यह बात खरी है... इसमें आप देखेंगे यूपी की राजनीति और सरकारी विभागों में अंदरखाने चल क्या रहा है? ऊपर VIDEO पर क्लिक करें...
बिजनौर में जिला प्रशासन की ओर से राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में तैयार की गई स्मार्ट कक्षा का आज शुभारंभ किया गया। जिले के डीएम अंकित अग्रवाल ने स्मार्ट क्लास का उद्घाटन कर डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में कदम बढ़ाया। 18 स्कूलों को मिले कंप्यूटर कार्यक्रम के दौरान कंप्यूटरविहीन 18 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को कंप्यूटर उपलब्ध कराए गए। इसके अलावा हिंदी-अंग्रेजी शब्दकोश भी छात्र-छात्राओं के लिए प्रदान किए गए, ताकि उनकी शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार हो सके। इस मौके पर डीएम ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के डिजिटल पोर्टल के बारे में जानकारी दी और निर्देश दिया कि विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को डिजिटल शिक्षा से अवगत कराया जाए। सीडीओ ने स्मार्ट क्लास का डेमो दिया कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा ने स्मार्ट क्लास का डेमो छात्राओं के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने विद्यालयों के शिक्षकों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि बेसिक कंप्यूटर की जानकारी हर छात्र को मिले। राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रधानाचार्या ने स्मार्ट क्लास, कंप्यूटर और शब्दकोश उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह सुविधाएं छात्रों की पढ़ाई को सहज और आधुनिक बनाने में मददगार साबित होंगी।
राजस्थान के शिक्षा क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए जयपुर एजुकेशन समिट 2025 का आयोजन किया जा रहा है। 20 से 24 जनवरी 2025 तक आयोजित होने वाले इस आयोजन में शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ, शिक्षाविद, नीति-निर्माता, उद्योग जगत के प्रमुख हस्ताक्षर, दानदाता और शिक्षा को नई दिशा देने वाले चेंज मेकर्स एक साथ मंच साझा करेंगे। यह आयोजन जयपुर के एस एस जैन सुबोध पीजी ऑटोनॉमस कॉलेज सहित 7 प्रमुख स्थानों पर होगा। राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, जयपुर हवामहल के विधायक बालमुकुंद आचार्य, और जयपुर सिविल लाइंस के विधायक गोपाल शर्मा ने इस आयोजन के पोस्टर का विमोचन कर अपनी सहभागिता की सहमति दी है। आयोजक सुनील नारनोलिया ने बताया कि समिट का उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से समान अधिकार और सभ्य संस्कारों को बढ़ावा देना है। यह आयोजन उन प्रेरणादायक चेंज मेकर्स से सीखने का अवसर देगा, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है। यह आयोजन सात वेन्यू पर होगा। 350+ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय वक्ता अपने अनुभव साझा करेंगे। 100 ज्याद उद्यमी इस आयोजन में भाग लेंगे। 2000 से ज्यादा शिक्षा क्षेत्र के विशेषज्ञ शामिल होंगे। जयपुर एजुकेशन समिट राजस्थान की शिक्षा प्रणाली को न केवल राष्ट्रीय बल्कि वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने के प्रयास का हिस्सा है। यह आयोजन राजस्थान के शिक्षा क्षेत्र में नवनिर्माण की राह प्रशस्त करेगा और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों तक पहुंचाएगा।
लखनऊ में बुधवार को माध्यमिक शिक्षक संघ के शिक्षकों के जोरदार प्रदर्शन की तैयारी है। राजधानी के पार्क रोड स्थित माध्यमिक शिक्षा निदेशक के शिविर कार्यालय में प्रदेश भर के शिक्षकों की पहुंच रहे है।ऐसे में बुधवार को कांग्रेस के प्रदर्शन के साथ शिक्षकों का भी बड़ा प्रदर्शन देखा जा सकता है। सुबह 11 बजे से शिविर कार्यालय में धरना माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष और प्रवक्ता डॉ आर पी मिश्रा ने बताया प्रदर्शन में शामिल होने के लिए प्रदेश भर से शिक्षक और शिक्षक संघ के पदाधिकारी कार्यकर्ता लखनऊ पहुंच चुके हैं। हमारी मांग बेहद सीमित और सरल है लंबे समय से इन मांगों को लेकर विभागीय अफसर को अवगत कराते रहे पर कोई सुनवाई न होने पर आज विशाल प्रदर्शन को विवश हुए हैं धरना बेहद शांतिपूर्ण तरीके से शिविर कार्यालय में प्रस्तावित है। शिक्षकों की ये है प्रमुख मांगे
राजस्थान में शिक्षकों की ट्रांसफर पॉलिसी को लेकर फिलहाल एक्सपर्ट और शिक्षाविद से राय ली जा रही है। उनकी राय आने के बाद ही इस पर अंतिम फैसला किया जाएगा। इसके साथ ही कितने पदों पर शिक्षकों की भर्ती होगी। सर्दियों की छुट्टियां इस बार कब से शुरू होगी। राजस्थान के स्कूलों के सिलेबस में कब तक बदलाव होगा। जैसे कई मुद्दों शिक्षा मंत्री दिलावर ने दैनिक भास्कर की एक्सक्लूसिव बातचीत की आप भी पढ़िए.. सवाल - राजस्थान सरकार में बतौर शिक्षा मंत्री आपका 1 साल का कार्यकाल लगभग पूरा हो चुका है। आपने इस 1 साल के कार्यकाल में क्या उपलब्धि हासिल की है? जवाब - मेरे कार्यकाल की उपलब्धियां अगर मैं वही बताऊंगा, तो यह अतिशयोक्ति हो जाएगी। यह बात तो जनता से पूछी जानी चाहिए। वो ही इसे बेहतर ढंग से बता पाएगी। सवाल - शिक्षा विभाग में पिछले 1 साल के कार्यकाल में काफी नवाचार किए गए हैं। भविष्य में क्या नया करने जा रहे हैं? जवाब - हमने कुछ नया नहीं किया है। लेकिन शिक्षा विभाग के जो नियम है, आदेश और निर्देश जारी हुए है। उनकी पालना करवाना हमारा लक्ष्य है। जैसे घुमंतू समाज को निशुल्क आवासीय भूखंड देने का प्रावधान था। लेकिन यह दिए नहीं गए थे। ऐसे में हमने 2 अक्टूबर को 21 हजार निशुल्क आवासीय पट्टे घुमंतू समाज को जारी किए। यह कोशिश लगातार जारी है। भविष्य में कोशिश करेंगे कि 40 हजार से ज्यादा घुमंतू समाज के जरूरतमंद लोगों को पट्टे दे पाए। सवाल - महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल को बंद करने से लेकर शिक्षा नीति और शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर आपने शिक्षा विभाग में कई बदलाव करने का दावा किया था। लेकिन यह प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है। आखिर इसकी वजह क्या है? जवाब - इन सब मुद्दों में सामूहिक निर्णय होने जरूरी है। जिसके लिए मुख्यमंत्री भजनलाल जी ने एक कमेटी का गठन किया है। वह कमेटी अब सब पहलुओं पर विचार करेगी। उसके बाद ही इन सब मुद्दों पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। सवाल - राजस्थान में रीट पात्रता परीक्षा के बाद में कितने पदों पर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद कब तक राजस्थान में नए शिक्षकों की भर्ती की जाएगी? जवाब - राजस्थान में फिलहाल सिर्फ रीट पात्रता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। शिक्षक भर्ती कितने पदों पर होगी। इसको लेकर मैं फिलहाल कुछ नहीं कह सकता, मैं भविष्यवक्ता नहीं हूं। सवाल - स्कूलों में मोबाइल फोन बैन से लेकर कई ऐसे आदेश थे। जिन्हें विवाद के बाद वापस लिया गया या फिर उनमें संशोधन किया गया। आखिर शिक्षा विभाग ने इस तरह के आदेश ही क्यों जारी किए जिनमें संशोधन करना पड़े? जवाब - हमने आदेशों को संशोधित नहीं किया है। पहले हमने कहा था स्कूलों में मोबाइल फोन लेकर नहीं जाएंगे। लेकिन शिक्षकों द्वारा यह आग्रह किया गया कि हम रास्ते में आते हैं। ऐसे में मोबाइल फोन काफी जरूरी है। इसके बाद हमने कहा कि शिक्षक मोबाइल फोन स्कूल ले जाए, लेकिन क्लास में लेकर न जाए। आज भी यह बात तय है कि जहां बच्चों को पढ़ाया जाएगा। वहां टीचर मोबाइल फोन नहीं ले जा सकते हैं। यही हम चाहते थे, इस फैसले में कोई संशोधन नहीं है। सवाल - स्कूलों के सिलेबस को लेकर काफी विवाद जारी है। आप भी कई बार स्कूलों में पढ़ाए जा रहे सिलेबस पर आपत्ति दर्ज कर चुके हैं। इसके बाद रिव्यू कमेटी का भी गठन किया गया है। आखिर यह कमेटी राजस्थान के सिलेबस में बदलाव पर कब तक फैसला लेगी? जवाब - शिक्षा विभाग द्वारा रिव्यू कमेटी का गठन किया गया है। जो शीघ्र अति शीघ्र सिलेबस में बदलाव को लेकर निर्णय लेगी। सवाल - सर्दियों की छुट्टियों की तारीख बदलने को लेकर भी तैयारी चल रही है। क्या इस बार स्कूलों में 25 दिसंबर से सर्दियों की छुट्टियां नहीं होगी? जवाब - सर्दियां के अनुसार उपयुक्त समय पर ही उपयुक्त निर्णय किया जाएगा। सवाल - राजस्थान में शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर पिछले लम्बे वक्त से विवाद जारी है। जब आप विपक्ष में थे। तब आपने सत्ता में आने पर जल्द से जल्द ट्रांसफर पॉलिसी बनाने का दावा किया था। लेकिन एक साल का वक्त बीत गया है। आखिर कब तक नई ट्रांसफर पॉलिसी तैयार होगी? जवाब - मैंने इस तरह का कोई दावा नहीं किया था। लेकिन राजस्थान में शिक्षकों की ट्रांसफर पॉलिसी को लेकर एक्सपर्ट से लगातार बातचीत का दौर जारी है। ऐसे में शिक्षाविद्, शिक्षक और एक्सपर्ट की रिपोर्ट तैयार होने के बाद उसे मंत्रिमंडल कमेटी में रखा जाएगा। ऐसे में मंत्रिमंडल ही नई ट्रांसफर पॉलिसी को लेकर अंतिम फैसला करेगा। क्यों कि मंत्रिमंडल का जो भी निर्णय होता है, वहीं मान्य होता है। सवाल - राजस्थान में पिछले कुछ वक्त में काफी लोग धांधली और फर्जीवाड़े से सरकारी नौकरी हासिल कर चुके हैं। क्या उनके खिलाफ कोई कार्रवाई होगी या फिर से फिर से कोई नई जांच शुरू की जाएगी? जवाब - इस मुद्दे पर फिलहाल गहन अध्ययन जारी है। बहुत जल्द इस पर भी फैसला किया जाएगा। सवाल - राजस्थान में शिक्षकों के ट्रांसफर तो फिलहाल नहीं हो रहे है। लेकिन बड़ी संख्या में शिक्षक डेपुटेशन पर काम कर रहे हैं। क्या इसी तरह बैक डोर से ट्रांसफर की प्रक्रिया जारी रहेगी? जवाब - हमारी सरकार बनने के बाद शिक्षा विभाग में हमने 31 दिसंबर 2023 तक के सभी डेपुटेशन निरस्त कर दिए हैं। हालांकि अब तक काफी अधिकारियों और कर्मचारियों ने उस आदेश को पूरा नहीं किया है। ऐसे में हमारे आदेश की अवहेलना क्यों की गई है। इसकी रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। कौन - कौन डेपुटेशन पर सरकार के आदेश के विरुद्ध काम कर रहा है। उनकी सूची तैयार करवाई जा रही है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। सवाल - शिक्षा विभाग में काफी ऐसे शिक्षक और कर्मचारी हैं। जो अपने मूल पद पर काम नहीं कर रहे हैं। क्या उनके खिलाफ भी कोई कार्रवाई की जाएगी? जवाब - जो भी शिक्षक और कर्मचारी आदेश के विरुद्ध काम कर रहे हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सवाल - राजस्थान के सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स को स्वेटर और शूज देने के साथ ही दूध की जगह मोटा अनाज कब तक दिया जाएगा? जवाब - फिलहाल इस विषय पर मंथन का दौर जारी है। इस मुद्दे पर भी जल्द से जल्द फैसला किया जाएगा। सवाल - सूर्य नमस्कार और पौधारोपण के बाद अब शिक्षा विभाग राजस्थान में क्या नया करने जा रहा है? जवाब - नवाचार प्रक्रियाधीन है, जब साकार रूप लेगा तब जरूर बताऊंगा।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में गुरुवार को शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पहली बार रिव्यू मीटिंग लेने आएंगे। इसे लेकर बोर्ड प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है। पहली बैठक होने से हर एक चीज पर गौर करके तैयारियों के निर्देश दिए जा रहे हैं। बोर्ड सचिव ने सभी कार्मिकों के अवकाश पर रोक लगा दी है। सभी को आवश्यक रूप से 19 दिसंबर को बोर्ड में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। हालांकि बेहद जरूरी होने पर सीधे सचिव से अवकाश स्वीकृत कराया जा सकता है। पूर्व में 19 दिसंबर के लिए स्वीकृत अवकाश भी रद्द कर दिए हैं। बोर्ड प्रशासन रीट आयोजन और बोर्ड परीक्षाओं से संबंधित डेटा और जानकारियां एकजाई करने में जुटा है। इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। स्लाइड, पीपीटी प्रेजेंटेशन भी तैयार किए जा रहे हैं। इन बिंदुओं पर समीक्षा की संभावना आगामी बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियां, उत्तर पुस्तिकाओं की छपाई, प्रश्नपत्रों का मुद्रण, परीक्षा केंद्रों के निर्धारण, सुरक्षा व्यवस्था।
शिक्षा विभाग:अब ट्यूशन नहीं पढ़ा सकेंगे सरकारी शिक्षक, शिकायत पर होगी कार्रवाई
सरकारी स्कूलों के शिक्षक अब ट्यूशन और कोचिंग सेंटर में पढ़ा नहीं सकेंगे। वे कोचिंग भी नहीं चला सकेंगे। शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। सरकारी शिक्षकों की ओर से ट्यूशन और कोचिंग में पढ़ाने के प्रकरण सामने आने के बाद शिक्षा निदेशक ने इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए 12 बिंदुओं की गाइडलाइन जारी की है। गाइडलाइन के मुताबिक शिक्षा सत्र शुरू होते ही सभी सरकारी विषय अध्यापकों को ट्यूशन नहीं पढ़ाने का शपथ पत्र देना होगा। सेवारत शिक्षकों की ओर से प्राइवेट कोचिंग सेंटरों में पढ़ाने और ट्यूशन करने को शिक्षा विभाग ने गलत माना है। शिक्षक और कार्मिक की ओर से विभाग की स्वीकृति के बिना स्वयं के निजी कोचिंग सेंटर चलाने की शिकायत मिलने के बाद सभी संस्था प्रधानों को ऐसे शिक्षकों को चिह्नित करने के आदेश दिए हैं। वहीं शिकायत मिलने पर संबंधित शिक्षकों के खिलाफ राजस्थान सिविल सेवा नियम 1958 तथा राजस्थान सिविल सेवा (आचरण) नियम-1971 के तहत कार्रवाई की जाएगी। वहीं संबंधित डीईओ माध्यमिक को स्कूल के निरीक्षण के दौरान छात्र-छात्राओं से व्यक्तिगत संपर्क कर वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के निर्देश दिए हैं। संस्था प्रधान से लेनी होगी अनुमति शिक्षक उच्च माध्यमिक कक्षाओं के दो और उच्च प्राथमिक कक्षाओं के तीन स्टूडेंट्स को शिक्षक ट्यूशन पढ़ा सकेंगे। इसके लिए संबंधित शिक्षक को अपने संस्था प्रधान से अनुमति लेनी होगी। निर्धारित छात्र संख्या से अधिक पर अनुमति नहीं मिलेगी। हर महीने पढ़ाए गए पाठ्यक्रम की देनी होगी रिपोर्ट सभी विषयों का पाठ्यक्रम समय पर पूरा हो इसके लिए संस्था प्रधान सभी शिक्षकों से हर महीने पढ़ाई गए पाठ्यक्रम की लिखित रिपोर्ट उनसे प्राप्त करेंगे। जो अध्यापक इस संबंध में किसी भी तरह की कोताही बरतेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साइंस सहित गणित व अंग्रेजी में ट्यूशन की प्रवृत्ति अधिक सरकारी स्कूल में अमूमन 10वीं में गणित, विज्ञान अंग्रेजी तथा सीनियर सैकंडरी स्कूलों साइंस, कामर्स के ऐच्छिक विषयों में ट्यूशन की प्रवृत्ति अधिक रहती है। सामान्य तौर पर इन विषयों के अधिकतर अध्यापक स्कूलों में ट्यूशन प्रवृत्ति को लेकर स्कूलों में एकाग्रचित्त होकर नहीं पढ़ाते, मजबूरन छात्रों को उनके घर ट्यूशन के लिए जाना पड़ता है। इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए शिक्षा विभाग ने पूर्व में भी आदेश जारी किए थे। अब नए सिरे से फिर आदेश जारी किए गए हैं। प्राइवेट ट्यूशन शिक्षण व्यवस्था के लिए उचित नहीं है। इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए संबंधित संस्था प्रधानों को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। प्राइवेट ट्यूशन की शिकायत मिलने पर संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -सीताराम जाट,निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
शिक्षा विभाग ने ट्यूशन पर फिर लगाई रोक, अनुमति लेने के बाद अधिकतम तीन बच्चों को ही पढ़ा सकेंगे
सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक गैर सरकारी कोचिंग सेंटर में ट्यूशन नहीं पढ़ा सकेंगे। इस पर विभाग ने रोक बरकरार रखी है। लेकिन, अधिकतम 3 बच्चों को घर पर ट्यूशन देने की छूट भी दी है। इसके लिए शिक्षक संस्था प्रधान की अनुमति जरूरी होगी। इस संबंध में 15 दिसंबर को शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने एक आदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने यह भी उल्लेख है कि यह आदेश पहली बार नहीं जारी किया जा रहा है। ऐसा आदेश विभाग समय-समय पर जारी करता रहता है। इसका मकसद सिर्फ इतना है कि व्यक्तिगत अध्यापन की आवश्यकता न हो। क्योंकि ऐसा देखा गया है कि क्लास में विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण या अध्यापकों द्वारा अपने दायित्वों को न समझने के कारण प्राइवेट ट्यूशन दिया जाता है। ट्यूशन पर रोकने की जिम्मेदारी शिक्षा निदेशक ने सभी संस्था प्रधान को दी है। आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि विभागीय नियमानुसार, उच्च माध्यमिक एवं माध्यमिक कक्षाओं के लिए दो तथा उच्च प्राथमिक कक्षाओं के लिए अधिकतम तीन बच्चों को संस्था प्रधान से अनुमति लेकर घर पर ट्यूशन दिया जा सकता है। लेकिन, यह भी ध्यान रखना होगा कि इस ट्यूशन से स्कूल के अध्यापन पर कोई प्रभाव न पड़े। इसके अलावा प्राइवेट ट्यूशन पर पूरी तरह रोक रहेगी। वहीं ट्यूशन को लेकर किसी अध्यापक के खिलाफ शिकायत मिलती है तो संबंधित नियंत्रण अधिकारी को इनके खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। शिक्षक प्रतिनियुक्ति पर भेज दिए जाते हैं, गैर शैक्षणिक कार्यों का भी जिम्मा : शिक्षकों से बात करने पर पता चला कि कई स्कूलों के अंग्रेजी, विज्ञान, गणित जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों को प्रतिनियुक्ति पर दूसरे विभागों में भेज दिया जाता है। इससे उनके स्कूल का अध्यापन कार्य प्रभावित होता है। इसके अलावा साल भर किसी न किसी रूप में गैर शैक्षणिक कार्यों का जिम्मा भी इन शिक्षकों को दिया जाता है। ऐसे में वो स्कूल समय में कोर्स पूरा नहीं करा पाते हैं। मजबूरन या तो शिक्षक को प्राइवेट ट्यूशन लेना पड़ता है या फिर बच्चों को अन्यत्र प्राइवेट ट्यूशन की मदद लेनी पड़ती है। ऐसे में जरूरत है कि शिक्षा विभाग विज्ञान, गणित और अंग्रेजी जैसे विषयांे के शिक्षकों की न तो प्रतिनियुक्ति करे और न ही उन्हें सत्र के दौरान किसी अन्य कार्यों की जिम्मेदारी दे। बता दें कि अभी भी कई इन्हीं विषयों के शिक्षक कलेक्ट्री, चुनाव आदि में कार्य कर रहे हैं। ऐसे में ये शिक्षक स्कूल ही नहीं जाते हैं। इसका खामियाजा बच्चे भुगत रहे हैं। उदयपुर में 3996 विद्यालय संचालित हैं, जिसमें 4.25 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं। जबकि अभी जिले में 2067 सेकंड ग्रेड शिक्षकों के पद खाली हैं। शिक्षा विभाग : निदेशक ने जारी किए निर्देश, हर साल होते हैं ऐसे आदेश, लेकिन धरातल पर नहीं हो रही पालना
मातृभाषा में शिक्षा के महत्व पर संगोष्ठी, वक्ता बोले- मातृभाषा सीखें, प्रयोग करें
भास्कर न्यूज |उदयपुर विद्या भारती संस्थान उदयपुर की ओर से हो रहे मातृभाषा गौरव सप्ताह में मंगलवार को संगोष्ठी संपन्न हुई। इसमें वक्ताओं ने बच्चों को मातृभाषा को सीखने और प्रयोग करने का आह्वान किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए नाहरसिंह तंवर ने कहा कि अपनी मातृभाषा में पढ़ाए जाने वाले बच्चे लंबे समय में अकादमिक रूप से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। अपनी भाषा में सीखना और सिखाना समुदाय की सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित और बढ़ावा देने में भी मदद करता है। मातृभाषा में शिक्षा से बच्चों को अपनी भाषा कौशल में सुधार करने का अवसर मिलता है। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुखलाल कुमावत ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में शिक्षा को बढ़ावा देने का प्रावधान किया है। सरकार ने शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य शिक्षकों को मातृभाषा में शिक्षा के लिए प्रशिक्षित करना है। माता-पिता को अपने बच्चों की शिक्षा में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
nta recruitment exams reform 2025 neet paper leak jee entrance : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) 2025 से कोई भी भर्ती परीक्षा आयोजित नहीं करेगी और केवल उच्च शिक्षा प्रवेश परीक्षाओं पर ध्यान ...
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लेकर गवर्नमेंट कॉलेज करौली में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन हो गया। इसमें 400 से अधिक प्रोफेसर और शोधार्थी ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में शामिल हुए। दो दिवसीय संगोष्ठी में सौ से अधिक शोधार्थियों ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सुधार को लेकर भी अपने-अपने सुझाव दिए। संगोष्ठी में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्माण से जुड़े रहे कई प्रोफेसर भी शामिल हुए। कार्यक्रम के संयोजक प्रोफेसर प्रीतम मीणा ने बताया कि दो दिवसीय राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में करौली के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल ब्लॉक करौली के राज्य स्तरीय पुरस्कृत व्याख्याता अमित कुमार शर्मा द्वारा 'स्टेम एजुकेशन कोर ऑफ एनईपी 2020' विषय पर अपना शोध कार्य प्रस्तुत किया। यहां गौरतलब है कि 34 वर्षों बाद लागू की गई है नई शिक्षा नीति में छात्रों को तकनीकी रूप से सुदृढ़ बनाने एवं सांस्कृतिक मूल्यों की समृद्धता पर पूर्ण जोर दिया गया है। ऐसे में करौली परिक्षेत्र में छात्र-छात्राओं के लिए अटल इनोवेशन मिशन एवं स्टेम एजुकेशन जैसे विषयों पर शोध विश्लेषण अत्यावश्यक है। यह शोध कार्य अनेक शिक्षाविदों द्वारा प्रस्तुत सर्वश्रेष्ठ शोध कार्यों में से चुना गया एवं शोधार्थी अमित को आयोजन समिति द्वारा सम्मानित किया गया। समापन अवसर पर करौली मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर रमेश मीणा ने कहा कि इस तरह के आयोजन शिक्षा में सुधार के साथ ही नई सोच को भी विकसित करने में मदद करते हैं। इस अवसर पर कॉलेज प्रिंसिपल विश्राम मीणा, प्रोफेसर विनोद शंकर, राम लखन, राम सिंह सहित विभिन्न विभागों के अध्यक्ष एवं शोधार्थी उपस्थित रहे।
हमारी सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में 1.60 लाख से अधिक भर्तियां की है : सीएम योगी
लखनऊ, 17 दिसंबर . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को शिक्षा क्षेत्र में सरकार के कार्यों के बारे में बताया. उन्होंने सपा विधायक मनोज कुमार पारस, पूजा, पंकज पटेल के मुद्दे को महत्वपूर्ण और संवेदनशील बताया, लेकिन नसीहत दी कि सदस्यों को सदन की गरिमा और मर्यादा ... Read more
गोपालगंज के भोरे प्रखंड के अलग-अलग स्कूलों में कार्यरत नौ शिक्षकों पर शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की है। शिक्षा विभाग ने इन शिक्षकों का नियोजन रद्द कर कानूनी करवाई को लेकर नियोजन इकाई को पत्र लिखा गया है। इन शिक्षकों का नियोजन 6वें चरण में साल 2022 में हुआ था। भोरे विधानसभा के निवासी और सूबे के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार के विधानसभा भोरे में 9 ऐसे शिक्षक मिले हैं, जिन पर दूसरे के प्रमाण पत्र पर नौकरी करने का आरोप है। इसकी जांच के दौरान के आधार हिस्ट्री में बदलाव मिला है। नौकरी से पहले इनका नाम व जन्मतिथि अलग था, जो नौकरी के समय बदला गया है। शिक्षकों के खिलाफ मिली थी शिकायत इन शिक्षकों में ओमप्रकाश यादव,संगीता मौर्या,वंदना ,संध्या,ऋषि कुमार,आशीष कुमार, दीपा कुमारी,प्रीति कुमारी व दीपा यादव शामिल हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि भोरे में 6 प्रखंड शिक्षक व 3 पंचायत शिक्षक के खिलाफ शिकायत मिली थी। 3 सदस्यीय टीम ने जांच किया। जांच में आधार हिस्ट्री के चेक किया गया, तो इन लोगों का ओरिजिनल नाम और जिस नाम पर नौकरी कर रहे थे उस नाम में अंतर पाया गया। शिक्षक फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी कर रहे थे। नियोजन इकाई की ओर से अगर इसमें प्रमाणित पाया जाता है, तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।उन्होंने बताया कि इस तरह के आगे और भी मामला सामने आता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
अलीगढ़ के इगलास में छात्राओं के लिए संचालित कन्या गुरुकुल को अब पक्की रसाई मिल गई है। जिससे यहां रहकर वैदिक शिक्षा हासिल करने वाली छात्राओं को अब परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। अभी तक यहां खुले में भोजन पकाया जाता था। यह गुरुकुल इगलास के गांव चमड़ में स्थित है, जहां देश भर से छात्राएं आती हैं। शहर से दूर ग्रामीण इलाके में बनाए गए गार्गी कन्या गुरुकुल में कक्षा 5 से लेकर बीए तक की कक्षाएं संचालित की जाती हैं। इसमें छात्राओं को वैदिक शिक्षा मिलती है। जिससे कि वह शिक्षा के साथ ही अपनी परंपराओं और रीति रिवाज के बारे में जान सकें। छात्राओं को बेहतर शिक्षा देने के लिए यह गुरुकुल पिछले 22 सालों से संचालित है। 2002 में स्थापित हुआ था कन्या गुरुकुल कन्या गुरुकुल की स्थापना 22 साल पहले 2002 में की गई थी। यहां छात्राओं को स्कूली शिक्षा से लेकर ग्रेजुएशन तक की शिक्षा दी जाती है। यहां से पढ़ाई करने वाली कई छात्राएं अब तक धर्म प्रचारक, सरकारी शिक्षक, प्रोफेसर, एयर फोर्स और पुलिस विभाग में सेवाएं दे रही हैं। वैदिक शिक्षा लेने देश भर से आती हैं छात्राएं गुरुकुल का संचालन ट्रस्ट के जरिए किया जाता है और यहां पर देश भर से छात्राएं वैदिक शिक्षा हासिल करने के लिए आती हैं। इस ट्रस्ट की देखरेख 85 वर्षीय स्वामी केवलानंद सरस्वती व गुरुकुल के संस्थापक स्वामी चेतन देव के जरिए की जाती है। गुरुकुल की प्रबंधक डॉ मनु आर्या ने बताया कि उन्होंने भी इसी गुरुकुल से शिक्षा हासिल की है। इसके बाद उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से पीएचडी की। वर्तमान में इस गुरुकुल में 40 छात्राएं शिक्षा हासिल कर रही हैं। अब तक सैकड़ों छात्राएं यहां से वैदिक शिक्षा ले चुकी हैं।
पेपर लीक प्रकरण में दौसा से पकड़े गए सरकारी टीचर लोकेश शर्मा को शिक्षा विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। आरोपी टीचर लोकेश शर्मा को जयपुर SOG टीम ने दौसा के सरकारी स्कूल छतरी वाली ढाणी से 15 दिसंबर को पकड़ा था। जयपुर में पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। SOG की कार्रवाई के बाद शिक्षा विभाग ने पेपरलीक के आरोपी टीचर लोकेश शर्मा को निलंबित कर दिया है। पेपर लीक मामले में पहले गिरफ्तार हुए रिंकू शर्मा ने पूछताछ के दौरान एसओजी को लोकेश शर्मा की भूमिका के बारे में बताया था। इसके बाद शुक्रवार को जयपुर एसओजी ने दौसा जिला मुख्यालय पर छतरी वाली ढाणी स्थित महात्मा गांधी गवर्नमेंट सीनियर सेकेंडरी इंग्लिश मीडियम स्कूल में दबिश देकर सरकारी स्कूल के टीचर लोकेश शर्मा को गिरफ्तार किया। कार्रवाई के दौरान शिक्षक लोकेश शर्मा अन्य साथी शिक्षकों के साथ लंच कर रहा था। उसी वक्त टीम ने दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया था। इससे पहले भी एसओजी की टीम ने एक अन्य आरोपी लव कुश नगर स्थित रिंकू शर्मा के आवास पर सर्च किया था। लोकेश कोचिंग सेंटर संचालित करता था और रिंकू ने भी इस कोचिंग में कॉम्पिटिशन की तैयारी की थी। हर्षवर्धन पटवारी से जुड़े हैं तार एसओजी पेपर लीक प्रकरण से जुड़े मामलों की जांच जल्द पूरी करने व आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कार्रवाई कर रही है। ऐसे में जिले में भी पेपर लीक प्रकरण से जुड़े संदिग्ध आरोपी चिह्नित किए हैं, जिनकी तलाश की जा रही है। बताया जा रहा है इन सभी के तार पूर्व में एसओजी द्वारा गिरफ्तार किए गए महुवा निवासी पटवारी हर्षवर्धन मीणा से जुड़े हैं। फिलहाल हर्षवर्धन पटवारी जेल में है। एसओजी टीम डमी कैंडिडेट बैठाने के मामले को लेकर जांच जुटी है।
प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने प्रयागराज के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा के उन्नयन के लिए BSA प्रवीण कुमार तिवारी को लखनऊ में सम्मानित किया। डिजिटल रजिस्टर के अनुप्रयोग के लिए प्रयागराज के 9 खंड शिक्षा अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया है। इसमें खंड शिक्षाधिकारी विश्वनाथ प्रजापति प्रतापपुर, क्षमा शंकर पांडेय कौड़िहार, धर्मेंद्र मौर्या बहरिया, प्रभा शंकर पांडेय फूलपुर, कैलाश सिंह उरुवा, अखिलेश सैदाबाद, प्रदीप सिंह हंडिया, विमलेश त्रिपाठी मऊआइमा, लालजी होलागढ़ व श्रद्धा तिवारी वार्डेन कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय कौड़िहार को सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में सबसे ज्यादा BEO प्रयागराज केबीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा प्रदेश में सबसे अधिक बीडीओ सहित अन्य को सम्मानित किए जाने पर कहा कि सभी के प्रयास और योगदान से आज प्रदेश में प्रयागराज का नाम रोशन हुआ है इसलिए सभी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि इसी तरह से हम सभी लोग मिलकर काम करेंगे तो उसका रिजल्ट और बेहतर आएगा। सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय मम्फोर्डगंज में कर्मचारियों ने बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी सहित सभी बीईओ व अन्य सम्मानित लोगों का स्वागत किया । बीएसए ने बेसिक शिक्षा मंत्री द्वारा सम्मानित सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को सम्मानित किया। इस दौरान मिड डे मील समन्वयक राजीव कुमार त्रिपाठी, एएओ दीपक कुमार पांडेय, वरिष्ठ शिक्षक नेता डाॅ. हरिप्रकाश यादव सहित अन्य लोग थे।
DEO के सस्पेंड होने के बाद ADM को जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार दिया गया है। उच्च शिक्षा विभाग ने दो दिन पहले ही DEO को सस्पेंड किया था। वहीं रिश्वत लेते पकड़े गए प्रभारी खनिज अधिकारी का तबादला हो जाने पर डिप्टी कलेक्टर को खनिज शाखा का प्रभार दिया गया है। बता दें कि शिक्षकों को लापरवाही पर सस्पेंड करने की जगह नोटिस भेजने वाले जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सिसोदिया को सस्पेंड कर दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को आदेश जारी किए थे। साथ ही उन पर विभागीय जांच भी बिठाई गई है। शिक्षकों को सस्पेंड कर बहाली के नाम पर मनचाही जगह पोस्टिंग देने के आरोप भी उन पर लगे थे। कलेक्टर डॉ सतेन्द्र सिंह द्वारा प्रशासकीय कार्य सुविधा की दृष्टि से शासन से जिला शिक्षा अधिकारी की पदस्थापना होने तक अखिलेश कुमार जैन, अपर कलेक्टर एवं अपर जिला मजिस्ट्रेट को अपने वर्तमान कार्य के साथ-साथ जिला शिक्षा अधिकारी का प्रभार सौंपे जाने के आदेश जारी किए गए हैं। डिप्टी कलेक्टर को दिया खनिज शाखा का प्रभार प्रभारी जिला खनिज अधिकारी दीपक सक्सेना को पिछले महीने लोकायुक्त ने रिश्वत लेते हुए पकड़ा था। उनके साथ एक बाबू को भी पकड़ा गया था। कलेक्टर ने बाबू को सस्पेंड कर दिया था, जबकि खनिज अधिकारी पर कार्रवाई के लिए वरिष्ठ कार्यालय को लिखा था। इसके बाद शुक्रवार को उनका गुना से तबादला कर दिया गया। कलेक्टर ने डिप्टी कलेक्टर जिया फातिमा को अपने वर्तमान कार्य के साथ-साथ खनिज शाखा का प्रभार सौंपा गया है।
शिक्षा में AI पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं विशेषज्ञ
एआई से लैस ऐप्स को दुनियाभर के स्कूलों में बेचा जा रहा है। सरकारें भी इस तकनीक को अपनाने की जल्दी में हैं। लेकिन विशेषज्ञों ने इस पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा: शिक्षा मंत्री
रांची | शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने सोमवार को उत्क्रमित उच्च विद्यालय बरडीह (घाटशिला) का औचक निरीक्षण किया। बच्चों से बात की। शिक्षकों की समस्याएं सुनीं। ग्रामीण शिक्षकों की मांग को ध्यान में रखते हुए उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही शिक्षक स्थानांतरण प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा। लंबे समय से ग्रामीण इलाकों में पदस्थापित शिक्षकों को शहरों में और शहरी इलाके में सेवा दे रहे शिक्षकों को ग्रामीण इलाकों में भेजा जाएगा। उन्होंने विद्यालय में शिक्षकों की कमी को देखते हुए दो शिक्षकों को तत्काल प्रतिनियोजित करने का निर्देश डीईओ को दिया।
शिक्षा विभाग में समायोजन की प्रक्रिया को लेकर आई धांधली के बाद विभाग ने परिवेदनाओं की रिपोर्ट बीकानेर निदेशालय भेज दी है। अब आगे की कार्रवाई निदेशालय से मिलने वाले निर्देशों के बाद ही होगी। पहले शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने एक कमेटी का गठन कर परिवेदनाओं के निस्तारण के निर्देश दिए थे। उदयपुर में 350 से अधिक परिवेदनाएं आई हैं, जिसमें विभाग और विभागीय कार्मिकों पर कई तरह के आरोप हैं। परिवेदनाओं के अनुसार, स्थानीय स्तर पर समायोजन की प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया। समायोजन में दिव्यांग, परित्यक्ता, विधवा, गंभीर बीमारी से ग्रसित आदि को प्राथमिकता देना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसी तरह शिक्षकों को सबसे पहले उसी स्कूल, इसके बाद पीईईओ के अधीन स्कूल, फिर निकट के पीईईओ क्षेत्र की स्कूलें, फिर ब्लॉक आैर इसके बाद अंत में जिला क्षेत्र की स्कूलों में रिक्त पद पर समायोजन करना था। इस निर्देश का भी पालन नहीं किया गया। उदयपुर में ऐसी 350 से अधिक शिकायतें मिली हैं। इस मामले में डीईओ लोकेश भारती और ननिहाल सिंह ने बताया कि परिवेदनाओं के निस्तारण को लेकर बीकानेर से मिलने वाले निर्देशों के आधार पर आगे की प्रक्रिया की जाएगी। निदेशक ने गठित की थी सीडीईओ की अध्यक्षता में कमेटी : इस पूरे मामले को लेकर निदेशक सीताराम जाट ने एक कमेटी का गठन कर परिवेदनाओं के निस्तारण के निर्देश दिए थे। कमेटी का अध्यक्ष सीडीईओ को बनाया गया था, जबकि इसमें दोनों डीईओ, एडीईओ आदि को शामिल किया था। लेकिन, अब नई जानकारी दी गई है कि निदेशालय से निर्देश मिलने के बाद ही परिवेदनाओं का निस्तारण किया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि जिनका समायोजन जहां हुआ है, उसमें कोई परिवर्तन नहीं होगा। यह लगभग फाइनल है। आधे से ऊपर की परिवेदनाओं को विभाग की ओर से सीधे तौर पर निरस्त कर दिया जाएगा।
बैठक में भारत केंद्रित शिक्षा, विद्यालय की गुणवत्ता पर चर्चा
विद्या निकेतन उमावि में विद्या भारती चित्तौड़ प्रांत की योजना अनुसार चिंतन बैठक हुई। बैठक में विद्या भारती संस्थान उदयपुर के सभी प्रधानाचार्य एवं विद्यालय समित के अध्यक्ष, सचिव, उपाध्यक्ष आदि ने भाग लिया। बैठक 3 सत्रों में पूरी हुई। अतिथि परिचय विद्या भारती संस्थान उदयपुर के जिला सचिव कालू लाल चौबीसा ने करवाया। बैठक में चित्तौड़ प्रांत के निरीक्षक नवीन झा, प्रांत सचिव मानेंग, प्रांतीय कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष ललित कुमार ने भी विचार व्यक्त किए। बैठक में “हमारे लक्ष्य का समाज में प्रबोधन”, भारत केंद्रित शिक्षा, विद्यालय की गुणवत्ता का विकास, एनईपी 2020, शिशु वाटिका एवं फाउंडेशनल स्तर, भैया-बहनों का मूल्यांकन, आचार्य एवं प्रधानाचार्य के कार्य एवं प्रशिक्षण, मातृभाषा के प्रति गौरव का भाव, पूर्व छात्र परिषद का गठन एवं कार्य, प्रबंध समिति एवं समिति कार्यकर्ताओं के कार्य, सामाजिक दायित्वबोध, चुनौतीपूर्ण क्षेत्र की शिक्षा, शिक्षा क्षेत्र के वर्तमान चुनौतियां तथा विद्या भारती की भूमिका, सरकारी शिक्षा तंत्र तथा अन्य शैक्षिक संस्थानों से संपर्क आदि विषयों पर चर्चा की गई। बैठक में विद्या भारती संस्थान उदयपुर के जिला अध्यक्ष प्रकाश फुलानी, मंत्री कमलेश शर्मा, सह मंत्री रमेश पुरोहित, संरक्षक तेज सिंह छाजेड़ तथा सह सचिव लाल सिंह मौजूद रहे।
नई शिक्षा नीति सर्वसम्मति से लागू हुई, यह युवा पीढ़ी को ज्ञान परंपरा से जोड़ती है : देवनानी
केवल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और विश्वविद्यालयों की स्थापना से बात नहीं बनेगी, जीवन मूल्यों की जड़ों को मजबूत करना आवश्यक है, यह कहना था विधानसभा अध्यक्ष प्रो. वासुदेव देवनानी का। वे अपैक्स विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित और आईसीएसएसआर द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार ‘नई शिक्षा नीति : अंगीकरण एवं क्रियान्वयन’ के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। प्रो. देवनानी ने कहा कि नई शिक्षा नीति सर्वसम्मति से लागू की गई नीति है, यह विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास और युवा पीढ़ी को ज्ञान परंपरा से जोड़ती है। समारोह की अध्यक्षता दुर्गादास ने की। राष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन उद्घाटन सत्र के अतिरिक्त दो अन्य तकनीकी सत्रों में केंद्रीय हिंदी संस्थान की पूर्व निदेशक प्रो बीना शर्मा, एनसीटीई के उत्तरक्षेत्रीय समिति के पूर्वाध्यक्ष प्रो बी. एल. भाटिया, केंद्रीय विश्वविद्यालय हरयाणा के डॉ. दिनेश चहल और चौधरी चरण सिंह विश्वविध्यलय, मेरठ के प्रो वाचस्पति मिश्रा सहित अनेक िवद्वजनों ने शोधार्थियों और विद्यार्थियों को संबोधित किया। विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. रवि जूनीवाल ने कहा कि विभिन्न सत्रों के दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं और क्रियान्वयन के बारे में गहन चर्चा की जाएगी। अपेक्स विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. रवि जूनीवाल और कुलपति प्रो. सोमदेव सतांशु ने ने सभी शिक्षाविदों को स्मृति चिह्न प्रदान कर अभिनन्दन किया। अपेक्स यूनिवर्सिटी में आयोजित हुआ दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार
शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर डॉ. मीनाक्षी को वैदेही सम्मान मिला
मधुबनी|विद्यापति भवन पटना के सभागार में आयोजित अनुपम मुहिम अनुपम डेंग समारोह में शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षिका डॉ. मीनाक्षी कुमारी को वैदेही सम्मान से सम्मानित किया गया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर,इस समिति की अध्यक्षा अनुपम झा,चेतना समिति सचिव उमेश मिश्र, पूर्व अध्यक्ष विवेकानंद झा,डा वी मृणाल झा, जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह, पूर्व एमएलसी सुमन महासेठ,अरूण कुमार सिंह आदि उपस्थित थे। डॉ. मीनाक्षी कुमारी ने कहा कि इस तरह का सम्मान पाकर समाजसेवा व बालिका शिक्षा के क्षेत्र में और अधिक कार्य करने की प्रेरणा मिलती है।
एबीवीपी ने खटखटाया यूजीसी का दरवाजा, उच्च शिक्षा में सुधार की उठाई मांग
नई दिल्ली, 16 दिसंबर . अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष प्रो. एम. जगदीश कुमार से मिलकर उच्च शिक्षा प्रणाली और छात्रों से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर ज्ञापन सौंपा. इस ज्ञापन में अभाविप ने छात्रवृत्ति, फेलोशिप, प्रवेश परीक्षाओं, शिक्षा के व्यापारीकरण, छात्र संघ चुनाव और ... Read more
भारत, भारतीय संस्कृति और भारतीय जीवन मूल्यों को समझाएगी शिक्षा नीति : देवनानी
जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति को विश्व गुरू भारत के निर्माण में आदर्श बदलावों का परिचायक बताते हुए कहा है यह भारत, भारतीय संस्कृति और भारतीय जीवन मूल्यों को समझाएगी और युग की बातों को देशानुकूल और देश की बातों को युगानुकूल बनाएगी। देवनानी ने सोमवार को […] The post भारत, भारतीय संस्कृति और भारतीय जीवन मूल्यों को समझाएगी शिक्षा नीति : देवनानी appeared first on Sabguru News .
सुबोध महिला महाविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. निकिता गुप्ता को शिक्षा जगत में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए 'शिक्षा रत्न अवॉर्ड' से नवाजा गया। यह पुरस्कार डॉ. गुप्ता के शिक्षा के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान और भविष्य की पीढ़ियों को आकार देने के लिए उनके अथक प्रयासों को मान्यता देता है। उन्हें यह सम्मान तक्षशिला बिजनेस स्कूल द्वारा प्रदान किया गया। प्रिंसिपल डॉ. रेणु जोशी ने इस उपलब्धि पर डॉ. निकिता को बधाई देते हुए इसे महाविद्यालय परिवार के लिए गौरवमयी उपलब्धि बताया।
पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स की ओर से 'हेल्थकेयर असेस एंड सोशियो इकोनॉमिक इंप्लीकेशंस ऑफ पीएमजेएवाई: अपॉर्चुनिटीज एंड चैलेंजेज' विषय पर नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। यह कॉन्फ्रेंस सोश्यल कॉल फॉर रिसर्च प्रोजेक्ट ऑन विकसित भारत 2047 का भाग थी और इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च, नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित थी। इसमें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत राजस्थान के संदर्भ में उभरते हुए हेल्थकेयर परिदृश्य पर चर्चा की गई। रीजनल ऑफिसेज ऑफ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर, जयपुर के वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कौशल गुप्ता कॉन्फ्रेंस के उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि अपेक्स हॉस्पिटल, जयपुर के डायरेक्टर डॉ. सचिन झंवर विशिष्ट अतिथि रहे। मेजबान पूर्णिमा यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट डॉ. सुरेश चंद्र पाढ़ी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। दो दिवसीय इस कॉन्फ्रेंस में करीब 200 डेलिगेट्स शामिल हुए, जिनमें शिक्षाविद, रिसर्चर, स्कॉलर शामिल थे। कॉन्फ्रेंस में हेल्थकेयर क्षेत्र के कई दिग्गजों ने विषय पर चर्चा की। इनमें राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी के डिप्टी डायरेक्टर (आईटी) पंकज शर्मा, यूनिसेफ राजस्थान के स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. अनिल अग्रवाल, एम्स जोधपुर के स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के हेड डॉ. पंकज भारद्वाज, आरयूएचएस के सीनियर प्रोफेसर डॉ. वसीम नाहिद बेग, महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के एचओडी डॉ. प्रमोद कुमार, आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के डॉ. पीयूषा मजूमदार, राजस्थान यूनिवर्सिटी के सोशियोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर डॉ. रश्मि जैन, मणिपाल हॉस्पिटल के डॉ. दीपक यदुवंशी, आरयूएचएस के डॉ. मुनेश कुमार अग्रवाल, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के डॉ. प्रियांशु माथुर, पब्लिक हेल्थ विशेषज्ञ डॉ. गौरव मिश्रा और आगरा के साइंटिस्ट डॉ. अवि कुमार बंसल शामिल थे। कॉन्फ्रेंस के दोनों दिनों में कुल 67 रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए गए। आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के डॉ. सौरभ कुमार बनर्जी, बाहरा यूनिवर्सिटी शिमला के डॉ. हेमेंद्र गौतम, एसआईएएम इंदौर के डॉ. कुणाल रावल ने दूसरे दिन के सत्रों की अध्यक्षता की।
भदोही समग्र शिक्षा अभियान के तहत श्राफ चैरिटी आई हॉस्पिटल, नई दिल्ली के सहयोग से सोमवार को बीआरसी औराई पर लो विजन छात्रों के लिए चश्मा वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में 32 लो विजन छात्रों को चश्मा वितरित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन श्राफ चैरिटी आई हॉस्पिटल, नई दिल्ली ने 28, 29 और 30 अक्टूबर 2024 के बीच जनपद के विभिन्न बीआरसी पर नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया था। इस शिविर में 32 बच्चों को चश्मे के लिए चिन्हित किया गया था। सोमवार को बीआरसी औराई पर आयोजित कार्यक्रम में इन 32 बच्चों को चश्मा वितरित किया गया। जिला समन्वयक समेकित शिक्षा, रश्मि मिश्रा और श्राफ चैरिटी आई हॉस्पिटल, नई दिल्ली के आउटरीच कोऑर्डिनेट विद्या प्रकाश ने इन बच्चों को चश्मा वितरित किया और इसके प्रयोग के बारे में विस्तृत जानकारी दी। बच्चों की दृष्टि में सुधार बीआरसी औराई पर आयोजित किए गए नि:शुल्क नेत्र परीक्षण शिविर के दौरान चार बच्चों को सर्जरी के लिए भी चिह्नित किया गया था। इन बच्चों को श्राफ चैरिटी आई हॉस्पिटल, नई दिल्ली बुलाकर चिकित्सकों द्वारा सफल ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद इन बच्चों की दृष्टि में सुधार हुआ और उन्हें फिर से स्पष्ट दृष्टि मिल पाई। इन बच्चों के अभिभावक इस बदलाव से बहुत खुश थे।
केवल इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने और विश्वविद्यालयों की स्थापना से बात नहीं बनेगी, जीवन मूल्यों की जड़ों को मजबूत करना आवश्यक है। यह कहना था विधानसभा अध्यक्ष प्रो वासुदेव देवनानी का। वे अपैक्स विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित और आईसीएसएसआर की ओर से प्रायोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार नई शिक्षा नीति : अंगीकरण एवं क्रियान्वयन के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे।प्रो देवनानी ने कहा कि नई शिक्षा नीति सर्वसम्मति से लागू की गई नीति है, जो विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास पर जोर देती है। उन्होंने युवा पीढ़ी का आह्नान करते हुए कहा कि युग की बातों को देशांतर और देश की बातों को युगांतर बनाएं। उन्होंने शोध की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए हमें मौलिक शोध को बढ़ावा देना होगा। विश्वविद्यालय इंटरडिसिप्लिनरी अप्रोच के साथ बहुविषयक बने और विद्यार्थियों को भविष्य निर्माण के लिए अनेक विकल्प उपलब्ध कराएं। समारोह की अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय घुमन्तु कार्य प्रमुख अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य दुर्गादास ने कहा कि भारत मौलिक वैज्ञानिक खोजों के रूप में पहले ही समुदाय को अनेक उपहार दे चुका है, इसमें शुन्य का अविष्कार , खगोलीय दूरियों की सही गणना और चन्द्रमा के बारे में ज्ञान भी शामिल है। इन्होने कहा कि युवा पीढ़ी हमारी गौरवशाली परंपरा को जाने और इसका उपयोग कर नए अविष्कार विश्व को दें। भारत को पुनः विश्वगुरु के पद पर स्थापित करने का दायित्व युवा पीढ़ी के कन्धों पर हैं। पुरातन मूल्य ज्ञान की आधारशिला रखते हैं। इसी सत्र में मुख्या वक्ता के रूप में बोलते हुए महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के पूर्व कुलपति प्रो संजीव शर्मा ने नई शिक्षा नीति के मूल तत्वों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नीति निर्माण के साथ साथ इसका क्रियावयन भी आवश्यक है। नई शिक्षा के बहुविकल्प उपलब्ध कराती है और विश्वविद्यालयों को शोधपरक वातावरण निर्माण के लिए प्रेरित करती है। राष्ट्रीय सेमिनार के पहले दिन उद्घाटन सत्र के अतिरिक्त दो अन्य तकनीकी सत्रों में केंद्रीय हिंदी संसथान की पूर्व निदेशक प्रो बीना शर्मा, एन सी टी ई के उतरषेत्रीय समिति के पूर्वाध्यक्ष प्रो बी. एल. भाटिया, केंद्रीय विश्विद्यालय हरयाणा के डॉ. दिनेश चहल और चौधरी चरण सिंह विश्वविध्यलय, मेरठ के प्रो वाचस्पति मिश्रा सहित अनेक विद्वजनो ने शोधार्थियों और विद्यार्थियों को सम्भोधित किया। विश्विद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. रवि जूनीवाल ने राष्ट्रीय सेमिनार के उदेश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, विभिन्न सत्रों के दौरान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विभिन्न पहलुओं और कियान्वयन के बारे में गहन चर्चा की जाएगी। सभी हितधारकों को इससे जोड़ने की कोशिश की जा रही है, जिससे नई दृष्टि प्राप्त की जा सके। अपेक्स विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन डॉ. रवि जूनीवाल और कुलपति प्रो. सोमदेव सतांशु ने सभी शिक्षाविदों को स्मृति चिह्न प्रदान कर अभिनन्दन किया।
Rajasthan news : राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने REET-2024 के लिए फर्स्ट, सेकंड और थर्ड ग्रेड शिक्षक भर्ती के आवेदन शुरू कर दिए हैं. इच्छुक उम्मीदवार 16 दिसंबर 2024 से 15 जनवरी 2025 तक rajeduboard.rajasthan.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं.
सेवा भारती आनंद धाम में रामायण पाठ और सत्संग:श्रीराम के जीवन उनके आदर्शों और शिक्षाओं पर हुई चर्चा
सद्गुरु बजरंग दास दादाजी महाराज की असीम कृपा से सेवा भारती आनंद धाम, शिवाजी नगर में रामायण पाठ और सत्संग का आयोजन किया गया। इस दिव्य अवसर पर आचार्य पंकज शर्मा की प्रेरणादायक उपस्थिति ने कार्यक्रम को और भी आकर्षक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध बना दिया। कार्यक्रम में श्रीराम के जीवन, उनके आदर्शों और शिक्षाओं पर विस्तृत चर्चा की गई, जो भक्तों के मन में शांति और भक्ति का संचार करने में सफल रही। आचार्य पंकज शर्मा के आशीर्वाद और मार्गदर्शन से वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संचार हुआ, जिससे सभी श्रद्धालु गहरे संतोष और शांति का अनुभव कर सके। इस आयोजन में प्रमुख रूप से ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पंडित राकेश चतुर्वेदी, समाजसेवी रश्मि पांडे, डॉक्टर आरती नामदेव, आरडी चौधरी, सरिता गुलाटी, हेमलता शर्मा, प्रियंका शर्मा, टीना शर्मा, पायल पटेल, विक्रांत शर्मा सहित वृद्ध आश्रम की वृद्धाएं और बालाजी परिवार के सदस्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का समापन अत्यधिक सकारात्मक और वातावरण में हुआ, जो सभी भक्तों के दिलों में स्थायी रूप से अंकित रहेगा। इस आयोजन को समाज में शांति, एकता और भाईचारे का संदेश देने वाला बताया गया।
यूपी के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने लगाया राजनीतिक हत्या की साजिश का आरोप
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दल अपना दल (एस) के वरिष्ठ नेता और उत्तरप्रदेश सरकार के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल (Ashish Patel) ने अपने विभाग में पदोन्नति में कथित अनियमितता के मामले को लेकर ...
भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के श्रमिक संपर्क अभियान के अंतर्गत बिजली कर्मचारी महासंघ ने रविवार को करोंद श्रमिक पीठे पर श्रमिक जागरण अभियान चलाया। महासंघ के मध्य क्षेत्र अध्यक्ष रमेश नागर ने श्रमिकों से बात की और उन्हें भारतीय मजदूर संघ की सदस्यता लेने के लिए प्रेरित किया। नागर ने संगठन शक्ति और श्रमिकों के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा कि बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं और अन्य योजनाओं का लाभ लेना चाहते हैं तो कर्मकार मंडल में रजिस्ट्रेशन कराएं। नागर ने मजदूरों को बीएमएस का इतिहास बताते हुए कहा कि भारतीय मजदूर संघ की स्थापना 23 जुलाई 1955 को भोपाल की अग्रवाल धर्मशाला में दत्तोपंत ठेंगड़ी ने की थी। यह संगठन 70वर्ष में विश्व का सबसे बड़ा गैर राजनीतिक राष्ट्रवादी श्रम संगठन बन गया है। भारतीय मजदूर संघ से जुड़कर मजदूर अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं। इस अवसर पर महासंघ पारेशन के महामंत्री राजेश जैन, पेंशनर संघ के विनोद माथुर, कैलाश साहू एवं अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
सरकारी स्कूलों की सिर्फ बिल्डिंग ही आधुनिक नहीं होगी, बल्कि वहां पढ़ रहे बच्चों का रिजल्ट प्रतिशत भी साल दर साल बढ़ेगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्रश्न बैंक फार्मूला अपनाया है। जिले के 206 सरकारी हायर सेकंडरी व हाईस्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का 10वीं व 12वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम बेहतर बनाया जा सके, इसके लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की मदद लेकर इंपोर्टेंट प्रश्नों की एक प्रश्न बैंक तैयार कराई गई है। बच्चे इसी से बोर्ड परीक्षा की तैयारी करेंगे। शिक्षा विभाग प्रश्न बैंक पर वैसे तो दो साल से काम कर रहा है व प्रश्न बैंक से बच्चों के रिजल्ट में सुधार होने लगा, जिसके बाद इस शिक्षा सत्र से इसे प्रभावी रूप से लागू किया गया है। जिले के सभी हाईस्कूल व हायर सेकंडरी में हिंदी, गणित व अंग्रेजी, विज्ञान के विषय के शिक्षकों की टीम बनाकर उन्हीं से प्रश्न पत्र बनवाया, फिर इसे विषय विशेषज्ञों की एक्सपर्ट टीम ने समेकित कर प्रश्न बैंक तैयार किया। शिक्षा विभाग हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूलों में इसी प्रश्न बैंक से विद्यार्थियों को फाइनल बोर्ड परीक्षा की तैयारी कराएगा। तैयारी के साथ बच्चों को देंगे टिप्स छह माही परीक्षा के रिजल्ट के आधार पर अब 10वीं व 12वीं बोर्ड से टॉप 100-100 बच्चों को छांटा जाएगा। जो बच्चे कमजोर है, उनका ग्रुप भी बनाएंगे। इसके बाद बोर्ड परीक्षा के सभी छात्र-छात्राओं को उत्कृष्ट स्कूल शास्त्रीनगर पर बुलाकर बारी-बारी से टिप्स दिए जाएंगे कि उन्हें क्या ध्यान रखने की जरूरत है। प्रश्न बैंक तैयार करने वाले शिक्षकों का मानना है कि कई बार बच्चे अच्छा लिखकर भी आते हैं लेकिन छोटी-छोटी गलतियों से उनका प्रतिशत कम हो जाता है। बच्चों को यही समझाएंगे कि परीक्षा के दौरान वे कहा गलती, हड़बड़ी कर रहे हैं। उदाहरण देकर बताया जाएगा कि किस तरह उनके नंबर कट हो रहे हैं। कुल मिलाकर जो बच्चे 85, 90 प्रतिशत तक नंबर ला रहे हैं, वे 100 भी ला सकते हैं। परीक्षा परिणाम बेहतर बनाने की दिशा में प्रयास ^सरकारी स्कूल में बोर्ड परीक्षा के लिए प्रश्न बैंक प्रत्येक विषय के शिक्षकों की मदद से तैयार कराई गई है। इसके पीछे उद्देश्य एकमात्र यही है कि 10वीं व 12वीं बोर्ड के विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम का प्रतिशत बढ़े। इसके हिसाब से तैयारी कराएंगे। इसी दिशा में यह एक प्रयास है। - आनंद शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी
उच्च शिक्षा में महिला नेतृत्व 10% से भी कम है जबकि महिलाओं की भागीदारी 50% है'
शिक्षा मंत्रालय एवं विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के संयुक्त तत्वावधान में नई दिल्ली में ‘’वूमेन लीडर्स : शेपिंग एकेडमिक एक्सीलेंस फॉर विकसित भारत 2047’’ विषय पर कार्यक्रम हुआ। मुख्य अतिथि केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री डॉ. सुकांता मजूमदार, यूजीसी के अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार, उपाध्यक्ष प्रो. दीपक श्रीवास्तव थे। डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने ‘’इन विजनिंग द फ्यूचर ऑफ वूमेन इन हायर एजुकेशन लीडरशिप फॉर विकसित भारत 2047’’ विषय पर संबोधित किया। उन्होंने कहा देश की वर्क फोर्स में 35 से 40 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी है। वर्ष 2047 तक 110 मिलियन अतिरिक्त संख्या के साथ यह आंकड़ा 45 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी यह कहा है कि विकसित भारत की संकल्प यात्रा में महिलाओं की महती और केंद्रीय भूमिका है। महिलाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी और योगदान से विकसित भारत की संकल्पना अवश्य पूरी होगी। उन्होंने कहा ग्रामीण क्षेत्रों में महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए एक ईको सिस्टम बनाना होगा और समग्रता में सभी चुनौतियों को भी हल करना होगा। इसके लिए उन्हें आर्थिक सहायता, कौशल विकास, मेंटरशिप जैसे कई रास्ते भी सुझाए। साथ ही घरेलू उद्योग, क्षमता वर्धन कार्यक्रम, पूंजी निवेश और पहुंच, सुरक्षा जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। शहरी क्षेत्रों में महिला सशक्तीकरण के लिए विभिन्न व्यावसायिक कौशल, काउंसिलिंग, घरेलू कार्यों के साथ प्रबंधन एवं रोजगार के अवसरों में बढ़ोत्तरी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग जैसी मिश्रित प्रविधियों की चर्चा की। उन्होंने कहा शासन व्यवस्था और राजनीति में भी महिला नेतृत्व और उनकी भागीदारी बढ़ाने के सुदृढ़ प्रयासों की आवश्यकता है। इसके लिए पारदर्शी एवं समान प्रतिनिधित्व, सुनिश्चित राजनीतिक भागीदारी के लिए नेतृत्व प्रशिक्षण और जेंडर भेद को समाप्त करने एवं महिलाओं को प्रोत्साहित करने वाली नीतियों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज भारत में उच्च शिक्षा में महिला नेतृत्व 10 प्रतिशत से भी कम है। जबकि उच्च शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी लगभग 50 प्रतिशत है। इतिहास में भले ही हम यह नहीं कर पाए लेकिन भविष्य के द्वार खुले हैं। उन्होंने डॉ. हरीसिंह गौर विवि सहित देश के कई विश्वविद्यालयों में महिला नेतृत्व को सुखद बताया।
साक्षर भारत अभियान में रोटरी ने शुरू किए 11 प्रौढ़ शिक्षा केंद्र
उदयपुर| रोटरी अन्तर्राष्ट्रीय के पूर्व अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर मेहता ने रविवार को उदयपुर जिले में साक्षर भारत अभियान के तहत ग्यारह प्रौढ़ शिक्षा केंद्रों का शुभारंभ किया। पूर्व प्रांतपाल डॉ निर्मल कुणावत, रोटरी क्लब उदयपुर युवा के अध्यक्ष यश कुणावत मौजूद रहे। पूर्व प्रांतपाल डॉ. निर्मल कुणावत ने बताया कि रोटरी ने जिस तरह पोलियो का खात्मा किया, उसी तरीके से शेखर मेहता के नेतृत्व में सभी निरक्षरों को साक्षर कर देश को आगे बढ़ाने का काम करने के लिए आगे आना होगा।
उदयपुर | शिक्षक संघ राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ब्लाक भींडर के तत्वावधान में भैरव राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भींडर में नववर्ष स्नेहमिलन एवं रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेशाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने कहा कि शिक्षा विभाग के इतिहास में ये पहली बार है कि किसी शिक्षक संगठन ने रक्तदान जैसा पुण्य कार्य किया है। चौहान ने कहा कि यह संगठन सदैव बालकों व शिक्षकों की सभी समस्याओं के समाधान को लेकर अग्रिम पंक्ति में खड़ा मिलेगा। विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मीलाल मेनारिया ने शिक्षकों को आश्वस्त किया कि भींडर ब्लॉक में आने वाली किसी भी प्रकार की समस्या के लिए वे और वल्लभनगर विधायक सदैव शिक्षकों के साथ खड़े हैं। किसी भी शिक्षक की शिक्षा विभाग से संबंधित कोई भी समस्या होगी तो उसे दूर किया जाएगा। जिला परिषद सदस्य भरत व्यास ने कहा कि मेरे जीवन में यह पहला अवसर है, जहां मैंने देखा है कि इतने सारे शिक्षक पूरे उत्साह के साथ रक्तदान देने के लिए तैयार खड़े हैं। विधायक प्रतिनिधि ने बताया किया कि वे विधायक के माध्यम से शिक्षा मंत्री तक यह बात अवश्य पहुंचाएंगे की शीघ्र ही विभिन्न जिलों में कार्यरत शिक्षकों को उनके गृह जिले में भेजने के लिए तुरंत ही स्थानांतरण नीति बनाकर उन्हें अपने गृह जिलों में भेजा जाए। संरक्षक फणीश्वर चक्रवती गांछा ने बताया कि रक्तदान शिविर में 117 यूनिट रक्त एकत्र किया गया, जिसे पूरे राजस्थान के अंदर सभी जरूरतमंदों व्यक्तियों तक पहुंचाया जाएगा। रक्तदान में पिंक सिटी ब्लड सेंटर जयपुर द्वारा आई हुई टीम का स्वागत अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में 400 शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहीं। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक प्रतिनिधि लक्ष्मीलाल मेनारिया, जिला परिषद सदस्य भरत व्यास, भंवरलाल रावत, नारायण सिंह शक्तावत, हीरालाल पंड्या, विशिष्ट अतिथि मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रमेश खटीक, तुलसीराम सुथार, नवीन व्यास, भेरूलाल कलाल, रूपलाल मीणा, कमलेश शर्मा, सुरेश गरासिया थे। ब्लॉक अध्यक्ष विजेंद्र चौधरी ने आए हुए समस्त अतिथियों व समस्त शिक्षकों का स्वागत अभिनंदन किया और अतिथियों को शिक्षकों की समस्याओं के बारे में अवगत कराया। इस अवसर पर संरक्षक दिनेश प्रजापत, सचिव मुकेश रेगर, राजवीर, उमेश, वीरेंद्र, राकेश, रामबाबू, राजाराम, मूलचंद, सुरेश सुशीला, संतोष सुमित्रा आदि ने भाग लिया।
प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ मिलेगी विश्वस्तरीय सुविधा
भास्कर न्यूज | खगड़िया के-12 स्कूलों की श्रृंखला माउंट लिट्रा जी स्कूल ने हाल ही में बिहार के खगड़िया में अपने स्कूल के सिटी ऑफिस अशोका होटल कैंपस विश्वनाथ गंज खगड़िया का उद्घाटन किया। प्रवेश कार्यालय का उद्घाटन विद्यालय के ट्रस्ट संस्था जीवन श्री आदित्य फाउंडेशन के मैनेजिंग ट्रस्टी प्रवीण सिन्हा और संजय खंडेलिया द्वारा किया गया। एमएलजेडएस का उद्देश्य शहर के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ विश्वस्तरीय सुविधाओं का अनुभव प्रदान करना है। माउंट लिट्रा जी स्कूल खगड़िया में अत्याधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाएं होंगी। जिनमें इनडोर और आउटडोर खेल, डिजिटल शिक्षण और मनोरंजन की व्यवस्था शामिल है। शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी पहल: संजय खंडेलिया मौके पर जीवनश्री आदित्य फाउंडेशन के अध्यक्ष और स्कूल के निदेशक संजय खंडेलिया ने बताया की उनकी संस्था ने खगड़िया जिला में शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी पहल करते हुए इस स्कूल की स्थापना की है। यह कारवां यहां नहीं रुकेगा। आने वाले समय में मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज की भी स्थापना की जाएगी। एमएलजेडएस की सबसे बड़ी खासियत इसकी अद्वितीय शिक्षण पद्धति लिट्रा नोवा है, जो सुनिश्चित करती है कि प्रत्येक बच्चा अपनी क्षमता और रुचि के अनुसार सीख सके। इसका उद्देश्य बच्चों को अकादमिक रूप से कुशल बनाने के साथ-साथ उनकी छिपी प्रतिभाओं को निखारना है। आज 130 पल्स के-12 स्कूलों और 110 प्लस शहरों में उपस्थिति के साथ एमएलजेडएस भारत की सबसे तेजी से बढ़ती स्कूल श्रृंखला बन गई है।
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में अंगदान करने वाले विष्णु के 2 बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी सोशल वर्कर महिला ने ली है। अस्पताल में अंगदान करने की सूचना मिलने के बाद महिला के पति ने जब घर पर महिला से चर्चा की तो महिला ने इस पुण्य के कार्य में भागीदार बनने के लिए मृतक के दो बच्चे की शिक्षा की जिम्मेदारी लेने की बात कही। विष्णु की डेड बॉडी को घर के लिए रवाना करने के दौरान महिला साधना अपने अरविंद पति युवराज के साथ अस्पताल पहुंची और उन्होंने प्रशासन को इसकी जानकारी दी। जिस पर कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने उनका उत्साह बढ़ाया। इस दौरान महिला का प्रशासन की ओर से प्रशंसा पत्र देकर सम्मान भी किया गया। सोशल वर्कर महिला साधना ने बताया कि विष्णु के दो बच्चे राजकुमार (11) और बंटी (08) हैं। ऐसे में दोनों की शिक्षा पूरी होने तक उनका खर्च उठाएंगे। अस्पताल में हुआ था ब्रेन डेडझालावाड़ के पीपाजी का बाग मानपुरा के रहने वाले विष्णु प्रसाद (33) 10 दिसम्बर को रात 9 बजे झगड़े में घायल हो गए थे। 11 दिसम्बर को सुबह 10 बजे एसआरजी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज झालावाड़ में आपातकालीन वार्ड में लाया गया। बेहोशी की हालत में सिर का सिटी स्कैन करवाने पर पता चला कि मरीज के सिर में गंभीर चोट है। उसकी वजह से डॉ. रामसेवक योगी ने तुरंत सिर का ऑपरेशन करके मरीज की जान बचाने की कोशिश की, लेकिन 12 दिसम्बर को सुबह 9 बजे मरीज की जांच से पता चला कि मरीज का ब्रेन डेड होने वाला है। डॉ रामसेवक योगी ने संस्था के उच्च अधिकारी डीन डॉ. दीपक गुप्ता और एसआरजी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अशोक शर्मा को सूचना दी। जिसके बाद आज अंगदान की कार्रवाई की गई। जयपुर और जोधपुर भेजे ऑर्गनब्रेनडेड युवक विष्णु से 4 लोगों को जीवनदान मिलेगा। जयपुर और जोधपुर में होने वाले ट्रांसप्लांट के लिए ऑर्गन पहली बार हेलिकॉप्टर से भेजे गए। रविवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे झालावाड़ से ऑर्गन लेकर हेलिकॉप्टर जयपुर के एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहुंचा। यहां से एक ऑर्गन बॉक्स को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर एसएमएस हॉस्पिटल पहुंचाया गया। यहां रिफ्यूलिंग के बाद हेलिकॉप्टर ने 11.45 पर जोधपुर के लिए उड़ान भरी। आठ अंगों से 8 लोगों को मिलेगा जीवनदानजयपुर में दो मरीजों को और जोधपुर में एक मरीज को ऑर्गन ट्रांसप्लांट किया जाएगा। अंगदान प्रक्रिया के चलते मरीज के आठ अंग डोनेट किए गए हैं। इसमें दो किडनी, एक लीवर, दो लंग्स, एक हृदय और दो कॉर्निया शामिल हैं। अंगदान प्रक्रिया से जुड़े यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर विशाल नैनवाल ने बताया कि दो आंखों का कॉर्निया शाइन इंडिया कोटा और एक किडनी, एक लीवर जोधपुर भेजा गया है। 2 लंग्स, एक किडनी, एक हार्ट जयपुर भेजे हैं।
मानसरोवर स्थित तक्षशिला बिजनेस स्कूल ने शिक्षा रत्न पुरस्कार का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा और नेतृत्व के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करना था। कुल 700 नामांकनों में से 65 प्रतिभागियों को उनके अद्वितीय उपलब्धियों और समाज पर प्रभावशाली योगदान के लिए चुना गया और उन्हें शिक्षा रत्न ट्रॉफी से सम्मानित किया गया। इन विजेताओं ने शिक्षा, नेतृत्व और नवाचार के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट कार्यों से मिसाल पेश की है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईपीएस आईपीएस पंकज चौधरी थे, जिनकी प्रेरणादायक उपस्थिति ने समारोह को और भी भव्य बना दिया। अपने संबोधन में चौधरी ने तक्षशिला बिजनेस स्कूल के प्रयासों की सराहना की और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने के लिए उनकी पहल को सराहा। उन्होंने सभी पुरस्कार विजेताओं को उनके समर्पण और समाज के विकास में दिए गए योगदान के लिए बधाई दी। यह समारोह एक भव्य सफलता के रूप में समाप्त हुआ, जिसमें नामांकित विजेताओं और गणमान्य व्यक्तियों को उनके योगदान के लिए धन्यवाद दिया गया।
वित्त रहित शिक्षा : 75% अनुदान राशि बढ़ाने और स्थायी कर्मी का दर्जा को ले बनी रणनीति
वित्त रहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष मंडल की बैठक शनिवार को फजलुल कादिर अहमद की अध्यक्षता में हुई। इसमें इंटरमीडिएट कॉलेज, उच्च विद्यालय, संस्कृत विद्यालय और मदरसा विद्यालय के अध्यक्ष मंडल के सदस्यों ने 75% अनुदान राशि बढ़ाने और स्थायी कर्मी का दर्जा को लेकर रणनीति बनाई है। कहा कि वित्त विभाग ने अनुदान बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव को राशि के अभाव में वापस कर दिया था। वहीं स्थायी कर्मचारी का दर्जा देने से संबंधित प्रस्ताव कार्मिक विभाग में लंबित है। उपरोक्त दोनों लंबित मांगों के समर्थन में शिक्षक और कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों से सीएम के नाम अनुशंसा पत्र लिखवाएंगे, जिसे सीएम को 28 दिसंबर को सौंपा जाएगा। इससे पहले 23 दिसंबर को सीएम और शिक्षा सचिव को ज्ञापन सौंपकर लंबित मांगों से अवगत कराया जाएगा। कहा कि अन्य योजनाओं के लिए अरबों रुपए हैं, लेकिन शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए सरकार के पास पैसे नहीं हैं। बैठक में हरिहर प्रसाद कुशवाहा, देवनाथ सिंह ,गणेश महतो, मनीष कुमार, नरोत्तम सिंह, मनोज तिर्की, विनय उरांव, रघु विश्वकर्मा, मनोज कुमार, अरुण कुमार, विनय कुमार, बिरसो उरांव, एल्विन होरो, अनिल तिवारी समेत अन्य थे।
उच्च शिक्षा के प्रति जागरूक किया एनएसएस की भी दी गई जानकारी
भास्कर न्यूज | बलरामपुर शासकीय महाविद्यालय में स्वीकृत सीट के विरुद्ध शत-प्रतिशत नामांकन दर्ज कराने के लिए पोषक-विद्यालय संपर्क अभियान कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके तहत शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय बलरामपुर की टीम ने पोषक-विद्यालय संपर्क अभियान के तहत पहले दिन शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बलरामपुर में उच्च शिक्षा के प्रति जागरुकता पर जानकारी दी। इस दौरान शासकीय नवीन कन्या महाविद्यालय बलरामपुर के राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारी एवं हिंदी विषय के सहायक प्राध्यापक बी. एक्का ने इस पोषक विद्यालय संपर्क अभियान के दौरान विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हायर सेकंडरी की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद विद्यार्थी अपने पढ़ाई के साथ-साथ महाविद्यालय में होने वाली विभिन्न गतिविधियों जैसे राष्ट्रीय सेवा योजना, यूथ रेडक्रॉस, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद गतिविधियों में भाग लेकर अपनी प्रतिभा को निखारने का मौका मिलता है। महाविद्यालय के ग्रन्थालय में भी महाविद्यालयीन स्तरीय पुस्तकें उपलब्ध हैं। वनस्पति शास्त्र के सहायक प्राध्यापक डॉ. वैभव कुमार ने बताया कि पोषक विद्यालय संपर्क अभियान का मुख्य उद्देश्य महाविद्यालय में स्वीकृत सीट पर शत-प्रतिशत प्रवेश करने के लिए पोषक विद्यालय का चिन्हांकन करते हुए उच्चतर माध्यमिक के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के प्रति जागरूक करना है। महाविद्यालय में संचालित कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय के लिए स्वीकृत सीट, विषयों, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति आदि से परिचित कराया।
खेलों को अपनी शिक्षा का एक अभिन्न हिस्सा बनाएं : डॉ भोल
भास्कर न्यूज | छुरा आईएसबीएम विश्वविद्यालय के क्रीड़ा मैदान में ‘वार्षिक क्रीड़ा उत्सव’ का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन समारोह शनिवार को सपन्न हुआ। इस उत्सव का उद्घाटन विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. बीपी भोल ने किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. एन कुमार स्वामी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शुभाशीष बिस्वास मौजूद रहे। वार्षिक क्रीड़ा उत्सव के पहले दिन क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस प्रतियोगिता में आईएसबीएम क्लब का मुकाबला ब्रो सेना से हुई जिसमें आईएसबीएम क्लब की जीत हुई। कुलसचिव ने कहा कि खेल का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है। यह न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह हमारे व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास में सहायक है। खेल हमें शारीरिक रूप से स्वस्थ, मानसिक रूप से मजबूत और सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिक बनने में मदद करता है।
वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय में फीट इंडिया वीक चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के पुनरोत्थान की लिए किया जा रहा है। इसमें आज हुए खो-खो की प्रतियोगिता में कई संकाय की टीमों ने हिस्सा लिया। इसमें महिला वर्ग में शिक्षा संकाय महिला वर्ग और पुरुष वर्ग में शिक्षा संकाय ने मैच जीत लिया। क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ. नवरत्न सिंह ने बताया कि 15 दिसंबर को पूर्वाह्न 10 बजे क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। मेडल एवं ट्रॉफी वितरण समारोह 16 दिसंबर को आयोजित होगा। क्रीड़ा परिषद् के सचिव डॉ नवरत्न सिंह ने बताया कि- विश्वविद्यालय में फिट इंडिया वीक मनाया जा रहा है। इसी क्रम में आज खो-खो की प्रतियोगिता कराई गई। इसमें शिक्षा संकाय, समाज कार्य संकाय एवं एनडी छात्रावास की कुल चार टीमों में प्रतिभाग किया। जिसमें महिला वर्ग में शिक्षा संकाय ने समाज कार्य संकाय को 10-4 से हरा दिया। इसके अलावा दिन के दूसरे मैच में शिक्षा संकाय (पुरुष) छात्रावास ने पुरुष वर्ग का फानल जीत लिया। महिला वर्ग में शिक्षा संकाय ने समाज कार्य संकाय को 10-04 से हराकर
शिवपुरी जिले में कड़कड़ाती ठंड और न्यूनतम पारा 6 डिग्री के आसपास। इस सर्दी के बीच डीपीसी दफेदार सिंह सिकरवार अपने अमले में शामिल शिवपुरी बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा व जन शिक्षक दीवान शर्मा, पूर्व जनशिक्षक अरविंद सरैया के साथ देर शाम आदिवासी बाहुल्य बारा और पतारा की बस्ती में पहुंचे। यहां अलाव जलाने के बाद गांव के स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चों के अभिभावक इकट्ठा होने लगते हैं। ऐसी ठंड में देर शाम किसी अधिकारी को अपने बीच मौजूद देखकर अभिभावक अचरज में पड़ गए। इसके बाद डीपीसी सिकरवार ने विशुद्ध देहाती भाषा में मजदूरी और खेती करने वाले इन आदिवासी वर्ग के अभिभावकों से संवाद शुरू किया। तमाम उदाहरणों के सहारे उन्हें शिक्षा का महत्व बताया। अलाव के सहारे शुरू हुई यह रात्रि चौपाल चंद मिनटों में शिक्षा का अलख जगाने का आधार बन गई। अंत में अभिभावकों ने शपथ ली कि वे अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजेंगे और प्रतिदिन उनकी मॉनिटरिंग भी करेंगे कि आज स्कूल में क्या पढ़ाया। होम वर्क दिया या नहीं, मध्याह भोजन में क्या और कैसा मिला? क्यों पड़ी आवश्यकता?दरअसल, जिले के सरकारी स्कूलों में खासतौर पर मजदूर, खेतीहर व आदिवासी बाहुल्य वाले गांव के सरकारी स्कूलों में छात्र उपस्थिति लगातार कम पाई जा रही है। दोपहर के समय शिक्षक संपर्क के लिए बस्ती में पहुंचते हैं तो अधिकांश अभिभावक मजदूरी या खेती के कार्य पर निकल जाते हैं। ऐसे में डीपीसी सिकरवार ने नवाचार के तहत परहित संस्था के मनोज भदौरिया और अपने अमले के साथ इस रात्रि चौपाल की परिकल्पना सृजित की और शुक्रवार देर रात वे वारा और पतारा गांव में रात्रि चौपाल लगाने पहुंचे।अब इसे अन्य गांव में भी आगामी दिनों में जारी रखा जाएगा। कहा- ये फसल बर्बाद हुई तो भरपाई नहीं होगीचौपाल के दौरान डीपीसी अभिभावकों से जुड़े और उन्होंने कहा कि यदि आपकी पकी-पकाई फसल ओलावृष्टि या अन्य किसी प्राकृतिक आपदा के कारण बर्बाद हो जाए तो कितने साल में उसकी भरपाई हो पाती है। इस पर अभिभावक बोले कि उभरने में तीन-चार साल लग जाते हैं। इसी बात पर डीपीसी ने कहा कि फसल के मामले में तो तीन-चार साल में भरपाई हो जाती है, लेकिन यदि बच्चों की शिक्षा की फसल उजड़ गई तो उसकी कभी भरपाई नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अमूमन मार्च अप्रैल में परीक्षा के समय आप लोग मजदूरी के लिए बाहर चले जाते हैं तो ऐसे में ध्यान में रखें कि बच्चों को अपने साथ न ले जाएं। किसी परिजन के साथ घर छोड़ जाएं ताकि वह परीक्षा देने से वंचित न रहें। बीआरसीसी बालकृष्ण ओझा ने कहा कि बच्चे की शिक्षा के लिए मां की जिम्मेदारी सबसे महत्वपूर्ण होती है। इसलिए सभी माताएं अपने बच्चों को न केवल समय पर स्कूल भेजें, बल्कि उससे यह भी पूछें कि आज क्या पढ़ाया, क्या होमवर्क दिया? उन्होंने उदाहरण दिया कि प्रदेश के कई जिलों व छत्तीसगढ़ के कई आदिवासियों ने शिक्षा का महत्व समझा और अपने बच्चों को पढ़ाया नतीजे में आज वे हमारे जिले में ही तमाम सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं। दोनों अधिकारियों ने अपने मोबाइल नंबर भी अभिभावकों को दिए और आश्वस्त किया कि यदि स्कूल के संचालन में कोई कोताही नजर आए तो उन्हें फोन लगाकर अवगत कराएं। दिन में घर पर नहीं मिलते हैं अभिभावकडीपीसी शिवपुरी दफेदार सिंह सिकरवार का कहना है कि जिले के कई स्कूलों में खासतौर पर आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में बच्चों की न्यून उपस्थिति लगातार मॉनिटरिंग में सामने आ रही थी, दोपहर के समय अभिभावक मजदूरी या खेती के कारण गांवों में संपर्क के लिए नहीं मिलते थे। इसलिए हम नवाचार के तहत ऐसी चिह्नित बस्तियों में रात्रि चौपाल के जरिए अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें शिक्षा का महत्व समझाकर बच्चों को स्कूल भेजने प्रेरित कर रहे हैं उम्मीद है यह पहल सार्थक साबित होगी।
शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए जय नारायण पब्लिक स्कूल, बरेली के निदेशक कुंदन सिंह को दयानंद सरस्वती एक्सीलेंस लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2024 से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार पृथ्वी अभ्युदय एजुकेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (पाई) द्वारा आयोजित 17वें मेगा अवार्ड सेरेमनी में प्रदान किया गया। कार्यक्रम का आयोजन फ्यूचर यूनिवर्सिटी में किया गया, जहां पाई के फाउंडर चेयरमैन हर्षवर्धन सिंह, नेशनल मैनेजिंग डायरेक्टर हरदीप सिंह, और एडिटर-इन-चीफ प्रियंका रस्तोगी ने संयुक्त रूप से यह सम्मान प्रदान किया। इस समारोह में देशभर से आए शिक्षकों और शिक्षाविदों को विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही, जय नारायण पब्लिक स्कूल को दयानंद सरस्वती अपकमिंग बेस्ट स्कूल अवार्ड 2024 से भी नवाजा गया। कुंदन सिंह का योगदान कुंदन सिंह ने शिक्षा के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों, जैसे रक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, कैबिनेट सचिवालय, कृषि शोध, और सामाजिक संस्थाओं में अपनी सेवाएं दी हैं। 46 वर्षों के करियर में उन्होंने 60 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए हैं। समारोह में विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति इस अवसर पर बिजनौर के विधायक स्वामी ओमवेश, फरीदपुर के विधायक प्रो. श्याम बिहारी, और एमएलसी कुंवर महाराज सिंह ने समारोह में मौजूद रहे। जय नारायण पब्लिक स्कूल के प्रबंधन और ट्रस्ट ने कुंदन सिंह को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी और कहा कि यह सम्मान स्कूल के साथ-साथ पूरे शिक्षा जगत के लिए प्रेरणादायक है।यह आयोजन उन शिक्षाविदों को सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया जो छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और शिक्षा क्षेत्र को उन्नत बनाने में योगदान दे रहे हैं।
बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट के लक्ष्य के साथ संकल्पित होकर निकला हूं। मेरा सपना है कि बिहारी को शिक्षा और रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन न करना पड़े। बिहारियों को अपने जिले और अपने प्रखंड में ही रोजगार मिले। ये बातें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को अंबा के चिल्हकी हाई स्कूल के मैदान में आयोजित नव संकल्प महासभा सह मिलन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि अगले 10 माह में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है। एनडीए गठबंधन ने निर्णय लिया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। यह चुनाव हमारे आने वाले पांच साल की भविष्य तैयार करेंगे। इन 10 महीनों में नए बिहार के संकल्प के लिए अपने आप को तैयार करना है। हमें घर-घर जाकर यह बात पहुंचानी है कि कौन सी पार्टी सही मायने में आपके विकास की चिंता कर रही हैं। हमें सुनिश्चित करना है कि केंद्र की तर्ज पर बिहार में भी मजबूत सरकार बने। जो प्रधानमंत्री मोदी की सोच वाली सरकार हो, बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट वाली सरकार हो। पूरी दुनिया बिहारियों की प्रतिभा का लोहा मानती है। मेरे दिमाग में यह बात कौंधती रहती है कि इतनी प्रतिभा के बावजूद भी बिहार पिछड़ा प्रदेश कैसे रह गया। उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण है कि लंबे समय तक केंद्र और बिहार में विरोधाभास की सरकार रही है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि जिस प्रदेश को डबल इंजन की सरकार मिल गई उसके विकास को कोई नहीं रोक सकता है। क्योंकि डबल इंजन की सरकार में केंद्र सरकार राज्य सरकार की योजनाओं को बिना किसी गतिरोध के स्वीकृत करती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि अगले 10 माह में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाला है। कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य दिया है। यह लक्ष्य तब पूरा होगा, जब भारत का हर राज्य, हर पंचायत और हर गांव विकसित होगा। बिहार अनंत संभावनाओं का प्रदेश है। यह गुरु गोविंद सिंह, गौतम बुद्ध, भगवान महावीर जैसे महापुरुषों की धरती रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि शहर और गांव की दूरी को कम किया जाए और अमीरी और गरीबी की खाई को पाटा जाए। इसी सोच के साथ मैं और मेरी सरकार काम कर रही है। पीएम ने महिलाओं के सम्मान में उज्ज्वला योजना, शौचालय निर्माण, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन जैसी योजनाएं लागू की। वहीं, आयुष्मान योजना के तहत पांच लाख रुपए का मुफ्त इलाज और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दी जा रही है। राम मंदिर की तरह हो सीता माता की भव्य मंदिर का निर्माण चिराग पासवान ने अयोध्या के राम मंदिर की तरह बिहार में सीता माता के भव्य मंदिर के निर्माण की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार सीता माता की धरती रही है। मंदिर के निर्माण से आस्था को संतुष्टि मिलती है। आसपास के क्षेत्र का आर्थिक विकास होता है। मंदिर के आसपास मल्टीनेशनल कंपनी इन्वेस्टमेंट करती है। छोटे-छोटे दुकान और रिजॉर्ट खुलने लगते हैं। पर्यटन को बढ़ावा मिलता है। पंकज पासवान ने ग्रहण की पार्टी की सदस्यता इस मौके पर पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष पंकज पासवान ने चिराग पासवान की उपस्थिति में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी में ऐसे मजबूत साथी को जोड़ा जाए जो बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की सोच के साथ समर्पण की भाव से अपने आप को पार्टी के साथ जोड़ना चाहते हैं। जो बिना किसी राजनीतिक सोच और स्वार्थ के साथ पार्टी से जुड़े। पंकज पासवान को मेरे नेता और पिता रामविलास पासवान का भी सानिध्य प्राप्त था। जब उन्होंने पार्टी से जुड़ने का निर्णय लिया तब उन्होंने कई ऐसे फोटो दिखाएं, जिसमें पंकज पासवान और मेरे पिताजी के साथ थे। इस मौके पर लोजपा रामविलास राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरज कुमार मुन्ना, प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ कुमारी शोभा सिन्हा, प्रदेश अध्यक्ष एससी एसटी प्रकोष्ठ परशुराम पासवान, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश चंद्रा, प्रदेश प्रभारी सह जमुई सांसद अरुण कुमार भारती, प्रदेश महासचिव पंचायती राज दिनेश चौबे, प्रदेश महासचिव एसटी-एससी प्रकोष्ठ संजय पासवान, प्रदेश महासचिव महिला प्रकोष्ठ नीलम देवी, जिला अध्यक्ष चंद्रभूषण सिंह सोनू पंकज पासवान आदि लोग उपस्थित थे।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने आज करनाल के घरौंडा में किसान आंदोलन पर बोलते हुए कहा कि पंजाब सरकार ने किसानों के साथ छलावा किया है और धोखा दिया है। आप पार्टी पंजाब में सरकार बनने से पहले कहती थी कि हमारी सरकार बना दो हम धरती उथल देंगे, पता नहीं क्या क्या कर देंगे। वहां पर दिल्ली के अनेक उदाहरण पंजाब में दिए जाते थे। आज पंजाब कंगाल हो रहा है, लोग मर रहे है, त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहे है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के किसानों, गरीबों और मजदूरों को आप पार्टी के लुटेरों ने लूट लिया और कंगाल कर दिया। आज किसानों के हालात यह हो चुके है कि वे सड़कों पर उतर आए है। आप पार्टी वाले इतने बदमाश है कि अपनी कमजोरियों का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने में माहिर है। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने शनिवार को करनाल के घरौंडा में एसएन टाइल्स गैलेरी और वत्स मैरिज ब्यूरो के ऑफिस का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने सीए लवप्रीत वत्स एंड एसोसिएट के ऑफिस का भी फीता काटा। हरियाणा सरकार ने किसानों की हर बात को मानायहां पत्रकारों से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार ने किसानों की हर बात को माना है। केंद्र और राज्य सरकार ने किसानों से वादा किया था कि 2022 तक किसानों की आय दोगुनी होगी। 2013 में फसलों के क्या दाम थे और आज 2023-24 में क्या दाम है, उसका आकलन कर लीजिए, अगर दोगुने से ज्यादा दाम न हुए हो, तो महिपाल ढांडा राजनीति छोड़ देगा। मंत्री ने कहा कि किसानों की 24 फसलों को एमएसपी पर खरीदा गया है और किसानों की फसलों के पैसे सीधे उनके खातों में भेजे गए है। अब केजरीवाल पंजाब की कोई एक उपलब्धि दिल्ली में जाकर बताए कि हमने पंजाब में यह एक काम किया है, जिससे पंजाब में हरियाली और खुशहाली आई है। मंत्री ने कहा कि आप वाले कह रहे है कि केंद्र से सवाल करो, अब केंद्र से क्या सवाल करना। स्टेट गवर्नमेंट को खरीद करनी है वह खरीद करे। पंजाब सरकार किसानों की फसलों को खरीदेशिक्षा मंत्री ने पंजाब सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि हरियाणा ने अपनी व्यवस्था को सुधारा है। हमने किसानों के दाने दाने को खरीदा है, पंजाब सरकार भी किसानों की फसलों को खरीदे। अगर यह नहीं पता कि व्यवस्था कैसे बनाई जाती है तो हमसे सलाह ले लो, अगर सलाह लेने में शर्म आती है तो राज पाठ छोड़ दो और तीन महीने हमें दो, हम वहां के किसानों को हरियाणा की तरह तमाम सुविधाओं से लैस करेंगे। उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में पंजाब के अंदर बीजेपी की सरकार बनेगी, क्योंकि पंजाब के लोगों ने सभी का शासन देख लिया है।
हरदोई के हरपालपुर में शनिवार को थाने के निर्माण के लिए शिलान्यास और भूमि पूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार की उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी, बीजेपी विधायक सवायजपुर माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू, जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। भूमि पूजन यज्ञ में पुरोहितों ने मंत्रोच्चार के साथ पूजा विधि पूरी की, जिसके बाद शिलापट का अनावरण किया गया। राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने इस अवसर पर कहा कि राज्य सरकार हर वर्ग के विकास के लिए कार्य कर रही है और महिला सशक्तिकरण के लिए अच्छी कानून व्यवस्था बेहद जरूरी है। उन्होंने पुलिस को सशक्त बनाने के लिए सरकार के प्रयासों की सराहना की। विधायक माधवेन्द्र प्रताप सिंह रानू ने कहा, आज का दिन इस क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक है। 25 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह पुलिस थाना हमारे पुलिसकर्मियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा। इससे कटरी क्षेत्र में अपराध पर नियंत्रण पाने में मदद मिलेगी। पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार जादौन ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि इस नवनिर्माण से स्थानीय लोगों को सुरक्षा और न्याय की बेहतर सुविधा मिल सकेगी।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन सभागार में 104वें दीक्षांत समारोह में 30 मेधावियों को गोल्ड मेडल और उपाधि से नवाजा गया। वहीं, यूजी के लिए प्रज्ञा प्रधान और पीजी के लिए ईशान घोष को चांसलर मेडल दिया गया। 544 मेडल और 14 हजार से ज्यादा छात्र और छात्राओं को उपाधियां अगले तीन दिनों में दी जाएंगी। दैनिक भास्कर ने बीएचयू के मेधावियों से बात की आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा.... बड़े मंच पर बड़ा कलाकार बनकर जाना है बीएचयू के मंच कला संकाय से शास्त्रीय संगीत में पीजी कर चुके ईशान कोलकाता के निवासी हैं। माता मधुमिता घोष गृहिणी और पिता दुर्गाशंकर घोष फाइनेंस जनरल मैनेजर रहे, लेकिन उन्होंने तीन साल की उम्र में ही अपने बेटे को संगीत की आदत लगा दी। 2019 में उन्होंने बीएचयू के गायन विधा से यूजी में प्रवेश लिया। फिर 2022 में पीजी में एडमिशन लेकर देश भर में अपनी गायकी की विलक्षण प्रतिभा प्रदर्शित की। वे तीन साल की उम्र से गाना गा रहे हैं। मात्र 23 साल की उम्र में उनको म्यूजिक का 20 साल का अनुभव है। ईशान के मुताबिक बचपन में बांग्ला गाना सुनते सुनते उन्हें म्यूजिक का शौक हो गया। कोलकाता से 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद बनारस ही सूझा। क्योंकि सुन रखा था कि गायन के लिए बीएचयू सबसे बेहतर जगह है। उन्होंने बताया कि वह सोशल मीडिया से काफी दूर रहते हैं और उन्हें बड़े मंच पर अपने गायन की प्रस्तुति देना है उनका यही सपना है। बीएचयू में लैब और थ्योरी दोनों को मिलता है महत्व जौनपुर की प्रज्ञा ने 2021 में बीएचयू आकर वनस्पति विज्ञान विभाग में प्रवेश लिया। माता संजू प्रधान गृहिणी, पिता संदीप कुमार प्रधान की जौनपुर सिटी में ज्वेलरी की एक दुकान है। दादा वीरेंद्र कुमार प्रधान वकील थे। लेकिन प्रज्ञा इसके उलट प्रोफेसर या फिर वैज्ञानिक बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा, बीएचयू से एमएससी चल रही है। इसे पूरा करने के बाद पीएचडी करूंगी। ट्रेडिशनल बॉटनी में माइकोलॉजी में ज्यादा रुचि है। इसमें फंजाई आता है। प्रज्ञा ने कहा कि बीएचयू का बेस्ट पार्ट है लैब वर्क यहां पर पढ़ाई के दौरान लैब और थ्योरी दोनों का महत्व दिया जाता है। इसलिए यहां प्रवेश के लिए जद्दोजहद होती है। जैसे क्लास लेक्चर में शैवाल को पढ़ा और तो उसी दिन लैब में उसे दिखाया भी जाता है। समाज के प्रथा से आगे निकलकर माता पिता ने किया सपोर्ट बीए आर्ट में उर्दू ऑनर्स में बीएचयू मेडल पाने वाली सुजैन रहमान उन्होंने कहा कि हमारे समाज में लोग बच्चियों को ज्यादा दूर पढ़ते नहीं भेजते हैं लेकिन हमारे माता-पिता काफी जागरुक है और वह हमें पढ़ने के लिए बीएचयू भेजें उन्होंने कहा कि हमने अपने माता-पिता के मन और सम्मान को बचाते हुए अच्छे से पढ़ाई की और आज मुझे मेडल प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि अभी हम मास्टर की पढ़ाई कर रहे हैं लेकिन आगे जाकर हम उर्दू के अच्छे अध्यापक बनेंगे और अपने समाज के लोगों को पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ हम अपने घर में यह भी देखते हैं कि किस तरह से अभी भी बनारस के विरासत वाराणसी साड़ी को बनाया जाता है उन्होंने कहा कि हम उसका भी सुक्ष्म में ज्ञान लेते रहते हैं। पिता के मजबूरी को देख किया कठिन परिश्रम...पाया गोल्ड मेडल सत्यम विश्वकर्मा ने बताया कि हमको डिपार्टमेंट से दो मैडम मिला है। उन्होंने कहा कि मैं मिर्जापुर क्षेत्र का रहने वाला हूं मेरे पिताजी खेती करते हैं उन्होंने मुझे भू पढ़ने के लिए भेजा सत्यम ने भावुक होकर यह भी कहा कि जब मुझे पैसे की आवश्यकता होती थी तो मैं पिताजी से कहता था पैसा ना होने पर भी वह मुझे कभी मन नहीं करते थे और मुझे पैसा देते थे लेकिन जब हमने अपनी पढ़ाई की उसके बाद मैंने अपने ही फाइन आर्ट से कुछ पैसे जुटाए और उसे अपने पढ़ाई का खर्च और साथ ही परिवार का भी खर्च उठाने लगा। उन्होंने कहा कि जैसे इंतजार का फल मीठा होता है वैसे ही मैं बीएचयू में पहले ग्रेजुएशन किया और अब पीजी किया और आज मुझे गोल्ड मेडल मिला है यह मेरे और मेरे परिवार के लिए काफी खुशी का विषय है। उन्होंने कहा कि जब मैं विश्वविद्यालय आया था तो मैंने मन में थाना था कि मैं अपने अच्छे पढ़ाई से गोल्ड मेंडल लूंगा और आज मेरा वह सपना पूरा हुआ। आइए अब जानते हैं मुख्य अतिथि जय चौधरी ने क्या कहा मुख्य अतिथि जेड स्केलर के सीईओ और पूर्व छात्र जय चौधरी ने अपने वक्तव्य में कहा कि जब मैंने हाईस्कूल पूरा किया तो आईआईटी के बारे में जानता भी नहीं था। 1977 में गांव से आकर पहली बार काशी हिंदू विश्वविद्यालय जैसा कैंपस देखा। ग्रामर, इंग्लिश और कम्युनिकेशन सब कुछ गड़बड़ था। यहां पर गणित और रसायन विज्ञान पढ़ पढ़ कर अंग्रेजी सुधारी। जय चौधरी नेकहा कि अमेरिका जाकर आईबीएम में ज्वाइन किया। टाटा ने 200 डॉलर स्कॉलरशिप दी। मुझे अमेरिका में काम करने का अवसर बीएच यू की ही वजह से मिला। उन्होंने अपने दीक्षांत भाषण में कहा कि बीएचयू से पहले गांव में जब हाई स्कूल पास किया तो हेड मास्टर से पूछा मैं आगे की पढ़ाई को जारी रखने के लिए किताबों को खरीदने में सक्षम नहीं हूं। उन्होंने कहा कि मैं मदद करूंगा। शिक्षा के साथ बुनियादी मदद भी जरूरी है। डिग्री के बजाय सीखने पर फोकस होना चाहिए। सिनसिनेटी में सॉफ्टवेयर स्टार्टअप पर छोटी सी शुरुआत की।
टोंक जिले में कला शिक्षक एक बार फिर तृतीय और सेंकड ग्रेड टीचरों के पद स्वीकृत भर्ती करने की मांग को लेकर 16 दिसंबर को शांतिपूर्वक तरीके से कलात्मक धरना, प्रदर्शन करेंगे। इसके तहत जिला मुख्यालय पर जिले के बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा 10 मीटर कैनवास पर चित्र बनाकर और संगीत गायन, वीणा, हारमोनियम, ढोलक, तबला समेत अन्य वाध्ययंत्रों से जोरदार कलात्मक एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिले के प्रभारी पुरूषोत्तम सोनी ने बताया कि राजस्थान के राजकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 10 तक अनिवार्य कला शिक्षा का शिक्षण नहीं कराया जाता है। कला शिक्षा की पुस्तक उपलब्ध नहीं है। कला शिक्षकों के पद भी सृजित नहीं है और ना भर्ती हो रही है। उसके बाद भी नामांकित लाखों विधार्थियो को 100 अंकों का बिना सैद्धांतिक, प्रायोगिक परीक्षा कराकर फर्जी अंकों का मूल्यांकन कर अंक तालिका में ग्रेड जारी की जाती है। कला शिक्षा शिक्षण नहीं होने से बच्चों सृजनात्मक, रचनात्मकता आनन्द मय शिक्षण नहीं मिल पा रहा है विधार्थी में हिंसक प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। हजारों अभ्यर्थियों को कला शिक्षक डिग्री हर वर्ष दी जा रही है, लेकिन शिक्षा विभाग राजस्थान सरकार कला शिक्षकों के द्वितीय व तृतीय श्रेणी पद सृजित कर भर्ती नहीं करने के कारण बेरोजगार कला शिक्षक अभ्यर्थियों में भारी रोष है। इन मांगों को लेकर जिला अध्यक्ष नरेन्द्र साहू ने बताया कि सोमवार को घण्टाघर के पास धरना स्थल पर सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक जिले के चित्रकला, संगीत कला के अभ्यर्थियों द्वारा शान्तिपूर्ण कलात्मक धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
निम्स यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. बलवीर एस. तोमर को यूनिवर्सिटी नेटवर्क फॉर इनोवेशन (GUNI) की स्ट्रैटेजिक कौंसिल का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नेटवर्क यूनेस्को से संबद्ध है और उच्च शिक्षा में नवाचार व विकास को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है। यह पहली बार है जब भारत से किसी व्यक्ति को इस पद पर नियुक्त किया गया है। डॉ. तोमर का चयन उनके शिक्षा क्षेत्र में अनुभव और कार्यों के आधार पर किया गया है।GUNI (ग्लोबल यूनिवर्सिटी नेटवर्क फॉर इनोवेशन) विश्वभर के विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों को एक मंच पर लाने का कार्य करता है। यह संगठन शिक्षा और सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को ध्यान में रखते हुए नवाचार को प्रोत्साहित करता है। इसकी स्ट्रैटेजिक कौंसिल नीति निर्माण और दीर्घकालिक योजनाओं में अहम भूमिका निभाती है। डॉ. तोमर इस नई भूमिका में GUNI के उद्देश्यों को पूरा करने और वैश्विक शैक्षिक संवाद को मजबूत बनाने के लिए काम करेंगे। उनकी नियुक्ति भारत के लिए शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में एक नई जिम्मेदारी लेकर आई है।
राजस्थान के 10 हजार से ज्यादा ग्रेड सेकेंड के टीचर्स को अब लेक्चरर का पद मिलने वाला है। दो सालों की बकाया रही पदोन्नति के बाद अब इन नव पदोन्नत व्याख्याताओं को सीनियर सेकेंडरी स्कूल में व्याख्याता के रूप में पोस्टिंग मिलने वाली है। वहीं इतने ही पद सेकेंड ग्रेड के कम हो जाएंगे, जिससे अपर प्राइमरी स्कूलों में हेडमास्टर की कमी आ सकती है। 10 हजार से ज्यादा को प्रमोशन राजस्थान शिक्षा सेवा नियमों के तहत हर वर्ष रिक्त होने वाले पदों पर ग्रेड सेकेंड टीचर्स को तय सीमा में पदोन्नत करके लेक्चरर बनाया जाता है। ऐसे में वर्ष 2021-22 और वर्ष 2022-23 के रिक्त पदों के आधार पर राज्यभर के दस हजार 515 ग्रेड सेकेंड टीचर्स को लेक्चरर पद पर प्रमोशन मिल गया है। इन लेक्चरर को एक अप्रैल 2021 से चयनित माना गया है। ऐसे में वेतन बढ़ोतरी के साथ पिछले चार साल का एरियर भुगतान भी मिलेगा। इस सूची में उन ग्रेड सेकेंड टीचर्स का भी नाम आया है, जो वर्ष 1989 से चयनित है। वहीं वर्ष 2008-09 के अधिकांश चयनित टीचर्स को प्रमोशन मिल गया है। शिक्षा निदेशक ने 109 ऐसे टीचर्स को भी पदोन्नति दे दी है, जो चयन तिथि से पहले ही सेवानिवृत हो गए। ऐसे टीचर्स के लिफाफे बंद रखे गए हैं और इस बारे में निर्णय बाद में सामने आएगा। दरअसल, सेवानिवृत को चयन तिथि से प्रमोशन तो मिलता है लेकिन लाभ तब मिलेगा, जब उसका रिकार्ड साफ सुथरा होगा। चूंकि इनका पदस्थापन नहीं होना है, ऐसे में इनका लिफाफा फिलहाल बंद रखा गया है। अब विषय अध्यापक कम हो गए शिक्षा विभाग में पदोन्नति आदेश जारी होने के साथ ही एक तरफ स्कूल को टीचर मिलते हैं और दूसरी तरफ कम हो जाते हैं। अब इतनी बड़ी संख्या में प्रमोशन के बाद राज्य में ग्रेड सेकेंड के टीचर्स की कमी आएगी। एक साथ ग्रेड सेकेंड टीचर्स की कमी आने से नौवीं से दसवीं तक विषय पढ़ाने वाले टीचर्स पर अपर प्राइमरी स्कूल हेड मास्टर के पद खाली हो जाएंगे।
सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार जल्द ही 26 हजार शिक्षक पद पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके लिए विज्ञापन जल्द जारी किया जाएगा। यह नियुक्ति पिछले वर्ष 26 हजार पदों को भरने के लिए ली गई परीक्षा से अलग होगी। यह जानकारी शुक्रवार को सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस गर्ल्स प्लस-2 हाईस्कूल (साकची) में राज्य के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने दी। उन्होंने कहा- पिछली सरकार में हमने जिन 26 हजार शिक्षकों के पदों को भरने के लिए परीक्षा ली है, उसके परिणाम पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई है। फैसला अगर सरकार के पक्ष में आया तो 26 हजार नए शिक्षक तो मिलेंगे ही, इसके अतिरिक्त इतने ही पदों पर शिक्षकों की भी भर्ती करने जा रहे हैं। ऐसे में आने वाले एक-दो साल में राज्य को 52 हजार नए शिक्षक मिलेंगे। यही कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में नहीं आया तो उन पदों को फिर से भरने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। 500 स्कूलों को सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में बदला जाएगाशिक्षा मंत्री ने कहा- राज्य सरकार अगले पांच साल में 500 सरकारी स्कूलों को सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में बदलते हुए सीबीएसई के तहत संचालित करेगी। अभी 80 स्कूल संचालित हो रहे हैं। 2025 में 80 नए स्कूलों को सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में बदला जाएगा। उन्होंने कहा- आज सभी बड़ी प्रतियोग परीक्षाएं सीबीएसई के सिलेबस के आधार पर आयोजित हो रही हैं। ऐसे में हमें भी इस ओर जाना होगा ताकि हम स्कूल स्तर पर ही बच्चों को इतना कुशल बना दें कि उच्च शिक्षा में जाते समय वे पूरी तरह दक्ष हों। क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई होगी अनिवार्यरामदास सोरेन ने कहा- झारखंड के सरकारी स्कूलों में क्षेत्रीय भाषा की पढ़ाई को अनिवार्य किया जाएगा। इस पर हम काम कर रहे हैं। पिछली सरकार में क्षेत्रीय भाषा के शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जिलावार पद सृजित किया गया था, लेकिन नियुक्ति नहीं हो पाई थी। जल्द ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर पढ़ाई शुरू कराएंगे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बीएचयू में कार्यकारिणी परिषद के गठन की मांग में दाखिल जनहित याचिका पर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से इस मामले में अब तक हुई कार्यवाही जानकारी मांगी है। यह आदेश मुख्य न्यायमूर्ति अरुण भंसाली एवं न्यायमूर्ति क्षितिज शैलेंद्र ने हरिकेश बहादुर सिंह की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है। याचिका में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय अधिनियम 1915 के प्रावधानों के साथ विश्वविद्यालय के क़ानून के खंड 14(1)(बी) के अनुसार बीएचयू की कार्यकारणी परिषद के गठन का निर्देश देने की मांग की गई है। कहा गया है कि पिछले तीन वर्षों से कोई कार्यकारणी परिषद नहीं है और सभी शक्तियों का प्रयोग कुलपति द्वारा किया जा रहा है। आरोप है कि कार्यकारिणी परिषद का गठन न होने के कारण कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन इसका दुरुपयोग कर रहे हैं और अपने लोगों को लाभ दे रहे हैं। इस संबंध में याची हरिकेश बहादुर सिंह ने शिक्षा मंत्रालय से शिकायत की थी। कोर्ट ने कहा कि अभिलेखों के अवलोकन से पता चलता है कि विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार ने 10 जून 2021को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के सचिव को क़ानून के अनुसार कार्यकारिणी परिषद के गठन के लिए संचार भेजा गया था। मंत्रालय के अधिवक्ता ने न्यायालय को आश्वासन दिया कि अगली सुनवाई तक याचिका पर जवाब दाखिल कर दिया जाएगा। कोर्ट ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से पूछा है कि उक्त पत्रों पर अब तक क्या कार्यवाही हुई है। उसका भी जवाब दिया जाए और साथ ही याचिका का भी जवाब दाखिल किया जाए। साथ ही मामले में अगली सुनवाई के लिए आठ जनवरी की तारीख लगाई है।
मथुरा में बेसिक शिक्षा विभाग के परिषदीय बच्चों की प्राथमिक एवं जूनियर स्तर की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। खेलकूद प्रतियोगिता में स्कूली बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। खेलकूद प्रतियोगिता का शुभारंभ संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मथुरा सुनील दत्त व जिला क्रीड़ा अधिकारी राकेश यादव, खंड शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार द्वारा किया गया। बालक वर्ग में दौड़ में 100 मीटर में उच्च प्राथमिक विद्यालय पानीगांव मांट के मोनू प्रथम, 200 मीटर में अंकुश, 600 मीटर में अरविंद कुमार, गोला फेंक में शेरू प्रथम रहे। बालिका वर्ग में 100 मीटर में राधा, 200 मीटर में भावना 400 मीटर में सुमन, 600 मीटर में भावना, गोला फेक में काजल, लंबी कूद में राधा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। प्राथमिक बालिका वर्ग में खों खो में फरह ने प्रथम व राया ब्लॉक ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। अतिथियों का स्वागत सीमा शर्मा जिला व्यायाम शिक्षिका प्रभु कांत उपाध्याय जिला व्यायाम शिक्षक ने स्मृति चिन्ह देकर किया। बीएसए सुनील दत्त ने कहा शारीरिक मानसिक रूप से स्वस्थ रखने हेतु खेलकूद बहुत ही महत्वपूर्ण है। जिले के सभी प्रतियोगिता में विजई छात्र, छात्र मंडलीय खेलकूद प्रतियोगिता में प्रतिभा करेंगे। भूमिका में प्रमोद कुमार, रीना सिंह, हरजीत सिंह राजकुमार संजीव आजाद, शिक्षक संगठनों की तरफ से अतुल सारस्वत जिला अध्यक्ष पूर्व माध्यमिक शिक्षक संघ, लक्ष्मी नारायण, गोवर्धन दास गुप्ता जिला मीडिया प्रमुख राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, हेमराज सिंह, रविंद्र चौधरी, अरविंद सारस्वत, शांतनु चौधरी,भगवान सिंह पचोरी, पवन गौतम, शिवकुमार शर्मा, अमित कुमार अद्भुत, गीता एम सिंह अनीता, आरती, मनोज शर्मा, शिव पचौरी,सुबोध कुमार, संजीव यादव, बच्चू सिंह,कार्यक्रम का संचालन इंद्रदेव तिवारी ने किया। इस दौरान की दो तस्वीरें:
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बेसिक शिक्षा अधिकारी औरैया के खिलाफ जमानती वारंट जारी कर उनको स्पष्टीकरण के साथ तलब किया है। कोर्ट ने सीजेएम औरैया को निर्देश दिया है कि 7 जनवरी को वह बीएसए की अदालत में उपस्थिति सुनिश्चित कराए। सहायक अध्यापिका सुनीता द्विवेदी की अवमानना याचिका पर न्यायमूर्ति सलिल कुमार राय ने यह आदेश दिया। याची के अधिवक्ता के मुताबिक बीएसए ने याची को 15 जून 2024 को निलंबित कर दिया था। इस आदेश को उसने हाईकोर्ट में चुनौती दी। कोर्ट ने बीएसए को याची के विरुद्ध चल रही विभागीय कार्रवाई दो माह में पूरी करने का निर्देश देते हुए याचिका निस्तारित कर दी। बीएसए ने इस आदेश का पालन नहीं किया तो याची ने हाईकोर्ट में अवमानना याचिका दाखिल की। जिस पर कोर्ट ने बीएसए को आदेश का पालन कर अनुपालन रिपोर्ट दाखिल करने अथवा स्वयं उपस्थित होकर स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया था । मगर बीएसए ने न तो आदेश का अनुपालन किया और ना ही स्वयं अदालत में उपस्थित हुए । उनका पक्ष रखने कोई अधिवक्ता भी नहीं आया । इस पर कोर्ट ने उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी करते हुए 7 जनवरी को तलब कर लिया है।
राजस्थान विश्वविद्यालय महिला संस्था रुवा द्वारा संचालित महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र पुलिस थाना अशोकनगर, सी स्कीम ने महिला घरेलू हिंसा की रोकथाम एवं महिला सुरक्षा के लिए जागरूकता कार्यक्रम के अंतर्गत लाल कोठी योजना में स्थित ज्योति नगर द्वितीय की आंगनवाड़ी के साथ मिलकर एक कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओं को केंद्र की परामर्श दात्री, रितु बाला कुमावत एवं शिमला गुप्ता द्वारा महिला घरेलू हिंसा के बारे में बताते हुए इसकी रोकथाम के लिए महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र द्वारा की जाने वाली कार्य शैली की जानकारी दी। उन्होंने बताया की केंद्र द्वारा निशुल्क समझाइश, मेडिकल, अल्पावास गृह, बच्चे दिलवाना, पुलिस कार्रवाई एवं विधिक सहायता दिलवाई जाती है। महिला घरेलू हिंसा से संबंधित विभिन्न कानून के बारे में बताते हुए घरेलू हिंसा से महिला संरक्षण अधिनियम 2005 के बारे में विस्तार से बताया। महिलाओं को प्राथमिक स्तर पर परामर्श लेने की जानकारी दी, जिससे समस्या को जटिल होने से बचाया जा सके। कार्यक्रम में साइबर क्राइम की जानकारी देते हुए उनसे बचने के उपाय बताएं। उन्होंने बताया कि महिलाएं अपने साथ होने वाली हिंसा को रोककर तनाव मुक्त हो सकती है तथा आत्मविश्वास प्राप्त कर अपना जीवन यापन कर सकती है। साथ ही महिलाओं के साथ होने वाली हिंसा जैसे महिलाओं की शिक्षा, कन्या भ्रूण हत्या, छेड़छाड़, बाल विवाह, कार्य स्थल पर उत्पीड़न, दहेज उत्पीड़न, पोक्सो आदि के बारे में जानकारी दी। महिलाओं की समस्या को गोपनीय रखने की जानकारी दी तथा लैंगिक संवेदनशीलता पर भी बातचीत की गई। महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र के द्वारा की जाने वाली मदद के बारे में बताया कि केंद्र पर आने वाली महिलाओं की समस्याओं को धैर्य पूर्वक सुनकर परामर्श के द्वारा तथा संबंधित पक्ष को केंद्र पर बुलाकर समझाइश की जाती है जिससे उनकी समस्या का निवारण हो जाए तथा वो फिर से खुशहाल जीवन जी सके। केंद्र द्वारा महिलाओं की सहमति से ही कार्रवाई की जाती है, जिससे महिला के प्रति समाज में सकारात्मक एवं सूचना आत्मा वातावरण बन सके।अंत में प्रचार प्रसार के लिए महिलाओं को पंपलेट तथा बिस्किट वितरित किए गए।
सेपियंस ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के RIET कॉलेज भांकरोटा में 'भारतीय शिक्षा पद्धति और आध्यात्मिकता' पर एक सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें महाकाल मंदिर उज्जैन के महंत रमन गुरु महाराज मुख्य अतिथि रहे। इस आयोजन में संस्था के चेयरपर्सन, निदेशक स्वाति शर्मा और दीपा राघव ने महाराज का भव्य स्वागत किया। महाराज ने कहा कि श्रीमद् भगवदगीता की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कृष्ण भगवान की दी गई शिक्षाएं संपूर्ण मानवता के लिए सबसे बड़ी आध्यात्मिक धरोवर है। इस अवसर पर RIET कॉलेज के संस्थापक कु. भीम सिंह ने अपने संबोधन में उज्जैन नगरी की आध्यात्मिक महत्ता पर विचार साझा किए। कार्यक्रम के अंत में डॉ. अभिषेक शर्मा, डीन अकादमिक ने प. दीन दयाल उपाध्याय के दर्शन और भारतीय ज्ञान परम्परा के आधारभूत तत्वों पर चर्चा की।
खजराना में स्कूल के नवीनीकरण का लोकार्पण:जेलों में अपराधियों की संख्या कम करने के लिए शिक्षा जरूरी
जेल में अपराधियों की भीड़ कम करने व अस्पतालों में बीमारों की तादाद कम करने के लिए, शिक्षा ही एकमात्र रास्ता है। बच्चे अगर शिक्षित होंगे तो, अपराध की दुनिया से बचेंगे एवं स्वास्थ्य के प्रति भी जागरुक रहेंगे, साथ ही बढ़ते नशे की प्रवृत्ति को रोकने के लिए संगठित प्रयास करने होंगे। उक्त बातें विभिन्न वक्ताओं ने खजराना गोया स्थित शासकीय उर्दू माध्यमिक विद्यालय के नवीनीकरण कार्य का लोकार्पण समारोह में व्यक्त की। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संयुक्त संचालक शिक्षा अनीता चौहान ने कहा कि क्षेत्र के नागरिक सहयोग करें शिक्षा विभाग अच्छे से अच्छे शिक्षक उपलब्ध कराकर बच्चों का भविष्य संवारने में सहयोग करेगा। बच्चे आने वाले समय के देश के निर्माता है इन सब की शिक्षा की तरफ ध्यान देना हम सब का सामूहिक दायित्व है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए शहर काजी डॉ. इशरत अली ने कहा कि बच्चों में शिक्षा की तरफ माता-पिता द्वारा ध्यान नहीं दे पाने के कारण ड्राप आउट हों रहे हैं। शहर में नशाखोरी तेजी से बढ़ रही है, जिसको लेकर हम नशे के खिलाफ सामूहिक रूप से प्रयास करें और नशे की बुराई को खत्म कर बच्चों को शिक्षा की तरफ जोड़े। खजराना उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्य एवं संकुल प्रभारी डॉ. अल्पना आर्य ने कहा कि हम सब मिलकर नागरिक पालक एवं शिक्षक विद्यार्थियों का भविष्य बनाने में सामूहिक रूप से एक दूसरे के सहयोग से प्रयास करें, जिससे आने वाले समय में हम अच्छे से अच्छे रिजल्ट दे सके। कार्यक्रम में आईडीए के पूर्व उपाध्यक्ष टीआर पगारे, क्षेत्रीय पार्षद उस्मान पटेल, रुबीना खान, सामाजिक कार्यकर्ता अन्नू पटेल, आदिल सईद, राजू सैनी, डॉ. शारिक शेख़ ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में विद्यालय के प्राचार्य मो. इलियास खान ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि इस स्कूल को हमें आदर्श स्कूल बनाना है। जन सहयोग से कंप्यूटर, फर्नीचर सहित अन्य सामग्री एकत्रित कर इसे एक आदर्श स्कूल के रूप में स्थापित करना है।
शिक्षा विभाग के कार्यालय कर्मचारियों का रोष 16 को
भास्कर न्यूज | अमृतसर शिक्षा विभाग के कार्यालय कर्मियों ने हड़ताल के 9वें दिन श्री अमृतसर साहिब, जालंधर और पटियाला में 16 दिसंबर को जोन स्तर पर विरोध प्रदर्शन करने का एलान किया। बार-बार समस्याओं का समाधान नहीं होने पर कर्मचारियों ने नगर निगम और नगर परिषद चुनाव में कूच करने की तैयारी कर ली है। कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के नाम मेल भेजा, जिसमें कर्मचारियों का वेतन तय न करने और वेतन न बढ़ाने को लेकर खुलकर सवाल पूछे गए। वितमंत्री के 15 दिन के बीच समस्याएं हल करने के आदेश के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। पदाधिकारियों ने कहा कि मार्च 2024 को मांगे को स्वीकार करने के बाद भी उन्हें नजरदांज किया जा रहा है। यूनियन के नेता विकास कुमार, करनदीप सिंह, लक्ष्मी, नरिंदर कौर, संजना, शालिनी, सतपाल, तनवीर सिंह, अनिल शर्मा, मनिंदर कौर ने कहा कि जब तक समस्याओं का समाधान नहीं होता , धरना जारी रहेगा।
शिक्षा सेवक के निधन से जिले के शिक्षा सेवकों में शोक
नवादा |वारिसलीगंज प्रखंड स्थित बाघी बरडीहा,भलुआ निवासी सुबोध राम शिक्षा सेवक उम्र 30 वर्षीय का असमायिक मौत गुरुवार को सुबह हो गया। वे उत्क्रमित मध्य विद्यालय बहेरा में शिक्षा सेवक के पद पर कार्यरत थे। वे अपने पीछे पत्नी के अलावे एक लड़का और एक लड़की सहित दो बच्चे छोड़ गए। मौत की खबर सुनते ही बिहार मुसहर भुईयां शिक्षा सेवक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सह जिला अध्यक्ष मुकेश मांझी ने कई अन्य शिक्षा सेवक सहयोगियों के साथ पहुंचे। वहीं सदर अस्पताल नवादा में शव को पोस्टमार्टम भी करवाया गया। श्री मांझी ने मृतक सुबोध राम शिक्षा सेवक के आश्रित पत्नी को अनुग्रह राशि जल्द भुगतान करने की मांग जिलाधिकारी से की है। मुकेश मांझी ने कहा कि शिक्षा सेवक संघ की ओर से भी उनके परिवारजनों को आर्थिक मदद किया जाएगा। सुबोध राम शिक्षा सेवक का निधन की खबर सुनकर वारिसलीगंज विधायक अरुणा देवी, हाजीपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि,बौधु चौधरी समेत अन्य थे।
बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने का सपना हर माता-पिता का होता है। बात जब विदेश में पढ़ने की आती है तो यह खुशी दोगुनी हो जाती है। सरकार अपनी योजनाओं के माध्यम से ऐसा अवसर देती है। शिक्षा विभाग की ‘स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस’ योजना के तहत 300 छात्रों को विदेशी यूनिवर्सिटी और 200 छात्रों को भारतीय यूनिवर्सिटी में पढ़ने के लिए हर साल स्कॉलरशिप दी जाती है, लेकिन विभाग के लचर रवैये की वजह से बहुत-से छात्रों का सपना टूटता नजर आ रहा है। यह पूरी प्रक्रिया सितंबर इंटेक के लिए जून में शुरू होकर अगस्त तक पूरी हो जानी चाहिए, लेकिन अब तक 5 लिस्ट जारी हुई है, जिनमें ई-1 कैटेगरी में विदेशी यूनिवर्सिटी के लिए केवल 97 और ई-2 कैटेगरी में सिर्फ 2 छात्रों को ही स्कॉलरशिप मिल पाई है। वहीं भारतीय संस्थानों के लिए 200 में से केवल 31 छात्रों को ही स्कॉलरशिप मिली है। इस स्कॉलरशिप के लिए 10 हजार से ज्यादा छात्रों ने आवेदन किया था। सूची जारी करने में देरी की वजह से फॉरेन यूनिवर्सिटी में एडमिशन की समय सीमा निकट होने के कारण अब ये छात्र एजुकेशन लोन लेकर विदेश जा रहे हैं। वहीं, भारतीय यूनिवर्सिटी में एडमिशन हो चुके हैं और क्लासेज शुरू हो गई हैं, लेकिन कई छात्रों को अभी भी स्कॉलरशिप का इंतजार है। विभागीय देरी से छात्रों की परेशानियां बताते 3 केस विभाग का रवैया: मिलने का समय पर अफसर नदारद शिक्षा संकुल में मौजूद हायर एजुकेशन से संबंधित महकमे के अधिकारी से मिलने का समय सूचना पट्ट पर दोपहर 3 से 4 बजे तक लिखा हुआ है। भास्कर के रिपोर्टर ने 5 दिन संयुक्त निदेशक स्वामी विवेकानंद स्कॉलरशिप से मिलने का प्रयास किया, लेकिन वहां ऑफिस बंद मिला। गौरतलब है कि स्कॉलरशिप से जुड़ी जानकारी लेने के लिए पैरेंट्स को अधिकारी से मिलने का समय यही दिया हुआ है, लेकिन किसी से मुलाकात नहीं हो पा रही है। जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि अक्सर इस समय या तो अफसर रहते नहीं हैं और रहते भी हैं तो मिलना नहीं चाहते। इस दौरान जब वहां मौजूद पैरेंट्स से बात की तो उन्होंने नाराजगी जताई। लोगों ने कहा कि लिस्ट जारी करने में देरी के कारण उन्हें मजबूरन लोन लेना पड़ा, जिससे उनके परिवार पर वित्तीय बोझ बढ़ गया है। कई पैरेंट्स ने बताया कि स्कॉलरशिप के लिए पिछले साल आवेदन किया था। पहली और दूसरी फीस देरी से जमा की गई। सरकार जो खर्चा दे रही है, वह भी समय पर नहीं मिल रहा है, जिससे स्टूडेंट परेशान हैं। बच्चों के इनकम टैक्स से जुड़े डॉक्यूमेंट्स अधूरे होने के कारण प्रक्रिया में देरी होती है। पहले जो स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप के माध्यम से विदेश जा चुके है, उन्हें समय पर पेमेंट किया जा रहा है। इस वित्तीय साल में अभी तक 90 करोड़ का भुगतान कर चुके हैं। यूनिवर्सिटी इनवॉइस बनाकर हमको भेजती है और फिर हम पेमेंट करते हैं। -ओम प्रकाश बैरवा, आयुक्त, कॉलेज शिक्षा
भदोही में समग्र शिक्षा अभियान के तहत बीएसए कार्यालय और एलिमको कानपुर के सहयोग से ब्लॉक संसाधन केंद्र रोटहा में गुरुवार को एक कैंप का आयोजन किया गया, जिसमें दिव्यांग बच्चों को उपस्कर उपकरण वितरित किए गए। इस कार्यक्रम का उद्घाटन नैदानिक मनोवैज्ञानिक डॉ. अशोक परासर ने किया और दिव्यांग बच्चों में उपस्कर उपकरण वितरित किए। उपस्कर उपकरण का वितरण इस अवसर पर 45 दिव्यांग बच्चों को विभिन्न प्रकार के उपस्कर उपकरण वितरित किए गए। इन उपकरणों में 5 ट्राईसाइकिल, 9 व्हील चेयर, 1 सीपी चेयर, 5 रोलेटर, 7 टीएलएम किट, 4 बैसाखी, कैलीपर्स, और 12 हियरिंग एड शामिल थे। इन उपकरणों को पाकर दिव्यांग बच्चों के चेहरों पर खुशी की लहर दौड़ गई। यह उपकरण 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों के लिए वितरित किए गए, जो परिषदीय प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इन उपकरणों का उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना और उन्हें शैक्षणिक कार्य में सहयोग प्रदान करना है। चयन प्रक्रिया 1 अक्टूबर को आयोजित मेजरमेंट कैंप में दिव्यांग बच्चों की पहचान की गई थी, जिनमें उपस्कर उपकरण वितरित करने के लिए चयनित बच्चों को चिह्नित किया गया था। इसके बाद आज इस कैंप के माध्यम से उन्हें उपकरण दिए गए। सहयोग करने वाले लोग इस कार्यक्रम में एलिमको के पुनर्वास विशेषज्ञ पी एंड वो रामानंद कुमार, ऑडियोलॉजिस्ट राजू, फैब्रिकेटिक्स के नरेंद्र, मनोज, जिला समन्वयक समेकित शिक्षा रश्मि मिश्रा, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. जे.पी. सिंह, स्पेशल एजुकेटर विजय मौर्या, सरिता मिश्रा, मनोज सिंह, विवेक पाठक, संदीप वर्मा, मीरा प्रजापति, श्याम बहादुर यादव, राणा गोविंद, सुनील कुमार, शक्तिमान उपाध्याय, सुशील उपाध्याय, मनोज कुमार, सत्येंद्र कुमार द्विवेदी सहित कई अन्य विशेषज्ञों ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग किया।
पीएम श्री गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल सिरोही में ब्लॉक स्तरीय कौशल विकास सामग्री किट वितरण का कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में ब्यूटी एंड वैलनेस में पीएम श्री गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल सिरोही की 60 बालिकाओं को और महात्मा गांधी विद्यालय पुराना भवन सिरोही के 24 ऑटोमोबाइल ट्रेड के विद्यार्थियों को कीट वितरण किए गए। प्रिंसिपल हीरा खत्री और व्यवस्था सहयोगी गोपाल सिंह राव के अनुसार सरस्वती पूजा वंदन अभिनंदन व पुष्पहार पहना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में प्रीति चौहान विधायक प्रतिनिधि, सीबीईओ आनंद राज आर्य, प्रधानाचार्य महात्मा गांधी विद्यालय सिरोही जगदीश सिंह आढ़ा, सेवानिवृत्ति जिला शिक्षा अधिकारी गणपत सिंह देवड़ा, आरपी वागाराम देवासी शामिल हुए। अतिथियों का स्वागत माला, साफा, स्मृति चिन्ह, स्मारिका भेंट कर किया। कौशल प्रभारी अनिता चौहान ने अतिथि स्वागत उद्बोधन के साथ व्यावसायिक शिक्षा के लाभों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में ब्यूटी एंड वैलनेस में पीएम श्री गवर्नमेंट गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल सिरोही की 60 बालिकाओं को और महात्मा गांधी विद्यालय पुराना भवन सिरोही के 24 ऑटोमोबाइल ट्रेड के विद्यार्थियों को कीट वितरण किए गए। एक किट लगभग 16 हजार रुपए का है। लगभग साढ़े तेरह लाख की रोजगारोन्मुखी सामग्री विद्यार्थियों को देकर लाभान्वित किया। शिक्षक गोपाल सिंह राव ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हमेशा लोकल फोर वोकल व रोजगारोन्मुखी व्यवसायिक शिक्षा पर जोर दिया है। विद्यार्थियों को स्व रोजगार के लिए प्रशिक्षित करके संसाधन भी सरकार उपलब्ध करा रही है, जिससे लाखों विद्यार्थी स्व रोजगार कर सकेंगे। समारोह को मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी आनंद राज आर्य, गणपत सिंह देवड़ा, उप प्रधानाचार्य नरेन्द्र सिंह आढ़ा ने संबोधित किया। कार्यक्रम में विरेन्द्र सिंह भाटी, महेंद्र कुमार प्रजापत, देवीलाल, सुमन कुमारी, कुसुम परमार, दिनेश कुमार सुथार, रीना कोटेसा, व्यावसायिक अनुदेशक कामिनी रावल, कीर्ति सोलंकी, कैलाश प्रजापत, राकेश प्रजापत लाभान्वित 84 विद्यार्थी व विद्यालय की बालिकाएं उपस्थित रही।
रूसी-यूक्रेन युद्ध में मारे गए भारतीय तेजपाल सिंह के परिवार के पांच सदस्यों को स्थायी निवास (PR) प्रदान करने की प्रक्रिया रशियन सरकार ने शुरू कर दी है। तेजपाल सिंह, जो रूसी सेना के लिए लड़ते हुए 12 मार्च 2024 को ज़ापोरिज़्ज़िया यूक्रेन में मारे गए थे, के परिवार को यह सुविधा दी जा रही है। तेजपाल सिंह की पत्नी परमिंदर कौर ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें स्थायी निवास प्रदान किया जा चुका है। परमिंदर कौर ने बताया कि उनके परिवार के अन्य सदस्य बच्चों और माता-पिता को भी रूस पहुंचने के बाद स्थायी निवास प्रदान किया जाएगा। रूसी सरकार ने उनके बच्चों, सात वर्षीय अरमिंदर सिंह और चार वर्षीय गुरनाज़दीप कौर, को उनकी शिक्षा और रहने के खर्चे के लिए प्रति माह 20,000 रुपये की वित्तीय सहायता देना मार्च से ही शुरू कर दिया है। यह कदम रूस की ओर से तेजपाल सिंह के परिवार को समर्थन और सहानुभूति प्रदान करने का एक प्रतीकात्मक कदम माना जा रहा है। चाचा की शहादत का किस्सा सुन जॉइन करना चाहता था आर्मी तेजपाल की मां सर्बजीत कौर का कहना है कि 1992 में उनके देवर श्रीनगर में शहीद हो गए थे। एक साल बाद तेजपाल हो गया। तेजपाल उनके शहादत के किस्से सुनता था। तभी से उसके सिर पर आर्मी जॉइन करने का भूत सवार था। स्कूल में NCC भी जॉइन की। हथियार चलाने की ट्रेनिंग उसने NCC में ही ले ली थी। तेजपाल ने 6-7 बार आर्मी जॉइन करने की कोशिश की। फिटनेस व लिखित परीक्षा भी पास की, लेकिन हर बार लिस्ट में नाम आने से चूक गया। अंत में उसके दोस्तों ने रूसी आर्मी में हो रही भर्ती के बारे में बताया तो वह जनवरी में यहां से रूस के लिए रवाना हो गया। 4 महीने बाद परिवार को तेजपाल की मौत की सूचना मिली परमिंदर कौर ने बताया कि तेजपाल को रूसी सेना ने सुरक्षा सहायक के रूप में नियुक्त किया था। जॉइनिंग से पहले कांट्रैक्ट भी साइन हुआ। उसके कुछ पेज उनके पास हैं, लेकिन वे रशियन भाषा में हैं। परमिंदर कौर ने बताया कि 3 मार्च को अंतिम बार तेजपाल से बात हुई थीं, लेकिन परिवार को 9 जून को उनकी मौत के बारे में पता चला।
बिहार के स्कूलों की मॉनिटरिंग अब वॉट्सऐप वीडियो कॉल के जरिए की जा रही है। शिक्षा विभाग की माने तो ये पहल करने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने खुद वीडियो कॉल कर स्कूलों की मॉनिटरिंग की। वीडियो कॉल कर उन्होंने क्लास रूम, टीचर्स, स्टूडेंट्स की मॉनिटरिंग की। कुछ टीचर क्लास से बाहर दिखे तो उनसे सवाल-जवाब हुए। बच्चे यूनिफॉर्म में नहीं दिखे तो टीचर्स को फटकार भी लगी। कुछ शिक्षकों को जर्जर क्लासरूम पर भी फटकारा। एस.सिद्धार्थ ने शिक्षकों से बच्चों की क्लास और स्कूल से जुड़ी जानकारी भी ली। पश्चिम चंपारण के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल में किया वॉट्सऐप कॉल डॉ. एस. सिद्धार्थ ने पश्चिम चंपारण के गवर्नमेंट मिडिल स्कूल ने वॉट्सऐप कॉल किया। इस कॉल को एक शिक्षक ने उठाया, जिनका नाम इमाम कौसर है। एस. सिद्धार्थ ने उनसे एक अन्य शिक्षक अब्दुल वहाब अंसारी के बारे में पूछा। शिक्षक ने बताया कि वो क्लास ले रहे हैं। एस. सिद्धार्थ ने शिक्षक से पूछा कि बाहर क्या कर रहे हो? क्लास में क्यों नहीं हो? इस पर शिक्षक ने बताया कि वो क्लास ले रहे थे अभी बाहर आए हैं। इसके बाद एस. सिद्धार्थ ने फोन को क्लासरूम में मौजूद शिक्षक अब्दुल वहाब अंसारी के पास ले जाने को कहा। उन्होंने उनसे पूछा कि क्लास में कितने बच्चे हैं, शिक्षक ने बताया कि आज 28 बच्चे आए हैं। इसके बाद उन्होंने पूछा कि क्लास में अधिकतर लड़कियां ही क्यों नजर आ रही हैं। शिक्षक ने बताया कि इस क्लास में लड़कियों की संख्या अधिक है। शिक्षक से कहा- हेडमास्टर को फोन दीजिए वीडियो कॉल पर बातचीत के दौरान एस. सिद्धार्थ की नजर स्कूल के दीवार पर गई। उन्होंने शिक्षक से कहा कि स्कूल की मरम्मती क्यों नहीं हुई है ? हेड मास्टर को फोन दीजिए। एस. सिद्धार्थ ने हेडमास्टर से कहा कि स्कूल की मरम्मत क्यों नहीं हो रही है? जिस पर हेडमास्टर ने कहा कि स्कूल के फर्श की मरम्मत हुई है। जिस पर एस. सिद्धार्थ ने बिगड़ते हुए पूछा कि पूरे स्कूल की मरम्मती क्यों नहीं करवाई गई। स्कूल में सफाई क्यों नहीं हुई है। स्कूल के हेडमास्टर ने बताया कि जिस ठेकेदार को काम दिए तो वो सिर्फ फर्श की मरम्मती करके गए हैं। बाकी बाद में होगा। इसके बाद एस. सिद्धार्थ ने पूछा कि आज स्कूल में प्रार्थना हुई है ? जवाब हां में मिला। हर दिन 10 स्कूलों की करेंगे मॉनिटरिंग बिहार के शिक्षा अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ वीडियो कॉल पर हाजिरी देखेंगे। शिक्षकों की उपस्थिति से लेकर बच्चों के मौजूदगी का जायजा लेंगे। डॉ. सिद्धार्थ रोजाना 10 स्कूल का वीडियो कॉल पर मॉनिटरिंग करेंगे। इसमें रैंडम कॉल किए जाएंगे। कॉल के दौरान क्लास में बच्चों की उपस्थिति देखी जाएगी। शौचालय की साफ सफाई, टीचर्स की उपस्थिति, मिड डे मील आदि को देखेंगे। ACS सिद्धार्थ +91 9153468895 से कॉल करेंगे।
YouTube and NPTEL partnership: भारत में शिक्षा को सुलभ और प्रभावी बनाने के लिए गूगल ने नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) के साथ रणनीतिक साझेदारी की है। इसका उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को गुणवत्तापूर्ण और सुलभ शिक्षा ...
विषय पर तुरंत बोलने की कला : जानिए Extempore प्रतियोगिता की तैयारी के महत्वपूर्ण टिप्स
Public Speaking Tips : Extempore एक ऐसी स्पर्धा होती है जिसमें प्रतियोगी को किसी दिए गए विषय पर बिना किसी पूर्व तैयारी के तुरंत बोलने की क्षमता का प्रदर्शन करना होता है। इस तरह की प्रतियोगिता में सफलता पाने के लिए बहुत सारे पहलुओं पर ध्यान देना ...
भारतीयता के अनुरूप शिक्षा से ही नया भारत संभव
शिक्षक दिवस- 5 सितम्बर 2024 पर विशेष शिक्षक उस माली के समान है, जो एक बगीचे को अलग अलग रूप-रंग के फूलों से सजाता है। जो छात्रों को संकटों में भी मुस्कुराकर चलने के लिए प्रेरित करता है। आज शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र-निर्माण एवं शिक्षा को हर घर तक पहुंचाने के लिए तमाम सरकारी ... Read more
NEET UG रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन
नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए छात्रों ने सोमवार को शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा परिणाम में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग की। आइए जानते हैं, क्या है पूरा म
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का 10 फीसदी भी डाटा नहीं हुआ अपलोड
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का डाटा अपलोड करने में जिले के कई स्कूल ढील दे रहे हैं, वे 10 फीसदी छात्रों का भी डाटा अभी तक अपलोड नहीं कर पाए हैं। डाटा अपलोड करने में आधार कार्ड की अनिवार्यता के बाद से छ
बेसिक शिक्षा : दो महीने बाद भी 1.38 लाख छात्रों का डेटा नहीं हुआ अपडेट
बेसिक शिक्षा विभाग के यू डायस पोर्टल पर डेटा अपडेट करने का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। हाल ये है कि दो महीने में महज 1.38 लाख छात्रों डेटा भी अपडेट नहीं हुआ। विभाग ने अब 5 जून तक इसे पूरा करने क
स्कूलों में कैसे पढ़ा रहे हैं शिक्षक, वीडियो में देखेगा शिक्षा विभाग, होगी रिकॉर्डिंग
शिक्षा विभाग वीडियो के जरिए देखेगा कि परिषदीय स्कूलों के शिक्षक छात्रों को कैसे पढ़ाते हैं। बता दें. छात्रों को पढ़ाते हुए शिक्षकों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति : यूपी बोर्ड ने दिए निर्देश, एनईपी लागू करने को स्कूल बनाएंगे प्लान
यूपी बोर्ड से जुड़े 27 हजार से अधिक स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू करने के लिए स्कूल स्तर पर योजना बनाई जाएगी। एनईपी 2020 के विषय में विद्यालयों में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
बॉलीवुड का ये सुपरस्टार युवाओं को IAS बनाने के लिए मुफ्त में देगा शिक्षा, योजना से अबतक जुड़ चुके है7000 युवा
राम बनने के लिएधनुष-बाण चलाने की शिक्षा ले रहे है Ranbir Kapoor, एक्टर केआर्चरी ट्रेनर ने शेयर की तस्वीरें