शिक्षा मंदिरों में आर्थिक शुचिता एवं पारदर्शिता अनिवार्य : राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े
अजमेर। कुलाधिपति एवं राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने आज महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर के प्रवास के दौरान शिक्षकों एवं अधिकारियों से संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने छात्रहित, अनुसंधान, रोजगारपरक शिक्षा तथा उच्च शिक्षा की गुणवत्ता से जुड़े विभिन्न महत्त्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन प्रदान किया। बागड़े ने कहा कि विश्वविद्यालयों को अनुसंधान के […] The post शिक्षा मंदिरों में आर्थिक शुचिता एवं पारदर्शिता अनिवार्य : राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े appeared first on Sabguru News .
औरंगाबाद शहर के सम्राट अशोक सभागार में विश्व इंजीनियर्स-डे समारोह पूर्वक मनाया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता ई. अर्जुन प्रसाद सिंह, विशिष्ट अतिथि सेवानिवृत आईएएस प्रमोद सिंह, नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता एवं ई. सुबोध कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर इंजीनियरों ने विश्व सरैया के चित्र पर माल्यार्पण किया और उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया। मुख्य अतिथि ई. अर्जुन प्रसाद सिंह ने कहा कि अभियंता दिवस का यह आयोजन न केवल अभियंताओं के सम्मान का प्रतीक बना, बल्कि राज्य के सर्वांगीण विकास में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करता रहा। उन्होंने कहा कि विश्वसरैया ने जो कार्य किए उसे आज भी याद किया जाता है। उन्होंने इस अवसर पर उपस्थित सभी छात्रों को लगन, मेहनत व अनुशासन के साथ शिक्षा ग्रहण करने की टिप्स दिये। साथ ही इंजीनियर बनने के लिए प्रेरित भी किया। विश्वेसरैया के जीवन पर प्रकाश डाला सेवानिवृत आईएएस प्रमोद सिंह ने कहा कि बच्चों को अपनी क्षमता और ज्ञान का उपयोग देश सेवा में करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश के अभियंता नवाचार, समस्या-समाधान, राष्ट्र निर्माण और भविष्य के निर्माता के रूप में कार्य कर रहे हैं। नगर परिषद अध्यक्ष उदय गुप्ता ने कहा कि हमारे देश के अभियंता नवाचार, समस्या-समाधान, राष्ट्र निर्माण व भविष्य के निर्माता के रूप में कार्य कर रहे हैं। अतिथियों ने एम विश्वेसरैया के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके विचारों और उनके आदर्शों पर चलने की अपील की। ई. सुबोध सिंह ने कहा कि आधुनिक भारत के निर्माण में इंजीनियरों की भूमिका हमेशा अहम रही है। उन्होंने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज भी कई दशकों पुराने निर्माण मजबूत हैं, जबकि हाल के कई स्ट्रक्चर कमजोर साबित हो रहे हैं। इंजीनियरों को टिकाऊ और गुणवत्तापूर्ण निर्माण पर ध्यान देना चाहिए।
UP : शिक्षा, कौशल विकास और AI पर जनता दे रही सुझाव, अब तक डेढ़ लाख फीडबैक दर्ज
Uttar Pradesh News : योगी सरकार द्वारा संचालित 'समर्थ उत्तर प्रदेश–विकसित उत्तर प्रदेश @2047' अभियान निरंतर जनभागीदारी और सुझावों के साथ आगे बढ़ रहा है। रविवार तक प्रदेश के सभी 75 जनपदों में नोडल अधिकारियों एवं प्रबुद्धजनों ने भ्रमण कर छात्रों, ...
रायबरेली में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बैनर तले शिक्षकों ने नई शिक्षा नीति के विरोध में प्रदर्शन किया। विकास भवन में एकत्रित सैकड़ों शिक्षकों ने टीईटी की अनिवार्यता को लेकर अपनी नाराजगी व्यक्त की। शिक्षकों का कहना है कि सेवाकाल के दौरान न्यूनतम योग्यता में किए गए बदलाव का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने सरकार से शिक्षा नीति में संशोधन की मांग की है। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने सरकार से सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की भी मांग की। शिक्षकों का कहना है कि नई नीति से उनके हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। देखें 3 तस्वीरें... इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों के मुताबिक बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा लगातार इस मामले को लेकर सिर्फ और सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है अगर सरकार द्वारा कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जाता है शिक्षा नीति में तब्दीलियां नहीं की जाती है तो निश्चित तौर पर आने वाले समय में शिक्षक पूरी तरह से हड़ताल और कार्य को बहिष्कार करने के लिए मजबूर होगा।
कटिहार में एक दर्दनाक सड़क हादसे में सेवानिवृत्त प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी जयप्रकाश जयसवाल की मौत हो गई। शनिवार सुबह हृदयगंज चौक पर मॉर्निंग वॉक के दौरान कटिहार से भागलपुर जा रही सरस्वती बस ट्रेवल्स की बस ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे में जयसवाल के सिर में गंभीर चोट लगी और अत्यधिक रक्तस्राव हुआ। स्थानीय युवकों ने उन्हें तुरंत कटिहार मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। हालत गंभीर होने के कारण चिकित्सकों ने उन्हें सिलीगुड़ी रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान उनकी आज सुबह मौत हो गई। बस संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने सहायक थाने में बस संचालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है, जबकि चालक मौके से फरार हो गया। पोस्टमार्टम के बाद आज सोमवार को मनिहारी में अंतिम संस्कार किया जाएगा। 3 साल पहले मां की मौत अब पिता की मृतक का बेटा ऋषभ आनंद ने बताया कि उनके पिता 4 साल पहले मुंगेर में पद स्थापित थे जहां से वह सेवानिवृत हुए। 3 साल पहले उनकी मां की मौत हो गई है अब सर से पिता का भी साया उठ गया है। घर में सिर्फ वह और उसकी छोटी बहन है इस दुर्घटना के बाद दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। किसी की आवाज सुनकर मुड़े और सड़क पार करने लगे जयसवाल अपने घर पंचवटी से चिल्ड्रन पार्क की ओर टहलने जा रहे थे। हृदयगंज चौक पर किसी की आवाज सुनकर वे मुड़े और सड़क पार करने लगे। इसी दौरान बस ने उन्हें टक्कर मार दी। घटना की पुष्टि कई प्रत्यक्षदर्शियों ने की है।
MP News शिक्षा क्षेत्र में डिजिटल क्रांति: विमर्श पोर्टल से मजबूत हो रहे सरकारी स्कूल
भोपाल: मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग (MP School Education Department) ने राज्य की शिक्षा व्यवस्था में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए विमर्श पोर्टल (Vimarsh Portal) की शुरुआत की है। यह डिजिटल प्लेटफार्म (Digital Platform) सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता (Academic Quality in MP) बढ़ाने और शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को अकादमिक रूप से सशक्त बनाने के ... Read more
छत्तीसगढ़ में जल्द उच्च शिक्षा विभाग में 700 पदों पर भर्ती की जाएगी। वित्त विभाग ने इसके लिए प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इन 700 में 625 पद सहायक प्राध्यापक के हैं। 25 क्रीड़ा अधिकारी और 50 भर्तियां ग्रंथपाल के पदों पर होगी। राज्य सरकार ने कहा है कि इन नियुक्तियों से महाविद्यालयों में पढ़ाई और शोध की गुणवत्ता बढ़ेगी। इसके साथ ही स्टूडेंट्स को बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा। बता दें कि मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप शिक्षकों के 5000 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया भी जारी है। मुख्यमंत्री बोले – यह ऐतिहासिक कदम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि यह निर्णय प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने और उच्च शिक्षा संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण वातावरण बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। महाविद्यालयों में रिक्त 700 पदों पर भर्ती से न केवल शैक्षणिक स्तर सुदृढ़ होगा, बल्कि विद्यार्थियों को बेहतर प्रशिक्षण और सीखने के अवसर मिलेंगे। वित्त मंत्री बोले - शिक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शिक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। 700 पदों पर भर्ती की स्वीकृति युवाओं को रोजगार देने और भविष्य की पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बड़ा निर्णय है। सरकार का दावा - 4 से अधिक विभागों में बड़ी संख्या में हुई भर्तियां पिछले 21 महीने में प्रदेश सरकार ने अलग-अलग विभागों में बड़े पैमाने पर भर्तियां की हैं
शिक्षाविद् अंजनी कुमार सिंह को हिंदी रत्न सम्मान
सिमडेगा | हिंदी दिवस के अवसर पर सिमडेगा जिले के सुप्रसिद्ध शिक्षाविद्, लेखक एवं साहित्यकार अंजनी कुमार सिंह को विश्व हिंदी रत्न की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें हिंदी भाषा और साहित्य के संरक्षण,संवर्द्धन एवं वैश्विक प्रचार-प्रसार में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए नेपाल में प्रदान किया गया। सम्मान समारोह नेपाल की प्रतिष्ठित संस्था बहुक्षेत्रीय सम्मान फाउंडेशन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिंदी कविता प्रतियोगिता के अवसर पर हुआ। इस प्रतियोगिता में भारत सहित कई देशों के रचनाकारों ने भाग लिया। निर्णायक मंडल द्वारा सिंह की कविता को श्रेष्ठ रचना के रूप में चयनित किया गया,जिसके आधार पर उन्हें यह अंतरराष्ट्रीय सम्मान प्रदान किया गया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य हिंदी साहित्य को विश्व स्तर पर नए आयाम देना, देवनागरी लिपि के संरक्षण को बढ़ावा देना तथा भारत और नेपाल के बीच सांस्कृतिक एवं शैक्षिक संबंधों को और भी सशक्त बनाना था।
कैडर यूनियन की मांगों के संबंध में उप-शिक्षा सचिव पंजाब से मुलाकात की
लुधियाना|मास्टर कैडर यूनियन पंजाब जिला इकाई लुधियाना ने उप-शिक्षा सचिव पंजाब हरप्रीत सिंह से मुलाकात की। इस अवसर पर मास्टर कैडर यूनियन पंजाब के प्रदेश उपाध्यक्ष जगजीत सिंह साहनेवाल, राज्य समिति सदस्य एवं जिला वित्त सचिव स्वर्ण सिंह, राज्य समिति सदस्य एवं जिला महासचिव गुरप्रीत सिंह दोराहा, जिला समिति सदस्य राकेश कुमार वेरका आदि उपस्थित रहे, जिन्होंने हरप्रीत सिंह का विशेष रूप से सम्मान किया। बैठक के दौरान मास्टर कैडर के विभागीय मुद्दों पर चर्चा की गई। उप-शिक्षा सचिव ने इन मुद्दों को प्राथमिकता के आधार पर हल करने का आश्वासन दिया।
श्रमोदय विद्यालयों को 2022 में श्रम विभाग से लेकर स्कूल शिक्षा विभाग को सौंपा गया था, ताकि उनकी व्यवस्था और बेहतर हो सके, लेकिन स्थिति और बिगड़ गई। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर में संचालित इन आवासीय विद्यालयों में खराब प्रबंधन और संसाधनों की कमी के कारण छात्रों की संख्या घट रही है। भोपाल के 115 छात्र इसी साल स्कूल छोड़ चुके हैं, जिनमें 11वीं कक्षा के 41 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। छात्राओं और अभिभावकों की नाराजगी को देखते हुए इन विद्यालयों का संचालन फिर से श्रम विभाग को सौंपने की तैयारी की जा रही है। मंत्रालय स्तर पर इसके लिए फाइल मूव हो चुकी है। जल्द ही मामले में फैसला हो जाएगा। उच्च स्तर पर माना जा रहा है कि जब तक विद्यालय श्रम विभाग के अंतर्गत थे, व्यवस्थाएं अपेक्षाकृत बेहतर थीं। श्रमोदय विद्यालयों को 2022 में श्रम विभाग से लेकर स्कूल शिक्षा विभाग को सौंपा था समस्याएं... न स्कूल बस न यूनिफॉर्म-स्टेशनरी मिल रही टेस्ट के जरिये होता है एडमिशनछठवीं से 12वीं तक संचालित इन आवासीय सुविधा वाले विद्यालयों में श्रमिकों के बच्चे पढ़ने के लिए लालायित रहते हैं। राज्य स्तर पर टेस्ट लिया जाता है। अव्वल आने वाले बच्चों को भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के श्रमोदय विद्यालयों में प्रवेश दिया जाता है। स्कूल वापस लेने पर विचार जारी^श्रमोदय विद्यालयों को स्कूल शिक्षा विभाग से वापस श्रम विभाग में लेने पर विचार चल रहा है। इसके विभिन्न पहलुओं पर चर्चा जारी है। -बसंत कुर्रे, सचिव श्रम विभाग
उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने हिन्दी दिवस के अवसर पर रविवार को एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया। यह कार्यक्रम हिन्दी भवन के निराला सभागार में आयोजित हुआ। दीप प्रज्वलन और माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद रत्ना शुक्ला ने वाणी वंदना प्रस्तुत कर माहौल को भक्ति और साहित्य की सुगंध से भर दिया। कार्यक्रम में बतौर सम्माननीय अतिथि डॉ. ऋचा मिश्रा, डॉ. हेमांशु सेन सिंह और डॉ. रामकृष्ण मौजूद रहे। तीनों का स्वागत डॉ. अमिता दुबे, प्रधान संपादक, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने स्मृति चिह्न भेंटकर किया। हिन्दी की वैश्विक पहचान अपने विचार रखते हुए डॉ. ऋचा मिश्रा ने कहा कि हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र संघ में मान्यता मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर सदैव विश्व के लिए मार्गदर्शक रही है। आज विदेशों में भी हिन्दी तेजी से लोकप्रिय हो रही है और इसमें संचार माध्यमों की भूमिका अहम है। हिन्दी हमारी पहचान और सम्मान की भाषा डॉ. हेमांशु सेन सिंह ने कहा कि हिन्दी हमारी पहचान और सम्मान की भाषा है। यह नायकत्व की भूमिका निभा रही है और निरंतर विश्व स्तर पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने गांधीजी के शब्दों को याद दिलाते हुए कहा कि हिन्दी उनके लिए स्वराज का प्रश्न थी। हिन्दी की समावेशी प्रवृत्ति और व्यापक व्याकरण इसे सजीव और विराट भाषा बनाते हैं। डॉ. रामकृष्ण ने कहा कि भारत लोकतांत्रिक राष्ट्र है और यहां हिन्दी व्यापक रूप से बोली जाती है। इसलिए संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी की मान्यता की पूरी संभावना है। उन्होंने बल दिया कि भारत को विश्व मंच पर हिन्दी को लेकर प्रभावशाली भूमिका निभानी होगी। हिन्दी का परचम लहराने का संकल्प विशेष सचिव (भाषा) ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि वेदों और पुराणों ने हिन्दी को सर्वोच्च स्थान दिलाने की नींव रखी है। उन्होंने विश्वास जताया कि एक दिन हिन्दी विश्व फलक पर अपना परचम लहराएगी।कार्यक्रम का संचालन डॉ. अमिता दुबे ने किया और अंत में साहित्यकारों, शिक्षाविद और सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
श्रावस्ती के बहोरवा में एजुकेट गर्ल्स संस्था ने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए रात्रि चौपाल का आयोजन किया।दरअसल पिछले करीब 18 वर्षों से बालिका शिक्षा के क्षेत्र में कार्यरत यह संस्था समाज में शिक्षा की लगातार रोशनी फैला रही है। बताते चलें की जमुनहा विकासखंड के ग्राम बहोरवा में आयोजित कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी राज किशोर और सतीश मुख्य अतिथि रहे। वहीं उन्होंने कहा कि शिक्षा हर बच्चे का मौलिक अधिकार है। हर माता-पिता का दायित्व है कि वे अपने बच्चों, विशेषकर बेटियों को भी स्कूल जरूर भेजें। रात्रि चौपाल में अभिभावकों को सरकारी शैक्षिक योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा की विस्तार से जानकारी दी गई।वहीं आधार कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र की समस्याओं पर चर्चा हुई। ग्राम प्रधान ने इन समस्याओं के समाधान का आश्वासन भी दिया। कार्यक्रम में शिक्षा से जुड़ी एक प्रेरक फिल्म दिखाई गई। एजुकेट गर्ल्स के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्याम नाथ, जिला प्रशिक्षण अधिकारी सांवरा और अन्य पदाधिकारी मौके पर मौजूद रहे। मुख्य अतिथियों ने संस्था के प्रयासों की काफी सराहना भी की। उन्होंने कहा कि एजुकेट गर्ल्स बालिकाओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए काम कर रही है। यह कार्यक्रम क्षेत्र में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में काफी सफल रहा है।
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर BSP ने जागरुकता यात्रा शुरू की है। यह यात्रा जहानाबाद पहुंची, जहां राज्यसभा सांसद रामजी गौतम ने पार्टी की रणनीति साझा की। गौतम ने कहा कि, BSP बिहार में सभी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी किसी से गठबंधन नहीं करेगी और अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। उनका दावा है कि इस बार बिहार में BSP के बिना सरकार नहीं बनेगी। पिछली सरकारों ने बिहार का विकास नहीं किया सांसद ने बिहार की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने बिहार का विकास नहीं किया। शिक्षा और स्वास्थ्य की स्थिति खराब है। बीएसपी की सरकार बनने पर गरीबों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। उद्योग लगाने और रोजगार सृजन का किया वादा गौतम ने उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार के कार्यकाल का उदाहरण देते हुए कहा कि बिहार में भी ऐसा ही विकास होगा। उन्होंने बड़े उद्योग लगाने और रोजगार सृजन का वादा किया। साथ ही बंद पड़े उद्योगों को फिर से चालू करने की बात कही। उन्होंने कहा कि BSP सरकार बनने पर राज्य में कानून का राज स्थापित किया जाएगा। गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार समाप्त किया जाएगा। पार्टी सभी जिलों में जागरूकता यात्रा के माध्यम से लोगों से संवाद कर रही है। गौतम के अनुसार बड़ी संख्या में लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
बागपत के रोशनगढ़ गांव में महर्षि प्रजापति शिक्षा समिति शुकतीर्थ द्वारा 35वां वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यमंत्री धर्मवीर सिंह प्रजापति ने आसपास के जनपदों से आए मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया। राज्यमंत्री ने कहा कि प्रजापति समाज का युवा अब हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है। उन्होंने युवाओं को शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। कार्यक्रम पिलाना भट्टे के समीप हरिराम दूध डेयरी पर आयोजित किया गया। राष्ट्रीय प्रजापति महासभा के अध्यक्ष दारा सिंह प्रजापति ने समाज की हिस्सेदारी की मांग की। समाज के प्रतिनिधियों ने बताया कि एक ट्रस्ट का गठन किया गया है। जो छात्र फीस जमा करने में असमर्थ हैं, वे ट्रस्ट की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। कार्यक्रम में विनोद कुमार सुखरालिया, हरिराम प्रजापति, संजय प्रजापति, पंडित जयभगवान शर्मा, सोनपाल, पूजा साहनिया समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
सरकारी स्कूलों और छात्रावासों में अब निजी कंपनियों के उत्पादों की जगह सरकारी एजेंसियों के निर्मित सामान ही उपयोग में लाए जाएंगे। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने महत्वपूर्ण आदेश जारी किए है। अधिकारियों के अनुसार- इस पहल से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और लाखों महिलाओं एवं किसानों की आजीविका को सहारा मिलेगा। इस सम्बन्ध में माध्यमिक शिक्षा निदेशालय बीकानेर ने आदेश जारी कर सभी संयुक्त निदेश, CDEO और ADPC को अनुपालना के निर्देश दिए हैं। फैसले का मुख्य उद्देश्य और प्रभाव स्कूल और छात्रावास अब अपनी 80% तक जरूरतें इन एजेंसियों से पूरी करेंगे
अलवर में 2015 की भर्ती के लेक्चरर ने शनिवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मुलाकात कर वाइस प्रिंसिपल पदोन्नति प्रक्रिया पर आपत्ति जताई और ज्ञापन सौंपा। व्याख्याताओं का कहना है कि इस प्रक्रिया में गंभीर विसंगति पैदा हो रही है। लेक्चरर हरिराम ने बताया कि 2015 की भर्ती में सभी की काउंसलिंग एक साथ हुई थी, लेकिन जिनकी जॉइनिंग पहले हुई, उन्हीं को वाइस प्रिंसिपल बना दिया जा रहा है। इससे एक ही भर्ती के कुछ लेक्चरर को तो पदोन्नति का लाभ मिलेगा, जबकि दूसरे वंचित रह जाएंगे। उनका कहना है कि इस तरह का निर्णय एक ही भर्ती के उम्मीदवारों के साथ भेदभाव की स्थिति बनाएगा। मनोज सिंह ने कहा कि विसंगति का असर यह होगा कि राजनीति विज्ञान और अंग्रेज़ी जैसे विषयों के लगभग सभी व्याख्याता वाइस प्रिंसिपल बन जाएंगे, जबकि इतिहास और भूगोल जैसे विषयों में पद खाली ही नहीं बचेंगे। इससे न केवल भविष्य की भर्तियों में समस्या उत्पन्न होगी बल्कि अन्य विषयों के अभ्यर्थियों के लिए अवसर भी समाप्त हो जाएंगे। व्याख्याताओं ने शिक्षा मंत्री से मांग की है कि 4 अक्टूबर तक कोर्ट के फैसले आने तक वाइस प्रिंसिपल पदोन्नति प्रक्रिया पर रोक लगाई जाए।
हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह शेखावत के 107वें बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में 23 सितंबर को सीकर के प्रधानजी का जाव में रावणा राजपूत समाज की ओर से श्रद्धांजलि सभा, शहीद वीरांगना सम्मान और सामाजिक जन जागृति सम्मेलन का आयोजन होगा। इस कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन रविवार को पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, सीकर विधायक राजेंद्र पारीक और पूर्व विधायक रतन जलधारी ने किया। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा- मेजर दलपत सिंह शेखावत ने इजराइल के हाइफा शहर को तुर्की और जर्मन सेनाओं के कब्जे से मुक्त कराया था। दलपत सिंह ने जोधपुर सेना की टुकड़ी के साथ साहस का परिचय दिया था। डोटासरा ने कहा- उन्होंने शिक्षा मंत्री रहते हुए मेजर साहब की जीवनी को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करवाया, ताकि युवा और बच्चे उनके जीवन से प्रेरणा ले सकें। डोटासरा ने सभी समाजों से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि ऐसे वीर योद्धा किसी एक समाज के नहीं, बल्कि पूरे देश के गौरव हैं। 22 सितंबर को दी जाएगी शहीदों को श्रद्धांजलि आयोजन समिति के एडवोकेट हनुमान सिंह पालवास ने बताया कि 22 सितंबर को बलिदान दिवस की पूर्व संध्या पर जयपुर रोड स्थित शहीद स्मारक पर मोमबत्ती जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। अगले दिन 23 सितंबर को श्रद्धांजलि सभा, शहीद वीरांगना सम्मान और सामाजिक जन जागृति सम्मेलन का आयोजन होगा। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए सीकर जिले की सभी विधानसभाओं, शहर के वार्डों और गांवों में जनसंपर्क किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार (13 सितंबर) को जशपुर के मुख्यमंत्री बगिया कैम्प कार्यालय में एक महत्वपूर्ण पहल की। उन्होंने जिला प्रशासन और विज्ञान भारती के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते का मुख्य लक्ष्य जिले के स्कूली बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करना है। साथ ही उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी से जोड़ना है। विज्ञान भारती पहले से ही जिले में कई गतिविधियां चला रही है। इनमें 'स्पेस ऑन व्हील' कार्यक्रम शामिल है। इससे विद्यार्थियों को अंतरिक्ष विज्ञान का अनुभव मिलता है। विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी की ओर प्रेरित करना लक्ष्य संस्था विज्ञान क्लब भी स्थापित कर रही है। इससे छात्रों की जिज्ञासा और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा। विद्यार्थी विज्ञान मंथन जैसी राष्ट्रीय प्रतियोगिता से बच्चों को विज्ञान, गणित और प्रौद्योगिकी की ओर प्रेरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह समझौता जिले के विद्यार्थियों के लिए नए अवसर लाएगा। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक सोच वाली नई पीढ़ी आत्मनिर्भर भारत और विज्ञाननिष्ठ समाज की नींव रखेगी। कार्यक्रम में कलेक्टर रोहित व्यास, एसपी शशि मोहन सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार भटनागर मौजूद थे। विज्ञान भारती के प्रांत सचिव वर प्रसाद ओला, विद्यार्थी विज्ञान मंथन के प्रदेश संयोजक गौरव वर्मा और जिला संयोजक विवेक पाठक भी उपस्थित रहे।
बाराबंकी के श्रीराम स्वरूप यूनिवर्सिटी की घटना में स्टूडेंट्स के साथ अत्याचार हुआ है। दोषियों के खिलाफ बिना देर किए कार्रवाई की गई है। जांच के आधार पर आगे और कार्रवाई होगी। चाहे कोई कितना बड़ा आदमी हो, अगर जांच में गलत मिला तो एक्शन भी जरूर होगा। ये कहना है यूपी के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय का। दैनिक भास्कर से बातचीत में उन्होंने कहा- श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय प्रशासन, स्थानीय गुंडों और पुलिस प्रशासन ने मिलकर छात्रों पर अत्याचार किया है। ABVP छात्रों को पहले गुंडों ने फिर पुलिस ने पीटा। छात्रों ने घटना के वीडियो भी दिखाए थे। पढ़िए पूरा इंटरव्यू... सवाल : आप मानते हैं कि छात्रों के साथ अत्याचार हुआ?जवाब : BCI की अनुमति के बगैर कोई भी विश्वविद्यालय लॉ कोर्स को नहीं चला सकता। विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि उनके पास अप्रूवल था, लेकिन 3 साल के बाद वह खत्म हो गया। खत्म होने से पहले ही इन्होंने रिन्युअल के लिए अप्लाई कर दिया था। फीस भी जमा कर दी थी, पर अभी तक रिन्युअल नहीं हुआ। इस बारे में जैसे ही मुझे जानकारी हुई। मैंने तत्काल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से बात की। पूछा कि जब आपको रिन्युअल नहीं मिला, तब आपको एडमिशन नहीं लेना चाहिए था। मैंने उनसे कहा कि तत्काल प्रभाव से किसी एक अधिकारी से कहिए कि वह दिल्ली में डेरा डालकर बैठे और बिना देर किए BCI का लेटर लेकर आए। इस बीच ABVP के छात्र अपनी मांग रखने गए थे, विश्वविद्यालय प्रशासन ने कुछ स्थानीय लोगों को बुलाकर छात्रों की पिटाई करानी शुरू कर दी। जिसका जब छात्रों ने विरोध किया तब पुलिस से उनको पिटवाया गया। यह बेहद अफसोसजनक था। घटना के बाद तुरंत निर्णय लेते हुए सीएम योगी ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिया। उन्हें निलंबित किया गया। मंडल आयुक्त के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच शुरू करने के निर्देश दिए। हमारे उच्च शिक्षा विभाग को निजी विश्वविद्यालय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए। तीनों ही एक्शन पर तत्काल कार्रवाई शुरू हो गई थी। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। सवाल : क्या उच्च शिक्षा विभाग और पुलिस आमने-सामने है?जवाब : ऐसा नहीं है। पुलिस अपना काम कर रही है। उच्च शिक्षा विभाग अपना काम कर रहा है। दोनों ही मुख्यमंत्री के निर्देशों पर तत्काल एक्शन ले रहे हैं। गृह विभाग ने दोषी पुलिस अफसरों पर एक्शन लिया है। जांच भी शुरू कर दी है। जबकि उच्च शिक्षा विभाग ने यूनिवर्सिटी के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। सवाल : क्या यूनिवर्सिटी ओनर के हाई प्रोफाइल लोगों से संबंध हैं?जवाब : मेरी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं है। विश्वविद्यालय पुराना है, लेकिन जैसे ही मुझे इस प्रकरण की जानकारी मिली कि इसने बिना BCI के अप्रूवल के लॉ में एडमिशन लिया है। तुरंत मैंने रजिस्ट्रार से बात की थी। जांच निष्पक्ष होगी, यदि दोषी पाया गया तो बचेगा नहीं, चाहे कोई जितना बड़ा व्यक्ति हो। सवाल : ABVP के छात्रों का आक्रोश कम नहीं हो रहा, ऐसा क्यों?जवाब : ABVP एक इंडिपेंडेंट संगठन है। मुझे ये कहने में कोई हिचक नहीं कि ये विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन है। उसकी हर परिसर में, हर शहर में इकाई है। बाराबंकी की घटना का असर सुदूर क्षेत्रों में बैठे छात्रों के दिल पर हुआ है। वो लोग अनुशासित ढंग से अपनी बात रख रहे हैं। हम भी अनुशासित ढंग से उन्हें समझा रहे हैं। सरकार कार्रवाई कर रही है। सवाल : हाल ही में NIRF रैंकिंग जारी हुई है, क्या कहेंगे?जवाब : योगी जी की सरकार आने से पहले न केवल उच्च शिक्षा बल्कि प्रदेश की पूरी शिक्षा व्यवस्था का ही बंटाधार था। योगी सरकार आने के बाद इसमें जबरदस्त काम हुआ है। पहले NAAC, QAS वर्ल्ड रैंकिंग और QAS एशिया रैंकिंग में कोई विश्वविद्यालय नहीं थे। सवाल : LU के कुछ प्रोफेसर RSS-सरकार पर टिप्पणी करते हैं, क्या कार्रवाई होगी?जवाब : प्रोफेसर किसी भी राजनीतिक दल की सदस्यता ले सकते हैं, इसमें कोई वैधानिक रोक नहीं है। व्यक्ति स्वतंत्र है। आलोचना करने के लिए या समर्थन करने के लिए। अगर आलोचना सीमा से बाहर जाएगी और कानून के ऊपर जाएगी तो उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी। --------------------------- ये भी पढ़ें: शिवपाल बोले- अखिलेश ने विधानसभा के कई टिकट फाइनल किए:इटावा में कहा- कई प्रत्याशी तय होंगे; प्रधानी-बीडीसी नहीं लड़ेंगे 'यूपी के विधानसभा चुनाव की तैयारी हमने शुरू कर दी है। अखिलेश यादव की तरफ से विधानसभा के कई टिकट फाइनल हो गए हैं। कुछ प्रत्याशियों के नाम तय किए जा चुके हैं, जल्द ही अन्य उम्मीदवारों की घोषणा हो जाएगी। इस बार सपा ग्राम सभा, प्रधानी और बीडीसी के चुनाव में भाग नहीं लेगी।' यह दावा समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने इटावा में किया। (पढ़ें पूरी खबर)
बच्चों की शिक्षा को सार्थक बनाने के लिए शिक्षक और अभिभावक दोनों की भूमिका अहम : एचएम
भास्कर न्यूज | गढ़वा झारखंड शिक्षा परियोजना के निर्देश पर गढ़वा प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय कल्याणपुर में शनिवार को शिक्षक-अभिभावक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में विधायक प्रतिनिधि विवेकानंद तिवारी और विशिष्ट अतिथि के रूप में कल्याणपुर पंचायत के पूर्व मुखिया विनोद चंद्रवंशी उपस्थित थे। विद्यालय के प्रधानाध्यापक के द्वारा दोनों अतिथियों को बुके देकर सम्मानित किया गया। मौके पर उपस्थित शिक्षकों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि विवेकानंद तिवारी ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय में पढ़ाई की गुणवत्ता में सुधार लाना, बच्चों की उपस्थिति को नियमित करना तथा शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों के बीच सीधा संवाद स्थापित करना है। विशिष्ट अतिथि विनोद चंद्रवंशी ने कहा कि शिक्षा एक अनमोल चीज है। इसलिए सभी अभिभावकों को प्रतिदिन अपने बच्चों को विद्यालय भेजना चाहिए। ताकि बच्चा शिक्षित होकर समाज और देश का नाम रोशन कर सके। इस अवसर पर विद्यालय की छात्राओं के द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत की गई। विद्यालय के प्रधानाध्यापक कृष्ण मुरारी पांडेय ने बैठक के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बच्चों की शिक्षा को सार्थक बनाने के लिए शिक्षक और अभिभावक दोनों की समान भूमिका होती है। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजें और घर पर पढ़ाई के लिए प्रेरित करें। बैठक का संचालन करते हुए शिक्षक शरफुल्लाह अंसारी ने अपने संबोधन में बताया कि कई बार देखा जाता है कि छात्र नियमित रूप से विद्यालय नहीं आते, जिसके कारण उनकी पढ़ाई प्रभावित होती है। इसके लिए अभिभावकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। गोष्ठी में उपस्थित अभिभावकों ने भी अपनी बात रखी। बैठक के अंत में खेल के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक नवीन कुमार द्विवेदी, अनुज कुमार पाठक, यशमुद्दीन अंसारी, नागेंद्र चौधरी, शरफुल्लाह अंसारी, सलीम अंसारी, अब्दुल मोतल्लिब अंसारी, जावेद खान, शादाब खान, मुरारी राम, मनोज कुमार, संजय राम, सुनील कुमार विश्वकर्मा, जफर हुसैन, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मुस्तफा खान, शिक्षिका वीणा कुमारी, रोकैया तरन्नुम, अनिता कुमारी, गुलशन खातून, संयुक्ता कुमारी, मीना कुमारी सहित कई लोग उपस्थित थे।
जिला शिक्षा अधिकारी ने किया सेजेस दरभा हायर सेकंडरी स्कूल का निरीक्षण
भास्कर न्यूज | दरभा जिला शिक्षा अधिकारी बलीराम बघेल ने सेजेस हायर सेकंडरी स्कूल दरभा का औचक निरीक्षण शुक्रवार को किया। बघेल ने कक्षा 11वीं के बच्चों को जीवन जीने की कला और प्रतियोगी परीक्षा में कैसे चयन होना है विस्तार से बच्चों को बताकर उनके साथ चर्चा की। उन्होंने कक्षा शिक्षण, पुस्तकालय आदि को देखा। विद्यार्थियों के अधिगम स्तर की गुणवत्ता व कक्षा में बच्चों से प्रश्न पूछे। बच्चों द्वारा सही जवाब देने पर उन्होंने खुशी जताई। निरीक्षण के दौरान डीईओ के साथ दरभा बीईओ जगदीश पात्र, बीआरसी समलू राम कश्यप, सेजेस के प्राचार्य काछी सहित अन्य मौजूद रहे।
शिक्षा विभाग के पदोन्नत लेक्चररों को स्टेशन च्वाइस करवाने में हो रही देरी से रोष : खैहरा
भास्कर न्यूज | अमृतसर पंजाब सरकार के शिक्षा विभाग की ओर से पदोन्नत किए गए लेक्चररों को स्टेशन च्वाइस न करवाने के कारण पदोन्नत लैक्चरर कैडर में रोष है। जिला अमृतसर से पदोन्नत लेक्चररों के आगू गुरबिंदर सिंह खैहरा ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से निर्धारित समय में बदली न करके और बदलियों को लंबा खींचने के कारण पदोन्नत लेक्चररों को स्टेशन च्वाइस करवाने में हो रही देरी के कारण समूह केडर में गुस्सा है। अमृतसर से पदोन्नत लेक्चरर कमल नैन सिंह, रमिंदर सिंह, सर्बजीत सिंह, मनजीत कौर, राकेश कुमार ने कहा कि विभाग की ओर से 19 जुलाई को बायोलॉजी, इकोनोमिक्स, मैथ, फिजिक्स और हिंदी की 164 प्रमोशन और 5 अगस्त को राजनीतिक शास्त्र, पंजाबी, अंग्रेजी, कॉमर्स, संस्कृत, फाइन आर्टस, होम साइंस और सोशोलॉजी की कुल 844 प्रमोशन और 14 अगस्त को हिस्ट्री, कैमिस्ट्री और ज्योग्राफी की कुल 222 प्रमोशन की गई। आज तकरीबन पौने दो महीने बीत जाने के बावजूद भी किसी भी एक पदोन्नत लेक्चरर को स्टेशन च्वाईस नहीं करवाई गई।
बीडी कॉलेज की ओर से शनिवार को पटना के अधिवेशन भवन सभागार में पहली भुवनेश्वरी दयाल व्याख्यानमाला का आयोजन किया। व्याख्यानमाला की शुरुआत भारत के संवैधानिक विकास विषय पर हुई, जिसमें पटना साहिब के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद मुख्य वक्ता के तौर पर रहे। जिस दौरान उन्होंने कहा कि संविधान देश का मौलिक कानून है। भारत ने 75 वर्षों की संवैधानिक यात्रा में कई पड़ावों को पार कर निरंतर परिपक्वता हासिल की है। संविधान सिर्फ कानूनी दस्तावेज ही नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर का दर्पण भी है। उन्होंने आगे कहा कि जब भारत का संविधान तैयार हो रहा था, तब देश आजादी के बाद गहरे तनाव और चुनौतियों से गुजर रहा था। इसके बावजूद डॉ. राजेंद्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल जैसे महान नेताओं ने इसे दिशा दी। आज दुनिया के कुल लोकतांत्रिक हिस्से का लगभग 17 प्रतिशत भारत में है, जो हमारी लोकतांत्रिक परंपरा की ताकत को दर्शाता है। उच्च शिक्षा की गिरती स्थिति पर व्यक्त की गई चिंता इस दौरान प्रो. गिरीश चौधरी, अध्यक्ष, विश्वविद्यालय सेवा आयोग ने बिहार की उच्च शिक्षा की गिरती स्थिति पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इसे सुधारने की जिम्मेदारी शिक्षकों पर है। उन्होंने शिक्षकों से सकारात्मक प्रयास करने की सराहना की। वहीं प्रो. उपेंद्र प्रसाद सिंह, कुलपति, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ने कहा कि हर नागरिक को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए राष्ट्र सेवा में योगदान देना चाहिए। प्रो. शशि प्रताप शाही, कुलपति, मगध विश्वविद्यालय ने बी.डी. कॉलेज की प्रधानाचार्या प्रो. रत्ना अमृत की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी मेहनत और कर्मठता से एएन कॉलेज को NAAC से ‘A+’ ग्रेड प्राप्त हुआ। उन्होंने सभी को मिलकर बी.डी. कॉलेज को पटना के अग्रणी संस्थानों में शामिल करने की अपील की।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने एक राष्ट्र एक चुनाव के समर्थन में आयोजित मैराथन में हिस्सा लिया। नाना राव पार्क से घंटाघर तक आयोजित इस मैराथन में भाजपा पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता शामिल हुए। मौर्य ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने से देश की जीडीपी का 1.5 प्रतिशत यानी 4.5 लाख करोड़ रुपये की बचत होगी। इस राशि का उपयोग स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र में किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बार-बार चुनाव से सरकारी कामकाज बाधित होता है। एक राष्ट्र एक चुनाव से सरकार योजनाओं को समयबद्ध रूप से लागू कर सकेगी। भाजपा प्रदेश महामंत्री अनूप गुप्ता ने बताया कि 1952 से 1967 तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होते थे। 1967 से 1980 के बीच राजनीतिक उथल-पुथल के कारण यह व्यवस्था समाप्त हो गई। मैराथन में हजारों की संख्या में युवा, शिक्षक और व्यापारी शामिल हुए। प्रतिभागियों ने एक राष्ट्र एक चुनाव के संदेश वाली टी-शर्ट पहनी और प्ले कार्ड लिए। डिप्टी सीएम ने फूलबाग चौराहा स्थित दीनदयाल उपाध्याय प्रतिमा से मैराथन को हरी झंडी दिखाई। पद्मश्री एथलीट भी हुई शामिलमैराथन में पद्मश्री एथलीट सुधा सिंह भी शामिल हुई। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव से युवा वर्ग को अधिक राजनीतिक भागीदारी का अवसर मिलेगा। अनूप गुप्ता ने कहा कि जो मैराथन में भाग लेने वालों को सर्टीफिकेट दिया जायेगा। आज मैराथन दौड़ में हजारों लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और एक राष्ट्र एक चुनाव के महत्व को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प लिया। सांसद के साथ ही अन्य बड़े नेता भी शामिल हुए ...मैराथन दौड़ में सांसद रमेश अवस्थी, एमएलसी सलिल विश्नोई, विधायक महेश त्रिवेदी, सुरेंद्र मैथानी, नीलिमा कटियार, राम किशोर साहू, अभिषेक कौशिक, प्रशांत द्विवेदी, अनीता गुप्ता, पूनम द्विवेदी, जिला अध्यक्ष अनिल दीक्षित, शिवराम सिंह, पूर्व मंत्री बालचंद्र मिश्रा, रघुनंदन भदौरिया, सुरेश अवस्थी, अनूप अवस्थी, अनुराग शर्मा, मनीष त्रिपाठी, संतोष शुक्ला, शिवांग मिश्रा, अंकित गुप्ता, बंटी पांडे, पार्षद नवीन पंडित, अमित गुप्ता, विकास जायसवाल, सरोज सिंह, अनीता त्रिपाठी आदि रहे। यहां हुआ स्वागत ...मैराथन दौड़ फूलबाग चौराहा से बिरहाना रोड नवाबगंज घंटाघर तक आयोजन किया गया। व्यापारियों, युवाओं, महिलाओं, शिक्षकों और सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने एक जुट होकर समर्थन किया। फूलबाग चौराहे में एनसीसी कैडेट छात्र, विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने भी बड़ी संख्या में भाग लिया, व्यापार प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक विनोद गुप्ता के नेतृत्व में सैकड़ों व्यापारियों ने स्टॉल लगाकर जल प्रबंध किया जगह-जगह फूलों की वर्षा हुई ।
बालाघाट के खैरलांजी ब्लॉक के शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय के लेखापाल वरूण देव के खिलाफ शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने जनपद पंचायत उपाध्यक्ष और शिक्षा समिति के अध्यक्ष दुर्गाप्रसाद लिल्हारे, जिला पंचायत सदस्य सुनीता बहेटवार और विधायक प्रतिनिधि को अपनी शिकायत दी। दबाव बनाकर ओटीपी मांगने और पैसे निकालने का आरोप शिक्षकों का आरोप है कि लेखापाल उन पर दबाव बनाकर ओटीपी मांगता है और उसके जरिए राशि का आहरण करता है। फाइलें अटकाने और भुगतान रोकने के बाद शिक्षकों से ओटीपी लेकर उनके अकाउंट्स से पैसे निकाले जाते हैं। माध्यमिक और प्राथमिक प्रधानपाठकों को डिजीगो आईडी और पासवर्ड नहीं दिए गए हैं। लेखापाल स्वयं इसे ऑपरेट करता है। स्कूलों में विभिन्न कार्यों के लिए व्यय होने वाली राशि प्रधानपाठकों से ओटीपी पूछकर निकाल ली जाती है। यह अधिकार प्रधानपाठकों का है। इस स्थिति में अगर किसी प्रधानपाठक के खिलाफ आर्थिक गड़बड़ी की शिकायत होती है तो वह जिम्मेदार होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर से की लिखित शिकायत मध्यप्रदेश शिक्षक संघ महासचिव यामिनी मर्सकोले ने कहा कि लेखापाल का व्यवहार शिक्षकों के प्रति अनुचित है। पीड़ित शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर से लिखित शिकायत की है। उन्होंने कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। शिक्षा समिति अध्यक्ष दुर्गाप्रसाद लिल्हारे ने कहा कि लेखापाल के खिलाफ मिली शिकायतों की जल्द जांच की जाएगी।
हरियाणा के पंचकूला में क्राइम ब्रांच-19 की टीम ने 2 शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है। दोनों के खिलाफ सेक्टर 4 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर आसपास के CCTV खंगाले। जिसके बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से वे न्यायिक हिरासत भेज दिए गए। एसीपी क्राइम अरविंद कंबोज के अनुसार 12 सितंबर को क्राइम ब्रांच-19 के प्रभारी प्रीतम सिंह की टीम को गुप्त सूचना मिली कि दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर सेक्टर-16 स्थित न्यू लेबर चौक की ओर आ रहे हैं। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों संदिग्धों को रोककर पूछताछ की और मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गोविंदा पुत्र महिपाल और मनीष कुमार पुत्र रामसुंदर के रूप में हुई है, जो दोनों पंचकूला की इंदिरा कॉलोनी के रहने वाले हैं। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी गोविंदा के खिलाफ पूर्व में नशा तस्करी का एक मामला दर्ज है। बाइक और कैश बरामद डीसीपी क्राइम मनप्रीत सिंह सूदन ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से वारदात में प्रयोग की गई मोटरसाइकिल, साढे 8 हजार रुपए नकद और जरूरी दस्तावेज बरामद किए हैं। मामले की आगे की जांच मुख्य सिपाही सुनील कुमार द्वारा की जा रही है। बरामदगी के उपरांत दोनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें आज न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
जयपुर। राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने एक स्कूली छात्रा से ट्यूशन पर अश्लील हरकत करने के आरोपी संविदा शिक्षक को तत्काल नौकरी से हटाने के निदेशक (प्रारंभिक शिक्षा) सीताराम जाट को निर्देश दिए हैं। आधिकारिक सू्त्रों ने शुक्रवार को बताया कि मासूम बालिका के परिजनों ने शिक्षा मंत्री के जयपुर […] The post शिक्षा मंत्री ने धौलपुर की स्कूली छात्रा से अश्लील हरकत करने के आरोपी संविदा शिक्षक को हटाने के दिए निर्देश appeared first on Sabguru News .
झुंझुनूं जिले के 9 महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई का विकल्प भी उपलब्ध होगा। पूरे प्रदेश के 98 विद्यालयों को इस योजना में शामिल किया गया है। जिले के जिन विद्यालयों को इस योजना में चयनित किया गया है, उनमें छावश्री, किठाना, बजावा रावतका, घरड़ाना खुर्द, इंडाली, कासनी, महपालवास, कलाखरी और बलौदा शामिल हैं।अब इन विद्यालयों में विद्यार्थी अपनी पसंद के अनुसार हिंदी या अंग्रेजी माध्यम चुनकर पढ़ाई कर सकेंगे। फिलहाल अंग्रेजी माध्यम शिक्षक ही लेंगे कक्षाएंशुरुआती चरण में हिंदी माध्यम की पढ़ाई के लिए अलग से शिक्षक नहीं लगाए जाएंगे। मौजूदा अंग्रेजी माध्यम शिक्षक ही हिंदी माध्यम की कक्षाओं का संचालन करेंगे।विभाग का कहना है कि विद्यार्थियों की संख्या और आवश्यकता के अनुसार आगे चलकर हिंदी माध्यम शिक्षकों की नियुक्ति पर विचार किया जाएगा। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी उमेद सिंह महला ने बताया कि प्रदेशभर के 98 विद्यालयों में यह सुविधा शुरू की जा रही है। झुंझुनूं जिले के 9 स्कूलों को भी इसमें शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय विद्यार्थियों और अभिभावकों को विकल्प देगा, जिससे शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता में सुधार होगा। ग्रामीण विद्यार्थियों को बड़ी राहतझुंझुनूं जिले के कई ग्रामीण क्षेत्रों में अब तक हिंदी माध्यम के उच्च माध्यमिक विद्यालय उपलब्ध नहीं थे। अभिभावकों को मजबूरी में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाना पड़ता था। कई विद्यार्थी भाषा की कठिनाई के कारण पढ़ाई छोड़ देते थे या कमजोर प्रदर्शन करते थे। अब हिंदी माध्यम उपलब्ध होने से वे आसानी से शिक्षा जारी रख सकेंगे। मातृभाषा में शिक्षा से मजबूत आत्मविश्वासविशेषज्ञों का मानना है कि मातृभाषा में पढ़ाई से बच्चों की समझ बढ़ती है और उनका आत्मविश्वास भी मजबूत होता है। हिंदी माध्यम उपलब्ध होने से ग्रामीण बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में भी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे।
बड़वानी जिले के अंजड नगर में शिक्षा के क्षेत्र में एक नई पहल की जा रही है। राजपुर रोड स्थित बालक स्कूल मैदान में 22.09 करोड़ रुपए की लागत से सांदीपनी स्कूल का निर्माण कार्य चल रहा है। यह स्कूल पहले सीएम राइज स्कूल के नाम से जाना जाता था। इस स्कूल में केजी से लेकर 12वीं तक की शिक्षा दी जाएगी। चार मंजिला भवन में कुल 75 कमरे होंगे। इनमें से 45 कमरे छात्र-छात्राओं के अध्यापन के लिए समर्पित होंगे। एक साथ 1400 से 1500 विद्यार्थी यहां शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। चार मंजिला भवन में 75 कमरे, 12 प्रयोगशालाएं स्कूल में 12 प्रयोगशालाएं बनाई जा रही हैं। इसके अलावा लाइब्रेरी, नृत्य कक्ष, संगीत कक्ष, एक्टिविटी हॉल और आर्ट रूम की भी सुविधा होगी। मध्यम और गरीब वर्ग के बच्चों को कम शुल्क में उच्च स्तरीय शिक्षा मिल सकेगी। सूरत की कंपनी एम बावरिया द्वारा पिछले दो वर्षों से निर्माण कार्य किया जा रहा है। मध्य प्रदेश भवन विकास लिमिटेड, भोपाल की देखरेख में चल रहा यह निर्माण कार्य दिसंबर 2025 तक पूरा होने की संभावना है। स्कूल की नए भवन की 2 तस्वीरें....
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भाजपा सरकार की लाडली बहना योजना पर सवाल खड़े किए हैं। सिंह ने कहा कि 1250 रुपए की राशि से महिलाएं अपने परिजनों का प्राइवेट अस्पतालों में इलाज नहीं करवा सकतीं, न ही अच्छे सरकारी स्कूलों के अभाव में बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढ़ा सकती हैं और न ही बिजली के बिल का भुगतान कर सकती हैं। उन्होंने लिखा कि क्या ये पैसा इनके मामा के घर से आता है? दिग्विजय सिंह ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा 1.26 करोड़ लाडली बहनों के खाते में 1250 रुपए भेजने के अगले दिन शनिवार सुबह एक्स (ट्विटर) पर यह प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा लाडली बहनों को 1250 रुपए देकर मचाया जाने वाला शोर कई प्रश्न खड़े करता है। पूर्व सीएम ने सवाल उठाया कि जब महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की बात होती है तो सरकार क्यों उन्हें स्थायी रोजगार और अच्छा वेतनमान देने के बजाय सिर्फ सहायता राशि तक सीमित रख रही है। उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें तीन संतानों को जन्म देने की बात कही गई थी और सवाल किया कि सरकार इसे क्यों अनदेखा कर रही है। अपने ट्वीट के अंत में दिग्विजय सिंह ने हैशटैग के पहले सुशील सिंह, अंजना सिंह जबलपुर भी लिखा है, जिससे राजनीतिक हलकों में अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं। लाडली बहना योजना पर यह सवाल उठाए दिग्विजय ने
छात्रों ने जानी राजसमंद जिले की शिक्षा व्यवस्था
राजसमंद | मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी घनश्याम गौड़ ने अजीम प्रेमजी विश्वविद्यालय भोपाल के शिक्षा में स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष के 6 छात्र-छात्राओं से संवाद कर उन्हें शिक्षा विभाग की योजनाओं, विभागीय संरचना एवं जिले की वर्तमान शिक्षा स्थिति के बारे में मागदर्शन प्रदान किया। विद्यार्थियों ने सीडीईओ से जिले की शिक्षा व्यवस्था के संचालन, उच्च अधिकारी की भूमिका एवं दायित्व, बच्चों के सीखने की चुनौतियां, समुदाय की सहभागिता और स्कूलों में उपलब्ध बुनियादी ढांचे को लेकर विस्तृत जानकारी प्राप्त की। सीडीईओ गौड़ ने विद्यार्थियों को उनके भावी जीवन में शिक्षा क्षेत्र में किए जाने वाले कार्यों के प्रति प्रेरित करते हुए मार्गदर्शन दिया। इस अवसर पर समग्र शिक्षा अभियान के कार्यक्रम अधिकारी प्रवीण कुमार भी मौजूद रहे, वहीं अजीम प्रेमजी फाउंडेशन से विष्णु जोशी पर्यवेक्षक एवं सुगमकर्ता के रूप में साथ रहे। उल्लेखनीय है कि विश्वविद्यालय के ये 6 विद्यार्थी देश के विभिन्न प्रांतों से 2 सप्ताह के फील्ड विजिट पर राजसमंद आए हैं। चर्चा के अंत में विद्यार्थियों ने सीडीईओ गौड़ का आभार जताया।
शिक्षा सचिव और जेईपीसी निदेशक ने अभिभावकों से विद्यालयों में किया संवाद
रांची| स्कूली शिक्षा सचिव उमाशंकर सिंह ने शुक्रवार को राजकीय मध्य विद्यालय, रातू में आयोजित अभिभावक-शिक्षक बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा, सरकार द्वारा विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास हो रहा है। सचिव ने नियमित रूप से स्कूल आने वाले, विभिन्न शैक्षणिक एवं पाठ्येत्तर गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने वाले बच्चों को सम्मानित भी किया। वहीं, झारखंड शिक्षा परियोजना (जेईपीसी) निदेशक शशि रंजन राजकीय मध्य विद्यालय लालगुटवा, नगड़ी गए थे। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि अपने बच्चों की शिक्षा के लिए संवदेनशील बनें।
शिक्षा विभाग का राज्य स्तरीय सम्मान समारोह दिसंबर में, बीकानेर में आयोजन
शिक्षा विभाग अपने बेहतरीन कामों से विभाग की प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई दिलाने वाले अपने मंत्रालयिक एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों का सम्मान करेगा। इसके लिए राज्यस्तरीय समारोह 16 दिसंबर को बीकानेर स्थित विभाग मुख्यालय में होगा। उत्कृष्ट कार्य करने वाले 36 कर्मचारी सम्मानित होंगे। इनके चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। विभाग के संस्थापन अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी, सहायक प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ एवं कनिष्ठ सहायक, वाहन चालक, जमादार, सहायक कर्मचारी, निजी सचिवालय संवर्ग के पदनाम, आशुलिपिक आदि सम्मिलित होंगे। हर मंडल से टॉप 4 कर्मचारियों को मेरिट के आधार पर चुना जाएगा। राज्य स्तरीय समिति की विशेष अनुशंसा पर प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा निदेशालय से भी चार कर्मचारियों का चयन किया जाएगा। इस प्रक्रिया में यह स्पष्ट किया गया है कि संबंधित मंडल का कोटा निर्धारित होने के कारण अतिरिक्त वरीयता प्राप्त कर्मचारी चयन सूची में सम्मिलित नहीं होंगे। बता दें, उदयपुर में संयुक्त निदेशालय, प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग, बीईईओ कार्यालय और स्कूलों में तैनात मंत्रालयिक कर्मचारियों की संख्या करीब 300 है। संस्था प्रधान प्रस्ताव तैयार कर भेजेंगे, नहीं भरवाएंगे पत्रक: चयन प्रक्रिया के लिए जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी विद्यालयों, कार्यालयों एवं संस्थानों के प्रधान अपने-अपने स्तर पर उन कर्मचारियों के प्रस्ताव तैयार करें। जिन्होंने शिक्षा विभाग में न्यूनतम 15 वर्षों की सेवा पूरी की हो और कार्य में उत्कृष्टता दिखाई हो। ये प्रस्ताव गोपनीय रूप से तीन प्रतियों में 17 अक्तूबर 2025 तक जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक/माध्यमिक) को भेजने होंगे। इसके बाद जिला स्तर पर गठित समिति इन प्रस्तावों की समीक्षा करेगी। समिति में जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक एवं प्रारम्भिक), प्रशासनिक अधिकारी, एक वरिष्ठ प्रधानाचार्य तथा अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी शामिल होंगे। यह समिति प्रस्तावों को अंक योजना के आधार पर मूल्यांकन कर न्यूनतम 10 कर्मचारियों की सूची तैयार करेगी और इन्हें गोपनीय रूप से 10 नवंबर 2025 तक संयुक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, संभागीय शिक्षा संकुल को भेजा जाएगा। कर्मचारियों से किसी प्रकार का प्रपत्र नहीं भरवाया जाएगा। अनुशंसा पूरी तरह निष्पक्ष, न्यायोचित और गोपनीय होनी चाहिए। चयनित कर्मचारियों की सेवा पुस्तिका में पुरस्कार का उल्लेख अनिवार्य रूप से संस्था प्रधान या नियंत्रण अधिकारी द्वारा दर्ज किया जाएगा।
राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षण संस्थान साल में दो बार मार्च-अप्रैल और सितंबर-अक्टूबर में निर्धारित तिथियों पर प्रायोगिक परीक्षाएं करवाता है। कन्हैयालाल गुप्ता, क्षेत्रीय निदेशक, जयपुर ने बताया कि राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षण संस्थान द्वारा प्रायोगिक परीक्षाएं सितंबर-अक्टूबर-2025 के लिए सभी एनआईओएस मान्यता प्राप्त संस्थानों/स्कूलों के परीक्षा केन्द्रों पर 12 से 27 सितंबर तक आयोजित की जा रही है, जो की 4 खण्डों में आयोजित होगी, जिसकी तिथि आप के हॉल टिकट पर दर्शायी गई हैं। आईडी कार्ड, हॉल टिकट डाउनलोड करने के लिए तथा परीक्षा से संबंधित अन्य प्रकार की समस्त जानकारी एनआईओएस की बेवसाइट http://sdmis.nios.ac.in पर उपलब्ध है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा आजमगढ़ व सचिव बेसिक शिक्षा उप्र लखनऊ को व्यक्तिगत हलफनामे के साथ 22 सितंबर को कोर्ट में हाजिर होने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने पूछा है कि याचिकाओं पर याची को वेतन भुगतान पर निर्णय लेने का दो बार पारित आदेश पर विचार किए बगैर मनमाने आदेश को क्यों दिये गये। कोर्ट ने अपने आदेश में सहायक निदेशक के प्रत्यावेदन निरस्त करने के दो आधारों कि याची मूल नियुक्ति के समय 19 जुलाई 85 को नाबालिग था और पद विज्ञापित नहीं किया गया था, उसे अस्वीकार कर फिर से निर्णय लेने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा याची की नियुक्ति को कोर्ट ने दोनों आदेशों में अवैध नहीं माना इसके बावजूद अपना ही आदेश दुहराकर अधिकारियों ने याची को न्याय से वंचित क्यों किया। कोर्ट आदेश समझने में विफल रहना समझ से परे है। कोर्ट आदेश पर कुछ नहीं कहा और मनमाने ढंग से आदेश दिया। कोर्ट ने दोनों अधिकारियों से सफाई मांगी है। यह आदेश न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान ने गणेश चौहान की याचिका पर दिया है। याची का कहना है कि उसकी नियुक्ति श्री ठाकुर जी जूनियर हाईस्कूल बालकुंडा आजमगढ़ में 1985 मे चपरासी के पद पर की गई थी। 2 दिसंबर 06 को विद्यालय को राजकीय वित्तीय सहायता स्वीकृत की गई।11 जून 07 को सहायक निदेशक ने कुछ कर्मचारियों की नियुक्ति का अनुमोदन किया और वेतन भुगतान का आदेश दिया। किंतु याची को छोड़ दिया गया।जिस पर दाखिल याचिका निस्तारित करते हुए कोर्ट ने सहायक निदेशक को सुनकर आदेश पारित करने का निर्देश दिया। 1नवंबर 07 को याची का प्रत्यावेदन निरस्त कर दिया गया।कहा गया कि नियुक्ति के समय याची नाबालिग था और नियुक्ति का विज्ञापन नहीं निकाला गया था। कोर्ट ने आदेश रद्द कर आदेश देने के लिए प्रकरण वापस कर दिया। कोर्ट आदेश की उपेक्षा कर पिछले दो आधारों सहित कि याची जून 2009 तक चार साल गैर हाजिर है, मांग अस्वीकार कर दी। कहा याची वेतन पाने का हकदार नहीं। फिर याचिका दायर की गई। कोर्ट ने 13 जुलाई 17 को सचिव बेसिक शिक्षा को विचार कर आदेश जारी करने का निर्देश दिया। 26 फरवरी 20 को सचिव ने भी कहा नियुक्ति अवैध याची वेतन पाने का हकदार नहीं हैं। कोर्ट ने अधिकारियों द्वारा कोर्ट के 4 जनवरी 13 व 13 जुलाई 17 को पारित आदेश की उपेक्षा कर निर्णय लेने को गंभीरता से लिया और दोनों अधिकारियों से सफाई मांगी है।
दुर्ग जिले में स्कूल शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दुर्ग संभाग के संयुक्त संचालक (जेडी) हेमंत उपाध्याय को निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ सरगुजा में पदस्थ रहने हुए गंभीर अनियमितताओं, स्वेच्छाचारिता और अनुशासनहीनता के आरोप लगे थे। विभाग ने इसको छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 का उल्लंघन माना है। निलंबन आदेश शुक्रवार (12 सितंबर) को जारी किया गया। इसमें स्पष्ट किया गया है कि हेमंत उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से डीपीआई (निदेशक, लोक शिक्षण संचालनालय) में अटैच किया जा रहा है। नए शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव के कार्यभार संभालने के बाद यह उनकी पहली बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। बताया जा रहा है कि उन्होंने 22 दिन पहले ही ज्वाइन किया था। हेमंत उपाध्याय पहले भी विवादों में रहे हैं। सहायक शिक्षकों के प्रमोशन और ट्रांसफर प्रकरण में भी उन पर मनमानी करने का आरोप लग चुका है, जिसकी वजह से उन्हें उस समय भी निलंबित किया गया था। फिलहाल, दुर्ग संभाग का अतिरिक्त प्रभार डिप्टी डायरेक्टर आरएल ठाकुर को सौंपा गया है। 22 दिन पहले ही किया था ज्वाइन दुर्ग संभाग में ज्वाइंट डॉयरेक्टर के रूप में हेमंत उपाध्याय ने 20 अगस्त 2025 को ही ज्वाइन किया था। अभी इनकी पदस्थापना के महज 22 दिन ही हुए थे और विभाग की ओर से इन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि ज्वाइन करने के बाद से ही जेडी हेमंत उपाध्याय लगातार संभाग के स्कूलों का निरीक्षण कर रहे थे। लेकिन इस बीच ही सरगुजा के मामले में स्कूल शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने केंद्र सरकार पर एनजीओ को फंडिंग करके उसके जरिए बच्चों का ब्रेनवॉश करके उन पर आरएसएस, बीजेपी की विचारधारा थोंपने का आरोप लगाया है। डोटासरा ने कहा- मेरे शिक्षा मंत्री रहते केंद्र से फंडेड एक एनजीओ वोटर बनने से पहले बच्चों का ब्रेनवॉश करने की नीयत से मेरे पास एमओयू करने आया था। लेकिन मैं उसे पहचान गया कि यह तो आरएसस की विचारधारा थोंपना चाहते हैं। डोटासरा जयपुर में जवाहर बाल मंच की तीन दिन के ट्रेनिंग कैंप के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे। डोटासरा ने कहा- जब मैं शिक्षा मंत्री था तो मेरे पास एक एनजीओ के लोग आए। उन्होंने कहा- हमसे आप एमओयू कीजिए। हम 10वीं, 11वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को माइंड वॉश प्रोग्राम की फ्री में एजुकेशन देंगे। उनके चैप्टर समझाएंगे, उनकी आइडियोलॉजी समझाएंगे। एक प्रमुख न्यूज चैनल पर लाइव प्रसारित करेंगे। चैनल पीएम के पक्ष में था। मैंने कहा ठीक बात है, लेकिन आप केवल 10वीं से 12 वीं के बच्चों का ही माइंड वॉश क्यों करना चाहते हैं? छोटी कक्षाओं में तीसरी से लेकर आठवीं के बच्चों का क्यों नहीं करना चाहते? तीन-चार साल बाद वोटर बनने वालों का ब्रेनवॉश करने की जिम्मेदारी एनजीओ को दी डोटासरा ने कहा- मैंने कहा आपका एजेंडा ठीक नहीं है। आप माइंड वॉश नहीं करना चाहते, आप आरएसएस की आइडियोलॉजी को हमारे बच्चों पर थोपना चाहते हो। हमारे राजस्थान का कोई भी व्यक्ति इसको स्वीकार नहीं करेगा। वो चले गए। इसके बाद उनके साथ एक बच्ची राजस्थान की थी। वो दो घंटे बाद में वापस आई और उसने कहा कि सर, आपने बहुत सही समझा है। केंद्र की सरकार से इस एनजीओ को फंडिंग दी गई है। यह कहा गया है, जो तीन-चार साल बाद में वोटर बनने हैं। उनका तुम्हें ब्रेनवॉश करना है। मैं अंग्रेजी के बिना ग्लोबलाइजेशन के दौर में मुकाबला मुश्किल डोटासरा ने कहा- देश के गृह मंत्री कह रहे हैं कि देश में अंग्रेजी बोलने वालों को शर्म आएगी। इससे शर्मनाक बात क्या हो सकती है। वो कह रहे हैं मातृभाषा में शिक्षा देंगे, मातृभाषा तो वो है जो घर में बोली जाती है। बच्चा मां से सीखता है। अंग्रेजी अंतरराष्ट्रीय भाषा है। ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में आगे बढ़ने के लिए अंग्रेजी सीखना अनिवार्य है। बच्चों को सही इतिहास और घटनाओं की जानकारी हो, थोथे भाषणों से हम संकुचित विचारधारा नहीं बनाएं डोटासरा ने कहा- कांग्रेस राज में हमने स्कूली पाठ्यक्रम को अपडेट किया। उसमें आजादी के पहले से लेकर आजादी के बाद की भारत की प्रमुख घटनाओं का विवरण और किसका क्या योगदान रहा। इसके बारे में ब्योरा दिया। बच्चों को देश का इतिहास पता होना चाहिए। केवल लाल किले से थोथा भाषण सुनकर हम हमारी विचारधारा बना लें और हमारे विचार संकुचित कर लें यह ठीक नहीं होगा। ये भी पढ़ें... गहलोत बोले- BJP-RSS सांप्रदायिकता से भरा इतिहास रचना चाहते हैं:देश में लोकतंत्र और संविधान खतरे में है, सत्ता में बैठे लोग भारी गलती कर रहे पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार, बीजेपी और आरएसएस पर देश के इतिहास को बदलकर सांप्रदायिकता वाला इतिहास बनाने का आरोप लगाया है। गहलोत ने कहा ये लोग (बीजेपी,आरएसएस) नया सांप्रदायिकता से भरा इतिहास रचना चाहते हैं। ये इतिहास की बातें भुलाने के लिए देश लिए जवाहरलाल नेहरू तक को नहीं छोड़ रहे। नेहरू के बारे में ऐसी गंदी और घटिया बातें लिखते हैं। इनकी मंशा खतरनाक है। ये भारी गलती कर रहे हैं। देश के इतिहास को भुला रहे हैं। गहलोत जयपुर में जवाहर बाल मंच के कार्यक्रम में बोल रहे थे। (पूरी खबर पढ़ें)
डूंगरपुर के कई सरकारी स्कूल और कमरों की हालत खस्ता है। झालावाड़ में स्कूल हादसे ने बाद सरकार ओर प्रशासन की ओर से सर्वे करवाया। इसमें डूंगरपुर जिले में 209 स्कूलो के भवन पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। इसके साथ 2 हजार 252 स्कूलों के 2 हजार से अधिक कक्षा-कक्ष पूर्ण जर्जर और 4 हजार से अधिक कक्षा-कक्ष मरम्मत योग्य मिले है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी राणछोड़लाल डामोर ने बताया कि झालावाड़ स्कूल के हुए हादसे के बाद सरकार की ओर से डूंगरपुर जिले में जर्जर स्कूल भवनों के सर्वे करवाने के निर्देश मिले थे। सरकार की ओर से मिले निर्देश पर जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग ने सभी 2 हजार 252 स्कूलों का सर्वे करवाया। सर्वे में डूंगरपुर जिले में 209 स्कूल भवन पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। जिसमें 183 पीएस, 16 यूपीएस व 10 स्कूल भवन सीनियर सेकेंड्री के है। इसमें सर्वाधिक जर्जर स्कूल भवन बिछीवाड़ा ब्लाक में 59 है। जबकि डूंगरपुर जिले के साबला ब्लाक में एक भी स्कूल का भवन पूर्ण जर्जर नहीं मिला है। 2 हजार 252 स्कूलों के 2687 कमरे जर्जर व 4455 कमरों को मरम्मत की जरूरतमुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रणछोड़ लाल डामोर ने बताया कि स्कूलों के करवाए गए सर्वे में 2 हजार 252 स्कूलों के 2 हजार 687 कमरे पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। जबकि इन स्कूलों के 4 हजार 455 कमरे ऐसे मिले है जिनको मरम्मत की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि फिलहाल जो स्कूल भवन पूर्ण रूप से जर्जर मिले है। उन स्कूलों के संचालन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। वहीं, सभी जर्जर स्कूल भवनों के नए निर्माण, जर्जर कमरों के निर्माण व मरम्मत योग्य कमरों की मरम्मत के लिए प्रस्ताव स्थानीय स्तर से बनाकर राज्य सरकार को भेजे गए है। स्वीकृति आने के बाद इनका काम शुरू सकेगा। पहले प्रस्तावों में 46 स्कूल भवनों में मरम्मत कार्य के लिए मिली स्वीकृतिमुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रणछोड़ लाल डामोर ने बताया कि पूर्व झालावाड़ हादसे पहले डूंगरपुर शिक्षा विभाग की ओर से मरम्मत योग्य 46 स्कूलों के प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजे गए थे। सरकार की ओर से इन प्रस्तावों की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। जिसमे रूफ रिप्लेसमेंट, प्लास्टर, फ्लोरिंग, स्लैब चेंज, चाइना मोजेक, रूफ ट्रीटमेंट सहित कई प्रकार के कार्यों पर 3 करोड़ 95 लाख की स्वीकृति मिली है। वित्तीय स्वीकृति आने के बाद टेंडर लगाकर काम शुरू किया जाएगा।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पश्चिम चंपारण में बेतिया के चनपटिया के कुड़िया कोठी मैदान में आयोजित ‘बिहार बदलाव सभा’ को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने NDA सरकार पर सीधा हमला बोला और जनता से बड़े वादे किए। उन्होंने कहा कि, 'दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को 2000 रुपए मासिक पेंशन, 15 साल तक के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा और युवाओं को बिहार में ही 10-12 हजार रुपए की आमदनी वाला रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।' सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि, 'बिहार में डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद हालात नहीं बदले हैं।' उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'बिहार से वोट लेकर और देशभर का पैसा लेकर वे अपने राज्य गुजरात में फैक्ट्रियां लगा रहे हैं, जबकि बिहार के बच्चे उन्हीं फैक्ट्रियों में मजदूरी करने को मजबूर हैं।' लोग नेताओं के चेहरे देखकर वोट दे रहे- प्रशांत किशोर उन्होंने कहा कि, 'लोग नेताओं के चेहरे देखकर वोट दे रहे हैं, लेकिन उनके अपने बच्चों की हालत खराब है'। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि, 'लोग मोदी के 56 इंच के सीने के लिए वोट देते हैं, लेकिन उनके अपने बच्चों का सीना 15 इंच का हो गया है। शरीर पर सूती कपड़ा और पैरों में चप्पल तक नहीं है।' 'लालू अपने बेटे को राजा बनाने की करते हैं चिंता' प्रशांत किशोर ने लालू प्रसाद यादव का उदाहरण देते हुए कहा कि, 'लालू अपने बेटे को राजा बनाने की चिंता करते हैं, जबकि बिहार के आम लोगों के पढ़े-लिखे बच्चों को नौकरी तक नहीं मिल रही।' बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ उन्होंने दावा किया कि इस साल बिहार की बदहाली की आखिरी दिवाली और छठ होगी। छठ के बाद पश्चिम चंपारण समेत बिहार के 50 लाख युवाओं को घर छोड़कर बाहर रोजगार के लिए नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने जनता से अपील की कि इस बार नेता का चेहरा देखकर नहीं बल्कि अपने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट दें, तभी बिहार में जनता का राज स्थापित होगा।
बिहार में एजुकेशन डिपार्टमेंट के रीजनल डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण ने अपने ससुराल पूर्णिया में करोड़ों की प्रॉपर्टी बनाई है। पूर्णिया में वीरेंद्र नारायण की कोठी को लोग 'व्हाइट हाउस' के नाम से जानते हैं। कोठी एक बीघा जमीन पर बनाई गई है, जिसकी कीमत 5 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है। जिसमें बड़ा सा गार्डेन, 10 से 12 बेडरूम हैं। इसके अलावा, पत्नी के नाम से चार शहरों में करोड़ों की जमीन खरीदी है, जबकि करोड़ों रुपए की दुकान, मकान और कॉम्प्लेक्स बनवाया है। पहले पूर्णिया की कोठी की कुछ तस्वीरें देखिए.... पत्नी के नाम पर 50 लाख की एफडी वीरेंद्र नारायण के ठिकानों से 14 लाख नकद और पत्नी के 29 लाख के सोने-चांदी के जेवरात समेत कई प्रॉपर्टी के कागजात मिले। साथ ही पत्नी स्नेहा निधि के नाम से अलग-अलग बैंकों के खाते और करीब 50 लाख एफडी में निवेश के कागजात भी मिले। प्राथमिकी के अनुसार वीरेंद्र नारायण ने सरकारी सेवा के दौरान वेतन और अन्य वैध आय की तुलना में करीब 3.75 करोड़ अवैध संपत्ति अर्जित की है वीरेंद्र नारायण बिहार सरकार की सेवा में लगभग 26-27 साल से पूर्णिया, कटिहार, वैशाली और अन्य जिला में जिला शिक्षा पदाधिकारी के अलावा अन्य महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं। आरोप है कि वीरेंद्र नारायण ने सरकारी सेवा में रहते भ्रष्ट तरीके से अवैध संपत्ति अर्जित की है। दरअसल, वीरेंद्र नारायण उस वक्त चर्चा में आए, जब एक साथ उनके पूर्णिया, पटना और मुजफ्फरपुर के आवास पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम ने गुरुवार को छापेमारी की। पूर्णिया स्थित ठिकाने पर देर रात तक छापेमारी जारी रही। टीम को छापेमारी के दौरान मार्केट कॉम्प्लेक्स और अररिया में खरीदी गई प्लॉट से जुड़े अहम कागजात मिले हैं। पूर्णिया के रामबाग में कोठी को क्यों कहते हैं व्हाइट हाउस वीरेंद्र नारायण के पूर्णिया स्थित रामबाग में जिस 2 मंजिला कोठी की चर्चा हो रही है, उसे स्थानीय लोग व्हाइट हाउस के नाम से जानते हैं। स्थानीय लोगों के मुताबिक, किसी सरकारी अफसर की इतनी बड़ी कोठी कभी नहीं देखी। यह कोठी 1 बीघे की एरिया में फैली है। कोठी की दीवारों का रंग सफेद है, जिसकी वजह से इसे व्हाइट हाउस के नाम से जानते है। वीरेंद्र नारायण पूर्णिया आते हैं तो पत्नी और बच्चों के साथ यहीं रहते हैं। चूंकि, वीरेंद्र नारायण अपने बच्चों और पत्नी संग पटना में ही ज्यादातर रहते हैं, इसलिए इस कोठी के रखरखाव की जिम्मेदारी कुछ रिश्तेदारों और काफी भरोसेमंद स्टाफ के हवाले हैं। कोठी में काम करने वाले एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कोठी अंदर से भी काफी आलीशान है। फर्नीचर से लेकर पर्दों तक सब कुछ काफी महंगा है। घर का इंटेरियर पुराने डिजाइन के अनुसार सजाया गया है। दो फ्लोर वाले इस मकान में नीचे चार आलीशान कमरे है, जिसमें डाइनिंग हॉल, किचन है। मकान के फर्स्ट फ्लोर पर भी चार कमरे बनाए गए हैं। इसके अलावा, गार्डन एरिया की सजावट भी मॉर्डन तरीके से की गई है। अब वीरेंद्र नारायण यादव के परिवार के बारे में भी जान लीजिए पिता पंचायत सचिव रहे, अररिया से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में बड़े भाई रीजनल डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण मूल रूप से अररिया जिले के रहने वाले हैं। पिता सुंदर लाल यादव अररिया जिले में पंचायत सचिव थे। सुंदर लाल यादव के 5 बेटे और 2 बेटियां हैं। वीरेंद्र नारायण 7 भाई बहन में तीसरे नंबर पर हैं। वीरेंद्र के साथ-साथ सभी भाई-बहनों का बचपन अररिया में ही बीता है। इनमें से अधिकांश की प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च शिक्षा पूर्णिया से हुई है। 7 बहनों में सबसे बड़े दीर्घ नारायण यादव सिविल सर्विस में रहे। नौकरी में रहते 6 महीने पहले पद से रिजाइन कर दिया है। इस बार के विधानसभा चुनाव में अररिया से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटे है। इनका घर सदर थाना क्षेत्र के SNSY कॉलेज के पास है, जबकि एक भाई बिहार पुलिस में दरोगा हैं। ये पूर्णिया के रामबाग स्थित सरना चौक के पास रहते हैं, जबकि दो भाई अररिया में सरकारी शिक्षक हैं। साल 1998 में शिक्षा विभाग में अफसर बने थे वीरेंद्र नारायण साल 1998 में वीरेंद्र नारायण शिक्षा विभाग में अफसर बने थे। नौकरी के कुछ साल बाद ही वीरेंद्र नारायण की पूर्णिया शहर की भट्टा बाजार इलाके की रहने वाली स्नेहा निधि से शादी गई। शादी के बाद वीरेंद्र का अररिया स्थित गांव से कटना शुरू हो गया और ससुराल आना-जाना काफी बढ़ गया। इसके बाद ससुराल वालों की मदद से उन्होंने शहर के सदर थाना क्षेत्र के रामबाग इलाके के सरना चौक रेलवे गुमटी ढाला के पास 1 बीघा की प्लॉट देखी। साल भर के भीतर एक मुश्त कैश देकर ये जमीन खरीदी। 15 साल पहले वीरेंद्र नारायण पूर्णिया में शिफ्ट हुए 15 साल पहले वे अररिया से पूर्णिया आकर शिफ्ट हो गए। करीब 7 साल तक परिवार संग पूर्णिया में रहे। इस दौरान वे कटिहार में बतौर जिला शिक्षा विभाग में पदस्थापित थे। बच्चे की पढ़ाई और ट्रांसफर-पोस्टिंग को देखते हुए वीरेंद्र नारायण ने पटना में शिफ्ट हो गए। इस दौरान उनकी संपत्ति अकूत होती चली गई। शिक्षा विभाग में विभिन्न पोस्ट पर रहते हुए करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। पूर्णिया के बाद पटना में जमीन ली और उसपर कोठी खड़ी कर दी। पूर्णिया में 'व्हाइट हाउस' पर पहुंची थी विजिलेंस की 10 सदस्यों की टीम स्पेशल विजिलेंस यूनिट के डीएसपी सुधीर कुमार के नेतृत्व में पूर्णिया के रामबाग सरना चौक स्थित घर सुबह करीब 7 बजे 10 सदस्यीय टीम छापेमारी करने पटना से दो कार से पूर्णिया पहुंची। 11 बजे 4 सदस्यीय टीम एक अन्य कार से पहुंची। डीएसपी ने बताया कि मुजफ्फरपुर के रीजनल डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण पर 3 करोड़ 76 लाख रुपए से अधिक आय से अधिक अवैध संपत्ति जमा करने का आरोप है। वीरेंद्र नारायण के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया गया। इसी के बाद पटना, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया स्थित ठिकाने पर छापेमारी की गई। खबर लिखे जाने तक टीम घर में रखे दस्तावेज, कीमती सामान की लिस्ट बनाने में जुटी है। इसके अलावा घर में रखे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को भी खंगाल रही है। 10 साल पहले भी इसी आवास पर हुई थी रेडबताया जाता है कि आय से अधिक संपति मामले में लगभग 10 साल पहले भी विजिलेंस की टीम ने रामबाग के इसी आवास पर छापेमारी की थी। पटना से आयी टीम सुबह से लेकर देर शाम तक इस आवास पर रेड करती रही। बताया जा रहा है कि वीरेंद्र नारायण के खिलाफ लंबे समय से सरकार को शिकायतें मिल रही थी। इसके बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया गया। अब जान लीजिए, पटना और मुजफ्फरपुर में छापेमारी का स्टेटस पटना के जगनपुरा में वार्ड नंबर 32 में वीरेंद्र नारायण के घर पर रेड चली। सुबह 7 बजे 4 गाड़ियों से 6 अफसरों की टीम उनके घर पहुंची। टीम के साथ पुलिस फोर्स भी मौजूद रही। छापेमारी के दौरान मेन गेट को लॉक कर दिया गया। किसी को घर में आने-जाने की परमिशन नहीं थी। यहां से टीम को झोले में 4 लाख कैश मिले। कुछ पेपर्स और लैपटॉप भी टीम के हाथ लगे। मुजफ्फरपुर में वीरेंद्र नारायण के ऑफिस और किराए के घर में स्पेशल विजिलेंस टीम ने रेड की। सुबह करीब साढ़े 7 बजे 2 गाड़ियों से टीम यहां पहुंची। 7 से ज्यादा अफसर अंदर मौजूद रही। ऑफिस के पेपर खंगाले गए। कर्मचारियों से भी पूछताछ की गई। टीम ने ऑफिस के रिकॉर्ड रूम को खंगाला। सूत्रों के मुताबिक, बुधवार रात ही पटना से 6 सदस्यीय टीम मुजफ्फरपुर पहुंची थी। टीम रातभर सर्किट हाउस में रूकी। सुबह 8 बजे ही कार्यालय खुलने से 1 घंटे पहले पहुंच गई थी। 9 बजे खुलते ही छानबीन शुरू कर दी थी। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें रेड से पहले पत्नी के साथ नोट जलाने लगा इंजीनियर:किचन की चिमनी-टॉयलेट के पाइप से 52 लाख कैश मिले; सोने के बिस्किट-विदेशी घड़ियां भी पटना में शुक्रवार को EOU ने ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय के घर पर रेड की। भूतनाथ रोड स्थित आलीशान मकान से टीम ने 52 लाख कैश बरामद किए।इनमें 12 लाख 50 हजार जले हुए नोट थे। यही नहीं आवास से सोने के बिस्किट समेत 26 लाख के गहने बरामद हुए।EOU को उनके घर से बीमा पॉलिसी और जमीन, मकान के कागजात, इलेक्ट्रानिक्स सामान समेत 20 करोड़ की चल-अचल संपत्ति मिली है। पूरी खबर पढ़ें
ग्वालियर में 12 सितंबर को 'उमंग है तो जिंदगी में रंग है' का कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। यह कार्यक्रम प्रदेश के 9 हजार तीन सौ हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूलों में होने जा रहा है। इस कार्यक्रम का लाभ 20 लाख से अधिक बच्चों को मिलेगा। इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा निर्धारित 10 जीवन कौशलों से परिचित करवाना है। कार्यक्रम की मदद से बच्चे जीवन में आने वाले चुनौतियों का सामना मजबूती से कर सकेंगे। कार्यक्रम का एक और उद्देश्य है कि बच्चों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए तैयार किया जाए। कार्यक्रम स्कूल शिक्षा विभाग एवं संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के सहयोग से तैयार किया गया है। जीवन कौशल शिक्षा आधारित करिकुलम और उसके संचालन में की गई पिछले 7 वर्षों की कड़ी मेहनत से बच्चों के जीवन में आए सकारात्मक बदलाव को उत्साह के रूप में मनाना है। कार्यक्रम में बच्चे एक-दूसरे के अनुभवों को साझा करते हैं और अन्य विद्यार्थियों को प्रोत्साहित एवं मार्गदर्शित करते हैं। उमंग स्कूल हेल्थ एवं वेलनेस कार्यक्रम एक फ्लैगशिप प्रोग्राम है जिसमें गतिविधि आधारित कक्षावार जीवन कौशल शिक्षा के मॉड्यूल हैं। जिसे शिक्षा विभाग, स्वास्थ विभाग एवं यूनाईटेड नेशन्स पॉल्यूशन फंड (यूएनएफपीए) की बराबर भागीदारी से मिलकर चलाया जा रहा है। उमंग दिवस के कार्यक्रम में विभिन्न विभाग के अधिकारी एवं मोटिवेशनल वक्ताओं को भी शिक्षण संस्था में आमंत्रित किया जाएगा। इससे विद्यार्थी आगे बढ़ाने के लिए और उत्साह पूर्वक कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित हो सकें। इस कार्यक्रम में न केवल विद्यार्थियों को बल्कि शाला में उपस्थित प्रत्येक शिक्षक को भी इस विषय से अवगत होने का मौका मिलेगा।
तेजू भइया बनाए तेजस्वी का रिपोर्ट कार्ड:पूर्णिया का धनकुबेर शिक्षा अधिकारी, मोदी को लालू का इनविटेशन
यह बात खरी है... इसमें आप देखेंगे बिहार के नेताओं और अफसरों के बीच अंदरखाने क्या चल रहा है, और दिनभर की ऐसी बड़ी हलचल जो आपको हंसाएगी भी और जिम्मेदारों को आइना भी दिखाएंगी। ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...
शिक्षा, कृषि जैसे विभागों के अफसर कर रहे थे वाहन जांच
अखिलानंद मिश्र|गोपालगंज विगत 6 साल से बलथरी चेकपोस्ट पर राजस्व संग्रह करने, जुर्माना लगाने की जानकारी नहीं रखने वाले लोगों की प्रतिनियुक्ति की गई। यह हम नहीं कह रहे वर्तमान डीएम साहब कह रहे हैं। डीएम पवन कुमार सिन्हा ने प्रतिनियुक्ति को अवैध करार देते हुए रद्द कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार का कोई ऐसा आदेश नहीं है। जिसे चेक पोस्ट पर दूसरे विभाग के लोगों की प्रतिनियुक्ति किया गया उन लोगों को राजस्व संग्रहण से दूर दूर तक संबंध नहीं है। जिससे वैसे लोगों को प्रतिनियुक्ति करनी गलत है। जिन लोगों की प्रतिनियुक्ति की गई है, उन लोगों से उनके कार्यकाल में उनके द्वारा की गई कर संग्रह की रिपोर्ट मांगी गई है। बलथरी चेकपोस्ट पर विगत 6 वर्षों से चली आ रही प्रतिनियुक्ति की परंपरा पर आखिरकार डीएम ने रोक लगा दी है। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन्हें जांच और राजस्व या कर संग्रहण की कोई वैधानिक शक्ति नहीं प्राप्त नहीं है। उसे राजस्व संग्रह केन्द्र या चेक पोस्ट पर प्रतिनियुक्त करना गलत है। ^सरकार का कोई ऐसा आदेश नहीं है। जिसे चेकपोस्ट पर दूसरे विभाग के लोगों की प्रतिनियुक्ति किया जाय। जिससे कर संग्रह की जानकारी भी नहीं है तथा उन लोगों को कर संग्रह के लिए शक्ति प्रदत ही किया है। इसकी जैसे ही मुझे जानकारी मिली। उस प्रतिनियुक्ति को रद्द कर दिया। जिन लोगों की प्रतिनियुक्ति रद्द की गई है, उन लोगों से उनके कार्यकाल में उनके द्वारा कितनी राजस्व वसूली की गई रिपोर्ट मांगी गई है। -पवन कुमार सिन्हा, डीएम, गोपालगंज अफसरों को ऐसे अधिकार दे दिए, जो उनके कार्यक्षेत्र के बाहर चेकपोस्ट पर अंतिम प्रतिनियुक्ति 7 मार्च को तत्कालीन डीएम प्रशांत सीएच के हस्ताक्षर से हुई थी। इसमें फुलवरिया प्रखंड के प्रभारी श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी मनोज कुमार, कुचायकोट के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी पुरुतोषम कुमार, उचकागांव के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी चंचल कुमार, फुलवरिया के प्रखंड कल्याण पदाधिकारी अरविंद्र कुमार सिंह और कुचायकोट के कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार भास्कर को छह माह के लिए बलथरी चेकपोस्ट पर तैनात किया गया था। इन अधिकारियों को प्रतिदिन निर्धारित रोस्टर के अनुसार वाहनों की जांच और राजस्व संग्रहण का कार्य करना था। डीएम पवन कुमार सिन्हा ने पदभार ग्रहण करने के बाद इस व्यवस्था की समीक्षा की और पाया कि यह प्रतिनियुक्ति न केवल अनियमित है बल्कि अधिकारियों को ऐसे अधिकार भी दे रही है जो उनके कार्यक्षेत्र से बाहर हैं। इसके बाद उन्होंने पत्र को रद्द करते हुए सभी अधिकारियों को उनके मूल विभाग में भेज दिया। हर नए डीएम के कार्यकाल में होती रही प्रतिनियुक्ति वर्तमान ने लगाई रोक बलथरी चेकपोस्ट पर विभिन्न विभागों के प्रखंड स्तरीय अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की शुरुआत छह वर्ष पूर्व तत्कालीन डीएम ने की थी। परिवहन विभाग के अधिकारियों की कमी को देखते हुए उन्होंने अतिरिक्त अधिकारियों को चेकपोस्ट पर तैनात करने का आदेश दिया था। आदेश के अनुसार, ये अधिकारी निर्धारित रोस्टर के तहत वाहनों की जांच और राजस्व संग्रहण का कार्य करते थे। हालांकि इसके पूर्व कभी भी चेकपोस्ट पर इस तरह की प्रतिनियुक्ति नहीं की जाती थी। समय बीतने के साथ यह एक परंपरा का रूप ले बैठा और हर नए डीएम के कार्यकाल में अलग-अलग दंडाधिकारियों की तैनाती होती रही। राजस्व वसूली की रिपोर्ट भी मांगी गई है
बच्चों की नियमित उपस्थिति व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर
भास्कर न्यूज | पाटन पाटन के उम विद्यालय बसदह में प्रिंसिपल हरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में शिक्षक-अभिभावक की बैठक हुई। इसमें सीआरपी उपेंद्र राम उपस्थित रहे। बैठक के दौरान विद्यालय के शैक्षणिक वातावरण, बच्चों की पढ़ाई, अनुशासन और उनकी उपस्थिति को लेकर चर्चा हुई। प्रिंसिपल हरेंद्र सिंह ने कहा कि विद्यालय की गुणवत्ता सुधारना शिक्षक और अभिभावक दोनों की संयुक्त जिम्मेदारी है। बच्चों की नियमित उपस्थिति और पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वहीं बैठक में शामिल अभिभावकों ने कहा कि विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई और अनुशासन बेहतर हो रहा है। शिक्षक समय पर आते हैं और बच्चों को ध्यान से पढ़ाते हैं। अभिभावक भी अपने स्तर से बच्चों की पढ़ाई पर निगरानी रखेंगे। सीआरपी उपेंद्र राम ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए विद्यालय और बच्चों की प्रगति में सहयोग बनाए रखने की अपील की। मौके पर दर्जनों अभिभावक मौजूद थे।
प्रधान अध्यापक रावटे शिक्षा रत्न अलंकरण सम्मान मिला
भास्कर न्यूज | नारायणपुर पूर्व माध्यमिक शाला बंगलापारा नारायणपुर की प्रधान अध्यापक ब्रजेश्वरी रावटे को राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत नवाचारी गतिविधियों को अपने विद्यालय में शामिल करने, विज्ञान क्लब, इको क्लब, पूर्व व्यावसायिक शिक्षा एवं स्मार्ट क्लास के तहत शैक्षणिक गतिविधियों को सम्मिलित करने के लिए पुरस्कृत किया गया। राज्य भर में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार कर रहे वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा विज्ञान के प्रचार प्रसार प्राकृतिक संरक्षण, सहित अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य एवं योगदान के लिए चयनित उत्कृष्ट शिक्षकों को पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथि रश्मि वर्मा आरके साइंस रिसर्च सेंटर नागपुर ने सभी शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई देकर प्रकृति शिक्षण विज्ञान के लिए जन जागरूकता वैज्ञानिक सोच एवं प्रकृति का सृजन को विस्तार से अवगत कराया। नीरज वर्मा इसरो साइंस एक्टिविस्ट ने राज्य से चयनित विद्यार्थियों को श्रीहरिकोटा महाराष्ट्र शैक्षणिक भ्रमण करने की महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी दी और आगे प्रकृति शिक्षक विज्ञान यात्रा की चयन प्रक्रिया शिक्षकों के रचनात्मक कार्य, वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रचार प्राकृतिक संरक्षण, एवं विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षा में नवाचार सम्मिलित किया जाता है। ब्रजेश्वरी को शिक्षा रत्न अलंकरण कर्मवीर सम्मान से सम्मानित करते।
शिक्षा विभाग में राज्य स्तरीय स्पर्धा के लिए उदयपुर पहली पसंद, अब 16 से सृजनात्मक प्रतियोगिता होगी
शिक्षा विभाग की राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं के लिए उदयपुर पहली पसंद बना हुआ है। दो साल में उदयपुर 3 राज्य और एक नेशनल लेवल की प्रतियोगिताओं की मेजबानी कर चुका है। अब 16 से 18 सितंबर तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की राज्य स्तरीय सृजनात्मक प्रतियोगिता भी उदयपुर में होनी है। इसके लिए बोर्ड के सचिव कैलाशचंद्र ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के डीईओ लोकेश भारती को पत्र लिखकर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के आदेश दिए हैं। यह प्रतियोगिता तीन दिन चलेगी। इसमें निबंध लेखन, वाद-विवाद, कविता, चित्रकला, विज्ञान मॉडल प्रस्तुति, संगीत, नृत्य और नाट्य सहित कई सांस्कृतिक एवं शैक्षणिक प्रतियोगिताएं होंगी। इनका उद्देश्य विद्यार्थियों की रचनात्मकता, अभिव्यक्ति क्षमता और नवाचार को मंच प्रदान करना है। डीईओ लोकेश भारती बताते है कि प्रतियोगिता के माध्यम से न केवल विद्यार्थियों की प्रतिभा को सम्मान मिलेगा, बल्कि उन्हें राज्य और राष्ट्रीय स्तर तक उदयपुर को पहचान बनाने का अवसर भी मिलेगा। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सचिव कैलाश चन्द्र शर्मा ने बताया कि यह प्रतियोगिता में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों से आने वाले विद्यार्थी अपनी मौलिक सोच, कला और शोध की क्षमता का परिचय देंगे। प्रतिस्पर्धात्मक भावना के साथ-साथ आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का भी विकास होगा। वुमंस क्रिकेट-एथलेटिक्स और संस्कृत की स्पर्धाएं हो चुकीं जनवरी 2025 में स्कूल क्रिकेट की वुमंस की नेशनल प्रतियोगिता का आयोजन उदयपुर में हो चुका है। इसके बाद अगस्त में संस्कृत एजुकेशन का संस्कृत दिवस का राज्य स्तरीय आयोजन हुआ। नवंबर 2024 में राज्य स्तरीय विज्ञान मेला और दिसंबर में एथलेटिक्स की राज्य स्तरीय प्रतियोगिता हुई। अब बोर्ड का राज्य स्तरीय सृजनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन उदयपुर में हो रहा है। इस प्रतियोगिता में राज्य भर से 140 बच्चे भाग ले रहे हैं। कला, ज्ञान, रचनात्मक की स्पर्धाओं में चयनित बच्चे नेशनल स्पर्धा में भाग लेंगे।
शिक्षा ही ऐसा माध्यम जो व्यक्तिगत विकास का मार्ग निश्चित करती है : गोकुल माहेश्वरी
रामपुरा रूपा टोंक फाटक स्थित महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय में बुधवार को सोनल-सलोनी माहेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट एवं दैनिक भास्कर के संयुक्त तत्वावधान में बाल भास्कर मैगजीन और ज्योमेट्री बॉक्स का वितरण किया गया। ट्रस्ट के संस्थापक गोकुल माहेश्वरी ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए प्रेरित व सहयोग करना है। सभी छात्र-छात्राओं को अध्ययन सामग्री वितरित की गई। कार्यक्रम के दौरान माहेश्वरी ने कहा कि सपनों को साकार करने के लिए लक्ष्य निर्धारण आवश्यक है। यदि आप छोटी उम्र से ही अपने लक्ष्यों पर केंद्रित रहेंगे, तो सफलता निश्चित है। इसके लिए फोकस होकर मेहनत करें। शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है, जो न केवल व्यक्तिगत विकास का मार्ग प्रशस्त करती है, बल्कि समाज को भी सशक्त बनाती है। ट्रस्ट सदैव बच्चों की जरूरतों को प्राथमिकता देता रहा है और आगे भी यह सेवा निरंतर जारी रहेगी। इस अवसर पर विद्यालय की प्रिंसिपल अंजु मीणा व अनिता क्रिस्टीना सहित स्टाफ मौजूद रहा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मनमाने ढंग से काम करने की प्रवृत्ति पर तीखी टिप्पणी की है। कोर्ट ने कहा कि वे याचियों को परेशान करने के लिए जानबूझकर अदालत के आदेशों का उल्लंघन करते हैं। कहा गया कि आदेश का पालन नहीं किया जाता है तो अगली तिथि पर अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश और राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के निदेशक को कोर्ट में उपस्थित होना होगा। यह आदेश न्यायमूर्ति मंजू रानी चौहान ने उज्जमा व एक अन्य की याचिका पर दिया है। रामपुर की याची उज्जमा और चेतना सैनी 2011 में प्रशिुक्षु शिक्षक की भर्ती में शामिल हुई। जाति प्रमाण पत्र में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए बेसिक शिक्षा विभाग ने नियुक्ति पत्र देने से इन्कार कर दिया। इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी गई। कोर्ट ने गंभीर चिंता व्यक्त की कि अधिकारियों ने 2018 के कोर्ट के आदेश का पालन करने का इरादा ही नहीं दिखाया। इसके बजाय उन्होंने 2019 में एक अनन्तिम नियुक्ति पत्र पेश किया और दावा किया कि आदेश का पालन हो गया है। कोर्ट ने इस कृत्य को न्यायालय को गुमराह करने वाला माना है। कोर्ट के स्पष्ट निर्देश के बावजूद याचियों को परेशान किया गया है और उन्हें दो अवमानना याचिकाएं और तीन रिट याचिकाएं दायर करने के लिए मजबूर किया गया है। मामले की अगली सुनवाई 22 सितंबर, 2025 को होनी है।
टोंक जिले के देवली में पीएम श्री केंद्रीय विद्यालय में छात्राओं के लिए किशोरावस्था शिक्षा पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एक्सपर्ट पारुल जैन ने कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में भाग लिया। प्राचार्य नवरतन मित्तल ने बताया- कार्यक्रम में किशोरावस्था से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई। इनमें शारीरिक बदलाव, मानसिक स्वास्थ्य, व्यक्तिगत स्वच्छता, आत्म-संरक्षण और पोषण शामिल थे। छात्राओं ने अपने अनुभव बताए और एक्सपर्ट्स से सवाल पूछे। कार्यक्रम में विद्यालय की शिक्षिका स्वाति श्रीवास्तव, मधु मोयल, कमलेश वैष्णव और साहबा अली ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन किया। इसी दौरान, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, गांवड़ी में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी हरिनारायण वैष्णव ने निरीक्षण किया। उन्होंने स्कूल के रिकॉर्ड की जांच की। मिड-डे मील की गुणवत्ता की जांच की। प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं के विद्यार्थियों का शैक्षणिक स्तर परखा। निरीक्षण के दौरान प्रधानाचार्य दयालराम मीणा और अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
चोइथराम कॉलेज ऑफ नर्सिंग 12 और 13 सितंबर को राष्ट्रीय सम्मेलन 'Synergy-2K25' का आयोजन करने जा रहा है। इस सम्मेलन का विषय 'इंटरडिसकीप्लीनरी सिनर्जीः एआई एट द इंटरसेक्शन ऑफ हेल्थ, रिसर्च, एजुकेशन एंड प्रेपरिंग ग्लोबल हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स' है। दो दिवसीय कार्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका पर मंथन होगा। इसमें विशेष रूप से स्वास्थ्य, शिक्षा और रिसर्च के क्षेत्र में इसके प्रभाव और संभावनाओं पर चर्चा की जाएगी। प्रिंसिपल और ऑर्गनाइसिंग चेयरपर्सन प्रो. श्रीजा विजयन ने बताया कि सम्मेलन के मुख्य अतिथि उच्च शिक्षा विभाग के सचिव आईएएस विनीत जोशी होंगे। देशभर से स्वास्थ्य विशेषज्ञ, शोधकर्ता, शिक्षक और तकनीकी जानकार इस मंच पर शामिल होंगे। आयोजन चोइथराम इंटरनेशनल स्कूल के न्यू ऑडिटोरियम में होगा। आयोजन सचिव डॉ. प्रो. शीतल सक्सेना ने कहा कार्यक्रम के पहले दिन आईआईटी इंदौर की डॉ. सौमी चट्टोपाध्याय 'एक्सप्लेनेबल एआई' पर, आचार्य अच्युत गोपाल प्रभुजी 'एआई और अध्यात्म' पर, जबकि डॉ. अशोक शर्मा 'वर्चुअल सिम्युलेशन से नर्सिंग शिक्षा पर विचार रखेंगे। इसी दिन स्वास्थ्य निगरानी और पब्लिक हेल्थ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका पर सीएमएचओ के Epidemiologist डॉ. अंशुल मिश्रा व्याख्यान देंगे। दूसरे दिन डॉ. माया इंगले (डीएवीवी) 'एआई युग में शिक्षा पर, अधिवक्ता प्रवीण बावसे 'एआई से जुड़े कानूनी पहलुओं' पर और आईआईआईटी हैदराबाद के जूडिश राज 'एथिक्स एंड गवर्नेस ऑफ एआई' पर वक्तव्य देंगे। सम्मेलन के अंत में सांस्कृतिक संध्या और पोस्टर/पेपर प्रेजेंटेशन भी होंगे। भारतीय नर्सिंग परिषद (INC) ने इस सम्मेलन को 7.5 CNE घंटे / 1.5 CNE क्रेडिट मान्यता प्रदान की है। इसमें पूरे भारत से नर्सिंग संकाय सदस्य, स्टाफ नर्स, सहयोगी स्वास्थ्य पेशेवर, पब्लिक हेल्थ कोऑर्डिनेटर, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHOs) और बी.एससी., एम.एससी. व पीएच.डी. स्तर के स्टूडेंट्स भाग लेंगे।
उन्नाव में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एसडीएम पुरवा प्रमेश श्रीवास्तव ने गुरुवार को क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने छात्रों की उपस्थिति और शिक्षण व्यवस्था की जांच की। ऊंचागांव किला प्राथमिक विद्यालय में 35 में से 26 छात्र और 2 शिक्षक मौजूद मिले। एसडीएम ने कक्षा-3 के छात्रों से द्विपाद का अर्थ और मकड़ी के पैरों की संख्या पूछी। छात्रों ने संतोषजनक जवाब दिए। कन्हाई खेडा प्राथमिक विद्यालय में उपस्थिति बेहतर थी। यहां 50 में से 45 छात्र मौजूद थे। एसडीएम ने छात्रों से गणित का सवाल पूछा कि 11 में क्या जोड़ें कि 99 हो जाए। छात्रों ने सही उत्तर देकर प्रभावित किया। एसडीएम ने शिक्षकों को समय पर विद्यालय पहुंचने और रोचक तरीके से पढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ तभी मिलेगा जब स्कूलों में पढ़ाई का माहौल और उपस्थिति बेहतर होगी। गांव के अभिभावकों ने निरीक्षण का स्वागत किया। उनका मानना है कि इस पहल से विद्यालयों में अनुशासन और शिक्षा का स्तर सुधरेगा। एसडीएम ने भविष्य में भी ऐसे औचक निरीक्षण जारी रखने की बात कही।
बिहार में शिक्षा विभाग के रीजनल डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण के पटना, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया स्थित घर और ऑफिस पर SVU (स्पेशल विजिलेंस यूनिट) ने गुरुवार सुबह रेड की है। आय से अधिक संपत्ति के मामले में ये छापेमारी की जा रही है। तीनों जगह पर बाहर से आने-जाने वालों पर टीम ने रोक लगा दी है। टीम पूरे मकान और मुजफ्फरपुर स्थित उनके ऑफिस को खंगाल रही है। मुजफ्फरपुर में भारी मात्रा में कैश मिलने की सूचना है। इसे गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई है। पटना में झोले में 4 लाख कैश मिले हैं। पूर्णिया में वीरेंद्र नारायण की 5 करोड़ की कोठी में कार्रवाई चल रही है। ये 1 बीघा यानी 20 कट्ठे में बनी है। वीरेंद्र नारायण की फिलहाल तिरहुत प्रमंडल में पोस्टिंग है। रीजनल डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण पर आय से 3 करोड़ 76 लाख रुपए से अधिक अवैध संपत्ति जमा करने का आरोप है। पटना-मुजफ्फरपुर-पूर्णिया में रेड पटना के जगनपुरा में वार्ड नंबर 32 में वीरेंद्र नारायण के घर पर रेड चल रही है। सुबह 7 बजे 4 गाड़ियों से 6 अफसरों की टीम उनके घर पहुंची। टीम के साथ पुलिस फोर्स भी मौजूद है। मेन गेट को लॉक कर दिया गया है। किसी को घर में आने-जाने की परमिशन नहीं है। यहां से टीम को झोले में 4 लाख कैश मिले हैं। कुछ पेपर्स और लैपटॉप भी टीम के हाथ लगे हैं। मुजफ्फरपुर में वीरेंद्र नारायण के ऑफिस और किराए के घर में स्पेशल विजिलेंस टीम ने रेड की है। सुबह करीब साढ़े 7 बजे 2 गाड़ियों से टीम यहां पहुंची। 7 से ज्यादा अफसर अंदर मौजूद हैं। ऑफिस के पेपर खंगाले जा रहे हैं। कर्मचारियों से भी पूछताछ हो रही है। टीम ने ऑफिस के रिकॉर्ड रूम को भी खंगाला है। मुजफ्फरपुर के खबरा रोड स्थित लेन नंबर 4 में वीरेंद्र नारायण के आवास पर भी कार्रवाई चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, कल रात ही पटना से 6 सदस्यीय टीम मुजफ्फरपुर पहुंची थी। टीम रातभर सर्किट हाउस में रूकी। सुबह 8 बजे ही कार्यालय खुलने से 1 घंटे पहले पहुंच गई थी। 9 बजे खुलते ही छानबीन शुरू कर दी। पूर्णिया के रामबाग में वीरेंद्र नारायण की आलीशान कोठी पर SVU ने रेड की है। सुबह करीब 7 बजे 2 गाड़ियों से 7 लोगों की टीम यहां पहुंची है। साढ़े 11 बजे 4 लोगों की टीम पिछले गेट से घर के अंदर गई है। बाहर बड़ी संख्या में पुलिस मौजूद है। घर में किसी को आने-जाने नहीं दिया जा रहा है। रेड से जुड़ी कुछ तस्वीरें.... पटना में 4 लाख कैश मिले हैं मुजफ्फरपुर में मशीन से नोटों की गिनती चल रही है पूर्णिया में आलीशान कोठी पर रेड टीम सामानों की लिस्ट बना रही है टीम घर में रखे दस्तावेज, कीमती सामान की लिस्ट बनाने में जुटी है। इसके अलावा घर में रखे लैपटॉप समेत अन्य गैजेट्स को भी खंगाल रही है। बताया जा रहा है कि वीरेंद्र नारायण के खिलाफ लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं, जिसके बाद उनके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। वैशाली में DEO रहते लगे आरोप वीरेंद्र नारायण 10 जुलाई 2022 को वैशाली के जिला शिक्षा पदाधिकारी बने। इसी कार्यकाल के दौरान उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। साल 2024 की आखिरी महीने में जिले के तत्कालीन DM यशपाल मीणा ने DEO पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसमें प्रशासनिक लापरवाही से लेकर कर्तव्यों के उल्लंघन तक शामिल है। DEO पर रिटार्यड शिक्षकों के बकाया भुगतान में अनावश्यक देरी करने का आरोप है। साथ ही जनता की शिकायतों और विभिन्न योजनाओं के सुधार में लापरवाही बरतने के भी आरोप लगे थे। 4 जुलाई 2025 तक वे DEO रहे। 12 लाख जलाने वाले सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के 3 ठिकानों पर EOU रेड इधर, कुछ दिन पहले रेड में 12 लाख कैश जलाने वाले ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय के 3 ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने गुरुवार सुबह से छापेमारी शुरू कर दी है। पहलाः समस्तीपुर के हसनपुर थाना के तहत खरहिया गांव में उनके पुश्तैनी घर। दूसराः समस्तीपुर में ही टाउन थाना के तहत आदर्श नगर सेक्टर 4 स्थित विनोद राय के घर। तीसराः पटना में भूतनाथ रोड स्थित इंजीनियर के घर रेड हुई है। विनोद कुमार राय के खिलाफ EOU ने 3 करोड़ 38 लाख 46 हजार 892 रुपए आय से अधिक समाप्ति का केस दर्ज किया है। इसके बाद ही छापेमारी शुरू की गई है। दरअसल, पटना में 22 अगस्त को EOU ने ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय के घर पर रेड की थी। भूतनाथ रोड स्थित आलीशान मकान से टीम ने 52 लाख कैश बरामद किए गए। इनमें 12 लाख 50 हजार जले हुए नोट थे। यही नहीं आवास से सोने के बिस्किट समेत 26 लाख के गहने बरामद हुए थे। EOU को उनके घर से बीमा पॉलिसी और जमीन, मकान के कागजात, इलेक्ट्रानिक्स सामान समेत 20 करोड़ की चल-अचल संपत्ति मिली थी। 5 साल में 43 इंजीनियर करप्शन में पकड़ाए बीते 5 सालों में बिहार की निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (विजिलेंस), स्पेशल विजिलेंस यूनिट (SVU) और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने 43 इंजीनियरों को आय से अधिक संपत्ति और रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा है। इसमें से 20 ऐसे इंजीनियर हैं, जिनके पास करोड़ों की संपत्ति हैं। जबकि, 23 इंजीनियर रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार हुए। एजेंसियों की कार्रवाई के आंकड़ों के मुताबिक, सबसे अधिक भवन निर्माण विभाग के इंजीनियर भ्रष्ट हैं। दूसरे नंबर पर बिजली विभाग और तीसरे नंबर पर ग्रामीण कार्य विभाग के इंजीनियर हैं। ---------------------- इसे भी पढ़िए... रेड से पहले पत्नी के साथ नोट जलाने लगा इंजीनियर:किचन की चिमनी-टॉयलेट के पाइप से 52 लाख कैश मिले; सोने के बिस्किट-विदेशी घड़ियां भी पटना में शुक्रवार को EOU ने ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय के घर पर रेड की। भूतनाथ रोड स्थित आलीशान मकान से टीम ने 52 लाख कैश बरामद किए। इनमें 12 लाख 50 हजार जले हुए नोट थे। यही नहीं आवास से सोने के बिस्किट समेत 26 लाख के गहने बरामद हुए। पूरी खबर पढ़ें।
जिले में सरकारी स्कूलों की जर्जर हालत को देखते हुए जिला कलक्टर ने 19 जर्जर स्कूलों व 465 स्कूलों के 1353 कक्षों को जमींदोज करने के आदेश कर दिए। दूसरी तरफ वैकल्पिक व्यवस्था के नाम पर बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। कहीं गंदे पानी में बैठाकर पोषाहार भोजन (एमडीएम) बनवाया जा रहा है, तो कहीं मुर्गी फार्म जैसी असुरक्षित जगहों में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। जहां न बच्चों के लिए पीने के पानी की व्यवस्था है, न ही बिजली की कोई व्यवस्था है। कई ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों की हालत इतनी खराब है कि उन्हें बंद कर, दूसरे के घर में बैठाकर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। नतीजा, स्कूल में बच्चों का नामांकन धीरे-धीरे घट रहा है। भास्कर रिपोर्टर ने स्कूलों में जाकर हालात जाने तो सामने आई सच्चाई... मिड-डे मील बनाने को गंदे पानी और कीचड़ से होकर जाना मजबूरी गर्ल्स सीनियर सेकंडरी मडरपुर के कक्ष 1 से 10, रसोईघर एवं शौचालय को जमींदोज करने के लिए जिला कलक्टर की टीम ने आदेश दे दिए। वहीं, स्कूल में पानी भरने की वजह से कक्षा नहीं लग रही, लेकिन मौके पर भास्कर पड़ताल में बच्चों के लिए पोषाहार बनता दिखा। जहां पोषाहार बनाने वाली महिलाएं गंदे पानी से होते हुए आती-जाती दिखीं। वहीं, स्कूल के छोटे बच्चे थाली लेकर जर्जर स्कूल में आते-जाते दिखे। जिससे स्वच्छता को लेकर सवाल उठा। वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण पोषाहार बनाने वाली महिलाओं की जान जोखिम में डालते हुए दिखी। स्कूल शिक्षकों से बात की तो बताया कि 260 बच्चों का नामांकन है। बच्चों को बैठाकर पढ़ाने के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं है। स्कूल भवन जर्जर, अब मुर्गी फार्म में पढ़ा रहे हैं बच्चों को, पास में ही भरा रहता है कबाड़ राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नगला केवल को 2024 में जर्जर घोषित किया जा चुका है। जर्जर स्कूल को बनवाने के लिए सेशन भी आ चुका है। ऐसे में स्कूल प्रधानाध्यापक द्वारा बच्चों के बैठने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर स्कूल के पास में ही मुर्गी फार्म में किया गया है। कक्षा 1 से 8 तक 55 बच्चे गर्मी और उमस में बिना पंखे के धरती पर बैठकर पढ़ाई करते हैं तो दूसरी तरफ मुर्गियों के लिए दाना, भूसा व कबाड़ रखा हुआ है। जहां बच्चों के लिए न पीने के पानी की व्यवस्था है, न ही लड़कियों के लिए शौचालय की। शिक्षकों ने बताया कि स्कूल के जर्जर घोषित होने के बाद कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं थी। इस कारण बच्चों को मुर्गी फार्म में बैठाकर पढ़ाना पड़ रहा है। स्कूल जर्जर हुआ तो पड़ोस के घर में ही बनाया ठिकाना, खुले में लग रही क्लास कमरे जर्जर हुए तो स्कूल पर लगाया ताला, धूप में बैठकर पढ़ रहे बच्चे राजकीय सीनियर सेकंडरी स्कूल पीपला में 7 कमरे हैं। बाकी 7 कमरे जर्जर होने के कारण उन पर ताला लगा दिया गया। ऐसे में बच्चों को पढ़ाने के लिए स्कूल के गार्डन में धूप व उमस में बैठकर पढ़ाना शुरू कर दिया। जहां अभी वैकल्पिक व्यवस्था के नाम पर कोई और व्यवस्था नहीं हुई है। प्रधानाचार्य प्रकाश चंद चौधरी ने बताया कि 462 बच्चों का नामांकन है। जो भी वैकल्पिक व्यवस्था कर सकते हैं, वह हम लोग बच्चों को पढ़ाने के लिए कर रहे हैं। उन्होंने बताया, इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी सूचित किया गया है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अगर कोई प्रधानाचार्य मुर्गी फार्म व जर्जर घोषित स्कूल में एमडीएम बनवा रहा है, उसकी जानकारी कर तुरंत एक्शन लेंगे क्योंकि जर्जर स्कूल घोषित होने के बाद हमने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर बच्चों को पास के सरकारी स्कूल में शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं या पास में कोई धर्मशाला हो तो वहां बच्चों को बैठाकर पढ़ाने के आदेश दिए हैं। -सुरेंद्र गोपालिया, डीईओ माध्यमिक (नोडल अधिकारी)
शिक्षाविद् की मनाई गई 6वीं पुण्यतिथि
सिटी रिपोर्टर| अंबा प्रखंड मुख्यालय अंबा में शिक्षाविद् अवकाश प्राप्त शिक्षक उग्रह नारायण सिंह की छठी पुण्यतिथि बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री वितरण कर मनाई गई। यह कार्यक्रम औरंगाबाद रोड स्थित देवी मंदिर के प्रांगण में अंबे जागृति मंच द्वारा आयोजित हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख धर्मेंद्र कुमार व संचालन शिक्षक रामजीत सिंह ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रमुख के साथ प्रखंड विकास पदाधिकारी आदर्श कुमार नंदा, थानाध्यक्ष राहुल राज, शिक्षक संघ के राज्य सचिव धनंजय सिंह, पूर्व जिला परिषद सदस्य अजय भुईयां, महिला महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो दिनेश कुमार सिंह व कल्पवृक्ष धाम के अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। इस दौरान सभा में मौजूद लोगों ने उक्त शिक्षक की तैल चित्र पर पुष्पांजलि की और 2 मिनट का मौन रखकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। वक्ताओं ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अन्य लोगों को सीख लेने की भी जरूरत है। उक्त शिक्षक अपने कार्यकाल में शैक्षणिक गतिविधि व समाज के लिए एक बड़ी मिसाल थे। उनके पास ढेर सारे गुण थे इसके बावजूद भी वह सादगी भरा जीवन जीते थे। यही कारण है कि आज भी शिक्षक समाज में उनका नाम गर्व से लिया जाता है। कई जगहों पर उन्हें उदाहरण के रूप में लेते हुए बातें होते रहती हैं। ऐसी शख्सियत उन्होंने बनाई कि आज वह मरकर भी अमर है। उक्त कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चों के बीच पाठ्य सामग्री का वितरण किया गया और बच्चों को पढ़ाई के प्रति रुचि लेने के लिए प्रेरित की गई। उक्त कार्यक्रम में उनके पुत्र शिक्षक नागेंद्र सिंह व शैलेंद्र कुमार सिंह ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और कार्यक्रम को सफल बनाया। इस मौके पर परमिंदर कुमार सिंह, सुधीर कुमार सिंह, उमाशंकर सिंह, धीरेंद्र कुमार, विवेक कुमार सिंह, महेंद्र मिश्रा, रमेश कुमार, रामराज केसरी, रामवृक्ष पासवान, हसन इमाम, विजय सिंह समेत जिले भर के कई अन्य शिक्षक व समाजसेवी मौजूद थे।
उदय शिक्षा मन्दिर खेरोदा की टीम फाइनल में
उदयपुर| 69वीं जिला स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता में उदय शिक्षा मंदिर उच्च माध्यमिक विद्यालय खेरोदा की टीम फाइनल में पहुंची। विद्यालय के वॉलीबॉल कोच पवन मेनारिया ने बताया कि मावली जंक्शन में आयोजित 17 वर्षीय वॉलीबॉल टूर्नामेंट में उदय शिक्षा मंदिर उमावि ने टूस डांगियान को 3-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। इस जीत पर विद्यालय परिवार एवं गांववासियों ने टीम को बधाई दी।
उच्च शिक्षा मंत्रालयिक कर्मचारी संघ ने दिया ज्ञापन
उदयपुर | उच्च शिक्षा मंत्रालयिक कर्मचारी संघ ने बुधवार को कलेक्टर को ज्ञापन देकर कॉलेजों में मंत्रालयिक पदों पर संविदा नियुक्तियों का विरोध दर्ज कराया। संभाग अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद माली एवं जिला अध्यक्ष जयेश पुरोहित के नेतृत्व में दिए ज्ञापन में मांग की गई कि कॉलेजों के स्वीकृत मंत्रालयिक पदों को विभाग के मूल मंत्रालयिक संवर्ग में शामिल किया जाए। साथ ही इन पदों पर सीधी भर्ती, पदोन्नति एवं स्थानांतरण के माध्यम से स्थाई नियुक्तियां की जाएं। ज्ञापन देते समय शंकर सिंह, विक्रम सिंह, अंबालाल आदि मौजूद रहे। संघ ने सरकार से मांग की है कि वह संविदा नियुक्तियों के निर्णय पर पुनर्विचार करे और स्थायी नियुक्तियों की प्रक्रिया को प्राथमिकता दे।
चिकित्सक शिक्षक अनशन पर, मांग- चिकित्सा शिक्षा में लेटरल एंट्री की स्वीकृति नहीं दे सरकार
राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन (आरएमसीटीए) उदयपुर ने बुधवार से आरएनटी मेडिकल कॉलेज में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। ये राज्य में चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए चिकित्सा शिक्षा में लेटरल एंट्री की अनुमति नहीं देने की मांग कर रहे हैं। छह प्रमुख मांगें रखते हुए एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि यदि इन मुद्दों पर शीघ्र विचार नहीं किया गया तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। कार्य व्यवस्था प्रभावित नहीं हो इसे देखते हुए विरोध प्रदर्शन किया। मुख्य सचिव के नाम कलेक्टर नमित मेहता को ज्ञापन भी दिया। प्रदेश में राजस्थान मेडिकल एजुकेशन सोसायटी के अन्तर्गत जो 22 मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं, उन कॉलेजों में शिक्षक चिकित्सकों के रिक्त पदों पर ऐसे डॉक्टरों को सरकार लाने की तैयारी कर रही है, जिन्हें पढ़ाने का कोई अनुभव नहीं है। ये शिक्षक बिना किसी प्रक्रिया के केवल अनुभव के आधार पर मेडिकल ऑफिसर से सीधे एसोसिएट प्रोफेसर बन जाएंगे। ये विरोध प्रदर्शन इस नई प्रक्रिया को लागू करने से रोकने के लिए किया जा रहा है। मांगें केवल शिक्षकों के हित के लिए ही नहीं, बल्कि चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान की गुणवत्ता और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए भी जरूरी हैं। एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर शीघ्र सकारात्मक कदम नहीं उठाए, तो उन्हें मजबूरन आंदोलन की राह पकड़नी पड़ेगी। आरएमसीटीए सचिव डॉ. तरुण रलोत ने बताया कि प्रदेश की तरह आरएनटी में शुरुआत की है। हमने क्रमिक अनशन भी मरीजों को परेशानी नहीं हो ये देखते हुए शुरू किया। ये भी हैं आरएमसीटीए की प्रमुख मांगें {भर्ती केवल प्रवेश स्तर पर सहायक आचार्य (असिस्टेंट प्रोफेसर) पद पर ही की जाए। {भर्ती प्रक्रिया केवल आरपीएससी के माध्यम से ही संपन्न की जाए। {राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप समय-समय पर डीएसीपी (डिपार्टमेंटल असेसमेंट एंड करियर प्रोग्रेशन) लागू किया जाए। {चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में नियमित भर्ती नीति अपनाई जाए। {पीजी डिग्री प्राप्त डेमोन्सट्रेटर को सहायक आचार्य पद पर पदोन्नति दी जाए। मांगों को लेकर क्रमिक अनशन पर बैठक चिकित्सक शिक्षक।
लखनऊ के बख्शी का तालाब क्षेत्र में स्थित मां कमला देवी श्री पिताम्बरा देवी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में टैबलेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बुधवार को बीकेटी विधानसभा क्षेत्र के विधायक योगेश शुक्ला ने संस्थान के 300 छात्रों को टैबलेट वितरित किए। विधायक योगेश शुक्ला ने छात्रों को टैबलेट के उचित उपयोग की सलाह दी। उन्होंने कहा कि टैबलेट का इस्तेमाल शिक्षा के लिए करें। इससे आधुनिक जानकारियां प्राप्त होंगी और रोजगार के अवसर भी मिल सकेंगे। संस्थान के चेयरमैन ने राज्य सरकार की इस पहल की सराहना की। उन्होंने बताया कि टैबलेट के माध्यम से छात्र घर बैठे ही पढ़ाई कर सकते हैं। छात्र नई जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। यह प्रैक्टिकल और थ्योरी की शिक्षा को आसान बनाएगा। साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ाने में मददगार साबित होगा।
प्रदेश के जिन विद्यालयों में चालू शिक्षा सत्र में एक भी विद्यार्थी का एडमिशन नहीं हुआ है, ऐसे विद्यालयों के शिक्षकों को अब उन विद्यालयों में पदस्थ किया जाएगा जहां टीचर्स की कमी है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने काउंसलिंग के जरिए ऐसे टीचर्स को शाला विकल्प चुनने का मौका देने का फैसला लिया है। काउंसलिंग की कार्यवाही 12 सितंबर को की जाएगी। इसमें सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को ताकीद किया है कि जो भी कार्यवाही की जाए वह पूरी पारदर्शिता और शुचिता के साथ होनी चाहिए। लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को दिए निर्देश में कहा है कि एजुकेशन पोर्टल 3.0 पर दर्ज जानकारी के अनुसार जिलों में शून्य नामांकन वाले विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों को उन विद्यालयों में पदस्थ किया जाएगा जहां शिक्षकों की कमी है। इसी तारतम्य में शून्य नामांकन (नो न्यू एडमिशन) वाले विद्यालयों में पदस्थ शिक्षकों की जानकारी गूगल शीट जीरो एनरोलमेंट स्कूल टीचर डेटा फॉर काउंसलिंग पर सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को शेयर की गई है। इसके अलावा अगर किसी स्कूल के शिक्षक छूटे हों तो उनकी एंट्री गूगल शीट पर की जाना है। 12 सितंबर को दोपहर में होगी काउंसलिंगइन शिक्षकों की काउंसलिंग 12 सितंबर को दोपहर 12 बजे से की जानी है। इसलिए सभी शिक्षकों को 12 सितम्बर को तय स्थान पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में उपस्थित होकर शाला विकल्प का चयन करना है। ऐसे शिक्षक जो काउंसलिंग में उपस्थित नहीं होंगे या शाला विकल्प चयन नहीं करेंगे उनकी पदस्थापना जिले में किसी भी स्कूल में की जा सकेगी। जिला स्तर पर काउंसलिंग सीनियरिटी के आधार पर की जाएगी। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारी ग्रेडेशन लिस्ट के आधार पर काउंसलिंग करेंगे यानी सीनियर टीचर को शाला विकल्प का मौका पहले दिया जाएगा। काउंसलिंग में मौजूद शिक्षकों द्वारा चयन किए गए विकल्प का सहमति पत्र लेकर जिला शिक्षा कार्यालय में रिकार्ड रखा जाएगा। काउंसलिंग के बाद जिला शिक्षा अधिकारी गूगल शीट की जानकारी लोक शिक्षण संचालनालय को भेजेंगे। इसमें समय सीमा और पारदर्शिता रखने के लिए खासतौर पर ताकीद किया गया है।
हिसार के हांसी में एसपी अमित यशवर्धन ने मंगलवार को अपने कार्यालय में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम के दौरान स्वर्गीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सतीस (निवासी ढाणी ब्राह्मण) की धर्मपत्नी आशा को आर्थिक सहयोग स्वरूप 24 लाख 21 हजार 500 रुपए का चेक दिया। यह राशि विभागीय सहयोग और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत उपलब्ध करवाई गई है। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हांसी पुलिस अपने हर कर्मचारी को परिवार का हिस्सा मानती है। किसी कर्मचारी के निधन के बाद उसके परिजनों को अकेला महसूस न हो, यह विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि विभाग का उद्देश्य है कि दिवंगत कर्मचारी के आश्रितों को न तो आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़े और न ही बच्चों की शिक्षा तथा परिवार की अन्य आवश्यकताओं में कोई बाधा आए। उन्होंने स्वर्गीय सतीस की सेवाओं को याद करते हुए कहा कि उनकी निष्ठा और योगदान अमूल्य हैं। विभाग सदैव उनके परिवार की मदद के लिए तत्पर रहेगा और किसी भी आवश्यकता पर हर संभव सहयोग प्रदान किया जाएगा। मौके पर मौजूद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने भी स्वर्गीय सतीस को श्रद्धांजलि अर्पित की और आशा व उनके परिवार के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की लगातार अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया है। पाया गया कि कई शिक्षक बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) या पर्यवेक्षक की ड्यूटी का हवाला देकर लंबे समय से विद्यालय से अनुपस्थित रहते हैं, जिससे पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। इस स्थिति को देखते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) ने कड़ा निर्देश जारी किया है। आदेश के अनुसार अब सभी बीएलओ और बीएलओ पर्यवेक्षक के रूप में कार्यरत शिक्षकों को विद्यालय में नियमित रूप से उपस्थित रहना होगा और सामान्य शिक्षण कार्य करना होगा। बीएलओ से जुड़ी जिम्मेदारियां शिक्षक विद्यालय समय के बाद या अतिरिक्त समय में पूरी करेंगे। पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि पढ़ाई से समझौता किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
राजस्थान एसओजी-एटीएस की टीम ने आज एक महिला शिक्षक को फर्जी दस्तावेजों से नौकरी लगने के मामले में गिरफ्तार किया है। महिला की ओर से शिक्षा निदेशालय बीकानेर प्रारम्भिक की नियुक्ति शाखा की ई-मेल आईडी पर फर्जी सत्यापन रिपोर्ट दी गई। जिसको लेकर आज उसे हिंडौन सिटी करौली से गिरफ्तार कर लिया। दरअसल, तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2021 में राज्य सरकार ने खेल कोटे में 2 प्रतिशत आरक्षण कोटा देने की अधिसूचना जारी की थी। जिसमें ताईक्वांडो फेडरेशन ऑफ इंडिया धनबाद (झारखण्ड) के फर्जी खेल प्रमाण पत्रों से शिक्षकों के नौकरी लगने की एसओजी को शिकायत मिली थी। जिस पर एसओजी ने एक एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी। हिंडौन सिटी करौली से किया गिरफ्तार एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि हेमलता गुर्जर (31) पत्नी प्रधुमन सिंह गुर्जर निवासी गांव तिगरिया, पुलिस थाना नई मंडी हिंडौनसिटी, जिला करौली को एसओजी ने गिरफ्तार किया है। हेमलता गुर्जर के पति प्रधुमन सिंह गुर्जर ने राजस्थान ताइक्वांडो एसोसिएशन के महासचिव दिनेश जगरवाल से मिलकर फर्जीवाड़ा किया है। पति ने दलाल से मिलकर किया फर्जीवाड़ा हेमलता गुर्जर का बिना ताईक्वांंडो खेले ही फर्जी तरीके से थर्ड भगवान महावीर ओपन नेशनल ताईक्वांडो चैम्पियनशिप-2017 की ताई शीटों में काटछांट कर नाम जुड़वाया था। उसके पति ने दलाल हितेश भादु के जरिए फर्जी तरीके से खेल प्रमाण पत्र का सत्यापन करवाया था। फर्जी ईमेल रिपोर्ट भेजने वाले बिमलेंदु कुमार झा, रुपयों का लेनदेन करने वाला दलाल कमल सिंह, हितेश भादु और राजस्थान ताईक्वांडो एसोसिएशन के महासचिव दिनेश जगरवाल, फर्जी सत्यापन रिपोर्ट से नौकरी पाने वाले मनोज कुमार गुर्जर और हेमलता के पति प्रधुमन सिंह गुर्जर को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है।
राजस्थान के पंचायती राज व शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने चूरू के ढाणी डीएसपुरा में सफाई व्यवस्था की खराब स्थिति पर कड़ी नाराजगी जताई। मंत्री मंगलवार को एक शोकसभा में शामिल होने आए थे। इस दौरान वे ढाणी डीएसपुरा और ढाणी लालसिंहपुरा का निरीक्षण करने पहुंचे। ग्रामीणों ने मंत्री को बताया कि पिछले तीन महीने से गांव में सफाई नहीं हुई है। यह सुनते ही मंत्री दिलावर ने सरपंच पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ठेकेदारों को बिना काम के भुगतान किया जा रहा है। मंत्री ने बीडीओ को 30 सितंबर तक सफाई व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि समय सीमा में सुधार नहीं होने पर सरपंच, ठेकेदार और ग्राम अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मंत्री के निरीक्षण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में वे गांव की गलियों में खड़े होकर अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से सवाल पूछते नजर आ रहे हैं।
भारतीय छात्रों के पसंदीदा बने ये देश, अमेरिका में क्यों घट रही है रुचि?
Indian students News : अमेरिकी विश्वविद्यालयों में आवेदनों में साल-दर-साल 13 प्रतिशत की गिरावट आई है, क्योंकि भारतीय छात्र जर्मनी जैसे गंतव्यों को पसंद कर रहे हैं, जहां 2024-25 में 32.6 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। अमेरिका और कनाडा जैसे देशों की सख्त ...
स्कूलों में ट्रांसजेंडर-समावेशी यौन शिक्षा लागू करने की जनहित याचिका पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को एनसीईआरटी और एससीईआरटी को देशभर के स्कूलों में ट्रांसजेंडर-समावेशी यौन शिक्षा लागू करने की याचिका पर सुनवाई करने के लिए सहमति दे दी है
UKPSC ने जारी किया भर्ती परिणाम, 12 जनवरी को हुई थी परीक्षा
Public Service Commission released recruitment result : उत्तराखंड लोक सेवा आयोग ने पुलिस सब इंस्पेक्टर, गुल्मनायक और फायर स्टेशन सेकंड अधिकारी भर्ती का परिणाम घोषित कर दिया है। अभ्यर्थी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट psc.uk.gov.in पर जाकर अपने नतीजे चेक ...
Petrol Diesel Prices: पेट्रोल और डीजल के ताजा भाव जारी, जानें कि आपने नगर में क्या हैं कीमतें
Petrol Diesel Prices: ग्लोबल मार्केट (global market) में भले ही कच्चे तेल (crude oil) की कीमतें पिछले महीनेभर से 67 डॉलर के आसपास घूम रही हैं, लेकिन घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल (petrol and diesel) की खुदरा कीमतों में बखूबी बदलाव दिख रहा है। ...
5100 छात्रों के सपनों को लगेंगे रिलायंस फाउंडेशन की स्कॉलरशिप के पंख
Reliance Foundation News : रिलायंस फाउंडेशन (Reliance Foundation) की वार्षिक छात्रवृत्ति के लिए आवेदन एक बार फिर खुल गए हैं। शैक्षणिक वर्ष 2025-26 के लिए रिलायंस फाउंडेशन 5100 छात्रों को स्कॉलरशिप यानी छात्रवृत्ति देगी। स्कॉलरशिप के लिए केवल प्रथम ...
संघ का शिक्षा एजेंडा : न पढ़ेंगे न पढ़ने देंगे
विवादित पाठ्य पुस्तकों में, इन्हीं विषयों की पिछली पाठ्य पुस्तकों से जो भारी बदलाव किए गए हैं
देश के कई विद्यालयों में सुबह की प्रार्थना सभा में सुविचार प्रस्तुत करने की परंपरा है, विद्यालयों के श्यामपट (ब्लैकबोर्ड) पर भी सुविचार लिखे होते हैं
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
दिल्ली में झुग्गी में रहने वाले एक पिता ने, जो चाय बेचते हैं, उन्होंने अपनी बेटी को आखिरकार CA बना दिया। जहां एक ओर लोगों ने कहा, क्यों अपनी बेटी को जरूरत से ज्यादा पढ़ा रहे हो, इसकी शादी करवा देनी चा
NEET UG रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन
नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए छात्रों ने सोमवार को शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा परिणाम में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग की। आइए जानते हैं, क्या है पूरा म
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का 10 फीसदी भी डाटा नहीं हुआ अपलोड
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का डाटा अपलोड करने में जिले के कई स्कूल ढील दे रहे हैं, वे 10 फीसदी छात्रों का भी डाटा अभी तक अपलोड नहीं कर पाए हैं। डाटा अपलोड करने में आधार कार्ड की अनिवार्यता के बाद से छ
बेसिक शिक्षा : दो महीने बाद भी 1.38 लाख छात्रों का डेटा नहीं हुआ अपडेट
बेसिक शिक्षा विभाग के यू डायस पोर्टल पर डेटा अपडेट करने का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। हाल ये है कि दो महीने में महज 1.38 लाख छात्रों डेटा भी अपडेट नहीं हुआ। विभाग ने अब 5 जून तक इसे पूरा करने क
स्कूलों में कैसे पढ़ा रहे हैं शिक्षक, वीडियो में देखेगा शिक्षा विभाग, होगी रिकॉर्डिंग
शिक्षा विभाग वीडियो के जरिए देखेगा कि परिषदीय स्कूलों के शिक्षक छात्रों को कैसे पढ़ाते हैं। बता दें. छात्रों को पढ़ाते हुए शिक्षकों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति : यूपी बोर्ड ने दिए निर्देश, एनईपी लागू करने को स्कूल बनाएंगे प्लान
यूपी बोर्ड से जुड़े 27 हजार से अधिक स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू करने के लिए स्कूल स्तर पर योजना बनाई जाएगी। एनईपी 2020 के विषय में विद्यालयों में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
बॉलीवुड का ये सुपरस्टार युवाओं को IAS बनाने के लिए मुफ्त में देगा शिक्षा, योजना से अबतक जुड़ चुके है7000 युवा