79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि के तौर पर हिस्सा लेने आए महाराष्ट्र और राजस्थान के पंचायत प्रतिनिधियों ने पीएम मोदी का आभार जताया
राजस्थान सीनियर महिला टी20:धारा प्रवाह बह रहीं बालोतरा से निकलीं राजस्थान क्रिकेट की गंगा और पार्वती
गंगा और पार्वती, नहीं-नहीं ये भारत की नदियां नहीं हैं। ये हैं बाड़मेर जिले के बालोतरा से निकलीं दो युवा क्रिकेटर्स। राजस्थान की क्रिकेट में धारा प्रवाह बह रही हैं ये दोनों क्रिकेटर्स। पिछले कई सालों से राजस्थान के लिए खेल रही हैं। दोनों अच्छी दोस्त हैं। क्रिकेट में सफल होने के लिए एक-दूसरे को अपना सारथी मानती हैं। दोनों बाड़मेर टीम का हिस्सा हैं और जयपुर में चल रही राजस्थान सीनियर महिला टी20 क्रिकेट खेलने आई हुई हैं। बाड़मेर दोनों के शानदार खेल से नॉकआउट में पहुंच गई है। इन दोनों की प्रतिभा को देखकर ही बाड़मेर जिला क्रिकेट संघ के सचिव देवाराम ने इन्हें जिले से खिलाने का अवसर दिया। पार्वती; शांत... लेकिन टीम की मजबूत कड़ीपार्वती बताती हैं, पहले कबड्डी खेलती थी। स्कूल में हाउस की कैप्टन थी। हर बार हमारा हाउस चैम्पियन बनता था। फिर अचानक मेरा रुझान क्रिकेट की ओर हुआ। धीरे-धीरे इस खेल में रम गई। टीम की ओपनर हूं। अहमदाबाद में एक एकेडमी में पिछले दो साल से ट्रेनिंग ले रही हूं। बड़ौदा से खेलने का भी अॉफर था, लेकिन मुझे राजस्थान से ही खेलना था। मौका भी मिला। अंडर-19 राजस्थान टीम की कप्तान भी रही। हम गंगा और पार्वती एक-दूसरे की पूरक हैं। एक-दूसरे के बिना हम तैयारी भी नहीं करते। जब भी हम बालोतरा में होते हैं। साथ में ही क्रिकेट की तैयारी करते हैं। मेरी बेस्ट फ्रेंड है गंगा। गंगा; बैटिंग में ‘छक्के’ छुड़ाती हैंगंगा बताती हैं, मैं पहले सॉफ्ट बॉल खेलती थीं। स्कूल नेशनल में गोल्ड भी जीता है। सॉफ्ट बॉल काफी हैवी होती है। इसलिए मेरा कंधा शुरू से ही मजबूत था। यही कारण है कि मुझे फास्ट बॉलर बनने में कोई परेशानी नहीं हुई। पिता खेती-बाड़ी करते हैं। मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करती हूं। पिंच हिटर हूं। सामने बॉलर कोई भी हो, मुझे बड़े-बड़े शॉट खेलना पसंद है। बल्लेबाजी के लिए उतरते ही मेरे अंदर एक अलग तरह का जोश भर जाता है। पूरी तरह क्रिकेट पर ही फोकस हूं। बस देश के लिए और डब्ल्यूपीएल खेलना लक्ष्य है। इसके लिए मैं कड़ी मेहनत कर रही हूं। राजस्थान के लिए अंडर-19 खेल चुकी हूं। जेडीए; 17 काे समाधान शिविर, पेंडिंग आवेदनों का निस्तारण हाेगा जयपुर| जेडीए में लंबे समय से पेंडिंग आवेदनों के निस्तारण के लिए समाधान शिविर अब 16 अगस्त शनिवार की बजाय 17 अगस्त रविवार काे आयोजित हाेगा। इसमें ऑनलाइन सेवाओं में समयावधि पार प्रकरणों का तुरंत निस्तारण किया जाएगा। इसके लिए सभी जोन उपायुक्तों और अन्य शाखा के अधिकारियों काे शिविर में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। नागरिक सेवा केन्द्र में इस माह के तृतीय शनिवार के स्थान पर रविवार काे यह कैम्प लगेगा।
स्वतंत्रता दिवस समारोह:देशभर से 85 और राजस्थान की 3 सरपंच लालकिला समारोह में विशेष अतिथि होंगे
लाल किले पर होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में देशभर के 85 और राजस्थान के 3 सरपंच विशेष अतिथि होंगे। अपने क्षेत्र में कार्य की मिसाल कायम करने वाले ऐसे सरपंचों को केंद्र सरकार की ओर से चयन किया गया है, इनमें राजस्थान की तीनों सरपंच महिला हैं। यह आमंत्रण ग्रामीण भारत में परिवर्तनकारी बदलाव लाने वाले जमीनी स्तर के नेताओं को सम्मानित करने की केंद्र की परंपरा का हिस्सा है। ऐसी पंचायतें, जिन्हें स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण (एसबीएम-जी) के तहत ओडीएफ प्लस घोषित किया गया है। जिनके गांव न केवल स्वच्छता और सुरक्षित जल पहुंचाने वाले आदर्श गांव हैं, बल्कि जमीनी स्तर पर समुदाय-नेतृत्व, महिला-नेतृत्व और पर्यावरणीय रूप से सतत विकास की सफलता को भी दर्शाते हैं, ऐसी पंचायतें लालकिले पर प्रदेश का नेतृत्व करेंगी। मिसाल कायम करने वाले सरपंचों को केंद्र सरकार की ओर से चयन एमएससी नर्सिंग में स्नातकोत्तर सरपंच कुसुम के विजन से प्रदेश की पहली डिजिटल सक्षम ग्राम पंचायत बनी। ब्लॉक की पहली ओडीएफ प्लस ग्राम पंचायत और जिले की पहली ओडीएफ प्लस ग्राम पंचायत बनी। आत्मनिर्भरता, महिला सशक्तिकरण और तकनीकी समावेशन पर काम किया। - कुसुम सिंह, सरपंच, रारह ग्राम पंचायत, डीग फैशन डिजाइनिंग में बीएससी। जेजेएम में 3 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछवा स्वच्छ पेयजल सुनिश्चित कराया। एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध, घर-घर कचरा संग्रहण व्यवस्था, प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र की स्थापना, सोखने वाले गड्ढे, वर्मीकंपोस्ट इकाइयां, एक ओपन जिम, डिजिटल लाइब्रेरी व पंचायत भवन बनवाए। - गीता देवी पटेल, सरपंच, चाली पंचायत, जोधपुर स्वच्छता का बुनियादी ढांचा तैयार किया, स्ट्रीट लाइट लगवाई व जल संरक्षण गहन वर्किंग की। आंगनबाड़ी केंद्रों से लेकर स्वास्थ्य व खेल के बुनियादी ढांचे तक, बहुउद्देशीय ग्रामीण विकास का नेतृत्व करने के लिए मनरेगा का भी लाभ उठाया। - रेखा बाई, सरपंच, गढ़ेपान पंचायत, कोटा
श्रीलंका में फोर्टी विमन विंग करेगा राजस्थान का आर्ट-कल्चर को प्रमोट
सिटी रिपोर्टर }जयपुर की महिला आंत्रप्रिन्योर श्रीलंका में राजस्थान की आर्ट और कल्चर को प्रमोट करेंगी। यह मौका उन्हें फोर्टी वुमन विंग की ओर से दिया जा रहा है। श्रीलंका गवर्नमेंट ने इस विंग की मेंबर्स को अपने देश आमंत्रित किया है। जहां 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल पहुंच चुका है। विंग की प्रेसिडेंट नीलम मित्तल ने बताया कि इस पांच दिवसीय यात्रा के दौरान सदस्य श्रीलंका के मंत्रियों और विभागों के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। श्रीलंका में राजस्थानी उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने की संभावनाएं तलाशेंगे। इसके लिए श्रीलंका के ट्रेड और इंडस्ट्री, एक्सपोर्ट- इंपोर्ट, टूरिज्म एक्सटर्नल अफेयर्स मंत्रालयों के प्रतिनिधियों से भी चर्चा की जाएगी। इस संदर्भ में सरकार से बात करेंगे। इसकी मेजबानी श्रीलंका हाई कमीशन की ओर से की जा रही है। श्रीलंका के लोगों को राजस्थान में टूरिज्म प्रमोट करने के लिए आमंत्रित भी किया जाएगा।
राजस्थान रॉयल्स (RR) के कप्तान संजू सैमसन को रिलीज करने की खबर तेजी से बढ़ रही है। क्रिकबज की रिपोर्ट अनुसार, RR ने सैमसन को रिलीज करने का मन बना लिया है। वे पिछले ऑक्शन से पहले इंग्लैंड के जोस बटलर के रिलीज किए जाने से नाराज थे। सैमसन के लिए रॉयल्स फ्रेंचाइजी ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) से रवींद्र जडेजा, ऋतुराज गायकवाड या शिवम दुबे में से किसी एक की मांग की। चेन्नई ने राजस्थान की मांग को ठुकरा दिया। चेन्नई से डील नहीं होने के बाद RR ने दूसरी टीमों से ट्रैड के ऑप्सन तलाशना करना शुरू कर दिए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कोलकाता नाइट राइडर्स भी सैमसन को खरीदने में इंटरेस्टेड है। RR ने दूसरी टीमों को लेटर भेजा राजस्थान टीम के मालिक मनोज बादले खुद सैमसन की ट्रैड डील का ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने सभी फ्रेंचाइजी को इस बारे में ऑफिशियल लेटर भी भेज दिया है। लेटर में उन्होंने सैमसन के बदले खिलाड़ियों की मांग भी लिखी है। इसी सिलसिले में टीम ने CSK से जडेजा, गायकवाड या दुबे की मांग की, जिसे चेन्नई ने ठुकरा दिया। चेन्नई सुपर किंग्स किसी भी बड़े खिलाड़ी को रिलीज करना नहीं चाहती। टीम ने राजस्थान को पैसे के बदले सैमसन को खरीदने की मांग की, जिसे रॉयल्स नहीं मान रही है। अगर ट्रैड पर बात नहीं बनी तो चेन्नई सैमसन को ऑक्शन में खरीदने पर पूरा जोर लगाएगी। सैमसन का ऑक्शन में जाना भी मुश्किल चेन्नई के डील ठुकराने के बाद ही राजस्थान ने बाकी टीमों से बात शुरू की। रिपोर्ट्स के अनुसार, बाकी टीमें भी सैमसन को अपने स्क्वॉड में शामिल करना चाहती हैं। अगर राजस्थान को अच्छी डील मिल गई तो संजू ऑक्शन से पहले ही दूसरी टीम का हिस्सा बन जाएंगे। जिस कारण ऑक्शन में उनका नाम आ ही नहीं पाएगा। इतना ही नहीं, अगर ट्रैड डील फाइनल नहीं हो पाई तो राजस्थान को सैमसन को रिटेन भी कर सकती है। क्योंकि किसी खिलाड़ी को रिटेन, रिलीज या ट्रैड करने का आखिरी फैसला फ्रेंचाइजी के हक में रहता है। सैमसन रिलीज होने की मांग कर चुके संजू सैमसन ने भी रॉयल्स मैनेजमेंट से रिलीज करने के लिए ऑफिशियल रिक्वेस्ट कर दी है। सैमसन और RR के बीच कुछ फैसलों को लेकर विवाद की स्थिति है। जिनमें सबसे बड़ा विवाद पिछले सीजन जोस बटलर को रिलीज करने का है। 2025 के मेगा ऑक्शन से पहले RR ने रॉयल्स को रिलीज कर दिया, जिसके बाद 15.75 करोड़ रुपए में गुजरात ने उन्हें खरीद लिया। गुजरात ने तो अपनी ओपनिंग मजबूत कर ली, लेकिन बटलर के चले जाने से राजस्थान की टीम कमजोर हो गई। जिसके चलते टीम पिछले सीजन प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना सकी। सैमसन ने पिछले IPL सीजन के दौरान स्टार स्पोर्ट्स पर कहा था, 'बटलर को रिलीज करना मेरे लिए सबसे मुश्किल फैसला था। इंग्लैंड सीरीज के दौरान भी डिनर के दौरान मैंने उनसे इस बारे में बात की थी। मैंने जोस से कहा था कि मैं अब तक इस फैसले को समझ नहीं पाया हूं। अगर मैं IPL से कोई नियम बदल सकूं तो हर 3 साल में खिलाड़ियों को रिलीज करने का नियम ही बदलूंगा।' रॉयल्स ने बटलर की जगह वेस्टइंडीज के शिमरोन हेटमायर को रिटेन किया था। इंजरी के कारण कुछ मैच नहीं खेल सके थे सैमसन संजू सैमसन पिछले सीजन इंजरी के कारण IPL के कुछ मुकाबले भी नहीं खेल सके थे। उनकी जगह रियान पराग ने टीम की कमान संभाली थी, वहीं वैभव सूर्यवंशी को ओपनिंग करने का मौका मिला था। सैमसन ने पिछले दिनों रविचंद्रन अश्विन के साथ यूट्यूटब पॉडकास्ट में वैभव और टीम मैनेजमेंट की तारीफ भी की थी। उन्होंने खुलकर राजस्थान से अलग होने पर भी कुछ नहीं कहा था। ऐसे में जरूरी नहीं कि वे रॉयल्स से रिलीज हो ही जाए। हालांकि, विवादों को देखते हुए उनका रिटेन होना भी मुश्किल ही है। ------------------------- स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें... सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन की सगाई हुई:बिजनेसमैन रवि घई की पोती हैं सानिया चंडोक सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन (25) की सानिया चंडोक से बुधवार को मुंबई में सगाई हो गई। सानिया मुंबई के बिजनेसमैन रवि घई की पोती और गौरव घई की बेटी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेंदुलकर परिवार और घई परिवार ने इंगेजमेंट की खबर की कोई भी इन्फॉर्मेशन शेयर नहीं की। पढ़ें पूरी खबर...
छठी बटालियन आरएसी के तीन पुलिसकर्मियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राजस्थान पुलिस सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। महानिदेशक पुलिस राजस्थान, जयपुर ने इस सम्मान की घोषणा की है। सम्मान पाने वाले अधिकारियों में प्लाटून कमांडर बृजराज सिंह, प्लाटून कमांडर शिवचरण मीणा और सेवानिवृत्त हेड कॉन्स्टेबल बाबूलाल शामिल हैं। यह पदक राजस्थान पुलिस दिवस परेड के दौरान प्रदान किया जाएगा। बृजराज सिंह वर्तमान में बटालियन की 'जी' (एसटीएफ) कंपनी के प्रभारी हैं। शिवचरण मीणा एफ कंपनी हॉल कैंप जिला करौली में प्रभारी के रूप में कार्यरत हैं। बाबूलाल मीणा हाल ही में सेवानिवृत्त हुए हैं। छठी बटालियन आरएसी धौलपुर के कमांडेंट विकास सांगवान ने कहा कि यह पदक इन कर्मियों की कार्य के प्रति निष्ठा और समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने बटालियन के सभी अधिकारियों और जवानों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी को इसी प्रकार निष्ठा और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए।
जिला मदरसा चेयरमैन जेड ने राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमैन से की मुलाकात, कई विषयों पर चर्चा की
जमीतपुरा| जिला मदरसा चेयरमैन जावेद जेड राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष व राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमैन एमडी चौपदार से मिले। उनसे अल्पसंख्यकों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान जावेद जेड ने चौपदार को हाड़ौती आने का आमंत्रण दिया। दोनों के बीच राज्य में अल्पसंख्यकों से जुड़े विभिन्न विषयों, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग की आगामी योजनाओं और संगठनात्मक मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ। सरपंच संघ जिलाध्यक्ष आनंदीलाल मीणा, जिला कांग्रेस महासचिव नरेंद्र पुरी, पूर्व सरपंच व जिला कांग्रेस महासचिव शहाबुद्दीन जेड, मदरसा बोर्ड चेयरमैन जावेद जेड और फिरोज खान शामिल रहे।
विक्रांत राजस्थान यूनाइटेड एफसी के हेड कोच बने
राजस्थान यूनाइटेड एफसी ने विक्रांत शर्मा को आगामी सीजन के लिए टीम का हेड कोच नियुक्त किया है। क्लब इतिहास में विक्रांत जाना-पहचाना नाम हैं। विक्रांत ने 2021 में क्लब को आई-लीग में प्रोमोट कराने में अहम भूमिका निभाई थी। तीन साल बाद उनकी एक बार फिर वापसी हुई है। इस बार विक्रांत का लक्ष्य टीम का आईएसएल के लिए क्वालिफाई कराना होगा। विक्रांत डेम्पो और सलगावकर जैसे बड़े क्लबों से फुटबॉल खेल चुके हैं।
गेस्ट प्लेयर नहीं, राजस्थान का होगा रणजी टीम कप्तान, लोमरोर फ्रंटरनर
आगामी रणजी सीजन में राजस्थान की ओर से कोई गेस्ट प्लेयर खेलेगा या नहीं, अभी यह तय नहीं है। हां, यह जरूर तय हो गया है कि किसी गेस्ट प्लेयर को राजस्थान टीम का कप्तान नहीं बनाया जाएगा। यह जिम्मेदारी राजस्थान के क्रिकेटर्स को ही सौंपी जाएगी। यह बात राजस्थान के स्टार क्रिकेटर्स और आरसीए एडहॉक कमेटी के कन्वीनर डीडी कुमावत के बीच हुई चर्चा के दौरान सामने आई। इसलिए संभावना बन रही है कि महिपाल लोमरोर को राजस्थान की रणजी टीम का कप्तान बनाया जा सकता है। वे पहले ही यह जिम्मेदारी उठा चुके हैं और अच्छे से टीम को लीड किया है। इस बार नाथद्वारा में बने अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट स्टेडियम में भी रणजी ट्रॉफी मैच कराए जाने की चर्चा चल रही है। इस संबंध में जल्द ही एमओयू भी हो सकता है। यही कारण है कि चर्चा के दौरान क्रिकेटर्स ने नाथद्वारा में कुछ समय के लिए क्रिकेटर्स का कैम्प लगाने की भी बात रखी। हर प्लेयर को देना होगा यो-यो कन्वीनर डीडी कुमावत ने कहा कि रणजी खेलने वाले हर प्लेयर को यो-यो टेस्ट देना होगा। चाहे वे राष्ट्रीय क्रिकेटर हों या अंतरराष्ट्रीय। बिना यो-यो टेस्ट पास किए कोई टीम में सलेक्ट नहीं होगा। कन्वीनर से राजस्थान के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों खलील अहमद, आईपीएल खिलाड़ी महिपाल लोमरोर, अनिकेत चौधरी, कुणाल सिंह राठौड़, रणजी खिलाड़ी तनवीर उल हक और पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी पंकज सिंह, चीफ सलेक्टर राहुल कांवट और पूर्व रणजी कप्तान रोहित झालानी ने मुलाकात की और आगामी सत्र को लेकर चर्चा की। खिलाड़ियों का शाल और मोमेंटो देकर स्वागत किया।
राज्य सरकार ने प्रदेश में छात्रसंघ चुनाव कराने से मना कर दिया है। सरकार ने हाईकोर्ट में जवाब पेश किया। इसमें राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने का हवाला देकर चुनाव करवा पाना असंभव बताया। सरकार ने लिंगदोह कमेटी की सिफारिश का हवाला देते हुए कहा- सत्र शुरू होने के 8 सप्ताह में चुनाव करवाए जाने चाहिए। फिलहाल यह भी संभव नहीं दिख रहा है। जवाब में 9 यूनिवर्सिटी के कुलगुरुओं की सिफारिश भी शामिल की गई है। इसमें कुलगुरुओं ने शैक्षणिक सत्र, कक्षाओं के कार्यक्रम का हवाला देते हुए चुनाव नहीं कराने की राय दी है। सरकार के जवाब के बाद 14 अगस्त को मामले में हाईकोर्ट सुनवाई करेगा। हम पुरजोर तरीके से अपनी बात कोर्ट में रखेंगेयाचिकाकर्ता के एडवोकेट शांतनु पारीक ने कहा- सरकार ने कुलगुरुओं की सिफारिश पर चुनाव नहीं कराने का फैसला किया है। लेकिन हमारा कहना है कि यूनिवर्सिटी में शिक्षकों के भी चुनाव होते है, कर्मचारी संघों के भी चुनाव होते हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन नहीं चाहता है कि छात्र अपनी आवाज उठा सके और अपने मुद्दे प्रभावी रूप से रख सके। हम पुरजोर तरीके से अपनी बात कोर्ट में रखेंगे। किस यूनिवर्सिटी के कुलगुरु ने सिफारिश में क्या कहा, जानिए... चुनाव में भय का माहौल रहता हैराजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर की कुलगुरु प्रोफेसर अल्पना कटेजा ने अपनी सिफारिश में कहा- साल 2023-24 में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के कारण ही छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए गए। चुनाव में छात्रों का वोटर टर्नआउट भी 25 से 30 प्रतिशत से भी कम होता है। चुनाव होने से परीक्षा परिणाम में देरी होती है। इससे कारण राज्य के विद्यार्थी अन्य राज्यों में प्रवेश और प्रतियोगी परीक्षाओं से वंचित हो जाते हैं। छात्रसंघ चुनाव स्थगित रखना उपयुक्तमहाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर के कुलगुरु प्रोफेसर मनोज दीक्षित ने अपनी सिफारिश में कहा- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू होने के बाद छात्रसंघ चुनाव कराना संभव नहीं है। शैक्षणिक माहौल के लिए सभी विश्वविद्यालयों के लिए अम्ब्रेला नीति विकसित करनी होगी। उन्होंने कहा- यूपी में मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट बनाया गया था। इसी तर्ज पर राजस्थान में भी बनाया जाना चाहिए। शिक्षा नीति सही तरीके से लागू करने के लिए गंभीरता से काम होना चाहिए और तब तक छात्र संघ चुनाव को स्थगित रखना ही उपयुक्त है। तीन-चार साल चुनाव स्थगित रहने चाहिएमहाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय भरतपुर के कार्यवाहक कुलगुरु प्रोफेसर त्रिभुवन शर्मा ने अपनी सिफारिश में कहा- विश्वविद्यालय में सत्र विलंब से चल रहा है। परीक्षा परिणाम आना बाकी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का क्रियान्वयन का कार्य चल रहा है। इसलिए तीन-चार साल के लिए छात्र संघ चुनाव स्थगित रहने चाहिए। शिक्षा सर्वोपरि, लाखों पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य का सवाल मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय उदयपुर की कुलगुरु प्रोफेसर सुनीता मिश्रा ने अपनी सिफारिश में कहा- साल 2022-23 में चुनाव करवाए गए। उसके बाद विश्वविद्यालय में गंदगी, पंपलेट, पोस्टर और तोड़फोड़ इत्यादि को ठीक करने में डेढ़ साल लग गया। 3-3 महीने में सेमेस्टर परीक्षा का परिणाम घोषित करना जरूरी होता है। चुनावी माहौल से पढ़ाई बाधित होती हैकोटा विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर भगवती प्रसाद सारस्वत ने कहा- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 25 प्रतिशत ही लागू हो पाई है। कोई भी महाविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के पक्ष में नहीं है। चुनावी माहौल से पढ़ाई बाधित होती है। चुनाव से 2 महीने का टाइम टेबल बाधित होगाएमबीएम विश्वविद्यालय जोधपुर के कुलगुरु प्रोफेसर अजय शर्मा ने कहा- यदि चुनाव होते हैं तो लगभग 2 महीने का टाइम टेबल बाधित होगा। इसलिए इन परिस्थितियों में छात्रसंघ चुनाव कराना संभव नहीं है। चुनावों में तोड़फोड़-प्रदर्शन आम बातपंडित दीनदयाल उपाध्याय शेखावाटी विश्वविद्यालय सीकर के कुलगुरु प्रोफेसर अनिल रॉय ने अपनी सिफारिश में कहा- अभी छात्रसंघ चुनाव करवाना राष्ट्रीय शिक्षा नीति के समयबद्ध रूप से लागू करने के कारण संभव नहीं है। छात्रसंघ चुनाव के लिए लिंगदोह समिति की सिफारिश की पूर्ण पालन होनी चाहिए। चुनाव से सेमेस्टर प्रणाली अव्यवस्थित हो जाएगीगोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा के कुलगुरु प्रोफेसर के एस ठाकुर ने कहा- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में अगले 2 साल महत्वपूर्ण रहेंगे। इसके पूर्ण के क्रियान्वयन के लिए 5 वर्ष आवश्यक है। सेमेस्टर प्रणाली में 3 महीने का टीचिंग पीरियड जरूरी है। दिसंबर और मई महीने में सेमेस्टर परीक्षाएं करवानी होगी। छात्रसंघ चुनाव होने से सेमेस्टर प्रणाली अव्यवस्थित हो जाएगी। चुनाव होते हैं तो स्थिति विपरीत हो जाएगीमहर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर ने प्रोफेसर सुरेश कुमार अग्रवाल ने कहा- अभी वार्षिक परीक्षा पद्धति वाले और राष्ट्रीय शिक्षा नीति की तरह सेमेस्टर सिस्टम के कोर्सेज चल रहे हैं। इनके परीक्षा परिणाम नहीं आए हैं। यदि छात्रसंघ चुनाव होते हैं तो स्थिति बहुत ही विपरीत हो जाएगी।राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र ने दायर की थी याचिकाछात्रसंघ चुनाव न कराने के खिलाफ राजस्थान यूनिवर्सिटी एमए प्रथम वर्ष के छात्र जय राव ने 24 जुलाई को याचिका दायर की थी। याचिका में बताया गया कि छात्र प्रतिनिधि चुनना छात्रों का मौलिक अधिकार है, लेकिन सरकार तीन सत्रों से चुनाव नहीं करवा रही है। इसको लेकर हाईकोर्ट ने 29 जुलाई को सुनवाई कर सरकार से जवाब मांगा था। बता दें कि छात्र संघ चुनाव की मांग को लेकर प्रदेश भर में छात्र नेता प्रदर्शन कर चुके हैं। ये खबर भी पढ़ें जयपुर में सचिन पायलट पर वाटर कैनन चलाई:NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष का मोबाइल चोरी, छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर प्रदर्शन राजस्थान में छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर मंगलवार को NSUI ने जयपुर में प्रदर्शन किया। शहीद स्मारक पर छात्र सभा में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट समेत पार्टी के कई नेता पहुंचे। (पढ़ें पूरी खबर)
LIVE: राजस्थान के दौसा में दर्दनाक हादसा, 11 लोगों की मौत
Latest News Today Live Updates in Hindi : राजस्थान के दौसा में एक पिकअप कंटेनर से टकरा गई। इस दर्दनाक हादसे में 7 बच्चे समेत 11 श्रद्धालुओं की मौत हो गई। सभी खाटू श्याम से दर्शन कर लौट रहे थे। पल पल की जानकारी...
यूपी के 11 लोगों की राजस्थान में सड़क हादसे में मौत हो गई। इनमें 7 बच्चे और 4 महिलाएं शामिल हैं। सभी खाटू श्याम के दर्शन करके पिकअप से एटा लौट रहे थे। दौसा में कंटेनर ने पिकअप को पीछे से टक्कर मार दी। पीछे बैठे 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग और पुलिस पहुंची। इसके बाद 9 घायलों को जयपुर के SMS अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां एक और घायल ने दम तोड़ दिया। इसके अलावा, 2 को दौसा हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया है। हादसा बुधवार सुबह 3:30 बजे सैंथल थाना क्षेत्र के बापी गांव में हुआ। पिकअप सवार एटा के कोतवाली देहात थाना के असरौली गांव के रहने वाले थे। 30-35 लोग मैक्स-पिकअप से खाटू श्याम गए थे। पिकअप का पिछला हिस्सा चकनाचूरटक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप का पिछला हिस्सा बुरी तरह चकनाचूर हो गया। स्थानीय लोगों ने बताया- एक्सीडेंट में धमाके जैसी आवाज आई थी। हादसे से जुड़े वीडियो भी सामने आए हैं। इसमें दिख रहा है कि घटनास्थल पर जगह-जगह खून बिखरा है। घायल और मृतकों के जूते-चप्पल बिखरे पड़े हैं। मृतकों में पूर्वी (3), प्रियंका (25), दक्ष (12), शीला (35), सीमा (25), अंशु (26) और सौरभ (35) है। अभी 4 मृतकों की पहचान नहीं हुई है। घायलों में लक्ष्य (5), नैतिक (6), रीता (30), नीलेश कुमारी (22), प्रियंका (19), सौरभ (28), मनोज (28) शामिल हैं। 4 घायलों की भी पहचान नहीं हुई है। हादसे की तस्वीरें देखिए... ----------------------- हादसे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें- जौनपुर में बस और ट्रक की टक्कर, 5 की मौत:24 से अधिक घायल; दूसरी लेन में जाकर ट्रक से टकराई बस जौनपुर में भीषण सड़क हादसे में 5 यात्रियों की मौत हो गई, 24 घायल हैं। मंगलवार रात 11 बजे वाराणसी से शाहगंज जा रही रोडवेज बस दूसरी लेन में जाकर सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। पढ़ें पूरी खबर
राजस्थान के नए निर्वाचन आयुक्त की रेस में 4 अफसरों के नाम चल रहे हैं। खास बात यह है कि एक महिला IAS शुभ्रा सिंह को इस रेस में प्रबल दावेदारों में से माना जा रहा है। मौजूदा निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता का 17 सितंबर को कार्यकाल पूरा हो रहा है। दिसंबर में पंचायत-निकाय चुनाव कराने की तैयारी है। इसलिए इस पद को सरकार खाली नहीं छोड़ सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सरकार जातीय समीकरणों को ध्यान में रखकर ही नियुक्ति करेगी। शासन और सत्ता के गलियारों में जयपुर से दिल्ली तक यही सवाल है कि राज्य निर्वाचन आयुक्त कौन होगा? कौन से 2 वर्किंग और 2 रिटायर्ड आईएएस रेस में शामिल हैं। पढ़िए इस रिपोर्ट में… रेस में कौन-कौन अफसर?राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पंचायत और निकाय चुनाव को देखते हुए सीएम भजनलाल शर्मा सहमति से चुनाव करेंगे। अब देखना यह होगा कि सरकार वर्तमान में किसी आईएएस को वीआरएस दिलवाकर लगाती है या फिर रिटायर्ड आईएएस अफसरों पर दांव खेलती है। सियासी जानकारों का कहना है कि यदि सरकार रिटायर्ड आईएएस को लगाती है तो तीन प्रमुख दावेदार हैं- राजेश्वर सिंह, पीके गोयल और शुभ्रा सिंह। वहीं, वन एवं पर्यावरण विभाग के एसीएस आनंद कुमार भी इसी रेस में शामिल हैं। राजेश्वर सिंह क्यों दावेदारों की रेस में?गहलोत सरकार में ग्रामीण एवं पंचायती राज विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रह चुके रिटायर्ट आईएएस राजेश्वर सिंह की प्रशासनिक पकड़ बेहद मजबूत मानी जाती है। विभाग पंचायतों के पुनर्गठन में एसीएस रहते हुए उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी। राजपूतों को साधने के लिए सीएम भजनलाल शर्मा राजेश्वर सिंह पर दांव खेल सकते हैं। हालांकि सियासी जानकारों के अनुसार एक समीकरण उनकी राह में रोड़ा भी बन सकता है। गहलोत सरकार में पंचायती राज विभाग का जिम्मा सचिन पायलट के पास था। सियासी जानकारों का कहना है कि सचिन पायलट से नजदीकी वजह से उनका तबादला कर दिया गया। कई समीकरण पीके गोयल के पक्ष में1988 बैच के रिटायर्ड आईएस पवन कुमार गोयल के पास प्रशासनिक दक्षता का लंबा अनुभव है। वे स्वायत्त शासन विभाग में भी लंबे समय तक कार्य कर चुके हैं। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही सरकारों में उनकी अहम पदों पर पोस्टिंग रही है। गोयल की साफ-सुथरी छवि रही है। खास बात यह है कि सभी दावेदारों में पीके गोयल ही राजस्थान के निवासी है। वे वैश्य समुदाय से आते हैं। यह समुदाय बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक माना जाता है। आनंद कुमार पर इसलिए भरोसासीएम भजनलाल शर्मा आनंद कुमार के माध्यम से दलित समाज को साध सकते हैं। आनंद कुमार दलित आईएएस अफसर हैं। यही वजह है कि सत्ता परिवर्तन के बाद भजनलाल सरकार ने संपूर्ण ब्यूरोक्रेसी का चेहरा बदल दिया था, लेकिन दो आईएएस अखिल अरोड़ा और आनंद कुमार को नहीं बदला। गहलोत सरकार ने आनंद कुमार को गृह विभाग का अतिरिक्त मुख्य सचिव बनाया था। करीब ढाई साल तक इस पद पर रहे। हाल ही में भजनलाल सरकार ने आनंद कुमार को गृह से हटाकर वन एवं पर्यावरण विभाग का एसीएस लगाया है। आनंद कुमार सीएम के पसंद के अफसर माने जाते हैं। शुभ्रा सिंह इसलिए हैं रेस में शामिलराजस्थान में पूर्व मुख्य सचिव ऊषा शर्मा के बाद बड़े पद कोई महिला आईएएस नहीं है। ऐसे में सरकार रोडवेज विभाग की चेयरमैन शुभ्रा सिंह को भी निर्वाचन आयुक्त बना सकती है। शुभ्रा सिंह की लंबे समय तक दिल्ली में पोस्टिंग रही है। वे मुख्य सचिव की रेस में शामिल थीं, लेकिन सुधांश पंत को मुख्य सचिव बनाया गया। पंत के मुख्य सचिव बनते ही शुभ्रा सिंह को सचिवालय से बाहर पोस्टिंग दे दी गई। वे मिलनसार अफसर मानी जाती हैं। महिला होने के नाते आधी आबादी को साधा जा सकता है। जातीय लाॅबिंग शुरूसियासी जानकारों का कहना है कि राजस्थान में पंचायत और निकाय चुनाव कराने का पूरा दारोमदार निर्वाचन आयुक्त पर होता है। ऐसे में कलेक्टर से लेकर बीएलओ तक के अधिकारी आयुक्त के आदेश मानते हैं। पंचायत चुनाव में सरकार की साख जुड़ी होती है। ऐसे में सरकार जातीय समीकरण को ध्यान में रखकर ही नियुक्ति करेगी। ब्यूरोक्रेसी के जानकारों का कहना है कि मुख्य सचिव सुधांश पंत और डीजीपी राजीव शर्मा की नियुक्ति के बाद सरकार एससी-एसटी के किसी आईएएस पर दांव खेल सकती है। इसके लिए परदे के पीछे लाॅबिंग भी शुरू हो गई है। वसुंधरा राजे सरकार ने बदले नियम1985 बैच के रिटायर्ड आईएएस मधुकर गुप्ता को गहलोत सरकार ने प्रेम सिंह मेहरा के स्थान पर अगस्त 2022 में नियुक्त किया था। जानकारों का कहना है कि राज्य सरकार किसी रिटायर्ड आईएएस को लगा सकती है या फिर वीआरएस दिलवाकर किसी आईएएस को लगा सकती है। वसुंधरा राजे के समय यह प्रयोग हो चुका है। बीजेपी सरकार ने आईएएस प्रेम सिंह मेहरा को वीआरएस दिलवाकर निर्वाचन आयुक्त की जिम्मेदारी सौंपी थी। राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर पूर्व में मुख्य सचिव स्तर के आईएएस अधिकारियों को लगाया जाता था। परंतु प्रेम सिंह मेहरा के लिए नियमों में बदलाव किया गया। निर्वाचन आयुक्त के पद पर प्रमुख शासन सचिव स्तर के व्यक्ति को भी लगाने के लिए नियमों में बदलाव किया गया था। कब होंगे पंचायत चुनाव?राजस्थान में पंचायत व निकाय चुनाव कब होंगे? इसको लेकर लंबे समय से हर किसी के मन में यही सवाल है। हाईकोर्ट भी सरकार से पूछ चुकी है कि 6 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में चुनाव कब कराए जाएंगे। अब चर्चा है कि प्रदेश में दिसंबर 2025 तक पंचायती राज और शहरी निकायों के चुनाव एक साथ कराए जा सकते हैं। पंचायती राज संस्थाओं के पुनर्गठन को लेकर बनी कैबिनेट सब कमेटी जल्द सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद अंतिम फैसला मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को लेना है। मंत्री अविनाश गहलोत ने दिसंबर के अंत तक चुनाव कराने के संकेत दिए हैं। हालांकि, उनका कहना है कि अभी तय नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट के बाद राजस्थान हाइकोर्ट भी सख्त, इस आदेश से सिरोही- आबूरोड को भी मिलेगी राहत
सबगुरु न्यूज-सिरोही। पूरा देश पछले कुछ सालों से सड़क पर घूमने वाले उन आवारा कुत्तों के आतंक में जी रहा था। तथाकथित डॉग लवर्स और विदेशों से आ रहे चंदे के दम पर कम करने वाली गैर सरकारी संस्थाओं आम भारतीय की जान के दुश्मन बन चुके थे। सुप्रीम कोर्ट का दिल्ली के लिए दिया […] The post सुप्रीम कोर्ट के बाद राजस्थान हाइकोर्ट भी सख्त, इस आदेश से सिरोही- आबूरोड को भी मिलेगी राहत appeared first on Sabguru News .
हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका में मंगलवार शाम को 2 पक्षों में हिंसक झड़प हो गई। इस दौरान छतों से पथराव हुआ, कांच की बोतलें फेंकी गईं। इसके साथ ही एक बाइक को आग के हवाले कर दिया गया। लोगों ने दुकानों में भी आग लगा दी। इसमें करीब 10 लोग घायल हुए हैं। हालात संभालने के लिए राजस्थान बॉर्डर के थानों की पुलिस भी बुलानी पड़ी। इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ। इलाके में पुलिस की 2 कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। झगड़े का कारण अलग-अलग समुदाय के दो युवकों के बीच हुई मामूली बहस थी, जिसने हिंसा का रूप ले लिया। झड़प के PHOTOS... जानें क्यों हुआ विवाद... सड़क पर खड़ी कार बनी विवाद की जड़फिरोजपुर झिरका के गांव मुड़ाका में मंगलवार की शाम पास के गांव के रहने वाले इसरा का बेटा अपनी कार सड़क के बीच खड़ी कर उसमें कोल्ड ड्रिंक पी रहा था। गांव का ही समय सिंह बाइक से वहां पहुंचा और रास्ता साफ करने को कहा। कुछ ही पलों की बहस में माहौल तनातनी वाला हो गया और इसरा के बेटे ने कार से उतरकर कोल्ड ड्रिंक की बोतल समय के सिर पर दे मारी। बोतल के वार से समय का सिर फट गया और खून बहने लगा। फावड़े से दूसरा हमला, भीड़ में फैला गुस्साखून से लथपथ समय सिंह ने अपने भाई को मौके पर बुलाया। इसके बाद इसरा के बेटे ने समय के भाई पर फावड़े से हमला कर दिया, जिससे वह भी बुरी तरह घायल हो गया। इससे हालात संभलने के बजाय और बिगड़ गए। इसके बाद समय ने और परिजन बुला लिए। घटना की खबर फैलते ही दोनों तरफ के लोग इकट्ठा होने लगे, और भीड़ में गुस्सा तेजी से बढ़ने लगा। दोनों पक्ष वहां आपस में भिड़ गए। झगड़े ने लिया सांप्रदायिक मोड़गांव के सरपंच राम सिंह ने बताया है कि दोनों पक्षों के दो-दो लोग घायल पड़े थे और देखते ही देखते विवाद को हिंदू-मुस्लिम रंग देने की कोशिशें शुरू हो गईं। गांव के दोनों ओर के लोग घरों की छतों पर चढ़ गए और एक-दूसरे पर पथराव शुरू कर दिया। कांच की बोतलें भी फेंकीं जाने लगीं। सड़क पर हर तरफ टूटे कांच और पत्थरों का ढेर लग गया, जबकि गांव में दहशत का माहौल बन गया। इस दौरान करीब 10 लोग इस हिंसा में घायल हो गए। बाइक और दुकानों में आगजनीइसके बाद गुस्साई भीड़ समय और उसके भाई पर हमला करने वाले इसरा के घर में घुस गई और उसकी बाइक बाहर लाकर सड़क पर आग के हवाले कर दी। जवाब में इसरा के पक्ष के लोगों ने हिंदू समुदाय की दुकानों में आग लगा दी। इससे आसपास के घरों में लोग खौफ से दरवाजे-खिड़कियां बंद करने लगे। इस आगजनी में हजारों रुपए का नुकसान हुआ। झड़प के बाद 5 थानों की पुलिस पहुंचीकरीब डेढ़ घंटे तक दोनों पथराव और आगजनी का सिलसिला चलता रहा। शुरू में स्थानीय पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन भीड़ काबू में नहीं आई। हालात बिगड़ते देख पांच थानों की पुलिस मौके पर बुलाई गई। इसमें राजस्थान बॉर्डर के थाने की टीम भी शामिल थी। तब जाकर स्थिति पर काबू पाया गया और दोनों पक्षों को अलग किया गया। इसके बाद भी मौके पर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। झड़प में ये लोग घायल हुएझड़प में एक पक्ष के चुन्नीलाल, गोपाल, लेखराज, वीर सिंह, फूलचंद, हंसराज और दूसरे पक्ष के खुर्शीद, फरहान व शाहबाज घायल हुए। इनका इलाज फिरोजपुर झिरका के स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है। नूंह में बृजमंडल यात्रा में हुई थी हिंसा नूंह में 2023 में बृजमंडल यात्रा के दौरान दंगा भड़क गया था। इस दौरान 2 गुटों में हुए टकराव के बाद 3 दर्जन से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी गई। पुलिस पर भी पथराव किया गया। उपद्रवियों ने नूंह के साइबर थाना पर भी हमला कर दिया। पथराव किया और बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। इस हिंसा के दौरान 7 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 4 नूंह, 2 गुरुग्राम और 1 पानीपत जिले से था। वहीं, कई लोग घायल भी हुए थे। इस मामले में पुलिस ने अलग-अलग थानों में करीब 61 मुकदमे दर्ज किए थे। जिन मुकदमों में UAPA लगाया गया है, वह मुकदमे 2 होमगार्ड व एक बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या से जुड़ा हुआ है।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित ट्रैवल ट्रेड फेयर मुंबई 2025 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने देश-विदेश से आए पर्यटन विशेषज्ञों, प्रतिनिधियों, होटल मालिकों, इनोवेटिव ट्रैवल ब्रांड्स और आयोजकों को सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं। दीया कुमारी ने फेयर में लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया, जिसमें विभिन्न राज्यों की पर्यटन संभावनाओं, भारत की सांस्कृतिक विविधता, पर्यटन क्षेत्र में हो रहे नवाचार और उभरते रुझानों की झलक पेश की गई। उन्होंने कहा कि यह फेयर न केवल पर्यटन उद्योग के लिए एक बड़ा मंच है, बल्कि साझेदारियों, विचारों और अवसरों के आदान-प्रदान का सशक्त माध्यम भी है। ऐसे आयोजन MICE (मीटिंग्स, इनसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंस और एग्जीबिशन) पर्यटन को नई दिशा देते हैं। दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान अपनी अद्वितीय ऐतिहासिक विरासत और आधुनिक सुविधाओं के साथ ऐसे प्रतिष्ठित आयोजनों की मेजबानी के लिए पूरी तरह तैयार है, जिससे राज्य के पर्यटन को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और मजबूती मिलेगी।
मध्य प्रदेश के कूनो से एक मादा चीता राजस्थान आ गई। मादा चीता 'ज्वाला' 130 किलोमीटर दूर सवाई माधोपुर जिले के बालेर गांव पहुंच गई और यहां एक बाड़े में बकरी का शिकार कर लिया। मंगलवार सुबह 6 बजे ग्रामीणों ने बाड़े में चीता को देखा तो टाइगर रिजर्व टीम को सूचना दी। चीता के एग्रेसिव होने कारण वन विभाग की टीम रेस्क्यू नहीं कर पाई। इसके बाद कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों को जानकारी दी गई। कूनो नेशनल पार्क की टीम सुबह करीब 10 बजे बालेर गांव पहुंची और 15 मिनट में ज्वाला को ट्रैंकुलाइज कर कूनो ले गई। सवाई माधोपुर का बालेर गांव मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से सटा हुआ है। चंबल किनारे होते हुए बालेर गांव पहुंची मादा चीतावन विभाग के अनुसार, मादा चीता ज्वाला के गले में रेडियो कॉलर लगा है। रविवार को ज्वाला श्योपुर जिले के मानपुर क्षेत्र में एक शावक के साथ नजर आई थी। सोमवार को वह अपने शावक से अलग हो गई और चंबल किनारे होते हुए बालेर गांव में पहुंच गई। सुबह जब ग्रामीणों ने बकरियों के बाड़े में चीता को देखा तो वे हैरान रह गए। गांव में जब इसके बारे में पता चला तो भीड़ एकत्रित हो गई। बालेर रेंज से नरेश गोदारा और उनकी टीम ने रेस्क्यू का प्रयास भी किया, लेकिन मादा चीता के एग्रेसिव होने के कारण रेस्क्यू नहीं हो पाया। इसके बाद रणथंभौर टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने कूनो नेशनल पार्क के अधिकारियों को चीता के बारे में सूचना दी। कूनो नेशनल पार्क की टीम सुबह करीब 10 बजे बालेर गांव पहुंची और 11 बजे रेस्क्यू शुरू किया। टीम करीब 15 मिनट में ज्वाला को रेस्क्यू कर कूनो ले गई। एक साल पहले कूनो से करौली पहुंच गया था चीताये पहली बार नहीं है कि मध्य प्रदेश के कूनो से चीता राजस्थान आया है। एक साल पहले भी पवन नाम का चीता राजस्थान पहुंच गया था। चीता 'पवन' कूनो नेशनल पार्क से करीब 50 किलोमीटर दूर चीता करौली जिले में पहुंचा था। करौली के सिमार में चीते का मूवमेंट मिलने के बाद एमपी के कूनो से आई टीम ने चीते को ट्रैंकुलाइज किया था। ये चीता 10 घंटे तक चंबल से सटे जंगलों में घूमता रहा। 29 दिन पहले भी कूनो छोड़ बाहर आ गई थी ज्वाला29 दिन पहले भी ज्वाला अपने शावकों के साथ कूनो से बाहर आकर मध्य प्रदेश के विजयपुर क्षेत्र में पहुंच गई थी। इस दौरान उसके शावक भी उसके साथ थे। यहां के ग्रामीणों ने बताया था कि यहां दो दिनों से इसका मूवमेंट था। इस दौरान एक गाय का भी शिकार किया था। इससे पहले भी ज्वाला कूनो की सीमा लांघकर मानव बस्तियों के पास पहुंच चुकी है। चीता प्रोजेक्ट में शामिल हो चुका है राजस्थान, 7 जिले शामिलमध्य प्रदेश में चल रहे देश के पहले चीता प्रोजेक्ट में राजस्थान को शामिल किया जा चुका है। दोनों स्टेट के बीच 17 हजार वर्ग किलोमीटर का चीता कॉरिडोर बनेगा। इसमें चीता खुले में घूम सकेंगे। इस चीता प्रोजेक्ट में राजस्थान के 7 जिले शामिल होंगे। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की ओर से जारी एक्शन प्लान के अनुसार भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून ने कूनो-गांधीसागर लैंडस्केप का निर्धारण किया है। इसमें मध्य प्रदेश का 10,500 वर्ग किमी क्षेत्र और राजस्थान का 6500 वर्ग किमी क्षेत्र आएगा। कॉरिडोर में चीते कूनो नेशनल पार्क से राजस्थान के मुकंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व से होते हुए गांधी सागर सेंचुरी तक मूव कर सकेंगे। बताया जा रहा है कि इस कॉरिडोर में उत्तर प्रदेश के झांसी और ललितपुर का वन्य क्षेत्र में भी शामिल हो सकता है।
आरसीए में विवाद के चलते काफी समय से क्रिकेट नहीं हो रही थी। विवाद थमे तो क्रिकेट शुरू हुई। क्रिकेट शुरू होने के पहले ही दिन अलग-अलग रंग देखने को मिले। नजारा था राजस्थान महिला टी20 चैम्पियनशिप का। इस चैम्पियनशिप में सभी 33 जिलों की टीमें हिस्सा ले रही हैं। सोमवार (11 अगस्त) को 16 मैच खेले गए। इनमें सेंचुरी बनी, हाफ सेंचुरियां बनीं। किसी ने 5 तो किसी ने 6 विकेट भी लिए। लेकिन सबसे अजीबो-गरीब नजारा देखने को मिला सिरोही और सीकर के बीच जयपुर में खेले गए मैच में। अनंतम ग्राउंड पर खेले गए इस मैच में सिरोही ने पहले बल्लेबाजी की। 20-20 ओवर के इस मैच सिरोही ने 8.2 ओवर बल्लेबाजी की। टीम ने सिर्फ 4 रन बनाए। 10 खिलाड़ी खाता भी नहीं खोल सकीं। निकिता ने 2 रन बनाए और वह आउट नहीं हुई। जवाब में सीकर की टीम ने 2 गेंद पर ही 5 रन बना मैच जीत लिया। -सिटी स्पोर्ट्स भी पढ़ें पूरे मैच में बल्ले से सिर्फ 3 ही रन बनेबल्ले से 3 रन ही बने। दो रन सिरोही ने बनाए और 1 रन सीकर ने बल्ले से बनाया। सीकर के खाते में 4 रन वाइड से आए। बॉलर थीं तानिया सेन। उन्होंने 4 रन वाइड के दिए और सीकर की कप्तान प्रियंका ने 1 रन बल्ले से बनाया। भास्कर सवाल : टीम तैयार करो, फिर खिलाओये कैसा कॉम्पीटिशन है। ऐसा तो नहीं है कि बेटियों को बल्ला पकड़ना ही न आता हो और खेलने के लिए उतार दिया। ये रिस्की भी हो सकता है। खिलाड़ी को चोट भी लगने का खतरा हो सकता है। पहले टीम अच्छे से तैयार करनी चाहिए उसके बाद कॉम्पीटिशन में उतारनी चाहिए। सलेक्टर्स पर भी उंगली उठती है। अंडर-19 गर्ल्स ट्रायल में कई ऐसे जिले थे जहां से 5 से भी कम गर्ल्स ट्रायल देने आई थीं। अगर कुछ जिलों में टीम नहीं बन पाती तो उन जिलों को मिलाकर एक टीम बना देनी चाहिए। अंतरराष्ट्रीय महिला टी20 में सबसे कम स्कोर6 रन माली व मालदीव टीम का अंतरराष्ट्रीय महिला टी20 में सबसे कम स्कोर है। मालदीव टीम ने 5-12-19 को बांग्लादेश के खिलाफ और माली टीम ने 18-6-19 को रवांडा के खिलाफ स्कोर बनाया था। बोर्ड मैच में मप्र के खिलाफ मिजोरम ने 9 रन बनाए थे।
एशियन यूथ गेम्स : भारतीय वॉलीबॉल टीमें घोषित, 10 खिलाड़ी राजस्थान के
मनामा (बहरीन) में होने वाले तीसरे एशियन यूथ गेम्स के लिए भारतीय वॉलीबॉल टीमों की घोषणा कर दी गई है। बॉयज और गर्ल्स दोनों टीमों में 5-5 खिलाड़ी राजस्थान से हैं। उल्लेखनीय है कि सलेक्शन ट्रायल 30 और 31 जुलाई को जयपुर के एसएमएस स्टेडियम के इनडोर हॉल में आयोजित की गई थी। बॉयज में मृत्युंजय त्रिपाठी, शिवकुमार शर्मा, निखिल जाट, सौरभ कशमा और निखिल खेहड़ और गर्ल्स में सिया शर्मा, रजनीश नैन, प्रिंसी तेली, आईना और मोनिका का टीम में सलेक्शन हुआ है। भारतीय वॉलीबॉल संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र कंवर की अनुमति से महासचिव रामानंद चौधरी ने सोमवार को टीमों की घोषणा की। चयन समिति में प्रदीप जॉन, राहुल सांगवान, मालती चौहान, वैशाली फड़तरे, अशोक छकड़ा और राजेश कुमार शामिल थे। चयनित 28-28 खिलाड़ियों को कोचिंग कैम्प भी लगाया जाएगाी। श्रीराही मित्र, प्रतीका एस., सिया शर्मा, सुष्मिता पाल, भूमिका, रजनीश नैन, विजयलक्ष्मी एम., पवित्रा आर., संजना चंद्रशेखर जी., कोमल मौर्या, प्रिंसी तेली, ग्रीष्माराहुल करने, कृति तिवाड़ी, मनवा वैभव पाटिल, अवंतिका श्रीजीत, आईना, भूमि अशोक भाई गोहिल, श्रिया चंद्रशेखर जी., प्रतिबा श्री गणेशन, तनीषा रॉय, रसगुल्ली कुमारी, निहारिका, पुरम हसिनी, आरती, जश्नप्रीत, सुप्रिया सुब्रमण्यम, पीहू यादव, मोनिका। अंकुर, कुणाल दास, मृत्युंजय त्रिपाठी, सोनू सांगवान, रजत कुमार, शिव कुमार शर्मा, आकाश विश्नोई, आर्यन, धीमन बूसी, निखिल जाट, हरनूर सिंह, अंकित, आदि कृष्णा नेडियारा, जेबिन जेम्स, कालदिंडी रामचरण, महेंद्र धुर्वे, सोनू, सौरभ कसमा, दीपांशु, रजत सिंह, दीपक, निखिल खेदड़, ऋतिक ठाकुर, हर्ष नागर, देवांश ग्रेवाल, राजा गुरुनाथन एस., शब्द गौतम।
जैन समाज के आगंतुक तपस्वियों ने महासमुंद में राजस्थान देखा, तिलक लगा स्वागत किया
जैन समाज के आगंतुक तपस्वियों ने सोमवार को महासमुंद में राजस्थान की सैर की। सहजानंदी चातुर्मास के अंतर्गत यहां पूज्य विवेक सागर मसा व शासनरत्न सागर मसा की पावन निश्रा में तपस्या का अद्भुत वातावरण बना हुआ है। इस मौके पर शांतिनाथ भवन को राजस्थान के रूप में सजाया गया। जैन श्री संघ ने शांतिनाथ भवन में आत्मशोधन व कर्मविजय तप के तपस्वियों का पारणा व अक्षय निधि, विजय कसाय व समवशरण के तपस्वियों के लिए उत्तर पारणा का आयोजन किया। संघ के अध्यक्ष राजेश लुनिया के नेतृत्व में प्रवेश द्वार पर आगंतुक तपस्वियों का ट्रस्टी व कार्यकारिणी ने तिलक किया। बैच व इत्र लगाकर स्वागत किया। हाथों में शगुन की मेहंदी लगाई गई। भामाशाह बनकर आए प्रक्षाल चोपड़ा ने सभी को ससम्मान विराजित करा कर अपने हाथों से प्रभावना प्रदान किया। कार्यक्रम की संयोजिका नेहा लुनिया और निधि झाबक ने बताया कि उत्तर पारणा का यह कार्यक्रम महासमुंद में पहली बार आयोजित किया गया है। मंगलवार से अक्षय निधि आदि तप की तपस्या प्रारंभ हो रही है, जो कि सोलह दिनों तक अनवरत रहेगी। जैन श्रीसंघ के सचिव सीए रितेश गोलछा ने बताया, चातुर्मास के क्रम में स्थानीय वल्लभ भवन में जिनवाणी गूंज रही है। इससे पहले रविवार को राजुल की संवेदना नेमी के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसे स्थानीय श्राविका ललिता बरडिया ने बड़े भावुक शैली में प्रस्तुत किया। भीतर के दोषों को दूर करने के लिए दिनचर्या सुधारें: महाराज इसमें सोमवार को पूज्य विवेकसागर महाराज ने कहा कि हम बाहर की सफाई पर जोर देते हैं, बाहर से अच्छा बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन समझदार व्यक्ति अंदर के दोषों को घटाता है। सबसे बड़ा दोष है हिसाब-किताब करना है। कई लोग किसी को की गई मदद गिनाते हैं। अपने सत्कार्य का लेखा-जोखा रखते हैं। हमें लगता है कि संसार में सुख है इसीलिए मृग मरीचिका की तरह दौड़ लगाते हैं।
जयपुर में पर्यटन क्षेत्र के निवेशकों के साथ जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने सोमवार को होटल गणगौर में बैठक की। उन्होंने राइजिंग राजस्थान के तहत हुए एमओयू को धरातल पर उतारने का भरोसा दिलाया। कलेक्टर ने निवेशकों से एक-एक कर मुलाकात की। उन्होंने परियोजनाओं में आ रही समस्याओं पर चर्चा की। साथ ही अधिकारियों को समयबद्ध समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन पारदर्शिता के साथ काम कर रहा है। डॉ. सोनी ने कहा कि पर्यटन परियोजनाओं से जयपुर की ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी। यह शहर को प्रदेश और देश के पर्यटन मानचित्र पर मजबूत पहचान देगा। प्रशासन विभागीय समन्वय से हर समस्या का त्वरित समाधान करेगा। कलेक्टर बोले- जयपुर में पर्यटन विकास की कई संभावनाएं जयपुर में पर्यटन विकास की कई संभावनाएं हैं। इनमें लग्जरी होटल, रिसॉर्ट, ईको-टूरिज्म, फिल्म शूटिंग, एडवेंचर और डेजर्ट टूरिज्म शामिल हैं। इन क्षेत्रों में निवेश से स्थानीय रोजगार बढ़ेगा। साथ ही अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का ठहराव और खर्च भी बढ़ेगा। जयपुर की पहचान विश्व पर्यटन मानचित्र पर विशेष है। यहां का आमेर किला, सिटी पैलेस, हवा महल और जंतर-मंतर प्रमुख आकर्षण हैं। शहर की गलियों में बसी परंपरागत कला हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती है। अब तक 1600 करोड़ रुपए के 11 बड़े एमओयू सफलतापूर्वक लागू ऐसे में पर्यटन क्षेत्र में निवेश केवल आर्थिक दृष्टि से लाभकारी नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण और वैश्विक स्तर पर जयपुर की प्रतिष्ठा को और ऊंचा करने का अवसर भी है। पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी सभी एमओयू की सफल क्रियान्विति के लिए नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जिला प्रशासन और पर्यटन विभाग के संयुक्त प्रयासों से अब तक 1600 करोड़ रुपए के 11 बड़े एमओयू सफलतापूर्वक लागू हो चुके हैं। पर्यटन क्षेत्र से जुड़े 69 हजार 133 करोड़ रुपए के कुल 332 करार हुए थे उन्होंने बताया कि राइजिंग राजस्थान समिट के तहत जयपुर जिले में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े 69 हजार 133 करोड़ रुपए के कुल 332 करार हुए थे, जिनसे 80 हजार से अधिक प्रत्यक्ष रोजगार अवसर सृजित होंगे। इनमें होटल क्षेत्र में 25 हजार 222 करोड़ रुपए के 169 करार, रिसॉर्ट क्षेत्र में 16 हजार 371 करोड़ रुपए के 90, एडवेंचर टूरिज्म में 1 हजार 373 करोड़ रुपए के 21, ईको टूरिज्म में 166 करोड़ रुपए के 8, फिल्म सिटी एवं फिल्म शूटिंग क्षेत्र में 3 हजार 570 करोड़ रुपए के 8 और अन्य संबंधित क्षेत्रों में 19 हजार 409 करोड़ रुपए के 39 करार शामिल हैं। बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रथम) विनीता सिंह सहित जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम जयपुर ग्रेटर, नगर निगम जयपुर हैरिटेज, वन विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी और निवेशक मौजूद रहे।
केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय के निदेशक कपिल मीना ने राजस्थान की सराहना की है। उन्होंने कहा कि राज्य सहकार से समृद्धि की पहलों को लागू करने में अच्छा काम कर रहा है। अपेक्स बैंक सभागार में सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 की समीक्षा बैठक में मीना ने कई महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने पैक्स कम्प्यूटराइजेशन प्रोजेक्ट में गेप्स को दूर करने पर जोर दिया। साथ ही ऑन सिस्टम ऑडिट में तेजी लाने को कहा। वृहत्त अन्न भण्डारण योजना के तहत बन रहे गोदामों का काम 30 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य राजस्थान को एक बड़ी उपलब्धि मिली है। भारतीय बीज सहकारी समिति की सदस्यता में राज्य पूरे देश में पहले स्थान पर है। मीना ने एनसीओएल और एसीईएल की सदस्यता बढ़ाने के निर्देश भी दिए। एम-पैक्स के गठन में लक्ष्य से तीन गुना अधिक वृद्धि हुई है। अब डेयरी और मत्स्य सहकारी समितियों के गठन पर ध्यान दिया जाएगा। निष्क्रिय समितियों के अवसायन की प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। विश्व की वृहत्त अन्न भण्डारण योजना के तहत बन रहे गोदामों का काम 30 सितंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। इन गोदामों के लिए एनसीसीएफ और नैफेड से समन्वय किया जाएगा। गोदामों के रंग, डिजाइन और लोगो में एकरूपता रखी जाएगी। पैक्स पर प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र का बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश अधिकारियों ने बताया कि अब तक वर्ष 2024-25 के अंतर्गत स्वीकृत 36 गोदामों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और वर्ष 2025-26 के अंतर्गत स्वीकृत सभी गोदामों की वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। विगत 17 जुलाई को केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की ओर से 24 गोदामों का लोकार्पण किया जा चुका है। अब तक 97 गोदामों के लिए हायरिंग एश्योरेंस प्राप्त हो चुकी है। मीना ने कहा कि राज्य में अधिक से अधिक पैक्स का प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र के रूप में उन्नयन किया जाए। जिन व्यवस्थापकों के पास लाइसेंस प्राप्त करने हेतु डिप्लोमा नहीं है, उन्हें प्रोत्साहित कर डिप्लोमा करवाया जाए। पैक्स पर प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केन्द्र का बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाने हेतु निर्देश जारी किए जाएं। जिन पैक्स का कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में उन्नयन हो चुका है, उन्हें एक्टिव किया जाए। नगरीय और उपनगरीय क्षेत्रों के पैक्स के लिए कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में उन्नयन अनिवार्य करने के निर्देश नगरीय और उपनगरीय क्षेत्रों के पैक्स के लिए कॉमन सर्विस सेंटर के रूप में उन्नयन अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अंतर्गत आयोजित की जा रही गतिविधियों की उपादेयता होनी चाहिए। इन गतिविधियों में प्रशिक्षण और क्षमता संवर्द्धन कार्यक्रमों को शामिल किया जाए। मीना ने कहा कि पीएम सूर्य घर योजना के अंतर्गत सहकारी समितियों के लिए सोलर पैनल्स अनुमत हैं, अत: उन्हें इसके लिए आवेदन करवाया जाए। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि राज्य में 41 हजार 400 से अधिक सहकारी समितियां हैं, जिनके 1.14 करोड़ से अधिक सदस्य हैं। राज्य में सहकारी समितियों की सदस्यता और अधिक बढ़ाने पर फोकस किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राज्य में सहकारी क्षेत्र में मिलेट आउटलेट्स खोलने और बाइक राइड सेवा शुरू करने जैसे नवाचार किये गए हैं, जिनका अच्छा रिस्पॉंस देखने को मिल रहा है। मीना ने इन प्रयासों की सराहना की। बैठक में ये रहे मौजूद बैठक में राजफेड के प्रबंध निदेशक टीकम चन्द बोहरा, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (प्रथम) शिल्पी पांडे, अतिरिक्त रजिस्ट्रार (मा.सं.वि.) एवं सहकार से समृद्धि के मुख्य नोडल अधिकारी भोमा राम, अतिरिक्त रजिस्टार (द्वितीय) और अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के नोडल अधिकारी संदीप खण्डेलवाल सहित संबंधित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
79वें स्वतंत्रता दिवस पर दिल्ली के लाल किले में होने वाले मुख्य समारोह में बूंदी के शिखर पंचोली विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। पंचोली बूंदी के बालचन्दपाड़ा के रहने वाले हैं और रामेष्ट युवा मंडल संस्थान के अध्यक्ष हैं। मेरा युवा भारत कार्यक्रम के तहत युवा और खेल मंत्रालय ने पूरे देश से 50 युवाओं का चयन किया है। राजस्थान से 2 युवाओं को चुना गया है। जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने सोमवार को शिखर पंचोली को बधाई और शुभकामनाएं दीं। जिला युवा अधिकारी सचिन पाटोदिया ने बताया कि आईडीसी 2025 के मुख्य समारोह में शिखर राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगे। पंचोली का चयन खेल प्रतियोगिता, पौधारोपण, स्वच्छता-श्रमदान, ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताएं और युवा परिचर्चा जैसी गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर किया गया है। शिखर पंचोली वर्तमान में युवा सशक्तिकरण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। कार्यक्रम में योग प्रशिक्षक भूपेन्द्र योगी, रामेष्ट युवा मंडल सचिव रोहन गुर्जर और केन्द्र के बालूलाल वैष्णव भी मौजूद रहे।
करौली में राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड की ओर से हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत एक पौधा मां के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया। श्रीराम बाजपेई की जयंती पर आयोजित इस कार्यक्रम में जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक प्रतिनिधि विश्वेंद्र सिंह गुर्जर, सांसद प्रत्याशी इंदु देवी और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गुमनाराम की मौजूदगी में हुआ। शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पौधारोपण में भाग लिया। सीओ स्काउट अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि यह अभियान पूरे राजस्थान में चलाया जा रहा है। विश्वेंद्र सिंह गुर्जर ने प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम पांच पौधे लगाने का आह्वान किया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने सहजन का पौधा लगाकर लोगों को प्रेरित किया। जिला शिक्षा अधिकारियों ने पौधों के आर्थिक और पर्यावरणीय महत्व पर प्रकाश डाला। इंदु देवी जाटव ने पेड़ों को मानव जीवन का प्राचीन आश्रय बताया। स्थानीय संघ के पदाधिकारियों ने अतिथियों का स्वागत किया। मोंटसरी किड्स पब्लिक स्कूल के कब-बुलबुल ने तिलक लगाकर अभिवादन किया। कार्यक्रम के समापन पर राष्ट्रपति रोवर सुरेंद्र कुमार अग्रवाल ने पौधों की नियमित देखभाल का संकल्प लिया। सभी स्काउट-गाइड ने पर्यावरण संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने की शपथ ली।
महाराष्ट्र के भायंदर (पश्चिम) स्थित मैक्सस डोम एंड बैंकेट्स में राजस्थानी प्रवासी फाउंडेशन की ओर से समारोह का आयोजन हुआ। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, राजस्थान की उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी और राजस्थान सरकार के मंत्री मदन दिलावर अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के दौरान अभिनेता एवं मॉडल भूपेंद्र सिंह जाड़ावत को राजस्थान प्रवासी सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन प्रवासी राजस्थानियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा, समर्पण और उपलब्धियों से अपने क्षेत्र में विशिष्ट पहचान बनाई है। साथ ही राजस्थान की सांस्कृतिक गरिमा को देश-विदेश में भी प्रतिष्ठित किया है। भूपेंद्र सिंह जाड़ावत ने क्लास ऑफ 83, इत्तू सी बात, डब्बा कार्टल और मॉर्डन लव मुम्बई जैसी चर्चित फिल्मों और वेब सीरीज में अपनी दमदार अदाकारी के लिए पहचाने जाते हैं। उन्हें फिल्मफेयर ओटीटी अवॉर्ड में सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता के लिए भी नामांकित किया जा चुका है। समारोह में विभिन्न रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं और कई विशिष्ट प्रवासी राजस्थानियों को भी सम्मानित किया गया। देश-विदेश से आए प्रवासी राजस्थानियों ने बड़ी संख्या में भाग लेकर राजस्थान की समृद्ध संस्कृति और गौरव का उत्सव मनाया। कार्यक्रम में पशुपालन मंत्री जोराराम कुमावत, ग्रामीण विकास मंत्री ओटाराम देवासी, महंत प्रताप पुरी विधायक, विधायक दीप्ति किरण महेश्वरी, महेंद्र काबरा, मेघराज धाकड़, भंवर कुलारिया, नरसी कुलरिया, खेत सिंह, रतन सिंह, भूपेंद्र सिंह राठौड़ सहित कई जनप्रतिनिधि और प्रवासी बंधु मौजूद रहे। उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने प्रवासी राजस्थानी समुदाय की एकजुटता और योगदान की सराहना करते हुए कहा- चाहे हम कितनी भी दूर क्यों न चले जाएं, हमारी मिट्टी और संस्कृति से जुड़ाव हमेशा बना रहता है। प्रवासी राजस्थानी न केवल अपनी जड़ों से जुड़े हैं, बल्कि जहां भी रहते हैं वहां की प्रगति में भी योगदान देते हैं। राजस्थान सरकार Ease of Doing Business, निवेश, पर्यटन, शिक्षा, चिकित्सा और सुरक्षा के क्षेत्र में निरंतर सुधार कर रही है ताकि राज्य को देश का अग्रणी प्रदेश बनाया जा सके। कार्यक्रम में राजस्थान के गौरवशाली इतिहास, त्यौहारों, उद्योग-व्यापार और सामाजिक सेवा में प्रवासियों की भूमिका पर विशेष प्रकाश डाला गया। मंच से प्रवासी बंधुओं को राजस्थान आने और निवेश करने का भी आमंत्रण दिया गया।
एक ओर राजस्थान में हरियालो राजस्थान अभियान के तहत पोधरोपण किया जा रहा है वहीं भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा उपखंड के हुरडा ब्लॉक में स्थित जालमपुरा गांव में 35 बीघा चरागाह भूमि पर लगे हरे-भरे पेड़ों को पौधरोपण के नाम पर रातोंरात काट दिए गए। इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने वन भूमि से पेड़ों की अवैध कटाई और उनकी बिक्री में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की ओर कलेक्टर कार्यालय पहुंच जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कार्रवाई की मांग की । ग्रामीणों का आरोप है कि एक तरफ सरकार हरियालो राजस्थान अभियान के तहत प्रदेश में हरियाली बढ़ाने में लगी है, वहीं दूसरी तरफ जालमपुरा गांव में में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई कर अभियान की मूल भावना को ही ठेस पहुंचाई जा रही है। सरपंच सचिव के आदेश पर 26, 27 जुलाई की रात को बिना किसी सरकारी आदेश और बिना किसी जानकारी के इन सभी 100 से अधिक पेड़ों को 20 जेसीबी और कटर मशीन से 50 से अधिक मजदूरों के द्वारा कटवा दिया गया। इनको अवैध रूप से बैंच दिया गया। हरी-भरी 35 बीघा जमीन को समतल कर दिया गयाचरागाह भूमि पर कई से लगे इन पेड़ों को काटकर वन भूमि को उजाड़ने का का पर्यावरण और सामाजिक दोनों ही दृष्टियों से निंदनीय है। इस पूरे मामले को लेकर ग्रामीणों का कहना है कि यह केवल पेड़ों की कटाई का मामला नहीं, बल्कि वन संपदा के अवैध दोहन और सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग का भी मामला है। ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे । इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित स्टेट लेवल T-20 चैंपियनशिप की शुरुआत सोमवार को एडहॉक कमेटी कन्वीनर दीन दयाल कुमावत ने की। जयपुर के RCA एकेडमी ग्राउंड पर कुमावत ने खिलाड़ियों से मिलकर शुभकामनाएं दी। वहीं, राजस्थान के जरूरतमंद 10-10 महिला और पुरुष खिलाड़ियों को गोद लेने की घोषणा भी की। साथ ही कहा- राहुल द्रविड़, धोनी, विराट कोहली जैसी सुविधा राजस्थान के खिलाड़ियों को मुहैया करना मकसद है। राजस्थान क्रिकेटर एसोसिएशन एडहॉक कमेटी के कन्वीनर दीनदयाल कुमावत ने बताया- भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के आगामी घरेलू सत्र के लिए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कड़ी में ट्रायल्स के बाद आज से प्रदेश स्तरीय सीनियर विमेंस T-20 चैंपियनशिप का आगाज किया जा रहा है। इसमें सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राजस्थान टीम में सिलेक्ट किया जाएगा। जो भविष्य में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा आयोजित होने वाले सीनियर वीमेंस टूर्नामेंट में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगी। इसके लिए आज से जयपुर और उदयपुर में टूर्नामेंट की शुरुआत की गई है। दोनों ही शहरों में अलग-अलग ग्राउंड में स्टेट लेवल पर खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। बेहतर से बेहतर ट्रेनर से ट्रेनिंग दिलवाऊंगा कुमावत ने कहा- मैं खुद गरीबी से निकल यहां तक पहुंचा हूं। इसलिए मैं खिलाड़ियों के दर्द को समझता हूं। इसी सोच के साथ मैंने फैसला किया है कि मैं राजस्थान की जरूरतमंद खिलाड़ियों की मदद करने के लिए हर साल 10-10 बच्चों को गोद लूंगा। इन्हें किसी भी तरह के इक्विपमेंट, शूज, किट या फिर ट्रेनिंग की जरूरत होगी। मैं उसका भुगतान करूंगा। बेहतर से बेहतर ट्रेनर से उन्हें ट्रेनिंग दिलवाऊंगा। लेकिन उन्हें किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करने दूंगा। राहुल द्रविड़, धोनी, विराट कोहली जैसी सुविधा राजस्थान के खिलाड़ियों को मुहैया करना मकसद कुमावत ने कहा कि मौजूदा एडहॉक कमेटी के सदस्यों ने फिलहाल किसी तरह की TA-DA नहीं लिया है। क्योंकि हम ऐसा सोचते हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा खिलाड़ियों के लिए जो भी राशि भेजी गई है। उसका उपयोग खिलाड़ियों को बेहतर से बेहतर सुविधा देने में किया जाना चाहिए। जो सुविधा इंटरनेशनल लेवल पर मिलती है। जो सुविधा राहुल द्रविड़, धोनी, विराट कोहली या फिर रोहित शर्मा को दी जाती है। वह सुविधा राजस्थान के खिलाड़ियों को मुहैया कराना मेरा मकसद है। ताकि राजस्थान के खिलाड़ी भारत का प्रतिनिधित्व कर देश का नाम दुनियाभर में रोशन करें। कुमावत ने बताया कि मौजूदा ट्रायल्स के दौरान मैंने बच्चों को काफी समस्याओं से परेशान होते देखा। इसके बाद मैं मौके पर ही उन सभी समस्याओं के समाधान की कोशिश की है। उनके नाश्ते से लेकर उनकी ट्रेनिंग और सिलेक्शन तक सभी पहलुओं में सुधार किया गया है। जिसका सार्थक परिणाम भविष्य में जरूर नजर आएगा।
यमुनानगर में जगाधरी क्षेत्र के गुलाब नगर चौक पर देर रात करीब साढ़े 11 बजे एक राजस्थान नंबर की तेज रफ्तार काले रंग की 4x4 थार गाड़ी ने दो गायों और एक बछड़े को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में तीनों गौवंशों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसा इतना भयंकर था कि टक्कर के बाद गाड़ी बेकाबू होकर 60 से 70 मीटर दूर जाकर पलट गई। गाड़ी के आगे लगे लाल रिबन से अनुमान लगाया जा रहा है कि यह गाड़ी नई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गाड़ी की रफ्तार 100 किमी/घंटा से अधिक थी। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि वह पास के अस्पताल के सामने सड़क किनारे खड़ा था, तभी यह थार तेज गति से निकली और कुछ ही पल बाद यह हादसा हो गया। गाड़ी में दो लोग सवार थे, जिन्हें दूसरी गाड़ी से अस्पताल पहुंचा दिया गया। अभी थार सवारों के बारे में और जानकारी नहीं मिली है। हादसे के बाद गौवंशों के शव सड़क पर पड़े होने से कुछ देर के लिए जाम की स्थिति बन गई। कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि गोवंश सड़क पर बैठा था जोकि शायद कार चालकों को दिखाई नहीं दिया होगा जिस कारण यह हादसा हुआ है। जगाधरी सिटी थाना से प्रभारी तरसेम पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस ने गाड़ी को कब्जे में लेकर आगे की कार्रवाई शुरू की है। एसआई चरणजीत सिंह ने कहा कि फिलहाल पता चला है कि चालक ने नशा किया हुआ था। बाकी जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
जनजाति विकास विभाग के अंतर्गत टीआरआई में संचालित जनजाति गर्ल्स हॉस्टल में प्रवेश के लिए 15 अगस्त से आॅनलाइन आवेदन शुरू होंगे। टीएडी उपायुक्त रागिनी डामोर ने बताया कि हॉस्टल में प्रवेश के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन बोर्ड और राज्य सरकार द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाली जनजाती छात्राएं पात्र होंगी। हॉस्टल में छात्राओं का चयन कक्षा 12वीं और स्नातक के अंकों के आधार पर किया जाएगा। चयनित छात्राओं की मेरिट सूची जारी की जाएगी। जिन्हें प्रवेश दिया जाएगा। यहां नि:शुल्क आवास और भोजन की सुविधा मिलेगी। आवेदन करते वक्त जरूरी डॉक्यूमेंट्स और योग्यता की जानकारी अपलोड करनी होगी। प्रवेश से संबंधित अन्य जानकारी विभागीय पोर्टल www.tad.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध है। 30 अगस्त आवेदन की अंतिम तिथि है।
विदेश मंत्रालय की जन कूटनीति पहल के तहत भारत भ्रमण पर आए लैटिन अमेरिकी देशों के 24 कंटेंट क्रिएटर्स के प्रतिनिधिमंडल ने सिटी पैलेस में उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी से शिष्टाचार भेंट की। प्रतिनिधिमंडल में ब्राजील, मैक्सिको, अर्जेंटीना, चिली, कोलंबिया, पेरू, पनामा, कोस्टा रिका, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद-टोबैगो और जमैका जैसे देशों के कंटेंट क्रिएटर्स शामिल हैं। यह टीम 9 से 15 अगस्त तक राजस्थान प्रवास के दौरान राज्य की समृद्ध विरासत, जीवंत संस्कृति और विविध जीवन शैली का अनुभव ले रही है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की पहलें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन संभावनाओं के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभाती हैं। उन्होंने प्रतिनिधिमंडल को राजस्थान की कला, स्थापत्य और आतिथ्य परंपरा से परिचित कराया और उनके अनुभवों में रुचि दिखाई। प्रतिनिधिमंडल ने राजस्थान की ऐतिहासिक विरासत, रंग-बिरंगे उत्सवों और स्थानीय खानपान की प्रशंसा की। कहा कि वे अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के जरिए इन अनुभवों को दुनिया तक पहुंचाएंगे।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में इंडियन नेवी के जवान 26 वर्षीय रवि कुमार की सड़क हादसे में मौत हो गई। रवि चार दिन पहले ही रक्षाबंधन की छुट्टी लेकर घर आए थे। शनिवार देर रात वे अपने दोस्त को छोड़कर बाइक से घर लौट रहे थे। रास्ते में तेज रफ्तार ट्रक ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर लगने ही जवान का सिर सड़क से जा लगा और पूरी तरह फट गया। आसपास के लोगों ने उसके बाइक के नंबर और फोटो को सोशल मीडिया ग्रुप में शेयर किया तो मृतक की पहचान हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। उधर, आरोपी ड्राइवर अपना ट्रक मौके पर ही छोड़कर फरार हो गया। उसके ट्रक को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। ट्रक नंबर के आधार पर ड्राइवर की तलाश की जा रही है। उधर, सूचना मिलते ही परिजन रोते-बिलखते अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली। परिजनों के मुताबिक, रवि की 3 महीने पहले ही शादी हुई थी। चार दिन पहले ही वह रक्षाबंधन की छुट्टी लेकर घर आए थे और रक्षाबंधन पर ही यह हादसा हो गया। यहां सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला... राजस्थान में हुई थी शादी रवि के बड़े भाई प्रवीण ने बताया कि हमारे तीनों भाइयों में रवि सबसे छोटा था। 22 अप्रैल को ही उनकी शादी राजस्थान के अलवर जिले के गांव नसोंपर टपूकड़ा निवासी प्रियंका से हुई थी। शादी बड़े ही धूमधाम से की गई थी। इसमें दोनों तरफ के नाते-रिश्तेदारों ने शिरकत की थी। हादसे की सूचना उन्हें रात में पुलिस ने दी थी। इसके बाद सभी तुरंत अस्पताल पहुंचे थे, जहां रवि की मौत होने का पता चला। प्रवीण ने बताया कि सबसे छोटा होने के कारण रवि सबका लाड़ला था। हादसे का वीडियो रात में हुआ वायरलउधर, हादसे के बाद ही शनिवार की रात को 10 बजे करीब जिले के सोशल मीडिया ग्रुपों पर इसकी वीडियो वायरल हो गई। रवि के पास जो बाइक थी, उसका नंबर नारनौल का था। इससे लोगों ने उनकी पहचान कर कर ली। बाद में पुलिस ने हादसे की जानकारी परिजनों को दी। थाना प्रभारी का कहना है कि पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी ट्रक ड्राइवर फरार है, जिसका पता किया जा रहा है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
जो कंपनी (मैसर्स जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड) गोवा में ब्लैक लिस्ट है, उसी कंपनी को राजस्थान सरकार ने टेंडर दे दिया। टेंडर भी दो-चार करोड़ का नहीं, बल्कि 10 हजार करोड़ से ज्यादा का। लापरवाही के कारण ब्लैक लिस्ट होने के 23 दिन बाद ही मैसर्स जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को राजस्थान में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की जिम्मेदारी मिल गई। चौंकाने वाली बात यह है कि करीब डेढ़ करोड़ उपभोक्ताओं के मीटर लगाने के लिए प्रदेश के तीनों बड़े डिस्कॉम- जयपुर, अजमेर और जोधपुर वितरण निगम लिमिटेड ने एक ही कंपनी को टेंडर दिया। उधर, ऊर्जा मंत्री से सवाल किए तो उन्होंने साफ कहा कि कंपनी के ब्लैक लिस्ट होने की जानकारी विभाग को नहीं है। पिछली (कांग्रेस) सरकार ने टेंडर की प्रक्रिया शुरू की थी। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पिछले साल अगस्त में गोवा में ब्लैक लिस्ट किया गयाभास्कर पड़ताल में सामने आया कि 5 अगस्त 2024 को गोवा सरकार के ऊर्जा विभाग के चीफ इलेक्ट्रिकल इंजीनियर स्टीफन फर्नांडिस के हस्ताक्षर से मैसर्स जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लि. और मैसर्स एचपीएल इलेक्ट्रिक एंड पावर लिमिटेड को ब्लैक लिस्ट करने का आदेश जारी किया गया था। इसके ठीक 23 दिन बाद आनन-फानन में अजमेर डिस्कॉम ने मैसर्स जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को 1269 करोड़ 56 लाख के वर्क ऑर्डर जारी कर दिए। इसके बाद जयपुर डिस्कॉम ने 3121.42 करोड़ रुपए से ज्यादा का स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका दे दिया। इसी तरह जोधपुर डिस्कॉम ने भी मैसर्स जीनस पावर इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को हजारों करोड़ के 3 टेंडर जारी किए गए। टेंडर की कुल राशि 10 हजार करोड़ से ज्यादा बताई जा रही है। खुद बिजली कंपनी ने की नियमों की अवहेलनाअजमेर डिस्कॉम ने टेंडर 27 अगस्त 2024 को जारी किया। टेंडर की शर्तों में 18 वें पॉइंट में लिखा है कि जीनस पावर किसी भी ऐसे कॉन्ट्रेक्टर की मदद टेंडर का कार्य पूरा करने में नहीं लेगी जो टेंडर से पहले किसी भी जगह ब्लैक लिस्टेड हो। जबकि खुद अजमेर डिस्कॉम ने ब्लैक लिस्टेड कंपनी को पूरे 1269 करोड़ से ज्यादा का ठेका दे डाला। राजस्थान सरकार के टेंडर नियमों में साफ अंकित है कि ब्लैक लिस्ट फर्म को टेंडर प्रक्रिया में शामिल नहीं किया जा सकता। यहां तो प्रक्रिया के बाद टेंडर ही दे दिया गया। इसके लिए राजस्थान में ‘सार्वजनिक क्रय में पारदर्शिता अधिनियम, 2012’ (Rajasthan Transparency in Public Procurement Act, 2012) बनाया गया है, जिसके तहत किस भी विभाग या राजकीय उपक्रम में सार्वजनिक खरीद प्रक्रियाओं के नियम उल्ल्घंन करने पर फर्म को ब्लैक लिस्ट किया जाता है और ब्लैक लिस्ट फर्म किसी भी प्रकार की टेंडर प्रक्रिया में भाग नहीं ले सकती हैं। कंपनी प्रतिनिधि बोले- गलतफहमी हो गई थीयह टेंडर मैसर्स जीनस पावर के प्रदीप शर्मा के नाम पर जारी किए गए थे। भास्कर ने प्रदीप शर्मा से गोवा में कंपनी के ब्लैक लिस्ट होने के बाद भी राजस्थान में टेंडर लेने पर सवाल पूछा। उन्होंने दावा किया कि गोवा के अफसरों को गलतफहमी हो गई थी, हमारे पास कोर्ट का एक आदेश है, जिसके बाद हमें ब्लैक लिस्ट से हटा दिया। कंपनी प्रतिनिधि से भास्कर ने कोर्ट आदेश की प्रति मांगी, कौन सा कोर्ट है जानकारी मांगी तो शर्मा ने भास्कर से कहा कि उनके मीडिया टीम के लोग संपर्क करेंगे। दो दिन बीतने के बाद भी कंपनी की ओर से किसी तरह का कोई दस्तावेज नहीं दिया गया। 9 अगस्त से कंपनी प्रतिनिधियों ने भास्कर का फोन अटेंड करना ही बंद कर दिया। इसके बाद पड़ताल में सामने आया कि गोवा के ऊर्जा विभाग के रिकॉर्ड में अभी भी कंपनी ब्लैक लिस्ट की सूची में ही शामिल है। 3 कारणों से किया गया था कंपनी को ब्लैकलिस्ट गोवा सरकार के ऊर्जा विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, M/s Genus Power Infrastructure Limited और M/s HPL Electric Power Limited को स्मार्ट मीटर के कामकाज की तकनीकी या गुणवत्ता संबंधी शिकायतें, जैसे- खराब मीटर या गलत माप, एग्रीमेंट उल्लंघन, जैसे डिलीवरी में देरी या नियमों का पालन न करना आदि के चलते सरकार के आदेश पर ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई की गई। राजस्थान में भी वही लापरवाहियांजिन कारणों से कंपनी को गोवा में ब्लैकलिस्ट किया गया था। वैसा ही रवैया यहां भी सामने आ रहा है। राजस्थान में कंपनी का कामकाज शुरुआत से ही सुस्त है। साथ ही स्मार्ट मीटर की बिलिंग से जुड़ी शिकायतें भी आ रही हैं। राजस्थान में भी काम की धीमी गति पर कंपनी को पहला नोटिस दिया है। एग्रीमेंट की शर्तों के अनुसार कंपनी को एक साल में 18 लाख स्मार्ट मीटर लगाने थे। अभी तक केवल 4.25 लाख ही लगाए गए हैं। राजस्थान में कछुए की चाल से चल रहा स्मार्ट मीटर प्रोजेक्टप्रदेश में कुल 1 करोड़ 42 लाख 75 हजार बिजली उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। इनमें जयपुर डिस्कॉम में 47.63 लाख उपभोक्ताओं के मुकाबले 2.13 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगे हैं। अजमेर डिस्कॉम में 54.32 लाख उपभोक्ताओं के मुकाबले 1.57 लाख उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगे हैं। इसके बाद जोधपुर डिस्कॉम में 40.80 लाख उपभोक्ताओं के मुकाबले केवल 55 हजार उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। यानि राजस्थान में तीनों डिस्कॉम में केवल 4.25 लाख स्मार्ट मीटर ही लगाए गए हैं। ऊर्जा मंत्री बोले- पिछली सरकार की गलतीटेंडर से जुड़े सवाल के जवाब में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा- पिछली सरकार ने स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका देने की प्रक्रिया शुरू की थी। हमारी सरकार ने केवल बची हुई औपचारिकताओं को पूरा करके कार्य आदेश दिए थे। मंत्री ने स्वीकार किया कि कंपनी का कामकाज संतोषप्रद नहीं है। कंपनी शर्तों के अनुसार राज्य में काम नहीं कर पा रही है। ऐसे में हमने 8 जुलाई को नोटिस भी दिया है। तीन महीने में स्मार्ट मीटर लगाने के टारगेट पूरा करने को कहा है, अन्यथा कंपनी को राजस्थान में भी ब्लैक लिस्ट करने और टेंडर निरस्त करने की कार्रवाई होगी।
राधेश्याम यादव राजस्थान कर्मचारी संयुक्त महासंघ के जिला महामंत्री मनोनीत
श्रीगंगानगर| राजस्थान कर्मचारी संयुक्त महासंघ के जिलाध्यक्ष अशोक कलवानिया ने राधेश्याम यादव को महासंघ का जिला महामंत्री मनोनीत किया है। वर्तमान में यादव राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रांतीय कोषाध्यक्ष हैं। यादव इन दिनों नेताजी सुभाष चंद्र बोस की ओर से स्थापित कोलकत्ता के ऐतिहासिक महांति सदन में आयोजित स्कूल टीचर्स फैडरेशन ऑफ इंडिया की राष्ट्रीय कांफ्रेंस में भाग लेने गए हैं।
गुजरात हाईकोर्ट से 21 अगस्त तक राहत मिलने के बाद अब आसाराम की ओर से राजस्थान हाईकोर्ट में अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए अपील की गई है। नाबालिग से रेप केस में दोषी आसाराम की ओर से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का हवाला देते हुए पूर्व में गुजरात हाइकोर्ट से अपील की गई थी। इसी पर जारी आदेश से सामने आया कि आसाराम की मेडिकल रिपोर्ट्स के अनुसार उसका ट्रोपोनिन लेवल बहुत ज्यादा है, जो चिंताजनक है। उसका इलाज कर रहे डॉक्टर के अनुसार आसाराम की स्थिति क्रिटिकल है। वह वर्तमान में इंदौर के जूपिटर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती बताया जा रहा है। हालांकि, सूत्रों की मानें तो आसाराम को इस हॉस्पिटल में तीन दिन आईसीयू में भर्ती रखने के बाद 6 अगस्त को छुट्टी दे दी गई थी। गुजरात हाइकोर्ट के आदेश में उल्लेखित तथ्य गुजरात हाईकोर्ट के जस्टिस इलेश जे. वोरा और जस्टि पी.एम. रावल की खंडपीठ ने 7 अगस्त को आसाराम की ओर से पेश दस्तावेजों में उल्लेखित स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया था। कोर्ट ने अपने आदेश में सुप्रीम कोर्ट के 30 जुलाई के आदेश का उल्लेख किया, जिसमें आसाराम को हाईकोर्ट में अस्थायी जमानत बढ़ाने के लिए याचिका लगाने की छूट दी गई थी। कोर्ट के आदेश के अनुसार, आसाराम की हालत गंभीर है और वे इंदौर स्थित जुपिटर अस्पताल के आईसीयू में भर्ती हैं। कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार, उनके हार्ट का ट्रोपोनिन लेवल बेहद ज्यादा (2465.59 pg/ml) पाया गया है, जो सामान्य से कई गुना अधिक है। डॉक्टरों ने इस हालत को क्रिटिकल घोषित किया है। अदालत ने फिलहाल, लंबित याचिका के विचाराधीन रहते हुए, अस्थायी जमानत 21 अगस्त तक बढ़ा दी। इसके लिए पूर्व में तय शर्तें और नियम यथावत लागू होंगे। अगली सुनवाई 19 अगस्त को निर्धारित की गई है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने हस्तक्षेप से किया था इनकार गुजरात हाईकोर्ट में अंतरिम जमानत बढ़ाने की अपील करने से पहले आसाराम की ओर से सुप्रीम कोर्ट में अपील की गई थी। उसमें कोर्ट ने 30 जुलाई के अपने आदेश में आसाराम को गुजरात हाई कोर्ट जाने की स्वतंत्रता प्रदान की थी। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस एम.एम. सुंदरेश और जस्टिस एन. कोटिश्वर सिंह की खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि यदि आसाराम की स्वास्थ्य स्थिति में गिरावट आती है, तो वह हाई कोर्ट से संपर्क कर सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था, हम हाईकोर्ट के फैसले में हस्तक्षेप का कोई आधार नहीं पाते, लेकिन यदि स्वास्थ्य की स्थिति बिगड़ती है, तो पहले का आदेश राह में नहीं आएगा। अदालत ने हाई कोर्ट से अनुरोध किया था कि जब भी उपयुक्त आवेदन दाखिल हो तो सुनवाई को तेज़ी से निपटाया जाए। आसाराम की बीमारी: ट्रोपोनिन लेवल क्या है और इसका महत्व कोर्ट के आदेश में स्पष्ट उल्लेख है कि आसाराम के ट्रोपोनिन स्तर में अत्यधिक वृद्धि पाई गई है। ट्रोपोनिन एक ऐसा प्रोटीन है, जो मुख्यत: हृदय की मांसपेशियों में पाया जाता है और जब हृदय को कोई गंभीर चोट या क्षति पहुंचती है– जैसे हार्ट अटैक, तो यह खून में रिलीज होता है। आमतौर पर स्वस्थ व्यक्ति में ट्रोपोनिन का स्तर बहुत कम होता है (0-40 pg/ml)। यदि इसका स्तर अचानक बहुत बढ़ जाये, तो यह दर्शाता है कि व्यक्ति को हृदय संबंधी कोई गंभीर समस्या हुई है। आसाराम के मामले में डॉक्टरों ने ट्रोपोनिन लेवल 2465.59 pg/ml बताया, जो हार्ट को गंभीर नुकसान की तरफ इशारा करता है। ऐसे मरीज को तत्काल और गंभीर चिकित्सा की जरूरत होती है; कई बार ऐसी स्थिति जानलेवा साबित हो सकती है। इन्हीं कारणों की वजह से कोर्ट ने मानवीय आधार और न्याय के मद्देनजर अंतरिम जमानत बढ़ाने का आदेश दिया गया था।
राजस्थान सरकार ने रक्षाबंधन पर महिलाओं को खुशियों की सौगात दी है। महिलाओं को राजस्थान रोडवेज की बसों में दो दिन निशुल्क यात्रा की सुविधा मिली है। शनिवार को पहले ही दिन रोडवेज बसों में दुगुना यात्री भार देखा गया। पिछले साल केवल एक दिन की निशुल्क यात्रा की घोषणा की गई थी। इस बार की पहल से लंबी दूरी की यात्रा करने वाली महिलाओं को आर्थिक राहत मिली है। रोडवेज सूत्रों के अनुसार यह सुविधा 9 अगस्त (रक्षाबंधन) और 10 अगस्त को राजस्थान की सीमा के अंदर राजस्थान रोडवेज की बसों में यात्रा के लिए दी गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर पहली बार इस वर्ष दो दिन की निशुल्क यात्रा की सुविधा दी गई है। झालावाड़ डिपो के मुख्य प्रबंधक पवन कुमार सैनी ने बताया कि सभी रूट पर पर्याप्त बसों की व्यवस्था की गई है। यात्रियों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए बस स्टैंड परिसर में रोडवेज स्टाफ की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। रक्षाबंधन के दिन सुबह 6 बजे से ही महिला यात्रियों की भीड़ बस स्टैंड पर पहुंचने लगी। दो दिन की मुफ्त यात्रा से दूर-दराज के जिलों से आने-जाने वाली महिलाओं को विशेष लाभ मिला है।
राजस्थान बोर्ड ने जारी किया 10वीं-12वीं सप्लीमेंट्री परीक्षा 2024 का शेड्यूल, यहां करें चेक
Rajasthan Board 10th-12th Supplementary Exam 2024: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने बीएसईआर सप्लीमेंट्री परीक्षा 2024 की डेटशीट जारी कर दी है। जिन छात्रों के परीक्षा में 33 प्रतिशत से कम अंक
क्या 6 महीने बाद फिर से राजस्थान के इस महल में शादी करने जा रहे हैं विक्की कैट
राजस्थान अपने खूबसूरत किलों और महलों के लिए विश्वभर में जाना जाता है। कला और संस्कृति के इस अनूठे संगम, शाही ठाठ बाठ समेत राजपुताना वास्तुकला का आनंद उठाने दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं..........
Salman Khan फायरिंग केस में आया सनसनीखेज अपडेट, राजस्थान के इस राज्य से पकड़ा गया मामले का एक और आरोपी
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'एकलव्य' के बारे में कुछ अनकहे किस्से
एकलव्य : रॉयल गार्ड का मूल नाम यज्ञ था। उत्पादन 2005 की शुरुआत में शुरू हुआ..........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'परमाणु' के बारे में कुछ अनकहे किस्से
जॉन अब्राहम की फिल्म 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ पोखरण' को रिलीज हुए 6 साल हो गए हैं। यह फिल्म 25 मई 2018 को रिलीज हुई थी..........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बादशाहो' के बारे में कुछ अनकही बाते
बादशाहो एक पीरियड एक्शन-थ्रिलर थी.......
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'हाईवे' के बारे में कुछ रोचक बाते
जब इम्तियाज अली द्वारा निर्देशित यह रोड ड्रामा प्रसारित हुआ, जिसमें आलिया भट्ट और रणदीप हुडा ने अभिनय किया, तो लोगों ने इसे बहुत प्यार दिया, न केवल इसकी अभूतपूर्व कहानी के कारण, बल्कि भट्ट के उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण भी...........
देसी मिट्टी से शाहरुख खान ने कमा डाले 200 करोड़ रुपये, राजस्थान में करी थी फिल्म जवान की शूटिंग?
शाहरुख खान की फिल्म जवान ने पहले तीन दिनों में 200 करोड़ रुपये की कमाई कर शानदार प्रदर्शन किया है. 7 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फिल्म ने 75 करोड़ की बड़ी ओपनिंग का रिकॉर्ड बनाया है............
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' के बारे में कुछ रोचक बाते
उदयपुर में शूट की गई रोमांटिक और कॉमेडी फिल्मों की जबरदस्त अवधारणाओं में से एक का निर्माण करण जौहर द्वारा किया गया था और अयान मुखर्जी द्वारा निर्देशित किया गया था। यह उदयपुर में शूटिंग की गई सबसे लोकप्रिय फिल्मों में से एक थी.........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'गाइड' के बारे में कुछ अनकही बाते
उदयपुर में शूट की गई पहली फिल्मों में से एक वहीदा रहमान और देव आनंद अभिनीत एक रोमांस ड्रामा थी। यह फिल्म आर.के. नारायण के प्रसिद्ध उपन्यास पर आधारित है, जिसे व्यापक रूप से भारतीय सिनेमा उद्योग की उपलब्धियों में से एक माना जाता है.............
फिल्मों की शूटिंग के लिए बेस्ट लोकेशन बन रहा राजस्थान का अलवर
राजस्थान प्रदेश का अलवर जिला इन दिनों फिल्मों और वेब सीरीज समेत शॉर्ट फिल्मों के लिए बेस्ट लोकेशन बनता जा रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बॉलीवुड एक्टर उज्जवल चोपड़ा अपनी शॉर्ट फिल्म की 4 दिन की शूटिंग के लिए अलवर पहुंचे..........
बॉलीबुड और हॉलीवुड फिल्मों के लिए फेमस है राजस्थान की ये जगहे, देखें वीडियो
राजस्थान और फिल्में हमेशा से मनोरंजन का तड़का लगाती रही हैं। राजधानी जयपुर हमेशा से फिल्म निर्माताओं की पसंदीदा रही है। 'पिंक सिटी' में एक-दो नहीं बल्कि कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है......
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'लगान' के बारे में कुछ रोचक तथ्य
मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से मशहूर आमिर खान की फिल्म 'लगान' उनके फिल्मी करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई। फिल्म में एक ऐसे गांव का चित्रण किया गया था जहां के लोग किराए के बोझ तले दबे हुए थ......
करण-अर्जुन की शूटिंग के बाद मशहूर हुई राजस्थान की ये जगहे
आप सभी ने फिल्म अर्जुन तो देखी ही होगी, यह उस समय की ब्लॉकबस्टर फिल्म थी। और इस फिल्म में दिखाया गया गांव और ठाकुर दुर्जन सिंह की हवेली सभी को याद होगी. लेकिन ज्यादातर लोगों को ये नहीं पता कि इस फिल्म की शूटिंग किस गांव में हुई थी.........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बॉर्डर' के बारे में कुछ अनोखी बातें
सनी देओल, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, अक्षय खन्ना, सुदेश बेरी, पुनीत इस्सर और कुलभूषण खरबंदा अभिनीत फिल्म बॉर्डर ने अपनी रिलीज के 26 साल पूरे कर लिए हैं। 1971 के वास्तविक जीवन के भारत-पाकिस्तान युद्ध पर आधारित और लोंगेवाला की लड़ाई की सच्ची घटनाओं पर आधारित, बॉर्डर 1997 में रिलीज़ हुई थी और इसका निर्देशन जेपी दत्ता ने किया था............
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बोल बच्चन' के बारे में कुछ अनोखी बातें
रोहित शेट्टी की फिल्म 'बोल बच्चन' में अभिषेक बच्चन, अजय देवगन और असिन नजर आए हैं. फिल्म की आधे से ज्यादा शूटिंग पिंक सिटी जयपुर में हुई है. फिल्म का हिट गाना 'चलाओ न नैनों से बाण रे' की शूटिंग जयपुर के मशहूर रिजॉर्ट चोखी ढाणी में हुई है......
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' के बारे में कुछ अनोखी बातें
राजस्थान और फिल्मों का साथ हमेशा से ही एंटरटेनमेंट का तड़का लगा रहा है. राजधानी जयपुर (Jaipur) हमेशा से ही फिल्मकारों की पसंद रही है. बॉलीवुड की एक-दो नहीं बल्कि कई फिल्में 'पिंक सिटी' में शूट हो चुकी हैं.......
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' के बारे में कुछ अनोखी बातें
जब आलिया भट्ट और वरुण धवन अपनी फिल्म 'बद्रीनाथ की दुल्हनिया' के प्रमोशन के लिए जयपुर आए तो यह उनके लिए घर वापसी जैसा था। आप पूछेंगे कैसे? दोनों ने राजस्थान में फिल्म की शूटिंग के लिए इतना समय बिताया है कि उन्हें लगता है कि वे यहीं के हैं.....
Rajasthan 12th Board: दो दिन बाद समाप्त होंगे पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन, ऐसे भरें फॉर्म
राजस्थान बोर्ड कक्षा 12वीं रिजल्ट 2024: पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने की आखिरी तारीख 30 मई है। जो छात्र अपने अंक से असंतुष्ट हैं, वे आवेदन कर सकते हैं। आइए जानते हैं, कैसे करना है आवेदन। यहां देखें
कभी राजस्थान में हुई थी इस फेमस मूवी की शूटिंग, देखें वायरल वीडियो
राजस्थान के बीकानेर ज़िले में स्थित लक्ष्मी निवास पैलेस अपनी भव्यता से भर जाता है.यह आलीशान और लग्ज़री होटल है, जिसकी बनावट और महीन कारीगरी काफ़ी खास है.इस पैलेस को 1904 में महाराजा गंगा सिंह के लिए बनवाया गया था.......
फिल्म करण अर्जुन 1995 में रिलीज हुई थी। रिलीज के इतने साल बाद भी फिल्म करण अर्जुन का नशा लोगों के दिलों में इस कदर छाया हुआ है कि लोग इसे भूल नहीं पाते हैं। आज हम इस फिल्म से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातों के बारे में बात करेंगे......
पिछले कई महीनों से एक दर्जन सहित क्षेत्रीय भाषा और विदेशी फिल्मों की शूटिंग का हिस्सा रही जैसलमेर की धरती पर लाइट...एक्शन...कैमरे की आवाज नहीं गूंज रही है। एक साल में दर्जनों बॉलीवुड फिल्में......
रेत के टीलों से लेकर ऐतिहासिक स्मारकों तक, राजस्थान सभी फिल्म निर्माताओं को शूटिंग के लिए आकर्षित करता रहा है। जयपुर, जोधपुर जैसे शहरों की ऐतिहासिक विरासत से लेकर जैसलमेर, बाड़मेर जैसे जिलों के रेत के टीलों तक, यहां सब कुछ अनोखा है.....
जॉली एलएलबी की तीसरी किस्त में अक्षय कुमार और अरशद वारसी स्क्रीन शेयर करने जा रहे हैं। शूटिंग राजस्थान में चल रही थी और उन्होंने पहला शेड्यूल पूरा कर लिया है। हाल ही में, अभिनेताओं ने शूटिंग खत्म करते हुए एक मजेदार वीडियो साझा किया। कुछ ही देर में ये वायरल हो गया। दोनों को बड़ी मुस्कान के साथ बाइक चलाते देखा गया। अक्षय और अरशद ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया अक्षय और अरशद ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर वीडियो साझा किया और लिखा, “और यह एक शेड्यूल रैप है! जैसा कि आप देख सकते हैं कि दोनों जॉलीज़ ने राजस्थान में अच्छा समय बिताया। वीडियो में दोनों सड़क पर बाइक चला रहे हैं। अरशद की शर्ट खून से लथपथ है. हाल ही में, बड़ी संख्या में अक्षय के प्रशंसक उनकी फिल्म के सेट पर उन्हें आश्चर्यचकित करने और उनके साथ तस्वीरें लेने के लिए पहुंचे। अब सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में, राम सेतु अभिनेता को जॉली एलएलबी 3 के सेट पर उनका स्वागत करने आए लोगों के लिए तस्वीरें लेते और ऑटोग्राफ देते देखा जा सकता है। अक्षय पहले भी वीडियो शेयर कर चुके हैं इससे पहले, जॉली एलएलबी 3 के सेट से एक बिहाइंड द सीन वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया था जिसमें अक्षय शर्टलेस बैठे नजर आ रहे थे और उन्होंने सन बाथ का भी आनंद लिया था। वीडियो को इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए अक्षय के फैन पेज ने लिखा, @अक्षयकुमार #JollyLLB3 के सेट पर सन बाथ ले रहे हैं...अगर आप ठीक से सुनेंगे तो बजरंग बैन चल रहा है। बता दें, अक्षय कुमार ने इस महीने की शुरुआत में जॉली एलएलबी 3 की शूटिंग शुरू की थी, जब उन्होंने सेट से एक मजेदार वीडियो भी जारी किया था। वीडियो में अक्षय के साथ अरशद वारसी भी शामिल थे और दोनों काले कपड़े पहने नजर आ रहे थे। इसकी शुरुआत अक्षय द्वारा सभी को जगदीश त्यागी उर्फ जॉली बीए एलएलबी डुप्लिकेट से सावधान रहने की चेतावनी देने से हुई। इसके बाद, अरशद को खुद को असली जॉली के रूप में पेश करते देखा गया। जॉली एलएलबी की 3 किस्त आ रही है पहली जॉली एलएलबी फिल्म, जो 2013 में रिलीज हुई थी, जिसमें अरशद वारसी और सौरभ शुक्ला मुख्य भूमिका में थे। दूसरी ओर, फिल्म का सीक्वल 2017 में सिनेमाघरों में आया जिसमें अक्षय कुमार ने अरशद वारसी की जगह ली। उनके साथ हुमा कुरेशी भी उनकी प्रेमिका के रूप में शामिल हुईं। कथित तौर पर, तीसरी किस्त में, अक्षय कुमार और अरशद वारसी आमने-सामने होंगे, जबकि सौरभ शुक्ला जज के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे। हालांकि, अभी तक मेकर्स ने फिल्म की कहानी को लेकर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। View this post on Instagram A post shared by Akshay Kumar (@akshaykumar)
सलमान खान के घर फायरिंग मामला: मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांचवें आरोपी को राजस्थान से गिरफ्तार किया
सलमान खान के घर फायरिंग मामले में ताजा घटनाक्रम में मुंबई क्राइम ब्रांच ने मंगलवार को पांचवें आरोपी मोहम्मद चौधरी को राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है। इंडिया टीवी के अतुल सिंह की एक रिपोर्ट के अनुसार, मोहम्मद चौधरी ने दो शूटरों, सागर पाल और विक्की गुप्ता को पैसे देकर और रेकी करके भी मदद की। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, चौधरी को आज मुंबई लाया जा रहा है जहां उसे किला कोर्ट में पेश किया जाएगा और पांच दिन की हिरासत की मांग की जाएगी। इसे भी पढ़ें: Kareena Kapoor Khan ने Saif Ali Khan के बड़े बेटे इब्राहिम की नवीनतम तस्वीरों पर सबसे मनमोहक टिप्पणी की इससे पहले, अनुज थापन नाम के एक आरोपी ने पुलिस हिरासत में चादर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। बता दें, अनुज पर शूटरों को हथियार मुहैया कराने का आरोप है। थापन को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इससे पहले, बांद्रा में अभिनेता के आवास के बाहर गोलीबारी करने वाले दोनों शूटर विक्की गुप्ता और सागर पाल को गुजरात के भुज से हिरासत में लिया गया था। इसे भी पढ़ें: सलमान खान के घर के बाहर गोली चलाने के मामले में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य गिरफ्तार सलमान खान के घर फायरिंग मामले की जानकारी मुंबई क्राइम ब्रांच के मुताबिक, कथित तौर पर सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटरों के पास दो बंदूकें थीं और उन्हें 10 राउंड गोलियां चलाने का आदेश दिया गया था. 14 अप्रैल की सुबह, दो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और अभिनेता के आवास गैलेक्सी अपार्टमेंट के बाहर चार गोलियां चलाईं। घटना के बाद हमलावर तेजी से मौके से भाग गए। निगरानी फुटेज से पता चला कि दोनों संदिग्धों ने टोपी पहन रखी थी और बैकपैक ले रखा था। इस महीने की शुरुआत में मुंबई क्राइम ब्रांच ने गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी करने का अनुरोध किया था. अनमोल बिश्नोई ने घटना के कुछ घंटों बाद अपने फेसबुक प्रोफाइल के जरिए सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग की जिम्मेदारी ली थी। सलमान खान की नवीनतम सार्वजनिक उपस्थिति सलमान खान हाल ही में लंदन में थे जहां उन्होंने ब्रिटेन के ब्रेंट नॉर्थ निर्वाचन क्षेत्र से सांसद बैरी गार्डिनर से मुलाकात की। इंटरनेट पर कई तस्वीरें वायरल हुईं, जिनमें बैरी और सलमान दोनों वेम्बली स्टेडियम के अंदर नजर आ रहे हैं।
अपनी बायोपिक में Shahrukh Khan को काम करते देखना चाहता है ये मशहूर विदेशी क्रिकेटर,Rajasthan Royals टीम का है हिस्सा
भारत के राष्ट्रीय प्रसारक Doordarshan ने नए लोगो का अनावरण किया, जिसका रंग लाल से नारंगी हुआ
भारत सरकार के स्वामित्व वाले सार्वजनिक टेलीविजन प्रसारक दूरदर्शन ने अपने समाचार चैनल डीडी न्यूज का लोगो लाल से बदलकर भगवा कर दिया है। यह लोगो 16 अप्रैल, 2024 को लागू हुआ, जिसने पिछले लाल वाले को बदल दिया। अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पेजों के माध्यम से, डीडी न्यूज़ ने कहा कि उनके मूल्य वही रहेंगे और वे अब एक नए अवतार में उपलब्ध हैं। इसे भी पढ़ें: Barahi Devi Temple: बाराही देवी मंदिर में दर्शन मात्र से दूर होती है गंभीर बीमारियां, जानिए मंदिर से जुड़ी मान्यता पोस्ट में कहा गया एक ऐसी समाचार यात्रा के लिए तैयार हो जाइए जो पहले कभी नहीं देखी गई.. बिल्कुल नए डीडी न्यूज का अनुभव करें। हमारे पास यह कहने का साहस है: गति से अधिक सटीकता, दावों से अधिक तथ्य, सनसनीखेज से अधिक सत्य। क्योंकि अगर यह डीडी न्यूज पर है, तो यह सच है। दूरदर्शन का इतिहास दूरदर्शन ने 15 सितंबर, 1959 को सार्वजनिक सेवा प्रसारण में एक मामूली प्रयोग के साथ शुरुआत की। यह प्रयोग 1965 में एक सेवा बन गया जब दूरदर्शन नई दिल्ली और उसके आसपास के लिविंग रूम में टेलीविजन सेट तक पहुंच गया। 1975 तक सेवाओं को मुंबई, अमृतसर और सात अन्य शहरों तक बढ़ा दिया गया। 1 अप्रैल, 1976 को यह सूचना और प्रसारण मंत्रालय में एक अलग विभाग के अंतर्गत आ गया। 1982 में दूरदर्शन राष्ट्रीय प्रसारक बन गया। इसे भी पढ़ें: Rajasthan: पाली में बोले अमित शाह, हम भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा अर्थतंत्र बना देंगे, ये मोदी की गारंटी है 1982 में, दूरदर्शन का रंगीन संस्करण तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के स्वतंत्रता दिवस के भाषण के सीधे प्रसारण के साथ शुरू हुआ, इसके बाद दिल्ली में 1982 के एशियाई खेलों का रंगीन प्रसारण हुआ। वर्तमान में, दूरदर्शन 6 राष्ट्रीय चैनल और 17 क्षेत्रीय चैनल संचालित करता है। राष्ट्रीय चैनलों में डीडी नेशनल, डीडी इंडिया, डीडी किसान, डीडी स्पोर्ट्स, डीडी उर्दू और डीडी भारती शामिल हैं। दूसरी ओर, डीडी अरुणप्रभा, डीडी बांग्ला, डीडी बिहार, डीडी चंदना, डीडी गिरनार, डीडी मध्य प्रदेश, डीडी मलयालम, डीडी नॉर्थ ईस्ट, डीडी ओडिया, डीडी पोधिगई, डीडी पंजाबी, डीडी राजस्थान, डीडी सह्यगिरी, डीडी सप्तगिरी, डीडी उत्तर प्रदेश, डीडी यादगिरी और डीडी काशीर इसके क्षेत्रीय चैनल हैं। While our values remain the same, we are now available in a new avatar. Get ready for a news journey like never before.. Experience the all-new DD News! We have the courage to put: Accuracy over speed Facts over claims Truth over sensationalism Because if it is on DD News, it… pic.twitter.com/YH230pGBKs — DD News (@DDNewslive) April 16, 2024