धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा वृंदावन पहुंच चुकी है। 10 दिन में 170km की पदयात्रा में 3 बार धीरेंद्र शास्त्री की तबीयत बिगड़ी। वो कहते हैं- राम काज कीन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम...। मुझ पर 20 घंटे काम करने का साइड इफेक्ट दिखता है। दिल्ली ब्लॉस्ट पर वो कहते हैं- इस्लामिक भाइयों से कहना चाहता हूं कि उन्हें शिक्षा नीति में बदलाव की जरूरत है, ताकि कोई डॉक्टर आतंकवादी न निकले। हमारी हिंदू संस्कृति के लिए महापुरुषों ने बलिदान दिया। अगर हमारा बलिदान होगा तो हम ना रुकेंगे, ना डरेंगे, ना पीछे हटेंगे। पदयात्रा के दौरान हिंदू एकता देखकर आतंकवादी बौखला गए हैं। पढ़िए पूरा इंटरव्यू... सवाल- पदयात्रा में कई बार आपकी तबीयत खराब हुई, लेकिन आप रुके नहीं?जवाब- मेरी तबीयत ठीक है। तन का अपना धर्म है, वो निभा रहा है। तन जरूर कमजोर है, मगर दिल मजबूत है। हमारी तबीयत से ज्यादा हिंदुओं की तबीयत खराब है। उनकी तबीयत ठीक करने के लिए अगर हमारी तबीयत खराब होती है, तो होती रहे...। हिंदुओं की तबीयत ठीक करेंगे। इस देश को एक करने के लिए जुटे रहेंगे। हटेंगे नहीं, डटे रहेंगे। जब तक प्राण न चले जाएं, मेरा तन-मन हिंदू, मेरा परिचय हिंदू, मेरी रग-रग हिंदू। सवाल- 170 किमी लंबी यात्रा से आप जो चाहते थे, वो नतीजे मिले?जवाब- लक्ष्य मिल रहा है या नहीं, ये समय बताएगा। देखिए, कोई भी आंदोलन या आंदोलित होने वाली क्रांति क्षण में प्रभावी नहीं होती। कुछ दिन बाद पता चलेगा कि कितना ठीक रहा था, क्योंकि अभी तो सब जगह शोर-शराबा है। अभी तो चर्चा होगी, फिर विमर्श होंगे। फिर विरोध भी होंगे, इसके बाद ही कुछ दिखेगा। सवाल- आपने कहा है कि दिल्ली जैसा धमाका हर गली-मोहल्ले में होगा? इसका क्या मतलब है?जवाब- मायने बहुत सीधे हैं। जिस देश में डॉक्टर जैसे गरिमा वाले पद पर रहने वाला व्यक्ति अगर आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है, तो निश्चित रूप से इस देश का भविष्य खतरे में हैं। मजहबी कट्टरपंथी भाइयों को ये बात समझने की जरूरत है। हम सभी इस्लामिक भाइयों से अपील करना चाहते हैं कि आपको अपनी शिक्षा नीति में सुधार करना चाहिए। जिससे कोई डॉक्टर आतंकवादी न निकले। सवाल- आपने ये भी कहा, कुछ लोग हमारी यात्रा पर गलत दृष्टि रखे हैं। ये लोग कौन हैं?जवाब- इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारी संस्कृति के लिए महापुरुषों ने बलिदान दिया। अगर हमारा बलिदान होगा, तो हम ना रुकेंगे। ना डरेंगे, ना पीछे हटेंगे। सवाल- आपकी यात्रा के वक्त दिल्ली ब्लास्ट हुआ, कहीं ये आपको संदेश देने की कोशिश तो नहीं थी?जवाब- कहीं न कहीं बौखलाहट तो थी, जो नजर आया। बाकी सरकार और इंटेलिजेंस बेहतर बताएंगे। सुरक्षा बढ़ाई गई, गतिविधियां बढ़ाई गईं। इतना तो साफ है कि वो हिंदू एकता देखकर बौखला गए हैं। इससे हम रुकने वाले नहीं। वो बम फोड़ने पर भरोसा करते हैं, हम नारियल फोड़ने पर भरोसा करते हैं। सवाल- आप शुरू से हिंदुओं को एक करने पर जोर दे रहे। इसकी जरूरत क्यों पड़ रही?जवाब. ये जरूरत इसलिए भी पड़ी है, क्योंकि जब इस्लामिक कंट्री एक हो सकती हैं, तो हिंदू भी एक हो सकते हैं। हिंदू राज्य में हिंदू ही अल्पसंख्यक हो गए हैं, इसलिए भी इसकी जरूरत पड़ी है। आज हिंदू समाज जाति व्यवस्था और क्षेत्रवाद और भाषावाद में बंटा है। कहीं संस्कृति न नष्ट हो जाए, इसलिए भी जरूरत पड़ गई कि कहीं हिंदुओं की संस्तुति न खतरे में पड़ जाए, इसके लिए यही सही समय है। सवाल- आप हिंदू कट्टरवाद की बात करते हैं। इससे देश में क्या मुस्लिम कट्टरवाद नहीं बढ़ेगा?जवाब- हिंदू कट्टरवाद और मजहबी कट्टरवाद में जमीन आसमान का अंतर है। हमारी कट्टरता में अहिंसा परमो धर्म और वसुधैव कुटुंबकम् पर काम करते हैं। तलवारों की लड़ाई पर भरोसा नहीं करते, विचारों की लड़ाई पर भरोसा करते हैं। इसलिए हमारी कट्टरवाद और दूसरों के कट्टरवाद में बहुत अंतर है। सवाल- आपकी यात्रा से हिंदुओं का ध्रुवीकरण होता है। आरोप लगता है कि इसका फायदा BJP को होता है?जवाब- ये बेतुकी बात है, इस पदयात्रा से ही संविधान बचेगा। जब हिंदू एक होगा, तब ही देश बचेगा। इसके बाद ही संविधान बचेगा। जब देश ही नहीं बचेगा, तो संविधान कैसे बचेगा। जो इस्लामिक कंट्री हैं, वहां संविधान थोड़े माना जाता है। सवाल- आपने कथा में कहा था कि जब आपके दिन अच्छे नहीं थे, तब एक मुस्लिम दोस्त ने मदद की। अब आप हिंदू मुस्लिम की बात करते हैं?जवाब- हमारे कई अनुयायियों में मुस्लिम धर्म को मानने वाले भी हैं। हमारी पदयात्रा का मुस्लिमों से स्वागत किया। मुझे एक मूवी के बारे में बताया गया, वो थी अमर, अकबर, एंथोनी। इसमें दिखाते हैं कि अमर मंदिर में पूजा करने जाता है, अकबर मस्जिद में नमाज अदा करता है। एंथोनी चर्च में प्रेयर करता है। मगर मूवी का एंड बहुत जबरदस्त था। आखिर में सबका बाप कन्हैया निकलता है। देखिए, इस देश में कन्वर्टेड मुस्लिम हैं, उनके लिए बहुत अच्छा मौका है। सवाल- आपको अंदाजा था कि बिहार में BJP को इतनी बड़ी जीत मिलेगी?जवाब- हमने कभी राजनीतिक बयान नहीं दिए, न टिप्पणी की है। हम सिर्फ राष्ट्रवाद की बातें करते हैं। राष्ट्रवाद और सनातन के लिए काम करने वाली पार्टियां जीतती रहें, यही भगवान से प्रार्थना करते हैं। हमने सुना है कि वहां पर जाति के नाम पर बांटने का प्रयास किया गया। लेकिन, आखिर में बांटने की कोशिश नाकाम हुई। जातियों से ऊपर उठकर लोगों ने खुद ही वोट किया। सवाल- यमुना शुद्धिकरण को कितना बड़ा मुद्दा मानते हैं?जवाब- इसमें यमुना के किनारे रहने वाले लोगों को जागरूक रहना होगा। हमने सुना है कि सरकार भी नदी के शुद्धिकरण के लिए काम कर रही है। सवाल- BJP ने पहले कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार नहीं, अब उनकी सरकार है। इस पर आपका क्या मत है?जवाब- मुझे भी लगता है कि इससे बेहतर समय नहीं हो सकता है। चारों राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक टेबल पर बैठकर ऐसे निर्णय लेने चाहिए कि इतने साल, इतने महीने में हम अपने राज्य की शुद्ध कर लेंगे। आप अपने राज्य की करिए। 1 साल के अंदर पूरी नदी स्वच्छ हो जाएगी। सवाल- क्या हिंदू राष्ट्र की मांग करके आप संविधान में बदलाव चाहते हैं?जवाब- बिल्कुल भी नहीं, लोगों के दिलों में हिंदू राष्ट्र बन जाए, कागजों में तो अपने आप बन जाएगा। लोग जब सही पदों पर बैठेंगे, तो अपने आप परिवर्तन कर देंगे। सवाल- आपने तो हिंदू गांव भी बसाने के लिए कहा था, यह प्लान कहां तक पहुंचा?जवाब- हमने लोगों से कहा था कि जमीन हमारी है, आप आइए और बस जाइए। कोई धंधा नहीं करना है। सवाल- हिंदू राष्ट्र घोषित होने के बाद लोगों की जिंदगी क्या आसान हो जाएगी?जवाब- तो दुर्लभ भी नहीं होगी। सवाल- राम मंदिर की तरह आप श्रीकृष्ण जन्मभूमि के लिए संकल्प दिलवा रहे?जवाब- तीन मंदिर, हमारे अधिकार हैं- काशी, अयोध्या और मथुरा। 16 नवंबर को संत-साधुओं के साथ विचार करेंगे। अभी कोर्ट के लिए ठहरे हुए हैं। ये बात तो तय है कि मंदिर वहीं बनना है। सवाल- आपके अनुयायी जानना चाहते हैं कि आप शादी कब करेंगे?जवाब- बिल्कुल करेंगे। सवाल- आप जिससे शादी करेंगे, वो क्या वह घरेलू महिला होगी?जवाब- (मुस्कुराते हुए) जब हम शादी करेंगे, तो गृहस्थ ही होंगे। सवाल- 2024 में मध्यप्रदेश में पदयात्रा की, 2025 में दिल्ली, हरियाणा और यूपी में आए, आगे किन राज्यों में प्लान है?जवाब- पदयात्रा 3.0 होगी, बिल्कुल होगी, मगर कहां होगी, ये 16 नवंबर के बाद ही तय कर पाएंगे। हम भारत के नागरिक हैं, हमें कहीं भी जाने की स्वतंत्रता है। सवाल- हम 24 घंटे आपके साथ पदयात्रा में हैं। अब 20 घंटे सड़क पर चलते हैं, शरीर को आराम नहीं दे रहे?जवाब- रामायण में लिखा है- राम काज कीन्हें बिनु मोहि कहां विश्राम। आराम करते तो हैं, मगर उतना नहीं कर पाते, जितना शरीर को चाहिए। उसका साइड इफेक्ट भी दिखाई पड़ते हैं, आगे से थोड़ा सुधार करेंगे। ------------------------------- यह खबर भी पढ़ें - धीरेंद्र शास्त्री बोले- देश बाबर का नहीं, राम का, गद्दारी करने वाले सुन लें बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा का आज नौवां दिन है। जया किशोरी यात्रा में शामिल हुईं। यात्रा में वह धीरेंद्र शास्त्री के आगे चलती दिखाई दीं। पढ़िए पूरी खबर...
मध्य प्रदेश की सड़कों पर 899 बसें ऐसी दौड़ रही हैं जिन्होंने अपनी 15 साल की उम्र सीमा पार कर ली है। सीधी भाषा में कहें तो ये बस खटारा हो चुकी है, बावजूद इसके ये आज भी प्रमुख शहरों के बीच सवारियां ढोने का काम कर रही हैं। अब इस मामले पर सरकार ने सख्त कदम उठाया है। परिवहन विभाग के सचिव मनीष सिंह ने प्रदेश के परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा को एक पत्र लिखकर इन सभी बसों की सूची सौंप दी है और इन पर तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इनमें सबसे ज्यादा खटारा बसें जबलपुर तो सबसे कम रीवा संभाग में चल रही हैं। सरकार के इस आदेश के बाद बस संचालकों में नाराजगी है। उनकी दलील है कि जब उनकी बसों को परमिट और फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया था तब उनकी उम्र 15 साल नहीं हुई थी। बसों का फिटनेस और परमिट अभी बकाया है ऐसे में अचानक बसों को बंद करने का फैसला अव्यवहारिक है। परिवहन सचिव ने लिखा ये बसें अवैध तरीके से संचालित हो रही14 नवंबर को परिवहन सचिव मनीष सिंह ने परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा को लिखे पत्र में कहा है कि इंदौर, रीवा, ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल, जबलपुर, सागर क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार (RTA) से जारी मंजिली गाड़ी परमिट की 899 बसों का विवरण सूची के रूप में संलग्न है। इस सूची में उन्हीं बस श्रेणी के वाहनों का विवरण है जिन्होंने 15 वर्ष की आयु पूर्ण कर ली है। पत्र में आगे इस बात की आशंका जताई गई है कि ये बसें अवैध रूप से संचालित हो रही होंगी, चूंकि इनके परमिट की वैधता अभी समाप्त नहीं हुई है, इस कारण इसकी पूरी संभावना है कि यह बसें फील्ड में अवैध रूप से संचालित हो रही होंगी। अतः इन सभी श्रेणी की बसों, जो आमजन की सुरक्षा के मान से खतरनाक हैं, उनकी जांच करवा लें तथा अगर किसी बस का संचालन पाया जाता है तो उस बस संचालक के विरुद्ध आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाए। नियमों की अनदेखी, परमिट देने वाले अधिकारियों पर सवाल अब यह स्थिति रातों-रात पैदा नहीं हुई है। यह सीधे तौर पर उन अधिकारियों की लापरवाही का नतीजा है जिन्होंने नियमों को जानते हुए भी इन बसों को परमिट जारी किए। मप्र मोटरयान नियम 1994 का नियम 77–1–ए स्पष्ट रूप से कहता है- इन स्पष्ट नियमों के बावजूद रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (RTA) के पद पर बैठे अधिकारियों ने परमिट देते समय वाहनों की उम्र का ध्यान नहीं रखा, जिसके कारण आज 899 कंडम बसें सड़कों पर दौड़ रही हैं और हजारों यात्रियों की जान जोखिम में डाल रही हैं। अब होगी परमिट निरस्त करने की कार्रवाईपरिवहन विभाग के जानकारों के अनुसार, सचिव के पत्र के बाद अब इन बसों के परमिट निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। हालांकि, अधिकारी सीधे परमिट कैंसिल करने से पहले बस संचालकों को नोटिस जारी कर सकते हैं। कुछ मामलों में उन्हें नए वाहन से बस को बदलने का विकल्प भी दिया जा सकता है, लेकिन इसकी संभावना कम है। सवारी बसों के रूप में हटेंगी, सड़क से नहींये बसें पूरी तरह से सड़क से नहीं हटेंगी। परिवहन आयुक्त विवेक शर्मा ने स्पष्ट किया, ‘15 साल पुरानी बसें स्टेज कैरैज (सवारी बस) के रूप में नहीं चल सकतीं, लेकिन इन्हें अन्य कार्यों में उपयोग किया जा सकता है। इन बसों को एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, प्राइवेट इंस्टीट्यूट या फैक्ट्रियों में कर्मचारियों को लाने-ले जाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट कैरिज के तहत चलाया जा सकता है।' इसके अलावा, ऐसी बसों को सात दिन के विशेष परमिट पर बारात या अन्य निजी कार्यक्रमों के लिए भी चलाया जा सकता है। इन सभी के लिए एक ही शर्त है कि बस का फिटनेस सर्टिफिकेट वैध होना चाहिए। हालांकि, आयुक्त ने यह भी साफ कर दिया कि जो ऑपरेटर बस बदलने के लिए आवेदन देना चाहते हैं, उन्हें यह कदम बस की 15 साल की उम्र पूरी होने से पहले उठाना होता है। अब उन्हें कोई अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा और नियम का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। बिना परमिट के बस चलाने पर रूल 13-ए के तहत प्रति सीट 1,000 रुपए की पैनाल्टी का प्रावधान है। बस संचालकों की दलील, स्थायी परमिट ऐसे कैंसिल नहीं कर सकतेदूसरी ओर, बस ऑपरेटरों ने सरकार की इस कार्रवाई पर अपनी दलीलें पेश की हैं। मप्र प्राइम रूट बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा कहते हैं, ‘15 साल पुरानी बसों को स्टेज कैरैज में नहीं चलाने का नियम है, इसे हम मानते हैं। जो बसें उम्र सीमा पार कर चुकी हैं, ऑपरेटर्स उन्हें हटाने के लिए तैयार हैं। हमारी मांग है कि परिवहन विभाग हमें नोटिस जारी करे और बसें बदलने के लिए कम से कम 6 महीने का समय दे, क्योंकि एक नई चेसिस लेकर उसकी बॉडी बनवाने और बस को पूरी तरह तैयार करने में इतना समय लगता है। उन्होंने एक कानूनी पेंच की ओर भी इशारा किया। बसों को हटाने का कोई कानून ही नहींहाईकोर्ट एडवोकेट सुबोध पांडे का कहना हैं, मध्यप्रदेश के मोटरयान नियम 1949 में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है कि 15 साल पुराना वाहन सड़क पर चल नहीं सकता। इसके नियम में लिखा है कि मात्र नया परमिट जारी नहीं किया जा सकता। मोटर यान अधिनियम 1988 की धारा 59 के अंतर्गत किसी भी परिवहन यान की उम्र निर्धारित करने की शक्ति केंद्र सरकार को है। ऐसे में जिनके परमिट पहले से जारी है उन्हें निरस्त नहीं किया जा सकता।
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में कृत्रिम गर्भाधान (AI) प्रक्रिया से पुंगनूर नस्ल की मादा बछिया का जन्म हुआ है। बछिया को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ रही है। इस नस्ल की गाय को दुनिया की सबसे छोटी गाय के रूप में जाना जाता है। यही नस्ल की गाय PM नरेंद्र मोदी के पास भी है। जानकारी के मुताबिक, गोढ़ीकला और ग्राम करमीटिकरा–करूमहुआ गांव में 1 नवंबर को एक बछिया का जन्म हुआ है। पशुपालक का नाम खगेश्वर यादव है। खगेश्वर का कहना है कि उन्होंने PM मोदी के पास इसी नस्ल की गाय देखी थी। इसके बाद उन्होंने अपनी देशी गाय में ब्रीडिंग कराई थी। पुंगनूर नस्ल की गाय 17 से 24 इंच (3 फीट) लंबी होती है। इन गायों की कीमत 2 से 10 लाख के करीब होती है। ये गाय 5 लीटर तक दूध देती हैं। इनके दूध की कीमत 1000 रुपए तक है, जबकि घी 50 हजार रुपए प्रति किलो तक बेचा जाता है। अब पुंगनूर नस्ल की गाय की ये 3 तस्वीरें देखिए... सबसे पहले जानिए कैसे जन्मी ये बछिया ? पशुपालक खगेश्वर यादव बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी के यहां छोटी-छोटी नस्ल की गायों का वीडियो देखा था। इसके बाद उन्होंने इस नस्ल की गाय को अपने गांव में पालने का मन बनाया। उन्होंने इसके लिए पत्थलगांव पशु चिकित्सालय के पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी केके पटेल से मुलाकात की। खगेश्वर ने पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी से बताया कि वह पुंगनूर नस्ल की गाय पालना चाहता है। ऐसी गाय हमारे गांव में भी होनी चाहिए। वह पहले से गाय पाल रहे हैं। उनके बकरियां भी हैं, लेकिन पुंगनूर नस्ल की गाय भी पालना है। कृत्रिम गर्भाधान तरीका अपनाया गया जशपुर के पशु चिकित्सा अधिकारी केके पटेल ने बताया कि पशुपालक की मांग पर कोशिश की गई। इस दौरान पता चला कि यह नस्ल मुख्य रूप से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में पाई जाती है। इसे सीधे लाना महंगा पड़ता, इसलिए नई तकनीक आर्टिफिशियल-इनसेमिनेशन यानि कृत्रिम गर्भाधान का तरीका अपनाया गया। इसके लिए एक निजी संस्था से पुंगनूर नस्ल के सांड का सीमेन लिया गया। कृत्रिम गर्भाधान 29 जनवरी 2025 को कराया गया था। इसी सीमेन से कृत्रिम गर्भाधान से लगभग 284 दिनों बाद 11 नवंबर 2025 की सुबह गाय ने पुंगनूर नस्ल की बछिया को जन्म दिया। पशुपालक खगेश्वर यादव को मिला सम्मान वहीं पशु चिकित्सक डॉ. बीपी भगत ने सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी केके पटेल और पशुपालक खगेश्वर यादव को शाल और श्रीफल देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ पत्थलगांव के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे जशपुर जिले के लिए गर्व की बात है। डॉ. बीपी भगत ने बताया कि पुंगनूर गाय का स्वभाव बहुत ही शांत और स्नेही होता है। इसे पालना आसान है। लोग इसे घर में साथी पशु के रूप में भी रखते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पुंगनूर गाय को अपनाने के बाद इसकी लोकप्रियता और बढ़ गई है। पुंगनूर गाय से जुड़ी धार्मिक मान्यता धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अमृत प्राप्ति के लिए जब देव और दावनों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था तो अमृत निकलने से पहले कई दुर्लभ चीजें भी उसमें से निकली थी। उसमें से एक सुरभि गाय भी निकली थी। इसे कामधेनु भी कहा जाता है। आंध्र के लोगों का मानना है कि पुंगनूर वही सुरभि गाय है। उस समय इसकी ऊंचाई दस फीट थी जो समय काल के प्रभाव से छोटी हो गई है। वैदिक काल में जब विश्वामित्र राजा थे तो उन्होंने ऋषि वशिष्ठ से कामधेनु को हड़पने के लिए युद्ध किया था। युद्ध में ऋषि वशिष्ठ की कामधेनु ने मदद की थी। इसके कारण राजा विश्वामित्र हार गए थे। इसी के दूध से तिरुपति बालाजी काे अभिषेक किया जाता है। इसे क्षीराभिषेकम कहा जाता है। अब जानिए किस राज्य में कौन-कौन से गायें होती हैं ? गओलाओ (महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश) गओलाओ नस्ल नागपुर, छिंदवाड़ा और वर्धा में पाई जाती है। इनका शरीर मध्यम आकार का और रंग सफेद से सलेटी होता है। इसका सिर लंबा, मध्यम आकार के कान और छोटे सींग होते हैं। इस गाय के दूध में 4.32 प्रतिशत वसा की मात्रा होती है। खेरीगढ़ (उत्तर प्रदेश) इस प्रजाति के गोवंश उत्तर प्रदेश के खेरीगढ़ क्षेत्र में पाए जाते हैं। गायों के शरीर का रंग सफेद होता है। इनके सींग बड़े होते है। इस नस्ल के बैल फुर्तीले होते हैं। इस नस्ल की गायें कम दूध देती हैं। खिलारी (महाराष्ट्र और कर्नाटक) इस नस्ल का मूल स्थान महाराष्ट्र और कर्नाटक है। यह पश्चिमी महाराष्ट्र में भी पाई जाती हैं। इस प्रजाति के गोवंश का रंग खाकी, सिर बड़ा, सींग लम्बे और पूंछ छोटी होती है। खिल्लारी प्रजाति के बैल काफी शक्तिशाली होते हैं। इस नस्ल के नर का औसतन भार 450 किलो और गाय का औसतन भार 360 किलो होता है। इसके दूध में वसा लगभग 4.2 प्रतिशत होता है। कृष्णा वैली (कर्नाटक) कृष्णा वैली उत्तरी कर्नाटक की देसी नस्ल है। यह सफेद रंग की होती है। इस नस्ल के सींग छोटे, शरीर छोटा, टांगें छोटी और मोटी होती है। यह एक ब्यांत में औसतन 900 किलो दूध देती है। मालवी (मध्यप्रदेश) मालवी प्रजाति के बैलों का उपयोग खेती तथा सड़कों पर हल्की गाड़ी खींचने के लिए किया जाता है। इनका रंग लाल, खाकी तथा गर्दन काले रंग की होती है। इस नस्ल की गायें दूध कम देती हैं। मध्यप्रदेश के ग्वालियर क्षेत्र में यह नस्ल पाई जाती है। मेवाती (राजस्थान, हरियाणा और उत्तर प्रदेश) मेवाती प्रजाति की गाय सीधे-सीधे तथा कृषि कार्य हेतु उपयोगी होते हैं। इस नस्ल की गाय काफी दुधारू होती हैं। इनमें गिर जाति के लक्षण पाए जाते हैं तथा पैर कुछ ऊंचे होते हैं। यह नस्ल राजस्थान के भरतपुर और अलवर जिले, हरियाणा के फरीदाबाद और गुड़गांव जिले और उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले तक फैली हुई है। इसका रंग मुख्य तौर पर सफेद होता है। यह नस्ल एक ब्यांत में औसतन 958 किलो दूध देती है। नागोरी (राजस्थान) इस नस्ल की गाय राजस्थान के नागौर जिले में पाई जाती है। इस नस्ल के बैल भारवाहक क्षमता के विशेष गुण के कारण अत्यधिक प्रसिद्ध है। निमाड़ी (मध्यप्रदेश) निमाड़ी का मूल स्थान मध्यप्रदेश है। इसका रंग हल्का लाल, सफेद, लाल, हल्का जामुनी होता है। इसकी चमड़ी हल्की और ढीली, माथा उभरा हुआ, शरीर भारा, सींग तीखे, कान चौड़े और सिर लंबा होता है। इस गाय के दूध में वसा 4.9 प्रतिशत होता है। अंगोल (आंध्रप्रदेश) अंगोल प्रजाति तमिलनाडु के अंगोल क्षेत्र में पाई जाती है। इस जाति के बैल भारी बदन के और ताकतवर होते हैं। इनका शरीर लम्बा, किन्तु गर्दन छोटी होती है। यह प्रजाति सूखा चारा खाकर भी जीवन निर्वाह कर सकती है। इस नस्ल के ऊपर ब्राजील में काम कर रही है। पोंवर (उत्तर प्रदेश) इस नस्ल के गोवंश उत्तर प्रदेश के रुहेलखण्ड में पाए जाते हैं। इनके सींगों की लम्बाई 12 से 18 इंच तक होती है। इनकी पूंछ लम्बी होती है। इनके शरीर का रंग काला और सफेद होता है। यह गाय कम दूध देती है। पुंगनूर (आंध्रप्रदेश) पुंगनूर का मूल स्थान आंध्रप्रदेश का चितूर जिला है। इस नस्ल के पशु छोटे आकार के होते हैं, इनका शरीर सफेद रंग और खाल हल्के भूरे रंग का होता है। इनके सींग छोटे और मुड़े हुए होते हैं। इस नस्ल की मादा का औसतन भार 115 किलो और नर का औसतन भार 225 किलो होता है। राठी (राजस्थान) भारतीय राठी गाय की नस्ल ज्यादा दूध देने के लिए जानी जाती है। राठी नस्ल का राठी नाम राठस जनजाति के नाम पर पड़ा। यह गाय राजस्थान के गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर इलाकों में पाई जाती हैं। यह गाय प्रतिदन 6 -8 लीटर दूध देती है। रेड कंधारी (महाराष्ट्र) रेड कंधारी महाराष्ट्र के नांदेड़, परभनी, अहमदनगर, बीड और लातूर जिले में पाई जाती है। इनका रंग हल्का लाल या भूरा होता है। इसके सींग टेढ़े, माथा चौड़ा, कान लंबे, होते हैं। इस नस्ल के नर का औसतन कद 1138 से.मी. और मादा का औसतन कद 128 से.मी. होता है। लाल सिंधी प्रजाति: ( पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु) लाल रंग की इस गाय को अधिक दुग्ध उत्पादन के लिए जाना जाता है। लाल रंग होने के कारण इनका नाम लाल सिंधी गाय पड़ गया। यह गाय पहले सिर्फ सिंध इलाके में पाई जाती थी। लेकिन अब यह गाय पंजाब, हरियाणा, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और ओडिशा में भी पाई जाती हैं। इनकी संख्या भारत में काफी कम है। साहिवाल गायों की तरह लाल सिंधी गाय भी सालाना 2000 से 3000 लीटर तक दूध देती हैं। साहीवाल (पंजाब और राजस्थान) साहीवाल भारत की सर्वश्रेष्ठ प्रजाति है। यह गाय मुख्य रूप से हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में पाई जाती है। यह गाय सालाना 2000 से 3000 लीटर तक दूध देती हैं, जिसकी वजह से दुग्ध व्यवसायी इन्हें काफी पसंद करते हैं। यह गाय एक बार मां बनने पर करीब 10 महीने तक दूध देती है। अच्छी देखभाल करने पर ये कहीं भी रह सकती हैं। सीरी (सिक्किम और भूटान) इस नस्ल के गोवंश दार्जिलिंग के पर्वतीय प्रदेश, सिक्किम एवं भूटान में पाए जाते हैं। इनका मूल स्थान भूटान है। ये प्राय: काले और सफेद अथवा लाल और सफेद रंग की होती हैं। सीरी जाति के पशु देखने में भारी होते हैं। गंगातीरी (उत्तर प्रदेश और बिहार) गंगातीरी नस्ल उत्तर प्रदेश और बिहार में पाई जाती है। यह मध्यम आकार की होती है। इसके दूध में 4.1-5.2 प्रतिशत वसा की मात्रा होती है। थारपारकर (राजस्थान) यह गाय राजस्थान में जोधपुर और जैसलमेर में मुख्य रूप से पाई जाती है। थारपारकर गाय का उत्पत्ति स्थल 'मालाणी' (बाड़मेर) है। इस नस्ल की गाय भारत की सर्वश्रेष्ठ दुधारू गायों में गिनी जाती है। राजस्थान के स्थानीय भागों में इसे 'मालाणी नस्ल' के नाम से जाना जाता है। थारपारकर गोवंश के साथ प्राचीन भारतीय परम्परा के मिथक भी जुड़े हुए हैं। उम्ब्लाचेरी (तमिलनाडु) तमिलनाडु के थिरूवारूर और नागापटीनम जिले में यह नस्ल पाई जाती है। इनका माथा चौड़ा होता है। इस नस्ल के नर का औसतन कद 135 से.मी. और मादा का औसतन कद 105 से.मी. होता है। इस नस्ल की गाय के दूध में वसा 4.9 प्रतिशत तक होती है। वेचुर (केरल) वेचूर प्रजाति के गोवंश पर रोगों का कम से कम प्रभाव पड़ता है। इस जाति के गोवंश कद में छोटे होते हैं। इस नस्ल की गायों के दूध में सर्वाधिक औषधीय गुण होते हैं। इस जाति के गोवंश को बकरी से भी आधे खर्च में पाला जा सकता है। मोतू (ओडिशा,छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश) ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्रप्रदेश में यह नस्ल पाई जाती है। इनका रंग भूरा, सलेटी और सफेद होता है। इनके शरीर का आकार छोटा, सींग सीधे, पूंछ काली और खुर काले रंग के होते हैं। इस नस्ल की गाय के दूध में वसा 4.8-5.3 प्रतिशत होती है। घुमुसरी (ओडिशा) घुमुसरी का मूल स्थान ओडिशा है। इनका रंग सफेद या भूरे रंग का होता हैं। इनके सींग मध्यम आकार के होते हैं जो ऊपर और अंदर की तरफ को मुड़े होते हैं। इस गाय की पहली बार मां बनने की उम्र 42 महीने होनी चाहिए। इसके दूध में वसा 4.8- 4.9 प्रतिशत तक होता है। न्झार्पुरी (ओडिशा) यह नस्ल ओडिशा के भदरक और केंद्रापारा जिले में पाई जाती है। इनका रंग सफेद होता है, पर यह काले, भूरे या सलेटी रंग में भी मिल सकती है। इस नस्ल के सींग काले और मध्यम आकार के होते हैं, जो ऊपर की तरफ मुड़े होते हैं। इसके दूध में वसा 4.3-4.4 प्रतिशत होती है। खरिअर (ओडिशा) खरिअर ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की नस्ल है। यह छोटे आकार की होती है। इसके सींग सीधे, कमर और चेहरे का कुछ हिस्सा गहरे काले रंग का होता है। इस नस्ल की गाय के दूध में वसा 4-5 प्रतिशत होती है। कोसली (छत्तीसगढ़) कोसली नस्ल की गायें भारत के छत्तीसगढ़ राज्य में पाई जाती हैं। इसका प्रमुख निवास स्थान छत्तीसगढ़ राज्य के मैदानी जिले जैसे रायपुर, राजनांदगांव, दुर्ग और बिलासपुर हैं। इनका आकार छोटा होता हैं। एक मादा का वजन 160-200 किग्रा और नर का वजन 200-300 किग्रा तक होता है। कोसली नस्ल की गायों के सींग छोटे आकार के होते हैं। बद्री (उत्तराखंड) बद्री गाय केवल पहाड़ी जिलों में पाई जाती है और पहले इसे 'पहाड़ी' गाय के रूप में जाना जाता था। इनका रंग भूरा, लाल, सफ़ेद होता है। इनके कान छोटे से मध्यम आकार की लम्बाई के होते हैं और इनकी गर्दन छोटी एवं पतली होती है। बद्री गायों का प्रतिदिन औसत दुग्ध उत्पादन लगभग 1.12 किग्रा है, लेकिन कुछ गायें 6.9 किग्रा तक दूध का उत्पादन करती हैं। इनका दुग्धकाल 275 दिनों का होता है। इन सब के अलावा जम्मू और कश्मीर की लद्दाखी गाय, असम की लखीमी, महाराष्ट्र और गोवा की कोंकण कपिला, हरियाणा और चंडीगढ़ की बिलाही, कर्नाटक की मल्नाद गिद्दा, तमिलनाडु की पुल्लिकुलम भी रजिस्टर्ड है। ............................... ये भी खबर भी पढ़ें कोरबा में मिली चार आंखों वाली मछली:असामान्य रूप से बड़ा है मछली का मुंह; ग्रामीणों ने तालाब में छोड़ा छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में 4 आंखों वाली मछली देखने को मिली है। हरदी बाजार स्थित सराई सिंगार गांव में इस मछली के मिलने से हलचल मच गई। 30 जून को राधा सागर तालाब में स्थानीय निवासी भंगू निर्मलकर को नहाते समय यह विचित्र मछली मिली। इस मछली का मुंह असामान्य रूप से बड़ा है। पढ़ें पूरी खबर...
यमुनानगर के जगाधरी में एक युवक ने फांसी लगाकर सुसाइड कर ली। घटना के वक्त वह अपने कमरे में अकेला था। काम पर न आने पर जब साथी ने फोन किया तो कॉल रिसीव न होने पर कमरे पर पहुंचे और वहां पर उसका फंदे पर लटका शव पाया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच के लिए फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया। पुलिस द्वारा शव को फंदे से उतारकर कब्जे में लिया गया और पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल जगाधरी पहुंचाया गया। बर्तन फैक्ट्री में करता था काम मृतक की पहचान बिहार के भोजपुर जिला निवासी 23 वर्षीय बजरंगी के रूप में हुई है। बजरंगी यहां जगाधरी में किराए के मकान में रहता था और बर्तन बनाने वाली एक फैक्ट्री में काम किया करता था। मौत की सूचना मिलते ही मृतक का जीजा विमलेश कुमार बिहार से यमुनानगर पहुंचा। विमलेश ने बताया कि बजरंगी अभी अविवाहित था। वह दो साल पहले रोजगार की तलाश में बिहार से यमुनानगर आया था। यहां पर वह जगाधरी में किराए के कमरे में अकेला रहा करता था और बर्तन फैक्ट्री में काम किया करता था।। एक दिन बाद बिहार से आए परिजन उन्हें बताया गया है कि बजरंगी शुक्रवार को बजरंगी काम पर नहीं गया। ऐसे में उसका साथी उसे फोन कर रहा था, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। बार-बार कॉल के बाद वह उसे देखता हुआ उसके कमरे पर पहुंचा। कमरे का दरवाजा बंद था। उसके कैसे भी करके दरवाजा खोला तो अंदर देखा बजरंगी ने फंदा लगाया हुआ था। उसने तुरंत इस बारे पुलिस को बताया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मामले के जांच अधिकारी मान सिंह ने बताया कि युवक के शक को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सिविल अस्पताल जगाधरी में रखवाया गया था। परिजन बिहार से शनिवार को पहुंचे हैं। ऐसे में शनिवार की देर शाम तक शव का पोस्टमॉर्टम करा उन्हें सौंप दिया गया। मामले की जांच कर रहे हैं।
उत्तर भारत से बफीर्ली हवाएं लगातार चलने से राजस्थान में सर्दी बरकरार है। रविवार को सीकर जिले में कोल्ड-वेव का येलो अलर्ट जारी किया गया है। जयपुर, अजमेर संभाग के जिलों में सुबह-शाम शीतलहर (कोल्ड-वेव) का प्रभाव है। इन संभाग के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हो रहा है। शनिवार को भी राज्य के 13 शहरों में तापमान सिंगल डिजिट में दर्ज हुआ। मौसम केन्द्र जयपुर की ओर से राज्य में अगले कुछ दिन इसी तरह का मौसम रहने और प्रदेश के सुबह-शाम तेज सर्दी और हल्की शीतलहर का असर बरकरार रहने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटे के दौरान सीकर फतेहपुर में 5 और सीकर में 5.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर, अजमेर, टोंक जिलों में शनिवार को सुबह-शाम शीतलहर का असर रहा। इन जिलों के अलावा नागौर में न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 7.9, पिलानी में 8.5, चित्तौड़गढ़ में 9.5, पिलानी में 8.5, अलवर में 8.4, वनस्थली (टोंक) 8.6, भीलवाड़ा में 9.4, दौसा में 6.9, झुंझुनूं में 8.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अजमेर में 10, उदयपुर, जोधपुर में 10.2-10.2, जयपुर में 12.4, कोटा में 13.1, बाड़मेर में 15.4, जैसलमेर में 12.6, बीकानेर में 13.6, गंगानगर में 10.7, डूंगरपुर में 12.9, हनुमानगढ़ में 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अधिकतम तापमान 1 डिग्री गिरा, दिन में ठंडक बढ़ी राजस्थान में अब दिन में भी तापमान में मामूली गिरावट हो रही है। शनिवार को भी दिन का अधिकतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। शनिवार को दिन का सबसे अधिक तापमान 32.4 बाड़मेर में दर्ज हुआ। जैसलमेर में अधिकतम तापमान 30.9, फलौदी में 30, बीकानेर में 31.3, गंगानगर में 30.5, अजमेर में 27.8, भीलवाड़ा में 27, वनस्थली (टोंक) 28.2, अलवर में 27.4, जयपुर में 28.4, सीकर में 27.5, पिलानी में 29.7, चित्तौड़गढ़ में 29, कोटा में 27.8, नागौर में 29.9, बारां में 27.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। शनिवार को दिन में सबसे ज्यादा ठंडक उदयपुर में रही, जहां का अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। रविवार को यहां कोल्ड-वेव का येलो अलर्टमौसम केन्द्र जयपुर ने रविवार को सीकर जिले में कोल्ड-वेव चलने का येलो अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा जयपुर और अजमेर संभाग के कुछ हिस्सों में भी कोल्ड-वेव का हल्का असर रहेगा। हालांकि, तापमान में कोई खास बदलाव नहीं होगा, सर्दी इसी तरह रहेगी।
गोरखपुर विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के छात्रों ने मीडिया लैब के लिए शुक्रवार को अपनी 5 मांग लेकर विभाग के नीचे धरने पर बैठ गए। शुक्रवार को जब दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने कुलपति प्रो. पूनम टंडन से इस बारे में बात कि तो उन्होंने बताया कि– हमारा तो डेढ़ साल पहले से ही लैब बना हुआ है और अच्छा खासा वर्ल्ड क्लास स्टूडियो बना हुआ है । आगे उन्होंने कहा कि- ''हिंदी और पत्रकारिता विभाग के अध्यापकों से कहा गया है कि छात्रों को को ट्रेनिंग दिलाई जाए लेकिन उनके वहां से कोई भी सेशन लेने नहीं पहुंचा। हमारे दूसरे लैब जो की हिंदी विभाग में बन रहा है उसका टेंडर पास हो चुका है। बहुत जल्द वहां काम शुरू होने की भी घोषणा हो गई है। इसमें प्रदर्शन का क्या वजह है मुझे तो कुछ समझ नहीं आ रहा है। '' जब रिपोर्टर ने उन्हें पूछा कि आप यहां पर फीता काटकर शुभारंभ करने वाली थी तो उन्होंने कहा कि ऐसा कोई हमारे द्वारा बात नहीं किया गया था। इस बयान के बाद छात्र बोले–कि हम उस जगह जाकर देख चुके हैं। वहां छात्रों को एंट्री नहीं है। वो बस टीचर ट्रेनिंग लैब है।जबकि पत्रकारिता विभाग के अध्यापक व कोर्स-कोआर्डिनेटर ने भी ये बात कही कि वो रिकॉर्डिंग रूम है न को मीडिया लैब। इसी बात का पता लगाने दैनिक भास्कर के रिपोर्टर ने लैब में जाकर देखा तो वहां: 2 स्टूडियो लाइट, एक कैमरा स्टैंड, डिजिटल बोर्ड, साउंड प्रूफ रूम है।कुलपति के दिए वर्ल्ड क्लास लैब वाले बयान को लेकर छात्रों ने कुलपति से पूछा तो उन्होंने यह कहकर बात टाल दी कि– वर्ल्ड क्लास जैसी सुविधा वाली लैब की बात नहीं की है। वो लोग कुछ भी लिख देते है। यह धरना शनिवार शाम तक चला। जिसके बाद कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने छात्रों के बीच से 15 लोगों को बात करने के लिए बुलाया।छात्रों ने अपनी मांग रखी जिसपर उन्होंने सहमति बनाते हुए कहा कि 17 नवंबर को आप सभी लोग और विभाग के अध्यक्ष, HOD के साथ बैठकर इस विषय पर चर्चा होगी। तबतक के लिए आप लोग घरना खत्म करिए।
सिंगर पेपॉन का लाइव शो आज:देख सकते हैं ग्रामीण बच्चों की प्रदर्शनी; जानिए भोपाल में कहां-क्या खास
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) अपने मेडिकल डिवाइस पार्क सेक्टर 28 को देश का प्रमुख कैंसर-केयर और हाई-एंड मेडिकल इक्विपमेंट हब बनाने पर काम कर रहा है। इसके लिए प्राधिकरण पार्क में एक बड़े कैंसर-केयर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करना चाहता है, जिससे मार्डेन ऑन्कोलॉजी उपकरणों के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इसके लिए YEIDA के सीईओ आर.के. सिंह, ओएसडी शैलेंद्र भाटिया और मेडिकल डिवाइसेस एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल (EPC) के प्रमुख प्रवीण मित्तल 17-18 नवंबर को बेंगलुरु में मेडिटेक कारोबारियों के साथ बैठक करेंगे। इसका उद्देश्य उन कंपनियों को आकर्षित करना है जो रेडियोथैरेपी मशीन, न्यूक्लियर इमेजिंग सिस्टम, ऑन्कोलॉजी डायग्नोस्टिक, रेडियोलॉजी उपकरण और इंप्लांट बनाती हैं। अधिकारियों के अनुसार पार्क में अब तक 101 प्लॉट आवंटित किए जा चुके हैं, लेकिन कैंसर उपकरणों से जुड़ी केवल तीन छोटी इकाइयां ही कार्यरत हैं। इस कैटेगरी को मिलेगा बढ़ावामेडिकल डिवाइस पार्क में कैंसर-केयर सिस्टम, CT–MRI–PET-CT जैसे इमेजिंग डिवाइस, एडवांस कार्डियो-रेस्पिरेटरी और एनेस्थीसिया इक्विपमेंट, साथ ही ऑर्थोपेडिक, कार्डियक, न्यूरो और ऑन्कोलॉजी से जुड़े इम्प्लांट्स एवं इन-विट्रो डायग्नोस्टिक सिस्टम जैसी हाई-वैल्यू कैटेगरी को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए सब्सिडी, SGST रीइंबर्समेंट, EPF इंसेंटिव, स्किल डेवलपमेंट सपोर्ट और 100% स्टांप ड्यूटी छूट जैसे लाभ भी दिए जाएंगे। पार्क नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से केवल 5 किमी दूरी पर स्थित है। जापान के प्रतिनिधि मंडल ने किया दौराहाल ही में जापान की एक उच्च-स्तरीय मेडिटेक प्रतिनिधिमंडल ने भी पार्क का दौरा किया। मेडिकल एक्सीलेंस जापान (MEJ) के सीईओ केनजी शिबुया के नेतृत्व में आए प्रतिनिधियों ने निवेश संभावनाओं और तकनीकी सहयोग के मॉडल पर चर्चा की। YEIDA ने 350 एकड़ में फैले पार्क का लेआउट, 90% से अधिक तैयार इन्फ्रास्ट्रक्चर और जेवर एयरपोर्ट के पास विकसित हो रहे 500 एकड़ के जापानी सिटी प्रोजेक्ट को प्रस्तुत किया।
आगरा में आज 16 नवंबर का मौसम दिनभर हल्की धुंध, हल्की गर्माहट और आरामदायक नमी के साथ गुज़र रहा है। सुबह की शुरुआत कोहरा और ठंडक लिए रही, जबकि दिन में मौसम थोड़ा साफ़ हुआ और तापमान 26 डिग्री तक पहुंचा। आज सुबह हल्की धुंध छाई रही और तापमान करीब 13C महसूस हुआ। दिन में हल्की धूप और हल्की गर्मी बनी रही, अधिकतम तापमान 26C तक रहा। शाम को फिर हल्की ठंडक लौटेगी और विजिबिलिटी थोड़ी कम रह सकती है। हवा की रफ्तार पूरे दिन औसतन 7 किमी/घंटा के आसपास चल रही है, जबकि नमी 36–40% के बीच रही, जो मौसम को आरामदायक बनाए हुए है। आगामी 7 दिन का मौसम, हवा और नमी 17 नवंबर – हल्की धुंध, दिन 26C, रात 14C, हवा 8 किमी/घं., नमी ~40% 18 नवंबर – धुंध हल्की, दिन 25–26C, रात 14C, हवा 7 किमी/घं., नमी ~38% 19 नवंबर – धूप बढ़ेगी, दिन 25C, रात 13C, हवा 6–7 किमी/घं., नमी ~35% 20 नवंबर – मौसम साफ़, दिन 26C, रात 16C, हवा 8 किमी/घं., नमी ~40% 21 नवंबर – धूप तेज, दिन 26C, रात 14C, हवा 7 किमी/घं., नमी ~38% 22 नवंबर – हल्की गर्माहट, दिन 28C, रात 15C, हवा 7–8 किमी/घं., नमी ~36% 23 नवंबर – साफ़ मौसम, दिन 28C, रात 15C, हवा 7 किमी/घं., नमी ~35–37% सुबह–शाम हल्की ठंडक में हल्की जैकेट साथ रखें। दिन में हल्के कपड़े आरामदायक रहेंगे। धुंध के कारण सुबह–शाम वाहन चलाते समय सावधानी रखें। नमी सामान्य है, इसलिए बाहर की गतिविधियाँ आराम से की जा सकती हैं।
आगरा में साइबर अपराधियों ने यूपी टैक्सटाइल कॉरपोरेशन से रिटायर्ड प्रदीप कुमार कुलश्रेष्ठ और उनकी पत्नी को एक सोची-समझी चाल के जरिए ठगी का शिकार बना लिया। बुजुर्ग दम्पत्ति लाइफ सर्टिफिकेट की प्रक्रिया जानने के लिए मोबाइल पर जानकारी देख रहे थे। इसी दौरान उनके वॉट्सऐप पर एक मैसेज आया, जिसे उन्होंने सामान्य समझकर खोल लिया। मैसेज खोलते ही सामने वाला व्यक्ति बात करने लगा और खुद को लाइफ सर्टिफिकेट से जुड़ा ‘मदद करने वाला’ बताकर भरोसा जीतने लगा। शातिर ने पहले लाइफ सर्टिफिकेट बनवाने की बात कही और फिर आधार कार्ड, डेबिट कार्ड जैसी जरूरी जानकारी मांगी। जब प्रदीप कुमार ने बताया कि उनका डेबिट कार्ड एक्टिव नहीं है, तो अपराधी ने चतुराई से बात घुमाकर नोमिनी यानी उनकी पत्नी सुनील कुलश्रेष्ठ का मोबाइल नम्बर और बैंक डिटेल ले ली। उसने दावा किया कि पांच मिनट में लाइफ सर्टिफिकेट मिल जाएगा और दम्पत्ति को इंतजार करने को कहा। बुजुर्ग दम्पत्ति देर रात तक इंतजार करते रहे, लेकिन कोई सर्टिफिकेट नहीं आया। थकान के कारण वे सो गए। सुबह जब मोबाइल में आई एपीके फाइल और बैंक खाते की डिटेल देखी तो पूरा सच सामने आ गया। साइबर अपराधियों ने उनकी पत्नी के अकाउंट से 32,700 रुपये डेबिट कार्ड और यूपीआई के जरिए निकाल लिए थे। प्रदीप कुमार ने बताया कि अगर उनका डेबिट कार्ड एक्टिव होता तो ठग खाते से लाखों रुपये साफ कर सकते थे। ठगी का अहसास होते ही दम्पत्ति सीधा साइबर क्राइम सैल पहुंचा। यहां प्रभारी विमल कुमार ने शिकायत लेकर कार्रवाई और मदद का भरोसा दिया।
चंडीगढ़ पुलिस ने नशे के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 523 ग्राम कोकीन बरामद हुई है जिसकी बाजार कीमत लगभग 3 करोड़ से अधिक बताई जा रही है। साथ ही नकदी व सोने की ज्वेलरी भी जब्त की गई है। गिरफ्तारियों के बाद अब चंडीगढ़ पुलिस उस नेटवर्क के मुख्य आरोपी जो दिल्ली में बैठा है, उसे दबोचने की तैयारी कर रही है और जल्द ही एक टीम दिल्ली भेजी जाएगी। खुलेंगे कई राज सूत्रों के मुताबिक, जब पुलिस ने आरोपी बंटी को जीरकपुर एरिया से गिरफ्तार किया था, तो उसके पास से एक डायरी भी मिली। उस डायरी में ट्राइसिटी के साथ-साथ दिल्ली के मुख्य सप्लायर्स के नाम व मोबाइल नंबर लिखे थे। इन व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पकड़ने के लिए पुलिस टीम दिल्ली भेजेगी। इस खुफिया जानकारी से यह पता चलने की संभावना है कि ये आरोपी ट्राइसिटी व अन्य जगहों पर नशे की सप्लाई कहां-कहां करते थे। आरोपियों की पहचान डड्डूमाजरा निवासी सोनू उर्फ कालू, मलोया के स्मॉल फ्लैट्स निवासी सलमान उर्फ मुन्ना, सेक्टर-25 निवासी अनूप, सेक्टर-38डी निवासी सुनील उर्फ दर्शी, और दिल्ली के हिमगिरि एनक्लेव न्यू बुराड़ी ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी निवासी बंटी के रूप में हुई है। पहले मामला ठंडे बस्ते चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच द्वारा नकली नोट के साथ पकड़े गए 3 आरोपी गौरव कुमार, विक्रम मीणा उर्फ विक्की और जितेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया था कि इस केस के तार अब चीन से जुड़ रहे हैं, क्योंकि जो नकली नोट के बीच में तार का इस्तेमाल हो रहा था, वह चीन से मंगवाई जाती थी। वहीं इस केस का मुख्य आरोपी गोडिंया अभी भी फरार है। सूत्रों से पता चला है कि पुलिस ने जो 3 आरोपी पकड़े हैं, उनके पास तो आगे कोरियर के जरिए सप्लाई आती थी। इस पूरे गिरोह का मुख्य आरोपी गोडिंया, जो गुजरात में छिपा हुआ है, वहीं से अपना पूरा नेटवर्क चला रहा है। आरोपी गोडिंया चीन से नोट के बीच में डालने वाली तार को मंगवाता है और आगे जहां-जहां से नकली नोट की डिमांड आती है, वहां उसे कोरियर के जरिए भिजवा देता है। वहीं अब अगर चंडीगढ़ पुलिस के हाथ गोडिंया आ जाता है तो अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का खुलासा हो सकता है। जानिए कितने पैसे मिले थे इनके पास क्राइम ब्रांच ने शिशु निकेतन स्कूल, सेक्टर-22 के पास से गौरव कुमार और विक्रम मीणा को नकली 500 रुपए के नोट चलाते हुए पकड़ा था। तलाशी में काले बैग से 19 नकली 500 रुपए के नोट बरामद हुए। आगे तलाशी में सिल्वर रंग की टाटा हैरियर से 1,626 नकली 500 के नोट मिले। विक्रम मीणा की ऑल्टो कार से 392 नकली 500 के नोट बरामद हुए। विक्रम मीणा संगरूर में DTDC के जरिए कुरियर एजेंट के रूप में काम करता है। उसकी दुकान से 10 नकली 500 के नोट और कुछ 100 के नकली नोट बरामद हुए। जांच में पता चला कि ये नोट झलावाड़ (राजस्थान) से कुरियर के जरिए भेजे गए थे और हिमाचल के कटिपरी के निवासी आरोपी गौरव कुमार की मौजूदगी में यहाँ पहुंचाए गए थे। गौरव कुमार के पास से भी चार पैकेट में 400 नकली 500 रुपए के नोट बरामद हुए। राजस्थान में छापेमारी कर आरोपी जितेंद्र शर्मा को झालरापाटन, जिला झालावाड़ से गिरफ्तार किया गया। उसके किराए के मकान से 12,20,700 रुपए मूल्य के नकली नोट, प्रिंटर, बॉन्ड पेपर और नकली करेंसी छापने में प्रयुक्त अन्य उपकरण मिले। इस गिरोह में नकली नोट आमतौर पर 1:3 के अनुपात पर असली करेंसी के बदले दिए जाते थे यानी 1 लाख असली रुपए के बदले लगभग 3 लाख नकली नोट मिल जाते थे।
लुधियाना कांग्रेस में चल रही गुटबाजी को खत्म करके सभी नेताओं को एकजुट करना दोबारा जिला प्रधान बने संजय तलवाड़ के लिए आसान नहीं होगा। सबसे बड़ी चुनौती कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और पूर्व कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु के बीच की दूरियां कम करना है। संजय तलवाड़ ने दोबारा प्रधान बनते ही जिला कांग्रेस में ‘ऑपरेशन यूनिटी’ शुरू कर दिया है। उन्होंने शहर के सभी बड़े कांग्रेस नेताओं के घर जाकर उनसे मिलना शुरू कर दिया है। संजय तलवाड़ दोबारा प्रधान बनने के बाद अब तक पूर्व विधायकों व पार्टी के सीनियर नेताओं के घर जाकर उनसे मुलाकात करनी शुरू कर दी है। 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले पूरी कांग्रेस को एकजुट करना लक्ष्य गुटबाजी खत्म करने के लिए ‘डोर-टू-डोर’ फॉर्मूला जिला कांग्रेस में पिछले कुछ सालों से अलग-अलग खेमों में बंटे वरिष्ठ नेता एक-दूसरे से दूरी बनाए हुए हैं। ऐसे में संजय तलवाड़ ने कमान संभालते ही सबसे पहले शहर के सीनियर नेताओं के घर जाकर उनसे मुलाकात करनी शुरू कर दी। पूर्व विधायक राकेश पांडे, सुरिंदर डाबर, कुलदीप वैद, सिमरजीत सिंह बैंस, बलविंदर बैंस व पूर्व जिला प्रधान पवन दीवान से मुलाकात कर चुके हैं। संजय तलवाड़ का दावा, वड़िंग-आशु जल्दी एक साथ दिखेंगे संजय तलवाड़ ने कहा कि जो लोग अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और भारत भूषण आशु के बीच दूरियों की बात कर रहे हैं उन्हें जल्दी वो एक साथ दिखेंगे। तलवाड़ ने कहा कि राजा वड़िंग पार्टी के प्रधान हैं और भारत भूषण आशु पार्टी के सीनियर लीडर हैं। उन्होंने कहा कि 2027 में शहर की सभी सीटें जीतना दोनों का लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि दोनों एक साथ काम करेंगे। 2027 में पूरी कांग्रेस एकजुट होकर चुनाव लड़ेगी संजय तलवाड़ ने साफ कहा है कि उनका मिशन पूरी जिला कांग्रेस को एकजुट करके 2027 की तैयारी करना है। उन्होंने कहा कि लुधियाना शहर में 6 विधानसभा सीटें हैं। ये छह सीटें जीतने के लिए ग्रास रूट से लेकर शीर्ष नेता एक जुट होकर चुनाव लडेंगे। पार्टी से नाराज चल रहे नेताओं को मनाएंगे संजय तलवाड़ का कहना है कि पार्टी को एकजुट करने के लिए वो लगातार काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ कार्यकर्ता पार्टी से नाराज चल रहे हैं उन्हें मनाने के लिए भी वो काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को उनका पूरा सम्मान दिया जाएगा। आईटी सेल काे मजबूत करेगी कांग्रेस जिला कांग्रेस अपने आईटी सेल को भी मजबूत करेगी। वार्ड लेबल से लेकर जिला स्तर तक के सभी नेताओं को सोशल मीडिया पर एक्टिव किया जाएगा ताकि पार्टी की बात को आम लोगों तक आसानी से पहुंचाया जा सके। कांग्रेस के लिए लुधियाना अहम क्यों? लुधियाना पंजाब की राजनीति का सबसे बड़ा शहरी केंद्र है। लुधियाना शहरी में 6 विधानसभा क्षेत्र हैं लेकिन दो विधानसभा क्षेत्र गिल व साहनेवाल भी अब लगभग शहर में ही है। ऐसे में शहर में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं। लुधियाना इसलिए सभी पार्टियों के मुख्य फोकस पर है। यही नहीं लुधियाना शहर कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है।
बरेली के अर्बन हाट के ऑडिटोरियम में वरिष्ठ चिंतक पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर को लेकर आज कई तरह की राजनीतिक बयान बाज़ियां होती हैं, लेकिन हकीकत यह है कि अंबेडकर जितने विशाल व्यक्तित्व वाले थे, उनकी तुलना कोई कर ही नहीं सकता। उन्होंने कहा-“जो लोग अंबेडकर को गाली देते हैं, वो खुद बौने साबित होते हैं।” अंबेडकर की आलोचना करने वालों पर तीखा हमला कुलश्रेष्ठ बोले कि अंबेडकर को गाली देना किसी भी व्यक्ति के बौनेपन की निशानी है। जहां हम आज उनकी एक-एक बात पर राजनीतिक बहस करते हैं, वहीं अंबेडकर को हम जैसे आम लोगों से न तारीफ की जरूरत थी, न किसी प्रमाण की। उन्होंने कहा कि आज कई लोग हिंदुत्व की बातें ऐसे करते हैं मानो ये कोई नई चीज़ हो। जबकि भारत में हजारों वर्षों से सब कुछ संगठित रूप में रहा है। लेकिन अंबेडकर पर चर्चा कम इसलिए होती है क्योंकि कुछ लोगों को डर है कि अगर असली बातें सामने आ गईं तो उनकी राजनीति कमजोर पड़ जाएगी। अंबेडकर ने खुद अपना सरनेम क्यों लिखा-इस पर भी चर्चा उन्होंने बताया कि आज कुछ लोग अपने ही सरनेम से कतराने लगे हैं, जबकि अंबेडकर ने अपने नाम में “अंबेडकर” जोड़कर एक मिसाल रखी। वे बोले कि सरनेम तो अपनी पहचान के लिए होता है, लेकिन आज लोग इसे छिपाते फिरते हैं। सेकुलर शब्द पर अंबेडकर की असली सोच पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने कहा कि संविधान सभा की बैठकों में सेकुलर शब्द पर बहस हुई थी। अंबेडकर ने साफ कहा था कि भारत को सेकुलर कहना गलत परिभाषा है, क्योंकि भारत तो हजारों साल से हर मत, हर विश्वास को स्वीकारता आया है। उन्होंने कहा-“लुटेरे आए, आक्रमणकारी आए, लेकिन इस देश के मूल निवासियों ने कभी उनकी पूजा-पद्धति या धर्म के कारण किसी की हत्या नहीं की, न किसी के उपासना-स्थल तोड़े।” यही भारत की असली सेकुलर आत्मा है, जो किसी शब्द पर नहीं, बल्कि मिट्टी और खून में बसती है। संविधान में ‘इंडिया दैट इज़ भारत’ कैसे आया कुलश्रेष्ठ बोले कि अंबेडकर और डॉ. राजेंद्र प्रसाद के बीच एक गजब का संवाद था।अंबेडकर ने कहा-संविधान में सिर्फ इंडिया लिखा है, भारत कहां है?उन्होंने बताया कि संविधान 1935 के गवर्नमेंट ऑफ इंडिया एक्ट की कॉपी जैसा था, उसमें कई चीजें बस जोड़ी-घटाई गई थीं। फिर दोनों ने बैठकर तय किया कि संविधान के 22 अध्यायों में भारत की सभ्यता के प्रतीक-चित्र, चिन्ह और भावनाएं शामिल की जाएं। नंदलाल बोस को बुलाया गया- और इतिहास बन गया उन्होंने बताया कि कोलकाता के महान कलाकार नंदलाल बोस को दिल्ली बुलाया गया। उन्होंने अपने साथ 21 वर्ष के एक युवक को भी लाया, जो जबलपुर का रहने वाला था। दोनों ने पूरी भारतीय सभ्यता का अध्ययन किया और तय किया कि किस अध्याय पर कौन-सा प्रतीक या चित्र होना चाहिए। ज्ञानव्यापी का चित्र संविधान के पहले पेज पर क्यों है कुलश्रेष्ठ ने कहा कि भारत के संविधान के पहले पृष्ठ पर नंदलाल बोस ने काशी स्थित ज्ञानव्यापी परिसर के सामने स्थित शिवलिंग का चित्र बनाया। उन्होंने कहा-“लोग ज्ञानव्यापी का नाम मस्जिद से जोड़कर देखते हैं, लेकिन ज्ञान-व्यापी-ज्ञान का व्यापन-ये भारत की मूल आध्यात्मिक धरोहर है। ये बातें किसी को पता नहीं थीं, क्योंकि समाज रोज़मर्रा की बहसों में उलझा रहता है और अपनी जड़ों की खोज नहीं करता।” आज के युवा को असली तथ्य जानने की जरूरत उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी संविधान का सिर्फ नाम जानती है, उसकी आत्मा नहीं।उन्होंने जोर देकर कहा-“संविधान सिर्फ कानून नहीं, ये हमारी हजारों साल पुरानी सभ्यता का दस्तावेज़ है। इसे समझना होगा, पढ़ना होगा।” मोदी की बिना नाम लिए तारीफ, विपक्ष पर सर्जिकल हमला धर्म का अर्थ ड्यूटी, मजहब नहींउन्होंने कहा कि सारे धर्म बराबर हैं, यह किस ग्रंथ में लिखा है। धर्म का अर्थ मजहब नहीं, बल्कि कर्तव्य है। ब्रह्मांड में एक ही धर्म है - सनातन धर्म। युद्ध और जंग की फिलॉस्फी पर बातकुलश्रेष्ठ बोले कि युद्ध शब्द हिंदुस्तान का है, इससे निकला युद्धविराम। युद्धविराम के कारण 1971 में 93 हजार पाकिस्तानी सैनिकों को वापस किया गया। वहीं पाकिस्तानी समाज युद्ध नहीं, जंग मानता है - जहां जंग और इश्क में सब जायज है। इसलिए पहलगाम में हमारे लोगों को पहचान पूछकर मारा गया। राजनीति पर निशाना – ज्ञान वालों के पास डिग्री जरूरी नहींउन्होंने कहा कि सत्ता से मेरा कोई रिश्ता नहीं। लेकिन जो राष्ट्र के लिए काम करे उसकी तारीफ करना जरूरी है। सावरकर और नेताजी के परिवार का एक भी व्यक्ति सत्ता में नहीं है। जिनके पास ज्ञान होता है जरूरी नहीं कि उनके पास डिग्री हो। उनके पास भी डिग्री नहीं है। झूठ, डर और राज्यसभा पर तंजउन्होंने कहा कि कुछ लोग राम कथा के साढ़े 4 करोड़ रुपये लेकर राम की तुलना मौला से कर देते हैं। और साढ़े 4 करोड़ लेने वाले 4 भाषण के बाद पूछते हैं कि उन्हें राज्यसभा क्यों नहीं भेजा गया। झूठ वही बोलता है जो डरता है। राष्ट्र और देश पर टिप्पणीउन्होंने कहा कि भारत राष्ट्र हजारों साल पहले पैदा हुआ, लेकिन राष्ट्र पिता 1947 में पैदा हुए। राष्ट्र का पिता अगर कोई है तो वेदव्यास हो सकते हैं। अम्बेडकर पर विस्तृत टिप्पणीकुलश्रेष्ठ ने कहा कि अम्बेडकर ने जो लिखा, वह नेताओं ने कभी नहीं बताया।उन्होंने कहा – अम्बेडकर ने पाकिस्तान पार्टिशन ऑफ इंडिया किताब में लिखा है कि भारत में मुसलमान रहेंगे तो शांति नहीं रह सकती। मुसलमान सरिया कानून को सर्वोपरि मानते हैं। कांग्रेस ने संविधान से राम, कृष्ण, शिवाजी की तस्वीर हटाई, जिसे अब वापस लगा दिया गया। वंदे मातरम पर टिप्पणीउन्होंने कहा कि 15 अगस्त 1947 को जब देश आजाद हुआ वंदे मातरम पर मुसलमानों ने ऐतराज किया था। लेकिन अब फिर पूरे देश में वंदे मातरम गाया जा रहा है। बम धमाकों का जिक्रउन्होंने कहा कि 10 नवंबर को दिल्ली में बम धमाके हुए। जिसमें कई सनातनी मारे हुए, लेकिन 14 तारीख को बिहार में भी एक धमाका हुआ। बिहार की जनता ने दिखा दिया कि एक सही बटन दबाने का कितना फायदा होता है। इसलिए EVM पर बटन सही जगह दबाना जरूरी है। सनातनी को 5 साल में 30 सेकेंड जरूर निकालने चाहिए। जाति छोड़कर पुरुषार्थी को चुनना चाहिए। भीड़, राजनीति और देश की दिशाउन्होंने कहा कि 70 सालों से आपको झूठ सुनाया गया। अम्बेडकर को गाली देने वाले बौने हो जाएंगे, अम्बेडकर कभी छोटे नहीं होंगे। अम्बेडकर ने जो किया वो सबसे बड़े ब्राह्मण थे। गोत्र की जगह वर्तमान स्थिति देखकर राजा चुनोउन्होंने कहा कि बेटी के लिए वर गोत्र देखकर चुनते हो कोई बात नहीं लेकिन राजा वर्तमान परिस्थितियों को देखकर चुनो। क्योंकि 7 राज्यों में आप शासन में नहीं और 5 में अल्पसंख्यक की स्थिति में हैं। पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ कौन हैं: राष्ट्रीय मुद्दों पर बेबाक बोलने वाले पूर्व पत्रकार, सोशल स्पीकर और जियो-पॉलिटिकल एनालिस्ट देश में राष्ट्रवाद, कश्मीर नीति और आंतरिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर खुलकर बोलने वाले पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ आज सोशल मीडिया और जनसभा मंचों पर एक चर्चित नाम हैं। वे खुद को जियो-पॉलिटिकल एनालिस्ट और सामाजिक चिंतक बताते हैं। टीवी डिबेट्स से लेकर यू-ट्यूब लेक्चर्स तक, उनके भाषण देश की सुरक्षा, आतंकवाद, कश्मीर घाटी, धारा 370, वोट बैंक पॉलिटिक्स और हिंदू समाज की चुनौतियों पर केंद्रित रहते हैं। पूर्व पत्रकार, AIR और DD में काम कर चुके हैंपुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ ने अपने करियर की शुरुआत मीडिया से की थी। आकाशवाणी और दूरदर्शन जैसे सरकारी मीडिया संस्थानों में कई साल काम किया। बताया जाता है कि उन्होंने विदेश मंत्रालय, कूटनीति और सुरक्षा मामलों में भी लंबे समय तक रिपोर्टिंग की, जिससे अंतरराष्ट्रीय मामलों पर उनकी पकड़ मजबूत हुई। कश्मीर और आतंकवाद पर उनके भाषण होते हैं हाईलाइटउनकी पहचान खास तौर पर उन भाषणों से बनी, जिनमें वे कश्मीर हिंसा, पाकिस्तान की राजनीति, आतंकवाद के नेटवर्क और भारत की सुरक्षा नीति पर सीधी और सख्त राय रखते हैं। सोशल मीडिया पर उनकी वीडियो क्लिप्स लाखों व्यूज हासिल करती हैं। समर्थक उन्हें बेबाक वक्ता कहते हैं, जबकि आलोचक उन्हें कट्टर विचारों वाला वक्ता बताते हैं। सोशल मीडिया पर बड़ी फॉलोइंगयूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर उनकी जबरदस्त फॉलोइंग है। देश-विदेश में बसे NRIs के बीच भी उनके सेमिनार काफी लोकप्रिय रहते हैं। कई शहरों में आयोजित उनके कार्यक्रम हाउसफुल रहते हैं, जहां वे भारत की पुरानी सभ्यता, आतंकवाद की फंडिंग, हिंदू समाज की चुनौतियों और राजनीतिक बदलावों पर खुलकर बोलते हैं। सरकारी नीतियों के प्रबल समर्थकवे मोदी सरकार की विदेश नीति, सेना के ऑपरेशन और आंतरिक सुरक्षा संबंधी फैसलों का खुलकर समर्थन करते हैं। कई बार उनके भाषणों पर विवाद भी खड़े हुए हैं, लेकिन वे अपने स्टाइल में बोलना नहीं छोड़ते। कई संगठनों द्वारा कार्यक्रमों में बुलाया जाता हैदेशभर में उन्हें सामाजिक संस्थाएं, शिक्षण संस्थान और सांस्कृतिक मंच लगातार आमंत्रित करते हैं। लखनऊ, दिल्ली, जयपुर, भोपाल और बंगलूरू जैसे शहरों में वे हाल ही में कई कार्यक्रमों में शामिल हो चुके हैं। कुल मिलाकर…पुष्पेंद्र कुलश्रेष्ठ एक ऐसा नाम बन चुके हैं जो सोशल स्पेस में राष्ट्रवाद और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों को लेकर लगातार सक्रिय है। वे न सिर्फ वक्ता हैं, बल्कि खुद को राष्ट्र की चेतना जगाने वाला भी बताते हैं। उनके भाषणों को लेकर बहस हमेशा बनी रहती है, लेकिन उनकी लोकप्रियता कम नहीं होती।
गोरखपुर में शादियों के सीजन आते ही नोटों की गड्डियों का डिमांड भी बढ़ गया है। लेकिन कस्टमर्स को इसे खरीदना काफी महंगा पड़ रहा है। मांग ज्यादा होने की वजह से दुकानदार इसका फायदा भी उठा रहे हैं। नोटों की गड्डियों पर एक्स्ट्रा चार्ज लेकर उसे महंगा बेच रहे हैं। सबसे महंगी 10 रुपए की नोटों वाली गड्डी मिल रही है। बैंक रोड स्थित सभी दुकानदारों ने अलग- अलग रुपए के नोट पर अलग- अलग चार्ज फिक्स कर रखा है। जैसे 10 रुपए वाली नई नोट की 1000 की गड्डी 1400 रुपए की बिक रही है। ऐसे ही सभी नोट के लिए अलग- अलग चार्ज है। मजबूरी बस लोगों को एक्स्ट्रा पैसा देकर खरीदना पड़ रहा है, क्योंकि बैंकों में भी उन्हें नोट नहीं मिल पा रहे हैं। बैंकों में नहीं मिल रही गड्डी शादियों में नोटों की गड्डी उड़ाना, नोटों की माला या छोटे- बड़े जगहों पर चेंज की जरूरत पड़ने की वजह से अक्सर लोगों को 10, 20 या 100, 50 के नोट की जरूरत पड़ती है। जिसके लिए लोग बैंकों से गड्डियां लेकर आते हैं। लेकिन आजकल बैंक भी गड्डियां देने से हाथ खड़े कर ले रहे हैं। जिसकी वजह से लोगों को नोट एक्सचेंज करने वाले दुकानदारों के पास जाना पड़ रहा है। और एक्स्ट्रा पैसा देकर गड्डी खरीदना पड़ रहा है। निराश होकर लौट रहे कस्टमर्स ज्योति पांडेय ने बताया- घर में उनकी ननद की शादी है। जिसमें कई जगह खुले पैसों की जरूरत लगेगी। इसीलिए वो बैंक से 10 और 20 के नोटों की गड्डी लेने गई। लेकिन मुझे नहीं मिला। इसी तरह गड्डी खरीदने आए रोहित ने बताया- बैंक में कोशिश की लेकिन नहीं मिला। तो यहां आया हूं। अब एक्स्ट्रा चार्ज ही सही लेकिन मिल तो रहा है। अब शादी वाले घर में बिना खुले पैसों के काम तो चलेगा नहीं। वहीं कोटक बैंक की मैनेजर नौशीन ने बताया-इन दिनों बैंक में बहुत से ऐसे कस्टमर्स आ रहे हैं जो नोटों की गड्डियों की डिमांड करते हैं। लेकिन यह संभव नहीं है कि उन्हें गड्डियां मिल ही जाएं। जब बैंक में जैसी व्यवस्था रहती उनके मांग को पूरी की जाती है, नहीं तो लौटाना ही पड़ता है। 10 के नोट की गड्डी सबसे महंगी वैसे तो सभी नोटों की गड्डियों पर चार्ज लग रहा है, लेकिन सबसे महंगी 10 रुपए के नए नोट वाली गड्डी है। जिसकी कीमत 1000 रुपए के लिए 1400 रुपए है। मतलब 400 रुपए एक्स्ट्रा देने पड़ेंगे। वहीं पुराने नोट की 1000 रुपए की गड्डी पर 1200 रुपए का भुगतान करना पड़ेगा। मतलब 200 एक्स्ट्रा। जिसकी जितनी डिमांड, वो उतना ही महंगा नोट बेचने वाले दुकानदार ने बताया- सबसे ज्यादा डिमांड 10 रुपए की गड्डी की होती है। इसीलिए ये ज्यादा महंगा बिकता है। इसके बाद 20 रुपए की गड्डी थोड़ी इससे सस्ती है। और सबसे कम चार्ज 500 रुपए की गड्डी पर लगता है। क्योंकि उसका डिमांड कम है। बाजार में बिक रही नोटों की गड्डियां और उनके रेट 10 के नए नोट की 1,000 रुपए की गड्डी -1,400 रुपए में (400 एक्स्ट्रा)10 के पुराने नोट की 1,000 रुपए की गड्डी -1,200 रुपए में (200 एक्स्ट्रा)20 के नोट की 1,000 रुपए की गड्डी- 1,300 रुपए में (300 एक्स्ट्रा)20 के नोट की 2,000 रुपए की गड्डी- 2,600 रुपए में (600 एक्स्ट्रा)50 के नोट की 1,000 रुपए की गड्डी- 5,100 रुपए में (100 एक्स्ट्रा)500 के नोट की 50,000 रुपए की गड्डी- 50,500 रुपए में (500 एक्स्ट्रा)
पंचकूला पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की टीम ने सेब व्यापारी से 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर 5 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। बिहार के जहानाबाद, बिहार निवासी एक सेब व्यापारी ने पंचकूला पुलिस को बताया था कि 13 सितंबर को सेब मंडी पिंजौर से 902 पेटी सेब खरीदी थी। जिनकी कीमत लगभग 15 लाख रुपए थी। परिवहन के लिए उसने अपने परिचित ट्रांसपोर्टर की सहायता से अहसान पुत्र अय्यूब, निवासी जिला शामली उत्तर प्रदेश, जो स्वयं ट्रक चालक भी है, से संपर्क किया था। उसी दिन अहसान ने सेब ट्रक में लादकर पिंजौर से बिहार (गया) के लिए निकला। लेकिन कुछ समय बाद उसका फोन बंद आने लगा और वह अपने पते से भी लापता पाया गया। व्यापारी की शिकायत पर थाना पिंजौर में 4 अक्टूबर को बीएनएस की धारा 316(3), 318(4) व 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। आर्थिक अपराध शाखा ने की जांच मामले की जांच आर्थिक अपराध शाखा पंचकूला के एएसआई सुनील कुमार को सौंपी गई। जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी अहसान को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसने ट्रक में भरे सभी सेब सहारनपुर मंडी उत्तर प्रदेश में बेच दिए थे। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से रकम और अन्य जुड़े तथ्यों के बारे में विस्तृत पूछताछ कर रही है ताकि मामले में आगे की कार्रवाई की जा सके।
रोहतक में चलती कार में लगी आग:कार सवार लोगों ने बाहर निकलकर बचाई जान, फायर ब्रिगेड ने पाया काबू
रोहतक के ब्लॉक कलानौर में चलती कार में अचानक आग लग गई। कार से धुआं निकलते देख उसमें सवार लोगों ने बाहर निकलकर जान बचाई। साथ ही पुलिस व फायर ब्रिगेड को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस व फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया। कलानौर के कॉलेज मोड पर देर रात को कार में अचानक आग लगी। गाड़ी रोहतक नंबर की है, जो भिवानी से देर रात को वापस रोहतक की तरफ आ रही थी। इसी दौरान कार में आग लगी, लेकिन कार सवार लोगों ने समय रहते बाहर निकलकर अपनी जान बचा ली। कार में कितने लोग सवार थे, यह अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। पूरी गाड़ी जलकर हुई राख कॉलेज मोड़ पर चलती कार से धुआं निकलने लगा तो लोगों ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। लेकिन देखते ही देखते कार आग का गोला बन गई और पूरी गाड़ी धूं-धूं कर राख के ढेर में बदल गई। जब तक फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची, गाड़ी पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। आग लगने का कारण बता रहे शॉर्ट सर्किट गाड़ी में आग लगने का सही कारण पता नहीं चल पाया, लेकिन माना जा रहा है कि गाड़ी में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। गाड़ी से जब धुआं निकला तो उसमें बैठे लोग बाहर निकल गए थे। इसके बाद गाड़ी में तेजी से आग फैली और पूरी गाड़ी जल गई। पुलिस मामले में कर रही जांच कलानौर थाना पुलिस ने बताया कि उन्हें गाड़ी में आग लगने की सूचना मिली थी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। वहीं, फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया। पुलिस ने गाड़ी मालिक के बयान पर कार्रवाई की।
धार जिले के धामनोद के एक बुजुर्ग के पास शनिवार शाम मोबाइल कॉल आया। कॉल करने वाले ने कहा, “हम ATS पुणे से बोल रहे हैं। हाल ही में हुई आतंकवादी गतिविधियों में आपका नंबर मिला है। तुरंत किसी कमरे में जाइए और हर आधे घंटे में हमें मैसेज करें कि आप सुरक्षित हैं।” बुजुर्ग देवराम पटेल घबरा गया, लेकिन समझदारी दिखाते हुए सीधे धामनोद थाना पहुंचे और टीआई प्रवीण ठाकरे को पूरी घटना बताई। थाने में टीआई ने तत्काल वीडियो कॉल के जरिए उस कथित अधिकारी से बात की और पता चला कि यह कॉल पूरी तरह से फेक थी। कॉलर केवल पुलिस की वर्दी और सरकारी बैकग्राउंड का दिखावा कर डराने की कोशिश कर रहा था। टीआई ने स्पष्ट किया कि पुलिस कभी भी वीडियो कॉल पर पूछताछ नहीं करती। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जैसे “आपके पार्सल में ड्रग्स है”, “आपका बच्चा पकड़ा गया है” या “आपका आतंकियों से लिंक मिला है” जैसी धमकियां। ये सभी साइबर फ्रॉड हैं, केवल लोगों को डराकर फंसाने के लिए की जाती हैं। देवराम पटेल की समझदारी से एक बड़ा नुकसान टल गया। टीआई ने धामनोद और पूरे धार जिले की जनता से निवेदन किया कि ऐसे किसी भी फेक कॉल पर भरोसा न करें। यदि कोई अजनबी या स्वयं को पुलिस बताने वाला व्यक्ति वीडियो कॉल करे, तो तुरंत पास के थाने में इसकी सूचना दें।
लुधियाना में महान क्रांतिकारी शहीद करतार सिंह सराभा के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में आज उनके पैतृक गांव सराभा में राज्य स्तरीय समारोह आयोजित होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान बतौर मुख्यअतिथि शिरकत कर शहीद सराभा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। प्रशासन ने समारोह को लेकर व्यापक तैयारियां पूरी कर ली हैं। कड़े सुरक्षा घेरे में रहेगा कार्यक्रम स्थल DC ने दिए निर्देश समारोह के मद्देनजर गांव सराभा को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। एसडीएम समेत पुलिस अधिकारियों ने शनिवार देर शाम कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया। कार्यक्रम स्थल की सुरक्षा मेहमानों की संख्या, और मंच पर बैठने वाले लोगों के नामों की सूची सहित तमाम जानकारियां जुटाई गई हैं।डीसी हिमांशु जैन ने सभी तैयारियों को लेकर अधीनस्थों से फीडबैक लिया और सुरक्षा के इंतजाम कड़े करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को पार्किंग स्थलों को लेकर भी विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है। सीएम मान करेंगे शिरकत मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान आज सराभा गांव पहुंचकर बलिदानी करतार सिंह सराभा को नमन करेंगे और राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यअतिथि के रूप में भाग लेंगे। मान की मौजूदगी को देखते हुए पूरे इलाके में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहेगा।
एसजीएसटी की टीम ने 50 लाख रुपये से अधिक की कर चोरी का मामला पकड़ा है। दो ट्रकों में तय सीमा से अधिक उत्पादों को ले जाने और जीएसटी न दिए जाने पर अधिकारियों की ओर से बाबूपुरवा थाने में तहरीर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि ट्रक में लदे माल का आंकलन करने के बाद लगभग 50 लाख रुपये की कर चोरी का मामला सामने आया है। ई-वे बिल में दर्ज से ज्यादा मालएसजीएसटी के अधिकारियों की ओर से जांच के दौरान दो ट्रकों को जद में लिया गया। दोनों ट्रकों में बिल्टी और ई-वे बिल में दर्ज माल से कई गुना ज्यादा सामान लदा हुआ मिला। पहली कार्रवाई में नीलम रोड, गोशाला के पास ट्रक को रोका गया। जिसमें बिल्टी में 20 माल की एंट्री थी, जबकि ट्रक में उससे बहुत ज्यादा माल अधिकारियों को हासिल हुआ है। अधिकारियों को तीन फर्मों के ई-वे बिल मिलने पर पता चला कि माल का वजन और कीमत बिल्टी से कई गुना ज्यादा है। बिल्टी से ज्यादा और महंगा माल इसी तरह दूसरी कार्रवाई में विजय नगर चौकी पर ट्रक पकड़ा गया। इसमें भी बिल्टी से ज्यादा और महंगा माल मिला। इस ट्रक में दिल्ली और अम्बेडकर नगर की तीन फर्मों की बिल्टियां थीं लेकिन सामान ज्यादा मात्रा में भरा हुआ अधिकारियों को मिला। दोनों मामलों को विभाग के अधिकारियों ने कर चोरी और फर्जी बिल्टी का मामला माना है। राज्य कर विभाग के अधिकारियों ने बाबूपुरवा थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। संत के मंच पर उतरे फिल्मी सितारेपंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा हाउसफुल चल रही है। बाबा का शो हिट हो रहा है। धर्म और अध्यात्म से जुड़ी हस्तियों के अलावा फिल्मी सितारे भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा में शामिल होकर उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं। मशहूर अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और अभिनेता राजपाल यादव भी सनातन पदयात्रा में पहुंचे। वे पंडित धीरेंद्र शास्त्री के मंच पर उनके चरणों में बैठे। इस दौरान पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने दोनों ही फिल्मी कलाकारों को लेकर बड़ी बात कही। राजपाल यादव को देखकर तो शास्त्री को फिल्म भूलभुलैया का उनका कैरेक्टर याद आ गया। उन्होंने कहा- हनुमान जी का सिंदूर लगाकर कान में अगरबत्ती खोंसते हैं। पूछते जरूर है कि पंडित जी अब मैं नहा लूं। वो हमें इसलिए याद है क्योंकि हम हनुमान जी वाले हैं। उसमें ये हनुमान जी जैसे ही दिख रहे थे। उन्होंने शिल्पा शेट्टी को लेकर कहा कि इनकी एक अलग पहचान भी है। जिस तरह से हम संतों में योग गुरु बाबा रामदेव हैं, उसी तरह बॉलीवुड में शिल्पा शेट्टी हैं। सीएम ने बताया- बिहार की जीत कितनी बड़ी बिहार में एनडीए की जीत से मध्य प्रदेश में भी भाजपा का जोश हाई है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भाजपा की ऐसी विजय हुई है कि हिमालय की चोटी भी शरमा जाए। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने महागठबंधन की हार पर कहा कि उन्हें पहले से जिसका शक था, वहीं हुआ। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये पूरा का पूरा खेल मैनिपुलेट वोटर लिस्ट और ईवीएम का है। इस पर पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा- कांग्रेस का कंसेप्ट साफ है। राहुल गांधी पर उंगली नहीं उठे, इसलिए ईवीएम और वोट चोरी का आरोप लगाओ। सांसद की कार के आगे लेटा भाजपा नेताग्वालियर में भाजपा का एक नेता अपने ही दल के सांसद की कार के आगे लेट गया। उन्हें खरी-खोटी सुनाई। आरोप है कि अपशब्द भी कहे। दरअसल, पप्पन यादव नाम के ये नेता सांसद भारत सिंह को क्षेत्र की समस्याएं बताना चाहते थे। जगह-जगह लगे गंदगी के ढेर दिखाना चाहते थे लेकिन सांसद ने आने से मना कर दिया। इस पर नेता जी गुस्सा हो गए और उनकी कार के आगे लेट गए। नेता जी ये कहते सुने गए कि जनता की समस्या दूर नहीं करेंगे तो काहे के सांसद। इधर, सांसद भी इस वाकये से गुस्सा हो गए। बहस होने लगी। अब लोग इस घटना को भाजपा की गुटबाजी के रूप में देख रहे हैं। अफसरों ने बिरसा मुंडा को गुंडा लिख दियामध्य प्रदेश को यूं ही अजब-गजब नहीं कहा जाता। रतलाम में जनजातीय विभाग ने कुछ ऐसा ही कारनामा किया है। दरअसल, विभाग ने 15 नवंबर को बिरसा मुंडा की जयंती पर होने वाले कार्यक्रम के लिए एक लेटर जारी किया था। इसमें बिरसा मुंडा को गुंडा लिख दिया। मतलब मुंडा की जगह गुंडा कर दिया। जैसे ही ये लेटर सोशल मीडिया में आया लोग खासकर आदिवासी समाज नाराज हो गया। उन्होंने विभाग के जिम्मेदार अफसर का पुतला फूंका। बवाल मचा तो जिम्मेदार अधिकारी ने माफी मांगी। हालांकि, उन्होंने इस गलती का ठीकरा टाइपिस्ट के सिर पर फोड़ दिया। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें.. नरोत्तम की शायरी पर हंस-हंसकर लोट-पोट हुए धीरेंद्र शास्त्री, मुख्यमंत्री को जीतू पटवारी ने दिया नया नाम सत्ता के गलियारों से दूर चल रहे मध्य प्रदेश के पूर्व गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सनातन पदयात्रा निकाल रहे पंडित धीरेंद्र शास्त्री के साथ नजर आए। मंच पर जब उन्होंने माइक थामा तो अपने चिर परिचित अंदाज में शायरियां बोलीं। पढ़ें पूरी खबर...
बहादुरगढ़ के लाइनपार क्षेत्र में लंबे समय से जारी जल संकट के समाधान की मांग को लेकर अब स्थानीय लोग खुलकर आंदोलन के लिए आगे आ गए हैं। क्षेत्रवासियों द्वारा रविवार को लाइनपार पुलिस थाने के सामने स्थित पार्क में जल अधिकार मांग प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। यह प्रदर्शन वार्ड 5 की पार्षद के प्रतिनिधि कर्मवीर शर्मा के नेतृत्व में होगा।लोगों का कहना है कि लाइनपार में समान वोट, समान बिल और समान टैक्स लिया जाता है, लेकिन समान जल सुविधा नहीं दी जाती। न पानी का कोई तय समय है, न ही साफ-सुथरा पानी मिल रहा है, और न ही प्रतिदिन पानी की उपलब्धता हो रही है। इसी असमानता के खिलाफ अब लाइनपार वासी एकजुट होकर आवाज उठाने की तैयारी में हैं।उन्होंने बताया कि प्रदर्शन की पांच मुख्य मुद्दे व मांगें हैं, जिनमें पानी का एक निश्चित समय तय किया जाए, पानी स्वच्छ व पूरी तरह साफ हो, पानी दैनिक रूप से उपलब्ध कराया जाए व पानी की सप्लाई कम से कम 50 मिनट दी जाए। यह मांग केवल एक परिवार की नहीं बल्कि लाइनपार के हर घर की आवाज है। प्रदर्शन का उद्देश्य क्षेत्र में जल आपूर्ति को नियमित और स्वच्छ बनाना है, ताकि लोगों को मूलभूत सुविधा के लिए संघर्ष न करना पड़े।
राजस्थान के 10वीं पास युवाओं को विदेश में अच्छी नौकरी के झूठे सपने दिखाकर म्यांमार में साइबर ठगों के हवाले करने वाले 2 एजेंट पकड़े गए हैं। झुंझुनूं का सोयल अख्तर (28) और गुजरात के मोहित गिरी, दोनों मिलकर राजस्थान और गुजरात से कई युवाओं को थाईलैंड के रास्ते म्यांमार भिजवा चुके हैं। वहां उन्हें जबरन डिजिटल अरेस्ट करने और इन्वेस्टमेंट स्कीम के नाम पर साइबर ठगी के लिए मजबूर किया जाता है। बंधक बनाकर रखा जाता था। अमेरिका, कनाडा में रहे NRI को ठगने का टारगेट दिया जाता है। इसके बदले इन एजेंट्स को मोटा कमीशन मिलता था। झुंझुनूं का सोयल खान (28) कभी सब्जी का ठेला लगाता था। बाद में IT कंपनियों में छोटा-मोटा कॉन्ट्रैक्ट का काम करने लगा। सोयल युवाओं को झांसे में लेता और मोहित गिरी उनके पासपोर्ट रेडी कर बैंकॉक से म्यांमार पहुंचाने का काम करता। हाल ही में म्यांमार में साइबर ठगों के चंगुल से 500 लोगों को छुड़ाकर विशेष अभियान के तहत भारत लाया गया था। उनमें ये दोनों शातिर एजेंट भी खुद को पीड़ित बनाकर साथ आ गए थे। दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षा एजेंसियों की पूछताछ में इनके काले कारनामे सामने आए। भास्कर ने CBI की ओर से दर्ज FIR को खंगाला, दोनों एजेंट के चंगुल में फंसे पीड़ितों की आपबीती अधिकारियों से जानने की कोशिश की। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए- कैसे राजस्थान के युवाओं को दोनों अपना शिकार बनाते थे। म्यांमार से लौटे ‘पीड़ितों’ की गवाही रही टर्निंग पॉइंटCBI को 11 नवंबर 2025 को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (EO-III, नई दिल्ली) की शिकायत मिली। इस शिकायत में बताया गया था कि राजस्थान, गुजरात, दिल्ली से बड़ी संख्या में युवाओं को नौकरी के नाम पर म्यांमार ले जाया जा रहा है, जहां उन्हें KK पार्क जैसे स्कैम कम्पाउंड्स में कैद कर दिया जाता है। इन कम्पाउंड्स को ‘साइबर गुलामी का कारखाना’ कहा जाता है, जहां कैद युवाओं से ‘डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड’, ‘रोमांस स्कैम’ और ‘इन्वेस्टमेंट फ्रॉड’ जैसे अपराध करवाए जाते हैं। सरकार के खास ऑपरेशन के तहत थाईलैंड की मे सोत (Mae Sot) सीमा से भारतीय नागरिकों का एक दल वापस लाया गया। इनमें सोयल अख्तर और मोहित गिरी पर CBI को संदेह हुआ। दोनों ने खुद को पीड़ित बताया, लेकिन राजस्थान के कुछ युवाओं ने बताया कि सोयल और मोहित वही ठग हैं, जिन्होंने उन्हें नौकरी का झांसा देकर वहां भिजवाया था। इसके बाद CBI ने दोनों एजेंट को पूछताछ के लिए दिल्ली में ही रोक लिया। कभी सब्जी बेचता था, युवाओं को विदेश में नौकरी के नाम पर ठगने लगासोयल अख्तर मूल रूप से खेतानों का मोहल्ला, झुंझुनूं (राजस्थान) का रहने वाला है। झुंझुनूं में ही सब्जी की दुकान चलाता था। साथ ही दिल्ली-जयपुर में छोटे-मोटे IT-कॉन्ट्रैक्ट के एक ठेकेदार से जुड़कर काम करने लगा था। सीबीआई के अनुसार सोयल ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है, लेकिन काफी शातिर है। सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहता है। इसी दौरान वो चीन-म्यांमार में साइबर ठगी के गिरोह के संपर्क में आया। पुलिस के अनुसार, सोयल ने बेरोजगार युवाओं को फर्जी ‘कस्टमर सर्विस एक्जीक्यूटिव’ या ‘क्रिप्टो सेल्स एक्जीक्यूटिव’ की नौकरी के झूठे ऑफर देकर फंसाने लगा। अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर वो युवाओं को बताता कि थाईलैंड और म्यांमार में उसके अच्छे संपर्क हैं। विदेश में 10वीं पास भी 80 हजार से 1 लाख रुपए महीना कमा सकते हैं। इस तरह से झांसे में आए युवकों के वो Telegram पर ‘विदेशी नियोक्ताओं’ से इंटरव्यू तक करवाता था। पुलिस सूत्रों के अनुसार सोयल को इसके बदले ठग गिरोह से तो मोटा कमीशन मिलता ही था। विदेश में नौकरी लगवाने के नाम पर युवाओं से भी पैसा वसूलता था। दूसरा आरोपी मोहित गिरी, गुजरात का रहने वाला है। सीबीआई उसका पूरा रिकॉर्ड खंगाल रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि मोहित भी इसी गिरोह में बतौर ‘हैंडलर’ काम करता था। उसका काम फाइनल हो चुके कैंडिडेट की टिकट बुक करवाने, पासपोर्ट बनवाने और युवाओं को दिल्ली से बैंकॉक तक पहुंचाने का था। CBI को मिले चैट्स और बैंक ट्रांजैक्शन रिकॉर्ड से पता चला है कि दोनों के संपर्क दिल्ली और अहमदाबाद के कुछ एजेंट्स से भी थे, जो चीन-म्यांमार नेटवर्क के लिए भर्ती करते थे। जहां का रहने वाला, वहीं के युवाओं को फंसायासोयल ने अपने पैतृक शहर झुंझुनूं के भी कई युवाओं को झांसे में लिया। CBI की एफआईआर के अनुसार, झुंझुनूं के ही रहने वाले अकरम अली भाटी को नौकरी की तलाश थी। इसके चलते वो सोयल अख्तर के संपर्क में आया। सोयल ने उसे बताया कि थाईलैंड में 30 हजार थाई बाह्त (थाइलैंड की करेंसी) प्रतिमाह की नौकरी है। इस पर अकरम ने तुरंत हां कह दी। सोयल ने अकरम का विदेश में बैठे फर्जी नियोक्ता से इंटरव्यू करवाया। उस इंटरव्यू में अकरम को पास कर दिया गया। सोयल ने उसे भरोसा दिलाया कि अभी उसे अपने खर्चे पर जाना होगा, वहां पहुंचने के बाद पूरी यात्रा का खर्च वापस कर दिया जाएगा। अकरम ने खुद का पासपोर्ट बनवाया और खुद के पैसों से टिकट बुक करवा 7 अक्टूबर 2025 को बैंकॉक पहुंचा। वहां उसे एक रात होटल में ठहराया गया। अगले दिन एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे एक नदी पार कराई। अकरम को तीसरे दिन म्यांमार के KK पार्क स्कैम कम्पाउंड में पहुंचा दिया गया। वहां पहुंचते ही उसका मोबाइल फोन छीन लिया गया। सभी चैट्स डिलीट कर दी गईं। साइबर ठगों ने अकरम से कहा कि अगर बाहर जाना है तो 5000 अमेरिकी डॉलर देने होंगे, नहीं तो किसी और व्यक्ति को फंसाकर भेजना होगा। कम्पाउंड में उसे फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाकर पुरुषों को ऑनलाइन फंसाने और ठगी करने का आदेश दिया गया। अकरम ने बताया- वहां हमें चीनी सुपरवाइजरों के अंडर काम करना पड़ता था। जो मना करता, उसे पीटते थे, कई को करंट लगाते थे। हमें रोज 15 घंटे काम करवाया जाता था। इसी तरह, जयपुर के शौकत नाम के युवक को भी सोयल अख्तर ने ‘क्रिप्टोकरेंसी सेल्स मैनेजर’ की नौकरी का झांसा देकर विदेश भेजा था। दोनों ने बताया कि मोहित गिरी दिल्ली में एयर टिकट और वीजा का काम संभालता था। कैसे पहुंचे गिरफ्तारी तक6 और 10 नवंबर को भारतीय वायुसेना के विशेष विमानों से 70 से अधिक भारतीयों को थाईलैंड के Mae Sot कैंप से वापस लाया गया। ये सभी म्यांमार के अलग-अलग स्कैम कम्पाउंड्स से छुड़ाए गए थे। दिल्ली पहुंचने के बाद इमिग्रेशन और CBI टीमों ने हर लौटे व्यक्ति से पूछताछ की। जब अकरम अली भाटी और अन्य युवकों ने अपने बयान दिए, तो सोयल अख्तर और मोहित गिरी का नाम सामने आया। CBI ने दोनों से क्रॉस इंटेरोगेशन किया, जिसमें विरोधाभास थे। तब जाकर सोयल अख्तर को हिरासत में लिया गया। सीबीआई ने उसके मोबाइल की जांच शुरू की। सूत्रों के अनुसार, उसके Telegram और WhatsApp चैट्स में फर्जी जॉब विज्ञापन और विदेशी नंबरों से बातचीत के प्रमाण मिले। बैंक डिटेल्स में थाइलैंड और मलेशिया के खातों में रुपए ट्रांसफर के संकेत मिले हैं। साइबर सेल के डीएसपी परमिंदर सिंह ने बताया कि दिल्ली से दो बार में अब तक 20 लोगों को राजस्थान लाया गया है। तीन को वहीं रोक लिया था। सीबीआई उनसे पूछताछ कर रही है। एक के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर ली गई है। अन्य दो लोगों ने ये एफआईआर दर्ज करवाई है। अब हर व्यक्ति से कड़ी पूछताछ के बाद ही उसे पीड़ित मानकर छोड़ा जा रहा है। साइबर एसपी शांतनु ने बताया कि सोयल अख्तर पर मानव तस्करी, धोखाधड़ी, अवैध प्रवासन और साइबर अपराधों का आरोप है। CBI ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 61(2), 318(4), 143(3), 127 तथा प्रवासन अधिनियम 1983 की धारा 24 सहपठित धारा 10 के तहत केस दर्ज किया है। CBI अब दिल्ली, जयपुर और गुजरात में उसके नेटवर्क की गहराई से छानबीन कर रही है। --- विदेश के नाम पर हुई ठगी की यह खबर भी पढ़िए... लड़की बनकर चैट करते, NRI बुजुर्गों को ठगते:टारगेट पूरा नहीं तो करंट के झटके, विदेश में कैद में रहे 3 युवाओं ने बताई खौफनाक हकीकत मेरा नाम उन्होंने नैंसी रख दिया था…हमें लड़की बनकर अमेरिकी लोगों से चैट करने और ठगने का टारगेट मिलता था….टारगेट पूरा किया तो ठीक नहीं तो बंद कमरे में करंट लगाते थे। मैंने 1 महीने में 10 बुजुर्गों को झांसे में लिया, उनमें से 3 में कामयाब हो गया था। ये खौफनाक सच झुंझुनूं के अविनाश (27) ने हमें बताया...(CLICK कर पढ़ें)
कानपुर में ऑल इंडिया ऑल ब्रीड्स चैम्पियनशिप डॉग शो में हर तरह के डॉग देखने को मिले। कोई चश्मा लगाकर, तो कोई बालों में चोटी बनाकर जलवा बिखेर रहा था। 10 लाख का ऑस्ट्रेलिया से आया डॉगी देखने के लिए तो लोग उमड़ पड़े। इन सभी डॉगी ने अपनी अदाओं से लोगों का दिल जीता। फिर अपने मालिकों के लिए ट्रॉफी जीती। डॉग शो की पूरी कहानी VIDEO में देखिए...
दिल्ली कार ब्लास्ट का यूपी कनेक्शन। जांच एजेंसियों ने कड़ियां जोड़नी शुरू कीं, तो आतंक का खौफनाक ‘डॉक्टर मॉड्यूल’ सामने आया। एक के बाद एक 5 डॉक्टरों को जम्मू-कश्मीर पुलिस और एटीएस ने दबोचा। धमाके की मास्टरमाइंड डॉ. शाहीन भी लखनऊ में पकड़ी गई। उसके भाई डॉ. परवेज से जांच एजेंसियां सच उगलवा रही हैं। कभी सिमी, तो कभी इंडियन मुजाहिदीन और पीएफआई। हर बार आतंक के तार यूपी से जुड़ रहे हैं। लेकिन शायद ये पहली बार है, जब इतने पढ़े-लिखे लोग कट्टर (रेडिक्लाइज) हुए हैं। जांच एजेंसियों और सुरक्षा एजेंसियों के सामने भी बड़ा सवाल यही है कि क्या 2020 के दशक में देश में नया कट्टर पंथी संगठन तो सक्रिय नहीं हो गया। जो आम कॉलेज और यूनिवर्सिटी से इतर मेडिकल क्षेत्र में काम करने वालों को टारगेट कर रहा? आज की संडे बिग स्टोरी में जानेंगे मुस्लिम स्कॉलर इसे किस नजर से देखते हैं? उत्तर प्रदेश में कब-कब बड़ी आतंकवादी घटनाएं हुईं? बटला हाउस कांड क्या था? इसमें यूपी का नाम कैसे आया? देश का माहौल खराब करने में 1990 के दशक में सिमी, 2000 के दशक में इंडियन मुजाहिदीन और 2010 के बाद पीएफआई की सक्रियता जग-जाहिर है। समय-समय पर जांच एजेंसियों और सुरक्षा एजेंसियों ने इनके मंसूबों को नाकाम भी किया, पर्दाफाश भी किया है। लेकिन दिल्ली में आतंकी घटना में जो नाम सामने आए, उनमें लगभग सभी डॉक्टर हैं। यूपी से अब तक 5 डॉक्टरों की गिरफ्तारी हो चुकी है। शनिवार को यूपी ATS ने डॉ. अदील से कनेक्शन के शक में सहारनपुर, देवबंद और शामली से 5 लोगों को उठाया। डॉ. परवेज अंसारी से संबंधित दस्तावेजों की जांच भी की जा रही। कंप्यूटरों को जांचा, स्टाफ से पूछताछ की। हर तरह से आतंकी साजिश को डिकोड करने की कोशिश की जा रही। यूपी में सक्रिय पाकिस्तानी आतंकी संगठनउत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य होने के चलते आतंकियों के निशाने पर रहा है। जांच एजेंसियां पाकिस्तान से संचालित प्रमुख संगठनों से जुड़े लोगों पर समय-समय पर कार्रवाई करती रही हैं। 2007 में लखनऊ में हुए ब्लास्ट में लश्कर-ए-तैयबा की भूमिका सामने आई थी। 2001 में संसद पर हमले के बाद से यूपी में जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियां बढ़ी थीं। इसके बाद इस आतंकी संगठन से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारियां हुई थीं। इसी तरह हिजबुल मुजाहिदीन, हूजी, अलकायदा इन इंडियन सबकंटिनैंट जैसे आतंकी संगठन सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी की वजह से मंसूबों में नाकाम होते रहे। सरहद पार से मिलती रही है मददये संगठन पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और उसके संरक्षित गुटों से समर्थन पाते रहे। सिमी को आईएसआई से हथियार मिलने, लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद से प्रशिक्षण हासिल करने जैसे सबूत भी जांच एजेंसियों काे मिले थे। इसी तरह इंडियन मुजाहिदीन को लश्कर-ए-तैयबा और हूजी से फंडिंग और आईईडी तकनीक की ट्रेनिंग मिली। 2008 के अहमदाबाद ब्लास्ट में पाकिस्तानी हैंडलर की भूमिका सामने आई थी। सरकारी एजेंसियों का मानना था कि सिमी और इंडियन मुजाहिदीन की तरह पीएफआई को भी पाकिस्तान से मदद मिलती रही है। 2022 में प्रतिबंध के बाद देश भर में हुई छापेमारी में बड़ी संख्या में इस संगठन से जुड़े हुए लोगों को जेल भेजा गया था। इन संगठनों का इस्तेमाल पाकिस्तान, भारत के खिलाफ प्रॉक्सी के रूप में करता रहा है। सिमी, आईएम और पीएफआई का रहा है यूपी में इतिहास क्या था बटला हाउस कांड, यूपी से क्या था कनेक्शन? 13 सितंबर, 2008 को दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट में 30 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना में इंडियन मुजाहिदीन का नाम सामने आया था। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली कि दिल्ली के जामियानगर स्थित बटला हाउस में इस घटना को अंजाम देने वाले पांच आतंकी छिपे हुए हैं। 19 सितंबर को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छापा मारा था। जहां छिपे आतंकियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस ऑपरेशन में दो आतंकी आतिफ अमीन और साजिद की मारे गए। मोहम्मद सैफ ने सरेंडर किया था। इस ऑपरेशन में इंस्पेक्टर मोहन चंद शर्मा शहीद हो गए थे और 2 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। शहजाद अहमद को बाद में पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जबकि अरिज खान फरार हो गया, जिसे 2018 में पकड़ा गया। सभी 5 संदिग्ध आजमगढ़ के रहने वाले थे। अरिज खान को 2008 यूपी-राजस्थान-गुजरात ब्लास्ट का मास्टरमाइंड माना गया। आतंकवाद से निपटने के लिए 2009 में बनाई गई एटीएसआतंकवाद के लिहाज से 2000 का दशक यूपी के लिए कठिन दौर था। साउथ एशिया टेररिस्ट पोर्टल के आंकड़ों की मानें, तो 2001 से 2010 के बीच यूपी में 19 आतंकवादी घटनाएं हुईं। यानी औसतन हर साल दो घटनाएं आतंकवादी घटना की होती थीं। 2005 से 2009 के बीच 12 आतंकी घटनाएं हुईं। इसे देखते हुए यूपी में आतंकवाद से निपटने के लिए विशेष बल का गठन किया गया और नाम दिया गया एंटी टेररिस्ट स्क्वाड। उस समय यूपी के डीजीपी रहे विक्रम सिंह बताते हैं कि 2009 में घटनाएं एक के बाद एक हो रही थीं। उस समय सरकार ने एटीएस का गठन किया। उस समय एडीजी कानून व्यवस्था बृज लाल थे। उन्हें एटीएस का भी चीफ बनाया गया। एटीएस ने एक के बाद एक कई ऑपरेशन किए, जिसे धीरे-धीरे यूपी में आतंकवाद की जड़ें कमजोर होती चली गईं। क्यों बढ़ाई गई तब्लीगी जमात पर निगरानीयूपी एटीएस के चीफ अमिताभ यश बताते हैं कि तब्लीगी जमात को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को लगातार इनपुट मिल रहे थे। इसे देखते हुए यूपी पुलिस ने उस पर निगरानी बढ़ाई है। तब्लीगी जमात के नाम पर कई अपराधी, घटनाओं को अंजाम देते हैं और फिर जमात में शामिल होकर धर्म का प्रचार करने लगते हैं। इसी साल के शुरुआत में शामली में बदमाशों के साथ एक मुठभेड़ हुई थी। इसमें एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार घायल हो गए थे, जिनकी बाद में मौत हो गई थी। जांच के दौरान पता चला था कि जिस अपराधी अरशद के साथ मुठभेड़ हुई थी। वह खुद के बचाव के लिए जमात का सहारा लेता था। इसी घटना के बाद से पुलिस और यूपी की सुरक्षा एजेंसियां चौकन्नी हो गई थींं। लेकिन, जब कश्मीर से भी इसी तरह के इनपुट जांच एजेंसियों को मिले तो यूपी में इनकी निगरानी बढ़ा दी गई। हर आने जाने वालों का रिकॉर्ड मेंटेन किया जाने लगा। इससे अचानक जमात में आने-जाने वालों की संख्या बहुत कम हो गई। डॉक्टरों के कोड वर्ड को डिकोड करने की कोशिशफरीदाबाद में हुई छापेमारी के दौरान अल-फलाह यूनिवर्सिटी के दो डॉक्टरों डॉ. उमर मोहम्मद उर्फ उमर उन नबी और डॉ. मुजम्मिल शकील गनई के कमरों से बरामद डायरियों में कोड वर्ड्स का इस्तेमाल करके आतंकी साजिश की प्लानिंग लिखी मिली है। यह छापेमारी 12-13 नवंबर 2025 को दिल्ली लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए कार ब्लास्ट से जुड़ी जांच के दौरान की गई। डायरियों में नाम, तारीखें, जगहें और ऑपरेशंस को कोड्स में लिखा गया था, ताकि बिना डिकोडिंग के समझ न आएं। जांच एजेंसियां इन कोड वर्ड को डिकोड करने की कोशिश कर रही हैं। यूपी से पकड़े गए डॉक्टरों के गैजेट्स में भी जो चीजें मिली हैं, उन्हें डिकोड करने की कोशिश हो रही है। जानिए मुस्लिम स्कॉलर कट्टरपंथ पर क्या कहते हैं?एरा मेडिकल कॉलेज, लखनऊ के रिटायर प्रोफेसर मोहम्मद मोनिस अकबर फरीदी कहते हैं कि ये सिर्फ यूपी, कश्मीर या किसी सूबे की बात नहीं है। हमें ये समझना होगा कि गलतियां कहां हो रहीं। मुस्लिमों को ही ऐसे लोगों का बायकाट करने की जरूरत है। ये सच्चे मुसलमान हो ही नहीं सकते। सच ये है कि हमारे उलेमा और धर्म गुरुओं ने अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभाई। निभाई होती, तो आज ये नौबत न आती। हम अरबी तो पढ़ते हैं, लेकिन उसका मतलब नहीं समझते। ऐसे में अधूरा ही इस्लाम मिलेगा। अधूरी जानकारी ज्यादा खतरनाक होती है। जरूरत एजुकेशन की है न कि लिटरेसी की। एजुकेशन से व्यक्तित्व में बदलाव आता है। हर जुमे की नमाज में पढ़ते हैं कि बुराई से दूर रहो, न्याय करो, लोगों पर अहसान करो, किसी का दिल न दुखाओ। लेकिन, इस पर हम अमल नहीं करते। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में केशव का कद बढ़ेगा, टूट सकती है अखिलेश-राहुल की जोड़ी, जानिए बिहार नतीजों का असर बिहार चुनाव में NDA ने रिकॉर्ड जीत हासिल की है। BJP सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसका असर अब यूपी में पंचायत चुनाव से लेकर 2027 के विधानसभा चुनाव पर पड़ना तय है। BJP पर सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल, अपना दल (S), सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), निषाद पार्टी का दबाव कम होगा। पढ़ें पूरी खबर
अब शादी सिर्फ एक सामाजिक रस्म नहीं, बल्कि डिजिटल कंटेंट प्रोजेक्ट बन चुकी है। हर रस्म, सजावट और डांस अब इंस्टाग्राम ट्रेंड्स को ध्यान में रखकर डिजाइन किए जाते हैं। पहले परिवार सोचते थे “लोग क्या कहेंगे?”, अब कपल्स सोचते हैं “रील पर कैसा दिखेगा?” हर जोड़ा चाहता है कि उसकी शादी न सिर्फ याद रहे, बल्कि ट्रेंड करे। हर किसी के लिए बड़े फोटोग्राफर या ड्रोन शूट आसान नहीं। अच्छी बात ये है कि अब शानदार तस्वीरों के लिए भारी खर्च नहीं, बस थोड़ी प्लानिंग, थोड़ी क्रिएटिविटी और सही टूल्स चाहिए। ‘बैंड, बाजा, बजट’ के पांचवें और आखिरी एपिसोड में बात इसी नए डिजिटल वेडिंग कल्चर की। क्यों अब कपल्स शादी से पहले ‘रील डायरेक्टर’ हायर कर रहे? क्यों हल्दी-मेहंदी में इंस्टा-फ्रेंडली बैकड्रॉप बन रहे? कैसे छोटी शादियों का बजट भी फोटोजेनिक बनने में लग रहा? हम बताएंगे वो आसान ट्रिक्स और टूल्स जिनसे मोबाइल कैमरे से भी शूट बने सिनेमैटिक, और आपकी शादी की रील हो बजट में वायरल। लखनऊ के अभिजीत सरकारी स्कूल में टीचर हैं। अपनी शादी याद करके मुस्कुराते हुए कहते हैं, “मैं और संध्या चाहते थे कि शादी में सिर्फ सजावट नहीं, हमारी कहानी भी दिखे। हर फोटो में अपना एहसास झलके।” वे आगे जोड़ते हैं, “पहले बस रस्में होती थीं, अब हर पल कैमरे में कैद किया जाता है, क्योंकि इंस्टाग्राम का जमाना है।” अभिजीत और संध्या ने ये सब लो बजट में किया। उन्होंने बड़े स्टूडियो की जगह लोकल फोटोग्राफर टीम को चुना। मोबाइल शूट और DSLR कैमरा दोनों का मिक्स इस्तेमाल हुआ। डेकोरेशन में ज्यादा रोशनी रखी, ताकि फोटो नेचुरल आएं। एडिटिंग के लिए एक कॉलेज स्टूडेंट को फ्रीलांस प्रोजेक्ट दिया। खर्च आधा रह गया, क्वालिटी दोगुनी। संध्या हंसकर कहती हैं, “पैसा नहीं, प्लानिंग चाहिए। हमारी शादी इंस्टा-फ्रेंडली भी थी और जेब-फ्रेंडली भी।” एक्सपर्ट्स से जानिए कम बजट में क्वालिटी वेडिंग शूट के टिप्स इंस्टा-फ्रेंडली शादी के लिए सबसे जरूरी है प्लानिंग गोरखपुर के फोटोग्राफर भास्कर श्रीवास्तव बताते हैं कि पहले क्लाइंट फोटो एल्बम चाहते थे, लेकिन आजकल रील्स की डिमांड होती है। कपल्स चाहते हैं कि शादी की हर रस्म, हर एंट्री इंस्टा ट्रेंडिंग लगे। 3-4 साल पहले दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों से शुरू हुआ ये ट्रेंड अब छोटे शहरों को भी इन्फ्लुएंस कर रहा है। भास्कर बताते हैं कि कम बजट में भी यादगार फोटो-वीडियोग्राफी हो सकती है। बस सही प्लानिंग की जरूरत होती है। महंगे डेकोर या बड़ा सेटअप जरूरी नहीं होता। लोकल टच और अच्छी कहानी ही असली लग्जरी होती है। आसपास की प्री वेडिंग लोकेशन, DIY डेकोरेशन और कम टीम के साथ भी अच्छी रील्स बनाई जा सकती हैं। लाइव एडिटिंग टीम रखने से कंटेंट तुरंत तैयार हो जाता है। लोकल फोटोग्राफर कम बजट में अच्छी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर सकते हैं। उन्हें आसपास की प्री वेडिंग शूटिंग लोकेशन की अच्छी जानकारी होती है। नेचुरल लोकेशन पर महंगी लाइटिंग की जरूरत भी नहीं होती। आप चाहें तो अपने ही घर की छत या गार्डन में भी शूट कर सकते हैं। वहां भी शानदार बैकग्राउंड मिल सकता है। 15 हजार में सिनेमैटिक शॉट्स बनाते है यादगार लम्हे लखनऊ के फोटोग्राफर शमीम खान बताते हैं कि बजट कम है तो छोटी लोकेशन लेनी चाहिए। DIY डेकोरेशन और कम टीम के साथ शूट करने से खर्च बचता है। ड्रोन और गिंबल का इस्तेमाल करके बहुत अच्छे इफेक्ट दिए जा सकते हैं। लाइव एडिटिंग से रील तुरंत तैयार हो जाती है। इससे महंगे एल्बम की जरूरत कम हो जाती है। अगर 5 लाख रुपए का बजट है तो 15 हजार रुपए में अच्छी फोटो-वीडियोग्राफी हो सकती है। इसके लिए पहले कपल को बताना होता है कि वे किन पल को कैप्चर करना चाहते हैं। इस बजट में हम बड़ी टीम नहीं रखते, छोटे पैकेज में काम करते हैं। DSLR कैमरा, गिंबल और 1-2 असिस्टेंट काफी होते हैं। हल्दी, मेहंदी और शादी में सिर्फ मेन फंक्शन शूट करते हैं। वीडियो के लिए स्लो मोशन और कुछ सिनेमैटिक शॉट्स लिए जाते हैं। सभी रस्मों के स्लो मोशन और क्लोजअप शॉट्स जरूरी गोरखपुर के फोटोग्राफर यश प्रताप बताते हैं कि हल्दी-मेहंदी का फंक्शन हो या शादी, तीन मेन शॉट्स होने ही चाहिए। पहला मेन सीन,एंट्री और ग्रुप शॉट्स। दूसरा डांस और तीसरा कॉमिक सीन। सभी के क्लोजअप शॉट्स भी होने चाहिए। ये मोमेंट्स फोटो और वीडियो में जान डाल देते हैं। बहुत ज्यादा मंहगे कैमरे की जरूरत नहीं होती, जरूरी है डेकोरेशन और लाइटिंग। इसके लिए हम फ्लोर रिफ्लेक्शन और डेकोरेट सीलिंग (छत) के शॉट्स बना सकते हैं। हल्दी-मेंहदी जैसे फंक्शन में रील्स के लिए ड्रोन से 360 डिग्री शॉट्स ले सकते हैं। दोस्त-रिश्तेदार हाथों फंकी स्लोगन लिए स्लेट्स पकड़ाकर भी रील्स बनाई जाती हैं। इनके बीच में रस्मों के कुछ शॉट्स और इमोशनल पल डाल कर बेहतरीन रील बनाई जा सकती है। यूपी के शहर हैं प्री-वेडिंग शूट के लिए खास फोटोग्राफर प्रिंस अवस्थी बताते हैं कि यूपी के कई शहर ऐसे हैं, जहां कपल्स प्री-वेडिंग शूट कराने आते हैं। बनारस में अस्सी घाट पर सुबह की आरती और गंगा का बैकग्राउंड, दशाश्वमेध घाट पर शाम की आरती और दीपदान के शॉट्स, गलियों में लोकल कल्चर और वाइब्रेंट रंगों की दीवारों का बैकग्राउंड हो सकता है। गंगा में नाव पर फोटो शूट में रिफ्लेक्शन का इस्तेमाल किया जा सकता है। अयोध्या में रामायण थीम पर शूट होता है। राम मंदिर के आसपास का धार्मिक बैकग्राउंड, सरयू घाट और गुप्तार पर सुबह या शाम के समय कपल शूट किया जा सकता है। अयोध्या का नया ब्रिज मॉडर्न और हेरिटेज बैलेंस का अच्छा काम्बिनेशन है। आगरा में ताजमहल और यमुना किनारे रॉयल और रोमांटिक शूट हो सकता है। वहीं, आगरा का किला, मुगल गार्डन, शीश-महल, फतेहपुर सीकरी में हेरिटेज थीम के साथ शूट हो सकता है। यूपी के इन शहरों में भी प्री-वेडिंग शूट चलन बढ़ा फोटोग्राफर शमीम खान बताते हैं कि मथुरा-वृंदावन में आध्यात्मिकता और प्यार का अनोखा मेल दिखता है। यमुना किनारे घाट, गोवर्धन पर्वत, बरसाने की गलियां और प्रेम मंदिर के आसपास की लाइटिंग, हर फ्रेम को सिनेमैटिक लुक देती हैं। रील्स बनाने के लिए फ्लोरल पर्दे, घुंघरू और बांसुरी का म्यूजिक एकदम परफेक्ट बैकग्राउंड देते हैं। अगर शादी मथुरा क्षेत्र में हो तो राधाकृष्ण थीम डेकोर आजकल बहुत ट्रेंड में है। शमीम बताते हैं कि मेरठ में प्री-वेडिंग शूट के लिए हेरिटेज और मॉडर्न दोनों लोकेशन मिल सकती हैं। गांधी बाग, औघड़नाथ मंदिर, सूरजकुंड और आसपास के फॉर्म हाउस शूट के लिए पसंदीदा जगहें हैं। यहां के ग्रीन गार्डन, खुले मैदान और पुरानी हवेलियां फोटोग्राफी को क्लासिक लुक देती हैं। ड्रोन और गिंबल कैमरे से शूट करने पर हर फ्रेम ऑटोमैटिकली 'रील रेडी' बन जाता है। इसके अलावा झांसी भी एक बेहतर आप्शन हो सकता है। झांसी में किले का हेरिटेज बैकग्राउंड फोटोग्राफी को रॉयल और ग्रैंड टच देता है। पुराने किले की दीवारों, लाल पत्थरों और आर्च गेट के बीच कपल शॉट बेहद शानदार आते है। इसके अलावा लक्ष्मी तालाब, सिविल लाइन पार्क और झांसी के पास ही ओरछा के मंदिर और घाट प्री-वेडिंग शूट के लिए बेहतरीन ऑप्शन हैं। **** कॉपी एडिट- कृष्ण गोपाल ग्राफिक्स- सौरभ कुमार ये खबर भी पढ़िए...बैंड, बाजा, बजट-4; सही मेकअप से शानदार बनेगी शादी की रील:वेदर, स्किन और आउटफिट के हिसाब से चुनिए मेकअप और ज्वेलरी कॉम्बो ‘बैंड, बाजा, बजट’ के चौथे एपिसोड में बात नई खूबसूरती की- जहां मेकअप सिर्फ चेहरा नहीं, आत्मविश्वास निखारता है। हम बताएंगे कैसे स्किन और मौसम के हिसाब से सही प्रोडक्ट चुनें। आउटफिट के साथ मेकअप का परफेक्ट मैच बनाएं बजट में। पूरी खबर पढ़िए...
ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता हुई
भास्कर न्यूज | लुधियाना श्री ओपी गुप्ता, एसडीपी मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों को मेरे सपनों की दुनिया, पृथ्वी बचाओ, मेरा स्कूल, मेरा भारत, मेरा परिवार और अंतरिक्ष और ब्रह्मांड के विषय कर करवाई गई। स्कूल के प्रधान बलराज कुमार भसीन द्वारा इस मौके विशेष बधाई संदेश दिया गया और बच्चों को इनाम भी बांटे गए। स्कूल प्रिंसिपल डॉ संजीव बिंद्रा द्वारा भी बच्चों को शुभकामनाएं दी गई और प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चों का उत्साहवर्धन किया गया।
शिक्षा की असमानता को सच्चाई के साथ दिखाने की क्षमता बनी सफलता
भास्कर न्यूज| लुधियाना सिद्धार्थ सिंह ने दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित क्वीन’स कॉमनवेल्थ निबंध प्रतियोगिता 2025 में सिल्वर अवॉर्ड हासिल किया है। 1883 से आयोजित हो रही यह दुनिया की सबसे पुरानी अंतरराष्ट्रीय लेखन प्रतियोगिता में इस वर्ष इसे 50 से अधिक देशों से 53,434 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं। प्रतिस्पर्धा में सिल्वर अवॉर्ड मिलना सिद्धार्थ को कॉमनवेल्थ के बेहतरीन युवा विचारकों और लेखकों में शामिल करता है। उनके प्रमाणपत्र पर साहित्यिक दिग्गज बुकर्स प्राइज विजेता सर बेन ओक्री ओबीई, विश्वस्तरीय कवि इम्तियाज़ धारकर और रॉयल कॉमनवेल्थ सोसायटी की चेयर जेनेट कूपर ओबीई के हस्ताक्षर इस उपलब्धि को और खास बनाते हैं। इन हस्तियों की स्वीकृति सिद्धार्थ के लेखन में मौजूद परिपक्वता, संवेदनशीलता और गहरे विश्लेषण को दर्शाती है। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य युवाओं को सामुदायिक मूल्यों, समानता, नेतृत्व, समावेशन और भविष्य की चुनौतियों पर सोचने के लिए प्रेरित करना है। बकौल सिद्धार्थ, इस साल प्रतियोगिता का विषय कॉमनवेल्थ चार्टर के उस महत्वपूर्ण सिद्धांत पर आधारित था, जिसमें कहा गया है कि हर बच्चे को शिक्षा तक समान पहुंच मिलनी चाहिए। अपने निबंध में सिद्धार्थ ने यही अंतर दिखाया कैसे आदर्श बड़ी-बड़ी बातों में तो नजर आते हैं, लेकिन जमीन पर अब भी बच्चों के बीच भारी असमानताएं मौजूद हैं। लड़कियों के सीमित अवसरों और गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की कमी पर भी उसने गंभीर सवाल उठाए। सिद्धार्थ के अनुसार, समान अवसर सिर्फ एक वादा नहीं, बल्कि एक ऐसी वास्तविकता होनी चाहिए जो हर बच्चे के भविष्य की दिशा बदल सके। शिक्षा की असमानता को सच्चाई के साथ दिखाने की क्षमता ही सफलता बनी। सिद्धार्थ सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट इंटरनेशनल स्कूल का नौंवी क्लास का छात्र है। उसके पिता रिशिपाल सिंह, एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में रजिस्ट्रार हैं और माता सुनिता, पीसीएस ऑफिसर हैं। वे दोनों बेटे की उपलब्धि से बेहद खुश और गौरवान्वित हैं। उन्होंने बताया कि सिद्धार्थ की जिज्ञासा, फोकस और स्वतंत्र सोच ने उसे इस प्रतियोगिता में सम्मान दिलाया। सिद्धार्थ की यही मौलिकता और दृढ़ता उसकी सफलता की सबसे बड़ी वजह बनी।
सिरसा में हिसार रोड पर स्थित एक निजी होटल में हुए रेप केस का नया वीडियो सामने आया है। वीडियो में युवती अपने फोन से रिकॉर्डिंग करती हुई युवक के पीछे-पीछे होटल में प्रवेश करती दिखाई दे रही है। दोनों एक ही कार में होटल तक पहुंचे, लेकिन होटल में अलग-अलग एंट्री करते हैं। युवक क्रेटा कार से उतरकर पहले अंदर जाता है, जबकि युवती कुछ देर बाद वीडियो बनाते हुए पीछे-पीछे जाती दिख रही है। इस मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। युवक सेक्टर-19 का रहने वाला है, जबकि युवती पंजाब की रहने वाली है। वह कुछ समय से सिरसा की एक कॉलोनी में परिवार के साथ रह रही है। दोनों की जान-पहचान पहले से थी और युवक उसे होटल लेकर आया था। घटना करीब एक सप्ताह पुरानी बताई जा रही है। SI और ASI के विवाद से मामला गरमाया यह वही होटल रेप केस है, जिसे लेकर महिला SI दर्शना देवी और ASI प्रवीण कुमारी के बीच विवाद सामने आया है। आरोप है कि एएसआई प्रवीण ने महिला थाना की पूर्व इंचार्ज व एसआई दर्शना को फंसाने की साजिश रची और उन पर दबाव बनाया। दरअसल, एसआई दर्शना इससे पहले बरनाला रोड स्थित एक होटल में नाबालिग से रेप के मामले की जांच कर रही थीं। उस होटल में एएसआई प्रवीण कुमारी के पति का पार्टनरशिप में नाम आने के बाद विवाद बढ़ गया। मामले को लेकर दोनों अधिकारियों के बीच बहस भी हुई थी। विवाद बढ़ने पर एसपी ने पहले एसआई दर्शना को महिला थाना से पुलिस लाइन में भेजा। बाद में एडीजीपी के आदेश पर दोनों अधिकारियों का सिरसा से बाहर ट्रांसफर कर दिया गया। अब सिलसिलेवार जानिए दोनों मामले पहला होटल रेप केस दूसरा होटल रेप केस अब जानिए दोनों लेडी पुलिसकर्मियों ने क्या कहा... इस मामले में SI दर्शना देवी और ASI प्रवीण कुमारी से बात की तो दोनों का अलग-अलग जवाब दिया है। एसआई दर्शना का कहना है कि न्याय का साथ दिया है। बरनाला रोड स्थित होटल में जिस नाबालिग लड़की के साथ गलत काम हुआ था। उसमें आरोपी युवक, महिला दलाल व उसका सहयोगी पकड़ा गया था। जांच में पता चला कि उसमें एएसआई प्रवीण का पति पार्टनर है। वह उस समय नहीं मिला था, जांच चल रही थी। तब से प्रवीण दबाव बनाने की कोशिश कर रही थी और एक एसएचओ को बदनाम करने के लिए यह साजिश रच दी। वहीं, एएसआई प्रवीण को फोन कर इस मामले में पूछा गया तो कुछ कहने से मना कर दिया और फोन काट दिया। सिविल लाइन थाना पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच जारी है।
एक किलो तंबाकू के साथ आरोपी पकड़ा, एएसआई समेत 2 पर केस
लुधियाना| लुधियाना सेंट्रल जेल में नशा पहुंचाने की एक गंभीर कोशिश का खुलासा हुआ है। थाना लाडोवाल में तैनात एक एएसआई मेजर सिंह पर आरोप है कि वह एक आरोपी के जरिए 1 किलो तंबाकू जेल के अंदर तस्करी करवाना चाहता था। मामले में पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मी समेत दोनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। जानकारी के अनुसार, 8 नवंबर को थाना लाडोवाल पुलिस ने 20 बोतल अवैध शराब के साथ सुखदेव सिंह उर्फ सुखा को गिरफ्तार किया था। उसकी जांच का जिम्मा एएसआई मेजर सिंह को दिया गया था। 12 नवंबर को अदालत से न्यायिक हिरासत मिलने के बाद सुखा को सेंट्रल जेल भेजा गया। जेल में सामान की नियमित जांच के दौरान कर्मचारियों को उसके बैग से 1 किलोग्राम तंबाकू मिला। बरामदगी के बाद जब जेल अधिकारियों ने सुखा से पूछताछ की, तो उसने बड़ा खुलासा किया। सुखा ने बताया कि जेल लाते समय एएसआई मेजर सिंह ने ही उसे बैग दिया था और कहा था कि अंदर कोई उसे ले लेगा। उसने दावा किया कि उसे बैग के अंदर क्या है, यह पता नहीं था। जेल प्रशासन ने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को देकर शिकायत दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने एएसआई मेजर सिंह और सुखा दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया। जांच अधिकारी दिनेश कुमार के मुताबिक, मेजर सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था, हालांकि बाद में वह जमानत पर रिहा हो गया। सुखा को आगे की पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर दोबारा लाया जाएगा।
घुमार मंडी से शुरू हुआ अर्बन पावर लाइन अपग्रेडेशन मेकओवर, दो महीने में 25 फीडरों पर काम पूरा होगा
भास्कर न्यूज| लुधियाना पंजाब के शहरों को लटकती तारों, खराब नेटवर्क और बार-बार की बिजली समस्याओं से छुटकारा दिलाने के लिए अर्बन पावर लाइन अपग्रेडेशन मेकओवर परियोजना की शुरुआत लुधियाना के घुमार मंडी से हो चुकी है। पावर मंत्री संजीव अरोड़ा ने शनिवार को स्थल निरीक्षण कर बताया कि यह परियोजना राज्य के शहरी बिजली ढांचे में दशकों बाद होने वाला सबसे बड़ा बदलाव है। उन्होंने कहा कि यह केवल तारें बदलने का काम नहीं, बल्कि शहरों के विद्युत नेटवर्क का पूरी तरह कायाकल्प है। अरोड़ा ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट सिटी वेस्ट सबडिवीजन के 25 फीडरों में शुरू किया गया है, जिसे दो महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है। परियोजना के तहत बिजली खंभों से डिश, इंटरनेट फाइबर और गैर-पीएसपीसीएल तारों को हटाया जाएगा, नीचे लटकती तारें सुरक्षित ऊंचाई पर ले जाई जाएंगी, पुरानी तारों की जगह नई कंडक्टर लाइनें लगेंगी, मीटर बॉक्स मौसम-रोधी और छेड़छाड़-रोधी बनेंगे, और शहरों में बिजली दुर्घटनाओं में भारी कमी आएगी। यह मॉडल सफल होने पर पूरे पंजाब के 86 सबडिवीजनों में लागू किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान मंत्री ने पावरकॉम अधिकारियों से काम की प्रगति जानी। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट शहरों को सुरक्षित, स्वच्छ और आधुनिक बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने साफ कहा कि लटकती तारों से होने वाली दुर्घटनाएं अब बंद होंगी। बिजली कटौती कम होगी और सप्लाई पहले से अधिक स्थिर और विश्वसनीय होगी। मंत्री अरोड़ा ने बीएसएनएल अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिन खंभों की जरूरत नहीं है, उन्हें तुरंत हटाया जाए। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त खंभे शहर की खूबसूरती भी खराब करते हैं और फॉल्ट डिटेक्शन में रुकावट भी डालते हैं। पावर मंत्री संजीव अरोड़ा निरीक्षण करते। मंत्री अरोड़ा ने कहा कि शहरों में बिजली के तारों को लेकर पहले तरह-तरह की शिकायतें मिलती थीं। कहीं तार बहुत नीचे, कहीं टूटे हुए, तो कहीं पुराने खंभों पर 10-10 तरह के तार लटके होते थे। लोग डर के कारण बच्चों को घर के बाहर नहीं जाने देते थे। उन्होंने कहा कि यह परियोजना जनता को उन सभी समस्याओं से राहत देगी। घुमार मंडी, फिरोज गांधी मार्केट, कोचर मार्केट, हैबोवाल चौक, माया नगर, महाराज नगर, मॉडल ग्राम, मॉल रोड और शिवदेव मार्ग सहित लुधियाना पश्चिम के दर्जनों इलाकों में काम शुरू हो गया है। इसी तरह उत्तर विधानसभा के कुंदनपुरी, शाही मोहल्ला, दीप नगर, राजेंद्र नगर, जंडू चौक, सत्संग रोड आदि क्षेत्रों को भी पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है। स्थानीय निवासियों ने कहा कि कई सालों से लटकती तारों और बार-बार टूटने के कारण उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने कहा कि यदि यह पहल पूरी तरह सफल हुई, तो शहर की सुरक्षा और सुंदरता दोनों बढ़ेंगी। दुकानदारों ने भी कहा कि सुरक्षित नेटवर्क से व्यापार प्रभावित नहीं होगा और लाइन फॉल्ट के कारण घंटों बैठना नहीं पड़ेगा। निरीक्षण के दौरान मुख्य अभियंता जगदेव हंस, अधीक्षण अभियंता कुलविंदर, एक्सईएन गुरदमनप्रीत और बीएसएनएल अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री अरोड़ा ने कहा कि जल्द ही पंजाब के शहरों से लटकती तारें पूरी तरह खत्म होंगी और पंजाब देश के चुनिंदा राज्यों में शामिल होगा जहाँ शहरी बिजली नेटवर्क सबसे सुरक्षित और आधुनिक होगा।
बिहार में बीजेपी की जीत पर लुधियाना के अधिवक्ताओं ने जताई खुशी
लुधियाना| बिहार विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत पर लुधियाना के अधिवक्ताओं ने सामूहिक खुशी जताते हुए एक-दूसरे को बधाई दी। कार्यक्रम में एडवोकेट राजेश कश्यप, हर्ष शर्मा, आर. मौर्य, पुनीत गुप्ता, नवीन शर्मा, प्रदीप कपूर, ऋषि शर्मा, कुशाग्र कश्यप, राकेश भाटिया, प्रदीप शर्मा, वरुण गुप्ता, पूजा सिंह, नताशा शर्मा, हरिओम जिंदल, सौरभ कपूर, अमन शर्मा, गगनदीप शर्मा, बृजेश यादव, मनीष वर्मा और अजय गर्ग सहित बड़ी संख्या में स्थानीय अधिवक्ता शामिल हुए। अधिवक्ताओं ने कहा कि बिहार में बीजेपी की जीत विकास, सुशासन और सकारात्मक राजनीति की जीत है। उनका कहना था कि यह परिणाम देश की प्रगति, स्थिरता और जनता के विश्वास का संकेत है। सभी ने उम्मीद जताई कि आने वाले अन्य राज्यों में भी पार्टी इसी तरह सफलता हासिल करेगी। कार्यक्रम शांतिपूर्ण और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ।
मां के चरणों में सुख मिलता है...
लुधियाना| न्यू सुभाष नगर बस्ती जोधेवाल स्थित श्री सिद्ध योगी बाबा बालक नाथ प्रभात मंदिर में 44वां विशाल मां भगवती जागरण शनिवार को आयोजित हुआ। यह आयोजन भगत शिवांश ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। जागरण में मास्टर संजू लुधियाना वाले, हरजीत हीरा जालंधर वाले और महंत करण बैदी ने भजन जगदंबे तू ही सहारा, अंधेरों में उजियारा...,चलो दर तेरे मां, अरदास लिए, निगाह भर देख ले बस आस लिए..., मां के चरणों में सुख मिलता है, रोते मन को भी हंस मिलता है... जैसे गाकर भक्तों को मंत्रमुग्ध किया।
शहीदी दिवस पर बाबा दीप सिंह गुरुद्वारे में उमड़ी संगत, गुल्लक में विदेशी मुद्रा निकली
लुधियाना| अमर शहीद बाबा दीप सिंह जी के शहीदी दिवस पर अमर शहीद बाबा दीप सिंह गुरुद्वारा साहिब में सुबह से भारी संगत पहुंची। संगत ने मिलकर नाम सिमरन किया। दोपहर में श्री जपजी साहिब, श्री चौपाई साहिब और श्री सुखमणि साहिब के पाठ हुए। शाम को रागी जत्थों ने गुरबाणी कीर्तन कर संगत को आध्यात्मिक शांति से जोड़ा। इसी दौरान हर शनिवार होने वाली साप्ताहिक गुल्लक गिनती भी की गई, जिसमें कनाडा, अमेरिका और दुबई की विदेशी मुद्रा निकली। कमेटी सदस्य सुखविंदर पाल सिंह सरना ने बताया कि इस पावन स्थान पर देश-विदेश से संगत दर्शन के लिए आती है। हर बुधवार होने वाले जप तप समागम में भी विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु नतमस्तक होते हैं। संगत की सुविधा के लिए अलग-अलग हॉल में बैठने की व्यवस्था की जाती है। हरप्रीत सिंह राजधानी ने कहा कि हर सप्ताह प्रसिद्ध रागी जत्थे बुलाए जाते हैं। नवप्रीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि संगत के लिए मेडिकल कैंप और धार्मिक यात्राएं भी कराई जाती हैं। अमरजीत सिंह टिक्का ने जानकारी दी कि संग्राद के अवसर पर भी आज विशेष कीर्तन समागम होगा, जिसमें संगत मिलकर नाम सिमरन करेगी।
विश्वविद्यालय में उठी प्राकृतिक संतुलन और सामाजिक बदलाव की आवाज
भास्कर संवाददाता | सागर डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय में जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में भगवान बिरसा मुंडा के जीवन दर्शन, संघर्ष और उनके सामाजिक पुनर्जागरण की चर्चा हुई। कार्यक्रम संयोजक प्रो. केशव टेकाम ने कहा कि मानव विकास प्रकृति-पोषित होना चाहिए, न कि प्रकृति-शोषित। बिरसा मुंडा का आंदोलन केवल अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह नहीं था, बल्कि जनजातीय समाज की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को बचाए रखने का संघर्ष था। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. वायएस ठाकुर ने कहा कि बिरसा मुंडा ने सामाजिक कुरीतियों, अत्याचार और शराबखोरी के खिलाफ व्यापक अभियान चलाया। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे मोबाइल का उपयोग केवल आवश्यक कार्यों तक सीमित रखें। मुख्य अतिथि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रो. सखाराम मुजाल्दे ने कहा कि 25 वर्ष की अल्पायु में अद्वितीय नेतृत्व और बलिदान के कारण बिरसा मुंडा ऐसे एकमात्र शहीद हैं, जिन्हें भगवान की उपाधि मिली। उन्होंने विश्वविद्यालय में जनजातीय अध्ययन केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव रखा। प्रो. डीके नेमा ने कहा कि उद्देश्य और आचरण ही किसी महान व्यक्तित्व को जन्म देते हैं। प्रो. अजीत जायसवाल ने शिक्षा को अन्याय के खिलाफ संघर्ष का सबसे प्रभावी साधन बताया। कुलसचिव डॉ. एसपी उपाध्याय ने प्रकृति संरक्षण की आवश्यकता पर जोर देते हुए जनजातीय अध्ययन केंद्र की स्थापना के लिए पहल करने की घोषणा की।
पीपरा स्कूल में बाल दिवस पर बाल मेले का आयोजन, 46 स्टॉल लगाए
सागर| पीपरा हायर सेकंडरी स्कूल में प्राचार्य मोनिस कार्लो के निर्देशन एवं प्रभारी प्राचार्य अखिलेश गौतम के नेतृत्व में बाल दिवस पर बाल मेले का आयोजन किया गया। अध्यक्षता ग्राम के सरपंच रोहित सिंह ने की। मेले में बच्चों ने लगभग 46 स्टॉल लगाए। लोकमन चौधरी के निर्देशन में खेलकूद, डीएस दीक्षित द्वारा मेहंदी व रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की गई। सूर्यकांत द्विवेदी एवं वरदान पाठक के मार्गदर्शन में मोबाइल दुरुपयोग पर नाटिका व दीवार चित्रकारी प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर विद्यालय परिवार सहित ग्रामवासी मौजूद रहे।
बाईसा मुहाल में श्री भैरव बाबा का छठी उत्सव कल, बजेगी ढांक
सागर | बाईसा मुहाल स्थित अतिप्राचीन श्री काल भैरव बाबा के दरबार में छठी महोत्सव सोमवार को मनाया जाएगा। गोलू चौबे ने बताया कि सुबह बाबा के 8 स्वरूपों का अभिषेक पूजन होगा। संपूर्ण विश्व में शांति के लिए हरिओम विश्व शांति संकीर्तन अभियान मंडल के सभी भक्तों द्वारा रात 9 बजे से विशाल ढांक बजाई जाएगी। ढांक वादक उमाशंकर सोनी ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य शैलेश केसरवानी होंगे।
मथुरा में सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में शामिल हुए विधायक जैन
सागर | विधायक शैलेंद्र जैन शनिवार को मथुरा पहुंचे। यहां उन्होंने बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा आयोजित सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में भाग लिया। पदयात्रा के दौरान विधायक जैन ने महाराज तथा उपस्थित संत-समाज का सानिध्य लिया और इसे अपने जीवन का सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि महाराजश्री के पावन आशीर्वचन सभी भक्तों के लिए प्रेरणा, मार्गदर्शन और आस्था का स्रोत हैं। कार्यक्रम में भाजपा सागर के पूर्व जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया भी उपस्थित थे।
एकमुश्त जल कर जमा करने पर माफ होगा दंड
सागर| संभाग में नहरों में पानी देने की तारीख 15 नवंबर तय की गई। अब जरूरत के मुताबिक पानी छोड़ा जाएगा। कार्यपालन यंत्री जल संसाधन संभाग क्र. 1 सागर अखिल बिरथरे ने बताया कि बकाया जल कर भरने के लिए राज्य शासन ने ब्याज माफी योजना शुरू की है। इसके मुताबिक 1 अप्रैल 2026 तक कुल बकाया जल कर राशि एकमुश्त जमा करने की सुविधा दी है। यदि किसान अपने बकाया जलकर की मूल राशि एकमुश्त 31 मार्च 2026 तक जमा करते हैं तो दंड शुल्क माफ कर दिया जाएगा।
मौसम का हाल:हवा में नमी की मात्रा 63 से घटकर 46% हुई, इससे सूखी ठंड बढ़ी
शहर के मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है, जिसके चलते दिन व रात के तापमान में गिरावट शुरू हो गई है। पारे के साथ हवा में नमी की मात्रा भी लगातार कम हो रही है। शुक्रवार को सुबह के समय चलने वाली हवाओं में नमी की मात्रा 63 प्रतिशत थी, जो शनिवार सुबह 17 प्रतिशत घटकर 46 प्रतिशत बची है। इसके अलावा शाम के मौसम में भी नमी की लगातार कमी हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार हवा में आई नमी से सूखी ठंड बढ़ेगी। जिसका असर मानव शरीर पर देखने को मिलेगा। नमी की कमी और तापमान कम होने से त्वचा में रूखापन बढ़ेगा। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 48 घंटों में शहर के अधिकतम तापमान में 1.9 डिग्री व न्यूनतम तापमान में 1.3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार को शहर का अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री कम है। बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दाब का क्षेत्र : दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण के प्रभाव से 15 नवंबर की सुबह एक निम्न दाब का क्षेत्र बना है। इससे संबंधित चक्रवातीय ऊपरी वायु परिसंचरण ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर झुका हुआ है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान धीमी गति से पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है। इससे आने वाले तीन दिन में मौसम फिर से करवट ले सकता है।
झरने के मुहाने पर जाल फैलाकर पकड़ रहे मछली
सागर| भोपाल-सागर रोड पर राहतगढ़ के पास हरी-भरी वादियों के बीच स्थित बीना नदी का प्राकृतिक वाटर फॉल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। करीब 50-60 फीट की ऊंचाई से गिरता पानी हर आने वाले को मंत्रमुग्ध कर देता है, लेकिन यहां पर अव्यवस्थाएं बढ़ती जा रही हैं। नदी के ऊपरी हिस्से में जहां से झरना गिरता है, वहां पर लोग पानी की तेज धार और काई की फिसलन के बीच जान जोखिम में डालकर अवैध तरीके से मछली पकड़ते नजर आ रहे हैं। हाल ही में इस क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया गया था, इसके बावजूद स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा। फोटो | मनुज नामदेव
सीमैट: ऑनलाइन पोर्टल 17 को बंद
सागर| नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने कॉमन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट (सीमैट) 2026 के आवेदकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि पंजीकरण 17 नवंबर तक पूरा कर लिया जाना चाहिए। पोर्टल बंद होने पर आवेदक पंजीयन नहीं कर पाएंगे। सागर| एसआईआर से संबंधित समस्या या जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 1950 शुरू किया गया है। निर्वाचन आयोग ने सभी कलेक्टर व निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि वे हेल्प डेस्क बनाएं। यह हेल्प डेस्क सुबह 8 से रात 8 बजे तक संचालित की जाए। 161500 (+1000) आसमान साफ रहेगा। तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है। सागर| पिछड़ा वर्ग विदेश अध्ययन छात्रवृत्ति योजना 2025 के तहत वर्ष के लिए रिक्त 17 सीटों के लिए पात्र अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किए हैं। इच्छुक उम्मीदवार 19 नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन पोर्टल 2.0 पर उपलब्ध है। (रेट प्रति 10 ग्राम में, जीएसटी एक्स्ट्रा) (-970) (रेट प्रति किलोग्राम में। ) न्यूनतम (-310) 22 कैरेट 116970 अधिकतम
केरल विवि के कोर्स में सुपेकर की लघुकथा
उज्जैन | शहर के लघुकथाकार संतोष सुपेकर की लघुकथा 105 नंबर, केरल के सेंट थॉमस कॉलेज, पलाई, कोट्टयम (महात्मा गांधी विश्वविद्यालय के अधीन स्वायत्तशासी महाविद्यालय) के बी.कॉम प्रथम सेमेस्टर, यूजी ऑनर्स की हिंदी पुस्तक के पाठ्यक्रम में शामिल की गई है। जानकारी सरल काव्यांजलि के डॉ. संजय नागर ने दी।
डायबिटीज शिविर में 212 लोगों की जांच, परामर्श दिया
उज्जैन | विश्व डायबिटीज जागरूकता दिवस पर लायंस क्लब उज्जैन फ्रेंड्स के साथ लायंस क्लब उज्जैन सुरभि, लायंस क्लब उज्जैन सम्राट एवं लायंस क्लब उज्जैन उड़ान के संयुक्त तत्वावधान में निःशुल्क डायबिटीज जांच शिविर का आयोजन किया। इसमें 212 लोगों की जांच कर निःशुल्क परामर्श और दवाइयां वितरित की गई। क्लब अध्यक्ष विनोद लुल्ला ने बताया डॉ. खंडेलवाल क्लीनिक देसाई नगर पर जोन चेयरपर्सन प्रदीप यादव की उपस्थिति में 42 लोगों को डिटेक्ट कर बड़ी हुई शुगर लेवल के लिए डॉ. सुशील खंडेलवाल ने परामर्श और दवाइयां प्रदान की। शिविर के दौरान राजेश बागरोला, नंदकिशोर मजावदिया, राजकुमार मनीषा केवलरामानी, क्लब की प्रथम महिला पूनम लुल्ला आदि उपस्थित थे।
दीपावली मिलन और सम्मान समारोह आज
उज्जैन | मध्य प्रदेश प्रेस क्लब की उज्जैन संभागीय इकाई द्वारा राष्ट्रीय प्रेस दिवस के अवसर पर रविवार सुबह 11.30 बजे सुदामा नगर स्थित वनखंडी हनुमान मंदिर परिसर में वरिष्ठ पत्रकार सम्मान और दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया जाएगा। संभाग अध्यक्ष महेंद्र सिंह बैस ने बताया समारोह में उन वरिष्ठ पत्रकारों का विशेष सम्मान किया जाएगा, जिन्होंने अपने जीवन के 50 से अधिक वर्ष पत्रकारिता एवं लोकहित के कार्यों में अर्पित कर दिए। आयोजन के मुख्य अतिथि मध्य प्रदेश प्रेस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष नवीन आनंद जोशी पत्रकारिता की नैतिकता, जिम्मेदारियों और बदलते दौर की चुनौतियों पर विचार व्यक्त करेंगे। इस अवसर पर हाल ही में प्रेमचंद सृजन पीठ के निदेशक नियुक्त साहित्यकार व पत्रकार मुकेश जोशी का अभिनंदन किया जाएगा।
देशभर में एक लाख हनुमान चालीसा का लक्ष्य, तैयारियां शुरू
उज्जैन | अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल ने देशभर में एक लाख हनुमान चालीसा पाठ करने का लक्ष्य रखा है। इसकी सफलता के लिए संगठन ने तैयारियां शुरू कर दी है। जल्द ही संगठन द्वारा विभिन्न शहरों, कस्बों और ग्रामों में हनुमान चालीसा केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जहां समिति के माध्यम से नियमित पाठ होगा। यह बात संगठन के महामंत्री मूलचंद साध ने गायत्री साधना केंद्र, मुरलीपुरा, बड़नगर रोड पर हुई अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, राष्ट्रीय बजरंग दल एवं राष्ट्रीय महिला परिषद ओजस्विनी की प्रांत वृत्त बैठक में कही। उन्होंने कहा प्रत्येक केंद्र पर निर्धारित संख्या में भक्तों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी, ताकि लक्षित एक लाख पाठ को समयबद्ध रूप से पूरा किया जा सके। कोषाध्यक्ष मुकेश पाटीदार ने बताया कि बैठक में संगठन को मजबूत एवं सक्रिय बनाने को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की गई और बैठक में संगठन के आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करते हुए विभिन्न योजनाओं पर विस्तृत विमर्श हुआ। प्रांत संगठन महामंत्री संजय यादव, प्रांत महामंत्री किशोर यादव, प्रांत मंत्री देवेंद्र अंजना, राष्ट्रीय बजरंग दल प्रांत अध्यक्ष अनिल सिंगार उपस्थित थे। राष्ट्रीय महिला परिषद, अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद एवं राष्ट्रीय बजरंग दल पदाधिकारी घोषित किए।
यूट्यूबर शिवम पांडे ने महाकाल दर्शन किए, रक्षासूत्र बंधवाया
उज्जैन | विथ पांडे के नाम से ख्यात यूट्यूबर शिवम पांडे हिट एंड रन केस में कोर्ट से राहत मिलने के बाद बहन गिनी पांडे और पूजा पांडे के साथ महाकाल की शरण में पहुंचे। पुण्यसलिला शिप्रा नदी में स्नान कर उन्होंने श्री महाकालेश्वर के दर्शन कर सिद्धिविनायक गणेश मंदिर में रक्षा सूत्र बंधवाया। शिवम ने बताया कुछ दिन पहले उन्हें एक झूठे हिट एंड रन के केस में फंसा दिया गया था जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उस समय बाबा महाकाल से प्रार्थना की थी कि जैसे ही उन्हें केस में राहत मिलेगी वे बाबा महाकाल के दर्शन करने आएंगे। उन्होंने कहा झूठे केस में संघर्ष कर खुद को निर्दोष साबित करना पड़ा। आम लोगों से कहा कि वे ऐसी घटना के लिए जागरूक रहें कहीं पर भी जाएं तो अपने साथ में स्पाई कैमरा अवश्य ले जाएं। साथ ही अपनी गाड़ी में जीपीएस एवं कैमरे अवश्य लगाएं ताकि आपके साथ में होने वाली अच्छी या बुरी घटनाओं को आप कैप्चर कर सकें और आपकी लाइव लोकेशन आप के परिवार को पता हो। हो सकता है कभी भी आपको आपके द्वारा बनाए गए वीडियो की आवश्यकता पड़े और उस समय आप इसका इस्तेमाल कर सकें। यदि मेरे पास में हमारे द्वारा बनाए वीडियो सबूत के रूप में नहीं होते तो मैं आज निर्दोष साबित नहीं हो पाता। बाबा महाकाल से प्रार्थना है जैसे दिन मैंने व मेरे परिवार ने इस केस को लेकर झेले हैं वह किसी और को नहीं झेलना पड़े।
उज्जैन | माधव कॉलेज में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के समापन वर्ष के उपलक्ष्य में प्राचार्य प्रो. कल्पना वीरेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में जनजातीय पखवाड़ा अंतर्गत 1 नवंबर से निरंतर कार्यक्रमों को आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर कॉलेज के गोद ग्राम सोड़ंग में नाटक का मंचन किया गया। पखवाड़ा अंतर्गत कॉलेज में सामूहिक खेलों का आयोजन, क्विज प्रतियोगिता , चित्रकला प्रतियोगिता, रंगोली, मेहंदी, निबंध व भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संयोजन डॉ. ममता पंवार ने किया। कार्यक्रमों में क्रीडा अधिकारी नवीन कोरट, प्रो. महेंद्र शर्मा ,डॉ. रीना अर्धव्यु, प्रो. राय सिंह सोलंकी, डॉ. हुक्का कटारा, डॉ. संगीता वत्स , प्रो. पोप सिंह परमार, प्रो. सीमाबाला अवस्या, प्रो. अंजना खेर , प्रो. नीता तोमर का सहयोग रहा।
बीसीएम स्कूल में वार्षिक समारोह मनाया
लुधियाना| फोकल पॉइंट स्थित बीसीएम स्कूल में वार्षिक समारोह सेलिब्रेशिया का आयोजन किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि कैलाश चंद्र जगलन और डॉक्टर प्रेम कुमार (सेक्रेटरी बीसीएम फाउंडेशन) थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेश चंद्र मुंजाल (ट्रस्टी, बीसीएम फाउंडेशन) ने की। हेड अकादमिक सिंपल वर्मा ने स्कूल की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। स्कूल की बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले और नॉन बोर्ड कक्षाओं में फर्स्ट, सेकेंड और थर्ड स्थान प्राप्त करने वाले मेधावी स्टूडेंट्स, प्रत्येक विषय में शत-प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले और शत प्रतिशत उपस्थिति वाले बच्चों को ट्राफी एवं सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया। बारहवीं की नीलारुणा डोगरा को पंजाब में दूसरा स्थान प्राप्त करने पर उनके पिता को शाल देकर सम्मानित किया गया। समारोह में स्टूडेंट्स द्वारा अनेक रंगारंग और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। मुख्य अतिथि ने स्टूडेंट्स को मेहनत करने और नई-नई तकनीकें सीखने के लिए प्रेरित किया।
लुधियाना| कपिल पार्क स्थित आदर्श पब्लिक स्कूल ने शनिवार को दसवीं के लिए करियर जागरुकता और मार्गदर्शन सेमिनार का आयोजन किया। इसका उद्देश्य स्टूडेंट्स को उनकी रुचियों, क्षमताओं और लक्ष्यों के साथ अपने विकल्पों को चयन करने में मदद करके उनके शैक्षणिक और व्यावसायिक भविष्य के बारे में सही निर्णय लेने में सक्षम बनाना था। पुनीत और उनकी टीम द्वारा संचालित इस सेशन में व्यक्तिगत योग्यताओं और जुनून को समझने के महत्व पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने 10+2 के बाद और विभिन्न विषयों पर उपलब्ध करियर विकल्पों के बारे में बताया। प्रधानाचार्या ने पुनीत और उनकी टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने स्टूडेंट्स को आत्म-खोज और उद्देश्यपूर्ण करियर विकल्पों की ओर मार्गदर्शन दिया। आदर्श पब्लिक स्कूल में, हम न केवल युवा मस्तिष्कों को, बल्कि भविष्य के नेताओं को भी पोषित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
चांदनी चौक में गुरु तेग बहादुर जी के अंतिम बलिदान को कर दिया जीवंत
भा स्कर न्यूज| लुधियाना आर्य कॉलेज की एनएसएस इकाइयों और एनसीसी विंग ने श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर एक गहन, सार्थक और प्रेरक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गुरु तेग बहादुर जी के सर्वोच्च बलिदान को श्रद्धांजलि देना था, जिन्हें अत्याचार के युग में धार्मिक स्वतंत्रता की रक्षा और मानवता की रक्षा के लिए हिंद की चादर के रूप में याद किया जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत गुरु नानक नेशनल कॉलेज, दोराहा के सहायक प्रोफेसर संदीप सिंह हुंदल के व्याख्यान से हुई। वक्ता ने गुरु के अटूट साहस, मानवाधिकारों की रक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और उनकी शिक्षाओं की सार्वभौमिक प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। ऐतिहासिक संदर्भों का हवाला देते हुए, व्याख्यान ने दिल्ली के चांदनी चौक में गुरु तेग बहादुर जी के अंतिम बलिदान को जीवंत कर दिया और न केवल सिख इतिहास के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए इसके महत्व को रेखांकित किया। आर्य कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सूक्ष्म आहलूवालिया ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए एनएसएस इकाई और एनसीसी विंग के प्रयासों की सराहना की।
इंटर-हाउस प्रतियोगिता में कीर्ति हाउस विजेता
लुधियाना| जालंधर बाईपास स्थित ग्रीन लैंड सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल ने बाल दिवस का आयोजन किया गया। यह समारोह विशेष रूप से स्टूडेंट्स की ऊर्जा, उत्साह और रचनात्मकता का सम्मान करने के लिए आयोजित किया गया था। छठी से बारहवीं तक के लिए विभिन्न प्रकार के मनोरंजक और कौशल-आधारित खेलों का आयोजन किया। इस समारोह में प्रतिस्पर्धात्मकता को और बढ़ाने के लिए, लड़के और लड़कियों दोनों के लिए एक इंटर- हाउस प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। इसमें कीर्ति हाउस ने पहला और जागृति हाउस ने दूसरा स्थान हासिल किया। इस विशेष अवसर पर चेन ऑफ ग्रीन लैंड स्कूल्स के चेयरमैन डॉ. राजेश रुद्रा ने स्टूडेंट्स को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने छात्रों को जिज्ञासु, प्रेरित और अपने लक्ष्यों के प्रति प्रतिबद्ध रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
एसपीएस के डॉ. रंजीत ने जीरो तकनीक से 20 मिनट में बदले दोनों घुटने
भास्कर न्यूज | लुधियाना लुधियाना स्थित एसपीएस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. रंजीत सिंह द्वारा जीरो तकनीक से घुटने बदलने की प्रसिद्धि न केवल पंजाब बल्कि अन्य राज्यों तक पहुंच गई है। हाल ही में, डॉ. रंजीत ने लुधियाना निवासी महिला का ऑपरेशन किया, जिनका वजन 110 किलोग्राम है और वे पिछले कई वर्षों से घुटनों के गंभीर दर्द से पीड़ित थीं। जिसके कारण वे चलने में पूरी तरह असमर्थ थीं। जिस कारण कोई भी डॉक्टर उनका इलाज करने को तैयार नहीं था। डॉ. रंजीत ने बताया कि जब वह एसपीएस अस्पताल में अपने घुटनों की जांच कराने आई थीं, तो उनकी जांच के बाद उनके परिजनों को बताया गया कि उनके घुटनों का इलाज केवल जीरो तकनीक से ही संभव है। परिजनों की सहमति के बाद, डॉ. रंजीत ने उस महिला की जीरो तकनीक से मात्र 20 मिनट में सर्जरी की और उसके दोनों घुटने बदल दिए। अब वह महिला सामान्य रूप से चल-फिर सकती है। डॉ. रंजीत ने जीरो तकनीक के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस जीरो तकनीक से उन्होंने रोबोटिक सर्जरी को पीछे छोड़ते हुए अब तक हजारों सफल सर्जरी की हैं।
छात्रों ने एचआईवी और एड्स पर पोस्टर बनाकर किया जागरूक
भास्कर न्यूज| लुधियाना आर्य कॉलेज गर्ल्स सेक्शन के रेड रिबन क्लब के अंतर्गत एचआईवी और एड्स के बारे में जागरूकता पैदा करना विषय पर एक पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया। इसका उद्देश्य छात्राओं को एचआईवी और एड्स से जुड़ी जागरूकता, रोकथाम और सामाजिक कलंक को दूर करने के महत्व के बारे में जागरूक करना था। बड़ी संख्या में छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सर्वश्रेष्ठ पोस्टरों को पुरस्कृत किया गया। एसीएमसी के सचिव डॉ. एसएम शर्मा ने सभी प्रतिभागियों की रचनात्मकता और प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने एचआईवी एवं एड्स जागरूकता का संदेश खूबसूरती से प्रस्तुत किया। प्रिंसिपल डॉ सूक्ष्म आहलूवालिया ने छात्रों की सक्रिय भागीदारी और सार्थक पोस्टरों के लिए उनकी सराहना की। प्रभारी डॉ. ममता कोहली ने कहा कि प्रतियोगिता से छात्रों को एचआईवी एवं एड्स जागरूकता के बारे में सीखने के साथ-साथ अपनी रचनात्मकता को भी उजागर करने में मदद मिली। कार्यक्रम का सफल संचालन रेड रिबन क्लब के नोडल ऑफिसर डॉ रमन नैय्यर ने किया
महात्मा हंसराज की पुण्यतिथि मनाई
लुधियाना| पक्खोवाल रोड स्थित डीएवी पब्लिक स्कूल में शनिवार को आर्य समाज के महान स्तंभ, दूरदर्शी शिक्षाविद एवं राष्ट्र निर्माता महात्मा हंसराज की पुण्यतिथि को आर्य युवा समाज इकाई द्वारा मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत हवन के साथ हुई। स्कूल के संगीत विभाग ने अपनी मधुर भावपूर्ण प्रस्तुतियों से सभी को भाव-विभोर कर दिया। इस अवसर पर आर्य युवा समाज और एनएसएस इकाई के स्वयंसेवकों ने स्कूल के निकट स्थित सामुदायिक पार्क में श्रमदान सबसे महान स्वच्छता अभियान चलाया। इस अभियान का उद्देश्य स्टूडेंट्स में उत्तरदायित्व, स्वच्छता के महत्त्व और महात्मा हंसराज की सेवा भावना के मूल सिद्धांतों के प्रति जागरूकता फैलाना था। प्रिंसिपल डॉ. सतवंत कौर भुल्लर (अध्यक्ष, आर्य युवा समाज, पंजाब) ने अपने प्रेरक संदेश में महात्मा हंसराज द्वारा स्थापित सादगी, निस्वार्थ सेवा, कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण के आदर्शों पर प्रकाश डाला।
श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहीदी दिवस को समर्पित यात्रा 23 को आनंदपुर साहिब में संपन्न होगी
भास्कर न्यूज| लुधियाना शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी दिवस को समर्पित ऐतिहासिक नगर कीर्तन यात्रा का शनिवार को लुधियाना में भव्य स्वागत किया गया। यह विशाल यात्रा 21 अगस्त 2025 को असम के गुरुद्वारा धोबरी साहिब से शुरू हुई थी। यह देश के 20 राज्यों से होते हुए 23 नवंबर को आनंदपुर साहिब में संपन्न होगी। शहर में प्रवेश करते ही जालंधर बाईपास से घंटाघर चौक तक संगत ने फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। पूरे वातावरण में सतिनिधान श्री गुरु तेग बहादुर जी के जयकारे गूंजते रहे। नगर कीर्तन गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहिब पहुंचा। यहां सड़क पर लाल रंग का मैट बिछाकर संगत ने विशेष सम्मान दिया। गोल्डी सप्रा ने अपने घर के बाहर डिजिटल आतिशबाजी कर श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया। यात्रा का प्रारंभ पारंपरिक नगाड़ों की थाप से हुआ। नगाड़ों के पीछे सजे वाहन पर पंज प्यारे सम्मान के साथ चल रहे थे। श्री गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश फूलों से सजी बस में किया गया। संगत गुरबाणी सारे हिंद की चादर गुरु तेग बहादुर और मेरे हर प्रीतम की कोई बात सुनाए कीर्तन करते हुए चल रही थी। बच्चे लगातार बोले सो निहाल के जयकारे लगा रहे थे। घरों की छतों से फूलों की वर्षा होती रही। यात्रा के पीछे शस्त्रों की बस थी, जिसमें गुरु गोबिंद सिंह महाराज और गुरु तेग बहादुर साहिब के पवित्र शस्त्र सजाए गए थे। श्रद्धालु दर्शन कर श्रद्धा प्रकट कर रहे थे। असम से रवाना हुई एक विशेष बस भी यात्रा में शामिल थी, जिसमें बुजुर्ग और बच्चे धन गुरु तेग बहादुर का स्मरण करते हुए बैठे थे। फील्ड गंज से होकर नगर कीर्तन गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब पहुंचा। यहां भी संगत ने फूल बरसाकर दर्शन किए। अकाली दल नेता हीरा सिंह गाबडिया ने बताया कि नगर कीर्तन रात को गुरुद्वारा श्री आलमगीर साहिब में विश्राम करेगा। सुबह यात्रा आनंदपुर साहिब के लिए रवाना होगी। नगर कीर्तन यात्रा का स्वागत करने के लिए खड़ीं लड़कियां
राम कथा: श्रीराम ने भरत से पिता की आज्ञा को ही अपना सच्चा धर्म बताया
लुधियाना| टैंकी वाला पार्क, प्रेम नगर सिविल लाइंस में चल रही 7 दिवसीय राम कथा के छठे दिन कथा व्यास माता परजीत गिल ने चित्रकूट में भरत–राम मिलाप का संवेदनशील प्रसंग सुनाया। भरत जी गुरु वशिष्ठ, माताओं और समाज के साथ पैदल चित्रकूट पहुंचे थे, जहां उन्होंने प्रभु श्री राम से अयोध्या लौटकर राजसिंहासन संभालने की विनती की। प्रभु श्री राम ने पितृ-आज्ञा, धर्म और कर्तव्य को सर्वोपरि बताते हुए लौटने से मना किया और भरत जी को धर्म का मर्म समझाया। चित्रकूट प्रवास के दौरान प्रभु राम ने कई संत-मुनियों से आशीर्वाद प्राप्त किया और भरत जी ने भी संतों के दर्शन किए। श्रीराम कथा के दौरान मौजूद आयोजक।
मां के भजन सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हुए
लुधियाना| सिविल सिटी निष्काम सेवा सोसायटी द्वारा चंद्र नगर, गली नंबर 4 में आयोजित 16वें विशाल मां भगवती जागरण में शनिवार रात श्रद्धालु जुटे। जागरण की शुरुआत रात 8 बजे कलश पूजा और प्रधान राकेश ग्रोवर पप्पी द्वारा ज्योति प्रज्वलन से हुई। होशियारपुर के भजन गायक किशोर शर्मा ने पूरी रात भजनों से वातावरण भक्तिमय किया। हिमाचल प्रदेश के मां ज्वाला, मां चिंतपूर्णी, मां नैना देवी, पंचकूला की मां मंसादेवी और पटियाला के मां काली दरबार से लाई पावन ज्योतों ने आयोजन की शोभा बढ़ाई। इस दौरान भजन गायक के भजन सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध हो गए।
जोधपुर में निगम के एकीकरण के बाद अब निगम कमिश्नर ने सफाई व्यवस्था को लेकर वार्डो में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति को लेकर आदेश जारी किए हैं। जोधपुर के नगर निगम में 100 वार्डों में 2000 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं। पूर्व में नगर निगम उत्तर और दक्षिण दोनों में 80-80 वार्ड थे। जिन्हें मर्ज करने के बाद कर्मचारियों के समायोजन को लेकर प्रक्रिया चल रही थी। इसी क्रम में अब वार्डो में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। जिनके जिम्मे वार्ड की सफाई व्यवस्था रहेगी। बता दें कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार जोधपुर के नगर निगम में वार्ड उत्तर और दक्षिण को मर्ज कर एक निगम बनाया गया था। अब जोधपुर में एक ही नगर निगम होगा। जिसमें कुल 100 वार्ड हैं। देखें आपके वार्ड में कौन होगा प्रभारी
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी आज यहां की नई अनाज व सब्जी मंडी में राज्य स्तरीय महाराजा शुर सैनी जयंती समारोह में शिरकत करेंगे। सीएम करीब 11 बजे नई अनाज मंडी में पहुंच जाएंगे। इस मौके पर वे जिला महेंद्रगढ़ के लिए लगभग 83.70 करोड़ रुपए की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। मुख्यमंत्री कुल 19 परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि सीएम कार्यक्रम स्थल से ही जिला मुख्यालय नारनौल में अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए 3595.65 लाख की लागत से तैयार 110 आवासों का उद्घाटन करेंगे। इसी प्रकार लगभग 656.41 लाख की लागत से तैयार ट्रॉमा सेंटर नारनौल का भी उद्घाटन होगा। नांगल चौधरी बस स्टैंड का होगा उद्घाटन वहीं 280.25 लाख की लागत से तैयार महिला थाना से गर्ल्स आईटीआई तक सड़क निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य, 234.76 लाख रुपए की लागत से तैयार नारनौल शहर में दो पार्कों के निर्माण कार्य, नांगल चौधरी में 228.47 लाख रुपए की लागत से 3 बे बस स्टैंड, 116.25 लाख की लागत से तैयार नारनौल में महिला थाना से अग्रसेन चौक तक सड़क कार्यों, राजकीय कॉलेज अटेली में 100 लाख की लागत से तैयार प्रशासनिक खंड का निर्माण कार्य। चितवन वाटिका पार्क का भी होगा उद्घाटन 90.41 लाख की लागत से तैयार नारनौल शहर के चितवन वाटिका में पार्क का निर्माण, 71.81 लाख रुपए की लागत से तैयार वार्ड नंबर 13 नारनौल में सती माता मंदिर के पास पार्क का निर्माण, 40.29 लख रुपए की लागत से तैयार आजमाबाद मोखूता में जीवीएच का निर्माण, 35.83 लाख रुपए की लागत से तैयार मेघोत हाला में जीवीएच का निर्माण, 35.83 लाख रुपए की लागत से तैयार कमानियां में जीवीएच का निर्माण, 32.58 लाख रुपए की लागत से तैयार झूक में जीवीडी का निर्माण। चार परियोजनाओं का होगा शिलान्यास उन्होंने बताया कि लगभग 2789.23 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाली 4 परियोजनाओं का शिलान्यास भी सीएम करेंगे। इसमें लगभग 2113.94 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाली पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) - सड़क परियोजनाएं फैजाबाद-सीहमा-कनीना सड़क (एडीआर-127) का सुधार कार्य का शिलान्यास करेंगे। इसी प्रकार राजकीय कॉलेज अटेली में लगभग 442 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाले विज्ञान खंड का निर्माण कार्य,193 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाली रेवाड़ी-नारनौल सड़क (एनएच-11 से छलक नाला तक) के शहरी हिस्से का सुधार कार्य व 40.29 लाख रुपए की लागत से तैयार होने वाले महेंद्रगढ़ में गौशाला (जीवीएच), डुलाना का निर्माण कार्य का शिलान्यास करेंगे।
मैया तेरे चरणों में हम तो भक्ति लुटाएंगे...
लुधियाना| शिमलापुरी स्थित नैना देवी मंदिर में महिलाओं ने दुर्गा माता का संकीर्तन आयोजित किया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शामिल होकर भक्ति का माहौल बनाया। कार्यक्रम की शुरुआत माता के जयकारों से हुई और महिलाओं ने सामूहिक रूप से भजन गाकर मां के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। संकीर्तन के दौरान महिलाओं ने मां दुर्गा के भजन जय अम्बे गौरी, मैया जय अम्बे गौरी..., आज मेरी नैया पार लगा दे माँ..., मैया तेरे चरणों में हम तो भक्ति लुटाएंगे... जैसे भजन गाए।
30 को गोविंद गोधाम में भिक्षा दान व शिलादान कार्यक्रम का आयोजन
लुधियाना| 30 नवंबर को होने वाले भिक्षा दान एवं शिलादान कार्यक्रम की तैयारी को लेकर बैठक आयोजित की गई, जिसमें कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी श्रद्धालुओं से तन-मन-धन से सहयोग की अपील की गई। बैठक में सुंदरदास धमीजा, अशोक धवन, मनोहर वर्मा, प्रमोद दीवान, अनूप सग्गड़, सोनी वालिया और प्रवीण अग्रवाल ने सभी से अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने की बात कही। बसंत कुमार, सुभाष जिंदल, डॉ. अशमनी गुप्ता, दीपक जैन, पं. राज शर्मा और अशमनी ग्रोवर ने बताया कि कार्यक्रम के तहत गौ भक्तों को 11,000 रुपये प्रति गज का दान देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि धार्मिक कार्यों में सामूहिक सहयोग बढ़े।
इंटरनेट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने लोगों को मेडिकल जानकारी तो दी है, लेकिन यही जानकारी अब इलाज के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुकी है। ‘साइबर कॉन्ड्रिया’ यानि ऑनलाइन खोजी गई अधूरी चिकित्सा जानकारी के आधार पर बीमारी तय कर लेना, भोपाल समेत देशभर में तेजी से बढ़ रहा है। सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल में गैस्ट्रोसाइंसेज के मेंटर डॉ. चेतन भट्ट कहते हैं कि अब मरीज डॉक्टर के पास इलाज कराने नहीं, बल्कि अपना निदान साबित करने आते हैं। इंटरनेट और एआई चैटबॉट आधारित ज्ञान से भ्रमित ये लोग न सिर्फ गलत दवाएं ले रहे हैं, बल्कि डॉक्टरों की सलाह भी नहीं मानते। दैनिक भास्कर की यह रिपोर्ट बताती है कि साइबर कॉन्ड्रिया कैसे राजधानी में डॉक्टर मरीज के भरोसे को खत्म कर रहा है, इलाज को प्रभावित कर रहा है और मानसिक स्वास्थ्य के लिए नया संकट बन गया है। डॉ. चेतन भट्ट का साफ कहना है कि चैट जीपीटी और गूगल शुरुआती जानकारी के लिए ठीक हैं, लेकिन फाइनल अथॉरिटी डॉक्टर ही है। साइबर कॉन्ड्रिया: बीमारी की नहीं, इंटरनेट की देनइंटरनेट से पहले लोग नीम हकीमों और झोलाछाप डॉक्टरों तक सीमित थे, लेकिन डिजिटल दौर में हर व्यक्ति खुद को डॉक्टर समझने लगा है। गूगल, यूट्यूब और AI चैटबॉट पर मिली सूचनाओं पर भरोसा कर मरीज न सिर्फ भ्रमित होते हैं, बल्कि गलत इलाज से अपनी हालत और बिगाड़ लेते हैं। डॉ. चेतन भट्ट कहते हैं कि ऑनलाइन ज्ञान से मरीज उलझन में आर रहे हैं। वे इलाज को लेकर संतुष्ट नहीं होते, डॉक्टर से बहस करते हैं और प्रॉपर ट्रीटमेंट ही नहीं लेते। इससे उनका खुद का नुकसान होता है। उनके अनुसार 40 साल के अनुभव से जो बातें वे मरीज की बातचीत, निरीक्षण और व्यवहार से पहचान लेते हैं, वह इंटरनेट नहीं कर सकता। लेकिन आज मरीज डॉक्टर को ‘चैलेंज’ करते हैं, जिससे इलाज प्रभावित होता है। 8 में से 10 मरीज गूगल का सहारा लेते हैंवरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. किसलय श्रीवास्तव के अनुसार, पहले 10 में 1 मरीज इंटरनेट पर स्वास्थ्य जानकारी खोजता था, आज 10 में 8 मरीज ऐसा करते हैं। वे कहते हैं कि सिरदर्द को इंटरनेट पर सर्च करने पर 20 तरह की व्याख्याएं मिलती हैं। जिसमें माइग्रेन से लेकर हार्ट अटैक तक दर्ज होता है। मरीज डर जाता है, और डॉक्टर पर भरोसा नहीं करता। चिकित्सकीय भाषा में साइबर कॉन्ड्रिया वही है जिसे डॉक्टर ‘इडियट सिंड्रोम’ कहते हैं। यह स्थिति मरीजों में मानसिक तनाव, दिमागी भ्रम और स्वास्थ्य से जुड़ी अनिश्चितता पैदा करती है। दो केसों में समझें साइबर कॉन्ड्रिया की हकीकत केस 1- एड्स का डर, 1 साल में 28 जांचेंकोलार के 24 वर्षीय युवक को थकान और पेशाब में दर्द हुआ। गूगल से बीमारी खोजी तो एड्स डर बैठ गया। 1 साल में 28 HIV जांचें कराईं। सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई। अंत में मनोचिकित्सक के पास जाना पड़ा। केस 2- इंटरनेट के डर से इलाज छोड़ाएमपी नगर की 49 वर्षीय महिला की रीढ़ की हड्डी में दर्द था। डॉक्टर ने MRI-सिटी स्कैन लिखे।इंटरनेट पर देखा कि इनसे कैंसर हो सकता है। रेडिएशन के डर से जांच से बचती रहीं। अंत में हमीदिया अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग में उन्हें भर्ती होना पड़ा। बच्चों में तो यह और भी घातक जेपी अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पीयूष पंचरत्न ने कहा कि बच्चों के मामले में इंटरनेट पर भरोसा करना घातक हो सकता है। बुखार के सौ कारण हैं, इसे सिर्फ डॉक्टर पहचान सकता है। गूगल कई बार भ्रम फैलाता है। छोटी बीमारी को लोग गूगल कर गंभीर बीमारी समझ लेते हैं, जिससे घबराहट और गलत ट्रीटमेंट शुरू हो जाता है। यह खबर भी पढ़ें... एम्स भोपाल में ऑपरेशन कराना है तो सामान खुद लाएं भोपाल के AIIMS (ऑल इंडिया इंस्टीटयूट ऑफ मेडिकल साइंसेस) से मरीजों का भरोसा डगमगाने लगा है। दवाओं और ऑपरेशन कंज्यूमेबल्स की कमी के चलते ऐसा हो रहा है और यह कमी सेंट्रल एजेंसी पर भरोसा दिखाने के कारण हुई है। पूरी खबर पढ़ें
अग्र नगर की गलियां मां के जयकारों से गूंज उठी... पूरा इलाका भक्ति में डूब गया
भास्कर न्यूज | लुधियाना शाम का रंग अभी पूरी तरह गहरा भी नहीं हुआ था कि अग्र नगर की गलियों में हल्की-हल्की धूप के साथ मां के जयकारों की आवाजें गूंजने लगीं। रघुनाथ मंदिर के बाहर लगा मानो पूरा इलाका एक ही छतरी के नीचे इकट्ठा हो गया हो। लाल चुनरियों की चमक, अगरबत्ती की महक और सामने लगी भव्य सजावट सब कुछ मिलकर ऐसा दृश्य बना रहे थे कि नजर बार-बार उसी ओर जाती रही। करीब 4 बजे ही लोगों का सैलाब उमड़ना शुरू हो गया था। उस दौरान अचानक शाम 5:15 बजे भीड़ में हलचल हुई मेयर इंदरजीत कौर पहुंच चुकी थीं। हाथ जोड़कर उन्होंने सबको प्रणाम किया और माहौल में एक अलग ही उत्साह दौड़ गया। कुछ समय बाद मां के झंडा रोहण हुआ। सामने रथ में मां ज्वाला जी से लाई गई पावन ज्योत रखी जा रही थी जैसे पूरा अग्र नगर उसी रोशनी का स्वागत करने को तैयार हो। 5:35 बजे जैसे ही रस्से पर हाथ पड़े, शोभा यात्रा की शुरुआत हो गई। बी ब्लॉक की गलियों में घर-घर से लोग बाहर आए। किसी ने थाली में आरती उतारी, किसी ने फूल बरसाए। छोटे बच्चों की आंखों में उत्सुकता थी हर कदम पर कुछ नया देखने को मिल रहा था। हर कदम पर रोशनी की लड़ियां, हर मोड़ पर सजाए स्वागत द्वार ऐसा लग रहा था कि इलाका किसी भव्य पर्व का घर बन गया हो। शोभा यात्रा बाड़ेवाल चौक पार करती हुई ए ब्लॉक के मंदिर तक पहुंची। रास्ते में रात धीरे-धीरे गहराने लगी थी और लाल-पीली रोशनी से सजा हर घर चमकने लगा था। लगभग 9:30 बजे यात्रा वापस रघुनाथ मंदिर पहुंची और वहीं संपन्न हुई। इस दौरान चेयरमैन अश्वनी गोयल, प्रधान दीपक जैन, सुरिंदर गर्ग, राज कुमार गोयल, कृष्ण गोपाल बंसल, शाम सुंदर गुप्ता, मुकेश सिंघानिया, सुरेश गुप्ता, सुरिंदर कोचर, सतीश गुप्ता, विरेंद्र बंसल व नरेश समेत कई मौजूद रहे।
बच्चों ने जगाई चेतना- समागम ने दिया ‘नो चाइना डोर’ का संदेश
भास्कर न्यूज| लुधियाना शनिवार सुबह दरेसी ग्राउंड में कदम रखते ही लगा कि मानो शहर एक पवित्र आध्यात्मिक नगरी में बदल गया हो। जहां तक नजर जाती थी, वहां भगवा झंडे, रंगीन सजावट और श्रद्धा में डूबे लोग दिखाई दे रहे थे। श्री हिन्दू न्याय पीठ द्वारा आयोजित 20वां राज्य स्तरीय सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ इस बार अपने भव्य पैमाने, अनुशासन और 8 हजार स्कूली बच्चों की मौजूदगी के कारण खास रहा। पूरा आयोजन मुख्य सेवादार प्रवीण डंग के नेतृत्व में किया गया। मैदान में सुबह से ही उत्साह था। बच्चों की कतारें लग चुकी थीं। शिक्षक उन्हें स्थानों पर बैठा रहे थे। मंच पर संत समाज और विद्वानों का आगमन लगातार हो रहा था। कार्यक्रम का शुभारंभ संतों के आशीर्वाद से हुआ। मंच पर स्वामी दयानंद सरस्वती, दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान से स्वामी कपिला भारती, स्वामी अमिता भारती, स्वामी विश्वा भारती, स्वामी अध्यात्मानंद, स्वामी निष्काम भारती और अन्य संत विराजमान हुए। मंच के सामने बैठी भीड़ उनकी ओर देखकर बार-बार हाथ जोड़ रही थी। कार्यक्रम में वेद मंत्रों का उच्चारण भी हुआ। कुछ देर बाद भजन गायक कुमार गौरव मंच पर आए। उनकी मधुर आवाज ने बच्चों की थकान को भी भक्ति में बदल दिया। जैसे ही बच्चों ने सुर मिलाया जय हनुमान ज्ञान गुन सागर... पूरा मैदान एक कंपन के साथ जाग उठा। आवाज इतनी पवित्र थी कि कुछ क्षणों के लिए सब शांत हो गए। माता-पिता और बुजुर्ग भावुक होकर उन्हें निहार रहे थे। यह दृश्य किसी आध्यात्मिक शक्ति के साक्षात्कार जैसा था। कार्यक्रम में विधायक मदन लाल बग्गा, आहूजा बूटा, दिनेश मरवाहा, बलबीर गुप्ता, राकेश कपूर, प्रवीण बांसल, राजीव कतना, गुरदीप सिंह गोशा, विपन विनायक और पवन शर्मा की मौजूदगी से कार्यक्रम की गरिमा और बढ़ गई। मुख्य प्रवक्ता प्रवीण डंग ने कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों को नशे से दूर करने, संस्कारों को मजबूत करने और एकता का संदेश देने का कार्य करते हैं।
मन को साफ किए बिना मुक्ति संभव नहीं
लुधियाना| शनिगांव स्थित शनि मंदिर में हुए प्रवचन में शून्य प्रभु ने कहा कि मनुष्य तब तक सच्ची मुक्ति नहीं पा सकता, जब तक द्वेष, घृणा, ईर्ष्या, लालच और नकारात्मक भावनाएं खत्म न हों। उन्होंने कहा कि ईश्वर का वास वहीं होता है, जहां मन और हृदय स्वच्छ हों। उदाहरण देते हुए बताया कि जैसे विशेष अतिथि के आने पर घर की सफाई की जाती है, वैसे ही ईश्वर के लिए विचारों और व्यवहार की सफाई जरूरी है।
कैथल में मंत्री अनिल विज ने कहा कि उन्हें सीएम पद से कोई मोह नहीं है। वे पहले भी मोस्ट सीनियर थे और अब भी हैं। सीएम को लेकर सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि वे 35 साल से विधायक हैं, लेकिन उन्होंने कभी सीएम का दावा नहीं किया। उन्होंने जिंदगी में आज तक सीएम बनने की कोई इच्छा नहीं रखी। न ही उन्होंने किसी से आज तक कुछ मांगा। हर बार जब भी चुनाव होते हैं, तो सारे एमएलए दिल्ली जाते हैं, लेकिन वे एक बार भी नहीं गए। कोई मंत्री पद लेने दिल्ली जाता है, तो कोई डिपार्टमेंट लेने मंत्री विज ने कैथल में जारी एक वीडियो में कहा कि कोई मंत्री पद लेने के लिए दिल्ली जाता है, तो कोई डिपार्टमेंट लेने के लिए। वे आज तक इस प्रकार दिल्ली नहीं गए। जब मुख्यमंत्री का पद तय हो रहा था, तब भी वे अंबाला कैंट में ही रहे। यह निर्णय पार्टी के स्तर पर ही लिया गया कि किसको सीएम बनाया जाना है। सीनियर मोस्ट थे और अब हैं मंत्री ने बताया कि उनसे मीडिया ने पूछा था कि सारे लोग तो दिल्ली गए हुए हैं, आप क्यों नहीं गए। इस पर भी उन्होंने यही कहा कि वे पहले भी सीनियर मोस्ट थे और अब भी सीनियर मोस्ट हैं, लेकिन उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा। वे जिस पार्टी के सदस्य हैं, उस पार्टी में उनको यही सिखाया गया है कि डोंट डिजर्व। बचपन से यही सिखाया गया उन्होंने कहा - उनको ये सब उस समय सिखाया गया, जब वे राजनीति में बच्चे थे। उनके दिमाग में तभी ये छप गया था। अब वह मिटाया तो नहीं जा सकता। वे तो उसी नीति पर चल रहे हैं और आगे भी चलते रहेंगे। पार्टी के आदेशानुसार ही सीएम का पद तय किया जाता है।
क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर कड़ा रुख दिखाया। उन्होंने साफ कहा कि लॉरेंस कोई धर्म योद्धा नहीं, बल्कि वह देश को नुकसान पहुंचाने वाला संगठित अपराधी है। वह विदेश में बैठकर गैंग चलाता है, नशे का व्यापार करता है, फिरौतियां वसूलता है और समाज के प्रभावशाली व्यक्तियों पर हमले करवाता है। उसकी गतिविधियां किसी भी मायने में आतंकवाद से कम नहीं हैं।शेखावत ने केंद्र सरकार पर भी गंभीर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि “सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि विदेशों में कई जगह इस गैंग को आतंकवादी घोषित किया गया, लेकिन भारत की सरकार अभी तक इसे आतंकवादी संगठन घोषित क्यों नहीं कर रही? देश का व्यापारी वर्ग भयभीत है। वही व्यापारी जो देश की आर्थिक रीढ़ है, उससे आज भी यह गैंग फिरौतियां मांग रहा है। व्यापारियों का डर देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है, पर सरकार की चुप्पी समझ से परे है। उन्होंने आगे कहा कि सुखदेव सिंह गोगामी की हत्या केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सामूहिक चोट है। “ऐसे अपराधियों का इस देश में क्या दुनिया में होना भी दुख की बात है। यदि मेरे मुखिया को इन्होंने मारा है, तो यह सिर्फ हमारा नुकसान नहीं, पूरा समाज इसकी पीड़ा महसूस करता है। बता दें कि क्षत्रिय करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज सिंह शेखावत ने लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मी को 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपए का नकद पुरस्कार देने का ऐलान किया था। राज शेखावत ने गुजरात से वीडियो जारी कर यह घोषणा की। लाॅरेंस से वही युवा प्रभावित होते हैं जो अपराध की राह पर हैंशेखावत ने सोशल मीडिया पर लॉरेंस को फॉलो करने वाले युवाओं को लेकर कहा कि मुझे बताया गया कि कुछ युवा उसे ‘इन्फ्लुएंसर’ मानते हैं, लेकिन मेरी नजर में ऐसे युवा बेहद सीमित हैं और वे खुद भी अपराधी मानसिकता रखते हैं। देश का वास्तविक युवा आज भी भगत सिंह, महाराणा प्रताप और शिवाजी को अपना आदर्श मानता है। गली के गुंडों को आदर्श मानने वाले वैसे भी समाज के मुख्यधारा युवाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करते। देश का युवा समझदार है और वह जानता है कि अपराध और नशा फैलाने वाला व्यक्ति समाज का नहीं हो सकता। देशप्रेमी हैं मुस्लिम तो भाई, नहीं है तो देश में जगह नहींमुस्लिम समाज पर बयान देते हुए उन्होंने कहा जो मुस्लिम इस देश का प्रेमी है, वह मेरा भाई है। लेकिन जो देश का गद्दार है, बम ब्लास्ट करता है, आतंकवाद बढ़ाता है, उसके लिए कोई माफी, कानून या कैद का विकल्प नहीं होना चाहिए। जो देशद्रोही है, वह धर्म या जाति के आधार पर नहीं, राष्ट्र के आधार पर पहचाना जाएगा। सुरक्षाकर्मी चाहे किसी धर्म का हो, वह पहले देश का सिपाही है, उन्हें धार्मिक आयोजनों में रोकना गलत है। लेकिन आतंकवादियों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें कानून का डर नहीं होता। देशद्रोही को गोली ही अंतिम जवाब है। जो सत्ता में है बात भी उसी से और नाराजगी भी उसी सेराजनीति पर शेखावत ने साफ कहा कि उनकी नाराजगी किसी पार्टी विशेष से नहीं, बल्कि उस व्यवस्था से है जो सत्ता में है। उन्होंने कहा कि आदमी उसी से नाराज होता है जिससे उम्मीद होती है। आज शासन में BJP है, तो हमारी बात भी उसी से होगी और नाराजगी भी उसी से होगी। हमें न्याय विपक्ष से नहीं, सरकार से मिल सकता है। इसलिए हम अपनी मांगें सीधे सरकार के सामने रख रहे हैं। सरकार को कोई आपत्ति होती है तो हो, लेकिन हमें तो न्याय चाहिए और वह सत्ता में बैठे लोगों की जिम्मेदारी है। हमने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया है और उससे समाधान की अपेक्षा है। गो माता पर बोले-केंद्र ने वादा निभाने में देर कीगो माता को राष्ट्रमाता दर्जा देने की मांग दोहराते हुए शेखावत ने कहा कि BJP की केंद्र सरकार हिंदू एजेंडे पर सत्ता में आई थी और गो माता को राष्ट्रमाता का दर्जा देने का वादा भी वर्षों पहले हुआ था। लेकिन आज तक यह निर्णय नहीं लिया गया। महाराष्ट्र और उत्तराखंड जैसे राज्यों ने ‘राज्य माता’ का दर्जा देकर पहल की है, और हम MP सरकार से भी उम्मीद करते हैं कि वही रास्ता अपनाए। जब राज्यों से यह प्रस्ताव केंद्र तक जाएगा तो राष्ट्र स्तर पर ‘राष्ट्रमाता’ दर्जा देने का मार्ग और आसान होगा। हमें यह मांग अब प्रतीक मात्र नहीं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक सम्मान के रूप में चाहिए। विजय शाह के बयान पर बोले धर्मांतरण व्यक्तिगत मुद्दा नहींमंत्री विजय शाह के धर्मांतरण संबंधी बयान पर उन्होंने कहा कि धर्मांतरण को व्यक्तिगत मामला कहना वास्तविकता से आंखें चुराना है। यह समाज की सांस्कृतिक जड़ों पर हमला है। पहले हम दूसरे धर्मों की सक्रियताओं से जूझ रहे थे, अब कुछ नए संप्रदाय भी सनातनियों को भ्रमित कर रहे हैं और हमारे देवी-देवताओं को गलत तरीके से प्रस्तुत कर रहे हैं। यह अति गंभीर मसला है। यदि हमारे धार्मिक अस्तित्व पर प्रहार होगा, तो करणी सेना घर में घुसकर जवाब देने की अपनी परंपरागत शैली अपनाएगी। यह चेतावनी नहीं, हमारी दृढ़ घोषणा है। देशप्रेमी है तो भाई, नहीं है तो देश में जगह नहींमुस्लिम समाज पर बयान देते हुए उन्होंने कहा कि जो मुस्लिम इस देश का प्रेमी है, वह मेरा भाई है। लेकिन जो देश का गद्दार है, बम ब्लास्ट करता है, आतंकवाद बढ़ाता है, उसके लिए कोई माफी, कानून या कैद का विकल्प नहीं होना चाहिए। जो देशद्रोही है, वह धर्म या जाति के आधार पर नहीं, राष्ट्र के आधार पर पहचाना जाएगा। सुरक्षाकर्मी चाहे किसी धर्म का हो, वह पहले देश का सिपाही है—उन्हें धार्मिक आयोजनों में रोकना गलत है। लेकिन आतंकवादियों के साथ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें कानून का डर नहीं होता। देशद्रोही को गोली ही अंतिम जवाब है। अग्निवीर योजना युवाओं के भविष्य के साथ मजाकअग्निवीर योजना पर शेखावत बेहद स्पष्ट और आलोचनात्मक रहे। उन्होंने कहा कि अग्निवीर में चार साल नौकरी, फिर पेंशन नहीं, यह युवा के भविष्य के साथ सीधा खिलवाड़ है। एक सैनिक को अनुशासन और समर्पण के लिए स्थिरता चाहिए, न कि यह भय कि चार साल बाद उसे बाहर कर दिया जाएगा। यदि सरकार चाहती है कि देश का हर युवा प्रशिक्षित हो, तो हर जिले में प्रशिक्षण केंद्र खोल दे। इससे युवाओं में कौशल भी बढ़ेगा और भविष्य भी सुरक्षित रहेगा। अग्निवीर योजना देश के सुरक्षा तंत्र और युवाओं दोनों के लिए हानिकारक है, इसलिए इसे समाप्त कर सामान्य भर्ती बहाल की जानी चाहिए। लाठीचार्ज निर्दयता से हुआ, बहन-बेटियों को तक पीटा हरदा कांड पर शेखावत का आक्रोश बेहद तीखा रहा। उन्होंने कहा कि हरदा का प्रकरण एक सुनियोजित षड्यंत्र था जिसका उद्देश्य करणी सैनिकों का मनोबल तोड़ना था। जिस प्रकार निहत्थे पदाधिकारियों पर लाठीचार्ज किया गया, हॉस्टल में घुसकर लड़कियों तक को मारा गया, संपत्तियां तोड़ी गईं, वह लोकतांत्रिक मूल्यों के विपरीत था। यह खबर भी पढ़ें... करणी सेना का सीएम-हाउस की ओर कूच, पुलिस ने रोका भोपाल में करणी सेना के आंदोलन के बीच भेजा गया 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सीएम हाउस से लौट आया है। मुख्यमंत्री मौजूद न होने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी, लेकिन अधिकारियों ने करणी सेना पदाधिकारियों से बातचीत की और 25 नवंबर तक हरदा प्रकरण सहित अन्य मांगों के समाधान का भरोसा दिया। पूरी खबर पढ़ें
इस बार नवंबर में ही पूरा मध्यप्रदेश ठिठुर रहा है। भोपाल, इंदौर में तो पारा रिकॉर्ड लुढ़का है। वहीं, ग्वालियर, जबलपुर-उज्जैन समेत कई शहरों में कड़ाके की ठंड है। अगले 3 दिन तक कई जिलों में शीतलहर का अलर्ट है। शुक्रवार-शनिवार की रात के तापमान की बात करें तो भोपाल में 8 डिग्री, इंदौर में 9.6 डिग्री, ग्वालियर में 9.9 डिग्री, उज्जैन में 11.7 डिग्री और जबलपुर में 9.7 डिग्री दर्ज किया गया। वहीं, राजगढ़ में सबसे कम तापमान रहा। वहीं, रीवा में 7.5 डिग्री, छतरपुर के नौगांव में 7.8 डिग्री और खजुराहो में 9.4 डिग्री, उमरिया में 8.4 डिग्री, शिवपुरी में 9 डिग्री, सतना-मलाजखंड में 9.6 डिग्री और छिंदवाड़ा में 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बाकी शहरों में पारा 10 डिग्री या इससे अधिक रहा। इस वजह से प्रदेश में तेज ठंडपहाड़ी राज्य- उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी हो रही है। इसका असर एमपी में भी हो रहा है। उत्तरी हवाएं सीधे प्रदेश में आ रही हैं। इस वजह से रातें ठंडी है। दिन में धूप निकलने से ठंड का असर उतना नहीं रहता। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश के कई जिलों में अति शीतलहर और शीतलहर का असर है। अगले 3 दिन भी कोल्ड वेव का अलर्ट है। इसके बाद थोड़ी राहत मिल सकती है। आज इन जिलों में शीतलहर का अलर्टमौसम विभाग ने रविवार को भोपाल, इंदौर, राजगढ़, शाजापुर, देवास, सीहोर, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, जबलपुर, डिंडौरी और अनूपपुर में शीतलहर का अलर्ट है। इससे पहले शनिवार को भोपाल में लगातार 8 दिन तक शीतलहर का असर देखा गया। सीहोर, इंदौर, शाजापुर, शहडोल, जबलपुर, छतरपुर, शिवपुरी, रीवा, राजगढ़ में भी कोल्ड वेव का असर रहा। नवंबर में पहले ही सप्ताह में ही तेज ठंडप्रदेश में नवंबर में पिछले 10 साल से ठंड के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। इस बार भी ऐसा ही मौसम है। हालांकि, अबकी बार नवंबर के पहले ही सप्ताह में तेज ठंड शुरू हो गई। वहीं, बारिश के लिहाज से अक्टूबर का महीना उम्मीदों पर खरा उतरा है। इस महीने औसत 2.8 इंच पानी गिर गया, जो सामान्य 1.3 इंच से 121% ज्यादा है। भोपाल में 30 अक्टूबर को दिन का तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले 25 साल में अक्टूबर का यह सबसे ठंडा दिन था। उज्जैन, छतरपुर, नरसिंहपुर समेत कई शहरों में पारा 24 डिग्री के नीचे ही रहा। जानिए, नवंबर में 5 बड़े शहरों का मौसम... भोपाल: 10 साल में 3 बार बारिश हो चुकीनवंबर में भोपाल में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार भी दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से लुढ़केगा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था। यहां इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में तीन बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। इंदौर: 5.6 डिग्री तक जा चुका न्यूनतम पाराइंदौर में नवंबर में ठंड का असर रहता है। खासकर दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से गिरता है। इस वजह से रातें ठंडी हो जाती हैं और टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री के बीच रहता है। 25 नवंबर 1938 को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। इंदौर में कभी-कभार बारिश भी हो जाती है। दिन में 31 से 33 डिग्री के बीच तापमान रहता है। ग्वालियर: 1927 में 3 इंच पानी गिरा थापिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो नवंबर में ग्वालियर में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। 54 साल पहले वर्ष 1970 में टेम्प्रेचर 3 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2 नवंबर 2001 को दिन का तापमान 37.3 डिग्री तक रहा, जबकि यह सामान्य तौर पर 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। ग्वालियर में इस महीने बारिश भी होती है। 1927 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में 3 बार ऐसा ही मौसम रह चुका है। जबलपुर: 1946 में 6 इंच से ज्यादा बारिशजबलपुर में पिछले 10 साल में 2022 में न्यूनतम पारा 7.8 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। ओवरऑल रिकॉर्ड 12 नवंबर 1989 को दर्ज किया गया था, तब टेम्प्रेचर 3.9 डिग्री तक पहुंच गया था। 1946 में पूरे महीने 6 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। दिन में 30 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान रहता है। उज्जैन: न्यूनतम तापमान 10-11 के बीचउज्जैन में 30 नवंबर 1974 को रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 6 नवंबर 2008 को दिन का तापमान 36.5 डिग्री रहा था। पिछले 10 साल की बात करें तो न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री के बीच रहा है, जबकि दिन में यह 33 से 35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा है।
पंजाब में फिलहाल अधिकतम तापमान सामान्य के करीब बना हुआ है। लेकिन, न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे है। आगामी सप्ताह में मौसम में कोई विशेष बदलाव नहीं होगा और बारिश की संभावना कम रहेगी। ऐसे में मौसम सामान्य बना रहने का अनुमान है। शनिवार पंजाब में औसत अधिकतम तापमान में 0.2C की बढ़ोतरी हुई है, जो राज्य में सामान्य स्तर के करीब है। राज्य का सबसे अधिकतम तापमान बठिंडा में 30.1C दर्ज किया गया है। वहीं औसत न्यूनतम तापमान में 0.4C की गिरावट आई है और यह सामान्य से 2.6C नीचे है। सबसे न्यूनतम तापमान फरीदकोट में 5C रिकॉर्ड किया गया है। रातें होंगी और ठंडी मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तरी और पूर्वी जिलों में तापमान 24-26C, बाकी हिस्सों में 26-28C के बीच रहेंगे। अधिकतम तापमान इस सप्ताह राज्य में सामान्य स्तर के आस-पास रहने की उम्मीद है। दूसरी तरफ उत्तरी और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में 6-8C, अन्य हिस्सों में 8-10C के बीच होगा। न्यूनतम तापमान अधिकांश राज्य में सामान्य से नीचे रहेंगे, केवल कुछ केंद्रीय और पूर्वी इलाकों में सामान्य स्तर पर रहने की संभावना है। भारत के मौसम विभाग के अनुसार, इस सप्ताह पंजाब में बारिश की संभावना कम है और मौसम अपेक्षाकृत ठंडा रहेगा। कुल मिलाकर, राज्य में अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा ऊपर और न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे के बीच रहेगा, जिससे ठंड का आभास होगा लेकिन कड़क सर्दी नहीं पड़ेगी।
पिछले दिनों मुंबई से इंदौर लौट रही एक युवती के साथ बस में छेड़छाड़ के मामले में पुलिस ने जिस ड्राइवर और क्लीनर गिरफ्तार किया था, उनकी जमानत शुक्रवार को कोर्ट बड़वानी कोर्ट ने खारिज कर दी। इसमें मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। चौंकाने वाली बात यह कि यह मामला साधारण छेड़छाड़ का नहीं है बल्कि उसके साथ अश्लील हरकतें की गई थी। बस में सवार यात्रियों ने उसे बचाने का प्रयास किया तो उन्हें भी धमकाया गया था। इस केस में सबसे बड़ी भूमिका युवती की मां की रही। दरअसल युवती ने जैसे ही आधी रात को मां को फोन किया तो उन्होंने उसकी लोकेशन ट्रैस की और तुरंत कार से सेंधवा के लिए रवाना हुई और दो आरोपियों को गिरफ्तार कराया। जानिए यह है पूरा मामला मामला इंदौर की एक युवती का है जो मुंबई में एनिमेटर का जॉब करती है। 6 नवंबर की शाम वह गोरेगांव से हंस ट्रेवल्स की बस (AR-11 D-1919) से इंदौर के लिए रवाना हुई थी। बस जब रात 11.30 कसारा फूड स्टॉप पर रुकी तो वहां बस के ड्राइवर मुकेश को धानी गांव निवासी इसी ट्रेवल्स के एक अन्य ड्रायवर ने फोन पर कहा किसी के बारे में कहा कि उन्हें भी बस में बैठा लेना, वे भी इंदौर ही जाएंगे। फिर ड्राइवर और क्लीनर के साथ एक सरदार युवक (वही जिसे इंदौर जाना था) भी जब बस में सवार हुए। ये तीनों नशे में थे।बस कुछ आगे बढ़ी ही थी कि सरदार युवक ने अपर बर्थ पर लेटी इंदौर की युवती पर आपत्तिजनक बातें कहीं। ड्राइवर और क्लीनर ने भी सरदार युवक का साथ दिया और हंसने लगे। इस पर युवती घबरा गई। उसने अन्य यात्रियों को मदद मांगी तो एक यात्री ने तीनों को मना किया तो उसे भी धमकाया। जब उनकी हरकतें नहीं रुकी तो युवती ने इंदौर में अपनी मां को फोन पर घटना की जानकारी दी। आरोपी का नाम सरदार किशोर सिंह बताया गया है। तुम चिंता मत करो मैं रवाना हो रही हूंमां ने बेटी को कहा कि तुम चिंता मत करो मैं कार से रवाना हो रही हूं, सेंधवा टोल नाके पर पहुंच रही हूं वहां बस रुकवाना। इसके बाद वह परिवार के साथ साढ़े तीन घंटे कार दौड़ा कर मां सेंधवा टोल नाके पहुंची। इस बीच सेंधवा पुलिस को सूचना दे दी गई थी।7 नवंबर सुबह मां व परिवार के लोग सेंधवा नाके पहुंच गए। फिर सुबह 7 बजे के करीब बस पहुंची तो उन्होंने बेटी को उतारा। यहां बस से उतरने के दौरान सरदार युवक, ड्राइवर और क्लीनर तीनों नीचे उतरे। इस पर युवती ने मां को बताया कि सरदार युवक ने मेरे साथ अश्लील हरकतें की हैं। इस दौरान ड्राइवर पैर छूकर दोनों से माफी मांगने लगा जबकि सरदार युवक तब भी नशे में था और परिवार से बहस करने लगा। परिवार ने कहा कि हम इंदौर जाकर रिपोर्ट लिखाएंगे और वे बेटी को लेकर इंदौर आ गए। पूर्व लोकसभा स्पीकर ने कमिश्नर से की बातअगले दिन युवती की मां ने पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को पूरा घटनाक्रम बताया। इस पर उन्होंने पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह ने बात की कि युवती की मनोस्थिति अभी ठीक नहीं है। वह काफी घबराई हुई है। सेंधवा में केस दर्ज होने पर उसे बयान के लिए परेशानी होगी इसलिए राजेंद्र नगर थाने में केस दर्ज किया जाएगा। समाजजन के साथ कलेक्टर से मिलेइंदौर में इस मामले को लेकर पार्षद प्रशांत बडवे ने समन्वय बनाया और युवती व परिवार की मनोस्थिति समझी। फिर 11 नवंबर को वे, परिजन, रिश्तेदार, भाजपा के वरिष्ठ नेता कृष्णमुरारी मोघे, किशोर चौधरी, पूर्व पार्षद बलराम वर्मा सहित समाजजन कलेक्टर शिवम वर्मा से मिले। उन्हें बताया कि मामला साधारण नहीं है। इसके साथ ही युवती की मां की सजगता के बारे में बताया कि वह किसी तरह परिवार को लेकर आधी रात को कार से रवाना हुई और सुबह सेंधवा टोल नाके तक पहुंची। इस दौरान बेटी ने उसे बार-बार फोन किए जो काफी घबरा गई थी। कलेक्टर ने तुरंत अगले दिन इंदौर में सभी ऑपरेटरों की बैठक ली। इसमें बसों में पैनिक बटन लगवाने, बस ड्राइवर-क्लीनर का वैरिफेकशन, आचरण सहित सुरक्षा व्यवस्था में कसावट लाने की चेतावनी दी। ...तो दूसरा निर्भया कांड हो जातामामले में पार्षद प्रशांत बडवे ने युवती की मां और परिवार की सजगता के बारे में बताया कि उन्होंने मामले को तुरंत गंभीरता से लिया। इसके साथ ही युवती की बस में मदद करने वाले युवक के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि युवती के साथ जो घटनाक्रम हुआ वह बहुत ही शर्मनाक है और शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। अगर मां व परिवार समय पर नहीं पहुंचते तो दूसरा निर्भया कांड हो जाता। ड्राइवर और क्लीनर को गिरफ्तार किया जबकि मुख्य आरोपी को अभी गिरफ्तार नहीं किया है। शर्मनाक घटनाक्रम को FIR में बताया युवती ने 10 नवंबर को राजेंद्र नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मामला सेंधवा पुलिस को रैफर किया गया। मामले में सेंधवा पुलिस ने युवती को बयान के लिए बुलाया तो उसने पुलिस कमिश्नर और एसपी (बड़वानी) को पत्र लिखा। इसमें अपने साथ हुए शर्मनाक घटनाक्रम को बताया गया। उसने लिखा कि मेरे साथ जो घटनाक्रम हुआ है उसे लेकर राजेंद्र नगर पुलिस ने साधारण धाराओं में केस दर्ज किया है। मराठी समाज ने ली जमानत पर आपत्तिइधर, शुक्रवार को आरोपी ड्राइवर और कंडक्टर की ओर से कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन लगाया। उधर, वहां मराठी समाज को इसका पता चला तो उन्होंने अपने एडवोकेट के माध्यम से जमानत पर आपत्ति ली। सुनवाई में एडवोकेट श्याम एकडी ने कोर्ट को घटनाक्रम बताया और महिला की सुरक्षा पर सवाल उठाए। इसके बाद कोर्ट ने दोनों आरोपियों की जमानत खारिज कर दी। यह खबर भी पढ़ें... भोपाल में छेड़छाड़ की शिकायत,1 महीने बाद भी FIR नहीं भोपाल की प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान टॉप रैंकर्स के फाउंडर हर्ष गगरानी, करण और उनके एम्पलायी शाहनवाज खान पर लगे छेड़छाड़ और हैरेसमेंट के आरोपों को एक महीना बीत चुका है। जांच अब भी बेनतीजा है। पुलिस अब तक दोनों ही पक्षों के खिलाफ कार्रवाई तय नहीं कर सकी है। पूरी खबर पढ़ें
क्या मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल में कोई फेरबदल होने वाला है? राज्य स्थापना दिवस के मौके पर भास्कर ने जब सीएम डॉ. मोहन यादव से ये सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब दिया था कि मंत्रियों के दो साल का रिव्यू करेंगे कि किसने कैसा काम किया? अब सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री ने मंत्रियों के परफॉर्मेंस की रिपोर्ट तैयार कर ली है, जिसे केंद्रीय नेतृत्व को भेज दिया गया है। अब उनके प्रभार वाले जिलों की समीक्षा की जा रही है। इस कवायद से मध्य प्रदेश के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारे में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सुगबुगाहट शुरू हो गई है। मंत्रियों के साथ विधायकों का भी रिपोर्ट कार्ड तैयार हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि यदि मध्य प्रदेश में भी गुजरात फॉर्मूला लागू किया गया तो कई सीनियर विधायकों को दोबारा मंत्री बनने का मौका मिल सकता है। वहीं, मंत्रिमंडल के कुछ सीनियर सदस्यों को नई जिम्मेदारी मिल सकती है। दरअसल, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बता चुके हैं कि बिहार चुनाव के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति होगी। ऐसे में सूत्र कहते हैं कि नए अध्यक्ष की टीम में मध्य प्रदेश से भी सीनियर लीडर्स शामिल हो सकते हैं। इस तस्वीर के साफ होने के बाद ही मोहन यादव मंत्रिमंडल की तस्वीर साफ होगी। संडे स्टोरी में पढ़िए कि कौन से चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल होने की संभावना है और मंत्रियों के परफॉर्मेंस के लिए कौन से पैरामीटर तैयार किए गए हैं... मंत्रियों-विधायकों के काम की समीक्षा मंत्रिमंडल विस्तार की स्क्रिप्ट मंत्रियों और विधायकों के कामकाज के परफॉर्मेंस पर लिखी जाएगी। मुख्यमंत्री सचिवालय के सूत्रों के अनुसार, अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में भोपाल में हुई दो दिवसीय कमिश्नर-कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के बाद ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी सरकार के सदस्यों के प्रदर्शन का आकलन शुरू कर दिया था। मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड का पैरामीटरमंत्रियों की ग्रेडिंग इन चार प्रमुख बिंदुओं पर तय की जा रही है- विधायकों के कामकाज का आकलनइसी तरह विधायकों के प्रदर्शन को भी बारीकी से परखा जा रहा है। विधायकों को चार साल का रोडमैप बनाने का निर्देश दिया गया था। उन्होंने अपनी विधायक निधि का जनकल्याण और क्षेत्र के विकास में कितना और कैसे उपयोग किया, इसकी एक विस्तृत रिपोर्ट भी तैयार कराई गई है। ये जल्द ही मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत की जाएगी। अब जानिए, किन्हें मिल सकता है मौका… 1. वरिष्ठ विधायक फिर बन सकते हैं मंत्रीभाजपा सूत्रों का कहना है कि वरिष्ठ विधायक गोपाल भार्गव, बृजेंद्र प्रताप सिंह मंत्री पद के प्रबल दावेदार हैं। इन्हें जातीय समीकरण साधने के लिए बनाए गए मंत्रियों के कारण मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिल पाई थी। गोपाल भार्गव 9वीं बार के विधायकगोपाल भार्गव 16वीं विधानसभा के सबसे सीनियर विधायक हैं। उन्होंने अपनी रहली विधानसभा से 2023 के चुनाव में 9वीं बार जीत हासिल की है यानी पिछले 45 सालों से वह चुनावी राजनीति में सक्रिय हैं। वह उमा, गौर और शिवराज मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। 2018 में जब एमपी में 15 महीने के लिए कांग्रेस की सरकार बनी तो बीजेपी ने उनकी वरिष्ठता को देखते हुए नेता प्रतिपक्ष बनाया था। साल 2020 में जब शिवराज सरकार ने सत्ता में वापसी की तो उनके साथ शपथ लेने वाले 5 मंत्रियों में भार्गव शामिल नहीं थे, लेकिन इसके बाद हुए मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें शामिल किया किया गया था। इस बार डॉ. मोहन सरकार के मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली। अब उनकी वापसी के संकेत मिल रहे हैं। बृजेंद्र प्रताप सिंह संघ और संगठन की पसंदपन्ना से विधायक बृजेंद्र प्रताप सिंह शिवराज सरकार में खनिज मंत्री थे, लेकिन डॉ. मोहन मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं मिली। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा का करीबी माना जाता है। वे चार बार के विधायक हैं और क्षत्रिय समाज से आते हैं। इस कारण जातिगत समीकरण भी उन्हें मंत्री पद नहीं मिलने की एक वजह बताई गई। सिंह को संघ और संगठन की पसंद बताया जाता है। 2. कांग्रेस से आए कमलेश शाह को मिल सकता है मौकाकांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए अमरवाड़ा विधायक कमलेश शाह को कैबिनेट में मौका मिल सकता है। उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी जॉइन की थी। कमलेश शाह को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का सबसे खास माना जाता था। कमलेश शाह के बीजेपी जॉइन करने के बाद अमरवाड़ा सीट पर उपचुनाव हुआ। उन्होंने कांग्रेस के धीरेन शाह को 3705 वोट के अंतर से हराया था। कमलेश शाह को बीजेपी ने मंत्री बनाने का कमिटमेंट किया था। जब कांग्रेस से आए रामनिवास रावत को मंत्री बनाया गया, तब भी कमलेश शाह को मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए गए थे। उस वक्त उन्हें जगह नहीं मिल पाई, लेकिन सूत्र बताते हैं कि इस बार उन्हें एडजस्ट किया जा सकता है। 3. दो महिलाओं को शामिल किया जा सकता हैमंत्रिमंडल विस्तार की इस कवायद में दो महिलाओं को मौका मिल सकता है। इंदौर की पूर्व मेयर और चार बार की विधायक मालिनी गौड़ इस रेस में सबसे आगे हैं। दरअसल, इंदौर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। यही वजह है कि इंदौर का प्रभार उन्होंने अपने पास रखा है। इंदौर से अभी कैलाश विजयवर्गीय और तुलसी सिलावट मंत्रिमंडल में शामिल हैं। सीधी से विधायक रीति पाठक को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है, बशर्ते उन्हें महिला मोर्चा का अध्यक्ष न बनाया जाए। दरअसल, बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनाव में तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा था। इनमें से 5 विधायक चुने गए थे। इनमें से नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा अध्यक्ष बनाए गए हैं। बाकी तीन मोहन कैबिनेट में शामिल हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में बदल सकते हैं जातीय-राजनीतिक समीकरण 1. जातीय समीकरण: साल 2023 में था ओबीसी पर फोकसराजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि मोहन सरकार जब सत्ता में आई और मंत्रिमंडल तैयार हुआ तो लोकसभा चुनाव का ध्यान रखा गया था। भाजपा का फोकस इस चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के वोटों पर था इसलिए कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत 12 मंत्री इस वर्ग से बनाए गए थे। इसकी वजह यह है कि मध्य प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग की आबादी अच्छी-खासी है और उनके वोट राजनीतिक दलों का भविष्य तय करने की क्षमता रखते हैं। उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को मिलाकर मंत्रिमंडल में कुल 9 मंत्री सवर्ण समाज से आते हैं। वर्तमान में अनुसूचित जनजाति से 5 और अनुसूचित जाति के 5 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। अब लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुके हैं और पार्टी का फोकस गवर्नेंस और 2028 के विधानसभा चुनाव की नींव रखने पर है, इसलिए इन जातीय समीकरणों में बदलाव होना तय है। जातीय समीकरण साधने 6 विधायकों को बनाया था मंत्रीलोकसभा चुनाव के लिए जिन चेहरों को जातीय समीकरण साधने के लिए मंत्री बनाया गया था, उनमें से कुछ को अब संगठन या निगम-मंडलों में नई जिम्मेदारी दी जा सकती है, ताकि उनका मंत्री का दर्जा बरकरार रहे। 2. राजनीतिक समीकरण: मालवा-निमाड़ का आदिवासी बेल्टमंत्रिमंडल में कुछ चेहरे विशुद्ध रूप से राजनीतिक और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने के लिए शामिल किए गए थे। इसका सबसे बड़ा उदाहरण रतलाम लोकसभा सीट है, जहां से तीन-तीन मंत्री बनाए गए- चैतन्य काश्यप (रतलाम सिटी), निर्मला भूरिया (पेटलावद) और नागर सिंह चौहान (आलीराजपुर)। निर्मला भूरिया और नागर सिंह चौहान को मंत्री बनाकर पार्टी ने मालवा-निमाड़ के भील-भिलाला आदिवासी बेल्ट को साधने का प्रयास किया था, जहां आदिवासियों के लगभग 1.20 करोड़ वोटर्स हैं। यह रणनीति सफल भी रही और नागर सिंह चौहान की पत्नी अनिता चौहान रतलाम से सांसद चुनी गईं। अब चूंकि एक ही परिवार (पति-पत्नी) और एक ही क्षेत्र से दो बड़े पद हैं, ऐसे में माना जा रहा है कि नागर सिंह चौहान या निर्मला भूरिया में से किसी एक को नई जिम्मेदारी देकर किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है। ये खबर भी पढ़ें... एमपी बीजेपी की कार्यकारिणी घोषित, लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी समेत 4 महामंत्री, 9 उपाध्यक्ष एमपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की टीम का ऐलान हो गया है। टीम हेमंत में लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी, गौरव रणदिवे और राहुल कोठारी को प्रदेश महामंत्री बनाया गया है। मौजूदा मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल को दोबारा मौका दिया गया है। रीवा संभाग के संगठन मंत्री रहे श्याम महाजन को प्रदेश कार्यालय मंत्री बनाया गया है। अखिलेश जैन कोषाध्यक्ष बनाए गए हैं। पढ़ें पूरी खबर...
‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय... से गूंजा परिसर
लुधियाना| श्री सिद्ध पीठ दंडी स्वामी मंदिर में 75वें श्री हरिनाम संकीर्तन और गौलोकवासी पंडित जगदीश चंद्र कोमल जी महाराज के 25वें वरदान दिवस का 8वें दिन का आयोजन शनिवार को भक्तिमय रहा। 8वें दिन श्री धाम वृंदावन से पधारे परम पूज्य गोवत्स श्री राधा कृष्ण महाराज ने अजामिल की कथा सुनाई। धर्मात्मा ब्राह्मण अजामिल ने जीवन के अंत में ‘नारायण’ नाम जपकर पापों से मुक्ति पाई और वैकुंठ धाम को प्राप्त हुआ। भगवान के नाम का जाप पाप नाशक है और उनकी शरण मोक्ष का मार्ग है। भगवान भक्त को निभाते हैं, पर भक्त को भी नाम निभाना चाहिए। जीवन में मांग नहीं होनी चाहिए। जो भगवान दें, उसे स्वीकार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रायश्चित पूजा, दान, नियम और तप से संभव है। इससे पाप का फल मिट जाता है, लेकिन संस्कार नहीं मिटते। संकीर्तन की शुरुआत निताई भैया ने की। कार्यक्रम में मोहन आओ तो सही..., यमुना किनारे मेरो गांव..., दूर नगरी बड़ी दूर नगरी... जैसे भजन गूंजते रहे। भक्त भावविभोर होकर झूमते रहे। दुर्गा माता मंदिर में कथा के दौरान मौजूद श्रद्धालु। श्री सिद्ध पीठ दंडी स्वामी मंदिर में राधा कृष्ण को सुनते श्रद्धालु।
पंजाब के मोहाली में पुलिस ने पुराने नोट बदलने के नाम पर ठगी करने गिरोह का भंडाफोड़ किया है। उनके खिलाफ पुलिस ने डेढ़ माह पहले 1 अक्टूबर को गुपचुप FIR दर्ज की थी। आरोपियों ने मोहाली के सुनार को ठगी का शिकार बनाते हुए उससे 7 करोड़ रुपए ले लिए थे। सुनार के पास 800 करोड़ के पुराने नोट बदलाने के लिए कॉल आए। ठगी 2023 में हुई थी। पुलिस ने इनके खिलाफ 1 अक्टूबर 2025 को मामला दर्ज किया था और डेढ़ माह बाद इनकी गिरफ्तारी हो सकी। पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था, जिनमें से हरियाणा के कुरूक्षेत्र के रहने वाले सचिन व गुरदीप सिंह को गिरफ्तार किया। इनके पास से 9 करोड़ रुपए के नकली नोट बरामद किए, जो स्कॉर्पियो गाड़ी में थे। जबकि इस मामले में महाराष्ट्र, जीरकपुर, लुधियाना, दिल्ली समेत अन्य राज्यों के अज्ञात ठगों को भी शामिल किया गया है। पुलिस ने अब इनके खिलाफ नकली नोट बनाने की धाराओं के तहत थाना डेरा बसी में आपराधिक मामला दर्ज किया है। आरोपियों की कई राजनेताओं और पुलिस अधिकारियों के साथ साठगांठ थी। इन्हें हर कार्रवाई का पहले ही पता लग जाता था। इस बार ठगों को पकड़ने के लिए विशेष जांच टीम का गठन किया गया था। लंबी जद्दोजहद के बाद ही वह गिरफ्तार हो सके हैं। पुलिस को इनके दस अन्य साथियों की भी तलाश है, जिनमें एक महिला भी शामिल है। कई राज्यों में कर चुके ठगीअब तक की जांच में सामने आया है कि आोपी किसी एक राज्य में करोड़ों की ठगी कर दूसरे राज्य में चले जाते हैं और वहां पर ठगी के बाद राज्य बदल लेते हैं। इन्होंने राजस्थान, गुजरात के अलावा मध्यप्रदेश के लोगों से भी ठगी की है। वह पुराने 500 और 1000 रुपए के नोट बदली करवाने के नाम पर लोगों को ठगते थे। इसके लिए इन्होंने कंपनियां तक बनाई गई थीं। पहले गुजरात की एक कंपनी के नाम पर ठगी हुई थी और अब उन्होंने जीरकपुर में डेटा कलेक्शन कंपनी का कार्यालय खोला हुआ था। अब FIR में पढ़ें 4 बड़ी बातें शक न हो, इसके लिए दी जाती थीं रसीदेंपीड़ित ने बताया कि आरोपितों ने उसे बताया था कि उनकी दीक्षा कॉर्पोरेशन गांधीनगर गुजरात के नाम से कंपनी है। वह इसकी रसीद कंपनी की ही ईमेल के जरिए भेजते थे। यही नहीं आरोपियों की तरफ से उसे कंपनी के आईकार्ड तक भेजे गए थे। वह उनके बहकावे में आकर उन पर विश्वास कर बैठा था। फर्जी निकली कंपनी और आईकार्ड पैसे जमा करवाने के कई माह बाद उसे कमीशन के पैसे नहीं मिले। इस पर उसने आरोपियों को फोन किया। लेकिन उन्होंने उसका फोन नहीं उठाया। मिलना-जुलना भी बंद कर दिया। उसे शक हुआ तो उसने खुद जांच शुरू की। उसे पता चला कि जिस कंपनी का उसे नाम बताया जा रहा है वह तो है ही नहीं। यही नहीं आरोपियों के खिलाफ पहले भी गांधीनगर में मामला दर्ज है। नई कंपनी बनाई, नए लोग लगाए अब ठगों की तरफ से जीरकपुर में एक कार्यालय किराए पर लेकर नई फर्जी कंपनी बनाई गई थी। इसमें डेटा कलेक्शन करने का काम करने की बात कही जाती थी, मगर इसके एवज में लोगों से ठगी का कारोबार चलाया जा रहा था। वह अपनी कंपनी में लोकल लड़कों को पंद्रह से बीस दिन से ज्यादा काम नहीं करवाते थे और उन्हें किसी न किसी बहाने से काम से निकाल देते थे। कल्बों और पार्टी में होती थी बड़े लोगों से दोस्तीइस फर्जीबाड़े में पुलिस को कई रईसजादों और नेताओं की तलाश है। पकड़े गए हरियाणा के आरोपी इनके जरिए ही ठगी का जाल बिछाते थे। खुद को अमीर दिखाने के लिए वह लग्जरी जिंदगी जीते थे। रोजाना बड़े क्लबों और होटलों में पार्टियां होती थीं, ताकि बड़े लोगों के साथ लिंक बनाए जा सकें। इन्हीं लिंक का इस्तेमाल कर लोगों को बहकाया जाता था। शाही जिंदगी जीने का दिखावा करते थेसचिन व गुरदीप सिंह समेत अन्य आरोपी शाही जिंदगी जीने का दिखावा करते थे। इनके अलावा उनके साथ कई ऐसे लोग काम करते थे जो नकली नोट मुहैया करवाने का काम करते थे। इनके पास स्कॉर्पियो एन जैसी गाड़ियां हैं और अब वह चार दिन के लिए पुलिस रिमांड पर हैं। दोनों आरेापियों के वकील ने अदालत में दावा किया है कि दोनों को गलत ढंग से फंसाया गया है। दरअसल मामला कंपनी में निवेश और प्रॉपर्टी के विवाद का है।
भोपाल में नकली नोट खपाने वाले विवेक यादव ने पुलिस की पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। वह शहर के आउटरों में बनी छोटी किराना दुकानों, पान की गुमठियों और चाय-नाश्ते की होटलों पर इन नोटों को खपाता था। उसने रायसेन रोड, 11 मील, बैरसिया रोड का ईटखेड़ी गुनगा, परवलिया सड़क, एयरपोर्ट रोड, गांधी नगर, पिपलानी, अवधपुरी समेत कई इलाकों में नोट चलाए हैं। आसपास के जिलों में भी उसने नोट चलाए हैं। खास बात यह है कि वह एक दिन में सिर्फ 3 से 4 नकली नोट ही चलाता था। आरोपी विकास के घर की तलाशी में पुलिस को 500 रुपए के 428 नकली नोट मिले हैं। पुलिस को उसके पास से 30 लाख से ज्यादा के नकली नोट छापने का रॉ मटेरियल भी मिला है। पूछताछ में उसने नकली नोट खपाने के तरीके बताए हैं। यह भी बताया कि उसने नकली नोटों में अधिक सफाई लाने के लिए रकम जुटाकर महंगे उपकरण खरीदे थे। आरोपी पिपलानी इलाके में शुक्रवार शाम को शांति नगर झुग्गी बस्ती के पास एक दुकान पर दोबारा नोट चलाने गया था। जहां उसे पहचान लिया गया। इसके बाद पुलिस को सूचना दे दी। पूछताछ के बाद पुलिस ने आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। अब तक 6 लाख के नकली नोट चलाएएडिशनल डीसीपी गौतम सोलंकी ने बताया कि आरोपी दुकानों पर जाने के बाद 20 से 50 रुपए के बीच का सामान खरीदता था। इसके लिए वह पांच सौ रुपए का नोट दिया करता था। दिन भर में वह तीन से चार अलग-अलग दुकानों पर इसी तरह से नोट चलाता था। जब उसने जरूरत की चीजें नकली नोटों के बल पर जुटा लीं तो अय्याशी करना शुरू कर दिया। शहर के अलग-अलग होटलों में महंगे खाने से लेकर मॉल से कपड़ों की खरीददारी तक इसी रकम से कर डाली। इस तरह आरोपी करीब 6 लाख रुपए के नकली नोट मार्केट में खपा चुका है। विदिशा-सीहोर रायसेन में भी खपाए नोटआरोपी नकली नोट खपाने विदिशा, सीहोर और रायसेन तक जा चुका है। वह चार से पांच हजार रुपए के नकली नोट लेकर घर से निकलता था। आधे नोट खपाने के बाद घर लौट आता था। पकड़ा न जाए इसके लिए उसने अपने काम में कोई पार्टनर नहीं बनाया था। नोटों की छपाई से लेकर खपाने काम अकेले ही अंजाम देता था। असली नोट जैसा कागज करता था यूजपुलिस ने जब आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसके घर को बारीकी से देखा तो समझ आया कि विवेक ने अपने नकली नोट प्रिंटिंग के कारोबार को अच्छे से जमा रखा था उसने अपने घर पर नोट छापने का पूरा मैकेनिज्म इंस्टॉल कर लिया था, वो हुबहू वैसा ही कागज उपयोग करता था जैसा असली नोट में होता था। वाटर मार्क भी लगा देता था जिससे शक न हो। पुलिस को उसके पास से 30 लाख से ज्यादा के नकली नोट छापने का रॉ मटेरियल भी मिला है। मटेरियल भी ऑनलाइन ऑर्डर करता था विवेक ने पुलिस को बताया वो पिछले एक साल से ये कारोबार कर रहा है। वो अकेले ही नकली नोट छापता है और फिर उसे एक-एक कर मार्केट में खपाता है। आरोपी मूलतः उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। फिलहाल भोपाल में करोंद इलाके में रहता है। पुलिस उससे उन सभी कनेक्शन के बारे में पूछताछ कर रही है जहां से वो ऑनलाइन मटेरियल जुटाता था। 2 लाख 25 हजार 500 रुपए बरामदआरोपी की निशानदेही पर पुलिस उसे उसके घर लेकर पहुंची। घर की तलाशी में पुलिस को 500 रुपए के 428 नकली नोट मिले हैं। इस तरह कुल 2 लाख 25 हजार 500 रुपए के नकली नोट बरामद किए गए। साथ ही कम्प्यूटर, प्रिंटर, स्कैनर और नोट बनाने में इस्तेमाल अन्य उपकरण भी जब्त किए गए। पुलिस आरोपी से यह जानकारी जुटा रही है कि क्या आरोपी ने नकली नोट बाजार में चलाए भी हैं। नकली नोट चलाने-छापने पर इतनी सजा का प्रावधान भारतीय कानून के मुताबिक, नकली नोट छापने पर 10 साल से लेकर आजीवन कारावास हो सकती है। वहीं नकली नोटों के लिए उपकरण या सामग्री बनाने या रखने पर 7 साल तक की जेल हो सकती है। नोटों को लेकर यह भी जानिए... यह खबर भी पढ़ें...भोपाल में घर से छप रहे थे नकली नोट भोपाल पुलिस ने घर में नकली नोट छापने वाले युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी से 2.25 लाख रुपए कीमत के जाली नोट और नोट बनाने के सामान मिले हैं। युवक प्रिंटिंग प्रेस में काम कर चुका है। पूरी खबर यहां पढ़ें...
पंजाब के लुधियाना में नगर कीर्तन में गोली लगने से घायल बच्चा पार्थ 16 दिन से प्राइवेट अस्पताल के ICU में दाखिल है। उसकी हालत काफी नाजुक बनी हुई है। परिवार के पास जितना पैसा था वो इलाज में खर्च कर चुका है। अब अस्पताल का बिल देने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं। अब तक अस्पताल में 8 लाख रुपए का बिल बन चुका है। जिसमें से 2 लाख रुपए परिवार जमा कराए हैं। अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है तो रोजाना बिल बढ़ता जा रहा है। शहर की प्रमुख संस्था सिटी नीड्स बच्चे की मदद के लिए आगे आई है। सिटी नीड्स ने शहरवासियों से अपील की है कि बच्चे की मदद के लिए पैसे दें, ताकि उसकी जान को बचाया जा सके। वेबसाइट व सोशल मीडिया पर डाली पोस्टसिटी नीड्स ने अपनी वेबसाइट व सोशल मीडिया अकाउंट पर एक गूगल फॉर्म लॉन्च किया है और उसके जरिए लोगों से डोनेशन मांग रहे हैं। उसमें उन्होंने 6 लाख रुपए इकट्ठे करने का लक्ष्य रखा है, ताकि जो अस्पताल की आउट स्टेंडिंग है उसे क्लियर किया जा सके। गुगल फॉर्म के ऊपर टारगेट और जमा राशि भी डिस्पले हो रही है। बच्चे के परिजनों की 3 अहम बातें... सिलसिलेवार पढ़िए पूरी घटना...
भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी करीब 19 वर्षीय शिक्षिका मनीषा मौत मामले को लेकर गांव में 30 नवंबर को धरना दिया जाएगा। वहीं भूख हड़ताल भी की जाएगी। इसको लेकर तैयारी चल रही है। इस धरने व भूख हड़ताल में परिवार के लोग भी शामिल होंगे और भूख हड़ताल करेंगे। इसके अलावा विभिन्न संगठनों के लोगों से भी आह्वान किया गया है कि वे भी इसमें पहुंचेंगे। मनीषा के पिता संजय ने कहा कि सीबीआई की जांच तेजी से की जाए और जल्दी से जल्दी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाए। इसके अलावा सीबीआई की जांच कहां तक पहुंची। यह भी स्पष्ट रूप से बताई जाए। इसी मांग को लेकर 30 नवंबर को गांव में एक दिवसीय संकेतिक धरना दिया जाएगा। इस धरने में शामिल होने के लिए सभी लोगों को न्योता दिया गया है। लोगों को इस मामले की स्पष्ट जानकारी मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार सीबीआई को कहे कि वह जांच को तेज करके दोषियों को जल्द से जल्द सबके सामने लेकर आए। साथ ही अभी तक की जांच में क्या चल रहा है। वह भी बताया जाए। ताकि पता लग सके कि जांच सही चल रही है या नहीं। जबकि सीबीआई जब भी बात कहती है तो अधिकारी आश्वासन देते हैं कि जांच चल रही है और सही दिशा में चल रही है। करीब एक पखवाड़े बाद गांव में धरना रखा गया है। तब तक उनकी मांग पूरी जो जाएं, तो उन्हें धरना भी नहीं देना होगा। 30 नवंबर को देंगे धरनामंगलवार को गांव ढाणी लक्ष्मण में पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें आसपास के गांवों के लोग और मनीषा का परिवार शामिल हुआ। वहीं पंचायत ने चर्चा के बाद फैसला लिया कि 30 नवंबर को गांव में धरना दिया जाएगा। पंचायत में फैसला हुआ कि धरने मे शामिल लोग भूख हड़ताल भी करेंगे। मनीषा का परिवार भी शामिल होगा। पंचायत में शामिल लोगों ने मांग की कि CBI जांच में जो भी अपडेट चल रहा है, उन्हें इसकी पूरी जानकारी दी जाए। साथ ही जांच भी तेज की जाए। 11 अगस्त को लापता हुई, 13 को लाश मिलीगांव ढाणी लक्ष्मण निवासी संजय ने बताया था कि उसकी बेटी मनीषा 11 अगस्त को प्ले स्कूल में ड्यूटी पर गई थी। इसके बार वह नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के लिए जाने की बात कहकर गई थी। जिसके बाद मनीषा घर नहीं लौटी। इसके बाद 13 अगस्त को मनीषा का शव गांव सिंघानी के खेतों में पड़ा हुआ मिला। इसके बाद परिवार ने हत्या का आरोप लगाया और पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया। लोगों ने मनीषा को न्याय दिलाने के लिए धरना प्रदर्शन किया। वहीं 18 अगस्त को पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया। इसके बाद लोगों का विरोध बढ़ गया। बढ़ते आंदोलन को देखते हुए मनीषा का तीसरी बार दिल्ली एम्स में पोस्टमॉर्टम करवाया और जांच CBI को सौंप दी। CBI कर रही मामले की जांचमनीषा की मौत मामले में CBI की जांच जारी है। टीम जांच के लिए 3 बार भिवानी आ चुकी है और अपने स्तर पर जांच कर चुकी है। वहीं CBI की टीम 27 अक्टूबर सोमवार को भिवानी से दिल्ली लौट गई। इसके बाद दिल्ली में ही रहकर जांच कर रही है। लेकिन CBI की तरफ से अभी तक कोई ऑफिशियल जानकारी साझा नहीं की गई।
नारनौल में आज (16 नवंबर को) सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए महेंद्रगढ़ पुलिस ने व्यापक ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए शहर तथा मुख्य मार्गों पर कई तरह के प्रतिबंध और वैकल्पिक रूट तय किए गए हैं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे निर्धारित रूट का पालन करें ताकि किसी तरह की असुविधा न हो। आज सीएम नायब सैनी नारनौल में सैनी समाज के सम्मेलन में भाग लेने आएंगे। सीएम के कार्यक्रम को देखते हुए शहर में ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव किया गया है। इससे आम जन को थोड़ी परेशानी होगी, मगर यातायात शहर में सुचारु रहेगा। नारनौल–नांगल चौधरी रोड पर भारी वाहन प्रतिबंधित कार्यक्रम में आने वाली बसों के लिए विशेष रूट और पार्किंग हल्के वाहनों के लिए रूट और पार्किंग
दिल्ली ब्लास्ट मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे है। अब सुरक्षा एजेंसियों की जांच में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के डॉ. मुजम्मिल और लेडी डॉ. शाहीन की मोबाइल की कॉल डिटेल और डिजिटल ट्रांसफर पेमेंट्स से चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। पता चला है कि आतंकियों ने अपने मकसद में कामयाब होने के लिए मदद के नाम पर कई लोगों के रुपए बांटे। उनकी पूरी साजिश का केंद्र फरीदाबाद का धौज व फतेहपुर तगा गांव और नूंह जिला रहा। इस व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल ने करीब 200 लोगों को किसी न किसी तरह से अपने संपर्क में रखा था। इनमें से करीब 60 लोग नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और पुलिस की हिरासत में हैं, जबकि 40 मोबाइल फोन जब्त किए जा चुके हैं। इनमें से कई फोन एन्क्रिप्टेड ऐप्स के सस्पेक्टेड ग्रुप्स से जुड़े मिले हैं। इनके बारे में चेन बनाकर जांच की जा रही है। धौज गांव में 76 एकड़ में फैली अल-फलाह यूनिवर्सिटी इस साजिश का मुख्य हब बनाई गई। इसके पास धौज में 360 किग्रा और फतेहपुर तगा में 2553 किग्रा अमोनियम नाइट्रेट, NPK फर्टिलाइजर, राइफल्स, पिस्टल और IED कंपोनेंट्स स्टॉक किए गए। यूनिवर्सिटी हॉस्टल के बिल्डिंग नंबर 17, रूम नंबर 13 और 32 को गुप्त मीटिंग पॉइंट बनाया गया। यहां से बरामद डायरी में 25-30 नाम, कोडेड एंट्रीज और 8-12 नवंबर की प्लानिंग नोट्स मिले हैं। ऐसे समझिए डॉ. मुजम्मिल का आर्थिक जाल... गाड़ी धुलाई करने वाला हिरासत मेंपुलिस के मुताबिक कार से जब भी कोई विस्फोटक सामान लाया जाता था तो धौज के एक सर्विस सेंटर पर धुलाई करवाई जाती थी। जांच दौरान सर्विस स्टेशन संचालक के पास कई बार पेमेंट की गई, जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया। उसके परिजनों का कहना है कि पुलिस ने उनसे कहा है कि उसे छोड़ दिया जाएगा। अब पढ़िए कश्मीरियों को कैसे मिलती है एक्स्ट्रा फैसिलिटी पूछताछ के बाद लौटे छात्र ने रूममेट से बात बंद कीहॉस्टल में रह रहे एक छात्र ने बताया कि उसके रूममेट को पुलिस पूछताछ के लिए ले गई थी। दो दिन बाद शनिवार को वह वापस लौटा तो गुमसुम होने के साथ ही गुस्से में था। उसने आते ही अपने रूममेट से कहा- कोई दूसरा कमरा देख लो। मैं साथ नहीं रहूंगा। यूनिवर्सिटी छात्र के अनुसार, तीनों आतंकी डॉक्टरों से अगर किसी स्टूडेंट ने एक बार भी किसी भी विषय को लेकर बातचीत की है, तो पुलिस उनको भी पूछताछ के लिए ले गई है। एक इमाम और हिरासत में लियाशनिवार को भी यूपी एसटीएफ की टीम फतेहपुर तगा स्थित इमाम के मकान पर पहुंची। यहां पर मुजम्मिल ने किराए पर कमरा लेकर अमोनियम नाइट्रेट रखा हुआ था। टीम ने आसपास के लोगों से इमाम और मुजम्मिल को लेकर पूछताछ की। इस दौरान एक इमाम को हिरासत में लिया। यह इमाम मूल रूप से मेवात के उटावड़ गांव का रहने वाला है और सिरोही गांव में रहता था। डॉक्टर इससे पिंड खजूर लेकर जाता था। इन्हीं पिंड खजूर की ट्रांजैक्शन के चलते इस इमाम को हिरासत में लिया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि इससे पहले इमाम पर कभी किसी तरीके कोई आरोप नहीं थे और वह अच्छा आदमी है।
अगर आप दोस्त बनाने के लिए ऑनलाइन डेटिंग एप का सहारा लेते हैं, तो सावधान होने की जरूरत है। पानीपत में 2 बच्चों का पिता ऐसे ही एप से एक गे (समलैंगिक पुरुष) के संपर्क में आया। उसे पानीपत बुलाकर कई बार अननेचुरल संबंध बनाए। कुछ दिन बाद पता चला कि वह HIV संक्रमित हो गया है। इस केस से सिविल अस्पताल के एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) सेंटर के डॉक्टर और काउंसलर भी हैरान हैं। उनका कहना है कि मेल टू मेल संबंध बनाने से HIV संक्रमण फैलने का हर महीने औसतन 1 केस आ रहा है। ऑनलाइन डेटिंग एप से जुड़ कर संक्रमण होने का यह पहला केस है। काउंसलिंग के दौरान पीड़ित ने बताया कि उसने ऑनलाइन डेटिंग एप टिंडर पर ‘गे’ से दोस्ती की। उसके बाद असुरक्षित यौन संबंध बनाए। कई बार एप से ‘गे’ को बुलाया। कुछ समय बाद उसे डायरिया की शिकायत हुई, जो ठीक नहीं हो रही थी। निजी अस्पताल में डॉक्टरों ने HIV का टेस्ट किया तो पता लगा कि वह इस वायरस का शिकार हो चुका है। इसके बाद सरकारी अस्पताल के एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) सेंटर में मरीज को ट्रांसफर किया गया, जहां उसका उपचार और काउंसिलिंग चल रही है। सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, पीड़ित ने क्या बताया... अब पढ़िए आर्ट सेंटर काउंसलर की 2 बातें..
दिल्ली में लाल किले के सामने बम ब्लास्ट के बाद फरीदाबाद और नूंह में आतंक का नेटवर्क लगातार सामने आ रहा है। इसे तोड़ने के लिए NIA समेत अन्य जांच एजेंसियां और क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार मस्जिद, किराएदारों के कमरे, खाद-बीज की दुकानें, कारों की बिक्री करने वाले डीलर, गेस्ट हाउस, धर्मशालाओं की चेकिंग कर रही है। फरीदाबाद के धौज गांव स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े और डॉ. उमर, डॉ. मुजम्मिल, डॉ. शाहीन के संपर्क में आए लोग रडार पर हैं। पुलिस यूनिवर्सिटी से जुड़े आंतक के पूरे नेटवर्क के रिकॉर्ड एक-एक करके निकाल रही है। अल-फलाह यूनिवर्सिटी से डॉ. मुजम्मिल, लेडी डॉक्टर शाहीन सईद, यूनिवर्सिटी की मस्जिद के मौलवी इश्तियाक और एचआर विभाग में कार्यरत जमील को आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस यूनिवर्सिटी से पकड़े गए आतंकी नेटवर्क के संपर्क में रहने वाले सभी से पूछताछ कर रही है। पुलिस डॉक्टरों के अलावा छात्रों के कमरों को चेक कर रही है। पुलिस की क्राइम ब्रांच और रेवेन्यू विभाग की टीमें यूनिवर्सिटी तक पहुंच सकती हैं। इसके अलावा यूपी एटीएस भी पूछताछ के लिए यूनिवर्सिटी पहुंच सकती है। 140 मस्जिद- मदरसों की चेकिंग हो चुकीफरीदाबाद पुलिस की सभी क्राइम ब्रांच और स्थानीय थानों की पुलिस अपने-अपने इलाकों में पिछले 4 दिन से सर्च आपरेशन चला रही है। इस ऑपरेशन में अभी तक 140 मस्जिद-मदरसों को चेक किया गया है। मस्जिदों में नमाज अदा कराने वाले इमाम का रिकार्ड चेक किया जा रहा है। साथ ही जिन बच्चों को मदरसे में तालीम दी जा रही है, वो बच्चे कहां के रहने वाले हैं और कब से मस्जिद में आ रहे, इसको लेकर पूरी जानकारी नोट की जा रही है। फरीदाबाद में छोटी-बड़ी करीब एक हजार मस्जिदें हैं। 500 से ज्यादा कश्मीरी किरायेदारों की वेरिफिकेशनपुलिस ने अभी तक 500 से ज्यादा कश्मीरी किरायेदारों के पुलिस वेरिफिकेशन कागजात चेक किए है। इसके अलावा 1700 ऐसे किराएदार हैं, जो दूसरे राज्यों से आकर यहां पर बसे हुए हैं। ये पुलिस वेरिफिकेशन कब दी गई, इस दौरान गवाह कौन बने थे, कौन कितने सालों से किराए पर रहा है और घर का कौन सदस्य क्या काम करता है इसकी जानकारी ली गई है। 70 खाद-बीज भंडारों की जांच, कुछ हिरासत मेंबम विस्फोटक बनाने में अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। इसी को लेकर पुलिस ने फरीदाबाद और नूंह के 70 से ज्यादा खाद-बीज भंडार दुकानों की चेकिंग की है। इनमें दुकानों का लाइसेंस चेक किया गया है। किस दुकान पर कितने मात्रा में सामग्री मौजूद है, इसकी जानकारी नोट की गई है। फरीदाबाद में 300 से अधिक खाद-बीज की दुकानें है। नूंह व सोहना से कुछ खाद-बीच विक्रेता पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए। डॉ. मुजम्मिल ने नूंह के जिस विक्रेता से अमोनियम नाइट्रेट खरीदा था, उसके पास लाइसेंस भी नहीं है। 200 से ज्यादा होटल-पीजी की जांचपुलिस ने शहर के 200 से ज्यादा होटल, गेस्ट हाउस, पीजी, धर्मशालाओं को चेक किया है। दिल्ली बम ब्लास्ट के दो दिन पहले और अभी तक के रिकॉर्ड चेक किए गए हैं। इन सभी को प्रॉपर रिकार्ड मेनटेन करने के आदेश दिए गए हैं। फरीदाबाद में 2000 के करीब होटल, पीजी, गेस्ट हाउस, और धर्मशालाएं हैं। दिल्ली बम ब्लास्ट में जिस गाड़ी में ब्लास्ट किया गया वो फरीदाबाद के एक डीलर से खरीदी गई थी। जिसके बाद पुलिस ने अभी तक 100 गाड़ी डीलरों का रिकार्ड चेक किया है। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि ये अभियान अभी लगातार जारी है। पुलिस की सबसे ज्यादा चेकिंग सारण थाना और डबुआ थाना क्षेत्र में की गई है। यूनिवर्सिटी पर दर्ज 2 एफआईआर की जांच होगी दिल्ली क्राइम ब्रांच ने अल-फलाह यूनिवर्सिटी के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें धोखाधड़ी-जालसाजी की धाराएं हैं। ये एफआईआर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) और राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (एनएएसी) द्वारा की गई कार्रवाई के बाद दर्ज की गईं। पहली एफआईआर धारा 12 के उल्लंघन के लिए दर्ज की गई है, जबकि दूसरी एफआईआर यूनिवर्सिटी द्वारा कथित तौर पर झूठे मान्यता दावों से संबंधित है। दिल्ली क्राइम ब्रांच की एक टीम शनिवार को ओखला स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के कार्यालय पहुंची। यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी कर कुछ दस्तावेज मांगे हैं।
दिल्ली ब्लास्ट केस में गिरफ्तार डॉ. मुजम्मिल शकील फरीदाबाद में अल-फलाह यूनिवर्सिटी से 700 मीटर दूरी पर ही आतंक की नर्सरी तैयार कर रहा था। यहां करीब 200 वर्गगज में एक अंडर ग्राउंड इमारत बनाई जा रही थी, जहां 15-20 बच्चों को धार्मिक शिक्षा दी जा रही थी। जिस प्लॉट में यह निर्माण हुआ, उसकी पावर ऑफ अटॉर्नी यूनिवर्सिटी की मस्जिद के इमाम मोहम्मद इश्तियाक के नाम है। इस कथित रूप से तैयार हो रहे मदरसे में चेहरा तो मोहम्मद इश्तियाक को बनाया गया था, लेकिन फंडिंग डॉ. मुजम्मिल ही कर रहा था। यहां पानी की व्यवस्था के लिए बोरवेल लगवाने को डॉ. मुजम्मिल ने इमाम को ऑनलाइन 35 हजार रुपए ट्रांसफर किए थे। अब ये निर्माणाधीन इमारत भी जांच एजेंसियों की रडार पर है। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की टीम ने डॉ. मुजम्मिल को गिरफ्तार करने के बाद उसके बैंक खातों की गहन जांच शुरू की। जानिए…कैसे मदरसे की आड़ में अवैध निर्माण किया कॉलोनी भी अवैध, निर्माण के लिए मंजूरी नहींदैनिक भास्कर एप की टीम कच्चे रास्ते से होकर उस जगह पहुंची, जहां निर्माण कार्य चल रहा है। मदरसे का साइन बोर्ड दिखाई दिया। यहां से एक रेतीला रास्ता खेतों की तरफ जाता है। आगे बढ़े तो अन अप्रूव्ड कॉलोनी में कुछ मकान बने दिखे। कुछ निर्माणाधीन हैं। लोगों से मदरसे के बारे में पूछा तो उन्होंने जानकारी होने से मना कर दिया। इसी दौरान एक महिला ने इशारा करके मदरसे के बेसमेंट के बारे में बताया। कॉलोनी अवैध है और इस निर्माण के लिए कोई मंजूरी नहीं ली गई। 10 हजार पगार वाले इमाम के पास पैसा कहां से आयाहिरासत में लिए गए इमाम इश्तियाक की पत्नी हसीन ने बताया है कि उनके शौहर को यूनिवर्सिटी 10 हजार रुपए मासिक पगार देती थी। शुरुआत में यह पगार सिर्फ 2 हजार रुपए थी। इमाम ने फतेहपुरा तगा में भी 5-6 साल पहले प्लॉट लेकर मकान बनाया था। अब जिस प्लॉट में मदरसा बनाया जा रहा था, इसकी पावर ऑफ अटॉर्नी भी इमाम इश्तियाक के नाम है। यह कॉलोनी शकील खान नाम के शख्स ने काटी थी। कई साल पहले इमाम ने इश्तियाक को दूसरी जगह प्लॉट दिया था, लेकिन उस जमीन पर विवाद था। बाद में कॉलोनाइजर ने यह दूसरा प्लॉट दिया। 15-20 बच्चे इमाम से दीनी तालीम लेने आते थेआसपास के लोगों ने बताया कि यहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है। 4-5 महीने पहले से जब बेसमेंट का निर्माण चल रहा था, तब कुछ लोग अकसर कार में आते थे। ये लोग लेबर को बताते थे कि कैसे निर्माण होना है। निर्माण चल रहा था, तब भी इमाम इश्तियाक आसपास के लोगों के घर जाता था। इसके बाद 15-20 बच्चे यहां आने लगे, जिन्हें दीनी तालीम दी जाती थी। मौलवी का इरादा अच्छा लग रहा थाकॉलोनी की एक महिला ने बताया कि इमाम का इरादा अच्छा लग रहा था। वह कहता था कि आसपास की कॉलोनियों के गरीब बच्चों को मुफ्त धार्मिक शिक्षा देंगे। करीब दो घंटे तक यहां तालीम दी जाती थी। हालांकि इमाम की गिरफ्तारी के बाद से यहां पेरेंट्स ने बच्चों को भेजना बंद कर दिया है। प्लॉट का मौका-मुआयना करने पर बेसमेंट की जानकारी मिली। बेसमेंट आधा अधूरा था, लेकिन इसकी गहराई और बनावट सस्पेक्टेड थी। बेसमेंट में वेंटिलेशन की व्यवस्था थी। यहां पंखे भी लगे हुए मिले और चटाई व दरी भी थी। दोस्ती कर कमरा किराए पर लियाजांच में सामने आया कि इमाम इश्तियाक पिछले 20 वर्षों से फरीदाबाद में रह रहा था। यूनिवर्सिटी की मस्जिद में धार्मिक कक्षाएं आयोजित करता था। इन कक्षाओं में अल फलाह के मेडिकल छात्रों और स्टाफ को शामिल किया जाता था। डॉ. मुजम्मिल नमाज पढ़ने आता था और उसने मौलवी से दोस्ती कर फतेहपुर तगा गांव में उसका कमरा किराए पर ले लिया। विस्फोटक सामग्री छिपाने में मदद का आरोपइसी कमरे में डॉ. मुजम्मिल ने अमोनियम नाइट्रेट रखा था। बाद में पुलिस ने इश्तियाक के फतेहपुर तगा स्थित घर से भी 2,563 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया, जो अल फलाह यूनिवर्सिटी से महज 4 किमी दूर है। पुलिस का मानना है कि उन्होंने मुजम्मिल को किराए का कमरा देकर विस्फोटक को स्टोर करने की सुविधा दी। इसलिए इश्तियाक को 13 नवंबर को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। जम्मू-कश्मीर पुलिस उसे श्रीनगर ले जाकर पूछताछ करेगी और उनकी हिरासत अवधि 7 दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। डॉक्टर-मौलवी आतंकी मॉड्यूल का शकइस मामले में जांच से जुड़े दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि यह मॉड्यूल JeM का 'डॉक्टर-मौलवी' नेटवर्क हो सकता है, जो रेडिकलाइजेशन के नए तरीके दिखाता है। इश्तियाक से पूछताछ में और खुलासे हो सकते हैं। क्योंकि इस केस में जम्मू कश्मीर के शोपियां से एक और मौलवी इरफान अहमद को भी अरेस्ट किया गया है।
हरियाणा के सिरसा में विवादों में घिरने के बाद ठिकाना बदल रहा संजय भगत उर्फ हांडी खेड़ा बाबा राजस्थान के बीकानेर में भी फंस गया है। वहां बाबा का विरोध शुरू हो गया। जांच में बाबा का एक सेवादार जानलेवा हमले में सजायाफ्ता मिला है। बाबा को जगह खाली करने को कहा गया है, क्योंकि यह मिलिट्री फायरिंग रेंज के पास है। हांडी खेड़ा बाबा के दरबार में उपचार के नाम पर महिला का स्तन दबाने का वीडियो सामने आने के बाद सिरसा के ग्रामीणों ने विरोध किया था। इसके चलते बाबा को सिरसा में दरबार बंद करना पड़ा। इसके बाद उसने राजस्थान के बीकानेर जिले में रामसरा पंचायत क्षेत्र में 15 बीघे जमीन लीज पर ली, जहां मंदिर और डेरा बनाने का काम शुरू किया। ग्रामीणों को सूचना मिली कि बाबा सिरसा से भागकर आया है। शिकायत पर महाजन थाने से पुलिस असरासर गांव स्थित डेरे में पहुंची और जांच के लिए संजय भगत को उसकी गाड़ी समेत ले गई। राजस्थान पुलिस ने दस्तावेजों की जांच की और फर्जी होने का शक जताया। पुलिस ने कहा कि वीडियो में संजय बच्चे पैदा करने और शादी करवाने जैसे दावे कर रहा है, जो फर्जी हैं। पुलिस ने जमीन के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि जमीन दान में मिली है। यह जमीन नोहर के एक व्यक्ति की है, जिसे पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ग्रामीणों ने भी विरोध करते हुए पुलिस से संजय भगत को गांव से बाहर भेजने की अपील की। इसके बाद पुलिस ने संजय भगत को एक-दो दिन में इलाका छोड़ने को कहा है। सरपंच ने ली परीक्षा तो फंस गया बाबारामसरा पंचायत के सरपंच हनुमान शर्मा और एडवोकेट राजेश गोस्वामी व अन्य ग्रामीण डेरे में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने संजय भगत से सवाल-जवाब किए, जिनमें वह फंस गया। सरपंच ने क्या सवाल किए और संजय ने क्या जवाब दिया, पढ़िए... सवाल - भगवान राम के कितने भाई थे?जवाब- राम-लक्ष्मण दो भाई थे। सवाल- वे सगी मां के थे या अलग?जवाब - वे सगे भाई थे। सवाल - यही पूरी जानकारी नहीं है, तो बाबा किस बात का?जवाब- बाकी भाइयों की जानकारी नहीं है, मैं तो राम का नाम लेता हूं। चेला बोला-एक साल से रह रहा, बाबा बोला-एक माह सेइसके बाद सरपंच और वकील ने संजय और उसके चेले से दस्तावेज दिखाने को कहा। संजय ने अपना आधार कार्ड दिखाया, लेकिन चेला अकड़ने लगा। बाद में चेले ने रोबिन नाम और बौंद गांव का पता बताते हुए आधार कार्ड का अगला हिस्सा दिखाया। जब उस आधार कार्ड की जांच की गई, तो उसमें भिवानी के सांजरवास गांव का पता मिला। चेले ने अलग पता बताया और कहा कि उसका नाम हत्या के प्रयास की धारा 307 में आ गया था। तीन साल की सजा काटने के बाद वह एक साल से बाबा के पास रह रहा है, जबकि संजय ने उसे एक महीने से अपने पास होने की बात कही। चेले द्वारा दी गई सारी जानकारी गलत थी, जिससे उन लोगों को शक हो गया और उन्होंने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। गांव में जमीन और शरण देने पर उठा सवालसंजय भगत ने जहां डेरा बनाया है, वह जगह राजस्थान के बीकानेर जिले में अर्जुनसर शहर से असरासर व जसवंतसर गांव की सीमा पर स्थित है। इसके पास ही महाजन फील्ड फायरिंग रेंज है, जिसके कारण सुरक्षा का सवाल भी उठता है, क्योंकि यहां बाहर से आने वाले लोगों की गतिविधियां बढ़ेंगी। ग्रामीणों और पंचायत ने इस बात पर सवाल उठाया है कि संजय भगत को गांव में कौन संरक्षण दे रहा है और किसने उसे यह जमीन दिलवाई है। इतने कम समय में वीडियो बनवाने और उन्हें वायरल करने से वह बीकानेर में भी चर्चित हो गया है। हर कोई बाबा के बारे में बात कर रहा है। ऐसे में पुलिस ने जमीन मालिक को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। साथ ही उन सोशल मीडिया वालों को भी बुलाया है, जिन्होंने भ्रम फैलाने वाले वीडियो बनाए हैं। CI बोले- जांच में मिला फर्जीबीकानेर जिले से महाजन थाना पुलिस से CI रामकेश मीणा ने बताया कि सिरसा के संजय से पूछताछ की है, उसके दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं। प्राथमिक जांच में पता चल गया कि ये फर्जी है। उसको एक-दो दिन में यहां से रवाना होने के लिए बोला गया है, नहीं तो कानूनी कार्रवाई करेंगे। महिला के स्तन दबाने वाले वीडियो के बाद ग्रामीणों का बढ़ा विरोधकरीब दो से ढाई माह पहले संजय भगत का हांडी खेड़ा दरबार में महिला के स्तन दबाने वाला वीडियो वायरल हुआ था। इसके बाद ग्रामीणों का विरोध बढ़ गया। ग्रामीण गांव में पहरा देने लगे और बाहर से आने वाले अनुयायियों को वापस भेजना शुरू कर दिया। पुलिस तक भी मामला जा पहुंचा। पुलिस ने बाबा को पूछताछ के बुलाया। तब से गांव के बाहरी ओर बना दरबार लगाना बंद कर दिया। घर पर ही ऑनलाइन झाड़े लगाने लगा। एक सप्ताह पहले रातों-रात बदला ठिकानासप्ताहभर पहले संजय भगत रातों-रात सेवादारों के साथ गाड़ी लेकर आया और हांडी खेड़ा दरबार से गद्दी व सामान उठाकर राजस्थान चला गया। तब हांडी खेड़ा गांव के ग्रामीणों ने चैन की सांस ली। राजस्थान में जाने पर वहां की पंचायत और लोगों ने सिरसा में सपंर्क साधा और असलियत के बारे में जाना। ग्रामीण जय सिंह, विक्रम, महेंद्र सिंह का आरोप है कि बाबा संजय लोगों से बीमारी ठीक करने, नशा छुड़वाने, शादी करवाने, घर-कामकाज में दोष दूर करने के नाम पर झाड़ फूंक करता था। कई लोगों से झाड़ा लगाकर सरसों का तेल और हजारों रुपए ठग चुका है। पहले सवा लीटर तेल का चढ़ावा लेता था। अब लोगों से घरों में पूजा के नाम से 11, 21 और 31 हजार रुपए तक भी वसूलता है। इससे गांव की छवि खराब हो रही थी। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... सिरसा के विवादित बाबा जमीन में दफन, VIDEO:ग्रामीण बोले- वहां भी पाखंडवाद फैलाना शुरू, राजस्थान में बना रहा डेरा हरियाणा के सिरसा जिले के हांडी खेड़ा दरबार के विवादित बाबा संजय भगत ने राजस्थान में जाने के बाद पहले की तरह नए-नए तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं। जमीन में दफन का वीडियो सामने आया है। इस पर ग्रामीणों का आरोप है कि संजय भगत चर्चित होने के लिए ऐसा कर रहा है और वहां भी पाखंडवाद फैलाना शुरू कर दिया है, ताकि इसके बाद ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़े और उनसे झाड़ा लगाने के नाम पैसे ले सकें। (पूरी खबर पढ़ें)
जस बहबल ने भेजा था शहर में हैंड ग्रेनेड
लुधियाना | शिवपुरी इलाके में मिले हैंड ग्रेनेड मामले में खुफिया एजेंसियों के इनपुट और तकनीकी जांच के आधार पर 18 दिनों में पंजाब पुलिस आईएसआई के 10 स्लीपर सेल को गिरफ्तार कर चुकी है। मामले में पूरे मॉड्यूल को ब्रेक करने के बाद जांच अब बंबीहा गैंग के ए-लेवल ऑपरेटिव जसकरण सिंह उर्फ जस बहबल पर आकर टिक गई है, जो फिलहाल मलेशिया में बैठकर गैंग को ऑपरेट कर रहा है। पुलिस की मानें तो शहर में भेजे गए हैंड ग्रेनेड उसी के निर्देश पर भेजा गया था। मामले में कोटकपूरा के गांव बहबल कलां में रहने वाले जस बहबल के पिता सुरजीत सिंह से पुलिस ने बुधवार को पूछताछ की है। पुलिस अनुसार 2022 में मलेशिया में जस को अजय मलेशिया मिला था। दोनों ने वहीं साथ काम शुरू किया। इसके बाद अजय ने 2023 में अपने चचेरे भाई करणवीर उर्फ विक्की को मलेशिया बुलाया। करणवीर ने वहां नशा बेचना शुरू किया, लेकिन मलेशिया पुलिस ने उसे पकड़कर फरवरी 2025 में डिपोर्ट कर श्रीगंगानगर भेज दिया। भारत लौटने के बाद करणवीर ने अजय के कहने पर पाकिस्तान बॉर्डर एरिया से हेरोइन उठाकर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में सप्लाई करना शुरू किया। इसी दौरान वहश्री मुक्तसर साहिब के साजन कुमार उर्फ संजू, कुलदीप सिंह, शेखर सिंह और अजय सिंह उर्फ अजय से भी जुड़ा। यही लोग बाद में हैंड ग्रेनेड मॉड्यूल के भी हिस्से बने। मामले की गहराई जानने के लिए भास्कर टीम कोटकपूरा के गांव बहबल कलां पहुंची। गांव वालों ने बताया कि जस बहबल का पूरा नाम जसकरण सिंह (26) पुत्र सुरजीत सिंह है। परिवार उसकी आपराधिक गतिविधियों की वजह से उसे बेदखल कर चुका है।
यूपी का सबसे ठंडा शहर बना कानपुर, पारा 7.6 डिग्री:आने वाले दिनों में चलेगी शीतलहर, घटेगा तापमान
लगातार चौथे दिन तापमान में गिरावट के साथ ही कानपुर शनिवार को उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा शहर बन गया है। न्यूनतम पारा 7.6 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से करीब 5.9 डिग्री कम है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए 'शीतलहर' की चेतावनी जारी करते हुए कड़ाके की ठंड की आशंका जताई है। आईएमडी की ओर से जारी बुलेटिन में कानपुर को प्रदेश का सबसे ठंडा शहर बताया गया है। दिखने लगा शीतलहर का असर यही नहीं, अधिकतम तापमान भी सामान्य से 1.2 डिग्री नीचे 27.3 डिग्री पर ही रहा। मौसम विशेषज्ञ डॉ. नौशाद खान ने बताया कि न्यूनतम तापमान में 5.9 डिग्री की यह भारी गिरावट और पूरे प्रदेश में सबसे कम तापमान होना स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि शीतलहर ने अपना प्रभाव शुरू कर दिया है। यह है ठंड बढ़ने की वजह डॉ. खान ने ठंड की वजहों को बताते हुए कहा कि इसके पीछे तीन मुख्य कारण हैं। पहला, उत्तर-पश्चिमी हवाओं का लगातार चलना, जो सीधे हिमालय से ठंडी हवा ला रही हैं। दूसरा, आसमान का पूरी तरह साफ होना, और तीसरा सबसे महत्वपूर्ण, हवा की गति का बेहद कम (1.8 किमी/घंटा) होना। उन्होंने बताया कि जब हवा की गति इतनी कम होती है, तो जमीनी स्तर पर ठंडी हवा स्थिर हो जाती है और कोल्ड एयर पूलिंग की स्थिति बन जाती है। जनजीवन पर पड़ा प्रभाव इतनी कड़ाके की ठंड ने लोगों के रूटीन को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है। सुबह-शाम के समय सड़कों पर लोगों की भीड़ कम नजर आई। ठंड से बचने के लिए लोग गर्म कपड़ों और टोपियों का सहारा ले रहे हैं। बुजुर्ओ और बच्चों को सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है। डॉक्टरों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह मौसम स्वास्थ्य के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर रहा है। सांस के मरीज, बुजुर्ग और बच्चे विशेष सावधानी बरतें। चलेगी शीतलहर मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन दिनों तक आसमान साफ रहेगा और वर्षा की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, शीतलहर की स्थिति लगातार बनी रहने के कारण तापमान और नीचे जा सकता है। ऐसे में नागरिकों को ठंड से बचाव के लिए पूरी तैयारी करने की जरूरत है।
जोधपुर शहर के फिल्टर प्लांट, पम्प हाउस, पाईप लाईनों के आवश्यक रख रखाव व सफाई के लिये 19 नवंबर को जोधपुर शहर के समस्त फिल्टर हाउस से सभी क्षेत्रों में जलापूर्ति बन्द रहेगी। इसके कारण कायलाना, चौपासनी व सुरपुरा फिल्टर हाउस से संबन्धित सभी क्षेत्रों में 19 नवंबर को होने वाली जलापूर्ति 20 नवंबर को तथा 20 नवंबर को होने वाली जलापूर्ति 21 नवंबर को होगी। इनका बदलेगा शेड्यूल जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी)नगर वृत जोधपुर के अधीक्षण अभियंता राजेंद्र मेहता ने बताया कि झालामण्ड एव तख्त सागर फिल्टर हाउस से जुडे क्षेत्र सरस्वती नगर, कुडी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड के विभिन्न सेक्टरों एवं पाल बाईपास, शिल्पग्राम के आस पास क्षेत्रो में 19 नवंबर को सुबह 10 बजे तक की जाने वाली जलापूर्ति सामान्य रुप से होगी तथा इन क्षेत्रों में 20 नवंबर को की जाने वाली जलापूर्ति 21 नवंबर को एवं 21 नवंबर को की जाने वाली जलापूर्ति 22 नवंबर को होगी।
शादी का झांसा दे 17 साल की लड़की से नाबालिग ने किया रेप
लुधियाना| शादी का झांसा देकर 17 साल की लड़की से पहले शारीरिक संबंध बनाए फिर आरोपी युवक विवाह करने से मुकर गया। इस मामले में थाना साहनेवाल की पुलिस ने एक युवक पर केस दर्ज किया है। पीड़ित लड़की की मां ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि आरोपी युवक का उनके घर पर आना-जाना था। फिर युवक ने पहले तो अपने माता-पिता के जरिए उनकी बेटी से शादी करवाने का प्रस्ताव किया। फिर सभी लोग मान गए। इसी दौरान 14 नवंबर को आरोपी उनकी बेटी को घुमाने के बहाने एक होटल में लेकर गया। जहां लड़की की सहमति के बिना उसके साथ संबंध बनाए। फिर लड़की ने इस बारे में घर पर बताया। तभी आरोपी ने शादी करने से इंकार कर दिया। उसके बाद मामला पुलिस तक पंहुचा। जांच अधिकारी दीपचंद ने बताया कि आरोपी युवक नाबालिग है। इसलिए उसके नाम को नहीं बताया जा सकता।
मोहाली से कैब ले ड्राइवर को दो बदमाशों ने किडनैप कर फेंका, 3 घंटे में दोनों गिरफ्तार
खन्ना/समराला | देर रात मोहाली से कैब किराए पर लेकर लुधियाना आ रहे दो बदमाशों ने समराला में कार चालक को किडनैप कर लिया। बाद में रास्ते में रस्सियों से बांधकर ड्राइवर को फेंका औक कार लेकर फरार हो गए। किसी तरह ड्राइवर ने इसकी सूचना पुलिस को दी। समराला पुलिस ने लोगों की मदद के साथ तीन घंटे में मामला सुलझाते हुए एक आरोपी को समराला के गांव कोटला शमशपुर और दूसरे को लुधियाना रेलवे स्टेशन से काबू कर लिया है। दोनों आरोपियों की पहचान करन और गुरजंट सिंह निवासी होशियारपुर के तौर पर हुई है। गुरजंट पर पहले से मोगा में हत्या का केस दर्ज है। एसपी पवनजीत चौधरी ने बताया के बीती रात पुलिस को कैब ड्राइवर नवीन कुमार निवासी रतिया हरियाणा ने बताया कि मोहाली में रात को एक व्यक्ति का फोन आया जिसने उसे कैब बुक कर लुधियाना जाने को कहा। बताए पते पर दो लोग कैब में सवार हुए। कैब समराला के नजदीक गांव हैड़ो हाईवे पॉल क्रॉस हुई तो दोनों ने कैब चालक से कैब छीनी व उसको नीचे फेंक फरार हो गए। ग्रामीणों की मदद से यूं पकड़े दोनों हेडो चौकी के बाहर चैकिंग कर रहे पुलिस अधिकारी सुखविंदर सिंह को कैब ड्राइवर नवीन ने इसकी सूचना दी। पुलिस टीमों ने तुरंत कैब का पीछा करते कोटला शमशपुर गांव में गांव के लोगों की मदद से एक आरोपी करन को पकड़ लिया, जबकि दूसरा आरोपी गुरजंट मौके से फरार हो गया। पुलिस ने करन से कैब भी बरामद कर ली गई। डीएसपी तरलोचन सिंह की अगुवाई में पुलिस टीमों ने आरोपी गुरजंट को रेलवे स्टेशन लुधियाना से काबू कर लिया। आरोपियों पकड़ने में गांव के सरपंच मनदीप सिंह कंग, रविजोत सिंह, हरनाम सिंह गगन का अहम योगदान रहा है।
2.41 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी, हीरो रियल्टी के डायरेक्टर-सेल्स हेड पर केस
लुधियाना | हीरो रियल्टी प्राइवेट लि. के डायरेक्टर, सेल्स हेड पर करोड़ों रुपयों की धोखाधड़ी के मामले में थाना सराभा नगर में केस दर्ज किया गया है। शिकायतकर्ता व्यापारी फालीताश जैन वासी न्यू माधोपुरी ने बताया कि हीरो होम्स, साउथ सिटी प्रोजेक्ट में चार फ्लैट दिलाने के नाम पर कंपनी ने उनसे 2,41 करोड़ वसूल किए थे। रकम उन्होंने कंपनी के दिल्ली, ओखला इंडस्ट्रियल एस्टेट स्थित दफ्तर में कई किस्तों के रूप में दिए थे। पीड़ित के मुताबिक, फ्लैट्स का पजेशन 2020 में देना तय था, लेकिन कंपनी ने निर्माण कार्य समय पर पूरा नहीं किया। कई बार संपर्क के बावजूद आरोपी अधिकारी जवाब देने से बचते रहे। जैन ने बताया कि कंपनी ने उन्हें बैंक से लोन दिलवाया था और ईएमआई कंपनी द्वारा भरने का आश्वासन दिया था, लेकिन बाद में कंपनी ने ईएमआई देने से इनकार कर दिया। जिसकारण बैंक ने खाता एनपीए कर दिया। फ्लैट न मिलने से उन्हें किराए का मकान लेना पड़ा। शिकायत लंबे समय तक लंबित रहने पर उन्होंने केस आला आफसरों तक पहुंचाया। अब पुलिस ने डायरेक्टर सुनील कांत मुंजाल, सेल्स हेड निखिल जैन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एफआईआर से हीरो होम्स के डायरेक्टर का नाम हटाने की चर्चा पर एसएचओ आदित्य शर्मा ने बताया केस उच्च अधिकारी देख रहे हैं। उन्हें नाम हटाने की जानकारी नहीं है। हीरो रियल्टी का जवाब- सभी आरोप गलत, जैन परिवार ने 32 लाख रुपए ही दिए हीरो रियल्टी के प्रवक्ता ने आरोपों को गलत बताया है। जैन परिवार के नाम आवंटित 4 यूनिट लगातार भुगतान न करने पर अक्टूबर 2021 में रद्द किए थे। इनमें से 3 फ्लैट बैंक से फाइनेंस थे, इसलिए निर्धारित फॉरफ़ीचर के बाद बची रकम संबंधित बैंक को लौटा दी गई। कंपनी के मुताबिक एफआईआर के दावों के विपरीत 3.25 करोड़ की कुल बिक्री राशि में से उन्हें 2.08 करोड़ ही मिले। इसमें भी करीब ₹1.75 करोड़ बैंक ने सीधे जमा किए, जबकि जैन परिवार ने सिर्फ लगभग ₹32 लाख का भुगतान किया। परियोजना वर्ष 2021 में पूरा हो गई थी। पीसीसी/ओसी प्राप्त होने पर जुलाई 2021 में फालीताश जैन एवं उनके परिवार को कब्जा देने की पेशकश की थी। लेकिन शेष भुगतान न करने पर यूनिट उन्हें हस्तांतरित नहीं हो सकीं। 210 से अधिक परिवार वहां रह रहे हैं। विवाद सिविल है, एसके मुंजाल का नाम जानबूझकर शामिल किया गया है।
हर छक्के पर 10 हजार तो चौके पर 41 सौ नकद इनाम... फिर अगली गेंद
लुधियाना| छक्का लगाने पर 10 हजार तो चौके पर 4100 रुपए। विकेट लेने पर 1100 रुपए। सब कुछ नकद, वह भी मैच रोक पर। इसके बाद खिलाड़ी फिर से मैदान पर लौटता है। यह रोमांचक दृश्य है दुगरी क्रिकेट टूर्नामेंट के दूसरे दिन का। मैदान पर रनों के साथ कैश की बरसात दिखी। पंजाबी में कमेंट्री का तड़का भी- ठाह... ठाह...… ठाह...। यहां देसी ललकार से अलग ही जोश दिखा। दरअसल, बॉलर के रनअप लेने के पहले ही बैट्समैन को यहां नकद इनाम की नई चुनौती दी जा रही थी। बताया जा रहा था चौका-छक्का लगा तो कितने रुपए अलग से इनाम दिए जाएंगे। ये पैसे लहराए भी जा रहे थे। स्थानीय विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू ने नकद इनामों की ऐसी झड़ी लगाई कि हर छक्का, चौका और विकेट लेने पर मैदान गूंज उठा। मैदान में कमेंट्री कर रहे नरेंदर सिंह भुल्लर और मनी प्रीत की ऊंची आवाज पूरे माहौल को और जीवंत कर रही थी। जैसे ही बल्लेबाज छक्का मारता, भुल्लर जोर से चिल्लाते- शक्तिमान ने मारा छक्का, सिद्धू ने लगाई इनामों की बरसात। वहीं अगर गेंदबाज विकेट लेता तो आवाज गूंजती-“1100 रुपए सीधे बॉलर के नाम। विधायक ने स्टेज पर टेबल लगा रखा है, जिसमें वे 500 के नोट लेकर बैठे हैं और माइक पर हर बोल पर कैश इनाम की घोषणा करते नजर आए। कितने पैसे खिलाड़ियों पर खर्च करेंगे के सवाल पर सिद्धू ने कहा पैसों की कोई गिनती नहीं है, जितने लाख भी लग जाएं, परवाह नहीं करेंगे। बस हर खिलाड़ी को नोटों से भर देंगे, जो इस मैच पर अपनी अच्छी परफॉर्मर्स देगा। विधायक सिद्धू ने बताया कि टूर्नामेंट में कुल 36 टीमें हिस्सा ले रही हैं। खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए मैं हर बॉल पर कैश इनाम रखता हूं और जैसे ही कोई खिलाड़ी छक्का लगाता है या बॉलर विकेट लेता है, उसे तुरंत स्टेज पर बुलाकर नकद राशि दी जाती है। दो दिनों में 2 लाख 25 हजार रुपए खिलाड़ियों में बांटे जा चुके हैं। तीन छक्के लगाने वाले खिलाड़ियों को 10 हजार रुपए, तो दो छक्के मारने वालों को 4100 रुपए का इनाम दिया गया। इसी दौरान जब खिलाड़ी भीमा ने लगातार दो छक्के जड़े तो कमेंट्री बॉक्स से आवाज आई “भीमा नगल वाला
असम से लुधियाना पहुंचा श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित नगर कीर्तन
लुधियाना| श्री गुरु तेग बहादर जी के 350वें शहीदी दिवस पर एसजीपीसी द्वारा असम से शुरू किया नगर कीर्तन शनिवार को गुरुद्वारा श्री कलगीधर साहब फील्ड गंज पहुंचा। श्री गुरु ग्रंथ साहिब की छत्रछाया व पांच प्यारों की रहनुमाई में गुरु साहिब के शस्त्रों के दर्शन कर संगत ने पुष्प वर्षा की। स्वागत में भव्य आतिशबाजी की गई। नगर कीर्तन का आज और कल दो दिन शहर के विभिन्न गुरुद्वारों में स्वागत होगा।

