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बुल्गारिया में पांच साल में छठे प्रधानमंत्री का इस्तीफा, 72 घंटे में सरकार ने टेके घुटने; आखिर वजह क्या है?

Bulgaria news: बुल्गारिया के प्रधानमंत्री रोसेन जेलियाजकोव ने संसद में इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा, 'हम नागरिकों की आवाज सुनते हैं. हमें उनकी मांगों के लिए आवाज उठानी चाहिए.युवा और बुजर्ग दोनों ने इस्तीफे के पक्ष में आवाज उठाई है. हम नागरिक भावनाओं का सम्मान करते हुए पद छोड़ रहे हैं'.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 8:54 pm

40 मिनट इंतजार के बाद 10 मिनट की मुलाकात, पुतिन ने शहबाज को बता दी 'PAK' की असल औकात; वीडियो वायरल

Putin-Shehbaz Sharif Meeting News in Hindi: ऐसा लगता है कि पाकिस्तान के लिए इंटरनेशनल बेइज्जती अब न्यू नॉर्मल हो गया है. शहबाज शरीफ को एक बार फिर इस बेइज्जती का स्वाद चखना पड़ा है. पुतिन ने आज खुलकर शहबाज को पाकिस्तान की असली औकात बता दी.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 7:29 pm

ट्रंप के हाथों पर बैंडेड क्यों लगी है? मीडिया में चल ही अफवाहों के बाद व्हाइट हाउस ने चुप्पी तोड़ी

ट्रंप की मीडिया सेक्रेटरी कैरोलिन लेविट ने जारी किए गए एक बयान में इसके पीछे की वजह बताईं. लेविट ने इसके पीछे वही वजहें दोहराईं जो उन्होंने कुछ महीने पहले बताई थीं. जब ट्रंप के दाहिने हाथ पर चोट का निशान देखा गया था जिसे मेकअप की मोटी परत से ढका गया था और उन्होंने सेहत की चिंताओं को नजरअंदाज कर दिया था.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 7:08 pm

इस इस्लामिक देश में अचानक उभर रहे 100 फुट चौड़े रहस्यमयी गड्ढे! किसानों में दहशत, आखिर कौन निगल रहा उनकी जमीन?

Sinkhole Farmers Panic News: दुनिया के एक बड़े इस्लामिक देश इन दिनों अजीब कहर से जूझ रहा है. वहां पर खेतों में अचानक 100-100 फुट चौड़े और सैकड़ों फीट गहरे गड्ढे बन रहे हैं. इससे किसानों और आम लोगों में दहशत बढ़ती जा रही है.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 6:15 pm

5 महाशक्तियों का नया क्लब बनाएंगे ट्रंप ? Core-5 में भारत-अमेरिका के बाद और कौन से देश होंगे शामिल

भारत और अमेरिका के अलावा वो कौन से तीन देश हैं जो इस मंच में शामिल होंगे ये हम आपको बताएंगे पहले आप जान लीजिए कि इस मंच का नाम क्या रखा गया है? सूत्रों की मानें तो इस मंच का नाम 'C5' या 'कोर फाइव' रखा जा सकता है.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 5:41 pm

बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया की किडनी फेल, नाजुक हालत के चलते वेंटिलेटर पर रखा

Khaleda Zia Health Update: खालिदा जिया के वाल्व में परेशानी आने के बाद उनका टीईई यानि की ट्रांस इसोफेगल इकोकार्डियोग्राम टेस्ट किया गया, जिसमें इंफेक्टिव एंडोकार्डिटिस के होने का पता चला था. जिसके बाद मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों ने जिया का इंटरनेशनल गाइडलाइन्स के हिसाब से इलाज शुरू कर दिया है.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 5:31 pm

Video: ‘पिछले महीने 25 हजार लोग मारे गए', ट्रंप ने थर्ड वर्ल्ड वॉर का दे दिया इशारा! रूस-यूक्रेन को लेकर गुस्से में क्या कहा?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर सबसे गंभीर चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि अगर जल्दी लड़ाई नहीं रुकी तो तीसरा विश्व युद्ध हो सकता है. पिछले एक महीने में ही 25,000 लोग मारे गए हैं. शांति वार्ता फेल हो रही है, यूरोप के नेता अब बीच में कूद पड़े हैं. जानें पूरी बात, देखें ट्रंप का वीडियो.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 2:18 pm

केवल 50 लाख की आबादी, 1971 की जंग में भारत का दिया था साथ, अब पीएम मोदी करेंगे इस इस्लामिक मुल्क की यात्रा

PM Modi Oman Visit: पीएम मोदी ओमान की यात्रा पर जाने वाले हैं. केवल 50 लाख की आबादी वाला यह अरब देश भारत का पुराना साझेदार है, जिसने पाकिस्तान के साथ जंग के दौरान भारत को खुला समर्थन दिया था.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 1:57 pm

गला घोंटा फिर ब्लेंडर में पीसा शरीर...कौन थीं क्रिस्टीना जोक्सिमोचिव? जिनके साथ पार हुई क्रूरता की सारी हदें

Former Miss Switzerland Finalist:मिस स्विटजरलैंड की पूर्व फाइनलिस्ट क्रिस्टीना जोक्सिमोचिव की भयानक हत्या का राज खुल गया है. इस मामले में उनके पति थॉमस को दोषी पाया गया है.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 1:21 pm

जापान में फिर कांपी धरती! 4 दिन में दूसरा बड़ा झटका; 6.7 तीव्रता के जोरदार भूकंप ने मचाया हाहाकार

Japan tsunami warning: जापान के पूर्वोत्तर क्षेत्र आओमोरी प्रान्त के तट पर आज 6.7 तीव्रता का जोरदार भूकंप आया, जिसके बाद जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने 1 मीटर तक की सुनामी लहरों की चेतावनी जारी की थी.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 1:04 pm

बांग्लादेश में चुनाव की डेट फिक्स: शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग बनी यूनुस सरकार की 'गले की फांस', पूरी दुनिया की नजरें टिकीं

Awami League rejectsBangladesh election schedule: बांग्लादेश चुनाव आयोग ने 12 फरवरी 2026 को संसदीय चुनाव और जुलाई चार्टर रेफरेंडम की घोषणा की, लेकिन शेख हसीना की अवामी लीग ने इसे खारिज कर दिया है. पार्टी ने यूनुस सरकार पक्षपात का आरोप लगाया है. पूरी दुनिया की अब बांग्लादेश में होने वाले चुनाव पर नजरें टिकी हैं.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 12:46 pm

H-1B वीजा पर फिर विवाद! अमेरिकी पोलस्टर का सनकी बयान, बोला- 'भारतीय लोगों को बाहर फेंको'

Illegal Aliens: अमेरिकी सर्वेक्षण एजेंसी ने दावा किया है कि 1 करोड़ 20 लाख अमेरिकी तकनीकी कर्मचारी बेरोजगार हो गए हैं. इसकी वजह बताई गई कि विदेशी मूल के काम करने वाले लोगों ने सिलिकॉन वैली को आजाद कर दिया है.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 12:40 pm

Reddit ने ऑस्ट्रेलिया के अंडर-16 सोशल मीडिया बैन को बताया असफल मॉडल, हाई कोर्ट में दी चुनौती

Australia 16 Age Restriction: ग्लोबल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म रेडिट ने ऑस्ट्रेलिया की उस नई कानूनी नीति के खिलाफ हाई कोर्ट में चुनौती दी है, जिसमें 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर रोक लगाई गई है.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 12:24 pm

बांग्लादेश : अवामी लीग ने चुनाव कार्यक्रम को किया अस्वीकार, कहा-अंतरिम सरकार के चलते स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना संभव नहीं

बांग्लादेश की अवामी लीग पार्टी ने देश के चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम को अस्वीकार कर दिया है। पार्टी का कहना है कि मुहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार के दौरान स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना संभव नहीं है

देशबन्धु 12 Dec 2025 10:34 am

Video: मेयर बनते ही जोहरान ममदानी ने अमेरिका में भड़का दी हिंसा! 1000% बढ़ा सरकारी अधिकारियों पर हमला, व्हाइट हाउस ने दी चेतावनी

1000% rise attacks on ICE agents after Mamdani video: न्यूयॉर्क के नए मेयर-इलेक्ट जोहरान ममदानी के ICE का विरोध करो वाले वीडियो के बाद अमेरिका में बवाल मच गया है. हालात इतने खराब हो गए हैं कि ICE एजेंट्स और उनके परिवारों पर 1000% तक हमले बढ़ गए हैं. ट्रंप प्रशासन ने इसे हिंसा भड़काने वाला बताया और कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. आप भी देखें जोहरान ममदानी का वीडियो समझें पूरी कहानी.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 10:25 am

मादुरो का भी होगा 'सद्दाम वाला अंजाम'? अमेरिका ने परिवार तक को घेरा, टैंकर जब्त… वेनेजुएला पर चढ़ाई की तैयारी!

US Venezuela tensions: अमेरिका ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति मादुरो, उनके परिवार और तेल से जुड़ी कंपनियों पर नए प्रतिबंध लगाए, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव फिर बढ़ गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप प्रशासन वही कड़ा दबाव वाला तरीका अपना रहा है, जैसा कभी इराक में सद्दाम हुसैन के खिलाफ अपनाया गया था.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 9:25 am

'प्लीज मुझे मत टच करो'... पोलैंड में महिला पत्रकार से बदसलूकी का वीडियो वायरल, इंटरनेट पर मचा हंगामा

poland senator skurkiewicz mic incident: पोलैंड में टीवीपी चैनल की एक महिला पत्रकार के साथ PiS सीनेटर द्वारा माइक छीनने की कोशिश का वीडियो वायरल होने के बाद देश में भारी नाराजगी फैल गई है. घटना ने पत्रकारों की सुरक्षा, और राजनीतिक आक्रामकता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 8:09 am

1 लाख लोगों ने संसद घेर कर लगाए 'माफिया बाहर जाओ' के नारे, 5 साल में सात चुनावों के बाद भी गिरी सरकार

Bulgarian Govt. Resigns: बुल्गारिया की संसद भवन पर लोगों ने बड़ी संख्या में इस्तीफा दो और माफिया बाहर जाओ के नारे लगाए. पिछले हफ्ते ही इन प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति रूमेन रादेव का समर्थन भी मिला था. अभी हाल में ऐसे ही प्रदर्शनों के कारण नेपाल की सरकार ने भी इस्तीफा दिया था.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 7:44 am

8 साल पीछे ईसाई बहुल देश से PM मोदी को क्या काम? 16-17 दिसंबर के दौरे से घबरा गया है अमेरिका...ग्लोबल साउथ में बढ़ रहा है दबदबा

PM Modi visit to Ethiopia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16-17 दिसंबर 2025 को तीन देशों की यात्रा के बीच इथियोपिया जाएंगे, जो इस साल उनका तीसरा अफ्रीकी दौरा होगा.

ज़ी न्यूज़ 12 Dec 2025 7:12 am

बैंक-बीमा में आपके पैसे बिना दावे के तो नहीं पड़े:ऐसे 78 हजार करोड़ लौटाना चाहती है सरकार, कैसे मिलेंगे; 6 सवालों में सबकुछ

भारत के बैंकों और वित्तीय संस्थानों में 78 हजार करोड़ रुपए बिना दावे के पड़े हैं। मोदी सरकार ने इसे लौटाने के लिए 'आपका पैसा-आपका अधिकार' योजना शुरू की है। 10 दिसंबर को पीएम मोदी ने कहा कि भूली हुई संपत्ति को एक नए अवसर में बदलने का यह एक अच्छा मौका है। ‘योर मनी, योर राइट’ योजना क्या है, कैसे पता करें कि कहीं आपका पैसा भी तो बिना दावे के नहीं पड़ा और इसे कैसे हासिल कर सकते हैं; भास्कर एक्सप्लेनर में ऐसे 6 जरूरी सवालों के जवाब… सवाल-1: बिना दावे के 78 हजार करोड़ रुपए कहां-कहां पड़े हैं? जवाबः मुख्य रूप से 3 जगहों पर बिना दावे के पैसे पड़े हैं… 1. निष्क्रिय बैंक खातों में: ऐसे खाते जिनमें 10 साल से कोई लेन-देन नहीं हुआ, उन्हें निष्क्रिय माना जाता है। इसमें सेविंग, करंट और फिक्स्ड डिपॉजिट सभी तरह के बैंक अकाउंट शामिल हैं। RBI के नियमों के मुताबिक बैंक यह पैसा अपने पास ही रखता है, लेकिन हर साल इसकी जांच करता है। 2. इंश्योरेंस कंपनियों के पासः लगभग 14 हजार करोड़ रुपए इंश्योरेंस कंपनियों के पास हैं, जिन्हें लेने वाला कोई नहीं। ये वो पैसे हैं जो पॉलिसी पूरी होने पर मिलते हैं या पॉलिसीधारक की मृत्यु पर उसका परिवार क्लेम करता है। 3. म्यूचुअल फंड और शेयरों में फंसा पैसा: म्यूचुअल फंड और शेयर्स पर डिविडेंड मिलता है यानी ऐसा पैसा जो शेयरधारकों के पास शेयर के मुनाफे के बाद पहुंचता है। अगर शेयरधारक इसे क्लेम नहीं करता तो कंपनी 7 साल तक के लिए पैसा एक अलग सुरक्षित फंड में ट्रांसफर कर देती है। ऐसे करीब 3 हजार करोड़ रुपए म्यूचुअल फंड में और 9 हजार करोड़ रुपए शेयर्स के डिविडेंड में पड़े हैं। सवाल-2: सरकार की नई ‘योर मनी, योर राइट’ योजना क्या है? जवाबः ‘योर मनी, योर राइट’ यानी आपकी पूंजी, आपका अधिकार योजना को अक्टूबर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लॉन्च किया था। इसका मकसद लोगों का भूला-बिसरा या दावा न किया गया पैसा उनको वापस लौटाना है। यह काम भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI और सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया यानी SEBI जैसे कई विभाग मिलकर कर रहे हैं। वे ऐसे सभी पुराने बकाया पैसों को पहचान कर उनके हकदारों तक इसकी जानकारी पहुंचा रहे हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने इस योजना को प्रमोट करते हुए कहा था कि ऐसे पैसे कई परिवारों की मेहनत की कमाई है, जो बेकार पड़ी है। इसलिए सरकार का मकसद है कि हर नागरिक अपना हकदार पैसा वापस ले। मोदी ने लिंक्डइन पर पोस्ट करके लोगों से अपील की है कि वे भी इस योजना में शामिल हों। योजना के तहत कोई भी व्यक्ति पता कर सकता है कि उसके नाम पर कोई बिना क्लेम किया हुआ पैसा है या नहीं? सवाल-3: बैंक या स्कीम्स में ऐसे आपके पैसे भी तो नहीं, कैसे चेक करें? जवाबः बैंक या स्कीम्स में अगर आपके या आपके परिवार के किसी सदस्य के पैसे पड़े हुए हैं तो उन्हें चेक करने का तरीका बेहद आसान है। भारत सरकार ने इसके लिए चार तरह के पोर्टल लॉन्च किए हैं… 1. बैंक खातों में जमा राशि चेक करने का तरीका बैंकों में 10 साल से इनएक्टिव अकाउंट्स का पैसा RBI के पास ट्रांसफर हो जाता है। इसे चेक करने के लिए ये प्रोसेस फॉलो करें- 2. इंश्योरेंस में बिना दावे के पैसे चेक करने का तरीका लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस और LIC जैसे किसी जनरल इंश्योरेंस में खोया या भूला हुआ पैसा चेक करने के लिए https://bimabharosa.irdai.gov.in पर रजिस्टर करें। आगे की प्रोसेस के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें- 3. म्यूचुअल फंड्स में बिना दावे के पैसे चेक करने का तरीका आपके परिवार में किसी का पैसा म्यूचुअल फंड्स में पड़ा हो सकता है जिसे अब तक न तो चेक किया गया और न ही निकाला गया है। कोई एक्टिविटी न होने के 10 साल बाद ये फंड्स इनएक्टिव हो जाते हैं। ऐसे फंड्स को चेक करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें- इसके अलावा SEBI MITRA की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर भी अनक्लेम्ड म्यूचुअल फंड्स को ट्रैक किया जा सकता है। 4. बिना दावे के शेयर/डिविडेंड्स चेक करने का तरीका अगर किसी कंपनी का डिविडेंड 7 साल तक आपके अकाउंट में क्रेडिट नहीं होता तो वो रकम और उससे जुड़े शेयर IEPF यानी इन्वेस्टर एजुकेशन एंड प्रोटेक्शन फंड में ट्रांसफर हो जाते हैं। इनका स्टेटस चेक करने लिए ये स्टेप्स फॉलो करें- सवाल-4: अगर आपका अनक्लेम्ड पैसा जमा है, तो इसे कैसे हासिल करें? जवाबः सरकार जिन पोर्टल्स के जरिए भूला-बिसरा पैसा चेक करने की सुविधा दे रही है वहीं से इसे क्लेम भी किया जा सकता है। इसके अलावा ‘योर मनी, योर राइट’ योजना के तहत देशभर के 477 जिलों में कैंप लगाए गए हैं। यहां पर जाकर भी अपने पैसे क्लेम करने में मदद ली जा सकती है। घर बैठे अपने अनक्लेम्ड पैसे को हासिल करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया अपनानी होगी… 1. बैंक खातों में जमा राशि कैसे हासिल करें 2. इंश्योरेंस में बिना दावे की राशि कैसे पाएं 3. म्यूचुअल फंड्स में भूले पैसे कैसे पाएं 4. बिना दावे के शेयर/डिविडेंड्स कैसे क्लेम करें सवाल-5: अब तक कितने लोगों को इस योजना से फायदा हुआ? जवाबः वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने 9 दिसंबर को राज्यसभा में लिखित जानकारी देते हुए बताया कि योजना के शुरुआती दो महीनों में लगभग अनक्लेम्ड 2 हजार करोड़ रुपए वापस किए जा चुके हैं। इसकी पुष्टि खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी लिंक्डइन पोस्ट में की है। हालांकि अभी तक लाभार्थियों की संख्या सामने नहीं आई है। यह राशि बैंक, इंश्योरेंस, म्यूचुअल फंड्स, डिविडेंड और अन्य जगहों से वापस हुई है। योजना शुरू होने से पहले पिछले 3 सालों में बैंकों ने कुल 10 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा अनक्लेम्ड डिपॉजिट वापस किए हैं। सवाल-6: जो पैसा कोई क्लेम नहीं करेगा, उसका क्या होगा? जवाब: अगर इस कैंपेन के बाद भी कुछ लोग अपना बकाया पैसा क्लेम नहीं करते हैं, तो वह पैसा सुरक्षा फंड में ट्रांसफर हो जाएगा… -------- ये खबर भी पढ़ें- आज का एक्सप्लेनर: रुपया 90 से भी नीचे धंसा, सरकार जानबूझकर गिरने दे रही या चीजें कंट्रोल से बाहर; किसका फायदा, किसे नुकसान एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 90 रुपए से भी ज्यादा नीचे चला गया। पिछले साल रुपए की गिरावट रोकने के लिए RBI ने अपने खजाने से डॉलर बेचने शुरू किए थे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 12 Dec 2025 5:06 am

क्या नेपाल में फिर होने वाला है हिंसक आंदोलन:सरकार बदली, अफसर पुराने; GenZ लीडर्स बोले- 100 दिन में कुछ नहीं बदला, फिर लड़ेंगे

‘जब लोहा गर्म था, तब केपी शर्मा ओली को पकड़कर जेल के अंदर डालना था। सभी संवैधानिक बदलाव भी तभी करने थे। अब लोहा ठंडा पड़ गया, इसलिए अब ये सब करने का कोई रास्ता नहीं बचा। युवाओं को तो ये भी समझ नहीं है कि राजनीति कैसे करनी है और चुनाव कैसे लड़ना है।’ नेपाल के GenZ नेता टंका धामी को अफसोस है कि जो कुछ सोचा था वो नहीं हो सका। धामी कहते हैं कि नेपाल में सुशीला कार्की सरकार को 3 महीने पूरे हो गए हैं। उनकी सरकार में ऐसे बहुत से सलाहकार हैं, जो मनमानी कर रहे हैं। वे युवा GenZ लीडर्स की बात भी नहीं सुन रहे हैं। नेपाल में जिस राजनीतिक व्यवस्था के खिलाफ GenZ प्रोटेस्ट हुए और 8 सितंबर को तख्तापलट हुआ, अब वही राजनीतिक व्यवस्था फिर हावी हो रही है। अंतरिम सरकार को जिम्मेदारी संभालते हुए 3 महीने हो गए हैं, लेकिन नेपाल में आम लोगों की जिंदगी में कोई फर्क नहीं आया। आंदोलन में हुई हिंसा के बाद नुकसान तक की भरपाई नहीं हो सकी है। अंतरिम सरकार का आधा वक्त बीच चुका है। चुनाव के लिए 5 मार्च 2026 की तारीख तय हो गई है। हालांकि इन सबके बीच जेनजी फिर सड़कों पर हैं। बीच-बीच में हिंसा और प्रदर्शन की घटनाएं आम हो गई हैं। नेपाल में तख्तापलट के बाद 3 महीने में क्या बदला? दैनिक भास्कर की टीम ने जेनजी लीडर्स, पूर्व राजनयिक और पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स से बात कर समझा। नेपाल में फिर शुरू हुए जेनजी प्रोटेस्ट22 नवंबर को नेपाल के बारा जिले के अलग-अलग इलाकों में जेनजी प्रोटेस्ट शुरू हो गए। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (UML) के महासचिव शंकर पोखरेल और युवा नेता महेश बसनेत ने काठमांडू से सिमारा एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरी। ये नेता नेपाल की मौजूदा सरकार के खिलाफ रैली करने वाले थे। हालांकि एयरपोर्ट से ये नेता शहर पहुंचते, उसके पहले ही बारा में लोकल जेनजी नेताओं और CPN (यूएमएल) के नेताओं के बीच रस्साकशी शुरू हो गई। हालात हिंसक होने लगे तो पहले पुलिस ने आंदोलनकारियों को रोकने के लिए बल का इस्तेमाल किया। फिर कर्फ्यू लगाना पड़ा। ऐसे जेनजी प्रोटेस्ट अब भी नेपाल के अलग-अलग हिस्सों में देखने को मिल रहे हैं। सरकार बदली लेकिन ब्यूरोक्रेसी नहीं, इसलिए बदलाव मुश्किलनेपाल में अंतरिम सरकार बनाने के बाद क्या बदला और क्या अब भी बाकी है। ये समझने के लिए हमने जेनजी लीडर टंका धामी से बात की। नेपाल में जेनजी प्रोटेस्ट के बाद धामी को बड़े बदलाव की उम्मीद थी, लेकिन अब उन पर पानी फिर चुका है। धामी कहते हैं, ‘हम ये मानते हैं कि मौजूदा सरकार काम नहीं कर पा रही है क्योंकि ब्यूरोक्रेसी वही है, जो पहले थी। इसलिए इस सिस्टम में जल्दी कोई बदलाव करने में मुश्किल आ रही है। न्यायपालिका भी पुरानी है और वहां हुई नियुक्तियां भी पुरानी हैं। ऐसे में हमारे लिए सिस्टम में बदलाव करना आसान नहीं है। गलती ये हुई कि हमने बदलाव करने में देरी कर दी।’ ‘जेनजी युवाओं को राजनीतिक समझ नहीं है। जब ये समझ नहीं होगी तो वे चुनाव के लिए तैयार कैसे होंगे और पार्टी कैसे बनाएंगे। जब तक नेपाल में संस्थागत बदलाव नहीं होगा, तब तक कुछ नहीं बदलने वाला। कुछ लोग सरकार में ढंग से काम कर रहे हैं, लेकिन गृह मंत्री ओम प्रकाश आर्यल काम नहीं कर रहे। वो सिर्फ पद पर बैठने की मंशा रखते हैं।‘ वे आगे कहते हैं, ‘8 सितंबर को हुए जेनजी आंदोलन ने नेपाल को बदल दिया। सुशीला कार्की सरकार का मुख्य मकसद करप्शन खत्म करना था। सरकार उस पर काम भी कर रही है, लेकिन ये काम उतनी तेजी से नहीं हो रहा, जैसा हमने सोचा था। नेपाल की मीडिया प्रोपेगैंडा चला रही है। वो जेनजी सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।‘ नेपाल की अंतरिम सरकार के 3 महीने के कार्यकाल में अब तक सिर्फ एक करप्शन के केस में कार्रवाई हुई है। उसमें भी कार्रवाई के नाम पर सिर्फ केस दर्ज हुआ है। सरकार ने दिसंबर 2025 में नेपाल के पूर्व मंत्रियों, अधिकारियों और चीनी कंपनी पर पोखरा एयरपोर्ट भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज किया है, जिसमें 55 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। नेपाल में चुनाव करीब, जेनजी अब तक पार्टी नहीं बना सकेहमने नेपाल के मौजूदा हालात को लेकर राजनयिक रह चुके एसडी मुनी से भी बात की। वे साउथ एशिया मामलों को करीब से देखते आ रहे हैं। मुनी कहते हैं, ‘नेपाल राजनीतिक लिहाज से बिखरा नजर आ रहा है। एक तो सुशीला कार्की की सरकार बनते ही कुछ राजनीतिक तबके उनके विरोध में आ गए थे।‘ ‘पहले पूर्व PM केपी शर्मा ओली की पार्टी के लोग और राजशाही समर्थक ही सरकार के खिलाफ दबाव बना रहे हैं। संसद भंग होने के बाद से बाकी सियासी दल भी खिलाफ हो गए हैं।’ सरकार बनी तो ऐसा लगा था कि सारे जेनजी एकजुट हैं। बाद में असली जेनजी नेताओं को धकेल दिया गया और बालेन शाह, सुदान गुरुंग आगे आ गए। मुनी आगे कहते हैं, ‘मुझे लगता है कि नेपाल में चुनाव करीब हैं, लेकिन जेनजी अपनी कोई पार्टी नहीं बना सके हैं। वो एक आंदोलन के जरिए जैसे उभरकर सामने आए थे, वैसे ही गायब हो गए। वहीं राजनीतिक पार्टियां भी खुद में बदलाव कर रही हैं। माओवादी पार्टी से लेकर कांग्रेस में नेतृत्व बदलने की बात हो रही है।‘ ‘सुशीला कार्की सरकार को बड़ा जनसमर्थन हासिल था। हालांकि जैसे उन्हें PM बनाया गया, उसे लेकर सवाल थे। कार्की के पास कोई प्रशासनिक अनुभव नहीं है और न ही कोई बड़ा राजनीतिक जनाधार है। फिर भी कार्की ने ईमानदारी से जो काम करना चाहिए, वो किया है।‘ ओली से लेकर प्रचंड सब पब्लिक लाइफ में लौटेनेपाल के मधेस क्षेत्र के बीरगंज से आने वाले पॉलिटिकल एक्सपर्ट संजय तिवारी मानते हैं कि यहां हुए जेनजी प्रोटेस्ट के 3 महीने बाद सब कुछ वैसा ही हो गया है, जैसा पहले हुआ करता था। मतलब सरकार में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है। चाहे पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली हों या फिर पुष्प कमल दहल प्रचंड। सभी नेता पब्लिक लाइफ में लौट चुके हैं।‘ ‘नेपाल की नई सरकार से जनता को कई बदलावों की उम्मीद थी, लेकिन कोई खास परिवर्तन नहीं दिख रहा। वहीं परंपरागत राजनीतिक पार्टियां फिर से चुनाव के लिए तैयारियां शुरू कर चुकी हैं।‘ जेनजी आंदोलन बिखरा, न कोई नेता न कोई पार्टीनेपाल के एक जेनजी लीडर नाम न छापने की शर्त पर बताते हैं, ‘मैं इस आंदोलन से शुरू से जुड़ा था। सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक इसे खड़ा करने में मैंने जी-जान एक कर दिया। पुलिस के लाठी-डंडे खाए और लोकल नेताओं से धमकियां भी मिलीं। अब बालेन शाह और सुदान गुरुंग जैसे नेताओं ने मुझे ही राजनीति करके अलग कर दिया। अगर अब मैं खुलकर बोला तो सरकार मेरे खिलाफ ही कार्रवाई कर देगी।’ जेनजी युवाओं को दरकिनार किए जाने पर जेनजी लीडर धामी कहते हैं, ‘मुझे लगता है कि युवाओं को पॉलिटिकल प्रोसेस में ज्यादा भागीदारी लेनी चाहिए, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा है। मैं युवाओं से कहूंगा कि अगर वो खुद की राजनीतिक पार्टी नहीं खड़ी कर पा रहे हैं तो उन्हें ऐसी पार्टी का समर्थन करना चाहिए जो युवाओं का सपोर्ट करे। जो युवाओं को पार्टी में जगह दे।’ ‘जेनजी की असली मांग थी कि करप्शन खत्म हो, संस्थागत सुधार हो, संविधान में संशोधन हो। मैंने सरकार को इस तरह के सुझाव दिए थे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। ब्यूरोक्रेसी ठीक से काम नहीं कर रही। जब तक युवा खुद अपनी राजनीतिक पार्टी नहीं बनाते, कुछ नहीं होगा।’ टूरिज्म की कमर टूटी, आम लोगों की जिंदगी बेहालनेपाल में जेनजी आंदोलन के दौरान बेतहाशा नुकसान हुआ। नेपाल की संस्थाओं के सबसे अहम भवन प्रतीक सिंह दरबार, संसद भवन और सुप्रीम कोर्ट ही नहीं जलाए गए बल्कि छोटे-छोटे जिलों और कस्बों के भी सरकारी भवन फूंक दिए गए। नेपाल में सबसे ज्यादा कमाई टूरिज्म के जरिए होती है। प्रदर्शन के दौरान करीब 2 दर्जन डोमेस्टिक और इंटरनेशनल होटलों में आगजनी हुई थी। लिहाजा यहां पर्यटन पर भी बुरा असर पड़ा है। काठमांडू में टैक्सी चलाने वाले कृष्णा बताते हैं, पहले अच्छे-खासे टूरिस्ट आते थे। हमारा टैक्सी का बिजनेस गुलजार रहता था। अब भारत के अलावा फॉरेन से ज्यादा कोई टूरिस्ट नहीं आ रहा है। नेपाल और बांग्लादेश दोनों में एक ही हालातपूर्व राजनयिक एसडी मुनी कहते हैं, ‘कार्की सरकार ने जेनजी की एकतरफा बड़ी मांगों जैसे सीधे पीएम पद के लिए वोटिंग और विदेशों में बसे नेपालियों के लिए वोटिंग अधिकार को नहीं माना है क्योंकि ऐसी मांगें पूरी करना मुमकिन नहीं है। सुशीला कार्की पार्टी के सभी लोगों से मिली हैं और तालमेल बनाने की कोशिश कर रही हैं।‘ ‘मुझे लगता है कि अंतरिम सरकार का विरोध करने वाली पार्टियों और दूसरे धड़ों को ये समझ आएगा कि अगर देश को स्थिर रखना है तो मिलकर काम करना होगा। शांति से चुनाव कराने होंगे। बांग्लादेश और नेपाल दोनों ही देशों में कई समानता है। दोनों ही देशों में जो लोग नेतृत्व करते हुए आगे आए थे, वही बिखर गए हैं। नेपाल में जेनजी और बांग्लादेश में युवा एकजुट नहीं हैं।‘ ‘ढाका यूनिवर्सिटी के चुनाव में जमात-ए-इस्लामी जीती। युवाओं की पार्टी में अलग से अस्थिरता बनी हुई है। बांग्लादेश में जमात जैसे धड़ों और नेपाल में राजावादी लोगों के उभरने की गुंजाइश है। दोनों तरफ अस्थिरता है। सुशीला कार्की की तरह डॉ. यूनुस को न तो कोई प्रशासनिक अनुभव है, न ही उनका कोई समर्थक वर्ग है। जो भी उन पर दबाव डाल सकते हैं, वो अपने काम करवा रहे हैं।‘ भारत की कोशिश, नेपाल में चीन का प्रभाव न बढ़े‘नेपाल में तीन बड़ी शक्तियों का सबसे ज्यादा प्रभाव है- चीन, अमेरिका और भारत। मुझे लगता है कि भारत का प्रभाव सबसे ज्यादा होगा। नेपाल के इतिहास में कोई बड़ा बदलाव ऐसा नहीं हुआ है, जिसमें भारत का सक्रिय सहयोग न रहा हो। मुझे ऐसा लगता है कि शायद भारत के दखल की वजह से ही संविधान को रखा गया।‘ ‘भारत की यही कोशिश होगी कि नेपाल में चीन का प्रभाव न बढ़े। ओली सरकार के जाने से चीन को बड़ा धक्का लगा है। चीन ये चाहता है कि वहां कम्युनिस्ट पार्टी और लेफ्ट उभरकर आएं, लेकिन इसकी गुंजाइश बहुत कम है। चीन का प्रभाव कम हो गया है, लेकिन उसके एड प्रोजेक्ट अब भी चल रहे हैं।‘ ‘अमेरिका भी कभी नहीं चाहेगा कि नेपाल में चीन और कम्युनिस्ट पार्टी का प्रभाव बढ़े। जेनजी आंदोलन में अमेरिकी योगदान की बड़ी संभावना दिखती है। जेनजी का एक तबका ऐसा है जो अमेरिका की तरफ झुका हुआ है। नेपाल में चीन का प्रभाव घटा है, अमेरिका का प्रभाव बढ़ा है।‘ ‘भारत ने बहुत सावधानी से नेपालियों को ये दिखाने की कोशिश की है कि हम आपके आंतरिक मामलों में कोई दखल नहीं दे रहे हैं। भारत के नेपाल में बड़े हित हैं। नेपाल की शांति, स्थिरता, विकास और प्रगति में भारत अहम योगदान निभा सकता है। भारत इसके लिए काम भी कर रहा है।‘ ....................ये खबर भी पढ़ें... कैसे ढह गया इंडिगो का सिस्टम, क्राइसिस की इनसाइड स्टोरी ‘मैं करीब 10 साल से एयरलाइन इंडस्ट्री में काम कर रहा हूं। आज तक इतना बड़ा संकट नहीं देखा। मुझे लगता है कि इंडिगो की दिक्कत किसी दूसरे की नहीं, बल्कि कंपनी की खुद की बनाई हुई है। मैंने अपने कई साथी पायलट से भी बात की, तब इस नतीजे पर पहुंचा हूं।’ 34 साल के पायलट कैप्टन रोहित सक्सेना (बदला हुआ नाम) एयरलाइन कंपनी इंडिगो में 3 साल से काम कर रहे हैं। रोहित को 5 हजार फ्लाइंग आवर्स का अनुभव है। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 12 Dec 2025 5:03 am

‘सिर्फ मुसलमानों के घर तोड़े, अब हमें गोली मार दो‘:बंगाली मुस्लिमों पर बुलडोजर एक्शन सवालों में, हिंदुओं-ईसाइयों को क्यों छोड़ दिया

‘अगर हम ही बांग्लादेशी हैं तो पहले दिन ही क्यों नहीं उजाड़ दिया? हिंदुओं को टारगेट क्यों नहीं करते? बस हमें मुसलमान होने की वजह से निशाना बनाया जा रहा है। अगर इतनी ही नफरत है, तो एक गोली मारकर खत्म कर दो न। कम से कम ऐसी जिल्लत तो नहीं देखनी पड़ेगी। कम से कम बेघर होकर सड़क पर मरने-जीने की नौबत नहीं आएगी न।’ असम में नागांव जिले के लुटीमारी इलाके में रहने वाली रुबीना बेगम (बदला हुआ नाम) के घर 29 नवंबर को बुलडोजर चलाया गया। इस इलाके में करीब 1,700 परिवार रहते थे। रुबीना बेगम की तरह ही बाकी लोग भी प्रशासन की कार्रवाई से नाराज हैं। प्रशासन का कहना है कि बुलडोजर फॉरेस्ट के लिए रिजर्व 795 हेक्टेयर जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए चलाया गया है। जबकि लोग आरोप लगा रहे हैं कि सिर्फ बांग्ला भाषी मुसलमानों के घर गिराए गए। सरकारी जमीन पर बने हिंदुओं और ईसाई के घर को हाथ भी नहीं लगाया। अब प्रशासन ने बेघर हुए लोगों को कहीं बसाने का भी इंतजाम नहीं किया। असम में बुलडोजर कार्रवाई का ये पहला मामला नहीं है। 2016 में BJP के सत्ता में आने के बाद से सरकारी जमीन खाली कराने की कई कार्रवाइयों पर भेदभाव के आरोप लगते रहे हैं। असम राजस्व विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 9 साल में राज्य में करीब 17,600 परिवारों को सरकारी जमीन से हटाया गया। इनमें ज्यादातर मुस्लिम ही थे। असम में सरकारी जमीन खाली कराने को लेकर पिछली कई बुलडोजर कार्रवाई पर भेदभाव के आरोप क्यों लग रहे हैं? असम सरकार का इस मामले पर क्या कहना है? ये समझने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ग्राउंड पर पहुंची। सबसे पहले उस इलाके का हाल, जहां कार्रवाई हुई असम की राजधानी गुवाहाटी से 120 किलोमीटर दूर नागांव जिला है। लगभग 35 लाख आबादी वाला नागांव मुस्लिम बहुल जिला है। 2011 की जनगणना के मुताबिक, यहां करीब 55% मुस्लिम आबादी है। 29 और 30 नवंबर को जिले के कामपुर उपखंड में आने वाले लुटीमारी इलाके में प्रशासन ने बुलडोजर चलाया। 3 दिसंबर को जब हमारी टीम इलाके में पहुंची, तब कई घरों का मलबा पड़ा मिला। जगह-जगह ईट पत्थरों का ढेर था, जहां टूटे पड़े चूल्हे और रोजमर्रा में इस्तेमाल का सामान बिखरा था। इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ था। नागांव प्रशासन ने तीन महीने पहले सितंबर में ही इन परिवारों को नोटिस देकर इलाका खाली करने के लिए कहा था। शुरुआत में दो महीने का समय दिया गया, लेकिन स्थानीय लोगों की अपील पर प्रशासन ने एक महीने का वक्त और बढ़ा दिया। 29 नवंबर को जब भारी पुलिस बल के साथ नागांव प्रशासन जमीन खाली कराने पहुंचा, तब तक लगभग 1100 से ज्यादा परिवार खुद ही घरों को तोड़कर वहां से जा चुके थे। वहीं बाकी के मकान 29 और 30 नवंबर को प्रशासन ने ढहा दिए। सीएम बोले- JCB सबका बदला लेगानागांव में हुई कार्रवाई के बाद 30 नवंबर को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया। कैप्शन में लिखा था- ‘बांस का, होलोंग का, सिमुल का, सबका बदला लेगा तेरा JCB! लुटीमारी रिजर्व फॉरेस्ट में JCB ऐसे घुसी जैसे कोई पर्सनल दुश्मनी हो और 1,441 गैर-कानूनी स्ट्रक्चर हटा दिए। कोई हंगामा नहीं। कल ये आखिरी 13 घरों और सुपारी के बागों के लिए वापस आएगा।‘ ‘हम बांग्लादेशी तो इतने साल रहने क्यों दिया’इस कार्रवाई को लेकर लोग नाराज हैं। रुबीना बेगम कहती हैं कि वे कई सालों से यहीं रह रही हैं। रुबीना का दावा है कि वे बंगाली मुस्लिम नहीं बल्कि असमिया मुसलमान ही हैं। वे कहती हैं, ‘उन्होंने हमें इतने सालों तक क्यों रहने दिया? क्यों बिजली-पानी की सुविधा दी? क्यों राशन कार्ड दिया? क्यों वोटर कार्ड बनवाया? आधार कार्ड क्यों दिया? बैंक अकाउंट क्यों खुलवाया?‘ ‘क्या मैं असम की नागरिक नहीं? हमें बांग्लादेशी कह देते हैं। अगर यहां कोई बांग्लादेशी है तो मैं खुद उन्हें पकड़वाने में मदद करूंगी।’ रुबीना की तरह कई और भी लोग हैं, जो दावा करते हैं कि वे इस जमीन पर बीते 50 से 60 सालों से रह रहे थे, लेकिन अब अचानक प्रशासन ने उन्हें हटा दिया। 40 साल के करीम (बदला हुआ नाम) दावा करते हैं, 'मेरा जन्म यहीं हुआ था। सिर्फ मुसलमान होने की वजह से हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है।' वे BJP और कांग्रेस दोनों पर राजनीति का आरोप लगाते हुए कहते हैं, ‘सिर्फ राजनीति के कारण दोनों सियासी दल हमें फुटबॉल की तरह इधर से उधर लात मार रहे हैं।‘ करीम आगे कहते हैं, ‘हमारा घर-बार बर्बाद हो चुका है। कुछ लोग खेतों में तो कुछ पेड़ों के नीचे रहने को मजबूर हैं। हम भी एक कैंप लगाकर रह रहे थे, लेकिन प्रशासन ने आकर उसे भी जला दिया। खाने-पीने तक का कोई जुगाड़ नहीं है। हम छोटे-छोटे बच्चों को गोद में लिए भटक रहे हैं।‘ वे सरकार से पुनर्स्थापना की मांग करते हुए कहते हैं, ‘हम यहीं पैदा हुए और जिंदगी भर यहीं रहे। सरकार से गुजारिश है कि वह जांच करे कि कहीं और हमारी जमीन है या हम भूमिहीन हैं। इसके साथ ही हमारी नागरिकता का फैसला भी कर दे।‘ सील-छाप मारकर बांग्लादेश भेज दो, छत तो मिल जाएगीआइशा (बदला हुआ नाम) भी कार्रवाई के बाद लोगों को कहीं और नहीं बसाए जाने से नाराज हैं। वे कहती हैं, ‘अगर हम बांग्लादेशी ही हैं तो थप्पड़ मारकर, गाली देकर, सील-छाप मारकर बांग्लादेश भेज दो। कम से कम वहां तो कोई छत मिल जाएगी। यहां तो इंसानियत भी नहीं बची है।‘ आइशा भी असम के CM हिमंत बिस्व सरमा से कहीं और बसाने की अपील करती हैं। वे कहती हैं, ‘अगर हमने गलती की, अवैध कब्जा किया तो हमें उजाड़ दो, लेकिन अब हमें बसाओ भी। आज यहां बेघर हुई प्रेग्नेंट महिलाएं हैं। छोटे-छोटे बच्चे और बूढ़े मां-बाप हैं। आखिर अब ये लोग कहां जाएंगे। हम सड़क पर आ गए हैं। पेड़ों के नीचे आसरा लिए हुए हैं। असम में क्या अब हम इंसान की तरह जी भी नहीं सकते।‘ NRC भी हुआ, लेकिन फिर भी घर तोड़ दियासाइबेआलम (बदला हुआ नाम) को बच्चों की पढ़ाई की चिंता है। वे कहते हैं कि उन्हें सभी सरकारी सुविधाएं मिल रही थीं। सरकार ने इंदिरा आवास योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी हर सुविधा दी। स्कूल, पानी का कनेक्शन और बिजली का कनेक्शन भी दिया। अब अचानक बेघर होने के चलते बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। वे कहते हैं, ‘अभी हम अपने बच्चों को लेकर जानवरों की तरह रह रहे हैं। न पीने के लिए पानी है और न खाने का कोई इंतजाम। हमारे बच्चे शिक्षा के अधिकार तक से भी वंचित हो रहे हैं। अगर हम भारतीय हैं, तो हमें फिर से क्यों नहीं बसाया जा रहा है?‘ साइबेआलम दावा करते हैं कि उनका NRC भी इसी जमीन का हुआ था, लेकिन फिर भी उनके साथ अन्याय हुआ है। AIUDF विधायक बोले- मदद भी नहीं करने दे रहा प्रशासन 3 दिसंबर को नागांव के धींग विधानसभा क्षेत्र से AIUDF विधायक अमीनुल इस्लाम भी लुटीमारी पहुंचे। वे पहलगाम हमले के बाद विवादित बयान को लेकर NSA की धाराओं में जेल जा चुके हैं। 28 नवंबर को ही उन्हें रिहाई मिली है। वे लुटीमारी में बेघर हुए लोगों से बात करने पहुंचे थे। अमीनुल कहते हैं कि ठंड में लोगों को कोई मदद नहीं मिल रही। कहीं शरण लें तो पुलिस पिटाई कर देती है। रात को तारपोलिन से आश्रय लेने पर आग लगा दी जाती है। सरकार ने इन्हें जिंदा मारने के इरादे से छोड़ दिया है। किसी ने इंसानियत के नाम पर चावल लाने की कोशिश की तो उसे गिरफ्तार कर लिया गया। अमीनुल दावा करते हैं कि लुटीमारी का इलाका 1972 से डी-रिजर्व्ड फॉरेस्ट घोषित था। इसके बाद ही लोग यहां बस गए। पिछली सरकार ने इसे फिर से रिजर्व फॉरेस्ट घोषित कर दिया, जबकि लोग पहले से ही यहां रह रहे थे। वे आगे कहते हैं, ‘ये लोग भारतीय नागरिक हैं। आजादी से पहले से ही असम में रह रहे हैं। उनके पास दस्तावेज मौजूद हैं, यहां एक भी बांग्लादेशी नहीं है, लेकिन सरकार मुसलमानों को संदिग्ध बताकर अत्याचार कर रही है।’ अतिक्रमण के नाम पर बांग्ला भाषी मुसलमानों पर कार्रवाईनागांव के सोशल एक्टिविस्ट इस्लाम काजी भी कार्रवाई में भेदभाव होने की बात करते हैं। वे कहते हैं कि लुटीमारी के आस-पास कई गांव फॉरेस्ट रिजर्व में आते हैं। यहां ज्यादातर हिंदू और कुछ ईसाई परिवार रहते हैं। इसीलिए इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वे कहते हैं, ’असम में सरकारी जमीन खाली कराने के नाम पर सिर्फ बांग्ला भाषी मुसलमानों के घरों पर कार्रवाई हो रही है। नागांव, सोनापुर, गोलपारा, होजाई जैसी कितनी जगहों पर बीते कुछ सालों में कार्रवाई की गई। सभी जगह धर्म देखकर ही कार्रवाई हो रही है।’ असम के CM हिमंत पर आरोप लगाते हुए काजी कहते हैं, खुद मुख्यमंत्री बांग्ला भाषी मुसलमानों को मियां (स्लैंग) मुसलमान बोलते हैं। वे मंच से इन कार्रवाइयों को सही ठहराते हैं। असम में 38 से 40% मुस्लिम आबादी है, लेकिन हिमंत सरकार चाहती है कि ये आबादी डर के साए में रहे। काजी सरकार पर विरोध की आवाज दबाने का भी आरोप लगाते हैं। वे कहते हैं, ’इन बुलडोजर कार्रवाइयों में लगातार मानवाधिकारों का हनन हो रहा है। विरोध करने वालों पर सरकार झूठे केस लगाकर दबाने की कोशिश करती है। काजी गुवाहाटी हाईकोर्ट पर भी सवाल उठाते हैं। वे कहते हैं, ’अर्जी लगाने पर कोर्ट इन कार्रवाई को सही ठहरा देता है। हालांकि कोर्ट ने कहा है कि लोगों के लिए दूसरी जगह रहने का इंतजाम किया जाए, मगर असम सरकार ये नहीं कर रही। हमें सरकारी जमीन खाली कराने से दिक्कत नहीं है, लेकिन सिर्फ मुसलमानों को बेदखल किया जाना और दूसरी जगह न देना गलत है।’ प्रशासन बोला- फॉरेस्ट रिजर्व एरिया में कोई भी कब्जा अवैध लोगों के आरोपों को लेकर हमने लोकल प्रशासन से बात करने की कोशिश की। लुटीमारी कामपुर सर्किल ऑफिस में आता है। कामपुर सर्किल ऑफिसर अनन्या लाहकर से हमने बात करने की कोशिश की। उन्होंने हमारा कॉल नहीं उठाया और मैसेज का भी जवाब नहीं दिया। हालांकि सर्किल ऑफिस में एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बात की। उन्होंने बताया, ‘लगभग 1,700 परिवारों ने कई सालों से आरक्षित 5,962 बीघा वन भूमि पर कब्जा कर रखा था। इन परिवारों ने धीरे-धीरे इकोलॉजिकली सेंसिटिव जोन में बस्तियां बना लीं। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के नोटिस के बाद भी लोग हटने को तैयार नहीं थे।’ कार्रवाई में धर्म के आधार पर भेदभाव के आरोपों को अधिकारी गलत बताते हैं। वे दावा करते हैं कि बिना किसी भेदभाव के कब्जा करने वालों पर कार्रवाई की गई। फॉरेस्ट रिजर्व एरिया के अंदर किसी भी तरह का कब्जा अवैध माना जाता है। BJP बोली- घुसपैठियों को कांग्रेस ने बसाया असम सरकार पर मुस्लिम विरोधी कार्रवाई के आरोपों को लेकर हमने डिप्टी स्पीकर नुमल मोमिन से बात की। वे जमीन खाली कराने की कार्रवाई को जायज ठहराते हैं। वे कहते हैं कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों को हटाना पूरी तरह न्यायोचित है। सरकार के रुख को लेकर नुमल मोमिन कहते हैं, ‘संदिग्ध तत्वों और बाहरी घुसपैठियों को असम के किसी भी हिस्से में बसने की अनुमति नहीं दी जाएगी। CM हिमंत ने ये साहसी कदम उठाया है, जो चुनाव के बाद भी जारी रहना चाहिए। असम की जनता ने हमें वोट देकर सत्ता सौंपी है, ताकि हम जमीन की रक्षा करें और ये कदम जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप ही है।‘ नुमल मोमिन मानते हैं कि ये कदम बहुत पहले उठाया जाना चाहिए था, लेकिन देर से आए दुरुस्त आए। दस्तावेजों और सरकारी सुविधाओं के सवाल पर नुमल मोमिन कहते हैं, ‘ये लोग सरकारी जमीन पर ही अतिक्रमण करके बैठे थे। जो सुविधाएं उन्हें मिलीं, वे कांग्रेस सरकार की नीतियों का नतीजा हैं। कांग्रेस का मकसद असम को इस्लामिक स्टेट में बदलना था, इसलिए बांग्लादेश से आए घुसपैठिए मुसलमानों को जमीन, दस्तावेज और सुविधाएं देकर बसाया गया।‘ नागांव में पहले भी बंगाली मुस्लिमों के घरों पर बुलडोजर चलानागांव में इससे पहले भी बड़ी बुलडोजर कार्रवाई हो चुकी हैं। फरवरी 2023 में नागांव जिले के बुरहा चापोरी वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी में दो दिनों तक कार्रवाई हुई। तब भी आरोप लगे थे कि सिर्फ 2,500 से ज्यादा बंगाली मुस्लिम परिवारों के घरों, आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों को ध्वस्त किया गया। 19 दिसंबर 2022 को बटद्रवा में करीब 500 परिवारों के घरों, स्कूलों और मस्जिदों पर बुलडोजर चला। यहां भी बंगाली मुस्लिम परिवारों पर कार्रवाई करने के आरोप लगे थे।..........................ये खबर भी पढ़ें... कैसे ढह गया इंडिगो का सिस्टम, क्राइसिस की इनसाइड स्टोरी ‘मैं करीब 10 साल से एयरलाइन इंडस्ट्री में काम कर रहा हूं। आज तक इतना बड़ा संकट नहीं देखा। मुझे लगता है कि इंडिगो की दिक्कत किसी दूसरे की नहीं, बल्कि कंपनी की खुद की बनाई हुई है। मैंने अपने कई साथी पायलट से भी बात की, तब इस नतीजे पर पहुंचा हूं।’ 34 साल के पायलट कैप्टन रोहित सक्सेना (बदला हुआ नाम) एयरलाइन कंपनी इंडिगो में 3 साल से काम कर रहे हैं। रोहित को 5 हजार फ्लाइंग अवर्स का अनुभव है। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 12 Dec 2025 5:02 am

चीन-जापान में तनातनी तेज', वॉरशिप से लेकर फाइटर जेट्स तक की हो रही तैनाती; तीसरे 'वर्ल्ड वॉर' का बढ़ा डर!

China-Japan Military Tension: ताइवान को लेकर चीन-जापान के बीच सैन्य तनातनी अब बड़ी मोर्चाबंदी की ओर बढ़ती दिख रही है. चीन के साथ जहां रूस खुलकर आ गया है. वहीं जापान के साथ अमेरिका खड़ा हो गया है.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 11:41 pm

DNA: दूसरों को जंग रोकने की नसीहत देने वाले ट्रंप खुद कर रहे अटैक की तैयारी, निशाने पर है ये देश, बस मौके का इंतजार

Thailand-Cambodia Military Conflict: दूसरे मुल्कों के झगड़े में कूदकर शांति-शांति चिल्लाने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब खुद हमले की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने अटैक के लिए टारगेट भी चुन लिया है. बस अब सही मौके का इंतजार किया जा रहा है.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 11:29 pm

VIDEO: 15,000 फीट ऊंचाई से लगाई छलांग, लेकिन प्लेन की टेल में उलझ गया पैराशूट; डर से कांप उठा स्काइडाइवर फिर...

Para Jumping News: जरा सोचिए, आप 15 हजार फीट की ऊंचाई से छलांग लगा रहे हों और तभी आपके पैराशूट की रस्सियां प्लेन की टेल में फंस जाएं. ऐसे में आपके जी पर क्या बीतेगी. ऑस्ट्रेलिया में ऐसा ही एक डरावना वाकया सामने आया है.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 10:17 pm

इमरान खान की बहन अलीमा खान के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी, दो साल पुराने डी- चौक मामले में कोर्ट का एक्शन

पाकिस्तान के पूर्व पीएम और पीटीआई संस्थापक इमरान खान की बहन अलीमा खान को दो साल पुराने डी- चौक मामले में एंटी टेररिज्म कोर्ट ने अवमानना नोटिस के साथ जमानती अरेस्ट वारंट जारी किया है। स्थानीय मीडिया ने इसकी जानकारी दी है

देशबन्धु 11 Dec 2025 7:02 pm

मेलोनी ने ज़ेलेंस्की से की मुलाकात, यूक्रेन में जारी संघर्ष को सुलझाने का किया आग्रह

इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने यहां यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात के दौरान यूक्रेन में जारी संघर्ष को सुलझाने का आग्रह किया है

देशबन्धु 11 Dec 2025 2:29 pm

दुनिया भर में सबसे ज्यादा खजानों वाली 4 जगहें, कल्पना से भी ज्यादा छिपा है सोना-चांदी

Worlds Largest Treasures: खजानों के बारे में सुनना बड़ा रोमांचक लगता है. कहीं सदियों पुराने मंदियों में, तो कहीं डूबे जहाजों में. दुनिया भर में ऐसी कई जगहे हैं, जहां आपकी कल्पना से भी ज्यादा सोना-चांदी छिपा मिल जाएगा.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 1:57 pm

बांग्लादेश में चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां शुरू, आज हो जाएगा तारीखों का ऐलान

बांग्लादेश में 13वें राष्ट्रीय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। इस बीच बांग्लादेशी मीडिया ने जानकारी दी है कि चुनाव और जुलाई नेशनल चार्टर (रिफॉर्म चार्टर) पर जनमत संग्रह का शेड्यूल गुरुवार शाम 6 बजे घोषित किया जाएगा

देशबन्धु 11 Dec 2025 1:34 pm

मोदी-पुतिन की सेल्फी पर अमेरिका में बवाल...फंस गए डोनाल्ड ट्रंप!...विपक्ष ने लगाए गंभीर आरोप

Modi Putin Car Selfie: प्रधानमंत्री मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की मशहूर कार सेल्फी अमेरिकी संसद में भी दिखाई गई. सांसद सिडनी कामलागर-डोव ने विदेश नीति पर एक सुनवाई के दौरान इस फोटो वाला पोस्टर उठाया और कहा कि अमेरिका की नीतियां भारत को रूस के और करीब धकेल रही हैं. उन्होंने टैरिफ से जुड़े फैसलों को लेकर ट्रंप सरकार को चेतााया है.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 12:43 pm

ट्रंप के टैरिफ से जुड़े फैसलों को लेकर डेमोक्रेट्स ने दी चेतावानी, कहा-इन नीतियों से भारत को खो देगा अमेरिका

अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ से जुड़े फैसलों को लेकर डेमोक्रेट्स ने उन्हें चेताया है। उनका कहना है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ सिस्टम और नई दिल्ली के प्रति टकराव वाला रवैया सही नहीं है। यह अमेरिका के सबसे अहम साझेदारों में से एक को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकता है

देशबन्धु 11 Dec 2025 10:54 am

हे भगवान! जंगल के सारे पेड़ 'लगड़े' क्यों हो गए?

ऐसा कैसे हो गया? यह तस्वीर आपको हैरान जरूर करेगी. वीडियो देखेंगे तो लगेगा कि यह शायद कोई डरावनी फिल्म का कोई सीन बनाया गया हो लेकिन सच्चाई यह है कि इस जंगल के सारे पेड़ ऐसे ही हैं. पर कैसे?

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 10:44 am

नेपाल: संविधान में संशोधन की तैयारी कर रही अंतरिम सरकार, चुनावी प्रणाली में सुधारों के लिए 'जेन-जी' और सरकार के बीच हुआ 10 सूत्रीय समझौता

नेपाल की अंतरिम सरकार मौजूदा संविधान में संशोधन की दिशा में कदम उठाएगी। इन संशोधनों का मकसद आबादी के आधार पर पूरी तरह इसके अनुरूप और समावेशी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना व प्रमुख सरकारी पदों पर चुने गए अधिकारियों के लिए कार्यकाल की सीमा तय करना है

देशबन्धु 11 Dec 2025 10:35 am

वो 5 ‘सुपर पावरफुल राजवंश’, जिन्होंने सदियों तक दुनिया पर किया राज; फिर कैसे हो गया अंत?

Worlds Most Powerful Dynasties: इतिहास में कई बार ऐसा दौर आया जब कुछ चुनिंदा परिवारों ने बड़े साम्राज्यों पर शासन किया. इन राजवंशों की शक्ति सीमाओं से परे जाकर पूरी सभ्यता को प्रभावित करती रही. इनके शासनकाल में युद्ध, प्रशासन, संस्कृति, व्यापार और कला के साथ कई चीजें बदल गई. आज हम आपको उन्हीं राजवंशों के बारे में बताने वाले हैं.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 9:00 am

कौन हैं स्‍वीडन की शहजादी सोफिया जो नोबेल प्राइज समारोह में नहीं आ पाईं? एप्‍सटीन के Sex Scandal में आया नाम

Sweden Princess Sofia skips Nobel Prize Ceremony: 10 दिसंबर 2025 यानी बुधवार को आयोजित नोबेल पुरस्कार समारोह में स्वीडिश शाही परिवार ने अपनी चमक बिखेरी, लेकिन परिवार का एक अहम सदस्य समारोह में शामिल नहीं था. ये कोई और नहीं बल्कि प्रिंसेस सोफिया हैं, जो नोबेल प्राइज समारोह में नहीं पहुंचीं. इसके पीछे एक बड़ी वजह सामने आई है.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 7:52 am

ट्रंप बोले- ‘यूक्रेन चुनाव कब’? मार्शल लॉ, युद्ध और राजनीतिक तनाव के बीच बढ़ी जेलेंस्की की मुश्किलें

Trump Zelenskyy Statement: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार यानी 10 दिसंबर को कीव की आलोचना की, साथ ही उन्होंने यूक्रेन के प्रेसिडेंट वोलोडिमिर जेलेंस्की को लेकर कहा कि उन्हें युद्ध के बारे में रियलिस्टिक रहना होगा और यह सवाल करना होगा कि यूक्रेन अपना अगला चुनाव कब कराने के बारे में इरादा रखता है.

ज़ी न्यूज़ 11 Dec 2025 7:17 am

अमेरिका: हादसे के बाद भारतीय लड़की कोमा में, पिता की मदद करने आगे आए कम्युनिटी ग्रुप

सैन जोस की एक युवा भारतीय लड़की इस महीने की शुरुआत में हुए एक भयानक हादसे के बाद कोमा में है, जिसके बाद कम्युनिटी ग्रुप्स से उसे काफी सपोर्ट मिल रहा है

देशबन्धु 11 Dec 2025 6:00 am

ब्लैकबोर्ड- रंग-रूप पर तंज से साइको किलर बनी महिला:पहले चार सुंदर बच्चों को मारा, फिर अपना बच्चा भी मार दिया

‘जिस टब में मेरी बेटी विधि की जान गई, वह टब आमतौर पर खाली रहता था। पूनम ने मेरी बच्ची को बहलाकर टब में पानी भरवाया, फिर टब खींचकर अंदर ले गई। जैसे ही मौका मिला, पूनम ने कसकर मेरी बेटी की गर्दन दबोची और पानी में डुबो दिया। छटपटाते हुए मेरी बच्ची की जान चली गई। टब के पानी में वो कुरकुरे तैर रहे थे,जो मेरी बच्ची खा रही थी।’, ये कहते हुए 6 साल की विधि के पापा संदीप रो पड़े। ब्लैकबोर्ड में इस बार उस महिला की स्याह कहानी, जिसके रंग-रूप पर तंज ने उसे भीतर से इतना तोड़ा कि वो साइको किलर बन गई और बच्चों को मारने लगी। सोनीपत में संदीप के घर के बाहर सन्नाटा फैला हुआ है। 1 दिसंबर को इस घर में 6 साल की बच्ची की मौत हुई है। घर के अंदर पहुंचने पर एक अजीब सी खामोशी महसूस हुई। यहां मेरी मुलाकात सबसे पहले संदीप से हुई। आंखों में आंसू लिए संदीप कहते हैं कि पूनम मेरी चचेरी बहन है, उसने मेरी बच्ची को मार दिया, वो साइको किलर है। 1 दिसंबर को संदीप बारात में जाने के लिए तैयार हो रहे थे। विधि उनके पास खेल रही थी। वह बताते हैं, ‘सोचा साथ ले जाऊं… फिर जाने क्यों कह दिया कि घर पर मम्मी के साथ खेलो। कुछ ही दूर पहुंचे थे कि फोन आया- विधि गायब है। 'मैं भागते हुए घर पहुंचा, एक-एक कमरा देखा, कहीं नहीं मिली। उसकी मां का दिल बैठ गया; आखिर में हम उस कमरे में गए जहां बच्चे कभी जाते ही नहीं थे। वहां पानी भरे टब में मेरी बेटी की लाश पड़ी थी।' संदीप बहुत धीमे, लेकिन साफ शब्दों में कहते हैं, ‘वह साइको नहीं… बहुत होशियार है। विधि को मारने से पहले चूड़ियां उतार दीं, ताकि फिंगरप्रिंट न आएं। गला दबाने के लिए उसकी जर्सी का इस्तेमाल किया। नीचे आई तो कपड़े गीले थे- यहीं गलती कर गई। किसी को बोली बच्चे ने उल्टी कर दी, किसी से कहा दूध गिर गया, किसी से कहा पीरियड्स… हर किसी के सामने अलग कहानी। यही बदलते बयान इसे ले डूबे।’ वह फुसफुसाते हैं, ‘इसे बर्दाश्त नहीं था कि कोई बच्ची बड़ी होकर उससे ज्यादा सुंदर बने… इसलिए एक-एक कर खत्म कर दिया। खुद को बचाने के लिए वह अजीब नाटक करती रही- कभी अलमारी में आग, कभी सूट फाड़ना, कभी पंखे से लटकने का ढोंग। घर में कैमरा लगते ही सब रुक गया, तब समझ आया कि साया नहीं, उसका छल था।' खुद को संभालते हुए संदीप बताते हैं, ‘ये पहली बार नहीं था… 2021 में पूनम ने मेरी बच्ची पर गर्म चाय उड़ेली थी। साफ दिख रहा था कि जान-बूझकर किया।’ ‘उसने अपने बेटे को भी मार दिया था, ताकि किसी को उस पर शक न हो। 2023 में मेरी भांजी की लाश भी उसी हौद में मिली थी, जिसमें पूनम का अपना बेटा भी डूब गया था। हमने सोचा बच्चे खेलते-खेलते गिर गए होंगे… उसका बेटा भी मरा था, इसलिए किसी को शक नहीं हुआ'। संदीप से मिलने के बाद मैं पूनम के मायके पानीपत पहुंची। उस घर के दरवाजे पर कदम रखते ही एक ऐसी खामोशी महसूस होती है, जैसे दीवारें भी किसी अनकहे डर से सिमट गई हों। भीतर उनके ताई के बेटे सुरेंद्र बैठे थे- चेहरे पर थकान, आंखों में गुस्सा और आवाज में दर्द। सुरेंद्र धीमी आवाज में कहते हैं, ‘पूनम… बचपन से सुनती आई थी कि वो अपने भाई-बहनों से कम सुंदर है। शादी के बाद लोग कहते- जेठानी उससे कई गुना सुंदर है। जब बच्चे हुए तो उनकी भी तुलना… कौन गोरा, कौन सांवला। वो कुछ नहीं बोलती थी, पर हर तंज उसकी रग-रग में उतर जाता था।'’ यह बातचीत चल ही रही थी कि उनकी पत्नी पारुल भी आकर बैठ गईं। उन्होंने गहरी सांस ली, जैसे किसी भारी सच को फिर से उठाने वाली हों। पारुल कहती हैं, ‘उसके मन में तो शुरू से ही सुंदरता का डर बैठा था- कौन अच्छा दिखता है, कौन नहीं। घर में लोग उसकी दूसरे से तुलना करते थे… गोरे, सांवले की बात उसके दिमाग में घर कर गई थी। शादी के बाद जेठानी की सुंदरता उसकी आंखों में जैसे कील बनकर ठोक दी गई थी।’ पारुल का गला भर आया- ‘वो दुबली थी… लोग कहते, इस पर कपड़ा नहीं जंचता। शरीर ठीक नहीं है। ऐसी बातें इंसान को बाहर से नहीं, भीतर से घुन की तरह खा जाती हैं। शायद उसके मन में डर था कि कहीं उसके बच्चे का भी वैसा ही न मजाक बने।’ सुरेंद्र ने थके हुए चेहरे पर हाथ फेरा, जैसे किसी ऐसे रिश्ते को याद कर रहे हों, जो अब सच के बोझ से टूट चुका है। वह कहते हैं, ‘पूनम… हमारे ही खून की थी,’ उन्होंने धीमे स्वर में कहा। ‘मेरे पिताजी और उसके पिताजी सगे भाई… हमारी मांएं सगी बहनें। दोहरी रिश्तेदारी- पूनम मेरी चाची की बेटी भी थी और मौसी की भी। घर की ही बच्ची।’ वो कुछ पल चुप रहे, फिर बोले- ‘पर बचपन से उसमें एक अजीब-सा गुस्सा था… ऐसा जो बोलता नहीं था, सिर्फ भीतर-भीतर घुटता रहता था। पढ़ी-लिखी थी- एमए, बीएड। दिखने में शांत, समझदार। समाज में उठती-बैठती थी, लेकिन अंदर एक खामोशी थी… ऐसी खामोशी जिसमें कुछ दबा रहता है।’ सुरेंद्र बताते हैं, 'पूनम ने कभी किसी से बदजबानी नहीं की, मगर अगर किसी से नाराजगी हो गई, तो उससे हमेशा के लिए बात करना बंद कर देती थी। उसकी यही आदत थी- 'जैसे लोगों को अपने मन से काट देना ही उसका सबसे बड़ा हथियार हो।’ सुरेंद्र उस मनहूस रात को याद करते हैं, जिस दिन पूनम ने उनके भाई दीपक की बेटी जिया को मारा। वह बताते हैं- रात करीब साढ़े 3 बजे उनकी पत्नी ने देखा था, पूनम पशुओं के बाड़े की तरफ गई और कुछ देर बाद वापस लौटी। पूनम उन दिनों मायके में ही थी; ससुराल में किसी बात को लेकर मामूली कलह हुई थी और वह पिछले चार-पांच महीनों से यहीं थी। उसने उस दिन कहा था- ‘जिया ने उसे अपने साथ सोने को बुलाया है।’ लेकिन घर में किसी को नहीं पता था कि जिया ने सच में बुलाया था या वह खुद चली गई। जिया, दीपक की नौ साल की बेटी- चंचल, गोरी-सुंदर लड़की घर की धड़कन थी। उसी शाम उसने अपने कमरे में नई अलमारी रखवाई थी और देर रात तक कपड़े जमाने में मग्न थी। सुबह जिया की मां उसे जगाने गई तो बिस्तर खाली मिला। कमरे में सिर्फ पूनम और उसका बेटा सो रहे थे। जिया न कमरे में थी, न घर में, जबकि दरवाजा अंदर से बंद था। सबने सोचा शायद वह छत पर होगी- पर वहां भी नहीं। तभी दीपक की नजर छत के नीचे बने पशु-हौद पर पड़ी- पानी की सतह पर जिया का कपड़ा तैर रहा था। पास जाकर देखा- हौद के अंदर जिया का शव पड़ा था। सुरेंद्र कहते हैं- वे उस रात नौकरी पर नाइट शिफ्ट में थे। खबर मिलते ही घर दौड़े। तभी उनकी पत्नी ने उन्हें अलग ले जाकर बताया- रात में उसने पूनम को उसी हौद की तरफ जाते देखा था। उसके हाथ में कुछ था, पर अंधेरा इतना घना था कि पहचान न सकी। सुरेंद्र बताते हैं कि जैसे ही उन्हें यह सब पता चला, उनका शक सीधे पूनम पर गया। उनके मन में 2023 की वह भयावह याद भी कौंधी, जब पूनम का बेटा और उसकी ननद की बेटी पानी की टंकी में गिरकर मारे गए थे। सुरेंद्र कहते हैं- उन्हें तब भी लगा था कि पूनम किसी तांत्रिक या अंधविश्वास के जाल में फंस गई है; ‘मुक्ति-कर्म-पाप’ जैसे शब्द बोलती थी। तीनों मौतें एकादशी के दिन हुईं, और हर बार बच्चे पानी में डुबोए गए- उन्हें यह कभी संयोग नहीं लगा। सुरेंद्र साफ कहते हैं- लोग पूनम को ‘साइको’ कह रहे हैं, लेकिन वह पागल नहीं थी। ‘जिस औरत ने शक हटाने के लिए अपने बेटे को पहले मारने का फैसला कर लिया हो, वह पागल नहीं- ठंडे दिमाग से चाल चलने वाली है।’ वे हौद के पास खड़े होकर बताते हैं- पत्नी की बात पर किसी ने यकीन नहीं किया। सबने कहा, ‘लड़की नींद में गिर गई होगी।’ सुरेंद्र यहीं रुकते हैं। आवाज भारी हो जाती है। फिर धीमे से कहते हैं- ‘जब उसने खुद कबूल किया कि जिया को उसी ने मारा है, तभी सबको यकीन हुआ कि हम झूठ नहीं बोल रहे थे। पुलिस जब उसे लेकर आई, उसके चेहरे पर न डर था, न पछतावा। वह ऐसे खड़ी थी- जैसे कुछ हुआ ही न हो।’ सुरेंद्र की पत्नी पारुल भी वही बात दोहराती हैं। वह हौद की तरफ उंगली उठाती हैं- ‘पूनम इसी रास्ते से गई थी… हमारी गुड़िया वहीं मिली थी।’ कहते-कहते उनकी आवाज कांपने लगती है। ‘मुझे उसी रात समझ आ गया था कि यह काम उसी ने किया है, पर मेरी बात मानने वाला कोई नहीं था। सबको लगा कि बच्ची नींद में गिर गई होगी। हम तो रात में कई बार पशुओं को देखने जाते हैं, इसलिए जब मैंने उसे जाते देखा, मैंने भी सोचा होगा किसी काम से गई है।’ पारुल गहरी सांस लेकर रुकती हैं, ‘अगर उस रात किसी ने मेरी बात सुन ली होती, तो शायद कहानी यहीं खत्म हो जाती, लेकिन नहीं- वो तो कई बच्चों की जिंदगी लेकर ही रुकी। और आज भी उसके चेहरे पर एक पल को भी पछतावा नहीं।’ वे कहती हैं कि पूरे परिवार को अब साफ दिखता है कि पूनम अपने दुख, जलन, तुलना और अंधविश्वास के बोझ में धीरे-धीरे इतनी डूबती चली गई कि एक दिन इंसानियत की आखिरी रेखा भी पार कर गई। वहीं, जिया की मां प्रिया उस अलमारी की तरफ इशारा करती हैं- वही, जिसकी शेल्फों में जिया ने उस रात बड़े चाव से अपने कपड़े सजाए थे। प्रिया की उंगलियां अलमारी के हैंडल पर रुक जाती हैं। ‘यही अलमारी वह खुद के लिए लेकर आई थी… कपड़े जमाते-जमाते ही पूनम के पास सोने चली गई थी,’ उनकी आवाज टूटती है। वह बताती हैं कि पूनम जिया की सुंदरता की शिकायत भी प्यार की तरह करती थी- कहती थी कि जैसे-जैसे बड़ी हो रही है और भी खूबसूरत होती जा रही है…’ प्रिया बातचीत करते हुए जिया के कमरे में ले जाती हैं। बिस्तर की तरफ उंगली उठाते हुए धीरे से कहती हैं- ‘यहीं वह पूनम के साथ सोई थी उस रात।’ यह कहते ही उनकी आंखें छलक आती हैं। वह आगे कहती हैं- ‘बेटी की मौत के बाद भी पूनम ऐसे आती-जाती रही जैसे कुछ हुआ ही न हो। हमसे हंसकर बात करती, हमारे बीच बैठती… हमें कभी नहीं लगा कि उसी ने हमारी बच्ची का सब कुछ छीन लिया है।’ वे खिड़की की तरफ देखती हैं, जैसे जिया की परछाईं वहीं कहीं हो। ‘मेरी बेटी तो शाम के बाद अंधेरे में बाहर कदम भी नहीं रखती थी। बाथरूम तक मुझे साथ ले जाती थी। मैं समझ नहीं पाई…पूनम के मन में यह भाव बचपन से बैठा था कि वह सुंदर नहीं है- और शायद वही हीनता धीरे-धीरे उसके भीतर सुंदर बच्चों के खिलाफ जहर बनकर जमती चली गई।’ पूनम की मां दरवाजे की चौखट पकड़कर खड़ी थीं। धीमे से बोलीं, ‘शादी से पहले मेरी बच्ची बिल्कुल ठीक थी… कभी किसी ने उसकी शिकायत नहीं की। हमारे घर में तो वह हंसती-बोलती, सबकी चहेती थी।’ उनकी आंखें फर्श पर टिक जाती हैं, आवाज और भारी हो जाती है- ‘जो कुछ भी हुआ… शादी के बाद हुआ। हमें तो अंदाजा भी नहीं था कि उसके मन में कौन-सा तूफान पल रहा है, कौन-सी आग उसे भीतर से खा रही है। वह कभी कुछ बोली ही नहीं… और हम समझते रहे कि सब ठीक है।’ मां के होंठ सख्त हो जाते हैं, जैसे दर्द गुस्से में बदल गया हो- ‘लेकिन उसने जैसा किया है… अब वैसा ही भोगेगी। हमने उसे जन्म दिया था, ये पाप नहीं… ये अंधेरा उसने खुद चुना। अब उसकी सजा भी उसे ही काटनी होगी।’ पुलिस के मुताबिक, पूनम की कहानी किसी साधारण अपराध की नहीं, बल्कि सुंदरता को लेकर जन्मी नफरत की दास्तान है। जांच में सामने आया कि उसे खूबसूरत बच्चों से चिढ़ होती थी- इतनी गहरी, इतनी खतरनाक कि उसने सबसे पहले निशाना अपने ही घर के मासूमों को बनाया। शक न उठे, इसलिए उसने अपने ही बेटे को पानी में डुबोकर मार दिया- ठंडे दिमाग से, बिल्कुल उसी तरीके से जैसे बाकी बच्चियों को। कुल चार बच्चे… चार मासूम जिनकी एक-एक सांस उसने अपनी जलन में घोंट दी। और हर बार उसने वही बच्चियां चुनीं जिन्हें वह अपने से ज्यादा सुंदर मानती थी। पुलिस वालों के मुताबिक, उसके भीतर एक डर सालों से सड़ता रहा- ‘ये बच्चियां बड़ी होकर मुझसे सुंदर न हो जाएं।’ (नोट- पुलिस ने पूनम के बयान दर्ज किए हैं, लेकिन अभी यह साबित नहीं हुआ है कि महिला साइको किलर ही है। जांच-पड़ताल जारी है) -------------------------------------------- 1- ब्लैकबोर्ड- बेटी ने मारा तो घर छोड़ा:बस के नीचे मरने पहुंचे, भाई ने फर्जी साइन से पैसे हड़पे, वृद्धाश्रम में रोज सुबह सोचते हैं- कोई लेने आएगा मेरे बच्चे नहीं हैं। पत्नी की मौत के बाद अकेला हो गया था। मुझे आंख से दिखाई नहीं देता। एक रिश्तेदार के यहां रहने चला गया। वहां बहुत जलील हुआ तो एक दूसरे रिश्तेदार के यहां रहने पहुंचा, लेकिन उन्होंने अपने यहां रखने से साफ मना करा दिया। उस दिन मन में विचार आया कि सब खत्म कर दूं। सोचा कि यमुना में कूद जाऊं। फिर मरने के लिए एक बस डिपो पर गया। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- ब्लैकबोर्ड-पत्नी को लोग कोठेवाली समझते हैं:जीबी रोड का पता देख बच्चों को एडमिशन नहीं मिलता; दोस्त कहते हैं चलो तुम्हारे घर मौज करते हैं हलचल भरी दिल्ली में शाम ढलने लगी थी। मैं शहर के जीबी रोड पहुंची। इसे रेड लाइट एरिया भी कहा जाता है। यह इलाका सेक्स वर्क के लिए बदनाम है। दूर से ही सेक्स वर्कर्स के कोठे नजर आ रहे थे, जिनकी खिड़कियों से सजी-संवरी महिलाएं झांक रही थीं। एक-एक करके ग्राहक बाहर बनी सीढ़ियों से उन कोठों पर जा रहे थे। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें

दैनिक भास्कर 11 Dec 2025 5:10 am

गाजा पीस प्लान के दूसरे चरण पर घोषणाएं ‘जल्द’: इजरायल में बोले अमेरिकी राजदूत

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत माइक वाल्ट्ज ने कहा कि गाजा शांति योजना के दूसरे चरण पर महत्वपूर्ण घोषणाएं बहुत जल्द होने वाली हैं

देशबन्धु 11 Dec 2025 4:40 am

बांग्लादेश: भत्ते की मांग को लेकर वित्त सलाहकार को सचिवालय में बंधक बनाया गया

बांग्लादेश के वित्त सलाहकार डॉ. सालेहुद्दीन अहमद को बुधवार दोपहर उनके कार्यालय में ही बंधक बना लिया गया

देशबन्धु 10 Dec 2025 11:25 pm

बांग्लादेश में चुनावी सुगबुगाहट तेज, एनसीपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की

बांग्लादेश में अगले साल होने वाले आम चुनाव को लेकर कवायद तेज हो चुकी है। राजनीतिक दलों के बीच सियासी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। राजनीतिक दलों ने अपने-अपने पत्ते खोलने शुरू कर दिए हैं

देशबन्धु 10 Dec 2025 11:09 pm

इलाज कराने आई महिला मरीजों का बनाता था सीक्रेट वीडियो, US आर्मी का डॉक्टर अरेस्ट, फोन से हजारों फोटो बरामद

US News in Hindi: इलाज के लिए अमेरिकी सेना के पास जाने वाली सैकड़ों महिलाओं के सीक्रेट वीडियो और फोटो बना लिए गए. लेकिन एक दिन इलाज करने वाले सेना के डॉक्टर का राज खुल ही गया. उसके फोन से हजारों अश्लील फोटो और वीडियो मिले हैं.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 9:20 pm

ट्रंप की नई अमेरिकी सुरक्षा रणनीति एशिया के लिए कितना मायने रखती है?

अमेरिका की नई राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति में एशिया के लिए लोकतांत्रिक मूल्यों पर जोर नहीं दिया गया है. ट्रंप प्रशासन समझौते करने, सैन्य ताकत बढ़ाने और सहयोगी देशों से ज्यादा खर्च करवाने पर जोर दे रहा है

देशबन्धु 10 Dec 2025 6:48 pm

दुनियां का इकलौता सांप जो रखता है हाथी को भी ढेर करने की ताकत, सिंगल बाइट में मौत की गारंटी!

Deadly Snake: यूं तो दुनिया में एक से एक खतरनाक और जहरीले जीव मौजूद हैं. इन्हीं जहरीले जीवों में से एक है सांप. जिसको देखकर ही लोगों की सांसें थम जाती हैं. इन्हीं सांपों की दुनिया का एक ऐसा सांप है जो एक ही बार में इतना जहर छोड़ता है कि इंसान तो छोड़ो पूरे हाथी तक को कुछ घंटों में मारने के लिए काफी है. चलिए जानते हैं ये कौन सा सांप है और एक बार में कितना जहर छोड़ता है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 5:36 pm

इस देश में नोट छापने तक के लिए कागज के लाले, अखबारों की छपाई हुई आधी; गुस्साए शासक ने दे दिया बड़ा फरमान

Paper Crisis in This Country: जरा सोचिए कि दुनिया के शक्तिशाली देशों में शुमार वो मुल्क, जो परमाणु हथियार से लैस है. उसके पास बैंक नोट छापने तक के लिए कागज नहीं है. वहां पर अखबारों का सर्कुलेशन आधा हो चुका है. हालात से परेशान देश के शासक ने बड़ा फरमान जारी कर दिया है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 5:20 pm

China-Japan Tension: सातवें आसमान पर चीन-जापान की टेंशन, 'ड्रैगन' की मदद के लिए आए रूसी बॉम्बर, क्या बोला US?

China-Japan Tension: जापानी रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार देर रात कहा कि जापान ने देश भर में जॉइंट पेट्रोलिंग कर रही रूसी और चीनी एयर फोर्स पर नजर रखने के लिए जेट भेजे हैं. दो रूसी टीयू-95 न्यूक्लियर-कैपेबल स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स ने जापान सागर से पूर्वी चीन सागर की ओर उड़ान भरी ताकि दो चीनी एच-6 बॉम्बर्स से मिल सकें और एक लंबी दूरी की जॉइंट फ्लाइट कर सकें.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 4:59 pm

ट्रंप की 'इकोनॉमी मैजिक' फेल! महंगाई ने तोड़ा जनता का दिल, क्यों नाराज हुए लोग?

America News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया पर टैरिफ का दबाव बनाना चाहते हैं लेकिन उनके ही देश में बढ़ रही महंगाई से लोगों में नाराजगी है. ऐसे में उन्हें असंतोष का सामना करना पड़ रहा है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 1:50 pm

'मुझे किस करो, कसकर गले लगाओ', मरने से पहले इस दिग्गज स्टार के आखिरी पल क्या थे? पत्नी ने अब खोले राज, दुनिया हैरान!

Sharon Osbourne reveals husband Ozzy details:शैरन ऑस्बॉर्न ने अपने पति ओजी के आखिरी दिन की कहानी का अब खुलासा किया है. उन्होंने पहली बार पति की मौत के दिन की दिल दहला देने वाली बातें बताईं हैं. पियर्स मॉर्गन के साथ उनके अनसेंसर्ड शो में बात करते हुए उन्होंने जो कहा है, उसे सुनकर पूरी दुनिया हैरान है. आइए जानते हैं आखिर क्या है मामला. क्या है इन दोनों स्टार कपल की कहानी. कौन हैंशैरन ऑस्बॉर्न औरओज़ी ऑस्बॉर्न.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 1:19 pm

Corina Machado: नोबेल अवॉर्ड लेने नहीं जाएंगी मचाडो, आखिर क्या है वजह? 1 साल से हैं गायब

नोबेल पीस प्राइज जीतने वाली वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को लेकर कहा जा रहा है कि वो सम्मान समारोह में शामिल नहीं होंगी. नॉर्वेजियन नोबेल संस्थान का हवाला देते हुए प्रसारक एनआरके ने यह जानकारी दी है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 1:19 pm

'... तो होने वाला है बांग्लादेश का पतन', युनूस को अब किसने दे दी चेतावनी, क्या है शेख हसीना से कनेक्शन?

Bangladesh News: बांग्लादेश की स्थिति लगातार खराब हो रही है. बीते दिन बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को फांसी की सजा दी गई थी. अब इस फैसले को लेकर इंटरनेशनल मानवाधिकार वकीलों ने ये बात कही है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 12:30 pm

नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा ने 2025 के लिए जो भयानक भविष्यवाणियां की थीं, वे कितनी सच हुईं? हकीकत जानकर कांप जाएंगे आप!

साल 2025 खत्म होने को है, लेकिन नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा की डरावनी भविष्यवाणियां कितनी सच हुईं हैं. इस बात को लेकर हर कोई चर्चा कर रहा है. तो नए साल 2026 आने से पहले आज ही जान लेते हैं आखिरनास्त्रेदमस और बाबा वेंगा ने 2025 के लिए जो भयानक भविष्यवाणियां की थीं, वे कितनी सच हुईं हैं?

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 12:08 pm

पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू होंगे अपग्रेड, अमेरिका ने 686 मिलियन डॉलर के हथियार बिक्री की सूचना दी

ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी कांग्रेस को पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमानों को अपग्रेड करने के लिए 686 मिलियन डॉलर की प्रस्तावित हथियार बिक्री की सूचना दी है। इससे यह पैकेज 30-दिन की अनिवार्य समीक्षा अवधि में चला गया है। हालांकि, ट्रंप प्रशासन के इस कदम ने वैश्विक स्तर पर हलचल बढ़ाई है

देशबन्धु 10 Dec 2025 10:48 am

स्पेन : स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी चार दिवसीय हड़ताल पर, सरकार के प्रस्तावित कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन

स्पेन में सरकार के प्रस्तावित कानून के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी चार दिवसीय हड़ताल पर चले गये हैं। कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रस्तावित नये कानून के विरोध में मंगलवार से हड़ताल शुरू की। स्पेनिश कन्फेडरेशन ऑफ मेडिकल ट्रेड यूनियंस (सीईएसएम) ने कहा कि कर्मचारी एक अलग कानून की मांग कर रहे हैं जो उनके पेशे की खास ज़रूरतों को ध्यान में रखे

देशबन्धु 10 Dec 2025 10:13 am

'आसमां से उतरा मौत का साया...', चलती कार पर लैंड कर गया प्लेन, खौफनाक मंजर ने उड़ाए लोगों के होश

Plane Crash Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है. जिसमें एक प्लेन कार को टक्कर मारते हुए नजर आ रहा है. ये खौफनाक मंजर कैमरे में कैद हो गया है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 10:03 am

कमजोर लीडरशिप के कारण होगा यूरोप का पतन, बॉर्डर पॉलिसी पर भड़के ट्रंप; EU को दे दी चेतावनी

Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूरोप के कई देश कमजोर नेतृत्व में हैं और पॉलिटिकल करेक्टनेस में उलझे हैं. उन्होंने यूरोपीय देशों की प्रवासन नीतियों और यूक्रेन संकट में भूमिका को कमतर आंका और यूरोप को चेतावनी दी कि अगर बॉर्डर पॉलिसी नहीं बदली, तो कुछ देश टिक नहीं पाएंगे.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 9:34 am

'मुझे ऐसी महिला अमेरिका में नहीं चाहिए जो अपने भाई से शादी कर ले', मुस्लिम महिला-कांग्रेसी नेता इल्हान उमर के पीछे हाथ धोकर पड़े ट्रंप!

Trump rails againstIlhan Omar:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिम कांग्रेसवुमन इल्हान ओमार पर फिर हमला बोला है. इसके साथ ही उस बात को फिर दोहराया है कि 'वह भाई से शादी करके अमेरिका आई है, उसे उसके देश सोमालिया वापस भेज दो. ट्रंप का इल्हान ओमार पर यह कोई पहली बार हमला नहीं है, ट्रंप सालों से ओमार को टारगेट कर रहे. अब जानें ताजा क्या है माामला.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 8:49 am

ट्रंप का दावा : ‘कमजोर नेताओं’ के कारण यूरोप पतन की ओर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूरोप के कई देशों का नेतृत्व कमजोर लोग कर रहे हैं, और ये देश पतन की ओर बढ़ रहे हैं। यह बात उन्होंने 'पॉलिटिको' को दिए एक इंटरव्यू में कही

देशबन्धु 10 Dec 2025 8:43 am

पड़ोसी ने उड़ाए ऐसे गुब्‍बारे, देखकर इस देश को आया पसीना; खौफ में तुरंत नेशनल इमरजेंसी का किया ऐलान

Lithuania Declares Emergency: हाल ही में लिथुआनिया की सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है. इसका कारण है कि रूस के सहयोगी बेलारूस से मौसम वाले गुब्बारे भेजे जा रहे हैं. लिथुआनिया को इन गुब्बारों से सुरक्षा का खतरा महसूस हुआ है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 8:40 am

नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप, कोई नुकसान नहीं

नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत में मंगलवार रात भूकंप के झटके महसूस किए गए

देशबन्धु 10 Dec 2025 8:24 am

फ्लोरिडा की डेथ चेन का नया रिकॉर्ड, 1989 की क्रूर हत्या के दोषी मार्क जेरॉल्ड्स को मिली मौत की सजा

Florida Record Executions: दशकों पहले घर में घुसकर एक महिला को चाकू मारकर और पीटकर जान से मारने वाले एक आदमी को मंगलवार शाम फ्लोरिडा में फांसी दे दी गई. यह इस साल फ्लोरिडा में 18वी फांसी थी, जो राज्य का अब तक का सबसे ज्यादा साल भर का रिकॉर्ड है.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 8:07 am

न्यूयॉर्क के बाद मियामी में भी Trump की नहीं चली, डेमोक्रेट्स ने तोड़ा 30 साल की हार का रिकॉर्ड

Miami Mayor: एलीन हिंगिस, जो पहले मियामी डेड काउंटी की कमिश्नर रह चुकी हैं वह अब शहर की पहली महिला मेयर बनेंगी. 1990 के दशक के बाद पहली ऐसी मेयर होंगी जो हिस्पैनिक नहीं हैं.

ज़ी न्यूज़ 10 Dec 2025 7:36 am

वंदे मातरम् विवाद से पश्चिम बंगाल के मुस्लिम क्यों नाराज:बोले- हम नहीं तो क्या बांग्लादेशी गाएंगे, बस जबरदस्ती न हो

‘वंदे मातरम् भारत के लोग नहीं गाएंगे, तो क्या बांग्लादेशी आकर गाएंगे। मैं खुद वंदे मातरम् कहता हूं।’ ये बात कह रहे सैयद सलीम कोलकाता के खिदिरपुर मार्केट में रेहड़ी लगाते हैं और वंदे मातरम् गाने के हिमायती हैं। संसद में 8 और 9 दिसंबर को वंदे मातरम् पर बहस हुई। सैयद इस विवाद को गलत मानते हैं। 8 दिसंबर को लोकसभा में PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए। मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए। वंदे मातरम् गीत लिखने वाले बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बंगाल से थे। दैनिक भास्कर ने इस पर चल रही बहस और इसके राजनीतिक मुद्दा बनने पर पश्चिम बंगाल के लोगों खासकर मुस्लिमों से बात की। पढ़िए ये ग्राउंड रिपोर्ट… लोकेशन: कोलकाता का खिदिरपुरमुस्लिम बोले- वंदे मातरम् देश का गौरव, गाने में कोई बुराई नहींखिदिरपुर में 50% से ज्यादा आबादी मुस्लिम है। ये इलाका भवानीपुर विधानसभा सीट में आता है, जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधायक हैं। खिदिरपुर में बंगाली और हिंदी बोलने वाले मुस्लिम रहते हैं। यहीं सैयद सलीम मिले। वंदे मातरम् के बारे में पूछने पर कहते हैं, ‘इसे गाने में कोई बुराई नहीं है। ये गीत देश का गर्व है।’ प्रियंका गांधी ने संसद में कहा कि वंदे मातरम् पर इसलिए बहस हो रही है क्योंकि पश्चिम बंगाल में चुनाव हैं। इस पर सलीम कहते हैं, ‘अगर किसी पार्टी के पास मुद्दा नहीं होगा, तो वह चुनाव कैसे लड़ेगी। सभी पार्टियां आपस में एक हैं, जनता उनके बीच पिसती है।’ खिदिरपुर में ही चाय की दुकान पर देवव्रत विश्वास मिले। वे कहते हैं, ‘वंदे मातरम् का इस्तेमाल तो सभी पार्टियां करती हैं। इसका चुनाव से क्या लेना-देना। संसद में भले ही इस पर बहस हो रही हो, लेकिन बंगाल के चुनाव में इसका असर नहीं दिखेगा। इस चुनाव में TMC जा रही है।’ यहीं हमें शेख निजामुद्दीन और अवधेश राय मिले। अवधेश राय संसद में वंदे मातरम् पर बहस को सही मानते हैं। वे कहते हैं, ‘पश्चिम बंगाल में जाति और धर्म पर वोट डाला जाता है। हिंदू, हिंदू नेता को और मुसलमान, मुस्लिम नेता को वोट देते हैं।’ वहीं शेख निजामुद्दीन कहते हैं, ‘देश में सभी को आजादी है कि वह अपनी पसंद से खाए-पिए और जिए। प्यार से तो ठीक है, लेकिन किसी से जबरदस्ती वंदे मातरम् न बुलवाया जाए। यह ठीक नहीं है। सभी काम मोहब्बत से हो सकते हैं, न कि थोपकर।’ वंदे मातरम् पर मुसलमानों के विरोध पर शेख निजामुद्दीन कहते हैं, ‘मुसलमान किसी भी अल्फाज का विरोध नहीं करता है। यह सब नेताओं के बनाए मुद्दे हैं। कोई भी बात होती है, तुरंत मुसलमानों पर थोप दी जाती है।’ ‘हम कोई चीज खा नहीं सकते, कुछ अल्फाज बोल नहीं सकते क्योंकि ये हमारा निजी मसला है। देश कैसे चलेगा, यह अलग मामला है। कुछ चीजों पर मेरी आंख बंद करने के बाद भी सवाल होगा। इसलिए हमें समझने की जरूरत है कि आखिर वंदे मातरम् गीत के कुछ लफ्ज मुसलमान क्यों नहीं कहना चाहते हैं।’ ‘BJP ने वंदे मातरम् को मुद्दा बनाया, उसे चुनाव में फायदा मिलेगा’बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 1870 में संस्कृत और बांग्ला में वंदे मातरम् लिखा था। 1882 में ये ‘आनंदमठ’ में पहली बार पब्लिश हुआ। कवि रविंद्रनाथ टैगोर ने 1896 में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान इसे पहली बार गाया था। 8 दिसंबर को हुई बहस के दौरान PM मोदी ने बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को ‘बंकिम दा’ कहा, तो TMC सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘बंगाल के लोग इस तरह का कैजुअल लहजा बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ संसद में चल रही बहस पर खिदिरपुर के आशुतोष कुमार राउत कहते हैं, ‘वंदे मातरम् भारत और भारतीयता की पुकार है। इसलिए जब भी हम वंदे मातरम् कहते हैं, तो सीधे भारतीय संस्कृति से जुड़ जाते हैं। इसमें राजनीति नहीं है। वंदे मातरम् को 150 साल पूरे हुए हैं। इसका उत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में BJP ने ये मुद्दा उठाया है, उसे चुनाव में इसका फायदा मिलेगा।’ ‘दिल में वंदे मातरम्, लेकिन जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं’मोहम्मद इरफान अली ग्रेजुएशन के बाद कोलकाता में मोबाइल की दुकान चला रहे हैं। वे आशुतोष के दोस्त हैं। स्कूल में साथ पढ़े हैं। वंदे मातरम् के बारे में पूछने पर इरफान कहते हैं, ‘यह तो अपने-अपने दिल की भावना है। जिसे जो सही लगता है, वह बोलता है। दिल में तो वंदे मातरम् है ही।’ मुस्लिमों के विरोध पर इरफान कहते हैं, ‘मुसलमानों पर लगातार जुल्म हो रहा है। हमारी कौम हर तरह के जुल्म बर्दाश्त कर रही है। इसी तरह अगर वंदे मातरम् जबरदस्ती थोपा जा रहा है, तो इसे भी बर्दाश्त कर लेंगे।’ संसद में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने वंदे मातरम् पर बहस को बंगाल में होने वाले चुनाव से जोड़ दिया। इस पर इरफान कहते हैं, ‘पार्टियां अपने हिसाब से मुद्दे चुनती हैं। हाल में मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद का मामला आया। ममता बनर्जी को मुस्लिमों का हितैषी माना जाता है, लेकिन उनकी पार्टी ने ही बाबरी मस्जिद का विरोध किया है।’ ‘BJP के दिन बुरे, इसलिए गीता पढ़ा रही’संसद में बहस के दौरान तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि यहां वंदे मातरम् पर बहस हो रही है, लेकिन क्या BJP उस गीत की लाइनों को सच में पूरा कर रही है। गीत के मुताबिक, लोगों को साफ हवा, पानी मिले, लोगों को बीच भाईचारा रहे, लेकिन देश के अल्पसंख्यकों की क्या स्थिति है, इससे हम सब वाकिफ हैं। कोलकाता में रहने वाले राइटर सिराज खान बासती भी इस ओर इशारा करते हैं। 7 दिसंबर को BJP ने कोलकाता में गीता पाठ कराया था। इसमें करीब 5 लाख लोग आए थे। सिराज खान बासती इस पर कहते हैं, ‘जब दिन बहुत खराब हो, तो गीता पढ़ा करो, जब सर पर आफताब हो, तो गीता पढ़ा करो।’ वे आगे कहते हैं, ‘BJP के दिन बुरे हैं, इसलिए वह कोलकाता में गीता का पाठ पढ़ा रही हैं। हमारा देश सेक्युलर है, संविधान से चलता है। संविधान में कही भी वंदे मातरम् और जन गण मन गाने की बाध्यता नहीं है, न ही इससे हमारी नागरिकता साबित होती है।' 'अब PM मोदी की जिद है कि आप वंदे मातरम् गाएंगे, तभी भारतीय हैं, तो यह गलत है। आखिर आजादी के 75 साल बाद ऐसा कौन सा बवाल हो गया कि वंदे मातरम् गाना जरूरी हो गया है।’ यूनिवर्सिटी स्टूडेंट बोले- अब वंदे मातरम् पर बहस का मतलब नहींहमने वंदे मातरम् पर युवाओं की राय भी जानी। इसके लिए कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे। थर्ड ईयर में पढ़ रहे सप्तक बांग्ला में बीए कर रहे हैं। आनंद मठ के बारे में पूछने पर कहते हैं, ‘यह प्रोपेगैंडा वाली किताब है। इसमें हिंदुत्व का भाव साफ झलकता है, लेकिन जिस वक्त वंदे मातरम् लिखा गया था, तब देश की स्थिति कुछ और थी। हमें आजादी चाहिए थी। अभी इस पर बहस करने का कोई मतलब नहीं है।’ ‘संसद में बेरोजगारी और महंगाई पर भी तो हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। संसद में बैठे लोग किस तरह की बहस कर रहे हैं। वे आने वाली पीढ़ी को क्या संदेश देना चाहते हैं कि इतने साल पहले जो हुआ, उस पर आज बहस कर रहे हैं।’ इंद्रानुज राय बीए इंग्लिश के थर्ड ईयर के स्टूडेंट हैं। वे कहते हैं, ‘बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने वंदे मातरम् में देश को मां के रूप में दिखाया। देश को मां कहा गया, न कि किसी देवी या मूर्ति की कल्पना की गई थी। इस वक्त वंदे मातरम् पर बहस का मतलब है, देश को असली मुद्दों से दूर करना।’ बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय पर इंद्रानुज कहते हैं ‘उनकी किताब आनंद मठ में कुछ ऐसी बातें हैं, जिसे आज सांप्रदायिक माना जा सकता है, लेकिन जो चीज जिस वक्त लिखी जाती है, उसका उस समय के परिवेश का भी प्रभाव रहता है। उसे देखकर आज जस्टिफाई नहीं किया जा सकता। भले ही उसमें कुछ सांप्रदायिक तथ्य थे, इसके बाद भी वे देश की मुक्ति की बात कर रहे थे।’ ‘जिस वक्त यह किताब लिखी गई, तब अंग्रेजों ने वर्नाकुलर एक्ट पास किया था। इसके तहत सेंसरशिप हो रही थी। किताब पब्लिश होने के बाद उसमें से कुछ हिस्से हटा दिए गए। अगर वे उस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते, तो अंग्रेज किताब पब्लिश नहीं करने देते।’ वहीं, उजान कहती हैं, ‘वंदे मातरम् से ही इंकलाब जिंदाबाद आया है। जिस वक्त बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने आनंदमठ लिखा, उनके विचार हिंदुत्ववादी हो सकते हैं, लेकिन उस वक्त की परिस्थिति अलग थी। हमें वंदे मातरम् को आज की स्थिति के हिसाब से देखना चाहिए।’ एमए के स्टूडेंट जाहिद खान आनंदमठ के बारे में कहते हैं, ‘अगर मैं मुसलमान के तौर पर देखूं तो तो मेरा नजरिया अलग होगा और बंगाली के तौर पर अलग। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय हिंदुत्ववादी मानसिकता के थे, लेकिन इससे उनके काम को नकार नहीं सकते।’ ‘वंदे मातरम् का विरोध इस बात पर निर्भर करता है कि कोई इसे कैसे देख रहा है। हमें यही देखने की जरूरत है कि परेशानी कहां पर है। इस्लाम में देवी-देवताओं की पूजा नहीं की जाती। वंदे मातरम् के आखिरी पैराग्राफ में देवी दुर्गा का जिक्र है। अगर देश को मां की तरह पेश किया गया, तो सब ठीक है। भले ही वह देवी है या कुछ और। मौलाना आजाद ने भी इसे माना था।' मौलाना बोले- देश से मोहब्बत, लेकिन ये खुदा नहींपश्चिम बर्दवान जिले में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जनरल सेक्रेटरी इमाम मौलाना इमदादुल्लाह रशीदी कहते हैं, ‘यह मुल्क हमारे लिए महबूब की तरह है। हमें देश से मोहब्बत है, लेकिन यह हमारा खुदा नहीं है।' 'कोई अपनी पसंद से वंदे मातरम् गाता है, तो कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जिसने कलमा पढ़ा है, अल्लाह पर ईमान रखा है, वह उसे गाने से परहेज करता है। यही बात है, बाकी इसके गाने से हमें कोई एतराज नहीं है। मुल्क का गाना है, अपने ऐतबार से गाया जा सकता है।’ ..................................................... वंदे मातरम् विवाद पर ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें संसद में वंदे मातरम्, लेकिन बंकिमचंद्र चटर्जी का घर खंडहर ‘वंदे मातरम्‘ लिखने वाले बंकिम चंद्र चटोपाध्याय की पांचवीं पीढ़ी से आने वाले सजल चट्टोपाध्याय ममता सरकार की बेरुखी से नाराज हैं। वे कोलकाता में बंकिम चंद्र के घर की जर्जर हालत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं। पश्चिम बंगाल में जब लेफ्ट की सरकार थी, तब इस मकान को लाइब्रेरी बना दिया गया। तभी मरम्मत भी की गई थी। ममता सरकार के आने के बाद से हालत बदतर हो गई है। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 10 Dec 2025 4:58 am

इमरान खान पर क्या चलेगा देशद्रोह का मुकदमा! पाकिस्तान के इतिहास में ही छुपा है जवाब

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देशबन्धु 10 Dec 2025 3:40 am

बांग्लादेश: डेंगू से तीन और मौत, मरने वालों की संख्या 400 के पार

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देशबन्धु 9 Dec 2025 11:39 pm

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Mehul Choksi India:चोकसी ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर यह मांग की थी कि उसे भारत प्रत्यर्पित ना किया जाए. लेकिन कोर्ट ने उसकी यह मांग मंगलवार को खारिज कर दी. यानी अब मेहुल चोकसी के भारत आने का रास्ता साफ हो गया है.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 11:01 pm

एलियंस मचाएंगे तबाही! दुनिया होगी पैसों की मोहताज, बाबा वेंगा की 2026 के लिए खतरनाक भविष्यवाणी

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ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 10:46 pm

पाकिस्तान में पादरी की हत्या, मानवाधिकार संगठन बोला 'हालात गंभीर, हाशिए पर ईसाई समाज'

अल्पसंख्यक समुदाय के प्रमुख मानवाधिकार संगठन ने पादरी की हत्या पर सख्त ऐतराज जताया

देशबन्धु 9 Dec 2025 10:07 pm

इजरायल की वैश्विक पहचान बरकरार... पीएम मोदी जैसे लीडर्स से मजबूत हुए रिश्ते, नेतन्याहू ने विपक्ष को धोया

Benjamin Netanyahu: हमास के साथ दो सालों से लंबे युद्ध में उलझे नेतन्याहू घरेलू मोर्चे पर लगातार घिर रहे हैं. संसद से लेकर सड़क तक उनका विरोध हो रहा है. ऐसे में नेतन्याहू ने विपक्षी दलों के नेताओं की आलोचनाओं का जवाब देते हुए, अपने नए कदम का खुलासा किया है.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 9:26 pm

Crime News: अफगानी शरणार्थियों ने पार्क से लड़की को घसीटकर किया रेप, रो-रोकर मांगती रही मदद, कोई नहीं रुका; वकील बोल- वीडियो बाहर आया तो दंगे हो जाएंगे

British Girl Raped:घटना लेमिंगटन स्पा नाम के इलाके में हुई. 17 साल के आरोपी जान जहानजेब और इसरार नियाजल को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह दोनों ही अफगानी शरणार्थी इसी साल 10 मई को छोटी नावों से ब्रिटेन में आए थे.

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जकार्ता की 7 मंजिला इमारत में भीषण आग, 17 लोगों की दर्दनाक मौत से हड़कंप

Jakarta massive fire: आग की चपेट में आई बिल्डिंग के बीच में टेरा ड्रोन इंडोनेशिया का ऑफिस भी है. दरअसल, टेरा वो कंपनी है जो इंडोनेशिया में खनन से लेकर कृषि के क्षेत्र में ग्राहकों के साथ हवाई सर्वेक्षण गतिविधियों के लिए ड्रोन बनाती है.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 3:39 pm

जिस पार्टी ने शेख हसीना की सरकार गिराने में की थी मदद, अब यूनूस की बन गई कट्टर दुश्मन, बांग्लादेश में फिर होगा 'खेला'!

बांग्लादेश की सियासत में फिर उथल-पुथल मचने वाली है. एक साल पहले अगस्त 2024 में छात्र आंदोलन से शेख हसीना की 15 साल पुरानी सरकार को धक्का लगाकर गिराने वाली बीएनपी (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी) अब मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार की कट्टर विरोधी बन चुकी है. बीएनपी के कार्यवाहक चेयरमैन तारिक रहमान ने बहुत कुछ आगे के बारे में बता दिया है. समझें पूरी कहानी.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 2:25 pm

मैं पुरुष बनना चाहती हूं... शादी के बाद ऐसा क्या हुआ कि पत्नी ने पति से कह दी ये बात, सच्चाई जान हिल जायेगा दिमाग

Ireland Sex Change Case: आयरलैंड में एक दंपति का तलाक हुआ क्योंकि पत्नी ने पति से कहा कि वह पुरुष बनना चाहती है. पति ने कोर्ट में कहा कि उसे पत्नी के ट्रांसजेंडर होने के इरादे के बारे में विवाह के दौरान जानकारी नहीं थी. आइए जानते है कि क्या है ये पूरा मामला...

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 2:19 pm

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Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर एक महिला पत्रकार को अपमानित किया, एक सवाल पर भड़कते हुए ट्रंप ने कहा कि तुम तुम सबसे घटिया रिपोर्टर हो, असल में तुम बहुत खराब हो.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 2:10 pm

थाईलैंड और कंबोडिया के बीच 'हिंदू मंदिर' को लेकर विवाद, केदारनाथ के साथ पड़ी थी नींव; जानें इस 'शिव धाम' से क्या है दोनों का कनेक्शन?

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ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 1:51 pm

जापान में 'महाभूकंप' का अलर्ट! सरकार ने लोगों को दी 7 दिन की सख्त चेतावनी, तटों पर सुनामी का बड़ा खतरा

Japan Megaquake Warning: जापान की मौसम एजेंसी ने इस सप्ताह 8.0 या उससे अधिक तीव्रता वाले 'मेगाक्वेक' और बड़ी सुनामी की आशंका पर सबसे हाई लेवल का अलर्ट जारी किया है, जो 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद आया है.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 1:46 pm

श्रीलंका में तबाही के बीच भारतीय सेना की मेहनत ला रही रंग, तस्वीरों में देखें कैसे चल रहा ऑपरेशन सागर बंधु

Cyclone Ditwaha:चक्रवात दित्वाह से प्रभावित श्रीलंका में भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सागर बंधु' के तहत 3300 से अधिक मरीजों का इलाज किया. सेना ने जाफना और चिलाव में सड़क और पुलों की मरम्मत शुरू की है. इंजीनियर टास्क फोर्स बेली ब्रिज निर्माण और पैनल हटाने का कार्य कर रही है. सभी कार्य 10 दिसंबर तक पूर्ण होने की उम्मीद है.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 1:44 pm

जहां मरे हुए लोगों की हड्डियों होती थी साफ, वह जगह बनी दुनिया की सबसे साफ झील, जूते-पैर साफ होने पर क्यों मिलती है एंट्री?

world clearest lakeRotomairewhenua:न्यूजीलैंड की ब्लू लेक जिसे दुनिया की सबसे साफ झील कहा जाता है, स्थानीय माओरी जनजाति और संरक्षण अधिकारी पर्यटकों से जूते साफ करने और पानी न छूने की अपील कर रहे हैं, जानें इसकी क्या है वजह. क्या सच में यहांमरे हुए लोगों की हड्डियों होती थी साफ. जानें पूरी सच्चाई.

ज़ी न्यूज़ 9 Dec 2025 1:12 pm

टेक्सास में किसानों को हो रहे नुक्सान पर भड़के ट्रंप, मेक्सिको को 5% टैरिफ लगाने की दी धमकी

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को मेक्सिको को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह 1944 में हस्ताक्षरित द्विपक्षीय संधि के आधार पर पानी की आपूर्ति नहीं करता है, तो उसके सामानों पर अतिरिक्त पाँच फीसदी आयात शुल्क लगाए जाएँगे

देशबन्धु 9 Dec 2025 12:19 pm