कुशीनगर के कसया स्थित आदर्श उच्चतर प्राथमिक विद्यालय रुदवलिया में एक जागरूकता चौपाल कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में महिलाओं को सरकारी योजनाओं और विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों की विस्तृत जानकारी दी गई। हब फॉर एम्पावरमेंट ऑफ वुमेन टीम के डिस्ट्रिक्ट मिशन कोऑर्डिनेटर नलिन सिंह ने महिला कल्याण विभाग की योजनाओं जैसे निराश्रित महिला पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य), वन स्टॉप सेंटर, चाइल्ड हेल्पलाइन और दत्तक ग्रहण इकाई के बारे में बताया। जेंडर स्पेशलिस्ट वंदना कुशवाहा ने चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, वन स्टॉप सेंटर 181, महिला हेल्पलाइन 1090, 112, 108 और 102 जैसे महत्वपूर्ण हेल्पलाइन नंबरों की उपयोगिता समझाई। कार्यक्रम के दौरान पैम्फलेट भी वितरित किए गए। इस अवसर पर महिला कल्याण विभाग से प्रीति सिंह और शशिकला कुशवाहा, विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामकुंवर प्रसाद, सहायक अध्यापक सुनील कुमार त्रिपाठी, मनोज कुमार सिंह, दीपक कुमार सिंह, सुनैना मिश्रा, प्रवीन जहां उपस्थित रहे। पुलिस विभाग से उप निरीक्षक नरसिंह ओझा, कांस्टेबल रीता कुमारी और श्याम सुंदर राम भी मौजूद थे। कार्यक्रम में सैकड़ों छात्राओं ने भी भाग लिया। डिस्ट्रिक्ट मिशन कोऑर्डिनेटर नलिन सिंह ने विद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया।
सीधी जिले के गोपद बनास तहसील के ग्राम बम्हनी निवासी चक्रधर मिश्रा ने कलेक्टर कार्यालय में आवेदन सौंपा। इसमें बताया गया कि उनकी जमीन के सीमांकन में तत्कालीन तहसीलदार और लेखपाल की मिलीभगत से धोखे से किया है। उन्होंने इस मामले में कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी से न्याय की गुहार लगाई है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। ये है पूरा मामला चक्रधर मिश्रा ने बुधवार शाम करीब 4 बजे कलेक्टर स्वरोचिस सोमवंशी को एक शिकायती आवेदन सौंपा। उन्होंने बताया कि सीमांकन प्रक्रिया के दौरान तत्कालीन तहसीलदार सुदामा प्रसाद कोल क्षेत्र में पदस्थ थे। सीमांकन कार्य मई महीने में हुआ था। उन्होंने तीन दिन बाद तहसील पहुंचकर आपत्ति दर्ज कराने का प्रयास किया, लेकिन लेखपाल और तत्कालीन तहसीलदार ने उनकी बात नहीं सुनी। इसके बजाय विवादित होने के बावजूद सीमांकन की पुष्टि कर दी गई। पीड़ित ने आरोप लगाया कि तहसील कार्यालय में कुछ लोगों की मिलीभगत और भ्रष्टाचार के कारण ही इस सीमांकन को मंजूरी दी गई। उन्होंने कलेक्टर से निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि इससे सच्चाई सामने आ सकेगी। तहसीलदार ने जांच कर कार्रवाई का दिया भरोसा वर्तमान तहसीलदार राकेश शुक्ला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि फाइल में सीमांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और किसी भी प्रकार की आपत्ति दर्ज नहीं है। इसी कारण सीमांकन की पुष्टि की गई थी। उन्होंने आश्वासन दिया कि कलेक्टर के पास शिकायत पहुंचने के बाद इसकी जांच कराई जाएगी और यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को सिवनी जिले में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम से लाडली बहनों के खातों में राशि अंतरित की। इस योजना के तहत उज्जैन जिले की 3 लाख 40 हजार से अधिक बहनों को इस बार लाडली बहनों के खातों में 1500 रुपए राशि भेजी गई है। उज्जैन जिले में कुल 3 लाख 40 हजार 138 लाडली बहनों के खातों में 1500 रुपए प्रति बहन के लिए राशि जारी की गई। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सिवनी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 49 करोड़ 88 लाख 77 हजार 200 रुपए की एकमुश्त नकद राशि डिजिटली हस्तांतरित की। यह राशि लाडली बहना योजना के तहत लाभार्थियों को प्रति माह दी जाने वाली आर्थिक सहायता का हिस्सा है। इस अंतरण से योजना के तहत पात्र बहनों को महत्वपूर्ण सहायता मिली है।
शाजापुर में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट न्यायालय ने रेप के आरोपी ओमप्रकाश उर्फ प्रकाश को 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। यह फैसला बुधवार शाम 4 बजे सुनाया गया। कोर्ट ने 1000 रुपए के अर्थदंड और बीएनएस की धारा 64(2)(एम) के तहत 10 साल के कठोर कारावास, 1000 रुपए के अर्थदंड से दंडित किया गया है। न्यायालय ने पीड़िता के पुनर्वास के लिए प्रतिकर दिलाने की भी अनुशंसा की है। आरोपी मामा ने 5 महीने पहले भांजी से किया था रेप जिला मीडिया सेल प्रभारी प्रतीक श्रीवास्तव ने बताया कि पीड़िता ने पुलिस को दी अपनी रिपोर्ट में आरोपी को अपना मामा बताया था। लगभग आठ माह पहले, 22 अप्रैल 2025 से पहले, आरोपी उसके घर आया और जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाए। रेप कर जान से मारने की दी थी धमकी आरोपी ने पीड़िता को धमकी दी थी कि यदि उसने किसी को इस बारे में बताया तो वह उसे जान से मार देगा। यह मामला तब सामने आया जब 21 अप्रैल 2025 को पीड़िता के पेट में दर्द होने पर उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया। पुलिस ने नाबालिग लड़की के साथ लैंगिक संभोग कर उसे गर्भवती करने और घरेलू संबंध का गलत करने के आरोप में बीएनएस और पॉक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। आरोपी को 20 साल की सजा पुलिस ने संपूर्ण विवेचना पूरी कर न्यायालय में अभियोग पत्र प्रस्तुत किया। माननीय न्यायालय ने पीड़िता के राखी बंधन के मामा ओमप्रकाश द्वारा किए गए इस जघन्य अपराध को गंभीरता से लिया। प्रकरण में अभियोजन की ओर से जिला लोक अभियोजन अधिकारी शाजापुर, प्रदीप कुमार भटेले ने पैरवी की। माननीय न्यायालय ने अभियोजन द्वारा प्रस्तुत साक्ष्य और तर्कों से सहमत होते हुए आरोपी को दोषी करार दिया और उसे दंडित किया।
राजस्थान हाईकोर्ट ने साइबर क्राइम की रोकथाम, जांच और प्रभावी मॉनिटरिंग को लेकर राज्य सरकार को 6 सप्ताह में स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) बनाने के निर्देश दिए हैं। अदालत ने कहा कि आकड़ों के अनुसार साल 2024 में साइबर अपराधों में 31.52 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई हैं। वहीं साइबर अपराध की सूचना देने के लिए जारी हैल्पलाइन नम्बर-1930 पर अगस्त 2025 तक लगभग 12,612 शिकायतें दर्ज की गई हैं। इसका मतलब है कि प्रतिदिन करीब 406 लोग साइबर ठगी का शिकार हो रहे हैं। अदालत ने कहा कि साइबर फ्रॉड से जुड़े मामलों में किंगपिन द्वारा मुख्य रूप से सिम कार्ड्स, मोबाइल फोन, म्यूल बैंक खातों व डिजिटल तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस पूरे तंत्र में युवाओं की भागीदारी,अपराधी तथा पीड़ित दोनों रूप में बढ़ती दिखाई दे रही है। स्मार्ट फोन इस्तेमाल नहीं करने की शर्त पर जमानतआरोपियों के अधिवक्ता गिरीश खंडेलवाल ने बताया कि हाईकोर्ट ने आरोपियों को जमानत देते हुए कड़ी शर्ते लगाई है। अदालत ने कहा है कि आरोपी केवल एक पोस्टपेड सिम कार्ड यूज करेगा। इसके अलावा वह स्मार्ट फोन का इस्तेमाल नहीं करेगा। आरोपी जमानत पर रिहा होने से पहले अपने बैंक अकाउंट की जानकारी संबंधित जांच अधिकारी और ट्रायल कोर्ट में देगा। वह एक ही बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करेगा। आरोपी का दूसरा बैंक अकाउंट नहीं खुले, इसे लेकर आरबीआई को भी निर्देशित किया गया हैं। इसके साथ ही अदालत ने आरोपियों पर सोशल मीडिया इस्तेमाल नहीं करने की शर्त भी लगाई हैं। हर माह चलाए जागरूकता कार्यक्रमन्यायमित्र आदर्श सिंघल ने बताया कि अदालत ने सरकार और साइबर क्राइम की रोकथाम से जुड़ी एजेंसियों को निर्देश दिया कि वह साइबर अपराध-शिकायतों को एक निर्धारित प्रारूप में दर्ज करें, नियत समय में जांच की समीक्षा करें और पाक्षिक रिपोर्ट तैयार कर राज्य सरकार व साइबर अपराध समिति को प्रस्तुत करें। इसके साथ ही न्यायालय ने यह भी निर्देश दिए कि इस साइबर क्राइम के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रम मासिक रूप से चलाए जाए, स्कूल-कॉलेज में साइबर साक्षरता अभियान तथा इस-रूपी अभियानों के लिए 'साइबर जागरूकता दिवस' मनाने की व्यवस्था की जाए।
संभल एसपी कार्यालय में शिकायत लेकर पहुंची एक युवती की अचानक तबीयत बिगड़ गई। उसे खून की उल्टी होने लगी, जिसके बाद उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बहजोई में भर्ती कराया गया। पांच घंटे के इलाज के बाद हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। यह घटना बुधवार सुबह करीब 11:45 बजे संभल के बहजोई स्थित जिला कलेक्टर परिसर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर हुई। थाना नखासा क्षेत्र निवासी युवती दरोगा विशाल शर्मा और छेड़छाड़ के आरोपी जय कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पहुंची थी। लगभग 12 बजे एसपी कार्यालय के बाहर युवती की तबीयत अचानक खराब हो गई और उसे खून की उल्टी होने लगी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे सीएचसी बहजोई पहुंचाया। युवती के साथ उसका भाई भी था, बाद में उसकी मां, भाई और चाचा भी अस्पताल पहुंच गए। सीएचसी बहजोई में 5 घंटे तक इलाज चलने के बाद भी युवती की हालत में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद डॉक्टरों ने उसे जिला संयुक्त चिकित्सालय संभल रेफर कर दिया। युवती के भाई ने बताया कि शिकायत जमा कर दी गई थी, लेकिन फोटो नहीं खींचा था, तभी उसकी तबीयत बिगड़ गई। सीएचसी बहजोई के डॉ. सचिन वर्मा ने जानकारी दी कि पुलिसकर्मी एक लड़की को लेकर आए थे, जिन्होंने खून की उल्टी की बात बताई थी। उन्होंने बताया कि शुरुआती इलाज के बाद स्थिति सामान्य हो गई थी, लेकिन शाम 5 बजे के करीब हालत फिर बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। इंस्पेक्टर संत कुमार ने भी इस बात की पुष्टि की कि तबीयत बिगड़ने के बाद लड़की को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज हुआ।
हिसार पुलिस ने सुंदर नगर निवासी राजेश की गोली मारकर की गई हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने नाबालिग समेत 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कोथ खुर्द निवासी अमित उर्फ धोला और कापड़ो निवासी सोनू उर्फ सरपंच को गिरफ्तार किया है। प्रभारी निरीक्षक पवन कुमार ने बताया कि 6 अक्टूबर की शाम थाना शहर हिसार पुलिस को सुंदर नगर क्षेत्र में गोली चलने की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंची पुलिस को गली में एक व्यक्ति मृत अवस्था में मिला, जिसकी पहचान सुंदर नगर निवासी राजेश के रूप में हुई। शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल भेजा गया। मृतक के छोटे भाई संतू ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि शाम को उन्हें एक महिला का फोन आया था, जिसने राजेश को गोली मारे जाने की जानकारी दी। अस्पताल पहुंचने पर संतू ने शव की पहचान की और रंजिश के चलते हत्या की आशंका जताई। पुलिस ने संतू के बयान पर थाना शहर हिसार में 7 अक्टूबर को अभियोग संख्या 537, धारा 103, 3(5) बीएनएस और आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। पुरानी रंजिश के चलते की हत्या पुलिस जांच में सामने आया कि मुख्य आरोपी अमित उर्फ धोला और राजेश के बीच पारिवारिक रिश्तेदारी को लेकर पुराना विवाद चल रहा था। इसी रंजिश के चलते अमित ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजेश की रेकी की और योजनाबद्ध तरीके से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। 10 दिनों के पुलिस रिमांड पर भेजा नाबालिग आरोपी को जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश कर ऑब्जर्वेशन होम भेज दिया गया है। गिरफ्तार किए गए दोनों मुख्य आरोपियों को अदालत में पेश कर 10 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अब वारदात में प्रयुक्त हथियार, वाहन और अन्य साक्ष्य बरामद करने में जुटी है।
लखनऊ के डालीबाग में मुख्तार अंसारी के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर अब जरूरतमंद परिवारों के सपनों का घर मिल गया है, लेकिन इन घरों के मालिक इन्हें जल्द बेच नहीं सकेंगे। लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने स्पष्ट नियम बनाया है कि आवंटित ईडब्ल्यूएस फ्लैट को 25 साल तक बेचा नहीं जा सकेगा। एलडीए अफसरों के मुताबिक, यह शर्त फ्लैट की रजिस्ट्री में स्पष्ट रूप से दर्ज की गई है। साथ ही, इस नियम के पालन को सुनिश्चित करने के लिए रजिस्ट्री विभाग को भी पत्र भेजा जाएगा। ताकि कोई भी खरीदार या बिचौलिया भविष्य में इन फ्लैटों की खरीद-फरोख्त न कर सके। सीएम ने दिया आवंटन पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 4 नवंबर को इन फ्लैटों के आवंटन पत्र लाभार्थियों को सौंपे थे। यह सभी आवास लखनऊ विकास प्राधिकरण की सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना के तहत बनाए गए हैं। लगभग 2,314 वर्गमीटर भूमि, जो पहले मुख्तार अंसारी के अवैध कब्जे में थी, को मुक्त कराकर एलडीए ने यहां ग्राउंड प्लस थ्री स्ट्रक्चर के तीन ब्लॉक तैयार किए हैं। प्रत्येक फ्लैट का क्षेत्रफल 36.65 वर्गमीटर और कीमत 10.70 लाख रुपए तय की गई है। परियोजना में स्वच्छ पेयजल, विद्युत आपूर्ति, सुरक्षा व्यवस्था और दोपहिया पार्किंग की सुविधा दी गई है। बंधा रोड स्थित यह परियोजना शहर के प्रमुख इलाकों बालू अड्डा, 1090 चौराहा, नरही, सिकंदरबाग और हजरतगंज से महज 5 से 10 मिनट की दूरी पर है। एलडीए अधिकारियों का कहना है कि यह नियम इसलिए लागू किया गया है ताकि सरकारी योजना के तहत मिलने वाले आवास जरूरतमंदों के पास ही रहें, न कि निवेश या मुनाफाखोरी का साधन बनें।
जालौन की थाना नदीगांव पुलिस ने 25 हजार रुपए के इनामी को गिरफ्तार किया। आरोपी पर नाबालिग से दुष्कर्म और वीडियो वायरल करने की धमकी देने का गंभीर आरोप है। पुलिस के मुताबिक, 26 मार्च की रात करीब 10 बजे नदीगांव थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी नाबालिग के साथ उसी गांव के बृजेन्द्र दोहरे ने दुष्कर्म किया था। आरोप है कि आरोपी ने उस दौरान घटना का वीडियो भी बना लिया था। बाद में जब उसे पता चला कि पीड़िता की शादी कहीं और तय कर दी गई है, तो उसने वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए लड़की के पिता को दिखाया। इस मामले में पीड़िता की तहरीर पर थाना नदीगांव में मुकदमा दर्ज किया गया था। घटना के बाद से आरोपी फरार चल रहा था, जिस पर पुलिस अधीक्षक जालौन दुर्गेश कुमार ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। एसपी दुर्गेश कुमार, एएसपी प्रदीप कुमार और सीओ कोच परमेश्वर प्रसाद के निर्देशन में प्रभारी निरीक्षक शशिकांत चौहान ने टीम के साथ आरोपी को 12 नवंबर को चिलौर मोड़ से करीब 200 मीटर दूरी पर गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी के कब्जे से एक मोबाइल फोन और 170 रुपए बरामद किए गए। पुलिस ने अभियुक्त को न्यायालय में पेश कर आगे की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी है।
यूपी एसटीएफ ने खनन, परिवहन अधिकारी–कर्मचारियों और दलालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसटीएफ ने इस मामले में फतेहपुर, रायबरेली, उन्नाव के खनन अफसर, एआरटीओ के कर्मचारियों समेत 22 दलालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। रायबरेली और फतेहपुर से दो मोरंग दलाल मोहित सिंह और सुशील को पकड़ कर लालगंज पुलिस के हवाले भी किया है। उन्नाव में भी पांच दलालों को गिरफ्तार किया है। उन्नाव में एआरटीओ रहे अंबुज सिंह अपना आदमी निर्भय सिंह वसूली के लिए तैनात कर रखे थे। अंबुज अभी फतेहपुर में तैनात हैं। एरआटीओ अफसरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से दोनों दलाल बांदा से आने वाले ट्रकों को फतेहपुर और रायबरेली से पार कराते थे। इसके एवज में 5 से 10 हजार हर मोरंग के ट्रक से फिक्स था। इसके बदले में एआरटीओ के अफसर और कर्मचारियों को भी हिस्सा जाता था। STF ने जांच की तो खुला मामला दरअसल एसटीएफ को सूचना मिली थी कि बांदा से आने वाले मोरंग लदे ट्रकों को लालगंज का मोहित सिंह और अयोध्या का सुशील पांच हजार प्रति ट्रक लेते हैं। दोनों की सेटिंग फतेहपुर और रायबरेली के एआरटीओ से है। यहां के अफसरों और कर्मचारियों की मिलीभगत से ओवरलोड मोरंग से भरे ट्रक नहीं रोके जाते थे। रायबरेली और फतेहपुर रास्ते पर चलने वाले 114 ट्रकों से दोनों वसूली करते थे। इसके बदले वसूली का बड़ा हिस्सा अफसरों और उनके कर्मचारियों को जाता था। बताया जा रहा है कि इस मामले में एसटीएफ ने पुख्ता जानकारी जुटाने के बाद मोरंग दलाल मोहित सिंह व सुशील को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इन दलालों ने फतेहपुर के एआरटीओ-पीटीओ के स्टाफ, रायबरेली के एआरटीओ और कर्मचारियों के नामों का खुलासा किया है। दलालों के मुताबिक, जिन ट्रकों से वसूली हो जाती है, उन्हें एआरटीओ और पीटीओ रोकते नहीं हैं। इसमें खनन अफसर और कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है। उन्नाव : अफसरों को रुपए हो रहे थे ट्रांसफर उन्नाव में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने मंगलवार रात ढाई बजे एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया, जो परिवहन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से अवैध खनन और ओवरलोड वाहनों को पास कराने का काम कर रहा था। एसटीएफ ने गदनखेड़ा बाईपास पर छापा मारकर पांच दलालों को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 13,800 रुपए नकद, सात मोबाइल, एक ट्रक, दो कार बरामद किया। एसटीएफआई ने मारुति फ्राक्स कार से बैठे मो. तारिक हुसैन (26) निवासी हिरननगर, उन्नाव और नियाज अहमद उर्फ अमन (25) को पकड़ा। तारिक से दो मोबाइल और 7000 रुपए बरामद हुए। पूछताछ में उसने बताया कि वह ARTO संजीव कुमार, हमराही सिपाही प्रदीप और रंजीत, ARTO प्रतिभा गौतम के हमराही इंद्रजीत और PTO सैफर किदवई के ड्राइवर सुरेंद्र को प्रति ट्रक 2500 रुपये देता है। उसने यह भी बताया कि कानपुर के पूर्व ARTO अंबुज सिंह के साथ चलने वाले व्यक्ति निर्भय सिंह को 11,000 रुपए प्रति ट्रक दिए जाते हैं। तारिक के पास 350 ट्रकों की वॉट्सएप सूची मिली, जिन पर कोई चालान नहीं होता था। नियाज अहमद ने स्वीकार किया कि वह दो साल से यह काम कर रहा है और प्रति ट्रक 7 हजार से 10 हजार रुपए तक की उगाही करता है। वह अपने UPI नंबर से ट्रक मालिकों से पैसा लेकर अधिकारियों तक पहुंचाता था। इन 22 लोगों पर एफआईआर, अफसर का नाम नहीं लिखा सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि एसटीएफ ने आरटीओ और खनन के कर्मचारियों के नाम तो एफआईआर में दर्ज कराया है, लेकिन दलालों ने स्वीकार किया है कि एआरटीओ–पीटीओ और खनन अफसरों की मिलीभगत से वसूली होती थी, लेकिन एफआईआर में अफसरों का नाम नहीं है। फतेहपुर में खनन अफसर के खिलाफ एफआईआर तो है, लेकिन नाम नहीं दिया गया है। रायबरेली के एआरटीओ के ड्राइवर सुनील यादव और दीवान, मोहित सिंह और सुशील समेत 5 पर एफआईआर है। फतेहपुर के खनन अधिकारी (अज्ञात), खनन अधिकारी के गनर राजू खान, दलाल मुकेश तिवारी, धीरेंद्र सिंह और विक्रम सिंह का नाम है। आरटीओ के ड्राइवर बबलू पटेल पर मामला दर्ज किया है। यहां 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्नाव में STF दरोगा राहुल परमार ने मोहम्मद तारिक हुसैन, सुनील सचान, प्रदीप सिंह, नियाज अहमद उर्फ अमन, श्रीकिशन, आरटीओ संजीव कुमार के हमराही सिपाही प्रदीप, रंजीत, एआरटीओ प्रतिभा गौतम के हमराही सिपाही इंद्रजीत, PTO सैफर के प्राइवेट ड्राइवर सुरेंद्र, एआरटीओ रहे अंबुज सिंह के प्राइवेट व्यक्ति निर्भय सिंह, परिवहन विभाग के अधिकारी कर्मचारीगण नाम पता अज्ञात के खिलाफ FIR थाना सदर कोतवाली में दर्ज कराई है। यहां 11 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई है। ------------------------------------- ये भी पढ़ें... हिंदुत्व की पिच पर तेजी से दौड़ रहे राजा भैया:बाबा बागेश्वर की सनातन यात्रा में उतरे, कितना चमकेगा सियासी ग्राफ? कभी क्षत्रिय एकता के ध्वजवाहक, तो कभी बाहुबली की इमेज। बात कर रहे हैं रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की। राजा भैया अब हिंदुत्व की नई पिच पर अपनी सियासत को नया रंग देने में जुटे हैं। जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा भैया बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की 'सनातन हिंदू एकता पदयात्रा' में शामिल हुए। पढ़ें पूरी खबर...
कोटा में नगर निगम को मर्ज करने के साथ ही शहर के लोगों की परेशानियां भी बढ़ गई है। सबसे ज्यादा परेशान वो लोग हैं जिन्होंने जन्म, मृत्यु व विवाह प्रमाण पत्र शाखा में आवेदन कर रखा है। यहां पर आने वाले आवेदकों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। क्योकि तीन दिन बाद भी निगम का सॉफ्टवेयर अपडेट नहीं हुआ। निगम आयुक्त ओम प्रकाश मेहरा ने बताया कि सॉफ्टवेयर अपडेशन का काम चल रहा है। सम्भवतया सुबह तक अपडेशन हो जाएगा। पूर्व पार्षद एवं चंबल फाउंडेशन के अध्यक्ष बृजेश शर्मा नीटू ने बताया की 9 नवंबर से नगर निगम का सर्वर नहीं चल रहा है। इसके चलते आमजन जन्म, मृत्यू प्रमाण पत्र,विवाह पंजीयन के पंजीकरण के लिए परेशान हो रहे हैं। निगम की तरफ से कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नही की गई। दोनों नगर निगम एक होने के बाद इन प्रमाण पत्रों पर हस्ताक्षर करने के लिए भी किसी अधिकारी को नियुक्त नहीं किया गया। ऐसे में आमजन को रोज निगम के चक्कर काटने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस सम्बंध में कलेक्टर को पत्र लिखकर नगर निगम का सर्वर नहीं चलने के कारण आमजन को हो रही परेशानी से अवगत कराया है। ताकि लोगों को राहत मिले। बता दें प्रदेश में पूर्व की कांग्रेस सरकार की ओर से कोटा में दो नगर निगम कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण बनाए गए थे। इन दोनों के कुल 150 वार्ड थे। हाल ही में नगर निगम को मर्ज कर एक निगम कर दिया गया। जिला कलेक्टर ने निगम प्रशासक का कार्यभार संभाला। उनके पास संभागीय आयुक्त का भी चार्ज है।
डीडवाना में परिवार कल्याण ब्लॉक मीटिंग आयोजित:विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति की समीक्षा हुई
डीडवाना के राजकीय बांगड़ जिला अस्पताल में परिवार कल्याण ब्लॉक मीटिंग का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (परिवार कल्याण) डॉ. संजय शर्मा ने की। बैठक में परिवार कल्याण से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। इनमें योग्य दंपती सर्वे, नसबंदी, कॉपर-टी, पीपीआईयूसीडी और टीकाकरण शामिल थे। डॉ. शर्मा ने स्वास्थ्यकर्मियों को निर्देश दिए कि वे परिवार कल्याण कार्यक्रमों की प्रगति पर लगातार निगरानी रखें और आमजन को अधिकतम लाभ दिलाने के लिए समर्पित भाव से कार्य करें। खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजीत बलारा ने संस्थागत प्रसव, गर्भवती महिलाओं के समय पर पंजीकरण, पूर्ण टीकाकरण, छूटे हुए टीकाकरण और डिलीवरी के मामलों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि प्रत्येक गर्भवती महिला का समय पर पंजीकरण हो और उन्हें प्रसव व टीकाकरण की सेवाएं मिलें। फैमिली फिजिशियन डॉ. देवेंद्र लाटा ने गर्भवती महिलाओं के लिए आधुनिक इंजेक्टेबल एफसीएम डोज के उपयोग पर प्रशिक्षण प्रदान किया। ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर सुनील कुमार ने लाड़ो योजना, आभा आईडी, वय वंदन योजना, आयुष्मान योजना और जननी सुरक्षा योजना जैसी विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने योग्य दंपति सर्वे को डिजिटल एप्लीकेशन पर ऑनलाइन करने के भी निर्देश दिए। पुष्पा कंवर ने परिवार कल्याण, संस्थागत प्रसव, जीरो डिलीवरी और टीकाकरण में अंतर से संबंधित बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। सुशील पंवार ने एमसीडी कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। इस बैठक में डीडवाना ब्लॉक के सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, एएनएम और आशा सुपरवाइजरों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करना और उनके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए रणनीति तैयार करना था।
बांदा में दो युवकों पर जानलेवा हमला, हालत गंभीर:पंचायत भवन खुलवाने को लेकर हुआ था विवाद
बांदा के बबेरू थाना क्षेत्र के कायल गांव में दो युवकों पर हमला किया गया, जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इस मामले में छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। यह घटना तब हुई जब कायल गांव निवासी राम आसरे मौर्य के 28 वर्षीय पुत्र हरिमोहन और उनके दोस्त स्वर्गीय रामदीन के 20 वर्षीय पुत्र उत्तम, किसानों के फॉर्म रजिस्ट्री का सर्वे करने के लिए गांव के शुभकरण सिंह के दरवाजे पर पहुंचे। वहां पहले से घात लगाए ग्राम प्रधान पति कायल के लोगों ने लाठी-डंडों और धारदार हसिए से उन पर हमला कर दिया। मारपीट करने वालों में सुरेश, रामविलास, उमेश, अरुण (पुत्रगण रामविलास), हरिश्चंद्र (पुत्र रामसनेही), करन और मलखान (पुत्रगण देव दत्त) शामिल थे। ग्रामीणों की चीख-पुकार सुनकर बीच-बचाव किया गया। घायल हरिमोहन मौर्या और उत्तम ने बताया कि उन्होंने 14 अगस्त 2025 को सहायक खंड विकास अधिकारी कार्यालय बबेरू और खंड विकास अधिकारी बबेरू को पंचायत भवन ग्राम कायल को खुलवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिए थे, जो 1 जून से लगातार बंद था। हालांकि, इन प्रार्थना पत्रों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। युवकों ने यह भी जानकारी दी कि उन्होंने डीजीपी लखनऊ, पुलिस अधीक्षक बांदा, जिलाधिकारी बांदा और थानाध्यक्ष कोतवाली बबेरू को रजिस्ट्री के माध्यम से अपने ऊपर होने वाले षड्यंत्र की सूचना दी थी। उनका आरोप है कि इसी बात से नाराज होकर प्रधान पति राजा भैया उन पर दबाव बना रहा था और धमकियां दे रहा था, जिसकी रिकॉर्डिंग उनके पास मौजूद है। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बबेरू में प्राथमिक परीक्षण के बाद जिला अस्पताल भेजा गया। वे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं और उन्होंने जिलाधिकारी बांदा, सीओ और सीएमओ बांदा को शिकायती पत्र देकर तीन सदस्यीय पैनल कमेटी के डॉक्टरों द्वारा डॉक्टरी परीक्षण कराने की मांग की है।
बुरहानपुर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने बुधवार को शाहपुर स्थित सीताबाई रामचंद्र देशमुख सांदीपनी विद्यालय में विद्यार्थियों को संबोधित किया। यह कार्यक्रम पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर चलाए जा रहे प्रदेशव्यापी ‘मुस्कान विशेष अभियान’ के तहत आयोजित किया गया। एसपी पाटीदार ने विद्यार्थियों से कहा कि किसी भी घटना या परेशानी की जानकारी तुरंत अपने शिक्षक या प्रधानाचार्य को दें। उन्होंने सलाह दी कि बच्चे स्कूल में हुई सभी गतिविधियां अपने माता-पिता के साथ साझा करें।उन्होंने समाज में लिंगभेद न करने की बात पर जोर दिया और बताया कि 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की सुरक्षा के लिए विशेष कानून बनाए गए हैं। 1 नवंबर से चलाया जा रहा अभियान ‘मुस्कान विशेष अभियान’ 1 नवंबर से 30 नवंबर तक चलाया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य गुमशुदा बालिकाओं को खोजने, बाल सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाने और अपराधों को रोकने के लिए शिक्षा के माध्यम से समाज में सकारात्मक संदेश देना है। कार्यक्रम के दौरान एसपी पाटीदार ने बच्चों से संवाद किया और उन्हें ‘गुड टच-बैड टच’, बाल अधिकार, साइबर अपराध से बचाव और हेल्पलाइन नंबरों के बारे में जानकारी दी। छात्रों को विषय से जुड़ी एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई और उनके सवालों के जवाब दिए गए। अधिकारी और शिक्षकों की रही उपस्थितिइस अवसर पर डीएसपी प्रीतम सिंह ठाकुर, शाहपुर थाना प्रभारी अखिलेश मिश्रा, प्राचार्य अतीक अली सहित विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं और बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।
गाजीपुर में आयुष्मान भारत योजना को नई गति मिली है। जिलाधिकारी अविनाश कुमार द्वारा बुधवार को जारी आदेश के अनुसार, जिले के सभी 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर अब आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों का निःशुल्क इलाज शुरू हो गया है। इसके अतिरिक्त, जिला अस्पताल, महिला चिकित्सालय और अन्य सरकारी अस्पतालों में भी गोल्डन कार्ड से इलाज की सुविधा उपलब्ध है। स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि कोई भी पात्र मरीज योजना के लाभ से वंचित न रहे। गाजीपुर जिले में अब तक 2,23,148 परिवारों के कुल 8,52,919 आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाए जा चुके हैं। इस उपलब्धि के साथ जनपद ने प्रदेश की स्टेट रैंकिंग में 14वां स्थान प्राप्त किया है। आम लोगों को होगी सुविधा अब तक 79,658 मरीजों ने आयुष्मान कार्ड के माध्यम से मुफ्त उपचार का लाभ उठाया है। इनमें हृदय रोग, कैंसर, हड्डी रोग, नेत्र रोग और प्रसव संबंधी मामले प्रमुख हैं। वर्तमान में जिले के 19 सरकारी और 16 निजी अस्पताल, कुल 35 चिकित्सालय, इस योजना से संबद्ध हैं। वय वंदना योजना के तहत 70 वर्ष से अधिक आयु के 36,315 बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं। इस पहल के कारण गाजीपुर ने प्रदेश में 11वां स्थान हासिल किया है, जिससे बुजुर्गों को बड़ी राहत मिली है। जिलाधिकारी ने बताया कि विभाग का लक्ष्य है कि जिले का हर पात्र व्यक्ति इस योजना से जुड़ सके और किसी को भी आर्थिक तंगी के कारण उपचार से वंचित न रहना पड़े।
कौशांबी के डीएम डॉ. अमित पाल शर्मा ने बुधवार को ग्राम बभन पुरवा, मजरा ऊनों में तालाबी भूमि का मौके पर जाकर निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने तालाब पर अतिक्रमण और मत्स्य पालन पट्टा की शर्तों के उल्लंघन की जानकारी न देने की लापरवाही पर लेखपाल कुलदीप शुक्ला को निलंबित करने का निर्देश दिया। साथ ही, कानूनगो से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश भी दिए गए। डीएम ने मौके पर मौजूद तहसीलदार, मंझनपुर को एक टीम गठित कर तालाबी भूमि की पैमाइश कराने और नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने तहसीलदार को मत्स्य पालन पट्टा आवंटन की जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए। यह कार्रवाई जनता दर्शन में गुलाब पासी नामक ग्रामीण की शिकायत पर की गई। गुलाब पासी ने प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया था कि तालाबी भूमि पर धान की फसल की बुआई की गई है और इसकी पैमाइश कराकर आवश्यक कार्रवाई की मांग की थी। यह उल्लेखनीय है कि लेखपाल कुलदीप शुक्ला इससे पूर्व भी गंभीर अनियमितताओं के आरोप में निलंबित हो चुके हैं। निरीक्षण के समय अपर जिलाधिकारी प्रबुद्ध सिंह और तहसीलदार मंझनपुर सिद्धांत सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
डूंगरपुर में मोड मेवाड़ा कलाल समाज संस्थान की 10 इकाइयों द्वारा तीन दिवसीय सामूहिक गंगोत्सव उद्यापन कार्यक्रम संपन्न हुआ। तिजवड़ स्थित समाज भूमि परिसर में आयोजित इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में 53 परिवारों ने सामूहिक रूप से गंगाजल उद्यापन किया। इस अवसर पर एक भव्य कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें 6 हजार से अधिक समाजजन, महिलाएं और युवा पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए। कलश यात्रा तिजवड़ के प्रमुख मार्गों से होते हुए पुनः समाज भूमि परिसर पहुंची, जहां वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूर्णाहुति हवन, महाआरती और प्रसादी का आयोजन किया गया। बेणेश्वर पीठाधीश्वर अच्युतानंद महाराज ने समाज की एकता को उसकी सबसे बड़ी शक्ति बताया। उन्होंने कहा कि धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यों में सामूहिक भागीदारी से समाज का उत्थान निश्चित है। महाराज ने युवा पीढ़ी से ऐसे आयोजनों में सक्रिय रूप से भाग लेने का आह्वान किया, ताकि वे अपनी परंपराओं से जुड़े रहें। उन्होंने समाज को धार्मिक, सामाजिक और शैक्षणिक प्रगति के लिए एकजुट होकर कार्य करने पर जोर दिया। पूर्व विधायक प्रकाश चौधरी ने मोड मेवाड़ा कलाल समाज के इस सामूहिक गंगोत्सव को एकता और संगठन का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि समाज को अब अपनी विभिन्न मांगों और हकों को लेकर प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर भी आवाज बुलंद करनी चाहिए। कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय स्कूल भवन निर्माण की घोषणा भी की गई। कई भामाशाहों ने एक-एक कमरा बनाने की घोषणा की, जिनमें बृजलाल कलाल, दिनेश मोदर, अनिल पटेल धम्बोला, ईश्वरलाल और महेंद्र कुमार (घोमाद) शामिल हैं। समाज कमेटी की ओर से इन सभी भामाशाहों का अभिनंदन और सम्मान किया गया।
कांग्रेस ने बुधवार को यूपी विधानसभा चुनाव–2027 का बिगुल फूंक दिया। पार्टी 26 नवंबर से प्रदेशभर में गांव–गांव चौपाल करेगी, जहां संविधान पर चर्चा होगी। इन चर्चाओं में बीच–बीच में राहुल गांधी भी शामिल होंगे। कांग्रेस का दावा है कि संविधान पर चर्चा और जागरूकता के चलते ही लोकसभा चुनाव–2024 में यूपी में भाजपा सिर्फ 33 सीटों पर सिमट गई थी। अब “संविधान सम्मान सम्मेलन” कार्यक्रमों के माध्यम से पूरे प्रदेश के गांव–गांव तक पिछड़ों और दलितों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाएगा। लोगों को बताया जाएगा कि कांग्रेस सरकारों में पिछड़ों और दलितों को क्या–क्या मिला, उनके लिए कौन–कौन सी योजनाएं चलीं, और भाजपा सरकार ने उनसे क्या–क्या छीन लिया है। कांग्रेस बताएंगी संविधान ने क्या अधिकार दिए, जो भाजपा ने छीन लिए एआईसीसी एससी–एसटी विभाग चेयरमैन राजेंद्र पाल गौतम ने कहा कि संविधान पर चर्चा ओबीसी और एससी विभाग मिलकर गांव–गांव करेंगे। लोगों को बताया जाएगा कि संविधान में क्या–क्या अधिकार दिए गए हैं और आज की केंद्र व प्रदेश सरकार ने उनसे क्या–क्या छीन लिया है। उन्होंने कहा, “हम बताएंगे कि कौन सी पार्टी थी जिसने गांव–गांव स्कूल खोले, और कौन सी पार्टी थी जिसने मर्जर के नाम पर बच्चों को स्कूल से दूर कर दिया। कौन सी सरकार थी जिसके कार्यकाल में 100 से अधिक सार्वजनिक संस्थान बने, और किस सरकार ने उन्हीं संस्थानों को बेचा। हम बताएंगे कि 14 बड़े निजी बैंकों का राष्ट्रीयकरण 19 जुलाई 1969 को कांग्रेस ने किया था। इसके माध्यम से किसने रोजगार दिया? और अब की सरकार ने कितने बैंक बेच दिए? भाजपा सरकार फीस बढ़ाकर, गरीबों से पढ़ाई का हक छीन रही कांग्रेस के समय छात्रों को इतना वजीफा मिलता था कि उसी से पढ़–लिखकर दलित, पिछड़े वर्ग के बच्चे इंजीनियर, डॉक्टर, जज और ब्यूरोक्रेट बने। लेकिन आज सरकारी इंजीनियरिंग, लॉ और मेडिकल कॉलेजों की फीस इतनी बढ़ा दी गई है कि सामान्य घर के बच्चे पढ़ तक नहीं सकते। सरकारी एनएलयू में लाॅ की पढ़ाई के लिए पहले CLAT पास करनी होगी। इसे पास करने के लिए पहले चार महीने की तैयारी करनी होगी, और करीब 3.75 लाख रुपए सालाना फीस देनी होगी। चार साल में 16 लाख फीस होगी, ऊपर से किताबें, रहना और कोचिंग का अलग खर्च। कुल मिलाकर 25 से 28 लाख रुपए लगेंगे। ओबीसी-दलित-आदिवासियों की बात ही छोडि़ए कितने सामान्य घरों के पेरेंट्स अपने बच्चे का इतना खर्च उठा पाएंगे?” उन्होंने कहा, “कांग्रेस सरकार के समय शिक्षा सस्ती थी, आज भाजपा के समय महंगी हो गई है। कांग्रेस के समय 100 से अधिक पीएसयू बने थे, लेकिन भाजपा सरकार ने उन्हें बेचने के लिए ‘डिस इन्वेस्टमेंट मिनिस्ट्री’ बनाई। अब वहां एससी–ओबीसी वर्ग के युवाओं को नौकरी नहीं मिल पा रही, क्योंकि वहां बैठे अधिकारी अपने रिश्तेदारों और पैसे वालों को मौके दे रहे हैं।” 26 नवंबर से संविधान पर चर्चा अभियान होगा शुरू एआईसीसी ओबीसी विभाग चेयरमैन अनिल जयहिंद ने कहा, “हमने छह महीने पहले बिहार में सात संविधान सम्मेलन किए, जिनमें राहुल गांधी शामिल हुए थे। जब भी संविधान की बात आती है, राहुल जी अपने व्यस्त कार्यक्रमों से समय निकालते हैं। 26 नवंबर को बाबा साहब भीमराव अंबेडकर ने देश को संविधान समर्पित किया था। उसी दिन से यूपी यह अभियान शुरू होगा और 26 जनवरी 2026 तक इसे युद्धस्तर पर चलाया जाएगा। पहले संविधान सम्मेलन से देश का बदल गया माहौल अनिल जयहिंद ने कहा 10 मई 2024 को लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पहला संविधान सम्मेलन हुआ था। उसके बाद देश का माहौल बदल गया। उस समय अमित शाह और भाजपा नेता कह रहे थे कि यूपी में 80 में से 75 सीटें जीतेंगे, लेकिन वे 40 के अंदर सिमट गए। यह दलित, पिछड़े, आदिवासी और पसमांदा समाज में संविधान जागरूकता का असर था।” उन्होंने कहा, “अब हम वही प्रेरणा यूपी में दोहराएंगे। ओबीसी कांग्रेस ने एडवाइजरी काउंसिल बनाई है, जिसमें अनुभवी लोगों को शामिल किया गया है। यह बैठक राहुल गांधी की नीतियों को यूपी के जन-जन तक पहुंचाने की शुरुआत है।” निजीकरण व अडानीकरण से सरकारी नौकरियां खत्म उन्होंने कहा, “जातिगत जनगणना की मांग राहुल गांधी ने उठाई थी। जिस तरह निजीकरण और अडानीकरण से सरकारी नौकरियां खत्म की जा रही हैं, दलित और पिछड़े वर्गों का उत्पीड़न बढ़ रहा है, उन सब पर कांग्रेस रणनीति बना रही है। संविधान ही वह ताकत है, जिसने इस देश के 90 प्रतिशत दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों को सम्मान से जीने का अवसर दिया। भाजपा और उसकी विचारधारा से जुड़ी ताकतें लगातार संविधान पर हमला कर रही हैं। वे फिर से मनुवादी व्यवस्था को स्थापित करने की कोशिश कर रही हैं। संविधान चर्चा गांव की चौपाल से लेकर शहर और गली-मोहल्लों तक जयहिंद ने कहा हमने तय किया है कि संविधान ने हमें क्या दिया? यह जागरूकता गांव–गांव तक पहुंचाई जाएगी। इसी कार्यक्रम का नाम है ‘संविधान चर्चा’। गांव–गांव चौपालों, शहरों और मोहल्लों में संविधान की पुस्तक को धार्मिक ग्रंथ की तरह सम्मानपूर्वक रखकर चर्चा होगी कि संविधान ने हमें क्या अधिकार दिए।” “सामाजिक न्याय के लिए सबको जोड़ेंगे” कांग्रेस के दोनों नेताओं ने कहा यह संविधान पर चर्चा अभियान सिर्फ दलित–पिछड़ों तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि सवर्ण समाज के उन लोगों को भी साथ जोड़ेगी जो सामाजिक न्याय में विश्वास रखते हैं। दोनों नेताओं ने कहा कि आज मान लीजिए कि कांग्रेस ने यूपी 2027 की तैयारी आज से शुरू कर दी है। कांग्रेस की लीगल सेल दलितों के अत्याचार पर आवाज उठाएगी उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जाति विभाग की नवनियुक्त प्रदेश पदाधिकारियों की पहली बैठक बुधवार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई। बैठक की अध्यक्षता सांसद व विभाग अध्यक्ष तनुज पुनिया ने की। बैठक में एआईसीसी एससी/एसटी विभाग के चेयरमैन राजेंद्र पाल गौतम और राष्ट्रीय समन्वयक प्रमोद जयंत भी मौजूद रहे। राजेंद्र पाल गौतम ने पदाधिकारियों से कहा कि वे जनता को कांग्रेस की विचारधारा से जोड़ें और संविधान के प्रति जागरूकता फैलाएं। उन्होंने बताया कि विभाग जल्द ही एक लीगल सेल बनाएगा, जो दलितों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाएगा। तनुज पुनिया ने कहा कि कांग्रेस ही वह पार्टी है जिसने सदैव दलित, वंचित और शोषितों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी है। हर गांव में कम से कम से 5 दलित समाज के नए लोगों को कांग्रेस संगठन से जोड़े और 10 दिनों के अंतर पर उनके साथ समन्वय स्थापित कर बैठक करें। इसके साथ ही जिले स्तर पर 15 दिनों में तथा माह में एक बार पर बैठक कर कांग्रेस की नीतियों एवं विचारधारा को लोगों तक पहुंचाने का कार्य करें।
सलूम्बर पुलिस ने साइबर सेल और डीएसटी टीम के साथ मिलकर देवगांव स्थित भाग्यश्री होटल में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यह कॉल सेंटर अमेरिकी नागरिकों को सस्ती दरों पर ऋण दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था। पुलिस ने मौके से मिजोरम के दो और जयपुर के एक युवक को गिरफ्तार किया है। उनके पास से तीन लैपटॉप, चार मोबाइल, तीन ब्लूटूथ हेडफोन और जियो राउटर जब्त किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार यादव ने बताया कि यह कार्रवाई जिले में साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बनवारीलाल मीणा और पुलिस उप अधीक्षक हेरम्ब जोशी के पर्यवेक्षण में सलूम्बर थाना, साइबर सेल और डीएसटी की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। पुलिस को 11 नवंबर की रात मुखबिर से सूचना मिली थी कि देवगांव के भाग्यश्री होटल के कमरा नंबर 107 में कुछ युवक विदेशी नागरिकों को फोन कर ठगी कर रहे हैं। सलूम्बर थाना प्रभारी हेमन्त चौहान के नेतृत्व में टीम ने गश्त के दौरान इस सूचना पर कार्रवाई की। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर कमरे की तलाशी ली, जहां तीन युवक लैपटॉप और हेडफोन का उपयोग कर ऑनलाइन कॉलिंग करते हुए पाए गए। पूछताछ में उन्होंने अपनी पहचान लालरामलूना (29) पुत्र लालहरूइया निवासी आईजोल (मिजोरम), एच. जोहमगहिआ (33) पुत्र जोहमिन्लियाना निवासी आईजोल (मिजोरम) और अक्षय शर्मा पुत्र कैलाश चंद्र शर्मा निवासी झोटवाड़ा (जयपुर) के रूप में बताई। गिरफ्तार किए गए युवकों ने बताया कि वे अहमदाबाद निवासी भाविन मकवाना नामक व्यक्ति के लिए काम करते थे। भाविन ने ही उन्हें होटल के कमरे किराए पर दिलवाए थे, जहां से वे इस फर्जी कॉल सेंटर का संचालन कर रहे थे।
राजस्थान के रेगिस्तान में बने दुश्मन के ठिकानों पर बुधवार को भारतीय सेना के जवानों ने हेलिकॉप्टर से उतरकर तबाही मचाई। ध्रुव, रुद्र, चेतक और चीता हेलिकॉप्टर ने जवानों को कवर दिया। इसके बाद जवानों ने अचूक निशाना लगाया और दुश्मन का खात्मा कर दिया। देश की पश्चिमी बॉर्डर पर तीनों सेनाओं का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास 'ऑपरेशन त्रिशूल' बुधवार को अखंड प्रहार के तहत ‘हेलिबोर्न ऑपरेशन’ के साथ पूरा हुआ। इस दौरान वायु सेना और थल सेना ने जैसलमेर में अभ्यास किया, वहीं गुजरात के कच्छ में नौसेना ने युद्धाभ्यास किया। 13 दिनों तक चले युद्धाभ्यास में करीब 30 हजार सैनिक शामिल हुए। युद्धाभ्यास में DRDO और निजी भारतीय कंपनियों की बनाई मशीनरी और ड्रोन्स का उपयोग किया गया, जिनसे आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखाई दी। इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ (जीओसी-इन-सी, सदर्न कमांड) ने कहा- भारतीय सेना फ्यूचर के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमने एक रूद्र ब्रिगेड तैयार की हैं। इसमें इंजीनियर, साइबर एक्सपर्ट, ड्रोन एक्सपर्ट सभी तरह से वैल मेकेनाइज्ड है। यह दुश्मन से अकेले ही निपटने में सक्षम होगी। पहले देखिए ‘हेलिबोर्न ऑपरेशन’ की तस्वीरें सैटेलाइट की रियल टाइम तस्वीरों के आधार पर अटैककमांड पोस्ट से हर यूनिट पर नजर रखी गई। ड्रोन और सैटेलाइट से रियल-टाइम तस्वीरें स्क्रीन पर रही। सेना के अधिकारियों ने कहा- सभी कुछ एकदम सटीक किया गया, एक गलती की भी गुंजाइश नहीं रखी गई। नेटवर्क, सेंसर और सटीक समन्वय से हमला किया गया। पहली बार नेक्स्ट लेवल की टेक्नोलॉजी का उपयोग टैंक में आगे बढ़ी सुदर्शन चक्र और कोणार्क कोर की यूनिट्सऑपरेशन के तहत धोरों में टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों में ‘सुदर्शन चक्र’ और ‘कोणार्क कोर’ की यूनिट्स तेजी से आगे बढ़ी। ऊपर से हेलिकॉप्टर्स ने उन्हें कवरेज दी। कौन-सा टैंक कहां जाएगा, हेलिकॉप्टर किस ऊंचाई पर रहेगा, और कब सैनिकों को उतरना है। सब कुछ घड़ी की सुई की तरह तय समय पर सटीकता के साथ किया गया। सेना के अधिकारियों के अनुसार- जमीन, हवा, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबर जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में एक साथ तालमेल बिठाते हुए दुश्मन को किसी भी दिशा से जवाब देने की तैयारी को परखा गया। सीमा पार से संभावित घुसपैठ, ड्रोन और मिसाइल हमले, साइबर रुकावटें, और त्वरित जवाबी कार्रवाई को टारगेट पर रखकर जवाबी कार्रवाई की गई। मेड इन इंडिया टेक्नोलॉजी का उपयोगइस अभ्यास में मेड इन इंडिया तकनीक का उपयोग किया गया। इनमें स्वदेशी ड्रोन, रडार, काउंटर-ड्रोन सिस्टम और कम्युनिकेशन उपकरणों का उपयोग किया। DRDO और निजी भारतीय कंपनियों द्वारा बनाए गए इन उपकरणों ने दिखाया कि भारत अब विदेशी तकनीक पर निर्भर नहीं है। सेना ने बताया- इन उपकरणों में कई ऐसे सिस्टम शामिल थे जो AI और मशीन लर्निंग पर आधारित हैं। ये न सिर्फ निगरानी और हमले में मददगार हैं, बल्कि दुश्मन के ड्रोन को निष्क्रिय करने की क्षमता भी रखते हैं। मल्टी-डोमेन कैटेगरी में शामिल हुई इंडियन फोर्ससेना के अनुसार- ‘अखंड प्रहार’ ने भारतीय सेना को अमेरिका, रूस और चीन जैसी वैश्विक सेनाओं की श्रेणी में ला खड़ा किया है, जो पहले से ही मल्टी-डोमेन ऑपरेशन पर काम कर रही हैं। इसमें भूमि, वायु, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबर पांचों क्षेत्रों में एक साथ लड़ाई की रणनीति अपनाई जाती है। ................................. ये खबर भी पढ़ें....पाकिस्तान बॉर्डर पर टैंक-फाइटर जेट एक साथ गरजे:युद्धाभ्यास मरू ज्वाला में आर्मी और एयरफोर्स ने दिखाई ताकत, आतंकवादियों के ठिकानों को किया ध्वस्त पाक बॉर्डर पर जैसलमेर के रेगिस्तानी इलाके में 12 दिन चलने वाले ऑपरेशन त्रिशूल के 11वें दिन मरू ज्वाला का युद्धाभ्यास हुआ। आर्मी और एयरफोर्स के जवानों ने आतंकवादियों के ठिकानों और दुश्मन की अग्रिम चौकियों पर साथ मिलकर अटैक किए।(ये खबर पढ़ें)
आशापूर्ण शिव मंदिर में भागवत कथा में उमड़े श्रद्धालु:व्यास शिवम कृष्ण महाराज ने सुनाया विदुर चरित्र
ब्यावर की रीको हाउसिंग कॉलोनी स्थित आशापूर्ण शिव मंदिर परिसर में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का तीसरा दिन मंगलवार को संपन्न हुआ। वृंदावन धाम से पधारे कथा व्यास शिवम् कृष्ण महाराज ने विदुर चरित्र, कपिल भगवान एवं माता देवहूति संवाद, शिव तथा ध्रुव चरित्र का वर्णन किया। कथा के दौरान महाराज ने कई भावपूर्ण भजनों की प्रस्तुति दी, जिनमें “हरे कृष्ण, गोविंद बोलो हरि गोपाल बोलो” जैसे भजन शामिल थे। इन भजनों पर श्रोता भक्तिभाव में लीन हो गए। कथा पंडाल में भक्तिमय वातावरण बना रहा। अपने प्रवचन में शिवम् कृष्ण महाराज ने कहा कि भागवत कथा का प्रत्येक शब्द गंगा के निर्मल प्रवाह के समान पवित्र और जीवनदायी होता है। उन्होंने जोर दिया कि कथा श्रवण के समय मन, वाणी और कर्म की एकाग्रता से ही जीवन को सफल बनाया जा सकता है। इस अवसर पर श्रीमद्भागवत कथा परिवार के सदस्यों ने सेवा कार्य में सहयोग दिया। इनमें राजेंद्र कुमार शर्मा, त्रिलोक कुमार शर्मा, सुरेश चंद्र, भंवरलाल शर्मा, राजकुमार, अमरचंद पटेल, शांतिलाल, सोहनलाल वैष्णव, अक्षय कुमार, हेमराज आचार्य, रमेश आचार्य, मनोज व्यास और चंद्र प्रकाश अग्निहोत्री प्रमुख थे। कथा स्थल पर सैकड़ों महिला-पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे। ब्यावर के अलावा विजयनगर, नसीराबाद, जोधपुर सहित आसपास के क्षेत्रों से भी भक्त कथा श्रवण के लिए पहुंचे। मंच संचालन करते हुए उद्घोषक ने कहा कि व्यासपीठ से निकला हर शब्द अमृत के समान है, जो आत्मा को शुद्ध करता है। उन्होंने भागवत कथा को आत्मशुद्धि और ईश्वर से जुड़ने का माध्यम बताया। कार्यक्रम के अंत में सामूहिक आरती एवं प्रसाद वितरण किया गया। आयोजन समिति ने बताया कि कथा सप्ताह के आगामी दिनों में प्रह्लाद चरित्र, गजेंद्र मोक्ष एवं श्रीकृष्ण जन्मोत्सव जैसे प्रसंगों की प्रस्तुति दी जाएगी। इन प्रसंगों को सुनने के लिए भक्तों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है।
डीएम ने एसडीएम को लगाई फटकार:भूराहेड़ी के सतीश को जल्द मिलेगा मुआवजा, बारिश में गिरा था मकान
मुजफ्फरनगर के भूराहेड़ी गांव निवासी सतीश कुमार के मकान के मुआवजे में देरी की शिकायत पर जिलाधिकारी उमेश कुमार मिश्रा ने सख्त रुख अपनाया है। डीएम ने बुधवार को एसडीएम सदर प्रवीण कुमार द्विवेदी को फोन पर फटकार लगाते हुए मामले का तत्काल समाधान करने के निर्देश दिए। दरअसल, 10 सितंबर 2025 की रात भारी बारिश के कारण सतीश कुमार का मकान ढह गया था। उन्होंने बताया कि घटना के बाद पुलिस, कानूनगो और लेखपाल ने मौके पर जांच कर रिपोर्ट शासन को भेजे जाने की बात कही थी, लेकिन दो माह बीतने के बावजूद उन्हें अब तक कोई मुआवजा नहीं मिला। सतीश की पत्नी शालू ने भी कई बार शिकायतें कीं, मगर किसी स्तर पर राहत नहीं मिली। खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर था परिवार परिवार का कहना है कि वे गरीब हैं और मकान गिरने से बेघर हो गए हैं। भूराहेड़ी गांव उत्तराखंड की सीमा से सटा हुआ सदर तहसील से लगभग 40 किलोमीटर दूर है, जिससे ग्रामीणों को प्रशासन तक अपनी बात पहुंचाने में काफी कठिनाई होती है। सतीश कुमार ने कहा कि उनकी आवाज अक्सर मुख्यालय तक नहीं पहुंच पाती। डीएम ने जब सतीश की शिकायत सुनी तो उन्होंने तत्काल एसडीएम सदर को फोन लगाकर मामले की जानकारी मांगी। एसडीएम के ‘देखकर बताता हूं’ जैसे जवाब से डीएम नाराज हो गए और उन्होंने हीलाहवाली पर कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और प्रभावित परिवार को शीघ्र मुआवजा दिलाया जाए। डीएम उमेश मिश्रा ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को हल्के में न लिया जाए और ऐसी शिकायतों का तत्काल निस्तारण सुनिश्चित किया जाए।
चित्रकूट में बीती रात दो अलग-अलग घटनाओं में बदमाशों ने ट्यूबवेल में सो रहे दो किसानों की पिटाई कर दी। दोनों किसान गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पहली घटना मऊ थाना क्षेत्र के बियावल गांव में हुई। यहां खेत की रखवाली कर रहे किसान नंदलाल साहू ट्यूबवेल में सो रहे थे, तभी लगभग आधा दर्जन अज्ञात बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। बदमाशों ने नंदलाल साहू की पिटाई की और ट्यूबवेल में रखा सामान लूटकर फरार हो गए। पिटाई से किसान बुरी तरह घायल हो गए। दूसरी घटना बहिलपुरवा थाना क्षेत्र के कैलाहा गांव में सामने आई। यहां किसान शिव प्रसाद अपने खेत की रखवाली के लिए ट्यूबवेल में सो रहे थे। लगभग आधा दर्जन बदमाशों ने उन पर भी हमला कर दिया और उनकी पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों घायल किसानों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि बियावल गांव में किसान के साथ मारपीट की घटना के संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुरादाबाद के मूंढापांडे थाना क्षेत्र में दलपतपुर अलीगंज मार्ग पर हुए एक सड़क हादसे में 42 वर्षीय किसान की मौत हो गई। मंगलवार रात करनपुर-नगला के बीच एक महिंद्रा ओला रिक्शा ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। कुलीपुर नगला निवासी नेपाल खेती के साथ-साथ ड्राइविंग का काम भी करते थे। उन्हें कई दिनों से बुखार था और मंगलवार रात करीब आठ बजे वह करनपुर से दवा लेकर अपने घर लौट रहे थे। नगला करनपुर के पास दलपतपुर की ओर से आ रहे तेज रफ्तार महिंद्रा ओला रिक्शा ने उन्हें टक्कर मार दी। हादसे की सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे और घायल नेपाल को करनपुर स्थित एक निजी डॉक्टर के पास ले गए, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। रिक्शा चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। मृतक नेपाल अपने पीछे पत्नी कंचन और बेटे सूर्यांश को छोड़ गए हैं। मूंढापांडे थाना प्रभारी मोहित चौधरी ने बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
बदायूं में ककोड़ा मेला संपन्न:ककोड़ा माता की झंडी वापस, श्रद्धालुओं की भीड़ से गुलजार रहा
बदायूं में रुहेलखंड का मिनीकुंभ कहे जाने वाला ककोड़ा मेला आज संपन्न हो गया। मेले में स्थापित ककोड़ा माता मंदिर की झंडी विधिवत वापस आ गई है, और मेला कोतवाली भी हटा ली गई है। मेले में आए व्यापारी भी अब वापस लौट चुके हैं। यह मेला 28 अक्टूबर को शुरू हुआ था और लगातार रौनक बनी रही। गंगा की खादर वाला यह इलाका श्रद्धालुओं की भीड़ से गुलजार रहा। लाखों श्रद्धालुओं ने यहां टेंट लगाकर प्रवास किया, और 5 नवंबर को मुख्य स्नान के दिन 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाई थी। श्रद्धालुओं ने 7 नवंबर से मेले से वापसी शुरू कर दी थी। सुरक्षा व्यवस्था के लिए रेंज के चारों जिलों बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर और बदायूं का पुलिस बल तैनात किया गया था। मंगलवार तक लगभग 90 प्रतिशत लोग लौट चुके थे, और शेष बचे व्यापारियों के टेंट भी उखाड़ दिए गए। कादरचौक एसएचओ विक्रम सिंह ने बताया कि मेले से पुलिस बल वापस लौट आया है और कोतवाली भी हटा ली गई है। उन्होंने पुष्टि की कि ककोड़ा माता की झंडी भी विधिवत मंदिर पर पहुंच गई है।
हरियाणा के पंचकूला में मनसा देवी थाना टीम ने चंडीगढ़ से रास्ता भटककर साढे 4 वर्षीय बच्चा पंचकूला पहुंच गया। पंचकूला पुलिस ने सोशल मीडिया और पुलिस के वॉटसएप ग्रुप जरिए परिवार को 48 घंटे में ढूंढ निकाला और परिवार को सौंप दिया।पंचकूला पुलिस को मनसा देवी–सकेतड़ी रोड पर एक साढ़े चार वर्षीय बच्चा अकेला और रोता हुआ मिला है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने बच्चे को थाने लाकर उसकी देखभाल की और प्यार से पूछताछ कर उसके परिवार का पता लगाने का प्रयास किया। कई घंटों की कोशिशों के बावजूद जब बच्चे की पहचान नहीं हो सकी, तो पुलिस ने बच्चे की फोटो और उपलब्ध जानकारी चंडीगढ़, पंजाब और हिमाचल पुलिस के सभी वाटसएप ग्रुप्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा की। बाल कल्याण समिति को सौंपा बच्चा बच्चे को पंचकूला के सेक्टर-15 स्थित बाल कल्याण समिति को सुरक्षित सौंपा गया। पंचकूला पुलिस के इस त्वरित प्रयास के फलस्वरूप की मदद से बच्चे के माता-पिता का पता लगाया गया। पता चला कि बच्चे की गुमशुदगी का मामला चंडीगढ़ में दर्ज था। उसके बाद 11 नवंबर को पंचकूला पुलिस ने चंडीगढ़ पुलिस व बाल कल्याण समिति की टीम की मौजूदगी में बच्चे को उसके परिजनों से सुरक्षित मिलवा दिया गया। बच्चे को परिवार से मिलवाने में थाना मनसा देवी में कार्यरत सब-इंस्पेक्टर सुखविन्द्र पाल अहम भूमिका रही।
दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट मामले की जांच में फरीदाबाद का कनेक्शन में एक नया मोड़ सामने आया है। अब इस पूरे मामले पर रॉयल कार जोन के मालिक अमित पटेल मीडिया के सामने आए और उन्होंने कार बेचने से लेकर जांच तक की पूरी कहानी साझा की। अमित पटेल ने बताया कि 29 अक्टूबर को OLX के माध्यम से एक ग्राहक उनके पास आया था, जिसे उनके ऑफिस स्टाफ सोनू ने हैंडल किया। ग्राहक ने हुंडई i20 कार (मॉडल 2013 या 2014) खरीदी थी। उन्होंने बताया कि उस ग्राहक ने गाड़ी देखने के बाद तुरंत खरीदने का निर्णय लिया। दस्तावेजों की जांच के दौरान उसके आधार कार्ड और पैन कार्ड पर पता जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का दर्ज था। डॉक्यूमेंटेशन पूरा कर आमिर को सौंपी कार अमित पटेल ने बताया, “हमारे स्टाफ ने डॉक्यूमेंटेशन पूरा किया और 29 अक्टूबर की शाम करीब 4 बजे गाड़ी आमिर रशीद नाम के व्यक्ति को सौंप दी। उस समय मैं ऑफिस में था लेकिन दूसरे काम में व्यस्त था। अगर मुझे थोड़ा भी शक होता कि आईडी संदिग्ध है, तो मैं गाड़ी कभी नहीं बेचता।” उन्होंने आगे बताया कि जिस कार को बेचा गया वह पहले से सेकेंड ओनर के नाम पर थी और आरसी (RC) में भी उसी का नाम दर्ज था। इसलिए आमिर रशीद को कहा गया कि 20-25 दिन बाद आरसी अपने नाम ट्रांसफर कराने के लिए आ जाएं। लेकिन इससे पहले ही 10-12 दिन बाद दिल्ली में ब्लास्ट की घटना हो गई। अमित पटेल ने कहा कि आमिर रशीद के साथ एक और व्यक्ति भी था, जिसकी पहचान फिलहाल जांच एजेंसी कर रही है। अमित पटेल बोले- स्टाफ को पूछताछ के लिए ले गई दिल्ली पुलिस उन्होंने बताया, “10 नवंबर की रात करीब 9:30 बजे दिल्ली स्पेशल सेल की टीम हमारे शोरूम पर पहुंची और हमारे 6-7 स्टाफ को पूछताछ के लिए ले गई। जैसे ही मुझे जानकारी मिली, मैं खुद दिल्ली पहुंचा और जांच एजेंसी के सामने पेश हुआ। हमने जो भी दस्तावेज, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग और डिलीवरी से जुड़ी जानकारियां थीं, वो सभी पुलिस को सौंप दीं। पूछताछ के बाद हमें छोड़ दिया गया, लेकिन जांच अभी भी जारी है।” अमित पटेल ने कहा कि वह सेकेंड हैंड कारों के कारोबार में पिछले कई वर्षों से काम कर रहे हैं और पूरे भारत से ग्राहक उनके पास आते हैं। उन्होंने कहा, “हम हमेशा उन्हीं ग्राहकों को गाड़ी देते हैं जिनके दस्तावेज पूरी तरह सही होते हैं। इस केस में भी डॉक्यूमेंट वेरिफाई किए गए थे। हमें इस बात की जानकारी नहीं थी कि खरीदार का संबंध किसी आपराधिक गतिविधि से हो सकता है। हम जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग कर रहे : अमित पटेल हम जांच एजेंसियों का पूरा सहयोग कर रहे हैं और जब भी हमें बुलाया जाएगा, हम उपस्थित होंगे। वहीं पुलिस सूत्रों के अनुसार, जांच एजेंसियां अब आमिर रशीद और उसके साथ आए दूसरे व्यक्ति की पहचान व उनके नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि जिस कार का इस्तेमाल दिल्ली ब्लास्ट में किया गया था, वह फरीदाबाद के सेक्टर-37 स्थित रॉयल कार जोन से खरीदी गई थी। इस जानकारी के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम फरीदाबाद पहुंची और सोमवार देर रात रॉयल कार जोन के करीब छह- सात कर्मचारियों को पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर गई। पूछताछ करने के बाद छोड़ा मामले की जानकारी मिलते ही रॉयल कार जोन के मालिक अमित पटेल खुद दिल्ली स्पेशल सेल और जांच एजेंसियों के सामने पेश हुए। पुलिस ने उनसे कई घंटे तक पूछताछ की और बाद में उन्हें छोड़ दिया। इस दौरान जांच टीम ने शोरूम से सीसीटीवी फुटेज और जरूरी दस्तावेज जब्त किए।फिलहाल जांच जारी है और रॉयल कार ज़ोन के सभी दस्तावेज़, सीसीटीवी फुटेज और लेनदेन की जानकारी पुलिस के कब्जे में है।
आईआईटी कानपुर अद्वय प्रोग्राम के तहत 10 स्टार्टअप्स को 20 लाख रुपये तक की अनुदान और इनक्यूबेशन सहायता प्रदान करेगा। ताकि प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन, रीसाइक्लिंग और वैल्यू रिकवरी के लिए स्केलेबल और व्यावसायिक रूप से उपयोगी तकनीकें विकसित की जा सकें। लांचपैड की हुई शुरुआत सस्टेनबल इनोवेशन को बढ़ावा देने की दिशा में आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (SIIC) ने पर्नो रिकार्ड इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से अद्वय द प्लास्टिक सर्कुलैरिटी इनोवेशन लॉन्चपैड की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य प्लास्टिक क्षेत्र में सर्कुलैरिटी को बढ़ावा देने वाली तकनीक-आधारित समाधानों के विकास में तेजी लाना है। पर्यावरण चुनौतियों का होगा समाधान लॉन्च कार्यक्रम में उद्यमियों, शोधकर्ताओं, उद्योग विशेषज्ञों और नीति-निर्माताओं ने भाग लिया और भारत में प्लास्टिक सर्कुलैरिटी के भविष्य पर विचार-विमर्श किया। आईआईटी कानपुर की अनुसंधान विशेषज्ञता और नवाचार अवसंरचना का लाभ उठाकर, यह कार्यक्रम ऐसे सतत उद्यमों को प्रोत्साहित करेगा जो पर्यावरणीय चुनौतियों का प्रभावी समाधान दे सकें। मॉडलों पर हुई चर्चा अद्वय के पहले समूह में पांच स्टार्टअप शामिल हैं। कार्यक्रम में प्लास्टिक सर्कुलैरिटी को मजबूत करने के लिए नई तकनीकों, व्यापार मॉडलों और साझेदारियों पर भी चर्चा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व नगर आयुक्त अर्पित उपाध्याय ने कहा कि निकट भविष्य में, प्रभावी अपशिष्ट पृथक्करण और अपशिष्ट को संसाधनों में बदलने जैसी उन्नत तकनीकी समाधान भारत में विकसित होंगे, और अद्वय जैसी पहलें सर्कुलैरिटी को बढ़ावा देने में प्रमुख भूमिका निभाएंगी। विकास के अवसर में बदलने का प्रयास एसआईआईसी आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. दीपू फिलिप ने कहा कि अद्वय आईआईटी कानपुर की सामाजिक रूप से प्रासंगिक नवाचार को प्रोत्साहित करने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह पहल प्लास्टिक अपशिष्ट की चुनौती को सतत औद्योगिक विकास के अवसर में बदलने का प्रयास है।
सोनीपत पुलिस ने NH-44 पर 'अवैध अतिक्रमण हटाओ अभियान' चलाया। पुलिस आयुक्त ममता सिंह और पुलिस उपायुक्त नरेंद्र कादयान के निर्देश पर बहालगढ़ चौक, खेवड़ा रोड, बिस्वा मील चौक और जीरो पॉइंट KMP से अवैध कब्जे हटाए गए। अभियान के दौरान, पुलिस ने संबंधित विभागों के साथ मिलकर सड़क किनारे लगे अवैध ठेले, झोंपड़ियाँ, अस्थायी ढाँचे और अवैध पार्किंग को हटाया। लोगों को चेतावनी दी गई कि सार्वजनिक मार्गों और हाईवे पर दोबारा अतिक्रमण करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। ट्रैफिक थाना मुरथल प्रभारी निरीक्षक कर्मबीर सिंह ने बताया कि NH-44 क्षेत्र में अवैध कब्जों के कारण ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ रही थी। यह अभियान आमजन की सुविधा और सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए चलाया गया है। निरीक्षक कर्मबीर सिंह ने यह भी बताया कि जिले में ऐसे अभियान निरंतर जारी रहेंगे। इसका उद्देश्य मुख्य मार्गों पर यातायात को सुचारू रखना और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि या अतिक्रमण पर अंकुश लगाना है।
बालाघाट के रेंगाटोला में 7 नवंबर की रात रेत को लेकर हुए विवाद के मामले में ग्रामीणों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर निष्पक्ष जांच की मांग की। इस विवाद में कंपनी एजेंट नरेंद्र राजपूत अभी भी गोंदिया के एक निजी अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती हैं। क्षेत्रीय युवा नेता मनोज टेंभरे के साथ एसपी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि रेत ठेकेदार के लगभग 40 से 50 लोग चार फोर-व्हीलर और आठ से दस मोटरसाइकिलों पर आए थे। ये लोग शराब के नशे में थे और उनके पास धारदार हथियार थे। ग्रामीणों का आरोप है कि इन लोगों ने मेला समिति की बैठक से लौट रहे ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज करते हुए हमला किया, जिसमें कई ग्रामीण घायल हुए। मनोज टेंभरे ने बताया कि घटना के दौरान गांव के लोग डरे हुए थे और उन्होंने 112 पर कॉल कर शिकायत की थी। पुलिस की गाड़ी गांव पहुंची भी थी, लेकिन जिन ग्रामीणों के साथ मारपीट हुई, जब वे वारासिवनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो उनकी शिकायत नहीं ली गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में एकतरफा कार्रवाई की है और उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि 7 नवंबर की रात करीब 11 बजे वारासिवनी थाना क्षेत्र के रेंगाटोला चौक पर हुए इस विवाद में घायल नरेंद्र राजपूत की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। वारासिवनी पुलिस ने 24 घंटे के भीतर इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने शुभम बिसेन, शुभम टेंभरे, कुलदीप शरणागत, शरद बिसेन सहित लगभग आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
विदिशा में सोमवार को पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिसकर्मियों और आम नागरिकों के लिए जीवन रक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य सड़क हादसों और आपात स्थितियों में घायल व्यक्तियों को तुरंत सहायता प्रदान कर उनकी जान बचाने की क्षमता विकसित करना था। कार्यक्रम में जिला चिकित्सालय के डॉ. अंकित श्रीवास्तव और उनकी टीम ने सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन), चेस्ट कंप्रेशन, रेस्क्यू ब्रीद्स और एईडी (ऑटोमेटेड एक्सटर्नल डिफिब्रिलेटर) जैसी तकनीकों का प्रशिक्षण दिया। पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रशांत चौबे सहित बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और नागरिक मौजूद रहे। ‘राह-वीर योजना’ की दी जानकारी यातायात प्रभारी आशीष राय ने ‘राह-वीर योजना’ की जानकारी दी। इस योजना के तहत सड़क हादसे में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिक को 25,000 रुपये का इनाम और प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इसका उद्देश्य आम नागरिकों को जीवनरक्षक बनने के लिए प्रेरित करना है। समाज में जागरूकता बढ़ाने की पहल एसपी रोहित काशवानी ने कहा कि सीपीआर और प्राथमिक उपचार का ज्ञान हर व्यक्ति के लिए जरूरी है, क्योंकि समय पर दी गई मदद किसी की जान बचा सकती है। यह पहल न केवल पुलिस की कार्यकुशलता बढ़ाएगी बल्कि समाज में संवेदनशीलता और जागरूकता भी बढ़ाएगी। इस प्रशिक्षण में रक्षित निरीक्षक भूर सिंह चौहान, नितिन काकोदिया, डायल 112 के कर्मचारी, होटल-ढाबा संचालक और ऑटो यूनियन के सदस्य शामिल हुए।
मऊ के कोतवाली थाना क्षेत्र के ख्वाजाजहांपुर मोहल्ले में बुधवार सुबह एक गर्भवती विवाहिता का शव पेड़ से फंदे से लटका मिला।मृतका की पहचान गाजीपुर निवासी पूनम राजभर (23) के रूप में हुई है। पूनम का अफेयर ख्वाजाजहांपुर चंद्रभानपुर निवासी संतोष राजभर से चल रहा था। करीब छह माह पहले पूनम अपने पहले पति और तीन वर्षीय बेटे को छोड़कर संतोष के साथ भाग गई थी। दोनों ने मुंबई में शादी की और कुछ समय तक साथ रहे। इस दौरान पूनम तीन माह की गर्भवती हो गई थी। इसके बाद प्रेमी संतोष राजभर पूनम को मुंबई में छोड़कर अपने गांव लौट आया। पूनम किसी तरह मऊ पहुंची, लेकिन यहां संतोष के परिवार वालों ने उसे अपनाने से इनकार कर दिया। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद वह मजबूरन वहीं रहने लगी। बुधवार सुबह 5 बजे गांव से 200 मीटर दूर एक पेड़ पर पूनम का शव दुपट्टे के फंदे से लटका मिला।परिजनों ने प्रेमी संतोष राजभर और उसके परिवार पर हत्या का आरोप लगाया है। मरने से पहले पूनम ने एक वीडियो बनाया था, जिसमें उसने अपने प्रेमी और उसके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए थे। यह वीडियो जांच का महत्वपूर्ण हिस्सा बन सकता है। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। इस मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतका की मां का कहना है कि उनकी बेटी को प्रेमजाल में फंसाकर शादी की गई, फिर गर्भवती होने पर उसे ठुकरा दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पूरे परिवार ने मिलकर उनकी बेटी की हत्या की है। शहर कोतवाल अनिल कुमार सिंह ने बताया कि एक विवाहिता का शव पेड़ से लटका मिला है। पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है।
गोंडा सदर विधानसभा में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान-2025 (SIR) को लेकर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई थी। जहाँ देर शाम तक चली इस विशेष कार्यशाला में पयागपुर विधायक सुभाष त्रिपाठी ने मुख्य अतिथि के रूप में बीएलए-2 को विशेष दिशा-निर्देश दिए है। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य आगामी मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान के तहत बूथ स्तर पर संगठनात्मक तैयारियों को मजबूत करना था। इसका लक्ष्य प्रत्येक पात्र नागरिक का नाम मतदाता सूची में शामिल कर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सशक्त बनाना है।कार्यशाला में मंडल अध्यक्षों, मंडल पदाधिकारियों, बूथ प्रमुखों और बीएलए-2 सदस्यों ने भाग लिया। इसका केंद्रीय फोकस बूथ स्तर पर संगठनात्मक तैयारियों को सुदृढ़ करना था। बैठक में बूथवार योजनाओं की गहन समीक्षा की गई। कार्यकर्ताओं को अपने-अपने क्षेत्रों में व्यापक जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए गए है। नए मतदाताओं के नाम जोड़ने, मतदाता सूची में त्रुटियों का संशोधन करने और एक विधानसभा क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में स्थानांतरण से संबंधित कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा गया। पयागपुर विधायक सुभाष त्रिपाठी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मतदाता सूची का सटीक और पूर्ण होना लोकतंत्र की बुनियादी आवश्यकता है। उन्होंने जोर दिया कि संगठन के प्रत्येक कार्यकर्ता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे। विधायक ने कार्यकर्ताओं से घर-घर जाकर यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि 18 वर्ष या उससे अधिक आयु का कोई भी नागरिक पंजीकरण से न छूटे। उन्होंने सूची को 'शुद्ध' और 'त्रुटि रहित' बनाने के लिए एकजुट प्रयास करने का आह्वान किया। कार्यशाला में उपस्थित संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया। इसका उद्देश्य गोंडा सदर विधानसभा की मतदाता सूची को शत-प्रतिशत सटीक और समावेशी बनाना है, जिससे स्थानीय स्तर पर लोकतंत्र में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित हो सके। सदर भाजपा विधायक ने कहा कि मतदाता सूची में आप लोग देखे जो भी गलत नाम जुड़े हुए हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से कटवाईये सही लोगों के नाम सूची में जुड़ने चाहिए।
डोकी पुलिस ने सर्राफ दंपत्ति के साथ हुई लूट का खुलासा कर दिया है। 8 अक्टूबर की रात बदमाशों ने आंखों में मिर्ची डालकर लूट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि गांव के ही एक युवक ने ज्वेलर्स के पास की दुकान में बैठकर रेकी की थी। इसके बाद जीजा और साले ने मिलकर घटना की साजिश रची और दो बदमाशों को बाहर से बुलाकर घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने लूट करने वाले दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। उनके पास से चांदी और सफेद धातु के आभूषण, घटना में प्रयुक्त तमंचा और मोटरसाइकल बरामद किया गया है। दो फरार बदमाशों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है, जो मिर्ची गैंग के सदस्य बताए जा रहे हैं। डीसीपी ईस्ट अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि थाना डोकी क्षेत्र में बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने सर्राफ दंपत्ति को आंखों में मिर्ची डालकर लूट लिया था। पुलिस ने बताया कि बदमाशों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने लूट की घटना को अंजाम देने के लिए पहले रेकी की थी। इसके बाद उन्होंने घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि बदमाशों के पास से बरामद किए गए आभूषणों की कीमत लाखों रुपए है।
आजमगढ़ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर एन आर वर्मा ने छपरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र PHC का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान एक कर्मचारी राम कुबेर यादव अनुपस्थित पाया गया। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्था अत्यंत अव्यवस्थित पाई गई। स्वास्थ्य केंद्र परिसर में साफ-सफाई की स्थिति अत्यंत खराब मिली तथा जगह-जगह गंदगी देखी गई। निरीक्षण के दौरान जाँचें भी अपेक्षाकृत कम पाई गईं तथा कई रजिस्टरों का रख-रखाव ठीक प्रकार से नहीं किया गया था। फार्मासिस्ट रामभवन द्वारा दवा वितरण तो किया जा रहा था। परंतु दवाओं की दैनिक खपत रजिस्टर जून माह के बाद से अपडेट नहीं थी। इसे मुख्य चिकित्साधिकारी ने गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। फार्मासिस्ट ने भविष्य में ऐसी त्रुटि न दोहराने का आश्वासन देते हुए नियमित रूप से अभिलेखों का रखरखाव ठीक रखा जायेगा। जिस पर सीएमओ ने आगामी गलती पर कठोर कार्यवाही की चेतावनी देते हुए छोड़ दिया। निरीक्षण में अनुपस्थित मिले कर्मचारी इस निरीक्षण में एसएलए कुबेर यादव के अनुपस्थित पाए जाने पर एक दिन का वेतन काटने एवं वार्ड ब्वाय अखिलेश तिवारी द्वारा साफ-सफाई की स्थिति खराब पाए जाने, एलटी प्रितम चौहान द्वारा जांचें कम करने, तथा स्टाफ नर्स द्वारा रजिस्टर रख-रखाव में लापरवाही पाए जाने पर सभी से स्पष्टीकरण तलब किया है। सीएमओ ने निर्देश दिया कि यदि प्राप्त स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया तो संबंधित कर्मियों का भी वेतन रोका जाएगा। अधिकारियों को अपने कार्यों में सुधार लाने के निर्देश दिए गए हैं। जिले में सीएमओ का यह कोई पहला दौरा नहीं है जिसमें कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए हैं। लगातार दौरों के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। यही कारण है कि जहां-जहां छापेमारी हो रही है। वहां कर्मचारी अनुपस्थित पाए जा रहे हैं।
भिवानी के गांव खरक कलां में रामपाल महाराज समर्थकों व ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया, जिसमें दोनों तरफ से जमकर लाठी डंडे चले। घटनाक्रम का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दोनों तरफ से मारपीट करते हुए लोग दिखाई दे रहे हैं। हालांकि इस मामले में अभी तक दोनों तरफ से पुलिस को कोई शिकायत नहीं दी गई है। गांव खरक कलां में 10 नवंबर को रामपाल समर्थकों का कोई कार्यक्रम चल रहा था, जिसमें रामपाल के समर्थकों ने उन्हें भगवान का दर्जा दे दिया और रामपाल को ही भगवान कहने लगे। इस बात पर गांव के युवाओं ने आपत्ति जताई और कहा कि किसी इंसान को भगवान क्यों बना रहे हो। इस बात पर दोनों पक्षों के बीच विवाद गहरा गया। विवाद बढ़ने के साथ ही रामपाल के करीब 60-70 समर्थकों ने ग्रामीणों पर लाठी डंडों से हमला कर दिया। वहीं, जवाबी कार्रवाई में ग्रामीणों ने भी रामपाल समर्थकों के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस मामले का एक वीडियो भी वायरल हो गया, जिसमें दोनों तरफ से मारपीट करते हुए लोग दिख रहे है। पुलिस ने मामले को कंट्रोल करते हुए गांव में शांति का माहौल बनवाया है। हिंदू धर्म के बारे में बोली अपमानजनक बातें गांव खरक कलां के ग्रामीणों ने कहा कि रामपाल के समर्थकों द्वारा रामपाल महाराज की जय बोलने पर उन्हें को आपत्ति नहीं है, लेकिन रामपाल को भगवान बोलने पर आपत्ति है। इसके साथ ही रामपाल समर्थकों ने हिंदू धर्म को लेकर भी आपत्तिजनक बातें कहते हुए नारेबाजी कर दी, जिसका विरोध करने पर रामपाल समर्थकों ने हाथापाई शुरू की। कहासुनी के बाद शुरू हुआ झगड़ा गांव खरक कलां के ग्रामीणों ने बताया कि पहले रामपाल समर्थकों के साथ कहासुनी हुई और बाद में विवाद बढ़ने पर हाथापाई हो गई। दोनों तरफ से लाठी डंडे चले, जिसमें कई लोग घायल भी हुए है। इस मामले में 13 नवंबर को गांव में पंचायत बुलाई गई है, ताकि मामले में आगे का निर्णय लिया जा सके। अभी तक झगड़े को लेकर नहीं मिली कोई शिकायत गांव खरक कलां चौकी इंचार्ज वीरेंद्र ने बताया कि 10 नवंबर को दो पक्षों के बीच झगड़ा होने की सूचना मिली थी, लेकिन अभी तक दोनों पक्षों की तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है। पुलिस ने गांव में शांति स्थापित की है। पुलिस मामले में नजर बनाए हुए है। अगर किसी पक्ष की तरफ से शिकायत मिली तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।
झाबुआ के बामनिया रेलवे फाटक पर बुधवार को गैस सिलेंडर से भरे एक वाहन ने फाटक को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे गेट पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। फाटक के दोनों ओर लगी कतारें इस दुर्घटना के कारण फाटक के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। एम्बुलेंस और स्कूल बसों सहित अन्य वाहनों को भी लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हुई। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने बिना किसी देरी के अस्थाई व्यवस्था कर यातायात को सुचारु किया। मिली जानकारी के अनुसार, क्षतिग्रस्त फाटक की मरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। अधिकारियों का लक्ष्य है कि जल्द से जल्द सामान्य रेल और सड़क संचालन बहाल किया जा सके।
श्योपुर में किसानों को धान फसल के मुआवजे की मांग को लेकर कांग्रेस का धरना बुधवार को भी जारी रहा। इस दौरान पटेल चौक पर कांग्रेस नेताओं ने साधु-संतों की मौजूदगी में विशेष हवन का आयोजन किया। कांग्रेस ने बताया कि यह हवन प्रदेश सरकार को सद्बुद्धि प्रदान करने और किसानों की पीड़ा को समझने के उद्देश्य से किया गया है। हवन में श्योपुर विधायक बाबू जंडेल, कांग्रेस कार्यकर्ता, किसान और स्थानीय नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। साधु-संतों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अग्नि में आहुतियां दीं और सरकार से किसानों के प्रति संवेदनशील रवैया अपनाने की प्रार्थना की। मंगलवार को किया था जल सत्याग्रह इससे पहले मंगलवार को विधायक बाबू जंडेल ने किसानों की मांगों को लेकर सीप नदी में जल सत्याग्रह किया था। उन्होंने कहा कि जिले में हजारों किसानों की धान की फसल बारिश और बेमौसम मौसम के कारण पूरी तरह नष्ट हो गई है, लेकिन प्रशासनिक सर्वे और मुआवजा वितरण की प्रक्रिया बेहद धीमी है। विधायक जंडेल ने चेतावनी दी कि यदि जल्द राहत नहीं दी गई तो आंदोलन को और व्यापक रूप दिया जाएगा। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि किसान इस समय गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं, इसलिए सरकार को तुरंत राहत पैकेज घोषित करना चाहिए ताकि वे अगली फसल की तैयारी कर सकें। ‘सरकार जागो’ जैसे नारे लगाए हवन के अंत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ‘किसानों को न्याय दो’ और ‘सरकार जागो’ जैसे नारे लगाकर अपना विरोध दर्ज कराया। यह आंदोलन जिले में लगातार चर्चा का विषय बना हुआ है और कांग्रेस इसे प्रदेश स्तर तक ले जाने की योजना बना रही है।
देवरिया। स्व. रविन्द्र किशोर शाही स्पोर्ट्स स्टेडियम में चल रही तीन दिवसीय मंडलीय बेसिक बाल क्रीड़ा प्रतियोगिता के दूसरे दिन बुधवार को मैदान में खेल भावना और जोश का अद्भुत नजारा देखने को मिला। कुशीनगर के खिलाड़ियों ने कई स्पर्धाओं में अपना दबदबा बनाया, जबकि देवरिया ने शानदार प्रदर्शन कर कड़ी टक्कर दी। कार्यक्रम का शुभारंभ भाटपाररानी विधायक सभाकुंवर कुशवाहा ने माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस दौरान बीएसए शालिनी श्रीवास्तव और नोडल खेल बीईओ सत्य प्रकाश कुशवाहा ने मुख्य अतिथि का स्वागत स्मृति चिन्ह और अंगवस्त्र भेंट कर किया। प्राथमिक वर्ग में कुशीनगर की बढ़त, देवरिया की शानदार वापसी प्राथमिक बालक वर्ग के खेलों में कुशीनगर ने कबड्डी और समूहगान में महराजगंज को हराकर विजेता स्थान प्राप्त किया। वहीं, अंताक्षरी में देवरिया की टीम ने कुशीनगर को मात दी।400 मीटर दौड़ में कुशीनगर के आजाद ने महराजगंज के शहजाद को पछाड़ा, जबकि बालिका वर्ग में महराजगंज की सुनैना ने देवरिया की बबली को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान पाया। जूनियर बालक वर्ग की 600 मीटर दौड़ में देवरिया के शिवसागर ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि महराजगंज के नौशाद दूसरे स्थान पर रहे।लंबी कूद में देवरिया के कितबुद्दीन ने कुशीनगर के आयुष को हराया और गोला फेंक में कुशीनगर के शिवम गुप्ता विजेता बने। टीम खेलों में बास्केटबॉल में गोरखपुर ने कुशीनगर को, जबकि कबड्डी में देवरिया को हराकर ट्रॉफी जीती। फुटबॉल में कुशीनगर ने देवरिया को 2-1 से पराजित किया, वहीं शतरंज में देवरिया ने गोरखपुर पर जीत दर्ज की। बालिका वर्ग में देवरिया की आतिया ने लहराया परचम जूनियर बालिका वर्ग में गोरखपुर की अंशिका ने गोला फेंक में कुशीनगर की पूजा को पछाड़ा। देवरिया की आतिया ने लंबी कूद और 600 मीटर दौड़ दोनों में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्रमशः गोरखपुर की अंजलि और कुशीनगर की हसीना को मात दी। बैडमिंटन सिंगल्स और डबल्स में देवरिया की बालिकाओं ने क्रमशः कुशीनगर और महराजगंज को हराया।तीरंदाजी में देवरिया की रुखसाद ने व्यक्तिगत श्रेणी में पहला स्थान पाया, जबकि मिक्स इवेंट में भी देवरिया विजेता रही।वॉलीबॉल और टेबल टेनिस में देवरिया ने जीत दर्ज की, वहीं हॉकी में कुशीनगर ने देवरिया को पराजित किया।योग प्रतियोगिता के बालक व बालिका दोनों वर्गों में देवरिया की टीम ने बाजी मारी। “खेल से बनता है आत्मविश्वास” विधायक सभाकुंवर कुशवाहा मुख्य अतिथि ने कहा कि “जो बच्चे आज मैदान में पसीना बहा रहे हैं, वही कल देश का नाम रोशन करेंगे। सरकार खेल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने के लिए कई योजनाएँ चला रही है।”उन्होंने शिक्षकों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थियों की सफलता में शिक्षकों की मेहनत सबसे बड़ा योगदान है। प्रतियोगिता के सफल संचालन में जिला व्यायाम शिक्षक संजय कुमार सिंह, बीईओ देवमुनी वर्मा, विनयशील मिश्रा, उपेंद्र भारती, गोपाल मिश्रा, प्रभात चंद्र राय, जया राय, संजय तिवारी, नीरज शर्मा, विवेकानंद शर्मा, रंजय पांडेय और गंगतेश्वर सिंह की विशेष भूमिका रही। तीसरे दिन गुरुवार को विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार वितरण के साथ प्रतियोगिता का समापन समारोह आयोजित होगा।
मऊ जिले में आयोजित रोजगार मेले में 90 युवाओं को नौकरी मिली। जिला सेवायोजन कार्यालय द्वारा राजकीय आईटीआई परिसर में आयोजित इस मेले में कुल 200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जीएमआर प्राइवेट लिमिटेड (GMR Pvt.Ltd) कंपनी ने स्मार्ट मीटर तकनीशियन, सुपरवाइजर, सपोर्ट स्टाफ और डाटा एंट्री ऑपरेटर जैसे विभिन्न पदों के लिए साक्षात्कार आयोजित किए। कंपनी के प्रतिनिधि एचआर धर्मवीर चौहान और एचआर प्रदीप कुमार ने 90 लाभार्थियों का चयन किया। जिला सेवायोजन अधिकारी अरविंद कुमार पांडे ने बताया कि रोजगार मेला सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि इच्छुक लाभार्थी सेवायोजन के रोजगार संगम पोर्टल पर पंजीकरण कर ऐसे मेलों में भाग ले सकते हैं। रोजगार प्रभारी योगेंद्र यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप प्रत्येक माह रोजगार मेले और अप्रेंटिसशिप मेले आयोजित किए जा रहे हैं। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लाभार्थियों को रोजगार से जोड़ना है। इस कार्यक्रम में शारदानंद राय, द्वारिका मिश्रा, कुशाग्र सिंह कुशवाहा, रमेश यादव, मृत्युंजय पांडेय, हबीबुर्रहमान, गोपाल दुबे, अभिषेक शर्मा, उपेंद्र कुमार, सत्येंद्र सिंह, राजेश सिंह, सरिता विश्वकर्मा, अनीता कुशवाहा, अंजनी कुमार और सचिंद्र सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
झाबुआ जिला मुख्यालय स्थित कलेक्टर कार्यालय इन दिनों गंदगी और बदबू से घिरा हुआ है। जिले के प्रशासनिक केंद्र के रूप में कार्य करने वाले इस कार्यालय में न केवल दूर-दराज से आने वाले आमजन, बल्कि यहां के कर्मचारी भी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं। कार्यालय परिसर में बने शौचालयों की स्थिति बेहद खराब है। यहां सफाई की कमी के कारण असहनीय बदबू फैली रहती है। थांदला से आईं एक महिला आगंतुक ने बताया कि शौचालयों में इतनी बदबू है कि वहां खड़ा होना मुश्किल है। जनसंपर्क कार्यालय के पास स्थित शौचालय की तीव्र बदबू के कारण वहां कार्यरत पत्रकारों को भी परेशानी हो रही है। शौचालयों के बाहर की दीवारें पान-गुटखा के दागों से भरी हुई हैं। धूम्रपान करने वाले लोग इन स्थानों पर थूकते हुए देखे जाते हैं, जिससे गंदगी और संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। इसके अलावा, जिलेभर से आने वाले आमजन को कार्यालय परिसर में स्वच्छ पेयजल भी उपलब्ध नहीं है। पेयजल के लिए रखी गई मशीनों के आसपास भी भारी गंदगी और जाले लगे हुए हैं। लोगों को दूषित माहौल में ही पानी पीने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस गंभीर स्थिति पर जब जिला नाजिर राकेश सोनी से संपर्क किया गया, तो उन्होंने समस्याओं को स्वीकारने के बजाय उनका बचाव किया। सोनी ने कहा, कार्यालय में कुछ निर्माण कार्य के चलते थोड़ी अव्यवस्था हो सकती है, लेकिन साफ-सफाई नियमित रूप से हो रही है। गंदगी जैसी कोई बात नहीं है। हालांकि, जमीनी हकीकत नाजिर के इस बयान से अलग दिखाई देती है।
शाहजहांपुर पुलिस ने रंगदारी मांगने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने धान क्रय केंद्र पर ट्रैक्टर-ट्रॉली की तुलाई के लिए 250 रुपए मांगे थे। यह घटना रोजा थाना क्षेत्र के एक सरकारी क्रय केंद्र पर हुई। पीड़ित युवक अपनी ट्रैक्टर-ट्रॉली की तुलाई कराने गया था, तभी आरोपी ने उससे 250 रुपए की मांग की। रुपए देने से इनकार करने पर आरोपी ने गाली-गलौज की और मारपीट की धमकी दी। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज की। जांच के बाद पुलिस ने हांडा कॉलोनी निवासी पवन कुमार पाठक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी का चालान कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को दिल्ली-NCR में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के खतरनाक स्तर पर पहुंचने और पॉल्यूशन मामले में सुनवाई हुई। कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा सरकारों से रिपोर्ट मांगी है कि पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए अब तक क्या कदम उठाए गए हैं। सीनियर एडवोकेट गोपाल शंकरनारायणन ने कहा कि इस समय ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान का तीसरा फेज (GRAP-3) लागू है, जबकि GRAP-IV लागू किया जाना चाहिए क्योंकि कुछ जगहों पर AQI 450 से ऊपर चला गया है। उन्होंने कहा- GRAP-3 लागू है लेकिन कोर्ट के बाहर भी खुदाई का काम हो रहा है, कम से कम अदालत परिसर में तो यह नहीं होना चाहिए। इस पर सीजेआई ने कहा कि निर्माण गतिविधियों के संबंध में कार्रवाई की जाएगी। वहीं न्यायमित्र और सीनियर एडवोकेट अपराजिता सिंह ने नासा की उपग्रह तस्वीरों का हवाला देते हुए कहा कि कहा कि पंजाब और हरियाणा में बड़े पैमाने पर पराली जलाना शुरू हो गया है, जिससे दिल्ली-NCR की हवा जहरीली हो रही है। सीजेआई बीआर गवई, जस्टिस के. विनोद चंद्रन और जस्टिस एनवी अंजारिया की बेंच ने कहा कि वे मामले में अगली सुनवाई 17 नवम्बर को करेंगे। 3 नवंबर: सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से रिपोर्ट मांगी थी सुप्रीम कोर्ट ने 3 नवंबर को दिल्ली-NCR में बढ़ते पॉल्यूशन मामले में सुनवाई की थी। कोर्ट ने वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) को हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया था। चीफ जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस के विनोद चंद्रन की बेंच एमसी मेहता केस की सुनवाई कर रही थी। सीनियर एडवोकेट और न्यायमित्र अपराजिता सिंह ने कोर्ट को बताया था कि दिवाली के दिन 37 में से सिर्फ 9 एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग स्टेशन ही लगातार काम कर रहे थे। उन्होंने कहा- अगर मॉनिटरिंग स्टेशन काम नहीं करेंगे तो कैसे पता चलेगा कि ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) कब लागू करना है? CAQM को स्पष्ट डेटा और एक्शन प्लान पेश करने का निर्देश दिया जाए। कोर्ट ने CAQM से पूछा था कि दिल्ली-NCR में पॉल्यूशन को गंभीर स्तर पर पहुंचने से रोकने के लिए अब तक क्या कदम उठाए हैं। कोर्ट ने कहा कि पॉल्यूशन के गंभीर स्तर तक पहुंचने का इंतजार न किया जाए बल्कि समय रहते कदम उठाए जाएं। पूरी खबर पढ़ें... दिल्ली की हवा बेहद खराब हो गई है। बुधवार सुबह औसत AQI 413 दर्ज हुआ, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में है। वजीरपुर में सबसे ज्यादा 459 रहा। आनंद विहार, चांदनी चौक, बवाना, रोहिणी और आईटीओ समेत ज्यादातर इलाकों में भी हवा खतरनाक स्तर पर पहुंच गई है। दिल्ली-एनसीआर में GRAP-3 लागू कर दिया। AQI 400 के पार पहुंचने पर GRAP लागू होता है। एयर क्वालिटी इंडेक्स का क्या मतलब है? एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक तरह का टूल है, जो यह मापता है कि हवा कितनी साफ और स्वच्छ है। इसकी मदद से हम इस बात का भी अंदाजा लगा सकते हैं कि इसमें मौजूद एयर पॉल्यूटेंट्स से हमारी सेहत को क्या नुकसान हो सकते हैं। AQI मुख्य रूप से 5 सामान्य एयर पॉल्यूटेंट्स के कॉन्सन्ट्रेशन को मापता है। इसमें ग्राउंड लेवल ओजोन, पार्टिकल पॉल्यूशन, कार्बन मोनोऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड शामिल हैं। आपने AQI को अपने मोबाइल फोन पर या खबरों में आमतौर पर 80, 102, 184, 250 इन संख्याओं में देखा होगा। इन अंकों का क्या मतलब होता है, ग्राफिक में देखिए। ---------------------------------- दिल्ली के पॉल्यूशन से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... दिल्ली में एयर पॉल्यूशन का विरोध करने वाले अरेस्ट, लोग बोले- पब्लिक मर रही, कोई पॉलिसी नहीं दिल्ली में बढ़ते एयर पॉल्यूशन के खिलाफ 9 नवंबर को इंडिया गेट पर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम होते-होते पुलिस ने लोगों को इंडिया गेट से हटाया। इस दौरान कई लोगों को डिटेन किया गया। विरोध करने वालों में मौजूद पर्यावरण कार्यकर्ता भवरीन कंधारी ने कहा कि बच्चों की सेहत तेजी से बिगड़ रही है। पूरी खबर पढ़ें... देश में वायु प्रदूषण रोकने SC में याचिका, दावा- दिल्ली में 22 लाख बच्चों के फेफड़े खराब, हेल्थ इमरजेंसी घोषित करें भारत भर में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई। याचिका ल्यूक क्रिस्टोफर काउंटिन्हो ने दायर की। वे पीएम नरेंद्र मोदी के फिट इंडिया मूवमेंट के वेलनेस चैंपियन यानी दूत रहे हैं। क्रिस्टोफर का कहना है कि देश में वायु प्रदूषण का स्तर पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी के अनुपात में पहुंच गया है। पूरी खबर पढ़ें...
सुकमा में बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के अपमान और निर्माण कार्यों में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। सैकड़ों कार्यकर्ता बस स्टैंड से पैदल मार्च करते हुए लोक निर्माण विभाग कार्यालय पहुंचे और घेराव किया। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा शासनकाल में विकास कार्यों में भारी भ्रष्टाचार और मनमानी की जा रही है। खासकर सब-इंजीनियर चंदन मरकाम की ओर से संपादित कार्यों की जांच की मांग की गई। नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार के इशारे पर अफसर निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अपमान कर रहे हैं। विकास कार्यों के शिलान्यास पत्थरों से विधायक और जिला पंचायत अध्यक्ष के नाम जानबूझकर हटा दिए गए, जिससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। “अफसरशाही बेलगाम, लोकतंत्र खतरे में”- मंडावी घेराव स्थल पर विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि देश संविधान और लोकतंत्र से चलता है, लेकिन भाजपा शासन में अफसरशाही बेलगाम हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने राजनीतिक हितों के लिए अफसरों से मनमाने फैसले करा रही है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस शासन में जनप्रतिनिधियों का सम्मान हुआ, लेकिन अब उन्हें सरकारी कार्यक्रमों में सीट तक नहीं दी जा रही।” पूर्व विधायक राजमन बेंजाम ने चेतावनी दी कि अगर अनियमितताओं और अपमान के मामलों में कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस चरणबद्ध आंदोलन करेगी। पुलिस और कार्यकर्ताओं में झूमाझटकी घेराव के दौरान लोक निर्माण विभाग कार्यालय के बाहर भारी पुलिस बल तैनात था। प्रदर्शन के बीच पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झूमाझटकी भी हुई। बाद में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मौके पर मौजूद तहसीलदार अंबर गुप्ता को कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा।
चित्तौड़गढ़ जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अब तक जिले में 12 लाख 48 हजार से अधिक गणना प्रपत्र (एन्यूमरेशन फॉर्म) वितरित किए जा चुके हैं। यह कुल मतदाताओं का करीब 88.49 प्रतिशत है। जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने बताया कि बुधवार दोपहर तक के आंकड़ों के अनुसार चित्तौड़गढ़ राज्य के उन जिलों में शामिल है जो गणना पत्र वितरण और डिजिटाइजेशन में अग्रणी बने हुए हैं। बेगूं विधानसभा दूसरे स्थान पर, कपासन 11वें और चित्तौड़गढ़ 27वें पर राज्य की 199 विधानसभा क्षेत्रों में चित्तौड़गढ़ जिले के विधानसभा क्षेत्रों का प्रदर्शन भी बेहतर रहा है। बेगूं विधानसभा 95.20 प्रतिशत गणना प्रपत्र वितरण के साथ पूरे राज्य में दूसरे स्थान पर है। वहीं कपासन 11वें, निम्बाहेड़ा 25वें, चित्तौड़गढ़ 27वें और बड़ीसादड़ी 28वें स्थान पर हैं। जिला प्रशासन ने मतदाताओं की सुविधा के लिए जिला मुख्यालय सहित सभी ईआरओ (निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) स्तर पर हेल्प सेंटर शुरू कर दिए हैं, ताकि हर मतदाता को आसानी से मदद मिल सके। निर्वाचन अधिकारी ने दी सख्त हिदायत, समय पर पूरा हो काम जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने बीएलओ (ब्लॉक लेवल ऑफिसर) और सुपरवाइजरों को निर्देश दिए हैं कि गणना प्रपत्रों के डिजिटाइजेशन का काम तेज गति से पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि यह एक समयबद्ध प्रोग्राम है और इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भारत निर्वाचन आयोग भी इस प्रक्रिया की लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है। इसलिए सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समय पर निभाएं। रंजन ने बताया कि बीएलओ को मदद देने के लिए सभी स्तरों पर स्पष्ट रणनीति बनाई गई है, ताकि कोई भी क्षेत्र पीछे न रहे। अब तक 43 हजार से अधिक फॉर्म ईसीआईनेट पर डिजिटाइज चित्तौड़गढ़ जिले में भरे हुए गणना प्रपत्रों को ईसीआईनेट (ECI-Net) पर डिजिटाइज करने का कार्य भी तेजी से चल रहा है। अब तक 43 हजार से अधिक फॉर्म डिजिटल रूप में दर्ज किए जा चुके हैं। कलेक्टर रंजन ने सभी ईआरओ को निर्देश दिए हैं कि भरे हुए गणना प्रपत्रों को जल्द से जल्द डिजिटाइज किया जाए। उन्होंने कहा कि सुपरवाइजर, राजस्व निरीक्षक और पटवारी अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर बीएलओ से संपर्क करें और फॉर्म वितरण व डिजिटाइजेशन का काम जल्दी पूरी करवाएं। जिले में शुरू हुए हेल्प डेस्क, मतदाताओं को मिलेगी जानकारी जिला मुख्यालय सहित सभी पांचों विधानसभा क्षेत्रों में ईआरओ स्तर पर एसआईआर हेल्प डेस्क शुरू कर दी गई हैं। जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट के कक्ष नंबर 18 में स्थापित हेल्प डेस्क के माध्यम से मतदाता अपने या अपने परिजनों के नाम 2002 की मतदाता सूची में खोज सकते हैं। इसके अलावा मतदाता 1950 नंबर पर कॉल करके भी जिले की हेल्प डेस्क से सहायता प्राप्त कर सकते हैं। हेल्प डेस्क पर शिक्षा विभाग में कार्यरत कंप्यूटर अनुदेशकों को बीएलओ की तकनीकी सहायता के लिए लगाया गया है, जिससे हर मतदाता को तुरंत मदद मिल सके। ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने के लिए लोगों को किया प्रेरित जिला निर्वाचन अधिकारी आलोक रंजन ने बताया कि मतदाता अपने गणना प्रपत्र ऑनलाइन भी भर सकते हैं। इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट https://voters.eci.gov.in पर सीधा लिंक उपलब्ध है। जो मतदाता ऑनलाइन फॉर्म भरते हैं, उन्हें बीएलओ द्वारा दोबारा फॉर्म भरने की जरूरत नहीं होती। यह सुविधा मतदाताओं को समय और मेहनत दोनों से राहत देती है। रंजन ने विशेष रूप से युवा मतदाताओं से अपील की कि वे खुद ऑनलाइन फॉर्म भरें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। डिजिटल प्रक्रिया से बढ़ेगा पारदर्शिता और सटीकता का स्तर निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि डिजिटाइजेशन से चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और सटीकता दोनों बढ़ेंगी। इससे न केवल मतदाता सूची में त्रुटियां कम होंगी, बल्कि भविष्य में मतदान प्रक्रिया भी और बेहतर होगी। प्रशासन का लक्ष्य है कि जिले के हर पात्र नागरिक का नाम सही ढंग से मतदाता सूची में दर्ज हो। रंजन ने कहा कि जिले की टीम ने अब तक जिस गति और जिम्मेदारी से कार्य किया है, वह पूरे प्रदेश के लिए मिसाल है। मतदाताओं के सहयोग से सफल होगा पुनरीक्षण अभियान अंत में उन्होंने जिलेवासियों से अपील की कि वे मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम में सहयोग करें। यदि किसी का नाम सूची में दर्ज नहीं है या जानकारी गलत है तो तुरंत बीएलओ या हेल्प डेस्क से संपर्क करें। मतदाता सूची का सटीक होना लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी है। जिले में चल रहा यह अभियान प्रशासन और जनता के संयुक्त प्रयास से निश्चित रूप से सफल रहेगा।
झांसी में इकलौते बेटे के PUBG गेम खेलने से परेशान मां ने सुसाइड कर लिया। बेटा 8वीं कक्षा में पढ़ता है। वो दिनभर दोस्तों के साथ ऑनलाइन गेम खेलता था और पढ़ता नहीं है। मां की बात नहीं सुनता था। इससे वो डिप्रेशन में थी। पति से बोली- इसे डांटा करो। ये हमारी पूंजी और संपत्ति है। नहीं तो बर्बाद हो जाएगा। पति और बेटे के सोने के बाद महिला ने फांसी लगा ली। देर रात पति की आंख खुली तो पत्नी भगवानजी वाले कमरे में फंदे पर लटकी थी। वो नीचे उतारकर अस्पताल ले गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पूरा मामला रक्सा कस्बे के आरएस रेजीडेंसी का है। पिता बैंक में सेल्स मैनेजर मृतका का नाम शीला देवी (38) पत्नी रविंद्र प्रताप सिंह था। वह चित्रकूट के हरदौली गांव की रहने वाली थी। शीला के पति रविंद्र प्रताप सिंह ने बताया- मैं झांसी में एचडीबी फाइनेंसियल सर्विस में सेल्स मैनेजर के पद पर तैनात हूं। मैं परिवार के साथ रक्सा के आरएस रेजीडेंसी में किराए से रहता हूं। मेरा 13 साल का एक बेटा है। जो प्राइवेट स्कूल में 8वीं कक्षा में पढ़ता है। उसी की वजह से हम लोग झांसी में रह रहे थे। ताकि वो पढ़ सके। उसे मोबाइल पर गेम खेलने की लत लग गई। मैं सुबह ऑफिस चला जाता हूं और रात में 8 या 9 बजे तक आता है। इस वजह से बच्चे पर ध्यान नहीं दे पा रहा था। ऑनलाइन पबजी गेम खेलता था पति रविन्द्र ने आगे बताया- बेटा मोबाइल पर ऑनलाइन पबजी गेम अपने दोस्तों के साथ खेलता था। टीवी भी ज्यादा देखता है। इससे पत्नी शीला परेशान थी। मंगलवार रात को ड्यूटी से घर आया तो पत्नी बोली कि आप बेटा को डांटा करो। क्योंकि आप ध्यान नहीं देते हो, इसलिए सुनता नहीं है। थाेड़ा ध्यान दो, नहीं तो ये बर्बाद हो जाएगा। यही हमारी पूंजी है और संपत्ति है। बेटे को लेकर वो बहुत डिप्रेशन में थी। 11 बजे तक हम लोग जाग रहे थे। इसके बाद मैं और बेटा सो गए। जब रात करीब 2 बजे नींद खुली तो पत्नी कमरे में नहीं थी। देखा तो वो भगवानजी वाले कमरे में पंखे पर गमछे से फंदा बनाकर लटकी थी। आनन फानन में नीचे उतारकर मेडिकल कॉलेज ले गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव लेकर परिजन चित्रकूट रवाना शीला की मौत के बाद परिजन चित्रकूट से झांसी पहुंच गए। मृतका के चचिया ससुर ओमप्रताप सिंह ने बताया कि बेटा मोबाइल चलाता था। उसे डांटा तो वो नहीं माना। इससे डिप्रेशन में आकर बहू शीला ने सुसाइड कर लिया। सूचना मिली कि हॉस्पीटल में है तो आज सुबह झांसी आए। अब पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर चित्रकूट जा रहे हैं। मोबाइल की वजह से जान दी रक्सा थानाध्यक्ष रूपेश कुमार का कहना है कि बेटा मोबाइल ज्यादा चलाता था। इससे नाराज होकर मां ने सुसाइड कर लिया। पंचनामा भरकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
रेप को दोषी युवक को 10 साल की सजा:पत्नी ने पति की शिकायत की थी, कोर्ट ने 5 हजार जुर्मान भी लगाया
जौनपुर में अपर सत्र न्यायाधीश द्वितीय रूपाली सक्सेना की अदालत ने नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के एक आरोपी युवक को 10 वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने उस पर 5000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, मुंगरा बादशाहपुर निवासी एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि उसकी 16 वर्षीय बेटी, जो कक्षा 10 में पढ़ती थी, 13 सितंबर 2017 को स्कूल गई थी लेकिन शाम तक घर नहीं लौटी। काफी खोजबीन के बाद भी उसका पता नहीं चला। पत्नी ने कहा था-मेरा पति उसे भगा ले गया था बाद में, बृजेश बिंद की पत्नी ने बताया कि उसके पति ही उसकी बेटी को बहला-फुसलाकर भगा ले गए हैं। स्कूल से मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता एक घंटे पढ़ने के बाद ही वहां से चली गई थी। विवेचना के दौरान पीड़िता के बयान के आधार पर आरोपी के खिलाफ दुष्कर्म की धाराएं भी जोड़ी गईं और आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। शासकीय अधिवक्ता वेद प्रकाश तिवारी और रमेश चंद्र पाल द्वारा परीक्षित कराए गए गवाहों के बयानों और पत्रावली पर उपलब्ध साक्ष्यों का गहन अध्ययन करने के बाद, अदालत ने आरोपी युवक को नाबालिग के अपहरण और दुष्कर्म के आरोप में दोषी पाया। इसके बाद उसे उपरोक्त दंड से दंडित किया गया।
बलरामपुर पुलिस ने अपराधियों पर नकेल कसने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत गैंगस्टर एक्ट के एक वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से लोन लिया था। अभियुक्त की पहचान श्रीमन नारायन शुक्ला उर्फ पिन्टू शुक्ला के रूप में हुई है, जो पुरानी बाजार, थाना तुलसीपुर, जनपद बलरामपुर का निवासी है। उसका स्थायी पता ग्राम गोदहना, थाना गौरा चौराहा है। आरोप है कि जमानत पर बाहर आने के बाद उसने सरकारी रिकॉर्ड में हेराफेरी कर भूमि के फर्जी कागजात बनाए और उन्हीं के आधार पर बैंक से ऋण लेकर संपत्ति को बंधक बना दिया। इस प्रकरण पर उपनिरीक्षक शिवम सिंह की लिखित तहरीर पर थाना कोतवाली नगर में मुकदमा दर्ज किया गया था। थाना प्रभारी मनोज कुमार सिंह के नेतृत्व में गठित टीम ने आज आरोपी श्रीमन नारायन शुक्ला उर्फ पिन्टू शुक्ला को नहरबालागंज पुलिया के पास से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपी को आवश्यक विधिक कार्रवाई के बाद माननीय न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी की जालसाजी के अन्य मामलों की भी जांच की जा रही है। बैंक अधिकारियों और इस मामले में अन्य सहयोगियों की भूमिका भी खंगाली जा रही है।
रोहिड़ा रोड पर एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई की। जानकारी के अनुसार बाइक पर भूल निवासी जीवाराम पुत्र बाबा राम और पप्पू राम पुत्र कलाराम सवार थे। टक्कर के बाद दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही रोहिड़ा थाना अधिकारी माया पंडित अपनी टीम के साथ तुरंत घटनास्थल पहुंचीं। दोनों घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद जीवाराम पुत्र बाबा राम को मृत घोषित कर दिया। पप्पू राम पुत्र कलाराम की हालत गंभीर होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर कर दिया गया। थाना अधिकारी की सूचना पर दोनों युवकों के परिजन रोहिड़ा अस्पताल पहुंचे। गंभीर घायल पप्पू राम को परिजन उदयपुर ले गए। पुलिस ने जीवाराम के शव को रोहिड़ा अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया। परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
आकाशवाणी कॉलोनी के सामने स्थित तोरणा गांव में भैरव देवता (भैरूजी मंदिर तोरणा) का चौथा वार्षिकोत्सव भव्य आयोजन के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर तोरणा ग्रामवासियों द्वारा पूर्व संध्या में भक्ति संगीत और भजन कीर्तन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। वार्षिकोत्सव का शुभारंभ बुधवार सुबह ध्वजा चढ़ाकर और भैरव देवता को भोग लगाकर किया गया। इस दौरान मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखी गईं। कार्यक्रम में समस्त ग्रामवासियों की ओर से एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। इसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और भोजन प्रसाद ग्रहण किया। मंदिर समिति के अध्यक्ष केसर सिंह, उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह राजपूत, युवा अध्यक्ष नारायण सिंह, सचिव सूरज सिंह सहित शंकर सिंह, भवानी सिंह, धर्म सिंह, देवी सिंह, बाबू सिंह, देवराज सिंह, गोपाल सिंह, दलपत सिंह, चिमन सिंह, जीवन सिंह, शैतान सिंह पराडिया और शिक्षक लक्ष्मण सिंह ने बताया कि भैरूजी का यह मंदिर कई वर्षों से यहां स्थापित है। उन्होंने आगे बताया कि अब मंदिर क्षेत्र का विस्तार कर इसे सुसज्जित किया गया है, जिससे दर्शनार्थियों को यहां आने-जाने में सुविधा होती है और वे सहजता से दर्शन कर पाते हैं।
पंजाब सरकार में नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे बेरोजगार ETT अध्यापकों ने पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां को मोहाली स्थित शिक्षा विभाग के कार्यालय के बाहर घेरा है। कैबिनेट खुड्डियां जैसे ही शिक्षा विभाग में पहुंचे तो वहां पर बैठे बेरोजगार अध्यापकों ने उन्हें रोककर तीखे सवाल पूछे। इस पर कैबिनेट मंत्री ने कहा है कि आपका विभाग मेरे अधीन नहीं आता है, इस लिए आप सीएम से मिलें। मगर शिक्षक उन्हें तुरंत मुख्यमंत्री को फोन लगाकर उनकी ज्वाइनिंग करवाने की मांग उठा रहे थे। बात उनके द्वारा बेरोजगार अध्यापकों की फाइल लेकर इसे मुख्यमंत्री तक पहुंचाने पर जाकर समाप्त हुई और कैबिनेट मंत्री खुडि्डयां वहां से चले गए। बेरोजगार अध्यापकों ने उनसे बात करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार आते ही सबसे पहली भर्ती 5994 ETT अध्यापकों की निकाली गई थी। इनमें से 2500 को ही ज्वाइन करवाया गया है, जबकि 3500 के करीब अध्यापकों को ज्वाइन ही नहीं करवाया गया है। एक तरफ सरकार शिक्षा क्रांति की बात कर रही है, जबकि पंजाब के स्कूलों में बड़ी संख्या अध्यापकों की पोस्ट खाली पड़ी हैं। मगर उन्हें ज्वाइन नहीं करवाया जा रहा है। जबकि उनका मेडिकल होने के साथ साथ उनके सभी कागजात पूरे हो चुके हैं। फिर भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही। जबकि 2022 में सरकार बनाने में उनकी तरफ से सपोर्ट दी गई थी।मुख्यमंत्री के शहर में जेल में दिए जा रहे शिक्षक बेरोजगार अध्यापकों ने कैबिनेट मंत्री से कहा कि जब वह मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के गृह शहर संगरूर में नौकरी के लिए प्रदर्शन करने जाते हैं तो उन्हें पांच दिन छह रातों तक जेल में रखा जाता है। मगर सुनवाई नहीं की जाती है। अब वह पिछले 80 दिन से यहां शिक्षा विभाग कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं मगर उनकी सुनवाई ही नहीं हो रही है। हम सर्द रातों में महिलाओं को बच्चों के साथ सड़कों पर सोने को मजबूर हैं।कैबिनेट मंत्री द्वारा नहीं मिलने पर उलझे, मंत्री ने जताई नाराजगी इस दौरान शिक्षक नेताओं ने कहा कि वह बठिंडा जिले से संबंधित होने के कारण उन्हें सचिवालय में मिलने गए थे, मगर उन्हें यह कहकर वापिस लौटा दिया कि मंत्री जी नहीं मिलेंगे। इस पर कैबिनेट मंत्री खुडि्डयां ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ है कि कोई उन्हें मिलने आया हो और वह न मिले हों। भले वह कोई भी हो। आप मुझे अपनी फाइल दे दो मैं इसे मुख्यमंत्री कार्यालय में मार्क करके भेज दूंगा।
फिरोजाबाद में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित के निर्देश पर जिले में अवैध पटाखा निर्माण और भंडारण के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत सिरसागंज पुलिस ने बुधवार शाम बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने लगभग तीन क्विंटल अवैध पटाखे जब्त करते हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि इटावा रोड स्थित निक्की कन्फेक्शनरी की दुकान के पीछे एक गोदाम में अवैध रूप से पटाखों का भंडारण किया गया है। इस सूचना पर उपजिलाधिकारी सिरसागंज, क्षेत्राधिकारी सिरसागंज और थानाध्यक्ष वैभव कुमार सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। गोदाम की तलाशी के दौरान, पुलिस को 12 छोटे-बड़े कार्टनों में बिना लाइसेंस के बिक्री के लिए रखे गए आतिशबाजी पटाखे मिले। जब्त किए गए पटाखों का कुल वजन लगभग तीन क्विंटल बताया गया है। पुलिस ने मौके से इटावा रोड, सिरसागंज निवासी अनिल कुमार केशवानी उर्फ बाबू सिंधी पुत्र शीतल प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने जब्त किए गए पटाखों को कब्जे में लेकर आरोपी के खिलाफ विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में अवैध पटाखा निर्माण और भंडारण के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना लाइसेंस विस्फोटक सामग्री का निर्माण या भंडारण करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में उपजिलाधिकारी सिरसागंज, क्षेत्राधिकारी सिरसागंज, थानाध्यक्ष वैभव कुमार सिंह, एसएसआई अजेंद्र सिंह, एसआई मोहर अली, राज नारायण, सुरेश चौधरी, वीरेंद्र कुमार, योगेंद्र कुमार, हेड कॉन्स्टेबल दुर्गा प्रसाद, रविन्द्र कुमार और कॉन्स्टेबल अमित कुमार शामिल थे। गौरतलब है कि दो दिन पहले ही थाना नसीरपुर क्षेत्र के गांव हैबतपुर करखा में पटाखे बनाते समय हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जैसलमेर सेक्टर (दक्षिण), डाबला द्वारा जैसलमेर की स्वर्णिम धरा पर “डेजर्ट वॉरियर्स – बीएसएफ मैराथन” का भव्य आयोजन 21 दिसम्बर 2025 को किया जाएगा। यह आयोजन न केवल सीमांत क्षेत्र की वीरता और गौरव को प्रदर्शित करेगा, बल्कि देशभक्ति, ऊर्जा और खेल भावना का अद्भुत संगम भी बनेगा। इस मैराथन में देश-विदेश से सैकड़ों धावक भाग लेंगे। बीएसएफ की यह पहल सीमांत जैसलमेर को एक नए खेल मानचित्र पर स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। आयोजन समिति के अनुसार, इस मैराथन का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता, फिट इंडिया अभियान को प्रोत्साहन देना तथा युवाओं में खेल और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। तीन श्रेणियों में होगी प्रतियोगिता मैराथन तीन श्रेणियों — 5 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 21 किलोमीटर (हाफ मैराथन) — में आयोजित की जाएगी। इसमें भारतीय सेना, वायुसेना, पुलिस बल, केंद्रीय एवं राज्य सरकारी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के एथलीट, खेल प्रेमी तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि भाग लेंगे। मैराथन का शुभारंभ और समापन दोनों शहीद पूनम सिंह स्टेडियम, जैसलमेर से होंगे। आयोजन स्थल को देशभक्ति और थार की सांस्कृतिक झलक से सजाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति गीत, बैंड प्रदर्शन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की जाएंगी, जिससे प्रतिभागियों और दर्शकों में जोश और उत्साह का संचार होगा। जैसलमेर की शान बढ़ाएगा यह आयोजन बीएसएफ द्वारा सीमांत क्षेत्रों में समय-समय पर आयोजित किए जाने वाले ऐसे कार्यक्रमों से स्थानीय युवाओं में खेलों के प्रति रुझान बढ़ा है। यह मैराथन जैसलमेर की स्वर्ण नगरी को देश के खेल नक्शे पर नई पहचान दिलाएगी।आयोजन से सीमावर्ती गांवों में देशभक्ति की भावना को बल मिलेगा और युवाओं को स्वास्थ्य एवं फिटनेस की दिशा में प्रेरणा मिलेगी। जैसलमेर की रेतीली धरा पर दौड़ना धावकों के लिए एक अद्भुत अनुभव होगा। रेगिस्तानी हवाओं और सूर्योदय की सुनहरी आभा के बीच यह मैराथन थार के अदम्य साहस और जज्बे का प्रतीक बनेगी। नागरिकों से अपील बीएसएफ ने जैसलमेर के नागरिकों और खेल प्रेमियों से अपील की है कि वे इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लें और “थार के प्रहरी” के साथ दौड़ने का गौरव प्राप्त करें। स्थानीय प्रशासन, पुलिस, नगर परिषद और विभिन्न सामाजिक संगठनों को आयोजन की तैयारियों में सहयोग के लिए आमंत्रित किया गया है। प्रतिभागियों के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इच्छुक व्यक्ति नीचे दिए गए लिंक पर जाकर आवेदन कर सकते हैं —www.townscript.com/e/desert-warriors-bsf-marathon-122341 यह आयोजन न केवल एक खेल प्रतियोगिता होगा, बल्कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में तैनात जवानों के जज्बे और समर्पण को सलाम करने का एक अवसर भी बनेगा।
सोनभद्र में चोरी के आरोपी को जमानत:50 हजार के बंध पत्र पर रिहाई का आदेश, दुकान की छत काटकर चोरी आरोप
सोनभद्र सत्र न्यायाधीश राम सुलीन सिंह की अदालत ने चोरी के मामले में आरोपी रविकांत यादव की जमानत अर्जी मंजूर कर ली। अदालत ने 50 हजार रुपए के व्यक्तिगत बंध पत्र और समान धनराशि की दो स्थानीय विश्वसनीय जमानतें दाखिल करने पर उसे पांच शर्तों के अधीन रिहा करने का आदेश दिया है। अभियोजन पक्ष के अनुसार, सागोबांध, थाना बभनी, जिला सोनभद्र निवासी श्री राम पुत्र स्वर्गीय अलियार ने बभनी थाने में एक तहरीर दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि 2/3 अक्टूबर 2025 की रात रविकांत यादव पुत्र राममनोहर यादव, निवासी सागो बांध (ग्वारी टोला), थाना बभनी, ने उनकी दुकान की छत का शीट तोड़कर नकदी और सामान चुरा ली। श्री राम ने बताया कि अगली सुबह जब उन्होंने दुकान खोली तो छत का शीट टूटा हुआ पाया। सीसीटीवी फुटेज देखने पर पता चला कि चोरी रविकांत यादव ने ही की थी। इस तहरीर के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर अभियुक्त को गिरफ्तार किया और उसका चालान कर दिया। रविकांत यादव लगभग एक माह से जेल में बंद थे। जमानत प्रार्थना पत्र पर सुनवाई के दौरान अदालत ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्कों को सुना और पत्रावली का अवलोकन किया। पर्याप्त आधार पाते हुए अदालत ने जमानत अर्जी मंजूर कर ली। अभियुक्त के अधिवक्ता हरि प्रसाद यादव और संतोष कुमार पांडेय ने बताया कि पांच शर्तों में न्यायालय की अनुमति के बिना भारत देश न छोड़ना, कोई साक्ष्य नष्ट न करना, दोबारा कोई अन्य अपराध न करना, किसी को धमकी न देना और अदालत में नियमित रूप से हाजिर रहना शामिल हैं।
मऊगंज जिले की नईगढ़ी तहसील के ग्राम मौलिया के किसानों ने हल्का पटवारी पवन शुक्ला पर गंभीर लापरवाही और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। किसानों का कहना है कि एसडीएम और तहसीलदार के आदेशों के बावजूद एक साल से अधिक समय बीत जाने पर भी उनकी भूमि का सीमांकन नहीं किया गया है और न ही जांच रिपोर्ट पेस की गई है। किसान मुन्नालाल सिंह, मंगलेश्वर सिंह और हिन्छराज सिंह ने बताया कि वर्ष 2014-15 में पटवारी ने गलत तरीके से उनके नाम खसरे से हटा दिए गए थे और अन्य लोगों के नाम दर्ज कर दिए गए थे। इस गलती को सुधारने के लिए किसानों ने एसडीएम से शिकायत की थी। एसडीएम कार्यालय ने पिछले वर्ष 26 जून को नईगढ़ी तहसीलदार को इस मामले में जांच रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था। किसान मुन्नालाल सिंह ने बताया कि तहसीलदार के निर्देश पर हल्का पटवारी पवन शुक्ला को जांच का जिम्मा सौंपा गया था। हालांकि, पटवारी ने अभी तक कोई प्रतिवेदन प्रस्तुत नहीं किया है। सीमांकन कराने मांगे पांच हजार रुपए किसानों का आरोप है कि पटवारी न तो जांच कर रहे हैं और न ही सीमांकन, बल्कि इसके लिए बार-बार पैसों की मांग करते हैं। सीमांकन के लिए मुझसे पांच हजार रुपए की मांग की गई थी। पैसे न देने के कारण अब तक सीमांकन नहीं किया गया है। जब भी उनसे मिलते हैं, तो वे कहते हैं, 'जब मन होगा, रिपोर्ट दूंगा। कलेक्टर से की कार्रवाई की मांग किसानों ने अपनी समस्या के समाधान के लिए कई बार जनसुनवाई कार्यक्रमों में भी भाग लिया, लेकिन उन्हें अब तक कोई ठोस कार्रवाई देखने को नहीं मिली है। अब उन्होंने कलेक्टर से गुहार लगाई है कि लापरवाह पटवारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए और उनके सीमांकन कार्य को जल्द पूरा कराया जाए, ताकि उन्हें न्याय मिल सके।
राजस्थान एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका (RANA) ने लॉन्ग आइलैंड (न्यूयॉर्क) में अपना 26वां दीपावली गाला भव्यता के साथ मनाया। इस दीप महोत्सव में विभिन्न क्षेत्रों से 400 से अधिक विशिष्ट अतिथि शामिल हुए। कार्यक्रम के चेयरमैन डॉ. राज बंसल ने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। समारोह में राजदूत बिनय प्रधान, भारत के कॉन्सुल जनरल विशाल हर्ष, डेप्युटी कॉन्सुल जनरल सुरेंद्र अधाना, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के अधिकारी, एयर इंडिया अमेरिका एवं कनाडा प्रमुख शालिनी सिंह और न्यूयॉर्क मेयर ऑफिस के डिप्टी कमिश्नर दिलीप चौहान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। इस साल पहली बार राजस्थान रत्न लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड प्रदान किया गया, जो डॉ. नरेंद्र कुक्कर को मिला। वे लगभग छह दशक से अमेरिका में रहकर राजस्थान और भारत की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं। इसके अलावा डॉ. भारत गुप्ता को एक्सीलेंस इन मेडिसिन अवॉर्ड और निधि लड्डा को यंग अचीवर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इंटरनेशनल राजस्थान टूरिज्म ईयर की घोषणा RANA ने वर्ष 2025 को इंटरनेशनल राजस्थान टूरिज्म ईयर घोषित किया। इस अवसर पर राजस्थान पर्यटन विषय पर सभी आयु वर्गों के लिए निबंध प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें पांच विजेताओं को 25,000 रुपए नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। राना के अध्यक्ष प्रेम भंडारी ने अपने संबोधन में कहा कि राजस्थान भौगोलिक दृष्टि से विश्व के 193 सदस्य देशों में से 133 देशों से बड़ा है। उन्होंने राज्य में सौर ऊर्जा, निवेश और विकास की असीम संभावनाओं पर प्रकाश डाला। भंडारी ने भारतीय वाणिज्य दूतावास, न्यूयॉर्क की 24x7 सेवा भावना की प्रशंसा की और राजदूत बिनय प्रधान व उनकी 70 सदस्यीय टीम को सराहा, जो अमेरिका में रह रहे 54 लाख भारतीयों में से 24 लाख लोगों की सेवा कर रही है। राना के संस्थापक के.के. और चंद्रा मेहता ने सामाजिक कार्यों के लिए प्रेम भंडारी को एक करोड़ का चेक भेंट किया, जिससे संगठन की मानवीय पहल को नई ऊर्जा मिली। कार्यक्रम में जारी की गई राना स्मारिका (Souvenir) के मुखपृष्ठ पर जयपुर पुलिस कमिश्नरेट को भारत का दूसरा सबसे सुरक्षित शहर घोषित किए जाने की उपलब्धि को प्रमुखता दी गई। साथ ही जयपुर के पूर्व पुलिस कमिश्नर बिजू जोसेफ के उत्कृष्ट कार्यकाल की सराहना की गई। उन्हें नैसाउ काउंटी प्रशासन की ओर से Certificate of Recognition देकर सम्मानित किया गया।
संभल में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ट्रस्ट ने हल्लू सराय स्थित यम तीर्थ के निर्माण कार्य में गंभीर अनियमितताओं और गुणवत्ता की कमी को लेकर नगर पालिका परिषद संभल के खिलाफ नाराजगी जताई है। इस संबंध में महासभा के प्रतिनिधिमंडल ने सिटी मजिस्ट्रेट संभल को एक ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में तीर्थ स्थल की ऊंचाई उचित स्तर तक बढ़ाने की मांग की गई है। महासभा के प्रदेश संगठन मंत्री अमित पवार ने बताया कि यम तीर्थ का निर्माण कार्य वंदन योजना के तहत नगर पालिका द्वारा कराया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण स्थल की ऊँचाई आसपास की सड़कों से नीचे रखी गई है, जिससे बरसात या नालियों का पानी सीधे तीर्थ कुंड में जाने की संभावना है। अमित पवार ने कहा, जब कोई आम व्यक्ति अपना घर बनाता है तो जलभराव की समस्या से बचने के लिए घर का तल सड़क से चार-पाँच फीट ऊँचा रखता है, किंतु यम तीर्थ के निर्माण में इस तकनीकी पहलू को पूरी तरह नज़र अंदाज कर दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि निर्माण कार्य में निम्न गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग किया जा रहा है, जिससे भविष्य में तीर्थ की संरचना पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। महासभा ने मांग की है कि निर्माण स्थल पर उचित मिट्टी भराव कराकर कम से कम पाँच से छह फीट ऊँचाई बढ़ाई जाए। इसके साथ ही, पूरे निर्माण कार्य की गुणवत्ता की स्वतंत्र जाँच कराई जाए। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद संभल के जिला अध्यक्ष अनंत अग्रवाल, धर्मेंद्र ठाकुर, अमित राठौर, रोहतास बनाफर, हर्षित ठाकुर, दीनदयाल सिंह और मुकेश सिंह सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। महासभा के पदाधिकारियों ने जोर दिया कि तीर्थ स्थल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा है, इसलिए इसका निर्माण उच्च गुणवत्ता और तकनीकी मानकों के अनुसार होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि नगर पालिका ने इस ओर शीघ्र ध्यान नहीं दिया तो संगठन आंदोलनात्मक कदम उठाने पर भी विचार करेगा।
फतेहपुर में अवैध वसूली मामले में 6 पर FIR दर्ज:खनन अधिकारी, गनर, RTO ड्राइवर समेत 6 पर मुकदमा दर्ज
फतेहपुर में मोरंग ट्रकों से अवैध वसूली के संगठित नेटवर्क पर एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। एसटीएफ लखनऊ के निरीक्षक दीपक सिंह की तहरीर पर 6 लोगों के खिलाफ थरियांव थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। दर्ज एफआईआर में फतेहपुर के एक अज्ञात खनन अधिकारी, उनके गनर राजू, आरटीओ अधिकारी के ड्राइवर बबलू पटेल और तीन लोकेटर धीरेंद्र सिंह, विक्रम व मुकेश तिवारी के नाम शामिल हैं। यह गिरोह बांदा से आने वाले मोरंग ट्रकों से प्रति वाहन अवैध वसूली करता था। जांच में एसटीएफ को कई पुख्ता सबूत मिले, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। सूत्रों के अनुसार, ट्रकों से वसूली गई रकम विभिन्न माध्यमों से बांटी जाती थी, जिसमें विभागीय कर्मचारियों की संलिप्तता भी सामने आई है। एसटीएफ इंस्पेक्टर की तहरीर के मुताबिक, पकड़े गए धीरेंद्र सिंह ने पूछताछ में बताया कि प्रति ट्रक 5,000 रुपए की अवैध वसूली की जाती थी। जांच अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में आगे और भी नाम सामने आ सकते हैं। एफआईआर दर्ज होने के बाद जांच को तेज कर दिया गया है। थरियांव थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि एसटीएफ लखनऊ की टीम ने यह मुकदमा दर्ज कराया है। इस मामले में दो लोगों को हिरासत में भी लिया गया है।
थाना दन्नाहार क्षेत्र के ग्राम अकबरपुर में पैतृक संपत्ति को लेकर विवाद सामने आया है। छोटे भाई बलवंत सिंह ने अपने बड़े भाई राजवीर सिंह और उनके बेटों शैलेंद्र सिंह व नितेश सिंह पर जमीन और मकान पर जबरन कब्जा करने का आरोप लगाया है। न्याय के लिए बलवंत सिंह ने बुधवार को मैनपुरी डीएम कार्यालय पहुंचकर गुहार लगाई। पीड़ित बलवंत सिंह के अनुसार, उनके पिता के निधन के बाद खेत और मकान का नामांतरण उनके नाम हो चुका है। इसके बावजूद, बड़े भाई राजवीर सिंह ने उन्हें डरा-धमकाकर उनके हिस्से की जमीन पर कब्जा कर लिया। आरोप है कि उन्होंने घर में भी जबरन घुसकर ताले तोड़ दिए। बलवंत सिंह का कहना है कि जब उन्होंने अपना हिस्सा मांगा, तो उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई। बलवंत सिंह ने बताया कि उन्होंने इस मामले की शिकायत कई बार पुलिस अधिकारियों से की थी। उन्होंने एसपी मैनपुरी से भी न्याय की गुहार लगाई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद, न्याय की उम्मीद में वे बुधवार को डीएम कार्यालय पहुंचे और अपनी पूरी आपबीती सुनाई। पीड़ित ने यह भी बताया कि विवाद के दौरान उनके साथ दो बार संदिग्ध हादसे हो चुके हैं, जिनमें वे बाल-बाल बचे। उन्हें संदेह है कि इन घटनाओं के पीछे भी उनके बड़े भाई का हाथ हो सकता है। बलवंत सिंह ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि उन्हें उनकी पैतृक संपत्ति का वैधानिक हक दिलाया जाए। साथ ही, उन्होंने परिवार के सदस्यों द्वारा दी जा रही धमकियों से सुरक्षा प्रदान करने की भी मांग की है।
पलवल में शुगर मिल को शीघ्र चालू करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वावधान में बुधवार को सैकड़ों गन्ना किसानों ने शुगर मिल परिसर में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। किसानों का आरोप है कि जिले की एकमात्र शुगर मिल हर साल देरी से शुरू होती है और इस बार भी अधिकारियों के आश्वासन के बावजूद इसे चालू नहीं किया गया है। धरने की अध्यक्षता किसान मोर्चा के नेता सोहनपाल चौहान ने की, जबकि संचालन मास्टर महेंद्र सिंह चौहान ने किया। किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक शुगर मिल को नहीं चलाया जाता, उनका यह धरना जारी रहेगा। किसान नेता मास्टर महेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि शुगर मिल को समय पर चलाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने गन्ना उत्पादक किसानों के साथ पहले भी कई बैठकें की थीं। इनमें 6 अगस्त और 16 अक्टूबर को प्रबंध निदेशक, शुगर मिल पलवल से तथा 7 नवंबर को एडीसी पलवल से हुई बैठकें शामिल हैं। आश्वासन के बाद भी चालू नहीं हुआ शुगर मिल उन्होंने कहा कि पलवल शुगर मिल प्रति वर्ष अधिकारियों की लापरवाही के कारण देरी से शुरू होती है। इस बार भी अधिकारियों ने 25 अक्टूबर तक मरम्मत का काम पूरा कर मिल को समय पर चलाने का आश्वासन दिया था। हालांकि, बार-बार प्रयास करने के बावजूद आज तक मिल को चालू नहीं किया गया है। किसान नेता सोहनपाल चौहान ने कहा कि गन्ना उत्पादक किसान खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। किसान मोर्चा के नेता उदय सिंह और दरियाब सिंह सौरोत ने बताया कि मिल प्रशासन ने मिल चलाने का कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया है। इसलिए, किसान मोर्चा ने 24 घंटे का पड़ाव शुरू करने का फैसला लिया है, जिसे मिल चालू न होने तक जारी रखा जाएगा। किसानों ने मिल में भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। मरम्मत का काम नहीं हुआ पूरा उन्होंने बताया कि मिल की मरम्मत का काम आज तक भी पूरा नहीं हुआ, इससे संदेह पैदा होता है की मिल के अंदर कहीं भ्रष्टाचार तो नहीं पनप रहा। जिले के किसानों ने संयुक्त किसान मोर्चा के इस आन्दोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आश्वासन दिया। धरना स्थल पर बैठे प्रदर्शनकारियों को किसान मोर्चा के नेता धर्मचंद घुघेरा, ताराचंद, रुप राम तेवतिया, बाबू डॉयरेक्टर, गिर्राज शर्मा, नन्द किशोर शर्मा, गजराज, नरेंद्र सहरावत, राजेन्द्र सिंह, राम वीर चौहान, सबरजीत गहलोत, समय राम कुंडू, रणजीत सिंह, अच्छेलाल, हंसराज, कर्ण सिंह आर्य, मुकेश चौहान, यादराम व गोपाल सिंह ने संबोधित किया।
लखनऊ में मुस्लिम धर्म गुरुओं ने नाराजगी जताई। दिल्ली विस्फोट का विरोध करते हुए कहा कि यह मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। शिया-सुन्नी धर्मगुरुओं ने घटना को मानवता के विरुद्ध बताया। इस प्रकार की घटनाएं इंसानियत को शर्मसार कर देती है। इसकी सख्ती से जांच हो और जो भी इस तरह की घटनाओं में शामिल हो उनके खिलाफ कार्रवाई हो। 'घटना में पाकिस्तान का हाथ' ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के महासचिव मौलाना यासूब अब्बास कड़ा विरोध जताया । उन्होंने कहा कि जो तस्वीरें सामने आई सोची - समझी साज़िश लगती है । इसमें पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के आतंकवादी संगठनों का हाथ है। भारत सरकार और जांच एजेंसियों से मांग करता हूं कि इस मामले की गंभीरता से जांच कर दोशियों को कड़ी से कड़ी सजा दे क्योंकि आतंकवाद का कोई मज़हब नहीं होता। ये न केवल देश बल्कि मानवता के भी दुश्मन है। 'सरकार के साथ खड़े हैं' मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि जो भी निर्दोषों का क़त्ल करते हैं ऐसे लोगों मुसलमान नहीं हो सकते। कुछ ताकतें भारत में शांति व्यवस्था को नुकसान पहुँचाना चाहती हैं। ऐसे लोगों पर कठोर कार्रवाई हो। पाकिस्तान जो भारत में आतंकवाद को बढ़ावा देने की कोशिश करता रहता है। अगर इस घटना में पाकिस्तान का हाँथ है तो उसे सख्त सज़ा दी जानी चाहिए। मौलाना ने कहा कि इस घटना में निर्दोष लोग मारे गए है हम उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। इस नाज़ुक परिस्थिति में हम अपनी सरकार के साथ हैं। 'भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना जरूरी' इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद राशिद फरंगी महली ने कहा कि ऐसी घटनाएं मानवता पर हमला है। तत्काल दोषियों के खिलाफ कड़ी सजा की मांग करते हैं। हम सभी लोग सरकार के साथ हैं और यह चाहते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न दोहराई जाए। भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून व्यवस्था की मांग करते हैं। हम लोग पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं और हमारी संवेदनाएं उनके साथ हैं।
दिल्ली में हुए हालिया ब्लास्ट के बाद बलरामपुर जिले में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। संभावित आतंकी गतिविधियों के मद्देनजर जिले में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। इसी क्रम में बलरामपुर पुलिस ने नगर क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान शुरू किया है। बुधवार को पुलिस टीम ने नगर के प्रमुख मार्गों और चौराहों पर वाहनों की तलाशी ली। भगवतीगंज चौराहे पर विशेष रूप से चारपहिया और दुपहिया वाहनों की गहन जांच की गई। इस दौरान वाहन चालकों के कागजात, संदिग्ध वस्तुओं और यात्रियों की पहचान की बारीकी से पड़ताल की गई। यातायात प्रभारी उमेश सिंह के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में दर्जनों वाहनों का चालान किया गया। कई वाहन चालकों को आवश्यक दस्तावेज न होने पर चेतावनी भी दी गई। यातायात प्रभारी ने बताया कि यह अभियान जिले में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। उन्होंने नागरिकों से किसी भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की। जिले के सभी थानों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, भीड़भाड़ वाले इलाकों, बस अड्डों और बाजारों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने और सुरक्षा जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दिल्ली ब्लास्ट के बाद सुरक्षा में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। जिले में अगले कुछ दिनों तक यह चेकिंग अभियान लगातार जारी रहेगा, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को प्रभावी ढंग से रोका जा सके।
लखनऊ के इंदिरानगर स्थित राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में बुधवार को आयोजित पंख करियर मेले में छात्राओं को आईटीआई, पॉलिटेक्निक, नर्सिंग समेत दूसरे रोजगार परक पाठ्यक्रमों की जानकारी दी गई। करियर मेले का उदघाटन मुख्य अतिथि मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार,सभासद कल्पना वर्मा और अंजलि सिंह ने किया। डॉ.दिनेश कुमार ने बताया कि यह करियर मेला छात्र छात्राओं में स्किल को निखारने में मददगार साबित हो रहा है। स्कूल की प्रधानाचार्या किरन सिंह ने सभी संस्थाओं के सदस्यों एवं अतिथियों को इस मेले के उद्देश्य से परिचित कराया। AI की मिली जानकारी क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय, टेक्नो ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, समर्पण इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड पैरामेडिकल साइंसेस,वीएलसीसी संस्था, इंस्टीट्यूट ऑफ एविएशन हॉस्पिटैलिटी एंड रिटेल, महिंद्रा इंस्टीट्यूट, जूट फॉर लाइफ, दयालबाग यूनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों ने छात्राओं को करियर के विभिन्न अवसर बताए। ITI अलीगंज से आए स्किल रथ ने छात्राओं को AI और ड्रोन तकनीकी की जानकारी दी। स्वयं सहायता समूह संचालक अंजली सिंह छात्राओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया। छात्राओं को अपनी शक्ति पहचान कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा दी। मजबूत इच्छाशक्ति बेहद जरूरी डॉ.दिनेश कुमार ने छात्राओं से कहा कि आज के तकनीकी युग में प्राप्त ज्ञान का पूरा उपयोग करके वे अपने प्रयासों और इच्छा शक्ति से सब कुछ हासिल कर सकती हैं। इस अवसर पर स्कूल की पुरा छात्राओं एवं अभिभावकों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर करियर गाइडेंस प्रभारी डॉ.श्वेता श्रीवास्तव समेत शिक्षिकाएं और छात्राएं शामिल हुईं।
कौशांबी के भाजपा जिला कार्यालय में बुधवार शाम आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के तहत एक प्रोफेशनल सम्मेलन आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश सरकार में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह और जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित किया। अपने संबोधन में मुख्य अतिथि मयंकेश्वर शरण सिंह ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक को आत्मनिर्भरता के संकल्प से जोड़ना है। इसका लक्ष्य 'हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी' की भावना को जन-जन तक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि 'वोकल फॉर लोकल' के माध्यम से स्थानीय उत्पादों, कारीगरों, स्ट्रीट वेंडरों, लघु उद्योगों और स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस अभियान का औपचारिक शुभारंभ 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर हुआ था। इसी क्रम में जिलाध्यक्ष धर्मराज मौर्य ने अपने संबोधन में कहा कि आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान का मुख्य लक्ष्य भारत को विदेशी सामान पर कम निर्भर बनाना है। इसका उद्देश्य अपने ही संसाधनों और क्षमताओं से देश को मजबूत करना है। उन्होंने स्थानीय उत्पादन, छोटे व मध्यम उद्यमों, कारीगरों, किसानों और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करके घरेलू बाजार को जीवंत बनाने पर जोर दिया। धर्मराज मौर्य ने भारत के अतीत और वर्तमान की तुलना करते हुए कहा कि अंग्रेजों ने हमारी समृद्ध व्यापार व्यवस्था को कमजोर करने के लिए कारीगरों को तोड़ा था। लेकिन, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक बार फिर विश्व मंच पर गौरव के साथ खड़ा है। उन्होंने कांग्रेस के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय देश को सोना गिरवी रखकर काम चलाना पड़ा था, जबकि आज भारत आत्मविश्वास के साथ अपनी आर्थिक नीति बना रहा है। उन्होंने आगे बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कर व्यवस्था पारदर्शी बनी है और देश में निवेश का वातावरण मजबूत हुआ है। इस अवसर पर उपस्थित तमाम व्यापारियों ने भी अपनी-अपनी बातें विस्तार से रखीं। कार्यक्रम में बार एसोसिएशन अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय, कार्यक्रम संयोजक व जिला महामंत्री संजय जायसवाल, प्रदेश महामंत्री व्यापार मंडल रमेश अग्रहरि, जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल प्रवेश केसरवानी, अरविंद केसरवानी, जिला संयोजक चिकित्सा प्रकोष्ठ विनय शुक्ला, करुणेश त्रिपाठी, केडी द्विवेदी, डॉक्टर पीपी शर्मा, डॉक्टर एसके पटेल सहित कई अधिवक्ता, व्यापारी, प्रबुद्धजन और चिकित्सक मौजूद रहे।
राजगढ़ शहर में बिकने वाले दूध की सच्चाई बुधवार को सामने आई, जब भोपाल दुग्ध संघ (सांची) की टीम ने तिलक मार्ग पर “दूध का दूध, पानी का पानी” अभियान के तहत जांच की। मौके पर लिए गए 44 सैंपल्स में से 18 में पानी की मिलावट, तीन सैंपल असामान्य और एक सैंपल में यूरिया की मिलावट पाई गई। खुले दूध और दुग्ध उत्पादों की गुणवत्ता पर उठे सवाल टीम ने उपभोक्ताओं और खुले दूध विक्रेताओं से दूध, दही, घी और पनीर के सैंपल लिए। सभी सैंपल्स की मौके पर ही जांच की गई और नतीजे उपभोक्ताओं को बताए गए। जांच में सामने आया कि शहर में खुले में बिकने वाला दूध और उससे बने उत्पाद गुणवत्ता मानकों पर खरे नहीं उतर रहे हैं। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने दी चेतावनी खाद्य सुरक्षा अधिकारी एस.एस. खत्री ने खुले दूध बेचने वालों को चेतावनी दी कि बिना खाद्य पंजीयन के दूध बेचना गैरकानूनी है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को केवल पाश्चुराइज्ड दूध का ही सेवन करना चाहिए, क्योंकि बिना पाश्चुरीकृत दूध स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। लोगों को मिलावट के प्रति जागरूक किया गया इस दौरान भोपाल दुग्ध संघ की प्रभारी निधि सिंह राजपूत, दल प्रभारी पी.एस. ठाकुर और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। टीम ने उपभोक्ताओं को सांची के उत्पाद जैसे मीठा दही, नमकीन मठा और पनीर वितरित किए। अभियान का उद्देश्य लोगों को मिलावट के खतरों से आगाह करना और शुद्ध उत्पादों के उपयोग के लिए प्रेरित करना था। जांच के नतीजों ने साफ किया कि राजगढ़ में दूध की गुणवत्ता पर सख्त निगरानी की जरूरत है।
कानपुर देहात के अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र स्थित बारा गांव के पास नेशनल हाईवे पर बने आनंदेश्वर कोल्ड स्टोर में आग लग गई। इस घटना में कोल्ड स्टोर के कंप्यूटर ऑपरेटर ऋषभ शर्मा गंभीर रूप से झुलस गए थे। ऋषभ को पहले कानपुर नगर के हैलट अस्पताल ले जाया गया। हालत में सुधार न होने पर उन्हें लखनऊ के केजीएमयू ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों का आरोप है कि कोल्ड स्टोर प्रबंधन और पुलिस प्रशासन ने इतनी बड़ी घटना को छिपाए रखा। देर रात, सार्वजनिक चर्चा के बाद पुलिस ने एक युवक के आग में झुलसने और उपचार के दौरान मौत होने की बात स्वीकार की। पोस्टमॉर्टम के बाद, परिजनों और ग्रामीणों ने ऋषभ के शव को आनंदेश्वर कोल्ड स्टोर के सामने रखकर नेशनल हाईवे जाम कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। मौके पर सैकड़ों की संख्या में परिजन और ग्रामीण मौजूद हैं। हंगामे की सूचना पर कई थानों का फोर्स और राज्यमंत्री राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला और उनके पति पूर्व सांसद अनिल शुक्ल वारसी भी मौके पर पहुंच गए हैं। लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में भागवत कथा के दौरान कथावाचक ने सतनामी समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। कथावाचक के बयान से भड़के सतनामी समाज के लोगों ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की। इस दौरान समाज के लोगों ने तखतपुर थाने का घेराव किया और कथावाचक के खिलाफ कार्रवाई कर गिरफ्तार की मांग की है। फिलहाल कथावाचक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। तखतपुर नगर के टिकरी पारा में श्रीमद् भागवत कथा की चल रही है। कथा के दौरान कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज ने सतनामी समाज को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जानिए कथावाचक ने क्या कहा वायरल वीडियो में कथावाचक ने कथा के दौरान कहा, कितना दुख होता है। आपको लगता है कि देश का क्या होगा। आपके छत्तीसगढ़ के तखतपुर में कितनी गायें कट रही है। आपके मुहल्ले में। आपके पड़ोस में। जो पहले सनातनी थे वो आज सतनामी हो गए। अरे उन मूर्खों को ये समझ नहीं आता कि सतनामी का मतलब क्या है। पहले तो ये सोच लें। सत नाम किसका है। सिर्फ राम का है। आप लोगों के नाक के नीचे। और आप लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता है। आप लोग अपने बच्चों को वो परवरिश नहीं दे पा रहे हैं। कथावाचक का वीडियो वायरल कथावाचक का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद कथावाचक के बयान को लेकर सतनामी समाज में आक्रोशित हो गए। सतनामी समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्र हुए और तखतपुर थाने का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने कथावाचक के खिलाफ नारेबाजी की और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। समाज के लोगों का कहना है कि व्यासपीठ से की गई ऐसी टिप्पणी न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है, बल्कि समाज को आपस में बांटने का प्रयास भी है। उन्होंने मांग की कि कथावाचक को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।उन्होंने कथावाचक की गिरफ्तारी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। कथावाचक के खिलाफ एफआईआर दर्ज सतनामी समाज की शिकायत पर पुलिस ने कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज के खिलाफ गैर-जमानती धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है। इस बीच तखतपुर में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए कथावाचक पंडाल के आसपास पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की गई है। फिलहाल तखतपुर में माहौल शांत बताया जा रहा है। बिलासपुर एडिशनल एसपी ग्रामीण अर्चना झा ने बताया कि तखतपुर में एक कथावाचक की ओर से आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। इस पर सतनामी समाज के लोगों ने थाने में ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन की प्रारंभिक जांच के बाद कथावाचक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर रहे हैं। इसकी जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। ........................................... इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें रायपुर में विवादित टिप्पणी पर अमित बघेल के खिलाफ FIR:कहा था-दीनदयाल की मूर्ति पर पेशाब क्यों नहीं करते, अग्रवाल-समाज के विरोध के बाद एक्शन छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने को लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी और अग्रसेन महाराज के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने पर अमित बघेल के खिलाफ सिटी कोतवाली पुलिस ने FIR दर्ज की है।अमित बघेल छत्तीसगढ़ क्रांति सेना और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख हैं। पढ़ें पूरी खबर...
भदोही में सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर 'एक भारत आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत यूनिटी मार्च और एकता मार्च पदयात्रा निकाली गई। बुधवार को रजपुरा चौराहे से शुरू हुई इस पदयात्रा का नेतृत्व खादी ग्रामोद्योग आयोग के सदस्य एवं भाजपा के जिला प्रभारी नागेंद्र सिंह रघुवंशी ने किया। इसका समापन नई बाजार स्थित रामलीला मैदान में हुआ। पदयात्रा में नगर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस स्वयंसेवक, स्काउट गाइड, खिलाड़ी, युवा मंडल और युवक मंगल दल के सदस्य शामिल हुए। यह मार्च रजपुरा चौराहे से प्रारंभ होकर गजिया उपरगामी पुल, लिप्पन तिराहा, कल्लन शाह तकिया, अजीमुल्लाह चौराहा, भरत तिराहा व मर्यादपट्टी होते हुए नीलकंठ मंदिर धौरहरा, विवेकानंद चौराहा से नई बाजार स्थित रामलीला मैदान पहुंचा। रामलीला मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए नागेंद्र सिंह रघुवंशी ने कहा कि सरदार पटेल ने छोटी-बड़ी 565 रियासतों का एकीकरण कर 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' की परिकल्पना की आधारशिला रखी थी। उन्होंने बताया कि पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में प्रदेश के सभी जनपदों में यूनिटी मार्च एवं एकता मार्च पदयात्रा का आयोजन किया जा रहा है। रघुवंशी ने आगे कहा कि यह अभियान देश के नागरिकों, विशेष रूप से युवा वर्ग में सरदार पटेल के अतुलनीय योगदान के प्रति कृतज्ञता और सम्मान का भाव जागृत करने, उन्हें राष्ट्रीय हितों और एकता के प्रति संकल्पित करने के उद्देश्यों को समर्पित है। उन्होंने जोर दिया कि भारत की एकता को बनाए रखने और उसे दुनिया का सिरमौर बनाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान सुनिश्चित करना ही सरदार पटेल के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। इस यूनिटी मार्च एवं एकता मार्च पदयात्रा में जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, पूर्व विधायक रविंद्रनाथ त्रिपाठी, भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक मिश्र, अशोक जायसवाल, श्यामनारायण यादव, हौसला प्रसाद पाठक, संतोष पांडेय, डॉ. अश्वनी मौर्य, लालता प्रसाद सोनकर, संगीता खन्ना, निर्मला लालता सोनकर, विनीत बरनवाल, राकेश गुप्ता, पप्पू तिवारी, गिरधारी जायसवाल, गोवर्धन राय, सत्यशील गुप्ता, डॉ. शैलेंद्र दुबे और अखिलेंद्र सिंह सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सुनील मिश्र ने किया।
लुधियाना पुलिस का मॉडिफाई वाहनों पर एक्शन:टीमों ने हाईवे पर की नाकाबंदियां,122 लोगों के काटे चालान
पंजाब के लुधियाना में अब जिला पुलिस मॉडिफाई वाहनों को लेकर सख्त हो गई है। रोजाना हाईवे और लोकल लिंक सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस नाकाबंदी कर रही है। मॉडिफाई वाहनों पर एक्शन लेकर पुलिस चालान कर रही है। डीजीपी और स्पेशल डीजीपी ट्रैफिक के आदेशों पर यह कार्रवाई की जा रही है। इस विशेष अभियान के तहत लुधियाना की ट्रैफिक पुलिस ने आज 122 लोगों के चालान किए है। ज्यादातर चालान उन लोगों के लिए गए है जिनके वाहन मॉडिफाई किए गए है या जिनकी चैंसी आदि में कमी है। मॉडिफाई किए वाहनों की विशेष रूप से चैसी चैक की जा रही है। मॉडिफाई वाहनों के खिलाफ अभियान रहेगा जारी लुधियाना एडीसीपी ट्रैफिक गुरप्रीत कौर पुरेवाल ने कहा कि मॉडिफाई वाहनों के खिलाफ अभियान आने वाले दिनों में भी जारी रहेगा। शहर की सड़कों पर अनुशासन बनाए रखने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। लुधियाना पुलिस ने लोगों से अपील की है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करें। अपने वाहनों को मॉडिफाई ना करवाए जाए। बुलेट मोटरसाइकिलों पर जो कंपनी फिट साइलेंसर आते है उसी का इस्तेमाल किया जाए। आने वाले दिनों में रात के समय भी नाकाबंदियां विशेष रूप से की जाएंगी। कुछ ही दिनों में कोहरा शुरू होने वाले है जिस कारण लोग अपने वाहनों में रिफ्लेक्टर भी जरूर लगाए ताकि हादसों से बचा जा सके।
आचार्य ससंघ का जैन नसिया में मंगल प्रवेश:गाजे-बाजे के साथ आचार्य वर्धमान सागर जी ससंघ आए
परम पूज्य आचार्य वर्धमान सागर जी महाराज पुरानी टोंक में पंचकल्याण महोत्सव समापन के बाद ससंघ जैन नसिया में मंगल प्रवेश कर लिया। उन्हें गाजे बाजे के साथ लाया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में जैन समाज के महिला पुरुष, बच्चे, युवक युवतियां आदि मौजूद थे। महिलाएं भी मंगल गीत गाते चल रही थी। जैन समाज के प्रवक्ता पवन कंटान और विकास जागीरदार ने बताया कि आचार्य वर्धमान सागर जी महाराज के ससंघ सानिध्य में जैन नसिया में 13 नवंबर को सुबह अभिषेक, शांतिधारा होगी। उसके बाद आचार्य श्री की पूजा होगी। फिर आचार्य श्री के प्रवचन के बाद आहार चर्या होगी । दोपहर में 1 बजे यागमंडल विधान का आयोजन किया जाएगा। 14 नवंबर को आचार्य शांतिसागर जी महाराज की प्रतिमा को नवीन वेदी पर विराजमान किया जाएगा। उधर श्री पार्श्वनाथ भगवान श्याम बाबा मंदिर के भव्य पंच कल्याणक महोत्सव आनंद पूर्वक धूमधाम से संपन्न होने पर में समाज के जन युवा साथियों और सभी बालक बालिका मंडल के सदस्यों में खुशी का माहौल है।पंच कल्याणक महोत्सव समिति टोंक के महामंत्री शैलेन्द्र जैन ने बताया कि पंच कल्याणक महोत्सव में समाज के सभी लोगों का अपेक्षित सहयोग रहा।
राज्य में चल रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत जिले में तेज प्रगति दर्ज की गई है। इस अभियान के तहत बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर एन्यूमरेशन फॉर्म (गणना प्रपत्र) वितरित कर रहे हैं और वापस जमा कर रहे हैं। SIR के बारे में जानकारी देते हुए जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि मैपिंग के कार्य में नागौर जिला प्रदेश दूसरे या तीसरे स्थान पर है। मैपिंग में अग्रणी डीईओ पुरोहित ने जानकारी दी कि जिले में मतदाता मैपिंग का प्रतिशत 76.52 रहा है, जो राज्य में दूसरे या तीसरे स्थान पर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मैपिंग किए गए मतदाताओं को फॉर्म के साथ अपनी पहचान का कोई अतिरिक्त दस्तावेज़ जमा करने की आवश्यकता नहीं होगी, उन्हें केवल फॉर्म पर अपनी तस्वीर लगानी होगी। सूची को त्रुटिरहित बनाने पर जोर पुरोहित ने कहा कि बीएलओ यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सूची में कोई त्रुटि न रहे। इसके तहत, शादी के बाद आई महिला मतदाताओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिनकी पुरानी जानकारी (2002 की मतदाता सूची) उनके पिता के नाम पर कहीं और दर्ज थी। बीएलओ इन विवरणों को एकत्र कर उनका नाम वर्तमान सूची में सही जगह जोड़ रहे हैं। मतदाता ऑनलाइन भी जुड़वां सकते हैं नाम उन्होंने यह भी बताया कि अब मतदाता सूची में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया ऑनलाइन भी उपलब्ध है। कोई भी मतदाता, जिसका नाम 2025 की वोटर लिस्ट में है, वह ऐप के माध्यम से खुद ही फॉर्म भर सकता है। हालांकि, उन्होंने कहा कि ऑनलाइन आवेदन के लिए मतदाता सूची में दर्ज नाम और आधार कार्ड में दर्ज नाम एक समान होना अनिवार्य है। यदि नाम में भिन्नता है, तो यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी। उन्होंने अपील की कि जिनके नाम सही हैं, वे इस ऑनलाइन सुविधा का लाभ उठाएं। किसी भी तकनीकी सहायता के लिए जिला स्तर पर एक टेक्निकल टीम मौजूद है। वितरण की स्थिति ताज़ा वितरण आंकड़ों की जानकारी देते हुए डीईओ अरुण पुरोहित ने बताया कि 12 तारीख की सुबह 8 बजे तक जिले के लगभग 65 प्रतिशत मतदाताओं को यह फॉर्म वितरित किए जा चुके हैं, और शेष 35 प्रतिशत का वितरण कार्य प्रगति पर है।
शाजापुर में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने निर्वाचन संबंधी कार्यों में आ रही कठिनाइयों को लेकर शाजापुर एसडीएम मनीषा वास्कले को बुधवार दोपहर 2.30 बजे एक ज्ञापन सौंपा। कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें निर्वाचन आयोग ने सहायक बीएलओ (BLO) के रूप में नियुक्त किया है। इस कारण वे अपने आंगनवाड़ी क्षेत्र के नियमित कार्य नहीं कर पा रही हैं। उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों से बार-बार नोटिस जारी किए जा रहे हैं, जिससे उन पर मानसिक दबाव की स्थिति बन रही है। कार्यकर्ता बोलीं- आंगनवाड़ी कार्यों से मुक्त किया जाए कार्यकर्ताओं ने मांग की कि उन्हें निर्वाचन कार्य अवधि के दौरान उनके आंगनवाड़ी कार्यों से मुक्त किया जाए, ताकि वे चुनावी कार्य सुचारू रूप से कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि शहरी क्षेत्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को उनके मूल कार्यक्षेत्र से अलग क्षेत्रों में ड्यूटी दी गई है, जिससे कार्य निष्पादन में दिक्कत हो रही है। उन्होंने अनुरोध किया कि उन्हें उनके ही क्षेत्र में निर्वाचन कार्य के लिए नियुक्त किया जाए। इसके अतिरिक्त, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने नगर पालिका से जनजागरूकता अभियान चलाने और जनप्रतिनिधियों से सहयोग दिलाने की मांग की, ताकि निर्वाचन कार्य सुचारू रूप से पूरा किया जा सके। इस दौरान बड़ी संख्या में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मौजूद रहीं।
प्रदेश के ऊर्जा एवं जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर बुधवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर शिवपुरी पहुंचे। मंत्री ने शहर का भ्रमण कर स्वच्छता, बिजली और सड़क व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने जनता के बीच बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को मौके पर ही कार्रवाई के निर्देश दिए। लुहारपुरा की पुलिया पर दोबारा निरीक्षण मंत्री तोमर अपने तीन माह पहले किए गए निरीक्षण स्थल लुहारपुरा की पुलिया पर पहुंचे। अगस्त माह में यहां गंदगी देखकर उन्होंने नगर पालिका के स्वास्थ्य अधिकारी योगेश शर्मा को माला पहनाकर चेताया था कि “आज तुम्हें माला पहनाई है, कल सम्मान के साथ विदा कर दूंगा।”बुधवार को मंत्री ने पुलिया का दोबारा निरीक्षण किया, जहां पहले की तुलना में सफाई व्यवस्था में सुधार नजर आया। उन्होंने मौके पर मौजूद गंदगी को हटवाने के निर्देश दिए और नगर पालिका अमले को नियमित सफाई बनाए रखने की चेतावनी दी। साइकिल की दुकान पर बैठकर सुनी लोगों की शिकायतें निरीक्षण के दौरान मंत्री तोमर लुहारपुरा पुलिया के पास एक साइकिल रिपेयरिंग की दुकान पर पहुंचे और वहीं जमीन पर बैठ गए। उन्होंने स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनीं। रहवासियों ने बताया कि पुरानी शिवपुरी क्षेत्र में खुले ट्रांसफार्मर अब तक सुरक्षित नहीं किए गए हैं।मंत्री ने नाराजगी जताते हुए बिजली विभाग के अधिकारियों को दो दिन के भीतर सभी ट्रांसफार्मरों को जालियों से ढकने और कार्य की तस्वीर भेजने के निर्देश दिए। इस मौके पर नगर पालिका सीएमओ ईशांत धाकड़, अध्यक्ष गायत्री शर्मा और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बुजुर्ग ने दिखाए “मौत के गड्ढे” भ्रमण के दौरान बुजुर्ग मूलचंद्र सोनी मंत्री तोमर के पास पहुंचे और अपने घर के बाहर बने खतरनाक गड्ढों की शिकायत की। उन्होंने बताया कि इन गड्ढों के कारण कई लोग दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। मंत्री ने तत्काल अधिकारियों को स्थल निरीक्षण कर सड़क मरम्मत के निर्देश दिए।स्थानीय लोगों ने कहा कि रात में स्ट्रीट लाइट नहीं होने से हादसों का खतरा और बढ़ जाता है। मंत्री ने समस्या का शीघ्र समाधान करने का आश्वासन दिया। बीजेपी पार्षद ने मंत्री से नपा अध्यक्ष की शिकायत कीभ्रमण के दौरान मंत्री ने वार्ड 20 के भाजपा पार्षद विजय शर्मा से मुलाकात की। पार्षद ने नगर पालिका अध्यक्ष गायत्री शर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोप दोहराए। उन्होंने कहा कि “जो कमीशन देता है, उसके वार्ड में करोड़ों के काम होते हैं, बाकी वार्डों की अनदेखी की जाती है। विजय शर्मा ने बताया कि टीम बगीचा सरकार” के पार्षद अध्यक्ष के खिलाफ एकजुट हैं और नगर पालिका के कार्यक्रमों का बहिष्कार जारी रखेंगे। फल-सब्जी मंडी को पुरानी अनाज मंडी में शिफ्ट करने की योजना दौरे के अंत में मंत्री तोमर पुरानी गल्ला मंडी पहुंचे। यहां उन्होंने कोर्ट रोड पर लगने वाली फल-सब्जी मंडी के विस्थापन की योजना का निरीक्षण किया। मंत्री ने कहा कि सड़क पर लगने वाली मंडी को यहां शिफ्ट करने से जाम की समस्या से राहत मिलेगी।कई वर्षों से यह प्रस्ताव लंबित था, लेकिन अब मंत्री के हस्तक्षेप से यह योजना फिर से सक्रिय हो गई है।
राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ढाई महीने तक इलाज कराने के बाद स्वस्थ होने पर आज राजसमंद लौटी। विधायक का उदयपुर-राजसमंद मार्ग पर कई स्थानों पर लोगों ने उपरना व माला पहनाकर स्वागत किया। बोलीं- ठाकुर जी की कृपा से स्वस्थ हूं इस अवसर पर विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि शुभचिंतकों की दुआओं और ठाकुरजी की कृपा से उन्हें जल्द स्वस्थ होने की शक्ति मिली। उन्होंने कहा कि उनकी अनुपस्थिति में भाजपा पदाधिकारियों ने क्षेत्र की जनता की समस्याएं सुनकर अपनी जिम्मेदारी निभाई, इसके लिए वे आभारी हैं। माहेश्वरी ने बताया कि उन्होंने इस अवधि में क्षेत्र की गतिविधियों की मॉनिटरिंग जारी रखी और अब यदि किसी कार्य में कमी रह गई है तो आने वाले ढाई महीनों में चार महीने का कार्य पूरा किया जाएगा। गौरतलब है कि गत 29 अगस्त की रात राजसमंद में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम से लौटते समय राजसमंद-उदयपुर मार्ग पर उनकी कार की टक्कर गलत दिशा से आ रही कार से हो गई थी। जिसमें वे गंभीर रूप से घायल हुई थीं। करीब ढाई माह बाद आज पहली बार विधायक अपने विधानसभा क्षेत्र पहुंचीं। हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… सड़क हादसे में घायल राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ICU में:उदयपुर-राजसमंद नेशनल हाईवे पर कार का एक्सीडेंट, 4 युवक हिरासत में सड़क हादसे में राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी (37) सहित तीन लोग घायल हुए हैं। विधायक की कार का शुक्रवार देर रात करीब एक बजे उदयपुर-राजसमंद नेशनल हाईवे पर एक्सीडेंट हो गया। (पढ़ें पूरी खबर)
जोधपुर के मधुबन डीपीटी नगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का जमकर विरोध हुआ। इसे देखते हुए नगर निगम की टीम को बैरंग लौटना पड़ा। लोगों का कहना था कि नोटिस दिए बिना अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है। हालांकि कुछ लोगों ने खुद से अतिक्रमण हटाने के लिए समय भी मांगा। अतिक्रमण हटाने के लिए रविवार तक का दिया समयअतिक्रमण इंस्पेक्टर रजनीश बारसा ने बताया- डीपीटी नगर में निगम की तरफ से ग्रीनरी और ब्लॉक लगाकर विकास कार्य करवाए जाने प्रस्तावित है। यहां लोगों ने फुटपाथ पर अतिक्रमण कर रखा है,जिसे हटाने के लिए निगम की टीम पहुंची थी। टीम ने विरोध कर रहे लोगों से समझाइश की लेकिन वे नहीं माने। वहीं कुछ लोगों ने खुद से अतिक्रमण हटाने के लिए रविवार तक का समय मांगा। इसे देखते हुए रविवार तक का समय दिया गया है। अब जो लोग रविवार तक अतिक्रमण नहीं हटाएंगे। उनके अतिक्रमण के खिलाफ निगम की टीम सोमवार से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करेगी।
कोटपूतली-बहरोड कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी की अध्यक्षता में बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राइजिंग राजस्थान के तहत जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट के एमओयू की प्रगति की समीक्षा बैठक हुई। इसमें एमओयू के समयबद्ध क्रियान्वयन के निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि जिले में 340 एमओयू में से 123 धरातल पर उतर चुके हैं और 63 में उत्पादन शुरू हो गया है। जिला कलेक्टर ने सभी विभागों को राइजिंग राजस्थान के तहत हुए एमओयू से संबंधित भूमि प्रकरणों, कनवर्जन, बिजली आपूर्ति और एनओसी के कार्यों को प्राथमिकता से निपटाने का निर्देश दिया। कलेक्टर ने संबंधित विभागों को एमओयू की वन-टू-वन संपर्क कर कैटेगरी ए, बी, सी, माइल स्टोन - 1,2,3,4,5, और टास्क असाइन संबंधी अपडेट राजनिवेश पोर्टल पर करने के निर्देश दिए। उन्होंने एमओयू धारकों को आवश्यक भूमि के लिए संबंधित क्षेत्र एवं विभाग में नियमानुसार आवेदन करने के लिए जागरूक करने को भी कहा। भू-रूपांतरण और सीएलयू पेंडेंसी का शीघ्र निस्तारण करते हुए भूमि विजिट एवं आवंटन संबंधी प्रगति भी पोर्टल पर अपडेट करने पर जोर दिया गया। जिला उद्योग अधिकारी दिलखुश मीणा ने पिछली बैठक के निर्देशों की अनुपालन रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए विभागवार प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला स्तरीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट-2024 के तहत कोटपूतली-बहरोड जिले में 121 एमओयू (लगभग 6280 करोड़ निवेश प्रस्तावित) हुए थे। राजनिवेश पोर्टल पर अब तक जिले में कुल 340 एमओयू किए गए हैं, जिनमें कुल प्रस्तावित निवेश लगभग 19000 करोड़ रुपए और प्रस्तावित रोजगार लगभग 65 हजार है। मीणा ने आगे बताया कि जिले में किए गए 340 एमओयू में से 197 के पास भूमि उपलब्ध हो चुकी है। इनमें से 123 एमओयू (36.17 प्रतिशत) ग्राउंड ब्रेकिंग हो चुके हैं, जिनके माध्यम से 4698.05 करोड़ रुपए का निवेश जिले में हुआ है और लगभग 7560 नए रोजगार सृजित हुए हैं। इनमें से 63 एमओयू (18.52 प्रतिशत) में उत्पादन शुरू हो चुका है या वे कार्यान्वित हो चुके हैं। इसके अलावा, 74 एमओयू के लिए भूमि उपलब्ध है या प्रक्रियाधीन है, जिनके जल्द लागू होने की संभावना है।
सोनीपत पुलिस ने मोबाइल फोन छीनने के आरोप में तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सेक्टर-23 में हुई एक घटना के कुछ घंटों के भीतर की गई। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रिंस, मन दोनों निवासी जटवाड़ा, सोनीपत, और गोपाल निवासी आदर्श नगर, सोनीपत के रूप में हुई है। पुलिस ने तीनों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया है। पुलिस को 11 नवंबर को अनीश निवासी लहराड़ा, हाल दहिया कॉलोनी, सोनीपत से शिकायत मिली थी। अनीश ने बताया कि वह सेक्टर-23, सोनीपत में साइबर थाने के पास पैदल घर लौट रहा था। इसी दौरान काले रंग की मोटरसाइकिल पर सवार तीन युवक पीछे से आए और झपट्टा मारकर उसका मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गए। शिकायत दर्ज होने के तुरंत बाद, थाना शहर सोनीपत की अनुसंधान टीम, जिसमें उप निरीक्षक अमित शामिल थे, ने कार्रवाई की और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से छीना गया मोबाइल फोन और घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल बरामद कर ली गई है। गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों से अन्य आपराधिक वारदातों के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है। थाना शहर सोनीपत पुलिस ने स्पष्ट किया है कि शहर में लूट और झपटमारी जैसी घटनाओं पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। आपराधिक गतिविधियों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
पाली जिले के सुमेरपुर सदर थाना क्षेत्र में अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में एक युवक की मौत हो गई, वही दूसरा घायल हो गया। उसका सुमेरपुर हॉस्पिटल में इलाज जारी है। पुलिस ने बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद मृतक का शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार- सुमेरपुर के सदर थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम को जाखा मंदिर के पास अज्ञात वाहन ने बाइक को टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार भारुंदा गांव (सुमेरपुर) कैलाश सुथार पुत्र भगवानाराम और उसका साथी नेमाराम पुत्र मंशाराम घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए सुमेरपुर हॉस्पिटल लाया गया, जहां जांच के बाद डॉक्टर ने कैलाश को मृत घोषित कर दिया गया। उसकी बॉडी पुलिस ने मॉर्च्युरी में रखवाई। उसका पोस्टमॉर्टम करवा बुधवार को शव परिजनों को सौंपा गया। वही नेमाराम का उपचार जारी है। इनपुट - अरविन्द जोशी, सुमेरपुर
श्रीगंगानगर में पाकिस्तानी सिम पर बैन:कलेक्टर के आदेश- 2 महीने तक नहीं चलेगी पाक नेटवर्क वाली सिम
पाकिस्तान बॉर्डर से सटे श्रीगंगानगर जिले में राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बड़ा फैसला लिया गया है। जिला कलेक्टर डॉ. मंजू ने पाकिस्तानी लोकल सिम के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। यह बैन उन इलाकों में लागू होगा, जहां पाकिस्तानी मोबाइल टावरों का नेटवर्क 3-4 किलोमीटर अंदर तक आ रहा है। आदेश 12 नवंबर से अगले दो महीनों तक प्रभावी रहेगा। उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी। बॉर्डर पर पाक टावरों का सिग्नल आ रहा जिले के बॉर्डर से लगे इलाकों में पाकिस्तानी क्षेत्र के मोबाइल टावरों का नेटवर्क भारतीय सीमा के अंदर 3- 4 किमी तक पहुंच रहा है। इससे पाकिस्तानी लोकल सिम से आसानी से पाक नेटवर्क के जरिए कॉलिंग और डेटा यूज हो जाता है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के अनुसार- यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है। ड्रग तस्करी, जासूसी और अवैध गतिविधियों में ऐसे सिम का दुरुपयोग हो सकता है। इसी आशंका को देखते हुए कलेक्टर ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत आदेश जारी किया। इसमें साफ कहा गया है कि जिले के किसी भी क्षेत्र में पाकिस्तानी सिम का इस्तेमाल नहीं होगा। न ही किसी को ऐसी सिम देने या इस्तेमाल की इजाजत दी जाएगी। ऐसे में अगर कोई भारतीय पाकिस्तान सिम यूज करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद इंदौर पुलिस भी अलर्ट मोड पर आ गई है। शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पुलिस ने होटलों, लॉज, धर्मशालाओं और किराए के मकानों की सघन जांच की। इस दौरान किरायेदारों और ठहरने वालों की जानकारी पुलिस को नहीं देने पर 14 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। यह अभियान शहर के 8 थाना क्षेत्रों में एक साथ चलाया गया। एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि शहर की सुरक्षा के मद्देनज़र हर व्यक्ति को अपने किरायेदारों, कामगारों और ठहरने वालों की जानकारी थाने में देना जरूरी है। आदेश का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का विशेष अभियान बीती रात इंदौर पुलिस ने शहरभर में सुरक्षा चैकिंग अभियान चलाया। पुलिस टीमों ने होटलों, लॉज, होस्टलों, धर्मशालाओं, किराए के मकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की जांच की। जिन लोगों ने अपने किरायेदारों या ठहरने वालों की जानकारी संबंधित थाने में दर्ज नहीं कराई थी, उनके खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की गई। पुलिस की बीडीडीएस टीमों ने भी धार्मिक स्थलों, मॉल, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जैसी संवेदनशील जगहों पर तलाशी अभियान चलाया। प्रतिबंधात्मक आदेश के तहत कार्रवाई इंदौर पुलिस कमिश्नर संतोष कुमार सिंह ने भारतीय नागरिक संहिता की धारा 163 के तहत पहले ही आदेश जारी किए हैं। इसके तहत मकान मालिकों, होटल संचालकों, धर्मशालाओं और ठेकेदारों को अपने किरायेदारों, मेहमानों, मजदूरों और कामगारों की जानकारी संबंधित थाने में नियमित रूप से देना अनिवार्य है। इसी आदेश के तहत पुलिस ने अभियान चलाकर 14 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की, जिनमें मकान मालिक, व्यवसायी और होटल संचालक शामिल हैं। इन थाना क्षेत्रों में हुई कार्रवाई व्यवसाय मालिकों पर कार्रवाई होटल संचालकों पर कार्रवाई पुलिस ने से नागरिकों से अपील की कि- “अपने घर, दुकान, होटल या हॉस्टल में रहने या काम करने वालों की जानकारी थाने में अवश्य दें। यह आपकी और शहर की सुरक्षा के लिए जरूरी है।”
नाबालिग से रेप के दोषी को 20 साल कैद:किडनैप कर दरिंदगी की थी; भीलवाड़ा की पॉक्सो कोर्ट का फैसला
भीलवाड़ा में एक युवक को एक नाबालिग लड़की से रेप के आरोप में पॉक्सो कोर्ट संख्या (एक) ने 20 साल की जेल और 59 हजार के जुर्माने की सजा सुनाई है। इस दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से 29 डॉक्यूमेंट और 14 गवाह पेश किए गए थे। लोक अभियोजक धर्मवीर सिंह कानावत ने बताया कि फुलिया कला थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने अपने घर पर घोड़ी ट्रेंड करने के लिए एक युवक को बुलाया। ये युवक 15 से 20 दिन तक इन्हीं के घर पर घोड़ी को ट्रेंड करने के लिए रुका। इसी बीच इस युवक ने इंस्टाग्राम पर उसकी नाबालिग बेटी से दोस्ती की और उसे शादी का झांसा दिया। 30 जुलाई 2024 को आरोपी नाबालिग को बहला फुसलाकर गोगुंदा ले गया, यहां किराए के कमरे पर करीब 17-18 दिन अपने साथ रखा और उसके साथ रेप किया। परिवादी की रिपोर्ट पर पुलिस ने मामला दर्ज कर युवक को गिरफ्तार किया। 29 डॉक्यूमेंट और 14 गवाह के पेश करने के बाद सुनाया फैसला पुलिस ने पीड़ित युवती का मेडिकल कराया और उसे परिजनों को सौंपा। जांच के बाद इस युवक खिलाफ अपहरण, रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत कोर्ट में चार्जशीट पेश की गई। अभियोजन पक्ष की ओर से ट्रायल के दौरान 29 डॉक्युमेंट और 14 गवाह के बाद पेश करने के बाद पॉक्सो कोर्ट संख्या एक के जज बालकृष्ण मिश्र ने युवक को 20 साल कठोर कारावास की सजा सुनाते हुए 59 हजार के जमाने से दंडित किया।
अलवर में मालाखेड़ा की सालपुर ग्राम पंचायत के सरपंच इमरान खान को पद से हटा दिया गया है। उन पर गांव में इंटरलॉकिंग सड़क निर्माण कार्य में अनियमितता बरतने के आरोप साबित हुआ है। सालपुर ग्राम पंचायत नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के विधानसभा क्षेत्र में आती है। जिला परिषद अलवर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी की जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि ग्राम सालपुर में रामस्वरूप जोगी के घर से तेजराम के घर तक इंटरलॉकिंग सड़क व नाली निर्माण कार्य गंभीर अनिमितता मिली। इस मामले की रिपोर्ट जिला परिषद से सरकार को भेजी गई थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए पंचायती राज विभाग ने इमरान खान को प्रशासक पद से पदमुक्त करने के आदेश जारी कर दिए। जांच में दोषी पाए जाने पर हटाया राज्य सरकार ने 11 फरवरी 2025 के आदेश और जिला कलेक्टर अलवर के 22 जनवरी 2025 के आदेश के तहत इमरान खान को पहले ग्राम पंचायत सालपुर का प्रशासक नियुक्त किया गया था। अब जांच में दोषी पाए जाने पर उन्हें पद से हटा दिया गया है। आदेश अतिरिक्त आयुक्त एवं शासन उप सचिव त्रिलोक चंद मीना द्वारा जारी किया गया है। विभाग ने जिला कलक्टर अलवर को निर्देश दिए हैं कि ग्राम पंचायत सालपुर में नए प्रशासक की नियुक्ति कर विभाग को अवगत कराया जाए।
एअर इंडिया एक्सप्रेस विमान में बम की धमकी:वाराणसी ATC को आई धमकी; एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग
मुंबई से वाराणसी आ रही एअर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में बम की धमकी मिली है। वाराणसी एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। दरअसल, फ्लाइट बुधवार को मुंबई से वाराणसी आ रही थी। तभी वाराणसी एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को धमकी भरा ईमेल आया। ATC ने फ्लाइट के पायलटों को अलर्ट किया और जल्द लैंडिंग की बात कही। वाराणसी एयरपोर्ट एरिया में विमान होने के चलते टर्मिनल 1 पर इमरजेंसी कराई गई और उसे आइसोलेशन बे में ले जाया गया है। सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। बम निरोधक दस्ता विमान और अफसर धमकी के सोर्स की जांच शुरू कर चुके हैं।फोर्स ने एयरपोर्ट का टर्मिनल और विमानन एरिया को खाली कराया है। वहीं, पुलिस के अफसरों के साथ एटीएस, एसटीएफ, इंटेलिजेंसी, आईबी, एलआईयू समेत कई टीमें पहुंच गई हैं। खबर अपडेट की जा रही है।
धौलपुर जिले की सैपऊ पंचायत समिति में 60 लाख रुपए के वाटर कूलर खरीद में गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगा है। प्रधान दुष्यंत सिंह बघेल पर आरोप है कि उन्होंने 15वें केंद्रीय वित्त आयोग के तहत प्राप्त अनुदान राशि से अपनी रिश्तेदार की फर्म मैसर्स भूमि फाउंडेशन को 60 वाटर कूलर और आरओ सिस्टम लगाने का ठेका दिया है। शिकायत के अनुसार निविदा में निर्धारित विशिष्टताओं के विपरीत डुप्लीकेट और घटिया गुणवत्ता के वाटर कूलर व आरओ सिस्टम लगाए गए हैं। इसके अलावा, बिना पानी की टंकी रखे और पाइप फिटिंग कराए ही फर्जी माप पुस्तिका भरकर भुगतान उठाया जा रहा है। यह परियोजना विभिन्न सरकारी विद्यालयों में 60 वाटर कूलर मय आरओ सिस्टम और संपूर्ण टंकी व पाइप फिटिंग के लिए थी, जिसकी कुल अनुमानित लागत 60 लाख रुपए है। शिकायतकर्ताओं ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद धौलपुर से मांग की है कि लगाए गए वाटर कूलर और आरओ सिस्टम की संबंधित कंपनियों के प्रतिनिधियों या तकनीशियनों से जांच कराई जाए। इसका उद्देश्य यह प्रमाणित करना है कि लगाया गया माल असली है और कंपनी का ही है। उन्होंने यह भी मांग की है कि डुप्लीकेट माल का भुगतान असली माल की कीमत पर न किया जाए। यदि घटिया या नकली माल पाया जाता है, तो संबंधित फर्म मैसर्स भूमि फाउंडेशन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे ब्लैकलिस्ट किया जाए।
दिल्ली में 10 नवंबर को लाल किले के पास हुए बम धमाके में डॉक्टर परवेज अंसारी की भूमिका संदिग्ध है। जांच में खुफिया एजेंसियों को संदिग्ध डॉ. परवेज का आगरा से कनेक्शन मिला है। परवेज ने आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज से एमडी किया था। बताया जा रहा है कि डॉ. परवेज धमाके की संदिग्ध महिला डॉ. शाहीन का सगा भाई है। जांच में पता चला है कि डॉ. परवेज अंसारी ने 2013 में एरा मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस किया था।। इसके बाद उसका चयन एसएन मेडिकल कॉलेज में एमडी के लिए हो गया था। 2015 में एमडी की पढ़ाई करने के लिए वह आगरा आया था। इसके बाद उसने कुछ समय तक SNMC में सीनियर रेजिडेंट के रूप में काम किया और 2016 में इस्तीफा दे दिया था। इस बारे में पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार का कहना है कि जो जांच एजेंसी इस मामले में जांच कर रही हैं, उन्होंने स्थानीय स्तर पर जानकारी नहीं ली है। मीडिया रिपोर्ट्स से ही पता चला है कि परवेज 10 साल पहले यहां से जा चुका है। हम अपने स्तर से संदिग्धों की जांच कर रहे हैं। एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत गुप्ता का कहना है कि अभी हमसे किसी भी जांच एजेंसी, पुलिस-प्रशासन ने रिकॉर्ड नहीं मांगा है। चूंकि यह मामला राष्ट्र सुरक्षा का है, इसलिए उनकी अनुमति पर ही रिकॉर्ड चेक किया जाएगा।
बड़वानी जिले के अंजड़ नगर में मुक्तिधाम मार्ग पर अंतिम यात्रा के लिए एक नए आश्रय युक्त विश्राम स्थल का निर्माण कार्य प्रारंभ हो गया है। यह पहल समर्पण सेवा संस्था और स्थानीय भामाशाहों के सहयोग से की जा रही है, जिसे दिवंगतों की स्मृति में जनसेवा को समर्पित किया जाएगा। समर्पण सेवा संस्था के सदस्यों के अनुसार, जीवन की प्रत्येक यात्रा में विश्राम की आवश्यकता होती है। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, अंतिम यात्रा के लिए भी एक उपयुक्त विश्राम स्थल की कमी महसूस की गई थी। इसी के परिणामस्वरूप, मुक्तिधाम मार्ग पर जनसहयोग से इस विश्राम स्थल का निर्माण किया जा रहा है। बुधवार दोपहर भैरव अष्टमी के शुभ अवसर पर निर्माण कार्य का शुभारंभ चिंदी बोर के पौधारोपण के साथ किया गया। इस दौरान पोस्टमार्टम कक्ष के समीप एक बैठक स्थल भी तैयार किया गया। प्रस्तावित विश्राम स्थल में बैठने के लिए कुर्सियों और पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाएगी। यह विश्राम स्थल कर्मयोगी, कर्तव्यनिष्ठ और परोपकारी व्यक्तियों की स्मृति में निर्मित कर जन समुदाय को समर्पित किया जा रहा है। इस परियोजना में नगर परिषद अंजड़ ने ट्रैक्टर-ट्रॉली, जेसीबी मशीन और पानी के टैंकर उपलब्ध कराकर महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, जनसहयोग से एक स्वच्छता अभियान भी चलाया गया। अंजड़, छापरी, सुराना और आसपास के क्षेत्रों से गुजरने वाले लोगों ने इस मानवीय पहल की व्यापक सराहना की है।
कोटा के महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में 9 फीट लंबा अजगर घुस गया। अजगर को देखकर मौके पर मौजूद टीचर्स के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना नगर निगम को दी, जिसके बाद निगम रेस्क्यूर रॉकी डेनियल और अंकित कुमार मौके पर पहुंचे। करीब 10 मिनट की मशक्कत के बाद भारी-भरकम अजगर को रेस्क्यू किया गया। रॉकी ने बताया- यह घटना विज्ञान नगर स्थित महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज की है। दोपहर 4 बजे के करीब कॉलेज परिसर में 9 फीट लंबा अजगर घूम रहा था, जबकि रूम में स्टूडेंट्स की क्लास चल रही थी। अचानक से टीचर्स की नजर अजगर पर पड़ी। अजगर ने कुत्ते के पिल्ले का शिकार किया हुआ था और वह इधर-उधर रेंग रहा था। मौके पर जाकर 20 किलो वजनी अजगर को पकड़ा गया। कॉलेज में 9 फीट लंबा अजगर घुसा, देखिए PHOTOS... रेस्क्यू करके सुरक्षित जंगल में छोड़ा रॉकी ने बताया कि कॉलेज के आसपास झाडिय़ां उगी हुई हैं और यहां कुत्ते के पिल्ले भी घूमते रहते हैं। संभवतया शिकार की तलाश में अजगर कॉलेज की बाउंड्री में आ गया। उसे रेस्क्यू करके सुरक्षित जंगल में रिलीज कर दिया गया, ताकि वह अपने प्राकृतिक आवास में वापस लौट सके।
महेंद्रगढ़ पुलिस ने 'ऑपरेशन ट्रैक डाउन' के तहत एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने सतनाली के राजावास में हुई हत्या और दो लोगों को घायल करने के मामले में अवैध हथियार उपलब्ध कराए थे। आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। थाना सतनाली की पुलिस टीम द्वारा पकड़ा गया आरोपी लोकेश राजस्थान के सिंघाना थाना क्षेत्र के डूमोली खुर्द का निवासी है। उसने वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपियों को अवैध हथियार मुहैया कराए थे। यह मामला 30 जनवरी का है, जब सतनाली के राजावास क्षेत्र में आपसी रंजिश के चलते एक युवक की हत्या कर दी गई थी और दो अन्य युवक घायल हो गए थे। जनवरी में की थी फायरिंग, एक की हुई मौत शिकायतकर्ता महेंद्र सिंह, निवासी राजावास, ने थाना सतनाली में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि 30 जनवरी की शाम करीब 8:30 बजे उन्हें अपने घर के बाहर गली से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। बाहर जाकर देखने पर उन्होंने मूलचंद को गली में घायल अवस्था में पड़ा पाया। इसके बाद उन्हें पता चला कि उनके बेटे सुरेंद्र और मुकेश, निवासी राजावास, गांव में विनोद की परचून की दुकान के सामने घायल पड़े हैं। महेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे और एम्बुलेंस बुलाकर तीनों घायलों को महेंद्रगढ़ के सरकारी अस्पताल ले गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने सुरेंद्र को मृत घोषित कर दिया, जबकि मुकेश और मूलचंद को प्राथमिक उपचार के बाद पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। शिकायतकर्ता की तहरीर पर पुलिस ने नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी थी।
उदयपुर में 7 दिन पहले यूडीए द्वारा बलीचा में की गई अतिक्रमण की कार्रवाई के बाद पहली बार बीजेपी नेता मीडिया के सामने आए। इस दौरान ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने कहा कि जानबूझकर नाम उछाला जा रहा है। जबकि वहां 1 इंच भी उनकी जमीन नहीं है। मीणा ने राजकुमार रोत के लिए कहा कि मेरे पिता का झूठा नाम लेकर कमेंट बाजी कर रहे है, जबकि न उनकी कोई जमीन है और ना ही उनके पिता के नाम कोई कागज हैं। इस दौरान शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ और पूर्व प्रधान तख्तसिंह शक्तावत ने यूडीए की कार्रवाई को गलत ठहराया। विधायक फूलसिंह ने मीणा ने कहा कि राजनीतिक कारणों के चलते मुझे टारगेट किया जा रहा है। यूडीए ने बलीचा में पिछले दिनों जो कार्रवाई की है, वो पूरी तरह गलत है। बरसों से उस कॉलोनी में लोग रहे रहे है, इतने सालों में ये कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि गरीब आदमी ज्यादा विरोध नहीं कर पाता है, इसी के चलते उसके मकान पर पहले कार्रवाई की जाती है। कार्रवाई से पहले स्थानीय लोगों को नोटिस देना चाहिए, मगर नहीं दिया। मीणा ने कहा कि मंडल अध्यक्ष अमृतलाल मेनारिया ने भी उस कॉलोनी में प्लॉट बेचने का किसी से कोई एग्रीमेंट तक नहीं किया है, उन्होंने एक व्यक्ति से प्लॉट खरीदा है। इस दौरान शहर जिलाध्यक्ष गजपाल सिंह राठौड़ ने भी पार्टी नेताओं के इस मामले से कोई कनेक्शन नहीं होना बताया। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता सियासी जमीन की तलाश में झूठे और बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं। इस मामले में उन्होंने सीएम भजनलाल शर्मा औैर बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को विस्तृत जानकारी भेजकर मामले से अवगत करा दिया है। राठौड़ ने बताया कि भारतीय आदिवासी पार्टी के सांसद राजकुमार रोत जिस राजेन्द्र मीणा का नाम लेकर आरोप लगा रहे है, वे विधायक फूलसिंह के पिता नहीं है। फूलसिंह मीणा के पिता का नाम माधोसिंह मीणा है। वे बिना आधार के सिर्फ आरोप आदिवासियों के नेता दिखाने की कोशिश कर रहे है। शायद उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। इस दौरान पूर्व प्रधान तख्तसिंह शक्तावत ने भी अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि पहले सोच-समझकर बिजली के कनेक्शन दिए थे तो अब एकदम सैकड़ों लोगों को घरों से बेघर क्यों किया जा रहा है। जांच से पहले ही उन्हें दोषी बता दिया गया है, जबकि इस मामले में जांच तक नहीं हुई है। उस कॉलोनी में बेटे का एक प्लॉट हो जाने से वे दोषी नहीं हो जाते। दूध का दूध और पानी का पानी होना चाहिए।
गोरखपुर के आर्मी पब्लिक स्कूल में बुधवार को वार्षिक प्रशासनिक निरीक्षण का आयोजन किया गया। जिसके लिए विशेष तौर पर डोगरा रेजिमेंटल सेंटर अयोध्या के कमांडेंट ब्रिगेडियर जितेंद्र शर्मा स्कूल पहुंचे। सबसे पहले प्रिंसिपल और अन्य स्टाफ ने ब्रिगेडियर का स्वागत किया। उसके बाद कांफ्रेंस रूम में प्रिंसिपल ने पीपीटी के माध्यम से स्कूल की प्रगति और विकास कार्यों का लेखा- जोखा प्रस्तुत किया। इसके बाद ब्रिगेडियर शर्मा ने स्कूल का इंस्पेक्शन किया। इस दौरान उन्होंने सभी क्लासरूम, समावेशी कक्ष, म्यूजिक रूम, स्पोर्ट्स रूम, लाइब्रेरी, प्रैक्टिकल रूम, एस्ट्रोनॉमी रूम (खगोल विज्ञान कक्ष) के साथ स्कूल के अंदर बनी हुई नई क्लास का इंस्पेक्शन किया। गौरतलब है कि स्कूल के टेक्निकल इंस्पेक्शन हाल ही में 8 अक्टूबर को एपीएस रामगढ़ के प्रिंसिपल पंकज कुमार जैन और एपीएस अयोध्या के शिक्षाधिकारी कर्नल अदित सक्सेना की ओर से कुशलता पूर्वक सम्पन्न हो चुका था। उसी कड़ी में बुधवार को स्कूल का यह प्रशासनिक निरीक्षण कार्य संपन्न हुआ। स्कूल मैनेजमेंट, स्टाफ के प्रयासों की सराहना की ब्रिगेडियर जितेंद्र शर्मा ने इंस्पेक्शन के बाद आर्मी पब्लिक स्कूल की एजुकेशन और डिसिप्लिन के हाई स्टैंडर्ड को बनाए रखने के लिए स्कूल मैनेजमेंट और स्टाफ के प्रयासों की सराहना की साथ ही सभी टीचर्स को राष्ट्र के भावी कर्णधारों का शिल्पकार बताते हुए उनके उत्तरदायित्व को समझाया। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि स्कूल वह जगह है, जहां स्टूडेंट्स के पर्सनालिटी डेवलपमेंट और बेहतरीन कैरेक्टर के भरपूर अवसर उपलब्ध होते हैं। टीचर इनको सही दिशा देकर छात्रों को सुयोग्य नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस अवसर पर स्कूल के स्टाफ, आफिसर कर्नल दीपक वार्ष्णेय के साथ स्टूडेंट्स भी मौजूद रहे।

