हनुमना के मंगलम भवन में महिला एवं बाल विकास विभाग की परियोजना क्रमांक 2 के अंतर्गत पोषण भी पढ़ाई भी कार्यक्रम हुआ। यह कार्यक्रम 24 मार्च से प्रारंभ होकर 26 तक चलेगा। जिसका आज दूसरा दिन था। इस कार्यक्रम में घोघम, हाटा, मिसिरगवा, पटेहरा, पिपराही और प्रतापगंज सेक्टर की आंगनवाड़ी कार्यकर्ताएं शामिल हुईं। कार्यशाला में कार्यकर्ताओं को पोषण जागरूकता, शैक्षणिक प्रबंधन और आंगनवाड़ी केंद्रों की स्वच्छता के बारे में प्रशिक्षित किया गया। शाला पूर्व शिक्षा और बच्चों के लिए खेल-आधारित शिक्षण पर विशेष जोर दिया गया। प्रशिक्षण को रोचक बनाने के लिए रोल प्ले और विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पोषण प्रदर्शनी के माध्यम से फल और सब्जियों की जानकारी दी गई। साथ ही प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और लाडली लक्ष्मी योजना जैसी सरकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी भी साझा की गई। कार्यक्रम में परियोजना अधिकारी शंखधर त्रिपाठी, विकासखंड समन्वयक सर्वेश सिंह गहरवार और सेक्टर पर्यवेक्षक प्रतिभा मिश्रा मौजूद रहे। इनके अलावा परमानन्द गुप्ता, विमला सिंह, क्षमा सिंह, प्रियंका सिंह, रमेश शुक्ला सहित कई स्वयं सहायता समूह की सदस्य भी उपस्थित थे।
भारतीय सेना की मध्य कमान ने एक अभिनव पहल में नालंदा विश्वविद्यालय के साथ मिलकर एक अद्वितीय संगोष्ठी का आयोजन किया, जिसने देश की सीमा सुरक्षा और क्षेत्रीय संबंधों के जटिल परिदृश्य पर गहन चिंतन का अवसर प्रदान किया। 24 और 25 मार्च को आयोजित इस दो दिवसीय कार्यक्रम ने सैन्य और शैक्षणिक क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक ही मंच पर लाकर एक अभिनव उदाहरण प्रस्तुत किया। नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अभय कुमार सिंह ने इस संगोष्ठी की शुरुआत करते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा ने अपने मुख्य भाषण में हिमालयी सीमाओं की रणनीतिक महत्ता को रेखांकित किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान भू-राजनीतिक परिदृश्य में सीमाओं की सुरक्षा केवल सैन्य क्षमता का ही नहीं, बल्कि बौद्धिक समझ का भी प्रतिबिंब है। देश की सुरक्षा में संस्थागत सहयोग के महत्व पर जोर मध्य कमान के जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने समापन भाषण में देश की सुरक्षा में संस्थागत सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने ऐतिहासिक संदर्भों और वर्तमान चुनौतियों के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। संगोष्ठी में अभिजीत हलदर, डीजी आईबीसी और कुंदन कृष्णन, एडीजी बिहार पुलिस जैसे गणमान्य अतिथियों ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस कार्यक्रम ने सैन्य और शैक्षणिक समुदायों के बीच एक अभूतपूर्व संवाद स्थापित किया। इस संगोष्ठी का मूल उद्देश्य केवल सैन्य रणनीतियों पर चर्चा करना नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के बहुआयामी दृष्टिकोण को समझना था। विभिन्न विषय विशेषज्ञों ने भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर गहन विश्लेषण प्रस्तुत किया।
शिक्षा विभाग में अराजक तत्वों पर रोक लगी है : संदीप सिंह
मथुरा, 25 मार्च . उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि शिक्षा विभाग में अराजक तत्वों पर रोक लगी है. अब यहां पर ऐसे लोगों को पनपने की कोई जगह नहीं दी जा रही है. बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह मंगलवार को राज्य की योगी सरकार के आठ साल पूरे होने ... Read more
फ्रांस में इंजीनियरिंग शिक्षा पर सेमिनार का ग्रेटर नोएडा में सफल आयोजन
ग्रेटर नोएडा, 25 मार्च . फ्रेंको इंडियन ट्रेनिंग सेंटर इन इंजीनियरिंग द्वारा फ्रांस में इंजीनियरिंग शिक्षा को लेकर एक स्टडी अब्रॉड सेमिनार का सफल आयोजन नोएडा में किया गया. सेमिनार में बड़ी संख्या में छात्रों, अभिभावकों और शिक्षाविदों ने भाग लिया, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंजीनियरिंग शिक्षा के अवसरों की तलाश कर रहे हैं. इस ... Read more
उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर कानपुर देहात में तीन दिवसीय उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री संजय निषाद मौजूद रहे। मंत्री संजय निषाद ने कहा कि पिछली सरकारों में भ्रष्टाचार और अपराध चरम पर था। अब प्रदेश विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। लोगों को इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता उन्होंने बताया कि सरकार की नीति 'सबका साथ, सबका विकास' के तहत सभी वर्गों को लाभ पहुंचाया गया है। मंत्री ने शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए सुधारों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज मजदूर और किसान का बेटा भी अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार से लोगों को इलाज के लिए जिले से बाहर नहीं जाना पड़ता। जिले में नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना से स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर हुई हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए निषाद ने कहा कि वे सिर्फ आरोप लगाते हैं। विपक्ष की बातें हमेशा गलत साबित होती हैं। उन्होंने कहा कि जनता सरकार की कार्यशैली से संतुष्ट है।
बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में पश्चिमी चंपारण के हर्नाटांड़ की प्रिया जायसवाल ने साइंस स्ट्रीम में प्रथम स्थान प्राप्त कर पूरे राज्य में नाम रोशन किया है। प्रिया ने 484 अंक (96.8%) हासिल किए हैं, जिससे न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे जिले में खुशी का माहौल है। प्रिया के पिता टेलर है। इन्होंने 10वीं की परीक्षा में 8वां स्थान हासिल किया था। प्रिया का यह सफर आसान नहीं था। हर्नाटांड़ का इलाका कभी माओवादी गतिविधियों के लिए कुख्यात था। यह क्षेत्र थारू और उड़ान जातियों का बहुल इलाका है, जहां पहले विकास और शिक्षा की रोशनी कम ही पहुंची थी। जंगलों से घिरे इस क्षेत्र में अक्सर माओवादी गतिविधियां देखने को मिलती थीं, जिससे यहां के बच्चों के लिए पढ़ाई करना बेहद चुनौतीपूर्ण था। प्रिया का परिवार भी इन्हीं चुनौतियों से जूझ रहा था। उनका घर जंगल के किनारे था, जहां नेटवर्क की भारी समस्या थी। कोरोना काल में ऑनलाइन पढ़ाई शुरू होने के बाद यह समस्या और बढ़ गई। बच्चों की शिक्षा प्रभावित न हो, इसके लिए प्रिया के पिता संतोष जायसवाल ने हर्नाटांड़ बाजार में एक घर बनवाया और पूरे परिवार को वहां शिफ्ट कर दिया। इसी फैसले ने प्रिया को आगे बढ़ने का मौका दिया और आज उन्होंने पूरे राज्य में टॉप कर दिखाया। शिक्षा में परिवार की मजबूत पकड़ प्रिया शुरू से ही मेधावी छात्रा रही हैं। उन्होंने 10वीं बोर्ड परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की थी। उनके परिवार में शिक्षा का माहौल है। बड़ी बहन सोनी जायसवाल डीएलएड कर रही हैं। मंझली बहन प्रीति जायसवाल नीट की तैयारी में जुटी हैं। छोटे भाई आदित्य जायसवाल इंटरमीडिएट में पढ़ रहे हैं। गांव और जिले में खुशी की लहर प्रिया की इस उपलब्धि से उनके गांव और जिले में जश्न का माहौल है। शिक्षकों, स्थानीय लोगों और परिजनों ने उन्हें बधाई दी। प्रिया ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों और अपने कठिन परिश्रम को दिया। उन्होंने बताया कि संघर्ष कितना भी बड़ा हो, अगर हौसला बुलंद हो, तो हर बाधा को पार किया जा सकता है। प्रिया की यह सफलता सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उन सभी लड़कियों के लिए प्रेरणा है, जो कठिन परिस्थितियों में भी अपने सपनों को साकार करने का हौसला रखती हैं। माओवादी प्रभावित क्षेत्र से निकलकर राज्य की टॉपर बनना यह साबित करता है कि शिक्षा ही सच्ची क्रांति है। लिखने पर दिया ज्यादा ध्यान प्रिया जायसवाल ने बताया कि मैं लिख-लिख कर पढ़ाई करती थी। मैंने लिखने पर ज्यादा ध्यान दिया था। इससे मुझे आसानी से याद हो जाता है। मेरे पापा मुझे पढ़ाते हैं। ऑनलाइन के जरिए भी मैं पढ़ाई करती थी। मेरा अपना घर जंगल के पास है। मैं माओवादी इलाके से आती हूं। इस कारण वहां पर इंटरनेट सही से नहीं चलता था। इसकी वजह से मेरे पापा ने मुझे इस घर में शिफ्ट किया। यहां पर नेट सही चलने के कारण मैं अच्छे से ऑनलाइन पढ़ पाई।
बीकानेर के खाजूवाला में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के ऑफिस में कार्यरत लिपिक बीस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। एक पीटीआई के निलंबन काल का भुगतान दिलाने के लिए पचास हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी, जिसमें बीस हजार रुपए की डिमांड पहले पूरी करने पर एसीबी ने लिपिक को दबोच लिया। एसीबी की बीकानेर चौकी के एडिशनल एसपी महावीर प्रसाद शर्मा ने बताया कि सीबीओ ऑफिस में कार्यरत पीटीआई को निलंबित किया गया था। परिवादी पीटीआई का आरोप है कि निलंबन काल का भुगतान दिलाने और उसे फिर से बहाल करने के नाम पर पचास हजार रुपए की रिश्वत मांगी गई थी। इसके तहत बीस हजार रुपए रिश्वत मांगी गई थी। परिवादी ने इस संबंध में एसीबी की चौकी को शिकायत दर्ज कराई। जिस पर शिकायत की पुष्टि की गई। मंगलवार को परिवादी ने बीस हजार रुपए की रिश्वत देने पहुंचा। जैसे ही लिपिक चोरुराम ने रिश्वत की राशि हाथ में ली, वैसे ही एसीबी टीम मौके पर पहुंच गई। उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके हाथ से रुपयों पर लगा रंग भी आ गया। फिलहाल चोरुराम को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके घर और बैंक खातों से भी जानकारी खंगाली जा रही है। एसीबी की एक टीम उसके घर पर भी छानबीन करने पहुंची है। एसीबी टीम में डिप्टी महेश श्रीमाली, इंस्पेक्टर अजय कुमार, asi बजरंग सिंह, हेड कांस्टेबल राजवीर सिंह, राजेंद्र कुमार, कांस्टेबल अनिल कुमार, मनोहर लाल, रतन सिंह हरिराम, भगवान दास आदि शामिल थे। कंटेंट : दलीप नोखवाल, खाजूवाला
रायपुर उच्च शिक्षा विभाग का एक फरार क्लर्क गिरफ्तार हुआ है। आरोपी भोपाल में छिपा हुआ था, जिसे रायपुर पुलिस ने पकड़ा है। आरोपी ने डिपार्टमेंट के कुछ लोगों के साथ मिलकर 2 साल में करीब 18 लाख रुपए का घोटाला किया है। मामला सामने आने के बाद क्लर्क के खिलाफ FIR दर्ज करवाई गई। इस मामले में विभाग ने जांच पड़ताल के बाद एक अपर संचालक को भी सस्पेंड कर दिया है। आरोपी क्लर्क उच्च शिक्षा विभाग में सहायक ग्रेड 2 आकाश श्रीवास्तव है। जिसे सस्पेंड भी कर दिया गया है। इस मामले में विभागीय जांच पड़ताल के बाद मिलीभगत के आधार पर अपर संचालक के पद से सीएल देवांगन को भी निलंबित कर दिया गया है। इनके ऊपर आकाश श्रीवास्तव को संरक्षण देने और घोटाले में सहयोगी होने के आरोप हैं। कैसे हुआ घोटाला? जांच रिपोर्ट के अनुसार, क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर में अपर संचालक की गाड़ी बिना चले ही 6 महीने में 6 लाख रुपए का पेट्रोल खपत कर गई। इस गड़बड़ी का मास्टरमाइंड बाबू आकाश श्रीवास्तव था। जिसने सुनियोजित तरीके से कूटरचना कर करीब 18.55 लाख रुपए का गबन किया। इसके अलावा, इसी कार्यालय में 4 ऐसे कर्मचारियों को हर महीने वेतन देने के नाम पर 10 महीने तक 10-10 हजार रुपए निकाले गए, जो वास्तव में पदस्थ ही नहीं थे। देवकुमार वर्मा, अजय टंडन, भूपेंद्र वर्मा और खिलावन जोशी के नाम पर यह फर्जीवाड़ा किया गया। कार्रवाई और निलंबन आदेश उच्च शिक्षा संचालनालय द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि, आकाश श्रीवास्तव ने अनधिकृत रूप से गैरमौजूद रहते हुए वित्तीय अनियमितताओं को अंजाम दिया, जो छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम-3 का उल्लंघन है। इस आधार पर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया और उनका मुख्यालय नवा रायपुर स्थित उच्च शिक्षा संचालनालय निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता दिया जाएगा। इस घोटाले के सामने आने के बाद उच्च शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। संभावना है कि इस मामले में और भी नाम सामने आ सकते हैं। प्रशासन ने इस घोटाले में शामिल अन्य कर्मचारियों पर भी कड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं।
सीतापुर जिले में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़ा घोटाला सामने आया है। जिले में 12,460 शिक्षक भर्ती के तहत नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षिक प्रमाणपत्रों की जांच में 16 शिक्षकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं। पिछले साल जिले में 1100 शिक्षकों को सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति मिली थी। इनमें से अब तक लगभग 500 शिक्षकों के दस्तावेजों का सत्यापन हो चुका है। बेसिक शिक्षा अधिकारी के अनुसार, अभी 600 शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। फर्जी शिक्षकों की संख्या और बढ़ सकती है। विश्वविद्यालयों से कराई गई जांच में इन 16 शिक्षकों के टीईटी और डीएलएड प्रमाणपत्र फर्जी निकले हैं। पिसावां के खंड शिक्षा अधिकारी ने तीन शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इनमें प्राथमिक स्कूल बांसी के राहुल कुमार, फखरपुर के अकबर शाह और ढकिया कला के जितेंद्र कुमार शामिल हैं। कोई भी पक्ष रखने नहीं आया सामनेबीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि सभी 16 शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया था। लेकिन कोई भी अपना पक्ष रखने नहीं आया। अब इन शिक्षकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई शुरू की जाएगी। मिश्रिख के खंड शिक्षा अधिकारी कपिल देव द्विवेदी ने भी एक शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। अन्य स्थानों पर भी मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।
बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट रिजल्ट 2025 आज होगा जारी, शिक्षा मंत्री करेंगे घोषणा
पटना, 25 मार्च . बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट रिजल्ट 2025 का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए खुशखबरी है. बिहार स्कूल परीक्षा बोर्ड (BSEB) आज, 25 मार्च 2025 को दोपहर 1:15 बजे 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा. इस बार रिजल्ट की घोषणा बिहार सरकार के माननीय शिक्षा मंत्री सुनील कुमार द्वारा की जाएगी, ... Read more
पंजाब विधानसभा के बजट सत्र का आज मंगलवार को तीसरा दिन है। सत्र सुबह आम आदमी पार्टी के पंजाब प्रधान और मंत्री अमन अरोड़ा की स्पीच से शुरू हुआ। अरोड़ा ने सबसे पहले पीएसपीसीएल को लेकर जवाब देते हुए कहा कि किसानों के लिए हम सोलर पंप अलॉट कर रहे हैं। इसकी गिनती करीब 1600 रहेगी। जिसमें किसान जितनी बिजली यूज करेंगे, उतना तो ठीक। वरना जो बिजली ज्यादा बनाएंगे, उसके पैसे सरकार किसानों को देगी। स्पीकर ने पराली से बिजली बनाने के मुद्दे पर पूछा सवाल जिसके बाद स्पीकर कुलवंत सिंह संधवा ने कहा- पराली के मुद्दे को हल करने के लिए जो प्लांट राज्य में लगे हैं। उन पर भी हमें काम करना चाहिए। जिससे पराली का मुद्दा भी हल हो सके। इस पर मंत्री अरोड़ा ने जवाब दिया कि पराली को लेकर हमें दिक्कत आती है कि इसमें कुछ मिस इन्फॉर्मेशन फैला दी जाती है। जिससे सरकार को परेशानी आती है। मिस इन्फॉर्मेशन की वजह से किसान जत्थेबंदियों द्वारा धरने लगा दिए जाते हैं, जिससे प्रोजेक्ट लेट हो जाते हैं। अगर हम हलका स्तर पर लोगों को अवेयर करना शुरू करें दे तो इससे किसानों और सरकार दोनों को फायदा होगा। फतेहगढ़ साहिब से मोहाली रोड पर मंत्री ईटीओ ने जवाब दिया फतेहगढ़ साहिब से विधायक सरदार लखबीर सिंह राय द्वारा पूछे गए सवाल पर मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने जवाब दिया कि फतेहगढ़ साहिब से मोहाली, लांडरा रोड को चार लेन करने की फिलहाल कोई स्कीम सरकार के विचार में नहीं है। सड़क सुरक्षा को मुख्य रखते हुए इस सड़क पर पहचान किए गए मुख्य ब्लैक स्पॉट के सुधार के लिए कार्रवाई की जा चुकी है। अगर भविष्य में कोई और भी ऐसा ब्लैक स्पॉट सामने आया तो उस पर भी तुरंत प्रभाव से कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विधायक लखबीर सिंह ने कहा- उक्त सड़क पर कई इंडस्ट्री, स्कूल और अन्य महत्वपूर्ण चीजें है। इसलिए इसका सुधार जरूरी है। विधायक ने उक्त सड़क को चार लेन करने का आग्रह किया। इस पर मंत्री ईटीओ ने कहा- मोहाली की ओर से एनएचएआई द्वारा एक सड़क बनाई जा रही है। जिससे उक्त सड़क पर दबाव कम होगा। जगराओं सेम को लेकर उठाया मुद्दा, मंत्री गोयल ने दिया जवाब लुधियाना के जगराओं सरबजीत कौर माणूके के सवाल पर मंत्री वरिंदर कुमार गोयल ने जवाब दिया कि जगराओं हलके में किसी प्रकार की कोई सेम की समस्या सामने नहीं आई है और ना ही किसी के पास इसे लेकर कोई शिकायत है। इसलिए इसे लेकर सरकार के पास इस पर कोई स्कीम नहीं है। जिस पर लुधियाना के जगराओं सरबजीत कौर माणूके ने कहा- सेम की इस समस्या के चलते एरिया में बीमारियां फैल रही है। इस पर मंत्री गोयल ने जवाब दिया कि विधायक माणूके द्वारा उठाए गए मामले में हम आगे कार्रवाई करेंगे। उन्हें बुला लिया जाएगा और अधिकारियों केस साथ बैठक के बाद इस मसले का हल निकाला जाएगा। गिद्दड़बाहा एरिया में छप्पड़ों की सफाई को लेकर मंत्री सोहल ने दिया जवाब विधायक सरदार डिंपी ढिल्लों ने गिद्दड़बाहा एरिया में बने गड्डों की सफाई करवाने को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री तरुणप्रीत सिंह सोहल ने कहा- मेरा जवाब है हां में है। अगर विधायक ने काम करवाने को बोला है तो हम उसे जरूर करवाएंगे। मंत्री ने छप्पड़ और गड्ढों की गिनती बताई और पंचायतों द्वारा उक्त जगह की सफाई भी करवाई गई है। मंत्री ने आगे कहा- जब भी सफाई से वांछित रह गए हैं, उन्हें जल्द से जल्द सही कर दिया जाएगा। ये सफाई बरसाती मौसम से पहले पहले करवा दिया जाएगा। मंत्री के जवाब विधायक ढिल्लों ने कहा- उक्त जगह की सफाई के लिए कोई और तरीका अपनाना पड़ेगा, क्योंकि इसकी सफाई नरेगा मजदूर कर रहे हैं। मगर सफाई के लिए जेसीबी सहित अन्य मशीनों की भी जरूरत पड़ेगी। ऐसे में सफाई का तरीका बदलना होगा। मंत्री ने इस पर जवाब दिया कि बरसाती मौसम से पहले हमारा टारगेट है कि हम पंजाब के सभी छप्पड़ साफ करवा लें। जहां जहां मशीनों की जरूरत पड़ी, वहां पर मशीनों का इस्तेमाल करेंगे। मंत्री के जवाब के बाद जालंधर नॉर्थ हलके से विधायक बावा हैनरी ने भी इस मुद्दे को उठाया। जिस पर स्पीकर संधवां ने मजाकिया अंदाज में कहा- छप्पड़ों की सफाई के नाम पर पहले सिर्फ खजानों की सफाई की गई है। आप इन छप्पड़ों की करवा देना। जिससे हम लोगों को राहत मिले। मंत्री बलबीर सिंह ने दिया विधायक कुलवंत सिंह का जवाब विधायक सरदार कुलवंत सिंह द्वारा पूछे गए सवाल पर मंत्री डॉक्टर बलबीर सिंह ने कहा- हमसे पूछा गया कि सेक्टर 69 में बनी डिस्पेंसरी कब शुरू होगी और उसमें स्टाफ कब लगाया जाएगा। इस सवाल के आते ही हमने दोनों काम कर दिए हैं। स्टाफ नियुक्त कर दिया गया है और डिस्पेंसरी चालू कर दी गई है। मेरा मैंबर साहिब से आग्रह है कि आप सिर्फ जाओ और रीबन काट आओ। साथ ही वहां पर कुछ फूल और पौधे मैंबर साहिब लगवा देंगे। इस पर विधायक ने कहा- मैंने चक करवाया है, कोई भी स्टाफ मेंबर उक्त जगह पर नहीं पहुंचा था। मुझे लगता है कि मंत्री साहब को झूठी जानकारी दे दी गई है। साथ ही मेरा आग्रह है कि उक्त डिस्पेंसरी में पक्का स्टाफ लगाया जाए।
समाज सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति, उद्योग-व्यापार समेत अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली प्रदेश की 38 शख्सियतों को दैनिक भास्कर इमर्जिंग स्टार ऑफ छत्तीसगढ़ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम सोमवार को होटल कोर्टयार्ड बाय मैरियट में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डिप्टी सीएम अरुण साव रहे। यह अवॉर्ड ऐसे लोगों को दिया गया, जिन्होंने अपनी जिद, जुनून और जज्बे से एक खास मुकाम हासिल किया है। इस मौके पर दैनिक भास्कर के बिजनेस हेड छत्तीसगढ़ देवेश सिंह, स्टेट एडिटर शिव दुबे, स्टेट एडिटर (ईएमएम) परीक्षित त्रिपाठी, सैटेलाइट हेड छत्तीसगढ़ (एड सेल्स) प्रवीण नेमा, रायपुर यूनिट हेड अमृतांशु उपाध्याय और रायपुर एडिटर हर्ष पांडेय मौजूद रहे। डिप्टी सीएम ने भी दी बधाई डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ की प्रतिभाओं का सम्मान दैनिक भास्कर ने किया है। निश्चित रूप से यह जो हमारे छत्तीसगढ़ के गौरव हैं। भास्कर के इन प्रयासों की मैं सराहना करता हूं और बधाई देता हूं। सभी छत्तीसगढ़ के इमर्जिंग स्टार को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं । इन्हें दिया जाता है इमर्जिंग स्टार ऑफ छत्तीसगढ़ अवॉर्ड इमर्जिंग स्टार ऑफ छत्तीसगढ़ अवॉर्ड ऐसे लोगों को दिया जा रहा है, जो ना केवल अपने उत्कृष्ट कार्यों से समाज को सकारात्मक दिशा में ले जा रहे हैं बल्कि वे दूसरों को भी इस दिशा में प्रेरित कर रहे हैं।
बुरहानपुर के सोनुद गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन संत श्री राधे चैतन्य जी महाराज ने प्रेम और परमात्मा के बारे में संदेश दिया। बता दें कि संत राधे चैतन्य, संत लक्ष्मण चैतन्य बापू के शिष्य हैं। उन्होंने कथा में कहा कि सच्चा प्रेम निस्वार्थ होता है। उन्होंने बताया कि प्रेम में केवल दूसरे की खुशी की चाहत होती है। प्रेम में दया, करुणा और शांति समाहित है। ये मोह-माया से मुक्त होता है। 'नशे की ओर बढ़ रही युवा पीढ़ी'कथावाचक ने धर्म की रक्षा पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में नशे की ओर बढ़ रही है। ये चिंता का विषय है। उन्होंने युवाओं को सनातन धर्म की राह पर चलने का आह्वान किया। 'शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार जरूरी'संत ने बताया कि सफल जीवन के लिए शिक्षा के साथ अच्छे संस्कार जरूरी हैं। घर में भगवान की भक्ति करें। माता-पिता और गुरुजनों की सेवा करें। उन्होंने ग्रामीणों और बाहर से आए अतिथियों को नशामुक्ति का संदेश भी दिया।
पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) में नए प्रभारी और सह प्रभारी लगाए जाने के बाद सरकारी विभागों में उथल पथल चल रही है। शिक्षा सचिव केके यादव और खाद्य निदेशक पुनीत गोयल के बाद पंजाब सरकार ने गृह विभाग के सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह (IAS) को भी उनके पद से मुक्त कर दिया है। उनसे सभी विभाग छीन लिए गए हैं और कोई नया विभाग भी नहीं दिया गया है। गुरकीरत सिंह को हटाए जाने से सभी विभागों में चर्चाएं तेज हो गईं हैं। गृह विभाग के अलावा गुरकीरत सिंह के पास खनन जैसा महत्वपूर्ण विभाग भी था। सरकार ने स्थानांतरित किए 5 आईएएस अधिकारी सरकार द्वारा स्थानांतरित किए गए पांच आईएएस और एक पीसीएस अधिकारी में आलोक शेखर को नया अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह नियुक्त किया गया है। उनके पास पहले की तरह सहकारिता विभाग बना रहेगा। जसप्रीत कौर तलवार को कराधान विभाग से खनन विभाग में स्थानांतरित किया गया है। उनके पास अतिरिक्त जेल और न्याय विभाग भी होंगे। ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अजीत बालाजी जोशी को उनके पुराने विभाग के साथ साथ कराधान विभाग का सचिव भी लगाया गया है। बसंत गर्ग को कृषि विभाग का सचिव नियुक्त किया गया है। गुरकीरत के विभागों की जिम्मेदारी संधावालिया को दिलराज सिंह संधावालिया को उनके पुराने विभागों के साथ गुरुद्वारा चुनाव का आयुक्त नियुक्त किया गया है। यह विभाग पहले गुरकीरत कृपाल सिंह के पास था। पीसीएस अधिकारियों में अजीत पाल सिंह को उप सचिव खेल एवं युवा मामले के पद पर तैनात किया गया है। वह खेल एवं युवा मामले के उप निदेशक भी होंगे।
क्षत्रिय समाज ने होली मिलन में दी परंपरा- विरासत की शिक्षा
भास्कर न्यूज | सुकमा जिले के ग्राम कुकानार में हिंदू क्षत्रिय वाहिनी ने होली मिलन समारोह का आयोजन किया। इसके साथ ही संगीतमय फाग उत्सव भी मनाया। कार्यक्रम में जिलेभर से क्षत्रिय समाज के लोग दुर्गा मंदिर प्रांगण में जुटे और अवध के फाग गीतों के साथ एक-दूसरे से मिलकर शिष्टाचार भेंट की। समाज के लोगों ने रंग-गुलाल लगाकर एक-दूसरे को होली की बधाई दी। युवाओं ने बड़ों का आशीर्वाद लिया, वहीं बुजुर्गों ने उन्हें अपनी संस्कृति और परंपरा को संरक्षित रखने प्रेरित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने हिस्सा लिया। फाग गीतों व रंग-गुलाल के बीच समाज में सौहार्द्र और उमंग का माहौल देखने को मिला। संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक सिंह चौहान ने बताया कि जिले में क्षत्रिय समाज का एक विशिष्ट स्थान है। जिले के कोंटा से लेकर तोंगपाल और गादीरास तक क्षत्रिय समाज के लोग रहते हैं। समाज का उद्देश्य केवल पर्व मनाना नहीं, बल्कि युवा पीढ़ी के बीच अपनी संस्कृति, सभ्यता, भाषा-बोली व क्षत्रिय धर्म को जीवित रखना है, ताकि समाज में एकजुटता रहे और देशसेवा में वे अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दे सकें। इस दौरान सुखदेव सिंह चौहान, जितेंद्र सिंह चौहान, रामफेर सिंह राठौर, राजेंद्र सिंह भदौरिया, शंकर सिंह भदौरिया, वीरेंद्र सिंह चौहान सहित अन्य मौजूद थे।
रायपुर | समाज सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, राजनीति, उद्योग-व्यापार समेत अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान देने वाली प्रदेश की 38 शख्सियतों को दैनिक भास्कर इमर्जिंग स्टार ऑफ छत्तीसगढ़ अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। सम्मान समारोह सोमवार को होटल कोर्टयार्ड बाय मैरियट में आयोजित किया गया। इसमें मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री अरुण साव रहे। यह अवॉर्ड ऐसे लोगों को दिया गया, जिन्होंने अपनी जिद, जुनून और जज्बे से एक अलग व खास मुकाम हासिल किया है। इस मौके पर दैनिक भास्कर के बिजनेस हेड छत्तीसगढ़ देवेश सिंह, स्टेट एडिटर शिव दुबे, स्टेट एडिटर (ईएमएम) परीक्षित त्रिपाठी, सैटेलाइट हेड छत्तीसगढ़ (एड सेल्स) प्रवीण नेमा, रायपुर यूनिट हेड अमृतांशु उपाध्याय और रायपुर एडिटर हर्ष पांडेय आदि मौजूद रहे।
पदोन्नत व्याख्याताओं की पोस्टिंग का शेड्यूल जारी नहीं कर रहा शिक्षा विभाग
पिछले दिनों पदोन्नत हुए व्याख्याताओं व प्रिंसिपल की पोस्टिंग के लिए काउंसलिंग का शेड्यूल जारी नहीं हुआ है। शिक्षा विभाग अब तक इसको जारी नहीं कर पाया है। इसको लेकर शिक्षकों में आक्रोश है। सोमवार को राजस्थान शिक्षक संघ सियाराम के पदाधिकारियों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक से मुलाकात कर शेड्यूल जारी करने की मांग की। संघ के प्रदेश महामंत्री नवीन कुमार शर्मा और प्रवक्ता मुकेश मीणा ने बताया कि निदेशक के सामने संगठन की मांग रखी। इस पर निदेशक ने संबंधित अधिकारियों को काउंसलिंग का शेड्यूल जारी करने के निर्देश दिए। मीणा ने बताया कि इस दौरान बहुत सकारात्मक वार्ता हुई और वार्ता में अन्य कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई। चर्चा सकारात्मक हुई, जिसमें विभिन्न विषय शामिल रहे। पदाधिकारियों ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक से शीघ्र ही शेड्यूल जारी करने की मांग की है, जिससे सबको राहत मिल सके। निदेशक से मिले प्रतिनिधिमंडल में राजेंद्र पारीक, राम अवतार मीणा व रामस्वरूप वर्मा सहित अन्य पदाधिकारी भी शामिल थे।
माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं और बारहवीं की परीक्षा को लेकर बड़े बदलाव हुए हैं। अब साल में एक की जगह दो बार परीक्षाएं कराई जाएंगी। पहली परीक्षा में फेल हो चुके सभी विद्यार्थियों के साथ वे विद्यार्थी भी दूसरी बार की परीक्षा दे सकते हैं, जो अपने रिजल्ट में सुधार चाहते हैं। पहली मुख्य परीक्षा फरवरी-मार्च और दूसरी परीक्षा जुलाई-अगस्त में प्रस्तावित की गई है। नई शिक्षा नीति-2020 के तहत माशिमं ने ये अहम बदलाव की घोषणा की है। इसके तहत अब एक भी विषय में पूरक (सप्लीमेंट्री) का प्रावधान खत्म कर दिया है। यानी अब एक या दो विषय में फेल होने वालों को मौका देने के लिए पूरक परीक्षा नहीं कराई जाएगी। इसकी जगह 6 माह के अंतराल में दोबारा से मुख्य परीक्षा ही होगी। एक ही साल में दोनों परीक्षा देने वाले छात्र अगर किसी एक परीक्षा में भी पास हो जाते है तो उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। इसका ड्राफ्ट नोटिफिकेशन भी जारी किया जा चुका है। गौरतलब है कि आगामी सत्र से सीबीएसई भी दसवीं और बारहवीं की मुख्य परीक्षा दो बार कराने की घोषणा कर चुका है। जुलाई-अगस्त में होने वाली परीक्षा के रिजल्ट से पहले कॉलेजों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। पहली परीक्षा में फेल होने वालों को इसका खामियाजा न उठाना पड़े, इसलिए उन्हें कॉलेज में अस्थायी प्रवेश लेने का मौका दिया जाएगा। दूसरी मुख्य परीक्षा में भी अगर वे फेल हो जाते हैं तो कॉलेज का प्रवेश निरस्त होगा। नई व्यवस्था में एक और बड़ा बदलाव यह रहेगा कि छात्रों को एक या एक से अधिक विषय की परीक्षा देने का भी विकल्प मिलेगा। पहली में पास हुए या किसी विषय में फेल होने वाले अपनी पसंद के दूसरी परीक्षा के विषयों की परीक्षा देने के भी पात्र रहेंगे। इसके लिए निर्धारित शुल्क के साथ परीक्षा फॉर्म भरना होगा और दूसरी परीक्षा में वे ही विषय अनिवार्य रहेंगे जो कि पहली के दौरान चुने गए थे।
नाटक में छोटी बच्ची ईहा के अपने जीवन के अंधकार को शिक्षा से मिटाने के संघर्ष को देख भावुक हुए दर्शक
बिहार संगीत नाटक अकादमी और कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की ओर से प्रेमचंद रंगशाला में आयोजित पांच दिवसीय महिला नाट्य उत्सव 2025 के तीसरे दिन सोमवार को नाटक “ईहा” का मंचन हुआ। इसे दरभंगा की नाट्य संस्था “वॉइस इंटू थियेटर” ने मंजरी मणि त्रिपाठी के निर्देशन में मंचित किया गया। नाटक “ईहा” स्लम के उन बच्चों की कहानी है, जो शिक्षा से वंचित हैं और अपनी जिंदगी की लड़ाई खुद लड़ रहे हैं। नाटक में ईहा नाम की एक छोटी बच्ची अपने जीवन के अंधकार को शिक्षा के माध्यम से मिटाने की कोशिश करती है। ईहा का मानना है कि शिक्षा ही उसका भविष्य संवार सकती है। इस नाटक ने दर्शकों को समाज के हाशिए पर खड़े बच्चों की पीड़ा से अवगत कराया और उन्हें खूब सराहा गया। नाटक में प्रमुख भूमिका में लक्ष्मी (ईहा), सुर्वी दिशा (ईहा की बहन), रोमा (ईहा की मां), राखी (बुआ), विक्की (पिता), खुशी (परी), रोली (सीनू), आनंद (सीनू के पिता) और अन्य कलाकार थे। इसके साथ ही, मुजफ्फरपुर के “नया रंग” नाट्य संस्थान ने नुक्कड़ नाटक “माना की सब कुशल मंगल है?” का मंचन किया। कार्यक्रम में बिहार संगीत नाटक अकादमी के सचिव अनिल कुमार सिन्हा, सहायक सचिव कीर्ति आलोक और कई प्रमुख रंगकर्मी एवं कलाकार उपस्थित थे।
जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने आज बेगूसराय में वादा करते हुए कहा है कि इसी साल दिसंबर से 60 वर्ष से अधिक आयु के सभी पुरुष और महिला को दो हजार रुपया मासिक पेंशन मिलेगा। इसके साथ ही उन्होंने 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों को निजी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा देने की बातें कही है। प्रशांत किशोर ने यह घोषणा जन सुराज उद्घोष यात्रा के तहत तेघड़ा प्रखंड मुख्यालय मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कही है। जनसभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा है कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को दो हजार रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। बदलाव से रुकेगा पलायन, मिलेगी कई सुविधाएं उन्होंने कहा कि इस साल छठ के बाद बिहार के युवाओं को 10-12 हजार रुपए की मजदूरी करने के लिए अपना घर-परिवार छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने बड़ा वादा करते हुए कहा कि जब तक सरकारी विद्यालयों में सुधार नहीं हो जाएगा, तब तक आप अपने 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं और उनकी फीस सरकार भरेगी। जिससे गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके। इस दौरान उन्होंने कहा है कि बिहार की जनता लालू और नीतीश के कुशासन से उब चुकी है। आगामी विधानसभा चुनाव में जन सुराज की सरकार बनेगी। इसके बाद शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था में बड़ा बदलाव होगा, पलायन रुक जाएगा। जन सुराज के प्रत्याशी भी संबंधित विधानसभा क्षेत्र के ही निवासी होंगे। जब वह स्थानीय होंगे तो लोगों का दुख-दर्द समझने वाले होंगे। एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे बेगूसराय बता दें कि प्रशांत किशोर आज उद्घोष यात्रा के तहत एक दिवसीय दौरे पर राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की धरती बेगूसराय पहुंचे। यहां सिमरिया धाम गोलंबर, बीहट चांदनी चौक, वीर कुंवर सिंह चौक, सुभाष चौक, जीरोमाईल, मोती चौक, मिरचैया चौक, दीनदयाल चौक एवं तेघड़ा में बड़ी संख्या में लोगों ने स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने तेघड़ा प्रखंड मैदान में जनसभा को संबोधित किया।
पटना में सोमवार को TRE- 3 के अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को विधानसभा के बाहर घेर लिया। कैंडिडेट्स सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे थे। जब शिक्षा मंत्री वहां पहुंचे तो कैंडिडेट्स ने अपनी मांगों को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। अभ्यर्थी मंत्री से सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की बात कह रहे थे, लेकिन मंत्री उन्हें समझाने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान अभ्यर्थी उग्र हो गए। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि शिक्षा मंत्री को पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में निकलना पड़ा। मंत्री भीड़ से निकलने के लिए दौड़ते नजर आए। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मंत्री को सड़क पर घेर लिया, जिससे उन्हें अपनी गाड़ी तक पहुंचने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जैसे-तैसे जब वह गाड़ी तक पहुंचे, तो कई अभ्यर्थी उनकी गाड़ी के सामने ही बैठ गए, जिससे उनका वाहन आगे नहीं बढ़ सका। पुलिस को स्थिति संभालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी और बल प्रयोग कर प्रदर्शनकारियों को हटाना पड़ा। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा- BPSC को कल शाम 5 बजे के पहले चिठ्ठी लिखेंगे कि इस मामले की समीक्षा करे। हमें कोई एतराज नहीं है। BPSC जो फैसला लेगा, वो होगा। अब कुछ तस्वीरें देखिए... 2 महीने से पटना में प्रदर्शन कर रहे हैं कैंडिडेट्स सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर कैंडिडेट्स पिछले 2 महीने से गर्दनीबाग में प्रदर्शन कर रहे हैं। कैंडिडेट ने कहा- 'TRE-3 में कक्षा एक से 12वीं तक में करीब 66 हजार रिजल्ट आया। इसमें करीब 10 से 15 हजार ऐसे शिक्षक पास हुए हैं जिनका दो-दो जगह तो कहीं तीन-तीन जगह रिजल्ट आ चुका है। वह जॉइन तो एक ही जगह करेंगे। अब उन जगहों पर जो हम लोग कुछ-कुछ नंबर से पीछे रह गए हैं विभाग उनकी बहाली करे।' 20 मार्च को BPSC ने एग्जाम कैलेंडर जारी किया, इसमें TRE- 4 का जिक्र नहीं BPSC ने 20 मार्च को साल 2025 की सभी भर्तियों का परीक्षा कैलेंडर जारी किया था, लेकिन इसमें TRE- 4 परीक्षा का जिक्र नहीं है। हालांकि, दो दिन पहले बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील सिंह ने विधानसभा में कहा कि TRE-4 एग्जाम मई 2025 में आयोजित होगी। इसमें जो वैकेंसी बची है, वह चौथे चरण में ही जोड़ा जाएगा। इसके बावजूद कैलेंडर में शिक्षक भर्ती परीक्षा का कोई जिक्र नहीं है। इससे शिक्षक अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले TRE-3 की प्रक्रिया भी काफी विलंब से पूरी हुई थी, जिससे अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कैलेंडर में 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE), असिस्टेंट इंजीनियर, असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, लोअर डीविजन क्लर्क (LDC) सहित कई अन्य परीक्षाओं की तिथियां घोषित की गई हैं।
बारां में सड़क हादसे में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के भतीजे की मौत हो गई। अस्पताल से लौटते समय अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में वे बाइक से उछलकर दूर गिरे। हादसा अटरू थाना इलाके के आमली के पास बगली रोड पर हुआ। बाइक से उछलकर दूर गिरेअटरू थाने के एएसआई बाबूलाल ने बताया कि भंवरलाल दिलावर (54) सोमवार को स्कूल में तबीयत खराब होने के बाद चरडाना सीएचसी में इलाज कराने गए थे। अस्पताल से लौटते समय आमली के पास अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद वे बाइक से उछलकर गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की मदद से उन्हें एंबुलेंस से बारां जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्कूल में अचानक हुई तबीयत खराबएएसआई बाबूलाल ने बताया कि भंवरलाल दिलावर चरडाना के रहने वाले थे। वे बगली स्थित सरकारी स्कूल में टीचर के पद पर कार्यरत थे। सोमवार को स्कूल में उनकी अचानक तबीयत खराब हो गई थी। आरोपी की तलाश कर रही पुलिसएएसआई ने बताया कि पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया है। परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही अज्ञात वाहन का पता लगाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मंत्री दिलावर गांव के लिए हुए रवानाहादसे की सूचना मिलने पर गांव में शोक की लहर छा गई। घटना की सूचना मिलते ही शिक्षा मंत्री मदन दिलावर जयपुर से अपने पैतृक गांव के लिए रवाना हो गए हैं।
राहुल गांधी ने RSS पर लगाया शिक्षा व्यवस्था को खत्म करने का आरोप
Rahul Gandhi targeted RSS: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सोमवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) देश के भविष्य और शिक्षा व्यवस्था को खत्म करने में लगा हुआ है। उन्होंने यहां जंतर-मंतर पर इंडिया गठबंधन के ...
देश की शिक्षा व्यवस्था को खत्म करने में लगा है आरएसएस, इसे हमें मिलकर रोकना होगा: राहुल
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) देश के भविष्य और शिक्षा व्यवस्था को खत्म करने में लगा हुआ है। उन्होंने यहां जंतर-मंतर पर ‘इंडिया’ गठबंधन के विभिन्न घटक दलों की छात्र इकाइयों के संयुक्त प्रदर्शन को संबोधित करते हुए यह …
हरियाणा के रोहतक की जाट संस्था में पहुंचे स्थानीय विधायक भारत भूषण बतरा ने सरकार को घेरते हुए कहा कि शिक्षा के बजट में कटौती की गई है। कांग्रेस सरकार में जहां 17 प्रतिशत बजट रखा जाता था, भाजपा ने इसे घटाकर 10.2 प्रतिशत कर दिया। किसी भी प्रदेश की तरक्की करनी है तो शिक्षा को बढ़ावा देना चाहिए। भारत भूषण बतरा ने कहा कि सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों में 50 प्रतिशत पोस्ट खाली पड़ी है। सरकार इन पोस्टों को भरने का प्रयास तक नहीं कर रही। जब पोस्ट खाली है तो बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा कैसे मिलेगी। सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों की संस्थाओं पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। सरकार को रिक्त पद तुरंत भरने चाहिए। विधानसभा में रखी खेल स्टेडियम की बातभारत भूषण बतरा ने कहा कि राजीव गांधी खेल स्टेडियम के रखरखाव का मामला विधानसभा में उठाया है। विधानसभा में कहा कि पंचकुला, हिसार, गुरुग्राम, भिवानी व रोहतक में जो स्टेडियम हैं। सरकार नए स्टेडियम बनाने की बात करती है, जो पहले से बने हुए हैं, उनका रखरखाव तो सही से कर ले। रखरखाव के अभाव में ये स्टेडियम जर्जर होते जा रहे है। पूरे हरियाणा में 112 एकड़ में फैले राजीव गांधी खेल से बड़ा स्टेडियम नहीं है। खेल नर्सरियों में नहीं दिया जाता बजटभारत भूषण बतरा ने कहा कि सरकार खेल नर्सरियों की बात तो करती है, लेकिन खेल नर्सरियों को बजट नहीं देती। सरकार ने 50 जिम बनाने की बात कही, लेकिन बजट 10 करोड़ रखा। क्या 20 लाख रुपए में एक अच्छा खेल सेंटर बनाया जा सकता है। इसको लेकर विधानसभा में भी सरकार से सवाल पूछा था। जाट संस्था का पूरे प्रदेश में बहुत बड़ा नाममहारानी किशोरी जाट कन्या महाविद्यालय में विधायक बीबी बतरा ने कहा कि यहां की बेटियां काफी होनहार है। आज के समय लड़कियों का कॉलेज चलाना आसान नहीं है। जाट संस्था का पूरे प्रदेश में बहुत बड़ा नाम है। संस्था में पहले जो भी विवाद रहे, लेकिन आज संस्था को आगे लेकर जाने की जरूरत है।
फतेहपुर के भिटौरा रोड पर अखिल भारतीय श्रीमाली महासभा ने होली मिलन समारोह का आयोजन किया। शंकर श्रीमाली के आवास पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष ललित कुमार श्रीमाली ने की। जिलाध्यक्ष ने महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि संगठन समाज के अति गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा दिलाने का काम करेगा। कार्यक्रम में सभी सदस्यों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर प्रमोद कुमार श्रीमाली को खागा तहसील का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उपस्थित लोगों ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत किया। जिला अध्यक्ष ने कहा कि होली का त्योहार सभी को गिले-शिकवे भुलाकर प्रेम और सौहार्द से मनाना चाहिए। कार्यक्रम में यह लोग रहे मौजूदकार्यक्रम में विनोद श्रीमाली, जिला मंत्री कामता प्रसाद श्रीमाली, रवीकरण, रामकरण, अवधेश, शिव शंकर, श्रीराम, अशोक कुमार, रामचंद्र सैनी और मीडिया प्रभारी सहित कई पदाधिकारी मौजूद रहे। सभी ने एकता और सद्भाव बनाए रखने का संकल्प लिया।
पलवल के एसपीएस इंटरनेशनल स्कूल में छात्रों के लिए करियर काउंसलिंग सत्र का आयोजन किया गया। इस इंटरेक्टिव सत्र में विशेषज्ञों ने छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में करियर के अवसरों की जानकारी दी। विशेषज्ञों ने विज्ञान, वाणिज्य और मानविकी में उपलब्ध करियर विकल्पों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रत्येक क्षेत्र में आवश्यक व्यक्तित्व लक्षणों और नौकरी के विवरण पर प्रकाश डाला। छात्रों को स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के बारे में बताया गया। साथ ही प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों की जानकारी भी दी गई। सत्र में अध्ययन कौशल पर विशेष ध्यान दिया गया। वक्ताओं ने प्रभावी ज्ञान प्राप्ति के लिए विभिन्न तकनीकों और विधियों पर चर्चा की। छात्रों को एआई, नई तकनीकों, जीवन कौशल और विदेशी विश्वविद्यालयों की प्रवेश प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। डॉ. केके गुप्ता ने नई शिक्षा नीति 2020 और सीयूईटी पर चर्चा की। उन्होंने शिक्षा के आधुनिकीकरण और बहुविषयक शिक्षा पर जोर दिया। सीबीएसई मेंटर डॉ. सीबी मिश्रा ने बोर्ड की नई पहलों की जानकारी दी। डॉ. मनीष झा ने जनरेटिव एआई के महत्व पर प्रकाश डाला। लाइफ स्किल्स कोच डॉ. संतुष्टि थापर ने एआई युग में मानवीय कौशल के महत्व को रेखांकित किया।
हरियाणा के फतेहाबाद जिले में शिक्षा विभाग पंचकुला हेड ऑफिस के क्लर्क को कोर्ट परिसर में विजिलेंस टीम ने 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी क्लर्क कुलदीप शिक्षा विभाग के ही एक पियोन (चपड़ासी) भाल सिंह के कोर्ट केस में विभागीय जवाब दाखिल करने के लिए फतेहाबाद कोर्ट आया था। कोर्ट केस के संबंध में आरोपी क्लर्क ने भाल सिंह के बेटे से 1.60 लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। 1988 में हुई थी कर्मचारी की ऑन ड्यूटी मौत जानकारी के अनुसार गांव चिंदड़ निवासी पियोन भाल सिंह की 1988 में ऑन ड्यूटी मृत्यु हो गई थी। इसके बाद भाल सिंह के बेटे कालूराम ने एक्स-ग्रेशिया के तहत क्लेम करते हुए फतेहाबाद सिविल कोर्ट में केस दायर किया था। कोर्ट केस की सोमवार को सुनवाई थी और शिक्षा विभाग की ओर से पंचकुला हेड ऑफिस से क्लर्क कुलदीप जवाब दाखिल करने के लिए फतेहाबाद कोर्ट में आया था। क्लर्क कुलदीप सिंह ने कालूराम से उनके पिता के कोर्ट केस के हक में जवाब दाखिल करने की एवज में 1.60 लाख रुपए रिश्वत की मांग की और सोमवार को कोर्ट में जवाब दाखिल करने के दौरान 20 हजार मौके पर देने की बातें हुई थी। रंगे हाथ विजिलेंस ने पकड़ा कालूराम ने इस पूरे मामले की शिकायत विजिलेंस को दी और विजिलेंस ने आज कोर्ट में आरोपी क्लर्क कुलदीप को कालूराम से 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए मौके पर पहुंचा। फिलहाल आरोपी को विजिलेंस ने अपने हिरासत में ले लिया है और अपनी कार्रवाई में जुटी है। आरोपी से पूरे मामले में पूछताछ की जा रही है।
लखनऊ में सोमवार को 69000 शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया। वे नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर बेसिक शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव करने पहुंच गए। वहां नारे लगा रहे हैं। ये अभ्यर्थी 69000 शिक्षक भर्ती के आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों ने मंत्री संदीप सिंह के आवास का घेराव कर के नारेबाजी कर रहे हैं। योगी बाबा न्याय करो का लगे रहे नारा प्रदर्शन को देखते हुए मंत्री के आवास पर बड़ी संख्या में पुलिसफोर्स तैनात की गई। अभ्यर्थी 'योगी बाबा न्याय करो' के नारे लगा रहे हैं। इनकी मांग है कि 69000 शिक्षक भर्ती में 6800 सीटों पर इनकी नियुक्ति की जाए। प्रदेश के विभिन्न जनपदों से महिला और पुरुष अभ्यर्थी प्रदर्शन में शामिल हुए हैं। अभ्यर्थियों में आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट में सरकार की लचर पैरवी की वजह से नियुक्ति नहीं मिल पा रही है। पिछले 5 वर्षों से रोजगार के लिए संघर्ष कर रहे हैं। शिक्षा मंत्री ने मिलने के लिए बुलाया शिक्षा मंत्री ने अभ्यर्थियों को मिलने के लिए बुलाया है। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों में से पांच लोगों का प्रतिनिधिमंडल बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह से मिलने गया है। प्रदर्शन कर रहे अमरेंद्र पटेल ने कहा कि विगत 5 सालों में 100 से ज्यादा बार शिक्षा मंत्री के आवास का घेराव कर चुके हैं। हर बार हमें इस प्रकार से मंत्री आश्वासन देते हैं। अभ्यर्थियों ने कहा- सरकार से गलती हुई प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा- सरकार ने यह स्वीकार किया है कि उससे गलती हुई है। पिछड़े-दलितों के साथ अन्याय हुआ है। 6800 पदों पर हम नियुक्ति करना चाहती है लेकिन कर नहीं पा रही है। राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग ने रिपोर्ट दी कि इसमें धांधली हुई। हाईकोर्ट ने कह दिया कि इस भर्ती प्रक्रिया में घोटाला हुआ है। इसकी लिस्ट फिर से बनाई जाए। मांग की सरकार सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दे कि एक सेशन बीतने वाला है। हाईकोर्ट के आदेश का पालन करते हुए नए शिक्षक अप्वाइंट करना चाहते हैं। 80 दिन की भूख हड़ताल के बाद भी कुछ नहीं प्रदर्शन कर रहीं श्वेता ने बताया कि वह सीतापुर से आती हैं। 5 साल से लखनऊ के चक्कर लगा रही हैं। हम लोगों को इको गार्डन में छोड़ दिया जाता है जिसको हम लोग नामी जेल कहते हैं। वहां न खाने की, न पीने की और न ही वॉशरूम की कोई व्यवस्था है। इससे पहले हम लोगों ने 80 दिनों तक भूख हड़ताल भी किया फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। सरकार का कोई प्रतिनिधि मिलने नहीं आता। सरकार से एक ही विनती है कि नौकरी दे दें।
जालंधर| समाजसेवा का सराहनीय कार्य भगवान वाल्मीकि मजहबी सिख वेलफेयर एजुकेशनल ट्रस्ट (वामस्वेट) द्वारा गुरुद्वारा शहीद बाबा संगत सिंह जी गुलाब देवी रोड फ्री एजुकेशनल कोचिंग सेंटर चलाया जा रहा है। ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. सुरिंदर कल्याण ने बताया यह संस्था 1994 से एजुकेशन तथा लोकहित समाज सेवा के लिए कार्य कर रही है। कोचिंग सेंटर के इंचार्ज प्रोफेसर एमआरराणा (सिद्धू) व ओमेश्वर नारायण ने बताया कि इस ट्रस्ट द्वारा पहले भी बीएड एवं ईटीटी कंप्यूटर ऑपरेटर आदि की परीक्षा की फ्री कोचिंग दी जा चुकी है। इस प्रोजेक्ट का मकसद शिक्षा का प्रसार करना है। डॉ. सुरिंदर पाल बताते हैं कि अभी तक 300 से अधिक युवाओं ने कोचिंग प्राप्त की है। प्रो. एमआर राणा की देखरेख में ये सेंटर संचालित हो रहा है। जब भी सरकार पीसीएस व भर्ती परीक्षा के लिए घोषणा करती है तो सेंटर में कोचिंग के लिए बैच का दाखिला खोला जाता है। सभी वर्गों के युवा ट्रेनिंग ले सकते हैं। भगवान वाल्मीकि मजहबी सिख वेलफेयर एजुकेशनल ट्रस्ट के सदस्य।
शिक्षा विभाग:8वीं - 5वीं बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी देने वाले शिक्षकों से भेदभाव, नहीं मिल रहा मानदेय
बोर्ड परीक्षाओं में शिक्षा विभाग के दौरे रवैया का खामियाजा शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। वर्तमान में परीक्षाओं का दौर चल रहा है। 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही पिछले सप्ताह 20 मार्च से आठवीं बोर्ड की परीक्षा शुरू हो चुकी है। पांचवीं वीं बोर्ड की परीक्षा अगले महीने 7 अप्रैल से शुरू होगी। लेकिन आठवीं और पांचवीं बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी देने वाले शिक्षकों कोई अतिरिक्त देय नहीं होगा। जबकि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में नियुक्त केंद्राधीक्षक को प्रति दिवस 150 ,अतिरिक्त केंद्राधीक्षकों को 110, वीक्षक को 90 रुपए का मानदेय दिया जाता है। शिक्षक संगठनों ने सरकार से आठवीं और पांचवीं बोर्ड के लगे शिक्षकों को भी मानदेय का लाभ देने की मांग की है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आठवीं बोर्ड परीक्षा में विद्यार्थियों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जा रहा है। इसलिए मानदेय का भी प्रावधान नहीं है। राज्य में 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में लगे कार्मिकों को प्रति दिवस के हिसाब से मानदेय दिया जाता है। आठवीं ओर पांचवी बोर्ड परीक्षा में लगे कार्मिकों व परीक्षा केंद्र पर प्रश्न पत्र लाने व संग्रहण केन्द्र पर जमा करवाने व परीक्षा केंद्र पर खर्च होने वाली स्टेशनरी का खर्चा नहीं देकर शिक्षा विभाग सौतेला व्यवहार कर रहा है। 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की तरह इन्हें भी मानदेय का भुगतान होना चाहिए। -मोहर सिंह सलावद, प्रदेशाध्यक्ष, शिक्षक संघ रेसटा
स्कूलों में बच्चों के लिए बनने वाले मध्याह्न भोजन में तेल के उपयोग में 10% की कमी लाएं। इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी की है। केंद्र ने सभी राज्यों के शिक्षा विभाग को पत्र भेजा है। जिसमें कहा है कि बच्चों में मोटापा और ओवरवेट की समस्या बढ़ रही है। इस कारण ध्यान देना जरूरी है। एडवाइजरी में खाद्य तेल के अत्यधिक सेवन के प्रतिकूल प्रभावों और मोटापे के संबंध में छात्रों को शिक्षित करने की तत्काल आवश्यकता भी बताई गई है। कहा गया है कि न केवल मध्याह्न भोजन, बल्कि घरों में बननेवाले खाना में भी तेल के इस्तेमाल में 10 प्रतिशत की कमी लाना जरूरी है। इसके लिए शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों और समुदाय के सदस्यों में नए-नए तरीकों से जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। स्कूलों की सभी रसोइया और उनके सहायकों को खाना पकाने में तेल के इस्तेमाल को 10 प्रतिशत तक कमी लाने के लिए प्रशिक्षित देने का भी सुझाव दिया गया है। पत्र में घरों में डीप-फ्राइंग के बजाय ग्रिलिंग, स्टीमिंग या बेकिंग जैसे स्वास्थ्यवर्धक खाना पकाने के तरीके अपनाने पर जोर दिया गया है। स्कूलों के किचन गार्डेन की सब्जियों का उपयोग करें स्कूलों में किचन गार्डेन बनाने और उनमें उगाई गई सब्जियों के उपयोग पर बल दिया गया है। बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन पोषण की दृष्टि से संतुलित बनाने को लेकर पूर्व से ही स्पष्ट गाइडलाइन जारी है। इसमें फोर्टिफाइड चावल, गेहूं, मोटे अनाज, दाले, अंडे और हरी पत्तेदार सब्जियां सम्मिलित हैं। वसा से आवश्यक कैलोरी बनाए रखने के लिए प्राथमिक विद्यालय के छात्रों के लिए पांच ग्राम और उच्च प्राथमिक विद्यालय के छात्रों के लिए 7.5 ग्राम की मापी गई मात्रा में डबल फोर्टिफाइड नमक और फोर्टिफाइड खाद्य तेल (विटामिन ए और डी से समृद्ध) का उपयोग करने का निर्देश दिया गया है।
उल्लास केंद्रों में पढ़ाई करने वाले असाक्षर शिक्षार्थियों ने दी परीक्षा
भास्कर न्यूज| छुरा उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान मूल्यांकन परीक्षा का आयोजन किया गया। इस महत्त्वपूर्ण पहल को सफल बनाने में कलेक्टर दीपक अग्रवाल के निर्देशन, सीईओ जीआर मरकाम और डीईओ एके सारस्वत के मार्गदर्शन एवं डीपीओ बुद्धविलास सिंह के कुशल नेतृत्व की अहम भूमिका रही। जिले भर के उल्लास केंद्रों में अध्ययनरत असाक्षर शिक्षार्थियों ने इस महापरीक्षा में उत्साहपूर्वक भाग लिया। परीक्षा से पूर्व कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी में हमर पढ़ाई, हमर अभिमान–पढ़ लिख के पाबो सम्मान संदेश देते हुए प्रत्येक असाक्षर शिक्षार्थी को परीक्षा में सम्मिलित होने का आह्वान किया। डीपीओ बुद्धविलास सिंह के नेतृत्व में महापरीक्षा को सफल बनाने के लिए जिले भर में जमीनी स्तर पर व्यापक तैयारियां की गईं। परीक्षा को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए आवश्यक वातावरण निर्माण एवं प्रचार-प्रसार पर विशेष ध्यान दिया गया। परीक्षा केंद्रों में समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने में विकासखंड शिक्षा अधिकारी केएल मतावले, बीपीओ किशन, समन्वयक शंकर लाल यदु, संतराम कंवर, रामलाल टांडे, खोरबाहरा निषाद सहित सभी प्रभारी शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी रही। परीक्षा सुबह 10:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक आयोजित की गई। शिक्षक अर्जुन धनंजय सिन्हा ने जानकारी दी कि गरियाबंद जिले में 16,870 असाक्षर परीक्षार्थियों का लक्ष्य निर्धारित था, जिसमें से 15,464 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में भाग लिया। यह महापरीक्षा न केवल जिले में साक्षरता दर बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई, बल्कि इससे पढ़ने-लिखने का सम्मान बढ़ाने की भावना भी जागृत हुई।
शिक्षा विभाग में पिछले एक साल में कई ऐसे आदेश है, जिनको पहले तो जारी किया गया। फिर उन आदेशों को लेकर शिक्षा विभाग ने यू-टर्न ले लिया। यह सिलसिला अब तक जारी है। इस बार तो परीक्षाओं को लेकर ही शिक्षा विभाग के अधिकारी गंभीर नहीं है। बार-बार टाइम टेबल को लेकर विभाग यू-टर्न होता रहा। अधिकारियों की इस लापरवाही के चलते बच्चे भी परेशान रहे हैं। बच्चे साल भर मेहनत करते है परीक्षा का टाइम टेबल जारी होते ही उसके आधार पर तैयारी भी प्रारंभ कर देते हैं। लेकिन इस बार ऐसी कोई परीक्षा नहीं जिसका टाइम टेबल नहीं बदला गया हो। बार बार टाइम टेबल बदलने से बच्चे भी असमंजस में रहे कि कौन सा टाइम टेबल सही है।
असम में 11वीं कक्षा की सभी परीक्षाएं रद्द कर दी गयी है। ये फैसला विभिन्न स्थानों पर प्रश्नपत्र लीक होने की खबरें आने के बाद लिया गया है। राज्य के शिक्षा मंत्री रनोज पेगू ने इस बात की जानकारी दी। बता दें, राज्य बोर्ड की 11वीं कक्षा की परीक्षाएं 6 …
झालावाड़ के अंबेडकर भवन में बागरी समाज का होली मिलन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में समाज के प्रबुद्ध जन और ग्रामीण शामिल हुए। समाज के जिलाध्यक्ष दानमल बागरी ने कहा कि त्योहार भारतीय संस्कृति को संरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने सभी से त्योहारों को उत्साह से मनाने का आग्रह किया। बैठक में समाज की प्रमुख समस्याओं पर विचार-विमर्श हुआ। युवाओं को नशे से दूर रखने के उपाय सुझाए गए। ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा का स्तर बढ़ाने पर जोर दिया गया। शिक्षा से वंचित बच्चों को RTE के तहत विद्यालयों में प्रवेश दिलाने की योजना बनाई गई। 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती मनाने की तैयारियों पर भी चर्चा हुई। बागरी समाज कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष जानकीलाल अध्यापक ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में मांगीलाल अकलेरा, गोपाल लाल भवानीमंडी, रामबाबू, राकेश, पवन कुमार, दिनेश कुमार, कैलाश चंद धरोनिया, राजेश कुमार और राजस्थान आदिम महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद बागरी समेत कई समाज बंधु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन रामबाबू करलगांव ने किया।
हरियाणा के सहकारिता, जेल, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद कुमार शर्मा ने बहादुरगढ़ में एक नई शैक्षणिक पहल की शुरुआत की। उन्होंने रविवार को बादली मार्ग पर स्थित गांव उखलचना कोट में तिरंग इंटरनेशनल स्कूल का उद्घाटन किया। स्कूल के चेयरमैन आरएस गर्ग और निदेशक आयुष गर्ग ने मंत्री शर्मा का स्वागत किया। कार्यक्रम में अर्जुन अवार्डी तरुण ढिल्लो भी मौजूद रहे। मंत्री शर्मा ने कहा कि शिक्षा समाज और देश के विकास की रीढ़ है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकारें शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा दी जा रही है। अच्छे संस्कारों की शिक्षा पर जोर उन्होंने किताबी ज्ञान के साथ अच्छे संस्कारों की शिक्षा पर भी जोर दिया। मंत्री ने कहा कि संस्कारवान बच्चे ही राष्ट्र और प्रदेश को प्रगति की राह पर ले जाएंगे। उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का जिक्र करते हुए कहा कि यह युवाओं को बेहतर और रचनात्मक शिक्षा प्रदान करेगी। शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की कार्यक्रम में भाजपा नेता प्रवीण गर्ग, श्यामलाल गर्ग, रामनिवास गर्ग, वेद प्रिय आर्य, मुकुल कौशिक समेत कई गणमान्य व्यक्ति और स्कूल परिवार के सदस्य उपस्थित थे। मंत्री ने शहीदी दिवस पर महान देशभक्तों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि जिला झज्जर के परीक्षा केन्द्र राजकीय उच्च विद्यालय गंगटान पर 28 फरवरी को संचालित हुई सेकेंडरी (शैक्षिक) गणित विषय की परीक्षा को रद्द कर दिया गया था। इस रद्द हुई परीक्षा की पुन: परीक्षा 27 मार्च को दोपहर साढ़े 12 से साढ़े 3 बजे तक परीक्षा केन्द्र वैदिक क.व.मा.वि. झज्जर-15 (बी-1) पर आयोजित करवाई जानी थी। बोर्ड सचिव ने बताया कि अब यह परीक्षा प्रशासनिक कारणों के चलते परीक्षा केन्द्र राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झज्जर-4 (बी-1) पर उक्त निर्धारित तिथि एवं समय पर संचालित करवाई जाएगी। डॉ. मुनीश नागपाल ने बताया कि संबंधित विद्यालय मुखिया को ई-मेल व दूरभाष के माध्यम से भी सूचित कर दिया गया है। परीक्षा केन्द्र राजकीय उच्च विद्यालय गंगटान के परीक्षार्थी परीक्षा आरम्भ होने से 30 मिनट पहले परीक्षा केन्द्र राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झज्जर-4 (बी-1) पर पहुंचना सुनिश्चित करें। इसके पश्चात परीक्षार्थियों का केन्द्र में प्रवेश वर्जित रहेगा। परीक्षार्थियों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि उनके आसपास कोई आपत्तिजनक सामग्री तो नहीं है। उन्होंने बताया कि जिन परीक्षार्थियों की परीक्षाएं रद्द हुई हैं। ऐसे परीक्षार्थी शिक्षा बोर्ड द्वारा पूर्व में जारी किए गए अनुक्रमांक अनुसार ही निर्धारित तिथि व समय पर परीक्षा केन्द्र पर पहुंचना सुनिश्चित करें। सभी नियमित परीक्षार्थी विद्यालय वर्दी में व विद्यालय आईडी कार्ड/मूल आधार कार्ड सहित परीक्षा केन्द्र पर आएंगे।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी सरकार को शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने पर विचार करने को कहा है। प्राइमरी (कक्षा 1 से 5 तक) और अपर प्राइमरी (कक्षा 6 से 8) में करीब डेढ़ लाख शिक्षामित्र हैं। 8 साल से उनका मानदेय नहीं बढ़ा। शिक्षामित्र 10 हजार रुपए पर काम कर रहे हैं। मानदेय नहीं बढ़ने और अन्य कारणों से अब तक करीब 20 हजार शिक्षामित्र नौकरी छोड़ चुके हैं। बेसिक शिक्षा और वित्त विभाग की ओर से कुछ महीने पहले शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) भेजा गया था। लेकिन, वहां से मंजूरी नहीं मिली है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार के पास क्या विकल्प हैं? मानदेय बढ़ेगा या नहीं? पढ़िए पूरी रिपोर्ट... जानिए हाईकोर्ट का आदेश क्या है?शिक्षामित्र अगस्त, 2017 से 10 हजार रुपए महीने मानदेय पर काम कर रहे हैं। उनकी ओर से समय-समय पर सरकार से मानदेय बढ़ाने की मांग की गई। उन्होंने जिलों से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक धरना-प्रदर्शन भी किया, लेकिन मानदेय बढ़ाने पर सरकार ने विचार नहीं किया। सूत्रों के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2022-23 के बजट में सरकार ने शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने का प्रस्ताव बजट में शामिल भी किया था। लेकिन, वह प्रस्ताव आगे नहीं बढ़ सका। इसी बीच शिक्षामित्रों ने मानदेय में वृद्धि के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की। हाईकोर्ट ने सरकार को शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने पर विचार करने के लिए कहा है। मानदेय बढ़ाने को लेकर सरकार का रुख क्या है?हाईकोर्ट के आदेश पर बेसिक शिक्षा विभाग, वित्त विभाग और विधि एवं न्याय विभाग ने मंथन भी किया। मानदेय कब से और कितना बढ़ाना है, यह भी सरकार को ही देखना है। बेसिक शिक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल मानदेय बढ़ाने का कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा है। बेसिक शिक्षा और वित्त विभाग की ओर से इसकी फाइल पहले सीएम कार्यालय भेजी गई थी, लेकिन वहां से कोई पॉजिटिव संकेत नहीं मिला। इसलिए अब दोबारा फाइल तब ही भेजी जाएगी, जब CMO से प्रस्ताव मांगा जाएगा। सरकार के पास फिर विकल्प क्या हैं? शासन-सत्ता के अनुभवी अफसरों का मानना है कि सरकार इस साल नहीं तो अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले शिक्षामित्रों के मानदेय कुछ बढ़ा सकती है। इससे उसे चुनाव में फायदा मिल सकता है। शिक्षामित्रों के संख्या बल की ताकत को देखते हुए भाजपा ने विधानसभा चुनाव 2017 के संकल्प पत्र में उनकी समस्या के समाधान का वादा भी किया था। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के अध्यक्ष अनिल यादव का कहना है कि सरकार ने तत्कालीन डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में कमेटी बनाई थी। कमेटी को शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने सहित अन्य समस्याओं के समाधान पर रिपोर्ट देनी थी। लेकिन, कमेटी की रिपोर्ट अभी तक शेयर नहीं की गई है। शिक्षामित्रों को सपा समर्थक माना जाता हैशिक्षामित्रों की भर्ती से लेकर उन्हें नियमित करने का काम सपा सरकार के दौरान हुआ था। सपा के विधायक और विधान परिषद सदस्य ही विधानमंडल के दोनों सदनों के हर सत्र में शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने और उन्हें नियमित करने की मांग भी उठाते हैं। इसीलिए शिक्षामित्रों को सपा समर्थक माना जाता है। यही वजह है कि विधानसभा चुनाव 2022 से पहले ही बूथ लेवल एजेंट पद से तमाम शिक्षामित्रों को हटा दिया गया। इतना ही नहीं, मतदान दलों में भी उनकी ड्यूटी लगाने से यथासंभव परहेज किया गया। न्यूनतम मजदूरी से भी कम है मानदेयजुलाई, 2017 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश से शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक पद से समायोजन रद्द हुआ। योगी सरकार ने अगस्त, 2018 में शिक्षामित्रों का मानदेय 3500 से बढ़ाकर 10 हजार रुपए महीने किया। लेकिन, यह मानदेय साल में 11 महीने दिया जाता है। गर्मियों की छुटि्टयों में मानदेय नहीं दिया जाता। योगी सरकार के अर्थ एवं संख्या विभाग के अनुसार, 2016-2017 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय मात्र 52,671 रुपए थी। यह 2023-2024 में 93,514 रुपए हो गई। 7 साल में प्रति व्यक्ति आय करीब 80 फीसदी बढ़ी। लेकिन, शिक्षामित्रों का मानदेय एक रुपए नहीं बढ़ा। केंद्र सरकार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में 6 महीने की औसत वृद्धि के आधार पर न्यूनतम मजदूरी तय करती है। 2017 में श्रमिकों की न्यूनतम औसत मजदूरी 176 रुपए थी। इसी साल सरकार ने कुशल श्रमिकों की न्यूनतम औसत मजदूरी को बढ़ाकर 1035 रुपए प्रतिदिन किया है। बढ़ी हुई दर 1 अक्टूबर, 2024 से लागू हो गई है। प्राथमिक शिक्षा की अहम कड़ी हैं शिक्षामित्रप्रदेश के परिषदीय स्कूलों में करीब 1.48 लाख शिक्षामित्र हैं। प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक छात्र अनुपात 1:30 होना चाहिए। शिक्षामित्रों की संख्या के कारण ही परिषदीय स्कूलों में यह अनुपात 1:22 है। इस संख्याबल के कारण ही शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि फिलहाल सहायक अध्यापक भर्ती की जरूरत नहीं है। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में कांग्रेस 40 साल पुराने फॉर्मूले पर लौट रही, ब्राह्मण-पिछड़ा-दलित, मुस्लिम पर फोकस; जिलाध्यक्षों में इन्हीं की धमक यूपी में कांग्रेस अपने 40 साल पुराने फॉर्मूले पर लौट रही है। कांग्रेस ब्राह्मण, मुस्लिम और दलित वोटबैंक से 35 साल तक राज करती रही, लेकिन 90 के दशक में मंडल-कमंडल की राजनीति जैसे-जैसे आगे बढ़ी, कांग्रेस का कोर वोटर उससे छिटकता चला गया। कांग्रेस की 134 जिलाध्यक्षों की सूची से साफ है कि पार्टी एक बार फिर अपने पुराने कोर वोटरों को साधने की तैयारी में है। कांग्रेस की सूची में सपा के एमवाई (यादव-मुस्लिम) और बसपा के बीडीएम (ब्राह्मण-दलित-मुस्लिम) समीकरण की काट भी देखी जा सकती है। पढ़ें पूरी खबर
शिक्षा से पंचायत के 100 लोग बने सरकारी कर्मचारी
पतरातू प्रखंड मुख्यालय से एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित सांकुल पंचायत की तस्वीर शिक्षा के बल पर बदल गई है। पहले सांकुल दिहाड़ी मजदूरी और साइकिल से कोयला बेचने समेत अन्य दूसरे कार्य के लिए जाना जाता था। लोग बताते हैं कि पतरातू थाना क्षेत्र में किसी प्रकार की घटना या विवाद होने पर पुलिस सबसे पहले शक के आधार पर सांकुल गांव पहुंचती थी। लेकिन सांकुल पंचायत के लोगों ने शिक्षा और कठिन परिश्रम के बल पर गांव की तस्वीर बदलने का काम किया है। सांकुल पंचायत में वर्तमान में 100 से अधिक लोग छोटे-बड़े सरकारी पदों पर काम कर रहे हैं। गांव के ही डॉ. कामेश्वर प्रसाद अमेरिका तक सांकुल गांव का झंडा लहरा चुके हैं। वे रिम्स रांची के निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। जबकि अन्य सफल लोगों की बात करें तो यहां के लोग सेना, इंडियन रिजर्व बटालियन, सीमा सशस्त्र बल, सीआरपीएफ, पुलिस विभाग में डीएसपी, दारोगा, झारखंड पुलिस बल, होमगार्ड और बीडीओ-सीओ जैसे गरिमामयी पद पर कार्य कर रहे हैं। शिक्षा का स्तर बढ़ने पर यहां आपसी विवाद और मारपीट की घटना कम हुई है। सामाजिक कुरीतियों से दूरी बढ़ी है। आज शिक्षा के कारण ही पंचायत की पतरातू प्रखंड में एक अलग पहचान बन गई है।
सिविक एक्शन प्रोग्राम में शिक्षा और जागरूकता पर दिया जोर
भास्कर न्यूज | गीदम कोंडापारा गांव में सीआरपीएफ की 231वीं वाहिनी सी एवं एफ समवाय ने सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत शासकीय विद्यालय में गांव वालों को भोज करवाया औक ग्रामीणों को जरूरी उपयोग के सामानों का वितरण किया। साथ ही खेल से संबंधित सामग्रियों के साथ-साथ साइकिल का भी वितरण किया। सिविक एक्शन प्रोग्राम के साथ मेडिकल कैंप का आयोजन भी किया गया जिसमें डॉ. सुब्रतो मंडल, सीएमओ के द्वारा ग्रामीणों को जरूरत की दवाइयां वितरित की गई। इसके अलावा इस वाहिनी द्वारा ग्राम पंचायत अरनपुर तथा पोटली के सामुदायिक सहभागिता उद्देश्य के लिए एलईडी टेलीविजन, 50 नग स्टील प्लेट और ग्लास भी वितरित किए गए ताकि विशेष अवसरों के दौरान ग्रामीणों द्वारा इस्तेमाल किया जा सके। कमांडेंट सुनील भवर के नेतृत्व में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अप्रैल-मई में दोपहर के समय परीक्षा, शिक्षा मंत्री दिलावर से बदलाव की मांग
राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने कक्षा 9 और 11 की वार्षिक परीक्षाओं का समय अप्रैल-मई माह में दोपहर के समय रखने का विरोध किया है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष शेर सिंह चौहान और प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा ने शिक्षामंत्री मदन दिलावर को इस संबंध में ज्ञापन भेजा है और भीषण गर्मी को देखते हुए समय में बदलाव की मांग की है। इसके अलावा 30 मार्च को अक्षय तृतीया पर रखी गई परीक्षा की तिथि भी बदलने का आग्रह किया है। ज्ञापन में बताया गया कि शिक्षा निदेशालय ने 24 अप्रैल से 8 मई तक परीक्षाएं कराने के निर्देश दिए हैं। एक अप्रैल से ग्रीष्मकालीन समय सारणी लागू होगी। इसके तहत स्कूलों का समय सुबह 7:30 से दोपहर एक बजे तक रहेगा। इसके बावजूद विभाग ने मनमाने ढंग से परीक्षा का समय तय कर दिया। परीक्षा का समय सुबह 9:30 से 12:45 बजे और दूसरी पारी का समय दोपहर 1:15 से 4:30 बजे तक रखा गया है। इन्हें स्कूल समय सुबह 7 बजे से एक बजे के बीच ही कराया जाना चाहिए। बता दें, अप्रैल में ही शहर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाता है। सुबह 8-9 बजे तक सड़कें तपने लगती हैं। मई तक पारा चरम पर होता है। कई बार लू भी चलने लगती है। देर शाम तक हवा गर्म रहती है।
अप्रैल-मई में दोपहर के समय परीक्षा, शिक्षा मंत्री से बदलाव की मांग की
उदयपुर| राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने कक्षा 9 और 11 की वार्षिक परीक्षाओं का समय अप्रैल-मई माह में दोपहर के समय रखने का विरोध किया है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष शेर सिंह चौहान और प्रदेश महामंत्री राजेश शर्मा ने शिक्षामंत्री मदन दिलावर को इस संबंध में ज्ञापन भेजा है और भीषण गर्मी को देखते हुए समय में बदलाव की मांग की है। इसके अलावा 30 मार्च को अक्षय तृतीया पर रखी गई परीक्षा की तिथि भी बदलने का आग्रह किया है।
उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत 23 मार्च को राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा अभियान का आयोजन होगा। परीक्षा सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगी। शिक्षार्थी अपनी सुविधा के अनुसार 3 घंटे की परीक्षा दे सकेंगे। मुंगेली जिले में 12,260 असाक्षर लोगों को बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान देने का लक्ष्य है। इसके लिए 456 प्राथमिक स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए विकासखंड स्तर पर केंद्र अध्यक्ष और संकुल प्रभारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जिला और विकासखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं। मुंगेली का संपर्क नंबर 7879105321, लोरमी का 8305151534 और पथरिया का 9691647559 है। कलेक्टर राहुल देव ने 15 वर्ष से अधिक आयु के उन शिक्षार्थियों से परीक्षा में भाग लेने की अपील की है, जिन्होंने उल्लास साक्षरता केंद्र में 200 घंटे का कोर्स पूरा किया है। सफल होने पर उन्हें राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान और राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण का प्रमाण पत्र मिलेगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत, सरकार का लक्ष्य 2030 तक देश को पूर्ण साक्षर बनाना है। इसी के तहत 2022 से 2027 तक उल्लास नामक नव भारत साक्षरता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। यह कार्यक्रम उन लोगों पर विशेष ध्यान देता है, जो किन्हीं कारणों से पहले पढ़-लिख नहीं पाए। जिले में परीक्षा केंद्रों की तैयारियां पूरी मुंगेली जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय ने कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो और परीक्षा केंद्रों में सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। जिला शिक्षा अधिकारी सी. के. घृतलहरे ने बैठक में बताया कि 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के असाक्षरों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान में दक्ष बनाना इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। यह पहल उन लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जिन्हें औपचारिक स्कूली शिक्षा प्राप्त करने का अवसर नहीं मिला। इस अभियान के माध्यम से उन्हें साक्षर बनाकर समाज और राष्ट्र के विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जिला परियोजना अधिकारी रामनाथ गुप्ता ने जानकारी दी कि मुंगेली विकासखंड में 3,960 शिक्षार्थियों के लिए 151 परीक्षा केंद्र, लोरमी विकासखंड में 4,830 शिक्षार्थियों के लिए 152 परीक्षा केंद्र, और पथरिया विकासखंड में 3,470 शिक्षार्थियों के लिए 153 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड साइंस ने ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए द्वितीय ज्ञान रथ मोबाइल कंप्यूटर लैब का शुभारंभ किया। इस अवसर पर 500 से अधिक छात्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। ज्ञान रथ एक विशेष रूप से डिजाइन की गई बस है। इसमें 16 कंप्यूटर और एक इंटरएक्टिव बोर्ड लगा है। यह पूरी तरह सौर ऊर्जा से संचालित होती है। जनवरी 2023 से अब तक इस मोबाइल लैब ने 18 गांवों की यात्रा की है। इस दौरान 1600 से अधिक लोगों को कंप्यूटर प्रशिक्षण दिया गया। इनमें छात्र, शिक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं। संस्थान ने इंदौर जिले के गोदग्राम सिंदौड़ी के शासकीय माध्यमिक विद्यालय में एक स्थायी कंप्यूटर लैब भी स्थापित की है। इससे विद्यार्थी निरंतर डिजिटल शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि यह पहल ग्रामीण छात्रों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाएगी। उन्होंने इस बात पर गर्व जताया कि यह अनूठी पहल श्री वैष्णव संस्थान द्वारा की जा रही है। विशेष अतिथि विधायक मधु वर्मा ने कहा कि डिजिटल युग में कंप्यूटर शिक्षा हर विद्यार्थी के लिए जरूरी है। उन्होंने इसे शैक्षिक कार्यक्रम के साथ-साथ सच्ची समाज सेवा बताया। उनका मानना है कि ऐसे प्रयासों से ग्रामीण छात्रों का तकनीक से जुड़ाव बढ़ेगा। श्री वैष्णव ट्रस्ट समूह के अध्यक्ष पुरुषोत्तमदास पसारी ने बताया कि संस्थान का उद्देश्य इंदौर जिले के सभी गाँवों के विद्यालयों में डिजिटल शिक्षा का विस्तार करना है। ग्राम सिंदौड़ी में स्थायी कंप्यूटर लैब की स्थापना से ज्ञान रथ परियोजना को मजबूती मिलेगी और विद्यार्थियों को निरंतर कंप्यूटर शिक्षा प्राप्त होगी। संस्थान के अध्यक्ष देवेंद्र कुमार मुच्छाल ने इसे ग्रामीण शिक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। निदेशक डॉ. जॉर्ज थॉमस ने कहा कि यह परियोजना डिजिटल विभाजन को कम करने में सहायक होगी। कार्यक्रम में कई गणमान्य अतिथि और शिक्षक उपस्थित थे।
हरियाणा के झज्जर में आज कांग्रेस में सीएलपी लीडर बनाए जाने में हो रही देरी पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए चुटकी ली है। शिक्षा मंत्री ने किसानों पर हुई बर्बरता का ठीकरा भी पंजाब सरकार के सिर फोड़ दिया। शिक्षा मंत्री आज झज्जर गुरूकुल में वार्षिक उत्सव समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कांग्रेस पार्टी की ओर से सीएलपी लीडर न चुनने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि इसके दो ही कारण हो सकते है या तो पार्टी हाईकमान को हरियाणा के अपने नेताओं पर विश्वास नहीं है या फिर हाईकमान को ऐसा लगने लगा है कि हरियाणा में कांग्रेस के अंदर जो नेता बचे हैं। वह सीएलपी लीडर बनने के योग्य हीं नही है। ढांडा आज झज्जर गुरूकुल के 109 वें वार्षिकोत्सव में भाग लेने आए थे और यहीं पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। इस दौरान उन्होंने झज्जर गुरूकुल की खेल नर्सरी सहित कई अन्य मांगों पर विचार किए जाने की भी बात कही। किसानों के साथ हुई बर्बता का ठीकरा पंजाब सरकार के सिर फोड़ा पंजाब के खन्नौरी बॉर्डर से किसानों को वहां से हटाए जाने के सवाल का जवाब देते हुए इस सारे प्रकरण का ठीकरा महिपाल ढांडा ने पंजाब की मान सरकार पर फोड़ा है। उन्होंने पंजाब की मान सरकार को निकम्मी बताते हुए कहा कि पंजाब की मान सरकार ने वहां के किसानों का शोषण किया है। सरकार 24 फसलों पर दे रही है एमएसपीकार्यक्रम के दौरान ढांडा अपनी हरियाणा की भाजपा सरकार की पीठ थपथपाएं जाने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा कि हरियाणा में नायब सैनी सभी 24 फसलें एमएसपी पर किसानों से खरीद रही है। इतिहास गवाह है कि साल 2013 और 14 में किसानों की फसलें औने-पौने दामों में खरीदी जाती थी। नई शिक्षा नीति को साल 2025 में करेंगे लागू इस दौरान उन्होंने केन्द्र की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भी सराहना करते हुए कहा कि केन्द्र का प्रयास है कि इस नई शिक्षा नीति को पूरे देश में साल 2030 तक लागू कर दिया जाए। लेकिन हरियाणा में इस शिक्षा नीति को इसी साल 2025 में पूर्णतया लागू कर दिया जाएगा। इसके लिए सभी अधिकारियों को आदेश दे दिए गए हैं। फसल की खरीद समय पर शुरू होने की कही बात उन्होंने हरियाणा में नई फसल की खरीद समय पर शुरू होने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है किसानों को उनकी फसलों की खरीद में किसी प्रकार से कोई परेशानी न आने दी जाए।
सरगुजा जिले के वाड्रफनगर जनपद पंचायत के तत्कालीन CEO और वर्तमान में बिलासपुर में पदस्थ आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त सीएल जायसवाल की मुश्किलें बढ़ गई है। हाईकोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दी है। एसीबी कोर्ट ने भ्रष्टाचार के केस में उनके खिलाफ आरोप तय किया है, जिसे उन्होंने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। मामले की सुनवाई जस्टिस रवींद्र कुमार अग्रवाल की सिंगल बेंच में हुई। दरअसल, आदिवासी विकास विभाग में पदस्थ सहायक आयुक्त सीएल जायसवाल साल 1996 में वाड्रफनगर में जनपद पंचायत सीईओ थे। इस दौरान साल 1998 में राज्य सरकार ने शिक्षाकर्मी ग्रेड-3 के रिक्त पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू की थी। आरोप है कि जायसवाल समेत अन्य ने अपने चहेते उम्मीदवारों को बिना किसी योग्यता के लाभ देकर नियुक्त करने के लिए अनियमितताएं कीं। उनका अवैधानिक तरीके से चयन किया गया। नियमों को दरकिनार कर रिश्तेदारों का भी नियुक्ति दे दी गई। शिकायत मिलने पर सरगुजा के तत्कालीन कलेक्टर ने जांच के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई। जांच में अनियमितताएं मिली। जिसके बाद एसीबी/ईओडब्ल्यू बिलासपुर ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। एसीबी कोर्ट ने तय किया है आरोप शिक्षाकर्मी ग्रेड-3 की भर्ती में हुए घोटाले के आरोपी सीएल जायसवाल के खिलाफ विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) बलरामपुर ने 27 जून 2018 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) और आईपीसी की धारा 120-बी के तहत आरोप तय किया है। आरोपी ने इस आदेश को चुनौती देते हुए आपराधिक पुनरीक्षण याचिका दायर की थी। बचाव में यह तर्क दिए, कोर्ट ने नहीं मानाआरोपी के वकील ने हाईकोर्ट में याचिका पर सुनवाई के दौरान तर्क दिया कि उसे झूठा फंसाया गया है। वह चयन प्रक्रिया रोकने का आदेश दे चुका था और बाद में उसका तबादला हो गया था। उसने किसी भी अभ्यर्थी का चयन नहीं किया। जबकि राज्य सरकार की तरफ से कहा गया कि आरोपी चयन समिति का पदेन अध्यक्ष था। उसने रिश्वत लेकर अभ्यर्थियों का चयन किया और दस्तावेजों में हेरफेर की। गवाहों के बयान में यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी ने साक्षात्कार में अंक देने में हेरफेर किया। सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने उनकी तर्कों को नहीं माना। हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को मामले की सुनवाई जारी रखने का निर्देश दिया है। साथ ही पूर्व में दी गई किसी भी तरह की अंतरित राहत भी हटाने का आदेश दिया है। इस तरह की गई थी अनियमितताजांच में पाया गया कि आरोपी और चयन समिति के 9 सदस्यों ने निष्पक्ष चयन प्रक्रिया का पालन नहीं किया। इंटरव्यू के अंक मनमाने तरीके से दिए गए। ओबीसी और एससी वर्ग की सूची में हेराफेरी गई। कई अभ्यर्थियों को ज्यादा नंबर देकर चयनित किया गया, जबकि योग्य उम्मीदवारों को बाहर कर दिया गया। रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे, आरोप तय करने लगे 27 साल जायसवाल समेत अन्य पर आरोप लगाया गया कि रिश्वत लेकर अभ्यर्थियों का चयन किया। गवाहों के बयान में सामने आया कि रिश्वत न देने पर कुछ अभ्यर्थियों को बाहर कर दिया गया। जांच में चयन प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के स्पष्ट प्रमाण मिले। एसीबी ने लंबी जांच प्रक्रिया के कोर्ट में चार्जशीट पेश किया। जिसके बाद कोर्ट ने ट्रॉयल के बाद भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13(2) और आईपीसी की धारा 120-बी के तहत आरोप तय किया है।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने पानीपत की गीता यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्टूडेंट के कंधों पर देश की तकदीर टिकी हुई है। मंत्री ने स्टूडेंट से आह्वान किया कि वे डिग्री लेने से पहले देशहित में काम करने का संकल्प लें। सरकार सबको साथ लेकर चल रही महिपाल ढांडा ने कहा कि भारत पहले भी विश्व गुरु था। नालंदा और तक्षशिला जैसी विश्वविद्यालयों में दुनियाभर से छात्र पढ़ने आते थे। उन्होंने बताया कि कुछ स्वार्थी लोगों की वजह से देश पीछे रह गया, लेकिन वर्तमान सरकार देशहित में सबको साथ लेकर चल रही है। भारत की जीडीपी अब 7% तक पहुंची मंत्री ने बताया कि भारत की जीडीपी अब 7% तक पहुंच गई है। उन्होंने विश्वास जताया कि इसी तरह के प्रयासों से 2047 तक भारत फिर से विश्व गुरु बन जाएगा। उन्होंने कहा कि आज हर देश भारत की ओर देख रहा है क्योंकि भारत में क्षमताओं की कमी नहीं है। शिक्षा को बढ़ावा देने की अहमियत पर जोर कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के ओएसडी राज नेहरू ने भी शिक्षा को बढ़ावा देने की अहमियत पर जोर दिया। इस मौके पर गीता यूनिवर्सिटी के कुलपति एसपी बंसल, उप कुलपति डॉ. विक्रम, डॉ. गुलशन चौहान, निशांत सिंह बंसल, अंकुश बंसल और डॉ. विकास सिंह भी उपस्थित थे।
राजस्थान में स्टूडेंट्स के साथ अब टीचर्स की भी परीक्षा होगी। शिक्षा विभाग द्वारा स्टूडेंट्स को दिए जाने वाले सेशनल मार्क्स (सत्रांक) के आधार पर शिक्षा विभाग उनके टीचर्स का भी रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा। ऐसे में अगर किसी टीचर द्वारा 100% सेशनल मार्क्स दिए जाने के बाद स्टूडेंट्स के रिटन टेस्ट में 50% से कम मार्क्स आएंगे। शिक्षा विभाग द्वारा संबंधित टीचर के खिलाफ इंक्वायरी शुरू कर एक्शन लिया जाएगा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा- स्कूलों में स्टूडेंट्स को जो सेशनल मार्क्स (सत्रांक) दिए जाते हैं। वो उनके फाइनल रिजल्ट में जुड़ते हैं। ऐसे में अगर किसी टीचर द्वारा किसी स्टूडेंट को 20 में से 20 सेशनल मार्क्स दिए जाते हैं। स्टूडेंट को उस विषय की परीक्षा में पास होने के लिए 80 में से सिर्फ 13 नंबर ही लाने होते हैं। महज 13 नंबर लाकर ही स्टूडेंट परीक्षा में पास हो जाता है। 50% मार्क्स नहीं आने पर होगी कार्रवाई अब शिक्षा विभाग में इस तरह की व्यवस्था नहीं चलेगी। अगर किसी टीचर द्वारा किसी भी स्टूडेंट को 20 में से 20 सेशनल मार्क्स दिए गए हैं। रिटन टेस्ट में स्टूडेंट के 80 में से 40 मार्क्स (50%) आने ही चाहिए। अगर ऐसा नहीं होगा तो संबंधित टीचर और स्टूडेंट से शिक्षा विभाग द्वारा पूछताछ की जाएगी। इसमें अगर यह पता चला कि टीचर द्वारा स्टूडेंट्स को ठीक ढंग से पढ़ाई नहीं करवाई गई है। संबंधित टीचर के खिलाफ सख्त एक्शन भी लिया जाएगा। प्रमोशन का आधार बनेगा रिजल्ट उन्होंने कहा- राजस्थान के शिक्षा विभाग में कई नवाचार किया जा रहे हैं। जिसके तहत स्टूडेंट्स को अब रिटेलिंग और रिचैकिंग की व्यवस्था भी मिल सकेगी। इसके साथ ही लंबे समय से प्रमोशन कर रहे विभाग के 50 हजार से ज्यादा कर्मचारियों और टीचर्स को प्रमोट भी किया जाएगा। ऐसे में स्टूडेंट्स का रिजल्ट टीचर्स के प्रमोशन में महत्वपूर्ण रहने वाला है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक देश एक तिथि एक पंचांग के मुद्दे पर देश-विदेश से आए ज्योतिषाचार्य मंथन कर रहे। इस सम्मेलन में जोगिंदर नगर से संबंध रखने वाले पंडित लेखराज शर्मा भी पहुंचे जो विश्व के पहले ऐसे ज्योतिषी है जो हस्तरेखा देखकर जातक की सटीक जन्मतिथि बताने और उसकी कुंडली बनाने में माहिर हैं। सेना से सेवानिवृत्त पंडित लेख राज शर्मा ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से ज्योतिष की उच्च शिक्षा प्राप्त की है। इससे पहले भी पंडित लेख राज शर्मा को विभिन्न ज्योतिष मंचों पर अलग अलग अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में उन्होंने क्या कहा पेश है रिपोर्ट... सवाल : आप ने हाथ देखकर कुंडली बनाने की शुरुआत कब शुरू की? जवाब : 1966 में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक छात्र था। यहीं से हमने इसकी शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आज से 60 वर्ष पहले भारत कृषि प्रधान देश था। हमारी आबादी ज्यादातर गांव में रहती थी। हमारे पास ना घड़ी होती थी ना ही ऐसी कोई विशेष चीज थी जिसे देखकर हम समय की गणना कर सकते। उन्होंने कहा कि उसे समय लोग धूप घड़ी का सहारा लेते थे। उन्होंने कहा कि पशु पक्षी भी ज्योत इस शास्त्र के एक ग्रंथ थे। जिससे दिन और समय का पता लगा लेते थे। उन्होंने कहा कि पहले के समय जहां मां बच्चे को जन्म देती थी वहां के मिट्टी को उठाकर गणना की जाती थी और यह भी बता दिया जाता था कि उसे समय उसे कमरे में कितनी महिलाएं हुआ करती थी। उन्होंने कहा कि उसे समय हम उसे ज्योतिष गणना से 12 लग्न और 12 राशि की गणना किया करते थे तभी से हमने इसको करना शुरू किया। सवाल : आधुनिक दौर में कम्प्यूटर से ज्यादातर ज्योतिषाचार्य कुंडली बना रहे हैं वह कितना सही है ? जवाब : कंप्यूटर को हमने कमांड दी है इसलिए कंप्यूटर ज्योतिष से भरा हुआ है। गणित से गणना करके वह हमारी जन्म कुंडली को तैयार कर देता है। लेकिन वह हमारे सही भविष्य को नहीं बता पाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि आज के जो आधुनिक ज्योतिषी हैं उन्होंने कहा कि पंचांग भारतीय ज्योतिष का अभिन्न अंग है लेकिन आजकल के जितने ज्योतिष है वह बिना फोन के जन्म कुंडली नहीं बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत ज्योतिषाचार्य नहीं बना पाएंगे। उन्होंने कहा कि आज के समय में हमारे संस्कृति का नाश हो रहा है। सवाल : क्या किसी के जन्मदिन,जन्म का समय और जन्म स्थान न हो तब भी कुंडली तैयार हो जायेगी ? जावब : हां,अगर आपको अपना जन्म दिन, जन्म का समय और जन्म स्थान के बारे में कुछ भी पता नहीं है तो भी आपकी कुंडली बनाई जा सकती है। ज्योतिष शास्त्र की मदद से आपका भविष्य देखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों का हाथ देखकर ही कुंडली तैयार कर दी। कभी उनके पास प्रमुख नेताओं की कुंडली का डेटा था। पंडित लेखराज शर्मा ने कई लोगों का सिर्फ हाथ की रेखाएं देखकर ही चुनिंदा लोगों की जन्मतिथि, जन्म समय और जन्म स्थान बता दिया। यह विधा देख लोग हैरान थे। इसको बनाने के लिए सामुद्रिक शास्त्र की शिक्षा ली। हाथ से कुंडली बनाने के लिए 2 घंटे के लग्न में एक ही व्यक्ति की कुंडली बनाई जा सकती है। दूसरा लग्न शुरू होने के बाद ही डिटेल बताई जा सकती है। हर दो घंटे में पूर्व में राशि का उदय होता है, यही लग्न है। इसलिए हर दो घंटे पर ही एक ही कुंडली बन सकती है। सवाल : आप आर्मी में सेवा दे चुके हैं वहां कैसा माहौल रहे? जवाब : भारतीय सेना की एक अच्छी खूबसूरत चीज हमें यही लगी कि वहां बहुत से धर्म के लोग रहते हैं। लेकिन वहां का अनुशासन यह कहता है कि देश सबसे पहले है। उन्होंने कहा कि सेवा में हम धर्मगुरु थे। लोगों को मोटिवेट किया जाता था। वहां हमें अपने देश के लिए कितना वफादार रहना चाहिए इस बारे में बताया जाता था। उन्होंने कहा कि हमने देश और विदेश दोनों जगह पर अपनी सेवा दी है। सवाल : देश के भविष्य के लिए आप ने क्या गणना की है? जवाब : देश के लिए आने वाला 2 वर्ष काफी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक दूर के चलते बहुत कुछ खराब हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इसका प्रमाण भी दिख रहा है क्लाइमेट चेंज हो रहे हैं पर्यावरण खराब हो रहा है। उन्होंने कहा कि ऋतुओं और ग्रहण में 10-15 दिन के फर्क आने लगे हैं। उन्होंने कहा कि यह विज्ञान ही विनाश की ओर ले जाएगा।
भोपाल में स्कूल शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और शिक्षकों की समस्याओं की लगातार अनदेखी की जा रही है। मध्य प्रदेश राज्य कर्मचारी संघ जिला भोपाल लंबे समय से इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रयासरत है। 3 फरवरी को जिला शिक्षा अधिकारी एनके अहिरवार को नौ सूत्रीय मांग पत्र सौंपा गया है। संघ के जिला संयोजक जितेंद्र शाक्य के अनुसार, जिला शिक्षा अधिकारी ने तत्काल कार्यवाही का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। सामान्य प्रशासन के निर्देशों के अनुसार, मान्यता प्राप्त कर्मचारी संघों के पत्रों का जवाब देना अनिवार्य है, लेकिन अधिकारी न तो संवाद कर रहे हैं और न ही समस्याओं का समाधान कर रहे हैं। कर्मचारी संघ ने अब जिला शिक्षा अधिकारी को अंतिम नोटिस दिया है। अगर 27 मार्च तक मांगों का समाधान नहीं किया गया, तो कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया जाएगा। कर्मचारियों का कहना है कि सरकारी नीतियों को अधिकारियों द्वारा सही तरीके से लागू नहीं किया जा रहा है।
शिक्षा विभाग ने नए सत्र में दाखिले के लिए चलाया जागरूकता अभियान
भास्कर न्यूज| अमृतसर शिक्षा विभाग ने नर्सरी से 12वीं कक्षा तक नए सत्र में प्रवेश के लिए जागरूकता अभियान चलाया। बेहतर अनुभव शिक्षा मियारी, मान पंजाब दा स्कूल सरकारी स्लोगन के साथ बच्चों व उनके पैरेंट्स को अवेयर किया। डीईओ कंवलजीत सिंह व डिप्टी डीईओ इंदु मंगोत्रा ने सरकारी एलीमेंट्री स्कूल फैजपुरा से वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी गुरदेव सिंह ने बताया कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सुधार कर रही है। विभिन्न आधुनिक शिक्षण-अध्यापन तकनीकों को लागू किया जा रहा है। सरकारी स्कूलों में निजी स्कूलों की तुलना में गुणवत्तापूर्ण और मुफ्त शिक्षा प्रदान की जा रही है। इस मौके पर प्रिंसिपल अनु बेदी, प्रमोद कुमार, रिंकू भाटिया, राजिंदर सिंह, विजय कुमार, परमिंदर संधू, मनीष कुमार, संदीप स्याल, मोनिका राणा, सुरेश कुमार, हरदयाल सिंह, संधू, बलजीत सिंह मल्ली व अन्य मौजूद रहे।
अलीगढ़ के भाजपा सांसद सतीश गौतम के खिलाफ आरटीआई कार्यकर्ता और भ्रष्टाचार विरोधी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. केशवदेव गौतम ने न्यायालय में एक और वाद दाखिल किया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद सांसद ने अपने शैक्षिक दस्तावेज जमा नहीं कराए। पं. केशवदेव ने MP/MLA कोर्ट में वाद दाखिल किया है, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब इस मामले में 27 मार्च को सुनवाई की जाएगी। वहीं केशवदेव की ओर से यह अलीगढ़ सांसद के खिलाफ दूसरा वाद है, जो उन्होंने न्यायालय में दाखिल किया है। इससे पहले भी वह एक वाद दाखिल कर चुके हैं, जो न्यायालय में विचाराधीन है। सांसद पर धांधली करने का आरोप पं. केशवदेव का आरोप है कि सांसद ने 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणापत्र में अपनी शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल, इंटरमीडिएट और स्नातक घोषित की थी। लेकिन चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता के दस्तावेज चुनाव आयोग को नहीं दिए। उनका कहना है कि घोषणा पत्र में सांसद ने जो भी शैक्षिक योग्यता बताई थी, उन्हें उसके दस्तावेज चुनाव आयोग को उपलब्ध कराने चाहिए थे। जिससे कि उनका घोषणापत्र पूर्ण होता। उन्होंने तात्कालीन चुनाव अधिकारियों पर भी आरोप लगाया है कि धांधली करने में उन्होंने सांसद सतीश गौतम का साथ दिया है और वह अधिकारी भी इस मामले में दोषी हैं। आरटीआई से हुआ है खुलासा वादी पं. केशवदेव ने बताया कि उन्होंने सांसद से जुड़ी जानकारियां हासिल करने के लिए सूचना के अधिकार के तहत चुनाव आयोग से जानकारी मांगी थी। जिसके जवाब में उन्हें बताया गया है कि सांसद ने अपने घोषणा पत्र में शैक्षिक योग्यता स्नातक बताई है। लेकिन इससे संबंधित कोई भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए। 2014 में हाईस्कूल पास से सतीश गौतम अलीगढ़ लोकसभा से हैट्रिक लगाने वाले सांसद सतीश गौतम ने जब 2014 में पहली बार चुनाव लड़ा था तो उन्होंने अपनी शैक्षिक योग्यता महज हाईस्कूल दर्शायी थी। अपने घोषणापत्र में उन्होंने बताया था कि 1988 में उन्होंने मथुरा के एक स्कूल से सेकेंड डिवीजन में हाईस्कूल पास किया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी सांसद सतीश गौतम की शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल ही थी। लेकिन 2019 में ही उन्होंने राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) से इंटरमीडिएट का फार्म भरा और 2020 में वह इंटरमीडिएट हो गए। 2024 के चुनाव में उन्होंने बताया था कि उन्होंने 2023 में स्वामी विवेकानंद शुभारती यूनिवर्सिटी में डिस्टेंस लर्निंग से बीए किया है। एएमयू को लेकर दाखिल किया था वाद सांसद सतीश गौतम के खिलाफ पं. केशवदेव पहले भी वाद दाखिल कर चुके हैं। उन्होंने एएमयू में जिन्ना की तस्वीर को लेकर वाद दाखिल किया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि सांसद ने आमजनों के साथ ठगी की है। उन्होंने अपने पहले चुनाव में घोषणा की थी कि वह एएमयू से जिन्ना की तस्वीर हटवा देंगे। लेकिन चुनाव जीतने के बाद सांसद अपने इस वादे को भूल गए ओर जनता को गुमराह करते रहे। यह मामला न्यायालय में स्वीकार कर लिया गया था। इसके बाद पं. केशवदेव ने 8 महीने पहले न्यायालय के माध्यम से सांसद पर धमकी देने, अपहरण और जान से मारने की धमकी देने का वाद भी दाखिल किया था। यह मामला भी विचाराधीन है।
संभल के श्रीकल्कि धाम का वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ मशीनों का पूजन यूपी की शिक्षा मंत्री और मुरादाबाद कमिश्नर ने किया, वहीं DM-CDO ने भूमि खुदाई के लिए कुदाल चलकर भूमि पूजन किया। भजनों की अमृतवर्षा के बीच श्रद्धालु और साधु-संत झूमते हुए नज़र आए। शुक्रवार को जनपद संभल के थाना ऐंचौड़ा कम्बोह स्थित श्रीकल्कि धाम में विधि-विधान पूर्वक मशीनों का पूजन किया गया। मशीन का पूजन यूपी की शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी, उनकी बेटी बनियाखेड़ा ब्लॉक प्रमुख डॉक्टर सुगंध सिंह एवं मुरादाबाद कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने किया, वहीं संभल डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया, सीडीओ गोरखनाथ भट्ट एवं अन्य साधु-संतों ने भूमि खुदाई के लिए कुदाल चलाकर निर्माण कार्य की शुरुआत कर दी। कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम् ने कहा कि यह धाम विश्व का अनूठा धाम है, जो भगवान के अवतार लेने से पहले बन रहा है। यह 4.5 एकड़ में निर्मित होगा, इसका मुख्य शिखर 171 फुट ऊँचा होगा। शिक्षामंत्री गुलाब देवी ने कहा कि यह तो विश्व का अलौकिक कार्य किया जा रहा है। जहां हमारे भगवान कल्कि अवतार लेंगे, इससे बड़ा सौभाग्य हमारा ओर क्या हो सकता है, शिला पूजन के साक्षी बने है। महाराज आचार्य प्रमोद कृष्णम् की प्ररेणा से भगवान ने हमसे यह कार्य सम्पन्न कराया है। आपको बता दें कि बीती 19 फ़रवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूमि पूजन किया था और प्रथम स्थापना दिवस पर 19 फरवरी 2025 को यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भूमि पूजन किया था। इस दौरान एसडीएम वंदना मिश्रा, सीओ असमोली कुलदीप सिंह मौजूद रहें।
नई दिल्ली में आयोजित एनसीआर गोल्फ कप में 14 वर्षीय शिक्षा जैन ने प्रदेश का नाम रौशन किया है। चार दिवसीय टूर्नामेंट में उन्होंने 1 पार और 5 ओवर के शानदार स्कोर के साथ सभी वर्गों के खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया। टूर्नामेंट के दौरान शिक्षा को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। एक गोल्फ बॉल उनके पैर पर लगी। इसके बावजूद शिक्षा का प्रदर्शन सराहनीय रहा और उन्होंने दृढ़ता के साथ खेलते हुए बड़ी जीत हासिल की । शिक्षा की यह जीत उनके करियर का एक और महत्वपूर्ण पड़ाव है। वह अब तक 82 से अधिक टूर्नामेंट जीत चुकी हैं। उन्हें 147 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में आमंत्रित किया जा चुका है। अब उनका अगला लक्ष्य 2028 ओलिंपिक में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीतना है। शिक्षा का कहना है कि खेल में सफलता के लिए सिर्फ तकनीकी कौशल ही नहीं, बल्कि मानसिक दृढ़ता भी जरूरी है। उन्होंने साबित कर दिया है कि उम्र महज एक संख्या है। उनकी यह जीत युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई है।
हिसार के हांसी-बरवाला रोड पर भाटला गांव के पास एक बड़ा हादसा हुआ। यहां एक आईसर कैंटर और स्कॉर्पियो की टक्कर हो गई। हादसे में भिवानी शिक्षा बोर्ड के डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर (DEO) संदीप कुमार और शिक्षा बोर्ड के सहायक हरविंदर शर्मा घायल हो गए। घायलों को पहले सामान्य अस्पताल हांसी लाया गया। बाद में उन्हें हिसार रेफर कर दिया गया। स्कॉर्पियो में सवार नौ स्कूली बच्चे बड़े हादसे से बच गए। ये बच्चे उचाना से फुटबॉल टूर्नामेंट के लिए भगाना गांव जा रहे थे। एक बच्चे अभिषेक की आंख में चोट लगी है। उसे मलिक अस्पताल हांसी में भर्ती कराया गया है। मार्किंग के पेपर लेकर जा रहा था कैंटर दरौली खेड़ा जींद का रहने वाले स्कॉर्पियो चालक मंजू को भी भी चोटें आई हैं। उसे भी हिसार के सामान्य अस्पताल भेजा गया है। DEO संदीप कुमार कैंटर से भिवानी बोर्ड से मार्किंग के पेपर लेकर हांसी से बरवाला जा रहे थे। स्कॉर्पियो ने की ट्राले को ओवरटेक करने की कोशिश कैंटर चालक हनुमान सिंह ने बताया कि बरवाला की तरफ से आ रही स्कॉर्पियो ने एक ट्राले को ओवरटेक करने की कोशिश की। इस दौरान स्कॉर्पियो ट्राले से टकरा गई। हनुमान ने समझदारी दिखाते हुए अपनी गाड़ी को सड़क से नीचे उतार लिया। उनका कहना है कि ऐसा नहीं करने पर आमने-सामने की टक्कर हो सकती थी, जिससे बड़ा नुकसान हो सकता था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मिठी गोबिंदराम पब्लिक स्कूल में आज 2025-26 सत्र की शुरुआत से पहले कक्षा पहली के छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए स्वागत एवं परिचय सत्र का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अभिभावकों को विद्यालय के नियमों और कार्यप्रणाली से अवगत कराना था। सिद्ध भाऊ ने नए छात्रों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ संस्कारवान बनाना हमारा कर्तव्य है। स्कूल में पक्षियों के लिए दाना-पानी सत्र और आरती सत्र जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। प्रधानाध्यापिका मिष्ठी वासवानी ने स्कूल प्रमुखों और कक्षा अध्यापिकाओं से अभिभावकों का परिचय करवाया। उप-प्राचार्या दीपा एंथोनी ने सभी का आभार व्यक्त किया। प्राचार्य अजय बहादुर सिंह ने अभिभावकों का स्वागत किया। स्कूल कोऑर्डिनेटर मिनी नायर ने विद्यालय के नियमों की जानकारी दी। उन्होंने अभिभावकों से शिक्षकों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखने का आग्रह किया। साथ ही यह भी कहा कि बच्चों के बस्ते का बोझ कम करने के लिए केवल जरूरी किताबें ही भेजें। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका नेहा वासवानी ने किया। कार्यक्रम के बाद सभी ने विद्यालय का भ्रमण किया।
कांग्रेस हाईकमान ने मुंगरा बादशाहपुर विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी डॉ. प्रमोद कुमार सिंह को जिला कांग्रेस कमेटी जौनपुर का अध्यक्ष नियुक्त किया है। जौनपुर जिले के विकासखंड महाराजगंज में जन्मे डॉ. सिंह ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। वे राष्ट्रीय छात्र संगठन के इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के महासचिव और प्रदेश महासचिव रहे हैं। डॉ. सिंह ने बिहार और दिल्ली में यूथ कांग्रेस के प्रदेश महासचिव का दायित्व संभाला। वर्तमान में वे शिक्षक कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष और जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव हैं। उन्होंने केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार और दिल्ली में शिक्षा प्राप्त की है। वे नौ भाषाओं के जानकार हैं। बॉल्स ब्रिज यूनिवर्सिटी, डोमिनिका और इंटरनेशनल पीस यूनिवर्सिटी, जर्मनी ने उन्हें मानद उपाधि से सम्मानित किया है। डॉ. सिंह को थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री से प्राइड ऑफ इंडिया अवार्ड और नेपाल के पूर्व राष्ट्रपति से राष्ट्रीय शिक्षा रत्न अवॉर्ड मिला है। उन्होंने ग्रामीण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सुजानगंज और महाराजगंज में प्रणवम स्कूल ऑफ चिल्ड्रेन आर्ट की स्थापना की। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम, कारगिल विजेता मेजर योगेंद्र सिंह यादव और पूर्व मुख्यमंत्री रामनरेश यादव प्रणवम स्कूल में युवाओं को संबोधित कर चुके हैं। डॉ. सिंह की नियुक्ति से कांग्रेस कार्यकर्ताओं में खुशी का माहौल है।
BPSC ने गुरुवार को साल 2025 की सभी भर्तियों का परीक्षा कैलेंडर जारी किया है, लेकिन इसमें TRE- 4 परीक्षा का जिक्र नहीं है। हालांकि, दो दिन पहले बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील सिंह ने विधानसभा में कहा कि TRE-4 एग्जाम मई 2025 में आयोजित होगी। इसमें जो वैकेंसी बची है, वह चौथे चरण में ही जोड़ा जाएगा। इसके बावजूद कैलेंडर में शिक्षक भर्ती परीक्षा का कोई जिक्र नहीं है। इससे शिक्षक अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले TRE-3 की प्रक्रिया भी काफी विलंब से पूरी हुई थी, जिससे अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कैलेंडर में 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE), असिस्टेंट इंजीनियर, असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, लोअर डीविजन क्लर्क (LDC) सहित कई अन्य परीक्षाओं की तिथियां घोषित की गई हैं। 70वीं CCE और अन्य प्रमुख परीक्षाओं की तिथि BPSC के अनुसार, 70वीं CCE मेंस परीक्षा 25, 26, 28, 29 और 30 अप्रैल 2025 को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा, जिसकी तिथि बाद घोषित की जाएगी। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर (फिजिक्स) पद के लिए इंटरव्यू 13 अप्रैल 2025 को होगा। इसके साथ ही असिस्टेंट इंजीनियर एग्जाम 21 से 23 जून 2025 तक, असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO) 13 जुलाई 2025, लोअर डिवीजन क्लर्क (LDC) 20 जुलाई 2025, असिस्टेंट रेवेन्यू एंड अकाउंट्स ऑफिसर एग्जाम 27 जुलाई 2025, मिनरल डेवलपमेंट ऑफिसर (MDO) परीक्षा 9 और 10 अगस्त को परीक्षा आयोजित की जाएगी। असिस्टेंट फॉरेस्ट कंजरवेटर एग्जाम 7 से 9 सितंबर तक चलेगी और डिस्ट्रिक्ट स्टैटिक्स ऑफिसर परीक्षा 3 अगस्त को होगी। --------------------------------------------------- ये भी पढ़ें.... BPSC TRE 3 में कोई सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं होगा:सदन में शिक्षा मंत्री बोले- मई में चौथे चरण का एग्जाम होगा,बची वैकेंसी इसी में जोड़ेंगे BPSC TRE 3 में अब कोई सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं किया जाएगा। बजट सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री ने सदन में इसको लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं करेगी। पूरी खबर पढ़ें
बेरोजगार शारीरिक शिक्षा शिक्षकों ने डिप्टी कमिश्नर को सौंपा मांग पत्र
भास्कर न्यूज | अमृतसर लंबे समय से मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे बेरोजगार शारीरिक शिक्षा शिक्षकों ने वीरवार को मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नाम जिला प्रशासन को मांग पत्र सौंपा। शिक्षकों ने जल्द उनकी मांगों पर विचार करने की अपील की। चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी गईं तो पंजाबभर में रोष प्रदर्शन किया जाएगा। बीते दिनों शिक्षकों ने अमृतसर हाल गेट के बाहर प्रदर्शन किया था। इसके बाद अधिकारियों ने डीसी अमृतसर से बैठक कराने का भरोसा दिया था। 20 मार्च हुई बैठक में शिक्षकों की मुख्य मांगों को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री तक पहुंचाने की बात कही गई। बेरोजगार शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की मांग है कि 2000 पीटीआई पदों में बीपीएड और बीपीई कोर्स किए हुए शिक्षकों को भी शामिल किया जाए। ये पद 2023 में निकाले गए थे, जिनमें उच्च शिक्षा प्राप्त उम्मीदवारों को भी मौका दिया गया था। यूनियन नेताओं ने बताया कि रविवार को राज्यसभा सदस्य संत बाबा बलबीर सिंह सींचेवाल से भी मुलाकात करेंगे। उम्मीद जताई कि वे उनकी मांगों को प्रमुखता से उठाएंगे और समाधान करवाएंगे। इस मौके पर यूनियन अध्यक्ष सौरव राय, शिल्पा, संदीप सिंह, रजनीश कौर, नितिन महेश्वरी समेत कई नेता मौजूद रहे।
भारतीय भाषाओं को तकनीकी शिक्षा में बढ़ावा देने को 200 कांफ्रेंस व वर्कशॉप
भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) द्वारा एआईसीटीई वाणी का दूसरा संस्करण लॉन्च किया गया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारतीय भाषाओं को तकनीकी शिक्षा में बढ़ावा देना है। इसके तहत तकनीकी संस्थानों में 200 कांफ्रेंस, सेमिनार और वर्कशॉप आयोजित किए जाएंगे। उपरोक्त कार्यक्रम 22 क्षेत्रीय भाषाओं में आयोजित किए जाएंगे, जिसमें उभरते तकनीकी क्षेत्रों पर चर्चा की जाएगी। कांफ्रेंस, सेमिनार और वर्कशॉप के लिए एआईसीटीई द्वारा चार करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इस योजना के माध्यम से सभी शैक्षिक संस्थानों को भारतीय भाषाओं में शोध पत्र प्रकाशित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना में क्षेत्रीय भाषाओं की संख्या को 12 से बढ़ाकर 22 कर दिया गया है और संवेदनशील क्षेत्रों की संख्या भी 12 से बढ़ाकर 16 कर दी गई है। इनमें क्वांटम तकनीक, हाइड्रोजन ऊर्जा, अंतरिक्ष और रक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), डेटा विज्ञान, एग्रीटेक, खाद्य प्रसंस्करण, साइबर सुरक्षा शामिल है। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 25 मार्च से 24 अप्रैल तक एआईसीटीई-अटल पोर्टल पर शुरू होगी। चयन प्रक्रिया में संस्थानों को एआईसीटीई के मानकों के आधार पर चुना जाएगा, ताकि सम्मेलन, सेमिनार या कार्यशाला की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। कॉलेजों को दिए जाएंगे दो लाख रुपए : एआईसीटीई-वाणी 2025 के तहत कॉलेजों को 2 लाख रुपए की वित्तीय सहायता दी जाएगी। जिन क्षेत्रीय भाषाओं में कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं। इसमें असमिया, बंगाली, हिंदी, कन्नड़, गुजराती, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, संस्कृत, संथाली, सिंधी, तमिल, तेलुगु, उर्दू शामिल है।
शिक्षक नियुक्ति मामले में शिक्षा सचिव तलब
रांची | झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस एमएस रामचंद्र राव व जस्टिस दीपक रोशन की खंडपीठ में प्लस टू हाई स्कूलों में शिक्षकों के स्वीकृत 1033 पदों पर नियुक्ति की मांग को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हुई। अदालत ने मामले में स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव को कोर्ट में हाजिर होने का निर्देश दिया है। अगली सुनवाई 16 अप्रैल को होगी। इस संबंध में प्रार्थी कालेश्वर महतो व अन्य की ओर से जनहित याचिका दाखिल की गई है, जिसमें उल्लेख है कि राज्य के हाई स्कूल में मनोविज्ञान, गृह विज्ञान, तर्कशास्त्र सहित विभिन्न जनजातीय भाषाओं में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सरकार ने 1033 पद स्वीकृत किए हैं। अभी तक इन पदों पर सरकार की ओर से नियुक्ति नहीं की जा रही है।इसके बाद अदालत ने शिक्षा सचिव को तलब किया है।
Rajasthan News: चूरू शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही, जानकर आप भी पकड़ लेंगे माथा
Dead Teacher Duty in Exam: चूरू शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां एक मृत अध्यापक की एग्जाम ड्यूटी लगा दी गई. इस अजीबो-गरीब आदेश को लेकर क्षेत्र में चर्चा तेज हो गई है. लोग विभाग की इस चूक पर हैरान हैं और इसे लापरवाही का बड़ा उदाहरण मान रहे हैं.
हरदा में नार्मदीय ब्राह्मण समाज मंदिर ट्रस्ट के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने गुरुवार को शपथ ली। भादुगांव मठ के महामंडलेश्वर ओंकार दास महाराज की उपस्थिति में यह समारोह संपन्न हुआ। मुख्य ट्रस्टी अशोक पाराशर के साथ सामान्य ट्रस्टी राजेन्द्र गुहे, ऋषि पारे, संजय काशिव और दीपक शुक्ला ने पद की शपथ ली। कार्यक्रम में कथावाचक नारायण साकल्ले, गुरुदेव राजेश बिल्लोरे, कथावाचक महेंद्र साकल्ले, प्रफुल्ल शर्मा, सेवानिवृत्त न्यायाधीश अनिल पारे और रिटायर्ड डिप्टी कलेक्टर प्रेमनारायण पाराशर समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। निशुल्क प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग की व्यवस्था की जाएगीमुख्य ट्रस्टी पाराशर ने समाज के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं घोषित कीं। युवाओं के लिए निशुल्क प्रतियोगी परीक्षा कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा। हर छह महीने में स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जाएगा। नवनिर्वाचित ट्रस्टियों का तिलक कर आशीर्वाद दियासमारोह से पहले पंडित गोविंद शर्मा और अन्य विद्वानों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सभी नवनिर्वाचित ट्रस्टियों का तिलक कर आशीर्वाद दिया। महामंडलेश्वर ओंकार दास महाराज ने समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के उत्थान पर जोर दिया। गुरुदेव बिल्लोरे ने ट्रस्टियों से पांच साल के कार्यकाल में जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने का आग्रह किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी अशोक नेगी, मधुकर बिल्लोरे, अरविंद बिल्लोरे, चंद्रकांत सिटोके, आलोक बिल्लोरे, मुकेश गार्गव और पूर्व मुख्य ट्रस्टी किशोर शुक्ला सहित चुनाव में असफल रहे प्रत्याशी भी उपस्थित थे।
BPSC ने गुरुवार को साल 2025 की सभी भर्तियों का परीक्षा कैलेंडर जारी किया है, लेकिन इसमें TRE- 4 परीक्षा का जिक्र नहीं है। हालांकि, दो दिन पहले बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील सिंह ने विधानसभा में कहा कि TRE-4 एग्जाम मई 2025 में आयोजित होगी। इसमें जो वैकेंसी बची है, वह चौथे चरण में ही जोड़ा जाएगा। इसके बावजूद कैलेंडर में शिक्षक भर्ती परीक्षा का कोई जिक्र नहीं है। इससे शिक्षक अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। इससे पहले TRE-3 की प्रक्रिया भी काफी विलंब से पूरी हुई थी, जिससे अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। कैलेंडर में 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE), असिस्टेंट इंजीनियर, असिस्टेंट प्रोफेसर, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, लोअर डीविजन क्लर्क (LDC) सहित कई अन्य परीक्षाओं की तिथियां घोषित की गई हैं। 70वीं CCE और अन्य प्रमुख परीक्षाओं की तिथि BPSC के अनुसार, 70वीं CCE मेंस परीक्षा 25, 26, 28, 29 और 30 अप्रैल 2025 को आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा, जिसकी तिथि बाद घोषित की जाएगी। इसके अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर (फिजिक्स) पद के लिए इंटरव्यू 13 अप्रैल 2025 को होगा। इसके साथ ही असिस्टेंट इंजीनियर एग्जाम 21 से 23 जून 2025 तक, असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर (ASO) 13 जुलाई 2025, लोअर डिवीजन क्लर्क (LDC) 20 जुलाई 2025, असिस्टेंट रेवेन्यू एंड अकाउंट्स ऑफिसर एग्जाम 27 जुलाई 2025, मिनरल डेवलपमेंट ऑफिसर (MDO) परीक्षा 9 और 10 अगस्त को परीक्षा आयोजित की जाएगी। असिस्टेंट फॉरेस्ट कंजरवेटर एग्जाम 7 से 9 सितंबर तक चलेगी और डिस्ट्रिक्ट स्टैटिक्स ऑफिसर परीक्षा 3 अगस्त को होगी। --------------------------------------------------- ये भी पढ़ें.... BPSC TRE 3 में कोई सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं होगा:सदन में शिक्षा मंत्री बोले- मई में चौथे चरण का एग्जाम होगा,बची वैकेंसी इसी में जोड़ेंगे BPSC TRE 3 में अब कोई सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं किया जाएगा। बजट सत्र के दौरान शिक्षा मंत्री ने सदन में इसको लेकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं करेगी। पूरी खबर पढ़ें
बलरामपुर जिले में शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा रहा है। जिले की 385 ग्राम पंचायतों में डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की जाएंगी। प्रत्येक लाइब्रेरी की स्थापना पर 4 लाख रुपए का निवेश किया जाएगा। पंचायती राज विभाग ने चार कमरों वाले पंचायत भवनों का चयन किया है। डीपीएम आकाश शर्मा ने बताया कि एक कमरा पूरी तरह से पुस्तकालय के लिए समर्पित होगा। लाइब्रेरी में विद्यार्थियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। कंप्यूटर सिस्टम और मुफ्त इंटरनेट की सुविधा होगी। दो टैबलेट और फर्नीचर की व्यवस्था की जाएगी। पेयजल और शौचालय की सुविधा भी उपलब्ध होगी। एक समय में 10 लोग यहां बैठकर अध्ययन कर सकेंगे। विद्यार्थियों के लिए हिंदी और अंग्रेजी के समाचार पत्र उपलब्ध होंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए विशेष पत्रिकाएं रखी जाएंगी। साहित्य, कहानियां और नाटक की पुस्तकें भी उपलब्ध होंगी। जिले में डिजिटल शिक्षा को पहले से बढ़ावा दिया जा रहा है। अब तक 10 हजार युवाओं को टैबलेट और तीन लाख युवाओं को स्मार्टफोन वितरित किए गए हैं। इस वर्ष 1800 और युवाओं को इस योजना का लाभ मिलेगा। डीपीआरओ श्रेया उपाध्याय के अनुसार, इस पहल से ग्रामीण युवा अपने गांव में ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकेंगे। बिजली की समस्या से निपटने के लिए इनवर्टर की व्यवस्था भी की जाएगी।
हरियाणा भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो.रामबिलास शर्मा ने, वीरवार को केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव के पैतृक गांव जमालपुर पहुंचकर उनके पिता स्वर्गीय कदम सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर रामबिलास शर्मा ने कहा कि स्वर्गीय कदम सिंह बहुत धार्मिक व उच्च विचारों के व्यक्ति थे। जिन्होंने अपनी रेलवे की सेवा के दौरान व उसके बाद भी अपने जीवन में जारी रखा। केंद्रीय मंत्री अपने पिता के पद चिन्हों पर चल रहे हैं स्वर्गीय कदम सिंह के पदचिन्हों पर चलते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव भी राजनीतिक में रहकर लोगों की सेवा कर रहे हैं। इस अवसर पर उन्होंने भूपेंद्र सिंह को ढांढस बंधाया एवं दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान देने के लिए परमात्मा से विनती की।
शास्त्री नगर स्थित साइंस पार्क में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। कलांकित और सरस्वती प्रिंटिंग इंडस्ट्रीज ने एक स्थानीय पत्रिका के सहयोग से इस कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के अतिथि बसंत जैन बैराठी ने बताया कि विधायक रफीक खान और पूर्व पार्षद मंजू शर्मा की उपस्थिति में विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं को सम्मानित किया गया। सौंदर्य प्रसाधन क्षेत्र से शिल्पा शर्मा और सेलिब्रिटी ब्यूटीशियन सरोज चौधरी को सम्मानित किया गया। शिक्षा क्षेत्र से शिवानी वर्मा और निशा सिंह का सम्मान किया गया। चिकित्सा क्षेत्र से डॉ. आशालता, डॉ. सुमन अग्रवाल और डॉ. नीरज भटनागर को सम्मानित किया गया। खेल श्रेणी में मीणा राजपूत और अन्न वाणी को सम्मान मिला। कार्यक्रम के संयोजक डेजिल नाजरथ और रवि सिंह किरार ने बताया कि कुल 51 प्रतिभाशाली महिलाओं को रानी लक्ष्मीबाई साहस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सेंट जेवियर कॉलेज की निदेशक मधु शर्मा, राय इंटरनेशनल की प्रिंसिपल सबिता नायर सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अन्नू लारी डेनियल और दिया डिडवानिया ने किया। निर्मला जैन, प्रियंका गोयल और सोनिया मोदी मुख्य संयोजन में शामिल रहीं।
बागपत में उत्तर प्रदेश विधानसभा की सरकारी आश्वासन समिति ने पीएम श्री उच्च प्राथमिक कंपोजिट विद्यालय सिसाना का निरीक्षण किया। छपरौली विधानसभा सदस्य और समिति सभापति डॉक्टर अजय कुमार की अध्यक्षता में यह निरीक्षण हुआ। विद्यालय में बच्चों ने तिलक लगाकर और हस्तनिर्मित क्राफ्ट बुके से समिति का स्वागत किया। समिति ने विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था का गहन निरीक्षण किया। मिड-डे मील में बच्चों को परोसी जा रही मिक्स दाल की गुणवत्ता को समिति ने सही पाया। रसोइयों ने समिति के सामने मानदेय बढ़ाने की मांग रखी। विद्यालय में कुल 393 बच्चे पंजीकृत हैं। समिति ने कक्षाओं में जाकर बच्चों के अक्षर ज्ञान और पठन क्षमता की जांच की। शिक्षकों से छात्रों की प्रगति और पाठ्यक्रम की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की गई। समिति ने विद्यालय प्रशासन को शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष जोर दिया गया। इस निरीक्षण में बिलारी विधायक मोहम्मद फहीम इरफान, गुन्नौर विधायक राम खिलाड़ी यादव और बांसडीह विधायक केतकी सिंह भी मौजूद रहे।
जौनपुर में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के एनएसएस जिला नोडल अधिकारी डॉ. अवधेश मौर्य ने जलालपुर थाने में कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला छात्र-पुलिस अनुभवात्मक शिक्षा (एसपीईएल) के तहत आयोजित की गई। एनएसएस युवाओं में समाज सेवा की भावना कार्यक्रम में प्रभारी निरीक्षक राम सजन यादव और महिला एसआई चिंता राय ने जनता की सुरक्षा को पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया। नोडल अधिकारी ने पुलिस और एनएसएस के बीच समन्वय पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जहां पुलिस जनसुरक्षा का काम करती है। वहीं एनएसएस युवाओं में समाज सेवा की भावना जगाती है। कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को साइबर क्राइम, सड़क सुरक्षा और विशेष अपराधों से जुड़े कानूनों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का संचालन जलालपुर महाविद्यालय के एनएसएस प्रभारी डॉ. सोमारू राम प्रजापति के साथ मुख्य आरक्षी शैलेंद्र कुमार पांडेय, आरक्षी राजन कुमार पासवान और महिला आरक्षी गोल्डी प्रतिमा ने किया।
भारतीय शिक्षा बोर्ड में अनिल शर्मा विशिष्ट सदस्य मनोनीत
जयपुर| शिक्षा मंत्रालय द्वारा गठित भारतीय शिक्षा बोर्ड पतंजलि, हरिद्वार की मैनेजमेंट कमेटी ने भारतीय शिक्षा बोर्ड संचालन समिति में स्कूल शिक्षा परिवार के अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा को विशिष्ट सदस्य मनोनीत किया है। समिति के अध्यक्ष ने सोमवार को इस संबंध में आदेश जारी किया। शर्मा की नियुक्ति भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित विद्यालय शिक्षा में उनके योगदान के आधार पर की गई है।
सुप्रीम कोर्ट ने लोक जुम्बिश परिषद कर्मचारियों को सर्व शिक्षा अभियान में समायोजित करने का रास्ता साफ करते हुए राजस्थान हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। वहीं हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देने वाली राजस्थान काउंसिल फॉर एलीमेंट्री एजुकेशन व अन्य की एसएलपी खारिज कर दी। सरकार ने हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें कर्मचारियों को सर्व शिक्षा अभियान में समायोजित करने का निर्देश दिया गया था। अधिवक्ता मनु मृदुल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से 2001 में नियुक्त हुए कर्मचारियों को सरकारी सेवा में सभी सेवा परिलाभ सहित नियुक्त किया जाएगा। इसका लाभ 300 से ज्यादा कर्मचारियों को मिलेगा और उनका नियमितिकरण सभी सेवा परिलाभ सहित हो सकेगा। राज्य सरकार की ओर से दलील दी गई कि प्रार्थी प्लेसमेंट एजेंसी के जरिए लगाए थे और उन्हें सीधे सर्व शिक्षा अभियान में समायोजित नहीं किया जा सकता, जबकि कार्मिकों की ओर से दलील दी गई थी कि वे भी आवश्यक शैक्षिक कार्य कर रहे थे और उन्हें समान रूप से अवसर मिलना चाहिए। उनके समान अन्य कर्मचारियों को सरकार ने पूर्व में सर्व शिक्षा अभियान में शामिल किया है। इसलिए दोनों प्रकार के कर्मचारियों के बीच भेदभाव नहीं किया जा सकता। इसलिए प्रार्थियों को भी सर्व शिक्षा अभियान में शामिल करने वाले हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा जाए और उन्हें सभी सेवा परिलाभ दिए जाएं। सुप्रीम कोर्ट ने कर्मचारियों के पक्ष में फैसला देते हुए राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश को बरकरार रखा।
उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। ग्रेटर नोएडा के मथुरापुर में एक सरकारी प्राइमरी स्कूल को स्मार्ट स्कूल में बदल दिया गया है। इस स्कूल का उद्घाटन प्रदेश के बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने किया। योगी सरकार के ऑपरेशन कायाकल्प के तहत डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से इस स्कूल को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है। स्कूल में हर कक्षा में डिजिटल बोर्ड और स्मार्ट लर्निंग टूल्स लगाए गए हैं। बच्चों की सुविधा के लिए आरामदायक बैठने की व्यवस्था की गई है। स्कूल में स्वच्छता और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा गया है। छात्रों के लिए आरओ और वाटर फिल्टर से शुद्ध पेयजल की व्यवस्था है। छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय बनाए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर कक्षाओं में दो-दो दरवाजे बनाए गए हैं। स्कूल को ग्रीन स्कूल मॉडल के अनुरूप विकसित किया गया है। निर्माण के दौरान एक भी पेड़ नहीं काटा गया। मिड डे मील के लिए अलग से भवन बनाया गया है, जहां बच्चे आराम से बैठकर भोजन कर सकेंगे। यह स्कूल निजी विद्यालयों को टक्कर दे रहा है। योगी सरकार का लक्ष्य प्राथमिक विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार कर बच्चों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करना है।
सुल्तानपुर के जयसिंहपुर में बेसिक शिक्षा विभाग की एक महत्वपूर्ण पहल सामने आई है। विकासखंड के बीआरसी जयसिंहपुर में 'हमारा आंगन हमारे बच्चे' कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्तर के अध्यापकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की क्षमता का विकास करना है। कार्यक्रम में सदर विधानसभा के विधायक राजप्रसाद उपाध्याय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि सरकार बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इन योजनाओं का लक्ष्य बच्चों की मानसिक क्षमता का विकास करना और शिक्षा के प्रति उनमें रुचि पैदा करना है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत परिषदीय स्कूलों में बेसिक शिक्षा विभाग और बाल विकास विभाग मिलकर काम करेंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों और प्राथमिक विद्यालयों में बुनियादी साक्षरता के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। साथ ही अभिभावकों को भी पूर्व प्राथमिक और बुनियादी शिक्षा में उनकी भूमिका के बारे में जागरूक किया जाएगा।
बालोद जिले का किल्ले कोड़ा एक ऐसा गांव है जहां लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे है। इस गांव में लोगों के पास फोन तो है लेकिन मोबाइल नेटवर्क नहीं है। इसके साथ ही यहां स्वास्थ्य सुविधा और शिक्षा का स्तर भी गिरा हुआ है। गांव में मोबाइल फोन का इस्तेमाल केवल गेम खेलने तक सीमित है। ग्रामीण अभी भी लैंडलाइन पर निर्भर हैं। नेटवर्क की समस्या इतनी गंभीर है कि किसी को फोन करने के लिए पहाड़ी पर जाना पड़ता है। रात में कोई आपात स्थिति होने पर सुबह का इंतजार करना पड़ता है। एंबुलेंस बुलाने दूसरे गांव जाते है आदिवासी बाहुल्य इलाके में सबसे बड़ी समस्या स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर है। गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने के लिए महतारी एक्सप्रेस या एंबुलेंस बुलाने के लिए तीन किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं गांव के ज्यादातर घरों में लैंडलाइन लगा हुआ है। वह भी अच्छे से काम नहीं करता। नेटवर्क न होने से बच्चे ऑनलाइन कक्षाओं से वंचित हैं। इससे यहां की शिक्षा का स्तर लगातार गिर रहा है। सरकार की डिजिटल योजनाओं और ऑनलाइन सुविधाओं का लाभ भी ग्रामीणों को नहीं मिल पा रहा है। 3 किलोमीटर जाना पड़ता है दूर ग्रामीण तुकेश्वर प्रसाद सिन्हा ने बताया कि गांव में कोई दिक्कत हो तो हमें नेटवर्क खोजने सबसे पहले गांव से 3 किलोमीटर दूर दूसरे गांव में जाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि कई बार हम जिला प्रशासन के पास अपनी समस्याओं को रख चुके हैं, बावजूद इसके कोई समाधान नहीं निकला। बच्चों की पढ़ने में दिक्कत शिक्षक गोकुल सोरी ने बताया कि बच्चों को पढ़ने में दिक्कत होती है। यहां 12 वीं तक की कक्षा है आज कल होमवर्क ऑनलाइन वाट्सअप ग्रुप में दिया जाता है, ग्रुप स्ट्डीज ऑनलाइन होती है, ऐसे में इन बच्चों के लिए आधुनिकता अभी बहुत दूर है। गांव में कलाकार मूर्तिकार हैं उन्हें भी यदि संपर्क करना हो तो असंभव है। इससे उनका व्यापार भी पतन की ओर जा रहा है। प्रशासन ने नहीं किया सार्थक प्रयास उप सरपंच दीपक भूआर्य ने बताया कि पंचायत के माध्यम से शासन और प्रशासन तक आवेदन दे चुके हैं लेकिन अब तक किसी तरह का कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया है। महिलाएं नहीं बढ़ पा रही आगे गांव की महिला श्यामवती सिन्हा कहती है कि हम सब गांव की महिलाएं हैं और छोटे-छोटे काम करके अपने जीवन यापन करते हैं। यदि हम अपने व्यवसाय को बढ़ाना चाहे तो चाह कर भी नहीं बढ़ा सकते। श्यामवती ने कहा कि नेटवर्क कनेक्टिविटी बहुत ही जरूरी है और हम सब इसे को शो दूर हैं लैंडलाइन फोन है उससे भी बात करना बहुत संघर्ष भरा रहता है।
छिंदवाड़ा सांसद विवेक बंटी साहू ने जिले के स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संसद में महत्वपूर्ण मांग रखी है। उन्होंने नवेगांव में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज और तामिया में आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की जरूरत पर जोर दिया। सांसद साहू ने संसद में अपने संबोधन के दौरान कहा कि छिंदवाड़ा जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं और चिकित्सा शिक्षा के अवसरों की आवश्यकता है। उन्होंने तर्क दिया कि आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धतियां ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के लोगों के लिए किफायती और प्रभावी साबित हो सकती हैं। तामिया क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में आयुर्वेदिक औषधियां है यहां के लोगों को इसका अच्छा खासा ज्ञान है। स्वास्थ्य सुविधाओं का होगा विस्तारसांसद साहू ने बताया कि तामिया क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है, जहां आयुर्वेदिक चिकित्सा से लोगों को पारंपरिक और प्राकृतिक उपचार उपलब्ध होगा। वहीं, नवेगांव में होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज बनने से जिले में चिकित्सा शिक्षा का विस्तार होगा और नए रोजगार के अवसर सृजित होंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि इन दोनों कॉलेजों की स्थापना के लिए आवश्यक बजट और संसाधन जल्द उपलब्ध कराए जाएं। सांसद ने यह भी बताया कि इस कदम से जिले के युवाओं को मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने का सुनहरा अवसर मिलेगा।
जींद में सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में 10वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित होने से पहले ही 11वीं कक्षा में एडमिशन होंगे। सेकेंडरी एजुकेशन के डायरेक्टर द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को नौवीं और 11वीं कक्षा में एडमिशन को लेकर पत्र जारी किया गया है। 11वीं क्लास में एक अप्रैल से प्रोविजनल दाखिले शुरू होंगे। हालांकि बोर्ड की तरफ से परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद 10 दिन के अंदर जनरल एडमिशन होंगे। उसके बाद अगले 10 दिनों तक संस्थान मुखिया की अनुमति से बिना लेट फीस एडमिशन होंगे। इसके बाद भी सीट खाली रहती हैं, जिला शिक्षा अधिकारी से अनुमति लेकर बिना विलंब शुल्क दाखिले किए जाएंगे। नौंवी में दाखिले 30 अप्रैल तक होंगे उसके बाद एडमिशन के लिए सेकेंडरी शिक्षा हरियाणा के निदेशक की अनुमति लेनी होगी। वहीं नौवीं कक्षा में सामान्य दाखिले एक से 30 अप्रैल तक होंगे। उसके बाद स्कूल के प्रिंसिपल की अनुमति से एक मई से लेकर 16 मई तक बिना लेट फीस दाखिले किए जाएंगे। फिर भी अगर सीट खाली रह जाती है, तो संस्थान के मुखिया द्वारा संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी से अनुमति प्राप्त करते हुए 17 से 31 मई तक बिना विलंब शुल्क दाखिले होंगे। इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी सुमित्रा देवी ने बताया कि सेकेंडरी शिक्षा हरियाणा ने नौवीं और 11वीं कक्षा में दाखिले का शेड्यूल जारी किया है। एक अप्रैल से नया सत्र शुरू हो रहा है। एक अप्रैल से 11वीं कक्षा में प्रोविजनल दाखिले किए जाएंगे। 10वीं कक्षा का बोर्ड द्वारा परीक्षा घोषित करने के बाद सामान्य दाखिले किए जाएंगे।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं। परीक्षा केंद्रों पर उड़नदस्ते लगातार छापेमारी कर रहे हैं। वरिष्ठ महिला अधिकारी अमरजीत कौर दालम के नेतृत्व में फ्लाइंग स्क्वायड की टीम ने गुरदासपुर के कई स्कूलों में औचक निरीक्षण किया। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल के परीक्षा केंद्र पर तैनात अधीक्षक अश्वनी कुमार को निलंबित कर दिया गया है। उन पर 10वीं की अंग्रेजी परीक्षा के दौरान घोर लापरवाही का आरोप है। वे सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल झावर, गुरदासपुर में लेक्चरर हैं। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय, गुरदासपुर रहेगा। जब इस मामले में डीपीआई सेकेंडरी पंजाब परमजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कार्रवाई पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के उच्च अधिकारियों की रिपोर्ट के बाद की गई है। परीक्षा केंद्र के बाहर खड़ी मिली थी बीडीपीओ की गाड़ी जानकारी मिली है कि कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारी अपने या अपने रिश्तेदारों के बच्चों को नकल कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। बीते दिन बीडीपीओ रैंक के एक अधिकारी की सरकारी बोलेरो परीक्षा केंद्र के बाहर खड़ी कमरे में कैद की गई थी, उनका ड्राइवर तो गाड़ी में मौजूद था, लेकिन सूचना मिली कि बीडीपीओ अपनी पत्नी के साथ इस निजी स्कूल के कार्यालय यानि परीक्षा केंद्र में मौजूद थे। लापरवाह लोगों पर होगी कार्रवाई : शिक्षा अधिकारी हालांकि, एडीसी द्वारा जारी आदेशों के अनुसार परीक्षा केंद्र के 100 मीटर के दायरे में किसी भी बाहरी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं है। जानकारी के अनुसार बीडीपीओ का बेटा इसी स्कूल में 12वीं की परीक्षा दे रहा है। उधर, जब इस बारे में जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी राजेश कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी बीपीओ, अधीक्षकों और परीक्षा केंद्र अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि परीक्षा केंद्रों में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि परीक्षा केंद्र पर किसी सरकारी अधिकारी के मौजूद होने का सबूत मिला तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
भीलवाड़ा जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू की पहल पर भीलवाड़ा जिले में शिक्षा विभाग के नवाचार के तहत प्रत्येक शहरी प्रारम्भिक शिक्षा- पंचायत स्तर पर विद्यालयों के खाली क्लास रूम, लिस्ट और प्लान के अकॉर्डिंग फर्स्ट फेज में 50 स्वाध्याय केन्द्र (Self Study Center) की स्थापना की जाएगी। इनकी स्थापना से कस्बे में सुविधाओं से वंचित छात्र-छात्राएं विद्यालय का होम वर्क-प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी कर सकेगें। स्वाध्याय केन्द्र से विद्यार्थियों में सकारात्मक प्रतिस्पर्धा एवं सरकारी संसाधनों का बेहतर उपयोग हो सकेगा | शिक्षा विभाग के इस नवाचार के तहत वर्तमान समय में प्रचलित लाइब्रेरी के रूप में पेरेन्ट्स के वित्तीय भार को कम करने में आवश्यक सहयोग मिल सकेगा। निगरानी व्यवस्था एवं अन्य आधारभूत सुविधाएं पुस्तकालयाध्यक्ष, पंचायत सहायक, ग्राम पंचायत में कार्यरत कार्मिक, नरेगा मेट एवं भामाशाह के सहयोग से की जाएगी। इस हेतु समस्त सरकारी विभागों के अधिकारी आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। इस सम्बन्ध में संबंधित अधिकारीगण समय-समय पर स्वाध्याय केन्द्रों में आवश्यकतानुसार सहयोग एवं संबल प्रदान करेगें। निगरानी व्यवस्था एवं अन्य आधारभूत आवश्यकताओं हेतु मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी जिला , जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक एवं प्रारम्भिक जिला भीलवाड़ा , अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा , उपखण्ड अधिकारी (समस्त उपखण्ड) मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (समस्त ब्लॉक) , विकास अधिकारी, (समस्त ब्लॉक) सम्बन्धित पीईईओ , सम्बन्धित संस्था प्रधान एवं सम्बन्धित ग्राम विकास अधिकारी स्वाध्याय केंद्रों के सुगम संचालन हेतु अपनी भूमिका निभाएंगे |
बालिका शिक्षा और समानता पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
भास्कर न्यूज | बाड़मेर गागरिया स्टेशन में जिला प्रशासन, महिला एवं बाल विकास विभाग और महिला मंडल बाड़मेर आगोर के तत्वावधान में बालिका शिक्षा और समानता पर जागरूकता कार्यक्रम हुआ। प्रोग्राम ऑफिसर सैन ने कहा कि शिक्षा से बालिकाएं अपने जीवन में आगे बढ़ सकती हैं और अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं। शिक्षा से वे अपने अधिकारों को समझ सकती हैं और स्वतंत्र निर्णय ले सकती हैं। संस्था निदेशक आदिल खान ने कहा कि महिला समानता से महिलाओं को समाज में पुरुषों के समान अधिकार, अवसर और सम्मान मिलता है। महिला काउंसलर ममता मेघवाल ने कहा कि बालिका शिक्षा और समानता के रास्ते में लिंग भेदभाव सबसे बड़ी चुनौती है। इसे खत्म करना जरूरी है, ताकि बालिकाओं को समान अवसर मिल सकें। ग्रामीण महिला चंपा देवी ने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए बालिकाओं को शिक्षा और समानता के अवसर देना जरूरी है। कार्यक्रम में बखतू देवी, ज्योति, फूली देवी, तारी, सीता, अलमा, हमीरा, नब्बू, इनायत समेत कई महिलाओं ने भाग लिया।
भास्कर न्यूज | जयपुर जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ (ऋषभदेव) का जन्म कल्याणक दिवस यानी जयंती समारोह रविवार को मनाया जाएगा। भगवान ऋषभदेव ने ही असि-मसि-कृषि की शिक्षा का संदेश जन-जन तक पहुंंचाया ताकि वे सैन्य शक्ति एकत्र करके, मेहनत के साथ कृषि पर फोकस करें और स्वावलंबी बन सकें। किसी पर निर्भर नहीं रहे। सांगानेर थाना सर्किल स्थित श्री दिगंबर जैन मंदिर चित्रकूट कॉलोनी में सांगानेर, प्रताप नगर संभाग के मंदिर समिति, महिला एवं युवा मण्डलों, जैन सोशल ग्रुप, दिगंबर जैन सोशल ग्रुपों के पदाधिकारियों की विशेष बैठक बुलाई गई, जिसमें जयंती समारोह के पोस्टर का विमोचन किया गया। सकल जैन समाज की तरफ से तीर्थकर ऋषभदेव की जयंती पर विशाल वाहन रथयात्रा निकाली जाएगी। युवा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन एवं प्रदेश महामंत्री विनोद कोटखावदा ने बताया कि प्रतापनगर के हल्दीघाटी मार्ग पर सेक्टर-17 स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर से सुबह 8.30 बजे वाहन रथयात्रा का शुभारंभ होगा। यह रथयात्रा शहर के टोंक रोड, गोपालपुरा बाईपास, मानसरोवर के मध्यम मार्ग सहित विभिन्न मार्गों से होते हुए अग्रवाल फार्म के मीरा मार्ग स्थित श्री आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर के दर्शन कर आदिनाथ भवन पर पहुंचेगी। यह वाहन रथयात्रा सुबह 11 बजे मीरा मार्ग के आदिनाथ भवन पर पहुंचकर धर्म सभा में परिवर्तित हो जाएगी। 48 मंदिरों पर होगा रथयात्रा का स्वागत वाहन रथयात्रा के लिए अशोक जैन को मुख्य परामर्शक, राजीव जैन गाजियाबाद को मुख्य समन्वयक तथा प्रवीण बडज़ात्या को मुख्य संयोजक बनाया है। आयोजन के लिए रथयात्रा मार्ग में आने वाले 48 दिगंबर जैन मंदिरों के पदाधिकारियों से चर्चा की गई है। रथयात्रा में भगवान आदिनाथ से संबंधित झांकियों सहित 24 तीर्थंकरों के रथ, भरत का भारत की झांकी, भजन मण्डलियां, लवाजमा, बैंडबाजे, नारे लिखी तख्तियां, विंटेज कारे, दो पहिया एवं चौपहिया वाहन, महिला मण्डलों के लिए ट्रेक्टर ट्रालियां आदि शामिल की जाएगी।
रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी पर चाकू से हमला, आरोपी गिरफ्तार, समाज की मांग- जिला बदर करें
बड़गांव थाना पुलिस ने रिटायर्ड जिला शिक्षा अधिकारी पर चाकू से हमला करने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया। थानाधिकारी पूरण सिंह राजपुरोहित ने बताया कि बापू नगर, बड़गांव निवासी नीलिमा श्रीमाली ने गत 17 मार्च को रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि ससुर ओमप्रकाश श्रीमाली जिला शिक्षा अधिकारी पद से रिटायर्ड है। 17 मार्च को सुबह 9:45 बजे वह घर के बाहर अर्ध दे रहे थे। तभी पड़ोसी ऋतिक श्रीमाली ने आकर पीछे से ससुर पर चाकू से हमला कर दिया। वह और सास चिल्लाए तो ऋतिक चाकू लेकर भाग गया। परिजन उन्हें एमबी हॉस्पिटल लेकर गए, जहां उनका इलाज चल रहा है। इस मामले में बापू नगर, बड़गांव निवासी ऋतिक श्रीमाली को गिरफ्तार किया। पुलिस आरोपी से हमला करने के बारे में पूछताछ कर रही है। दूसरी ओर, इस हमले के विरोध में श्रीमाली ब्राह्मण समाज ने आरोपी ऋतिक श्रीमाली को जिला बदर करने की मांग की। इसको लेकर एसपी योगेश गोयल को ज्ञापन सौंपा। इसमें बताया कि ऋतिक आदतन अपराधी है। यह पहले भी कई अपराध कर चुका है। इसकी हिस्ट्रीशीट खोलने की मांग की। इस दौरान समाज के महामंत्री दिनेश श्रीमाली, सुरेश श्रीमाली, भावप्रकाश दतोत्तर समेत कई लोग मौजूद थे। एसपी को ज्ञापन सौंपते समाजजन।
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
दिल्ली में झुग्गी में रहने वाले एक पिता ने, जो चाय बेचते हैं, उन्होंने अपनी बेटी को आखिरकार CA बना दिया। जहां एक ओर लोगों ने कहा, क्यों अपनी बेटी को जरूरत से ज्यादा पढ़ा रहे हो, इसकी शादी करवा देनी चा
NEET UG रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन
नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए छात्रों ने सोमवार को शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा परिणाम में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग की। आइए जानते हैं, क्या है पूरा म
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का 10 फीसदी भी डाटा नहीं हुआ अपलोड
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का डाटा अपलोड करने में जिले के कई स्कूल ढील दे रहे हैं, वे 10 फीसदी छात्रों का भी डाटा अभी तक अपलोड नहीं कर पाए हैं। डाटा अपलोड करने में आधार कार्ड की अनिवार्यता के बाद से छ
बेसिक शिक्षा : दो महीने बाद भी 1.38 लाख छात्रों का डेटा नहीं हुआ अपडेट
बेसिक शिक्षा विभाग के यू डायस पोर्टल पर डेटा अपडेट करने का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। हाल ये है कि दो महीने में महज 1.38 लाख छात्रों डेटा भी अपडेट नहीं हुआ। विभाग ने अब 5 जून तक इसे पूरा करने क
स्कूलों में कैसे पढ़ा रहे हैं शिक्षक, वीडियो में देखेगा शिक्षा विभाग, होगी रिकॉर्डिंग
शिक्षा विभाग वीडियो के जरिए देखेगा कि परिषदीय स्कूलों के शिक्षक छात्रों को कैसे पढ़ाते हैं। बता दें. छात्रों को पढ़ाते हुए शिक्षकों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति : यूपी बोर्ड ने दिए निर्देश, एनईपी लागू करने को स्कूल बनाएंगे प्लान
यूपी बोर्ड से जुड़े 27 हजार से अधिक स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू करने के लिए स्कूल स्तर पर योजना बनाई जाएगी। एनईपी 2020 के विषय में विद्यालयों में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
बॉलीवुड का ये सुपरस्टार युवाओं को IAS बनाने के लिए मुफ्त में देगा शिक्षा, योजना से अबतक जुड़ चुके है7000 युवा