खरगोन के जवाहर नगर क्षेत्र में मोबाइल शॉप से चोरी के मामले में रिमांड में आरोपी उमेश उर्फ फटफटी यादव से 2.22 लाख रुपए के 9 और मोबाइल बरामद किए गए हैं। इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने आरोपी को 14.36 लाख रुपए मूल्य के 62 मोबाइल के साथ गिरफ्तार किया था। अब तक कुल 16.59 लाख रुपए के 71 मोबाइल बरामद हो चुके हैं। वीवो मोबाइल कंपनी के फ्रेंचाइजी आशीष ऐरन की दुकान में 10 जुलाई की रात चोरी हुई थी। चोर ने दुकान का ताला तोड़कर अलमारियों में रखे वीवो कंपनी के मोबाइल, रिपेयर के फोन, पेन ड्राइव और चार्जर सहित कई एसेसरीज चुराए थे। एसपी धर्मराज मीणा के मुताबिक, क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद पुलिस आरोपी तक पहुंची। कोतवाली थाना प्रभारी बीएल मंडलोई ने बताया कि आरोपी का अपराधिक रिकॉर्ड है। उस पर भीकनगांव थाने में 5, मेनगांव और गोगावा थाने में एक-एक केस दर्ज है। पुलिस अन्य चोरियों के संबंध में भी जांच कर रही है।
धार के सरदारपुर विधानसभा के अमझेरा गांव में 17 जुलाई को हुए चोरी के मामले में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक बाल अपचारी भी शामिल है। आरोपियों ने घर के पीछे की खिड़की तोड़कर घर में घुसकर सोने-चांदी के आभूषण और मोबाइल चोरी किया था। खिड़की तोड़कर अलमारी से चुराए जेवरातपुलिस के मुताबिक, योगेश देशपांडे के घर में चोरों ने पीछे के कमरे के बाथरूम की खिड़की तोड़कर प्रवेश किया और अलमारी में रखे आभूषण व सामान चुरा लिया। चोरी गए सामान में एक सोने का पुराना मंगलसूत्र, एक जोड़ी सोने की पुरानी बाली, एक सोने का लॉकेट, दो जोड़ी चांदी के बच्चों के कड़े, एक जोड़ी चांदी की पायजेब, दीपावली में पूजे जाने वाले दो चांदी के सिक्के, एक कीपैड मोबाइल और कुछ आर्टिफिशियल ज्वेलरी शामिल हैं। रेकी के आधार पर मिला सुरागपुलिस को सूचना मिली थी कि वारदात से पहले एक बाल अपचारी क्षेत्र में रेकी कर रहा था। इसी आधार पर जांच की कड़ी जुड़ती गई। एसपी मनोज कुमार सिंह के निर्देशन और थाना प्रभारी रविंद्र कुमार बारिया की अगुवाई में कार्रवाई करते हुए अमझेरा निवासी सागर पिता श्याम केवट और एक बाल अपचारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। दोनों ने चोरी कबूल कर ली। सामान आरोपी के घर से बरामदगिरफ्तार दोनों आरोपियों से पुलिस ने अलग-अलग जब्ती की। इनमें दो जोड़ी सोने के कड़े, एक जोड़ी सोने की बाली, एक सोने का लॉकेट, एक मंगलसूत्र जिसमें पांच नग सोने के मोती लगे हैं, एक जोड़ी चांदी की पायजेब, तीन चांदी के सिक्के और एक सैमसंग कंपनी का कीपैड मोबाइल बरामद हुआ है। सभी सामान सागर के घर से जब्त किया गया।
हनुमानगढ़ के संगरिया में मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाने वाले युवक के साथ लूटपाट की वारदात सामने आई है। नाथवाना गांव से आधा किलोमीटर आगे सड़क किनारे खड़े तीन व्यक्तियों ने उस पर हमला कर दिया। छिन्दाराम मेघवाल (30) 12 जुलाई की रात करीब 9:20 बजे अपनी दुकान बंद कर बाइक से घर लौट रहा था। सड़क किनारे खड़े तीन व्यक्तियों ने उस पर हमला कर दिया। बदमाशों ने छिन्दाराम के मुंह पर वार किया, जिससे वह बाइक समेत गिर गए और बेहोश हो गए। इस दौरान बदमाश उसकी बाइक, बैग, दो मोबाइल और चांदी का ताबीज ले गए। साथ ही पर्स भी लूट लिया, जिसमें आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, जनआधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और 4700 रुपए थे। राहगीर की मदद से एंबुलेंस बुलाई गई। पहले छिन्दाराम को संगरिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। बाद में उसे हनुमानगढ़ टाउन के जिला अस्पताल रेफर कर दिया, जहां उसका इलाज जारी है। पुलिस ने पीड़ित के बयान पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ छीनाझपटी का मामला दर्ज किया है। एएसआई रोहताश कुमार मामले की जांच कर रहे हैं। बदमाशों की पहचान के लिए पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है।
जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) और प्रतापनगर थाना पुलिस ने दुबई की आईडी पर ऑनलाइन सट्टेबाजी करा रहे 7 लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपियों में प्रदेश के कई शहरों के साथ ही अन्य प्रदेशों के लोग शामिल हैं। इनसे 5 करोड़ का हिसाब, मोबाइल-लेपटॉप, एटीएम कार्ड, चेक बुक समेत अन्य सामान जब्त किया गया है। डीएसटी प्रभारी श्याम सिंह रत्नू ने बताया कि बुधवार को देबारी में ऑनलाइन सट्टा चलने की सूचना मिली। इस पर प्रतापनगर थाना पुलिस के साथ देबारी पावर हाउस के पास आर्ची गैलेक्सी अपार्टमेंट के फ्लेट नंबर 807 में दबिश दी। वहां 7 युवक ऑनलाइन सट्टा लगवा रहे थे। टीम ने मध्यप्रदेश के नीमच निवासी सचिन, अभिषेक उर्फ अभि, जोधपुर निवासी नवीन व महेश, राजसमंद निवासी ओमनारायण, अजय और पाली के देसूरी निवासी कश्यप को गिरफ्तार किया। इनसे 4 लेपटॉप, 23 मोबाइल, 19 एटीएम कार्ड, 5 बैंक पासबुक, 8 चेकबुक, एक राउटर, चार्जर और एक रजिस्टर जब्त किया। रजिस्टर में सट्टे का 5 करोड़ का हिसाब लिखा था। आरोपी रॉकी बुक डॉट कॉम मास्टर आईडी की चार आईडी पर ग्राहकों से अलग-अलग खेलों पर हार-जीत का सट्टा लगवा रहा था। मास्टर आईडी दुबई से चलाई जा रही है। बता दें कि गत 22 मई को शिकारबाड़ी स्थित लेक विजिट अपार्टमेंट के एक फ्लैट से फ्लैट मालिक कुलदीप सिंह कुंपावत, जमशेदपुर (झारखंड) निवासी मुकुल कुमार, राजसमंद निवासी जयेश रेगर और नीरज सिंह चौधरी को गिरफ्तार किया था।
घर से सिलेंडर, मोबाइल चोरी करने वाले 5 पकड़े
अमृतसर | विभिन्न थानों की पुलिस ने 2 मामलों में घरों से सिलेंडर और मोबाइल चोरी करने के आरोप में 5 आरोपियों को काबू किया है। थाना मजीठा पुलिस ने बताया कि 15 जुलाई को पूजा ने बताया कि वह मायके घर गई थी। वापस घर आई तो सिलेंडर चोरी हो गया था। पुलिस ने 2 आरोपियों गुरवेल सिंह और मंगल सिंह पर पर्चा दर्ज कर गुरवेल को काबू किया गया। दूसरे मामले में थाना राजासांसी पुलिस को सुरजीत सिंह निवासी हर्षा छीना ने बताया कि 15 जुलाई को उसका मोबाइल चोरी हो गया था। पुलिस ने बताया कि मामले में चार आरोपियों गुरप्रीत सिंह, जगरूप सिंह, रोबन सिंह, करनदीप सिंह निवासी गांव हर्षा छीना को काबू किया गया।
जशपुर के कांसाबेल थाना क्षेत्र में प्रोफेसर बिरेन्द्र कुमार पैंकरा के घर से 1.85 लाख रुपए की चोरी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। प्रोफेसर पैंकरा ने 13 जुलाई को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 4 जुलाई को वे पत्नी के साथ सुबह 10 बजे ड्यूटी पर गए थे। दोपहर 3 बजे लौटने पर उन्होंने देखा कि पीछे की खिड़की टूटी हुई थी। अलमारी में रखा पर्स गायब था जिसमें 1.85 लाख रुपये थे। एसएसपी शशि मोहन सिंह ने थाना प्रभारी सुनील सिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की। सायबर सेल की मदद से जांच शुरू की गई। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर शिवा राम और अरुण एक्का को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में दोनों ने चोरी कबूल कर ली। बाद में तीन और आरोपी सुरेश एक्का, नीतेश राम और अरुण सोनी को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से 52 हजार रुपए नकद, एक मोटरसाइकिल और तीन मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। आरोपियों ने बताया कि बाकी पैसे खाने-पीने में खर्च कर दिए हैं। आरोपियों से कैश, बाइक और मोबाइल बरामद पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने एकसाथ मिलकर खिड़की के रास्ते घर में घुसकर अलमारी से पैसे उड़ाए थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 52 हजार रुपए नकद, एक मोटरसाइकिल जिसकी कीमत करीब 30 हजार रुपए आंकी गई है और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं। बाकी रकम को उन्होंने मौज-मस्ती और खाने-पीने में खर्च कर देना बताया। मामले में शिवा राम (19 वर्ष) - निवासी नेगीटोली, थाना कांसाबेल, सुरेश एक्का (21 वर्ष) - निवासी नेगीटोला टांगरगांव, अरुण एक्का (36 वर्ष) - निवासी नेगीटोला टांगरगांव, नीतेश राम (22 वर्ष) - निवासी पोरतेंगा, अरुण सोनी उर्फ अरुण (25 वर्ष) - निवासी चराइडांड़ आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। मामले पर एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया थाना कांसाबेल पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चोरी की इस बड़ी वारदात को महज कुछ ही दिनों में सुलझा लिया है। 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर शेष 52 हजार रुपए नकद भी बरामद किए गए हैं।
मध्यप्रदेश में अतिथि शिक्षकों ने ई-अटेंडेंस की अनिवार्यता का विरोध किया है। विदिशा में आजाद अतिथि शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षकों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ के जिलाध्यक्ष नरेंद्र परिहार ने बताया कि राज्य शासन ने 15 जुलाई को ई-अटेंडेंस अनिवार्य करने का आदेश जारी किया। शिक्षक इस व्यवस्था के विरोधी नहीं हैं। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या है। 80 प्रतिशत अतिथि शिक्षकों के पास एंड्रॉयड मोबाइल फोन भी नहीं हैं। संघ पदाधिकारी अजय सिंह ने कहा कि वे 17 वर्षों से सेवा दे रहे हैं। फिर भी उन्हें स्थायी शिक्षकों जैसी सुविधाएं नहीं मिलतीं। अतिथि शिक्षकों को मेडिकल छुट्टी और प्राथमिक चिकित्सा सुविधा जैसे बुनियादी अधिकार मिलने चाहिए। अतिथि शिक्षकों की मांग है कि नेटवर्क और मोबाइल की सुविधा मिलने तक ई-अटेंडेंस को शिथिल किया जाए। उन्हें स्थायी शिक्षकों के समान अवकाश और स्वास्थ्य सुविधाएं दी जाएं। शिक्षकों का कहना है कि वे शिक्षा की रीढ़ हैं। सरकार को उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।
जोधपुर कलेक्ट्रेट के सामने महावीर उद्यान के पास सरेआम लूट की हैरान करने वाली घटना सामने आई है। 9 जुलाई की शाम करीब 7:30 बजे हुई इस वारदात में बदमाशों ने हलवाई का काम करने वाले युवक को पहले तो जानबूझ कर टक्कर मारी और बाद में 2 अन्य साथियों के साथ मिलकर पीड़ित से मारपीट कर 6650 रुपए लूटकर भाग गए। इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उदय मंदिर थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार- चांदणा भाखर ज्योति नगर निवासी नरपतराम प्रजापत (35) यहां मिर्धा सर्किल पर स्थित अरोड़ा रेस्टोरेंट में हलवाई का काम करता है। 9 जुलाई की शाम को वह अपने घर जाने के लिए निकला, लेकिन पावटा चौराहा पर बस नहीं मिली, तो वह नई सड़क जाने के लिए पैदल ही रवाना हो गया। अभी वह चौराहा से कुछ ही दूरी पर कलेक्ट्रेट गेट के सामने महावीर उद्यान के पास पहुंचा ही था, तभी एक युवक उसके सामने से आया और पीड़ित से टकरा कर अपना मोबाइल नीचे गिरा दिया। उस युवक ने आरोप लगाया कि पीड़ित ने उसका मोबाइल गिराया है और पैसे मांगे। मना करने पर महावीर उद्यान में से निकला एक युवक और एक अन्य, जो वहां खड़ी टैक्सी में बैठा था, वो दोनों भी यहां आ धमके। नई सड़क की तरफ भाग निकलेइन तीनों आरोपियों ने पीड़ित के हाथ व बाल पकड़कर मारपीट करते हुए नीचे गिराया और जेब से 6,650 रुपए लूट लिए। इसके बाद तीनों युवक पास खड़ी टैक्सी में बैठकर नई सड़क की तरफ भाग निकले। एफआईआर में पीड़ित ने यह भी लिखा है कि घटना के बाद वह बेहद डर गया था और इसी कारण तत्काल थाने में रिपोर्ट नहीं दी। बाद में उसने 16 जुलाई की शाम को वह थाने पहुंचा और इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई। इन चार बदमाशों को किया गिरफ्तारउदय मंदिर थानाधिकारी सीताराम खोजा ने बताया कि महावीर उद्यान के पास हुई लूट की वारदात में पुलिस ने क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। आखिरकार इस वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश महामंदिर पेट्रोल पंप के पीछे राव कॉलोनी निवासी प्रताप राव पुत्र सोहनलाल, उदय मंदिर आसन क्षेत्र के चहलियों की गली भिश्तियों की मस्जिद के पास निवासी नदीम उर्फ बाबु पुत्र मोहम्मद सलीम, नागोरी गेट नया तालाब के मोती कुंड के पास निवासी अब्दुल हमीद पुत्र कालू खान मुल्तानी, उदय मंदिर निवासी अरबाज बैग पुत्र अकरम बैग मिर्जा और भदवासिया फाटक के पास हाल कृषि मंडी निवासी शोयल पुत्र शकुर मोहम्मद को गिरफ्तार किया है। टूटी स्क्रीन वाला मोबाइल साथ रख करते हैं वारदातथानाधिकारी खोजा के अनुसार गिरफ्त में आए बदमाश राह चलते लोगों से लूट की वारदात को अंजाम देने से पहले जानबूझ कर इनका कोई एक साथी टकराता है। वो पहले से टूटी हुई स्क्रीन का मोबाइल तोड़ने का आरोप लगाते हुए झगड़ने लगता है और अन्य साथी वहां पहुंचकर पीड़ित के साथ मारपीट कर नकदी लूट लेते हैं। इनमें से आरोपी प्रताप राव के खिलाफ अलग-अलग थानों में 8 मामले, नदीम उर्फ बाबू के खिलाफ 4, अरबाज बैग के खिलाफ 3 और अब्दुल हमीद के खिलाफ एक मामला दर्ज हो रखा है। पुलिस की विशेष टीम में थानाधिकारी के साथ एएसआई सुभाष, हैड कॉन्स्टेबल हरसुखराम (विशेष भूमिका), कॉन्स्टेबल ओमप्रकाश, अकरम ओर कमलेश भी शामिल रहे।
इंदौर के खजराना में बुधवार को भोपाल से अपनी गर्लफ्रेंड का बर्थडे सेलिब्रेट करने आए युवक के साथ लूट हो गई। युवक वारदात के बाद थाने पहुंचा। पुलिस ने जब घटनास्थल के कैमरे चेक किए तो आरोपी उसके साथ जाते दिखे। पुलिस ने तुरंत आरोपियों की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया है। उसके पास से मोबाइल और पर्स जब्त हुआ है। टीआई मनोज सेंधव के मुताबिक आशुतोष पुत्र प्रदीप पुरी निवासी एमपी नगर भोपाल को तीन लड़कों ने लूट लिया। आशुतोष का आरोपी मोबाइल, पर्स ले गए। मामले में पुलिस ने गिल्लु उर्फ सुमित पुत्र मुकेश पटेल निवासी मुमताज बाग कालोनी, लडडू उर्फ सुमित पुत्र संतोष चौहान और एक नाबालिग साथी को पकड़ा है। आशुतोष ने पुलिस को बताया कि वह 5 बजे पैदल विजयनगर से रेडिसन की तरफ पहुंचा। यहां तीन लड़के मिले। उनसे केक लेने के लिए बेकरी का पूछा। तभी आरोपियों ने रोबोट चौराहे की तरफ बेकरी होने की बात कही। इसी बीच आरोपियों ने युवक से मारपीट कर मोबाइल और पर्स छीन लिया। आशुतोष ने बताया कि वह मूल रूप से नरसिंहपुर का रहने वाला है। यहां गर्लफ्रेंड का बर्थडे सेलिब्रेट करने पहुंचा था। बस से उतरकर वह सीधे केक लेकर उसके रूम पर ही जाता। लेकिन उसके पहले ही लूट की वारदात हो गई। गिल्लू पार्सल डिलीवरी का काम करता है। वही लड्डू एक सैलून पर काम करता है। नाबालिग साथी बेरोजगार है। मोबाइल लेकर फरार हुआ बदमाशतेजाजी नगर में भी एक सीएनजी पंप पर काम करने वाले कर्मचारी देवनारायण दांगी का बदमाशों ने मोबाइल चुरा लिया। देवनारायण ने बताया कि रात को ड्यूटी के दौरान उसने मोबाइल चार्जिंग पर लगाया था। बाद में आकर देखा तो मोबाइल नही मिला। पुलिस को संदेही के सीसीटीवी मिले है। वीडियो में एक बदमाश मोबाइल निकालते हुए दिखाई दिया है। पुलिस संदेही की तलाश कर रही है।
गोंडा मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय में पॉइंट ऑफ केयर टेस्टिंग (POCT) पैथोलॉजी लैब की शुरुआत हो गई है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. धनंजय श्रीकांत कोटास्थाने ने लैब का उद्घाटन किया। यह लैब मरीजों को कैंसर, इलेक्ट्रोलाइट और थैलीसीमिया की जांचें निशुल्क उपलब्ध कराएगी। मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों की सभी जांचें अब एक ही स्थान पर होंगी। इससे जांच में लगने वाला समय कम होगा। मरीजों के ऑपरेशन और गंभीर मरीजों का इलाज समय पर हो सकेगा। मरीजों को जांच रिपोर्ट के लिए अस्पताल नहीं आना होगा। बारकोड के जरिए रिपोर्ट की पीडीएफ सीधे उनके मोबाइल पर भेजी जाएगी। मरीज घर बैठे ही अपनी रिपोर्ट डाउनलोड कर सकेंगे। उद्घाटन के मौके पर एचओडी पैथोलॉजी डिपार्टमेंट डॉ. वैशाली श्रीकांत कोटास्थाने, सीएमएस डॉ. अनिल तिवारी, हॉस्पिटल मैनेजर डॉ. आशुतोष, मैनेजर अनिल वर्मा, मैटर्न सुनीता सिंह, POC T मैनेजर विनय शुक्ला और अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
आगर मालवा में शासकीय विद्यालयों के अतिथि शिक्षकों ने कलेक्टर कार्यालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए लागू की गई ई-अटेंडेंस व्यवस्था को लेकर विरोध जताया है। आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ ने बताया कि 80 प्रतिशत से अधिक अतिथि शिक्षकों के पास एंड्रॉइड मोबाइल नहीं है। इससे वे ई-अटेंडेंस दर्ज नहीं कर पाएंगे। शिक्षकों ने मोबाइल खरीदने के लिए 20,000 रुपए की मांग की है। साथ ही मोबाइल रिचार्ज के लिए प्रति माह 500 रुपए की राशि की मांग भी की है। संघ ने अतिथि शिक्षकों की आर्थिक स्थिति का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने नियमित मानदेय भुगतान की तिथि तय करने की मांग की। सभी प्रकार के अवकाश की सुविधा देने और वार्षिक अनुबंध के माध्यम से भविष्य सुरक्षित करने की मांग भी की गई। ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की समस्या को भी उठाया गया। शिक्षक संघ का कहना है कि पहले नेटवर्क की व्यवस्था की जाए। इन समस्याओं के समाधान के बिना ई-अटेंडेंस लागू करना उचित नहीं होगा। शिक्षक संघ ने प्रशासन को 5 दिन का समय दिया है। उनका कहना है कि इस अवधि में आदेश वापस नहीं लिया गया तो वे आंदोलन करेंगे। इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी। ज्ञापन देने के दौरान बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षक मौजूद थे।
प्रदेश भर में कार्यरत अतिथि शिक्षकों की समस्याओं को लेकर सोमवार को नरसिंहपुर में अतिथि शिक्षक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने विरोध जताते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर मनोज चौरसिया को सौंपा गया। शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा विभाग की ओर से अतिथि शिक्षकों पर जबरन ई-अटेंडेंस लागू करने का दबाव बनाया जा रहा है, जबकि न तो सभी नियमित शिक्षक इसका पालन कर रहे हैं और न ही इस व्यवस्था को सभी शिक्षकों का समर्थन प्राप्त है। ज्ञापन में अतिथि शिक्षकों की प्रमुख 6 मांगों को स्पष्ट रूप से रखा गया, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं: ज्ञापन की एक प्रति प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह को भी भेजी गई है। इस दौरान संघ के मापन प्रभारी एवं प्रांत स्तरीय कार्यकर्ता उपस्थित रहे। अतिथि शिक्षकों ने चेताया कि यदि शीघ्र ही उनकी मांगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन की राह पकड़ेंगे।
हरदा जिले के अतिथि शिक्षकों ने गुरुवार को अतिथि शिक्षक समन्वय समिति के नेतृत्व में छह सूत्रीय मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर संजीव कुमार नागू को सौंपा। समिति के जिलाध्यक्ष वशिष्ठ यादव ने बताया कि हरदा जिले में 300 से अधिक अतिथि शिक्षक वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें नियमित नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नियमितीकरण का वादा किया था, जिसे अब तक पूरा नहीं किया गया। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत कई अतिथि शिक्षकों के पास एंड्रॉइड मोबाइल नहीं हैं, इसके बावजूद उन्हें ई-अटेंडेंस की अनिवार्यता में शामिल किया जा रहा है। शिक्षकों का कहना है कि इस व्यवस्था को पहले नियमित शिक्षकों पर लागू किया जाना चाहिए। इधर, जिला शिक्षा अधिकारी डीएस रघुवंशी ने कहा कि अतिथि शिक्षकों ने हड़ताल की सूचना दी थी। नियम अनुसार, अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों का वेतन काटा जाएगा। प्रमुख मांगे इस प्रकार हैं:
कोंडागांव के फरसगांव की कांग्रेस जनपद पंचायत के वार्ड नंबर- 8 की जनपद सदस्य 9 जुलाई से लापता है। 45 वर्षीय रैयमती कोर्राम दोपहर 3:30 बजे कोंडागांव में इलाज कराने जाने की बात कहकर घर से निकली थीं। उनका मोबाइल भी बंद आ रहा है। इस पूरे मामले मे जनपद सदस्य के पति जयलाल कोर्राम ने बुधवार को फरसगांव थाने में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि पत्नी का मोबाइल फोन बंद आ रहा है। किसी दूसरे के मोबाइल से उन्होंने कोंडागांव में इलाज के लिए जाने की बात कही थी। जब अस्पताल में पता किया गया, तो वहां उनका कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। परिवार ने सभी रिश्तेदारों से संपर्क किया, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। सोने के गहने पहने निकली थीं रैयमती घर से निकलते समय लाल रंग की साड़ी पहने थीं। उनके पास एक बैग में कपड़े थे। वह सोने का मंगलसूत्र, कान में सोने के टॉप्स और नाक में सोने की फूली पहने हुई थीं। लापता जनपद सदस्य की पहचान के लिए सहायक उप निरीक्षक यशवंत सेन ने बताया कि वह काली सांवली रंग की हैं और उनकी ऊंचाई करीब 5 फुट है। उन्होंने यह भी बताया कि वह हिंदी, हल्बी और छत्तीसगढ़ी भाषा अच्छी तरह बोल लेती हैं। पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज जांच भी शुरू कर दी है। मामले की हर पहलू पर जांच की जा रही है। मोबाइल लोकेशन और जिस नंबर से कॉल आया था, उसे ट्रेस किया जा रहा है।
मधेपुरा के उदाकिशुनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत फनहन गांव में एक युवक की बुधवार की रात सोए अवस्था में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान उदाकिशुनगंज नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड-10 निवासी सुनील पासवान के बेटे आजाद कुमार(18) के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि आजाद रहटा चौक पर बालू-गिट्टी का दुकान करता था। परिजनों के अनुसार घटना के समय आजाद घर में अकेले सोया हुआ था। सुबह जब उसके पिता उसे जगाने पहुंचे, तो देखा कि कमरे में खून फैला हुआ है और बेटे के सिर में गोली मारी गई है। उन्होंने तुरंत परिवार के अन्य लोगों को जानकारी दी। रोने-चीखने की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे। घटना की सूचना मिलते ही उदाकिशुनगंज एसडीपीओ अविनाश कुमार और थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटनास्थल से मृतक का मोबाइल फोन भी गायब मिला है। दुकान चलाकर चलाता था परिवार मृतक के पिता सुनील पासवान ने बताया कि उनके बेटे का किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी और वह पूरी ईमानदारी से दुकान चलाता था। उन्होंने कहा कि बेटे की किसी से कोई रंजिश नहीं थी, लेकिन रात में किसी ने घर में घुसकर उसकी हत्या कर दी। आजाद पांच भाइयों और एक बहन में सबसे छोटा था। उसकी मौत से परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। जांच में जुटी पुलिस एसडीपीओ अविनाश कुमार ने बताया कि मामले की गहराई से जांच की जा रही है। स्थानीय पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
प्रयागराज में साइबर अपराधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' की पत्नी और पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता को निशाना बना लिया. साइबर अपराधियों ने उनके मोबाइल और व्हाट्सएप को हैक कर लिया। इसके बाद उनके नाम और तस्वीर का इस्तेमाल कर रिश्तेदारों और शुभचिंतकों को पैसे भेजने के मैसेज किए गए। पीड़िता की शिकायत पर साइबर थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। कोतवाली थाना क्षेत्र के बक्शीबंद मोहल्ला निवासी अभिलाषा गुप्ता दो बार महापौर रह चुकी हैं। उन्होंने बताया कि उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉलर ने खुद को ब्लू डॉट कोरियर का कर्मचारी बताते हुए पार्सल डिलीवरी के बहाने लोकेशन भेजने के लिए कहा। इसके बाद अभिलाषा के मोबाइल पर एक टेक्स्ट मैसेज आया और कुछ ही देर में उनका व्हाट्सएप बंद हो गया। मोबाइल भी फार्मेट हो चुका था। इसके कुछ ही समय बाद, परिचितों ने उन्हें जानकारी दी कि उनके व्हाट्सएप नंबर से पैसे मांगने वाला मैसेज आ रहा है। एक मैसेज में लिखा था, “मैडम बहुत परेशान हैं। उनके पास केवल 55 हजार रुपये हैं। 65 हजार रुपये भेज दीजिए।” मैसेज जिस नंबर से भेजा गया, उसमें अभिलाषा की तस्वीर और प्रोफाइल नाम ‘नंदी गुप्ता’ दिख रहा था। पीड़ित पूर्व मेयर ने शुभचिंतकों से पैसे मांगने की बात सामने आते ही साइबर थाने में तहरीर दी। थाना प्रभारी राजीव तिवारी के मुताबिक, एफआईआर दर्ज कर ली गई है और जिन नंबरों से ठगी की गई, उन्हें ट्रेस किया जा रहा है।
बड़वानी-सेंधवा स्टेट हाईवे 39 पर धाबाबावड़ी में 10-12 बदमाशों ने मजदूरों से भरी पिकअप को रोका। बदमाशों ने पहले एक्सीडेंट का आरोप लगाया। फिर मोबाइल मांगने के बहाने मजदूरों से मारपीट की। घटना बुधवार शाम की है। मजदूरों से 25 हजार रुपए और दो मोबाइल फोन लूटे बदमाशों ने मजदूरों से 25 हजार रुपए और दो मोबाइल फोन लूट लिए। मारपीट में कमल (26) निवासी पचगांव के सिर में गंभीर चोट आई है। पीड़ित कमल ने बताया कि वह बड़वानी से मजदूरों को लेकर घर लौट रहा था। बाल कुंआ से मजदूरी कर वापस लौट रहे थे पचगांव निवासी शांतिलाल ने बताया कि बाल कुंआ से मजदूरी कर वापस लौट रहे थे। तभी अचानक 10 से 12 बाइक सवारों ने हमारी पिकअप के सामने गाड़ी अडा दी। उन्होंने बोला कि आप लोगों ने एक्सीडेंट किया है। इतना बोलकर हम लोगों के साथ मारपीट की। गाड़ी में बैठे कुछ मजदूर डर के मारे भाग गए थे। शांतिलाल ने बताया कि मैं और गाड़ी ड्राइवर उनके हाथ लग गए। मेरे सिर पर चोट आई। मेरे पास 5 हजार रुपए थे। आरोपियों ने मजदूरों के मजदूरी के 25 हजार पैसे छीन लिए। साथ ही मोबाइल भी छीनकर ले गए। आरोपियों पर मामला दर्ज शहर कोतवाली थाना प्रभारी दिनेश चौहान ने बताया कि पुलिस घटना स्थल पहुंची थी। मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज किया है। आगे की कार्रवाई जारी है। बड़वानी-सेंधवा स्टेट हाईवे 39 मध्यप्रदेश को महाराष्ट्र और गुजरात की सीमा से जोड़ता है, इससे दिन-रात हजारों वाहनों की आवाजाही होती है।
मध्यप्रदेश में शिक्षक और अतिथि शिक्षक (गेस्ट टीचर्स) की ई-अटेंडेंस व्यवस्था जुलाई के पहले 15 दिन में पूरी तरह फेल हो गई है। इसी को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने अब सख्त कदम उठाया है। विभाग ने सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 18 जुलाई से जो गेस्ट टीचर ई-अटेंडेंस (ऐप से अटेंडेंस) नहीं लगाएंगे, उन्हें गैरहाजिर माना जाएगा और मानदेय (वेतन) नहीं दिया जाएगा। विभाग ने सभी जिलों के गेस्ट टीचर्स की ई-अटेंडेंस की रिपोर्ट भी जारी की है और निर्देश दिया है कि इस पर सख्ती से अमल कराया जाए। हालांकि अतिथि शिक्षक संघ का कहना है कि जब तक अवकाश की सुविधा नहीं मिलेगी, तब तक ई-अटेंडेंस नहीं लगाएंगे। हमारे शिक्षक ऐप से अनिवार्य की गई उपस्थिति स्कूल शिक्षा विभाग ने इस शैक्षणिक सत्र से गेस्ट टीचर्स की अटेंडेंस मोबाइल ऐप हमारे शिक्षक के जरिए दर्ज करना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। अब शिक्षक की उपस्थिति सिर्फ ऐप के माध्यम से ही मान्य मानी जाएगी। हालांकि, अभी तक कई गेस्ट टीचर्स इस आदेश का पालन नहीं कर रहे हैं। इस पर लोक शिक्षण आयुक्त ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि लगभग 80% अतिथि शिक्षकों ने ई-अटेंडेंस दर्ज नहीं की है, जो कि बहुत ही निराशाजनक है। ई-अटेंडेंस नहीं लगाई तो रुकेगा मानदेय विभाग ने साफ कहा है कि सभी गेस्ट टीचर्स को सूचना दी जाए कि अगर वे हमारे शिक्षक ऐप से अटेंडेंस दर्ज नहीं करते हैं, तो उन्हें गैरहाजिर माना जाएगा और उनका मानदेय नहीं मिलेगा। यह ई-अटेंडेंस की व्यवस्था 1 जुलाई 2025 से शुरू की गई है। लेकिन पहले 15 दिन की समीक्षा में सामने आया कि 80% से ज्यादा गेस्ट टीचर्स ने ऐप से अटेंडेंस नहीं लगाई है। सिर्फ डिंडोरी में 50% से ज्यादा अटेंडेंस शिक्षा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश के 55 जिलों में से केवल डिंडोरी ऐसा जिला है जहां 57% गेस्ट टीचर्स ने ई-अटेंडेंस दर्ज की है। इसके बाद झाबुआ में 48%, खरगोन में 45%, नरसिंहपुर और शहडोल में 44-44% उपस्थिति दर्ज की गई। वहीं, अनूपपुर सबसे पिछड़ा जिला रहा, जहां 17 गेस्ट टीचर्स में से किसी ने भी एक भी दिन अटेंडेंस नहीं लगाई। इसके अलावा निवाड़ी और अलीराजपुर में 7-7%, मऊगंज और हरदा में 8-8% अटेंडेंस दर्ज की गई। जब तक अवकाश की सुविधा नहीं मिलेगी, नहीं लगाएंगे ई-अटेंडेंस अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुनील परिहार ने स्कूल शिक्षा विभाग की ई-अटेंडेंस अनिवार्यता पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि पिछले 17 सालों में अतिथि शिक्षकों को एक भी अवकाश की सुविधा नहीं दी गई है, जबकि अतिथि विद्वानों को यह सुविधा उपलब्ध है। परिहार ने कहा, हमारे पास न तो दुर्घटना बीमा है और न ही महिला शिक्षकों को प्रसूति अवकाश मिलता है। कई अतिथि शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें मात्र ₹10,000 मानदेय मिलता है और वे पिछले चार महीनों से बेरोजगार हैं। कई के पास स्मार्टफोन तक नहीं हैं, ऐसे में वे ई-अटेंडेंस कैसे लगाएं? सुनील परिहार ने बताया कि इस फरमान के विरोध में गुरुवार को प्रदेश के सभी जिलों में ज्ञापन सौंपा जाएगा। संगठन की मांग है कि जब तक अतिथि शिक्षकों को सम्मानजनक सुविधाएं नहीं दी जातीं, तब तक उन्हें तकनीकी व्यवस्थाओं के लिए बाध्य न किया जाए। ये खबर भी पढ़ें... एमपी में 15 हजार शिक्षक अलग-अलग दफ्तरों में अटैच:बच्चों को पढ़ाने के बजाय कर रहे बाबूगिरी मध्यप्रदेश में हजारों शिक्षक स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने की बजाय सरकारी दफ्तरों में फाइलों के बीच उलझे हुए हैं। जबकि शिक्षा मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने साफ निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों का असली स्थान स्कूल की कक्षा होनी चाहिए, न कि सरकारी दफ्तर। उन्होंने 18 अप्रैल की विभागीय बैठक में यह बात कही और ऐसे सभी शिक्षकों को तत्काल स्कूलों में भेजने के निर्देश दिए। इस बीच दैनिक भास्कर ने पता किया कि स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने की बजाय कितने टीचर सरकारी दफ्तरों में फाइलें उठा रहे हैं? पढ़ें पूरी खबर...
श्रावणी मेला के लिए मेडिकल मोबाइल यूनिट देवघर रवाना
सिटी रिपोर्टर | बोकारो श्रावणी मास में कांवरियों की सुविधा के लिए पिछले ढाई दशकों से बोकारो स्टील प्लांट की ओर से बैद्यनाथ धाम देवघर के समीप प्राथमिक चिकित्सा शिविर का आयोजन करता रहा है। इस वर्ष भी शिविर के लिए बीएसएल के निगमित सामाजिक दायित्व के तहत मेडिकल मोबाइल यूनिट इस्पात संजीवनी को निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने बुधवार को इस्पात भवन परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उक्त यूनिट में चिकित्सक व नर्स भी शामिल हैं। निदेशक प्रभारी बीरेंद्र कुमार तिवारी ने शिविर के लिए की गई व्यवस्था, दवाओं की उपलब्धता आदि की जानकारी ली। शिविर के लिए बीजीएच की ओर से प्राथमिक चिकित्सा के लिए दवा, मरहम पट्टी और अन्य व्यवस्था किया गया है। मौके पर अधिशासी निदेशक राजश्री बनर्जी, अधिशासी निदेशक सीआर मिश्रा, अधिशासी निदेशक विकास मनवती, बीजीएच के प्रभारी डॉ. बीबी करुणामय, मुख्य महाप्रबंधक, अन्य वरीय अधिकारी, सीएसआर विभाग तथा अन्य कर्मी सहित बैद्यनाथ सेवा ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित रहे।
घर के समीप से पर्स व मोबाइल की चोरी
जहानाबाद| नगर थाना क्षेत्र के घोसी मोड़ के समीप किराएदार के घर के समीप से मोबाइल व पर्स चोरी हो जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस संदर्भ में फाइनेंस कंपनी के प्रबंधक ने नगर थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। सूचक शिवहर जिले के तरियानी थाना अंतर्गत नरवारा गांव के रहने वाले प्रबंधक ने पुलिस को दिए शिकायत में कहा है कि मैं अपने सहकर्मी के साथ इमलिया मोड़ घोसी रोड हसौड़ा पेट्रोल पंप से पश्चिम एक मकान में किराए पर 1 वर्ष से रह रहे हैं। 14 जुलाई को हम अपने सहकर्मी के साथ घर के बाहर कुर्सी पर बैठे थे एवं तीन मोबाइल तथा पर्स जिसमें पैसे रखकर रूम के अंदर गया कुछ देर बाद वापस लौटा तो पाया कि तीनों मोबाइल एवं पैसे गायब हैं प्रबंधक ने पुलिस को बताया है कि मेरे तथा मेरे सहकर्मी का मोबाइल पैसा किसी अज्ञात व्यक्ति ने चोरी कर लिया।पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को देखते हुए सार्वजनिक परिवहन को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन ने एक अहम फैसला लिया है। अब लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी, ओला-ऊबर और रैपिडो जैसे वाहनों के चालकों को अपने वाहन के अंदर अपना नाम, मोबाइल नंबर और आधार कार्ड नंबर बड़े अक्षरों में साफ तौर पर प्रदर्शित करना अनिवार्य होगा। यह निर्देश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष द्वारा 26 मई को दिए गए अनुरोध के आधार पर लागू किया गया है, जिसे परिवहन विभाग ने गंभीरता से लेते हुए अब एआरटीओ (प्रवर्तन) के ज़रिए लागू करवाना शुरू कर दिया है। बुधवार को एआरटीओ द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि सभी पंजीकृत चालकों को 15 दिनों के भीतर अपने वाहन के भीतर स्पष्ट रूप से ये जानकारी अंकित करनी होगी। नियम न मानने पर होगी कार्रवाई निर्धारित समयसीमा के भीतर यदि किसी वाहन में चालक की जानकारी प्रदर्शित नहीं की जाती है, तो उस वाहन के स्वामी और चालक के खिलाफ मोटर वाहन अधिनियम की सुसंगत धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह नियम सभी ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी, ओला, ऊबर और रैपिडो जैसी सेवाओं पर समान रूप से लागू होगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिहाज़ से अहम कदम अक्सर यह देखा गया है कि महिला यात्रियों के साथ आपराधिक घटनाएं होने के बाद आरोपित चालक घटनास्थल से भाग निकलते हैं और उनकी पहचान कर पाना मुश्किल हो जाता है। कई बार तो ई-रिक्शा और ऑटो जैसे वाहनों पर ठीक से नंबर प्लेट तक नहीं लगी होती, जिससे पुलिस को कार्यवाही करने में काफी कठिनाई आती है। अब चालक का नाम, मोबाइल नंबर और आधार नंबर वाहन के अंदर स्पष्ट रूप से दर्ज होने से किसी भी घटना के बाद उसकी पहचान करना आसान होगा, और अपराधी को शीघ्र पकड़ा जा सकेगा। आधार नंबर की फोटो कॉपी भी होगी मान्य परिवहन विभाग ने स्पष्ट किया है कि यदि चालक चाहे, तो वाहन के भीतर आधार कार्ड की स्पष्ट फोटो कॉपी भी चिपकाई जा सकती है या केवल आधार नंबर लिखना भी वैध होगा, बशर्ते जानकारी साफ-साफ पढ़ी जा सके। इससे यात्रियों को यह जानकारी आसानी से मिल सकेगी कि वे किस व्यक्ति के वाहन में यात्रा कर रहे हैं। नया नियम और इसके फायदे क्या है? •सभी ऑटो, ई-रिक्शा, टैक्सी, ओला, ऊबर, रैपिडो चालकों को •15 दिन के भीतर अपने वाहन में नाम, मोबाइल नंबर और आधार नंबर अंकित करना अनिवार्य •नियम न मानने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत चालान या अन्य कार्रवाई •महिलाओं की सुरक्षा और अपराध रोकथाम के लिए यह कदम •चालक की पहचान घटना के तुरंत बाद संभव होगी
कोटा के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र की रहने वाली एक नाबालिग छात्रा को युवक बहला फुसला कर अपने साथ ले गया। छात्रा की दोस्ती इंस्टाग्राम से के जरिए हुई थी। युवक कोटा में छात्रा को लेने के लिए आया और टैक्सी से वह दोनों बाहर जा रहे थे। टैक्सी में उसने छात्रा का फोन लेकर सिम तोड़ दी। छात्रा को शक होने पर उसने टैक्सी ड्राइवर को पास ही के पुलिस थाने ले जाने को कहा पुलिस थाने पहुंचकर पता लगा उसे युवक का नाम आदि नहीं रजाक था तब जा कर इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने बताया कि नाबालिग छात्रा कोटा कुन्हाड़ी इलाके में रहती है। उसकी सोशल मीडिया इंस्टाग्राम के जरिए एक युवक आदि नाम के लड़के से हुई थी। युवक 11 जुलाई को उसे बहला फुसला कर अपने साथ टैक्सी से कोटा से बाहर ले जा रहा था। इस दौरान उसने उसका फोन और सिम दोनों ही तोड़ दिया ताकि कोई ट्रेस न कर सके। छात्रा को शक होने पर उसने अपनी बहन से संपर्क कर सारा मामला बताया और टैक्सी ड्राइवर को पास ही के थाने में ले जाने को कहा। फिलहाल छात्रा को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जहां पर उसके बयान हुए पुलिस ने उस रजाक नाम के युवक को पकड़ लिया है। बाल कल्याण समिति ने छात्रा को उसके माता-पिता को सौंप दिया है। युवक ने अपनी उम्र 18 वर्ष बताई थी जबकि वह 25 साल का था छात्र को धोखाधड़ी करके अपने साथ ले जा रहा था। कुन्हाड़ी थाने के एस आई भंवरलाल ने बताया कि लखनऊ का रहने वाला रजाक ने कोटा की एक नाबालिग बालिका से इंस्टाग्राम के जरिए आदि नाम से दोस्ती की वह उसे 11 जुलाई को कोटा से लखनऊ लेकर जा रहा था बीच में उसने बालिका का मोबाइल भी तोड़ दिया था अप झांसी में बालिका को शक होने पर उसने ड्राइवर को सूचना दी पास के थाने पर लेकर पहुंचे और इस मामले का खुलासा हुआ। बालिका को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश कर दिया है। आज आरोपी रजाक को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।
करनाल जिले के चार चमन चौक फायरिंग और एक करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में एसटीएफ ने एक और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर मेडिकल करवाया गया और फिर कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान आरोपी से गहनता से पूछताछ की जाएगी, ताकि इस वारदात में शामिल अन्य आरोपियों और पूरी साजिश का खुलासा किया जा सके। अब तक केस में कुल पांच आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 2 जून की रात हुई थी फायरिंग मामला 2 जून 2025 की रात का है, जब करनाल के चार चमन चौक स्थित नागपाल मोबाइल शॉप पर दो युवक बाइक पर सवार होकर आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोनों के पास पिस्टल थी। एक युवक ने बाइक पर बैठे-बैठे दो फायर किए, जबकि तीसरी गोली चलाने की कोशिश में उसकी पिस्टल जाम हो गई। उसी समय दूसरा युवक दुकान के अंदर गया और एक धमकी भरी पर्ची फेंक गया। जिसमें एक करोड़ रुपए की फिरौती की मांग की गई थी। इस वारदात के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी थी। 7 जून को हिसार में मुठभेड़ में पकड़े घटना के बाद 7 जून को एसटीएफ को सूचना मिली कि कुछ बदमाश हिसार के धीरणवास और रावलवास के बीच रजबाहे के पास कच्चे रास्ते से निकल रहे हैं। पुलिस ने पीछा किया, तो बदमाशों की गाड़ी पलट गई। इसके बाद बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दो बदमाशों को गोली लगने पर घायल अवस्था में पकड़ा और तीन अन्य को राउंडअप कर लिया गया। पुलिस की कार्रवाई में इंस्पेक्टर प्रदीप और अशोक की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोलियां लगी, लेकिन दोनों सुरक्षित रहे। हथियार और कारतूस भी बरामद मुठभेड़ के बाद पकड़े गए पांचों आरोपियों की पहचान आर्यन (बालसमंद), राहुल (बालसमंद), अंकित (रावलवास), अमित (सरसाना) और रामचंद्र (रावलवास) के रूप में हुई। इनके कब्जे से पुलिस ने हथियार और कारतूस भी बरामद किए थे। मामले में करनाल पुलिस ने आर्यन और राहुल को प्रोडक्शन वारंट पर हिसार से लाकर कोर्ट में पेश किया और 6 दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया था। अब दौलत राणा की गिरफ्तारी एसटीएफ के जांच अधिकारी एएसआई फूल सिंह ने बताया कि अब मामले में दौलत राणा नामक आरोपी को भी प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है। आरोपी को करनाल लाकर मेडिकल करवाया गया और कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान उससे गहनता से पूछताछ की जाएगी।
जैतपुर थाना क्षेत्र में बाजार से लौट रही एक महिला से लूट की घटना सामने आई है। सीधी थाना क्षेत्र की रहने वाली 20 वर्षीय मैथली यादव बरगवां बाजार से खरीदारी कर लौट रही थी। इस दौरान दो अज्ञात बदमाशों ने उससे चांदी की पायल, मोबाइल फोन और लॉकेट लूट लिया। महिला ने दो दिन बाद जैतपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई। थाना प्रभारी जिया उल हक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कार्रवाई शुरू की। टीम ने पास के गांव के रहने वाले सुरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी से लूट का कुछ सामान भी बरामद हुआ है। पुलिस टीम में सहायक उपनिरीक्षक जेड तिवारी, प्रधान आर रावेंद्र वर्मा, नरेंद्र सिंह और संतोष सिंह शामिल थे। पीड़ित महिला ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई पर संतोष जताया है। दूसरा आरोपी अभी भी फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
पीथमपुर की सागौर पुलिस ने सट्टा संचालित करने वाले तीन आरोपियों को बुधवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने कुम्हार भट्ठे पर छापेमारी की। इस दौरान परवेज पिता इरफान खान और उसके साथी सलमान पिता रमजान खान और रितेश पिता रामचंद्र वर्मा को सट्टा लिखते हुए पकड़ा गया। 18 हजार 560 रुपए, 5 मोबाइल समेत अन्य सामान जब्त पुलिस ने आरोपियों से 18 हजार 560 रुपए नकद, पांच मोबाइल फोन, सट्टे का हिसाब-किताब और कैल्कुलेटर जब्त किए हैं। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने यह कार्रवाई की। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्हें आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
अजमेर के सहायक निदेशक कृषि विस्तार कार्यालय में चोरी की वारदात सामने आई है। चोर ऑफिस के कमरे से 9 पंखे, दो मोबाइल और एक स्पीकर चोरी कर भाग गए। मामले में सहायक निदेशक की ओर से क्रिश्चियन गंज थाने में शिकायत दी गई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। सहायक निरीक्षक शिवलाल यादव ने बताया5 वैशाली नगर में सहायक निदेशक कृषि विस्तार का विभाग है। विभाग अभी निर्माणाधीन है, जिसकी मरम्मत चल रही है। ऑफिस में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी धर्मेंद्र सिंह पत्रावली लेने के लिए पहुंचे थे। समान चेक किया तो पता चला कि 9 पंखे, दो मोबाइल और एक स्पीकर चोर चोरी कर फरार हो गए। सहायक निदेशक ने बताया- चोरी की वारदात कब हुई, इसकी जानकारी नहीं है। ऑफिस पर एक चौकीदार भी तैनात रखा गया है। जब उससे पूछताछ की तो उसे चोरी की जानकारी नहीं थी। चोर पीछे के रास्ते से ही वारदात को अंजाम देकर फरार हुए हैं। इसकी शिकायत क्रिश्चियन गंज थाने में दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दरभंगा के कमतौल थाना क्षेत्र में बदमाशों ने कंपाउंडर पर चाकू से हमला कर दिया। इलाज के लिए अस्पताल में एडमिट कराया गया है। पेशेंट को सूई देकर घर लौट रहे थे। इस दौरान 7 बदमाशों ने रोक लिया। सभी के पास पिस्टल और चाकू था। घटना ब्रह्मपुर पासमा गांव की है। पीड़ित जगदीश पासवान ने बताया कि बदमाशों ने जान से मारने की धमकी और जातिसूचक गालियां दीं। विवाद बढ़ने से चाकू से हमला कर घायल कर दिया। गला, कंधे और हाथ पर चाकू मारा है। किसी तरह से जान बचाकर मौके से भागा। बेटे को फोन पर हमले की सूचना दी। जिसके बाद बेटे ने कमलौत थाने में फोन किया। पुलिस के पहुंचने की खबर मिलते ही बदमाश भागने लगे। टीम ने खदेड़कर सुंदरम ठाकुर उर्फ लड्डू और आनंद ठाकुर को पकड़ा। परिजनों ने DMCH में भर्ती कराया। पोते का मोबाइल छीन लिया था पीड़ित ने आगे कहा कि 30 जून को सुंदरम ठाकुर ने मेरे पोते का मोबाइल छीन लिया था। मोबाइल का IMEI नंबर 864276074340424 और 864276074340432 है। गांव के लोगों से शिकायत की, लेकिन किसी ने बात नहीं मानी। हमले में मनोज ठाकुर, सुंदरम ठाकुर उर्फ लड्डू, शिवम ठाकुर, आनंद ठाकुर, तेजे ठाकुर और गांधी ठाकुर शामिल है। सभी ब्रह्मपुर गांव के रहने वाले हैं। केस दर्जकर जांच में जुटी पुलिस थानाध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी ने बताया कि पीड़ित ने थाने में आवेदन दिया है। प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। छानबीन की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
लुधियाना की जैन कॉलोनी निवासी और एमजेएस अस्पताल, दरेसी में फिजियोथेरेपिस्ट के तौर पर काम करने वाले ओपी सिंह 30 जून की रात लूट का शिकार हो गए। डाबा रोड पर बाइक सवार दो बदमाशों ने उनकी गर्दन पर धारदार हथियार तानकर 12,000 रुपए नकद, मोबाइल फोन, कपड़े, घर की चाबियां और जरूरी दस्तावेजों से भरा बैग लूट लिया। ओपी सिंह को ट्रेन से मथुरा जाना था, लेकिन लूट की वारदात के चलते उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी। ओपी सिंह ने बताया कि घटना के बाद उन्होंने पास में मौजूद एक सुरक्षा गार्ड से फोन लेकर पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। बाद में वे शेरपुर पुलिस चौकी पहुंचे और लिखित शिकायत दी, लेकिन एफआईआर दर्ज करने की बजाय उन्हें एएसआई प्रितपाल सिंह का नाम और फोन नंबर लिखी एक पर्ची थमा दी गई। अब जब मामला मीडिया में आया है, तब पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि केस को हल किया जाएगा और एफआईआर भी दर्ज की जाएगी, लेकिन अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सीसीटीवी में कैद हुई घटना पीड़ित ने बताया कि पुलिस ने घटना स्थल के सीसीटीवी फुटेज भी इकट्ठा किए हैं, जिसमें पूरी घटना कैद है। इसके बावजूद, 16 दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इस मामले संबंधी थाना डिवीजन नंबर 6 की SHO कुलवंत कौर से बात करनी चाही तो 3 बार उन्हें फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। पीड़ित ओपी सिंह ने कहा कि पुलिस की लापरवाही के कारण मुझे अपनी यात्रा की योजना स्थगित करनी पड़ी। मैं अब भी न्याय की उम्मीद में हूं। ASI प्रितपाल सिंह ने कहा कि लुटेरों को जल्द दबोच लिया जाएगा। पिछले करीब 15 दिन से पुलिस लगातार काम कर रही है।
अमेठी लोकसभा क्षेत्र की बिजली व्यवस्था को बेहतर बनाने की पहल शुरू हो गई है। कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने अपनी सांसद निधि से पूरे क्षेत्र में रोशनी पहुंचाने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत लोकसभा क्षेत्र में 2350 सोलर लाइट लगाई जाएंगी। साथ ही प्रमुख चौराहों पर 50 हाईमास्ट लाइटें स्थापित की जाएंगी। इससे रात के समय में भी चौराहों पर पर्याप्त रोशनी रहेगी। ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने के लिए 250 किलोवाट क्षमता के 7 मोबाइल ट्रांसफॉर्मर भी खरीदे गए हैं। इनकी मदद से ट्रांसफॉर्मर खराब होने पर तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था की जा सकेगी। इससे गर्मी और बारिश के मौसम में लोगों को बिजली कटौती से राहत मिलेगी। सलोन विधानसभा क्षेत्र समेत कई इलाकों में लाइटें लगाने का काम शुरू हो चुका है। जल्द ही पूरे लोकसभा क्षेत्र में यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
गोरखधंधा:ट्रेन में मोबाइल चुराया, खाते से 5.50 लाख निकाले, कश्मीर से गिरफ्तार
राजधानी एक्सप्रेस में चुराया था यात्री का मोबाइल राजधानी एक्सप्रेस से यात्री का मोबाइल चोरी होने के बाद खाते से 5.50 लाख रुपए निकालने का मामला सामने आया है। यह काम कश्मीर के रहने वाले नर्सिंग के दो छात्रों ने किया। आरोपी छात्रों ने कुछ रकम गिफ्ट कार्ड में ट्रांसफर कर 1.39 लाख कीमत का आईफोन पुणे की शॉप से खरीदा। बाकी रकम बैटिंग एप पर लगाई। पुणे की एक शॉप से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जीआरपी भोपाल ने दोनों को कश्मीर से गिरफ्तार किया। दोनों की पहचान फैजान और शौकत के रूप में हुई। आरोपी बेंगलुरू के कॉलेज से नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे हैं। रेल एसपी राहुल लोढ़ा ने बताया कि 6 मई को सागर निवासी तनवीर आलम ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि दिल्ली से भोपाल आते समय राजधानी एक्सप्रेस के एसी-2 कोच में उनका मोबाइल चोरी हो गया। उनका यह नंबर दो बैंक खातों से लिंक था। मोबाइल चुराने वालों ने उनके खाते से 5.50 लाख रुपए भी निकाल लिए। मामला दर्ज कर जीआरपी ने तफ्तीश शुरू की। उसके बाद यह पूरा मामला खुला। आईफोन खरीदने पर मिला जीआरपी को अहम सुराग फरियादी के खाते के स्टेटमेंट से पता चला कि मोबाइल चोरी के बाद कुछ रकम गिफ्ट कार्ड में ट्रांसफर हुई थी। इसके जरिए आईफोन खरीदा गया। जीआरपी पुणे की उस शॉप में पहुंची जहां दोनों आरोपी छात्र आईफोन लेने पहुंचे थे। यहां से मिले फुटेज से दोनों की पहचान हुई। जीआरपी ने पहले फैजान को कश्मीर से, फिर उसके दोस्त शौकत को गिरफ्तार किया। डिग्री-दस्तावेज संबंधी काम था -पूछताछ में आरोपी फैजान ने बताया कि वह और शौकत बेंगलुरु के नर्सिंग कॉलेज से पढ़ाई कर रहे हैं। घटना वाले दिन दोनों बेंगलुरु के लिए निकले थे। कॉलेज में डिग्री और दस्तावेज संबंधी काम था। इस बीच शौकत ने एक यात्री का फोन चुराया। उसने यात्री के फोन-पे को अकाउंट से लिंक कर रकम ट्रांसफर की। यूपीआई की लिमिट होने से कुछ रकम मेरे (फैजान के) गिफ्ट कार्ड में भेजकर आईफोन बुक किया था। बेटिंग एप से बड़ी रकम हारे आरोपी छात्र ने बैटिंग एप के जरिए जुआ खेला और बड़ी रकम हारे। रकम हारने के बाद उनके पास सिर्फ 2.18 लाख रुपए बचे थे। यह रकम जीआरपी ने जब्त की। धोखाधड़ी की रकम से खरीदा गया आईफोन भी बरामद कर लिया है। इससे पहले 50 हजार रुपए ब्लॉक कराकर वापस कराए जा चुके हैं।
नक्सलियों ने मोबाइल टावर में लगाई आग, सर्च अभियान तेज
भास्कर न्यूज| नारायणपुर/ छोटेडोंगर जिले में नक्सलियों ने एक बार फिर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए जिओ के मोबाइल टावर में आगजनी की घटना को अंजाम दिया है। दरअसल नारायणपुर जिले के छोटेडोंगर थाना क्षेत्र के अति संवेदनशील ग्राम पंचायत मढ़ोनार में सोमवार रात लगभग 9:30 बजे के करीब नक्सलियों ने दस्तक देकर जिओ मोबाइल टावर को आग के हवाले कर मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों के अनुसार बड़ी संख्या में नक्सली मढ़ोनार गांव में पहुंचे थे। मढ़ोनार गांव में 6 माह पूर्व ही ग्रामीणों की सुविधा के लिए जिओ टावर स्थापित किया गया था। नारायणपुर जिले में पुलिस के द्वारा नक्सलियों के खिलाफ लगातार बड़ी कार्रवाई की जा रही है इससे नक्सलियों के खेमे में दहशत का माहौल है। नक्सलियों ने इसी बौखलाहट में मढ़ोनार गांव के जिओ मोबाइल टावर को आग के हवाले कर दिया है। जवानों ने नक्सलियों की खोजबीन में सर्च तेज कर दी है।
प्रयागराज में इन दिनों साइबर ठगी के कई अजीबोगरीब केस सामने आए हैं। साइबर अपराध की दुनिया में एक नया और अत्यंत खतरनाक ट्रेंड सामने आया है। मोबाइल चोरी होते ही पीड़ित के बैंक खाते से बड़ी रकम निकाल निकल जाती है। शहर और देहात क्षेत्र में ऐसे कई केस सामने आने के बाद प्रयागराज साइबर सुरक्षा की टीम ने सतर्कता अभियान शुरू किया है। इसके बाद पुलिस टीम सभी विभागों में जाकर लोगों को सतर्क और जागरूक कर रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस के साइबर सुरक्षा वक्ता जय प्रकाश सिंह का कहना है कि जांच कर इस तरह की धोखाधड़ी के पीछे छिपे एक तकनीकी लूपहोल को पहचान की है। इसे मामले को आला अफसरों के संज्ञान में लाएं हैं। संबंधित अधिकारियों को ईमेल भेजकर पूरा मामला बताया गया है। वे बताते हैं कि इस धोखाधड़ी की प्रक्रिया अत्यंत संवेदनशील है, जिसे सार्वजनिक रूप से साझा करना उचित नहीं होगा, क्योंकि इससे अपराधियों को इसका दुरुपयोग करने का रास्ता मिल सकता है। कैसे करते हैं ठगी भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से मोबाइल चोरी किया जाता है। चोर उसमें लगी सिम निकालकर अपने फोन में डालते हैं। तकनीकी तरकीबों से वे खाते की जानकारी हासिल करते हैं और बिना OTP के भी पैसे ट्रांसफर कर देते हैं। प्रयागराज का ताज़ा मामला प्रयागराज में भारतीय सेना के एक सेवानिवृत्त जवान के साथ इस तरह की घटना सामने आई है, जिसमें 1 जुलाई 2025 से 5 जुलाई 2025 के बीच 3 लाख रुपये उनके खाते से निकल गए। कैसे बचें इस खतरनाक साइबर ठगी से? इससे बचने का सबसे सरल और प्रभावी उपाय है सिम कार्ड लॉक एक्टिवेट करना। मोबाइल की सेटिंग में जाकर SIM Card Lock ऑन करें। इससे यदि कोई आपके फोन से सिम निकालकर दूसरे डिवाइस में लगाएगा, तो वह बिना सही PIN डाले सिम का उपयोग नहीं कर पाएगा।
कटनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर मंगलवार शाम सतना के मोबाइल व्यापारी मनोहरलाल आहूजा (60) जनता एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। हादसे में उनका एक हाथ कट गया। घायल मनोहरलाल को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मनोहरलाल सतना बस स्टैंड के पास मोबाइल की दुकान चलाते थे। वे अपने पुत्र के साथ दुकान का संचालन करते थे। राजकीय रेलवे पुलिस और रेलवे सुरक्षा बल की टीमें घटनास्थल पर पहुंची। कटनी जीआरपी थाना प्रभारी जेपी कश्यप ने बताया कि घटना का मर्ग कायम किया गया है। शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बेतिया पुलिस को साइबर अपराध के मामले में बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने आज 3 अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर 3 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिन पर गुम हुए मोबाइल से धोखाधड़ी कर एक लाख 50 हजार रुपए के ट्रांजैक्शन करने का आरोप है। गिरफ्तार आरोपियों में पहला नाम जिले के बलथर थाना क्षेत्र अंतर्गत भंवरी गांव निवासी सुरज कुमार (24) का है, जो उदेश साह का बेटा है। दूसरा आरोपी रितेश कुमार (22) है, जो बगहा पुलिस जिला के चौतरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत इंगलिसीया गांव का निवासी है और उसके पिता का नाम ध्रुव प्रसाद है। तीसरे आरोपी अमरजीत कुमार (25) की गिरफ्तारी परसौनी गांव से हुई है, जो अशोक हलदर का बेटा है। 1.50 लाख रुपए की गई निकासी लौरिया थानाध्यक्ष रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि इस साइबर क्राइम मामले की शुरुआत उस समय हुई जब लौरिया थाना क्षेत्र के जिरिया गांव निवासी डब्लू पासवान ने थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई। उसने बताया कि उसका मोबाइल फोन कुछ दिनों पहले गुम हो गया था। मोबाइल गुम होने के बाद उसके खाते से एक लाख 50 हजार की निकासी कर ली गई, जिसकी जानकारी उसे बाद में हुई। 3 खातों में ट्रांसफर की राशि जांच में सामने आया कि उक्त राशि 3 अलग-अलग लोगों के 'फोन पे' खातों में ट्रांसफर की गई है। पुलिस ने साइबर तकनीक के जरिए ट्रांजैक्शन डिटेल खंगाली और पैसे के लेन-देन के आधार पर तीनों आरोपियों की पहचान की। तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया तीनों युवकों को गिरफ्तार कर लौरिया थाना लाया गया, जहां पूछताछ के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उनके खिलाफ साइबर क्राइम अधिनियम समेत अन्य संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि यह मामला साइबर सुरक्षा को लेकर लोगों की लापरवाही का नतीजा भी है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि मोबाइल या डेबिट कार्ड गुम होने की स्थिति में तत्काल अपने बैंक और पुलिस को सूचित करें, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
डीग जिले के सीकरी थाना पुलिस ने साइबर ठगी करते 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से पुलिस ने 7 मोबाइल और 2 फर्जी सिम जब्त की है। आरोपियों की लोकेशन साइबर 1930 पर दर्ज शिकायतों के आधार पर मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने जंगल में दबिश दी और घेराबंदी कर 5 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। जंगलों के बीच आ रही थी लोकेशन सीकरी थाना अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि कल मुखबिर के जरिए सूचना मिली थी। साइबर पोर्टल 1930 पर दर्ज शिकायतों की लोकेशन गुलपाड़ा और कैथवाड़ा रोड़ के बीच जंगलों की आ रही है। तुरंत पुलिस की टीम लोकेशन के आधार पर मौके पर पहुंची। वहां पर 5 लोग बैठे हुए थे। पुलिसकर्मियों ने घेराबंदी कर सभी को पकड़ा। तलाशी लेने पर आरोपियों के पास 7 मोबाइल, 2 फर्जी सिम मिले। जिन्हें जब्त कर लिया गया। आरोपियों ने अपना नाम साहिल निवासी ककराला थाना थाना सीकरी, साहिल निवासी ककराला थाना थाना सीकरी, तौफीक निवासी आरदूका थाना गोपालगढ़, मुस्तफा, जिलसाद निवासी राम सिंह पुर होना बताया। फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
पंचकूला जिला पुलिस की क्राइम ब्रांच ने स्नैचिंग के एक मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। गांव नग्गल के सन्नी उर्फ गुल्ली के पास से छीना गया मोबाइल फोन बरामद हुआ है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। सेक्टर-26 में महिला से छीना था फोन जानकारी के अनुसार जून माह में एक महिला ने चंडीमंदिर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। सेक्टर-26 में बाइक सवार तीन युवकों ने उसका मोबाइल फोन छीन लिया था। पुलिस ने पहले ही दो आरोपियों को पकड़ लिया था। इनमें सुखविंद्र उर्फ बिंद्र और एक नाबालिग शामिल थे। इनसे वारदात में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद हुई थी। नाबालिग को बाल सुधार गृह भेजा गया था। खुफिया जानकारी के आधार पर दबोचा सुखविंद्र को न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। मुख्य आरोपी सन्नी उर्फ गुल्ली तब से फरार था। क्राइम ब्रांच सेक्टर-26 की टीम ने इंस्पेक्टर दलीप सिंह के नेतृत्व में कार्रवाई की। तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर आरोपी को पकड़ा गया।
शेखपुरा में धर्मस्थलों और मेलों में चोरी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना को शेखपुरा पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया है। भट्टचक गांव में की गई छापेमारी में पुलिस ने 14 चोरी के मोबाइल और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है। आरोपी की पहचान अशोक महाराज का बेटा (भट्टचक गांव निवासी) के रूप में हुई है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि आरोपी के घर में चोरी का मोबाइल और हथियार छुपा कर रखा गया है। सूचना मिलने के बाद एसपी बलिराम कुमार चौधरी ने साइबर थाना अध्यक्ष सह DSP ज्योति कुमार, टेक्निकल सेल प्रभारी अवधेश कुमार, सिरारी थाना अध्यक्ष मुरारी कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की। टीम ने आरोपी के घर छापेमारी की और मोबाइल व कारतूस जब्त कर लिया। आरोपी के पास से हथियार बरामद आरोपी के पास से 14 चोरी के मोबाइल फोन, एक जिंदा कारतूस और आरोपी के पास से हथियार के साथ ली गई एक तस्वीर भी मिली है। गिरोह का नेटवर्क एडिशनल एसपी डॉ. राकेश ने बताया कि आरोपी देश के विभिन्न धर्मस्थलों और मेलों में चोरी व लूट करता था। गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि जब मोबाइल की खरीदारी से जुड़े कागजात मांगे गए तो आरोपी कुछ भी पेश नहीं कर सका। जेल भेजा गया आरोपी आरोपी को पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।
छपरा में मोबाइल दुकान से 3.25 लाख की लूट:दुकानदार ने एक बदमाश को पकड़ा, पिस्टल और बाइक बरामद
छपरा के मांझी थाना क्षेत्र के नरपलिया बाजार में मंगलवार को दिनदहाड़े लूट की वारदात हुई। जानकारी के अनुसार धीरज टेलकम नामक मोबाइल दुकान में चार की संख्या में आए सशस्त्र अपराधियों ने 3 लाख 25 लूटकर फरार हो गए। वहीं दुकान पर बैठे दो महिला ग्राहक से भी पांच हजार रुपए लूट लिए। पीड़ित दुकानदार ने बताया कि अचानक चार की संख्या आए नकाबपोश अपराधी दुकानदार में घुस गए और पिस्टल तान दिया। जिसके बाद दुकान में रखे करीब तीन लाख 25 हजार रुपए लूटकर फरार हो गए। वहीं भाग रहे अपराधी में से एक को दुकानदार ने पकड़ लिया। जिसे स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने मौके से अपराधियों द्वारा लाई गई एक बाइक और पिस्टल बरामद की है। लोग दुकानदार की हिम्मत की सराहना कर रहे हैं। वहीं सूचना मिलते ही मांझी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पकड़े गए अपराधी से कड़ी पूछताछ शुरू कर दी है। अन्य बदमाशों की तलाश जारी मांझी थाना प्रभारी अविनाश कुमार झा ने बताया कि फरार अपराधियों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। पकड़े गए बदमाश के बयान के आधार पर शेष अपराधियों की पहचान करने की कोशिश हो रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही लूट में शामिल अन्य अपराधियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
मुजफ्फरपुर में 7 जुलाई को हुए पंचायत रोजगार सेवक की हत्या उनकी पत्नी सबा फिरदौस ने ही की थी। सुराग मिलने के बाद SIT ने आरोपी पत्नी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक सबा पढ़ाई करना चाहती थी। सरकारी नौकरी करने की इच्छा थी। इसलिए टाइम निकालकर पढ़ाई करती थी। उसे शक था कि पति मुमताज अहमद(38) का किसी महिला के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा है। निगरानी के लिए पूरे घर में CCTV लगाया था। यहां तक किचन में भी। अक्सर मारपीट करता था। उसको संदेह था कि पति उसको मार देगा। जिसके बाद उसने हत्या की साजिश रची। हत्या के लिए 100 से ज्यादा वीडियो देखा पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि सबा हत्या के लिए यूट्यूब पर वीडियो देखती थी। क्राइम पेट्रोल सीरियल के कई एपिसोड भी देखने के साक्ष्य मिले हैं। गूगल से भी जानकारी निकाली। गूगल हिस्ट्री से भी 'हत्या कैसे करना चाहिए' इसके सबूत मिले हैं। जो भी जानकारी मिलती थी, उसका नोट्स बनाती थी। यूट्यूब पर 100 से ज्यादा वीडियो देखने और गूगल से जानकारी लेने के बाद हत्या की साजिश रची थी। आरोपी सबा UPSC और BPSC की तैयारी करती थीं। दो बार UPSC और एक बार BPSC का एग्जाम दे चुकी थी। अपने कमरे की दीवार पर लिखा था- 'हारना मंजूर है मुझे, पर खेल बड़ा ही खेलूंगी।' पुलिस के मुताबिक अवैध संबंध के शक में पत्नी ने अकेले ही कमरे में सो रहे पति का गला रेता। 7 जुलाई को चाकू से मुमताज की आंखें फोड़ दीं, जांघ को चीर दिया। सिर, सीने और पीठ पर भी चाकू से 17 वार किए। शव नीचे फर्श पर पड़ा हुआ था। कमरे के दीवार पर भी खून के निशान मिले हैं। रेलवे ट्रैक के पास से मोबाइल मिला इस बात की चर्चा है कि अगर सोते समय मुमताज का गला रेता था, तब बॉडी फर्श पर कैसी आई। गैस कटर से अगर दरवाजा काटा गया था, तो उसे बरामद क्यों नहीं किया गया। हालांकि सबा की निशानदेही पर घर के पीछे झाड़ी से अई और रेलवे ट्रैक के पास से मोबाइल बरामद हुआ है। पत्नी के बार-बार बदलते बयान से गहराया शक SSP सुशील कुमार ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेस करके कहा, 'आरोपी पत्नी बार-बार अपना बयान बदल रही थी, जिससे SIT का शक गहरा हुआ। पहले उसने बताया कि बिजली गुल होने पर नींद खुली तो पति को खून से लथपथ पाया। बाद में उसने कहानी बदली और कहा कि अपराधियों ने चाकू की नोक पर उसे कब्जे में लिया और उसकी आंखों के सामने पति की हत्या की। इसके बाद उसी से अलमारी खुलवाकर सामान लूट लिया।' घटनास्थल पर मिला खून से सना चाकू और घर में घुसने का तरीका (गैस कटर से दरवाजा काटना) पुलिस को किसी प्लांड साजिश का संकेत दे रहा था। हालांकि, शुरुआती जांच में घर से नकदी, गहने और सीसीटीवी हार्ड डिस्क गायब होने से पहले यह लूटपाट का मामला लग रहा था। वारदात वाले दिन रोने का नाटक करती रही मुमताज और सबा फिरदौस की शादी 2012 में हुई थी। दोनों के तीन बच्चे (दो बेटी और एक बेटा) हैं। हत्या वाले दिन सबा ने रोने का नाटक किया, वो बेसुध हो रही थी। बार-बार बस इतना ही कह रही थी कि 'मार दिया-मार दिया।' हत्या की जानकारी के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी। जांच पड़ताल की गई। सबा फिरदौस से पूछताछ की गई थी। वारदात वाले दिन उसने कहा था कि शाम को पति की फोन पर किसी से बहस हुई थी। सबा ने पुलिस को गुमराह करने की पूरी कोशिश की थी।
सागर जिले के ग्राम पटना बुजुर्ग से भोपाल के लिए भेजा गया 309 क्विंटल गेहूं लेकर ट्रक ड्राइवर फरार हो गया। गेहूं की कुल कीमत 7 लाख 57 हजार 50 रुपए बताई गई है। व्यापारी की शिकायत पर रहली पुलिस ने मामला दर्ज कर ट्रक और ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी है। फरियादी पदमचंद जैन, निवासी विदवास रोड सुरखी ने पुलिस को बताया कि वह अनाज का कारोबार करता है। 11 जुलाई को उसने अपने मामा ससुर मनोज जैन, निवासी पटना बुजुर्ग से 309 क्विंटल (515 बोरी) गेहूं खरीदा था। गेहूं को भोपाल की हिमांशु फ्लोर मिल, मंडीदीप भेजने के लिए जेबीडी ट्रांसपोर्ट, बहेरिया से ट्रक किराए पर लिया गया। ट्रक नंबर RJ 11 GB 4817 को एक ड्राइवर लेकर आया, जिसने अपना नाम राजू बताया। माल लोड होने के बाद ड्राइवर को बिल क्रमांक 87 और बिल्टी क्रमांक 3175 के साथ भोपाल के लिए रवाना किया गया। ड्राइवर से संपर्क नहीं, ट्रक भोपाल नहीं पहुंचा12 जुलाई को फरियादी के बेटे पीयूष जैन ने जब ट्रक ड्राइवर को कॉल किया तो उसका फोन बंद मिला। इसके बाद हिमांशु फ्लोर मिल में संपर्क किया गया, जहां से जानकारी मिली कि ट्रक वहां अभी तक नहीं पहुंचा है। जब आसपास और ट्रांसपोर्ट में पता किया गया तो ट्रक और ड्राइवर का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद 15 जुलाई को व्यापारी ने रहली थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने शुरू की जांच, लोकेशन ट्रेस हो रहीपुलिस ने ट्रक ड्राइवर राजू के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। ट्रक और ड्राइवर की तलाश शुरू की गई है। पुलिस मोबाइल की लोकेशन ट्रेस कर रही है और उसके परिजनों व संपर्कों की जानकारी जुटा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही आरोपी का पता लगा लिया जाएगा।
समाज के पतन का कारण मोबाइल और टेलीविजन का दुरुपयोग है: मुनि वीरभद्र
भास्कर न्यूज | राजनांदगांव मुनि विनय कुशल के शिष्य जैन मुनि वीरभद्र (विराग) ने कहा कि आज तलाक और पारिवारिक विवाद बढ़ने की वजह यह है कि लड़की देखते समय बाप दमड़ी देखता है और बेटा चमड़ी। गुण, धर्म और परिवार अब पीछे छूट गए हैं। अब केवल चमड़ी और दमड़ी का खेल चल रहा है। जैन बगीचा स्थित उपाश्रय भवन में अपने प्रवचन में मुनि ने कहा कि स्थितियां तेजी से बदल रही हैं। जो लगातार बदलता है, वही संसार है। जब तक व्यक्ति नहीं बदलेगा, उसकी सोच नहीं बदलेगी, तब तक समाज आगे नहीं बढ़ेगा। व्यक्ति के दुख का कारण संतान है। बच्चा बड़ा होता है तो उसकी शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर चिंता रहती है। संतान ठीक निकली तो ठीक, नहीं तो दुख ही दुख। बहू ठीक निकली तो ठीक, नहीं तो दुख ही दुख। आज हर व्यक्ति डरा हुआ है और बहुत सतर्क रहता है। मुनि श्री ने सोनम गुप्ता और नीले ड्रम की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि समाज के पतन का कारण मोबाइल और टीवी का दुरुपयोग है। हम बच्चों को स्वच्छंद छोड़ देते हैं। उनके हाथ में मोबाइल थमा देते हैं। शादी के समय परिवार और संस्कार नहीं देखते। यही वजह है कि वृद्धाश्रमों में बुजुर्गों की संख्या बढ़ी है और कोर्ट में तलाक के मामले भी। जब तक मोक्ष लक्ष्य नहीं बनेगा जीवन सार्थक नहीं हो पाएगा मुनि श्री ने कहा कि 50 साल पहले न मोबाइल था, न वृद्धाश्रम। टीवी और मोबाइल के गलत इस्तेमाल ने संस्कृति को नुकसान पहुंचाया है। रुचि और अपेक्षाएं संसार की हैं। जब तक मोक्ष लक्ष्य नहीं बनेगा, जीवन सार्थक नहीं होगा। परंपराओं से जो थोड़ा बहुत ज्ञान मिला है, उसमें भी रस है। उसी का लाभ लेकर आत्म साधना करें और मोक्ष मार्ग पर आगे बढ़ें। मुनि श्री ने कहा कि संसार बदलता रहता है। आज जो है, वह कल नहीं रहेगा। लेकिन शिक्षा, चिकित्सा और पके हुए खाने की जरूरत हमेशा बनी रहेगी। चाहे जितनी भी संपत्ति बना लें, एक दिन सब यहीं छोड़कर जाना होगा।
युवक से मोबाइल लूट:युवक से आईफोन छीनकर भागे बाइक सवार, UP33 नम्बर की थी बाइक
लखनऊ के सुशांत गोल्फ सिटी थाना क्षेत्र में मोबाइल लूट की वारदात सामने आई है। सुशांत गोल्फ सिटी निवासी सुजीत यादव के साथ यह घटना 7 जुलाई की रात करीब 9 बजे हुई। सुजीत मेदांता हॉस्पिटल के पीछे स्थित मेडिकल स्टोर से दवा लेकर पैदल घर लौट रहे थे। मेदांता हॉस्पिटल से कल्याण चौक के रास्ते पर प्राइमरी स्कूल के पास दो बाइक सवार आए। उन्होंने सुजीत का आईफोन 12 छीन लिया और फरार हो गए। रात में अंधेरा होने के कारण पीड़ित बदमाशों का हुलिया नहीं देख पाए। हालांकि बाइक का नंबर UP33 से शुरू होता था। पीड़ित ने पहले ऑनलाइन रिपोर्ट दर्ज कराई और फिर स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने लुटेरों की तलाश शुरू कर दी है।
फरीदकोट जिला पुलिस ने राहगीरों को लूटपाट करने की योजना बना रहे एक गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों की पहचान फिरोजपुर जिले के निवासी जशनदीप सिंह उर्फ जस्सा, हरमन सिंह और अमनदीप के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपियों से चोरी की 2 मोटरसाइकिलें और किसी व्यक्ति से छीना हुआ एक मोबाइल बरामद किया है। पुलिस ने बताया कि पुलिस चौकी गोलेवाला के इंचार्ज सुखविंदर सिंह को सूचना मिली कि उक्त गिरोह में शामिल आरोपी लूट की फिराक में गांव झाड़ीवाला के पुल सेमनाला के पास समेत मोटरसाइकिल बैठे है। उन्होंने तुरंत पुलिस पार्टी के साथ मौके पर छापा मारा और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में तीनों आरोपियों के खिलाफ थाना सदर फरीदकोट में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। आपराधिक रिकार्ड को खंगाल रही है पुलिस इस मामले में डीएसपी तरलोचन सिंह ने बताया कि आरोपियों के आपराधिक रिकार्ड को खंगाला जा रहा है। अब इन्हें अदालत से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी और पुलिस को इनसे चोरी व लूटपाट के कुछ मामले सुलझने की उम्मीद है।
नवादा में कड़ी सुरक्षा के बीच बिहार पुलिस परिक्षा:परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी और मोबाइल जैमर लगे
नवादा में 16 जुलाई से शुरू होगी लिखित परीक्षा, 23 केंद्रों पर होगा आयोजन,बिहार पुलिस में 19,838 सिपाही पदों की भर्ती बिहार पुलिस में सिपाही के 19,838 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। नवादा जिले में यह परीक्षा 16, 20, 23, 27, 30 जुलाई और 3 अगस्त 2025 को दोपहर 12 से 2 बजे तक एकल पाली में होगी। जिलाधिकारी रवि प्रकाश और पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमान ने डीआरडीए सभागार में केंद्राधीक्षक और अन्य अधिकारियों को परीक्षा संबंधी दिशा-निर्देश दिए। परीक्षार्थियों को सुबह 9:30 बजे रिपोर्टिंग करनी होगी। सुबह 10:30 बजे के बाद किसी को भी परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। जिले में कुल 23 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर सशस्त्र बल के साथ 46 स्टैटिक दंडाधिकारी और 23 पुलिस पदाधिकारी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा जोनल दंडाधिकारी और उड़नदस्ता दल भी तैनात रहेंगे। परीक्षार्थियों को केवल एडमिट कार्ड के साथ प्रवेश की अनुमति होगी। कोई भी अवांछित कागज, पेन या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ले जाने की अनुमति नहीं है। सभी केंद्रों पर वीडियोग्राफी और बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। परीक्षा की निगरानी के लिए समाहरणालय, नवादा में नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, मोबाइल जैमर और फोटोग्राफी की व्यवस्था की गई है। परीक्षार्थियों की फ्रिस्किंग के लिए विशेष प्रशिक्षित कर्मियों को तैनात किया गया है। महिला अभ्यर्थियों की तलाशी अलग घेरे में ली जाएगी। नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है, जिसका दूरभाष नंबर 06324-212261 है। इसके वरीय प्रभारी श्री शंभु शरण पांडेय और पु.अ.नि. सुजीत कुमार त्रिपाठी होंगे। नियंत्रण कक्ष से सभी गतिविधियों की निगरानी की जाएगी। परीक्षार्थियों को लिखित सामग्री, ब्लूटूथ, घड़ी, मोबाइल फोन, कैलकुलेटर या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के साथ प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। फोटोयुक्त पहचान पत्र अनिवार्य है। कदाचार करने वालों पर बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा के दिन सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक होटल, रेस्ट हाउस, फोटो स्टेट दुकान और साइबर कैफे बंद रहेंगे। डॉ. अनिल कुमार तिवारी और मो. इमरान परवेज परीक्षा संचालन के विधि-व्यवस्था प्रभारी होंगे।
हरियाणा के नारनौल में महेंद्रगढ़ पुलिस की साइबर सेल टीम ने तकनीकी सूझबूझ से गुम हुए 40 मोबाइल बरामद किए हैं। जिनको पुलिस ने उनके मालिकों को लौटाया है। इन मोबाइल की कीमत 15 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक थी। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ मौजूद रहीं और उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों से आए नागरिकों को उनके खोए मोबाइल फोन लौटाए। एसपी ने कहा कि नागरिकों की खोई हुई वस्तुएं लौटाना सिर्फ ड्यूटी नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारी है। जितनी खुशी आपको फोन मिलने पर हो रही है, उतनी ही हमें आपकी मुस्कान देखकर होती है। सीईआईआर पोर्टल के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि भारत सरकार द्वारा चलाए गए इस पोर्टल की खासियत यह है कि इस पर शिकायत रजिस्टर्ड करने उपरांत मोबाइल का आईएमआई ब्लॉक हो जाता है और मोबाइल ट्रेस होने उपरांत शिकायतकर्ता को सूचना दे दी जाती है। कई स्थानों पर गिर गए थे पुलिस ने गुम हुए विभिन्न ब्रांड्स के 40 महंगे स्मार्टफोन को खोजकर उनके मालिकों को सुपुर्द किया गया। पुलिस ने बताया कि लोगों के भीड़-भाड़ वाले स्थानों, बाजारों, ऑटो या बस में और सुबह-शाम टहलते समय भी मोबाइल गिर जाते थे या कहीं छूट जाते थे। पुलिस ने इन सभी फोन के गुम होने के पीछे कई कारणों को चिह्नित किया है। कुछ फोन ऐसे हैं जो भीड़-भाड़ वाले बाजारों, सब्जी व फलों की मंडियों व बाजारों में सामान खरीदते समय नीचे झुकने, बैठने में गिर गए थे। कुछ मोबाइल ऐसे भी है जो यात्रा के दौरान मोबाइल ऑटो, टेक्सी, बस इत्यादि में छूट गए थे। इसके अलावा कुछ फोन ऐसे भी है जो लोगों द्वारा बाइक चलाते समय ब्रेकर आने पर जेब से निकल कर गिर गए थे, ई-रिक्शा में यात्रा करते समय ब्रेकर आने पर लोगों की जेब से गिर गए थे। ऐसे ही कुछ मोबाइल सार्वजनिक पार्क में खेलने के दौरान, व्यायाम करने के दौरान छूट गए थे।
नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर शख्स की लाश मिली:पहचान के लिए जीआरपी ने जारी किया मोबाइल नंबर
नरसिंहपुर रेलवे स्टेशन पर सोमवार को एक शख्स की लाश मिली है। मृतक की उम्र लगभग 40 से 45 वर्ष के बीच आंकी गई है। अभी तक मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। प्लेटफार्म नंबर 1 पर सुबह करीब 9 बजे यात्रियों को लगा कि शख्स सो रहा है। इसलिए उस पर किसी का ध्यान नहीं गया, लेकिन जब साढ़े 10 बजे तक शख्स ने कोई रिस्पॉन्स नहीं किया तो यात्रियों ने जीआरपी की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामा की कार्रवाई की। शव को जिला अस्पताल के मर्चुरी कक्ष में सुरक्षित रखवा दिया गया है। जीआरपी थाना गाडरवारा पुलिस ने जनता से सहयोग मांगा है। पुलिस ने अपील की है कि यदि कोई व्यक्ति मृतक के बारे में कोई जानकारी रखता है, तो वह मोबाइल नंबर 7049151205 पर संपर्क करे। इससे मृतक की पहचान कर आगे की कार्रवाई की जा सकेगी।
मधेपुरा में चांदनी चौक पर होटल संचालक की हत्या के मामले में फरार चल रहे मुख्य शूटर नीतीश कुमार को पुलिस ने हथियार के साथ गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार युवक के पास से एक लोडेड देशी कट्टा, एक जिंदा कारतूस, मोबाइल और घटना के समय पहना गया चप्पल बरामद किया गया है। वह घैलाढ़ थाना क्षेत्र के बाली गांव का निवासी है। सोमवार को एएसपी प्रवेंद्र भारती ने बताया कि यह गिरफ्तारी रविवार को उस वक्त हुई जब भर्राही थाना की पुलिस टीम मधुबन ओवरब्रिज के पास वाहन चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान सुखासन की ओर से आ रही एक बाइक को रोकने का प्रयास किया गया। लेकिन पुलिस को देखकर बाइक सवार भागने लगा। पैसे के लेनदेन में हुई थी हत्या भागते समय पीछे बैठा युवक गिर गया, जिसे टीम ने पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपनी पहचान बाली निवासी नीतीश कुमार बताया। उसकी तलाशी में कमर से लोडेड कट्टा मिला, जिसको लेकर भर्राही थाना में तहत आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस पूछताछ में नीतीश ने स्वीकार किया कि उसने 27 मई की रात अपने साथियों के साथ मिलकर होटल संचालक ज्योतिष रजक की गोली मारकर हत्या की थी। वारदात चांदनी चौक के पास एक चाय-नाश्ते की दुकान पर हुई थी। हत्या की साजिश में पैसे की लेनदेन की बात भी सामने आई है। अन्य आरोपियों की तलाश जारी एएसपी ने बताया कि कांड के सफल उद्भेदन के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर उनके नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई थी। इसमें भर्राही और सदर थाना की पुलिस के साथ तकनीकी शाखा के कर्मी भी शामिल थे। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिससे नीतीश की पहचान पक्की हुई। उसके पास से घटना के समय पहना गया चप्पल भी बरामद किया गया है। नीतीश पर पहले भी आर्म्स एक्ट समेत कई संगीन धाराओं में मामला दर्ज है। फिलहाल उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं, उसके अन्य फरार साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। छापेमारी टीम में थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, सदर थाना के पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल के जवान थे।
कोटा शहर के अनंतपुर थाना क्षेत्र इलाके में ओम एनक्लेव सोसाइटी डॉग को रोटी डालने पर विवाद हो गया। सोसाइटी में रहने वाले पिता-पुत्र ने एक महिला और उसके पति से बदतमीजी की। मामला बढ़ा तो गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और महिला के भी थप्पड़ जड़ दिया। इसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। अनंतपुरा थाने में 13 जुलाई को पीड़िता नेहा सिंघल ने शिकायत दी है। पीड़िता ने बताया- सोसाइटी की महिलाएं 12 जुलाई की शाम को घूम रही थी। इतने में महेश मित्तल और उनका बेटा डब्लू मित्तल आया। वह बदतमीजी करने लगा। मेरे पति भी आ गए। उनके कार से उतरते ही पिता-पुत्र ने उनके साथ गाली-गलौज कर मारपीट करना शुरू कर दिया। बीच-बचाव करने पर मेरे साथ मारपीट की थी। गालियां देकर बोलता रहा कि थाने में जाकर रिपोर्ट करवा दो, हमारी ही दादागिरी चलती है। पुलिस में कंप्लेंट नहीं करवाने को लेकर धमकाया पीड़िता ने बताया- मेरा मोबाइल भी इन लोगों ने फेंककर तोड़ दिया। थोड़ी देर बाद सुरेश मित्तल और उनके पुत्र विकास मित्तल और एक बाहरी व्यक्ति आए उन लोगों ने हमें पुलिस में कंप्लेंट नहीं करवाने को लेकर भी धमकाया। समिति के लोगों ने जब कंट्रोल रूम फोन कर पुलिस को बुलाया तो इन लोगों ने गाली-गलौज की और झगड़ा करने पर उतारू हो गए। ओम एनक्लेव वेलफेयर सोसाइटी की तरफ से आनंतपुरा थाने में इन सभी लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज करवाई है। डीएसपी मनीष शर्मा ने बताया कि इस मामले में मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
भिंड जिले के गोहद थाना क्षेत्र स्थित बैसली डैम में रविवार शाम एक युवक के डूबने की आशंका से हड़कंप मच गया। युवक नहाने के लिए पानी में उतरा था, लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आया। मौके पर मिले उसके कपड़े, मोबाइल और पर्स के आधार पर परिजनों और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। जानकारी के मुताबिक, नौनैरा निवासी योगेश (27) पुत्र स्व. जिलेदार, जो फिलहाल कनिष्का पेट्रोल पंप के पास रह रहा था, रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे बैसली डैम पहुंचा। यह डैम शहर की जल आपूर्ति के लिए उपयोग होता है। योगेश ने वॉटर ऑपरेटर के कमरे में अपने कपड़े, मोबाइल और पर्स रखे और गार्ड को बताकर नहाने चला गया। काफी देर तक वापस नहीं आने पर गार्ड ने परिजनों को सूचना दी। इसके बाद पुलिस और परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। रातभर स्थानीय गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश की गई, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाईसोमवार सुबह सर्च ऑपरेशन फिर शुरू हुआ। मौके पर तहसीलदार विश्राम शाक्य, थाना प्रभारी मनीष धाकड़ और पुलिस बल मौजूद रहे। युवक की तलाश के लिए एसडीआरएफ टीम को भी भिंड से बुलाया गया है। थाना प्रभारी मनीष धाकड़ ने बताया, “युवक के डूबने की आशंका है, सर्च ऑपरेशन जारी है। परिजन मौके पर मौजूद हैं। डैम के आसपास निगरानी बढ़ा दी गई है।” फिलहाल युवक का कोई सुराग नहीं मिला है। प्रशासन ने एहतियातन डैम क्षेत्र में सुरक्षा और निगरानी को और कड़ा कर दिया है।
बागपत में कावड़ यात्रा के लिए मोबाइल ऐप:श्रद्धालुओं को मिलेगी रूट, मेडिकल और शौचालय की जानकारी
बागपत जिला प्रशासन ने कावड़ यात्रा को सुगम बनाने के लिए एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने श्रावण मास के पहले सोमवार को परशुरामेश्वर पुरा महादेव मंदिर से इस ऐप की शुरुआत की। यह ऐप कावड़ यात्रियों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं प्रदान करेगा। इसमें कावड़ यात्रा कंट्रोल रूम का नंबर, खाद्य सुरक्षा हेल्पलाइन और यात्रा मार्ग का मैप शामिल है। यात्रियों को गूगल मैप से जुड़े रूट की जानकारी मिलेगी। साथ ही मार्ग पर उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं, शौचालयों और पार्किंग स्थलों की जानकारी भी मिलेगी। प्रतिवर्ष श्रावण मास में लाखों श्रद्धालु हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर बागपत होते हुए अपने गंतव्य की ओर जाते हैं। इस ऐप को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग बागपत ने विभिन्न विभागों के साथ मिलकर तैयार किया है। जिला सूचना अधिकारी राहुल भाटी के अनुसार, यह ऐप बिना किसी खर्च के महज 24 घंटों में तैयार किया गया है। तकनीकी विशेषज्ञ अमन कुमार ने बताया कि जल्द ही ऐप में कावड़ शिविरों, अस्थायी बस अड्डों और एडवाइजरी जैसी अतिरिक्त सुविधाएं भी जोड़ी जाएंगी। प्रशासन ऐप के क्यूआर कोड का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करेगा।
रोहतक के गांव डोभ निवासी मगन सुहाग की आत्महत्या मामले में अब उसकी पत्नी दिव्या का मोबाइल फोन जांच का अहम हिस्सा बन गया है। पुलिस फोन का डेटा रिकवर करवा रही है, ताकि पता चल सके कि क्या वाकई मगन को धमकियां दी गईं, या फिर पैसों का कोई लेन-देन हुआ था। दिव्या को दो दिन की पुलिस रिमांड के बाद जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने उसके फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है, जिससे वीडियो, कॉल रिकॉर्डिंग, चैट और ट्रांजैक्शन से जुड़े सबूत इकट्ठे किए जा सकें। बता दें कि मगन सुहाग ने 18 जून को आत्महत्या कर ली थी। मरने से पहले उसने एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया, जिसमें उसने पत्नी और उसके प्रेमी पर गंभीर आरोप लगाए थे। वीडियो सामने आने के बाद परिजनों की शिकायत पर थाना बहू अकबरपुर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। लगभग 23 दिन बाद पुलिस ने आरोपी पत्नी दिव्या को गिरफ्तार किया, जिससे अब मोबाइल फोन बरामद कर लिया गया है। पुलिस को उम्मीद है कि फोन का डेटा इस केस की गुत्थी सुलझाने में बड़ी भूमिका निभा सकता है। फोन का डेटा करवा रहे रिकवरपुलिस का कहना है कि दिव्या की बताई लोकेशन से जो फोन बरामद हुआ है, उसका डेटा रिकवर करवाया जा रहा है ताकि पता चल सके कि जो वीडियो मगन को भेजी गई थी, वह इसी फोन में थी या नहीं। फोन का कुछ डेटा डिलीट किया गया है, जिसे रिकवर करवाया जा रहा है। सुसाइड की सूचना पर होटलों में फरारी काटती रही दिव्या19 जून को मगन द्वारा सुसाइड करने की सूचना के बाद दिव्या होटलों में घुमती रही। पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए दिव्या ने अपना फोन बंद कर दिया और शिरडी पहुंच गई। इसके बाद 20 व 21 जून को होटल में रही। 23 जून को औरंगाबाद लौटी और 25 जून तक कई होटलों में रही। बाद में महाराष्ट्र के बीड, भंडारा, बुलढाणा, चंद्रपुर व धुले में होटलों के अंदर रूकी। दिव्या 6 जुलाई को दीपक के साथ चंडीगढ़ आई और 7 जुलाई की रात दीपक को छोड़कर गोवा चली गई। यहां दो दिन रूकने के बाद जब पनवेल जाने के लिए होटल से निकली तो गोवा पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। इसके बाद रोहतक पुलिस ने गोवा जाकर दिव्या को डिटेन करते हुए गिरफ्तार किया। होटलों में जाकर की जाएगी पूछताछ 19 जून से लेकर 9 जुलाई तक दिव्या जिन होटलों में रुकी, उन होटलों में जाकर पुलिस पूछताछ करेगी। होटलों में दिव्या ने पेमेंट कैसे की, इसके बारे में भी जानकारी ली जा रही है। वहीं, होटलों में दिव्या ने किसी से संपर्क किया तो क्या होटल का फोन प्रयोग किया या खुद सिम बदलकर फोन करते रहे, इसके बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। दीपक को जल्द जांच में करेंगे शामिलमगन सुहाग सुसाइड केस में पुलिस आरोपी दीपक को भी जांच में शामिल करने की तैयारी कर रही है। हालांकि दीपक को हाई कोर्ट के निर्देशानुसार गिरफ्तार नहीं किया जा सकता, लेकिन उसे जांच में शामिल कर सकते है। अगले दो से तीन दिन में दीपक से पूछताछ की जाएगी। फोन रिकवरी के लिए भेजा, दीपक से जल्द होगी पूछताछथाना बहू अकबरपुर के जांच अधिकारी एएसआई संजय कुमार ने बताया कि दिव्या के फोन को रिकवरी के लिए भेज दिया है। दिव्या जिन होटलों में रही, वहां भी पूछताछ की जा रही है। वहीं, आरोपी दीपक को भी अगले दो से तीन दिन में जांच में शामिल कर लिया जाएगा। पुलिस मामले को गंभीरता से ले रही है।
विश्वकर्मा चौक पर सब्जी विक्रेता से मारपीट, 15,000 रुपए और मोबाइल फोन लूट लिया
लुधियाना| रविवार रात विश्वकर्मा चौक पर सब्ज़ी की रेहड़ी लगाने वाले युवक के साथ मारपीट और लूटपाट की वारदात सामने आई है। घटना उस वक्त हुई जब वह युवक अपना सामान समेट रहा था। पीड़ित गगन पुत्र रणजीत सिंह निवासी इस्लामगंज ने बताया कि रात करीब 10 बजे वह अपनी रेहड़ी बंद कर रहा था। इसी दौरान गलती से उसके पैर से एक बोतल लग गई, जिसे लेकर वहां खड़े कुछ युवकों ने झगड़ा शुरू कर दिया। गगन के अनुसार, आरोपियों ने बोतल लगने का बहाना बनाकर उसे घेर लिया और गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान उसकी जेब से 15,000 नकद और मोबाइल फोन छीन लिया गया। गगन का दोस्त अशोक जब झगड़ा छुड़ाने पहुंचा, तो हमलावरों ने उस पर भी जानलेवा हमला कर दिया। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। हमले में घायल दोनों युवकों को इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना थाना डिवीजन-6 पुलिस को दे दी गई है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी फरार बताए जा रहे हैं।
सिंहस्थ महाकुंभ:बेहतर मोबाइल नेटवर्क के साथ साइबर मॉनिटरिंग यूनिट भी होगी
उज्जैन में वर्ष 2028 में होने जा रहे सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियां पुलिस के स्तर पर भी तेज हो गई हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के मद्देनजर सिंहस्थ परिसर और इसके आसपास के मोबाइल नेटवर्क को भी विकसित किया जा रहा है। यह जानकारी हाल ही में सिंहस्थ की तैयारियों को लेकर की गई समीक्षा बैठक के दौरान डीजीपी कैलाश मकवाणा के सामने दी गई। इस दौरान सुरक्षित और सुव्यवस्थित के लिए अफसरों ने प्रेजेंटेशन दिए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा-सुविधा के लिए व्यापक तैयारियां महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति को देखते हुए व्यापक स्तर पर भीड़ प्रबंधन की योजना तैयार की गई है। रूट प्लानिंग, पार्किंग व्यवस्था, जोनवार घाटों पर एंट्री और एग्जिट रूट बनाए जाएंगे। घाट क्षेत्रों में सुरक्षा, ट्रैफिक मैनेजमेंट, स्वास्थ्य सहायता और भीड़ नियंत्रण के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया जाएगा। क्यू सिस्टम, डिजिटल साइन बोर्ड और वॉलेंटियर सहायता केंद्र स्थापित होंगे। संवेदनशील क्षेत्रों में ड्रोन कैमरे तैनात किए जाएंगे। हाई रेजोल्यूशन कैमरे, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस होंगे, उन्हें घाटों, भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में लगाया जाएगा। रियल टाइम निगरानी के लिए फील्ड कम्युनिकेशन यूनिट और इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। वायरलेस और मोबाइल कंट्रोल यूनिट्स पुलिस नेटवर्क को मजबूत करेंगी। साइबर सुरक्षा के तहत अफवाह और ऑनलाइन ठगी पर रोक लगाने के लिए साइबर मॉनिटरिंग यूनिट सक्रिय होगी। सोशल मीडिया और डिजिटल गतिविधियों की लाइव निगरानी की जाएगी।
शाहजहांपुर के थाना मदनापुर क्षेत्र में मोबाइल विवाद ने एक युवक की जान ले ली। प्रतापपुर गहवरा निवासी 22 वर्षीय अरविंद कुमार कश्यप अपने घर के बाहर मोबाइल देख रहा था। इस दौरान एक 10 वर्षीय बच्चे ने मोबाइल मांगा। अरविंद ने मोबाइल देने से मना कर दिया। बच्चे ने मोबाइल छीनने की कोशिश की। इस दौरान मोबाइल गिरकर टूट गया। गुस्साए अरविंद ने बच्चे को पीट दिया। रोता हुआ बच्चा घर पहुंचा। बच्चे के पिता अपने साथियों के साथ मौके पर आए। उन्होंने अरविंद से गाली-गलौज की। विवाद बढ़ने पर बच्चे के पिता और उनके साथियों ने अरविंद को लात-घूंसों से पीटा। इस हमले में अरविंद की मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी मौके से फरार हो गए। जानकारी के अनुसार, मृतक बीएलएड की पढ़ाई कर रहा था। वह दो भाइयों में छोटा था। उसका बड़ा भाई गोविंद कुमार मेरठ में मजदूरी करता है। मदनापुर थाना प्रभारी ने बताया कि मोबाइल विवाद में हुई मारपीट के बाद अस्पताल ले जाते समय युवक की मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फिरोजाबाद की यादव कॉलोनी में एक प्राइवेट कंपनी द्वारा मोबाइल टावर लगाए जाने का विवाद बढ़ गया है। स्थानीय ब्राहमण समाज के लोगों ने विरोध स्वरूप अपने घरों पर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगा दिए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि घनी आबादी वाले क्षेत्र में टावर लगाया जा रहा है। इस क्षेत्र में कई वृद्ध लोग रहते हैं, जो दिल की बीमारी से पीड़ित हैं। समुदाय के लोगों ने कुछ दिन पहले जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था। मोहल्ले में विरोध प्रदर्शन भी किया गया, जिस दौरान पुलिस ने पहुंचकर लोगों को शांत कराया। रविवार को प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई न होने पर ब्राहमण समाज के लोगों ने अपने घरों पर 'मकान बिकाऊ है' और 'दबंगों के कारण पलायन को मजबूर गरीब ब्राहमण' जैसे पोस्टर लगा दिए। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर टावर नहीं हटाया गया तो वे पलायन करने को मजबूर होंगे। विरोध प्रदर्शन में दिनेश चन्द्र, मंजू चतुर्वेदी, दिवाकर पाण्डेय, राज कुमार तिवारी, मनोरमा दुबे, हरिओम यादव, संगीता तिवारी, शिव कुमार तिवारी, मयंक तिवारी, भारत, गुड्डू श्रीवास्तव और शिवा श्रीवास्तव समेत कई लोग शामिल रहे।
जहानाबाद में श्रावणी मेला की तैयारियों को लेकर आयोजित हाई लेवल मीटिंग में एक महिला एएनएम को मोबाइल का उपयोग करना महंगा पड़ गया। बैठक में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं, आपात सेवाओं और दवा आपूर्ति पर चर्चा चल रही थी। डीएम अलंकृता पांडेय ने महिला एएनएम को लगातार मोबाइल का उपयोग करते देखा। जिसके बाद उन्होंने तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया। मौके पर मौजूद महिला पुलिसकर्मी एएनएम को थाने ले गईं। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान मोबाइल का अनावश्यक उपयोग आचार संहिता का उल्लंघन है। यह बैठक की गरिमा और गोपनीयता के विरुद्ध भी है। अनुपस्थित मेडिकल स्टाफ पर भी होगी कार्रवाई डीएम ने कहा कि संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच होगी। मीटिंग में यह भी सामने आया कि स्वास्थ्य विभाग के कई कर्मी दो दिनों से अनुपस्थित हैं। डीएम ने स्पष्ट किया कि अनुपस्थित मेडिकल स्टाफ पर भी कार्रवाई होगी। उन्होंने सभी अधिकारियों को श्रावणी मेला की व्यवस्था में कोताही न बरतने की चेतावनी दी।
हनुमानगढ़ के सूर्यनगर में रविवार दोपहर एक छात्रा से मोबाइल छीनने की घटना सामने आई है। घर जा रही छात्रा से रास्ते में दो बाइक सवार बदमाश मोबाइल छीन कर ले गए। पीड़िता ने टाउन थाने में शिकायत दर्ज कराई है। वारदात का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। पीड़िता मनीषा कंवर (19) सूर्यनगर में किराए पर रहकर पढ़ाई कर रही है। वह दोपहर 3 बजे गली नंबर 23 से मोबाइल पर परिजनों से बात करते हुए अपने घर की ओर जा रही थी। इसी दौरान काली स्प्लेंडर बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाशों ने झपटा मारकर वीवो वाई 21 टी मोबाइल फोन छीन लिया। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पीड़िता की रिपोर्ट पर टाउन थाना पुलिस मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर रही है। वहीं, वारदात से जुड़ी हुई वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर शहर में एक बार फिर चोरों ने बड़ी वारदात को अंजाम दिया है। शहर के एनएच 75ई मुख्य सड़क किनारे स्थित एक मोबाइल दुकान को चोरों ने निशाना बनाते हुए करीब ढाई लाख रुपए मूल्य के मोबाइल फोन चुरा लिए हैं। यह घटना बीती रात की बताई जा रही है। छत काट कर दुकान में घुसा चोर चोरों ने पलक सलूजा की दुकान की छत का काटकर अंदर प्रवेश किया। वारदात को अंजाम देने से पहले चोरों ने दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे के तार काट दिए, ताकि उनकी पहचान न हो सके। हालांकि, दुकान के बाहर लगे कैमरे ने पूरी घटना को कैद कर लिया है। फुटेज में चोरों की गतिविधियों को साफ तौर पर देखा जा सकता है। ढाई लाख के 10 मोबाइल ले गए चोर जानकारी के अनुसार, चोरों ने दुकान से डमी मोबाइल फोन को बाहर फेंक दिया और असली 8 से 10 महंगे स्मार्टफोन लेकर फरार हो गए। अनुमान है कि चोरी गए मोबाइल की कीमत करीब ढाई लाख रुपए के आसपास है। घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी अवधेश कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी है। दुकान के मालिक और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगालने शुरू कर दिए हैं। इसी तरह ज्वैलरी दुकान में हुई थी चोरी चक्रधरपुर में यह कोई पहली वारदात नहीं है। कुछ ही दिन पहले गुदड़ी बाजार स्थित एक सोने-चांदी की दुकान में भी इसी तरह की चोरी की गई थी। उस मामले में भी चोरों ने दुकान की छत का छत काटकर अंदर प्रवेश किया था और जेवरात चुराए थे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए उस मामले में एक नाबालिग सहित दो महिला चोरों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
लोहिया कॉलेज के छात्र पर 15 लोगों का हमला:बाइक, मोबाइल और सोने के झुमके छीने; कई जगह हुआ फ्रैक्चर
चूरू के गवर्नमेंट लोहिया कॉलेज में एमए कर रहे छात्र पर बिसाऊ में 15 लोगों ने हमला किया। राणासर गांव के कमलेश (28) ने बताया कि वह बिसाऊ में काम से गया था। वहां पंकज 15 लोगों के साथ लाठियां लेकर आया। आरोपियों ने कमलेश पर हमला कर उसकी बाइक, मोबाइल और जेब में रखे सोने के झुमके छीन लिए। हमले में कमलेश के शरीर में कई जगह फ्रैक्चर हुआ है। पहले घायल कमलेश को बिसाऊ अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर उसे चूरू के गवर्नमेंट डीबी अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों ने एक्स-रे समेत कई जांच की। फिलहाल कमलेश का अस्पताल में इलाज जारी है। हमले की सूचना अस्पताल चौकी पुलिस को दी गई है।
महू पुलिस ने श्रावण मास की शुरुआत के साथ कावड़ यात्रियों की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए हैं। सिमरोल और सांवेर क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था शुरू कर दी गई है। डीएसपी हेडक्वार्टर उमाकांत चौधरी ने बताया कि खंडवा रोड पर सिमरोल के घाट क्षेत्र में दो मोबाइल पेट्रोलिंग वाहन लगातार गश्त करेंगे। सुरक्षा व्यवस्था में 30 पुलिस जवान तैनात किए गए हैं। इनके साथ ग्राम रक्षा समिति के सदस्य और वन विभाग के कर्मचारी भी तैनात हैं। दिन में ट्रकों की एंट्री पर रोक सांवेर क्षेत्र में भी इसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कावड़ यात्रियों को खुले में किसी तरह की परेशानी न हो, इसका खास ध्यान रखा जाएगा। वाहन ड्राइवर को धीमी स्पीड से चलने की हिदायत दी जा रही है। ट्रकों के एंट्री पर सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक रोक रहेगी।
राजनांदगांव पुलिस ने 89 गुम मोबाइल फोन को बरामद कर उनके मालिकों को वापस लौटाया है। एसपी मोहित गर्ग के निर्देश पर चलाए गए इस अभियान में सभी थाना और चौकी प्रभारियों ने CEIR पोर्टल की मदद से मोबाइल खोजे। 12 जुलाई को एसपी मोहित गर्ग ने मोबाइल मालिकों को उनके फोन सौंपे। उन्होंने कहा कि मोबाइल में महत्वपूर्ण दस्तावेज, बैंक खाते की जानकारी, फोटो और बिजनेस सॉफ्टवेयर जैसा कीमती डेटा होता है। गलत हाथों में पड़ने पर इसका दुरुपयोग हो सकता है। एसपी ने लोगों को सलाह दी कि मोबाइल गुम होने पर तुरंत सिम बंद करवाएं। फोन में सेफ्टी फीचर्स को एक्टिव रखें और 'फाइंड माई डिवाइस' जैसे ऐप इंस्टॉल करें। फोन में पासवर्ड लगाएं और अनजान व्यक्तियों को इस्तेमाल न करने दें। अलग-अलग थानों से फोन बरामद बसंतपुर पुलिस ने निरीक्षक एमन साहू के नेतृत्व में सबसे अधिक 30 मोबाइल बरामद किए। कोतवाली थाने ने 25, सोमनी और डोंगरगढ़ थाने ने 4-4, घुमका थाने ने 2, बागनदी थाने ने 3, छुरिया थाने ने 5, डोंगरगांव थाने ने 6, गैंदाटोला थाने ने 5 और साइबर सेल ने 5 मोबाइल बरामद किए। ये मोबाइल छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों से बरामद किए गए। राजनांदगांव पुलिस की अपील पुलिस ने लोगों से अपील की है कि मिले हुए मोबाइल को नजदीकी थाने या साइबर सेल में जमा करें क्योंकि दूसरों का मोबाइल इस्तेमाल करना अपराध है। यदि आपका मोबाइल गुम या चोरी हो जाने पर तत्काल आप अपने नजदीकी थाना जाकर गुम मोबाइल का शिकायत CEIR पोर्टल में दर्ज कराये। गुम मोबाईल का आवेदन, आधार कार्ड और मोबाईल के बिल सीईआईआर पोर्टल पर स्वंय भी सबमिट कर ब्लॉक कर सकते है।
भागलपुर में रात के अंधेरे में शादीशुदा प्रेमिका से मिलने पहुंचे प्रेमी को घरवालों ने पकड़ लिया। दोनों की शादी करवा दी। सात साल से अफेयर चल रहा था। 6 साल पहले प्रेमिका की दूसरे लड़के से शादी हुई थी। एक बेटी भी है। घटना कजरैली गांव की है। प्रेमिका मोनी कुमारी(21) ने बताया, 'गांव के मिथिलेश यादव(23) से करीब सात साल से प्यार करती हूं। शादी को 6 साल हो गए, इसके बाद भी हमारा प्यार कम नहीं हुआ। कई बार रिलेशन भी बनाया है। समय बीतने के साथ-साथ हमदोनों करीब आते गए।' शनिवार रात 10 बजे के करीब मिथिलेश मोबाइल देने के लिए आया था। कमरे में रातभर साथ रहे। सुबह तीन बजे के करीब संदेह होने पर परिवार के सदस्यों ने दरवाजा नॉक किया। डर से प्रेमी को बेड के नीचे छिपा दिया, फिर भी उसे ढूंढ निकाला। उसी समय मां ने मांग में सिंदूर भराकर शादी करवा दी।' इनलोगों ने मुझे फंसाया है मिथिलेश का कहना है कि मर जाएंगे, लेकिन साथ लेकर नहीं ले जाऊंगा। लड़की ने ही फोन करके बुलाया था। जान-बूझकर मुझे फंसा दी। घरवालों ने जबरदस्ती सिंदूर दिलवा दिया। काफी दिन से कोशिश कर रही थी, पकड़ में नहीं आ रहा था मोनी की मां ने सीता देवी ने बताया, 'देर रात दोनों को खिड़की से कमरे में देखा। जिसके बाद बेटी को दरवाजा खोलने को कहा। लड़का चौकी के नीचे छिपा हुआ था। तब मैंने उसके कहा कि आज तुम पकड़ाए हो। काफी दिन से कोशिश कर रही थी, लेकिन तुम पकड़ में नहीं आ रहे थे।' 'बेटी ससुराल में रहना ही नहीं चाहती थी। कहती थी वहां नहीं रहूंगी। पकड़े जाने के बाद दोनों की शादी करवा दी। अब वही उसको अपने साथ रखेगा। हर हाल में उसको लेकर अपने घर जाना होगा।' शादी के बाद प्रेमिका ससुराल में कम रहती थी जानकारी के मुताबिक साल 2019 में मोनी की शादी बांका जिले के अमरपुर ब्लॉक में हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल में कम ही रहती थी। किसी न किसी बहाने से मायके आ जाती थी। यहां आने के बाद चोरी-छिपे प्रेमी से मिलती थी। घरवालों को इसकी जानकारी पहले से थी, लेकिन कभी पकड़ में नहीं आए। पूछने पर कहती थी मेरा किसी से चक्कर नहीं है।
तमन्ना भाटिया को महाराष्ट्र साइबर सेल द्वारा आईपीएल मैचों की अवैध स्ट्रीमिंग में उनकी कथित संलिप्तता के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 29 अप्रैल को पूछताछ के लिए पेश होने की उम्मीद है। संजय दत्त भी इस मामले से जुड़े थे, लेकिन अपनी पूर्व प्रतिबद्धताओं के कारण, वह 23 अप्रैल को पूछताछ सत्र में शामिल नहीं हो सके। इसके बजाय, उन्होंने अपना बयान दर्ज करने के लिए एक अलग तारीख की मांग की। फेयरप्ले, जो महादेव ऑनलाइन गेमिंग ऐप की सहायक कंपनी है, को क्रिकेट, पोकर, कार्ड गेम्स और टेनिस जैसी विभिन्न लाइव गेम्स पर अवैध सट्टेबाजी से जोड़ा गया है। पिछले साल यह ऐप सुर्खियों में आया जब रणबीर कपूर और श्रद्धा कपूर जैसे अभिनेताओं, जिन्होंने इस ऐप का प्रचार किया, को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के लिए बुलाया गया। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप दुबई से संचालित होता है, जिसे भिलाई, छत्तीसगढ़ के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल चलाते हैं। उन्होंने नए ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए नई वेबसाइटें और चैट समूह बनाकर विभिन्न रणनीतियों का उपयोग किया और सामाजिक मीडिया प्लेटफॉर्म पर भुगतान किए गए विज्ञापनों के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया। ईडी एक साल से अधिक समय से महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच कर रही है, जिसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न हाई प्रोफ़ाइल राजनेता और अधिकारियों के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। भीड़ में पापा अमिताभ को सँभालते नजर आए अभिषेक बच्चन, फैंस कर रहे तारीफ इतनी छोटी स्कर्ट पहनकर इवेंट में पहुंच गई ऋतिक रोशन की Ex वाइफ, हुई Oops मोमेंट का शिकार ऐश्वर्या राय संग इंटीमेट सीन पर बोले रणबीर कपूर- 'हाथ कांप रहे थे फिर...'