कानपुर देहात में परिषदीय विद्यालयों की सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। उप शिक्षा निदेशक संजय कुमार उपाध्याय ने स्कूलों के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइनों को हटाने का निर्णय लिया है। उन्होंने कानपुर देहात सहित कई जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी किया है। अधिकारियों को ऐसे विद्यालयों की सूची तैयार करने और विद्युत विभाग से प्राप्त आगणन भेजने के निर्देश दिए गए हैं। जिले के सैकड़ों स्कूलों में हाई वोल्टेज बिजली की तारें भवनों के ऊपर से गुजर रही हैं। कई स्कूलों में बिजली के पोल परिसर के बीच में स्थित हैं। कुछ जगहों पर ट्रांसफार्मर बच्चों की पहुंच में हैं। ये सभी स्थितियां दुर्घटना का कारण बन सकती हैं। इस समस्या के समाधान के लिए शिक्षा विभाग और बिजली विभाग को शासन से धन की प्रतीक्षा है। फिलहाल छात्र-छात्राएं और शिक्षक इन परिस्थितियों में पढ़ाई जारी रखे हुए हैं। यह योजना कितनी प्रभावी होगी, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा। स्थानीय नागरिक इस मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पूर्व IAS अधिकारी और वर्तमान में छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने मंत्रिमंडल में कब बदलाव होगा ये बताया है। खुद को शिक्षा मंत्री बनाए जाने पर भी बोले हैं। भास्कर से खास बातचीत ने उन्होंने कई सवालों के सटीक जवाब दिए हैं पढ़िए मंत्री ने क्या कहा... सवाल- मंत्रिमंडल में बदलाव होगा तो आपको शिक्षा मंत्री बना दिया जाएगा, क्या ये सच है ?जवाब- इसपर तो मुख्यमंत्री को निर्णय करने का अधिकार है और हमारे कुछ मंत्रियों के पद रिक्त हैं। यह मुख्यमंत्री तय करते हैं, कुछ मंत्रियों के पद रिक्त हैं, तो दिल्ली का नेतृत्व और मुख्यमंत्री मिलकर तय करेंगे किसे क्या काम कराना है। सवाल- प्रदेश में मंत्रिमंडल के गठन को लेकर लगातार चर्चाएं हैं? कब बदलेगा मंत्रिमंडल, कौन नया आएगा?जवाब- मैं कभी नहीं पूछता हूं और यह मुख्यमंत्री काे फाइनल करना होता है। उनपर है कि वो कब मंत्रिमंडल का विस्तार करेंगे और मुख्यमंत्री जो निर्णय लेंगे उसे हमारे पार्टी के सभी लोग सहर्ष स्वीकार करेंगे। सवाल- प्रदेश में जिस तरह जीएसटी कलेक्शन को लेकर काम चल रहा है, उससे व्यापारी नाखुश हैं? आप क्या कहेंगे?जवाब- कांग्रेस के समय में कई गुना ज्यादा दबाव था व्यापारियों पर, लेकिन वह दबाव था कांग्रेसियों के जेब में पैसे इकट्ठा करने का। हमने आज सारे बिजनेस प्रोसेस को सरल किया है। कारोबारियों के 65 हजार ऐसे केस थे, जिसमें 25 हजार तक वैट का टैक्स जमा करना था, एक झटके में इसे समाप्त कर दिया। देखिए, पैसा बड़ी बात नहीं है, लेकिन उसके लिए व्यापारियों को दफ्तर के चक्कर काटने पड़ते, वकील करना, केस लड़ना यह सब करना पड़ता। इन सारे झंझटों से व्यापारियों को मुक्ति देने का काम किया। हमने जीएसटी ऑफिस में इज ऑफ डूइंग बिजनेस सेल बना रखा है। जो कॉल सेंटर है वह लगातार काम कर रहा है। लगातार स्टेकहोल्डर के साथ हम मीटिंग करते हैं। केंद्र का जो जीएसटी है उसमें कुछ शिकायत नहीं आती थी तो उसे हमने दिल्ली को अवगत कराया। गड़बड़ी करने वालों को सीबीआई से भी पकड़वाया गया, कुछ लोग सस्पेंड किए गए। चौधरी ने कहा- मुख्यमंत्री के नेतृत्व में टैक्स के रिफॉर्म्स हो रहे हैं, जिससे टैक्स देने वाले व्यक्ति के लिए प्रक्रियाओं में सुधार किया जा रहा है। पंजीयन में कांग्रेस के जमाने में 14 दिन का समय लगता था, उसे सरल करते हुए अब मात्र 3 दिन का समय लगता है। आगे हम उसको एक दिन तक लाने के लिए भी काम कर रहे हैं। कांग्रेस के समय जो वसूली थी, उसके बारे में मैं आपको बताना चाहूंगा कि उनके समय में अगर 75 केस में रेड पड़ती थी तो सरकार के खजाने में मात्र 6 करोड़ रुपए जमा होता था। और हमारे समय में 75 केस हो रेड के तो 100 करोड़ से ऊपर का टैक्स सरकार के खजाने में जमा हुआ है। कांग्रेस के जमाने में उनकी जेब में पैसे जमा होता था। इसलिए सरकार के खजाने में पैसा नहीं आता था। इसलिए छत्तीसगढ़ का ग्रोथ रेट नहीं दिखता था। आज जो भी पैसा व्यापारी भाई देते हैं वह सरकार के खजाने में जमा होता है । इससे प्रदेश के स्वास्थ्य, शिक्षा, कॉलेज, स्कूल सड़कों के विकास के काम हो रहे हैं। सवाल- टेक्नोलॉजी को लेकर अब तक सरकारें सिर्फ बात करती आ रही हैं। पहले की सरकारों ने घोषणाएं की, किया कुछ नहीं। आपने भी कई घोषणाएं की हैं। क्या करेंगे? जवाब- आज टेक्नोलॉजी का युग है। आप जानते हैं कि गूगल, एपल, फेसबुक जैसी कंपनियों का मार्केट कैप कुछ देशों की GDP से अधिक है। दुनिया के जो आर्थिक रूप से पॉवरफुल देश हैं, उनकी इकोनॉमी को रन करने में टेक्नोलॉजी का सबसे बड़ा योगदान है। तो हमें टेक्नोलॉजी पर फोकस करना होगा। इसीलिए हमने इस बार के गति बजट में T फॉर टेक्नोलॉजी को रखा है। मंत्री ने कहा- हम टेक्नोलॉजी को अडॉप्ट कर रहे हैं। हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार देने की बात करते हैं तो जादू की छड़ी हमारे पास भी नहीं है कि हम घुमाएंगे रोजगार क्रिएट हो जाएगा। लेकिन पिछले डेढ़ साल के कामों को देखिए नया रायपुर में सेमीकंडक्टर यूनिट आ गया, AI डेटा पार्क शुरू कर रहे हैं। इससे छत्तीसगढ़ में आईटी सेक्टर में बूम आएगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिल रहा है। वहां अलग-अलग तीन आईटी कंपनियां काम कर रही हैं। इससे दूसरे इंवेस्टर्स का कॉन्फिडेंस बढ़ता है कि यहां एक अच्छा इकोसिस्टम है। सवाल- आपके हिसाब से इस सरकार का सबसे बड़ा रिफॉर्म क्या लगता है?जवाब- हमनें हाल ही में जमीन रजिस्ट्री से जुड़े रिफॉर्म किए हैं। और बड़े काम हम करने जा रहे हैं, जैसे पासपोर्ट के ऑफिस होते हैं वैसे उसे तरह के मॉडल ऑफिसेज हम रजिस्ट्री से जुड़े बनाने जा रहे हैं। चंद महीनों में इसे लाया जाएगा। जो सॉफ्टवेयर है पंजीयन का उसे और बेहतर डेवलप करने जा रहे हैं, जिसे पूरे देश के अन्य राज्य अनुकरण करेंगे। इस तरह के कई काम हम पूरे कार्यकाल में छत्तीसगढ़ में करेंगे जो जनता को दिखाई देंगे। .................................... ओपी चौधरी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... भ्रष्ट अफसरों को मंत्री OP ने सिखाया सबक: मंत्रालय बुलाकर कहा- तुम्हारी फाइलें हैं, ACB को दे दूंगा, कुछ में सिर्फ कोरे कागज थे छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने भ्रष्ट अफसरों को सबक सिखाया है। अफसर जमीन के रजिस्ट्री होते ही जमीन के नामांतरण करने के सिस्टम के खिलाफ थे और हड़ताल पर जाने की तैयारी कर रहे थे। वॉट्सऐप पर मैसेज भेजे जाने लगे। ये बात मंत्री OP चौधरी को पता लगी। उन्होंने इसके पीछे शामिल अफसरों को मंत्रालय बुलवाया। पुरानी गड़बड़ियों की डिटेल निकलवाई। पढ़ें पूरी खबर
बच्चों की मुस्कान हैं माधव आनंद सिंह, शिक्षा के लिए कर रहे प्रेरित
भास्कर न्यूज | तारडीह पेशे से शिक्षक लेकिन दिल से समाजसेवी माधव आनंद सिंह उर्फ टुन्ना आज समाज सेवा का पर्याय बन चुके हैं। 'अपना समाज' के संयोजक के रूप में वे दहेज मुक्त विवाह को बढ़ावा देने, जरूरतमंदों को आर्थिक सहायता देने, बच्चों को शिक्षा के लिए प्रेरित करने और हर आयु वर्ग के लोगों की खुशियों में सहभागी बनने जैसे कार्यों से समाज को नई दिशा दे रहे हैं। माधव आनंद सिंह का मानना है कि समाज में बदलाव लाने के लिए केवल भाषण नहीं, बल्कि कर्म जरूरी है। उनकी पहल पर अब तक कई दहेज मुक्त विवाह संपन्न हो चुके हैं, जिनमें बिना तामझाम और लेन-देन के केवल संस्कार और सादगी को महत्व दिया गया। उनका यह प्रयास युवाओं और अभिभावकों के लिए प्रेरणा बन रहा है।शिक्षा के क्षेत्र में भी वे बच्चों को निरंतर प्रोत्साहित करते हैं। कोई छात्र अगर अग्निवीर भर्ती, मेडिकल, या शिक्षक बनता है, तो माधव आनंद सिंह स्वयं उसके घर जाकर उसे सम्मानित करते हैं और उसके परिवार को इस उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं। इससे युवाओं में शिक्षा और सेवा की भावना प्रबल होती है।साथ ही, उन्होंने हाल ही में चनौर गांव की निधिका को 40 हजार रुपए, पुतई गांव की स्वर्गीय समोला देवी के परिजनों को 15,500 रुपए व नारायणपुर की सुनिता देवी को 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान कर समाज में सहयोग और संवेदना की मिसाल पेश की।बाल दिवस जैसे अवसरों पर वे स्कूली बच्चों के लिए पकवान बनवाकर मुस्कान का कारण बनते हैं।
ब्लैक बोर्ड पर लिखा- बंद करके शिक्षा संस्थान, भाजपा खोल रही शराब दुकान
भास्कर न्यूज| धमतरी धमतरी में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने स्कूल में ताला लगाकर सांकेतिक प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काली पट्टी बांधी। स्कूल के बाहर ब्लैकबोर्ड के साथ बच्चों को बैठाकर विरोध जताया गया। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष राजा देवांगन ने कहा कि 4000 स्कूलों को बंद करने की सरकारी योजना है। ऐसे में 35 हजार शिक्षक बेरोजगार हो जाएंगे। इससे शिक्षा की गुणवत्ता और पहुंच दोनों पर असर पड़ेगा। साथ ही हाल ही में 67 नई शराब दुकानों को खोलने का आदेश जारी किया गया है। सरकार युवाओं को नशे की ओर धकेल रही है। शिक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है। शिक्षा को व्यापार बना दिया गया है। निजी स्कूलों को बढ़ावा मिल रहा है। सरकारी स्कूलों को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां शराब दुकानें खोली जा रही हैं, वहां जनता विरोध कर रही है। फिर भी सरकार सुन नहीं रही। मांग की कि स्कूलों को पहले की तरह चालू रखा जाए। विरोध वाले इलाकों में शराब दुकानें बंद की जाएं। प्रदर्शन में पारसमणि साहू, ओमप्रकाश मानिकपुरी, नमन बंजारे, नोमेश सिन्हा, हित्तू गंगबेर, चितेंद्र साहू, तेजप्रताप साहू, देवेंद्र देवांगन, यश यादव, उमेश साहू, सौरभ राव, सुदीप सिन्हा, तेजप्रकाश साहू, दादू, धर्मेंद्र पटेल, कृष्णा लहरे, अन्नू, रुद्र सिन्हा, रोहन, तामेश्वर व अन्य रहे।
प्रदेश में स्कूलों और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण के विरोध के बीच सरकार ने दावा किया है कि यह नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार हो रहा है। इससे स्कूलें बंद नहीं होंगी, शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ेगी। शिक्षकों का समान उपयोग हो सकेगा। प्रदेश में 30 हजार 700 सरकारी प्राथमिक शालाएं हैं। इनमें छात्र-शिक्षक अनुपात 21.84 है। वहीं 13 हजार 149 पूर्व माध्यमिक शालाओं में यह अनुपात 26.2 है। यह राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। फिर भी कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है। प्रदेश की 212 प्राथमिक शालाएं पूर्णतः शिक्षकविहीन हैं। 6872 प्राइमरी स्कूल एकल शिक्षकीय हैं। 48 पूर्व माध्यमिक शालाएं शिक्षकविहीन हैं। 255 शालाएं एकल शिक्षकीय हैं। इस तरह 260 प्राइमरी-मिडिल स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है, जबकि 7127 स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक हैं। शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुसार प्राथमिक शालाओं में 60 छात्रों तक 2 सहायक शिक्षक और प्रत्येक 30 अतिरिक्त छात्रों पर एक अतिरिक्त सहायक शिक्षक रखने का प्रावधान है। मिडिल स्कूलों में 105 छात्रों तक 3 शिक्षक व 1 प्रधान पाठक और 35 छात्रों पर एक अतिरिक्त शिक्षक हो। वर्ष 2008 के बाद शुरू हुए स्कूलों में प्रधानपाठक का पद स्वीकृत नहीं है। प्रदेश में 1762 शिक्षक ही अतिशेष, जबकि जरूरत 5536 की प्राइमरी स्कूलों में 77 हजार 845 सहायक शिक्षक हैं। मिडिल स्कूलों में 55 हजार 692 शिक्षक कार्यरत हैं। यदि शिक्षक विहीन प्राथमिक शालाओं में 2-2 और एकल शिक्षकीय शालाओं में 1-1 अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति की जाए तो 7 हजार 296 सहायक शिक्षक लगेंगे, जबकि उपलब्ध अतिशेष सहायक शिक्षक केवल 3608 हैं। पूर्व माध्यमिक स्तर पर शिक्षकविहीन शालाओं में 4, एकल शिक्षकीय में 3, दो शिक्षकीय में 2 और तीन शिक्षकीय में 1 अतिरिक्त शिक्षक की आवश्यकता होगी। तब 5536 शिक्षक लगेंगे, जबकि केवल 1762 शिक्षक ही अतिशेष हैं। नई व्यवस्था से संतुलन का दावाशिक्षकों की संख्या पर्याप्त होने के बावजूद उनका वितरण असमान है। कुछ स्कूलों में जहां शिक्षक नहीं हैं, वहीं अन्य स्कूलों में आवश्यकता से अधिक शिक्षक है। करीब 1500 प्राथमिक शालाएं ऐसी हैं, जहां 5 या उससे अधिक शिक्षक हैं। 3465 पूर्व माध्यमिक शालाओं में 5 शिक्षक और 1700 पूर्व माध्यमिक शालाओं में 5 से अधिक शिक्षक हैं। इस असंतुलन को युक्तियुक्तकरण से सुधारा जा सकता है। उच्च माध्यमिक व हाई स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति विषयवार सेटअप के अनुसार होती है। स्कूल बंद नहीं होंगे, समायोजन होगा युक्तियुक्तकरण किसी भी स्कूल को बंद करने की प्रक्रिया नहीं है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रस्तावित क्लस्टर विद्यालय अवधारणा के अनुरूप एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। केवल प्रशासनिक समन्वय होगा, न कि किसी विद्यालय या पद की समाप्ति। यदि किसी परिसर में तीनों स्तर के विद्यालय हैं, तो प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों का समायोजन उच्चतर विद्यालय परिसर में किया जाएगा। ये खासियतें बता रहे- खर्च घटेगा, बार-बार नहीं लेना होगा प्रवेश, ड्रॉपआउट घटेगा {शिक्षकविहीन एवं एकल शिक्षकीय विद्यालयों में अतिशेष शिक्षकों की तैनाती। {अतिरिक्त शिक्षक की बढ़ेगी उपलब्धता। {स्थापना व्यय में आएगी कमी। {एक परिसर में पढ़ाई से बच्चों के ड्रॉपआउट में कमी। {89 प्रतिशत बच्चों को तीन बार प्रवेश लेने की आवश्यकता नहीं। { छात्र ठहराव दर में वृद्धि। {मजबूत अधोसंरचना प्रदान करने सुगमता। {शालाओं की कार्यप्रणाली में होगा सुधार।
लखनऊ की आंचलिक विज्ञान नगरी के प्रागैतिहासिक प्राणी उद्यान में लाइट एंड साउंड शो का उद्घाटन किया गया। उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री संदीप सिंह मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में सीएसआईआर-सीआईएमएपी के निदेशक डॉ. प्रबोध कुमार त्रिवेदी, भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण के उपमहानिदेशक बी.पी गौड़ और राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र के निदेशक विजय शंकर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। आंचलिक विज्ञान नगरी के परियोजना समायोजक स्वरूप मंडल भी मंच पर उपस्थित थे। स्कूलों से बच्चों को यहां लाने की अपील की शिक्षा मंत्री ने कहा कि यह शो बच्चों को किताबों से बाहर की दुनिया से जोड़ने का माध्यम है। उन्होंने सभी स्कूलों से बच्चों को यहां लाने की अपील की। डॉ. त्रिवेदी ने इसे विज्ञान को मनोरंजन से जोड़ने की अनूठी पहल बताया। विजय शंकर ने कहा कि यह शो बच्चों को अपने इतिहास और जैव विविधता को समझने का मौका देगा। 18 मई से प्रतिदिन शाम 6:45 और 7:30 बजे दो शो आयोजित किए जाएंगे। सभी दर्शक इन शो का निःशुल्क आनंद ले सकेंगे। कार्यक्रम में विद्यार्थी, शिक्षक, आम नागरिक और मीडिया प्रतिनिधि बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
भिवानी में एक सरकारी जेबीटी टीचर आनंद घनघस ने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर पैसे लेकर नौकरी देने और फिर उस भ्रष्टाचार को उजागर करने पर 12 साल प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। अब दोबारा नौकरी बहाल होने पर टीचर ने 140 लोगों को 76 करोड़ रुपए मानहानि के नोटिस भेजे हैं। आनंद घनघस ने बताया कि वो हरियाणा पात्रता अध्यापक संघ का प्रदेश अध्यक्ष था। 2011 में पूर्व की कांग्रेस सरकार में जेबीटी शिक्षकों की भर्ती निकली तो उन्हें महसूस हुआ कि बिना पैसे दिए नौकरी नहीं मिलेगी। इसके बाद उन्होंने 5 लाख रुपए दिए। जिसके बाद उसे यमुनानगर में ज्वाइन करवाया गया। आनंद ने बताया कि इसके बाद दिल्ली में अन्ना हजारे आंदोलन शुरू हुआ तो उसने भी अपना ये भ्रष्टाचार का मामला उठाया। 9 साल टर्मिनेट और 32 महीने सस्पेंड रहाआनंद घनघस ने कहा कि ये पूरा मामला उजागर किया तो प्रिंसिपल से कहकर उसके खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाए। जिसके बाद वे 9 साल टर्मिनेट और 32 महीने सस्पेंड रहा। इस दौरान कोर्ट ट्रायल में परिवार में कुछ नहीं बचा। सुसाइड करने तक मन करता था। परंतु कोर्ट ने न्याय किया और निर्दोष करार दिया। बीते 11 मार्च को उसे दोबारा ज्वाइनिंग मिली। 140 लोगों को 76 करोड़ रुपए मानहानि के नोटिस भेजेटीचर आनंद का कहना है कि अब उसने 140 लोगों को 76 करोड़ रुपए मानहानि के नोटिस भेजे हैं। जिसमें कई कांग्रेस नेता, शिक्षा विभाग के अधिकारी और कर्मचारी तथा उस समय के कुछ पंचायत प्रतिनिधि हैं। जिन्होंने उसके खिलाफ हलफनामे दिए थे। आनंद का कहना है कि ये नोटिस इसलिए भेजे हैं कि भविष्य में कोई संविधान व सिस्टम का गलत फायदा उठाकर किसी को गलत ना फंसाए। आनंद घनघस का कहना है कि ऐसे संकट में कोई भी सुसाइड या सरेंडर ना करे, बल्कि लड़ाई लड़ना ही विकल्प है। लड़ाई लड़ेंगे तो कोर्ट में बैठे भगवान रूपी जज न्याय जरूर देंगे।
सहरसा जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। महिषी प्रखंड के मध्य विद्यालय कुंदह के प्रधानाध्यापक ने शैक्षणिक वर्ष 2024-25 की पाठ्य पुस्तकें कल शनिवार शाम कोसी नदी में बहा दीं। हालांकि सुचना पर महिषी बीडीओ ने ना केवल स्थल जांच की, बल्कि जांचोपरांत स्कुल के प्रधानाध्यापक के विरुद्ध आज रविवार को जलई थाना मे एफआईआर दर्ज कराया है। छात्रों ने नदी किनारे बहती देखी किताबें दरअसल घटना का पता तब चला जब विद्यालय के आठवीं कक्षा के छात्र सनमोल कुमार और मनीष कुमार ने कोशी नदी किनारे बहती किताबों को देखा। उनकी सूचना पर ग्रामीण रतन सादा ने दो बोरी किताबें कोशी नदी से निकालीं। चार बोरी किताबें तेज बहाव में बह गईं। बीडीओ ने मामले की जांच की महिषी प्रखंड के बीडीओ सुशील कुमार ने मामले की जांच की। प्रधानाध्यापक सुरेश कुमार ने कमरों की कमी का हवाला देते हुए अपना कृत्य स्वीकार किया। जांच में पता चला कि पिछले शैक्षणिक वर्ष में कुल 354 छात्रों में से केवल 220 छात्रों को ही किताबें वितरित की गईं, जो कुल नामांकन का मात्र 62 प्रतिशत है। थाने में प्राथमिकी दर्ज, आगे की कार्रवाई जारी महिषी बीडीओ ने प्रधानाध्यापक को विद्यालय संचालन में अक्षम बताया है। उन्होंने इस कृत्य को छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, सरकारी संपत्ति का जानबूझकर नुकसान और सरकारी राशि का गबन करार दिया है। जलई थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। इधर, जलई थानाध्यक्ष ममता कुमारी के अनुसार मामले में आगे की कार्रवाई जारी है।
प्रतापगढ़ में भाजपा कार्यालय पर पुण्यश्लोक रानी अहिल्याबाई होल्कर की त्रिशताब्दी स्मृति अभियान कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला अध्यक्ष आशीष कुमार श्रीवास्तव और जिला प्रभारी कौशलेंद्र सिंह पटेल ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। धनगर गायरी समाज में जन्मीं अहिल्याबाई का विवाह 12 वर्ष की आयु में हुआ। उन्होंने अपने शासनकाल में देश भर में धार्मिक स्थलों का विकास किया। सोमनाथ मंदिर, बद्रीनाथ धाम, रामेश्वरम, जगन्नाथपुरी, द्वारिका और मथुरा में श्रीकृष्ण मंदिर का निर्माण कराया। वाराणसी में विश्वनाथ विष्णु धाम मंदिर और मणिकर्णिका घाट का निर्माण भी उनकी देन है। अहिल्याबाई ने महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने गांवों में नारी सुरक्षा टोलियां स्थापित कीं और महिला सैन्य टुकड़ी का गठन किया। महिलाओं को संपत्ति में अधिकार दिया और विधवा पुनर्विवाह को मान्यता दी। विधवाओं को दत्तक पुत्र लेने का अधिकार भी प्रदान किया। उनके शासन में योग्यता को जाति से ऊपर रखा गया। यह दृष्टिकोण उनके मंत्रि-परिषद, नई बस्तियों और कृषि भूमि आवंटन में स्पष्ट झलकता था। उन्होंने महेश्वर को शिल्प कला, संस्कृति, शिक्षा और व्यापार का केंद्र बनाया। कार्यक्रम में जिला सह मीडिया प्रभारी देवेश त्रिपाठी द्वारा रानी अहिल्याबाई के जीवन पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
राजकीय महाविद्यालय टोंक में संचालित इग्नू स्टडी सेंटर पर रविवार को परिचय सत्र आयोजित किया गया। इसमें प्रथम सत्र में टोंक स्टडी सेंटर के समन्वयक चंद्रशेखर मीणा ने इग्नू की ओर से संचालित विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इग्नू द्वारा विभिन्न बैचलर कोर्स में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लिए नि:शुल्क तथा बालिका दुरुस्त शिक्षा योजना के माध्यम से बालिका की सभी प्रकार के कोर्स में शत प्रतिशत छात्रवृत्ति दी जाती है। इग्नू क्षेत्रीय केंद्र जयपुर के सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ. कमलेश मीणा ने बताया कि जनवरी 2025 सत्र का असाइनमेंट अभी जारी नहीं किया गया है, जैसे ही असाइनमेंट जारी होगा, उसके बाद असाइनमेंट व प्रोजेक्ट बनाया जाता है। असाइनमेंट में प्रोजेक्ट के बारे में दी जानकारीइग्नू के डिप्लोमा इन अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन के काउंसलर रामप्रसाद ने असाइनमेंट में प्रोजेक्ट के बारे में सभी लर्नर को जानकारी दी गई। यह कार्यक्रम 3 सत्रों में आयोजित किया गया। जिसमें मंच संचालन असिस्टेंट कोऑर्डिनेटर कृष्ण गोपाल मीणा ने मंच संचालन किया। इस दौरान कार्यवाहक प्राचार्य प्रमोद कुमार शर्मा भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में केंद्र समन्वयक चंद्रशेखर मीणा ने बताया कि आज के इंडक्शन कार्यक्रम में सिखने वाले विधार्थियों ने बढ़-चढ़ कर रुचि दिखाई। जिसमें बूंदी, अजमेर, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर से छात्र-छात्राएं मीटिंग में उपस्थित हुए। उन्हे स्टडी मैटेरियल, असाइनमेंट, परीक्षा, प्रवेश, विभिन्न छात्रवृत्ति योजनाएं व पाठ्यक्रम आदि से संबंधित विषयों पर छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई।
छत्तीसगढ़ सरकार ऐसे स्कूलों को टीचर्स देने जा रही है जहां सिर्फ एक ही शिक्षक कम कर रहे हैं। ऐसी 7000 से ज्यादा एकल शिक्षक स्कूलों को अब शिक्षक मिलेंगे। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसके लिए शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं। सरकार की ओर से बताया गया है कि आगामी शिक्षा सत्र से पहले ही शिक्षकों का युक्ति युक्तकरण किया जाएगा। जिन स्कूलों में टीचर्स ज्यादा है वहां से टीचर्स ऐसी जगह पर भेजे जाएंगे जहां सिर्फ एक टीचर कम कर रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश के 5,484 स्कूल अभी भी एकल शिक्षक वाले हैं, यानी यहां सिर्फ एक ही टीचर है। वहीं अरबन एरिया में 7305 शिक्षक जरूरत से ज्यादा हैं। वहीं, 297 स्कूल ऐसे हैं जहां कोई टीचर नहीं है। इन स्कूलों में फिलहाल आसपास के स्कूलों के टीचरों को अटैच किया गया है। एक आंकड़े के मुताबिक 4000 से ज्यादा स्कूलों को मर्ज किया जाएगा। स्कूलों और शिक्षकों को लेकर सभी जगहों पर बैलेंस बनाया जाएगा। छत्तीसगढ़ में स्कूल शिक्षा विभाग ने युक्तियुक्तकरण (जिन स्कूलों में राष्ट्रीय मानक से कम विद्यार्थी होंगे, उन्हें आस-पास के स्कूलों में मर्ज किया जाना) शुरू करने का आदेश जारी कर दिया है। 7 मई से स्कूलों और 15 मई से शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण शुरू होगा। दरअसल, गांवों के स्कूलों में टीचर्स की कमी है और शहरों में जरूरत से ज्यादा टीचर पोस्टेड हैं। इसी को बैलेंस करने के लिए ये प्रक्रिया अपनाई जाएगी। रोक दी गई थी प्रक्रिया जनवरी में सीएम विष्णुदेव साय ने विभाग की बैठक में कहा था कि बोर्ड एग्जाम खत्म होते ही टीचरों का युक्तियुक्तकरण शुरू कर देना चाहिए। अब उसी के तहत स्कूल शिक्षा विभाग अब ये प्रक्रिया शुरू कर रहा है। पहले भी ये प्रक्रिया शुरू हुई थी, लेकिन रोक दी गई थी। अब फिर से वही प्रक्रिया दोबारा शुरू की जा रही है। शिक्षक संगठन कर रहे आपत्ति छत्तीसगढ़ प्रदेश शिक्षक फेडरेशन ने युक्तियुक्तकरण नीति की त्रुटियों की मुख्यमंत्री, सचिव स्कूल शिक्षा विभाग एवं संचालक लोक शिक्षण संचालनालय को ब्लूप्रिंट के साथ जानकारी दी। फेडरेशन के अध्यक्ष राजेश चटर्जी ने शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण को लेकर सुझाव दिया कि यह कक्षाओं की संख्या एवं विषय के आधार पर हो। प्राथमिक शिक्षा से विद्यार्थियों को कक्षावार विषय शिक्षक उपलब्ध नहीं होने से माध्यमिक तथा उच्चतर माध्यमिक शिक्षा स्तर के परीक्षा मूल्यांकन में गिरावट आ रही है। सरकारी विद्यालयों के ज्यादातर विद्यार्थी आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से हैं। वे शाला के विद्यालय शिक्षण पर निर्भर रहते हैं। यदि दर्ज संख्या के आधार पर शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया जाता है, तो विद्यार्थियों को कक्षावार विषय शिक्षक उपलब्ध नहीं होगा। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के विरुद्ध है। अतः एनईपी के अनुसार ही युक्तियुक्तकरण की नीति-निर्देश बनाए जाने चाहिए। सेटअप में परिवर्तन दोषपूर्ण है। इससे शिक्षा व्यवस्था में प्रगति न होकर अध्ययन-अध्यापन का पतन होगा।
पलवल में नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंडोर स्टेडियम में गणतंत्र दिवस समारोह के प्रतिभागियों को पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि खेल राज्यमंत्री गौरव गौतम ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को खेल क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। उन्होंने पलवल के युवाओं से आग्रह किया कि वे शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी आगे बढ़ें। खेलों में बेहतर प्रदर्शन कर अपने माता-पिता, गांव और जिले का नाम रोशन करें। मंत्री ने प्रशासनिक अधिकारियों और शिक्षकों को निर्देश दिए कि वे समय-समय पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करें। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने कहा कि खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास बढ़ता है। इससे उन्हें आगे बढ़ने का अवसर मिलता है। मंत्री गोयल ने की थी घोषणा गौरतलब है कि जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने प्रतिभागी विद्यार्थियों को जूते देने की घोषणा की थी। इसी के तहत यह पारितोषिक वितरण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों की छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में ये रहे मौजूद समारोह में जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार बघेल, उप जिला शिक्षा अधिकारी डॉ. मामराज रावत, खंड शिक्षा अधिकारी दयानंद रावत और सहायक जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी जसवीर तेवतिया सहित कई विद्यार्थी मौजूद रहे।
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के लेदरी नगर पंचायत में आम आदमी पार्टी ने स्वस्थ शिक्षा के लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। पार्टी कार्यकर्ता लेदरी, खोंगापानी, झगराखांड और मनेंद्रगढ़ में घर-घर जाकर लोगों को क्षेत्र में शिक्षा के नाम पर हो रही अनियमितताओं की जानकारी दे रहे हैं। पार्टी ने इस मुद्दे पर पहले ही कलेक्टर डी राहुल वेंकट को ज्ञापन सौंप चुकी है। अभियान के तहत पार्टी 10 हजार हस्ताक्षर जुटाएगी। इसका उद्देश्य स्कूली फीस, ड्रेस और किताबों के नाम पर स्कूलों और दुकानदारों की मिलीभगत को रोकना है। पार्टी का लक्ष्य हर बच्चे को सस्ती और बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराना है। जिला उपाध्यक्ष विकास पांडेय ने बताया कि यह निर्णय जिला कार्यकारिणी ने लिया है। अभियान में जिला उपाध्यक्ष विकास पांडेय, जिला कोषाध्यक्ष कासिम उमर, जिला सचिव संदीप यादव, मो. कासिम, दीपक तिवारी, विवेक यादव सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल हैं।
जिनवाणी यात्रा निकाली, श्रावकों ने धर्म ग्रंथों के आधार पर संस्कार की शिक्षा ली
जयपुर | श्री दिगंबर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान के तत्वावधान में शहर के 51 जैन मंदिरों में चल रहे श्रमण संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविर के दूसरे दिन शनिवार को संस्कार शिक्षण कक्षाएं लगाई गई। श्रावकों ने धर्म ग्रंथों के आधार पर संस्कार की शिक्षा ग्रहण की। नेमीसागर कॉलोनी स्थित श्री नेमीनाथ दिगंबर जैन मंदिर में शिविर के तहत सुबह जिनवाणी यात्रा निकाली गई। पांच मंगल कलश व ध्वज के साथ परिक्रमा लगाते हुए मंदिर में प्रवेश किए। जिनवाणी संतोष बाकलीवाल ने विराजमान की। श्री नेमीनाथ दिगंबर जैन समाज अध्यक्ष जेके जैन कालाडेरा ने बताया कि जिनवाणी यात्रा के बाद सांगानेर संस्थान से पधारे विद्वान उपेंद्र शास्त्री, अमन शास्त्री का सम्मान किया गया। चित्र का अनावरण अनिल बबीता जैन किया। इस दौरान अश्विनी, मधु जैन, पदम पहाड़िया, वीरेंद्र गोधा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
उदयपुर | शहर में पिछले 7 साल से बंद पड़े जनाना अस्पताल के दौरे जारी हैं। ताला व गेट खुलवाकर हालात देखे जा रहे हैं, लेकिन इसकी दुर्दशा को सुधारने की पहल नहीं हो रही है। अब शनिवार को चिकित्सा शिक्षा सचिव अंबरीश कुमार आरएनटी मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े अस्पतालों के निरीक्षण को पहुंचे। इस दौरान इस अस्पताल की स्थिति का भी जायजा लिया। वे पिछले दो साल में यहां इस तरह का दौरा करने वाले तीसरे-चौथे चिकित्सा शिक्षा सचिव हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी ऐसा कर चुके, लेकिन इस अस्पताल पर लगा ताला अब तक नहीं खुल पाया। अंबरीश कुमार ने जनाना अस्पताल के भवन में आई दरारों को देखा और स्थायी समाधान की संभावनाएं तलाशीं। जनाना अस्पताल का भवन नहीं बन जाने तक मरीजों की सहूलियत के लिए वैकल्पिक संभावनाओं पर भी चर्चा हुई। इसके तहत चित्रकूट नगर स्थित ईएसआईसी हॉस्पिटल, सैटेलाइट हॉस्पिटल में भी कुछ यूनिट शुरू करने पर मंथन हुआ। बता दें कि सचिव अंबरीश कुमार का आरएनटी मेडिकल कॉलेज में यह पहला दौरा था। उन्होंने करीब 5 महीने पहले ही यह पद संभाला है। उनसे पहले इस पद पर रह चुके आईएएस शिवप्रसाद मदन नकाते, टी रविकांत, वैभव गालरिया भी जनाना अस्पताल का दौरा कर चुके हैं। ऐसे हैं जनाना अस्पताल के हाल: संभाग के सबसे बड़े महिला अस्पताल पन्नाधाय (जनाना) पर 7 साल से ताला लगा है। बिल्डिंग जर्जर है। वर्ष 2022-23 में तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने 120 करोड़ रु. देने की घोषणा की। इनमें से 60 करोड़ रु. उदयपुर विकास प्राधिकरण (यूडीए) और 60 करोड़ डीएमएफटी फंड से देना तय हुआ। लेकिन पैसा कोई नहीं दे रहा। अब इस अस्पताल की व्यवस्थाएं इससे सटे एमबी अस्पताल के अलग-अलग एक किमी के हिस्सों में बिखरी हुई हैं। गर्भवती सहित अन्य महिलाएं इलाज के लिए एक से दूसरी बिल्डिंग में चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कई योजनाओं की प्रगति जानी, कुछ दिशा-निर्देश भी दिए सचिव अंबरीश कुमार ने दौरे की शुरुआत सुबह 9 बजे एमबी अस्पताल से की। उन्होंने न्यू ओपीडी, इमरजेंसी, ट्रॉमा आईसीयू, कंट्रोल रूम, बाल चिकित्सालय, सिकल सेल, कुपोषण वार्ड और प्ले एरिया का अवलोकन किया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी अधिकारियों को सीपेज और लीकेज रोकने के निर्देश दिए। सेतु योजना, क्यूआर कोड, अस्पताल मित्र और डिजिटल क्यू मैनेजमेंट सिस्टम की प्रगति जानी और सिस्टम को जल्द लागू करने के निर्देश दिए। पैदल मरीजों की सुरक्षा के लिए परिसर में पैडेस्ट्रियन-वे बनाने का सुझाव भी दिया। टीबी अस्पताल, अंबामाता सैटेलाइट अस्पताल का निरीक्षण किया गया। अंत में सभी विभागाध्यक्षों के साथ प्रगति रिपोर्ट पर बैठक की और कलेक्टर व कमिश्नर से मुलाकात की। इस दौरान प्रिंसिपल डॉ. विपिन माथुर, डॉ. आरएल सुमन, डॉ. कुशल गहलोत, डॉ. विजय गुप्ता, सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य सहित तमाम चिकित्सक और स्टाफ उपस्थित रहे। नर्सेज एसोसिएशन ने विभिन्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन सचिव अंबरीश कुमार को नर्सेज से जुड़ी विभिन्न मांगों को लेकर नर्सेज एसोसिएशन ने ज्ञापन सौंपा। संभागीय अध्यक्ष नरेश पूर्बिया ने बताया कि जिलाध्यक्ष पवन कुमार दानाध्यक्ष व प्रवीण चरपोटा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पहले सचिव का उपरणा व पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद संविदा नर्स से नियमित हुए नर्सेज के लाभ, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर व नर्सिंग ट्यूटर को राजपत्रित बनाने, हर साल समय पर पदोन्नति प्रक्रिया जैसी कई मांगें रखी। ज्ञापन देते समय संरक्षक रमेश मीणा, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष परमार, जितेन्द्र कुमार चौबीसा, ममता सहित कई नर्सिंग ऑफिसर उपस्थित रहे।
लखनऊ के गोमती नगर स्थित ब्रह्माकुमारीज केंद्र में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मधुबन, माउंट आबू से शिक्षा प्रभाग के चेयरपर्सन, शिक्षाविद और फिल्म प्रोड्यूसर मृत्युंजय भाई मुख्य वक्ता थे। लखनऊ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एसपी सिंह ने पुष्प गुच्छ भेंट कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। गोमती नगर सेंटर इंचार्ज राजयोगिनी राधा दीदी ने स्वागत भाषण में शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि शिक्षक नई पीढ़ी को संस्कारों से सजाकर समाज के लिए प्रेरणास्रोत बना सकते हैं। राधा दीदी ने वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आजकल की शिक्षा केवल नौकरी और धन कमाने तक सीमित हो गई है। योग को अपने जीवन में शामिल करें मृत्युंजय भाई ने शिक्षकों और प्रिंसिपल्स को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान विकास विध्वंस की दिशा में हो रहा है। तकनीक, हथियार, हिंसा और तनाव बढ़ रहे हैं। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे योग को अपने जीवन में शामिल करें। उनका मानना है कि योग से व्यक्ति को अपने वास्तविक स्वरूप का बोध होता है। कार्यक्रम के समापन पर स्वर्णलता दीदी ने योग का अभ्यास कराया और प्रसाद वितरण किया गया। कार्यक्रम में फैकल्टी ऑफ साइंस की डीन शीला मिश्रा, डिप्टी इंस्पेक्टर ऑफ स्कूल राकेश और पूर्व कुलपति एसपी सिंह भी उपस्थित रहे।
बिहार के दरभंगा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को शिक्षा, न्याय संवाद कार्यक्रम से रोकने और FIR के विरोध में पूर्णिया में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला। विरोध प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका। गोकुल कृष्ण आश्रम से पैदल मार्च करते आर एन साह चौक पहुंचकर पीएम और सीएम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विरोध प्रदर्शन में बड़ी तादाद में कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता शामिल रहे। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कांग्रेस नेताओं ने जमकर प्रदर्शन किया और प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की और मुर्दाबाद के नारे लगाए। विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजेंद्र यादव ने किया। प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजेंद्र यादव ने कहा कि 15 मई को बिहार दौरे पर आए नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को बिहार के दरभंगा जिले के आंबेडकर हॉस्टल में शिक्षा, न्याय संवाद कार्यक्रम करने से रोका गया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और 100 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ दो प्राथमिकी दर्ज की गई। इससे साफ होता है कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के जन संपर्क से बौखला गए हैं। आगे उन्होंने कहा कि आजादी के महानायकों ने जैसे देश की आजादी के लिए लड़कर आजादी ली थी, उसी तरह कांग्रेसी राहुल गांधी के नेतृत्व में पूरे बिहार के युवाओं के लिए शिक्षा और न्याय के लेकर संघर्ष के लिए तैयार है। दरभंगा प्रकरण ने देश को बता दिया कि बिहार की डबल इंजन की सरकार अब तानाशाही पर उतर आई है। राहुल गांधी इस समय वंचित और दलित समाज की आवाज बन चुके हैं। उनका अंबेडकर छात्रावास जाकर दलित छात्रों से मिलना सरकार को नागवार गुजरा है। सरकार का ये रवैया संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार में डमी सीएम बन गये हैं। सरकार के रिटायर्ड अधिकारी और बीजेपी प्रदेश में सुपर सीएम के तौर पर काम रही है। बिहार की जनता और वंचित समाज पूरे तमाशे को देख और समझ रही है। आगामी विधानसभा चुनाव में इसका करारा जवाब देगी।
जयपुर के गुप्त वृंदावन धाम में बच्चों को भारतीय संस्कारों और वैदिक संस्कृति से जोड़ने के लिए ग्रीष्मकालीन कल्चर कैंप का आयोजन किया जा रहा है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने शनिवार को कैंप का पोस्टर लॉन्च किया। उन्होंने कहा कि यह कैंप आज की पीढ़ी के लिए वरदान साबित होगा। कैंप के दो बैच होंगे। पहला बैच 19 मई से 1 जून तक और दूसरा बैच 2 जून से 15 जून तक चलेगा। इस दौरान बच्चे कीर्तन, महामंत्र जाप और स्टोरी थिएटर सीखेंगे। साथ ही आर्ट, क्राफ्ट, वैदिक कुकिंग और पेंटिंग की ट्रेनिंग भी मिलेगी। बच्चों को भारतीय संगीत वाद्य यंत्र, अबेकस और कत्थक नृत्य की शिक्षा भी दी जाएगी। मीडिया प्रभारी सिद्ध स्वरूप दास ने बताया कि कैंप को लेकर अभिभावकों और बच्चों में उत्साह है। इस वर्ष अच्छी संख्या में पंजीकरण हुए हैं। हर रविवार को बच्चों के साथ अभिभावक भी शामिल होंगे। आर्ट ऑफ पेंटिंग सेमिनार 18 मई और 1 जून को सुबह 10 बजे होगा। स्पिरिचुअल हेरिटेज टूर 25 मई और 8 जून को आयोजित किया जाएगा। मेगा टैलेंट शो 1 जून और 15 जून को होगा। कैंप में बच्चों को ब्रंच, स्नैक्स और कैंप किट दी जाएगी। पंजीकरण के लिए 9116938620 और 9116937562 पर संपर्क किया जा सकता है।
हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने शनिवार को 10वीं क्लास का परीक्षा परिणाम जारी किया है। जिले में इस बार रिजल्ट 91.3 प्रतिशत रहा है जो कि पिछले साल के मुकाबले कम है, पिछले साल 93.38 प्रतिशत रहा था। पिछले साल की तुलना में यह कम है। वहीं प्रदेश की बात करें तो दूसरे जिलों की तुलना में फरीदाबाद अभी पिछड़ा हुआ है। हरियाणा के 22 जिलों में फरीदाबाद का 19वां स्थान है। हालांकि रेंकिंग में थोड़ा सुधार है, लेकिन पास प्रतिशत घट गया है। सीबीएसई की तर्ज पर हरियाणा बोर्ड ने जिला स्तर के टॉपर स्टूडेंट्स की सूची जारी नहीं की है। केवल जिलेवार परीक्षा परिणाम जारी किया गया है। जिसमें फरीदाबाद की रैंकिंग तो सुधरी है लेकिन पास प्रतिशत कम हो गया है। 2.0 प्रतिशत की कमी आई साल 2023 में फरीदाबाद में 10वीं का परीक्षा परिणाम 52.17 प्रतिशत था, जो 2024 में लगभग 41.21 प्रतिशत बढ़ गया था, लेकिन यह एक बार फिर 2.0 प्रतिशत कम हो गया है। प्रदेश के दूसरे जिलों में भी परीक्षा परिणाम के प्रतिशत में वृद्धि हुई है। हालांकि प्रदेश में फरीदाबाद जिले के स्थान में थोड़ा बदलाव देखने को मिला है। पिछले साल के परीक्षा परिणाम के अनुसार, फरीदाबाद का प्रदेश में 20वां स्थान था और इस बार फरीदाबाद 19वें नंबर पर है। फरीदाबाद में 21161 छात्रों ने 10वीं की परीक्षा दी थी, जिनमें से 18 हजार 389 छात्र पास हुए। 1271 की रि-अपीयर है, जबकि 501 छात्रों पास नहीं हो सके। 200 से अधिक हरियाणा बोर्ड के स्कूल जिले में 200 से अधिक हरियाणा बोर्ड के स्कूल है। ऐसे में रिजल्ट घोषित 12 बजे कर दिया गया, लेकिन 3 बजे तक भी ऑफिशियल वेबसाइट पर अपलोड नहीं हुआ, जिसके कारण स्कूलों और स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ा। छात्र और अभिभावक बार-बार वेबसाइट चेक करते रहे, लेकिन सिस्टम क्रैश होने के कारण परिणाम नहीं देख पा रहे थे। कई लोगो ने इस स्थिति पर नाराजगी जताई है और बोर्ड से समय पर परिणाम अपडेट करने की मांग की ताकि आगे इस तरह की दिक्कत ना हो।
हरियाणा तकनीकी शिक्षा बोर्ड ने पंचकूला में ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर सेना को सम्मानित किया। बोर्ड के सचिव राजेश गोयल के नेतृत्व में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बोर्ड के अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सेना की वीरता को समर्पित हवन से हुई। जल और शरबत का वितरण वहीं हवन में जवानों की सुरक्षा और विजय के लिए प्रार्थना की गई। इसके बाद भंडारे का आयोजन किया गया। गर्मी को देखते हुए राहगीरों के लिए छबील भी लगाई गई। छबील में शीतल जल और शरबत का वितरण किया गया। सचिव राजेश गोयल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य क्षमता को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया है। देशवासियों के लिए प्रेरणादायक उन्होंने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद सेना की त्वरित कार्रवाई सभी देशवासियों के लिए प्रेरणादायक है। गोयल ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य जवानों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना है। साथ ही नागरिकों में राष्ट्रभक्ति की भावना को मजबूत करना है। यह कार्यक्रम यह संदेश देता है कि देश का हर नागरिक और संस्थान सेना के साथ खड़ा है।
यमुनानगर जिले से भारत स्काउट्स एंड गाइड्स का एक दल राज्य प्रशिक्षण केंद्र तारा देवी शिमला के लिए रवाना हुआ। उप जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता त्यागी ने यमुनानगर बस स्टैंड से दल को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिला संगठन आयुक्त संदीप गुप्ता और ऋतु यादव ने बताया कि जिला इकाई द्वारा इस तरह के कैंप समय-समय पर आयोजित किए जाते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ाना और उनका सर्वांगीण विकास करना है। चार स्कूलों के स्टूडेंट लेंगे भाग वहीं सुनीता त्यागी ने कैंप की जानकारी देते हुए कहा कि बच्चे यहां कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करना सीखेंगे। साथ ही वे अपना शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास कैसे कर सकते हैं, यह भी सीखेंगे। कैंप में जिले के चार विद्यालयों के स्काउट और गाइड हिस्सा लेंगे। इनमें हिंदू पब्लिक स्कूल जगाधरी, राजकीय उच्च विद्यालय भूडकलां, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खदरी और गॉड ब्लेस पब्लिक स्कूल मुजाफत कलां शामिल हैं। इस अवसर पर डीटीसी रजनीश गुप्ता, मांगेराम, विशाल कुमार, सुनील कुमार और अमरजीत सिंह सहित अन्य टीचर मौजूद रहे।
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड 12वीं के नतीजे जारी, बेटियों ने मारी बाजी
नई दिल्ली, 17 मई . हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड (एचपीबीओएसई) ने शनिवार को 12वीं का वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया. इस साल का कुल पास प्रतिशत 83.16% रहा है. परीक्षा में कुल 86373 छात्र बैठे जिनमें से 71591 पास हुए. परीक्षा परिणाम की घोषणा कांगड़ा डीसी और बोर्ड अध्यक्ष हेमराज बैरवा बोर्ड सचिव ... Read more
शिक्षा एवं पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर 18 मई रविवार को श्रीगंगानगर जिले के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान मंत्री जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। मंत्री के दौरे को लेकर मिनट टू मिनट कार्यक्रम जारी हो गया है। दौरे की शुरुआत सुबह 7 बजे सूरतगढ़ रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से आगमन के साथ होगी। मंत्री दिलावर रविवार सुबह 7 से राजकीय वाहन से श्रीगंगानगर के लिए रवाना होंगे। सुबह 11:00 बजे श्रीगंगानगर पहुंचकर रिद्धि-सिद्धि होम डवलपर प्रा.लि. द्वारा राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नंबर 11 में नवनिर्मित भवन का उद्घाटन करेंगे। दोपहर 2:00 बजे रेडियो मस्ती 89.6 के स्टूडियो में विशेष साक्षात्कार देंगे। मुख्य कार्यक्रम दोपहर 2:30 बजे सेठ गिरधारीलाल बिहाणी महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में आयोजित होगा, जहां वे घुमंतू जातियों के परिवारों से संवाद करेंगे। यह संवाद कार्यक्रम श्रीगंगानगर जिले में अक्टूबर 2024 को जारी किए गए 1010 पट्टों की प्रक्रिया का अगला चरण है। इस अवसर पर उन वंचित परिवारों को पट्टे वितरित किए जाएंगे, जो अब तक भूमि स्वामित्व और सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित थे। संवाद के माध्यम से इन परिवारों की समस्या सीधे सुनवाई करेंगे, शाम 4:00 बजे मंत्री मदन दिलावर जिला परिषद सभागार में श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले के पंचायतीराज अधिकारियों के साथ राज्य व केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट समीक्षा बैठक करेंगे। इस बैठक में स्वच्छ भारत मिशन, घुमंतू परिवारों का पट्टा वितरण, पौधारोपण की कार्ययोजना, वाटरशेड परियोजनाएं, प्रधानमंत्री आवास योजना, विधायक विकास कोष सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की करेंगे। जिले के दौरे के अंत में मंत्री मदन दिलावर रात 11:00 बजे श्रीगंगानगर से ट्रेन द्वारा जयपुर के लिए रवाना होंगे। पंचायती राज एवं शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के 18 मई को श्रीगंगानगर दौरे को लेकर पंचायती राज विभाग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मंत्री के कार्यक्रम फाइनल होने के बाद जिलेभर की ग्राम पंचायतों में के ग्राम विकास अधिकारियों एवं कनिष्ठ सहायकों सहित अधिकारियों, कर्मचारियों को ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।मंत्री के दौरे के दौरान किसी भी स्तर पर ग्रामीण विकास योजनाओं से संबंधित जानकारी, क्रियान्वयन या निरीक्षण में कोई कमी न रहे। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया कि अधिकारी मौके पर रहकर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगे।ग्राम पंचायतो में स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत मंत्री के दौरे को लेकर पिछले चार दिनों से कार्य चल रहा है। ग्राम पंचायतों में साफ सफाई के लिए नई स्वीकृतियां जारी हो रही है।
देश की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटियों में एक पंजाब के फगवाड़ा में स्थित लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान पाक का समर्थन देने वाले तुर्की और अजरबैजान के साथ अपना समझौता रद्द करने का फैसला लिया है। इसकी जानकारी खुद लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU) के मालिक और राज्यसभा सांसद अशोक मित्तल ने जारी की है। उनके द्वारा शेयर किए गए एक ट्वीट में उन्होंने कहा- हमारे दुश्मन देश की मदद करने वाले तुर्की और अजरबैजान से हमारी यूनिवर्सिटी हर तरह का समझौता रद्द करती है और आगे भी ऐसा ही रहेगा। साथ ही एलपीयू के मालिक ने अन्य बड़े शैक्षणिक संस्थानों से अपील की है कि वह भी अपना समझौता दोनों देशों के साथ रद्द कर दें। मित्तल बोले- भारत के राष्ट्रीय हित को देखते हुए तोड़ा समझौता डॉ. अशोक मित्तल ने कहा- विश्वविद्यालय ने हाल की भू-राजनीतिक घटनाओं का हवाला देते हुए तुर्की और अजरबैजान के संस्थानों के साथ 6 शैक्षणिक साझेदारियों को आधिकारिक रूप से समाप्त कर दिया है। क्योंकि ये साझेदारियां भारत के राष्ट्रीय हित में नहीं थीं। सांसद मित्तल ने कहा- इस निर्णय में छात्र एवं स्टाफ विनिमय कार्यक्रम, संयुक्त अनुसंधान परियोजनाएं, दोहरी डिग्री पहल और दोनों देशों के संस्थानों के साथ शैक्षणिक सहयोग के अन्य सभी रूपों को तत्काल समाप्त करना शामिल है। यह कदम हाल ही में भारत और पाकिस्तान तनाव के दौरान तुर्की और अजरबैजान के पाकिस्तान समर्थक रुख के जवाब में उठाया गया है। हम विश्वविद्यालय के रूप में चुप नहीं रह सकते- मित्तल अशोक मित्तल ने आगे कहा- जब हमारे बहादुर सशस्त्र बल अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं तो हम विश्वविद्यालय के रूप में चुप नहीं रह सकते। एलपीयू का मिशन हमेशा भारत के विकास और अखंडता से जुड़ा रहा है और हम कभी भी ऐसे किसी संगठन से नहीं जुड़ेंगे जो भारत की संप्रभुता (स्वतंत्रता) को कमजोर करता हो।
‘वीआईपी टीचर’ मतलब जो नेताओं के नजदीक हैं या फिर जिनके पास दूसरे तरह की जुगाड़ हैं, ऐसे लगभग 15 टीचरों ने पसंद के स्कूलों में तबादले करा लिए हैं। इनमें से कुछ ने ज्वॉइन भी कर लिया है। दूसरी तरफ सरप्लस या अपने पसंद के स्थान पर तबादले के इच्छुक टीचर पोर्टल की खामियों से परेशान हैं। विभाग ने इन्हें राहत देने के नाम पर तबादला आवेदन की तारीख 16 से बढ़ाकर 21 मई तक कर दी है। जिन्होंने खामियां बताईं, उन्हें सुधार के लिए टीम भोपाल लेकर पहुंच भी गई है। शेर सिंह मांझी, गीता भोला, रंजना शर्मा जैसे वीआईपी टीचरों के कई उदाहरण हैं जो मई में तबादला होने के बाद दूसरे स्कूलों में पहुंच गए हैं। इनमें से एक को तो मुरैना से ग्वालियर पदस्थ किया गया है। ऐसे मामले 15 से ज्यादा हैं। इनके तबादले की खबर संबंधित टीचर, प्राचार्य को है। कहीं कोई गड़बड़ी न हो जाए, इसलिए आदेश भी इन्हें सार्वजनिक नहीं किए हैं। इन तबादलों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार ने कहा कि उनकी जानकारी में ऐसे 4 तबादला आदेश हैं। उन्होंने कहा कि जन्म तिथि, विषय व सीनियर-जूनियर जैसे इश्यू को लेकर शिक्षकों ने 80 आपत्तियां की थीं। इनकी जांच दस्तावेज के आधार पर कमेटी ने की। शुक्रवार को टीम पोर्टल की इन गलतियों में सुधार के लिए भोपाल पहुंच गई है। बीमारी तभी मान्य, जब मेडिकल बोर्ड का शिक्षक पर होगा प्रमाण-पत्रऐसे शिक्षक जो किसी गंभीर बीमारी के आधार पर तबादला चाहते हैं वे भी परेशान हैं। स्कूल शिक्षा विभाग में तबादला नीति की टाइम लाइन 3 मई को जारी हुई पर मेडिकल बोर्ड की परेशानियों को लेकर पत्र 9 मई को संचालक ने लिखा। अब बीमारी के आधार पर तबादला प्रकरण तभी स्वीकार होंगे जब मेडिकल बोर्ड का प्रमाण-पत्र होगा। बोर्ड के उक्त प्रमाण-पत्र के लिए शिक्षक उनके परिजन अस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं। पोर्टल पर खामियां, शिक्षकों के साथ उनके संगठन भी गुस्से में शिक्षकों के साथ विभाग की मनमानी को लेकर कर्मचारी संगठन गुस्से में हैं। मप्र कर्मचारी कांग्रेस एक दिन पहले संयुक्त संचालक को ज्ञापन दे चुका है। मप्र शिक्षक कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री राजीव पाठक ने कहा अतिशेष शिक्षकों के तबादले की प्रक्रिया में कई खामियां हैं। इसे तत्काल निरस्त करना चाहिए। वहीं मप्र शिक्षक संघ के संभागीय संयोजक पंकज शर्मा ने कहा कि पोर्टल अपडेट नहीं है, विभाग ने मनमानी पद संरचना के आधार पर काम चालू कर दिया है। सारी प्रक्रिया निरस्त होनी चाहिए। संगठन भोपाल में दो दिन पहले ज्ञापन दे चुका है। इसमें पुरानी पद संरचना लागू करने की मांग की गई है।
जिले में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षक नियुक्ति का बड़ा मामला सामने आया है। जांच के दौरान 40 शिक्षक ऐसे मिले हैं, जिन्होंने फर्जी अंकसूची के माध्यम से नौकरी प्राप्त की थी। इनमें से अधिकांश शिक्षक 20 से 25 साल से नौकरी कर रहे हैं। जो वेतन के रूप में करोड़ों रुपए प्राप्त कर चुके हैं। हालांकि अब प्रशासन ने 24 शिक्षकों पर एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि शिक्षकों की फर्जी नियुक्तियों के मामले की शिकायत दो साल पहले की गई थी, लेकिन अधिकारियों द्वारा जानबूझकर मामले को दबाए रखा। मामला हाइकोर्ट पहुंचा तो उसके निर्देश के बाद शिक्षा विभाग मामले में कार्रवाई कर रहा है। 10 शिक्षकों को बर्खास्त भी किया जा चुका है। हालांकि अभी भी ऐसे अनेक मामले हैं, जिनकी जांच कार्रवाई एक से डेढ़ वर्ष से लंबित है। हैरानी की बात तो यह है कि शिक्षकों पर तो कार्रवाई कर दी गई, लेकिन फर्जी अंकसूची बनाने वाले रैकिटके संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। कलेक्टर बोले- सभी पर एफआईआर के निर्देश कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के मुताबिक अब तक कुल 40 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जो जांच में हैं। इनमें से 24 प्रकरण ऐसे हैं, जिनमें ये तथ्य सामने आया है कि ये मार्कशीट फर्जी हैं। इसका मतलब है कि इन 24 प्रकरणों में जिन विश्वविद्यालयों से भी डिग्री ली गई थीं, वहां से जानकारी आ गई है कि सभी 24 डिग्री फर्जी है। इन सभी के विरुद्ध एफआईआर के निर्देश दे दिए गए हैं। 11 प्रकरणों की जांच संयुक्त संचालक द्वारा की जा रही है। एक प्रकरण की जांच भोपाल में चल रही है। 40 में से 10 शिक्षकों को नौकरी से निकाला जा चुका है। ऐसे जो भी प्रकरण आएंगे, उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
पोषण व प्रारंभिक शिक्षा सेवाओं को प्रभावी और सशक्त बना रहे फोन
कृष्णा नगर कॉलोनी गुरुद्वारा के लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब का 25 मई को नया पावन स्वरूप जमशेदपुर से लाया जाएगा। नया स्वरूप लाने के लिए श्री गुरुनानक सत्संग सभा और गुरुनानक सेवक जत्थे के सेवक पुराना स्वरूप धर्म प्रचार समिति अकाली दल जमशेदपुर को सौंपा जाएगा। श्री गुरु ग्रंथ साहिब का नया स्वरूप जमशेदपुर से पुष्प सवारी पर दोपहर 12 बजे रांची के लिए रवाना होगा और शाम 7 बजे कृष्णा नगर कॉलोनी पहुंचेगा। नए स्वरूप की आगमन के शबद कीर्तन की विशेष तैयारी की जा रही है। कॉलोनी के नानक चंद अरोड़ा चौक पर भव्य अगवानी की जाएगी। सत्संग सभा द्वारा विशेष कीर्तन किया जाएगा। इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर फूल बरसाए जाएंगे और गली को रंग-बिरंगी लाइटों से विशेष रूप से सजाया जाएगा। मीडिया प्रभारी नरेश पपनेजा ने बताया कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब के पुराने स्वरूप को भी फूलों से सजाई गई सवारी पर जमशेदपुर ले जाया जाएगा और वहां धर्म प्रचार समिति को सौंपा जाएगा। पुराने स्वरूप को वहां पहुंचने और वहां से नए स्वरूप को लाने के लिए 100 से अधिक श्रद्धालु अपने-अपने वाहनों से जाएंगे। सभा के सचिव अर्जुन देव मिड्ढा ने बताया कि टाटानगर से पुष्प सवारी पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब को श्रद्धा भाव से रांची लाया जाएगा। आंकड़ों के अंकन में दोगुनी वृद्धि वास्तव में, आधार सत्यापित लाभार्थियों की संख्या मार्च 2023 में 17,44,100 (48.03%) थी, जो बढ़कर 31 मार्च 2025 तक 30,11,829 (97.22%) हो गई है। उक्त कार्य के फलीभूत होने में आंगनबाड़ी सेविकाओं को मिले स्मार्ट फोन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राज्य भर में 38,523 आंगनबाड़ी केंद्रों में सेवाएं प्रदान करने वाली आंगनबाड़ी सेविकाएं वास्तविक समय पर आंकड़ों का आंकलन कर रही हैं। इस प्रकार, मोबाइल तकनीक उनके कार्यों को अधिक प्रभावी बना रही है और स्मार्ट फोन आईसीडीएस सेवा वितरण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। स्मार्ट फोन से मेरे कौशल बढ़ा
एडुकेट्स एक्स्पो-2025शिक्षा व करियर से संबंधित सारी जानकारी एक ही जगह
रांची | शिक्षा व करियर के क्षेत्र में काउंसलिंग और मार्गदर्शन करने वाली एसएस एग्जीबिशन्स ने होटल रेडिसन ब्लू में शिक्षा व करियर से संबंधित जानकारियों के लिए दो दिवसीय मेला 17 मई से लगा रहा है। इसमें देश की स्थापित व ख्यातिप्राप्त करीब 50 शिक्षण कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने पाठ्यक्रम व नामांकन संबंधित जानकारी दे रहे हैं। इसके माध्यम से छात्रों को बीटेक, एमबीबीएस, बीडीएस, बीबीए, एमबीए, बीसीए, एमसीए, लॉ आदि पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने में सहायता मिलेगी। आयोजन का मकसद एक ही छत के नीचे देश के विभिन्न प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों के बारे मे विस्तृत जानकारियां उपलब्ध कराना है। संस्थानों के अधिकृत प्रतिनिधि उपलब्ध रहने के कारण सही मार्गदर्शन मिलता है। आयोजन मे शिरकत करने वाली शिक्षण संस्थाएं यूजीसी और एनएएसी से मान्यता प्राप्त हैं। प्रातः 10 बजे से रात्रि 8 बजे तक निशुल्क प्रवेश है।
बच्चों के पोषण और शिक्षा के महत्व जानेंगी आशा
सिटी रिपोर्टर| बेगूसराय जिले की सभी आंगनवाड़ी सेविकाओं के कौशल विकास और बच्चों के समग्र विकास को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से पोषण भी, पढ़ाई भी कार्यक्रम को लेकर प्रशिक्षण अभियान की शुरूआत की गई है। डीएम तुषार सिंगला के निर्देश पर प्रशिक्षण अभियान की शुरूआत हुई है जो आगामी 30 मई तक चलेगा। ज्ञात हो कि इसके तहत समूह में सेविकाओं का प्रशिक्षण होगा। एक समूह का प्रशिक्षण 3 दिन का होगा। उक्त तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य सेविकाओं को बच्चों के पोषण और शिक्षा के महत्व के बारे में गहन जानकारी और आवश्यक कौशल प्रदान करना है। प्रशिक्षण को सुचारू रूप से संचालित करने और सभी सेविकाओं की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस तीन दिवसीय प्रशिक्षण को अलग-अलग बैचों में आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक बैच में सेविकाओं को बच्चों के स्वस्थ शारीरिक और मानसिक विकास के लिए आवश्यक पोषण संबंधी जानकारी के साथ-साथ प्रारंभिक शिक्षा की नवीनतम तकनीकों और सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया जाएगा। मालूम हो कि उक्त महत्वपूर्ण कार्य में एकीकृत बाल विकास सेवा के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी राजकुमार और सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को पीरामल फाउंडेशन इसमें सहयोग करेगें। इसके अतिरिक्त, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग और जीविका जैसी महत्वपूर्ण संस्थाएं भी इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में सक्रिय रूप से अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगी। इन विभागों के विशेषज्ञ सेविकाओं को उनके संबंधित क्षेत्रों की नवीनतम जानकारियों और सर्वोत्तम प्रथाओं से अवगत कराया जाएगा। जिससे वे जमीनी स्तर पर बच्चों और माताओं को बेहतर सेवाएं प्रदान कर सकें। ज्ञात हो कि प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी महिला पर्यवेक्षिकाओं का उन्मुखीकरण कार्यक्रम पहले ही आयोजित किया जा चुका है। इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम के माध्यम से पर्यवेक्षिकाओं को प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा, उद्देश्यों और अपेक्षित परिणामों से अवगत कराया गया है। वे प्रखंड स्तर पर इस प्रशिक्षण के सफल क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी और सेविकाओं को मार्गदर्शन प्रदान करेंगी। इस पहल का मुख्य उद्देश्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता में वृद्धि करना है। जिससे बच्चों के पोषण और शिक्षा के क्षेत्र में और भी अधिक प्रभावी ढंग से अपनी सेवाएं दे सकेंगे। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के समग्र विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि जिले में बाल विकास संकेतकों को बेहतर बनाने में भी सहायक सिद्ध होगा। जिला प्रशासन और संबंधित विभाग इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं यह पहल आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और लाभार्थियों के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगी।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड में एसजीडी ग्रामर स्कूल के राज कुमार पंजाब में 9वें स्थान पर
लुधियाना| पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं कक्षा के नतीजों में एस.जी.डी. ग्रामर सीनियर सेकंडरी स्कूल के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। राज कुमार ने 641/650 अंक प्राप्त कर पंजाब भर में 9वां और लुधियाना जिले में 5वां स्थान हासिल किया। प्रीति कुमारी और सत्यम ने 629/650 अंकों के साथ संयुक्त रूप से 21वां स्थान प्राप्त किया। इसी तरह हरशान और राम कुमार ने 628/650 अंक लेकर 22वें स्थान पर रहे। स्कूल का परिणाम 100% रहा, जिसमें 43 छात्रों ने 90% से अधिक, 40 छात्रों ने 80% से अधिक, 34 छात्रों ने 70% से अधिक और 11 छात्रों ने 60% से अधिक अंक प्राप्त किए। प्रिंसिपल गुरमीत कौर और वाइस प्रिंसिपल रीना चौहान ने छात्रों का मुंह मीठा करवाकर इस सफलता का जश्न मनाया। डायरेक्टर सरोज शर्मा और प्रभु दत्त ने छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को बधाई दी।
शिवपुरी जिले के खनियाधाना विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में करोड़ों के गबन मामले में नई कार्रवाई हुई है। कन्या उमावि कोलारस के प्राचार्य विवेक महिंद्रा को बीईओ खनियाधाना का आहरण एवं संवितरण अधिकार दिया गया है। इस मामले में 6 शासकीय सेवकों के खिलाफ पुलिस प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें बीईओ प्रकाश सूर्यवंशी भी शामिल हैं। कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी ने एक गणक, दो बाबू और एक माध्यमिक शिक्षक को निलंबित किया है। जांच में सामने आया था कि 2018-19 से 2024-25 तक 1 करोड़ 4 लाख 42 हजार 763 रुपए की कपटपूर्ण निकासी की गई। यह राशि 40 व्यक्तियों के खातों में भेजी गई। साथ ही 20 अन्य खातों में वेतन व भत्ते के नाम पर 50 हजार रुपए से अधिक की संदिग्ध राशि स्थानांतरित की गई। जिला शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ के अनुसार, प्रशासकीय कार्य और कर्मचारियों के भुगतान को सुचारू रखने के लिए नई नियुक्ति की गई है। कलेक्टर का यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर अब तक 81 लाख 23 हजार 728 रुपए के गबन की पुष्टि हुई है। बीईओ प्रकाश सूर्यवंशी का निलंबन प्रस्ताव संभागायुक्त ग्वालियर को भेजा गया है।
कैथल में सीएम फ्लाइंग ने शुक्रवार को एक घर में चल रहे गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूल पर छापा मारा। टीम ने गुप्तचर विभाग की सूचना पर किछाना गांव में कार्रवाई की। उप जिला शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र कुमार, आकड़ा सहायक पुरुषोत्तम शर्मा और लिपिक पीयूष कुमार की संयुक्त टीम ने स्कूल की जांच की। जानकारी के अनुसार छापेमारी के दौरान स्कूल में कुल 66 विद्यार्थी मिले। इनमें नर्सरी में 30, केजी में 11, पहली कक्षा में 10, दूसरी में 5, तीसरी में 5, चौथी में 3 और पांचवी कक्षा में 2 बच्चे शामिल थे। स्कूल के मालिक का नाम रमेश कुमार है। जो बिना मान्यता प्राप्त स्कूल चला रहा था। स्कूल मालिक को नोटिस जारी संचालक स्कूल की मान्यता से जुड़े कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सके। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्कूल मालिक को नोटिस जारी किया है। विभाग ने स्कूल का सारा रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिया है। रिकॉर्ड की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवन कुमार एवं सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित कराई गई सीनियर सेकेंडरी (12वीं) कक्षाओं का वार्षिक परीक्षा परिणाम 13 मई को घोषित किया जा चुका है। जो परीक्षार्थी अपने परीक्षा परिणाम से संतुष्ट नहीं हैं, ऐसे परीक्षार्थियों के हित तथा परिणाम में पारदर्शिता का बढ़ावा देने के लिए शिक्षा बोर्ड द्वारा उत्तर पुस्तिका की पुनः जांच या पुनर्मूल्यांकन का प्रावधान किया गया है। परीक्षार्थी पुन: जांच या पुनर्मूल्यांकन के लिए बोर्ड द्वारा निर्धारित शुल्क के सहित बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर दिए गए लिंक के माध्यम से परीक्षा परिणाम घोषित होने की तिथि से 20 दिन के अंदर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। पुन: जांच के लिए 250 रुपए शुल्कउन्होंने बताया कि परीक्षार्थी पुन: जांच के लिए शुल्क 250 रुपए प्रति उत्तर पुस्तिका के साथ आवेदन कर सकते है। पुनर्मूल्यांकन के लिए 1000 रुपए एवं बीपीएल परीक्षार्थियों के लिए 800 रुपए प्रति उत्तर पुस्तिका/विषय शुल्क सहित आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अधूरा फार्म/बिना शुल्क प्राप्त आवेदन रद्द कर दिया जाएगा। उत्तर पुस्तिका की कॉपी के लिए 60 दिन में करना होगा आवेदनयदि कोई परीक्षार्थी अपनी उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति लेना चाहता है तो वह परीक्षा परिणाम घोषित होने के 60 दिन के अंदर बोर्ड वेबसाइट पर उपलब्ध अंडरटेकिंग फार्म तथा अपनी दो आईडी संलग्न करते हुए अंत्योदय सरल पोर्टल के माध्यम से 500 रुपए प्रति उत्तर पुस्तिका शुल्क सहित ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। परीक्षार्थी द्वारा वांछित उत्तर पुस्तिका की छायाप्रति उन द्वारा उपलब्ध करवाई गई ई-मेल आईडी पर भेज दी जाएगी। यदि किसी कारण से परीक्षार्थी अपना प्रमाण-पत्र एवं माइग्रेशन प्रमाण-पत्र पुन: जारी करवाना चाहते हैं तो वह बोर्ड वेबसाइट पर उपलब्ध फार्म भरकर निर्धारित शुल्क सहित अंत्योदय सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
सोनीपत में आयोजित 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' कार्यक्रम में हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। कार्यक्रम का आयोजन गुरुकुल स्कूल में किया गया था, जहां दोनों नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस मौके पर मंच से दोनों नेताओं ने केंद्र सरकार की नीतियों का समर्थन करते हुए विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी पर तीखी टिप्पणी की। खरखौदा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' समय की मांग है। इससे देश में संसाधनों की बचत होगी और चुनावी प्रक्रिया सरल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भी कई बार इसके पक्ष में राय दे चुका है, लेकिन कांग्रेस ने सत्ता के लालच में इस व्यवस्था को खत्म कर दिया। धनखड़ ने कहा कि जब चुनाव बार-बार होते हैं, तब सरकारों को काम रोककर केवल वोट बैंक पर ध्यान देना पड़ता है, जिससे विकास प्रभावित होता है। शिक्षा मंत्री ने उठाए खर्च और संसाधनों पर सवालमहिपाल ढांडा ने भी 'वन नेशन, वन इलेक्शन' का समर्थन करते हुए कहा कि इससे देश में चुनाव पर खर्च होने वाले भारी भरकम संसाधनों की बचत होगी। उन्होंने कहा कि बार-बार व्यवस्थाएं बनाना, कर्मचारियों की तैनाती और अन्य संसाधन जुटाना एक बड़ी चुनौती है, जिसे एक बार में चुनाव करा कर हल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह आमजन और प्रशासन दोनों के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। दसवीं रिजल्ट पर भी दी जानकारीशिक्षा मंत्री से जब दसवीं कक्षा के रिजल्ट को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने स्पष्ट किया कि परिणाम में कोई देरी नहीं हुई है। रिजल्ट तय समय पर यानी आज ही जारी किया जाएगा। उन्होंने किसी भी प्रकार की तकनीकी गड़बड़ी या प्रशासनिक देरी से इनकार किया। मानेसर लैंड विवाद पर बोले ढांडामानेसर लैंड विवाद पर बोलते हुए महिपाल ढांडा ने कहा कि कोर्ट का हर फैसला एक प्रक्रिया का हिस्सा होता है और इसमें समय लगता है। उन्होंने कोर्ट के मामलों पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि न्यायिक प्रक्रिया में हस्तक्षेप नहीं किया जा सकता। कांग्रेस को बताया मंदबुद्धियों की पार्टीसभा में अपने संबोधन के दौरान शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस को 'मंदबुद्धियों की पार्टी' बताया और कहा कि कांग्रेस के नेता देश को नीचा दिखाने का कोई मौका नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया भारत की पीठ थपथपा रही है, लेकिन कांग्रेस ऐसे झूठे प्रचार कर रही है कि पीएम मोदी अमेरिका के सामने झुक गए। ढांडा ने कहा कि इंदिरा गांधी के दौर में अमेरिका के सामने न झुकने की बातें करने वाले आज मोदी सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। पानी विवाद पर पंजाब सरकार को घेरासतलुज-यमुना लिंक (SYL) के पानी को लेकर भी महिपाल ढांडा ने पंजाब सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार जानबूझकर हरियाणा को उसका हक का पानी नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि बंटवारे के तहत हरियाणा को 8500 क्यूसेक पानी मिलना चाहिए, लेकिन पंजाब इसे मूंछ का सवाल बना रहा है। उन्होंने कहा कि पानी को लेकर इतना बड़ा राजनीतिक विवाद करना सही नहीं है। भगवत मान सरकार पर लगाया झूठ फैलाने का आरोपशिक्षा मंत्री ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी पानी की समस्या को हल करने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं बनाई। केवल राजनीति की गई, जिससे हरियाणा को लगातार नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के नेता जो पहले हरियाणा को छोटा भाई कहकर समर्थन करते थे, आज उसी हरियाणा का पानी रोक रहे हैं। तुर्की पर कड़ा रुखतुर्की के भारत विरोधी रुख को लेकर महिपाल ढांडा ने कहा कि जो भी देश आतंकवाद का समर्थन करेगा, वह भारत का मित्र नहीं हो सकता। उन्होंने भारत की परिपक्व विदेश नीति की तारीफ करते हुए कहा कि भारत अब किसी के आगे झुकने वाला नहीं है। तिरंगा यात्रा पर कांग्रेस के बयान पर तंजकांग्रेस द्वारा तिरंगा यात्रा को लेकर दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए महिपाल ढांडा ने कहा कि कांग्रेस के नेताओं को मीडिया में बने रहने के लिए नीचता पर उतरना पड़ता है। उन्होंने कहा कि ऐसे नेताओं को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए क्योंकि उनका मकसद केवल सत्ता पाना है, न कि देश की सेवा करना। देश विरोधी मानसिकता को नहीं सहेगा भारत – ढांडाअंत में महिपाल ढांडा ने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष के कुछ नेता भारत को नीचा दिखाकर विदेशी ताकतों के समर्थन से सत्ता प्राप्त करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि भारत की जनता अब समझदार है और ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगी। आने वाले चुनावों में जनता इसका जवाब देगी।
जयपुर के गुप्त वृंदावन धाम में गीता प्रतियोगिता के विजेताओं का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ राजस्थान के माणक चंद मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। मंदिर के उपाध्यक्ष अनंत शेष दास ने उनका स्वागत किया। हरे कृष्ण मूवमेंट और राजस्थान सरकार के शिक्षा विभाग के संयुक्त तत्वावधान में गीता प्रतियोगिता 2025 का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में राज्य भर के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। कुल 18 विजेताओं को एक लाख नौ हजार रुपए के नकद पुरस्कार दिए गए। प्रथम श्रेणी में छह विद्यार्थी विजेता रहे। इनमें आर्य सोमवंशी, प्यारी राजपूत, डिंपल, आरुषी, अक्षय बैरवा और चेल्सी शर्मा शामिल हैं। सभी विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ प्रमाणपत्र और ट्रॉफी भी प्रदान की गई। कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने कृष्ण बलराम का आशीर्वाद लिया। उन्होंने निर्माणाधीन राजस्थान के सबसे बड़े मंदिर की जानकारी ली और अक्षयपात्र रसोई का निरीक्षण किया। अतिथियों ने संस्था के सामाजिक कार्यों की सराहना की।
करौली जिले में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक हो गई है। जिले में कक्षा 1 से 8 तक के 1021 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूल हैं। कक्षा 1 से 12 तक कुल 1414 स्कूल चल रहे हैं। जनवरी 2025 में सरकार ने जिले के 13 खाली स्कूलों को बंद कर दिया। इसके बाद भी 4 स्कूल ऐसे हैं, जहां एक भी छात्र नहीं है। 96 स्कूलों में छात्रों की संख्या 10 से कम है। यह स्थिति करौली, हिण्डौन, सपोटरा और मंडरायल सभी विधानसभा क्षेत्रों में है। रोन्ड कला ग्राम पंचायत के आगर्री गांव का प्राथमिक स्कूल सात वर्षों से बिना छात्रों के चल रहा है। यहां नियुक्त दो शिक्षक 15 दिन या महीने में एक बार स्कूल आते हैं। शिक्षकों को नियमित वेतन मिल रहा है। बिना छात्रों वाले चार स्कूल हैं - नयापुरा आगर्री (करौली), आमलीपुरा (सपोटरा), भम्मूपुरा (सपोटरा) और कालाकापुरा (टोडाभीम)। इन स्कूलों का अभी तक समायोजन नहीं हुआ है। जिला शिक्षा अधिकारी इंद्रेश तिवाड़ी ने बताया कि वर्तमान में जिले में चार ऐसे स्कूल हैं, जिनमें शून्य नामांकन है। जनवरी में 13 ऐसे स्कूलों को मर्ज किया गया था। अभी 96 स्कूल ऐसे हैं जिनमें नामांकन 10 से कम है। स्कूलों में भी दो-दो शिक्षक नियुक्त हैं। सभी आंकड़े सरकार के शाला दर्पण पोर्टल पर उपलब्ध हैं। सरकार के दावे और जमीनी सच्चाई में फर्कजहां एक ओर राज्य सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के बड़े-बड़े दावे कर रही है, वहीं करौली जैसे पिछड़े जिले में शिक्षा की नींव ही कमजोर पड़ती जा रही है। यदि समय रहते प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले वर्षों में हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।
अम्बेडकरनगर में जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के लेखाकार अंजू वर्मा और लेखाधिकारी श्रीशपति त्रिपाठी पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने इन अधिकारियों पर कई आरोप लगाए हैं। शिक्षक संघ के अनुसार, कार्यालय में माध्यमिक विद्यालयों के कार्यरत और सेवानिवृत लिपिकों से अवैध वसूली की जाती है। एनपीएस योजना के तहत शिक्षकों को घूस न देने पर उनका भुगतान रोक दिया जाता है। आरोप है कि घूस न मिलने पर देयताओं को जानबूझकर लंबित कर एरियर बना दिया गया। देयकों का भुगतान नहीं किया गया और एक करोड़ चालीस लाख रुपये शासन को वापस कर दिए गए। इस मामले में वित्त नियंत्रक प्रयागराज ने तीन सदस्यीय जांच टीम का गठन किया है। टीम में पर्यवेक्षक अधिकारी मदनलाल, लेखा परीक्षक एनके मीना देवी और श्याम बाबू को शामिल किया गया है। यह टीम आरोपों की जांच करेगी।
शिक्षा का उद्देश्य व्यक्ति निर्माण-संस्कार : कुमावत
उदयपुर | आलोक विद्यालय पंचवटी में केवल अर्थोपार्जन नहीं, व्यक्ति निर्माण और संस्कार ही शिक्षा का मूल उद्देश्य है' विषय पर सेमिनार हुआ। संस्था निदेशक डॉ. प्रदीप कुमावत ने कहा कि आज की शिक्षा केवल अच्छे पैकेज और नौकरियों तक सीमित होती जा रही है, जबकि भारत की सनातन परंपरा में शिक्षा का उद्देश्य मनुष्य को बंधनमुक्त कर संस्कारवान बनाना रहा है। माता-पिता जब अपने अधूरे सपनों का बोझ बच्चों पर डालते हैं तो बच्चे या तो टूट जाते हैं, या जीवन से विमुख होकर निराशा में डूब जाते हैं। ऐसे में शिक्षा को परिवार, संस्कृति और मूल्यों से जोड़ने की आवश्यकता है।
बक्सर नगर भवन में मंगलवार को युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित 'शिक्षा न्याय संवाद' कार्यक्रम में शिक्षा और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर जमकर चर्चा हुई। हालांकि कार्यक्रम में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार नहीं पहुंच सके। बताया गया कि दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम को लेकर उपजे विवाद के कारण सभी शीर्ष नेताओं को वहीं बुला लिया गया। बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल कार्यक्रम में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पंकज उपाध्याय ने कहा कि 'बिहार की शिक्षा व्यवस्था लगातार गिरती जा रही है। जरूरत है कि आरक्षण की 50% सीमा को हटाया जाए और पिछड़े, अति पिछड़े, दलित व आदिवासी समाज को उनकी जनसंख्या के अनुपात में शिक्षा और रोजगार में अधिकार मिले।' 'नालंदा-तक्षशिला वाला बिहार आज पिछड़ा' छत्तीसगढ़ के विधायक धनेंद्र साहू ने कहा कि 'जिस बिहार की धरती पर नालंदा और तक्षशिला जैसे विश्वविख्यात विश्वविद्यालय रहे हों, वहां आज शिक्षा की बदहाली चिंताजनक है। पिछले 20 सालों में नीतीश सरकार इस क्षेत्र में कोई क्रांतिकारी बदलाव नहीं ला सकी।' 'लोकतंत्र की आवाज को दबाया जा रहा' राजपुर के विधायक विश्वनाथ राम ने दरभंगा में राहुल गांधी के कार्यक्रम को जिला प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया। उन्होंने कहा कि 'लोकतंत्र में नेताओं की आवाज को दबाया जा रहा है, जो संविधान और जनता दोनों का अपमान है।' युवाओं की बड़ी भागीदारी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता और छात्र शामिल हुए। कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा, सामाजिक न्याय और युवाओं की भूमिका पर संवाद स्थापित करना था। आयोजकों ने इसे सफल करार देते हुए भविष्य में ऐसे और कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।
समस्तीपुर में कांग्रेस की ओर से शहर के आरएनएआर कॉलेज परिसर में शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम का आयोजन गुरुवार को किया गया। जिसमें कांग्रेस के सासाराम से सांसद मनोज राम उपस्थित हुए। संवाद कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने खुलकर अपनी समस्या रखी। छात्रों ने बिहार में प्रतियोगी परीक्षाओं में लीक हो रहे पेपर से लेकर कॉलेज कैंपस की समस्या को उनके समक्ष रखा। जिस पर सांसद ने कहा कि इन समस्याओं को वह आगामी विधानसभा चुनाव में अपने घोषणा पत्र में शामिल करेंगे और सरकार बनी तो समस्या का समाधान कराया जाएगा। कॉलेज में सभी विषयों में शिक्षक नहीं है स्नातक के छात्र हिमांशु शेखर ने संवाद कार्यक्रम के दौरान बताया कि बिहार में मैट्रिक तक अंग्रेजी की अनिवार्यता को समाप्त किया गया है, यानी मैट्रिक में अगर आप अंग्रेजी में फेल भी हो जाते हैं तो आप पास कर दिए जाएंगे। लेकिन इसकी विडंबना यह है कि प्लस टू में जाते ही अंग्रेजी अनिवार्य हो जाती है और वहां पर बच्चे कमजोर पड़ जाते हैं बिहार के स्कूलों में बचपन से ही अंग्रेजी पढ़ाई जानी चाहिए, ताकि बच्चों का बेश अंग्रेजी में अच्छा हो सके। इसके अलावा उन्होंने कॉलेज कैंपस की समस्या रखी जिसमें उन्होंने कहा कि कॉलेज में सभी विषयों में शिक्षक नहीं है जिस कारण बच्चों को पढ़ाई में परेशानी होती है बिना पढ़े ही उन्हें परीक्षा में शामिल होना पड़ता है। विकास के लिए मंजूर राशि को दूसरे मदों में खर्च किया छात्र संगठन एनएसयूआईसी से जुड़े और राजन कुमार वर्मा ने कहा कि एससी-एसटी छात्रों के विकास के लिए 88 हजार करोड़ की बजट को मंजूरी दी गई थी, लेकिन इस बजट की राशि को दूसरे मदों में खर्च कर दिया गया। कॉलेज में शिक्षक नहीं है। कैंपस की स्थिति खराब है। कॉलेज का भवन जर्जर है, लेकिन किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। बिहार में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं। जिससे मेधावी छात्रों को उनका उचित हक नहीं मिल रहा है। पैसा के बल पर बड़े लोग नौकरियां पा रहे हैं। छात्र विवेक ने कहा कि इस कॉलेज की बात लीजिए कॉलेज का भवन जर्जर है। गेस्ट शिक्षक बहाल किए गए थे, लेकिन कुछ दिनों बाद ही उन्हें हटा दिया गया। जिस कारण कॉलेज में कोर्स पूरा नहीं हो रहा है। पटना पेपर लीक की राजधानी हो गई है। छात्रों ने अपनी समस्याएं खुलकर रखी सांसद मनोज राम ने कहा कि संवाद कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने अपनी समस्याएं खुलकर रखी है। इन समस्याओं को वह आगामी विधानसभा चुनाव में घोषणा पत्र में शामिल करेंगे और जब बिहार में उनकी सरकार आएगी तो इन समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इन समस्याओं को लेकर वह लोकसभा में आवाज बुलंद करेंगे।
महिला एवं बाल विकास विभाग, फंदा परियोजना और अजीम प्रेमजी फाउंडेशन (फंदा ग्रामीण) के संयुक्त तत्वावधान में भोपाल के बैरागढ़ स्कूल में एक दिवसीय शाला पूर्व शिक्षा सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में परियोजना की 18 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आलोक में 3-6 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए की जा रही शैक्षिक गतिविधियों, नवाचारों और अनुभवों को पेपर के माध्यम से प्रस्तुत किया। कार्यकर्ताओं की प्रस्तुतियों में शारीरिक, मानसिक, सामाजिक-भावनात्मक, सौंदर्यबोध और भाषायी विकास के पांच प्रमुख क्षेत्रों में किए गए कार्यों की सराहनीय झलक देखने को मिली। लगभग 150 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी इस कार्यक्रम में रही। 'समग्र विकास की नींव है शाला पूर्व शिक्षा' आईसीडीएस परियोजना अधिकारी कोमल उपाध्याय ने प्रतिभागियों की सराहना करते हुए कहा, शाला पूर्व शिक्षा के प्रभावी क्रियान्वयन से न केवल बच्चों का समग्र विकास सुनिश्चित होता है, बल्कि यह उनकी आगे की शिक्षा की ठोस नींव भी रखता है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक केंद्र में शाला पूर्व शिक्षा का लाभ हर बच्चे तक पहुंचे, ताकि शिक्षा की बुनियाद और अधिक सशक्त हो सके। इन प्रयासों से न केवल बच्चों के नामांकन दर में वृद्धि हो रही है, बल्कि बच्चों का बौद्धिक विकास भी सुदृढ़ हो रहा है। डाइट प्राचार्य सुभाष गुप्ता ने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका समाज में अत्यंत महत्वपूर्ण है। वे बच्चों की प्रारंभिक समझ और जिज्ञासा की दिशा तय करती हैं। उन्होंने सेमिनार में प्रस्तुत किए गए अनुभवों को शैक्षिक सुधार की दिशा में मील का पत्थर बताया। इस प्रकार के आयोजनों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को नवाचार और सृजनशीलता के नए अवसर प्राप्त होते हैं, जिससे उनकी कार्यक्षमता में वृद्धि होती है। सिद्धार्थ कुमार जैन- बच्चों में सीखने की रुचि बढ़ी अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के ब्लॉक समन्वयक सिद्धार्थ कुमार जैन ने कहा कि इन प्रयासों से बच्चों में सीखने की रुचि और उनकी सामाजिक-मानसिक क्षमताओं का विकास हो रहा है। यह मंच कार्यकर्ताओं के लिए नवाचार और अनुभव साझा करने का एक सशक्त अवसर है। उन्होंने आंगनवाड़ी केंद्रों को शैक्षिक गतिविधियों का एक सशक्त केंद्र बनाने की दिशा में और प्रयास करने की बात कही। सेमिनार के दौरान कार्यकर्ताओं ने बताया कि किस तरह खेल, कहानियां, कला और रचनात्मक गतिविधियों के जरिए बच्चों में सीखने की क्षमता और भागीदारी को बढ़ाया जाता है। सेक्टर मीटिंग्स को उन्होंने अपने शिक्षण दृष्टिकोण को समृद्ध करने वाला मंच बताया। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को किया गया सम्मानित सेमिनार के अंत में सभी वक्ता आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सम्मानस्वरूप प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। यह प्रमाण पत्र सीडीपीओ कोमल सिंह और अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के जिला समन्वयक परेश पंड्या द्वारा वितरित किए गए।इस अवसर पर शाला पूर्व शिक्षा के विभिन्न आयामों पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई। जिसमें टीएलएम, कहानी-कविता पोस्टर, पोर्टफोलियो और बच्चों की कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं। सेमिनार की शुरुआत में पेपर प्रस्तुत करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का बैच लगाकर सुपरवाइजर सुषमा पाटीदार, मंजूषा राज, मृदुला सक्सेना, सागर मेवाडा, मधु मिश्रा, रजनी गुप्ता ने अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का प्रभावी संचालन अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की पारूल बत्रा ने किया। आयोजन के सफल संयोजन में शुभ्रा मिश्रा, दीपा जोस, इंद्रनील, पूजा सक्सेना, राखी सोनी और रमाकांत प्रसाद का विशेष योगदान रहा।
हरदोई में आयोजित निपुण विद्यालय सम्मान समारोह में उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए 62 प्रधानाध्यापकों को सम्मानित किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी राजेश वर्मा ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण और दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। खंड के कुल 130 प्राथमिक विद्यालयों में से 62 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को निपुण लक्ष्य की दिशा में उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र दिए गए। विशेष योगदान के लिए 8 शिक्षामित्रों को भी सम्मानित किया गया। डीएलएड प्रशिक्षुओं द्वारा निपुण लक्ष्य एप पर कक्षा 1 व 2 के बच्चों के आकलन के आधार पर यह चयन किया गया। सीख लेने का आह्वानखंड शिक्षा अधिकारी ने अन्य विद्यालयों को इन सम्मानित प्रधानाध्यापकों से सीख लेने का आह्वान किया। उन्होंने शिक्षकों को खेल और मनोरंजन के माध्यम से शिक्षण कार्य करने का सुझाव दिया। इससे बच्चों की पढ़ाई में रुचि बढ़ेगी और उनका ध्यान अध्ययन पर केंद्रित होगा। बालमैत्री वातावरण पर जोरराजेश वर्मा ने ब्लैक बोर्ड के प्रभावी उपयोग और बालमैत्री वातावरण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मजबूत इच्छाशक्ति और समर्पण से हर विद्यालय निपुण लक्ष्य प्राप्त कर सकता है। कार्यक्रम में मनोज मिश्रा, सरोज भदौरिया, राममनोहर मिश्रा, अवधेश मिश्रा, गजेन्द्र कुमार, सर्वेन्द्र कुमार, संजीव कुमार और वीरपाल सिंह कठेरिया सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
पानीपत में महिलाओं और युवतियों के लापता होने की घटनाओं में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। नए मामले में गांव आदियाना से एक युवती संदिग्ध हालात में लापता हो गई। थाना मतलौडा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांवों में इस तरह की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं, जिससे समाज में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा को लेकर चिंता का माहौल है। गांव अदियाना की एक महिला ने पुलिस को बताया कि उनकी 19 वर्षीय बेटी 13 मई को दिन के समय अचानक घर से लापता हो गई। महिला ने बताया कि वह मजदूरी करके अपने पांच बच्चों (चार लड़कियां और एक लड़का) का पालन-पोषण कर रही हैं। उन्होंने बड़ी लड़कियों की शादी कर दी थी और छोटी बेटी पढ़ाई कर रही थी। महिला ने बताया कि परिवार ने सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाई है। काफी तलाश के बाद भी बेटी का कहीं पता नहीं चल पाया है, जिससे पूरा परिवार परेशान है। पुलिस के अनुसार, शिकायत मिलते ही थाना मतलौड़ा की टीम मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पीड़ित मां के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि लड़की की तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं और आसपास के इलाकों में छानबीन की जा रही है। क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज की जांच के साथ-साथ संभावित सुराग तलाशे जा रहे हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने कमर कस लिया है। पार्टी ने आज बक्सर समेत राज्य की 75 विधानसभाओं में ''शिक्षा न्याय संवाद'' कार्यक्रम का आयोजन किया है। बक्सर में युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु चिब बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। वे नगर भवन में कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। छात्रों से शिक्षा संबंधी समस्याओं पर करेंगे चर्चा बिहार प्रदेश युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष आशुतोष कुमार त्रिपाठी ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का स्वागत बक्सर गोलंबर से चूरामनपुर के बीच किया जाएगा। उदय भानु चिब जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास में छात्रों से शिक्षा संबंधी समस्याओं पर चर्चा करेंगे। वे पलायन और डोमिसाइल नीति से प्रभावित लोगों की समस्याएं भी सुनेंगे। बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर होगी बातचीत युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पंकज उपाध्याय ने बताया कि बक्सर नगर भवन में होने वाले कार्यक्रम में बड़ी संख्या में युवा बिहार की शिक्षा व्यवस्था पर अपनी आवाज उठाएंगे। राहुल गांधी के नेतृत्व में यह कार्यक्रम युवा कांग्रेस और अन्य घटक दलों के साथ आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राहुल गांधी के युवा विजन को आगे बढ़ाना है। इसके तहत शिक्षा और सामाजिक न्याय से वंचित युवाओं तक पहुंच बनाई जाएगी। साथ ही बिहार की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और वंचित वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा। विधानसभा चुनाव के लिए झोंकी पूरी ताकत बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने पूरी ताकत अभी से झोंकना शुरू कर दी है।एक महीने पहले बक्सर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे का कार्यक्रम देखने को मिला ।वही अब युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बक्सर पहुंच रहे है।जिससे साफ हो गया है की बिहार में इस बार कांग्रेस शिक्षा और न्याय के मुद्दो सरकार को घेरने वाली है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इस चुनावी साल में 5वीं बार बिहार आ रहे है। वो दरभंगा जा रहे और वहां शिक्षा न्याय संवाद कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। यह कार्यक्रम 11 बजे दिन में है। इस कार्यक्रम में राहुल गांधी दलित छात्र-छात्राओं से संवाद करेंगे। कांग्रेस के 60 से अधिक राष्ट्रीय नेता भी बिहार में होंगे। कार्यक्रम का मकसद छात्र-छात्राओं को बीच शिक्षा के अधिकार और सामाजिक न्याय को लेकर जागरुकता फैलाना है। बता दें कि राहुल गांधी लगातार देश में जाति जनगणना कराने की मांग कर रहे थे। केन्द्र सरकार की ओर से देश में जाति जनगणना कराने का फैसला लिया भी जा चुका है। 'शिक्षा न्याय संवाद' का मुख्य मकसद-: -50 फीसदी आरक्षण की सीमा हटायी जाए। - SC-ST सब-प्लान लागू हो। - शिक्षा का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करे सरकार। - कर्ज नहीं, नौकरी दे सरकार। - लेटलतीफी नहीं चलेगी, 3 साल की डिग्री, 3 साल में दो। पेपर लीक के मुद्दे को उठाएगी कांग्रेस 'शिक्षा न्याय संवाद' के जरिए कांग्रेस, पेपर लीक जैसे मुद्दे को भी उठाएगी। बिहार में BPSC, BSSC से जुड़ी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के बीच इसको लेकर काफी आक्रोश दिखता रहा है। राहुल गांधी BPSC अभ्यर्थियों से मिलने भी गए थे और उन्हें अपना समर्थन भी दिया था। कोर्ट ने BPSC के पक्ष में फैसला दिया था। पटना में देखेंगे चर्चित फिल्म 'फुले' दरभंगा कार्यक्रम के बाद राहुल गांधी पटना पहुंचेगे और ज्योतिराव फुले पर आधारित चर्चित फिल्म 'फुले' देखेंगे। इसमें उनके साथ कांग्रेस के नेता और सोसाइटी के खास लोग भी होंगे। बता दें बिहार कांग्रेस के संगठन में राहुल गांधी ने अखिलेश प्रसाद सिंह को हटाकर दलित नेता राजेश राम को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। प्रदेश प्रभारी को भी बदला गया है। दरअसल, कांग्रेस की नजर बिहार विधान सभा चुनाव पर है। कांग्रेस पिछली बार 2020 में 70 सीटों पर चुनाव लड़ी थी और 19 पर ही जीत हासिल की थी। महागठबंधन के अंदर इसको लेकर तनातनी है कि कांग्रेस को पहले की तरह 70 सीटें दी जाए कि नहीं। कांग्रेस अपने बड़े नेताओं को तो जमीन पर उतार ही रही है। वहीं राहुल गांधी भी जल्दी-जल्दी बिहार आ रहे हैं।
शिक्षक और शिक्षार्थी से ही समाज में बदलाव संभव
भास्कर संवाददाता|अशोकनगर मध्यप्रदेश शिक्षक संघ का तीन दिवसीय प्रादेशिक अभ्यास वर्ग मां नर्मदा के उद्गम स्थल अमरकंटक में संपन्न हुआ। इसमें जिला और प्रांत स्तर के पदाधिकारियों ने भाग लिया। अभ्यास वर्ग का उद्देश्य पदाधिकारियों की कार्य क्षमता बढ़ाना, संघ की रीति-नीति समझाना और संगठन को मजबूत करना रहा। जिले से जिलाध्यक्ष शिवकुमार शर्मा और जिला सचिव महेश भार्गव शामिल हुए। अखिल भारतीय पदाधिकारी मोहन पुरोहित ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने समाज परिवर्तन के लिए पंच परिवर्तन का आह्वान किया है। इसमें सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, कुटुंब प्रबोधन, स्वदेशी और नागरिक शिष्टाचार शामिल हैं। इन माध्यमों से समाज को शिक्षित कर राष्ट्रभक्त बनाया जा सकता है। प्रांताध्यक्ष क्षत्रवीर राठौर ने बताया कि संघ के प्रयासों से शिक्षकों को गृह भाड़ा भत्ता, महंगाई भत्ता और उच्च पदभार का लाभ मिला है। शीघ्र ही चतुर्थ वेतनमान और नवीन संवर्ग को प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता का लाभ भी मिलेगा। अखिल भारतीय संगठन मंत्री महेंद्र कपूर ने सदस्यता और प्रवास पर विचार रखे। उन्होंने कहा कि जिला पदाधिकारी ब्लॉक और तहसील स्तर पर प्रवास करें, बैठक करें और संगठन का विस्तार करें। प्रांतीय महामंत्री राकेश गुप्ता ने संघ की रीति-नीति और कार्य पद्धति पर प्रकाश डाला। जिलाध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने जिला स्तरीय समस्याएं रखीं। इनमें पुरानी पेंशन बहाली, प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता, पदोन्नति शुरू करना, अतिशेष शिक्षकों के निराकरण हेतु पोर्टल 3.0 अपडेट करना, पात्र शिक्षकों को विभागीय स्तर से बीएड और डीएड कराना, क्रमोन्नत वेतनमान, वेतन निर्धारण और एरियर की समस्याएं शामिल रहीं। अभ्यास वर्ग में अलग-अलग विषयों पर सत्र आयोजित किए गए। इनमें बताया गया कि पदाधिकारियों का अधिकारियों से व्यवहार कैसा हो, शासन के नियमों की जानकारी हो और शिक्षकों से अच्छा व्यवहार हो। शिक्षक केवल मांग करने वाला नहीं होता, वह समाज निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। उसे ईमानदारी से कार्य करना चाहिए और दूसरों को प्रेरित करना चाहिए। पहले कर्तव्य की बात होनी चाहिए, फिर अधिकार की।
यूनिसेफ ने झारखंड में बाल अधिकारों के संरक्षण, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करने की इच्छा जताई है। भारत में यूनिसेफ की प्रतिनिधि सिन्थिया मेककेफरी ने बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से उनके आवासीय कार्यालय में मुलाकात की। उन्होंने झारखंड में बच्चों के समग्र विकास के लिए यूनिसेफ द्वारा संचालित योजनाओं और गतिविधियों की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यूनिसेफ के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें पूरा सहयोग देने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों के समग्र विकास के लिए यूनिसेफ को सरकार की ओर से पूरा सहयोग मिलेगा। हर क्षेत्र में बच्चों को आगे बढ़ने का प्रयास: मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बच्चों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य के बच्चे हर क्षेत्र में आगे बढ़ें, इसके लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। जब तक बच्चे स्वस्थ और सुरक्षित नहीं रहेंगे, तब तक विकास की बात नहीं हो सकती है। हमारी सरकार बच्चों में कुपोषण और स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए काम कर है। सभी के सहयोग से बच्चों को बेहतर जीवन देने का प्रयास किया जाएगा। मौके पर यूनिसेफ की झारखंड प्रमुख कननिका मित्रा भी मौजूद थीं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड: 10वीं में स्टूडेंट्स का रहा उत्कृष्ट प्रदर्शन
चाम्पा | केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम घोषित किए। इसमें हसदेव पिब्लक स्कूल के विवेक कुमार सोनी ने 10वीं में 97.2% और कुमारी मुस्कान ने 12वीं में 96.6% अंक प्राप्त िकए। विद्यालय के प्राचार्य लवली वर्गीस ने बताया कि 10वीं का रिजल्ट 100% और 12वीं का 92% रहा। 10वीं में यशस्वी सिंह कंवर ने 95.8%, लोकेश साहू और विधि दुबे ने 92%, इशांत श्रीवास ने 91%, स्वप्निल देवांगन ने 90.8%, क्षितिज गुप्ता ने 90.2%, आयुष सोनी ने 89.2%, श्रिष्टिता सिंह ने 87.8%, भावना कुर्रे ने 85%, राशि अग्रवाल ने 84.6%, शिवम् अग्रवाल ने 84.4%, वंशिका अग्रवाल ने 84.2%, किंजल मिश्रा ने 82.4%, शैनन फ्रैंकलिन और आध्यान गौराहा ने 82.2%, एंजल पाटले ने 82%, भावेश तिवारी ने 81.6%, मुरियल मीनल राव ने 81% और माहि अग्रवाल ने 80% अंक प्राप्त किए। 12वीं कॉमर्स स्ट्रीम में मुस्कान ने 96.6%, अरफा नूरी अंसारी ने 86.4% अंक हासिल किए।
छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान शुरू करने जा रही है। इसके माध्यम से एक ओर जहां शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा वहीं स्कूलों की ग्रेडिंग भी की जाएगी। बुधवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि सरकार का संकल्प है कि राज्य के हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण और समग्र शिक्षा मिले, चाहे वह किसी भी कोने में क्यों न रहता हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना राज्य का सर्वोच्च प्राथमिकता वाला कार्य है। इसके अंतर्गत राज्य के शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए बहुआयामी रणनीतियां लागू की जाएंगी। पालक-शिक्षक सहभागिता भी इस अभियान का महत्वपूर्ण पहलू है। पीटीएम को एक औपचारिकता नहीं, बल्कि संवाद और सहभागिता का माध्यम बनाया जाएगा। छात्रों की उपलब्धियां, शिक्षक उपस्थिति से ग्रेडिंग स्कूलों का सामाजिक अंकेक्षण मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान की प्रमुख विशेषता है। इसके अंतर्गत हर स्कूल की शैक्षणिक गुणवत्ता, शिक्षण प्रक्रिया, छात्रों की उपलब्धियां, आधारभूत सुविधाएं और शिक्षक उपस्थिति जैसे संकेतकों के आधार पर ग्रेडिंग की जाएगी। जो विद्यालय अपेक्षित गुणवत्ता तक नहीं पहुंच पा रहे हैं, उनकी नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी। यह न केवल शिक्षा विभाग द्वारा, बल्कि अन्य विभागों के अधिकारियों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से किया जाएगा। इसमें कमजोर विद्यालयों के साथ ही मॉडल स्कूलों का चयन किया जाएगा। दिव्यांगों की परिभाषा बदलने की तैयारी ‘प्लग एंड प्ले’ फैक्ट्रियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ निजी औद्योगिक पार्कों को इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए सरकार की ओर से प्रोत्साहन मिलेगा। राज्य अब ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर, डिफेंस और एयरोस्पेस इंडस्ट्री में भी निवेश आकर्षित करने हेतु विशेष प्रोत्साहन पैकेज प्रदान करेगा। दिव्यांगजनों की परिभाषा में बदलाव कर उन्हें अधिक से अधिक योजनाओं में शामिल किया जाएगा। प्रदेश के 162 कलाकारों - साहित्यकारों काे मिलेगा पेंशन बढ़ने का लाभ इसी तरह कठिनाइयों से जूझ रहे प्रदेश के कलाकारों और साहित्यकारों का पेंशन बढ़ाया गया है। अब इन्हें 2000 रुपये की जगह 5000 रुपये प्रतिमाह पेंशन दिया जाएगा। यह पेंशन संस्कृति विभाग द्वारा प्रदान की जाती है। इस योजना की शुरुआत 1986 में हुई थी, जब सहायता राशि न्यूनतम 150 रुपये और अधिकतम 600 रुपये थी। बाद में 2007 में इसे 1500 रुपये और 2012 में 2000 रुपये किया गया, लेकिन 12 वर्षों से इसमें कोई वृद्धि नहीं हुई थी। इससे वर्तमान में कुल 162 कलाकारों और साहित्यकारों को लाभ मिलेगा। अब उन्हें सालाना 24 हजार की जगह 60 हजार रुपये मिलेंगे। इससे राज्य पर कुल 58.32 लाख रुपये का वार्षिक अतिरिक्त भार आएगा। पहले जहां कुल वार्षिक व्यय 38.88 लाख रुपये था, वह अब बढ़कर 97.20 लाख रुपए हो जाएगा।
कश्ती फाउंडेशन के कैंप में शिक्षा-मनोरंजन का संगम
उदयपुर | कश्ती फाउंडेशन की ओर से गोगुंदा में एक दिवसीय सह शैक्षिक गतिविधि कैंप आयोजित हुआ। कैंप में शिक्षा और मनोरंजन का अनूठा संगम हुआ। मुख्य अतिथि सीबीईओ प्रेरणा नौसालिया, विशिष्ट अतिथि गौरव मेडतवाल और प्रधानाचार्य प्रकाश चंद्र नाहर थे महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय काछबा में कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए कैंप का आयोजन हुआ। श्रद्धा मुर्डिया के नेतृत्व में अभिनव पहल का आयोजन किया। कैंप का उद्देश्य विद्यार्थियों को पारंपरिक शिक्षा से परे नए अनुभवों से जोड़ना और उनकी प्रतिभा को निखारना था।
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता अभय दुबे ने बुधवार को आरोप लगाया कि बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की सरकार ने राहुल गांधी के प्रस्तावित ‘शिक्षा न्याय संवाद’ कार्यक्रम को दरभंगा में रोकने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की ओर से कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी गई है, जबकि कांग्रेस ने पूरी प्रक्रिया के तहत इसकी अनुमति मांगी थी। प्रवक्ता दुबे ने कहा, “राहुल गांधी कल बिहार दौरे पर रहेंगे। इस दौरे के तहत उन्होंने छात्रों के साथ ‘शिक्षा न्याय संवाद’ स्थापित करने की योजना बनाई थी। दरभंगा में इसके लिए प्रशासन से विधिवत अनुमति मांगी गई थी। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिला कल्याण पदाधिकारी, दरभंगा ने एक पत्र के माध्यम से हमें कार्यक्रम की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।” 'यह फैसला पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है' दुबे ने दावा किया कि यह फैसला पूरी तरह राजनीति से प्रेरित है और विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी एक संवैधानिक पद पर हैं और उनका मकसद केवल छात्रों से संवाद करना है। वह यह समझना चाहते हैं कि शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन प्रशासन ने इस लोकतांत्रिक प्रयास को रोकने की कोशिश की है।” कांग्रेस नेता ने यह भी स्पष्ट किया कि इस रोक के बावजूद राहुल गांधी अपने तय कार्यक्रम के अनुसार दरभंगा जाएंगे। उन्होंने कहा, “किसी भी स्थिति में राहुल गांधी दरभंगा पहुंचेंगे। यह केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि छात्रों के भविष्य की आवाज है।” प्रशासन से दरभंगा कार्यक्रम कराने का अनुरोध हालांकि कांग्रेस ने प्रशासन से एक बार फिर अनुरोध किया है कि कार्यक्रम को लेकर अनुमति प्रदान की जाए ताकि संवाद शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो सके। पार्टी ने बिहार सरकार पर छात्र विरोधी रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया है।
फरीदकोट जिले में पंजाब विधानसभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने 4 गांवों के छह सरकारी स्कूलों में 96 लाख की लागत से करवाए गए विकास कार्यों का रस्मी उद्घाटन किया। राज्य सरकार के शिक्षा क्रांति अभियान के तहत आयोजित कार्यक्रम में स्पीकर संधवां ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में बेमिसाल कार्य किया है और पंजाब को देश का शिक्षा मॉडल बनाने की तरफ अग्रसर है। सुधार भविष्य में भी जारी रहेंगे स्पीकर संधवां ने कहा कि राज्य में शिक्षा को उच्च मानक बनाने के लिए कक्षाओं, बुनियादी ढांचे और डिजिटल लर्निंग सुविधाओं का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इसी श्रृंखला के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों को बुनियादी सुविधाओं से सुसज्जित कर जनता को समर्पित किया गया। उन्होंने कहा कि ये सुधार भविष्य में भी जारी रहेंगे। इसके अलावा सरकारी स्कूलों के 9 मेधावी बच्चों को 31-31 हजार रुपए की राशि देकर सम्मानित किया जा चुका है। इन स्कूलों को मिली इतनी राशि उन्होंने सरकारी प्राइमरी स्कूल कोहर वाला में 14.73 लाख रुपए, सरकारी मिडिल स्कूल कोहर वाला में 32.96 लाख रुपए, सरकारी प्राइमरी स्कूल हरी नौ में 14.90 लाख रुपए, मिडिल स्कूल हरी नौ में 8.18 लाख रुपए, प्राइमरी स्कूल भैरो की भट्टी में 5.40 लाख तथा सरकारी सेकेंडरी स्कूल मौड़ में 14 लाख की लागत के विभिन्न विकास कार्य जिनमें मुख्य रूप से चारदीवारी, खेल ट्रैक, रंग-रोगन, नए बाथरूम का निर्माण, मरम्मत आदि का उद्घाटन किया। राज्य सरकार ने बदली स्कूलों की नुहार इस मौके पर स्पीकर संधवां ने कहा कि राज्य सरकार ने सरकारी स्कूलों की नुहार बदल कर रख दी है। उच्च दर्जे की शिक्षा प्रदान करने के लिए सभी स्कूलों को आधुनिक तकनीक उपलब्ध करवाई जा रही है और अध्यापकों को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजा जा रहा है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने पंचकूला स्थित शिक्षा सदन में बोर्ड परीक्षा परिणामों की समीक्षा की। उन्होंने आला अधिकारियों के साथ बैठक में बोर्ड के समग्र प्रदर्शन पर चर्चा की। शिक्षा मंत्री ने सरकारी स्कूलों के प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के स्टूडेंट का प्रदर्शन निजी स्कूलों के बराबर रहा। नूंह में गहन समीक्षा के दिए आदेश वहीं पंचकूला की स्टूडेंट सृष्टि शर्मा के प्रदर्शन पर विशेष प्रसन्नता जताई। मंत्री ने कहा कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ भाजपा सरकार की प्राथमिकता है। मंत्री ने मेधावी छात्रों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने नूंह जिले के कम परिणामों पर चिंता व्यक्त की। मामले में गहन समीक्षा का आदेश दिया गया है। मंत्री ने कहा कि हरियाणा की शिक्षा प्रणाली जल्द ही पूरे देश के लिए मिसाल बनेगी।
भागलपुर में कांग्रेस के एससी-एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरुवार को सन्हौला प्रखंड में आ रहे। जहां वे आम लोगों को संबोधित करेंगे और बिहार में बढ़ती बेरोजगारी, शिक्षा की स्थिति और पलायन जैसे मुद्दों पर संवाद करेंगे। पार्टी स्तर पर कार्यक्रम की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। बुधवार को तिलकामांझी स्थित एक निजी होटल में आयोजित प्रेस वार्ता में कांग्रेस की कैंपेन कमेटी के सदस्य प्रवीण सिंह कुशवाहा ने बताया कि राष्ट्रीय नेता गुरुवार को भागलपुर आ रहे हैं। वे शिक्षा, रोजगार और पलायन के मुद्दे पर लोगों से सीधे बातचीत करेंगे। उन्होंने कहा कि वे लोगों को यह भी बताएंगे कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था की बदहाली, मजदूरों के पलायन की मजबूरी और युवाओं के रोजगार पर इसका कितना गहरा असर पड़ा है। कांग्रेस की तरफ से एक पोस्टर जारी की गई है और उस पोस्टर में कई मांगों को रखा गया है। ये है मांगें 50% आरक्षण की सीमा हटाया जाए। दलित, पिछड़ा और अति-पिछड़ा समुदाय को शिक्षा और नौकरी में उनकी भागीदारी के अनुपात में हिस्सेदारी। अनुच्छेद 15(5) तत्काल लागू कर निजी संस्थानों और सरकारी नौकरियों में पिछड़ा, अति-पिछड़ा, दलित और आदिवासी आरक्षण सुनिश्चित हो। SC-ST सब-प्लान लागू करने SC-ST फंड के ₹8,800 करोड़ की हेराफेरी का जवाब, दलितों-आदिवासियों का फंड, उनके शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार पर खर्च, छात्रों पर ₹2,135 करोड़ के शिक्षा कर्ज माफ करने की मांग, रोजगार की मांग, सरकारी नौकरियों में खाली पड़े 4.63 लाख पदों पर तुरंत नियुक्ति, 3 साल की डिग्री 3 साल में देने की मांग, बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक कैलेंडर लागू हो, छात्रों की डिग्री तय समय पर पूरी हो, हर कॉलेज और विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट सेल होना चाहिए।
पीसांगन के करनोस ग्राम पंचायत के ओडास राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में एक टीचर का क्लासरूम के अंदर सोते हुए वीडियो सामने आया। वीडियो में प्रबोधक शिक्षक नेमीचंद सांखला माली क्लास रूम में दरी पर स्कूल बैग को तकिया बनाकर लेटे नजर आ रहे हैं। सांखला के पास विद्यालय के प्रधानाध्यापक का चार्ज भी है। वीडियो सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। यह वीडियो मंगलवार को सामने आया। 62 सेकंड के वीडियो में बच्चे स्कूल परिसर में खेलते दिख रहे हैं, जबकि शिक्षक कक्षा में सो रहे हैं। सोशल मीडिया पर वीडियो सामने आने के बाद लोगों में नाराजगी देखी गई। शिक्षक नेमीचंद सांखला ने ये कहा... बच्चों के भोजनावकाश के दौरान तबीयत खराब होने के कारण लेट गए थे। इसी दौरान आंख लग गई। तभी किसी ने वीडियो बना लिया। उस समय स्कूल में कुल 55 में से केवल 9-10 बच्चे ही उपस्थित थे। विद्यालय का अन्य शिक्षक गांव में सर्वे के लिए गया हुआ था। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी नरोत्तम सिंह गुर्जर ने कहा... वीडियो की जांच कर शिक्षक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। (इनपुट-मुकेश कुमार पिलोदिया, पीसांगन)
ई-केवाईसी व कागज के बहाने राशन रोजगार व शिक्षा पर किया जा रहा वार
भास्कर संवाददाता | बड़वानी कागज केवाईसी की मार बंद करो... बंद करो, राशन, रोजगार, शिक्षा, पेंशन पर वार बंद करो...बंद करो, स्वास्थ्य शिक्षा व रोजगार लेकर रहेगा मजदूर किसान... जैसे नारे लगाकर आदिवासियों ने अपने हक की मांग की। मंगलवार को जागृत आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले आदिवासियों ने नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। 4 घंटे तक आमसभा कर सरकार की व्यवस्थाओं को गलत बताया। मंगलवार दोपहर 1 बजे पाटी नाका से जागृत आदिवासी दलित संगठन के बैनर तले रैली प्रारंभ हुई। झंड़ाचौक पर आमसभा हुई। इसमें संगठन के पदाधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी। नासरी बाई निंगवाल ने बताया रोजगार, राशन आदि योजनाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा केवाईसी व कागज की मांग की जा रही है। कागज में कमी हो तो हमारा रोजगार, राशन, पेंशन सब हमसे छीना जा रहा है। कागज बनवाने व केवाईसी कराने पूरे समाज को पंचायत, तहसील से लेकर ऑनलाइन दुकानों व दलालों के पास दौड़ाया जा रहा है। हरसिंग जमरे ने बताया आज तक सभी लोग के आधार तक नहीं बन पाए लेकिन उससे पहले सरकार ने योजनाओं के लिए केवाईसी अनिवार्य कर दिया। आदिवासी छात्र संगठन के हमजिया रावत ने बताया अब आधार बनवाने या अपडेट कराने या बच्चों की स्कूल भर्ती के लिए जन्म प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है। जो गांव में कभी बने ही नहीं हैं। जन्म प्रमाण पत्र के लिए 5 प्रकार के दस्तावेज के साथ तहसील तक दौड़ना पड़ता है। लोक सेवा केंद्र के शुल्क के अलावा मप्र शासन 100 रुपए जुर्माना भी ले रही है। जो बंद किया जाना चाहिए। सांसद प्रत्याशी पोरलाल खरते, विधायक राजन मंडलोई ने अपनी बात रखी। माधुरी बेन सहित बड़ी संख्या में आदिवासी शामिल थे। नहीं पहुंचे सांसद, दो विधायकों ने दिया आश्वासन आदिवासियों पर लंबे समय से हो रही कागजी मार के खिलाफ पीएम नरेंद्र मोदी सहित सांसद गजेंद्रसिंह पटेल, सांसद सुमेरसिंह सोलंकी व जिले के चारों विधायक को बुलाया था। दोनों सांसदों ने आने का आश्वासन दिया था लेकिन दोनों नहीं पहुंचे। जिससे आदिवासियों में आक्रोश दिखा। उन्होंने कहा केंद्र तक हमारी आवाज वही पहुंचा सकते थे। यह उनकी जिम्मेदारी है कि वह हमारी समस्या को दिल्ली में उठाकर निराकरण कराएं। विधायक बाला बच्चन, विधायक राजन मंडलोई ने समस्या सुनकर मंच से कहा कि वे आदिवासियों की मांग को भोपाल ही नहीं बल्कि दिल्ली तक ले जाएंगे।
स्टेट ओपन के ऑनलाइन उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य का शिक्षामंत्री ने किया निरीक्षण
जयपुर | शिक्षा संकुल स्थित राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल में उत्तर पुस्तिकाओं के ऑनलाइन मूल्यांकन का कार्य चल रहा है। मंगलवार को शिक्षामंत्री मदन दिलावर ने इस कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान स्टेट ओपन स्कूल के निदेशक आशीष मोदी और सचिव अरुणा शर्मा ने शिक्षामंत्री को इस पूरे कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। स्टेट ओपन स्कूल में डिजिटल तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं का ऑनलाइन मूल्यांकन किया जा रहा है। यहां पहले उत्तर पुस्तिकाएं स्कैन होती है और फिर उनको संबंधित शिक्षक को भेजी जाती है। शिक्षक इनका ऑनलाइन ही मूल्यांकन करता है। इस बार 10वीं और 12वीं कक्षा की करीब 5 लाख उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन हो रहा है। इससे परिणाम जल्दी जारी हो सकेगा। बोर्ड सचिव का कहना है कि हमारा प्रयास है कि इस बार करीब 30 जून तक परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया जाएगा। निरीक्षण के दौरान दिलावर ने इस कार्य की सराहना की।
बिहार में कांग्रेस 15 मई से शिक्षा न्याय यात्रा शुरू कर रही है। पार्टी नेता राहुल गांधी दरभंगा में इसकी शुरुआत करेंगे। उसी दिन कांग्रेस के बड़े नेता बिहार में 60 अलग-अलग जगहों पर छात्रावासों में जाकर छात्रों की समस्या सुनेंगे। शिक्षा न्याय यात्रा के तहत एससी-एसटी, ओबीसी छात्रावासों और कम्युनिटी हॉल में वृहद रूप से छात्रों की समस्याओं पर सीधा संवाद होगा। एनएसयूआई के राष्ट्रीय प्रभारी कन्हैया कुमार ने पटना में मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार कह रही है कि छात्राओं को केजी से पीजी तक की फ्री पढ़ाई की सुविधा है। पर छात्राओं को पढ़ाई के लिए पैसे क्यों देने पड़ रहे हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के एससी-एसटी छात्रों के लिए आवंटित पैसों का इस्तेमाल पुल और सड़क निर्माण में किया जा रहा है। छात्रों की पढ़ाई के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड देकर लोन के मकड़जाल में फंसाया जा रहा है। शैक्षणिक सत्र इतने पीछे हैं कि छात्र और उनके अभिभावक अतिरिक्त बोझ में दबे जा रहे हैं। राज्य के 358 प्रखंडों में एक भी डिग्री कॉलेज नहीं है। स्थायी शिक्षकों की भारी कमी है और तीन साल की डिग्री छह साल में पूरी हो रही है। डबल इंजन सिर्फ गुजरात की तरफ दौड़ रहा है। प्रेसवार्ता में त्रिलोकी कुमार मांझी, रंजीत पंडित, भाग्य भारती, मनीष पासवान, डॉ. स्नेहाशीष वर्धन पाण्डेय, सौरभ सिन्हा शामिल थे। कांग्रेस की मुख्य मांगें
करौली में पंचायत समिति सभागार में बाल संरक्षण पदाधिकारियों की जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का आयोजन जिला प्रशासन, जिला बाल संरक्षण इकाई, महिला अधिकारिता विभाग, श्रम विभाग और एक्शनएड-यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से हुआ। कार्यशाला में बाल श्रम, बाल विवाह, लैंगिक भेदभाव और किशोरी सशक्तिकरण जैसे विषयों पर चर्चा की गई। बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक आशीष बंसल ने जिले की विशेष कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाल हितैषी ग्राम पंचायतों की स्थापना पर ध्यान दिया जाएगा। एक्शनएड यूनिसेफ के जिला समन्वयक दिनेश बैरवा ने जिले के बाल श्रम और बाल विवाह के आंकड़े प्रस्तुत किए। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष अनिल शर्मा ने रेस्क्यू अभियान की जरूरत बताई। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी राजेश मीना ने स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को वापस शिक्षा से जोड़ने की योजना पर चर्चा की। कार्यशाला में जिला युवा अधिकारी शरद त्रिपाठी, अतिरिक्त सीएमएचओ, सांख्यिकी अधिकारी और संरक्षण अधिकारी सविता शर्मा समेत कई विभागों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। चाइल्ड हेल्पलाइन, महिला एवं बाल विकास, पुलिस विभाग के अधिकारी और सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) ने मंगलवार को 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है। सीहोर स्थित दि ऑक्सफोर्ड हायर सेकेंडरी स्कूल के सीबीएसई 10वीं कक्षा के परिणाम में शालिनी तिवारी ने 90 प्रतिशत अंकों के साथ प्रथम स्थान प्राप्त किया। इसी तरह संस्कार त्यागी ने 85 प्रतिशत अंकों के साथ द्वितीय और अमरोही राठौर ने 84.2 प्रतिशत अंकों के साथ तृतीय स्थान हासिल किया। स्कूल की प्राचार्य डॉ. बीना जे. कुरियन ने बताया कि सीबीएसई का यह तीसरा बैच था, जिसने विद्यालय को अब तक का सर्वोच्च परिणाम दिलाया है। उन्होंने इस सफलता का श्रेय छात्रों के कठिन परिश्रम और संकल्प को दिया। कन्या शिक्षा परिसर का भी उत्कृष्ट प्रदर्शन वहीं सीहोर के कन्या शिक्षा परिसर ने भी उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। विद्यालय में 10वीं कक्षा का परिणाम शत-प्रतिशत रहा, जबकि 12वीं कक्षा में 98.66 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। सूर्या फाउंडेशन द्वारा पीपीपी मोड पर संचालित इस विद्यालय के संस्था अध्यक्ष एड. जॉली कुरियन, प्राचार्या और शिक्षकों ने सभी सफल विद्यार्थियों को बधाई दी।
मधुबनी प्रखंड के मधुबनी पंचायत क्षेत्र स्थित गदीयानी टोला ग्राम के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि विद्यालय परिसर में स्कूली छात्र झाड़ू लगाते नजर आ रहे हैं, हालाकि इस दौरान कोई भी शिक्षक मौके पर मौजूद नहीं दिखता। इस वीडियो के सामने आने के बाद राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। वीडियो में बच्चों को साफ-सफाई करते हुए देखा जा सकता है, जबकि यह जिम्मेदारी विद्यालय के कर्मचारियों की होती है। जब इस मामले को लेकर विद्यालय प्रिंसिपल से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने इसे पुराना वीडियो बताते हुए बात को टालने की कोशिश की। वहीं स्कूल के किसी भी शिक्षक ने इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। वहीं, जब यह मामला शिक्षा विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में आया, तो प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी आलोक ने वीडियो की जांच कर कार्रवाई की बात कही। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि बच्चों से झाड़ू लगवाना नियमों के खिलाफ है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। शिक्षकों और कर्मियों पर नोटिस जारी करने का दिया आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी ने भी वीडियो का संज्ञान लेते हुए मामले में संलिप्त शिक्षकों और कर्मचारियों को नोटिस जारी करने की बात कही है। उन्होंने जांच के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश जारी कर दिए हैं।
जमशेदपुर सदर अस्पताल में मरीजों की सेवा के लिए पांच नई आईसीयू युक्त एंबुलेंस की सौगात मिली है। झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने हरी झंडी दिखाकर इन एंबुलेंस का लोकार्पण किया। नई एंबुलेंस में अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण लगे हैं। साथ ही कुशल ड्राइवरों की भी नियुक्ति की गई है। इससे गंभीर मरीजों को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक सुरक्षित रूप से ले जाया जा सकेगा। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी यह सेवा विशेष रूप से गरीब मरीजों के लिए वरदान साबित होगी। जो लोग महंगी निजी एंबुलेंस का खर्च नहीं उठा सकते, उन्हें इससे राहत मिलेगी। इस सुविधा से पूरे जिले के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी। कार्यक्रम में जिला उपायुक्त अन्य मित्तल, पूर्वी विधायक पूर्णिमा दास साहू, पश्चिमी विधायक सरयू राय और पोटका विधायक संजीव सरदार मौजूद थे। जिला परिषद अध्यक्ष बड़ी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज सिंहा और सिविल सर्जन साहिर पोल सहित कई अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस आसान फ़ॉर्मूले से याद करें विश्व के 7 बड़े देश, 1 बार याद कर लिया तो जिंदगी भर नहीं भूलेंगे
trick to learn 7 largest countries in the world: क्या आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं और GK विषय में आपको विश्व के सबसे बड़े देशों के नाम याद करने में मुश्किल होती है? क्या आप अक्सर रूस और कनाडा में या फिर चीन और अमेरिका में कंफ्यूज हो ...
कैथल में हरियाणा शिक्षा बोर्ड की ओर से जारी किया गया 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम 91% रहा। पिछले बार कैथल जिले का 12वीं कक्षा का परिणाम 88.78 प्रतिशत रहा था। कैथल में कुल 9426 विद्यार्थियों ने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दी थी, जिसमें से 8578 विद्यार्थी पास हुए हैं, जबकि 176 विद्यार्थी फेल हुए हैं। इनके अलावा 681 विद्यार्थियों की कंपार्टमेंट आई है। जिला शिक्षा अधिकारी रामदिया गागट ने बताया कि रिजल्ट में बीते वर्ष की अपेक्षा काफी सुधार हुआ है। उन्होंने पास होने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी व जो विद्यार्थी फेल हुए हैं या फिर उनकी कंपार्टमेंट आई है, उन्हें और ज्यादा मेहनत करने की सलाह दी। अर्पणदीप ने किया टॉप कैथल के गांव श्योमाजरा के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले विद्यार्थी अर्पणदीप सिंह ने 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में स्टेट में टॉप किया है। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से परीक्षा परिणाम में अर्पणदीप सिंह ने 497 अंक प्राप्त किए हैं। छात्र की उसे उपलब्धि पर घर, गांव और स्कूल में खुशी का माहौल रहा। विद्यार्थी को बधाई देने वाले और मिठाई खिलाने वालों का तांता लगा रहा। ढोल नगाड़े बजाकर प्रसन्नता जाहिर की स्कूल में शिक्षकों ने रिजल्ट आते ही अर्पणदीप को स्कूल बुला लिया और माला पहनाकर उसका स्वागत किया। वहीं छात्र व स्कूल की उपलब्धि पर स्कूल में ढोल नगाड़े बजाकर प्रसन्नता जाहिर की गई। अर्पणदीप के पिता यादवेंद्र सिंह ने बताया कि अर्पण दीप शुरुआत से ही पढ़ाई में काफी होशियार रहा है। वह स्कूल के बाद भी घर पर रोजाना कम से कम 4 से 5 घंटे तक पढ़ाई करता है। उनका परिवार खेती बाड़ी पर आधारित है और माता बूटीक चलाती हैं। खेती करता है परिवार परिवार में अर्पणदीप के अलावा उनका एक और बेटा है। उन्हें काफी प्रसन्नता है कि उनके बेटे ने स्टेट को टॉप करके बड़ा मुकाम हासिल किया है। वहीं स्कूल की प्रिंसिपल चरणजीत कौर ने बताया कि बच्चे का पढ़ाई के अलावा पाठ्य सहगामी क्रियाओं में भी पार्टिसिपेट रहा। बच्चा स्कूल में कभी गैरहाजिर नहीं रहा। उन्होंने अर्पण दीप के शिक्षकों को भी इस उपलब्धि पर बधाई दी व उनकी सराहना की। शिक्षकों का योगदान अर्पणदीप ने बताया कि उनके कक्षा इंचार्ज सुखदेव सिंह व कॉमर्स अध्यापिका निधि का उनको इस मुकाम तक पहुंचाने में बड़ा योगदान रहा है। उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों और परिवार को दिया। अर्पणदीप ने बताया कि उसका सपना एक सफल चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का है। इसमें परिवार की ओर से पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए ज्यादा से ज्यादा समय निकालना चाहिए। वहीं माता रमनदीप ने बताया कि वे अर्पणदीप से घर पर ज्यादा काम नहीं करवाते थे। वह अपनी मर्जी से ही घर के कार्यों में सहयोग करता है। उन्होंने कहा कि बच्चा आगे जो भी बनना चाहता है, उसमें परिवार की ओर से पूरा सहयोग किया जाएगा।
10वीं बोर्ड में बेटों पर भारी बेटियां:माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने जारी किया रिजल्ट, इस साल बढ़ा परिणाम
इस साल कुल 19 लाख 98 हजार 509 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी है। इनमें 10वीं में 10 लाख 96 हजार 85, बोर्ड की परीक्षाएं 6 मार्च से शुरू हुईं और 4 अप्रैल को समाप्त हुईं।
यूपी बोर्ड 2025 का परीक्षा परिणाम घोषित, बालिकाओं का रहा दबदबा, टॉपर्स में छोटे जिलों ने दिखाया कमाल
Uttar Pradesh Board Exam Result : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) ने शुक्रवार को 2025 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित कर दिया। इस वर्ष परीक्षा में कुल 90.11 प्रतिशत हाईस्कूल परीक्षार्थी और 81.15 प्रतिशत इंटरमीडिएट ...
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
दिल्ली में झुग्गी में रहने वाले एक पिता ने, जो चाय बेचते हैं, उन्होंने अपनी बेटी को आखिरकार CA बना दिया। जहां एक ओर लोगों ने कहा, क्यों अपनी बेटी को जरूरत से ज्यादा पढ़ा रहे हो, इसकी शादी करवा देनी चा
NEET UG रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन
नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए छात्रों ने सोमवार को शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा परिणाम में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग की। आइए जानते हैं, क्या है पूरा म
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का 10 फीसदी भी डाटा नहीं हुआ अपलोड
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का डाटा अपलोड करने में जिले के कई स्कूल ढील दे रहे हैं, वे 10 फीसदी छात्रों का भी डाटा अभी तक अपलोड नहीं कर पाए हैं। डाटा अपलोड करने में आधार कार्ड की अनिवार्यता के बाद से छ
स्कूलों में कैसे पढ़ा रहे हैं शिक्षक, वीडियो में देखेगा शिक्षा विभाग, होगी रिकॉर्डिंग
शिक्षा विभाग वीडियो के जरिए देखेगा कि परिषदीय स्कूलों के शिक्षक छात्रों को कैसे पढ़ाते हैं। बता दें. छात्रों को पढ़ाते हुए शिक्षकों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति : यूपी बोर्ड ने दिए निर्देश, एनईपी लागू करने को स्कूल बनाएंगे प्लान
यूपी बोर्ड से जुड़े 27 हजार से अधिक स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू करने के लिए स्कूल स्तर पर योजना बनाई जाएगी। एनईपी 2020 के विषय में विद्यालयों में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
बॉलीवुड का ये सुपरस्टार युवाओं को IAS बनाने के लिए मुफ्त में देगा शिक्षा, योजना से अबतक जुड़ चुके है7000 युवा
राम बनने के लिएधनुष-बाण चलाने की शिक्षा ले रहे है Ranbir Kapoor, एक्टर केआर्चरी ट्रेनर ने शेयर की तस्वीरें