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HPSC ने जारी किया असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती इंटरव्यू शैड्यूल:12 जनवरी से 26 फरवरी तक 6 भर्तियों के इंटरव्यू, इंग्लिश भर्ती पर चल रहा है आंदोलन

हरियाणा लोक सेवा आयोग की ओर से कॉलेज कैडर की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्तियों का शेड्यूल जारी कर दिया है। 12 जनवरी से 26 फरवरी तक 6 भर्तियों के लिए योग्य पाए गए कैंडिडेट का इंटरव्यू होगा। इंटरव्यू के लिए सभी को आयोग मुख्यालय पहुंचन होगा। हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) ने इकॉनोमिक्स भर्ती के कैंडिडेट का इंटरव्यू 12 जनवरी, कम्प्यूटर साइंस भर्ती के लिए 13 व 14 जनवरी का समय निर्धारित किया है। कॉलेज कैडर की असिस्टेंट प्रोफेसर के राजनीतिक विज्ञान भर्ती इंटरव्यू के लिए 19 व 21 जनवरी तथा इंग्लिश विषय के इंटरव्यू के लिए कैंडिडेट को 28 व 29 जनवरी को बुलाया है। फरवरी में होंगे हिंदी व ज्योग्राफी के इंटरव्यू कॉलेज कैडर की असिस्टेंट प्रोफेसर के हिंदी विषय के लिए 2 व 5 फरवरी का शेड्यूल रखा गया है। वहीं ज्योग्रॉफी विषय के लिए आयोग ने 23 व 26 फरवरी का शेड्यूल बनाया है। आयोग ने सभी इंटरव्यू के लिए कैंडिडेट को पंचकूला आयोग मुख्यालय में आमंत्रित किया है।इंग्लिश भर्ती को लेकर चल रहा है आंदोलन कॉलेज कैडर की असिस्टेंट प्रोफेसर के इंग्लिश विषय के लिए प्रदेश में युवा आंदोलन चला रहा है। 613 पदों के लिए शुरू हुई इस भर्ती में केवल 151 युवा ही पास हो पाए। जिसके बाद 35 प्रतिशत क्राइटेरिया खत्म करवाने का आंदोलन शुरू हो गया है। मुद्दा कांग्रेस विधायकों के द्वारा हरियााणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी उठाया गया है। अब युवा पंचकूला में धरना-प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:44 am

पाली कलेक्ट्रेट के खाते फ्रीज किए:सांड की टक्कर से उद्यमी की मौत पर कोर्ट के आदेश पर भी नहीं जमा करवाई मुआवजा राशि

भटकते सांडों की वजह से सोजत सिटी के युवा मेहंदी कारोबारी की मौत के मामले में कलेक्ट्रेट के खाते फ्रीज कर दिए गए। न्यायालय के आदेश अनुपालना नहीं होने पर न्यायालय द्वारा गठित टीम डिक्री के निष्पादन के तहत कलेक्ट्रेट की संपत्ति कुर्क करने पहुंची थी। बता दे कि 18 दिसंबर को नगर पालिका सोजत का बैंक खाता भी फ्रीज करने की करवाई की जा चुकी है। कार्रवाई के दौरान कलेक्टर व उनकी गाड़ी नहीं थी। यह मामला करीब नौ माह पूर्व अपर एवं सेशन न्यायाधीश सोजत द्वारा पारित आदेश से जुड़ा है। न्यायालय ने नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ), सभापति एवं स्वायत्त शासन विभाग को जिम्मेदार ठहराते हुए नगरपालिका पर 44 लाख 10 हजार 480 रुपए का हर्जाना लगाया था। आदेश में मृतक के आश्रितों को यह राशि क्षतिपूर्ति के रूप में अदा करने के निर्देश दिए गए थे। जिसकी पालना नहीं की गई थी। पीड़ित पक्ष की ओर से एडवोकेट गजेंद्र दवे ने बताया कि 21 मई 2015 को सोजत सिटी निवासी 45 वर्षीय मेहंदी उद्यमी नरेंद्र टांक बाइक से घर लौट रहे थे। इसी दौरान सड़क पर लड़ रहे दो सांडों की चपेट में आ गए। जिससे उनकी मौत हो गई थी। मौत के बाद पत्नी ज्योति टांक, पुत्र कुणाल और पुत्री भूमिका की ओर से नगरपालिका के ईओ, अध्यक्ष, स्वायत्त शासन विभाग एवं राज्य सरकार के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इसके पहले सोजत न्यायालय द्वारा गठित टीम 18 दिसंबर को डिक्री के निष्पादन के तहत नगर पालिका की संपत्ति कुर्क करने पहुंची थी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:41 am

फतेहाबाद में 25 दिसंबर को संपन्न होगा सांसद खेल महोत्सव:पीएम मोदी का लाइव भाषण सुनेंगे खिलाड़ी; 9 खेलों के भागीदार होंगे शामिल

फतेहाबाद जिले के गांव समैन में 25 दिसंबर को सांसद खेल महोत्सव का समापन समारोह होगा। इस दिन सभी विधानसभा क्षेत्रों के खिलाड़ी शामिल होंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लाइव भाषण भी खिलाड़ियों को सुनाया जाएगा। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता राज्यसभा सांसद सुभाष बराला करेंगे। बता दें कि, सितंबर में सांसद खेल महोत्सव के आयोजन शुरू हुए थे। पहले गांव, फिर विधानसभा स्तर पर खेल मुकाबले करवाए गए। इसके बाद लोकसभा स्तर पर टीमें पहुंची। विधानसभा स्तर के खेलों के ग्रेंड फिनाले का आगाज करने 13 दिसंबर को सीएम नायब सैनी भी फतेहाबाद पहुंचे थे। चार हजार खिलाड़ियों ने की भागीदारी सांसद खेल महोत्सव के नोडल अधिकारी वेद फूलां ने बताया कि सिरसा लोकसभा क्षेत्र में करीब चार हजार खिलाड़ियों ने इन खेलों में भागीदारी की है। इन खिलाड़ियों ने कबड्‌डी, क्रिकेट, हैंडबाल, फुटबाल, वॉलीबाल, खो-खो जैसे 9 खेलों में हिस्सा लिया है। 25 दिसंबर के समारोह के साथ ही इस महोत्सव का समापन हो जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे वेद फूलां ने बताया कि 25 दिसंबर को समापन समारोह में स्कूली विद्यार्थियों की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। उस दिन इस महोत्सव में सक्रिय भूमिका निभाने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:41 am

आलमबाग बस स्टेशन से शुरू हुआ चालकों का स्वास्थ्य परीक्षण:लखनऊ क्षेत्र में 22 से 25 दिसंबर तक चलेगा अभियान, पहले दिन 155 कर्मचारियों की हुई जांच

उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से चालकों, परिचालकों और अन्य सहायक कर्मचारियों के स्वास्थ्य को लेकर विशेष अभियान शुरू किया गया है। इसी क्रम में आलमबाग बस स्टेशन पर एक दिवसीय स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया, जिसमें 155 कर्मचारियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। शिविर में ब्लड प्रेशर, शुगर, आंखों की जांच, वजन और हृदय से जुड़ी प्राथमिक जांच की गई। 22 से 25 दिसंबर तक आठ स्थानों पर लगेगा स्वास्थ्य शिविर परिवहन निगम मुख्यालय लखनऊ के निर्देश पर यह स्वास्थ्य जांच अभियान 22 दिसंबर से 25 दिसंबर 2025 तक चलाया जा रहा है। प्रेस नोट के अनुसार लखनऊ क्षेत्र के डिपो, बस स्टेशनों और कार्यशालाओं में कार्यरत अधिकारियों, उपाधिकारियों, चालकों, परिचालकों और अन्य सहायक कर्मियों की सामान्य स्वास्थ्य जांच कराई जा रही है। इन स्वास्थ्य सेवाओं की होगी सुविधा शिविर के दौरान कर्मचारियों को नेत्र जांच व सामान्य स्वास्थ्य परीक्षण, एचआईवी परामर्श एवं जांच, टीबी की स्क्रीनिंग, एसटीआई/एसटीडी की जांच व परामर्श, हेपेटाइटिस और सिफलिस की जांच एवं परामर्श की सुविधा दी जा रही है। इसके साथ ही राज्य एड्स नियंत्रण सोसायटी के सहयोग से लोक कला दल के माध्यम से एचआईवी/एड्स को लेकर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। यहां-यहां लगाए जाएंगे स्वास्थ्य शिविर 22 दिसंबर को आलमबाग डिपो, अवध डिपो, रायबरेली डिपो और बाराबंकी डिपो में शिविर लगाए गए। 23 दिसंबर को चारबाग (अमौसी) उपनगरीय डिपो कार्यशाला और चारबाग बस स्टेशन पर स्वास्थ्य जांच होगी। वहीं 24 दिसंबर को कैसरबाग डिपो-कैसरबाग बस स्टेशन और अवध बस स्टेशन (कमता) में शिविर आयोजित किया जाएगा। आलमबाग एआरएम बोले - यात्री सुरक्षा से जुड़ी है कर्मचारियों की सेहत इस अवसर पर एआरएम राजेश कुमार ने कहा कि चालकों और परिचालकों का स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है, क्योंकि उनकी सेहत सीधे यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ी होती है। समय-समय पर स्वास्थ्य जांच से बीमारियों की पहचान होती है और सड़क दुर्घटनाओं की संभावनाएं भी कम की जा सकती हैं। आगे भी इस तरह के स्वास्थ्य शिविर नियमित रूप से आयोजित किए जाते रहेंगे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:31 am

कोहरे से विजिबिलिटी शून्य, सर्द हवा ने गलन बढ़ाई:शताब्दी, राजधानी, वंदे भारत और तेजस घंटों देरी से आईं; न्यूनतम तापमान 7 डिग्री पहुंचा

कानपुर शहर में कोहरे और सर्द हवाएं मौसम में गलन का एहसास करा रही हैं। सुबह से ही शहर में घना कोहरा छाया रहा। कोहरे के चलते विजिबिलिटी महज शून्य रह गई। दोपहर 11.30 बजे तक कोहरा छाया रहा। दोपहर 12 बजे शहर में हल्की धूप छा गई, जिससे कोहरा छंट गया। मौसम विभाग के अनुसार शहर का न्यूनतम तापमान 7.0 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 2.6 डिग्री कम है। शाम होते ही चल रही ठंडी हवाएं मौसम को सर्द कर रही हैं। दिन में निकली धूप दिन में धूप निकलने के बाद भी शहर का अधिकतम 19.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो कि सामान्य से 2.5 डिग्री कम है। दोपहर के तीन बजते बजते धूप हल्की पड़ने लगी। शाम चार बजते ही एक बार फिर सर्द हवाओं ने शहर में गलन पैदा कर दी। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि उत्तर भारत में एक साथ दो पश्चिमी विक्षोप का असर पड़ रहा है। आने वाले दिनों में घने कोहरे के साथ कड़ाके की ठंड पड़ेगी। प्रीमियम ट्रेनें भी घंटों देरी से पहुंची घने कोहरे का असर ट्रेनों के समय पर भी पड़ा है। सोमवार को 47 ट्रेनें तय समय से घंटों देरी से कानपुर सेंट्रल पहुंची। नई दिल्ली से कानपुर सेंट्रल आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस (12034) 1.29 घंटे देरी से आई। इसके अलावा नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली तेजस एक्सप्रेस (82502) 8.46 घंटे देरी से सेंट्रल पहुंची। नई दिल्ली से राजेंद्र नगर पटना जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12310) 2.57 घंटे, नई दिल्ली से भुवनेश्वर जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (22812) 3.15 घंटे, नई दिल्ली से हावड़ा जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस (12302) 3.59 घंटे, नई दिल्ली से बनारस जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (22416) 6.59 घंटे देरी से आई।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:30 am

माघ मेला में बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड तैनात:मेले में हर जगह हो रही चेकिंग, दिल्ली ब्लास्ट के बाद मेला को लेकर बढ़ी सतर्कता

प्रयागराज में माघ मेला शुरू होने से पहले ही प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा के मद्देनज़र मेला क्षेत्र में जांच अभियान चलाया जा रहा है। संगम घाट से लेकर कल्पवासियों के शिविरों तक बम स्क्वॉड की टीमें चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं। पीपा पुलों, कैंपों, कल्पवासी शिविरों, दुकानों और मेला क्षेत्र में खड़ी गाड़ियों की बारीकी से जांच की जा रही है। बम स्क्वॉड की टीमें 24 घंटे मेला क्षेत्र में तैनात रहेंगी। उनके साथ डॉग स्क्वॉड भी लगाया गया है, जो लगातार विभिन्न इलाकों में सघन जांच कर रहा है। देखें 3 तस्वीरें..... मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वाली सभी गाड़ियों की सख्ती से चेकिंग की जा रही है। इसके साथ ही बाहर से आकर लगने वाली दुकानों, उनके सामान की भी जांच की जा रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। दिल्ली में हाल ही में हुए ब्लास्ट की घटना को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने माघ मेले में पहले से ही सतर्कता बढ़ा दी है। अधिकारियों का कहना है कि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी। इसके अलावा मेला क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने को लेकर भी सख्त निगरानी की जा रही है। बिना अनुमति ड्रोन उड़ाना पूरी तरह प्रतिबंधित है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:30 am

लुधियाना में नशा तस्करों पर पार्षद की छापेमारी:मोहल्ले वालों के साथ मिलकर चार दिन में पकड़  चुके हैं 12 नशा तस्कर

पंजाब के लुधियाना में वार्ड नंबर 11 के पार्षद ने अपने एरिया को नशा मुक्त बनाने के लिए युवाओं के साथ मिलकर एक टीम बनाई है। पार्षद व उनकी टीम रोजाना इलाके में नशा बेचने वालों पर छापेमारी कर रहे हैं। चार दिन से पार्षद व मोहल्ले वालों ने 12 नशा तस्करों व तीन नशा करने वालों को दबोच लिया है। पार्षद ने 12 नशा तस्करों को दो थानों की पुलिस के हवाले कर दिया। ताजपुर रोड पर बुड्‌ढा दरिया के किनारे शहर के अलग-अलग कोनों से नशा तस्कर आते हैं और वहां पर नशेड़ियों को नशा बेचते हैं। वार्ड नंबर 11 के पार्षद अनोज चौधरी ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि दरिया के किनारे नशा बेचा जा रहा है। उसके बाद उन्होंने मोहल्ले के लोगों के साथ टीम बनाई और नशा तस्करों को पकड़ने का अभियान शुरू किया। चार दिन से रोज कर रहे हैं छापेमारी पार्षद ने बताया कि बुड्‌ढा दरिया का किनारा वार्ड नंबर 11 व 13 में पड़ता है। उन्होंने बताया कि चार दिन से शाम के समय लगातार दरिया के किनारे छापेमारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले दिन 3, दूसरे दिन 4, तीसरे दिन 5 नशा तस्कर पड़े जबकि चौथे दिन तीन नशेड़ियों को पकड़ा। उन्होंने बताया कि नशा तस्करों को थाना डिवीजन नंबर सात व थाना टिब्बा की पुलिस को सौंपा है। हैबोवाल, घोड़ा कॉलोनी व बिहारी कॉलोनी के नशा तस्करों को पकड़ा पार्षद ने बताया कि इलाके में नशा बेचने के लिए अलग-अलग जगहों से नशा तस्कर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि जिन नशा तस्करों को पकड़ा है उनमें से कुछ हैबोवाल, घोड़ा कॉलोनी व बिहारी कॉलोनी के थे। उन्होंने बताया कि इन सभी लोगों से नशा बरामद किया और पुलिस के हवाले किया है। पुलिस छोड़ देती थी इसलिए खुद लोग आगे आए पार्षद ने बताया कि लोग जब नशेड़ियों व नशा तस्करों को पकड़ाते थे तो पुलिस उन्हें ले जाती थी लेकिन कुछ दिन बाद वो फिर वहीं पर पहुंच जाते थे। उन्होंने कहा कि पुलिस उनके खिलाफ केस दर्ज करने के बजाय कुछ दिन बाद वैसे ही छोड़ देती है। जिसकी वजह से लोग खुद आगे आए और वो अब तस्करों को पुलिस के हवाले कर पर्चा दर्ज करवा रहे हैं।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:24 am

माघ मेले के लिए लखनऊ से चलेंगी 500 बसे:प्रयागराज माघ मेले के लिए दो अस्थायी बस स्टेशन भी बनेंगे ,प्रदेशभर में कुल 3800 बसें चलेंगी

03 जनवरी 2026 से प्रयागराज में शुरू हो रहे माघ मेला को लेकर लखनऊ से आने-जाने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने विशेष इंतजाम किए हैं। परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि माघ मेला के दौरान लखनऊ क्षेत्र से प्रयागराज के लिए 500 बसों का संचालन किया जाएगा। इसके साथ ही प्रदेशभर में कुल 3800 बसें मेले के लिए लगाई जाएंगी। मुख्य स्नान पर्वों पर अतिरिक्त बसें दयाशंकर सिंह ने बताया कि मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी के स्नान पर्वों पर भारी भीड़ को देखते हुए 200 अतिरिक्त बसें शटल सेवा के रूप में चलाई जाएंगी। ये बसें मुख्य स्नान पर्वों से दो दिन पहले से एक दिन बाद तक रिजर्व रहेंगी, ताकि लखनऊ से जाने वाले यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत न हो। दयाशंकर सिंह बोले - लखनऊ की बसें रहेंगी प्रमुख कड़ी परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने बताया की माघ मेला के दौरान प्रयागराज आने-जाने वालों में लखनऊ से जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अधिक रहती है। इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ क्षेत्र से 500 बसों का विशेष संचालन किया जा रहा है। इसके अलावा लखनऊ से प्रयागराज के लिए जो नियमित बस सेवाएं पहले से चल रही हैं, वे भी सामान्य रूप से जारी रहेंगी। यात्रियों को मिलेगी स्पष्ट जानकारी उन्होंने बताया कि माघ मेला क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा के लिए प्रमुख स्थानों पर फ्लेक्स बोर्ड लगाए जाएंगे, जिन पर यह जानकारी होगी कि किस स्थान से कौन-सी बस उपलब्ध है। इससे लखनऊ सहित अन्य जिलों से पहुंचे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होगी। दो अस्थायी बस स्टेशन भी बनेंगे परिवहन मंत्री ने कहा कि इस वर्ष माघ मेला क्षेत्र में दो अस्थायी बस स्टेशन बनाए जा रहे हैं। सभी बसों की समयबद्ध व्यवस्था, साफ-सफाई और संचालन को लेकर अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं, ताकि लखनऊ से जाने वाले श्रद्धालु सुरक्षित और सुगम यात्रा कर सकें।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:20 am

झांसी में 10℃ पहुंचा पारा, ठिठुरन बढ़ी:सड़कों पर सन्नाटा छाया, ट्रेनों की रफ्तार सुस्त पड़ी, स्टेशन पर यात्रियों ने लगाए बिस्तर

झांसी में सर्दी और कोहरे का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सड़क से लेकर रेल तक सभी जगह यातायात पर ब्रेक लग गए हैं। सोमवार को झांसी का अधिकतम तापमान 3.7℃ गिरकर 19.3℃ पर आ गया। हालांकि, न्यूनतम तापमान में 1.1℃ की बढ़ोतरी दर्ज की गई। हालांकि, मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को पारे में गिरावट दर्ज की जाएगी। तीन तस्वीरों में देखें झांसी में सर्दी और धुंध... पश्चिमी विक्षोभ के चलते सर्दी और कोहरा बढ़ता जा रहा है। झांसी में सोमवार को पूरे दिन बादल छाए रहे और सर्द हवाएं चलती रहीं। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट आ गई और पारा 3.7℃ तक गिर गया। इसका असर मंगलवार की सुबह देखने को भी मिला। रात 12 बजे से बढ़ते-बढ़ते धुंध इतनी हो गई कि कई जगह विजिबिलिटी 10 मीटर भी नहीं रह गई। ऐसे में जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर कहा कि बहुत जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलें। साथ ही जिलाधिकारी मृदुल चौधरी ने अलावा जलाने को लेकर सख्ती दिखाई है। उन्होंने संबंधित को चेताया कि औचक निरीक्षण के दौरान यदि उन्हें अलावा जलते नहीं मिले तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, दूसरी तरफ मंगलवार की सुबह सब्जी मंडी में 4 बजे आने वालीं गाड़ियां भी सर्दी और कोहरे के चलते देर से पहुंचीं। IMD के अनुसार मंगलवार को भी सर्दी और कोहरा रहने के आसार हैं। दिन में धूप भी कुछ देर के लिए ही निकल सकती है। अनुमान है कि झांसी का न्यूनतम पारा 10℃ और अधिकतम 21℃ रह सकता है। ट्रेने लेट, यात्रियों ने प्लेटफॉर्म पर लगाए बिस्तर उत्तर भारत और पूर्वी उत्तर प्रदेश की ओर से आने वालीं लगभग सभी ट्रेनें कोहरे के चलते कई घंटे की देरी से झांसी पहुंच रही हैं। मंगलवार को रात 1 से 2 बजे के बीच झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पहुंचने वालीं कर्नाटक एक्सप्रेस, तमिलनाडु, तेलंगाना, शान-ए-भोपाल, दूरंतो, सचखंड, शताब्दी, राजधानी, वंदे भारत जैसे सुपरफ़ास्ट और प्रीमियम ट्रेनें भी 5 से 3 घंटे की देरी से झांसी पहुंच रही हैं। ऐसे में सर्दी से बचने के लिए यात्रियों ने प्लेटफॉर्म पर ही बिस्तर लगा लिए हैं। वहीं, जनरल टिकट पर यात्रा करने वाले जो भी ट्रेन पहले आई उसी में सवार हो गए।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:15 am

एमपी में पक्षी खा रहे उबले अंडे, जानवर खीर:व्हाइट टाइगर की भी डाइट बदली; मुकुंदपुर सफारी में सांप-अजगर के लिए खास व्यवस्था

मध्य प्रदेश में बढ़ती ठंड का असर अब इंसानों के साथ-साथ वन्यजीवों पर भी पड़ने लगा है। इसके चलते प्रदेश के इकलौते मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में जानवरों की देखभाल और उनके आहार में विशेष बदलाव किए गए हैं। आम दिनों में रोज 10 किलो मांस खाने वाले व्हाइट टाइगर को अब भैंसे का 12 किलो मांस दिया जा रहा है। सफारी प्रबंधन के अनुसार, ठंड के दौरान शरीर में ऊष्मा बनाए रखने के लिए टाइगर को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है। मुकुंदपुर सफारी में इस समय कुल 4 व्हाइट टाइगर हैं। इनमें तीन वयस्क- रघु, टीपू और सोनम शामिल हैं जबकि जनवरी में एक शावक भी यहां लाया गया है। इसके अलावा सफारी में 5 बंगाल टाइगर और 2 शेर भी मौजूद हैं। ठंड के मौसम में अन्य जानवरों की खुराक में भी बदलाव किया गया है। भालुओं को अब खीर दी जा रही है, पक्षियों के आहार में अंडे शामिल किए गए हैं। अजगर और अन्य सांपों के लिए हीटर की व्यवस्था की गई है, ताकि वे ठंड से सुरक्षित रह सकें। नए साल के पहले दिन 50 हजार पर्यटकों के आने का अनुमानमुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के वॉक-इन एवरी में छोटे-बड़े पक्षियों के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। यहां अलग-अलग देशों से लाए गए 17 से अधिक प्रजातियों के विदेशी पक्षी हैं। ठंड से बचाव के लिए उनके लिए घास-फूस और लकड़ियों से विशेष शेड बनाए गए हैं। पक्षियों के घरों को निचले स्थान से ऊंचाई पर शिफ्ट किया गया है और उनका आहार भी पूरी तरह बदला गया है। उधर, नए साल को लेकर भी सफारी प्रबंधन ने तैयारियां तेज कर दी हैं। अनुमान है कि नए साल के पहले दिन करीब 50 हजार पर्यटक मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी पहुंच सकते हैं, जिसके चलते व्यवस्थाओं को पहले से मजबूत किया जा रहा है। ठंड में खान-पान पर रहती है पैनी नजरमुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में वन्यजीवों के प्रभारी चिकित्सक डॉ. नितिन गुप्ता के अनुसार, जानवरों के बाड़ों के सामने हीटर लगाए गए हैं, जबकि पक्षियों को गर्मी का अहसास कराने के लिए विशेष किस्म के बल्ब लगाए जा रहे हैं। उन्हें स्वस्थ और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए विटामिन और पौष्टिक आहार दिया जा रहा है। बाघ, शेर और चीता के बाड़ों में छत से ओस और ठंडी हवाओं को रोकने के लिए ग्रीन शीट लगाई गई है। शेर और बाघ को वसायुक्त मांस दिया जा रहा है, जिसकी मात्रा भी बढ़ा दी गई है। हिरण के भोजन में गुड़ शामिल किया गया है। ठंड से बचाव के लिए उनके बाड़ों में जमीन पर पुआल बिछाई गई है। सभी पक्षियों के आहार में पौष्टिक वस्तुएं शामिल की गई हैं, साथ ही उनके पानी में मल्टीविटामिन मिलाए जा रहे हैं। डॉ. गुप्ता ने बताया कि सर्दी के मौसम में शाकाहारी जानवरों के भोजन में साग-सब्जी और फलों की मात्रा बढ़ाई गई है, जबकि मांसाहारी पशुओं के भोजन में भी इजाफा किया गया है। रात के समय जानवरों को ठंडी हवा से बचाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। सुबह उन्हें धूप की गर्माहट दिलाने के लिए खुले में छोड़ा जाता है। पक्षियों के लिए गर्म तासीर वाले दानों की मात्रा बढ़ाईसफारी के केयर टेकर निखिल सिंह का कहना है कि ठंड के मौसम में पक्षियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उनके आहार में गर्म तासीर वाले दानों की मात्रा बढ़ाई गई है। सनफ्लॉवर सीड, तिल और अन्य विशेष दाने दिए जा रहे हैं, ताकि वे सर्दी से सुरक्षित रह सकें। केयर टेकर विष्णुकांत मिश्रा का कहना है कि मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में सर्दियों के दौरान सबसे ज्यादा पर्यटक आते हैं। अब यहां सफेद शेर के साथ-साथ विदेशी पक्षियों का वॉक-इन ओवरी भी बड़ा आकर्षण बन गया है, जिसे देखने देश-विदेश से सैलानी पहुंच रहे हैं। ठंड में यूपी-बिहार के पर्यटकों की बढ़ी आमदमुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी प्रबंधन के अनुसार, सर्दियों में यहां आने वाले सैलानियों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। सुहावना मौसम और बेहतर साइटिंग के चलते उत्तर प्रदेश और बिहार से भी बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं। ठंड के महीनों में जंगल हरियाली से भर जाता है और वन्यजीवों की गतिविधियां भी अधिक देखने को मिलती हैं। व्हाइट टाइगर सहित अन्य जानवर खुले में नजर आते हैं, जिससे पर्यटकों को रोमांचक और यादगार अनुभव मिलता है। इसी कारण वीकेंड और छुट्टियों के दौरान सफारी की बुकिंग में तेजी दर्ज की जा रही है। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सफारी प्रबंधन ने सुरक्षा, स्वच्छता और गाइड व्यवस्था को और मजबूत किया है। प्रवेश टिकट, वाहन व्यवस्था और समय सारिणी को व्यवस्थित किया गया है। प्रबंधन ने संकेत दिए हैं कि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त व्यवस्थाएं भी की जाएंगी। सफारी में बढ़ती पर्यटक संख्या का असर स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी साफ दिखाई दे रहा है। होटल, ढाबे और परिवहन सेवाओं से जुड़े लोगों को रोजगार के नए अवसर मिल रहे हैं। प्रबंधन को उम्मीद है कि पूरा शीतकालीन सीजन मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के लिए पर्यटन के लिहाज से बेहद सफल रहेगा। पर्यटक बोले- ठंड में सफारी का अलग ही रोमांचभोपाल से आए पर्यटक आदित्य शर्मा ने बताया, “ठंड के मौसम में मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी घूमने का मजा ही कुछ और है। जंगल की हरियाली बेहद खूबसूरत लगती है और खुले में टहलते टाइगर को देखना रोमांच से भर देता है। यहां का शांत माहौल मन को सुकून देता है।” प्रयागराज की नेहा वर्मा ने कहा, “मुझे नई-नई जगह घूमने का शौक है, लेकिन मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी खास लगी। ठंड में मौसम सुहावना रहता है और दूर-दूर तक जंगल नजर आता है। गाइड्स से जानवरों की दिनचर्या के बारे में मिली जानकारी काफी रोचक रही। बच्चों के साथ आना भी सुरक्षित और आनंददायक लगा।” पर्यटकों का कहना है कि सर्दियों में जानवर ज्यादा सक्रिय नजर आते हैं, जिससे सफारी का अनुभव और भी बेहतर हो जाता है। ठंडी हवा, खुला जंगल और वन्यजीवों की झलक मुकुंदपुर को यादगार पर्यटन स्थल बना रही है। मध्य प्रदेश का इकलौता व्हाइट टाइगर सफारीमध्य प्रदेश का इकलौता व्हाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर अब प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर के पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण बनता जा रहा है। महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव व्हाइट टाइगर सफारी के नाम से प्रसिद्ध यह अभयारण्य दुर्लभ सफेद बाघों को नजदीक से देखने का मौका देता है। यह सफारी रीवा से करीब 15 किलोमीटर और सतना से 55 किलोमीटर दूर है। ये लगभग 250 एकड़ में फैला है। इसे दुनिया की पहली व्हाइट टाइगर सफारी के रूप में भी पहचान मिली है। यहां पर्यटक जंगल सफारी और खुली जीप के जरिए सफेद बाघों के साथ-साथ शेर, तेंदुए और भालुओं को उनके प्राकृतिक परिवेश में देख सकते हैं। एडवेंचर एक्टिविटीज के साथ ईको टूरिज्म मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के पास विकसित ईको टूरिज्म पार्क भी पर्यटकों को खूब आकर्षित कर रहा है। यहां एडवेंचर एक्टिविटीज के साथ परिवारों और युवाओं के लिए कई सुविधाएं मौजूद हैं। इसके अलावा आसपास के प्रमुख प्राकृतिक और धार्मिक स्थल जैसे मैहर का शारदा मंदिर, पूर्वा और क्योटी जलप्रपात, इस क्षेत्र को एक बड़े पर्यटन हब के रूप में स्थापित कर रहे हैं। विंध्य क्षेत्र दुनिया में व्हाइट टाइगर के लिए जाना जाता है। पहली बार दुनिया को ‘मोहन’ नामक सफेद बाघ से परिचित कराने का श्रेय रीवा रियासत के तत्कालीन महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव को जाता है। मोहन का निवास स्थान भी यही क्षेत्र था और यहीं उसकी संतानों ने भी परवरिश पाई। इसी ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए मुकुंदपुर टाइगर सफारी का नाम महाराजा मार्तंड सिंह जूदेव के नाम पर रखा गया है। 2016 में यह सफारी आम लोगों के लिए खोली गई थी। इसके साथ ही विंध्य की धरती पर एक बार फिर सफेद बाघों की चहलकदमी शुरू हुई। पहले ही साल 2017 में यहां करीब 4 लाख पर्यटक पहुंचे थे, जिसकी संख्या अब दोगुनी हो चुकी है। ये खबर भी पढे़ं... मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी के साथ 6 वाटरफॉल में मिलेगा गोवा-मुंबई सा नजारा विंध्य का मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी, मां शारदा मंदिर और आधा दर्जन वाटरफॉल पर्यटकों की पहली पसंद है। नववर्ष के मौके पर रीवा, सतना, सीधी और सिंगरौली जिले में काफी संख्या में पर्यटकों के आने की उम्मीद है। सफारी प्रबंधन, मां शारदा प्रबंध समिति सहित संबंधित जिलों के जिम्मेदारों ने तैयारी पूर्ण कर ली है। पूर्वा फॉल, क्योटी जलप्रपात, चचाई जलप्रपात, बहुती जलप्रपात में भी सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।​​​​​​​ पढे़ं पूरी खबर...​​​​​​​

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:14 am

पंजाब में कार्यकर्ताओं के लिए लड़ना भूल गए कांग्रेस नेता:पूर्व मंत्री आशु बोले, कार्यकर्ताओं पर पर्चे दर्ज हो रहे, नेतृत्व ने साधी चुप्पी

पंजाब में जिला परिषद व ब्लॉक समिति चुनाव के दौरान व रिजल्ट आने के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर पर्चे दर्ज किए लेकिन कांग्रेस का प्रदेश नेतृत्व मजबूती से अपने वर्करों के साथ खड़ा नहीं दिखा। जिससे कांग्रेसी वर्करों का मनोबल गिरने लगा है। पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु का कहना है कि वर्करों में पूरा जोश है लेकिन कांग्रेस के जरनैल उनके लिए लड़ना भूल गए हैं। वर्करों को नेताओं की सपोर्ट न होने के कारण वो संगठन से दूर होते जा रहे हैं। कार्यकर्ताओं के लिए लड़ने के मामले में आशु ने अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल की तारीफ की। आशु ने प्रदेश नेतृत्व का नसीहत दी है कि कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होंगे तो वो पार्टी के लिए आउट ऑफ द वे जाकर भी काम करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर पर्चे पर पर्चे दर्ज हो रहे हैं और प्रदेश अध्यक्ष कार्यकर्ताओं के साथ कहीं खड़े नहीं दिखते। कांग्रेस की पार्षद के पति पर झूठा मुकदमा दर्ज हुआ और उसे गिरफ्तार कर लिया लेकिन पार्टी नेतृत्व चुप रहा। अपने कार्यकर्ताओं के लिए लड़ने की जरूरत आशु ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने उनके हलके की कौंसलर के पति व उनके पीए रहे इंद्रजीत इंदी के खिलाफ फर्जी पर्चा दर्ज किया। उन्हें जैसे ही इसकी सूचना मिली तो वो खुद और उनकी पूरी टीम इंदी के सपोर्ट में खड़ी हो गई और थाने से लेकर कोर्ट तक हर स्तर पर लड़ाई लड़ी। नतीजा यह हुआ कि इंदी को कोर्ट ने रिहा कर दिया। गिल व दाखा हलके में भी दो सदस्यों पर हुए पर्चे दर्ज आशु ने कहा कि गिल हलके में चुनाव रिजल्ट आने के बाद आप व कांग्रेस उम्मीदवारों में झड़प हुई। झड़प के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार व कुछ वर्करों पर एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने जिला परिषद का चुनाव जीतने वाले एक सदस्य लाडी पर भी पर्चा दर्ज कर दिया जो कि उस समय अपने घर में था। उन्होंने बताया कि वो लाडी की लड़ाई भी लड़ रहे हैं। वहीं दाखा हलके में भी भी चुनाव के दौरान हुई एक झड़प में पुलिस ने एक कांग्रेसी कार्यकर्ता के खिलाफ बीएनएस की धारा 109 के तहत यानि हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर दिया। उन्होंंने कहा कि इन पर्चा इसलिए हुआ क्योंकि वो कांग्रेस के कार्यकर्ता हैं। ऐसे में कांग्रेस नेताओं की जिम्मेदारी नहीं बनती है कि उनकी लड़ाई लड़ें। उन्होंने कहा कि राजा वड़िंग लुधियाना से सांसद भी हैं फिर भी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हुए पर्चों पर उनकी तरफ से कुछ नहीं कहा गया। सुखबीर बादल मजबूती से कार्यकर्ताओं के साथ खड़े हुए भारत भूषण आशु ने कहा कि आप सरकार ने अकाली दल के कार्यकर्ताओं व नेताओं पर भी पर्चे दर्ज किए और उन्हें गिरफ्तार किया। लेकिन सुखबीर बादल उनके लिए खड़ा हुआ और पूरी पार्टी ने मिलकर काम किया। जहां अकालियों पर पर्चे हुए पार्टी के नेता वहां पहुंचे और अपने कार्यकर्ताओं को रिहा करवाया। आशु ने कहा कि पुलिस और सरकार अब अकाली कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी केस दर्ज करने से पहले दस बार सोचेगी क्योंकि अगर मामला फर्जी हुआ तो उनके पार्टी अध्यक्ष व लीगल टीम मौके पर पहुंच जाती है। उन्होंने कहा कि अगर पार्टी अध्यक्ष कार्यकर्ताओं के लिए इस तरह मजबूती से खड़ा होगा तो कार्यकर्ता उससे क्यों नहीं जुड़ेंगे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:13 am

लाल परेड ग्राउंड में वन मेले का आखिरी दिन:25 इलाकों में गुल रहेगी बिजली; जानिए भोपाल में कहां-क्या खास

आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:05 am

डॉक्टर की हत्या में फोरेंसिक की गवाही ने तोड़ा बचाव:हार्ट-फेल्योर से मौत की रखी दलील, हेड इंजरी को किया साबित, 4 घंटे चला क्रॉस एग्जामिनेशन

हरियाणा में कुरुक्षेत्र के 3 साल पहले हुए चर्चित गायनोकोलॉजिस्ट डॉ. विनीता अरोड़ा के मर्डर और डकैती के मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 5 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है। करीब 30 महीने इस ट्रायल में पुलिस ने 51 लोगों को गवाह बनाया, जिसमें 18 गवाह प्राइवेट थे। इनमें डॉ. विनीता अरोड़ा के पति डॉ. अतुल अरोड़ा और उनके माता-पिता चश्मदीद गवाह थे। हालांकि उनके माता-पिता की गवाही नहीं हुई। इन गवाहों के अलावा डॉ. विनिता के शव का पोस्टमॉर्टम करने वाले फोरेंसिक एक्सपर्ट की गवाही काफी महत्वपूर्ण रही। जिसने बचाव पक्ष की दलील को तोड़ दिया। 4 घंटे हुआ क्रॉस एग्जामिनेशन- डॉ नरेश सैनी दैनिक भास्कर एप से बातचीत में फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. नरेश सैनी ने बताया कि 7 नवंबर 2024 को इस केस में उनकी गवाही हुई। इसमें बचाव पक्ष के वकील ने उनसे करीब 4 घंटे तक क्रॉस एग्जामिनेशन किया और सब डिटेल्ड और साइंटिफिक सवाल पूछे गए। हार्ट फेल्योर से मौत की दलील दी डॉ. नरेश सैनी ने बताया कि बचाव पक्ष के वकील ने कोर्ट में डॉ. विनिता की मौत हेड इंजरी या पीट-पीटकर मारने से नहीं बल्कि शॉक (सदमा) या हार्ट फेल्योर से होने की दलील रखी थी, लेकिन उन्होंने कोर्ट के सामने पोस्टमॉर्टम में सामने आई सिर की चोट से मौत होने की वजह बताई। 7-8 चोट लगी मिली डॉ. सैनी ने बताया कि डॉ. विनीता को 7-8 चोटें लगी थी। इसमें उनकी मौत सिर की पेराइटल बोन (खोपड़ी की हड्‌डी) के टूटने से हुई थी। उनके सिर में एक चोट मिली थी। उसी चोट से उनकी पेराइटल बोन टूटी थी। उनकी कलाइयों पर पकड़ने के निशान थे। कंधे और जांघ पर भी चोट के निशान मिले थे। हड्‌डियों के बारे में पूछा बचाव पक्ष के वकील अपने साथ मेडिकल जूरिसप्रूडेन्स मोदी नाम की बुक लेकर आए थे। उस बुक से बचाव पक्ष ने साइंटिफिक और डिटेल्ड सवाल किए थे। उनसे हड्‌डी की थिकनेस, ब्रेन की केविटी, कितना जोर लगाने से हड्‌डी टूटेगी, हड्‌डी के टूटने से शरीर पर पड़ने वाले इफेक्ट व सिंपटम, डॉ. विनिता को मृत घोषित करने वाले डॉक्टर का नाम और मौत के समय के बारे में पूछा गया था। कोर्ट ने इन 5 आरोपियों को सजा सुनाई कुरुक्षेत्र में एडिशनल सेशन जज हेमराज की कोर्ट ने डॉ. विनीता की पूर्व नौकरानी पूनम और उसके बॉयफ्रेंड विक्रम उर्फ विक्की समेत 5 को फांसी की सजा सुनाई है। ये दोनों कैथल के टिटाना गांव के रहने वाले हैं। इन दोनों ने ही इस वारदात की साजिश रची थी। इन्होंने अपने साथ कैथल के चीका के रहने वाले विक्रमजीत उर्फ बिट्‌टू, नारनौंद के किन्नर गांव के निवासी सुनील कुमार और अलीगढ़ (यूपी) के गांव भगवानगढ़ी के रहने वाले मनीष कुमार को अपने साथ शामिल किया था। केस में पूर्व नौकर केतराम और उमेश कुमार का भी नाम था। हालांकि, कोर्ट ने इन्हें सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला.... अब जानिए कैसे पकड़ में आए आरोपी... पूर्व नौकरानी ने पूछताछ में कबूला तत्कालीन SP सुरेंद्र सिंह भोरिया ने इस मामले में SIT गठित की। CCTV कैमरे और परिवार के लोगों से पूछताछ की। पुलिस ने शक के आधार पर विनिता की पूर्व नौकरानी पूनम को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने पूरी वारदात का खुलासा करते हुए बताया किए उसने अपने बॉयफ्रेंड विक्रम उर्फ विक्की और उसके दोस्त के साथ मिलकर लूट के इरादे से पूरी साजिश रची। पुलिस ने 24 घंटे में गिरफ्तारी का दावा किया घटना के 24 घंटे में ही पुलिस ने दावा किया कि उन्होंने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने भी बताया था कि 4 आरोपी जिला कैथल व एक आरोपी उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला है। इसके कब्जे से 04 देसी कट्टे 315 बोर व 01 देसी पिस्टल बरामद हुआ था। 19 लाख के जेवर, डेढ़ लाख बरामद पुलिस ने रिमांड के दौरान आरोपियों से करीब साढ़े 19 लाख के जेवरात व लूटे गए डेढ़ लाख रुपए बरामद किए थे। 12 जनवरी 2023 को पुलिस ने इस मामले में विनिता के नौकर केतराम और एक अन्य महिला को गिरफ्तार किया था। हालांकि अब कोर्ट ने केतराम को बरी कर दिया है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:05 am

फर्जीवाड़े का खेल:8 करोड़ के 630 फर्जी पट्टे बांटे जिम्मेदारों पर FIR तक दर्ज नहीं

नगर परिषद में खुल रही फर्जीवाड़े की परते चौंका रही है। कानून और प्रशासनिक कार्यवाही से बेखौफ होकर नगर परिषद अधिकारियों, कर्मचारियों ओर दलालों की गैंग ने मिलकर बाड़मेर शहर व आसपास के इलाकों में 630 से ज्यादा ऐसे पट्टे जारी कर दिए गए, जो नगर परिषद से डिस्पैच ही नहीं हुए है। यानि अलग से रजिस्टर बनाया और फर्जीवाड़ा कर नियम विरुद्ध पट्टे जारी किए गए। इसके लिए दलाल से लेकर परिषद के अधिकारियों ने मलाई खाई और करोड़ों रुपए का फर्जीवाड़ा किया। बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी ने एक साल पहले विधानसभा में मामला उठाया था। कई बार शिकायतें हुई, लेकिन एक साल बाद भी इस फर्जीवाड़े की एफआईआर तक नहीं हुई है। बी सीरिज के पट्टे लेने वाले सैकड़ों लोग अब रसीदें लिए हुए नगर परिषद के चक्कर काट रहे है, लेकिन वहां उन्हें कोई जवाब तक नहीं मिल रहा है। फर्जी तरीके से जारी इन सभी पट्टों को नगर परिषद ने खारिज ताे कर दिया, लेकिन जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं की। 319 पट्टों की पत्रावली मिली, बाकी फाइलें गायब नगर परिषद से 630 से ज्यादा बी सीरिज के पट्टे दिए गए है, लेकिन परिषद के रिकार्ड में सिर्फ 319 पट्टों की ही पत्रावलियां है, बाकी गायब है। एकल पत्रों की 94 पत्रावलियां मिली है, जिनसे बी सीरिज के पट्टे जारी किए गए है। जबकि 225 ऐसे पट्टे है, जो कॉलो​नी धारकों ने लिस्ट देकर जारी करवाए है। इनमें करणी विहार के 73, सांई नगर के 91, जसनाथ कॉलोनी के 46, रामदेव वाटिका के 11 पट्टे है। खातेदार ने भू परिवर्तन करवाकर नगर परिषद से बेचान किए गए भूखंड मालिकों के नाम से पट्टे जारी करवाए है। बी सीरिज के ये अधिकांश पट्टे पंजीयन भी हुए है। इसके अलावा भी रिकार्ड में पंजीयन के लिए भरा जाने वाला 29 नंबर फॉर्म मिले है। मामला विधानसभा में उठा, सभी पट्टे खारिज, लेकिन FIR नहीं हुई कांग्रेस सरकार के अंतिम वर्ष में नगर परिषद में कई अधिक​ारी-कर्मचारियों ने फर्जीवाड़े का बड़ा खेल खेला और करोड़ों रुपए की बंदरबांट कर दी। 2023 में सरकार ने जहां पट्टे जारी करने में रियायतें दी थी। वहीं अधिकारियों ने असली पट्टों की आड़ में सैकड़ों फर्जी पट्टे भी जारी कर दिए। इनके लिए अलग से कर्मचारियों ने डिस्पैच रजिस्टर बना रखा था। करीब 630 से ज्यादा पट्टे बी सीरिज के दिए गए। पट्टा क्रमांक के नंबर के बाद बी लिखा हुआ है, यानि ये पट्टा फर्जी है। क्योंकि नगर परिषद के डिस्पैच रजिस्टर में इन पट्टों की कोई एंट्री ही नहीं है। तत्कालीन आयुक्त, सभापति, एईएन-जेईएन समेत अन्य अधिकारियों ने इन पट्टों पर साइन तो किए है, लेकिन इन्हें रेगुलर डिस्पैच रजिस्टर में इंद्राज ही नहीं किया। सवाल ये है कि बी सीरिज के इन पट्टों के करीब 8 करोड़ रुपए नगर परिषद के कोष में जमा है। दरअसल ये वो पट्टे है, जो दलालों के मार्फत जारी किए गए। एक-एक दलाल ने सैकडों पट्टे जारी करवा कर दलाली खाई। नगर परिषद के तत्कालीन आयुक्त योगेश आचार्य, सभापति दिलीप माली ने ये पट्टे तो जारी कर दिए, लेकिन खुद के बचाव के लिए इन्हें डिस्पैच रजिस्टर में एंट्री नहीं करवाई और फर्जी डिस्पैच रजिस्टर से जारी करवा दिए। इन सभी 630 से ज्यादा पट्टों के क्रमांक नंबर के साथ बी लिखा है। अब लोग रसीदें लिए हुए नगर परिषद के चक्कर काट रहे है, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा है। मैंने 2023 में नगर परिषद से प्रेमसिंह और पत्नी मोहिनी देवी के नाम दो भूखंड के पट्टे लिए थे। इसके लिए करीब साढ़े तीन लाख रुपए जमा करवाए। डेढ़ साल से परिषद के चक्कर काट रहे है, कोई जवाब नहीं दे रहा है। -प्रेमसिंह सारण, पीड़ित, भुरटिया रोड। मैंने 2023 में नगर परिषद से प्रेमसिंह और पत्नी मोहिनी देवी के नाम दो भूखंड के पट्टे लिए थे। इसके लिए करीब साढ़े तीन लाख रुपए जमा करवाए। डेढ़ साल से परिषद के चक्कर काट रहे है, कोई जवाब नहीं दे रहा है। -प्रेमसिंह सारण, पीड़ित, भुरटिया रोड। बी सीरिज के पट्टे हमने खारिज कर दिए है। इसकी सूचना स्वायत्त शासन विभाग को भेज दी है। सरकार स्तर पर अगर कोई निर्देश मिलेंगे तो एफआईआर भी दर्ज करवाएंगे। -श्रवणसिंह राजावत, आयुक्त, नगर परिषद बाड़मेर। नगर परिषद ने बी सीरिज के गलत पट्टे दिए है। इनका कोई लेआउट प्लान भी नहीं है। परिषद ने इन सभी पट्टों काे खारिज कर दिया है। सप्ताह में हम नगर परिषद के सभी पट्टों की जांच करवाएंगे। इस फर्जीवाड़े में दोषी लोगों के खिलाफ लीगल कार्यवाही करेंगे। -राजेंद्रसिंह चांदावत, एडीएम, बाड़मेर।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:04 am

गोरखपुर में महिला पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश:शोर मचाने पर भागे बाइक सवार 2 युवक, पुलिस बोली- घटना संदिग्ध

गोरखपुर के गुलरिहा थाना क्षेत्र में घर से सहज जनसेवा केंद्र पर रुपये निकालने जा रही महिला को बाइक सवार 2 युवकों ने पेट्रोल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश की। महिला के शोर मचाने पर आसपास के लोगों को एकत्रित होता देख आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए भाग गए। सूचना पर पहुंची गुलरिहा पुलिस ने छानबीन की। पुलिस का कहना है कि घटना संदिग्ध लग रही है। महिला पहले भी कई आरोप लगा चुकी है। बाद में उसने बयान भी बदल दिया था। इसलिए महिला के आरोपों की गहनता से जांच की जा रही है। अब विस्तार से जानें पूरा मामलागुलरिहा क्षेत्र के एक गांव की महिला सोमवार दोपहर करीब डेढ़ बजे घर से जंगल अयोध्या प्रसाद टोला स्थित हतवा तिराहे पर सहज जनसेवा केंद्र से रुपए निकालने जा रही थी। आरोप है कि वह घर से कुछ ही दूरी पर पहुंची थी कि तभी हेलमेट लगाए एक बाइक पर 2 युवक उसके सामने आकर रुक गए। महिला कुछ समझ पाती अचानक आरोपियों ने उसके ऊपर पेट्रोल छिड़क दिया और माचिस जलाकर आग लगाने की कोशिश की। घबराई महिला शोर मचाते हुए घर की ओर भागने लगी। महिला की चीख-पुकार सुनकर आसपास के राहगीर और ग्रामीणों को एकत्रित होता देख बाइक सवार युवक भाग निकले। महिला किसी तरह घर पहुंची और अपने भतीजे को फोन कर बुलाया। इसके बाद डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को घटना की सूचना दी। डॉयल 112 से सूचना मिलते ही गुलरिहा पुलिस मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू की। सीओ बोले- मामला संदिग्धइस संबंध में सीओ गोरखनाथ रवि कुमार सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की भी पड़ताल कर रही है, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। महिला छेड़खानी का दर्ज कर चुकी है केस बीते 22 सितंबर की रात दो अज्ञात बदमाश महिला के घर में घुस आए थे। आरोपियों ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया और हाथ-पांव बांधकर बंधक बना लिया। इसके बाद बदमाशों ने बिस्तर के नीचे रखे चार हजार रुपये चोरी कर लिए और बाहर से दरवाजा बंद कर भाग गए थे। कुछ देर बाद जब महिला की जेठानी घर पहुंची तो आसपास के लोगों की मदद से दरवाजे का ताला तोड़ा गया। पीड़िता की तहरीर पर गुलरिहा पुलिस ने दो अज्ञात के खिलाफ घर में घुसकर चोरी और छेड़खानी का मुकदमा दर्ज किया था।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:01 am

5 जनवरी को होगा बरेली बार चुनाव:80 प्रत्याशियों ने भरे पर्चे, नामांकन के आखिरी दिन बार सभागार में शक्ति प्रदर्शन

बरेली बार एसोसिएशन के चुनाव अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचते नजर आ रहे हैं। सोमवार को नामांकन के अंतिम दिन बार सभागार सुबह से ही सियासी अखाड़े में तब्दील हो गया। सुबह 11 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक सभागार के अंदर और बाहर समर्थकों की भीड़, नारेबाजी और खेमेबंदी साफ तौर पर यह संकेत दे रही थी कि इस बार का बार सीधी टक्कर वाला है। नामांकन के दौरान अलग-अलग पैनलों के समर्थक अपने-अपने उम्मीदवारों के साथ पूरे दमखम से मौजूद रहे। सभागार में माहौल कई बार इतना गर्म हुआ कि चुनाव अधिकारियों को स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ी। मुख्य चुनाव अधिकारी राजीव जयपति एडवोकेट की निगरानी में नामांकन प्रक्रिया शांतिपूर्वक पूरी कराई गई। उनके साथ चुनाव अधिकारियों की पूरी टीम दिनभर मोर्चे पर डटी रही। नामांकन के अंतिम समय तक कुल 80 प्रत्याशियों ने अलग-अलग पदों के लिए पर्चे दाखिल किए। अब 23 दिसंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी, जिसके बाद यह साफ हो सकेगा कि किस पद पर असली मुकाबला किन चेहरों के बीच होगा। अध्यक्ष पद पर सीधा टकरावइस बार सबसे ज्यादा चर्चा अध्यक्ष पद को लेकर है। अध्यक्ष पद के लिए ज्वाला प्रसाद गंगवार, रविन्द्र सिंह चौहान, मनोज कुमार हरित, अमित बिसारिया और अनिल कुमार द्विवेदी ने नामांकन कर मुकाबले को बहुकोणीय बना दिया है। नामांकन के वक्त इन सभी उम्मीदवारों के समर्थक सभागार में मजबूती के साथ मौजूद रहे, जिससे साफ संकेत मिला कि अध्यक्ष पद की लड़ाई कड़ी होने वाली है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष से सचिव तक घमासानवरिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर रमन सक्सेना और जयपाल सिंह आमने-सामने हैं। वहीं उपाध्यक्ष पद के लिए अमित कुमार सिंह, अमित सक्सेना, धर्मवीर गुप्ता, नईम अली शाह अल्वी, हुलासी राम और वीरेश कुमार सक्सेना ने नामांकन कर मुकाबले को पूरी तरह खोल दिया है। कनिष्ठ उपाध्यक्ष पद पर तुषार खण्डेलवाल मैदान में उतरे हैं। सचिव पद के लिए दीपक पाण्डेय, गौरव सिंह राठौर, शंकर कुमार सक्सेना और वीरेन्द्र पाल गुप्ता के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है। संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष पदों पर भीड़संयुक्त सचिव (प्रशासन) पद के लिए मनोज पाण्डेय, निशा शर्मा, कासिफ खां, अमर सिंह, मो. आमिर खान, अजय प्रकाश शर्मा और कुलदीप सिंह ने पर्चे दाखिल किए हैं। संयुक्त सचिव (प्रकाशन) पद पर पप्पू मौर्य, महजवी और रीना सिंह मैदान में हैं। संयुक्त सचिव (पुस्तकालय) पद के लिए विनीत सक्सेना, अनुज कुमार, प्रेरणा मौर्ये और सौरभ अग्निहोत्री के बीच मुकाबला बनता दिख रहा है। वहीं कोषाध्यक्ष पद के लिए शिवम शर्मा, धर्मवीर सिंह, मेहर जहाँ और ललित कुमार सिंह ने नामांकन किया है। कार्यकारिणी पदों पर सबसे ज्यादा दावेदारीप्रबंध कार्यकारिणी (कनिष्ठ) पदों के लिए विनीत प्रकाश, तरूण कुमार, रविकर यादव, वासिद हुसैन, केतन कुमार सिंह, मीसम रिजवी, हरिओम सागर, मो. मुस्तकीम, लक्ष्मी, देवी सिंह, रोहित गंगवार, रवि शंकर मिश्रा, शुभम अवस्थी, राहुल सक्सेना, प्रवेन्द्र कुमार सिंह और हेमन्त सिंह ने नामांकन किया है। वहीं प्रबंध कार्यकारिणी (वरिष्ठ) पद के लिए संजीव कुमार, अजय कुमार मौर्य, आदित्य कुमार सक्सेना, इन्द्रजीत, मो. सलीम, गायत्री, डॉ. लोकनाथ, अकुल कुमार, राकेश कुमार सिंह और दीप्ती सक्सेना मैदान में उतरे हैं। अब निगाहें 23 दिसंबर पर टिकी हैं। नामांकन पत्रों की जांच के बाद साफ हो जाएगा कि किस पद पर मुकाबला सीधा होगा और कहां चुनावी समीकरण आखिरी वक्त में बदल सकते हैं। 5 जनवरी को चुनाव, 6 जनवरी को होगी काउंटिंगबरेली बार एसोसिएशन का चुनाव 5 जनवरी को होगा। अगले दिन 6 जनवरी को काउंटिंग होगी। तब तक कचहरी पर चुनाव प्रचार जोर-शोर से चलेगा। पूरी कचहरी इन दिनों बैनर पोस्टर से रंगी नजर आ रही है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:00 am

लोग बोले- समय पर उपचार मिलता तो बच जाती जान:72 घंटे बाद भी नहीं हुई मृतक की पहचान, आज कराया जाएगा पोस्टमार्टम

भावनपुर में सड़क किनारे दम तोड़ने वाले व्यक्ति की पहचान नहीं हो सकी है। नियमानुसार अज्ञात शव का 72 घंटे बाद ही पोस्टमार्टम कराया जा सकता है। आज 72 घंटे पूरे होते ही पुलिस पोस्टमार्टम की प्रक्रिया पूर्ण कराएगी। इस पूरे घटनाक्रम ने क्षेत्रीय लोगों को झकझोर दिया है। उनका कहना है कि अगर समय पर उपचार मिल जाता तो उस व्यक्ति की जान बचाई जा सकती थी लेकिन किसी ने सुध नहीं ली। एक नजर डालते हैं पूरी घटना पर भावनपुर थाना क्षेत्र में कोरल स्प्रिंग कालोनी है। इस कालोनी के बाहर एक मार्किट बनी है, जहां पिछले करीब 10 दिन से एक व्यक्ति खुले आसमान के नीचे रह रहा था। लोगों ने पहले तो उसे हटाने का प्रयास किया लेकिन जब पता चला कि उसका कोई नहीं है तो मदद को लोग आगे आ गए। खाने-पीने की चीजों से लेकर दवा तक उपलब्ध कराई। सर्दी से बचने के लिए गर्म कपड़े तक दिए। कई दिन सेवा करने के बाद 19 दिसंबर की रात उस व्यक्ति ने दम तोड़ दिया। पुलिस-प्रशासन ने नहीं ली सुध उस व्यक्ति की लोग मदद कर रहे थे लेकिन सेहत में सुधार नहीं आ पा रहा था। मौत वाली शाम लोगों ने पहले थाना पुलिस और फिर प्रशासन को सूचित किया लेकिन कोई मदद नहीं मिली। कुछ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची जरूर लेकिन खानापूर्ति कर लौट गई। जबकि वह चाहती तो उस व्यक्ति को किसी अस्पताल या वृद्धाश्रम में भर्ती करा सकती थी। देखते ही देखते उसकी हालत बिगड़ी और रात करीब 12 बजे उसने दम तोड़ दिया। आगरा का बताता था खुद को मंगलवार को 72 घंटे बीत जाएंगे लेकिन पुलिस उस व्यक्ति के बारे में कोई भी जानकारी जुटाने में नाकाम ही रही। उसकी मदद करने वाले कुछ लोगों ने बताया कि जब वह उससे बातचीत करते थे तो वह खुद को आगरा का बताता था। यहां तक उसने बताया था कि वह आगरा के एक होटल में काम करता था। फिर होटल वालों ने उसे निकाल दिया। यहां वह काम की तलाश में घूमता रहा लेकिन किसी ने काम नहीं दिया। अंकुश चौधरी ने उठाए सवाल 19 दिसंबर की रात उस व्यक्ति की तबियत बिगड़ी तो किसी व्यक्ति ने आम आदमी पार्टी के नेता अंकुश चौधरी को फोन पर सूचना दी। अंकुश मौके पर पहुंचे और प्रशासन से संपर्क कर पूरा हाल समझाया लेकिन कोई आगे नहीं आया। इसी दौरान उस व्यक्ति ने तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। उस व्यक्ति की मौत ने सभी को भावुक कर दिया। लोग शासन की योजनाओं पर सवाल उठाते दिखे। कुछ ही देर में अंकुश चौधरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोग बोले- प्रशासन मौत का जिम्मेदार - क्षेत्रीय निवासी अमरपाल सिंह की मानें तो उस व्यक्ति के बारे में पुलिस और प्रशासन दोनों को बताया गया था लेकिन किसी ने गंभीरता नहीं दिखाई। आप नेता अंकुश चौधरी ने डीएम को फोन पर घटना बताई लेकिन उनके आश्वासन के बाद भी मदद नहीं मिली। एंबुलेंस तक तो नहीं पहुंची। - कोरल स्प्रिंग निवासी जितेंद्र चौधरी बताते हैं कि पहले लोग उस व्यक्ति को शराबी समझ रहे थे लेकिन बाद में जब पता चला कि वह बीमार है और उसका कोई नहीं है तो लोग मदद को आगे आ गए। वृद्धाश्रम तक भेजने का प्रयास किया लेकिन कोई कागज ना होने की वजह से सभी ने लेने से मना कर दिया।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 6:00 am

एक्टर राजपाल यादव ने बढ़ाई धीरेंद्र शास्त्री की टेंशन:अमित शाह आ रहे, रातो-रात बन गई सड़कें; इन्फ्लुएंसर धर्मेंद्र बिलोटिया को करणी सेना से राहत

मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो (VIDEO) देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। अमित शाह आ रहे.. रातो-रात चमक उठी सड़केंसड़कों को लेकर मध्य प्रदेश फिर सुर्खियों में आ गया है। कहीं बड़े नेताओं के आने पर रातो-रात चमचमाती सड़कें बन गईं तो कहीं मंत्री खुद सड़कें उखाड़कर घटिया निर्माण की पोल खोल रहे हैं। इधर, सोशल मीडिया पर भी अलग ही बवाल मचा हुआ है। सबसे पहले बात ग्वालियर की। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह यहां आने वाले हैं। फिर क्या था, धूल उड़ाती और ऊबड़-खाबड़ सड़कों का कायाकल्प हो गया। हालांकि, जहां-जहां शाह का मूवमेंट होगा, अभी तो उन्हीं इलाकों में सड़कें बनी हैं। अब कांग्रेस इस पर तंज कस रही है। ग्वालियर ग्रामीण से कांग्रेस के विधायक साहब सिंह गुर्जर ने एक गाना गुनगुनाया। 'बहारों फूल बरसाओ, मेरा महबूब आया है'..। उन्होंने कहा कि उनके महबूब नेता आ रहे हैं, इसलिए उन्हें दिखाने के लिए ये सब किया जा रहा है। भाजपा ने कोई विकास नहीं किया। इधर, लोग कह रहे हैं कि इसी तरह बड़े नेता चक्कर लगाते रहे तो सड़कें कभी खराब होगी ही नहीं। करणी सेना ने कहा- धर्मेंद्र बिलोटिया मामले से लेना देना नहींमध्य प्रदेश सरकार में मंत्री प्रतिमा बागरी का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें वे एक सड़क के घटिया निर्माण की पोल खोलते नजर आ रही हैं। मंत्री के पैर रखते ही सड़क उखड़ जा रही है। सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर धर्मेंद्र बिलोटिया ने दुबई में वीडियो बनाकर कुछ इसी तरह की बात की थी। विदेश में जाकर अपने यहां की सड़कों और नेताओं की छीछालेदर करने के आरोप में धर्मेंद्र का विरोध शुरू हो गया। करणी सेना की ओर से कथित धमकी भी मिली। हालांकि कई लोगों ने उन्हें सपोर्ट भी किया। इस मामले में करणी सेना ने साफ किया कि उनका इस मामले से कोई मतलब नहीं है। हरदा में करणी सेना प्रमुख महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि उसके पीछे क्यों पड़े हैं, यह करणी सेना का काम नहीं है। उन्होंने कहा- दुबई के खड्‌डों से अपने यहां के खड्‌डों की तुलना कर रहा है तो वो मोहन यादव जी के लिए दिक्कत वाली बात होनी चाहिए। उसे करणी सेना की तरफ से धमकी नहीं देनी चाहिए। किसी को गलत लगे तो खुद फोन कर दें कि मैं फलाना सिंह बोल रहा हूं। इधर, धर्मेंद्र वीडियो बनाकर मजाकिया अंदाज में अपने विरोधियों को जवाब दे रहे हैं। उन्होंने एक रील बनाई, जिसमें वो अपने दोस्तों के साथ बैठकर रो रहा है और कह रहा है कि इंदौर में मेरा पुतला जलाया गया। इतना मैं देशद्रोही तो नहीं हूं। राजपाल यादव को देख बोले शास्त्री- ये आग लगाकर आए एक्टर राजपाल यादव ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री की टेंशन बढ़ा दी है। मुंबई में कथा के मंच से खुद पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने ये बात कही है। दरअसल, राजपाल यादव मुंबई में कथा सुनने पहुंचे थे। वे मंच पर धीरेंद्र शास्त्री के पास भी गए। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि राजपाल यादव मेरे बड़े प्रिय हैं। ये अभी बागेश्वर धाम गए थे। हमारी माता जी से मिले। बड़ा उपद्रव करके आए। माता जी शादी को लेकर शांत बैठी थीं। ये आग लगा कर आ गए। धीरेंद्र शास्त्री के ऐसा कहने पर कथा में ठहाके गूंजे। इसी महीने की शुरुआत में राजपाल यादव बागेश्वर धाम पहुंचे थे। वे पंडित धीरेंद्र शास्त्री की जन्म स्थली भी गए। वहां दीवार पर एक तस्वीर लगी थी, जिसमें उनकी माता जी पंडित धीरेंद्र शास्त्री का कान पकड़े नजर आ रही हैं। तस्वीर पर लिखा है- अब जल्दी से शादी कर ले मेरे लाल। इस तस्वीर को देखकर राजपाल यादव ने कहा था- ये जो लाइन किसी ने लिखी 'अब जल्दी से शादी कर ले मेरे लाल', मैं माता जी से कम्प्लीट सहमत हूं। मैं माता जी का पुरजोर समर्थन करता हूं। राजपाल यादव ने तस्वीर के सामने हाथ जोड़कर कहा- अब शादी कर ले मेरे भाई। शिवराज की पुरानी यादें हुईं ताजा, दोस्तों के लिए गाया गाना केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में मॉडल स्कूल में 1975 बैच की गोल्डन जुबली एलुमनी मीट में शामिल हुए। इस दौरान उनकी पुरानी यादें ताजा हो गईं। उन्होंने वहां एक गाना भी गाया- एहसान मेरे दिल पे तुम्हारा है दोस्तो, बचपन तुम्हारे साथ गुजारा है दोस्तो, ये दिल तुम्हारे प्यार का मारा है दोस्तो... इधर, इंदौर में एक कार्यक्रम में भाजपा विधायक गोलू शुक्ला, विधायक जीतू जिराती, जिला अध्यक्ष सुमित मिश्रा और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने भी गाने गए, जिसके वीडियो सामने आए हैं। इनपुट सहयोग - रामेंद्र परिहार (ग्वालियर) प्रिंसिपल से विधायक बोले- तुम्हें अक्ल है या नहीं, सिंधिया और सीएम की गजब की जुगलबंदी; विजयवर्गीय ने सुनाया दुखड़ा राजगढ़ में कांग्रेस भाजपा नेताओं की गाड़ियों पर लगे हूटर की शिकायत लेकर एसपी के पास पहुंची और इन पर कार्रवाई की मांग की। इस दौरान ऐसा तर्क दिया गया, जिसे सुनकर एसपी समेत वहां मौजूद तमाम लोगों की हंसी छूट गई। कहा कि हूटर की तेज आवाज से गांवों में भैंसें भड़क जाती हैं। दूध नहीं देती। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:57 am

गोरखपुर में अचानक DM ऑफिस पहुंची बच्ची:बोली- मुझे DM सर से मिलना है, काम है, घबराएं कर्मचारी

गोरखपुर के डीएम ऑफिस पर एक अनोखा दृश्य देखने को मिलेगा। जब एक छोटी सी बच्ची अचानक से उनसे मिलने पहुंच गई। यूकेजी में पढ़ने वाली जिज्ञासा सोमवार को स्कूल बंक करती है और डीएम ऑफिस पहुंच जाती। कर्मचारी जब उससे पूछते है कि क्या काम है, बताओ तो वो कहती मुझे डीएम सर से मिलना है,उन्हीं से काम है। कर्मचारी भी आश्चर्य में पड़ जाते हैं। बात डीएम दीपक मीणा तक गई। उन्होंने बच्ची को अंदर बुलाया। डीएम ने पूछा- यहां क्यों आई हो? तब जिज्ञासा ने बताया कि मुझे डीएम बनना है। इसलिए आपको देखने आई हूं। डीएम साहब दिखते कैसे है। वह क्या काम करते है। DM ने कहा अच्छे से पढ़ाई करो डीएम दीपक मीणा ने मुस्कुरा के पूछा किस स्कूल में पड़ती हो। स्कूल छोड़कर आ गयी। उन्होंने आगे पूछा कि तुम्हारे दिमाग में कैसे आया कि तुम्हें डीएम बनना है? छात्रा ने बताया कि वह कार्मल स्कूल में कक्षा यूकेजी में पड़ती है। उसने कहा घर पर सभी लोग कहते हैं, तुम्हें डीएम बनना है। इसलिए आपसे मिलने आई हूं। उसकी बात सुनकर डीएम ने कहा- पहले अच्छे से पढ़ाई करो। अपने माता पिता की बात को मानना। तुम डीएम बन जाओगी। जिज्ञासा के साथ खिंचवाई फोटो उन्होंने बच्ची को बड़े ही प्यार के साथ अपने पास बुलाया और फोटो खिंचवाई। जिज्ञासा बहुत खुश हुई। उसने मुस्कुराते हुए कहा कि डीएम साहब बहुत अच्छे हैं। हमें अब आगे अच्छे से पढ़ाई करके डीएम बनना है। यह सब दृश्य देखकर ऑफिस में उपस्थित फरियादी अपनी परेशानी भूलकर मुस्कुराते हुए नजर आएं। सभी ने छात्रा जिज्ञासा के सपनो को सराहा। बेटी बड़ी होकर डीएम बनना चाहतीवहीं पिता डॉ. धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि बेटी बड़ी होकर डीएम बनना चाहती है। उसकी इच्छा डीएम से मिलने की इच्छा थी। इसलिए आज लेकर आया। डीएम से मिलकर मैं और बेटी जिज्ञासा बहुत खुश है। डीएम साहब बहुत अच्छे है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:56 am

राजस्थान में गबन की शिकायतें:जी राम जी…मनरेगा में 5 साल में 1500 से ज्यादा गबन की शिकायतें, ऑडिट में 32 करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी मिली

मनरेगा के स्थान पर संसद में पारित नए कानून जी राम जी के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को रोजगार मिलेगा। इसे भ्रष्टाचार से मुक्त रखना बड़ी चुनौती होगा। मनरेगा में पिछले पांच साल में 1500 से ज्यादा गबन की शिकायतें सामने आई हैं। वर्ष 2019 से देखें तो करीब 1600 शिकायतें सोशल ऑडिट यूनिट में दर्ज की गई हैं। जिनमें लगभग 32.84 करोड़ की राशि की वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं। जांच के बाद इनमें से 1393 मामलों का निस्तारण किया जा चुका है। इन मामलों में 30.36 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की पुष्टि हुई है। मगर सबसे चिंताजनक पहलू है कि वसूली की रफ्तार बहुत धीमी है। अब तक 231 ऐसे मामले चिह्नित किए गए हैं, जिनमें गबन की गई राशि वसूल की जानी थी। अंतिम रूप से वसूली गई राशि मात्र लगभग 3.91 करोड़ ही रही है। वसूली का आंकड़ा 12 प्रतिशत के आसपास सिमट कर रह गया है। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश भर में मनरेगा के तहत शिकायतों के मामले में तमिलनाडु पहले स्थान पर है, जहां 3.32 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। इसके बाद आंध्रप्रदेश में 2.44 लाख और तीसरे स्थान पर तेलंगाना में 1.58 लाख मामले रिपोर्ट हुए हैं। इस लिहाज से राजस्थान 1591 मामलों के साथ काफी नीचे है। मगर जिलेवार आंकड़ों पर गौर करें तो भ्रष्टाचार का जाल पूरे प्रदेश में फैला हुआ नजर आ रहा है। चित्तौड़गढ़ जिले में शिकायतों की संख्या सबसे अधिक 127 दर्ज की गई, जहां 3.19 करोड़ रुपए से अधिक का गबन पाया गया। इसके ठीक पीछे जोधपुर में 122 मामलों में 3.01 करोड़ रुपए की वित्तीय अनियमितता रिपोर्ट की गई। झुंझुनूं 119, कोटा 114 और अजमेर 106 शिकायतों के साथ अव्वल जिले हैं। इनमें वसूली करने में जोधपुर जिला 79,96,103 रुपए की रिकवरी के साथ प्रदेश में सबसे ऊपर है। इसके बाद डूंगरपुर में 55,91,311 रुपए की वसूली की गई। अलवर जिले में 57.18 लाख और कोटा में 43.51 लाख रुपए की रिकवरी हुई है। जबकि अजमेर में गबन की राशि 1.82 करोड़ से अधिक थी, वहां केवल 17.35 लाख रुपए वसूले जा सके ।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:56 am

गोरखपुर में सांसद खेल महोत्सव:मैदान पर उतरा जोश, एथलेटिक्स और कबड्डी में दिखा खिलाड़ियों का दम

गोरखपुर में खेलों के महाकुंभ 'सांसद खेल महोत्सव' के अंतर्गत सोमवार को बांसगांव लोकसभा क्षेत्र की खेल स्पर्धाओं का भव्य आगाज हुआ। एथलेटिक्स की रफ्तार और कबड्डी के दांव-पेचों के बीच खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 22 से 25 दिसंबर तक चलने वाले इस खेल महोत्सव में 300 से अधिक जांबाज खिलाड़ी अपना भाग्य आजमा रहे हैं। मैदान पर रफ्तार का रोमांच प्रतियोगिता के पहले दिन चिल्लूपार, बांसगांव, चौरी-चौरा, रुद्रपुर और बरहज के खिलाड़ियों ने ट्रैक पर पसीना बहाया। सीनियर बालक वर्ग की 100 मीटर दौड़ में मिथुन विश्वास ने अपनी फुर्ती से सबको पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। वहीं 200 मीटर में आदित्य यादव, 400 मीटर में निकेश और लंबी दूरी की 1500 मीटर दौड़ में रितेश कुमार निषाद ने जीत का परचम लहराया। बालिकाओं के सीनियर वर्ग में स्नेहिल सिंह ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए 100, 200 और 800 मीटर की तीनों प्रमुख रेस जीतकर 'गोल्डन हैट्रिक' लगाई। वहीं 400 मीटर की दौड़ में गरिमा ने बाजी मारी। कबड्डी में दिखा 'पावर' और 'पंच' कबड्डी के मैट पर भी कड़ा मुकाबला देखने को मिला। सीनियर बालिका वर्ग में चिल्लूपार की टीम ने अपनी चपलता से खिताब जीता, जबकि जूनियर और सब-जूनियर वर्ग में बांसगांव की बेटियां अव्वल रहीं। बालकों के सीनियर वर्ग में चौरी-चौरा का दबदबा रहा और जूनियर वर्ग में चिल्लूपार के खिलाड़ियों ने जीत दर्ज की। विजेताओं का सम्मानदिन भर चली कड़ी स्पर्धाओं के बाद विजयी खिलाड़ियों के चेहरे खुशी से खिल उठे। मुख्य अतिथियों ने विजेताओं को मेडल, ट्रॉफी और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान खेल विभाग और युवा कल्याण विभाग के आला अधिकारी व कोच मौजूद रहे, जिन्होंने खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। यह प्रतियोगिता सब-जूनियर, जूनियर और सीनियर तीनों वर्गों में आयोजित की जा रही है, जो आगामी 25 दिसंबर तक जारी रहेगी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:54 am

आरजीएचएस घोटाला:डॉक्टरों से पर्चे लिखवाए, मेडिकल के पर्चो से राईटिंग मैच कराई‎

आरजीएसएच (राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) घोटाले में सोमवार को भरतपुर-डीग जिले के 13 डॉक्टर्स को जयपुर बुलाकर पूछताछ की गई। 13 डॉक्टर्स से राशा (राजस्थान स्टेट हेल्थ एश्योरेंस एजेंसी) की प्रोजेक्ट डायरेक्टर निधि पटेल ने पूछताछ की। इन डॉक्टर्स ने पुलिसकर्मियों को दवाओं की पर्चियां लिखीं थी। इस संबंध में इन 13 डॉक्टर्स की घोटाले में भूमिका पर पूछताछ के लिए बुलाया गया। भरतपुर जिले के सैटेलाइट अस्पताल के 4 डॉक्टर, आरबीएम के 6 डॉक्टर, सीएससी अवार 1 डॉक्टर और यूपीएचसी तिलक नगर का 1 डॉक्टर शामिल हैं। इसके अलावा डीग जिले के कुम्हेर अस्पताल की 1 डॉक्टर को भी जयपुर बुलाया गया है। तीन डॉक्टर्स मार्च में करा चुके हैं फर्जीवाड़े की एफआईआर जयपुर में दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक पूछताछ की गई। एक-एक डॉक्टर को बुलाकर आरजीएचएस घोटाले मामले में पहले उनसे दवाइयों के पर्चे लिखवाए गए उसके बाद कशिश मेडिकल से उठाई जिन पर्चों पर घोटाले किए उनसे राइटिंग मैच कराई। जिन डॉक्टर्स की राइटिंग मैच नहीं हुई उनसे पूछताछ कर उन डॉक्टर्स की सूची अलग से तैयार की। आरबीएम के डॉक्टर अरुण दुबे ने बताया कि 19 दिसंबर को सभी को पत्र मिला था कि आरजीएचएस मामले में जयपुर बयान के लिए बुलाया गया है। जहां हमें हमारे नाम से हस्ताक्षर वाले दवाइयों के पर्चे,मोहर को दिखाया गया,लेकिन इस संदर्भ में 12 मार्च 2025 में ही मथुरा गेट थाने में एफआईआर कराई थी कि हमारी फर्जी मोहर, फर्जी हस्ताक्षर द्वारा आरजीएचएस में हुए भुगतान में उपयोग किया जा रहा है। इसलिए दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की गई थी। इस मामले में आरबीएम के डॉ. धीरज, डॉ विनीता ने भी साथ में ही शिकायत की थी। जिसको देखने के बाद मुझे क्लीन चिट दे दी गई। डॉ. राजवीर बताते हैं कि कुछ डॉक्टर्स ऐसे भी थे, जिनको यह भी नहीं पता था कि उनके द्वारा लिखे गए दवाइयों के पर्चे में अपनी तरफ से अतिरिक्त दवा बढ़ा कर लिख दी गई। जैसे यदि डॉक्टर ने 4 दवाई पर्चे पर लिखी और उन पर्चों पर 7 दवाइयों बढ़ा कर आरजीएचएस का पैसा उठा लिया गया। राइटिंग मैच करने पर साफ हो गया कि कई डॉक्टर्स बेगुनाह है। इनसे हुई पूछताछ सैटेलाइट अस्पताल- डॉ. गौरीशंकर, डॉ. वीरेंद्र रावत, डॉ. संजय चौधरी, डॉ. मीनल माथुर आरबीएम- डॉ. अरुण दुबे, डॉ. लोकेंद्र, डॉ. विनीत, डॉ. धीरज, डॉ. राजवीर सिंह, डॉ. प्रवीण शर्मा सीएचसी अवार: डॉ. धर्मेश कुम्हेर अस्पताल, डीग: डॉ. प्रियंका यूपीएचसी तिलक नगर: डॉ. हरिओम पाठक फार्मासिस्ट को बचाने का आरोप भरतपुर नर्सिंग हॉस्पिटल की डॉ. सुनीता बताती हैं कि आरजीएचएस घोटाले में हमें एक ही तथ्य से दोषी बना रहे हैं कि हमारे यहां कशिश मेडिकल स्टोर को दुकान किराए पर दे रखी थी। हमारा पक्ष कोई सुन ही नहीं रहा। जबकि हमारे यहां कशिश मेडिकल स्टोर सिर्फ वर्ष 2022 तक थी। किरायानामा 2021 का था। दुकान न खाली न करने पर काफी लंबा विवाद चला। इन सब में सबको पकड़ा गया, लेकिन पूरे मामले का मास्टरमाइंड कशिश मेडिकल का फॉर्मासिस्ट राकेश सिकरवार पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:53 am

मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:एअर इंडिया प्लेन का इंजन हवा में बंद; चांदी ₹7600 महंगी, UP में जज बोले- राक्षसों को मरते दम तक जेल में रखो

नमस्कार, कल की बड़ी खबर एअर इंडिया से जुड़ी रही। फ्लाइट का इंजन हवा में बंद हो गया था। वहीं, दूसरी खबर UP में गैंगरेप की सजा को लेकर है। जज ने कहा- ऐसे राक्षसों को जिंदा रहने तक जेल में रखो। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. एअर इंडिया प्लेन का एक इंजन हवा में बंद, दूसरे इंजन से दिल्ली में इमरजेंसी लैंडिंग दिल्ली से मुंबई जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट को 40 मिनट में ही इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। बोइंग 777-300ER AI887 फ्लाइट का दाहिना इंजन टेक-ऑफ के बाद बंद हो गया। उसमें ऑइल प्रेशर जीरो हो गया था। फ्लाइट लगभग एक घंटे तक हवा में थी। उसमें 335 लोग सवार थे। एक इंजन से भी उड़ सकता है प्लेन: प्लेन ने सुबह 6:10 बजे AI 887 के रूप में मुंबई के लिए उड़ान भरी थी और 6.52 पर यह वापस आ गया। हालांकि 2 इंजन वाले प्लेन एक इंजन के जरिए भी सुरक्षित लैंड कर सकते हैं। इसलिए इसे तुरंत ही लौटाने का फैसला लिया गया। ऑइल प्रेशर जीरो होना कितना खतरनाक: ऑइल प्रेशर जीरो होने पर इंजन कुछ ही मिनटों में ओवरहीट हो सकता है। अगर ज्यादा देर तक चलाया जाता है तो इंजन फेल हो सकता है। मंत्रालय ने एअर इंडिया से एक डिटेल्ड रिपोर्ट मांगी है। साथ ही DGCA को पूरी जांच करने का निर्देश दिया है। पूरी खबर पढ़ें... 2. योगी बोले- देश में दो नमूने, एक दिल्ली, दूसरा लखनऊ में, अखिलेश ने कहा- ये आत्मस्वीकृति यूपी विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का सोमवार को दूसरा दिन रहा। प्रश्न काल के दौरान सीएम योगी ने कफ सिरप मामले में सपा के आरोपों पर कहा- प्रश्न क्या है, मुद्दे क्या उठाए जा रहे हैं। पूरा अध्ययन करके आना चाहिए। उन्होंने नाम लिए बिना कहा- देश के अंदर दो नमूने हैं, एक दिल्ली में और एक लखनऊ में बैठते हैं। जब देश में कोई चर्चा होती है तो वो देश छोड़कर चले जाते हैं। मुझे लगता है कि यही आपके बउआ के साथ भी होता है। वह फिर इंग्लैंड सैर सपाटे पर चले जाएंगे और आप यहां चिल्लाते रहेंगे। अखिलेश ने X पर किया पलटवार आत्म-स्वीकृति... किसी को उम्मीद नहीं थी कि दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई यहां तक पहुंच जाएगी। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग मर्यादा की सीमा न लांघें। भाजपाई अपनी पार्टी के अंदर की खींचातानी को चौराहे पर न लाएं। पूरी खबर पढ़ें... 3. जज बोले- राक्षसों को आखिरी सांस तक जेल में रखो, मां-बेटी से गैंगरेप करने वालों को उम्रकैद बुलंदशहर में नेशनल हाईवे-91 पर परिवार को बंधक बनाकर मां-बेटी से गैंगरेप करने वाले 5 आरोपियों को उम्रकैद की सजा हुई है। पॉक्सो कोर्ट ने 9 साल 4 महीने और 22 दिन के बाद फैसला सुनाया। इस दौरान जज ओम प्रकाश वर्मा ने सख्त टिप्पणी की। उन्होंने कहा- सभ्य समाज से राक्षसों से दूर रखा जाए। जब तक जिंदा रहें, इन्हें जेल में रखा जाए। जानिए 2016 की रात क्या हुआ था: नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे एक परिवार को रात डेढ़ बजे बदमाशों ने लूट के इरादे से रोका, फिर कार सवार मां और उसकी नाबालिग बेटी से हाईवे किनारे खेत में गैंगरेप किया था। बाकी सदस्यों को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। कुल 11 आरोपी बनाए गए थे। एक की बीमारी से मौत हो चुकी है। 2 एनकाउंटर में ढेर हो गए थे। 3 को बरी किया जा चुका है। पूरी खबर पढ़ें... 4. PAK सेना प्रमुख मुनीर बोले- भारत से संघर्ष में अल्लाह की मदद मिली: नहीं तो हालात बिगड़ जाते पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने भारत के साथ मई में हुए सैन्य संघर्ष में अल्लाह की मदद मिलने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि हमने इसे महसूस किया‌, जिसकी वजह से हालात पूरी तरह बिगड़ने से बच गए। मई में भारत-पाकिस्तान के बीच जंग हुई थी: भारत ने पहलगाम हमले के बाद 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे। दोनों देशों के बीच चार दिन तक जंग चली थी जो 10 मई को समझौते के बाद रुकी। संघर्ष के दौरान भारत ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस तबाह कर दिए थे। आसिम मुनीर पहले भी कट्टरपंथी बयान दे चुके: आसिम मुनीर पहले भी कई बार कट्टरपंथी बयान दे चुके हैं। उन्होंने इसी साल अप्रैल में कहा था कि पाकिस्तान की नींव कलमे (इस्लाम धर्म का मूल मंत्र) पर रखी गई है। हम हर मामले में हिंदुओं से अलग हैं। हमारी संस्कृति और सोच अलग है। यही टू-नेशन थ्योरी की नींव थी। पूरी खबर पढ़ें... 5. चांदी ₹7,660 महंगी होकर ₹2.08 लाख किलो पर पहुंची, सोना भी ऑलटाइम हाई सोने-चांदी के दाम ऑलटाइम हाई पर पहुंच गए। 1 किलो चांदी की कीमत 7,660 रुपए बढ़कर 2,07,727 रुपए पर पहुंच गई हैं। वहीं सोना 2,191 रुपए बढ़कर 1,33,970 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है। इससे पहले ये 1,31,779 रुपए पर था। इस साल सोना और चांदी कितना महंगा पूरी खबर पढ़ें... 6. बांग्लादेश हाई कमीशन ने भारत में वीजा सर्विस रोकी, शेख हसीना विरोधी एक और नेता पर हमला बांग्लादेश हाई कमीशन ने भारत में सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए अपने सभी वीजा और काउंसलर सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह रोक अगले आदेश तक लागू रहेगी। इससे पहले भारत ने चटगांव स्थित अपने असिस्टेंट हाई कमीशन में वीजा सर्विसेज को बंद कर दिया था। बांग्लादेश में तनाव का महौल क्यों: बांग्लादेश में इस वक्त तनाव बना हुआ है। कुछ दिन पहले ढाका में छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उनकी मौत के बाद देश में कई जगह हिंसा हुई। एक हिंदु युवक को भी मार डाला गया था। उधर सोमवार को शेख हसीना विरोधी एक और नेता पर हमला हुआ है। पूरी खबर पढ़ें... 7. फरवरी से बदल जाएगा महंगाई-GDP मापने का तरीका: सरकार नई सीरीज जारी करेगी केंद्र सरकार देश की इकोनॉमी को मापने के पैमानों में बड़ा बदलाव करने जा रही है। फरवरी 2026 से रिटेल महंगाई (CPI) और देश की विकास दर यानी GDP के आंकड़े नई सीरीज (नए बेस ईयर) के साथ जारी किए जाएंगे। अभी कैसे कैलकुलेट किए जाते हैं: GDP और रिटेल महंगाई के आंकड़े पुराने आधार वर्ष 2011-12 के हिसाब से कैलकुलेट किए जाते हैं। जबकि दुनिया के कई देशों में ये हर 5 साल में अपडेट होता है। बेस ईयर में इस बदलाव का मुख्य मकसद डेटा को मौजूदा दौर की जरूरतों और खपत के हिसाब से ज्यादा सटीक बनाना है। पूरी खबर पढ़ें... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… 1. नेशनल: पंजाब के पूर्व IG ने खुद को गोली मारी: अस्पताल में भर्ती; 12 पेज का सुसाइड नोट छोड़ा, लिखा- ₹8 करोड़ का ऑनलाइन फ्रॉड हुआ (पढ़ें पूरी खबर) 2. नेशनल: यूक्रेनी सेना की कैद में गुजरात का छात्र, VIDEO भेजा: कहा- ड्रग्स केस में फंसाकर मुझे रूसी सेना में जबरन भर्ती कराया, जंग पर भेजा (पढ़ें पूरी खबर) 3. नेशनल: शिमला IGMC में मरीज की पिटाई, डॉक्टर सस्पेंड: बिना पूछे बेड पर लेटने से भड़का; परिजनों का हंगामा, भारी पुलिस बल तैनात (पढ़ें पूरी खबर) 4. नेशनल: सोनिया बोलीं- मोदी मजदूरों का पैसा बढ़ने नहीं देना चाहते: मनरेगा खत्म होगा तो करोड़ों गरीब बेरोजगार होंगे, काम की गारंटी खत्म हो जाएगी (पढ़ें पूरी खबर) 5. इंटरनेशनल: बांग्लादेश हाई कमीशन ने भारत में वीजा सर्विस रोकी: सुरक्षा कारणों का हवाला दिया; कल भारत ने चटगांव में सर्विस रोकी थी (पढ़ें पूरी खबर) 6. इंटरनेशनल: एपस्टीन सेक्स स्कैंडल फाइल्स में ट्रम्प की फोटो फिर अपलोड: इसमें मेलानिया ट्रम्प की भी तस्वीर; सरकार ने कल 16 फाइलें वेबसाइट से हटाईं थीं (पढ़ें पूरी खबर) 7. एंटरटेनमेंट: सामंथा रुथप्रभू के साथ भीड़ में हुई बदसलूकी: धक्का-मुक्की के बीच भीड़ में फंसी, कभी लड़खड़ाईं, कभी साड़ी खींची गई (पढ़ें पूरी खबर) 8. क्रिकेट: यशस्वी को टी-20 टीम में मौका क्यों नहीं: वर्ल्डकप स्क्वॉड से गिल बाहर, ईशान शामिल; SMAT में शतक के बावजूद जायसवाल की जगह नहीं (पढ़ें पूरी खबर) ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... व्हीलचेयर पर बैठा, फोटो खिंची, दिव्यांग खड़ा होकर चलने लगा यूपी में एक दिव्यांग व्हीलचेयर मिलते ही उठकर चलने लगा। मामला सुल्तानपुर में व्हीलचेयर वितरण कार्यक्रम का है। लंभुआ सीट से भाजपा विधायक सीताराम वर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने एक स्वस्थ व्यक्ति को व्हीलचेयर बांटी, उसने व्हीलचेयर पर बैठकर फोटो भी खिंचवाई। फिर खड़ा होकर उसे फोल्ड करने लगा। अफसरों ने सफाई देते हुए कहा कि जिस युवक को व्हीलचेयर मिलनी थी वह आने में असमर्थ था। इसलिए उसके पिता को दे दी गई। पूरी खबर पढ़ें... फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… 1. आज का एक्सप्लेनर- पाकिस्तान अपनी सरकारी एयरलाइंस बेच रहा, क्या उनकी आर्मी ही खरीद लेगी; IMF ने लोन देने के लिए रखी है शर्त 2. सपने में जीभ पर देवी लिख जाती थी अजीब फॉर्मूले: पत्नी साथ रहती तो ज्यादा जीते महान गणितज्ञ रामानुजन; जन्मदिन पर रोचक किस्से 3. अमेरिका के डंकी रूट का खौफनाक VIDEO: कीचड़-कीड़े, सड़क पर सोना, कंटेनर में 40 लोग उकड़ू बैठाए; ₹50 लाख गंवाकर भी डिपोर्ट 4. ग्राउंड रिपोर्ट- ‘भाई आतंकी, मैं नहीं, कनेक्शन निकले तो गोली मार दो’: हिजबुल कमांडर के रिश्तेदार पावर प्रोजेक्ट में, क्या पाकिस्तान की साजिश 5. मंडे मेगा स्टोरी- क्या पाकिस्तान से बड़ा खतरा बांग्लादेश: संसदीय समिति ने माना- चीन और कट्टरपंथियों का दखल बढ़ा; क्या भारत को बड़ा एक्शन लेना चाहिए 6. लड़कियां हिजाब पहनें-अखंड बंगाल बने, कैसी थी उस्मान की पॉलिटिक्स: बांग्लादेश की सरकार के लिए आंख का कांटा बन गए, मर्डर से किसे फायदा 7. फिजिकल हेल्थ- अचानक सर्दी-गर्मी से ट्रिगर हो सकता है माइग्रेन: ठंड के मौसम में बढ़ता रिस्क, डॉक्टर से जानें हर जरूरी सवाल का जवाब 8. जरूरत की खबर- कहीं आपका मोबाइल चार्जर नकली तो नहीं: फेक चार्जर के 10 खतरे, इन 11 संकेतों से पहचानें चार्जर असली है या नकली करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज तुला राशि वालों के प्रमोशन होने के योग हैं। सिंह राशि वालों के लिए रियल एस्टेट से जुड़ी डील्स फायदेमंद रहेगी। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:37 am

घने कोहरे का अलर्ट, 8 डिग्री तक गिरा तापमान:शीतलहर के कारण बढ़ेगी सर्दी; जयपुर, भिवाड़ी, जैसलमेर में सांस लेने में परेशानी

राजस्थान में घने कोहरे के कारण कई शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट हुई है। सोमवार को जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर समेत कुछ शहरों में तापमान 2 से लेकर ​8 डिग्री तक गिर गया। घने कोहरे के कारण एयर और रेल ट्रैफिक का संचालन प्रभावित रहा। राज्य में आज भी उत्तर-पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी जिलों में हल्के से मध्यम और कहीं-कहीं घना कोहरा छाने की आशंका है। उत्तरी हवा चलने से न्यूनतम तापमान में भी अगले 2-3 दिन में गिरावट होने की संभावना है। वहीं, पॉल्यूशन भी परेशानी बढ़ा रहा है। मंगलवार सुबह जयपुर, भिवाड़ी, जैसलमेर सहित कई शहरों हवा की क्वालिटी (AQI) बेहद खराब लेवल पर रही। भिवाड़ी सहित कई शहरों में गंभीर स्थिति नवंबर से भिवाड़ी की हवा जहरीली हो गई है। सर्दी बढ़ने के साथ यहां हर दिन एयर क्वालिटी खराब होती जा रही है। मंगलवार सुबह 5 बजे यहां का एक्यूआई लेवल 356 रिकॉर्ड हुआ। वहीं, जैसलमेर का एक्यूआई लेवल भी 350 के करीब रहा। जो दिल्ली के कई प्रदूषित इलाकों जैसा है। इस लेवल को प्रदूषण विभाग बहुत ही खतरनाक स्तर का मानता है। भिवाड़ी के अलावा जयपुर, बीकानेर, कोटा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में भी हवा सुबह काफी प्रदूषित रही। इन शहरों का एक्यूआई लेवल 200 से ऊपर रहा। राजस्थान के प्रमुख शहरों में खराब हो रही हवा से लोगों को सांस लेने तक में परेशानी हो रही है। विजिबिलिटी घटने से परेशानी पिछले 24 घंटे के दौरान जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं के अलावा जयपुर, अलवर, भरतपुर, दौसा, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा समेत कई शहरों में कोहरा रहा। कोहरे के कारण गंगानगर, हनुमानगढ़ समेत कुछ शहरों में विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम रही। कोहरे का असर ​दोपहर तक रहा, जिसके कारण अधिकतम तापमान में गिरावट हुई। सोमवार को सबसे ठंडा दिन करौली में रहा, जहां का अधिकतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। फतेहपुर में डबल डिजिट में आया पारा कोहरा छाने और उत्तरी हवाएं कमजोर पड़ने से शेखावाटी समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई। सीकर के पास फतेहपुर में लंबे समय बाद न्यूनतम तापमान ​डबल डिजिट यानी 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ। सबसे कम न्यूनतम तापमान सोमवार को पाली में 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:35 am

इंदौर के अनोखे गार्डन में इंसानों की एंट्री बैन:पक्षी ही यहां आ सकेंगे, भोजन के लिए 300 से ज्यादा फलदार हाईब्रिड पौधे भी लगाए

इंदौर में एक ऐसा गार्डन है, जिसमें लोगों की एंट्री नहीं है। यहां केवल माली ही जा सकता है, वह भी पौधों को पानी डालने के लिए। गार्डन को खास तौर पर पक्षियों के लिए ही तैयार किया है, जिससे यहां ‌‌‌विभिन्न प्रजाति के पक्षी आ सके। पक्षियों के भोजन के लिए 300 से ज्यादा फलदार हाईब्रिड पौधे लगाए हैं। पानी के लिए एक पौंड भी तैयार किया है। सत्यदेव नगर में तैयार गार्डन को पार्षद अभिषेक शर्मा बबलू ने जनसहयोग से बनवाया है। यहां जो पौधे लगे हैं उनकी कीमत 300 रुपए से लेकर 1500 रुपए तक की है। पार्षद अभिषेक शर्मा ने बताया कि वार्ड के रहवासियों के साथ मिलकर एक गार्डन तैयार किया है। ये गार्डन 1 बीघा जमीन पर डेवलप किया है। हमने जनता के साथ मिलकर यह योजना तैयार की है। हमने सोचा कि क्यों ना इस जगह पर पक्षियों के लिए गार्डन तैयार किया जाए और इसमें सिर्फ फलदार पौधे ही लगाए जाए। वो फल भी केवल पक्षियों के लिए ही रहेंगे। जब हमने इस योजना के बारे में बताया तो सभी इसके लिए तैयार हो गए। 300 से ज्यादा फलदार हाईब्रिड पौधे लगाए है गार्डन में 300 से ज्यादा फलदार हाईब्रिड पौधे लगाने का उद्देश्य यह था कि ये 2 साल में ही फल देने लगेंगे और गार्डन अच्छे से डेवलप हो जाएगा। गार्डन में अंजीर, आम, जाम, बोर, शहतूत सहित 30 विभिन्न किस्म के फलों के पौधे लगे हैं। उन पौधों का 100% सरवाइवल रेट है। आने वाले डेढ़ से दो साल में ये पौधे अपना पूरा स्वरूप ले लेंगे और फल देने लगेंगे। खास बात ये है कि इस गार्डन में पक्षियों का आना भी शुरू हो गया है। दो साल बाद यहां का नजारा देखने लायक होगा। हम तो भोजन कर लेते हैं, पक्षी कहां जाएंगे अभिषेक शर्मा ने बताया कि हम तो अपना भोजन कर लेते हैं, लेकिन कई बार पक्षियों को भोजन के लिए परेशान होना पड़ता है। हमारा उद्देश्य यह है कि इन पक्षियों को भी आसानी से भोजन मिल सके और उन्हें भटकना ना पड़े। शहतूत के पेड़ पर पक्षियों को देख आया आइडिया पार्षद बताते हैं कि उनके घर के सामने एक गार्डन है। जहां पर उन्होंने 20 साल पहले शहतूत का पौधा लगाया था। वक्त के साथ वह बढ़ता गया और उस पर शहतूत आने लगे। उस पेड़ पर एक कोयल आई। जिसके बाद कोयल की संख्या बढ़ती चली गई। अब जब भी शहतूत उस पेड़ पर आते है तो ये कोयले वहां पर आती हैं। उन्हें देख काफी अच्छा लगता है। उससे ये आइडिया आया कि क्यों ना इन पक्षियों के लिए एक गार्डन बनाया जाए। जब इस आइडिया के बारे में प्रमुख लोगों को बताया तो उन्हें भी ये आइडिया काफी पसंद आया। गार्डन के लिए लोग ही लेकर आए पौधेपार्षद का कहना है कि गार्डन को तैयार करने में हमने जनता से ही सहयोग लिया है। नगर निगम से कोई पौधा नहीं लिया, यहां के लोग ही गार्डन के लिए पौधे लेकर आए। निगम का केवल इतना सहयोग है कि केवल वहां के माली ही गार्डन की देखरेख करते हैं। महापौर पुष्यमित्र भार्गव और उद्यान प्रभारी राजेंद्र राठौर को जब इसके बारे में बताया तो उन्हें भी ये कॉन्सेप्ट काफी पसंद आया। उनका भी सहयोग मिला है। गार्डन में एक कमल कुंड भी तैयार किया है। जिसमें मछलियां भी जानकारों के कहे अनुसार छोड़ी गई है, क्योंकि किंगफिशर पक्षी को वह मछलियां काफी पसंद आती है। कुछ दिन पहले ही यहां एक किंगफिशर पक्षी भी देखा गया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने इसका उद्घाटन किया था, उन्होंने शहर में अन्य जगह भी ऐसे गार्डन बनाने की घोषणा की थी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:33 am

गोयत के दुबई में जीत के बाद हंगामा:बैकस्टेज मेडिकल चेक के दौरान एंथनी टेलर ने नीरज पर फेंकी पानी की बोतल,वीडियो वायरल,फाइट से पहले भारत पर टिप्पणी

दुबई में आयोजित मिसफिट्स बॉक्सिंग 23 इवेंट के दौरान भारतीय बॉक्सिंग के लिए गर्व की जीत के बाद एक विवाद ने तूल पकड़ लिया। फाइट खत्म होते ही बैकस्टेज मेडिकल चेकअप के दौरान अमेरिकी फाइटर और रैपर एंथनी टेलर और भारतीय प्रोफेशनल बॉक्सर नीरज गोयत के बीच तीखी झड़प हो गई। टेलर द्वारा नीरज पर पानी की बोतल फेंकने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस घटना ने न सिर्फ इवेंट की चमक को फीका किया, बल्कि बॉक्सिंग में स्पोर्ट्समैनशिप को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। मेडिकल चेकअप के दौरान शुरू हुआ विवादफाइट के तुरंत बाद दोनों फाइटर्स को बैकस्टेज मेडिकल जांच के लिए ले जाया गया। इसी दौरान एंथनी टेलर ने नीरज गोयत की ओर हाथ बढ़ाकर हैंडशेक का इशारा किया। नीरज ने यह कहते हुए हाथ मिलाने से इनकार कर दिया कि टेलर को बॉक्सिंग की समझ नहीं है। इस इनकार से टेलर भड़क गए। गुस्से में उन्होंने पास पड़ी पानी की बोतल उठाई और नीरज की ओर फेंक दी। वीडियो में टेलर को अपशब्द कहते हुए भी सुना जा सकता है। जवाबी प्रतिक्रिया और सिक्योरिटी का हस्तक्षेपबोतल फेंके जाने के बाद नीरज गोयत और उनकी टीम के सदस्य गुस्से में टेलर की ओर बढ़े। कुछ लोगों ने कुर्सियां उठाने की भी कोशिश की। माहौल तनावपूर्ण हो गया, लेकिन मौके पर मौजूद सिक्योरिटी टीम ने तुरंत हस्तक्षेप किया। सिक्योरिटी कर्मियों ने टेलर को वहां से हटाया और दोनों पक्षों को अलग किया। नीरज की टीम ने उन्हें शांत करते हुए कहा कि वे फाइट जीत चुके हैं और आगे बढ़ना चाहिए। इस घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई। फाइट से पहले ही था तनावनीरज गोयत और एंथनी टेलर के बीच यह टकराव अचानक नहीं हुआ। फाइट से पहले ही दोनों के बीच तनाव साफ नजर आ रहा था। मीडिया इंटरैक्शन और सोशल मीडिया पोस्ट्स में टेलर ने भारत को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि भारत वर्ल्ड-क्लास बॉक्सर्स नहीं पैदा करता। यह बयान नीरज गोयत को नागवार गुजरा। एक इवेंट के दौरान नीरज ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई और गुस्से में टेलर से कहा, “इंडिया तेरा बाप है।” इस बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। टेलर की सफाई और सोशल मीडिया विवादविवाद बढ़ने के बाद एंथनी टेलर ने एक्स पर सफाई दी। उन्होंने लिखा कि उनकी टिप्पणी भारत की संस्कृति या लोगों के खिलाफ नहीं थी, बल्कि केवल बॉक्सिंग के स्तर को लेकर थी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने भारतीयों को लेकर कोई अपमानजनक टिप्पणी नहीं की और अगर ऐसा होता तो इवेंट आयोजक उनके खिलाफ कार्रवाई करते। टेलर ने अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा कि वह हार को सम्मान के साथ स्वीकार करते हैं। हालांकि, कई भारतीय फैंस और नीरज की टीम ने इस सफाई को नाकाफी बताया और इसे शर्मनाक हरकत करार दिया। रिंग में नीरज का दबदबारिंग के अंदर नीरज गोयत पूरी तरह हावी नजर आए। उन्होंने पूरे मुकाबले में एंथनी टेलर पर लगातार दबाव बनाए रखा। नीरज की क्लीन पंचिंग, बेहतर डिफेंस और रिंग कंट्रोल ने मुकाबले की दिशा तय कर दी। जजों ने सर्वसम्मति से नीरज के पक्ष में फैसला सुनाया। स्कोर कार्ड में 59-55, 58-56 और 60-54 का अंतर नीरज की स्पष्ट बढ़त को दर्शाता है। जीत के बाद नीरज ने कहा कि टेलर को बॉक्सिंग की बारीकियों की समझ नहीं है। दो अलग बैकग्राउंड, एक हाई-वोल्टेज मुकाबलानीरज गोयत भारत के अनुभवी प्रोफेशनल बॉक्सर्स में गिने जाते हैं। वे वेल्टरवेट कैटेगरी में देश का जाना-पहचाना नाम हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। दूसरी ओर, एंथनी टेलर एक अमेरिकी एमएमए फाइटर और रैपर हैं, जो बॉक्सिंग और मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स के साथ-साथ म्यूजिक की दुनिया में भी सक्रिय रहे हैं। टेलर अक्सर विवादास्पद बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं, और यही स्वभाव इस इवेंट में भी नजर आया। फैंस की प्रतिक्रिया और वायरल वीडियोघटना का वीडियो सामने आते ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। नीरज गोयत के फैंस बड़ी संख्या में वीडियो शेयर कर रहे हैं और टेलर के व्यवहार की आलोचना कर रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे हार की कुंठा का नतीजा बताया, तो कुछ ने बॉक्सिंग जैसे खेल में ऐसी हरकतों को अनुशासनहीन करार दिया। वहीं, कुछ लोगों ने नीरज से भी संयम बरतने की अपील की। स्पोर्ट्समैनशिप पर सवालइस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर खेल भावना पर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिंग के बाहर हुआ यह टकराव दिखाता है कि जीत और हार के बाद खिलाड़ियों का व्यवहार कितना महत्वपूर्ण होता है। मिसफिट्स बॉक्सिंग 23 इवेंट भले ही नीरज गोयत की शानदार जीत के लिए याद रखा जाए, लेकिन बैकस्टेज हुआ यह विवाद लंबे समय तक चर्चा में रहने वाला है। बेगमपुर से अंतरराष्ट्रीय मंच तक का सफरनीरज गोयत का जन्म हरियाणा के बेगमपुर गांव में हुआ। उन्होंने 2006 में 15 साल की उम्र में, दसवीं कक्षा में पढ़ते हुए बॉक्सिंग शुरू की थी। वह पूर्व विश्व हैवीवेट चैंपियन माइक टायसन को अपना आदर्श मानते हैं। नीरज ने अपने करियर की शुरुआत करनाल के कर्ण स्टेडियम स्थित मुक्केबाजी अकादमी से की थी, उस समय वह छठी कक्षा के छात्र थे। बाद में उनका परिवार यमुनानगर शिफ्ट हो गया, जहां से उन्होंने आगे की ट्रेनिंग जारी रखी। राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय उपलब्धियांनीरज ने देश की बड़ी अकादमी पुणे में दाखिला लिया और अपने खेल को निखारा। उन्होंने 2008 के यूथ कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता। 2008 में वह स्पोर्ट्स कोटे से भारतीय सेना में भर्ती हुए। 2014 तक सेना में सेवाएं देने के बाद उन्होंने भारतीय रेलवे में ट्रांसफर ले लिया और वर्तमान में वह रेलवे में अधिकारी हैं। 2016 में ओलिंपिक चयन से पहले वह वेनेजुएला गए, जहां उन्होंने कांस्य पदक जीता। गोयत वेनेजुएला में 2016 ओलिंपिक क्वालीफायर का प्रयास करने वाले पहले भारतीय बने, हालांकि वह मामूली अंतर से क्वालीफाई नहीं कर पाए। WBC एशियाई चैंपियन और बिग बॉस तक का सफरनीरज गोयत 2015 से 2017 तक लगातार तीन साल WBC एशियाई चैंपियन रहे। उनके प्रोफेशनल करियर में अब तक 24 मुकाबले हो चुके हैं, जिनमें उन्होंने 18 जीत दर्ज की हैं, 4 में हार मिली और 2 मुकाबले ड्रॉ रहे। करीब पांच महीने पहले नीरज गोयत रियलिटी शो बिग बॉस ओटीटी 3 में भी नजर आए थे, जहां वह मिड वीक एविक्शन में बाहर हो गए थे। दुबई में एंथनी टेलर पर मिली इस जीत के बाद नीरज गोयत एक बार फिर सुर्खियों में हैं और भारतीय बॉक्सिंग के लिए यह जीत गर्व का विषय बन गई है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:32 am

धूप की कमी से बिगड़ रही लोगों की मानसिक स्थिति:मेरठ में मनोचिकित्सक विशेषज्ञ के पास आ रहे सीजनल डिसऑर्डर के मरीज

मेरठ में जैसे जैसे ठंड बढ़ रही है इसका असर लोगों के जीवन को प्रभावित कर रहा है। इस कारण न सिर्फ विजिबिलिटी और अन्य चीजों पर असर है बल्कि यह लोगों की मानसिक स्थिति भी बिगाड़ रहा है। मेरठ के मेडिकल अस्पताल में तैनात मनोचिकित्सक डॉ तरुण पाल ने इस मौसम में जुड़ी किस किस समस्या के मरीज आ रहे है इस बारे में दैनिक भास्कर से बात की।....... धूप का सीधा असर मूड पर डॉ तरुण पाल ने बताया कि हमारे शरीर की गतिविधि हमारे हार्मोंस पर निर्भर होती है , जिसके साथ हमारे मूड का सीधा रिश्ता होता है। जब हमारे हार्मोन्स को पर्याप्त धूप नहीं मिलती तो वह पूर्ण रूप से सक्रिय नहीं होती है। इस कारण फिर हमारा शरीर भी सुस्ती महसूस करता है। व्यवहार में बदलाव को न समझे आम डॉ ने बताया कि कुछ लोग ऐसे होते है जिनके व्यहवार में खास तौर पर दिसंबर से मार्च तक बदलाव आने लगते हैं। इसमें चिड़चिड़ापन, नींद न आना, सुस्ती छाई रहना आदि शामिल होते हैं। कुछ लोग इन्हें ठंड के कारण शरीर का सक्रिय न होना समझ लेते है लेकिन अगर ये ज्यादा मात्रा में है तो यह निश्चित तौर पर एक बीमारी का संकेत है। परिजनों की अहम भूमिका इस मौसम में होने वाली जिस बीमारी को हम सीजनल डिसऑर्डर के नाम से जानते है इसमें परिजनों या तीमारदारों की सक्रियता बहुत अहम होती है। कुछ लोग खास तौर पर गांव देहात के इसमें कुछ घरेलू या अपने और से ही निजात किए गए कार्य करने की सलाह देते हैं लेकिन जो लोग सक्रिय होते है वे इसमें चिकित्सक की सलाह लेते है और बहुत कम समय में कुछ दवाओं और काउंसलिंग से मरीज ठीक हो जाता है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:31 am

गोरखपुर की पारुल का बॉलीवुड तक सफर, देखिए भास्कर इंटरव्यू:बोलीं- बाहर मां के हाथ का खाना मिस करती हूं, ए.आर. रहमान संग कर चुकी हैं स्टेज शेयर

बॉलीवुड सिंगर पारुल मिश्रा एक कार्यक्रम में गोरखपुर पहुंचे। जहाँ उनका जोरदार स्वागत हुआ। गोरखपुर शहर की ही रहने वाली पारुल को बचपन से ही सिंगर बनने का सपना था। उन्होंने अपनी शुरुआत पढ़ाई लिखाई गोरखपुर से ही की। उन्होंने 2006 में अपनी आगे की पढ़ाई पूरा करने के लिए गोरखपुर से दिल्ली सफर शुरू किया। वहां से उन्होंने सिंगिंग कंपटीशन सा रे गा मा पा में ऑडिशन दिया इसके बाद उनका सफर मुंबई के लिए शुरू हुआ। तबसे लेकर अब उन्होंने ढेर सारे गाने को गाया है जिसमें मोहभंग, इश्क अदा, मोरे साईयां जैसे गाने शामिल हैं। वह अपने करियर की शुरुआत में ही ए आर रहमान के म्यूजिक पर गा चुकी हैं और उनके साथ स्टेज शेयर भी कर चुकी है। इन्ही सभी मुद्दों पर भास्कर रिपोर्टर ने उनसे खास बातचीत की। पढिए पूरा इंटरव्यू... सवाल: नमस्कार पारुल जी, स्वागत है आपका जवाब: थैंक्यू सो मच सवाल: अभी आप जिस प्रोग्राम में आई थीं, कैसा क्या कुछ सीखा? जवाब: प्रोग्राम बहुत ही अच्छा था, मुझे बहुत कुछ सिखने को मिला, मेरे साथ मंच पर बहुत से बहुत ऐसी हस्तियाँ थी जिनके बारे में जानकर काफ़ी अच्छा लगा । सवाल: गोरखपुर से मुम्बई तक का सफर, शुरुआत कहाँ से की थी आप? जवाब: मुझे शुरू से मुम्बई जाकर अपने क्षेत्र (सिंगिंग) के क्षेत्र में कुछ करने का था, मै यहां से दिल्ली गयी, दिल्ली में पढ़ाई के दौरान ही, वहां से 'सा रे गा मा पा रियलिटी शो' मे भाग लेकर मुम्बई आई। वहां से मुझे लगा मुझे यहीं रहकर अपने क्षेत्र में काम करना चाहिए। सवाल: कितना कठिन होता है एक महिला के लिए एक छोटे शहर से निकलकर एक बड़े शहर में जाना , उस दौरान क्या-क्या कठिनाइयां आयी? जवाब: किसी भी शहर से मुम्बई जैसे शहर में एस्टेब्लिश होना काफी चुनौतियों से भरा था..मेरे लिए मेरा स्ट्रगल मेरा चैलेंज था । सवाल: सभी सिंगर का एक सपना होता है ए आर रहमान के साथ स्टेज शेयर करना या गाने गाना , वो एक्सपीरियंस आपके साथ कैसा रहा ? आप उनके साथ स्टेज भी शेयर कर चुकी है जवाब: जी, ए आर रहमान साहब को मैं बचपन से सुनती आ रही हूँ , मेरे लिए उनको सामने से देख पाना भी बड़ी बात थी । किस्मत की बात है मेरे करियर की शुरुआत ए आर रहमान साहब के गानों के साथ हुई, मैंने उनके साथ स्टेज शेयर भी किया मैंने अदा फिल्म के लिए ए आर रहमान साहब के साथ प्लेबैक सिंगर के रूप में काम किया। मुझे बहुत ही अच्छा लगा, वो पल मेरे जीवन की सबसे सुनहरे पलों में से एक है। सवाल: हमारे दर्शकों के लिए 2 लाइन सुन दीजिए... जवाब: जी बिल्कुल ''अदा है, सदा है, दवा है, दुआ है ओ ओ ... इश्क अदा है, सदा है, दवा है, दुआ है ओ ओ​​​​​​...इश्क बका है, इश्क फना है, इश्क वफ़ा है, जफ़ा है, अदा है, सदा है, दवा है, दुआ है ओ ओ...'' दूसरा गाना 'एस्पिरेंट्स सीरीज से मोह भंग' ''कारी कारी आँखें हारी, मन पे पत्थर हद भारी, तूने तोड़ा ये भरम, संग तू ने तोड़ा ये भ्रम, संग संग चले थे हम'' सवाल: यहाँ से मुंबई जाने के बाद गोरखपुर को कितना मिस करती है ? जवाब: गोरखपुर को मैं बहुत मिस करती हूं क्योंकि यह मेरी जन्मस्थान है , मेरा शुरुआत का दौर गोरखपुर में है गुजरा है, खासकर मैं होम फूड मिस करती हूं । यहां की गलियों से होकर गुजरती हूं तो पुरानी यादें ताजा हो जाती है । आज तो गोरखपुर में बहुत ही विकास हो चुका है, अब तो हर 2 घंटे में फ्लाइट होता है अब गोरखपुर–मुंबई के बीच दूरी नहीं रही.. सुबह टिकट लीजिए और शाम को मां के हाथ का खाना खाईए रिपोर्टर: बहुत-बहुत धन्यवाद आपका हमारे साथ ये खास बातचीत के लिए...

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:30 am

राजस्थान हाईकोर्ट का आदेश:कोर्ट में 25 से 31 दिसंबर तक छुटि्टयां, 4 अवकाश कालीन अदालतों में सुनवाई

जिला न्यायालय में 25 से 31 दिसंबर तक शीतकालीन अवकाश रहेगा। अदालतें 1 जनवरी को खुलेंगी। इस बीच अवकाश कालीन 4 कोर्ट में सुनवाई होगी। राजस्थान हाईकोर्ट के आदेश पर जिला कोर्ट में शीतकालीन अवकाश के दौरान फौजदारी केस, जमानत अर्जी, रिमांड लेने, जेल भेजने और सिविल मामलों की सुनवाई के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। सुनवाई का समय सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक रहेगा। जिला एवं सेशन कोर्ट और एडीजे कोर्ट में आने वाले केसों पर 26 से 28 दिसंबर तक एसीजेएम (रेंट ट्रीब्यूनल) कोर्ट के जज अजय मीणा सुनवाई करेंगे। एसीजेएम (पीसीपीएनडीटी) कोर्ट की जज ममता मीणा 29 दिसंबर को और एसीजेएम-4 कोर्ट के जज मनीष कुमार जोशी 30-31 दिसंबर को सुनवाई करेंगे। छुट्टियों में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट 1-2-3-4, विशिष्ट अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (पीसीपीएनडीटी), अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रेंट), किशोर न्याय बोर्ड, सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट उत्तर व दक्षिण, अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश उत्तर व दक्षिण। विशिष्ट न्यायिक मजिस्ट्रेट, एनआई एक्ट कोर्ट 1 से 8, एनआई एक्ट मावली कोर्ट और ग्राम न्यायालय गिर्वा व खेरवाड़ा भी बंद रहेंगे। इनकी सुनवाई 26 से 28 दिसंबर तक एसीजेएम-1 साउथ कोर्ट के जज देवेंद्र पुरी और 30-31 दिसंबर को एनआईए-5 कोर्ट में जज मनोज सिंघारिया करेंगे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:30 am

भोपाल में आज विधायकों को देंगे पेपरलेस वर्किंग की ट्रेनिंग:विधानसभा में ऑनलाइन काम करना सिखाएंगे दिल्ली के एक्सपर्ट

मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्रवाई अब ऑनलाइन होगी। राष्ट्रीय ई-विधान एप्लिकेशन (NeVA) के तहत विधायकों को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। मंगलवार को विधानसभा के मानसरोवर सभागार में सुबह 11 बजे से 1 बजे तक विधायकों को संसदीय कार्य मंत्रालय दिल्ली के एक्सपर्ट ट्रेनिंग देंगे। देश की विधायी व्यवस्था को आधुनिक, पारदर्शी और तकनीक-आधारित बनाने की दिशा में विधानसभाओं में भी इसे शुरू कर रहा है। इस परियोजना के जरिए देश की संसद और सभी राज्यों की विधानसभाओं को पूरी तरह पेपर लेस बनाया जा रहा है। NeVA परियोजना क्या है?NeVA यानी नेशनल ई-विधान एप्लीकेशन एक ऐसा डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसके माध्यम से संसद और विधानसभाओं की पूरी कार्यवाही ऑनलाइन और रियल-टाइम तरीके से संचालित की जाती है। इसमें विधानसभा के प्रश्न, विधेयक, ध्यानाकर्षण, कार्यसूची, रिपोर्ट, मतदान, उपस्थिति की जानकारी ऑनलाइन रहती है। यह परियोजना “वन नेशन-वन एप्लिकेशन” के सिद्धांत पर आधारित है, ताकि देश की सभी विधानसभाएं एक समान डिजिटल प्रणाली पर काम करें।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:30 am

इंटर के छात्रों ने 10वीं के छात्र को चाकू मारा:गोरखपुर के कॉलेज में दिनदहाड़े घटना को अंजाम दिया, घायल को लगे 10 टांके

गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र के सर्वोदय किसान इंटर कॉलेज में सोमवार को दिनदहाड़े इंटर के छात्राें ने 10वीं के छात्र को दौड़ा-दौड़ाकर चाकू मारा। इस घटना के बाद कॉलेज में अफरातफरी मच गई। बताया जा रहा है कि पुरानी रंजिश में इंटर के छात्रों ने बदला लेने के लिए घटना को अंजाम दिया है। इस घटना के बाद स्कूल के टीचर्स ने हमलावर छात्रों को दौड़ाकर पकड़ लिया। इसके बाद गगहा पुलिस को बुलाकर छात्रों को सौंप दिया। वहीं घटना के बाद स्कूल प्रशासन घायल छात्र को लेकर पीएचसी कौड़ीराम पहुंचे। जहां सूचना मिलते ही परिजन भी पहुंच गए। घायल छात्र को पीठ और कंधे पर चाकू से वार किया गया था। डॉक्टर ने पीठ पर 7 और कंधे पर 3 टांके लगाए हैं। इसके बाद शाम के समय बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। जहां पर उसका इलाज चल रहा है। घटना के बाद कॉलेज में दहशत का माहौल है। गगहा थाना प्रभारी अंजुल चतुर्वेदी ने बताया कि मामले में छात्र के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। कॉलेज से 6 छात्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अब विस्तार से जानें पूरा मामला बांसगांव थाना क्षेत्र के बघराई गांव निवासी सुनील जायसवाल का बेटा विपुल सर्वोदय किसान इंटर कॉलेज में कक्षा 10वीं का छात्र है। सोमवार को लंच के दौरान वह कॉलेज के बरामदे के बाहर खड़ा था। इसी दौरान मेन गेट से लगभग दस की संख्या में युवक कॉलेज परिसर में घुस आए और विपुल पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से छात्र संभल भी नहीं पाया और लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। हमले में विपुल के पीठ और दाहिनें कंधे में कई जगह चाकू के गंभीर घाव लगे हैं। मौके पर मौजूद टीचर्स और अन्य छात्रों ने किसी तरह हस्तक्षेप कर स्थिति को संभाला। टीचर्स ने साहस दिखाते हुए छह हमलावर को पकड़ लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही गगहा पुलिस मौके पर पहुंची और घायल छात्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कौड़ीराम पहुंचाया, जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि हमलावरों में से एक छात्र इसी कॉलेज में इंटरमीडिएट का छात्र है, जबकि अन्य युवक बाहरी हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि घटना की वजह छात्रों के दो गुटों मेंं हुई मारपीट को लेकर पुरानी रंजिश है। वहीं, सूत्रों का कहना है कि मामला जाति विशेष से जुड़ी एक पुरानी इंस्टाग्राम पोस्ट को लेकर भी तनाव से जुड़ा हो सकता है। हालांकि पुलिस सभी बिंदुओं की जांच कर रही है। घायल बोला- दो दिन पहले बचाया था, उसका बदला लियाघायल छात्र विपुल जायसवाल ने बताया कि दो दिन पहले उसके गांव के रहने वाले एक लड़के को कुछ लोग मार रहे थे। उसने बीच-बचाव कर उस युवक को बचा लिया था। इसी बात से नाराज होकर आरोपी उसे जान से मारने की धमकी देने लगे और तभी से उसकी तलाश कर रहे थे। छात्र के अनुसार, सोमवार सुबह जब वह स्कूल पहुंचा तो हालात पहले से ही संदिग्ध नजर आ रहे थे। विपुल ने बताया कि सुबह से ही करीब 50 की संख्या में युवक कॉलेज के मुख्य गेट के बाहर खड़े थे। जैसे ही मेन गेट खुला, पांच-छह युवक अंदर घुस आए। बाकी बाहर ही खड़े रहे। हमलावर क्षेत्र के ही धनौरा और आसपास के इलाके के रहने वाले बताए जा रहे हैं। छात्र का आरोप है कि हमलावर सिर्फ चाकू ही नहीं, बल्कि तमंचा लेकर भी आए थे। अचानक हमला किया।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:30 am

कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर पर NSG की मॉक ड्रिल:श्रद्धालुओं को बनाया बंधक, आधी रात तक चली रिहर्सल, अचानक हमले की तैयारी परखी

हरियाणा के कुरुक्षेत्र का पवित्र ब्रह्मसरोवर युद्ध क्षेत्र में बदल गया। पुरुषोत्तमपुरा बाग के मां कात्यायनी मंदिर पर आतंकवादियों का कब्जा हो गया। सर्द रात में ब्रह्मसरोवर विस्फोट की गूंज, चीखें और गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। आतंकवादियों ने मंदिर में आए श्रद्धालुओं बंधक बना लिया। ... लेकिन ये कोई असली खौफनाक घटना नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) का सुपरचार्ज्ड मॉक ड्रिल था, जो सुरक्षा की दीवारों को और मजबूत करने का एक धमाकेदार सबक साबित हुआ। देर रात तक NSG की ये मॉक ड्रिल चलती रही। मंदिर में बंदूक के साथ दिखे आतंकवादी शाम की आरती के बाद ब्रह्मसरोवर को खाली कर दिया गया। अचानक कात्यायनी मंदिर परिसर में गाड़ी से आए आतंकी घुस गए। मंदिर में मौजूद निर्दोष श्रद्धालुओं को बंधक बना लिया। बाद में NSG के ब्लैक कैट कमांडो तूफान की तरह दौड़ते हुए पहुंचे। आतंकवादियों को चटाई धूल NSG कमांडो ने 2-3 घंटे तक ऑपरेशन चलाया। कमांडो ने आतंकियों को धूल चटा दी और बंधकों को एक-एक करके सुरक्षित बाहर निकाला गया। किसी को कोई नुकसान नहीं हुआ। कमांडो ने ऑपरेशन के दौरान आतंकवादियों को भी काबू कर लिया। तैयारी का असली टेस्ट हुआ थाना केयूके के इंचार्ज विशाल ने बताया कि ये हमारी तैयारी का असली टेस्ट है। कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर पर NSG की ये मॉक ड्रिल चल रही थी, ताकि असली खतरे में हम फटाफट कार्रवाई कर सकें। ये तैयारी पवित्र स्थलों पर बढ़ते खतरों के खिलाफ अलर्ट मोड को हाईलाइट करती है। सुरक्षा एजेंसियां 24x7 वॉच पर हैं।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:30 am

डॉक्टर रागिनी ने याद दिलाई राजभर चाचा की सेहत:सांसद जी भी लैंड क्रूजर से लेंगे एंट्री, विधायक के गोलगप्पे हुए पार

ऊपर Video पर क्लिक करें और देखें... आज यूपी की राजनीति और सरकारी विभागों की कौन सी बात खरी है....

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:29 am

एक बार टिकट लो...मेट्रो में कितनी भी बार घूमो:ये ऑफर नहीं… सिस्टम की खामी, भास्कर रिपोर्टर का किसी ने टिकट चेक नहीं किया

भोपाल मेट्रो में कोई भी व्यक्ति एक बार टिकट लेकर कितनी भी बार सफर कर सकता है। ये मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन का कोई ऑफर नहीं, बल्कि सिस्टम की बड़ी खामी है। इतना ही नहीं, मेट्रो में सफर करने के लिए जो मैन्युअल टिकट दिए जा रहे हैं, उनमें न तो क्यूआर कोड है और न ही सुरक्षा के कोई और मानक। इसमें केवल एक सील लगी है, जो कहीं भी आसानी से बन सकती है, यानी मेट्रो के टिकट की नकल कर कोई भी बड़ी आसानी से बिना पैसे दिए सफर कर सकता है। भास्कर रिपोर्टर ने मेट्रो का सफर कर सिस्टम की इन खामियों को नोटिस किया। दरअसल, एमपी सरकार ने 21 दिसंबर से आधे-अधूरे तैयार स्टेशन, काम-चलाऊ व्यवस्था और सुरक्षा में गंभीर खामियों के बीच मेट्रो का ट्रायल रन शुरू किया है। टिकट मैन्युअल जारी हो रहे हैं तो स्टेशन पर इनकी जांच का कोई पुख्ता सिस्टम मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने डेवलप नहीं किया। भास्कर रिपोर्टर ने एक ही टिकट खरीदा और उसी से वापसी का सफर भी किया। इन सभी खामियों को लेकर जब मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के अफसरों से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि उन्हें लिखित में सवाल दिए जाएं। भास्कर ने उन्हें लिखित में सवाल भेजे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। पढ़िए रिपोर्ट.. पार्ट 1: एक सफर में दो बार टिकट, मगर चेकिंग नहीं पहला सफर: रानी कमलापति से सुभाष नगर (दोपहर 2:11 बजे)भास्कर रिपोर्टर ने अपनी पड़ताल की शुरुआत रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन से की। दोपहर 1:50 पर ऑनलाइन पेमेंट के जरिए 30 रुपए का मैन्युअल टिकट खरीदा। यह टिकट एक साधारण कागज का टुकड़ा था, जिस पर हाथ से तारीख और समय लिखा था और एक रबर की मुहर लगी थी। एम्स की तरफ से आने वाली मेट्रो 2:11 पर स्टेशन पहुंची। यहां से सफर शुरू हुआ। मेट्रो 2:14 पर एमपी नगर, 2:18 पर बोर्ड ऑफिस, 2:22 पर केंद्रीय विद्यालय और आखिर में 2:25 पर सुभाष नगर स्टेशन पहुंची। सुभाष नगर स्टेशन पर उतरने के बाद रिपोर्टर एग्जिट गेट की तरफ बढ़ा, यह देखने के लिए कि टिकट चेकिंग की क्या व्यवस्था है? हैरानी की बात यह थी कि किसी ने भी रिपोर्टर को रोक कर टिकट नहीं मांगा। रिपोर्टर ने खुद अपनी जिम्मेदारी समझते हुए वहां खड़े एक सुरक्षाकर्मी को अपना टिकट थमाया, जिसे उसने बिना जांचे-परखे ले लिया। दूसरा सफर: सुभाष नगर से रानी कमलापति (दोपहर 2:40 बजे)सिस्टम को दोबारा परखने के लिए रिपोर्टर ने सुभाष नगर स्टेशन पर दोपहर 2:37 पर फिर से 30 रुपए का ऑनलाइन भुगतान कर रानी कमलापति के लिए टिकट खरीदा। टिकट लेकर मेट्रो में बैठने के बाद वापसी का सफर शुरू हुआ। मेट्रो 2:43 पर केंद्रीय विद्यालय, 2:47 पर बोर्ड ऑफिस, 2:51 पर एमपी नगर और आखिर में 2:54 पर रानी कमलापति स्टेशन पहुंची। इस बार स्टेशन पर उतरने के बाद का अनुभव और भी निराशाजनक था। एग्जिट पॉइंट पर कोई व्यवस्थित सिक्योरिटी चेक-अप नहीं था। सिर्फ एक सुरक्षाकर्मी खड़ा था, जो केवल उन्हीं यात्रियों से टिकट ले रहा था जो खुद आगे बढ़कर दे रहे थे। बाकी लोग बिना किसी रोक-टोक के बाहर निकल रहे थे। रिपोर्टर ने एक बार फिर अपनी जिम्मेदारी का परिचय देते हुए अपना टिकट सुरक्षाकर्मी को दिया और स्टेशन से बाहर आ गया। इस व्यवस्था को देखकर यह महसूस हुआ कि कोई भी एक ही टिकट पर एक से ज्यादा बार यात्रा कर सकता है। क्या ये संभव है? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए पड़ताल का अगला और सबसे अहम चरण शुरू हुआ। पार्ट 2: एक ही टिकट पर एम्स तक का सफर और वापसी रानी कमलापति से एम्स तक की यात्रादोपहर 3:44 पर भास्कर रिपोर्टर ने 30 रुपए का ऑनलाइन भुगतान कर रानी कमलापति से एम्स तक का एक नया मैन्युअल टिकट लिया। एम्स जाने वाली मेट्रो 4:09 पर स्टेशन पर आई। यह मेट्रो 4:14 पर डीआरएम ऑफिस, 4:17 पर अलकापुरी और 4:20 पर एम्स स्टेशन पहुंची। नियमों के अनुसार, एम्स स्टेशन पर यात्रा समाप्त हो गई थी। रिपोर्टर को अपना टिकट एग्जिट पॉइंट पर जमा करना था और वापसी के लिए एक नया टिकट खरीदना था, लेकिन यहां भी वही हुआ। रिपोर्टर जब स्टेशन से नीचे उतरा, तो किसी भी सुरक्षाकर्मी ने उनसे टिकट नहीं मांगा। चेकिंग के नाम पर सिर्फ जेब से मोबाइल बाहर निकलवाया गया। रिपोर्टर ने अपना टिकट (रानी कमलापति से एम्स वाला) अपनी जेब में ही रखा और एग्जिट पॉइंट से बाहर आ गया। बिना नया टिकट लिए एम्स से रानी कमलापति तक वापसीअब असली परीक्षा की घड़ी थी। रिपोर्टर उसी पुराने टिकट को लेकर वापस एम्स मेट्रो स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर पहुंचा, क्योंकि 4:30 पर रानी कमलापति के लिए वापसी की मेट्रो पकड़ना थी। प्लेटफॉर्म पर जाने के दौरान किसी भी सुरक्षाकर्मी या मेट्रो स्टाफ ने रिपोर्टर को न तो रोका, न ही टिकट दिखाने को कहा। रिपोर्टर बिना किसी रोक-टोक के 4:30 पर एम्स से रानी कमलापति जाने वाली मेट्रो में बैठ गया। मेट्रो 4:33 पर अलकापुरी, 4:37 पर डीआरएम ऑफिस और 4:41 पर रानी कमलापति स्टेशन पहुंच गई। स्टेशन पर उतरने के बाद रिपोर्टर एग्जिट गेट की तरफ बढ़ा। इस बार भी सुरक्षा के नाम पर केवल एक महिला गार्ड मौजूद थी, जो सिर्फ उन लोगों से टिकट ले रही थी जो स्वेच्छा से दे रहे थे। भास्कर रिपोर्टर अन्य यात्रियों की भीड़ के साथ बिना टिकट दिखाए आसानी से बाहर निकल गया। किसी ने उसे रोका तक नहीं, यानी भास्कर रिपोर्टर ने रानी कमलापति से एम्स जाने के लिए खरीदे गए एक ही टिकट पर एम्स तक की यात्रा की। फिर उसी टिकट पर वापस रानी कमलापति तक लौट आया। वह टिकट अभी भी रिपोर्टर के पास मौजूद है। यह भोपाल मेट्रो की सुरक्षा और राजस्व प्रणाली में बड़ी और गंभीर खामी को उजागर करता है। भास्कर रिपोर्टर ने दो अहम पॉइंट नोटिस किए… 1.ऑटोमैटिक गेट सिर्फ दिखावा: भोपाल के पांच प्रमुख स्टेशन—सुभाष नगर, केंद्रीय विद्यालय, बोर्ड ऑफिस, एमपी नगर और रानी कमलापति पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन (AFC) के गेट तो लगे हैं, लेकिन वे सिर्फ लोहे के ढांचे हैं। उनमें कोई सेंसर, स्कैनर या डिजिटल लॉकिंग सिस्टम नहीं है। जब तक यह तकनीक सक्रिय नहीं होगी, तब तक ये गेट किसी काम के नहीं हैं। 2.मैन्युअल टिकट में अनगिनत खामियां: मैन्युअल टिकट सिस्टम में कई सारी खामियां है, जिसकी वजह से कोई गड़बड़ी करना चाहे तो वह बड़ी आसानी से डुप्लीकेट टिकट बना सकता है। मैन्युअल टिकट में ये चार अहम खामियां दिखाई दीं.. तुर्किये की कंपनी से करार टूटना है असली वजहमेट्रो में सफर के दौरान भास्कर रिपोर्टर की मुलाकात एक सुरक्षा इंचार्ज से हुई। यात्री बनकर जब उनसे बातचीत की गई तो उन्होंने हिडन कैमरे पर इस अधूरी व्यवस्था के पीछे की पूरी कहानी बयां कर दी। रिपोर्टर: मेट्रो की दो लाइनें हैं, लेकिन यह सिर्फ एक पर ही क्यों चल रही है? सिक्योरिटी इंचार्ज: अभी कई स्टेशन तैयार नहीं हुए हैं। काम चल रहा है, समय लगेगा, तब तक एक ही रूट पर चलेगी। रिपोर्टर: स्टेशन अभी तक तैयार क्यों नहीं हुए? और यह ऑटोमैटिक टिकट सिस्टम क्यों काम नहीं कर रहा? सिक्योरिटी इंचार्ज: भोपाल मेट्रो में टेक्नोलॉजी और ऑटोमैटिक फेयर सिस्टम का टेंडर तुर्किये की कंपनी 'असिस' (Asis) को मिला था। मेट्रो ने पेमेंट भी कर दिया था और कंपनी ने पांच स्टेशनों पर गेट लगाने का काम शुरू भी कर दिया था, लेकिन फिर भारत और पाकिस्तान के बीच 'ऑपरेशन सिंदूर' हुआ, जिसके बाद सरकार और कंपनी के बीच करार खत्म हो गया। रिपोर्टर: तो इसी वजह से यह सिस्टम काम नहीं कर रहा है? सिक्योरिटी इंचार्ज: हां जी। अब सरकार जर्मनी से टेक्नोलॉजी के लिए बात कर रही है, लेकिन वह सिस्टम कब तक आएगा, कुछ कह नहीं सकते। क्या है 'ऑपरेशन सिंदूर' और तुर्किये की कंपनी का कनेक्शन? इसके तुरंत बाद राष्ट्र सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए सरकार ने 'असिस' कंपनी के साथ एग्रीमेंट खत्म कर दिया। कंपनी ने भी भोपाल में अपना काम तत्काल प्रभाव से रोक दिया। नतीजा ये हुआ कि भोपाल के लोगों को एक अधूरा, असुरक्षित और कामचलाऊ मेट्रो सिस्टम मिला। एमडी मीटिंग में बिजी, पीआरओ बोले- सवाल मेल करेंइन सभी खामियों को लेकर जब भास्कर रिपोर्टर ने मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी और आईएएस अधिकारी एस कृष्ण चैतन्य से उनके दफ्तर में जाकर मुलाकात करने की कोशिश की तो पता चला कि वो मीटिंग में हैं। उनके पीए रोहित से पूछा कि एमडी कब तक फ्री होंगे तो वह बोला- कोई भरोसा नहीं। शाम तक मीटिंगों का दौर चलेगा। इसके बाद भास्कर ने मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के पीआरओ अरविंद सोनी से जाकर मुलाकात की। सोनी को जब रिपोर्टर ने अपने सफर का अनुभव बताया और उनसे चार सवाल किए- इन सवालों को सुनने के बाद पीआरओ अरविंद सोनी ने कहा- आप ये सवाल एमडी के ई-मेल पर भेज दीजिए वो इनका जवाब दे देंगे। भास्कर ने मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के एमडी के मेल md@mpmrcl.in , publicrelations@mpmrcl.in और mpmetro@mpmrcl.in पर सवाल मेल कर दिए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। दिल्ली-जयपुर की तुलना में भोपाल मेट्रो मीलों पीछे जहां एक तरफ देश के अन्य शहर जैसे दिल्ली, लखनऊ और जयपुर में विश्वस्तरीय, सुरक्षित और ऑटोमेटेड मेट्रो सिस्टम काम कर रहा है, वहीं भोपाल का पेपर-स्टाम्प आधारित मॉडल 90 के दशक की याद दिलाता है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:29 am

20 साल छोटी बीवी ने बूढ़ा कहा तो मार डाला:वाराणसी में चेहरे पर 5 वार किए; तीन बार बॉयफ्रेंड संग भाग चुकी थी

वाराणसी में शादीशुदा लक्ष्मी का मर्डर लव अफेयर में हुआ। 26 साल की लक्ष्मी 46 साल के प्रदीप मिश्रा के साथ एडजेस्ट नहीं कर पा रही थी। उसका एक लड़के से अफेयर हो गया, मगर यहीं उसकी दर्दनाक मौत का कारण बन गया। मर्डर 19 दिसंबर की रात को हुआ, लक्ष्मी की बॉडी 21 दिसंबर की सुबह मिली। पुलिस कस्टडी में पति प्रदीप ने कहा- लक्ष्मी अच्छी लड़की थी, 6 महीने से उसने जिंदगी में कड़वाहट भर दी। बॉयफ्रेंड के लिए वो मुझसे झगड़ती। मेरे ऊपर चिल्लाती कि तुम्हारे बाल झड़ गए हैं, बूढ़े दिखते हो... तुम क्या मेरा साथ निभाओगे। आज नहीं तो कल ऊपर चले जाओगे। प्रदीप कहते हैं, मैं खून का घूंट पीकर रह जाता। 1 बेटा और 1 बेटी थे। इसलिए शादी बरकरार रखने के जतन किए। मगर लक्ष्मी 3 बार अपने बॉयफ्रेंड के साथ भाग चुकी थी। 19 दिसंबर को जब मैंने उसका मर्डर किया, वो 1 दिन पहले 18 दिसंबर को बॉयफ्रेंड के साथ रहने के बाद घर लौटी थी। फिर भी मैं उसको घुमाने के लिए अपनी बहन के घर ले गया। वहां से ऑटो में लौटते हुए सर्द रात के सन्नाटे में प्लान कर लिया कि यही सही मौका है, लक्ष्मी को रास्ते से हटा देते हैं, आखिर कब तक बेइज्जती सहेंगे। फिर उसका गला घोंटकर, चेहरे पर 5-6 बार ईट तब तक मारी, जब तक चेहरा बिगड़ नहीं गया। मगर मैं टैटू मिटाना भूल गया। वरना पुलिस पकड़ नहीं पाती। प्रदीप को पुलिस ने जेल भेजा। लक्ष्मी के बेटा-बेटी को ये नहीं बताया गया है कि उनकी मां की हत्या हुई है, पिता जेल चले गए हैं। दोनों बेटे रिश्तेदार के घर पर हैं। 19 दिसंबर की रात को क्या हुआ? प्रदीप ने पुलिस से बचने के लिए क्या ट्रिक अपनाई और कैसे वो अरेस्ट हुआ? दैनिक भास्कर टीम ने मर्डर केस की जांच कर रहे अधिकारियों से डिटेल बातचीत की। पढ़िए रिपोर्ट… शादीशुदा जिंदगी मर्डर तक कैसे पहुंची, ये जानिए 8 साल पहले शादी, 6 महीने पहले झगड़े बढ़े प्रदीप ने पुलिस को बताया - लक्ष्मी से मेरी शादी 2017 में वाराणसी के मार्कण्डेय महादेव मंदिर में हुई थी। शुरू के कुछ साल सब कुछ बहुत अच्छा रहा। मैं ऑटो ड्राइवर हूं, लेकिन परिवार चलाने लायक कमा लेता था। न झगड़ा होता था, न ही कोई मनमुटाव था। मेरी शादीशुदा जिंदगी में बदलाव 6 महीने पहले आया। लक्ष्मी अचानक मुझे झगड़ने लगी, मोबाइल पर ज्यादा वक्त बिताती थी, अपने बच्चों पर भी ध्यान नहीं दे रही थी। फिर मुझे पड़ोसियों ने बताया कि जब आप घर से बाहर जाते हैं, तब आपकी पत्नी कहीं जाती हैं। मैंने इस बारे में पता किया, तब मुझे लक्ष्मी के लव अफेयर के बारे में पता चला। मैंने लक्ष्मी से कुछ नहीं कहा। एक दिन उसका मोबाइल चेक किया, पता चला कि वो लंबी-लंबी बातचीत कर रही है। तब मैंने लक्ष्मी से बात की। कहा कि गलती सबसे होती है, तुम सुधर जाओ। तब लक्ष्मी ने मुझसे बहुत झगड़ा किया। उसने यहां तक कहा कि वो मेरे साथ रहना नहीं चाहती है। कहा- तुम बूढ़े हो चुके हो, मेरा क्या साथ दोगे। मुझे तुम्हारे साथ अच्छा नहीं लगता। सिर से बाल तक तो चले गए हैं। अब मैं तुम्हारे साथ नहीं रह पाऊंगी, अपने बॉयफ्रेंड के साथ रहूंगी। लक्ष्मी के इन शब्दों को मैं सुन नहीं सका। आंखों में खून उतर आया, मगर घर पर बेटा-बेटी मौजूद थे, इसलिए खून का घूंट पीकर रह गया। ये तय कर लिया कि लक्ष्मी को अब सबक सिखाना होगा। 19 दिसंबर. मर्डर की रात क्या हुआ, ये जानिए झगड़े के बाद मूड ठीक करने के लिए सबको बहन के घर ले गया प्रदीप ने बताया- शुक्रवार (19 दिसंबर) को लक्ष्मी का मूड फिर ठीक नहीं था। वो बार-बार मुझसे झगड़ा कर रही थी। बच्चे भी परेशान हो गए थे, इसलिए सबका मूड ठीक करने के लिए मैं सबको ऑटो में बैठाकर चंदवक के अहिरौली गांव पहुंचा। वहां मेरी बहन रहती हैं। रात में करीब 10 बजे सबने साथ में खाना खाया। वहां एक बार फिर उस लड़के का जिक्र लक्ष्मी ने किया, जिससे वो शादी करना चाहती थी। वो भला-बुरा कहती जा रही थी, मैं उसको समझा रहा था। मैं रोज-रोज के झगड़ों से परेशान हो चुका था। मैंने सोच लिया कि अब लक्ष्मी को मारना ही होगा। झगड़े के बाद जब लक्ष्मी थोड़ा शांत हुई, उसने कहा कि मुझे चाय पिला दो। बहन ने कहा- मैं बना देती हूं। तब उसने कहा- नहीं… मैं बाहर पीना चाहती हूं। बच्चों को बहन के घर पर ही छोड़कर मैं लक्ष्मी को लेकर चल पड़ा। यहीं कोई 11 बजे का टाइम था। सड़क पर सन्नाटा पसरा हुआ था। मुझे लगा कि यहीं सही मौका है, मेरे दिमाग में हत्या का प्लान बनने लगा। घर से 25Km पहले दानगंज की तरफ पहुंच गया था। वहां से मैं कैथोर गांव (चोलापुर) की तरफ मुड़ गया और थोड़ा आगे बढ़ने पर सन्नाटे में ऑटो रोक दी। लक्ष्मी ने पूछा कि यहां पर ऑटो क्यों रोक दी। मैंने कहा- कुछ गड़बड़ी हुई है, थोड़ा रुको देखता हूं। मैं बाहर आकर गले के मफलर से फंदा बनाकर तैयार हो गया। फिर लक्ष्मी से कहा कि मेरी मदद के लिए जरा बाहर आ जाओ। लक्ष्मी जैसे ही बाहर आई, मैंने उसके गले में मफलर डालकर फंदा लगा दिया। सिर्फ 2 मिनट तड़पने के बाद लक्ष्मी का शरीर शांत हो गया। 10 मिनट सर्द रात में वहीं पर मैं बैठा रहा। फिर मुझे लगा कि मैं पकड़ा जाऊंगा, क्योंकि गांव बहुत दूर नहीं है। कोई न कोई तो लक्ष्मी को पहचान ही लेगा। इसलिए लाश को घसीटकर बगीचे में ले गया। एक सीमेंट लगी ईट से मैंने लक्ष्मी के सिर पर एक के बाद एक कई वार किए। जब लगा कि उसके चेहरे को कोई पहचान नहीं पाएगा। तब मैं रुक गया। वहीं करीब ही सूखे बाजरा का ढेर था। लाश को उसमें ही छिपा दिया। फिर में अपने घर लौट आया, लेकिन बच्चों को बहन के घर में ही रहने दिया। अब सोनबरसा गांव के लोगों की बात दोनों के बीच लगातार झगड़े हो रहे थेप्रदीप के पड़ोसी दिनकर यादव ने बताया- प्रदीप मिश्रा की शादी साल 2017 में हुई थी। तब से वो यहां रह रहे थे और उसी समय से मेरे घर से उनके घर दूध जाता है। प्रदीप रोज सुबह दूध लेने आते थे। दोनों पति-पत्नी हमेशा खुश रहते थे और उनके दो बच्चे हैं। लेकिन पिछले 6 महीने से प्रदीप बहुत परेशान रहते थे। उनकी पत्नी लक्ष्मी का किसी लड़के से अफेयर हो गया था। जिसपर उन्होंने रोकटोक शुरू की तो लड़ाई झगड़ा होने लगा था। लक्ष्मी घर छोड़कर भाग गई थीदिनकर ने बताया- प्रदीप जब रोकने टोकने लगे तो लक्ष्मी घर छोड़कर भाग गई थी। दो महीने बाद लक्ष्मी दोबारा घर आई तो प्रदीप ने अपने बच्चों का मुंह देखते हुए उसे रख लिया। लेकिन लक्ष्मी 3 दिन ही रुकी और रात में फिर भाग गई। इसके बाद प्रदीप ने चौबेपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद दोनों पक्षों को थाने बुलाकर समझौता कराया गया। अबकी प्रदीप ने तलाक की भी बात रखी थी, मगर लक्ष्मी रहने को मान गई थी, इसलिए तलाक नहीं हुआ था। कुछ दिन पहले भी हुई थी पारिवारिक पंचायत वह आगे बताते हैं- लक्ष्मी की हरकतों से प्रदीप बहुत परेशान थे। थाने में पंचायत के बाद वो एक हफ्ता रही और फिर भाग गई। कुछ दिन पहले भी परिवार और रिश्तेदारों के बीच पंचायत हुई थी। लक्ष्मी रहने आई लेकिन फिर कुछ दिन रहकर भाग गई। शुक्रवार को दोबारा आई थी। लेकिन पति ने मना नहीं किया और दोनों बच्चों के साथ उसे मूड सही करने के लिए अपनी बहन के घर चंदवक लेकर चला गया। अब जानिए लक्ष्मी के हाथ पर लिखे टैटू का राज, जिससे पुलिस ने उसकी शिनाख्त की वाराणसी के इस ब्लाइंड मर्डर केस में वाराणसी क्राइम ब्रांच की टीम ने मेहनत की और लक्ष्मी का परिवार ढूंढ निकाला। ADCP ने बताया- महिला का सिर इतनी बुरी तरह कूंचा गया था, ताकि उसकी शिनाख्त न हो सके। साथ ही, लाश 30 घंटे पुरानी थी। जांच में पता चला कि उसके दोनों हाथों पर टैटू बने हैं। लिखा था- PL और GPL। SOG ने जब आसपास के गांवों में इस टैटू वाली महिला को ढूंढा, तो प्रदीप के घर तक पहुंच गए। प्रदीप ने खुद ही बताया कि PL का मतलब प्रदीप और लक्ष्मी था, जबकि GPL का मतलब गुड्डू, प्रदीप और लक्ष्मी था। प्रदीप के घर का नाम गुड्डू है। प्रदीप का क्रिमिनल रिकॉर्ड जानिए हत्या सहित 7 मुकदमे, जेल जा चुका हैप्रदीप को पकड़ने के बाद वाराणसी पुलिस ने उसका क्रिमिनल रिकॉर्ड भी खंगाला। लंबी पूछताछ के बाद उसको जेल भेजा गया। ADCP नीतू कादयान ने बताया- लक्ष्मी का पति प्रदीप मिश्रा शातिर किस्म का अपराधी है। इसके ऊपर 7 मुकदमे हैं। एक मामला हत्या का भी है, उसने 10 साल गाजीपुर जेल में सजा काटी है। प्रदीप की संपत्ति की 3 बार कुर्की भी हो चुकी है। --------------------------- ये भी पढ़ें - वाराणसी में पत्नी की हत्या कर 25Km दूर डेडबॉडी फेंकी, अवैध संबंध के शक में मफलर से गला घोंटा; PL और GP लिखे टैटू से हुई पहचान वाराणसी में अवैध संबंधों के चलते पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। युवक ने पहले मफलर से महिला का गला घोंटा, फिर पहचान छुपाने के लिए सिर और चेहरे को कुचल दिया। शव को घर से करीब 25Km दूर ले जाकर बाजरे के ढेर में छुपा दिया। खेत मालिक अपनी फसल को ले जाने पहुंचा तो उसमें खून से लथपथ लाश को देख घबरा गया। प्रत्यक्षदर्शी बोल और सुन नहीं सकता था। वह गांव में भागकर गया, इशारों से गांववालों को अपनी बात समझाई। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:28 am

'आपका बउआ तो इंग्लैंड घूमने चला जाएगा':योगी बोले, तो अखिलेश भी बरसे; VIDEO में देखिए रागिनी सोनकर की कविता पर बजीं तालियां

यूपी विधानसभा में 22 दिसंबर को सीएम योगी अलग तेवर और अंदाज में दिखे। उन्होंने न सिर्फ अखिलेश पर हमला बोला, बल्कि राहुल गांधी को भी नहीं छोड़ा। अखिलेश ने भी सोशल मीडिया के जरिए योगी को जवाब दिया। हालांकि, सपा विधायक भी पीछे नहीं रहे। उन्होंने भी सरकार पर जमकर निशाना साधा। इसी बीच रागिनी सोनकर ने कविता सुनाकर सदन में मौजूद लोगों का दिल जीत लिया। जवाब में मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने भी गाना सुनाया। इसके अलावा कफ सिरप वाले मुद्दे पर भी जमकर हंगामा हुआ। इन सबके बीच डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी सपाइयों पर निशाना साधते दिखे। VIDEO में देखिए भीषण सर्दी में विधानसभा की गर्माहट...

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:28 am

यूपी में फिर बनेंगे स्पेशल डीजी?:1995 और 1996 के बैच के अफसरों के लिए तलाशी जा रही संभावनाएं

यूपी में एक बार फिर स्पेशल डीजी की पोस्ट क्रिएट की जा सकती है। इसके लिए गृह विभाग संभावनाएं तलाश रहा। मौजूदा समय में 11 अफसर ऐसे हैं, जो डीजी बनने के हकदार हैं। लेकिन, पोस्ट खाली न होने के कारण इनका प्रमोशन नहीं हो सका है। 1 जनवरी, 2026 को इस संख्या में 7 अफसर और जुड़ जाएंगे। यानी 18 ऐसे अफसर होंगे, जो डीजी बनने के हकदार होंगे। ऐसे में क्या इसके लिए स्पेशल डीजी का पद सृजित किया जाएगा? आईपीएस अफसरों की कॉडर स्ट्रेंथ कितनी है? डीजी से लेकर एसपी तक की रैंक में कितने-कितने पद हैं? प्रदेश में कब-कब स्पेशल डीजी का पद बनाया गया? स्पेशल डीजी बनने वाले अफसरों को क्या फायदा मिलता है? अगर ये पद सृजित होता है, तो कितने अफसरों को इसका फायदा मिलेगा? पढ़िए पूरी खबर… सबसे पहले जानते हैं IPS अफसरों की कॉडर स्ट्रेंथयूपी में आईपीएस के कुल 541 पद हैं। इनमें 164 पद स्टेट पुलिस सर्विस कोटे के हैं। मौजूदा समय में कुल 482 आईपीएस अफसर कार्यरत हैं। इसमें 37 अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। यूपी में डीजी की सात कॉडर पोस्ट और इतनी ही एक्स कॉडर पोस्ट होती है। यानी डीजी रैंक में 14 अफसर ही हो सकते हैं। वहीं एडीजी की कॉडर पोस्ट 21 है। इसका 25 प्रतिशत एक्स कॉडर पोस्ट हो सकती है। यानी एडीजी रैंक में 25 से 26 अफसर हो सकते हैं। आईजी और डीआईजी रैंक में 51-52 कॉडर पद हैं। एसपी और एसएसपी के 162 कॉडर पोस्ट हैं। इन कॉडर पोस्ट के अलावा सेंट्रल डेपुटेशन के लिए 117 पद और स्टेट डेपुटेशन के लिए 73 पद रिजर्व हैं। यानी ये वो पद हैं, जो केंद्र सरकार ने तय किए हैं। इसके अलावा प्रदेश सरकार अपने हिसाब से अफसरों का समायोजन अलग-अलग पदों पर करती है। मौजूदा समय में क्या स्थिति है?मौजूदा समय में प्रदेश में डीजी की रैंक में 14 अफसर हैं। एडीजी रैंक में 33 अफसर हैं। आईजी रैंक में अफसरों की शॉर्टेज है। इस रैंक में प्रदेश में केवल 35 अफसर हैं। जबकि इनकी कॉडर पोस्ट 51 है। वहीं, डीआईजी की संख्या भी कॉडर पोस्ट के मुकाबले केवल 5 अधिक है। डीआईजी रैंक में प्रदेश में मौजूदा समय में 56 अफसर काम कर रहे हैं। एसपी रैंक में 212, एडिशनल एसपी रैंक में 43 और असिस्टेंट एसपी रैंक में 56 अफसर काम कर रहे हैं। इसी तरह यूपी के जाे 37 अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं, उनमें डीजी रैंक के 6 अफसर, एडीजी रैंक के 8 अफसर, आईजी रैंक के 4 और डीआईजी रैंक के 13 अफसर के अलावा एसपी रैंक के 6 अफसर केंद्रीय प्रतिनियुक्त पर हैं। जानिए प्रदेश में कब-कब स्पेशल डीजी के पद बने?2007 में जब मायावती की सरकार बनी, तो बृजलाल की गिनती सबसे ताकतवर अफसरों में होती थी। यही वजह है, बृजलाल प्रदेश के एडीजी कानून व्यवस्था बने। 1977 बैच के आईपीएस बृजलाल 2011 में डीजी रैंक के हकदार हो चुके थे। लेकिन, इस रैंक में पद खाली न होने की वजह से उन्हें डीजी रैंक में प्रमोशन नहीं मिल पा रहा था। इसके लिए 14 जनवरी, 2011 को स्पेशल डीजी रैंक बनाकर बृजलाल और उस समय उनके बैच के लगभग सभी अफसरों को स्पेशल डीजी रैंक में प्रमोशन दे दिया गया। इसी तरह 30 मार्च, 2023 को यूपी में स्पेशल डीजी रैंक का सृजन किया गया। प्रशांत कुमार समेत 1990 बैच के लगभग सभी अफसरों को स्पेशल डीजी की रैंक में प्रमोशन मिल गया। स्पेशल डीजी बनने का कोई खास फायदा नहींपूर्व डीजीपी विक्रम सिंह कहते हैं- ये रैंक कॉडर मैनेजमेंट के लिए और अफसरों का उत्साह बढ़ाने के लिए राज्य सरकारें समय-समय पर करती रही हैं। केंद्र सरकार में ये रैंक पहले से चली आ रही। इसका कोई विशेष फायदा तो नहीं होता। लेकिन, डीजी रैंक के हकदार होने के बाद भी पद खाली न होने की वजह से जो लोग प्रमोशन पाने से रह जाते हैं, उन्हें स्पेशल डीजी का ओहदा दे दिया जाता है। हालांकि ये भी सच है कि स्पेशल डीजी की रैंक तभी क्रिएट की गई, जब कोई पावरफुल एडीजी उस दौर में रहा हो। मसलन बृजलाल मायावती के बेहद करीबी थे। 4 साल से अधिक समय तक एडीजी कानून व्यवस्था रहे। उनके प्रमोशन के लिए स्पेशल डीजी का पद बना। इसी तरह मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सबसे भरोसेमंद अफसरों में से एक प्रशांत कुमार के लिए ये पद सृजित किया गया। ये दोनों ही अफसर आगे चलकर डीजीपी की कुर्सी तक भी पहुंचने में भी कामयाब रहे। किस बैच के अफसर बन सकते हैं स्पेशल डीजीउत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में 11 अफसर ऐसे हैं, जो डीजी बनने के हकदार हैं। इनमें 1994 और 1995 लेकिन पोस्ट खाली न होने के कारण इनका प्रमोशन नहीं हो सका है। 1 जनवरी को 1996 बैच के 7 अफसर डीजी रैंक में प्रमोशन के हकदार हो जाएंगे। यानी 1 जनवरी को ये संख्या 18 हो जाएगी। ऐसे में अगर स्पेशल डीजी का पद सृजित किया जाता है, तो 18 अफसरों को इसका फायदा देना पड़ेगा। हालांकि 1 मार्च, 2026 को 3 अफसर खुद-ब-खुद डीजी बन जाएंगे। क्योंकि इस रैंक के तीन अफसर 28 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं। इसमें एमके बशाल, दिनेश जुनेजा और संदीप सालुंके शामिल हैं। स्पेशल डीजी के कयास इस लिए लगाए जा रहे हैं, क्योंकि 1 जनवरी को 1996 बैच के अफसर डीजी रैंक के हकदार होंगे। मौजूदा एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश इसी बैच में हैं, जाे मुख्यमंत्री के सबसे खासम-खास अफसरों में से एक हैं। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में SI- ASI के 537 पदों पर भर्ती निकली, सबसे ज्यादा दरोगा क्लर्क की पोस्ट यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की भर्ती निकली है। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPBPB) ने शनिवार को 537 पदों पर सीधी भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। सब इंस्पेक्टर (गोपनीय यानी कॉन्फिडेंशियल), असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (क्लर्क या स्टेनो) और असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (अकाउंटेंट) के लिए भर्ती होनी है। बोर्ड के अनुसार, ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 20 दिसंबर, 2025 से शुरू हो गई है। अभ्यर्थी 19 जनवरी, 2026 तक आवेदन कर सकेंगे। फीस जमा करने की आखिरी तारीख 19 जनवरी है। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:28 am

करोड़पति यूट्यूबर ने 5 प्लाइट से दुबई बुलाए बाराती:आलीशान क्रूज पर शादी; जैकलीन-कुमार सानू ने किया परफॉर्म

2018 में उन्नाव के जिस अनुराग द्विवेदी के पास कमाई का कोई जरिया नहीं था, 2025 में उसकी शादी दुबई के एक आलीशान क्रूज में होती है। बॉलीवुड सिंगर कुमार सानू और एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस उस शादी में प्रोग्राम करने बुलाए जाते हैं। अनुराग 130 से ज्यादा लोगों को पहली बार अपने पैसे पर विदेश लेकर जाता है। उनके रहने-खाने और घूमने की व्यवस्था करता है। मतलब, पूरी शादी में कई करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं। अनुराग ने बेहिसाब दौलत इकट्ठा की। हर साल लग्जरी गाड़ियां खरीदीं। करोड़ों की जमीन और फ्लैट खरीदे। अब ईडी पूरे मामलों की पड़ताल कर रही। छापेमारी कर रही। दैनिक भास्कर इस पूरे मामले पर ग्राउंड से लगातार रिपोर्ट कर रहा है। आज अनुराग की हाई-फाई शादी की कहानी जानते हैं... 12 साल के अफेयर के बाद शादी का फैसलाअनुराग द्विवेदी का घर उन्नाव जिले के खजूर गांव में है। अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ द्विवेदी गांव से करीब 3 किलोमीटर दूर नवाबगंज कस्बे में मां दुर्गा नाम से मेडिकल स्टोर चलाते हैं। अनुराग ने 9वीं तक ही पढ़ाई की है। इसमें भी 8वीं तक लखनऊ के सीएमएस से पढ़ाई की। यहीं उसकी मुलाकात लखनऊ की तनिष्का कांत से हुई। 2013 में दोनों की दोस्ती हो गई। दोनों अलग-अलग जाति के हैं। लेकिन घर-परिवार वालों को जब दोनों के बारे में पता चला, उस वक्त कोई खुलकर विरोध नहीं हुआ। अनुराग लखनऊ के अंसल स्थित सेलिब्रिटी गार्डन के फ्लैट में रहने लगा। यहीं एक और फ्लैट में अनुराग ने अपना ऑफिस भी बना रखा था। उसमें अनुराग के साथ काम करने वाले लोग रहते थे। तनिष्का पिछले 4 साल से अक्सर अनुराग के ही साथ लखनऊ के इसी फ्लैट पर रहती थी। 22 अक्टूबर, 2024 को दोनों ने लखनऊ के ही एक होटल में सगाई कर ली। उस वक्त दोनों ही परिवार की तरफ से लोग शामिल हुए थे। दोनों ने शादी की डेट एक साल बाद की तय की। इसके पीछे शादी को यादगार बनाने का एक प्लान था। जिनके पासपोर्ट नहीं, उनके खुद बनवाएअनुराग 2020 के बाद कई बार दुबई गया था। उसने तय किया कि शादी दुबई में ही करेंगे। लेकिन, इसके लिए सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि गांव के लोग आएंगे कैसे? क्योंकि, कभी कोई दूसरे देश गया ही नहीं था। अनुराग ने एक लिस्ट बनाई। ये उन लोगों की लिस्ट थी, जिन्हें शादी में बुलाना था। सबके पास फोन गया कि क्या आपके पास पासपोर्ट है? जिनके पास था, उनका तो क्लियर हो गया। लेकिन जिनके पास नहीं था, उनके पासपोर्ट को बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई। अनुराग ने इस काम के लिए अपने ही साथ के एक व्यक्ति को लगाया। सबसे पहले अनुराग के पिता, मां, दादा समेत परिवार के अन्य लोगों का पासपोर्ट बनवाया गया। इसके बाद रिश्तेदारों के भी पासपोर्ट बनवाए गए। तनिष्का की तरफ से करीब 35 लोगों को जाना था। इसलिए अनुराग ने उधर से भी लिस्ट मंगवा ली। जिनके पास पासपोर्ट नहीं था, उनका पासपोर्ट बनवाया गया। इस तरह से शादी के लिए करीब 150 लोग चुन लिए गए। इसमें 50 से ज्यादा पासपोर्ट अनुराग ने बनवाए। कार्ड के साथ हवाई टिकट, 5 फ्लाइट से बाराती गएअनुराग और तनिष्का की शादी की तारीख 22 नवंबर, 2025 तय थी। कार्ड छपे। जिन लोगों को कार्ड दिया गया, उसके साथ ही दुबई का हवाई टिकट भी दिया गया। नवाबगंज कस्बे में ही लोग बताते हैं- अकेले इसी कस्बे से ही 30 लोगों को शादी में शामिल होने का निमंत्रण मिला था। अनुराग ने जो टिकट बुक करवाए थे, वो एक साथ के नहीं थे। मतलब एक ही फ्लाइट से सभी के टिकट नहीं थे। 5 अलग-अलग फ्लाइट के जरिए लोगों को बुलाया गया। कस्बे से बारात जाने वाले लोग 20 नवंबर की रात 10 बजे लखनऊ से फ्लाइट पर सवार हुए थे। शादी में शामिल एक व्यक्ति कहते हैं- हम लोगों की फ्लाइट लखनऊ एयरपोर्ट से 20 नवंबर की रात के 10 बजे थी। हम सभी लोग फ्लाइट में सवार हुए और 1 बजे शारजाह पहुंच गए। दुबई में उस वक्त रात के साढ़े 11 बज रहे थे। यहां पहले से ही हम सबके लिए टैक्सी खड़ी थी। करीब 1 घंटे के बाद हम लोग दुबई के क्वीन एलिजाबेथ होटल-2 में पहुंच गए। यह एक तरह का क्रूज है, पानी में ही रहता है। देखने में बहुत आलीशान और भव्य था। कुछ लोग यहां ठहरे और कुछ लोग दूसरी जगहों पर टिके। सुबह हल्दी-मेहंदी, शाम को शादीजो मेहमान 21 नवंबर को पहुंच गए थे, वह सभी उस दिन आसपास घूमने चले गए। कुछ होटल में ही रहे। इनमें कुछ ऐसे भी थे, जो बुर्ज खलीफा देखने पहुंच गए थे। होटल से बुर्ज खलीफा, दुबई एक्वेरियम और अंडरवॉटर जू, दुबई फाउंटेन की दूरी महज 7 किलोमीटर थी। दुबई क्रीक तो डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर ही था। शाम को सभी ने एक साथ लंच किया। लोगों के लिए 25 से ज्यादा कमरे बुक किए गए थे। जिसका जैसा ग्रुप था, उसने वैसे ही कमरों में एडजस्ट कर लिया। 22 नवंबर की सुबह हल्दी-मेहंदी का कार्यक्रम शुरू हुआ। सभी इसमें शामिल हुए। शाम को शादी होनी थी। क्रूज पर ही एक ओपन एरिया था। वहां अनुराग और तनिष्का ने एक-दूसरे को जयमाल पहनाया। जयमाल पहनाते वक्त अनुराग भावुक हो गया था। उसकी आंखों से आंसू निकल पड़े। तनिष्का ने अनुराग को गले लगा लिया। आसपास मौजूद सारे लोग तालियां बजाते नजर आए। कुमार सानू और जैकलीन शादी में शामिलशादी में शामिल लोग बताते हैं- फंक्शन को यादगार बनाने के लिए अनुराग ने बॉलीवुड के मशहूर सिंगर कुमार सानू को बुलाया था। बॉलीवुड की अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज भी शादी में शामिल हुई थीं। हमने दोनों सेलिब्रिटीज के सोशल मीडिया पर उस वक्त के फोटो-वीडियो को तलाशा। जैकलीन के अकाउंट पर तो नहीं मिला, लेकिन कुमार सानू ने दुबई से जुड़ी एक पोस्ट डाली थी। जिसमें वह फ्लाइट के बिजनेस क्लास में बैठे नजर आए। एक व्यक्ति बताते हैं- अनुराग और तनिष्का अलग-अलग जाति के थे। शादी करवाने के लिए पंडित जी तनिष्का के परिवार की तरफ से गए थे। कोई एक रस्म ऐसी हुई थी, जिसमें अनुराग को नहीं शामिल होना था। शादी में भी यहां की तरह इतना वक्त नहीं लगा था। अनुराग ने जूता चुराई रस्म में 11 हजार रुपए दिए थे। हालांकि कितने पैसे मांगे गए थे, इसकी जानकारी हमें नहीं है। खाने-पीने के लिए शानदार व्यवस्थाअनुराग ने खाने-पीने के लिए शानदार व्यवस्था कर रखी थी। इसमें भी वेज-नॉनवेज के रूप में स्टॉल बंटे हुए थे। ओपन एरिया में वेज के स्टॉल लगे थे, इसमें भारतीय खाने ज्यादा थे। दूसरी तरफ जिन्हें नॉनवेज पसंद था और ड्रिंक करना था, उनके लिए बंद रूफटॉप पर व्यवस्था की गई थी। शादी में शामिल 40 से ज्यादा लोगों ने नॉनवेज चखा था। शादी का यह पूरा कार्यक्रम रात के 1 बजे तक चला। इसके बाद विदाई हो गई। अनुराग ने जिन लोगों को शादी में शामिल होने के लिए बुलाया था, उनका पूरा टूर 20 नवंबर से शुरू होकर 24 नवंबर की रात पूरा हो रहा था। 23 और 24 नवंबर का दिन लोगों के पास था। शादी में शामिल होने आए लोग 23 और 24 नवंबर को दुबई के अलग-अलग जगहों पर जाकर घूमे। वहां फोटो खिंचाई। कई लोगों ने वहां से जुड़ी तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया। लेकिन जैसे ही अनुराग के खिलाफ ईडी की कार्रवाई शुरू हुई, उन्होंने सारे पोस्ट ही हटा दिए। एक व्यक्ति पर 70 हजार रुपए से ज्यादा का खर्चशादी में शामिल हुए व्यक्ति जो बताते हैं, उसके हिसाब से एक व्यक्ति पर करीब 70 हजार रुपए का खर्च किया गया है। लखनऊ से दुबई के टिकट का खर्च एक व्यक्ति पर 30 से 35 हजार रुपए आया। उसके 4 दिन रहने पर भी 20 से 25 हजार रुपए का खर्च आया। उसके आने-जाने खाने और घूमने पर भी पैसा खर्च हुआ। अगर हम मान लें कि शादी में 130 लोग शामिल हुए और एक व्यक्ति पर एवरेज 70 हजार रुपए का खर्च किया गया तो यह कुल खर्च 90 लाख रुपए होता है। क्रूज की बुकिंग समेत तमाम और खर्च इसमें शामिल नहीं हैं। कुल मिलाकर इस शादी में करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं। शादी में शामिल हुए लोग जब वापस उन्नाव लौटे थे, तो तारीफ करते नहीं थकते थे। अनुराग के पिता लक्ष्मीनाथ इस भव्य शादी को ही अपने बेटे पर चल रही कार्रवाई की वजह मानते हैं। कहते हैं कि लोगों को बेटे की भव्य शादी हजम नहीं हो रही है। ईडी ने अब तक अनुराग के उन्नाव, लखनऊ, दिल्ली समेत 10 ठिकानों पर छापेमारी की है। उससे जुड़े बैंक खातों को फ्रीज किया गया। इसमें करीब 3 करोड़ रुपए हैं। घर से 20 लाख रुपए मिले हैं। 4 करोड़ 18 लाख की लेंबोरगिनी समेत चार लग्जरी गाड़ियां जब्त की गईं। अवैध सट्टेबाजी से कमाए पैसे को हवाला के जरिए विदेश भेजने और दुबई में रियल स्टेट में निवेश करने को लेकर भी सबूत मिले हैं। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... करोड़पति यूट्यूबर ने उन्नाव में खोला था ऑफिस, चैनल बनाकर करोड़ों कमाए, फंसा तो 3000 वीडियो हटाए उन्नाव के यूट्यूबर अनुराग द्विवेदी पर ED (प्रवर्तन निदेशालय) ने कार्रवाई की है। ED ने अनुराग की 4 लग्जरी गाड़ियां जब्त कर लीं। बैंक खातों को फ्रीज कर दिया। इन खातों में 3 करोड़ रुपए से ज्यादा थे। अनुराग इस वक्त दुबई में है। ED उससे पूछताछ की तैयारी में है। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:28 am

4 घंटे तालाबंदी... बीएमएलटी कोर्स के छात्रों का धैर्य टूटा, बोले- विवि की लापरवाही से अंधकार में है हमारा करियर

शहीद चौक स्थित रांची विश्वविद्यालय मुख्यालय के प्रशासनिक भवन में सोमवार की दोपहर जड़ा ताला सिर्फ लोहे का नहीं था। वह उन युवाओं की टूटती उम्मीदों पर पड़ा भारी बोझ था, जो नारे लगाते हुए भी खुद से लड़ रहे थे। रिजल्ट दो-परीक्षा लो, छात्र विरोधी प्रशासन नहीं चलेगा। नारेबाजी से यूनिवर्सिटी कैंपस गूंज रहा था। यह नारेबाजी गुस्से की नहीं, बल्कि बेबसी की चीख थी। आरयू के फ्लोरेंस नर्सिंग कॉलेज के चार वर्षीय पाठ्यक्रम बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्निशियन (बीएमएलटी) के छात्रों ने कहा हम प्रोफेशनल कोर्स कर रहे हैं, कोई टाइम पास नहीं। एक लाख, 75 हजार रुपए इस कोर्स का शुल्क है। फीस देने के बाद भी न परीक्षा, न रिजल्ट। हम पढ़े-लिखे बेरोजगार बनते जा रहे हैं। छात्र आजसू के प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा और कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो के नेतृत्व तालाबंदी सह धरना कार्यक्रम चार घंटे तक चला। हालात को देखते हुए प्रॉक्टर डॉ. मुकुंद मेहता और परीक्षा नियंत्रक संजय कुमार सिंह धरना स्थल पर पहुंचे। जब परीक्षा नियंत्रक ने तीन दिन में रिजल्ट और दो महीने के अंतराल में परीक्षाओं का आश्वासन दिया, तब भी नारे नहीं रुके। मौके पर मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष ओम वर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष बबलू महतो, वरीय उपाध्यक्ष ऋतुराज शाहदेव, प्रताप सिंह, अमन साहू, रवि रोशन, योगेश महतो आदि उपस्थित थे। छात्रों ने कॉलेज प्रबंधन पर भी विद्यार्थियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगया। {सेशन 2022–26 : फोर्थ सेमेस्टर का समय निकल चुका है, लेकिन सेकेंड सेमेस्टर का रिजल्ट अब तक नहीं। {सेशन 2023–27 : थर्ड सेमेस्टर की परीक्षा होनी चाहिए थी, लेकिन फर्स्ट सेमेस्टर का रिजल्ट भी अधर में है। {सेशन 2024–28 : न रजिस्ट्रेशन, न परीक्षा। इस बैच की परीक्षा और रजिस्ट्रेशन का प्रोसेस अब तक शुरू नहीं।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:25 am

एमडीएम... अंडा का भुगतान 2 माह से लंबित और कुकिंग कॉस्ट माइनस में

सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन (एमडीएम) योजना इन दिनों गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रही है। जिले के स्कूलों को अंडा मद और कुकिंग कॉस्ट की राशि समय पर नहीं मिल पा रही है। इससे एमडीएम योजना के संचालन में भारी दिक्कतें आ रही हैं। दैनिक भास्कर की टीम ने रांची जिले के करीब 30 सरकारी स्कूलों का ग्राउंड सर्वे किया। पड़ताल में सामने आया कि अक्टूबर 2025 के बाद से स्कूलों को अंडा मद की राशि नहीं मिली है। जबकि कुकिंग कॉस्ट कई स्कूलों में माइनस बैलेंस में चल रहा है। स्थिति यह है कि स्कूल प्रबंधन को अपनी जेब से पैसे लगाकर एमडीएम चलाना पड़ रहा है। वहीं अंडा की तय राशि और बाजार मूल्य में अंतर ने समस्या को और गहरा कर दिया है। एमडीएम जैसी महत्वाकांक्षी योजना में भुगतान में देरी से सबसे अधिक असर गरीब और मध्यम वर्ग के बच्चों पर पड़ रहा है। प्रधानाध्यापकों का कहना है कि यदि जल्द राशि जारी नहीं हुई तो योजना की गुणवत्ता और निरंतरता दोनों प्रभावित होंगी। स्कूल में 200 बच्चे नामांकित हैं। प्रतिदिन 85–90 प्रतिशत छात्र उपस्थित रहते हैं, जिनके लिए एमडीएम बनता है। प्रधानाध्यापक नसीम अहमद बताते हैं कि अक्टूबर के बाद से अंडा मद की राशि नहीं मिली है। कुकिंग कॉस्ट पहले से माइनस में चल रहा है। ऐसे में एमडीएम चलाना मुश्किल हो गया है। यहां 205 छात्र पढ़ते हैं और प्रतिदिन 80-90% बच्चों के लिए भोजन बनता है। प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार कहते हैं कि अंडा मद की राशि अक्टूबर के बाद नहीं मिली। कुकिंग कॉस्ट 97 हजार रुपए माइनस में है। 6 रुपए में अंडा मिलना संभव नहीं है, बाजार में 8 रुपए अंडा के लिए देने पड़ रहे हैं। एमडीएम के तहत अंडा मद और कुकिंग कॉस्ट की लंबित राशि सरकार से प्राप्त होते ही संबंधित विद्यालयों को भुगतान कर दिया जाएगा। अंडा मद की राशि पहले से निर्धारित है, इसमें वृद्धि किया जाना नीतिगत निर्णय के अंतर्गत आता है। - बादल राज, जिला शिक्षा अधीक्षक एमडीएम के तहत सरकार द्वारा प्रति बच्चे प्रति अंडा 6 रुपए की राशि निर्धारित है। पर भास्कर की पड़ताल में पाया गया कि बाजार में अंडा 7.50 से 8 तक खरीदा जा रहा है। ऐसे में स्कूलों के सामने या तो घाटा उठाने या फिर अंडा के लिए जेब से पैसे लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। कई प्रधानाध्यापकों ने माना कि इस अंतर का बोझ सीधे स्कूल प्रबंधन पर पड़ रहा है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:24 am

एमपी-एमएलए के आपराधिक मामलों का निष्पादन का निर्देश

झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य में सांसदों और विधायकों से जुड़े लंबित आपराधिक मामलों को लेकर सख्त रुख अपनाया है। अदालत ने सीबीआई को मौखिक रूप से कहा कि एमपी-एमएलए के आपराधिक मामलों का शीघ्र निष्पादन किया जाए। कोर्ट ने टिप्पणी की कि ट्रायल में देरी का गवाहों पर सीधा असर है और उनकी गवाही प्रभावित होती है। सोमवार को एमपी-एमएलए के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों के त्वरित निपटारे को लेकर कोर्ट के स्वत: संज्ञान पर सुनवाई हुई। यह सुनवाई हाईकोर्ट के न्यायमूर्ति रंगन मुखोपाध्याय की अध्यक्षता वाली खंडपीठ में हुई। इस दौरान सीबीआई की ओर से स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कुछ समय मांगा गया, जिसे कोर्ट ने स्वीकार करते हुए मामले की अगली सुनवाई 11 फरवरी 2026 तय की। सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि राज्य में एमपी-एमएलए से जुड़े दो आपराधिक मामले हैं। इनमें एक मामला पूर्व मंत्री बंधु तिर्की से संबंधित है, जिसे सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है। इस मामले में विजिलेंस स्पेशल केस संख्या 66/2010 दर्ज थी। दूसरा मामला बीज घोटाले से जुड़ा है, जिसमें पूर्व विधायक नलिन सोरेन और सत्यानंद भोक्ता आरोपी हैं। यह मामला स्पेशल विजिलेंस केस संख्या 15/2009 के तहत विजिलेंस कोर्ट में लंबित है। सीबीआई ने बताया था... एमपी-एमएलए के 11 आपराधिक मामले लंबित पिछली सुनवाई में सीबीआई ने कोर्ट को जानकारी दी थी कि झारखंड में एमपी-एमएलए के कुल 11 आपराधिक मामले विभिन्न अदालतों में लंबित हैं। वहीं, एमिकस क्यूरी ने कोर्ट को अवगत कराया था कि कई मामलों में आरोप पत्र दाखिल होने के बाद भी आरोप गठन में छह साल तक का समय लग रहा है, जिससे ट्रायल पूरा होने में वर्षों लग जाते हैं। इस पर कोर्ट ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा था कि सीबीआई जैसी संस्था भी गवाहों को समय पर पेश कराने में असफल साबित हो रही है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:22 am

नेतरहाट के प्राचार्य ने राज्य सरकार और प्रशासी विभाग से मांगा है निर्देश

पॉलिटिकल रिपोर्टर| रांची नेतरहाट आवासीय विद्यालय के लिए झारखंड हाईकोर्ट ने अंतरिम संचालन कमेटी बना तो दी है, पर काम अभी भी अधर में है। एडहॉक कमेटी के सभापति प्रो. अशोक कुमार सिन्हा के भेजे गए मेल का जवाब देते हुए विद्यालय के प्राचार्य ने कहा है कि उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासी विभाग से समुचित निर्देश मांगा है। विभागीय निर्देश प्राप्त होते ही एडहॉक कमेटी की बैठक अथवा अन्य नियमानुकूल कार्रवाई के संबंध में नियमानुसार सूचना सभी संबंधित सदस्यों को भेजी जाएगी। इसका अर्थ है कि जब तक सरकार का मार्ग-निर्देश प्राचार्य को नहीं मिलता, काम अधर में ही रहेगा। उल्लेखनीय है कि नेतरहाट विद्यालय समिति का कार्यकाल पिछले नवंबर में समाप्त हो गया था। नई कमेटी में विलंब को देखते हुए विद्यालय के पूर्ववर्ती छात्र केदार लाल दास ने हाईकोर्ट में पीआईएल किया था। इस पर हाईकोर्ट ने 11 दिसंबर को एक एडहॉक कमेटी बना दी और कहा कि नई स्थायी समिति बनने तक नेतरहाट स्कूल का कार्यभार यही कमेटी संभालेगी। कमेटी को योग्य शिक्षकों की भर्ती समेत 17 काम सौंपे गए एडहॉक कमेटी को कुल 17 काम सौंपे गए हैं। इसमें योग्य शिक्षकों की भर्ती, प्रवेश प्रक्रिया में सुधार और स्कूल के पुराने गौरव को वापस लाना है। पीआईएल में नेतरहाट स्कूल की चिंताजनक स्थिति को देखते हुए स्कूल के स्तर में सुधार लाने के लिए उपयुक्त कदम उठाने का आग्रह किया गया था। अब स्पष्ट है कि यह एडहॉक समिति तब तक स्कूल का संचालन करेगी, जब तक नई कार्यकारिणी समिति नहीं बन जाती। नई समिति ही अनुबंध पर नियुक्ति जैसी प्रक्रियाओं पर अंतिम निर्णय लेगी, जिससे नामांकन प्रक्रिया प्रभावित हो रही थी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:20 am

भाजपा के नेता स्पष्ट करें... कानून के राज के पक्ष में हैं या अवैध कब्जा के : विनोद

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि राज्य सरकार आपदा या कष्ट देखकर नहीं, बल्कि राजनीतिक फायदा देख कर मुआवजा तय करती है। इसी कारण कड़ाके की ठंड में बेघर हुए परिवारों की तरफ सरकार की नजर नहीं जाती। मरांडी ने कहा कि रिम्स की भूमि पर अतिक्रमण हटाया गया, जिन लोगों के घर तोड़े गए, सरकार को छोड़कर उनकी पीड़ा सबको दिखी। इन लोगों को मुआवजा तो दूर, सांत्वना तक देने कोई नहीं पहुंचा। उन्होंने कहा कि पेसा कानून हो या फिर रिम्स अतिक्रमण का मामला, हर छोटे से लेकर बड़े फैसले तक कार्रवाई को सुचारू करने के लिए लोगों को हाईकोर्ट का सहारा लेना पड़ता है। राज्य सरकार की संवेदनहीनता के कारण रिम्स अतिक्रमण मामले में भी लोगों को राहत पाने के लिए कोर्ट का ही दरवाजा खटखटाना पड़ा, , ताकि सरकारी अफसरों के भ्रष्टाचार और मिलीभगत की सज़ा उन्हें न मिले जिनके आशियाने उजड़ गए।। मरांडी ने हाईकोर्ट के उस फैसले का स्वागत किया है, जिसमें रिम्स मामले में अनियमितता में संलिप्त सभी सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों, बिल्डर्स व प्रॉपर्टी डीलर पर कार्रवाई करने को कहा गया है। साथ ही मुआवजा के लिए उन बिल्डरों और अधिकारियों से ही जुर्माना वसूलने का निर्देश दिया है। रांची झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। कहा कि भाजपा नेताओं को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे कानून के राज के पक्ष में हैं या अवैध कब्जे के। उन्होंने कहा कि जब भाजपा सत्ता में थी, तब झारखंड की जनता के कष्ट और आपदाओं पर उनकी सरकार आंख मूंदे बैठी थी। आज वही लोग संवेदना का दिखावा कर रहे हैं। झामुमो नेतृत्व वाली सरकार संवेदनशील और जवाबदेह सरकार है। कानून और न्यायालय के आदेशों का सम्मान करना हमारी प्राथमिकता है। राज्य की हेमंत सोरेन सरकार न्यायालय के निर्देशों का पालन करती है। विनोद पांडेय ने कहा कि मुआवजे का प्रश्न नियम और कानून के दायरे में तय होता है, न कि किसी राजनीतिक दबाव में। सरकार हर वास्तविक पीड़ित के साथ खड़ी है, लेकिन भाजपा चाहती है कि अवैध निर्माण, भ्रष्टाचार और मिलीभगत को राजनीतिक संरक्षण मिले। उन्होंने कहा कि पेसा कानून हो या आदिवासी हितों का सवाल, भाजपा का इतिहास सबके सामने है। जिन लोगों ने वर्षों तक आदिवासी अधिकारों को दबाए रखा, वे आज दिखावटी चिंता जता रहे हैं। झामुमो सरकार ने पेसा सहित आदिवासी हितों से जुड़े कानूनों को लागू करने के लिए गंभीर प्रयास किए हैं। फलाफल जल्द सामने आएगा।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:19 am

चौकीदार नियुक्ति में बीट शर्त पर कोर्ट की रोक

जानिए क्या है... बीट : जिस क्षेत्र के चौकीदार पद के लिए अभ्यर्थी आवेदन कर रहा है, उसे संबंधित थाना क्षेत्र का ही निवासी होना अनिवार्य है। जिस एरिया के लिए चौकीदार की नियुक्ति हो रही है, उसे ही बीट कहा जाता है। अब बहाली जिला स्तर पर होती है, इसलिए हाईकोर्ट ने नियम को खारिज कर दिया। रांची । झारखंड हाईकोर्ट ने चौकीदार पद पर नियुक्ति से जुड़े मामले में महत्वपूर्ण निर्णय देते हुए स्पष्ट किया है कि अभ्यर्थी का उसी बीट का निवासी होना अनिवार्य शर्त नहीं है। न्यायमूर्ति आनंद सेन की एकल पीठ ने गिरिडीह जिले के निवासी पवन कुमार राय की याचिका पर सुनवाई करते हुए उनका नामांकन रद्द करने के आदेश को निरस्त कर दिया। मामले में पवन कुमार राय की उम्मीदवारी इस आधार पर खारिज कर दी गई थी कि वह संबंधित बीट क्षेत्र का निवासी नहीं है। राज्य सरकार और जिला प्रशासन ने भी इसी कारण उन्हें चौकीदार पद पर नियुक्ति देने से इनकार कर दिया था। हाईकोर्ट ने आदेश में कहा कि इस मुद्दे पर पहले ही खंडपीठ द्वारा डब्ल्यूपी (एस) संख्या 1498/2025 सहित अन्य मामलों में स्पष्ट निर्णय दिया जा चुका है। फैसले में कहा गया है कि चौकीदार की बहाली जिलास्तरीय प्रक्रिया है। इसके लिए अभ्यर्थी का उसी बीट का निवासी होना जरूरी नहीं है। पास या आसपास के बीट क्षेत्र के योग्य अभ्यर्थियों को भी नियुक्ति दी जा सकती है। कोर्ट ने 13 सितंबर 2025 को पारित विवादित आदेश को रद्द करते हुए संबंधित अफसरों को निर्देश दिया है कि वे खंडपीठ के फैसले के आलोक में याचिकाकर्ता के मामले पर 4 सप्ताह के भीतर निर्णय लें। अदालत ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि पवन कुमार राय अन्य सभी योग्यताओं पर खरे उतरते हैं, तो उन्हें चौकीदार पद पर नियुक्ति पत्र जारी किया जाए।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:18 am

कोचिंग में नाबालिग छात्राओं के सामने अश्लील हरकत:शिक्षिका की शिकायत की तो बिना कारवाई के लौटाया, वीडियो लेकर कमिश्नर के पास पहुंची

परदेशीपुरा क्षेत्र की एक कोचिंग संचालिका शिक्षिका ने सोमवार को कमिश्नर संतोष सिंह को शिकायत की है। उन्होंने बताया कि इलाके में रहने वाला एक आरोपी कोचिंग पर आने जाने वाली नाबालिग छात्राओं से छेड़छाड़ करता है। वह जब मामले की शिकायत लेकर थाने पहुंची तो वहां पर पुलिस ने लिखित शिकायत लेकर रख ली। वहीं आरोपी से लिखित माफीनामा लेकर छोड़ दिया। थाने से बाहर निकलने के बाद आरोपी ने फिर से धमकियां दी।पलासिया पुलिस कमिश्नर आफिस पर विजय सिंह झाला की शिकायत लेकर परदेशीपुरा में कोचिंग चलाने वाली एक शिक्षिका पहुंची थी। शिक्षिका ने बताया कि विजय झाला आए दिन कोचिंग सेंटर के पास में खड़ा होकर छात्राओं को अपशब्द कहता है। अपने पास टाॅफी देने की बात कर बुलाता है। कोचिंग टीचर आपत्ति लेती हैं तो धमकियां देता है। पूर्व में कोचिंग के पास आकर अपने कपड़े उतारकर अर्द्ध नग्न होकर टीचर को बुरी नीयत से देखने के साथ फायर करने की धमकी भी दी। डर के चलते टीचर ने मामले में शिकायत नहीं की। टीचर ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ साल पहले विजय को लेकर आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले में एमजी रोड थाने में कार्रवाई हो चुकी है। तब सिकलीगरों से हथियार खरीदने बेचने को लेकर आरोप लगे थे। 19 दिसंबर को भी सुबह 11 बजे के लगभग विजय झाला ने अश्लील इशारे किए। पुलिस की डायल 112 बुलाने विजय को थाने ले जाया गया।यहां माफीनामा लिखने के बाद उसे छोड़ दिया,थाने से घर पहुंचते से ही उक्त विजय ने फिर से अपशब्द कहे। इस पर विडियो भी बनाए। टीचर ने फिर से 112 को बुलाया।,थाने जाकर एफआईआर करने की बात कही। यहां मौजूद ड्यूटी अफसर ने टीआई आरडी कानवा के 6 बजे आने के बाद आने की बात कही। शिकायत लेने से भी इंकार कर दिया। वीडियो बताने के बाद भी थाने में खड़ा रखा। वरिष्ठ अफसरों ने इस मामले में विजय झाला को लेकर कार्रवाई करने की बात कही है।दिए थे कारवाई के दिशा निर्देशइस मामले में कुछ दिन पहले ही पुलिस कमिश्नर ने थानों में ड्यूटी ऑफिसर को तत्काल FIR करने के दिशा निर्देश दिए थे। वहीं थानों में बीट सिस्टम मजबूत कर अपराधियों पर कार्रवाई की बात कही थी। जबकि महिला सबंधी मामलो में पुलिस काफी सजग रहती है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:17 am

बड़ा तालाब की ड्रोन मैपिंग में खुलासा, 36 एकड़ जमीन गायब

जलाशयों से अतिक्रमण हटाने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट के सख्त निर्देशों के बाद रांची नगर निगम हरकत में आ गया है। सोमवार को अपर प्रशासक संजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम ने बड़ा तालाब और उसके चारों ओर भूमि की स्थिति का आकलन किया। टीम ने स्थानीय लोगों से बातचीत की। फीता से जमीन की मापी भी कराई। ड्रोन के माध्यम से एरियल मैपिंग कराया। निरीक्षण में सामने आए प्रारंभिक तथ्यों और नापी के अनुसार करीब 36 एकड़ जमीन गायब है। नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार, बड़ा तालाब कभी लगभग 53 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ था, लेकिन वर्तमान में तालाब का दायरा सिमटकर केवल 17 एकड़ तक रह गया है। यानी करीब 36 एकड़ जमीन पर अतिक्रमण होने की आशंका है। पूरे मामले को गंभीर मानते हुए स्थानीय अंचल अधिकारी (सीओ) को दो दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। कार्रवाई हुई तो ध्वस्त हो सकते हैं घर-दुकानें यदि नगर निगम सख्ती से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करता है, तो इसके व्यापक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं। बताया जा रहा है कि बड़ा तालाब क्षेत्र के चारों ओर पक्की सड़क के बाद कई आवासीय मकान, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और अन्य निर्माण मौजूद हैं। ये अवैध पाए गए, तो इन्हें ध्वस्त किया जा सकता है। युद्धस्तर पर जांच और अभियान के निर्देश निरीक्षण के दौरान अपर प्रशासक ने नगर निगम की टीम को निर्देश दिया कि क्षेत्र में अवैध संरचनाओं, दुकानों और भवनों की जांच युद्धस्तर पर की जाए और अतिक्रमण-मुक्ति के लिए निरंतर अभियान चलाया जाए। भवनों और प्रतिष्ठानों के भवन प्लान, होल्डिंग टैक्स और ट्रेड लाइसेंस की भी जांच करें। अंचल की टीम के साथ होगी दोबारा मापी अपर प्रशासक संजय कुमार ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि अंचल की टीम के साथ समन्वय स्थापित कर बड़ा तालाब के चारों ओर फैली लगभग 53 एकड़ भूमि की विधिवत और वैज्ञानिक तरीके से मापी कराई जाए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अनधिकृत संरचनाओं, दुकानों, भवनों और अन्य निर्माणों की वृहद स्तर पर जांच की जाए, ताकि तथ्यों के आधार पर नगर निगम ठोस और विधिसम्मत कार्रवाई कर सके।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:16 am

नड्डा बोले- झीरम हमले की साजिश में कांग्रेस के लोग:नक्सलियों से समझौता किया, भूपेश ने कहा- ये शहीदों का अपमान, सबूत पेश करें

छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में भाजपा सरकार के 2 साल पूरे होने पर सोमवार को 'जनादेश परब' का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा शामिल हुए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नक्सलियों से समझौते करती रही, जबकि मोदी सरकार ने इसका डटकर मुकाबला किया। जेपी नड्डा ने आगे कहा कि झीरम हमले की साजिश में कांग्रेस के अंदर के ही लोग शामिल थे। उनके बीच के लोग ही अपने लोगों को मरवाने के लिए लगे हुए थे। नक्सलियों को जानकारी उनके ही लोगों ने दी थी। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नड्डा के बयान पर पलटवार किया। बघेल ने कहा कि भाजपा के 'पर्ची' राष्ट्रीय अध्यक्ष ने झीरम की घटना में अपनी जान गंवाने वाले शहीदों का अपमान किया है। NIA सहित सुरक्षा एजेंसियों को जेपी नड्डा जी से पूछताछ कर उनके दावों के सबूत मांगने चाहिए। पहले देखिए ये तस्वीरें- जेपी नड्डा बोले- कुछ लोग अपने नेताओं को मरवाने में लगे हुए थे भाजपा सरकार के 2 साल पूरे होने पर जांजगीर के पुलिस ग्राउंड में 'जनादेश परब' कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा शामिल हुए। उन्होंने कहा कि दो साल पहले चुनाव प्रचार में भी वे इस क्षेत्र आए थे। बीजेपी को एकतरफा जीत मिली, क्योंकि कांग्रेस की पिछली सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई थी और अपने वादे पूरे नहीं कर पाई थी। नक्सलवाद के साथ समझौता करने वाली सरकार को जनता ने उखाड़ फेंका और कमल खिलाया। जेपी नड्डा ने कहा कि 2013 में हुए झीरम घाटी नक्सली हमले के पीछे कांग्रेस के ही कुछ अंदरूनी लोगों का हाथ था। मुझे याद है जब यह भयानक हमला हुआ था तब मैं छत्तीसगढ़ में भाजपा का प्रभारी था। मैंने बेहद करीब से झीरम घाटी की घटना देखी है। नड्डा ने आगे कहा कि आज मैं बड़ी जिम्मेवारी के साथ कहना चाहता हूं कि उस समय नक्सलियों को काफिले की अंदरूनी जानकारी और लोकेशन की खबरें कोई बाहरी नहीं दे रहा था। कांग्रेस के बीच के ही कुछ लोग अपने नेताओं को मरवाने में लगे हुए थे और नक्सलवाद से संपर्क कर रहे थे। जब रक्षक ही भक्षक बन जाएगा तो आम जनता का क्या होगा। 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने का दावा मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जहां पहले नक्सलवाद एक बड़ी चुनौती थी, वहीं अब मार्च 2026 तक इसे समाप्त करने की दिशा में काम चल रहा है। उन्होंने आगे बताया कि नई उद्योग नीति के तहत एक साल में 8 लाख करोड़ रुपए के समझौता ज्ञापनों (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। पूर्व सीएम बघेल बोले- जेपी नड्डा, झूठ का अड्डा वहीं पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा के झीरम कांड और नक्सल समस्या को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने एक्स पर तंज कसते हुए लिखा- झूठ का 'अड्डा' जे पी 'नड्डा'। बघेल ने आगे लिखा- आज फिर एक बार छत्तीसगढ़ आकर भाजपा के 'पर्ची' राष्ट्रीय अध्यक्ष ने झीरम की घटना में अपनी जान गंवाने वाले शहीदों का अपमान किया है। सबसे पहले तो NIA सहित सुरक्षा एजेंसियों को जेपी नड्डा जी से पूछताछ कर उनके दावों के सबूत मांगने चाहिए। जेपी नड्डा जी! नक्सलियों के हमले में हमने अपने नेताओं की जान गंवाई है। आप सांठगांठ का आरोप लगाकर उनकी शहादत का अपमान कर रहे हैं। बघेल ने केंद्रीय मंत्री नड्डा से सवाल पूछे। उन्होंने पूछा कि- अब जानिए झीरम घाटी हमले के बारे में...

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:15 am

ईडी ने भी विनय चौबे की संपत्ति की शुरू की जांच, अवैध मिली तो हो जाएगी जब्त

शराब घोटाला: एसीबी को चौबे के पास करीब 1.27 करोड़ की अवैध संपत्ति मिली हैप्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने झारखंड में शराब घोटाले के दो अलग-अलग मामलों में इंफोर्समेंट केस इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज कर जांच तेज कर दी है। ईडी ने पीएमएलए के तहत निलंबित आईएएस विनय चौबे की चल-अचल संपत्तियों की भी जांच शुरू कर दी है। अपराध से अर्जित संपत्ति (प्रोसीड्स ऑफ क्राइम) की पुष्टि होने पर इन्हें मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत जब्त किया जाएगा। जांच को आगे बढ़ाते हुए ईडी ने हाल ही में होटवार जेल में बंद मैनपावर सप्लाई करने वाली प्लेसमेंट एजेंसी विजन हॉस्पिटैलिटी सर्विसेज एंड कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के तीन निदेशकों से पूछताछ की है। इधर, आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) भी कर रहा है। एसीबी के अनुसार विनय चौबे ने नौकरी के दौरान करीब 2.20 करोड़ रुपये की वैध आय अर्जित की, जबकि उनसे, उनके सहयोगियों और परिजनों के खातों में लगभग 3.47 करोड़ रुपए का लेन-देन पाया गया। यह ज्ञात आय से 53% अधिक बताई गई है। ईडी इसी रिपोर्ट पर अपनी जांच को आगे बढ़ा रहा है। वहीं,महाराष्ट्र से गिरफ्तार जगन तुकाराम देसाई से ईडी रांची जेल में पूछताछ करेगा।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:14 am

37 एकड़ क्षेत्र में बना टर्मिनल:जोधपुर एयरपोर्ट- नए टर्मिनल भवन में दिखेगी मारवाड़ की संस्कृति व आधुनिकता की झलक

जोधपुर एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भव का निर्माण पूरा हो चुका है। अब केवल सौंदर्यकरण का कार्य बाकी है। वर्ष 2026 की शुरूआत में यह भवन शुरू कर दिया जाएगा। नए भवन का फ्रंट छितर का दिखाई देता है और इसके प्रवेश द्वारों पर भी बारिख नक्कासी का कार्य किया गया है। दूसरी ओर इस भवन में पेंटिंग के माध्यम से राजस्थानी संस्कृति का चित्रण किया गया है। जोधपुर व राजस्थान से जोड़ते हुए यहां पर्यावरण के लिए प्राणों की आहुति देने वाली अमृता देवी और वीर दुर्गादास की पेंटिंग भी लगवाई गई है। यह भवन आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ सांस्कृतिक पहचान को भी दर्शाता है। करीब 37 एकड़ क्षेत्र में तैयार हुआ यह टर्मिनल भवन मौजूदा टर्मिनल से 6 गुना बड़ा है और इस टर्मिनल से यात्री क्षमता 10 गुना तक बढ़ जाएगी। भवन का निर्माण 24 हजार वर्गमीटर में किया जा रहा है और इस पर लगभग 480 करोड़ रुपए की लागत आई है। जबकि वर्तमान टर्मिनल केवल 3,900 वर्गमीटर का है। ये सुविधाएं जो विकसित हो चुकी है पीएम कर सकते हैं उद्घाटन एयरपोर्ट के नए भवन के तैयार होने के साथ दूसरी तरफ एलिवेटेड रोड फाइनेंशियल बिड खुल चुकी है अब इसके शिलान्यास की भी तैयारी है। पहले ही केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बता चुके है कि इन दोनों कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 31 जनवरी 2026 तक पूर्ण होगा तथा संभवतया फरवरी अथवा मार्च 2026 में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का उद्घाटन हो जाएगा।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:14 am

रांची में हो सकता है वीमेंस हॉकी वर्ल्ड कप 2030

हॉकी प्रेमियों के लिए बड़ी खबर है। रांची को 2030 में होने वाले वीमेंस हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी मिल सकती है। हॉकी झारखंड के महासचिव विजय शंकर सिंह ने सोमवार को बताया कि वर्ल्ड कप आयोजन को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और हॉकी इंडिया के महासचिव भोलानाथ सिंह के बीच चर्चा हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने टूर्नामेंट की मेजबानी पर सैद्धांतिक सहमति जता दी है। अब इसे वर्ल्ड हॉकी फेडरेशन के 2026 के एजीएम में रखा जाएगा। इसके बाद आधिकारिक घोषणा होगी। प्रस्ताव के अनुसार, वर्ल्ड कप के मैच मोरहाबादी स्थित मारंग गोमके जयपाल सिंह एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम में आयोजित किए जाएंगे। कई बड़े आयोजन हुए हैं मोरहाबादी मेंमोरहाबादी का यह स्टेडियम पहले ही एशियन चैंपियंस ट्रॉफी, ओलंपिक क्वालिफायर और हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) जैसे बड़े आयोजनों की सफल मेजबानी कर चुका है।राज्य सरकार और हॉकी इंडिया के सहयोग से इंफ्रास्ट्रक्चर, लॉजिस्टिक्स और सुरक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने की योजना पर काम शुरू किया जा रहा है। पहली बार भारत में होगा वीमेंस हॉकी वर्ल्ड कपहॉकी वर्ल्ड कप, अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) द्वारा आयोजित चार साल में एक बार होने वाली सबसे प्रतिष्ठित प्रतियोगिता है। भारत ने पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप का खिताब अब तक सिर्फ एक बार 1975 में जीता है, जबकि महिला टीम अब तक खिताब नहीं जीत सकी है। महिलाओं का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन चौथा स्थान रहा है। भारत में पुरुष हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन 1982 में मुंबई, 2010 में नई दिल्ली तथा 2018 और 2023 में भुवनेश्वर में हो चुका है, लेकिन वीमेंस हॉकी वर्ल्ड कप का आयोजन देश में अब तक कभी नहीं हुआ है। ऐसे में रांची को यह मेजबानी मिलना ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। जानिए...रांची में आयोजन से जुड़े बड़े फायदे2030 वीमेंस हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी से न केवल झारखंड, बल्कि पूरे देश में हॉकी के प्रति उत्साह बढ़ेगा। {स्थानीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबले देखने और सीखने का अवसर मिलेगा। {रांची में हॉकी से जुड़ा इंफ्रास्ट्रक्चर और मजबूत होगा। {आयोजन के दौरान होटल, ट्रांसपोर्ट, सुरक्षा और अन्य सेवाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:14 am

रांची नगर निगम के 53 में से 25 वार्ड महिलाओं के लिए रिजर्व

राज्य निर्वाचन आयोग की सहमति के बाद रांची जिला प्रशासन ने रांची नगर निगम और बुंडू नगर पंचायत चुनाव को लेकर वार्ड आरक्षण का गजट जारी कर दिया है। गजट जारी होते ही निकाय चुनाव की औपचारिक तैयारी शुरू हो गई है। चुनाव की तिथि जनवरी के मध्य तक एलान की संभावना जताई जा रही है। अधिसूचना के अनुसार रांची नगर निगम क्षेत्र के 53 वार्डों में आरक्षण तय कर दिया गया है। इनमें 27 वार्ड सामान्य वर्ग के लिए रखे गए हैं। अनुसूचित जनजाति के लिए 11, अनुसूचित जाति के लिए 2, पिछड़ा वर्ग-2 के लिए 4 और अत्यंत पिछड़ा वर्ग-1 के लिए 9 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। कुल 25 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हैं। इधर, बुंडू नगर पंचायत के 13 वार्डों में से 6 वार्ड आरक्षित किए गए हैं। इनमें अनुसूचित जाति के लिए 2, अनुसूचित जनजाति के लिए 2, पिछड़ा वर्ग-2 के लिए 1 और अत्यंत पिछड़ा वर्ग-1 के लिए 1 वार्ड शामिल है। यहां महिलाओं के लिए 5 वार्ड आरक्षित होंगे। 2008 के बाद यह दूसरा मौका होगा जब निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराए जाएंगे। रांची नगर निगम आरक्षित गैर आरक्षित वार्ड. 1 एसटी अन्य वार्ड. 2 एसटी महिला वार्ड. 3 अनारक्षित महिला वार्ड. 4 अनारक्षित अन्य वार्ड. 5 एससी अन्य वार्ड. 6 अनारक्षित महिला वार्ड. 7 अनारक्षित महिला वार्ड. 8 अनारक्षित महिला वार्ड. 9 अनारक्षित महिला वार्ड.10 अनारक्षित महिला वार्ड.11 ओबीसी वर्ग 1 अन्य वार्ड.12 एसटी अन्य वार्ड.13 एसटी अन्य वार्ड.14 एससी महिला वार्ड.15 ओबीसी 1 महिला वार्ड.16 ओबीसी 1 अन्य वार्ड.17 ओबीसी 1 महिला वार्ड.18 अनारक्षित अन्य वार्ड.19 एसटी महिला वार्ड.20 बीसी 2 अन्य वार्ड.21 ओबीसी 1 अन्य वार्ड.22 ओबीसी 1 अन्य वार्ड.23 ओबीसी 1 महिला वार्ड.24 अनारक्षित अन्य वार्ड.25 अनारक्षित महिला वार्ड.26 बीसी 2 अन्य

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:12 am

सोनीपत में दहेज उत्पीड़न का मामला आया सामने:अन्य महिलाओं से बात करने का आरोप; घर से निकालने और जान से मारने की धमकी

सोनीपत में एक विवाहिता ने पति द्वारा दहेज मांगने, मानसिक-शारीरिक उत्पीड़न और मारपीट का गंभीर आरोप लगाते हुए थाना सदर में शिकायत दी। पुलिस जांच में पति के खिलाफ आरोप सही पाए गए, जिसके बाद भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।शादी के बाद शुरू हुआ दहेज को लेकर उत्पीड़नगांव भदाना निवासी भावना ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसकी शादी 12 जुलाई 2024 को अजय निवासी माटा चौक, पानीपत से हुई थी। विवाह के दौरान उसके पिता ने अपनी हैसियत से बढ़कर दान-दहेज दिया, लेकिन इसके बावजूद ससुराल पक्ष संतुष्ट नहीं हुआ। मोबाइल छीना, पति ने छोड़ा घरभावना ने बताया कि उसके पिता ने 2 दिसंबर 2024 को उसे रेडमी कंपनी का मोबाइल फोन दिलाया था, जिसे उसके पति अजय ने उससे छीन लिया। इसके बाद 25 जनवरी 2025 को अजय बिना बताए घर से चला गया। आरोप है कि परिवार ने जानबूझकर उसे लापता दिखाने के लिए पानीपत थाना किला में झूठी शिकायत भी दर्ज करवाई। नए दहेज की मांग पर बढ़ा दबावशिकायत के अनुसार ससुराल पक्ष ने साफ शब्दों में कहा कि शादी में दिया गया सामान घटिया है और जब तक मायके से नए सामान के लिए पैसे नहीं लाए जाते, तब तक पति को घर वापस नहीं बुलाया जाएगा। इस दौरान सास-ससुर द्वारा गाली-गलौच और खाना तक न देने के आरोप भी लगाए गए।भावना ने बताया कि सास-ससुर ने उसके साथ मारपीट की और धक्के मारकर घर से बाहर निकाल दिया। साथ ही धमकी दी गई कि अगर दोबारा घर आने की कोशिश की तो उसे और उसके परिवार को जान से मार दिया जाएगा।पति ने शादी को मजबूरी बतायाभावना का आरोप है कि उसके पति ने कहा कि उसने यह शादी अपनी मर्जी से नहीं, बल्कि परिवार के दबाव में की है। पति ने यह भी स्वीकार किया कि उसने सिर्फ दहेज लेने के उद्देश्य से शादी की और वह इस रिश्ते से खुश नहीं है। शिकायत में बताया गया कि पति फोन पर अन्य महिलाओं से बातचीत करता था। जब इसका विरोध किया गया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी गई।पहले भी थाने में हुआ था समझौताभावना ने बताया कि इससे पहले भी उसने थाना सदर सोनीपत में शिकायत दी थी। उस समय ससुराल पक्ष ने थाने में गलती मानते हुए भविष्य में दहेज न मांगने और मारपीट न करने का आश्वासन दिया था। 9 मई 2025 को वह थाने से ही ससुराल गई, लेकिन कुछ समय बाद फिर से उत्पीड़न शुरू हो गया।5 जून 2025 को ससुराल पक्ष ने 30-35 हजार रुपए मायके से लाने की मांग की। आरोप है कि इस दौरान ससुर ने भावना के साथ अश्लील हरकत की और कपड़े फाड़ दिए, जबकि सास ने भी मारपीट की। पति ने भी उसका पक्ष लेने के बजाय धमकाया।112 पर कॉल, फिर मायके लौटी भावना15 जुलाई 2025 को दोबारा मारपीट और घर से निकालने की धमकी मिलने पर भावना ने 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया। पुलिस ने उसे सदर थाना सोनीपत में शिकायत देने की सलाह दी, जिसके बाद वह पिता के साथ मायके लौट आई।पुलिस जांच में पति दोषी पाया गयापुलिस जांच और काउंसलिंग के बाद यह पाया गया कि पति अजय द्वारा दहेज मांगने और मानसिक-शारीरिक उत्पीड़न के आरोप सही हैं, जबकि सास-ससुर पर लगाए गए आरोप जांच में निराधार पाए गए।उच्च अधिकारियों की अनुमति के बाद थाना सदर सोनीपत में अजय के खिलाफ BNS की धारा 85, 316(2), 115(2), 351(3) के तहत मामला दर्ज किया गया।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:12 am

300 एसटी छात्रों को हर साल मिलेगी मुफ्त आवासीय कोचिंग

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार का संकल्प हर बच्चे तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और हर युवा तक आगे बढ़ने का अवसर पहुंचाना है। वे दिशोम गुरु शिबू सोरेन इंजीनियरिंग (जेईई) एवं मेडिकल (नीट) कोचिंग संस्थान के शुभारंभ के अवसर पर बोल रहे थे। इस संस्थान के माध्यम से राज्य के अनुसूचित जनजाति वर्ग के 300 छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क आवासीय कोचिंग दी जाएगी। चयनित विद्यार्थियों के लिए भोजन और रहने की पूरी व्यवस्था भी की गई है। मुख्यमंत्री ने गुरुजी की प्रतिमा का लोकार्पण करते हुए कहा कि अब नीट और जेईई की तैयारी के लिए छात्रों को राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। रांची में ही उच्चस्तरीय कोचिंग उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि एबिलिटी टेस्ट में मामूली अंतर से पीछे रह गए प्रतिभाशाली बच्चों को दोबारा अवसर दिया जाएगा। संस्थान में पढ़ाई के साथ खेलकूद की सुविधाएं भी सुदृढ़ की जाएंगी। मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से छात्रों में आत्मविश्वास और सकारात्मक प्रतिस्पर्धा की भावना विकसित करने का आह्वान किया। इस मौके पर मंत्री चमरा लिंडा, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, मुख्य सचिव अविनाश कुमार, विकास आयुक्त अजय कुमार सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और चयनित छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। 2.14 लाख ओबीसी छात्रोंं को छात्रवृत्ति नहीं2.14 लाख ओबीसी छात्रों को पोस्ट-मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि नहीं मिली है। सत्र 2024-25 में 2,32,047 ओबीसी छात्रों ने आवेदन किया था, सिर्फ 17,931 छात्रों को ही छात्रवृत्ति का भुगतान हुआ। 2022 में राज्य में छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाकर एक लाख कर दी गई। केंद्र का अंशदान 20 हजार ही रहा। दो वर्षों तक राज्य सरकार ने अपने फंड से अतिरिक्त राशि का भुगतान किया। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि वह इससे अधिक राशि देने में असमर्थ है। 27 हजार बच्चों को नि:शुल्क भोजन में देरी छात्रावासों में पुस्तकालय की योजना अब भी अधूरी राज्य सरकार के कल्याण विभाग ने निर्णय लिया था कि छात्रावासों में हाई स्कूल और कॉलेज स्तर की पुस्तकों के साथ-साथ यूपीएससी, जेपीएससी, एसएससी, रेलवे जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकें, समाचार पत्र, मैगजीन और डिक्शनरी उपलब्ध कराई जाएंगी। पुस्तकालयों के लिए फर्नीचर और सुरक्षा गार्ड की व्यवस्था का भी प्रावधान है, लेकिन फिलहाल यह योजना फाइलों में ही सिमटी हुई है। पहले से चल रही योजनाओं की रफ्तार धीमी योजना की मुख्य बातें शैक्षणिक सत्र 2025-26 से एसटी छात्रों के लिए एक व दो वर्षीय नि:शुल्क आवासीय नीट-जेईई कोचिंग। राज्य सरकार की पोषण योजना के तहत 594 छात्रावासों के 27 हजार बच्चों को नि:शुल्क भोजन दिया जाना है, लेकिन इसमें विलंब हो रहा है। योजना के तहत एसटी, एससी, ओबीसी और अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को सुबह का नाश्ता, दोपहर और रात का भोजन मिलना है। प्रति बच्चे पर 3,000 रुपए खर्च का अनुमान है। 215 एनजीओ का चयन हो चुका है और स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को भी इससे जोड़ा जाना है, फिर भी योजना जमीन पर उतरने में देर हो रही है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:11 am

1.16 वोटर्स का नहीं मिला रिकॉर्ड, आज से मिलेंगे नोटिस:भोपाल की वोटर लिस्ट से 4.38 लाख नाम कटे; अब दावे-आपत्ति का दौर

भोपाल के कुल 1 लाख 16 लाख वोटर्स का 2003 की वोटर लिस्ट के हिसाब से रिकॉर्ड नहीं मिला है। ऐसे वोटर्स को मंगलवार से नोटिस देने की कार्रवाई शुरू होगी। वहीं, आज से ही दावे-आपत्ति का दौर शुरू हो जाएगा, जो अगले 1 महीने तक चलेगा। इस दौरान नए नाम जुड़ेंगे-हटेंगे तो संशोधन करने की कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं, एसआईआर के बाद वोटर लिस्ट से 4 लाख 38 हजार नाम हटा दिए गए हैं। जिन वोटर्स को 'नो मैपिंग' के दायरे में शामिल किया गया, वे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (एसआईआर) सर्वे के दौरान 2003 की वोटर्स लिस्ट के अनुसार डेटा नहीं दे सके। अब उनसे अगले 50 दिन के अंदर रिकॉर्ड मांगा जाएगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी भुवन गुप्ता ने बताया कि 23 दिसंबर को प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। इसके बाद 22 जनवरी तक बूथ लेवल ऑफिसर यानी, बीएलओ अपने-अपने बूथ पर बैठेंगे। इस दौरान वे नए फॉर्म 6, 7 और 8 प्राप्त करेंगे। एसआरआर में जिन मतदाताओं को 'नो मैपिंग' में रखा गया कि उन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। 50 दिन के अंदर उन्हें अपना रिकॉर्ड प्रस्तुत करना होगा। 3 स्लाइड के जरिए समझिए भोपाल में SIR का काम... 7 विधानसभा- चारों कैटेगिरी में गोविंदपुरा आगे, बैरसिया में सबसे कम

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:11 am

नवीन महाजन का इंटरव्यू:अभी डबलिंग, पलायन आदि केटेगरी में नाम काटे, SIR में आंकड़ा 7.65 प्रतिशत, ये पश्चिम बंगाल, एमपी, बिहार के आसपास

एसआईआर में करीब 41.85 लाख नाम कट चुके हैं। 11 लाख मतदाताओं को दस्तावेज प्रस्तुत करने हैं। एसआईआर पर हुए कामकाज पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन से बांग्लादेशी, रोहिंग्या आदि के नाम कटने और दूसरे राज्यों से तुलनात्मक आंकड़े व हालातों पर बातचीत- कुछ राज्यों में नाम कटने पर विवाद हुआ, यहां शांति है, कैसे मैनेज किया? दूसरे राज्यों में नाम कटने की बात करें तो यह आंकड़ा बड़े राज्यों पश्चिम बंगाल, बिहार, एमपी आदि के आसपास ही है। जिस तरह से एसआईआर के तहत हमारा आंकड़ा 7.65 प्रतिशत है, वहां भी लगभग इतना ही है। वहां भी वोटर को पूरा मौका मिला है और यहां भी दिया जाएगा। SIR में आगे क्या रहेगा? 15 जनवरी तक सभी योग्य मतदाताओं से दावे और आपत्तियां प्राप्त कर रहे हैं। निस्तारण 7 फरवरी तक हो जाएगा। जिनकी मैपिंग नहीं हो पाई है, उन्हें नोटिस जारी करके बुलाया जा रहा है। 14 फरवरी को वोटर लिस्ट का अंतिम प्रकाशन करेंगे। 41.85 लाख नाम काटने का बड़ा आंकड़ा है, यानी सिस्टम में खामी है? एसआईआर अभियान में अपनाई गई प्रक्रिया सामान्य तौर पर चलने वाली प्रक्रिया से पूरी तरह से अलग है। ऐसे में इस तरह का फर्क आना सामान्य और स्वाभाविक रहता है। बीएलओ में नाराजगी हुई थी, अब कितनी है? बीएलओ समेत सभी कर्मचारियों ने अच्छा काम किया है। इनकी अच्छी वर्किंग पर जिलेवार इनका सम्मान भी किया गया है। अब नाराजगी जैसी कोई बात नहीं है। प्रपत्र वितरण, मैपिंग के लिए नंबर वन बनने का दावा किया गया, ये कैसे? भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों पर हमने अनुमान लगाया था कि राजस्थान का नंबर बिहार के बाद अगले चरण में आएगा। ये अनुमान सही साबित हुआ। इसलिए तभी से हमने तैयारी शुरू कर दी थी। बीएलओ ने ये काम बखूबी किया। एसआईआर की अधिसूचना जारी होने तक 70 प्रतिशत मैपिंग का कार्य किया जा चुका था। कार्यों की टेंडरिंग तक हो गई थी। इसके बाद बीएलओ समेत सभी ने अच्छा काम किया। घुमंतू केसों में मैपिंग नहीं हुई, नाम कटेंगे क्या? महाजन: दस्तावेज प्रस्तुत करने पर नाम नहीं कटेंगे। आयोग ने 12 दस्तावेज तक मान्य कर रखे हैं।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:10 am

1990 में लालू के निर्देश पर 40 लोगों को बनाकर दिए गए पक्के मकान कल टूटेंगे

हाईकोर्ट के आदेश के बाद शहर से निगम एवं सरकारी भूमि अतिक्रमित कर बने अवैध निर्माण हटाए जा रहे हैं। इस क्रम में सोमवार को महुआ टोली, खादगढ़ा सब्जी मंडी परिसर में नया मामला सामने आया है। इस क्षेत्र में 40 मकान ऐसे हैं, जिन्हें 1990 में एकीकृत बिहार के तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद यादव के मौखिक निर्देश पर नगर निगम ने पक्के मकान बनाकर लोगों को दिए थे। मगर न तो नगर निगम ने इसका कोई कागजात इन्हें दिया और न ही इन मकान में 40 साल से रह रहे लोगों ने खुद कोई कागजात लेने का प्रयास किया। अब मंगलवार तक सभी को मकान खाली करने का निर्देश दिया गया है, ताकि बुधवार को इन्हें जमींदोज किया जा सके। वहीं करीब 30 ऐसे कच्चे मकान भी हैं, जिन्हें नगर निगम ने 35 साल पहले ​बाकायदा भूमि आवंटित की और इनका होल्डिंग टैक्स भी ले रहा है। अब इन सभी 30 मकानों को निगम तोड़ेगा। इधर, घर टूटने की सूचना पर एक व्यक्ति दिलेश्वर साहू उर्फ जग्गू (55 साल) की सदमे से मौत हो गई। यह था मामला: निगम ने घर का पेपर ही नहीं दिया दरअसल 1990 में लालू प्रसाद यादव को स्थानीय राजद नेत्री रानी कुमारी ने खादगढ़ा का विजिट कराया था। बेघर लोगों को उन्होंने लालू यादव से मिलवाया था। उस समय पूरा खादगढ़ा परिसर खाली था। उस समय लोकप्रियता हासिल करने के लिए तत्कालीन सीएम लालू प्रसाद ने मौखिक रूप से मकान बनाकर देने की घोषणा कर दी। नगर निगम ने भी 40 पक्के मकान बनाए और लोग आनन-फानन में उन मकान में भी रहने लगे। रानी कुमारी ने बताया कि नि:संदेश मेरे प्रयास से गरीबों को मकान मिला। नगर निगम ने आवास तो बना दिया, मगर आवंटन ही नहीं किया। गलती लोगों और नगर निगम दोनों की है। 30 कच्चे मकान ऐसे हैं जिन्हें निगम ने लोगों को भूमि आवंटन प्रमाण पत्र दिया खादगढ़ा के निकट 30 ऐसे कच्चे मकान हैं, जिसमें पहले से लोेग कब्जा करके रह रहे थे। बाद में काफी प्रयास कर नगर निगम ने विभिन्न अंतराल पर आवास निर्माण के लिए उनको भूमि आवंटित की। होल्डिंग नंबर जारी कर टैक्स भी लिया जाने लगा। मगर अब कोर्ट के निर्देश पर इतने साल बाद इन्हें नगर निगम हटाने जा रहा है। वह सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं {30 कच्चे मकान हैं, जिनको निगम ने ही भूमि आवंटित की, होल्डिंग टैक्स भी देते हैं, अब टूटेंगे {घर टूटने की सूचना मिलने पर 55 वर्षीय दिलेश्वर साहू की सदमे में हो गई मौत शिविर में दुकानदारों ने बकाया जमा किए नगर निगम द्वारा बकाएदारों से लंबित किराया जमा करने को सुगम बनाने के उद्देश्य से ढिबरी पट्टी, कला संगम अपर बाजार में एक विशेष वसूली शिविर लगाया। जिसमें बड़ी संख्या में बकाएदार पहुंचे और बकाया किराया का भुगतान किया। इसमें ईस्टर्न सर्किल के दुकानदारों से 3,63,512 रु. और वेस्टर्न सर्किल के दुकानदारों से 10,86,318 रुपए निगम को प्राप्त हुए। 37 लाख किराया बाकी रखने पर दुकान सील नियमत: सही हैं तो जांच कर समाधान निकाला जाएगा अगर निगम के द्वारा किन्हीं को भूमि आवंटन किया गया है, वे नियमत: सही हैं तो इसकी जांच कर समाधान निकाला जाएगा। अजय तिर्की के साथ कुछ लोग आए थे, उन्होंने कुछ समय मांगा है। हमने उन्हें 15 जनवरी तक का समय दिया है। ताकि वे अपने रहने का दूसरा ठिकाना ढूंढ़ लें। - सुशांत गौरव, प्रशासक, रांची नगर निगम केस-2: सुखी देवी को जमीन दी गई। जिनका होल्डिंग नंबर 0310004186000 ए6 है। ये भी नियमित होल्डिंग टैक्स जमा कर रही हैं। इनका भी बिजली और पानी का वैध कनेक्शन है। केस-1: हूरना को निगम ने नौ मार्च 1979 को 1200 वर्गफीट जमीन आवंटित की। होल्डिंग नं. 03100041900000 है। रेगुलर होल्डिंग टैक्स भी दे रही हैं। घर में बिजली-पानी का कनेक्शन भी है। इधर, अपर बाजार में निगम की सख्ती रांची | नगर निगम द्वारा निगम से आवंटित भूमि एवं दुकानों का लंबे समय से मासिक किराया भुगतान नहीं करने वाले बकाएदारों के खिलाफ अभियान चलाया गया। निगम की टीम ने सराय रोड, अपर बाजार स्थित निगम स्वामित्व की एक दुकान को सील कर दिया। इस दुकान का संचालन बच्चा नारायण सिंह द्वारा किया जा रहा था। इनके द्वारा लंबे समय से किराये का भुगतान नहीं किया जा रहा था। नगर निगम ने इनको समय-समय पर तीन लिखित नोटिस तथा कई बार मौखिक रूप से भी बकाया किराये का भुगतान करने को कहा। इसके बावजूद भुगतान नहीं किया गया। संबंधित दुकान पर कुल 37,49,782 रुपए किराया बकाया था।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:09 am

ई-अटेंडेंस लागू होते ही उजागर हुआ सैलरी घोटाला:जबलपुर नगर निगम में 600 से ज्यादा कर्मचारी ‘गायब’, हर माह बांटे 90 लाख रुपए

जबलपुर नगर निगम में 600 से ज्यादा ऐसे कर्मचारी हैं, जिन्होंने अचानक काम पर आना बंद कर दिया। खुलासा हुआ तो पता चला कि नगर निगम हर माह 90 लाख रुपए मेहनताना के रूप में इन कर्मचारियों को दे रहा था। कमिश्नर के संज्ञान में जब यह मामला आया तो उन्होंने जांच के आदेश दिए हैं। इसके साथ ही उन कंपनियों से भी जवाब मांगा जा रहा है, जिनके अंडर ये लोग काम कर रहे थे। हाल ही में नगर निगम में ई-अटेंडेंस को फेस रिकॉग्निशन के नियम से जोड़कर शुरू किया गया है। इसमें कर्मचारी की उपस्थिति फेस से लग रही है। जैसे ही यह नियम लागू हुआ तो लगभग 90 लाख रुपए प्रतिमाह की चोरी बंद हो गई। अक्टूबर माह के बाद से 600 से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी अटेंडेंस लगाने नहीं आए हैं।सामाजिक संगठनों ने मांग की है कि अक्टूबर के पहले तक इन 600 कर्मचारियों का पैसा किन लोगों की जेब में जा रहा था, इस मामले की जांच की जाए, क्योंकि इस घोटाले की राशि बढ़ सकती है। क्या भूतों को बांट रहे थे सैलरीनगर निगम कमिश्रर रामप्रकाश अहिरवार ने अक्टूबर माह में कर्मचारियों की ई-अटेंडेंस को अनिवार्य करते हुए फेस रिकॉग्निशन से जोड़ दिया है। उद्देश्य यह है कि फर्जीवाड़ा खत्म हो। जबलपुर नगर निगम में कुल मिलाकर 8400 कर्मचारी काम करते हैं। इनमें नियमित, दैनिक वेतनभोगी और आउटसोर्स कर्मचारी शामिल हैं।अक्टूबर माह में जैसे ही यह सिस्टम लागू हुआ तो 600 से ज्यादा आउटसोर्स कर्मचारी अटेंडेंस लगाने नहीं पहुंचे, इसमें कुछ नियमित भी हैं। नगर निगम में यह नियम लागू किया गया तो सबसे पहले 32 नियमित कर्मचारी लापता पाए गए। इन लोगों ने भी बीते 2 माह से ई-अटेंडेंस ही नहीं लगाई। नेताओं को व्यवस्था से परहेज नगर निगम में सिस्टम लागू होते ही, जो कर्मचारी गायब रहते थे, वो तो पटरी पर आ गए है, पर कुछ ऐसे नियमित कर्मचारी भी है, जो कि कर्मचारी नेता हैं, और विभागीय काम करने की जगह नेतागिरी में लगे रहते हैं, उन्हें इस नई ई-अटेंडेंस से परहेज हो रहा है। निगम कमिश्नर राम प्रकाश अहिरवार का कहना है कि ज्यादा बड़ी संख्या आउटसोर्स कर्मचारी की हैं। लगभग 600 आउटसोर्स कर्मचारी ऑनलाइन अटेंडेंस नहीं लगा रहे। अक्टूबर के बाद से उनकी तनख्वाह नहीं बनी है। शिकायत मिली तो पुराने भुगतान की जांच नगर निगम आयुक्त राम प्रकाश अहिरवार का कहना है कि हमने इस मामले में कुछ कंपनियों से जवाब मांगा है. उनका कहना है कि सभी कर्मचारी लगातार काम नहीं करते. इसलिए हम उनकी अटेंडेंस नहीं लगा रहे. अभी तक इस मामले में पुरानी भुगतानों पर जांच नहीं की जा रही है.यदि कोई शिकायत करता है तो फिर आगे कार्रवाई होगी। जानकारों का कहना है कि आउटसोर्स कर्मचारी के नाम पर ऐसे घोटाले केवल जबलपुर नगर निगम में नहीं हैं, बल्कि यदि इसकी बारीकी से सभी विभागों में लगे आउटसोर्स कर्मचारी की पड़ताल की जाए तो पूरे प्रदेश में कई मामले सामने आएंगे। ऐसे लगती है एप से अटेंडेंस अक्टूबर माह से नगर निगम के सभी अधिकारी और कर्मचारियों के लिए एप जनरेट किया गया है जिसका नाम है ' आधार फेस ' इसके जरिए कर्मचारी जैसे ही अपने मोबाइल पर एप को खोलेगा तो उसका चेहरा स्कैन हो जाएगा। इसके साथ ही समय और लोकेशन भी आ जाएगी। इस तरह से शाम के समय जब टाइम आउट होगा, तब भी कर्मचारी को यह प्रक्रिया अपनानी होगी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:05 am

जिंदगी से खिलवाड़ करने वाले 124 वाहन चालकों पर FIR:कोहरे में सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए चलाया जा रहा विशेष अभियान, 3015 वाहन सीज

मेरठ में घने कोहरे के बीच लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते घूम रहे वाहन चालकों के विरुद्ध एक्शन शुरू हुआ है। ऐसे वाहनों को न केवल सीज अथवा चालान किया जा रहा है बल्कि वाहन चालक के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई जा रही है। 11 दिसंबर से शुरुआत हुए अभियान में अभी तक 124 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं जबकि कार्रवाई की जद में आने वाले वाहनों की संख्या 3 हजार से अधिक है। पहले एक नजर डालते हैं अभियान पर कोहरे के दस्तक देते ही प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में भी इजाफा हुआ है। कई बड़े हादसे हुए हैं, जिनमें काफी लोग जान भी गवा चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं लापरवाही के चलते हुई। या तो हाईवे किनारे खड़े वाहन से वाहन टकराया या फिर रॉन्ग साइड आ रहे वाहन के चलते दुर्घटना हो गई। ऐसी स्थिति से निपटने के लिए सड़कों पर सख़्ती बरतने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यवाही की जद में आए बड़े वाहन अफसरों की माने तो 10 दिन के अभियान में सबसे ज्यादा करवाई ट्रक और ट्रैक्टर के विरुद्ध की गई है। लगातार बड़े वाहन चालको को अपने वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगवाने के निर्देश दिए जा रहे हैं। ताकि हादसे की संभावनाएं ना बने। उसके बावजूद मनमानी काम नहीं हो रही। इसी मनमानी को रोकने के लिए यह विशेष अभियान शुरू कराया गया है जो 31 दिसंबर तक प्रभावी रहेगा। अफसरों को दिए गए गश्त के निर्देश सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस अफसरों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यह अफसर रात को 9 से 11 अपने क्षेत्र में पड़ने वाले स्टेट हाईवे और नेशनल हाईवे का भ्रमण करेंगे। इनका मुख्य कार्य हाईवे अथवा स्टेट हाईवे पर सड़क किनारे किसी भी वाहन को खड़ा होने से रोकता है। मनमानी पर सख़्ती से निपटने के निर्देश ऐसी स्थिति में मनमानी करने वाले वाहन सीज करने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 10 दिन में 124 FIR दर्ज हुई हैं और 3002 वाहनों के विरुद्ध सीज और चालान की कार्रवाई की गई है। एसएसपी बोले- आगे भी जारी रहेगी सख़्ती SSP डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि वाहन चालक की एक छोटी सी लापरवाही के कारण दुर्घटना होती है। इसी लापरवाही को कार्यवाही का आधार बनाया गया है। जिन वाहनों की ब्रेक लाइट, टेल लाइट ठीक नहीं है। जिन वाहनों पर रिफ्लेक्टर नहीं लगाए गए हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल 31 दिसंबर तक यह सख़्ती जारी रहेगी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:05 am

निशुल्क दवा योजना का दर्द:एसएमएस में दवाओं का टोटा, एक से दूसरे काउंटर चक्कर काट रहे मरीज

सवाई मानसिंह अस्पताल में मरीजों को निशुल्क दवा योजना के तहत दवाएं नहीं मिल रही हैं। मरीज एक से दूसरे काउंटर पर चक्कर काट रहे हैं। अस्पताल में एंटीबायोटिक, एलर्जी, पेट साफ करने, ब्लड शुगर, मिर्गी, अस्थमा, बुखार और कोलेस्ट्राल कम करने सहित कई बीमारियों की 50 से ज्यादा दवाएं काउंटर पर नहीं मिलने के कारण मजबूरन मेडिकल स्टोर से खरीदनी पड़ रही है। एसएमएस अस्पताल में राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आरएमएससीएल) की ओर से समय पर दवाओं की आपूर्ति नहीं की जा रही है। वही अस्पतालों को माह में एक ही बार एनओसी देने से दवा मिलने में दिक्कत आ रही है। अशोक गहलोत सरकार के समय प्रदेश में संचालित निशुल्क दवा योजना का बजट वर्ष 2011-12 में 195 करोड़ रुपए था, जो अब वर्ष 2025-26 में बढ़कर 2500 करोड़ रुपए पहुंच गया है। फिर भी दवाओं की कमी है। निशुल्क दवा योजना का नाम बदलकर सरकार ने मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना (दवा) कर दिया है। एसएमएस अस्पताल में ये दवा उपलब्ध नहीं ट्रायक्सीनोलोन - एलर्जी, एक्जिमा एवं सोरायसिस ट्रेेटिन क्रीम - पिंपल्स या धब्बों को हटानाएडाप्लीन - कील-मुंहासों को साफ करना एजेलिक एसिड - स्किन की सूजन, एवं मुंहासों के लिए लिक्विड पैराफीन - चर्म रोग प्रीगाबालिन - मिर्गी लेक्टूलोज सोल्यूशन - पेट साफ ग्लीमप्राइड - ब्लड शुगरपैरासिटामॉल टेबलेट - पेन किलर -( इस तरह की 50 दवाएं शामिल हैं) अस्पतालों में दवाओं की आपूर्ति के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। इसी माह 500 दवाओं के लिए कार्यादेश जारी किया है। अन्य दवाएं भी जल्द उपलब्ध करवा देंगे। -पुखराज सैन, प्रबंध निदेशक, आरएमएससीएल निशुल्क दवा योजना में शामिल कुछ दवाओं की शोर्टेज चल रही है। कुछ दवाओं की आपूर्ति हो गई है। एनओसी मिलने के बाद गंभीर रोगों की दवाएं पहले खरीदी जा रही है।-डॉ. मृणाल जोशी, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पतालों में दवाओं की अनुपलब्धता का कारण आगे से आपूर्ति का नहीं होना है। हम मरीजों की परेशानियों को देखते हुए स्थानीय स्तर पर खरीदते है। आरएमएससीएल को माह में एक की बजाय दो बार एनओसी देने के लिए कहा है ताकि मरीजों को राहत मिले। -डॉ. दीपक माहेश्वरी, प्राचार्य, एसएमएस मेडिकल कॉलेज

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:04 am

ब्रज क्षेत्र बना पर्यटकों की पहली पसंद:संख्या में आया रिकॉर्ड उछाल,सितंबर तक आये 7 करोड़ से ज्यादा पर्यटक

उत्तर प्रदेश सरकार की पर्यटन नीतियों और बुनियादी ढांचे के विकास का परिणाम अब धरातल पर दिखने लगा है। कान्हा की नगरी मथुरा- वृंदावन सहित पूरा ब्रज क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बन गया है। सरकार द्वारा आध्यात्मिक विरासत को सहेजने और आधुनिक सुविधाओं के विस्तार से ब्रज का खोया हुआ गौरव वापस लौट रहा है। आवागमन हुआ सुलभ, बुनियादी ढांचे में सुधार ब्रज क्षेत्र को विश्वस्तरीय सुविधाओं से जोड़ने के लिए योगी सरकार ने कनेक्टिविटी पर विशेष ध्यान दिया है। बेहतर सड़कें, हाईवे और यमुना एक्सप्रेस-वे के साथ- साथ रेल मार्ग के सुदृढ़ीकरण से श्रद्धालुओं का आवागमन सुलभ हुआ है। अब दिल्ली, आगरा और लखनऊ जैसे शहरों से मथुरा पहुँचना पहले से कहीं अधिक आसान और सुखद हो गया है। पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि सरकार द्वारा ब्रज के विकास पर केंद्रित नीतियों का सीधा असर आंकड़ों में साफ नजर आता है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार, ब्रज क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। वर्ष 2023 में मथुरा पहुँचने वाले कुल पर्यटकों की संख्या लगभग 7 करोड़ 79 लाख 272,99 थी। वर्ष 2024 में यह संख्या बढ़कर 9,00,817,88 से अधिक हो गई है। वहीं जनवरी-2025 से सितंबर- 2025 तक में पर्यटकों की संख्या 7,20,000,00 से अधिक दर्ज की गई। ब्रज बनेगा दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हमारा लक्ष्य ब्रज की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित करना है। ब्रज क्षेत्र में सुविधाओं का विस्तार, उत्सवों का भव्य आयोजन और आध्यात्मिक विरासत का संरक्षण हमारी प्राथमिकता है। पर्यटकों की बढ़ती संख्या स्थानीय अर्थव्यवस्था को मज़बूती दे रही है और रोज़गार के नए अवसर सृजित कर रही है। आने वाले समय में ब्रज दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक पर्यटन केंद्र बनेगा। हर श्रद्धालु को सुविधा, हमारी प्राथमिकता प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति अमृत अभिजात ने जानकारी दी कि पर्यटकों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क, गाइड सेवाओं तथा डिजिटल सूचना केंद्रों की संख्या में वृद्धि की गई है। साथ ही ब्रज क्षेत्र के पर्यटन विकास को अयोध्या-प्रयागराज-काशी की तर्ज पर विस्तारित करने की योजना तैयार की गई है। ब्रज क्षेत्र में एक्सपीरियंसल टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों को पर्यटन से जोड़ा जा रहा है तथा महिला स्वयं सहायता समूहों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। इसके साथ ही स्थानीय कारीगरों एवं पारंपरिक शिल्पकारों को जोड़ते हुए एग्री-रूरल टूरिज्म की संभावनाओं को मजबूत करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह है कि जो पर्यटक वर्तमान में एक दिन के लिए मथुरा-वृंदावन आते हैं, उनके ठहराव की अवधि को एक हफ्ते तक बढ़ाया जा सके और उन्हें ब्रज क्षेत्र की संस्कृति, ग्रामीण जीवन और स्थानीय अनुभवों से जोड़ा जा सके। पर्यटकों की संख्या बढ़ने से स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर सृजित हुए हैं। होटल व्यवसाय, हस्तशिल्प और स्थानीय परिवहन से जुड़े हजारों परिवारों की आय में वृद्धि हुई है, जिससे ब्रज क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को नई मजबूती मिली है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:04 am

यमुनानगर में लव मैरिज के बाद किडनैपिंग और VIDEO ट्विस्ट:युवती बोली- इस्लाम में लौटना चाहती हूं, पति ने कहा- वो किसी के दबाव में है

हरियाणा के यमुनानगर में हिंदू युवक से लव मैरिज करने के बाद किडनैप हुई 21 वर्षीय शबनम का अभी पुलिस पता नहीं लगा पाई है। इसी बीच सोमवार को उसका एक 29 सेकेंड का VIDEO जारी हुआ। जिसमें वो कह रही है कि जबरन कोर्ट में मैरिज करवाई। धर्म बदलवाया, अब इस्लाम में लौटना चाहती है। इस वीडियो पर पति मांगे राम का कहना है कि शबनम जहां भी है, उस पर भारी दबाव है और उसकी जान को भी खतरा है। पुलिस उसे जल्दी बरामद करे। लड़की की ज्यादातर रिश्तेदारी हिमाचल में है, ऐसे में शक है कि किडनैपिंग के बाद उसे वहीं कहीं छिपाया गया है। दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि अभी लड़की बरामद नहीं हुई है। यह संभावना है कि वीडियो दबाव में बनवाया गया हो। बरामदगी के बाद कोर्ट में बयान होंगे, उन्हीं से सबकुछ तय होगा। इसी बीच दैनिक भास्कर एप से बातचीत में 22 वर्षीय मांगे राम ने अपनी 3 साल की डेटिंग और रिलेशनशिप की पूरी कहानी शेयर की। अब सिलसिलेवार पढ़ें, 3 साल के लव, फिर कोर्ट मैरिज और किडनैपिंग तक की कहानी... 22 दिसंबर को शबाना का वीडियो सामने आया 22 दिसंबर शबाना के एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें उसने कहा-मेरा नाम शबाना। मांगे राम नाम का लड़का है, उसके साथ जबरदस्ती कोर्ट मैरिज की। उसके जीजा ने उसका पूरी साथ दिया। उन्होंने मैं हिंदू बनाई। मैं धर्म में आना चाहूं। मैं इस्लाम धर्म में रहना चाहूं। वीडियो में किसी की गोद में लेटी है, पीछे से आवाजें आ रहीसामने आई इस वीडियो में दिख रहा है कि शबाना किसी की गोद में सिर रखकर लेटी है। ऐसा लग रहा है कि किसी गाड़ी के अंदर वीडियो रिकॉर्ड किया गया है। बीच-बीच में हॉर्न बजने की आवाज आ रही हैं। शबाना वही कह रही है, जो उसे वीडियो रिकॉर्ड करने वाला बोलने को कह रहा है। इस दौरान शबाना के हाथ में शादी की अंगूठी और मेहंदी नजर आ रही है। मांगे बोला-वो घबराई हुई है, कोई बुलवा रहा हैनवविवाहिता के जारी वीडियो पर पति मांगे राम ने कहा कि शबाना के ऊपर दबाव बनाकर यह वीडियो बनवाया गया है। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि वह घबराई हुई है और यह भी सुनाई दे रहा है कि उससे यह यह पीछे से कोई बुलवा रहा है। शबाना के ऊपर शादी को लेकर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया गया। यह शादी दोनों की सहमति से हुई है। पुलिस बोली-कोर्ट में दिए बयान ही मान्य होंगेछछरौली थाना प्रभारी रोहताश सिंह ने कहा कि युवती अभी परिजनों के कब्जे में है। जारी वीडियो में युवती से दबाव में भी बुलवाया जा सकता है। अभी युवती बरामद नहीं हुई है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में हिमाचल प्रदेश में दबिश दे रही है। युवती के बरामद होने के बाद कोर्ट में जो वह बयान देगी वही मायने रखते हैं। फिलहाल केस में किसी की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:00 am

नारनौल में गैंग के अंदर वर्चस्व की जंग!:पुलिस को गैंग में फूट की आशंका, बाहरी युवाओं की भूमिका, मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर फरार

हरियाणा के नारनौल में एक गैंग के युवाओं द्वारा उसी गैंग के प्रमुख सुरेंद्र चीकू के करीबी पर किए गए हमले को पुलिस अलग-अलग ऐंगल से देख रही है। पुलिस की माने तो यह वर्चस्व की लड़ाई भी हो सकती है। वहीं इसमें बाहरी युवाओं का रोल होने पर इसको अन्य घटना से भी जोड़ा जा रहा है। फिलहाल इस मामले में मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर फरार है। बीते 17 दिसंबर को नसीबपुर में जेठू बाबा मंदिर के पास चीकू के करीबी विक्रांत उर्फ विक्की डोहर पर बोलेरो गाड़ी व बाइक पर सवार होकर आए करीब 20 युवाओं ने हमला कर दिया था। इस हमले के बाद विक्की डोहर बुरी तरह जख्मी हो गया था। जिसके बाद उसको इलाज के लिए जयपुर भर्ती कराया गया है। इस हमले के बाद पुलिस ने मौके पर जाकर वहां से कई अहम सबूत के अलावा एक अवैध हथियार भी बरामद किया था। जिसके बाद विक्रांत के कजन ब्रदर नरेंद्र की शिकायत पर पुलिस ने तीन नामजद बब्बू खायरा, वाशू पोंटी व अभय बाछौद के अलावा करीब 15 अन्य युवाओं पर आर्म्स एक्ट व अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया। एक को किया गिरफ्तार, दो फरार पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी अभय बाछौद को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। अभय के अलावा अन्य में से पुलिस ने आठ युवाओं को भी गिरफ्तार किया है। जिनमें से अन्य चार से पांच युवाओं पर भी अनेक मामले दर्ज हैं। जबकि तीन युवा इनमें नए अपराध में आए हैं। एक अन्य में शहर का नामी भी शामिल वहीं पुलिस की माने तो एक अन्य में पुलिस का एक नामी विक्रम भी शामिल है। जो उस समय घटना स्थल पर तो नहीं था, मगर वह दूर से ही इसकी प्लानिंग बनाने तथा इस पूरे घटनाक्रम को अंजाम देने में लगा था। पुलिस उसको भी तलाश कर रही है। दो हिस्ट्रीशीटर इस मामले में अभी जो दो आरोपी बब्बू खायरा व विक्रम फरार हैं। ये दोनों ही हिस्ट्रीशीटर अपराधी हैं। पुलिस की मानें तो पुलिस दोनों की तलाश में जुटी है तथा शीघ्र इनको भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अभी तक ये गिरफ्तार पुलिस की गिरफ्त में आए इन 9 आरोपियों में से अधिकांश का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। गिरफ्तार आरोपियों में महेश वासी बाछोद शामिल है, जिस पर पहले से ही हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा अजय वासी सिहोर पर हत्या, अपहरण और दंगे भड़काने के कई मामले हैं। पुलिस ने इनके साथ निखिल वासी मोहल्ला रावका नारनौल, प्रवीन वासी खुडाना, कुलदीप वासी सिहोर और रक्षक वासी सिहोर को भी गिरफ्तार किया है, जिन पर लूट, मारपीट और अन्य मामले दर्ज हैं। सीआईए नारनौल ने संदीप वासी बव्वा रेवाड़ी, सचिन वासी सिहोर और नरेश वासी खुडाना को भी गिरफ्तार किया है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:00 am

हरियाणा में CSIR-UGC NET पेपर केस में कोचिंग संचालक मास्टरमाइंड:सरकारी कर्मचारी भी शामिल; 6 स्टेट के लड़के-लड़कियां पहुंचे, इनमें 12 के पेरेंट्स टीचर

हरियाणा के गोहाना में पकड़े गए सीएसआईआर-यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (CSIR-UGC NET) पेपर की सौदेबाजी में कई खुलासे हुए हैं। इस मामले का मास्टरमाइंड धीरज धनखड़ को बताया गया है, उसके भाई नीरज व सचिन की गिरफ्तारी हुई है। धीरज का रोहतक में कोचिंग सेंटर है। इस मामले में 5 नामजद हुए हैं। इनमें धीरज के अलावा पवन व आशीष के नाम हैं। पवन रोहतक की यूनिवर्सिटी में अस्थाई असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुका है। पवन व आशीष की भूमिका पेपर के लिए खरीददार ढूंढने की रही। नीरज को दिल्ली सरकार का कर्मचारी बताया जा रहा है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है। एक आरोपी के सेना में होने की बात भी कही जा रही है। इनके अलावा सोनीपत के एक व्यक्ति का नाम भी सामने आ रहा है, जो दिल्ली पुलिस से बर्खास्त है। 17 दिसंबर को रोहतक CM फ्लाइंग की छापेमारी में गोहाना एरिया में नरवाल कबड्डी एकेडमी के 2 कमरों में मिले 28 लड़कियां व 9 लड़के मिले थे। ये सभी स्टूडेंट्स हैं और इनमें से 12 के पेरेंट्स टीचर हैं। ये युवा हरियाणा के अलावा, राजस्थान, उत्तराखंड, जम्मू, दिल्ली व आंध्रप्रदेश के हैं। सिलसिलेवार पढ़ें…CM फ्लाइंग से जिसे बड़ी कार्रवाई बताया, पुलिस क्यों नकार रही 17 दिसंबर को 3 जिलों की 8 टीम ने की कार्रवाईरोहतक सीएम फ्लाइंग ने रोहतक CIA, STF, महिला थाने के अलावा पानीपत व सोनीपत जिलों की 8 टीमों के साथ 17 दिसंबर को कार्रवाई की। अगले दिन कंप्यूटर आधारित मोड में CSIR-UGC NET का पेपर था। मौके पर 37 स्टूडेंट्स और पेपर आउट का झांसा देने वाले आरोपी मिले। रोहतक के नीरज धनखड़ व सचिन की गिरफ्तारी हुई। सीएम फ्लाइंग के SI कर्मबीर की शिकायत पर गोहाना सदर थाने में केस दर्ज हुआ, जिसमें धीरज धनखड़, पवन व आशीष को भी आरोपी बनाया गया, जो अभी फरार हैं। FIR में दावा- अभ्यर्थियों के साथ साढे़ 3 से 4 लाख में सौदारेड टीम में शामिल रहे सूत्रों के अनुसार आरोपियों ने परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के साथ साढ़े 3 से 4 लाख रुपए में परीक्षा का सौदा किया था। इसमें नेट के लिए साढ़े 3 लाख और जेआरएफ के लिए 4 लाख रुपए मांगे गए थे। किसी स्टूडेंट से पैसे एडवांस नहीं लिए बल्कि आधे पैसे परीक्षा तो बकाया रिजल्ट के बाद देने थे। गारंटी के तौर पर अभ्यर्थियों के ओरिजिनल डॉक्यूमेंट गिरवीआरोपियों ने अभ्यर्थियों से पहले पैसे तो नहीं लिए, लेकिन जमानत के तौर पर उनके ओरिजिनल डॉक्यूमेंट जमा करवा रखे थे। इसमें 10वीं व 12वीं की मार्कशीट, बीए व एमए की मार्कशीट शामिल थी, ताकि परीक्षा होने के बाद वह मार्कशीट लेने आए तो उनके पैसे भी जमा करवा देंगे। मुख्य आरोपी धीरज, 2 लोग लाते थे कस्टमरगिरोह का मास्टरमाइंड धीरज धनखड़ है, जो पूरे मामले को संभालता था। उसका भाई नीरज धनखड़ अभ्यर्थियों के साथ डील करता था, जिसके साथ सचिन सहायक के रूप में रहता है। पवन व आशीष कस्टमर लेकर आते थे, जिनका कमीशन बंधा हुआ था। ये दोनों कोचिंग सेंटर व यूनिवर्सिटी से अभ्यर्थियों के साथ डील करते थे। मुख्य आरोपी धीरज का कोचिंग सेंटर, आरोपी पवन खुद रहा शिक्षकधीरज धनखड़ का रोहतक में कोचिंग सेंटर बताया गया है, जबकि एक मामले में अभ्यर्थियों के साथ डील करने वाला आरोपी पवन खुद रोहतक की यूनिवर्सिटी में एडहॉक पर असिस्टेंट प्रोफेसर रह चुका है। अब आरोपी पवन कमीशन के आधार पर पेपर लीक मामले में जुड़ा हुआ है। आधे स्टूडेंट को नहीं पता कि कितने रुपयों में हुई डील​​​​​​​सूत्रों के अनुसार छापेमारी के दौरान मौके पर मिले अभ्यर्थियों में से आधों को तो यह भी नहीं पता था कि कितने रुपयों में डील की गई थी। उनके अभिभावकों ने जाने के लिए कहा तो वह चले गए और प्रश्न पत्र मिलने पर तैयारी कर रहे थे। 18 दिसंबर को परीक्षा के बाद सभी अभ्यर्थियों के पेपर लेकर पुलिस ने मिलान के लिए भेजा हुआ है। मोबाइल पर मिला था प्रश्न पत्रCM फ्लाइंग की ओर से दर्ज करवाई गई FIR के अनुसार, नीरज ने खुलासा किया कि उसका भाई धीरज मोबाइल पर पेपर भेजता था। वह मौके पर मौजूद लैपटॉप और दो प्रिंटर के जरिए प्रिंट निकालकर छात्रों को बांटता था। साथ ही कबड्डी एकेडमी की बिल्डिंग में उनकी तैयारी करवाता था। गिरोह के अन्य सदस्यों के नाम सामने आए​​​​​​​पुलिस द्वारा नीरज और सचिन से हुई पूछताछ में गिरोह के कई अन्य सदस्यों के नाम भी सामने आए। इनमें धीरज, पवन और आशीष के नाम बताए गए। पुलिस ने गोहाना सदर थाने में 5 व्यक्तियों नीरज कुमार धनखड़, सचिन, धीरज, पवन व आशीष के खिलाफ CM फ्लाइंग रोहतक के SI कर्मबीर की शिकायत पर धारा 316(2), 318(4), 61(2) BNS के तहत केस दर्ज किया है। खुलासे के बाद पुलिस का दावा-पेपर लीक नहीं हुआFIR दर्ज होने के 4 दिन बाद तक पुलिस चुप्पी साधे बैठे रही। FIR की सीक्रेट रखा गया। दैनिक भास्कर एप में FIR का खुलासा होते ही 22 दिसंबर को गोहाना में ACP राहुल देव प्रेसवार्ता की। जिसमें दावा किया कि 18 दिसंबर को हुई सीएसआईआर–यूजीसी नेट का पेपर लीक नहीं हुआ। कुछ युवक अभ्यर्थियों को धोखाधड़ी कर पेपर लीक का झांसा दे रहे थे। सीएम फ्लाइंग की टीम एक संदिग्ध गाड़ी का पीछा करते हुए रायत बाहरा इंजीनियरिंग कॉलेज तक पहुंची थी। इसराना क्षेत्र से कुछ युवक पेपर लीक का आश्वासन देकर अभ्यर्थियों को कॉलेज परिसर में बुलाने की कोशिश कर रहे थे। जांच के लिए SIT गठित​​​​​​​एसीपी राहुल देव ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सोनीपत एसीपी जीत सिंह के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की गई है। एसआईटी पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर उन्हें पेपर लीक का झांसा दिया गया था, लेकिन असल में यह एक ठगी का मामला है। एफआईआर में 37 स्टूडेंट्स का जिक्र, ACP बोले-15-16 थे​​​​​​​सीएम फ्लाइंग की एफआईआर में कबड्डी एकेडमी में 37 स्टूडेंट्स मिलने की बात कही। सभी के नाम पते नोट कर छोड़ दिया गया। वहीं, 22 दिसंबर को प्रेसवार्ता में कबड्डी एकेडमी में रेड के दौरान 15-16 स्टूडेंट्स मिलने की बात कही गई। एसीपी राहुल देव का कहना है कि पेपर लीक होने का दावा किसी भी एजेंसी ने नहीं किया है। ------------------------------ ये खबर भी पढ़ें :- हरियाणा में CSIR-UGC NET पेपर केस में खुलासा:ACP बोले- लीक नहीं हुआ, स्टूडेंट्स को प्रश्न पत्र देने की कहकर कबड्‌डी एकेडमी लाए; 2 गिरफ्तार हरियाणा में संयुक्त सीएसआईआर-यूजीसी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (CSIR-UGC NET) के पेपर लीक दावे और गोहाना में दर्ज कराई गई FIR में खुलासा हुआ है। सोमवार को गोहाना के ACP राहुल देव ने कहा कि पेपर लीक नहीं हुआ, बल्कि ये पूरा मामला बच्चों को फंसाकर उनसे लाखों रुपए ऐंठने (चीटिंग) का था। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 5:00 am

16 फरवरी को होंगे बार एसोसिएशन के चुनाव:8 और 9 जनवरी को होगा नामाकंन, 15 को जारी होगी अंतिम सूची

बार एसोसिएशन चुनाव के लिए के लिए 16 फरवरी की प्रस्तावित तारीख तय की गई है। 8 और 9 जनवरी को दावेदार अपने नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। वहीं सदस्यता शुल्क जमा करने के लिए मंगलवार शाम चार बजे तक का अंतिम मौका दिया गया है। एल्डर्स कमेटी की बैठक में यह निर्णय लेते हुए चुनावी कार्यक्रम की घोषणा भी कर दी गई। एक जनवरी को होगा मतदाता सूची का प्रकाशन एल्डर्स कमेटी चेयरमैन उमाशंकर गुप्ता ने बताया कि चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक एक जनवरी को मतदाता सूची का प्रकाशन होगा। 2 और 3 जनवरी को आपत्तियां मांगी जाएंगी। आपत्तियों के निस्तारण के बाद 5 जनवरी को अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी जाएगी। इसके बाद 8 व 9 जनवरी को नामांकन, 12 को नामांकन पत्रों की जांच, 13 को नाम वापसी और 15 को प्रत्याशियों की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी। पुलिस-प्रशासन की सहमति का इंतजार यूपी बार काउंसिल चुनाव, हाईकोर्ट के निर्देश, मतदान के लिए डीएवी डिग्री कॉलेज की उपलब्धता व पुलिस-प्रशासन की उपलब्धता पर चर्चा के बाद फिलहाल मतदान के लिए 16 फरवरी की प्रस्तावित तारीख तय की गई है। हालांकि कॉलेज व पुलिस-प्रशासन से बैठक व उनकी सहमति मिलने के बाद ही मतदान की फाइनल तारीख घोषित की जाएगी। एल्डर्स कमेटी की बैठक में हरिश्चंद्र श्रीवास्तव, ओमप्रकाश मिश्रा, सतीश कुलश्रेष्ठ, शिवशरण मिश्रा मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:34 am

जीतो 1 करोड़ QUIZ:22 दिसंबर, 2025 की QUIZ में 'बोट वेव सिग्मा स्मार्ट वॉच' जीतने वाले 50 विनर्स

दैनिक भास्कर एप के 22 दिसंबर, 2025 के ‘जीतो 1 करोड़ QUIZ’ में सभी सवालों के सही जवाब देकर “बोट वेव सिग्मा स्मार्ट वॉच” जीतने वाले 50 विनर्स की लिस्ट सामने आ गई है। अभी खेलें>> रोज खेलें ‘जीतो 1 करोड़ QUIZ’ और डेली प्राइज जीतने के साथ ही बंपर प्राइज जीतने का चांस भी बढ़ाएं। अभी खेलें>>

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:30 am

सबसे ज्यादा 16 ठिकानों तक पहुंचने में जवान सफल:जंगल-पहाड़ों के बीच नक्सलियों की रायफल बनाने वाली फैक्ट्री को फोर्स ने ध्वस्त किया

सुकमा जिले में फोर्स ने मीनागट्टा इलाके में जंगल-पहाड़ों के बीच छिपी नक्सलियों की हथियार फैक्ट्री ध्वस्त कर दी। इसमें सिंगल शॉट रायफल व अन्य हथियार बनाए जा रहे थे। जवानों की आमदरफ्त अव जंगलों में लगातार बढ़ती चली जा रही है। जवानों की इसी आमदरफ्त का फायदा ये मिल रहा है कि नक्सलियों के सुरक्षित ठिकानों का पता भी जवानों को चल पा रहा है। बीते एक साल में सुकमा और बीजापुर जिलों में 20 से ज्यादा जगाहों पर जवान दबिश देकर नक्सलियों की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री व हथियारों के डंप को बरामद कर चुके हैं। दरअसल बीते एक साल में बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर और कोंडागांव जिलों में आत्मसमर्पण हुए हैं, उसके बाद इन्हीं आत्मसमर्पित नक्सली से पुलिस को गोपनीय ठिकानों का राज पता चल रहा है। इन्हीं इनपुट्स के आधार पर जवान ऑपरेशन लॉन्च करते हुए नक्सलियों के हथियारों की फैक्ट्री और डंप तक आसानी से पहुंच पा रहे हैं। अकेले सुकमा जिले में ही इस साल जनवरी से लेकर अब तक नक्सलियों के 16 ठिकानों को पुलिस ध्वस्त कर चुकी है। जानिए... सुकमा व बीजापुर जिलों में कब-कहां जवानों ने ध्वस्त किया डंप

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:14 am

नगर की शख़्सियतों को दिया गया शहीद अशफाक उल्लाह खां वारसी सम्मान

बीकानेर| फ्रेंड्स एकता संस्थान की जानिब से शहीद अशफाक उल्लाह खां वारसी ‘हसरत' के 98वें यौमे-शहादत के मौक़े पर आयोजित हो रहे तीन दिवसीय समारोह के तीसरे दिन मुख्य समारोह सम्मान समारोह के रूप में मनाया गया। संस्थान के अध्यक्ष शाइर वली मोहम्मद ग़ौरी ने बताया कि सम्मान समारोह में उर्दू अदब के क्षेत्र में शाइर इरशाद अज़ीज़, हिंदी साहित्य के क्षेत्र में वरिष्ठ कवयित्री इंद्रा व्यास, राजस्थानी साहित्य के क्षेत्र में कवि डॉ. नमामीशंकर आचार्य एवं समाज सेवा के क्षेत्र में युवा समाजसेवी सिकंदर राठौड़ को संस्थान की तरफ से शहीद अशफ़ाक़ उल्लाह ख़ां वारसी सम्मान-2025 पेश किया गया। सम्मान के क्रम में समस्त प्रतिभाओं का माल्यार्पण, श्रीफल, शॉल एवं समान पत्र पेश करके सम्मानित किया गया। कार्यक्रम प्रभारी शायर क़ासिम बीकानेरी ने बताया कि सम्मान समारोह में वरिष्ठ कवि कथाकार कमल रंगा ने अध्यक्षीय उद्बोदन देते हुए कहा कि बीकानेर अपनायत एवं साझा संस्कृति का शहर है और यहां प्रतिभाओं का सम्मान करने की परंपरा का बख़ूबी पालन किया जाता है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:06 am

रामदेवरा पद यात्रियों का दल हुआ रवाना

बीकानेर| मलमास में बाबा रामदेव जी महाराज के दर्शन के लिए रामदेवरा पैदल यात्रियों का 17 सदस्यीय दल सोमवार को गंगाशहर स्थित पाबूचौक बाबा रामदेव के धोक लगाकर रवाना हुआ। यात्रा प्रभारी जयकिशन सोनी ने बताया कि मलमास के पवित्र माह में बाबा के दर्शन के लिए दल रवाना हुआ है जो 29 दिसंबर को रामदेवरा में बाबा के दर्शन करेंगे। इस पैदल यात्रा में लकी गहलोत, पंकज पाणेचा, मूलचंद गहलोत, मोहित सोनी, निखिल सोनी, अंकित नाई, विकास कछावा, किशन जाजड़ा, कैलाश सोनी, मोती लाल सोनी, सुनील मारु सहित अन्य यात्री यात्रा करेंगे। यात्रा लगभग आठ दिन की होगी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:06 am

ग्रामीण हाट के माध्यम से माहेश्वरी समाज कौशल और उद्यमिता को देगा मंच, निखरेंगी प्रतिभाएं

सिटी रिपोर्टर | बीकानेर माहेश्वरी समाज के लोगों की ओर से निर्मित हस्तशिल्प, स्वदेशी उत्पादों एवं घरेलू उद्योगों को मंच देने के लिए ग्रामीण हाट का आयोजन 25 दिसंबर से होगा। यह चार दिवसीय महेश ट्रेड फेयर माहेश्वरी सभा शहर और बीकानेर जिला माहेश्वरी सभा के संयुक्त तत्वावधान में अयोजित किया जा रहा है। सांस्कृतिक परंपराओं को प्रोत्साहित करने के लिए 25 से 28 दिसंबर तक चार दिवसीय व्यापार मेले का आयोजन ग्रामीण हाट, जय नारायण व्यास कॉलोनी बीकानेर में होगा। बाबूलाल लाहोटी, सुरेश पेड़ीवाल ने बताया कि समाज के बंधुओं द्वारा निर्मित हस्तशिल्प, स्वदेशी उत्पादों एवं घरेलू उद्योगों की प्रदर्शनी के साथ विक्रय स्टॉल्स लगाई जाएगी। इस आयोजन का उद्देश्य समाज के कौशल और उद्यमिता को मंच प्रदान करना है। रामकुमार मूंधड़ा, अध्यक्ष अनिल सोनी, जिलाध्यक्ष ललित झंवर ने बताया की महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने हेतु समाज की महिलाओं को स्टॉल्स विशेष रूप से रियायती दरों पर उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे वे अपने उत्पादों एवं कार्य को स्थापित कर आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ सके। पत्रकारों से बातचीत करते उन्होंने कहा कि इस मेले के में सांस्कृतिक कार्यक्रम, पारिवारिक गतिविधियां एवं सामाजिक सहभागिता से जुड़े आयोजन भी किए जाएंगे। बाबूलाल मोहता, रघुवीर झंवर, पवन राठी, जितेन्द्र डागा तथा गौरव मूंदड़ा आदि ने आयोजन से जुड़ी जानकारियां दी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:06 am

क्षत्रिय युवक संघ ने गिनाईं उपलब्धियां

बीकानेर| श्री क्षत्रिय युवक संघ के संभागीय कार्यालय नारायण निकेतन दुर्गादास नगर में संघ का 80वां स्थापना दिवस समारोह पूर्वक मनाया गया। कार्यकम का शुभारंभ संघ के वरिष्ठ स्वयं सेवक उम्मेद सिंह द्वारा गणेशवंदना एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रार्थना क्षत्रिय कुल में प्रभु जन्म के पश्चात संघ प्रमुख लक्ष्मण सिंह की ओर से प्रेषित नववर्ष संदेश का पठन प्रांत प्रमुख जुगल सिंह बेलासर द्वारा किया गया। संघ के वरिष्ठ स्वयं सेवक भंवर सिंह उदट ने संघ के 79 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डाला। संभाग प्रमुख रेवंत सिंह जाख़ासर ने बताया कि संघ विगत 79 वर्षों से निरंतर समाज जागरण के लिए शाखा शिविरों स्नेह मिलन सम्पर्क यात्रा के माध्यम से लोक संग्रह लोक शिक्षण के पुनीत कार्य में लगा हुआ है। संघ के संस्थापक तन सिंह ने 22 दिसंबर 1946 गीता आधारित संघ की स्थापना की।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:05 am

सिलियारी रेलवे क्रॉसिंग पर ओवरब्रिज बनेगा, 10 किमी का सफर कम होगा

सिलियारी रेलवे क्रॉसिंग पर लोक निर्माण विभाग 44 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण करेगा। ओवरब्रिज 900 मीटर लंबा और 13 मीटर चौड़ा होगा। पीडब्ल्यूडी ने टेंडर जारी कर दिया है। एक माह में टेंडर खुलेगा उसके बाद ओवरब्रिज का निर्माण शुरु हो जाएगा। पीडब्ल्यूडी के अफसरों के मुताबिक सिलियारी रेलवे क्रासिंग बंद होने पर लंबा जाम लगता है। ओवरब्रिज के बनने से लोगों राहत मिलेगी। मुंबई-हावड़ा मार्ग पर रोजाना 250 से अधिक ट्रेनों का परिचालन होता है। इसलिए सिलियारी रेलवे क्रॉसिंग हर पांच मिनट में बंद होता है। इस कारण क्रॉसिंग पर अक्सर लगने वाले जाम के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। सिलियारी रेलवे क्रासिंग के बंद होने से जाम से बचने के लिए बड़ी गाड़ी तिल्दा से होकर 25 किमी का चक्कर लगाकर सिलियारी आते हैं। ओवरब्रिज के बनने से सारागांव होकर लोग सिलियारी आसानी से पहुंच जाएंगे। इससे यात्रियों का 10 किमी की बचत होगी। इस ओवरब्रिज के बनने से सिलियारी से तिल्दा जाने वाले लाखों लोगों को राहत मिलेगी। सुबह और शाम सबसे ज्यादा जाम, हर 30 मिनट में बंद होता है फाटक यहां रेलवे फाटक औसतन हर 30 मिनट में बंद होता है। ऐसे में सुबह से लेकर शाम तक जाम की स्थिति निर्मित होती है। सबसे ज्यादा परेशानी सुबह 10 से 12 और शाम 5 से 9 बजे तक होती है। इस दौरान दोनों तरफ लंबा जाम लग जाता है। स्कूल चालू होने पर सबसे ज्यादा स्कूली बच्चों को परेशानी होती है, क्योंकि जाम में स्कूली बसें फंस जाती हैं। वहीं सिलियारी रेलवे फाटक के पास पटरी के किनारे रेलवे ट्रेनों से आने वाला कोयला खाली करवाता है। इस कारण ट्रकों का भी आना-जाना लगा रहता है। इस कारण सुबह और शाम स्कूली बच्चे भी जाम में फंसते हैं। वहीं, आफिस जाने वालों को भी विलंब हो जाता है। इससे उनको काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां रेलवे क्रासिंग पार करके रोजाना 30 से अधिक गांव वाले आना-जाना करते हैं। थ्री-लेन ओवरब्रिज बनाने की मंजूरी ओवरब्रिज थ्री-लेन का होगा। बजट में मंजूरी मिलने के बाद पीडब्ल्यूडी ने रेल ओवरब्रिज के प्रस्तावित स्थानों के आसपास मेजरमेंट का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सर्वे भी शुरू हो गया है। स्वीकृति मिलते ही विभाग जल्द ही जगह-जगह पर बोरिंग करके यह देखेगा कि ब्रिज के पिलर के लिए मिट्टी किस तरह की है। उसी के आधार पर डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार किया जाएगा।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:04 am

बाबा रामदेव को लगाया छप्पन भोग, किया पंचामृत से अभिषेक

बीकानेर| लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर स्थित बाबा रामदेव मंदिर में रविवार को पौष सुदी दूज पर छप्पन भोग और पंचामृत का भोग लगाया गया। बाबा रामदेव का पंचामृत से अभिषेक कर विशेष शृंगार किया गया। मंदिर को फूल पत्तियों से सजाया गया। मंदिर पुजारी राजेश छंगाणी ने बताया कि पौष सुदी एकम तिथि की रात्रि को नारायण, मनीष, जीतू, भैरू रतन ओझा, यशराज, गौरी शंकर, कृष्णा भादाणी सहित कई भक्तों ने विशेष शृंगार किया। इस अवसर पर आसाराम अग्रवाल, नंदकिशोर सोलंकी, राम प्रसाद मिश्रा, डालचंद खत्री, रमेश मोदी, अशोक, सुषमा, रेखा सहित अनेक मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:04 am

कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दिया धरना

मनरेगा से महात्मा गांधी का नाम हटाए जाने के विरोध में शहर व ग्रामीण जिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आजाद चौक पर धरना देकर केंद्र सरकार से फैसला वापस लेने की मांग की। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीकुमार शंकर मेनन, ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र पप्पू बंजारे, पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा और प्रमोद दुबे सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित थे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:03 am

निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन 28 को

बीकानेर| अधिवक्ता पं. लक्ष्मी नारायण पुरोहित की 21वीं पुण्यतिथि पर नारायण पुरोहित परिवार की ओर से 28 दिसंबर को निशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन जस्सूसर गेट के अन्दर किया जाएगा। संस्थापक सत्तानंद नारायण पुरोहित ने बताया कि शिविर में डॉ. श्रीधर नारायण, डॉ. राजीव नारायण, डॉ. कंचन पुरोहित, डॉ. प्रियाश्री जोशी, डॉ. विजय प्रताप, डॉ. राहुल हर्ष, डॉ.सौरभ पुरोहित, डॉ. प्रिया व्यास, डॉ.अभिषेक व्यास एवं डॉ. सुधांशु व्यास जैसे चिकित्सक भी उपस्थित होकर निशुल्क सेवाएं देंगे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:03 am

मुगलों को क्लीनचिट ​देने से पहले इतिहास का अध्ययन करें बघेल: गुप्ता

छत्तीसगढ़ अपेक्स बैंक के अध्यक्ष केदारनाथ गुप्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इतिहास पढ़ने की सलाह दी है। गुप्ता ने कहा कि बघेल का यह कहना कि मुगल काल में हिंदू खतरे में नहीं थे, ऐतिहासिक तथ्यों से परे है। बघेल बताएं कि सोमनाथ मंदिर को किसने लूटा? बाबरी ढांचे के नीचे राम मंदिर का प्रमाण सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार किया, फिर बाबर कौन था? मुगल शासकों के काल में हिंदुओं पर अत्याचार हुए। सिख गुरु तेगबहादुर की शहादत और गुरु गोविंद सिंह के पुत्रों के बलिदान का उल्लेख करते हुए कहा कि ये घटनाएं इतिहास के पन्नों में दर्ज हैं। मुस्लिम शासकों की क्रूरता पर सैकड़ों पुस्तकें उपलब्ध हैं, जिन्हें वोट बैंक के कारण कांग्रेस नेता पढ़ना नहीं चाहते।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:03 am

मेडिकल की तर्ज पर शुरुआत:नर्सिंग में भी ‘स्पेशलिटीज’ कोर्सेज, 7 संस्थानों में प्रवेश परीक्षा अनिवार्य

राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने मेडिकल की तर्ज पर अब नर्सिंग में 11 तरह के स्पेशलिटी कोर्स प्रारंभ किए हैं। कोर्सेज में सीटों की संख्या 20-20 होगी। 7 नर्सिंग कॉलेजों में कॉलेज ऑफ नर्सिंग, जयपुर, आरयूएचएस कॉलेज ऑफ नर्सिंग, अजमेर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर एवं भरतपुर शामिल है। नए कोर्सेज में सीटों में 50 फीसदी कोटा इन सर्विस कैटेगरी और 50 फीसदी फ्रेशर के लिए होगा। न्यूनतम योग्यता जीएनएम है। बी.एससी नर्सिंग एवं एम.एससी नर्सिंग वाले भी योग्य होंगे। सत्र 2025-26 में प्रवेश लेने वालों को टेस्ट देना होगा, जिसकी ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई है। भास्कर एक्सपर्ट- डॉ. प्रमोद येवले, कुलपति, RUHS 7 नर्सिंग कॉलेजों में 11 तरह के स्पेशलिटी कोर्सेज प्रारंभ किए हैं। कोर्स भी इस तरह से डिजाइन किए हैं, जिससे करने वाले को काफी फायदा मिलेगा। कोर्स करने के बाद न केवल छात्रों को बल्कि इमरजेंसी, हिमेटोलॉजी, ओंकोलॉजी, न्यूरोलॉजी, क्रिटिकल केयर में आने वाले मरीजों को क्वालिटी युक्त केयर मिलेगी। स्किल में भी सुधार होने के साथ-साथ बी.एससी एवं एम.एससी नर्सिंग का कोर्स कर चुके छात्रों को हैल्थ क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:03 am

‘विष्णु के दो साल’ पत्रिका का नड्डा और मुख्यमंत्री साय ने किया विमोचन

प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अमित चिमनानी द्वारा संपादित पत्रिका ‘विष्णु के दो साल प्रगति और विकास बेमिसाल’ का राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने सोमवार को विमोचन किया। चिमनानी ने कहा कि वर्ष 2003 से 2018 तक डॉ. रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने विकास और जनकल्याण की मजबूत नींव रखी थी। उसे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने पिछले दो वर्षों में आगे बढ़ाया है। समारोह में केंद्रीय मंत्री तोखन साहू, उपमुख्यमंत्री अरुण साव व विजय शर्मा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लता उसेंडी व सरोज पांडे, मंत्री ओपी चौधरी मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:02 am

उच्च माध्यमिक स्कूल:बोर्ड परीक्षा से पहले नहीं मिलेंगे स्कूलों को व्याख्याता नतीजा-फर्स्ट ग्रेड की जगह ग्रेड थर्ड शिक्षक ही पढ़ाएंगे

9वीं से 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाओं की डेट सीट घोषित कर दी गई है। 10वीं -12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 12 फरवरी से और 9वीं -11वीं कक्षा की 7 मार्च से शुरू होगी। लेकिन स्कूलों को व्याख्याता वार्षिक परीक्षा से पहले मिलने संभव नहीं होंगे अभी तक व्याख्याताओं की वरिष्ठता तैयार नहीं हुई है। मंडल स्तर पर अस्थाई से स्थाई वरिष्ठता तैयार होने के बाद माध्यमिक शिक्षा निदेशालय स्तर से डीपीसी की तैयारी शुरू होगी। जिसमें अभी समय लगेगा। ‌दरअसल, पिछले 3 साल से वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता पदों की डीपीसी बकाया होने से रिक्त पदों का ग्राफ साल दर साल बढ़ता जा रहा है। वर्तमान में राज्य के उच्च माध्यमिक स्कूलों में व्याख्याता की 18649 पद रिक्त चल रहे हैं। व्याख्याता नहीं होने से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के अनेक स्कूलों में सेकंड ग्रेड और थर्ड ग्रेड शिक्षकों को 11वीं -12वीं कक्षा का बकाया कोर्स पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपा गई है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने 31 जनवरी से पूर्व बकाया कोर्स पूरा करने के निर्देश दिए हैं। बीकानेर जिले में स्कूलों में व्याख्याताओं के 33% पद खाली है। कार्मिक विभाग के नियमानुसार 1 अप्रैल की स्थिति के आधार पर कार्यरत वरिष्ठ अध्यापकों की वरिष्ठता बनवाई जा रही है। इसके बाद डीपीसी की जाएगी।-सीताराम जाट, निदेशक माध्यमिक शिक्षा

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:02 am

सीवर बना रही कंपनी की लापरवाही के कारण लग रहा आंबेडकर सर्किल पर जाम

बीकानेर | शहर में सीवरेज का काम कर रह कंपनी पर किसी का नियंत्रण नहीं है। शहर में कंपनी जहां भी काम कर रही है उसे हर हाल में अपनी सुविधा से काम करना है और किसी अधिकारी की सुनती नहीं। काम आधे पर रोका नहीं जा सकता। सियासी पहुंच के कारण इस कंपनी का शहर के अधिकारी ठेका न रोक सकते हैं न किसी बात के लिए पाबंद कर पा रहे हैं। इसका खामियाजना शहर की आम जनता को उठाना पड़ रहा है। सोमवार को कंपनी ने अचानक से अंबेडकर सर्किल पर एक तरफ का रास्ता बंद कर दिया जिससे हर ओर आधे किमी लंबा जाम लग गया। कंपनी की मनमानी का आलम यह है कि खुदाई का काम आधी सड़क पर चल रहा था और रास्ता पूरा बंद कर दिया। लोग परेशान होते हैं तो होते रहें।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:02 am

सीआईडी सीबी बीकानेर रेंज सेल:कांस्टेबल बस्तीराम आठ वर्षों से साइकिल पर हेलमेट लगाकर बाइक सवारों को कर रहे प्रेरित

वर्तमान समय में युवा बाइक चलाते समय हेलमेट लगाने से बचते हैं और हादसों में जान तक गंवा बैठते हैं। ऐसे में पुलिस महकमा में सीआईडी सीबी का एक कांस्टेबल पिछले 8 सालों से साइकिल चलाते समय भी हेलमेट लगाता है। उसका उद्देश्य बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चालकों को जागरूक कर हादसों में उनकी जान बचाना है। सीआईडी सीबी बीकानेर रेंज सेल में ड्राइवर कांस्टेबल बस्तीराम बिश्नोई पिछले 8 सालों से साइकिल पर ऑफिस आते-जाते हैं। बाजार या अन्य स्थानों पर भी ज्यादातर साइकिल ही इस्तेमाल करते हैं। रोजाना करीब 15 किमी साइकिल चलाते हैं और इस दौरान सिर पर हेलमेट जरूर लगाते हैं। उनका उद्देश्य बिना हेलमेट दुपहिया वाहन चलाने वालों को जागरुक करना और हादसों में उनकी जान बचाना है। बाइक या स्कूटी सवार को जब कभी बिना हेलमेट देखते हैं तो उन्हें समझाते भी हैं। वर्तमान में राज्य सरकार की ओर से 13 दिसंबर से 27 दिसंबर तक सड़क सुरक्षा अभियान चलाया जा रहा है। ऐसे में साइकिल चलाते समय भी हेलमेट लगाने वाले कांस्टेबल दुपहिया वाहन चालकों के लिए प्रेरणादायक हैं। कांस्टेबल बस्तीराम वर्ष, 99 में पुलिस महकमे में भर्ती हुए और वर्तमान में सीआईडी सीबी दीपक शर्मा के ड्राइवर हैं। आंखों के सामने बाइक सवार की हादसे में हुई मौत ने झकझोरा कांस्टेबल बस्तीराम बताते हैं कि वर्ष, 18 में उनकी आंखों के सामने बिना हेलमेट लगाए बाइक सवार का हादसा हुआ और उसकी मौत हो गई। पीबीएम अस्पताल के सामने एक युवक बिना हेलमेट बाइक चला रहा था। अचानक संतुलन बिगड़ा और गिर गया। हेलमेट नहीं होने के कारण सिर में चोट लगी और बेहोश हो गया। उसे पीबीएम अस्पताल ले जाया गया जहां से एयरलिफ्ट कर दिल्ली के वेदांता अस्पताल भेजा गया। इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई। आंखों के सामने हुई इस घटना ने झकझोर कर रख दिया और तब से साइकिल चलाते समय भी हेलमेट लगाना शुरू कर दिया जिससे कि दुपहिया वाहन चालक हेलमेट की उपयोगिता समझें।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:02 am

गांवों तक पहुंचा खेल का जुनून, फाइनल में जुटेंगे 5000 खिलाड़ी

जनआंदोलन बन गया है खेल महोत्सव: बृजमोहन रायपुर लोकसभा क्षेत्र में आयोजित सांसद खेल महोत्सव-2025 अब अपने अंतिम और निर्णायक चरण में पहुंच गया है। इस आयोजन का मेगा फाइनल एवं समापन समारोह 23 से 25 दिसंबर 2025 तक रायपुर के विभिन्न खेल स्थलों पर आयोजित किया जाएगा। सांसद एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने बताया कि सांसद खेल महोत्सव केवल खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि स्वास्थ्य, अनुशासन और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने वाला जन आंदोलन बन चुका है। उन्होंने बताया कि 24 दिसंबर को नेताजी सुभाष स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली के सांसद एवं लोकप्रिय गायक मनोज तिवारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया जाएगा। रायपुर दक्षिण, पश्चिम, उत्तर, रायपुर ग्रामीण, आरंग, अभनपुर, धरसीवा, भाटापारा और बलौदा बाजार विधानसभाओं से 85 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने इस महोत्सव में भाग लिया है। मेगा फाइनल में करीब 5000 खिलाड़ी अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। प्रतियोगिताएं 21 सितंबर 2025 से संकुल, जोन और ब्लॉक स्तर पर प्रारंभ हुई थीं। मेगा फाइनल की स्पर्धाएं नेताजी सुभाष स्टेडियम, मोतीबाग रायपुर, सप्रे शाला वॉलीबॉल मैदान, जेएन पाण्डेय स्कूल तथा तैराकी प्रतियोगिताएं अंतरराष्ट्रीय स्विमिंग पूल में आयोजित होंगी। आयोजन को सफल बनाने के लिए खेल संघों, जिला प्रशासन, नगर निगम, खेल विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग और पुलिस सहित लगभग 1500 अधिकारी व कर्मचारी जुटे हैं। मोदी का वर्चुअल संबोधन अग्रवाल ने बताया कि 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस सुशासन दिवस के अवसर पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम रायपुर में समापन समारोह आयोजित किया जाएगा। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्चुअल संबोधन प्रस्तावित है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में यह कार्यक्रम होगा। समापन समारोह में विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया जाएगा।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:02 am

आंशिक तौर पर बादल छाएंगे मगर बारिश की संभावना नहीं

बीकानेर में अगले 10 दिनों तक मौसम मुख्य रूप से साफ और धूप वाला रहेगा। लोग सर्दियों का इंतजार कर रहे हैं। जिसके तत्काल आने की उम्मीद नजर नहीं आ रही। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दस दिनों में 25 और 26 दिसंबर को आंशिक या घने बादल छा सकते हैं। हवा भी चलेगी मगर शीतलहर या सर्दी बढ़ने का अनुमान नहीं है। सोमवार को बीकानेर में अधिकतम तापमान 27.5 और न्यूनतम 15 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। सोमवार को दिन गर्मी का अहसास करा रहा था। धूप में तो सुबह के बाद ही बैठना मुश्किल हो गया था। शाम के समय जरूर हवा चलने के कारण लोगों ने कुछ ठंडक महसूस की। तेज धूप के कारण किसानों को भी सिंचाई की ज्यादा जरूरत पड़ रही है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:02 am

8वीं बोर्ड परीक्षा 19 फरवरी और 5वीं की 20 फरवरी से

बीकानेर | प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने 8वीं और 5वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा का टाइम टेबल सोमवार को घोषित कर दिया है। 8वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा 19 फरवरी से 4 मार्च तथा 5वीं की 20 फरवरी से 5 मार्च तक आयोजित की जाएगी। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं एक पारी में दोपहर 1.30 बजे से शाम 4 बजे तक आयोजित की जाएगी। विदित रहे कि मूक बधिर विद्यार्थियों को निर्धारित समय में 50 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा। दोनों कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा में करीब 27 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं 14 दिन चलेगी। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने पांचवीं और आठवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा क्या ऑनलाइन आवेदन 18 दिसंबर से शुरू कर दिए हैं। अब तक लगभग ढाई लाख से अधिक अभ्यर्थी आवेदन कर चुके हैं। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10 जनवरी निर्धारित है। यह पहली बार है जब आठवीं और पांचवीं बोर्ड की परीक्षाएं फरवरी में आयोजित की जा रही है। आमतौर पर आठवीं बोर्ड की परीक्षाएं 10वीं बोर्ड के साथ तथा पांचवी कक्षा की परीक्षा अप्रैल माह में आयोजित की जाती रही है। ‌ 8वीं का टाइम टेबल तिथि विषय 19 फरवरी अंग्रेजी 21 फरवरी हिंदी 23 फरवरी विज्ञान 25 फरवरी सामाजिक विज्ञान 27 फरवरी गणित 4 मार्च तृतीय भाषा 5वीं का टाइम टेबल 20 फरवरी अंग्रेजी 24 फरवरी गणित 26 फरवरी हिंदी 28 फरवरी पर्यावरण अध्ययन 5 मार्च विशेष विषय

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:01 am

सहायक फूड अफसरों को नियमों के खिलाफ प्रमोशन और 3 इंक्रीमेंट; फील्ड हो गया खाली

फूड एंड ड्रग विभाग में प्रमोशन का अजीबोगरीब खेल चल रहा है। सहायक खाद्य अधिकारियों को तीन इंक्रीमेंट का जंप देकर सीधे अभिहित अधिकारी के पद पर प्रमोट कर दिया गया। दोनों पदों के वेतनमान का जबरदस्त अंतर है। सहायक खाद्य अधिकारी का वेतनमान 28 सौ है, जबकि अभिहित अधिकारी का वेतनमान 54 सौ है। बीच में हालांकि तीन वेतनमान हैं लेकिन कांग्रेस शासनकाल में बनाए नियम के तहत तीनों वेतनमान को जंप कर चौथे वेतनमान में प्रमोशन दे दिया गया। राज्य के 14 जिलों में सहायक खाद्य अधिकारी न होने का सबसे बड़ा कारण यही है। इस वजह से दिवाली जैसे त्योहार के दौरान भी 14 जिलों में एक भी खाद्य सामग्री के सैंपल की जांच नहीं की गई। खाद्य सामग्री का सैंपल लेकर मिलावट की जांच करने वाले अफसर अचानक फील्ड से कहां चले गए? इसकी पड़ताल करने के दौरान ही प्रमोशन के अजीबोगरीब सिस्टम का पता चला। ये खुलासा हुआ कि 2023 में पदोन्नति का नियम बदल दिया गया है। उस नियम के तहत 5 साल की सेवा पूरी करने वाले सहायक खाद्य अधिकारियों को सीधे अभिहित अधिकारी के पद पर प्रमोट करने की पात्रता दे दी गई है। उसी नियम के तहत सितंबर माह में दिवाली के ठीक पहले राज्य के सहायक फूड अधिकारियों को अभिहित अधिकारी के पद पर प्रमोशन दे दिया गया। प्रमोट होते ही उनकी पोस्टिंग फील्ड से हटाकर जिला मुख्यालयों में कर दी गई है। इस वजह से फील्ड में जांच बंद हो गई। 12 अफसरों को नए और 13 को पुराने नियम से दिया प्रमोशन खाद्य विभाग ने सितंबर माह में 25 सहायक खाद्य अधिकारियों को प्रमोट किया है। इसमें 13 अधिकारियों को पुराने नियम के तहत यानी उन्हें सीनियर फूड अॉफिसर से अभिहित अधिकारी बनाया गया है जबकि 12 खाद्य अधिकारियों को नए नियम के तहत यानी केवल 5 साल की सेवा पूरी करने पर अभिहित अधिकारी बना दिया। इसे लेकर भी विभाग में कई तरह की चर्चाएं हैं कि एक ही विभाग में दो तरह से प्रमोशन का सिस्टम कैसे है? परीक्षण करा रहे खाद्य अधिकारियों का प्रमोशन नियम के तहत किया गया है। किसी भी नियम को मंजूरी के पहले लॉ विभाग भेजा जाता है। वहां से मंजूरी के बाद ही लागू किया जाता है। फिलहाल नियम का परीक्षण करवा रहे हैं। नियम बदलने का निर्णय शासन को लेना है। दीपक अग्रवाल, कंट्रोलर फूड एंड ड्रग चरणबद्ध प्रमोशन सिस्टम किया खत्म राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग के नियम में चरणबद्ध प्रमोशन का सिस्टम है। 2023 के पहले खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग में भी ये नियम लागू था। इसके तहत 2800 के वेतनमान के बाद 4300 का वेतनमान दिया जाता था। उसके बाद 4400 वेतनमान देने का नियम था। उसके बाद 4800 फिर 54 सौ का वेतनमान देने का नियम था। नियमों में बदलाव कर 7 साल की सेवा पूरी करने वाले सहायक खाद्य अधिकारी का वेतनमान सीधे 54 सौ यानी दोगुना कर दिया गया। एक्सपर्ट व्यू - बीकेएस रे, रिटायर्ड एसीएस निहित स्वार्थ के लिए किए जाते हैं ऐसे बदलाव प्रमोशन के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के नियम बने हुए हैं। नियमों में बदलाव किया सकता है, लेकिन जब इस तरह अजीबोगरीब और हैरान करने वाला बदलाव जिसमें सीधे तीन इंक्रीमेंट जंप किया गया है, ये साफ दिख रहा है कि ये निहित स्वार्थ की पूर्ति के लिए किया गया है। मैं एक बात हमेशा कहता हूं कि जब भी नीति या नियम में बदलाव किया जाए तो पूरी सतर्कता जरूरी है। जैसा नियम सभी विभागों के लिए है, उसमें बड़ा बदलाव नहीं करना चाहिए।'

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:01 am

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के 97 रिक्त पदों पर होगी भर्ती, आवेदन आज से

बीकानेर | महिला एवं बाल विकास विभाग ने जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका के रिक्त पदों पर भर्ती की विज्ञप्ति जारी की है। 97 पदों पर मानदेय कार्मिकों की भर्ती के लिए 12वीं पास महिला अभ्यर्थी 23 दिसंबर से आवेदन कर सकेंगी। कुल पदों में 21 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा 76 सहायिकाओं के शामिल हैं। महिला बाल विकास विभाग के उपनिदेशक सुभाष बिश्नोई ने बताया कि आवेदन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 21 जनवरी निर्धारित की गई है। महिला अभ्यर्थी फॉर्म भरकर संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय में जमा कर सकेंगी। अभ्यर्थियों का चयन निर्धारित मापदंडों के आधार पर वरीयता के आधार पर होगा। ‌रिक्त पदों वाले आंगनबाड़ी केंद्रों पर शहरी क्षेत्र के लिए संबंधित वार्ड तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए संबंधित राजस्व गांव की 12वीं पास महिलाएं ही आवेदन की पात्र होंगी।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:01 am

राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम:RGHS : अनियमितता मिली, 1412 मेडिकल स्टोर एवं निजी अस्पताल ब्लॉक

राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (आरजीएचएस) के तहत अनियमितताएं मिलने पर प्रदेश में 1411 मेडिकल स्टोर और निजी अस्पतालों को पोर्टल पर ब्लॉक कर दिया गया है। इनमें बीकानेर के 35 हैं। योजना के तहत राज्यभर में पंजीकृत दवा विक्रेता जहां 1200 करोड़ के अटके हुए भुगतान की मांग को लेकर आंदोलन करने पर आमादा हैं, वहीं दूसरी तरफ उन्हें ब्लॉक करने के विभाग के फैसले के कारण हड़कंप मचा हुआ है। आरजीएचएस में घोटाले उजागर होने के बाद सरकार ने प्रदेशभर में कुल योजना के तहत पंजीकृत 4871 मेडिकल स्टोर और 1720 अस्पतालों की जांच कराई थी। अनियमितताएं मिलने पर कुल 1412 मेडिकल स्टोर और अस्पतालों को ब्लॉक कर दिया गया है। ये बिलिंग नहीं कर सकेंगे। अधिकांश ब्लॉक करने के पीछे कारण बैंक गारंटी खत्म होना और ड्रग लाइसेंस रिन्यू नहीं होने सहित छोटी-मोटी कमियां बताई जा रही हैं। प्रादेशिक दवा विक्रेता समिति के सचिव रवि गुप्ता ने बताया कि बैंक गारंटी वापस करानी पड़ती है और ड्रग लाइसेंस बिना हम दवा नहीं बेच सकते। इसलिए इसे रिन्यू कराना ही पड़ता है। दरअसल योजना का सरकारी सिस्टम बिगड़ा हुआ है। इन कमियों को दुबारा चैक करना चाहिए, जिससे काउंटर फिर से शुरू किए जा सकें। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. एसएन हर्ष और बीकानेर डिस्ट्रिक केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष बाबूलाल गहलोत ने भी भुगतान के लिए सरकार को पत्र लिखा है। बीकानेर में 35 फार्मेसी, अस्पताल ब्लॉक डीटीएम हॉस्पिटल, डॉ. गुलाब बोथरा डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर, धनवंतरी मेडिकॉज, जोशी फार्मेसी,एलएन गांधी मेडिकोज, वर्धन मेडिकल स्टोर, शर्मा एजेंसीज, जिंदल फार्मा, सोनी मेडिकल एंड जनरल स्टोर, बी राजा ड्रग हाउस, श्रीश्याम मेडिकल, शॉप नंबर 16 पीबीएम कैंपस, शर्मा आयुर्वेद, यश मेडिकल एवं जनरल स्टोर, अग्रवाल मेडिकल स्टोर, श्री श्याम मेडिकोज, विजय फार्मा, गुप्ता एजेंसीज, राजेंद्र जनरल स्टोर, ज्योति मेडिकोज, एसजी मेडिकल यूनिट, श्री श्याम मेडिकल स्टोर, 6 अपोलो फार्मेसी, रामदेव मेडिकोज, जनता फार्मेसी, बीदावत मेडिकल एंड जनरल स्टोर, मेहाई मेडिकल, इमेज सर्जिकल, सूरज मेडिकोज। क्या था घोटाला राज्य के कई अस्पताल संचालकों ने सरकार की इस योजना का बड़ा दुरुपयोग किया। निजी अस्पतालों में कराए जाने वाले इलाज का भुगतान उठाने के लिए फर्जी बिल बनाकर अपलोड कर दिए गए। एक ही बीमारी के इलाज के दो-दो बार भुगतान उठाए गए। सैकड़ों मेडिकल स्टोर संचालकों ने भी बिना जरूरत के महंगी दवाइयां देने के बिल बनाकर सरकार से भुगतान लिया। आजीएचएस के तहत नवंबर में 427 मेडिकल स्टोर शून्य बिक्री का हवाला देकर ब्लॉक किए गए हैं, जबकि हकीकत ये है कि समय पर भुगतान नहीं मिलन के कारण आपत्तियों के डर से इन मेडिकल स्टोर्स ने आरजीएचएस में बिलिंग की बंद कर दी है। अधिकांश मेडिकल स्टोर और अस्पताल बैंक गारंटी, ड्रग लाइसेंस और तकनीकी कारणों का हवाला देकर ब्लॉक किए गए हैं। 427 स्टोर शून्य बिक्री के कारण ब्लॉक ये दवाइयां नहीं मिल रहीं जिले में आरजीएचएस के 115 काउंटर हैं। भुगतान लंबित होने के कारण केमिस्टों ने दवाएं देनी भी कम कर दी हैं। उपभोक्ताओं को 40 प्रतिशत दवाएं कैश लेनी पड़ रही हैं। ह्यूमन मिक्सटार्ड 30/70, राइक्सोडैग इंजेक्शन, सभी प्रकार के डर्मा उत्पाद, इकोएस्प्रिन एवी 75, राइबुलसेस टैबलेट, ह्यूमिनसिलिन 30/70 इंजेक्शन, ह्यूमिनसिलिन आर पेनफिल, लैंटस सोलोस्टार,लैंटस रिफिल इंसुजेन आर पेनफिल, ट्रेसीबा रिफिल इंजेक्शन दस में से तीन से चार आरजीएचएस ग्राहकों को क्रेडिट पर उपलब्ध न होने के कारण दवाइयां नकद में खरीदनी पड़ती है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:01 am

गठजोड़ या इत्तेफाक:निगम के ज्यादातर टेंडर 4 फर्मों को, कीमत चुका रही जनता; कई फर्मों के नाम अलग, ठेकेदार एक, इनके पास ही आते हैं ठेके

इत्तेफाक है या गठजोड़, ये तो जिम्मेदार ही जानें मगर ये साफ है कि नगर निगम के सभी टेंडर-ठेके 4 फर्मों के पास हैं। नगर निगम के करीब 90 प्रतिशत कामों के भारी-भरकम टेंडर इन्हीं के पास हैं। गुजरात से जुड़ी एक मुख्य फर्म की दो अलग-अलग ब्रांच ने टिपर और ट्रैक्टर का काम लिया हुआ है। जबकि सीवरेज क्लीनिंग और हाई-वे सफाई का काम एक ही फर्म के पास है। हैरानी ये सीवरेज क्लीनिंग और हाई-वे सफाई वाली फर्मों की देखरेख करने वाली तीसरी फर्म के पास एक काम है। इन्हीं चार ठेकेदारों के पास ज्यादातर काम मिला हुआ है। टेंडर उसे ही जाते हैं जो कम रेट कोट करती है या टेंडर शर्तें ऐसी होती हैं कि कई दूसरी फर्में छंट जाती हैं। नतीजा गठजोड़ जीत जाता है। ठेकेदार खुश, कर्मचारी खुश, शहर में काम नहीं होते और आम जन, सीवर जाम, नाले जाम, कूड़ा पड़े होने, टिपर न आने, बगैर कूड़ा लिए टिपर के घरों के सामने से निकल जाने जैसी समस्याओं से जूझते रहते हैं। दरअसल हाल ही में नगर निगम ने हाई-वे सफाई का ठेका दिया। पहले एस्टीमेट पांच करोड़ का बनाया गया। बाद में वो टेंडर 2.60 करोड़ में उठा। न्यूनतम 50 श्रमिक और 370 रुपए रनिंग किलोमीटर के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। यहां रनिंग किलोमीटर का अलग पेच है। यानी वॉल-टू-वॉल सफाई होगी और इसके लिए सामान्य आदमी का एक किलोमीटर फर्म के लिए 4 किमी माना जाएगा। यानी आम आदमी का एक किलोमीटर सफाई होने पर फर्म को 4 किमी का भुगतान प्रति किमी 370 रुपए के हिसाब से ​किया जाएगा। यानी एक किमी में करीब 1480 रुपए का भुगतान होगा। ये काम मिला है दरबार वेस्ट सूरत वाली फर्म को। तब ध्यान में आया कि शहर की सीवरेज क्लीनिंग जिसने पूरे शहर की सीवरेज के हालत खराब कर दी वो भी इसी फर्म के पास है। वो भी आज से नहीं। करीब 6 साल से घूम-फिरकर ये काम इसी फर्म के पास आ रहा है। सामने कोई प्रतिद्वंद्वी ही नहीं है। आमजन पर असर क्या आमजन पर असर ये है कि अगर बार-बार एक ही फर्म के पास काम आएगा तो वो जनता की नहीं सुनेगी क्योंकि उनको जनता से ज्यादा उस सिस्टम पर भरोसा है जिसके भरोसे ठेका मिलता है। आए दिन टिपर 20 प्रतिशत तक फील्ड में नहीं जाते। आम आदमी नोटिस भी करता है और शिकायत भी। ट्रैक्टर टेंडर में शर्तें थी कि 4 श्रमिक और एक ड्राइवर रहेगा मगर शहर में एक भी ऐसा ट्रैक्टर नहीं जिसमें ऐसा हो। सिर्फ एक ड्राइवर और नाबालिग बच्चा और एक महिला श्रमिक मिलेगी। मगर इसे कोई चेक करने वाला नहीं। इंस्पेक्टर्स की इनको खुली छूट है क्योंकि ट्रिप तो उनको ही भरनी है। ट्रैक्टर-टिपर का गठजोड़ भी समझें टिपर के टेंडर का मूल कार्यकाल खत्म होने के बाद इसका एक्सटेंशन किया गया। ये काम बीकानेर वेस्ट केयर के पास है। मगर इसकी मूल फर्म और ट्रैक्टर वाली मूल फर्म एक है। ट्रैक्टर का टेंडर पिछले साल ही करणी कार्पोरेशन को मिला है। इसके अलावा निगम में मशीनों का भी एक टेंडर है जो भगवती ट्रेडर्स के पास है। कई फर्मों के नाम अलग, ठेकेदार एक, इनके पास ही आते हैं ठेके नगर निगम के ठेके घूम फिरकर चार ठेकेदारों के पास जा रहा है। चारो ही ठेकेदार शहर के हैं। कमिश्नर मयंक मनीष भले ही इस सिस्टम और ​गणित को ना समझ पाएं मगर निगम का पूरा सिस्टम जरूर इसे समझता है। लोगों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए कि कुछ ही फर्म और ठेकेदार पूरे निगम के सिस्टम को हॉयर कर चुके हैं। यही वजह है कि जूनागढ़ के पास वाले नाले के भुगतान की फाइल अभी तक निगम के पास भुगतान के लिए नहीं पहुंची। ये इसी निगम के सिस्टम की वजह से। हालात ये है कि निर्माण शाखा में मिनिस्टि्यल स्टाफ पूरी फाइलें ठेकेदारों को दे देता है। कई ऐसी फाइलें अभी भी है जिनकी पूरी फाइलें ही ठेकेदारों के पास हैं। ​आफिस से कोई एक्शन की बात होती तो निगम का ही स्टाफ ठेकेदारों को तुरंत खबर करते हैं।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:00 am

तनोट लोंगेवाला डेजर्ट साइकलिंग दल को झंडी दिखा किया रवाना

भास्कर न्यूज| जैसलमेर यूथ हॉस्टल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया राजस्थान राज्य शाखा द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय एकता व साहसिक शिविर के अंतर्गत नेशनल तनोट लोंगेवाला डेजर्ट साइकलिंग अभियान 2025 का प्रथम दल ने रविवार को बैस कैंप बॉर्डर होम गार्ड जैसलमेर में रिपोर्टिंग किया। इसमें भारत के विभिन्न राज्यों से 30 प्रतिभागियों ने उपस्थिति दी। राजस्थान राज्य शाखा के राज्य सचिव घनश्याम खत्री ने बताया कि सोमवार सुबह प्रथम ग्रुप के लिए बैस कैंप बॉर्डर होमगार्ड में कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में जिला परिषद एसीईओ जितेंद्रसिंह उपस्थित रहे। अध्यक्षता बॉर्डर होमगार्ड कमांडेंट दौलतसिंह ने की। अतिथियों ने बैस कैंप से सभी प्रतिभागियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य अतिथि एवं अध्यक्ष ने बताया कि राजस्थान राज्य शाखा के द्वारा राष्ट्रीय एकता शिविर कार्यक्रम के अंतर्गत डेजर्ट साइकलिंग, फैमेली कैंपिंग एवं डेजर्ट ट्रेकिंग साहसिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। जो जैसलमेर के पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते है। राज्य चेयरमैन रतनसिंह भाटी बालाणा ने बताया कि सभी साइकलिस्ट सम सेंड ड्यूज हायर कैंप के लिए रवाना हुए। इसके बाद रामगढ़ हायर कैंप, तनोट माता हायर कैंप और उसके पश्चात लोंगेवाला वार म्यूजियम का भ्रमण करते हुए पुन: एक रात्रि रामगढ़ में विश्राम करके 26 का वापिस बैस कैंप बॉर्डर होमगार्ड पहुंचेंगे। 27 दिसंबर को सुबह दल अपने घरों की ओर प्रस्थान करेगा। इस अवसर पर डेजर्ट साइकलिंग प्रोग्राम के फील्ड डायरेक्टर मेहबूब सांवरा व राजस्थान राज्य शाखा के उपाध्यक्ष हसनाराम उपस्थित रहे।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:00 am

फरार अपराधी को गंगानगर से पकड़ा

भास्कर न्यूज| जैसलमेर पुलिस द्वारा फरार अपराधियों को पकड़ने लिए पुलिस अधीक्षक अभिषेक शिवहरे के निर्देशन में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। एसपी के आदेशानुसार रामगढ़ थानाधिकारी भुटाराम के नेतृत्व में हैड कांस्टेबल हुकमाराम, कांस्टेबल विजय, मालाराम व पवन कुमार की टीम ने कार्रवाई करते हुए कोतवाली थाने के एनडीपीएस मामले में फरार चल रहे आरोपी गोपीराम पुत्र दौलतराम निवासी 7 बीकेएम गंगानगर से गिरफ्तार किया है।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:00 am

एफपीएलएमआईएस सॉफ्टवेयर का एक दिवसीय रिफ्रेशर प्रशिक्षण संपन्न

भास्कर न्यूज| जैसलमेर एफपीएलएमआईएस सॉफ्टवेयर का रिफ्रेशर प्रशिक्षण कार्यक्रम स्वास्थ्य भवन स्थित सभागार में सोमवार को आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में उपस्थित सीएमएचओ डॉ. राजेंद्र कुमार पालीवाल ने परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत समस्त परिवार कल्याण के साधनों की मांग व आपूर्ति सॉफ्टवेयर के माध्यम से शत प्रतिशत करने के निर्देश दिए। प्रशिक्षण में जिला अस्पताल जैसलमेर, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गफूर भट्टा, ब्लॉक जैसलमेर, मोहनगढ़, सम व नाचना क्षेत्र के फार्मासिस्ट, स्टोर कीपर व एफपीएलएमआईएस सॉफ्टवेयर का कार्य करने वाले समस्त कंप्यूटर ऑपरेटर उपस्थित रहे। प्रशिक्षण के दक्ष प्रशिक्षक डीएनओ पवन कुमार शर्मा ने सभी प्रशिक्षणार्थियों को सॉफ्टवेयर के संचालन के उपयोग करने की जानकारी दी । यूएनएफपीए के परमसुख सैनी द्वारा सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए तथा नियमित रूप से सॉफ्टवेयर में डाटा एंट्री करने की बात कही।

दैनिक भास्कर 23 Dec 2025 4:00 am