राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने एक जब्त गाड़ी वापसी के मामले में पुलिस की कार्यवाही में देरी पर सख्त रुख अपनाते हुए जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के उपायुक्त (पश्चिम) को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित होने के आदेश दिए हैं। जस्टिस योगेंद्र कुमार पुरोहित ने अपने आदेश में सरकारी वकील को निर्देश दिया कि वे आगामी तारीख पेशी 17 नवंबर को पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित रखें, ताकि समुचित आदेश पारित किया जा सके। क्या है मामला दरअसल, याचिकाकर्ता संपत पूनिया ने याचिका दायर की थी। पूनिया के वकील ने कोर्ट में आग्रह किया कि उनके द्वारा इस कोर्ट के 29 जुलाई के आदेश की पालना में पुलिस उपायुक्त (पश्चिम), पुलिस कमिश्नरेट जोधपुर को 21 अगस्त को रिप्रेजेंटेशन दिया था। इसके बावजूद भी आज दिन तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उसकी फॉर्च्यूनर गाड़ी आज भी थाने में खड़ी है और उसमें तोड़फोड़ कर रहे हैं। पुलिस ने बिना किसी आधार के वाहन को सीज कर रखा है। इस आधार पर याचिकाकर्ता ने वाहन को उसे दिलवाए जाने की प्रार्थना की। याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि 29 जुलाई को हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी साढ़े तीन महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की है। वाहन थाने में पड़ा खराब हो रहा है। पुलिस की ओर से तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश सरकारी वकील ने सरदारपुरा थानाधिकारी की तथ्यात्मक रिपोर्ट मंगलवार को पेश की। इस रिपोर्ट में बताया गया कि एफआईआर संख्या 38/24 पुलिस थाना चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में अग्रिम अनुसंधान के तहत सहायक पुलिस आयुक्त, प्रतापनगर, जोधपुर आयुक्तालय द्वारा तफ्तीश की जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, उक्त वाहन मालिक संपत राज पूनिया और वाहन वांछित होने से उस मामले में यह गाड़ी सबूत के रूप में जब्त करना शेष है। इसके अलावा उस मामले में हाईकोर्ट में एसबी क्रिमिनल रिट याचिका में आरोपी संपतराज पूनिया की गिरफ्तारी पर रोक का आदेश है, इसी कारण पुलिस ने वाहन को जब्त नहीं किया है और थाने में खड़ा रखा है। हाईकोर्ट का आदेश: डीसीपी तलब कोर्ट ने सरकारी वकील की ओर से पेश रिपोर्ट और इस कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए आदेश दिया कि आगामी तारीख पेशी पर पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) को व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में उपस्थित रखें, ताकि समुचित आदेश पारित किया जा सके। मामले में अगली सुनवाई 17 नवंबर को तय की गई है, जहां डीसीपी को खुद उपस्थित होकर इस मामले में देरी और वाहन की स्थिति के बारे में स्पष्टीकरण देना होगा।
'सर ने मुझे बैड टच किया, फिर मुझे पकड़कर अपनी ओर खींचने लगे। मैं उनसे छुटकारा पाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने पूरी ताकत ही लगा दी थी। मैं रोने लगी, सर से कहा- आप ये क्या करना चाह रहे हैं। इस पर डांटते हुए बोले- जो कहता हूं, करते जाओ, बहुत दिन से इसका इंतजार था। यह कहते हुए मेरे हाथ से किताब छीनकर किनारे फेंक दी। मैं उनकी बातें समझ नहीं पाई, जब वो मुझे अपने नजदीक लाकर गंदी हरकत करने लगे, तब मैंने छुटकारा पाने के लिए तेजी से चिल्लाया। इस पर नाराज होकर सर ने मुझे छोड़ तो दिया, लेकिन धमकी दी कि अगर किसी से ये बात बताई तो दोनों की बदनामी होगी। तुम घर से बाहर नहीं निकल सकोगी। काफी सोचने के बाद मैंने सर को सबक सिखाने का फैसला किया।' यह आपबीती 15 साल की छात्रा ने अपनी चाची को रोते हुए बताईं। उसके शरीर पर संघर्ष के निशान थे। जिसे देखकर चाची का भी खून खौल गया। इसके बाद उन्होंने पूरे परिवार में ट्यूशन पढ़ाने आ रहे टीचर की पोल खोलकर रख दी। ये टीचर उनके घर में 2 साल से पढ़ाने आ रहे थे। छात्रा के पिता ने 10 नवंबर को रामगढ़ताल थाने में ट्यूशन टीचर के खिलाफ FIR दर्ज कराई। ये टीचर रामगढ़ताल इलाके में ही किराए के घर में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। जेब खर्च निकालने के लिए वह घरों में जाकर ट्यूशन भी पढ़ाता है। 11 नवंबर काे यहीं से पुलिस ने टीचर आलोक यादव (25) को दबोच लिया। वो महराजगंज जिले के ठूठीबारी थाना क्षेत्र के अहिरौली गांव का रहने वाला है। पूछताछ के बाद उसको जेल भेजा गया है। अब पूरा मामला सिलसिलेवार पढ़िए... पिता बोले- टीचर पर परिवार को अंधविश्वास था...रामगढ़ताल इलाके में रहने वाली छात्रा के पिता इलेक्ट्रीशियन और मां हाउस वाइफ हैं। छात्रा इंग्लिश मीडियम स्कूल में क्लास 9वीं में पढ़ती है। छात्रा के पिता ने बताया- 8वीं क्लास में जब बेटी आई, तो उसके सवालों के जवाब देने में मुझे भी परेशानी होने लगी। इसी बीच हमारे एक परिचित ने बताया कि वो एक ट्यूशन टीचर को जानते हैं। जो घरों में जाकर पढ़ाता है। मैंने ट्यूशन टीचर को पढ़ाने के लिए रख लिया। रोज ही टीचर दिन में 3 से 4:30 बजे तक मेरी बच्ची को ट्यूशन पढ़ाने आने लगा। इस दौरान उन्हें चाय नाश्ता भी दिया जाता था। एक गुरु की तरह उन्हें सम्मान दिया जाता था। घर के सभी लोग उनपर अंधा विश्वास करते थे। लेकिन वह तो हैवान निकले। गुरु शिष्य के रिश्ते को भी शर्मसार करके रख दिया। बहन को हॉस्पिटल में देखने गए, बेटी अकेली थी पिता ने बताया- मेरी बहन का शहर के ही एक हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ है। 9 नवंबर की दोपहर 3 बजे पत्नी को साथ लेकर बहन को देखने हॉस्पिटल चला गया। इस दौरान बेटी घर पर थी। घर के बगल में भाई का परिवार भी रहता है, उसकी पत्नी भी घर पर थीं। मैंने बेटी से बोला कि तुम ट्यूशन पढ़कर चाची के पास चले जाना। हमलोग घर से बाहर निकले, इसके बाद ट्यूशन टीचर आलोक यादव घर पर आए। मगर बेटी को घर में अकेला पाकर उन्होंने बेटी के साथ गंदी हरकतें की। बेटी ने यह बातें अपनी चाची से रो-रोकर बताई। टीचर ने आते ही पूछा- घर पर कोई नहीं है क्याबेटी ने बताया कि सर पढ़ाने आए, उन्होंने पूछा कि घर पर कोई नहीं है। मैंने बताया कि पापा-मम्मी, बुआ को देखने हॉस्पिटल में गए हैं। इसके बाद वह पढ़ाई कम मजाक ज्यादा कर रहे थे। मैं कुछ समझ नहीं पाई, धीरे-धीरे वह मेरे करीब आने की कोशिश करने लगे। तब मुझे एहसास हुआ कि सर का इरादा ठीक नहीं है। इसके बाद मैंने सर से कई बार कहा, प्लीज आप चले जाइए। लेकिन वह मुझे बैड टच करने लगे। आखिर में जोर से चिल्लाई, तब वह धमकी देते हुए भागे। चाची भी दौड़कर आईं। मुझे रोते हुए देखकर पूछा क्या हुआ है। मैंने उनसे सारी बातें बताईं। ट्यूशन टीचर ने कहा- मुझसे गलती हुई… रामगढ़ताल पुलिस ने ट्यूशन टीचर आलोक यादव को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद ट्यूशन टीचर बार-बार कह रहा था कि मुझे माफ कर दो, आगे ऐसी गलती नहीं करूंगा। घरवाले बड़ा अधिकारी बनने के लिए बाहर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराने के लिए भेजे थे। यहां मैंने कुछ और कर दिया। इससे मेरे साथ ही घरवालों का भी शर्म से सिर झुक जाएगा। कुछ भी कीजिए घर वालों को यह बात न बताइएगा। यह कहकर वह बार-बार अपने किए पर पछतावा कर रहा था। इस संबंध में रामगढ़ताल थाना प्रभारी, नितिन रघुनाथ ने कहा- पिता की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस टीम आरोपी की तलाश में जुट गई थी। मंगलवार को आरोपी पकड़ लिया गया। कानूनी कार्रवाई करके उसे कोर्ट के सामने पेश किया गया। जहां से उसे जेल भिजवा दिया गया। इस मामले में छात्रा का बयान करा लिया गया है। DDU प्रोफेसर बोलीं- ट्यूशन टीचर को जांच परखकर रखे गोरखपुर यूनिवर्सिटी समाज शास्त्र की प्रो. संगीता पांडेय ने कहा- आजकल माता-पिता बच्चों की सफलता को ज्यादा वरीयता दे रहे हैं। खुद व्यस्त होने के कारण उनके लिए घर पर ट्यूशन रखना अनिवार्य जैसा लगने लगा है। ऐसे में बच्चों को बिना जांच पड़ताल किए ग्रेजुएट लड़कों को ट्यूशन के लिए रख लेते हैं। कभी-कभी स्कूल में पढ़ने वाले टीचर ही अपने किसी परिचित को ट्यूशन कोचिंग के लिए सजेस्ट कर देते हैं। ऐसे में ट्यूशन कोचिंग के नाम पर सप्ताह में केवल एक या दो दिन 1 घंटे का समय देकर 5000 से 10000 तक फीस डिमांड करते हैं। इसको आजकल के पेरेंट्स बढ़ावा दे रहे हैं। धीरे धीरे वे इन युवा टीचर्स पर ज्यादा ही भरोसा करने लगते हैं। शहरों में न्यूक्लियर फैमिली होने के कारण बच्चों की निगरानी में चूक होते ही बच्चे शोषण के शिकार हो जाते हैं। ----------------------- ये खबर भी पढ़िए- AK-47 लेकर चलने वाली आतंकी की गर्लफ्रेंड की कहानी: शाहीन कानपुर के हैलट में 7 साल डॉक्टर रही; तलाक लेकर जैश से जुड़ी दिल्ली ब्लास्ट की जांच के दौरान एक नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह है डॉ. शाहीन शाहिद का। हरियाणा के फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल को अरेस्ट करने के बाद पुलिस ने उसकी गर्लफ्रेंड डॉ. शाहीन को भी गिरफ्तार कर लिया है। पहले शादी, फिर तलाक और इसके बाद आतंकी की गर्लफ्रेंड बनकर उसका साथ देने वाली शाहीन की कहानी का एक अहम हिस्सा कानपुर से भी जुड़ा है। उसने अपने जीवन के 7 साल कानपुर में गुजारे। पढ़ें पूरी खबर...
जोधपुर में राजस्थान सिविल सेवा अपीलेट अधिकरण (RCSAT) की स्थाई पीठ विधिवत रूप से शुरू नहीं होने पर राजस्थान हाईकोर्ट की नाराजगी एक बार फिर देखने को मिली। जस्टिस डॉ. पुष्पेंद्र सिंह भाटी और जस्टिस अनुरूप सिंघी की खंडपीठ के निर्देश पर सोमवार को प्रमुख विधि सचिव बिजेंद्र कुमार जैन और ट्रिब्यूनल अध्यक्ष विकेश सीताराम भाले कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने जोधपुर में स्थाई पीठ के मुद्दे पर बार-बार निदेर्शों के बावजूद अनदेखी पर फटकार लगाई। खंडपीठ से सरकार के स्पष्टीकरण से पूर्णतया असंतोष जताते हुए कहा कि ट्रिब्यूनल की स्थाई पीठ को क्रियाशील बनाने के लिए राज्य सरकार की इच्छाशक्ति बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रही है। 16 जिलों के राज्य कर्मचारियों के 7 हजार मामले लंबित राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन जोधपुर की ओर से ट्रिब्यूनल के मुद्दे पर वर्ष 2021 में जनहित याचिका दायर की थी। इसके बाद इसी से संबद्ध याचिका दायर की गई। इसमें एसोसिएशन की ओर से अधिवक्ता अनिल कुमार भंडारी ने तर्क दिया था कि जोधपुर क्षेत्र, जिसमें आने वाले 16 जिलों के राज्य कर्मचारियों के 7 हजार प्रकरण लंबित होने से जोधपुर में अधिकरण की स्थाई पीठ सदस्यों और स्टाफ नियुक्ति तथा सभी संसाधन सहित गठित की जाए। इसके बाद स्थाई पीठ की अधिसूचना भी जारी हो गई, लेकिन ढाई साल बाद भी अब तक यहां विधिवत रूप से कामकाज शुरू नहीं हो पाया है। बोले अध्यक्ष- न्यायिक सदस्य की नियुक्ति नहीं ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष भाले ने कोर्ट के समक्ष पक्ष रखते हुए बताया कि उनके पास जोधपुर में स्थाई पीठ के कार्यान्वयन के लिए पूर्ण तंत्र और आवश्यक बुनियादी ढांचा उपलब्ध है। न्यायिक सदस्य की नियुक्ति होते ही स्थाई पीठ तुरंत कार्यशील हो जाएगी। अध्यक्ष ने बताया कि संबंधित अधिकारियों को बार-बार प्रयास और रिमांइडर भेजने के बावजूद आज तक न्यायिक सदस्य की नियुक्ति नहीं की गई है। उन्होंने कोर्ट को आश्वासन दिया कि न्यायिक सदस्य की नियुक्ति होते ही जोधपुर में अधिकरण की स्थाई पीठ तत्काल कार्यशील हो जाएगी। सरकार का स्पष्टीकरण प्रमुख विधि सचिव जैन ने कोर्ट के समक्ष कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास कर रही है कि न्यायिक सदस्य की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए। अतिरिक्त महाधिवक्ता महावीर बिश्नोई ने राज्य की ओर से इस संबंध में उठाए गए कदमों और पत्राचार को रिकॉर्ड पर रखा। अतिरिक्त महाधिवक्ता ने कोर्ट के निर्देशों की पालना करने के लिए थोड़ा समय मांगा। कोर्ट ने जताया पूर्ण असंतोष आखिरी मौके के रूप में निर्देश
इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड मामले में मंगलवार को राजा के भाई विपिन के बयान दर्ज किए गए। हालांकि पूरे बयान दर्ज नहीं होने से कोर्ट ने 26 नवंबर को वापस बुलाया है। दोपहर करीब 3.20 बजे विपिन के बयान दर्ज होना शुरू हुए, जो शाम करीब 5.30 बजे तक चले। इसके बाद भी पूरे बयान दर्ज नहीं हो सके। कोर्ट ने गुमशुदगी, FIR सहित शादी, सगाई की बातें पूछी, जिसका विपिन ने जवाब दिया। विपिन ने बताया कि वे सुबह कोर्ट पहुंच गए थे, दोपहर में करीब 3.20 बजे उनके बयान शुरू हुए। उन्होंने बताया कि आज बयान में शुरुआती बातें ही पूछी है। विपिन ने बताया कि इसके अलावा पूछा गया कि दोनों की शादी कैसे हुई थी, राजा यहां कब आया था, राजा का मोबाइल कब बंद हुआ था। राजा से जुड़ी ओर भी बातें पूछी गई थी। जिन्हें बयान में लिया गया है। हालांकि कोर्ट का समय पूरा हो गया था, जिसके चलते बयान पूरे नहीं हो पाए। बुधवार को बुलाया, लेकिन फ्लाइट थीविपिन ने बताया कि पूरे बयान नहीं होने पर कोर्ट ने बुधवार को वापस बयान के लिए बुलाया था, लेकिन पहले से ही फ्लाइट की टिकिट बुक कर रखी थी। इसलिए कोर्ट के सामने उन्होंने ये बात रखी जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें आगे की तारीख पर आने को कहा। साथ ही कहा कि चार-पांच दिन का समय निकालकर आना। विपिन ने बताया कि इसी महीने की 26 तारीख दी यानी करीब 15 दिन बाद दोबारा कोर्ट में उनके बयान दर्ज होंगे। फिलहाल तो वे बुधवार को शिलांग से वापस लौटकर गुवाहाटी, दिल्ली होते हुए इंदौर आएंगे। विपिन ने बताया कि बुधवार सुबह वे शिलांग से इंदौर आने के लिए निकल जाएंगे। विपिन बोले - मैं पहला और मुख्य गवाह विपिन ने बताया कि मामले में वह पहले व मुख्य गवाह हैं जिनके बयान कोर्ट में हो रहे हैं। 26 नवंबर को दोबारा उन्हें कोर्ट में बयान के लिए बुलाया है। इसके लिए वे दोबारा शिलांग जाएंगे। विपिन ने बताया कि अभी उन्हें चार्जशीट की कॉपी नहीं मिली है। बयान के बाद उन्हें चार्जशीट की कॉपी मिलेगी। चार्जशीट पढ़ने के बाद ही कई और बातों की जानकारी मिल सकेगी। ये खबर भी पढ़ें... सोनम-राज ने हवस के लिए राजा को मारा डाला इंदौर के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड को लेकर राजा के बड़े भाई विपिन को शिलॉन्ग कोर्ट में बयान के लिए बुलाया है। वे सोमवार सुबह फ्लाइट से इंदौर से रवाना हो गए हैं। रात तक शिलॉन्ग पहुंचेंगे। 11 नवंबर को विपिन के बयान होंगे। पूरी खबर पढ़ें
आगरा में अब सर्दियों ने आधिकारिक तौर पर दस्तक दे दी है। सुबह की हवा में ठंडक साफ़ महसूस की जा रही है और लोग गरम कपड़ों की तरफ़ बढ़ने लगे हैं। आज का मौसम बिल्कुल साफ़ है और दिनभर धूप खिली रहेगी। बारिश की कोई संभावना नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार, आज न्यूनतम तापमान 17C और अधिकतम 28C रहेगा। सुबह से रात तक तापमान में धीरे-धीरे गिरावट देखने को मिलेगी। अब देखिए दिन का घंटेवार तापमान सुबह 6 बजे: 17C 7 बजे: 18C 8 बजे: 20C 9 बजे: 22C 10 बजे: 24C 11 बजे: 25C 12 बजे (दोपहर): 26C 1 बजे: 27C 2 बजे: 28C (दिन का उच्चतम तापमान) 3 बजे: 27C 4 बजे: 26C 5 बजे: 24C 6 बजे: 22C 7 बजे: 21C 8 बजे: 20C 9 बजे: 19C 10 बजे: 18C रात 11 बजे: 17C हवा आज पश्चिम-उत्तर-पश्चिम (पउप) दिशा से चल रही है जिसकी रफ्तार 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा है। कल, यानी 13 नवंबर को, हवा थोड़ी तेज़ चलेगी रफ्तार 18 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुँच सकती है और दिशा पश्चिम से उत्तर-पश्चिम रहेगी। आने वाले हफ़्ते का अनुमान 13–14 नवंबर: अधिकतम 27C, न्यूनतम 11C 15–16 नवंबर: अधिकतम 26C, न्यूनतम 10C 17–20 नवंबर: अधिकतम 24C, न्यूनतम 10C अब सुबह-शाम ठंड और दिन में हल्की गर्म धूप आगरा के मौसम की पहचान बनने लगी है। शहर का मौसम फिलहाल बेहद सुहाना है और आने वाले दिनों में ठंडी हवाओं के साथ सर्दी का असर और बढ़ने की उम्मीद है।
जायल के रातंगा चौराहा पर रविवार को हुए हादसे में बहन के बाद भाई ने भी दम तोड़ दिया। हादसा पीडब्ल्यूडी के ठेकेदार की गाड़ी से हुआ। आरोप है कि हादसे के वक्त गाड़ी एक्सईएन शिवकुमार चला रहे थे। एक्सईएन किसी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जा रहे थे। रास्ते में स्कूटी सवार भाई-बहन को गाड़ी ने टक्कर मार दी। घायलों को मौके पर ही छोड़कर एक्सईएन शिवकुमार भाग गए। उन्होंने न तो एंबुलेंस को सूचना दी, न ही पुलिस को। हालांकि, एक्सईएन को भी चोट आई है। हादसे में कसनाऊ निवासी संतोष पत्नी परसाराम की मौके पर ही मौत हो गई थी। सोमवार को जोधपुर में भाई अड़वड़ निवासी प्रहलादराम ने भी दम तोड़ दिया। परिजनों ने धरना देकर एक्सईएन पर कार्रवाई की मांग की। बानसूर : पिता खेत से ट्रैक्टर-ट्राॅली में प्याज ला रहे थे, इकलौता बेटा खेलते-खेलते पहिए के नीचे आ गया बानसूर-अलवर | गांव अधीरा मेड़ा निवासी गुगन गुर्जर खेत से ट्रैक्ट्रर-ट्राॅली में प्याज लेकर घर आ रहा था। इसी बीच घर के परिसर में खेल रहा उनका इकलौता बेटा जतिन (3) ट्रैक्टर के अगले पहिए के नीचे आ गया, जिससे उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद घर में कोहराम मच गया। बांसवाड़ा : डंपर में केबल फंसी, पोल गिरने से खेल रहे दाे मासूम नीचे दबेबांसवाड़ा| सियापुर पंचायत के नादिया में घर के बाहर खेल रहे दो मासूमों की बिजली का पोल गिरने से मौत हो गई। हादसा डंपर में केबल फंसने से हुआ। हादसे के वक्त वड़ली पाड़ा भापोर निवासी रियान दायमा (3) व नादिया निवासी वियान (9) खेल रहे थे। अजमेर : निगम के डंपर ने गलत ओवरटेक किया, बाइक सवार युवक को रौंदाअजमेर| नगर निगम के कचरा ढोने वाले डंपर ने मंगलवार को गांधी भवन चौराहा पर गलत ओवरटेकिंग कर बाइकसवार को कुचल दिया। हादसे में अजयनगर निवासी दीपक चांदवानी (38) में माैत हाे गई।
बिहार और अंता उप चुनाव के परिणाम के ठीक बाद राजस्थान के जिलाध्यक्षों की सूची जारी होने जा रही है। संभवना है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी टीम 15 नवंबर तक सूची जारी कर दे। चर्चा है कि राजस्थान के कांग्रेस के 50 जिले हैं, उनमें से 40 जिलों में बदलाव संभव है। 80 प्रतिशत जिलों के अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया लगभग पूरी होने की सूचना है। दिल्ली से मिल रही इन सूचनाओं से पार्टी के जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल कई विधायकों, पूर्व विधायकों, पूर्व मंत्रियों, पूर्व सांसदों व युवाओं की धड़कनें तेज हो रखी है। सभी को बेसब्री से सूची का इंतजार है। इसके अलावा पीसीसी चीफ भी 4 राज्यों में बदले जाने की चर्चा है। सूत्रों का कहना है कि बिहार चुनाव के दूसरे चरण का प्रचार थमने के साथ ही राहुल गांधी और उनकी टीम ने 3 दिन जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल करने के लिए एआईसीसी वार रूम में कसरत की। फाइनल सूची लगभग तैयार है। अंतिम रूप देने से पहले दिग्गज नेताओं से राय भी ली जा रही है। पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट क्रॉस चेक होने बाद ही जिलाध्यक्षों की सूची जारी की जाएगी। 15 नवंबर या इसके बाद कभी जिलाध्यक्षों की सूची जारी हो सकती है। गौरतलब है कि राजस्थान में 30 केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने 1 से 15 अक्टूबर तक कार्यकर्ताओं और नेताओं से वन टू वन संवाद किया था। उसके बाद 6-6 नाम के पैनल बनाकर पिछले महीने पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री कृषि वेणुगोपाल को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। कई युवा 5-5 बार दिल्ली के चक्कर काट चुके जिला अध्यक्ष बनने की दौड़ में शामिल कई नेता दिल्ली में बड़े नेताओं से अप्रोच लगाने के लिए 5-5 चक्कर काट चुके हैं। अपने नाम पर मुहर लगाने के लिए हर संभव प्रयास जारी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक बिहार के मतदान के बाद राहुल गांधी की उपस्थिति में एआईसीसी की बैठक होगी। इसमें सभी रिपोर्टों का मिलान कर जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल किए जाएंगे। 19 जिलों में 6-6 दावेदार नहीं मिलेजिला अध्यक्ष बनने के लिए हुई रायशुमारी में 19 जिले तो ऐसे रहे, जिनमें 6-6 दावेदार ही नहीं मिले। उनमें 2 से 5 नाम ही पर्यवेक्षकों ने रिपोर्ट में आईसीसी को सौंपे। ऐसे जिलों में सीनियर नेताओं की राय पर लिस्ट से बाहर के किसी नाम पर मुहर लगना भी संभव है। 8 जिलों में विरोध- एआईसीसी को भेजे नामों की लिस्ट को लेकर 8 जिलों में कांग्रेस में भारी विरोध है। इसमें जयपुर ग्रामीण जैसे बड़े जिले भी शामिल हैं। ऐसे में 40 जिलों के अध्यक्ष बदले गए तो पार्टी में भारी विरोध देखने को मिल सकता है।
सीएम डैश बोर्ड की रैंकिंग में गोरखपुर का प्रदर्शन लगातार खराब होता जा रहा है। पिछले तीन महीने की तुलना करें तो यह जिला 62वें स्थान से खिसककर आखिरी पायदान यानी 75वें स्थान पर पहुंच गया है। गोरखपुर मंडल के अन्य जिलों की स्थिति भी कुछ खराब हुई है। टॉप 10 में इस बार कोई जिला नहीं रह गया है। अब डीएम ने बैठक कर सभी विभागों के अधिकारियों की क्लास लगाई है। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि अधिकारी अब अपनी जिम्मेदारी तय करें। डीएम ने गोरखपुर जैसे महत्वपूर्ण जिले के इतना पीछे रहने को चिंताजनक बताया। बात अगस्त से शुरू करते हैं। उस समय गोरखपुर की रैंकिंग 62वीं थी। माना जा रहा था कि इसमें अब कुछ सुधार देखने को मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। सितंबर महीने की जब रैंकिंग जारी हुई तो जिला 8 स्थान नीचे फिसलकर 70वें नंबर पर पहुंच गया। और अब अक्टूबर में 5 स्थान और नीचे गया है। इस प्रदर्शन से अधिकारियों में हड़कंप मचा है। इस बार महराजगंज और कुशीनगर टॉप 10 से बाहर हो गए हैं। कुशीनगर 7वें से 26वें और महराजगंज 8वें से 12वें स्थान पर पहुंच गया है। देवरिया की रैंकिंग 52वीं थी, इस बार 60वीं हो गई है। आखिर क्यों पीछे रह जा रहा गोरखपुररैंकिंग में पीछे रहना केवल आंकड़ेबाजी भर नहीं है। इससे जिले की कार्यशैली भी पता चलती है। हर महीने सीएम डैशबोर्ड की ओर से राजस्व और विकास कार्यों की प्रगति के आधार पर जिलों की रैंकिंग जारी की जाती है। रैंकिंग में जिलों की प्रशासनिक दक्षता, विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और राजस्व वादों के निस्तारण की गति का मूल्यांकन आधार बनता है।लेकिन गोरखपुर में बड़े पैमाने पर रजस्व वाद लंबित हैं। नामांतरण, वरासत और पैमाइश के साथ ही आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों का समय से निस्तारण नहीं हो पाने से जिले की रैंकिंग प्रभावित हुई है। इन लंबित मामलों के कारण न केवल राजस्व कार्य प्रभावित होते हैं बल्कि जनसुनवाई और जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन पर भी असर पड़ता है। जानिए टॉप 10 में कौन से जिले हैंअक्टूबर महीने की रैंकिंग में शीर्ष पर श्रावस्ती है। ललितपुर दूसरे, बरेली तीसरे, औरैया चौथे, शाहजहांपुर पांचवे, हमीरपुर छठवें, सोनभद्र सातवें, बदायूं 8वें, मैनपुरी 9वें और संभल 10वें स्थान पर है। रैंकिंग में टॉप 10 में अधिकतर छोटे जिले हैं। राजधानी लखनऊ गोरखपुर से एक पायदान ऊपर यानी 74वें नंबर पर है। 110 कार्यक्रमों के आधार पर होती है समीक्षा सीएम डैशबोर्ड पर 49 विभागों के 110 सरकारी कार्यक्रमों की महीनेवार समीक्षा की जाती है। इसमें जनसुनवाई, जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन, राजस्व प्रबंधन, विकास कार्यों की प्रगति, और कानून-व्यवस्था जैसे बिंदु शामिल हैं। प्रत्येक जिले को विभिन्न मापदंडों पर अंक दिए जाते हैं। अधिकतम अंक पाने वाले जिले उच्च रैंक प्राप्त करते हैं । डीएम ने जताई नाराजगीरैंकिंग खराब होने पर डीएम ने नाराजगी जताई है। इस मुद्दे पर उन्होंने मंगलवार की शाम बैठक भी की। डीएम ने दो टूक शब्दों में कहा कि शासन की प्राथमिकता वाली योजनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रैंकिंग खराब होने के पीछे उन्होंने कुछ विभागों की लापरवाही को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अब अपनी जिम्मेदारी तय करें। जिला सांख्यककीय अधिकारी अनिल कुमार को निर्देश दिया कि जिन विभागों का प्रदर्शन कमजोर है, उन्हें सुधार के लिए निर्देश दें। ई आफिस पर फाइल भेजने से काम समाप्त नहीं होताडीएम ने कहा कि केवल ई आफिस पर फाइल भेज देने से काम समाप्त नहीं हो जाता। उसकी निगरानी करना भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शासन को भेजे जाने वाले डेटा की सतयता पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कारण बताओ नोटिस जारी होने के बाद भी जवाब न देने वाले अधिकारियों पर नाराजगी जताई। कहा कि कार्रवाई शुरू होने के बाद जवाब आएगा। उन्होंने बैठक में शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायती राज, कृषि, पोषण, रोजगार, स्वच्छता, पेयजल और आधारभूत संरचना से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी, सीएमओ डा. राजेश झा, डीआईओएस अमरकांत सिंह, बीएसए रमेंद्र सिंह, समाज कल्याण अधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी श्रद्धा मिश्रा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
ग्वालियर में संदिग्ध हालात में हॉस्टल की बिल्डिंग से गिरकर मेडिकल स्टूडेंट की मौत के मामले में पुलिस को शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिल गई है। एमबीबीएस स्टूडेंट की कोहनी में चोट है। पीठ के बल गिरने से पेट में गंभीर चोट लगी, जिससे लिवर सहित मल्टी ऑर्गन डैमेज हुआ और इंटरनल ब्लीडिंग उसकी मौत की वजह बनी है। जहां से वह गिरा, वहीं उसका मोबाइल रखा मिला है, जिससे यह माना जा रहा है कि वह हादसे का शिकार हुआ है। घटना से पांच मिनट पहले वह रूम पार्टनर (प्रवीण सहरिया) से मिलकर गया था और बोला था- 'अभी आता हूं।' यह भी पता लगा है कि मृतक को अभी कोई रूम अलॉट नहीं हुआ था, वह अघोषित रूप से रह रहा था। यदि वह कूदता तो उसका मोबाइल उसके साथ होता। अब मृतक का मोबाइल पुलिस के पास है, जिसे अनलॉक कर पुलिस किसी गर्लफ्रेंड की आशंका को दूर करने की कोशिश कर रही है। रूम पार्टनर ने पुलिस को सुनाई यह कहानी मृतक मेडिकल स्टूडेंट यशराज उइके (21) निवासी रानीपुरा, बैतूल का पिछले महीने ही ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में एडमिशन हुआ था। दीपावली पर वह अपने घर पूजन के लिए चला गया था। 27 अक्टूबर को वह वापस ग्वालियर लौटा था। अभी तक उसे रविशंकर हॉस्टल में कोई रूम अलॉट नहीं हुआ था। वह मेडिकल स्टूडेंट प्रवीण सहरिया के रूम में अघोषित रूप से रह रहा था। एक-दो बार गार्ड्स ने उसे टोका भी था, लेकिन उसने दोस्त से मिलने की बात कहकर अंदर आ गया था। मृतक के रूम पार्टनर प्रवीण ने पुलिस को बताया कि घटना से पांच मिनट पहले यशराज उससे मिलकर गया था। वह कह रहा था “अभी आ रहा हूं।” इसके बाद किसी के नीचे गिरने की आवाज आई। हॉस्टल में सभी इधर-उधर भाग रहे थे। कुछ छात्र छत की ओर दौड़े तो यशराज का मोबाइल मिला, जिसे उन्होंने उसके रूम पार्टनर को दिया। बाद में मोबाइल पुलिस के कब्जे में आया। पिता बोले- हर दिन होती थी बात, कल ही नहीं आया कॉल बेटे को डॉक्टर बनाकर अपना सपना पूरा करने के लिए यशराज के पिता पंचम उइके ने बहुत मेहनत की थी। जब बेटे के हॉस्टल की बिल्डिंग से गिरने की खबर मिली तो वे बैतूल से सीधे ग्वालियर पहुंचे। यहां पता लगा कि उनके बेटे की मौत हो चुकी है। बेटे की मौत के साथ उनका सपना भी चकनाचूर हो गया। यशराज के पिता पंचम उइके ने कहा कि ऐसा एक भी दिन नहीं बीतता था जब वह हमसे कॉल पर बात न करे। लेकिन कल (सोमवार) ही उसका कॉल नहीं आया। अजीब लगा, पर सोचा- शायद व्यस्त होगा, इसलिए हमने भी उसे कॉल कर परेशान नहीं किया। पर यह नहीं पता था कि अब उसका कभी कॉल नहीं आएगा। परिजन बोले- नहीं कर सकता खुदकुशी, कुछ तो हुआ है यशराज के पिता, बहन और मां का कहना है कि यशराज इतना कमजोर नहीं था कि वह खुदकुशी कर ले। इसलिए यह तो साफ है कि उसके साथ कुछ न कुछ हुआ है। वह अगर गिरा है, तो उसके शरीर पर कोई गंभीर चोट नहीं है। ऐसे में हम कैसे मान लें कि उसके साथ कुछ गलत नहीं हुआ। परिजनों ने रैगिंग का कोई आरोप नहीं लगाया है। पुलिस को मिली शॉर्ट पीएम रिपोर्ट मामले की जांच झांसी रोड थाना पुलिस कर रही है। पुलिस को पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि मृतक यशराज के शरीर की कोहनी में चोट थी। पैर में, घुटने के पीछे के भाग में निशान हैं। ऐसी आशंका है कि वह रेलिंग पर पैर लटकाकर बैठा होगा। पास ही मोबाइल रखा होगा और वह उल्टा नीचे गिर गया। पीठ के बल गिरने पर कोहनी में चोट लगी और पेट पर पूरा दबाव पड़ा, जिससे पेट में मल्टी ऑर्गन, जिनमें लिवर भी शामिल है, डैमेज हुआ। इंटरनल ब्लीडिंग के चलते इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। आज (बुधवार) डॉक्टर पुलिस को विस्तृत पीएम रिपोर्ट के बारे में बताएंगे। इतना बड़ा स्पॉट, नहीं बुलाया फॉरेंसिक एक्सपर्ट मेडिकल कॉलेज के रविशंकर बॉयज हॉस्टल में MBBS स्टूडेंट की संदिग्ध हालात में हॉस्टल की बिल्डिंग से गिरकर मौत हो गई। हालात पूरी तरह संदिग्ध थे, लेकिन इसके बावजूद पुलिस अफसरों ने स्पॉट पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट को जांच के लिए नहीं बुलाया। जबकि स्पॉट पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट की मौजूदगी में पुलिस यह गुत्थी सुलझा सकती थी कि जब गार्ड्स ने छात्र को देखा, तो वह किस तरह पड़ा था। पुलिस को घटना का सीन रिक्रीएशन भी करना चाहिए था, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि छात्र खुद गिरा या उसे धक्का दिया गया। नीट क्लियर कर इस साल लिया था MBBS में दाखिला बैतूल के रानीपुर स्थित घोड़ाडोंगरी निवासी 21 वर्षीय यशराज उइके पुत्र पंचम उइके ने इसी साल नीट का एग्जाम क्लियर किया था। उसे ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिला था। दीपावली के बाद वह अभी 27 अक्टूबर को बैतूल से ग्वालियर आया था। वह MBBS फर्स्ट प्रॉब (फर्स्ट ईयर) का स्टूडेंट था। यहां रविशंकर शुक्ल जूनियर बॉयज हॉस्टल के फर्स्ट फ्लोर पर वह अपने दोस्त प्रवीण सहरिया निवासी गुना के साथ अघोषित रूप से रह रहा था। उसे अभी हॉस्टल में कोई रूम नहीं मिला था। सोमवार रात करीब 9.45 बजे प्रवीण अपने रूम में था और यह रूम के बाहर ओपन एरिया में था। तभी अचानक वह संदिग्ध हालात में हॉस्टल की बिल्डिंग से नीचे बरामदे के एरिया में गिर गया, जबकि उसके रूम पार्टनर को पता भी नहीं लगा। नीचे जब उसके गिरने की आवाज आई तो ड्यूटी पर तैनात गार्ड्स दौड़कर पोर्च में पहुंचे तो यह मेडिकल स्टूडेंट पड़ा हुआ था। कपिल कुमार नाम के गार्ड ने हॉस्टल वार्डन व अन्य छात्रों को सूचना दी। तत्काल हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां उसकी डेथ हो गई है। हॉस्टल वार्डन बोले- कैसे गिरा, यह जांच का विषय इस मामले में रवि शंकर शुक्ल हॉस्टल के वार्डन सुरेन्द्र यादव ने बताया कि छात्र कैसे गिरा, यह जांच का विषय है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक स्टूडेंट रूम पार्टनर प्रवीण से पांच मिनट पहले ही मिलकर गया था। उसके बाद उसके गिरने की आवाज आई। इसके अलावा कुछ लोग रैगिंग का नाम ले रहे हैं तो यह पूरी तरह अफवाह है, ऐसा कुछ भी नहीं है। झांसी रोड थाना प्रभारी शक्ति सिंह यादव ने बताया मेडिकल स्टूडेंट की मौत पेट में इंटरनल ब्लीडिंग के चलते हुई है। मामले की जांच की जा रही है। मृतका का मोबाइल मिला है, जो लॉक है। उसे अनलॉक कर देखा जा रहा है कि आखिरी बार किससे बात हुई थी। साथ ही कोई सुराग मिलता है या नहीं।
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मैं 5 मिनट पहले ही केरवा डैम के ब्रिज के स्लैब के ऊपर से गुजरा था। दूसरी तरफ दोस्तों के साथ बैठा ही था कि ब्रिज का बड़ा हिस्सा गिरकर 'V' शैप में हो गया। शुक्र है...जान बच गई। आगे एक गांव भी है, वहां के लोग भी कुछ देर पहले गुजरे थे। यदि थोड़े भी आगे-पीछे होते तो जान जा सकती थी। यह कहना है केरवा डैम के ब्रिज गिरने के दौरान चश्मदीद आसिफ खान का। आसिफ सरोतीपुरा गांव में ही रहते हैं। मंगलवार को केरवा डैम के ब्रिज के ऊपर बना सीमेंट क्रांक्रीट का बड़ा स्लैब गिर गया। यह डैम के गेट के ऊपर ही बना था। डैम के कुल 8 गेट है। हादसे के बाद कोई जनहानि तो नहीं हुई, लेकिन सुरक्षा में बड़ी चूक सामने आई। न तो लोगों को यहां आने से रोका गया और न ही जलसंसाधन विभाग के जिम्मेदार अलर्ट नजर आए। डैम इंचार्ज नितिन कुहिकर तो बात ही नहीं कर रहे। दैनिक भास्कर की टीम जब मौके पर पहुंची तो चश्मदीद आसिफ से बात हुई। उन्होंने बताया, गेट के ऊपर करीब 50 साल पहले स्लैब बनाया था। मानसून के दौरान हर शनिवार और रविवार को बड़ी लोग डैम और आसपास के प्राकृतिक वातावरण को देखने के लिए पहुंचते हैं। पिछले 5 साल में ही लाखों लोग पहुंच चुके हैं। आम दिनों में 100 से 200 लोग रहते हैं। इनमें से ज्यादा गांव के लोग शामिल हैं। ब्रिज का हिस्सा गिरने से अब परेशानी खड़ी हो गई है कि उस पार कैसे जाएंगे? काफी घुमकर जाना पड़ेगा। ब्रिज के सरिये सड़क, प्लास्टर उखड़ामौके पर जाकर पड़ताल की तो बुरे हाल नजर आए। इसे जलसंसाधन विभाग के जिम्मेदारों की लापरवाही भी कह सकते हैं। 8 में से 3 गेट के ऊपर का स्लैब ढह गया, लेकिन बाकी हिस्से की हालत भी ठीक नहीं है। कई जगहों से सरिये बाहर निकलकर सड़क चुके हैं तो प्लास्टर भी उखड़ चुका है। प्लास्टर के तो बड़े-बड़े टुकड़े लटक रहे हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि ब्रिज का बाकी का हिस्सा भी सुरक्षित नहीं है। चार तस्वीरें देखिए इस बार गेट नहीं खुले, इसलिए लोगों की भीड़ कम थीबता दें कि इस बार डैम पूरा नहीं भरा है। कोलार, भदभदा और कलियासोत डैम के गेट कई बार खुल चुके थे, लेकिन केरवा के गेट एक बार भी नहीं खोले गए। ब्रिज का एक हिस्सा टूटने के बावजूद लोगों का यहां आना-जाना बना रहा। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं था। सुबह जल संसाधन विभाग के अधिकारी जरूर पहुंचे थे, लेकिन बाद में कोई नहीं पहुंचा। दूसरी ओर, डैम में पानी भी कम है। इस वजह से लोगों की भीड़ कम थी। यदि पानी रहता तो संभवत: प्रकृति के नजारे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते। यह खबर भी पढ़े... भोपाल में केरवा डैम के ब्रिज का स्लैब गिरा:कुछ देर पहले गुजरे थे कई गांवों के लोग भोपाल के केरवा डैम के ब्रिज के ऊपर बना सीमेंट क्रांक्रीट का स्लैब गिर गया। यह गेट नंबर 8 के ऊपर बना था। हालांकि, इससे कोई जनहानि नहीं हुई है, लेकिन सुरक्षा को देखते हुए आने-जाने वालों को रोक दिया गया है। बताया जाता है कि मंगलवार की दोपहर में यह हादसा हुआ। केरवा डैम का निर्माण भदभदा डैम से पहले हुआ था। भदभदा डैम साल 1965 में बना था। इस हिसाब से करीब 50 साल पुराना बताया जा रहा है। केरवा डैम से भोपाल के कोलार इलाके में पानी की सप्लाई होती है। पढ़े पूरी खबर
श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत से आने वाली पीढ़ी परिचित हो इसके लिए राज्यभर के स्कूलों में 27 नवंबर तक मॉर्निंग असेंबली में विशेष सेशन करवाए जा रहे हें। स्टूडेंट्स को गुरु तेगबहादुर जी के जीवन काल से संबंधित जानकारियां दी जाएंगी और साथ में यह भी बताया जाएगा कि औरंगजेब ने किस तरह से अत्याचार किए थे। मॉर्निंग असेंबली में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से जारी सूची व लेख के अनुसार एक टीचर रोजाना बच्चों को जानकारी देगा। स्कूल प्रिंसिपल को असेंबली में गुरु तेग बहादुर जी पर दिए गए लेक्चर की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया अकाउंट पर अपलोड करनी है और उसका लिंक पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की आईडी पर भी अपलोड करना है। बोर्ड ने कहा है कि विद्यार्थियों को गुरु साहिब के जीवन, शिक्षाओं और बलिदान से परिचित कराने के लिए विविध गतिविधियां करवाई जाएंगी, ताकि उनमें धार्मिक सहिष्णुता, मानवता और साहस के मूल्यों को मजबूत किया जा सके। इसका मकसद स्टूडेंट को धर्म इतिहास व विरासत से जोड़ना है बोर्ड अधिकारियों का कहना है कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को अपने धर्म, इतिहास और विरासत से जोड़ना है। गुरु तेग बहादुर जी ने मानवता और धर्म की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था, और उनका जीवन आज भी निडरता और सहिष्णुता का प्रतीक है। कार्यक्रम की वीडियो व रिपोर्ट स्कूल लॉगइन आईडी पर करनी है अपलोड हर स्कूल को निर्देश दिया गया है कि कार्यक्रमों की फोटो, वीडियो और रिपोर्ट्स को निर्धारित स्कूल लॉगइन आईडी पर अपलोड किया जाए। बोर्ड ने कहा है कि इससे राज्यभर के स्कूलों में आयोजित कार्यक्रमों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जाएगा। गुरु तेग बहादुर जी के जीवन वृतांत को बताने का शेड्यूल 12-11-25 चक नानकी और श्री आनंदपुर साहिब 13-11-25 श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की यात्राएं 14-11-25 बालक (गुरु) गोबिंद राय जी का आगमन 15-11-25 बाणी श्री गुरु तेग बहादुर जी 17-11-25 औरंगजेब के अत्याचार 18-11-25 आनंदपुर में कश्मीरी पंडितों का आगमन 19-11-25 भाई मति दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी की शहादत 20-11-25 श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की शहादत 21-11-25 माता गुजरी जी: प्रारंभिक जीवन और व्यक्तित्व 22-11-25 माता गुजरी जी: 'अद्वितीय व्यक्तित्व' 24-11-25 माता गुजरी जी: एक साहसी मां 26-11-25 माता गुजरी जी 27-11-25 माता गुजरी जी: शहीदी पथ पर बोर्ड की सार्थक पहल, बच्चों को मिलेगी ऐतिहासिक जानकारी स्कूल संघ पंजाब के महासचिव भुवनेश भट्ट का कहना है कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की यह सार्थक पहल हे और इससे बच्चों को सिख धर्म और इतिहास की जानकारी मिलेगी। उन्होंने बताया कि इस शेड्यूल में जो लिट्रेचर उपलब्ध करवाया जा रहा है वह बेहद जानकारी परक है।
राजस्थान क्राइम फाइल्स के पार्ट–1 में आपने पढ़ा कि जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित शांति नगर में बुजुर्ग महिला की खून से लथपथ लाश उन्हीं के घर में मिली। महिला की हत्या की गुत्थी को सुलझाना पुलिस के लिए चुनौती बन गया। क्योंकि न कोई चश्मदीद गवाह था न ही हत्यारे तक पहुंचने के लिए कोई सुराग, लेकिन फिर ऐसा क्लू मिला, जिसने ब्लाइंड मर्डर की पूरी गुत्थी सुलझा दी। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पुलिस ने आस-पड़ोस के सभी लोगों से पूछताछ शुरू की। बुजुर्ग महिला के घर में रहने वाले किराएदार से लेकर सभी परिचितों से भी जानकारी जुटाई। बुजुर्ग महिला के पड़ोसियों के घरों में लगे सीसीटीवी खंगाले। हत्या के दिन का एक सीसीटीवी फुटेज मिला, जिसमें एक शख्स नजर आ रहा था। उसके हाथ में एक बैग और एक चुनरी नजर आ रही थी। पुलिस ने बुजुर्ग महिला की बेटी राजेश कंवर को बुलाती है। राजेश कंवर सीसीटीवी में दिख रहे शख्स को पहचान गई। राजेश ने पुलिस को बताया कि फुटेज में नजर आ रहा शख्स अजीत है। उसके एक हाथ में गुलाबी रंग का कपड़ा था। ये कपड़ा उसकी मां के बेस की लुगड़ी का था और दूसरे हाथ में हरे रंग का एक बैग था। इसके बाद पुलिस ने अजीत के बैकग्राउंड को लेकर पड़ताल की। जांच में सामने आया कि आरोपी अजीत की नानी का घर मृतका के घर के पास में ही था। ऐसे में दोनों परिवारों में जान पहचान थी। जांच में ये भी सामने आया कि राजेश कंवर आरोपी अजीत को ट्यूशन भी पढ़ा चुकी थी। मृतका नीलम की बेटी राजेश कंवर द्वारा आरोपी को पहचानने के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। कोर्ट में 6 साल तक सुनवाई चली। 30 गवाहों के बयान के बाद फैसला आया। अजीत ने अपने बचाव के लिए कोर्ट में बताया कि सीसीटीवी फुटेज में उसके हाथ में जो लुगड़ी थी वो अपनी नानी के गिफ्ट देने के लिए लाया था, लेकिन कोर्ट ने यह तर्क नहीं माना। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज में नजर आने के दौरान आधे घंटे तक वो कहां रहा इसके भी साक्ष्य पेश नहीं कर पाया। घटना के बाद अजीत ने एक दुकान पर उधार पैसे भी चुकाए। वो राशि अजीत कहां से लाया, इसका भी साक्ष्य नहीं पेश कर पाया। आखिर में इस मामले में आरोपी अजीत के साथ उसके साथी सुरेश ,रईस और दीपक पर दोषसिद्ध हुए। मुख्य आरोपी अजीत का साथी सुरेश घटना के बाद बाइक पर अजीत को ले जाते हुए नजर आया। वहीं जेवर रखने और बेचने के मामले में रईस और दीपक को भी दोषी माना गया। कोर्ट ने अजीत और सुरेश को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। अजीत के खिलाफ पहले भी हत्या और चोरी के 11 मामले दर्ज थे। वहीं सुरेश के खिलाफ 27 मामले दर्ज थे। रईस के खिलाफ भी एक अपहरण का मामला दर्ज था। .... घर में बुजुर्ग महिला की खून से लथपथ लाश:हत्यारे ने गला रेतकर ली जान, हत्या की वजह- चोरी या रंजिश? पार्ट-1
मानसून के बाद भी नहीं सुधरी आगरा की सड़कें:नगर निगम की अनदेखी, वाहन चालकों को हो रही परेशानी
आगरा में जर्जर सड़कों की समस्या अभी भी बनी हुई है। मानसून बीते लगभग 2 महीने हो गए हैं, लेकिन नगर निगम इन सड़कों की मरम्मत नहीं कर सका है। सेंट जॉन्स चौराहे से लोहा मंडी वाली रोड जर्जर हालत में है, जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नगर निगम ने दावा किया था कि मानसून बीत जाने के बाद एक महीने के अंदर सभी सड़क दुरुस्त हो जाएंगी, लेकिन नगर निगम अपने दावों पर खरा नहीं उतरा है। सड़क किनारे अभी नाले का निर्माण हुआ है, नाले के साथ ही सड़क का निर्माण होना चाहिए था। लेकिन नगर निगम द्वारा अभी तक सड़क का निर्माण तो दूर की बात है पेंच वर्क भी नहीं कराया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क की हालत इतनी खराब है कि आए दिन लोग गिरकर चोटिल हो रहे हैं। दो पहिया वाहन चालकों को तो खासकर परेशानी हो रही है। उन्होंने नगर निगम से मांग की है कि जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत कराई जाए, ताकि लोगों को परेशानी न हो।
बिजली कंपनी के नवागत डीई ने संभाला कार्यभार
सागर | बिजली कंपनी शहर संभाग के नवागत कार्यपालन अभियंता इमरान खान ने अपना पदभार ग्रहण कर लिया है। अजीत चौहान के तबादले के बाद डीई खान को मंडला से सागर भेजा गया है। उनके कार्यभार ग्रहण करने पर अधीक्षण अभियंता चंद्ररेखा प्रभाकर, कार्यपालन अभियंता प्रदीप साहू, मुकेश मंडलोई, मोहम्मद अजीज खान, अवनीश जारोलिया, राम विवेक गौतम, पवन कुमार रावत आदि ने शुभकामनाएं दीं।
रहली : झाड़ियों में नवजात बालिका का शव मिला
रहली| बिलवारी पूरा वार्ड 13 में झाड़ियों में नवजात शिशु का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शव का पीएम करवाकर दफना दिया है तथा मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ की है। जानकारी के अनुसार मंगलवार दोपहर बिलवारी पूरा वार्ड 13 स्थित एक बाड़े में नवजात का शव पड़ा था लोगों ने जाकर देखा तो शव बालिका का था। पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव का पीएम करवाया।
एलायंस क्लब की बैठक में सेवा विस्तार पर जोर
भास्कर संवाददाता | सागर एलायंस क्लब जिला 108 सागर की सेकंड डिस्ट्रिक्ट कैबिनेट बैठक प्रभारी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर एमके जैन की अध्यक्षता में हुई। बैठक में क्लबों की तीन माह की प्रशासनिक और सेवा गतिविधियों की समीक्षा की गई। जिला कैबिनेट सेक्रेटरी शैलेश आचार्य ने प्रशासनिक कार्यों का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जबकि सेक्रेटरी (गतिविधि) प्रतिभा जैन ने क्लबों में हुए सेवा कार्यों की जानकारी दी। जोन चेयर पर्सन संगीता मुखर्जी ने अपने अधीन क्लबों के कार्यों का विवरण दिया। प्रभारी डिस्ट्रिक्ट गवर्नर ने सदस्यता व क्लब विस्तार तथा वित्तीय अनुशासन पर जोर देते हुए सभी सदस्यों को निरंतर सेवा भावना के साथ कार्य करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में सुनीता भार्गव, डॉ. दिवाकर मिश्रा, निवेदिता मित्रा, विजयलक्ष्मी दुबे और पीसी दीवान ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर ममता भूरिया ने पर्यावरण संदेश के रूप में कागज के कैरी बैग और पौधे वितरित किए। यह जानकारी महेंद्र राय ने दी।
पंतनगर तिराहे पर भारत माता की प्रतिमा स्थापना की मांग
सागर | सोमवार को सनातन सद्भाव संगठन के पदाधिकारियों और सदस्यों ने विधायक शैलेंद्र जैन से भेंट कर पंतनगर तिराहा पर सागर सरोज की पुलिया के पास भारत माता की भव्य प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। संगठन ने ज्ञापन में उल्लेख किया कि विधायक जैन के प्रयासों से संपूर्ण सागर नगर में लगातार विकास कार्य हो रहे हैं और शहर के प्रमुख चौराहों का सौंदर्यीकरण भी तेजी से बढ़ रहा है। संगठन ने कहा कि यदि पंतनगर तिराहे पर भारत माता की प्रतिमा स्थापित की जाती है तो यह लोगों में राष्ट्रभक्ति, कर्तव्यबोध, राष्ट्रीय एकता और सनातन सद्भाव के प्रति प्रेरणा जागृत करेगी। विधायक जैन ने आश्वासन दिया कि बहुत जल्द भारत माता की प्रतिमा स्थापना का कार्य प्रारंभ किया जाएगा। ज्ञापन देने वालों में संस्था के अध्यक्ष अनिल सेन, अधिवक्ता संघ के उपाध्यक्ष एवं संस्था के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह, गौरव, संतोष राय, अशोक सेन, सुनील सेलत, राजेश्वर सेन, चंद्रभान अहिरवार, कृष्णकांत सोनी, बालकिशन सोनी, राहुल सोनी आदि मौजूद थे।
रूस में लापता लुधियाना के समरजीत सिंह के मिलने की आस जगी है। विदेश मंत्रालय ने रूस को जो 14 युवकों की सूची भेजी है उसमें लुधियाना के समरजीत सिंह का नाम भी शामिल है। जिससे उसके माता-पिता को कुछ राहत मिली है। फिर भी माता-पिता अपने बेटे का पता लगाने के लिए कभी किसी नेता के पास तो कभी किसी नेता के पास चक्कर लगा रहे हैं। समरजीत सिंह के पिता चरणजीत सिंह ने बताया कि जिनके बच्चे रूस में फंसे हैं उनके परिवारों ने कुछ दिन पहले जंतरमंतर में धरना लगाया था। जिस पर विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें बुला दिया था। उन्होंने बताया कि अलग-अलग राज्यों के 27 युवाओं के नाम विदेश मंत्रालय को सौंपे। विदेश मंत्रालय के आश्वासन से जगी आस उसी दौरान विदेश मंत्रालय ने 14 युवाओं की सूची दिखाई जो कि उन्होंने रूस को भेजी है। उसमें उनके बेटे समरजीत का नाम भी शामिल है। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने भरोसा दिलाया हे कि यह सूची रूस के विदेश मंत्रालय को भेजी हे और वहां से रिप्लाई भी आ रहा है। उन्होंने बताया कि तीन युवा जल्दी वापस लौट आएंगे जबकि बाकी के लिए भी वहां पर बातचीत चल रही है। चरणजीत सिंह ने बताया कि विदेश मंत्रालय के इस आश्वासन से आस जगी है कि उनका बेटा वापस आ जाएगा। जब तक बेटे से बात नहीं होती तब तक तसल्ली नहीं होती चरणजीत सिंह ने बताया कि 14 बच्चों की सूची में उनके बच्चे का नाम है यह सुनकर कुछ राहत महसूस हुई लेकिन जब तक बच्चे से बात नहीं होती तब तक उन्हें तसल्ली नहीं होगी। उन्होंने बताया कि एक दो दिन पहले रूस से वीडियो आया तो वो उसमें भी अपने बेटे को ढूंढ रहे थे लेकिन उस वीडियो में भी समरजीत नहीं दिखा। यहां-यहां दिया बेटे को सुरक्षित वापस लाने के लिए आवेदन डिप्टी कमिश्नर को दिया आवेदन: चरणजीत सिंह ने बताया कि जब आखिरी बार उनके बेटे की बात हुई तो उसके बाद उन्होंने एक दो दिन संपर्क साधने की कोशिश की। लेकिन संपर्क नहीं हुई। फिर रूस में फंसे बूटा सिंह का एक वीडियो सामने आया और उसके बाद वो घबरा गए। उन्होंने बताया कि वो फिर डीसी दफ्तर गए और डीसी को इस संबंध में आवेदन दिया। पंजाब सरकार को भेजा आवेदन: चरणजीत सिंह ने बताया कि अलग-अलग माध्यमों से उन्होंने पंजाब सरकार से अपने बेटे को सकुशल वापस लेने की गुहार लगाई। लेकिन कोई ठोस रिस्पोंस नहीं मिला। एनआरआई मंत्री संजीव अरोड़ा को मिलने गए तो वो नहीं मिले। उनके स्टाफ से ही बात होती रही। लेकिन हुआ कुछ नहीं। केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को मिले: परिवार ने केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू से मुलाकात की और उन्हें अपने बच्चे के केस से अवगत कराया और उसकी पूरी फाइल उन्हें सौंपी। उन्होंने भरोसा दिलाया था कि वो इस मामले को केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के सामने उठाएंगे। सांसद राजा वड़िंग को मिलने गए: चरणजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को लुधियाना से सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को मिलने उनके दफ्तर पहुंचे। राजा वड़िंग तो नहीं मिले लेकिन उनके पीए ने उन्हें भरोसा दिलाया कि अगर जरूरत पड़ी तो उन्हें दिल्ली लेकर जाएंगे। रूस में फंसे परिवारों ने दिल्ली के जंतर मंतर में धरना दिया चरणजीत सिंह ने बताया कि रूस में जिन युवाओं को जबरन सेना में भर्ती किया गया उनके परिजन जंतर मंतर में एकत्रित हुए और मांग की कि उनके बच्चों को सकुशल वापस लाया जाए। उन्होंने बताया कि धरने के बाद विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बुलाया और उन्हें आश्वासन दिया। धरने में शामिल 27 युवाओं के नाम विदेश मंत्रालय को दिए समरजीत सिंह के पिता चरणजीत सिंह ने बताया कि जंतर मंतर धरने में बैठे परिवारों ने विदेश मंत्रालय को 27 युवाओं की सूची दी जिन्हें रूस में जबरन आर्मी में भर्ती किया है। उनमें से कोई भी युवा परिवार के संपर्क में नहीं हैं। परिवार की आखिरी बार 8 सितंबर को हुई थी बात चरणजीत सिंह ने बताया कि आखिरी बार समरजीत सिंह से 8 सितंबर को वीडियो कॉल पर बात हुई थी लेकिन उसके बाद बच्चे से परिवार का काेई संपर्क नहीं हुआ। आखिरी बार उसने पिता से कहा था “मैं ठीक हूं, पापा अपना और मम्मी का ख्याल रखना।” इतना कहकर कॉल कट गई। 16 जुलाई को रूस के लिए निकला था समरजीत पिता चरणजीत ने बताया कि 16 जुलाई को समरजीत लुधियाना से रूस जाने के लिए निकला। उसके बाद वह रूस पहुंचा और वहां जाकर उसने रशियन लेंग्वेज सीखी। लेंग्वेज सीखने के बाद उसे धोखे से आर्मी में भर्ती कर दिया गया। 8 सितंबर की कॉल ने बढ़ाई परिवार की टेंशन चरणजीत सिंह ने बताया कि आठ सितंबर को शाम छह बजे समरजीत सिंह की वीडियो कॉल आई। करीब 22 सेकेंड की इस वीडियो कॉल में सिर्फ छह से सात सेकेंड ही बात हुई। बेटा उस समय पर कोई ज्यादा बात नहीं कर पाया। बात करते करते कॉल कट गई। उसके बाद परिवार की टेंशन बढ़ गई।
चित्रांश जन समिति की बैठक में रखा प्रस्ताव
सागर | चित्रांश जन समिति की वार्षिक साधारण सभा की बैठक समिति कार्यालय तिली वार्ड में आयोजित की गई। बैठक में सचिव एमके सक्सेना ने बताया कि आगामी 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती पर समाज के मेधावी विद्यार्थियों का सम्मान किया जाएगा। अध्यक्ष डॉ. महेंद्र खरे ने संरक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव की सहमति से विनोद श्रीवास्तव को उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया। कोषाध्यक्ष अशोक वर्मा ने आय-व्यय विवरण प्रस्तुत किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। सहसचिव डॉ. अनिल खरे ने डॉ. राजेंद्र प्रसाद जयंती धूमधाम से मनाने का प्रस्ताव रखा, जबकि बसंत श्रीवास्तव ने तिली चौराहे पर चित्रगुप्त जी की प्रतिमा स्थापना एवं चौराहे का नाम चित्रगुप्त चौराहा करने का प्रस्ताव दिया, जिसे सर्वसम्मति से मंजूरी मिली। बैठक में संरक्षक शैलेंद्र श्रीवास्तव, अध्यक्ष डॉ. महेंद्र खरे, अशोक वर्मा, बसंत श्रीवास्तव, विनोद श्रीवास्तव, आनंद मिश्रा सहित समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।
एमपी यूथ कांग्रेस का चुनाव विवादों में घिर गया है। युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में सबसे ज्यादा वोट पूर्व मंत्री और जबलपुर से विधायक लखन घनघोरिया के बेटे यश घनघोरिया को मिले हैं। वोटों की गिनती के बाद भी चुनाव प्रक्रिया को लेकर युवा कांग्रेस के नेता ही नाराज हैं। युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी मनीष शर्मा से कई युवा कांग्रेसियों ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी की शिकायतें की हैं। 9 नवंबर को राहुल गांधी ने भी SIR को वोट चाेरी का हथियार बताया था वहीं मप्र के मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाए कि कांग्रेस ने खुद यूथ कांग्रेस के चुनाव में वोट चोरी की है। आज हो सकती है आधिकारिक घोषणा 6 नवंबर को एमपी यूथ कांग्रेस में वोटों की गिनती का परिणाम घोषित किया गया था। इनमें यश को सबसे ज्यादा 3 लाख 13 हजार 730 वोट मिले हैं। जबकि भोपाल के अभिषेक परमार 2,38,780 वोट पाकर दूसरे नंबर पर रहे। तीसरे नंबर पर देवेन्द्र सिंह दादू रहे। प्रथम तीन उम्मीदवारों के दिल्ली में 9 नवंबर को इंटरव्यू हुए, लेकिन अभिषेक और देवेन्द्र सहित कई जिलों के युवा कांग्रेसियों ने चुनाव में गड़बड़ी को लेकर शिकायतें कीं। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान होल्ड कर दिया गया। अब आज दिल्ली में शिकायतों पर चर्चा के बाद निर्णय लिया जा सकता है। जिम्मेदार नहीं दे रहे जवाबचुनाव में गड़बड़ियों के आरोपों पर प्रदेश चुनाव अधिकारी मुकुल गुप्ता और युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी मनीष शर्मा से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों ने जवाब नहीं दिया। 15 लाख युवाओं ने भरे थे मेंबरशिप फाॅर्म 18 अप्रैल को एमपी में यूथ कांग्रेस के चुनावों की घोषणा के साथ ही सदस्यता शुरू हुई थी। ऑनलाइन मोड पर एप के जरिए कराई गई मेंबरशिप में हर नए सदस्य को 50 रुपए सदस्यता शुल्क भी अदा करना था। 20 जून से 19 जुलाई तक चलाए गए सदस्यता अभियान में 15,37,527 युवाओं ने सदस्यता फॉर्म भरे। इनमें से 63,153 युवाओं ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया। सदस्यता शुल्क के साथ 14 लाख 74 हजार 374 युवाओं ने मेंबरशिप के लिए फॉर्म भरे। दस लाख खर्च किए, वोट मिले साढे़ चार हजार, यह कैसे संभव?राजगढ़ के शिव दांगी ने बताया कि मैंने 17490 युवाओं की सदस्यता कराई। इनकी मेंबरशिप के लिए अलग-अलग टीमें काम कर रहीं थीं। करीब 10 लाख का पेमेंट हम लोगों ने अपने अकाउंट से किया। दूसरे खर्चे मिलाकर करीब 20-22 लाख रुपए खर्च हुए। कुछ मेंबर गाइडलाइन के तहत रिजेक्ट कर दिए। 43 हजार मेंबरशिप हुई थी। पूरे राजगढ़ जिले में मात्र 10 हजार वैलिड वोट बचे थे। 13 हजार मेंबर होल्ड किए गए।10 हजार वैलिड बचे वोटों का मैंने हिसाब लगाया उनमें से मुझे 7 हजार वोट मिल रहे थे। उसके बाद जो 13 हजार वोट होल्ड थे उनमें करेक्शन कराया तो करीब 3300 वोटर वैलिड हो गए। ऐसे मेरे 13 हजार वोटर सही थे। लेकिन जब वोट का रिजल्ट आया तो मुझे मात्र 4500 वोट मिले। इस मामले की शिकायत मैंने ईमेल के जरिए शिकायत की है। युवा कांग्रेस के प्रभारी मनीष शर्मा, ZRO,सहित पार्टी के नेताओं से शिकायत की है। अभी पार्टी फोरम पर बात रखी है। अगर संतुष्टिपूर्वक जवाब मिलता है तो ठीक वरना हम आगे कार्रवाई के लिए स्वतंत्र हैं। 35 साल की लिमिट थी फिर भी 44 साल केयुवा कांग्रेस के चुनाव को लेकर खेल मंत्री विश्वास सारंग ने आरोप लगाया कि युवा कांग्रेस चुनाव में उम्र सीमा 18 से 35 वर्ष निर्धारित की गई थी, लेकिन अशोक नगर जिले के चंदेरी विधानसभा के निवासी 44 वर्षीय संतोष सिंह को मतदान के लिए पात्र कर दिया। इसी तरह अंजुम खान भी सदस्य बनीं, जिनकी उम्र मतदाता सूची के आधार पर 36 साल है। चंद उदाहरण बताते हैं कि कांग्रेस पार्टी के अंदर कोई लोकतंत्र नहीं है। साथ ही यह भी सिद्ध होता है कि कांग्रेस पार्टी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास नहीं करती। 15.37 लाख ने सदस्यता ली, 56% की मेंबरशिप रिजेक्ट हुईयुवा कांग्रेस के सदस्य बनने के इच्छुक 5 लाख 16 हजार युवाओं ने सदस्यता फार्म भरे थे। इनमें से 56% यानी 678295 मेंबर ही वोट डालने के लिए वैलिड पाए गए। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में 9216 युवाओं ने वोट ही नहीं डाले। 18 अप्रैल को एमपी में यूथ कांग्रेस के चुनावों की घोषणा के साथ ही सदस्यता शुरू हुई थी। ऑनलाइन मोड पर एप के जरिए कराई गई मेंबरशिप में हर नए सदस्य को 50 रुपए सदस्यता शुल्क भी अदा करना था। 20 जून से 19 जुलाई तक चलाए गए सदस्यता अभियान में 15,37,527 युवाओं ने सदस्यता फॉर्म भरे। इनमें से 63,153 युवाओं ने सदस्यता शुल्क जमा नहीं किया। सदस्यता शुल्क के साथ 14लाख 74 हजार 374 युवाओं ने मेंबरशिप के लिए फॉर्म भरे थे। ये खबर भी पढ़ें... यूथ कांग्रेस इलेक्शन:सीएम के गृह जिले में सबसे बड़ी जीत एमपी यूथ कांग्रेस के चुनाव परिणाम घोषित हो गए हैं। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में कमलनाथ और सिंघार गुट का दबदबा रहा है। पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक लखन घनघोरिया के बेटे यश घनघोरिया प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। वहीं, जिला अध्यक्षों में सबसे बड़ी जीत सीएम डॉ मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन में दर्ज की गई है। उज्जैन में अर्पित यादव 14,631 वोट पाकर प्रदेश में सबसे बडे़ अंतर से जीतने वाले जिला अध्यक्ष बने हैं। पूरी खबर पढ़ें
जीडीएस की नवीन कार्यकारिणी गठित हुई
सागर| भारतीय डाक कर्मचारी संघ से संबद्ध बीएमएस का द्विवार्षिक अधिवेशन संपन्न हुआ। जिसमें जीडीएस की नवीन कार्यकारिणी गठित हुई। नवगठित कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने अपनी पदाधिकारी की सूची प्रवर अधीक्षक सागर अनिल कुमार आरख को सौंपकर कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान डाक कर्मचारी संघ जीडीएस सागर के अध्यक्ष विश्वराज सिंह दांगी, संभागीय सचिव वीरेंद्र यादव, कोषाध्यक्ष साक्षी जैन, सहायक सचिव आयुषी सिंह आदि उपस्थित रहे।
आगरा में डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के आरोपी प्रोफेसर के वकील ने कोर्ट में जमानक याचिका दायर की है। इस मामले में सुनवाई के लिए कोर्ट ने 13 नवंबर की तारीख सुनिश्चित की है। प्रोफेसर के वकील ने मुकदमे में धाराओं को सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के खिलाफ बताया गया है। साथ ही शोध छात्रा पर भी आरोप लगाए हैं। पहले जानते हैं क्या है मामला16 दिन पहले डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर प्रो. गौतम जैसवार पर एक शोध छात्रा ने दो साल तक शादी का झांसा देकर शारीरिक शोषण का आरोप लगाया। थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया गया। शोध छात्रा ने प्रोफेसर पर मारपीट और मोबाइल तोड़ने का भी आरोप लगाया। शोध छात्रा का मेडिकल हुआ, वहां भी शोध छात्रा ने डॉक्टर पर दबाव बनाने का आरोप लगाया। कहा कि डॉक्टर ने कहा कि पहले मजे करती हैं, फिर रेप का मुकदमा लगाती हैं। प्रोफेसर को पुलिस ने वाराणसी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पत्नी ने लिया पति का पक्षइस मामले में प्रोफेसर गौतम जैसवार की पत्नी डॉ. कविता चौधरी सामने आई। उन्होंने अपने पति का पक्ष लिया। कहा कि छात्रा उनके घर आती थी। उसे पता था कि प्रोफेसर शादी शुदा हैं। दो बेटियां के पिता हैं। जहां तक बात खजुराहो और बरसाना जाने की है, तो प्रोफेसर घर पर बता कर गए थे। छात्रा ही प्रोफेसर की स्किन सोरायसिस की दिक्कत का इलाज कराने ले गई थी।प्रोफेसर की पत्नी ने यह भी कहा था कि शारीरिक शोषण पिछले दो वर्षों से चल रहा था तो इतने लंबे समय छात्रा ने कभी शिकायत क्यों नहीं की। वकील ने लगाए छात्रा पर आरोप वकील सुरेश चंद सोनी ने बताया कि प्रोफेसर गौतम जैसवार पर जो एफआईआर दर्ज की गई है,वो सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों के खिलाफ है। इस प्रकार की एफआईआर नहीं होनी चाहिए।वकील का यह भी कहना है कि शोध छात्रा ने अपने साथ मारपीट करने का आरोप लगाया था, जबकि उसके शरीर पर चोट के निशान नहीं हैं। साथ ही शोध छात्रा के इस आरोप को भी गलत बताया है कि प्रोफेसर ने पीएचडी खराब करने की धमकी दी। जबकि प्रोफेसर सिर्फ को-गाइड हैं। उन्हें यह अधिकार ही नहीं है। प्रोफेसर 6 महीने पहले ही शोध छात्रा का काम करा चुके थे।जमानत याचिका में वकील ने शोध छात्रा द्वारा प्रोफेसर के जन्मदिन पर सोशल मीडिया पर लगाए मैसेज की कॉपी भी लगाई है। वकील ने शोध छात्रा पर आरोप लगाए हैं कि उसके कई लड़कों से संबंध हैं। कई लड़कों से हुई चैट भी कोर्ट में सबूत के रूप में लगाई गई है।
बरेली के फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में स्थित राजश्री मेडिकल कॉलेज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एमबीबीएस तृतीय वर्ष के छात्र का अपहरण किसी और ने नहीं, बल्कि उसके ही सहपाठी ने बाहरी युवकों के साथ मिलकर किया था। आरोपी छात्र ने दोस्त के बैंक अकाउंट में करोड़ों रुपये होने की अफवाह सुनकर कर्ज चुकाने का शातिर प्लान बनाया और फिरौती मांगने तक की साजिश रच डाली। चलती कार में घंटों धमकाया, यूपीआई से 60 हजार रुपये ट्रांसफर कराएराजश्री मेडिकल कॉलेज के छात्र गौरव वरपे निवासी सोनई गांव, अहिल्यानगर (महाराष्ट्र) ने पुलिस को बताया कि वह रविवार शाम अपने दो दोस्तों-दिविज बहल और गौरवेंद्र सिंह के साथ स्कूटी से घूमने निकला था। इसी दौरान राधाकृष्ण मंदिर के पास एक ईको कार आकर रुकी और उसमें बैठे बदमाशों ने तीनों को जबरन कार में बैठा लिया। कार में बदमाशों ने गौरव को घंटों तक धमकाया और उसके मोबाइल से यूपीआई के जरिए अलग-अलग खातों में करीब 60 हजार रुपये ट्रांसफर करवा लिए। कुछ देर बाद बाकी साथी फरार हो गए जबकि सहपाठी दिविज बहल को पुलिस ने पकड़ लिया। पिता से मांगी 50 लाख की फिरौती, धमकी दी-सूचना दी तो बेटे की जान ले लेंगेगौरव की तहरीर के मुताबिक, आरोपी दिविज ने ही उसके पिता और उनके दोस्त कपिल को फोन करके 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। उसने चेतावनी दी कि अगर पुलिस को सूचना दी गई तो बेटे की हत्या कर देगा। इसी बीच, पुलिस की गाड़ियों को देख आरोपी गौरव को सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। कर्ज में डूबा था आरोपी, दोस्त के पैसों पर नजर रख रचा अपहरण का खेलपुलिस जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी छात्र दिविज बहल भारी कर्ज में डूबा था। उसने गौरव के बैंक खाते में करोड़ों रुपये की अफवाह सुनकर अपहरण की योजना बनाई थी। योजना के तहत उसने बाहरी युवकों को साथ मिलाया और गौरव के अपहरण की पूरी स्क्रिप्ट तैयार की। तीन पर रिपोर्ट दर्ज, एक हिरासत में, बाकी की तलाश जारीफतेहगंज पश्चिमी थाना प्रभारी अभिषेक कुमार सिंह ने बताया कि गौरव की तहरीर पर दिविज बहल और सोनू को नामजद करते हुए अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोपी दिविज बहल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अन्य आरोपियों की तलाश के लिए टीम गठित की गई है। जल्द ही पूरे गैंग को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा। फतेहगंज पश्चिमी की पुलिस ने रातभर चलाया ऑपरेशनघटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने रातभर सर्च ऑपरेशन चलाया। देर रात गौरव को सड़क किनारे छोड़ फरार हुए आरोपी पुलिस के घेरे में नहीं आ पाए, लेकिन सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन से पुलिस अब आरोपियों के करीब पहुंच चुकी है। छात्रों में दहशत, कॉलेज प्रशासन ने मांगी रिपोर्टघटना के बाद मेडिकल कॉलेज में सनसनी फैल गई है। छात्र-छात्राओं में डर का माहौल है। कॉलेज प्रशासन ने भी इस घटना पर गंभीर रुख अपनाते हुए संबंधित छात्रों की पूरी रिपोर्ट मांगी है।
पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज बरेली में मंगलवार को 69वीं राष्ट्रीय विद्यालय वॉलीबॉल प्रतियोगिता (अंडर-17 बालक/बालिका) की शुरुआत हुई। राज्य मंत्री गुलाब देवी ने दीप जलाकर शुभारंभ किया और खिलाड़ियों को मेहनत और खेल भावना का संदेश दिया। मैदान में देशभर से आई 70 टीमों के 840 खिलाड़ियों ने जोश और उमंग के साथ खेल का आगाज किया।स्कूली बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से माहौल को और खुशनुमा बना दिया। मंच पर अतिथियों का स्वागत और सम्मान हुआ। कार्यक्रम में सांसद छत्रपाल गंगवार, महापौर डॉ. उमेश गौतम, एमएलसी कुंवर महाराज सिंह, विधायक मीरगंज डॉ. डीसी वर्मा, विधायक बिथरी चैनपुर डॉ. राघवेंद्र शर्मा और विधायक नवाबगंज डॉ. एमपी आर्य सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। पूरे परिसर में खेल का जुनून, तालियों की गूंज और देशभक्ति के रंग नजर आए। देखे PHOTO'S.....
गोरखपुर में हर साल लगने वाला ऊनी कपड़ों का सबसे बड़ा बाजार 'तिब्बत मार्केट' इस बार भी पूरी तरह सज चुका है। तिब्बत, दार्जिलिंग, उत्तराखंड और हिमाचल जैसे जगहों से आकर दुकानदारों ने अपने स्टाल लगाएं हैं। हर स्टाल पर एक से बढ़ कर एक बेहतरीन कलेक्शन देखने को मिल रहा है। पहले दिन से ही ग्राहकों की भीड़ उमड़ पड़ी है। गोरखपुर और आसपास के इलाके के अलावा मुंबई से भी लोग यहां कपड़े खरीदने पहुंच रहे हैं। 300 के स्टॉल से लेकर 3000 रुपए तक के जैकेट के हजारों कलेक्शन यहां मौजूद हैं। मुंबई से आए लियाकत खान ने कहा- मैं अक्सर यहां बिजनेस पर्पज से आता हूं। मुझे किसी ने इस मार्केट के बारे में बताया तो मैं देखने आ गया। वाकई बहुत खूबसूरत कलेक्शन है। मैंने जैकेट खरीदी है। किफायती रेट में भी मिली। यहां जब तक हूं पहनने के काम आएगा। लेडीज के लिए खास है कॉट सूट तिब्बत मार्केट में वूलन कपड़ों का भरमार है। लेडीज के लिए आया कॉट सूट बेहद ही खूबसूरत लुक देगा। वूलन और फैंसी कॉट सूट हर औरत के लिए कंफर्टेबल रहेगा। दुकानदार ने बताया- वर्किंग वूमन इसे ज्यादा प्रीफर कर रहीं हैं। क्योंकि इसे कैरी करना बहुत आसान है। साथ ही वार्म भी करेगा। कश्मीरी, वूलन, वेलवेट सूट के खूबसूरत कलेक्शन वहीं हल्की ठंड में पहनने के लिए कश्मीरी और वूलन सूट के सैकड़ों कलेक्शन भी यहां मौजूद हैं। एक से बढ़कर एक ये सूट बेहद पसंद भी किए जा रहे हैं। पार्टी में पहनना हो या घर पर हर तरह के फैंसी सूट इस बाजार में देखने को मिलेंगे। फैशन बढ़ाने और ठंड से बचाने के काम आएगा पार्टी वियर क्रॉप टॉप इस बाजार में लड़कियों के लिए भी बेहद ही खास कलेक्शन मौजूद हैं। पार्टी वियर वूलन टॉप से लेकर वूलन क्रॉप टॉप के एक से बढ़कर एक नए कलेक्शन आएं हुए। जिसे देखकर नजरें टिकी रह जाएंगी। आज के फैशन के हिसाब से क्रॉप टॉप और क्रॉप जैकेट की भरमार है। इन कपड़ों से यंग जेनरेशन के लिए फैशन भी हो जाएगा और वूलन होने की वजह से ठंड से बचने के काम भी आएंगे। वूलन फ्रॉक सूट है यूनिक इस बाजार में हजारों कलेक्शन के बीच एक और प्रोडक्ट भी महिलाओं का ध्यान खींच सकता है। वूलन फ्रॉक सूट बहुत ही खूबसूरत लग रहा है। इसे पार्टी वियर या रेगुलर वियर के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। फैंसी लुक देगा पोंचू तिब्बत मार्केट में लगभग हर स्टॉल पर एक बेहद ही खूबसूरत आइटम पोंचू देखने को मिलेगा। पोंचू फैंसी वूलन ड्रेस है। जो महिलाओं को खूब पसंद आ रहा है। इसमें नार्मल और फर वाला पोंचू उपलब्ध है। पोंचू एक तरह का फैंसी वूलन टॉप है। जेंट्स के लिए खास है स्ट्रेचेबल शर्ट तिब्बत मार्केट में जेंट्स के लिए भी एक से बढ़ एक नए कलेक्शन उपलब्ध है। उनमें से भी इस बार सबसे नया स्ट्रेचेबल शर्ट है। इस शर्ट खासियत यही है कि यह वूलन होने के साथ-साथ स्ट्रेचेबल भी है। जिससे साइज में कोई दिक्कत नहीं होगी। हल्की ठंड से बचने के लिए इस शर्ट को पहना जा सकता है। इसके तमाम तरह के डिजाइन और कलर मौजूद है। इसके अलावा कोट, जैकेट, स्वेट शर्ट, चीटर और तमाम तरह के जेंट्स के भी कलेक्शन हैं। ज्यादा ठंड में 'प्लोवर' करेगा वार्म वहीं जेंट्स के लिए एक और भी ड्रेस 'प्लोवर जैकेट' आया हुआ है। यह उनके लिए उपयोगी है जो ज्यादा बाइक चलाते हैं या माउंटेनिंग का शौक रखते है। दुकानदार जातो ने बताया- प्लोवर की खासियत यह है कि वह हल्के वजन में होता है लेकिन अंदर से बहुत गर्म करता है। बच्चों के भी खास कलेक्शन तिब्बत मार्केट हर वर्ग के लोगों के लिए खास है। इसमें बच्चों के लिए भी एक से बढ़ कर एक नए कलेक्शन आएं हुए है। छोटी बच्चियों के लिए पार्टी वियर वूलन फ्रॉक से लेकर कोट, जैकेट, टोपी, मोजे तो वहीं लड़कों (बेबी ब्वॉय) के लिए बेबी सूट, कोट- पैंट, जैकेट और ट्रैक सूट उपलब्ध हैं। 40 साल से यहां लगाते दुकान तिब्बत मार्केट शहर का बहुत पुराना ऊनी बाजार है। हर साल यहां पर बाहर से लोग आ कर दुकान लगाते हैं। उत्तराखंड से आए तेंपा रफजील ने बताया- मैं पिछले 40 सालों से सर्दी के सीजन में दुकान लगाता हूं। यहां मुझे बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिलता है। इसीलिए साल भर इंतजार रहता है ठंड के सीजन का। इस बार भी बहुत कुछ नया लेकर आया हूं। उम्मीद है इस बार भी बेहतर ही होगा। यहां के लोग हमारे प्रोडक्ट को बेहद पसंद भी करते हैं। एक जगह पर इतने अधिक खूबसूरत कलेक्शन वहीं ग्राहकों का कहना है कि एक जगह पर इतने अधिक खूबसूरत कलेक्शन मिलते हैं, जिससे खरीदारी आसान हो जाती है। मेहदावल से आई पूनम ने बताया- मुझे यह तिब्बत मार्केट बहुत पसंद आता है। हर साल ठंड के कपड़ें यहीं से खरीदती हूं। अभी मैंने एक शॉल लिया है। 66 स्टॉल लगे शहर के टाउन हॉल के पास लगे इस तिब्बत मार्केट में कुल 66 स्टॉल लगें हैं। जहां शॉल, स्टॉल, स्वेटर, स्वेट शर्ट, पार्टी वियर वूलन ड्रेस, क्रॉप टॉप, क्रॉप जैकेट, लांग जैकेट, कोट, वूलन सूट, कश्मीरी सूट, कॉट सेट, पोचू और फर वाली जैकेट सहित तमाम तरह के डिजाइनर कपड़े मौजूद हैं। जिसमें बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के कपड़े उपलब्ध हैं। 4 महीने तक कर सकते खरीदारी तिब्बत मार्केट 10 नवंबर से शुरू हुआ है, जो आने वाले चार महीने तक लगा रहेगा। शहरवासी पूरी ठंड यहां खरीदारी कर सकते हैं। कपड़े और रेट लेडीज कलेक्शन स्वेटर 580-1470 रुपएजैकेट-1280-1780 रुपएब्लेजर 2000-3000 रुपएशॉल- 450-1400 रुपएसूट- 1500-2100 रुपएब्लेजर विद पैंट- 1500 रुपएपार्टी वियर- 1500 रुपएस्टाल विद फर- 1200-1300 रुपएवूलन कॉट सेट- 1280-1680 रुपएस्टाल- 350-1180 रुपएफ्रॉक सूट वूलन- 1500-2300 रुपएशॉर्ट ब्लेजर- 1280-1740 रुपएशेपरा स्वेटर-1000-1500 रुपएक्रॉप जैकेट- 1570-3000 रुपएफैंसी टॉप- 800-1200 रुपए बच्चों के सेट 530-1180 रुपएफ्रॉक सेट विद मखमल इनर- 1600 रुपएट्रैक सूट- 1050-1640 रुपए जेंट्स कलेक्शन विनचीटर- 350-750 रुपएजैकेट- 1200-1900 रुपएप्लोवर- 700-1300 रुपएस्ट्रेचबल शर्ट- 900 रुपएस्वेट शर्ट- 600-1100 रुपएहुडी-1070- 1470 रुपएफर वाली जैकेट- 1500-3000 रुपए
शहर में चलेगी 100 ई-बस, वर्कशॉप की जमीन पर बनना है डिपो व चार्जिंग स्टेशन
भास्कर संवाददाता | उज्जैन पीएम ई-बस सेवा योजनांतर्गत केंद्रीय शहरी कार्य मंत्रालय ने उज्जैन शहर को 100 ई-बस की मंजूरी दी है। योजना की घोषणा 16 अगस्त 2023 में हुई थी, ऐसे मे दो साल बीत जाने के चलते नगरीय विकास एवं आवास विभाग ने उज्जैन नगर निगम को इन ई-बसों के लिए डिपो और चार्जिंग पाइंट से जुड़े कार्य जल्द पूरे करने के निर्देश दिए हैं। निगम ने पिछले डेढ़ सालों में 2 से 3 जगहों पर विचार करने के बाद डिपो और चार्जिंग पाइंट के लिए मक्सी रोड स्थित वर्कशॉप की भूमि का चयन किया है। 5 एकड़ भूमि के वर्कशॉप में अभी पुरानी बसों की पार्किंग सहित सिटी बस का ऑफिस है। वर्कशॉप और ई-चार्जिंग का बजट करीब 13 करोड़ रखा है, लेकिन फिलहाल इस भूमि का मालिकाना अधिकार निगम के पास नहीं है। शासन द्वारा यह भूमि किसी और विभाग को दी थी, जिस पर निगम का केवल कब्जा है। ऐसे में बस डिपो और ई-चार्जिंग पाइंट बनाने के लिए निगम द्वारा शासन से इस भूमि की मांग की गई है, फिलहाल अब तक कोई जबाव नहीं मिला है। केंद्र सरकार से मिल रही इन बसों का टेंडर दिल्ली की ग्रीन सेल ग्रीनसेल मोबिलिटी कंपनी को दिया है, जो शहर में ई-बस उपलब्ध करवाएंगी। वहीं बस डिपो में बस टर्मिनल, बस स्टॉप सहित अन्य निर्माण होंगे, इसका टेंडर होकर तकनीकी बीट खोली है, जिसमें 2 कंपनियां आई हैं। वहीं चार्जिंग पाइंट के लिए इलेक्ट्रिक के लिए टेंडर होकर तकनीकी बीट खोलने पर 3 कंपनियां आई है। अभी रूट वही, पॉलिसी में 25 किलोमीटर का दायरा बढ़ाने पर विचार शामिल निगम अपर आयुक्त पवन कुमार सिंह ने बताया भूमि की मांग रख दी है। सिविल और इलेक्ट्रिकल का टेंडर किए हैं। जैसे ही जमीन मिलेगी काम शुरू कर देंगे। चार्जिंग तो बस संचालक करेगा, हम बिजली कनेक्शन देंगे। बसों के संचालन के लिए केंद्र सरकार से 22 रुपए और राज्य सरकार से 7 या 8 रुपए मिलेंगे। इसके अलावा जो खर्च रहेगा, उसे बस संचालक के साथ व्यवस्था की जाएगी। बस संचालन के लिए फिलहाल पुराने रूट ही रखा है। साथ ही जब बस का संचालन शुरू होगा, तब एक और बार रूट तय कर लेंगे। बाकी पॉलिसी में 25 किमी का दायरा बढ़ाने का विचार शामिल है। ई-बस के आने पर उज्जैन सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज भी सम्मिलित हो जाएगी।
बीएलओ बने तीन कर्मचारियों ने न काम किया न ही नोटिस का जवाब दिया, तीनों निलंबित
भास्कर संवाददाता | उज्जैन निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने पर जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने दो महिला शिक्षिकाओं सहित 3 बीएलओ को निलंबित कर दिया। बीएलओ बनाए जाने के बावजूद तीनों ने न तो काम किया और न ही मोबाइल रिसीव किया। नोटिस का जवाब देना भी उचित नहीं समझा। निलंबित होने वालों में शासकीय उर्दू मावि मदारगेट की सहायक शिक्षक तरन्नूम तलत, शासकीय उर्दू मावि तोपखाना की प्राथमिक शिक्षक शफाता बी और वाणिज्य कर अधिकारी कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 जितेंद्र गोठवाल शामिल है। तीनों को मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण संबंधी अति महत्वपूर्ण कार्य के लिए विधानसभा क्षेत्र-217 उज्जैन दक्षिण के अलग-अलग मतदान केंद्रों के लिए बीएलओ बनाया गया था। सभी को अपने अपने विभाग के माध्यम से बीएलओ बनाए जाने का आदेश भेजा गया। वाट्सएप पर भी सूचना दी। निर्वाचन कार्य के लिए कई बार मोबाइल भी लगाया, लेकिन मोबाइल चालू होने के बावजूद तीनों से न तो मोबाइल उठाया न ही कोई जवाब दिया। इस लापरवाही के मामले में भेजे गए लिखित नोटिस का जवाब भी नहीं दिया। इस पर कलेक्टर रोशन कुमार सिंह ने दो महिला शिक्षिका सहित आयकर विभाग के बाबू को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में इनका मुख्यालय एसडीएम कार्यालय रहेगा।
जिन कर्मचारियों के पास स्मार्ट फोन नहीं, उनके लिए फेस ऑथेंटिकेशन का टेंडर
उज्जैन | नगर निगम उज्जैन के कर्मचारियों को एबेंस आधारित पोर्टल पर पंजीयन कर ई अटेंडेंस दर्ज की जाना है। वर्तमान में निगम में 4975 कर्मचारियों का पंजीयन होकर कर्मचारियों द्वारा नियमित उपस्थिति दर्ज की जा रही है। कर्मचारियों को आधार अपडेट करने के लिए अवगत कराया गया है। इसके लिए योजना एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग प्रभारी डॉ. योगेश्वरी राठौर ने मंगलवार को समीक्षा बैठक ली। इस दौरान विभाग के उपायुक्त योगेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग भोपाल द्वारा जारी पत्र अनुसार निर्देशित किया गया था। कर्मचारियों द्वारा स्वयं के मोबाइल से उपस्थिति दर्ज की जा रही हैं, जिन कर्मचारियों के पास स्मार्टफोन नहीं है, उनके लिए नगर निगम द्वारा फेस ऑथेंटिकेशन मशीन क्रय हेतु निविदा आमंत्रित की जा चुकी है। 1 करोड़ 70 लाख की राशि के प्रचलित टेंडर, जिसमें फेस ऑथेंटिकेशन मशीन, वायरलेस ग्रुप कम्युनिकेशन डिवाइस, डेस्कटॉप, लैपटॉप, ऑल इन वन प्रिंटर के लिए टेंडर प्रक्रिया की जा चुकी है।
मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स के पहले पार्ट में आपने पढ़ा कि 4 फरवरी 2013 को तत्कालीन गृहमंत्री के भोपाल स्थित आवास से महज 60 मीटर दूर 8 साल की बच्ची की लाश मिली थी। रेप कर उसका गला घोंटा गया था। पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती शिनाख्ती की थी, क्योंकि हत्यारे ने बच्ची का चेहरा पत्थर से कुचल दिया था। पुलिस ने एक गुमशुदगी की रिपोर्ट से मामले के तार जोड़े और उसके मां बाप तक जा पहुंची। जांच के शुरुआती 24 घंटे पुलिस के लिए बेहद निराशाजनक रहे। कातिल का कोई सुराग नहीं था। जांच टीम को अंधेरे में रोशनी की एक किरण मिली, जब दशहरा मैदान के मेले में एक झूलेवाले ने बच्ची को पहचानने का दावा किया। यहीं से केस ने एक निर्णायक मोड़ लिया। अब पढ़िए, आगे की कहानी पार्ट-2 में… पुलिस ने बनवाया स्केच, सामने आई कातिल की सूरतपुलिस ने झूलेवाले के बयान के आधार पर एक पेशेवर आर्टिस्ट से संदिग्ध का स्केच बनवाया। यह स्केच जैसे ही बच्ची के माता-पिता को दिखाया गया, वे चौंक पड़े। उन्होंने कांपती हुई आवाज में कहा, 'यह तो नंद किशोर है… नंद किशोर तांबोली। यह पास में ही रहता है और हमारे घर इसका आना-जाना भी है।' अब पुलिस के हाथ में सिर्फ एक स्केच नहीं, बल्कि एक नाम और एक चेहरा था। मामले की जांच को अंजाम तक पहुंचाने वाले रिटायर्ड डीएसपी सुबोध तोमर बताते हैं, 'जैसे ही हमें संदिग्ध का नाम पता चला, हमारी टीमों ने पूरे जोर-शोर से नंद किशोर को तलाशना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में एक टीम ने खबर दी कि इस हुलिए से मिलता-जुलता एक आदमी डिपो चौराहे की शराब की दुकान पर बैठा है।' शातिर अपराधी की तरह दिए जवाबनंद किशोर को जब उस पर लगे आरोपों के बारे में बताया गया, तो उसने जो जवाब दिए, उससे पुलिस अधिकारियों के माथे पर भी बल आ गए। वह एक शातिर अपराधी की तरह बोला, 'मैं शराब पी रहा हूं तो इसमें गलत क्या है? शराब के ठेके सरकार ने ही तो खुलवाए हैं। और कल रात तो मैं अपनी पत्नी के साथ घर पर ही था।' वह अपने बयान पर अड़ा रहा। पुलिस ने सख्ती भी की, लेकिन उस पर कोई असर नहीं हुआ। अब सच्चाई उगलवाने और इस जघन्य अपराध को साबित करने की पूरी जिम्मेदारी पुलिस के कंधों पर थी। तोमर बताते हैं, 'इस केस की गंभीरता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि फॉरेंसिक जांच की प्रक्रिया अभूतपूर्व तेजी से चल रही थी। एक सिपाही कोई सैंपल लेकर FSL जाता और दो घंटे के अंदर हाथों-हाथ रिपोर्ट वापस आ जाती।' इसी क्रम में आरोपी नंद किशोर के कपड़े फॉरेंसिक जांच के लिए भेजे गए। रिपोर्ट ने पुलिस को एक महत्वपूर्ण सुराग दिया। रिपोर्ट में पता चला कि नंद किशोर के अंडरवियर पर स्पर्म (वीर्य) सहित कुछ तरल पदार्थ के दाग थे। जब नंद किशोर से इस बारे में पूछा गया, तो उसने तुरंत अपना पहले से तैयार जवाब दिया। पत्नी के बयान ने तोड़ा झूठ का जालपुलिस ने नंद किशोर की पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया। दो महिला अधिकारियों ने उससे विस्तार से पूछताछ की। नंद किशोर की पत्नी को यह नहीं पता था कि पति उसे अपनी ढाल बना रहा है। जब उससे पूछा गया, तो उसने पूरी सच्चाई बता दी। उसने कहा, 'नहीं, पिछले दो-तीन दिन में तो हमारे बीच कोई संबंध नहीं बने हैं।' पत्नी के इस एक बयान ने नंद किशोर के झूठ को सामने ला दिया। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही थी, तस्वीर साफ होती जा रही थी। लेकिन चुनौती अब भी बड़ी थी- इसे कानूनी रूप से साबित करना, क्योंकि पुलिस थाने में दिए गए बयानों की कोर्ट में कोई प्रमाणिकता नहीं होती। अब पुलिस ने आखिरी और सबसे निर्णायक दांव खेला। नंद किशोर के कपड़ों पर मिले वीर्य के सैंपल, उसकी पत्नी के सैंपल और पीड़िता के शरीर से मिले सैंपल, तीनों को DNA मैचिंग के लिए भेजा गया। कुछ ही घंटों में रिपोर्ट आ गई। रिपोर्ट ने दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। जब टूटा शैतान और कबूला गुनाहअब कहानी पूरी तरह साफ थी। पुलिस ने DNA रिपोर्ट नंद किशोर के सामने रखते हुए सख्ती की, तो इस बार वह टूट गया। उसके चेहरे का रंग उड़ गया और उसने अपना घिनौना अपराध कबूल कर लिया। उसने बताया कि वह अक्सर बच्ची के घर आया-जाया करता था। उस शाम भी वह घर गया था। उसने छोटी बहन को घर पर ही छोड़ा और 8 साल की बड़ी बहन को मेला घुमाने के बहाने अपनी गोद में उठा लिया। मेले में घूमते-घूमते अंधेरा हो गया, और इसी बीच उसकी नीयत खराब हो गई। मासूम बच्ची उसकी शैतानी नीयत से अनजान, उस पर विश्वास किए उसकी गोद में बैठी रही। नंद किशोर उसे लेकर घर लौटने के बजाय यहां-वहां भटकने लगा। मैदान से कुछ दूरी पर एक सुनसान जगह देखकर वह बच्ची को झाड़ियों में ले गया और उसके साथ रेप किया। बच्ची बुरी तरह छटपटा रही थी और रो रही थी। नंद किशोर को लगा कि अगर वह बच गई तो घर जाकर सबको बता देगी। पकड़े जाने के डर से उसने अपने हाथों से बच्ची का गला दबा दिया। कुछ ही मिनटों में उस मासूम की सांसें थम गईं। छोटी बहन की गवाही और अदालत में इंसाफइस मामले की गंभीरता को देखते हुए कोर्ट ने इसका फास्ट ट्रैक ट्रायल चलाया। झूलेवाले से लेकर पीड़ित के माता-पिता और जांच अधिकारी तक, सभी के बयान दर्ज हुए। सबसे खास गवाही थी पीड़िता की 6 साल की छोटी बहन की। बच्ची बहुत छोटी थी, इसलिए आरोपी की पुष्टि के लिए कोर्ट में एक पहचान परेड कराई गई। चार-पांच लोगों को एक लाइन में खड़ा कर दिया गया, जिनके बीच नंद किशोर भी था। जब छोटी बच्ची को लाया गया और पूछा गया कि दीदी को कौन ले गया था, तो उसने बिना एक पल की झिझक के नंद किशोर की ओर अपनी नन्ही उंगली उठाकर पहचान लिया। उसने कहा, 'उस दिन यही अंकल दीदी को ले गए थे।' एक मासूम की इस गवाही ने ताबूत में आखिरी कील का काम किया। मध्य प्रदेश क्राइम फाइल्स सीरीज की इस खबर का पार्ट 1 भी पढ़ें... मासूम का रेप-मर्डर, पत्थर से कुचला 4 फरवरी 2013 की ढलती शाम को, भोपाल के सबसे पॉश और सुरक्षित माने जाने वाले इलाके टीटी नगर के पुलिस थाने की घंटी घनघनाई। फोन करने वाले की आवाज में घबराहट थी। ‘सर, मैं दशहरा मैदान के पास से बोल रहा हूं। मैं यहां से गुजर रहा था तो देखा कि सड़क के किनारे एक कुत्ता एक छोटे बच्चे का हाथ मुंह में दबाकर ले जा रहा है।” पढ़ें पूरी खबर...
देश में फिलहाल हरियाणा के फरीदाबाद में बरामद हुए 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट और दिल्ली में हुए ब्लास्ट की चर्चा है। 6 माह पहले जयपुर के बस्सी थाना क्षेत्र में हाईवे पर मोहनपुरा पुलिया किनारे मई 2025 में लावारिस पिकअप में मिला 2075 किलो अमोनियम नाइट्रेट और ऑप्टी स्टार एक्सप्लोसिव मिला था, जो फरीदाबाद से 5 गुना ज्यादा था। इसके बावजूद आज तक यह पता नहीं चल पाया कि ये कहां से लाया गया था और कहां सप्लाई होना था। चौंकाने वाली बात तो यह है कि पुलिस की नाकामी के बाद भी जांच थाना स्तर पर ही चल रही है। इसके लिए न तो कोई स्पेशल टीम गठित की गई और ना ही एनआईए को सौंपी गई। बिना लाइसेंस के अमोनियम नाइट्रेट नहीं बिक सकता, फिर कैसे पहुंचा 2 टन माल? अमोनियम नाइट्रेट सिर्फ विस्फोटक लाइसेंस धारकों को ही सप्लाई किया जा सकता है। इसके बावजूद बिना अनुमति और प्रमाणन के इतनी बड़ी मात्रा में बस्सी हाईवे पर लावारिस हालत में कैसे पहुंच गया, यह अब तक रहस्य है। तब पुलिस ने मामले को यह कहकर ठंडे बस्ते में डाल दिया था कि यह दौसा के पहाड़ों में पत्थर तोड़ने के काम में उपयोग लिया जाता है। अब दिल्ली और हरियाणा में विस्फोटक बरामद होने के बाद इस दलील पर भी सवाल उठ रहे हैं। अब तक मात्र 2 गिरफ्तारी, क्यों लाए पता नहींपिकअप के नंबर के आधार पर पुलिस ने भीलवाड़ा के शिवपुर नरेली मांडल निवासी ईश्वर सिंह को पकड़ लिया था। उसने बताया था कि वाहन चालक इसे लेकर निकला था। स्टेयरिंग लॉक लगा हुआ था और चालक फरार था। एफएसएल और पेट्रोलियम और विस्फोटक सुरक्षा संगठन की टीम ने पुष्टि की थी कि यह अत्यधिक संवेदनशील विस्फोटक सामग्री है।
पहाड़ी राज्यों में हुई बर्फबारी से इस बार भारत में सर्दी का जल्दी आ गई है। कई शहरों में रात का टेम्प्रेचर 10 डिग्री से नीचे आ गया। राज्य में कई शहर जम्मू-कश्मीर, हिमाचल और उत्तराखंड के प्रमुख शहर शिमला, जम्मू, कटरा, मसूरी से भी ज्यादा ठंडे हैं। मौसम केन्द्र जयपुर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक राज्य में अगले कुछ दिन इसी तरह की सर्दी रहने का अनुमान है। विभाग ने सीकर में चार दिन और टोंक में एक दिन कोल्ड-वेव (शीतलहर) चलने का येलो अलर्ट भी जारी किया है। पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा सर्दी सीकर के पास फतेहपुर में रही, जहां का न्यूनतम तापमान 6.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर में न्यूनतम तापमान 7.5 और नागौर 8.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर, फतेहपुर, टोंक के एरिया में मंगलवार सुबह-शाम हल्की शीतलहर का प्रभाव रहा। शिमला, मंडी से ज्यादा सर्दी राजस्थान में सीकर, फतेहपुर, नागौर ऐसे शहर रहे, जो हिमाचल प्रदेश के शिमला 8.4 डिग्री, मंडी 8.8, उत्तराखंड के मसूरी 8, देहरादून 11.8 और जम्मू-कश्मीर के जम्मू 11.4, कटरा 10.4 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा ठंडे रहे। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अमूमन राजस्थान में इस तरह की सर्दी 20 नवंबर के बाद ही महसूस होती है। सीकर, टोंक, अजमेर, कोटा, जयपुर, पिलानी समेत कई शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से लेकर 6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हो रहा है। दिन में तापमान सामान्य, धूप हुई सुहानी राजस्थान में सुबह-शाम तेज सर्दी और हल्की सर्द हवाओं से लाेगों को दिन में तेज धूप से राहत मिल रही है। दिन में अब धूप सुहानी हो गई। मंगलवार दिन का सबसे अधिक तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ। अब आगे क्या? मौसम केन्द्र जयपुर ने राजस्थान में आगामी एक सप्ताह मौसम साफ रहने और न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री गिरावट होने की संभावना जताई है। वहीं 12 नवंबर को टोंक जिले और सीकर जिले में शीतलहर चलने का यलो अलर्ट जारी किया है।
आगरा में बॉलीवुड अभिनेत्री और सांसद कंगना रनोट के खिलाफ चल रहे विवादित बयान मामले में आज सुनवाई होनी है। दो दिन पहले दोनों पक्षों के बीच हुई बहस के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। फैसला सुनाने के लिए 12 नवंबर की तारीख नियत की गई थी। ऐसे में आज फैसला आएगा। आगरा दीवानी के एमपी-एमएलए विशेष न्यायालय में हिमाचल प्रदेश के मंडी क्षेत्र से भाजपा सांसद पर किसानों के अपमान एवं राष्ट्रद्रोह का केस पिछले साल से चल रहा है। 10 नवंबर को कंगना की अधिवक्ता कोर्ट पहुंची। दोनों पक्षों ने कोर्ट के सामने अपनी दलीलें रखीं। स्पेशल जज एमपी एमएलए लोकेश कुमार की कोर्ट में दोनों पक्षों की बहस सुनी गई। वादी वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता सुखबीर सिंह चौहान राजवीर सिंह बी एस फौजदार दुर्गे विजय सिंह भैया सुरेंद्र लाखन उमेश जोशी आदि अधिवक्ताओं ने बहस की। वरिष्ठ अधिवक्ता सुखबीर सिंह चौहान ने अपने तर्क में कहा कि अवर न्यायालय द्वारा उक्त बाद को खारिज किया जाना न्याय संगत नहीं है। क्योंकि अवर न्यायालय ने थाना न्यू आगरा की पुलिस से जो आख्या मांगी थी, वह विपक्षीय की और से कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया था। बिना आख्या प्रस्तुत के कोर्ट को अधिकार नहीं है कि उसमें कोई निर्णय पारित कर दे। अधिवक्ता राजवीर सिंह ने कहा कि संविधान के अधिकार और कर्तव्य का विपक्षीया ने उल्लंघन किया है। देश के किसानों का, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं क्रांतिकारी शहीदों और स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। वहीं कंगना रनोट की ओर से सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता अनुसूया चौधरी, उनकी जूनियर अधिवक्ता सुधा प्रधान और अधिवक्ता विवेक शर्मा ने भी अपने तर्क रखे। रिवीजनकर्ता रमाशंकर शर्मा ने कहा कि बठिंडा कोर्ट द्वारा इसी प्रकार के मामले में कंगना रनोट को तलब किया गया है। 24 नवंबर 2025 को कंगना को कोर्ट में हाजिर होने के लिए आदेश हुए हैं। इसके बाद भी अवर न्यायालय ने वाद को खारिज कर दिया। रिवीजन कर्ता राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने बहस में कहा कि कंगना ने किसानों के ऊपर हत्यारा बलात्कारी एवं अलगाव वादी होने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि वह खुद एक किसान हैं। किसान के बेटे हैं और वकालत से पूर्व खेती भी की है। उन्होंने बहस के साथ अपने खेत की खतौनी भी कोर्ट में पेश की। कहा कि अवर न्यायालय द्वारा जिन तथ्यों पर वादी के वाद को 6 मई को निरस्त किया गया, वह निराधार है। विपक्षी कंगना की ओर से सुप्रीम कोर्ट की अधिवक्ता ने भी अपने तथ्यों को रखते हुए बहस की। दोनों पक्षों के बीच में करीब डेढ़ घंटे तक बहस चली। कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलील सुनने के बाद अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया है। वादी अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने बताया कि 12 नवंबर को कोर्ट इस मामले में अपना निर्णय देगी।यह है पूरा मामलाअधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 11 सितंबर 24 को कंगना रनोट के खिलाफ अदालत में राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाकर वाद दायर किया था। आरोप लगाया था कि सांसद कंगना रनोट ने 26 अगस्त 2024 को दिए बयान में किसानों के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की थी। जिससे उनकी और लाखों किसानों की भावनाओं को ठेस पहुंची है। अधीनस्थ न्यायालय ने खारिज कर दिया था। वादी ने आदेश के खिलाफ सत्र न्यायालय में रिवीजन प्रस्तुत किया था।कहा था- किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए24 अगस्त 2024 को कंगना ने एक इंटरव्यू के दौरान दैनिक भास्कर से कहा था- किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए। बिल वापसी न होती तो प्लानिंग लंबी थी। इसके बाद उनके खिलाफ आगरा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रमाशंकर शर्मा ने MP/MLA कोर्ट में 11 सितंबर को याचिका दाखिल की थी। आरोप लगाया कि कंगना ने धरने पर बैठे लाखों किसानों पर अभद्र टिप्पणी की। उन पर राष्ट्रद्रोह का केस लगे।
महामना एक्सप्रेस का समय बदला:वाराणसी से देरी से चलेगी, लखनऊ स्टेशन पर देर से पहुंचेगी
गुजरात के एकता नगर (केवड़िया) से वाराणसी के बीच चलने वाली महामना सुपरफास्ट एक्सप्रेस (20903/20904) के समय में बदलाव किया गया है। रेलवे ने मंगलवार से इस ट्रेन के प्रस्थान समय में 10 मिनट का संशोधन लागू किया है। अब यह ट्रेन वाराणसी से रात 11:10 बजे के बजाय 11:20 बजे खुलेगी। नया समय अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। रेलवे ने जारी की सूचना उत्तर रेलवे की ओर से जारी नोटिस में बताया गया है कि यह परिवर्तन यात्रियों की सुविधा और ट्रेनों के संचालन की बेहतर व्यवस्था को ध्यान में रखकर किया गया है। लखनऊ होकर गुजरने वाली कई ट्रेनों की समय सारिणी की समीक्षा की जा रही है ताकि भीड़ और तकनीकी देरी को कम किया जा सके। महामना एक्सप्रेस के समय में किया गया यह संशोधन उसी प्रक्रिया का हिस्सा है। लखनऊ से गुजरती है यह ट्रेन महामना सुपरफास्ट एक्सप्रेस गुजरात के पर्यटन स्थल एकता नगर (केवड़िया) से चलकर लखनऊ होते हुए वाराणसी पहुंचती है। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में सप्ताह में कई बार चलती है और अहमदाबाद, उज्जैन, कानपुर समेत कई प्रमुख शहरों को जोड़ती है। ट्रेन लखनऊ जंक्शन पर थोड़ी देर ठहरने के बाद वाराणसी की ओर बढ़ती है। समय परिवर्तन के बाद इसके लखनऊ पहुंचने और आगे बढ़ने के समय में भी मामूली अंतर आएगा, जिसकी जानकारी जल्द रेलवे पोर्टल और ऐप पर अपडेट की जाएगी।
कभी क्षत्रिय एकता के ध्वजवाहक, तो कभी बाहुबली की इमेज। बात कर रहे हैं रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की। राजा भैया अब हिंदुत्व की नई पिच पर अपनी सियासत को नया रंग देने में जुटे हैं। जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 'सनातन हिंदू एकता पदयात्रा' में शामिल हुए। धीरेंद्र शास्त्री की यह पदयात्रा दिल्ली से वृंदावन तक 7 से 16 नवंबर तक चलेगी। इस 10 दिवसीय यात्रा में राजा भैया 'जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई' का नारा बुलंद करने पहुंचे थे। लेकिन सवाल है- क्या यह कदम राजा भैया की राजनीतिक पूंजी को मजबूत करना था? भाजपा जैसी हार्ड कोर हिंदुत्व की राजनीति करने वाली पार्टी के रहते यूपी में क्या कोई क्षेत्रीय दल भी इस पिच पर सियासी ग्राफ चमका सकता है? पढ़िए ये रिपोर्ट… प्रतापगढ़ जिले के कुंडा से कभी निर्दलीय चुनाव जीतने वाले राजा भैया वर्तमान में जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। विधानसभा में कांग्रेस के बराबर उनके 2 विधायक भी हैं। विधान परिषद में 1 एमएलसी भी उनकी पार्टी से है। राजा भैया की पार्टी ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। 2027 विधानसभा चुनाव से पहले राजा भैया खुलकर सनातन यात्रा और हिन्दुत्व पर बात कर रहे। कहते हैं- बिना हिंदुत्व और भारत की कल्पना नहीं की जा सकती। आज भारत धर्म निरपेक्ष है, तो सिर्फ हिंदू बाहुल्य होने की है। जहां हिंदू कम हुआ, वहां का हाल देख लीजिए। जहां-जहां हिन्दू उदासीन होकर बैठे हैं, वहां-वहां से मिट गए। उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश का उदाहरण भी दिया। बताया कि पाकिस्तान में 27 फीसदी हिंदू सिमट कर 1 फीसदी रह गए। इसी तरह बांग्लादेश में 28 फीसदी हिंदू अब 8 फीसदी रह गए। भारत में जब तक हिंदू आबादी का बहुमत है, तभी तक सेकुलर है। राजा भैया के इस सनातन अवतार को समझने के लिए दैनिक भास्कर ने उनकी राजनीति पर करीब से नजर रखने वाले दो वरिष्ठ पत्रकारों और उनके करीबियों में शामिल एमएलसी कुंवर अक्षय प्रताप सिंह गोपाल जी से बात की। ये तीन लाइन सामने आईं... पारिवारिक पृष्ठभूमि कट्टर सनातन की रही हैवरिष्ठ पत्रकार सुरेश बहादुर सिंह के मुताबिक, राजा भैया की छवि मीडिया अपने हिसाब से गढ़ती रहती है। उनकी और उनके परिवार की लाइन हमेशा से क्लियर है। क्षत्रिय हैं, इस कारण कभी ठाकुर चेहरा बना दिए जाते हैं, तो कभी बाहुबली। जबकि, सच्चाई ये है कि उनका परिवार हमेशा से सनातन का कट्टर समर्थक रहा है। राजा भैया का परिवार देवरहा बाबा के अनन्य भक्तों में शामिल रहा है। गोरक्ष-पीठ से उनके परिवार का जुड़ाव रहा है। राम मंदिर आंदोलन से भी वे गहरे तक जुड़े हैं। महाकुंभ में भी वे कई अलग-अलग संतों से मिलते हुए दिखे थे। मौजूदा सीएम योगी के सनातन और हिंदुत्व विचारधारा का जब-तब समर्थन करते रहते हैं। धीरेंद्र शास्त्री की सनातन यात्रा में वे किसी राजनीतिक उद्देश्य के मकसद से शामिल नहीं हुए। सनातन के हर काम में उनकी भागीदारी देखी जा सकती है। राजनीतिक विश्लेषक एवं वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय भी सुरेश बहादुर सिंह की राय से इत्तफाक रखते हैं। कहते हैं- राजा भैया खुद धार्मिक मामलों में काफी ज्ञान रखते हैं। बातें भी तार्किक करते हैं। उन्होंने सनातन की बात कभी राजनीतिक फायदे के लिए नहीं की। हां, उनकी इस पहचान का उन्हें अपने क्षेत्र में राजनीतिक फायदा मिलता रहा है। इससे कोई इनकार नहीं कर सकता। हिंदुत्व की धारा के साथ आगे बढ़ रहे राजा भैयादेश में दो ही धारा मौजूदा समय में बह रही है। पहली सेकुलर की और दूसरी हिंदुत्व की। राजा भैया भी हिंदुत्व की धारा के साथ ही आगे बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि वह सनातन के मुद्दे पर मुखरता के साथ अपनी बात रखते हैं। चाहे वह महाकुंभ में दिया गया, उनका वक्तव्य हो या फिर सनातन यात्रा को लेकर की गई उनकी अपील। राजा भैया ने सनातन यात्रा से पहले सोशल मीडिया पेज पर वीडियो के जरिए इसे सफल बनाने की अपील की थी। तब उन्होंने कहा था कि बागेश्वर धाम धीरेंद्र शास्त्री की अगुआई में दिल्ली से शुरू हुई इस सनातन यात्रा का मकसद सनातनियों में जागरूकता फैलाना, जातिवाद की जड़ें उखाड़ना और हिंदू एकता को मजबूत करना है। साथ ही यात्रा का उद्देश्य मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण, मां यमुना की स्वच्छता जैसे मुद्दों पर केंद्रित है। उन्होंने खुद के लिए कहा था कि वह इस यात्रा में शामिल होते रहेंगे। फरीदाबाद में वह यात्रा में शामिल हुए और कहा कि जातिवाद हमारे हिन्दू समाज का सबसे बड़ा अभिशाप है, उसे दूर करना होगा। उन्होंने नारा दिया- जात-पात की करो विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई। राजनीतिक विश्लेषक आनंद राय कहते हैं- राजा भैया जिस क्षत्रिय समाज से आते हैं, उसका यूपी में इतना आधार नहीं है कि सिर्फ उसके बलबूते वे अपनी राजनीतिक पहचान स्थापित कर पाएं। यूपी की पूरी राजनीति ही जाति पर आधारित है। ऐसे में जातीय राजनीति की धार को कुंद हिंदुत्व का प्रचंड वेग ही कर सकता है। राजा भैया की कोशिश भी यही है कि वे अपने परिवार की स्थापित छवि हिंदुत्व छवि के साथ आगे बढ़ें। 2027 में हार्ड कोर हिंदुत्व का कितना फायदा होगा? इसका जवाब सुरेश बहादुर सिंह ने दिया। कहा कि फिलहाल भाजपा हिंदुत्व के मुद्दे पर बहुत आगे बढ़ चुकी है। उसके रहते यूपी में किसी दूसरे की राजनीति हिंदुत्व की पिच पर उभरने की काफी कम उम्मीद है। राजा भैया अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में तो कामयाब हो सकते हैं। लेकिन, पूरे प्रदेश में अपनी पार्टी को स्थापित नहीं कर सकते। वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय इसी बात को दूसरे तरीके से समझाते हैं। कहते हैं कि राजा भैया का प्रभाव क्षेत्र प्रतापगढ़, कौशांबी आदि जिले हैं। इस क्षेत्र में भाजपा का प्रदर्शन वैसे भी कमजोर रहता है। हो सकता है, 2027 में राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक भाजपा के नए सहयोगी के तौर पर सामने आ सकती है। हालांकि अभी इसकी कहीं कोई चर्चा नहीं है। लेकिन, राजनीति संभावनाओं का खेल है। इसमें कुछ भी कभी भी हो सकता है। राजा भैया से गठबंधन करना भाजपा के लिए अधिक फायदेमंद होगा। इसका गणित समझाते हुए आनंद राय बताते हैं- जाहिर-सी बात है कि जनसत्ता दल विधानसभा चुनाव में जरूर उतरेगी। तब उसके प्रत्याशी को जो भी वोट मिलेंगे, वो भाजपा को ही प्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाएंगे। जबकि गठबंधन होने पर भाजपा को सबसे अधिक फायदा हो सकता है। जब भाजपा काे फायदा होगा तो जाहिर सी बात है कि राजा भैया को भी इसका फायदा मिलेगा ही। राजा भैया कितने संत और महात्माओं से ले चुके हैं आशीर्वादराजा भैया 8 नवंबर को मीरजापुर में मां विंध्यवासिनी का दर्शन करने गए थे। उनके सोशल मीडिया पेज पर इसकी फोटो पोस्ट है। इसके अलावा बेंती महल परिसर में विराजमान बजरंगबली की अक्सर पूजा करते हुए उनकी तस्वीर सामने आती रहती है। धीरेंद्र शास्त्री की पहली सनातन यात्रा में भी वे शामिल हुए थे। तब ये यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक निकली थी। राजा भैया तब झांसी में इस यात्रा में शामिल हुए थे। तब बाबा ने उनकी तारीफ करते हुए कहा था, ‘राजा भैया हनुमान भक्त और सनातन प्रेमी हैं। उनका स्वभाव विनम्र है और सनातन के लिए वे खूब सोचते हैं।’ प्रयागराज 2025 महाकुंभ में राजा भैया का देवकीनंदन ठाकुर, संतोष दास, चिन्मयदास बापू, ऋषि पाराशर, संत रामदास से आशीर्वाद लेते हुए फोटो और वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। प्रयागराज महाकुंभ पर सवाल उठाने वाले विपक्षियों पर खासकर सपा पर उन्होंने सदन में भी जोरदार हमला बोला था। राजा भैया ने राम मंदिर निर्माण के लिए 4-5 करोड़ का गुप्त दान दिया था। यहां तक कि 2022 विधानसभा चुनाव में अयोध्या में रामलला के दर्शन कर अपनी यात्रा शुरू की थी। 2024 में पट्टी करमाही में राघवाचार्य महाराज की भागवत कथा, सितंबर 2025 में पटौवा हाथीगांव में देवव्रत महाराज, अक्टूबर 2025 में प्रतापगढ़ कुंडा में राजन जी महाराज और रामापुर में राजेश शुक्ल महाराज की कथाओं में पहुंचे थे। महाकुंभ में राजा भैया के इस बयान की सबसे ज्यादा चर्चामहाकुंभ में राजा भैया ने कौशल महाराज के पंडाल में श्रद्धालुओं के बीच वक्तव्य दिया था। राजा भैया ने कहा था- हमें चिंता करनी चाहिए, जिस स्थिति में हमारा सनातन धर्म है। हमारे देश में राष्ट्रविरोधी शक्तियां, हिंदुत्व विरोधी शक्तियां अपना सर उठा रही हैं। हिन्दू जीवन शैली का लॉस हो रहा है। आप कल्पना करके देखिए, आज एक नहीं कई स्थानों पर चाहे वह मां दुर्गा विसर्जन यात्रा हो या हनुमान जन्मोत्सव की यात्रा हो हर जगह हिंदुओं पर पथराव हो रहा है। हिंदू मारा जा रहा है। क्योंकि एक वर्ग है, जो चाहता है कि सनातन समाप्त हो। इसलिए हम सबको बहुत मुखर होकर स्वयं आगे आना होगा। अपनी आने वाली पीढ़ी और बच्चों को धर्म के प्रति जागरूक करना होगा। सनातन धर्म सिर्फ यही नहीं है कि हम अपने पुण्यार्जन या अपने मोक्ष का मार्ग ढूंढे। सनातनियों का सच्चा दायित्व यही है कि सनातन दृढ़ स्थिति में रहे। जातिवाद तो राजनीतिक दलों का सनातन को कमजोर करने और अपने लाभ के लिए हिंदुओं को बांटने का एक षड्यंत्र है। हम लोगों को इससे भी सजग रहना होगा। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें- एक पेटी शराब यूपी से बिहार भेजने का रेट ₹5000, तस्कर बोला- चुनाव की कमाई से मकान बनाया 'हम ट्रेन में माल चढ़वा देंगे… 1200 रुपए लगेंगे। अगर उस तरफ (बिहार) प्लेटफॉर्म तक शराब पहुंचाना है तो वह भी कर देंगे…। लेकिन एक पेटी के 5000 रुपए लेंगे। अपनी सभी ट्रेनों में सेटिंग है…। इस बार बिहार चुनाव में इतना कमाया कि मकान बना लिया।' पढ़े पूरी खबर...
‘जो हमारे पास था, वो हम खो चुके हैं। अब सरकार से क्या मांग करें? न्याय किस चीज के लिए मांगें? वो जिंदा होते तो उनके लिए न्याय मांगते। इतना जरूर करेंगे कि जैसा हमारे साथ हुआ, भगवान न करे कभी किसी के साथ हो।’ ये दर्द है दीक्षा सिंघल का, जिन्होंने दिल्ली ब्लास्ट में अपने ससुर लोकेश अग्रवाल को खो दिया। लोकेश की तरह यूपी के 5 लोग इस ब्लास्ट में मारे गए। सबके परिजन गमजदा और गुस्से में हैं। परिवारवाले साफ कहते हैं कि ये आतंकी हमला था, सोची-समझी साजिश थी। दैनिक भास्कर ने ऐसे परिवारों से मिलकर उनका दर्द महसूस करने का प्रयास किया। ये लोग दिल्ली कैसे गए? क्या कर रहे थे? आखिरी बार क्या बात हुई? फैमिली को कैसे उनकी मौत की खबर आई? इस पर विस्तार से बात की। पूरी रिपोर्ट पढ़िए... अब पीड़ित परिवारों की बात... मेट्रो स्टेशन पहुंचने के 10 मिनट बाद हो गया धमाकाहम सबसे पहले अमरोहा जिले के कस्बा हसनपुर में पहुंचे। मुख्य रास्ते पर ही लोकेश अग्रवाल का मकान है। नीचे वाले हिस्से में दो दुकानें हैं। यहां शोकाकुल महिलाएं बैठी हैं। लोकेश के शव को परिजन अंतिम संस्कार के लिए ब्रजघाट गंगा घाट ले जा चुके थे। हमें उनकी बहू दीक्षा सिंघल मिलीं। दीक्षा बताती हैं- मेरी मां शशि अग्रवाल को ब्रेन हेमरेज हुआ था। वो 30 अक्टूबर से दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में भर्ती हैं। ससुर लोकेश उन्हीं को देखने 10 नवंबर की सुबह बस से दिल्ली गए थे। शाम साढ़े 5 बजे हमारी उनसे आखिरी बार वीडियो कॉल पर बात हुई। उस वक्त वो मेरी मां से ICU में मिलकर निकल रहे थे और हॉस्पिटल की लिफ्ट में थे। उन्होंने हम सबसे हाय-हैलो की। कहा कि मैं अपने दोस्त अशोक से मिलने के लिए जा रहा हूं। उससे मिलकर सीधा घर आऊंगा। अशोक उनके करीब 15 साल पुराने दोस्त थे। मेरी बहन और ससुर हॉस्पिटल से सीधा लाल किला मेट्रो स्टेशन पहुंचे। बहन उनको ड्रॉप करके घर निकल गई। ससुर अपने दोस्त अशोक के इंतजार में खड़े रहे। करीब 10 मिनट बाद ही धमाका हुआ। आधे चेहरे का मांस बाहर निकला, अंगूठी से हुई पहचानदीक्षा ने आगे बताया- शाम साढ़े 6 बजे पति गौरव सिंघल ने मुझसे कहा कि पापा अभी तक दिल्ली से आए क्यों नहीं? इतने में दिल्ली पुलिस से एक इंस्पेक्टर ने हमें कॉल करके बताया कि आपके ससुर का फोन हमारे पास है। कोई अज्ञात व्यक्ति ये मोबाइल देकर गया है। तब तक हमें दिल्ली में धमाके की खबर पता चल चुकी थी। इसके बाद मैंने दिल्ली पुलिस को ससुर की सारी डिटेल्स भेजी। कुछ देर बाद दिल्ली पुलिस ने हमें मृतकों और घायलों की एक लिस्ट भेजी। उसमें पापा के दोस्त अशोक का नाम लिखा था। इतना पता चलते ही रात 10 बजे परिवार के सभी सदस्य दिल्ली पहुंच गए। रात करीब एक बजे LNJP हॉस्पिटल में हमें एंट्री दी गई। तब पता चला कि ससुर नहीं रहे। शव बुरी हालत में था। आधे चेहरे का मांस निकलकर बाहर आ चुका था। जैकेट और अंगूठी से उनकी पहचान हो पाई। बॉडी पूरी तरह जली हुई थी। हॉस्पिटल से बॉडी पैक होकर आई थी, इसलिए हम बॉडी को बहुत ज्यादा देख नहीं पाए। अशोक की पत्नी बोली- पति का चेहरा खून से सना थाअमरोहा जिले में कस्बा हसनपुर से करीब 7 किलोमीटर दूर मंगरौला गांव है। यहां के रहने वाले अशोक सिंह दिल्ली में DTC में बस कंडक्टर थे। पत्नी-बच्चों के साथ दिल्ली के जगतपुरी में किराए के मकान में रहते थे। वो अपने दोस्त लोकेश अग्रवाल को रिसीव करने मेट्रो स्टेशन गए थे और ब्लास्ट में दोस्त संग मारे गए। परिवार में अब पत्नी सोनम के अलावा 3 छोटे-छोटे बच्चे रह गए हैं। सबसे बड़ी बेटी आरोही है, जिसकी उम्र 7 साल है। अशोक की बूढ़ी मां दहाड़े मारकर रोती रहीं। पत्नी सोनम ने हमें बताया- पति रोजाना सुबह साढ़े 5 बजे ड्यूटी पर चले जाते और रात 12 बजे तक घर आते थे। कल सबसे पहले मुझे गांव से कॉल आई। पूछा कि चाचा कहां हैं? मैंने कहा कि वो अभी ड्यूटी पर गए हैं, जब आएंगे तो बात करा दूंगी। फिर भांजे हिमांशु की कॉल आई। वो भी DTC बस पर नौकरी करता है। हिमांशु ने पूछा- मामा घर आ गए? मैंने उसको भी यही बात दोहराई। फिर गोपालपुर से मेरे पास जेठ का फोन आया। उन्होंने कहा- बेटा सोनम क्या कर रही है? अशोक कितने बजे तक घर आता है? जब मैंने जोर देकर ये सब जानने की वजह पूछी तो उन्होंने कुछ नहीं बताया। रात 11 बजे मुझे पता चला कि पति इस दुनिया में नहीं रहे। हालांकि, मेरे पास दिल्ली पुलिस ने कोई फोन नहीं किया। लेकिन, सारे रिश्तेदार घटनास्थल पर रात में ही पहुंच गए थे। उन्होंने वहां पहुंचकर बॉडी की पहचान कर ली थी। शव किस हालत में था? ये पूछने पर सोनम कहती हैं- पति की पहचान तक नहीं हो पा रही थी। चेहरा खून से सना हुआ था। मेरठ : रिक्शे से सवारी छोड़ने गया था मोहसिन, ब्लास्ट में मौतमेरठ में इस्लामनगर की गली नंबर-2 में रहने वाले निवासी 32 साल के मोहसिन की भी दिल्ली ब्लास्ट में मौत हुई। मोहसिन दिल्ली में जामा मस्जिद के पास पत्ता मोहल्ला स्थित एक मकान में किराए पर रहता था और ई-रिक्शा चलाता था। परिवार में पत्नी सुल्ताना, 10 साल की बेटी हिफजा और 8 साल का बेटा आहद हैं। ब्लास्ट के वक्त वो रिक्शे में सवारियां लेकर लाल किला की तरफ गया था। मोहसिन के छोटे भाई मोहम्मद शुएब बताते हैं- ब्लास्ट के बाद हमने अपने भाई को कॉल किया। उनका मोबाइल पुलिस स्टेशन में था। वो घर भी नहीं पहुंचे थे। कई रिश्तेदार लाल किले पर घटनास्थल पर गए। वहां से बताया गया कि घायलों को LNJP हॉस्पिटल ले जाया गया है। इसके बाद सभी परिवारवाले हॉस्पिटल पहुंचे। वहां घायल और मृतक अंदर थे। उनसे किसी को मिलने नहीं दिया जा रहा था। रात करीब 3 बजे हमें कन्फर्म हुआ कि मोहसिन की भी इसमें मौत हुई है। मोहसिन की मां संजीदा कहती हैं- बेटा दो साल पहले काम करने दिल्ली गया था। मैंने मना किया था, लेकिन वो नहीं माना। उसकी पत्नी दिल्ली की रहने वाली थी, इसलिए वो भी दिल्ली में ही रहना चाहता था। श्रावस्ती में पिता को TV से बेटे की मौत की खबर मिलीदिनेश कुमार श्रावस्ती जिले के गणेशपुर गांव के रहने वाले थे। दिल्ली में एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करते थे। उनकी शादी 10 साल पहले रीना देवी से हुई थी। उनके तीन बच्चे हैं- हिमांशु (8), बिट्टा (7) और सृष्टि (4)। पत्नी रीना देवी ने बताया, ‘वह 10-12 साल से दिल्ली में रह रहे थे। 10 दिन पहले ही घर से दिल्ली गए थे। अब बच्चों को कैसे पालूं?’ पिता भूरे ने बताया- टीवी देखकर बम विस्फोट की खबर मिली। जब दिनेश का फोन मिलाने की कोशिश की तो वह बंद मिला। बाद में पता चला कि मरने वालों में दिनेश भी शामिल हैं। सड़क पार करते वक्त शामली का नौमान भी मारा गयानौमान शामली के झिंझाना कस्बे का रहने वाला था। यहां कॉस्मेटिक की दुकान चलाता था। सोमवार को वह अपने भाई अमन के साथ दुकान का सामान खरीदने दिल्ली गया था। पार्किंग में कार खड़ी करने के बाद दोनों भाई सड़क पार कर रहे थे, तभी धमाका हो गया। दोनों इसकी चपेट में आ गए। नौमान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अमन गंभीर रूप से घायल हो गया। अमन को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... बहू पति के अंतिम संस्कार के लिए सास से भिड़ी, भाई शव मेरठ लाया तो पत्नी अकेले वापस ले गई दिल्ली में हुए ब्लास्ट में मेरठ के मोहसिन (32) की मौत हो गई। भाई की मौत के बारे में पता चलते ही नदीम दिल्ली पहुंचा। वहां से मोहसिन का शव लेकर मेरठ आ गया। जब यह बात मोहसिन की पत्नी सुल्ताना को पता चली, तो वह भी करीब 3 घंटे बाद मेरठ पहुंच गई। इसके बाद सुल्ताना पति के शव का दिल्ली में अंतिम संस्कार करने पर अड़ गई। पढ़ें पूरी खबर
यूपी में शादी का मौसम लौट आया है। हर कपल की एक ही ख्वाहिश होती है- शादी यादगार बने, लेकिन बैंक बैलेंस न बिगड़े। डेस्टिनेशन वेडिंग्स का ग्लैमर लुभाता जरूर है, पर भारी-भरकम खर्च कई बार धड़कनें बढ़ा देता है। अब यूपी में एक नया ट्रेंड तेजी से उभर रहा है ‘स्मार्ट वेडिंग’। दैनिक भास्कर ऐप लाया है कि नई सीरीज ‘बैंड, बाजा, बजट’। 5 एपिसोड की इस सीरीज में आप जानेंगे बजटिंग, डेकोरेशन, फूड, फोटोग्राफी, शॉपिंग से लेकर डिजिटल इन्विटेशन के स्मार्ट तरीके। हर एपिसोड में होगी एक्सपर्ट्स की सलाह, लोकल कहानी और स्मार्ट ट्रिक। पहले एपिसोड में जानिए कैसे स्मार्ट बजट बनाएं और 5 लाख से 10 लाख रुपए के भीतर शादी को शानदार बनाएं... गोरखपुर के गौरव पांडेय बैंक में नौकरी करते हैं। नौकरी के दौरान उन्होंने देखा कि कई लोग शादी के लिए पर्सनल लोन लेते हैं। फिर शादी के बाद भारी-भरकम ब्याज के तले दबे रहते हैं। जो पैसा उन्हें अपनी नई-नवेली गृहस्थी पर खर्च करना चाहिए, वो EMI में चला जाता है। गौरव ने तभी ठान लिया था कि वे अपनी शादी में एक रुपया भी उधार नहीं लेंगे। एक दिन उनके पापा के दोस्त ने एक फोटो दिखाई, वो विभा की थी। घरवालों को विभा पसंद आ गईं। उधर विभा के परिवारवालों को भी गौरव भा गए। कुछ मुलाकातों के बाद दोनों एक-दूसरे को समझने लगे। दोनों ने फैसला किया कि बिना फिजूल खर्च के स्मार्ट वेडिंग प्लान करेंगे। विभा हंसते हुए कहती हैं, “हमने सादगी के साथ शादी की। आज हमारी शादी को एक साल होने जा रहा। कभी बहस होती है, कभी प्यार, पर रिश्ता बहुत मीठा और सच्चा है।” गौरव आगे जोड़ते हैं, “शादी को बड़ा बनाने के लिए लाखों रुपए नहीं, बस स्मार्ट प्लानिंग चाहिए।” एक्सपर्ट्स से समझिए स्मार्ट वेडिंग प्लानिंग... 4-पिलर बजट, ऑफ सीजन खरीदारी से पैसा बचाएंलखनऊ के वेडिंग प्लानर शुभ कहते हैं कि बजट छोटा-बड़ा नहीं होता, प्लानिंग स्मार्ट होनी चाहिए। पहले शादी का मतलब था बड़ा हॉल, ढेर सारे मेहमान और धूम-धड़ाका। अब लोग स्मार्ट प्लानिंग पर फोकस कर रहे। कई बार तो ऐसा होता है कि कपल हमारे पास सजेशन लेने आते हैं। प्लान बनवाते हैं और शादी खुद अरेंज करते हैं। वेडिंग प्लानर शिवांगी कहती हैं कि यूपी के टियर-2 और टियर-3 यानी कानपुर, वाराणसी, शाहजहांपुर, इटावा, रामपुर जैसे शहरों में भी शादी का तरीका बदल रहा है। लोग चमक-दमक की जगह क्लास पर फोकस कर रहे। कपल्स दिखावे में खर्च होने वाला पैसा फ्यूचर के लिए सेव कर रहे, यही ‘स्मार्ट वेडिंग’ है। प्लानर्स बताते हैं कि ज्यादातर खर्च वेन्यू, सजावट, खाना, कपड़े, मेकअप वगैरह पर ही आता है। स्मार्ट शादी के लिए हम इन सबका बजट पहले ही तय कर लेना चाहिए। ऐसा इसलिए, ताकि एक हिस्से पर बहुत ज्यादा खर्च न हो और पूरी शादी में एक जैसा क्लास दिखे। सबसे जरूरी बात, ऑफ सीजन में शादी की खरीदारी करने से काफी पैसा बच सकता है। खर्च करने से पहले उसकी जरूरत और अन्य ऑप्शन भी देखें। दिखावे की जगह इमोशनल वैल्यू की चीजों पर खर्च करें। इसके लिए आपको शादी से 6-8 महीने पहले प्लानिंग शुरू करनी चाहिए। वेन्यू और डेकोरेशन में दिखेगा टैरेस और लॉन का जादू हल्दी, मेहंदी, संगीत: वेडिंग प्लानर शिवांगी सजेस्ट करती हैं कि बजट फ्रेंडली शादी के लिए हल्दी, मेहंदी और संगीत जैसे फंक्शन किसी छोटे रेस्टोरेंट या कम्युनिटी हॉल में कर सकते हैं। चाहें तो घर के लॉन या छत पर भी फंक्शन हो सकते हैं। इससे पैसे तो बचते ही हैं, परिवार का अपनापन भी मिलता है। फंक्शन सनसेट के टाइम रखें। वो टाइम फोटो-वीडियोग्राफी के लिए सबसे अच्छा होता है और डिम लाइट से ऐस्थेटिक लुक भी मिलता है। इन दिनों दिन में शादी करने का भी ट्रेंड है। इससे लाइटिंग का खर्च बचता है, साथ ही रात की थकावट न होने से फोटो अच्छे आते हैं। शादी का वेन्यू: वेडिंग प्लानर शुभ कहते हैं कि आजकल हर शहर में शादी के ढेरों वेन्यू ऑप्शन मौजूद हैं। आप बजट के हिसाब से बैंक्वेट हॉल, गेस्ट हाउस या लॉन चुन सकते हैं। कुछ के पास ‘कॉम्बो ऑफर’ भी रहता है। इसमें डेकोरेशन और फूड भी शामिल रहता है। वेन्यू + डेकोरेशन का ऑप्शन बजट फ्रेंडली रहता है। इसके अलावा वेन्यू के लिए स्कूल या क्लब ग्राउंड्स बहुत किफायती साबित होते हैं। छोटे शहरों में आसानी से मिल भी जाते हैं। लोकल वेंडर कम बजट में बढ़िया सजावट करते हैं, लेकिन शादी से तीन-चार महीने पहले इनकी बुकिंग कर लें। इससे 30% तक की बचत हो सकती है। खाने में कल्चरल टच, स्मार्ट मेन्यू से वेस्ट कंट्रोल लखनऊ के समीर वारसी करीब 6 साल से कैटरिंग बिजनेस में हैं। वे कहते हैं कि खाना ही शादी का दिल होता है। सबसे ज्यादा खर्च भी इसी पर होता है और रिश्तेदार ढूंढ-ढूंढकर कमियां भी निकालते हैं। कोरोना से पहले शादियों में चार-छह सौ मेहमान तक आते थे। कहीं-कहीं ये और भी ज्यादा होते थे। अब 150 से 200 मेहमान ही होते हैं। इसके अलावा यूपी में लोकल फ्लेवर्स की वापसी हो रही है। क्लाइंट अब कढ़ी, दम आलू, मटर चाट, आलू टिक्की, अलग-अलग तरह की पकौड़ियां, मीठे में जलेबी, इमरती, रबड़ी की डिमांड करते हैं। छोटे शहरों में लोग लोकल हलवाई ही हायर कर रहे हैं। इससे खाने की क्वालिटी और खर्च दोनों कंट्रोल में रहता है। स्मार्ट प्लानिंग ये है कि बुफे में बहुत ज्यादा आइटम न रखें। वही डिश रखें जो सबको पसंद आए। पांच आइटम रखिए, लेकिन लाजवाब टेस्ट हो। फूड वेस्ट न हो, इसके लिए किसी NGO से कॉन्टैक्ट जरूर रखें। मां की साड़ी से बनेगा 'यादगार' लहंगा फैशन डिजाइनर कृतिका बताती हैं कि आजकल मां और दादी-नानी की साड़ियों से लहंगा बनवाने का चलन है। टाइमलेस बनारसी हो या कांजीवरम उसे रि-डिजाइन करके ड्रेस बनवा सकते हैं। लोकल बुटीक बेहद कम बजट में मनमाफिक आउटफिट बना देते हैं। इसकी इमोशनल वैल्यू भी होती है। हमारी एक कस्टमर के पिता की डेथ हो चुकी थी। उनकी डिमांड थी कि पिता की कोई याद लहंगे में हो। हमने लहंगे की डिजाइन में कस्टमर के पिता का नाम लिखवाया। डिजाइन उन्हें इमोशनली टच कर गई। फैशन डिजाइनर सुधी मिश्रा कहती हैं कि ब्रांडेड या बड़े बाजारों से खरीदारी की जरूरत नहीं। लोकल मार्केट में भी आपको यूनीक और डिफरेंट डिजाइंस मिल सकते हैं। बस थोड़ी-सी मेहनत करनी होगी। लखनऊ या आसपास के जिले में हैं, तो चौक-अमीनाबाद जैसी मार्केट्स जरूर एक्सप्लोर करें। बनारस में पीली कोठी और आगरा, कानपुर की लोकल मार्केट्स में कल्चरल डिजाइन तैयार करने वाले कारीगर मिल जाएंगे। यही डिजाइन को यूनीक बनाता है। दूल्हा ज्यादातर शेरवानी या सूट पहनता है, लेकिन वो भी इमोशनल जुड़ाव वाले कपड़े डिजाइन करवा सकते हैं। साड़ी के पल्लू से बहुत सुंदर नेहरू जैकेट बन सकती है। बची हुई साड़ी का लहंगे में इस्तेमाल हो सकता है। इनके अलावा रेंटल आउटफिट भी अच्छा ऑप्शन है। इसकी वजह है कि शादी का लहंगा या शेरवानी शायद ही दोबारा बेहद कम पहना जाता है। ऐसे में रेंटल सर्विस किफायती हो सकती है। मेकअप-मेहंदी के फैमिली ऑफर से 30% की बचत मेकअप आर्टिस्ट नेहा रस्तोगी बताती हैं- मेरठ, आगरा, बरेली जैसे शहरों में मेकअप का कम से कम खर्च 5 से 20 हजार रुपए होता ही है। बजट के हिसाब से ऊपर-नीचे होता है। एयरब्रश मेकअप चाहिए तो रेट और बढ़ जाएंगे। शादी से तीन-चार महीने पहले ही मेकअप और मेहंदी आर्टिस्ट भी उसी समय तय कर लेना चाहिए, ताकि रेट लॉक हो जाए। ये भी क्लियर करें कि हाफ हैंड मेहंदी चाहिए या फुल। फैमिली ऑफर भी जरूर पूछें। ये 20 से 30% की बचत करवा सकता है। डिजाइन, टाइमिंग और फैमिली पैकेज सब पहले लिखवा लें, वरना शादी वाले दिन सब उलझ जाता है। शादी से 10-15 दिन पहले मेकअप का ट्रायल लेना भी ठीक रहता है। इससे एलर्जी या रिएक्शन पता चल जाता है और समय रहते दूसरी तरह का मेकअप फाइनल कर सकते हैं। भारी ज्वेलरी की जगह आर्टिफिशियल या पर्ल ज्वेलरी लें। यह बजट फ्रेंडली के साथ सुंदर भी होती है। कुछ पीस शादी के दूसरे फंक्शंस में पहनने के लिए भी चुनें। प्री-वेडिंग शूट की जगह इमोशनल पल कैप्चर करें पुराने समय में घरवाले और रिश्तेदार ही मिलकर शादी का सारा काम करते थे। आजकल इसे DIY यानी डू इट योर सेल्फ कहते हैं। दूल्हा-दुल्हन के दोस्त, रिश्तेदार वगैरह मिलकर घर और हल्दी-मेहंदी जैसे फंक्शन में सजावट कर सकते हैं। हल्दी में यलो और मेहंदी में ग्रीन फैब्रिक थीम का इस्तेमाल आम है। आप अपने हिसाब से एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं। इमोशनल टच के लिए बिजली की लड़ियों के बीच पुरानी फोटोज की हैंगिंग्स इस्तेमाल कर सकते हैं। फोटोग्राफी किसी भी शादी का सबसे खास हिस्सा होता है। प्रोफेशनल फोटोग्राफर तुषार बताते हैं कि शादी करने वाले लोग महंगे स्टूडियो के बजाय शौकिया फोटोग्राफर्स को हायर कर रहे हैं, क्योंकि ये लोग भी बेहतरीन रिजल्ट दे रहे हैं। कानपुर-लखनऊ जैसे शहरों में कॉलेज स्टूडेंट्स कम बजट में डॉक्यूमेंट्री-स्टाइल फोटो शूट कर रहे हैं। फ्रीलांसर भी अच्छा काम कर रहे। इंस्टाग्राम पर आपको आसानी से ऐसे लोग मिल जाएंगे। प्री-वेडिंग शूट पर खर्च करने के बजाय दोस्तों से शादी के इमोशनल पल रिकॉर्ड करके रील्स बनवाएं। ये सबसे ज्यादा शेयरेबल और रियल होता है। 'स्मार्ट वेडिंग' के लिए 5 जादुई टिप्स टिप 1: अपने बजट को 4 हिस्सों में बांटें (4-पिलर बजट) वेन्यू+डेकोरेशन: 30-35% तककैटरिंग: 35-40% तककपड़े+ज्वैलरी+मेकअप: 15-20% तकमिसलेनियस: 10-15% तक टिप 2: लोकल वेंडर्स की ताकत पहचानें छोटे लॉन/सरकारी गेस्ट हाउस: महंगे बैंक्वेट हॉल की जगह, अपनी कॉलोनी के कम्युनिटी सेंटर, किसी स्कूल के लॉन, या सरकारी गेस्ट हाउस को किराए पर लें।डेकोरेशन: लोकल मार्केट में उपलब्ध फूल इस्तेमाल करें। DIY पर फोकस करें। ये कम कीमत में 'देसी और रियल' ऐस्थेटिक देते हैं।लोकल हलवाई: कैटरिंग के लिए लोकल हलवाई को हायर करें। मेन्यू में लिमिटेड आइटम रखें। क्वालिटी और UP का लोकल स्वाद कम बजट में मिल जाएंगे। टिप 3: DIY और डिजिटल बनिए ई-इन्विटेशन: महंगे प्रिंटेड कार्ड की जगह डिजिटल इन्विटेशन यानी वीडियो या ग्राफिक भेजें। इससे पैसे बचेंगे और ये इको-फ्रेंडली भी है।DIY डेकोर: हल्दी/मेहंदी के लिए अपनी पुरानी साड़ी और दुपट्टों का इस्तेमाल करें। जूट की रस्सियां, कांच की बोतलें और गेंदे के फूल सबसे किफायती और एथनिक डेकोरेशन देते हैं।फोटोग्राफी: बड़े स्टूडियो के बजाय फ्रीलांसर या शौकिया फोटोग्राफर्स चुनें। टिपिकल वेडिंग पोज की जगह क्रिएटिव फोटोशूट दे सकते हैं। टिप 4: 'इमोशनल वैल्यू' को ब्रांडेड से ऊपर रखें कपड़े: अच्छे रेंटल सर्विस से लहंगा किराए पर लें। मां-दादी की पुरानी बनारसी साड़ी से लहंगा बनवाएं।कंटेंट: प्री-वेडिंग शूट पर हजारों खर्च करने के बजाय दोस्तों से शादी के इमोशनल पल रिकॉर्ड करके रील्स बनवाएं। ये सबसे ज्यादा शेयरेबल और रियल होता है। टिप 5: इको-फ्रेंडली और सामाजिक जिम्मेदारी नो फूड वेस्ट: खाने की बर्बादी को रोकने के लिए बचा हुआ खाना लोकल NGO तक पहुंचाएं।प्लास्टिक को 'NO': प्लास्टिक की जगह कागज या इकोफ्रेंडली मटेरियल से बने डिस्पोजेबल का इस्तेमाल करें। ये वेडिंग सीजन आपका है। अपनी शादी को भव्य ही नहीं स्मार्ट, सार्थक और कल्चर से भरपूर बनाएं। कल हम आपको यूपी के उन चुनिंदा शहरों के बारे में बताएंगे जहां कम खर्च में यादगार डेस्टिनेशन वेडिंग हो सकती है। **** स्टोरी एडिट- कृष्ण गोपाल ग्राफिक्स- सौरभ कुमार
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निलंबित चल रहे महाराजा सूरजमल ब्रज विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. रमेश चंद्रा को राज्यपाल ने मंगलवार को बर्खास्त कर दिया। इससे पहले तीन सबसे प्रमुख प्रशासनिक अधिकारियों के निलंबन का आदेश भी आ चुका है। इस सारी कार्रवाई के पीछे रहा 25 लाख रुपए का गबन, जिसके लिए प्रो. रमेश चंद्रा के समय कैशियर रहे बिजेंद्र सिंह पर एफआईआर करवाई गई थी। बिजेंद्र को गिरफ्तार भी किया गया था। अगस्त 2024 के पहले सप्ताह में गिरफ्तार होने के बाद 9 महीने जेल में रहे। जमानत होने के बाद पहली बार बिजेंद्र ने भास्कर से बात की और बताया कि कैसे उन्हें सारे बड़े अधिकारियों ने फंसाया। यह भी बताया कि कैसे आला अधिकारियों ने कमरे में बंद कर जबरन यह लिखवाया कि गबन अकेले उन्होंने ही किया है। उल्लेखनीय है कि यूनिवर्सिटी के उप कुलसचिव डॉ. अरुण पांडे, सहायक कुलसचिव प्रशांत कुमार व परीक्षा नियंत्रक डॉ. फरबट सिंह को निलंबित करने का आदेश राज्यपाल निकाल चुके हैं, लेकिन कुलगुरु ने अभी तक उन्हें निलंबित नहीं किया है। मेरे और डीडीओ पांडे के पास रहती थीं तिजोरी की चाबियां भास्कर: चाबियां तो आपके पास ही रहती थीं, फिर दूसरों पर दोष क्यों मढ़ रहे हैं? बिजेंद्र: 25 साल मैंने एमएसजे कॉलेज में कैशियर के पद पर कार्य किया। आज तक एक भी रुपए की हेराफेरी नहीं हुई। रिटायर होने के बाद विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों ने मुझे कैशियर पद के लिए आमंत्रित किया था। मैं एक मध्यम परिवार का व्यक्ति हूं और इन प्रपंचों से हमेशा दूर रहा। जो भी विद्यार्थियों की फीस से कैश मिलता था, वह मैं जमा कर देता था। एक-एक पैसा गिन-गिनकर रखता था। तिजोरी की चाबी अकेले मेरे पास नहीं थी। चाबियों का पूरा सेट था — एक सेट मेरे पास रहता था और दूसरा सेट डीडीओ (डॉ. अरुण पांडे) के पास रहता था। भास्कर: कुछ गड़बड़ हो रहा था तो आपने किसी को बताया क्यों नहीं? बिजेंद्र: मैंने अकाउंट्स के व्यक्ति सचिन गर्ग से चार्ज लिया था। कैश धीरे-धीरे कम हो रहा था। मैंने अकाउंट देखने वाले प्लेसमेंट के आदमी सचिन गर्ग को यह बात बताई थी कि पैसे कम हो रहे हैं। सचिन बिल क्लर्क था। एक रोज अचानक मुझे बताया कि कैश बुक में लगभग 25 लाख रुपए कम पड़ रहे हैं। उसके बाद सचिन गर्ग व अकाउंट्स के सभी आदमी, डीडीओ और अन्य अधिकारियों ने मिलकर पूरा षड्यंत्र रचा और सारा आरोप मुझ अकेले पर लगा दिया। भास्कर: लेकिन आपने तो पुलिस को कबूलनामा दिया कि आपने ही गबन किया? बिजेंद्र: डॉ. अरुण पांडे, डॉ. फरबट सिंह व अन्य लोगों ने जबरदस्ती मुझ पर दबाव बनाया और खुद लेटर तैयार कर मुझसे हस्ताक्षर करा लिए। किसी ने भी मेरा पक्ष नहीं सुना। हम गरीब आदमी इज्जत के लिए जीते हैं। जिंदगी भर ईमानदारी से काम किया, लेकिन मेरी जिंदगी भर की इज्जत इन विश्वविद्यालय के लोगों के कारण बर्बाद हो गई। जो सच्चाई मैंने तब भी बताई थी, वह सच्चाई अब जांच रिपोर्ट के माध्यम से सभी के सामने आ गई है। राज्यपाल ने पूर्व कुलगुरु प्रो. चंद्रा को किया बर्खास्त, लेकिन कुलगुरु अभी भी रिपोर्ट पढ़ने में व्यस्त... महाराजा सूरजमल विवि के पूर्व कुलपति प्रो. रमेश चंद्र को राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने प्रो. रमेश चंद्रा के विरुद्ध विश्वविद्यालय अधिनियम की पालना नहीं करने, विश्वविद्यालय संसाधनों/निधियों का दुरुपयोग करने और नियम-प्रावधानों के विपरीत जाकर मनमर्जी से कार्य करने, वित्त विभाग के नियमों का उल्लंघन कर विश्वविद्यालय को वित्तीय हानि पहुंचाने के आरोप प्रमाणित पाए जाने पर कार्रवाई की। भरतपुर के निलंबित कुलगुरु प्रो. रमेश चंद्रा को राज्य सरकार के परामर्श से कुलाधिपति के रूप में प्रदत्त शक्तियों का उपयोग करते हुए तत्काल प्रभाव से हटाने के आदेश जारी किए गए। लेकिन 5 नवंबर को संभागीय रिपोर्ट के आधार पर विवि के तीनों प्रशासनिक अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों के निलंबन के आदेश के बावजूद भी कुलपति प्रो. त्रिभुवन शर्मा ने अभी तक रिपोर्ट के आधार पर वित्तीय अनियमितताओं में किसी भी व्यक्ति को निलंबित नहीं किया। छात्र आंदोलन और डिग्री कैंसिल करना बर्खास्तगी का प्रमुख कारण ब्रज विश्वविद्यालय प्रशासन में विद्यार्थी विष्णु खेमरा की डिग्री कैंसिल व छात्र संघर्ष समिति के निरंतर आंदोलन पूर्व कुलगुरु प्रो. रमेश चंद्रा को ले डूबा। लगातार विद्यार्थियों के हित में फीस वृद्धि से लेकर विश्वविद्यालय के कार्यों में अनियमितताओं और प्रशासनिक गड़बड़ियों से जुड़ी शिकायतें लंबे समय से शासन तक पहुंच रही थीं। “यह छात्र संघर्ष समिति के निरंतर आंदोलन की जीत है — भ्रष्ट कुलपति हटे, अब शेष दोषियों के विरुद्ध शीघ्र निलंबन व एफआईआर की कार्रवाई होगी।” -एडवोकेट लोकेश तमरौली “बॉम सदस्य लगातार शुरुआत से हर घोटाले को विधानसभा में रखने से लेकर राज्यपाल तक शिकायत पहुंचाने का कार्य करती रही है। ऐसे भ्रष्ट लोग विश्वविद्यालय में रहने नहीं चाहिए। यह शिक्षा का मंदिर है, लूटने का खजाना नहीं। यहां सिर्फ छात्रहित में काम करने वाले ही रहेंगे।” -बहादुर सिंह कोली, (बॉम सदस्य)
बिल्डरों के पास बकाया जमा करने की डेडलाइन समाप्त हो चुकी है। प्राधिकरण ने 43 डेवलपर को नोटिस जारी किया था। जिसमें से कुछ का जवाब आया है। अधिकांश का जवाब पैसे जमा करने को लेकर आया है। हालांकि प्राधिकरण राहत देने के मूड में नहीं है। ऐसे डेवलपर जिन्होंने राहत पैकेज पर न तो सहमति दी थी और न ही पैसा जमा किया था। उनके लिए प्राधिकरण ईओडब्ल्यू में लैटर लिख चुका है। सबसे पहले बोर्ड में इन बिल्डरों की फाइल रखी जाएगी। इनका भूखंड आवंटन तक रद्य किया जा सकता है। प्राधिकरण के एसीईओ वंदना त्रिपाठी ने बताया कि प्राधिकरण ने बकायदारों से राहत पैकेज हटाने का प्रस्ताव बोर्ड में गया था। शासन के अप्रूवल का इंतजार था। नियमानुसार एक्शन लेने का अप्रूवल मिल गया है। डेवलपर की फाइलों को केस टू केस देखा जाएगा। प्रत्येक केस पर क्या निर्णय लिया जाएगा ये बोर्ड तय करेगा। आगामी बोर्ड में सभी केस की स्टडी करके प्रस्ताव लाया जाएगा। बता दे बिल्डर पर करीब साढ़े पांच हजार करोड़ का बकाया है। अमिताभ कांत समिति की सिफारिश लागूनोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के तहत यूपी सरकार ने 21 दिसंबर 2023 को शासनादेश जारी किया था। इसके बाद प्राधिकरण ने पहले चरण में उन 57 बिल्डर परियोजनाओं को शामिल किया, जिनका किसी न्यायालय में मामला विचाराधीन नहीं था। मार्च-अप्रैल 2024 से बिल्डरों ने बकाया जमा करवाना शुरू कर दिया था। 5.5 हजार करोड़ का है बकायाअधिकारियों ने बताया कि 57 में से जिन 35 बिल्डरों ने कुल बकाया में से 25 प्रतिशत राशि जमा की है, वह आगे किस्तें नहीं दे रहे, जबकि 100 करोड़ रुपए तक के बकायादार को एक साल में पूरी राशि जमा करनी थी। इनके अलावा 12 परियोजना के बिल्डरों ने कुछ-कुछ बकाया राशि जमा की है। 10 परियोजना के बिल्डरों ने कोई बकाया जमा नहीं किया। बोर्ड में लिया गया था निर्णयइस महीने हुई बोर्ड बैठक में प्राधिकरण के चेयरमैन दीपक कुमार ने आदेश दिया था कि बिल्डरों को बकाया जमा करने के लिए 31 अक्टूबर तक का अंतिम समय दिया गया था। अगर इस दौरान भी बिल्डर बकाया जमा नहीं करते हैं तो उनको दिया राहत पैकेज समाप्त कर दिया जाए। प्राधिकरण ने राहत पैकेज के अंतर्गत कोविड काल के दौरान दो साल का जीरो पीरियड और एनजीटी के आदेश के तहत अलग भी जीरो पीरियड का लाभ दे रखा है। अब इस मामले में शासन से अप्रूवल आ गया है।
राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर ने राजस्थान न्यायिक सेवा (RJS) सिविल जज के पद के लिए मुख्य परीक्षा का रिजल्ट मंगलवार को घोषित कर दिया। 11 और 12 अक्टूबर 2025 को जोधपुर व जयपुर में आयोजित मुख्य परीक्षा में कुल 169 उम्मीदवार इंटरव्यू के लिए अंतिम रूप से योग्य पाए गए हैं। रजिस्ट्रार (परीक्षा) द्वारा जारी इस रिजल्ट से पहले इस भर्ती के लिए 27 फरवरी 2025 को विज्ञापन जारी किया गया था। इस रिजल्ट में सामान्य श्रेणी के लिए कटऑफ 150 अंक रहा, जो सबसे अधिक है। सामान्य श्रेणी (विधवा) के लिए 133.5 अंक, सामान्य श्रेणी (भूतपूर्व सैनिक) के लिए 116 अंक निर्धारित किया गया। वहीं, अनुसूचित जाति के लिए 121 अंक और अनुसूचित जनजाति के लिए 123 अंक का कटऑफ रहा। इसी तरह, ओबीसी/एमबीसी-एनसीएल श्रेणी के लिए 137.5 अंक, मोर बैकवर्ड क्लास-एनसीएल के लिए 120.5 अंक और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के लिए 147 अंक का कटऑफ निर्धारित किया गया। दिव्यांग श्रेणी में लोकोमोटर डिसेबिलिटी (LD) के लिए 106 अंक और ब्लाइंड एंड लो विजन (BLV) के लिए 111 अंक का कटऑफ रहा। इंटरव्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों को सलाह दी गई है कि वे हाईकोर्ट की वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करते रहें, क्योंकि इंटरव्यू की तारीखें उचित समय पर घोषित की जाएंगी। इंटर-व्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों के लिए जरूरी सूचना रजिस्ट्रार (परीक्षा) ने स्पष्ट किया है कि इंटरव्यू के लिए योग्य पाए गए उम्मीदवारों की उम्मीदवारी किसी भी स्तर पर खारिज की जा सकती है यदि उनके द्वारा प्रस्तुत मूल दस्तावेज राजस्थान न्यायिक सेवा नियम, 2010 के प्रावधानों में निहित पात्रता की आवश्यकता को पूरा नहीं करते हैं। अंतिम रूप से योग्य उम्मीदवारों के इंटरव्यू की तारीखें उचित समय पर घोषित की जाएंगी। इसलिए उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करते रहें। एलएलबी अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी रद्द 4 उम्मीदवारों की उम्मीदवारी को चयन प्रक्रिया में विचार नहीं किया गया है। ये वे उम्मीदवार थे जिन्होंने अपना ऑनलाइन आवेदन फॉर्म एलएलबी परसुइंग कैंडिडेट के रूप में जमा किया था और मुख्य परीक्षा के आयोजन के 7 दिनों के भीतर आवश्यक शैक्षणिक योग्यता प्राप्त करने का प्रमाण जमा करने में विफल रहे। यह नियम पहले से ही स्पष्ट था कि एलएलबी परसुइंग उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के 7 दिनों के भीतर अपनी डिग्री का प्रमाण जमा करना अनिवार्य है। इस नियम का पालन न करने वाले 4 उम्मीदवारों को चयन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया। जल्द अपलोड होगी मार्क्सशीट मुख्य परीक्षा में उपस्थित हुए और इंटरव्यू के लिए योग्य घोषित नहीं किए गए उम्मीदवारों की मार्क्स की स्टेटमेंट जल्द ही हाईकोर्ट की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। हालांकि, ऊपर बताए गए नोट्स के सीरियल नंबर 3 में उल्लिखित उम्मीदवारों को छोड़कर। यह सुविधा उम्मीदवारों को उनके प्रदर्शन को समझने और भविष्य की परीक्षाओं की तैयारी में मदद करेगी। जो उम्मीदवार इस बार सफल नहीं हो सके, वे अपनी मार्क्सशीट देखकर अपनी कमजोरियों को पहचान सकेंगे। महिला उम्मीदवारों के लिए अलग कटऑफ नहीं हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया है कि सभी श्रेणियों की सूची में पहले से ही आवश्यकता से अधिक संख्या में महिला उम्मीदवार स्थान पा चुकी हैं, इसलिए महिलाओं के लिए अलग से कोई कटऑफ घोषित नहीं किया जा रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि महिला उम्मीदवारों ने सामान्य कटऑफ पर भी बड़ी संख्या में सफलता हासिल की है। यह न्यायिक सेवाओं में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को दर्शाता है। सिविल जज के पद के लिए भर्ती यह रिजल्ट राजस्थान न्यायिक सेवा में सिविल जज के कैडर में सीधी भर्ती के लिए घोषित किया गया है। मुख्य परीक्षा 11 और 12 अक्टूबर 2025 को आयोजित की गई थी। इसके बाद अब चयनित उम्मीदवारों का इंटरव्यू होगा और अंतिम मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। सिविल जज का पद राज्य न्यायिक सेवा में प्रवेश स्तर का पद है। इस पद पर चयनित उम्मीदवारों को राजस्थान के विभिन्न जिलों में सिविल मामलों की सुनवाई करनी होती है। यह एक प्रतिष्ठित पद है और हजारों कानून स्नातक इसकी तैयारी करते हैं। चयन प्रक्रिया के चरण राजस्थान न्यायिक सेवा की चयन प्रक्रिया तीन चरणों में होती है - प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू। प्रारंभिक परीक्षा क्वालिफाइंग होती है और मुख्य परीक्षा तथा इंटरव्यू के अंकों के आधार पर अंतिम मेरिट तैयार होती है। मुख्य परीक्षा में विभिन्न कानूनी विषयों पर वर्णनात्मक प्रश्न पूछे जाते हैं। इंटरव्यू में उम्मीदवार के व्यक्तित्व, कानूनी ज्ञान और न्यायिक सेवा के लिए उपयुक्तता का आकलन किया जाता है। उम्मीदवारों के लिए सलाह इंटरव्यू के लिए चयनित उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे अपने सभी मूल दस्तावेज तैयार रखें। इनमें शैक्षणिक प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) और अन्य आवश्यक दस्तावेज शामिल हैं। उम्मीदवारों को राजस्थान हाईकोर्ट की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से विजिट करते रहना चाहिए ताकि इंटरव्यू की तारीखों और अन्य महत्वपूर्ण सूचनाओं की जानकारी मिलती रहे।
गरीबी खत्म करने, कोई व्यक्ति भूखा न रहे और अच्छी शिक्षा व स्वास्थ्य सुलभता को लेकर सहस्राब्दी विकास लक्ष्यों को हासिल करने में राजस्थान 67 प्रतिशत उपलब्धि के साथ 20वें नंबर पर है। प्रदेश ने इसमें 7 प्रतिशत का सुधार किया है। वहीं, जिला स्तर पर ये लक्ष्य हासिल करने में झुंझुनूं, राजसमंद और चित्तौड़गढ़ सबसे आगे हैं। झुंझुनूं पहले स्थान पर है। जबकि चित्तौड़गढ़ दूसरे व राजसमंद तीसरे स्थान पर है। जबकि भरतपुर, जैसलमेर और सवाई माधोपुर आदि जिले सबसे नीचे की रैंक पर है। भारत में सतत विकास लक्ष्यों को वर्ष 2030 तक हासिल किया जाना है। 17 लक्ष्यों की सूची में गरीबी समाप्त करना, भुखमरी खत्म करना, अच्छा स्वास्थ्य और जीवन स्तर, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, लैंगिक समानता, स्वच्छ जल और स्वच्छता, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा, अच्छा काम और आर्थिक विकास, उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा, असमानता में कमी, टिकाऊ शहरी और सामुदायिक विकास, जिम्मेदारी के साथ उपभोग और उत्पादन, जलवायु कार्रवाई, पानी के नीचे जीवन, भूमि पर जीवन, शांति और न्याय के लिए संस्थान और लक्ष्य प्राप्ति में सामूहिक साझेदारी शामिल है। इन लक्ष्यों को हासिल करने में अग्रणी दस जिलों में झुंझुनूं जिले ने अपनी रैंक सुधारी है। वह पहले स्थान पर है। दूसरे व तीसरे स्थान पर चित्तौड़गढ़ व राजसमंद हैं। इनके बाद चौथे स्थान पर नागौर, पांचवें पर अजमेर, छठे पर कोटा, सातवें पर पाली, आठवें पर बूंदी, नवें पर भीलवाड़ा व दसवें स्थान पर झालावाड़ है। 11वीं से बीसवीं रैंक वाले जिले राज्य के औसत प्रदर्शन से ऊपर हैं और शीर्ष 10 में प्रवेश करने की ओर हैं। इनमें अलवर 11वें, श्रीगंगानगर 12वें, चुरू 13वें, दौसा 14वें, सीकर 15वें, हनुमानगढ़ 16 वें, उदयपुर 17वें, सिरोही 18वें, टोंक 19वें व जोधपुर का बीसवें स्थान पर है। तीसरी श्रेणी परफॉर्मर में प्रतापगढ़ 21वीं रैंक पर है। जयपुर 22 वीं, डूंगरपुर 23 वीं, जालोर 24वीं, करौली 25वीं, बारां 26वीं, धौलपुर 27वीं, बांसवाड़ 28वीं, बाड़मेर 29 वीं व बूंदी की 30 वीं रैंक है। नए जिलों का आकलन शामिल नहीं किया गया है। ऊर्जा-टिकाऊ शहर में अलवर और अजमेर अव्वल गरीबी उन्मूलन से लेकर टिकाऊ शहरों के विभिन्न लक्ष्यों में प्रदर्शन करने वाले जिलों में अलवर व अजमेर सबसे आगे हैं । मजबूत और संतुलित प्रदर्शन किया है। यहां स्वच्छ ऊर्जा और टिकाऊ शहर में सबसे ज्यादा अंक हासिल किए हैं। कोटा ने असमानताओं में कमी लाने में अच्छा काम किया। वहीं, पाली जलवायु संरक्षण में सबसे ज्यादा स्कोर वाला जिला रहा। भीलवाड़ा लैंगिक समानता में सबसे आगे रहा। जबकि झालावाड़ में शांति और न्याय के लक्ष्य में प्रभावशाली प्रदर्शन दर्ज किया गया है।
शिक्षा विभाग ने अर्द्धवार्षिक परीक्षा को मजाक बना दिया है। परीक्षा को 22 दिन पहले आयोजित करने का निर्णय तो ले लिया, लेकिन 9वीं से 12वीं तक के 23 लाख से अधिक विद्यार्थियों को कोर्स कटौती को लेकर कोई राहत नहीं दी। पहले यह परीक्षा 12 दिसंबर से होनी थी, लेकिन अब यह 22 दिन पहले 20 नवंबर से प्रारंभ होगी। अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 9वीं-11वीं में 70 फीसदी कोर्स से और 10वीं-12वीं में 100 फीसदी कोर्स से सवाल पूछे जाते हैं। अभी तक कई स्कूलों में 50 फीसदी भी कोर्स नहीं हुआ। इसलिए कोर्स में 20% कटौती की मांग की थी। विभाग ने 9वीं-11वीं में 70% कोर्स से और 10वीं-12वीं में 100% कोर्स के आधार पर पेपर भी तैयार करा लिए। यह है अर्द्धवार्षिक परीक्षा में सिलेबस का नियम अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 9वीं-11वीं कक्षा में 70% कोर्स से और 10वीं-12वीं में 100% कोर्स से सवाल पूछे जाते हैं। विभाग को यह करना था 20% कोर्स की कटौती की जानी चाहिए थी। यानी अर्द्धवार्षिक में 9वीं-11वीं में 50% कोर्स से और 10वीं-12वीं में 80% कोर्स से सवाल पूछे जाने चाहिए थे। कटौती करने का अब भी मौका, 20% कटौती का आदेश जारी करे विभाग राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय के अध्यक्ष रमेश चंद पुष्करणा ने बताया कि बैठक में विभाग के सामने अर्द्धवार्षिक परीक्षा में 20% कोर्स कटौती की मांग रखी थी, लेकिन नहीं मानी। अब भी अगर विभाग चाहे तो 20% कटौती का आदेश जारी कर सकता है। इसमें यह कर सकते हैं कि कटौती के बाद तय कोर्स से बाहर सवाल आए तो उनके अंक अन्य सवालों में बांट दिए जाएंगे या बोनस अंक दे दिए जाएंगे।
पनकी नहर में सोमवार को मिले अज्ञात शव की पहचान हो गई है। पनकी में रहने वाले युवक ने मृतक की पहचान अपने 26 वर्षीय कंपाउंडर भाई आकाश सिंह निषाद के रूप में की। कपड़ों और उसके हाथ में बने मोर पंख के टैटू से मृतक की पहचान हुई। मृतक के भाई ने बताया कि सोमवार सुबह शराब पीने की वजह से मां ने उसे डांट दिया, जिसके बाद वह गुस्से में घर से निकल गया था। पनकी नहर स्थित लोहे के पुल की पुलिया के पास सोमवार शाम युवक का शव मिला था। पहचान न होने की वजह से शव को मोर्चरी में रखा गया। मंगलवार शाम को पनकी बी ब्लाक निवासी ओमप्रकाश अपने भाई आकाश सिंह निषाद की गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचे, जहां उन्हें फोटो के आधार पर मृतक की पहचान अपने भाई आकाश सिंह के रूप में की। उन्होंने बताया कि आकाश डा. रचित तिवारी के क्लिनिक पर कंपाउंडर का काम करता था। मृतक के परिवार में भाई ओम प्रकाश,विकास, मां और बहन कीर्ति है। पनकी थाना प्रभारी मनोज भदौरिया ने बताया कि सोमवार सुबह आकाश को उसकी मां ने शराब पीने को लेकर डांट दिया, जिसके बाद वह नाराज होकर चला गया था। शव की शिनाख्त मोर पंख के टैटू और कपड़ों से हुई है। बुधवार को पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
SMS स्टेडियम:सिंथेटिक ट्रैक पर ठेकेदार की जेसीबी, उबड़-खाबड़ होने से खिलाड़ियों को इंजरी का खतरा!
24 नवंबर से राजस्थान में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG) का आयोजन होना है। पहली बार राजस्थान इतना बड़ा खेल आयोजन करने जा रहा है। इसमें 4 हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा लेंगे। इसकी एथलेटिक स्पर्धाएं एसएमएस स्टेडियम के एथलेटिक ट्रैक पर होंगी। ये सिंथेटिक ट्रैक करीब 3 साल पहले लगा था। शिव नरेश प्रा. लिमिटेड ने इसे इंस्टाल किया था। यह कंपनी देश-विदेश में 100 से ज्यादा ट्रैक लगा चुकी है। KIUG के लिए स्पोर्ट्स काउंसिल ने डैमेज हो चुके ट्रैक को इसी कंपनी से कुछ दिन पहले ही रिपेयर कराया था। मंगलवार को स्टेडियम में खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए चल रही साफ-सफाई करने वाले ठेकेदार ने जेसीबी ही चला दी। जेसीबी जैसा हैवी व्हीकल चलने से ट्रैक को डैमेज हो सकता है। एक जगह से दूसरी जगह जेसीबी जाने का रास्ता नहींखास बात यह है कि ट्रैक के आसपास सफाई करने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जेसीबी जैसे हैवी व्हीकल जाने के लिए एसएमएस स्टेडियम के एथलेटिक ट्रैक पर कोई जगह ही नहीं है। इसलिए जेसीबी को ट्रैक के ऊपर से ही ले जाना पड़ा। एक्सपर्ट: ट्रैक डैमेज हो सकता है शिव नरेश प्रा. लिमिटेड कंपनी के सीनियर मैनेजर नितिन आर्य ने बताया कि जेसीबी जैसा हैवी व्हीकल ट्रैक पर चलाने से ट्रैक डैमेज हो सकता है। इसमें रबर पार्टिकल्स होते हैं जो दब जाते हैं। ट्रैक अन-इवन हो जाता है। इससे खिलाड़ियों को चोट लगने का खतरा रहता है। जेसीबी से नुकसान
पुलिस की नाकामबंदी:बैरिकेड्स के भरोसे हाई अलर्ट, पुलिस मोबाइल और नींद में गुम
गुजरात में पकड़े गए तीन आंतकियों के तार राजस्थान के हनुमानगढ़ से जुड़े होना सामने आया है। वहीं दिल्ली में कार ब्लास्ट के बाद देश में पुलिस हाई-अलर्ट पर है। प्रदेश में डीजीपी ने हाई-अलर्ट के आदेश जारी किए थे, इसके बावजूद जयपुर में नाकांबदी के हाल नहीं सुधरे। भास्कर ने नाकाबंदी पाइंट्स की जांच की तो कुछ ही जगह पुलिस मुस्तैद दिखी। पहले भी बम धमाके झेल चुके जयपुर की तैयारी देखिए...तड़के 4:22 बजे - चांदपोल गेट के पास पॉइंट पर तैनात जवान चेकिंग की बजाय मोबाइल में व्यस्त दिखे। तड़के 4:38 बजे - छोड़ी चौपड़ की नाकाबंदी पर वाहनों की चेकिंग के बजाय बातचीत में मस्त थे। फोटो खींच गई, तो भी पता नहीं चला।
कैथल के गांव खरकां में पंजाब के आम आदमी पार्टी विधायक कुलवंत बाजीगर के गांव चिचड़वाला निवासी युवक गुरचरण के अपहरण और उसकी टांगे तोड़ने के मामले में पकड़े गए आरोपियों को पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया। उनसे पूछताछ में कई अहम खुलासे हुए हैं। मामले में गिरफ्तार किए गए पटियाला जिले के लालवा गांव के लवजीत और गुरप्रीत उर्फ गग्गू ने चार दिन के रिमांड के दौरान माना कि वारदात के दिन वे मुख्य आरोपी संदीप संधू के साथ थे, जिसने पैसे के लेन-देन का बहाना बनाकर उन्हें साथ बुलाया था। जब संदीप ने गुरचरण की टांगे तोड़ी, तब उनमें से एक ने टांगें और दूसरे ने उसके हाथ पकड़ रखे थे। आरोपियों ने कबूल किया कि उनको नहीं पता था कि संदीप युवक की टांगें तोड़ेगा। संदीप की गिरफ्तारी का प्रयास वहीं] कैथल पुलिस की एसडीयू टीम द्वारा आरोपी संदीप को गिरफ्तार करने के लिए उसके ठिकानों पर छापेमारी की गई। प्राथमिक जांच में सामने आया कि आरोपी संदीप आपराधिक किस्म का युवक है। उस पर पंजाब में दो दर्जन से ज्यादा केस पहले से दर्ज हैं। इनमें चोरी, छीनाझपटी, लूट, हत्या और फिरौती के मामले शामिल हैं। कई मामलों में आरोपी संदीप जमानत लेने के बाद फरार चल रहा है। साथ पढ़े तीनों आरोपी पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि वे दोनों संदीप संधू के साथ पढ़ चुके हैं और पिछले छह से सात वर्षों से एक-दूसरे के संपर्क में थे। हालांकि पकड़े गए आरोपियों का अभी तक आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, पहली ही वारदात में गिरफ्तार कर लिए गए। उन्होंने बताया कि संदीप संधू का उसके गांव में दूध का डेयरी कारोबार है, जहां गुरप्रीत अकसर दूध लेने आता था। नजदीकी का फायदा उठाकर संदीप ने दोनों को अपने साथ वारदात में शामिल कर लिया। एसपी कैथल उपासना ने बताया कि मामले में गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी जेल भेजे जा चुके हैं। उनसे रिमांड के दौरान पूछताछ में ये तथ्य सामने आए हैं। आरोपी संदीप की तलाश की जा रही है। क्या था पूरा मामला? बता दें कि, दो सप्ताह पहले पंचायत चुनाव की रंजिश में अब एक युवक के साथ मारपीट कर उसकी टांगें तोड़ दी गईं। इस मारपीट का आरोप पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) के शुतराना हलका विधायक कुलवंत बाजीगर, उसके दो बेटों और अन्य लोगों पर लगा। कुलवंत बाजीगर पंजाब में पटियाला जिले की शुतराणा विधानसभा सीट से विधायक हैं। जिस युवक की टांगें तोड़ी गईं, उसका नाम गुरचरण सिंह है। आरोप था कि विधायक ने अपने बेटों और साथियों के साथ मिलकर पहले गुरचरण का अपहरण किया और उसके बाद उसे पीट-पीटकर दोनों पैर तोड़ दिए। गुरचरण की शिकायत पर कैथल पुलिस ने MLA कुलवंत बाजीगर, उसके दो बेटों ओर अन्य लोगों के खिलाफ करीब आधा दर्जन धाराओं के तहत FIR दर्ज कर ली है। आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 115, 126, 140(2), 351(2), 61 और आर्म्स एक्ट की धारा 25 लगाई गई है।
जेडीए ने भले ही अब अपना दायरा बढ़ा लिया हो, लेकिन पुराने रीजन की कनेक्टिविटी आज भी अधूरी है। मामला पंडित टी.एन. मिश्रा मार्ग 160 फीट चौड़ी सड़क से जुड़ा है। अजमेर रोड को गोपालपुरा बाईपास से जोड़ने वाली यह सड़क 1998 के मास्टर प्लान में प्रस्तावित थी, लेकिन 27 साल बाद भी पूरी नहीं बन पाई है। मास्टर प्लान के अनुसार यह सड़क गोपालपुरा बाईपास से अजमेर रोड तक लगभग 2 किलोमीटर लंबी बननी थी, लेकिन वर्तमान में यह सड़क गोपालपुरा बाईपास से शुरू होकर जनपथ तक जाकर रुक जाती है। लगभग 800 मीटर का मिसिंग लिंक अधूरा छोड़े जाने से इस पूरे इलाके में कम चौड़ाई वाली सड़कों पर ट्रैफिक लोड बढ़ गया है। किंग्स रोड से रोज करीब 50 से 70 हजार वाहन गुजरते हैं। इसके अलावा अजमेर रोड जाने के लिए जब वाहन 200 फीट बाईपास रूट का उपयोग करते हैं, तो वहां भी भारी जाम की स्थिति बन जाती है। 700 मीटर जमीन अब भी खाली, 100 मीटर का कब्जा लेना बाकी यह सड़क गोपालपुरा बायपास से अजमेर रोड पर 100 फीट चौड़ी प्रिंस रोड से कनेक्ट होनी थी। इससे गोपालपुरा बाईपास, मानसरोवर और निर्माण नगर से आने वाले वाहन प्रिंस रोड होते हुए खातीपुरा रोड और क्वीन्स रोड से निकल सकते थे। करीब 25 साल पहले जेडीए ने यह सड़क गोपालपुरा बाईपास से जनपथ तक तो बना दी, लेकिन आगे का हिस्सा अधूरा छोड़ दिया। ऐसे में गोपालपुरा बाईपास से अजमेर रोड या क्वीन्स रोड जाने वाले वाहनों को अब 60 फीट चौड़ी सड़क से होकर निकलना पड़ता है और उन्हें लगभग 1.5 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। जनपथ से प्रिंस रोड को कनेक्ट करने के लिए मौके पर करीब 700 मीटर जमीन अभी भी खाली पड़ी है। इसे लेकर टी.एन. मिश्रा मार्ग के आसपास की विकास समितियों ने कई बार जेडीए को ज्ञापन भी दिए हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
उत्तर पश्चिम दिशा से चल रही हवाएं मौसम को लगातार सर्द करने का काम कर रही हैं। मंगलवार की रात इस सीजन की सबसे ठंडी रात रही। न्यूनतम पारा 9 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जो कि इस सीजन का सबसे न्यूनतम स्तर है। 20 नवंबर के बाद तेजी से गिरेगा पारा सीएसए के मौसम विशेषज्ञ डॉक्टर नौशाद खान ने बताया कि इस बार सर्दी के दिन जल्दी आ गए हैं। बीते सालों में तापमान का यह न्यूनतम स्तर 20 नवंबर के बाद या नवंबर के अंतिम दिनों में जाता था जो कि इस बार शुरुआती दिनों में आ गया है। 20 नवंबर के बाद तापमान में अधिक तेजी के साथ गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि दिन का पारा धूप निकलने के चलते ज्यादा नहीं गिर पा रहा है जो की दोपहर में राहत देने का काम कर रहा है। पारा सामान्य से पांच डिग्री नीचे चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मौसम शुष्क और ठंडा बना हुआ है। शहर में अधिकतम तापमान सामान्य से आधा डिग्री कम 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य से लगभग 5 डिग्री कम 9.0 डिग्री सेल्सियस रहा। यह गिरावट ठंड के बढ़ने का संकेत दे रही है। सुबह और शाम सर्दी का एहसास पारे के साथ-साथ तापमान में गिरावट के साथ ही आमजन को भी ठंड का अच्छा खासा एहसास होने लगा है। सुबह और शाम के समय निकलने वाले लोग ठंड के कपड़ों को पहनकर निकल रहे हैं। इसके अलावा शहर में सर्दी के कपड़ों की बाजार गर्म हो गई है।
अनट्रेंड ड्राइवरों के कारण प्रदेश में आए दिन सड़क हादसे बढ़ रहे हैं। वहीं, ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए बनाए जा रहे ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटरों में घपले किए जा रहे हैं। जयपुर में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय और परिवहन विभाग की ओर से कालवाड़ रोड, बियाणी कॉलेज परिसर में बनाए जा रहे रीजन ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर में घोटाला उजागर हुआ। 5.50 करोड़ की लागत से जयपुर रूरल हेल्थ एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट को नई बिल्डिंग और ड्राइविंग ट्रैक बनाना था, लेकिन ट्रस्ट ने पुरानी बिल्डिंग को नई बताकर 5 करोड़ का भुगतान उठा लिया। इस दौरान आरटीओ द्वितीय, पीडब्ल्यूडी के फुलेरा अधिशासी अभियंता, और पीडब्ल्यूडी सेंटर लेबोरेट्री टेस्टिंग ऑफिसर ने भौतिक सत्यापन नई बिल्डिंग के रूप में किया। फंड इसके बाद परिवहन सचिव और आयुक्त की अनुशंसा पर जारी किया गया। मामला तब उजागर हुआ जब मंत्रालय में नए लोगों ने सेंटर के लिए पुनः आवेदन किया। इन अधिकारियों पर जिम्मेदारी एमओयू के तहत सेंटर संचालन की जिम्मेदारी आरटीओ, उप परिवहन आयुक्त, योजना एवं विकास शाखा, केंद्रीय मंत्रालय, और प्राइवेट पार्टनर के सदस्यों की होती है। मेरे समय में फंड जारी नहीं हुआ है। यूसी काे संबंधित आरटीओ और उप परिवहन आयुक्त प्लानिंग और डवलपमेंट वेरिफाई करता है। इसके बाद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय फंड जारी करता है। -सौरभ पालीवाल, डिप्टी एफए, परिवहन विभाग RTO द्बितीय, PWD के अधिशासी अभियंता ने किया सत्यापन केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आदेश के तहत ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए अजमेर, हनुमानगढ़ और जयपुर में रीजन ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने थे। हर सेंटर के लिए 5.50 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी और इन्हें पीपीपी मोड पर स्थापित किया जाना था। जयपुर में जयपुर रूरल हेल्थ एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट ने वर्ष 2022 में आवेदन किया। परिसर में बनने वाली नई बिल्डिंग और ट्रैक का नक्शा सीआईआरटी, पुणे से पास कराया गया था। नक्शे के अनुसार ट्रैक के पास नई बिल्डिंग बननी थी, लेकिन बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया, बल्कि फार्मेसी और नर्सिंग कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत और रंग-रोगन करा 5 करोड़ की राशि उठा ली। शर्तों के अनुसार जिस जमीन को नक्शे में बताया था, वह 33 साल के लिए सरकार को लीज पर दी गई थी। इसके चलते राजधानी में दूसरा सेंटर अब नहीं बन सकता, क्योंकि एक करोड़ की आबादी पर केवल एक ही सेंटर की अनुमति थी। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के आदेश के तहत ड्राइवरों को प्रशिक्षण देने के लिए अजमेर, हनुमानगढ़ और जयपुर में रीजन ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर खोलने थे। हर सेंटर के लिए 5.50 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी थी और इन्हें पीपीपी मोड पर स्थापित किया जाना था। जयपुर में जयपुर रूरल हेल्थ एंड डेवलपमेंट ट्रस्ट ने वर्ष 2022 में आवेदन किया। परिसर में बनने वाली नई बिल्डिंग और ट्रैक का नक्शा सीआईआरटी, पुणे से पास कराया गया था। नक्शे के अनुसार ट्रैक के पास नई बिल्डिंग बननी थी, लेकिन बिल्डिंग का निर्माण नहीं किया, बल्कि फार्मेसी और नर्सिंग कॉलेज की पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत और रंग-रोगन करा 5 करोड़ की राशि उठा ली। शर्तों के अनुसार जिस जमीन को नक्शे में बताया था, वह 33 साल के लिए सरकार को लीज पर दी गई थी। इसके चलते राजधानी में दूसरा सेंटर अब नहीं बन सकता, क्योंकि एक करोड़ की आबादी पर केवल एक ही सेंटर की अनुमति थी।
छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर पर बीजपुर जिले में जवानों ने 6 नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें 3 महिला नक्सली शामिल है। जवानों ने मौके से ऑटोमैटिक हथियार भी बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि जवानों ने बड़े नक्सल लीडर को घेर रखा है। मुठभेड़ नेशनल पार्क क्षेत्र में हुई है। जानकारी के मुताबिक, बीजापुर DRG, दंतेवाड़ा DRG और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ को अंजाम दिया। बीजापुर एसपी डॉ. जितेन्द्र यादव ने बताया कि इंसास, स्टेनगन, 303 राइफल, विस्फोटक और नक्सल सामग्री बरामद की गई है। वहीं बस्तर रेंज IG सुंदरराज पी. ने कहा कि सुरक्षाबलों के लिए एक निर्णायक और महत्वपूर्ण बढ़त है। यह सफलता ऐसे समय में मिली है, जब माओवादी संगठन नेतृत्वविहीन, दिशाहीन और मनोबलहीन स्थिति में अपने कुछ बचे हुए ठिकानों में सिमटकर रह गया है। वहीं छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर तारलागुड़ क्षेत्र में अन्नाराम के जंगलों में भी पुलिस-नक्सलियों की मुठभेड़ हुई। सर्चिंग के दौरान एनकाउंटर स्पॉट से एक घायल नक्सली को पकड़ा है। नक्सली को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इलाज भी चल रहा है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि, नक्सली सरेंडर करेंगे, उन्हें वापस आने का सुरक्षित रास्ता भी दिया जाएगा। आने के बाद पुनर्वास भी कराया जाएगा। वर्ना जो प्रक्रिया है सर्चिंग की वो चलेगी। अगर नक्सलियों की तरफ से हमला होता है, तो उसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया जाएगा। इन सबके बीच नक्सल कमांडर हिड़मा की मां माड़वी पुंजी और नक्सल लीडर बारसे देवा की मां बारसे सिंगे ने गृहमंत्री विजय शर्मा के सामने अपने-अपने बेटों से सरेंडर करने की अपील की है। दोनों की मां ने कहा कि घर लौट आओ बेटा। गांव में ही कमाई करेंगे और खाएंगे। अब पढ़िए हिड़मा की मां ने क्या कहा ? हिड़मा की मां माड़वी पुंजी ने अपने बेटे से कहा कि कहां पर हो, आ जाओ कह रही हूं। नहीं आ रहा है तो मैं कैसे करूं, कहीं आसपास रहता तो जंगल में ढूढ़ने भी जाती, और क्या कहूं बेटा, घर आजा बोल रही हूं। घर आजा। गांव में ही कमाई करके खाएंगे, जीएंगे। जनता के साथ जी लेना आ जाओ। अब कहां है हिड़मा अब तक नक्सलियों की बटालियन नंबर-1 को लीड कर रहा खूंखार नक्सली हिड़मा को माओवादियों की सबसे बड़ी कमेटी COC यानि सेंट्रल ऑर्गनाइजिंग कमेटी में जोड़ा गया है। ये वह कमेटी होती है, जिसमें देशभर के माओवादी विचारधारा के मजबूत व्यक्तियों को लिया जाता है। अब पढ़िए नक्सली बारसे देवा की मां ने क्या कहा ? वहीं नक्सली बारसे देवा की मां बारसे सिंगे ने कहा कि बेटा घर आजा। यहां घर पर ही रहकर कमाई करके जीएंगे। मत जाओ बोली थी, लेकिन चला गया। घर में ही नांगर-कुली करने वाले कोई नही हैं। घर आकर सरेंडर कर दे। घर में कमाई करके खाएंगे। घर आने से अच्छा रहेगा। कुछ दिन पहले भी बोली हूं। कहीं आस-पास रहते तो ढूढ़ने भी जाती, लेकिन मैं कहां ढूंढूं। बड़ादेवा के नाम से भी जाना जाता है देवा हिड़मा के ही गांव पूवर्ती का ही देवा भी रहने वाला है, जो नक्सलियों का स्ट्रॉन्ग होल्ड एरिया है। देवा साथियों के बीच बारसा सुक्का, बारसे, देवन्ना और बड़ादेवा के नाम से भी जाना जाता है। इससे पहले देवा दरभा डिवीजन कमेटी का सेक्रेटरी था। देवा को हिड़मा का करीबी माना जाता है। जानकारी के मुताबिक, देवा अनपढ़ है, लेकिन उसे स्थानीय भाषा के अलावा उड़िया, तेलगु, मराठी और हिंदी भाषा की जानकारी है। इसके अलावा नक्सलियों की प्रेस टीम में काम करने की वजह से तकनीकी जानकारियां भी देवा ने हासिल की हैं। लंबे समय तक नक्सलियों की सिविल मिलिट्री में काम करने से रणनीति बनाने में माहिर है। 6 दिन पहले -तेलंगाना बॉर्डर पर हुआ था मुठभेड़ इससे पहले 5-6 नवंबर को छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर बीजापुर जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। एनकाउंटर में 3 नक्सलियों के मारे गए थे। अन्नाराम और मरीमल्ला के जंगलों में दोनों ओर से फायरिंग हुई थी। मुठभेड़ मद्देड एरिया कमेटी से हुई थी। इस दौरान जंगल से जवानों ने बड़ी तादाद में हथियार बरामद किए थे। इसके पहले मारे गए नक्सलियों के बारे में जानिए गरियाबंद में 11 सितंबर को 10 नक्सली मारे गए गरियाबंद जिले में 11 सितंबर को जवानों ने एनकाउंटर में 5 करोड़ के 10 इनामी नक्सलियों को मार गिराया था। इसमें डेढ़ करोड़ का इनामी नक्सली मोडेम बालाकृष्ण भी मारा गया। मोडेम बालाकृष्ण ओडिशा स्टेट कमेटी का सचिव था। मामला मैनपुर थाना क्षेत्र के मटाल पहाड़ी में मुठभेड़ हुई। मारे गए नक्सलियों में 6 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैं। मारे गए नक्सलियों में केंद्रीय समिति के सदस्य मनोज उर्फ मोडेम बालाकृष्ण, ओडिशा राज्य समिति के सदस्य प्रमोद उर्फ पांडु, ओडिशा राज्य समिति के सदस्य विमल उर्फ मंगना समीर और पीपीसीएम रजीता शामिल थे। इसके साथ ही टेक्निकल टीम PPCM अंजली, SDK ACM सीमा उर्फ भीमे, ACM विक्रम, डिप्टी कमांडर उमेश और बीबीएम डिवीजन PM बिमला शामिल थे। इनपर छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश सरकार ने 5 करोड़ 22 लाख का इनाम घोषित किया था। एनकाउंटर के बाद की ये तस्वीरें देखिए... अब पढ़िए गरियाबंद नक्सल एनकाउंटर की कहानी ? दरअसल, मारे गए नक्सली मोडेम बालकृष्ण के गार्ड कैलाश ने सरेंडर किया था। इसी से पुलिस को मोडेम के बारे में सीक्रेट जानकारी मिली। कैलाश के बताए ठिकानों में पुलिस ने नजर रखना शुरू किया। लोकेशन कन्फर्म होते ही जवानों की टीम गुरुवार सुबह मैनपुर के कुल्हाड़ी घाट पहुंची। इस दौरान कुल्हाड़ी घाट से लगे पहाड़ी इलाके मटाल में जवानों ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया। एनकाउंटर में सेंट्रल कमेटी सदस्य मनोज उर्फ बालन्ना उर्फ मोडेम बालकृष्ण अपने 9 साथियों के साथ मारा गया। एसपी निखिल राखेचा ने इसकी पुष्टि की है। ओडिशा स्टेट कमेटी का सचिव था बालाकृष्ण गरियाबंद पुलिस ने गुरुवार को मैनपुर के कुल्हाड़ी घाट से लगे पहाड़ी इलाके मटाल में संयुक्त ऑपरेशन चलाया। सुबह से रुक-रुककर कई घंटे तक मुठभेड़ चली। एनकाउंटर में सेंट्रल कमेटी सदस्य मनोज उर्फ बालन्ना उर्फ मोडेम बालाकृष्ण अपने 9 साथियों के साथ मारा गया। बालाकृष्ण के पास ओडिशा राज्य कमेटी के सचिव की भी जिम्मेदारी थी। चलपति के मारे जाने के बाद बालाकृष्ण को मिली थी जिम्मेदारी 14 जनवरी को चलपति समेत 16 नक्सलियों के ढेर होने के बाद धमतरी, गरियाबंद और नुआपड़ा डिवीजन कमेटी को विस्तार करने की जिम्मेदारी बालाकृष्ण को दी गई थी। यह सूचना पुलिस तक आ चुकी थी। बालकृष्ण की मौजूदगी की पुख्ता सूचना के बाद एसपी निखिल राखेचा ने संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया था। अब पढ़िए बालाकृष्ण तक कैसे पहुंची पुलिस ? मोडेम 25 साल से सुरक्षा एजेंसियों की नजरों से बच रहा था। एजेंसियों के पास बालकृष्ण के जवानी की तस्वीर भर थी। 15 दिन पहले ही मोडेम बालकृष्ण के गार्ड कैलाश नाम के नक्सली ने सरेंडर किया था। उसी से कुख्यात नक्सली मोडेम के बारे में एजेंसी को कई पुख्ता जानकारियां मिलीं। पुलिस के मुताबिक मोडेम बालाकृष्ण कई साल से शुगर की बीमारी से जूझ रहा था। उसके सिर के बाल झड़ गए हैं। उसे चलने के लिए 2 लाठियों का सहारा लेना पड़ता था। ........................................ नक्सलियों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... 1. 131 जवानों का हत्यारा देवजी बना नक्सल महासचिव: बसवाराजू की जगह कमान, ताड़मेटला-रानीबोदली अटैक का मास्टरमाइंड, हिड़मा संभालेगा दंडकारण्य, पढ़िए टॉप नक्सल लीडर्स की प्रोफाइल आंध्रप्रदेश के खूंखार नक्सली बसवाराजू के मारे जाने के बाद नक्सल संगठन ने थिप्पिरी तिरुपति उर्फ देवजी को नया महासचिव नियुक्त किया है। देवजी बस्तर के 131 से ज्यादा जवानों का हत्यारा है। ताड़मेटला-रानीबोदली अटैक का मास्टरमाइंड है। नक्सल महासचिव देवजी पर 1 करोड़ से ज्यादा का इनाम है। पढ़ें पूरी खबर2. गरियाबंद एनकाउंटर..मारे गए 3 करोड़ से ज्यादा के 16 नक्सली: यहीं से 3 राज्यों की नक्सल एक्टिविटी कंट्रोल करता था एक करोड़ का इनामी चलपति छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में मारे गए नक्सलियों की पहचान हो चुकी है। करीब 80 घंटे तक चले इस ऑपरेशन में 16 नक्सली मारे गए। इनमें से 12 नक्सलियों पर कुल 3 करोड़ 16 लाख रुपए का इनाम घोषित था। मारे गए नक्सलियों में नक्सलियों की सेंट्रल कमेटी का मेंबर चलपति भी है। अकेले चलपति पर ही 90 लाख का इनाम था। पढ़ें पूरी खबर 3. माओवादियों का लेटर-हथियार छोड़ने को तैयार: लिखा- जेल में बंद साथियों से बात करेंगे, आईजी-गृहमंत्री बोले- पहले लेटर की जांच करेंगे नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी अब सरकार के सामने सरेंडर करने और हथियार डालने राजी हो गई। CPI (माओवादी) ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि उनकी पार्टी फिलहाल अस्थायी तौर पर हथियारबंद संघर्ष को रोकने और शांति वार्ता के लिए तैयार है। संगठन ने साफ किया है कि वे सरकार से गंभीर और ईमानदार पहल की उम्मीद कर रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर...
फिर धधकने लगा अवैध हॉट मिक्स डामर प्लांट
भास्कर न्यूज | कोण्डागांव जिला मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर की दूरी पर हाईवे से लगे साल के जंगलों के बीच अवैध हॉट मिक्स प्लांट नियमों को ताक में रखकर धड़ल्ले से संचालित किया जा रहा है। हॉट मिक्स प्लांट वन अधिकार पत्र की भूमि पर नियम विरुद्ध लगाया गया है जिस पर पूर्व वन मंत्री शंकर सोढ़ी व आम जनों द्वारा मामले पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी गई थी। जिस पर विभाग अपनी किरकिरी होता देख खाना पूर्ति करते हुए 10 दिन के अंदर प्लांट हटाने का नोटिस ठेकेदार को थमाया गया था, लेकिन उसके बावजूद फिर से हॉट मिक्स प्लांट चालू कर दिया गया है। वहीं अपने नियमों को शिथिल कर वन विभाग इस मामले पर मूकदर्शक बन बैठा है दक्षिण वन मंडल के दहीकोंगा रेंज अंतर्गत वन भूमि अंतर्गत प्राप्त वनाधिकार पत्र प्राप्त भूमि में संचलित दूषित धुआं छोड़ धधकता हॉट मिक्स प्लांट नेशनल हाईवे के किनारे ही संचालित किया जा रहा है। ऐसा नहीं कि उस सड़क पर आते जाते अधिकारियों जनप्रतिनिधि या विभागीय मंत्री की नजर न पड़ी हो, या मामले से उन्हें अब तक अवगत न कराया गया हो, लेकिन उक्त संचालित हॉट मिक्स प्लांट के संचालक के लिए सारे नियम कायदों व अधिनियमों को शिथिल कर दिया गया है। बड़ी बात यह है कि वन मंत्री केदार कश्यप स्वयं बस्तर क्षेत्र से आते हैं व उनके नाक के नीचे इस प्रकार के वन भूमि में अवैध संयंत्र संचालन से कहीं न कहीं उनकी छवि भी धूमिल हो रही है इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। अनुज्ञा पत्र नहीं किया जारी - पर्यावरण अधिकारी वहीं मामले पर घनश्याम सिंह चौधरी पर्यावरण अधिकारी, पर्यावरण संरक्षण मंडल जगदलपुर ने बताया कि उक्त डामर प्लांट के लिए आवेदन आया है किंतु उसमें कुछ आपत्तियां थी जिसकी क्वायरी निकाली गई है अब तक उसे अनुज्ञा पत्र जारी नहीं किया गया है, वहीं उक्त संचालित हॉट मिक्स प्लांट वन अधिकार पत्र की भूमि पर होने की जानकारी उन्हें नहीं होने की बात उन्होंने कही है।
गंजेनार डेम में भी शुरू होगी बैंबू रैफ्टिंग
भास्कर न्यूज | दंतेवाड़ा नव वर्ष में इस बार दंतेवाड़ा में सैलानियों के लिए सिर्फ बारसूर ही नही और भी कई नए पर्यटन स्थल जाकर पर्यटक आनंद ले सकेंगे। प्रकृति प्रेमी और वाटर ऐडवेंचर को पंसद करने वालो के लिए गंजेनार नया स्थल बन रहा है। ग्राम पंचायत के युवाओं की भागीदारी से गांव के डेम का कायाकल्प किया जा रहा है जिससे उसकी खूबसूरती बढ़ गयी है, आने वाले समय में बोटिंग और बैंबू राफ्टिंग सहित फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की सुविधाओं से गंजेनार डेम पर्यटकों को आकर्षित कर रहा होगा। नव वर्ष से पहले ये नया पर्यटन स्थल शुरू करने की तैयारी स्थानीय लोगों के द्वारा की जा रही है, जिले के टूरिज्म में गंजेनार डेम एक नया आयाम बन सकता है। ग्राम पंचायत के युवा सरपंच सूरज भास्कर ने बताया कि कुम्हाररास डेम की तरह हमारे पंचायत में भी डेम है इसके लिए पंचायत के युवाओं के साथ हम लोगों ने पर्यटन के लिए कार्य कर रही संस्था भोर सेवा समिति के तरूण कुमार कुर्राम से संपर्क किया तो उन्होंने हमारा मार्गदर्शन कर सबसे पहले एक बैठक आयोजित किया गया जिसमें युवाओं को पर्यटन से आय पर चर्चा और सबसे पहले युवाओं की सहभागिता से डेम के चारों तरफ साफ,सफाई की जा रही है ताकि शासन को युवाओं की इच्छा शक्ति दिख सके और बेहतर सहयोग शासन से मिल सके शासन के सहयोग से जिले में बहुत से पर्यटन क्षेत्र विकसित हो रहे हैं पर सामुदायिक सहभागिता न होने के कारण बेहतर परिणाम नहीं मिल पा रहा है। जिले में कुम्हररास डेम में अभी हाल ही में बैंबू राफ्टिंग शुरू की गई है, जिसके बाद अब गंजेनार के युवाओं ने भी गांव के तालाब में इसकी शुरुआात कर दी है।
कैशलेस इलाज व महंगाई राहत देने की मांग को लेकर पेंशनर्स आंदोलन करेंगे
बिलासपुर | छत्तीसगढ़ अधिकारी- कर्मचारी पेंशनर्स एसोसिएशन ने बताया कि छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के पेंशनर्स विधानसभा सत्र के दौरान राजधानी रायपुर और भोपाल में धरना-प्रदर्शन कर दोनों राज्य सरकारों से महंगाई राहत देने की अवैधानिक व्यवस्था समाप्त करने की मांग करेंगे। इसके तहत मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा जाएगा। यह निर्णय मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के संयुक्त राज्य पेंशनर्स फेडरेशन के जबलपुर सम्मेलन में लिया गया। एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पीआर यादव ने बताया कि दोनों राज्यों के अधिकारियों ने वित्त सचिव स्तर पर आपसी सहमति से जो व्यवस्था बनाई है, वह राज्य पुनर्गठन अधिनियम की धारा 49(6) के विपरीत है। इसके कारण बीते 20 वर्षों से पेंशनर्स का आर्थिक शोषण हो रहा है। 2006 के पूर्व दोनों राज्य स्वतंत्र रूप से महंगाई राहत देने का निर्णय लेते थे, लेकिन तत्कालीन वित्त सचिवों के पत्राचार के बाद यह अवैधानिक व्यवस्था लागू की गई। जबलपुर सम्मेलन में पारित प्रस्ताव में वरिष्ठ नागरिक आयोग गठन, पेंशनर्स के लिए बीमा आधारित कैशलेस चिकित्सा सुविधा, 70 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर पेंशन में 20% वृद्धि तथा केंद्र सरकार के समान राज्य पेंशनर्स को देय तिथि से महंगाई राहत देने की मांग शामिल है।
ब्राह्मण प्रीमियर लीग शुरू, उप मुख्यमंत्री बोले- खेल से बढ़ेगा समाज में मेलजोल
सिटी रिपोर्टर| बिलासपुर पहली बार प्रदेश स्तर पर ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित ब्राह्मण प्रीमियर लीग 2025 का शुभारंभ मंगलवार को जिला खेल परिसर में हुआ। इसमें 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं। उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री अरुण साव मुख्य रहे। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल खेल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि समाज में आपसी मेलजोल और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का माध्यम है। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण और भगवान परशुराम की प्रतिमा की पूजा से हुई। उप मुख्यमंत्री अरुण साव के साथ धर्माचार्य दुर्गेश महाराज, कथावाचक युवराज पांडेय, विधायक सुशांत शुक्ला और अटल श्रीवास्तव सहित अन्य अतिथि उपस्थित रहे। पूजन के बाद अतिथियों ने सभी 16 टीमों के मालिकों और कप्तानों से परिचय प्राप्त किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। उद्घाटन मैच वल्लभ वलचर्स और राजगुरु राइनोज के बीच खेला गया, जिसका टॉस उप मुख्यमंत्री ने करवाया। डिप्टी सीएम साव ने अपने संबोधन में कहा, “ब्राह्मण समाज ने खेल के माध्यम से समाज को जोड़ने और प्रेरित करने का जो प्रयास किया है, वह सराहनीय है। यह आयोजन सनातन की शक्ति और एकता को मजबूत करेगा।”इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण शुक्ला, डॉ. सुनील गुप्ता, विश्वेश ठाकरे, ढाल सिंह पारधी, अधिवक्ता मनोज परांजपे, बंशीलाल गौरहा, दीपक सिंह ठाकुर सहित अन्य मौजूद रहे। उद्घाटन पर विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा, खेल से एकता बढ़ती है व युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा मिलती है। वहीं विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा, “बच्चों को मोबाइल से हटाकर मैदान तक लाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।”आयोजक समिति के प्रमुख पंडित विनय शर्मा ने कहा, “ब्राह्मण प्रीमियर लीग केवल खेल नहीं बल्कि संस्कृति, संकल्प और समर्पण का प्रतीक है। यह मंच समाज की प्रतिभाओं को आगे लाएगा ।” कथावाचक युवराज पांडेय ने कहा कि यह प्रतियोगिता ब्राह्मणों की एकता और भाईचारे का प्रतीक है। उन्होंने लोकप्रिय पचरा गीत “हस के उठे वि हस के माता... की प्रस्तुति दी।
एयू में दो कार्यशाला शुरू, ड्रोन टेक्नोलॉजी और रिसर्च पेपर राइटिंग पर 4 दिन तक होगी चर्चा
बिलासपुर| अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, के कंप्यूटर साइंस एंड एप्लीकेशन विभाग द्वारा मंगलवार को दो अलग-अलग कार्यशालाओं का शुभारंभ किया गया। पहली कार्यशाला “हाउ टू राइट रिसर्च पेपर” है, जिसे एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज, नई दिल्ली के एकेडमिक एंड एडमिनिस्ट्रेटिव डेवलपमेंट सेंटर के तहत आयोजित किया जा रहा है। दूसरी कार्यशाला “ड्रोन टेक्नोलॉजी” पर है, जिसका आयोजन विभाग द्वारा तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने किया गया। 15 नवंबर तक चलने वाली एक सप्ताह की ड्रोन टेक्नोलॉजी कार्यशाला में कुल 65 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। कार्यशाला के संयोजक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. एचएस होता ने बताया कि “हाउ टू राइट रिसर्च पेपर” के जरिए शोधार्थियों में गुणवत्तापूर्ण शोध लेखन को बढ़ावा देना है। वहीं ड्रोन टेक्नोलॉजी कार्यशाला विद्यार्थियों को भविष्य की तकनीक के व्यावहारिक ज्ञान से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है। विशिष्ट अतिथि डॉ. केके भंडारी ने कार्यशालाओं की उपयोगिता और भविष्य में इनके प्रभाव पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान माह में सर्वाधिक उपस्थिति दर्ज करने वाले उत्कृष्ट विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
राज्य स्तरीय विज्ञान मेला जशपुर में आज से, जिले के 16 बाल वैज्ञानिक दिखाएंगे मॉडल
बिलासपुर| राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद रायपुर द्वारा संचालित बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी, पश्चिम भारत विज्ञान मेला एवं विज्ञान प्रश्नमंच प्रतियोगिता के अंतर्गत राज्य स्तरीय विज्ञान मेला 12 से 15 नवंबर तक जशपुर में लगाया जाएगा। इसमें बिलासपुर संभाग के 6 जिलों के 44 बाल वैज्ञानिक इसमें भाग लेंगे। विज्ञान मेला जोनल अधिकारी पीएमश्री चकरभाठा के व्याख्याता मनोज कुमार यादव व बहतराई स्कूल के व्याख्याता विनय कुमार तिवारी के नेतृत्व में छात्र-छात्राएं अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। संभागीय विज्ञान नोडल अधिकारी प्रीति तिवारी ने बताया कि बिलासपुर जोन से 16 प्रतिभागियों का चयन राज्य स्तरीय विज्ञान मेला के लिए हुआ है। इसमें सतत कृषि के लिए जूना बिलासपुर की अंशिका मानिकपुरी, चांटीडीह रीमा सूर्यवंशी का चयन हुआ है। वहीं अपशिष्ट प्रबंधन एवं प्लास्टिक विकल्प श्रेणी में पीएमश्री सेजेस सरकंडा की अनुराधा रजक, हरित ऊर्जा में सिरगिट्टी स्कूल के नैतिक यादव व चकरभाठा रितिक मेश्राम के मॉडल चयनित हुए हैं। उभरती प्रौद्योगिकी में महारानी लक्ष्मीबाई सेजेज से विधा बाधेकर, सिरगिट्टी के प्रियांशु साहू और स्वास्थ्य एवं स्वच्छता श्रेणी में खुशी सिंह कुशवाहा मॉडल दिखाएंगे। जल संरक्षण व प्रबंधन में चकरभाठा से अर्चना सूर्यवंशी, मनोरंजन गणित मॉडलिंग में सेजेस महारानी लक्ष्मीबाई की जन्नत निशा और अन्य श्रेणी में सेजेस महारानी लक्ष्मीबाई की तमन्ना सूर्यवंशी, व्यक्तिगत प्रोजेक्ट में सरकंडा की काजल गुप्ता, चकरभाठा यमन लहरे का चयन हुआ है। टीम प्रोजेक्ट में कमल सूर्यवंशी व कृष्णकांत पांडे (चकरभाठा) जाएंगे।
सड़क पर सख्ती, ड्रिंक एंड ड्राइव करने वाले 40 चालकों पर कार्रवाई की
क्राइम रिपोर्टर | भिलाई पूरे जिले में चलाए गए विशेष अभियान के दौरान ड्रिंक एंड ड्राइव की गंभीर श्रेणी के मामलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए मोटर वाहन अधिनियम की धारा 185 के तहत कुल 40 प्रकरण दर्ज कर वाहनों को जब्त करते हुए न्यायालयीन कार्रवाई के लिए भेजा गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात ऋचा मिश्रा ने बताया कि चलाए गए व्यापक चेकिंग अभियान के दौरान बिना हेलमेट 55 प्रकरण, ड्रिंक एंड ड्राइव, 27 प्रकरण, रैश ड्राइविंग, 25 प्रकरण, नो पार्किंग 24 प्रकरण, अन्य उल्लंघनों पर 119 प्रकरण कुल मिलाकर 350 चालानी कार्रवाई कर लगभग 1,30,000 की राशि वसूल की गई। इसके अतिरिक्त जिन पर पूर्व में भी कार्रवाई की जा चुकी है, उनके विरुद्ध लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की जा रही है। इस क्रम में सितंबर माह में कुल 35 चालकों के ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए गए हैं। एएसपी ने बताया कि सड़क पर सुरक्षा केवल नियमों का पालन करने से ही संभव है। कृपया बिना हेलमेट वाहन न चलाएं, नशे की हालत में ड्राइव न करें, गति सीमा का पालन करें।
लघु उद्योग भारती की ‘फूड एंड प्रोसेसिंग’ इकाई के गोयल अध्यक्ष
जयपुर| लघु उद्योग भारती ने ‘राजधानी फूड एंड प्रोसेसिंग’ का गठन किया है। मंगलवार को कूकरखेड़ा स्थित व्यापार संघ भवन में आयोजित एक समारोह में इसकी घोषणा की गई। इस फूड एंड प्रोसेसिंग इकाई का अध्यक्ष पंकज गोयल को बनाया गया है। इसके साथ हर्ष अटोलिया को महामंत्री और रामचरण नाटाणी को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। नई कार्यकारिणी में 15 सदस्य होंगे। इस अवसर पर लघु उद्योग भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रकाश चंद्र व जयपुर प्रांत अध्यक्ष महेंद्र मिश्रा, राष्ट्रीय सचिव अंजू सिंह, प्रदेश महासचिव सुधीर गर्ग, महिपाल सिंह, सुनीता शर्मा और पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष योगेश गौतम समेत कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। मिश्रा ने ‘राजधानी फूड एंड प्रोसेसिंग’ इकाई लघु उद्योग भारती जयपुर प्रांत की 56वीं इकाई है, जबकि प्रदेश की 186वीं इकाई है। हमारा लक्ष्य राजस्थान के सभी उद्योग और व्यापार से जुड़े विभिन्न सेक्टरों को प्रतिनिधित्व देना है। इसके मद्देनजर यह इकाई गठित की गई है।
ईएआर का वाटर हार्वेस्टिंग के लिए स्पेस से समझौता
जयपुर| द एम्प्लायर्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (ईएआर) ने वाटर हार्वेस्टिंग के लिए गुजरात की कंपनी स्पेस एलिमेंट से समझौता किया है। इस अवसर पर कंपनी के फाउंडर तेजस जोशी व रीजनल पार्टनर नरेश जोशी मौजूद रहे। ईएआर अध्यक्ष एन.के जैन ने बताया कि प्रदेश की औद्योगिक इकाइयों, सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं और मल्टी स्टोरी बिल्डिंग में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य है, लेकिन ज्यादातर प्लांट तकनीकी खामियों से अनुपयोगी हो गए हैं। लेकिन अब समझौते के तहत सीमेंट और कंक्रीट के स्थान पर प्लास्टिक फाइबर से बने प्लांट लगाए जाएंगे। इससे वर्षा जल को संचित कर ग्राउंड वाटर लेवल बढ़ाने का प्रयास होगा।
इंदिरा मार्केट पुराना थाना के पीछे खड़ी की कार, चोरी
दुर्ग| कोतवाली थाना अंतर्गत भरे बाजार से कार चोरी हो गई। मामले में प्रार्थी ने महीनेभर बाद बाद रिपोर्ट दर्ज कराई है। शिकायत पर पुलिस ने धारा 303(2) बीएनएस का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया है। मालवीय नगर दुर्ग निवासी नीरज सिंघल (48 वर्ष ) ने रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने पुलिस को बताया कि द्रोना सेनापति के नाम से रजिस्टर्ड कार (सीजी 04 एनटी 2847) को वर्ष 2023 में खरीदा था। फिलहाल कार को अपने नाम नहीं कराई है। 16 अक्टूबर की शाम कार लेकर पटेल चौक पहुंचा। गणेश चौक पुराना थाना के पीछे कार खड़ी कर इंदिरा मार्केट चला गया। घंटेभर बाद शाम 7 बजे वापस आया तो देखा कार अपने स्थान से गायब है। आसपास पता करने पर कोई सुराग नहीं लगा। प्रार्थी अपने स्तर पर वाहन की तलाश करता रहा। तमाम प्रयासों के बाद भी जानकारी नहीं मिली तो थाना पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
सरना डूंगर इकाई के पवन झालानी अध्यक्ष
लघु उद्योग भारती जयपुर| लघु उद्योग भारती, सरना डूंगर इकाई की नवगठित कार्यकारिणी सत्र 2025-27 की घोषणा हुई। यह गठन प्रांत अध्यक्ष महेन्द्र मिश्रा एवं प्रांत महासचिव सुनीता शर्मा के मार्गदर्शन में हुआ। अध्यक्ष पवन झालानी, सचिव प्रवीण बंका, मुख्य सलाहकार सुमेर सिंह शेखावत, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरेश जांगिड़, उपाध्यक्ष राजेश पटावरी को बनाया। संयुक्त सचिव कप्तान सिंह चौधरी, अशोक शर्मा, कोषाध्यक्ष ललित घोड़ेला। सांस्कृतिक समिति- जितेंद्र स्वामी, रामप्रताप सैनी, अनिल कट्टा, रमन सिंह चौधरी, जनसंपर्क समिति- लक्ष्मण सिंह जोधा, योगेश शर्मा, जय नारायण यादव, अमित जांगिड़ को जिम्मेदारी दी है।
छत्तीसगढ़ी साहित्य अपने आप में वृहद और अत्यंत समृद्ध है : वर्मा
कम्युनिटी रिपोर्टर | दुर्ग वीणापाणि साहित्य समिति दुर्ग द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना एवं सम्मान समारोह का 26वां आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों ने मां वीणापाणि और छत्तीसगढ़ महतारी की पूजा से की। समिति के अध्यक्ष डॉ. नरेन्द्र देवांगन ने राजगीत गाया। उन्होंने बताय कि वर्ष 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की घोषणा की पूर्व संध्या से ही यह आयोजन प्रतिवर्ष किया जाता है। समारोह की दृष्टि से यह 26वां आयोजन है। इस वर्ष छत्तीसगढ़ी साहित्य में विशिष्ट योगदान के लिए प्रो. राजन यादव विभागाध्यक्ष हिन्दी, अधिष्ठाता लोकसंगीत एवं कला संकाय इंदिरा कला संगीत विवि खैरागढ़ और संगीत के क्षेत्र में कार्तिक राम भोसले को पूर्व अध्यक्ष स्व. प्रदीप वर्मा की स्मृति में प्रशांत वर्मा द्वारा तथा आध्यात्मिक-धार्मिक क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान के लिए मानस मर्मज्ञ ठोकेलाल देवांगन का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ी साहित्यिक संगोष्ठी हुई। इसमें मुख्य वक्ता राजन यादव ने छत्तीसगढ़ी साहित्य तब और अब, विषय पर बताया कि कबीरदास के शिष्य धनी धरमदास को छत्तीसगढ़ी के आदिकवि का दर्जा प्राप्त है, जिनके पदों का संकलन एवं प्रकाशन हरि ठाकुर ने किया है। मुख्य अतिथि डॉ. डीपी देशमुख ने बताया कि छत्तीसगढ़ी के विकास में विद्याभूषण मिश्र, मुकंद कौशल, हेमनाथ वर्मा विकल, बिसंभर यादव, पालेश्वर शर्मा, रघुवीर अग्रवाल पथिक, राम कैलाश तिवारी जी आदि कवियों का विशेष योगदान रहा। उन्होंने अन्य विभूतियों के विषय में भी जानकारी दी। विशिष्ट अतिथि बीके वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ी साहित्य अपने आप में वृहद और अत्यंत समृद्ध है। कवि सम्मेलन हुआ, जिसकी अध्यक्षता डॉ. संजय दानी ने की। काव्य पाठ करने वालों में डॉ. नरेन्द्र शामिल रहे।
द ब्रेन पावर स्कूल का 5वां वार्षिकोत्सव हुआ
जयपुर | द ब्रेन पावर स्कूल ने 5वां वार्षिकोत्सव नृत्य रंगोली का आयोजन निर्मला ऑडिटोरियम में किया गया। मुख्य अतिथि संदीप सारस्वत (एडि. एसपी एसीबी) एवं सोनिया महाजन सारस्वत उपस्थित रहे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. कुलदीप बीलोनिया, महेंद्र बाबू चौहान, कैलाश ओझा, छीतर लाल शर्मा, गेस्ट ऑफ ऑनर सीमा साहू, नवरतन साहू (डायरेक्टर-द ब्रेन पावर स्कूल) सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
नाम मतदाता सूची में जोड़ना लोकतंत्र की शक्ति : ललित
सिटी रिपोर्टर | दुर्ग भाजपा अंडा निकुम मंडल की बैठक मंगलवार को रेस्ट हाउस निकुम में हुई। इसमें विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के अंतर्गत मतदाता सूची के अध्ययन कार्य की विस्तृत समीक्षा की गई। एसआईआर मंडल कार्यशाला प्रभारी प्रखर वक्त शिवेंद्र परिहार ने कहा कि पात्र नागरिकों के मतदाता सूची में नए नाम जोड़ने, त्रुटियों को सुधारने एवं अमान्य नामों को हटाने की प्रक्रिया पर चर्चा की गई ताकि आगामी चुनावों के लिए मतदाता सूची पूर्णतः सही और पारदर्शी रहे। बैठक में बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं कि सक्रिय भूमिका, मतदाता जागरुकता अभियान को गति देने तथा हर पात्र नागरिक को मतदान के अधिकारी से जोड़ने के लिए विशेष दिशा निर्देश दिए गए। दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर ने कहा कि ने कहा हर पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में जुड़ना लोकतंत्र की सच्ची शक्ति है। जिनकी उम्र 18 से ऊपर है, नया मतदाता है, उसका नाम जुड़वाना है। जो मतदाता बाहर रहते हैं, दो जगह नाम है, उसका एक जगह से कटवाना है। मतदाता सूची पूर्ण रूप से पारदर्शी तरीके से प्रकाशित हो, ये सरकार की मंशा है। पूर्व सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन, मंडल अध्यक्ष लिकेश्वर देशमुख, महामंत्री पुराण देशमुख ने भी विचार रखे। बैठक में जिला भाजपा उपाध्यक्ष, मनोज सोनी, जिला कोषाध्यक्ष व पार्षद ओमप्रकाश जैन, गब्बर साहू, पुराण देशमुख, जनपद सदस्य अजीत चंद्राकर, बेला यादव, मुकेश बेलचंदन सहित अन्य उपस्थित थे।
जनजातीय गौरव दिवस पर जिला स्तरीय आयोजन 15 को, विभागों को दायित्व दिए
सिटी रिपोर्टर|दुर्ग 15 नवंबर को महात्मा गांधी कला मंदिर ऑडिटोरियम सिविक सेंटर में जिला स्तरीय जनजातीय गौरव दिवस का आयोजन किया जा रहा है। इसके सफल क्रियान्वयन के िलए अपर कलेक्टर दुर्ग योगिता देवांगन को नोडल अधिकारी, डिप्टी कलेक्टर दुर्ग हितेश पिस्दा और सहायक आयुक्त आदिवासी विकास दुर्ग अविनाश श्रीवास को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए अन्य विभागों को भी दायित्व सौंपा गया है। इसके तहत मुख्य अतिथि, प्रभारी मंत्री, मंत्री, सांसद, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों एवं जनजातीय समाज प्रमुखों को आमंत्रण का दायित्व प्रोटोकॉल अधिकारी को, कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा का दायित्व पुलिस अधीक्षक दुर्ग को, स्थानीय जनजाति वर्ग के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं उनके वंशजों की सूची उपलब्ध कराने और अनुसूचित जनजाति के छात्र-छात्राओं को जाति प्रमाण-पत्र वितरण का दायित्व एसडीएम दुर्ग/धमधा/पाटन को दिया गया है। इसी प्रकार लोक निर्माण विभाग भवन, सड़क दुर्ग को कार्यक्रम स्थल पर स्टॉल लगाने, टेंट एवं शेड की व्यवस्था का, लोक निर्माण विभाग विद्युत एवं यांत्रिकी दुर्ग को कार्यक्रम स्थल पर विद्युत, जनरेटर, पंखे, कूलर की व्यवस्था का, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी दुर्ग को कार्यक्रम स्थल में चिकित्सा व्यवस्था, जिला स्तर/विकासखण्ड स्तर/प्रयास विद्यालय, विज्ञान विकास केन्द्र एवं छात्रावासों/प्रमुख स्थानों पर निःशुल्क सिकलसेल एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन, धरती आबा में सम्मिलित चार ग्रामों में संतृप्ति करण के िलए निःशुल्क सिकलसेल परीक्षण एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर के आयोजन और अनुसूचित जनजाति के हितग्राही को आयुष्मान कार्ड के वितरण का दायित्व सौंपा गया है। आदिवासी विकास दुर्ग को स्थानीय मंत्री, सांसद, विधायक और जनजातीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रण, नर्तक दल की व्यवस्था, तथा छात्रावासों, आवासीय विद्यालयों में साफ-सफाई, वृक्षारोपण एवं जनजातीय नायक-नायिकाओं के विषय पर संगोष्ठी, वाद-विवाद, चित्रकला, निबंध लेखन एवं भाषण आदि का आयोजन का दायित्व, उद्यानिकी विभाग दुर्ग को बुके एवं फूल माला की व्यवस्था का, परिवहन विभाग एवं नाप तौल विभाग दुर्ग को बस/वाहन की ईंधन, चालक आदि सहित व्यवस्था का दायित्व दिया गया है।
दिगंबर जैन युवा परिषद; नई कार्यकारिणी गठित
जयपुर| अखिल भारतवर्षीय दिगंबर जैन युवा परिषद हेरिटेज संभाग का खवास जी का रास्ता स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में अध्यक्ष रूपेन्द्र जैन ने राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश अधिकारियों के निर्देश पर नवीन कार्यकारिणी का गठन किया। प्रदेश मंत्री विनोद पापड़ीवाल ने बताया कि परम संरक्षक विनय सौगानी, माणक ठोलिया, विकास जैन तिजारिया, संरक्षक कमल दीवान, अनीता जैन वाटिका, अनीता जैन, सलाहकार अजीत सौगानी, मंत्री दर्पण बिलाला व नरेश छाबड़ा, उपाध्यक्ष राहुल छाबड़ा व दिनेश जैन, संयुक्त मंत्री सुनीता गंगवाल, कोषाध्यक्ष संतोष छाबड़ा, सांस्कृतिक मंत्री अंजना जैन, प्रचार मंत्री रिषभ गंगवाल को बनाया गया।
राउंड टेबल इंडिया; निकाली फ्रीडम जागरूकता कार रैली
जयपुर | राउंड टेबल इंडिया जयपुर के आरटीआई पब्लिसिटी सप्ताह के तहत अल्बर्ट हॉल से जवाहर सर्किल तक फ्रीडम जागरूकता कार रैली निकाली गई। संस्था के चेयरमैन अर्जुन बाहेती ने रैली को रवाना किया। रैली में करीब 50 कार शामिल हुईं। रैली में पोस्टर व स्लोगन के माध्यम से आमजन को राउंड टेबल इंडिया के शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों में हो रहे निर्माण कार्यों सहित अन्य जानकारियां दी गईं। इस मौके पर अभिमन्यु विजय, अक्षय तोषनीवल, राहुल शर्मा, निमेश अरोड़ा सहित अन्य मौजूद रहे।
कलाकारों ने एक से बढ़कर एक गीतों की प्रस्तुति दी
सिटी रिपोर्टर | भिलाई संस्था सुर संगीत संगम मेलोडी मेकर्स भिलाई ने सांगीतिक संध्या और भिलाई-दुर्ग के साहित्य से जुड़े कलाकारों का मिलन समारोह आयोजित किया। कार्यक्रम में ग्रुप के कलाकारों और भिलाई के अन्य उत्कृष्ठ कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ कलाकार शिप्रा मंडल ने अतिथियों का स्वागत और ग्रुप द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी। इसके बाद ग्रुप के महेश कुमार विनोदिया और सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर दीपेन्द्र हलदार, अंथोनी फ्रांसिस, जगजीत सिंह भाटिया, परनराज सिंह भाटिया, कविंद्र बर्मन, सतेन्द्र कुमार, सत्या पांडेय, दीपांकर रे, मधुरिमा रे, सरोज खत्री, रश्मि घाटे, माया बैनर्जी, सुनील परदेशी, शांताराम वानखेड़े, राकेश शुक्ला, जितेन्द्र टांडी, महेश विनोदिया, रमेश घाटे, प्रकाशचन्द्र बेहरा, गिरीश चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे।
दूदू में निर्माणाधीन बिल्डिंग की छत गिरी, 1 की मौत, 4 घायल
भाला का जाव कॉलोनी में मंगलवार शाम करीब 4:20 बजे एक निर्माणाधीन दो मंजिला बिल्डिंग की छत अचानक ढह गया। मकान मालिक ठेकेदार राहुल बैरवा (30) पुत्र रामलाल की छत के नीचे दबने से मौत हो गई और 4 अन्य मजदूर घायल हो गए, जिनका इलाज जारी है। हादसे की सूचना पर पहुंची रेस्क्यू टीम और प्रशासन ने करीब 3 घंटे की मशक्कत के बाद को राहुल को मलबे से निकाला। इसके बाद उसे उप जिला अस्पताल ले जाया गया, चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। एएसपी शिवलाल बैरवा ने बताया कि मकान की दूसरी मंजिल की छत डालने का कार्य चल रहा था, तभी अचानक पूरी बिल्डिंग ध्वस्त हो कर जमींदोज हो गई। घायल मजदूरों में रामलाल बैरवा (58)पुत्र सुवा लाल निवासी बिजौलाव, रामधन (58)पुत्र छीतर बैरवा,निवासी खुड़ियाला, भंवर सिंह (45)पुत्र माधो सिंह, निवासी गागरडू, दूदू उप जिला अस्पताल में इलाज जारी है। साथ ही कल्याण (60) पुत्र कानाराम बैरवा निवासी गागरडू को गंभीर हालात में एसएमएस अस्पताल रेफर किया। हादसे की सूचना पर डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा प्रशासनिक अधिकारियों की टीम सहित घटनास्थल पहुंचे और 3 घंटे तक अधिकारियों को रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मलबे के नीचे दबे घायल व्यक्ति को निकालने के लिए हाइड्रा क्रेन, जेसीबी मशीन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को मौके और बुलाया गया और घायलों का उप जिला अस्पताल में इलाज के भी निर्देश दिए गए।
ब्यावर: जवाबदेही जनसंवाद यात्रा शुरू, पांच संभागों से निकलेगी
ब्यावर | राजस्थान में सूचना एवं रोजगार अधिकार अभियान राजस्थान द्वारा राज्यव्यापी ‘जवाबदेही जन-संवाद यात्रा’ की शुरुआत मंगलवार को ब्यावर से हुई। सूचना के अधिकार कानून की जन्म स्थली ब्यावर के चांग गेट से यात्रा का शुभारंभ किया गया। यात्रा अजमेर, उदयपुर, कोटा, बीकानेर संभाग होते हुए 26 नवंबर को जयपुर पहुंचेगी। शुरुआत अजमेर संभाग से की गई। पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य राजस्थान में सशक्त जवाबदेही कानून को शीघ्र लागू कराने के मुद्दे को जनता के बीच लाना और सरकार को नागरिकों के प्रति जवाबदेह बनाने के लिए जनसमर्थन जुटाना है। चांग गेट से अजमेरी गेट तक यात्रा निकाली गई यात्रा में स्वयंसेवकों ने पर्चे बांटे। 1996 में सूचना के अधिकार आंदोलन की शुरुआत भी ब्यावर से ही हुई थी। जवाबदेही यात्रा की पुनः शुरुआत भी ब्यावर से हुई है। 2016 में राजस्थान के सभी 33 जिलों से यात्रा को निकाला गया था तथा कानून को लागू करने के लिए जयपुर में 22 दिन धरना दिया गया था। यात्रा के शुभारंभ प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता एवं रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित अरुणा रॉय ने किया। उन्होंने कहा िक यह यात्रा सरकार को यह याद दिलाने की पहल है कि जनता ही असली मालिक है।
सिविल न्यायाधीश संवर्ग सीधी भर्ती 2025 मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित
जोधपुर| उच्च न्यायालय ने सिविल न्यायाधीश संवर्ग सीधी भर्ती परीक्षा 2025 की मुख्य परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। रजिस्ट्रार परीक्षा की ओर से जारी परिणाम के साथ श्रेणीवार कटऑफ अंक भी घोषित किए गए हैं। गत 11 और 12 अक्टूबर को जोधपुर एवं जयपुर में मुख्य परीक्षा का आयोजन किया गया था। घोषित कटऑफ के अनुसार सामान्य वर्ग की कटऑफ 150 अंक, सामान्य विधवा 133.5, सामान्य एक्स-सर्विसमेन 116, अनुसूचित जाति 121, अनुसूचित जनजाति 123, ओबीसी/एमबीसी-एनसीएल 137.5, अधिक पिछड़ा वर्ग-एनसीएल 120.5, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग 147, पीडब्ल्यूबीडी (एलडी) 106 और पीडब्ल्यूबीडी (बी एंड एलवी) 111 अंक रही है। अनंतिम रूप से योग्य अभ्यर्थियों के साक्षात्कार की तिथियां शीघ्र घोषित की जाएंगी। जो अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में सम्मिलित हुए थे पर साक्षात्कार के लिए योग्य घोषित नहीं हुए हैं, उनके अंकों का विवरण न्यायालय की वेबसाइट पर जल्द ही अपलोड किया जाएगा।
फील्ड में निरीक्षण कर कार्यों में तेजी लाएं अधिकारी
भास्कर न्यूज | राजनांदगांव कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर जितेन्द्र यादव ने साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य एवं धान खरीदी का कार्य भी जारी रहेगा। सभी एसडीएम एवं तहसीलदार धान खरीदी का कार्य जिम्मेदारी से पूर्ण करें। जिले में 5 अति संवेदनशील तथा 46 संवेदनशील धान उपार्जन केन्द्र है। इन धान खरीदी केन्द्रों का सतत निरीक्षण जारी रखें। सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ सभी अधिकारी कार्य करें। उन्होंने कहा कि राजस्व एवं जिला स्तरीय अधिकारियों का फील्ड में निरीक्षण करें, इससे कार्यों को गति मिलेगी। फसल कटाई, गिरदावरी, फसल क्षति मुआवजा एवं राजस्व के प्रकरणों को शीघ्र पूर्ण करने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बनाने के लिए अभियान चलाकर शिविर लगाने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि भू-बंटन की स्थिति में प्रगति दिखाई देना चाहिए। कलेक्टर यादव ने कहा कि हाई रिस्क वाली गर्भवती महिलाओं से बात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी के संबंध में चर्चा की। बैठक में उन्होंने यह भी कहा कि मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिए स्वास्थ्य संबंधी परामर्श एवं दवाइयां आवश्यक रूप से दिया जाना सुनिश्चित करें। आयुष्मान कार्ड बनाने में उत्कृष्ट प्रदर्शन को सराहा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत सुशासन तिहार अंतर्गत प्राप्त आवेदनों के साथ ही गैस कनेक्शन प्रदाय करने के लिए विशेष तौर पर कार्य करें। उन्होंने आदि कर्म योगी योजना अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में आय, जाति, निवास तथा शासन के अन्य योजनाओं से अधिक से अधिक जनमानस को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। उन्होंने आयुष्मान कार्ड में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को बधाई दी। उन्होंने जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदी करने के लिए प्रशिक्षण, उच्च न्यायालय के प्रकरण, भू-अर्जन प्रकरण, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आदि की समीक्षा की।
2 की मौत: जंगल से हटाए गए मधुमक्खियों के छत्ते
भास्कर न्यूज | पटना ग्राम पंचायत खोड़ क्षेत्र के जंगल में मधुमक्खियों के हमले से दो लोगों की मौत के बाद ग्रामीणों में भय का माहौल था। घटना के बाद फॉरेस्ट विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई शुरू की। फॉरेस्ट विभाग के कर्मचारी मनोज ने अपनी टीम के साथ जंगल में मौजूद मधुमक्खी के छत्तों को सावधानीपूर्वक हटाया, ताकि भविष्य में इस तरह की घटना दोबारा न हो। अधिकारियों से सुरक्षा के उपाय करने की मांग की। स्थिति को नियंत्रित करने दो दिन पहले नायब तहसीलदार अभिसार पांडे, जनपद सदस्य रंजीत मंडल, सरपंच मंगल सिंह, सचिव रामशुशील पांडे और अन्य ग्रामीण प्रतिनिधियों की उपस्थिति में बैठक आयोजित की गई। बैठक में अधिकारियों ने ग्रामीणों को शांत कर कहा कि फॉरेस्ट विभाग ने शुरुआत कर दी है और आगे से इस तरह की घटनाओं को रोकने सतर्कता बढ़ाई जाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कांकेर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत
कांकेर| पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जगदलपुर जाते समय कांकेर माकड़ी चौक में कांकेर के विभिन्न प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का स्वागत किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान पुरुषोत्तम पाटिल, हेमंत ध्रुव, राजेश भास्कर, नितिन पोटाई, रमाशंकर दर्रो, तरेंद्र भंडारी, सरजू शोरी, अजय रेणु, बोठु चोपड़ा, राजेंद्र दुबे, खोमेंद्र उइके, दीपक शोरी, मुकेश तिवारी, उदय शर्मा, इशहक मुन्ना, मुन्ना ठाकुर, विष्णु नेताम, चंद्रलोक ठाकुर, सत्यार्थ करायत, सुरेश नाग, विनय ठाकुर, शेष गजबिए, अजय भास्वानी, लोमेंद्र यादव, तारास सिन्हा, तौहीद खान, सुमित राय, अमन गायकवाड, चमन साहू, राजा राजपूत, बंटी सोनकर, जीशान अली, अभय रॉय, बसंत साहू, सूर्या नेताम, योगेश राजपूत, देवेंद्र साहू, गणेश सोनी, कमल नागवंशी आदि उपस्थित थे।
स्वास्थ्य: ई-कंसल्टेशन का मॉड्यूल बनेगा
जयपुर| स्वास्थ्य विभाग में अब ई-कंसल्टेशन के लिए माड्यूल विकसित किया जाएगा। सभी जिला अधिकारियों से कहा गया कि संबंधित चिकित्सा प्रभारी के सुपरविजन में आशा-एएनएम द्वारा एक ठोस मॉनिटरिंग सिस्टम विकसित हो, ताकि गर्भवती महिला की प्रसव पूर्व की पहली जांच के बाद लगातार देखभाल की जाए। इससे प्रसव के दौरान उच्च जोखिम में कमी आ सकेगी। यूनिसेफ सहित अन्य डवलपमेंट पार्टनर्स ई-कंसल्टेशन मैकेनिज्म के लिए एक मॉड्यूल विकसित करें। मिशन निदेशक एनएचएम डॉ. अमित यादव ने कहा कि इस चर्चा में वरिष्ठ विशेषज्ञों से उनके अनुभवों के आधार पर सुझाव लिए गए हैं, जो आगामी कार्ययोजना में शामिल किए जाएंगे।
दुर्गूकोंदल में रिकॉर्डिंग डीजे डांस प्रतियोगिता 22 को
दुर्गूकोंदल| दुर्गूकोंदल में 22 नवंबर को राज्य स्तरीय डीजे डांस प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता का दूसरा सीजन है। प्रतियोगिता में सामूहिक नृत्य श्रेणी में प्रथम पुरस्कार ₹13 हजार, द्वितीय ₹9 हजार, तृतीय 7 हजार, चतुर्थ 5 हजार, पंचम 3 हजार, युगल प्रथम 6 हजार, द्वितीय 5 हजार, तृतीय ₹3,500, चतुर्थ ₹2,500 और पंचम ₹1,500 व एकल नृत्य श्रेणी में प्रथम ₹5 हजार, द्वितीय₹4 हजार, तृतीय ₹3 हजार, चतुर्थ ₹2 हजार व पंचम 1 हजार रुपए प्रदान किया जाएगा। आयोजन समिति अध्यक्ष महत्तम दुग्गा ने बताया इस वर्ष पहली बार लक्की ड्रॉ का भी आयोजन किया जा रहा है। इसमें पहला इनाम डीलक्स मोटरसाइकिल, द्वितीय एक्टिवा स्कूटी, तृतीय फ्रीज, चौथा एलईडी टीवी तथा पांचवां वॉशिंग मशीन प्रदान किया जाएगा।
सात महीने से निलंबित बृज यूनि. के कुलगुरु को तत्काल हटाया
राजभवन ने सात महीने पहले निलंबित किए गए महाराजा सूरजमल बृज यूनिवर्सिटी, भरतपुर के निलंबित कुलगुरु प्रो. रमेश चंद्रा को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने राज्य सरकार के परामर्श के बाद मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं। राजभवन का कहना है कि दत्ता को सुनवाई को पूरा मौका दिया गया था और उनके उत्तर का परीक्षण किए जाने के बाद यह निर्णय किया गया है। राजभवन ने गत 28 मार्च को निलंबित कर दिया था। उनके खिलाफ यूनिवर्सिटी अधिनियम व परिनियमों की पालना नहीं करने, यूनिवर्सिटी के संसाधनों व निधियों का दुरूपयोग करने और अनियमित भुगतान के अलावा नियम-प्रावधानों के विपरीत जाकर मनमर्जी से कार्य करने के आरोप सही पाए गए। यहीं नहीं वित्त विभाग के नियमों का उल्ल्घंन कर यूनिवर्सिटी को वित्तीय हानि पहुंचाने के आरोप भी प्रमाणित पाए गए हैं। राजभवन ने स्पष्ट किया कि प्रो.चन्द्रा को प्रमाणित आरोपों के संबंध में युक्तियुक्त व्यक्तिश सुनवाई का अवसर दिया गया। सुनवाई के दौरान उनकी ओर से प्रस्तुत प्रत्युत्तर का परीक्षण किया गया। परीक्षण मे पाया गया कि यूनिवर्सिटी के अधिनियम के उपबन्धों का कार्यान्वयन करने में जानबूझकर शक्तियों का दुरूपयोग किया गया। चौथे कुलपति जिन पर कार्रवाई कांग्रेस सरकार में तैनात कुलगुरु पर राजभवन की लगातार कार्रवाई जारी है। इससे पहले सरकार ने 10 फरवरी को जोधपुर की जयनारायण व्यास यूनिवर्सिटी के कुलगुरु प्रो. के.एल श्रीवास्तव को हटाया। फिर मार्च में प्रो.चंद्रा को निलंबित कर दिया। अगस्त में केशवानंद यूनिवर्सिटी कृषि यूनिवर्सिटी बीकानेर के कुलगुरु प्रो अरुण कुमार को हटा दिया। आखिर में कर्ण नरेंद्र कृषि यूनिवर्सिटी, जोबनेर के कुलगुरु प्रोफेसर बलराज सिंह को निलंबित कर दिया। हालांकि, सिंह कोर्ट से अपने हक में फैसला लेकर आ गए और आखिरी दिन ज्वाइनिंग कर अपना कार्यकाल पूरा किया। प्रो अरुण कुमार को भी कोर्ट से राहत मिल गई। राजभवन } वीसी पर शक्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप
सरपंच संघ ने 25 हजार मानदेय व गांव की समस्या को लेकर किया प्रदर्शन
भास्कर न्यूज | कांकेर कांकेर के सरपंच संघ द्वारा ग्राम पंचायतों में विभिन्न समस्याओं व बैठक भत्ता को मासिक मानदेय में बदलते हुए 25 हजार रुपए दिए जाने सहित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टोरेट में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। इसके बाद मांग को को लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को आवेदन सौंपा। मंगलवार को 100 से ज्यादा ग्राम पंचायत के सरपंच प्रदर्शन में शामिल हुए। इसमें कांकेर जनपद के साथ चारामा, नरहरपुर व भानुप्रतापपुर के सरपंच भी पहुंचे थे। कांकेर जनपद सरपंच संघ के पदाधिकारियों के साथ जिला स्तर के पदाधिकारी भी पहुंचे थे। सरपंच संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि एक माह के बाद जिला स्तर पर पदाधिकारी आवेदन सौपेंगे। माहभर के बाद भी मांग पूरा नहीं हुआ, तो सभी पंचायत में सरपंच काम का बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल करते हुए प्रदर्शन करेंगे। कांकेर जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष संदीप कुंजाम, उपाध्यक्ष विष्णु नेताम ने कहा कांकेर जनपद सरपंच संघ के तत्वावधान में आज ग्राम पंचायतों में विभिन्न समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया गया है। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं हुई, तो 30 दिन के बाद फिर सरकार के ध्यान आकर्षण करते हुए ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसके बाद काम बंद कर हड़ताल किया जाएगा। कांकेर जनपद सरपंच संघ के संरक्षक राजेश भास्कर, उपाध्यक्ष प्रमिला शोरी ने कहा ग्राम पंचायत में विभिन्न समस्याओं को लेकर विकास काम बाधित हो रहा है। मांग पूरी नहीं होने पर ग्राम पंचायत में काम का बहिष्कार कर अनिश्चितकालीन के लिए हड़ताल किया जाएगा। सभी मांग जायज है। इस दौरान सूर्या नेताम, फुलेश्वरी नेताम, हृदयराम शोरी, विनोद रावटे, केशव राम मंडावी, गोवर्धन नागेश, बंशी मंडावी, संजय दर्रो, रेवती मंडावी, सरिता भुआर्य, कौशिल्या, रघुवीर साहू, संदीप धुरवा, प्रदीप जुर्री, हेमलता धरत, मधु मंडावी, लीला मातलाम, रिना ध्रुव आदि उपस्थित थे।
सर्वे रिपोर्ट में जनता ने पानी-बिजली व रोजगार को सराहा : मदन राठौड़
जयपुर| भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने एक संस्था की ओर से करवाए गए सर्वे रिपोर्ट को सरकार के बेहतर कार्यप्रणाली का प्रमाण बताया है। राठौड़ ने कहा कि यह जनमत सरकार की जनहितैषी नीतियों की पुष्टि है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पानी, बिजली, उद्योग, निवेश और रोजगार के क्षेत्र में अच्छे कार्य हुए। सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 58 प्रतिशत नागरिकों ने माना कि पानी, 52 प्रतिशत ने बिजली आपूर्ति, 64 प्रतिशत ने रोजगार सृजन को बेहतर बताया। 63 फीसदी किसानों ने कृषि और किसान कल्याण योजनाओं को सराहा।
मोबाइल पर मिलेगा हेल्थ रिकॉर्ड, 100% के बनेंगे आभा कार्ड, अब तक 6.35 करोड़ बनाए
भास्कर खास मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत एवं तकनीकी नवाचारों के माध्यम से सुदृढ़ बनाया जा रहा है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर के निर्देशन में राज्य में प्रत्येक नागरिक को बेहतर, पारदर्शी और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से इंटीग्रेटेड हेल्थ मैनेजमेंट सिस्टम (आईएचएमएस) में आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा आईडी) के उपयोग को अनिवार्य कर दिया गया है। अब प्रदेश में हर आदमी का हेल्थ रिकार्ड मोबाइल पर मिल सकेगा। सरकार ने 100 प्रतिशत लोगों के आभा कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया है। राजस्थान में अब तक 6.35 करोड़ लोगों के आभा कार्ड बनाए जा चुके हैं। कार्ड बनाने में प्रदेश देश में तीसरे स्थान पर है। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे रोगी के ओपीडी एवं आईपीडी पंजीकरण के समय 100 प्रतिशत आभा आईडी बनाएं। शेष नागरिकों की भी आभा आईडी बन जाने से उन्हें हेल्थ रिकॉर्ड मोबाइल पर मिल सकेंगे। यह पहल राजस्थान में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के सफल क्रियान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और नागरिकों को सुलभ, सुरक्षित एवं डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने की दिशा में राज्य सरकार की बड़ा कदम है। मोबाइल एप पर देख सकेंगे अपनी हेल्थ रिपोर्ट राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव ने बताया कि आभा आईडी (आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट) प्रत्येक नागरिक की एक विशिष्ट डिजिटल पहचान संख्या है, जो उसके सभी स्वास्थ्य रिकॉर्ड को एक ही स्थान पर सुरक्षित रखती है। इसके माध्यम से नागरिक अपने स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी को कभी भी, कहीं से भी देख सकते हैं और डॉक्टर से उपचार के समय अपनी सहमति से यह जानकारी साझा कर सकते हैं। इसके माध्यम से नागरिकों को डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड की सुविधा मिलेगी साथ ही मरीज अपने स्वास्थ्य विवरण मोबाइल एप या पोर्टल के माध्यम से तुरंत देख सकेंगे। ओपीडी एवं आईपीडी में बनाई जाएगी आभा आईडी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री निःशुल्क निरोगी राजस्थान योजना (एमएनएनआरवाई) के अंतर्गत स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त करने वाले सभी नागरिकों का पंजीकरण अब आईएचएमएस में आभा आईडी के माध्यम से अनिवार्य रूप से किया जाएगा। सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य संस्थानों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक ओपीडी और आईपीडी पंजीकरण के समय मरीज की आभा आईडी बनाई और लिंक की जाए। इस निर्णय से हर नागरिक को ‘‘एक देश, एक स्वास्थ्य आईडी’’ के सिद्धांत के तहत गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल सकेगा।
15,265 वन अधिकार प्रमाण पत्र जारी
बीजापुर| आदिवासी विकास विभाग, बीजापुर द्वारा वन अधिकार अधिनियम 2006 के अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को वर्ष 2006 से 2025 के बीच 15,265 वन अधिकार प्रमाण पत्र जारी किए गए हैं। इनमें 12,434 व्यक्तिगत एवं 2,831 सामुदायिक वन अधिकार प्रमाण पत्र शामिल हैं।विभागीय आंकड़ों के अनुसार, वन अधिकार प्रमाण पत्रों का वितरण कार्य वर्ष 2008 से प्रारंभ हुआ था। इस अवधि में वर्ष 2011 में सर्वाधिक 2,477 व्यक्तिगत प्रमाण पत्र जारी किए गए, जबकि वर्ष 2020 में कुल 3,067 प्रमाण पत्र (जिसमें 1,566 व्यक्तिगत और 1,501 सामुदायिक) प्रदान किए गए, जो हाल के वर्षों में सर्वाधिक संख्या है।नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2024 में 230 तथा वर्ष 2025 में अब तक 390 व्यक्तिगत वन अधिकार प्रमाण पत्र पात्र हितग्राहियों को वितरित किए जा चुके हैं।
अंडरब्रिज बंद, घूमकर जाना पड़ रहा बाजार
भाटापारा| शहर के पुराना मछली मार्केट हटरी बाजार से मुंशी इस्माइल वार्ड में हिंदू श्मशानघाट की ओर जाने वाले रास्ते पर रेलवे ने अंडरब्रिज बनवाया है। इसे अब तक आवाजाही के लिए नहीं खोला गया है। ऐसे में शहर के लोगों को दूसरे रास्ते से लंबी दूरी तय करते हुए हटरी बाजार पहुंचना पड़ रहा है। किराना के साथ यह सब्जी व्यापरियों का भी बड़ा केंद्र है। ऐसे में रोज बड़ी संख्या में लोग हटरी बाजार पहुंचते हैं। दूसरी ओर बड़ी संख्या में व्यापारीजन भी आवाजाही की समस्या से रोज दो-चार हो रहे हैं। बताते हैं कि रेलवे ने पहले इस अंडरब्रिज को बारिश के मौसम का हवाला देते हुए नहीं खोला था। अब पूरी बरसात बीत चुकी है। इसके बावजूद ब्रिज नहीं खोला जा सका है। इससे लोगों में रेल प्रशासन के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है।
हेल्थ के सेक्टर में यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर के साथ एमओयू
जयपुर| राजस्थान सरकार के चिकित्सा शिक्षा विभाग और यूनाइटेड किंगडम की यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर के बीच मंगलवार को स्वास्थ्य, मानव संसाधन विकास, शैक्षणिक आदान-प्रदान एवं अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। यह समझौता चिकित्सा शिक्षा सचिव इकबाल खान और यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर की ओर से अंतर्राष्ट्रीय उप-डीन प्रोफेसर कीथ ब्रेनन द्वारा हस्ताक्षरित किया गया।
क्रिटिकल और स्ट्रेटेजिक मिनरल की 40 परियोजनाओं को शामिल किया
आगामी वर्ष 2026-27 में राजस्थान के खान विभाग की से लाइमस्टोन, डेकोरेटिव स्टोन, फैरस मेटल, आरईई, औद्योगिक खनिजों सहित खनिजों की खोज की 37 परियोजनाओं पर एक्सप्लोरेशन का कार्य किया जाएगा। वहीं जीएसआई प्रदेश में खनिज अन्वेषण की 80 परियोजना पर कार्य करेगा जिसमें 40 से 42 परियोजनाएं क्रिटिकल और स्ट्रेटेजिक मिनरल की शामिल की गई है। राजस्थान में क्रिटिकल मिनरल की दृष्टि से सिवाणा रिंग क्षेत्र संभावनाओं से भरा इलाका है और इसके साथ ही सीकर के रोहिला सहित आसपास के क्षेत्र में यूरेनियम के भंडार उपलब्ध है। बांसवाड़ा के आसपास के क्षेत्र में एसोसिएटेड आयरन मिनरल सहित गोल्ड के भंडार उपलब्ध है। बीकानेर-नागौर बेल्ट में पोटाश के भंडार है। खान विभाग की आेर से आयोजित 60 वीं स्टेट जियोलोजिकल प्रोग्रामिंग बोर्ड की बैठक में ये बात निकलकर आई। इसकी पुष्टि खान विभाग के प्रमुख सचिव टी. रविकान्त ने की। उन्होंने कहा कि केन्द्र व राज्य की खनिज खोज कार्य में जुटी संस्थाओं को बेहतर समन्वय और सहयोग से कार्य करना होगा ताकि कार्य में गुणवत्ता के साथ ही ओवरलेपिंग जैसी स्थिति नहीं आए। एक्सप्लोरेशन संस्थाओं को औपचारिक और अनौपचारिक रुप से त्रैमासिक या मासिक रुप से परियोजना प्रगति व कार्यों पर संवाद कायम रखना चाहिए। सीकर से देश को टॉप ग्रेड का यूरेनियम मिलेगा। रॉयल गांव में झारखंड, आंध्र से अच्छी ग्रेड का यूरेनियम भंडार मिला है। यहां 1086.46 हेक्टेयर में 1.2 करोड़ टन यूरेनियम व अन्य एसोसिएटेड मिनरल्स हैं। प्रदेश में खनिज अन्वेषण की 80 परियोजना पर कार्य होगा
हमारी सरकार में भी सुधांश का यहां नहीं लगता था मन : गहलोत
जयपुर| पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएस सुधांश पंत के दिल्ली ट्रांसफर के आदेश पर राय दी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के समय भी पंत का राजस्थान में मन नहीं लगता था। मीडिया से सवालों पर गहलोत बोले-पंत के दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर जाने के आदेश आ चुके हैं तो मैं इसमें क्या कह सकता हूं। हम तो सुनते रहते हैं कि कभी भी जा सकते हैं। हट सकते हैं, क्योंकि इनका राजस्थान में मन नहीं लगता है। पंत हमारी सरकार के समय भी एसीएस थे, तब भी इनका यही रुझान रहता था कि मैं हमेशा दिल्ली रहूं। अंदर का सच तो सरकार को मालूम होगा या खुद पंत को पता होगा। दिल्ली में ब्लास्ट पर संवेदना व्यक्त करते हुए गहलोत ने कहा कि दुखद घटना की गहराई से जांच होनी चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि सच्चाई सामने आएगी। बिहार के दूसरे चरण की हो रही वोटिंग को लेकर कहा कि बिहार में अच्छी वोटिंग हुई। जिस प्रकार से भाजपा के लोग ट्रेनें भर-भरकर के बाहर से लोगों को लेकर आए और जो बाहर से वोट डालने नहीं आए, उनका वोट डलवाए गए।
दिल्ली से वृंदावन बागेश्वर बांके बिहारी मिलन सनातन एकता हिंदू यात्रा की सुरक्षा के लिए पुलिस के अलावा खुफिया एजेंसी भी अलर्ट हैं। खुफिया एजेंसी से जुड़े लोग संवेदनशील इलाकों में जाकर संदिग्धों का डाटा तैयार कर रहे हैं। वहीं यात्रा की सुरक्षा के मद्देनजर ADG आगरा जोन अनुपमा कुलश्रेष्ठ ने पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग कर सुरक्षा व्यवस्था के बारे में जानकारी की और खास एहतियात बरतने के निर्देश दिए। कोसी के संवेदनशील इलाकों में बरती जा रही खास सतर्कता 13 नवंबर को हरियाणा से उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के कोटवन बॉर्डर से सनातन हिंदू एकता पदयात्रा प्रवेश करेगी। यात्रा सबसे पहले मथुरा के कोसी इलाके में आएगी। जिसके चलते यहां के संवेदनशील इलाके नकासा,काशीराम आवास सहित मेवात से लगे गांवों में खास सतर्कता बरती जा रही है। यहां खुफिया एजेंसी से जुड़े लोग संदिग्धों का डेटा एकत्रित कर रहे हैं। हाईवे किनारे रहने वालों को दी हिदायत दिल्ली आगरा नेशनल हाईवे पर बहुत से ऐसे लोग हैं जो कचरा एकत्रित करना,कबाड़ा खरीदना आदि का काम करते हैं और वहीं सड़क किनारे झुग्गी बनाकर रहते हैं। ऐसे लोगों को पुलिस और इंटेलिजेंस से जुड़े लोग खास निगरानी बनाए हुए हैं। इन लोगों को हिदायत दी गई है कि यात्रा के दौरान कोई भी कचरा आदि का काम न करे। होटल,ढाबे किए जा रहे चैक बागेश्वर बांके बिहारी मिलन सनातन हिंदू एकता पदयात्रा 4 दिन ब्रज में रहेगी। इस दौरान कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए नेशनल हाईवे सहित कोसी,छाता,वृंदावन में मौजूद होटल,गेस्ट हाउस, ढाबा आदि पर खास सतर्कता बरती जा रही है। यहां पुलिस और खुफिया विभाग से जुड़े लोग संदिग्धों की चेकिंग कर रहे हैं। इसके अलावा सख्त हिदायत दी गई है कि कोई भी सख्श बिना डॉक्यूमेंट के न मिले। मथुरा पुलिस ने जारी की ट्रैफिक एडवाइजरी सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के मद्देनजर मथुरा पुलिस ने ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। डायवर्जन प्लान बागेश्वर धाम सनातन एकता पदयात्रा के अवसर पर मथुरा NH-19 की यातायात व्यवस्था बुधवार की मध्य रात 12 बजे से निम्न प्रकार संचालित होगी। 1. ग्वालियर , कानपुर ,आगरा की ओर से आने वाले सभी प्रकार के भारी वाहन रैपुरा जाट अण्डर पास से यूटर्न लेकर वापस आगरा सीमा से होते हुए यमुना एक्सप्रेस- वे का प्रयोग करते हुए अपने गन्तव्य को जा सकेंगे। 2. आगरा की ओर से आने वाले भारी, कामर्शियल वाहन जो दिल्ली जाना चाहते है वह वाहन बाद गांव रिफाइनरीअण्डर पास से मथुरा - बरेली हाईवे होते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे होते हुए अपने गन्तव्य को जा सकेंगे। 3. हाथरस एवं अलीगढ की ओर से आने वाले वाहन जो मथुरा होते हुए पलवल , फरीदाबाद एवं दिल्ली जाना चाहते है, वह वाहन राया कट यमुना एक्सप्रेस –वे होते हुए अपने गन्तव्य को जा सकेंगे। 4. लखनऊ,आगरा यमुना एक्सप्रेसवे से नौहझील बाजना , शेर गढ,कोसी के रास्ते होते हुये दिल्ली पलवल फरीदाबाद की ओर जाने वाले भारी कामर्शियल वाहन नौहझील , पटेल चौक , कोसी तिराहा व छाता की ओर प्रतिबंधित रहेंगे। यह सभी वाहन यमुना एक्सप्रेसवे से ही अपने गन्तव्य को जायेंगे। 5. नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे से होकर आने वाले भारी कामर्शियल वाहन जो एनएच-19 होकर दिल्ली की ओर जाना चाहते है वह सभी प्रकार के वाहन दिल्ली ,पलवल फरीदाबाद की ओर पूर्णत: प्रतिबंधित रहेंगे। 6. भरतपुर की ओर से आने वाले भारी कामर्शियल वाहन जो भरतपुर कट एचएन -19 होकर दिल्ली जाना चाहते है वे सभी वाहन जाजम पट्टी से ओल होकर फरह की ओर डायवर्ट किये जायेंगे ये सभी वाहन मथुरा बरेली हाइवे, यमुना एक्सप्रेसवे होकर अपने गन्तव्य को जा सकेंगे। 7. मथुरा शहर के अन्य स्थानों से आने वाले भारी,कामर्शियल वाहन जो एनएच-19 होते हुए दिल्ली जाना चाहते है वह वाहन जयगुरूदेव अण्डरपास मण्डी चौराहा से एनएच-19 आगरा की ओर डायवर्ट किये जाएंगे। यह सभी वाहन बाद गांव अण्डर पास से मथुरा बरेली हाइवे,यमुना एक्सप्रेसवे होकर अपने गन्तव्य को जा सकेंगे। 8. डीग,कामा की ओर से आने वाले भारी कामर्शियल वाहन जो छाता बरसाना नंदगांव कोसी होकर दिल्ली पलवल फरीदाबाद की ओर जाना चाहते है वे सभी वाहन बरसाना गोवर्धन होते हुये मण्डी चौराहा गोवर्धन चौराहा से मथुरा बरेली हाईवे,यमुना एक्सप्रेस वे होकर अपने गंतव्य को जा सकेंगे । यह वाहन राणा की प्याऊ, नंदगांव चौकी तिराहा से कोसी, छाता की ओर प्रतिबंधित रहेंगे। 9. नंदगांव पुलिस चौकी से कोसी की ओर सभी तरह के वाहन प्रतिबंधित रहेंगे। 10. राणा की प्याऊ बरसाना से छाता की ओर सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेगे। 11. नीमगांव तिराहा कस्वा गोवर्धन से कस्वा छाता की ओर सभी प्रकार के वाहन प्रतिबंधित रहेगे। 12. कुंजीलाल तिराहा कस्वा गोवर्धन से राल, छटीकरा की ओर भारी, कॉमर्शियल वाहन प्रतिबंधित रहेगे। शनिवार और रविवार को सभी प्रकार के वाहन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगे। 13. दिल्ली, पलवल, फरीदाबाद की ओर से आने वाले समस्त प्रकार के वाहन एचएन-19 पर मथुरा की ओर पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगें। 14. चार पहिया वाहनो का आवाजाही एचएन 19 पर एक पंक्ति मे चलेगे और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें भी प्रतिबंधित किया जा सकेगा। यह वाहन यमुना एक्सप्रेस वे होकर अपने गंतव्य को जायेगे। 15. मथुरा शहर की ओर से कोसी, पलवल, फरीदाबाद,दिल्ली की ओर जाने वाले सभी वाहन एनएच -19 पर प्रतिबंधित रहेगें यह सभी वाहन राया कट यमुना एक्सप्रेस वे , अलीगढ , हाथरस मार्ग , मथुरा बरेली हाईवे होकर अपने गंतव्य को जा सकेगे। 16. जब पद यात्रा जैत व कोसी के मध्य रहेगी तब सभी वाहन गोवर्धन चौराहा,राल तिराहा से एनएच-19 की ओर पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगें ।
प्रवासी दिवस : मेहमानों के लिए निखारा जाएगा जयपुर
जयपुर| मुख्य सचिव सुधांश पंत ने मंगलवार को सचिवालय में प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025 के आयोजन के लिए गठित कार्य समितियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। सीएस ने 10 दिसंबर को आयोजित होने वाले विस्तृत कार्यक्रम और विभिन्न विभागों की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने आयोजन से जुड़ी सभी गतिविधियों और जिम्मेदारियों के स्पष्ट विभाजन पर ज़ोर दिया। पंत ने कहा कि इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए प्रत्येक समिति को मिलकर काम करना होगा। बड़े आयोजन के लिए जयपुर शहर के सौंदर्यीकरण पर जोर दिया।
चर्चा थी पांच साल सीएस रहेंगे पंत, 22 माह में दिल्ली वापसी
जयपुर| वरिष्ठ आईएएस सुधांश पंत जब सीएस बनकर आए थे, तो हर किसी के मुंह पर यही बात थी कि वे पहले आईएएस होंगे जो करीब 5 साल सीएस रहेंगे। लेकिन जिस तरह सीएस बनना चौंकाया, उसी तरह उनका 22 माह में ही राजस्थान छोड़ जाने के फैसले ने चौंका दिया। पंत 22 माह 10 दिन राजस्थान के मुख्य सचिव रहे। इससे पहले साल 2013 में राजीव महर्षि को 20 दिसंबर 2013 को मुख्य सचिव नियुक्त किया था, लेकिन नियुक्ति के 9 महीने बाद ही 28 अक्टूबर 2014 को महर्षि केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चले गए। उधर, मंगलवार को सचिवालय में पंत से मिलने वालों की गहमागहमी रही। सूत्रों का कहना है कि पंत को दिल्ली में बड़ा पद दिया जाएगा। पंत का दिल्ली लौटना उनकी केंद्र सरकार से निकटता का नतीजा है। पंत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी अफसर माना जाता है। वे पहले स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में सचिव रह चुके हैं, जहां कोविड प्रबंधन में उनकी भूमिका सराहनीय रही। 2013 में महर्षि का भी हुआ था दिल्ली ट्रांसफर 2013 में पिछली वसुंधरा राजे सरकार के दौरान तत्कालीन मुख्य सचिव राजीव महर्षि का दिल्ली ट्रांसफर हुआ था। पंत का ट्रांसफर दिल्ली जाने का दूसरा उदाहरण है। पंत के ट्रांसफर के आदेश के बाद मंगलवार को 60 से अधिक आईएएस, आईपीएस, आरएएस व सचिवालय सेवा के अफसर उनके मिले। कई चर्चाएं रही। लेकिन सबसे आगे यह थी कि क्या सब कुछ ठीक नहीं चल रहा था, जिसके कारण पंत को सीएस की कुर्सी छोड़नी पड़ी? 2014 से अब तक 5 बार दिल्ली में सेवाएं दे चुके हैं पंत 2014 से अब तक 4 बार दिल्ली में सेवाएं दे चुके हैं। 2014 से 2018 तक संयुक्त सचिव, 2018 से 2019 तक हेल्थ एंड वेलफेयर में संयुक्त सचिव, 2020 से 2021 तक 2 माह टेंपरेरी बेस पर इसी विभाग में, 2022 से 2023 तक पोर्ट्स एंड शिपिंग में स्पेशल ड्यूटी आफिसर, 2023 में 2 बार हेल्थ डिपार्टमेंट में सचिव रहे। इसके अलावा वे जेडीसी, वन, कृषि, स्वायत्त शासन, जलदाय जैसे कई विभागों में प्रमुख सचिव और एसीएस रहे। कैरियर की शुरूआत एसडीओ जयपुर से हुई थी। सचिवालय में मिलने वालों की गहमागहमी रही
अंडर-19 डेज चैलेंजर : शिफान खान और मनय कटारिया ने लगाए शतक
राजस्थान की अंडर-19 डेज चैलेंजर का दूसरा चरण पूरा हुआ। मंगलवार को दूसरे चरण के दूसरे दिन दो बल्लेबाजों शिफान खान (156) और मनय कटारिया (125) ने जहां शतकीय पारियां खेलीं वहीं छह बल्लेबाजों शरद सुथार (78), करन दवे (63*), नील सिंगोदिया (70), विनोद कुमावत (69), आनंद सीरवी (60) और वैभव राजपुरोहित (52) ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं। गेंदबाजी में पर्व झालानी, विकास कुमार, गुलाब सिंह, कृष्ण मालवीय और पुरु देवडवाल ने 3-3 विकेट लिए। उल्लेखनीय है कि डेज चैलेंजर में प्रदर्शन के आधार पर कूच बिहार ट्रॉफी के लिए राजस्थान के संभावितों का चयन किया जाएगा। अंडर-19 डेज चैलेंजर मैचों के संक्षिप्त स्कोर {पहला मैच : अंडर-19 डी : 345। अंडर-19 बी : 442/4 (शिफान खान 156, शरद सुथार 78, करन दवे 63*, वैभव राजपुरोहित 52। {दूसरा मैच : अंडर-19 सी : 193। अंडर-19 ए : 242 (मनय कटारिया 125, लक्ष्य शर्मा 45, पर्व झालानी 57/3, विकास कुमार 34/3, शुभांकर त्यागी 25/2)। {तीसरा मैच : अंडर-19 एच : 166। अंडर-19 एफ : 300 (नील सिंगोरिया 70, विनोद कुमावत 69, गुलाब सिंह 42/3, कृष्ण मालवीय 28/3, जगदीश चौधरी 38/2)। {चौथा मैच : अंडर-19 ई : 311। अंडर-19 जी : 262 (आनंद सीरवी 60, पुरु देवडवाल 40/3, उदय सिंह राजावत 30/2, अभिषेक मूंड 39/2)। 125 रन 188 गेंद 17 चौके 2 छक्के 156 रन 139 गेंद 11 चौके 8 छक्के मनय कटारिया शिफान खान

