Yambem Biren: मणिपुर की राजधानी इंफाल में ED ने बड़ी छापेमारी की है. ED की टीम मणिपुर स्टेट काउंसिल का चीफ मिनिस्टर बताने वाले याम्बेम बीरेन के यहां तलाशी ले रही है. जिसने अपने बयानों के जरिए दुश्मनी को बढ़ावा दिया है.
भाजपा ने नई दिल्ली में मणिपुर के विधायकों के साथ बुलाई अहम बैठक
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व ने मणिपुर के सभी पार्टी विधायकों को रविवार को नई दिल्ली में एक अहम बैठक के लिए बुलाया है
खगड़िया जिले के चौथम प्रखंड की कोसी नदी की छोटी सूखी मछली (सुंगठी) इन दिनों बंगाल के बाजारों में खूब पसंद की जा रही है। इसकी मांग सिलीगुड़ी और बंगाल के अन्य बाजारों से होते हुए मणिपुर तक पहुंच गई है। सूखा कर बेचते हैं मछली जानकारी के अनुसार, पहले खगड़िया जिले के फरकिया क्षेत्र की कोसी नदी की बड़ी मछलियां बंगाल के बाजारों में अपनी पहचान बनाए हुए थीं। अब बड़ी मछलियों की कमी के कारण छोटी मछलियों को सुखाकर बेचा जा रहा है, जिसने बाजार में अपनी जगह बना ली है। इन छोटी मछलियों को विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजारकर सुखाया जाता है। सूखने के बाद इन्हें अलग-अलग आकार में छांटा जाता है, जिसके बाद ये बाजार में बिक्री के लिए भेजी जाती हैं। 'बंगालियों का पसंदीदा व्यंजन' मछली व्यवसायी जागेश्वर सहनी ने बताया कि सिलीगुड़ी के माटी बाजार में यह मछली बिकती है और वहां से मणिपुर तक भेजी जाती है। बंगाल में इसकी कीमत 5 से 6 हजार रुपए प्रति क्विंटल है। बंगाल के लोगों के बीच इन सूखी मछलियों का विशेष क्रेज देखा जा रहा है। जागेश्वर सहनी ने यह भी बताया कि बंगाल के लोगों की थाली में यह छोटी सूखी मछली एक पसंदीदा व्यंजन के तौर पर शामिल रहती है। जहां पहले फरकिया की बड़ी मछलियों का दबदबा था, वहीं अब छोटी सूखी मछलियां भी बाजार में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।
कोटपूतली-बहरोड़ के सीआरपीएफ जवान कर्मवीर यादव (39) का 9 दिसंबर को मणिपुर में निधन हो गया। मौत की सूचना मिलते ही जवान की पत्नी बेसुध हो गई। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। दो बार फ्लाइट रद्द होने से करीब 40 घंटे बाद भी जवान की पार्थिव देह घर नहीं पहुंच पाई है। जिले के गांव गंडाला निवासी कर्मवीर यादव पुत्र धर्मवीर यादव 2007 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) में ड्राइवर के पद पर भर्ती हुए थे। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग मणिपुर के रांगोली (इंफाल) में थी। निधन वाले दिन ही कर्मवीर का प्रमोशन हेड कॉन्स्टेबल पद पर हुआ था। जवान ने उठाया तो बेहोश मिलेसीआरपीएफ की 189 बटालियन के आरओ इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया- कर्मवीर यादव ने मंगलवार रात ड्यूटी से लौटने के बाद खाना खाया और आराम करने चले गए। रात करीब 10 बजे एक साथी जवान ने उन्हें आवाज दी, तो वे बेहोशी की हालत में मिले। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। नवंबर में 15 दिन की छुट्टी पर आए थेजवान के छोटे भाई जोनी उर्फ नरवीर ने बताया- कर्मवीर 20 नवंबर को घर पर छुट्टी लेकर आए थे। उन्हें 5 दिसंबर को वापस पहुंचना था, लेकिन फ्लाइट कैंसिल होने की वजह से वो 8 दिसंबर को घर से निकले। 9 दिसंबर, मंगलवार को ही कर्मवीर को प्रमोशन भी मिला था। वो कॉन्स्टेबल से हेड कॉन्स्टेबल बने थे। जिसके बाद उन्होंने घर पर पत्नी, बेटे और माता-पिता से बात कर खुशी जाहिर की थी। पत्नी के पास आया फोनमंगलवार रात को सीआरपीएफ के एएसआई बृजमोहन ने नरवीर को कॉल किया था, लेकिन वो अटैंड नहीं कर सका। इसके बाद उन्होंने कर्मवीर की पत्नी उषा देवी को फोन किया। निधन की खबर सुनते ही उषा बेसुध हो गई। जिन्हें अभी डॉक्टर्स की देखरेख में रखा गया है। दो बार फ्लाइट कैंसिल हुईनरवीर ने बताया- कर्मवीर की पार्थिव देह बुधवार को ही आनी थी, लेकिन दो बार इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल होने से उनका पार्थिव देह गुरुवार तक गांव नहीं पहुंच पाया है। गुरुवार देर रात को पहुंचेगी पार्थिव देहसीआरपीएफ के जवानों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर 1ः45 बजे की फ्लाइट से पार्थिव देह को दिल्ली लाया जाएगा। जहां से सीआरपीएफ मुख्यालय पर श्रद्धांजलि दी जाएगी। उसके बाद शाम करीब 5 बजे बहरोड़ के गंडाला के लिए पार्थिव देह रवाना होगी। रात को पार्थिव देह को थाने में रुकवाया जाएगा। इसके बाद शुक्रवार सवेरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। जवान का अंतिम संस्कार शुक्रवार को किया जाएगा। जवान के निधन की खबर से क्षेत्र में माहौल गमगीन हो गया है। जवान के घर ग्रामीणों और रिश्तेदारों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। कर्मवीर की पत्नी उषा देवी गृहिणी है। उनके एक बेटा निवेश है जो हरियाणा के नारनौल की स्कूल में 11वीं कक्षा में पढ़ता है। कर्मवीर के पिता धर्मवीर यादव किसान है और माता माया देवी गृहिणी है।...ये भी पढ़ें- शादी से 3 दिन पहले नौसेना के जवान की मौत: खरीदारी कर दोस्त के साथ लौट रहे थे घर; तेज रफ्तार गाड़ी ने मारी टक्कर अजमेर में शादी से तीन दिन पहले नौसेना जवान की एक्सीडेंट में मौत हो गई। जवान दोस्त के साथ खरीदारी कर बाइक से घर लौट रहे थे। इस दौरान बाइक को पीछे से आ रही तेज रफ्तार गाड़ी ने टक्कर मार दी। (पढ़ें पूरी खबर)
मुश्किल मुद्दों की वजह से मणिपुर समस्या के समाधान में हो रही है देरी
मणिपुर का पूरा इलाका- पहाड़ियां और घाटियां दोनों- हमेशा मणिपुर के राजाओं, राज्य दरबार और बाद में, राज्य सरकार के प्रशासन में था

