गिरावट आई है। कंपनी ने जनवरी 2025 में 1 लाख 73 हजार 599 कारें बेचीं थीं। मॉडल-वाइज सेल्स में फ्रोंक्स 21,461 यूनिट के साथ टॉप सेलिंग कार है। खबर के बाद शेयर 2% चढ़कर 11,752 रुपए पर पहुंचा दामों में बढ़ोतरी की खबर के बाद 2% चढ़कर 11,752 रुपए पर पहुंच गया। हालांकि, अब ये 0.31% चढ़कर 11,550 रुपए पर है। बीते एक साल में मारुति का शेयर फ्लैट ही रहा है। वहीं बीते 6 महीने में ये 6% गिरा है। एक महीने में शेयर में 10% की गिरावट आई है। तीसरी तिमाही में मारुति सुजुकी का मुनाफा 16% बढ़ा मारुति सुजुकी को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 3,727 करोड़ रुपए का शुद्ध मुनाफा (कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट) हुआ था। सालाना आधार पर यह 16% बढ़ा था। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 3,206 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। ऑपरेशन से कंपनी का रेवेन्यू 38,764 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले की समान तिमाही में मारुति ने 33,512 करोड़ रुपए का रेवेन्यू दर्ज किया था। सालाना आधार पर यह 15.67% बढ़ा है। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिली राशि को रेवेन्यू कहते हैं। 1981 के भारत सरकार के स्वामित्व में बनी थी मारुति मारुति सुजुकी की स्थापना 24 फरवरी 1981 के भारत सरकार के स्वामित्व में मारुति इंडस्ट्रीज लिमिटेड रूप में हुई थी। 1982 में कंपनी ने जापान की सुजुकी कॉर्पोरेशन के साथ मिलकर जॉइंट वेंचर 'मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड' बनाई। भारतीयों के लिए पहली बजट कार 1983 में मारुति 800 लॉन्च हुई। 47,500 रुपए की एक्स शोरूम कीमत पर कंपनी ने देश के एक बड़े तबके को कार खरीदने के सक्षम बनाया था। मारुति सुजुकी पिछले 40 साल में देश में करीब 3 करोड़ गाड़ियां बेच चुकी है। -----------------------------------------------ये खबर भी पढ़ेंओला का शेयर 8% गिरकर 47 रुपए पर आया: सब्सिडियरी कंपनी पर पेमेंट रोकने का आरोप; दिवालिया कार्यवाही के लिए याचिका दायर ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में आज यानी, सोमवार (17 मार्च) को करीब 8% की गिरावट है। कंपनी की एक सब्सिडियरी के खिलाफ दिवालियापन की याचिका डाले जाने के बाद कंपनी के शेयर में ये गिरावट आई है। ओला का शेयर 47 रुपए के करीब कारोबार कर रहा है। पूरी खबर पढ़ें...
टेक कंपनी रियलमी बुधवार (19 मार्च) को बजट सेगमेंट में नया स्मार्टफोन 'रियलमी P3 अल्ट्रा' लॉन्च करने जा रही है। पावर बैकअप के लिए फोन में 80W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6000mAh बैटरी और 50 मेगापिक्सल सोनी IMX896 OIS कैमरा मिलेगा। कंपनी ने कंफर्म किया है कि परफॉरमेंस के लिए स्मार्टफोन में मीडियाटेक डाइमेंसिटी 8350 चिपसेट मिलेगा। इसमें 12GB तक रैम और 256GB तक स्टोरेज का ऑप्शन मिलेगा। उम्मीद है कंपनी P3 अल्ट्रा को तीन स्टोरेज वैरिएंट 8GB+128GB, 8GB+256GB और 12GB+256GB में लॉन्च कर सकती है। भारतीय मार्केट में स्मार्टफोन की कीमत 25,000 रुपए तक होगी। रियलमी P3 अल्ट्रा: डिजाइन कंपनी का दावा है कि स्मार्टफोन में सबसे पतला 0.738 सेंटीमीटर का 1.5k क्वाड कर्व्ड डिस्प्ले मिलेगा। इसके बैक पैनल पर कैमरा मॉड्यूल में कॉस्मिक रिंग डिजाइन मिलेगा, जो दो कलर- नेपच्यून ब्लू औरओरियो रेड ऑप्शन में स्मार्टफोन को लग्जरी लुक देगा। ------------------------ एक महीने पहले यानी 18 फरवरी को रियलमी ने P3 सीरीज से दो स्मार्टफोन रियलमी P3 प्रो और रियलमी P3 x 5G लॉन्च किया था। इनके भी प्राइस और स्पेसिफिकेशन जान लीजिए... रियलमी P3 प्रो और रियलमी P3 x 5G : डिटेल्ड स्पेसिफिकेशन
चायनीज स्मार्टफोन ब्रांड ओप्पो 20 मार्च को 'ओप्पो F29' स्मार्टफोन सीरीज लॉन्च करने जा रहा है। इस सीरीज में दो फोन F29 5G और F29 प्रो 5G पेश होंगे। लॉन्चिंग की जानकारी कंपनी के ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल X पर दी गई है। ओप्पो ने स्मार्टफोन का डिजाइन और कुछ फीचर्स भी शेयर किए है। दोनों स्मार्टफोन फ्लश-फिटिंग डिस्प्ले के साथ फ्लैट फ्रेम डिजाइन में मिलेंगे। बैक पैनल पर LED फ्लैश लाइट के साथ ट्रिपल कैमरा सेटअप मिलेगा। सीरीज के प्रो मॉडल का कैमरा सिमेट्री इसके बेस मॉडल से ज्यादा राउंड होगा। F29 5G स्मार्टफोन सॉलिड पर्पल और ग्लेशियर ब्लू कलर जबकि प्रो वैरिएंट ग्रेनाइट ब्लैक और मार्बल व्हाइट कलर ऑप्शन में मिलेगा। दोनों स्मार्टफोन को वाटर और डस्ट रेजिस्टेंस के लिए IP66, IP68, और IP69 की रेटिंग मिली है। मजबूती के लिए ओप्पो F29 सीरीज के फोन में 360 डिग्री आर्मर बॉडी मिलेगी। ओप्पो F29 सीरीज: रैम-स्टोरेज और बैटरी-चार्जिंग ओप्पो ने कंफर्म किया है कि F29 प्रो में 12GB कैपेसिटी वाला रैम मिलेगा जबकि इसके बेस बैरिएंट F29 में 8GB रैम ऑप्शन मिलेगा। पावर बैकअप के लिए F29 प्रो में 80W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6,000mAh की बैटरी मिलेगी। जबकि बेस मॉडल में 45W सुपर VOOC चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6,500mAh की बैटरी मिलेगी। यहां इसकी शुरुआती कीमत 25,000 रुपए हो सकती है।
इलॉन मस्क की स्टारलिंक कंपनी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू करने वाली है। इसके पहले केंद्र सरकार ने स्टारलिंक के सामने कुछ शर्तें रखी हैं। सरकार की मांग है कि शटडाउन कंट्रोल के लिए देश में ही कंट्रोल सेंटर बनाया जाए। यानी अगर कभी इस सर्विस को बंद करना हो तो इसके लिए कंट्रोल सेंटर भारत में ही हो। साथ ही डेटा सिक्योरिटी के लिए सुरक्षा एजेंसियों को ये सुविधा दी जाए कि वो कॉल इंटरसेप्ट यानी डेटा की निगरानी कर सकें। इसके अलावा सरकार ने कहा है कि सैटेलाइट के जरिए विदेश में किए जाने वाले कॉल्स को सीधे फॉरवर्ड के बजाए स्टारलिंक को इन्हें पहले भारत में बनाए गए स्टारलिंक गेटवे पर लाना होगा। इसके बाद टेलिकॉम चैनलों के जरिए फोन को विदेश में फॉरवर्ड किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहली दो शर्तें देश की टेलिकॉम कंपनियों जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया (VI) पर पहले से लागू हैं। लाइसेंस मिलने की प्रोसेस आखिरी चरण में रिपोर्ट के मुताबिक स्टारलिंक की सैटेलाइट कम्युनिकेशन लाइसेंसिंग की प्रोसेस लगभग पूरी होने वाली है। कंपनी भारत में इंटरनेट सेवाओं के लिए जियो और एयरटेल के साथ मार्केटिंग और नेटवर्क एक्सपेंशन के लिए समझौते कर रही है। भारत में क्यों जरूरी है कंट्रोल सेंटर देश के किसी भी हिस्से में कानून-व्यवस्था बिगड़ने की स्थिति में संचार सेवाओं को तत्काल बंद करने के लिए कंट्रोल सेंटर जरूरी है। इसमें सैटेलाइट सर्विसेज भी शामिल हैं। इसलिए स्टारलिंक का कंट्रोल सेंटर भारत में बनाने की मांग की गई है। जियो और एयरटेल ने स्टारलिंक के साथ करार किया भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करने के लिए देश की दो बड़ी टेलिकॉम कंपनियां जियो और एयरटेल ने इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के साथ करार किया है। समझौते के तहत, स्पेसएक्स और एयरटेल बिजनेस, शैक्षणिक संस्थानों, स्वास्थ्य सेवा केंद्रों और दूरदराज के क्षेत्रों में स्टारलिंक सर्विसेस देने के लिए मिलकर काम करेंगे। एयरटेल के मौजूदा नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में स्टारलिंक टेक्नोलॉजी इंटीग्रेट करने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। 6 सवाल-जवाब में स्टारलिंक के बारे में जानें... सवाल 1- स्टारलिंक क्या है? जवाब- स्टारलिंक 100 से ज्यादा देशों में सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट देती है। उसके पास पृथ्वी की निचली कक्षा में 7 हजार से ज्यादा सैटेलाइट का सबसे बड़ा सैटेलाइट नेटवर्क है। स्टारलिंक इंटरनेट के जरिए स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉल आसानी से किया जा सकता है। इसमें कंपनी एक किट उपलब्ध करवाती है जिसमें राउटर, पावर सप्लाई, केबल और माउंटिंग ट्राइपॉड दिया जाता है। हाई-स्पीड इंटरनेट के लिए डिश को खुले आसमान के नीचे रखा जाता है। iOS और एंड्रॉयड पर स्टारलिंक का एप मौजूद है, जो सेटअप से लेकर मॉनिटरिंग करता है। सवाल 2- यह कैसे अलग है? जवाब- जियो और एयरटेल जैसी कंपनियां फाइबर ऑप्टिक्स, मोबाइल टावर से इंटरनेट देती हैं। स्टारलिंक सैटेलाइट नेटवर्क पर आधारित है। ये छोटे उपग्रहों, ग्राउंड स्टेशनों और यूजर टर्मिनल्स के जरिए काम करती है। इसमें फिजिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर की जरूरत नहीं पड़ती। सवाल 3- इसकी स्पीड क्या ज्यादा है? जवाब- स्टारलिंक के सैटेलाइट ट्रेडिशनल सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के मुकाबले धरती से ज्यादा करीब (550 किमी) हैं। इससे तेज इंटरनेट मिलता है। स्टारलिंक का दावा है कि वह 150 MBPS तक स्पीड देती है, जो फाइबर ब्रॉडबैंड से कम है लेकिन पारंपरिक सैटेलाइट इंटरनेट से बेहतर। सवाल 4- भारत में क्या बदलाव होगा? जवाब- स्टारलिंक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह उन क्षेत्रों में इंटरनेट सर्विस दे सकता है जहां ट्रेडिशनल ब्रॉडबैंड प्रोवाइडर्स अपनी सर्विस नहीं दे सकते। इसमें ग्रामीण क्षेत्र, दूरदराज के स्थान और यहां तक कि प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित क्षेत्र भी शामिल हैं। हमारे देश में दूर-दराज के कई इलाकों में इंटरनेट की पहुंच नहीं है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2024 तक ग्रामीण टेली-डेंसिटी 59.1% थी। स्टारलिंक इन क्षेत्रों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। दुर्गम इलाकों में ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल स्वास्थ्य सेवा बढ़ेगी। सवाल 5- क्या स्टारलिंक मौजूदा कंपनियों के लिए चुनौती है? जवाब- स्टारलिंक और अन्य सैटकॉम सर्विसेज पारंपरिक इंटरनेट कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धी नहीं, बल्कि इनकी पूरक सर्विस है। हालांकि, इनकी लागत ज्यादा है। स्टारलिंक के प्लान्स मौजूदा ब्रॉडबैंड प्लान्स के मुकाबले 18 गुना तक महंगे हैं। सरकार चाहे तो डिजिटल इंडिया योजना में यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड का इस्तेमाल करके कीमतें कम करने में मदद कर सकती है। सवाल 6- भारत में कैसा होगा भविष्य? जवाब- देश में सैटेलाइट कम्युनिकेशन का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। KPMG की 2024 में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह बाजार साल 2028 तक 1.7 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचता है इंटरनेट? सैटेलाइट धरती के किसी भी हिस्से से बीम इंटरनेट कवरेज को संभव बनाता है। सैटेलाइट के नेटवर्क से यूजर्स को हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी इंटरनेट कवरेज मिलता है। लेटेंसी का मतलब उस समय से होता है जो डेटा को एक पॉइंट से दूसरे तक पहुंचाने में लगता है। एयरटेल के रिटेल स्टोर पर मिलेंगे स्टारलिंक उपकरण 46 करोड़ ग्राहकों के साथ जियो सबसे बड़ा ऑपरेटर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने टेलिकॉम, इंटरनेट और डिजिटल बिजनेस के लिए 5 सालों में करीब 26 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं। रिलायंस जियो देश का सबसे बड़ा दूरसंचार ऑपरेटर है, जिसके दिसंबर के अंत में 46 करोड़ वायरलेस ग्राहक हैं। पिछले साल जून में टैरिफ बढ़ाने से सितंबर तिमाही में इसके प्रॉफिट में उछाल देखने को मिला था। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें... देश में सैटेलाइट से इंटरनेट मिलेगा, स्पेस X-एयरटेल में करार: जंगल-पहाड़ सब जगह चलेगा, मस्क की कंपनी के पास सबसे बड़ा सैटेलाइट नेटवर्क टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल जल्द ही देश में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस उपलब्ध कराएगी। इसके लिए इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के साथ करार किया है। एयरटेल ने मंगलवार (11 मार्च) को स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...
आज रंगों का त्योहार होली है। एक समय था, जब लोग फूलों की पंखुड़ियों, टेसू के फूलों से बने रंग और गुलाल से होली खेलते थे। अब बाजार में केमिकल वाले रंगों का चलन बढ़ गया है। इन रंगों में मौजूद केमिकल्स हमारी सेहत के लिए तो नुकसानदायक होते ही हैं, साथ ही आपकी गाड़ी (कार, बाइक या स्कूटर) के कलर को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। लोग रंग डालते समय आसपास का ध्यान रखना भूल जाते हैं। इससे आसपास खड़ी आपकी महंगी गाड़ी रंग और गुलाब के लपेटे में आ जाती है। इससे आपकी महंगी गाड़ी भद्दी नजर आने लगती है। हम यहां आपको ऐसे तरीके बता रहे हैं, जिनकी मदद से आप घर पर ही गाड़ी पर लगे होली के रंग को आसानी से हटा सकते हैं... सावधानीपार्किंग- होली के कलर से बचाने के लिए आप अपनी गाड़ी को किसी एकांत वाली जगह पर कर सकते हैं, क्योंकि भीड़-भाड़ वाली जगह पर रंग लगने के चांसेस ज्यादा होते हैं। गाड़ी को कवर से ढंककर रखना भी एक आसान उपाय है। अगर आपके पास कवर नहीं है तो गाड़ी को छांव में ही पार्क करें। क्योंकि, होली के केमिकल वाले कलर गाड़ी पर धूप में और पक्के हो जाते हैं और इन्हें हटाना काफी मुश्किल होता है। अगर आपको होली पर बाहर जाना है और अपनी गाड़ी पर रंग के धब्बे नहीं चाहते, तो सबसे आसान तरीका है कि गाड़ी को घर पर छोड़कर ही बाहर जाएं। इसके बजाय आप कारपूल, ट्रेन, मेट्रो, बस या कोई और साधन इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे होली से पहले और बाद में आपको कम मेहनत करनी पड़ेगी। पॉलिश लगाएं - सबसे पहले गाड़ी को अच्छे से धोकर साफ करें। फिर उस पर वैक्स पॉलिश लगाएं। यह पॉलिश गाड़ी की बॉडी पर एक लेयर बनाती है, जिससे रंग लगने पर उसे आसानी से धोकर साफ किया जा सकता है। कुछ लोग टेफ्लॉन कोटिंग, सिरेमिक कोटिंग या PPF का भी सुझाव देते हैं, लेकिन काफी महंगे होते हैं। होली पर किसी ने आपकी कार रंग दी है तो ऐसे पाएं छुटकारा कार के इंटीरियर को कैसे साफ करें?
टाटा मोटर्स ने टियागो NRG का अपडेटेड 2025 मॉडल भारतीय बाजार में लॉन्च कर दिया है। इसे डिजाइन में कॉस्मेटेकि चेंजेस और नए फीचर्स के साथ पेश किया गया है। टियागो NRG अपने स्टैंडर्ड मॉडल पर बेस्ड है और यह सिर्फ XZ और XZ+ ट्रिम में अवेलेबल है। इसके एंट्री-लेवल XT वैरिएंट को बंद कर दिया गया है। टाटा टियागो NRG सीएनजी और पेट्रोल दोनों वर्जन में आती है और ये भारत में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन वाली सबसे सस्ती CNG हेचबैक कार है और ट्विन सिलेंडर टेक्नोलॉजी से लैस है। इसकी एक्स-शोरूम कीमत 7.2 लाख रुपए से शुरू होती है, जो टॉप वैरिएंट में 8.75 लाख रुपए तक जाती है। टियागो NRG रेगुलर मॉडल से 30 हजार रुपए महंगी है। टाटा मोटर्स का दावा है कि कार CNG मोड में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ 28.06km/Kg और मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 26.49km/Kg का माइलेज देती है। वहीं, पेट्रोल मोड में ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन के साथ 19.43Kmpl और मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ 20.1kmpl का माइलेज मिलेगा। क्रॉस-हैचबैक का भारतीय बाजार में सीधा कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं है, लेकिन कीमत के आधार पर यह हुंडई ग्रैंड i10 निओस, मारुति वैगनआर मारुति सेलेरियो और सिट्रोएन C3 को टक्कर देती है। एक्सटीरियर: अपडेटेड ग्रिल और LED हेडलाइट्स2025 टाटा टियागो के दोनों वर्जन में अपडेटेड ग्रिल और LED हेडलाइट्स दी गई है। हालांकि, टियागो NRG अपने ब्लैक-आउट बंपर और सिल्वर स्किड प्लेट की वजह से ज्यादा स्पोर्टी दिखती है। वहीं, रेगुलर टियागो में क्रोम-फिनिश एयर डैम और फॉग लाइट्स हैं, जो टियागो NRG में नहीं हैं। साइड प्रोफाइल टियागो NRG में 14-इंच के स्टील व्हील्स और रेगुलर टियागो में 15-इंच के डुअल-टोन एलॉय व्हील्स मिलते हैं। टियागो NRG का ग्राउंड क्लीयरेंस 181mm है। साइड बॉडी क्लैडिंग, ब्लैक डोर हैंडल और आउटसाइड रियर व्यू मिरर (ORVMs) इसे रेगुलर मॉडल से अलग बनाते हैं। टियागो NRG में बंपर पर ब्लैक ट्रीटमेंट के साथ सिल्वर स्किड प्लेट दी गई है। NRG के टेलगेट पर ग्रे गार्निश है, जहां NRG की बेजिंग दी गई है। टेलगेट के निचले हिस्से पर क्रोम गार्निश के साथ रेगुलर टियागो काफी अट्रेक्टिव दिखती है। इंटीरियर और फीचर्स : 2-स्पोक स्मार्ट डिजिटल स्टीयरिंग व्हील टियागो के रेगुलर मॉडल में डुअल-टोन ग्रे और व्हाइट केबिन थीम है। वहीं, टियागो एनआरजी में ब्लैक सीट अपहोल्स्ट्री के साथ ऑल-ब्लैक केबिन मिलेगा। अपडेटेड टियागो के दोनों वर्जन में सेंट्रल AC वेंट्स को फिर से डिजाइन किया गया है, साथ ही बीच में एक टाटा लोगो के साथ 2-स्पोक स्मार्ट डिजिटल स्टीयरिंग व्हील भी है। टियागो और टियागो NRG दोनों ही कारों में 10.25 इंच की टचस्क्रीन, अपडेटेड डिजिटल ड्राइवर डिस्प्ले, रेन सेंसिंग वाइपर, ऑटो हेडलाइट्स और इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल, 8 स्पीकर और फोल्डेबल ORVMs जैसे फीचर्स दिए गए हैं। टियागो के स्टैंडर्ड वर्जन में ऑटो AC भी दिया गया है। सेफ्टी फीचर्स: डुअल फ्रंट एयरबैग और रियर पार्किंग कैमरा सेफ्टी के लिए दोनों वर्जन में डुअल फ्रंट एयरबैग, रियर पार्किंग कैमरा, हिल होल्ड कंट्रोल, टायर प्रेशर मॉनिटर, सेंसर के साथ रियर पार्किंग कैमरा, रियर डिफॉगर और इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल (ESC) जैसे फीचर्स मिलते हैं। परफॉर्मेंस: 1.2-लीटर का 3-सिलेंडर बाय-फ्यूल पेट्रोल इंजनटियागो NRG में कोई भी मैकेनिकली बदलाव नहीं किए गए हैं। इसमें पहले की तरह 1.2-लीटर का 3-सिलेंडर बाय-फ्यूल पेट्रोल इंजन दिया गया है। ये इंजन पेट्रोल मोड पर 84hp की पावर और 113Nm टॉर्क जनरेट करता है। वहीं, CNG मोड पर 72bhp की पावर और 95Nm का टॉर्क जनरेट करता है। ट्रांसमिशन के लिए इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स और 5 स्पीड ऑटोमेटिक (AMT) गियरबॉक्स का ऑप्शन मिलता है।
होली के मौके पर आप सिर्फ एक रुपए में टीवी-फ्रिज जैसे जरूरी सामान अपने घर ला सकेंगे। होम अप्लायंसेस मेकर कंपनी हायर अप्लायंसेज इंडिया ने अपने प्रोडक्ट्स पर स्पेशल ऑफर जारी किए हैं। इसमें आप स्मार्ट टीवी, रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर, वॉटर हीटर, माइक्रोवेव ओवन और स्मार्ट रोबोट वेक्यूम क्लीनर जैसे होम अप्लायंसेस शामिल हैं। सेल में 25% तक का डिस्काउंट मिलेगाइस सेल में आप सिर्फ एक रुपए देकर हायर का कोई भी प्रोडक्ट खरीद सकते हैं और बाकी पेमेंट 994 रुपए की मिनिमम EMI के जरिए कर सकेंगे। कंपनी का कहना है कि सेल में 25% तक का डिस्काउंट दिया जा रहा है। ये डिस्काउंट क्रेडिड कार्ड इस्तेमाल करने पर मिलेगा। इसके अलावा हायर इंडिया अपने प्रोडक्ट्स पर एक्सटेंडेड वारंटी ऑफर दे रही है। ₹1000 करोड़ निवेश करेगी कंपनीकंपनी ने हाल ही में 2028 तक अपने ग्रेटर नोएडा प्लांट में 1000 करोड़ रुपए के इंवेस्टमेंट का ऐलान किया था। हायर अप्लायंसेज इंडिया के प्रेसिडेंट NS सतीश ने बताया कि, कंपनी ने 200 करोड़ रुपए के इंजेक्शन मोल्डिंग प्लांट का उद्घाटन किया है, जिसमें बेहतर क्वॉलिटी और फ्लेक्सिबिलिटी को ध्यान में रखते हुए प्लास्टिक कॉम्पोनेंट्स का प्रोडक्शन किया जाएगा। इसके साथ ही 100 करोड़ रुपए की लागत से बनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी अक्टूबर-2025 तक चालू हो जाएगी। 3500 लोगों को मिलेगी नौकरियांसबसे बड़ा निवेश 700 करोड़ रुपए का होगा, जिससे नई एसी मैन्युफैक्चरिंग फेसिलिटी बनाई जाएगी। इससे हायर की एनुअल एसी प्रोडक्शन कैपेसिटी 2.5 मिलियन यूनिट तक बढ़ जाएगी और इसी के साथ 2027 की शुरुआत तक कुल उत्पादन क्षमता 4 मिलियन यूनिट हो जाएगी। इससे नोएडा की कंपनी में वर्कफोर्स दोगुना हो जाएगा। इससे 3500 नए लोगों को नौकरियां मिलेगी।
ऑस्ट्रेलियन टू-व्हीलर मेकर KTM ने बुधवार (12 मार्च) को इंडियन मार्केट में अपनी पॉपुलर नेकेड एडवेंचर बाइक 390 ड्यूक का अपडेटेड 2025 मॉडल लॉन्च कर दिया है। इसे अपडेट फीचर और नए स्टील्थ एबोनी ब्लैक कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। हालांकि बाइक की एक्स-शोरूम कीमत पहले की तरह 2,95,000 रुपए ही है। नई केटीएम 390 ड्यूक में क्रूज कंट्रोल और क्रॉल फंक्शन जैसे फीचर शामिल किए गए हैं। इससे पहले कंपनी ने ये फीचर 2025 KTM 390 एडवेंचर बाइक में शामिल किए थे। इनसे 390 ड्यूक अब लंबी हाईवे राइड के लिए ज्यादा आरामदायक बन गई है। इसके अलवा बाइक में ABS और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे सेफ्टी फीचर्स मिलते हैं। भारत में बाइकों का मुकाबला टीवीएस अपाचे RTR 310 से है।
बेंगलुरु बेस्ड ईवी मैन्युफैक्चरर सिंपल एनर्जी ने नया इलेक्ट्रिक स्कूटर सिंपल वन S लॉन्च किया है। इसकी शुरुआती एक्स-शोरूम कीमत 1.40 लाख रुपए है। कंपनी का दावा है कि अपडेटेड स्कूटर को फुल चार्ज करने पर 181km की IDC- सर्टिफाइड रेंज मिलेगी। ये कंपनी की वन पोर्टफोलियो में दूसरा और सबसे सस्ता ई-स्कूटर है। इसे डॉट वन की जगह पेश किया गया है, जिसकी एक्स-शोरूम कीमत 1.46 लाख रुपए थी। सिंपल एनर्जी ने हाल ही में 1.66 लाख रुपए कीमत वाला सिंपल वन का जेन 1.5 मॉडल लॉन्च किया था। सेगमेंट में सिंपल वन S स्कूटर का मुकाबला एथर 450S, ओला S1 प्रो और हाल ही में लॉन्च हुए अल्ट्रावॉयलेट टेसेरेक्ट जैसे स्पोर्टी इलेक्ट्रिक स्कूटर से है। स्कूटर बेंगलुरु, गोवा, पुणे, विजयवाड़ा, हैदराबाद, विजाग, कोच्चि और अन्य शहरों में मौजूद 15 सिंपल एनर्जी शोरूम में अवेलेबल होगा। कंपनी का कहना है कि वह FY2026 तक देशभर में 150 नए स्टोर और 200 सर्विस सेंटर खोलेगी। डिजाइन और प्लेटफॉर्म : 12-इंच के अलॉय व्हील के साथ 6 कलर ऑप्शन कंपनी ने नए सिंपल वन S और डॉट वन स्कूटर के स्पेसिफिकेशन काफी हद तक एक जैसे हैं। हालांकि, वन S स्कूटर में डॉट वन के मुकाबले ज्यादा बेहतर स्पेसिफिकेशन और फीचर मिलते हैं। इसमें टेलिस्कोपिक फोर्क्स और रियर में मोनोशॉक सस्पेंशन दिए गए हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर में 12-इंच के अलॉय व्हील दिए गए हैं, जिन पर 90-सेक्शन ट्यूबलेस टायर हैं। ब्रेकिंग के लिए इसमें 200mm फ्रंट डिस्क और 190mm रियर डिस्क ब्रेक के साथ CBS (कंबाइंड ब्रेकिंग सिस्टम) मिलता है। इसमें एडवांस सेफ्टी के लिए रीजेनरेटिव ब्रेकिंग भी है। सिंपल वन S का वजन करीब 134 किलोग्राम है और इसकी सीट की ऊंचाई 775mm है। स्कूटर को सिंगल वैरिएंट और 4 कलर ऑप्शन के साथ पेश किया गया है। इसमें नम्मा रेड, ब्रेजेन ब्लैक, ग्रेस व्हाइट और एज्योर ब्लू शामिल है। सामान रखने के लिए सीट के नीचे 35-लीटर का स्टोरेज भी मिलता है। परफॉरमेंस: टॉप स्पीड 105kmph और 181km की रेंज स्कूटर में परफॉर्मेंस के लिए मिड ड्राइव परमानेंट मैग्नेटिक इलेक्ट्रिक मोटर है, जो 8.5 किलोवाट की पावर और 72nm का टॉर्क जनरेट करती है। सिंपल एनर्जी का दावा है कि सिंपल वन S इलेक्ट्रिक स्कूटर 0 से 40 kmph की स्पीड सिर्फ 2.55 सेकेंड में हासिल कर सकती है। इसकी टॉप स्पीड 105kmph है। ई-स्कूटर में मोटर को पावर देने के लिए 3.7kWh का बैटरी पैक दिया गया है। कंपनी का दावा है कि इसे फुल चार्ज करने पर स्कूटर 181 किलोमीटर की रेंज (IDC सर्टिफाइड) देती है। इसके साथ ही स्कूटर में कई सॉफ्टवेयर अपडेट भी किए गए हैं। सिंपल एनर्जी के इस स्कूटर में चार राइडिंग मोड- ईको, राइड, डैश और सोनिक दिए गए हैं। फीचर्स: टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम और नेविगेशन सिंपल एनर्जी के इस स्कूटर में 5G ई-सिम, ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और Wi-Fi के साथ 7-इंच टचस्क्रीन इंस्ट्रूमेंट कंसोल जैसे फीचर दिए गए हैं। इसमें डैशबोर्ड पर कस्टमाइजेबल थीम, ऑटो ब्राइटनेस, ऐप इंटीग्रेशन, टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन और ओवर-द-एयर (OTA) अपडेट मिलते हैं। इस ई-स्कूटर में टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS), रिजनरेटिव ब्रेकिंग, USB चार्जिंग पोर्ट, पार्क असिस्ट और 'रैपिड' ब्रेकिंग जैसे फीचर भी दिए गए हैं।
एयरटेल के बाद अब देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर रिलायंस जियो ने भी इलॉन मस्क की कंपनी स्टार लिंक के साथ सैटेलाइट इंटरनेट प्रोवाइड करने के लिए करार किया है। कल यानी मंगलावार (11 मार्च) को टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल ने अमेरिकी कंपनी के साथ करार किया था। एयरटेल ने कल स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी है। समझौते के तहत, स्पेसएक्स और एयरटेल बिजनेस, शैक्षणिक संस्थानों, स्वास्थ्य सेवा केंद्रों और दूरदराज के क्षेत्रों में स्टारलिंक सर्विसेस देने के लिए मिलकर काम करेंगे। एयरटेल के मौजूदा नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर में स्टारलिंक टेक्नोलॉजी इंटीग्रेट करने की संभावनाएं तलाशी जाएंगी। स्टारलिंक पूरी दुनिया में यूजर्स को हाई-स्पीड इंटरनेट देता है। उसके पास पृथ्वी की निचली कक्षा में 7 हजार से ज्यादा सैटेलाइट का दुनिया का सबसे बड़ा सैटेलाइट नेटवर्क है। स्टारलिंक इंटरनेट के जरिए स्ट्रीमिंग, ऑनलाइन गेमिंग, वीडियो कॉल आसानी से किया जा सकता है। दूर-दराज के इलाकों में भी तेज इंटरनेट देता है स्टारलिंक स्टारलिंक का काम दूर-दराज के इलाकों को भी सैटेलाइट के जरिए तेज इंटरनेट से जोड़ना है। इसमें कंपनी एक किट उपलब्ध करवाती है जिसमें राउटर, पावर सप्लाई, केबल और माउंटिंग ट्राइपॉड दिया जाता है। हाई-स्पीड इंटरनेट के लिए डिश को खुले आसमान के नीचे रखा जाता है। iOS और एंड्रॉयड पर स्टारलिंक का एप मौजूद है, जो सेटअप से लेकर मॉनिटरिंग करता है। इस डील के बाद जियो के इंटरनेट की दूर दराज के इलाकों में पहुंच बढ़ेगी और तेज इंटरनेट सुविधा मिलेगी। सैटेलाइट्स से आप तक कैसे पहुंचता है इंटरनेट? सैटेलाइट धरती के किसी भी हिस्से से बीम इंटरनेट कवरेज को संभव बनाती है। सैटेलाइट के नेटवर्क से यूजर्स को हाई-स्पीड, लो-लेटेंसी इंटरनेट कवरेज मिलता है। लेटेंसी का मतलब उस समय से होता है जो डेटा को एक पॉइंट से दूसरे तक पहुंचाने में लगता है। एयरटेल के रिटेल स्टोर पर मिलेंगे स्टारलिंक उपकरण 46 करोड़ ग्राहकों के साथ जियो सबसे बड़ा ऑपरेटर रिलायंस इंडस्ट्रीज ने टेलिकॉम, इंटरनेट और डिजिटल बिजनेस के लिए 5 सालों में करीब 26 हजार करोड़ रुपए खर्च किए हैं। रिलायंस जियो देश का सबसे बड़ा दूरसंचार ऑपरेटर है, जिसके दिसंबर के अंत में 46 करोड़ वायरलेस ग्राहक हैं। पिछले साल जून में टैरिफ बढ़ाने से सितंबर तिमाही में इसके प्रॉफिट में उछाल देखने को मिला था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में जियो का नेट प्रॉफिट 14% बढ़कर ₹6,231 करोड़
इंडिया यामाहा मोटर (IYM) ने अपनी पॉपुलर बाइक FZ-S Fi का अपडेटेड हाइब्रिड वर्जन लॉन्च कर दिया है। कंपनी का कहना है कि ये भारत में पहली हाइब्रिड बाइक है। यामाहा ने इसे सिंगल वैरिएंट में पेश किया है और इसकी कीमत 1,44,800 रुपए (एक्स-शोरूम, दिल्ली) रखी है। यह स्टैंडर्ड FZ-S Fi पर बेस्ड है, जिसकी कीमत हाइब्रिड वर्जन से 10,000 रुपए कम है। भारतीय बाजार में यह TVS अपाचे RTR 160, सुजुकी जिक्सर, होंडा SP160 और बजाज पल्सर N150 जैसी अन्य 150CC बाइक्स को टक्कर देगी। 50-55kmpl का माइलेज मिल सकता हैबाइक में सबसे खास इसका इंटीग्रेटेड स्टार्टर जेनरेटर (ISG) है, जो भारत में पहली बार किसी बाइक में इस्तेमाल किया गया है। यामाहा ने पहले इस तकनीक को अपने RayZR और फसिनो हाइब्रिड स्कूटर्स में पेश किया था। ISG एक स्मार्ट मोटर जेनरेटर (SMG) के साथ काम करता है, जो बैटरी को चार्ज करता है और फास्ट स्पीड के लिए टॉर्क को बूस्ट करता है। यह स्टॉप-एंड-गो ट्रैफिक कंडीशन्स और ओवरटेकिंग में खास तौर पर उपयोगी है। यह सिस्टम इंजन को साइलेंट स्टार्ट करता है और माइलेज में भी सुधार करता है। बाइक के स्टैंडर्ड मॉडल में रियल वर्ल्ड कंडीशन्स में 40-45kmpl का माइलेज मिलता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बाइक 50-55kmpl का माइलेज दे सकती है। RayZR और फसिनो के हाइब्रिड मॉडल 71kmpl तक का माइलेज देते हैं। हालांकि, कंपनी ने बाइक के माइलेज की कोई ऑफिशियल डेटा नहीं बताया है। परफॉर्मेंस: 149cc का सिंगल-सिलेंडर एयर-कूल्ड इंजन FZ-S Fi हाइब्रिड में परफॉर्मेंस के लिए 149cc का 4-स्ट्रोक, 2-वॉल्व, सिंगल-सिलेंडर, एयर-कूल्ड इंजन दिया गया है, जो यामाहा के स्मार्ट मोटर जेनरेटर (SMG) और स्टॉप एंड स्टार्ट सिस्टम (SSS) से लैस है। यह इंजन 7250rpm पर 12.4hp की पावर और 5500rpm पर 13.3Nm का टॉर्क जनरेट करता है। हाइब्रिड सिस्टम के साथ बढ़ी हुई पावर और टॉर्क के आंकड़े कंपनी ने शेयर नहीं किए हैं। ट्रांसमिशन के लिए इंजन को 5 स्पीड गियरबॉक्स के साथ ट्यून किया गया है। इस इंजन को E20 फ्यूल के लिए और नए OBD-2B एमिशन नॉर्म्स के अनुसार अपडेट किया गया है। डिजाइन : दो कलर ऑप्शन के साथ मस्कुलर लुकFZ-SFi हाइब्रिड का डिजाइन अपने स्टैंडर्ड मॉडल जैसा ही है, लेकिन इसमें कुछ कॉस्मेटिक बदलाव किए गए हैं। इसके फ्यूल टैंक कवर में अब शार्प एज दिए गए हैं। फ्रंट टर्न सिग्नल को फ्यूल टैंक कवर एक्सटेंशन में एयर इनटेक एरिया के पास लगाया गया है। बाइक पहले की तरह ही मस्कुलर लुक नजर आ रही है। FZ-S Fi हाइब्रिड दो कलर ऑप्शन- रेसिंग ब्लू और सियान मेटैलिक ग्रे में अवेलेबल है। हार्डवेयर: सिंगल-चैनल ABS के साथ फ्रंट और रियर डिस्क ब्रैककंफर्ट राइडिंग के लिए बाइक के फ्रंट में 27 स्टेप एडजस्टेबल टेलिस्कोपिक फोर्क्स और रियर में मोनोशॉक एब्जॉर्वर दिए गए हैं। वहीं, ब्रेकिंग के लिए सिंगल-चैनल ABS के साथ फ्रंट में 282mm और रियर में 220mm के डिस्क ब्रेक दिए गए हैं। इसमें दोनों तरफ 17-इंच के अलॉय व्हील हैं, साथ ही 100-सेक्शन फ्रंट और 140-सेक्शन रियर टायर हैं, दोनों ट्यूबलेस हैं। बाइक की सीट की ऊंचाई 790mm, ग्राउंड क्लीयरेंस 165mm, 13 लीटर का फ्यूल टैंक और 138kg का कर्ब वेट है। फीचर्स: टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, कॉल और SMS अलर्ट FZ -S Fi हाइब्रिड में 4.2 इंच का फुल-कलर TFT इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर दिया गया है। इस डिस्प्ले में Y-कनेक्ट एप के जरिए ब्लूटूथ स्मार्टफोन कनेक्टिविटी का फीचर मिलता है। ऐप में गूगल मैप्स से जुड़ा टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन, कॉल और SMS अलर्ट जैसे फीचर्स शामिल हैं। इस अलावा बाइक में ऑल-LED लाइटिंग, साइड स्टैंड इंजन कट-ऑफ और ट्रैक्शन कंट्रोल जैसे फीचर्स भी मिलते हैं।
चाइनीज टेक कंपनी iQOO ने आज (मंगलवार) को भारतीय बाजार में आईक्यू Neo 10R 5G स्मार्टफोन लॉन्च किया है। स्मार्टफोन में लिक्विड कूलिंग के साथ सेगमेंट का सबसे पावरफुल स्नैपड्रैगन 8s Gen 3 प्रोसेसर दिया गया है। बैटरी बैकअप के लिए 80W चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6400mAh की बैटरी दी गई है। Neo 10R सेगमेंट का अल्ट्रा स्लिम फोन है जिसकी थिकनेस 0.798cm है। फोन में 144Hz का रिफ्रेश रेट के साथ 6.78 इंच की अमोलेड डिस्प्ले मिलेगी। यह एंड्रॉएड 15 पर बेस्ड फनटच OS पर रन करेगा। इसके एंट्री 8GB+128GB वैरिएंट की कीमत 24,999 रुपए रखी गई है। कंपनी ने फोन की प्री बुकिंग शुरू कर दी है। आप इस फोन को कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर 18 मार्च से खरीद सकते हैं। आईक्यू Neo 10R: स्पेसिफिकेशन डिस्प्ले: आईक्यू Neo 10R स्मार्टफोन में 1.5k रेज्योलूशन वाला 6.78 इंच AMOLED डिस्प्ले मिल सकता है। 144Hz रिफ्रेश रेट वाली डिस्प्ले की पीक ब्राइटनेस 4500 निट्स है। कैमरा: फोटोग्राफी और वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए स्मार्टफोन्स के रियर पैनल पर डुअल कैमरा सेटअप दिया है। इसमें f/1.79 अपर्चर के साथ सोनी 50MP कैमरा और f/2.2 अपर्चर के साथ 8MP का कैमरा शामिल है। सेल्फी के लिए f/2.45 अपर्चर के साथ 32MP कैमरा है। बैटरी और चार्जिंग: आईक्यू Neo 10R में 80W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ 6400mAh की बैटरी मिलेगी। साथ ही कंपनी बॉक्स में 80W का एडेप्टर दे रही है। प्रोसेसर: iQOO के इस स्मार्टफोन में एंड्रॉयड 15 बेस्ड फनटर OS पर रन करने वाला स्नैपड्रैगन 8s Gen 3 प्रोसेसर मिलेगा। ये सेगमेंट का फास्टेस्ट प्रोसेसर होगा। रैम और स्टोरेज: आईक्यू Neo 10R स्मार्टफोन में कंपनी दो रैम और दो स्टोरेज के साथ तीन कॉम्बिनेशन दिया है। इसमें 8GB+128GB, 8GB+256GB और 12GB+256GB का कॉम्बो यूजर्स को मिला है। कनेक्टिविटी: स्मार्टफोन में कनेक्टिविटी के लिए USB टाइप-C चार्जिंग पोर्ट, WIFI 6 सपोर्ट, 2G से 5G बैंड सपोर्ट और इन डिस्प्ले फिंगरप्रींट सेंसर दिया गया है। पेरेंट कंपनी वीवो ने T4x स्मार्टफोन लॉन्च किया iQOO की पेरेंट कंपनी वीवो ने भारतीय बाजार में 5 मार्च को वीवो T4x 5G स्मार्टफोन लॉन्च कर दिया है। इसकी स्पेसिफिकेशन भी जान लीजिए।
चाइनीज टेक कंपनी शाओमी आज आपने अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन सीरीज 'शाओमी 15' से दो स्मार्टफोन 'शाओमी 15' और 'शाओमी 15 अल्ट्रा' को भारतीय बाजार में लॉन्च करने जा रही है। कंपनी ने 26 फरवरी को इसे चीन में लॉन्च कर दिया था। स्मार्टफोन में कंपनी ने शाओमी हाइपर OS 2 पर रन करने वाला स्नैपड्रैगन 8 Elite प्रोसेसर, 1 इंच मेन लेंस से लैस 200MP टेलीफोटो कैमरा और शाओमी शील्ड ग्लास 2.0 से प्रोटेक्टेड लिक्विड 6.73 इंच का डिस्प्ले दे रही है। भारत में इसकी कीमत 1.30 लाख रुपए हो सकती है। शाओमी 15 अल्ट्रा: डिजाइन शाओमी 15 अल्ट्रा स्मार्टफोन ब्लैक एंड व्हाइट कलर में डुअल-टोन फिनिश में मिल रहा है। इसके बैक पैनल पर बड़े सर्कुलर रियर कैमरा मॉड्यूल में चार कैमरे दिए गए हैं, जिसकी लीका से ब्रांडिंग हुई है। स्मार्टफोन की थिकनेस 9.48mm और वजन 229 ग्राम है। शाओमी 15 अल्ट्रा: स्पेसिफिकेशन
दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी इलॉन मस्क का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X दोपहर करीब 3 बजे दुनियाभर में डाउन हो गया। ऐप और वेबसाइट दोनों पर ही पोस्ट लोड नहीं हो पा रहे थे। हालांकि, करीब आधे घंटे बाद ये समस्या ठीक हो गई। वेबसाइट डाउन डिटेक्टर पर 2000 से ज्यादा लोगों ने X के डाउन होने की समस्या को रिपोर्ट किया। डाउनडिटेक्टर.इन, वेबसाइटों और ऑनलाइन सर्विसेज के रियल टाइम में आउटेज यानी समस्याओं को ट्रैक करने वाला एक प्लेटफॉर्म है। बीते दिनों रिपोर्ट किए गए X के दो आउटेज इलॉन मस्क ने 2022 में खरीदा था X 27 अक्टूबर 2022 को इलॉन मस्क ने ट्विटर (अब X) खरीदा था। ये डील 44 बिलियन डॉलर में हुई थी। आज के हिसाब से ये रकम करीब 3.84 लाख करोड़ रुपए होती है। मस्क ने सबसे पहले कंपनी के चार टॉप ऑफिशियल्स CEO पराग अग्रवाल, फाइनेंस चीफ नेड सेगल, लीगल एग्जीक्यूटिव विजया गड्डे और सीन एडगेट को निकाला था। 5 जून 2023 को लिंडा याकारिनो ने X के CEO के तौर पर जॉइन किया था। इससे पहले वो NBC यूनिवर्सल में ग्लोबल ऐडवरटाइजिंग एंड पार्टनरशिप की चेयरमैन थीं।
इलेक्ट्रिक टू व्हीलर मेकर ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के शोरूम्स पर छापेमारी की खबरों के बाद सोमवार को कंपनी का शेयर 5.61% गिर गया। ये 3 रुपए नीचे 53.36 रुपए पर बंद हुआ। दरअसल दो दिन पहले देशभर में ओला के कुछ शोरूम्स पर रेड की खबरें आई थीं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रांसपोर्ट अधिकारियों ने ट्रेड सर्टिफिकेट नहीं होने के चलते कई शोरूम्स को बंद कर व्हीकल्स को जब्त किया था। इसके साथ ही कंपनी को ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की ओर से कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया था। ओला इलेक्ट्रिक ने 2022 से अब तक 4,000 शोरूम्स खोले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से लगभग 3,400 शोरूम का ही डेटा उपलब्ध है। 3,400 में से 100 शोरूम ही ऐसे थे, जिनके पास मोटर व्हीकल्स एक्ट के तहत जरूरी ट्रेड सर्टिफिकेट थे। कंपनी के 95% से अधिक शोरूम्स में अनरजिस्टर्ड टू व्हीलर्स डिस्प्ले करने, बेचने और उनकी टेस्ट राइड ऑफर करने के लिए जरूरी बेसिक सर्टिफिकेशन नहीं हैं। ओला इलेक्ट्रिक ने कहा- कार्रवाई गलत और पक्षपातपूर्ण ओला के प्रवक्ता का कहना है कि जांच गलत और पक्षपातपूर्ण है। कई राज्यों में ओला के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स और गोदामों में अनरजिस्टर्ड व्हीकल्स की इन्वेंट्री है। ये मोटर व्हीकल एक्ट के दिशानिर्देशों का पूरी तरह से पालन करती है और जरूरी मंजूरियां मौजूद हैं। कंपनी ने शोरूम्स पर रेड को लेकर कोई जानकारी नहीं दी। आल टाइम हाई से 65% गिरा शेयर अगस्त 2024 में शेयरों की लिस्टिंग के बाद ओला का शेयर अपने पीक 157.53 रुपए से 65% लुढ़क चुका है। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयर्स में करीब 20% की गिरावट आई है। इसके अलावा दिसंबर 2024 तक कंपनी की बाजार हिस्सेदारी 49% से घटकर 23% रह गई। 1,000 से ज्यादा कर्मचारियों को निकालेगी कंपनी इससे पहले खबर आई थी कि ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड 1,000 से अधिक कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स को नौकरी से निकालेगी। कंपनी इसके जरिए अपने बढ़ते घाटे को कम करना चाहती है। इस जॉब कट से प्रोक्योरमेंट, फुलफिलमेंट, कस्टमर रिलेशन्स और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सहित कई विभाग प्रभावित होंगे। मामले से परिचित लोगों ने कहा था कि यह छंटनी ओला इलेक्ट्रिक की कॉस्ट कंट्रोल करने की कोशिशों का हिस्सा है।