कैसे अपार क्षमताओं के साथ भारत बन रहा चिकित्सा पर्यटन का केंद्र
दुनिया भर में भारत को एक गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा गंतव्य के रूप में बढ़ावा देने की जिम्मेदारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पर है, लेकिन अभी तक इसकी कोई योजना भी दिखाई नहीं दे रही।
लखनऊ में पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के उत्तर प्रदेश चैप्टर में नेपाल से आए उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने महत्वपूर्ण बैठक की। बैठक का मुख्य उद्देश्य कृषि, हॉस्पिटैलिटी, हर्बल और लकड़ी आधारित उद्योगों में निवेश के नए अवसर खोजना था। नेपाली प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व भूमि प्रबंधन, कृषि और सहकारिता मंत्री बीर बहादुर थापा ने किया। प्रतिनिधिमंडल में प्रांतीय विधानसभा सदस्य घनश्याम चौधरी, पूर्व मंत्री नरेश शाही और झपट सौद शामिल थे। मुख्य सचिव डॉ. कमल प्रसाद पोखरेल शर्मा, नीति आयोग सदस्य शेर बहादुर भंडारी, भौतिक पूर्वाधार मंत्रालय के सचिव सुरत कुमार बम और राजनीतिक सलाहकार डॉ. जीतू उपाध्याय भी उपस्थित रहे। भारतीय निवेशकों के लिए अपने देश में मौजूद व्यापक अवसर भारत सरकार का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय की उप सचिव सकेता राजा मुसिनिपल्ली ने किया। नेपाली प्रतिनिधियों ने भारतीय निवेशकों के लिए अपने देश में मौजूद व्यापक अवसरों पर प्रकाश डाला। उन्होंने संयुक्त उद्यम स्थापित करने का आमंत्रण दिया और सरकारी सहयोग का आश्वासन दिया। उत्तर प्रदेश के प्रमुख उद्यमियों में जेसवी मोटर्स के जतिन वर्मा, समर्थमान एग्रोकेम के लाल गुप्ता और मेघदूत ग्रामोद्योग के विमल शुक्ल ने औषधीय अनुसंधान, कृषि प्रसंस्करण और पर्यटन क्षेत्र में निवेश में रुचि दिखाई। पीएचडीसीसीआई के क्षेत्रीय निदेशक अतुल श्रीवास्तव ने इस पहल को विकसित भारत के दृष्टिकोण से जोड़ा। कार्यक्रम दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के संकल्प के साथ संपन्न हुआ।
झालावाड़ का ऐतिहासिक पर्यटन स्थल रैन बसेरा 12 दिसंबर 2012 को जलकर नष्ट हो गया था। उसके पुनर्निर्माण की गति को लेकर पर्यटन विकास समिति ने चिंता जताई है। समिति ने सोमवार को स्थल का निरीक्षण किया। पर्यटन विकास समिति के संयोजक ओम पाठक ने कहा कि निर्माण कार्य लंबे समय से चल रहा है। इस वर्ष के अंत तक भी काम पूरा होने की संभावना नहीं है। समिति ने जिला प्रशासन से 12 दिसंबर 2025 तक निर्माण कार्य पूरा करने की मांग की है। वर्तमान में रैन बसेरा सीमेंट-कंक्रीट से बन रहा है। कमरों में फॉल्स सीलिंग और लकड़ी का काम चल रहा है। सहायक लेखाधिकारी सालेगराम दांगी के अनुसार नई पीढ़ी और बाहर से आने वाले लोगों को काठ के रैन बसेरे जैसी इमारत देखने को मिलेगी। समिति का कहना है कि रैन बसेरा झालावाड़ का गौरव था। निर्माण पूरा होने पर देसी-विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना बढ़ेगी। परिसर में पुराने बाग-बगीचों को भी पुनर्जीवित करने की जरूरत है। भगवती प्रकाश, भारत सिंह राठौड़, मनजीत सिंह कुशवाह समेत कई सदस्यों ने भी शीघ्र निर्माण की मांग की है।
Bipasha Basu ने गोवा वेकेशन पर परिवार संग की मस्ती, पति और बेटी के साथ बिताया क्वालिटी टाइम
Bipasha Basu Goa Vacation: बिपाशा बसु इस वक्त गोवा में परिवार के साथ जमकर क्वालिटी टाइम बिता रही हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस ने पति करण सिंह ग्रोवर और बेटी देवी के साथ ली गई कुछ तस्वीरों को सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
तीन बीघे में फैला तालाब... किनारे पर मंदिर और बड़ा सा पक्का चबूतरा... उसमें तालाब की ओर बनी हुईं सीढ़ियां...। आसपास चाय-पानी की कुछ दुकानें और चबूतरे पर बैठकर बतियाते युवा और बुजुर्ग। यह है मछलियों वाला गांव मध्य प्रदेश के रतलाम जिले का लसूड़िया जंगली। यहां रहने वाले बच्चे से बुजुर्ग तक करीब 1500 लोग मछलियों की सुरक्षा करते हैं। मछलियों को दाना डालना उनकी दिनचर्या में है। अब दूर-दूर से लोग मछलियों को देखने और दाना डालने आने लगे हैं। इन्हीं मछलियों की वजह से गांव नया पर्यटन स्थल बनता जा रहा है। रतलाम जिला मुख्यालय से करीब 55 किमी दूर लसूड़िया जंगली गांव के तालाब में 25 साल पहले एक कैटफिश किसी तरह आ गई। तभी से ग्रामीण इनकी देखरेख कर रहे हैं। न तालाब को गंदा करते हैं और न किसी को करने देते हैं। मछली मारने वाले पर 500 रुपए का जुर्माना और इसकी सूचना देने वाले को 1500 रु. इनाम देते हैं। तालाब में 20 हजार से ज्यादा कैटफिश हैं गांव के सरपंच मुरलीधर उपाध्याय ने बताया कि पंचायत ने तालाब के बीच में हाईमास्ट लाइट लगाई है, ताकि पूरे तालाब में रोशनी रहे। गर्मियों में पानी की कमी होने पर ट्यूबवेल से पानी भरने के लिए पाइप बिछाई गई है। इसमें 20 हजार से ज्यादा मछलियां हैं।
लाधना बनेगा पर्यटन का केंद्र , 2 करोड़ से मास्टर प्लान तैयार
भास्कर न्यूज| जामताड़ा जामताड़ा का लाधना डैम अब पर्यटन के नक्शे पर अपनी अलग पहचान बनाएगा। जिला प्रशासन ने इसे विकसित करने के लिए 2 करोड़ रुपए की लागत से मास्टर प्लान तैयार किया है। यह योजना वित्तीय वर्ष 2025-26 में राज्य सरकार को भेजी गई है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू होगा। मास्टर प्लान के तहत डैम क्षेत्र में गेस्ट हाउस, पार्किंग, बच्चों के लिए मनोरंजन पार्क, बोटिंग, कैंटीन, स्वच्छता व्यवस्था, विश्राम स्थल और पेयजल की सुविधा विकसित की जाएगी। इन सुविधाओं से पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिलेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। लाधना डैम शांत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर स्थल है। अब तक यह अपेक्षित विकास से वंचित था। स्थानीय लोग लंबे समय से इसकी पर्यटन क्षमता को विकसित करने की मांग कर रहे थे। प्रशासन की यह पहल पर्यटन के साथ-साथ आसपास के क्षेत्रों की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगी। लाधना डैम में प्रत्येक वर्ष 30,000 से अधिक पर्यटक घूमने आते हैं। खासकर दिसंबर से जनवरी माह तक काफी भीड़ रहती है। परियोजना में पर्यावरण की रक्षा को दी है प्राथमिकता परियोजना में पर्यावरण की रक्षा को प्राथमिकता दी गई है। निर्माण कार्य प्राकृतिक हरियाली को संरक्षित रखते हुए किए जाएंगे। जैव विविधता को नुकसान न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था और प्राथमिक उपचार की सुविधा भी योजना में शामिल हैं। पर्वत बिहार को भी पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां बच्चों के लिए एजुकेशनल मिनी थियेटर बनाया जाएगा। वे यहां शैक्षणिक फिल्में देख सकेंगे। इसके अलावा सेल्फी प्वाइंट, गेस्ट हाउस, पेंटिंग स्पॉट, झूला, फाउंटेन, पार्किंग और कैफेटेरिया की व्यवस्था की जाएगी। यह परियोजना पर्वत बिहार को आकर्षक बनाएगी। पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
19वां माउंट एवरेस्ट सांस्कृतिक पर्यटन महोत्सव जून में आयोजित किया जाएगा
बीजिंग, 4 मई . 19वां माउंट एवरेस्ट सांस्कृतिक पर्यटन महोत्सव 18 जून को शीत्सांग के शिगात्से शहर में उद्घाटित होगा. हाल में इस महोत्सव के आयोजक द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस से मिली खबर के अनुसार, 1 से 30 जून 2025 तक, “माउंट एवरेस्ट का गृहनगर, खुला शिगात्से” की थीम पर श्रृंखलाबद्ध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ... Read more
ग्वालियर में एक ट्रैवल्स एजेंसी के क्लर्क ने एजेंसी को 30 लाख रुपए का चूना लगा दिया है। क्लर्क ने एजेंसी की ओर से ग्राहकों को उपलब्ध कराए गए टूर एंड ट्रैवल्स पैकेज के पैसे तो ले लिए, लेकिन कंपनी के अकाउंट में जमा नहीं कराए। वहीं, मार्च में वह बिना कोई सूचना दिए नौकरी से गायब हो गया। बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के आनंद नगर निवासी धर्मेंद्र सिंह 'राजपूत कम्युनिकेशन' के नाम से ऑनलाइन शॉप और टूर एंड ट्रैवल्स चलाते हैं। वे लोगों को बाहर भेजने के अलावा होटल और अन्य सुविधाएं भी मुहैया कराते हैं। पिछले एक साल से उनके यहां हर्ष गंगवानी क्लर्क के रूप में काम कर रहा था। मार्च में वह अचानक गायब हो गया। शुरुआती जांच में साढ़े सत्रह लाख की गड़बड़ी हर्ष की वापसी न होने पर धर्मेंद्र ने हिसाब-किताब मिलाया, तो करीब साढ़े सत्रह लाख रुपए की गड़बड़ी सामने आई। जब उससे संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उससे संपर्क नहीं हो पाया। बैलेंस शीट से हुआ खुलासा वहीं, मार्च के अंत में जब बैलेंस शीट बनी, तो खुलासा हुआ कि क्लर्क ने 30 लाख रुपए की हेराफेरी की है। इसके बाद एजेंसी संचालक ने जब क्लर्क के घर जाकर पता किया, तो वह वहां से भी गायब मिला। इसके बाद मामले की जानकारी बहोड़ापुर थाने में दी गई। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है। रेगुलर कस्टमर से भी ठगे पैसे इसके अलावा जब एजेंसी के कुछ रेगुलर कस्टमर धर्मेंद्र से मिलने पहुंचे और बताया कि हर्ष ने टूर एंड ट्रैवल्स की ऑनलाइन एडवांस बुकिंग के नाम पर उनसे पैसे लिए थे। लगभग 15 कस्टमर से उसने इसी तरह पैसे ऐंठे थे। जब काफी दिन हो गए और बुकिंग नहीं हुई तो वे सभी पैसे वापस मांगने आए। मामला दर्ज, तलाश जारी पुलिस ने शिकायत की जांच के बाद आरोपी हर्ष गंगवानी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपी के रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों की भी जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। बहोड़ापुर थाना प्रभारी जितेन्द्र सिंह तोमर ने बताया कि ट्रैवल्स एजेंसी के संचालक के कर्मचारी ने लगभग 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है। आरोपी की तलाश जारी है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
प्रदेश के पर्यावरण वन जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ सुनील कुमार नालंदा पहुंचे। इन्होंने बिहार शरीफ के बड़ी पहाड़ी स्थित हिरण्य पर्वत पर इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उन्नयन कार्यों का रविवार को शिलान्यास किया। मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने 2 करोड़ 64 लाख की महत्वाकांक्षी परियोजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 में 1 करोड़ 68 लाख आवंटित किए जाएंगे। इस योजना के तहत हिरण्य पर्वत की सीढ़ियों का विस्तार मंदिर तक किया जाएगा। पर्वत पर आधुनिक फव्वारे, एक उत्कृष्ट कैफेटेरिया और विश्व स्तरीय शौचालय बनाए जाएंगे। सुरक्षा के मद्देनजर, पीछे की तरफ फेंसिंग की जाएगी। फिटनेस पार्क की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए, पहाड़ के ऊपर से पार्क में पत्थरबाजी की आशंका को रोकने के लिए पर्वत के किनारे भी फेंसिंग लगाई जाएगी। ओपन जिम और हाई मास्ट लाइटें लगेगी मंत्री ने आगे बताया कि पहले से मौजूद पार्क में ओपन जिम और हाई मास्ट लाइटें लगाई जाएंगी। इस व्यापक योजना का उद्देश्य हिरण्य पर्वत को एक आकर्षक और प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। डॉ. कुमार ने कहा कि बिहारशरीफ शहर प्राकृतिक रूप से ही अद्वितीय है, क्योंकि किसी भी शहर के बीच में पहाड़ और पंचाने नदी का गुजरना दुर्लभ है। इसके अतिरिक्त, बाबा मणिराम का अखाड़ा हिंदुओं की गहरी आस्था का केंद्र है। उन्होंने कहा कि विधायक बनने के बाद से ही उन्होंने बाबा मणिराम के अखाड़े के विकास पर ध्यान दिया है और इसे धीरे-धीरे उत्कृष्ट बनाया है। बिहार सरकार में मंत्री के रूप में, वे इसके उन्नयन की योजना को स्वीकृति की ओर ले जा रहे हैं और स्वीकृति मिलते ही इसका शिलान्यास करेंगे। इससे पहले, उन्होंने सोहसराय स्थित सूर्य मंदिर के सामने प्रस्तावित इंद्रधनुषी पुल की जानकारी दी, जिसका डीपीआर तैयार हो गया है और स्वीकृति भी मिल गई है। टेंडर प्रक्रिया के बाद जल्द ही इसका शिलान्यास किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ में टूरिज्म की अपार संभावनाएं है। जरूरत है तो बस्तर, कोरबा के सतरेंगा, सिरपुर, बारनवापारा, मैनपाट और जशपुर जैसे टूरिस्ट स्पॉट को प्रमोट करने की, ताकि टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा मिल सके। दैनिक भास्कर ऑफिस में शुक्रवार को ग्रुप फोकस डिस्कशन का आयोजन हुआ। इसमें छत्तीसगढ़ पर्यटन के विकास और नई संभावनाओं पर टूरिज्म इंडस्ट्रीज से जुड़े होटल, टूर ऑपरेटर, ट्रैवल एजेंट और टूर मैनेजमेंट के लोगों ने अपने-अपने सुझाव दिए। सभी ने इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप करने पर जोर दिया। साथ ही फॉरेन टूर ऑपरेटर को इन्वॉल्व करने की बात भी की गई, ताकि राज्य में विदेशी पर्यटकों की आवाजाही में बढ़ोतरी हो सके। निश्चित तौर पर पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी तो राज्य की अर्थव्यवस्था में भी बढ़ोतरी होगी। इसमें दैनिक भास्कर के स्टेट-हेड देवेश सिंह, स्टेट एडिटर शिव दुबे, रायपुर एडिटर हर्ष पांडे, स्टेट आइडिएशन हेड दीपेश शर्मा, रायपुर यूनिट हेड अमृतांशु उपाध्याय भी शामिल हुए। एविएशन ऑप्शन में बेहतर काम बाहर से आने वाले टूरिस्ट अगर बॉय रोड की बजाय एविएशन से जशपुर, बस्तर या अन्य जगह जाना चाहे तो ऐसी सुविधाएं प्रोवाइड कराई जाए। रायपुर एयरपोर्ट में एविएशन में बेहतर काम हो रहा है। कुछ एविएशन सेक्टर की कंपनियां है, जो ये सुविधा प्रदान कर रही है, बस टूरिस्ट एरिया के पास रनवे डेवलप किया जाए। पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों ने रखी ये राय ग्रैंड इम्पीरिया होटल के तरनजीत सिंह होरा का कहना है कि सरल पर्यटन नीति बनानी चाहिए। डेवलपमेंट के लिए सिंगल विंडो से लैंड पार्सल होना चाहिए, जिससे सभी तक उसकी पहुंच आसान हो। ललित महल के ललित पटवा का कहना है कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म को एक्सप्लोर करके लोगों तक पहुंचाया जा सकता है, जिससे टूरिज्म के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ की पहचान बन सके। होटल ब्लू बेरी के जगदीश सिंह जब्बल का कहना है कि गर्वमेंट प्रॉपर्टी को निजी क्षेत्रों को इकोनोमिकल बायबल तौर पर देनी चाहिए, जिससे उनकी सही देखभाल हो और टूरिज्म को बूस्ट मिले। एरिना द बुटिक होटल के चनवीर सिंह जुनेजा का कहना है कि सरकार को होटल और रिसॉर्ट स्टाफ के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम्स आयोजित करने चाहिए। इससे जरूर टूरिज्म इंडस्ट्री में बदलाव आयेगा। रजवाड़ा होटल एंड रिसॉर्ट के सुभाष शर्मा का कहना है कि छत्तीसगढ़ में टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं। पर्यटन को आकर्षित करने के लिए सरकार को इन्फ्रास्ट्रक्चर पर ध्यान देना चाहिए। स्वर्णभूमि हॉलिडेज की विभा सुखदेवे का कहना है कि छत्तीसगढ़ बेहद खूबसूरत है। सरकार को डेवलपमेंट करने की जरूरत है, जिससे यहां का टूरिज्म और ज्यादा बढ़े। श्री गुरु ट्रैवल सर्विसेज के विद्युत करमाकर का कहना है कि छत्तीसगढ़ टूरिज्म को बढ़ाने के लिए डेवलपमेंट करना चाहिए, जिससे विदेशी पर्यटक बढ़ेंगे और रोजगार के अवसर सृजित होंगे। पीपीपी मॉडल को सरल बनाएं रायपुर सेंट्रल इंडिया जोन है, यहां कनेक्टिविटी अच्छी है। जरूरत है तो डेवलपमेंट की। छत्तीसगढ़ में बहुत से पर्यटन स्थल हैं, जो एडवेंचर, कल्चरल, नेचर, मेडिकल टूरिज्म, बिजनेस, इको, रुरल और धार्मिक इवेंट टूरिज्म के लिए जाने जाते हैं। बस्तर क्षेत्र में ऐसे बहुत से वॉटर फॉल हैं, लेकिन लोगों को पता नहीं है। वहां रिसॉर्ट बनाए जाएं और प्रचार किया जाए। पीपीपी मॉडल को और अधिक सरल करने की जरूरत है। वेडिंग डेस्टिनेशन में बढ़ रहा स्टेट छत्तीसगढ़ से लगे राज्यों के लोग यहां वेडिंग डेस्टिनेशन के लिए पहुंच रहे हैं। नया रायपुर में ऐसी कई शादियां हो रही है। यहां कई बड़े हॉस्पिटल भी है और भविष्य में आने वाले है। यहां का बस्तर दशहरा, राजिम कुंभ, चक्रधर महोत्सव जैसे कार्यक्रम वर्ल्ड फेमस है, जब बड़ी मात्रा में पर्यटक इसे देखने पहुंचते है। यहां फिल्म सिटी भी बनने जा रही है, जिसके बाद कल्चरल टूरिज्म भी प्रमोट होगा। भविष्य में बड़े होटल खुलने की संभावनाएं यहां कई बड़े होटल शुरू हो चुके है और भविष्य में बड़े होटल खुलने की संभावनाएं भी है। जरूरत है कि रिसोर्ट और होटल में काम करने वालों के लिए गर्वमेंट की तरफ से सर्टिफाइड कोर्स चलाकर उन्हें अपग्रेड किया जाएं, ताकि टूरिस्ट के साथ अच्छी डील हो सके।
सीतापुरा स्थित नोवोटेल होटल में रविवार सुबह 10 बजे ग्रेट इंडियन ट्रैवल बाजार (GITB) का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने किया। यह तीन दिन का ट्रैवल ट्रेड इवेंट 6 मई तक चलेगा। 14वें एडिशन में देश-विदेश के टूरिज्म एक्सपर्ट्स, टूर ऑपरेटर्स और हॉस्पिटैलिटी सेक्टर के लोग शामिल हो रहे हैं। इस इवेंट को पर्यटन विभाग, भारत सरकार और राजस्थान सरकार ने फिक्की के साथ मिलकर ऑर्गेनाइज किया है। शाम को होटल अनंत तारा, टोंक रोड पर उद्घाटन सेरेमनी का अलग आयोजन होगा। मुख्य एग्जीबिशन और B2B सेशन सीतापुरा स्थित जेईसीसी (जयपुर एग्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर) में हो रहे हैं। आयोजन में होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान, इंडियन हेरिटेज होटल्स एसोसिएशन और राजस्थान टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन भी जुड़े हैं। 280 इंटरनेशनल टूर ऑपरेटर्स और 11 हजार B2B मीटिंग्स 'मीट इन इंडिया' कॉन्क्लेव इस बार की सबसे बड़ी खासियत है, जो 4 मई को नोवोटेल, जेईसीसी में आयोजित किया गया। यह एक नेशनल लेवल की इनिशिएटिव है, जिसका मकसद भारत को इंटरनेशनल MICE (Meetings, Incentives, Conferences, Exhibitions) डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट करना है। पर्यटन विभाग के जॉइंट डायरेक्टर दिलीप सिंह राठौड़ ने बताया- GITB सिर्फ एक ट्रेड शो नहीं, बल्कि पार्टनरशिप और नए मौके तलाशने का प्लेटफॉर्म है। उन्होंने बताया- 55 देशों से 280 इंटरनेशनल टूर ऑपरेटर्स जयपुर पहुंचे हैं। कुल 11,000 से ज्यादा B2B मीटिंग्स शेड्यूल की गई हैं। जयपुर-उदयपुर के साथ अब अलवर, बूंदी और धौलपुर भी MICE टूरिज्म हब राठौड़ ने बताया- अब राजस्थान की पहचान सिर्फ परंपरागत टूरिज्म तक सीमित नहीं है। सरकार का फोकस राज्य को मल्टी-डायमेंशनल और एक्सपीरियंस बेस्ड डेस्टिनेशन के रूप में तैयार करना है। जयपुर, जोधपुर और उदयपुर के साथ अब अजमेर, पुष्कर, अलवर, भरतपुर, जैसलमेर, बीकानेर, शेखावाटी, कोटा, बूंदी, माउंट आबू, चित्तौड़गढ़, सवाई माधोपुर और धौलपुर जैसे शहर भी MICE टूरिज्म के नए सेंटर बन रहे हैं। उन्होंने बताया- राजस्थान देश के 75% हेरिटेज होटलों का घर है, यहां इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर, लग्जरी होटल्स, ट्रेंड गाइड्स और मल्टी-लैंग्वेज ट्रांसलेटर जैसी सर्विसेस उपलब्ध है। रोड, रेल और एयर कनेक्टिविटी भी मजबूत है, जो इसे एक कम्पलीट टूरिज्म पैकेज बनाता है।
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में 10 मई से 8 जून तक समर वेकेशन घोषित किया गया है। अवकाश के दौरान जरूरी मामलों की सुनवाई के लिए वेकेशन जज की व्यवस्था की गई है, अलग-अलग दिनों में केस की सुनवाई करेंगे। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ज्यूडिशियल ने ग्रीष्मकालीन अवकाश की अधिसूचना जारी कर दी है। 9 जून सोमवार से हाईकोर्ट खुलेगा और सामान्य दिनों की तरह कामकाज शुरू होगा। जारी अधिसूचना के मुताबिक, हाईकोर्ट में 12 मई से समर वेकेशन शुरू होगा। लेकिन, 10 मई को शनिवार अवकाश रहेगा। लिहाजा, 9 मई को लास्ट वर्किंग डेट रहेगा। हालांकि, समर वेकेशन के दौरान रजिस्ट्री विभाग खुले रहेंगे और नई याचिकाएं दायर की जा सकेंगी। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान केस की सुनवाई के अलावा दूसरे कामकाज जारी रहेंगे, जिसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है। इसके तहत सभी सिविल, आपराधिक व रिट मामले दायर किए जाएंगे। वेकेशन जज करेंगे जरूरी केस की सुनवाई समर वेकेशन के दौरान मंगलवार और गुरुवार को वेकेशन जज बैठेंगे, जो जरूरी मामलों की सुनवाई करेंगे। किसी भी आपात स्थिति में अवकाशकालीन जज चीफ जस्टिस की स्वीकृति प्राप्त करने के बाद अपने सुनवाई की अवधि को किसी अन्य जज के साथ बदल सकते हैं। अवकाशकालीन जज सुबह 10:30 बजे से डिवीजन बेंच में सुनवाई करेंगे। आपातकालीन स्थिति में न्यायालयीन समय के बाद भी सुनवाई जारी रख सकते हैं। यदि समय मिला तो अवकाशकालीन जज डिवीजन बेंच के मामलों के पूरा होने के बाद सिंगल बेंच में सुनवाई करेंगे। ग्रीष्म अवकाश के दौरान रजिस्ट्री शनिवार, रविवार और छुट्टियों को छोड़कर प्रतिदिन सुबह 10:00 बजे से शाम पांच बजे तक खुली रहेगी। ग्रीष्मावकाश में ये मामले किए जाएंगे लिस्टिंग सभी नई रिट, सिविल, आपराधिक मामलों के साथ ग्रीष्मावकाश के दौरान तुरंत सुनवाई के लिए आवेदन प्रस्तुत किए जाएंगे। नए और लंबित जमानत आवेदनों में तुरंत सुनवाई के लिए आवेदन और ग्रीष्मावकाश के दौरान सुनवाई के लिए आवेदन की आवश्यकता नहीं है और उन्हें ग्रीष्मावकाश के दौरान सूचीबद्ध किया जाएगा। जमानत आवेदनों के अलावा अन्य लंबित मामलों को सूचीबद्ध करने के लिए, अर्जेंट हियरिंग के आवेदन और ग्रीष्मावकाश के दौरान सुनवाई के लिए आवेदन देना होगा। अवकाशकालीन जज के समक्ष न पहुंचे मामलों को अगले अवकाशकालीन जज के समक्ष एक अलग सूची में सूचीबद्ध किया जाएगा। अवकाश के दौरान मंगलवार और गुरुवार को होगी सुनवाई समर वेकेशन के दौरान हाईकोर्ट में वेकेशन जज की व्यवस्था की गई है, जो प्रत्येक मंगलवार और गुरुवार को केस की सुनवाई करेंगे। इसके तहत 13, 15, 20, 22, 27 और 29 मई के साथ ही तीन व पांच जून को अवकाशकालीन बेंच में मामलों की सुनवाई होगी।
पर्यटन प्रेमियों के लिए खुशखबरी है। गंडक नदी में एक बार फिर से राफ्टिंग और गंडक सफारी की शुरुआत हो गई है। लगभग एक महीने से बंद पड़ी राफ्टिंग को शुक्रवार को फिर शुरू कर दिया गया है। इसके साथ ही वाल्मीकिनगर का गंडक बैराज क्षेत्र एक बार फिर पर्यटकों से गुलजार होने लगा है। पानी की कमी बनी थी बाधा बीते महीने गंडक नदी के जलाशय में जलस्तर घटने के कारण राफ्टिंग को अस्थायी रूप से रोकना पड़ा था। इसका सीधा असर स्थानीय व्यवसायों पर पड़ा। गंडक बराज के आसपास के होटल, रेस्तरांं, दुकानदार और नाविकों की आजीविका पर संकट गहराने लगा था। राफ्टिंग बंद होने से न केवल पर्यटकों की आवाजाही घटी, बल्कि पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसर गया था। व्यवसायियों में लौटी उम्मीद राफ्टिंग की बहाली के साथ ही स्थानीय व्यवसायियों के चेहरे फिर से खिल उठे हैं। दुकानदारों, होटल संचालकों और टूर ऑपरेटरों ने इसे राहत की खबर बताया। राफ्टिंग हमारे लिए सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि रोज़गार का साधन है। इसका बंद होना जैसे जीवन थम जाना था।- मुकेश यादव, स्थानीय नाव चालक पर्यटन को मिलेगा नया आयाम वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र के रेंजर श्रीनिवासन नवीन ने जानकारी देते हुए कहा कि गंडक सफारी और राफ्टिंग की बहाली से पर्यटन को नई ऊर्जा मिलेगी। हर साल हजारों पर्यटक VTR और गंडक सफारी का आनंद लेने आते हैं। राफ्टिंग फिर से शुरू होने से अब होटल, वाहन सेवा, गाइड, और अन्य पर्यटन आधारित उद्योगों को गति मिलेगी। - श्रीनिवासन नवीन, रेंजर, वाल्मीकिनगर वन क्षेत्र रेंजर ने यह भी बताया कि सुरक्षा मानकों का पूरा ध्यान रखा गया है और प्रशिक्षित गाइडों की देखरेख में ही राफ्टिंग कराई जाएगी। प्राकृतिक सौंदर्य और रोमांच का संगम गंडक नदी का यह क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता और रोमांच दोनों के लिए जाना जाता है। एक ओर जहां नदी की कलकल बहती धारा पर्यटकों को आकर्षित करती है। वहीं राफ्टिंग जैसे साहसिक खेल उन्हें एक यादगार अनुभव देते हैं। राफ्टिंग संचालन को लेकर स्थानीय प्रशासन और वन विभाग की सक्रिय भूमिका की सराहना हो रही है।
छत्तीसगढ़ के धमतरी में महानदी को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए मां अभियान की शुरुआत की गई। इस अभियान में 10 ग्राम पंचायतों के 2 हजार से अधिक ग्रामीणों ने श्रमदान किया। कार्यक्रम की शुरुआत महामाई मंदिर में पूजा-अर्चना से हुई। इसके बाद महानदी की आरती की गई। अभियान में कलेक्टर और एसपी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी शामिल हुए। सभी ने महानदी को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य महानदी के उद्गम स्थल को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। यह पहल न केवल नदी के संरक्षण में मदद करेगी, बल्कि क्षेत्र के पर्यटन को भी बढ़ावा देगी। गणेश घाट से निकाली गई जल यात्रा अभियान के पहले चरण में गणेश घाट से कर्णेश्वर महादेव धाम तक जल यात्रा निकाली गई, जिसमें लगभग 50 महिलाओं ने महानदी का जल कलश में भरकर मंदिर पहुंचाया और जलाभिषेक किया। इस अवसर पर श्रमदान में भाग लेने वाले वॉलंटियर्स को ‘मां’ अभियान के लोगो वाली टी-शर्ट और टोपी देकर सम्मानित किया गया। कलेक्टर ने इसे जनसहयोग और जनभागीदारी का उदाहरण बताया और कहा कि यह परियोजना अगले दो-ढाई वर्षों तक चरणबद्ध रूप से चलेगी। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों और जनप्रतिनिधियों की सलाह से विस्तृत कार्ययोजना तैयार की गई है। कलेक्टर ने कहा, महानदी केवल एक नदी नहीं, बल्कि यह हमारी आस्था, समृद्धि और जीवन से जुड़ी हुई है। इसे मां का दर्जा देना हमारी सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि उद्गम स्थल का विकास न सिर्फ नदी संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि इस क्षेत्र में पर्यटन और स्थानीय रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा।
मुंबई में हुए वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट-2025 (वेव्स) में 'अतुलनीय मध्यप्रदेश' पवेलियन में शुक्रवार को सांस्कृतिक, पर्यटन, इतिहास, कलां और परपंराओं का अनूठा प्रदर्शन हुआ। डेढ़ सौ से अधिक कलाकारों ने 10 नृत्य किए। वहीं, रैम्प वॉक भी किया। नृत्य नाटिका के जरिए मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर, समृद्ध पर्यटन, इतिहास, कला और परंपराओं को दर्शाया गया। इसमें हृदय प्रदेश के सांस्कृतिक रंग, सघन वन, ऐतिहासिक स्थल, टेक्सटाइल, परंपराएं आदि की अनुभूति और आनंद दर्शकों ने लिया। प्रसिद्ध कोरियोग्राफर मैत्री पहाड़ी के निर्देशन में इस नृत्य नाटिका में कथक, भरतनाट्यम, ओडिसी, मणिपुरी, मोहिनीअट्टम, कुचिपुड़ी के साथ ही मध्यप्रदेश के बधाई, बरेदी, मटकी, गोंड, जैसे लोकनृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके अलावा नृत्य नाटिका में मुमताज खान के निर्देशन में मध्यप्रदेश के टेक्सटाइल जैसे महेश्वरी, चंदेरी, बाग के वैभव को दर्शाता एक विशेष वॉक भी हुआ। प्रदेश की आध्यात्मिक चेतना का हुआ संचार अमृतस्य मध्यप्रदेश एक मनमोहक समवेत नृत्य-नाट्य प्रस्तुति है, जो दर्शकों को भारत के हृदय-मध्यप्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक धरोहर से जोड़ती है। यह प्रदर्शन केवल नृत्य नहीं, बल्कि एक यात्रा है जो हमें हजारों वर्षों पुराने इतिहास, भक्ति, प्रेम, प्रकृति और कला की लय में ले जाती है। तस्वीरों में देखिए वेव्स में हुई प्रस्तुतियां... भीमबेटका से हुई प्रस्तुति की शुरुआतप्रस्तुति की शुरुआत भीमबेटका की प्रागैतिहासिक गुफाओं से हुई, जहां मानव सभ्यता की पहली झलक मिलती है। खजुराहो के मंदिरों में नृत्य और मूर्तिकला का सुंदर संगम, और सांची के स्तूप की शांति दर्शकों को आध्यात्मिक गहराइयों में ले गई। चित्रकूट की पावन भूमि पर, भगवान राम की कथा को भावपूर्ण मुद्राओं में पिरोया गया। उज्जैन और ओंकारेश्वर के ज्योतिर्लिंगों की दिव्यता, और भगवान शिव की उपस्थिति, इस नृत्यगाथा में भक्ति का उग्र रूप भर देती है। ग्वालियर का ऐतिहासिक किला, मांडू की प्रेम कहानी, और ओरछा के मंदिर ने सभी को नृत्य के माध्यम से जीवंत किया गया। मनुष्य व प्रकृति के प्रेम का अनूठा संगम प्रकृति की शक्ति को बांधवगढ़, कान्हा और पेंच के जंगलों में घूमते बाघों, और जबलपुर की संगमरमर की चट्टानों की सुंदरता से दर्शाया गया है। प्रकृति से ही प्रेरणा लेकर पारंपरिक महेश्वरी, चंदेरी और बाघ प्रिंट की पोशाकें राज्य की शिल्प विरासत का गौरवगान करती हैं। इन्हें भी सुंदर रूप से मंझे हुए कलाकारों ने मंच पर प्रदर्शित किया। आखिरी में नर्मदा नदी की आरती के साथ यह यात्रा चरम पर पहुंची।
लखीसराय में ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक धरोहरों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जा रही है। इसके उद्देश्य से प्रशासन और पर्यटन विभाग की ओर से तीन दिवसीय ‘पर्यटन संगोष्ठी और विरासत विहार’ कार्यक्रम की शुरुआत 2 मई से हुई। यह कार्यक्रम 4 मई तक चलेगा। कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी मिथलेश मिश्र और विभिन्न देशों से आए बौद्ध धर्मगुरुओं ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर नेपाल, भूटान, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय से बौद्ध प्रतिनिधियों की उपस्थिति ने आयोजन को अंतरराष्ट्रीय स्वरूप प्रदान किया। धरोहरों पर केंद्रित रही संगोष्ठी पहले दिन की शाम आयोजित सेमिनार में देश-विदेश के इतिहासकार, पुरातत्वविद, शोधकर्ता और पत्रकार शामिल हुए। वक्ताओं ने लखीसराय की ऐतिहासिक पहचान—लाली पहाड़ी, अशोकधाम और श्रृंगी ऋषि धाम पर विस्तृत चर्चा की और इनके संरक्षण की जरूरत पर बल दिया। पर्यटन मानचित्र पर लाने की पहल जिलाधिकारी ने बताया कि यह आयोजन लखीसराय को पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कार्यक्रम के माध्यम से स्थानीय जनता में धरोहरों के संरक्षण और सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। जन सहभागिता की अपील प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर अपनी ऐतिहासिक पहचान को जानें और संरक्षित करें।
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पर्यटकों का स्वागत, पर्यटन स्थलों की मार्केटिंग
अक्षीय तृतीया पर बुधवार को एक तरफ उदयपुर का स्थापना दिवस मना। दूसरी तरफ टूरिस्ट सिटी में पर्यटकों के स्वागत और पर्यटन की मार्केटिंग समेत कई गतिविधियां हुईं। होटल व्यवसायियों ने पर्यटकों को मेवाड़ के इतिहास से रूबरू करवाया। होटल में ठहरे मेहमानों को शहर की ऐतिहासिक विरासत और स्थापना की जानकारी दी गई। झीलों के इतिहास, शौर्यगाथाओं और सांस्कृतिक धरोहरों के बारे में जानना रोमांचक रहा। होटल दक्षिण संस्थान राजस्थान के सदस्यों ने भी पर्यटकों का स्वागत किया। इधर विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शहर से जुड़ी तस्वीरें साझा की। इसमें सहेलियों की बाड़ी, बाहुबली हिल्स, बागोर की हवेली, जगदीश मंदिर, शिल्पग्राम, सिटी पैलेस, सज्जनगढ़ किला, जयसमंद झील, पिछोला झील सहित शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में बताया गया है। उदयपुर के लिए मार्केटिंग के विशेष टैगलाइन भी लिखी है- ‘जहां हर कला में झलकती है राजस्थान की समृद्ध संस्कृति, वो है उदयपुर। संस्कृति की हर परछाई में जहां है पधारो म्हारे देस का अद्भुत निमंत्रण- वो है उदयपुर।’ गोष्ठी में शहर के इतिहास और विरासत पर चर्चा महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन की ओर से गोष्ठी हुई। इसमें शहर के इतिहास, पर्यावरण, जीवंत विरासत, अरावली की बनावट, खनिज संपदा, शिक्षा, स्वास्थ्य, संस्कृति और आवागमन के साधनों पर चर्चा हुई। इतिहासकार डॉ. जे.के. ओझा, डॉ. राजेंद्रनाथ पुरोहित और डॉ. श्रीकृष्ण जुगनू ने संस्मरण साझा किए। पूर्व मुख्य नगर नियोजक डॉ. सतीश श्रीमाली ने उदयपुर की बसावट और वास्तुकला की विशेषताएं बताईं। सुखाड़िया विश्वविद्यालय के डॉ. मनीष श्रीमाली ने मठ-आश्रम की शिक्षा व्यवस्था से लेकर विश्वविद्यालयों की स्थापना तक की जानकारी दी। डॉ. देवेंद्र गोयल ने पर्यावरण में बदलाव और उससे होने वाले वेक्टर जनित रोगों की जानकारी दी। डॉ. हरीश कपासिया ने मेवाड़ की भू-विरासत और उसकी विविधता पर बात की। डॉ. सृष्टि राज सिंह ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की विरासत संरक्षण योजना पर जानकारी दी। डॉ. रेखा पुरोहित ने राजस्थान की महिलाओं के पारंपरिक आभूषणों पर चर्चा की। अनुराधा श्रीवास्तव ने उदयपुर नगर की स्थापना से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारियां साझा कीं। गोष्ठी का संचालन फाउंडेशन की अनुसंधान अधिकारी डॉ. स्वाति जैन ने किया। प्रियंका सेठ, वत्सला और गीतिका कुमार ने सिटी पैलेस संग्रहालय की गैलरियों और मेवाड़ की जीवंत विरासत पर चल रही गतिविधियों की जानकारी दी। फाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मयंक गुप्ता ने कहा कि मेवाड़ का 1400 वर्षों का इतिहास गुरु-शिष्य परंपरा का प्रतीक रहा है।
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद देश में विरोध और गुस्से का माहौल बना हुआ है। इस बीच वहां हालातों का जायजा लेने श्रीराम राज्य मिशन के सदस्य पहुंचे। इनमें पूरे राजस्थान से उदयपुर के नरेन्द्र सिंह शेखावत भी शामिल रहे। शेखावत भारतीय जनता मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष हैं। शेखावत ने बताया कि हालात ऐसे हैं कि दिल्ली से श्रीनगर की 200 सीट वाली फ्लाइट लगभग पूरी खाली, केवल हम 5 लोग ही थे। दिल्ली से श्रीनगर से जाने का किराया 5500 रुपए लगा, लेकिन श्रीनगर से दिल्ली आने वाले फ्लाइट में 11500 रु. प्रति यात्री किराया था। यह फ्लाइट खचाखच भरी थी। शेखावत ने बताया कि समिति 25 अप्रैल को श्रीनगर पहुंची। तीन दिन के दौरे के बाद लौट आई। समिति में मिशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजऋषि राजेन्द्र सिंह नरूका, विधिक सलाहकार एडवोकेट गोवर्धन सिंह, प्रदेश सह संयोजक व सामी के सरपंच सुरेन्द्र सिंह शेखावत और युवा गोल्ड मेडलिस्ट आदित्य सिंह भी शामिल थे। बता दें कि बेसरन घाटी में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हमला कर 26 लोगों को मार दिया। समिति सदस्यों के अनुसार अभी वहां पर्यटन स्थल भी सूने हैं। समिति सदस्यों ने बताया कि बीते 3 साल में कश्मीर की अर्थव्यवस्था में तेजी आई थी। लोग मुख्यधारा से जुड़ रहे थे। पत्थरबाजी पूरी तरह बंद हो चुकी थी। देश के अलग-अलग हिस्सों से सैलानी पहुंचने लगे थे। होटल और हाउसबोट फुल थे। इस माहौल को तोड़ने के लिए आतंकियों ने नृशंस घटना की। घटना के विरोध में आम कश्मीरी लाल चौक पर लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। पहलगाम पूरी तरह बंद है। सन्नाटा पसरा है। सुरक्षाबलों के अलावा कोई नजर नहीं आ रहा। कुछ खच्चर वाले लौटते दिखे, लेकिन कोई बात करने को तैयार नहीं था। समिति ने पहलगाम में रात रुकने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने सुरक्षा कारणों से अनुमति नहीं दी। समिति श्रीनगर से पहलगाम गई। वहां बेसरन घाटी जाने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाबलों ने अनुमति नहीं दी। यह घाटी पहलगाम से छह किलोमीटर दूर है। वहां सिर्फ पैदल या खच्चर के जरिये ही पहुंचा जा सकता है। वहां जाने का उद्देश्य ग्राउंड के हालात जानना था। समिति ने रक्षा मंत्री को श्रीनगर दौरे की जानकारी दी। अब वे जल्द ही राष्ट्रीय संरक्षक के नेतृत्व में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह को दौरे की रिपोर्ट सौंपेंगे। साथ ही उचित कार्रवाई की मांग करेगी।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मोकामा में सात दिवसीय राजकीय भगवान परशुराम महोत्सव का उद्घाटन किया। परशुराम स्थान पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, नगर विकास मंत्री जिवेश मिश्रा और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने भगवान परशुराम की पूजा-अर्चना की। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री ने दो महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने परशुराम स्थान को पर्यटक क्षेत्र के रूप में विकसित करने का आश्वासन दिया। साथ ही मोकामा में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की योजना की भी जानकारी दी। नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास की राह पर- सम्राट चौधरी सम्राट चौधरी ने कहा कि भगवान परशुराम ने अन्याय के खिलाफ लड़कर न्याय को स्थापित किया। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास की राह पर है। अगले एक महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोकामा में सिक्स लेन पुल और मोकामा-बख्तियारपुर फोरलेन का उद्घाटन करेंगे। महोत्सव में भाजपा कार्यकर्ताओं और भक्तों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। नेताओं के भाषण सुनने के लिए भारी भीड़ जुटी। कार्यक्रम के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
यूपी में पर्यटन को बढ़ावा:गाजीपुर में 10 लाख से 500 करोड़ तक के निवेश पर 10 से 25% सब्सिडी
सरकार ने पर्यटन नीति 2022 के क्रियान्वयन के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। गाजीपुर में आयोजित एक सम्मेलन में प्रमुख सचिव पर्यटन मुकेश मेश्राम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से नई नीति की जानकारी दी। नई पर्यटन नीति के तहत निवेश की राशि के आधार पर अलग-अलग सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। 10 लाख से 10 करोड़ तक के निवेश पर 25%सब्सिडी मिलेगी। 10 से 50 करोड़ तक के निवेश पर 20%सब्सिडी दी जाएगी। 50 से 200 करोड़ के निवेश पर 15%सब्सिडी का प्रावधान है। 200 से 500 करोड़ और उससे अधिक निवेश पर 10%सब्सिडी मिलेगी। जिला पर्यटन अधिकारी नवीन सिंह ने बताया कि उद्यमी होटल, रिसॉर्ट, जलाशय झील और आधुनिक ढाबा खोल सकते हैं। फोकस टूरिज्म डेस्टिनेशन में महिला उद्यमी और एससी/एसटी उद्यमियों को 5%अतिरिक्त सब्सिडी मिलेगी। पर्यटन इकाइयों की स्थापना के लिए 5 करोड़ तक के बैंक ऋण पर 5 साल तक सालाना 5%की दर से अधिकतम 25 लाख की ब्याज सब्सिडी दी जाएगी। उद्यमी ब्याज सब्सिडी या कैपिटल सब्सिडी में से कोई एक चुन सकते हैं। नई नीति में भूमि के प्रथम क्रय, लीज या ट्रांसफर पर स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क में 100%छूट का प्रावधान है। यह नीति जिले की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में मददगार साबित होगी।
भारत के मेडिकल टूरिज्म और कई दूसरी सुविधाओं के 'मेडिकल वैल्यू ट्रैवल' का पोर्टल शुरू किया जाएगा, जिससे कई मरीजों को फायदा होने की उम्मीद है.
Summer Vacations में भूलकर भी न बनाएं भारत की इन 5 सबसे सुंदर जगहों पर ट्रेवल का प्लान
Hottest places in India in Summers: भारत विविधताओं से भरा देश है। यहां आपको बर्फ से ढके पहाड़ मिलते हैं तो वहीं रेगिस्तान की तपती रेत भी देखने को मिलती है। गर्मी के मौसम में जहां लोग ठंडी और सुकून देने वाली जगहों की तलाश में रहते हैं
गोवा में वेकेशन एंजॉय कर रहीं कृष्णा श्रॉफ, शेयर की खूबसूरत तस्वीरें
कृष्णा श्रॉफ निश्चित रूप से जानती हैं कि लोगों का ध्यान कैसे आकर्षित करना है- चाहे वह उनकी MMA चॉप्स हों या उनकी वेकेशन की तस्वीरें। कृष्णा इस दिनों गोवा की धूप और बीच पर छुट्टियां मना रही हैं। इसी बीच कृष्णा श्रॉफ ने सोशल मीडिया पर अपनी ट्रॉपिकल ...
कैंसर के ट्रीटमेंट जंग के बीच वेकेशन मनाने मालदीव पहुंचीं हिना खान, शेयर की खूबसूरत तस्वीरें
टीवी एक्ट्रेस हिना खान भले ही कैंसर से जंग लड़ रही हैं, लेकिन वह अपनी लाइफ को खुलकर जी रही हैं। इस गंभीर बीमारी से जंग लड़ते हुए वह लाइफ का हर पल एंजॉय कर रही हैं। हिना खान इन दिनों मालदीव में वेकेशन एंजॉय कर रही हैं। मालदीव में वेकेशन मनाते हुए ...
Tejasswi Praksh-Karan Kundrra नहीं हुए अलग,रोमांटिक वेकेशन एन्जॉय कर रहा है कपल करीबी दोस्त ने खोला राज
सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पंड्या और उनकी पत्नी नतासा स्टेनकोविक के अलग होने की अफवाहें जोरों पर हैं। यह सब तब शुरू हुआ जब नतासा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से 'पांड्या' उपनाम हटा दिया। प्रशंसकों ने यह भी देखा कि वह आईपीएल मैचों के दौरान स्टैंड्स से गायब थीं। हालांकि, तमाम अटकलों के बावजूद इस जोड़े ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। दूसरी ओर, एक ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि हार्दिक विदेश में किसी अज्ञात स्थान पर छुट्टियां मना रहे हैं। विस्तार से जानने के लिए आगे पढ़ें। इसे भी पढ़ें: Shabana Azmi ने Shashi Kapoor के साथ इंटीमेट सीन करने से किया था इंकार, सुपरस्टार ने कह दिया था एक्ट्रेस को 'बेवकूफ लड़की' | Read All About नताशा स्टेनकोविक से अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक पंड्या विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं हार्दिक पंड्या की पत्नी नतासा स्टेनकोविक के साथ निजी जिंदगी हाल ही में चर्चा का विषय बनी हुई है। क्रिकबज द्वारा रविवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अलगाव की अफवाहों के बीच क्रिकेटर विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं। अभी लोकेशन का नाम सामने नहीं आया है। इसे भी पढ़ें: Anant Ambani और Radhika Merchant Pre-Wedding Party! तारों भरी रात से लेकर टोगा पार्टी तक, जानें इस बार क्या-क्या होगा खास यह बताया गया है कि इंडियन प्रीमियर लीग से अपनी टीम के बाहर होने के बाद क्रिकेटर ने देश छोड़ दिया। कठिन अवधि के बाद तरोताजा होने के लिए, उन्होंने विदेश में एक सप्ताह की छुट्टी का विकल्प चुना। हार्दिक के शीघ्र ही न्यूयॉर्क में टी20 विश्व कप 2024 के अभ्यास सत्र के लिए भारतीय टीम में फिर से शामिल होने की उम्मीद है। विशेष रूप से, आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस के लिए रोहित शर्मा की जगह हार्दिक के नेतृत्व की काफी आलोचना हुई। पूरे सीज़न में भारतीय क्रिकेटर को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस बीच, वह पेशेवर असफलताओं से जूझ रहे थे। उनकी निजी जिंदगी सुर्खियों में आ गई। कुछ दिन पहले हार्दिक ने अपने सोशल मीडिया पर ढेर सारी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे। वीडियो में उन्हें पूल में तैरते हुए अच्छा समय बिताते हुए दिखाया गया, जबकि फोटो में वह एक खूबसूरत बैकग्राउंड के साथ पोज दे रहे थे। इसे छोटा और सरल रखते हुए, उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया था, रिचार्जिंग। पोस्ट के जवाब में, कई प्रशंसकों ने उनके टिप्पणी अनुभाग में बाढ़ ला दी, अपना अटूट समर्थन दिखाया और आगामी विश्व कप के लिए उनकी जय-जयकार की। एक यूजर ने लिखा, “हार्दिक पंड्या जल्द ही टी20 वर्ल्ड कप में वापस आ रहे हैं,” एक अन्य फैन ने लिखा, “हार्दिक टी20 में अपने पुराने मॉडल के साथ आएं और अपने नफरत करने वालों को चुप करा दें। जबकि एक तीसरे फैन ने लिखा, “मजबूत वापसी भाई।” इसके अतिरिक्त, एक प्रशंसक ने लिखा, अपना भाई शेर था और रहेगा तू टेंशन माउंट लेना रे। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, कोई बात नहीं हम सब आपके साथ हार्दिक हमारे हीरो हैं। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, हार्दिक भाई विश्व कप में वापसी करेगा। हार्दिका पंड्या की पत्नी नतासा ने अलगाव की अफवाहों पर प्रतिक्रिया दी दूसरी ओर, अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक की पत्नी को शनिवार को पहली बार शहर में देखा गया। अपनी नवीनतम आउटिंग में, उन्हें एक कैफे से बाहर निकलते समय एक करीबी दोस्त के साथ देखा गया था। जाने से पहले एक्ट्रेस ने शटरबग्स के लिए पोज दिए। दरअसल, एक पिता ने उनसे तलाक के बारे में पूछा। हालांकि, इसके जवाब में एक्ट्रेस ने सवाल को नजरअंदाज करने का फैसला किया और सम्मानजनक चुप्पी बनाए रखी. जाने से पहले, उसने बस इतना कहा, बहुत-बहुत धन्यवाद और अपनी प्रतीक्षारत कार की ओर बढ़ गई। अपनी नवीनतम आउटिंग के दौरान, जब वह अपने दोस्त के साथ एक कैफे से बाहर निकली, तो उसे गुलाबी शर्ट के साथ सफेद टॉप और शॉर्ट्स पहने देखा गया। दो महीने पहले एक नौका पर बॉलीवुड अभिनेत्री को प्रस्ताव देने के बाद, हार्दिक और नतासा ने लगभग चार साल पहले 31 मई, 2020 को शादी कर ली थी। उनके पहले बच्चे, अगस्त्य का जन्म 30 जुलाई, 2020 को हुआ था। अपनी तीसरी शादी की सालगिरह मनाते हुए, हार्दिक और नतासा ने उदयपुर में एक भव्य समारोह के साथ अपनी प्रतिज्ञाओं को भी नवीनीकृत किया था। View this post on Instagram A post shared by Hardik Himanshu Pandya (@hardikpandya93) View this post on Instagram A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)
शादी के तीन महीने बाद हनीमून पर निकलेRakul Preet Singh औरJackky Bhagnani, वेकेशन से वायरल हुई एक्ट्रेस की तस्वीरें
एक बार फिर सिनेमा घरो में दस्तक देने जा रही है क्रिस्टोफ़र नोलन की स्पेस एडवेंचर फिल्मInterstellar,10वीं सालगिरह पर होगी री-रिलीज़