LIVE: देश में कोरोना के 1000 से ज्यादा एक्टिव मरीज, केरल में 430 संक्रमित
Latest News Today Live Updates in Hindi : देशभर में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। फिलहाल देश में 1000 से ज्यादा एक्टिव कोरोना मरीज है। पल पल की जानकारी...
Covid-19 Cases in India: केरल-तमिलनाडु के बाद महाराष्ट्र में भी कोरोना वायरस के बढ़ते मामले चिंताजनक हैं. वहां मुंबई और पुणे में कोरोना के सबसे ज्यादा नए मरीज मिले हैं. महाराष्ट्र सरकार कोविड केस को लेकर अलर्ट हो गई है.
केरल तट के पास लाइबेरियाई मालवाहक जहाज डूबा, चालक दल के सभी 24 सदस्य बचाए गए
Liberian container Vessel capsizes off kerala coast: केरल अपतटीय क्षेत्र में 640 कंटेनर ले जा रहा लाइबेरियाई मालवाहक जहाज एमएससी ईएलएसए 3 समुद्र में पलटकर डूब गया है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की आशंका पैदा हो गई है। तटरक्षक बल ने रविवार को ...
गुजरात, केरल और बंगाल समेत चार राज्यों की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव का ऐलान, 23 जून को आएंगे नतीजे
नई दिल्ली, 25 मई . भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने गुजरात, केरल, पंजाब और पश्चिम बंगाल की पांच विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव की घोषणा कर दी है. 19 जून को मतदान होगा, जबकि 23 जून को मतगणना होगी. भारत निर्वाचन आयोग ने रविवार को आधिकारिक एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर चार राज्यों केरल, ... Read more
यदि केरल में अटका, तब भी 16 तक मप्र में एंट्री संभव नौतपा शुरू होने से एक दिन पहले शनिवार को देश में मानसून पहुंच गया। यह तय तारीख 1 जून से 8 दिन पहले केरल पहुंचा है। यह 16 वर्षों में सबसे पहले है। इससे पहले, 2009 में मानसून 23 मई को आया था। केरल के साथ तमिलनाडु व तटीय कर्नाटक में भी मानसून छा गया। मौसम विभाग के मुताबिक पूरे आसार हैं कि 2-3 दिन में मानसून देश का 40% हिस्सा कवर कर लेगा। मौसम विभाग के मुताबिक पूरे आसार हैं कि 2-3 दिन में मानसून देश का 40% हिस्सा कवर कर लेगा। मानसून इस बार 4 साल पहले जैसी रफ्तार में नजर आ रहा है। 2021 में मानसून ने तय समय से पहले केरल में दस्तक दी थी और 11 जून को भोपाल पहुंच गया था। इस बार भी यही संकेत हैं। सामान्य परिस्थितियों में केरल से मप्र पहुंचने में मानसून को 15 दिन लगते हैं। इस बार यही गति रही तो मप्र में मानसून 8 से 11 जून के बीच एंट्री कर सकता है। हालांकि, कुछ परिस्थितियों में इसके अटकने की संभावना है, लेकिन तब भी यह समय से पहले 16 से 18 जून तक पहुंच सकता है। मानसून मप्र में 20 से 24 जून के बीच आता है। आज से नौतपा : प्रदेश में प्री मानसून जारी, पारा 42 डिग्री के ऊपर रहेगा नौतपा 2 जून तक चलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, तीन-चार दिन प्री मानसून गतिविधि के कारण बारिश की संभावना है। तीन-चार दिन तापमान में इजाफा भी हो सकता है। इस दौरान तापमान 41 से 42 डिग्री या उससे ऊपर भी रह सकता है।भास्कर नॉलेज : कैसे पता चलता है कि मानसून आ गया
देश में मानसून ने दस्तक दे दी है। शनिवार को मानसून केरल पहुंच गया। यह अपने तय समय से 8 दिन पहले पहुंचा है। मध्यप्रदेश में भी मानसून 15-16 जून तक एंटर हो सकता है। इससे पहले प्री मानसून की एक्टिविटी जारी रहेगी। मौसम विभाग के मुताबिक, प्रदेश के दक्षिणी हिस्से यानी मंडला, सिवनी, डिंडौरी, बालाघाट, अनूपपुर, बुरहानपुर, पांढुर्णा, बैतूल, बड़वानी के रास्ते से मानसून दस्तक देगा। ग्वालियर-चंबल में सबसे लेट 25 जून तक पहुंचेगा। भोपाल, इंदौर में यह 20 से 22 जून के बीच आ सकता है। बता दें कि प्रदेश में मानसून के आमद की सामान्य तारीख 15 जून है। हालांकि, पिछले कुछ सालों से यह 18 से 22 जून के बीच ही पहुंच रहा है। पिछले साल यानी 2024 में मानसून की 21 जून को एंट्री हुई थी। यह 6 दिन देरी से प्रदेश में पहुंचा था। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी और अनूपपुर जिले में प्रवेश किया था। इस बार भी इन्हीं जिलों से मानसून के आने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि इस बार मानसून ने 8 दिन पहले ही देश में दस्तक दी है। इससे पहले 2009 को भी मानसून 23 मई को पहुंच गया था। फिलहाल मानसून के आगे बढ़ने की स्थिति ठीक है। मध्यप्रदेश में इस बार भी समय से पहले या समय पर इसके दस्तक देने की स्थिति बन रही है। 15 जून तक प्रदेश में मानसून आने का अनुमान मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि मानसून अभी केरल पहुंचा है। अब यह कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र में पहुंचेगा। फिलहाल तो मानसून की स्थिति ठीक है, पर आगे जाकर रफ्तार धीमी भी हो सकती है। हवा की गति और प्रेशर के बाद ही मानसून की सही स्थिति पता चलती है। कई बार मानसून अटक भी जाता है। इसलिए अब तक का अनुमान यही है कि 15 जून के आसपास मानसून प्रदेश में आएगा। यदि मानसून की गति बेहतर रही तो यह पहले भी आ सकता है। मई के आखिरी में स्थिति और भी क्लियर हो जाएगी। ऐसे समझें मानसून की एंट्री15-16 जून: मंडला, सिवनी, डिंडौरी, बालाघाट, अनूपपुर, बुरहानपुर, पांढुर्णा, बैतूल, बड़वानी, खरगोन जिलों में पहुंच सकता है।20 से 22 जून: भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर संभाग को कवर कर लेगा।22 से 23 जून: सागर, रीवा, शहडोल संभाग में मानसून दस्तक दे सकता है।25 जून: ग्वालियर, चंबल और उज्जैन संभाग के नीमच जिले में मानसून के पहुंचने का अनुमान है। इस बार बारिश के सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीदप्रदेश में इस बार मानसून के सामान्य से बेहतर रहने की उम्मीद जताई जा रही है। अनुमान के मुताबिक 104 से 106% यानी औसत 38-39 इंच बारिश हो सकती है। जबलपुर-शहडोल संभाग में सबसे ज्यादा पानी गिरेगा। ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग में भी कोटा फुल हो सकता है। साल 2023 में प्रदेश के 25 से ज्यादा जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई थी, लेकिन 2024 में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत 44 जिलों में कोटे से ज्यादा बारिश हुई थी। नतीजा ये रहा है कि सोयाबीन का उत्पादन प्रति हेक्टेयर 2 क्विंटल तक बढ़ गया था। वहीं, गेहूं-चने के लिए भी पानी पर्याप्त गिरा था। मई के आखिरी में मौसम विभाग एक और अपडेट जारी करेगा। इसमें बारिश को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी। अप्रैल में हुए मानसून फोरकास्ट में कहा था कि जून से सितंबर तक मानसून सामान्य से बेहतर रहेगा। इन जिलों में अच्छी बारिश होने की उम्मीदमौसम विभाग ने प्रदेश के ज्यादातर जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान जताया है। जबलपुर, शहडोल संभाग में सबसे अधिक पानी गिरने की उम्मीद है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के ज्यादातर जिलों में डेढ़ सौ फीसदी तक पानी गिर सकता है। उत्तरप्रदेश बॉर्डर से लगे कुछ जिलों में सामान्य बारिश के भी आसार हैं। 2017 में सबसे कम, 2019 में जमकर बारिश हुईपिछले 10 साल के बारिश के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2017 में सबसे कम बारिश हुई थी। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37.3 इंच है। इसके मुकाबले औसत 29.9 इंच बारिश हुई थी। साल 2015 में 32.4 इंच, 2018 में 34.3 इंच बारिश दर्ज की गई थी। सबसे ज्यादा पानी साल 2019 में 53 इंच हुई थी। 2021 और 2023 में सामान्य से थोड़ी ही कम बारिश हुई थी। इस तरह कह सकते हैं कि पिछले 6 साल से प्रदेश में अच्छी बरसात हो रही है। अगर मौसम विभाग का इस साल का अनुमान सटीक बैठता है तो लगातार 7वें साल प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। मध्य प्रदेश में 949 एमएम एवरेज बारिशमध्यप्रदेश की सामान्य बारिश 949mm यानी 37.3 इंच है। मानसूनी सीजन के दौरान (जून से सितंबर के बीच) इतनी बारिश होती है। पिछले साल की बात करें, तो प्रदेश में एवरेज 37.22 इंच बारिश हुई थी, जो सामान्य के बराबर ही थी। भोपाल समेत कई जिलों में तो सामान्य से अधिक बारिश हुई थी। इस कारण बाढ़ के हालात भी बन गए थे।
कोरोना वायरस के मामले एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। गुजरात के अहमदाबाद में 7 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। इनमें 2 साल की बच्ची और 72 साल के एक बुजुर्ग भी शामिल हैं, फिलहाल इन्हें होम आइसोलेशन में रखा गया है। देश में कोरोना एक्टिव केसों की कुल संख्या 257 पहुंच गई है। केरल में सबसे ज्यादा 95 पॉजिटिव केस हैं। वहीं तमिलनाडु में 66, महाराष्ट्र में 56 और कर्नाटक में 13 एक्टिव मामले हैं। मुंबई के KEM अस्पताल में सोमवार को 2 कोविड पॉजिटिव मरीजों की मौत हुई है। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इनकी मौत कोविड से नहीं, बल्कि पुरानी बीमारियों की वजह से हुई है। एक मरीज को मुंह का कैंसर था और दूसरे को किडनी से जुड़ी बीमारी नेफ्रोटिक सिंड्रोम थी। एशिया में तेजी से फैल रहा कोरोना का नया वेरिएंट, सिंगापुर में 14,000 केसएशिया के सिंगापुर, हॉन्गकॉन्ग, चीन और थाईलैंड में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। इन देशों में नए मामलों की संख्या में इजाफा हो रहा है। सिंगापुर में 1 मई से 19 मई के बीच 3000 मरीज सामने आए हैं। अप्रैल के आखिरी हफ्ते तक ये संख्या 11,100 थी। यहां मामलों में 28% का इजाफा हुआ है। हॉन्गकॉन्ग में जनवरी से अब तक 81 मामले सामने आए हैं। इनमें से 30 की मौत हो चुकी है। चीन और थाईलैंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, यहां मरीजों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। भारत में 1 जनवरी से 19 मई तक 257 मामले सामने आए हैं। । सरकार ने कहा- भारत में हालात नियंत्रण में भारत में अभी कोरोना की कोई बड़ी लहर नहीं दिख रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक 1 जनवरी से 19 मई तक देश में केवल 257 मामले सामने आए हैं। हालांकि सरकार के मुताबिक भारत में कोविड-19 की स्थिति अभी कंट्रोल में है। मुंबई में डॉक्टरों ने और भी हल्के लक्षणों वाले मामले देखे हैं, खासकर युवाओं में, लेकिन नई लहर की कोई जानकारी नहीं मिली है। भारतीय हेल्थ एक्सपर्ट्स ने पड़ोसी देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए सावधानी बरतने और वैक्सीन लेने की सलाह दी है। कोविड का नया वैरिएंट JN1 फैल रहा इस बार संक्रमण के लिए ओमिक्रॉन के नए वैरिएंट JN1 और उसके सब-वैरिएंट्स LF7 और NB1.8 को जिम्मेदार माना जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि अब तक ऐसा कोई सबूत नहीं मिला है जिससे यह लगे कि ये नए वेरिएंट पहले से ज्यादा खतरनाक या तेजी से फैलने वाले हैं। हालांकि, उनका मानना है कि यह लहर कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों पर अपना असर दिखा सकती है। चीन-थाईलैंड भी अलर्ट पर, वायरस के मामले दोगुने चीन और थाईलैंड में भी कोविड को लेकर सरकार अलर्ट पर है। चीन में बीमारियों की जांच करवाने जा रहे मरीजों में कोरोना वायरस पाए जाने के मामले दोगुने हो गए हैं। लोगों को बूस्टर शॉट लेने की सलाह दी गई है। चाइनीज सेंटर फॉर डिजीज एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के मुताबिक, कोविड की लहर जल्द ही तेज हो सकती है। वहीं, थाइलैंड में दो अलग-अलग इलाकों मे तेजी से कोविड केस बढ़ने के मामले आए हैं। इम्यूनिटी को कमजोर करता है JN1 वैरिएंट JN1, ओमिक्रॉन के BA2.86 का एक स्ट्रेन है। अगस्त 2023 में पहली बार इसका केस मिलने की पुष्टि हुई थी। दिसंबर 2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इसे 'वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट' घोषित किया। इसमें करीब 30 म्यूटेशन्स हैं, जो इम्यूनिटी को कमजोर करते हैं। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अनुसार JN1 पहले के वैरिएंट्स की तुलना में ज्यादा आसानी से फैलता है, लेकिन यह बहुत गंभीर नहीं है। यह दुनिया के कई हिस्सों में सबसे आम वैरिएंट बना हुआ है। COVID-19 JN1 के लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक कहीं भी रह सकते हैं। अगर आपके लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो हो सकता है कि आपको लॉन्ग-COVID हो । यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें COVID-19 के कुछ लक्षण ठीक होने के बाद भी बने रहते हैं। क्या मौजूदा वैक्सीन्स JN1 पर काम करती हैं? स्टडी के अनुसार JN1 को बेअसर करना इम्यून सिस्टम के लिए थोड़ा मुश्किल है। पहले की वैक्सीन्स या इन्फेक्शन से बनी एंटी बॉडीज इसके खिलाफ कम प्रभावी हैं, लेकिन XBB.1.5 मोनोवैलेंट बूस्टर वैक्सीन JN1 से लड़ने में मदद करता है। WHO के मुताबिक, XBB1.5 मोनोवैलेंट बूस्टर एक कोविड-19 वैक्सीन है। इसे विशेष रूप से ओमिक्रॉन के XBB1.5 सब-वैरिएंट को पहचानने के लिए डिजाइन किया गया है। यह बूस्टर शरीर में एंटीबॉडीज को बढ़ाता है और JN1 से होने वाली बीमारी को 19% से 49% तक रोक सकता है। भारत में कोरोना से 5 लाख से ज्यादा मौतें हुई थीं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक भारत में कोरोना से 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। भारत में कोरोना का पहला मामला जनवरी 2020 में सामने आया था। मार्च 2020 में देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया गया। भारत में कोरोना की पहली लहर जनवरी 2020 से फरवरी 2021 तक रही। इस दौरान लगभग 1.08 करोड़ कोरोना के मामले सामने आए। एक दिन में सबसे ज्यादा 98 हजार मामले 17 सितंबर 2020 को देखने को मिले। इस लहर में 1.55 लाख मौतें हुईं। औसतन रोजाना 412 मौतें दर्ज की गईं। कोरोना की दूसरी लहर मार्च 2021 से मई 2021 तक रही। इस दौरान कोरोना के डेल्टा वेरिएंट के चलते अप्रैल-मई 2021 में सबसे ज्यादा मामले और मौतें दर्ज की गईं। दूसरी लहर सबसे घातक थी, जिसमें अस्पतालों और ऑक्सीजन की भारी कमी देखी गई। डेल्टा वेरिएंट ने तेजी से संक्रमण फैलाया, और स्वास्थ्य व्यवस्था पर भारी दबाव पड़ा। इस लहर में 1.69 लाख मौतें हुईं। औसतन प्रतिदिन 2,769 मौतें दर्ज की गईं। कोरोना की तीसरी दिसंबर 2021 से फरवरी 2022 रही। ओमिक्रॉन वेरिएंट के चलते जनवरी 2022 में कोरोना का मामले तेजी से बढ़े। ओमिक्रॉन वैरिएंट के कारण तीसरी लहर में मामले तो बहुत बढ़े, लेकिन यह दूसरी लहर की तुलना में कम घातक थी। मृत्यु दर केवल 0.2% थी। इस लहर में 10,465 मौतें हुईं। लगभग 50.05 लाख नए मामले दर्ज किए गए। ----------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... कोविड की नई लहर का एशिया में खतरा, बढ़े संक्रमण:हॉन्गकॉन्ग में कोरोना के 31 मामले, सिंगापुर में 28% बढ़े, चीन-थाईलैंड में भी अलर्ट हॉन्गकॉन्ग और सिंगापुर में फिर से कोरोना वायरस के मामले बढ़ने लगे हैं। हॉन्गकॉन्ग में 3 मई तक कोरोना संक्रमण के 31 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से कुछ लोगों की मौत भी हुई है। मरने वालों का आंकड़ा फिलहाल नहीं बताया गया है। पूरी खबर पढ़ें...
Singer Lucky Ali ने IAS अधिकारी और उनके परिवार पर जमीन हड़पने का आरोप लगाया, शिकायत दर्ज कराई
बॉलीवुड गायक लकी अली ने भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी रोहिणी सिंधुरी, उनके पति और उनके साले पर जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए कर्नाटक लोकायुक्त से संपर्क किया है। इस जानकारी की पुष्टि गायक ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर की। अपने पोस्ट में गायक ने सभी कथित आरोपियों के नाम बताए। अली के अनुसार सिंधुरी, उनके पति और उनके 'राजनीतिक' साले ने जमीन पर अवैध रूप से कब्जा करने के लिए सरकारी मशीनरी और पैसे का इस्तेमाल किया है। यह पहली बार नहीं है जब अली ने कथित जमीन हड़पने का जिक्र किया है। इसे भी पढ़ें: Kerala Police ने सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में दो लोगों को हिरासत में लिया दिसंबर 2022 में, उन्होंने कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक को एक थ्रेड में टैग किया था और कहा था कि उनके खेत, जो एक ट्रस्ट की संपत्ति है, पर सिंधुरी की मदद से बैंगलोर के भू-माफिया सुधीर रेड्डी और मधु रेड्डी द्वारा अवैध रूप से कब्जा किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि रोहिणी सिंधुरी भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी डी रूपा मौदगिल के साथ एक और कानूनी लड़ाई में उलझी हुई हैं। पिछले साल 18 फरवरी को सिंधुरी को पता चला कि मौदगिल ने फेसबुक पोस्ट में उनके खिलाफ कई आरोप लगाए थे, जिसमें सिंधुरी पर साथी आईएएस अधिकारियों के साथ उनकी निजी तस्वीरें साझा करने का आरोप लगाया गया था। इससे दोनों के बीच सार्वजनिक विवाद हुआ, जिसके बाद राज्य सरकार ने दोनों अधिकारियों का तबादला कर दिया। 21 फरवरी को सिंधुरी ने मौदगिल को एक कानूनी नोटिस भेजा और बिना शर्त माफी मांगने तथा अपनी प्रतिष्ठा और मानसिक पीड़ा के नुकसान के लिए 1 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा। 24 मार्च को सिंधुरी द्वारा दायर निजी मुकदमे की सुनवाई कर रही बेंगलुरु की एक अदालत ने रूपा के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा शुरू करने का आदेश दिया। इसके बाद मौदगिल ने इसे खारिज करने के लिए उच्च न्यायालय का रुख किया। 21 अगस्त को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उनकी याचिका खारिज कर दी, जिसके बाद मौदगिल ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया, जहां मामला लंबित है। pic.twitter.com/GeUF0N9Y4k — Lucky Ali (@luckyali) June 20, 2024
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के कुलपति डॉ. मोहनन कुन्नुमल ने कहा कि कैंपस के अंदर बाहरी बैंड या कलाकारों द्वारा किसी भी परफॉर्मेंस की अनुमति नहीं है.
सनी लियोनी केरल में कर रहीं अपनी मलयालम फिल्म की शूटिंग, सेट से लीक हुआ वीडियो
Sunny Leone: सनी लियोनी बॉलीवुड से लेकर साउथ इंडस्ट्री तक अपनी एक्टिंग का जलवा दिखा चुकी हैं। अब वह एक नए प्रोजेक्ट के साथ मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अपनी बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। सनी ने बीते दिनों अपने अनाम मलयालम प्रोजेक्ट की शूटिंग शुरू की ...