राजगढ़ जिले के खुजनेर स्थित बाबा खाटू श्याम मंदिर में शनिवार को ग्यारस के अवसर पर आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें मंदिर के मुख्य द्वार तक देखी गईं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु हाथों में गुलाब के फूल लेकर बाबा के दर्शन करने पहुंचे। गुलाब के फूल चढ़ाते समय कई भक्तों की आंखें नम हो गईं। श्रद्धालुओं का मानना है कि गुलाब अर्पित करने से श्याम बाबा उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। यह दृश्य भक्तों के बीच विशेष आकर्षण का केंद्र रहा। मंदिर परिसर को आज (शनिवार) विशेष रूप से आकर्षक फूलों से सजाया गया था। दरबार को गुलाब, गेंदा और अन्य रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया, जिसकी सुगंध पूरे वातावरण में फैली हुई थी। मंदिर में प्रवेश करते ही भक्तों के चेहरों पर शांति और आंखों में चमक साफ दिखाई दे रही थी। सुबह 6 बजे दर्शन शुरू होने के बाद से ही भीड़ लगातार बढ़ती गई। दोपहर तक मंदिर परिसर पूरी तरह से श्रद्धालुओं से भर गया। खुजनेर के आसपास के क्षेत्रों जैसे खिलचीपुर, पचोर, छापीहेड़ा और सण्डावता सहित कई ग्रामीण इलाकों से लोग अपने परिवारों के साथ दर्शन के लिए पहुंचे। बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं सहित सभी श्रद्धालु गुलाब लिए कतार में खड़े दिखे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर समिति ने विशेष व्यवस्थाएं की थीं। इसमें पानी और प्रसाद वितरण के साथ-साथ कतार प्रबंधन भी शामिल था। भक्तों ने इस बार की ग्यारस को पिछले वर्षों की तुलना में अधिक शांत और सुव्यवस्थित बताया। मंदिर के बाहर भी दुकानें, फूल-माला विक्रेता और प्रसादी स्टॉल पर काफी भीड़ रही। पूरे खुजनेर में सुबह से ही भक्तिमय माहौल बना हुआ था। श्याम नाम के जयकारों से मंदिर परिसर दोपहर तक लगातार गूंजता रहा, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सव जैसा वातावरण निर्मित हो गया। श्रद्धालुओं का मानना है कि ग्यारस पर खुजनेर का खाटू श्याम मंदिर आस्था का एक प्रमुख केंद्र बन जाता है। देखिए तस्वीरें...
टीकमगढ़ जिले के पलेरा थाना क्षेत्र के जवाहरपुरा गांव में शुक्रवार को जमीन विवाद को लेकर दो सगे भाइयों के बीच खूनी संघर्ष हो गया। इस मारपीट में एक युवक की मौत हो गई, जबकि चार अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार, यह विवाद सगे भाई रामकिशन यादव और मायाराम यादव के बीच था। मायाराम यादव अपने परिवार के साथ लुगासी में रहते हैं, जबकि रामकिशन उनके हिस्से की जमीन पर खेती कर रहे थे। इसी विवाद को लेकर मायाराम अपने रिश्तेदारों के साथ जवाहरपुरा पहुंचे और जमीन पर दोबारा कब्जा करने का प्रयास करने लगे। इसी दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी बढ़ गई और जल्द ही यह मारपीट में बदल गई। लाठियों से हुए हमले में महोबा के अजनर थाना क्षेत्र के रगोली निवासी 20 वर्षीय राहुल यादव की मौके पर ही मौत हो गई। इस संघर्ष में नौगांव थाना क्षेत्र के दोनी निवासी 20 वर्षीय दीपेंद्र यादव (पुत्र राम्मू यादव) और झीझन निवासी 20 वर्षीय दीपेंद्र यादव (पुत्र सुखराम यादव) गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके शरीर पर कई जगह फ्रैक्चर पाए गए, जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। दूसरे पक्ष से जवाहरपुरा निवासी 29 वर्षीय बृज कुमार यादव और 17 वर्षीय पूजा यादव घायल हुए हैं, जिनका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पलेरा में चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। खजरी चौकी और पलेरा थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस के अनुसार, मौके से सबूत जुटाए जा रहे हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि जमीन को लेकर यह विवाद कई महीनों से चल रहा था। घटना के बाद से गांव में तनाव की स्थिति बनी हुई है।
अंता उपचुनाव में कांग्रेस ने 268 बूथों में से 124 बूथों पर जीत हासिल की। यानी 46 फीसदी बूथों पर कांग्रेस ने बढ़त ली। वहीं, बीजेपी केवल 72 बूथ पर ही जीत सकी। निर्दलीय नरेश मीणा ने भी 70 बूथों पर जीत हासिल की। दो बूथों पर कांग्रेस व बीजेपी प्रत्याशी को बराबर बराबर वोट मिले। बूथ संख्या 121 धतुरिया पर कांग्रेस व भाजपा दोनों को 418 -418 वोट मिले, जबकि निर्दलीय नरेश मीणा को 106 वोट मिले। बूथ संख्या 182 मानपुरा पर कांग्रेस व बीजेपी को 143-143 वोट मिले। निर्दलीय नरेश मीणा को 101 वोट मिले। भाजपा प्रत्याशी को खुद के बूथ पर मले 522 वोट भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन के बूथ संख्या 237 गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल तिसाया (कमरा नंबर 1) पर 86.87 फ़ीसदी वोटिंग हुई। यहां 842 में से 707 वोट पड़े। मोरपाल को 522, प्रमोद जैन भाया को 113, व निर्दलीय नरेश मीणा को 52 वोट मिले सांकली गांव में मात्र एक वोट डाला, वो भी भाया को अंता विधानसभा के मांगरोल इलाके की सिमली ग्राम पंचायत के सांकली गांव में ग्रामीणों ने श्मशान की सड़क और अन्य विकास कार्यों को लेकर मतदान का बहिष्कार किया था। गांव में सिर्फ एक व्यक्ति ने वोट डाला और वह वोट भी कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया के खाते में गया। बीजेपी के मोरपाल व निर्दलीय नरेश मीणा का खाता नहीं खुला। कांग्रेस प्रत्याशी प्रमोद जैन भाया को वोट मिले गुर्जर- हाड़ौती में गुर्जर बीजेपी का वोट बैंक माना जाता है। अंता उपचुनाव में कांग्रेस को पिछले चुनाव के मुकाबले दुगुने वोट मिले। कांग्रेस को 40-50 फीसदी वोट मिले। सामान्य/ओबीसी- ये बीजेपी का वोट बैंक माना जाता है। इस बार के चुनाव में कांग्रेस को सामान्य/ओबीसी का दुगुना वोट मिला। कांग्रेस ने लगभग 30-35 फीसदी वोट लिए। माली- अंता सीट पर अक्सर माली समाज बीजेपी के पक्ष में मतदान करता है। कांग्रेस को इस बार माली समाज के दुगुने वोट मिले। कांग्रेस ने करीब 10- 15 फीसदी वोट लिए। नागर धाकड़- बीजेपी का कोर वोट बैंक माना जाता है। उस बार कांग्रेस को पिछले चुनाव के मुकाबले दुगुने वोट मिले। कांग्रेस को करीब 10-15 प्रतिशत वोट मिले। मुस्लिम-मीणा-एससी वोटों में नुकसान मुस्लिम - ये कांग्रेस का सबसे मजबूत वोट बैंक माना जाता है। अंता उपचुनाव में कांग्रेस को 15-20 फीसदी वोटों का नुकसान हुआ। ये 15-20 फीसदी वोट निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की तरफ शिफ्ट हुए। मीणा- अंता सीट पर पिछले दो चुनाव में मीणा वोटो में ध्रुवीकरण देखने को मिला। साल 2023 में बीजेपी के कंवरलाल मीणा को मीणा समाज से बंपर वोट मिला था। इस बार उप चुनाव में निर्दलीय नरेश मीणा की तरफ शिफ्ट हुआ।उपचुनाव में कांग्रेस को मीणा वोट में जबरस्त नुकसान हुआ। कांग्रेस को केवल 10-15 फीसदी ही वोट मिले। जबकि मीणा कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता है। एससी- कांग्रेस का मजबूत वोट बैंक माना जाता है। उपचुनाव में कांग्रेस को 35 से 40 फीसदी का नुकसान हुआ। एससी वोट निर्दलीय व बीजेपी की तरफ शिफ्ट हुए।
शहडोल-एमपी राज्यमार्ग विकास निगम (एमपीआरडीसी) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विष्णु वास्कले और उनकी टीम ने यातायात पुलिस के साथ शनिवार को शहडोल-रीवा रोड पर स्थित प्रमुख ब्लैक स्पॉट का निरीक्षण किया। यह दौरा बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं और मृत्यु दर को कम करने के प्रयासों का हिस्सा है। इस संयुक्त निरीक्षण में दुर्घटनाओं की संख्या घटाने के लिए विभिन्न सुधार कार्यों की योजना बनाई गई। निरीक्षण के दौरान राजाबाग चौराहे और मेडिकल चौराहे जैसे प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा उपाय लागू करने का निर्णय लिया गया। श्री वास्कले ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य सड़क सुरक्षा बढ़ाना और दुर्घटनाओं में कमी लाना है। इसी कारण शॉर्ट टर्म सुधार कार्यों को प्राथमिकता दी गई है। चौराहे पर एक्सीडेंट प्रोन जोन' के लगाए जाएंगे बोर्ड राजाबाग चौराहे पर एमपीआरडीसी की ओर से सोलर ब्लिंकर और 'एक्सीडेंट प्रोन जोन' जैसे सूचनात्मक साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। साथ ही, साइड शोल्डर भराव का कार्य भी किया जाएगा। इन उपायों का उद्देश्य चालकों को दुर्घटनाओं के संभावित जोखिमों के प्रति जागरूक करना है। यातायात सूबेदार प्रियंका शर्मा ने जानकारी दी कि मेडिकल चौराहे पर दोनों ओर की सर्विस रोड पर 'कृपया धीरे चलें' जैसे सूचनात्मक बोर्ड लगाने की योजना है। इसके अतिरिक्त, निपानिया, दियापीपर और सेमरा तिराहा में टर्निंग पर झाड़ियों की कटाई की जाएगी ताकि दुर्घटनाओं की संभावना कम हो सके। वर्तमान में शहडोल-ब्यौहारी मार्ग के निर्माण कार्य के कारण एमपीआरडीसी ने लंबी अवधि के सुधार कार्यों को रोककर अस्थायी सुधार कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय लिया है। श्री वास्कले ने आश्वासन दिया कि सभी संबंधित पक्षों के सहयोग से अगले कुछ महीनों में इन ब्लैक स्पॉट्स पर सभी आवश्यक कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने शनिवार को सुल्तानपुर तहसील परिसर में प्रदर्शन किया। लेखपालों ने मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र एसडीएम सदर बिपिन द्विवेदी को सौंपा। संघ की प्रमुख मांगों में वेतन वृद्धि और पदनाम को 'उप राजस्व निरीक्षक' में बदलना शामिल है। संघ ने नौ साल से लंबित अन्य मांगें भी उठाईं, जिनमें लेखपाल पद की शैक्षणिक योग्यता और पदनाम में बदलाव, प्रारंभिक वेतनमान का उच्चीकरण और एसीपी विसंगतियों को दूर करना शामिल है। इसके अलावा, मृतक आश्रित लेखपालों के लिए पुरानी पेंशन विसंगति को ठीक करने, राजस्व निरीक्षक और नायब तहसीलदार के अतिरिक्त पद सृजित करने की भी मांग की गई। भत्तों में वृद्धि की मांग लेखपालों ने स्टेशनरी भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करने, नियत यात्रा भत्ते के स्थान पर वाहन भत्ता या मोटरसाइकिल भत्ता देने और विशेष वेतन भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये प्रति माह करने की मांग की। संघ ने कहा कि ये मूलभूत मांगें परिषद और शासन स्तर पर सहमति के बावजूद लंबित हैं। स्थानांतरण और पदोन्नति में देरी पर नाराजगी जिलाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने बताया कि लगभग 3000 लेखपाल अपने परिवारों से 500 से 1000 किलोमीटर दूर कार्यरत हैं। 23 अगस्त 2018 को अंतरमंडलीय स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे, लेकिन स्थानांतरण सूची अभी तक जारी नहीं की गई है। इसके अलावा, 2 जुलाई और 3 सितंबर 2025 के निर्देशों के बावजूद राजस्व निरीक्षक पदों पर पदोन्नति के लिए चयन वर्ष 2025-26 की डीपीसी अभी तक नहीं हो सकी है। भत्तों और पदनाम में सुधार की मांग सिंह ने बताया कि 2016 से उनकी आठ सूत्रीय मांगें शासन तक पहुंचाई जा चुकी हैं। उन्होंने 1994 से पहले के लेखपालों के लिए 4600 रुपये के ग्रेड पे और 1994 के बाद के लेखपालों के लिए 4200 रुपये के ग्रेड पे में विसंगति का जिक्र किया। वर्तमान में सभी कार्य तकनीकी और ऑनलाइन हो गए हैं, इसलिए भत्तों में वृद्धि, वाहन भत्ता और मोटरसाइकिल भत्ता सहित, तथा राजस्व लेखपाल का नाम बदलकर 'राजस्व उप निरीक्षक' करने की मांग की जा रही है।
भिवानी स्थित द टेक्नोलॉजिकल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्सटाइल एंड साइंसेस में टेक्नोवेट- अन्वेषण करें, सृजन करें, विकास करें शीर्षक से एक भव्य टेकफेस्ट का आयोजन किया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में धर्मेश टेकस्टाइल प्रबंध निर्देशक धर्मेश शाह रहे, जबकि मुख्य वक्ता के रूप में सेप्टम डीआरडीओ भारत सरकार के चेयरमैन डॉ. मनोरंजन पात्रि ने तकनीकी सत्र को संबोधित किया। संस्थान के निदेशक प्रो. बीके बेहरा ने मुख्य अतिथि, मुख्य वक्ता और सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। इस तकनीकी महोत्सव में 24 विभिन्न तकनीकी एवं प्रबंधकीय प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। जिनमें टेक्निकल पोस्टर प्रेजेंटेशन, हैकाथॉन, पेपर वीविंग चैलेंज, टेक क्विज, प्रोडक्ट लॉन्च सिमुलेशन, प्रिंट योर स्टोरी, एनिमेनिया, ब्लेंड इट, नुक्कड़ जंक्शन, तथा ऑनलाइन गेमिंग प्रतियोगिता जैसी रोचक गतिविधियाँ शामिल थीं। इन प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए विभिन्न महाविद्यालयों और विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। हैकाथॉन में प्रथम नंदिनी, नूपुर व दीक्षा रहीहैकाथॉन में प्रथम स्थान नंदिनी, नूपुर, दीक्षा, द्वितीय स्थान पर हेमलता, खुशबू, खुशी, चेनिका तथा तृतीय स्थान तेजस, कार्तिक, विशाल ने प्राप्त किया। क्लैश ऑफ चैंपियंस में प्रथम स्थान मोक्ष, निखिल, विवेक, पारस, द्वितीय स्थान हनु, सुजल, यश, आशीष ने प्राप्त किया। एनीमेनिया में प्रथम स्थान नियति, निष्ठा, द्वितीय स्थान यशस्वी, अनिरुद्ध गोयल, तृतीय स्थान श्रुति, भावना ने प्राप्त किया। परसुएड–थ्रू पीपीटी में प्रथम स्थान चेतन्या, दीपेंद्र, द्वितीय स्थान आयुष, मोनिका, खुशी, तृतीय स्थान सिद्धिमा, दियामु ने प्राप्त किया। डीआरडीए से जुड़ सकते हैं युवामुख्य वक्ता डॉ. मनोरंजन पात्रि ने भारत में रक्षा अनुसंधान विषय पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने कहा कि भारत आज आत्मनिर्भर रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। DRDO की परियोजनाएं केवल रक्षा बलों के लिए नहीं बल्कि उद्योग, शिक्षा और युवाओं के लिए भी प्रेरणास्रोत हैं। नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को अपनाकर विद्यार्थी राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने डीआरडीओ के रिसर्च के बारे में बताया। साथ ही कहा कि युवा डीआरडीओ से जुड़ सकते हैं। क्योंकि आज देश आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ रहा है। तकनीकी नवाचार देश की प्रगति की सबसे बड़ी शक्ति मुख्य अतिथि धर्मेश शाह ने कहा कि तकनीकी नवाचार देश की प्रगति की सबसे बड़ी शक्ति है। युवाओं को सृजनात्मकता और अनुसंधान की भावना के साथ उद्योग जगत की आवश्यकताओं को समझना चाहिए। TITS जैसे संस्थान ऐसे नवोन्मेषी प्रयासों से भारत के भविष्य को दिशा दे रहे हैं। संस्थान के निदेशक प्रो. बीके बेहरा ने कहा कि यह टेकफेस्ट विद्यार्थियों में नवोन्मेष, तकनीकी जिज्ञासा और नेतृत्व भावना को बढ़ावा देने का माध्यम है। कार्यक्रम के अंत में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। समापन सत्र में आयोजक समिति ने सभी प्रतिभागियों, अतिथियों एवं प्रायोजकों का आभार व्यक्त किया।
हरदोई में इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी ने चरक हेल्थकेयर एवं रूरल डेवलपमेंट सोसायटी के सहयोग से एक निःशुल्क स्वास्थ्य परामर्श शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में कुल 108 मरीजों की जांच की गई और विशेषज्ञ डॉक्टरों ने उन्हें उचित सलाह दी। शिविर का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती प्रेमावती ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि रेडक्रॉस सोसायटी हरदोई स्वास्थ्य सेवाओं और आपदा राहत कार्यों में लगातार सराहनीय योगदान दे रही है। चरक हॉस्पिटल लखनऊ से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों ने मरीजों का परीक्षण किया। इनमें आंकोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. जीशानुद्दीन अहमद, कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. राहुल यादव और न्यूरो सर्जरी विशेषज्ञ डॉ. अजय कुमार शामिल थे। शिविर संयोजक अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि शिविर में आए सभी मरीजों को लखनऊ स्थित चरक हॉस्पिटल में निःशुल्क ओपीडी सुविधा प्रदान की जाएगी। इसके अतिरिक्त, किसी भी ऑपरेशन की आवश्यकता होने पर उन्हें 30 प्रतिशत की विशेष छूट भी मिलेगी। कार्यक्रम में उपसभापति अखिलेश सिंह सिकरवार ने मुख्य अतिथि का बुके देकर स्वागत किया, जबकि सचिव सुनील सिंह सोमवंशी ने स्मृति चिन्ह भेंट किया। कार्यक्रम का संचालन कोषाध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव ने किया, जिन्होंने रेडक्रॉस की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी भी दी। मुख्य अतिथि ने सभी विशेषज्ञ डॉक्टरों को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही, एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की छात्राओं नंदिनी, अंतिम, स्मिता, बबीता, जन्नत बानो और प्रियंका को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए प्रमाणपत्र दिए गए। इस अवसर पर शिव प्रकाश त्रिवेदी, अभिषेक गुप्ता, पूर्णिमा श्रीवास्तव, एसके दीक्षित, फरीद, रमाकांत सहित बड़ी संख्या में मरीज और उनके परिजन उपस्थित रहे।
गोंडा जिले की तरबगंज तहसील में आज शनिवार को अधिवक्ताओं ने तहसील कार्यालय में ताला जड़ दिया। यह घटना तहसील समाधान दिवस के आयोजन से पहले हुई। जिलाधिकारी (DM) प्रियंका निरंजन भारी पुलिस बल के साथ जनसुनवाई के लिए तहसील पहुंचीं, तो उन्हें बंद गेट का सामना करना पड़ा। अधिवक्ताओं ने तहसील के मुख्य द्वार पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। जब डीएम ने उनसे दरवाजा खोलने को कहा, तो अधिवक्ताओं ने उनसे बहस शुरू कर दी। उन्होंने तहसील में भ्रष्टाचार और एसडीएम व तहसीलदार द्वारा नियमित रूप से कोर्ट न लगाने का आरोप लगाया। जिलाधिकारी ने अधिवक्ताओं से कहा कि इन मुद्दों पर बैठकर बात की जा सकती है, लेकिन गेट बंद करने से लोगों को परेशानी हो रही है। काफी समझाने-बुझाने के बाद अधिवक्ता माने और तरबगंज तहसील का ताला खोला गया। इसके बाद जिलाधिकारी ने संपूर्ण समाधान दिवस में बैठकर लोगों की समस्याओं को सुना और जनसुनवाई की। बार एसोसिएशन तरबगंज के तहसील मंत्री रविंद्र नाथ पाण्डेय के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। मंत्री पाण्डेय ने बताया कि अधिकारी दोपहर 12 बजे से पहले कार्यालय में नहीं बैठते हैं। उन्होंने अविवादित पत्रावलियों के निस्तारण में देरी, एसडीएम द्वारा समय पर कोर्ट न लगाने और धारा 34 की पत्रावलियों का निस्तारण न होने का आरोप लगाया। रविंद्र नाथ पाण्डेय ने यह भी आरोप लगाया कि 2025 के बाद के दाखिल खारिज तो किए जा रहे हैं, लेकिन उससे पहले के नहीं। उन्होंने एसडीएम और तहसीलदार पर बिना पैसे के कोई काम न करने और पत्रावलियों में पैसे की मांग करने का भी आरोप लगाया।
करौली में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR-2026) के तहत घर-घर गणना प्रपत्र वितरण और फॉर्म भरवाने का कार्य तेजी से जारी है। इस अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को अद्यतन करना और सभी पात्र नागरिकों को इसमें शामिल करना है। नियुक्त बीएलओ जन प्रतिनिधियों के सहयोग से मतदाताओं को सही जानकारी उपलब्ध करा रहे हैं। करौली शहर मंडल के बूथ संख्या 128 पर बीएलओ अरविंद अग्रवाल (अनुभव अधिकारी, विद्युत निगम) घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित कर रहे हैं। इस कार्य में भाजपा द्वारा नियुक्त बीएलए-2 आशु नामा और करौली शहर मंडल अध्यक्ष आशुतोष तिवारी ने भी सहयोग प्रदान किया। टीम ने बूथ क्षेत्र में पहुंचकर मतदाताओं से SIR-2026 के तहत आवश्यक फॉर्म भरवाए और दस्तावेजों की प्राथमिक जांच भी की। सहयोगी दल ने रामबाबू, मनभर, नरेंद्र, शैलेंद्र, अंकुश नामा, चंद्रमोहन नामा, संध्या नामा, ज्योति नामा सहित कई मतदाताओं के गणना प्रपत्र मौके पर ही भरवाए। अधिकारियों के अनुसार, इस विशेष पुनरीक्षण अभियान के दौरान हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल कर सही जानकारी दर्ज कराना प्राथमिकता है। बूथ क्षेत्र में शत-प्रतिशत फॉर्म वितरण और संकलन जल्द पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
आम आदमी पार्टी (AAP) की 'रोजगार दो, सामाजिक न्याय दो यात्रा' शनिवार को अयोध्या से सुल्तानपुर के कूरेभार पहुंची। राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कूरेभार चौराहे पर लोगों को संबोधित किया। इस दौरान आप के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने यात्रा का स्वागत किया। अपने संबोधन में संजय सिंह ने उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी की समस्या पर बात की। उन्होंने कहा कि इसी समस्या के खिलाफ यह यात्रा निकाली गई है। सिंह ने रोजगार, सामाजिक न्याय, बेहतर स्कूल, अस्पताल, मुफ्त बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग की। उन्होंने युवाओं की परीक्षा के पेपर लीक होने की घटनाओं पर भी सवाल उठाए। संजय सिंह ने कहा कि किसान का बेटा देश की सीमा पर रक्षा करता है, लेकिन उसे 'अग्निवीर' बनाकर उसके साथ अन्याय किया जा रहा है। संजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा, 'वाह मोदी जी वाह, यूपी का नौजवान-किसान गोबर से रोजगार करेगा।' उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह पर भी निशाना साधा। सिंह ने कहा कि जय शाह, जिसे बल्ला पकड़ना नहीं आता, वह आज ICC का चेयरमैन बन गया है। यह पदयात्रा 12 नवंबर को अयोध्या से शुरू हुई थी और प्रयागराज में समाप्त होगी। संजय सिंह इस यात्रा के दौरान जगह-जगह रुककर लोगों को जागरूक कर रहे हैं और पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार कर रहे हैं।
छात्राओं को रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण:देवरिया में शुरू हुआ कार्यक्रम, 3 महीने तक चलेगा
देवरिया जिले के कंपोजिट विद्यालयों की जूनियर वर्ग की छात्राओं को रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस कार्यक्रम की शुरुआत शनिवार को हुई। असना कंपोजिट विद्यालय में मास्टर ट्रेनर संतोष कुमार द्वारा छात्राओं को प्रशिक्षण दिया गया। यह प्रशिक्षण महीने में 24 दिन, प्रतिदिन एक घंटे के लिए आयोजित किया जाएगा। तीन महीने तक चलने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को शारीरिक और मानसिक रूप से आत्मनिर्भर एवं सक्षम बनाना है। उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने बालिकाओं की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को ध्यान में रखते हुए यह सराहनीय कदम उठाया है। उच्च प्राथमिक विद्यालयों, पीएमश्री स्कूलों और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की छात्राओं को भी यह प्रशिक्षण दिए जाने का प्रावधान है। इससे छात्राओं में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे किसी भी आपात स्थिति में अपनी सुरक्षा कर सकेंगी। प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को जूडो, ताइक्वांडो, कराटे, नानचाकू और आइकीडो जैसी मार्शल आर्ट तकनीकों के साथ-साथ ग्रैपलिंग, जॉइंट लॉक, स्ट्रगल होल्ड और चोक जैसी उपयोगी विधियां सिखाई जा रही हैं। इस कार्य के लिए जिले में तैनात व्यायाम शिक्षकों और प्रशिक्षित अनुदेशकों की एक विशेष टीम बनाई गई है। प्रधानाध्यापक शैलेंद्र नाथ ने कहा कि यह अभियान छात्राओं में सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ आत्मरक्षा के उपाय सिखाए जा रहे हैं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर छात्राएं स्वयं की रक्षा कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि यह पहल ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की छात्राओं के लिए समान रूप से लाभकारी है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान शिक्षिका कुसुम देवी, रामप्रताप यादव, अवनीश कुमार सहित अन्य शिक्षक भी उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश में लेखपाल संवर्ग अपनी लंबित समस्याओं के समाधान न होने से आक्रोशित है। उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने मुख्य सचिव को पत्र भेजकर आंदोलन की चेतावनी दी है। संघ का कहना है कि 13 अक्टूबर 2025 को भेजे गए पूर्व पत्र पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिससे संवर्ग में असंतोष बढ़ रहा है। संघ ने सदर तहसील से भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया है कि पिछले नौ वर्षों से लेखपालों की प्रमुख मांगें शासन और विभागीय सहमति के बावजूद लंबित हैं। इन मांगों में शैक्षणिक योग्यता और पदनाम परिवर्तन, प्रारंभिक वेतनमान का उच्चीकरण, एसीपी विसंगति को दूर करना, मृतक आश्रितों को पुरानी पेंशन देना शामिल है। इसके अतिरिक्त, राजस्व निरीक्षक और नायब तहसीलदार के अतिरिक्त पदों का सृजन, स्टेशनरी भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करना, मोटरसाइकिल/वाहन भत्ता की मंजूरी और विशेष वेतन भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये प्रति माह किए जाने की मांगें भी शामिल हैं। संघ के अनुसार, इन सभी बिंदुओं पर शासन और परिषद स्तर पर कई बार सहमति बन चुकी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। संघ ने यह भी बताया कि प्रदेश के लगभग 3000 लेखपाल अपने परिवारों से 500 से 1000 किलोमीटर दूर भय और तनाव के माहौल में नौकरी करने को मजबूर हैं। लेखपाल संघ ने 23 अगस्त 2018 के शासनादेश के अनुसार अंतर्मंडलीय स्थानांतरण के लिए परिषद द्वारा ऑनलाइन आवेदन लिए जाने के बावजूद आज तक स्थानांतरण सूची जारी न होने पर कड़ा विरोध जताया है। संघ का आरोप है कि अन्य विभागों के हजारों कर्मचारियों के स्थानांतरण हो चुके हैं, लेकिन लेखपालों की फाइलें लंबित हैं। इसी तरह, मुख्य सचिव के 2 जुलाई 2025 और 3 सितंबर 2025 के निर्देशों के बावजूद राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति के लिए चयन वर्ष 2025-26 की डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) आयोजित न किए जाने पर भी संघ ने नाराजगी व्यक्त की है। इन सभी समस्याओं पर कार्रवाई न होने के कारण संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक 5 अक्टूबर 2025 को रमण रेती आश्रम, मथुरा में हुई। इस बैठक में प्रदेश के 75 जिलों से आए पदाधिकारियों ने गहरा रोष व्यक्त किया। बैठक में कहा गया कि तहसील और जनपद स्तर पर भी अधिकारियों की उदासीनता के चलते कई बार लेखपालों को धरना देना पड़ा, जिससे राजस्व कार्य पूरी तरह ठप हो गए। संघ ने पत्र के माध्यम से चेतावनी दी है कि यदि लंबित मांगों पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं हुआ तो प्रदेश में बड़े आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसकी ज़िम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
शिवपुरी जिले के करैरा कस्बे में शुक्रवार देर रात एक शादी समारोह में जूता छुपाई की रस्म को लेकर विवाद हो गया। मधुर मिलन पैलेस में आयोजित इस विवाह समारोह में दूल्हे के पक्ष द्वारा साली को कम नेग देने की बात पर वर और वधू पक्ष आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच कुर्सियां और पत्थर चलने लगे। जानकारी के अनुसार, करैरा निवासी नन्हे शाह की बेटी मुस्कान का विवाह तालबेहट निवासी अब्बास अली से हो रहा था। नेग की रकम को लेकर शुरू हुए इस विवाद के दौरान एक युवक ने दूल्हे की तलवार निकालकर उत्पात मचाना शुरू कर दिया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया। स्थिति बिगड़ते देख करैरा थाने की रात्रि गश्त टीम तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग किया और दूल्हे की तलवार जब्त कर ली। इस हस्तक्षेप से एक गंभीर घटना होने से पहले ही हालात काबू में आ गए। विवाद इतना बढ़ गया था कि वधू पक्ष ने दुल्हन की विदाई से भी इनकार कर दिया था। इसके बाद, रात्रि गश्त इंचार्ज एएसआई शैलेंद्र सिंह चौहान ने दोनों पक्षों को समझाया और उनके बीच समझौता कराया। पुलिस की मध्यस्थता के बाद विवाह की शेष सभी रस्में शांतिपूर्वक हुईं। इस दौरान पुलिस टीम में मोबाइल एनआरएस मिथुन परिहार, रात्रि गश्त में ड्यूटी कर रहे मधुर श्रीवास्तव, मनीष कुमार, रमाशंकर, नरेंद्र राजपूत, एनआरएस केशव लोधी, विक्रम सिंह भदौरिया, अनिकेत सेन, सचिन लोधी और डायल-112 के आरक्षक देवेश तोमर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एटा में लेखपालों ने ज्ञापन सौंपा:गैरजनपदीय स्थानांतरण, भत्ते व पदोन्नति सहित कई मांगें उठाईं
एटा जनपद की सदर तहसील में लेखपालों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने अपर जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) सत्यप्रकाश सिंह को एक लिखित ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ की तहसील अध्यक्ष कल्पना भदौरिया के नेतृत्व में सौंपा गया। यह ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित था, जिसमें लेखपालों की समस्याओं के समाधान की मांग की गई। लेखपालों की प्रमुख मांगों में पद की शैक्षणिक योग्यता और पदनाम में बदलाव, प्रारंभिक वेतनमान में वृद्धि, एसीपी विसंगतियों का निराकरण और मृतक आश्रित लेखपालों की पुरानी पेंशन संबंधी समस्याओं का समाधान शामिल है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने राजस्व निरीक्षक और नायब तहसीलदार के अतिरिक्त पद सृजित करने की भी मांग की। अन्य मांगों में स्टेशनरी भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये करना, नियत यात्रा भत्ते के स्थान पर वाहन भत्ता या मोटरसाइकिल भत्ता लागू करना और विशेष वेतन भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति माह करना शामिल है। लेखपालों ने गैरजनपदीय स्थानांतरण की समस्या पर विशेष जोर दिया। उन्होंने बताया कि लगभग 3000 लेखपाल अपने परिवारों से 500 से 1000 किलोमीटर दूर कार्यरत हैं। 23 अगस्त 2018 को जारी शासनादेश के तहत अंतरमंडलीय स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन लिए गए थे, लेकिन अभी तक स्थानांतरण सूची जारी नहीं की गई है। उनका कहना है कि अन्य विभागों में हजारों कर्मचारियों के स्थानांतरण हो चुके हैं। इसके अलावा, राजस्व निरीक्षक पदों पर पदोन्नति के लिए चयन वर्ष 2025-26 की डीपीसी (विभागीय पदोन्नति समिति) भी लंबित है। लेखपालों ने बताया कि 02 जुलाई 2025 और 03 सितंबर 2025 को दिए गए निर्देशों के बावजूद यह प्रक्रिया अभी तक पूरी नहीं हो पाई है।
पंजाब के मानसा जिले की माननीय सत्र न्यायाधीश की अदालत ने एक हत्या मामले में एक महिला सहित 10 लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। अदालत ने सभी दोषियों पर 55-55 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। पीड़ित परिवार ने अदालत के फैसले पर संतोष व्यक्त करते हुए न्यायपालिका का आभार जताया। दिवाली की शाम हुई थी वारदातयह मामला 10 अक्टूबर 2016 की दिवाली की शाम का है, जब मानसा जिले के हीरवाला गांव में अतरदीप सिंह नामक युवक पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। अतरदीप अपने पिता हाकम सिंह के साथ मिठाई लेने गया था, तभी हमलावरों ने उस पर घात लगाकर हमला किया। गंभीर रूप से घायल अतरदीप को अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पिता ने दर्ज कराई थी शिकायतबठिंडा के एडवोकेट देशबंधु शर्मा ने बताया कि मृतक के पिता हाकम सिंह ने मानसा सदर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि दिवाली की शाम जब वह अपने बेटे के साथ मिठाई लेने गए थे, तब वहां मौजूद कुछ लोगों ने उन पर हमला कर उनके बेटे को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। नौ साल बाद आया न्यायलगभग नौ साल की सुनवाई के बाद अदालत ने इस मामले में फैसला सुनाया। अदालत ने एक महिला सहित 10 आरोपियों को उम्रकैद की सजा और प्रत्येक पर 55-55 हजार रुपए का जुर्माना लगाया। परिवार ने जताया संतोषमृतक के पिता हाकम सिंह ने अदालत के इस फैसले पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय बाद उन्हें न्याय मिला है। उन्होंने न्यायपालिका और पुलिस प्रशासन का आभार जताया।
पाली जिले के प्रभारी मंत्री झाबर सिंह खर्रा शनिवार को पाली आए। यहां अंता में उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन की हार पर बोले की जनादेश सर्वोपरी है। चुनाव में हमारी कमी कहां रही कहां गलती हुई। उस पर मंथन करेंगे।इसके साथ ही उन्होंने निकाय चुनाव को लेकर कहा कि मेरी तरफ से पूरा काम सितम्बर 2025 तक करवा दिया गया है। निकायों का सीमा विस्तार हो या नोटिफिकेशन जारी करना हो वह सारा काम हो गया है। अब राज्य निवार्चन आयोग और पिछड़ा वर्ग आयोग अपना काम पूरा करेंगे उसे बाद देखा जाएगा।राजीव विहार आवासीय योजना और मुख्यमंत्री जन आवास योजना की बदहाली को लेकर उन्होंने कहा कि इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों से चर्चा की है। और काम पूरा करवाने के निर्देश दिए है।बांडी नदी खस्ताहाल पूल के निर्माण को लेकर उन्होंने कहा कि वित्तीय मामलों में प्रक्रिया करने में समय लगता है। उम्मीद करते है वर्ष 2026 में काम शुरू हो जाएगा।
धौलपुर सदर पुलिस की अवैध शराब पर कार्रवाई:ठेले पर शराब पिलाने वाले 3, अवैध शराब के साथ 2 गिरफ्तार
धौलपुर सदर पुलिस ने अवैध शराब के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस अभियान के तहत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें तीन व्यक्ति ठेले पर अवैध रूप से शराब पिलाते हुए पकड़े गए, जबकि दो अन्य को अवैध हथकढ़ शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के निर्देश पर और वृत्ताधिकारी कृष्णराज जांगिड़ के सुपरविजन में यह कार्रवाई की गई। थानाधिकारी महेश मीना के नेतृत्व में सदर धौलपुर पुलिस ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की। अवैध रूप से ठेले लगाकर शराब के ठेकों के पास लोगों को शराब पिलाने के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान अल्हेपुरा निवासी बन्टू (40), दरियापुर निवासी देवेन्द्र सिंह (42) और निसोरे का पुरा निवासी दशरथ (48) के रूप में हुई है। ये सभी थाना सदर धौलपुर क्षेत्र के निवासी हैं। इसके अतिरिक्त, दो अन्य व्यक्तियों को अवैध हथकढ़ शराब के साथ पकड़ा गया। माफल का पुरा, थाना सैपउ निवासी शेरसिंह उर्फ खिलन (45) के पास से लगभग 4.5 लीटर अवैध शराब बरामद हुई, जबकि निनोखर, थाना सदर धौलपुर निवासी जन्डैल सिंह (42) को 7 लीटर अवैध हथकढ़ शराब के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। बन्टू, देवेन्द्र और दशरथ के खिलाफ प्रकरण संख्या 397/2025, 398/2025, 402/2025 धारा 20/54 आबकारी अधिनियम के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। शेरसिंह उर्फ खिलन और जन्डैल सिंह के खिलाफ प्रकरण संख्या 399/2025, 401/2025 धारा 16/54 आबकारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।
सिकंदरा तहसील में नवंबर माह के तीसरे शनिवार को तहसील संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता एडीएम प्रशासन अमित कुमार ने की। इसी दौरान उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के आह्वान पर लेखपालों ने एक दिवसीय कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। लेखपालों ने तहसील परिसर में कार्य बहिष्कार का पोस्टर लगाकर धरना दिया। उन्होंने अपनी आठ सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और सरकार को चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो आगे बड़ा आंदोलन किया जाएगा। लेखपाल तहसील अध्यक्ष उदयभान ने बताया कि 1 नवंबर को तहसील दिवस में एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा गया था। उस समय यह स्पष्ट किया गया था कि यदि ज्ञापन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो लेखपाल कार्य बहिष्कार करेंगे। लेखपालों की आठ सूत्रीय मांगों में प्रारंभिक वेतन का उच्चीकरण, पदोन्नति के अवसरों में वृद्धि, एसीपी विसंगति दूर करना, स्टेशनरी भत्ता, नियत यात्रा भत्ते के स्थान पर वाहन भत्ता, विशेष वेतन भत्ता, पदनाम में परिवर्तन, अंतर मंडलीय तबादला और पेंशन विसंगति शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, जनसंख्या वृद्धि, शहरीकरण और भूमि के टुकड़ों में विक्रय वृद्धि से बढ़ते भूमि विवादों को देखते हुए लेखपालों के पदों में वृद्धि तथा कार्यालय एवं राजस्व सहायिका और राजस्व पुलिस चौकी की व्यवस्था की मांग भी की गई है। कार्य बहिष्कार के दौरान लेखपालों ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक और ज्ञापन एडीएम को सौंपा। इस मौके पर लेखपाल अध्यक्ष उदयभान, विमल शुक्ला, मनोज, रवींद्र शुक्ला सहित कई लेखपाल मौजूद रहे।
बागपत में तेज रफ्तार कार ने बाइक को मारी टक्कर:हरियाणा निवासी दो युवक घायल, कार चालक फरार, तलाश जारी
बागपत में गौरीपुर मोड़ के पास एक तेज रफ्तार कार ने बाइक सवार दो युवकों को टक्कर मार दी। इस हादसे में दोनों युवक घायल हो गए, जबकि कार चालक मौके से फरार हो गया। घायल युवकों की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी जुल्फिकार और उनके साथी निनना के रूप में हुई है। वे बाइक पर सवार होकर बागपत आ रहे थे, तभी एक सफेद रंग की कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद कार चालक तेजी से मौके से फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने कार को रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन वह तेज रफ्तार से निकल गई। मौके पर भीड़ जमा हो गई। स्थानीय लोगों ने दोनों घायल युवकों को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जुल्फिकार को हाथ और चेहरे पर गंभीर चोटें आई हैं, जबकि निनना के पैर में फ्रैक्चर हुआ है। दोनों का अस्पताल में उपचार जारी है। पीड़ित परिवार ने कार चालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर फरार कार चालक की तलाश कर रही है।
हापुड़। यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने का निर्णय लिया है। हापुड़ रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली दो जोड़ी ट्रेनों में अलग-अलग तिथियों पर एक-एक अतिरिक्त स्लीपर कोच जोड़ा जाएगा। मुरादाबाद रेलवे मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक आदित्य गुप्ता ने बताया कि प्रतापगढ़ से दिल्ली जाने वाली पद्मावत एक्सप्रेस ट्रेन में 15 नवंबर से 21 नवंबर तक एक अतिरिक्त स्लीपर कोच लगाया जाएगा। इसी तरह, दिल्ली से प्रतापगढ़ जाने वाली पद्मावत एक्सप्रेस में 18 नवंबर से 24 नवंबर तक अतिरिक्त कोच के साथ संचालन होगा। वहीं, अयोध्या कैंट से दिल्ली के बीच चलने वाली अयोध्या एक्सप्रेस ट्रेन में 17 नवंबर से 23 नवंबर तक एक अतिरिक्त स्लीपर कोच जोड़ा जाएगा। दिल्ली से अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन जाने वाली अयोध्या एक्सप्रेस में 16 नवंबर से 22 नवंबर तक अतिरिक्त कोच उपलब्ध रहेगा। रेलवे के इस निर्णय से यात्रियों को भीड़भाड़ से राहत मिलने और यात्रा में सुविधा होने की उम्मीद है।
अशोकनगर के पठार स्थित उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शनिवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती मनाई गई। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में मुंगावली विधायक बृजेन्द्र सिंह यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान कलेक्टर आदित्य सिंह, चंदेरी विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी और जिला पंचायत सीईओ राजेश जैन सहित बड़ी संख्या में अधिकारी, आदिवासी समाज के लोग और स्कूली छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती और बिरसा मुंडा के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और माल्यार्पण कर किया गया। विद्यार्थियों ने दीं सांस्कृतिक प्रस्तुतियांकार्यक्रम में विद्यार्थियों ने आदिवासी लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। इसके साथ ही मंच पर लोक कलाकारों ने भी आदिवासी परंपरा के गीतों का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने बिरसा मुंडा के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया गया कि बिरसा मुंडा ने जल, जंगल और जमीन के लिए अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया था। 'जहर देकर मार दिया गया था'वक्ताओं ने बताया कि अंग्रेजों ने आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कराना चाहा, जिसका बिरसा मुंडा ने कड़ा विरोध किया। विरोध के बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया, जहां उन्हें जहर देकर मार दिया गया। उनकी मौत का कारण हैजा बताया गया, जो कि एक झूठी बात फैलाई गई थी। शहर में बिरसा मुंडा की मूर्ति लगाने की मांगपूर्व सरपंच अमान सिंह आदिवासी ने अपने संबोधन के दौरान शहर में भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति स्थापित करने की मांग की। उन्होंने आदिवासियों के विकास के लिए भी कई अन्य मांगें रखीं। पूर्व जनपद सदस्य घूमन सिंह आदिवासी ने कहा कि पहले आदिवासी समाज के लोग छिपकर बिरसा मुंडा जयंती मनाते थे, लेकिन प्रधानमंत्री की पहल से अब उन्हें सार्वजनिक रूप से यह जयंती मनाने का अवसर मिला है। 'काली तिरपाल से पक्के घरों तक पहुंचे'उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज बहुत मेहनती है और उनकी मेहनत हर इमारत में लगी है। उन्होंने यह भी कहा कि पहले आदिवासियों की बस्तियों की पहचान झोपड़ियों पर डली काली तिरपाल से होती थी, लेकिन अब प्रधानमंत्री की देन है कि वे पक्के घरों में रह रहे हैं। देखिए तस्वीरें...
उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने अपनी लंबित मांगों के निस्तारण न होने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शनिवार को जनपद सम्भल के सभी लेखपालों ने सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर विभिन्न तहसील मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया। यह धरना सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक चला, जिसमें जिले की सभी तहसीलों से बड़ी संख्या में लेखपाल उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम प्रांतीय महामंत्री के निर्देश पर आयोजित किया गया था। प्रदर्शनकारी लेखपालों ने बताया कि वे वर्षों से अपनी समस्याओं और मांगों को विभागीय स्तर पर उठाते आ रहे हैं, लेकिन लगातार आश्वासनों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने सेवा शर्तों, कार्य परिस्थितियों, बढ़ते दबाव और संसाधनों की कमी को काम में आने वाली प्रमुख बाधाएं बताया। धरना स्थल पर लेखपालों ने प्रदेश नेतृत्व द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रभारी अधिकारी, सम्पूर्ण समाधान दिवस को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सेवा संबंधी मुद्दे, अपर्याप्त तकनीकी सुविधाएं, पदोन्नति में विलंब, बढ़ते कार्यभार, सीमित संसाधन, स्टेशनरी की कमी और मानदेय व अन्य सुविधाओं में सुधार जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। पुष्पेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि पिछले नौ वर्षों से आठ सूत्रीय मांगें लंबित हैं। इनमें वेतन वृद्धि, स्टेशनरी भत्ता, साइकिल भत्ता और पुरानी पेंशन बहाली जैसे मुद्दे प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि मात्र 100 रुपये महीने में स्टेशनरी का खर्च पूरा करना संभव नहीं है, फिर भी इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। लेखपालों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार और विभाग जल्द निर्णय नहीं लेते हैं, तो अगले चरण में अतिरिक्त क्षेत्र का चार्ज छोड़ने, कार्य बहिष्कार और जनप्रतिनिधियों के आवास पर प्रदर्शन जैसे कठोर कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रांतीय आह्वान के अनुसार आगे की कठोर कार्रवाई तय है। धरने में मुकेश शर्मा (जिला मंत्री), हिमांशु सिंह (जिला उपमंत्री), शहरोज़ उस्मानी, सुभाषचंद्र, मशहूद आलम, दिगपाल सिंह, संजीव कुमार, सचिन गुप्ता सहित बड़ी संख्या में लेखपाल मौजूद रहे।
बुरहानपुर एसपी दूरस्थ गांव शबरी धाम पहुंचे:बाल विवाह रोकथाम को बताया समय की आवश्यकता
बुरहानपुर पुलिस विभाग 'ऑपरेशन मुस्कान' के तहत 1 नवंबर से 30 नवंबर तक जागरूकता अभियान चला रहा है। इसी क्रम में शुक्रवार को बुरहानपुर एसपी देवेंद्र कुमार पाटीदार जिले के दूरस्थ जनजाति बहुल शबरी धाम आश्रम, ग्राम अंबा पहुंचे। उन्होंने यहां बाल विवाह रोकथाम को समय की आवश्यकता बताया। यह कार्यक्रम जिले के सबसे दूरस्थ गांव अंबा में मुस्कान अभियान, बिरसा मुंडा जयंती, महिला सशक्तिकरण और बाल दिवस के अवसर पर शबरी धाम आश्रम में आयोजित किया गया। इसमें स्कूली बच्चों और आश्रम के बच्चों ने भाग लिया। एसपी पाटीदार ने बच्चों को महिला संबंधी अपराधों, गुड टच-बैड टच, बाल अधिकार, सुरक्षा और साइबर क्राइम से बचाव के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मदद के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन नंबरों की भी जानकारी साझा की। बाल दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने बच्चों को पेन और पेंसिल वितरित किए, साथ ही उनसे संवाद कर उनकी शंकाओं का समाधान भी किया। 'मुस्कान विशेष अभियान' के तहत जिले के समस्त थाना क्षेत्रों में इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। कार्यक्रम में धूलकोट चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक कमल मोरे सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।
शहडोल। सोहागपुर पुलिस ने 30 लाख रुपए से अधिक की चोरी का खुलासा करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने 72 घंटे के भीतर दूसरे राज्य से आरोपियों को पकड़कर चोरी हुए जेवरात और नकदी बरामद कर ली। यह घटना सोहागपुर थाना क्षेत्र में हुई थी, जब एक महिला घर में खाना बना रही थी और पति बाहर था। पड़ोस में रहने वाले चोरों ने अलमारी से नकदी और कीमती जेवर चुरा लिए थे। पुलिस ने बताया कि दोनों भाई अपने शौक को पूरा करने के लिए चोरी की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस के अनुसार, यह चोरी 10 नवंबर को सोहागपुर थाना क्षेत्र के राम जानकी मंदिर के पास वार्ड नंबर 4 निवासी सिद्ध गणेश शुक्ला के घर हुई थी। पीड़ित परिवार द्वारा सूचना दिए जाने के तुरंत बाद, सोहागपुर थाना प्रभारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो विशेष टीमों का गठन किया। सूचना मिलने पर थाना प्रभारी और उनकी टीम घटनास्थल पर पहुंची। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए, जिसमें कुछ संदिग्ध व्यक्ति आते-जाते दिखाई दिए। सीसीटीवी में दिखे संदिग्ध आदतन अपराधी थे और उन पर पहले से कई मामले दर्ज थे। थाना प्रभारी ने उनका पता लगाना शुरू किया, तो जानकारी मिली कि तीनों आरोपी बनारस भाग गए हैं। इससे पुलिस का संदेह पुख्ता हो गया कि चोरी इन्हीं तीनों ने की है। पुलिस टीम बनारस पहुंची, लेकिन आरोपियों को इसकी भनक लग गई और वे वहां से वापस शहडोल भाग आए। पुलिस भी वापस शहडोल पहुंची और बाणगंगा के पास से तीनों आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में मुख्य आरोपी हर्षित द्विवेदी, उसके सगे भाई हरे कृष्ण द्विवेदी और वीरेंद्र वर्मा उर्फ मंकू शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से सोने-चांदी के जेवर और नकदी बरामद की है, जिनकी कुल कीमत 30 लाख रुपए बताई गई है। थाना प्रभारी सोहागपुर भूपेंद्र मणि पांडे ने बताया कि तीनों चोरों का घर पीड़ित के घर के पास है। आरोपी काफी दिनों से उस घर में चोरी करने के लिए रेगी कर रहे थे,मौका मिलते ही चोरों ने वारदात को अंजाम दिया।सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस चोरों तक पहुंची और उन्हें गिरफ्तार कर अब जेल भेज दिया गया है।
घर छोड़ दो, वरना तुम्हारी बेटी की इज्जत लूट कर मार डालेंगे, यह धमकी भरा कॉल के बाद कर्नलगंज थानाक्षेत्र में शोहदों ने छेड़खानी का विरोध करने पर युवती के पिता पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल युवती के पिता को परिजनों ने उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया। स्कूल आने-जाने के दौरान छेड़खानी का आरोप कर्नलगंज थानाक्षेत्र निवासी महिला ने बताया कि पड़ोस में रहने वाले दो भाई लंबे समय से स्कूल आने–जाने के दौरान बेटी से छेड़छाड़ कर रहे थे। बेटी ने बताया था कि स्कूल से आते–जाते समय दोनों भाई छींटाकशी करते है। पीड़िता की मां ने बताया कि आए दिन की छेड़खानी से तंग आकर उन्होंने शुक्रवार शाम को परिजनों से शिकायत की, तो उन्होंने धमका कर भगा दिया। पीड़िता के मुताबिक शनिवार सुबह एक कॉल आया, कॉल करने वाले घर छोड़ भाग जाने की धमकी दी, मना करने पर बेटी के रेप करने की बात कही। इसके कुछ समय बाद शोहदे उसके घर में घुस आए और उनकी बेटी को घर के बाहर खीचने लगे। विरोध करने पर पीड़िता के पिता पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस बोली-मामले की हो रही जांच घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। पड़ोसियों की मदद से घायल को उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया। कर्नलगंज इंस्पेक्टर विनीत चौधरी ने बताया कि मामला पारिवारिक है, दोनों पक्षों के लोग मारपीट घायल हुए है, आरोपों की जांच कराई जा रही है।
उमरिया जिले में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व पहुंचने वाले पर्यटकों को परासी-ताला पहुंच मार्ग पर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लगभग 12 किलोमीटर लंबे इस जंगली रास्ते के साइड सोल्डर में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे सड़क का कटाव भी हुआ है। यह मार्ग उमरिया और कटनी दोनों तरफ से आने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों के साथ-साथ वीवीआईपी आवाजाही के लिए भी महत्वपूर्ण है। सड़क की यह खराब स्थिति विशेष रूप से दोपहिया वाहन चालकों के लिए जोखिम भरी हो गई है। सड़क से उतरने के बाद वापस चढ़ते समय वाहन फिसलकर गिरने का डर बना रहता है। एक दोपहिया चालक दुर्गा ने बताया कि उन्हें सड़क पर गिरने का लगातार डर लगा रहता है। मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (MPRDC) के संभागीय प्रबंधक अवधेश स्वर्णकार ने शनिवार को इस समस्या को स्वीकार किया। उन्होंने बताया कि सड़क के साइड सोल्डर में गड्ढे हैं और इनके सुधार के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है। स्वर्णकार ने आश्वासन दिया कि सड़क की मरम्मत का कार्य जल्द ही शुरू कराया जाएगा, ताकि पर्यटकों और स्थानीय लोगों को आवाजाही में हो रही परेशानी से निजात मिल सके।
मुजफ्फरनगर में बीजेपी बूथ अध्यक्ष राहुल शर्मा हत्याकांड से जुड़े एक मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट ने पूर्व विधायक उमेश मलिक समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। न्यायाधीश देवेंद्र फौजदार की अदालत ने शुक्रवार को यह फैसला सुनाया। कोर्ट ने कहा कि अभियोजन पक्ष आरोपों को साबित करने में विफल रहा और किसी भी आरोपी के खिलाफ पर्याप्त सबूत पेश नहीं किए जा सके। यह मामला राहुल शर्मा की हत्या के तीन दिन बाद दर्ज किया गया था। 27 सितंबर 2012 को थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गांव खुब्बापुर में राहुल शर्मा की दिनदहाड़े हत्या हुई थी। तब पूर्व विधायक उमेश मलिक गांव खुब्बापुर पहुंचे थे, जिसके बाद उनकी राजनीतिक छवि खराब करने के आरोप में उनके खिलाफ एक विशेष वर्ग के कुछ लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया था। यह मुकदमा भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149, 452, 427, 506 और 7 क्रिमिनल लॉ अमेंडमेंट एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया था। इस मामले में कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिनमें से आठ के खिलाफ सुनवाई चल रही थी। शुक्रवार को मामले की सुनवाई पूरी होने पर न्यायालय ने पाया कि अभियोजन पक्ष द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य आरोपों को प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त नहीं थे। इसी आधार पर सभी अभियुक्तों को दोषमुक्त घोषित किया गया। बचाव पक्ष की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता श्यामवीर सिंह बालियान, बृजेंद्र मलिक और सौरभ कुमार ने पैरवी की। बचाव पक्ष की दलीलों और साक्ष्यों के अभाव के आधार पर कोर्ट ने 13 साल पुराने इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को राहत दी।
शिवपुरी शहर में शनिवार सुबह प्रशासन, नगर पालिका और यातायात पुलिस की संयुक्त टीम ने मानस भवन के पास स्थित थोक सब्जी मंडी पर कार्रवाई की। टीम ने थोक व्यापारियों और किसानों को स्पष्ट निर्देश दिए कि अब मुख्य मार्ग पर मंडी नहीं लगाई जाएगी। उन्हें अपनी दुकानें सड़क से हटाकर निर्धारित स्थान पर स्थानांतरित करने को कहा गया। यातायात प्रभारी रणवीर सिंह यादव ने बताया कि मानस भवन और कोर्ड रोड क्षेत्र में लगने वाली इस मंडी के कारण अक्सर जाम की स्थिति बनती थी, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी होती थी। उन्होंने पुष्टि की कि सड़क पर लगने वाली थोक सब्जी मंडी को अब अनाज मंडी परिसर में स्थानांतरित किया जाएगा। इससे यातायात सुचारु रहेगा और व्यवस्था में सुधार होगा। यह कार्रवाई 12 नवंबर को ऊर्जा मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर के शिवपुरी प्रवास के बाद तेज की गई है। मंत्री तोमर ने पुरानी गल्ला मंडी का निरीक्षण किया था और प्रशासन को निर्देश दिए थे कि कोर्ट रोड तथा मानस भवन के पास सड़क पर लगने वाली फल एवं सब्जी मंडी को हटाकर पुरानी गल्ला मंडी में शिफ्ट किया जाए। प्रशासन वर्षों से इस स्थानांतरण का प्रयास कर रहा था। प्रशासन के अनुसार, इस नई व्यवस्था से न केवल यातायात जाम की समस्या समाप्त होगी, बल्कि व्यापारियों और खरीदारों को भी एक सुव्यवस्थित मंडी का लाभ मिलेगा।
अंबाला कैंट रेलवे स्टेशन पर रेलवे सीआईए ने गुप्त सूचना पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में चरस बरामद की। जांच टीम को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति मनाली से नशा लेकर राजधानी की ओर जाने वाला है। इसके बाद स्टेशन पर निगरानी बढ़ाई गई। टीम ने संदिग्ध की तलाशी ली तो उसके पास से नशे की एक बड़ी खेप मिली। शुरुआती जांच में सामने आया कि यह खेप दिल्ली सप्लाई की जानी थी और आरोपी लंबे समय से इस धंधे में सक्रिय हो सकता है। फिलहाल टीम आरोपी से पूछताछ कर नेटवर्क की कड़ियां जोड़ने में लगी है। 1 किलो 974 ग्राम चरस बरामद रेलवे सीआईए के SHO सत्यप्रक्ष की टीम ने कार्रवाई के दौरान आरोपी के बैग से 1 किलो 974 ग्राम चरस बरामद की। अधिकारियों के मुताबिक बरामद नशे की बाजार कीमत करीब 15 लाख रुपए आंकी गई है। टीम पिछले कई दिनों से नशे की सप्लाई रूट पर नजर रख रही थी। इसी दौरान आरोपी के स्टेशन पर पहुंचने की सूचना मिली और उसे दबोच लिया गया। मनाली से लाई और दिल्ली सप्लाई होनी थी खेप जांच में सामने आया कि तस्कर यह नशा मनाली से लेकर आया था। वह इसे दिल्ली पहुंचाकर सप्लाई नेटवर्क को सौंपने की फिराक में था। टीम अब यह पता लगा रही है कि वह किससे कनेक्टेड था और दिल्ली में खेप किसे दी जानी थी। रिमांड पर लेकर नेटवर्क की जांच शुरू सीआईए टीम ने आरोपी को अदालत में पेश कर रिमांड हासिल किया है। अधिकारियों का कहना है कि रिमांड के दौरान उससे सप्लाई चैन, कनेक्शन और स्रोतों को लेकर पूछताछ की जाएगी। टीम का लक्ष्य नशा तस्करी में जुड़े बड़े गैंग तक पहुंचना है। टीम को मिली बड़ी सफलता रेलवे सीआईए का कहना है कि नशे की यह खेप पकड़े जाने से बड़ी सप्लाई चेन टूट सकती है। फिलहाल जांच जारी है और आगे की कार्रवाई पूछताछ के बाद की जाएगी।
पंजाब के फरीदकोट में सदर पुलिस ने एक कारोबारी को अश्लील वीडियो के नाम पर ब्लैकमेल कर 8 लाख रुपए वसूलने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इसमें बड़ी कार्रवाई करते हुए 3 महिलाओं सहित छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में कांग्रेस पार्टी से जुड़े दो पूर्व सरपंच हरनीत सिंह घुदुवाला और राजविंदर सिंह पप्पू सिमरेवाला भी शामिल हैं। ये दोनों फरीदकोट के पूर्व विधायक कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों के करीबी माने जाते हैं। अन्य चार आरोपियों में गांव संगतपूरा निवासी वरिंदर सिंह, गांव पहलुवाला निवासी परमजीत कौर, फरीदकोट निवासी लवप्रीत कौर और कोटकपूरा शहर की नवदीप कौर शामिल हैं। गलत वीडियो का झांसा देकर की ब्लैकमेलिंगजानकारी के अनुसार, शहर के एक प्रमुख आढ़ती और राइस मिलर ने पुलिस को बताया कि वह एक सामाजिक और धार्मिक संस्थान से जुड़ा हुआ है। इसी संस्थान के संबंध में नवदीप कौर ने उसे फोन कर एक गलत वीडियो होने का झांसा दिया और डेंटल कॉलेज के पास मिलने के लिए बुलाया। मुलाकात के दौरान वह कोई वीडियो नहीं दिखा सकी और विदेश जाने के लिए 2-3 लाख रुपये की मदद मांगने लगी। कारोबारी को शक हुआ और उसने महिला को कार से उतार दिया। इसके बाद अन्य आरोपी सक्रिय हो गए और कारोबारी को धमकियां देने लगे। उन्होंने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर 15 लाख रुपये की मांग की और बाद में 8 लाख रुपए वसूल लिए। पुलिस ने की त्वरित कार्रवाईकारोबारी की शिकायत पर एसएसपी डॉ. प्रज्ञा जैन के निर्देश पर डीएसपी तरलोचन सिंह और थाना सदर फरीदकोट के एसएचओ इंस्पेक्टर राजेश कुमार की निगरानी में पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूरे 8 लाख रुपए बरामद, नेटवर्क की जांच जारीएसपी योगेश्वर सिंह ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से ब्लैकमेलिंग के माध्यम से वसूले गए पूरे 8 लाख रुपए बरामद कर लिए गए हैं। अब आरोपियों को अदालत से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह गैंग किस तरह से काम करता था और क्या इसमें अन्य लोग भी शामिल हैं।
जबलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री विजय शाह ने कहा था कि धर्म परिवर्तन किसी सरकार का विषय ही नहीं है, यह लोगों का स्वयं का निर्णय है। सरकार इसमें दखल नहीं देती। शाह का यह बयान तब समय आया है जब प्रदेश में कई जगहों पर हाउस-चर्च और मिनी-चर्च को लेकर विवाद और शिकायतें बढ़ी हैं। विपक्ष भी सरकार पर धर्मांतरण रोकने में विफल रहने के आरोप लगा रहा है। ऐसे माहौल में मंत्री का यह बयान कई संगठनों और सामाजिक समूहों को नागवार गुजरा। करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष बोले- विजय शाह की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी करणी सेना प्रदेश अध्यक्ष इंदल सिंह राणा ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा- विजय शाह जी की बुद्धि भ्रष्ट हो चुकी है। वे वास्तविक परिस्थितियों से दूर चले गए हैं। यह कहना कि धर्म परिवर्तन सरकार का विषय नहीं है, पूर्णतः गलत है। यह समाज और राष्ट्र दोनों का विषय है। राणा ने कहा कि उन्होंने और करणी सेना ने वर्षों से धर्मांतरण के खिलाफ संघर्ष किया है। उन्होंने बताया करणी सेना पर सात मुकदमे और मुझ पर चार मुकदमे सिर्फ इसलिए दर्ज हुए क्योंकि हम मिनी-चर्च, हाउस-चर्च और जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों को उजागर करते रहे। यह कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं, बल्कि समाज की रक्षा का सवाल है। समाज ने सदियों तक धर्म की रक्षा के लिए लड़ाइयां लड़ींइंदल सिंह राणा ने आगे कहा कि धर्म संरक्षण कोई आज का मुद्दा नहीं, बल्कि राजपूतों की परंपरा और संघर्षों का इतिहास रहा है। उन्होंने कहा- “राजपूतों ने सदियों तक अपने धर्म की रक्षा के लिए लड़ाइयां लड़ी हैं। हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया, अपने प्राण न्योछावर किए। आज विजय शाह जैसे नेता यह कहकर बच नहीं सकते कि यह सरकार का विषय ही नहीं है। राणा ने यह भी कहा कि यदि सरकार धर्मांतरण रोकने में किसी भी तरह की कमजोरी दिखाती है, तो करणी सेना को सरकार से भी लड़ाई लड़नी पड़े, तो वह पीछे नहीं हटेंगे। दिमाग से दिवालिया हो चुके हैं शाह, इलाज कराना चाहिए विजय शाह को लेकर राणा ने आग कहा- मैं उन्हें सलाह दूंगा कि वे दिमाग से दिवालिया हो चुके हैं। उन्हें जाकर इलाज कराना चाहिए। मंत्री होने का मतलब यह नहीं कि जनता की भावनाओं के खिलाफ बयान दिया जाए। राणा ने कहा कि एक मंत्री को सार्वजनिक मंच पर शब्दों का चयन सोच-समझकर करना चाहिए, क्योंकि उसका असर पूरे समाज पर पड़ता है। धर्म परिवर्तन जैसे संवेदनशील मुद्दे पर गैर-जिम्मेदाराना बयान देना बेहद खतरनाक है। शाह पहले भी विवादित बयानों को लेकर घिर चुके हैं यह खबर भी पढ़ें... जबलपुर में शाह ने कहा- धर्म परिवर्तन सरकार का विषय नहीं जबलपुर में शुक्रवार को मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह ने धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन सरकार का विषय नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति का निजी चयन है। यह टिप्पणी तब आई, जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया कि कई आदिवासी भाई-बहन धर्म परिवर्तन की ओर आकर्षित हो रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर
भरतपुर जिले के रूपवास इलाके में व्यापारी पर फायरिंग करने वाले कल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आज तीनों आरोपियों को पैदल क्राइम सीन तक ले जाया गया। आरोपियों को देखने के लिए काफी लोगों और व्यापारियों की भीड़ लग गई। पुलिस ने क्राइम सीन पर ले जाकर घटना को रिक्रिएट करवाया। 12 नवंबर को व्यापारी पर की थी फायरिंग रूपवास थाना अधिकारी विनोद मीणा ने बताया कि 12 नवंबर की देर शाम तीन बदमाशों द्वारा सर्राफा व्यापारी धीरज रघुवंशी के साथ लूट की वारदात को अंजाम देने की कोशिश की गई थी। जब बदमाश सर्राफा व्यापारी से उसका गहनों से भरा बैग नहीं लूट पाए तो, बदमाशों ने तीन राउंड फायर किए। सर्राफा व्यापारी को तो, नहीं लगी लेकिन, वहां पास में खड़े किराना व्यापारी अरुण सिंघल के चेहरे के पास गोली लग गई। 50 CCTV खंगालने के बाद आरोपी हुए गिरफ्तार बदमाश फायरिंग करने के बाद मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद किराना व्यापारी अरुण सिंघल को तुरंत आरबीएम अस्पताल में इलाज के लिए भेजा गया और, आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमों का गठन किया गया। करीब 50 सीसीटीवी कैमरे खंगालने के बाद कल तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाकर करवाया क्राइम सीन रिक्रिएट आरोपी गुर्जर और सौरभ निवासी बांगड़ कॉलोनी भाई हैं। इसके अलावा चंद्रकेश उर्फ़ लुक्का निवासी बांगड़ कॉलोनी तीसरा आरोपी है। आज तीनों आरोपियों को मौके पर ले जाकर घटना को रिक्रिएट किया गया। तीनों आरोपियों को पैदल क्राइम सीन तक ले जाया गया। इस दौरान काफी पुलिसकर्मी तैनात रहे। आरोपियों को देखने के लिए लोगों और व्यापारियों की भीड़ लग गई। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
सागर जिले के गढ़ाकोटा थाना क्षेत्र के रतनारी गांव में शुक्रवार रात ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से किसान के नीचे दब गया और उसी दौरान ट्रैक्टर में आग लग गई। हादसे में किसान की मौत हो गई। सूचना मिलने पर गढ़ाकोटा पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। जानकारी के अनुसार, जीवन लोधी (28) मक्का की फसल बेचकर घर लौट रहे थे। वे ट्रैक्टर-ट्राली लेकर खेत जा रहे थे। रास्ते में ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर पलट गया। इसी दौरान ट्रैक्टर में आग लग गई। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत मदद की और किसान को ट्रैक्टर के नीचे से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पत्नी ने जताई साजिश की आशंका मृतक की पत्नी कल्पना लोधी ने कहा कि गांव के कुछ लोग उनके पति को परेशान कर रहे थे। पति ने उनसे 20 हजार रुपए उधार लिए थे, जो लौटाए जा चुके थे। इसके बावजूद वे ब्याज पर ब्याज की मांग कर रहे थे और जान से मारने की धमकी देते थे। कल्पना लोधी ने संदेह जताया कि घटना साजिश हो सकती है और कहा कि उन्होंने मारपीट कर ट्रैक्टर में आग लगाई होगी। पुलिस मामला दर्ज कर जांच कर रहे गढ़ाकोटा थाना प्रभारी रजनीकांत दुबे ने बताया कि ट्रैक्टर के पलटने और आग लगने से व्यक्ति की मौत हुई। उन्होंने कहा कि शव का पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम कराया गया। मामले की सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है। परिवार द्वारा लगाए गए आरोपों की भी जांच की जाएगी।
प्रेग्नेंट वाइफ और 5 साल की बेटी को विकलांग बिजनेसमैन अपने 9 साल के बेटे के साथ 3 दिन तक अलग-अलग स्टेशनों पर ढूंढता रहा था। दोनों ने पटरियों पर पैदल ही कई KM तक तलाश की थी। उन्हें लगा शायद दोनों नीचे उतरी और फिर उनकी ट्रेन छूट गई हो। 3 दिन बाद जब पशु चराने आए बच्चों ने झाड़ियों में लटके मां-बेटी के शव देखे तो जीआरपी को सूचना दी। इसके बाद पता चला कि उनकी पत्नी और बेटी अब इस दुनिया में नहीं है। आज शाम तक दोनों के शव जालोर पहुंचेंगे, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। भाई की शादी से पहले बहन और भांजी का अंतिम संस्कार होगा। पहले जानिए क्या था मामला जालोर के रामसीन थाना इलाके के बासड़ा-धनजी गांव निवासी मांगीलाल देवासी (35) पत्नी पुष्पा देवी (32), बेटी रवीना (5) और बेटे धर्मेंद्र (9) के साथ आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले से जालोर आ रहे थे। वे 9 नवंबर को रात 8:30 बजे अनंतपुर से अहमदाबाद तक चलने वाली ट्रेन (गाड़ी संख्या 22690) से रवाना हुए थे। रात करीब 10 बजे खाना खाकर पूरा परिवार अपनी सीटों पर सो गया। करीब 11:30 बजे ट्रेन कर्नाटक के रायचूर जिले से 90 किलोमीटर दूर यादगिरी और नालवर के बीच चल रही थी। इस दौरान रात 11:30 से 12 बजे के बीच बेटी रवीना को बाथरूम के लिए पुष्पा देवी साथ लेकर गईं। बाथरूम के बाहर नल पर हाथ धोते समय फर्श पर पानी के कारण रवीना का पैर फिसल गया। रवीना को बचाने के चक्कर पुष्पा भी फिसल गई। कोच का गेट खुला होने के कारण दोनों ट्रेन से गिर गईं और उनकी मौत हो गई। पटरियों के किनारे ढूंढते रहे मांगीलाल के दोस्त ललित देवासी बताते हैं- घटना वाली रात करीब 12 बजे मांगीलाल देवासी ने देखा कि पास की सीट पर पत्नी पुष्पा और बेटी रवीना नहीं थी। उन्होंने पूरे कोच में जा कर देखा। लेकिन दोनों कहीं दिखाई नहीं दी। इसके बाद उन्होंने आसपास के लोगों से हुलिया बता कर उनके बारे में पूछताछ की जब कोई सुराग नहीं लगा तो 10 नवंबर को गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाया। ललित बताते हैं कि मांगीलाल दिव्यांग हैं ऐसे में उन्होंने अपने परिजनों को बुला लिया और 9 साल के बेटे के साथ मिलकर तीन दिन तक आंध्र प्रदेश से लेकर कर्नाटक के हर स्टेशन, अलग-अलग ट्रेन व कई किलोमीटर दूर तक ट्रेन की पटरियों को भी चेक किया। लेकिन पत्नी व बेटी का कई पता नहीं चला। झाड़ियों में लटके थे शव बच्चों ने देखे थे झाड़ियों में लटके शव ललित बताते हैं- 13 नवंबर की दोपहर में पहाड़ी क्षेत्र में कुछ गांव के बच्चे पशुओं को चराने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने दोनों के शव झाड़ियों में लटके मिले। बच्चों ने इसकी सूचना गांव में दी। ग्रामीणों की सूचना पर कर्नाटक के रायचूर जिले की जीआरपी पुलिस ने मौके पर जाकर देखा तो मां-बेटी का शव मिला। पुलिस ने इसकी सूचना आसपास के स्टेशन पर दी। साथ ही, सोशल मीडिया पर भी मां-बेटी के वीडियो डाले गए थे। ऐसे में मांगीलाल के पास भी ये वीडियो पहुंचा और उन्होंने GRP थाने जाकर शवों की पुष्टि की। जीआरपी पुलिस व अन्य परिजनों की मदद से करीब 3 किलोमीटर तक पैदल शव को लेकर पहाड़ी से उतर कर शवों को अस्पताल पहुंचाया गया। पहले खुद सेट हुए फिर भाइयों को भी बुलाया ललित बताते हैं- मांगीलाल देवासी 2014 में पहली बार आंध्र प्रदेश गए थे। धीरे-धीरे वहां सेट हुए खुद का मोबाइल एसेसरीज का काम शुरू किया। खुद का व्यापार सेट होने के बाद अपने दो छोटे भाइयों को भी साथ ले जाकर वही सेट कर दिया। अब सभी का मोबाइल एसेसरीज का होलसेल और रिटेल व्यापार है जिसको तीनों भाई मिलकर चलाते हैं। हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… चलती ट्रेन से बिजनेसमैन की गर्भवती पत्नी-बेटी गिरी, मौत:4 दिन बाद झाड़ियों में मिले शव; भाई की शादी में शामिल होने आ रहा था परिवार चलती ट्रेन से गिरने से जालोर के बिजनेसमैन की 5 महीने की प्रेग्नेंट पत्नी और बेटी की मौत हो गई। बिजनेसमैन आंध्र प्रदेश में मोबाइल एसेसरीज का व्यापार करते हैं। 22 नवंबर को बिजनेसमैन के साले की शादी है। इसमें शामिल होने के लिए वह परिवार के साथ राजस्थान आ रहे थे। (पढ़ें पूरी खबर)
लुधियाना के जगराओं में मुंशी डेढ़ साल से थाने के मालखाने में से रुपए चोरी कर जुआ खोलता रहा। मुंशी मालखाने में रखे सीलबंद पैकेटों की सील पिघलता था और उसमें से रुपए निकालकर फिर से सील कर देता था। पुलिस डिपार्टमेंट को उसकी करतूत का पता ही नहीं चलता अगर मालखाने का रिकॉर्ड कोर्ट में नहीं मांगा जाता। मामले का खुलासा तब हुआ जब अदालत मेंं एक मामले में ड्रग मनी के पैकेट मंगवाए गए। अदालत में आरोपी गुरदास सिंह ने पैकेट की सील खोली तो वो खाली निकले। जिसके बाद कोर्ट ने उससे पूछा तो उसने कह दिया कि वो थाने से सील किए हुए पैकेट ले कर आया। उसके बाद कोर्ट ने मामले की जांच करने को कहा। डेढ़ साल से पैसे चुरा रहा था जांच में पता चला कि मुंशी करीब डेढ़ साल से मालखाने में पड़े पैसों को चोरी करके ले जा रहा था। अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि मुंशी पैकेटों की सील को पिघलता था और उसमें से पैसे निकाल कर फिर से सील कर देता था। एसएसपी ने सिधवां बेट थाने का मालखाना सील कर दिया और अन्य थानों के मालखानों की भी रिपोर्ट तलब कर दी। मामला नहीं खुलता तो पुलिस को हवा तक नहीं लगती सिधवां बेट थाने के मालखाने का मुंशी गुरदास सिंह डेढ़ साल से मालखाने से पैसे निकालकर ले जा रहा था और थाने में किसी को हवा तक नहीं लगी। 20 दिन बाद उसने रिटायर हो जाना था। अगर यह मामला नहीं खुलता को पुलिस को पता भी नहीं चलना था और वह रिटायर होकर चले जाता। बाद में जब सामान की सील खुलती तब पता चलता तो वह मुकर जाता कि उसने तो रिटायरमेंट के समय सीलबंद पैकेट हैंडओवर कर दिए थे। उसके बाद थाने के नए मुंशी को सारी भरपाई करनी पड़ती। नाइट मुंशी था, रात को करता था चोरी गुरदास सिंह थाने के मालखाने में नाइट मुंशी था। वो रात को मालखाने में ही रहता था और जब थाने के अन्य कर्मचारी सो जाते थे तो वह उसके बाद पैकेटों की सील तोड़ता था। पैसे निकालकर फिर रात में ही पैकेट सील कर देता था। गुरदास सिंह तीन साल से था मालखाने में मुंशी गुरदास सिंह थाना सिधवां बेट में करीब तीन साल से मालखाने का मुंशी था। वर्ष 2023 में पुलिस ने एक बड़े नशा तस्कर गिरोह काे पकड़ा था और उससे भारी मात्रा में ड्रग मनी हासिल की थी। जिसमें भारी मात्रा में ड्रग मनी बरामद हुई थी। यह रकम मालखाने में जमा की गई थी। जुए की लत के कारण गुरदास सिंह की नीयत बदल गई और उसने पैसे गायब कर दिए। उसने धीरे-धीरे करके सवा करोड़ रुपए की ड्रग मनी गायब कर दी। यह तो प्राथमिक जांच में सामने आया है। पुलिस अधिकारियों की मानें तो मालखाने का पूरा रिकार्ड चेक होने के बाद ही सही राशि का पता चल सकेगा। मालखाने में अब कोई ड्यूटी करने को नहीं तैयार सिधवां बेट थाने के मालखाना के मुंशी के गिरफ्तार होने के बाद अब कोई और वहां पर मुंशी लगने को तैयार नहीं हैं। दरअसल मालखाने में और भी सामान पड़ा है। गिरफ्तार मुंशी ने कुल कितने की गड़बड़ की अभी इसकी पूरी जांच नहीं हुई। ऐसे में कर्मचारी डर रहे हैं कि कहीं वो भी इस लपेटे में न आए जाएं। एसएसपी ने बनाई विशेष जांच टीम मामले के खुलासे के बाद मालखाने को सील कर दिया गया है और एसएसपी ने विशेष जांच टीम गठित की है। अब जांच टीम ही मालखाने को अपने सामने खुलवाएगी और मालखाने के अंदर रखे सामान की जांच करेगी। गुरदास सिंह के समय दर्ज हुए केसों की सूची तैयार पुलिस ने उन सभी मामलों की सूची तैयार कर ली है, जोकि गुरदास सिंह के मुंशी रहते दर्ज हुए और उन केसों का कितना माल जमा हुआ है इसकी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। इसके अलावा मालखाने में कितना सामान पड़ा है उसका रिकार्ड भी थाने से मांग लिया है।फौज में नौकरी से लेकर पुलिस तक का सफरगुरदास सिंह करीब 15 साल फौज में नौकरी करने के बाद वर्ष 2011 में पंजाब पुलिस में भर्ती हुआ था। 2022 में उसे सिधवां बेट थाने में मालखाने का मुंशी बनाया गया। जोकि रात की ड्यूटी के समय थाने में सोता था। लेकिन रिटायरमेंट से महज कुछ ही दिन पहले उसने कथित तौर पर ड्रग मनी जुए में हार दी और अब खुद गंभीर कानूनी कार्रवाई का सामना कर रहा है। चार दिन की पुलिस रिमांड पर है आरोपी मुंशी पुलिस ने आरोपी मुंशी गुरदास सिंह के खिलाफ थाना सिधवां बेट में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को अदालत में पेश कर 4 दिन का पुलिस रिमांड लिया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। ये था एसएचओ का बयान थाना सिधवां बेट के एसएचओ हीरा सिंह ने बताया कि मालखाने की चेकिंग नियमित रूप से की जाती थी, लेकिन कुछ चीजें सफेद कपड़े में लिपटी और सील होती थीं, जिनके अंदर की चीजें बाहर से दिखाई नहीं देतीं। मुंशी ने इसी कमजोरी का फायदा उठाया। उन्होंने कहा कि अगर पारदर्शी डिब्बों में रकम रखी होती, तो ऊपर से ही रकम दिखाई दे जाती। तीन सदस्यीय कमेटी करेगी जांच घोटाले के सामने आने के बाद एसएसपी डॉ. अंकुर गुप्ता के आदेश पर एक तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। इस कमेटी की अगवाई एसपी डी हरकमल कौर कर रही हैं। कमेटी थाने के सभी केस रिकॉर्ड, जब्त नकदी, सामान और अमानतों की जांच करेगी और रिपोर्ट एसएसपी को सौंपी जाएगा। नशा तस्करी केस से जुड़ी थी रकमजानकारी के अनुसार, वर्ष 2023 में सीआईए स्टाफ पुलिस ने एक ऐसे नशा तस्करी गिरोह का पर्दाफाश किया था जो पुलिस वर्दी का दुरुपयोग करता था। ये आरोपी बॉर्डर पार करते समय पुलिस वर्दी पहनते और बाद में गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर नशे की खेप पहुंचाते थे। इस गिरोह के खिलाफ थाना सिधवां बेट में केस दर्ज किया गया था। आरोपियों की पहचान इस प्रकार हुई थी पुलिस ने इनसे बरामद किया था54 क्विंटल चूरापोस्त, 20 किलो की 270 बोरी, 4 पुलिस वर्दियां, 2 अवैध देसी पिस्तौल और कारतूस, 14 नंबर प्लेट, तथा सवा करोड़ रुपए की ड्रग मनी। यह पूरी बरामदगी थाना सिधवां बेट के मालखाने में सील कर रखी गई थी। क्या है थाने के मालखाने में रखने के नियम एसएसपी अंकुर गुप्ता ने बताया कि जब भी कोई रिकवरी होती है तो उसे सीलबंद लिफाफे में बंद किया जाता है। पूरे केस के दौरान वह सामान थाने के मालखाने में रखा जाता है। सामान को कोर्ट में पेश करना होता है। अगर आरोपी को सजा हो जाती है तो पैसे खजाने में जमा होते हैं और सामान की नीलामी करके उस पैसे को भी थाने में जमा करवा देते हैं। अगर आरोपी बरी हो जाए तो उसका सामान उसे वापस लौटा दिया जाता है। मालखाने का एक-एक सामान होगा चेक एसएसपी अंकुर गुप्ता ने बताया कि एसपी डी हरकमल कौर के नेतृत्व में टीम बनाई है। वो इस पूरे मामले की जांच करेंगी। उन्होंने बताया कि मालखाने के एक एक सामान की जांच होगी और उसके बाद फाइनल रिपोर्ट तैयार की जाएगी। उन्होंने बताया कि आरोपी पर दोष सिद्ध हो गए तो उससे इसकी पूरी वसूली की जाएगी।
बुलंदशहर में खुर्जा नगर कोतवाली में तैनात एक दरोगा पर गैंगरेप पीड़िता से रेप करने का गंभीर आरोप लगा है। पीड़िता का कहना है कि उसके पति को छोड़ने के बदले दरोगा ने उससे 50 हजार रुपए की रिश्वत ली और फिर दो दिन में पांच बार रेप किया। पीड़िता न्याय के लिए अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगा रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। खुर्जा निवासी महिला ने शनिवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि वह अपने पति के साथ एक निजी कंपनी में काम करती थी। कंपनी में काम करने वाले तीन युवकों ने उसका अपहरण कर नशीली कोल्ड ड्रिंक पिलाई और फिर गैंगरेप किया। आरोपियों ने बाद में उसका धर्म परिवर्तन भी कराया। इस घटना के बाद महिला के पति ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। चार दिन बाद जब महिला घर लौटी, तो थाने में तैनात दरोगा उनके पास पहुंचा। दरोगा ने पति को धमकाया और पूछा कि पत्नी के लौटने की सूचना क्यों नहीं दी? दरोगा पति को गाली-गलौज करते हुए अपने साथ थाने ले गया और वहां उसकी पिटाई की। जब महिला ने पति को छोड़ने की गुहार लगाई तो दरोगा ने कोतवाल के नाम पर 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। रिश्वत देने के बाद दरोगा ने महिला से 'कॉपरेट' करने को कहा। इसके बाद वह उसे एक होटल में ले गया और कई बार रेप किया। पीड़िता के अनुसार, दरोगा ने दो दिन में पांच बार उसके साथ रेप किया। पीड़िता लगातार पुलिस अधिकारियों को इस संबंध में शिकायत दे रही है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़िता ने यह भी बताया कि तीन दिन पहले जब उसने खुर्जा नगर कोतवाली के निरीक्षण के लिए पहुंचे डीआईजी से मिलने का प्रयास किया, तो पुलिस ने उसे धमकाया। उसे घर से बाहर निकलने पर पति को फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी गई। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी दरोगा उसे लगातार धमकियां दे रहा है।
रसूलाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विधायक पूनम शंखवार ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सरकारी और संविदा स्टाफ के कुल 28 कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए, जिससे स्वास्थ्य केंद्र में हड़कंप मच गया। निरीक्षण के दौरान, सरकारी स्टाफ के 6 सदस्य और संविदा स्टाफ के 22 सदस्य अपनी ड्यूटी से नदारद थे। विधायक शंखवार ने अधीक्षक अमित कुमार से इस संबंध में पूछताछ की, लेकिन उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला। विधायक पूनम शंखवार ने अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले की सूचना मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) को भी भेजी जाएगी। विधायक ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रसूलाबाद से लगातार शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद यह औचक निरीक्षण किया गया। उन्होंने जोर देकर कहा कि आम जनता के लिए बने इस केंद्र में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी।
प्रोटोकॉल तोड़ा तो कलेक्टर-एडीएम को लगाई फटकार, कार्यक्रम से निकाल बाहर कर बोले- 'घर जाओ, वीडियो बनती रहेगी श्रीगंगानगर में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर श्रीगंगानगर विधायक जयदीप बिहाणी का जिला कलेक्टर ड़ॉ. मंजू व एडीएम सुभाषचंद्र के साथ विवाद हो गया। जिसके बाद विधायक ने दोनों अधिकारियों को खूब खरी-खोटी सुनाई और कार्यक्रम से निकाल दिया। दरअसल, शनिवार सुबह 10:15 बजे नगर परिषद के पास गंगा सिंह चौक पर रन फ़ॉर यूनिटी कार्यक्रम का आयोजन था। विधायक व कलक्टर ने रैली को हरी झंडी दिखानी थी। विधायक बिहाणी 10:35 बजे कार्यक्रम में पहुंचे। कार्यक्रम में विधायक जयदीप बिहाणी समय से पहले पहुंचे, जबकि कार्यक्रम में कलक्टर-एडीएम मौजूद नहीं थे। कार्यक्रम में पहुंचते ही विधायक प्रोटोकॉल का पालन नहीं होने पर भटक गए और एडम कलेक्टर को खूब खरी खोटी सुनाई और एडीएम क्लब कलक्टर एडीएम को कार्यक्रम से निकाल दिया। इस दौरान वहां पर हंगामा हो गया। इस घटना का एक वीडियो भी सामने है, जिसमें विधायक एडीएम से कहते सुनाई दे रहे हैं- 'चलो यहां से, अपने घर जाओ, बनती रहेगी वीडियो। कार्यक्रम की शुरुआत से पहले ही माहौल गरमा गया। विधायक जयदीप बिहाणी जैसे ही मंच पर पहुंचे, तो पता चला कि प्रोटोकॉल के मुताबिक कोई अधिकारी मौजूद नहीं। मुख्य अतिथि को इंतजार करवाने की यह गलती अधिकारियों पर भारी पड़ गई। विधायक ने तुरंत जिला कलेक्टर डॉ. मंजू को फोन घुमाया और एडीएम सुभाष चंद्र को बुलवाया। लेकिन देरी से पहुंचे एडीएम को देखते ही विधायक का पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया। एडीएम ने शांति की कोशिश करते हुए कहा, डेकॉरम बनाकर रखना है। इस पर विधायक ने तपाक से जवाब दिया, मैं कह रहा हूं, डेकॉरम नाम की चीज क्या है? विधायक की यह दहाड़ सुनकर मौके पर सन्नाटा छा गया। अधिकारियों ने सिर झुकाकर मंच छोड़ दिया। विधायक बिहाणी ने बाद में मीडिया से बातचीत में कहा, मैं मुख्य अतिथि हूं, लेकिन प्रोटोकॉल की पालना तक नहीं हुई। अधिकारी समय पर नहीं आए, यह सरासर लापरवाही है। जनता के प्रतिनिधि का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला कलेक्टर डॉ. मंजू ने मामले पर सफाई देते हुए कहा कि तकनीकी कारणों से देरी हुई, लेकिन माफी मांगते हुए भविष्य में ऐसी गलती नहीं दोहराने का आश्वासन दिया।
पंजाब के तरन तारन जिले के गांव झाबल निवासी थानेदार मनजीत सिंह ढिल्लों के इकलौते बेटे दिलप्रीत सिंह की कनाडा में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। छह साल पहले स्टडी वीज़ा पर कनाडा गए दिलप्रीत सिंह ने पढ़ाई पूरी करने के बाद ट्रक ड्राइविंग का काम शुरू किया था। सड़क पर खड़े ट्रक से हुई टक्करथानेदार सलविंदर सिंह और डॉ. सोनू झाबल ने बताया कि बीती रात दिलप्रीत सिंह ट्रक चलाकर ब्रैम्पटन जा रहा था। रास्ते में अचानक आगे सड़क पर खड़े एक अन्य ट्रक से उसकी टक्कर हो गई। हादसा इतना भीषण था कि दिलप्रीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़गौरतलब है कि दिलप्रीत सिंह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसके माता-पिता हाल ही में कनाडा में उससे मिलने गए थे। उसकी मां कल ही गांव झाबल लौटी थीं, जबकि पिता मनजीत सिंह अगले महीने बेटे के साथ भारत लौटने वाले थे। लेकिन इस हादसे ने पूरे परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है। गांव में शोक की लहरदिलप्रीत सिंह की मौत की खबर मिलते ही गांव झाबल में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने बताया कि दिलप्रीत मेहनती और विनम्र स्वभाव का युवक था, जो अपने परिवार का गर्व था। पूरे गांव में मातम का माहौल है और लोग परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं।
झज्जर पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह ने आज जिले के सभी पुलिस अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की, जिसमें उन्होंने जिले की वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए।बैठक में पुलिस कमिश्नर ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में पुलिस की भूमिका और अधिक जिम्मेदार और संवेदनशील हो गई है। उन्होंने सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि आमजन को सुरक्षा का भरोसा महसूस हो और अपराधियों में कानून का भय बना रहे।किरायेदारों की पुलिस वेरिफिकेशन करवाएं पुलिसकर्मीडॉ. सिंह ने सबसे पहले सभी अधिकारियों को लोगों को अपने किरायेदारों की अनिवार्य रूप से पुलिस वेरिफिकेशन करवाने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि कई बार बिना वेरिफिकेशन के किराएदार रखने से आपराधिक तत्व आवासीय क्षेत्रों में आसानी से छुप जाते हैं, जिससे सुरक्षा चुनौती बढ़ जाती है। इसलिए, प्रत्येक थाना क्षेत्र में लोगों से लगातार संपर्क बनाए रखते हुए उन्हें इस प्रक्रिया के महत्व के बारे में बताया जाए।इसके साथ ही, उन्होंने अधिकारियों को प्रभावी ढंग से गश्त (पेट्रोलिंग) बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नियमित गश्त न केवल अपराधों पर अंकुश लगाती है, बल्कि पुलिस की उपस्थिति से लोगों को सुरक्षित महसूस होता है। बहादुरगढ़ का दिल्ली से सटा हुआ होना सुरक्षा के लिहाज से अतिविशेष सतर्कता की मांग करता है। इसलिए, दिल्ली सीमा से आने-जाने वाले वाहनों की विशेष जांच की जाए और संदिग्ध व्यक्तियों की गहन पूछताछ की जाए।आदतन अपराधियों की धरपकड़ तेज की जाएपुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह ने ऑपरेशन ट्रेक डाउन के तहत आदतन अपराधियों और समाज में भय पैदा करने वाले व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग दूसरों के जीवन को खतरे में डालते हैं, इसलिए इन पर नजर रखते हुए तुरंत गिरफ्तारी की प्रक्रिया अपनाई जाए।नशे के कारोबार पर सख्ती के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि गांव के मौजूदा विश्वसनीय व्यक्तियों से निरंतर संपर्क रखा जाए, ताकि नशीले पदार्थों की खरीद-फरोख्त में शामिल लोगों की जानकारी समय रहते मिल सके। ऐसी सूचनाओं के आधार पर तुरंत छापेमारी कार्रवाई की जाए।आय से अधिक बड़े शौक रखने वालों पर रखी जाए नजरसीपी ने उन व्यक्तियों पर विशेष निगरानी रखने को कहा जिनकी आर्थिक स्थिति उनकी वैध आय के अनुरूप नहीं है। उन्होंने बताया कि ऐसे व्यक्तियों पर विशेष नजर रखना आवश्यक है जिनके पास स्पष्ट कमाई का कोई साधन न होने के बावजूद वे ब्रांडेड कपड़े पहनते हैं, महंगे गैजेट रखते हैं और अपने शौक बड़े स्तर पर पूरे करते हैं। बिना वैध आय के ऐसा कर पाना अपराध से जुड़े होने का संकेत हो सकता है। ऐसे लोगों की गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखकर समय रहते आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।बैठक के अंत में, पुलिस कमिश्नर डॉ. राजश्री सिंह ने अधिकारियों को पारदर्शिता, संवेदनशीलता और सख्त कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए, ताकि जिले में अपराध पर पूरी तरह लगाम लगाई जा सके। इस दौरान पुलिस उपायुक्त मुख्यालय जसलीन कौर, पुलिस उपायुक्त झज्जर लोगेश कुमार, पुलिस उपायुक्त बहादुरगढ़ मयंक मिश्रा, पुलिस उपायुक्त क्राइम अमित दहिया सहित सभी एसीपी, थाना प्रबंधक और क्राइम यूनिट मौजूद रहे।
बुरहानपुर की नेपानगर नगर पालिका के उपयंत्री प्रकाश बड़वाहे के खिलाफ कांग्रेस नेताओं ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। शनिवार दोपहर कांग्रेस नेताओं ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह मांग उठाई। यह मामला उपयंत्री के एक वायरल ऑडियो से जुड़ा है, जिसमें वे कथित तौर पर 5 लाख की सुपारी देने और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। इस मामले में तीन दिन पहले ही उपयंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है, लेकिन अब तक विभागीय कार्रवाई न होने पर कांग्रेस ने सवाल उठाए हैं। नेपानगर नगर पालिका के पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेश पटेल और अन्य कांग्रेस नेताओं ने शनिवार दोपहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह मांग उठाई। इस दौरान नगर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष प्रकाश सिंह बैस, ग्रामीण कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष जगमीत सिंह जॉली और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सोहन सैनी सहित कई कांग्रेस पार्षद मौजूद थे। 3 दिन पहले दर्ज हुई है FIRयह मांग ऐसे समय में की गई है जब तीन दिन पहले ही पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेश पटेल की शिकायत पर उपयंत्री बड़वाहे के खिलाफ नेपा थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। राजेश पटेल ने बताया कि हाल ही में उपयंत्री का एक ऑडियो वायरल हुआ है। इस ऑडियो में उपयंत्री कथित तौर पर 5 लाख रुपए की सुपारी देने, बच्चों को अनाथ करने और जान से मारने की धमकी दे रहा है। इसी शिकायत के आधार पर पुलिस ने उपयंत्री के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ई-रिक्शा खरीदी में भी भ्रष्टाचार के आरोपपटेल ने उपयंत्री पर कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि बड़वाहे का नाम 4 करोड़ रुपए के नाला निर्माण में भ्रष्टाचार, ई-रिक्शा खरीदी में अनियमितता, स्वच्छता कार्यों में धन के दुरुपयोग और कचरा संग्रहण से जुड़े विवादित मामलों में सामने आ चुका है। लोकायुक्त में भी है केस, पार्षद कर चुके हैं हटाने की अनुशंसाकांग्रेस नेताओं ने बताया कि लोकायुक्त इंदौर ने भी पहले एक ठेकेदार से रिश्वत मांगने के मामले में उपयंत्री के खिलाफ केस दर्ज किया था। पटेल ने यह भी बताया कि बड़वाहे पहले ऐसे उपयंत्री हैं जिनके खिलाफ परिषद की बैठक में पार्षदों ने खुद उनके स्थानांतरण की अनुशंसा की थी। कांग्रेस बोली- विभाग क्यों नहीं कर रहा कार्रवाईकांग्रेस नेताओं ने पूरे मामले की जांच कर उपयंत्री के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि एफआईआर दर्ज होने के बावजूद विभाग द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। उपयंत्री बोले- मुझे फंसाया जा रहा हैवहीं, उपयंत्री प्रकाश बड़वाहे ने पहले ही दिन इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उन्हें झूठा फंसाया जा रहा है और परेशान किया जा रहा है।
कैथल में पकड़े यूपी के दो पशु तस्कर:छह पशु आजाद करवाए, काटने के लिए ले जा रहे थे यूपी
कैथल में थाना तितरम पुलिस ने देर रात की नाकाबंदी के दौरान अवैध पशु ढुलाई का बड़ा मामला पकड़ा है। पुलिस टीम ने एक बोलेरो मैक्स पिकअप में ठूंस कर भरे गए 5 भैंस व 1 कटड़ा बरामद करते हुए वाहन सहित दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान मडियाई, जिला मेरठ (यूपी) निवासी हारुन तथा फलावदा, मेरठ (यूपी) निवासी इस्लाम के रूप में हुई। दोनों आरोपी नरवाना से पशुओं को काटने के लिए यूपी ले जा रहे थे। पुलिस को मिली सूचना इस संबंध में पुलिस को गुप्ता सूचना मिली थी। सूचना पर थाना तितरम के एचसी नरेन्द्र सिंह की द्वारा हिसार-अंबाला रोड कैथल पुल के नीचे नाकाबंदी की गई। इसी दौरान नरवाना की ओर से आ रही सफेद रंग की बोलेरो मैक्स पिकअप गाड़ी को रोककर जांच की गई ताे उसमें पशु पाए गए। रस्सियों से बांधकर ठूंस-ठूंसकर भरे गए गाड़ी में बैठे व्यक्तियों से बातचीत की गई तो उनकी पहचान मडियाई, जिला मेरठ (यूपी) निवासी हारुन तथा फलावदा, मेरठ (यूपी) निवासी इस्लाम के रूप में हुई। जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि वाहन में पशुओं को बेरहमी से रस्सियों से बांधकर ठूंस-ठूंसकर भरा गया था। पुलिस प्रवक्ता प्रवीन श्योकंद ने बताया कि पशु क्रूरता की पुष्टि होने पर गाड़ी व पशुओं को पुलिस ने कब्जे में ले लिया। आरोपी पशुओं के बारे में कोई जवाब नहीं दे सके। थाना तितरम में मामला दर्ज करके पुलिस द्वारा आगामी कार्रवाई की जा रही है।
क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत के खिलाफ रायपुर पुलिस ने FIR दर्ज की है। शेखावत ने सोशल मीडिया में लाइव आकर हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर के जुलूस निकालने का विरोध किया था। शेखावत ने तोमर की कार्रवाई में शामिल पुलिसवालों और रायपुर SSP के घर में घुसने की धमकी दी थी। इस धमकी के बाद मौदहापारा थाने में पुरानी बस्ती थाने के पूर्व थानेदार योगेश कश्यप ने शिकायत दर्ज करवाई हैं। इस शिकायत में इंस्पेक्टर योगेश कश्यप ने आपराधिक धमकी, लोक सेवक को धमकाने और सम्मान को ठेस पहुंचाने का जिक्र किया है। जिसके बाद मौदहापारा पुलिस ने BNS की धाराओं में 15 नवंबर को FIR दर्ज कर की हैं। बता दें कि वीरेंद्र तोमर को रायपुर पुलिस की गिरफ्त में है। 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल में है। इस मामले में गृहमंत्री विजय शर्मा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि छत्तीसगढ़ में गड़बड़ करने वाले को नहीं छोड़ा जाएगा। चाहे कोई भी हो। पहले ये तस्वीरें देखिए... गृहमंत्री बोले- छत्तीसगढ़ में गड़बड़ करने वाले को नहीं छोड़ा जाएगा करणी सेना के प्रदर्शन और हिस्ट्रीशीटर तोमर बंधु की गिरफ्तारी पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा है कोई भी सामाजिक संस्था अच्छे काम के लिए होती है। किसी अपराधी के पीछे खड़े होने के लिए नहीं। अपराधी अपराधी है, हर एक अपराधी किसी न किसी संस्था से होती है। ऐसे में समाज कैसे चलेगा। उसमें क्या गलत है। छत्तीसगढ़ में गड़बड़ करने वाले को नहीं छोड़ा जाएगा। कठोरता के साथ कार्रवाई होगी। 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर वीरेंद्र तोमर उधर हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र तोमर को शुक्रवार (14 नवंबर) को जिला कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने तोमर को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। पूछताछ में वीरेंद्र तोमर ने अपने छुपने के ठिकानों और कुछ प्रॉपर्टी की जानकारी भी पुलिस को दी है। इस दौरान कोर्ट परिसर में वीरेंद्र तोमर ने कहा कि मैं अपराधी नहीं हूं, मुझे फंसाया जा रहा। मेरे परिवार को आतंकी बनाया जा रहा है। परिवार को जबरन फंसाया जा रहा है। इस दौरान समर्थकों ने केंद्रीय जेल के बाहर प्रदर्शन और नारेबाजी भी की। वीरेंद्र तोमर के भाई को ढूंढ रही पुलिस वहीं वीरेंद्र तोमर का भाई रोहित तोमर अभी फरार है। रोहित की तलाश में रायपुर पुलिस अलग-अलग ठिकानों में छापेमारी कर रही है। तेलीबांधा थाना और पुरानी बस्ती थाने में वीरेंद्र और रोहित के खिलाफ सूदखोरी, आर्म्स एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। तोमर के सपोर्ट में क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष इसके अलावा क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राज शेखावत ने सूदखोर वीरेंद्र तोमर के जुलूस निकालने का विरोध किया है। सोशल मीडिया पर 1 घंटे तक लाइव आकर समाज के लोगों से कहा कि पुलिस ने गलत किया है। तोमर कोई आतंकवादी था क्या, जिसका जुलूस निकाला गया। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि क्षत्रिय समाज के लाखों लोग बहुत जल्द रायपुर कूच करेंगे। हम उन पुलिस वालों के घर में भी घुसेंगे जो तोमर के घर के अंदर घुसे थे। इसके अलावा शेखावत ने इस कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही है। राज शेखावत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है कि छत्तीसगढ़ में 7 दिसंबर को न्याय महापंचायत की जाएगी। वहीं 3 महीने पहले राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने रायपुर में कहा था कि हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर का करणी सेना से कोई संबंध नहीं है। अब जानिए शेखावत के बयान की मुख्य बातें- पुलिस वालों को कहा- डूब मरो शेखावत ने कहा कि वीरेंद्र तोमर एक व्यापारी था। उसने लोगों को जरूरत पड़ने पर पैसे दिए। उन पैसों को वापस मांगा। वह व्यापारी था इसी तरह लाखों लोग फाइनेंस का काम करते हैं। लेकिन प्रशासन ने नेताओं के दबाव में आकर उस पर निर्दयता से कार्रवाई की। वीरेंद्र तोमर को तपती धूप में नंगे पैर हथकड़ियों में जकड़कर ले जाया गया। उसकी तबीयत बिगड़ी है वह रोड पर गिर जाता है तो कुछ पुलिसकर्मी उस पर पैर रखकर खड़े करने की कोशिश करते हैं। ऐसे पुलिसवाले डूब मरो। पुलिस न्याय और अधिकार दिलाने का काम करती है, लेकिन आप लोग एक निहत्थे व्यक्ति पर पिछले कई महीनों से अत्याचार कर रहे हो। चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बना, अंडे का ठेला वाला व्यापारी नहीं बन सकता शेखावत ने कहा कि जब देश में चाय बेचने वाला प्रधानमंत्री बन सकता है तो क्या अंडे का ठेला लगाने वाला व्यापारी नहीं बन सकता। इसमें किसी को आपत्ति क्या है। वीरेंद्र तोमर व्यापारी है व्यापार करता है। लाइसेंस लेकर व्यापार करता है। उसने किसी को भी जोर जबरदस्ती में पैसे नहीं दिए हैं। जिसे जरूरत थी वह खुद चल कर आया था। सभी पेपर पर हस्ताक्षर किए थे। फिर इसमें गलत क्या है। सभी क्षत्रिय तैयार रहे मैं आ रहा हूं, घर में घुसेंगे शेखावत बोले की मैं छत्तीसगढ़ आ रहा हूं। जितने भी क्षत्रिय है चाहे वह वहां का लोकल हो या बाहर से आया हो या ओबीसी श्रेणी से आता हो। आप सभी तैयार रहिए जो भी अधिकारी, नेता मंत्री इसमें लिप्त होंगे उसके घर में घुसकर जवाब दिया जाएगा। जिससे यह किसी पर अत्याचार करने से पहले 100 बार सोचे। वीरेंद्र के छोटे भाई के अपराध के लिए केवल उस पर कार्रवाई करनी थी। लेकिन बड़े भाई उसकी पत्नी और मां को जोड़ दिया। घर में घुसकर झूठे केस बनाए गए। उनसे छेड़छाड़ की गई। टीआई ने माता-बहनों को मारा शेखावत ने कहा कि टीआई योगेश कश्यप ने माता बहनों को मारा। उसे शर्म आनी चाहिए। टीआई को किसने अधिकार दिया मारपीट करने का। संविधान में अधिकार है क्या? संविधान कहता है आप आरोपी को गिरफ्तार करो और कोर्ट को सौंप दो। लेकिन पुलिस अधिकारी ने दादागिरी की। हम भी उसके घर में घुसकर महसूस कराएंगे कि घर परिवार को तंग करने से क्या होता है। आगे शेखावत ने कहा कि SP साहब ये सरकार चली जाएगी लेकिन आप कहा जाओगे। हम जिस तरह से यह मूवमेंट चला रहे हो यह आपको बहुत भारी पड़ेगा। आक्रामकता से आंदोलन होगा। सभी क्षत्रिय मजबूत डंडा लेकर आना शेखावत ने सभी क्षत्रियों को कहा कि मजबूत दंडा और केसरिया झंडा लेकर आना। मुंह तोड़ जवाब देना है। SP डॉ लाल उम्मेद सिंह साहब हम आपके ऑफिस में नहीं आएंगे घर पर आएंगे। हम आरपार वाले हैं। मैं फौजी आदमी हूं, एक फौजी आपको ललकार रहा है। हो सके तो रोक लेना। लाखों की संख्या में आपके घर आ रहे हैं। जितनी पुलिस फोर्स बुलाना है, बुला लेना हमें रोक नहीं पाओगे। समीर बिश्नोई रानू साहू का जुलूस क्यों नहीं निकला शेखावत ने सोशल मीडिया में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स को दिखाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में बड़े-बड़े घोटाले के आरोपी जेल में बंद थे। इनका क्यों जुलूस नहीं निकाला गया। तोमर कोई आतंकवादी थोड़ी था जो उसका जुलूस निकाला गया। समीर विश्नोई, रानू साहू जैसे लोगों ने गलत किया बड़े-बड़े घोटाले में नाम आए। इनका जुलूस क्यों नहीं निकाला गया। न्याय सबके लिए एक बराबर हैं। गृहमंत्री को बोले- प्रधानमंत्री से पूछ लेना राज शेखावत कौन है राज शेखावत में छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री विजय शर्मा को कहा कि आपको पूरा मामला पता है। उसके बावजूद आपकी पुलिस ने जबरदस्ती कार्रवाई की। जरूरत पड़ी तो हम आपके बंगले में भी घुसेंगे। मैं गुजरात में रहता हूं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से पूछ लेना राज शेखावत कौन है। मैंने कई आतंकवादियों को गोली मारी है। स्वाभिमानी फौजी हूं। शेखावत में आगे कहा कि यदि फिर सत्ता का दुरुपयोग किया जाता है तो यह ठीक नहीं होगा। सरकार को अपनी गलती सुधारना चाहिए। रोहित तोमर को बाप की तरह वीरेंद्र ने पाला है शेखावत ने कहा कि रोहित तोमर ने मारपीट की थी। तो सामने वाली की भी गलती होगी। पुलिस सही तरीके से जांच करती लेकिन वह वीरेंद्र के पीछे पड़ गई। वीरेंद्र ने रोहित तोमर को एक बाप की तरह पाला है। रोहित तोमर के पीछे जबरन पड़ गया तो उसका बाप उसके लिए खड़ा नहीं होगा क्या? यदि रोहित ने गलत किया तो FIR दर्ज करते उसे कोर्ट में खड़े करते लेकिन खुद न्याय करने लग गए। अब हम इन प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ RTI लगाएंगे इनके कारनामों को दिखाएंगे। वीरेंद्र तोमर का पुलिस ने निकाला था जुलूस बता दें कि 10 नवंबर को रायपुर पुलिस ने सूदखोरी, रंगदारी और अवैध हथियार रखने के मामले में गिरफ्तार हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने तोमर को 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। कल यानी 14 नवंबर को तोमार की रिमांड खत्म होगी। रायपुर पुलिस ने 5 महीने बाद MP के ग्वालियर से गिरफ्तार किया था। रायपुर पुलिस ने कोर्ट में पेश करने से पहले 9 नवंबर को वीरेंद्र तोमर का जुलूस निकाला। इस दौरान वीरेंद्र तोमर लंगड़ाते हुए चल रहा था। बनियान फटी हुई थी। कुछ देर बाद वह चलते-चलते रोड पर बेहोश हो गया था। इस दौरान तोमर की पत्नी ने गुस्से में पुलिस से कहा था कि मेरे पति को मार डालो। वहीं इससे पहले ACCU कार्यालय में वीरेंद्र तोमर से पूछताछ की गई। वीरेंद्र का भाई रोहित तोमर अभी भी फरार है। एक टीम रोहित तोमर की तलाश में जुटी है। दोनों भाइयों पर रायपुर के कई थानों में 16 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें चाकूबाजी, मारपीट, हत्या का प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी और ब्लैकमेलिंग जैसे मामले शामिल हैं। 3 महीने पहले मकराना ने कहा था- तोमर भाइयों से संबंध नहीं राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने रायपुर में कहा था कि हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र सिंह तोमर का करणी सेना से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा था कि कुछ जगहों पर वीरेंद्र सिंह तोमर द्वारा करणी सेना के नाम का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसको लेकर संगठन में कार्यकर्ताओं की बैठक भी की गई, जिसमें तय किया गया कि करणी सेना का नाम किसी भी प्रकार से निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि करणी सेना एक सामाजिक और सांस्कृतिक संगठन है। इसका किसी प्रकार की अवैध गतिविधियों से कोई लेना-देना नहीं है। ............................. इससे जुड़ी खबर भी पढ़ें... आलीशान फ्लैट में नौकरों के बीच था मोस्टवांटेड वीरेंद्र तोमर: पुलिस ने बिजली कटवाई, बालकनी में निकलते ही पकड़ाया, पत्नी बोली- मिलकर मार डालो रायपुर पुलिस ने मोस्टवांटेड हिस्ट्रीशीटर वीरेंद्र उर्फ रूबी तोमर को ग्वालियर की एक पॉश सोसाइटी के आलीशान फ्लैट से गिरफ्तार किया। वह फ्लैट में नौकरों के बीच रहकर खुद को छिपाए हुए था। पुलिस ने कई दिनों तक निगरानी रखी, लेकिन वह दिखाई नहीं दे रहा था। पढ़ें पूरी खबर...
पिपलानी पुलिस ने घर में नकली नोट छापने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी से 2.25 लाख रुपए के जाली नोट और नोट बनाने के उपकरण मिले हैं। युवक प्रिंटिंग प्रेस में काम कर चुका है और उसी अनुभव का इस्तेमाल कर घर में नोट छाप रहा था। पुलिस यह जांच कर रही है कि वह कब से नकली नोट तैयार कर रहा था और किन लोगों तक पहुंचा चुका है। सब इंस्पेक्टर आनंद सिंह परिहार के मुताबिक, कल शाम करीब 4 बजे सूचना मिली कि शांति नगर झुग्गी बस्ती के पास एक युवक नकली नोट चलाने की फिराक में घूम रहा है। पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर उसे पकड़ा और तलाशी में उसके पास से 500 रुपए के 23 नकली नोट बरामद हुए। आरोपी ने अपना नाम विवेक यादव (निवासी मुरली नगर, करोंद) बताया। घर में छाप रहा था नकली नोट पूछताछ में विवेक ने पुलिस को बताया कि वह अपने ही घर में कम्प्यूटर और प्रिंटर की मदद से नकली नोट छाप रहा था।पहले वह प्रिंटिंग प्रेस में काम कर चुका है, इसलिए उसे डिजाइनिंग और प्रिंटिंग का अनुभव था, जिसका इस्तेमाल वह जाली नोट बनाने में कर रहा था। 2 लाख 25 हजार 500 रुपए बरामद आरोपी की निशानदेही पर पुलिस उसे उसके घर लेकर पहुंची। घर की तलाशी में पुलिस को 500 रुपए के 428 नकली नोट मिले। इस तरह कुल 2 लाख 25 हजार 500 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए। साथ ही कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर और नोट बनाने में इस्तेमाल अन्य उपकरण भी जब्त किए गए। पुलिस आरोपी से यह जानकारी जुटा रही है कि वह यह काम कब से कर रहा था और क्या उसने नकली नोट बाजार में चलाए भी हैं। पुलिस का कहना है कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। फिलहाल आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच जारी है। नकली नोट कारोबार का नेटवर्क बेनकाब 2 नवंबर: खंडवा में में 20 लाख के नकली नोट के साथ इमाम गिरफ्तारखंडवा जिले के पैठियां गांव के मदरसे में इमाम जुबेर अंसारी के कमरे से करीब 20 लाख रुपए के नकली नोट बरामद हुए हैं। बैग में 500-500 रुपए के नोट के बंडल थे। पुलिस ने नोटों की गिनती की तो 19 लाख 78 हजार रुपए के नकली नोट निकले।मामले का खुलासा तब हुआ जब मालेगांव पुलिस ने जुबेर और उसके साथी नजीम अकम अयूब अंसारी को 10 लाख के नकली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। इसके बाद जावर थाना क्षेत्र के रहने वाले एक शख्स ने मीडिया रिपोर्ट्स में देखा कि दो में से एक आरोपी तो पैठियां गांव की मस्जिद का इमाम जुबेर है। 28 अक्टूबर: मंदसौर में 38 हजार के नकली नोट साथ तीन आरोपी गिरफ्तारमंदसौर के वायडी नगर थाना क्षेत्र की मुल्तानपुरा चौकी पुलिस ने 38,000 रुपए कीमत के 76 नकली नोट जब्त कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मुखबिर की सूचना पर की गई। चौकी प्रभारी कपिल सोराष्ट्रीय के नेतृत्व में पुलिस टीम ने एमआईटी चौराहा, दाऊतखेड़ी रोड स्थित काका टी स्टॉल पर दबिश दी। यहां से निसार हुसैन (36, निवासी बोतलगंज, मंदसौर), रियाज नियारगर (38, निवासी पिपलियामंडी, मंदसौर) और दीपक कुमार (42, निवासी भीलवाड़ा, राजस्थान) को हिरासत में लिया गया। 15 नवंबर: गुना में नकली नोट बनाने वाले गिरोह का आरोपी गिरफ्तारगुना कोतवाली पुलिस ने जाली नोट बनाने वाले गिरोह से जुड़े आरोपी एक और आरोपी को गिरफ्तारी कर लिया है। अवैध हथियार तस्कर सरगना आरोपी लल्लू जाट जाली नोट कारोबार में भी सक्रिय था। पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।21 मई को कोतवाली पुलिस ने हरिपुर रोड अंडरपास से जाली नोट बनाने वाला प्रिंटर, उपयोगी सामग्री और कुछ जाली नोट जब्त किए थे। मौके से अविनाश कलावत निवासी पटेल नगर और नीतेश रघुवंशी निवासी महावीरपुरा को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों ने पूछताछ पर उनके गिरोह में हनी कुशवाह, लल्लू जाट और एक नाबालिग के भी नाम उजागर किए थे। ये खबर भी पढ़ें... मदरसे में 20 लाख के नकली नोट, इमाम गिरफ्तार एमपी के खंडवा जिले के पैठियां गांव के मदरसे में इमाम जुबेर अंसारी के कमरे से करीब 20 लाख रुपए के नकली नोट बरामद हुए हैं। बैग में 500-500 रुपए के नोट के बंडल थे। पुलिस ने नोटों की गिनती की तो 19 लाख 78 हजार रुपए के नकली नोट निकले। पूरी खबर पढ़ें...
जयपुराइट्स को मिली नई एयर कनेक्टिविटी:25 दिसंबर से शुरू होगी जयपुर - नवी मुंबई डायरेक्ट फ्लाइट
जयपुराइट्स के लिए बड़ी खुशखबरी है। मुंबई के नए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से 25 दिसंबर से फ्लाइट संचालन शुरू हो रहा है, इसी दिन से जयपुर के लिए भी सीधी उड़ान शुरू की जाएगी। इंडिगो एयरलाइंस ने जयपुर से नवी मुंबई रूट पर आवागमन के लिए अपनी पहली सीधी फ्लाइट का शेड्यूल जारी कर दिया है। दरअसल, नवी मुंबई एयरपोर्ट अत्याधुनिक सुविधाओं और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से लैस है। एयरपोर्ट खुलने से मुंबई महानगर क्षेत्र में एयर ट्रैफिक का दबाव कम होगा और यात्रियों को बेहतर विकल्प मिल सकेगा। जयपुर के लिए यह कनेक्टिविटी खास तौर पर महत्वपूर्ण होगी। क्यों कि अभी तक मुंबई यात्रा के लिए यात्रियों को भीड़भाड़ वाले छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निर्भर रहना पड़ता था। इंडिगो एयरलाइंस द्वारा 25 दिसंबर से फ्लाइट 6E - 954 नवी मुंबई से जयपुर के लिए दोपहर 2 बजकर 55 मिनट पर उड़ान भरेगी। जो शाम 4 बजकर 40 मिनट apr जयपुर एयरपोर्ट पहुंचेगी। इसी तरह इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट 6E - 955 जयपुर से नवी मुंबई के लिए शाम 5 बजकर 10 मिनट पर उड़ान भरेगी। जो शाम 6 बजकर 55 मिनट पर नवी मुंबई एयरपोर्ट पहुंचेगी। एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार, यह फ्लाइट शुरू होने से जयपुर और मुंबई महानगर क्षेत्र के बीच बिजनेस, पर्यटन और ट्रेड को बढ़ावा मिलेगा। नवी मुंबई एयरपोर्ट का लोकेशन भी बड़ा लाभ देगा, क्यों कि नवी मुंबई, ठाणे और पनवेल क्षेत्र के यात्रियों के लिए यह सफर को अधिक सुगम बनाएगा। वहीं जयपुर एयरपोर्ट पर बढ़ती कनेक्टिविटी से पिंक सिटी की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय एयर कनेक्टिविटी भी मजबूत होगी।
बिजनौर में एक सड़क हादसे में 50 वर्षीय महिला की ट्रक से कुचलकर मौत हो गई। बाइक अनियंत्रित होकर गिरने के बाद महिला सड़क पर गिरी और पीछे से आ रहे ट्रक की चपेट में आ गई। हादसे में एक अन्य महिला घायल हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और ट्रक व चालक को हिरासत में ले लिया है। यह घटना थाना मंडावर क्षेत्र में हुई। शिमला कला गांव निवासी मेघपाल अपनी पत्नी सुमरती और गांव की ही फुलकुमारी (50 वर्षीय, पत्नी जयप्रकाश उर्फ शास्त्री) को अपनी बाइक से दयालवाला के नारायण इंटर कॉलेज ले जा रहा था। रास्ते में उनकी बाइक अनियंत्रित होकर गिर गई। बाइक गिरने से मेघपाल और उसकी पत्नी सुमरती सड़क से अलग जा गिरे, जिससे उन्हें मामूली चोटें आईं। हालांकि, बिजनौर के फुलकुमारी सड़क पर ही गिरीं और पीछे से आ रहे ट्रक का पहिया उनके सिर के ऊपर से गुजर गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने फुलकुमारी के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बिजनौर भेज दिया है। घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने ट्रक और उसके चालक को भी हिरासत में ले लिया है। समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्षों के बीच समझौते की बात चल रही थी।
उदयपुर की बड़गांव थाना पुलिस ने साइबर ठगी करने के लिए बैंक खाते खरीदने-बेचने के 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी ऑन लाईन गेमिंग के माध्यम से ठगी करने में माहिर है। आरोपियों में एक आरोपी पूर्व में NSUI शहर का अध्यक्ष भी रह चुका है। थानाधिकारी पूरणसिंह राजपुरोहित ने बताया कि बड़ी गांव में मौया चौराहे के पास में स्थित एडेनकार्डिया नामक विला में कुछ युवकों के रूकने की सूचना मिली। इस पर पुलिस टीम ने दबिश देकर गौरव भंडारी, रोहित शर्मा, भाग्य दीप सिंह, बृजराज सिंह, पार्थ ओझा और मयूर पटेल, मोहित सिंह को गिरफ्तार किया। ये लोग साइबर ठगी एंव ऑनलाइन गेमिंग से धोखाधड़ी करते हुए मिले। जो अलग-अलग राज्यों से ऑनलाइन साइबर फ्रॉड कर चुके हैं। इनके खिलाफ कई शिकायतें दर्ज है। ये लोगो से कमीशन पर खाते खरीदकर अन्य को कमीशन पर देकर धोखे से ऑनलाइन ठगी एवं ऑनलाइन गेम की राशि ट्रांसफर करा कमीशन लेते है और बैंक खाते खरीदने बेचने का काम करते है।आरोपियों में गौरव भंडारी मास्टर मांइड है, उदयपुर में NSUI का जिलाध्यक्ष रह चुका है। उसके इशारे पर ही पूरा ठगी गेम चल रहा थाा। इससे पहले भी एनएसयूआई जिलाध्यक्ष हिमांशु चौधरी भी झुंझुनू में सट्टे के एक मामले में पकड़े जा चुके है।
सड़क हादसे में युवक की मौत:मुजफ्फरनगर में स्कूटी को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, जांच मे जुटी पुलिस
मुजफ्फरनगर-भोपा मार्ग पर शनिवार सुबह हुए एक सड़क हादसे में भोकरहेड़ी निवासी 23 वर्षीय युवक विक्की की मौत हो गई। विक्की अपने दोस्त के साथ स्कूटी पर सवार होकर मुजफ्फरनगर जा रहा था, तभी एक अज्ञात वाहन ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी। यह घटना नई मंडी थाना क्षेत्र के जट मुझेड़ा में मुजफ्फरनगर-भोपा मार्ग पर हुई। विक्की बिलिंक किट नामक कंपनी में डोर-टू-डोर खाना पहुंचाने का काम करता था। टक्कर इतनी भीषण थी कि विक्की ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। विक्की भोपा थाना क्षेत्र के कस्बा भोकरहेड़ी के मोहल्ला नेहरू चौक का निवासी था। उसके परिवार में पिता प्रमोद, माता सुनीता, बहनें पिंकी और निक्की, तथा एक दिव्यांग भाई प्रिंस हैं। विक्की की मौत से परिवार में मातम छा गया है। उसके पिता प्रमोद आठ बीघा भूमि पर खेती करते हैं। थाना नई मंडी प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश कर रही है और मामले की जांच जारी है। वार्ड सभासद अंकुर सहरावत, पूर्व चेयरमैन राजेश कुमार, मदनपाल एडवोकेट, बाबा ओमबीर सिंह, सतीश सहरावत, प्रदीप कुमार, कुंवर भारती, सचिन वामन, दीपक कुमार और जयवीर सिंह सहित कई लोगों ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
लखनऊ के सरोजनी नगर क्षेत्र में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे एलिवेटेड रोड पर शनिवार सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। एलईडी स्क्रीन लगाने के दौरान क्रेन असंतुलित होकर पलट गई। गनीमत रही कि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। यह घटना सरोजनी नगर के हाइडिल नहर चौराहे के पास सुबह करीब 9 बजे हुई। एक्सप्रेसवे की कार्यदायी कंपनी पीएनसी के कर्मी भारी LED स्क्रीन और लोहे के एंगलयुक्त गेट को क्रेन की मदद से लगवा रहे थे। कार्य के दौरान अचानक क्रेन असंतुलित होकर LED स्क्रीन समेत पलट गई। 3 तस्वीरें देखिए... यातायात चालू होता तो... हादसे के समय एलिवेटेड रोड पर कई मजदूर मौजूद थे, लेकिन सौभाग्य से किसी को चोट नहीं आई। क्रेन के पलटते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। यदि उस समय कानपुर रोड पर यातायात चालू होता, तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी। घटना से पहले ही एक्सप्रेसवे के ऊपर LED स्क्रीन लगाए जाने के कारण कानपुर से लखनऊ की ओर आने वाली पटरी का यातायात रोक दिया गया था, जिससे किसी राहगीर या वाहन को नुकसान नहीं हुआ। रेलिंग का बड़ा हिस्सा टूटकर गिरा क्रेन और एलईडी स्क्रीन के गिरने से एलिवेटेड रोड की कंक्रीट रेलिंग का एक बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे कानपुर रोड पर आ गिरा, जिससे आसपास मौजूद लोगों में दहशत फैल गई। रेलिंग का कुछ हिस्सा एक्सप्रेसवे से बाहर लटक गया था। हादसे के तुरंत बाद, पलटी हुई क्रेन को हटाने और कानपुर रोड पर गिरे मलबे को साफ करने के लिए दूसरी क्रेन मंगाई गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों में पीएनसी कंपनी के प्रति भारी रोष देखा गया। लोगों का आरोप है कि कंपनी द्वारा निर्माण कार्य में शुरू से ही लापरवाही बरती जा रही है। इससे पहले भी बंथरा और सरोजनी नगर क्षेत्र में कई बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू कराने और भविष्य में ऐसे हादसों पर रोक लगाने की मांग की है।
रोडवेज बस ने बाइक सवारों को कुचला, महिला की मौत:हादसे के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे जाम किया
जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के झवर थाना क्षेत्र के धवा के पास सड़क हादसा सामने आया है। यहां रोडवेज बस ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक घायल गुमाना राम मेघवाल गेलावास निवासी को जोधपुर रेफर कर दिया गया है। घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर दिया। जानकारी के अनुसार हादसा दोपहर 1:30 बजे के करीब जोधपुर बाड़मेर हाईवे पर हुआ। धवा के निकट सिणली फांटा के पास रोडवेज बस ने बाइक सवार को टक्कर मार दी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने स्पीड ब्रेकर बनाने की मांग को लेकर हाईवे जाम कर दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। धवा पुलिस चौकी के ASI गजेंद्र ने बताया कि रोडवेज बस की टक्कर से हादसा हुआ। इसमें एक बाइक सवार की मौत हो गई। वहीं एक घायल हो गया। जिसकी हालत गंभीर है। घायल को जोधपुर रेफर किया गया है।
गोरखपुर के चिलुआताल इलाके में दिनदहाड़े घर पर चढ़कर मारपीट का मामला सामने आया है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि पड़ोसी आए दिन उनके घर के सामने सड़क पर कूड़ा फेंकते हैं। उन्होंने कहा कि नगर निगम की गाड़ी में कूड़ा डालने के लिए कहा। इस बात से नाराज होकर पड़ोस के दो युवकों ने उनके घर में घुसकर उन्हें बाहर खींच लिया। इसके बाद दोनों युवकों ने हाथ मोड़कर जमकर पिटाई की। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने पीड़ित की जेब से 1000 रुपये भी छीन लिए। घटना की सूचना डायल 112 पर दी गई। पुलिस के पहुंचने से पहले ही दोनों आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए बुलेट से फरार हो गए। यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। चिलुआताल थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर निवासी अरविंद पांडेय की तहरीर पर शुक्रवार को राजेंद्र प्रसाद के बड़े बेटे प्रदीप तिवारी और उनके छोटे बेटे के खिलाफ मारपीट और धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को क्षेत्र से ही गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। अरविंद पांडेय ने बताया कि गुरुवार को सुबह पड़ोसी घर के बाहर कूड़ा फेंककर चले गए। इससे पहले भी वे बार-बार कूड़ा सड़क पर फेंकते रहे हैं। उन्होंने बार-बार कहा कि नगर निगम की गाड़ी रोज आती है, उसमें कूड़ा डाल दें। इस बात पर पड़ोसी नाराज हो गए। दोपहर करीब 12 बजे आरोपी प्रदीप तिवारी अपने भाई के साथ उनके घर पहुंचे। गाली-गलौज करते हुए उन्हें बाहर खींचा और लात-घूसों से पीटना शुरू कर दिया। इस दौरान कई लोग बचाने आए, लेकिन उन्हें भी धक्का दिया गया। इसी बीच पीड़ित की जेब से 1 हजार रुपये भी निकाल लिए गए। मारपीट के बाद दोनों भाइयों ने धमकी दी कि कहीं शिकायत की तो जान से मार देंगे। इस घटना के बाद परिवार डर के साए में घर में रह रहा है। दोनों भाई फिर से हमला कर सकते हैं। चिलुआताल थाना प्रभारी सूरज सिंह ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दोनों आरोपियों को पकड़कर चालान किया गया है। केस की विवेचना कर आगे कार्रवाई की जाएगी।
तरनतारन उपचुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद पूर्व कैबिनेट मंत्री व पूर्व प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु ने पार्टी नेताओं और अन्य लोगों को खास नसीहत दी है। आशु ने कहा हे कि हार के लिए पार्टी वर्कर्स को दोष न दें। हार की ग्राउंड रिएलिटी की ईमानदारी के साथ मूल्यांकन करें। आशु ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए मीडिया पर भी सवाल खड़े किए हैं। आशु ने कहा कि लुधियाना उपचुनाव पार्टी 10 हजार वोट से हारी है तो मीडिया ने इस हार को कांग्रेस की अंदरूनी कलह का नतीजा बताया जबकि तरनतारन में अकाली दल 13 हजार वोट से हारा फिर भी इस हार को अकाली दल के लिए सिल्वर लाइन बताकर पेश किया जा रहा है। आशु ने कहा कि दो उपचुनाव हुए हैं और दोनों के परिणाम लगभग एक जैसे थे। दोनों चुनाव विरोधी दलों ने एक जैसी परिस्थिति में लड़े फिर भी कांग्रेस के प्रति एक नरेटिव सेट किया जाता है कि पार्टी में अंदरूनी कहल है। उन्होंने कहा कि तरनतारन में पार्टी एक जुट होकर चुनाव लड़ी। परिणाम ठीक नहीं आए इस पर कार्यकर्ता को दोषी ठहराने की जरूरत नहीं है। आशु ने सरकार की भूमिका पर उठाए सवाल भारत भूषण आशु ने कहा कि लुधियाना का उपचुनाव हो या तरनतारन का उपचुनाव दोनों जगह सत्ता पक्ष से पूरा सरकारी तंत्र चुनाव मैदान में था। आशु ने कहा कि उन्होंने और कार्यकर्ताओं ने उपचुनाव में डटकर सरकारी तंत्र का सामना किया। आशु ने कहा कि उन्होंने स्वयं पुलिस की बदसलूकी, झड़पों, हिरासतों और हमारे अभियान को बाधित करने की कोशिशों का सामना कर किया। कई कार्यकर्ताओं को सिर्फ कांग्रेस का समर्थन करने के लिए उठा कर पूछताछ की गई। कांग्रेस पूरी तरह से डटी रही। मीडिया ने सरकारी तंत्र पर सवाल खड़े नहीं किए। सब ने यही कहा कि कांग्रेस बंटी हुई थी। तरनतारन में कांग्रेस एकजुट थी, अकाली दल बंटा हुआ था भारत भूषण आशु ने कहा कि कांग्रेस के खिलाफ लगातार नरेटिव सेट किया जा रहा है कि यहां पर गुटबाजी है। उन्होंने कहा कि तरनतारन में कांग्रेस के सभी बड़े नेता एक मंच पर थे। जबकि अकाली दल बंटा हुआ था। चुनाव लड़ रहे तीन प्रत्याशी तो अकाली दल के ही थे। इसके बावजूद अकाली दल की इस हार को भी उम्मीद के तौर पर पेश किया जा रहा है। दो नतीजे: दो बिल्कुल उलटे नरेटिव आशु ने कहा कि कांग्रेस को इस बात से सजग रहने की जरूरत है कि पंजाब में पार्टी की छवि को करने के लिए नरेटिव सेट किए जा रहे हैं। इसलिए पार्टी हार के लिए किसी को दोषी न ठहराए और आत्म चिंतन करके आगे बढ़े। आशु की पार्टी और पार्टी के बाहर तीन अपील कांग्रेस कार्यकर्ताओं को इस हार के लिए दोष न दें। अंदरूनी कलह वाला आसान शीर्षक न दोहराएं। जमीनी सच्चाइयों का ईमानदारी से मूल्यांकन करें। लुधियाना उपचुनाव सरकारी मशीनरी के खिलाफ बड़ी लड़ाई थी: आशु आशु ने लिखा है कि लुधियाना में चुनाव केवल पार्टियों के बीच नहीं था।यह कांग्रेस बनाम पूरा सरकारी तंत्र था। उन्होंने लिखा कि सबने देखा पुलिस हमारे कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले रही थी, बूथों के अंदर बैठे अधिकारी, कई मतदान केंद्रों पर खुली दखलअंदाजी, धमकियां और डराना, एफआईआर का दबाव किस तरह से कांग्रेस पर था। जब सभी हदें पार हुई तो उन्हें खुद पुलिस के सामने अपने कार्यकर्ताओं के लिए खड़ा होना पड़ा। कांग्रेस कार्यकर्ता फिर भी एक जुट रहे ओर उन्होंने पार्टी के लिए काम किया।
भागलपुर के सेल टैक्स ऑफिस में शनिवार सुबह अचानक आग लग गई। सुबह बच्चों को स्कूल छोड़ने जा रहे लोगों ने बिल्डिंग से धुआं निकलते देखा। सूचना मिलने पर अग्निशमन विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया ऑफिस के अंदर रखे कंप्यूटर, फाइलें, महत्वपूर्ण दस्तावेज, टेबल, कुर्सियां और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जलकर राख हो गए। हालांकि, सुबह का समय होने और ऑफिस बंद होने के कारण कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। सरकारी दस्तावेजों का नुकसान बड़ा माना जा रहा है। शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका अनुमंडल पदाधिकारी नागेंद्र उपाध्याय ने बताया कि सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंची थी। शुरुआती जांच में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है, हालांकि जांच के बाद ही सही कारणों की पुष्टि हो पाएगी।वहीं, स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर ऑफिस खुलने के बाद आग लगती, तो बड़ा नुकसान हो सकता था। इस घटना ने एक बार फिर सरकारी भवनों में अग्नि सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फरीदाबाद में पकड़ी गई जैश-ए-मोहम्मद मॉड्यूल की सदस्य बताई जा रही डॉक्टर शाहीन को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जांच में सामने आया कि शाहीन फर्जी पते पर लिए गए मोबाइल नंबर का लंबे समय से इस्तेमाल कर रही थी। वह फरीदाबाद के धौज कस्बे की मस्जिद के पते पर सिम लेकर अल-फलाह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल से उसका उपयोग करती रही। उसका यात्रा इतिहास, लगातार UP कनेक्शन और हाल में लखनऊ–कानपुर की गतिविधियों ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है। यूपी एटीएस और इंटेलिजेंस टीमें अब उसके मूवमेंट की कड़ियां जोड़ने में जुटी हैं। मस्जिद का पता लिखकर चलाती रही नेटवर्क जांच में UP ATS और केंद्रीय एजेंसियों को पता चला कि डॉ. शाहीन ने साल 2023 में एक मोबाइल सिम फरीदाबाद के धौज कस्बे की एक मस्जिद के पते पर लिया था।सिम का सत्यापन फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हुआ और शाहीन ने इसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया। अल-फलाह यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में रह रही शाहीन का असली पता लखनऊ था, लेकिन उसने न तो अपने लखनऊ स्थित पिता के घर का पता दिया और न ही किसी वैध पहचान से जुड़े दस्तावेज लगाए। साफ है कि शाहीन जानबूझकर अपने मूल पते को छिपाती रही। पिता का पता छिपाया, भाई परवेज के पते को स्थायी बताया जांच में यह भी सामने आया है कि शाहीन अपने सभी दस्तावेजों और ऑफिशियल रिकॉर्ड में लखनऊ वाले असली घर का पता नहीं लिखती थी। वह फॉर्म भरते समय अपने भाई परवेज अंसारी के घर को स्थायी पता बताती थी ।जांच एजेंसियों का मानना है कि यह उसके नेटवर्क और ट्रैवल की गोपनीयता बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है।डॉक्टर शाहीन के भाई परवेज की भूमिका भी एजेंसियों की रडार पर है, क्योंकि वह पहले ही फरीदाबाद जैश मॉड्यूल कनेक्शन में कई सवालों के घेरे में है। कानपुर की नौकरी छोड़ने के बाद थाईलैंड गई थी शाहीन शाहीन के ट्रैवल हिस्ट्री ने जांच को और पेचीदा बना दिया है। रिकॉर्ड में सामने आया कि 2013 में कानपुर में नौकरी छोड़ने के तुरंत बाद वह कुछ दिनों के लिए थाईलैंड गई थी।जांच एजेंसियां थाईलैंड यात्रा की टाइमलाइन और उसके कॉन्टैक्ट्स को खंगाल रही हैं। इसी दौरान कई आतंकी संगठनों के स्लीपर मॉड्यूल दक्षिण-पूर्व एशिया में सक्रिय पाए गए थे।सब-हेड: 2 महीने पहले शाहीन लखनऊ आई, भाई परवेज को लेकर गई थी कानपुर एजेंसियों को शाहीन के हालिया मूवमेंट ने भी चौकन्ना किया है। करीब दो महीने पहले वह अचानक लखनऊ आई और यहां से अपने भाई परवेज को लेकर कानपुर गई। जांच में पता लगाया जा रहा है कि वह किससे मिली, किन जगहों पर रुकी और उसके संपर्क में कौन-कौन थे। UP ATS का मानना है कि यह यात्रा किसी विशेष उद्देश्य से की गई होगी, जिसे खंगालने के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और लोकेशन डंप डेटा की जांच जारी है। यूपी-हरियाणा लिंक की जांच, खुफिया एजेंसियां अलर्ट डॉक्टर शाहीन के फर्जी सिम, UP में लगातार रह-रहकर लौटना, भाई परवेज से जुड़ाव, थाईलैंड यात्रा, हरियाणा-UP के बीच लगातार मूवमेंट मिला है। इन सभी कड़ियों ने खुफिया एजेंसियों को चौकन्ना कर दिया है। UP ATS और इंटेलिजेंस टीमें उसके नेटवर्क की परतें उधेड़ने में जुटी हैं। शाहीन के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बैंकिंग रिकॉर्ड और संपर्कों की जांच तेज कर दी गई है। ----------------------- ये खबर भी पढ़िए... कश्मीरी छात्रों का ब्रेनवॉश करता था डॉ. परवेज : इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में MBBS फाइनल इयर की लेता था क्लास, हॉस्पिटल में नाइट ड्यूटी दिल्ली ब्लास्ट की मास्टरमाइंड डॉ. शाहीन सईद का छोटा भाई डॉ. परवेज लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर था। वह MBBS स्टूडेंट के फाइनल इयर की क्लास ही लेता था। इस दौरान वह खुद को रिजर्व रखता था। उसकी कश्मीरी छात्रों से नजदीकियां ज्यादा थीं। ATS को छापे के दौरान इनपुट मिला है कि वह कश्मीरी छात्रों का ब्रेनवॉश कर स्लीपर बनाने के लिए काम कर रहा था। (पूरी खबर पढ़िए)
पंजाब के कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी सब-डिवीजन में गांव जार्जपुर के पास खेतों से एक महिला का जला हुआ शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। माना जा रहा है कि महिला की हत्या करके शव को आग लगा दी गई। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर किया मुआयनासूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। डीएसपी धीरेन्दर वर्मा और थाना सुल्तानपुर लोधी की एसएचओ सोनमदीप कौर ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। शव को 72 घंटे के लिए शवगृह में रखवा दिया गया है ताकि पहचान की जा सके। शव बुरी तरह जला, पहचान मुश्किलएसएचओ सोनमदीप कौर ने बताया कि महिला का एक पैर और दोनों हाथ छोड़कर बाकी पूरा शरीर बुरी तरह जल गया है। इसी आधार पर शव की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। महिला की उम्र 30 से 35 वर्ष के बीच अनुमानितएसएचओ के अनुसार, मृतका की उम्र लगभग 30 से 35 वर्ष प्रतीत होती है। उसके कपड़े लाल और नीले रंग के थे। हाथों में चूड़ियां और उंगलियों में अंगूठियां थीं, साथ ही नाखूनों पर लाल नेल पॉलिश भी लगी हुई थी। राज्यभर में भेजा गया अलर्टशव की पहचान सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश के सभी पुलिस थानों को अलर्ट भेज दिया गया है। थाना सुल्तानपुर लोधी के जांच अधिकारी एएसआई पाल सिंह ने पुष्टि की कि अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है।
अजमेर के गंज थाना क्षेत्र में सर्विस सेंटर की दुकान में चोरी की वारदात सामने आई है। चोरों ने छत के रास्ते से दुकान में घुसकर सामान अस्त व्यस्त करते हुए 40 हजार नगदी और ऑटो पार्ट्स सहित अन्य सामान चोरी कर लिया। पीड़ित जब सुबह दुकान पर पहुंचा तो उसे ताले टूटे हुए मिले थे। गंज थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पीड़ित अशोक बंजारा ने बताया कि वरुण-सागर रोड पर उसके अशोक सर्विस सेंटर के नाम से दुकान है। जब वह सुबह दुकान खोलने पहुंचा तो शटर टूटा हुआ था। दुकान चेक करने पर सारा सामान बिखरा हुआ था। चोर रात में छत के रास्ते से दुकान में घुसे और सारा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया। पीड़ित ने बताया कि चोरों के द्वारा दुकान से 40 हजार नगदी, ऑटो पार्ट्स और तेल के बॉक्स सहित अन्य सामान चोरी कर लिया। इसकी सूचना गंज थाना पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मौका मुआयना किया गया। पीड़ित की शिकायत पर गंज थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी है। गश्त बढ़ाने की मांग पीड़ित दुकानदार ने बताया कि इससे पहले भी क्षेत्र में कई दुकानों में चोरी की वारदाते हो चुकी हैं। लगातार चोर गिरोह वारदात को अंजाम दे रहे हैं। पुलिस प्रशासन के द्वारा क्षेत्र में गश्त बढ़नी चाहिए। जिससे की चोरी की वारदातों पर लगाम लग सके।
करौली जिले के दो प्रमुख राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालयों में पुस्तकालयाध्यक्ष के पद वर्षों से रिक्त पड़े हैं। इसके चलते लाखों रुपए की हजारों पुस्तकें ताले में बंद हैं, जिससे छात्र और शोधार्थी पुस्तकालय सुविधाओं से वंचित हैं। जिला मुख्यालय स्थित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में पुस्तकालयाध्यक्ष का पद फरवरी 2024 से खाली है। पूर्व पुस्तकालयाध्यक्ष के ट्रांसफर के बाद से यहां नई नियुक्ति नहीं हुई और न ही पुस्तकालय खोला जा सका है। लगभग 47,500 से अधिक पुस्तकें, जिनमें शोध विषयों पर महत्वपूर्ण संदर्भ ग्रंथ भी शामिल हैं, धूल फांक रही हैं। पुस्तकालय बंद होने से नियमित विद्यार्थियों के साथ-साथ शोधार्थियों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पुस्तकालय परिसर में साफ-सफाई का अभाव है और रखरखाव न होने से किताबों के खराब होने का खतरा बढ़ गया है। महाविद्यालय के कार्यवाहक प्रिंसिपल रफीक अहमद ने बताया कि रिक्त पद की जानकारी उच्चाधिकारियों को भेजी जा चुकी है। इधर, हिण्डौन सिटी के राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्थिति और भी गंभीर है। यहां पुस्तकालयाध्यक्ष का पद वर्ष 2017 से रिक्त है। इस महाविद्यालय में करीब 20 हजार पाठ्य पुस्तकें और 2 हजार संदर्भ पुस्तकें ताले में बंद हैं। लगभग 1800 विद्यार्थियों वाले इस कॉलेज में वर्षों से पुस्तकालय कार्ड भी जारी नहीं किए जा रहे हैं। अस्थायी व्यवस्था के तहत पुस्तकालय का कार्य सहायक आचार्यों को सौंपा गया है, लेकिन नियमित पुस्तकालयाध्यक्ष के अभाव में संचालन सुचारू नहीं हो पा रहा है। दोनों महाविद्यालयों में पुस्तकालयों की यह बंद स्थिति उच्च शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही है। छात्र संगठन और अभिभावक अब पुस्तकालयाध्यक्षों की शीघ्र नियुक्ति कर पुस्तकालयों को नियमित रूप से खोलने की मांग कर रहे हैं।
बेमेतरा जिले के कांतेली में धान खरीदी के दौरान अनुपस्थित रहने पर सहकारी समिति के एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है। समिति प्रबंधन ने यह कार्रवाई उनके लगातार अनुपस्थित रहने और सौंपे गए कार्यों का निर्वहन न करने पर की है। आदेश के मुताबिक, लल्लूराम वर्मा 3 नवंबर से लगातार बिना सूचना के अनुपस्थित थे। समिति ने बीते वित्तीय वर्ष 2025–26 के लिए निर्धारित कार्यों की उपेक्षा तथा समय पर जिम्मेदारियां पूरी न करने को गंभीरता से लेते हुए यह कदम उठाया है। कर्मचारियों को चेतावनी साथ ही समिति ने कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि 15 नवंबर 2025 से 31 जनवरी 2026 तक धान खरीदी कार्य अत्यंत संवेदनशील है। ऐसे में किसी भी कर्मचारी द्वारा अनुपालन में लापरवाही पाए जाने पर छत्तीसगढ़ आवश्यक सेवा संधारण एवं विविध विघटन निवारण अधिनियम 1979 (ESMA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। बाधा डालने वालों पर होगी कार्रवाई आदेश जारी करते हुए अधिकृत अधिकारी ने कहा कि- समिति के कार्यों में बाधा डालने वालों को किसी भी स्थिति में बख्शा नहीं जाएगा। धान उपार्जन सीजन में शत-प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य है। आदेश की प्रति सहकारिता विभाग, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक तथा संबंधित कार्यालयों को भेजी गई है।
बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र में एक नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज मांगने, उत्पीड़न करने और हत्या कर शव को फांसी पर लटकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने थाना प्रभारी निरीक्षक मोहम्मदपुर खाला को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। मिली जानकारी के अनुसार, विझलखा थाना रामनगर निवासी अवध राम शुक्ला ने बताया कि उनकी बेटी चांदनी उर्फ सुषमा की शादी लगभग एक साल पहले 4 दिसंबर 2024 को चंदूरा, मोहम्मदपुर खाला निवासी नितेश मिश्रा से हुई थी। शादी के बाद की गई थी एक लाख रुपए की मांग परिजनों के अनुसार, विवाह के समय उन्होंने अपनी सामर्थ्य के अनुसार एक मोटरसाइकिल, सोने की चेन,1,25,000 रुपए नकद, कपड़े और अन्य घरेलू सामान दिया था। इसके बावजूद, आरोप है कि शादी के बाद से ही ससुराल पक्ष द्वारा एक लाख रुपए की अतिरिक्त मांग की जा रही थी। नितेश मिश्रा की बहन ने भी सोने की चेन की मांग की थी। अवध राम शुक्ला ने आरोप लगाया कि दहेज की इसी मांग को लेकर मृतका के ससुर रमाकांत उर्फ उमाकांत, ननद नित्या उर्फ ज्योति,देवर सौरभ उर्फ छोटू और चाची सास लगातार मारपीट व प्रताड़ना करते थे। परिजनों ने कई बार समझाने का प्रयास किया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। इसी बीच शुक्रवार देर रात परिजनों को फोन पर सूचना मिली कि चांदनी उर्फ सुषमा की मौत हो गई है। परिवार का आरोप है कि उसे पहले मारा-पीटा गया और बाद में फांसी के फंदे से लटका दिया गया। घटना की सूचना मिलते ही मृतका के मायके पक्ष ने तत्काल 112 नंबर डायल कर पुलिस को मामले से अवगत कराया। घटना की जानकारी मिलते ही मोहम्मदपुर खाला थाना प्रभारी निरीक्षक आशुतोष मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और आवश्यक कार्रवाई शुरू की।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक आशुतोष मिश्रा ने बताया कि प्रार्थना पत्र प्राप्त हुआ है जिसके आधार पर दहेज हत्या का मुकदमा दर्ज कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बाड़मेर में ट्रेन से कटा युवक चीथड़े उड़े:ट्रैक पर बिखरा शव; भीड़ जुटी; जांच में जुटी पुलिस
बालोतरा जिले के माडपुरा फाटक के पास ट्रेन से कटने से एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई। युवक की बॉडी क्षत- विक्षत हालात में बिखर गई। सूचना मिलने पर बायतु पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मृतक के शव को कब्जे में लेकर बायतु हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में रखवाया है। वहीं हादसे की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। युवक मानसिक पीड़ित बताया जा रहा है। टुकड़ों में कटा पुलिस के अनुसार, माडपुरा सानी निवासी रेखाराम (32) पुत्र सोनाराम मानसिक रूप से कमजोर था। शनिवार को घर से निकलना बाड़मेर से जोधपुर की तरफ जा रही ट्रेन से की चपेट में आ जाने से उसकी बॉडी के तीन चार हिस्से हो गए। वहीं मौके पर ही मौत हो गई। कटी बॉडी को देखकर आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर जमा हुई भीड़ मौके बाड़मेर की नागाणा और बालोतरा जिले की बायतु पुलिस मौके पर पहुंची। बालोतरा जिले की सीमा पर हादसा होने के कारण बायतु पुलिस ने बॉडी को बायतु हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट करवाया। इस दौरान मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। हेड कॉन्स्टेबल गेनाराम ने बताया- घटना सुबह करीब 10 बजे की है। परिजनों को सूचना देकर बुलाया गया। उनकी रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया। परिजनों ने बताया कि मानसिक रूप से कमजोर था। पोस्टमॉर्टम और कागजी कार्रवाई कर शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा। फिलहाल पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।
हरियाणा के तीन बदमाश गिरफ्तार, पिस्तौल बरामद:बनूड में पुलिस ने 4 किलोमीटर पीछा कर कार से पकड़ा
पंजाब के बनूड़ की पुलिस ने अवैध पिस्टल के साथ आरोपितों को काबू किया है। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम आरोपियों की गाड़ी का पीछा कर रही थी। चार से पांच किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने उन्हें खेतों में जाकर पकड़ा है। पकड़े गए आरोपितों की शिनख्त संबंधी जानकारी पुलिस ने नहीं दी है, मगर वह तीनों हरियाणा के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस को इसकी सूचना थी कि कार में जा रहे आरोपी गलत काम कर सकते हैं। पुलिस ने तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। SHO अर्शदीप के नेतृत्व में पुलिस टीम ने 3 से 4 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद इन बदमाशों को पकड़ा। उनके पास से एक अवैध पिस्तौल भी बरामद किया गया है। यह घटना तब हुई जब बनूड़ थाना क्षेत्र में पुलिस नाका लगाकर वाहनों की जांच कर रही थी। इस दौरान एक हरियाणा नंबर की कार को रोका गया। कार की तलाशी के दौरान उसमें एक बैग मिला। बैग देखते ही कार सवार व्यक्तियों ने गाड़ी भगा दी। पुलिस ने तुरंत उनका पीछा करना शुरू किया। लगभग 3 से 4 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद, बनूड के गांवों में घेराबंदी कर तीनों व्यक्तियों को काबू कर लिया गया। मौके पर बरामद किए गए बैग की जांच करने पर उसमें से एक अवैध पिस्तौल मिला। पुलिस अब इन गिरफ्तार व्यक्तियों से गहन पूछताछ कर रही है। पुलिस उनके पिछले आपराधिक रिकॉर्ड और अन्य संभावित संपर्कों के बारे में जानकारी जुटा रही है।
कटनी में पति-पत्नी के खून से लथपथ शव मिले हैं। दोनों शुक्रवार रात को खेत की रखवाली के लिए गए थे। सुबह दोनों के शव मिले। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बड़वारा के सुनहरा गांव की घटना है। बिजौरी गांव निवासी लल्लू राम कुशवाहा (40) और उनकी पत्नी प्रभा कुशवाहा (35) संत कुमार श्रीवास के खेत की रखवाली करते थे। उनकी 13 साल की बेटी रश्मि भी उनके साथ रहती थी। शनिवार सुबह जब स्थानीय ग्रामीण खेत के पास से गुजरे, तो उन्होंने खेत पर बने घर में दोनों के शव देखे। ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। बड़वारा थाना प्रभारी केके पटेल ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला लग रहा है। शवों पर चोटों के निशान मिले हैं। जांच की जा रही है। खबर लगातार अपडेट हो रही है।
चूरू में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिले प्रचंड बहुमत का जश्न मनाया। शुक्रवार रात अगुणा मोहल्ला स्थित संचिया माता मंदिर के सामने भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने खुशी का इजहार किया। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जीत की खुशी मनाई। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगाए। भाजपा पदाधिकारी रवि दाधीच और प्रवीण बैद ने बताया कि देश में मोदी सरकार द्वारा आमजन के हित में किए गए कार्यों के कारण ही बिहार में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने भाजपा पर भरोसा जताया है। पदाधिकारियों ने विश्वास व्यक्त किया कि अब बिहार में विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार ने विकास के अनेक आयाम स्थापित किए हैं। कार्यकर्ताओं ने पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ और विधायक हरलाल सहारण जिंदाबाद के नारे भी लगाए। इस मौके पर विश्वनाथ, सुरेंद्र बैदा, बजरंग बेद, भोलाराम सोनी, राजकुमार तंवर, जयसिंह, रवि, सुशील दाधीच और पार्षद राकेश दाधीच सहित कई भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।
दरभंगा जिले में एनडीए ने क्लीन स्वीप किया है। 10 की 10 सीटों पर जीत हुई है। इस जीत से कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है। जीत की खुशी में मंत्री हरि सहनी ने विशाल स्तर पर मखाने का खीर बनवाकर हजारों कार्यकर्ताओं के बीच वितरण किया। कार्यकर्ता एक-दूसरे को गुलाल लगाकर और मिठाई खिलाकर जीत का जश्न मनाते दिखे। मंत्री हरि सहनी ने कहा कि मुकेश सहनी खुद को सन ऑफ मल्लाह कहते हैं। चुनाव जीतने पर माछ-भात का भोज कराने की बात करते थे। लेकिन मैं मखाने की खीर से लोगों का मुंह मीठा करा रहा हूं। उत्सव में लोग मिठास बांटकर ही शुभकामनाएं देते हैं। यही हमारी परंपरा है। दरभंगा की जनता ने विकासवाद और राष्ट्रवाद पर भरोसा जताते हुए एनडीए को ऐतिहासिक जीत दिलाई है। 10 की 10 सीटें जीतना इस बात का प्रमाण है। जनता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हो रहे विकास को आगे बढ़ाना चाहती है। बिहार का निषाद समाज आदिकाल से आध्यात्मिक, सनातनी और देश व धर्म की रक्षा करने वाला के साथ रहा है। आज भी यह समाज मोदी-नीतीश की विकास यात्रा के साथ मजबूती से खड़ा है। मखाना को जीआई टैग मिला है हरि सहनी ने प्रधानमंत्री की ओर मखाना को बढ़ावा देने की दिशा में किए गए प्रयासों का जिक्र करते हुए कहा, 'मखाना को GI टैग मिला, मखाना बोर्ड की स्थापना हुई। ह सब पीएम मोदी की देन है। इसलिए मखाना की खीर से जश्न मनाना मेरे लिए गर्व की बात है।' महिलाओं के लिए सरकारी की योजना एनडीए की जीत पर केवटी विधानसभा की प्रभारी सीमा मंडल ने भी खुशी जताते हुए कहा कि पूरे बिहार में विकास की लहर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी जनता के दिलों में बस गई है। महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए जो योजनाएं चलाई गईं, उनका सीधा असर चुनाव परिणामों में दिखा। विपक्ष ने कई तरह के प्रोपेगैंडा चलाए, लेकिन जनता ने उन्हें नकार दिया। मिथिलांचल की ऐतिहासिक जीत के साथ पूरे बिहार में एनडीए को व्यापक समर्थन मिला है। महिलाओं को दिया गया 10,000 हजार रुपए रोजगार सृजन की दिशा में बड़ा कदम है। जिसका लाभ सीधे तौर पर मिला है।
शिवपुरी शहर के माधव चौक पर शनिवार दोपहर एक बड़ी घटना सामने आई। बाइक से आए दो युवकों ने एक दुकान के अंदर घुसकर दुकानदार, उसके भाई और कर्मचारी के साथ जमकर मारपीट कर दी। विवाद 20 माह पहले रिपेयरिंग के लिए छोड़े गए एक मोबाइल को लेकर हुआ था। हमले में दुकानदार का भाई धारदार हथियार से घायल हो गया। पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों हमलावरों शनि कर्मावत और निहार कर्मावत को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। दोनों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। व्यापारियों ने बंद कीं दुकानें, कोतवाली पहुंचेघटना के विरोध में माधव चौक के व्यापारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर बड़ी संख्या में कोतवाली पहुंचे। उन्होंने आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर सख्त कार्रवाई करने की मांग की। देखिए सामने आए 4 सीसीटीवी फुटेज... 20 माह पुराने मोबाइल को लेकर हुआ विवादरविन्द्र वॉच एवं इलेक्ट्रॉनिक्स के संचालक रविन्द्र गोयल ने बताया कि करीब 18–20 माह पहले शिवा कुमावत ने मोबाइल रिपेयरिंग के लिए उनकी दुकान पर छोड़ा था। उस समय उसे स्पष्ट कर दिया गया था कि 6 माह के भीतर मोबाइल नहीं लेने पर दुकान जिम्मेदार नहीं होगी। कर्मचारी को पीटा, फिर भाई पर हमलाशनिवार को शनि कर्मावत और निहार कर्मावत अचानक दुकान पर पहुंचे और मोबाइल की मांग करने लगे। जब कर्मचारी ने उसे बताया कि 20 माह पुराना मोबाइल ढूंढने में समय लगेगा, तो शनि भड़क गया और कर्मचारी से विवाद शुरू कर दिया। बात बढ़ने पर दोनों युवकों ने कर्मचारी के साथ मारपीट कर दी। धारदार हथियार से हमला, भाई घायलरविन्द्र गोयल ने बताया कि जब उनके छोटे भाई विवेक गोयल ने बीच-बचाव करना चाहा तो शनि कुमावत ने धारदार हथियार से उन पर हमला कर दिया, जिससे विवेक के सिर में गंभीर चोट आई और खून बहने लगा। जब रविन्द्र ने भाई को बचाने की कोशिश की, तो उनके साथ भी मारपीट की गई। पुलिस ने दिया सख्त कार्रवाई का आश्वासनमारपीट की खबर फैलते ही माधव चौक क्षेत्र के व्यापारी अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद कर कोतवाली पहुंचे और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई तथा उनका जुलूस निकालने की मांग की। कोतवाली प्रभारी कृपाल सिंह राठौड़ ने व्यापारियों को आश्वस्त किया कि आरोपियों पर सख्त धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। रविन्द्र गोयल की शिकायत पर दोनों युवकों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को सहारनपुर पहुंचे। उनके पहुंचते ही सर्किट हाउस में प्रशासनिक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने स्वागत किया। यहां डिप्टी सीएम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक जारी है। बैठक में विभागीय कार्यों की प्रगति, कानून-व्यवस्था, विकास योजनाओं और जनकल्याणकारी परियोजनाओं की विस्तार से समीक्षा की जा रही है। डिप्टी सीएम ने अधिकारियों को चेताया कि लंबित कार्य तय समय पर हर हाल में पूरे हों। जनमंच में लोगों की शिकायतें सुनेंगे समीक्षा बैठक के बाद डिप्टी सीएम जनमंच परिसर पहुंचेंगे। यहां वे आम नागरिकों, जनप्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद करेंगे। मौके पर आने वाली शिकायतों का समाधान भी कराया जाएगा। बिरसा मुंडा जयंती पर रहेंगे मुख्य अतिथि इसके बाद डिप्टी सीएम भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में वे बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष और जनजातीय समाज के लिए उनके योगदान पर प्रकाश डालेंगे। साथ ही प्रदेश सरकार की जनजातीय विकास योजनाओं की जानकारी भी साझा करेंगे। जेड प्लस सुरक्षा, पुलिस-प्रशासन अलर्ट डिप्टी सीएम को जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त है। इसी को देखते हुए जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।जनमंच और कार्यक्रम स्थल पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। कई टीमें सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रही हैं। अधिकारियों के मुताबिक, डिप्टी सीएम शाम करीब 5 बजे सहारनपुर से रवाना होंगे।
आजमगढ़ जिले के एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने जनपद में आपराधिक प्रवृति के लोगों की पुलिस से लगातार निगरानी करवा रहे हैं। इसी क्रम में बड़ी संख्या में ऐसे लोग जिनके पास सस्ता लाइसेंस है। समाज के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। ऐसे लोगों को चिन्हित करके उनके शस्त्र लाइसेंस निलंबित किया जा रहे हैं। इसी क्रम में जिले में 13 लोगों के लाइसेंस निलंबित किए गए। इस अभियान के तहत अभी तक कुल 29 शस्त्र लाइसेंस निलंबित किया जा चुके हैं। इन लोगों के लाइसेंस हुए निलंबित जिले में जिन 13 लोगों के साथ लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। उनमें प्रमुख रूप से यह लोग शामिल हैं। जयराम यादव पुत्र चन्द्रबली यादव निवासी बम्हौर(लक्षनपुरा), थाना मुबारकपुर रायफल (315 बोर), मदन यादव पुत्र रामचन्द्र यादव निवासी मोहब्बतपुर(रौजा) थाना मुबारकपुर डीबीबीएल, अब्दुल समद पुत्र जमीर अहमद, निवासी इब्राहिमपुर थाना मुबारकपुर, डीबीबीएल, मनोज कुमार यादव पुत्र सन्त प्रसाद यादव निवासी गण्डी थाना फूलपुर रिवाल्वर, मनोज सिंह पुत्र चन्द्रिका सिंह निवासी पाही जमीन पाही थाना मुबारकपुर, डीबीबीएल, मुहम्मद आजम पुत्र मुस्ताक अहमद भावारायपुर पट्टी टण्डन राय थाना बिलरियागंज, 32 बोर रिवाल्वर के लाइसेंस निलंबित किए गए है। इरफान अहमद पुत्र कायम अली निवासी पुरानुरम फूलपुर थाना फूलपुर डीबीबीएल, जिलेदार यादव पुत्र बासुदेव यादव निवासी बैसर संसारपुर थाना निजामाबाद एसबीबीएल, मनोज कुमार यादव पुत्र सन्त प्रसाद यादव निवासी गण्डी थाना फूलपुर रिवाल्वर, राहुल सिंह पुत्र मनोज सिंह निवासी पाही जमीन पाही थाना मुबारकपुर पिस्टल, राम सेवक चौहान पुत्र छांगुर चौहान निवासी आलमपुर थाना अहरौला के एसबीबीएल, राम सुरेश पुत्र छविनाथ निवासी गोसड़ी थाना दीदारगंज एसबीबीएल, सत्यप्रकाश राय पुत्र परमानन्द राय निवासी कोइलारी थाना जहानागंज डीबीबीएल के लाइसेंस निलंबित किया गया है। जिले में अपराधी प्रवृत्ति के व्यक्तियों की गतिविधियों पर निरंतर निगरानी रखी जा रही है। जिनके पास शस्त्र होने से जनमानस की सुरक्षा को खतरा है। उनके विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।
अलवर सांसद खेल उत्सव के दूसरे चरण का फाइनल शनिवार को आयोजित हुआ, जिसमें केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने खिलाड़ियों से मुलाकात की, विभिन्न खेलों के टॉस करवाए और मंच से संबोधित किया। उन्होंने बताया कि इस बार उत्सव में रिकॉर्ड भागीदारी दर्ज हुई है। पिछली बार की तुलना में इस बार 20 हजार ज्यादा, कुल 35 हजार खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि जीत-हार खेल का हिस्सा है, लेकिन असली खिलाड़ी वही होता है जो हार के बाद अगली तैयारी में जुट जाए। मंत्री ने बताया कि इस बार बाहर से आए प्रोफेशनल कोचों ने प्रतिभाशाली बच्चों को चुना है और आगे उन्हें ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। गांव-गांव में फुटबॉल समेत अन्य खेलों के लिए बेहतर संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पहली बार ऐसा महसूस हुआ कि खेल के प्रति जागरूकता इतनी बढ़ी है कि बड़ी संख्या में लोग वॉलंटियर बनने आगे आए हैं। शुक्रवार को बहरोड़ और मुंडावर टीम के बिच हुए विवार के बाद बहरोड़ गर्ल्स टीम केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव से मिली। रोती-सिसकती खिलाड़ियों ने मंत्री को बताया कि उनके साथ चीटिंग हुई और उन्हें जानबूझकर हराया गया। रेफरी पर मैच फिक्सिंग के आरोप लगाए है खिलाड़ियों का कहना है कि मंत्री ने भी सही जवाब नहीं दिया उन्होंने कहा कि हमसे ही गलती हो गई अगली बार ऐसा आयोजन नहीं कराएंगे, टीम की खिलाड़ी मोनिका ने कहा कि बोनस लाइन पर हाथ नहीं गया था, फिर भी प्वाइंट दे दिया गया, हमारी मेहनत पर पानी फेर दिया गया है। इस दौरान खिलाड़ियों के आंखों से आंसू नहीं रुक रहे। जिसके बाद मंच से प्रवक्ता ने सभी अधिकारी व नेताओं को अलग-अलग खेलों की ओर रवाना किया एसपी कलेक्टर को भी अलग-अलग खेलों की जिम्मेदारी दी एसपी को कबड्डी की और कलेक्टर को बेडमिंटन के खिलाड़ियों के पास रवाना किया।इस दौरान कुश्ती,खो-खो,कबड्डी,रस्सा कसी,दौड़,मुक्के बाजी,योगा,बॉली बॉल सहीत कई गेम गेम में खिलाड़ियों ने भाग लिया।
तरनतारन में एक इमिग्रेशन सेंटर पर गोलीबारी की घटना सामने आई है। 50 लाख रुपए की फिरौती न मिलने पर अज्ञात हमलावरों ने इस वारदात को अंजाम दिया। हालांकि, इस गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ और हमलावर मौके से फरार होने में कामयाब रहे। फाइव स्टार इमिग्रेशन सेंटर के मालिक परमिंदर सिंह, निवासी गांव भरोवाल, ने कुछ महीने पहले शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि उन्हें एक विदेशी नंबर से कॉल आया था, जिसमें फोन करने वाले ने खुद को जैसल चंबल गैंगस्टर का भाई बताते हुए 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। इस संबंध में एसएसपी को लिखित शिकायत दी गई थी। सीआईए स्टाफ और थाना श्री गोइंदवाल साहिब की पुलिस इस मामले की जांच कर रही थी। बाइक पर दो नकाबपोश आए घटना कल रात की है, जब बाइक पर सवार दो नकाबपोश हमलावर फोकल पॉइंट के पास बस स्टैंड तरनतारन स्थित इमिग्रेशन सेंटर के बाहर पहुंचे। उन्होंने पड़ोसियों से सेंटर मालिक की मौजूदगी के बारे में पूछा। इसके बाद, हमलावरों ने दूसरी मंजिल पर स्थित इमिग्रेशन सेंटर को निशाना बनाते हुए दो राउंड फायरिंग की और तुरंत मौके से भाग निकले। सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना यह पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई है। तरनतारन सिटी पुलिस स्टेशन के प्रमुख इंस्पेक्टर गुरचरण सिंह ने जानकारी दी कि इस मामले की जांच सीआईए स्टाफ द्वारा की जा रही है। तरनतारन सिटी पुलिस स्टेशन में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बागपत के हिसावदा गांव के ग्रामीणों ने तहसील में प्रदर्शन कर एक व्यक्ति द्वारा किए जा रहे अवैध निर्माण की शिकायत की है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव का निवासी कर्मवीर अपने मकान के निर्माण के दौरान गली में अवैध रूप से छज्जा निकाल रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस अवैध छज्जे के कारण गली में आवागमन बाधित हो रहा है और भविष्य में भी स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कई बार शिकायत करने के बावजूद इस मामले में कोई समाधान नहीं निकला है। समाधान दिवस के अवसर पर ग्रामीणों ने बागपत तहसील पहुंचकर अधिकारियों से इस संबंध में शिकायत की। अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कराने और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। ग्रामीण तेजपाल, मनोज और अमीचंद ने बताया कि उन्होंने इस अवैध निर्माण की शिकायत पहले भी की थी, लेकिन कर्मवीर द्वारा निर्माण कार्य लगातार जारी है। उनका आरोप है कि शिकायत करने पर कर्मवीर उन्हें धमकी भी देता है, जिससे वे काफी परेशान हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। अधिकारियों ने इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए संबंधित थाना पुलिस को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही, राजस्व विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर पूरे मामले की जांच-पड़ताल करने और नियमानुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
बिहार चुनाव में महागठबंधन की करारी हार हुई है। कांग्रेस मात्र 6 सीट ही जीत पाई। हार के बाद पटना से दिल्ली तक हलचल है। कांग्रेस ने एक बड़ी बैठक बुलाई। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर पर एक बड़ी बैठक हो रही है। बैठक में खुद नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मौजूद हैं। उनके साथ में महासचिव केसी वेणुगोपाल शामिल हैं। सूत्रों के मुताबिक बिहार चुनाव के नतीजों पर मंथन के लिए कांग्रेस पार्टी ने यह बैठक बुलायी है। इस बैठक में चुनाव परिणामों की समीक्षा, संगठनात्मक कमजोरियों पर चर्चा और आगे की रणनीति तय करने पर विचार किया जा रहा है। पार्टी बिहार में मिली हार के कारणों को समझने की कोशिश करेगी। बिहार में इन सीटों पर कांग्रेस की जीत - वाल्मीकिनगर सीट से सुरेन्द्र प्रसाद ने जीत की दर्ज। - चनपटिया विधानसभा क्षेत्र से अभिषेक रंजन विजयी रहे। - फारबिसगंज सीट पर मनोज विश्वास ने अपना परचम लहराया है। - अररिया विधानसभा क्षेत्र से आबिदुर रहमान ने प्रभावी जीत दर्ज की है। - किशनगंज सीट से मोहम्मद कमरूल होदा जीते। - मनिहारी सीट से मनोहर प्रसाद सिंह ने जीत हासिल की है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भी हारे चुनाव पिछली बार चुनाव में कांग्रेस 19 सीटें जीतने में सफल रही थी। इस बार बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार कुटुम्बा सीट से हार गए। वहीं, निवर्तमान विधानसभा में विधायक दल के नेता शकील अहमद खान को कदवा सीट पर जदयू उम्मीदवार दुलाल चंद्र गोस्वामी ने 18,368 मतों के अंतर से हराया। बिहार चुनाव के परिणाम आने के बाद राहुल गांधी ने अपने सोशल मीडिया X पर लिखा, मैं बिहार के उन करोड़ों मतदाताओं का हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने महागठबंधन पर अपना विश्वास जताया। बिहार का यह परिणाम चौंकाने वाला है। हम एक ऐसे चुनाव में जीत हासिल नहीं कर सके, जो शुरू से ही निष्पक्ष नहीं था। यह लड़ाई संविधान और लोकतंत्र की रक्षा की है। कांग्रेस पार्टी और INDIA गठबंधन इस परिणाम की गहराई से समीक्षा करेंगे और लोकतंत्र को बचाने के अपने प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाएंगे।
बांदा में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास कार्यपाल योजना के तहत लिए गए ऋण में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। ईदगाह रोड, हाथी खाना, अलीगंज निवासी इरफान खान ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर आरोप लगाया है कि उनके 4.5 लाख रुपये के ऋण में से 3 लाख रुपये से अधिक की राशि बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से निकाल ली गई। इरफान ने बताया कि वह ऑटो पार्ट रिपेयर का व्यवसाय शुरू करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने 24 मई 2025 को उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन केंद्र में 4.5 लाख रुपये के ऋण के लिए आवेदन किया। विभाग ने उन्हें जुलाई 2025 में एसबीआई, अलीगंज शाखा में आवेदन प्रक्रिया पूरी करने को कहा। अमन और मनोज ने दी मदद की बात, कागजों पर करवाए साइन अगस्त के पहले सप्ताह में जब इरफान बैंक पहुंचे तो उनकी मुलाकात अमन गुप्ता और मनोज चौरसिया से हुई। दोनों ने दावा किया कि उनकी बैंक के फील्ड ऑफिसर सुयश मिश्रा और मुख्य शाखा प्रबंधक अजय सिंह सेंगर से जान-पहचान है और वे ऋण जल्दी पास करा देंगे।इरफान के अनुसार, दोनों उन्हें फील्ड ऑफिसर और मैनेजर के पास ले गए, जहां मैनेजर ने कई सादे कागजों और निकासी पर्चियों पर उनसे हस्ताक्षर करवा लिए। कहा गया कि ऋण जल्द मिल जाएगा। मोबाइल पर आया लोन स्वीकृति संदेश, अगले दिन पैसा निकला मिला 25 अगस्त को इरफान के मोबाइल पर 4,09,122 रुपये का ऋण स्वीकृत होने का संदेश आया। जब वह अगले दिन बैंक पहुंचे तो फील्ड ऑफिसर सुयश मिश्रा ने बताया कि यह पैसा अमन गुप्ता निकाल चुका है।इरफान ने जब शाखा प्रबंधक से शिकायत की तो उन्होंने इरफान को अमन की फर्म से मशीनरी लेने की सलाह दी। एक लाख का भुगतान मिला, बाकी देने का आश्वासन इसके बाद इरफान की अमन गुप्ता और मनोज चौरसिया से मुलाकात हुई। अमन ने मशीनरी देने से इंकार करते हुए पैसे देने का वादा किया और 1 लाख रुपये का चेक दिया, जो इरफान को मिल भी गया।शेष 3,09,122 रुपये देने का आश्वासन अभी तक पूरा नहीं हुआ है। पीड़ित ने एसपी से पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है। पुलिस ने शिकायत लेकर जांच शुरू कर दी है।
दमोह जिले के बटियागढ़ थाना क्षेत्र की फुटेराकला चौकी में पदस्थ सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) आनंद कुमार इन दिनों शिक्षक की भूमिका में भी नजर आ रहे हैं। वे चौकी परिसर में गांव के स्कूल छोड़ चुके बच्चों को पढ़ा रहे हैं। उनके इस प्रयास से स्थानीय ग्रामीण काफी खुश हैं। हाल ही में दमोह कलेक्टर सुधीर कोचर एसआईआर सर्वेक्षण कार्य के निरीक्षण के लिए गांव पहुंचे थे। ग्रामीणों ने उन्हें एएसआई आनंद के इस सामाजिक कार्य की जानकारी दी। इसके बाद कलेक्टर आनंद कुमार से मिलने चौकी पहुंचे और उनके प्रयासों की सराहना की। कलेक्टर ने कहा कि ऐसे सामाजिक और बेहतर कार्य करने वालों को प्रशासनिक स्तर पर सम्मानित किया जाना चाहिए। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा को एएसआई आनंद को प्रशंसा पत्र से सम्मानित करने के निर्देश भी दिए। एएसआई आनंद कुमार ने बताया कि गांव में कुछ ऐसे बच्चे हैं जिनके माता-पिता मजदूरी के लिए बड़े शहरों में चले जाते हैं, जिसके कारण वे स्कूल नहीं जा पाते। उन्होंने इन बच्चों को एक साथ लाकर चौकी परिसर में ही स्कूल की तरह पढ़ाने का प्रयास किया है। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो और अगले साल इन सभी बच्चों को नियमित रूप से स्कूल में दाखिला मिल सके। चौकी परिसर में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक और शाम 5 बजे से 6 बजे तक कक्षाएं लगाई जा रही हैं। इन कक्षाओं में बच्चे पढ़ाई करते हैं। पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें चौकी परिसर में ही खेलकूद भी सिखाया जा रहा है। शाम के समय बच्चों को खो-खो, कबड्डी, वॉलीबॉल और बैडमिंटन जैसे खेल भी सिखाए जाते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद जन सुराज ने शनिवार को शेखपुरा हाउस में पीसी की। राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने पार्टी के कमजोर प्रदर्शन, एनडीए की जीत, भविष्य की रणनीति पर जानकारी दी। उदय सिंह ने कहा कि वोट उम्मीद से कम मिले, पर इससे मनोबल नहीं टूटा। उन्होंने दावा किया कि अंतिम दौर में वोटरों के मन में यह डर बैठ गया कि अगर जन सुराज को ज्यादा वोट गया तो कहीं राजद फिर से सत्ता में न लौट आए, इसलिए बड़ी संख्या में वोट NDA की ओर शिफ्ट हो गए। उदय सिंह ने बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि एनडीए को मिला प्रचंड बहुमत जनता के पैसों से खरीदा गया है। बिहार सरकार ने करीब 40 हजार करोड़ रुपए खर्च कर वोट खरीदे। इनमें 14 हजार करोड़ रुपए वर्ल्ड बैंक से लिए गए लोन में से खर्च किए गए। अब राज्य के पास शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार जैसे बुनियादी क्षेत्रों पर खर्च करने के लिए पैसे नहीं बचे। उन्होंने कहा कि देश में पहले भी पैसे से चुनाव प्रभावित करने की कोशिशें होती रही हैं, लेकिन पहली बार किसी राज्य सरकार ने लोकतंत्र में इस तरह पैसे की बाढ़ ला दी। बिहार की जनता हमें एक मजबूत विपक्ष की तरह देखेगी उदय सिंह ने NDA को जीत की बधाई देते हुए कहा कि जनता ने जिस उम्मीद के साथ मतदान किया है, अब एक साफ-सुथरी और पारदर्शी सरकार देनी चाहिए। कहा कि हमारी मांग है कि नई कैबिनेट में दागी चेहरों को जगह न मिले। जिन मुद्दों पर हम बात करते रहे, उन्हीं मुद्दों पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने भी चर्चा की है। अब देखना यह है कि उन वादों पर कितना काम होता है। भले ही जन सुराज को इस बार विधानसभा में प्रवेश नहीं मिला, लेकिन उनकी पार्टी की भूमिका खत्म नहीं होती। उन्होंने कहा कि जन सुराज की स्थापना परिवर्तन के उद्देश्य से हुई थी। हम उसी दृढ़ता के साथ काम करते रहेंगे। महागठबंधन को जब मौका था, तब भी उसने विपक्ष की जिम्मेदारी ढंग से नहीं निभाई। अब बिहार की जनता हमें एक मजबूत विपक्ष की तरह देखेगी। कैश ट्रांसफर के जरिए वोट जुटाने शुरू कर दिए उदय सिंह से जब पूछा गया कि प्रशांत किशोर ने जदयू को 25 सीटों से कम मिलने की बात क्यों कही थी, तब उन्होंने कहा कि उस समय परिस्थितियां अलग थीं। बाद में सरकार ने खजाना खोल दिया और कैश ट्रांसफर के जरिए वोट जुटाने शुरू कर दिए, जिससे पूरा चुनावी समीकरण बदल गया। प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती बोले, 'हम फिर वापसी करेंगे' प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती ने कहा कि परिणाम चाहे जैसे हों, आंदोलन और संगठन की ऊर्जा कम नहीं होगी। हम जन सुराज को और मजबूत करेंगे। हर कार्यकर्ता से फिर मिलेंगे, उन्हें प्रेरित करेंगे और संगठन को नई गति देंगे। यह सिर्फ शुरुआत है।
बाराबंकी में शनिवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मनाई गई। इस अवसर पर जिले में एक विशाल जुलूस और 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया गया। यह जुलूस ऑडिटोरियम से पटेल तिराहा तक निकाला गया, जिसमें भाजपा कार्यकर्ताओं और विभिन्न स्कूलों के हजारों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। स्काउट एवं गाइड के बच्चों ने भी इसमें सक्रिय भागीदारी की। कार्यक्रम में पूर्व सांसद उपेंद्र सिंह रावत और भाजपा जिलाध्यक्ष अरविंद मौर्या सहित पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। जुलूस के दौरान पूरे मार्ग पर भारत माता की जय और सरदार पटेल अमर रहें के नारे लगाए गए। जुलूस में जुबेर अहमद और अमरदीप ने एक सजे हुए बुलडोजर पर खड़े होकर प्रतिभागियों पर फूलों की वर्षा की। यह बुलडोजर कार्यक्रम का एक विशेष आकर्षण रहा। 'रन फॉर यूनिटी' में बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम शांतिपूर्ण माहौल में राष्ट्रीय एकता का संदेश देते हुए संपन्न हुआ।
कैथल में मकान से लाखों के जेवर-कैश चोरी:गेट की ग्रिल तोड़कर अंदर घुसा चोर, पहले करनाल जेल में बंद था
कैथल जिले के पूंडरी क्षेत्र के गांव फतेहपुर में एक मकान से लाखों रुपए के गहने और नकदी चोरी करने के मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने सोना चांदी के गहने और 40 हजार रुपए नकदी चोरी कर ली थी। पकड़े गए आरोपी की पहचान गांव रमाणा रमाणी के सुनील के रूप में हुई है। पुलिस मामले में आगामी कार्रवाई कर रही है। घर में बिखरा मिला सामान गांव फतेहपुर के राकेश की शिकायत अनुसार 29 अगस्त को उनके गेट की ग्रिल टूटी हुई थी। जब उन्होंने घर में जाकर देखा तो सामान बिखरा पड़ा था। उनके घर से अज्ञात व्यक्ति सोना चांदी के आभूषण, मोबाइल फोन तथा 40 हजार रुपए नकदी चोरी करके ले गए थे। जांच में चोर का पता चला इस बारे में थाना पूंडरी में मामला दर्ज किया गया था। जांच की तो पता चला कि आरोपी सुनील ने ही वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस प्रवक्ता प्रवीन श्योकंद ने बताया कि आरोपी इससे पूर्व किसी अन्य मामले में करनाल जेल में बंद था, जिसको कोर्ट के आदेशानुसार प्रोडक्शन वारंट पर लेकर एक दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने चोरी की वारदात को कबूल किया। आरोपी के कब्जे से सोना चांदी के आभूषण तथा एक मोबाइल फोन बरामद किया गया। आरोपी को कोर्ट के आदेशानुसार न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने रॉन्ग साइड से वाहन निकालने का विरोध करने पर सिपाही पर हमला करने के मुख्य आरोपी प्रवीण लोनी को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में पहले ही तीन अन्य आरोपियों को पकड़ा जा चुका है। एसपी ट्रैफिक अतुल कुमार चौबे ने बताया कि यह घटना 2 नवंबर 2025 की शाम कोतवाली नगर थाना क्षेत्र में एक जुलूस के दौरान हुई थी। यातायात पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी पर तैनात थे, तभी कुछ व्यक्तियों ने रॉन्ग साइड से वाहन निकालने का प्रयास किया। ड्यूटी पर मौजूद ट्रैफिक पुलिसकर्मी ने उन्हें रोकने और सही दिशा में चलने की सलाह दी। इस पर उन लोगों ने पुलिसकर्मी के साथ न केवल अभद्रता की, बल्कि उसके साथ मारपीट भी की। घटना के बाद कोतवाली नगर थाने में आरोपियों के खिलाफ सख्त धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने तत्काल संज्ञान लिया और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दो विशेष टीमों का गठन किया था।
रायबरेली में हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ सैकड़ो की संख्या में एकत्र हुए हुजूम ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर कार्यवाही करने की मांग की है। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि विक्की सरवर की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने की मांग की गई है। इस संबंध में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को एक मांग पत्र भेजा गया है, जिसमें उसकी गिरफ्तारी और कठोर कार्रवाई की अपील की गई है। विक्की सरवर रायबरेली जनपद के विभिन्न थानों में हिस्ट्रीशीटर के रूप में दर्ज है। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और विभिन्न अदालतों में मुकदमे विचाराधीन हैं। आरोप है कि उसने अपनी आपराधिक प्रवृत्ति के कारण करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की है। स्थानीय लोगों के अनुसार, विक्की सरवर आए दिन आम लोगों को बिना किसी कारण के अपमानित करता है, मारपीट करता है और उनके पैसे छीन लेता है। उस पर लोगों की जमीनों पर कब्जा कराने के लिए सुपारी लेने जैसे कृत्यों में भी शामिल होने का आरोप है। हाल ही में, उसने रेलवे स्टेशन पर एक ऑटो चालक को गंभीर रूप से पीटा, जिससे वह गंभीर हालत में है। उसकी इन आपराधिक हरकतों से आम जनता में भय और आक्रोश व्याप्त है। मांग पत्र में कहा गया है कि विक्की सरवर एक आपराधिक गिरोह चला रहा है, जिसका वह मुख्य सरगना है। उसके गिरोह में फरमान, दिलशाद, आकाश और शेखू जैसे लोग शामिल हैं। पत्र में जनपद में शांति व्यवस्था और आम आदमी की सुरक्षा के लिए उसका स्वतंत्र रूप से घूमना घातक बताया गया है। मुख्यमंत्री से अपील की गई है कि विक्की सरवर की आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए तत्काल और कठोर कार्रवाई की जाए।
प्रयागराज में पांच दिनों के अंतराल में पति-पत्नी की आत्महत्या से पूरा गांव सदमे में है। 9 नवंबर को पति ने फांसी लगाकर जान दे दी थी और अब ठीक पांच दिन बाद पत्नी का शव भी कमरे के अंदर फंदे पर लटका मिला है। लगातार दो मौतों ने परिवार की खुशियां पल भर में खत्म कर दी हैं।इकलौते तीन साल के मासूम के सिर से मां-बाप का साया उठ गया है। बच्चे के रोने और माता-पिता को पुकारने की आवाज सुनकर ग्रामीणों की आंखें भर आ रही हैं। पूरा गांव इस दर्दनाक घटना से गमगीन है। इधर पुलिस भी पूरे घटनाक्रम की गंभीरता से जांच कर रही है और दोनों मौतों के पीछे छिपे कारणों को तलाश रही है। पति ने 5 दिन पहले किया था सुसाइडहोलागढ़ थाना क्षेत्र के सहावपुर गांव में रहने वाले गल्ला कारोबारी राजेश गुप्ता ने 9 नवंबर की सुबह घर के एक कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। परिवार के लोगों ने दरवाजा खोला तो वह फंदे से लटके मिले। राजेश गांव के प्रधान के छोटे भाई थे और पांच भाइयों में दूसरे नंबर पर आते थे। परिवार संयुक्त रूप से रहता था और गल्ले के कारोबार में पिता का हाथ बंटाते थे।राजेश की मौत के ठीक पांच दिन बाद, शुक्रवार सुबह उनकी पत्नी अमीषा गुप्ता (28) भी घर के कमरे में फंदे पर लटकी मिलीं। कमरे में पहुंचे परिजन चीखने-चिल्लाने लगे। लगातार दो मौतों ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है। दंपती का तीन वर्षीय बेटा प्रिंस बार-बार मम्मी-पापा पुकार रहा है। ग्रामीण बोले-नौकरी और बिजनेस को लेकर था तनावगांव वालों का कहना है कि राजेश नौकरी की तैयारी कर रहा था, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी। व्यापार में भी उम्मीद के मुताबिक लाभ नहीं हो पा रहा था। इसी तनाव में वह अवसाद में चला गया और उसने आत्महत्या कर ली। ग्रामीणों के अनुसार, पति की मौत का सदमा अमीषा बर्दाश्त नहीं कर सकीं और उन्होंने भी फांसी लगा ली। गांव में हर कोई इस घटना को लेकर दुखी है।प्रभारी निरीक्षक होलागढ़ वीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि राजेश के पोस्टमॉर्टम में मौत का कारण फांसी की पुष्टि हुई थी। अब पत्नी की आत्महत्या का मामला सामने आया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण स्पष्ट होगा। पुलिस दोनों मामलों की गहन जांच कर रही है।
सागर जिले के गोपालगंज थाना क्षेत्र के अहमदनगर में दो युवकों ने गेम जोन में घुसकर संचालक से मारपीट की। विवाद पूल गेम खेलने को लेकर हुआ। मारपीट के बाद आरोपी मौके से भाग गए। पूरी वारदात सीसीटीवी में कैद है। जिसमें आरोपी मारपीट करते हुए नजर आ रहे हैं। मामले में गेम जोन संचालक ने थाने पहुंचकर शिकायत की है। शिकायत पर पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है। पुलिस के अनुसार, फरियादी आकाश पिता लखन लाल पटेल (30) ने अहमदनगर ने थाने में आकर शिकायत की। शिकायत में बताया कि वह घर में पूल गेम का संचालन करता है। रात करीब 8.30 बजे पूल दुकान पर ग्राहक पूल गेम खेल रहे थे। मैं भी पूल गेम की दुकान के अंदर था। जहां नितिन वाल्मीकि पहले से गेम खेल रहा था। तभी रोहन वाल्मीकि पूल गेम की दुकान के अंदर आया और बोला कि मुझे भी पूल गेम खेलना है। मैंने बोला कि थोड़ा रूककर खेल लेना। गाली-गलौज के बाद मारपीट रोकने पर दोनों युवकों ने गाली-गलौज शुरू कर दी। संचालक ने मना किया तो उन्होंने पास रखा ताला उठाकर उसके सिर पर मार दिया। विवाद होते देख आसपास के लोग पहुंचे और बीचबचाव किया। दोनों आरोपी घटनास्थल से भागते समय संचालक को जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस ने शिकायत पर नितिन और रोहन के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कानपुर में मौसम बदलाव और बढ़े हुए प्रदूषण के बीच अब लोगों की आंखें भी पोस्ट-कोविड प्रभावों से अछूती नहीं बची हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग में इस समय वायरल कंजंक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या पहले से कुछ बढ़ी हैं। विभाग की प्रोफेसर डॉ. पारुल सिंह ने बताया कि कोविड के बाद जो वायरल इंफेक्शन बढ़े हुए दिखाई दे रहे हैं, उसी तरह आंखों में भी वायरल कंजंक्टिवाइटिस ने तेजी से पैर फैलाए हैं। इसको ठीक होने में अब ज्यादा समय लग रहा है। पहले बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस होती थी डॉ. पारुल ने बताया कि पहले कंजंक्टिवाइटिस के अधिकतर मामले बैक्टीरियल हुआ करते थे, जिनका उपचार बेहद सरल था। कुछ एंटीबैक्टीरियल आई ड्रॉप्स से मरीज 3-4 दिन में पूरी तरह ठीक हो जाता था, लेकिन अब स्थिति बिल्कुल बदल गई है। वायरल कंजंक्टिवाइटिस में सबसे बड़ी समस्या यह है कि एंटी-वायरल आई ड्रॉप बाजार में उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए वायरस पर दवा के जरिए सीधा हमला नहीं किया जा सकता। इस वजह से मरीजों में रोग अधिक समय तक बना रहता है और तकलीफ भी ज्यादा होती है। आंखों में पानी ज्यादा आता है डॉ. पारुल के अनुसार, वायरस से होने वाली कंजंक्टिवाइटिस में आंखों में बहुत ज्यादा लाली, पानी आना और कई बार सूजन तक देखने को मिल रही है। दवा शुरू करने के बाद भी मरीजों को ठीक होने में लगभग 14-15 दिन लग जाते हैं। वहीं, यदि संक्रमण पुतली तक पहुंच जाए तो फिर यह समय एक महीने या उससे अधिक भी हो सकता है। कुछ मरीजों में वायरल लोड ज्यादा होने पर आंखों की दवा के साथ-साथ खाने की दवाएं भी देनी पड़ रही हैं। 6 प्रतिशत बढ़े मरीज इसके साथ ही शहर में बढ़ते प्रदूषण ने स्थिति को और खराब कर दिया है। नेत्र विभाग की ओपीडी में कंजंक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या 5 से 6 प्रतिशत इस समय बढ़ी हुई है। धूल, धुआं और स्मॉग के कारण आंखें अधिक संवेदनशील हो गई हैं और संक्रमण जल्दी फैल रहा है। डॉ. पारुल ने कहा कि यह समय लापरवाही करने का नहीं है। आंखों की लालिमा, जलन, पानी आना या चिपचिपापन जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत जांच कराएं। तौलिया या रुमाल साझा करना, आंखों को हाथ लगाना या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आना संक्रमण को तेजी से फैलाता है। वायरस का प्रभाव अभी खत्म नहीं हुआ है पोस्ट-कोविड काल के ये बदलते संकेत बताते हैं कि वायरस का प्रभाव अभी खत्म नहीं हुआ है। अब यह आंखों को प्रभावित कर रहा है और एक साधारण दिखने वाला संक्रमण भी लंबी परेशानी का कारण बन सकता है।
गाजीपुर में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत 'पर ड्रॉप मोर क्रॉप' विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। यह संगोष्ठी सदर ब्लॉक स्थित जिला उद्यान कार्यालय में हुई, जिसमें गाजीपुर जनपद के लगभग 100 किसानों ने भाग लिया। संगोष्ठी का उद्देश्य किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और संसाधनों से अवगत कराना था। इसमें वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बीके सिंह और डॉ. डीके सिंह सहित 'पर ड्रॉप मोर क्रॉप' तकनीक की निर्माता फर्म के प्रतिनिधियों ने किसानों को प्रशिक्षित किया। वैज्ञानिकों ने ड्रिप सिंचाई, मिनी स्प्रिंकलर, पोर्टेबल स्प्रिंकलर और माइक्रो स्प्रिंकलर के लाभों पर प्रकाश डाला। उन्होंने किसानों को उद्यान विभाग की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान किसानों को योजना से संबंधित साहित्य भी वितरित किया गया। बताया गया कि ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर पर 90 प्रतिशत तथा पोर्टेबल स्प्रिंकलर और रेंगनर पर 75 प्रतिशत का अनुदान विभाग द्वारा प्रदान किया जा रहा है।
हिसार जिले के हांसी क्षेत्र में प्रदूषण को लेकर किसानों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। हालांकि यह सवाल उठ रहा है कि क्या प्रदूषण का एकमात्र कारण किसान ही हैं। प्रशासन को खेतों में पराली का धुआं तुरंत दिखाई देता है, लेकिन हांसी के आसपास चल रही सैकड़ों कोयला भट्ठियों और ईंट-भट्टों से निकलने वाले धुएं पर अक्सर कार्रवाई नहीं होती। हांसी पुलिस ने अब तक पराली जलाने के लगभग 15 मामले दर्ज किए हैं। रातभर चिमनियों से निकलता है धुआं बता दें कि एसडीएम राजेश खोथ भी खेत में पराली जलाते किसान के पास पहुंचे थे और अधिकारी ने मामला दर्ज करवाया था। किसानों का कहना है कि पराली का धुआं कुछ ही समय में खत्म हो जाता है। इसके विपरीत, कोयले और ईंट-भट्टों की चिमनियों से रात भर भारी धुआं निकलता रहता है। दोहरी नीति कर रही प्रयासों को कमजोर विशेषज्ञों का भी मानना है कि कोयला-भट्ठियों से निकलने वाला धुआं पराली के धुएं से कहीं अधिक हानिकारक होता है। इसके बावजूद प्रशासन की कार्रवाई मुख्य रूप से किसानों तक ही सीमित रहती है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह दोहरी नीति प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों को कमजोर कर रही है। पराली जलाने का मामला दर्ज होने पर किसानों को केवल जुर्माना ही नहीं भरना पड़ता, बल्कि अगले दो साल तक उनकी फसल को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचने में भी कठिनाई आती है। इससे किसानों को दोहरा नुकसान उठाना पड़ता है। प्रशासन प्रदूषण को लेकर गंभीर किसान संगठनों का कहना है कि यदि प्रशासन वास्तव में प्रदूषण नियंत्रण के प्रति गंभीर है, तो केवल किसानों पर सख्ती करने से समस्या हल नहीं होगी। बड़े प्रदूषकों जैसे कोयला भट्ठियों और ईंट भट्ठों पर भी समान रूप से कठोर कार्रवाई आवश्यक है, तभी वायु गुणवत्ता में सुधार के दावे हकीकत में बदल पाएंगे। भारतीय किसान यूनियन के दशरथ मलिक ने बताया कि किसान इस मुद्दे पर 26 नवंबर को होने वाली किसान महापंचायत में महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे।
कोटा में वर्क फ्रॅाम होम के नाम से महिलाओं को काम देने के बहाने लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। 50 से ज्यादा महिलाओं ने अनंतपुरा थाने पहुंचकर मामले में शिकायत दी है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। महिलाओं को घर से ब्रेल लिपि तैयार करने का काम दिया गया था। इसकी एवज में उनसे ढाई हजार रुपए लिए गए। चेन सिस्टम से लोगों को जोड़ा गया और शनिवार को कंपनी कोटा से भाग गई। पीड़िताओं ने थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज करवाई है। दरअसल, कोटा के सुभाषनगर इलाके में सिंतबर में ओएसिस इंटरप्राइजेज के नाम से एक ऑफिस शुरू किया गया था। जिसमें लोगों को चेन सिस्टम के जरिए जोड़ा गया। यहां पर महिलाओं को वर्क फ्रॉम होम का काम दिया जा रहा था। अक्षर लिखे हुए दिए जाते थे कागज ठगी का शिकार हुई बॉम्बे योजना सुभाष नगर निवासी आरती अग्रवाल ने बताया कि काम में उन्हें कागज दिए जाते थे, जिन पर अक्षर लिखे होते थे। उन अक्षरों में छेद करके डॉटस बनाने होते थे जो ब्रेल लिपी की तरह होते है। कंपनी संचालकों ने भी यही बताया था कि वह दृष्टिबाधित संस्थाओं के लिए काम करते है। काम देने की एवज में ढाई हजार रुपए लिए गए थे। इसके बाद कहा गया था कि हर 15 दिन में 150 पेज पूरे करने पर 4 हजार रुपए दिए जाएंगे। संचालकों को कॉल किया तो फोन आ रहा था बंद आरती ने बताया कि वह 15 दिन पहले संस्था से जुड़ी थी। शनिवार सुबह जब ऑफिस में कागज देने गई तो वहां ताला मिला। संचालकों को कॉल किया तो फोन बंद आ रहा था। इसी दौरान और भी लोग वहां पहुंच गए, इनमें से कई तो नया काम लेने के लिए आए थे तो कई काम की पेमेंट लेने आए थे। ठगी का पता लगने के बाद लाेग इकट्ठा होकर अनंतपुरा थाने पहुंचे, जहां ठगी की शिकायत दी गई। भरोसा दिलाने के लिए कंपनी ने पहले दिया पेमेंट विनोभाभावे नगर निवासी धनराज की पत्नी ने भी यहां से काम लिया था। धनराज ने बताया कि वह सिंतबर से इस कंपनी से जुडे थे। शुरू में तो कंपनी ने 15 दिन में रुपए भी दिए। 4-4 हजार रुपए दिए गए। ऐसे में झांसे में आकर उनसे काम लेना शुरू कर दिया। पता नहीं था कि ऐसे अचानक कंपनी ताला लगाकर फरार हो जाएगी। 150 पेज में से 13 पेज ही बाकी थे अफरोज ने बताया कि उसने भी कंपनी में पैसा जमा करवाया था। 150 पेज उसे भी दिए गए थे। उसके 13 पेज बाकी थे। उन्हें तैयार करके शनिवार को ही जमा करवाना था। शनिवार को सुबह उनके मकान के पास ही रहने वाली महिला ने कॉल कर बताया कि कंपनी पर तो ताला लग गया है। जिसके बाद वह भी मौके पर पहुंची। आर्थिक स्थिति खराब होने पर ही जुड़े थे कंपनी से महिला ने बताया कि आर्थिक स्थिति खराब है, तभी तो कंपनी से जुडे़ थे। लेकिन जो कुछ रकम हमारे पास थी वह भी कंपनी वालों ने ठग ली। चेन सिस्टम से जोड़ने पर मिलेंगे 500 रुपए कंपनी संचालकों ने ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए चेन सिस्टम चलाया था। लोगों को झांसे में लेने के लिए पहले तो शुरू में जो लोग जुड़े उन्हें काम के बदले 4 हजार रुपए दिए गए। इसके बाद लोगों से कहा गया कि और लोगों को जोड़ने पर 500 रुपए का कमीशन भी मिलेगा। इस झांसे में आकर लोगों ने दूसरे लोगों को भी इस कंपनी से जोड़ना शुरू कर दिया। इस तरह एक के बाद एक लोग कंपनी से जुड़ते रहे। विनोभाभावे के रहने वाले धनराज ने बताया कि उसने भी 5-7 लोगों को जुड़वाया है, हम वह उससे रुपए मांग रहे है। इसी तरह अन्य लोगों ने भी अपने रिश्तेदारों, दोस्तों को कंपनी में जुड़वाया और उनसे पैसे जमा करवा दिए। कंपनी ने ऑफिस में 20 लोगों का रखा था स्टाफकंपनी ने ऑफिस में 20 लोगों का स्टाफ भी रखा था। जिन्हें ज्वॉइन करने के बाद से ही सैलरी नहीं दी गई। सैलरी मांगने पर कहा जाता कि कुछ दिन में सैलरी अकाउंट खुलवाकर जमा करवा देंगे। इस कंपनी में काम करने वाले संजय ने बताया कि उसे 20 हजार रुपए सैलरी का वादा करके रखा गया था, लेकिन सैलरी नहीं दी गई। यहां रोज स्टाफ की भर्ती भी की जा रही थी। ऑफिस में काम से जुड़ने के लिए रोज 500 से ज्यादा लोग आ रहे थे। ऐसे में ठगी का शिकार हुए लोगों की संख्या सैकड़ों में हो सकती है। स्टाफ को सैलरी नहीं, कोटा छोड़ने को कहा कंपनी में जॉब कर रही कोमल ने बताया कि शनिवार सुबह ग्रुप पर मैसेज किया गया कि आज से परमानेंट ऑफिस बंद हो गया है, किसी को भी काम पर नहीं आना है। जो लोग काम कर रहे हैं, वह कुछ दिन के लिए कोटा छोड़कर चले जाए। इसके बाद से कंपनी संचालकों के नंबर बंद है।
बीएचयू में काशी शब्दोत्सव-2025 का आयोजन किया जा रहा है। आयोजक डॉ. राय ने बताया कि 16 से 18 नवम्बर 2025 तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय इस शब्दोत्सव का उद्देश्य भारतीय चिंतन परंपरा, सामाजिक-सांस्कृतिक मूल्यों और ज्ञान-संरचना को व्यापक जनमानस तक पहुँचाना है। उन्होंने कहा कि काशी शब्दोत्सव राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और स्थानीय स्तर पर समाज जीवन से जुड़े विविध विषयों पर संवाद स्थापित करता है। इस वर्ष का मुख्य विषय “विश्व कल्याण : भारतीय संस्कृति” इसी दृष्टि से अत्यंत सार्थक है। संस्कृत विभागाध्यक्ष का वक्तव्य काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रो. सदाशिव द्विवेदी ने बताया कि उत्सव का आयोजन BHU के स्वतंत्रता भवन सभागार में विश्व संवाद केन्द्र, काशी तथा संस्कृत विभाग के संयुक्त तत्वावधान में होगा। उन्होंने बताया कि आयोजन को लेकर सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। उत्सव के संरक्षक मनोज कांत ने कई दिनों तक शहर प्रवास कर काशी के प्रबुद्धजनों, विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षकों, विद्यार्थियों और आयोजन समितियों के सदस्यों से लगातार संवाद किया। बैठकें आयोजित कर सभी सत्रों की विषय-वस्तु, दायित्व-विभाजन और आयोजन संबंधी चुनौतियों की गहन समीक्षा की गई, ताकि कार्यक्रम में किसी प्रकार की कमी न रह जाए। कुल 10 सत्रों में निम्न प्रमुख विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा विमर्श किया जाएगा— भारतीय ज्ञान परंपरा, परिवार और कौटुंबिक अवधारणा,सामाजिक समरसता,समाज प्रबंधन,लोकतांत्रिक शुचिता,भारतीय साहित्य,पर्यावरण एवं न्यायबोध,भारतीय चिकित्सा पद्धति,पौराणिक एवं वैदिक संदर्भ,भारतीय शिक्षा अवधारणा और उसका क्रियान्वयन इसके अतिरिक्त ललित कला, लोक परंपराएँ और सांस्कृतिक विरासत भी चर्चा का प्रमुख केंद्र रहेंगी। इन सत्रों में देश-विदेश के अनेक विशिष्ट विद्वान और विषय-विशेषज्ञ शामिल होंगे। राष्ट्रीय पुस्तक प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम उत्सव का एक विशेष आकर्षण तीन दिनों तक चलने वाली राष्ट्रीय पुस्तक प्रदर्शनी होगी, जिसका आयोजन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, नई दिल्ली के सहयोग से किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रतिदिन सायंकाल लोक एवं शास्त्रीय संगीत, नाट्य मंचन, लोकगायन, मानस प्रसंग सहित अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएँगे। इनमें राम की शक्तिपूजा, सत्यवादी हरिश्चन्द्र जैसी प्रतिष्ठित नाट्य प्रस्तुतियाँ शामिल होंगी।
प्रयागराज में इन दिनों तीन दिवसीय सोरांव महोत्सव की धूम है। इसकी थीम है प्रयागराज की सांस्कृतिक धरोहरें, प्रयाग की विशेषताएं। महोत्सव में मंत्री से लेकर अफसरों की आवाजाही है। इसी से एक किलोमीटर दूर प्रयागराज की गंगा जमुनी तहजीब को तार-तार किया जा रहा है। खेत में पंडाल, स्टेज तैयार कर आरर्केस्ट्रा आधी रात तक चल रहा है। करीब 15 डांसर अश्लील गानों पर थिरक रही हैं। जहां अश्लील डांस का प्रोग्राम चल रहा है, उसी के बगल अंग्रेजी शराब, बीयर और देसी शराब का ठेका है। शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक यहां अश्लीलता परोसी जा रही है। इस अश्लील डांस प्रोग्राम में 100 रुपए टिकट रखा गया है। प्रतिदिन करीब 200 लोग पहुंचते हैं। इसके बाद नोट लुटाए जाते हैं। लग्जरी गाड़ियों से लोग डांस देखने पहुंच रहे हैं। तस्वीरें देखिए.... रुपए लुटाने पर मजबूर कर रही हिन्दी फिल्मों के गानों के साथ भोजपुरी गानों और दो अर्थी अश्लील गानों पर डांसर ठुमके लगाती नजर आ रही हैं। युवाओं की टोली नशे में धुत होकर हंगामा तक करती रही। डांसर युवआों को उत्तेजित कर रुपए लुटाने पर मजबूर कर रही हैं। डीजे की तेज आवाज से पूरा इलाका गूंज रहा है। डांसिंग मंच के पीछे पंडाल नुमा छोटे-छोटे रूम तैयार हुए हैं। कहा जा रहा है कि इसमें डांसर होने जाती हैं और मेकअप करती हैं। न कोई बोर्ड लगा है न बैनर पोस्टर लगे हैं। आयोजक कौन है, यह पूछने पर कोई नहीं बता रहा। आधी रात तक अश्लीलता की हद देखने को मिल रही है। एसीपी सोरांव प्रमिला श्याजीत का कहना है कि इस आयोजन की जानकारी उन्हें नहीं है। यदि अश्लील डांस हो रहा है तो कार्रवाई की जाएगी। इंस्पेक्टर सोरांव केशव वर्मा का कहना है कि आयेाजन की जानकारी नहीं दी गई। फोर्स भेज जाानकारी कराई जाएगी। अनुमति के बारे में भी नहीं पता।
बिलासपुर वनमंडल में जंगली हाथियों के कारण पिछले चार महीनों में 4.75 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। छत्तीसगढ़ में कुल 247 हाथी हैं, जिनमें से लगभग 100 हाथी अकेले बिलासपुर वन वृत्त के अलग-अलग क्षेत्रों में विचरण कर रहे हैं। बिलासपुर वन वृत्त के वन संरक्षक मनोज पांडेय के मुताबिक, हाथियों से हुए नुकसान के लिए प्रभावितों को मुआवजा दिया गया है। इसमें जनहानि के लिए 90 लाख रुपए, जन घायल के लिए 87,380 रुपए, पशुहानि के लिए 1 लाख 3 हजार 600 रुपए, फसल क्षति के लिए 3 करोड़ 54 लाख 16 हजार 625 रुपए और अन्य संपत्ति हानि के लिए 29 लाख 33 हजार 779 रुपए की राशि शामिल है। दूसरे राज्यों से पहुंच रहा हाथियों का झूंड हाथियों के रहवास में अंधाधुंध उत्खनन और शहरीकरण के कारण बाधा उत्पन्न हुई है। इसी वजह से पड़ोसी राज्यों ओडिशा, झारखंड और मध्यप्रदेश से हाथियों के झुंड भोजन और पानी की तलाश में लगातार छत्तीसगढ़ पहुंच रहे हैं। राजनांदगांव से महाराष्ट्र के गढ़चिरोली से भी हाथी छत्तीसगढ़ आते हैं। जानकारों के अनुसार, यहां का पारंपरिक महुआ, उससे बनी कच्ची शराब, धान के हरे-भरे खेत और चावल की खुशबू जंगली हाथियों को आकर्षित करती है। यह भी उनके मानव बस्तियों के करीब आने का एक प्रमुख कारण है। मानव-हाथी संघर्ष एक गंभीर समस्या जंगली हाथियों से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में सरगुजा और बिलासपुर सर्किल आते हैं। इनमें कोरबा, कटघोरा, धरमजयगढ़ और सरगुजा के सभी वनमंडल प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन क्षेत्रों में हाथियों का विचरण और मानव-हाथी संघर्ष एक गंभीर समस्या बन गया है। बिलासपुर वन वृत्त द्वारा मानव-हाथी संघर्ष को कम करने, हाथियों के संरक्षण को बढ़ावा देने और गज गलियारों को सुरक्षित एवं सुगम बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। बढ़ती घटनाओं को देखते हुए विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में लगातार निगरानी की जा रही है। हाथी दिखे तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें मुख्य वन संरक्षक बिलासपुर वृत ने जनता से अपील की है कि हाथियों के देखे जाने पर सूचना तुरंत वन विभाग कार्यालय और हेल्पलाइन नंबर पर दें। सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त दूरी बनाए रखें। उन्होंने कहा कि वन विभाग सामुदायिक सहयोग और वैज्ञानिक पद्धतियों के माध्यम से हाथियों के संरक्षण तथा मानव सुरक्षा को प्राथमिकता के साथ आगे बढ़ रहा है।
पलवल के हुड्डा सेक्टर-दो स्थित एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल में 17 से 19 नवंबर तक तीन दिवसीय इंटर स्कूल स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया जा रहा है। इसमें हरियाणा और उत्तर प्रदेश के 140 स्कूलों से 2500 से अधिक खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। खेल राज्यमंत्री गौरव गौतम इस प्रतियोगिता का शुभारंभ करेंगे। समापन समारोह में दिग्गज खिलाड़ी होंगे शामिलसमापन समारोह में अंतरराष्ट्रीय पहलवान दलीप सिंह राणा, अर्जुन अवार्डी गीता फोगाट और खेल विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राम मेहर सिंह मौजूद रहेंगे। एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक सुरेश भारद्वाज ने बताया कि इस मीट का उद्देश्य विद्यार्थियों में खेल भावना, अनुशासन और प्रतिस्पर्धात्मक कौशल विकसित करना है। उन्होंने कहा कि छात्रों को खेलों के प्रति जागरूक करना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित करना स्कूल के शैक्षिक दर्शन का अभिन्न अंग है। हजारों छात्रों को मिलेगा मंचएकेडमिक डायरेक्टर संतुष्टि थापर ने बताया कि यह स्पोर्ट्स मीट आसपास के क्षेत्रों के हजारों छात्रों को अपने खेल कौशल का प्रदर्शन करने का सुनहरा अवसर प्रदान कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि निकट भविष्य में इस क्षेत्र के कई खिलाड़ी ओलंपिक में देश और प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। कई खेल विधाओं में होगी प्रतिस्पर्धास्कूल के प्रबंधक चेतन भारद्वाज ने जानकारी दी कि प्रतियोगिता में खो-खो, योगा, कबड्डी, तैराकी, वॉलीबॉल, एथलेटिक्स, ताइक्वांडो और लंबी कूद सहित कई खेल विधाएं शामिल हैं। इसमें पलवल, फरीदाबाद, नूंह, सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ और मथुरा जिले के खिलाड़ी भाग लेंगे। एसपीएसआई कप रहेगा मुख्य आकर्षणप्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण एसपीएसआई कप होगा, जो सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले स्कूल को दिया जाएगा। आयोजन की सफलता में विद्यालय की प्रधानाचार्या ममता छाबड़ी, प्रबंधक चेतन भारद्वाज और संपूर्ण प्रबंधन टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।
बिहार चुनाव में एनडीए को मिली जीत पर फतेहाबाद जिला बीजेपी कार्यालय में जश्न मनाया गया। इस दौरान बीजेपी के जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा और हरियाणा सरकार में एग्रो इंडस्ट्रीज कॉर्पोरेशन के चेयरमैन भारत भूषण मिड्ढा जमकर नाचे। दोनों ने ढोल की थाप कार्यकर्ताओं के साथ डांस किया। हालांकि जश्न में बड़े नेता राज्यसभा सांसद सुभाष बराला, पूर्व मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, हरियाणा सरकार में चेयरमैन वेद फूलां आदि शामिल नहीं हुए। बता दें कि बिहार में हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की है। 243 में से एनडीए को 202 सीटें मिली हैं, इनमें से 89 जीत भाजपा ने जीती है। बिहार में पहली बार भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। पीएम मोदी दिलों के चोर - जोड़ा इस दौरान जिलाध्यक्ष प्रवीण जोड़ा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी चोर हैं, लेकिन दिलों के चोर हैं। हमने वोट चुराए हैं, लेकिन हम विकास के काम करके वोट चुराते हैं। जनता का दिल जीतकर वोट चुराने का काम भाजपा और पीएम मोदी ने किया है। बिहार की जनता ने जातिवादी, भ्रष्टाचारी और देश को तोड़ने वाली ताकतों को सिरे से नकारा है। यह पूरे देश के लिए प्रसन्नता की बात है। कांग्रेस और लालू यादव की पार्टी ने देश को तोड़ने की कोशिश की। जनता ने उनको मुंह तोड़ जवाब दिया। जनता ने ईमानदारी पर विश्वास किया है। चारा चोरों को सबक सिखाने का काम किया है। वोट चोरी की बात जनता ने झूठी साबित कर दी है। राहुल गांधी पर आत्ममंथन करें कांग्रेस- मिड्ढा चेयरमैन भारत भूषण मिड्ढा ने कहा कि कांग्रेस के लिए यह आत्ममंथन का समय है कि उसको राहुल गांधी काे अपना नेता रखना चाहिए या नहीं। वो देश की संस्कृति और भावना को नहीं समझते हैं। वे चुनाव आयोग के खिलाफ बोलते हैं। कांग्रेस डूब रही है। कांग्रेस के कार्यकर्ता व नेता राहुल गांधी के नेतृत्व पर विचार करें।
बांसवाड़ा में आपसी विवाद में पड़ोसी ने चाकू मारा:पुलिस बोली- छीनाझपटी में चोट लगने की आशंका; इलाज जारी
राज तालाब थाना क्षेत्र के हुसैनी चौक में एक मामूली सी बात पर हुए विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। दो पड़ोसियों के बीच झगड़ा इतना बढ़ा कि एक ने दूसरे पड़ोसी पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया, जिससे युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को उसकी पत्नी पहले राज तालाब थाना लेकर पहुंची, जिसके बाद पुलिस ने उसे उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। देर रात हुई घटना, एमजीएच में भर्ती राज तालाब थाना पुलिस के एएसआई भूल सिंह घायल युवक को शुक्रवार-शनिवार की मध्य रात्रि करीब 12 बजे एमजी अस्पताल लेकर आए। हुसैनी चौक निवासी पप्पू लाडिया पुत्र लाड मोहम्मद सिलावट का उपचार करने के बाद उसे वार्ड में भर्ती कर लिया गया है। घर पर हुआ झगड़ा परिजनों ने बताया कि पप्पू लाडिया अपने घर पर था और किसी बात को लेकर उसका अपने पड़ोसी से विवाद हो गया था। गुस्से में आकर पड़ोसी ने पप्पू पर चाकू से हमला कर दिया। घायल अवस्था में पप्पू को उसकी पत्नी पुलिस थाने लेकर गई थी। इस बारे में राजतालाब थानाधिकारी देवीलाल मीणा ने बताया कि रात को पड़ोसियों में विवाद पर चाकू लगने से युवक घायल हुआ था, घटना के बाद मौके पर पह़ुंचा था। घायल युवक स्वयं चाकू लेकर गया था। छीनाझपटी में युवक को चाकू लग जाना प्रतीत हो रहा है। चाकू मारने वाले युवक को डिटेन कर लिया है। परिजनों की रिपोर्ट नहीं आई हैं। रिपोर्ट आने पर कार्रवाई करेंगे।

