भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार के 2 वर्ष: बामनवास विधानसभा क्षेत्र में योजनाओं का उत्सव
राजस्थान सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर बामनवास विधानसभा क्षेत्र के पिपलाई कस्बे में भव्य कार्यक्रम आयोजित, जिसमें सांसद सुखबीर सिंह जौनापुरिया ने विकास रथ का पूजन किया और आमजन को योजनाओं का लाभ, रोजगार, उद्योग एवं किसानों के लिए किए गए कार्यों की जानकारी दी।
नूंह में पिकअप गाड़ी से 4 गोवंश बरामद:पुलिस को देख गाड़ी छोड़ तस्कर फरार, राजस्थान ले जा रहा था
हरियाणा के नूंह जिले के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र अंतर्गत दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर नाकाबंदी कर पुलिस ने पिकअप गाड़ी से 4 गोवंश को मुक्त कराया है। इस दौरान आरोपी पुलिस को देखकर मौके से भागने में कामयाब हो गया। आरोपी तस्कर गोवंश को गोकशी के लिए राजस्थान लेकर जा रहा था। पुलिस ने नामजद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे पर नाकाबंदी जानकारी के मुताबिक फिरोजपुर झिरका पुलिस क्राइम गश्त के दौरान दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर मौजूद थी। इस दौरान पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि खलील उर्फ खल्ली के गोधौली गो तस्करी करता है। आरोपी अपनी पिकअप गाड़ी में गोवंश भरकर राजस्थान लेकर जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे पर गांव घाटा के समीप नाकाबंदी की। करीब 40 मिनट बाद आरोपी पिकअप गाड़ी को सोहना की तरफ से लाता हुआ दिखाई दिया। जिसे पुलिस ने रुकवाने का इशारा किया। पुलिस देख 100 मीटर पहले ही रुका पुलिस के मुताबिक आरोपी ने करीब 100 मीटर पहले ही अपनी गाड़ी को रोक दिया और दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से नीचे उतरकर खेतों की तरफ भागने लगा। पुलिस ने आरोपी का काफी पीछा किया,लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया। पिकअप गाड़ी की तलाशी लेने पर उसमें से चार गोवंश बरामद हुए, जिन्हें सुरक्षित गोशाला भेज दिया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार उसके ठिकाने पर दबिश दी जा रही है।
अरावली और राजस्थान संरक्षण का मुद्दा: करणी सेना ने पीएम से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक भेजा ज्ञापन
उदयपुर| राजस्थान की प्राचीनतम अरावली पर्वतमाला, ओरण भूमि और खेजड़ी वृक्षों के संरक्षण को लेकर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना ने सख्त रुख अपनाया है। संगठन के जिला अध्यक्ष अर्जुन सिंह चुंडावत गढ़पुरा ने बताया कि इस गंभीर पर्यावरणीय संकट को लेकर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री राजस्थान, कलेक्टर उदयपुर एवं सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली को ज्ञापन प्रेषित किया गया है। ज्ञापन में अरावली पर्वतमाला, ओरण भूमि और खेजड़ी वृक्षों के लगातार हो रहे विनाश पर तत्काल रोक लगाने तथा कठोर निर्णय लेने की मांग की गई है। राष्ट्रीय महामंत्री योगेंद्र सिंह कटार और जिला अध्यक्ष अर्जुन सिंह चुंडावत ने कहा कि मेवाड़ और संपूर्ण राजस्थान केवल भौगोलिक क्षेत्र नहीं, बल्कि पर्यावरणीय, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से देश की आत्मा हैं। करणी सेना ने बताया कि अरावली पर्वतमाला लगभग 692 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से दो-तिहाई हिस्सा राजस्थान में स्थित है। यह पर्वतमाला मरुस्थलीकरण को रोकने की प्राकृतिक दीवार है। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के आंकड़ों के अनुसार देश की केवल 8.7 प्रतिशत पहाड़ियां ही 100 मीटर से अधिक ऊंची हैं। यदि वर्तमान नीति लागू होती है तो राजस्थान की करीब 90 प्रतिशत पहाड़ियां खनन, रियल एस्टेट और औद्योगिक परियोजनाओं के लिए खुल जाएंगी। अंत में अर्जुन सिंह चुंडावत गढ़पुरा ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह लड़ाई केवल पहाड़ों की नहीं, बल्कि महाराणा प्रताप की धरती, भील सेना के बलिदान और पूरे राजस्थान के भविष्य की रक्षा की है। प्रकृति के साथ अन्याय अंततः समाज को ही भुगतना पड़ता है। ज्ञापन सौंपने के दौरान राष्ट्रीय महामंत्री योगेंद्र सिंह कटार, प्रदेश प्रवक्ता हेमेंद्र सिंह काछोला, प्रदेश महामंत्री भगवान सिंह राठौड़, संभाग अध्यक्ष लाल सिंह झाला सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
24 दिसंबर से राजस्थान टीम को अहमदाबाद में विजय हजारे वनडे ट्रॉफी में हिस्सा लेना है। इसके लिए टीम 21 दिसंबर की शाम को अहमदाबाद के लिए रवाना भी हो जाएगी। टीम चुनने के लिए 19 से 21 दिसंबर तक सिर्फ 3 दिन का ही कैम्प लगेगा। इस कैम्प के लिए 36 खिलाड़ियों का सलेक्शन किया गया है। हो सकता है अभी इसमें कुछ खिलाड़ी और भी जुड़ जाएं, जैसा कि आरसीए में प्रथा है। यहां सवाल यह उठता है कि अनिल सिन्हा की अध्यक्षता वाली सीनियर सलेक्शन कमेटी के पास ऐसी कौन-सी जादू की छड़ी है कि वह सिर्फ 3 दिन के कैम्प से ही राजस्थान की बेस्ट वनडे टीम चुन लेगी। क्यों नहीं पहले से ही उन खिलाड़ियों का कैम्प लगाया गया जो कि सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में नहीं खेल रहे थे। कैम्प के लिए जो 36 खिलाड़ी चुने गए हैं उनमें से 21 खिलाड़ी ऐसे हैं जो कि राजस्थान की सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टीम का हिस्सा नहीं थे। संभावितों में कई चौंकाने वाले नाम : इतना ही नहीं 36 खिलाड़ियों में कई ऐसे चौंकाने वाले नाम शामिल हैं जिनका कि न तो राजस्थान की स्टेट चैम्पियनशिप में, न चैलेंजर में ही कुछ खास प्रदर्शन था। फिर भी वे संभावितों में शामिल हो गए। जयपुर और नागौर से 5-5 खिलाड़ी कैम्प में टीम : अजय राज सिंह (अजमेर), मिलिंद पाटीदार (बांसवाड़ा), दीपक करवासरा (बाड़मेर), राहुल चाहर व आकाश सिंह (भरतपुर), यश कोठारी (भीलवाड़ा), नीलेश पुरोहित (बीकानेर), हेमंत कुमार (चूरू), राहुल खंडेलवाल (धौलपुर), दानिश भाम्बू (हनुमानगढ़), करण लाम्बा, अनिकेत चौधरी, अशोक शर्मा, मानेन्द्र सिंह, रामनिवास गोलाडा (सभी जयपुर), सलमान खान (झालावाड़), अमन सिंह शेखावत (झुंझुनूं), गणेश सुथार (जोधपुर), महिपाल लोमरोर, राममोहन चौहान, गणपत शर्मा, महेंद्र महेला, मोहित चांगरा (नागौर), नीलेश टांक (प्रतापगढ़), दीपक हुड्डा (प्रोफेशनल), आदित्य राठौड़ व रामेश्वर गायरी (राजसमंद), कमलेश पटेल व मुकुल चौधरी (सीकर), मानव सुथार, सुमित गोदारा, शिवा चौहान, अजय कूकना (श्रीगंगानगर), खलील अहमद (टोंक), समर्पित जोशी व विश्वजीत सिंह भाटी (उदयपुर)। जिलों को साधने की कोशिश इन संभावितों में चुने गए खिलाड़ियों पर नजर डाली जाए तो जिलों को साधने की कोशिश की गई है। जो जिले सबसे ज्यादा विरोध करते हैं उन जिलों के सबसे ज्यादा खिलाड़ी शामिल हैं। कुल मिलाकर 21 जिलों के खिलाड़ियों को इन संभावितों में शामिल किया गया है। तीन दिन के कैम्प से कैसे बेस्ट टीम सलेक्ट हो सकती है। जो फ्री थे उनका कैम्प तो 10-15 दिन पहले लगा सकते थे। फिटनेस भी पता चल जाती। जो टी20 के बेस्ट होते, उन्हें बाद में शामिल किया जा सकता था। अब ऐसा न हो कि अनफिट खिलाड़ी सलेक्ट हो जाएं। -विनोद माथुर, पूर्व चीफ सलेक्टर, आरसीए
जाली नोट सप्लाई मामले में जयपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के सहारणपुर में दबिश देकर जाली नोट छापने वाले सरगना गौरव पुंडीर को पकड़ लिया। पुलिस ने गौरव के घर की तलाशी ली तो चौंक गई। आरोपी ने घर में ही जाली नोट छापने का पूरा सेटअप लगा रखा था। उसके घर से कलर प्रिंटर, कागज के पैकेट, छापे गए नोटों की पेपर शीट, लेपटॉप मिले। पुलिस को सबसे ज्यादा वाटरमार्क देखकर हुआ, क्योंकि आम आदमी इसे देखकर ही नोट को असली समझ लेता है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 6,51,000 के जाली नोट भी जब्त किए है। पुलिस ने आरोपी को गुरुवार को स्थानीय कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर लिया और जयपुर रवाना हो गई। स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने बताया कि सरगना गौरव 3-4 माह से जाली नोट छाप रहा था। पूछताछ में बताया कि वह राजस्थान में करीब 20 लाख के जाली नोट सप्लाई कर चुका। ऐसे में कुछ अन्य जाली नोटों के तस्करों के नाम भी सामने आए। जिन्हें पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी। नोट घर में छापता, सप्लाई शहर के आउटर एरिया में देता था 4 दिन पहले पकड़े गोविंद को लेकर गई थी पुलिस, और नोट मांगे, सप्लाई देते ही दबोचा सीएसटी ने 4 दिन पहले चित्रकूट में दबिश देकर 2.90 लाख के जाली नोटों के साथ झालावाड़ निवासी गोविंद चौधरी व चित्रकूट निवासी देवेश फांडा को पकड़ा था। पूछताछ हुई तो सामने आया कि गोविंद जाली नोट यूपी के सहारणपुर से लेकर आता हैं, जिन्हें अलग-अलग जिलों में सप्लाई करता है। उसने आखिरी पैकेट नागौर भेजा है। ऐसे में सीएसटी ने नागौर पुलिस को सूचना दी तो 1 लाख के जाली नोटों के साथ 3 आरोपी वहां भी पकड़े गए। इसके बाद पुलिस गोविंद को लेकर सहारणपुर पहुंची। जहां पर नोट खरीदने का झांसा देकर मास्टरमाइंड गौरव को शहर के बाहर बुलाया और दबोच लिया। अब जयपुर लाने के बाद पूछताछ करेगी।
SIR से वोटर की भाग व क्रम संख्या बदली:24 घंटे में 46 दावे, 2 आपत्तियां, 28307 युवाओं ने किया आवेदन
राजस्थान में विशेष गहन पुनरीक्षण ( एसआईआर 2026) के पहले चरण (गणना चरण) के समापन के बाद सभी राजनैतिक दलों ने मिलकर 17 दिसंबर (3 PM) से 18 दिसंबर (3 PM) तक मतदाताओं के नाम जोड़ने और अयोग्य मतदाताओं का नाम हटाने के लिए 46 दावे और 2 आपत्तियां दर्ज की हैं। इसके अलावा 28307 युवाओं ने फार्म -6 एवं घोषणा पत्र भर कर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया हैं। गौरतलब है कि सभी राजनैतिक दलों द्वारा नामित 1 लाख से अधिक बूथ लेवल एजेंट्स भी एसआईआर में हिस्सा ले रहे हैं। उधर सीईओ नवीन महाजन ने नए और भावी मतदाताओं से रजिस्ट्रेशन की अपील भी जारी की है। गणना प्रपत्र में अलग-अलग सूचना प्रदेश में मतदान केंद्रों की संख्या 52469 थी जो अब पुनर्गठन के बाद 61404 हो गई है। मतदान केंद्रों के पुनर्गठन के बाद एसआईआर की प्रारूप मतदाता सूची में सभी मतदाताओं की भाग संख्या और क्रम संख्या बदल गई हैं और ये गणना प्रपत्र में उल्लेखित भाग और क्रम संख्याओं से मेल नहीं खाती हैं। नवीनतम भाग संख्या और क्रम संख्या जानने के लिए मतदाता अब अपने एपिक नंबर का उपयोग करते हुए ECINET एप या Voter Service Portal पर अपने विवरण देख सकते हैं। वोटर बनने के लिए अग्रिम आवेदन मान्य 1 जनवरी 2026 को 18 वर्ष या उससे अधिक आयु पूर्ण करने वाले भारतीय नागरिक, जो संबंधित विधानसभा क्षेत्र के सामान्य निवासी हों तथा किसी अन्य स्थान की मतदाता सूची में पंजीकृत न हों, ऐसे नए वोटर पंजीकरण के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, वे युवा नागरिक जो 1 अप्रैल, 1 जुलाई अथवा 1 अक्टूबर को 18 वर्ष की आयु पूर्ण करने वाले हैं, वे भी फॉर्म-6 के माध्यम से अग्रिम आवेदन कर कर सकते हैं। मोबाइल से लॉगिन कर आवेदन करें आवेदक ECINET App डाउनलोड कर मोबाइल नंबर एवं ओटीपी के माध्यम से पंजीकरण कर सकते हैं। इसके पश्चात Voter Services सेक्शन में जाकर Voter Registration विकल्प के अंतर्गत फॉर्म-6 एवं घोषणा-पत्र (Annexure-IV) भर सकते हैं। इसके अलावा, Voters Portal (https://voters.eci.gov.in ) पर जाकर मोबाइल नंबर से साइनअप कर New Voter Registration टैब के माध्यम से फॉर्म-6 एवं घोषणा-पत्र भरा जा सकता है। आवेदक अपने क्षेत्र के बीएलओ से फॉर्म-6 एवं घोषणा-पत्र प्राप्त कर उसे भरकर जमा कर सकते हैं। यह फॉर्म https://election.rajasthan.gov.in/से भी डाउनलोड किया जा सकता है। मतदाता पंजीकरण से संबंधित किसी भी जानकारी या सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 1950 पर संपर्क किया जा सकता है।
राजस्थान आवासन मंडल में नव-नियुक्त लगभग 100 से अधिक अभियंताओं को आधुनिक एवं व्यावहारिक अभियांत्रिक प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन 18-19 दिसम्बर को राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (RIC) में किया जा रहा है। इस कार्यशाला का शुभारंभ गुरुवार को 10 बजे RIC सभागृह में नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा द्वारा किया गया। कार्यशाला का आयोजन RAJREDCO द्वारा भारत सरकार के आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के उपक्रम BMTPC के तकनीकी सहयोग से किया जा रहा है। सुरक्षित, टिकाऊ और किफायती आवास पर ध्यान देंउद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि तेजी से बदलते शहरी परिदृश्य में अभियंताओं की भूमिका केवल निर्माण तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें सुरक्षित, टिकाऊ, ऊर्जा-दक्ष एवं किफायती आवास की अवधारणाओं को व्यवहार में उतारना होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम अभियंताओं को नवीन तकनीकों से जोड़ने के साथ-साथ परियोजनाओं की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने में सहायक सिद्ध होंगे। राजस्थान सरकार द्वारा आवासन मंडल के माध्यम से विभिन्न आय वर्ग के लिए आवास प्रदान के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर राजस्थान आवासन मंडल के अध्यक्ष, प्रमुख शासन सचिव, नगरीय विकास विभाग देवाशीष पृष्ठी तथा आवासन आयुक्त डॉ. रश्मि शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए प्रशिक्षण को संगठनात्मक क्षमता निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। तकनीकी सत्रों से अभियंताओं को मिलेगी राष्ट्रीय स्तर की जानकारीकार्यशाला के दौरान BMTPC के विशेषज्ञों द्वारा आधुनिक भवन निर्माण सामग्री, नवीन निर्माण तकनीक, लागत प्रभावी समाधान एवं पर्यावरण अनुकूल प्रथाओं पर तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिससे अभियंताओं को राष्ट्रीय स्तर की सर्वोत्तम तकनीकी जानकारी प्राप्त होगी। कार्यक्रम में मंडल के उप सचिव डॉ अशोक कुमार, मुख्य अभियंता अमित अग्रवाल, टीएस मीणा, प्रतीक श्रीवास्तव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, तकनीकी विशेषज्ञ एवं नव-नियुक्त अभियंता उपस्थित रहे।
चित्तौड़गढ़ में 20 से 22 दिसंबर तक गंगौर गार्डन में आयोजित होने वाला स्वयंसिद्धा 2025 महोत्सव स्वदेशी उत्पादों, महिला उद्यमिता और राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत का भव्य उत्सव होगा। तीन दिवसीय आयोजन में एमएसएमई स्टॉल, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और दिव्य कृष्ण संध्या शामिल रहेंगी।
दो वर्षों में बदला राजस्थान का युवा परिदृश्य: नव उत्थान, नई पहचान के साथ आगे बढ़ता प्रदेश
राजस्थान सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर युवाओं के लिए रोजगार, कौशल विकास, उद्यमिता और खेल के क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धियां सामने आई हैं। 92 हजार सरकारी नौकरियां, 3.32 लाख युवाओं को प्रशिक्षण, 658 स्टार्टअप्स को फंडिंग और 4.13 लाख युवाओं को बेरोजगारी सहायता ने प्रदेश को नव उत्थान की राह पर अग्रसर किया है।
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो (CBN) की मध्य प्रदेश इकाई ने मंदसौर जिले में बुधवार देर रात बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने ढोढर टोल प्लाजा के पास घेराबंदी कर 12.0055 किलोग्राम अवैध मेफेड्रोन (एमडी) जब्त की है। मौके से एक मारुति स्विफ्ट कार भी जब्त की गई है और एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी में से एक है। सीबीएन को गुप्त सूचना मिली थी कि एक मारुति स्विफ्ट कार राजस्थान के प्रतापगढ़ क्षेत्र से अवैध मादक पदार्थ लेकर निकली है। यह कार मंदसौर-रतलाम हाईवे के रास्ते गुजरात की ओर जा रही थी। तस्कर इस खेप को गुजरात में सप्लाई करने की फिराक में थे। चित्तौड़गढ़ पासिंग कार थी, 10 पैकेट में मिली ड्रग्स सूचना मिलते ही सीबीएन की एमपी यूनिट ने एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने संदिग्ध मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी। देर रात चित्तौड़गढ़ पासिंग एक मारुति स्विफ्ट कार की पहचान हुई, जिसे ढोढर टोल प्लाजा के नजदीक रोक लिया गया। जब वाहन की गहन तलाशी ली गई, तो उसमें 10 पैकेटों में छिपाकर रखी गई कुल 12.0055 किलोग्राम अवैध मेफेड्रोन बरामद हुई। NDPS एक्ट में केस दर्ज, नेटवर्क खंगाल रही टीम मौके से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। विधिक औपचारिकताओं के बाद टीम ने मादक पदार्थ और वाहन को अपने कब्जे में ले लिया। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ स्वापक औषधि एवं मनःप्रभावी पदार्थ अधिनियम, 1985 (एनडीपीएस एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में तस्करी नेटवर्क से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच जारी है। नशे के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रतिबद्ध केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो ने दोहराया है कि विभाग मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। समाज, विशेषकर युवाओं को नशे की प्रवृत्ति से सुरक्षित रखने के लिए विभाग द्वारा निरंतर ऐसे प्रयास जारी रखे जाएंगे।
राजस्थान में राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में गुरुवार को जालोर शहर में जिला प्रशासन, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल एवं वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में पर्यावरण जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। रैली को आहोर रोड स्थित पीएम श्री स्कूल परिसर से विधानसभा मुख्य सचेतक व जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग व जिला कलेक्टर डॉ. प्रदीप के. गवांडे एवं डीएफओ जयदेव सिंह चारण ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली पीएम श्री स्कूल से रवाना होकर जिला कलेक्ट्रेट, अस्पताल चौराहा, हरिदेव जोशी सर्किल होते हुए पुनः स्कूल परिसर में सम्पन्न हुई। रैली के दौरान छात्र-छात्राएं पेड़ लगाओ, हरियाली बचाओ एवं पर्यावरण बचाओ जैसे नारों के माध्यम से आमजन को पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते नजर आए। इस सभी छात्र-छात्राएं हाथ में तख्तियां लेकर चल रहे थे। इस दौरान गुरुवार को जिले के रंगाला कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में शहर के विभिन्न सरकारी एवं निजी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के साथ नर्सिंग छात्राएं,शिक्षक एवं विभागीय अधिकारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। रैली ने शहर वासियों को स्वच्छ वातावरण, वृक्षारोपण एवं प्रदूषण नियंत्रण के प्रति जागरूक किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय वन अधिकारी भागीरथ सिंह, जब्बरसिंह, ईश्वरसिंह सहित अनेक शिक्षक, वन विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
हाल ही में मैंने प्रसिद्ध शिक्षक डॉ. विकास दिव्यकीर्ति का एक वीडियो देखा, वे एक गरीब परिवार की आप बीती साझा कर रहे थे। एक 30 वर्षीय युवक को कैंसर हो गया, वह 6 महीने और जी सकता था, लेकिन इलाज बहुत महंगा था। परिवार एक कठोर और दिल दहलाने वाला निर्णयलेता है - इलाज न करवाने का। उनका तर्क था,‘अगर हम इलाज करवाते हैं, तो कर्ज के बोझ तले पूरा परिवार मर'' जाएगा, इसलिए हमने उसे ही मरने दिया।' यह केवल एक कहानी नहीं, बल्कि उस आर्थिक क्रूरता का दस्तावेज हैं, जिससे भारत का गरीब औरमध्यम वर्ग जूझ रहा है। इसके लिए मैंने मुख्यमंत्री बनने के पहले दिन से काम शुरू किया। 1998 में जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना, तो संकल्प लिया कि राजस्थान में कोई भी व्यक्ति पैसे के अभाव में इलाज से वंचित न रहे। उस समय बीपीएल परिवारों के लिए 'मुख्यमंत्री बीपीएल जीवन रक्षा कोष' शुरू किया। 2003 में सरकार बदलने से यह विजन रुक गया। 2008 में फिर से इस योजना का दायराबढ़ाया। इसमें बीपीएल, वृद्धजन, दिव्यांग, विधवाऔर 11 श्रेणियों के जरूरतमंदों का सरकारीअस्पतालों में इलाज निशुल्क किया। 2011 में 'मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना' और 2013 में 'निशुल्क जांच योजना' शुरू की। डब्ल्यूएचओ ने भी इस मॉडल को सराहा। 2018 मेंहमने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। 2020 में राजस्थान में शानदार कोविड मैनेजमेंट हुआ, भीलवाड़ा मॉडल की चर्चा देश-दुनिया में हुई। इसी दौरान यूनिवर्सल हेल्थ केयर के लिए सरकारी व निजी दोनों क्षेत्रों में काम शुरू किया। तब सरकारी अस्पतालों में इलाज को कैशलेस'' नहीं, बल्कि पूरी तरह बिल-मुक्त'' कर दिया।'' मुख्यमंत्री निशुल्कनिरोगी राजस्थान योजना'' के तहत ओपीडी वआईपीडी सेवाएं पूरी तरह फ्री की गईं। निजी अस्पतालों के दरवाजे भी गरीबों के लिए खोले। चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रु तक का बीमा कवर दिया। जिसमें कैंसर तक के इलाज की सुविधा है। सरकारी कर्मचारियों के लिएआरजीएचएस योजना लाई गई। कई एजेंसियों के सर्वे के अनुसार भारत में महंगे इलाज के कारण हर साल करीब 3.9 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे चले जाते हैं और परिवार अपनी सालाना आय का 20% हिस्सा चिकित्सा पर खर्च करते हैं। लगातार सुधारों के चलते 50 लाख से अधिक लोगों ने चिरंजीवी में अस्पताल में भर्ती होकर अपना मुफ्त इलाज करवाया। ये वो 50 लाख परिवार हैं, जो शायद इलाज के खर्च से कर्ज में डूब जाते या उस बेबसी'' का शिकार होते जिसका जिक्र विकास दिव्यकीर्ति ने किया। 2018-19 में राजस्थान में कुल स्वास्थ्य खर्च का लगभग 44.9% हिस्सा मरीज को अपनी जेब से देना पड़ता था। 2021-22 में यह घटकर 37.1% रह गया। 2018 से 2023 के बीच राज्य में एक नई मेडिकल यूनिवर्सिटी व कुल 30 जिलों में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत या शुरू किए। आईपीडी टावर जैसा विश्वस्तरीय प्रोजेक्ट शुरू किया, इंस्टीट्यूट ऑफकार्डियोलॉजी, इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज औरवायरोलॉजी लैब की स्थापना की ताकि गंभीर रोगों केलिए लोगों को दिल्ली-मुंबई न भागना पड़े। चिरंजीवी बीमा योजना सरकारी व निजी दोनों अस्पतालों में लागू थी, जिसका फायदा सरकारी अस्पतालों को आर्थिक लाभ के रूप में भी मिला। सरकारी अस्पतालों ने इस योजना के माध्यम सेबीमा कंपनियों से क्लेम लेना शुरू किया, जिससे उनकी आर्थिक सेहत बेहतर हो गई। वर्ष 1999 में प्रदेश का स्वास्थ्य बजट महज 600 करोड़ रुपए(अनुमानित) के आसपास था, जो 2023 मेंबढ़कर 20,000 करोड़ रुपए से अधिक हो गया। इन सभी कामों को एक साथ संस्थागत रूप देने केलिए हम राइट टू हेल्थ'' कानून लाए, ताकि इलाजकानूनी अधिकार बने। दुर्भाग्यवश वर्तमान सरकार नेइस कानून को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। केन्द्र सरकार को भी आयुष्मान भारत योजना का दायरा बढ़ाकर इसे सभी के लिए लागू करना चाहिए। राजस्थान में 100 में से 88 परिवारों केपास स्वास्थ्य सुरक्षा है, यूपी-बिहार मेंयह संख्या 15-20 है, वहीं राष्ट्रीय औसतभी 41 परिवारों का है। यह राजस्थान में यूनिवर्सल हेल्थ केयर'' की सफलता का सबसे बड़ा सबूत है।
पटवारी सीधी भर्ती परीक्षा 2025 में पास हुए कैंडिडेट्स के लिए पात्रता जांच और डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन की डेट 22 दिसंबर तक बढ़ा दी है। राजस्व मंडल प्रशासन ने गैर-मौजूद रहे उम्मीदवारों को लास्ट मौका दिया है। 3705 पदों पर भर्ती के लिए 7410 कैंडिडेट्स को बुलाया था और अब तक करीब साढे़ छह हजार कैंडिडेट्स की पात्रता जांच और डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन हुआ है। राजस्व बोर्ड के उप निबंधक (भू अभिलेख) रवींद्र कुमार ने बताया कि इसके बाद 17 दिसंबर तक कैंडिडेट्स को मौका दिया गया। अब ये डेट बढ़ाकर 22 दिसंबर कर दी गई है। ऐसे में शेष रहे उम्मीदवार उपस्थित हो सकते हैं। इसके लिए समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रखा गया है। बता दें कि पटवारी प्रतियोगी परीक्षा-2025 के अस्थायी रूप से चयनित उम्मीदवारों का डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन और पात्रता जांच अजमेर के राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में 8 दिसंबर को शुरू किया गया था। इसके लिए 41 टीमों का गठन किया गया है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर ने इस परीक्षा का आयोजन 17 अगस्त 2025 को किया था, और परिणाम 3 दिसंबर 2025 को घोषित किया गया था। ये हैं दिशा-निर्देश पटवार भर्ती परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को अंतिम सलेक्शन के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की वेबसाइट www.rssb.rajasthan.gov.in से डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म सह स्क्रूटनी फॉर्म डाउनलोड करना होगा। इस फॉर्म की दो अलग-अलग कॉपियां भरकर लानी होंगी। ध्यान दें, फोटोकॉपी स्वीकार नहीं की जाएगी। नीचे दी गई है दस्तावेजों की पूरी सूची, जो जांच के समय साथ लाने होंगे: 1. शुल्क से संबंधित डॉक्यूमेंट 2. शैक्षणिक और कंप्यूटर योग्यता 3. जन्मतिथि का सत्यापन 4. मूल निवास प्रमाणपत्र 5. जाति/आरक्षण संबंधित प्रमाणपत्र 6. विधवा महिलाओं के लिए 7. तलाकशुदा महिलाओं के लिए 8. दिव्यांगजनों के लिए सक्षम चिकित्सा प्राधिकारी या मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी 40% या उससे अधिक दिव्यांगता प्रमाणपत्र की कॉपी। 9. उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए भर्ती विज्ञापन के अनुसार सक्षम स्तर के प्रमाणपत्रों की प्रतियां (आवेदन की अंतिम तिथि से पहले जारी होने चाहिए)। 10. भूतपूर्व सैनिकों के लिए सेवा निवृत्ति आदेश, डिस्चार्ज डायरी या एनओसी की प्रति। स्व-घोषणा पत्र या वचनबद्धता। 11. चरित्र प्रमाणपत्र 12. हस्तलिपि प्रपत्र बोर्ड की वेबसाइट पर उपलब्ध रिक्त प्रारूप की दो प्रतियां (दस्तावेज जांच के दौरान भरवाई जाएंगी)। 13. अन्य आवश्यक दस्तावेज
लुधियाना में नहर से मेडिकल छात्र का शव बरामद:4 दिन से लापता था, मृतक राजस्थान का रहने वाला
लुधियाना के साउथ सिटी इलाके में स्थित नहर से चार दिन से लापता एक मेडिकल छात्र का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान राजस्थान के बीकानेर निवासी अनुग्रह मारकर (21) के रूप में हुई है जो लुधियाना के सीएमसी (CMC) कॉलेज में बी.डी.एस. सेकेंड ईयर का छात्र था। परिजनों के अनुसार 13 दिसंबर को सीएमसी अस्पताल के हॉस्टल से मृतक के पिता शैलेश मारकर को फोन कर बताया गया कि उनका बेटा पिछले तीन घंटे से हॉस्टल से लापता है और अब तक वापस नहीं लौटा है। सूचना मिलने के बाद परिजन अगली सुबह राजस्थान से लुधियाना के लिए रवाना हुए। कॉलेज-पुलिस प्रशासन पर आरोप मृतक के पिता ने बताया कि घटना से एक रात पहले उनकी बेटे से फोन पर बात हुई थी उस दौरान उसने किसी भी तरह की परेशानी या तनाव की कोई बात नहीं बताई थी। परिवार ने अपने स्तर पर छात्र की तलाश शुरू की लेकिन आरोप है कि इस दौरान पुलिस और सीएमसी कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई ठोस मदद नहीं की गई। परिजनों को बीते कल सूचना मिली कि साउथ सिटी नहर शिवालिक पेट्रोल पंप के सामने एक युवक का शव मिला है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नहर से बाहर निकालकर कब्जे में लिया।मृतक के पिता ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब उन्होंने अपने बेटे का शव देखा तो गले पर निशान मौजूद थे जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि अनुग्रह की हत्या कर शव को नहर में फेंका गया है। परिवार ने निष्पक्ष जांच की मांग की परिजनों ने दोस्तों से पूछताछ की तो पता चला कि 13 दिसंबर की रात करीब 8 बजे अनुग्रह को एक चर्च के पास देखा गया था। परिवार ने इस पूरे मामले में निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यह सिर्फ हादसा नहीं बल्कि सोची समझी साजिश के तहत की गई हत्या हो सकती है जिसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए। वहीं पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट खुलासा हो पाएगा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार आज शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच किए जाने का आश्वासन दिया गया है।
समर्थन मूल्य (एमएसपी) किसानों को उनकी उपज का सही दाम दिलाने की सरकारी गारंटी है, लेकिन राजस्थान में यही व्यवस्था सरकार और किसान दोनों के लिए नुकसान का सौदा बन रही है। भास्कर की 20 दिन की ग्राउंड इन्वेस्टिगेशन में सामने आया कि गुजरात की मंडियों में पहले ही बिक चुकी मूंगफली को व्यापारी और दलाल 55 से 60 रुपए किलो में दोबारा खरीद राजस्थान के एमएसपी केंद्रों पर 72.63 रुपए किलो में सरकार को बेच रहे हैं। जालोर जिले के सांचौर और रानीवाड़ा क्षेत्र के एमएसपी केंद्रों पर हो रही तुलाई में 60 प्रतिशत मूंगफली न यहां के खेतों में पैदा हुई और न स्थानीय किसानों की है। यह गुजरात की नेनावा मंडी से आ रही है। लेकिन, कागजों में सब कुछ सही दिखा रहे हैं। फर्जी गिरदावरी, किसानों के नाम पर पंजीयन और एमएसपी केंद्रों के कर्मचारियों की मिलीभगत से इसे खपा रहे हैं।भास्कर टीम ने एक ट्रैक्टर की 24 घंटे रैकी भी की। इस खेल में पटवारी से एमएसपी केंद्रों के कर्मचारी तक शामिल हैं। गिरदावरी में बिना फसल वाले खेतों में मूंगफली दर्ज कर दी जाती है। उसी आधार पर पंजीयन होता है। भुगतान किसानों के खातों में जाता है और बाद में व्यापारी वह पैसा उनसे ले लेते हैं। सबसे बड़ा संकेत यह है कि जिस इलाके में आमतौर पर आरजी-37 किस्म की मूंगफली होती है, वहां एमएसपी केंद्रों पर आरजी-20 किस्म की तुलाई हो रही है। यानी मूंगफली न खेत की है, न किसान की। यह सिर्फ घोटाला नहीं, बल्कि किसानों के नाम पर एमएसपी सिस्टम का हाईजैक है। 1 ट्रैक्टर पर 42 हजार का सीधा फायदा बाजार में मूंगफली 55 से 60 रु. किलो है। एमएसपी पर 72.63 रु. में ले रहे हैं। एक ट्रैक्टर (औसतन 35 क्विंटल) पर 42 हजार का फायदा। रोज 40-50 ट्रैक्टर पहुंचे तो सीजन में आंकड़ा करोड़ों में जा सकता है। आरजी-20 की पैदावार तो बीकानेर क्षेत्र में होती है : रानीवाड़ा और सांचौर क्षेत्र में आरजी-37 किस्म की मूंगफली होती है। बावजूद एमएसपी केंद्रों पर आरजी-20 की तुलाई हो रही है। जो बीकानेर क्षेत्र में होती है और बड़ी मात्रा में गुजरात की नेनावा मंडी पहुंचती है। एमएसपी केंद्र पर मेहराराम को रिश्वत नहीं दी तो 3 दिन बाद आएगा तुलाई का नंबर भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि एमएसपी केंद्रों पर तुलाई पूरी तरह सिस्टम के भरोसे नहीं, बल्कि रिश्वत के भरोसे चल रही है। जल्दी नंबर चाहिए तो पैसा। फर्जी माल की तुलाई करवानी है तो पैसा। पैसा नहीं दिया तो 2-3 दिन तक नंबर नहीं। सांचौर एमएसपी केंद्र पर कर्मचारी मेहराराम को तुलाई के दौरान रिश्वत लेते हुए भास्कर ने कैमरे में कैद किया।
राजस्थान में डायल-112 की 1000 गाड़ियां चलाने वाली जीवीके ईएमआरआई ग्रीन हेल्थ सर्विसेस को छत्तीसगढ़ का भी काम सौंपा जा रहा है। लेकिन यहां अफसरों की मिलीभगत से कंपनी दोगुने रेट में काम करने जा रही है। इससे राजस्थान की तुलना में पांच साल में करीब 150 करोड़ रुपए अधिक छत्तीसगढ़ सरकार देगी। राजस्थान में मिले ठेके के मुताबिक गाड़ी, तीन ड्राइवर, डीजल, मरम्मत और वाहन में कुछ इक्यूपमेंट लगाने का काम कंपनी को मिला है। पहले 500 वाहन के लिए कंपनी को एक गाड़ी पर 66 हजार रुपए महीने दिए जा रहे हैं। छह महीने बाद दूसरे 500 गाड़ियों का ठेका 90 हजार रुपए प्रति वाहन पर दिया गया। जबकि छत्तीसगढ़ में इसका उल्टा है। यहां गाड़ी सरकार दे रही है। केवल तीन ड्राइवर, डीजल, मरम्मत और इक्यूपमेंट लगाने के लिए यहां एक वाहन पर सवा लाख रुपए देने का वर्क आर्डर एक-दो दिन में पुलिस मुख्यालय जारी करने वाला है। जीवीके को राजस्थान में एक हजार वाहन के लिए हर साल 94 करोड़ रुपए दिए जाते हैं और छत्तीसगढ़ में 400 वाहन पर ही 62 करोड़ रुपए का भुगतान होगा। अब सवाल यह है कि एक ही कंपनी को एक जैसा काम देने में दोगुना कीमत छत्तीसगढ़ सरकार क्यों देने जा रही है। सी-डैक को सौंप दिया आईटी का काम:राजस्थान में आईटी का काम पुलिस विभाग ही देखता है। पुलिस के आरक्षकों की ड्यूटी कॉल सेंटर में लगाई जाती है। साफ्टवेयर का काम डीओआईटी करता है। छत्तीसगढ़ में यह काम सी-डैक को 115 करोड़ रुपए में सीधे नॉमिनेशन बेस पर दे दिया गया। जबकि सी-डैक ऐसे कामों के लिए सिर्फ साफ्टवेयर देती है। दो भागों में बंट गई व्यवस्था :डायल -112 का 2018 में टाटा और एबीपी प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था। इसका अनुबंध अगस्त 2023 में खत्म हो गया। 12 जून 2023 को टेंडर निकाला गया, जिसकी अंतिम तिथि 12 जुलाई 2023 रखी गई। इसके बाद तिथि को चार बार बढ़ाया गया। अंत में टेंडर निरस्त कर दिया गया। 14 मार्च 2024 को भाजपा सरकार ने फिर टेंडर निकाला और काम जेएडएचएल को देने की तैयारी थी। दैनिक भास्कर ने बताया कि इस कंपनी पर सीबीआई की जांच चल रही है। इसके बाद टेंडर निरस्त कर दिया गया। बाद में टेंडर के दो टुकड़े कर दिए गए। आईटी का काम सी-डैक को सीधे नॉमिनेशन पर दे दिया गया और वाहन के लिए गृह विभाग ने टेंडर निकाला। दो कंपनी में ही निकल गया टेंडरगृह विभाग ने जेम पर 400 वाहनों के लिए 3 अक्टूबर 2025 को टेंडर निकाला था। इसमें सात कंपनियों ने टेंडर में पार्टिसिपेट किया। ईएमआरआई, डेनेब एंड पॉलेक्स टूर एंड ट्रेवल लिमिटेड, सम्मान फाउंडेशन, कम्युनिटी एक्शन थ्रू मोटिवेशन प्रोग्राम (कैम्प), विजन प्लस, जय अंबे प्राइवेट लिमिटेड और एबीपी। पांच कंपनियों को बाहर करते हुए सिर्फ ईएमआरआई और डेनेब को टेंडर के लिए सलेक्ट किया गया। भंडार क्रय नियम काे ताक पर रखते हुए दो कंपनी होने के बावजूद टेंडर खोल दिया गया। डेनेब ने ईएमआरआई से 30 करोड़ रुपए अधिक प्राइज रखा था। ऐसे में सीधे ईएमआरआई को पांच साल के लिए 310 करोड़ में काम देने की अनुमति वित्त विभाग ने दे दी। इस नियम में फंस गईं 5 दावेदार कंपनियांटेंडर की अंतिम तिथि 23 अक्टूबर तय थी और इसमें फाइनेंशियल 2024-25 की ऑडिट रिपोर्ट मांगी गई थी। ऑडिट करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर भारत सरकार ने तय कर रखी थी। 99 प्रतिशत कंपनियां पहले से अपना ऑडिट नहीं करवाती हैं, क्योंकि वे आखिरी दिन तक का बैलेंस शीट तैयार करना चाहती हैं। ऑडिट करवाने में भी दो सप्ताह लग जाते हैं। ऐसे टेंडर आने के बाद इस नियम में कई कंपनियां फंस गईं। यही वजह है कि सिर्फ दो कंपनियां ही पार्टिसिपेट कर पाईं। जबकि इस नियम को लेकर कुछ कंपनियों ने शिकायत भी पुलिस मुख्यालय में की थी। डीजीपी के पास पहुंची फाइल: वित्त से अनुमति मिलने के बाद गृह विभाग ने भी नियमानुसार कार्रवाई करने के लिए डीजीपी को फाइल भेज दी है। अब एक-दो दिन में वाहन संचालन का काम जीवीके को पुलिस मुख्यालय सौंप सकता है। हालांकि इस मामले की शिकायत विधायक सुशांत शुक्ला ने मुख्य सचिव से की है। उनका आरोप है कि ईएमआरआई को काम देने के लिए टेंडर की शर्तें भी इस तरह बनाई गई थीं कि अधिक कंपनियां पार्टिसिपेट ही न कर पाएं। हर महीने निर्धारित रेट के हिसाब से हो रहा पेमेंटजीवीके कंपनी को डायल-112 का काम दिया गया है। अभी राज्य में एक हजार गाड़ियों का ठेका जीवीके के पास है। कंपनी गाड़ी, तीन ड्राइवर और मरम्मत का काम खुद करवाती है। उसे सरकार हर महीने तय रेट के हिसाब से भुगतान करती है। प्रेमदन, नोडल ऑफिसर, डायल-112 राजस्थान राजस्थान में दो रेट- 66 और 90 हजार दिए जा रहेराजस्थान में दो बार टेंडर हुए। पहले 500 गाड़ियों के लिए प्रति वाहन 66 हजार रुपए प्लस जीएसटी रेट तय किया गया है। बाकी 500 वाहन 90 हजार रुपए प्लस जीएसटी पर वर्क आर्डर मिला है। 2500 किमी से अधिक चलने पर डीजल का रेट अलग से दिया जाता है। -भानू सोनी, पीआरओ, जीवीके, राजस्थान
नेशनल जूनियर वॉलीबॉल शुरू, राजस्थान दोनों वर्गों में जीता
राष्ट्रीय जूनियर वॉलीबॉल चैम्पियनशिप का आगाज बुधवार को पिलानी, झुंझुनूं में हुआ। पहले दिन राजस्थान ने दोनों वर्गों में जीत के साथ शुरुआत की। बॉयज कैटेगरी में राजस्थान ने तेलंगाना को 3-0 से और गर्ल्स कैटेगरी में राजस्थान ने असम को 3-0 से पराजित किया। वीएफआई के अध्यक्ष विरेन्द्र कंवर और महासचिव रामानंद चौधरी ने उद्घाटन किया। बालक वर्ग में 29 और बालिका वर्ग में 26 राज्यों की टीमें हिस्सा ले रही हैं।
संतोष ट्रॉफी : राजस्थान 6, दमन-दीव 0
पिंकसिटी के विद्याधर नगर स्टेडियम में बुधवार को संतोष ट्रॉफी नेशनल फुटबॉल चैम्पियनशिप का आगाज हुआ। आई ग्रुप के दो मैच खेले गए। उद्घाटन मैच में राजस्थान आधा दर्जन गोल से जीत दर्ज करने में सफल रही। राजस्थान ने दमन-दीव को 6-0 से हराया। दूसरे मैच में गुजरात ने महाराष्ट्र को 3-0 से पराजित किया। राजस्थान के लिए मुकेश ने 2, नीरज, अमित और मिलन ने किए। एक आत्मघाती गोल दमन-दीव ने खुद किया। मध्यांतर तक राजस्थान की टीम 2-0 से आगे थी। राजस्थान के मुकेश की बाईसिकिल किक बेस्ट गोल दूसरे हाफ में राजस्थान के मुकेश के द्वारा 62वें मिनट में बाईसिकिल किक से किया गया गोल मैच का बेस्ट गोल रहा। राजस्थान ने मैच में पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा। अधिकतर समय राजस्थान के खिलाड़ी दमन-दीव के हाफ में ही खेलते नजर आए। एक-दो बार ही दमन-दीव के खिलाड़ी राजस्थान गोलमुख पर हमला करने में सफल रहे लेकिन गोल करने में सफल नहीं हो सके। मुकेश मैन ऑफ द मैच रहे। उद्घाटन मैच के मुख्य अतिथि के रूप मे अंद्रेस गेएंदर (जनरल मैनेजर - आर एस इंडिया ), के. के. टाक (राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब ) और संजय पाराशर जी (अध्यक्ष महर्षि अरविंद शिक्षा संस्थान) रहे। यह जानकारी राजस्थान फुटबॉल संघ के सचिव दिलीप सिंह शेखावत ने दी।
अन्वी की उम्र 13 साल, जीत ली राजस्थान सीनियर स्टेट बैडमिंटन चैम्पियनशिप
जयपुर की अन्वी राठौड़। उम्र है मात्र 13 साल। लेकिन उपलब्धि बड़ी हासिल की है। अन्वी ने राजस्थान सीनियर स्टेट बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीत ली। यह चैम्पियनशिप 10 से 14 दिसंबर तक राजसमंद में आयोजित की गई थी। सीनियर खिलाड़ियों के खिलाफ खेलते हुए अन्वी ने पूरे टूर्नामेंट में अद्भुत संयम, कौशल और आत्मविश्वास का प्रदर्शन किया। फाइनल मुकाबले में उन्होंने स्नेहा लांबा को कड़े संघर्ष में 21–10, 24–26, 21–3 से पराजित किया। दूसरा गेम बेहद करीबी मुकाबले में गंवाने के बाद अन्वी ने निर्णायक गेम में जबरदस्त वापसी करते हुए एकतरफा जीत दर्ज की। अन्वी जगतपुरा की एस.एम. बैडमिंटन एकेडमी में कोचिंग लेती हैं। अन्वी की यह जीत पूरे प्रदेश के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनी है। इस स्वर्ण पदक के साथ अन्वी ने अपने खेल करियर में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है और भविष्य में उनसे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बड़ी उपलब्धियों की उम्मीद की जा रही है।
अंडर-19 : राजस्थान को 391 रन की बढ़त
केएल सैनी स्टेडियम पर खेले जा रहे अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी के मैच के दूसरे दिन राजस्थान ने जम्मू-कश्मीर के खिलाफ कुल 391 रन की बढ़त बना ली है। दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक राजस्थान ने अपनी दूसरी पारी में 6 विकेट पर 249 रन बना लिए थे। आदित्य सैनी ने 86 और रजत बघेल ने 73 रन की पारी खेली। राजस्थान ने पहली पारी में 207 रन बनाए थे जवाब में जम्मू-कश्मीर की टीम 65 रन ही बना सकी थी। इस तरह राजस्थान को पहली पारी में 142 रन की बढ़त मिली थी।
सीहोर में तेज रफ्तार ट्राला पलटा, राजस्थान के चालक की मौत
सीहोर। मध्यप्रदेश के इंदौर-भोपाल राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीहोर जिले में एक भीषण हादसे में राजस्थान के एक युवक की मौत हो गई। आज तड़के जिले के थाना जावर अंतर्गत पटेल ढाबे के पास सीमेंट से भरा एक भारी-भरकम ट्राॅला अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गया। हादसा इतना भीषण था कि ट्राले का पूरा वजन केबिन […] The post सीहोर में तेज रफ्तार ट्राला पलटा, राजस्थान के चालक की मौत appeared first on Sabguru News .
राजस्थान शिक्षक संघ (अंबेडकर) ने नाथद्वारा में होने वाले दो दिवसीय राज्य स्तरीय शैक्षिक सम्मेलन को लेकर अतिरिक्त जिला कलेक्टर उदयपुर को निमंत्रण सौंपा। 19 दिसंबर 2025 को प्रस्तावित इस सम्मेलन में डिप्टी सीएम, मंत्री, विधायक और प्रदेश भर से हजारों शिक्षक शिक्षा से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
डिजिटल गवर्नेंस से बदली राजस्थान की वित्तीय तस्वीर, राजस्व में रिकॉर्ड वृद्धि
राजस्थान सरकार के डिजिटलाइजेशन और तकनीकी नवाचारों के परिणामस्वरूप वित्तीय वर्ष 2024-25 में 14,200 करोड़ रुपये अधिक राजस्व संग्रहित हुआ। जीएसटी, स्टाम्प, पंजीकरण और आबकारी क्षेत्रों में पारदर्शिता बढ़ी, फर्जी बिलिंग और अवैध गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित हुआ।
14.2 करोड़ में बिके कार्तिक शर्मा के पिता ने दुकान और मां ने गहने बेचे थे
चेन्नई सुपर किंग्स टीम द्वारा मंगलवार को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के लिये भरतपुर के कार्तिक शर्मा को 14 करोड़ 20 लाख रुपये में खरीदने के बाद राजस्थान के भरतपुर सम्भाग में जश्न का माहौल है।प्राप्त जानकारी के अनुसार भरतपुर जिला मुख्यालय सहित भरतपुर सम्भाग में जगह जगह लोग सड़कों पर आतिशबाजी के साथ मिठाइया बाँट कर झूमते गाते नजर आ रहे हैं। भरतपुर सम्भाग मुख्यालय पर जिला क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों ने लक्ष्मण मंदिर चौक पर आतिशबाज़ी और मिठाई बांटकर खुशी जाहिर की। इस दौरान संघ के पदाधिकारियों ने वीडियो कॉल के माध्यम से कार्तिक शर्मा से बात की और ढेरों शुभकामनाएं दी। 19 yr old Kartik Sharma, Right handed WK Batter who bats at 4,5 for his state team. T20s: 334 runs in 12 matches SR 162.93 (28 sixes) List A: 445 runs Avg 55.63 pic.twitter.com/7Dto6xXF6o FC: 479 runs Avg 43.55 — TravisBickle (@TravisbickleCSK) December 16, 2025 अबूधाबी में मंगलवार को हुई नीलामी में कार्तिक और उत्तर प्रदेश के प्रशांत वीर 30 लाख रुपये के आधार मूल्य के साथ नीलामी में उतरे थे, लेकिन चेन्नई ने इन दोनों पर 14.20 करोड़ रुपये खरीद कर नया रिकॉर्ड बनाया।कार्तिक के लिए बोली लगाने की शुरुआत मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपर जायंट्स ने की, जिसके बाद कोलकाता नाइट राइडर्स भी इसमें शामिल हो गया। मुंबई जल्द ही बोली से बाहर हो गया जिसके बाद कोलकाता और लखनऊ ने कार्तिक की कीमत को 2.80 करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया। इसके बाद ही चेन्नई ने बोली में प्रवेश किया। बाद में सनराइजर्स हैदराबाद भी इसमें शामिल हो गया था लेकिन आखिर में चेन्नई ने 14.20 करोड़ रुपये में सौदा पक्का कर लिया। Kartik Sharma for 14.2C for CSK. 19 YO WK batter from Rajasthan, a six hitting monster with an insane bat swing. He already has 28 6s in T20s in just 205 balls. SR 163. Sample size less, but immense potential. Again, extraordinarily ballsy by CSK to go for uncapped talent! pic.twitter.com/UFfRl4veHY — Mama (@SriniMaama16) December 16, 2025 लेकिन यह सब इतना आसान नहीं था। कार्तिक के पिता जिनका खुद का क्रिकेट करियर एक कंधे की चोट ने समाप्त कर दिया था उन्होंने प्राइवेट ट्यूशन शुरु की थी। लेकिन जब कार्तिक का अभ्यास प्रभावित होने लग गया तो उन्हें वह छोड़ना पड़ा। यही नहीं उन्होंने जमीन और दुकान बेची, वहीं परिवार पर 27 लाख का कर्जा हो गया। ऐसे में मां को भी अपने गहने बेचने पड़े। घर उनके दादाजी की पेंशन से चला।
बारां जिले की छबड़ा स्थित पीएम श्री राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की तीन छात्राएं स्नेहा नागर, संजना लोधा और प्रियांशी खींची राष्ट्रीय कला उत्सव में भाग लेकर पुणे में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करेंगी। यह उत्सव 19 से 24 दिसंबर 2025 तक आयोजित होगा।
राजस्थान सरकार के 2 साल पूरे होने पर 150 यूनिट फ्री बिजली योजना के तहत 17 हजार रुपए की सब्सिडी खातों में पहुंचाना शुरू कर दिया है। जयपुर डिस्कॉम से इसकी शुरुआत हो गई है। अब ऐसे उपभोक्ताओं को अगले बिल से 100 यूनिट फ्री बिजली की सब्सिडी मिलना बंद हो जाएगी। जयपुर डिस्कॉम में करीब 15 जिले आते हैं। अन्य डिस्कॉम में भी सब्सिडी मिलना जल्द शुरू हो जाएगी। राज्य सरकार पीएम सूर्य घर योजना के जरिए उपभोक्ताओं को 150 यूनिट फ्री बिजली दे रही है। फिलहाल इस योजना में वे ही रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं, जिन्हें 100 यूनिट फ्री बिजली का फायदा मिल रहा है और जिनके पास खुद की पक्की छत भी हो। राज्य सरकार की इस योजना की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने करीब 2 महीने पहले शुरुआत की थी। इसके बाद इस योजना के तहत रजिस्ट्रेशन ओपन किए हुए थे। 1.1 किलोवाट का पैनल ऐसे हो जाएगा फ्री, मिलेगी 150 यूनिट 100 यूनिट फ्री बिजली का फायदा लेने वाला कोई भी उपभोक्ता अपनी छत पर जब 1.1 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाएगा तो केंद्र सरकार उसे 33 हजार रुपए (छत पर सोलर पैनल लगाने पर यह राशि सभी उपभोक्ताओं को मिल रही है) सब्सिडी देगी। इसमें राज्य सरकार उसे अलग से 17 हजार रुपए की आर्थिक मदद कर रही है। यानी उपभोक्ता को 50 हजार रुपए मिल जाते हैं। दोनों सरकारों से मिली सब्सिडी से उपभोक्ता का 1.1 किलोवाट का सोलर लगाने में आने वाला खर्च जीरो हो जाता है। ये पैनल हर महीने करीब 150 यूनिट फ्री बिजली पैदा कर सकता है। सोलर पैनल से उपभोक्ता हर महीने 150 यूनिट फ्री बिजली का उत्पादन खुद करेगा। इससे उपभोक्ता के बिल में 150 यूनिट उत्पादन की राशि को माइनस कर दिया जाएगा। सब्सिडी के लिए अब भी करवा सकते हैं रजिस्ट्रेशन विभागीय वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन खुला हुआ है। 2 महीने में करीब 2.5 लाख उपभोक्ता रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। राज्य सरकार की ओर से 1.1 किलोवाट के सोलर पैनल के लिए मिलने वाली 17 हजार रुपए की सब्सिडी के तहत रजिस्ट्रेशन खुले हुए हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं को अपने-अपने डिस्कॉम की वेबसाइट (https://www.energy.rajasthan.gov.in/Jvvnl, https://www.energy.rajasthan.gov.in/Jdvvnl, https://www.energy.rajasthan.gov.in/avvnl) या वेबपोर्टल BijliMitra के जरिए अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। 3 किलोवाट तक के पैनल पर ही मिलेगी सब्सिडी राज्य सरकार की 17 हजार की आर्थिक मदद 3 किलोवाट तक के पैनल लगाने तक ही सीमित है। इससे ज्यादा का पैनल लगाने पर राज्य सरकार 17 हजार नहीं देगी। इधर, केंद्र सरकार की ओर से 3 किलोवाट या इससे अधिक क्षमता का सोलर पैनल लगवाने पर अधिकतम 78 हजार रुपए तक की सब्सिडी मिलती है। कोई 150 यूनिट से ज्यादा बिजली का उत्पादन करता है तो... बिजली निगम के अधिकारियों के अनुसार 150 यूनिट उत्पादन पर 150 यूनिट तक का बिजली बिल तो फ्री है ही। इससे ज्यादा यूनिट का उत्पादन करने पर उसे अगले बिल में एडजस्ट किया जा सकता है। मान लीजिए… सोलर पैनल ने एक महीने में 200 यूनिट बिजली का उत्पादन किया। उपभोक्ता ने 140 यूनिट का ही उपभोग किया। बची हुई 60 यूनिट ग्रिड मे जाएगी। अब जब भी उपभोक्ता का बिल बढ़ा हुआ आएगा, अतिरिक्त उत्पादन को उसमें से एडजस्ट कर सकते हैं। दूसरा- फिर भी कुछ यूनिट बच जाती हैं तो वित्तीय वर्ष के अंत में उन यूनिट का भुगतान उपभोक्ता को किया जा सकता है। क्या बंद हो जाएगी 100 यूनिट बिजली योजना राज्य सरकार का कहना है कि फिलहाल जिन परिवारों को पिछली सरकार के समय से 100 यूनिट बिजली फ्री मिल रही है, उन्हें ऐसे ही मिलती रहेगी। जो 150 यूनिट फ्री बिजली योजना के लिए सोलर पैनल लगवाएगा, वे ही 100 यूनिट फ्री योजना के दायरे से बाहर हो जाएंगे और 50 यूनिट ज्यादा फ्री बिजली ले सकेंगे। शर्त के अनुसार 150 यूनिट फ्री बिजली के लिए वे उपभोक्ता रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सकते, जिनके पास पक्की छत नहीं है। विभागीय अनुमान के अनुसार ऐसे उपभोक्ता करीब 30 लाख हैं। लेकिन इन्हें फिलहाल 100 यूनिट फ्री बिजली का फायदा मिलता रहेगा।
2 साल से टीम इंडिया से बाहर फिर भी राजस्थान ने 7.2 करोड़ में खरीदा इस स्पिनर को
आईपीएल मिनी नीलामी में रवि बिश्नोई 7.2 करोड़ में राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा बनकर सबसे महंगे ‘कैप्ड’ भारतीय खिलाड़ी रहे।गौरतलब है कि रवि विश्नोई टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। एशिया कप 20222 टूर्नामेंट में ढेरों विकेट निकालने के बाद भी वह निराश नहीं ...
Who Is Vignesh Puthur: IPL 2026 के मिनी ऑक्शन में मंगलवार को रिक्शा चालक के बेटे पर लाखों रुपये की बरसात हो गई. राजस्थान रॉयल्स (RR) फ्रेंचाइजी का दिल इस गुमनाम क्रिकेटर के लिए पसीज गया. संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के शहर अबू धाबी में मंगलवार को IPL 2026 के मिनी ऑक्शन के दौरान एक अनजान स्पिनर पर राजस्थान रॉयल्स (RR) की टीम ने बोली लगाकर उसे खरीद लिया.
झज्जर जिले के बहादुरगढ़ के लाइन पार थाना पुलिस ने मंगलवार रात को गश्त के दौरान पशु क्रूरता का बड़ा मामला उजागर किया है। पुलिस ने नाहरा-नाहरी रोड पर बामनौली गांव के पास दो कैंटरों में अमानवीय तरीके से ठूंस-ठूंस कर भरी गई 240 भेड़-बकरियों को बरामद की हैं। पुलिस ने दोनों वाहनों के ड्राइवर सहित चार आरोपियों को मौके से पकड़ा है। आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पूछताछ शुरू की गई है। गाड़ी में ठूंस-ठूंसकर भरे थे पशु जानकारी के अनुसार लाइन पार थाना पुलिस की एक टीम नाहरा-नाहरी रोड पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि बहादुरगढ़ की तरफ से दो कैंटर गाड़ियां पशुओं को ठूंस-ठूंस कर भरकर बामनौली की तरफ जा रही हैं। राजस्थान के चूरू के रहने वाले आरोपी सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बामनौली से कुछ पहले नाकाबंदी शुरू कर दी। कुछ ही देर में बहादुरगढ़ की ओर से कैंटर नंबर HR-62A-0221 (टाटा) और PB-03BJ-3325 आते दिखाई दिए, जिन्हें पुलिस ने रोक लिया। कैंटर ड्राइवर ने अपना नाम राजस्थान के जिला चूरू के गांव भालेरी का बिलाल बताया, जबकि उसके साथ बैठे व्यक्ति की पहचान इसी गांव के सुरेंद्र के रूप में हुई। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें 120 भेड़-बकरियां बेहद अमानवीय ढंग से भरी हुई पाई गई। इसी तरह दूसरे कैंटर PB-03BJ-3325 के ड्राइवर ने अपना नाम भालेरी के सुरेन्द्र पुत्र बुधराम और उसके साथ बैठे व्यक्ति की पहचान विनोद सिंह के रूप में हुई। इस वाहन में भी 120 भेड़-बकरियां ठूंस-ठूंस कर भरी हुई मिलीं। भेड़-बकरियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा पुलिस के अनुसार दोनों वाहनों में पशुओं के साथ गंभीर क्रूरता की गई थी, जो कानूनन अपराध है। सभी आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस ने आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है, जबकि बरामद भेड़-बकरियों को सुरक्षित स्थान पर भिजवाने की प्रक्रिया की जा रही है।
भास्कर न्यूज | भीलवाड़ा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर 2026) का पहला प्रारूप जारी हुआ। जिले में मतदाता सूचियों से कितने नाम काटे गए, इसका एलान भी हो गया। जिले में 19,21,127 वोटर्स में से विधानसभा क्षेत्रों में कुल 17,52,930 मतदाताओं ने गणना प्रपत्र जमा करवाए हैं। 1,68,197 मतदाताओं के गणना प्रपत्र अप्राप्त रहे। ये वो नाम हैं, जो दो जगह, पलायन, पता बदलने, मृत्यु होने से काटे हैं। जिले में 1,68,197 मतदाताओं के नाम कटे हैं। इनमें 35718 की मृत्यु हो चुकी, 87872 पलायन कर गए, 10105 ऐसे वोटर्स हैं जिनके दो जगह नाम हैं। 33796 वोटर्स अनुपस्थित है। वहीं, अन्य कारण से 706 वोटर्स के नाम काटे हैं। ऐसे में अब 34502 वोटर्स को नाम जुड़वाने के लिए 2002 से पहले के दस्तावेज एक महीने में प्रस्तुत करने होंगे। दस्तावेज नहीं देने पर इनके नाम कट जाएंगे। जिले में सबसे ज्यादा में 25402 वोटर्स भीलवाड़ा में अनुपस्थित हैं। 16 दिसंबर से 15 जनवरी तक दावे एवं आपत्तियां मांगी हैं। आयोग 14 फरवरी को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन करेगा। गहन पुनरीक्षण से पहले जिले की 7 विधानसभा क्षेत्र (177-आसींद, 178-मांडल, 179-सहाड़ा, 180-भीलवाड़ा, 181-शाहपुरा, 182-जहाजपुर एवं 183-मांडलगढ़) में कुल मतदाता 19,21,127 थे। जिनको गणना प्रपत्र वितरित किए। गणना चरण के दौरान जिले के 7 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर बीएलओ ने राजनीतिक दलों की ओर से नियुक्त बीएलए के साथ बैठक की। बूथ क्षेत्र में अप्राप्त गणना प्रपत्रों की सूची उनके कारण बीएलओ ने बीएलए को उपलब्ध कराई। जिससे वे सूची का अवलोकन कर गणना प्रपत्रों की अप्राप्ति का कारण जान सकें। अप्राप्त गणना प्रपत्रों की सूची मय कारण जिले की वेबसाइट bhilwara.rajasthan.g ov.in पर भी उपलब्ध है। कुल 1,68,197 मतदाताओं के गणना प्रपत्र अप्राप्त रहे। यह सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान की वेबसाइट www.election.rajasth an.gov.in एवं जिले की वेबसाइट bhilwara.rajasthan.g ov.in पर Accessible format में उपलब्ध है। जिन्हें दस्तावेज देने होंगे और जिन्हें नोटिस मिलेंगे, उनके भी नाम सीधे नहीं कटेंगे। सुनवाई का मौका दिए बिना किसी के नाम नहीं काटा जाएगा। एसआईआर की वोटर लिस्ट का जो ड्रॉफ्ट पब्लिकेशन होगा, उसमें घर नहीं मिलने वालों की लिस्ट होगी। ड्राफ्ट पब्लिकेशन में जिनके नाम नहीं होंगे, उन्हें सुनवाई का मौका दिया जाएगा। वे इसके बाद अपना पक्ष रख सकते हैं। पिछली एसआईआर में नाम है, तो प्रमाण देकर नाम जुड़वा सकेंगे। पिछली एसआईआर में नाम नहीं है तो माता-पिता का पिछली एसआईआर में नाम का प्रमाण और खुद का एक आईडेंटिटी प्रूफ देना होगा। ड्राफ्ट पब्लिकेशन में जिनके नाम नहीं होंगे, वे सुनवाई के बाद भी नहीं आएंगे उनके नाम कटेंगे। 15 जनवरी तक दावे-आपत्तियां मांगी, सूची का अंतिम प्रकाशन फरवरी में पिछली SIR में नाम है तो प्रमाण देने पर नाम जुड़ेगा
Rajasthan Royals Squad IPL 2026:राजस्थान रॉयल्स ने आईपीएल 2026 मिनी ऑक्शन में आरआर ने सबसे बड़ी बोली स्पिनर रवि बिश्नोई पर लगाई. स्पिन अटैक को मजबूत करने के लिए राजस्थान रॉयल्स ने बिश्नोई पर दिल खोलकर पैसा लुटाया और उन्हें 7.20 करोड़ रुपये में खरीद लिया.
आईपीएल 2026 नीलामी: 'इसी टीम के साथ करियर शुरू किया', राजस्थान रॉयल्स से जुड़ने पर बोले रवि बिश्नोई
लेग स्पिनर रवि बिश्नोई आईपीएल 2026 में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलते हुए नजर आएंगे। 2 करोड़ की बेस प्राइस वाले इस करिश्माई गेंदबाज को आरआर ने अबू धाबी में चल रही मिनी नीलामी में 7.2 करोड़ में खरीदा
खैरथल-तिजारा जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. आर्तिका शुक्ला की अध्यक्षता में राजनैतिक दलों की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया- एसआईआर शुरू होने से पहले खैरथल-तिजारा जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 7,79,618 थी। जिनको गणना प्रपत्र वितरित किए गए। गणना चरण के दौरान जिले/विधानसभा क्षेत्र में कुल 7,28,987 मतदाताओं द्वारा अपने गणना प्रपत्र भरकर जमा करवा दिए गए, जिनके नाम 16 दिसंबर को जारी प्रारूप मतदाता सूची में शामिल किए गए हैं। 4 नवंबर से 11 दिसंबर तक चला एसआईआरकलेक्टर ने बताया-भारत निर्वाचन आयोग की ओर से राजस्थान में 27 अक्टूबर को मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण, 2026 का कार्यक्रम घोषित किया गया था। इसके बाद 4 नंवबर से 11 दिसंबर तक गणना चरण के दौरान जिले के सभी मतदाताओं को गणना प्रपत्रों का वितरण एवं संग्रहण कार्य संपन्न किया गया। इन बैठकों की कार्यवाही विवरण और अप्राप्त गणना प्रपत्रों की सूची कारण सहित जिले की वेबसाइट https://khairthaltijara.rajasthan.gov.in पर भी उपलब्ध कराई गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया- आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 16 दिसंबर से 15 जनवरी तक दावे एवं आपत्तियां प्राप्त की जाएंगी। इस अवधि में प्रारूप मतदाता सूची से संबंधित अथवा अन्य किसी भी प्रकार की दावे-आपत्तियां प्रस्तुत की जा सकती हैं। संबंधित निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी द्वारा प्राप्त दावे एवं आपत्तियों की सूचियां फॉर्म 9, 10, 11, 11ए एवं 11बी में तैयार की जाएंगी तथा इनकी एक प्रति प्रत्येक कार्य दिवस कार्यालय के नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित की जाएगी। साथ ही, प्रति सप्ताह प्राप्त दावे एवं आपत्तियों की सूचियां मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के साथ साझा की जाएंगी। राजनीति दलों के प्रतिनिधि रहे मौजूदबैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एवं आम आदमी पार्टी के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में महासिंह चौधरी (जिला अध्यक्ष, भाजपा), बलराम यादव (जिला अध्यक्ष, कांग्रेस), राकेश शर्मा (कार्यवाहक जिला अध्यक्ष, आम आदमी पार्टी), पवन यादव (जिला महामंत्री, भाजपा), हनुमान सिंह (जिला महासचिव, कांग्रेस), मनीष शर्मा (मंडल अध्यक्ष, भाजपा) एवं यशवीर नरूका (जिला उपाध्यक्ष, यूथ कांग्रेस) उपस्थित रहे।
मंदसौर शहर के जीवागंज क्षेत्र में 14 दिसंबर को दिनदहाड़े 1 वर्षीय बालक के अपहरण का मामला सामने आया था। पीड़िता के अनुसार, तीन आरोपी उसके घर पहुंचे, जो पहले से परिचित थे। उन्होंने बच्चे को खिलाने के बहाने अपने पास लिया और पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन चलने की बात कही। पीड़िता अपनी एक अन्य पुत्री के साथ आरोपियों की गाड़ी में बैठी। आरोप है कि कुछ दूरी पर पहुंचते ही आरोपियों ने वाहन को जबरन सीतामऊ रोड की ओर मोड़ दिया। महिला द्वारा विरोध करने पर आरोपियों ने उसके साथ धक्का-मुक्की की और महिला व उसकी पुत्री को सड़क पर उतार दिया। इसके बाद आरोपी 1 वर्षीय बालक को अपने साथ लेकर फरार हो गए। मोबाइल बंद कर संपर्क तोड़ा घटना के बाद आरोपियों ने मोबाइल फोन के माध्यम से शामगढ़ आने की जानकारी दी, लेकिन वहां पहुंचने पर वे नहीं मिले। कुछ समय बाद आरोपियों के मोबाइल फोन भी बंद हो गए। पीड़िता की शिकायत पर सिटी कोतवाली थाना में धारा 137 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद संभावित ठिकानों पर तलाश शुरू की गई। राजस्थान से बालक की बरामदगी जांच के दौरान आरोपियों की लोकेशन राजस्थान के नागौर जिले के मेड़ता शहर में मिलने पर टीम वहां पहुंची। कार्रवाई के दौरान अपहृत 1 वर्षीय बालक को सकुशल बरामद कर लिया गया और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों को न्यायालय में पेश कर दिया गया है। मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच जारी है।
सवाई माधोपुर में एसआईआर कार्यक्रम के तहत प्रारूप मतदाता सूचियां मंगलवार को प्रकाशित कर दी गई हैं। इन सूचियों के अनुसार जिले में कुल 9 लाख 71 हजार 777 मतदाता हैं। एसआईआर-2026 कार्य के प्रारम्भ होने से पूर्व जिला सवाई माधोपुर में कुल मतदाताओं की संख्या 10,54,343 थी, जिनको गणना प्रपत्र वितरित किए गए। ऐसे में जिले में 82,516 नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं। जिले की सवाई माधोपुर विधानसभा में 27,404, खंडार विधानसभा में 13,781, गंगापुर सिटी विधानसभा में 25,409 और बामनवास विधानसभा में 15,972 नाम हटाए गए हैं। जिलें में कुल 11,64 मतदान केंद्र जिला निर्वाचन अधिकारी काना राम ने बताया कि एसआईआर की प्रक्रिया 27 अक्टूबर को शुरू हुई, जिसके दौरान 4 नवम्बर से 11 दिसम्बर तक गणना चरण के दौरान सभी मतदाताओं के गणना-प्रपत्र वितरण एवं संग्रहण का कार्य किया गया। कानाराम ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में मतदाताओं की सुविधा के लिए 1,200 से अधिक मतदाताओं वाले बूथों का पुनर्गठन भी किया गया है। एसआईआर-2026 प्रारंभ होने से पूर्व जिले में 975 मतदान केन्द्र थे, जिनका पुनर्गठन कर 189 नए केन्द्र सृजित किए हैं। वर्तमान में जिले में कुल 1,164 मतदान केन्द्र हो गए हैं। अब जिले में किसी भी मतदान केंद्र पर 1,200 से अधिक मतदाता नहीं है। डेटा वेबसाइट पर मौजूद कलेक्टर ने बताया कि एसआईआर-2026 कार्य के प्रारम्भ होने से पूर्व जिला सवाई माधोपुर में कुल मतदाताओं की संख्या 10,54,343 थी, जिनको गणना प्रपत्र वितरित किए गए। गणना चरण के दौरान 12 दिसम्बर को जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों के सभी मतदान केन्द्रों पर (बूथ लेवल अधिकारी) बीएलओ ने राजनैतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट (बीएलए) के साथ बैठक में बूथ क्षेत्र में अप्राप्त गणना-प्रपत्रों की सूची उपलब्ध करवाई। इनमें बीएलओ द्वारा गणना-प्रपत्र नहीं मिलने के कारण की जानकारी दी गई, ताकि वे सूची का अवलोकन कर लें और यदि आवश्यक हो, तो सुधारात्मक कार्यवाही की जा सके। इन बैठकों का कार्यवाही विवरण तथा आप्राप्त गणना-प्रपत्रों की कारण सहित सूचियां जिले की वेबसाइट https://sawaimadhopur.rajasthan.gov.in/ के सरकारी दस्तावेज सेक्शन में भी उपलब्ध कराई गई है। गणना चरण के दौरान कुल 82,566 मतदाताओं के गणना-प्रपत्र अप्राप्त रहे, जिनकी सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान की वेबसाइट www.election.rajasthan.gov.in पर भी उपलब्ध है। उपरोक्त अप्राप्त गणना-प्रपत्रों में मृत 14,879, स्थायी रूप से स्थानान्तरित 53,070, अनुपस्थित 8,813, एक से अधिक स्थान पर पंजीकृत 5,796 तथा अन्य 8 हैं। यह सूची मतदान केन्द्र/ ग्राम पंचायत मुख्यालय/ नगरीय निकाय कार्यालय में भी चस्पा की गई है, ताकि यह जिले के नागरिकों के अवलोकन के लिए उपलब्ध रहे।
हनुमानगढ़ जिले में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के तहत 13 लाख 77 हजार 618 मतदाताओं के नाम प्रारूप सूची में शामिल किए गए हैं। वहीं, 69 हजार 854 मतदाताओं के परिगणना प्रपत्र जमा नहीं हो पाए हैं। उप जिला निर्वाचन अधिकारी उम्मेदी लाल मीना ने बताया कि एसआईआर प्रारंभ होने से पूर्व जिले में 14 लाख 47 हजार 472 पंजीकृत मतदाता थे। परिगणना चरण के दौरान 13 लाख 77 हजार 618 मतदाताओं ने अपने प्रपत्र जमा कराए, जिनके नाम 16 दिसंबर को जारी प्रारूप मतदाता सूची में सम्मिलित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि जिन 69,854 मतदाताओं के प्रपत्र अप्राप्त रहे, उनमें 21,617 मृत मतदाता, 36,813 स्थायी रूप से स्थानांतरित, 6,539 अनुपस्थित, 4,538 एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत और 347 अन्य श्रेणी के मतदाता शामिल हैं। इन मतदाताओं की सूचियां मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजस्थान की वेबसाइट election.rajasthan.gov.in और जिला वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। इसके अतिरिक्त, हर मतदान केंद्र, ग्राम पंचायत मुख्यालय और नगरीय निकाय कार्यालयों पर भी इन्हें चस्पा किया गया है। अब 16 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक इन सूचियों पर दावे एवं आपत्तियां ली जाएंगी। इसके बाद, 14 फरवरी 2026 को जिले की अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 1200 से अधिक मतदाताओं वाले मतदान केंद्रों का पुनर्गठन किया गया है। पहले 1294 मतदान केंद्र थे, जिनके स्थान पर 255 नए मतदान केंद्र सृजित कर कुल संख्या 1549 कर दी गई है। इस पुनर्गठन के बाद, अब जिले में कोई भी मतदान केंद्र 1200 से अधिक मतदाताओं वाला नहीं रहा है।
शशिकांत शर्मा पुनः बने राजस्थान ब्राह्मण महासंघ के वैर विधानसभा अध्यक्ष, समाज में एकजुटता का संदेश
भरतपुर जिले के वैर विधानसभा क्षेत्र में राजस्थान ब्राह्मण महासंघ ने शशिकांत शर्मा को पुनः विधानसभा अध्यक्ष नियुक्त किया। जिला अध्यक्ष मोहनलाल शर्मा की अगुवाई में हुई इस नियुक्ति को समाज सेवा, संगठन विस्तार और सामाजिक एकता को मजबूती देने वाला महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
नोहर के तीन फुटबॉलर राजस्थान टीम में चयनित, अल्ताफ खान ने चौथी बार खेली संतोष ट्रॉफी
नोहर के तीन फुटबॉलर अल्ताफ खान, सुविन स्वामी और रिजवान राजस्थान टीम में चयनित हुए। अल्ताफ ने चौथी बार संतोष ट्रॉफी खेली और 2024 में टीम के कप्तान भी रहे। तीनों खिलाड़ियों के चयन से हनुमानगढ़ जिले में फुटबॉल प्रेमियों में उत्साह की लहर दौड़ गई है।
बाड़मेर में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के तहत ड्राफ्ट वोटर लिस्ट का प्रकाशन हो गया है। बीएलओ को घर पर नहीं मिलने वाले 47669 वोटर हैं। ड्राफ्ट लिस्ट के साथ एब्सेंट, शिफ्टेड, डेड और ऑलरेडी एनरॉल्ड लिस्ट दी गई है। जिले के बाड़मेर विधानसभा में सबसे ज्यादा 17241 वोटर, सबसे कम गुड़ामालानी में 7977 वोटर के नाम हटेंगे है। अ ब यह वोटर 15 जनवरी तक आपत्तियां दर्ज करवा सकते है। निर्वाचन विभाग ने ड्राफ्ट वोटर लिस्ट निर्वाचन विभाग की वेबसाइट वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दी गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी टीना डाबी ने राजनीतिक दलों के साथ मीटिंग कर ड्राफ्ट जारी किया। जिला निर्वाचन अधिकारी ने राजनीति दलों को कहा कि हार्ड और शॉफ्ट कॉपी को दे दी जाएगी। जिन वोटर्स के नाम पिछली एसआआर में नहीं थे या जो बीएलओ को दस्तावेज नहीं दे पाए उनके नाम अलग से मेंशन होंगे। ऐसे करीब 15 हजार से ज्यादा वोटर्स हैं, जिन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। निर्वाचन विभाग की वेबसाइट https://election.rajasthan.gov.in/ पर ड्राफ्ट वोटर लिस्ट का लिंक दिया जाएगा। उस लिंक पर क्लिक करके आप अपना नाम देख सकेंगे। सभी मान्यता प्राप्त पार्टियों को दी गई ड्राफ्ट लिस्ट निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि ड्राफ्ट लिस्ट निर्वाचन विभाग की वेबसाइट और जिलों की वेबसाइट पर उपलब्ध करवा दी है। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों से भी साझा की जाएगी। ड्राफ्ट लिस्ट के साथ एब्सेंट, शिफ्टेड, डेड और ऑलरेडी एनरॉल्ड लिस्ट भी वेबसाइट पर उपलब्ध है। वोटर लिस्ट में नए नाम भी जुड़ेंगे, अगले साल अक्टूबर तक 18 साल के होने वाले युवाओं से लिए जाएंगे आवेदन निर्वाचन विभाग के अनुसार सभी वोटर्स को वोटर लिस्ट में अपना नाम जांचने के लिए प्रेरित किया जाए। यदि नाम नहीं है तो नाम जुड़वाने के लिए फ़ॉर्म-6 के साथ घोषणा पत्र भरकर जमा कराने के बारे में जानकारी दी जाए। युवा वोटर जो 1 अप्रेल 2026, 1 जुलाई 2026 और 1 अक्टूबर 2026 तक 18 साल के होंगे उन सभी से भी एडवांस फ़ॉर्म-6 भरकर अपना नाम वोटर लिस्ट में दर्ज करवाने हेतु आवेदन करावें। सुनवाई का मौका दिए बिना नाम नहीं हटेंगे SIR के अनुसार ड्राफ्ट लिस्ट से कोई भी नाम हटाने से पहले संबंधित एसडीएम , तहसीलदार को सुनवाई का मौक़ा देकर लिखित आदेश जारी करने होंगे, जिनके ऊपर कलेक्टर और फिर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के यहां भी अपील कर सकेंगे। विधानसभा कटे नाम
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 27 अक्टूबर 2025 को जिले की विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूचियों का विशेष गहन पुनरीक्षण, 2026 कार्यक्रम घोषित किया गया था।विशेष गहन पुनरिक्षण कार्यक्रम में 4 नवंबर से 11 दिसंबर तक गणना चरण के दौरान सभी मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरण एवं संग्रहण का कार्य सम्पन्न किया गया। 17,52,930 मतदाताओं ने गणना प्रपत्र भरकर जमा करवाए गहन पुनरीक्षण कार्य प्रारम्भ होने से पूर्व जिले की 7 विधानसभा क्षेत्रों के कुल 19,21,127 मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित किए गए थे। विधानसभा क्षेत्रों में गणना चरण के दौरान कुल 17,52,930 मतदाताओं द्वारा अपने गणना प्रपत्र भरकर जमा करवा दिए गए जिनका नाम 16 दिसंबर 2025 को जारी प्रारूप मतदाता सूची में सम्मिलित कर दिया गया है। गणना के दौरान 4 नवंबर से 11 दिसंबर तक जिले की समस्त 7 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्येक मतदान केन्द्र पर बीएलओ द्वारा राजनैतिक दलों द्वारा नियुक्त बूथ लेवल एजेण्ट के साथ बैठक आयोजित की गई। गणना के दौरान 1,68,197 मतदाताओं के गणना प्रपत्र अप्राप्त जिसमें बूथ क्षेत्र में अप्राप्त गणना प्रपत्रों की सूची मय उनके कारण बीएलओ द्वारा बूथ लेवल एजेण्ट को उपलब्ध कराई गई, जिससे वे इस सूची का अवलोकन कर गणना प्रपत्रों की अप्राप्ति का कारण जान सकें तथा इस संबंध में यदि आवश्यक हो तो, सुधारात्मक कार्यवाही कर सकें। इस हेतु इन अप्राप्त गणना प्रपत्रों की सूची मय कारण जिले की वेबसाइट bhilwara.rajasthan.gov.in पर भी उपलब्ध कराई गई है। गणना चरण के दौरान कुल 1,68,197 मतदाताओं के गणना प्रपत्र अप्राप्त रहे, जिनकी सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राजस्थान की वेबसाईट www.election.rajasthan.gov.in एवं जिले की वेबसाइट bhilwara.rajasthan.gov.in पर Accessible format में उपलब्ध है। 35778 मृत मतदाता 87872 स्थायी रूप से स्थानान्तरित मतदाता 33796 अनुपस्थित मतदाता 10105 मतदाता सूची में एकाधिक स्थान पर पंजीकृत मतदाता 706 अन्य मतदाता फॉर्म-6 एवं घोषणा पत्र भरकर अग्रिम आवेदन प्रस्तुत कर सकते यह सूची मतदान केन्द्र, ग्राम पंचायत मुख्यालय, नगरीय निकाय कार्यालय में भी चस्पा की गई, ताकि यह आमजन के अवलोकन के लिए उपलब्ध हो सके। आमजन अपना फॉर्म-6 ऑनलाइन वोटर हैल्पलाइन ऐप अथवा वोटर सर्विस पोर्टल पर भी भर सकते है अथवा बीएलओ को भी फॉर्म-6 मय घोषणा पत्र भरकर दे सकते है। जो व्यक्ति दिनांक 01 अप्रेल, 2026, 1 जुलाई, 2026 अथवा 1 अक्टूबर, 2026 को 18 वर्ष की आयु पूर्ण कर रहें हों, वे भी अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वाने के लिए फॉर्म-6 एवं निर्धारित घोषणा पत्र भरकर अग्रिम आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। 1915 मतदान केन्द्र से बढ़कर 2198 मतदान केन्द्र जिले की समस्त 7 विधानसभा क्षेत्रों में मतदाताओं की सुविधा हेतु 1200 से अधिक मतदाताओं वाले बूथों का भी पुर्नगठन किया गया। पूर्व में जिले में 1915 मतदान केन्द्र थे, जिनका पुनर्गठन/सुव्यवस्थिकरण कर 283 नवीन मतदान केन्द्र सृजित हुए है और वर्तमान में जिले/विधानसभा क्षेत्र में 2198 मतदान केन्द्र हो गये है। इस प्रकार जिले की किसी भी विधानसभा क्षेत्र में 1200 से अधिक मतदाताओं वाला कोई भी मतदान केन्द्र शेष नहीं है। 16 दिसंबर से 15 जनवरी 26 तक दावे एवं आपत्तियां प्राप्त होंगी आयोग द्वारा प्रसारित कार्यक्रम के अंतर्गत 16 दिसंबर से 15 जनवरी 2026 तक दावे एवं आपत्तियां प्राप्त किये जाएंगे। इस अवधि में प्रारूप मतदाता सूची में सम्मिलित मतदाताओं के संबंध में अथवा अन्यथा भी मतदाता सूची के संबंध में दावे एवं आपत्तियां प्रस्तुत की जा सकती है। इसके पश्चात आयोग द्वारा निर्धारित 14 फरवरी 2026 को मतदाता सूचियों का अंतिम प्रकाशन कर दिया जाएगा।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर बूंदी जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान के तहत तीनों विधानसभा क्षेत्रों की प्रारूप मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया गया है। इस अभियान के बाद जिले में मतदाताओं की संख्या में बदलाव आया है। पुनरीक्षण से पहले जिले में कुल 8,97,906 मतदाता थे। बीएलओ द्वारा घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित किए गए, जिनमें से 8,32,203 भरे हुए फॉर्म वापस प्राप्त हुए। हालांकि, 65,703 गणना प्रपत्र अप्राप्त रहे। इन अप्राप्त प्रपत्रों में 39,752 मतदाता स्थायी रूप से स्थानांतरित पाए गए, 14,151 मृत, 8,241 गैरमौजूद और 3,311 मतदाता एक से अधिक स्थानों पर पंजीकृत मिले। अन्य कारणों से 248 प्रपत्र अप्राप्त रहे। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन ने इन अप्राप्त प्रपत्रों से संबंधित मतदाताओं की सूची मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट (www.election.rajasthan.gov.in) और जिले की वेबसाइट (https://bundi.rajasthan.gov.in) पर उपलब्ध कराई है। यह सूची मतदान केंद्रों, ग्राम पंचायत मुख्यालयों और नगरीय निकाय कार्यालयों पर भी चस्पा की गई है, ताकि आमजन इसका अवलोकन कर सकें। मतदाताओं की सुविधा के लिए 1200 से अधिक मतदाताओं वाले बूथों का पुनर्गठन किया गया है। तीनों विधानसभा क्षेत्रों में पहले 895 मतदान केंद्र थे, जिनका पुनर्गठन कर 143 नए केंद्र बनाए गए हैं। अब जिले में कुल 1038 मतदान केंद्र हो गए हैं। इस पुनर्गठन के बाद, 1200 से अधिक मतदाताओं वाला कोई भी मतदान केंद्र शेष नहीं है। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार, मंगलवार को जिला निर्वाचन अधिकारी अक्षय गोदारा की अध्यक्षता में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) और प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में भारतीय जनता पार्टी से जिलाध्यक्ष रामेश्वर मीणा और अमित निम्बार्क, इंडियन नेशनल कांग्रेस पार्टी से जिलाध्यक्ष महावीर मीना और मनीष गौतम, आम आदमी पार्टी से जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह तथा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट) से बाबूलाल बैरवां मौजूद रहे। प्रशासन ने इन दलों को मतदाता सूची की हार्ड और सॉफ्ट कॉपी के साथ-साथ अप्राप्त फॉर्मों की सूची भी सौंपी।
डीग के पालिंदर पहलवान ने बलिया, उत्तर प्रदेश में आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर राजस्थान का नाम गौरवान्वित किया। हनुमान वाटिका डीग अखाड़े पर उनका भव्य स्वागत किया गया, जिसमें अखाड़ा संचालक वीरा पहलवान और अन्य प्रमुख पहलवान मौजूद रहे।
कैमरन ग्रीन नीलामी में उतरे जिनका आधार मूल्य दो करोड़ रुपये है। ग्रीन को लेने के लिए शुरुआत में मुंबई इंडियंस और राजस्थान रॉयल्स में दौड़ रही। बीच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने भी रुचि जताई।
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मिनी ऑक्शन में राजस्थान के भरतपुर के 19 साल के कार्तिक शर्मा 14.20 करोड़ में बिके हैं। CSK ने 30 लाख की बेस प्राइस से 47 गुना ज्यादा कीमत देकर खरीदा। वहीं युवा स्पिनर रवि बिश्नोई को राजस्थान रॉयल्स (RR) ने 7 करोड़ 20 लाख रुपए में खरीदा। उनका बेस प्राइस 2 करोड़ रुपए था। झुंझुनूं के मुकुल चौधरी को लखनऊ सुपर जायंट्स ने 2 करोड़ 60 लाख रुपए में खरीदा। अबु धाबी में मिनी ऑक्शन में जोधपुर के रवि बिश्नोई को राजस्थान रॉयल्स अपनी टीम का हिस्सा बनाने में कामयाब रही। खबर के पल-पल के अपडेट के लिए ब्लॉग से गुजर जाइए...
भीलवाड़ा की बेटी अंजलि कच्छावा ने अहमदाबाद में आयोजित सीनियर नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन करते हुए राजस्थान को गोल्ड मेडल दिलाया है। अंजलि ने फाइनल मुकाबले में महाराष्ट्र की इंटरनेशनल पहलवान स्वाति शिंदे को कड़े संघर्ष में पराजित कर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। अंजलि की इस जीत के साथ ही सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में राजस्थान को महिला वर्ग में पहला गोल्ड मेडल मिला है। उनकी इस उपलब्धि से न केवल भीलवाड़ा बल्कि पूरे राजस्थान में खेल प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ गई। अहमदाबाद में आयोजित हुई प्रतियोगिता अहमदाबाद में आयोजित इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में देशभर की शीर्ष महिला पहलवानों ने भाग लिया। फाइनल मुकाबले में अंजलि और स्वाति शिंदे के बीच काफी रोमांचक और कशमकश भरा मुकाबला देखने को मिला। स्कोर कई बार ऊपर-नीचे हुआ, लेकिन अंतिम क्षणों में अंजलि ने धैर्य और दमखम दिखाते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया। भीलवाड़ा लौटने पर हुआ स्वागत गोल्ड मेडल जीतकर भीलवाड़ा लौटने पर रेलवे स्टेशन पर अंजलि का भव्य स्वागत किया गया। ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस निकाला गया।रामदल व्यायामशाला के पहलवानों, खेल प्रेमियों और समाज के लोगों की बड़ी संख्या स्टेशन पर मौजूद रही। सभी ने फूल-मालाएं पहनाकर अंजलि का अभिनंदन किया। ढोल-नगाड़ों के साथ निकला विजय जुलूस रेलवे स्टेशन से अंजलि को ओपन गाड़ी में बैठाकर ढोल-नगाड़ों के साथ जुलूस के रूप में उनके घर तक ले जाया गया। पूरे रास्ते आतिशबाजी की गई। जुलूस में बड़ी संख्या में पहलवान, युवा और शहरवासी शामिल हुए और अंजलि के जयकारों से माहौल गूंज उठा। बचपन से कुश्ती का शौक अंजलि ने बताया कि वह बचपन से ही कुश्ती कर रही हैं। यह उनका सीनियर नेशनल में पहला गोल्ड मेडल है। इससे पहले वह सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं।अंजलि ने कहा, “मेरी फाइट महाराष्ट्र की इंटरनेशनल पहलवान स्वाति शिंदे से हुई। यह मुकाबला बहुत कठिन था। मैं अपनी इस सफलता का श्रेय रामदल अखाड़ा परिवार और अपने माता-पिता को देना चाहती हूं।” राजस्थान की पहली महिला सीनियर गोल्ड मेडलिस्ट खेल जगत में यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि सीनियर नेशनल चैंपियनशिप में यह राजस्थान का महिला वर्ग में पहला गोल्ड मेडल है। इससे पहले किसी भी महिला पहलवान ने सीनियर स्तर पर राजस्थान के लिए स्वर्ण पदक नहीं जीता था। सरकारी पार्क से शुरू हुआ सफर अंजलि के कोच और परिजनों ने बताया कि उनकी शुरुआती प्रैक्टिस सरकारी पार्क में हुई थी। वे करीब 10 साल से नियमित रूप से पहलवानी कर रही हैं। कोच के अनुसार-अंजलि को कभी नींद से उठाना नहीं पड़ता। वह खुद सुबह जल्दी उठ जाती है और 4 घंटे सुबह व 4 घंटे शाम नियमित अभ्यास करती है। हमारी इच्छा है कि वह इंटरनेशनल और ओलिंपिक स्तर पर भारत के लिए गोल्ड मेडल जीते।
राजस्थान में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) में जिन वोटर्स के नाम काटे गए हैं, उनकी लिस्ट जारी कर दी गई है। इनमें एब्सेंट (अनुपस्थित), शिफ्टेड और डेड वोटर्स के नाम हैं। ऐसे वोटर्स को अब नोटिस जारी होंगे, नोटिस के बाद उन्हें अपने दस्तावेज जमा करवाने होंगे। अन्यथा वे वोटर नहीं रहेंगे। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में जिनके नाम नहीं है उनके पास अब भी वोटर बने रहने का विकल्प है। आगे जानिए- ASD वोटर लिस्ट से जुड़े आपके सभी सवालों के जवाब... सवाल: ASD लिस्ट में किनके कटे नाम, कैसे जानें? जवाब: इस वोटर लिस्ट में परमानेंट शिफ्ट, एब्सेंट और डेड होने की वजह से नाम काटे हैं। इसका ब्योरा निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। https://election.rajasthan.gov.in/ASD_SIR_2026/ASD_List_EPIC.html इस पर क्लिक करके आप डिटेल जाने सकते हैं। यहां दो ऑप्शन दिए गए हैं। इस पर इपिक नंबर से सर्च कर सकते हैं। साथ ही विधानसभा और भाग संख्या से सर्च कर सकते हैं। जिला, विधानसभा क्षेत्र, वार्ड या गांव का नाम और बूथ नंबर की डिटेल से भी एब्सेंट, शिफ्टेड, डेड वोटर्स की लिस्ट डाउनलोड कर सकते हैं। सवाल: ऑफलाइन (BLO/वार्ड ऑफिस) से नाम कैसे चेक करें? जवाब: बीएलओ के पास भी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट मिल जाएगी, वहां से भी पूरी डिटेल जांच सकते हैं। बीएलओ के अलावा राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट्स के पास भी ड्राफ्ट वोटर लिस्ट रहेगी। सवाल: नाम खोजते समय आपके पास क्या जानकारी होनी चाहिए? जवाब: खुद के नाम के साथ वोटर आईडी कार्ड का नंबर, जन्म तिथि जैसी जानकारियां तैयार रखनी होंगी। सवाल: अगर नाम नहीं मिल रहा, तो पहले क्या करें? जवाब: नाम नहीं मिल रहा है तो पहले यह सुनिश्चित करें कि आपने अपने नाम, पिता के नाम, जन्मतिथि जैसी जानकारियां सही भरी हैं। अगर फिर भी नाम नहीं मिल रहा है। आप चेक करें कि कहीं आपका नाम परमानेंट शिफ्टेड, डेड या घर पर नहीं मिलने वालों की कैटेगरी में तो नहीं डाल दिया। आप तत्काल अपने क्षेत्र के बीएलओ से संपर्क करें। बीएलओ आपको सही कारण बता देंगे। इसके बाद आप एसडीएम के पास जाकर आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं। अभी ड्राफ्ट लिस्ट में नाम नहीं है तो घबराने की आवश्यकता नहीं है। आप अपनी पहचान के दस्तावेज देकर नाम जुड़वा सकते हैं। सवाल: अगर ASD वोटर लिस्ट में नाम नहीं है तो इसका क्या मतलब है? वाब: ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने का सीधा सा मतलब है कि अब भी आप दस्तावेज दे देते हैं तो नाम जुड़ जाएगा, अगर नहीं दिए तो आप आगे से वोटर नहीं रह पाएंगे। लिस्ट में नाम नहीं होने के तीन कारण हो सकते हैं। सवाल: नाम कटने वाली सूची में है, आप अपना नाम जुड़वाना चाहते हैं तो क्या करना होगा? जवाब: आप सबसे पहले बीएलओ से संपर्क करें, बीएलओ आपको गाइड करेंगे। आपको अब एसडीएम दफ्तर में पहचान के दस्तावेजों सहित आपत्ति दर्ज करवानी होगी। आप 15 जनवरी तक आपत्ति दर्ज करवा सकेंगे। नाम जुड़वाने के लिए फ़ॉर्म-6 के साथ घोषणा पत्र (Declaration Form) भरकर नए वोटर भी नाम जुड़वा सकेंगे। सवाल: फॉर्म भरते समय कौन-से दस्तावेज जरूरी हैं? जवाब: फॉर्म भरते समय वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पिछली एसआईआर में अपने माता पिता या खुद के नाम का प्रमाण दिखाना होगा। पहचान दस्तावेजों में चुनाव आयोग के तय दर्जन भर दस्तावेज मान्य हैं, उनमें से भी कोई भी दस्तावेज साथ लगा सकेंगे। सवाल: यदि आपका नाम इस सूची में है और आपने आपत्ति नहीं दी तो क्या होगा? जवाब: आपने दस्तावेज नहीं दिए और आपत्ति नहीं की तो आपका नाम फाइनल वोटर लिस्ट से कट जाएगा। आप वोटर नहीं रहेंगे। सवाल: एक बार नाम कटने पर क्या होगा? जवाब: फाइनल वोटर लिस्ट में नाम कटने का मतलब है, आप वोटर नहीं रहेंगे। वोटर नहीं रहेंगे तो आपका वोटर कार्ड अमान्य हो जाएगा। बाद मे भी वोटर लिस्ट में नाम जुड़ने का विकल्प खुला रहेगा। वोटर लिस्ट का रिवीजन हर साल होता है। आप उस दौरान भी नाम जुड़वा सकेंगे। लेकिन एसआईआर में नाम नहीं होने से आगे कई तरह की परेशानी आ सकती हैं। सवाल: क्या एसआईआर की फाइनल वोटर लिस्ट के बाद भी नाम जुड़वाया जा सकता है? जवाब: वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने का प्रोसेस हमेशा चालू रहता है। एसआईआर का प्रोसेस पूरा होने के बाद भी आप अपना नाम जुड़वा सकते हैं। बीएलओ के पास आवेदन देकर नाम जुड़वाने के अलावा ऑनलाइन आवेदन करने का विकल्प हमेशा खुला है। नाम जुड़वाने के लिए फ़ॉर्म-6 के साथ घोषणा पत्र (Declaration Form) भरकर जमा करवाएं। युवा वोटर जो 1 अप्रेल 2026, 1 जुलाई 2026 और 1 अक्टूबर 2026 तक 18 साल की उम्र पूरी करेंगे वे भी एडवांस फ़ॉर्म-6 भरकर अपना नाम वोटर लिस्ट में दर्ज करवाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। सवाल: यदि आप वैलिड वोटर हैं तो एसआईआर में आपका नाम होना क्यों जरूरी है? जवाब: वोटर लिस्ट को साफ सुथरा, अपडेट बनाए रखने के लिए इंटेसिव रिवीजन किया जाता है। एसआईआर में नाम होने से आगे जो भी रिवीजन होगा, उसमें आपको कोई दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं होती। उस एसआईआर में मौजूदा एसआईआर में नाम देखा जाएगा। अगर नाम नहीं मिलेगा तो आपको दस्तावेज देने होंगे। अनावश्यक रूप से समय लगेगा। एसआईआर में नाम होना आपकी उस क्षेत्र में लगातार मौजूदगी दर्शाता है। सवाल: यदि SIR में आपका नाम नहीं हुआ तो आपके बच्चों को अगले एसआईआर में क्या परेशानी आएगी? जवाब: इस एसआईआर में आपका नाम नहीं हुआ तो अगली एसआईआर में आपके बच्चों को एक्स्ट्रा दस्तावेज देने पड़ेंगे। केवल आपके वोटर आईडी नंबर देकर आपके बच्चे अगली एसआईआर में अपना नाम बरकरार रख सकेंगे, उनका वक्त बचेगा। .... SIR से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... राजस्थान में 16.46 लाख वोटर्स का नाम कटने का खतरा:चुनाव आयोग से मिलेगा नोटिस, जानें- कौनसे डॉक्यूमेंट्स देकर बच सकते हैं राजस्थान में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के तहत 97% से ज्यादा वोटर्स को कोई दस्तावेज नहीं देने होंगे क्योंकि इन वोटर्स की मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। पूरी खबर पढ़िए...
राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा अपने जन्मदिन पर मथुरा के गोवर्धन जा रहे थे। कोहरे के चलते हेलिकॉप्टर की आगरा एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैडिंग करानी पड़ी। उन्हें मथुरा में लैंड होना था, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से वहां उनका हेलिकॉप्टर उतर नहीं सका। ऐसे में सुरक्षित लैडिंग के लिए उनके हेलिकॉप्टर को आगरा एयरपोर्ट पर लैंड कराया गया। वे लगभग डेढ़ घंटे तक एयरपोर्ट के लाउंज में रुके रहे। सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए। मौसम थोड़ा साफ होने पर वे मथुरा के लिए 1:20 पर रवाना हुए। मथुरा जाना था राजस्थान CM कोमुख्यमंत्री अपनी पत्नी के साथ जयपुर से गोवर्धन दर्शन करने के लिए हेलीकॉप्टर से उड़े थे, लेकिन पायलट को जानकारी दी गई कि गोवर्धन की तरफ मौसम खराब है, इसलिए खेरिया एयरपोर्ट पर चौपर की लैंडिंग कर लें। सी एम के चौपर की आपात लैंडिंग की खबर तत्काल सीएम कार्यालय और एयर ट्रैफिक कंट्रोल से जिला प्रशासन को दे दी गई। चौपर की दोपहर लगभग 11.40 बजे खेरिया एयरपोर्ट पर लैंडिंग कराई गई। मुख्यमंत्री के आने से पहले ही एडीएम प्रोटोकॉल प्रशांत तिवारी, डीसीपी सिटी अली अब्बास वहां पहुंच गए थे। एयरपोर्ट निदेशक विवेक कुमार शर्मा वहां पहले से ही मौजूद थे। डेढ़ घंटे बैठे रहे एडीएम प्रोटोकॉल ने बताया कि मुख्यमंत्री को रिसीव कर वीआईपी लाउंज लाया गया। वहां वे डेढ़ घंटे बैठे रहे। उन्होंने कई बार मौसम के बारे में भी जानकारी ली। एयर ट्रैफिक कंट्रोल से लगभग 1:20 बजे क्लीयरेंस दे दी गई। उसके बाद दोपहर 1:36 बजे मुख्यमंत्री चौपर सेगोवर्धन के लिए उड़ान भर गए। गोवर्धन भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़ा है और ब्रज क्षेत्र का एक पवित्र स्थल माना जाता है। भक्त परिक्रमा करते समय इस स्थल पर रुकते हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री अपने परिवार के साथ यहां के दर्शन करने आते रहते हैं। आज सीएम का था जन्म दिनराजस्थान के सीएम ने एक्स पर लिखा कि प्रदेश सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर वह गोवर्धन मंदिर पहुंचे और वहां के दर्शन किए। सोमवार को ही सीएम का जन्मदिन भी था। मथुरा में उनके साथ पहुंचे भाजपा जिला महामंत्री संतोष कटारा ने बताया- 15 दिसंबर को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का जन्मदिन था। ऐसे में वे मथुरा के गोवर्धन में मंदिर के दर्शन पहुंचे थे। कोहरे के कारण उनका हेलिकॉप्टर मथुरा में तय समय पर नहीं उतर सका था। ऐसे में इमरजेंसी स्थिति में उनके हेलिकॉप्टर को आगरा एयरपोर्ट पर लैंड करना पड़ा था। यहां से दोपहर लगभग 1.15 मथुरा के लिए रवाना हुए। --------------------------- ये खबर भी पढ़ें... वाराणसी में अनुपम खेर फ्लाइट कैंसिल होने पर भड़के:बोले- भड़ास निकालना चाहता हूं, मगर अब कचौड़ी-चाट खाऊंगा बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर सोमवार को फ्लाइट कैंसिल होने पर नाराज हो गए। वे इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट से हैदराबाद से वाराणसी पहुंचे। यहां से उन्हें खजुराहो के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट लेनी थी, लेकिन अचानक फ्लाइट रद्द कर दी गई। ऐसे में उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी। पढ़ें पूरी खबर...
राजस्थान में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के तहत ड्राफ्ट वोटर लिस्ट मंगलवार को जारी होगी। राज्य निर्वाचन विभाग की वेबसाइट पर ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होगी। इसमें परमानेंट शिफ्ट होने वाले लाखों वोटर्स के नाम कट सकते हैं। शिफ्ट होने वालों के नामों को लेकर विपक्ष भी लगातार सवाल उठा रहा है। ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में वोटर्स के नाम होंगे। इसके अलावा जिन वोटर्स के नाम पिछली एसआईआर में नहीं थे या जो बीएलओ को दस्तावेज नहीं दे पाए। उनके नाम अलग से मेंशन होंगे। ऐसे करीब 16 लाख वोटर्स हैं, जिन्हें नोटिस जारी किए जाएंगे। निर्वाचन विभाग की वेबसाइट https://election.rajasthan.gov.in/ पर ड्राफ्ट वोटर लिस्ट का लिंक दिया जाएगा। उस लिंक पर क्लिक करके आप अपना नाम देख सकेंगे। दावा- 97 प्रतिशत वोटर्स को कोई दस्तावेज नहीं देने होंगेएसआईआर के तहत 11 दिसंबर तक बीएलओ ने घर-घर जाकर फॉर्म बांटे थे। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन का दावा है कि राजस्थान में 97% से ज्यादा वोटर्स को कोई दस्तावेज नहीं देने होंगे, क्योंकि इन वोटर्स की मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। औसतन हर बूथ पर लगभग 30 वोटर्स ऐसे होंगे। जिन्हें दस्तावेज देने की आवश्यकता होगी। 5.48 करोड़ वोटर्स में से 16.46 लाख को दस्तावेज जमा करवाने हैं। केवल 3 प्रतिशत वोटर्स को ही दस्तावेज देने होंगे। 15 जनवरी तक एसडीएम के पास आपत्ति दर्ज करवा सकेंगेड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने के बाद 16 दिसंबर से 15 जनवरी तक दावे और आपत्तियां ली जाएगी। 16 दिसंबर से नोटिस जारी कर सुनवाई और वेरिफिकेशन कर दावों और आपत्तियों का फैसला किया जाएगा। 16 लाख से ज्यादा वोटर्स को नोटिस मिलेंगेजिन 16 लाख से ज्यादा वोटर्स को दस्तावेज देने होंगे, उन्हें नोटिस मिलेंगे। SIR की वोटर लिस्ट का ड्राफ्ट पब्लिकेशन में घर नहीं मिलने वालों की लिस्ट होगी। ड्राफ्ट पब्लिकेशन में जिनके नाम नहीं होंगे, उन्हें सुनवाई का मौका दिया जाएगा। वे इसके बाद अपना पक्ष रख सकते हैं। पिछली एसआईआर में नाम नहीं है तो ऐसे लोग माता-पिता का पिछली एसआईआर में नाम का प्रमाण और खुद का एक आईडेंटिटी प्रूफ देकर जवाब दे सकेंगे। राजनीतिक दलों से साझा की जाएगी 61 हजार 136 बूथों की ड्राफ्ट लिस्टमुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया- ड्राफ्ट लिस्ट निर्वाचन विभाग की वेबसाइट और संबधित डीईओ की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी। सभी 41 कलेक्टर, 199 विधानसभा क्षेत्रों के 61 हजार 136 बूथों की ड्राफ्ट वोटर लिस्ट सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों से भी साझा की जाएगी। ड्राफ्ट लिस्ट के साथ एब्सेंट, शिफ्टेड, डेड और ऑलरेडी एनरॉल्ड लिस्ट भी वेबसाइट पर उपलब्ध रहेगी। वोटर लिस्ट में नए नाम भी जुड़ेंगेनवीन महाजन ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि सभी वोटर्स को वोटर लिस्ट में अपना नाम जांचने के लिए प्रेरित किया जाए। यदि नाम नहीं है तो नाम जुड़वाने के लिए फॉर्म-6 के साथ घोषणा पत्र भरकर जमा कराने के बारे में जानकारी दी जाए। युवा वोटर जो 1 अप्रेल 2026, 1 जुलाई 2026 और 1 अक्टूबर 2026 तक 18 साल के होंगे, उन सभी से भी एडवांस फॉर्म-6 भरकर अपना नाम वोटर लिस्ट में दर्ज करवाने के लिए आवेदन करावें। सुनवाई का मौका दिए बिना नाम नहीं हटेंगे SIR के अनुसार ड्राफ्ट लिस्ट से कोई भी नाम हटाने से पहले संबंधित ERO/AERO को सुनवाई का मौका देकर लिखित आदेश जारी करने होंगे, जिनके ऊपर कलेक्टर और फिर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के यहां भी अपील कर सकेंगे। ......... ये खबर भी पढ़ें... राजस्थान में 16.46 लाख वोटर्स का नाम कटने का खतरा:चुनाव आयोग से मिलेगा नोटिस, जानें- कौनसे डॉक्यूमेंट्स देकर बच सकते हैं राजस्थान में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) कार्यक्रम के तहत 97% से ज्यादा वोटर्स को कोई दस्तावेज नहीं देने होंगे क्योंकि इन वोटर्स की मैपिंग का काम पूरा हो चुका है। (पूरी खबर पढ़ें)
वल्लभनगर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्र भगवती लाल भील का चयन राजस्थान सरकार के प्रबल कार्यक्रम के तहत राज्य स्तर पर हुआ है। उन्होंने कार्यक्रम के अंतिम दिन राजस्थान विधानसभा में आयोजित समारोह में भाग लिया। प्रधानाचार्य सरिता जैन ने बताया कि प्रबल कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में इक्कीसवीं सदी के कौशलों का विकास करना है। भगवती लाल भील का चयन विद्यालय स्तर से शुरू होकर ब्लॉक, जिला और अंततः राज्य स्तर तक पहुंचा। राज्य स्तर पर चयनित होने के बाद, भगवती लाल भील ने पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस प्रशिक्षण के समापन पर, उन्होंने सोमवार को राजस्थान विधानसभा में आयोजित विशेष समारोह में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। प्रबल कार्यक्रम के प्रभारी हरेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि सरकार द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के तहत उदयपुर जिले से कुल चार छात्रों का चयन किया गया है।
प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन खत्म होने के बाद अलग-अलग देश के राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख व उनके प्रतिनिधिमंडल ने अखिल राज्य ट्रेड एंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आरतिया) का ऑफिस विजिट किया। इस दौरान आरतिया की टीम से व्यापार व निवेश संभावनाओं पर चर्चा हुई। साथ ही सहयोग की सहमति जताई। नेशनल यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स की संस्थापक और राजस्थान फाउंडेशन न्यूयॉर्क चैप्टर प्रमुख पूर्णिमा वोरा ने कहा- राजस्थान व अमेरिका के बीच व्यापार, उद्योग व सेवा क्षेत्र तीनों में बड़े अवसर हैं। अमेरिकी कंपनियों के लिए राजस्थान में निवेश संभावनाएं हैं, इस पर हैंड होल्डिंग की जा सकती हैं। राजस्थान से कोई कारोबारी अमेरिका में काम करना चाहे, उसे उनका चैंबर संपूर्ण सहयोग देगा। इसी तरह टैक्सास अमेरिका स्थित राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख राज असावा, संदीप सिंह, अरूण मलिक व प्रवीण कुमार भी आये, उन्होंने आपसी सहयोग के जरिए क्या किया जा सकता है, इस पर बहुत कुछ बताया। न्यूजीलैंड ऊन व दूध उत्पादों का बड़ा उत्पादक राजस्थान फाउंडेशन न्यूजीलैंड चैप्टर प्रमुख गुरूधारी रीमा शर्मा व उमेश शर्मा ने बताया- न्यूजीलैंड ऊन व दूध उत्पादों का बड़ा उत्पादक है। इसी तरह राजस्थान से अनेक वस्तुओं का वहां निर्यात किया जा सकता है। न्यूजीलैंड हायर एजुकेशन का बड़ा डेस्टिनेशन है। सभी के लिए उनकी टीम पूरा सहयोग करने के लिए तत्पर है। जांबिया चैप्टर प्रमुख नरेंद्र भाटी ने कहा- इस अफ्रीकन देश में खनिज व कृषि क्षेत्र अभी बहुत खुला है और राजस्थानी निवेशकों के लिए समुचित अवसर हैं। व्यवसायिक संभावनाओं पर चर्चा की राजस्थान एसोसिएशन ऑफ केन्या के अध्यक्ष व फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख डा सोनवीर सिंह, निर्मला चौधरी, धर्मेंद्र व कुलदीप सिंह राठौड़ ने राजस्थान व केन्या के आपसी सहयोग से सृजित व्यवसायिक संभावनाओं पर चर्चा की और बताया किन किन वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार किया जा सकता है। सोनवीर सिंह ने केन्या में राजस्थान से आयात की व्यापकता के बारे में बताया। फाउंडेशन के यूगांडा चैप्टर प्रमुख मनीष कल्ला ने कहा कि वहां इकोनॉमी प्रोग्रेसिव फेज में है तथा भारत से ऑटो उपकरणों समेत अनेक उत्पादों का निर्यात किया जा सकता है। इसी कृषि भूमि की उपलब्धता के बारे में उन्होंने जानकारी दी व कहा कि ऐसा क्षेत्र है, जिसमें अल्प निवेश से अधिक लाभ लिया जा सकता है। घाना स्थित राजस्थान फाउंडेशन चैप्टर प्रमुख कनिका सुनीता राजपुरोहित ने बताया- अफ्रीका इवेंट व संबंधित गतिविधियों के लिहाज से बहुत रिच है। राजस्थान व अफ़्रीकी देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं हैं। इसके अलावा राजस्थानी हस्तशिल्प के लिए अफ्रीकी देश बड़े बाजार हैं। साथ ही वहां की ईको टूरिज्म इकोनॉमी बहुत बढ़ रही है, इसका लाभ ले सकते हैं।टीम आरतिया की ओर से विष्णु भूत, कमल कंदोई आशीष सर्राफ, प्रेम बियाणी, ओ पी राजपुरोहित, कैलाश शर्मा, अजय गुप्ता, ज्ञान प्रकाश, विष्णु गोयल व सुरेश बंसल ने आगंतुक अतिथि गण को दुपट्टा भेंट कर स्वागत तथा शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। टीम आरतिया साथियों ने राजस्थान के कारोबारी परिदृश्य, यहां निवेश अवसरों तथा सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर में सहयोग की संभावना से आगंतुक अतिथिगण को अवगत कराया।
पटवारी सीधी भर्ती परीक्षा 2025 में सफल रहे उम्मीदवारों के लिए पात्रता जांच और डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन का आज अंतिम दिन है। राजस्व मंडल प्रशासन ने गैरमौजूद रहे उम्मीदवारों को अंतिम अवसर दिया है। राजस्व मंडल ने 3705 पदों पर भर्ती के लिए 7410 उम्मीदवारों को बुलाया था, लेकिन अब तक केवल 6284 का पात्रता जांच और डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन हुआ है। ऐसे में शेष रहे 1126 उम्मीदवार आज उपस्थित हो सकते हैं। इसके लिए समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक निर्धारित है। राजस्व बोर्ड के उप निबंधक (भू अभिलेख) रवींद्र कुमार ने बताया कि अंतिम दिन रविवार को 1312 के मुकाबले 1116 और पूर्व में गैरमौजूद रहे 59 सहित कुल 1175 अभ्यर्थियों के डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन हुआ, जबकि 196 गैरमौजूद रहे। बता दें कि पटवारी प्रतियोगी परीक्षा-2025 के अस्थायी रूप से चयनित उम्मीदवारों का डॉक्युमेंट्स वेरिफिकेशन और पात्रता जांच अजमेर के राजस्व अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान में 8 दिसंबर को शुरू किया गया था। इसके लिए 41 टीमों का गठन किया गया है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर ने इस परीक्षा का आयोजन 17 अगस्त 2025 को किया था, और परिणाम 3 दिसंबर 2025 को घोषित किया गया था। ये हैं दिशा-निर्देश पटवार भर्ती परीक्षा में सफल उम्मीदवारों को अंतिम चयन के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की वेबसाइट www.rssb.rajasthan.gov.in से डिटेल्ड एप्लिकेशन फॉर्म सह स्क्रूटनी फॉर्म डाउनलोड करना होगा। इस फॉर्म की दो अलग-अलग कॉपियां भरकर लानी होंगी। ध्यान दें, फोटोकॉपी स्वीकार नहीं की जाएगी। नीचे दी गई है दस्तावेजों की पूरी सूची, जो जांच के समय साथ लाने होंगे:
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुलदीप बिश्नोई के करीबी नलवा से भाजपा MLA रणधीर पनिहार के राजस्थान जाने पर विवाद खड़ा हो गया। कुलदीप बिश्नोई के साथ 11 दिसंबर को जोधपुर गए पनिहार का स्वागत कुलदीप बिश्नोई की तरह ही किया गया। इसमें पनिहार को कुलदीप बिश्नोई की तरह जोधपुर एयरपोर्ट पर माला पहनाई गई, समाज का साफा पहनाया गया और पुष्प वर्षा की गई। इससे अब बिश्नोई संत नाराज हो गए हैं। समाज के बड़े संतों में से एक संत लालदास योग गुरु ने वीडियो मैसेज जारी कर रणधीर पनिहार का स्वागत करने पर सवाल खड़े किए हैं। लालदास महाराज ने कहा कि यह समाज का दुश्मन है। इसको सबक सिखाना चाहिए था, क्योंकि इसने अखिल भारती बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया का अपमान किया था। करीब 5 मिनट के इस वीडियो में लालदास महाराज ने अपनी पीड़ा समाज के सामने रखी। सबसे पहले जानिए बिश्नोई समाज के संत ने क्या कहा… अब जानते हैं देवेंद्र बूड़िया और पनिहार के बीच क्या हुई थी घटना... पनिहार ने कहा था- बूड़िया मेरे दोस्तअखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के आरोपों पर विधायक रणधीर पनिहार ने कहा था जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, ऐसी कोई बात नहीं है। मनगढ़ंत आरोपों का मैं क्या जवाब दूं। हां, मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई। बूड़िया साहब आज भी मेरे अच्छे दोस्त हैं और उनसे मेरी अकसर मुलाकात होती रहती है। सोशल मीडिया पर उन्होंने ऐसा क्यों बोला, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। कुलदीप बिश्नोई ने दिलवाया रणधीर पनिहार को टिकटरणधीर पनिहार पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के दोस्त हैं। कुलदीप बिश्नोई ने ही लॉबिंग कर रणधीर पनिहार को भाजपा का टिकट दिलवाया था। इतना ही नहीं, रणधीर के लिए प्रचार भी किया। इस विधानसभा चुनाव में रणधीर पनिहार की जीत हुई, लेकिन आदमपुर से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई अपनी पैतृक सीट हार गए। इसके अलावा, कुलदीप बिश्नोई के भाई दुड़ाराम बिश्नोई भी फतेहाबाद से चुनाव हार गए। हालांकि, रणधीर पनिहार कह चुके हैं वे कुलदीप बिश्नोई के लिए विधायक पद भी छोड़ने के लिए तैयार हैं। वे चाहें तो उनके बेटे को मेरी जगह पर चुनाव लड़वा सकते हैं।
हर मैच में बदली राजस्थान टीम, अब 16 की जगह 20 सदस्य
जयपुर | अंडर-19 कूच बिहार ट्रॉफी में राजस्थान की टीम हर मैच से पहले बदलती रही है। कभी 15 सदस्यीय टीम घोषित हुई तो कभी 16 सदस्य शामिल हुए। अब 16 दिसंबर से जयपुर में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ खेले जाने वाले लीग के अंतिम मैच के लिए 20 सदस्यीय टीम की घोषणा की गई है। पिछले मैच से पहले उपकप्तान मनय कटारिया तक को बाहर कर दिया गया था। हर मैच में 2-2, 3-3 खिलाड़ियों को बदला जा रहा है। किसी भी खिलाड़ी को ये कॉन्फीडेंस नहीं दिया जा रहा है कि उसे कम से 3-4 मैच तो खेलने को मिलेंगे ही। एक-एक मैच खिलाकर खिलाड़ियों को टीम से बाहर कर दिया जा रहा है। 20 सदस्यीय टीम कुशाग्र ओझा (कप्तान), जतिन सैनी (उपकप्तान), रजत बघेल, आदित्य सैनी, दीपेश, प्रखर शर्मा, कर्ण दवे, केतन देवासी, नावेद खान, जयवर्धन सिंह गहलोत, हनीप्रताप सिंह, विनोद कुमावत, दुष्यंत कच्छावा, गौरव, एकांश शर्मा, कविश गुनावत, सचिन कुमार सेन, हर्ष दगड़ी, अभिषेक मूंड, ओशनिक ग्रोवर। मुंबई के खिलाफ शामिल हुए, अब बाहर मनन; मनन शेखावत को मुंबई के खिलाफ मैच से पहले टीम में शामिल किया था। अब उनको 20 सदस्यीय टीम में भी जगह नहीं मिली है। इसी तरह अभिषेक मूंड को पिछले मैच में बाहर कर दिया था, अब फिर से वापसी हो गई। शिफान खान को भी बाहर कर दिया है। अब तक 30 खिलाड़ी शामिल; ट्रॉफी में अब तक 30 खिलाड़ी शामिल हो चुके हैं। राजस्थान ने अब तक 4 मैच में से 2 में जीत हासिल की] जबकि दो में उसे हार का सामना करना पड़ा। राजस्थान की टीम अब भी 12 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है। जम्मू-कश्मीर के खिलाफ जीत से टीम आगे क्वालिफाई भी कर सकती है। 20 सदस्यीय टीम तो घोषित कर दी पर देर रात तक खिलाड़ी टीम के साथ जुड़ भी नहीं पाए क्योंकि नए खिलाड़ियों को देर से सूचना दी।
अपेक्स यूनिवर्सिटी; रंग-ए-राजस्थान में स्टूडेंट्स ने रैंप पर उतारी राजस्थान की कला और संस्कृति
जयपुर | अपेक्स यूनिवर्सिटी के फैशन एंड डिज़ाइन डिपार्टमेंट की ओर से आयोजित वार्षिक स्टूडेंट फैशन शोकेस ‘रंग-ए-राजस्थान’ का आयोजन रविवार शाम को जवाहर सर्किल पर किया गया। कार्यक्रम में फ़ैशन, कला और राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनूठा संगम देखने को मिला। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा सदस्य कालीचरण सराफ रहे। फैशन शो में विद्यार्थियों ने अपने डिजाइनों के माध्यम से राजस्थान की लोक कला, पारंपरिक रंगों और शिल्प को आधुनिक डिज़ाइन दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया। अपेक्स यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर वेदांशु जूनीवाल ने कहा कि रंग-ए-राजस्थान केवल फैशन शो नहीं बल्कि उभरते डिजाइनर्स की प्रतिभा को मंच देने का प्रयास है, जिससे युवा रचनात्मकता को नई दिशा मिलती है।
सिरसा जिले की चौकी चौटाला पुलिस ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में वांछित आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान अहमद नवाज उर्फ चिड़िया पुत्र जान मोहम्मद निवासी गुड़िया खेड़ा जिला हनुमानगढ़ (राजस्थान) के रूप में हुई है। उसे चौटाला रोड, संगरिया से पकड़ा गया। पुराने मामले से संबंधित गिरफ्तारी चौकी चौटाला के प्रभारी पीएसआई सतपाल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह गिरफ्तारी एक पुराने मामले से संबंधित है। पुलिस टीम ने नशा तस्करी के संबंध में मिली गुप्त सूचना के आधार पर साबुआना रोड, चौटाला पर नाकाबंदी की हुई थी। कुछ समय बाद एक सफेद रंग की गाड़ी आती दिखाई दी। पुलिसकर्मियों ने कार ड्राइवर को रुकने का इशारा किया, तो ड्राइवर ने उनकी सरकारी गाड़ी को सीधी टक्कर मार दी। पुलिसकर्मियों ने सावधानी बरतते हुए अपना बचाव किया। पुलिस ने किया पीछा, नाले में गिरी कार पुलिस ने होंडा सिटी कार का पीछा किया, जो गांव गुड़िया में एक गली के किनारे नाले में जा गिरी। मौके पर कार सवार आरोपी जगदीश पुत्र फूला राम निवासी सालीवाला, जिला हनुमानगढ़ (राजस्थान) को काबू कर लिया गया था। हालांकि आरोपी अहमद नवाज उर्फ चिड़िया उस समय फरार हो गया था। सरकारी कार्य में बाधा डालने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में दोनों आरोपियों के खिलाफ थाना सदर में धारा 115(2), 121(1), 132, 221, 296, 351(2), 3(5) BNS और 3PDPP ACT के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने अब फरार आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और मामले में आगे की जांच जारी है।
झालावाड़ में हेपकिडो खिलाड़ियों का हुआ सम्मान:127 पदक जीतकर राजस्थान ने नेशनल चैंपियनशिप जीती
झालावाड़ में 9वीं नेशनल हेपकिडो चैंपियनशिप के पदक विजेता खिलाड़ियों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। हेपकिडो डेवलपमेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के तत्वावधान में हुए इस समारोह में राजस्थान के खिलाड़ियों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। यह चैंपियनशिप 6 से 7 दिसंबर तक चित्तौड़गढ़ में आयोजित हुई थी, जिसमें राजस्थान के 120 से अधिक खिलाड़ियों ने भाग लिया था। खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 27 स्वर्ण, 39 रजत और 61 कांस्य पदक जीते, जिससे राजस्थान ओवरऑल चैंपियन बना। झालावाड़ के कोटा रोड स्थित संकल्प अकादमी में आयोजित सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला परिषद सीईओ शंभूदयाल मीणा ने की।विशिष्ट अतिथियों में हेपकिडो डेवलपमेंट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष कुलदीप अरोड़ा, सचिव अनीता मालव, समाजसेवी मनोज शर्मा, संकल्प अकादमी के डायरेक्टर उदयभान सिंह, समाजसेवी अतुल झाला, जिला ओलंपिक संघ अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल और इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रिंसिपल करतार सिंह शामिल रहे।
नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- विधायक निधि से राशि जारी करने की एवज में विधायकों का रिश्वत लेना भारतीय लोकतंत्र के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा- सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी में आया है कि तीन-तीन विधायक इस प्रकार के प्रकरण में शामिल हैं। उनके कुछ फोटोग्राफ्स, क्लिप भी सामने आए हैं। खर्रा ने कहा- मैं उम्मीद करूंगा कि राजस्थान विधानसभा में सदाचार समिति इस विषय पर संज्ञान लेकर सोशल मीडिया पर जो सूचनाएं प्रसारित हो रही हैं, उसका संज्ञान लेकर जांच करे। अगर कोई दोषी पाया जाता तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई का प्रस्ताव विधानसभा अध्यक्ष को प्रस्तुत करेंगे। विधानसभा अध्यक्ष सदन के सामने इसे प्रस्तुत कर उचित कार्रवाई करेंगे। जोधपुर दौरे के दौरान रविवार को नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने सर्किट हाउस में लोगों की जनसमस्याएं सुनी। इस दौरान उन्होंने यह कहा। संबंधित विधायकों के खिलाफ पार्टी करे कार्रवाईनगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा- इससे पहले भी एक विधायक राजस्थान विधानसभा में प्रश्न लगाकर, प्रश्न वापस लेने या उत्तर प्राप्त नहीं करने का प्रयास करने के बाद में रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था। वास्तव में यह भारतीय लोकतंत्र के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ऐसे विधायकों के खिलाफ पार्टी के स्तर पर कार्रवाई करने के सवाल पर मंत्री खर्रा ने कहा- संबंधित पार्टी के विधायकों के जो वीडियो सामने आए हैं। उन पार्टियों का भी नैतिक दायित्व बनता है कि वो अपने-अपने विधायकों के खिलाफ पार्टी स्तर पर आवश्यक कार्रवाई करेंगे। जोधपुर निगम और विकास प्राधिकरण के अफसरों से की चर्चानगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने जोधपुर नगर निगम और जोधपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की बैठक ली। खर्रा ने मीडिया से बात करते हुए कहा- जोधपुर विकास प्राधिकरण और जोधपुर नगर निगम के अधिकारियों के साथ शहर की समस्याओं पर चर्चा की। इनमें विशेष रूप से लंबे समय से लंबित श्याम नगर की समस्या थी। अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जब नगर विकास न्यास जोधपुर था, उस समय श्याम नगर योजना की परिकल्पना करके सृजित की गई थी। उसकी शिकायत होने पर भ्रष्टाचार निरोधक विभाग में कोई प्रकरण दर्ज हुआ। श्याम नगर के मूल कागजात, मूल पत्रावली भ्रष्टाचार निरोधक ने जब्त कर ली थी। जो सिरोही चौकी में है। नगर विकास न्यास के स्थान पर अब जोधपुर विकास प्राधिकरण अस्तित्व में आ चुका है तो जोधपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जो रिकॉर्ड जब्ती जोधपुर नगर विकास न्यास कालखंड में हुई थी। उसे वापस प्राप्त करने का अधिकार अब जोधपुर विकास प्राधिकरण में निहित हो गया। एक-दो सप्ताह में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की सिरोही चौकी से संपर्क करके और अफसर वह मूल रिकॉर्ड वापस प्राप्त करें। श्याम नगर आवासीय योजना : 90 बीघा में 660 प्लॉट थे, 400 पर हुए कब्जेजोधपुर तहसील के खसरा संख्या 771, 771/869, 810, 811, 813 पर श्याम नगर आवासीय योजना 90 बीघा में वर्ष 1998 में प्लान की गई। इसमें करीब 660 भूखंड थे। यहां बड़े पार्क, चौड़ी सड़कों और सुविधा क्षेत्र का भी प्रावधान किया गया। परंतु अतिक्रमियों ने किसी को नहीं छोड़ा। तकरीबन 55 बीघा जमीन पर अतिक्रमी काबिज हो गए। बची 35 बीघा जमीन पर 5 गलियों में 220 बंगले-मकान हैं। इसमें भी पार्क की जमीन पर लोग काबिज हो गए थे। जिन्हें समय-समय पर हटाने की कोशिशें हुईं। देवनगर घड़ी तिराहा से सेंट्रल एकेडमी स्कूल रोड के राइट साइड में श्याम नगर बसा है। लेफ्ट में अतिक्रमण व कब्जे हैं। श्याम नगर योजना में लोगों ने रुपए जमा करा दिए। उन्हें प्लॉट नंबर आवंटन हो गया, लेकिन असली मालिकों की जगह अतिक्रमी काबिज हो गए। हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने आवंटियों के पक्ष में फैसले किए, लेकिन क्रियान्विति नहीं हुई। 27 साल से आज तक 400 भूस्वामी प्लॉट की उम्मीद में संघर्षरत हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 में संचालित विभिन्न छात्रवृति योजनाओं के लिए ऑनलाइन पोर्टल खोल दिया है। 11 दिसंबर से शुरू हुई आवेदन प्रक्रिया 31 जनवरी, 2026 तक चलेगी। आवेदन में पहली बार वन टाइम रजिस्ट्रेशन व्यवस्था शुरू की है। निदेशक आशीष मोदी ने बताया कि आवेदन छात्रवृति योजना में आवेदन किये जाने से पूर्व विद्यार्थी के लिए नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल की वेबसाइट https://scholarships.gov.in/otrapplication /#/login-page अथवा NSP OTR APP के माध्यम से OTR (वन टाइम रजिस्ट्रेशन) करना होगा। ओटीआर की प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए विद्यार्थी को “NSP OTR APP” एवं “AadharfaceRD” APP डाउनलोड कर ई-केवाईसी एवं फेस ऑथेंटिकेशन करना अनिवार्य है। सभी विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन स्वयं पासवर्ड सृजित कर अथवा ई-मित्र/साइबर कैफे /शैक्षणिक संस्थान से आवेदन करने पर समस्त प्रविष्टियों की जांच कर लें। मोदी ने बताया कि राजस्थान के मूल निवासियों के लिए विभाग की ओर से संचालित विभिन्न छात्रवृति योजनाओं में जैसे एससी/एसटी/एसबीसी/ओबीसी/ईडब्लूएस / मुख्यमंत्री सर्वजन उच्च शिक्षा उत्तर मैट्रिक छात्रवृति योजना/विमुक्त, घुमंतु एवं अर्धघुमंतु समुदाय तथा मिरासी एवं भिश्ती समुदाय योजना में राज्य की राजकीय/ निजी मान्यता प्राप्त शिक्षण संस्थाओं एवं राज्य के बाहर संचालित राष्ट्रीय/राजकीय स्तर की शिक्षण संस्थाओं के पाठ्यक्रमों में प्रवेशित / अध्ययनरत (कक्षा 11 व 12 के अतिरिक्त) शिक्षण संस्थाओं के विद्यार्थियों से वेब पोर्टल www.sjmsnew.rajasthan.gov.in/scholarship अथवा एसएसओ पोर्टल पर स्कॉलरशिप एसजेई एप के माध्यम से ऑनलाइन पेपरलैस छात्रवृति आवेदन कर सकते हैं।
देश क ऊर्जा परिदृश्य में आ रहे बदलाव में राजस्थान महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। बीते दो वर्ष में नवीकरणीय ऊर्जा के लिए निवेश में आ रही बाधाओं को दूर करने के नीतिगत निर्णय किए गए हैं। यही कारण है कि प्रदेश की वर्तमान अक्षय ऊर्जा क्षमता 41,189 मेगावाट तथा सौर ऊर्जा क्षमता 35,337 मेगावाट तक पहुंच गई है। देश की कुल सौर ऊर्जा क्षमता में राजस्थान की भागीदारी 27.2 प्रतिशत और अक्षय ऊर्जा में 16.43 प्रतिशत हो गई है। यानी अक्षय ऊर्जा क्षमता में 17,820 मेगावाट की बढ़ोतरी हुई है। इसमें सौर ऊर्जा का योगदान 17,326 मेगावाट है। इसके अतिरिक्त 45 गीगावाट क्षमता की अक्षय ऊर्जा परियोजनाएं प्रगति पर हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का कहना है कि बीते दो वर्ष में लिए गए नीतिगत निर्णय से राजस्थान सोलर हब के रूप में उभर रहा है। विकेंद्रित सौर ऊर्जा में भी सबसे आगे सौर ऊर्जा में राजस्थान के बढ़ते प्रभुत्व के पीछे सोलर पार्कों तथा सौर परियोजनाओं के साथ-साथ पीएम-कुसुम एवं पीएम सूर्य घर जैसी योजनाओं का ठोस क्रियान्वयन भी है। इन योजनाओं से राज्य में विकेंद्रित सौर ऊर्जा को तेजी से बढ़ावा मिला है। कुसुम योजना के कम्पोनेंट-ए एवं कम्पोनेंट-सी के अन्तर्गत बीते दो वर्ष में प्रदेश की गांव-ढ़ाणियों में 2345 मेगावाट क्षमता से अधिक की ग्रिड कनेक्टेड 1047 लघु सौर ऊर्जा परियोजनाएं स्थापित की जा चुकी हैं। इस दृष्टि से राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है। इसी तरह कम्पोनेंट-बी में 51,927 (कुल 1.15 लाख) ऑफ ग्रिड सोलर पम्प स्थापित किए जा चुके हैं। इस योजना के माध्यम से किसान अब डीजल पंपों से मुक्ति पा रहे हैं और सस्ती एवं प्रदूषण रहित सौर ऊर्जा को अपना रहे हैं। ग्रिड कनेक्टेड संयंत्रों से करीब 1 लाख 54 हजार से अधिक किसानों को खेती के लिए दिन में बिजली मिल रही है। इसी तरह पीएम सूर्य घर योजना में दो वर्ष से भी कम समय में प्रदेश में 441 मेगावाट क्षमता के 1 लाख 9 हजार 209 रूफ टॉप सोलर संयंत्र लगाए जा चुके हैं। पीएम सूर्य घर में स्थापित रूफ टॉप सौर ऊर्जा संयंत्रों की संख्या के आधार पर राजस्थान देश में 5वें स्थान पर है। यह कदम भी उठाए गए
भास्कर एक्सक्लूसिव रेलवे खाली पदों को भरने के लिए सीधी भर्ती, अप्रेंटिसशिप, री-अपॉइंटमेंट, स्पोर्ट्स कोटा, एक्स आर्मी कोटा से पदों को भरता है। लेकिन अब रेलवे ने भर्ती का नया फॉर्मूला निकाला है। जो भूतपूर्व सैनिकों की पॉइंट्समैन पदों पर भर्ती का है। भूतपूर्व सैनिकों की ये भर्ती स्थायी नहीं, बल्कि संविदा पर है। दरअसल, रेलवे के यातायात विभाग में स्टेशन और यार्ड में कार्य करने के लिए पॉइंट्समैन के पदों को संविदा आधार पर भूतपूर्व सैनिकों से अस्थायी आधार पर भरा जाएगा। रेलवे बोर्ड के निदेशक/संस्थापना (एन) यू.के. तिवारी ने उत्तर पश्चिम सहित सभी जोनल रेलवे के जीएम को निर्देश जारी किए कि पॉइंट्समैन के पदों को नियमित रूप से भरे जाने तक ऐसी भर्ती की जा सकती है। इससे पहले बोर्ड ने गेटमैन के रिक्त पदों को अस्थायी रूप से संविदा आधार पर भरने के आदेश जारी किए थे। संविदा आधार पर भर्ती होने वाले पूर्व सैनिक को पॉइंट्समैन के लिए निर्धारित प्रशिक्षण पास करना आवश्यक होगा। पॉइंट्समैन के पदों पर वर्ष 2023 में भर्ती हुई थी। लेकिन कर्मचारियों के अन्य पदों पर पदोन्नत होने, सेवानिवृत्ति सहित अन्य कारणों से बड़ी संख्या में पद खाली हो गए हैं। ऐसे में बोर्ड ने देशभर में 5058 पदों पर संविदा आधार पर भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्ति देने का निर्णय लिया है। अजमेर, बीकानेर, जयपुर और जोधपुर मंडल में करीब डेढ़ हजार पॉइंट्समैन के पद खाली हैं। सेफ्टी कैटेगरी के पद पर संविदा भर्ती के निर्णय का विरोध {रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पहले हर तीन साल के हिसाब से जोनल रेलवे भर्ती बोर्ड को मांगपत्र भेजते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं किया जा रहा है। इस वजह से ये परेशानी आ रही है। ट्रैक मेंटेनर के भी 3.5 हजार पद खाली, असर- पेट्रोलिंग ज्यादा करनी पड़ रही एनडब्ल्यूआरईयू महामंत्री मुकेश माथुर ने निर्णय का विरोध करते हुए कहा सेफ्टी से जुड़े पदों पर संविदा भर्ती का निर्णय गलत है। नियमित भर्ती होनी चाहिए। दो वर्ष से इन पदों पर भर्ती क्यों नहीं की, जबकि रेलमंत्री ने हर साल भर्ती करने की घोषणा की थी। नियमित भर्ती होने के बाद इनकी समाप्त कर दी जाएगी। प्रशिक्षण पर खर्चा बेकार जाएगा। उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर सहित चारों मंडलों में ट्रैक मेंटेनर/गैंगमैन के करीब 3.5 हजार पद खाली हैं। दरअसल, दिल्ली-अहमदाबाद-मुंबई वाया जयपुर-अजमेर-कोटा सेक्शन में डबलिंग होने से और दौसा-गंगापुर सिटी जैसे नए सेक्शन खुलने के कारण ट्रैकमेंटेनेर के नए पद सृजित होने चाहिए थे, लेकिन अभी मौजूदा स्टाफ (7 हजार ट्रैकमैन/गैंगमैन) से ही पेट्रोलिंग और ट्रैक मेंटेनेंस का कार्य कराया जा रहा है। यूनियन के मंडल अध्यक्ष के. एस. अहलावत और मंडल मंत्री राकेश यादव ने बताया कि रेलवे द्वारा रोजाना 5200 किमी से भी अधिक ट्रैक पर पेट्रोलिंग कराई जाती है। वर्ष 2016 से पहले एक ट्रैकमैन से 20-22 किमी तक पेट्रोलिंग कराई जाती थी। ऐसे में यूनियन दने पेट्रोलिंग कम करने की मांग की। इसके बाद पेट्रोलिंग के किलोमीटर को 22 से घटाकर 16 किमी किया, लेकिन अब भी ट्रैक मैंटेनर्स की मांग है कि इसे कम किया जाए, ताकि उन्हें रेस्ट/छुट्टी मिल सके। एंप्लॉइज यूनियन द्वारा पिछले 3 साल से रेलवे से ट्रैकमैन की भर्ती की मांग की जा रही है। लेकिन अभी तक इन पदों को नहीं भरा गया है। गौरतलब है कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने ट्रैकमैन पदों पर भर्ती के लिए बोर्ड को मांग पत्र भेजा हुआ है।
पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 26 को, मुख्यमंत्री को आमंत्रण
जयपुर | लघु उद्योग भारती की ओर से पश्चिमी राजस्थान उद्योग हस्तशिल्प उत्सव 26 दिसम्बर आयोजित किया जाएगा। उद्योग विभाग, रीको, विद्युत विभाग, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, श्रम विभाग, जीएसटी विभाग, फैक्ट्रीज एंड बॉयलर्स, नगर निगम जैसे विभाग की योजनाओं की जानकारी देने के मकसद से आयोजित किए जाने वाले इस उत्सव में विभिन्न विभागों की भूमिका होगी। इसके शुभारंभ के लिए लघु उद्योग भारती ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को शुभारंभ समारोह में शामिल होने का आमंत्रण दिया है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने उत्सव के पोस्टर का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले लघु उद्योग भारती के प्रतिनिधिमण्डल में संगठन के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव नरेश पारीक, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष शांतिलाल बालड, उपाध्यक्ष महावीर चौपडा, नटवरलाल अजमेरा, महामंत्री सुधीर कुमार गर्ग एवं जोधपुर महानगर सचिव राकेश कुमार चौरडिया उपस्थित रहे।
टांटिया समूह ने बनाई राजस्थान की पहली यूथ कोऑपरेटिव सोसायटी
श्रीगंगानगर| टांटिया समूह की ओर से भारत सरकार की सहकारिता नीति के अनुरूप युवाओं और महिलाओं को सहकारी क्षेत्र में आगे बढ़ाने के सार्थक उद्देश्य से युवाओं पर आधारित टांटिया युवा शक्ति विकास सहकारी समिति लिमिटेड का गठन किया गया है। टांटिया समूह के वाइस चेयरपर्सन मोहित टांटिया के मार्गदर्शन में गठित अपनी तरह की इस यूनिक कोऑपरेटिव सोसायटी के माध्यम से भारत सरकार की नई सहकारिता नीति के अनुरूप युवाओं और महिलाओं को सहकारी क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए प्रोत्साहन एवं गाइडेंस दिया जायेगा। टांटिया समूह के महाप्रबंधक विकास सचदेवा और उप रजिस्ट्रार, श्रीगंगानगर दीपक कुक्कड़ ने सहकारिता विभाग की प्रमुख शासन सचिव एवं सहकारिता रजिस्ट्रार मंजू राजपाल से शासन सचिवालय कक्ष में मुलाकात कर उद्देश्यों की जानकारी दी।
सरकार के दो साल पूरे होने पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बाड़मेर जिले की चार विधानसभाओं के रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मंत्री ने प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि रिफाइनरी का अप्रैल माह में प्रोडक्शन स्टेज पर आ जाएगी। वहीं, एटी इनकंबेंसी के सवाल पर शेखावत ने कहा राजस्थान में 5 साल में सरकारें बदलने की परंपरा इस बार तोड़कर रहेंगे। हरियाणा, महाराष्ट्र और बिहार में एटी इनकंबेंसी की बातें की जाती थी लेकिन वहां की जनता ने उसको दरकिनार कर दुबारा सरकार बना दी। दरअसल, सरकार के दो साल पूरे होने के अवसर महावीर टाउन हॉल में प्रोग्राम का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत बाखासर से बाड़मेर जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां पर सरकार के कामों की बने रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान चौहटन विधायक आदूराम मेघवाल, बाड़मेर विधायक प्रियंका चौधरी, जिलाध्यक्ष अनंतराम विश्नोई, भाजपा नेता स्वरूप सिंह, दिलीप पालीवाल, महामंत्री महावीर सिंह चूली, देवीलाल कुमावत समेत पदाधिकारी मौजूद रहें। अप्रैल में रिफाइनरी में प्रोडक्शन स्टेज पर रिफाइनरी शुरू होने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा- पहले अशोक गहलोत इस बात का जवाब दें कि पांच साल सत्ता में थे तब उन्होंने फैसलों में देरी की थी। इसके कारण रिफाइनरी का काम लटका है। मैं आपको विश्वास के साथ कहता हूं कि अप्रैल तक रिफाइनरी प्रोडक्शन के स्टेज पर आ जाएगी। एटी इनकंबेंसी प्रो इनकंबेंसी बनी बिहार, महाराष्ट्र और हरियाणा जीतें, 5 साल सरकार बदलने का मिथक तोड़ेंगे एंटी इनकंबेंसी चार साल बाद होती है लेकिन इस बार दो साल में देखने को मिल रही है इस सवाल पर मंत्री ने कहा- नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद एंटी इनकंबेंसी प्रो इनकंबेंसी में तब्दिल हो जाती है। जब हरियाणा में चुनाव हो रहे थे तब भी एंटी इनकंबेंसी की बात करते थे। प्रो इनकंबेंसी हुई पहले से ज्यादा सीटें मिली। महाराष्ट्र में चुनाव की बात कर रहे थे तभी एंटी इनकंबेंसी की बात करते थे। सरकार इतने टुकड़ों में इसके लिए बहुत एंटी इनकंबेंसी थी। तब भी प्रो इनकंबेंसी हुई। जब अभी हम बिहार चुनाव लड़ रहे थे तब भी कह रहे थे कि सूपड़ा साफ हो जाएगा। बिहार में प्रो इनकंबेंसी हुई मजबूत बहुमत बिहार की जनता दे दिया। अभी बार राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने की परंपरा है इस परंपरा को तोड़कर रहेंगे। जिलाध्यक्ष सूची उपलब्ध करवाएंगे बीते दो सालों में बाड़मेर में ना शिलान्यास हुआ और ना लोकार्पण हुआ इस सवाल पर गजेंद्र सिंह गुमराह करते नजर आए। कहा- मुझे लगता है कि आप लोगों को ठीक से देखने की आवश्यकता है। मैं जिलाध्यक्ष जी को कहूंगा बीते दो सालों में जितने उद्घाटन हुए है उसकी निश्चित रूप से आपको उसकी पूरी सूची राजस्थान के प्रत्येक गांव में, बाड़मेर के प्रत्येक गांव में किस तरीके से सड़कों का निर्माण हुआ है। बाड़मेर में किस तरीके से इन्फ्रास्ट्रक्चर पर काम हुआ है। नए कॉलेजों, पाठशालाएं और पानी कनेक्शनों की सूची उपलब्ध करवा दी जाएगी। सीटी स्कीन मशीन को लेकर रेडिशन समेत अनेक आपत्तियों को लाने की आवश्यकता होती है। मेडिकल कॉलेज बनने का एक लंबा प्रोसेस होता है। यहां के प्रशासन ने नए कॉलेज और डिपार्टमेंट के रेडियोग्राफी डिपार्टमेंट उसके निर्माण के लिए और उसके बाद संचालन के लिए इक्यूपमेंट और मैन पावर रिर्सोस चाहिएगें। सबके लिए 90 करोड़ की योजना बनाकर राजस्थान को भेज दी है। जिसको फाइनेंस डिपार्टमेंट ने एक्सपैक्ट कर अप्रूव कर दिया है। उसकी प्रक्रिया जो है।प्राइवेट सेक्टर में भी मेडिकल कॉलेज बनता है तो 6-7 साल लगते है। धीरे-धीरे चीजें डवलप होती है। थोड़े दिनों में रेडियोलॉजी का इश्यू वो एड्रेस हो जाएगा। 6 माह के लिए ऑन कांट्रेक्ट सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके लिए भी सीटी स्कैन टैंडर अपलोड किया था। लेकिन टैंडर खारिज हो गया। दुबारा टैंडर हमने उसमें किया है मुझे लगता है जल्द रिजल्ट आ जाएगा।
सिरसा में राजस्थान का नशा तस्कर अरेस्ट:पुलिस को देखकर भागने की कोशिश, तलाशी में एक किलो अफीम बरामद
सिरसा जिले की सीआईए कालांवाली टीम ने चौटाला संगरिया नाकाबंदी से एक अफीम तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से एक किलो 50 ग्राम अफीम बरामद की है।आरोपी की पहचान राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के सुरजनवास निवासी नारायण लाल के रूप में हुई है। सीआईए कालांवाली के प्रभारी सब इंस्पेक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि पुलिस टीम अपराध और नशीले पदार्थों की रोकथाम के लिए चौटाला संगरिया रोड पर गश्त कर रही थी। इस दौरान सूचना के आधार पर नाकाबंदी की गई थी। पुलिस ने 3 दिन की रिमांड पर लिया नाकाबंदी पर एक व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने संदेह होने पर उसे काबू किया, जिसने पूछताछ में उसने अपना नाम नारायण लाल बताया। नियमानुसार तलाशी लेने पर उसके पास से एक लिफाफे में एक किलो 50 ग्राम अफीम बरामद हुई। आरोपी के खिलाफ थाना सदर में मादक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया गया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपी से अफीम तस्करी के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी और उनके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेश के किसानों के लिए खुश खबरी है। पश्चिमी राजस्थान में पहला कृषि मशीनरी परीक्षण केन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर में स्थापित किया जा रहा है। विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो डॉ. वीएस जैतावत ने शनिवार को केंद्र की स्थापना के लिए विश्वविद्यालय की सावंत कुआं स्थित कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग (CTAE) में भूमि पूजन किया। जोधपुर बनेगा तीसरा केंद्र उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में बीकानेर एवं उदयपुर में इसके केंद्र स्थापित है। पश्चिमी राजस्थान में यह पहला केंद्र होगा। अकसर छोटे कृषि उपकरणों के निर्माता दूरी और अन्य समस्याओं के साथ-साथ परीक्षण रिपोर्टों की लंबी लंबित सूची के कारण राज्य में मौजूद प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर और बीकानेर या देश के अन्य केंद्रों तक नहीं पहुंच पाते हैं। इसलिए निर्माताओं व किसानों की समस्या को देखते हुएजोधपुर कृषि विश्वविद्यालय में कृषि मशीनरी परीक्षण केंद्र की स्थापना की जा रही है। इस से अधिक से अधिक कृषि उपकरणों के गुणवत्ता परीक्षण में सहायता मिलेगी। साथ ही राज्य के किसानों को गुणवत्तापूर्ण कृषि मशीनें उपलब्ध कराने में भी मदद मिलेगी। ये होंगे केंद्र के कार्य कृषि मशीनरी परीक्षण केंद्र के मुख्य कार्य मशीनों की कार्यात्मक उपयुक्तता और प्रदर्शन का आकलन करना, गुणवत्ता नियंत्रण करना, मानक तैयार करना, निर्माताओं को प्रमाणन देना ताकि सही मशीन का चुनाव हो सके और कृषि क्षेत्र में मशीनीकरण को बढ़ावा मिले। ये केंद्र मशीनों के उचित चयन, रखरखाव और नवीनतम तकनीकों के प्रचार-प्रसार में मदद करते हैं, जिससे किसानों को बेहतर उपकरण मिलें और उत्पादन बढ़े। परियोजना की अवधि 5 वर्ष सीटीएई के डीन डॉ एम एम कुमावत ने बताया कि केंद्र की स्थापना प्रधानमंत्री राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत की जा रही है। परियोजना की अवधि 5 वर्ष है। परियोजना की लागत पहले वर्ष में 97.2 लाख रुपये, दूसरे वर्ष में 173.06 लाख रुपये, तीसरे वर्ष में 139.20 लाख रुपये, चौथे वर्ष में 94.20 लाख रुपये और अंत में 54.20 लाख रुपये होगी। परियोजना के प्रमुख अन्वेषक डॉ नरेंद्र है, साथ ही साल भर में इस केंद्र को स्थापित कर सुचारू रूप से कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि केंद्र की स्थापना से विश्वविद्यालय की आर्थिकी को भी मजबूती मिलेगी। भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान की वित्त नियंत्रक मेवाराम बालन, भू संपदा अधिकारी संतोष चौधरी सहित विश्वविद्यालय के सभी डीन, निदेशक, अधिकारीगण व सीटीएई के सदस्य मौजूद रहे।
सलूंबर जिले में पहली बार राज्य स्तरीय दृष्टिबाधित क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने दर्शकों को प्रभावित किया। प्रतियोगिता का उद्घाटन सलूंबर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हुआ। यह आयोजन राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड स्टेट ब्रांच के तत्वावधान में किया गया। उद्घाटन समारोह में सलूंबर विधायक शांता देवी मीणा, जिला उपाध्यक्ष चंद्रशेखर जोशी, एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगीलाल बुनकर, महासचिव इस्लाम अली, सचिव भावेश देसाई, नेता प्रतिपक्ष प्रभुलाल जैन, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत धर्म प्रसार प्रमुख राकेश प्रजापत और विहिप के विभाग मंत्री पूर्णेश शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। विधायक शांता देवी मीणा ने टॉस कर प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। पहले दिन दो मैच खेले गए। पहला मैच राजस्थान बोर्ड और सलूंबर के बीच हुआ, जिसमें राजस्थान बोर्ड विजयी रहा। दूसरा मैच जोधपुर और सलूंबर के बीच खेला गया, जिसमें सलूंबर ने जीत हासिल की। इस अवसर पर प्रतियोगिता के संयोजक संजय चाष्टा, सह-संयोजक दुष्यंत भट्ट और गिरीश पटेल भी मौजूद रहे। इनके अतिरिक्त, जिला मंत्री करण सिंह, भूरा भाई पटेल, जिला प्रवक्ता नाथु भाई कोलावत, अमृत प्रजापत, भाजपा सलूंबर नगर अध्यक्ष विजेश भलवाड़ा, मेवल मंडल अध्यक्ष नाहर सिंह राठौड़, सराडा मंडल अध्यक्ष करण जोशी, छप्पन मंडल अध्यक्ष अमरलाल पटेल, जयसमंद मंडल अध्यक्ष लक्ष्मण मीणा और नरेश गर्ग सहित जिला सलूंबर के समस्त कार्यकर्ता उपस्थित थे।
रखाराम ज्याणी ने राजस्थान में 22वीं रैंक हासिल की:सहायक कृषि अधिकारी बनने पर चिरढाणी में हुआ स्वागत
रखाराम ज्याणी का सहायक कृषि अधिकारी भर्ती परीक्षा में चयन होने पर चिरढाणी कस्बे में ग्रामीणों द्वारा स्वागत किया गया। ज्याणी ने हाल ही में राजस्थान सहायक कृषि अधिकारी भर्ती परीक्षा उत्तीर्ण की है। वे इससे पहले चिरढाणी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर कृषि सुपरवाइजर के पद पर कार्यरत थे। चिरढाणी ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित स्वागत समारोह में सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे। ग्रामीणों ने राजस्थानी परंपरा के अनुसार ढोल-नगाड़ों के साथ ज्याणी का अभिनंदन किया। इस अवसर पर पशुधन सहायक राकेश सेंगवा, भूराराम थिरोदा, तेजाराम चौधरी, मनोहर विश्नोई सहित कई गणमान्य व्यक्ति और स्थानीय निवासी मौजूद थे। सभी ने ज्याणी को उनकी सफलता पर बधाई दी। रखाराम ज्याणी ने राजस्थान सहायक कृषि अधिकारी भर्ती परीक्षा में राज्यभर में 22वीं रैंक प्राप्त की है। उनकी इस उपलब्धि से चिरढाणी कस्बे के साथ-साथ उनके पैतृक गांव हरियाढाना में भी खुशी का माहौल है। हरियाढाना गांव में ग्रामीणों ने गुड़ और मिठाई बांटकर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। परिवार और गांववासियों ने ज्याणी के चयन पर आतिशबाजी भी की।
नूंह सीआईए की टीम ने गत जून माह में फिरोजपुर झिरका में एटीएम काटकर 24.29 लाख रुपए चोरी करने के मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने अंतरराज्यीय एटीएम कटिंग गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी की जा रही है। पुलिस ने यह कार्रवाई ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत की है। पकड़े गए आरोपियों में एक आरोपी राजस्थान का रहने वाला है, वहीं दूसरा उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। फिरोजपुर झिरका में तोड़ा था एटीएम ASP आयुष यादव ने बताया कि, 13 जून की रात को फिरोजपुर झिरका के बस स्टैंड बींवा रोड पर स्थित एचडीएफसी बैंक के एटीएम बूथ में अज्ञात चोरों ने शटर तोड़कर प्रवेश किया। आरोपियों कैमरे को तोड़ दिया और गैस कटर की मदद से एटीएम मशीन काटकर अंदर रखे 24 लाख 29 हजार 200 रुपए चोरी कर ले गए। एटीएम में 11 जून को 32 लाख और 13 जून को 38 लाख रुपए डाले गए थे । इस मामले में शिकायतकर्ता इदु सिद्दीकी सेफ क्योर कंपनी के सुपरवाइजर ने 14 जून को थाना शहर फिरोजपुर झिरका में एफआईआर दर्ज कराई थी। एएसपी ने बताया कि नूंह सीआईए प्रभारी प्रदीप कुमार के नेतृत्व में टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर एक ठिकाने पर छापेमारी कर तीन आरोपियों को पकड़ा। पांच आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम आरोपियों की पहचान अरशद उर्फ कंजा निवासी शिकारपुर थाना सदर तावडू, धर्मेंद्र कुमार निवासी मछेहा हरदोपट्टी थाना महेशगंज जिला प्रतापगढ़ उत्तर प्रदेश, वारदात में इस्तेमाल डिजायर कार का ड्राइवर और अरशद उर्फ मुल्ला निवासी उदाका राजस्थान हाल रिहाड़ी थाना सदर तावडू जिला नूंह के रुप में हुई है। पुलिस जांच में पता चला कि वारदात में कुल पांच आरोपी शामिल थे। रेकी करने वालों में अरशद उर्फ मुल्ला व अरशद निवासी मुंढेता थाना पिनगवां और एक अन्य व्यक्ति शामिल था। आयुष यादव ने बताया गया कि इस गिरोह के अन्य सदस्य और मुखिया अभी फरार है। जिनमें शाकिर, शाहिद व अरशद निवासी मुढैता थाना पिनगवां शामिल हैं। आरोपियों पर दर्जनों मुकदमे दर्ज, जेल में हुई मुलाकात ASP आयुष यादव के मुताबिक, आरोपी शाहिद निवासी मुंढैता थाना पिनगवां गिरोह का मुखिया बताया गया है, जो खुद एटीएम की कटिंग करता है और वारदात के समय अवैध हथियार रखता है। जो करीब एक दर्जन वारदातों में शामिल रहा है, लेकिन अभी तक गिरफ्तार नहीं हो पाया है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने कई अन्य चोरी की वारदातें कबूल की हैं। इनमें अरशद उर्फ कंजा को 2018 में हैदराबाद में एटीएम कटिंग के दौरान पकड़ा गया। करीब 18 महीने पहले राजस्थान के बांदीकुई में एटीएम चोरी की थी। अरशद उर्फ मुल्ला की 2021 में एटीएम चोरी में पुणे जेल में बंद धर्मेंद्र से मुलाकात हुई। फिर जुलाई 2025 में सीकर राजस्थान में 32 लाख की चोरी की वारदात को अंजाम दिया, जबकि अक्टूबर में धुले महाराष्ट्र में 15 लाख की वारदात की। धर्मेंद्र कुमार 2021 में एटीएम बदलकर ठगी के मामले में पुणे जेल में बंद रहा है। यह भी बताया गया कि यह गिरोह अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय है और कई राज्यों में एटीएम कटिंग की वारदातें कर चुका है । अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है ।
बॉलीवुड के दिग्गज निर्देशक विक्रम भट्ट और उनकी पत्नी श्वेताम्बरी भट्ट को राजस्थान पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों पर उदयपुर के एक व्यापारी से 30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का आरोप है। विक्रम और उनकी पत्नी को मुंबई के यारी रोड इलाके के गंगा भवन ...
दिल्ली के बाद अब राजस्थान में भी टैक्स फ्री हुई फिल्म '120 बहादुर'
एक्सेल एंटरटेनमेंट और ट्रिगर हैपी स्टूडियोज की वॉर एपिक '120 बहादुर' आखिरकार सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है, और इसके साथ ही पूरे देश में जबरदस्त उत्साह की लहर दौड़ गई है। साल की सबसे ज्यादा चर्चा वाली फिल्मों में शामिल इस फिल्म को मीडिया और ...
'यूपी पुलिस लट्ठ बजाओ...' राजस्थान के जुलूस का एडिटेड वीडियो सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम ने पाया कि यह वीडियो 25 सितंबर 2025 की रात को राजस्थान के जयपुर में एक स्थानीय नेता नरेश मीणा के समर्थकों द्वारा निकाले गए मशाल जुलूस का है, जिसे एडिट भी किया गया है.
बिहार में बीजेपी के साड़ी की दुकान लूटने के दावे से वायरल वीडियो राजस्थान का है
बूम ने पाया कि यह वीडियो अगस्त 2025 का राजस्थान के उदयपुर का है, जहां अग्रवाल साड़ीज नाम की एक दुकान में प्रोमोशनल सेल के दौरान भारी भीड़ जमा हो गई थी.
राजस्थान बोर्ड ने जारी किया 10वीं-12वीं सप्लीमेंट्री परीक्षा 2024 का शेड्यूल, यहां करें चेक
Rajasthan Board 10th-12th Supplementary Exam 2024: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने बीएसईआर सप्लीमेंट्री परीक्षा 2024 की डेटशीट जारी कर दी है। जिन छात्रों के परीक्षा में 33 प्रतिशत से कम अंक
क्या 6 महीने बाद फिर से राजस्थान के इस महल में शादी करने जा रहे हैं विक्की कैट
राजस्थान अपने खूबसूरत किलों और महलों के लिए विश्वभर में जाना जाता है। कला और संस्कृति के इस अनूठे संगम, शाही ठाठ बाठ समेत राजपुताना वास्तुकला का आनंद उठाने दुनिया के कोने-कोने से पर्यटक यहां आते हैं..........
Salman Khan फायरिंग केस में आया सनसनीखेज अपडेट, राजस्थान के इस राज्य से पकड़ा गया मामले का एक और आरोपी
सलमान खान के घर पर गोलीबारी प्रकरण में नया मामला दर्ज, राजस्थान से एक व्यक्ति गिरफ्तार
मुंबई। मुंबई पुलिस ने अप्रैल में अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर हुई गोलीबारी के सिलसिले में एक नया मामला दर्ज किया है और आपराधिक धमकी के आरोप में राजस्थान से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अपराध शाखा के अधिकारी ने बताया कि आरोपी की पहचान राजस्थान के बूंदी निवासी बनवारीलाल लटूरलाल गुर्जर (25) के रूप में हुई है। अधिकारी ने बताया कि गुर्जर ने कथित तौर पर अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें उसने कहा था, लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और गिरोह के अन्य सदस्य मेरे साथ हैं तथा मैं सलमान खान को मारने जा रहा हूं क्योंकि उसने अभी तक माफी नहीं मांगी है। आरोपी ने राजस्थान में एक राजमार्ग पर वीडियो बनाया और उसे अपने चैनल पर अपलोड कर दिया। अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम जांच के लिए राजस्थान भेजी गई और उसने आरोपी को पकड़ लिया। उन्होंने कहा कि मुंबई के साइबर पुलिस थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। अधिकारी ने कहा, हम जांच कर रहे हैं कि आरोपी गुर्जर का कोई पिछला आपराधिक इतिहास तो नहीं है। उसे भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं, 506 (2) (आपराधिक धमकी के लिए सजा) और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है और जांच जारी है। बांद्रा इलाके में 14 अप्रैल की सुबह सलमान खान के घर के बाहर मोटरसाइकिल सवार दो लोगों ने कई गोलियां चलाई थीं। इस मामले में कुल छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से एक अनुज थापन ने एक मई को पुलिस हवालात में कथित तौर पर फांसी लगा ली थी।
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'एकलव्य' के बारे में कुछ अनकहे किस्से
एकलव्य : रॉयल गार्ड का मूल नाम यज्ञ था। उत्पादन 2005 की शुरुआत में शुरू हुआ..........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'परमाणु' के बारे में कुछ अनकहे किस्से
जॉन अब्राहम की फिल्म 'परमाणु- द स्टोरी ऑफ पोखरण' को रिलीज हुए 6 साल हो गए हैं। यह फिल्म 25 मई 2018 को रिलीज हुई थी..........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'हाईवे' के बारे में कुछ रोचक बाते
जब इम्तियाज अली द्वारा निर्देशित यह रोड ड्रामा प्रसारित हुआ, जिसमें आलिया भट्ट और रणदीप हुडा ने अभिनय किया, तो लोगों ने इसे बहुत प्यार दिया, न केवल इसकी अभूतपूर्व कहानी के कारण, बल्कि भट्ट के उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण भी...........
देसी मिट्टी से शाहरुख खान ने कमा डाले 200 करोड़ रुपये, राजस्थान में करी थी फिल्म जवान की शूटिंग?
शाहरुख खान की फिल्म जवान ने पहले तीन दिनों में 200 करोड़ रुपये की कमाई कर शानदार प्रदर्शन किया है. 7 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हुई इस फिल्म ने 75 करोड़ की बड़ी ओपनिंग का रिकॉर्ड बनाया है............
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'ये जवानी है दीवानी' के बारे में कुछ रोचक बाते
उदयपुर में शूट की गई रोमांटिक और कॉमेडी फिल्मों की जबरदस्त अवधारणाओं में से एक का निर्माण करण जौहर द्वारा किया गया था और अयान मुखर्जी द्वारा निर्देशित किया गया था। यह उदयपुर में शूटिंग की गई सबसे लोकप्रिय फिल्मों में से एक थी.........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'गाइड' के बारे में कुछ अनकही बाते
उदयपुर में शूट की गई पहली फिल्मों में से एक वहीदा रहमान और देव आनंद अभिनीत एक रोमांस ड्रामा थी। यह फिल्म आर.के. नारायण के प्रसिद्ध उपन्यास पर आधारित है, जिसे व्यापक रूप से भारतीय सिनेमा उद्योग की उपलब्धियों में से एक माना जाता है.............
फिल्मों की शूटिंग के लिए बेस्ट लोकेशन बन रहा राजस्थान का अलवर
राजस्थान प्रदेश का अलवर जिला इन दिनों फिल्मों और वेब सीरीज समेत शॉर्ट फिल्मों के लिए बेस्ट लोकेशन बनता जा रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बॉलीवुड एक्टर उज्जवल चोपड़ा अपनी शॉर्ट फिल्म की 4 दिन की शूटिंग के लिए अलवर पहुंचे..........
जोधा अकबर की शूटिंग के बाद मशहूर हुई राजस्थान की ये जगहे
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की पीरियड फिल्म 'जोधा अकबर' के कुछ सीन जयपुर के आमेर किले में शूट किए गए हैं. आपको आशुतोष गोवारिकर की फिल्म का वो सीन याद होगा, जिसमें ऐश्वर्या राय किचन में राजा के लिए खाना बनाती है......
बॉलीबुड और हॉलीवुड फिल्मों के लिए फेमस है राजस्थान की ये जगहे, देखें वीडियो
राजस्थान और फिल्में हमेशा से मनोरंजन का तड़का लगाती रही हैं। राजधानी जयपुर हमेशा से फिल्म निर्माताओं की पसंदीदा रही है। 'पिंक सिटी' में एक-दो नहीं बल्कि कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है......
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'लगान' के बारे में कुछ रोचक तथ्य
मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से मशहूर आमिर खान की फिल्म 'लगान' उनके फिल्मी करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुई। फिल्म में एक ऐसे गांव का चित्रण किया गया था जहां के लोग किराए के बोझ तले दबे हुए थ......
करण-अर्जुन की शूटिंग के बाद मशहूर हुई राजस्थान की ये जगहे
आप सभी ने फिल्म अर्जुन तो देखी ही होगी, यह उस समय की ब्लॉकबस्टर फिल्म थी। और इस फिल्म में दिखाया गया गांव और ठाकुर दुर्जन सिंह की हवेली सभी को याद होगी. लेकिन ज्यादातर लोगों को ये नहीं पता कि इस फिल्म की शूटिंग किस गांव में हुई थी.........
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बॉर्डर' के बारे में कुछ अनोखी बातें
सनी देओल, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, अक्षय खन्ना, सुदेश बेरी, पुनीत इस्सर और कुलभूषण खरबंदा अभिनीत फिल्म बॉर्डर ने अपनी रिलीज के 26 साल पूरे कर लिए हैं। 1971 के वास्तविक जीवन के भारत-पाकिस्तान युद्ध पर आधारित और लोंगेवाला की लड़ाई की सच्ची घटनाओं पर आधारित, बॉर्डर 1997 में रिलीज़ हुई थी और इसका निर्देशन जेपी दत्ता ने किया था............
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बोल बच्चन' के बारे में कुछ अनोखी बातें
रोहित शेट्टी की फिल्म 'बोल बच्चन' में अभिषेक बच्चन, अजय देवगन और असिन नजर आए हैं. फिल्म की आधे से ज्यादा शूटिंग पिंक सिटी जयपुर में हुई है. फिल्म का हिट गाना 'चलाओ न नैनों से बाण रे' की शूटिंग जयपुर के मशहूर रिजॉर्ट चोखी ढाणी में हुई है......
यहाँ जानिए, राजस्थान में बनी फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' के बारे में कुछ अनोखी बातें
राजस्थान और फिल्मों का साथ हमेशा से ही एंटरटेनमेंट का तड़का लगा रहा है. राजधानी जयपुर (Jaipur) हमेशा से ही फिल्मकारों की पसंद रही है. बॉलीवुड की एक-दो नहीं बल्कि कई फिल्में 'पिंक सिटी' में शूट हो चुकी हैं.......

