शिक्षा हमें जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा देती है: गोकुल माहेश्वरी
सोनल शलोनी माहेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से समाज सेवी गोकुल माहेश्वरी और दैनिक भास्कर के संयुक्त तत्वावधान में आश्रय केयर होम बालिका गृह रानीसती के प्रांगण में बाल संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें समाजसेवी गोकुल माहेश्वरी ने बच्चों से उनके विचार जाने और उनके भविष्य के सपनो को पूरा करने के लिए मार्गदर्शन दिया। उन्होंने कहा की शिक्षा हमें जीवन के सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा देती है। शिक्षा से भविष्य की दिशा में कदम बढ़ाते हैं। बेहतर शिक्षा के माध्यम से हम अपने जीवन को सार्थकता और सफलता की ओर आगे बढ़ा सकते हैं। ट्रस्ट की ओर से बच्चों को यंग भास्कर मैगजीन और ज्योमेट्री बॉक्स भी उपहार स्वरूप वितरित किए गए। इस दौरान आश्रय केयर होम बालिका गृह की अधीक्षक सुशीला, मंजू जैन और कविता मौजूद रही।
श्रीमद् भागवत कथा सुनने पहुंचे शिक्षा मंत्री दिलावर
जयपुर | भांकरोटा स्थित एकता नगर एस ब्लॉक में श्री विश्वकर्मा भगवान की मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इससे पहले कलश यात्रा निकाली गई। महंत राम झूलन दास महाराज के द्वारा कथा की जा रही है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी कथा सुनने पहुंचे। इस दौरान दिलावर ने कॉलोनीवासियों को गाय बचाओ अभियान के बारे में जानकारी दी और पॉलिथीन का कम से कम उपयोग करने का आग्रह किया। कॉलोनी के पूर्व अध्यक्ष कैलाश चंद गोठवाल, अध्यक्ष मालूराम कुमावत ने माला पहनाकर शिक्षा मंत्री का स्वागत किया।
जमुई में राजद ने सामाजिक न्याय परिचर्चा कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें पूर्व शिक्षा मंत्री प्रो.चंद्रशेखर यादव ने पहलगाम आतंकी हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक सिर के बदले 10 सिर लाने का दावा किया था। जवानों के सिर काटने की घटना को 12 दिन बीत गए, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि पहलगाम में 26 लोगों की हत्या की गई। इस हिसाब से सरकार को 260 लोगों के सिर लाने चाहिए। पाकिस्तान पर हमला करने से किसी ने नहीं रोका, फिर भी घटना के 12 दिन बीत चुके हैं। भाजपा को बताया जुमला पार्टी राजद नेता ने भाजपा को जुमला पार्टी बताते हुए कहा कि इन नेताओं से बेरोजगार, किसान या किसी और का भला नहीं होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि ये लोग देश में नफरत फैलाकर राष्ट्र को कमजोर कर रहे हैं।
बेगूसराय में सोमवार को स्कॉर्पियो ने 2 बाइक में टक्कर मार दी। कार पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नावकोठी का बोर्ड लगा हुआ था। हादसे में 1 युवक की मौत हुई है, जबकि 2 लोग घायल हो गए। जिनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है। बताया जा रहा मंझौल की ओर से स्कॉर्पियो आ रही थी। हादसे के बाइक पर सवार आशीष कुमार अभिषेक (30) की मौत हो गई। वहीं, दूसरी बाइक पर सवार रोहित कुमार सहित 2 लोग घायल हो गए। घटना के बाद आसपास स्थानीय लोगों की भीड़ जुट गई। घटना SH-55 पर मुफस्सिल थाना क्षेत्र हरदिया के पास की है। ड्यूटी पर जा रहे थे, तभी हादसा हुआ रिश्तेदार अश्वनी कौशिक ने कहा कि लाखो थाना क्षेत्र के शाहपुर निवासी दिवाकर ठाकुर का बेटा आशीष स्वास्थ्य विभाग में कॉन्ट्रैक्ट पर नौकरी करता था। फिलहाल रोसड़ा जेल में काम कर रहा था। रोज की तरह वो अपने बाइक से ड्यूटी पर जा रहा था। रास्ते में स्कॉर्पियो ने टक्कर मार दी। हादसे में बाइक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। बिजली के खंभे से टकराई कार मृतक के रिश्तेदार के अनुसार एक्सीडेंट होने के बाद गाड़ी पर लगा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का बोर्ड हटा लिया गया। तेज रफ्तार गाड़ी बाइक को टक्कर मारती हुई बिजली के पोल से टकरा गई। जिस वजह से बिजली का खंभा भी क्षतिग्रस्त हो गया। घटनास्थल पर भीड़ जुटने के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ मौके पर जुटी। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, दूसरी तरफ मुफस्सिल थाना की पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है।
भिवानी के तोशाम में राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने जल संरक्षण का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि पानी की एक-एक बूंद कीमती है। यह बात उन्होंने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल के 71वें जन्मदिन पर आयोजित रक्तदान शिविर में कही। कार्यक्रम में किरण चौधरी ने रक्तदाताओं को बैज लगाकर सम्मानित किया। उन्होंने लिंगानुपात में सुधार पर जोर दिया। साथ ही बेटियों की उच्च शिक्षा पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि बेटियां हर क्षेत्र में बेटों के बराबर हैं। तोशाम के सरपंच राजेश ने किरण चौधरी के जन्मदिन पर 5 जून को 2100 पौधे लगाने की घोषणा की। इस पर सांसद ने सभी पंचायतों से अधिक से अधिक पौधारोपण का आग्रह किया। किरण चौधरी ने तोशाम के विकास का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि तोशाम में झील, पार्क, आरोही स्कूल और मॉडल संस्कृति स्कूल हैं। यह एक पर्यटक स्थल की तरह है। उन्होंने आश्वासन दिया कि तोशाम को देश की अग्रणी ग्राम पंचायतों में शामिल किया जाएगा।
किशनगंज में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। विभिन्न पार्टियों के नेताओं का जिले में दौरा जारी है। इसी क्रम में जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर 6 मई मंगलवार को किशनगंज पहुंच रहे हैं। वे जन सुराज उद्घोष यात्रा के तहत नगर पंचायत पौआखाली स्थित हाई स्कूल मैदान में जनता से संवाद करेंगे। इस संदर्भ में जिला मुख्य प्रवक्ता निहाल अख्तर ने बताया कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी 2025 के विधानसभा चुनाव में सभी 243 सीटों पर अकेले ही चुनाव लड़ेगी। किसी भी दल से गठबंधन नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारी पार्टी सभी धर्मों को लेकर चलेगी और जिसकी जितनी आबादी है, उसकी उतनी ही हिस्सेदारी होगी। शिक्षा और स्वास्थ्य पर रहेगा फोकस प्रवक्ता निहाल अख्तर ने बताया कि प्रशांत किशोर अपने विचार और मुद्दों को जनता तक पहुंचाने आ रहे हैं। पार्टी का मुख्य फोकस शिक्षा और स्वास्थ्य पर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी जाति-पात की राजनीति से दूर रहेगी। कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट है। कार्यक्रम स्थल का नेताओं के साथ साथ पुलिस प्रशासन से स्थलीय निरीक्षण किया है।
स्कूलों में बजेगी वाटर बेल:स्टूडेंट्स में पानी की कमी को दूर करने का प्रयास, शिक्षा विभाग की पहल
विद्यार्थियों में स्वास्थ्य, जागरूकता और नियमित जल सेवन की आदत को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने जिले सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 'वाटर बेल' कार्यक्रम लागू करने का आदेश जारी किया है। जिले के स्कूलों में यह कार्यक्रम लागू किया जा रहा है। यह पहल विद्यार्थियों में हाइड्रेशन की महत्ता स्थापित करने और स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं को कम करने के उद्देश्य से की जा रही है। कलेक्टर की ओर से जारी आदेशानुसार सभी स्टूडेंट्स में हर दिन दो बार तीसरे और छठे पीरियड के दौरान विशेष वाटर बेल बजाई जाएगी। यह बेल सामान्य बेल से अलग होगी, जिससे इसकी पहचान विशेष रूप से की जा सकेगी। वाटर बेल बजते ही टीचर विद्यार्थियों को जल सेवन के लिए प्रेरित करेंगे। इस पहल की नियमित रूप से पालन हो, स्कूल प्रबंधन की ओर से इसके लिए हिदायत गई है। कार्यक्रम की पालना की मासिक रिपोर्ट संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी को भिजवाई जाएगी। यह आदेश सामाजिक स्वास्थ्य जागरूकता प्रयासों के अंतर्गत पारित किए गए है। आदेशानुसार कार्यक्रम को स्कूलों में तत्काल प्रभाव से लागू किया जाए।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में शिक्षा कार्यालय में पदस्थ हेड क्लर्क को एसीबी ने 10 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। माध्यमिक स्कूल के चपरासी से वेतन भुगतान रिलीज करने के लिए 20 हजार रुपए की डिमांड की थी। सोमवार को हेड क्लर्क दूसरी किश्त ले रहा था। बताया जा रहा है कि खरसिया क्षेत्र के हालाहुली माध्यमिक शाला में कलेक्टर दर पर पदस्थ भृत्य उसुराम केंवट का वेतन साल 2014 से 2017 तक रुका हुआ था। जिसके बाद चपरासी उसुराम ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। उसके वेतन भुगतान करने का आदेश होने के बाद भी उसे भुगतान नहीं किया गया। 15 हजार में बनी थी बात शिक्षा विभाग में पदस्थ हेड क्लर्क एमएस फारूखी ने उससे 20 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। जिस पर 15 हजार रुपए में उनके बीच सहमति बनी। इसके बाद उसुराम ने उसे पहले 5 हजार रुपए दिया, लेकिन उसके बाद भी उसका वेतन भुगतान नहीं हो सका। 10 हजार रुपए लेते पकड़ाया अब दूसरी किश्त देने से पहले उसने एंटी करप्शन ब्यूरो में शिकायत कर दी। जिसके बाद आज दूसरी किस्त 10 हजार रुपए देते समय एसीबी ने हेड क्लर्क को ट्रैप कर लिया। फिलहाल, मामले में आगे की जांच की जा रही है। 6 महीने में 7वी कार्रवाई जिले में लगभग 6 महीने के अंदर एसीबी की लगातार यह 7वी कार्रवाई है। इससे पहले एक डिप्टी रेंजर, एक रेंजर, एक पटवारी, एक नापतौल निरीक्षक और एक स्कूल के लिपिक को रिश्वत लेते हुए बिलासपुर एसीबी बिलासपुर ने गिरफ्तार किया था। एसीबी सूत्रों ने स्पष्ट संकेत दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ यह एक्शन जारी रहेगा।
लखनऊ, 5 मई . उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में बदलाव की कोशिशें नए मुकाम की ओर बढ़ रही हैं. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), लखनऊ के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में नागालैंड का पांच दिवसीय शैक्षणिक दौरा (26–30 अप्रैल) किया, जहां उन्होंने वहां के प्रभावी शैक्षणिक मॉडल, सामुदायिक भागीदारी और नवाचारों को ... Read more
नागालैंड के शैक्षणिक अनुभव से संवरेगी यूपी की शिक्षा प्रणाली
लखनऊ, 5 मई . उत्तर प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में बदलाव की कोशिशें नए मुकाम की ओर बढ़ रही हैं. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), लखनऊ के प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में नागालैंड का पांच दिवसीय शैक्षणिक दौरा (26–30 अप्रैल 2025) किया, जहां उन्होंने नागालैंड के प्रभावी शैक्षणिक मॉडल, सामुदायिक भागीदारी और नवाचारों ... Read more
शामली में आयोजित किसान पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी राकेश टिकैत ने महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने मदरसों में आधुनिक शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया। टिकैत ने कहा कि अल्पसंख्यक समाज को देश की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शिक्षा जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा से अल्पसंख्यक युवा जज और सिपाही जैसे पदों तक पहुंच सकते हैं। रविवार शाम 6 बजे ग्राम सोनता रसूलपुर में आयोजित कार्यक्रम में टिकैत ने पहलगाम हमले पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सैलानियों की शहादत पर पूरा देश एकजुट है। भारत सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। किसानों को संबोधित करते हुए टिकैत ने कोल्डड्रिंक छोड़कर दूध-दही का सेवन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इससे किसानों की आय बढ़ेगी। कार्यक्रम में किसान मजदूर संगठन का भारतीय किसान यूनियन में विलय किया गया। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के कई पदाधिकारी और सैकड़ों किसान मौजूद रहे।
शिक्षा के लिए स्कूल व हॉस्टल का संचालन, हर साल सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन
23 विवाह सम्मेलन कराए, 12 मई को 24वां समाज के बारे में... 1951 में हरियाणा गौड़ ब्राह्मण समाज का मौजूदा संगठन बना था। सेवा कार्यों पर सालाना एक करोड़ रुपए खर्च होते हैं। जयपुर | शहर में अखिल भारतीय हरियाणा गौड़ ब्राह्मण महासभा की समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका है। समाज का यह संगठन 74 साल पुराना है। अखिल भारतीय हरियाणा गौड़ ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिरधीचंद शर्मा के अनुसार महासभा की ओर से शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सुधार सहित सामाजिक कार्यों के लिए योजनाएं चलाई जा रही है। जिन पर हर साल करीब भामाशाहों की मदद से एक करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। इन योजनाओं के जरिए समाज के जरूरतमंदों की मदद के अलावा हर साल गोठ का आयोजन कर समाज के वरिष्ठजनों व प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाता है। जेएलएन मार्ग के पास हरियाणा समाज छात्रावास का भवन है, जिसमें वर्तमान कार्यालय भी चल रहा है। यह कार्यालय सुबह 10 से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। युवाओं को रोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी दी जाती है। आइए जानते हैं समाज की प्रमुख योजनाएं कौन सी हैं और इनका लाभ कौन ले सकता है... समाज का फोकस... समाज के मध्यम, निम्न आय वर्ग के लोगों की मदद कर उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ना। इस सप्ताह... हरियाणा गौड़ समाज फिजूल खर्ची रोकने के लिए समाज की ओर से सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन करवाया जाता है। अब तक 23 विवाह सम्मेलन का आयोजन करवा चुके हैं। 12 मई को 24वां सम्मेलन बैनाड़ा धाम बस्सी में होगा। 21 जोड़ों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। 51 आइटम भामाशाहों की मदद से गिफ्ट के रूप में दिया जाता है। शिक्षा के लिए... हॉस्टल और लाइब्रेरी शिक्षा के क्षेत्र में समाज के छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए जयपुर में जेएलएन मार्ग के पास हरियाणा समाज छात्रावास बना रखे हैं। जिसमें मिनिमम चार्ज पर रहने-खाने की सुविधा दी जाती है। वर्तमान में 200 लड़के है। लाइब्रेरी की भी व्यवस्था है। इसके संचालन के लिए छात्रावास कमेटी बना रखे हैं। इसके अलावा समाज से जुड़ी संस्थाओं के माध्यम से दौसा, थानागाजी, कोटा, निवाई में भी छात्रावास संचालित किए जा रहे हैं। हायर सेकंडरी स्कूल | चतुर्भुज जी मंदिर बड़ी चौपड़ प्रांगण में हरित शिशु शिक्षा समिति की ओर से हायर सेकंडरी स्कूल चलाया जा रहा है। इसमें 350 बच्चे हैं। 1965 से ये विद्यालय चलाया जा रहा है। यहां सम्पर्क करें... समाज की योजनाओं से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिरधीचंद शर्मा बंबाला से 9414079540 पर संपर्क किया जा सकता है। समाज सुधार... मृत्यु भोज पर लगाई पाबंदी मृत्यु भोज पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा रखी है। शादी-ब्याह में फिजूल खर्ची पर रोकने के लिए नियम बना रखे हैं। सगाई में केवल परिवार के लोग शामिल होते हैं। समारोह में कम से कम मिठाई बनाई जाती है। नेगचार बंद पेटी ही करवाया जाता है। प्री वेडिंग पर पूर्ण रूप से रोक लगा रखी है। महिला संगीत पर ही डीजे बजाया जा सकता है। बारात में डीजे पर बैन कर रखा है। 350 वर्तमान में पदाधिकारी 81 हजार वोटर { राष्ट्रीय कार्यकारिणी, प्रदेश कार्यकारिणी, जिला कार्यकारिणी। युवा विंग, महिला विंग भी है। { राष्ट्रीय अध्यक्ष का पांच साल में चुनाव होता है।
आधुनिक के साथ गुरुकुल की दी जा रही शिक्षा
रांची | देवी दर्शन रोड गेतलातू में स्थित गुरुकुल पब्लिक स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगा रही है। स्कूल की संचालिका कांति गोस्वामी ने बताया कि यहां सभी स्टूडेंट्स को कम फीस पर शिक्षा दी जा रही है। सभी को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। यहां अंग्रेजी माध्यम के साथ गुरुकुल की तरह वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ दिन की शुरुआत होती है। छात्रों को सामान्य ज्ञान योग की शिक्षा तथा कंप्यूटर की पढ़ाई भी कराई जाती है। आधुनिक शिक्षा से हटकर कर प्राचीन काल से चली आ रही गुरु शिष्य परंपरा को भी कायम रखने का काम कर रहा है।
जवाहर कला केन्द्र की ओर से आयोजित किए किए जा रहे ‘रंगरीत कला महोत्सव’ का तीसरा दिन कलाकारों के वैचारिक आदान-प्रदान के नाम रहा। इस मौके पर ‘पारंपरिक कला की वर्तमान दशा और दिशा’ विषय पर महत्वपूर्ण परिचर्चा हुई। इसमें वरिष्ठ कला गुरु समदर सिंह खंगारोत ‘सागर’, उदयपुर के शैल चोयल, जयपुर के वैदिक चित्रकार रामू रामदेव, बीकानेर के महावीर स्वामी और जयपुर के वीरेन्द्र बन्नू ने अपने विचार व्यक्त किए। इन कलाकारों की मान्यता थी कि राजस्थान की पारंपरिक चित्रकलाएं भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण अंग रही है। यहां की फड़ चित्रकला, भित्ति चित्रकला, पिछवाई, लघु चित्रण की मेवाड़, मारवाड़, बूंदी, कोटा, जयपुर और बीकानेर शैलियां न केवल हमारी सांस्कृतिक पहचान को अभिव्यक्त करती हैं बल्कि समाज के इतिहास, रीति-रिवाजों और मान्यताओं को भी चित्रों के माध्यम से जीवंत रखती हैं। किंतु वर्तमान समय में आधुनिक तकनीक, डिजिटल माध्यमों और बदलते जीवनशैली के कारण पारम्परिक चित्रकला संकट के दौर से गुजर रही है। आज की पीढ़ी का इस ओर झुकाव कम हो रहा है, और इन कलाओं से जुड़े कलाकारों की आजीविका पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। पाठ्यक्रम में शामिल हो पारम्परिक चित्रकलाएं - रामू रामदेव वैदिक चित्रकार रामू रामदेव ने कहा कि पारम्परिक चित्रकलाओं को औपचारिक शिक्षा पाठ्यक्रम में सम्मिलित किया जाना चाहिए। यह पाठ्यक्रम रोजगार उन्मुख हो जिससे राजस्थान की पारम्परिक चित्रकलाओं पर आधारित डिजाइन, फैशन, पर्यटन, संग्रहालय प्रबंधन, कला विपणन आदि से जुड़े कौशल भी विकसित किए जाएं। विद्यालयों और महाविद्यालयों में इन कलाओं का शैक्षणिक अध्ययन कराया जाए, ताकि विद्यार्थियों में इनके प्रति रुचि जागृत हो और वे न केवल इसे कला के रूप में समझें बल्कि इसे सम्भावित करियर विकल्प के रूप में भी देखें। यदि पारम्परिक चित्रकला से जुड़े युवाओं को स्वरोजगार एवं उद्यमिता के अवसर उपलब्ध कराए जाएं, तो न केवल इस अमूल्य धरोहर का संरक्षण होगा, बल्कि ग्रामीण एवं शहरी युवाओं को भी सम्मानजनक आजीविका मिल सकेगी। बीकानेर के कला गुरु महावीर स्वामी ने कहा कि वर्तमान समय पारम्परिक चित्रकला के लिए संक्रमण काल का दौर है। यह वह समय है जब एक ओर हमारे पुराने, अनुभवी चित्रकार हमसे विदा ले चुके हैं और दूसरी ओर अनेक कलाकारों ने परिस्थितियों से निराश होकर इस विधा से मुँह मोड़ लिया है। आधुनिक तकनीक, बदलते बाजार और आजीविका की चुनौतियों ने भी पारम्परिक चित्रकला को पीछे धकेल दिया है। इसके अतिरिक्त युवा पीढ़ी का इस कला में घटता रुझान भी चिंता का विषय है। ऐसे में ‘रंगरीत कला महोत्सव’ जैसा आयोजन अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस महोत्सव की विशेषता यह है कि इसमें पारम्परिक चित्रकला की तीन पीढ़ियों को एक मंच पर एकत्रित किया जा रहा है। वरिष्ठ चित्रकार, मध्य पीढ़ी के कलाकार और उदीयमान युवा। यह आयोजन न केवल ज्ञान, तकनीक और अनुभव का आदान-प्रदान सुनिश्चित करेगा, बल्कि नई पीढ़ी को इस दिशा में प्रेरित और ऊर्जावान बनाने का सशक्त माध्यम भी बनेगा। वरिष्ठ चित्रकारों के मार्गदर्शन और अनुभव से युवा कलाकारों को अपनी जड़ों को समझने का अवसर मिलेगा, साथ ही वे सीखेंगे कि किस प्रकार पारम्परिक शैली को समकालीन संदर्भ में पुनः प्रासंगिक और जीवंत बनाया जा सकता है। कला गुरु समदर सिंह खंगारोत ‘सागर’ ने कहा कि रंगरीत कला महोत्सव जैसे मंच युवा प्रतिभाओं को अपने कौशल के प्रदर्शन, संवाद और नवाचार के अवसर भी उपलब्ध कराते हैं। इससे न केवल पारम्परिक चित्रकला का संरक्षण और संवर्धन संभव होगा, बल्कि इस विधा से जुड़े कलाकारों के लिए नए रोजगार और स्वरोजगार के अवसर भी सृजित होंगे। इस तरह के आयोजनों से समाज में पारम्परिक कला के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और यह कला फिर से जनमानस में स्थान बना सकेगी। अतः यह कहा जा सकता है कि रंगरीत कला महोत्सव पारम्परिक चित्रकला को पुनर्जीवित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकता है और विशेष रूप से नई पीढ़ी के लिए यह ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाना है शिक्षा का उद्देश्य: चेमन देशमुख
भास्कर न्यूज | बालोद सरस्वती शिशु मंदिर बरबसपुर में जिला ग्राम भारती द्वारा आयोजित 10 दिवसीय जिला स्तरीय नवीन आचार्य प्रशिक्षण वर्ग की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा जिला अध्यक्ष चेमन देशमुख रहे। अध्यक्षता पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में भेनूराम साहू, आशाराम साहू, राजकुमार ठाकुर, कामिनी मंडावी, खोमिन ठाकुर सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे। मुख्य अतिथि चेमन देशमुख ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर शिक्षा और संस्कार का संगम है। विद्या भारती द्वारा संचालित यह संस्था छात्रों को शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक रूप से विकसित करती है। इसका उद्देश्य ऐसी युवा पीढ़ी तैयार करना है जो संस्कारवान हो और राष्ट्रहित से जुड़ी हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा में संस्कार का होना जरूरी है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्पेंद्र चंद्राकर ने कहा कि सरस्वती शिशु मंदिर एक गैर सरकारी संस्था है। इसे शासन से किसी प्रकार का अनुदान नहीं मिलता। यहां छात्र-छात्राएं अपने माता-पिता की आशाओं के अनुरूप तैयार होते हैं। इसकी शिक्षा पद्धति की शिक्षा जगत में अलग पहचान है। विद्या भारती द्वारा संचालित यह संस्थाएं देशभर में कार्यरत हैं। ये नगरों, गांवों और दूरस्थ अंचलों में शिक्षा का दीप जला रही हैं।
शिक्षा-पंचायतीराज विभाग लगाएगा 25 करोड़ पौधे, 2024 में लगाए सात करोड़ पौधे कहां हैं, पता नहीं
प्रदेश में पारे के रिकॉर्ड के बीच इस बार मानसून सीजन में शिक्षा विभाग और पंचायतीराज विभाग मिलकर 25 करोड़ पौधे लगाएंगे। यह काम स्कूली बच्चे और ग्रामीण मिलकर करेंगे। इसके लिए एक महीने का अभियान चलेगा। उदयपुर जिले में शिक्षा विभाग को 10 लाख पौधे लगाने का टारगेट दिया गया है। पिछले साल जिले को 17.35 लाख का टारगेट मिला था। विभाग ने इनमें से 8 लाख और पूरे प्रदेश में 7 करोड़ पौधे लगाने का दावा किया था। लेकिन इनमें से कितने पौधे बच पाए, इसका जवाब न वन विभाग के पास है और न ही शिक्षा विभाग के पास। हकीकत में ऐसे पौधे कहीं दिखाई भी नहीं देते। इधर, उदयपुर के सहायक निदेशक शिक्षा विभाग दिनेश बंसल ने बताया कि हमने विभाग की ओर से 10 लाख का टारगेट लिया है। हम इसे पूरा करने का पूरा प्रयास करेंगे। शिक्षक नेता बोले- पहल अच्छी, पर पिछली बार वाले कितने पौधे बचे, ये भी विभाग देखे शिक्षक संघ राजस्थान राज्य पंचायतीराज और माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष शेरसिंह चौहान का कहना है कि पौधरोपण की तैयारी को लेकर अभी से ही चिंता करना अच्छी पहल है। लेकिन, जो पौधे पिछले वर्ष लगाए गए थे, उनमें से कितने जीवित बचे हैं, यह बड़ा सवाल है। विभाग को पौधों की देखरेख को लेकर भी फोकस करना चाहिए। बता दें कि प्रदेश में जून आखिरी में बारिश का दौरा शुरू हो जाएगा। स्कूलें जुलाई में शुरू होंगी। इस बीच प्रवेशोत्सव का काम भी चालू रहेगा। अभी से दिए टारगेट, कलेक्टर ने भी तैयारी के निर्देश दिए : अभियान को लेकर शिक्षामंत्री और पंचायतीराज मंत्री मदन दिलावर की ओर से सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद उदयपुर कलेक्टर नमित मेहता ने भी विभाग को टारगेट की याद दिलाकर अभी से तैयारी रखने को कहा है। फिलहाल दिए गए लक्ष्य में वन विभाग सहित अन्य विभागों को शामिल नहीं किया गया है। बता दें कि पिछले वन विभाग सहित अन्य विभागों को अभियान में शामिल नहीं किया गया था। भास्कर में खबर प्रकाशित होने के बाद इन्हें भी टारगेट में शामिल किया गया था। सार-संभाल नहीं होती, आधे पौधे भी नहीं बच पाते : सामान्य तौर पर बड़े स्तर पर पौधरोपण के बाद करीब 50 फीसदी तक पौधे ही जीवित रहते हैं। हालांकि, सार-संभाल ठीक से की जाए तो यह आंकड़ा 70 से 80 प्रतिशत तक भी पहुंच सकता है। पर्यावरणविद् डॉ. दीपक द्विवेदी का कहना है कि हमें सिर्फ पौध लगाने तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए। उनकी उसकी देखभाल भी जरूरी है। ऐसा नहीं होने पर दीमक, गर्मी, पानी की कमी आदि के कारण पौधे खत्म हो जाते हैं।
राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के पहले चरण की परीक्षा जून में
इंदौर| मध्य प्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड (MPSOS) इस वर्ष जून में पहले चरण की परीक्षाओं का आयोजन करने जा रहा है। इन परीक्षाओं के तहत ‘रुक जाना नहीं’ योजना, ‘आ लौट चलें’ योजना, ओपन स्कूल की पारंपरिक परीक्षा और ‘ऑन डिमांड परीक्षा’ कराई जाएगी। इनके पेपर 2 जून 2025 से दो शिफ्ट में होंगे। पहली शिफ्ट में कक्षा 12वीं और दूसरी शिफ्ट में 10वीं, 8वीं और 5वीं की परीक्षाएं रखी जाएंगी। परीक्षा का टाइम टेबल राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया जा चुका है। अधिक जानकारी के लिए ईमेल mpsos2022@gmail.com) , मोबाइल एप (mpsoseb) या हेल्पलाइन नंबर 0755-2552106 पर संपर्क कर सकते हैं। मालूम हो, माशिमं से फेल होने वाले विद्यार्थियों के लिए रुक जाना नहीं योजना चलाई जाती है, जिसका उद्देश्य शैक्षणिक वर्ष खराब होने से बचाना है।
चरखी दादरी में शिक्षा विभाग कार्यालय में शनिवार को जिला परियोजना कार्यान्वयन इकाई की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा तत्परता कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन पर चर्चा की गई। बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारी, जिला व राज्य स्तर के समन्वयक, खंड शिक्षा अधिकारी एवं डाइट बिरही कलां के डीएसटी सदस्य सहित बीआरपी और एबीआरसी उपस्थित रहे।विद्यार्थियों को दक्षताओं का लाभ मिलेइस बैठक के बारे में जानकारी देते हुए एफएलएन जिला कोऑर्डिनेटर संदीप कुमार ने बताया कि जिले में निपुण लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु डीपीआईयू की बैठक का आयोजन किया जाता है। इस बैठक में कक्षा तत्परता कार्यक्रम पर विशेष रूप से चर्चा की गई। उपस्थित मेंटर्स को बताया गया कि सीआरपी के अंतर्गत निर्धारित दक्षताओं का छात्रों को लाभ पहुंचे इसके लिए मेंटर्स द्वारा नियमित अवलोकन जरुरी है। छात्र संख्या को लेकर भी बैठक में चर्चा कि गई और कम छात्र संख्या वाले स्कूलों पर विशेष ध्यान देने पर जो दिया गया। चुनौतियों पर की चर्चाराज्य निपुण टीम से उपस्थित अभिषेक ने कार्यक्रम के क्रियान्वयन में आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की और उनके समाधान हेतु सुझाव प्रस्तुत किए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक विद्यार्थी की सीखने की गति भिन्न होती है, इसलिए शिक्षकों को इस विविधता को समझते हुए शिक्षण की रणनीति अपनानी चाहिए। छात्र संख्यानुसार की जाएं पुस्तकें वितरितमीटिंग के दौरान मेंटर्स को यह भी निर्देशित किया गया कि क्लस्टर स्तर पर पुस्तक वितरण कार्य को विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार ही संपन्न किया जाए, ताकि संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित हो सके। बैठक के अंत में सभी उपस्थित सदस्यों से फीडबैक लिया गया, जिसमें मैदानी स्तर पर आ रही व्यावहारिक समस्याओं, नवाचारों और सुधारात्मक सुझावों को ध्यान में रखते हुए आगामी रणनीति तैयार करने पर बल दिया गया।
पलवल जिले में न्यू सोहना रोड स्थित महाराणा प्रताप भवन में एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान महारानी पद्मावती महिला कॉलेज भवन के प्लान और प्रतीक चिन्ह का लोकार्पण किया गया। मंत्री विपुल गोयल ने कार्यक्रम में कहा कि यह कॉलेज ज्ञान का मंदिर बनेगा। यहां पढ़ने वाली स्टूडेंट देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने कहा कि रानी पद्मावती का जीवन बहन-बेटियों के लिए प्रेरणा स्रोत है। 5 एकड़ में बनकर होगा तैयार मंत्री राजेश नागर ने बताया कि महाराणा प्रताप भवन और श्री सीताराम समिति पलवल द्वारा यह कॉलेज लगभग 5 एकड़ भूमि में बनाया जा रहा है। इससे लड़कियों को दूर जाकर शिक्षा प्राप्त करने की आवश्यकता नहीं होगी। वे घर के नजदीक ही अच्छी शिक्षा हासिल कर सकेगी। कार्यक्रम का आयोजन महाराणा प्रताप भवन एवं श्री सीताराम समिति के अध्यक्ष हरेंद्रपाल राणा ने किया। मंत्री गोयल ने नई शिक्षा नीति की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह नीति भारतीय परंपरा और संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए देश को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने में सहायक होगी। युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी वहीं खेल मंत्री गौरव गौतम ने कहा कि महारानी पद्मावती के साहस और बलिदान की गौरव गाथा इतिहास में अमर है। पलवल में महारानी पद्मावती गल्र्स कॉलेज बनने से इससे युवा पीढ़ी को प्रेरणा मिलेगी। इस कॉलेज के निर्माण से पलवल जिला की स्टूडेंट को शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। 1977 में हुआ था समिति का गठन समारोह के संयोजक एवं महाराणा प्रताप भवन व सीताराम समिति अध्यक्ष हरेंद्रपाल राणा (पूर्व सदस्य एचपीएससी) बताया कि समिति का गठन 1977 में हुआ था, तब से यह समिति जनहित और सामाजिक कार्यों में सहयोग करती आ रही है। उन्होंने मुख्य अतिथि सहित सभी गणमान्य व्यक्तियों का कार्यक्रम में आने पर आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में ये रहे शामिल इस अवसर पर असंध के विधायक योगेंद्र राणा, पूर्व मंत्री संजय सिंह, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष नीरा तोमर, सचिव लक्ष्मी नारायण, कोषाध्यक्ष दिनेश मंगला, भाजपा पूर्व जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह सौरोत सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
कटिहार के कोढ़ा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय शिवनगर में शनिवार को नामांकन प्रक्रिया को लेकर विवाद हुआ। विद्यालय के प्रधानाध्यापक अवनिन्द्र कुमार सिंह और टोला सेवक अबू बकर सिद्दीकी के बीच पहले कहासुनी हुई। बाद में यह मामला हाथापाई तक पहुंच गया। इस घटना में प्रधानाध्यापक घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए कटिहार सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रधानाध्यापक का कहना है कि टोला सेवक ने ग्रामीणों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट की। उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल संचालन में बार-बार हस्तक्षेप किया जा रहा है। प्रधानाध्यापक पर मनमाने रवैये का आरोप दूसरी तरफ, टोला सेवक ने प्रधानाध्यापक पर मनमाने रवैये का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रधानाध्यापक छात्रों के नामांकन को लेकर उदासीन हैं। इस बात को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी है। टोला सेवक ने आरोप लगाया कि जब वे इस बारे में बात करने गए तो प्रधानाध्यापक ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया। प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी प्रियंका कुमारी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों से बात की। विद्यालय के सभी दस्तावेज और नामांकन रजिस्टर को जांच के लिए जब्त कर लिया गया है। पुलिस और शिक्षा विभाग मामले की जांच कर रहे हैं। ग्रामीणों ने दोषियों पर कार्रवाई और विद्यालय में अनुशासन की मांग की है।
बीएनएसडी शिक्षा निकेतन में हैप्पीनेस स्कूल प्रोजेक्ट के तहत ‘सामाजिक व्यवहार पर नियंत्रण की आवश्यकता’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें वरिष्ठ शिक्षक व समाजसेवी डाॅ मीना मेहरोत्रा ने कहा कि आज छात्र किताबों से दूर हैं। उनकी दुनिया डिजिटल हो गई है,जबकि किताबें ज्ञान को समृद्ध करती हैं। कार्यशाला को संबोधित करते हुए कार्यक्रम समन्वयक प्रो. मृदुला शुक्ला ने कहा कि समाजीकरण की प्रक्रिया के दौरान बच्चों के भविष्य की दिशा तय होती है। बहुत जरूरी है की आज की अनिश्चित जीवन शैली, सामाजिक असुरक्षा से बचते हुये आशावादी सकारात्मक सोच लेकर जीवन में आगे बढ़े। स्कूल कोऑर्डिनेटर डाॅ नीलम त्रिवेदी ने कहा कि मौजूदा समय में चुनौतियों से भरा है, क्योंकि मूल्यपरक शिक्षा का अभाव हो गया है। जिससे सामाजिक वातावरण अनियंत्रित होता जा रहा है। हैप्पीनेस स्कूल संस्थापक डाॅ सिधांशु राय ने कहा कि हैप्पीनेस स्कूल एक रचनात्मक अवधारणा के तहत पाठ्यक्रम से अलग हट कर ऐसी शिक्षा प्रदान करेगा। जिससे विद्यार्थियों को सामाजिक व्यवहार में निपुण किया जा सके। इस मौके पर संस्था की वंदना निगम, कामायनी शर्मा, दीपिका श्रीवास्तव, कविता अरोड़ा और सीमा निगम मौजूद रहीं।
जमीं पर उच्च शिक्षा:राजकीय कॉलेज का खुद का भवन, फिर भी उधारी के बरामदे में पढ़ रहे विद्यार्थी
उच्च शिक्षा को लेकर सरकार कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राजकीय कॉलेज जयपुर खुद का भवन होने के बावजूद राजकीय पोद्दार स्कूल में चल रहा। 12 साल पहले शुरू हुए इस कॉलेज का भवन सिर्फ 100 मीटर दूर एक साल से तैयार है। स्कूल शिक्षा विभाग कॉलेज को हटाने के लिए पत्र लिख रहा है और जिम्मेदार अधिकारी शिफ्ट ही नहीं कर रहे हैं। ऐसे में कॉलेज के करीब 3 हजार विद्यार्थी गैलेरी में पढ़ने और परीक्षा देने को मजबूर हैं। वहीं एआईसीटीई ने नए सत्र 2025-26 में नए पाठ्यक्रमों की संबद्धता देने से इनकार कर दिया। विधायक कालीचरण सराफ का कहना है कि भाजपा सरकार के पिछले कार्यकाल में उच्च शिक्षा मंत्री रहते कॉलेज को भूमि उपलब्ध कराई थी। भवन बनकर तैयार है। सरकार को इसे जल्द शिफ्ट करना चाहिए, ताकि 3 हजार बच्चों को राहत मिल सकें। बता दें कि वर्ष 2013 में खोले गए इस कॉलेज को 6 मई 2015 को स्कूल शिक्षा विभाग ने राजकीय कॉलेज संचालन के लिए 27,876 वर्गमीटर भूमि उच्च शिक्षा विभाग को दी थी। इस पर कॉलेज के साथ सरकार महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज, राधाकृष्ण लाइब्रेरी भवन भी तैयार है। कॉलेज के लिए तैयार भवन 4 मंजिला भवन में 45 कमरे हैं: नवनिर्मित 4 मंजिला भवन में 45 कमरे, साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, आर्ट रूम, बीसीए-बीबीए लैब, एनसीसी व एनएसएस रूम, स्पोर्ट्स रूम, लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम है। कॉलेज सीसीटीवी कैमरों से लेस है। ये कोर्स चल रहे बीसीए, बीबीए, बीए, बीएससी, एमबीए, बीएसी, बीकॉम, एमए, संस्कृति, एम ज्योग्राफी। कॉलेज को नए भवन में शिफ्ट करने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। इसके अलावा कुछ नहीं कह सकता। -भानू प्रकाश एटुरु, सचिव, तकनीकी और उच्च शिक्षा कॉलेज को नए भवन में शिफ्ट करने के लिए हमने आयुक्तालय को पत्र लिखा है। शिक्षा विभाग बार-बार भवन खाली करने को कह रहा है। साथ ही भवन के अभाव में एआईसीटीई भी मान्यता नहीं दे रहा है। इससे कई पाठ्यक्रमों में नए प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं। - स्निग्धा शर्मा, प्रिंसिपल, राजकीय कॉलेज, जयपुर भवन के अभाव में एआईसीटीई की संबद्धता अटकने की नौबत आ गई। कॉलेज को जल्द नए भवन में शिफ्ट नहीं किया तो हमारे भविष्य का क्या होगा। -तेज प्रकाश, विद्यार्थी, बीसीए सेकंड सेमेस्टर पानी की समस्या से रोज जूझना पड़ता है। बैठने की व्यवस्था भी नहीं है। परीक्षा गैलेरी में होती है। कई बार कक्षा भी गैलेरी में लगती है। सरकार हमारी इस परेशानी को दूर करे।-प्रत्यक्ष शर्मा, विद्यार्थी, बीए चतुर्थ सेमेस्टर
शिक्षा का अधिकार: सत्यापन पूरा, 2004 में से 1344 आवेदन पात्र और 660 अपात्र
भास्कर न्यूज | बालोद शिक्षा के अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत पहले चरण में मिले 2004 आवेदनों का सत्यापन नोडल अधिकारियों के माध्यम से पूरा हो चुका है। शिक्षा विभाग के अनुसार कुल 2004 में से 1344 आवेदन पात्र मिले हैं। वहीं 660 आवेदन अपात्र हैं। दस्तावेज अधूरा, सही जानकारी नहीं भरने की वजह से अपात्र की श्रेणी में अधिकांश आवेदकों को रखा गया है। पात्र आवेदनों के आधार पर लॉटरी एवं सीटों के आवंटन के लिए 5 व 6 मई की तारीख तय की गई है। इस संबंध में लोक शिक्षण छत्तीसगढ़ नवा रायपुर के संचालक ने कलेक्टर, डीईओ को पत्र जारी किया है। जिसके अनुसार स्कूल दाखिला प्रक्रिया 7 से 30 मई तक प्रस्तावित है। नोडल के माध्यम से पहले सत्यापन कार्य के लिए 25 अप्रैल अंतिम तिथि निर्धारित थी। जिसे बढ़ाकर 30 अप्रैल किया गया था। निर्धारित समय में जिले के 166 निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी वन व कक्षा पहली में प्रवेश के लिए पहले चरण में कुल 2004 आवेदन मिले थे। शिक्षा विभाग के अनुसार 166 निजी स्कूलों में नर्सरी, केजी वन, कक्षा पहली के कुल 1326 सीटें हैं। अंतिम तिथि पहले की तरह 30 मई तय है लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक की ओर से जारी संशोधित शेड्यूल अनुसार पहले चरण में 5 मई के बजाय अब 7 मई से दाखिला प्रक्रिया शुरू होगी। हालांकि अंतिम तिथि पहले की तरह 30 मई तय है। निर्धारित समय में आवेदन मिलने के बाद नोडल अधिकारियों ने 17 मार्च से सत्यापन कार्य शुरू किया था। पहले चरण की प्रक्रिया समाप्त होने के दो दिन बाद दूसरे चरण के तहत प्रक्रिया की शुरूआत 2 जून से होगी। विभागीय जानकारी अनुसार आंगनबाड़ी में पढ़ रहें बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाने पालकांे ने आवेदन किया है। लॉटरी जारी होने के बाद स्पष्ट होगा कि कितने बच्चों को पहले चरण में प्रवेश लेने का मौका मिलेगा। हर वर्ष 1000 से अधिक बच्चे प्रवेश ले रहे आरटीई के तहत वर्ष 2020-2021 से हर साल एक हजार से ज्यादा बच्चे निजी स्कूलों में प्रवेश ले रहे हैं। दो साल पहले जिले के 168 निजी स्कूलों में 1104 बच्चों ने प्रवेश लिया था। तब यह स्थिति 13 साल में पहली बार बनी थी। तीन साल पहले 162 निजी स्कूलों में कुल 1056 बच्चों ने प्रवेश लिया था। वहीं 2020 में 1016 बच्चों को प्रवेश मिला था। इस लिहाज से औसतन एक हजार से ज्यादा बच्चों को हर साल निजी स्कूलों में दाखिला मिल रहा है। शिक्षा विभाग के अनुसार इस बार भी सीटांे के आवंटन अनुसार प्रवेश के लिए पात्र बच्चों व पालकों को सूचना दी जाएगी कि उन्हें कब कौन से स्कूल में पहुंचना है।
हरदा में शुक्रवार शाम को भगवान परशुराम जयंती के उपलक्ष में वाहन रैली का आयोजन किया गया। परशुराम सेना की ओर से आयोजित इस रैली में बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। परशुराम सेना के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष सुधीर शर्मा ने रैली के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य ब्राह्मण समाज के युवाओं को भगवान परशुराम के जीवन और आदर्शों से परिचित कराना है। साथ ही युवाओं में सामाजिक एकता और धार्मिक चेतना जागृत करना है। सिविल लाइन थाने से निकली बाइक रैली रैली की शुरुआत सिविल लाइन थाने के पास से हुई। युवा हाथों में फरसे लेकर बाइक पर सवार थे। रैली घंटाघर होते हुए परशुराम चौक पहुंची। यहां सर्व ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने रैली का स्वागत किया। इसके बाद सभी ने मिलकर परशुराम जी की आरती की। खेड़ीपुरा में नार्मदीय ब्राह्मण समाज के सदस्यों ने पुष्प वर्षा कर रैली का स्वागत किया। इस मौके पर नार्मदीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष अशोक पाराशर ने कहा कि ब्राह्मण युवाओं को भगवान परशुराम से प्रेरणा लेते हुए शास्त्र के साथ-साथ शस्त्र शिक्षा पर भी ध्यान देना चाहिए।
कोण्डागांव में भारत स्काउट और गाइड के हीरक जयंती वर्ष के अवसर पर एक विशेष साइकिल रैली का आयोजन किया गया। रैली स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय, दहिकोंगा से शुरू होकर ग्राम पंचायत बाखरा तक पहुंची। जिला कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना के निर्देशन और जिला शिक्षा अधिकारी भारती प्रधान की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ। रैली में स्काउट्स, गाइड्स, रोवर्स, रेंजर्स और विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण, जल बचाव, बालिका शिक्षा और यातायात सुरक्षा से जुड़े संदेश वाले बैनर लेकर मार्च किया। समापन समारोह में वरिष्ठ स्काउट्स एवं गाइड्स मोहित पटेल, सुनीला नाग, साकी राम मौर्य और सतेन्द्र पवार को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधि रहे मौजूद कार्यक्रम में ग्राम पंचायत दहिकोंगा के सरपंच प्रेमसिंह नेताम, जिला पंचायत सदस्य रामदई नाग और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। जिला संगठन आयुक्त भीषभदेव साहू, जिला सचिव चमनलाल सोरी समेत कई स्काउट-गाइड कार्यकर्ता, पालक और ग्रामवासी भी उपस्थित थे। विद्यालय को 'सेजस दहिकोंगा' के नाम से स्काउट-गाइड दल नवीनीकरण चार्टर प्रदान किया गया। इस तरह की पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाने में मदद मिली।
जिला कलेक्टर कानाराम ने शुक्रवार को शिक्षा विभाग के कार्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में कई स्थानों पर साफ-सफाई की कमी पाई गई। कलक्टर ने दोनों कार्यालयों के स्टोर रूम को अलग-अलग कमरों में व्यवस्थित करने के आदेश दिए। इससे अनावश्यक सामान खुले में नहीं रहेगा। कलेक्टर ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इनमें फाइलों का उचित रख-रखाव, लंबित मामलों का समय पर निपटारा, नियमित सफाई, कर्मचारियों के बैठने की व्यवस्था, कूलर की सुविधा और रंग-रोगन शामिल हैं। उन्होंने विभागीय जांच और अनुकम्पा नियुक्ति पर विशेष ध्यान देने को कहा। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी पन्नालाल कड़ेला और जिला शिक्षा अधिकारी हंसराज जाजेवाल ने एक माह के भीतर सभी निर्देशों का पालन करने का आश्वासन दिया।
रोहतक जिले के सांपला कस्बे के हसनगढ़ गांव में शिक्षा विभाग ने पुलिस की मदद से एक गैर मान्यता प्राप्त स्कूल को सील कर दिया। बस स्टैंड के पास स्थित आईसीएस एकेडमी में नर्सरी से 12वीं तक की कक्षाएं चल रही थी। शिक्षा विभाग की क्लस्टर हेड सुदेश के अनुसार पिछले एक महीने में स्कूल संचालक को दो बार नोटिस दिया गया था, लेकिन वह स्कूल बंद करने को तैयार नहीं था। जब भी विभाग की टीम स्कूल जाती, संचालक स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार करता और उन्हें बाहर जाने को कहता था। 35 मिनट तक स्कूल संचालक से बातचीत शुक्रवार सुबह 11 बजे क्लस्टर हेड अपनी टीम और पुलिस बल के साथ स्कूल पहुंची। करीब 35 मिनट तक स्कूल संचालक से बातचीत चली। इसके बाद उच्चाधिकारियों के आदेश पर स्कूल को सील कर दिया गया। क्लस्टर हेड ने बताया कि उन्होंने मामले में खंड शिक्षा अधिकारी को सूचित किया था। दो बार लिखित रूप से पुलिस सहायता की मांग की गई थी। आज पुलिस की मौजूदगी में की गई कार्रवाई उच्चाधिकारियों के निर्देश पर की गई है। पुलिस की मौजूदगी में लगाया ताला गांव हसनगढ़ के बस स्टैंड के नजदीक आईसीएस एकेडमी के नाम से एक गैरमान्यता प्राप्त स्कूल चल रहा था। जिसमे छोटे बच्चों से लेकर 12 वीं तक की क्लास लगाई जा रहा थी। आज सुबह 11 बजे कलस्टर हेड अपनी टीम के साथ , पुलिस विभाग की सहायता लेकर हसनगढ़ गांव में बस स्टैंड के नजदीक स्थित आईसीएस एकेडमी जो कि शिक्षा विभाग के अनुसार गैरमान्यता प्राप्त को बंद करवाने के लिए पहुंचे। स्कूल बंद करवाने आई टीम और स्कूल संचालक के बीच लगभग 35 तक बातचीत चली। बैठक के बाद शिक्षा विभाग की टीम, पुलिस प्रशासन की सहायता से स्कूल को ताला लगाने में कामयाब हुई। पहले दिए जा चुके नोटिस सांपला ब्लॉक के गांव हसनगढ़ की क्लस्टर हैड सुदेश ने बताया कि पिछले एक महीने से स्कूल बंद करने के लिए दो बार स्कूल संचालक को नोटिस दे चुके हैं, लेकिन संचालक आईसीएस एकेडमी हसनगढ़ को बंद नही कर रहे थे। आज फिर पुलिस की मौजूदगी मे स्कूल को ताला लगाया गया हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर तकनीकी और प्राविधिक शिक्षा विभाग के कामकाज की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की युवा शक्ति को तकनीकी रूप से सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाना सरकार की प्राथमिकता है। शिक्षा केवल प्रमाण-पत्र प्राप्ति का माध्यम न होकर एक व्यावहारिक, कौशलपूर्ण एवं उपयोगी प्रणाली होनी चाहिए। इस दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश, लखनऊ में वर्ष 2024-25 के लिए कुल 1.64 लाख सीटों पर नामांकन हुआ है। विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरूप पाठ्यक्रमों का पुनर्गठन किया गया है, जिसमें एमओओसी आधारित अध्ययन, चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम, मल्टीपल एंट्री-एग्जिट तथा इंटीग्रेटेड प्रोग्राम सम्मिलित किए गए हैं। सत्र 2023-24 में विश्वविद्यालय के 12,739 छात्रों को रोजगार प्राप्त हुआ। जिसमें अधिकतम वार्षिक वेतन 59.91 लाख रुपए रहा। इसी प्रकार, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, गोरखपुर में वर्ष 2023-24 में छात्रों को 52 लाख रुपए वार्षिक वेतन तक के पैकेज पर प्रतिष्ठित कंपनियों में प्लेसमेंट मिला। सीएम ने रिक्त पदों को भरने के लिए कहा मुख्यमंत्री ने प्रयोगशालाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक श्रेणी के सभी रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण करने के निर्देश भी दिए।मुख्यमंत्री नवस्थापित राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज बस्ती, गोंडा, मिर्जापुर, एवं प्रतापगढ़ के भवन निर्माण तथा परिसर विकास से जुड़ी सभी परियोजनाएं निर्धारित समय-सीमा में पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान में नए पाठ्यक्रमों की शुरुआत करते समय स्थानीय औद्योगिक आवश्यकताओं एवं संभावनाओं को प्राथमिकता दी जाए। तकनीकी शिक्षा के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में कुल 2,139 पॉलिटेक्निक संस्थान संचालित हो रहे हैं। जिनमें 147 राजकीय, 18 पी0पी0पी0 मोड, 19 अनुदानित एवं 1,948 निजी संस्थान शामिल हैं। इन संस्थानों में 2.68 लाख से अधिक प्रवेश क्षमता उपलब्ध है। जिनमें 1.15 लाख से अधिक छात्र अध्ययनरत हैं।2017 से अब तक प्रदेश में 39 नए राजकीय पॉलिटेक्निक स्थापित किए गए हैं तथा 13,000 से अधिक शिक्षकों एवं अधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है। वर्तमान में 324 राजकीय एवं 2982 निजी आईटीआई प्रदेश में संचालित हैं। टाटा टैक्नोलॉजीज लिमिटेड के सहयोग से 212 राजकीय आईटीआई को आधुनिक प्रयोगशालाओं एवं कुशल प्रशिक्षकों से सुसज्जित कर उन्नत बनाया गया है। वर्ष 2024-25 में लगभग 1.25 लाख प्रशिक्षुओं को अप्रेंटिसशिप एवं रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना के अंतर्गत अब तक 30,000 से अधिक छात्रों ने आवेदन किया है। यह भी अवगत कराया गया कि सीएसआर फंड के माध्यम से राज्य के 37 से अधिक जनपदों में प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाइयों द्वारा आधुनिक कौशल प्रयोगशालाएं स्थापित की गई हैं। साथ ही, मासिक प्लेसमेंट डे के आयोजन से युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराने में सफलता मिली है। एनपीएस और सीएमएपीएस योजनाओं के तहत बीते पांच वर्ष में 2.67 लाख से अधिक अप्रेंटिस नियुक्त किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि तकनीकी एवं व्यवसायिक शिक्षा को उद्योगों से और अधिक गहराई से जोड़ा जाए। प्रत्येक छात्र को प्रशिक्षण के साथ एक निश्चित अवधि की औद्योगिक इंटर्नशिप सुनिश्चित कराई जाए। बैठक में प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल, विभाग के प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
हाथरस में सुविधाओं की कमी:व्यावसायिक शिक्षा की व्यवस्था नहीं, अभी तक नहीं बना मेडिकल कॉलेज
कल हाथरस जिले का 28 वां स्थापना दिवस है।हाथरस जिले की स्थापना 3 मई 1997 को हुई थी। तत्कालीन ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय की पहल पर इसे जिला बनाया गया था। अलीगढ़ की हाथरस, सिकंदराराऊ तहसील और मथुरा की सादाबाद तहसील को मिलाकर नया जिला बनाया गया। 28 साल बाद भी जिले में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। जिला न्यायालय का नया भवन अभी निर्माणाधीन है। जिला कारागार के लिए भूमि का चयन हो चुका है, लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। 5 वर्ष पूर्व घोषित मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी अभी तक शुरू नहीं हुआ है। जमीन आवंटित होने के बावजूद कोई प्रगति नहीं हुई है। स्वास्थ्य सेवाएं अपर्याप्त हैं। कई जिला स्तरीय कार्यालय अभी तक स्थापित नहीं हुए हैं। परिवहन सेवाओं की भी कमी छात्र रौनक वार्ष्णेय के अनुसार, जिले में व्यवसायिक शिक्षा की व्यवस्था नहीं है। एक कैंटीन संचालक अशरफ का कहना है कि परिवहन सुविधाएं अपर्याप्त हैं। कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव नहीं है और ग्रामीण क्षेत्रों में रोडवेज बसें नहीं चलतीं। व्यापारी जयप्रकाश वार्ष्णेय के अनुसार, मेडिकल कॉलेज की घोषणा के बाद भी अभी तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है। राजनेता लगातार कह रहे हैं कि जल्दी ही मेडिकल कॉलेज बनने वाला है लेकिन आज तक एक ईंट नहीं रखी गई। यहां के मरीजों को अक्सर बाहर जाना पड़ता है। अभी तक नहीं बना जिले में ट्रांसपोर्ट नगर किशन शर्मा का कहना है कि इस जिले को बने 28 साल हो गए लेकिन यहां कोई बड़ा उद्योग धंधा नहीं लगा। यहां रोजगार का अभाव है और यहां के तमाम लोग बाहर जाकर काम धंधा करने के लिए मजबूर हैं। कोमल बघेल का कहना है कि 28 साल बाद भी जिले की स्वास्थ्य सेवाएं बेहद लचर स्थिति में हैं। यहां उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं है। ट्रांसपोर्ट नगर भी अभी तक नहीं बना। कई बड़ी समस्याओं से यहां के लोग जूझ रहे हैं और इस तरफ यहां जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे।
अशोकनगर के सुभाष गंज स्थित विद्यासागर सर्वोदय पाठशाला में आयोजित आठ दिवसीय समर कैंप का शुक्रवार को समापन हुआ। समारोह की शुरुआत पाठशाला की बहनों द्वारा मंगल गान से हुई। बच्चों ने अपने हाथों से बनाई कलात्मक वस्तुओं का प्रदर्शन किया। जैन समाज के मंत्री विजय धुर्रा ने कहा कि गर्मियों में इतनी बड़ी संख्या में बच्चों की उपस्थिति शिक्षिकाओं की मेहनत को दिखाती है। मुख्य अतिथि डॉ. शालिनी जैन ने कहा कि पाठशाला संस्कारित शिक्षा का सशक्त माध्यम है। छोटी उम्र में ही बच्चे पाठशाला से जो संस्कार सीखते हैं, वे जीवन भर काम आते हैं। समर कैंप जैसे आयोजन बच्चों को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान करते हैं। उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए बच्चे और शिक्षक सम्मानित कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों के साथ-साथ मुस्कान दीदी, सौम्या जैन, साक्षी जैन, अंशिका जैन, तनु जैन, पूनम अखाई, दृष्टि जैन, सुधा दीदी, कांत दीदी और कुसुम दीदी सहित सभी शिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर समाज के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जिला पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार जैन की पत्नी डॉ. शालिनी जैन मुख्य अतिथि रहीं। जिला पंचायत सीईओ राजेश जैन की पत्नी विशेष अतिथि थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता जैन समाज अध्यक्ष राकेश कांसल ने की।
शिक्षा विभाग ने 8वीं सत्रांक अपलोड करने के लिए खोला पोर्टल, 4 मई तक दिया मौका
जयपुर | राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय जयपुर तथा मारवाड़ यूनिवर्सिटी जोधपुर के संघटक और संबद्धता प्राप्त कॉलेजों में डिप्लोमा तथा यूजी में सत्र 2025-26 में प्रवेश लेने वाले छात्र अब 6 मई तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। ऑनलाइन आवेदन में संशोधन 7 व 8 मई को किया जा सकेगा। आरयूएचएस की ओर से पहली बार बीएससी नर्सिंग, फार्मेसी, बीपीटी और पैरामेडिकल ( बैचलर ऑफ रेडिएशन टेक्नोलॉजी, बीएससी-एमएलटी और ऑफ्थेल्मिक टेक्निक) पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कॉमन अंडरग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जा रहा है। प्रवेश परीक्षा 27 मई को निर्धारित केन्द्रों पर आयोजित होगी। प्राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से सत्र 2025-26 में बीएससी नर्सिंग, फार्मेसी, बीपीटी और पैरामेडिकल में प्रवेश लेने वालों के लिए परीक्षा देना अनिवार्य है। बिना परीक्षा के प्रवेश नहीं मिलेगा। विवि ने छात्रों से तिथि बढ़ाने के बाद ऑनलाइन आवेदन करने की अपील की है, जिससे निर्धारित योग्यता के अनुसार च्वॉइस फीलिंग करके काउंसलिंग के दौरान प्रवेश ले सकेगा। विवि की ओर से चार कोर्सेज में प्रवेश के लिए एक ही परीक्षा हो रही है। 15 साल बाद दोबारा शुरू होगा एनटीटी, 1700 सीटों पर प्रवेश जयपुर | 15 सालों से बंद नर्सरी टीचर्स ट्रेनिंग (एनटीटी) कोर्स फिर से प्रारंभ होगा। कोर्स की 1700 सीटें होंगी। सरकार ने 34 जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डाइट) में कोर्स शुरू करने की स्वीकृति प्रदान कर दी है। कोर्स का नया नाम डिप्लोमा इन प्री स्कूल एजुकेशन होगा। नई शिक्षा नीति में प्री प्राइमरी कक्षाओं का प्रावधान है। इस कोर्स की मान्यता के लिए डाइट एनसीटीई में आवेदन कर सकेंगे। प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम के महात्मा गांधी राजकीय स्कूल और पीएम श्री स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाओं का संचालन भी शुरू हो चुका है। लेकिन इन स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं हैं। कोर्स प्रारंभ होने से अब शिक्षक उपलब्ध हो सकेंगे। प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट का कहना है प्रशासनिक स्वीकृति के तहत डाइट को एफिलिएटिंग बॉडी के रूप में अनापत्ति प्रदान की गई है।अजमेर,अलवर,बांसवाड़ा,बारां, बाड़मेर,भरतपुर,भीलवाड़ा,बूंदी, बीकानेर,चित्तौड़गढ़ के अलावा चूरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, हनुमानगढ़, जयपुर, जैसलमेर, जालौर, झालावाड, झुंझुनूं, जोधपुर, करौली, कोटा, नागौर, पाली, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, गंगानगर, टोंक, उदयपुर और गोगेलाव में यह कोर्स चलेगा। वर्ष 2006 से पहले तृतीय श्रेणी शिक्षक पद के लिए एनटीटी डिग्री धारी योग्य होते थे। कोलकाता-जयपुर-कोलकाता फ्लाइट रही रद्द, दुबई की 1 घंटे लेट जयपुर | एयरपोर्ट पर गुरुवार को फ्लाइट एनवक्त पर रद्द कर दी गई। इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। मामला कोलकाता से जयपुर आने वाली और जयपुर से कोलकाता जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की दो फ्लाइट (आईएक्स-1055/1223) का है। दोनों फ्लाइट्स को एयरलाइंस ने एनवक्त पर रद्द कर दिया। स्पाइसजेट एयरलाइंस की जयपुर से दुबई जाने वाली फ्लाइट एक घंटे लेट रही। प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती की राह खुलेगी जयपुर | आठवीं बोर्ड के विद्यार्थियों के सत्रांक अपलोड करने के लिए शिक्षा विभाग ने गुरुवार को पोर्टल खोल दिया। संस्था प्रधानों को कहा गया है कि वे 4 मई तक सत्रांक अपलोड कर सकते हैं। विभाग ने आठवीं के साथ-साथ 5वीं बोर्ड के विद्यार्थियों के सत्रांक अपलोड करने का भी मौका दिया है। ताकि अगर 5वीं के किसी बच्चे के सत्रांक अपलोड नहीं हुए है तो वह भी हो सके। इससे पहले सत्रांक अपलोड करने की अंतिम तिथि 24 अप्रैल थी, लेकिन शिक्षा विभाग के शाला दर्पण पोर्टल में आई तकनीकी खामी के चलते बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के सत्रांक अपलोड नहीं हो सके थे। उनका परिणाम अटकने की नौबत आ गई थी। इसको लेकर दैनिक भास्कर ने गुरुवार को अंक में शाला दर्पण पोर्टल पर आई तकनीकी खामी, 8वीं के विद्यार्थियों के सत्रांक नहीं हो सके अपलोड शीर्षक से खबर प्रकाशित कर इस मुद्दे को उठाया था। इसके बाद विभाग ने पोर्टल को 4 दिन के लिए फिर से खोल दिए। संस्था प्रधान 4 मई तक सत्रांक अपलोड कर सकेंगे।
जल संरक्षण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक शिक्षाप्रद यात्रा शुरू की
लुधियाना| बीवीएम किचलू नगर लुधियाना ने जल पखवाड़ा समारोह के माध्यम से जल संरक्षण जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए एक शिक्षाप्रद यात्रा शुरू की। इसका विषय था जल संरक्षण की ओर एक कदम। स्कूल की पहल में कई आकर्षक गतिविधियां शामिल थीं, जैसे जल शपथ, पौधरोपण अभियान, पोस्टर बनाना, छात्रों और अभिभावकों के लिए पेंटिंग प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता और नुक्कड़ नाटक। इन प्रयासों का उद्देश्य छात्रों और समुदाय में स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण के मूल्यों को विकसित करना था। इन आयोजनों के माध्यम से, छात्रों ने जल संरक्षण के सर्वोपरि महत्व, सामूहिक कार्रवाई की प्रभावकारिता और एक स्थायी भविष्य की दिशा में गहन समझ हासिल की। प्रिंसिपल रंजू मंगल ने जल संरक्षण के महत्व तथा जल पखवाड़ा पहल के सकारात्मक प्रभाव पर प्रकाश डाला।
शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए लुधियाना शहर के 38 स्कूलों के प्रिंसिपल जुटे
लुधियाना| डीएवी पब्लिक स्कूल पक्खोवाल रोड में आयोजित लुधियाना सहोदय स्कूल कॉम्प्लेक्स (एलएसएससी) की वार्षिक बैठक में 38 स्कूलों के प्रिंसिपलों ने आगामी सत्र के शैक्षणिक मानकों व प्रशिक्षण योजनाओं पर चर्चा की। प्रिंसिपल डॉ. सतवंत कौर भुल्लर ने अतिथियों का स्वागत किया। बैठक की अध्यक्षता एलएसएससी निदेशक व डीएवी बीआरएस नगर की प्रिंसिपल जसविंदर कौर सिद्धू ने की। सचिव कीर्ति शर्मा, सीबीएसई सिटी कोऑर्डिनेटर हरमीत कौर वड़ैच, डीपी गुलेरिया, अनुजा कौशल व वंदना शाही विशेष रूप से उपस्थित रहे। बीते वर्ष की रिपोर्ट की समीक्षा कर नई कार्ययोजना बनाई। प्रिंसिपल कीर्ति ने सभी का आभार जताया।
कथक की लय में बंधे नन्हे कदम, बाल भवन के सभी बच्चों को गोद लिया, शास्त्रीय नृत्य की शिक्षा देंगे
भास्कर न्यूज| लुधियाना विश्व नृत्य दिवस पर संगीता स्टूडियो ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स द्वारा नृत्य उत्सव सीजन 4 बाल भवन के 4 से 14 वर्ष के 45 बच्चों के साथ बेहद खास अंदाज में मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक नमस्कार से हुई, जिसके बाद बच्चों ने पहली बार कथक की प्रस्तुति देखी और खुद भी भावों व लय में शामिल होकर शास्त्रीय नृत्य का अनुभव किया। संस्थापक- निदेशक डॉ. संगीता बेदार कुशवाहा ने ऐलान किया कि उनका स्टूडियो अब बाल भवन के सभी बच्चों को गोद लेकर उन्हें सप्ताह में दो बार निःशुल्क नृत्य सिखाएगा। कक्षाएं बाल भवन परिसर में ही होंगी, जिनमें कथक और भारतीय लोकनृत्य की शिक्षा दी जाएगी। डॉ. संगीता स्वयं इन बच्चों को प्रशिक्षित करेंगी। उन्होंने कहा कि हर बच्चे को अपनी भावनाएं व्यक्त करने का अधिकार है और नृत्य इसके लिए श्रेष्ठ माध्यम है। उन्होंने बाल भवन प्रशासन का सहयोग के लिए आभार जताया।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, खनियाधाना में वर्षों से जारी आर्थिक गड़बड़ियों का बड़ा मामला सामने आया है। वर्ष 2018-19 से लेकर 2024-25 तक कुल 40 व्यक्तियों के बैंक खातों में एक करोड़ चार लाख 42 हजार 763 रुपए का फर्जी भुगतान किया गया। इसके अलावा, 20 अन्य खातों में वेतन व भत्तों के मद में 50,000 से अधिक की संदिग्ध रकम ट्रांसफर की गई। जैसे ही यह मामला सामने आया, कलेक्टर रवींद्र कुमार चौधरी ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जांच के निर्देश दिए। एसडीएम पिछोर शिवदयाल धाकड़ की अध्यक्षता में चार सदस्यीय जांच समिति गठित की गई, जिसमें शिक्षा विभाग की सहायक संचालक शालिनी दिनकर, सहायक पेंशन अधिकारी संतोष कुर्मी और कोषालय लिपिक अमित यादव को शामिल किया गया। जांच में सामने आया गबन का सचसमिति द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ। रिपोर्ट के अनुसार, 40 में से 18 व्यक्तियों के खातों में 68 लाख 77 हजार 121 रुपए का कपटपूर्ण भुगतान पाया गया। वहीं, 20 में से 8 खातों में 6 लाख 19 हजार 274 रुपए की राशि संदिग्ध रूप से ट्रांसफर की गई। इसके अलावा, सहायक ग्रेड-3 ओमकार सिंह धुर्वे को विभागीय खाते से 6 लाख 3 हजार 199 रुपए और लेखापाल सुखनंदन रसगैया को अक्टूबर 2020 के वेतन में 24,200 रुपए का अतिरिक्त भुगतान किया गया। कुल मिलाकर यह गबन 81 लाख 23 हजार 728 रुपए का बताया जा रहा है। इन अधिकारियों-कर्मचारियों पर दर्ज हुई FIRकलेक्टर के निर्देश पर जिला शिक्षा अधिकारी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988, भारतीय न्याय संहिता 2023, आईटी एक्ट सहित अन्य दंडनीय धाराओं के तहत संबंधित कर्मचारियों पर FIR दर्ज करवाई है। FIR जिन पर दर्ज की गई है, उनमें शामिल हैं: इस पूरे मामले में प्रशासन सख्त नजर आ रहा है। संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय जांच और कानूनी कार्रवाई दोनों चल रही है।
प्रदेश की पूरी शिक्षा व्यवस्था का जिम्मा वैसे तो बीकानेर के पास है, लेकिन ज्यादातर काम यहां से शिफ्ट हो रहे हैं। अब शिक्षा विभाग में कनिष्ठ सहायक भर्ती के लिए डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम भी बीकानेर के बजाय जयपुर के एक सरकारी स्कूल में होगा। इसके लिए निदेशालय से एक टीम जयपुर जाएगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने बुधवार को जारी आदेश में कहा गया है कि लिपिक ग्रेड सेकेंड व कनिष्ठ सहायक संयुक्त सीधी भर्ती परीक्षा 24 का रिजल्ट कर्मचारी चयन बोर्ड जयपुर ने जारी कर दिया है। इसमें चयनित कैंडिडेट्स के डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का काम 14 मई से 28 मई के बीच जयपुर के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय मालवीय नगर सेक्टर 2 में किया जागा। जिन कैंडिडेट्स को लिस्ट में शामिल किया गया है, उन्हें अपने ऑरिजनल डॉक्यूमेंट्स के साथ पहुंचना होगा। सभी कैंडिडेट्स को रोल नंबर के आधार पर अलग अलग तारीखों में आमंत्रित किया जा रहा है। कैंडिडेट्स को शैक्षणिक योग्यता, आयु, जाति, मूल निवास, चरित्र प्रमाण पत्र, विशेष योग्यजन, विवाह, खेल, सेवारत होने पर सक्षम अधिकारी के अनापत्ति प्रमाण पत्र के साथ उपस्थित होना है। इनकी दो-दो प्रतियां साथ में संलग्न करनी है और स्व प्रमाणित भी करनी है। कैंडिडेट्स को अपना ई- आधार भी पेश करना होगा, जिसमें QR प्रिंट हो। निर्धारित शपथ पत्र भी पेश करने होंगे। बीकानेर में क्यों नहीं? अब कर्मचारी सवाल उठा रहे हैं कि ये काम बीकानेर में क्यों नहीं हो रहा है। डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए निदेशालय में लंबी चौड़ी कर्मचारियों की टीम हे। इसके बाद भी जयपुर के एक सरकारी स्कूल में ये काम किया जा रहा है। इससे निदेशालय कमजोर हो रहा है।
कुरुक्षेत्र में जाट धर्मशाला महासभा के नए प्रधान कृष्ण श्योकंद अपनी पूरी टीम के साथ जाट धर्मशाला पहुंचे। यहां उन्होंने भगत धन्ना राम की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए। चुनाव अधिकारी ने सभी नए पदाधिकारियों को सर्टिफिकेट सौंपे और पद की शपथ दिलवाई। मीडिया से बातचीत में कृष्ण श्योकंद ने कहा कि महासभा का चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। अब किसी तरह की कोई गुटबाजी नहीं है। शिक्षा, खेल और सेहत पर उनका फोकस रहेगा। पुराने पदाधिकारियों और समाज के बुजुर्गों की सलाह से धर्मशाला के कामों को आगे बढ़ाया जाएगा। उनकी संस्था एक गैर-राजनीतिक संस्था है। यहां राजनीति को हावी नहीं होने दिया जाएगा। लाइब्रेरी खोलने की योजना शुरुआत में बड़ी लाइब्रेरी खोलने की योजना है, ताकि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे बच्चों को मदद मिले। साथ ही एक उच्च स्तरीय कोचिंग इंस्टीट्यूट भी शुरू करेंगे, ताकि दूसरी जगह जाकर पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सकने वाले बच्चे अच्छी तैयारी कर सकें। खेल में आगे रहने वाले बच्चों को हर तरह से प्रोत्साहन दिया जाएगा। सेवानिवृत्त अफसरों की बनेगी सलाहकार समिति प्रधान कृष्ण श्योकंद ने कहा कि भले ही कुछ सदस्य ही चुनाव से चुने गए हैं, लेकिन अब टीम में और लोगों को जोड़ा जाएगा। समाज के बुजुर्गों और रिटायर्ड अधिकारियों की एक सलाहकार समिति बनाई जाएगी। यह टीम धर्मशाला और समाज के हित में काम करेगी। सभी 36 बिरादरी को साथ लेकर समाज के लिए काम किया जाएगा।
शिक्षा और पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने गुरुवार को जिला परिषद सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में पंचायती राज और शिक्षा विभाग की कार्य योजनाओं की प्रगति का रिव्यू किया गया।दिलावर ने अधिकारियों से कहा कि वे प्रदेश जिले व ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ बनाए व नियमित रूप से साफ-सफाई हो, क्योंकि जहां गंदगी होती है वहां बीमारियों का प्रकोप ज्यादा होता है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे फील्ड में दौरा करें और कर्तव्यनिष्ठता से कार्य कर अपने दायित्वों का निर्वहन करें । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशा है कि प्रदेश स्वच्छता में देश में नंबर वन बनें। इसके लिए हम सभी मिलकर प्रयास करें कि हमारा प्रदेश साफ सुथरा हो। बैठक में उन्होंने ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के विभिन्न योजनाओं एवं कार्यों के प्रगति के बारे में जानकारी ली। बैठक में उन्होंने जिला, ब्लॉकवार, विभागवार कार्यों एवं प्रगति की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण में साफ सफाई, गांव के पानी की निकासी कचरा निस्तारण कचरा संग्रहण, वाटरशेड एमजेएसए 2.0 कार्यों, स्वामित्व योजना, विमुक्त घुमंतु एवं अर्द्ध घुमंतु आवास विहीन व्यक्तियों को सर्वे कर भूखंड व पट्टा आवंटन के बारे में जानकारी ली। बैठक में पिंक टॉयलेट, सामुदायिक स्वच्छता परिसर, पॉलिथीन का उपयोग रोकने के लिए, आने वाले समय में पौधारोपण के बारे में चर्चा कर जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में बर्तन बैंक योजना में राजीविका के माध्यम से जरूरतमंद को लाभान्वित करने के बारे में निर्देश दिए। इसके साथ ही मनरेगा कार्य, एमएलए लेड में शिक्षा विभाग, प्रधानमंत्री आवास, श्री अन्नपूर्णा रसोई योजना आदि की जानकारी लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला प्रमुख रश्मि सिंह भी मौजूद रही। बैठक में जिला कलक्टर एलएन मंत्री ने जिले की विभिन्न योजनाओं के कार्यों की प्रगति की जानकारी दी। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी मुकेश चौधरी ने ग्रामीण विकास विभाग के कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर जिला कलेक्टर एलएन मंत्री, जिला पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट, उपखंड अधिकारी पाली विमलेन्द्र राणावत, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील भंडारी, पाली प्रधान मोहिनी देवी, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी महेन्द्र सिंह, मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी चंद्र प्रकाश जायसवाल, जिला शिक्षा अधिकारी राहुल पुरोहित, शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी, समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, समस्त विकास अधिकारी, मौजूद रहे। पंचायती राज व शिक्षा मंत्री ने इससे पहले ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया व निरीक्षण किया। साथ ही लाम्बिया गांव में भामाशाह द्वारा वाल्मीकि समाज के 11 जोड़ों के सामूहिक विवाह में वर-वधू को आशीर्वाद दिया।
लखनऊ के गुरुवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने शिक्षा भवन पर धरना दिया। दोपहर करीब 1 बजे शुरू हुए इस धरने में माघ्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के अलावा कई शिक्षक भी मौजूद रहे। करीब ढाई घंटे तक चले इस प्रदर्शन के अंत में शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन उप शिक्षा निदेशक को सौंपा। इन मांगों को लेकर हुआ प्रदर्शन माध्यमिक शिक्षक के प्रादेशिक उपाध्यक्ष डा.आरपी मिश्र ने बताया कि पुरानी पेन्शन बहाली, चयन बोर्ड अधिनियम में सेवा सुरक्षा सम्बन्धी धारा 21 की बहाली, निशुल्क चिकित्सा सुविधा, वित्तविहीन स्कूलों के शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन जैसी मांगों को लेकर लंबे समय से शिक्षक आंदोलन कर रहे हैं पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में शिक्षकों को मजबूर होकर प्रदर्शन करना पड़ रहा।
गाजीपुर में शिक्षकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। भीषण गर्मी के बावजूद शिक्षक अपनी मांगों के लिए डटे रहे। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि संघ शिक्षकों की मांगों के लिए लगातार संघर्षरत है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार शिक्षकों को पुरानी पेंशन, नई पेंशन, संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारियों में बांटकर उनका शोषण कर रही है। जिला मंत्री इसरार अहमद सिद्दीकी ने कार्यक्रम का संचालन किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के संघर्ष के सामने कोई भी सरकार नहीं टिक पाई है। सरकार बनाने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रदर्शन के दौरान 'शिक्षक एकता जिंदाबाद' और 'आवाज दो हम एक हैं' के नारे लगाए गए। कई घंटों के धरने के बाद जिलाध्यक्ष ने सदर उपजिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के लिए 15 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। कार्यक्रम में वरिष्ठ उपाध्यक्ष आनंद प्रकाश यादव, तहसील प्रभारी राजीव ओझा समेत कई शिक्षक नेता मौजूद रहे। धरने में कमलेश सिंह यादव, धनंजय सिंह, सुरेंद्र सिंह, पूनम विश्वकर्मा, नेहा शुक्ला सहित बड़ी संख्या में शिक्षक शामिल हुए।
शिक्षा विभाग में बुधवार को 13 साल बाद बड़ा ऐतिहासिक आदेश जारी हुआ। विभाग ने 1335 व्याख्याता, व्याख्याता एलबी और मिडिल स्कूल के प्रधान पाठकों को उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालयों में प्राचार्य बनाया गया है। इसी तरह 1478 व्याख्याता, व्याख्याता एलबी और मिडिल स्कूल के प्रधान पाठकों ई-संवर्ग को व्याख्याता का भी वेतनमान बढ़ाकर उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालयों में प्राचार्य बनाया है। पदस्थापना से पहले इनकी काउंसिलिंग होगी। इसकी जिम्मेदारी डीपीआई को दी गई है। विभाग में लंबे समय बाद पदोन्नति की वजह ट्राइबल विभाग से स्कूलों का शिक्षा विभाग में विलय, आरक्षण रोस्टर का लागू न होना, समय पर सीआर न लिखा जाना और प्रमोशन के केस हाईकोर्ट में लंबित होना है। गुरुवार को भी इस संबंध में हाईकोर्ट में बड़ा फैसला आने की संभावना है। मालूम हो कि 2015-16 में ट्राइबल विभाग से स्कूलों का विलय शिक्षा विभाग में कर दिया गया था। उसके पहले ट्राइबल विभाग ने 2012-13 में अपने शिक्षकों को अंतिम बार पदोन्नति दी थी। शिक्षा विभाग में अधिकृत तौर पर 2027 के बाद प्रमोशन नहीं हुए थे। दोनों पदोन्नति आदेश वरिष्ठता के आधार पर जारी हुए हैं। इसमें नॉन बीएड को फायदा नहीं हुआ है। इस वजह से डिग्रीधारी आगे हो गए हैं। ऐसे प्रधानपाठकों को भी तरजीह मिली है जिन्होंने स्नातकोत्तर (पीजी) की उपाधि ले ली थी। कोर्ट केस के बावजूद पदोन्नति आदेश इस वजह से जारी हुए कि नियमानुसार डीपीसी रोकी नहीं जाती है। खास बात यह कि पदोन्नति से सैकड़ों को बड़ा पदनाम तो मिलेगा, लेकिन पहले से ही 6600 रुपए ग्रेड वेतन पाने वालों को वित्तीय तौर पर फायदा नहीं होगा। यह लाभ उन्हें तीन साल पहले मिल गया है। अब आगे क्या प्राचार्य के पद पर नियुक्ति से पहले पदस्थापना का फार्मूला तय करना होगा। इस पर सबकी नजरें होंगी। पदोन्नत लोगों की काउंसिलिंग होगी। नियमानुसार दिव्यांगों को पहले मौका मिलेगा। इसके महिलाओं और फिर पुरुष उम्मीदवारों को नंबर आएगा। इससे भी अहम बात यह कि काउंसिलिंग वरिष्ठता के आधार पर होगी। सरकार का फैसला ऐतिहासिकराज्य सरकार ने शिक्षा विभाग में बुधवार को दो ऐतिहासिक फैसले किए। बर्खास्त सहायक शिक्षकों की बहाली अपने आप में आइकॉनिक डिसिजन है। इसकी वजह यह कि उसे इसका कोई राजनीतिक तौर पर लाभ नहीं होना है, कयोंकि भविष्य में कोई चुनाव नहीं है। दूसरा निर्णय 2813 शिक्षकों को प्रमोट करना। इससे सबसे बड़े सरकारी विभाग के लोगों को फायदा मिलेगा। पदोन्नति का इंतजार कर रहे पीछे के हजारों शिक्षकों को लाभ मिलेगा। - राजेश चटर्जी, शिक्षाविद, अंतरविभागीय समिति को राय देने वाले आमंत्रित सदस्य
शिक्षा के साथ संस्कार देना स्कूल की प्राथमिकता
भास्कर न्यूज| नवादा जिले के पकरीबरावां प्रखंड के बुधौली पंचायत के भलुआ गांव में अक्षय तृतीया के अवसर पर ओसियन व्यू पब्लिक स्कूल का शुभारंभ किया गया। स्कूल का उद्घाटन शिक्षाविद प्रो सूर्यदेव पांडेय ने फीता काटकर किया। स्कूल के निदेशक राकेश रौशन ने बताया कि ग्रामीणों क्षेत्र के बच्चों के बेहतर शिक्षा को लेकर इस अंग्रेजी स्कूल की शुरुआत की गई हैं। बच्चों के बेहतर शिक्षा के साथ बच्चों को अच्छे संस्कार देना इस स्कूल की विशेषता होगी। मौके पर सीताराम शर्मा ,दीपक कुमार ,प्रिया पांडे, कुणाल सिंह इंजीनियर अमितेश कुमार, मनीष कुमार, छोटू पांडे आदि लोग मौजूद थे।
कुरुक्षेत्र में जाट धर्मशाला महासभा के चुनाव में कृष्ण श्योकंद ने प्रधान पद पर जीत हासिल की। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी जसमेर घराड़सी को 30 वोट से हराया। जाट धर्मशाला में शाम 5 बजे तक शांतिपूर्वक चले मतदान में कुल 694 वोट डाले गए, जिनमें से 4 वोट रद्द हो गए। नतीजे देर शाम घोषित किए गए। इस चुनाव में कृष्ण श्योकंद के पूरे पैनल ने जीत दर्ज की। जीत के बाद उनके समर्थकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। प्रधान पद के कृष्ण श्योकंद को 360 ताे उनके मुकाबले में चुनाव लड़ रहे जसमेर घराड़सी को 330 वोट मिले। देशभर से महासभा के सदस्य वोटिंग के लिए जाट धर्मशाला पहुंचे थे। 6 में से 1 मेंबर दूसरे गुट का जीता इस चुनाव में कृष्ण श्योकंद पैनल ने उपप्रधान से लेकर कार्यकारिणी मेंबर तक सब पदों पर जीत दर्ज की। उपप्रधान पद पर बन्नी सिंह ढुल, सचिव पद पर हरकेश लाल सहारण, सह सचिव पद पर होशियार सिंह और कोषाध्यक्ष पद पर नरेंद्र सिंह नैन ने जीत हासिल की। कार्यकारिणी में गंगा बिशन सहारण, रमेश मलिक, ऋषिपाल नैन, बलविंद्र संगरोहा और जितेंद्र कैंदल विजयी रहे। केवल 1 सीट पर जसमेर घराड़सी पैनल से अंग्रेज चीबा को जीत मिली है। मेरी नहीं समाज की जीत - श्योकंद जीत के बाद नवनियुक्त प्रधान कृष्ण श्योकंद ने कहा, यह जीत मेरी नहीं, समाज की है। चुनाव खत्म हो गया है, अब कोई गुट नहीं है। हम सब मिलकर जाट धर्मशाला को और ऊंचाई तक ले जाएंगे। उनका फोकस शिक्षा, खेल और सेहत क्षेत्र में सेवा देने पर रहेगा। साथ ही संस्था की मर्यादा और बुजुर्गों के सम्मान को प्रायोरिटी दी जाएगी। धर्मशाला को पारदर्शी तरीके से चलाते हुए विश्वस्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में कार्य करेंगे।
राजस्थान हाईकोर्ट ने अंतरिम आदेश देते हुए तलाकशुदा बेटी को फैमिली पेंशन का हकदार माना है। अदालत ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि वह याचिकाकर्ता की फैमिली पेंशन शुरू करें। सुनवाई के दौरान शिक्षा विभाग ने जवाब के लिए चार सप्ताह का समय मांगा। जस्टिस सुदेश बंसल की एकलपीठ ने यह आदेश बुधवार को सुमन की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए दिए। याचिका में कहा गया था कि याचिकाकर्ता के पिता अजमेर में स्कूल व्याख्याता के पद पर कार्यरत थे। पद पर रहने के दौरान उनका अक्टूबर, 1987 में निधन हो गया। राज्य सरकार ने याचिकाकर्ता की मां को फैमिली पेंशन जारी कर दी। जनवरी, 2017 में याचिकाकर्ता की मां की भी मौत हो गई। विभाग ने पांच साल में नहीं लिया निर्णययाचिका में कहा गया कि याचिकाकर्ता का पति से तलाक हो गया था। कोर्ट से नवंबर, 1979 को तलाक की डिक्री जारी होने के बाद से वह माता-पिता के साथ ही रहती थी। मां के निधन के बाद उसने साल 2019 में फैमिली पेंशन के लिए विभाग में प्रार्थना पत्र दिया। लेकिन बीते करीब चार साल से विभाग ना तो उसके प्रार्थना पत्र का निस्तारण कर रहा और ना ही फैमिली पेंशन जारी कर रहा हैं।................................... हाईकोर्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें:- हाईकोर्ट में सरकारी वकील ने अपनी जगह भेजा दूसरा वकील:अदालत ने पकड़ा, सरकार से पूछा-क्या कोई भी पैरवी कर सकता है? राजस्थान हाईकोर्ट में सरकार अपने मामलों की पैरवी के लिए सरकारी अधिवक्ताओं की नियुक्ति करती है, लेकिन एक मामले में सरकारी वकील ने खुद की जगह दूसरे वकील को पैरवी करने के लिए भेज दिया। पूरी खबर पढ़िए
यूपी संस्कृत शिक्षा परिषद ने बुधवार को परिषदीय रिजल्ट जारी कर दिया। हाईस्कूल में 92.18% तो इंटरमीडिएट में 87.82% छात्र पास हुए हैं। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव और संस्कृत बोर्ड सचिव शिव लाल ने पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं), उत्तर मध्यमा प्रथम (11वीं) और उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) परीक्षा का परिणाम घोषित किया। परीक्षा परिणाम परिषद की वेबसाइट www.upmssp.com पर भी देखा जा सकता है। इस बार संस्कृत बोर्ड की परीक्षाएं 27 फरवरी से 12 मार्च 2025 के बीच आयोजित की गई थीं। 12वीं यानी उत्तर मध्यमा ... 10वीं यानी पूर्व मध्यमा का परिणाम 2024 की ये थीं टॉपर परिषद की पूर्व मध्यमा द्वितीय (10वीं) परीक्षा में बहराइच की छात्रा मानसी चौरसिया टॉपर रही थीं। उत्तर मध्यमा द्वितीय (12वीं) में सुल्तानपुर की छात्रा पूनम तिवारी ने टॉप किया था।
बिहार में फिजिकल टीचर्स ने बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जदयू कार्यालय का रुख किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री सुनील कुमार जदयू कार्यालय पहुंचे और उन्होंने आश्वासन दिया कि फिजिकल टीचर्स की मांगों पर । शिक्षा मंत्री ने कहा, “हमने अनुकंपा के आधार पर 6421 पदों का सृजन कर कैबिनेट से मंजूरी दिलाई है। हमें शिक्षकों की मांगों और समस्याओं के प्रति सहानुभूति है। हम शिक्षा से जुड़े मामलों पर पूरी संवेदनशीलता से ध्यान दे रहे हैं और उपलब्ध संसाधनों के अनुसार निर्णय ले रहे हैं” तेजस्वी यादव पर किया पलटवार शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति हुई है। उन्होंने कहा, “विपक्ष का काम सिर्फ आलोचना करना है, लेकिन सच्चाई यह है कि बिहार में विकास हो रहा है और आगामी चुनाव में एनडीए की सरकार बनेगी, जिसमें नेतृत्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही होगा।” शिक्षकों के आचरण में आया सुधार शिक्षा मंत्री ने कहा कि अब शिक्षकों के आचरण में पहले की अपेक्षा सुधार देखा जा रहा है। हालांकि, जो शिक्षक गड़बड़ी कर रहे हैं, उनके खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों को मुफ्त किताबें उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि बिहार ने पूरे देश में सबसे पहले मैट्रिक का रिजल्ट जारी किया है। इस बार छात्राओं और छात्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्हें चिन्हित कर प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। स्कूल इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार मंत्री ने बताया कि अब स्कूलों में छोटे-मोटे मरम्मत कार्यों के लिए प्रिंसिपलों को एडवांस रूप में 50,000 की राशि उपलब्ध कराई गई है। इससे स्कूलों को किसी भी प्रकार की मरम्मत जैसे पंखे, कुर्सियां या टेबल टूटने पर विभाग का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा और समय पर कार्य पूरा किया जा सकेगा।
4 साल की उम्र में श्रेया घोषाल ने ली संगीत की शिक्षा, अमेरिका में मनाया जाता है 'श्रेया घोषाल दिवस'
बॉलीवुड की फेमस सिंगर श्रेया घोषाल 12 मार्च को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों को दिवाना बनाने वाली श्रेया का जन्म 1984 में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुआ था। उन्होंने बेहद कम समय में अपनी सुरीली आवाज से बड़ी ...
दिल्ली में झुग्गी में रहने वाले एक पिता ने, जो चाय बेचते हैं, उन्होंने अपनी बेटी को आखिरकार CA बना दिया। जहां एक ओर लोगों ने कहा, क्यों अपनी बेटी को जरूरत से ज्यादा पढ़ा रहे हो, इसकी शादी करवा देनी चा
NEET UG रिजल्ट को लेकर अभी भी जारी है गुस्सा, छात्रों ने शिक्षा मंत्रालय के पास किया विरोध प्रदर्शन
नीट-यूजी परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए छात्रों ने सोमवार को शिक्षा मंत्रालय के पास विरोध प्रदर्शन किया और परीक्षा परिणाम में कथित अनियमितताओं की जांच की मांग की। आइए जानते हैं, क्या है पूरा म
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का 10 फीसदी भी डाटा नहीं हुआ अपलोड
ई-शिक्षा कोष पर छात्रों का डाटा अपलोड करने में जिले के कई स्कूल ढील दे रहे हैं, वे 10 फीसदी छात्रों का भी डाटा अभी तक अपलोड नहीं कर पाए हैं। डाटा अपलोड करने में आधार कार्ड की अनिवार्यता के बाद से छ
बेसिक शिक्षा : दो महीने बाद भी 1.38 लाख छात्रों का डेटा नहीं हुआ अपडेट
बेसिक शिक्षा विभाग के यू डायस पोर्टल पर डेटा अपडेट करने का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है। हाल ये है कि दो महीने में महज 1.38 लाख छात्रों डेटा भी अपडेट नहीं हुआ। विभाग ने अब 5 जून तक इसे पूरा करने क
स्कूलों में कैसे पढ़ा रहे हैं शिक्षक, वीडियो में देखेगा शिक्षा विभाग, होगी रिकॉर्डिंग
शिक्षा विभाग वीडियो के जरिए देखेगा कि परिषदीय स्कूलों के शिक्षक छात्रों को कैसे पढ़ाते हैं। बता दें. छात्रों को पढ़ाते हुए शिक्षकों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी। आइए जानते हैं विस्तार से।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति : यूपी बोर्ड ने दिए निर्देश, एनईपी लागू करने को स्कूल बनाएंगे प्लान
यूपी बोर्ड से जुड़े 27 हजार से अधिक स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 लागू करने के लिए स्कूल स्तर पर योजना बनाई जाएगी। एनईपी 2020 के विषय में विद्यालयों में कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा।
बॉलीवुड का ये सुपरस्टार युवाओं को IAS बनाने के लिए मुफ्त में देगा शिक्षा, योजना से अबतक जुड़ चुके है7000 युवा