सिरसा के रहने वाले बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के जवान मदन सिंह शहीद हो गए। वह लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे। उनका निजी अस्पताल में इलाज रहा था। मगर उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। शहीद मदन सिंह ऐलनाबाद के रूपावास गांव के रहने वाले थे। 23 जुलाई को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके पिता भूपसिंह खेतीबाड़ी करते हैं और माता गुडडी देवी गृहिणी है। शहीद मदन सिंह की शादी 2018 में हुई थी। उनकी पत्नी पूनम बीए पास है और ग्रहणी है। उनका बड़ा लड़का भव्य 6 साल और चार साल की बेटी प्ररेणा है। वहीं, ऐलनाबाद के विधायक भरत सिंह बैनिवाल ने भी अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर की दुख जताया है। शहीद मदन सिंह के बड़े भाई हनुमान सिंह ने बताया कि उनकी ज्वाइनिंग गुजरात के भुज में थी। मदन सिंह अप्रैल माह में छुट्टी लेकर घर आया था और 20 मई को जाना था। 2 मई को तबीयत बिगड़ी थी। वह अपनी बहन निर्मला गांव गुसाईंयाणा में जलवा पूजन में गया हुआ था। वहीं पर पेट दर्द होने लगा और तबीयत बिगड़ी। वह सभी पहले मदन सिंह को भादरा के निजी अस्पताल में लेकर गए। वहां से सिरसा और सिरसा से हिसार के निजी अस्पताल में लेकर गए। हिसार के निजी अस्पताल में उनका ऑपरेशन हुआ था। 20 दिन बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर आए तो दोबारा तबीयत बिगड़ गई। बीपी डाउन होने लगा। इसके बाद बीसीएफ के दिल्ली स्थित अस्पताल में गए। वहां टेस्ट के लिए एआइआइएमएस में रेफर कर दिया। वहां दाखिल नहीं किया। इसके बाद पैनल वाले सेक्टर 6 गाजियाबाद में स्थित एवी अस्पताल में दाखिल करवाया। वहां पर 15 दिन रखा और बाद में मेदांता में रेफर कर दिया। मेंदाता में 12 दिन दाखिल रखा और बाद में दिक्कत बिगड़ती गई। पैन क्रियाज का ऑपरेशन हुआ था। इसके बाद लगातार शुगर, बीपी की दिक्कत होने लगी।
मैनपुरी के कोतवाली क्षेत्र से एक बेहद चौंकाने वाला और दुखद मामला सामने आया है, जहां एक निर्दोष व्यक्ति राजवीर पुत्र मोहर सिंह को महज नाम की गलती के चलते 22 दिन की जेल की सजा और करीब 17 वर्षों तक अदालती चक्कर लगाने पड़े। क्या है मामला... 31 अगस्त 2008 को तत्कालीन कोतवाली प्रभारी ओमप्रकाश ने नगला भंत के चार लोगों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराया, जिनमें एक नाम राजवीर पुत्र मोहर सिंह भी शामिल था। जांच के दौरान 1 दिसंबर 2008 को तत्कालीन एसआई शिवसागर दीक्षित ने राजवीर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। गैंग चार्ट में तीन आपराधिक मुकदमे दर्शाए गए, जो कि दरअसल राजवीर के भाई रामवीर के विरुद्ध दर्ज थे – राजवीर पूरी तरह निर्दोष था। 17 साल की लंबी कानूनी लड़ाई और बरी होने का फैसला राजवीर ने आगरा कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर अपनी निर्दोषता साबित करने की कोशिश की। सुनवाई के दौरान तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश ने स्वयं कोर्ट में गलती स्वीकार की, कि आपराधिक इतिहास राजवीर का नहीं, बल्कि उसके भाई रामवीर का है। अब विशेष गैंगस्टर कोर्ट के एडीजे स्वप्नदीप सिंघल ने राजवीर को साक्ष्य के अभाव और प्रशासनिक लापरवाही के आधार पर पूरी तरह बाइज्जत बरी कर दिया है। प्रशासनिक लापरवाही पर कोर्ट की तीखी टिप्पणी कोर्ट ने कहा कि यह मामला अत्यंत आपत्तिजनक और प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक है। डीएम और एसपी ने भी गैंग चार्ट को बिना पर्याप्त दस्तावेजी परीक्षण के ही मंजूरी दी, जो दर्शाता है कि उन्होंने भी कर्तव्य पालन में गंभीर चूक की। 5 नवंबर 2019 और 18 जनवरी 2021 को न्यायालय ने एसपी को आदेश दिए थे कि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और रिपोर्ट दी जाए, लेकिन आदेशों का पालन नहीं हुआ। दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के आदेश कोर्ट ने तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक ओमप्रकाश, थानाध्यक्ष संजीव कुमार, एसआई राधेश्याम समेत अन्य दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही और कठोर दंडात्मक कार्रवाई के आदेश दिए हैं। एसपी मैनपुरी को निर्देश दिया गया है कि वे राजवीर की ओर से दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर कोर्ट को समुचित जानकारी उपलब्ध कराएं।
पिपराइच में एक सड़क हादसे में 44 वर्षीय महिला की मौत हो गई। घटना पिपराइच नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक सुभाष चौक के पास हनुमान मंदिर के निकट हुई। ट्रक की चपेट में आई बाइक जानकारी के अनुसार, कुशीनगर के अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के ग्राम बेलवा बुजुर्ग निवासी दिगम्बर यादव बाजार से लौटते समय अपनी मां ललिता देवी को बाइक पर बैठाकर घर जा रहे थे। सोनबरसा मोड़ पर उनकी बाइक एक ट्रक की चपेट में आ गई। डॉक्टरों ने मृत घोषित किया हादसे के बाद चालक वाहन लेकर सोनबरसा की ओर फरार हो गया। स्थानीय लोगों की मदद से गंभीर रूप से घायल ललिता देवी को सीएचसी पिपराइच पहुंचाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने अपनी संतुष्टि के लिए शव को मेडिकल कॉलेज ले जाया। बाद में पुलिस कार्रवाई के लिए उसे वापस पिपराइच सीएचसी लाया जा रहा है। फरार वाहन चालक की तलाश जारी इस सम्बन्ध मे थाना प्रभारी पुरोषोत्तम आंनद सिंह ने बताया मामले की जांच कर रही है और फरार वाहन चालक की तलाश जारी है।
महराजगंज में लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाली समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) परीक्षा-2025 की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा और पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीना ने संयुक्त रूप से परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने जवाहरलाल नेहरू स्मारक पीजी कॉलेज, जीएसवीएस इंटर कॉलेज, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज धनेवा धनेई, डॉ. बी.आर. राजकीय डिग्री कॉलेज और महामाया आई.टी. पॉलिटेक्निक का दौरा किया। जिलाधिकारी ने सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, मेडिकल टीम, साफ-सफाई, बिजली, पानी, बायोमैट्रिक मशीन और क्लॉक रूम जैसी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जीएसवीएस कॉलेज में पड़े मलबे को तत्काल हटाने और खिड़की-दरवाजों की मरम्मत के आदेश दिए गए। पुलिस अधीक्षक ने जवाहरलाल नेहरू कॉलेज की क्षतिग्रस्त बाउंड्री वॉल की मरम्मत अगले दिन तक पूरी करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने आयोग के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करने और प्रतिबंधित सामग्री को परीक्षा केंद्रों में न आने देने के निर्देश दिए। बारिश की संभावना को देखते हुए वैकल्पिक फ्रिस्किंग व्यवस्था भी सुनिश्चित करने को कहा गया। केंद्र व्यवस्थापकों को साफ शौचालय, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, जेनरेटर और अन्य आवश्यक सुविधाएं समय से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। बायोमैट्रिक उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता और प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती के लिए संबंधित एजेंसी को निर्देशित किया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक को सभी स्टैटिक और सेक्टर मजिस्ट्रेट द्वारा अपने केंद्रों की चेकलिस्ट के अनुसार जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। परीक्षा के दिन किसी भी समस्या के लिए संबंधित अधिकारी जवाबदेह होंगे। निरीक्षण के दौरान एडीएम न्यायिक नवनीत गोयल, एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार, जिला विद्यालय निरीक्षक पी.के. शर्मा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
आगरा में नगर निगम ने बूढ़ी का नगला में एक अवैध ढाबे को ध्वस्त किया। एक व्यक्ति ने सड़क और फुटपाथ पर कब्जा कर ढाबा खोल लिया था। इसके कारण यहां से आने जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। इस मामले की शिकायत आने के बाद नगर निगम की टीम ने आज कार्रवाई की।बूढ़ी का नगला क्षेत्र में एक व्यक्ति ने सड़क और फुटपाथ को घेर कर ज्ञानी के नाम से ढाबा खोल लिया था। ढाबे पर आने वाले लोगों के द्वारा सड़क पर वाहन आदि खड़े किये जाने से आम नागरिकों को परेशानी हो रही थी। इसकी शिकायत नगर निगम प्रशासन से की गई थी। इसके बाद नगरायुक्त अंकित खंडेलवाल ने अवैध रूप से बनाये गये ढाबे पर कार्रवाई के निर्देश दिये थे। दोपहर को कार्रवाई करते हुए नगर निगम के ध्वस्तीकरण दस्ते ने ढाबे को ध्वस्त कर दिया। इसके अलावा प्रवर्तन दल ने भगवान टॉकीज पारथी पेठा स्टोर के समीप तिरपाल डालकर दुकानदार द्वारा किये गये अतिक्रमण को हटवा दिया। इसी प्रकार से कमला नगर में दिलीप मेडीकल स्टोर संचालक द्वारा नाली पर निर्माण करा लिया था, उसे भी हटाया गया। कार्रवाई से दुकानदारों में हड़कंप मचा रहा। नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि अतिक्रमण के विरोध में अभियान चलता रहेगा। जहां से भी शिकायतें मिलेंगी, वहां अवैध कब्जे हटाए जाएंगे। नगर निगम में हर रोज दर्जनों शिकायतें पहुंचती हैं।
सगाई के एक माह बाद फर्जी इस्टाग्राम आईडी बनाकर युवक की होने वाली पत्नी को गलत व गंदी बातें बताकर छवि खराब की। समाज और परिवार में छवि खराब हो गई। साथ ही शादी टूट गई। मामला बाड़मेर कोतवाली थाने इलाके सिटी का है। अब पुलिस ने एक साल बाद फर्जी आईडी बनाकर बदनाम करने वाली आरोपी को गिरफ्तार किया है। फिलहाल युवक से पूछताछ की जा रही है। पुलिस के अनुसार 24 जुलाई 2024 को कार्तिक पुत्र संपतराज निवासी कल्याणपुर मार्ग नं 4 ने कोतवाली थाने में एक रिपोर्ट दी थी। जिसमें बताया कि 13 मई 2024 को मेरी सगाई तय हुई थी। लेकिन 15 जून 2024 को किसी अनजान व्यक्ति ने एक फर्जी इस्टाग्राम आईडी प्रिया जैन के नाम से बनाई। सगाई होने वाली युवती से को कार्तिक के प्रति गलत व गंदी बातें बताकर ओर मेरी छवि को खराब किया। इससे युवक की परिवार व समाज में छवि खराब हो गई। युवक मानसिक रूप से भी डिप्रेशन में चला गया। शादी की तैयारी में सारी बुकिग हो चुकी थी। वो सब पैसा खराब हो गया। जांच अधिकारी दामोदर कुमार ने बताया- एसपी नरेंद्र सिंह मीना के निर्देश एएसपी जसाराम बोस, बाड़मेर डीएसपी रमेश कुमार शर्मा सुपरविजन में जांच पड़ताल की गई। इस्ट्राग्राम आईडी की युआरएल लेकर उसके बाद आईपी एड्रेस से ट्रेस किया गया। जिसमें आईपीडीआर में आरोपी रंजत सेठीया पुत्र श्याम सुंदर निवासी गायत्री मंदिर के पास धोरीमन्ना बाड़मेर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले रिटायर्ड एयरफोर्सकर्मी व आयुष्मान हॉस्पिटल के मालिक अशोक जायसवाल शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए। वह सुबह 5:30 बजे स्विमिंग के लिए रेलवे स्टेडियम गए थे। लेकिन सुबह 9 बजे तक घर नहीं लौटे। तब परेशान होकर परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। सुबह करीब 10 बजे उनकी पत्नी डॉ. सुषमा जायसवाल के मोबाइल पर एक अंजान नंबर से व्हाट्सएप काल आया। दूसरी तरफ से बात करने वाले ने अशोक को अपहरण करने की बात कही। फिरौती में 1 करोड़ रुपये की मांग की। कॉल पर अशोक से बात भी कराई गई। सर्विलांस की मदद से पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। बस्ती जिले में तैनात डॉ. सुषमा जायसवाल के पास जैसे ही फोन आया। उन्होंने इसकी सूचना तुरंत शाहपुर थाना पुलिस को दी। मौके पर पुलिस अधिकारी पहुंचे और मामले की पड़ताल शुरू की। सर्विलांस टीम की मदद से तलाश शुरू कर दी गई। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया- यह मामला किसी लेन-देन या निजी विवाद से जुड़ा लग रहा है। हालांकि अपहरण की आशंका को देखते हुए सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच की जा रही है। कॉल करने वाले की पहचान की कोशिश हो रही है और जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।अशोक जायसवाल का आवास पादरी क्षेत्र में है। वहीं पर निजी अस्पताल चलाते हैं।सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही पुलिसशाहपुर थाना पुलिस रेलवे स्टेडियम से लेकर अशोक जायसवाल के आवास तक के रूट में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाल रही है। साथ ही मोबाइल काल डिटेल और वाट्सएप नंबर की आईपी ट्रेसिंग की जा रही है। परिजनों से मिले शुरुआती इनपुट के अनुसार, किसी स्पष्ट दुश्मनी या धमकी की बात पहले सामने नहीं आई थी। पुलिस ने परिजनों को भरोसा दिलाया है।
सीकर में नए एसपी प्रवीण नायक नुनावत के ज्वॉइन करने के बाद आज से पुलिस ने पैदल गश्त शुरू कर दी है। एसपी के आदेश के बाद आज जिले के समस्त थाना इलाकों में शाम 6 से 8 बजे तक पुलिस ने पैदल गश्त की। इस दौरान दुकानों के बाहर अतिक्रमण करने वाले लोगों से समझाइश की गई। जल्द ही इन पर कार्रवाई भी शुरू होगी। इसके साथ ही बिना नंबर,ब्लैक फिल्म लगी और मॉडिफाइड गाड़ियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी। सीकर शहर में कोतवाली पुलिस के द्वारा जाट बाजार, स्टेशन रोड सहित कई इलाकों में पैदल गश्त की गई। इस दौरान दुकानों के बाहर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों से समझाइश की गई। उन्हें चेतावनी दी गई कि यदि वह आगे भी अतिक्रमण करते हैं तो उनके खिलाफ अब कार्रवाई शुरू की जाएगी। कोतवाली पुलिस के द्वारा सीकर के कल्याण सर्किल पर मॉडिफाइड गाड़ियों, ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनका पुलिस ने चालान किया। वहीं उद्योग नगर इलाके में थाना अधिकारी मनोज कुमार भाटीवाड़ के द्वारा टीम के साथ पैदल गश्त की गई। इस दौरान पिपराली रोड और पिपराली चौराहे पर दुकानों के बाहर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों से सामान हटवाया गया। इसके अतिरिक्त पिपराली चौराहे पर ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। पैदल गश्त की जानकारी देते शहर कोतवाल सुनील कुमार जांगिड़ ने बताया कि आज से इस अभियान की शुरुआत की गई है। रोजाना 6 से 8 बजे तक पुलिस इलाके में पैदल गश्त करेगी। सभी दुकानदारों से अपील है कि वह दुकानों के बाहर अतिक्रमण नहीं करें। इन पर जल्द ही कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी। इस गश्त के दौरान मॉडिफाइड,बिना नंबरी और ब्लैक फिल्म लगी गाड़ियों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में आज नर्सिंग घोटाले से संबंधित मामले पर सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने एमपी ऑनलाइन को निर्देश दिए कि नर्सिंग से संबंधित मामले पर किसी भी डेटा से बिल्कुल भी छेड़छाड़ ना हो। बता दें कि लॉ स्टूडेंट की याचिका पर सुनवाई हुई है। फैकल्टी की फर्जी मार्कशीट का मामला दरअसल, मध्यप्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल कॉलेजों की मान्यता और एडमिशन में गड़बड़ियों के मामले में लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल बघेल ने जनहित याचिका दायर की थी, जिस पर आज सुनवाई हुई। जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस अनुराधा शुक्ला की डिवीजन बेंच ने याचिकाकर्ता की ओर से सेंधवा नर्सिंग कॉलेज के दस्तावेज पेश कर आरोप लगाए गए थे की सीबीआई के द्वारा दो बार जांच की गई। कॉलेज सूटेबल पाए जाने के बाद उक्त कॉलेज को 2024-25 की मान्यता प्रदान की गई थी, जबकि कॉलेज के द्वारा मान्यता के आवेदन में दर्शाए गए फैकल्टी की मार्कशीट फर्जी थी। जिसके बाद हाईकोर्ट ने इस मामले में सीबीआई से उस कॉलेज की फाइल तालाब की थी। किसी और के नाम पर मिला रिकॉर्ड आज की सुनवाई में सीबीआई की ओर से बताया गया कि याचिकाकर्ता के द्वारा प्रस्तुत की गई मार्कशीट सीबीआई के रिकॉर्ड किसी और नाम से पाई गई है इसलिए याचिकाकर्ता से पूछा जाए कि यह मार्कशीट किस स्रोत से प्राप्त की है। हाईकोर्ट के द्वारा पूछे जाने पर याचिकाकर्ता के द्वारा चलती सुनवाई में नर्सिंग काउंसिल के आधिकारिक पोर्टल पर फर्जी मार्कशीट खोलकर ना सिर्फ दिखाई गई, बल्कि दोनों न्यायाधीशों ने स्वयं याचिकाकर्ता के बताए अनुसार एमपीएनआरसी के पोर्टल पर जाकर मार्कशीट डाउनलोड की जिससे पुष्टि की गई कि याचिकाकर्ता के द्वारा पेश की गई नर्सिंग काउंसिल के मान्यता के रिकॉर्ड का ही हिस्सा है। कोर्ट ने एक फर्जी मार्कशीट देखकर कड़ा आश्चर्य व्यक्त करते हुए सीबीआई को निर्देश दिए कि जो फाइल उनके द्वारा कोर्ट में पेश की गई है उसकी एक प्रति याचिकाकर्ता को भी सौंपी जाए। इसके साथ ही हाईकोर्ट ने एमपी ऑनलाइन को निर्देश दिए हैं कि नर्सिंग काउंसिल का ऑनलाइन डेटा में कोई भी हेरफेर या बदलाव नहीं किए जाए, अगर आदेश का उल्लंघन हुआ तो भारतीय न्याय संहिता के प्रावधानों के अधीन मामला दर्ज कराया जाएगा । मामले की अगली सुनवाई अब सोमवार को होगी।
बेगमगंज में युवाओं और आमजन में नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से नशे से दूरी, है जरूरी विषय पर शुक्रवार को सामाजिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में आईजी मिथिलेश कुमार शुक्ला, डीआईजी प्रशांत खरे, पुलिस अधीक्षक पंकज कुमार पांडे और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित कई अधिकारी शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना और दीप प्रज्वलन से हुई। इसके बाद नशा मुक्ति पर आधारित लोकगीत, म्यूजिकल प्रस्तुति, कविताएं और नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए गए। प्रदीप सोनी 'शून्य' और कवि रितेश व्यास ने अपनी कविताओं के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया। सिलवानी की टीम ने प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर रंगोली, पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं। अतिथियों ने रंगोली और पेंटिंग प्रदर्शनी का अवलोकन किया। विजेता प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। आईजी, डीआईजी और एसपी ने नशे से होने वाले नुकसान को रेखांकित करते हुए युवाओं को इससे दूर रहने की अपील की। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित लोगों को नशा मुक्ति की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम में एसडीएम, एसडीओपी, नगर सुरक्षा समिति सदस्य, महिला एवं बाल विकास विभाग की शौर्य दल, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्कूली छात्र और नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में शुक्रवार रात तेज रफ्तार ट्रेलर ने बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में बाइक सवार दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद नाराज ग्रामीणों ने ड्राइवर की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। यह घटना उरगा चौक के पास की है। मिली जानकारी के मुताबिक, बरीडीह गांव रहने वाले पुरुषोत्तम पटेल (35) और अयोध्या पटेल (38) दोनों रिश्तेदार थे। वह किसी काम से बाहर आए हुए थे और घर लौट रहे थे। बाइक सवार चांपा रोड से भैसमा की तरफ जा रहे थे। इस दौरान दोनों हादसे का शिकार हो गए। सिर में गंभीर चोटें आने से दोनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। ड्राइवर की गिरफ्तारी और मुआवजा को लेकर अड़े हादसे के बाद ड्राइवर मौके से भाग निकला। गुस्साए लोगों ने शव उठाने से इनकार कर दिया और सड़क के दोनों तरफ जाम लगा दिया। लोग ट्रक ड्राइवर की गिरफ्तारी और मृतकों के परिजनों को तत्काल मुआवजा राशि देने की मांग अड़े हुए हैं। जबकि इस चक्काजाम ने सड़क के दोनों गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है। लोगों को समझाने की कोशिश की जा रही- CSP मामले में सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते हैं पुलिस टीम मौके पर पहुंची है। लोगों ने चक्काजाम किया है, जिन्हें समझने की कोशिश की जा रही है। वहीं मृतक के परिजनों को घटनाक्रम की जानकारी दी गई है।
अनूपपुर में भारी बारिश का रेड अलर्ट:कलेक्टर ने कल सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित की
अनूपपुर जिले में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए कलेक्टर हर्षल पंचोली ने 26 जुलाई को जिले के सभी शासकीय और अशासकीय शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित कर दिया है। यह निर्णय विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है। भारी बारिश के कारण क्षेत्र में आवागमन बाधित हो गया है। इससे विद्यार्थियों को होने वाली परेशानी और जोखिम को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने पत्र में स्पष्ट किया है कि यह छुट्टी जिले में संचालित सभी शासकीय, अशासकीय, मान्यता प्राप्त सीबीएसई, आईसीएसई और नवोदय विद्यालयों में लागू होगी। अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया है कि अवकाश के कारण बाधित हुई शैक्षणिक गतिविधियों की भरपाई अन्य कार्य दिवसों में अतिरिक्त कालखंड लगाकर की जाएगी। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।
झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के पीपलोदी सरकारी स्कूल में शुक्रवार को 7 मासूमों की मौत और 29 बच्चों के घायल होने की घटना के विरोध में SFI ने सीकर में विरोध-प्रदर्शन किया। एसएफआई ने जाट बोर्डिंग से कल्याण सर्किल तक आक्रोश रैली निकाली और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का पुतला जलाया। रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। शिक्षा का भगवाकरण कर रही भाजपा एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र ढाका ने कहा- शिक्षा मंत्री मदन दिलावर शिक्षा के मामले में पूरी तरह से फैलियर है और शिक्षा का भगवाकरण करना चाहते हैं। उसी का नतीजा है कि आज झालावाड़ के सरकारी स्कूल में दिल दहला देने वाली घटना हुई। पूरी बीजेपी धर्म के नाम पर राजनीति करती है। इस घटना के बाद शिक्षा मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। ऐसे में शिक्षा मंत्री से इस्तीफा देने की मांग करती है। मृतकों के परिजनों को 1-1 करोड के मुआवजे की मांग एसएफआई ने मांग की है कि मृतक बच्चों के परिजनों को एक-एक करोड रुपए का मुआवजा व घायलों को अच्छी सुविधा मिले। उन्हें लाइफटाइम पूरी शिक्षा फ्री में मिले। मृतक बच्चों के परिजनों को सरकारी नौकरी दे। आने वाले समय में शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए एसएफआई प्रदेशभर के हर स्कूल, कॉलेज में औचक निरीक्षण करेगी और सरकार की लापरवाहियों को उजागर करेगी।
देवास जिला अस्पताल परिसर स्थित शासकीय नर्सिंग कॉलेज और छात्रावास में लापरवाही, अनियमितता और अव्यवस्थाओं की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। नर्सिंग कॉलेज की प्रभारी प्राचार्य निहारिका श्रीवास्तव और सीएमएचओ कार्यालय में पदस्थ स्थापना शाखा के बाबू पुरुषोत्तम पाटीदार को निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक शर्मा द्वारा दो दिन पहले किए गए निरीक्षण और कलेक्टर ऋतुराज सिंह द्वारा भेजे गए प्रतिवेदन के आधार पर क्षेत्रीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य द्वारा की गई है। छात्राओं की शिकायतों पर भड़की नाराजगीपिछले कई दिनों से नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं द्वारा कॉलेज और हॉस्टल में गंभीर अव्यवस्थाओं को लेकर शिकायतें की जा रही थीं। गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने छात्राओं के साथ मिलकर कॉलेज परिसर में प्रदर्शन किया और प्राचार्य को ज्ञापन सौंपते हुए 24 घंटे में व्यवस्थाएं सुधारने की मांग की। छात्राओं ने आरोप लगाए कि अगर वे देर से कॉलेज पहुंचती हैं तो फाइन लगाया जाता है, हॉस्टल और कॉलेज में भोजन और पानी की व्यवस्था बदहाल है, साफ-सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। प्रशासन ने ली शिकायतों को गंभीरता सेप्रदर्शन के बाद जब सिटी मजिस्ट्रेट ने कॉलेज का निरीक्षण किया, तो कई अनियमितताएं और लापरवाहियां सामने आईं। इस पर कलेक्टर ने क्षेत्रीय संयुक्त संचालक स्वास्थ्य को प्रतिवेदन भेजकर जिम्मेदारों पर कार्रवाई की अनुशंसा की थी। अब दोनों जिम्मेदार अधिकारियों के निलंबन आदेश जारी कर दिए गए हैं। प्रशासन ने साफ किया है कि छात्राओं की सुरक्षा, शिक्षा और मूलभूत सुविधाओं से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जांच जारी है और आगे भी दोषी पाए जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
उज्जैन के थाना जीवाजीगंज क्षेत्र से चोरी हुई महंगे दो पहिया वाहनों की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक 19 लाख रुपए कीमत की 13 महंगी बाइक पुलिस ने जब्त की है। पुलिस ने 4 आरोपियों के साथ 4 फायनेंसर को भी आरोपी बनाया है। आरोपी पहले गाड़ी बेचता था। अगले ही दिन उसे चोरी करवा लेता था। वाहन चोरी के मामले में पुलिस ने वाहनों के फर्जी फाइनेंस गिरोह का भी पर्दाफाश किया है। फाइनेंस कंपनी के एजेंट्स भी शामिलथाना जीवाजीगंज क्षेत्र के ढाबा रोड निवासी आवेश खान ने 11 जुलाई को जावेद खान से एक बाइक खरीदी थी। दो दिन बाद 13 जुलाई को बाइक चोरी हो गई। बाइक हीरो होंडा शाइन 125 सीसी (MP13-ZN6535) को विक्रय पत्र लिखकर बेचा गया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पता चला कि चोरी जीशान, उमरान एवं मोंटू रघुवंशी ने की है। आरोपियों को पकड़कर पूछताछ की तो पता चला कि ये सभी आरोपी बाइक बेचने वाले जावेद खान के साथी हैं। जांच में सामने आया कि नागदा के 4 युवकों ने फाइनेंस कंपनियों के एजेंटों को अपने गिरोह में शामिल किया है। ये वाहनों का फर्जी फायनेंस करवाकर सस्ते दामों पर बेचते थे। इन्हीं फर्जी फायनेंस बाइक को आरोपी पहले बेचते थे। फिर अगले ही दिन उसकी चोरी कर लेते थे। 34 वाहन फाइनेंस करा लिएमहिदपुर के हिंदुजा लिलेंट फाइनेंस के एजेंट कपिल राठौर, रतलाम के आईडीएफसी फाइनेंस के एजेंट अक्षय, SDFC बैंक के एजेंट महेंद्र और बड़नगर के एसडीएफसी फायनेंस के एजेंट विनोद के साथ आरोपी मिले हुए थे। ये आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्तियों को 4-5 हजार रुपए देने का प्रलोभन देकर उनके दस्तावेज ले लेते थे। इसके बाद शोरूम से वाहन फायनेंस करवाकर कम दामों में लोगों को बेच देते थे। इन्होंने अब तक 34 वाहन फाइनेंस कराए हैं। जीवाजीगंज पुलिस ने 34 में से 13 वाहन जब्त कर लिए हैं। जिनकी कीमत लगभग 19 लाख रुपए है। प्रकरण में 2 आरोपी इमरान और मोंटू रघुवंशी को न्यायिक रिमांड पर जिला जेल भेज दिया है। आरोपी जीशान और जावेद पुलिस रिमांड पर है। उनसे वाहनों की बरामदगी की जा रही है। अब तक पुलिस ने नागदा निवासी इमरान खान, जावेद खान, जीशान खान, मोंटू रघुवंशी को गिरफ्तार किया है।
जोधपुर के बनाड़ थाना क्षेत्र में एक मकान में चोरी का मामला सामने आया। चोर मकान से सोने चांदी के आभूषण और कैश चुरा कर ले गए। इसको लेकर मकान मालिक की ओर से थाने में रिपोर्ट दी गई है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार- मुरलीधर सोनी अपने परिवार सहित मेड़ता में अपने रिश्तेदार के घर गए हुए थे। पीछे से मौका पाकर चोर घर में घुसे और सोने चांदी के जेवरात सहित कैश चुरा कर ले गए। चोरों ने मकान से 20 लाख रुपए कीमत का सोना और चांदी चुरा ली। चोर मकान से गले का हार, चूड़ियां, लूंग, रिपेयरिंग के आइटम, अंगूठियां आदि चुराकर ले गए। घटना से जुड़ा सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया। जिसमें एक चोर मकान में चोरी करते हुए नजर आ रहा है। इधर फुटेज के आधार पर पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुटी हुई है।
जौनपुर के शाहगंज थाना क्षेत्र के अरंद गांव में तेंदुए की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों द्वारा तेंदुए को देखे जाने की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। वन विभाग की टीम ने गांव में तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। टीम ड्रोन कैमरों की मदद से तेंदुए का पता लगाने का प्रयास कर रही है। हालांकि अभी तक उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है। पिछले कुछ दिनों में इसी गांव में लगभग आधा दर्जन मवेशियों को किसी जानवर ने मारकर उनका नर्म गोश्त खा लिया था। इस घटना के बाद से ही वन विभाग की टीम इस क्षेत्र में सक्रिय है। स्थानीय निवासी उबैद, राम सूरत,सैफ,श्यामलाल, करन और मोहम्मद गालिब के अनुसार, वन विभाग की टीम लगातार खोजी अभियान चला रही है। ग्रामीण तेंदुए के डर से सहमे हुए हैं और अपने घरों से बाहर निकलने से बच रहे हैं। दैनिक भास्कर इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।
कपूरथला में एक नाबालिग लड़की को शादी का झांसा देकर भगा ले जाने के मामले में एक युवक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई सब डिवीजन फगवाड़ा में थाना सिटी पुलिस ने की है। मोहल्ला रतनपुरा के एक व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि उसके तीन बच्चे हैं। उसकी छोटी लड़की की आयु लगभग 17 साल 9 महीने है। जब वह अपने गांव मध्य प्रदेश में गया हुआ था, तब उसकी पत्नी ने सूचित किया कि उनकी छोटी लड़की घर से कहीं चली गई है। पीड़ित पिता ने बताया कि वह तुरंत फगवाड़ा पहुंचा और जांच की। जांच में पता चला कि रतनपुरा निवासी गुलाब उसकी लड़की को शादी का झांसा देकर बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। एएसआई सुनील कुमार के अनुसार पीड़ित की शिकायत के आधार पर आरोपी गुलाब के खिलाफ आईपीसी की धारा 363 और 366 ए के अंतर्गत केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
सक्तेशगढ़ के चुनार कोतवाली क्षेत्र में एक दुखद घटना सामने आई है। गुरुवार शाम को एक नाबालिग प्रेमी-युगल ने जहर खा लिया। उपचार के दौरान देर रात 16 वर्षीय प्रेमिका की मौत हो गई, जबकि युवक पूरी तरह स्वस्थ है। डेढ़ वर्ष से प्रेम चल रहा था संबंध घटना के अनुसार, मृतका का पड़ोस के गांव के एक किशोर से लगभग डेढ़ वर्ष से प्रेम संबंध चल रहा था। गुरुवार की शाम दोनों गांव से कुछ दूर एक स्थान पर मिले और एक-दूसरे से अलग होने के डर से दोनों ने जहर खा लिया। उपचार के दौरान किशोरी की मौत जानकारी मिलने पर परिजनों ने किशोरी को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। किशोर पर जहर का असर कम होने से वह स्वस्थ है। मृतका के चाचा का आरोप है कि भतीजी शाम करीब पांच बजे धान की रोपाई करके घर लौटी थी। तभी पड़ोस की एक किशोरी उसे अपने घर ले गई, जहां पहले से ही आरोपी किशोर मौजूद था। उनका आरोप है कि किशोर ने उनकी भतीजी को प्यार के जाल में फंसाकर जहर खिला दिया। किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज सक्तेशगढ़ चौकी प्रभारी विनोद सिंह ने बताया कि मृतका के परिजनों की शिकायत पर आरोपी किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच जारी है।
बुरहानपुर के नेपानगर एसडीएम भागीरथ वाखला ने शुक्रवार को क्षेत्र के दो शासकीय स्कूलों का निरीक्षण किया। एक स्कूल में शिक्षकों की लापरवाही और अव्यवस्था सामने आई, जबकि दूसरे स्कूल में पढ़ाई का माहौल और उपस्थिति संतोषजनक पाई गई। एसडीएम ने लापरवाह स्कूल की रिपोर्ट तैयार कर कलेक्टर को भेजने की बात कही है। बोरसल स्कूल में बच्चों की कमी, कबाड़ और पानी की परेशानीएसडीएम सबसे पहले ग्राम बोरसल की नवीन माध्यमिक शाला पहुंचे, जहां 60 से अधिक छात्र पंजीकृत हैं, लेकिन मौके पर सिर्फ 10-12 बच्चे ही उपस्थित थे। शिक्षक बच्चों की अनुपस्थिति का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।निरीक्षण के दौरान एक कक्षा में कोने में कबाड़ रखा मिला, जिस पर एसडीएम ने नाराजगी जाहिर की। बच्चों के लिए पीने के पानी की भी कोई स्थायी व्यवस्था नहीं थी। शिक्षकों ने बताया कि पानी स्टोर नहीं करते, नल आने पर ही भरते हैं। एसडीएम वाखला ने कहा कि इस स्कूल की स्थिति पर प्रतिवेदन बनाकर कलेक्टर को भेजा जाएगा। उर्दू स्कूल में पढ़ाई जारी, छात्रों से की बातचीतइसके बाद एसडीएम ने नेपानगर स्थित उर्दू स्कूल का निरीक्षण किया। यहां उन्हें बोरसल के प्रभारी प्रधान पाठक भी मिले, जो जनशिक्षक होने के नाते अन्य स्कूलों में भी जाते हैं। उर्दू स्कूल में व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। छात्रों की उपस्थिति अधिक थी और शिक्षक पढ़ाते हुए मिले। एसडीएम ने खुद बच्चों की कक्षा ली और विशेष रूप से दसवीं बोर्ड के छात्रों से चर्चा की। उन्होंने पूछा कि वे आगे क्या बनना चाहते हैं और बच्चों ने उत्साहपूर्वक उत्तर भी दिए। एसडीएम वाखला ने कहा कि स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति और बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक है। लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।
प्रतापगढ़ की पीपलखूंट ग्राम पंचायत के पुराने भवन को गिराने की घटना का मामला सामने आया है। इस संबंध में अतिरिक्त जिला कलेक्टर विजयेश पंड्या ने शुक्रवार को मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एडीएम पंड्या ने भवन के आस-पास रहने वाले ग्रामीणों से बातचीत कर घटना की विस्तृत जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि भवन को जेसीबी मशीन की सहायता से गिराया गया है। मौका निरीक्षण के बाद अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने प्रथम दृष्टया इसे असामाजिक तत्वों द्वारा जानबूझकर किए गए कृत्य की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि भवन की स्थिति और उसके आसपास के हालातों के आधार पर विस्फोटक सामग्री के उपयोग की भी संभावना संदेहास्पद है। एडीएम ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए हैं कि मामले की गहनता से जांच की जाए। साथ ही दोषी असामाजिक तत्वों के विरुद्ध आवश्यक कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को स्टूडेंट सुसाइड की बढ़ती घटनाओं को लेकर चिंता जताई और इसे सिस्टम की नाकामी बताया। कोर्ट ने कहा कि इन घटनाओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की बेंच ने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट में बढ़ते आंकड़े परेशान करने वाले हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2022 में देशभर में कुल 1,70,924 लोगों ने आत्महत्या की, जिनमें से 13,044 छात्र थे। साल 2001 में यह आंकड़े 5,425 थे। 100 आत्महत्याओं में करीब 8 छात्र शामिल थे। इनमें से 2,248 छात्रों ने सिर्फ इसलिए जान दे दी, क्योंकि वे परीक्षा में फेल हो गए थे। कोर्ट ने कहा;- जब युवा बच्चे पढ़ाई के बोझ, समाज के तानों, मानसिक तनाव और स्कूल-कॉलेज की बेरुखी जैसी वजहों से अपनी जान दे रहे हैं, तो यह साफ दिखाता है कि हमारी पूरी व्यवस्था कहीं न कहीं फेल हो रही है। कोर्ट 15 अहम दिशा-निर्देश जारी किए सुप्रीम कोर्ट ने 17 वर्षीय NEET की तैयारी कर रही छात्रा की मौत के मामले में सुनवाई की, जो विशाखापट्टनम में पढ़ रही थी। उसकी मौत की जांच CBI से कराने की मांग आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने खारिज कर दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पूरे देश के लिए 15 अहम दिशा-निर्देश जारी किए। इसका मकसद छात्रों की मानसिक स्थिति को सुधारना और आत्महत्या की घटनाओं को रोकना है। इसके साथ ही कोर्ट ने केंद्र से कहा है कि वह 90 दिनों के अंदर हलफनामा जमा करे, जिसमें यह बताया जाए कि छात्रों की मानसिक परेशानियों पर काम कर रही नेशनल टास्क फोर्स की रिपोर्ट और सुझाव कब तक पूरे किए जाएंगे। मार्च में कोर्ट ने टास्क फोर्स बनाने का आदेश दिया था सुप्रीम कोर्ट ने इसी साल मार्च में छात्रों की मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं और आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए 'नेशनल टास्क फोर्स' (NTF) बनाने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा था कि यूनिवर्सिटीज न केवल लर्निंग सेंटर बनें, बल्कि छात्रों के कल्याण और विकास के लिए जिम्मेदार संस्थान की भूमिका भी निभाएं। कॉलेजों को माता-पिता की तरह भूमिका निभानी होगीकोर्ट ने कहा कि कॉलेजों में आज भी जातिगत भेदभाव है, जिससे वंचित समुदायों के छात्रों में अलगाव की भावना बढ़ रही है। कॉलेज परिसरों में जाति आधारित भेदभाव संविधान के अनुच्छेद 15 का स्पष्ट उल्लंघन है। जब छात्र अपने घरों से दूर जाकर कॉलेजों में पढ़ते हैं, तो विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को लॉको पेरेंटिस (अभिभावक की भूमिका) निभाने की जरूरत है। कॉलेजों को सिर्फ नियम लागू नहीं करना है, बल्कि संकट की घड़ी में छात्रों को भावनात्मक सहारा भी देना है। भारत में स्टूडेंट सुसाइड की रोकथाम के लिए सरकार ने ये नियम बनाए 1. मेंटल हेल्थकेयर एक्ट, 2017 इस एक्ट के अनुसार मानसिक विकारों से पीड़ित व्यक्ति को इसके लिए ट्रीटमेंट लेने और गरिमा के साथ जीवन जीने का पूरा हक है। 2. एंटी रैगिंग मेजर्स सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार, रैगिंग की शिकायत आने पर सभी एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स को पुलिस के पास FIR दर्ज करानी होगी। साल 2009 में हायर एजुकेशन इंस्टीट्यूट्स में रैगिंग की घटनाओं की रोकथाम के लिए यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन यानी UGC ने रेगुलेशन जारी की थी। 3. स्टूडेंट काउंसलिंग सिस्टम स्टूडेंट्स की एंग्जायटी, स्ट्रेस, होमसिकनेस, फेल होने के डर जैसी समस्याओं को सुलझाने के लिए UGC ने 2016 में यूनिवर्सिटीज को स्टूडेंट्स काउंसलिंग सिस्टम सेट-अप करने को कहा था। 4. गेटकीपर्स ट्रेनिंग फॉर सुसाइड प्रिवेंशन बॉय NIMHANS, SPIF NIMHANS यानी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड न्यूरोसाइंस और SPIF यानी सुसाइड प्रिवेंशन इंडिया फाउंडेशन इस ट्रेनिंग को कराते हैं। इसके जरिए गेटकीपर्स का एक नेटवर्क तैयार किया जाता है जो सुसाइडल लोगों की पहचान कर सके। 5. NEP 2020 टीचर्स स्टूडेंट्स की सोशियो-इमोशनल लर्निंग और स्कूल सिस्टम में कम्यूनिटी इनवॉल्वमेंट पर ध्यान दें। साथ ही स्कूलों में सोशल वर्कर्स और काउंसलर्स भी होने चाहिए। -------------------------------------------- सुप्रीम कोर्ट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... सुप्रीम कोर्ट की राजस्थान सरकार को फटकार, पूछा- स्टूडेंट्स कोटा में ही क्यों जान दे रहे, इसे रोकने के लिए अब तक क्या किया सुप्रीम कोर्ट ने कोटा में हो रहे स्टूडेंट्स सुसाइड के मामलों को भी गंभीर बताया और राजस्थान सरकार को फटकार लगाई। जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस आर महादेवन की बेंच ने कहा, 'कोटा में इस साल अब तक 14 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं। आप एक राज्य के तौर पर इसे लेकर क्या कर रहे हैं? स्टूडेंट्स कोटा में ही क्यों आत्महत्या कर रहे हैं? एक राज्य के तौर पर क्या आपने इस पर कोई विचार नहीं किया?' पूरी खबर पढ़ें...
हरदा के स्वामी विवेकानंद शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एवं वेलनेस कार्यक्रम के तहत मानसिक स्वास्थ्य पर कार्यशाला आयोजित की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एच.पी. सिंह ने कहा कि युवाओं के बीच आकर ऊर्जा की अनुभूति होती है। राष्ट्र निर्माण के लिए सशक्त, क्षमतावान और स्वस्थ युवाओं की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक और सामाजिक रूप से भी स्वस्थ होना चाहिए। इस दौरान होने वाली सामान्य मानसिक चिंताओं का समाधान समय पर करना चाहिए। डॉ. सिंह ने अपने कॉलेज के दिनों को याद करते हुए विद्यार्थी जीवन में अनुशासन का महत्व भी बताया। गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील कीकार्यशाला में विषय विशेषज्ञ डॉ. दीपक ठाकुर (एमडी मेडिसिन) ने बताया कि सामान्य मानसिक समस्याओं जैसे तनाव, नींद न आना, अकेलापन, आत्महत्या के विचार और नशे के समाधान के लिए जिला चिकित्सालय हरदा के कक्ष क्रमांक 09 में मन कक्ष बनाया गया है। यहां डिप्रेशन, आघात और नशे की लत का उपचार व काउंसलिंग सेवाएं प्रदान की जाती हैं। महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी वी.के. बिछोतिया ने विद्यार्थियों से उमंग उच्च शिक्षा हेल्थ एवं वेलनेस कार्यक्रम की गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने की अपील की। डॉ. पियूष दोगने ने तंबाकू के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी और बताया कि स्वास्थ्य विभाग इस आदत को छोड़ने में कैसे मदद करता है। जिला समन्वयक राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम आशीष साकल्ले ने बताया कि जिला चिकित्सालय परिसर में उमंग स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर काउंसलर के माध्यम से किशोर एवं युवाओं को मानसिक स्वास्थ्य पर प्राथमिक स्क्रीनिंग, पोषण सुधार और प्रजनन स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। कार्यक्रम संचालक बसंत राजपूत ने युवाओं को मोबाइल के दुरुपयोग के बारे में सचेत किया। मन कक्ष नर्सिंग ऑफिसर अंकित सिंह ने मनहित एप्प के लाभ बताए और सभी के मोबाइल में इसे डाउनलोड करवाया। जिला अधिकारी मनीष शकरगाए ने टेली मानस हेल्पलाइन 14416 के बारे में जानकारी दी। प्राचार्य डॉ. संगीता बिले ने कार्यक्रम आयोजन के लिए स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद देते हुए छात्रहित में ऐसी गतिविधियों के निरंतर आयोजन का आग्रह किया।
जालोर में गुरुवार को कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन करने के मामले में महिलाओं के खिलाफ कोतवाली थाने में राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज किया गया है। महिलाओं पर राज्यपाल का रास्ता रोकने और पुलिस पर पत्थर व पानी की बोतलें फेंकने का आरोप है। गुरुवार को सैकड़ों की संख्या में पहुंची महिलाओं ने देर रात तक कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन किया था। दरअसल, जालोर में कथा वाचक अभयदास महाराज की श्रावणमासीय कथा कराने की मांग को लेकर महिलाओं ने कलेक्ट्रेट के सामने प्रदर्शन किया था। इस दारौन महिलाओं ने पुलिस पर पत्थर और पानी की बोतले फैंकी थी।इस दौरान एक दिवसीय दौरे पर जालोर पहुंचे राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े के प्रस्तावित रूट को महिलाओं ने जाम कर दिया था। प्रशासन ने राज्यपाल को रूट बदलकर सर्किट हाऊस पहुंचाया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ को रास्ते से हटाने की कोशिश की तो महाराज के समर्थक व पुलिस आमने सामने हो गए। इस दौरान कुछ महिलाओं ने भीड़ को रोकने के लिए तैनात पुलिस पर पानी की बोतलें फैंकी। जिसके बाद बैरिकेट तोड़ कर कलेक्ट्रेट तक पहुंचने की कोशिश की। पुलिस के रोकने पर महिलाओं के द्वारा पत्थर मारने का प्रयास किया गया। जिस पर जालोर कोतवाल अरविन्द कुमार ने अज्ञात महिलाओं के खिलाफ राजकार्य में बाधा का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। जालोर में श्रावणमासीय कथा वाचक अभयदास महाराज की कथा कराने की मांग को लेकर 21 जुलाई से महिला लगातार कलेक्ट्रेट के बाहर प्रदर्शन कर रही हैं। कथा कराने की मांग को लेकर महिलाओं ने गुरुवार को उग्र प्रदर्शन किया। इस दौरान कई बार पुलिस व महाराज के समर्थक आमने सामने हो गए। आज भी नहीं मिली परमिशन कथा कराने की मांग को लेकर गुरुवार को हुए उग्र प्रदर्शन के बाद समर्थकों ने एक कमेटी बनाई और अभयदास महाराज से कथा कराने की परमिशन के लिए अप्लाई किया। लेकिन शुक्रवार को भी परमिशन नहीं मिली। ऐसे बढ़ा था विवाद बता दें जालोर सनातन महोत्सव समिति के द्वारा जालोर के कथा वाचक अभयदास महाराज के श्रावणमासीय कथा का आयोजन कराया जा रहा था। 11 जुलाई की शाम को महाराज का नगर प्रवेश हुआ। 12 जुलाई को 5 हजार महिलाओं के साथ शहर में कलशयात्रा निकाली गई और कथा शुरू की। 15 जुलाई को जालोर स्वर्ण गिरी दुर्ग तक जाने वाले रास्ते पर स्थित बायोसा माताजी मंदिर के पास एक विशेष समुदाय का धार्मिक स्थल को लेकर महाराज ने विवादित बयान दिया, जिसके बाद लगातार विवाद बढ़ता चला गया। 18 जुलाई को महिलाओं समेत अन्य समर्थक जुलूस के रूप में बायोसा मंदिर जाने लगे तो पुलिस ने बिना परमिशन के जाने से रोक दिया। 20 जुलाई की शाम को माताजी के दर्शन के बाद महाराज को पुलिस ने जालोर से अपने आश्रम भेज दिया। अब उनके समर्थक महाराज को जालोर बुलाने की मांग कर रहे हैं ये खबर भी पढ़ें राज्यपाल का रास्ता रोकने गई भीड़ को खदेड़ा, VIDEO:रूट बदलकर सर्किट हाउस पहुंचाया; पुलिस पर बोतलें फेंकी, बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की जालोर में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे का रास्ता रोकने गई भीड़ को पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर खदेड़ दिया। भीड़ ने पुलिस पर बोतलें फेंकी और बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। प्रदर्शन को देखते राज्यपाल को दूसरे मार्ग से सर्किट हाउस पहुंचाया गया।(पढ़ें पूरी खबर)
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिला के सरकारी प्राथमिक स्कूल में पदस्थ एक सहायक शिक्षक अनुपस्थित था। संकुल प्राचार्य ने जब स्कूल का निरीक्षण किया, तो इसका खुलासा हुआ। मामले में बिना सूचना अनुपस्थित सहायक शिक्षक को जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक धरमजयगढ़ विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला नेवार में सहायक शिक्षक रामलाल पटेल पदस्थ है। 18 जून को जब संकुल प्राचार्य ने स्कूल का आकस्मिक निरीक्षण किया, तो सहायक शिक्षक रामलाल पटेल स्कूल में अनुपस्थित मिला। इस दौरान स्कूल संचालन मिड डे मील प्रभारी द्वारा किया जा रहा था। निरीक्षण में यह भी पाया गया कि रामलाल पटेल विकासखंड शिक्षा अधिकारी धरमजयगढ़ के कार्यालय में उपस्थित होकर अधिकारियों व अन्य कर्मचारियों के साथ स्कूल समय में बातचीत करते रहे, जिससे उनके अनुपस्थित रहने की पुष्टि हुई। इससे स्कूल का संचालन और माध्यन्ह भोजन बाधित हुआ। DEO को दी गई जानकारीऐसे में इसकी जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को दी गई। जहां जांच के बाद जिला शिक्षा अधिकारी केव्ही राव ने सहायक शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही रामलाल पटेल को निर्देशित किया गया है कि वह निलंबन अवधि में विकासखंड शिक्षा अधिकारी धरमजयगढ़ के अधीन काम करेंगे।
छिंदवाड़ा की सेंट्रल जेल निर्माण काम में लगे मजदूरों ने शुक्रवार को विरोध किया। उन्होंने रुपए न मिलने की बात करते हुए काम करने से मना कर दिया। इस काम में लगी मुख्य कंपनी के मैनेजर ने रुपए देने की बात कही लेकिन नीचे काम करने वाले ठेकेदारों ने इसे मना कर दिया। ठेकेदार आकाश साहू ने बताया कि करीब 200 मजदूर रोजाना और कुल 450 मजदूर इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। पर्याप्त वेतन न मिलने के कारण मजदूर अब गांव लौटने से मना कर रहे हैं। कई ठेकेदारों ने उमरानाला चौकी में आवेदन देते हुए चेतावनी दी है कि यदि जल्द भुगतान नहीं किया गया तो वे काम बंद कर देंगे। ठेकेदारों का कहना है कि मजदूर उनसे पैसे मांग रहे हैं जबकि कंपनी से उन्हें पूरा वेतन नहीं मिल रहा। खुले तार की चपेट में आने से मजदूर की मौत पिछले दिनों निर्माण स्थल पर खुले तार की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो चुकी है। पुलिस ने मामला तो दर्ज किया, लेकिन आगे कोई जांच नहीं हो सकी। ठेकेदारों का आरोप है कि सुरक्षा उपकरण तक कंपनी की ओर से नहीं दिए जा रहे हैं। अब तक तीन हादसे हो चुके हैं लेकिन कंपनी ने किसी भी मामले में जिम्मेदारी नहीं ली। PIU विभाग ने झाड़ा पल्ला, लेबर इंस्पेक्टर बोले होगी कार्रवाईपीडब्ल्यूडी विभाग (PIU) के संतोष ठाकुर ने कहा कि हमारी ओर से निर्माण कार्य कर रही मुख्य कंपनी श्रीजी इन्फ्रास्ट्रक्चर को भुगतान किया जाता है, वह अपने स्तर पर ठेकेदारों और मजदूरों को कैसे भुगतान करते हैं, इसकी जानकारी विभाग के पास नहीं रहती। वहीं लेबर इंस्पेक्टर संदीप मिश्रा ने कहा कि मजदूरों को समय पर भुगतान करना कंपनी की जिम्मेदारी है। ऐसी शिकायतें मिली हैं। सोमवार को निर्माण स्थल पर जांच की जाएगी। श्रीजी इंफ्रास्ट्रक्चर ने आसपास के जिलों के ठेकेदारों को पेटी कॉन्ट्रैक्ट पर काम दे रखा है। शासकीय निर्माण प्रोजेक्ट की गति इस विवाद से प्रभावित हो रही है, लेकिन ठेकेदारों ने स्पष्ट कर दिया है कि यदि समय पर भुगतान नहीं हुआ तो वे जिम्मेदार नहीं होंगे। श्रीजी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर ओम राठौर का दावा है कि सभी 18 ठेकेदारों को हर माह वेतन का भुगतान किया जा रहा है, लेकिन मौके पर मौजूद ठेकेदारों ने उनके इस दावे को सिरे से नकारते हुए आरोप लगाया। केवल 30 फीसदी भुगतान ही किया जा रहा है, जिसमें से जीएसटी की राशि भी उनसे वसूली जा रही है।
फिरोजाबाद न्यायालय ने हत्या के मामले में नौ दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने सभी दोषियों पर अर्थ दंड भी लगाया है। अर्थ दंड न देने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। मामला थाना नसीरपुर के क्षेत्र कल्याणपुर का है। यहां 2014 में रामसिंह की मारपीट कर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के चचेरे भाई श्याम सिंह ने अशोक कुमार, किशोर, नवल सिंह, रंधोर, नरेंद्र, मुनेंद्र, धीरेन्द्र, उपेंद्र, सुरेन्द्र और रामरतन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने धारा 147, 148, 149 और 302 के तहत मामला दर्ज किया था। विवेचना के बाद न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया गया। यह मुकदमा अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विशेष न्यायाधीश कोर्ट संख्या 3 पोक्सो राजीव सिंह की अदालत में चला। मुकदमे की पैरवी विशेष लोक अभियोजक प्रिय प्रताप सिंह ने की। मुकदमे के दौरान एक आरोपी रामरतन की मृत्यु हो गई। अदालत में कई गवाहों ने गवाही दी और अनेक साक्ष्य पेश किए गए। गवाहों की गवाही और साक्ष्यों के आधार पर न्यायालय ने अशोक कुमार, किशोर, नवल सिंह, रंधोर, नरेंद्र, मुनेंद्र, धीरेन्द्र, उपेंद्र और सुरेन्द्र को दोषी माना और उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पुलिस विभाग में डायल 100 वाहन चलाने वाले पायलटों ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर अपनी समस्याओं को सामने रखा। उन्होंने विदिशा कलेक्टर और एसपी के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। पायलटों का कहना है कि वे पिछले 10 वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। अब डायल 100 सेवा को 112 नंबर में बदला जा रहा है। नई कंपनी के आने के बाद उन्हें यह कहकर हटाया जा रहा है कि वे दसवीं पास नहीं हैं। नई कंपनी आठवीं पास या कम पढ़े-लिखे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा रही है। पायलटों ने बताया कि उनका वर्षों का अनुभव और समर्पण नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे उनके परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट पैदा हो गया है। बोले- हम कोरोना काल में भी नहीं रुकेपायलट सुनील यादव ने कहा कि वे 2016 से डायल हंड्रेड में सेवा दे रहे हैं। कोरोना काल में भी बिना रुके उन्होंने सेवा की। कई साथी संक्रमित भी हुए, लेकिन वे पीछे नहीं हटे। अब केवल शैक्षणिक योग्यता के आधार पर उन्हें हटाया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या उनका अनुभव और समर्पण कोई मायने नहीं रखता। पायलटों ने अपील की कि शासन-प्रशासन उनकी स्थिति को समझे और रोजगार से जुड़ी इस परेशानी को गंभीरता से लें। पायलटों की प्रमुख मांगें हैं कि नई कंपनी द्वारा हटाए जा रहे पुराने कर्मचारियों को फिर से सेवा में लिया जाए। अनुभव के आधार पर नियुक्ति की जाए, न कि केवल शैक्षणिक योग्यता पर। साथ ही जिन कर्मचारियों ने कोरोना काल में सेवा दी, उन्हें प्राथमिकता दी जाए।
खंडवा में शुक्रवार को देर शाम तक चले जिला पंचायत के साधारण सम्मेलन में गहमागहमी वाला माहौल रहा। जिला पंचायत ने पूर्व की बैठक में पारित हुए प्रस्तावों को कैंसिल (विलोपित) कराने का रख दिया, इस पर कांग्रेस के साथ भाजपा समर्थित सदस्य और मंत्री पुत्र उपाध्यक्ष भी भड़क गए। सभी मिलकर ध्वनि मत से अध्यक्ष के प्रस्ताव को खारिज करवा दिया। भाजपा समर्थित अध्यक्ष ने अपनी पार्टी के सदस्यों से द्वारा रखे प्रस्तावों पर अनुमति नहीं दी और उन्हें वापस लौटा दिया। वहीं साधारण सभा के बाद सामान्य प्रशासन विभाग की बैठक होना थी। इस बैठक में कोई भी सदस्य उपस्थित नहीं हुआ, सभी ने वॉकआउट कर दिया। अध्यक्ष अकेली ही उपस्थित हुई, इस कारण जिला पंचायत प्रशासन ने बैठक को स्थगित कर दिया। बैठक के दौरान पंधाना विधायक छाया मोरे भी उपस्थित थीं। जिला पंचायत में कुल 16 सदस्य हैं, इन्हीं में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष हैं। इनमें कांग्रेस समर्थित 6 और भाजपा के पास निर्दलीय मिलाकर कुल 10 सदस्य हैं। लेकिन कांग्रेस सदस्यों का दबदबा इतना हैं कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के चुनाव में दोनों दलों के प्रत्याशियों को बराबर वोट मिले थे। लॉटरी के जरिए भाजपा प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। अध्यक्ष पिंकी वानखेड़े है, जो विधायक कंचन तनवे के इस्तीफे के बाद उन्हीं के वार्ड से उपचुनाव लड़कर पहले सदस्य फिर अध्यक्ष बनीं थीं। उपाध्यक्ष के पद पर मंत्री विजय शाह के पुत्र दिव्यादित्य शाह हैं।
बलरामपुर में युवक के साथ मारपीट:गुटखा मांगने पर दबंगों ने लाठी-डंडों से किया हमला
बलरामपुर के कोतवाली नगर थाना क्षेत्र के ग्राम हरबंशपुर में मारपीट और धमकी का मामला सामने आया है। गांव के निवासी शिवशंकर ने स्थानीय थाने में दी गई तहरीर में गांव के ही तीन लोगों पर हमला करने और धमकाने का आरोप लगाया है। घटना 22 जुलाई की रात करीब 12:00 बजे की है। शिवशंकर अपने घर के पास दरवाजे पर लेटे हुए थे। तभी गांव के दो लोग वहां पहुंचे और गुटखा व सिगरेट की मांग करने लगे। शिवशंकर ने रात में इस तरह आने पर आपत्ति जताई। इस पर आरोपितों ने गाली-गलौज कर उन्हें धमकी दी और कहा कि सुबह मिलते हैं, तब बताते हैं। पुलिस से शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी अगले दिन 23 जुलाई की सुबह करीब 6:00 बजे शिवशंकर शौच के लिए गांव के बाहर जा रहे थे। तभी पहले से घात लगाकर बैठे दो लोगों ने उन्हें घेर लिया। वे अपशब्द कहते हुए लाठी-डंडों से हमला कर दिया। तीनों ने मिलकर मारपीट की और कहा कि अगर पुलिस से शिकायत की तो जान से मार देंगे। शिवशंकर के शोर मचाने पर उनका बेटा प्रेम शंकर मौके पर पहुंचा। हमलावरों ने उसे भी बुरी तरह पीटा। हल्ला सुनकर गांव के अन्य लोग भी मौके पर पहुंचे। तब आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए भाग निकले। घटना की जानकारी होते ही पीड़ित ने पुलिस को लिखित तहरीर दी है। पीड़ित पक्ष डरा-सहमा हुआ है और उसने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है। नगर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले पर विधिक कार्यवाही की जा रही है।
ग्वालियर में लाला का बाजार चौराहे पर एक नवजात शिशु का भ्रूण मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात करीब 1:00 बजे स्थानीय लोगों ने भ्रूण पड़े होने की सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही माधौगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। जांच के बाद पुलिस ने नवजात शिशु के भ्रूण को उठवाकर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस बीच पुलिस आसपास के नर्सिंग होम और अस्पतालों से हाल ही में पैदा हुए नवजात शिशुओं की जानकारी जुटा रही है। रात में घर लौटते वक्त लोगों ने देखा था घटना की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि कुछ स्थानीय लोग रात में अपने घर जा रहे थे। तभी उन्होंने चौराहे के पास कोने में नवजात शिशु का भ्रूण पड़ा देखा और तुरंत पुलिस को सूचित किया। पुलिस अब भ्रूण फेंकने वाले की पहचान के लिए आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। साथ ही क्षेत्र के अस्पतालों और नर्सिंग होम से संपर्क कर हाल ही में हुए प्रसव की जानकारी इकट्ठा कर रही है। पीएम रिपोर्ट के आने पर होगी अग्रिम कार्रवाई माधौगंज थाना प्रभारी प्रशांत शर्मा का कहना है कि फोन पर सूचना मिली थी कि लाल का बाजार चौराहा के पास एक नवजात शिशु का भ्रूण पड़ा हुआ है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचकर नवजात शिशु के भ्रूण को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया है। अभी यह पता नहीं चला है कि यह बच्चे का शव यहां किसने फेंका है इसके लिए आसपास के नर्सिंग होम हॉस्पिटल में हाल ही में पैदा नवजात शिशु की जानकारी भी जुटाई जा रही है।
लखनऊ में LDA का गांव वालों ने किया विरोध:अफसरों से हुई नोंकझोंक, बिना निर्माण किए लौटी
लखनऊ के छंदोईया गांव में उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब एलडीए की टीम सड़क निर्माण के लिए पहुंची। गांव के चारों ओर बनने वाली सड़क को लेकर ग्रामीणों ने विरोध जताया और टीम को काम शुरू नहीं करने दिया। ग्रामीणों का साफ कहना था कि एलडीए के अफसर दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने का दबाव बना रहे थे, जबकि गांववालों ने फैसले के लिए दो दिन का वक्त मांगा। लेकिन अधिकारियों ने सुनने से इनकार कर दिया। इतना ही नहीं, ग्रामीणों ने जब यह पूछा कि क्या सड़क निर्माण के दौरान किसी भी घर को तोड़ा नहीं जाएगा, तो इस पर भी कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया। लगातार कई घंटों तक चली नोकझोंक और बहस के बाद आखिरकार दोपहर करीब 4:30 बजे एलडीए की टीम को बिना काम किए लौटना पड़ा। ग्रामीणों ने साफ कर दिया है कि जब तक सभी शर्तों पर स्पष्टता नहीं होगी और कोई भी मकान तोड़े जाने का डर बना रहेगा, तब तक वे सड़क निर्माण नहीं होने देंगे।
नर्मदापुरम में शुक्रवार को दैनिक भास्कर ने बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों का सम्मानित किया गया। शहर के साईं कृष्णा हिल व्यू रिसॉर्ट में शाम 5 बजे दैनिक भास्कर प्रतिभा सम्मान-2025 आयोजित हुआ। मुख्य अतिथि नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना के हाथों 10वीं और 12वीं सीबीएसई, आईसीएसई और एमपी बोर्ड परीक्षा में प्रथम श्रेणी से पास हुए 250 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मान मिला। प्रतिभा सम्मान समारोह के मुख्य आयोजक सेज यूनिवर्सिटी (इंदौर और भोपाल) रही। नर्मदापुरम और आसपास के क्षेत्र के विद्यार्थी इस कार्यक्रम में सम्मानित हुए। कलेक्टर सोनिया मीना ने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देते हुए और कहा कि कठिन परिश्रम, समर्पण और लक्ष्य के प्रति ईमानदारी ही सफलता की कुंजी है। कलेक्टर ने कहा इस सफलता में विद्यार्थियों के साथ अभिभावक, शिक्षकों की भूमिका को भी कम नहीं आंका जा सकता है। माता-पिता बच्चों के लिए अपना तन,मन, धन अब कुछ लगाते है, ताकि बच्चें को अच्छा जीवन और अच्छा भविष्य मिल सकें। माता-पिता के योगदान, समर्पण भाव, प्रोत्साहन के बिना यह संभव नहीं है। उन्होंने विद्यार्थियों को करियर मार्गदर्शन भी दिया गया और विभिन्न करियर विकल्पों के बारे में जानकारी दी गई। इस अवसर पर दैनिक भास्कर नर्मदापुरम के संपादक बसंत शर्मा, यूनिट हैड सीपी भार्गव और एजुकेशन वर्टिकल हैड एजीएम अश्विनी बुशाल (भोपाल), सिटी मजिस्ट्रेट बृजेंद्र रावत उपस्थित रहे। एमपी बोर्ड और सीबीएसई में प्रथम श्रेणी आने वाले बच्चें सम्मानितएमपी बोर्ड परीक्षा और सीबीएसई परीक्षा में प्रथम श्रेणी अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र एवं ट्रॉफी भेंट की गईं। सम्मान समारोह शामिल होने के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन किए गए थे। कार्यक्रम की तस्वीरें देखिए...
कोटा शहर के उद्योग नगर थाना पुलिस ने दो शातिर वाहन चोरों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की 15 बाइक और एक स्कूटी बरामद की है। एडिशनल एसपी दिलीप कुमार सैनी ने बताया कि शहर में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं की रोकथाम के लिए डीएसपी लोकेन्द्र पालीवाल और उद्योग नगर थाना अधिकारी जितेंद्र सिंह के निर्देशन में डीएसटी की संयुक्त टीम गठित की गई। टीम ने कार्रवाही करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में अनिल कुमार पोटर (25) निवासी तेजाजी का मोहल्ला, गांव आकोदिया, थाना पनवाड़, जिला झालावाड़ और दिनेश कुमार (40) निवासी मेघवाला का मोहल्ला, गांव कसार, थाना मण्डाना, जिला कोटा ग्रामीण शामिल हैं। मामले का खुलासा 16 जून को हुआ, जब फरियादी गोविन्द सिंह देवड़ा ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी मोटरसाइकिल 29 मई को कंसुआ कार बाजार के सामने से चोरी हो गई थी। घटना के बाद थानाधिकारी के नेतृत्व में संयुक्त टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। पुलिस ने जेके फैक्ट्री रोड कोटा पर गश्त के दौरान मुखबिर की सूचना पर मुख्य आरोपी अनिल कुमार पोटर को गिरफ्तार किया। अनिल की निशानदेही पर दूसरे आरोपी दिनेश कुमार को पकड़ा गया, जिसके कब्जे से 15 बाइक और एक स्कूटी बरामद की गई।
सारंगढ़ में कलेक्टर डॉ. संजय कन्नौजे ने शुक्रवार को सुबह 10 से 11 बजे के बीच विभिन्न सरकारी कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कलेक्ट्रेट की विभिन्न शाखाओं, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसील कार्यालय, पीडब्ल्यूडी, जिला शिक्षा अधिकारी, बीईओ, बीआरसी और आदिवासी विकास कार्यालय का दौरा किया गया। निरीक्षण के दौरान लगभग 55 अधिकारी और कर्मचारी नदारद पाए गए। कलेक्टर ने सभी नदारद कर्मियों को सिविल सेवा आचरण 1965 के तहत कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उन्होंने कहा कि जवाब मिलने के बाद विभागीय कार्रवाई की जाएगी। कलेक्ट्रेट के कर्मचारी भी शामिल नोटिस मिलने वाले में विकास खंड शिक्षा अधिकारी रेशम लाल कोसले, कलेक्ट्रेट के सहायक ग्रेड-2 शैलेन्द्र पटेल, सोमदत्त पटेल, ममता नंदे शामिल हैं। भू अभिलेख शाखा के सहायक अधीक्षक कमल सिंह ठाकुर, विकास साहू और सहायक ग्रेड-3 गीता नायक भी गायब थे। तहसील कार्यालय के कई कर्मचारी एब्सेंट खनिज शाखा, खाद्य शाखा, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय और तहसील कार्यालय के कई कर्मचारी भी गैरमौजूद पाए गए। लोक निर्माण विभाग के मानचित्रकार ठाकुर राम राठिया, सहायक मानचित्रकार गिरीश पटेल और अन्य कई कर्मचारियों को भी नोटिस जारी किया गया। जनपद पंचायत सारंगढ़ कार्यालय का भी निरीक्षण कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर अनिकेत साहू ने जनपद पंचायत सारंगढ़ का भी निरीक्षण किया। वहां लेखा अधिकारी मालिकराम लहरे और स्टेशन मास्टर आरएल चौहान गैरहाजिर मिले। विद्युत विभाग में सहायक ग्रेड-3 ज्योति पटेल, रुस्तम बंजारे और मीन निराला भी गायब थे।
राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को मुख्य सचिव सुधांशु पंत से मुलाकात की। प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में महासंघ ने 25 सूत्रीय मांगपत्र सौंपा। महासंघ ने खेमराज कमेटी द्वारा अधिकांश संवर्गों की वेतन विसंगतियों को यथावत छोड़ने पर आपत्ति जताई है। इसके समाधान के लिए एक उच्च स्तरीय मंत्री मंडलीय कमेटी के गठन की मांग की गई है। कमेटी कर्मचारी संगठनों का पक्ष सुनकर समस्याओं का निराकरण करेगी। ये है मुख्य मांगे प्रमुख मांगों में राज्य कर्मचारियों की एनपीएस कटौती जमा राशि को पीएफआरडीए खाते से जीपीएफ खाते में स्थानांतरित करना शामिल है। इसके अलावा एसीपी लाभ 9-18-27 के स्थान पर 8-16-24-32 वर्ष पर देने की मांग की गई है। महासंघ ने सहायक प्रशासनिक अधिकारी को 3600 के स्थान पर 4200 ग्रेड पे देने और लेवल L5 को 25500 आरंभिक वेतन देने की मांग भी रखी है। बजट घोषणा के अनुसार ठेका कर्मचारियों को कार्मिक विभाग की संस्था के अंतर्गत आदेश जल्द जारी करने की मांग भी की गई है। अन्य मांगों में तृतीय श्रेणी अध्यापकों और टीएसपी क्षेत्र के कर्मचारियों को गृह जिलों में विकल्प पत्र के अनुसार स्थानांतरण, ग्रामीण क्षेत्र के कर्मचारियों को 10 प्रतिशत ग्रामीण भत्ता और अर्जित अवकाश की सीमा 300 से बढ़ाकर सेवानिवृत्ति तक जोड़ने की मांग शामिल है। महासंघ ने परिवहन विभाग और जेसीटीएल कर्मचारियों को राज्य सरकार की ट्रेजरी से भुगतान करने की मांग की है। वाहन चालकों को ड्यूटी समय के अलावा ओवरटाइम और हार्ड ड्यूटी एलाउंस देने की मांग भी रखी गई है। विधि विज्ञान प्रयोगशाला के कर्मचारियों को नियमित पदोन्नति, होमगार्ड के कर्मचारियों को 12 महीने की ड्यूटी और विद्युत विभाग में सूचना सहायकों के अतिरिक्त पद सृजित करके पदोन्नति देने की मांग भी की गई है। अन्य मांगों की सूची अन्य मांगों में आरजीएचएस के इलाज में गंभीर परिस्थितियों में राहत, मुद्रण विभाग में नई भर्तियां, मृतक आश्रितों की टंकण परीक्षा विभाग स्तर पर करवाना, पेंशनर का 5 प्रतिशत प्रत्येक 5 वर्ष में बढ़ाना और प्रबोधकों का पदनाम अध्यापक करना शामिल है। महासंघ ने सभी विभागों में डीपीसी कैलेंडर जारी करने, महिला कर्मचारियों के लिए सभी विभागों में क्रैच सुविधा प्रारंभ करने और समस्त विभागों एवं निगम बोर्ड में रिक्त पदों पर शीघ्र भर्तियां करने की मांग भी की है। प्रतिनिधि मंडल ने कार्मिक सचिव को भी ज्ञापन सौंप कर बजट 2025-26 में की गई कर्मचारी कल्याण की घोषणाओं के जल्द क्रियान्वयन तथा 2 से अधिक सन्तान पर एसीपी मे तीन वर्ष की रोक को हटाने की मांग की गई। प्रतिनिधि मंडल में ये थे शामिल प्रतिनिधि मंडल में देवेन्द्र सिंह नरूका वरिष्ठ उपाध्यक्ष, सर्वेश्वर शर्मा संयुक्त महामंत्री, अजयवीर सिंह प्रदेश अध्यक्ष तकनीकी कर्मचारी संघ, पप्पू शर्मा प्रदेश अध्यक्ष पीडब्लूडी श्रमिक संघ, नरपत सिंह प्रदेश अध्यक्ष सहायक कर्मचारी संघ, लक्ष्मीनारायण अध्यक्ष एनयुलम, हनुमान सहाय मनोहर सिंह, एव अन्य उपस्थित रहे।
महाकाल महालोक में बने मंच पर श्री महाकालेश्वर सांस्कृतिक संध्या के दसवें दिन शुक्रवार को कलाकारों ने कथक नृत्य की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का प्रारंभ भगवान महाकाल के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। प्रस्तुति के दौरान बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे। सांस्कृतिक संध्या की पहली प्रस्तुति डॉ. योगिता मंडलिक ने दी। उन्होंने शिव वंदना 'शंकर महादेव शिव जय जय गिरिजापति' प्रस्तुत की। इसके बाद उन्होंने कृष्ण लीला प्रस्तुत की और श्रावण गीत पर भाव पक्ष की प्रस्तुति से अपना कार्यक्रम समाप्त किया। कार्यक्रम की दूसरी और अंतिम प्रस्तुति धनंजय तिवारी ने दी। उन्होंने पद्म विभूषित पंडित बिरजू महाराज द्वारा रचित 'शिव शक्ति आराधना' (अर्धांग) से सभी का मन मोह लिया। इसके बाद उन्होंने गीत गोविंद महाकाव्य के श्री दशावतार की अष्टपदी प्रस्तुत की। उनकी प्रस्तुति का समापन श्री कृष्ण राधा को समर्पित श्रावण के भाव पक्ष से हुआ। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाकाल मंदिर के पुरोहित सुभाष शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलन किया। मंदिर समिति के उप प्रशासक एसएन सोनी ने अतिथियों और कलाकारों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन सुदर्शन अयाचित ने किया।
सीआईटी परीक्षा को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे के उत्तर रेलवे ज़ोन ने हरियाणा में विशेष ट्रेनों के संचालन का फैसला किया है। इस संबंध में शुक्रवार शाम को नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। अंबाला डिवीजन के सीनियर डिप्टी कमर्शियल मैनेजर (डीसीएम) ने बताया कि यह निर्णय हरियाणा में दो दिन के लिए आयोजित होने जा रही सीआईटी परीक्षा के चलते लिया गया है, जिससे परीक्षार्थियों को आवाजाही में सुविधा मिल सके। इस दौरान कुल 9 विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिनमें प्रत्येक में 16 सामान्य श्रेणी (जर्नल क्लास) के कोच लगाए गए हैं ताकि ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को जगह मिल सके। ये है ट्रेनों की सूची जनरल टिकिट पर यात्रा कर सकेंगे परीक्षार्थी वहीं, रेलवे ने ये ट्रेन परीक्षार्थियों के लिए चलाई है। रेल्वे के अधिकारियों द्वारा बताया गया है कि इस ट्रेन में परीक्षार्थी जनरल टिकिट पर सफर कर सकेंगे। इसके साथ ही इस ट्रेन में सामान्य यात्री भी सफर कर सकेंगे।
ग्वालियर में शुक्रवार शाम जंगल में पेड़ पर पति-पत्नी के शव फांसी पर लटके मिले हैं। एक ही दुपट्टे से बने फंदे पर दोनों लटके हुए थे। घटना कैंसर पहाड़िया स्थित चित्रकूट धाम सिद्धेश्वर मंदिर के पीछे जंगल की है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने दोनों शव की अच्छी तरह से तलाशी ली है, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आधार कार्ड से मृतकों की पहचान हुई है। मृतक आर्मी जवान है और उसने इस युवती से प्रेम विवाह किया था। 6 माह से दोनों के बीच तलाक का केस चल रहा था। मृतका हरियाणा की रहने वाली है, जबकि मृतक मोनू ग्वालियर का ही है। मृतक के बुआ के बेटे सोनू ने पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। एक ही दुपट्टे पर लटके थे दोनों शव सीएसपी हिना खान ने बताया कि कैंसर पहाड़िया सिद्धेश्वर मंदिर के पीछे जंगल में एक युवक-युवती के शव पेड़ पर फांसी के फंदे पर लटके होने की सूचना मंदिर पर रहने वाले कुछ लोगों ने दी थी। सूचना मिलने पर वह खुद झांसी रोड थाना पुलिस के बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची थीं। जहां दोनों दुपट्टे से बने फांसी के फंदे पर पेड़ से लटके हुए थे। जब पुलिस ने छानबीन की तो मृतकों के पास से दो आधार कार्ड, एटीएम कार्ड व आर्मी कैंटीन का कार्ड मिले हैं। सीएसपी हिना खान का कहना है कि आधार कार्ड पर मोनू शर्मा नाम लिखा था। उसकी उम्र भी 26 साल लिखी है, जबकि दूसरे आधार कार्ड पर आशारानी नाम लिखा है। जिसकी उम्र 25 साल है। यहां पीछे एड्रेस में केयर ऑफ में मोनू शर्मा लिखा है। जब पुलिस आधार कार्ड पर लिखे एड्रेस सुदामा पुरी गली नंबर-2 मुरार पहुंची तो पूरी तस्वीर साफ हो गई है। मृतक पति-पत्नी हैं। परिवार से लड़के की थी लव मैरिज आधार कार्ड पर लिखे एड्रेस पर पुलिस को मोनू की बुआ का लड़का सोनू शर्मा मिला है। उसने बताया है कि मोनू आर्मी जवान है। उसने दो साल पहले परिवार से लड़कर हरियाणा निवासी आशारानी से लव मैरिज की थी। छह महीने में ही दोनों में झगड़े होने लगे।
छिंदवाड़ा में कुण्डीपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम राजाखोह में 19 जून को झाड़ियों में मिले एक अज्ञात शव से फैली सनसनी के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया। छिंदवाड़ा पुलिस अधीक्षक अजय पांडे ने पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि यह एक सुनियोजित हत्या थी, जिसमें लकड़ी से सिर पर हमला कर 48 वर्षीय बुद्धुचंद्र वंशी की जान ली गई। कड़ी जांच और मुखबिर तंत्र की सक्रियता से पुलिस ने आरोपी रामलाल धुवे को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने जुर्म स्वीकार कर लिया है। झाड़ियों में मिला था शव, चेहरे पर थे गंभीर घाव19 जून को ग्राम राजाखोह के पास झाड़ियों में एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पर कुण्डीपुरा थाना और धरमटेकड़ी चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची। शव पर गहरे चोट के निशान, विशेषकर आंख और माथे पर घाव देख कर प्रथम दृष्टया हत्या का संदेह हुआ।स्थानीय लोगों की मदद से शव की पहचान बुद्धुचंद्र वंशी, निवासी धबई (हाल निवासी काराबोह), उम्र 48 वर्ष के रूप में हुई। पीएम रिपोर्ट ने पुष्टि की हत्या कीशव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पीएम रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि मृतक की मौत सिर पर किसी कठोर वस्तु से किए गए घातक वार से हुई। इसके आधार पर पुलिस ने धारा 103(1) BNS के तहत हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर से मिला सुरागहत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए एसपी पांडे के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली और मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। करीब 800 मीटर दूर झाड़ियों के पास मिले सुराग के आधार पर जानकारी मिली कि रामलाल पिता पूरन धुवे (55 वर्ष) निवासी राजाखोह, घटना के बाद से संदिग्ध रूप से जमुनिया बस स्टैंड के आसपास देखा गया है। आरोपी ने कबूला जुर्मपुलिस ने रामलाल को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल लिया। आरोपी ने बताया कि घटना के दिन उसने लकड़ी से वार कर बुद्धुचंद्र की हत्या की थी। हत्या की वजह की जांच फिलहाल जारी है। रामलाल को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस हत्या के पर्दाफाश में थाना कुण्डीपुरा प्रभारी महेन्द्र भगत, चौकी धरमटेकड़ी प्रभारी उप निरीक्षक अविनाश पारधी के साथ-साथ साइबर सेल टीम और पुलिस जवानों की अहम भूमिका रही। जांच में मनोज रघुवंशी, सादलकराम भलावी, जगदीश ठाकुर, हरीश वर्मा, अरविंद धुवे, अरुण शर्मा, जीवन रघुवंशी, चंद्रपाल, आलम, देवेश प्रभात सिंह, चंद्रकुमार यादव, यशवंत रघुवंशी, साइबर सेल टीम से आदित्य रघुवंशी, नंदन ठाकुर, अभिषेक ठाकुर की भूमिका रही। एसपी अजय पांडे ने पुलिस टीम को जल्द खुलासा करने पर बधाई दी और कहा कि ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई से लोगों में भरोसा कायम होता है।
बांदा में ऑपरेशन कन्विक्शन के तहत एक हत्याकांड के मामले में न्याय दिलाया गया है। थाना तिन्दवारी क्षेत्र में 2017 में हुए इस मामले के दोषियों को कोर्ट ने कड़ी सजा सुनाई है। मामला 12 सितंबर 2017 का है। परसौडा निवासी शिवसागर ने थाना तिन्दवारी में शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया था कि गांव के काशी प्रसाद और गुमान वर्मा ने उनके भाई को शराब में जहर मिलाकर मार डाला है। इस मामले में थाना तिन्दवारी में धारा 302/34/328/120(बी) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक राकेश सरोज ने मामले की जांच की। 7 जनवरी 2019 को आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित किया गया। पुलिस अधीक्षक बांदा पलाश बंसल के निर्देशन में चल रहे अभियान के तहत इस मामले में त्वरित कार्रवाई की गई। लोक अभियोजक श्रवण तिवारी ने न्यायालय में प्रभावी पैरवी की। कोर्ट मोहर्रिर महिला आरक्षी शिप्रा सचान और पैरोकार आरक्षी मुकेश वर्मा के प्रयासों से दोनों अभियुक्तों को दोषी ठहराया गया। सत्र न्यायालय बांदा ने दोनों अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही प्रत्येक दोषी पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह कार्रवाई उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक के निर्देशन में चलाए जा रहे ऑपरेशन कन्विक्शन अभियान के तहत की गई है।
गोंडा में अधिवक्ताओं पर तत्कालीन क्षेत्राधिकारी सौरभ वर्मा द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे को वापस लेने की मांग को लेकर आज एक महत्वपूर्ण बैठक सीएम के साथ हुई है। लखनऊ पांच कालिदास मार्ग सीएम आवास पहुंचकर गोंडा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम बुझारथ द्विवेदी और सिविल बार एसोसिएशन अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मिश्रा की अगुआई में कई पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की है। मुलाकात के दौरान बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने सीएम योगी से कहा कि अधिवक्ताओं पर गलत तरीके से मुकदमा दर्ज कराया गया है। उन्होंने इसे अधिवक्ताओं के हित में वापस लेने की आवश्यकता पर जोर दिया। सीएम योगी ने इस मामले में विस्तृत जानकारी ली और अधिवक्ताओं पर दर्ज मुकदमे को वापस लेने का आश्वासन दिया। मुलाकात में गोंडा सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार मिश्रा, बार एसोसिएशन के महामंत्री संजय कुमार सिंह और सिविल बार एसोसिएशन के महामंत्री मनोज मिश्रा भी मौजूद रहे। गोंडा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राम बुझारथ द्विवेदी ने बताया कि वे कल तक सामूहिक रूप से हड़ताल पर हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी ने मुकदमे को जल्द ही खत्म करने का आश्वासन दिया है। द्विवेदी के अनुसार, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी सौरभ वर्मा ने अधिवक्ताओं को बदनाम करने के लिए फर्जी तरीके से मुकदमा दर्ज करवाया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मामले में अधिवक्ताओं की कोई गलती नहीं थी। अधिवक्ताओं का कहना है कि यह मामला उनके मान-सम्मान से जुड़ा हुआ है। इसलिए वे चाहते हैं कि जल्द से जल्द उन पर दर्ज मुकदमे को खत्म किया जाए।
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से महिला की मौत:कौशांबी में खेत में धान के रोपाई का चल रहा था काम
कौशांबी के करारी थाना क्षेत्र के जमदुआ गांव में शुक्रवार शाम एक दुखद घटना घटी। शाम लगभग 6:30 बजे धान के खेत में निराई-गुड़ाई कर रही 52 वर्षीय केसरी देवी पर आकाशीय बिजली गिर गई। इस हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, केसरी देवी स्वर्गीय छेदीलाल की पत्नी थीं और मंझनपुर तहसील के जमदुआ गांव की निवासी थीं। वह अपने खेत में काम कर रही थीं जब अचानक तेज गरज-तड़प के साथ आकाशीय बिजली उन पर आ गिरी। आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगों को जब इस घटना की जानकारी मिली, तब तक केसरी देवी की मृत्यु हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के किसान मौके पर पहुंच गए। पुलिस और राजस्व विभाग को भी सूचित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। घटना की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। इस दुखद हादसे से पूरे गांव में शोक का माहौल है।
महोबा के जैतपुर विकासखंड के कुडई गांव में शुक्रवार को तेज बारिश के बाद 60 वर्षीय किसान अनारी लाल की पानी में बहकर मौत हो गई। अनारी लाल अपने दो बेटों दीनदयाल और ब्रजकिशोर के साथ खेत में दवा छिड़काव कर रहे थे। इसी दौरान गांव के लक्ष्मी कुशवाहा और उनकी पत्नी शिवकली रातभर की बारिश से चेकडैम में आए तेज बहाव में फंस गए। यह देखकर अनारी लाल के दोनों बेटों ने दंपति को बचाने की कोशिश की। लेकिन बहाव इतना तेज था कि वे भी फंस गए। वे मदद के लिए चिल्लाने लगे। बेटों और ग्रामीणों की जान खतरे में देख अनारी लाल ने तेज बहाव में छलांग लगा दी। उन्होंने जान की परवाह किए बिना सभी को बाहर निकालने का प्रयास किया। काफी मशक्कत के बाद वह चारों को सुरक्षित बाहर निकालने में सफल हो गए। लेकिन खुद कीचड़ और पानी की गहराई में फंस गए। पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने शोर मचाया और प्रशासन को सूचना दी। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस और राहत टीम करीब डेढ़ घंटे की देरी से मौके पर पहुंची। उनका कहना है कि यदि समय पर सहायता मिलती तो अनारी लाल की जान बचाई जा सकती थी। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि चेकडैम जैसे संवेदनशील स्थलों पर चेतावनी संकेत लगाए जाएं। साथ ही सुरक्षा के ठोस उपाय किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी ने जिले में स्थित जर्जर और खतरनाक भवनों और संरचनाओं को लेकर अधिकारियों को महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम में ऐसे भवन आमजन की जान-माल के लिए खतरा बन सकते हैं। कलेक्टर ने सभी संबंधित विभागों को प्राथमिकता से ऐसे भवनों को चिह्नित कर नियमानुसार ध्वस्त करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने नगरपालिका, नगर परिषद, नगर निगम तथा ग्राम पंचायत स्तर पर अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान के तहत आवासीय भवन, स्कूल, अस्पताल और सरकारी कार्यालय सहित सभी जर्जर भवनों की सूची तैयार की जाएगी। ऐसे भवनों के स्वामियों को नोटिस जारी कर तय समय में भवन खाली कराने की कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि अगर वे किसी पुराने या जर्जर भवन में रह रहे हैं। वे शीघ्र उस भवन को खाली कर लें। उन्होंने कहा कि जन सुरक्षा सर्वोपरि है और इस दिशा में जिला प्रशासन सजग है। डॉ. सोनी ने सभी विभागों को समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जोखिम वाले भवनों की नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने को कहा है। इससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सकेगा।
हाथरस में बिजली लाइन पर काम करते समय हादसा:करंट लगने से विद्युत संविदा कर्मी की मौत
हाथरस के सिकंदराराऊ में आज शुक्रवार शाम एक दुखद घटना में बिजली लाइन पर काम करते समय करंट लगने से एक संविदा कर्मी की मौत हो गई। घटना कासगंज रोड से कपासिया मार्ग पर स्थित गांव टीकरी खुर्द में हुई। मृतक की पहचान राहुल (28) पुत्र सोनपाल निवासी गांव नावली थाना सिकंद्राराऊ के रूप में हुई है। वह कासगंज रोड स्थित नगला जलाल विद्युत सब स्टेशन पर लाइनमैन के पद पर संविदा कर्मी था। शुक्रवार शाम लगभग 4 बजे राहुल गांव टीकरी खुर्द में खराब बिजली की सूचना पर मरम्मत करने गया था। काम करते समय अचानक तेज करंट लगने से वह गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़ा। घायल राहुल को तुरंत अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। एसडीओ युसूफ हुसैन ने बताया कि गांव में दो प्रकार की बिजली लाइनें काम करती हैं - एक नलकूप वाली और दूसरी सामान्य लाइन। राहुल किस लाइन पर काम कर रहा था और काम के दौरान लाइन में करंट कैसे प्रवाहित हुआ, इसकी जांच की जा रही है।
युवती का फंदे से लटका मिला शव:संतकबीर नगर में पुलिस जांच में जुटी पुलिस; मौत के कारणों का पता नहीं
संतकबीर नगर के धर्मसिंहवा थाना क्षेत्र में ग्राम पंचायत कंवर कंवरी में सुबह लगभग सात बजे एक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवती का शव कमरे में फांसी के फंदे से लटकता मिला। आत्महत्या की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। अंतिमा के परिवार में 4 बहनें और दो भाई हैं। उसके पिता भी घर पर ही रहते हैं। घटना की सूचना मिलते ही धर्मसिहवा पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। मृतका के पिता द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर पंचायतनामा किया गया। थाना प्रभारी सरोज शर्मा, चौकी प्रभारी बौरब्यास राघवेंद्र प्रताप सिंह और कॉन्स्टेबल सोनू यादव सहित भारी पुलिस बल घटनास्थल पर मौजूद रहे। थाना प्रभारी सरोज शर्मा ने बताया कि अंतिमा ने किसी कारणवश फांसी लगाकर आत्महत्या की है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है। आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
बालोद जिले के गुंडरदेही में पुलिस रेड के दौरान ताश खेलते युवकों में से एक ने तांदुला नदी में कूदकर भागने के दौरान डूब गया। शुक्रवार दोपहर 3 बजे नदी से शव मिला, तो हंगामा बढ़ गया। गुंडरदेही के युवक और महिलाएं मृतक दुर्गेश सोनकर का शव लेकर धमतरी चौक पहुंचे और शाम 6.30 बजे तक शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। इस दौरान लोगों ने पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से झूमाझटकी भी हुई। गहमा-गहमी माहौल के बीच दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई, मृतक परिवार को 10 लाख रुपए मुआवजा और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी। प्रशासन के आश्वासन के बाद मामला हुआ शांत हंगामे की सूचना पर प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे। बातचीत के बाद मृतक के परिजन को नगर पंचायत में काम देने और 4 से 5 लाख रुपए की सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया गया। हालांकि, मौके पर यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि यह राशि शासकीय फंड से दी जाएगी या निजी सहयोग के तहत। प्रशासन के आश्वासन के बाद देर शाम मामला शांत हुआ। फिर शव को पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। क्या है पूरा मामला? गुरुवार शाम गुंडरदेही के महावीर मुक्तिधाम के पास कुछ युवक ताश खेलते नजर आए थे। पास के खेत मालिक ने थाने में शिकायत की कि वहां जुआ चल रहा है। सूचना मिलने पर पुलिस की टीम सिविल ड्रेस में मौके पर पहुंची। पुलिस को देखते ही तीन युवक घबराकर तांदुला नदी में कूद पड़े। इनमें से दो तो तैरकर बाहर निकल आए, लेकिन तीसरा युवक दुर्गेश सोनकर (30) डूब गया। परिजनों का आरोप – पुलिस डंडा लेकर दौड़ी, बचाने की कोशिश नहीं की मृतक के परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि दुर्गेश केवल घूमने गया था, वह जुआ नहीं खेल रहा था। उनका कहना है कि 8-10 पुलिसकर्मी डंडे लेकर युवकों को दौड़ाने लगे। जिससे घबराकर दुर्गेश नदी में कूदा। जब वह नदी में डूब रहा था, तब भी पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे। लेकिन किसी ने बचाने की कोशिश नहीं की। डूबने के दौरान पुलिसकर्मी नहीं थे मौजूद इस मामले पर गुंडरदेही थाना प्रभारी मनीष सेंडे का पक्ष भी सामने आया है। उन्होंने प्रदर्शन के दौरान अपना पक्ष रखते हुए कहा कि खेत मालिक की सूचना पर टीम भेजी गई थी। लेकिन जब पुलिस मौके पर पहुंची तब तक युवक भाग चुके थे। युवक के डूबने के वक्त कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था।
हरदोई के हरपालपुर थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर शाम तेज आंधी के दौरान एक दुर्घटना हुई। महसूलापुर गांव से वापस लौट रहे दरोगा और सिपाही पर यूकेलिप्टस का पेड़ गिर गया। इस हादसे में दोनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। उपनिरीक्षक सौरभ राणा (27) और सिपाही विपिन सिंह (40) महसूलापुर गांव में कांवड़ यात्रा और आईजीआरएस शिकायतों की ड्यूटी पर गए थे। अपना काम पूरा करने के बाद दोनों बाइक से थाने लौट रहे थे। कटरा-बिल्हौर मार्ग पर अचानक तेज आंधी आ गई। इसी दौरान एक बड़ा यूकेलिप्टस का पेड़ उनकी बाइक पर गिर पड़ा। पेड़ के नीचे दबने से दोनों पुलिसकर्मी घायल हो गए। मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने तुरंत निजी वाहन से दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरपालपुर पहुंचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उपनिरीक्षक सौरभ राणा की स्थिति गंभीर देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज हरदोई रेफर कर दिया। सिपाही विपिन सिंह का इलाज हरपालपुर सीएचसी में जारी है। घटना की सूचना मिलते ही हरपालपुर थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने घायलों का हाल जाना। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बाइक चालक हेलमेट पहने हुए थे। इसी वजह से उनकी जान बच गई। पुलिस प्रशासन घायलों के इलाज और हादसे की जानकारी जुटाने में लगा हुआ है।
जयपुर में सीबीएसई-साई का विशेष अप-स्किलिंग सेशन:स्कूली टीचर्स को बताई ब्लू पॉटरी की खासियत
जयपुर स्थित नीरजा इंटरनेशनल इंक में सीबीएसई-साई की ओर से एक विशेष अप-स्किलिंग सेशन का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य भारतीय पारंपरिक कला ब्लू पॉटरी पर को प्रमोट करना था। यह सत्र विशेष रूप से सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के शिक्षकों के लिए आयोजित किया गया, जिससे वे कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए हस्तशिल्प विषय को बेहतर ढंग से पढ़ा सकें। कार्यक्रम की शुरुआत एक ज्ञानवर्धक सेशन से हुई, जिसमें सिटी पैलेस से संदीप सेठी ने उपस्थित शिक्षकों को हस्तशिल्प को वैकल्पिक विषय के रूप में अपनाने के लाभों से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि ऐसे कौशल विद्यार्थियों को आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करते हैं और उन्हें शिक्षा के साथ-साथ स्वरोजगार के अवसर भी प्रदान करते हैं। इसके बाद नीरजा इंटरनेशनल इंक की संस्थापक डॉ. लीला बोर्डिया ने एक इंटरएक्टिव सेशन में ब्लू पॉटरी की परंपरा, इसकी विशेषता और वैश्विक स्तर पर इसकी पहचान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि भारतीय हस्तशिल्प सिर्फ कला नहीं, बल्कि एक संस्कृति की पहचान हैं। उन्होंने कहा कि अगर स्कूलों में इस विषय को गंभीरता से पढ़ाया जाए, तो हम अपने युवाओं को वैश्विक मंचों तक पहुंचा सकते हैं। सत्र के दौरान शिक्षकों ने यह प्रश्न भी उठाया कि यदि ब्लू पॉटरी जैसे हस्तशिल्प सीबीएसई पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं, तो कई स्कूलों में अभी तक इन्हें लागू क्यों नहीं किया गया। इस पर विस्तार से चर्चा हुई और इन विषयों को स्कूलों में व्यवस्थित रूप से लागू करने की संभावनाएं तलाशी गईं। कार्यक्रम का सबसे व्यावहारिक और आकर्षक भाग वह रहा, जब शिक्षकों को नीरजा इंटरनेशनल की आरएंडडी यूनिट में ले जाया गया, जहां उन्होंने ब्लू पॉटरी की निर्माण प्रक्रिया को करीब से देखा और खुद भी हैंड्स-ऑन एक्टिविटी में भाग लिया। मिट्टी की सांचे से लेकर रंग भरने तक की हर प्रक्रिया में शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। समापन सत्र में प्रश्नोत्तरी का दौर चला, जिसमें इस बात पर मंथन हुआ कि किस तरह शिक्षक स्वयं प्रशिक्षक बनकर इस पारंपरिक कला को अपने-अपने विद्यालयों में पुनर्जीवित कर सकते हैं। सभी शिक्षकों ने इस अनुभव को बेहद ज्ञानवर्धक, रोचक और व्यावहारिक बताया और आशा जताई कि भविष्य में ऐसे और भी कार्यशालाएं आयोजित होंगी जो शिक्षा और परंपरा को एक साथ जोड़ने का कार्य करेंगी।
टीकमगढ़ में शराब पीकर स्कूल पहुंचा टीचर:लोगों ने वीडियो बनाकर डीईओ को भेजा, शिक्षक सस्पेंड
टीकमगढ़ के सरकारी प्राइमरी स्कूल बरेठी में एक शिक्षक सुखलाल सौर नशे की हालत में स्कूल पहुंचा। वहां उसने बच्चों से अभद्रता की। मौके पर मौजूद लोगों ने इस घटना का वीडियो बना लिया। इसमें शिक्षक सुखलाल सौर बच्चों से अभद्र भाषा का उपयोग करते हुए साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। यह वीडियो जिला शिक्षा अधिकारी तक पहुंचा। जिला शिक्षा अधिकारी हनुमत सिंह चौहान ने शिक्षक को सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने आदेश में कहा कि शिक्षक का यह कृत्य मध्य प्रदेश सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के उपनियम 3 एवं 10 के विपरीत है। संकुल प्राचार्य उमावि लिधौरा से वीडियो की पुष्टि कराई गई। निलंबन काल में शिक्षक का मुख्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़ रहेगा। इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता होगी।
टीकमगढ़ में 'एक पेड़ माँ के नाम' अभियान के तहत अग्रवाल महिला महासभा ने शुक्रवार को पौधारोपण किया। शाम करीब 5.30 बजे हवेली रोड स्थित मां राजराजेश्वरी मंदिर परिसर में पौधे लगाने पहुंची महिलाओं ने सावन के गीत गाए। उन्होंने सावन का महीना पवन करे शोर, जीयरा रा रा झूमे ऐसे जैसे वन में नाचे मोर... जैसे गीत गाए। पूनम जायसवाल ने बताया कि मंदिर परिसर में 30 पौधे लगाए गए हैं। अग्रवाल महिला महासभा की प्रदेश उपमंत्री पूनम अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान समय में हमारे चारों ओर प्रदूषण फैल गया है। इसके कारण हर घर में बीमारी फैल चुकी है। इंसान जो आक्सीजन लेता है, वह प्रदूषित हो चुकी है। इसका एक बड़ा कारण पेड़-पौधों की अंधाधुंध कटाई है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन के लिए आक्सीजन जरूरी है। यह हमें पेड़-पौधों से मिलती है। इसलिए जरूरी है कि हम सभी अपने आसपास जहां भी जगह मिले, पौधे जरूर लगाएं। अग्रवाल महिला महासभा की जिलाध्यक्ष स्मृति अग्रवाल ने कहा कि यदि हमें स्वस्थ और निरोगी रहना है तो हमें पेड़-पौधे लगाना और उनका संरक्षण करना जरूरी है। स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन का वास होता है। महासभा ने सभी से अपील की है कि परिवार जनों के जन्मदिन पर और शादी की सालगिरह पर एक पौधा जरूर लगाएं। इस अवसर पर महिलाओं ने बेलपत्री, मधुकामिनी, गुड़हल, कनेर, मीठी नीम और तुलसी सहित काफी संख्या में पौधे लगाए। कार्यक्रम में स्मृति अग्रवाल, पूनम अग्रवाल, प्रियंका अग्रवाल, गायत्री अग्रवाल, सीमा अनिल अग्रवाल, सीमा संजय अग्रवाल, सीमा भूपेंद्र अग्रवाल, मीनू अग्रवाल, मंजू अग्रवाल, कीर्ति अग्रवाल, अंजू अग्रवाल, दिव्या अग्रवाल, आरती अग्रवाल, सुधा अग्रवाल, अर्चना अग्रवाल, संध्या अग्रवाल, निर्मला अग्रवाल, प्रीति अग्रवाल सहित महिला महासभा की अन्य सदस्य मौजूद रहीं।
हरियाणा में हिसार नगर निगम ने बकाया प्रॉपर्टी टैक्स मामले में कार्रवाई शुरू कर दी है। शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए एक होटल को सील किया। वहीं दो भवन स्वामी ने बकाया प्रॉपर्टी टैक्स मौके पर जमा करवा दिया। सचिव संजय शर्मा ने बताया कि पिछले लम्बे समय कुछ भवन स्वामी ने प्रॉपर्टी टैक्स नहीं जमा करवाया था, जिसको लेकर लगातार नगर निगम द्वारा यह कार्रवाई की जा रही। उन्होंने बताया कि यह कार्रवाई निगमायुक्त नीरज के आदेशानुसार और अतिरिक्त निगमायुक्त वीरेंद्र सहारण के दिशा-निर्देश पर की गई। इस दौरान जेई राजकुमार, तहबाजारी इंचार्ज सुरेंद्र शर्मा, नवीन मुवाल, नवीन जेवरा आदि मौजूद रहे। बकाया प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर नगर निगम द्वारा अब सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते टीम 3 भवन के स्वामी से प्रॉपर्टी टैक्स रिकवरी करने पहुंची थी। होटल पर आठ लाख टैक्स बकाया थासचिव ने बताया कि 3 में से 2 ने मौके पर ही प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवा दिया। एक होटल स्वामी ने प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं करवाया जो दिल्ली बाईपास पर है। जिसपर लगभग 8 लाख रुपए प्रॉपर्टी टैक्स बकाया था। उस पर कार्रवाई करते हुए होटल को सील किया गया। इसके साथ सचिव ने बताया कि बकाया प्रॉपर्टी टैक्स भरने वालों में डाबड़ा चौक पुल के नीचे होटल जिसने 15 लाख का प्रॉपर्टी टैक्स भरा। दूसरा इंडस्ट्रीज एरिया का व्यवसायिक भवन जिसने एक लाख 50 हजार का प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाया। सचिव ने बताया कि इन भवन स्वामियों को पहले नोटिस भेजकर प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाने बारे सूचित किया गया था। लेकिन नोटिस भेजने के बाद भी प्रॉपर्टी टैक्स जमा नहीं करवाया। शहरवासी समय पर अपना प्रॉपर्टी टैक्स जमा करवाए, ताकि प्रॉपर्टी सिलिंग की कार्रवाई न करनी पड़े। 31 जुलाई 2025 तक सरकार द्वारा प्रॉपर्टी टैक्स पर 10 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। छूट का लाभ उठाते हुए समय पर प्रॉपर्टी टैक्स भरे।
उमरिया जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अभय सिंह ने सरोज गुप्ता को निलंबित कर दिया है। सरोज तत्कालीन ग्राम पंचायत खलौध और वर्तमान में ग्राम पंचायत भरेवा जनपद पंचायत मानपुर के पंचायत सचिव हैं। निलंबन का कारण एक गंभीर लापरवाही है। जनपद पंचायत मानपुर से प्राप्त पत्र के अनुसार, सरोज गुप्ता ने ग्राम खलौध निवासी बेनीबाई लोहार पति रामसुजान लोहार की समग्र पोर्टल पर आईडी डिलीट कर दी थी। सचिव का जवाब संतोष जनक नहीं पाया गया इस लापरवाही के कारण मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत मानपुर ने कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया था। सरोज गुप्ता का दिया गया जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। उन्होंने समग्र आईडी डिलीट करने के संबंध में जनपद पंचायत मानपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को कोई जानकारी भी नहीं दी थी। इस लापरवाही के परिणामस्वरूप बेनीबाई लोहार का परिवार शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्राप्त करने से वंचित हो गया है। सरोज गुप्ता की इस कार्रवाई को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने उन्हें मध्यप्रदेश पंचायत नियमों के तहत निलंबित करने का आदेश जारी किया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने पर्यावरण विशेषज्ञों की कमेटी को बग्गा कलां और अखाड़ा सीबीजी (कंप्रेस्ड बायोगैस) प्लांटों की गहन जांच करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कमेटी से समयबद्ध तरीके से अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा है। मुख्यमंत्री ने लुधियाना के दोनों गांवों के निवासियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, विश्वविद्यालयों और अन्य प्रतिनिधियों की विशेषज्ञ कमेटी गांववासियों से मिलेगी। यह कमेटी इन प्लांटों की स्थापना से जुड़े सभी बिंदुओं का मूल्यांकन करेगी। मान ने बताया कि स्थानीय निवासियों की हर चिंता की सावधानीपूर्वक जांच की जाएगी। नियमों के उल्लंघन की अनुमति नहीं : भगवंत चंडीगढ़ में संपन्न मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार किसी भी नियम के उल्लंघन की अनुमति नहीं देगी। गांववासियों के हितों की रक्षा के बिना कोई कार्रवाई नहीं होगी। उन्होंने पंजाब में प्रदूषण नियंत्रण के प्रति राज्य सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई। मान ने स्पष्ट किया कि प्लांट पूरी तरह प्रदूषण मुक्त होगा। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। राज्य सरकार जल और पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने गांव घुंगराली का उदाहरण दिया, जहां गांववासियों की सहमति से प्लांट स्थापित किया गया। मान ने कहा कि राज्य के इतिहास में पहली बार लोगों की सहमति से फैसले लिए जा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार राज्य और इसके लोगों के हितों की रक्षा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
डूंगरपुर में नए एसपी मनीष कुमार के पदभार ग्रहण के दूसरे दिन शुक्रवार शाम को शहर में फ्लैग मार्च निकाला गया। इस फ्लैग मार्च की शुरुआत पुराना अस्पताल तिराहे से हुई। एसपी मनीष कुमार के साथ एएसपी अशोक कुमार, रतनलाल चावला, एएसपी राजीव परिहार, डीएसपी तपेंद्र कुमार और कोतवाली सीआई शैलेंद्र सिंह समेत कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। फ्लैग मार्च पुराना अस्पताल से शुरू होकर सोनिया चौक, माणक चौक, दर्जीवाड़ा, कानेरा पोल और मोची बाजार से होते हुए वापस पुराना अस्पताल पहुंचा। इस फ्लैग मार्च में सशस्त्र पुलिस जवानों के साथ महिला कालिका पेट्रोलिंग की टीम भी शामिल रही। एसपी मनीष कुमार ने कहा कि लोगों की सुरक्षा पुलिस की जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि शहर में पुलिस की मौजूदगी से अपराधियों में डर पैदा होगा। एसपी ने आगे कहा कि इससे आम लोगों में यह विश्वास बनेगा कि पुलिस हमेशा उनके साथ है। उन्होंने नागरिकों से पुलिस का सहयोग करने की अपील की। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है।
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर का कैंपस विद्यार्थियों की मुस्कान, परिजनों की उम्मीद और शिक्षकों के स्वागत से सराबोर नजर आया। सत्र 2025-26 के नवागुंतक अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट विद्यार्थियों के लिए तीन दिवसीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के माहौल, मूल्यों और अवसरों से परिचित कराया गया। कार्यक्रम की शुरुआत लॉ, साइंस, एमसीए, एम.एससी. (साइबर सिक्योरिटी) और बी.टेक (कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग) के विद्यार्थियों के स्वागत और विशेष सत्रों से हुई। समानांतर रूप से लॉ और साइंस संकायों के लिए सत्र आयोजित किए गए। डीन प्रो. कुलदीप सांगवान ने विज्ञान वर्ग के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए विज्ञान के सामाजिक प्रयोग पर बल दिया। लॉ संकाय की डीन प्रो. भारती ने विद्यार्थियों को विधिक शिक्षा के मूल्यों और विश्वविद्यालय की शिक्षण प्रणाली से अवगत कराया। अध्यक्ष प्रो. नीति निपुण शर्मा ने विद्यार्थियों से कहा कि आप हमारे विश्वविद्यालय की आत्मा हैं। शुरुआत से ही अनुसंधान और नवाचार की ओर बढ़ें। उन्होंने विश्वविद्यालय के विजन और छात्र केंद्रित अप्रोच को रेखांकित किया। प्रो-प्रेसिडेंट प्रो. करुणाकर ए. कोटेगर ने शिक्षा को केवल डिग्री न मानते हुए विद्यार्थियों को ज्ञान की गहराई में उतरने और समग्र विकास की ओर अग्रसर होने की प्रेरणा दी। रजिस्ट्रार प्रो. अमित सोनी ने मणिपाल यूनिवर्सिटी की यात्रा को साझा करते हुए संस्थान की वैश्विक पहचान, अनुसंधान में अग्रणी उपलब्धियां और भावी योजनाओं की जानकारी दी। प्रोवोस्ट प्रो. नीतू भटनागर ने मणिपाल समूह की समृद्ध विरासत, छात्र सहायता प्रणालियों और कैंपस जीवन के अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम का समापन प्रो. प्रकाश रमानी (निदेशक, एडमिशंस) और डॉ. सोनू अग्रवाल (विभागाध्यक्ष, विधि संकाय) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। पहले दिन का माहौल उत्साह, संवाद और नए सपनों से भरा रहा। पहली बार कैंपस आए कई विद्यार्थी और पेरेंट्स विश्वविद्यालय की आधुनिक सुविधाओं और सकारात्मक वातावरण से प्रभावित नजर आए। 26 जुलाई को कार्यक्रम का दूसरा दिन बी.टेक (नॉन-CSE), आर्किटेक्चर, डिजाइन, मीडिया एंड कम्युनिकेशन, लिटरेचर, एमबीए, हॉस्पिटैलिटी आदि विद्यार्थियों को समर्पित रहेगा, जबकि 27 जुलाई को बीबीए, बी.कॉम, साइकोलॉजी, बीसीए, इकनॉमिक्स व अन्य पाठ्यक्रमों के लिए ओरिएंटेशन होगा।
संतराम हत्याकांड में पहली अपर सत्र न्यायाधीश सेवढ़ा की अदालत ने बड़ा फैसला सुनाते हुए तीन आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। कोर्ट ने आरोपी मानिक उर्फ मनोज यादव, अत्तर सिंह यादव और राघवेन्द्र यादव को दोषी पाते हुए आजीवन कारावास और आर्थिक जुर्माने से दंडित किया है। जबकि एक आरोपी बाबा उर्फ राहुल को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। मामला दिसंबर 2018 का है। फरियादी बीरेंद्र सिंह ने पुलिस को सूचना दी थी कि 4-5 दिसंबर की रात करीब 11:45 बजे उसका छोटा भाई संतराम घर के पास स्थित दुकान में सोया हुआ था। उसी दौरान गांव के ही तीन युवक मनोज, राघवेन्द्र और अत्तर सिंह वहां आए। मनोज ने संतराम से गुटखा मांगा और फिर बातचीत करते हुए उसे अपने साथ ले गया। देर रात तक जब संतराम नहीं लौटा, तो बीरेंद्र ने उसे तलाशना शुरू किया। कुएं में मिली थी संतराम की लाशतलाशी के दौरान गांव के रघुवीर अहिरवार के मकान के पास खून के निशान मिले, जो प्रजापति मोहल्ला के सरकारी कुएं तक जा रहे थे। जब बीरेंद्र ने कुएं में झांका, तो अंदर पानी पर उसका भाई संतराम की लाश उतरती मिली। शव को बाहर निकाला गया तो वह नग्न अवस्था में था और शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे। रंजिश में कुल्हाड़ी से की गई थी हत्याजांच में सामने आया कि पुरानी रंजिश के चलते आरोपियों ने कुल्हाड़ी से वार कर संतराम की बेरहमी से हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए कुएं में फेंक दिया। गवाहों के बयान और पुख्ता सबूतों के आधार पर अदालत ने तीनों आरोपियों को दोषी मानते हुए उम्रकैद और पांच-पांच हजार रुपए जुर्माना की सजा से दंडित किया है। यह मामला जिला प्रशासन द्वारा चिह्नित जघन्य अपराधों की सूची में था। शासन की ओर से एडीपीओ प्रकाश सिंह नरवरिया ने पैरवी की।
हिसार जिले के हांसी एसपी अमित यशवर्धन के निर्देशानुसार नारनौंद थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर बलवान ने गुरुवार को अपने क्षेत्र में पैदल गश्त की। यह गश्त सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने, नागरिकों में विश्वास पैदा करने और अपराधों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से की गई। बस स्टैंड और धार्मिक स्थल का निरीक्षण गश्त के दौरान थाना प्रभारी ने पुलिस जवानों और स्थानीय लोगों के साथ क्षेत्र के मुख्य बाजार का निरीक्षण किया। उन्होंने बस स्टैंड, धार्मिक स्थल और भीड़भाड़ वाले स्थानों का भी दौरा किया। थाना प्रभारी ने दुकानदारों और राहगीरों से बातचीत की। उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं को समझा और सुरक्षा व्यवस्था पर लोगों की राय जानी। युवाओं से नशे से दूर रहने की अपील थाना प्रभारी बलवान ने मौके पर मौजूद लोगों से कहा कि पुलिस जनता की मित्र है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि हर नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस करे। पुलिस का प्रयास है कि अपराध पर नियंत्रण हो और आमजन का भरोसा बढ़े। उन्होंने युवाओं से अपील की, कि वे नशे से दूर रहें। उन्होंने कहा कि पढ़ाई व खेलों में भाग लेकर अपना भविष्य उज्ज्वल बनाए। महिलाओं की सुरक्षा पर दिया जोर गश्त के दौरान विशेष रूप से महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था पर भी जोर दिया गया। थाना प्रभारी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस पूरी तरह सतर्क है। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह की असामाजिक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों ने की पुलिस की सराहना स्थानीय निवासियों ने पहल का स्वागत किया और पुलिस की सक्रियता की सराहना की। लोगों ने कहा कि इस तरह की पैदल गश्त से अपराधियों में डर पैदा होता है। साथ ही आम नागरिकों को भी सुरक्षा का एहसास होता है। पुलिस की इस कार्रवाई से क्षेत्र में सकारात्मक माहौल बना है। इससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास और सहयोग की भावना भी बढ़ी है।
लुधियाना के जगराओं में शुक्रवार की देर शाम को सिटी यूनिवर्सिटी के पास एक सड़क हादसा हो गया। एक प्राइवेट कंपनी की बस ने अचानक ब्रेक लगा दी, जिससे पीछे से आ रही एक्टिवा बस से टकरा गई। इस हादसे में एक्टिवा सवार दादी-पोती घायल हो गईं। घायलों की पहचान गांव सुधार निवासी दलजीत कौर और उनकी पोती परनीत कौर के रूप में हुई है। परनीत कौर अपनी दादी के साथ एक्टिवा पर चोकीमान से सुधार की तरफ जा रही थी। इसी दौरान जगराओं से लुधियाना की तरफ जा रही बस ने सिटी यूनिवर्सिटी के पास अचानक ब्रेक लगा दिए। स्थानीय लोगों ने पहुंचाया अस्पताल हादसे में एक्टिवा चला रही परनीत कौर गंभीर रूप से घायल हो गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत दोनों को जगराओं अस्पताल में भर्ती करवाया। हालांकि, डॉक्टरों ने उन्हें लुधियाना के अस्पताल रेफर कर दिया, जहां वर्तमान में दोनों का इलाज चल रहा है। चौकीमान चौकी के इंचार्ज सुरजीत सिंह ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई शिकायत दर्ज नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
फरीदाबाद के होटल में युवती का शव मिला:साथ आया युवक फरार, एक दिन पहले ठहरे थे; दिल्ली का रहने वाली
फरीदाबाद में एक होटल के कमरे से शुक्रवार दोपहर एक युवती का शव बरामद किया गया। मृतका की पहचान दिल्ली के बदरपुर स्थित मोहन बाबा नगर की रहने वाली 32 वर्षीय शिब्बा के रूप में हुई है। युवती गुरुवार शाम को एक युवक के साथ होटल में ठहरी थी, लेकिन शुक्रवार दोपहर तक कमरे का दरवाजा न खुलने पर जब होटल कर्मियों ने दरवाजा खोला तो युवती मृत अवस्था में पाई गई, जबकि उसका साथी वहां से फरार था। घटना सेक्टर-31 थाना क्षेत्र की आईपी कॉलोनी की है। होटल प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए बादशाह खान (बीके) नागरिक अस्पताल भिजवाया। युवती के परिजनों को भी घटना की जानकारी दे दी गई है। शनिवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराया जाएगा। युवक मौके से फरारपुलिस की प्रारंभिक जांच में युवती के शरीर पर कोई चोट के निशान नहीं मिले हैं। हालांकि, मौत का कारण स्पष्ट करने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। पुलिस को आशंका है कि युवती की हत्या की गई है, क्योंकि घटना के बाद उसका साथी युवक फरार हो गया है। होटल के रजिस्टर से पता चला है कि युवक का नाम दीपक है, जिसने कमरा बुक कराया था। सेक्टर-31 थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी युवक की तलाश शुरू कर दी है। सेक्टर 31 थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार का कहना है कि युवक की गिरफ्तारी के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह हत्या थी या फिर कोई अन्य कारण। होटल के सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों को खंगाला जा रहा है ताकि फरार युवक का सुराग मिल सके।
राजस्थान में न्यायिक कर्मचारियों की हड़ताल का असर अब सीधे तौर पर थानों में दिखने लगा है। पिछले 8 दिनों से जारी हड़ताल के कारण कोर्ट में जब्त गाड़ियों का निस्तारण नहीं हो पा रहा हैं। ऐसे में थानों के बाहर जब्त गाड़ियों की लंबी कतार लग गई है। हालात ये हैं कि अब पुलिस ने भी गाड़ियों की धरपकड़ और चालान की कार्रवाई कम कर दी है, क्योंकि थानों में रखने की जगह नहीं बची है। शहर के थानों के बाहर थार, स्कॉर्पियो, एक्टिवा, बुलेट समेत बड़ी और छोटी गाड़ियों की लंबी लाइन खड़ी है। इनमें से कई गाड़ियां ड्रिंक एंड ड्राइव, बिना नंबर प्लेट या रजिस्ट्रेशन, गलत पार्किंग, बिना लाइसेंस समेत कई मामलों में जब्त की गई हैं। लेकिन कोर्ट से निस्तारण नहीं होने की वजह से ये गाड़ियां थानों में ही खड़ी रह गई हैं। पहले रोज 10 गाड़ियां होती थी जब्त, अब 2-3 पर सिमटीशिप्रापथ थाने के एसएचओ राजेंद्र गोदारा ने बताया कि पहले एक दिन में 8 से 10 गाड़ियों को जब्त कर उनका चालान किया जाता था, लेकिन अब इस संख्या को घटाकर 2 से 3 कर दिया गया है। थाने में जब्त गाड़ियों के लिए पर्याप्त जगह नहीं है, इसलिए अब केवल गंभीर मामलों वाली गाड़ियों को ही जब्त किया जा रहा है। बाकी मामलों में चेतावनी देकर छोड़ा जा रहा है या कार्रवाई टाल दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कोर्ट में पेश नहीं होने की वजह से पुराने मामलों में भी निस्तारण अटका हुआ है। थानों में लंबित गाड़ियां बढ़ती जा रही हैं और निस्तारण के बिना उन्हें छोड़ा भी नहीं जा सकता। 18 जुलाई से हड़ताल पर हैं न्यायिक कर्मचारीबता दें कि राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के बैनर तले राज्यभर के न्यायिक कर्मचारी 18 जुलाई से सामूहिक अवकाश पर हैं। ये कर्मचारी न्यायिक कैडर के पुनर्गठन की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेन्द्र नारायण जोशी ने बताया कि हाईकोर्ट की फुल बेंच ने 6 मई 2023 को राज्य सरकार को कैडर पुनर्गठन का प्रस्ताव भेज दिया था, लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने बताया कि न्यायिक सेवा के कर्मचारियों को लंबे समय से प्रमोशन नहीं मिल पा रहा और आर्थिक रूप से भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। जोशी ने कहा कि राज्य के अन्य विभागों में कैडर पुनर्गठन तुरंत कर दिया गया, लेकिन न्यायिक कर्मचारियों के साथ सरकार भेदभाव कर रही है। कर्मचारी बोले- जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, काम पर नहीं लौटेंगेसंघ के पदाधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती, वे काम पर नहीं लौटेंगे। कोर्ट के ठप पड़े कामकाज से अब न सिर्फ गाड़ियों के निस्तारण पर असर पड़ा है, बल्कि बेल, समन, तारीख़, पेशी समेत सभी प्रक्रियाएं भी अटकी हुई हैं। इससे कोर्ट आने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है और पुलिस को भी कार्रवाई करने में मुश्किलें बढ़ी हैं।
वार्ड 61 में चल रहे सड़क निर्माण कार्य में लापरवाही और देरी को लेकर मेयर पुष्यमित्र भार्गव ने शुक्रवार को निरीक्षण के दौरान काफी नाराजगी जताई। उन्होंने मामले में सड़क निर्माण एजेंसी की गंभीर लापरवाही पर ठेकेदार को टर्मिनेट करने और ब्लैकलिस्ट करने के निर्देश दिए। साथ ही संबंधित निगम अधिकारियों पर भी सख्त नाराजगी जाहिर की। निरीक्षण के दौरान उनके साथ स्थानीय विधायक गोलू शुक्ला, पार्षद भावना सुंदरलाल चौधरी, कार्यपालन यंत्री डीआर लोधी और रहवासी मौजूद रहे। मेयर ने कहा कि जिस सड़क को गाड़ी अड्डा से जोड़ने वाला मार्ग सालभर पहले बन जाना चाहिए था वह आज भी अधूरा है। यह निगम अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही का नतीजा है। उन्होंने निर्देश दिए कि अधूरी सड़क का शेष निर्माण काम नए ठेकेदार द्वारा आगामी 15 दिनों में हर हाल में पूरा किया जाए। भविष्य में जो ठेकेदार गुणवत्ता और समय सीमा का पालन नहीं करेंगे उन्हें सीधे टर्मिनेट और ब्लैकलिस्ट किया जाएगा। मेयर ने कहा कि अब काम में अनुशासन और जवाबदेही ही प्राथमिकता होगी। जनता के धन और धैर्य से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता।
पन्ना में शाम को तेज बारिश शुरू:भारी वर्षा की चेतावनी जारी, 1 जून से अबतक 29.54 इंच पानी गिरा
पन्ना जिले में शुक्रवार की शाम साढ़े 6 बजे मौसम अचानक बदल गया और तेज बारिश शुरू हो गई। इससे लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। बीते तीन-चार दिनों से बारिश का दौर थमा हुआ था। इस कारण उमस भरी गर्मी बढ़ गई थी। शुक्रवार की शाम को आसमान में घने बादल छा गए। तेज बारिश होने से जिले के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। जिले का अधिकतम तापमान 33℃ और न्यूनतम तापमान 24℃ दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार पन्ना जिले में बारिश का मौसम अभी जारी रहने की संभावना है। आगामी तीन घंटे तेज बारिश के आसार हैं। आसमान में घने बादल छाए रहने और बारिश होने से तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहने की भी संभावना बताई जा रही है। पन्ना के जल स्तोत्र भर चुके हैं जिले में इस वर्ष औसत बारिश की अपेक्षा करीब 75 प्रतिशत बारिश हो चुकी है। पन्ना नगर को जलापूर्ति करने वाले तीनों तालाब भी अच्छे से भर चुके हैं। धरम सागर तालाब, निरपत सागर और लोकपाल सागर से पन्ना नगरवासियों को जल सप्लाई की जाती है। 1 जून से अभी तक कहां कितना पानी गिरा पन्ना जिले में 1 जून से 25 जुलाई 2025 तक औसत 750.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जो लगभग 29.54 इंच है। इस अवधि में विभिन्न वर्षामापी केंद्रों पर दर्ज आंकड़े निम्नानुसार हैं:
चूरू के रतनगढ़ थाना क्षेत्र में एक 19 वर्षीय युवती ने एक युवक पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया है। युवती की शिकायत पर पुलिस ने ब्लैकमेलिंग और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। रतनगढ़ थानाधिकारी दिलीप सिंह शेखावत के अनुसार युवती ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि तीन साल पहले जब वह नाबालिग थी, तब मोहल्ले में रहने वाली एक महिला के घर गई थी। वहां उसकी उस महिला के भतीजे से जान-पहचान हुई। युवती के अनुसार एक दिन जब वह अपने घर पर अकेली थी, तब युवक ने उसका एक अश्लील वीडियो बना लिया। इसके बाद युवक ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। आरोपी ने युवती के परिवार वालों से पांच लाख रुपए की मांग की। युवती ने यह भी बताया कि हाल ही में उसके परिजनों ने उसकी सगाई तय कर दी है, लेकिन आरोपी युवक उसके मंगेतर को वह अश्लील वीडियो भेजकर सगाई तुड़वाने की कोशिश कर रहा है। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। युवती के बयान दर्ज कर लिए गए हैं और पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
हांसी में 68 करोड़ की परियोजना पर कार्य शुरू:भाखड़ा से सीधा आएगा पानी, एक सप्ताह बाद बिछेगी पाइप लाइन
हिसार जिले के हांसी में वर्षों से प्रतीक्षित भाखड़ा पानी आपूर्ति परियोजना अब जमीन पर उतर चुकी है। शुक्रवार को परियोजना की निशानदेही प्रक्रिया की शुरुआत हुई। पब्लिक हेल्थ विभाग के जेई विक्रम और राजस्व विभाग से रिटायर्ड नायब तहसीलदार ओमप्रकाश ने मौके पर पहुंचकर कार्य की निगरानी की। एक सप्ताह में निशानदेही का कार्य जेई विक्रम ने बताया कि लगभग एक सप्ताह में निशानदेही का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके तुरंत बाद लाइन बिछाने का कार्य शुरू होगा। यह प्रोजेक्ट हांसी क्षेत्र के नागरिकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह योजना 68 करोड़ रुपए की लागत से क्रियान्वित की जा रही है। इसके अंतर्गत सिंघवा के पास बरवाला रोड से भाखड़ा नहर का पानी हांसी तक लाया जाएगा। क्षेत्र में स्वच्छ जल आपूर्ति सुनिश्चित होगी पाइपलाइन बिछाकर क्षेत्र में स्वच्छ जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। हांसी के नागरिक लंबे समय से स्वच्छ और स्थायी जल स्रोत की मांग कर रहे थे। भाखड़ा से सीधा पानी लाना क्षेत्र की पानी की समस्या का स्थायी समाधान बन सकता है। वर्तमान में यमुना नहर के पानी से जलघर तक पानी पहुंचाया जाता है। इसमें 40 दिन के बाद ही नहर में पानी आता है। इस कारण अधिकतर जल घर सूख जाते हैं। नागरिकों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है, इसलिए भाखड़ा के पानी की आवश्यकता महसूस की जा रही है।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में युवती की इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर अश्लील कमेंट करने वाले आरोपी को गिरफ्तार गया है। शुक्रवार को पुलिस ने हरीश सोनकर को अरेस्ट किया है। यह मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, 24 जुलाई को युवती ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया कि 23 जुलाई को दोपहर लगभग 1 बजे वह अपने मोबाइल पर इंस्टाग्राम आईडी देख रही थी। इसी दौरान उसे पता चला कि लारगांव मरकाटोला का रहने वाला हरीश सोनकर ने उसके प्रोफाइल फोटो पर अश्लील कमेंट किए थे। इसके अलावा आरोपी ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी से पब्लिक स्टोरी और हाइलाइट्स में भी अश्लील कमेंट शेयर किए थे। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर धारा 79 के तहत मामला दर्ज किया। जांच के दौरान धारा 67(ए) सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 का भी समावेश किया गया। पुलिस ने अश्लील कमेंट के स्क्रीन शॉट और आरोपी का मोबाइल जब्त किया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया।
गुना में कचरे के ढेर से एक भ्रूण मिला है। भ्रूण बंद कट्टे में रखा था, कचरा बीनने वाले को यह मिला। पुलिस को सूचना देने पर उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां पोस्टमार्टम कराया गया। भ्रूण किसने फेंका अभी इसके बारे में पता नहीं लग सका। मामला गोपाल मंदिर रोड पर स्थित दशहरा मैदान से एकत्रित किए जाने वाले कचरे में शुक्रवार को एक मृत भ्रूण मिला। कबाड़ा बीनने वाला कचरे में चीजें तलाश कर रहा था। बंद कट्टे में मिला मृत भ्रूणकचरा बीन रहे युवक को बंद कट्टा दिखा तो उसने इस कट्टे को जब खोल कर खाली किया तो उसमें एक मृत भ्रूण दिखा। उसने यह बात वहां मौजूद एक कर्मचारी को बताई। कर्मचारियों ने केन पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने भ्रूण को सुरक्षित रखकर जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। वहां भ्रूण का पीएम किया गया। पुलिस ने शुरुआती तौर पर कुछ लोगों से पूछताछ भी की है। माना जा रहा है कि एक कट्टे में मिला यह भ्रूण किसी के द्वारा नपा की कचरा गाड़ी में डाल दिया गया और उसी से यह कचरे के साथ दशहरा मैदान स्थिति एकत्रीकरण केंद्र पहुंच गया। पुलिस मामले की जांच कर रहे है।
राजस्थान साइबर क्राइम थाना पुलिस ने फेक सिमकार्ड के मास्टर माइंड को अरेस्ट किया है। पुलिस ने गैंग में शामिल तीन नाबालिग लड़कों भी पकड़ा है। फेक सिमकार्ड के जरिए साइबर क्राइम की वारदातों को अंजाम दिया जाता था। आरोपियों के कब्जे से 15 फर्जी सिम कार्ड, 4 मोबाइल फोन और ठगी की करीब 40 हजार की रकम बरामद किए है। पुलिस अधीक्षक (साइबर क्राइम) शांतनु कुमार ने बताया- फेक आधार कार्ड से सिमकार्ड लेकर साइबर क्रिमिनल को बेचने वाले आरोपी घनश्याम मीणा निवासी निवाई टोंक को पिछले दिनों अरेस्ट किया गया था। पूछताछ के बाद मोबाइल कंपनी के दो कर्मचारियों को भी गैंग में शामिल होने पर पकड़ा गया। साइबर फ्रॉड पर आगे की कार्रवाई करते हुए मुख्य साइबर ठग नीरज कुमार मीणा (19) पुत्र मीठालाल मीणा निवासी ध्यावना की ढाणी शिवसिंहपुरा झापदा दौसा को अरेस्ट किया गया। पुलिस ने बताया कि नीरज महेश नगर के त्रिवेणी नगर में किराए से रहकर साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम देता था। उसके कब्जे से 10 फर्जी मोबाइल सिम कार्ड, 3 खाली मोबाइल सिम कवर, 2 मोबाइल फोन (वनप्लस और आईफोन-15) और 35 हजार 450 की साइबर ठगी की रकम बरामद की गई। तीन नाबालिग भी पकड़े गएआरोपी घनश्याम मीणा से पूछताछ के आधार पर शुक्रवार 25 जुलाई को साइबर थाना राजस्थान की टीम ने आगे की कार्रवाई की। अनुसंधान के दौरान एक बाल अपचारी को पकड़ा गया। वह साइबर ठगों तक फर्जी दस्तावेजों से ली गई सिम को बेचने में मदद करता था। उसके साथ ही एक अन्य नाबालिग साथी को भी पकड़ा। वह साइबर ठगी के लिए बैंक खाते बेचता था। इसके अतिरिक्त एक तीसरे नाबालिग को साइबर ठगी में पकड़ा, जिसके पास से एक मोबाइल फोन, 5 फर्जी सिम और 5 हजार रुपए की ठगी की राशि बरामद हुई।
जयपुर में पंचायत समिति चाकसू में शुक्रवार को जन्म-मृत्यु व विवाह पंजीयन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में पंचायत समिति क्षेत्र के अधीन आने वाले सभी रजिस्ट्रार व उप रजिस्ट्रार शामिल हुए। सहायक निदेशक, आर्थिक एवं सांख्यिकी, डॉ. सुदीप कुमावत ने बताया कि सभी रजिस्ट्रारों को सरकार द्वारा निर्धारित समय अवधि में आमजन को प्रमाण पत्र जारी करना चाहिए। इससे लोगों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। उन्होंने यह भी बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में जन्म-मृत्यु पंजीकरण के लिए ग्राम विकास अधिकारी को रजिस्ट्रार तथा सीएचसी, पीएचसी को उप रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है। जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र सात दिवस में जारी करना अनिवार्य सरकार ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण अधिनियम 1969 में संशोधन कर आमजन को राहत प्रदान की है। नए नियम के अनुसार, प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने के बाद रजिस्ट्रार द्वारा उसे सात दिवस में जारी करना अनिवार्य है। साथ ही जन्म-मृत्यु की घटना के घटित होने की सूचना सूचनादाता द्वारा देना भी आवश्यक होगा। नए नियम के तहत यदि सात दिवस में रजिस्ट्रार व उप रजिस्ट्रार द्वारा जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं किया जाता है, तो 250 रुपए का जुर्माना लगेगा। संस्था द्वारा जन्म व मृत्यु की जानकारी नहीं देने पर एक हजार रुपए के जुर्माने का प्रावधान किया गया है। अवधि में प्रमाण पत्र नहीं मिलने पर आमजन जिला रजिस्ट्रार व मुख्य रजिस्ट्रार को अपील कर सकता है यदि कोई रजिस्ट्रार निर्धारित अवधि में प्रमाण पत्र जारी नहीं करता है, तो आमजन जिला रजिस्ट्रार व मुख्य रजिस्ट्रार को अपील कर सकता है। सरकार ने जन्म-मृत्यु पंजीयन को राजस्थान लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत दी जाने वाली सेवाओं में शामिल किया है। इसकी मुख्य सचिव द्वारा नियमित समीक्षा की जाती है। कार्यशाला में सहायक सांख्यिकी अधिकारी प्रमोद कुमार गुप्ता ने जन्म-मृत्यु व विवाह पंजीकरण में रजिस्ट्रार के सामने आने वाली समस्याओं पर विस्तार से चर्चा की और उनका मौके पर ही समाधान किया। इस अवसर पर बीएसओ राजकुमार महेंद्रा, सांख्यिकी निरीक्षक राजेश कुमार मीना, संगणक अल्पना साहू, वरिष्ठ सहायक जितेन्द्र जाजोरिया आदि उपस्थित रहे।
दिखाने की कोई चीज है तो वह है दया क्लास रूम की दीवार पर लिखी ये लाइन झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव के बच्चे रोज पढ़ते थे। उन्हें क्या पता था सरकारी सिस्टम के पास दया नहीं होती। हां, दिखाने के लिए घड़ियाली आंसू जरूर होते हैं, जो हर हादसे के बाद जमकर बहाए जाते हैं। इसी स्कूल के 7 बच्चों की मौत हुई है और 27 घायल हुए हैं। कई बच्चे अब तक बेसुध हैं। लेकिन इस हादसे की कोई जिम्मेदारी लेने वाला नहीं है। जिम्मेदारी के नाम पर सिर्फ पांच शिक्षकों को निलंबित किया गया है, जबकि उनका काम पढ़ाना है बिल्डिंग बनाना नहीं। क्या किसी नेता या अफसर की कोई जिम्मेदारी नहीं। कई सवाल उठ रहे हैं? लेकिन जवाब किसी के पास नहीं है। विद्या का मंदिर श्मशान में तब्दील हो जाता है और हमारा तंत्र सिर्फ उच्च स्तरीय जांच की बात करता है। अब हमारे सिस्टम को देखिए, जांच से पहले ही स्कूल की जर्जर इमारत पर बुलडोजर चलाकर बचे खुचे सबूत भी नष्ट कर दिए जाते हैं। ताकि न रहे बांस और न बजे बांसुरी। अब कर लो जांच। लोकतंत्र की यही विडम्बना है। तंत्र के अंदर हो रही लापरवाही की कोई जिम्मेदारी नहीं लेता। न किसी को लेने देते हैं, अन्यथा स्कूल की इमारत तो नहीं गिराते? झालावाड़ के सबसे बड़े अफसर (कलेक्टर) अजय सिंह की मानें तो हादसे के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। क्योंकि उनके अनुसार स्कूल वालों ने कभी इसके जर्जर होने की सूचना ही नहीं दी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लाइन भी मिलती-जुलती ही है। शिक्षामंत्रीजी! स्कूल चलें हम, पर क्यों? ऊपर तस्वीर में दिख रहा ‘सपना’ शिक्षामंत्री मदन दिलावर का दिखाया हुआ है। 1 जुलाई को शिक्षामंत्री ने ट्वीट किया था… ग्रीष्म कालीन अवकाश पूरे हुए। आज से अपने नन्हे मुन्हें बच्चों को विद्यालय जरूर भेजें। चलो स्कूल चले.....! ट्वीट में शिक्षामंत्री शायद लिखना भूल गए…चलो स्कूल चलें, लेकिन अपने रिस्क पर। मासूमों और उनके घरवालों ने ये रिस्क उठाया, जिसका नतीजा है 25 जुलाई को सामने आई डरावनी हकीकत। क्या स्कूल की छत अचानक कमजोर हो गई? ऐसा नहीं था। हादसे के बाद दैनिक भास्कर के रिपोर्टर मौके पर पहुंचे तो गांव वालों ने चीख-चीखकर इसकी गवाही दी। घायल बच्चे विक्रम के पिता बाबूलाल ने कहा- दो साल से बिल्डिंग क्षतिग्रस्त थी। इस बार मरम्मत के लिए गांव वालों से 200-200 रुपए का चंदा लिया जाना था। किन्हीं कारणों से ये एकत्रित नहीं हो पाया। काश, हम चंदा दे देते? दूसरे ग्रामीण ने कहा- एक बार पहले मरम्मत करवाई थी। इसी स्कूल में पढ़ने वाली बच्ची वर्षा राज क्रांति ने बताया- छत गिरने से पहले कंकड़ गिर रहे थे, बच्चों ने बाहर खड़े टीचर्स को इसकी जानकारी भी दी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान ही नहीं दिया और थोड़ी देर बाद ही छत गिर गई। यानी छत पहले से कमजोर थी और ये सबको पता था। असल में दोष और दोषी तो सामने हैं, लेकिन कोई स्वीकारता कहां है? सरकारें अपने जीवित होने के दावे करती हैं, उन्हें विचार करना चाहिए…चंदे से स्कूल की मरम्मत? कहां गया जनता का पैसा? हर साल विधानसभा की टेबल थपथपाते हुए बजट पास होते हैं। खरबों रुपए डकार लिए जाते हैं, पर स्कूलों को बिल्डिंग नहीं मिलती। मिलती है तो मेंटेन नहीं होती। विभाग को यही पता नहीं होता कि वो जर्जर है कि नहीं। आखिर कितनी जर्जर व्यवस्था है.. हमारी। लोकसभा में आरएलपी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि नेताओं और अफसरों के बच्चों को सरकारी स्कूल में पढ़ाना चाहिए। काश ऐसा हो जाए। क्योंकि… सिस्टम सरकारी स्कूलों से इसलिए बेखबर है क्योंकि वहां रसूखदारों के बच्चे नहीं पढ़ते। वहां गरीब का बच्चा पढ़ता है, जिनकी हैसियत केवल एक वोट देने वाले दिन के अलावा कुछ नहीं है। जब भी सरकारी स्कूल की बात आती है तो दावा किया जाता है कि अंग्रेजी माध्यम के स्कूल बनाएंगे। पोषाहार देंगे। सीसीटीवी लगाएंगे। फ्री की किताबें बांटेंगे। सरकारें क्यों नहीं समझती, इनसे ज्यादा जरूरी है जो हमारे पास है उसकी सार-संभाल कर लें। क्योंकि रोजाना लाखों गरीब लोगों के सपने यहां बड़े होते हैं। किसी नेता, अफसर, मंत्री का घर कभी ऐसे भरभरा कर गिरा है? क्योंकि वहां कमीशन नहीं बंटते? ठेके नहीं उठते और वो सपनों के घर बनते हैं। क्या हमारे भविष्य को गढ़ने वाले शिक्षा के मंदिर इस तरह के उपेक्षित होने चाहिए कि उनके कमरे तक भरभरा कर गिरने लग जाए? ऋग्वेद में कहा गया है कि आंख वाला सत्य देख सकता है, अंधा नहीं। काश ये सत्य हमारी सरकारें भी देख पाएं। स्कूल बिल्डिंग हादसे से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल बिल्डिंग गिरी,7 बच्चों की मौत:9 की हालत गंभीर; 5 टीचर सस्पेंड; शिक्षा मंत्री बोले- जिम्मेदार तो मैं ही हूं झालावाड़ स्कूल हादसा, ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों पर किया पथराव:वसुंधरा राजे के पहुंचने से पहले नरेश मीणा को लिया हिरासत में; पुलिस ने किया लाठीचार्ज स्कूल की मरम्मत के लिए गांववालों से मांगे थे रुपए:4 साल से जर्जर थी बिल्डिंग, किसी ने नहीं सुना; 7 मौतों का जिम्मेदार कौन
कानपुर के सांसद रमेश अवस्थी ने शुक्रवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि कानपुर के विकास पर केंद्रीय गृह मंत्री से चर्चा की। इसके साथ ही उन्हें कानपुर आने के लिए निमंत्रण दिया है। बताया कि कानपुर का विकास केंद्र सरकार की प्राथमिकता पर है। कानपुर के प्रमुख मुद्दों को लेकर गृहमंत्री से हुई चर्चासांसद रमेश अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार को संसद भवन में भारत सरकार के गृह मंत्री अमित शाह से भेंट की। यह भेंट सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में हुई, जिसमें कानपुर के समग्र विकास को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। सांसद ने बताया कि गृह मंत्री को कानपुर में चल रहे प्रमुख विकास कार्यों की बिंदुवार जानकारी दी। इनमें बुनियादी ढांचे का विस्तार, ट्रैफिक समाधान, स्मार्ट सिटी परियोजनाएं, औद्योगिक विकास, स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और गंगा किनारे विकसित किए जा रहे रिवर फ्रंट जैसी योजनाएं शामिल थीं। इसके अलावा उन्होंने पूरे हो चुके कार्यों जैसे नए फ्लाईओवरों का निर्माण, रेलवे स्टेशन का आधुनिकीकरण, नगर निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था में सुधार आदि का उल्लेख करते हुए गृह मंत्री को जानकारी दी। गृह मंत्री को कानपुर आने का निमंत्रणसांसद ने इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री को कानपुर आने का औपचारिक निमंत्रण भी दिया। सांसत ने बताया कि- गृह मंत्री ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि मैं जल्द ही कानपुर आऊंगा। सांसद रमेश अवस्थी ने बताया कि यह मुलाकात कानपुर की प्रगति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण है। उन्होंने विश्वास जताया कि केंद्र सरकार के सहयोग से आने वाले समय में कानपुर विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा।
जयपुर में घर में घुसकर 70 साल की बुजुर्ग महिला की सोने की चेन लूटने वाले बदमाश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में बदमाश ने बताया है कि वह बीबीए पास है। मानसरोवर की कंपनी में एग्जीक्यूटिव ऑफिसर था। एक महीने पहले ही शादी हुई थी। स्मैक पीने की लत थी। इसे बंद करवाने के लिए घरवालों ने जॉब छुड़वा दी। पत्नी आए दिन पैसे मांगती थी। इसलिए जयपुर में चेन तोड़ने का प्लान बनाया। ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने आरोपी के कब्जे से लूटी गई चेन और वारदात में यूज बाइक जब्त कर ली है। एडिशनल डीसीपी (ईस्ट) आशाराम चौधरी ने बताया- चेन स्नेचिंग के मामले में आरोपी तरुण पारीक (26) निवासी गांव लाली जमवारामगढ़ जयपुर ग्रामीण को गिरफ्तार किया है। 23 जुलाई की दोपहर घर में घुसकर बुजुर्ग महिला शकुंतला (70) से चेन स्नेचिंग की वारदात हुई थी। पुलिस ने CCTV फुटेजों के आधार पर लुटेरे की तलाश शुरू की। डीएसटी के एएसआई छीतरमल, कॉन्स्टेबल धर्मेंद्र, उदय सिंह और जितेंद्र की टीम ने फुटेजों के आधार पर बाइक सवार लुटेरे का रूट चार्ट तैयार किया। संदिग्ध लुटेरे की पहचान कर शुक्रवार सुबह दबिश देकर पकड़ा। पकड़े गए तरुण ने पूछताछ में जयपुर शहर में चेन स्नेचिंग की वारदात करना स्वीकार किया। चेन स्नेचिंग का बनाया प्लानतरुण पारीक की एक महीने पहले ही शादी हुई थी। शादी से कुछ समय पहले उसको स्मैक पीने की लत लग गई थी। धीरे-धीरे बहुत ज्यादा स्मैक पीने लग गया था। पत्नी भी पैसे को लेकर परेशान करने लग गई थी। आए दिन पत्नी भी पैसे मांगती थी। स्मैक पीने के चलते घरवालों ने उसकी जॉब भी छुड़वा दी थी। खर्च के भी पैसे नहीं होने पर उसने जयपुर जाकर चेन तोड़ने का प्लान बनाया था। PHOTOS में देखिए 23 जुलाई को पूरा घटनाक्रम पहली बार पिटाई, फिर तोड़ी 3 चेनट्रांसपोर्ट नगर SHO अरुण कुमार ने बताया- आरोपी तरुण पारीक से पूछताछ में सामने आया कि 9 जुलाई को उसने जयपुर के आदर्श नगर में चेन स्नेचिंग की कोशिश की थी। चेन स्नेचिंग के दौरान लोगों ने उसको पकड़ लिया और जमकर मारपीट कर उसे छोड़ दिया। इसके बाद वह वापस गांव चला गया। पांच दिन बाद 14 जुलाई को जवाहर नगर इलाके में दिन के समय चेन स्नेचिंग की वारदात को अंजाम दिया। उसके बाद 19 जुलाई की शाम दोबारा जवाहर नगर में चेन स्नेचिंग कर गांव चला गया। 23 जुलाई को ट्रांसपोर्ट नगर में दिनदहाड़े घर में घुसकर बुजुर्ग महिला की चेन लूटकर भाग गया था। ये भी पढ़ें... जयपुर में घर में घुसकर महिला की चेन लूटी, VIDEO:हेलमेट पहनकर आया था बदमाश, गले पर झपट्टा मारा तो गिर पड़ीं बुजुर्गजयपुर में घर में घुसकर बदमाश ने 70 साल की बुजुर्ग महिला की सोने की चेन लूट ली। महिला पोर्च में कपड़े सुखा रही थीं। मेन गेट खोलकर हेलमेट पहना बदमाश चुपचाप घर के अंदर घुसा। उसने पीछे से महिला के गले पर झपट्टा मारा। झटके से चेन तोड़ ली। छीनाझपटी में महिला नीचे गिर पड़ीं। बदमाश टूटी हुई आधी चेन लेकर फरार हो गया। मामला ट्रांसपोर्ट नगर की सेठी कॉलोनी का बुधवार दोपहर 1:30 बजे का है। (पूरी खबर पढ़ें)
धौलपुर जिले के विशेष न्यायालय पॉक्सो कोर्ट ने 17 वर्षीय लड़की के साथ छेड़छाड़ के मामले में दुकानदार को दोषी करार दिया है। कोर्ट ने आरोपी को तीन साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। साथ ही 18 हजार 500 रुपए का जुर्माना भी लगाया है। मामले के अनुसार 28 मई 2023 को पीड़िता अपने छोटे भाई के साथ दुकान पर सामान खरीदने गई थी। इस दौरान दुकानदार ने उसका हाथ पकड़कर छेड़खानी की। पीड़िता ने सामान दुकान पर फेंक दिया और वहां से अपने भाई के साथ घर जाने लगी। इस पर दुकानदार ने उसे रोकने का प्रयास किया और धमकी भी दी। इसके बाद जब पीड़िता पढ़ने जाती तो आरोपी उससे छेड़खानी करता रहा। पीड़िता ने इस घटना की जानकारी अपने परिजनों को दी। उसने महिला पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं होने पर पीड़िता ने पॉक्सो कोर्ट में इस्तगासा दायर किया। कोर्ट के आदेश के बाद महिला पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ। पुलिस ने पीड़िता के बयान दर्ज कराए और आरोपी प्रमोद को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। आरोपी कोर्ट से जमानत पर चल रहा था। विशिष्ट लोक अभियोजक संतोष मिश्रा ने बताया कि प्रकरण में सात गवाह पेश किए गए और दस्तावेजों को साबित कराया गया। न्यायाधीश राजकुमार ने दोनों पक्षों की बहस और लोक अभियोजक की दलीलें सुनने के बाद शुक्रवार को फैसला सुनाया। कोर्ट ने पीड़िता को प्रतिकार के रूप में एक लाख रुपए देने के भी आदेश दिए हैं। यह राशि पीड़िता को मुआवजे के रूप में प्रदान की जाएगी।
बीजेपी सरकार की विफलता को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। बाद में ADM राम रतन सौंकरिया को राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरी प्रसाद बैरवा नेता रामविलास चौधरी ने कहा कि कानून-व्यवस्था, प्रशासनिक कार्यप्रणाली और जनकल्याणकारी योजनाओं की हालत बद से बदतर होती जा रही है। प्रदेशभर में अपराधों की बाढ़ आ गई है। बलात्कार, लूटपाट, डकैती, चैन स्नैचिंग, बजरी माफिया का आतंक और ऑनलाइन आर्थिक अपराधों की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। कानून व्यवस्था की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि पुलिस का इकबाल समाप्त होता नजर आ रहा है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि टोंक जिले की सभी नगर परिषदों, पालिकाओं तथा पंचायती राज संस्थाओं का कार्यकाल समाप्त हुए एक वर्ष से अधिक हो चुका है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा परिसीमन के नाम पर चुनाव टाल दिए गए हैं। यह आरोप भी लगाया गया कि सरकार द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया में ठेकेदार कंपनियों को अनुचित लाभ दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं से माफियाई व्यवहार किया जा रहा है और विद्युत अधिनियमों का पालन नहीं हो रहा। इससे आमजन को आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव झेलना पड़ रहा है। जनकल्याणकारी योजनाएं हुईं ठप राज्य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा शुरू की गई आरजीएचएस (राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) तथा निशुल्क इलाज योजनाएं वर्तमान सरकार द्वारा अघोषित रूप से बंद कर दी गई हैं। इससे आमजन विशेषकर निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों को इलाज में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पेयजल संकट बना बड़ी समस्या बिसलपुर बांध से टोंक, जयपुर व अजमेर में पेयजल आपूर्ति होती है, लेकिन खुद टोंक जिले में दो-दिवसीय और वह भी अल्प समय की जलापूर्ति की जा रही है। पानी का दबाव इतना कम रहता है कि नागरिकों को मोटरें लगाकर पानी भरना पड़ता है, जिससे बिजली और श्रम दोनों की बर्बादी हो रही है। संविदा कर्मियों की सेवाएं समाप्त, निजीकरण का बढ़ा दायरा सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में कार्यरत संविदा कर्मियों को हटाया जा रहा है और उनकी जगह निजी एजेंसियों के माध्यम से कर्मचारियों की भर्ती की जा रही है। इससे जहां ठेका फर्मों की मनमानी बढ़ रही है, वहीं कर्मियों का शोषण भी हो रहा है। नशे की गिरफ्त में युवा, पुलिस पर भी सवाल टोंक जिले में नशे के कारोबार ने गंभीर रूप ले लिया है। स्मैक और अन्य मादक पदार्थों के कारण युवा वर्ग बड़ी संख्या में नशे की गिरफ्त में आ रहा है, जिससे अपराधों में वृद्धि हो रही है। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि नशा माफियाओं को स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। सरकार को बर्खास्त करने की मांग जिला कांग्रेस कमेटी ने मांग की है कि यदि सरकार उपरोक्त समस्याओं को शीघ्र नहीं सुलझाती है, तो राज्यपाल को चाहिए कि वह इस सरकार को बर्खास्त करें या मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल को निर्देश दें कि वे तुरंत इन गंभीर मुद्दों पर कार्यवाही करें।
मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर प्रधान जिला न्यायाधीश कपिल मेहता ने शुक्रवार को गरोठ उप जेल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान जेल में बंदियों को मिल रही मूलभूत सुविधाएं, विधिक सहायता और उनके मानवाधिकारों की स्थिति का मूल्यांकन किया गया। निरीक्षण के समय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और जेल अधीक्षक मौजूद रहे। न्यायाधीश ने जेल परिसर की स्वच्छता, बंदियों के निवास स्थान और पेयजल व्यवस्था का बारीकी से अवलोकन किया। भोजन की गुणवत्ता, मात्रा और पोषण स्तर की भी जांच की गई। विचाराधीन बंदियों से संवाद कर यह जाना कि उन्हें निशुल्क विधिक सहायता मिल रही है या नहीं। जरूरतमंदों को तुरंत सहायता दिलाने के निर्देश दिए गए। बंदियों को लीगल एड क्लिनिक की जानकारी दी गई ताकि वे अपनी शिकायतें दर्ज करा सकें। निरीक्षण में यह भी देखा गया कि बंदियों के साथ मानवीय व्यवहार हो रहा है या नहीं और उनके मौलिक अधिकार सुरक्षित हैं या नहीं। वृद्ध, दिव्यांग और गंभीर रूप से बीमार बंदियों की स्थिति की अलग से समीक्षा की गई। इन्हें प्राथमिकता से विधिक और चिकित्सीय सहायता देने के निर्देश दिए गए। न्यायाधीश ने कहा कि जेल सिर्फ दंड स्थल नहीं, सुधार की जगह भी है। विधिक सहायता तंत्र का उद्देश्य समाज से छूट गए लोगों को फिर से मुख्यधारा से जोड़ना है। जेल प्रशासन को निर्देश दिए गए कि सभी बंदियों को न्यायिक प्रक्रिया की जानकारी समय-समय पर दी जाए, लीगल एड क्लिनिक को सक्रिय रखा जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी बंदी विधिक सहायता से वंचित न रहे।
हिसार जिले की हांसी पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने शुक्रवार शाम को नारनौंद में डीएसपी कार्यालय और सीआईए स्टाफ का औचक निरीक्षण किया। उनके अचानक दौरे से पुलिस कर्मियों में हलचल मच गई। निरीक्षण के दौरान एसपी ने दोनों कार्यालयों के रजिस्टर, केस रिकॉर्ड, स्टेशन डायरी और अन्य दस्तावेजों की गहनता से जांच की। केसों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा उन्होंने पुलिसकर्मियों की हाजिरी, लंबित मामलों की स्थिति और केसों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। एसपी यशवर्धन ने कहा कि आमजन को न्याय दिलाने के लिए पुलिस को सतर्क और संवेदनशील रहना होगा। सीआईए स्टाफ के निरीक्षण में उन्होंने मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध हथियारों की बरामदगी और चोरी-लूट के मामलों पर चल रहे अभियानों की जानकारी ली। अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखें उन्होंने अधिकारियों को अपराधियों पर कड़ी निगरानी रखने और गुप्त सूचना तंत्र को मजबूत करने के निर्देश दिए। एसपी ने कार्यालय की साफ-सफाई और व्यवस्था पर संतोष जताया। साथ ही चेताया कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने पुलिसकर्मियों से जनता के साथ संवेदनशीलता और सहानुभूति बनाए रखने को कहा। हर स्तर पर जवाबदेही तय होनी चाहिए एसपी ने स्पष्ट किया कि बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए हर स्तर पर जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने लंबित मामलों का शीघ्र निपटारा करने और क्षेत्र में शांति-सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान डीएसपी, सीआईए इंचार्ज समेत अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।
छत्तीसगढ़ में नौ साल बाद हो रही फार्मासिस्ट ग्रेड-2 की प्रदेशस्तरीय भर्ती में हाईकोर्ट ने एक अहम आदेश जारी किया है। अब बैचलर ऑफ फार्मेसी डिग्रीधारी उम्मीदवार भी इस भर्ती प्रक्रिया में आवेदन कर सकेंगे। इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने केवल डिप्लोमा इन फार्मेसी धारकों से ही आवेदन आमंत्रित किए थे जिससे प्रदेश के हज़ारों फार्मासिस्ट इस परीक्षा से वंचित हो रहे थे। इंडियन फार्मासिस्ट एसोसिएशन (IPA) ने राज्यभर के फार्मासिस्टों की ओर से इस मामले पर आपत्ति जताई थी। संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. प्रियंका शुक्ला को आवेदन भी दिया कि बी.फार्मा डिग्रीधारियों को भी भर्ती में शामिल किया जाए। ।लेकिन मांग नहीं सुनी गई। याचिकाकर्ता राहुल वर्मा ने बताया इसके बाद राज्य शासन के इस निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी। इस याचिका पर कोर्ट ने IPA के पक्ष में फैसला सुनाया। बता दें कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 35,800 पंजीकृत फार्मासिस्ट हैं। भर्ती पोर्टल पर बदलाव के निर्देश कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देशित किया है कि वह छत्तीसगढ़ व्यवसायिक परीक्षा मंडल को तत्काल निर्देश जारी करे ताकि पोर्टल में आवश्यक बदलाव किए जा सकें और बी.फार्मा डिग्रीधारी भी आवेदन कर सकें। इसके अलावा इस आदेश की जानकारी सभी संबंधित अधिकारियों को पहुंचाने और व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश भी दिए गए हैं। 25 जुलाई तक थी आवेदन की अंतिम तिथि मूल अधिसूचना के अनुसार ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 25 जुलाई शाम 5 बजे तक निर्धारित की गई थी। अब कोर्ट के आदेश के बाद इसमें परिवर्तन किया जाएगा। IPA ने बी.फार्मा अभ्यर्थियों से अपील की है कि वे पोर्टल अपडेट और नई सूचना आने तक फॉर्म न भरें।
राज्य शासन ने इंदौर देहात के पुलिस अधीक्षक का स्थानांतरण कर दिया है। गृह विभाग ने यहां पुलिस अधीक्षक के रूप में पदस्थ हितिका वासल के स्थान पर यांगचेन ढोलकर भूटिया को इंदौर देहात एसपी बनाया है। कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों और पुलिस महानिरीक्षकों के भी तबादले जल्द हो सकते हैं। गृह विभाग से जारी आदेश में 2013 बैच के आईपीएस अधिकारी और सेनानी 15वीं वाहिनी एसएएफ इंदौर यांगचेन ढोलकर भूटिया की नई पदस्थापना इंदौर देहात पुलिस अधीक्षक के रूप में की गई है। इसी के साथ 2017 बैच की आईपीएस अफसर और एसपी इंदौर देहात हितिका वासल को सेनानी 15वीं वाहिनी एसएएफ इंदौर पदस्थ किया है। एक दर्जन जिलों के एसपी, डीआईजी बदलेंगेजानकारी के मुताबिक जल्द ही एक दर्जन जिलों के पुलिस अधीक्षकों और डीआईजी के तबादले किए जा सकते हैं। इसमें से कई आईपीएस अधिकारी ऐसे हैं जो डीआईजी बन चुके हैं और एसपी का काम कर रहे हैं। कई आईपीएस अफसर 3 साल का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं या पूरा करने वाले हैं। इसलिए उन्हें भी हटाया जा सकता है। पुलिस अफसरों के अनुसार धार, अशोकनगर के एसपी जनवरी में डीआईजी बन चुके हैं। इन्हें रेंज में डीआईजी की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। वहीं होशंगाबाद, सतना समेत कई जिलों के पुलिस अधीक्षक तीन साल का कार्यकाल पूरा करने के चलते बदले जा सकते हैं। यह सूची लंबे समय से प्रतीक्षित है और सीएम की हरी झंडी मिलते ही अफसरों के तबादले किए जाएंगे।
भिंड में सड़क पर शराब की बोतलें फैलीं तो लोग उन्हें लूटने में लग गए। शराब तस्करी को जाते समय मोटरसाइकिल से पेटी गिरी। तस्करी करने जा रहे लोग भाग गए। घटना बस स्टैंड के पास शुक्रवार शाम का है। इसका वीडियो सामने आया है। वीडियो में गाड़ी गिरते ही लोग शराब बोतलों को लूटते दिख रहे हैं। पहले तीन तस्वीरें देखें... मोटरसाइकिल पर हो रही थी तस्करीप्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एक युवक मोटरसाइकिल पर दो से तीन पेटी देसी शराब लेकर बस स्टैंड की ओर आ रहा था। जैसे ही वह स्टैंड के सामने पहुंचा, उसकी बाइक असंतुलित होकर गिर पड़ी। गिरने के साथ ही बाइक पर लदी शराब की पेटी फट गई और सैकड़ों शराब की बोतलें सड़क पर बिखर गईं। युवक के गिरने के बाद वहां मौजूद किसी ने भी उसकी मदद नहीं की। उल्टे, आसपास खड़े राहगीर और राह चलते लोग शराब की बोतलें बटोरने में जुट गए। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे महिलाएं, युवक और अन्य लोग सड़कों पर पड़ी शराब की बोतलें उठाकर भागते नजर आ रहे हैं। बाइक लेकर भागे तस्करइधर बाइक सवार युवक भी शराब की बोतलें छोड़कर मौके से भाग गया। जिससे इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि वह शराब का अवैध परिवहन कर रहा था। यह घटना का वीडियो भी जमकर सोशल मीडिया पर चला। पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं कि आखिर शहर में खुलेआम अवैध शराब का परिवहन कैसे हो रहा है। इस मामले में देहात थाना प्रभारी मुकेश शाक्य से बातचीत की गई तो उन्होंने मामले की पड़ताल कराए जाने की बात कही।
सामाजिक सरोकारों में अग्रणी इनरव्हील क्लब ऑफ नीमच डायमंड ने शुक्रवार को बघाना थाना परिसर में 'एक पौधा परिजनों के नाम' अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर क्लब की महिला सदस्यों ने 35 पौधों का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण और व्यक्तिगत स्मृति को जोड़ने का संदेश दिया। इनरव्हील क्लब ऑफ नीमच डायमंड ने एक बार फिर समाज सेवा की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम उठाया है। शुक्रवार को क्लब की महिलाओं ने बघाना थाना परिसर में 'एक पौधा परिजनों के नाम' अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत 35 पौधे ट्री गार्ड के साथ लगाए गए, जिन्हें क्लब की हर सदस्य ने अपने परिजनों के नाम समर्पित किया। इस अवसर पर क्लब की पदाधिकारियों और सदस्यों ने सामूहिक रूप से संकल्प लिया कि इस अभियान को शहर के अन्य हिस्सों में भी आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अधिक जागरूकता फैलाई जा सके। क्लब की सदस्यों ने बताया कि पौधा लगाना न केवल प्रकृति को संवारने का कार्य है, बल्कि यह अपने प्रियजनों की स्मृति या सम्मान में एक जीवंत स्मारक तैयार करने जैसा है। यह पहल शहर के नागरिकों को प्रकृति से जोड़ने और हरियाली बढ़ाने के लिए प्रेरित करेगी। इनरव्हील क्लब ऑफ नीमच डायमंड ने पहले भी समय-समय पर साफ-सफाई, महिला स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक सशक्तिकरण से जुड़े अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाई है। यह नया अभियान भी उसी श्रंखला का एक भाग है। क्लब ने यह संदेश भी दिया कि हर व्यक्ति यदि साल में एक पौधा भी अपने किसी प्रियजन के नाम लगाता है, तो यह समाज और पर्यावरण के लिए एक स्थायी उपकार होगा।
मंडला जिले की नगर परिषद भुआ बिछिया में भाजपा की रजनी मरावी अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुई हैं। गुरुवार को हुए उपचुनाव में 15 में से एक पार्षद अनुपस्थित रहे। शेष 14 पार्षदों ने मतदान किया। इस चुनाव में भाजपा की रजनी मरावी को 8 वोट मिले। कांग्रेस प्रत्याशी त्रिवेणी तेकाम को 6 वोट मिले। इस प्रकार रजनी ने 2 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। रजनी वार्ड नंबर 5 से पार्षद हैं। भाजपा की रजनी अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुईं दरअसल, अध्यक्ष चित्रा धुर्वे के जनवरी में आकस्मिक निधन के बाद नगर परिषद का अध्यक्ष पद रिक्त हो गया था। इसके बाद रजनी मरावी को कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। गुरुवार को हुए उपचुनाव में रजनी अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुईं। 2022 में हुए नगर परिषद चुनाव में चित्रा धुर्वे वार्ड नंबर 13 से कांग्रेस की टिकट पर पार्षद निर्वाचित हुई थीं। वे कांग्रेस की ही टिकट पर अध्यक्ष बनी थीं। हालांकि उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले 2024 में भाजपा की सदस्यता ले ली थी। बारिश के बावजूद कार्यकर्ताओं ने विजय जुलूस निकाला। जीत की घोषणा होते ही बारिश के बावजूद कार्यकर्ताओं ने विजय जुलूस निकाला। इस दौरान कार्यकर्ताओं में उत्साह और जश्न का माहौल देखा गया। भाजपा जिला अध्यक्ष ने इस जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों को दिया। उन्होंने कहा कि बचे हुए दो वर्षों में सभी की भावनाओं के अनुरूप विकास कार्य होंगे। इस अवसर पर भाजपा जिला अध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. संजय कुशराम, जिला उपाध्यक्ष अशोक नानकानी, इलावती पाटिया, जिला महामंत्री नीरज मरकाम, उमेश ठाकुर, मंडल अध्यक्ष नीरज भट्ट और अन्य नेता उपस्थित रहे।
राज्य सरकार की शिक्षा नीति और व्यवस्थाओं पर सवाल तेज हो रहे हैं। पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने झालावाड़ में स्कूल की छत गिरने से सात बच्चों की मौत के बाद राज्य सरकार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने अपनी एक्स पोस्ट में प्रदेश की भाजपा सरकार को विफल बताया है। लोढ़ा ने कहा कि प्रदेश के मुखिया भजनलाल शर्मा अपनी सरकार की डेढ़ वर्ष की कथित उपलब्धियों का ढिंढोरा पीट रहे हैं, जबकि जमीनी हकीकत चिंताजनक है। लोढ़ा के अनुसार राज्य में प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह चरमरा चुका है। अधिकारी मंत्रियों की भी नहीं सुन रहे हैं। शिक्षा अधिकारियों को निलंबित करना कायरतापूर्ण कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि दोष शिक्षा अधिकारियों का नहीं है। बल्कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर की नीति और व्यवस्था विफल हुई है। पूर्व विधायक ने सवाल उठाया कि जब राजस्थान का शिक्षा विभाग हर वर्ष स्कूलों के आधारभूत ढांचे के लिए 2,000 करोड़ रुपए मांगता है। तब केंद्र सरकार केवल 200 करोड़ रुपए क्यों देती है। उन्होंने सरकार से स्पष्ट करने की मांग की कि बीते 11 वर्षों में राज्य ने केंद्र से कितनी राशि मांगी और कितनी मिली। उन्होंने नई शिक्षा नीति पर भी सवाल उठाए। इसमें जीडीपी का 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करने की बात कही गई थी, लेकिन यह भी एक जुमला बनकर रह गया। झालावाड़ की घटना को शिक्षा ढांचे की खराब स्थिति का प्रमाण बताते हुए उन्होंने कहा कि यह सिर्फ हादसा नहीं है। यह सरकारी उदासीनता का दुखद परिणाम है। लोढ़ा ने बताया कि जिले में भी कई स्कूल ऐसे हैं जहां हादसे की संभावना है। उन्होंने जुबलीगंज स्कूल का उदाहरण दिया जहां कक्षा कक्ष जर्जर हालत में हैं। इन्हें तोड़ने के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। मगर लापरवाही इतनी है कि इन्हें अभी तक नहीं तोड़ा गया है।
कैथल जिले के गांव बढ़सीकरी में मटौर के युवक की हत्या के मामले में थाना कलायत और सीआईए-1 पुलिस की संयुक्त टीम ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार मटौर के सतपाल सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि बुधवार सुबह साढ़े 8 बजे उसका बेटा प्रवीन गांव खड़ालवा के शिव मंदिर में माथा टेकने गया था। वह शाम तक वापस नहीं लौटा। युवकों ने देर रात घर जाकर दी सूचना रात डेढ़ बजे गांव के ही युवक सोनू, दीपक और सतीश उसके बड़े भाई के घर आए और बताया कि प्रवीन को चोटें लगी हैं। अगली सुबह बढ़सीकरी के सरपंच के माध्यम से सतपाल को बेटे की मौत की सूचना मिली। जब वह गांव बढ़सीकरी पहुंचे, तो प्रवीन खून में लथपथ और मृत अवस्था में मिला। बढ़सीकरी के अमित, मटौर के सतीश और दीपक ने बताया कि रात 11:30 से 12 बजे के बीच वे प्रवीन के साथ बढ़सीकरी कला पहुंचे थे। गंडासी, कुल्हाड़ी और डंडों से हमला वहां अचानक गुरजीत, प्रदीप, मनीष, बंसल, दया, नरेश, सिंदा, काला, मनोज, गुरमेज, दरबारा, वकील, बिन्नी, विकास, विक्की, कृष्ण, गोविंदा, बिट्टू और गुरजेंट ने गंडासी, कुल्हाड़ी और डंडों से हमला कर दिया। गुरमेज ने प्रवीन के सिर में और सलिंद्र ने हाथ पर गंडासी मारी। झगड़े की रंजिश में हत्या को अंजाम दिया पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपियों ने तीन दिन पहले हुए झगड़े की रंजिश में हत्या को अंजाम दिया। एसपी आस्था मोदी के आदेशानुसार थाना कलायत एसएचओ इंस्पेक्टर रामनिवास और सीआईए-1 प्रभारी एसआई जसवंत सिंह की टीम ने आरोपी गुरजीत उर्फ जीता, प्रदीप उर्फ दीप, दरबारा, सलिंद्र और रघबीर उर्फ काला को उनके गांव से गिरफ्तार किया। गांव के युवक ने पहुंचाई थी चोट प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि 18 जुलाई को गुरजीत उर्फ जीता और अन्य ने गांव के ही संजय पर हमला करके चोटें पहुंचाई थी। घायल संजय अस्पताल में भर्ती था और 23 जुलाई को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद घर आया था। प्रवीन मटौर उस दिन शाम के समय संजय से मिलने गया था, जिसके बाद यह घटना हुई। कोर्ट से 2 दिन का मिला रिमांड संजय, प्रवीन व अन्य ने मिलकर शराब पी तथा वह सभी उसी रात संजय को चोटें मारने वाले युवकों के मोहल्ले में जाकर गाली देने लगे तथा ललकारने लगे। जो गुरजीत उर्फ जीता, प्रदीप व अन्य भी अपने हाथों में लाठी डंडे व गंडासी लिए आ गए तथा उन पर हमला कर दिया। बाकी सभी फरार हो गए, परंतु हमले में प्रवीन को ज्यादा चोटें लगी तथा वह गली में गोबर मैंद पर गिर गया। सुबह प्रवीन मृत अवस्था में मिला। सभी आरोपी शुक्रवार को कोर्ट में पेश किए गए, जहां से सभी आरोपियों का 2 दिन पुलिस रिमांड हासिल किया गया।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में शुक्रवार को एनएच-43 पर एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी। जिससे बाइक सवार दो युवक घायल हो गए। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों युवकों के पैर टूट गए। हादसे के बाद ड्राइवर गाड़ी लेकर भाग निकाला। यह घटना जयनगर थाना क्षेत्र के केना पारा में मंदिर के पास की है। मिली जानकारी के मुताबिक, भूपेंद्र कुमार (30) और रामकुमार (31) बरपारा जयनगर के रहने वाले हैं। दोनों बाइक से अंबिकापुर की ओर से आ रहे थे। तभी विश्रामपुर की ओर से जा रही तेज रफ्तार कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। दोनों घायलों को किया गया अंबिकापुर रेफर दुर्घटना की सूचना मिलते ही हाईवे पेट्रोलिंग की टीम मौके पर पहुंची और घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विश्रामपुर में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद दोनों युवकों को अंबिकापुर रेफर कर दिया है। जबकि जयनगर थाना पुलिस ड्राइवर की तलाश शुरू कर दी है।
हरियाणा से राजस्थान होते हुए गुजरात भेजी जा रही अवैध अंग्रेजी शराब की बड़ी खेप को बीकानेर रेंज पुलिस और नापासर थाने की संयुक्त टीम ने जब्त कर लिया। मुखबिर की सूचना पर भारत माला सड़क मार्ग पर एक ट्रक (HR 69 D 2394) को रुकवाकर जांच की गई। जिसमें चावल के करीब 900 से 1000 कट्टों के बीच छिपाकर रखे गए 180 कार्टन अवैध अंग्रेजी शराब पकड़ी गई। यह कार्रवाई आईजी ऑफिस बीकानेर के सब इंस्पेक्टर देवीलाल और नापासर थाने के एएसआई जगदीश कुमार के नेतृत्व में की गई। ट्रक चालक कुलविंदर सिंह जट सिख 23 वर्ष,सह चालक गुरभान सिंह जट सिख 22 वर्ष, सर्वजीत सिंह 30 वर्ष, (तीनों पंजाब निवासी) को मौके पर गिरफ्तार किया गया। जब्त शराब में विभिन्न ब्रांड की अंग्रेजी शराब शामिल है, जिसे बड़ी चतुराई से चावल के कट्टों में छुपाकर ले जाया जा रहा था। पुलिस ने नापासर थाने में आबकारी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी काफी समय से इस तरह की तस्करी में संलिप्त थे और चावल के कट्टों की आड़ में शराब की आपूर्ति की जा रही थी। पुलिस विभाग ने आमजन से सहयोग की अपीलबीकानेर रेंज पुलिस की स्पेशल टीम की यह कार्रवाई प्रदेश में अवैध मादक पदार्थों की तस्करी पर प्रभावी नियंत्रण की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। पुलिस विभाग ने आमजन से सहयोग की अपील करते हुए युवाओं को नशे से दूर रखने और अपराधियों की सूचना देने की अपील की है। कार्यवाही में इनकी रही मुख्य भूमिकादेवीलाल सारण सब इंस्पेक्टर आईजी ऑफिस, लक्ष्मण सिंह नापासर थानाधिकारी,जगदीश कुमार एएसआई नापासर,आईजी ऑफिस से हेड कॉन्स्टेबल विमलेश कुमार,कांस्टेबल आत्माराम,कॉन्स्टेबल बाबूलाल,कॉन्स्टेबल आरिफ हुसैन,कॉन्स्टेबल सीताराम सभी रेंज ऑफिस बीकानेर की टीम शामिल रहे। ............ कंटेंट: विनोद दाधीच, नापासर
बालाघाट में चांगोटोला पुलिस पर चार युवकों ने मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। युवकों का कहना है कि अप्रैल महीने से पुलिस उन्हें अनावश्यक रूप से थाने बुलाकर परेशान कर रही है। दरअसल, मामला एक चोरी के संदेह का है जिसके लिए पुलिस इन युवकों को विवेचना के नाम पर थाने बुला रही है। शुक्रवार को पीड़ित युवकों ने आजाद समाज पार्टी के साथ एसपी कार्यालय पहुंचकर अपनी परेशानी बताई। पार्टी अध्यक्ष बोले- बिना सबूत युवकों को परेशान करना गलत आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष अंकुश चौहान ने कहा कि अगर युवक चोरी में शामिल हैं तो पुलिस प्रकरण दर्ज करे। लेकिन बिना सबूत के उन्हें परेशान करना पुलिस की छवि को धूमिल करता है। मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे युवक युवकों में से एक संस्कार नागेश्वर स्कूली छात्र है। उसका कहना है कि पुलिस की इस कार्रवाई से उसकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है। युवकों का आरोप है कि पुलिस अब तक उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं जुटा पाई है। फिर भी उन्हें तीन-चार बार थाने बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। वे इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। युवक मुख्तार शाह ने बताया कि पुलिस उन्हें चोरी स्वीकार करने के लिए दबाव डाल रही है। उसने दावा किया कि चोरी की रात वे 11 बजे तक ढाबे पर मौजूद थे। संस्कार नागेश्वर ने बताया कि पुलिस उसे स्कूल से भी उठा लेती है। इससे उसकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। टीआई बोले- परेशान जैसे आरोप निराधार इस मामले में चांगोटोला थाना प्रभारी शशांक राणा ने बताया कि शुरूआत में एक बार पूछताछ की गई थी लेकिन उसके बाद उन्हें कभी नहीं बुलाया गया। परेशान जैसे आरोप निराधार है।
जयपुर की मानसरोवर थाना पुलिस ने चेन स्नेचर गैंग के 6 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के बदमाश चेन लूटकर उसे बाजार में ज्वेलर्स को बेचते थे, जिसके बाद पुलिस ने ज्वेलर्स को भी पकड़ा है। कार्रवाई के दौरान पुलिस से बचकर भाग रहे एक लुटेरे के हाथ- पैर में भी चोट आई है। फिलहाल पुलिस गैंग के सभी सदस्यों से पूछताछ कर रही है, ऐसे में अन्य वारदातों का भी खुलासा होने की संभावना है। साथ ही वारदातों में शामिल आरोपियों की बाइक और लुटी गई चेन को भी पुलिस ने बरामद किया है। डीसीपी (साउथ) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि चेन स्नेचिंग में आरोपी ओमप्रकाश सैनी उर्फ लहरी (28) निवासी खेडली अलवर हाल रेल नगर पावर हाउस श्याम नगर को अरेस्ट किया है। लूट की चेन बेचान में मदद करने वाले अमजद अंसारी (25) निवासी पुरुलिया पश्चिम बंगाल हाल पत्रकार कॉलोनी मुहाना, रमेश (22) व उसकी पत्नी चंदना देवी (20) निवासी सांचौर जालौर हाल क्वींस रोड चित्रकुट और चेन खरीदार ज्वैलर्स घनश्याम सोनी (55) व उसकी पत्नी प्रीति सोनी (50) निवासी बालोतरा जोधपुर हाल बदरवास श्याम नगर को अरेस्ट किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लूटी गई चेन और वारदात में यूज बाइक बरामद की है। चेन स्नेचर ओमप्रकाश के खिलाफ जयपुर शहर के विभिन्न थानों में एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस से बचकर भागने की कोशिश करने पर आरोपी ओमप्रकाश के हाथ-पैरों में चोट आई है। गौरतलब है कि 21 जुलाई को मानसरोवर थाने से महज कुछ दूरी पर स्कूटी सवार महिला से चेन स्नेचिंग की वारदात हुई थी। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बाइक सवार लुटेरे की तलाश की। पुलिस ने फुटेज के आधार पर शातिर लुटेरे ओमप्रकाश सैनी उर्फ लहरी को पकड़ा। पूछताछ के बाद चेन बिकवाने में मदद व खरीदने वाले ज्वैलर्स को भी पकड़ा गया।
कटनी में युवक पर चाकू से 6 वार किए:तिलक कॉलेज के पास 6 लोगों ने घेरकर किया हमला, केस दर्ज
कटनी के एनकेजे थाना क्षेत्र में तिलक कॉलेज के पास एक 25 साल के युवक पर 6 लोगों ने चाकू से हमला कर दिया। हमले में युवक बुरी तरह घायल हो गया। उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। प्रेम नगर निवासी आर्यन कुमार चौधरी शाम को अपने घर से घूमने निकला था। जब वह तिलक कॉलेज के पास पहुंचा, तब हिरवारा के रहने वाले 6 युवकों ने उसे घेर लिया। इसके बाद उन्होंने आर्यन पर चाकू से हमला कर दिया। बाएं कंधे के नीचे लगी चोट आर्यन के पिता लखनलाल चौधरी ने बताया कि हमलावरों ने उनके बेटे पर चाकू से 6 वार किए। इनमें से तीन चाकू उसके बाएं कंधे के नीचे लगे। हमले के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। डॉक्टर ने कहा कि घायल की हालत स्थिर है। एनकेजे थाना प्रभारी अनिल यादव ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर अरविंद चौधरी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
रायसेन में वन विभाग की टीम ने गुरुवार देर रात को अवैध परिवहन करते हुए सागौन की लकड़ी को जब्त किया। कार्रवाई करने के लिए वन विभाग के लग-अलग दलों ने रास्तों पर नाकाबंदी की थी। रात 3:20 बजे सांईखेड़ा से बम्होरी रोड पर एक वाहन दिखाई दिया। वन अमले ने रोकने का संकेत दिया तो ड्राइवर वाहन को तेज गति से भगा ले गया। पीछा करने पर चालक बम्होरी से वटेरा मार्ग पर वाहन छोड़कर फरार हो गया। जांच में पाया गया कि महिंद्रा बोलेरो (MP 04 GB 2240) में 20 नग सागौन के गोल भरे थे। वाहन और वनोपज को जब्त कर रेंज कंपाउंड सिलवानी लाया गया। वाहन मालिक मोनू कुशवाह निवासी टेकापार गैरतगंज और चंद्रेश इमने निवासी उचैरा जमुनिया के विरुद्ध वन अपराध प्रकरण दर्ज किया गया है।