सौरभ हत्याकांड में होगी कैब ड्राइवर की गवाही:मुस्कान-साहिल को लेकर गया था उत्तराखंड, हिमाचल
मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड में अब कैब ड्राइवर अजब सिंह की गवाही होगी। अजब सिंह इस केस में 13वां गवाह है। जिसकी अब गवाही होगी। अजब सिंह को मंगलवार को कोर्ट में बुलाया गया है। जिला जज की कोर्ट में इस केस की सुनवाई चल रही है। अजब सिंह वो कैब ड्राइवर है जो मुस्कान-साहिल को उत्तराखंड और हिमाचल लेकर गया था। सौरभ की हत्या करने के बाद मुस्कान-साहिल मसूरी, कसोल, शिमला घूमने गए थे। वो अजब सिंह की ही गाड़ी में गए थे। अजब सिंह को मिली थी बुकिंग अजब सिंह ने पुलिस को बताया था कि उसे कंपनी की तरफ से ही मुस्कान-साहिल की बुकिंग मिली थी। उसे बताया गया था कि सवारी है उसको उत्तराखंड, हिमाचल लेकर जाना है। अजब सिंह ने मुस्कान-साहिल को दिल्ली चुंगी से पिक किया था। इसकी एक छोटी सी सीसीटीवी फुटेज भी है। जिसमें मुस्कान-साहिल कैब में बैठते नजर आ रहे हैं। मुस्कान के साथ उसका बैग भी था। ड्राइवर को नहीं था हत्या का अंदाजा इसके बाद ये दोनों लोग अजब सिंह की कार में शिमला, कसोल, मसूरी घूमने गए। यहां उन्होंने साहिल का बर्थडे भी सेलिब्रेट किया था। होली पार्टी भी मनाई थी। परतापुर के कैब चालक अजब सिंह को अंदाजा भी नहीं था कि जिन प्रेमी-प्रेमिका को वह 14 दिन तक घुमा रहा है, वे एक खौफनाक हत्याकांड के आरोपी है। 19 मार्च को जब उसने अखबार में दोनों के फोटो देखा तो उसे पता चला कि मुस्कान ने अपने पति की हत्या की है। 4 मार्च को बुक की थी कैब अजब सिंह ने बताया कि मुस्कान ने 4 मार्च को कैब बुक की थी। 14 दिन के लिए 54 हजार रुपये में बुकिंग हुई थी। शाम करीब साढ़े सात बजे दिल्ली चुंगी से मुस्कान और साहिल उसकी कैब में बैठे। सुबह शिमला पहुंचे। यहां तीन दिन तक दोनों रुके। इसके बाद कसोल चलने के लिए कहा। वहां पांच दिन रुके और मौज मस्ती की। बर्फ में खेले। पब में जाकर डांस किया। मुस्कान ने 16 मार्च को उसे ऑनलाइन रुपये भेजे। साहिल के लिए केक मंगाया, जिस पर शंकर लिखा था। साहिल ने रास्ते में खरीदी थी बीयर हिमाचल से लौटते समय साहिल ने शामली में गाड़ी रुकवाई। पास की दुकान से बीयर खरीदी। तब उसने मुस्कान को पहली बार बीयर पीते हुए देखा। जब बात करनी होती या फोन आता तो गाड़ी उतर जाते थे, फिर बात करते थे। 3 मार्च को पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर की हत्या मेरठ में लंदन से लौटे सौरभ कुमार की 3 मार्च की रात पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर दी और लाश के टुकड़े कर प्लास्टिक के ड्रम में डाल दिए। ऊपर से पूरे ड्रम में सीमेंट-डस्ट का घोल बनाकर भर दिया। इसके बाद पत्नी और उसका प्रेमी शिमला घूमने चले गए। लौटकर आने के बाद मुस्कान ने अपने पिता को सौरभ की हत्या करने की जानकारी दी। अब तक की गवाहियों का विवरण:
लखनऊ में भीषण सड़क दुर्घटना हुई। एक बेकाबू ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक से जा रहे तीन दोस्तों को रौंद दिया। घटना एक युवक के घर से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई। परिजन घायलों को सरोजनी नगर सामुदायिक केन्द्र लेकर गए, जहां दो युवकों की मौत हो गई, जबकि एक की हालत गंभीर है। घटना सरोजनी नगर के पिनवट गांव में सोमवार रात करीब आठ बजे हुई। मृतकों की पहचान पिनवट गांव के रहने वाले संचित रावत (26) और सुनील पन्ना उर्फ बिहारी (20) के रूप में हुई। उमेश रावत (20) की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमाॅर्टम के लिए भेज दिया है। 3 तस्वीरें देखिए... अब घटनाक्रम विस्तार से पढ़िए... घर से 500 मीटर दूर हुआ हादसा सरोजनी नगर के पिनवट गांव निवासी शिवराज रावत एक प्राइवेट कंपनी में सुरक्षा गार्ड है। उनका बेटा संचित (26) डाला चालक, जबकि गांव में ही रहने वाले किसान गोपाल का बेटा उमेश रावत (20) भी डाल चालक है। दोनों की दोस्ती झारखंड के लोहार बग्गा के रहने वाले सुनील पन्ना उर्फ बिहारी (20) से है। सुनील दरोगा खेड़ा में रहकर एक डंपर में क्लीनर का काम करता था। पुलिस के अनुसार सोमवार रात करीब 8 बजे तीनों बुलेट मोटरसाइकिल से पिनवट गांव से सुनील पन्ना को छोड़ने दरोगा खेड़ा जा रहे थे। बुलेट को संचित चला रहा था। संचित के घर से करीब 500 मीटर दूर आलू लदे ट्रैक्टर ट्राली ने बुलेट को चपेट में ले लिया। ट्रैक्टर की हेडलाइट नहीं जल रही थी। भिड़ंत में बुलेट सवार संचित, सुनील और उमेश बुरी तरह घायल हो गए। दुर्घटना के बाद ट्रैक्टर चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा राहगीरों से सूचना पाकर पहुंचे परिजनों ने सभी को सरोजनी नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जहां चिकित्सकों ने संचित और सुनील को मृत घोषित कर दिया। वहीं उमेश को कृष्णा नगर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका इलाज जारी है। मृतक संचित के परिवार में उसके पिता शिवराज के अलावा मां शिवरानी, बहन साधना और छोटा भाई महिपाल है। जबकि तीन बहनों की शादी हो चुकी है। वहीं घायल उमेश के परिवार में उसकी पत्नी शिवरानी और पिता गोपाल व मां राजा रानी के अलावा शादीशुदा बहन रिंकी, उमा के अलावा भाई अजय, सुजीत और नितिन हैं। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। आगे की कार्रवाई कर रही है। पुलिस का कहना है कि मृतक सुनील के परिवार वालों को सूचना दे दी गई है। मृतक संचित के पिता शिवराज ने इस मामले में सरोजनी नगर थाने में गांव के ही जगपाल यादव के खिलाफ तहरीर दी है। ट्रैक्टर की हेडलाइट खराब थी तहरीर में बताया कि गांव का जगपाल ट्रैक्टर-ट्रॉली पर आलू लादकर गांव ला रहा था। वाहन की हेडलाइट नहीं जल रही थी, जिसके चलते हादसा हुआ। सरोजनी नगर थाने के कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक एसएन मिश्रा का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। ................................ यह खबर भी पढ़ें त्रिपुरा CM से IRS अफसर बनकर मिलने पहुंचा युवक: लखनऊ होटल में पुलिस ने दबोचा तो हार्टअटैक का ड्रामा किया लखनऊ में फर्जी IRS अफसर पकड़ा गया है। फर्जी अफसर, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ.माणिक साहा से मिलने उनके कमरे तक पहुंच गया था। एक कांफ्रेंस में शामिल होने आए सीएम साहा, यहां एक होटल में ठहरे थे। यहां पढ़ें पूरी खबर
मेरठ के नगर आयुक्त सौरव गंगवार ने निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई अधिकारी अपने दफ्तरों से नदारद मिले। कुछ दिन पहले पार्षदों ने भी शिकायत की थी कि निगम परिसर में अधिकारी दफ्तरों में नहीं बैठते, जिससे कार्य प्रभावित हो रहा है। इसी शिकायत के बाद नगर आयुक्त ने अचानक निरीक्षण करने का निर्णय लिया। नोटिस जारी कर मांगा जवाब लेखाधिकारी कृष्ण बिहारी पाठक, मुख्य अभियंता (निर्माण) प्रमोद कुमार सिसोदिया और कर निर्धारण अधिकारी शिप्रा श्रीवास्तव बिना किसी सूचना के अपने कार्यालय से गैरहाजिर पाए गए। इस पर नगर आयुक्त ने तीनों अधिकारियों को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया है। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र कार्यालय में पहुंचे, जहां लेखाधिकारी अनुपस्थित मिले। इसके बाद उन्होंने निर्माण विभाग और कर निर्धारण शाखा का भी जायजा लिया, लेकिन वहां भी वरिष्ठ अधिकारी नहीं मिले। उन्होंने संबंधित कर्मचारियों से अधिकारियों की उपस्थिति को लेकर जानकारी ली। अपर नगर आयुक्त को लगाई फटकार निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार को भी फटकार लगाई। बताया गया कि वार्ड-11 शिवपुरम में पेयजल आपूर्ति की समस्या पिछले कई दिनों से बनी हुई है। नगर आयुक्त ने बताया कि कुछ दिन पहले शिवपुरम के निवासी शिकायत लेकर पहुंचे थे, तब उन्हें व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन स्थिति जस की तस है। इस पर नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर मौत का तांडव बना हुआ है। पिछले 19 महीने की बात करें तो 28 सड़क हादसों में 25 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हाल में रविवार रात एक्सप्रेस-वे पर खड़े ट्रक में टेंपो ट्रेवलर जा घुसा। ट्रेवलर में सवार 15 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे 40 मिनट बाद वापस हादसा हुआ और 2 लोगों की जान चली गई। इन हादसों में कई परिवार उजड़ गए। भारत माला एक्सप्रेस-वे पर लगातार दिल दहला देने वालों से हादसों से कई सवाल उठ गए। आखिर क्यों भारत माला एक्सप्रेस-वे मौत को एक्सप्रेस-वे बनता जा रहा है। मुख्य रूप से 4 कारण सामने आ रहे है- भारत माला एक्सप्रेस-वे पर हादसों के 4 कारण 1. भारत माला एक्सप्रेस-वे के बीच ठहराव की जगह नहीं भारत माला एक्सप्रेस-वे के बीच में वाहन चालकों के ठहराव की कोई सुविधा नहीं है। हालांकि अवैध तरीके से ढाबे बने हुए है। लंबी दूरी पर ड्राइव और एक्सप्रेस-वे पर बीच में ठहराव की जगह नहीं होने से चालक को थकान होती है। ऐसे में कई बाद नींद की झपकी आ जाती है और बैलेंस बिगड़ जाता है। इससे दुर्घटना होने की संभावना ज्यादा रहती है। 2. पूरे एक्सप्रेस-वे पर चेतावनी बोर्ड नहींभारत माला एक्सप्रेस-वे पर किसी भी जगह पर चेतावनी बोर्ड नहीं लगा हुआ है। ऐसे में चालक बेधड़क स्पीड में वाहन को ड्राइव करके ले जाते है। वहीं ड्राइव करते हुए मोबाइल का उपयोग भी एक कारण है। 3. दूसरे एक्सप्रेस-वे से ज्यादा स्पीडभारत माला एक्सप्रेस-वे पर 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से वाहनों के लिए निर्धारित है। अन्य एक्सप्रेस-वे की बात करें तो 80 किमी प्रति घंटा निर्धारित है। ऐसे में कई वाहन चालक 'रॉकेट' की रफ्तार से गाड़ियां दौड़ाते हुए निकलते है और हादसे का शिकार हो जाते हैं। 4. सड़क किनारे खड़े बड़े वाहनसड़क किनारे अवैध रूप से बने छोटे-छोटे खान-पान की दुकानें (ढाबे) के सामने वाहन खड़े रहते हैं। तेज रफ्तार वाहन इनसे टकरा जाते हैं। नियमित अंतराल पर ड्राइवर रेस्ट एरिया की कमी और पर्याप्त इलेक्ट्रॉनिक निगरानी प्रणाली (ATMS) न होना भी सुरक्षा में कमी के प्रमुख कारण हैं। जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर 40 मिनट में 17 की मौत पहला हादसा- सड़क किनारे ट्रक में घुसी टेंपो ट्रेवलर जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर मतोड़ा के हनुमान सागर चौराहा के पास रविवार शाम करीब 7:30 बजे एक टेंपो ट्रेवलर सड़क किनारे खड़े ट्रक में जा घुसा। इस हादसे में 15 लोगों की मौत हो गई। सभी एक ही मोहल्ले में रहने वाले थे। दूसरा हादसा- डिवाइडर से टकराई एसयूवी, दो की मौतभोजासर थाना क्षेत्र के चाडी-चौतीणा-श्रीलक्ष्मण नगर के पास रात करीब 8 बजे सियोल नगर व चांपासर के बीच एक तेज रफ्तार एसयूवी डिवाइडर से टकरा गई। गाड़ी में 5 लोग सवार थे, जिनमें से 2 की मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया- घायलों को हॉस्पिटल ले जाने के लिए समय पर एम्बुलेंस नहीं मिली। काफी देर बाद एम्बुलेंस आने पर घायलों को जोधपुर के एमडीएम हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। 17 मौत के बाद अवैध ढाबों को हटाया जोधपुर-फलोदी भारत माला एक्सप्रेस-वे पर रविवार रात करीब 40 मिनट में ही दो हादसे हो गए। दोनों हादसों में कुल 17 लोगों की मौत हो गई। इस हादसों के बाद आज सुबह प्रशासन सड़क किनारे लगे अवैध ढाबों पर कार्रवाई कर हटाया गया। राजस्थान में 637 किमी लंबा भारत माला एक्सप्रेस-वेराजस्थान में भारत माला एक्सप्रेस-वे 637 किमी लंबा है,जो पंजाब और गुजरात को जोड़ता है। जोधपुर-फलोदी जिले भी भारत माला एक्सप्रेस-वे परियोजना का हिस्सा है। इसकी लंबाई 180 किमी लंबा है। ये अमृतसर-जामनगर एक्सप्रेस-वे (917 किमी) के तहत आते है। इस प्रोजेक्ट को केबिनेट ने 24 अक्टूबर 2017 को मंजूरी दी थी। .... हादसे से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए- 1. राजस्थान में खड़े ट्रेलर में घुसा टेंपो ट्रेवलर,15 की मौत:बीकानेर में खिंचवाई फोटो आखिरी बनी; अन्नकूट कार्यक्रम के कारण कई महिलाओं की जान बचीं 2. मंदिर पहुंचने की जल्दी में गई थी 15 जानें:जोधपुर हादसा; प्रत्यक्षदर्शी बोला- ट्रेवलर फुल होने से मैं और मेरी पत्नी नहीं चढ़ पाए
राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने विशेष शिक्षा (स्पेशल एजुकेशन) शिक्षकों को बड़ी राहत देते हुए सामान्य बीएड डिग्री के साथ विशेष शिक्षा में दो साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा रखने वाले उम्मीदवारों को बीएड स्पेशल एजुकेशन के समकक्ष माना है। जस्टिस मुन्नूरी लक्ष्मण की एकलपीठ ने तीन अलग-अलग याचिकाओं पर सुनवाई के बाद यह फैसला दिया है। इन तीन रिट याचिकाओं में 13 जिलों के कुल 41 याचिकाकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ अपील की थी। अयोग्य घोषित करने पर दी थी चुनौती याचिकाकर्ताओं ने कोर्ट में बताया कि राज्य सरकार ने 16 दिसंबर 2022 को टीचर ग्रेड III लेवल-II (स्पेशल एजुकेशन) के पदों के लिए विज्ञापन जारी किया था। विज्ञापन में निर्धारित योग्यता बीएड स्पेशल एजुकेशन थी। याचिकाकर्ताओं के पास सामान्य बीएड डिग्री और विशेष शिक्षा में दो साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा था, लेकिन उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। याचिकाकर्ताओं के वकील ने तर्क दिया कि उनके पास बीएड डिग्री और दो साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन स्पेशल एजुकेशन है। इन दोनों योग्यताओं को मिलाकर बीएड स्पेशल एजुकेशन के समकक्ष माना जाना चाहिए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के मनोज कुमार शर्मा और अन्य बनाम राजस्थान राज्य और अन्य के फैसले का हवाला दिया। सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले स्पष्ट किया गया था कि सामान्य बीएड डिग्री के साथ एक साल का पोस्ट ग्रेजुएट प्रोफेशनल डिप्लोमा इन स्पेशल एजुकेशन (PG PD-SE) बीएड स्पेशल एजुकेशन के समकक्ष योग्यता है। याचिकाकर्ताओं ने कहा कि उनके पास तो दो साल का डिप्लोमा है, जो एक साल के डिप्लोमा से बेहतर है। राज्य सरकार के वकील ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले में स्थापित कानून पर विवाद नहीं किया। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ताओं के मामलों पर तभी विचार किया जा सकता है, जब वे मेरिट मापदंड पूरा करते हों और जिस श्रेणी में उन्होंने आवेदन किया है, उसमें रिक्तियां उपलब्ध हों। हाईकोर्ट का फैसला: याचिकाकर्ता संदर्भ केस से बेहतर स्थिति में जस्टिस मुन्नूरी लक्ष्मण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि याचिकाकर्ताओं का मामला सुप्रीम कोर्ट द्वारा विचार किए गए मामले से बेहतर स्थिति में है, क्योंकि उनके पास एक साल के बजाय दो साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा है। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए सरकार को निर्देश दिया कि याचिकाकर्ताओं द्वारा धारित योग्यता यानी सामान्य बीएड और विशेष शिक्षा में दो साल का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा को बीएड स्पेशल एजुकेशन के समकक्ष माना जाए। प्रतिवादी याचिकाकर्ताओं के मामलों पर नियुक्ति के लिए विचार करेंगे, बशर्ते वे मेरिट मापदंड पूरा करते हों और जिस विज्ञापन में उन्होंने भाग लिया था, उसके अनुसार रिक्त पद उपलब्ध हों। कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि उपरोक्त कार्यवाही इस आदेश की तिथि से दो महीने की अवधि के भीतर पूरी की जाए। 13 जिलों के अभ्यर्थियों को मिली राहत हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई इन तीन याचिकाओं में जोधपुर, नागौर, भरतपुर, बुंदी, हनुमानगढ़, भीलवाड़ा, टोंक, बीकानेर, चुरू, झुंझुनू, गंगानगर, अलवर और अजमेर जिलों के याचिकाकर्ता शामिल थे। इनमें मुख्य रूप से जोधपुर के लोहावट निवासी राजाराम, पोपावास निवासी नीतू चौधरी, भरतपुर बादली निवासी जगदीशसिंह बूंदी में उमराज निवासी मीनाकुमारी नागर, चुरू धंधोल केख निवासी भाटेरीदेवी, झुंझुनू के इंडाली निवासी अनीतासिंह, हनुमानगढ़ चक-22 निवासी शकीला सहित 41 याचिकाकर्ताओं को राहत मिली है।
हम आपको बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
जोधपुर के लोहावट थाने में 12 फरवरी, 2015 की दोपहर अच्छी खासी चहल-पहल थी। तत्कालीन एडिशनल एसपी सत्येंद्रपाल सिंह उस समय के एसडीएम राकेश कुमार के साथ लोहावट थाने के दौरे पर थे। दोनों अधिकारी थाने में एक जरूरी क्राइम मीटिंग ले रहे थे। मीटिंग इलाके में बढ़ती क्रिमिनल्स एक्टिविटीज को लेकर थी। मीटिंग में तत्कालीन डिप्टी सायर सिंह तथा लोहावट के तत्कालीन एसएचओ निरंजन प्रताप सिंह भी मौजूद थे। मीटिंग के दौरान ही थाने के बाहर अचानक से शोर-शराबा होने लग गया था। अचानक अधिकारियों का ध्यान इस शोर-शराबे पर गया। एडिशनल एसपी सत्येंद्रपाल सिंह ने SHO को निरंजन प्रताप सिंह को इस हंगामे के बारे में पता लगाने का इशारा किया। SHO निरंजन प्रताप सिंह तुरंत बाहर चले गए। कुछ ही देर में SHO निरंजन प्रताप सिंह बड़ी हड़बड़ी में लौट आए। बोले- ‘सर, बाहर कुछ लोग हैं। किसी के मर्डर की रिपोर्ट लिखाने आए हैं। उन्हें कुछ देर इंतजार करने को कहा तो वे बुरी तरह उखड़ गए। वे इस मीटिंग से पहले ही रिपोर्ट लिखाने की मांग कर रहे हैं।’ SHO निरंजन प्रताप सिंह की बात सुनने के बाद एडिशनल एसपी सत्येंद्रपाल सिंह ने एसडीएम राकेश कुमार की तरफ देखा और फिर SHO से बोले- ‘ठीक है, उनमें से 1-2 खास लोगों को बुला लाओ।' SHO निरंजन भीड़ में से कैलाश नाम के आदमी को बुला लाए। एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह ने कैलाश को चेयर पर बैठने का इशारा किया। उसके बैठने के बाद उन्होंने पूछा- अब बताओ, क्या मामला है? क्या हुआ है ?' कैलाश ने बताया- ‘मैं ढेलाणा गांव के सुथार मोहल्ले में रहता हूं। मेरे घर के पास ही मेरे चाचा संतोष का मकान है। जहां वह अपनी पत्नी रामेश्वरी, 3 बेटियों व एक बेटे के साथ रहते हैं। 6 फरवरी से मेरे चाचा संतोष रहस्यमय तरीके से गायब हैं।’ ‘चाचा के खून से सने अधजले कपड़े ग्रेवल रोड के पास पड़े हैं। मुझे आशंका है कि किसी ने मेरे चाचा की हत्या कर उनके शव को कहीं ठिकाने लगा दिया है।’ एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह कुछ देर तक कैलाश सुथार को एकटक इस तरह देखते रहे, जैसे उस की बातों की सच्चाई जानने का प्रयास कर रहे हों। फिर एसडीएम राकेश कुमार से निगाहें मिला कर अपने मातहतों की तरफ देखते हुए बोले, ‘चलो, सुथार मोहल्ले की इस ग्रेवल रोड की ओर चल कर देखते हैं।’ लगभग आधे घंटे में ही एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह जाब्ते के साथ कैलाश द्वारा बताए गए स्थान पर पहुंच गए। कैलाश ने हाथ का इशारा करते हुए कहा, ‘साहब, वो देखिए, वहां पड़े हैं कपड़े।’ एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह समेत पुलिस अधिकारियों ने आगे बढ़ कर नजदीक से देखा तो उन्हें भरोसा हो गया कि कैलाश ने झूठ तो नहीं बोला था। हकीकत में ही इस ग्रेवल रोड की ढलान पर खून सने अधजले कपड़े पड़े थे। खून से सने कपड़ों से जाहिर था कि मामला हत्या का न भी था तो भी किसी बड़े अपराध का जरूर था। इधर, पुलिस को देख कर वहां गांव वालों की भीड़ जमा होना शुरू हो गई। ASP सत्येंद्रपाल सिंह ने थानाप्रभारी से कपड़ों को सील करने के आदेश दिए। इस के बाद उन्होंने कैलाश को अपने पास बुला कर तसल्ली करनी चाही, कि ‘तुम पूरे यकीन के साथ कैसे कह सकते हो कि ये कपड़े तुम्हारे चाचा संतोष के ही हैं?’ ‘साहब, आप एक बार पड़ताल स्टार्ट कर लो। हकीकत अपने आप ही आप के सामने आ जाएगी। कपडे़ मेरे चाचा के ही है।’ कैलाश ने दोनों हाथ जोड़ कर कहा। उसने एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह को बताया कि आज सुबह उसकी चाची रामेश्वरी देवी यहां जोर-जोर से चिल्लाकर रो रही थी कि मेरे भरतार (पति) संतोष के खून से सने कपड़े ग्रेवल रोड पर पड़े हैं। उनका कहीं पता नहीं चल रहा है। कैलाश ने बताया कि उसकी ये चीख पुकार सुन कर आस-पड़ोस के लोग भी यहां आ गए थे। इसी दौरान वो भी वहां पहुंचा था और उसने ग्रेवल रोड पर चाचा के खून सने अधजले कपड़े देखे और चाची को रोते-चिल्लाते देखा था। इसके बाद ही वो थाने पर रिपोर्ट लिखवाने आया था। उसका चाचा संतोष कई दिनों से गायब भी था। एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह के दिमाग में कई सवाल आ रहे थे… इस बीच पुलिस टीम संतोष की पत्नी रामेश्वरी देवी और उसकी 3 बेटियों मनीषा, भावना और अंकिता को पूछताछ के लिए थाने बुला लाती है। यहां कुछ अजीब घटता है, जो एएसपी सत्येंद्रपाल सिंह को हैरत में डाल देता है। आगे की कहानी जानने के लिए कल पढ़िए राजस्थान क्राइम फाइल्स, पार्ट–2
दूल्हे उसके पापा ने रिश्ता जोड़ते वक्त हमसे सबके सामने कहा कि हमें कुछ नहीं चाहिए। हम तो केवल 1 रुपए का रिश्ता करेंगे। लेकिन वो सिर्फ दिखावटी बातें थी। उनके मन में दहेज का इतना लालच है कि उन्होंने लड़की की सरकारी नौकरी पर दहेज मांग लिया। पैसा नहीं मिला तो बारात नहीं लाए, मेरी बहन दुल्हन बनी बैठी रही लेकिन बारात नहीं आई। जो दूल्हा एक रुपए मे ंरिश्ता करने की बात कहे वो इतना बड़ा लालची होगा सोच नहीं सकते। आंखों के आंसू छिपाते हुए ये बातें उस भाई की हैं जिसकी बहन की बारात घर नही ंआई। मंडप, मेंहदी, मेहमान और खाना सब बारात का इंतजार करते रहे लेकिन दहेज न मिलने से दूल्हा बारात नहीं लाया। दौराला थाना क्षेत्र के मटौर में रविवार 2 नवंबर को सिपाही दूल्हा बारात नही ंलाया। मंडप सजा रहा बारात नहीं आने से रिश्ता टूट गया। लास्ट में दुल्हन के घरवालों ने दूल्हा अभिषेक उसके पिता गोपाल शर्मा पर दहेज का मुकदमा कराया है। दैनिक भास्कर की टीम ने दुल्हन के घर जाकर उसके घरवालों से पूरा घटनाक्रम समझा तो उन्होंने अपना दर्द बताया पढ़िए... 1 रुपए की शादी कहकर रिश्ता जोड़ा था दुल्हन के भाई सत्यम ने बताया कि हमारे बिचौलिए ने ये रिश्ता कराया था। 2 फरवरी 2025 में जब हमने रिश्ता जोड़ा, रस्म की थी तो अभिषेक उसके पिता ने हमसे साफ कहा कि हमें कुछ नहीं चाहिए। हम तो 1 रुपए में रिश्ता करेंगे। लेकिन उनके मन में खोट था। समय बीतता गया तो उनकी डिमांड बढ़ती चली गई। शुरूआती डिमांड तो हम भी पूरी करते रहे लेकिन उस दिन उन्होंने हद कर दी। ऐन बारात के वक्त बोले कि पैसे दो तब बारात लाएंगे। सुबह से बनाने लगे थे बहाने भाई ने बताया कि 2 नवंबर को हमारे घर बारात आनी थी। एक दिन पहले ही मैं लड़के की गोद में 7 लाख रुपए का चैक रखकर आया था। वहां उन्होंने हमारी बहन को बुलाया था। सब ठीक था। 2 नवंबर को हमने सुबह उनको फोन किया कि टाइम से बारात ले आना। तो कहने लगे कि मम्मी को चोट लग गई है वो जीने से फिसल गई हैं। फिर दोपहर में हमने फोन किया तो कहा कि हमारा पड़ोसी बीमार है, मेरे पिताजी पहले उसे देखेंगे इसके बाद हम आएंगे। इस तरह वो बहाने बनाते रहे। दुल्हन के घरवालों का फोन उठाना बंद कर दिया शाम को कहा कि पहले सात लाख रुपए दो तो हम आएंगे। हमारे बिचौलिया ज्ञानपुर के मुकेश शर्मा हैं। उन्हें भी इसकी जानकारी नहीं थी। उनसे भी दूल्हा पक्ष यही कहता रहा कि हम एक रुपए का रिश्ता करेंगे। बिचौलिया ने भी लड़के वालों को बारात लाने के लिए फोन किए लेकिन लड़के वालों ने फोन नहीं उठाया। फिर हमने दौराला थाने पर पुलिस को इसकी सूचना दी। 20 लाख से ज्यादा देने पर भी संतुष्ट नहीं थे गोदभराई में भी बार-बार कहते रहे कि 1 रुपए का रिश्ता करेंगे। हमने अपनी तरफ से 10 लाख रुपए का सोना 7 लाख का चैक, एसी, बेड, फर्नीचर, ऑटोमेटिक वॉशिंग मशीन, फ्रिज सारा सामान है जो लड़कियों को देते हैं। कैश भी दिया था कि इस पैसे को जो आप चाहो वो कर लो। इससे भी वो संतुष्ट नहीं हुए इसके बाद उन्होंने 20 लाख की ओर डिमांड कर दी। हमारे तो सभी मेहमान आ चुके थे। मंडप सजा हुआ था, खाना बन चुका था। हम सभी बारात का इंतजार कर रहे थे, तभी दूल्हे उसके पिता ने पैसों की डिमांड कर दी। कहा पहले पैसे दो तभी बारात लेकर आएंगे नहीं तो बारात नहीं आएगी। हमने कहा कि ऐसी बातों से लड़की ने कुछ कर लिया तो जिम्मेदारी कौन लेगा। इसके बाद भी वो नहीं माने। पीएम मोदी, सीएम योगी एक्शन लें दुल्हन के पिता महेश शर्मा का कहना है कि हमारी हाथ जोड़कर सीएम योगी, पीएम मोदी से हमारी गुहार है कि किसी भी बहन, बेटी के साथ ऐसा नहीं हो। लड़केवाले पुलिस में हैं वो सोचते हैं कि वो बच जाएंगे। उनको इस बात का भरोसा है कि कोई उनका कुछ नहीं कर पाएगा। अगर समाज में यही हाल रहा तो सभी बेटियां परेशान रहेंगी, इनको कुछ न कुछ सजा मिलनी चाहिए, सामाजिक बहिष्कार भी होना चाहिए, अगर इनका सामाजिक बहिष्कार नहीं होगा तो आने वाले समय में ये घटनाएं और होंगी। इनपर जुर्माना भी लगे और सामाजिक बहिष्कार भी किया जाए। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए लड़की के पिता ने कहा कि सीएम योगी, पीएम मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दे रखा है इसके बावजूद समाज में ऐसी दुर्घटनाएं हो रही हैं। मैं सीएम, पीएम से अपील करता हूं कि ऐसी घटनाओं को रोकने में पूरा ध्यान दें और ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाए। बेटी पढ़ा दी तो शादी नहीं हो रही हरिद्वार से शादी में शामिल होने आई दुल्हन की बुआदादी विमला का रो रोकर बुरा हाल है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को सजा मिलनी चाहिए, ऐसा हर किसी के साथ होने लगेगा तो ये समाज बेकार है। ऐसे में बेटियो ंकी शादी कैसे होगी। बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ कहते हैं। अब बेटी पढ़ा दी, लिखा दी तो उसके साथ ऐसा हो रहा है। उसकी शादी में दिक्कतें आ रही हैं। उन्होंने हाथ जोड़कर सीएम योगी से अपील की है कि बेटियों पर ऐसे अत्याचार करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। बहन बेटियो ंके साथ ऐसा अन्याय होता है। ऐसे में कौन अपनी बेटियों को ब्याहेगा। 10 रुपए की हैसियत पर इंसान 30 रुपए का कर्जा लेकर बेटी की शादी कर रहा है फिर भी शादी नहीं हो रही।
मेरठ में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ने से शहर की अवा जहरीली होती जा रही है। सोमवार सुबह मेरठ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 376 दर्ज किया गया, जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। जिले में बने तीन केंद्रों में दिल्ली रोड पर AQI 380 और पल्लवपुरम में 379 दर्ज किया गया। शहर के ऊपर छाया घना स्मॉग लोगों की सेहत के लिए खतरा बनता जा रहा है। दीपावली से पहले बढ़ना श़रू हुआ था AQI पिछले 15 दिनों से लगातार बढ़ते प्रदूषण ने शहरवासियों की परेशानी बढ़ा दी है। सुबह से ही चारों ओर स्मॉग की चादर दिखाई देती है जो दोपहर में धूप निकलने के बाद भी बनी रहती है। डॉक्टरों का कहना है कि इस स्तर का प्रदूषण आंखों में जलन, खांसी और सांस की तकलीफ को बढ़ा सकता है। एनसीआर में प्रदूषण का हाल जिला AQI स्तर मेरठ 387बागपत 359दिल्ली 309गाजियाबाद 320ग्रेटर नोएडा 285हापुड़ 310बुलंदशहर 261 दो दिन बाद गिर सकता है तापमान- शाही मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार, अगले पांच दिन यानी 8 नवंबर तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में मौसम शुष्क रहेगा। 4 और 5 नवंबर को सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ से पहाड़ी इलाकों में वर्षा और हिमपात की संभावना है, जिससे दो दिन बाद मैदानों में रात का तापमान करीब 3 डिग्री तक गिर सकता है।
किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर का पद छोड़ने वालीं कौशल्या नंद गिरी (टीना मां) अब अपने नए ‘सनातनी किन्नर अखाड़े’ की आचार्य महामंडलेश्वर होंगी। आज (4 नवंबर) बैरहना स्थित एक पार्क में भव्य पट्टाभिषेक का कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें हजारों किन्नरों के बीच वह आचार्य महामंडलेश्वर पद का दायित्य संभालेंगी। दरअसल, कल सोमवार को ही टीना मां ने अपने नए 'सनातनी किन्नर अखाड़े' की घोषणा कर दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि किन्नर अखाड़ा अपने उद्देश्यों से भटक गया है। इसलिए हम उस अखाड़े को छोड़ अपना नया अखाड़ा बनाया है। जो सनातन धर्म को और मजबूत करने का बेहतर प्रयास होगा। महाकुंभ से शुरू हुआ था अंदरूनी विवाद जनवरी में संगम के तट पर आयोजित महाकुंभ में देश भर के किन्नर आए थे। सेक्टर 16 में स्थापित रहा किन्नर अखाड़ा सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहा। महाकुंभ् में किन्नर अखाड़ों की आचार्य महामंडलेश्वर डॉ. लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी की अगुवाई में यह अखाड़ा संचालित हो रहा था। महाकुंभ में ही बालवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को इस अखाड़े में महामंडलेश्वर बना दिया गया। महाकुंभ के दौरान ही महामंडलेश्वर टीना मां और आचार्य महामंडलेश्वर में कहीं न कहीं अंदरूनी विवाद शुरू हो गया था। दोनों लोगों में कहीं न कहीं दूरी यहीं से बनने लगी। टीना मां बोलीं, रास्ते से भटक गया था किन्नर अखाड़ा दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत के दौरान टीना मां ने कहा, वर्ष 2019 से हम किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर रहे। लेकिन किन्नर अखाड़े कुछ समय से उस रास्ते से भटक गया जिसके लिए यह अखाड़ा बनाया गया था। यही कारण रहा कि हमारी विचारधारा उस अखाड़े से नहीं मिल रही थी। इसलिए उस अखाड़े से मैं निकल गई हूं। अब हमने नया “सनानती किन्नर अखाड़ा” का गठन किया है। टीना मां ने कहा, अपने नए अखाड़े के जरिए हम सनातन को और मजबूत करेंगे और इस सनातन धर्म का और विस्तार करेंगे। इसके लिए यदि हमें अपने जानों की आहुति भी देनी पड़ी तो हम पीछे नहीं हटेंगे।
लोकनाथ चौराहे पर युवक पर चाकू से हमला:लोगों ने आरोपी को पकड़कर की धुनाई, पुलिस के हवाले किया
प्रयागराज के लोकनाथ चौराहे के पास सोमवार रात उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब मामूली विवाद के बाद एक युवक ने चाट की दुकान पर काम करने वाले गौरव पर चाकू से हमला कर दिया। गर्दन पर वार से वह लहुलुहान होकर गिर पड़ा। स्थानीय लोगों ने घायल को तुरंत कॉल्विन अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। लोगों ने पकड़कर की हमलावर की पिटाईघटना के दौरान मौजूद लोगों ने हमलावर को मौके पर पकड़कर उसकी जमकर पिटाई कर दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर अस्पताल भिजवाया। घायल की पहचान गौरव के रूप में हुईपुलिस के मुताबिक, घायल युवक की पहचान ऊंचीडीह निवासी गौरव (21) के रूप में हुई है, जो लोकनाथ चौराहे पर चाट का ठेला लगाने वाले के यहां काम करता था। मध्य प्रदेश का रहने वाला है आरोपी जयपालहमलावर की पहचान मध्य प्रदेश के शहडोल जिले निवासी जयपाल के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपी नशे में था और विवाद की असली वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस कर रही जांच, तहरीर का इंतजारकोतवाली थाना प्रभारी संजय राय ने बताया कि पीड़ित की गर्दन पर चाकू से हमला किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। फिलहाल पीड़ित पक्ष की ओर से तहरीर नहीं दी गई है।
गोरखपुर के जटाशंकर गुरूद्वारे में सोमवार को बच्चों का धार्मिक ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें दर्जनों की संख्या में बच्चों ने उत्साह दिखते हुए पार्टिसिपेट किया। यह आयोजन सिख धर्म के संस्थापक गुरुनानक देव के प्रकाश पर्व के अवसर में किया गया। जिसमें शामिल बच्चों ने अपने कीर्तन, कथा, कविता, गुरुबाणी पाठ की प्रस्तुतियों से ना केवल सभी का मन मोहा, बल्कि अपने धार्मिक ज्ञान से लोगों को जयघोष करने पर भी मजबूर कर दिया। छोटे- छोटे बच्चों के अपने धर्म से संबंधित ज्ञान की बातें वहां मौजूद बड़ो को आश्चर्यचकित कर रहीं थी। संस्कारों से ढलते बच्चें बच्चों को जैसे संस्कार मिलते वे वैसे ही ज्ञान के भाव में ढल जाते हैं। सोमवार की रात इसका प्रमाण शहर के प्रमुख गुरुद्वारा जटाशंकर में देखने को मिला। जहां कई दर्जन की संख्या में बच्चों ने अपने कीर्तन, कथा, कविता, गुरुबाणी पाठ की प्रस्तुतियों से ना केवल सभी का मन मोहा, बल्कि अपने धार्मिक ज्ञान से लोगों को जयघोष करने पर भी मजबूर कर दिया। सिख धर्म के संस्थापक सतगुरु गुरुनानक देव महाराज के प्रकाश पर्व को लेकर गुरुद्वारा जटाशंकर में पिछले एक माह से लगातार विभिन्न धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी क्रम में बच्चों की धार्मिक प्रतियोगिता भी बेहद प्रेरक आयोजन रहा, जिसमें एकस, अंगदजीत, अर्जनजीत, निहित, आदित्य, परमीत, प्रभजोत, श्रेयांश, करनवीर, अंगद, सिद्धि, यश, अनन्य, जरनैल सहित तमाम अन्य बच्चों ने बड़े ही प्रभावशाली ढंग से कीर्तन गायन, काव्य पाठ, लेक्चर और गुरुबाणी पाठ सुनाकर सबका दिल जीत लिया। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को गुरुद्वारा प्रबंध समिति की ओर से पुरस्कार प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन भी किया गया। कार्यक्रम में अरदास व सुखासन के बाद गुरु के अटूट लंगर की सेवा में सभी शरीक हुए। 4 नवंबर को बाहर से आएंगे कलाकार कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू ने किया। इस अवसर पर अध्यक्ष जसपाल सिंह ने बताया कि प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में चार नवंबर को सुबह परंपरागत निशान साहिब के वस्त्र बदलने की सेवा होगी। शाम 6.30 से रात्रि 10 बजे तक बाहर से आए विश्वप्रसिद्ध रागी जत्थे और कथावाचक अपनी प्रस्तुतियां देंगे। कार्यक्रम का समापन गुरु के लंगर से होगा। आयोजन में मैनेजर रजिंदर, अशोक मल्होत्रा, चरणप्रीत, धर्मपाल, परमिंदर, डॉ दीपक, हरप्रीत, मंजीत, मंजीत, सतनाम, मनप्रीत, कुलदीप, जसविंदर, गुरविंदर, अरविंदर सहित तमाम लोगों का सक्रिय सहयोग रहा।
प्रदेश में इंडस्ट्रियल विकास के लिए चल रहे राज्यव्यापी सर्वे में बड़ा खुलासा हुआ है। शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में औद्योगिक भूखंडों का सबसे कम उपयोग हुआ है, जबकि नोएडा औद्योगिक गतिविधियों में सबसे बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। सर्वे में सामने आया है कि YEIDA क्षेत्र में 94% इंडस्ट्रियल प्लॉट अभी भी खाली पड़े हैं। इसके विपरीत नोएडा में राज्य का सबसे कम इंडस्ट्रियल एरिया खाली है। यह सर्वे ‘इन्वेस्ट यूपी’ द्वारा किया जा रहा है और अब तक 77% काम पूरा हो चुका है। सर्वे के दौरान राज्य के सात प्रमुख औद्योगिक विकास प्राधिकरणों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, YEIDA, UPSIDA, GIDA, SIDA और UPEIDA में कुल 33,493 इंडस्ट्रियल प्लॉटों की जांच की गई, जिनमें से 8,235 (25%) भूखंड खाली पाए गए। YEIDA क्षेत्र में सबसे अधिक खाली भूखंडगौतम बुद्ध नगर जिले के YEIDA क्षेत्र में कुल 3,476 इंडस्ट्रियल प्लॉटों में से 3,264 (94%) खाली हैं। केवल 8 प्लॉटों पर उद्योग चालू हैं, जबकि 198 निर्माणाधीन और 6 गैर-क्रियाशील हैं। अधिकारियों का कहना है कि कई भूखंड सालों पहले आवंटित किए गए थे, लेकिन आवंटियों ने अभी तक निर्माण शुरू नहीं किया है। प्राधिकरण ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जल्द गतिविधि न शुरू करने पर आवंटन रद्द कर पुनः आवंटन किया जाएगा। ग्रेटर नोएडा में स्थिर लेकिन धीमी प्रगतिग्रेटर नोएडा क्षेत्र में 2,677 प्लॉटों में से 416 (16%) खाली मिले। 1,624 प्लॉटों पर उद्योग चल रहे हैं, 311 पर निर्माण कार्य चल रहा है और 326 गैर-क्रियाशील हैं। अधिकारियों ने माना कि यहां औद्योगिक विकास स्थिर है। लेकिन नोएडा की तुलना में धीमा, जिसका प्रमुख कारण पुराने औद्योगिक क्षेत्रों में वित्तीय समस्याएं और कानूनी विवाद हैं। नोएडा सबसे मजबूत औद्योगिक हबनोएडा इंडस्ट्रियल एरिया ने सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। कुल 7,742 प्लॉटों में से 5,308 पर उद्योग चालू हैं और केवल 497 (6%) प्लॉट खाली हैं। 802 यूनिट निर्माणाधीन है। प्राधिकरण का कहना है कि नोएडा में इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, टेक्सटाइल और अन्य क्षेत्रों में बेहतर निवेश माहौल और मजबूत औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र होने से भूमि उपयोग अधिक है। दोबारा से होगा आवंटन इन तीन औद्योगिक प्राधिकरणों में लगभग 14,000 प्लॉटों में से करीब 4,000 प्लॉट खाली है। अधिकारियों के अनुसार, इन्हें पुनः आवंटित कर बड़े स्तर पर निवेश, विशेषकर ईवी मैन्युफैक्चरिंग, डाटा सेंटर और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में आकर्षित किया जा सकता है। सर्वे इन्वेस्ट यूपी और रामटेक सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ‘निवेश मित्र’ पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है, जिसमें हर यूनिट की जियो-टैगिंग और GST, MSME व CIN डेटा सत्यापन भी शामिल है।
गली में असलहे की टेस्टिंग के लिए फायरिंग:प्रयागराज में वीडियो सामने आने के बाद चार गिरफ्तार
प्रयागराज के मुट्ठीगंज में गली में बैठकर असलहे की टेस्टिंग के लिए फायरिंग कर कुछ युवकों ने सनसनी फैला दी। घटना का वीडियो सामने आने के बाद इसमें दिख रहे चार युवक गिरफ्तार कर लिए गए हैं। उनके दो अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। वायरल वीडियो की जांच में सामने आई सच्चाई02 नवंबर को सोशल मीडिया एक्स पर Ravi Shukla नामक यूजर ने हर्ष फायरिंग का वीडियो पोस्ट किया। मुट्ठीगंज थाने के एसआई अभिषेक वर्मा ने जांच में पाया कि वीडियो पुराना है और इसमें विमल पांडा, रजत जायसवाल, अभिषेक धुरिया सहित कुछ अन्य युवक विमल के घर के पास असलहे से फायरिंग करते दिखाई दिए मुकदमा दर्ज कर की गई कार्रवाईवीडियो की पुष्टि के बाद थाना मुठ्ठीगंज में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इसके बाद पुलिस टीम ने सक्रियता दिखाते हुए फायरिंग करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनमें नितिन साहू उर्फ हिमांशू साहू, अभिषेक धुरिया, रोहित साहू, लल्ले धुरिया शामिल हैं। पुलिस के मुताबिक, यह वही युवक हैं जो फायरिंग की घटना में शामिल थे। पुराना वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ।
प्रयागराज के घूरपुर थाने में तैनात सिपाही सुधीर चौधरी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। वीडियो में वह कथित तौर पर रुपये के लेन-देन की बात करता सुनाई दे रहा है। मामला सामने आते ही डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र यादव ने उसे सस्पेंड कर विभागीय जांच के आदेश दे दिए। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियोसोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ, जिसमें सिपाही किसी से रुपये की बात करते नजर आ रहा है। वीडियो सामने आते ही पुलिसकर्मियों में खलबली मच गई और मामले की जानकारी तुरंत उच्चाधिकारियों तक पहुंची। वीडियो की जांच में पता चला कि इसमें दिख रहा सिपाही सुधीर चौधरी है, जो घूरपुर थाने में तैनात है। डीसीपी ने लिया संज्ञान, सिपाही निलंबितडीसीपी विवेक चंद्र यादव ने बताया कि सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। प्रारंभिक रूप से जो बातें सामने आई है, उस आधार पर यह कार्रवाई की गई है।विभागीय जांच में आरोप सही पाए गए तो सिपाही के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा के पंचकूला में फर्जी जमानती बनकर जमानत लेने के मामले में सेक्टर-7 थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। हालांकि अभी आरोपी अज्ञात है लेकिन पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी हुई है। पंचकूला के रायपुर रानी थाना एरिया के बहबलपुर गांव से साल 2021 में पोल्ट्री फाॅर्म के मुंशी के पास से एक क्विंटल चूरा पोस्त बरामद की। जिसमें पुलिस ने आरोपी मोहित के साथ-साथ महिला बबली को भी आरोपी बनाया था। जिसमें बबली की कोर्ट में जमानत मोहन सिंह नाम के व्यक्ति ने ली। जमानत पर बाहर आने के बाद बबली ने कोर्ट में पेशी के लिए नहीं आई। गैर जमानती वारंट होने के बाद भी आरोपी नहीं आई तो कोर्ट ने जमानत को वारंट भेजे। कभी नहीं ली किसी की जमानत कोर्ट में पेश होकर मोहन सूद ने बताया कि उसने कभी किसी की जमानत नहीं ली। उसके कागजातों को किसी ने फर्जी तरीके से तैयार करवाया था। कोर्ट में बयान देने के बाद कोर्ट ने बबली की जमानत लेने वाले अज्ञात व्यक्ति व उसकी शिनाख्त करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दिए। चल रही है जांच : ASI अरविंदपंचकूला सेक्टर-7 पुलिस थाना के जांच अधिकारी ASI अरविंद ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के खिलाफ धारा 406,420,465,466,467,468,471,120-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
NIC कुरुक्षेत्र का चैटबॉट ऑप्शन:लिंक पर क्लिक करते ही AI देगा गीता ज्ञान, 11 दिन चलेगा IGM क्विज
बस लिंक पर क्लिक करते ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आपके मोबाइल पर भगवद्गीता के शाश्वत और प्राचीन ज्ञान की बरसात करेगा। साथ ही गीता के श्लोकों से जीवन की समस्या का समाधान भी बताएगा। इसके लिए राष्ट्रीय सूचना एवं विज्ञान केंद्र (NIC) कुरुक्षेत्र की ओर से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (IGM) क्विज में चैटबॉट का ऑप्शन रखा है। इस चैटबॉट में गीता से जुड़े सभी सवालों के उत्तर मिलेंगे। अगर कोई अपनी समस्या उस चैटबॉट में लिखकर डालेगा तो उसे गीता पर आधारित उस समस्या का समाधान बताएगा। खास बात ये है कि इस चैटबॉट में हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा में अपने सवाल को टाइप किया जा सकेगा। आज से शुरू होगी क्विज आज 4 नवंबर से गीता पर आधारित 11 दिवसीय ऑनलाइन क्विज शुरू होने जा रही है। इस क्विज में कोई भी और कहीं से भी हिस्सा ले सकता है। हालांकि इस क्विज में हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा। अगर पहले से लिंक पर रजिस्टर है तो उसे रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। लिंक से खुलेगा पेज NIC की ओर से गीता क्विज के लिए Https://igmquiz.in का लिंक दिया है। इस लिंक पर क्लिक करते ही क्विज का पेज खुल जाएगा। इस लिंक के जरिए ही क्विज में हिस्सा लिया जा सकेगा, जिसमें हर दिन के लिए गीता से जुड़े सवाल पूछे जाएगा। मोबाइल नंबर के जरिए रजिस्ट्रेशन होगी। महोत्सव के कार्यक्रम भी बताएगा AI के चैटबॉट के जरिए महोत्सव के कार्यक्रम की जानकारी भी मिल सकेगी। महोत्सव के कार्यक्रम शेड्यूल होते ही उसे अपडेट कर दिया जाएगा। इस चैटबॉट से कार्यक्रम के साथ-साथ महोत्सव में आने वाले शिल्पकार, उनकी खासियत और स्टॉल के बारे में जानकारी देगा। यानी महोत्सव में लगे स्टॉल की लोकेशन सीधे मोबाइल पर मिल जाएगी। 15 से शुरू होगा 10 वां महोत्सव इस बार 15 नवंबर से 10वें IGM की शुरुआत होगी। ये महोत्सव 5 दिसंबर यानी 21 दिन तक चलेगा। इस साल गीता का ज्ञान दिए 5163 साल पूरे हुए हैं। इस बार मध्य प्रदेश को स्टेट पार्टनर बनाया गया है। खास बात यह है कि हमारे साथ-साथ 51 और देशों में महोत्सव के कार्यक्रम होंगे। जिसको लाइव देखा जा सकेगा। 25 को पीएम आएंगे कुरुक्षेत्र महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 24 नवंबर से शुरू होकर 1 दिसंबर तक चलेंगे। पहली बार प्रधानमंत्री मोदी महोत्सव में हिस्सा लेंगे। 25 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी का कार्यक्रम तय किया गया है। इस बार कुश्ती दंगल का आयोजन भी किया जाएगा। 16 नवंबर को गीता रन का आयोजन होगा। शाम को हर रोज पुरुषोत्तमपुरा बाग में भजन संध्या व महाआरती होगी। चीटिंग से मतलब नहीं सिर्फ गीता का प्रचार करना- सिंगला NIC के सीनियर डायरेक्टर विनोद सिंगला ने बताया कि क्विज के आने वाले सवाल के जवाब गूगल और चैटबॉट से मिल जाएंगे, लेकिन सरकार और प्रशासन का मकसद सिर्फ गीता का प्रचार-प्रसार करना है। क्विज में किसी के पास, फेल और चीटिंग से भी कोई फर्क नहीं पड़ता। क्विज के जरिए लोगों को गीता से जोड़ना है।
दौर चाहे कोई भी हो किताबों की जगह कोई नहीं ले सकता। जितनी जानकारी हमें गूगल से मिलती है। उससे दस गुना ज्यादा मानव लिखित किताबों से मिलेगी। इंटरनेट अगर ज्ञान की नदी है तो किताबें ज्ञान का समंदर। ये कहना है बुक फेस्टिवल में आए किताबों के शौकीनों का। वहीं कृष्णा मिश्रा का कहना है कि किताबों में वो गहरे इमोशन छुपे है जो किसी मूवी को फेल कर सकते हैं। यह बात मुझे तब पता चली जब मैंने 'गुनाहों के देवता' को पढ़ा। आप यकीन नहीं करोगे कि जितना इमोशनल सैय्यारा मूवी देख कर कोई होगा,उससे कहीं ज्यादा यह किताब पढ़ कर होंगे। यह किताब पढ़ने के बाद मेरी रूचि और बढ़ गई है। ऐसी ही और कहानियों की तलाश में यहां आया हूं। यहां बहुत सी किताबें मुझे पसंद आई हैं। बुक फेस्टिवल के तीसरे दिन भी रहा रौनक इन दिनों गोरखपुर शहर के सबसे बड़ा आकर्षण का केंद्र गोरखपुर पुस्तक महोत्सव है। जिसमें तीसरे दिन भी खूब रौनक देखने को मिली। सुबह से शाम तक यहां हजारों की संख्या में पाठकों की भीड़ उमड़ रही है। खास बात यह है कि युवा वर्ग भी इन किताबों से आकर्षित हो रहे है। पुस्तक विक्रेताओं का कहना है कि हर रोज सबसे ज्यादा युवा ही स्टॉल विजिट कर रहे हैं। जिनमें हर तरह की किताबों का क्रेज देखा जा रहा है। डीडीयू कैंपस में नेशनल बुक ट्रस्ट की ओर से इस महोत्सव में लगभग दो सौ स्टॉल लगाए गए हैं। जिसमें हजारों किताबों का कलेक्शन है। जिनमें हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत, उर्दू और भोजपुरी सहित तमाम भारतीय भाषाओं की साहित्य, उपन्यास, कॉमेडी, हॉरर, धार्मिक, वैज्ञानिक और अन्य विभिन्न तरह की किताबें उपलब्ध हैं। साथ ही मुंशी प्रेम चंद, ओसो, विवेकानंद, राहुल सांकृत्यायन, तुलसीदास जैसे हजारों प्रसिद्द कवियों और लेखकों की किताबों को लोग पसंद कर रहे हैं। मन पसंद किताबों की तलाश में पहुंच रहें कैंपस इस बुक फेस्टिवल का क्रेज लोगों में इतना अधिक देखा जा रहा है कि अपने पसंद की किताब को ढूंढते हुए लोग यहां पहुंच रहे हैं। रितेश कुमार ने बताया- मैं एक दलित लेखक तुलसी राम की मुरधईया किताब को ढूंढने यहां आया हूं। ये किताब मार्केट में जल्दी नहीं मिलती है सिर्फ ऑनलाइन ही उपलब्ध है। लेकिन यहां इतने कलेक्शन हैं तो उम्मीद है कि मिल जाएं। एक दो पेज कहीं से पढ़ा था तो काफी अच्छा लगा। तबसे ही इस किताब हो ढूंढ रहा हूं। 'डेढ़ पाव जिंदगी पुल भर मन' की निराली कहानी इस बुक फेस्टिवल में स्थानीय लेखकों की किताबें भी देखने को मिल रही हैं। जिसमें 'डेढ़ पाव जिंदगी पुल भर मन' को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। इस किताब को सेंट जोसेफ कॉलेज की असिस्टेंस प्रोफेसर कनक लता मिश्रा ने लिखा है। जिसको पिछले साल ही प्रकाशित किया गया था। प्रोफेसर कनक का कहना है कि मेरी किताब को काफी पसंद किया जा रहा है। 100 में से सिर्फ 10 ही बचे हैं। इस फेस्टिवल में अब 5 से 6 किताबें बिक चुकी हैं। मुझे बहुत अच्छा लग रहा है। बढ़ेगी किताबें पढ़ने की आदतप्रोफेसर कनक ने कहा- सोशल मीडिया के दौर में आज की जनरेशन किताबों से बहुत दूर जा रही है। यह आयोजन उन्हें बुक रीडिंग से जोड़ने का एक बहुत अच्छा माध्यम है। इससे जरूर किताबें पढ़ने की आदत बढ़ेगी। ओशो की किताबों की मांग तेज इन सभी किताबों के बीच ओशो की किताबें बेहद ही आकर्षित कर रही हैं। इस स्टॉल पर ज्यादातर युवा ही पहुंच रहे हैं। इन किताबों को खरीदने आई रिया ने बताया- मैंने सोशल मीडिया पर ओशो के बहुत से कोट्स देखें हैं। मुझे काफी पसंद आते हैं। इसीलिए जब यहां उसका स्टॉल देखी तो खरीदने आ गई हूं। वहीं इस स्टॉल को लगाने वाले अमरीश मिश्रा ने बताया- मैं लखनऊ से किताबों की कई कलेक्शन ले कर आया हूं, जिसमें सबसे ज्यादा ओशो की किताबें पसंद की जा रही हैं। युवा ज्यादा इन किताबों को खरीद रहे है। युवाओं में बढ़ा बुक रीडिंग का क्रेज इस बुक फेस्टिवल की सकारात्मक प्रभाव हर किसी पर पड़ रहा है। लोग न चाहते हुए भी कुछ किताबें जरूर पढ़ रहे हैं। ऐसा ही कुछ करने वाली शिवानी ने बताया- मुझे किताबें पढ़ना बिल्कुल अच्छा नहीं लगता था। लेकिन यहां आकर मेरा मन बदल गया और मैंने कई किताबें खरीदी हैं। इन किताबों को खरीदने आए आदर्श पांडेय ने कहा- किताबों का कभी कोई विकल्प नहीं हो सकता है। यह बात सिर्फ वही लोग समझ पाएंगे जो किताबें पढ़ने के शौकीन हैं। किताबों में जो गहराई होती है वह कही और नहीं मिलेगी। हर्षिता सिंह ने कहा- मुझे किताबें पढ़ना बहुत पसंद है। जब मैंने इस बुक फेस्टिवल के बारे में सुना तो काफी खुश हो गई। क्योंकि मुझे बहुत दिनों से नई किताबें खरीदनी थी। मैंने एक साथ तीन किताबें ली हैं। शिवम कुमार त्रिपाठी ने कहा- यह बहुत बढ़िया आयोजन किया गया है। यहां बहुत से प्रकाशन की किताबें एक साथ उपलब्ध है। मुझे डार्क हॉर्स और वर्चस्व काफी अच्छा लगा। बृजेश दुबे ने कहा- एक साथ यहां इतनी किताबों का संग्रह है कि जो लोग पुस्तक प्रेमी नहीं होंगे वे भी एक बार जरूर यहां की पुस्तकों को खोल कर देखने को मजबूर हो जाएंगे। इस आयोजन से युवाओं के अंदर किताबें पढ़ने की आदत को बढ़ावा मिल रहा है। जो इसकी सफलता का प्रतीक है। पॉकेट बुक बना आकर्षण का केंद्र इन सभी कलेक्शन में पॉकेट बुक भी मौजूद हैं। जिनमें केमिस्ट्री, जूलॉजी, फिजिक्स, बॉटनी, मैथमेटिक्स और जियोग्राफी जैसे सब्जेक्ट की किताबें मौजूद हैं। पढ़ने या तैयारी करने वाले बच्चे इसे ज्यादा खरीद रहे हैं।
कानपुर के सरकारी अस्पताल कमलापत मेमोरियल चिकित्सालय (KPM) के डॉक्टर और MR की यारी मरीजों और उनके तिमारदारों पर भारी पड़ रही है। अस्पताल में औषधी केंद्र के अलावा प्रधानमंत्री जन औषधी केंद्र भी बना हुआ हैं। इसके बावजूद यहां के डॉक्टर मरीजों को धडल्ले से बाहर की दवा लिख रहे हैं। वहीं, खुलेआम MR अस्पताल के अंदर डॉक्टरों से ओपीडी में मिलने जाते रहते हैं। जबकि तीन दिन पूर्व अपर मुख्य सचिव अमित कुमार घोष ने साफ निर्देश दिए थे कि किसी भी सरकारी अस्पताल में बाहर की दवा नहीं लिखी जानी चाहिए। इसके लिए उन्हें एडी को स्वयं जांच करने के निर्देश भी दिए, लेकिन उनकी बातों का असर यहां दिखाई नहीं दिया। स्किन क्रीम और विटामिन की दवा अंदर उपलब्ध हड्डी की दवा हो, स्किन की दवा हो, या फिर विटामिन की दवा, सभी औषधी केंद्र में उपलब्ध रहती हैं। इसके अलावा ये दवाएं प्रधानमंत्री जन औषधी केंद्र में भी मिलती हैं। इसके बाद भी कुछ दवाएं ऐसी है जिनको डॉक्टर बाहर से ही लिख रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि किस-किस तरह की दवाएं बाहर से लिखी जा रही हैं।सबसे ज्यादा दवाएं विटामिन और स्किन से संबंधित की लिखी जाती हैं। जैसे कि नशों की ताकत के लिए अंदक मिथाइको मालामेन की दवा आती है। इसके बावजूद पर्ची में स्कायलोबाल-M लिखकर पर्ची दी जाती हैं। खूब बढ़ाने के लिए हॉस्पिटल में पॉलिकएसिड आती है, लेकिन पॉलिविड के नाम से दवा लिखी जाती हैं, जोकि बाहर ही मिलती हैं। आंखों के लिए नेविफ्रेश का ड्रॉप अंदर आता है, लेकिन क्रीम लिखी जाती है जो कि बाहर से लेनी पड़ती हैं। गैस के लिए डीएसआर अंदर मिलती है, लेकिन फिर भी बाहर से लिखी जा रही हैं। वहीं, विटामिन के दवा अंदर मौजूद है लेकिन बाहर की दवा लायकोपेन नाम से लिखी जाती हैं। बच्चे की दवा 800 की मिली दवामोहम्मद अफजाल सिद्दकी ने बताया कि बच्चे की आंख दिखाने के लिए यहां पर आए थे। मैडम ने आंख देखी और फिर बाहर की दवा लिख दी। अस्पताल के सामने बने मेडिकल स्टोर से करीब 800 रुपए की दवा मिली। वहीं, कृष्णा ने बताया कि कई दवा अंदर की लिखी गई तो कई बाहर की दवा भी लिखी गई हैं। बाहर ये दवा 162 कि दवा मिली और 650 रुपए का सिरप अलग हैं। बोले जिम्मेदार..... अस्पताल के सीएमएस डॉ. अनिल शुक्ला ने कहा कि हमने सबको 3-3 बार निर्देश दे चुका हूं। अगर ऐसा हो रहा है तो मुझे आप रिपोर्ट करों और कार्रवाई करूंगा। वहीं, जेडी हेल्थ डॉ. जेके मिश्रा ने कहा कि हम लोगों ने सभी को निर्देश दिए है कि कोई बाहर की दवा नहीं लिखेगा। यदि कोई करता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
बरेली में कैनविज कंपनी के सीएमडी पर ठगी का एक और मुकदमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि उन्होंने बरेली की एक महिला एलआईसी एजेंट से 1.35 करोड़ रुपए का निवेश कराया और फिर रकम हड़प ली। पीड़िता ने बताया कि उसने ये पैसा मकान गिरवी रखकर दिया था, अब हालत ऐसी हो गई है कि घर बिकने की नौबत आ चुकी है। ठगी का ये ताजा मामला बारादरी थाना क्षेत्र से सामने आया है। अधिक ब्याज का लालच देकर जाल में फंसाया कैनविज नाम से चिटफंड कंपनी चलाने वाला कन्हैया गुलाटी पर आरोप है कि वे ऊंचे ब्याज का लालच देकर लोगों से करोड़ों रुपये जुटाती रहे। फिर अचानक दफ्तर बंद कर गायब हो गए। बताया जा रहा है मुकदम दर्ज होने के बावजूद गुलाटी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। महिला एजेंट बोली-पहले ब्याज मिला, फिर सब बंद महावीर एंक्लेव (जाटवपुरा) निवासी मीरा गुप्ता एलआईसी की एजेंट हैं। उन्होंने बताया कि मॉडल टाउन निवासी कन्हैया गुलाटी, उसके साथी हरेंद्र पटेल और जगतपाल सिंह ने उन्हें भरोसे में लेकर कैनविज एसोसिएट्स में निवेश कराया था।मीरा गुप्ता के मुताबिक, आरोपियों ने वादा किया था कि निवेश पर पांच प्रतिशत मासिक ब्याज मिलेगा। शुरुआत के कुछ महीनों तक ब्याज दिया भी गया, जिससे भरोसा बढ़ गया। लेकिन बाद में न ब्याज मिला और न मूलधन। कंपनी के दफ्तर पर जाने पर ताले लटके मिले। 1.35 करोड़ में से 39 लाख खुद के, बाकी परिचितों के मीरा गुप्ता ने बताया कि उन्होंने अपने नाम से 39 लाख रुपये मकान गिरवी रखकर और बैंक से लोन लेकर लगाए थे। बाकी रकम उनके परिचित निवेशकों की थी, जो उन पर भरोसा कर पैसा लगाए थे। अब जब कंपनी ने सबका पैसा डुबा दिया, तो लोग रोज उनके घर आकर पैसा मांगते हैं।मीरा ने बताया कि वह कई महीनों से तनाव में हैं और आर्थिक तंगी के कारण उन्हें हार्ट अटैक भी पड़ चुका है। उन्होंने पुलिस को तहरीर देकर साफ कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार यही तीनों आरोपी होंगे। मकान बिकने की नौबत, लोन की किस्तें बंद पीड़िता ने बताया कि बैंक की किस्तें नहीं भर पाने की वजह से अब मकान नीलामी की कगार पर पहुंच गया है। परिवार पर कर्ज का बोझ है और ब्याज बढ़ता जा रहा है। मीरा गुप्ता ने कहा कि कंपनी के झूठे वादों ने उनकी जिंदगी तबाह कर दी है।उन्होंने कहा कि वे रोज अपने निवेशकों के फोन सुन-सुनकर टूट चुकी हैं। कई बार पुलिस से मदद मांगी, लेकिन कार्रवाई न होने से अब न्याय पर भरोसा डगमगाने लगा है। बारादरी पुलिस बोली-जांच चल रही, जल्द गिरफ्तारी बारादरी थाना प्रभारी धनंजय पांडेय ने बताया कि मीरा गुप्ता की तहरीर पर कन्हैया गुलाटी, हरेंद्र पटेल और जगतपाल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पुलिस मामले की जाँच कर रही है। देश भर में फैला है कन्हैया गुलाटी का नेटवर्क कन्हैया गुलाटी का ठगी का नेटवर्क केवल बरेली में नहीं बल्कि देश के कई शहरों में फैला हुआ है। दिल्ली, लखनऊ, जयपुर, भोपाल और देहरादून में भी उस पर निवेशकों को ठगने के केस दर्ज हैं।हर बार वह ऊंचे ब्याज का झांसा देकर निवेश करवाता है और कुछ महीनों तक ब्याज देकर विश्वास जमा लेता है। उसके बाद दफ्तर बंद कर देता है। हजारों लोग अब तक अपनी जीवनभर की कमाई गंवा चुके हैं। बरेली में पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले बरेली और आसपास के जिलों में पिछले कुछ सालों में चिटफंड कंपनियों का मकड़जाल तेजी से फैला है। इससे पहले अमर ज्योति कंपनी ने भी हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी की थी, जिसमें कई नेता और व्यापारी तक फंस चुके हैं।इन कंपनियों की खासियत यही होती है कि शुरू में भरोसा जीतने के लिए थोड़ी रकम लौटाई जाती है, फिर धीरे-धीरे करोड़ों का फंड इकट्ठा कर ठग गायब हो जाते हैं।
करनाल में घरौंडा के रेलवे रोड पर एक युवती पर पालतू रोटविलर कुत्ते ने हमला कर दिया। युवती रेलवे स्टेशन की ओर से अपने घर की तरफ आ रही थी। कुत्ता अपने मालिक के साथ था, लेकिन युवक ने कुत्ते की रस्सी ढीली छोड़ रखी थी। अचानक कुत्ता युवती की तरफ झपटा और पहले उसकी चुन्नी पकड़ ली। उसके बाद बाजू और टांग में काट लिया। युवती ने जब आपत्ति जताई तो कुत्ते का मालिक माफी मांगने की बजाय उल्टा तेवर दिखाने लगा। शोर सुनकर आसपास के लोग मौके पर एकत्र हो गए और पुलिस को फोन किया गया। पुलिस की ईआरवी मौके पर आई और दोनों को अस्पताल लेकर गई। वहां युवती का इलाज कराया गया। कुत्ते ने चुन्नी फाड़ी, फिर बाजू व टांग में काटा घरौंडा की शिल्पी ने बताया कि वह सोमवार देर शाम को रेलवे रोड पर फल लेने जा रही थी। तभी एक युवक अपने पालतू रोटविलर को टहला रहा था। युवती का आरोप है कि युवक ने कुत्ते पर कंट्रोल नहीं रखा और रस्सी ढीली छोड़ दी। कुत्ते ने अचानक उसकी चुन्नी पकड़कर खींच ली। चुन्नी निकलने के बाद कुत्ते ने बाजू से काट लिया और फिर टांग में भी घाव कर दिया। इससे वह दर्द से चीख पड़ी और वहां मौजूद लोग उसकी मदद के लिए दौड़े। शिल्पी ने बताया कि वह घबराई हुई थी लेकिन कुत्ते का मालिक सहानुभूति दिखाने की बजाय उसी को गलत ठहराने लगा। “कुत्ता तुम्हें फाड़ देगा... भीड़ क्यों कर रखी है” प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कुत्ते द्वारा काटे जाने के बावजूद युवक लगातार ऊंची आवाज में बात कर रहा था। वह बार-बार कह रहा था कि भीड़ क्यों इकट्ठी कर ली है। लोगों ने जब उसे समझाने की कोशिश की कि कुत्ते को ठीक से संभालना चाहिए और बदतमीजी कर रहे हो तुम्हे शर्म आनी चाहिए, इस पर युवक बोला-शर्म तो तुम्हारी सारी निकल जाएगी। युवती ने जब कहा कि पुलिस बुला ली है, कहां जा रहे हो, तो युवक बोला कि मेरा घर यहीं है, लेकर आ जाना। मौके पर मौजूद लोगों सेभी युवक ने बदतमीजी की। जब वहां मौजूद लोगों ने मोबाइल से वीडियो बनाने लगे तो युवक चिल्लाकर बोला कि वीडियो क्यों बना रहा है, ये तुम्हें भी फाड़ देगा। फालतू की वीडियो मुझे अच्छी नहीं लग रही। इस पर एक व्यक्ति ने उसे जवाब दिया कि ये वीडियो उसकी पसंद के लिए नहीं बल्कि घटना को दिखाने के लिए बनाई जा रही है। पुलिस पहुंची तो अस्पताल ले जाया गया सूचना मिलते ही ईआरवी-416 टीम मौके पर पहुंची। ईआरवी इंचार्ज बीरबल ने बताया कि कॉल मिलते ही तुरंत रेलवे रोड पर पहुंचे थे। वहां युवती घायल हालत में मिली। युवती और कुत्ते के मालिक को अस्पताल ले जाकर इलाज कराया गया। वहां दोनों तरफ से समझौता हो गया, लेकिन अगर युवती आगे शिकायत देती है तो कानून के अनुसार कार्रवाई होगी। लोगों में रोष, कहा- ऐसे खतरनाक कुत्तों को सार्वजनिक जगह पर न घुमाएं घटना के बाद वहां मौजूद लोगों में रोष देखने को मिला। लोगों कहना था कि रोटविलर जैसे खतरनाक नस्ल के कुत्तों को बिना सुरक्षा और कंट्रोल के सार्वजनिक सड़कों पर घुमाना गलत है। इससे लोगों की जान जोखिम में पड़ती है। लोगों ने मांग की कि प्रशासन ऐसे मामलों पर सख्त कार्रवाई करे, ताकि शहर में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो।
पंजाब के PM SHRI स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों मेरिटोरियस स्टूडेंट प्रोजेक्ट इनोवेशन के तहत अलग-अलग राज्यों की एक्सपोजर विजिट पर जाएंगे। इस योजना का उद्देश्य विद्यार्थियों को किताबों से परे व्यावहारिक ज्ञान दिलाना और उन्हें देश के अन्य हिस्सों की संस्कृति, विज्ञान और तकनीकी विकास से जोड़ना है। राज्य के 355 सरकारी पीएम श्री स्कूलों में पढ़ने वाले 18,460 विद्यार्थियों और 710 एस्कॉर्ट अध्यापकों को इस योजना के तहत एक्सपोजर विजिट करवाई जाएगी। पहले चरण में 201 स्कूलों के 10452 विद्यार्थी राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, मुंबई और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्यों में स्थित विज्ञान केंद्रों, म्यूजियम और ऐतिहासिक स्थलों की यात्रा पर भेजा जा रहा है।पहले चारण की विजिट के लिए शिक्षा विभाग ने सभी 201 स्कूलों को राशि जारी कर दी है। यह विजिट 5-6 दिन की होगी और इसमें प्रति स्टूडेंट व टीचर 20 हजार रुपये का खर्च होगा। 201 स्कूलों को विभाग ने कुल 20.90 करोड़ रुपये की राशि जारी कर दी है। मेरिट के आधार पर स्टूडेंट का चयन विजिट पर जाने वाले स्टूडेंट का चयन पूरी तरह से मेरिट के आधार पर किया जाएगा। कक्षा 6वीं से 12वीं तक के स्टूडेंट में से सर्वश्रेष्ठ 50 स्टूडेंट का चयन उनके बोर्ड और नॉन-बोर्ड परीक्षाओं में प्राप्त अंकों के आधार पर होगा। अगर अंकों में समानता आती है, तो विज्ञान विषय में अधिक अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा चयन प्रक्रिया में विद्यार्थियों की साइंस क्विज़, प्रदर्शनी, सेमिनार, ड्रामा, पेंटिंग आदि प्रतियोगिताओं में की गई उपलब्धियों को भी ध्यान में रखा जाएगा। उद्देश्य यह है कि इन यात्राओं में वही स्टूडेंट शामिल हों जो अपने स्कूल, ब्लॉक, जिला, राज्य या राष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन कर चुके हैं। किन राज्यों में होंगे विजिट स्टूडेंट को जयपुर (राजस्थान) के विज्ञान केंद्र और ऐतिहासिक स्थलों, दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय, अहमदाबाद (गुजरात) के साइंस सिटी और संग्रहालय, मुंबई के औद्योगिक व तकनीकी स्थलों और पालमपुर (हिमाचल प्रदेश) के प्राकृतिक एवं शैक्षिक केंद्रों की यात्रा करवाई जाएगी। इन स्थलों का चयन उनकी वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्ता को देखते हुए किया गया है। स्कूल प्रमुख की जिम्मेदारी प्रत्येक स्कूल के प्रिंसिपल को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि यात्राओं के दौरान स्टूडेंट की सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। सुरक्षा और अनुशासन पर सख्ती शिक्षा विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि यात्रा के दौरान अनुशासन, सुरक्षा और सेहत संबंधी नियमों का कड़ाई से पालन किया जाएगा। रेलवे और आईआरसीटीसी से विशेष व्यवस्था इन यात्राओं के लिए रेलवे टिकटों की बुकिंग इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज़्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (IRCTC) के माध्यम से की जाएगी ताकि यात्रा सुरक्षित और पारदर्शी हो। साथ ही, यात्रा के दौरान ठहरने, खाने-पीने और स्थानीय ट्रांसपोर्टेशन के लिए उपयुक्त व्यवस्था करनी होगी। रिपोर्टिंग और फीडबैक लेनी होगी यात्रा पूरी होने के बाद प्रत्येक जिला शिक्षा अधिकारी (सेकंडरी) को स्कूलों से विस्तृत रिपोर्ट मंगवानी होगी।रिपोर्ट में खर्च का रिकॉर्ड रखना जरूरी सभी स्कूलों को इस शैक्षणिक यात्रा के खर्च का विस्तृत लेखा-जोखा रखना होगा और इसे विभागीय पोर्टल पर अपडेट करना अनिवार्य होगा। यात्रा से संबंधित सभी रसीदें, फोटो और वीडियो स्कूल की गतिविधि रजिस्टर में दर्ज की जाएंगी। शिक्षा में नया प्रयोग एससीईआरटी की डायरेक्टर किरन शर्मा का कहना है कि यह पहल स्टूडेंट में वैज्ञानिक सोच, रचनात्मकता और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई है। प्रोजेक्ट इनोवेशन के तहत विद्यार्थियों को केवल किताबों तक सीमित नहीं रखा जा रहा, बल्कि उन्हें प्रयोगात्मक और अनुभवात्मक सीखने का मौका दिया जा रहा है।”
नमस्कार लखनऊ, मुस्कुराइए, आज 4 नवंबर, दिन मंगलवार है... हम आपके लिए आज के इवेंट और आपसे जुड़ी काम की बातों को लेकर आए हैं। इसमें बता रहे हैं कि शहर में कहां और क्या-क्या हो रहा है। बिजली किन इलाकों में कटेगी, पानी किन इलाकों में नहीं आएगा। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट्स कहां हो रहे हैं। शहर का मौसम, सिटी का ट्रैफिक, सिनेमा, स्कूल-कॉलेज से जुड़ी जानकारियां भी हैं। पढ़िए क्या कुछ हैं, आपके काम की बातें... शहर में आपसे जुड़ी सुविधाएं और इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर- दैनिक भास्कर लखनऊ रिपोर्टिंग टीम से संपर्क करें-
जयपुर में बेकाबू डंपर ने महज 400 मीटर में 17 गाड़ियों को रौंद डाला। 14 लोगों की मौत हो गई। 12 घायल हैं। इनमें से 7 की स्थिति गंभीर है। इन्हें सवाई मान सिंह (SMS) हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। देखते ही देखते सड़क पर लाशें बिछ गईं। शवों के टुकड़े इधर-उधर बिखर गए। किसी का पैर कट गया तो किसी का हाथ। 7 शवों की पहचान नहीं हो पाई है। उधर, सोमवार देर रात डीसीपी ट्रैफिक सुमित मेहरड़ा ने सीआई (ट्रैफिक पुलिस) राजकिरण, एएसआई राजपाल सिंह और कॉन्स्टेबल महेश कुमार को सस्पेंड कर दिया। हादसा सोमवार दोपहर करीब एक बजे हरमाड़ा के लोहा मंडी पर हुआ। डंपर (आरजे-14 जीपी 8724) लोहा मंडी पेट्रोल पंप की तरफ से रोड नंबर -14 से हाईवे की ओर जा रहा था। इस दौरान उसने गाड़ियों को टक्कर मार दी। लोगों ने डंपर ड्राइवर को मौके से पकड़ लिया। वह नशे में था। ड्राइवर कल्याण मीणा विराटनगर (जयपुर) का रहने वाला है। वह भी हॉस्पिटल में भर्ती है। पुलिस का कहना है कि हादसे से करीब डेढ़ किलोमीटर पहले एक पेट्रोल पंप के बाहर डंपर ड्राइवर की एक कार सवार से कहासुनी हुई थी। 14 लोगों की जान लेने वाले डंपर के पीछे लिखा था- दम है तो पास कर, वरना बर्दाश्त कर। पहले देखिए हादसे की सिलसिलेवार लाइव PHOTOS... इनकी हुई मौतगिरजा बाई (55) पत्नी भंवर सिंह निवासी रोड नंबर-17 विश्वकर्मा, सुरेश कुमार मीणा (35) पुत्र बंदी लाल मीणा निवासी टोंक, महेश कुमार मीणा (35) पुत्र धन्ना लाल मीणा निवासी टोंक, विनोद मालपानी (44) पुत्र ओमप्रकाश निवासी सुदामपुरी हरमाड़ा (जयपुर), भीखी बाई (50) पत्नी नागजी निवासी तालेरा बनासकाटा (गुजरात), महेंद्र कुमार बुनकर (38) पुत्र भागीरथ प्रसाद निवासी बुनकरों का मोहल्ला सीपुर (सीकर), भावना वर्मा उर्फ भानु (7) पुत्री दशरथ निवासी सीपुर (सीकर) समेत 14 की मौत हो गई। 7 अन्य मरने वालों की अभी पहचान नहीं हुई है। इनका इलाज जारी हैवर्षा कुमारी (25), दानिश (45), अजय (55), मनोज (45), देशराज (51), कमल (40), ज्ञान रंजन (24) का SMS हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। कांवटिया में ईश्वर भाई (36), नाग जी भाई (39),पन्ना का इलाज जारी है। दो घायलों को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। 300 मीटर दूर से टक्कर मारता हुआ आयाहेड कॉन्स्टेबल रविंद्र ने बताया कि डंपर खाली था। वह रोड नंबर 14 की तरफ जा रहा था। लोहा मंडी रोड पर करीब 300 मीटर दूर से लोगों को टक्कर मारता आ रहा था। कई वाहनों और लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे के बाद की PHOTOS... --- जयपुर में डंपर हादसे की ये खबरें भी पढ़िए... बर्दाश्त करने की बात लिखे डंपर ने 14-लाशें बिछा दी:जयपुर में 17 गाड़ियों को कुचला, कार मालिक से हुई थी कहासुनी, CI समेत 3 सस्पेंड जयपुर में तेज रफ्तार डंपर ने एक के बाद एक 17 गाड़ियों को टक्कर मार दी। हादसे में 14 लोगों की मौत हो गई। 12 घायल हो गए l 7 गंभीर घायलों को SMS अस्पताल ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। पढ़ें पूरी खबर... 14 लोगों की हत्या कारण था मामूली विवाद, VIDEO:जयपुर में मौत बनकर दौड़े डंपर का कार रही थी पीछा, फिर 17 गाड़ियों को कुचल डाला जयपुर के हरमाड़ा में जो भी रास्ते में आया, डंपर कुचलता चला गया। ये हादसा नहीं, सामूहिक हत्याकांड था। इसकी वजह एक मामूली झगड़ा था। पढ़ें पूरी खबर...
इस बार फसल अच्छी हुई है। फसल बेचकर सब ठीक हो जाएगा। बेटी का भी अच्छा रिश्ता कर दूंगा। लेकिन बारिश ने उनकी आखिरी उम्मीद भी डुबो दी। फसल बर्बाद हुई तो वो टूट गए। चार-पांच दिन से उदास रहने लगे। 31 अक्टूबर को भी खेत पर जाने की बोलकर चले गए और फिर कभी वापस नहीं आए। जब उनको खोजा गए तो खेत के पास के पेड़ से फांसी के फंदे पर झूलते मिले। ये कहना है सुसाइड करने वाले किसान मुकेश गुर्जर की पत्नी लक्ष्मी गुर्जर का। मुरैना के बानमौर तहसील के टीकरी गांव में किसान मुकेश ने कर्ज के चलते खेत के पास पेड़ से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। 31 अक्टूबर को सुबह घर से खेत पर जाने की बात कहकर निकले 39 वर्षीय मुकेश गुर्जर शाम तक घर नहीं लौटे। 1 नवंबर की रात कुछ लोगों ने मुकेश अपने खेत से दो खेत दूर एक पेड़ पर फांसी के फंदे से लटका हुआ देखा। ग्रामीणों ने परिजनों और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मर्ग कायम कर मामला जांच में लिया और 2 नवंबर को शाम चार बजे उनका अंतिम संस्कार किया गया। दो लाख की जमीन ठेके पर लेकर खेती करता था मुकेश के पिता रामनाथ गुर्जर के हिस्से में साढ़े चार बीघा जमीन थी। तीन भाइयों में बंटवारे के बाद मुकेश के हिस्से में केवल डेढ़ बीघा जमीन आई। खेती के अलावा मुकेश को कोई दूसरा काम नहीं आता था, इसलिए वे हर साल चाचा और रिश्तेदारों से 10 बीघा जमीन ठेके पर लेकर खेती करता था। इस जमीन के एवज में उसे प्रति बीघा 20 हजार रुपए सालाना के हिसाब से कुल 2 लाख रुपए चुकाने थे। इस साल अतिवर्षा के कारण 10 बीघा में बोई धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई, जिस कारण जमीन मालिकों को दो लाख रुपए देने की चिंता उसे सताने लगी। फसल और कर्ज दोनों के दबाव में आकर उसने आत्महत्या कर लिया। तीन महीने पहले दो लाख की भैंस मर गई थी अगस्त महीने में मुकेश की लगभग दो लाख रुपए कीमत की भैंस बीमारी के कारण मर गई। भैंस का दूध बेचकर घर का कुछ गुजारा चलता था, इसलिए भैंस की मौत से पारिवारिक आय पर बड़ा असर पड़ा। पत्नी लक्ष्मी और बेटी ज्योति के अनुसार भैंस के मरने के बाद मुकेश डिप्रेशन में आ गए थे, लेकिन फसल अच्छी दिखने की वजह से आशा थी कि कर्ज चुक जाएगा। पत्नी लक्ष्मी बताती है - मुकेश कहते थे कि फसल बेचकर सब ठीक हो जाएगा। बेटी का भी रिश्ता अच्छी जगह तय करूंगा, लेकिन अतिवर्षा ने यह उम्मीद भी तोड़ दी। अतिवर्षा के कारण धान की पकी हुई फसल पूरी नष्ट हो गई, जिससे मुकेश की चिंता बढ़ गई। परिजन बताते हैं कि वह चार-पांच दिन से उदास रह रहे थे, घर पर चादर ओढ़कर सोते रहते या खेत जाकर चौपट हुई फसल को देखकर दुखी होते थे। पत्नी-बेटी ने कहा कि वह बार-बार यही बोलते थे कि आखिर जमीन के पैसे कैसे चुकाऊंगा और फसल, बीज-खाद का भी कुछ उधार पड़ा हुआ था जिसे कैसे चुकाएंगे, यह सोचकर चुप्पी छा जाती थी। मुकेश अपने पीछे पत्नी लक्ष्मी गुर्जर, 12वीं में पढ़ रही बेटी ज्योति, 10 वीं में पढ़ रहा बेटा सौरभ और 8वीं पढ़ रहा बेटा जयदीप को छोड़ गए हैं। परिवार पर मातम छाया हुआ है और पत्नी-बेटी का रो-रोकर बुरा हाल हैं। पत्नी ने अपने दुख में कहा कि अब हम किसके सहारे जिएंगे। मेरे बच्चों को कौन देखेगा। पिता बोले- कभी सोचा नहीं था, बेटे की मौत देखनी पड़ेगी मुकेश के पिता रामनाथ गुर्जर ने कहा कि मुकेश हमेशा शांत रहता था। उसने कर्ज की गंभीरता कभी खुलकर परिवार को नहीं बताई। मुकेश ने ठेके पर जमीन ली थी, लेकिन बारिश से फसल चौपट हो गई, खाद-बीज के लिए भी उसने गांव से उधार लिया था। भैंस की मौत और लगातार आर्थिक नुकसान वह सहन नहीं कर पाया। एक ही कमरे में पत्नी और बच्चों के साथ रहता था मुकेश का छोटा भाई बलबीर गुर्जर 2005 में सरपंच रह चुका है। बलबीर के अनुसार मुकेश ने कभी आर्थिक तंगी के बारे में भाइयों से चर्चा नहीं की, जबकि सभी एक ही सम्मिलित मकान में रहते है। अगर मुकेश बता देता तो कुछ मिलकर कुछ हल निकाल लेते। यह सही है पूरे इलाके की फसल बर्बाद हुई है जिसमें मुकेश की हमारी सभी की है, लेकिन उसको इतना बड़ा कदम नहीं उठाना चाहिए था। उसकी पत्नी का बेटी और बेटों का क्या होगा। चचेरे भाई पटेल गुर्जर ने कहा कि मुकेश की आर्थिक स्थिति शुरू से ठीक नहीं थी। वह मेहनत कर ही अपने परिवार को पालता था। उन्होंने कहा कि रहने के नाम पर भी उसके पास घर बंटवारे में मिला एक ही कमरा है, जिसमें वह पत्नी और बच्चों के साथ रहता था। पटेल ने यह भी कहा कि भैंस के मरने और फसल बर्बाद होने के बाद कोई प्रशासनिक अधिकारी या पटवारी नहीं आया। पटवारी भी किसान के घर पहुंचे, ग्रामीणों ने सर्वे से इनकार किया मृतक मुकेश गुर्जर के घर हल्का पटवारी गौरव शर्मा भी पहुंचे। पटवारी के अनुसार वह फसल नुकसान का सर्वे कर चुके हैं। अब कृषि विभाग बताएगा कि कितना नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि हमने गांव-गांव घूमकर फसल सर्वे किया है। हालांकि हर खेत पर जाना संभव नहीं हो पाता है, लेकिन मुकेश का भी सर्वे हुई है। इधर ग्रामीणों ने पटवारी के सामने ही सर्वे होने से मना कर दिया। बताया गया कि सर्वे सही ढंग से हुआ ही नहीं।
यूपी में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान आज से शुरू हो रहा है। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) आज से घर-घर दस्तक देंगे। SIR के बाद तैयार मतदाता सूची ही विधानसभा चुनाव 2027 का महत्वपूर्ण आधार बनेगी। पूरी प्रक्रिया मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ), बीएलओ, राजनीतिक दलों के साथ मतदाताओं की भी गहन परीक्षा है। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी ने SIR के लिए प्रत्येक बूथ पर अपनी मजबूत टीम तैयार की है। वहीं, बहुजन समाज पार्टी ने भी SIR को लेकर बूथ अध्यक्ष, सेक्टर अध्यक्ष और बूथ लेवल एजेंट (BLA) को जिम्मेदारी सौंपी है। इसके लिए इस टीम को ट्रेनिंग भी दी गई है। जबकि कांग्रेस सहित अन्य दलों ने भी अपनी-अपनी क्षमता के अनुसार बूथ को मजबूत करने में ताकत लगाई है। 9 दिसंबर से 8 जनवरी तक ली जाएगी आपत्ति 20 हजार बूथ बढ़ जाएंगे निर्वाचन आयोग की नई व्यवस्था के तहत अब एक बूथ पर अधिकतम 1200 मतदाता ही रहेंगे, ताकि उनसे संपर्क करना और मतदान के दिन मतदान कराना आसान हो। सीईओ दफ्तर के अधिकारियों ने बताया कि इससे प्रदेश में पोलिंग बूथों की संख्या 1.62 लाख से बढ़कर 1.82 लाख से अधिक हो जाएगी। जानिए क्यों किया जा रहा है विशेष गहन पुनरीक्षण ?SIR एक समयबद्ध घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन करने की प्रक्रिया है, जिसे मतदान केंद्र स्तर के अधिकारी (BLOs) द्वारा मतदाता सूचियों को अपडेट और सही करने के लिए किया जा रहा है। इसमें नए आवेदनों को शामिल करने, मृत, दूसरे शहर, प्रदेश या देश से बाहर बसे मतदाताओं का नाम हटाने, नाम-पता सहित अन्य गलतियों को सही करने का कार्य भी किया जाएगा। पूरी प्रक्रिया के बारे में जानिए बीजेपी ने बनाई बूथ जीतने की रणनीतिभाजपा की रणनीति स्पष्ट है कि बूथ जीता तो चुनाव जीता। इसी मंत्र के साथ पार्टी अपने बूथ लेवल कमेटियों को तैयार करती है। SIR में भी बीजेपी ने इसी मंत्र को आधार बनाकर मतदाता सूची तैयार कराने की योजना बनाई है। प्रत्येक क्षेत्र और जिले में बनेगा बीजेपी का वॉर रूम बीजेपी ने SIR के लिए अवध, काशी, पश्चिम, ब्रज, गोरखपुर और कानपुर क्षेत्र में संयोजक नियुक्त करने के साथ वॉर रूम भी बनाया है। सभी क्षेत्रीय संयोजकों को प्रतिदिन वॉर रूप में बैठने के निर्देश दिए हैं। उन्हें प्रतिदिन उनके क्षेत्र से जुड़े जिला और विधानसभा संयोजकों से बात कर रिपोर्ट भी लेनी है। साथ ही जिलों में कौन-कौन पदाधिकारी बूथ पर नहीं जा रहे हैं, इसकी रिपोर्ट लेकर प्रदेश मुख्यालय को देनी है। क्षेत्र के साथ प्रत्येक जिले में भी बीजेपी का वॉर रूम तैयार होगा। इसमें कम से कम दस कार्यकर्ताओं की टीम तैनात रहेगी। टीम सुबह से शाम तक वॉर रूप में मौजूद रहेगी। टीम प्रतिदिन विधानसभा संयोजकों एवं मंडल और बूथ प्रवासी बीएलए से बात करेगी। प्रति दिन कितने गणना फॉर्म भरवाए गए इसकी भी रिपोर्ट लेगी। सांसद एवं विधायकों सौंपी जिम्मेदारी भाजपा ने SIR में सांसदों और विधायकों को भी जिम्मेदारी सौंपी है। प्रदेश के सभी सांसदों एवं 2024 के प्रत्याशियों, विधायकों और 2022 के पराजित प्रत्याशियों को मतदाता सूची प्रिंट कराने की जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें विधानसभा क्षेत्र में एक वॉर रूम बनाकर अपने सभी बूथों पर प्रत्येक 5 दिन में एसआईआर कार्य की समीक्षा करनी है। प्रतिदिन मंडल एवं बूथ पर संपर्क में रहना है। साप्ताहिक समीक्षा करनी है। विधायक एवं पराजित प्रत्याशी अपनी टीम लगाएंगे। SIR में विधानसभा स्तर पर आने वाली समस्या का समाधान कराएंगे। बसपा ने बूथ लेवल पर 6 लोगों की टीम बनाईबहुजन समाज पार्टी ने एसआईआर को लेकर हर बूथ पर 6–6 लोगों की टीम बनाई है। बीएलए के सहयोग के लिए बूथ अध्यक्ष, बूथ महासचिव व तीन बूथ सचिव रहेंगे। वो भी घर–घर जाकर एक–एक वोटर की जानकारी जुटाने में बीएलए का सहयोग करेंगे। बीएलओ की सूची को चेक करने के बाद फाइनल बीएलए ही करेंगे। मॉनिटरिंग के लिए मंडल तक के पदाधिकारियों को लगाया सपा के बीएलए PDA प्रहरी के तौर पर करेंगे कामसमाजवादी पार्टी ने भी एसआईआर के लिए कमर कस ली है। पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व एमएलसी उदयवीर बताते हैं कि समाजवादी पार्टी बूथ स्तर पर एजेंट की तैनाती कर रही है, जो निर्वाचन आयोग और आम मतदाताओं के बीच कोआर्डिनेशन का काम करेंगे। बूथ लेवल एजेंट्स को ये सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि किसी भी मतदाता का नाम वोटर लिस्ट में शामिल होने से रह न जाए। बूथ लेवल एजेंट को PDA प्रहरी के तौर पर तैनात किया जा रहा है। कांग्रेस 6 नवंबर तक बीएलए–1 की करेगी तैनातीएसआईआर को लेकर कांग्रेस की तैयारी अभी पीछे चल रही है। कांग्रेस प्रदेश के सभी 1.62 लाख बूथों पर अभी बीएलए–1 की तैनाती करने की प्रक्रिया में जुटी है। इसके लिए 6 नवंबर तक की तारीख तय की गई है। 7 नवंबर से ये बूथ लेवल पर अपना काम शुरू कर देंगे। मॉनिटरिंग के लिए कांग्रेस ने कनेक्ट सेंटर बनाया है, जहां से वॉर रूम की तौर पर इस पूरी प्रक्रिया की मॉनिटरिंग करेंगे। .............. ये खबर भी पढ़ें... पुलिस को अपना एड्रेस नहीं बताना होगा:कब पहुंचेगी? चेक कर पाएंगे; यूपी में नया सिस्टम कैसे काम करेगा, जानिए अगर आप किसी मुसीबत में हैं और पुलिस से मदद मांगते हैं, तो लाइव लोकेशन ट्रैक कर सकेंगे कि वो आप तक कितने समय में पहुंचेंगे? आपको अपना पता बताने की भी जरूरत नहीं होगी। बस यूपी 112 पर डायल करना होगा। जी हां, यूपी 112 सर्विस देश की पहली ऐसी सर्विस बनने जा रही, जो एंड्रॉयड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) पर काम करेगी। इसका ट्रायल चल रहा है और नवंबर में ही ये सेवा पूरे यूपी में शुरू हो जाएगी। ELS के जरिए जिस हैंडसेट से काल की गई है, उसकी लाइव लोकेशन यूपी 112 के कंट्रोल रूम को दिखने लगेगी। इससे मदद मांगने वाले को अपनी लोकेशन नहीं बतानी पड़ेगी। साथ ही आप पुलिस को लाइव ट्रैक कर पाएंगे। पढ़िए पूरी खबर...
पंचायत चुनाव-2026 की मतदाता सूची से एक करोड़ डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम हटवाना राज्य निर्वाचन आयोग के लिए चुनौती बन गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी (डीएम) और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एसडीएम) मतदाता सूची से नाम हटाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। ऐसे में पंचायत चुनाव 2026 से पहले फर्जी वोटरों से निपटना चुनौती बन गया है। राज्य निर्वाचन आयोग ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में करीब एक करोड़ ऐसे मतदाता चिह्नित किए हैं, जिनका नाम एक से अधिक जगह मतदाता सूची में है। नगरीय निकाय चुनाव से पहले सरकार ने नगर निगम और नगर पालिका परिषदों में सीमा विस्तार किया। वहीं, बड़ी संख्या में नई नगर पंचायतें भी गठित कीं। इसके चलते सैकड़ों की संख्या में गांव नगरीय सीमा में शामिल हो गए थे। उनके मतदाताओं के नाम अब निकाय के साथ पंचायत चुनाव की मतदाता सूची में भी हैं। आयुक्त डीएम के साथ करेंगे वीडियो कॉन्फ्रेंसआयोग ने पंचायत चुनाव की मतदाता सूची का पुनरीक्षण शुरू करने से पहले ही ऐसे मतदाताओं की जिलावार सूची तैयार कर सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को सौंपी थी। लेकिन आयोग को मिल रही रिपोर्ट के अनुसार, जिलों में डीएम और एसडीएम डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम हटवाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। वहीं, बूथ लेवल एजेंट (बीएलओ) भी डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम हटवाने में अलग-अलग कारणों से पीछे हट रहे हैं। अब आयोग के आयुक्त राज प्रताप सिंह मंगलवार को सभी जिलाधिकारियों के साथ इस संबंध में वीडियो कॉन्फ्रेंस करेंगे। सदस्य ही चुनेंगे ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्षराज्य निर्वाचन आयोग के अपर आयुक्त अखिलेश मिश्रा का कहना है कि पंचायत चुनाव में ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सदस्यों के जरिए ही होगा। उनका कहना है कि सीधे चुनाव कराने के लिए संविधान में संशोधन करना होगा। फिलहाल आयोग पुरानी व्यवस्था से ही चुनाव कराने की तैयारी कर रहा है। उल्लेखनीय है कि पंचायती राज मंत्री और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा था कि ब्लॉक प्रमुख और जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सीधे जनता से कराया जाएगा। उन्होंने इस संबंध में सीएम योगी को पत्र लिखने के साथ केंद्र सरकार से भी बात की है। आयोग को संशोधित करना पड़ा कार्यक्रमडीएम और एसडीएम स्तर पर मतदाता सूची तैयार करने में हो रही देरी के चलते आयोग को मतदाता सूची पुनरीक्षण का संशोधित कार्यक्रम भी जारी करना पड़ा है। आयोग ने 18 जुलाई को पुनरीक्षण की पहली अधिसूचना जारी की थी। इसमें ड्राफ्ट मतदाता सूची की कम्प्यूटरीकृत सूची तैयार करने के लिए 7 अक्टूबर से 24 नवंबर तक समय निर्धारित किया था। आयोग ने 7 अक्टूबर को संशोधित अधिसूचना जारी कर इसके लिए 14 अक्टूबर से 24 नवंबर तक समय तय किया। समय पर सूची तैयार करना चुनौतीराज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारी बताते हैं कि जिला स्तर पर चल रहे काम की रफ्तार को देखते हुए 15 जनवरी तक अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन करना मुश्किल होगा। हालांकि आयुक्त आरपी सिंह लगातार डीएम से बात कर रहे हैं, लेकिन यदि समय पर काम पूरा नहीं हुआ तो फिर एक संशोधित अधिसूचना जारी करनी पड़ सकती है। मौके पर ही करना होगा सत्यापनराज्य निर्वाचन आयोग के अपर आयुक्त अखिलेश मिश्रा का कहना है कि कम्प्यूटर जनित डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची जिलों में ही है। उसका सत्यापन बीएलओ को मौके पर जाकर ही करना होगा कि किस मतदाता का नाम एक से अधिक जगह जुड़ा हुआ है। फिजिकल वेरिफिकेशन के बिना नाम हटाना संभव नहीं होगा। आरक्षण की लॉटरी के लिए पत्र लिखाराज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव के लिए आरक्षण की लॉटरी निकालने के लिए प्रदेश सरकार को पत्र लिखा है। पंचायतीराज विभाग को जिला पंचायत अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्यों, ब्लॉक प्रमुख, ब्लॉक, बीडीसी सदस्य, ग्राम प्रधान और पंचायत सदस्यों के लिए लॉटरी निकालकर आरक्षण निर्धारित करना है। विभाग की ओर से आरक्षण निर्धारित करने के बाद उसकी सूची आयोग को भेजी जाएगी। उसके बाद ही आयोग पंचायत चुनाव को लेकर आगे की तैयारी कर सकेगा। सूत्रों के मुताबिक लॉटरी में देरी के कारण पंचायत चुनाव की आगे की प्रक्रिया में भी देरी होगी। लॉटरी के बाद ही आयोग पुलिस, पीएसी, स्कूल भवनों, सरकारी कर्मचारियों की उपलब्धता के आधार पर चुनाव का कार्यक्रम जारी करेगा। समय पर होंगे चुनाव राज्य निर्वाचन आयोग के अपर आयुक्त अखिलेश मिश्रा का कहना है कि बोर्ड परीक्षा, पुलिस की उपलब्धता सहित अन्य मुद्दों को ध्यान में रखकर सरकार की ओर से निर्देश मिलते ही चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। चुनाव तय समय पर होंगे। पंचायत चुनाव मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम पर नजर डालिए ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... पुलिस को अपना एड्रेस नहीं बताना होगा:कब पहुंचेगी? चेक कर पाएंगे; यूपी में नया सिस्टम कैसे काम करेगा, जानिए अगर आप किसी मुसीबत में हैं और पुलिस से मदद मांगते हैं, तो लाइव लोकेशन ट्रैक कर सकेंगे कि वो आप तक कितने समय में पहुंचेंगे? आपको अपना पता बताने की भी जरूरत नहीं होगी। बस यूपी 112 पर डायल करना होगा। जी हां, यूपी 112 सर्विस देश की पहली ऐसी सर्विस बनने जा रही, जो एंड्रॉयड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) पर काम करेगी। इसका ट्रायल चल रहा है और नवंबर में ही ये सेवा पूरे यूपी में शुरू हो जाएगी। ELS के जरिए जिस हैंडसेट से काल की गई है, उसकी लाइव लोकेशन यूपी 112 के कंट्रोल रूम को दिखने लगेगी। इससे मदद मांगने वाले को अपनी लोकेशन नहीं बतानी पड़ेगी। साथ ही आप पुलिस को लाइव ट्रैक कर पाएंगे। पढ़िए पूरी खबर...
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ये कहानी तब की है जब आस्था के दीप मुगलिया तलवार से टकरा रहे थे। ये दौर था औरंगजेब का... कल यानी 5 नवंबर से हम शुरू कर रहे हैं कभी न भुलाई जा सकने वाली गाथा- ‘कृष्ण पलायन’। इस सीरीज में आप पढ़ेंगे, कैसे क्रूर बादशाह औरंगजेब की वजह से भगवान श्रीकृष्ण के हजारों साल पुराने विग्रह (मूर्तियां) ब्रजभूमि छोड़कर चले गए। कुछ विग्रह 100-200 साल बाद लौट आए, लेकिन ज्यादातर जहां गए, वहीं के हो गए और बन गए नए धाम के प्राण...। कहानियों से पहले, ये जानना जरूरी है...
तारीख- 24 नवंबर, 2024जिला- संभल जामा मस्जिद में कोर्ट के आदेश पर सर्वे चल रहा था। इसके विरोध में जमकर हिंसा हुई। 4 युवक मारे गए, 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए। जांच के आगे बढ़ी तो खुलासा हुआ शारिक साठा का नाम सामने आया। शारिक साठा यूपी पुलिस का मोस्ट वांटेड है। उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने की तैयारी पुलिस ने शुरू कर दी है। विदेश मंत्रालय से पता चला है कि शारिक ने अगस्त, 2020 में दिल्ली के फर्जी एड्रेस से पासपोर्ट बनवाया और एक महीने बाद ही दुबई भाग गया था। पुलिस का दावा है कि दुबई में बैठकर उसने संभल हिंसा कराई। पिछले चार साल से वो दुबई से ही भारत में गाड़ियां चोरी कराने और उन्हें कटवाने का धंधा चला रहा है। ‘दैनिक भास्कर’ के हाथ कुछ ऐसी तस्वीरें लगी हैं, जो ये इशारा करती हैं कि शारिक गोल्ड स्मगलिंग से भी जुड़ा है। दुबई में मौजूदगी की पुष्टि के बाद संभल SP कृष्ण बिश्नोई ने रेड कॉर्नर नोटिस के लिए UP सरकार के गृह विभाग को चिट्ठी भेज दी है। वहां से ये चिट्ठी गृह मंत्रालय को जाएगी। UP पुलिस हरसंभव कोशिश में है कि CBI और इंटरपोल के दखल से शारिक साठा का भारत प्रत्यर्पण कराया जाए। शारिक साठा कौन है? साठा नाम कैसे पड़ा? संभल हिंसा से उसका क्या कनेक्शन है? ये सब इस खास रिपोर्ट में पढ़िए... पुलिस का दावा- शारिक साठा के कहने पर हिंसा को भेजे हथियारसंभल कोर्ट के आदेश पर 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद का सर्वे चल रहा था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। पब्लिक ने पुलिस के कई वाहनों में आग लगा दी, गोलीबारी की। इस हिंसा में आधिकारिक तौर पर 4 मुस्लिम युवक मारे गए। पुलिस को घटनास्थल से पाकिस्तान में बने कारतूस भी मिले। इस मामले में गुलाम और मुल्ला अफरोज नाम के आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। दोनों से पूछताछ में पता चला कि शारिक साठा के कहने पर उन्होंने दंगाइयों को हिंसा फैलाने के लिए हथियार सप्लाई किए थे। यहां पहली बार शारिक साठा का संभल हिंसा से कनेक्शन जुड़ा। इसके बाद पुलिस ने शारिक का इतिहास खंगालना शुरू किया। पुलिस मुल्ला अफरोज और गुलाम के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इसमें भी दावा किया गया है कि हिंसा के लिए शारिक साठा के कहने पर हथियार सप्लाई किए गए थे। दिल्ली के जिस एड्रेस पर पासपोर्ट बना, वो फर्जीसंभल जिले के पुलिस अधीक्षक (SP) कृष्ण बिश्नोई ने ‘दैनिक भास्कर’ को बताया, शारिक साठा हिंसा में वांटेड है। अब हमें उसका एक पासपोर्ट मिला है। ये पासपोर्ट हुसैन पुत्र ख्वाजा शारिक हुसैन के नाम है। दिल्ली से ये पासपोर्ट 18 अगस्त 2020 को जारी हुआ है। इसमें दिल्ली के बुराड़ी स्थित B-5609, गली नंबर–115, संतनगर बुराड़ी का एड्रेस दिया गया है। संभल पुलिस जब जांच करने इस एड्रेस पर पहुंची तो पता चला कि शारिक यहां कभी नहीं रहा। मतलब साफ है, शारिक ने 59 मुकदमे छिपाकर दूसरे नाम और एड्रेस से पासपोर्ट बनवा लिया। इमिग्रेशन से जानकारी में पता चला कि पासपोर्ट बनने के करीब एक महीने बाद यानी सितंबर, 2020 में वो दिल्ली से फ्लाइट पकड़कर दुबई चला गया था। उसके बाद वो दुबई से एक भी बार भारत नहीं लौटा। भास्कर को मिले फोटो पर SP ने लगाई मुहर‘दैनिक भास्कर’ को सूत्रों के जरिए शारिक साठा की कुछ तस्वीरें मिली हैं। इसमें वो कार के अंदर खाकी वर्दी पहने विदेशी युवक संग बैठा हुआ है। उसके हाथ में सोने के छह बिस्किट नजर आ रहे हैं। हमने इन तस्वीरों को लेकर SP से बात की। SP ने स्पष्ट तौर पर कहा– ‘हां हमें भी जानकारी मिली है कि शारिक साठा अब दुबई में बैठकर सोने की तस्करी का धंधा भी कर रहा है। वो ISI के लिए भी काम करता है।’ SP के अनुसार– शारिक का लुक आउट सर्कुलर पहले ही जारी हो चुका है। अब उसके रेड कॉर्नर नोटिस की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मेरी तरफ से कागजी प्रक्रिया पूरी करके यूपी गृह विभाग को भेज दी गई है। वहां से पूरी फाइल गृह मंत्रालय, नई दिल्ली को जाएगी। भारत-नेपाल बॉर्डर पर खोलना चाहते थे हथियारों की फैक्ट्रीदिल्ली के जाफराबाद का रहने वाला सलीम पिस्टल इसी साल नेपाल में पकड़ा गया, जब वो SK इंटरप्राइजेज के जरिए हथियार और सोने की तस्करी कर रहा था। सलीम पाकिस्तान से तस्करी के जरिए हथियार मंगवाने के लिए कुख्यात है। सलीम पिस्टल की शारिक साठा से मुलाकात दुबई में हुई थी। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार– सलीम साल 2021 में लॉकडाउन के बाद पहली बार दुबई गया था। जांच एजेंसियों ने कुछ महीनों पहले दावा किया था कि सलीम पिस्टल और शारिक साठा भारत–नेपाल बॉर्डर पर अवैध हथियारों की सबसे बड़ी फैक्ट्री खोलने जा रहे थे। उससे पहले ही सलीम नेपाल में पकड़ा गया, जबकि शारिक दुबई में बैठा हुआ है। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... पुलिस को अपना एड्रेस नहीं बताना होगा:कब पहुंचेगी? चेक कर पाएंगे; यूपी में नया सिस्टम कैसे काम करेगा, जानिए अगर आप किसी मुसीबत में हैं और पुलिस से मदद मांगते हैं, तो लाइव लोकेशन ट्रैक कर सकेंगे कि वो आप तक कितने समय में पहुंचेंगे? आपको अपना पता बताने की भी जरूरत नहीं होगी। बस यूपी 112 पर डायल करना होगा। जी हां, यूपी 112 सर्विस देश की पहली ऐसी सर्विस बनने जा रही, जो एंड्रॉयड इमरजेंसी लोकेशन सर्विस (ELS) पर काम करेगी। इसका ट्रायल चल रहा है और नवंबर में ही ये सेवा पूरे यूपी में शुरू हो जाएगी। ELS के जरिए जिस हैंडसेट से काल की गई है, उसकी लाइव लोकेशन यूपी 112 के कंट्रोल रूम को दिखने लगेगी। इससे मदद मांगने वाले को अपनी लोकेशन नहीं बतानी पड़ेगी। साथ ही आप पुलिस को लाइव ट्रैक कर पाएंगे।...पढ़ें पूरी खबर
तारीख 3 अप्रैल 2022। बालाघाट जिले से लगभग 85 किलोमीटर दूर, तिरोड़ी के एक शांत गांव में उस दिन सुबह के 10 बजे थे। सभी लोग अपने कामकाज में जुटे थे। एक घर के आंगन में दो नन्हीं बच्चियां खेल रही थीं। बड़ी बहन की उम्र 6 साल और छोटी की उम्र 3 साल थी। दोनों अपनी ही दुनिया में मगन थीं। दोनों अचानक गायब हो गईं। परिजन ने दोनों की तलाश की, लेकिन वो नहीं मिलीं। दूसरे दिन दोनों की लाशें एक नहर से बरामद हुईं। उनकी हत्या की गई थी और छोटी बहन के साथ रेप भी किया गया था। दोनों बच्चियां घर के आंगन से खेलते हुए नहर तक कैसे पहुंचीं? उन्हें आखिरी बार किसके साथ देखा था? क्या थी ये मर्डर मिस्ट्री? पढ़िए, मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स का पार्ट-1... बच्चियों के गायब होने का पता 4 घंटे बाद चलादोनों बच्चियां सुबह 10 बजे घर के आंगन में खेल रही थीं, लेकिन उनके गायब होने के बारे में दोपहर दो बजे पता चला। उनकी मां खेतों से काम करके घर लौटी, तो आंगन में पसरा सन्नाटा उसे बेचैन कर गया। उसने अपनी सास से बच्चियों के बारे में पूछा। जवाब मिला, ‘आंगन में ही तो खेल रही थीं, पता नहीं कहां चली गईं।’ यह जवाब किसी भी मां के दिल में खौफ पैदा करने के लिए काफी था। मां ने आस-पड़ोस के हर घर में आवाज लगाई। हर गली में अपनी बेटियों को ढूंढा, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। जैसे-जैसे शाम ढलती गई, परिवार का डर बढ़ता गया। बच्चियों के पिता, जो एक रिश्तेदार के घर गए हुए थे, खबर मिलते ही भागे-भागे घर पहुंचे। पूरा गांव परिवार के दुख में शामिल हो गया। रात के अंधेरे में, हाथों में मशालें लिए, गांव वाले पास के जंगलों की खाक छानते रहे। आखिरी बार ताऊ के साथ दिखी थीं बच्चियांशाम करीब 7 बजे, जब पूरा गांव बच्चियों की तलाश में जुटा था, एक गांव वाले ने ऐसी जानकारी दी जिसने मामले की दिशा ही बदल दी। उसने बताया कि सुबह करीब 10 बजे दोनों बहनों को उनके बड़े पापा यानी ताऊ गिरधारी सोनवाने के साथ मोटरसाइकिल पर पीछे बैठकर बांध की तरफ जाते देखा था। यह सुनते ही सबकी नजरें गिरधारी को ढूंढने लगीं, लेकिन वह भी गांव से गायब था। अब शक गहराने लगा था। एक ही सवाल सबके मन में था- आखिर एक ताऊ अपनी ही भतीजियों को लेकर कहां जा सकता है? नहर किनारे मिला वो खौफनाक सचजैसे-तैसे गांव वालों ने रात काटी। रात में ही पुलिस को सूचना दे दी गई थी। सुबह होते ही, रोते-बिलखते माता-पिता थाने पहुंचे और अपनी बेटियों को ढूंढने की गुहार लगाई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई शुरू की। डॉग स्क्वॉड को बुलाया गया। खोजी कुत्ता भी उसी दिशा में भागा, जिधर गांव वाले ने बच्चियों को उनके ताऊ के साथ जाते देखने की बात कही थी। नहर के पास पहुंचकर कुत्ता एक किनारे पर बैठ गया। पुलिस और गांव वालों की धड़कनें बढ़ चुकी थीं। जब उन्होंने नहर के उफनते पानी में झांका, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। गुलाबी फ्रॉक पहने 6 साल की बड़ी बेटी का शव पानी में तैर रहा था। उसकी सांसें थम चुकी थीं, मुंह से झाग निकल रहा था और सिर पर एक गहरा घाव था। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था, लेकिन एक और सवाल अभी बाकी था- 3 साल की छोटी बेटी कहां थी? पुलिस और गांव वाले नहर के आसपास उसे ढूंढने लगे। कुछ ही देर बाद, घटनास्थल से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर, नहर के दूसरे हिस्से में एक और मासूम का निर्वस्त्र शव मिला। वह 3 साल की छोटी बेटी थी। उसकी भी सांसें थम चुकी थीं। कातिल ताऊ और उसके गुनाह का कबूलनामाअब पुलिस का एकमात्र लक्ष्य था- फरार गिरधारी सोनवाने को पकड़ना। पुलिस की कई टीमें उसकी तलाश में जुट गईं। अगले ही दिन, पुलिस ने गिरधारी को ढूंढ निकाला और उसकी बाइक भी बरामद कर ली। अब बस यह जानना बाकी था कि उसने यह शैतानी हरकत क्यों की? जब पुलिस उसे लेकर घटनास्थल पर पहुंची, तो जो सामने आया, उसने पुलिस को भी हैरान कर दिया। जहां बच्ची का शव मिला था, उसी के पास झाड़ियों में गिरधारी के कपड़े छिपे हुए थे। उन कपड़ों के बीच एक लाल रंग की पोटली थी। जब पुलिस ने पोटली खोली, तो उसमें से दोनों बहनों की तस्वीर वाला एक फ्रेम निकला। उस तस्वीर पर टीका लगा हुआ था। यह किसी अंधविश्वास या तंत्र-मंत्र की ओर इशारा कर रहा था। ताऊ ने कबूल किया कि पूरी प्लानिंग से हत्या कीइस केस के इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर, चैन सिंह उइके ने कोर्ट को दिए अपने बयान में बताया कि पूछताछ में आरोपी गिरधारी टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह दोनों बहनों को घुमाने के बहाने घर से ले गया था। वह हत्या की पूरी तैयारी के साथ निकला था, इसीलिए उसने अपने थैले में एक जोड़ी कपड़े भी रखे थे। गिरधारी ने बताया कि जैसे ही वह बांध के पास पहुंचा, उसने गाड़ी रोक दी। दोनों बहनें घर जाने के लिए रोने लगीं। 6 साल की बड़ी बहन जब ज्यादा चीखने लगी, तो उसने एक बड़ा सा पत्थर उठाकर उसके सिर पर दे मारा। जब वह छटपटाने लगी, तो उसने अपने गमछे से उसका मुंह दबाकर उसकी जान ले ली और शव को गहरे पानी में फेंक दिया। इसके बाद उसने 3 साल की मासूम के कपड़े उतारे और उसे भी मारकर नहर में फेंक दिया। बदले की आग और अंधविश्वास का खेलअपनी दोनों बेटियों को खोने वाली मां ने पुलिस और कोर्ट को दिए बयान में उस वजह का खुलासा किया, जिसने गिरधारी को हैवान बना दिया। मां ने बताया, ‘गिरधारी हमेशा कहता रहता था कि तुमने मेरा बहुत नुकसान किया है, मैं तुम्हें देख लूंगा। वह कहता था कि तुम्हारे हिस्से में ज्यादा जमीन है और मेरे हिस्से में कम। वह इसी बात को लेकर हमसे रंजिश रखता था।’ मां ने एक और घटना का जिक्र किया, 'जनवरी 2022 में मकर संक्रांति पर गिरधारी आंगन में बैठा था। मैंने उसे लड्डू और पोहा नाश्ते में दिया। उसकी तबीयत ठीक नहीं थी, तो वह कहने लगा कि लड्डू-पोहा खिलाकर उसे जहर दिया गया है।' फॉरेंसिक रिपोर्ट ने खोला क्रूरता का राजघटनास्थल पर पहुंची एफएसएल अधिकारी गौतम मेश्राम ने कोर्ट को बताया कि बड़ी बहन का शव बांध के मुख्य गेट से 50 मीटर दूर मिला था। उसकी आंखें और मुंह खुले हुए थे, नाक और मुंह से सफेद झाग निकल रहा था और सिर पर गहरी चोट के निशान थे। वहीं, 3 साल की मासूम के शव का परीक्षण करने वाली लेडी डॉक्टर रजनी शेंडे ने जो बताया, वह दिल दहला देने वाला था। उन्होंने बताया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर सूजन थी और हल्की ब्लीडिंग हो रही थी। हालांकि, प्राइवेट पार्ट की मेम्ब्रेन सुरक्षित पाई गई थी। डॉ. शेंडे ने अपनी रिपोर्ट में साफ लिखा कि बच्ची के शव की स्थिति को देखकर उसके साथ रेप की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। क्राइम फाइल्स के पार्ट-2 में पढ़िए मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स सीरीज की ये खबरें भी पढ़ें... सहेली बोली- मत जाओ, फिर भी घर से निकली युवती: दो दिन बाद मिली लाश 15 अक्टूबर 2021...भोपाल के कोलार इलाके की राजहंस कॉलोनी में रहने वाली नैना उर्फ शिखा पासवान को एक फोन कॉल आया। इस कॉल के बाद वह घर से निकली, लेकिन दूसरे दिन तक लौटकर नहीं आई। परिजन ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस उसकी तलाश कर ही रही थी कि बुधनी-मिडघाट के जंगलों में एक युवती की लाश मिलने की सूचना मिली। पढ़ें पूरी खबर... बीजेपी नेता ने ही की थी ब्यूटीशियन पत्नी की हत्या CCTV फुटेज में नैना के साथ दिख रहे युवक की पहचान जब परिजन से कराई गई, तो उन्होंने बिना देर किए कहा, 'ये रजत कैथवास है। नैना का पति।' यह नाम सामने आते ही कहानी की सारी कड़ियां जुड़ने लगीं। भोपाल पुलिस ने तुरंत रजत कैथवास को हिरासत में ले लिया। पढ़ें पूरी खबर...
राजस्थान में आज भी कई जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। जयपुर में मंगलवार सुबह से घने बादल छाए हुए हैं और कई इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई है। सोमवार को भी जोधपुर, उदयपुर, अजमेर और कोटा के कई जिलों में मौसम में बदलने के साथ बारिश भी हुई। यहां दिन में सर्दी बढ़ गई। वहीं, जयपुर, बीकानेर, भरतपुर संभाग के जिलों में मौसम साफ रहा। दिन में धूप रहने से अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी, जबकि रात के न्यूनतम तापमान गिरावट दर्ज हुई। वहीं, बाड़मेर जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर स्थित बालेरा में सोमवार को तेज बारिश हुई। मौसम विशेषज्ञों ने राज्य में मंगलवार को भी इस सिस्टम का आंशिक असर रहने और उदयपुर, कोटा, जयपुर संभाग में हल्के बादल छाए रहने की संभावना जताई है। सोमवार को कहां-कहां हुई बारिश? पिछले 24 घंटे के दौरान जालौर में 12MM, उदयपुर के लसाड़िया में 10MM, सलूंबर में 5, झालड़ा में 3, बाड़मेर के बायतू, गिद्दा में 6-6, पाटौदी में 13, चित्तौड़गढ़ में 2, डूंगरपुर में 1MM बरसात दर्ज हुई। इनके अलावा पाली, जोधपुर, जैसलमेर के कुछ इलाकों में भी देर शाम और रात को हल्की बारिश दर्ज हुई। इधर जयपुर, पिलानी, अलवर, टोंक, सीकर, दौसा, झुंझुनूं, चूरू में सोमवार दिनभर आसमान साफ रहा और तेज धूप रही। इन शहरों में सोमवार दिन के तापमान में 1 से 2 डिग्री तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई। सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 35.4, पिलानी में 35.3 और जैसलमेर, चूरू में 35.2-35.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। रात का पारा गिरने से सर्दी बढ़ी बीकानेर, जयपुर, भरतपुर संभाग के जिलों में सोमवार को न्यूनतम तापमान गिरने से सर्दी बढ़ गई। सबसे ज्यादा सर्दी सीकर और नागौर में रही, जहां तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। सीकर में न्यूनतम तापमान में 11.5, नागौर में 11.8, अजमेर में 13.2, अलवर में 14, चूरू में 14.1, करौली में 14.4, झुंझुनूं में 14.5, दौसा में 15, बारां में 15.4, जोधपुर में 16, गंगानगर में 16.4, सिरोही में 16.6 और जयपुर में 17.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज हुआ। अब आगे क्या? मौसम केन्द्र जयपुर ने राज्य में 4 नवंबर यानी कोटा, उदयपुर, अजमेर और जयपुर संभाग के एरिया में आसमान में हल्के बादल छाए रहने और कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। जबकि शेष राजस्थान में मौसम साफ रहेगा। 5 नवंबर से प्रदेश में इस सिस्टम का असर पूरी तरह समाप्त होगा और आसमान साफ होने के साथ न्यूनतम तापमान में गिरावट होगी। इससे सुबह-शाम की सर्दी में इजाफा होगा।
भारतीय संगीत जगत की उभरती आवाज स्नेहा शंकर ने अपनी सादगी, शास्त्रीय सुरों और बेहतरीन गायकी से सबका दिल जीता है। महज 19 साल की उम्र में उन्होंने म्यूजिक के उस मुकाम को छुआ, जहां पहुंचना कई सिंगर्स का सपना होता है। भोपाल पहुंचीं स्नेहा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया कि रहमान जी के साथ काम करना उनके लिए कितना खास अनुभव रहा। स्नेहा ने कहा कि मैं खुद को बहुत ज्यादा खुशनसीब मानती हूं। रहमान सर इज अ ड्रीम फॉर एवरीवन। उनके साथ काम करना हर सिंगर का सपना होता है। मेरे लिए सबसे बड़ी बात ये थी कि उन्होंने मेरी सिंगिंग सुनी और पसंद की। उनके लिए गाना रिकॉर्ड करना मेरे लिए चेरी ऑन द केक जैसा था। मेरा डेब्यू गाना मणिरत्नम की फिल्म में रहा और दिलचस्प बात यह है कि मेरे पापा (रामशंकर जी) ने भी उनकी फिल्म ‘बॉम्बे’ में गाया था। ऐसा था पहला अनुभवरहमान के साथ अपने पहले अनुभव को याद करते हुए स्नेहा ने बताया कि जब रहमान सर की टीम मुझसे संपर्क करने की कोशिश कर रही थी, तब मैं लंदन में थी। फ्लाइट में होने के कारण कोई कॉल नहीं ले पा रही थी। जब लैंड की तो पता चला कि सर के लिए मुझे एक गाना गाना है। मेरा दिल नहीं माना और मैंने होटल पहुंचकर रात 3-4 बजे डबिंग की। अगले दिन मेरा पहला एरीना शो था, लेकिन मैंने कहा कि ये मौका हाथ से नहीं जाने दूंगी। सर को वो रिकॉर्डिंग बहुत पसंद आई और बाद में मुंबई में दोबारा डब कर गाना रिलीज हुआ। मेरे लिए यह किसी सपने से कम नहीं था। टैलेंट नहीं हो तो नेपो किड टिकेगा नहीं नेपोटिज्म पर सधे हुए अंदाज में जवाब देते हुए स्नेहा ने कहा कि नेपोटिज्म तब तक चलता है जब तक टैलेंट न हो। चाहे कोई ‘नेपो किड’ हो या नया कलाकार, अगर उसमें टैलेंट नहीं है, तो वो टिक नहीं पाएगा। इंडस्ट्री में टिके रहने के लिए असली ताकत आपकी कला है। ड्रामा भी रियलिटी से ही निकलता हैरियलिटी शोज को लेकर पूछे गए सवाल पर स्नेहा ने कहा कि जो कुछ भी दिखाया जाता है, उसका कुछ न कुछ सच होता है। लोग कहते हैं कि रियलिटी शो सिर्फ ड्रामा हैं, लेकिन ड्रामा भी रियलिटी से ही निकलता है। अगर कोई चीज दर्शकों को दिखाई जाती है तो उसका कोई आधार जरूर होता है। परिवार मेरे लिख आशीर्वादस्नेहा एक ऐसी संगीत परिवार से आती हैं, जिनकी जड़ें शास्त्रीय संगीत में गहरी हैं। उनके दादा-परदादा शंकर-शंभू जैसे दिग्गज संगीतकार रहे हैं। इस बारे में स्नेहा कहती हैं कि मैं इसे प्रेशर नहीं बल्कि आशीर्वाद मानती हूं। लोग कहते हैं कि रामशंकर जी की बेटी है तो गाना अच्छा ही होगा, ये अपेक्षा है, दबाव नहीं। मैं बस इस परंपरा को आगे बढ़ाने की एक छोटी-सी कोशिश कर रही हूं। एक वीडियो बदल सकता है जिंदगीसंगीत के बदलते दौर में सोशल मीडिया की भूमिका पर स्नेहा का मानना है कि यह प्लेटफॉर्म टैलेंट को पहचान दिलाने का बेहतरीन जरिया है। सोशल मीडिया बहुत अच्छा माध्यम है, बशर्ते आप इसे सही तरीके से इस्तेमाल करें। अगर आपके पास टैलेंट है, तो एक वीडियो भी आपकी जिंदगी बदल सकता है।' गॉड फादर पर कहा- मेरी प्रेरणा मेरे पितासंगीत में “गॉडफादर” के सवाल पर स्नेहा ने मुस्कुराते हुए कहा- 'मेरे गुरु, मेरे गॉडफादर और मेरी सबसे बड़ी प्रेरणा मेरे पिताजी रामशंकर जी हैं। मैं तीन साल की उम्र से उनसे संगीत की शिक्षा ले रही हूं।' उन्होंने यह भी कहा कि श्रेया घोषाल उनकी प्रेरणा हैं। इंडियन आइडल के दौरान जब मैंने गाना गाया और श्रेया दी की आंखें नम हो गईं, वो मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत पल था।
इंदौर के पास महू के किशनगंज थाना क्षेत्र में दिसंबर 2024 में 3 शिकारियों को गिरफ्तार किया था। इनकी कार से काले हिरण का मांस बरामद हुआ था। अब पिछले हफ्ते टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने चौथे आरोपी को भी गिरफ्तार किया है। वह 3 नवंबर तक रिमांड पर था। इसके बाद उसे विशेष न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वन विभाग के सूत्रों के मुताबिक- चौथे आरोपी सबाह ने रिमांड के दौरान कई खुलासे किए हैं। वह सालभर बाद पकड़ाया है। वही माल की सप्लाई खरीदारों तक करता था। उसने बताया कि वह रईस और पॉलिटिकल परिवारों को मांस सप्लाई करता था। वह एक व्हाट्सऐप ग्रुप संचालित के जरिए खरीदार खोजता था। कई खरीदार उससे टेलीग्राम के माध्यम से भी जुड़े हुए थे। सबाह जिसे भी माल डिलीवर करता था, उसकी डिटेल्स एक पर्सनल व्हाट्सऐप ग्रुप पर रखता था। हालांकि, जब वह पकड़ा गया, तब तक उसने व्हाट्सऐप और टेलीग्राम दोनों पूरी तरह खाली कर दिए थे। टाइगर स्ट्राइक फोर्स अब चैटिंग रिकवर करवाने का काम कर रही है। जानकारी के मुताबिक इम्तियाज के मोबाइल का डाटा ही रिकवर हो पाया है। बाकी आरोपियों के मोबाइल का डाटा रिकवर होना बाकी है। दूसरी ओर, पहले पकड़े गए आरोपियों ने कबूल किया है कि उन्होंने गन चलाना एक नेशनल लेवल शूटर आमिर से सीखा है। उन्होंने शिकार के लिए 50 लाख रुपए की गन उन्होंने स्वीडन से मंगवाई थीं। मुंबई के जोगेश्वरी इलाके से पकड़ायास्टेट टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने मुंबई के जोगेश्वरी इलाके से सबाह पिता सलाहुद्दीन को पकड़ा था। विभागीय सूत्रों ने बताया कि इस आरोपी ने रिमांड के दौरान बताया कि वह ग्राहकों तक मांस पहुंचाने का काम करता था। सबाह गिरोह के मुंबई के कई रईस परिवारों से संबंध हैं, जिन्हें वह मांस की डिलीवरी करता था। उसने कई राजनीतिक रूप से प्रभावशाली परिवारों के नाम भी बताए हैं। हालांकि, इस मामले में अधिकारी कुछ भी बताने से मना कर रहे हैं। पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है कि हिरण, चीतल और सांभर की खाल मुंबई के अलावा अन्य राज्यों में भी बेची जाती थी। काले हिरण का मांस देश में बेचने के साथ-साथ यह लोग उसे अरब देशों में भी सप्लाई करते थे। चेकिंग कर रही थी पुलिस, कार में मिला मांसइंदौर के पास किशनगंज में 3 दिसंबर 2024, बुधवार को सुबह पुलिस वाहनों की सामान्य चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पुलिस ने एक लग्जरी कार को रोका, जिसमें उन्हें जंगली जानवर का करीब 65 किलो मांस मिला। वाहन में सवार जौहर हुसैन पिता इब्राहिम निवासी मिल्लत नगर मुंबई, सलमान पिता हारून निवासी मोमिन नगर मुंबई और इम्तियाज पिता शकरी खान निवासी अंधेरी वेस्ट मुंबई को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में इन तस्करों ने बताया कि वे भोपाल से मांस लाए थे। इसके बाद मामला टाइगर स्ट्राइक फोर्स के पास भेजा गया। टाइगर स्ट्राइक फोर्स ने इम्तियाज, सलमान और जौहर हुसैन से अलग-अलग पूछताछ की, जिसमें उन्होंने बताया कि सतपुड़ा टाइगर रिजर्व और कान्हा नेशनल पार्क में भी शिकार किया गया था, जहां वे सांभर और बारहसिंगा के शिकार के लिए जाते थे। गिरोह के कुछ सदस्य भोपाल के अलावा मुंबई के माहिम, अंधेरी और भयंदर में सक्रिय हैं। वहीं, जून 2025 में इम्तियाज के मोबाइल से हिरण, चीतल और बारहसिंगा के शिकार से जुड़े फोटो और वीडियो मिले थे। फोर्स ने तस्करों के पास से स्वीडिश गन भी बरामद की थी। शिकार के लिए मंगवाई थीं 50 लाख की बंदूकेंविभागीय सूत्रों के अनुसार, रिमांड के दौरान मिली जानकारी में पता चला कि आरोपियों ने शिकार करने के लिए स्वीडन से करीब 50 लाख रुपए की बंदूकें मंगवाई थीं, जिनका उपयोग वे जंगली जानवरों के शिकार में करते थे। गिरफ्तारी के बाद शिकार में इस्तेमाल की गई दो बंदूकें जब्त की गईं हैं। इनमें से एक विदेशी हथियार है और दूसरी 12 बोर की भारतीय बंदूक है। दोनों बंदूकें भोपाल के नजदीक एक फार्महाउस परिसर से बरामद की गईं, जहां इन्हें गड्ढा खोदकर छिपाया था। कुछ कारतूस भी मिले हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि स्वीडिश गन चलाना उन्हें आमिर ने सिखाया था। वह राष्ट्रीय स्तर का निशानेबाज है। वनकर्मियों की भूमिका भी संदिग्धमुंबई और भोपाल के कई लोग इस शिकार गिरोह से जुड़े हैं। मामले में कुछ वनकर्मियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। आरोपियों ने खुलासा किया है कि उन्हें वन्यजीवों की गतिविधियों से जुड़ी अहम जानकारी वन विभाग के कुछ कर्मचारियों से मिलती थी। पिछले साल दिसंबर से जेल में बंद आरोपी अब तक जमानत पर बाहर नहीं आ पाए हैं। एक साल से अधिक समय बीत चुका है। एसटीएसएफ अब मोबाइल से मिले फोटो और वीडियो के आधार पर दूसरे मामले में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है। तीसरी बार पूछताछ की तैयारी में टाइगर स्ट्राइक फोर्सदूसरी ओर, एसटीएसएफ इम्तियाज और सलमान को एक बार फिर रिमांड में लेने की तैयारी कर रही है। इसके लिए न्यायालय में आवेदन लगाया गया है। अधिकारियों के अनुसार, इन दोनों तस्करों से तीसरी बार पूछताछ की जाएगी।
जिले में गोगुंदा-पिंडवाड़ा हाईवे के 6 ब्लैक स्पॉट के सुधार के लिए 100 करोड़ रुपए तो मिल गए, लेकिन सुखेर, बलीचा और देबारी हाईवे के ब्लैक स्पॉट का समाधान नहीं हो रहा है। सड़क सुरक्षा समिति बैठकों में हर बार इन पर चर्चा करती है। लेकिन इनके सुधार के लिए अब तक कोई ठोस समाधान नहीं ढूंढ पाई है। इसके साथ ही रॉन्ग साइड ड्राइविंग भी जानलेवा साबित हो रही है। पिछले 16 महीनों में जिले में 1630 सड़क हादसे हुए। इनमें 732 लोगों की जान गई। सर्वाधिक मौतें प्रतापनगर थाना क्षेत्र में 56 और सुखेर थाना क्षेत्र में 41 हुईं। इन इलाकों में गलत दिशा से आती तेज रफ्तार गाड़ियां हादसों की बड़ी वजह बनीं हैं। 2011–13 की सड़क सुरक्षा रिपोर्ट में उदयपुर के कई ब्लैक स्पॉट दर्ज किए गए थे। इनमें बलीचा चौराहे पर 24 मौतें, चीरवा घाटा–अमरखाजी मोड़ पर 22, कैलाशपुरी में 19, देबारी हाइवे पर 13, प्रतापनगर क्रॉसिंग पर 13 और भुवाणा बायपास पर 13 मौतें हुई हैं। केंद्रीय रिपोर्ट बताती है कि 2019 से 2023 के बीच रॉन्ग साइड ड्राइविंग से होने वाले हादसों में बढ़ोतरी हुई है। 2020 में 7332 मौतें, 2021 में 8122, 2023 में 9432 मौतें हुई हैं। ऐसे में औसतन हर दिन 24 लोग इस लापरवाही में जान गंवा रहे हैं। 5 माह पहले हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सामने आया था कि उदयपुर-अहमदाबाद हाईवे पर 5 ब्लैक स्पॉट के लिए मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा चुका हैं। इसकी स्वीक़ृति मिलने के बाद काम शुरू होगा। इसके बाद भी अब तक इनकी हालत चिंताजनक ही है। शहर में प्रमुख तीन हाईवे से रोजाना गुजर रहे 85 हजार वाहन बलीचा हाईवे से शहर में हर रोज 40 हजार से ज्यादा वाहनों का आना-जाना होता है। सुखेर हाईवे पर रोजाना 30 हजार वाहन गुजरते है। इसी तरह देबारी चौराहे से अहमदाबाद हाईवे पर 10 हजार, पिंडवाड़ा पर 5 हजार वाहन आते-जाते हैं। पिछले साल 20 दिसंबर को जयपुर में अजमेर हाइवे पर एलपीजी टैंकर में ब्लास्ट में 20 लोगों की जान चली गई थी। इसके उदयपुर का जिला प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की नींद खुली। एनएचएआई ने तीन दिनों में चित्तौड़गढ़ नेशनल हाईवे पर 93.4 किलोमीटर क्षेत्र में करीब 50 अनधिकृत कट बंद किए थे। अब एनएचएआई को अन्य ब्लैक स्पॉट पर भी बड़े हादसे का इंतजार है। भास्कर एक्सपर्ट- देबारी में ग्रेड बैलेंस खत्म करना होगा पीडब्ल्यूडी के रिटायर्ड एक्सईएन प्रभात कुमार सुखवाल का कहना है कि बलीचा, देबारी और सुखेर हाईवे ब्लैक स्पॉट को खत्म करने के लिए एनएचएआई को एनालिसिस ऑडिट करानी होगी। इसमें निकली खामियों के समाधान के बाद ही ये खत्म होंगे। देबारी में ग्रेड बैलेंस (ढलान) को खत्म करने के बाद ही हादसे थमेंगे। ब्लैक स्पॉट्स पर डिवाइडर, चेतावनी बोर्ड लगाने जरूरी हैं। ट्रैफिक पुलिस को गलत दिशा और तेज रफ्तार वालों पर कड़ी कार्रवाई करनी होगी।
इंदौर में कांग्रेस के दो नेताओं के बीच बातचीत का एक ऑडियो लीक हुआ है। इनमें से एक आवाज शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा तो दूसरी आवाज शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे की बताई जा रही है। चड्ढा और चौकसे की इस कथित बातचीत के सेंटर में पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह हैं। इस कथित बातचीत में चौकसे को दिग्विजय के खिलाफ अपशब्द और मां-बहन की गालियां देते हुए सुना जा सकता है। वे चड्ढा से कहते हैं- हम क्या किसी के बाप के नौकर हैं? वहीं, सुरजीत चड्ढा उन्हें समझाने की कोशिश करते हुए दिग्विजय सिंह को 'पिता तुल्य' बताते हैं, मगर चौकसे का गुस्सा कम नहीं होता। पूरी बातचीत सुनने पर ये साफ समझ आता है कि इंदौर कांग्रेस में जो गुटीय राजनीति है, वो अब सतह पर आ चुकी है। हालांकि, भास्कर ने जब चड्ढा से इस ऑडियो को लेकर बात की तो उन्होंने इससे इनकार किया। मगर ये भी कहा कि जो लोग दिग्विजय की उपेक्षा कर रहे हैं, वो ही इसका जवाब दे सकते हैं। दूसरी ओर चिंटू चौकसे ने कॉल रिसीव ही नहीं किया। एक शहर, एक पार्टी, दो तस्वीरें; सामने आई कांग्रेस की दरारइस पूरे विवाद की जड़ को समझने के लिए 31 अक्टूबर की सुबह इंदौर में घटी दो घटनाओं को देखना जरूरी है। ये दो तस्वीरें इंदौर कांग्रेस की अंदरूनी कहानी को बिना किसी लाग-लपेट के बयान करती हैं। पहली तस्वीर: शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चिंटू चौकसे अपने समर्थकों के साथ सरदार वल्लभ भाई पटेल और इंदिरा गांधी की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करने पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को एकता और अखंडता की शपथ दिलाई। मंच पर मौजूद नेताओं ने अपने भाषणों में एकजुटता का संदेश दिया। दूसरी तस्वीर: ठीक एक घंटे बाद, उसी स्थान पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपने पुराने और विश्वस्त समर्थकों के साथ पहुंचे। उनके साथ पूर्व शहर अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा भी थे। दिग्विजय सिंह ने अपनी टीम के साथ उन्हीं प्रतिमाओं पर अलग से माल्यार्पण किया। मंच अलग था, चेहरे अलग थे और संदेश भी साफ था- इंदौर कांग्रेस में अब सब कुछ ठीक नहीं है। यह कोई समन्वय की कमी का मामला नहीं था, बल्कि यह एक खुला शक्ति प्रदर्शन था। दिग्विजय सिंह इंदौर में मौजूद होने के बावजूद शहर कांग्रेस कमेटी के आधिकारिक कार्यक्रम से दूर रहे। वहीं, दूसरी ओर शहर अध्यक्ष चिंटू चौकसे ने पार्टी के इतने वरिष्ठ नेता को कार्यक्रम में बुलाने की जहमत तक नहीं उठाई। शीतलामाता बाजार से शुरू हुआ विवादइस टकराव की नींव करीब एक महीने पहले सितंबर के आखिरी हफ्ते में ही रख दी गई थी। मामला इंदौर के प्रसिद्ध शीतलामाता बाजार का था, जहां कुछ दुकानों से मुस्लिम कर्मचारियों को कथित तौर पर हटाए जाने की खबरें सामने आई थीं। इस संवेदनशील मुद्दे पर दिग्विजय सिंह ने तुरंत हस्तक्षेप किया। वे सीधे इंदौर पहुंचे, प्रभावित व्यापारियों से मिले, पुलिस के आला अधिकारियों से भी बात की। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान शहर कांग्रेस अध्यक्ष चिंटू चौकसे कहीं नजर नहीं आए। उनकी अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए। इसका असर अगले ही दिन गांधी भवन में हुई जिला स्तरीय समन्वय बैठक में देखने को मिला। बैठक में चिंटू चौकसे ने बिना नाम लिए दिग्विजय सिंह पर सीधा हमला बोला। चौकसे ने कहा, 'भोपाल या बाहर से आने वाले नेता बिना किसी सूचना के अपने स्तर पर आयोजन रख लेते हैं। यह अब नहीं चलेगा। इंदौर में कोई भी बड़ा या छोटा नेता आए, उसे पहले शहर और जिला संगठन से चर्चा करनी होगी, तभी कार्यक्रम तय होगा।' सूत्रों के मुताबिक, चौकसे की नाराजगी की एक और बड़ी वजह थी। दिग्विजय सिंह ने अपने इंदौर दौरे के दौरान चौकसे के करीबी माने जाने वाले राजू भदौरिया को न केवल मिलने से इनकार कर दिया था, बल्कि उन्हें जमकर फटकार लगाते हुए वहां से भगा दिया था। यह घटना चौकसे के लिए एक व्यक्तिगत अपमान की तरह थी, जिसे वे पचा नहीं पा रहे थे। अब पढ़िए, दोनों नेताओं के बीच हुई कथित बातचीत सुरजीत चड्ढा: मेरी बात समझना चिंटू। दिग्विजय सिंह जी का कद बहुत बड़ा है। अगर वो जा रहे हैं... तुमको मीटिंग में ये बात आज बोलना नहीं थी। चिंटू चौकसे: फिर उन्होंने ये कैसे बोल दिया कि चिंटू मत आना। वो मत आना। उनके बाप के नौकर हैं क्या अपन? सुरजीत चड्ढा: ये गलत बात है। आपकी भाषा गलत है... हैं तो वो पिता तुल्य। चिंटू चौकसे: अगर पिता तुल्य हैं तो जयवर्धन सिंह को सार्वजनिक रूप से डांट दो कि मेरे पास मत आना। किसी के बाप के नौकर हैं क्या? पिता तुल्य हैं तो क्या सार्वजनिक रूप से गाली बकेंगे? सुरजीत चड्ढा: ऐसी क्या मां####... ऐसा क्या बोल दिया उन्होंने। चिंटू चौकसे: राजू भदौरिया किसी की नौकरी कर रहा है क्या?...जो खिलाफ बोलेगा मां###### देंगे... वो कोई भी हो। चौकसे ने फोन नहीं उठाया, चड्ढा बोले- सुनकर बता सकूंगाभास्कर ने इस मामले में पूर्व अध्यक्ष सुरजीत चड्ढा और चिंटू चौकसे दोनों से संपर्क किया। चिंटू चौकसे ने तो फोन नहीं उठाया, लेकिन सुरजीत चड्ढा ने बात की। चड्ढा से इस बातचीत के बारे में पूछा और ये भी कहा कि भास्कर ने पास ये ऑडियो है तो चड्ढा ने दोनों के बीच हुई ऐसी किसी बातचीत से इनकार किया। उन्होंने कहा- मुझे याद नहीं कि हमारे बीच ऐसी कोई बातचीत हुई थी। हालांकि, वो ये लगातार पूछते रहे कि क्या आपके पास ऐसी कोई बातचीत है? जब भास्कर रिपोर्टर ने कहा कि हां इस बातचीत में गाली गलौज भी है और आप चिंटू चौकसे को समझाइश दे रहे हैं तो चड्ढा ने कहा कि ये क्या हो रहा है? ये कौन कर रहा है? ये समझ नहीं आ रहा है। शीतलामाता बाजार वाला वाकया और 31 अक्टूबर के कार्यक्रम का हवाला देकर भास्कर ने चड्ढा से पूछा कि क्या जिला कांग्रेस दिग्विजय सिंह की लगातार उपेक्षा कर रही है तो चड्ढा ने कहा कि हां ऐसा लग तो रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि जो ऐसा कर रहे हैं, उनसे पूछा जाना चाहिए। जहां तक 31 अक्टूबर के कार्यक्रम का सवाल है तो चिंटू चौकसे को उन्हें बुलाना चाहिए था। एक्सपर्ट बोले- यह सिर्फ इंदौर का नहीं, एमपी कांग्रेस का संकटराजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इंदौर में जो हो रहा है, वह एक बड़े संकट का छोटा सा हिस्सा मात्र है। यह मध्य प्रदेश कांग्रेस की उस गहरी बीमारी को उजागर करता है, जो लगभग 20 साल सत्ता से बाहर रहने के बाद भी ठीक नहीं हो पाई है। इसकी वो तीन वजहें गिनाते हैं... ये खबर भी पढ़ें... दिग्विजय ने कहा-खालिद के साथ अन्याय हो रहा, दिल्ली दंगे के आरोपी को बताया बेकसूर फरवरी 2020 में दिल्ली में हुए साम्प्रदायिक दंगों के आरोपी उमर खालिद को एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने बेकसूर बताया है। पूर्व सीएम ने एक फेसबुक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा- उमर खालिद बेकसूर है। उसके साथ बहुत अन्याय हो रहा है। PhD स्कॉलर है और किसी मापदंड में राष्ट्रद्रोही नहीं है। उसे तत्काल रिहा किया जाना चाहिए। पढे़ं पूरी खबर...
राजस्थान में 108 एंबुलेंस सिर्फ ‘कागजों’ में ही समय पर पहुंच रही हैं। कागजों में किलोमीटर और पहुंच के समय के डेटा में हेरफेर कर ‘रेस्पॉन्स टाइम’ मैनेज किया जा रहा है ताकि कंपनी जुर्माने से बचा जा सके। नतीजा ‘गोल्डन ऑवर’ बीतने से मरीजों की जान जोखिम में पड़ रही है। भास्कर रिपोर्टर ने खुद मरीज बनकर इस ‘खेल’को उजागर किया। अक्टूबर में 22 दिन तक प्रदेशभर की करीब 250 एंबुलेंस के डेटा की पड़ताल की। दरअसल, शर्त यह है कि एंबुलेंस मरीज के पास शहरी क्षेत्र में 20 मिनट और ग्रामीण क्षेत्र में 30 मिनट में पहुंचनी चाहिए। इसके बाद हर मिनट 50 रुपए पेनल्टी का प्रावधान। इससे बचने के लिए यह सारा खेल किया जा रहा है। उदाहरण देखिए, चित्तौड़ में एंबुलेंस (RJ 14 PE 5791) को कागजों में 54 मिनट में 108 किमी (120 किमी/स्पीड़) चलना दिखाया, जबकि हकीकत में 41 किमी ही चली थी। कोटा जिले की एंबुलेंस (RJ 14 PE 7719) मरीज को लेने 57 मिनट में पहुंची, लेकिन रिकॉर्ड में 27 मिनट दिखाया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मार्फत प्रदेश में संचालित 1094 एंबुलेंस ने 22 अक्टूबर तक करीब 37,702 कॉल अटेंड किए, जिनमें 17,317 इमरजेंसी केस थे। एंबुलेंस सेवा का संचालन ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज करती है, जबकि कॉल सेंटर टीसीआईएल संभालता है। एंबुलेंस सेवा पर 2024-25 में प्रदेश में 268.59 करोड़ खर्च का बजट था। रिपोर्टर ने मरीज बनकर इस तरह किया खुलासा किलोमीटर और समय के खेल को उजागर करने भास्कर रिपोर्टर चेस्ट पेन का मरीज बना। बोराबास से साथी कॉलर ने 29 अक्टूबर शाम 7.35 बजे एंबुलेंस को कॉल किया। फोन पर करीब 5.30 मिनट बात हुई। केस असाइन होने पर 7.40 बजे मैसैज आया। पुराने अनंतपुरा थाने से एंबुलेस (RJ14PG4012) 33 मिनट बाद 8.13 बजे पहुंची। रिपोर्टर को मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में भर्ती करवाया। यह वास्तविक डेटा ही एनएचएम के पास जाना चाहिए। लेकिन, कागजों में एंबुलेंस को 7.54 बजे पहुंचना दिखाकर रेस्पॉन्स टाइम 19 मिनट बताया। 25 किमी दूरी को भी 19 किमी कर दिया। खेल यह... ड्राइवर एप डेटा GPS से वेरिफाई नहीं108 एंबुलेंस की मॉनिटरिंग के लिए ड्राइवर एप है। मरीज का कॉल आने और केस असाइन होने पर यह एक्टिव होता है। एंबुलेंस स्टार्ट होने के बाद मरीज तक पहुंचने व उसे अस्पताल छोड़ने से जुड़ी हर डिटेल इसमें होती है। पायलट को मरीज के पास पहुंच कर एप पर सीन वाला बटन दबाना है, जिससे रेस्पॉन्स टाइम पता लगे। लेकिन, चालक पहले ही चलती गाड़ी में बटन दबा रहे हैं। अफसर इस डेटा का जीपीएस और पीसीआर बुक से क्रॉस वेरिफिकेशन नहीं करते। पायलट और स्टाफ दबी जुबान वे स्वीकारते हैं कि आरएम स्तर से उन पर पैनल्टी बचाने का दबाव है। एनएचएम ने कहा- यह गलत प्रेक्टिस, जांच करेंगे एनएचएम स्टेट नॉडल ऑफिसर (आईएपी) डॉ. महेश सचदेवा ने कहा कि यह गलत प्रेक्टिस है। रेस्पोंस टाइम मैनेज करने के लिए ड्राइवर एप पर सीन पर पहुंचे बिना बटन दबाया जा रहा, यह हमारी नॉलेज में आया था। जांच करवाकर एक्शन लेंगे। केस क्लॉज डेटा का जीपीएस से वेरिफिकेशन करेंगे। इधर, एनएचएम मिशन निदेशक एवं चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के पदेन संयुक्त सचिव डॉ. अमित यादव के पीएस हरीश कुमार ने इस प्रकरण की जांच करवाने की बात कही। कंपनियों ने नहीं दिए जवाब ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेज के वाइस प्रेसीडेंट सुबोध सत्यवादी ने कहा कि ऐसा नहीं है। राजस्थान पीआरओ हैड सुमित दत्ता ने कहा कि केस वेरिफिकेशन के बाद ही प्रतिक्रिया दे सकते हैं। टीसीआईएल राजस्थान कॉल सेंटर हेड नवीन शर्मा ने कहा कि हम एनएचएम से बाध्य हैं, कोई डिटेल या वर्जन नहीं दे सकते।
एसीपी स्वरूप नगर सुमित सुधाकर रामटेके और उनकी टीम ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर कानपुर के चर्चित ड्रग्स तस्कर हिस्ट्रीशीटर सुशील बच्चा के भाई और उसके साथी को करीब 70 किलो गांजा के साथ शास्त्री नगर से गिरफ्तार किया है। पुलिस की छापेमारी के दौरान ड्रग्स माफिया सुशील बच्चा बच निकला। डीसीपी सेंट्रल आज घटना का खुलासा करेगें। ड्रग्स तस्कर हिस्ट्रीशीटर सुशील बच्चा पर शहर के अलग–अलग थानों में करीब 40 मुकदमे दर्ज हैं। वहीं उसके भाई राजकुमार उर्फ बउआ लिंडा पर एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे हैं। एसीपी स्वरूप नगर सुमित सुधाकर रामटेके ने बताया कि पुलिस को दोनों भाइयों के पूरे शहर में मादक पदार्थो की तस्करी करने की सूचनाएं लंबे समय से मिल रही थीं। इस पर सोमवार शाम शास्त्री नगर में सेंट्रल पार्क के पास छापेमारी की कार्रवाई की, जिससे अफरातफरी मच गई। क्राइम ब्रांच ने करीब 70 किलो गांजा बरामद करने के साथ ही सुशील बच्चा के भाई राजकुमार उर्फ बउआ लिंडा और उसके साथी को गिरफ्तार किया है। एसीपी ने बताया कि सरगना की तलाश में दबिश दी जा रही है, घटना के खुलासे में एसटीएफ के शामिल होने से उन्होंने इंकार किया है।
एनजीटी का फैसला:जोधपुरा खनन ब्लास्टिंग से प्रभावित 298 लोगों को 20-20 हजार रुपए मुआवजा देने का आदेश
राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) की केन्द्रीय क्षेत्र पीठ ने जोधपुरा चूना पत्थर खनन एवं ब्लास्टिंग से प्रभावित 298 ग्रामीणों को 20-20 हजार रुपए का मुआवजा दिए जाने का आदेश दिया है। यही नहीं अधिकरण ने उन सभी ग्रामीणों को 50-50 हजार रुपए सहायता राशि दिए जाने के आदेश दिए हैं जिनके मकानों में दरारें आई हैं। यह भुगतान कोटपुतली कलेक्टर के माध्यम से सीएसआर फंड से दी जाएगी। जोधपुरा संघर्ष समिति बनाम भारत संघ व अन्य मामले में अधिकरण ने यह महत्वपूर्ण आदेश पारित किया है। इसमें एम-एस अल्ट्राटेक सीमेंट लिमिटेड को जोधपुरा गांव के निकट चूना पत्थर खनन और ब्लास्टिंग से हुए पर्यावरणीय नुकसान, मकानों में दरारें और स्वास्थ्य पर पड़े प्रतिकूल प्रभावों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। अधिकरण ने माना कि ग्रामीणों के घरों में दरारें असंगत ब्लास्टिंग के कारण हुई है। सावधानी सिद्धांत और प्रदूषक भुगतान सिद्धांत लागू करते हुए परियोजना प्राधिकरण को उत्तरदायी ठहराया गया। परियोजना प्राधिकरण को प्रभावित ग्रामीणों के लिए नियमित स्वास्थ्य शिविर और निःशुल्क दवाइयों की व्यवस्था भी करनी होगी। स्कूल, मंदिर या मकान के निकट ब्लास्टिंग वर्जित अधिकरण ने कहा है कि पर्यावरण स्वीकृति (EC) और प्रदूषण नियंत्रण मानकों का सख्ती से पालन किया जाए। यही नहीं, 500 मीटर की परिधि में किसी स्कूल, मंदिर या आवासीय भवन के निकट ब्लास्टिंग वर्जित होगी। खनन क्षेत्र में छह माह के भीतर हरित पट्टी का विकास किया जाए। परियोजना प्राधिकरण को जल पुनर्भरण कार्य करने होंगे। केन्द्रीय भूजल प्राधिकरण भूजल स्तर की निगरानी करेगा। सीएस की जिम्मेदारी तयअधिकरण ने अपने निर्णय में कहा है कि मुख्य सचिव प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए समिति गठित करेंगे। वहीं, जिला मजिस्ट्रेट को वसूली और अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए अधिकृत किया गया है।
सोनीपत में नगर पालिका गन्नौर के पूर्व कार्यवाहक चेयरमैन और कोच रह चुके व्यक्ति की सोमवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। व्यक्ति अपनी पत्नी और पुत्रवधू के साथ गाड़ी में सवार होकर शादी समारोह में जा रहे थे। रास्ते में गाड़ी रुकवा कर तीन गोलियां मार कर हत्या कर दी गई। मौके पर परिजनों सिविल अस्पताल में पहुंचा और वहीं से उसे गंभीर हालत के चलती है रेफर कर दिया गया परिजनों से निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए जहां इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मौके पर एफएसएल टीम और गन्नौर सिटी थाना पुलिस जांच कर रही है इस दौरान एसीपी ऋषिकांत और उनकी टीम आरोपी की तलाश में जुट चुकी है। प्रारंभिक जांच में मामला आपसी रंजिश से जुड़ा बताया जा रहा है। शादी में जाते समय चली गोलियां, मचा हड़कंप गन्नौर के वार्ड-12 की पार्षद सोनिया के ससुर और पूर्व कोच रामकरण सोमवार की रात अपनी पत्नी और बहू सोनिया के साथ गाड़ी में सवार होकर शादी समारोह में जा रहे थे। जैसे ही वे गन्नौर में जैन गली में स्थित अपने घर से निकले तो थोड़ी दूरी पर सिविल अस्पताल गन्नौर के सामने पहुंचे, तभी पहले से घात लगाए बैठे नगर पालिका के पूर्व कार्यवाहक चेयरमैन सुनील उर्फ लंबू ने उनकी गाड़ी को रुकवाया और सीधे गाड़ी में बैठे रामकरण पर गोलियां बरसा दीं। तीन गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल, अस्पताल में तोड़ा दम हमले के दौरान रामकरण को तीन गोलियां लगीं। परिवार के लोग और आसपास के लोग मौके पर दौड़े तो आरोपी सुनील उर्फ लंबू वहां से फरार हो गया। परिजनों ने घायल रामकरण को तुरंत गन्नौर के उपमंडल अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उनकी हालत गंभीर बताई और उन्हें सोनीपत मुरथल रोड स्थित एक निजी अस्पताल रेफर कर दिया। लेकिन उपचार के दौरान रामकरण ने दम तोड़ दिया। मौके पर पहुंची पुलिस घटना की सूचना मिलते ही गन्नौर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल से खाली कारतूसों की तलाश शुरू की। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और इलाके में नाकाबंदी कर आरोपित की तलाश शुरू कर दी। प्रारंभिक जांच में यह मामला आपसी रंजिश से जुड़ा बताया जा रहा है। पूर्व पार्षद परिवार में मातम, इलाके में दहशत का माहौल पूर्व कोच व चेयरमैन रहे रामकरण की गोली मारकर हत्या की खबर फैलते ही पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया। गन्नौर के राजनीतिक और खेल जगत से जुड़े लोगों ने इस घटना पर हैरानी जताई है। वहीं, पार्षद सोनिया के परिवार में मातम पसरा हुआ है। पुलिस सुबह निजी हॉस्पिटल से शव को कब्जे में लेकर सिविल हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजेगी और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
नारनौल में ट्रैफिक लाइट नहीं होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां के एकमात्र महावीर चौक पर ट्रैफिक लाइटें नहीं हैं। हालांकि नगर परिषद का कहना है कि यहां पर आधुनिक ट्रैफिक लाइटें लगाने का प्रावधान है, मगर ये लगेंगी कब, इस बारे में कोई स्पष्ट नहीं है। शहर में बढ़ते यातायात के दबाव को नियंत्रित करने के लिए नगर परिषद की ओर से महावीर चौक व हीरो होंडा चौक पर ट्रैफिक लाइटें लगी थी, लेकिन उचित देखरेख नहीं होने के कारण ये ट्रैफिक लाइटें 8 साल से शोपीस बनकर रह गई हैं। महावीर चौक पर दो दिशा में लगी लाइटों को वाहनों ने क्षतिग्रस्त कर दिया है। इससे शहर में यातायात अब अनियंत्रित चल रहा है। जिसके कारण हादसा होने का डर भी बना रहता है। ट्रैफिक पुलिस को बहाना पड़ रहा पसीना इस अनियंत्रित यातायात और अक्सर लगने वाले जाम को नियंत्रित करने में यातायात पुलिस के जवानों को पसीना बहाना पड़ रहा है। खास बात ये कि रोजाना प्रशासनिक अधिकारी महावीर चौक से आवागमन करते हैं, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। इससे न केवल यातायात पुलिस कर्मियों को भारी परेशानी हो रही है, बल्कि हादसों का भी डर बना रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शायद प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है। पहले लगवाई थी लाइटें व्यापारी मनोज कुमार सैनी ने बताया कि शहर में बढ़ते यातायात के दबाव को नियंत्रित करने के लिए नगर परिषद की ओर से करीब दस साल पहले मुख्य महावीर चौक व हीरो होंडा चौक पर बिजली संचालित ट्रैफिक लाइटें लगवाई गई थी। जोकि कुछ माह तक तो ठीक चली, लेकिन ये अधिक दिन नहीं टिक सकी। जिसके कारण यहां अकसर जाम की स्थिति बनी रहती है। लाइटें होना बहुत जरूरी नई सराय के अशोक सैनी, हिमांशु, पुरानी सराय के जितेंद्र, राहुल वर्मा व श्याम सुंदर ने बताया कि यहां पर ट्रैफिक लाइटें होना बहुत जरूरी है। ट्रैफिक लाइटें नहीं होने के कारण यातायात पूरा दिन बेतरतीब रहता है। जिसके कारण लोग कई-कई देर तक यहां खड़े रहते हैं।
गुरुग्राम में विश्व के सबसे अमीर बिजनेसमैन एलन मस्क की कंपनी टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार की गुरुग्राम में एंट्री हो गई है। शहर के सबसे बड़े एंबियंस मॉल में टेस्ला ने अपनी नवीनतम ऑटोनॉमस मॉडल को प्रदर्शित किया है। इसमें ड्राइवर लैस फीचर है। मगर, इसका फायदा उठाने के लिए अभी इंतजार करना होगा। सरकार ने अभी ड्राइवर लैस कार को मंजूरी नहीं दी है। इसलिए फिलहाल इसे मैनुअल मोड में ही संचालित किया जाएगा। यह कार एंबियंस मॉल के मुख्य प्रवेश द्वार के पास ग्राउंड फ्लोर पर खड़ी की गई है, जहां यह शॉपिंग करने आने वाले लोगों के लिए एक आकर्षक सेल्फी पॉइंट बन चुकी है। सुबह से शाम तक मॉल में आने वाले कस्टमर इस हाई-टेक वाहन के इर्द-गिर्द घूमते नजर आते हैं। बच्चे, युवा और परिवार वाले उत्साह से कार के साथ फोटो खिंचवा रहे हैं और टेस्ला के प्रतिनिधियों से इसके फीचर्स के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं, जिसमें कार के इंटीरियर, टचस्क्रीन डिस्प्ले और ऑटो-पायलट डेमो दिखाए जा रहे हैं। सुबह के समय मॉल प्रबंधन ने कार के आसपास विशेष बैरिकेडिंग की थी, लेकिन कंपनी की तरफ से इसे हटवा दिया गया और लोग अंदर बैठकर आनंद लेते नजर आए। टेस्ला की यह कार मॉडल वाई वेरिएंट है, जो पूर्ण ऑटोनॉमस ड्राइविंग (FSD) क्षमता से लैस है। इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित सेंसर, कैमरे और रडार सिस्टम लगे हैं, जो सड़क पर स्वचालित निर्णय लेते हैं। हालांकि, भारत में सड़क सुरक्षा मानकों और नियामक मंजूरी के अभाव में इसे अभी मैनुअल ड्राइविंग के लिए ही इस्तेमाल किया जाएगा। पहले इम्पोर्ट करते थे, अब होम डिलीवरी मिलेगीपहले भारतीय उपभोक्ता टेस्ला कारों को व्यक्तिगत आयात (इम्पोर्ट) के माध्यम से मंगवाते थे, जिसमें भारी कस्टम ड्यूटी और लॉजिस्टिक्स चुनौतियां शामिल थीं। मगर, अब कंपनी ने गुरुग्राम समेत दिल्ली, मुंबई और पुणे में चुनिंदा ग्राहकों को होम डिलीवरी सेवा शुरू कर दी है। यह सेवा प्री-बुकिंग पर आधारित होगी, जहां ग्राहक ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं और कार उनके घर पहुंचाई जाएगी। कंपनी के ऑपरेशंस हेड के मुताबिक गुरुग्राम के पास एरोसिटी में शोरूम खोल दिया गया है, सोहना रोड पर शोरूम बनाने का काम चल रहा है। फिलहाल होम डिलीवरी की ग्राहकों को सुविधा मिलेगी और आयात की झंझट खत्म होंगी। कंपनी ने हाल ही में बेंगलुरु में अपना RD सेंटर स्थापित किया है और स्थानीय उत्पादन पर विचार कर रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला की एंट्री से भारतीय EV मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जहां टाटा, महिंद्रा और MG जैसे ब्रांड पहले से सक्रिय हैं। टेस्ला की कीमत और रेंजटेस्ला ने भारत में केवल मॉडल वाई लॉन्च किया है, जो दो वेरिएंट रियर व्हील ड्राइव और लॉन्ग रेंज में उपलब्ध है। रियर व्हील ड्राइव की एक्स-शोरूम कीमत ₹59.89 लाख है और यह एक बार चार्ज करने पर 500 किमी (WLTP) तक की रेंज देती है। वहीं, लॉन्ग रेंज की एक्स-शोरूम कीमत ₹67.89 लाख है और यह 622 किमी (WLTP) तक की रेंज देती है। चार्जिंग और स्पीडटेस्ला भारत में दो बैटरी ऑप्शन के साथ आती है। स्टैंडर्ड RWD में 60kWh बैटरी है, जिसकी रेंज 500 किमी है और यह 0 से 100 kmph की स्पीड सिर्फ 5.9 सेकेंड में पकड़ लेती है। वहीं, लॉन्ग रेंज RWD में 75kWh बैटरी है, जिसकी रेंज 622 किमी है और यह 0 से 100 kmph की स्पीड 5.6 सेकेंड में पकड़ लेती है। दोनों वेरिएंट्स की टॉप स्पीड 201 kmph है। बुकिंग कैसे और कहां से करें?बुकिंग कंपनी की ऑफिशियल इंडिया पोर्टल से कर सकते हैं या मुंबई, दिल्ली और गुरुग्राम में एंबियंस मॉल में जाकर भी बुकिंग की जा सकती है। बुकिंग के एक महीने के अंदर डिलीवरी की दी जाएगी। ग्राहक छह रंगों में से अपनी पसंद का रंग चुन सकते हैं, जिसमें स्टील्थ ग्रे स्टैंडर्ड कलर है। कार के इंटीरियर में काले और सफेद रंग के ऑप्शन हैं और इसमें 5 सीटें हैं। दोनों रो की सीटों में हीटिंग और पहली रो की सीटों में वेंटिलेशन की सुविधा है। गुरुग्राम में जल्द ओपन होगा शोरूमटेस्ला ने गुरुग्राम के ऑर्किड बिजनेस पार्क में भी 33,000 वर्ग फीट की जगह ली है, जहां एक सर्विस सेंटर और सेल्स आउटलेट खोला जाएगा। इसका मासिक किराया 40 लाख रुपए प्रति माह है।
हरियाणा के फरीदाबाद के रामनगर में एक शादी में खूब ड्रामा हुआ। यहां रिबन कटाई के बाद वरमाला रस्म की तैयारी चल रही थी। दूल्हा और दुल्हन के मंच पर आने वाले थे। तभी एक वैगनआर कार घर के दरवाजे पर रुकी। उसमें से एक व्यक्ति उतरा, जिसके हाथ में काला बैग था। व्यक्ति ने कार से उतरते ही फिल्मी अंदाज में कहा- ये शादी नहीं हो सकती। इतना कहना था कि हंगामा शुरू हो गया। तभी उसने हाथ में कुल्हाड़ी उठा ली और कहा कि वह ये शादी नहीं होने देगा। वह इस लड़की को किसी और की नहीं होने देगा। धमकियां देने वाला नशे में लग रहा था। तभी दुल्हन की बुआ ने हिम्मत करके उसकी कुल्हाड़ी पकड़ ली। इसके बाद तो घरातियों-बारातियों ने उसे पकड़ लिया और मौके पर पुलिस बुला ली। पुलिस उसे पकड़कर सेक्टर-11 चौकी में ले गई, जहां उसने बैग से पेट्रोल निकाला और खुद पर छिड़क कर आग लगा ली। पुलिस ने आग बुझाई और उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज करीब 50 फीसदी झुलसा है। उसकी पहचान उत्तर प्रदेश के कोसीकलां निवासी धर्मवीर (30) के रूप में हुई है। अब सिलसिलेवार पढ़ें…कैसे चला पूरा घटनाक्रम पुलिस चौकी में खुद को आग लगाईलड़की के परिवार के लोगों ने धर्मवीर को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी की वैगनआर कार को भी कब्जे में ले लिया। इसके बाद पुलिस जब उसको सेक्टर 11 की पुलिस चौकी लेकर पहुंची तो मामला उल्टा पड़ गया। आरोपी को एक कमरे में बैठा गया था। वहीं आरोपी ने अपने बैग से पेट्रोल से भरी बोतल निकाली और अपने ऊपर छिड़क कर आग लगा ली। दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती करायापुलिस आग को बुझाकर युवक को बीके अस्पताल लेकर पहुंची। जहां से उसको दिल्ली सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि युवक 50 से 60 प्रतिशत जल चुका है। युवक को अस्पताल में अभी ICU में एडमिट किया गया है। फिलहाल, वह बयान देने के लिए अनफिट है। आरोपी शादीशुदा, 3 बच्चों का पितासेक्टर-11 पुलिस चौकी अधिकारी सुनील ने बताया कि आरोपी 10 साल से शादीशुदा है। 3 बच्चों का पिता है। वह मथुरा में कैफे चलाता है। आरोपी करीब 4 साल से युवती से रिलेशन में था। युवती की शादी तय हुई तो उसे पता चल गया। वह लगातार दबाव बना रहा था कि शादी न करे। वह नहीं मानी तो शादी वाले दिन शराब के नशे में उसके घर कुल्हाड़ी लेकर पहुंच गया। लड़की पहले एक प्राइवेट जॉब करती थी, लेकिन शादी तय होने पर उसने जॉब छोड़ दी थी। लड़की का भाई बोला- जब बहन 11वीं में थी, तभी से परेशान कर रहा लड़की के भाई प्रवीण ने बताया कि 2 नवंबर को घर में शादी की रस्में चल रहीं थी। तभी धर्मवीर कार में आया था। उसकी बहन जब 11वीं क्लास में पढ़ती थी, तभी से वह उसका पीछा करता आ रहा है। अब उनको भी अपनी जान का खतरा है, क्योंकि बाद में भी उनके परिवार के साथ कोई वारदात हो सकती है। पुलिस बोली- रिश्तेदारी में आने के दौरान संपर्क में आयासेक्टर 11 पुलिस चौकी इंचार्ज सुनील ने बताया कि लड़की के परिवार की शिकायत पर लड़के के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी अभी अस्पताल में भर्ती है, इसलिए पुलिस अभी उससे पूछताछ नहीं कर पाई है। घटना के बावजूद शादी की बाकी रस्में की गईं। शादी के बाद लड़की की विदाई हो गई। बताया जा रहा है कि आरोपी की रामनगर में रिश्तेदारी है। उसका यहां आना-जाना थी, तभी वह युवती के संपर्क में आया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गाने गाकर मशहूर हुए हरियाणा के सिंगर रॉकी मित्तल अब ट्रोलिंग का शिकार हो रहे हैं। वजह, उनकी आने वाली नए सॉन्ग की क्लिपिंग। ये क्लिपिंग वायरल होते ही मित्तल सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए हैं। असल में उनका नया गाना है- ईश्वर-अल्लाह एक नहीं, अलग-अलग दो नाम…। इस गाने में जहां ईश्वर और अल्लाह को अलग-अलग नाम बताते हुए धार्मिक एकता के नारों पर कटाक्ष किया गया है। साथ ही महात्मा गांधी के प्रसिद्ध भजन ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम को गलत ठहराया है। गीत में पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को जहां हिंद का दुलारा बताया है, वहीं समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव पर मुस्लिम टोपी पहनकर वोटबैंक की राजनीति करने का तंज भी कसा गया है। इस गाने पर जब दैनिक भास्कर एप ने रॉकी मित्तल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह चार मिनट का सॉन्ग है। अभी इसे टुकड़ों में रील बनाकर डाला है। चार मिनट का गाना जल्द अपलोड किया जाएगा। अखिलेश और तेजस्वी हिंदुओं से छल कपट कर रहे हैं। धार्मिक एकता पर सवाल, राजनीति पर चुटकीरॉकी मित्तल, जो अपने देसी और सामाजिक मुद्दों पर आधारित गीतों के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने इस बार धार्मिक और राजनीतिक संवेदनशीलता को निशाना बनाया है। गीत के प्रमुख बोल हैं ईश्वर-अल्लाह अलग-अलग दो नाम, समझाओ अपने बच्चों को हिंदू धर्म महान यह पंक्तियां गांधीजी के उस भजन पर सीधा हमला करती हैं, जहां कहा गया है कि ईश्वर और अल्लाह एक ही हैं। इस बात पर मित्तल का तर्क है- गांधी ने यह बात बिल्कुल गलत कही थी। यदि ये दोनों एक हैं तो गऊ माता काटने की नौबत क्यों आई? धर्म परिवर्तन क्यों हो रहे हैं और मंदिर मस्जिद की लड़ाई क्यों है। अब वह गांधी पर भी एक गीत लेकर आ रहे हैं, जिसके बोल गांधीगिरी छोड़ दो है। इस सांग को इस सप्ताह में ही लॉन्च करेंगे। सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियारॉकी मित्तल द्वारा इस गीत को पूरा अपलोड न करके रील बनाकर फेसबुक और इंस्टाग्राम पर डाला गया है, जहां लोगों के इसके ऊपर अलग-अलग प्रकार के कमेंट आ रहे हैं। कुछ लोग जहां रॉकी मित्तल के गीत का समर्थन करते हुए इसे हिंदुओं में अलख जगाने वाला कह रहे हैं। वहीं, कुछ इसे भाईचारा खराब करने वाला बता रहे हैं। बलजीत सिंह नायक नाम के एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि क्यों भाईचारा खराब करने में लगे हो। अख्तर हुसैन नामक यूजर ने लिखा कि रॉकी मित्तल खुले शब्दों में अराजकता फैलाने का काम कर रहे हैं। यदि इन्हें रोका नहीं गया तो देश का माहौल बिगड़ने का डर है। एक यूजर राजेश डाबरा ने लिखा- क्यों आग लगा रहे हो देश में। उधर, मित्तल के गीत के समर्थन में भी कई लोग उतर आए हैं। गुरदयाल चंद नाम के यूजर ने लिखा कि अच्छा सॉन्ग है, इसमें भ्रम तोड़कर विश्लेषण कर सही और स्पष्ट ज्ञान दिया है। सुरेंद्र रावत ने लिखा कि सनातन ही धर्म है, बाकी सब पंथ हैं। इसके अलावा बहुत से लोगों ने गीत पर धार्मिक उद्घोष जय श्रीराम और हर-हर महादेव लिखा। रॉकी मित्तल की पोस्ट पर आए कमेंट्स देखें... मित्तल बोले- मेरी कोई पार्टी नहीं, मैं सनातनी हूंरॉकी मित्तल ने कहा कि मेरी कोई पार्टी नहीं है, लेकिन मैं सनातनी हूं और सनातनी रहूंगा। धर्म के साथ कोई समझौता नहीं है। यह गीत हिंदुओं को जगाने के लिए है। मैं मुसलमानों के खिलाफ नहीं हूं, उनके गलत कामों के खिलाफ हूं। अब्दुल कलाम भी मुसलमान थे, लेकिन वे हर हिंदुस्तानी के दिल में बसते हैं, क्योंकि उन्होंने अच्छे काम किए। मैं महात्मा गांधी के उस भजन से बिल्कुल असहमत हूं, जिसमें उन्होंने कहा था कि ईश्वर-अल्लाह तेरो नाम। मैं जल्द ही एक गीत लेकर आ रहे हूं, जिसका टाइटल गांधीगिरी छोड़ो होगा।
हरियाणा के सीनियर IPS वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में एक और टर्निंग पॉइंट आ रहा है। पूरन कुमार के गनमैन सुशील कुमार की जान को खतरा बताया गया है। सुशील इस वक्त रोहतक जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी सोनी देवी ने हरियाणा सरकार को लिखे लैटर में 4 बड़े खुलासे किए हैं। लेटर में उन्होंने लिखा है कि रोहतक जेल में सुशील कुमार को रोज यातनाएं और जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। उन्होंने सुशील कुमार को तुरंत किसी दूसरी जेल में शिफ्ट किए जाने की मांग की है। सुशील कुमार IPS वाई पूरन कुमार के अलावा रोहतक के साइबर सेल के ASI संदीप लाठर के सुसाइड केस में भी अहम कड़ी है। लाठर ने 14 अक्टूबर को रोहतक में मामा के खेत में खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया था। रोहतक पुलिस ने करप्शन केस में सुशील कुमार की 6 अक्टूबर को अरेस्टिंग दिखाई है, तब से ही वह जेल में है। सुशील की गिरफ्तारी के अगले दिन यानी 7 अक्टूबर को वाई पूरन कुमार कुमार ने चंडीगढ़ में सुसाइड कर लिया था। बताया जा रहा है कि पूरन कुमार ने जिस रिवॉल्वर से सुसाइड किया, वो सुशील कुमार की ही सर्विस रिवॉल्वर थी। सुशील कुमार को अरेस्ट करने वाली रोहतक की टीम में ASI संदीप लाठर भी शामिल था। यहां पढ़िए लेटर में क्या... चंडीगढ़ पुलिस की SIT ने 2 वकीलों से बात कीIPS पूरन कुमार सुसाइड केस की जांच कर रही चंडीगढ़ पुलिस की SIT ने 2 वकीलों के बयान दर्ज किए हैं, जिन्होंने पुष्टि की है कि पूरन कुमार ने अपनी मौत से एक दिन पहले उनसे बात की थी। वकीलों ने पुलिस को बताया कि पूरन कुमार ने 6 अक्टूबर को रोहतक में अपने PSO सुशील कुमार के खिलाफ FIR दर्ज होने के बाद कानूनी सलाह लेने के लिए उनसे संपर्क किया था। शराब ठेकेदार प्रवीण बंसल ने FIR दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि सुशील कुमार उनसे 2.5 लाख रुपए प्रति माह की रिश्वत मांग रहे थे। मामला दर्ज होने का डर था अपने बयानों के दौरान वकीलों ने पुलिस को बताया कि अधिकारी ने बार-बार चिंता व्यक्त की थी कि सुशील की गिरफ्तारी तो केवल शुरुआत है और उन्हें डर है कि जल्द ही उनके खिलाफ भी झूठा मामला दर्ज कर लिया जाएगा। जांच सूत्रों के अनुसार, एक वकील ने बताया कि वह FIR को लेकर बेहद चिंतित थे। उन्हें आशंका थी कि उन्हें भी झूठे मामले में फसाने की कोशिश की जा रही है। वह गंभीर मानसिक दबाव में थे।
हरियाणा में मेडिकल एयर लिफ्ट सेवा शुरू हो सकती है। इसके लिए स्यांदान एविएशन ने हरियाणा सरकार से संपर्क किया है। कंपनी ने इच्छा जाहिर की है कि वह हरियाणा के लोगों को आपातकालीन स्थिति में एयर लिफ्ट कर अस्पताल पहुंचाना चाहती है। यह सेवा एविएशन कंपनी बतौर सोशल सर्विस के रूप से शुरू करना चाहती है। हरियाणा सरकार ने अब कंपनी से संपर्क कर आगामी 10 दिनों के अंदर मीटिंग करने का फैसला किया है। एविएशन कंपनी और हरियाणा सरकार के बीच अगर बातचीत सफल हो जाती है कि तो यह प्रोजेक्ट शुरू हो सकता है। कंपनी ने एक डेमो भी हरियाणा सरकार को दिया है। कंपनी ने इसके लिए 6 हेलीपैड बनाने की डिमांड भी की है। यह हेलीपेड उन जगहों पर बनाए जाएंगे, जहां से पूरा हरियाणा कवर हो सके। इन 6 लोकेशन में हिसार और गुरुग्राम भी शामिल है। स्यांदान एविएशन के CEO अभिनव सहाय ने बताया कि पिछले दिनों हरियाणा भवन नई दिल्ली में हरियाणा सरकार से इसके बारे में बातचीत हुई थी। हमने प्रपोजल दिया था। अब सरकार ने हमें दोबारा बातचीत के लिए समय दिया है। कंपनी सरकार से चाहती है मददएविएशन कंपनियों का कहना है कि सरकारी मदद के बिना यह सेवा चलाना संभव नहीं है। देश में कुछ स्थानों पर यह सेवा शुरू तो हुई, लेकिन या तो घाटे में चल रही है या लोगों को इससे पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है। एविएशन कंपनियां चाहती हैं कि सरकार एम्बुलेंस उपलब्ध कराए, ताकि गंभीर रूप से बीमार मरीज आपातकालीन नंबर पर फोन करके एयरलिफ्ट सेवा बुक कर सकें। कंपनी का सुझाव है कि सरकारी एम्बुलेंस मरीज को सीधे हेलीपैड तक ले जाए, जहां से उन्हें कुछ ही मिनटों में बड़े अस्पताल या इलाज के लिए उपयुक्त स्थान पर पहुंचाया जा सके। इस सेवा के बदले कंपनियां सरकार से सब्सिडी भी चाहती हैं। प्रस्तावित 6 सीटर हेलिकॉप्टर में एक पायलट, एक डॉक्टर और एक पैरामेडिकल स्टाफ मौजूद रहेगा। विमानन सेवाओं के विस्तार को लेकर हुई थी बैठकदिल्ली स्थित हरियाणा भवन में राज्य की सिविल एविएशन विभाग की आयुक्त अमनीत पी. कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। इस बैठक में विभिन्न विमानन एजेंसियों और कंपनियों ने अपने प्रस्ताव रखे थे। बैठक में मुख्य रूप से हवाई अड्डों के विकास, हैंगर लीज नीति, मेंटेनेंस, रिपेयर एंड ओवरहॉल (MRO) विस्तार, हेलिकॉप्टर व मेडिकल एयर सर्विस, और नए जॉइंट वेंचर मॉडल्स पर विचार-विमर्श हुआ था। बैठक में कई एविएशन कंपनियों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। कुछ हेली एयर सर्विसेज कंपनियों ने राज्य में एम्फीबियस एयरक्राफ्ट सेवा शुरू करने का प्रस्ताव रखा था, ताकि पर्यटन और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिले। 10 दिन बाद यह मीटिंग होगीस्यांदान एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ने गुरुग्राम-सालासर और गुरुग्राम-खाटूश्याम धार्मिक मार्गों पर हेलिकॉप्टर सेवा शुरू करने का प्रस्ताव दिया था। साथ ही, कंपनी ने आपातकालीन मेडिकल एयर लिफ्ट सेवा की पेशकश की थी, जिस पर आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए थे। अब स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक और सरकार के प्रतिनिधि एविएशन कंपनी से बातचीत करेंगे। करीब 10 दिन बाद यह मीटिंग होगी। उत्तराखंड और मध्यप्रदेश सरकार शुरू कर चुकी सर्विसउत्तराखंड और मध्य प्रदेश सरकार हेली एम्बुलेंस सर्विस शुरू कर चुकी है। सरकार के सहयोग से यह सर्विस चल रही है। उत्तराखंड में 108 एम्बुलेंस सेवा की तर्ज पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश ने देश में पहली हेली एम्बुलेंस सेवा शुरू की थी। इस सेवा के शुरू होने से प्रदेश के किसी भी क्षेत्र से अति गंभीर रूप से घायल को हेली एम्बुलेंस की मदद से एम्स ऋषिकेश में शीघ्र पहुंचाया जा सकता है। वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने पिछले साल पीएम श्री एयर एम्बुलेंस सेवा की शुरुआत की थी। मध्य प्रदेश के सभी नागरिकों के लिए यह मुफ्त है। सड़क या औद्योगिक दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा में घायल सामान्य जनों और आयुष्मान कार्डधारी मरीजों से भी राज्य के बाहर इलाज के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाता। वहीं, जिनके पास आयुष्मान कार्ड नहीं हैं, उन्हें राज्य से बाहर ले जाने के लिए करीब दो लाख रुपए प्रति घंटे की दर से चार्ज देना पड़ता है। भारत में एयर एम्बुलेंस सेवाएं अभी भी महंगी हैं। दूरी और सेवा के प्रकार के आधार पर, इनका प्रति घंटे का खर्च ₹1 लाख से ₹2.5 लाख या उससे अधिक हो सकता है। AIIMS और अपोलो, फोर्टिस, मेदांता जैसे अन्य बड़े प्राइवेट अस्पताल एयर एम्बुलेंस की सेवाएं प्रदान करते हैं।
साइबर ठगी का शिकार होने से बचे अधिकारी
दुमका| पुलिस की लगातार कार्रवाई के बाद भी साइबर अपराधियों के हौसले पस्त नहीं हो रहे हैं। अब तो अपराधियों ने सरकारी अधिकारियों पर भी डोरे डालना शुरू कर दिया है। सोमवार को साइबर अपराधी के नाम पर एक आर्मी अफसर ने बस दिलाने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी को जाल में फंसाने का प्रयास किया, लेकिन अपराधी के किराए के एवज में एक रुपया मांगने पर डीटीओ को शक हुआ और वे शिकार होने से बच गए। बताया जा रहा है िक जिला परिवहन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार को एक अंजान मोबाइल नंबर से एक कॉल आया। ट्रूकॉलर में कैप्टन भौरा सिंह लिखा हुआ था। काल करने वाले ने अपने को आर्मी का अधिकारी बताते हुए जिला परिवहन पदाधिकारी से अनुरोध किया कि आर्मी के 40 जवानों को अति आवश्यक बैठक में भाग लेने रांची भेजना है। इसके लिए एक बस की व्यवस्था कर दें। कॉल करने वाले से डीटीओ ने कहा कि बस की व्यवस्था तो नहीं की जा सकती लेकिन बस मालिक का नंबर दे रहे हैं। उन्हाने साइबर ठग की मंसा को भाप लिया। और इस प्रकार वह ठग से बचे।
जमीन विवाद में हुई मारपीट में तीन महिला घायल, एक रेफर
भास्कर न्यूज | दुमका दुमका के गोपीकांदर थाना क्षेत्र के ओढ़मो पंचायत के डहारटोला में रविवार शाम को जमीन विवाद में दो पड़ोसियों के बीच जमकर मारपीट हो गई। मारपीट के दौरान एक पक्ष के टुपली देवी, मोनिका कुमारी और भुटकी देवी घायल हो गई हैं। देर रात तीनों को इलाज के लिए सीएचसी गोपीकांदर लाया गया। डॉक्टर रवि शंकर प्रसाद ने तीनों का प्राथमिक उपचार किया। टुपली देवी के माथे और चेहरे पर गंभीर चोट की वजह से मेडिकल कालेज अस्पताल रेफर कर दिया। बाकी दो को घर जाने की सलाह दी। घायल टुपली देवी ने बताया कि पिछले एक साल से पड़ोसी कैलाशवती देवी व लखींद्र मिर्धा के साथ घर के बाहर रास्ते और आंगन को लेकर जमीन विवाद को लेकर अक्सर झगड़ा होते रहता था। रविवार की शाम कैलाशवाती देवी, लखींद्र मिर्धा, किशन मिर्धा, लखी कुमारी ने घर पर आ कर जमीन छोड़ने को कहा, मना करने पर जान से मारने की धमकी देने लगा। इसका विरोध करने पर सभी ने मिलकर तीनों के साथ मारपीट कर घायल कर दिया। सोमवार को पुलिस ने टुपली देवी ने थाना में आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
भास्कर न्यूज | जामताड़ा / मुरलीपहाड़ी पवित्र माह कार्तिक का समापन पर्व कार्तिक पूर्णिमा इस वर्ष 5 नवंबर (बुधवार) को पूरे श्रद्धा और भक्ति भाव से मनाई जाएगी। इस दिन तड़के से ही जिलेभर के नदियों, तालाबों और सरोवरों के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। स्नान, दान, दीपदान और भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना का विशेष महत्व रहेगा। नारायणपुर प्रखंड अंतर्गत करमदहा स्थित बराकर नदी के तट और बाबा दुखिया मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, पूर्णिमा की तिथि 4 नवंबर को प्रारंभ से शुरू होकर रात 10 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। पूर्णिमा तिथि का समापन 5 नवंबर, शाम 06 बजकर 48 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार 5 नवंबर की सुबह से लेकर रात्रि तक स्नान और दान का शुभ समय रहेगा, जिसे पवित्र और पुण्यफलदायी माना गया है। और यह अक्षय फल देने वाला गया है। इस अवसर पर श्रद्धालु गंगा स्नान के समान पुण्यदायी माने जाने वाले स्थानीय जलाशयों में स्नान करेंगे और दीपदान के साथ भगवान हरि को अर्पण करेंगे। महिलाएं पारंपरिक वस्त्रों में व्रत-उपवास रखकर विष्णु और शिव की आराधना करेंगी। जिले के नारायणपुर, जामताड़ा, कुंडहित, करमाटांड़ समेत विभिन्न नदी घाटों पर धार्मिक उत्सव का माहौल रहेगा। दुखिया बाबा मंदिर परिसर में भजन-कीर्तन और आरती के साथ भक्तिमय वातावरण बना रहेगा। मान्यता: दीपदान व तुलसी पूजन से पापों का होता है नाश ज्ञात हो कि प्रत्येक पूर्णिमा को नारायणपुर स्थित प्रसिद्ध दुखिया बाबा मंदिर में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना रहती है। खासकर सावन और कार्तिक पूर्णिमा में तो यहां का नजारा देखने लायक होता है।मंदिर परिसर में सजावट, प्रकाश की समुचित व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंध को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुबह से ही भक्तों का आना शुरू हो जाएगा। मंदिर कमिटी भी इस दिन पूरी तरह से तैयार रहेगी। पंडितों के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के दिन किया गया स्नान, दीपदान और तुलसी पूजन मनुष्य के पापों का नाश कर मोक्ष का द्वार खोलता है। यह दिन देव दीपावली के रूप में भी मनाया जाता है, जब देवता स्वयं भगवान विष्णु की आराधना करते हैं।
शहर में निकाली गौ माता की प्रभात फेरी घर-घर लोगों ने किया स्वागत और पूजन
भास्कर न्यूज | जामताड़ा श्रीकृष्ण गौशाला, जामताड़ा के 78वें वार्षिकोत्सव समारोह की शुरुआत सोमवार को भव्य गौ प्रभात फेरी के साथ हुई। सुबह से प्रारंभ शोभा यात्रा गौ माता भक्तों के जयघोष के साथ नगर के विभिन्न मार्गों से गुजरी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गौ माता सभी श्रद्धालुओं के दरवाजे से होकर गुजरी। नगरवासियों ने अपने घरों के सामने गौ माता की पूजन-अर्चन की, गुड और चारा खिलाया। गौ माता के दर्शन का लाभ प्राप्त किया। श्रीकृष्ण गौशाला समिति ने बताया कि वार्षिकोत्सव गौशाला प्रांगण में आयोजित किया गया। गौ-प्रदर्शनी का आयोजन में विभिन्न नस्लों की गायें प्रदर्शित की गई। वार्षिक आमसभा का आयोजन हुआ। इस अवसर पर गौ-प्रदर्शनी के विजेताओं को सम्मानित किया गया। रात्रि में बंगला जात्रा संगसार मंचे शंयतान बलि का सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। अगले दिन, 4 नवंबर की रात 8:00 बजे बंगला जात्रा बोमा लोकटा के का आयोजन होगा। गौशाला के उपाध्यक्ष ओम सरावगी ने सभी गौभक्तों और नगरवासियों से आग्रह किया है कि वे अपने इष्ट-मित्रों के साथ शामिल होकर महोत्सव को सफल बनाएं और गौमाता के प्रति श्रद्धा प्रकट करें।
भागवत कथा को लेकर गांव में दिया आमंत्रण
जामताड़ा| आगामी सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा आयोजन को लेकर केलाही गांव में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कथा के सफल आयोजन के लिए ग्रामीणों द्वारा उत्साहपूर्वक अंतिम चरण की तैयारियां की जा रही हैं। कथा प्रारंभ होने से पूर्व परंपरानुसार कथा मंडली के सदस्यों ने कुशीयारा गांव में जाकर भीक्षाटन कार्यक्रम संपन्न किया। इस अवसर पर दीलिप मंडल, गोविन्द मंडल, राधावल्लभ गोराई, परान पंडित, संजय पंडित, सटिक मंडल,असित चक्रवर्ती, बिमल मंडल, बीश्यजीत मंडल सहित सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहे। कुशीयारा गांव के ग्रामीणों ने भी बढ़-चढ़कर सहयोग दिया। बताया गया कि केलाही में नौ नवंबर से पंद्रह नवंबर तक भागवत कथा का आयोजन होगा, जिसमें हरिद्वार से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक श्री हंस आनंद गिरि जी महाराज कथा का वाचन करेंगे। आयोजन समिति द्वारा क्षेत्र के सभी श्रद्धालुओं को कथा श्रवण हेतु आमंत्रण दिया जा रहा है।
लोकनिया गांव में भजन संध्या, गूंजे भक्ति के स्वर
भास्कर न्यूज | पबिया नारायणपुर प्रखंड के लोकनिया गांव में दो दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन बड़े ही श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ संपन्न हुआ। आयोजन के अंतिम दिन रविवार की रात्रि को भव्य भजन संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें दूर-दूर से आए श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर प्रसिद्ध कथावाचक एवं भजन गायक हेमंत दुबे के द्वारा एक से बढ़कर एक भक्ति गीत और आध्यात्मिक प्रवचन प्रस्तुत किया गया, जिसने उपस्थित जनसमूह को भक्ति रस में सराबोर कर दिया।भजन संध्या की शुरुआत भगवान श्रीगणेश की वंदना से हुई, जिसके बाद विभिन्न देवी-देवताओं की स्तुति में भक्तिगीत प्रस्तुत किए गए। रघुपति राघव राजा राम, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो जैसे भजनों पर श्रद्धालु झूम उठे। कार्यक्रम के दौरान पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। कथावाचक हेमंत दुबे ने अपने प्रवचन के माध्यम से सनातन धर्म और हिंदू धर्म के मूल सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आज के युग में अध्यात्म शिक्षा की अत्यंत आवश्यकता है। जब व्यक्ति धर्म और अध्यात्म से जुड़ा होता है, तब उसके मन में शांति, सद्भावना और सकारात्मकता बनी रहती है। उन्होंने यह भी कहा कि घर-परिवार में क्लेश न हो, सभी में आपसी प्रेम और समझ बनी रहे इसके लिए हर व्यक्ति को नियमित रूप से भगवान का स्मरण करना चाहिए।कार्यक्रम के दौरान उन्होंने लोगों को नशे से दूर रहने, सच्चाई और सेवा के मार्ग पर चलने का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि धार्मिक जीवन केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन जीने की एक पद्धति है जो व्यक्ति को कर्तव्य, अनुशासन और दया की राह पर अग्रसर करती है।भजन संध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। महिलाएं, पुरुष, बच्चे सभी भक्ति गीतों में झूमते और भगवान के नाम का कीर्तन करते नजर आए। उपस्थित श्रद्धालुओं ने इस आयोजन को गांव के लिए एक प्रेरणादायक पहल बताया।रविवार की रात देर तक चले इस आयोजन के समापन पर सामूहिक आरती की गई और सभी श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया गया।
मटर की खेती के लिए अनुकूल समय अरक हरित किस्म का उपयोग करें
भास्कर न्यूज | जामताड़ा मटर की खेती के लिए सबसे उपयुक्त समय है। इस मौसम में किसान मटर की बुवाई कर बेहतर उपज प्राप्त कर सकते हैं। जिला कृषि पदाधिकारी लव कुमार ने बताया कि मटर की प्रमुख किस्मों में अरक हरित, पीडीसी-1, रचना, रचना-2, आजाद मटर-3, आईपीएफटी-4 और एचयू 2 किस्में अत्यंत उपजाऊ और रोग प्रतिरोधी हैं। जैव मिट्टी को भुरभुरा बना लेना चाहिए। इसके बाद प्रौद्योगिकी सह 20-25 टन गोबर की खाद या कम्पोस्ट प्रति किसान प्रशिक्षक हेक्टेयर डालें। इसके साथ डीएपी 100 किलोग्राम,किसान बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई कर - म्यूरेट ऑफ पोटाश 40 किलोग्राम और यूरिया 60 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर देना लाभदायक होता है। जैविक खेती करने वाले किसान राइजोबियम कल्चर और पीएसबी कल्चर का उपयोग करें, जिससे फसल की जड़ें मजबूत होती हैं और उत्पादन में वृद्धि होती है। मटर की बुवाई पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 10 सेंटीमीटर रखकर करें। पहली सिंचाई बुवाई के 15 दिन बाद और दूसरी सिंचाई फूल आने के समय करें। कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि यदि 4-5 बार उपयुक्त समय पर सिंचाई की जाए और खर-पतवार नियंत्रण, पादप सुरक्षा जैसे उपाय अपनाए जाएं तो उत्पादन बढ़ता है। समय पर निराई-गुड़ाई और कीट नियंत्रण करने से फसल स्वस्थ रहती है और किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। आप खेती-किसानी से जुड़े किस विषय पर जानकारी चाहते हैं, वॉट्सएप नंबर 9308098272 पर सिर्फ मैसेज करें।
जामताड़ा उपायुक्त ने जिले में संचालित मत्स्य और भूमि संरक्षण विभाग की योजनाओं की समीक्षा की
भास्कर न्यूज | जामताड़ा उपायुक्त रवि आनंद की अध्यक्षता में सोमवार को उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में मत्स्य एवं भूमि संरक्षण विभाग की मासिक समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभाग द्वारा संचालित योजनाओं और कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। बैठक के दौरान उपायुक्त ने मत्स्य विभाग की सभी संचालित योजनाओं की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट ली और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक योग्य लाभुकों को योजनाओं से जोड़ा जाए, ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक पात्रों तक पहुंच सके। उन्होंने मत्स्य कार्यालय परिसर में अवस्थित तालाबों की स्थिति पर विशेष चिंता व्यक्त की। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि तालाबों की नियमित सफाई और सौंदर्यीकरण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि तालाबों को किसी भी प्रकार से पार्ट या विभाजित न किया जाए। उनका मूल स्वरूप और अस्तित्व बरकरार रहना चाहिए। ये जलाशय विभागीय संपत्ति हैं और इन्हें मत्स्य पालन एवं प्रशिक्षण जैसे कार्यों के लिए संरक्षित रखा जाए। केज प्रणाली से मछली पालन की दी गई जानाकरी उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिया कि कार्यालय परिसर के चारों ओर फैली गंदगी को तत्काल साफ किया जाए और स्वच्छता बनाए रखने के लिए स्थायी व्यवस्था की जाए। नगर परिषद मिहिजाम क्षेत्र के कुछ तालाबों में राजस्व संग्रहण से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई। इस संबंध में उपायुक्त ने मत्स्य पदाधिकारी को विभागीय मार्गदर्शन प्राप्त करने का निर्देश दिया, ताकि प्रक्रिया पारदर्शी और नियमानुसार हो। बैठक के दौरान जिला मत्स्य पदाधिकारी ने उपायुक्त को केज प्रणाली से मछली पालन की जानकारी दी और अनुरोध किया कि वे लादना एवं श्यामपुर पंजनिया में संचालित केज मछली पालन परियोजनाओं का निरीक्षण करें।
नामांकन पोर्टल खोलने की मांग को लेकर प्राचार्य से मिले विद्यार्थी परिषद के छात्र
जामताड़ा | जामताड़ा कॉलेज जामताड़ा स्थित सत्र 2025-29, सेमेस्टर-01 के नामांकन को लेकर आज विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं एवं छात्र-छात्राओं के अभिभावकों ने प्राचार्य से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने नामांकन के लिए पोर्टल को शीघ्र खोलने की मांग की। इस पर प्राचार्य ने आश्वासन दिया कि छात्रों की मांग पर नामांकन समिति के साथ चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिया जाएगा। इस दौरान जिला सह-संयोजक संजय मंडल, नगर मंत्री प्रकाश यादव, कार्यकर्ता आकाश साहू, छात्रा सुष्मिता, यशोदा शरण, परवीन, छात्र मुकुंद, सौरभ, अख्तर और नरेश मनवाड़ी सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
धरमपुर में छात्रों की परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न
पबिया | नारायणपुर प्रखंड के अंतर्गत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय धरमपुर में रेल प्रोजेक्ट के तहत आयोजित परीक्षा सोमवार को शांतिपूर्वक संपन्न हुई। इस परीक्षा में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। परीक्षा का उद्देश्य बच्चों में तकनीकी एवं व्यावसायिक ज्ञान को बढ़ावा देना तथा रेल परियोजना से जुड़ी बुनियादी जानकारी प्रदान करना था। विद्यालय के शिक्षकों ने बताया कि यह परीक्षा छात्रों के भविष्य निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे उन्हें रोजगारपरक शिक्षा के प्रति जागरूक किया जा सके। परीक्षा के दौरान छात्र-छात्राओं ने पूरी निष्ठा एवं अनुशासन के साथ भाग लिया। परीक्षा के सफल संचालन के लिए सभी शिक्षकगण उपस्थित रहे।
ओवरस्पीड वाहन चलाने पर अब कटेगा ऑनलाइन चालान
मुकेश कुमार सिंह | जामताड़ा अब सड़कों पर तेज रफ्तार से दौड़ने वाले वाहनों की खैर नहीं। जिला परिवहन विभाग सड़क सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करने जा रहा है। इसके तहत 3 नवंबर से 9 नवंबर तक ओवरस्पीड जागरूकता सप्ताह मनाया जाएगा। इस दौरान लोगों को गति सीमा का पालन करने और सुरक्षित ड्राइविंग के प्रति जागरूक किया जाएगा। अभियान के दौरान जिले के अधिक दुर्घटना वाले क्षेत्रों में स्पीड मापने वाली अत्याधुनिक स्पीडोमीटर मशीनें लगाई जाएंगी। इन मशीनों के माध्यम से अधिक स्पीड में चलने वाले वाहनों की पहचान की जाएगी और उनका ऑनलाइन चालान ऑटोमेटिक कट जाएगा। वाहन मालिक को चालान की सूचना उनके मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भेजी जाएगी। बताएं कि जागरूकता सप्ताह के बाद इन स्पीडोमीटर मशीनों को स्थायी रूप से इंस्टॉल किया जाएगा। ताकि यह व्यवस्था हमेशा प्रभावी बनी रहे। इस तकनीकी व्यवस्था का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना और लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करना है। ओवरस्पीड पर निगरानी रखने के लिए जिले के प्रमुख स्थानों जामताड़ा, मिहिजाम, करमाटांड, नारायणपुर, फतेहपुर, कुंडहित और नाला में स्पीडोमीटर लगाए जा रहे हैं। विभाग का मानना है कि इससे न केवल रफ्तार पर नियंत्रण होगा बल्कि लोगों की जान-माल की सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। परिवहन विभाग ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे गति सीमा का पालन करें और सुरक्षित ड्राइविंग को अपनी जिम्मेदारी बनाएं। ताकि सड़कें सुरक्षित बन सकें और दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सके। सड़क पर चलने वाले चालकों को दिया गया संदेश, जंक्शन पर रखें रफ्तार पर काबू नहीं तो हो सकती है दुर्घटना सड़क सुरक्षा के दृष्टिकोण से जंक्शन पर वाहन की गति नियंत्रित रखना बेहद आवश्यक है। परिवहन विभाग ने लोगों से अपील की है कि जंक्शन के समीप वाहन की रफ्तार धीमी करें और सड़क एवं वाहन के ब्लाइंड स्पॉट को ध्यान में रखते हुए सतर्कतापूर्वक आगे बढ़ें। ओवरस्पीडिंग के कारण चालक को रुकने का पर्याप्त समय नहीं मिलता और हादसे वहीं जन्म लेते हैं। नियंत्रित गति से वाहन चलाने पर सड़क पार करने वालों और दूसरी दिशा से आने वाले वाहनों को सुरक्षित गुजरने का अवसर मिलता है। जंक्शन पर रफ्तार संभालें, क्योंकि वहाँ हर दिशा से जिंदगी आती है। सात स्थानों पर लगेगा स्पीडोमीटर, ओवरस्पीड पर रहेगी निगरानी ओवरस्पीड पर नियंत्रण के लिए सात प्रमुख स्थानों को चिन्हित किया है। जहां सड़क दुर्घटनाओं की घटनाएं अधिक होती हैं। इन क्षेत्रों में जामताड़ा, मिहिजाम, करमाटांड, नारायणपुर, फतेहपुर, कुंडहित और नाला में स्पीडोमीटर लगाए जा रहे हैं। इन उपकरणों से तेज रफ्तार वाहनों की निगरानी किया जाएगा। जागरूकता सप्ताह शुरू एमवीआई मो. बरकत अंसारी ने बताया कि ओवरस्पीड जागरूकता सप्ताह के तहत एक सप्ताह तक वाहन चालकों को धीमी गति से वाहन चलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। इसके बाद अधिक रफ्तार से चलने वाले वाहनों का ऑनलाइन चालान कटेगा और उसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से वाहन मालिक को भेजी जाएगी। अंसारी ने अपील की कि चालक सावधानी बरतें और वाहन नियंत्रित गति से चलाएं, क्योंकि हर दिशा से जिंदगी आती है।
जामताड़ा के सरकारी अस्पताल में मोबाइल टॉर्च की रोशनी में हुआ इलाज, मासूम की मौत से भड़के लोग
भास्कर न्यूज | जामताड़ा/नाला जामताड़ा जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली एक बार फिर शर्मसार कर देने वाली तस्वीर के साथ सामने आई है। सोमवार की रात नाला अनुमंडल अस्पताल में बिजली गुल रहने के कारण डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मरीजों का इलाज मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में करने को मजबूर रहीं। आधुनिक युग में यह दृश्य झारखंड की सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली की सच्चाई को उजागर करता है। रविवार की रात को आसानजुड़ी के पास सड़क दुर्घटना में घायल एक मासूम बच्चे की मौत के बाद अस्पताल परिसर में परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने अस्पताल में लापरवाही और अव्यवस्था के खिलाफ करीब पांच घंटे तक धरना और विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि चिकित्सकों की लापरवाही और अस्पताल की अव्यवस्थित व्यवस्था के कारण बच्चे की जान चली गई। उनका कहना है कि समय पर उचित इलाज नहीं मिला और बिजली न रहने के कारण मोबाइल टॉर्च की रोशनी में चिकित्सा की जा रही थी। वहीं अस्पताल प्रशासन ने सफाई दी कि बच्चा अस्पताल लाए जाने से पहले ही मृत था। इस दावे के बावजूद परिजन और ग्रामीण आक्रोशित हो उठे और अस्पताल परिसर में जोरदार हंगामा शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने संबंधित चिकित्सक और स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बाइक सवार दंपती दो बच्चों के साथ हो गया था घायल जानकारी के अनुसार, दयामय मंडल अपनी पत्नी रूपाली मंडल, डेढ़ वर्षीय पुत्र पिंटू (उर्फ जीत) मंडल और छह वर्षीय पुत्री पियू मंडल के साथ बाइक पर सवार होकर किष्टोपुर डाबर स्थित ससुराल से सुलूंगा (कुंडहित) जा रहे थे। रास्ते में एक साइकिल सवार को बचाने के प्रयास में बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई, जिससे सभी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से घायलों को तत्काल नाला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में दयामय मंडल (30) और रूपाली मंडल (24) को प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया गया, जबकि मासूम पिंटू मंडल का इलाज वहीं शुरू किया गया। मगर उसकी मौत हो गई। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो होगी कार्रवाई: सिविल सर्जन घटना की जानकारी मिलते ही सिविल सर्जन डॉ. आनंद मोहन सोरेन, बीडीओ सह सीओ अकांक्षा कुमारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. समीर कुमार मुर्मू सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। सिविल सर्जन ने कहा कि घटना की जांच की जाएगी और यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो संबंधित चिकित्सक एवं स्वास्थ्यकर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई होगी। साथ ही आपदा कोष से मृतक के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई। कार्रवाई के आश्वासन के बाद लोग हुए शांत अस्पताल परिसर में करीब पांच घंटे चले इस विरोध के बाद प्रशासन ने लोगों को कार्रवाई के आश्वासन के बाद शांत कराया। लेकिन यह घटना एक बार फिर सवाल खड़े करती है क्या झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था सचमुच आम लोगों की जान बचाने में सक्षम है, या फिर यह मोबाइल टॉर्च की रोशनी में ही चलती रहेगी। धरना स्थल पर पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार सिंह, थाना प्रभारी राजीव रंजन कुमार, एसआई सरोज मंडल, बिरसू भगत, एएसआई संजय गहलोत, एएसआई चंदन सिंह, भाजपा युवा नेता रंजीत तिवारी, राजद नेता अशोक माजी, छात्र नेता अनूप मंडल, तापस भट्टाचार्य सहित अनेक जनप्रतिनिधि और समाजसेवी मौजूद थे।
अल्पसंख्यक छात्रावास निर्माण को लेकर भूमि की रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश
भास्कर न्यूज | जामताड़ा उपायुक्त रवि आनंद की अध्यक्षता में सोमवार को उपायुक्त कार्यालय प्रकोष्ठ में अल्पसंख्यक छात्रावासों के निर्माण एवं हस्तांतरण से संबंधित जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त ने कहा कि जिला के अल्पसंख्यक छात्रों को बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से कुल 09 नए छात्रावासों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है, जिनमें नारायणपुर प्रखंड में 07 एवं करमाटांड़ प्रखंड में 02 छात्रावासों का निर्माण शामिल है। उन्होंने बताया कि कुछ प्रस्तावित छात्रावासों के लिए भूमि प्रतिवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जबकि शेष के लिए प्रक्रिया जारी है। इस क्रम में उपायुक्त ने अंचल अधिकारी नारायणपुर एवं करमाटांड़ को निर्देश दिया कि वे सभी छात्रावासों हेतु भूमि प्रतिवेदन, मदरसे के नाम से जमीन की रजिस्ट्री, तथा भूमि की विस्तृत विवरणी शीघ्र उपलब्ध कराएं। भूमि से जुड़ी सभी औपचारिकताएं यथाशीघ्र पूरी हों, ताकि निर्माण कार्य समय पर प्रारंभ किया जा सके : उपायुक्त उपायुक्त ने कहा अल्पसंख्यक छात्रावासों का निर्माण एक प्राथमिकता वाला कार्य है। अंचल अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि भूमि से जुड़ी सभी औपचारिकताएं यथाशीघ्र पूरी हों, ताकि निर्माण कार्य समय पर प्रारंभ किया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि प्रशासन का लक्ष्य जिले के सभी प्रखंडों में शिक्षा और आवासीय सुविधा को सुदृढ़ बनाना है, जिससे ग्रामीण और अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थी निर्बाध रूप से अपनी पढ़ाई जारी रख सकें। बैठक में परियोजना निदेशक आईटीडीए जुगनू मिंज, अपर समाहर्ता पूनम कच्छप, जिला पंचायत राज पदाधिकारी पंकज कुमार रवि, अंचल अधिकारी नारायणपुर देवराज गुप्ता सहित अन्य पदाधिकारी थे।
तंबाकू मुक्त युवा अभियान के तहत छापेमारी, 5 दुकानों से वसूला जुर्माना
भास्कर न्यूज | चतरा जिले में सोमवार को तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 के तहत विशेष छापेमारी अभियान चलाया गया। यह अभियान चतरा कॉलेज के आसपास के क्षेत्रों में संचालित हुआ, जिसमें सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद अधिनियम (COTPA)-2003 की धारा 4, 5, 6(ए) व 6(बी) तथा PECA-2019 के प्रावधानों के अनुपालन की जांच की गई।अभियान का नेतृत्व जिला खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार और राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला परामर्शी रश्मि दुबे ने किया। इस दौरान छापामारी दल ने कुल 10 दुकानों की जांच की, जिनमें 5 दुकानों पर कानून उल्लंघन पाया गया। इन दुकानदारों से आर्थिक दंड के रूप में जुर्माना वसूला गया, जबकि अन्य दुकानदारों को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।रश्मि दुबे ने बताया कि कई दुकानों में तंबाकू उत्पादों के विज्ञापन वाले पोस्टर लगाए गए थे, जो कोटपा-2003 की धारा 5 के तहत प्रतिबंधित है। सभी अवैध पोस्टरों को हटाया गया तथा दुकानदारों को कानून की जानकारी दी गई।उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को तंबाकू बेचना या बेचवाना दंडनीय अपराध है। साथ ही स्कूलों के 100 गज के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पूर्णतः वर्जित है।
कोडरमा रेलवे स्टेशन से अवैध शराब के साथ तस्कर गिरफ्तार, भेजा जेल
भास्कर न्यूज़| कोडरमा आरपीएफ की टीम ने ऑपरेशन सतर्क के तहत रेलवे स्टेशन पर अवैध शराब के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवक की पहचान अमन कुमार, उम्र 21 वर्ष गोवाईचक, थाना नौबतपुर, जिला पटना (बिहार) निवासी के रूप में की गई है। प्रभारी निरीक्षक दीपक कुमार ने बताया की सुबह करीब 7:50 बजे आरपीएफ टीम द्वारा प्लेटफार्म संख्या 04/05 पर गश्त के दौरान गश्ती दल जब फुटओवर ब्रिज के पास पहुंचा, तो एक युवक को काले रंग के पिट्ठू बैग के साथ संदिग्ध अवस्था में देखा गया। टीम द्वारा मौके पर ही उसके बैग की जांच की गई। जांच में बैग से 14 बोतल रॉयल स्टैग डीलक्स व्हिस्की और 3 बोतल मैजिक मोमेंट वोडका बरामद की गईं। जब्त शराब की अनुमानित कीमत 12,300 रुपये आंकी गई। पूछताछ में युवक ने बताया कि वह बेरोजगार है और इन शराब की बोतलों को बिहार ले जाकर अधिक दाम पर बेचने की योजना बना रहा था। मौके पर मौजूद गवाहों के समक्ष शराब की जप्ती सूची बनाई गई और आरोपी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई के लिए उत्पाद विभाग को सुपुर्द कर दिया गया। आरपीएफ की टीम ने ऑपरेशन सतर्क के तहत रेलवे स्टेशन से अवैध देशी शराब बरामद किया है। प्रभारी दीपक कुमार ने बताया की मेरे नेतृत्व में उप निरीक्षक सुशील कुमार, प्रधान आरक्षी अरुण कुमार राम और आरक्षी शंकर कुमार गश्त कर रहे इस दौरान प्लेटफार्म संख्या 04 के कालका एंड के पास एक सफेद रंग का बोरा संदिग्ध अवस्था में रखा हुआ मिला। मौके पर मौजूद यात्रियों से पूछताछ की गई, लेकिन किसी ने भी उस बोरे पर अपना दावा नहीं किया। शंका के आधार पर बोरे को वहीं खोलकर जांच की गई। इसमें से 24 बोतल रॉयल झारखंड देशी शराब बरामद हुई, जिनकी कुल कीमत 1560 रुपये आंकी गई। मौके पर उपस्थित गवाहों के समक्ष उप निरीक्षक सुशील कुमार द्वारा समय जप्ती सूची तैयार कर शराब को जब्त किया गया। इसके बाद आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बोरा सहित शराब को रेसुब पोस्ट कोडरमा ले जाया गया। जप्त की गई सभी शराब को विधिक प्रक्रिया के तहत उत्पाद विभाग कोडरमा के सुपुर्द कर दिया गया।
एक वर्ष में 50 से अधिक गायों की मौत, 500 को बांधा गया रेडियम पट्टा, नहीं रुक रहा हादसा
विपिन कुमार सिंह | चतरा चतरा में इन दिनों सड़कों पर आवारा पशुओं की मौत एक बड़ी समस्या बन गई है। हर एक दो दिनों में कहीं ना कहीं सड़कों पर वाहनों से कुचल कर पशुओं की मौत हो रही है। इसमें सबसे अधिक संख्या गायों की है। पशुओं की मौत कोल वाहनों की चपेट में आने से हो रही है। शहर में रात्रि नौ बजे नो इंट्री खुलने के बाद शहर के मुख्य सड़क व हेरुवा बाइपास से पुरी रात कोल वाहनों का परिचालन होता है। कोयला लदे ट्रक व हाइवा चालकों का स्पीड इतना अधिक होता है कि सड़क पर बैठे आवारा पशुओं की चपेट में आ जा रहे हैं और उनकी मौत हो जाती है। हिंदू राष्ट्र संघ के नगर अध्यक्ष सह गौरक्षा दल के अभिषेक कुमार ने बताया कि कोल वाहनों की चपेट में आकर पिछले एक माह में 15 गायों की मौत हुई है। जबकि पिछले एक वर्ष में 50 से अधिक पशुओं की मौत वाहनों की चपेट में आने से हुई है। उन्होंने बताया कि हिंदू राष्ट्र संघ व गौरक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने शहर में 500 से अधिक पशुओं के गले में रेडियम पट्टा बांध कर पशुओं को दुर्घटना से बचाने की पहल किया गया है। लेकिन रेडियम पट्टा भी पशुओं को बचाने के लिए पुरी तरह कारगर साबित नहीं हो रहा है। चतरा के लिए बड़ी समस्या बन चुका पशुओं की मौत पर जिला पशुपालन पदाधिकारी मो जमालुद्दीन ने कहा कि वाहन दुर्घटना में पशुओं की मौत चिंताजनक है। इसके लिए पशुपालक भी जिम्मेवार हैं। गाय जैसे ही दुध देना बंद करती है लोग गायों को खुला छोड़ देते हैं। लोगों से आग्रह है कि वह अपने पशुओं को खुला नहीं छोड़े। उन्होंने कहा कि आवारा पशुओं के लिए चतरा में दो कानी हाउद बनाने के लिए प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है। इसके बन जाने से आवारा पशुओं को इसमें रखने की व्यवस्था की जाएगी।
वन पट्टा और भू समस्या को लेकर उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना आज
भास्कर न्यूज़| झुमरी तिलैया थाना क्षेत्र में एक युवक के साथ ठगी का मामला सामने आया है। जहां मोबाइल खरीदने के बहाने एक ठग युवक का फोन लेकर फरार हो गया। घटना असनाबाद स्थित जी-7 फर्नीचर हाउस की है। मामले को लेकर पीड़ित बेलाटांड़ निवासी दीपक कुमार ने बताया कि उनके पास एक पुराना आईफोन था, जिसे वे बेचना चाहते थे। इस संबंध में उन्होंने अपने दोस्तों के माध्यम से सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की थी। सोमवार को उन्हें अंकित नाम के फोन नंबर से कॉल आया, जिसमें डोमचांच निवासी एक युवक ने मोबाइल खरीदने की इच्छा जताई और उन्हें असनाबाद स्थित जी-7 फर्नीचर हाउस बुलाया। मौके पर पहुंचने पर युवक ने खुद को फर्नीचर हाउस का मालिक बताया और चाय-पानी की व्यवस्था भी कराई। बातचीत के दौरान उसने मोबाइल का लॉक खोलकर दिखाने को कहा। दीपक ने जैसे ही फोन का लॉक खोला, युवक ने उन्हें बैठने को कहा और बाहर चला गया। काफी देर तक वापस न लौटने पर दीपक ने फर्नीचर हाउस के कर्मचारियों से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि वह युवक वहां का मालिक नहीं, बल्कि एक ग्राहक के रूप में आया था। उस युवक को आस पास काफी खोजबीन किया। लेकिन युवक का पता नही चला। पीड़ित युवक ने घटना की सूचना पुलिस को दिया। सूचना मिलते ही तिलैया पुलिस मौके पर पहुंची और फर्नीचर हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें आरोपी युवक की तस्वीरें स्पष्ट रूप से दिखाई दी हैं। फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। कोडरमा| संयुक्त वन अधिकार समिति की ओर से वनाधिकार कानून के तहत वन पट्टा की मांग और जिले में विभिन्न भू-समस्याओं के समाधान को लेकर आज मंगलवार को कोडरमा में धरना आयोजित किया जाएगा। संयोजक कैलाश हंसदा ने जानकारी दिया है की यह प्रदर्शन लोकाई मंदिर प्रांगण से रैली के रूप में शुरू होकर समाहरणालय कोडरमा पहुंचकर धरने में तब्दील होगा। धरना के माध्यम से समिति उपायुक्त कोडरमा को मांग पत्र सौंपेगी। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि लंबे समय से वनाधिकार पट्टा वितरण और भूमि विवादों का समाधान नहीं किया जा रहा है, जिसके कारण आदिवासी और ग्रामीण समुदाय प्रभावित हो रहे हैं। इस धरना में कई प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक हस्तियां शामिल होंगी। एकता परिषद के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रण सिंह परमार, पूर्व विधायक एवं समाजवादी नेता गौतम सागर राणा, पूर्व विधायक एवं कम्युनिस्ट नेता बिनोद कुमार सिंह, जंगल बचाओ आंदोलन से जुड़े राजेश महतो, कोडरमा के सामाजिक कार्यकर्ता असीम सरकार, रामस्वरूप, चुन्नूलाल सोरेन सहित दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे।
द विजन पब्लिक स्कूल के बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण कराई गई
भास्कर न्यूज | इटखोरी द विजन पब्लिक स्कूल के पंचम वर्ग के लगभग 70 बच्चों को स्कूल के निदेशक नीरज कुमार सिन्हा ने जंगलों का शैक्षणिक भ्रमण करवाया। निदेशक सिन्हा ने बताया कि स्कूल में बच्चों को सोशल साइंस से संबंधित वन एवं पर्यावरण विषय की पढ़ाई और उससे संबंधित जानकारी दे रहे थे। इसी बीच मन में सवाल आया कि क्यों नहीं इन बच्चों को जंगल का शैक्षणिक भ्रमण करवा कर ऑन द स्पॉट उन्हें जंगल से संबंधित जानकारी दिया जाए। इसके बाद एक बस में बच्चों को बिठाकर सीधे मुड़िया के बिहड़ जंगल दन्नोट की ओर ले गए। जहां इन्हें जंगलों का शैक्षणिक भ्रमण करवाया गया। यहां जंगल में बच्चों ने तरह-तरह के पेड़ पौधे देखकर उत्साहित होकर इससे संबंधित जानकारी प्राप्त की। श्री सिन्हा ने आगे कहा कि बच्चों को प्रैक्टिकल के तौर पर हमारे स्कूल में शिक्षा दीक्षा दी जा रही है, जिससे बच्चों को पूर्ण जानकारी मिले। उन्होंने कहा कि बच्चों को एक-एक पेड़ लगाने की भी नसीहत दी गई है। क्योंकि पेड़ पौधों से लोगों को बढ़िया ऑक्सीजन प्राप्त होता है, और वे दीर्घायु होते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को बच्चों को शिक्षा दीक्षा मजबूती से देनी चाहिए तभी उनमें आगे की पढ़ाई में निखार आती है।
स्वास्थ्य कैंप का आयोजन आज , बिरहोर जनजाति के परिवारों को मिलेगा लाभ
भास्कर न्यूज़| कोडरमा आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत प्रखंड मरकच्चो के दो पंचायतों में बिरहोर जनजाति परिवारों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर पंचायत मुर्कमनाय स्थित ग्राम बरियारडीह के बिरहोरटोला तथा पंचायत मरकच्चो दक्षिणी के ग्राम तेलियामरण में लगाया जाएगा। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत यह स्वास्थ्य कैंप 4 नवंबर से 5 नवंबर तक आयोजित होगा। दोनों दिन सुबह 7 बजे से स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस कैंप के माध्यम से बिरहोर जनजाति के परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, चिकित्सा जांच, परामर्श तथा योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराया जाएगा। जिला प्रशासन ने स्थानीय ग्रामीणों से शिविर में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होने की अपील की है।
तंबाकू का सेवन नहीं करने की दिलाई गई शपथ
झुमरी तिलैया | किडजी विद्यालय में सोमवार को कक्षा 1 से 8 तक के विद्यार्थियों के बीच हिंदी एवं अंग्रेजी वाद-विवाद और वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता को विभिन्न हाउसों के मध्य करवाया गया, जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने विचार प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किए। वाद-विवाद प्रतियोगिता में छात्रों ने सामाजिक, शैक्षिक और राजनीतिक विषयों पर अपने-अपने तर्क प्रस्तुत किए। बच्चों ने तार्किक क्षमता, भाषण कौशल और आत्मविश्वास का प्रदर्शन करते हुए मुद्दों के विभिन्न पक्षों पर प्रकाश डाला तथा एक-दूसरे के विचारों का खंडन भी किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य छात्रों को सार्वजनिक रूप से बोलने, स्पष्ट रूप से अपने विचार रखने और दूसरों की बात समझने के लिए प्रोत्साहित करना था। वाचन प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने विभिन्न कविताओं, कहानियों और साहित्यिक रचनाओं का प्रभावपूर्ण पाठ किया। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ब्यूटी सिंह ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताएं विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। ये प्रतियोगिताएं छात्रों में आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, टीम भावना और अभिव्यक्ति कौशल को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह विद्यार्थियों को भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करती हैं। विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। । कोडरमा| राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम कोडरमा के तत्वाधान में तंबाकू मुक्त युवा अभियान 3.0 के अंतर्गत पीएम श्री उत्क्रमित उच्च विद्यालय, ढाब , चंदवारा में जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विद्यार्थियों को तंबाकू एवं मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव के साथ-साथ क्षय रोग (टीवी) के प्रति जानकारी दी गई।कार्यक्रम के दौरान स्लोगन प्रतियोगिता करवाया गया। स्लोगन प्रतियोगिता में प्रथम तीन उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वालों को पुरस्कार एवं अन्य सभी को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। जिला परामर्शित दीपेश कुमार ने बताया कि तंबाकू सेवन से स्वास्थ्य के साथ-साथ आर्थिक दृष्टि से भी परिवार के लिए हानिकारक है। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्र /छात्राओं ने जीवन पर्यन्त तम्बाकू पदार्थों का सेवन न करने की शपथ ली।
मनरेगा में राशि की कमी के कारण 8201 योजनाओं में से 7694 अटकी
भास्कर न्यूज | कोडरमा जिले में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) योजनाओं की रफ्तार धन अभाव के कारण थम सी गई है। तीन वित्तीय वर्षों से मटेरियल मद में लगभग 15 करोड़ रुपये और पिछले एक माह से मजदूरी मद में करीब 3 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है परिणामस्वरूप कई प्रखंडों में कार्य अधूरे पड़े हैं और मजदूरों को समय पर भुगतान नहीं मिल पा रहा है। चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में कुल 8201 योजनाएं स्वीकृत की गईं, लेकिन अब तक सिर्फ 570 योजनाएं पूरी हो पाई हैं, जबकि 7694 योजनाएं अभी लंबित हैं। यानी चालू वर्ष में योजनाओं के पूर्ण होने की दर केवल 6.18 प्रतिशत रही है। यह पिछले वर्षों की तुलना में अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।
सड़क हादसे में बाइक सवार युवक की मौत, एक गंभीर
भास्कर न्यूज | कोडरमा झुमरीतिलैया थाना क्षेत्र अंतर्गत गौशाला रोड स्थित एचपी गैस के पास सोमवार शाम करीब 4 बजे एक भीषण सड़क हादसा हुआ, जिसमें बाइक सवार 18 वर्षीय युवक डब्लू कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसका साथी 24 वर्षीय रंजीत कुमार गंभीर रूप से घायल हो गया।जानकारी के अनुसार डब्लू कुमार अपने दोस्त रंजीत कुमार के साथ मोटरसाइकिल से गौशाला रोड की ओर जा रहा था। इस दौरान बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। हादसे में डब्लू कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि रंजीत को गंभीर हालत में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया।मृतक की मां शकुंतला देवी ने बताया कि उसका बेटा टोटो चलाकर परिवार का भरण-पोषण करता था। सोमवार दोपहर वह घर लौटा था और कुछ देर बाद उसका मित्र सौरभ कुमार उसे बाइक पर कहीं लेकर गया। कुछ घंटे बाद परिजनों को दुर्घटना की सूचना मिली।अस्पताल परिसर में परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था।
कटाई से पहले खेत से पानी निकालना जरूरी
चतरा | धान की फसल कटाई के इस मौसम में किसानों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कृषि विज्ञान केंद्र, चतरा के मुख्य वैज्ञानिक सतीश कुमार झा ने किसानों से अपील की है कि जिन खेतों में अभी भी पानी जमा है, वहां पहले पानी की निकासी करें, उसके बाद ही धान की कटाई शुरू करें। उन्होंने बताया कि खेत में नमी या जलजमाव की स्थिति में कटाई करने से धान की गुणवत्ता प्रभावित होती है तथा कटे हुए पौधे जल्दी सड़ सकते हैं।उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसल पूरी तरह पक चुकी है, वे तुरंत कटाई प्रारंभ करें ताकि अनावश्यक विलंब से नुकसान न हो। उन्होंने बताया कि देर से कटाई करने पर दानों के झड़ने और अंकुरण का खतरा बढ़ जाता है, जिससे उपज की गुणवत्ता घट जाती है।कृषि वैज्ञानिक ने यह भी सुझाव दिया कि कटाई के बाद धान की बालियों को धूप में अच्छी तरह सुखाकर ही भंडारण करें, ताकि फफूंदी और नमी से होने वाले नुकसान से बचा जा सके। साथ ही, खेत की सफाई कर अगले फसल चक्र के लिए मिट्टी की तैयारी करने की भी सलाह दी।
अब तक की योजनाओं की स्थिति , 78% पूर्णता
वित्तीय वर्ष 2025-26 में जिले को 15,19,567 मानव दिवस सृजन का लक्ष्य मिला था, जिसके विरुद्ध 10,35,332 मानव दिवस सृजित किए गए हैं — यानी 68.21% की उपलब्धि। प्रखंडवार देखें तो डोमचांच (88.08%) और चंदवारा (86.68%) सबसे आगे हैं, जबकि सतगावां (60.36%) और मरकच्चो (75.45%) पिछड़ रहे हैं। मनरेगा की शुरुआत से लेकर वित्तीय वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक कुल 1,08,556 योजनाएं स्वीकृत की गई हैं। इनमें से 85,392 योजनाएं पूर्ण, जबकि 23,164 योजनाएं अभी लंबित हैं। इस प्रकार योजनाओं के पूर्ण होने का औसत सिर्फ 78 प्रतिशत रहा है। सीमित संसाधनों के बावजूद जिला मनरेगा के तहत 78% योजनाएं पूर्ण कर राज्य में मजबूत प्रदर्शन दर्ज किया है। हालांकि, यदि शीघ्र राशि निर्गत नहीं हुई, तो चालू वर्ष की अधिकांश योजनाएं अधूरी रह जाएंगी और रोजगार पर इसका सीधा असर पड़ेगा। जिले में 1,37,109 जॉब कार्ड जारी किए गए हैं, जिनमें से 67,138 सक्रिय हैं। 96.71% जॉब कार्डों का सत्यापन कार्य पूर्ण कर लिया गया है। भास्कर न्यूज| कोडरमा राज्य की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था और चाईबासा की हृदयविदारक घटना के खिलाफ भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष अनूप जोशी व संचालन जिला महामंत्री शिवेंद्र नारायण और मंडल अध्यक्ष अजय पांडेय ने संयुक्त रूप से किया। भाजपा नेताओं ने धरना के माध्यम राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली को विफल बताते हुए कहा कि चाईबासा में मासूम बच्चों को एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाया जाना सरकार की घोर लापरवाही और असंवेदनशीलता का प्रतीक है। प्रदर्शनकारियों ने स्वास्थ्य मंत्री को बर्खास्त करने, दोषियों पर कार्रवाई और पीड़ित बच्चों को न्याय व उचित मुआवजा दिलाने की मांग की। जिला अध्यक्ष अनूप जोशी ने कहा कि झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। कोडरमा में दो वर्षों से अल्ट्रासाउंड सुविधा बंद है, अस्पताल में दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कोडरमा सदर अस्पताल में भी जांच के दौरान एक बच्चे को एचआईवी पॉजिटिव बताया गया, जबकि उसके परिवार में किसी को यह संक्रमण नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसे में स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी को तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नीतीश चंद्रवंशी ने कहा कि चाईबासा की घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। रमेश सिंह ने कहा कि हेमंत सरकार के रहते जनता का जीवन असुरक्षित है और भाजपा जनहित में संघर्ष जारी रखेगी। वरीय नेता रमेश सिंह व रामचंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार में लिप्त है और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधा की स्थिति दयनीय है।
अग्र वैश्य युवक-युवती सम्मेलन 23 को वाराणसी में
अखिल भारतीय अग्रवाल परिचय सम्मेलन का 131वां आयोजन 23 नवंबर को वाराणसी में होगा। अब तक 140 युवक-युवतियों का पंजीयन हो चुका है। यह जानकारी संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश ऐरन ने दी। इस सम्मेलन में देशभर से अग्रबंधु अपने विवाह योग्य बच्चों के रिश्तों के लिए पंजीयन करवा रहे हैं। पंजीयन निशुल्क है। सभी बायोडाटा एकत्र कर परिचय पत्रिका तैयार की जाएगी। इसमें युवक-युवतियों की जानकारी शामिल होगी। अब तक पंजीयन कराने वालों में जलगांव के यस सुनील अग्रवाल, इलाहाबाद के योगेंद्र अग्रवाल, मुजफ्फरनगर के दीपांशु अग्रवाल, आगरा के अतुल अग्रवाल, बरेली के साहिल अग्रवाल, मेरठ की प्राची अग्रवाल, बुलंदशहर की सुरभि शामिल हैं।
गुरुनानक देव जयंती कल: फूलबाग गुरुद्वारे पर शुरू हुए पाठ के लिए आज अमृतसर से आएगा रागी जत्था
सिटी रिपोर्टर|ग्वालियर सिखों के प्रथम गुरु, गुरुनानक देव जी का 556वां प्रकाश पर्व (जयंती) 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर देशभर के साथ ही ग्वालियर में भी हर्षोल्लास और श्रद्धाभाव के साथ मनाया जाएगा। तीन दिवसीय मुख्य आयोजनों की शुरुआत सोमवार, 3 नवंबर को फूलबाग स्थित गुरुद्वारा श्री गुरुनानक देव पर हो गई है। सुबह 9 बजे श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ शुरू हो गया है। जिसका भोग 5 नवंबर को सुबह 8 बजे डाला जाएगा। सिख समाज द्वारा पर्व की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। मुख्य आकर्षण का केंद्र कीर्तन दरबार रहेगा, जो 4 नवंबर (सोमवार) को रात 6:30 बजे से 10 बजे तक, और 5 नवंबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगा। जिसमें अमृतसर से विशेष रागी जत्थे को आमंत्रित किया गया है। भाई सरबजीत सिंह जी, ज्ञानी हीरा सिंह जी (कंग), भाई जसविंदर सिंह जी, और भाई जसप्रीत सिंह जी ग्वालियर पहुंच चुके हैं। तड़के 3 नवंबर को सुबह 6:30 बजे गुरुद्वारा फूलबाग से प्रभात फेरी भी निकाली गई। जिसमें संगत ने गुरुवाणी का गायन किया। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी, फूलबाग ने समस्त संगत से प्रकाश पर्व पर पहुंचकर लंगर (प्रसाद) सेवा में सहयोग करने की अपील की है। श्री गुरुनानक देव गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी फूलबाग के अध्यक्ष एसएच कोचर ने बताया कि प्रकाश पर्व के अवसर पर 5 नवंबर को दोपहर 12:30 बजे से लंगर प्रारंभ होगा। जो रात करीब 3-4 बजे तक लगातार चलेगा। श्री गुरुनानक देव जयंती के चलते गुरुद्वारों में विशेष विद्युतसज्जा की गई है। हजारों श्रद्धालु मत्था टेकने आ रहे हैं व आने वाले हैं। गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी फूलबाग के पूर्व सचिव कमलजीत सिंह ने बताया कि गुरु नानक देव जी का जन्म दिनांक पारंपरिक रूप से कार्तिक पूर्णिमा के दिन माना जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार, यह तारीख 15 अप्रैल 1469 थी। गुरु नानक का का जन्म तलवंडी राय भोई गांव में हुआ था, जो अब पाकिस्तान के ननकाना साहिब में है। यह स्थान लाहौर के पास स्थित है , जो पहले अविभाजित भारत का हिस्सा था। गुरुनानक देव को ही फूलबाग स्थित गुरुद्वारा समर्पित है। ग्वालियर से सिख समाज का गौरवशाली इतिहास जुड़ा हुआ है। हालांकि इसका श्रेय सिखों के 6वे गुरु गुरुहरगोबिंद जी को जाता है। मुगल शासक जहांगीर ने गुरु हरगोविंद साहिब जी को ग्वालियर किले में लगभग दो साल तीन माह तक बंदी बनाकर रखा था। जब जहांगीर ने उन्हें रिहा करने का आदेश दिया, तो गुरु साहिब ने किले में पहले से कैद 52 हिंदू राजाओं को भी रिहा करने की शर्त रखी। जहांगीर ने कहा कि जो राजा गुरु जी का वस्त्र पकड़कर बाहर निकलेंगे, वे आजाद हो जाएंगे। गुरु हरगोविंद साहिब ने तुरंत 52 कलियों (किनारों) वाला एक विशेष चोला बनवाया, जिसे पकड़कर सभी 52 राजा उनके साथ कैद से आजाद हुए। यही कारण है कि गुरु हरगोविंद साहिब जी को ''''दाता बंदी छोड़'''' कहा गया, और किले पर बने गुरुद्वारे का नाम इसी घटना पर पड़ा। यह स्थान आज विश्वभर के सिख श्रद्धालुओं के लिए छठा सबसे बड़ा तीर्थ स्थल है। जिसके तहत कहा गया है कि वे अपने घरों से गुरु के लंगर प्रसाद के लिए रोटियां बनाकर लाएं। किला स्थित गुरुद्वारे पर भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मत्था टेकने पहुंचेंगे और अरदास करेंगे। यही कारण है कि किला स्थित दाता बंदी छोड़ गुरुद्वारे में भी तैयारियां की गई हैं।
सिंधी समाज: अमित की गिरफ्तारी की मांग
बिलासपुर के नेता अमित बघेल द्वारा सिंधी समाज और उनके इष्ट देव भगवान श्री झूलेलाल पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर सिंधी समाज में भारी आक्रोश है। सोमवार को सिंधी महापंचायत, सिंधु सोशल वेलफेयर सोसाइटी और सिंध व्यापार मंडल, दाल बाजार की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि अमित बघेल पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। प्रतिनिधिमंडल में कमल माखीजानी, पीतांबर लोकवानी, दिलीप पंजवानी, ओमप्रकाश पारप्यानी, दिलीप गेही, गोपाल मोटवानी, संगीत पारप्यानी, सुभाष शामिल रहे।
संस्थागत विकास में उपलब्ध संसाधनों को साधन बनाएं: श्रीवास्तव
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान ग्वालियर में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों कार्यक्रम आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों में रंगोली, स्लोगन लेखन, रैली, काव्य-पाठ आदि का आयोजन िकया गया। यह प्रतियोगिताएं प्रभारी प्रोफेसर ममता कैलासिया एवं ममता मंगेश के मार्गदर्शन में हुई। संस्थान के प्राचार्य प्रोफेसर सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने प्रशिक्षणार्थियों को सीखने में उपलब्ध संसाधनों को साधन बनाने एवं स्थानीय उत्पाद को महत्व प्रदान करने पर बल दिया। देश का प्रतिनिधित्व करेंगी ग्वालियर की अंजली ग्वालियर। ग्वालियर की अंजली बत्रा इस बार जेसीआई की वर्ल्ड कॉन्फ्रेंस में शामिल होंगी। इस कार्यक्रम का आयोजन 8 नवंबर तक किया जाएगा। ग्वालियर की अंजली भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी।
दर्दनाक और रोंगटे खड़े कर देने वाले हरमाड़ा सड़क हादसे में गुजरात से खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए जा रहे कार सवार छह लोग भी चपेट में आ गए। बनासकांठा जिले के धानेरा के रहने वाले ईश्वर भाई, नागजी भाई और पन्ना भाई ईको कार से खाटू श्याम जी जा रहे थे। हादसे में कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद लोगों ने घायल भीखी बाई, ईश्वर भाई, नागजी भाई, पन्ना भाई, मनोज भाई और पांचाल बाई को कांवटिया अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में भीखी बाई की मौत हो गई। हालांकि दिव्यांग पति नागजी भाई को पत्नी के निधन की जानकारी नहीं दी गई। डॉक्टरों ने घायलों का इलाज शुरू कर दिया। दो घंटे बाद नागजी भाई को होश आया तो उन्होंने सबसे पहले पत्नी के बारे में जानकारी मांगी। उनके साथ आए बाकी लोगों की हालत स्थिर है। डॉक्टरों का कहना है कि नागजी भाई की हालत ठीक है, उन्हें जल्द डिस्चार्ज किया जाएगा। हादसे की सूचना मिलते ही बेटा जयपुर रवाना... गुजरात निवासी लोगों को इलाज के बाद होश आया तो पुलिस ने मोबाइल नंबर लेकर नागजी भाई के बेटे बलदेव को घटना के बारे में सूचना दी। बेटा बलदेव जयपुर के लिए रवाना हो गया। उसने फोन पर पिता से बात की। जब पूछा कि “पापा, आप ठीक हैं और मां कैसी हैं?” तो बेटे का सवाल सुनकर घायल नागजी भाई असहज हो गए और रूआंसे होकर बोले— “बेटा, तेरी मां और मेरी बैसाखी का कुछ पता नहीं चल रहा। मैं बेसहारा हो गया हूं।” दरअसल, ऑटो चलाते हुए नागजी भाई डेढ़ साल पहले सड़क हादसे में एक पैर गंवा चुके हैं और बैसाखी के सहारे ही चलते थे। हादसे के बाद बैसाखी कार में रह गई थी। होश आने के बाद पत्नी की मौत से वे बेखबर थे।
उपभोक्ता सेवाओं में सुधार लाना प्राथमिकता: शुक्ला
विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सोमवार को कार्यालय परिसर में विभागीय एवं सेवाप्रदाता कर्मचारियों के लिए कार्यकुशलता बढ़ाने और उपभोक्ता सेवाओं में सुधार लाने के उद्देश्य से एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर महाप्रबंधक अमरेश शुक्ला, सेवानिवृत्त मुख्य महाप्रबंधक रनवीर सिंह, आरके सिंह राठौर, बीएल सिंह मौजूद रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ महाप्रबंधक अमरेश शुक्ला ने सरस्वती पूजन के साथ करते हुए कहा कि विद्युत वितरण कंपनी उपभोक्ता संतुष्टि को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। इसके लिए आवश्यक है कि प्रत्येक कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी को समझे और कार्य के प्रति पूर्ण निष्ठा एवं पारदर्शिता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि बिजली व्यवस्था सुचारू रखने में लाइनमैन से लेकर अभियंता तक सभी की भूमिका महत्वपूर्ण है। यदि फील्ड स्तर पर कार्य करने वाले कर्मचारी तकनीकी और सुरक्षा दृष्टि से प्रशिक्षित होंगे, तो उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिल सकेगी। प्रशिक्षण का उद्देश्य कर्मचारियों को तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ सुरक्षा मानकों और उपभोक्ता व्यवहार के प्रति संवेदनशील बनाना है। इसी क्रम में सेवानिवृत्त मुख्य महाप्रबंधक रनवीर सिंह, आरके सिंह राठौर, बीएल सिंह ने बिजली कंपनी कर्मचारियों को प्रशिक्षण में विद्युत वितरण व्यवस्था, संचालन एवं संधारण सुरक्षा उपकरणों एवं विद्युत संबंधी कार्य करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के संबंध में जानकारी दी, साथ ही कंपनी अंतर्गत संचालित विभागीय योजनाओं, आरडीएसएस प्रधानमंत्री मुफ्त बिजली सूर्य घर योजना, स्मार्ट मीटर स्थापना, बिल भुगतान से संबधित समाधान योजना 2025-26 पर विस्तृत जानकारी दी।
सरकार किसानों के बिजली बिल माफ करे
ऑल इंडिया दलित एक्शन कमेटी के सदस्यों ने सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम ज्ञापन अपर कलेक्टर एलके पांडे को सौंपा। प्रदेश उपाध्यक्ष मोहर सिंह तोमर ने ज्ञापन के दौरान बताया कि प्रदेश सरकार से हमारी मांग है कि खरीफ फसलों में विशेषकर धान फसल के हुए नुकसान का सर्वे कराया जाकर आरबीसी के अनुसार मुआवजा राशि किसानों को प्रदान की जाए। फसलों में हुए नुकसान की फसल बीमा राशि प्रदान की जाए। वहीं किसानों के बैंक, सोसाइटियों से लिए गए ऋण राशि की वसूली स्थगित की जाए। किसानों के बिजली के बिल को माफ किया जाए। शासन और प्रशासन की अव्यवस्थाओं के कारण खाद वितरण में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी और खाद की कालाबाजारी की जा रही है, तत्काल उक्त व्यवस्था में सुधार कर किसानों को खाद प्रदान किया जाए। सरकारी स्तर पर समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी की जाए तथा तत्काल भुगतान किया जाए। बारिश में जिन लोगों के मकान गिरे हैं उनका सर्वे कराकर पीड़ितों को मुआवजा राशि दी जाए। इस मौके पर ब्रजेश, छोटे, प्रेमसिंह, रिंकू, राजेश यादव, गोविंदसिंह आदि मौजूद रहे।
कांग्रेस कमेटी ने किया समितियों का गठन
भिंड| कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के मार्गदर्शन में मप्र में चलाए जा रहे राज्य स्तरीय मतदाता सूची विशेष पुनरीक्षण कार्य को प्रभावी रूप से सफल बनाने के लिए भिंड जिला कांग्रेस कमेटी (ग्रामीण) जिलाध्यक्ष रामशेष बघेल द्वारा मॉनीटरिंग एवं समन्वय के लिए जिला निगरानी समिति,जिला समन्वय समिति एवं विधानसभा प्रभारी व ब्लॉक प्रभारियों की नियुक्ति की गई हैं,जो उक्त कार्य को गति दिलाकर समय से कार्य को पूरा करने में सहयोग प्रदान करेंगे। जिला निगरानी समिति में यह चुने गए भांडेर विधायक फूलसिंह बरैया,पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह,उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे,पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी,गोहद विधायक केशव देसाई,पूर्व विधायक सोपत सिंह जाटव,पूर्व विधायक मेवाराम जाटव,पूर्व जिलाध्यक्ष जय श्री राम बघेल,पूर्व जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा,पूर्व शहर जिलाध्यक्ष डॉ.राधेश्याम शर्मा,विधानसभा पूर्व प्रत्याशी मेहगांव राहुल सिंह भदौरिया,जिला समन्वय समिति रामप्रकाश यादव,रामहर्ष सिंह कुशवाह,महेश जाटव,पंकज त्रिपाठी,मुन्नालाल भास्कर,बाबूराम जामौर,गजेंद्र सिंह भदौरिया,रणजीत सिंह गुर्जर,जगत सिंह यादव,नरोत्तम सिंह नरवरिया,देवेंद्र सिंह भदौरिया खडेरी,अरविंद अरेले,डॉ. शिवेंद्र सिंह कुशवाह,हरिओम सिंह भदौरिया, अरविंद यादव,नईम खान,विजय सिंह कुशवाहा को शामिल किया गया है।
सड़क किनारे फेंक रहे कचरा, राहगीर परेशान
मेहगांव-पीपरी मार्ग के किनारे जगह-जगह गोबर और कचरे के ढेर लगे हुए हैं। जिसकी वजह से रोड से निकलने वाले राहगीरों को परेशानी हो रही है। वहीं रोड पर कई जगह पर घूरों की वजह से वाहनों के निकलने के लिए पर्याप्त जगह ही नहीं बची है। गौरतलब है कि मेहगांव-पीपरी मार्ग का निर्माण प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत हुआ। 15 किलो मीटर लंबी इस रोड पर करीब आठ किमी के हिस्से में जगह-जगह ग्रामीण अपने पालतू मवेशियों का गोबर फेंक रहे हैं। इसके अलावा उनके द्वारा सड़क किनारे कचरा भी फेंका जा रहा है। जिसकी वजह से सड़क पर हर समय गंदगी फैली रहती है, वहीं गोबर की बदबू आती रहती है। जिसकी वजह से राहगीरों को अपनी नाक पर रूमाल रखना पड़ता है।
डिवाइडर से खरपतवार साफ कर सड़क पर फेंकी, दो दिन से गंदगी
भास्कर संवाददाता | भिंड शहर की मेन रोड पर इंदिरा गांधी चौराहा से अग्रसेन चौक तक ग्रीन रोड बनाने के लिए नगर पालिका द्वारा यहां ढाई फीट का डिवाइडर निर्माण कर उस पर पौधे लगाए हैं। इन पौधों की देखरेख और सफाई नपा के माली द्वारा की जाती है। दो दिन पहले माली सहित अन्य सफाई कर्मचारियों द्वारा डिवाइडर पर पौधों के आसपास लगे खरपतवार और गंदगी को साफ कर कचरा सड़क किनारे फेंक दिया। जिससे ग्रीन रोड पर कचरे के ढेर लगे हुए हैं। दरअसल शहर की ग्रीन रोड मानी जाने वाली सड़क को साफ और स्वच्छ बनाने के लिए नपा द्वारा यहां कचरा सफाई की जाती है। लेकिन पिछले दो दिन से सड़क पर डिवाइडर से हटाया गया कचरा रोड पर पसरा हुआ है। दो दिन पहले नपा के प्रभारी माली कैलाश सहित अन्य कर्मचारियों द्वारा डिवाइडर पर जमा कचरा और खरपतवार साफ कर उसे रोड किनारे फेंक दिया। बीते दो रोज से डिवाइडर किनारे पड़ा यह कचरा ग्रीन रोड पर फैल रहा है। माली और सफाई कर्मचारियों द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने पर एचओ ने सख्त कार्रवाई की बात कही है। शहर के पार्कों में भी जगह जगह लगे कचरे के ढेर नागरिकों के घूमने के लिए शहर में बनाए गए पार्क की हालत लंबे समय से बदहाल बनी हुई है। इन पार्कों में लंबे समय से साफ-सफाई और खरपतवार नहीं हटाए जाने के कारण पार्कों की स्थिति खराब हो चुकी है। शहर के राजेंद्र पार्क में जगह जगह खरपतवार होने से यह बदरंग हो चुका है। इसके अलावा सब्जी मंडी के पास बने जवाहर पार्क में भी गंदगी पसरी रहती है। ऐसी स्थिति में नागरिकों ने इन पार्कों में घूमना बंद कर दिया है। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लापरवाही पर वेतन काटा: ^शहर में ग्रीन रोड एरिया में सफाई के लिए कचरा वाहन ले जाने के निर्देश थे। लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों का एक दिवस का वेतन काटते हुए शो-कॉज नोटिस जारी किया जाएगा है। रविंद्र पाल सिंह भदौरिया, प्रभारी स्वास्थ्य अधिकारी
लंबित निर्माण कार्य जल्दी पूर्ण किए जाएं: कलेक्टर
भिंड| कलेक्ट्रेट सभागार में सोमवार को निर्माण विभागों की समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में मुख्य रूप से कलेक्टर किरोड़ी लाल मीना मौजूद रहे। बैठक में उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति और गुणवत्ता पर चर्चा की और लोक निर्माण विभाग, हाउसिंग बोर्ड, एमपीआरडीसी, पीआईयू विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि जिले में जो भी लंबित निर्माण कार्य हैं। उनको जल्दी पूर्ण करें। जिससे आम जनता को समय पर लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाना है, ताकि जनता को सुविधाएं समय पर मिल सकें और जिले का समग्र विकास सुनिश्चित हो सके। कलेक्टर ने एमपीआरडीसी को निर्देश देते हुए कहा कि राजस्व विभाग के साथ समन्वय स्थापित करें और अधिग्रहित की गई भूमि का मुआवजा शत-प्रतिशत सुनिश्चित करें।
ई-अटेंडेंस रिपोर्ट रोजाना जिले की वेबसाइट पर अपलोड करें
कलेक्टर कार्यालय के सभागार में सोमवार को समय सीमा पत्रों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में मुख्य रूप से कलेक्टर किरोड़ी लाल मीना मौजूद रहे। बैठक में कलेक्टर ने सीएम हेल्पलाइन में लंबित शिकायतों तथा निराकरण की स्थिति की विभागवार समीक्षा कर सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण करने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समस्त विभाग सीएम हेल्पलाइन में 50 दिवस से अधिक समय से लंबित शिकायतों पर विशेष ध्यान दें और शिकायतों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करें, सभी विभाग प्रमुख ध्यान रखें कि शिकायत नॉन अटेंड नहीं जाए, जवाब गलत दर्ज नहीं किया जाएं। कलेक्टर ने कहा कि ई-अटेंडेंस रिपोर्ट प्रतिदिन जिले की वेबसाइट पर अपलोड करें। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए। उन्होंने ईकेवाईसी की समीक्षा कर कहा कि समस्त सीईओ जनपद एवं नगरीय निकाय सीएमओ समग्र ईकेवाईसी पर विशेष ध्यान दें और कार्य में प्रगति लाएं। कलेक्टर ने ई-ऑफिस प्रणाली की समीक्षा कर कहा कि सभी कार्यालय प्रमुख सभी कार्यालयीन कार्यों में ई-ऑफिस प्रणाली का उपयोग करें। उन्होंने टीएल पत्र निराकरण की समीक्षा की एवं संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
राज्य पेंशनरों को आयकर से मुक्त करें
भास्कर संवाददाता| भिंड ऑल प्रगतिशील पेंशनर्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा शहर के अर्द्धनारीश्वर मंदिर गौरी किनारे बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में मुख्य रूप से अध्यक्ष आनंद माधव तिवारी मौजूद रहे। बैठक में उन्होंने कहा कि हमारा संगठन राज्य के पेंशनरों की लड़ाई लंबे समय से लड़ता आ रहा है। लेकिन सरकार की तरफ से अभी तक पेंशनरों की एक भी मांग पूरी नहीं की गई है। सरकार से हमारी मांग है कि केंद्रीय पेंशनर्स की भांति 58 फीसदी मंहगाई राहत दी जाए, अभी 56 फीसदी दी जा रही है। मप्र- छग पुनर्गठन अधिनियम 2000 की धारा-49 (6) को विलोपित किया जाए। वहीं सेवानिवृत्त पेंशनरों को आयुष्मान कार्ड बनाए जाएं तथा 70 वर्ष की बाध्यता समाप्त की जाए। राज्य पेंशनरों को पूर्वानुसार रेलवे में 50 फीसदी छूटी जाए। इसके अलावा राज्य पेंशनरों को आयकर से मुक्त किया जाए। राज्य पेशेवरों को 6वें वेतनमान का 32 माह एवं 7वें वेतनमान का 27 माह का एरियर भुगतान किया जाए। राज्य पेंशनरों को राज्य कर्मचारियों के समान मृत्यु उपरांत परिवार को 1.25 लाख एक्सग्रेसिया भुगतान किया जाए। राज्य पेंशनरों को 65 वर्ष में 5 फीसदी 70 में 10 फीसदी 75 में 15 फीसदी एवं 80 में 20 फीसदी अतिरिक्त पेंशन दी जाए। इस मौके पर रमेश शर्मा अध्यक्ष, आरडी शर्मा, जिला संयोजक केआर शाक्यवार, श्रीराम वैद्य, व्हीके कोरी, रामधनी शाक्य, जुग्गी लाल शाक्य, जर्मन सिंह रजावत, रविन्द्रपालसिंह, मुन्नालाल, लक्ष्मीनारायण, शशिशेखर मिश्रा, कमलेश शाक्य, सोबरनसिंह, पीके मिश्रा, आशाराम शाक्य, सतेंद्र सिंह, कुंजीलाल शाक्य, ग्याप्रसाद, रामसेवक शाक्य, कल्याण जैन आदि मौजूद रहे।
प्रतियोगिता में शाखा जागृति को दूसरा स्थान
भिंड| शीतला सहाय मेडिकल इंस्टीट्यूट आफ रिसर्च के सभागार ग्वालियर में गत दिवस हुई प्रांत स्तरीय भारत को जानो प्रतियोगिता में प्रांत की 15 टीम ने भागीदारी की। जिसमें भारत विकास परिषद शाखा जागृति भिंड को कनिष्ठ वर्ग में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। यह जानकारी शाखा के वरिष्ठ सदस्य श्रवण पाठक ने दी। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि 29 नवंबर को शाखा स्तरीय भारत को जानो प्रतियोगिता में भिंड की पांच टीम ने भागीदारी की थी। जिसमें से चयनित टीम ने प्रांत स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेकर द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। शाखा जागृति दूसरा स्थान दिलाने वाले छात्र गोपाल सिंह कुशवाह और आयुष बघेल रहे। वहीं शाखा की इस उपलब्धि पर डॉ. उमा शर्मा, अरुणा पाठक, अध्यक्ष गगन शर्मा, सचिव सोनिया अग्रवाल, धीरज शुक्ला, दिलीप सिंह कुशवाह, शैलेंद्र शर्मा, एड अंजू गुप्ता, मनोज दीक्षित आदि ने हर्ष व्यक्त किया है।
शिक्षक जब ज्ञान का दीप जलाते हैं, तब ही होती है समाज में शिक्षा की रोशनी: श्रीवास्तव
शिक्षक संघ द्वारा जिला स्तरीय बैठक और दीपावली मिलन समारोह का आयोजन शासकीय बुनियादी विद्यालय परिसर में किया गया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव मौजूद रहे। बैठक में संगठन के पदाधिकारियों और सदस्यों के बीच अहम मुद्दों को लेकर चर्चा हुई। उसके बाद दीपावली मिलन समारोह में संगठन के सदस्यों ने एक-दूसरे को पर्व की शुभकामनाएं दी। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अरविंद श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षक समाज का मार्गदर्शक होता है, इसलिए इस प्रकार के आयोजन पारस्परिक संवाद और सहयोग को बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक जब ज्ञान का दीप जलाते हैं, तब समाज में सच्चे अर्थों में रोशनी फैलती है। ऐसे आयोजन शिक्षकों के बीच एकजुटता और आत्मीयता को मजबूत करते हैं। इससे संगठनात्मक क्षमता में वृद्धि होती है और शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने के लिए नए विचार सामने आते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा यह संगठन अब वटवृक्ष बन चुका है। हम लोगों को इसे और अधिक मजबूत बनाना है। इस मौके पर संतोष सिंह, राजीव शर्मा , सत्यवान सिंह भदौरिया, दिनेश भदौरिया, धीरज शुक्ला, डॉ. राजनारायण दोहरे, परमाल सिंह, राम संजीवन भारद्वाज, उमा स्वरूप शर्मा, अरविंद कौरव आदि मौजूद रहे।
हवन- भंडारे के साथ भागवत कथा का समापन
भिंड| हनुमंत आश्रम मंदिर किशन की गढ़िया में चल रही भागवत कथा का समापन रविवार को हुआ। सोमवार को मंदिर परिसर में भंडारे का आयोजन हुआ। भंडारे से पहले श्रद्धालुओं ने हवन में आहुतियां देते हुए भगवान से खुशहाली की प्रार्थना की, उसके बाद आयोजनकर्ताओं ने संतों और कन्याओं को भंडारे की प्रसादी परोसी। उसके बाद आम लोगों ने पंगतों में बैठकर प्रसादी पाई। भंडारे में किशन की गढ़िया सहित 20 से अधिक गांव के लोगों के अलावा भिंड शहर के लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। प्रसादी वितरण में आयोजन कमेटी के सदस्य ग्रामीण युवा एवं बच्चे जुटे नजर आए। भंडारा देर शाम तक चला।
बेजुबान जीवों की सेवा के लिए करेंगे काम: जैन
भिंड| दिगंबर जैन सोशल ग्रुप सिटी भिंड द्वारा अपने प्रतीक्षारत कार्यक्रम के तहत सोमवार से जीव दया अभियान का शुभारंभ किया गया। अभियान के पहले दिन संगठन के सदस्यों ने गौरी सरोवर किनारे मौजूद जीव दया स्थल गौशाला में पहुंचकर गायों को गुड़, चना, आटा खिलाया। अभियान के दौरान संगठन की सचिव अंशुल आयशा जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि मानवता की सर्वोच्च पहचान सेवा भावना होती है, और जब यह सेवा बेजुबान जीवों के लिए की जाती है, तो इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। इसी उद्देश्य को लेकर बेजुबान जीवों सेवा संगठन ने यह संकल्प लिया है कि वह निस्वार्थ भाव से पशु-पक्षियों और आवारा जानवरों की देखभाल का कार्य निरंतर जारी रखेगा। उन्होंने बताया कि हमारे संगठन की तरफ से बेजुबान जानवरों की सेवा की जाती है। वहीं जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के बीच भोजन का भी वितरण किया जाता है। इस मौके पर नवीन अंजू जैन, शैलेंद्र पूनम जैन, अंशुल आयशा जैन, रविंद्र सुधा जैन, अशोक जया जैन, नवीन अंजू जैन, मुकेश किरण जैन, पंकज रजनी जैन, असीम नेहा जैन, हिमांशु खुशबू जैन आदि मौजूद रहे।
सीपीआर की मदद से बचा सकते है जरूरतमंद की जान: डॉ. शर्मा
पुलिस लाइन हॉस्पिटल परिसर में सोमवार को डायल 112 के कार्मिकों के लिए सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन) प्रशिक्षण एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य आपातकालीन परिस्थितियों में तत्काल जीवन रक्षक सहायता प्रदान करने के कौशल को बढ़ाना तथा पुलिस कार्मिकों के स्वास्थ्य की जांच कर उन्हें स्वस्थ जीवन के प्रति जागरूक करना रहा। शिविर में डॉ. डीके शर्मा ने उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सीपीआर का लाइव डेमो एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि हृदय गति रुकने या अचानक बेहोशी की स्थिति में सीपीआर तकनीक का सही उपयोग जीवन बचाने में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। उन्होंने कहा कि डायल- 112 का दल सबसे पहले घटनास्थल पर पहुंचता है, इसलिए उनके पास प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर जैसी तकनीक का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। किसी भी आपात स्थिति में यदि घायल या बेहोश व्यक्ति को तुरंत सीपीआर दी जाए, तो उसकी जान बचाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण न केवल डायल-112 कार्मिकों के लिए बल्कि आम नागरिकों के लिए भी अत्यंत आवश्यक है। शिविर में डॉक्टरों की टीम ने कर्मचारियों के स्वास्थ्य का परीक्षण किया। जिसमें ब्लड प्रेशर, शुगर, टीबी (क्षय रोग) जांच एवं लीवर जांच और सामान्य शारीरिक परीक्षण शामिल थे।
श्रीरामचरितमानस जीवन जीने की प्रेरणा है: स्वामी
अलमपुर| नगर के प्राचीन हरिहरेश्वर मंदिर परिसर में सोमवार को श्रीराम कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ हुआ। भक्तिमय माहौल में निकली इस यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। यात्रा में आकर्षक झांकियों, ध्वज-पताकाओं, भजन-संकीर्तन और जयघोषों से पूरा नगर गुंजायमान हो उठा। महिलाएं सिर पर कलश लेकर कतारबद्ध चल रही थीं, वहीं पुरूष भक्त भक्ति गीतों पर झूमते हुए नजर आए। यात्रा का दृश्य मनमोहक था। कथा के पहले दिन कथा व्यास स्वामी रामसुखदास कृपापात्र महाराज ने कहा कि श्रीरामचरितमानस केवल एक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की प्रेरणा है। भगवान श्रीराम के आदर्श आज भी समाज के लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने बताया कि राम का जीवन आदर्श पुत्र, आदर्श भाई, आदर्श पति और आदर्श राजा के रूप में मानवता के लिए अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। उन्होंने कहा कि श्रीरामचरितमानस केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं, बल्कि यह मनुष्य के अंतर्मन को शुद्ध करने वाला ग्रंथ है।
स्पेनिश टूरिस्ट महिला से दुष्कर्म मामले पर हाईकोर्ट में सुनवाई पूरी, मामला निष्पादित
सिटी रिपोर्टर | रांची दुमका में स्पेनिश टूरिस्ट महिला के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने सोमवार को स्वत: संज्ञान से चल रही जनहित याचिका की सुनवाई पूरी कर दी। चीफ जस्टिस तरलोक सिंह चौहान की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने राज्य सरकार के जवाब से संतुष्ट होकर मामले को बंद कर दिया। राज्य सरकार की ओर से अधिवक्ता शाहबाज अख्तर ने कोर्ट को बताया कि इस मामले में आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। कुल 32 गवाहों में से 16 गवाहों की गवाही पूरी हो चुकी है, और आज भी इस मामले में गवाही दर्ज की जानी है। सरकार का पक्ष सुनने के बाद अदालत ने कहा कि राज्य की ओर से आवश्यक कार्रवाई की जा रही है, इसलिए अब इस मामले की आगे मॉनिटरिंग की आवश्यकता नहीं है। गौरतलब है कि यह मामला दुमका के हंसडीहा थाना क्षेत्र का है, जहां स्पेनिश भाषा बोलने वाली ब्राजील निवासी महिला टूरिस्ट के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी। पीड़िता अपने पति के साथ दुमका के कुंजी गांव में टेंट लगाकर रुकी थी। इसी दौरान 8 से 10 आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, बाद में अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लिया गया। घटना के बाद राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित की थी। हाईकोर्ट ने माना कि सरकार द्वारा उठाए गए कदम पर्याप्त हैं।

 
						