तेलियागढ़ी किला एएसआई को देने की अनुशंसा:संरक्षण से पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा
साहिबगंज के डीसी ने राज्य की ऐतिहासिक धरोहर को बचाने के लिए पर्यटन सचिव को लिखा पत्र साहिबगंज जिला के ऐतिहासिक तेलियागढ़ी किला को संरक्षित करने के लिए इसे आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) को दिए जाने की अनुशंसा की गई है। इस संबंध में साहिबगंज के उपायुक्त ने पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग के सचिव को पत्र लिखा है। कहा है कि तेलियागढ़ी किला साहिबगंज की एक ऐतिहासिक धरोहर है एवं जिले के पर्यटन स्थल की श्रेणी-सी में अधिसूचित है। उन्होंने पर्यटन सचिव से अनुरोध किया है कि तेलियागढ़ी किला के संरक्षण के लिए इसे आर्कियोलोजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को सौंपे जाने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए। तेलियागढ़ी किला 13वीं शताब्दी में बनाया गया था। यहां कभी हुमायूं, शेरशाह, अकबर और शाह सुजा समेत कई बादशाहों की तलवारें चमकती थीं। वर्तमान में यह किला उपेक्षा का शिकार है। जिसके संरक्षण एवं देखभाल की अत्यंत आवश्यकता है। गत दाे जून 2025 औैर 30 अक्टूबर 2025 को जिला पर्यटन संवर्धन परिषद की बैठक में पर्यटन स्थल तेलियागढ़ी किला के संरक्षण के लिए एएसआई को दिए जाने का निर्णय लिया गया। किला अब एक खंडहर है, केवल अवशेष ही बचे तेलियागढ़ी किला अब एक खंडहर है, जिसके अब केवल अवशेष ही बचे हैं। लेकिन किले के अवशेष इसकी प्राचीनता और भव्यता को बताते हैं। यह बहुमूल्य धरोहर संरक्षित करने के अभाव में अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। किले की बनावट ऐसी है कि यहां पर जल मार्ग या भू-मार्ग से कोई आक्रमण नहीं हो सकता था। प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से भी यह अत्यंत ही मनोहारी स्थान पर स्थित है। इस किले के ऐतिहासिक महत्व का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि 16वीं सदी में ईरानी यात्री अब्दुल लतीफ और 18वीं सदी में फ्रांसीसी यात्री बुकानन ने अपनी रचनाओं में इसे बड़े क्षेत्र में स्थित बताया है। बंगाल का प्रवेश द्वार कहा जाता था किला तेलियागढ़ी किला झारखंड के साहिबगंज जिले में स्थित एक ऐतिहासिक किला है, जो जिला मुख्यालय से 7-8 किलोमीटर दूर करमटोला पहाड़ी के तलहटी पर स्थित है। इस किले को कभी बंगाल का प्रवेश द्वार कहा जाता था, क्योंकि यह रणनीतिक रूप से गंगा नदी के किनारे मुख्य व्यापारिक मार्ग पर स्थित था। मुगल काल में इसका बहुत महत्व था। इस किले का इतिहास मौर्य काल से जुड़ा है। चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में यवन राजदूत मेगस्थनीज ने अपनी पुस्तक ‘इंडिका’ में इस किले का बौद्ध विहार के रूप में उल्लेख किया है। वहीं, हर्षवर्धन के समय में चीनी यात्री ह्वेनसांग ने भी तेलियागढ़ी किले का जिक्र किया है। कभी एक किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ था तेलियागढ़ी किला तेलियागढ़ी किले के आसपास के मौजूद अवशेषों को देखकर लगता है कि यह किला करीब एक किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ था। किले की तत्कालीन लंबाई और चौड़ाई का अनुमान किले से पूर्व करीब 500 मीटर दूरी पर स्थित मध्यकालीन दीवारों को देखकर लगाया जा सकता है। साहिबगंज डीसी का प्रयास है कि तेलियागढ़ी किला एएसआई को सौंपे जाने से यह धरोहर सुरक्षित औैर संरक्षित हाे जाएगी।
हिल स्टेशन पचमढ़ी में अब पर्यटकों की भीड़ बढ़ने जा रही है। चार दिन बाद विंटर वेकेशन शुरू हो रहा है। इसमें बड़ी संख्या में पर्यटक और लोग पचमढ़ी में छुट्टियां बिताने जाएंगे। इस दौरान पीक सीजन भी 24 दिसंबर से शुरू हो जाएगा। इसमें जिप्सी का किराया हर पॉइंट पर अब पुराने से एक हजार रुपए ज्यादा देना होगा। साथ ही होटलों के कमरों का किराया भी 25 प्रतिशत तक महंगा हो गया है। सबसे खास है कि अगले 12 से 14 दिन के लिए पचमढ़ी में एडवांस बुकिंग चल रही है। कई होटलें 60 प्रतिशत तक बुक हो चुकी हैं। इसलिए लोगों को पचमढ़ी में जाने से पहले वहां रुकने की व्यवस्था जरूर चेक करनी चाहिए। वहीं पुलिस विभाग की तरफ से सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। भीड़ को देखते हुए पुलिस बल तैनात होगा। पिपरिया एसडीओपी को सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष जिम्मेदारी एसपी ने दी है। पचमढ़ी में पर्यटकों के लिए पीक सीजन 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक रहेगा। जिला पंचायत की ओर से इसके लिए पत्र भी जारी किया गया है। टैक्सी यूनियन प्रभारी अनुराग अग्रवाल ने बताया कि जिस भी साइट पर लोग जाते हैं, वहां के लिए जो किराया तय रहता है, उससे एक हजार रुपए अधिक लगेगा। 2 जनवरी तक किराया बढ़ा रहेगा। इसी तरह होटल यूनियन के अध्यक्ष आनंद धूत ने बताया कि होटलों के कमरों की बुकिंग इस समय 60 प्रतिशत हो गई है। बुकिंग के साथ ही 25 प्रतिशत तक किराया बढ़ा रहेगा। इस समय होटलों में कमरे 2000 रुपए से मिलना शुरू हो रहे हैं। पचमढ़ी में सभी तरह की करीब 100 होटलें हैं। जब भीड़ अधिक होगी तब कमरे मिलने की स्थिति साफ नहीं रहती है। नए साल के लिए 60% से ज्यादा हो चुकी होटलों की बुकिंग हिल स्टेशन पचमढ़ी पर्यटकों को हमेशा आकर्षित करती है। यहां पर बीफॉल, डचेस फाल, महादेव मंदिर, चौरागढ़, जटाशंकर, हांडी खोह सहित धूपगढ़ है। धूपगढ़ में सूर्यास्त का नजारा विशेष रूप से नजर आता है। धूपगढ़ ऊंची चोटी पर स्थित है। इसलिए यहां भारी भीड़ रहती है। पचमढ़ी में शनिवार-रविवार को भी पर्यटक पहुंच रहे हैं। रात में होगी पेट्रोलिंग, जवान भी तैनात रहेंगे: पचमढ़ी में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए भी पुलिस की व्यवस्था रहेगी। एसपी सांई कृष्णा ने एसडीओपी को पचमढ़ी में व्यवस्था की जिम्मेदारी दी है। एसडीओपी मोहित यादव ने बताया कि वहां अतिरिक्त पुलिस बल रहेगा। पुलिस लाइन से भी बल बुलाएंगे। रात में पेट्रोलिंग होगी। जाम नहीं लगे इसके लिए भी पॉइंट लगाए जाएंगे। जहां कैमरे लगे हैं वहां से कैमरों से निगरानी होगी। पचमढ़ी, पिपरिया थाना का स्टाफ भी लगातार पेट्रोलिंग में रहेगा। पचमढ़ी में ये खास
राजस्थान में पर्यटन का स्वर्णिम युग: देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि
राजस्थान में पर्यटन का स्वर्णिम युग: देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि, पांच हजार करोड़ से अधिक के विकास कार्य, महाराणा प्रताप और ट्राइबल टूरिस्ट सर्किट का विकास, धार्मिक और हेरिटेज पर्यटन का संवर्धन, फिल्म एवं वेडिंग टूरिज्म से राज्य को वैश्विक पहचान।
मेरी आवाज मेरा समाधान अभियान का भव्य शुभारंभ, पर्यटन विकास में आमजन की भूमिका पर जोर
चित्तौड़गढ़ में जन चेतना मंच द्वारा मेरी आवाज मेरा समाधान अभियान का शुभारंभ, जिसमें पर्यटन विकास में आमजन की भागीदारी, गोरा बादल पेनोरमा में आयोजित परिचर्चा, ऐतिहासिक स्थल संरक्षण और पर्यटक सुविधाओं पर जोर दिया गया।
घने कोहरे के कारण दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई हवाई अड्डों पर उड़ानें प्रभावित हुई हैं। एयर इंडिया और इंडिगो ने यात्रियों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी कर देरी और रद्दीकरण की चेतावनी दी है। एयरलाइंस ने फॉगकेयर जैसी पहल के तहत वैकल्पिक उड़ान और रिफंड की सुविधा देने का आश्वासन दिया है।
IndiGo Compensation: पिछले दिनों इंडिगो की तरफ से हजारों फ्लाइट कैंसिल किये जाने से लाखों यात्री परेशान हो गए थे. पहले एयरलाइन की तरफ से यात्रियों को रिफंड जारी किया गया. लेकिन ऐसे हजारों यात्री हैं, जिन्होंने एजेंट के जरिये बुकिंग कराई थी, अब ऐसे यात्रियों को एयरलाइन मुआवजा देने जा रही है.
हिमाचल में कृत्रिम बर्फ का प्लेटफार्म बना पर्यटन आकर्षण, पर्यटकों की भीड़ और व्यवसायिक उत्साह
हिमाचल प्रदेश में बनाए गए कृत्रिम बर्फ के प्लेटफार्म ने पर्यटकों को “घसूटड़ी” का अनोखा अनुभव दिया, स्थल पर भीड़ और लंबी कार लाइनों के बीच यह पहल पर्यटन और व्यवसाय दोनों के लिए आकर्षण बन गई है। सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीरों ने इसे और चर्चित बना दिया है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जालंधर में रीची ट्रैवल के दफ्तर और मालिक के घर पर छापा मारा है। यह कार्रवाई बस स्टैंड के पास स्थित रीची ट्रैवल के कार्यालय और जसवंत नगर में मालिक के आवास पर की जा रही है। यह कार्रवाई डंकी रूट के माध्यम से लोगों को विदेश भेजने वाले ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ ईडी की जांच का हिस्सा है। मामला उन भारतीयों से जुड़ा है जिन्हें हाल ही में अमेरिका से डिपोर्ट किया गया था। इसी मामले में, ईडी ने दो दिन पहले ट्रैवल एजेंट्स की 5 करोड़ रुपए की संपत्ति भी जब्त की थी। यह कार्रवाई डंकी रूट से जुड़े मामलों में लगातार जारी है। रेड अभी जारी है, सूचना अपडेट की जा रही है। पहले हुई रेड से मिले इनपुट के आधार पर जांच जालंधर ईडी की टीम ने डंकी रूट मामले में कुछ दिन पहले 2 ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इस दौरान ईडी टीम ने डंकी रूट के जरिए अवैध रूप से विदेश भेजने से जुड़े लोगों की 5.41 करोड़ रुपये की संपत्ति भी अटैच की थी। इस संबंध में जालंधर ईडी टीम ने जालंधर, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में 13 व्यावसायिक और रिहाइशी ठिकानों पर छापेमारी की है। रिची ट्रैवल के घर पर भी चल रही रेड ईडी टीम की इस समय बस स्टैंड के पास रिची ट्रैवल के दफ्तर में सर्वे चल रहा है। इसके साथ ही रिची ट्रैवल के मालिक के घर जसवंत नगर में भी रेड चल रही है। ईडी द्वारा डंकी रूट पर काम करने वाले ट्रैवल एजेंट के खिलाफ यह कार्रवाई की जा रही है। पिछले दिनों अमेरिका से डिपोर्ट होकर आए भारतीयों को लेकर हुई पूछताछ के बाद कई ट्रैवल एजेंट ईडी की रडार पर हैं। जालंधर के साथ दिल्ली-पानीपत में भी ट्रैवल एजेंट पर रेड सूत्रों के अनुसार, रिची ट्रैवल्स के साथ, तरुण खोसला (दिल्ली) और बलवान शर्मा (पानीपत) में भी रेड चल रही है। बताया जा रहा है कि ईडी टीम ने यह जांच उन FIR के आधार पर शुरू की थी, जो फरवरी 2025 में अमेरिका से 330 भारतीयों के डिपोर्ट होने के बाद दर्ज की गई थीं। इन भारतीयों को अमेरिकी सेना के कार्गो विमान के जरिए वापस भेजा गया था। जांच में सामने आया कि इन लोगों को डंकी रूट के जरिए अवैध रूप से अमेरिका भेजा गया था। इसके पीछे ट्रैवल एजेंटों, बिचौलियों, डोंकरों, विदेशों में मौजूद साथियों, हवाला ऑपरेटरों का नेटवर्क काम कर रहा था। ईडी टीम द्वारा पहले की गई 2 रेड और जांच के दौरान मिले सबूतों से इस नेटवर्क में शामिल अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
हरियाणा में डंकी रूट के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार अलर्ट हो गई है। सरकार ने ऐसे मामलों की सुनवाई के लिए जिलों को अतिरिक्त उपायुक्त (ADC) नामित कर दिया है। हालांकि सरकार ने इस मामले में 8 महीने की देरी की है। हरियाणा ट्रैवल एजेंट रजिस्ट्रेशन एवं विनियमन अधिनियम, 2025 को सरकार ने 8 महीने पहले नोटिफाई किया था। हाल ही में हरियाणा में अमेरिका गए सैकड़ों युवाओं को डिपोर्ट किया गया है। इन युवाओं ने लाखों रुपया खर्च करके गलत तरीके से 'डंकी रूट' से अमेरिका में प्रवेश किया था। इस अधिनियम को सरकार ने 9 अप्रैल 2025 को नोटिफाई किया गया था, सबसे अहम बात यह है कि एक्ट के आवश्यक नियमों को अभी तक नोटिफाई नहीं किया गया है। जिलों के DC को रजिस्ट्रेशन की पावर सूबे के गृह विभाग द्वारा 11 दिसंबर को ये आदेश जारी किया गया है। आदेश के अनुसार, अतिरिक्त उपायुक्तों (ADC) को पीड़ित व्यक्तियों की शिकायतों की सुनवाई के लिए लोकपाल के रूप में नामित किया गया है। जबकि उपायुक्त (DC) अपने-अपने जिलों में ट्रैवल एजेंटों के पंजीकरण के लिए सक्षम प्राधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। पुलिस प्राधिकरण को भेज सकेंगे मामले एक्ट की धारा 15 के तहत, किसी ट्रैवल एजेंट की चूक से पीड़ित कोई भी व्यक्ति उसके समाधान के लिए लोकपाल के समक्ष शिकायत दर्ज कर सकता है। लोकपाल शिकायत के समाधान के लिए उचित समझे जाने वाले आवश्यक कदम उठाएगा और यदि आवश्यक हो, तो मामले को संबंधित क्षेत्राधिकार के पुलिस प्राधिकरण को भेज सकता है। यहां पढ़ते हैं एक्ट में क्या... यहां पढ़िए क्यों लिया सरकार ने फैसला सरकार के द्वारा इस फैसले की सबसे बड़ी वजह हरियाणा में अवैध प्रवासन के बढ़ते मामले हैं। प्रदेश में 20 जनवरी से 22 जुलाई 2025 के बीच, अमेरिका से 1 हजार 703 भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट किया गया, जिनमें हरियाणा के 604 नागरिक शामिल हैं। केंद्र ने निर्वासितों के साथ किए जा रहे व्यवहार, विशेष रूप से हथकड़ियों के इस्तेमाल और धार्मिक एवं सांस्कृतिक संवेदनशीलता की अनदेखी को लेकर अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष चिंता व्यक्त की है। 188 ट्रैवल एजेंट अवैध लिस्टेड हरियाणा पुलिस की वेबसाइट के अनुसार, सूबे में वर्तमान में 188 ट्रैवल एजेंट अवैध रूप में लिस्टेड हैं। प्रदेश के एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, 2019 में ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ मामलों की जांच के लिए हरियाणा में एसआईटी के गठन के बाद से, सितंबर 2025 तक कुल 3 हजार 455 मामले दर्ज किए गए हैं। कुल 3 हजार 53 गिरफ्तारियां की गईं और एजेंटों से 52.06 करोड़ रुपए बरामद किए गए।
काशी ने बीते वर्षों में अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज कराई है। ब्रांड बनारस अब विश्व भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन चुका है। वाराणसी देश के उन शहरों में शामिल हो गया है, जहां तेजी से पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हो रही है। योगी सरकार के नेतृत्व में काशी के कलेवर में हुए ऐतिहासिक बदलावों ने उसके प्राचीन वैभव को नई ऊर्जा दी है। वर्ष 2014 से 2025 (सितम्बर तक) तक 45 करोड़, 44 लाख,82 हजार से अधिक पर्यटकों ने काशी का किया भ्रमणपर्यटन विभाग के अनुसार वर्ष 2014 में पर्यटकों की संख्या 54,89,997 ( चौवन लाख नवासी हजार नौ सौ सतानबे ) थी, जो 2025 ( सितंबर तक) तक बढ़कर 146975155( चौदह करोड़ उन्हत्तर लाख पचहत्तर हजार एक सौ पचपन ) के पार पहुँच गई। आंकड़ों के अनुसार 2014 के मुकाबले 2025 में भारतीय और विदेशी पर्यटकों की संख्या में लगभग 14,64,26,158 ( चौदह करोड़ चौंसठ लाख छब्बीस हजार एक सौ अट्ठावन ) से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई है, जो अपने आप में एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। 2014 से 2025 तक 12 वर्षो में भारतीय पर्यटकों की संख्या 45,16,09,026 और विदेशी पर्यटकों की संख्या 28,73,636 है। विश्वनाथ कॉरिडोर सेबुद्ध की तपोस्थली सारनाथ तक बदली काशी की तस्वीरनव्य-भव्य काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लोकार्पण से मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए सुविधाओं का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। वहीं, गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण, बेहतर साफ-सफाई व्यवस्था, बुद्ध की तपोस्थली सारनाथ के विकास, गंगा में क्रूज़ का संचालन और आधुनिक सुविधाओं की निरंतर बढ़ती श्रृंखला ने देश-विदेश के पर्यटकों को आकर्षित किया है। कोरोना काल के बाद रिकॉर्ड उछालकोरोना महामारी के कारण वर्ष 2020 और 2021 में पर्यटन प्रभावित हुआ, लेकिन इसके बाद काशी में पर्यटकों की संख्या में ऐतिहासिक उछाल देखने को मिला। वर्ष 2022 से लेकर 2025 तक हर साल रिकॉर्ड संख्या में सैलानी वाराणसी पहुँचे, जिससे पर्यटन उद्योग को नई रफ्तार मिली। अब जानिए टूरिज्म क्षेत्र से जुड़े लोगों ने क्या कहा...टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन के राहुल मेहता ने कहा - वाराणसी में पर्यटकों की बढ़ती संख्या से पर्यटन उद्योग से जुड़े हर वर्ग को लाभ मिला है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए हैं। वाराणसी आज एक वैश्विक पर्यटन केंद्र के रूप में उभर रहा है। एम.डी.,कोरल होटल्स एंड रिसोर्ट खालिद अंसारी ने कहा - किसी शहर के विकसित होने से औद्योगिक विकास के साथ ही पर्यटन उद्योग को भी रफ़्तार मिलती है। पर्यटन उद्योग से न सिर्फ आर्थिक मजबूती मिलती है ,बल्कि शहर की पहचान भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित होती हैं। वाराणसी जैसे ऐतिहासिक शहर में विकास के साथ पर्यटन, होटल और रियल एस्टेट सेक्टर में रोजगार की संभावनाएं कई गुना बढ़ गई हैं।
हिमाचल प्रदेश के मशहूर पर्यटन स्थल डलहौजी में बुधवार को एक बड़ा हादसा होने से बच गया। दिल्ली नंबर की एक ट्रैवलर गाड़ी ऊंचाई पर चढ़ते हुए अचानक पीछे खिसक गई। ट्रैवलर के पिछले टायर खाई में समा गए, हालांकि एक पेड़ से टकराकर गाड़ी नीचे गिरने से बच गई। लोगों ने किसी तरह चलती गाड़ी से कूदकर अपनी जान बचाई। इसमें एक-दो लोग तो नीचे खाई में ही गिर गए। समय रहते आसपास के लोगों ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस हादसे में कुछ लोगों को हल्की चोटें भी लगी है। इस घटना से जुड़ी एक वीडियो भी सामने आई है। हालांकि ट्रैवलर गाड़ी में कौन लोग थे, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आ सकी है। अब देखिए हादसे के PHOTOS... अब पढ़िए सामने आई वीडियो में क्या दिख रहा... दुकानदारों और स्थानीय लोगों ने की मददहादसे के बाद मौके पर मौजूद लोगों और आसपास के दुकानदार घायलों को खाई से बाहर निकाला। इसके बाद घायलों को प्राथमिक सहायता दी गई। पूरी घटना पास में लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वीडियो में ट्रैवलर नीचे की ओर खिसक रहा है। लोगों का कहना है कि ब्रेक ने लगने के कारण ट्रैवलर पीछे की ओर लुढ़क गया। पुलिस बोली- सभी लोग सुरक्षित बाहर निकलेडलहौजी थाना प्रभारी कपिल ने बताया कि घटना की सूचना पुलिस को देर से मिली। किसी भी व्यक्ति ने तुरंत पुलिस को सूचित नहीं किया था। सूचना मिलने के बाद जांच अधिकारी को मौके पर भेजा गया। घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई है। न ही किसी ने इस संबंध में कोई शिकायत दर्ज कराई है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली और लाहौल-स्पीति के पर्यटन स्थलों पर इन दिनों बर्फ देखने के लिए देशभर से पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ रही है। इससे पर्यटन स्थलों पर एक बार फिर रौनक लौट आई है। बर्फ के बीच पर्यटक मौज-मस्ती करते, फोटोशूट कराते, स्कीइंग और स्नो स्कूटर का जमकर आनंद उठा रहे हैं। हालांकि, लाहौल-स्पीति के ऊंचे पहाड़ों को छोड़ दें तो अभी निचले पर्यटन क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी नहीं हुई। बावजूद इसके, बर्फ देखने की चाह में पर्यटक रोहतांग पास, ग्रांफू, कोकसर और शिंकुला दर्रा का रुख कर रहे हैं। इसका नतीजा यह है कि इन इलाकों में पर्यटकों की भारी भीड़ से घंटों ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी हुई है। ग्रांफू में जाम, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल लाहौल-स्पीति के ग्रांफू में दर्जनों वाहन ट्रैफिक जाम में फंसे रहने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। दरअसल, मंगलवार और बुधवार को रोहतांग दर्रा सड़क की मरम्मत के चलते बंद रखा गया है। इस वजह से अधिकांश टूरिस्ट ग्रांफू की ओर जा रहे हैं, जिससे ट्रैफिक दबाव अचानक बढ़ गया। स्थानीय प्रशासन को ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बर्फ ढोकर लाने के आरोप, टूरिज्म सेक्टर में बहस इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो वायरल हुए हैं, जिनमें आरोप लगाया जा रहा है कि मनाली में गाड़ियों में बर्फ भरकर लाया जा रहा है और उसे समतल जगहों पर डालकर पर्यटकों से पैसे वसूले जा रहे हैं।31 सेकेंड के एक वायरल वीडियो में एक महिला यह कहते हुए नजर आ रही है कि ये देखिए ये हो रही स्नोफॉल, गाड़ी से बर्फ उतारते हुए, हमारे कुछ भैया लोग, रहा सवाल पब्लिक का, तो ये देखिए पब्लिक उतर गई मैदान में, सूट-बूट पहनकर, फोर बाय फोर गाड़ियों में आते हुए, 2000 रुपए देकर पहले गाड़ियों में आए, अब 5000 देकर एक्टिविटी कर रहे। पर्यटन कारोबारी बोले— फ्रॉड नहीं, टूरिस्ट की डिमांड महिला के आरोपों पर स्थानीय पर्यटन कारोबारी राजेश चंद ने सफाई देते हुए कहा कि यह फ्रॉड नहीं, बल्कि पर्यटकों की मांग के अनुसार की जा रही व्यवस्था है।उन्होंने कहा कि अधिकांश टूरिस्ट रोहतांग, ग्रांफू या शिंकुला दर्रा तक नहीं जा पाते। न तो सभी के पास फोर-बाय-फोर वाहन होते हैं और न ही हर कोई उसका खर्च उठा सकता है। ऐसे में ऊंचे पहाड़ों से बर्फ लाकर सुरक्षित समतल जगहों पर रखी जाती है, ताकि टूरिस्ट बर्फ के बीच फोटो खिंचवा सकें। मनाली-सोलंगनाला समेत इन इलाकों में भी लौटी रौनक लाहौल-स्पीति के बर्फीले पर्यटन स्थलों के अलावा मनाली, सोलंगनाला, बंजार, जिभी वैली, अटल टनल और मणिकर्ण घाटी में भी पर्यटकों की चहल-पहल बढ़ गई है।मनाली में वीकेंड पर होटल ऑक्यूपेंसी 60 फीसदी से ज्यादा और आम दिनों में भी 40 फीसदी से अधिक दर्ज की जा रही है। 20-21 दिसंबर को बर्फबारी की उम्मीद मनाली होटल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष और होटेलियर अनूप ठाकुर ने बताया कि आपदा के बाद क्षतिग्रस्त सड़कों को अब दुरुस्त कर लिया गया है। पहाड़ों पर पर्यटक लौटने लगे हैं। अगर 20 और 21 दिसंबर को बर्फबारी होती है, तो पर्यटन कारोबार को और पंख लगेंगे। इससे होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी ऑपरेटर्स, टूरिस्ट गाइड और एडवेंचर स्पोर्ट्स से जुड़े लोगों के चेहरे खिले हुए हैं। बाजारों में गर्म कपड़ों, स्थानीय हस्तशिल्प और खान-पान की दुकानों पर भी अच्छी भीड़ नजर आ रही है। कितनी दूरी, कितना समय मनाली से ग्रांफू की दूरी करीब 66 किलोमीटर है। रोहतांग दर्रा मनाली से लगभग 51 किलोमीटर, कोकसर 58 किलोमीटर और शिंकुला दर्रा करीब 170 किलोमीटर दूर है।मनाली से ग्रांफू तक का सफर करीब सवा तीन घंटे, कोकसर तक ढाई से तीन घंटे और शिंकुला दर्रा पहुंचने में 7 से 8 घंटे का समय लग सकता है।
उमरिया स्थित विश्व प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के ज्वालामुखी गेट में पर्यटन शुल्क में छूट दी गई है। यह छूट आज बुधवार से 23 दिसंबर तक लागू रहेगी। टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने पर्यटन और स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है। इस अवधि के दौरान, ज्वालामुखी बफर जोन गेट से प्रवेश करने वाली जिप्सियों पर कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगेगा। पर्यटकों को काउंटर से टिकट लेते समय किसी प्रकार की राशि का भुगतान नहीं करना होगा। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। ज्वालामुखी गेट की शुरुआत टाइगर रिजर्व ने 27 अगस्त 2021 को की थी। यह गेट मानपुर क्षेत्र में स्थित है और यहां शाकाहारी, मांसाहारी वन्यजीवों के साथ-साथ प्रसिद्ध बाघ भी दिखाई देते हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ताला, मगधी और खितौली तीन कोर एरिया हैं, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इन कोर एरिया में लगातार भीड़ के कारण कई पर्यटक निराश हो जाते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए, टाइगर रिजर्व अब तीन बफर गेटों से भी जंगल सफारी की सुविधा दे रहा है, जहां वन्य प्राणी देखे जा सकते हैं। पचपेड़ी, धमोखर बफर और अब मानपुर का ज्वालामुखी गेट भी पर्यटन के लिए उपलब्ध हैं।
मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित प्रदेश स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में खरगोन जिले की टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहला स्थान हासिल किया है। सांदीपनी स्कूल, महेश्वर की टीम ने इस उपलब्धि के साथ जिले का नाम पूरे प्रदेश में रोशन किया। भोपाल में हुआ राज्य स्तरीय मुकाबला राज्य स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता मंगलवार को भोपाल के मिंटो हॉल में आयोजित की गई। जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने के बाद खरगोन की टीम ने लिखित परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए प्रदेश की छह चयनित टीमों में जगह बनाई। मल्टीमीडिया राउंड में किया शानदार प्रदर्शन प्रतियोगिता के दूसरे चरण में आयोजित मल्टीमीडिया राउंड में खरगोन टीम ने 130 अंक अर्जित किए, जो प्रतियोगिता में सर्वाधिक रहे। इसी के साथ टीम ने प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया। यह पहली बार है जब खरगोन जिले की किसी टीम ने राज्य स्तरीय पर्यटन क्विज प्रतियोगिता में यह बड़ी सफलता हासिल की है। पर्यटन क्विज के जिला नोडल अधिकारी नीरज अमझरे ने बताया कि प्रतियोगिता मध्य प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों, उनकी भौगोलिक स्थिति, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, वन संपदा और राष्ट्रीय उद्यानों से संबंधित जानकारी पर आधारित थी। दूसरे चरण में 10 मल्टीमीडिया राउंड आयोजित किए गए, जिनमें ऑडियो-वीडियो के माध्यम से प्रश्न पूछे गए। विजेता टीम को मिला सम्मान विजेता टीम में मयंक रावल, अंकिता रावल और श्रद्धा मालवीय शामिल रहे। इस उपलब्धि पर कलेक्टर भव्य मित्तल, जिला पंचायत सीईओ आकाश सिंह, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग इकबाल आदिल हुसैन, जिला शिक्षा अधिकारी एस.के. कानुड़े, मार्गदर्शी शिक्षक राजकुमार शर्मा और क्विज मास्टर अमित शर्मा ने टीम को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
किशनगंज की पर्यटन संभावनाओं को उजागर करने के लिए सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद आजाद ने केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जिले में पर्यटन उद्योग को गति देने और विकास योजनाओं पर फॉलो-अप का अनुरोध किया। सांसद ने एक पत्र के माध्यम से केंद्रीय मंत्री का ध्यान किशनगंज की अनदेखी सांस्कृतिक और प्राकृतिक संपदा की ओर आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि बिहार के सबसे पिछड़े क्षेत्रों में से एक होने के बावजूद, किशनगंज अपनी समृद्ध विरासत से भरपूर है। यहां की सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं रखते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण स्थानीय समुदाय आर्थिक अवसरों से वंचित है। बहुमूल्य धरोहरों का संरक्षण भी सुनिश्चित करेगा डॉ. जावेद आजाद ने जोर देकर कहा कि पर्यटन विकास से न केवल जिले की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि यह बहुमूल्य धरोहरों का संरक्षण भी सुनिश्चित करेगा और रोजगार के नए द्वार खोलेगा। उन्होंने यह भी कहा कि इससे सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा मिलेगा। किशनगंज के प्रमुख आकर्षणों का भी जिक्र किया सांसद ने किशनगंज के प्रमुख आकर्षणों का भी जिक्र किया। इनमें बड़ीजान दुर्गा मंदिर शामिल है, जो एक दुर्लभ दरगाह-मंदिर परिसर है और हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक है। वेणुगढ़ किला अपनी भव्य वास्तुकला के लिए जाना जाता है, जो मुगलकालीन इतिहास को दर्शाता है। खगड़ा मेला धार्मिक उत्सवों का केंद्र है, जहां लोक नृत्य और हस्तशिल्प की झलक मिलती है। कदम और रसूल मजार आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं, जबकि ठाकुरगंज का भीमतकिया और शिव मंदिर प्राचीन कथाओं से जुड़े हैं। कोचाधामन का पीर स्थान सूफी परंपराओं का प्रतीक है। पक्षियों और जलजीवों की विविधता से समृद्ध हैं तीनों झील प्राकृतिक सौंदर्य की दृष्टि से, कछुदाह झील, मरामंडी झील और कटारामणि झील पक्षियों और जलजीवों की विविधता से समृद्ध हैं। ओढ़रा घाट और चिचोड़ाझार जंगल ट्रेकिंग और पिकनिक के लिए आदर्श स्थल हैं, जबकि रमजान (महानंदा) नदी का मनोरम तट पर्यटकों को आकर्षित करता है। सांसद ने इन सभी स्थलों को एक पर्यटन सर्किट में जोड़ने का सुझाव दिया। उन्होंने इको-टूरिज्म, होमस्टे और सांस्कृतिक फेस्टिवल जैसी पहलों को शामिल करने की बात कही, जिससे क्षेत्र का समग्र विकास हो सके।
चंडीगढ़ में पिछले तीन वित्तीय वर्षों के दौरान पर्यटन प्रचार के नाम पर किए गए करोड़ों रुपए के खर्च को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। प्रशासक की सलाहकार परिषद की कला, संस्कृति, पर्यटन एवं विरासत संरक्षण संबंधी वैधानिक समिति के अध्यक्ष और कांग्रेस अध्यक्ष हरमोहिंदर सिंह उर्फ एचएस लक्की ने इस मामले में पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी बताते हुए पर्यटन उप-समिति की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है। एचएस लक्की ने चंडीगढ़ से सांसद मनीष तिवारी द्वारा संसद में पूछे गए प्रश्न के जवाब का हवाला देते हुए कहा कि केंद्र सरकार और चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार पिछले तीन वर्षों में पर्यटन प्रचार गतिविधियों पर कुल 33.26 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इसमें से लगभग 11.84 करोड़ रुपए कलाकारों और अन्य वेंडरों को भुगतान के रूप में दर्शाए गए हैं। हालांकि, लक्की ने कहा कि संसद में दिए गए जवाब में इन भुगतानों का कोई विस्तृत विवरण उपलब्ध नहीं कराया गया। न तो यह स्पष्ट किया गया कि किन कलाकारों या वेंडरों को कितनी राशि का भुगतान किया गया और न ही यह बताया गया कि कौन-कौन से कार्यक्रम आयोजित किए गए तथा उनसे चंडीगढ़ को क्या लाभ मिला। उन्होंने यह भी कहा कि इससे भी अधिक गंभीर पहलू यह है कि शेष लगभग 22 करोड़ रुपए के खर्च को लेकर कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, जिससे वित्तीय अनियमितता की आशंका उत्पन्न होती है। इस स्थिति को देखते हुए उन्होंने पूरे मामले की समीक्षा के लिए पर्यटन उप-समिति की तत्काल बैठक बुलाने की मांग की है। पूरा हिसाब सार्वजनिक किया जाए एचएस लक्की ने कहा कि सांसद मनीष तिवारी द्वारा सार्वजनिक धन के इस अपारदर्शी उपयोग पर चिंता जताना पूरी तरह उचित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इतनी बड़ी राशि जब पर्यटन के नाम पर खर्च की जाती है, तो प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि उसका पूरा हिसाब सार्वजनिक किया जाए और उसके ठोस परिणाम भी सामने आएं। संस्कृति विभाग के निदेशक को लिखा पत्र इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एचएस लक्की ने चंडीगढ़ प्रशासन के संस्कृति विभाग के निदेशक को पत्र लिखकर कला, संस्कृति, पर्यटन एवं विरासत संरक्षण उप-समिति की तत्काल बैठक बुलाने का आग्रह किया है। इस बैठक में पर्यटन पर हुए खर्च की विस्तार से समीक्षा की जाएगी और यह आकलन किया जाएगा कि क्या वाकई इस खर्च से चंडीगढ़ के पर्यटन को कोई वास्तविक लाभ हुआ है। उनकी तरफ से पिछले तीन वित्तीय वर्षों में पर्यटन प्रचार पर हुए खर्च का ब्योरा मांगा है। इसमें कलाकारों और वेंडरों के नाम, भुगतान की गई राशि, आयोजनों की प्रकृति, खर्च का उद्देश्य और पर्यटकों की संख्या बढ़ने जैसे परिणामों की जानकारी शामिल है। गड़बड़ी मिलने पर होगी कार्रवाई एचएस लक्की ने कहा कि यह मामला बड़े पैमाने पर सार्वजनिक धन से जुड़ा है और इसकी संस्थागत जांच बेहद जरूरी है। यदि यह सामने आता है कि बिना ठोस योजना और निगरानी के पैसा खर्च किया गया है, तो समिति स्पष्टीकरण मांगने और जरूरी कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने यह भी कहा कि चंडीगढ़ को मनमाने खर्च की नहीं, बल्कि स्पष्ट और परिणामोन्मुख पर्यटन नीति की जरूरत है। समिति इस दिशा में अपनी जिम्मेदारी पूरी गंभीरता और ईमानदारी के साथ निभाएगी।
उत्तर भारत में कोहरे के बीच इंडिगो की नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी
देश की सबसे बड़ी यात्री विमानन कंपनी इंडिगो ने उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम को देखते हुए यात्रियों के लिए नई ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है
चित्रकूट जिलाधिकारी पुलकित गर्ग ने परिक्रमा मार्ग में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों और सार्वजनिक शौचालयों के संचालन की समीक्षा की। इस बैठक में पर्यटन विभाग, नगर पालिका और यूपीपीसीएल सहित कई विभागों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान, परिक्रमा मार्ग में बन रहे नाले के निर्माण पर चर्चा हुई। इसमें घरों से निकलने वाले पानी और बारिश के पानी की निकासी को व्यवस्थित तरीके से सुनिश्चित करने तथा पानी के आउटलेट को सही रखने पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित सार्वजनिक शौचालयों में पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था पर भी बात की गई। जिलाधिकारी ने इन शौचालयों को किसी संस्था के माध्यम से संचालित करने का निर्देश दिया। इस पर पर्यटन अधिकारी ने बताया कि शौचालयों के संचालन के लिए निजी संस्थाओं से बातचीत की गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इन शौचालयों का नियमित संचालन संस्थाओं के माध्यम से शुरू कर दिया जाएगा। वहीं बैठक में प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय, अपर जिलाधिकारी न्यायिक अरुण कुमार और संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
कॉरिडोर में कृष्ण: 'कुंज गलियों' का पर्यटन
15 मई 2025 को, भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने उत्तरप्रदेश सरकार को मथुरा के बांके बिहारी मंदिर के आसपास 5 एकड़ भूमि अधिग्रहित करने की अनुमति दी थी
स्विमिंग पूल किनारे मोनालिसा का सिजलिंग अंदाज, वेकेशन से शेयर की बोल्ड तस्वीरें
भोजपुरी एक्ट्रेस मोनालिसा हिंदी टीवी इंडस्ट्री में भी अपनी अलग पहचान बना चुकी हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी मोनालिसा की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। वह अपनी ग्लैमरस तस्वीरों से तहलका मचाती रहती हैं। मोनालिसा इन दिनों थाइलैंड में वेकेशन एंजॉय कर रही ...
गोवा में वेकेशन एंजॉय कर रहीं कृष्णा श्रॉफ, शेयर की खूबसूरत तस्वीरें
कृष्णा श्रॉफ निश्चित रूप से जानती हैं कि लोगों का ध्यान कैसे आकर्षित करना है- चाहे वह उनकी MMA चॉप्स हों या उनकी वेकेशन की तस्वीरें। कृष्णा इस दिनों गोवा की धूप और बीच पर छुट्टियां मना रही हैं। इसी बीच कृष्णा श्रॉफ ने सोशल मीडिया पर अपनी ट्रॉपिकल ...
कैंसर के ट्रीटमेंट जंग के बीच वेकेशन मनाने मालदीव पहुंचीं हिना खान, शेयर की खूबसूरत तस्वीरें
टीवी एक्ट्रेस हिना खान भले ही कैंसर से जंग लड़ रही हैं, लेकिन वह अपनी लाइफ को खुलकर जी रही हैं। इस गंभीर बीमारी से जंग लड़ते हुए वह लाइफ का हर पल एंजॉय कर रही हैं। हिना खान इन दिनों मालदीव में वेकेशन एंजॉय कर रही हैं। मालदीव में वेकेशन मनाते हुए ...
सोशल मीडिया पर भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पंड्या और उनकी पत्नी नतासा स्टेनकोविक के अलग होने की अफवाहें जोरों पर हैं। यह सब तब शुरू हुआ जब नतासा ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से 'पांड्या' उपनाम हटा दिया। प्रशंसकों ने यह भी देखा कि वह आईपीएल मैचों के दौरान स्टैंड्स से गायब थीं। हालांकि, तमाम अटकलों के बावजूद इस जोड़े ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। दूसरी ओर, एक ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि हार्दिक विदेश में किसी अज्ञात स्थान पर छुट्टियां मना रहे हैं। विस्तार से जानने के लिए आगे पढ़ें। इसे भी पढ़ें: Shabana Azmi ने Shashi Kapoor के साथ इंटीमेट सीन करने से किया था इंकार, सुपरस्टार ने कह दिया था एक्ट्रेस को 'बेवकूफ लड़की' | Read All About नताशा स्टेनकोविक से अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक पंड्या विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं हार्दिक पंड्या की पत्नी नतासा स्टेनकोविक के साथ निजी जिंदगी हाल ही में चर्चा का विषय बनी हुई है। क्रिकबज द्वारा रविवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि अलगाव की अफवाहों के बीच क्रिकेटर विदेश में छुट्टियां मना रहे हैं। अभी लोकेशन का नाम सामने नहीं आया है। इसे भी पढ़ें: Anant Ambani और Radhika Merchant Pre-Wedding Party! तारों भरी रात से लेकर टोगा पार्टी तक, जानें इस बार क्या-क्या होगा खास यह बताया गया है कि इंडियन प्रीमियर लीग से अपनी टीम के बाहर होने के बाद क्रिकेटर ने देश छोड़ दिया। कठिन अवधि के बाद तरोताजा होने के लिए, उन्होंने विदेश में एक सप्ताह की छुट्टी का विकल्प चुना। हार्दिक के शीघ्र ही न्यूयॉर्क में टी20 विश्व कप 2024 के अभ्यास सत्र के लिए भारतीय टीम में फिर से शामिल होने की उम्मीद है। विशेष रूप से, आईपीएल 2024 में मुंबई इंडियंस के लिए रोहित शर्मा की जगह हार्दिक के नेतृत्व की काफी आलोचना हुई। पूरे सीज़न में भारतीय क्रिकेटर को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस बीच, वह पेशेवर असफलताओं से जूझ रहे थे। उनकी निजी जिंदगी सुर्खियों में आ गई। कुछ दिन पहले हार्दिक ने अपने सोशल मीडिया पर ढेर सारी तस्वीरें और वीडियो शेयर किए थे। वीडियो में उन्हें पूल में तैरते हुए अच्छा समय बिताते हुए दिखाया गया, जबकि फोटो में वह एक खूबसूरत बैकग्राउंड के साथ पोज दे रहे थे। इसे छोटा और सरल रखते हुए, उन्होंने पोस्ट को कैप्शन दिया था, रिचार्जिंग। पोस्ट के जवाब में, कई प्रशंसकों ने उनके टिप्पणी अनुभाग में बाढ़ ला दी, अपना अटूट समर्थन दिखाया और आगामी विश्व कप के लिए उनकी जय-जयकार की। एक यूजर ने लिखा, “हार्दिक पंड्या जल्द ही टी20 वर्ल्ड कप में वापस आ रहे हैं,” एक अन्य फैन ने लिखा, “हार्दिक टी20 में अपने पुराने मॉडल के साथ आएं और अपने नफरत करने वालों को चुप करा दें। जबकि एक तीसरे फैन ने लिखा, “मजबूत वापसी भाई।” इसके अतिरिक्त, एक प्रशंसक ने लिखा, अपना भाई शेर था और रहेगा तू टेंशन माउंट लेना रे। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, कोई बात नहीं हम सब आपके साथ हार्दिक हमारे हीरो हैं। एक अन्य प्रशंसक ने कहा, हार्दिक भाई विश्व कप में वापसी करेगा। हार्दिका पंड्या की पत्नी नतासा ने अलगाव की अफवाहों पर प्रतिक्रिया दी दूसरी ओर, अलगाव की अफवाहों के बीच हार्दिक की पत्नी को शनिवार को पहली बार शहर में देखा गया। अपनी नवीनतम आउटिंग में, उन्हें एक कैफे से बाहर निकलते समय एक करीबी दोस्त के साथ देखा गया था। जाने से पहले एक्ट्रेस ने शटरबग्स के लिए पोज दिए। दरअसल, एक पिता ने उनसे तलाक के बारे में पूछा। हालांकि, इसके जवाब में एक्ट्रेस ने सवाल को नजरअंदाज करने का फैसला किया और सम्मानजनक चुप्पी बनाए रखी. जाने से पहले, उसने बस इतना कहा, बहुत-बहुत धन्यवाद और अपनी प्रतीक्षारत कार की ओर बढ़ गई। अपनी नवीनतम आउटिंग के दौरान, जब वह अपने दोस्त के साथ एक कैफे से बाहर निकली, तो उसे गुलाबी शर्ट के साथ सफेद टॉप और शॉर्ट्स पहने देखा गया। दो महीने पहले एक नौका पर बॉलीवुड अभिनेत्री को प्रस्ताव देने के बाद, हार्दिक और नतासा ने लगभग चार साल पहले 31 मई, 2020 को शादी कर ली थी। उनके पहले बच्चे, अगस्त्य का जन्म 30 जुलाई, 2020 को हुआ था। अपनी तीसरी शादी की सालगिरह मनाते हुए, हार्दिक और नतासा ने उदयपुर में एक भव्य समारोह के साथ अपनी प्रतिज्ञाओं को भी नवीनीकृत किया था। View this post on Instagram A post shared by Hardik Himanshu Pandya (@hardikpandya93) View this post on Instagram A post shared by Viral Bhayani (@viralbhayani)
शादी के तीन महीने बाद हनीमून पर निकलेRakul Preet Singh औरJackky Bhagnani, वेकेशन से वायरल हुई एक्ट्रेस की तस्वीरें
एक बार फिर सिनेमा घरो में दस्तक देने जा रही है क्रिस्टोफ़र नोलन की स्पेस एडवेंचर फिल्मInterstellar,10वीं सालगिरह पर होगी री-रिलीज़

