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यूपी में मेरठ रहा सबसे ठंडा:पारा 6.9॰C पहुंचा, अब पछुआ हवा पारा गिराएगी; 20 जिलों में कोहरा छाया

उत्तर प्रदेश का ज्यादातर हिस्सा ठंड के साथ कोहरे में लिपटा है। आज सोमवार सुबह अयोध्या, सुल्तानपुर, रायबरेली, बाराबंकी, जौनपुर, आजमगढ़ सहित 20 जिलों में कोहरा छाया है। माैसम विभाग का कहना है कि यूपी में एक बार फिर हवा का रुख बदलेगा। सोमवार से प्रदेश में हल्की पछुआ हवा शुरू हो रही है। इसके असर से दिन और रात के तापमान में गिरावट आएगी और साथ ही कोहरा कम भी होगा। आज 46 जिलों में कोहरे का अलर्ट माैसम विभाग ने आज सोमवार को प्रयागराज, मिर्जापुर, आगरा और इटावा जिलों के लिए अत्यधिक घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। वहीं, पश्चिमी यूपी के 42 जिलों के लिए कोहरे का अलर्ट है। रविवार की बात करें तो सुबह घने कोहरे की वजह से आगरा और प्रयागराज में विजिबिलिटी शून्य तक पहुंच गई। अलीगढ़ में 30 मीटर, वाराणसी, बलिया, सोनभद्र और मुरादाबाद में विजिबिलिटी 50 मीटर तक रही। अब मौसम की 3 तस्वीरें देखिए- 3 दिनों तक कैसा रहेगा मौसम गाजियाबाद, नोएडा सहित NCR में प्रदूषण की स्थिति खतरनाक हो गई है। हवा सांस लेने लायक नहीं है। गाजियाबाद और नोएडा में सोमवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 463 दर्ज किया गया। बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए शनिवार शाम से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के स्टेज-IV की पाबंदियां लागू कर दी गईं। लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल सिंह का कहना है- सोमवार से प्रदेश में धीमी पछुआ हवा चलेगी। इनकी रफ्तार क्रमश: बढ़ेगी और पारे में गिरावट के साथ ही कोहरे का असर कम होगा। मौसम से जुड़ी अपडेट्स के लिए नीचे एक-एक ब्लॉग से गुजर जाइए...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:42 am

सहारनपुर ने बुजुर्ग से 6.25 लाख की ठगी:पीड़ित बोला– मकान के नाम पर ठगे पैसे, मांगने पर जान से मारने की धमकी

सहारनपुर में मकान की खरीद-फरोख्त के नाम पर 72 वर्षीय बुजुर्ग से 6 लाख 25 हजार रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने आरोपियों पर धोखाधड़ी, गबन और जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाते मुकदमा दर्ज कराया है। मामला थाना गागलहेड़ी क्षेत्र का है। थाना गागलहेड़ी क्षेत्र की शत्रुहनपुरी कॉलोनी निवासी राजेन्द्र सिंह (72) ने बताया कि 2007 से वह अपने परिवार के साथ उक्त पते पर रह रहे हैं। पीड़ित के अनुसार शत्रुहनपुरी कॉलोनी स्थित मकान संख्या 105 को फौजिया और उसके पति जहांगीर से 11.50 लाख रुपए में खरीदने का सौदा तय हुआ। इस सौदे में अभिषेक पुत्र विजय कुमार ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई और अपनी “गारंटी” पर अग्रिम राशि देने का भरोसा दिलाया। मकान के कागजात मांगने पर आरोपियों ने बैंक में कागजात जमा होने की बात कही और 2 लाख रुपए बयाने के रूप में मांगे। अभिषेक की जिम्मेदारी पर 20 अक्टूबर 2023 को पड़ोसियों की मौजूदगी में पीड़ित ने नकद 2 लाख रुपए फौजिया व जहांगीर को दिए। बाद में आरोपियों ने बताया कि मकान फौजिया के भाई फिरोज के नाम दर्ज है और पहले उसे फौजिया के नाम कराना पड़ेगा, जिसके लिए 4 लाख रुपए और चाहिए। इस पर पीड़ित ने 25 दिसंबर 2023 को 2 लाख रुपए और 8 अप्रैल 2024 को 2 लाख रुपए फौजिया के बैंक खाते में एनईएफटी के जरिए भेजे। 8 जून 2025 को आरोपियों ने बच्चों की बीमारी का हवाला देकर 25 हजार रुपए नकद और ले लिए। इस तरह कुल 6 लाख 25 हजार रुपये आरोपियों को दे दिए गए। 27 जुलाई 2025 को पड़ोसी परवेज ने पीड़ित को बताया कि उक्त मकान किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया गया है। पूछताछ में सामने आया कि मुस्तकीम नामक व्यक्ति ने अपने बकाया पैसे निकालने के लिए मकान बिकवा दिया। यह सुनकर पीड़ित को हार्ट की बीमारी के चलते गंभीर हालत का सामना करना पड़ा। 28 जुलाई 2025 को जब पीड़ित आरोपियों के घर पहुंचा तो उन्होंने गलती स्वीकार करते हुए 50 हजार रुपए ऑनलाइन लौटा दिए, लेकिन शेष राशि देने से मुकर गए। आरोप है कि 25 सितंबर 2025 को पैसे मांगने पर फौजिया और जहाँगीर ने साफ कह दिया कि कोई पैसा नहीं देंगे, ज्यादा करोगे तो जान से हाथ धो बैठोगे। पीड़ित ने 30 अक्टूबर 2025 को एसएसपी सहारनपुर को प्रार्थना पत्र देकर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गुहार लगाई। जिसके बाद मुकदमा दर्ज हुआ।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:35 am

कुशीनगर में दो लोगों ने खाया जहर:युवक और किशोर की हालत गंभीर, पत्नी के मायके से नहीं लौटने पर नाराज था

कुशीनगर जिला अस्पताल में रविवार को कुछ ही घंटों के अंतराल में जहर खाने के दो अलग-अलग मामले सामने आए। 108 एंबुलेंस सेवा के माध्यम से दोनों मरीजों को अस्पताल लाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। एक मामले में युवक ने पारिवारिक विवाद के चलते जहर खाया, जबकि दूसरे मामले में एक किशोर द्वारा जहरीले पदार्थ के सेवन से हड़कंप मच गया। ससुराल से लौटकर आया था घर पहला मामला पड़रौना थाना क्षेत्र के कुरमौल गांव का है। गांव निवासी सन्नेलाल (30), जो दो बच्चों का पिता है, ने खेत में इस्तेमाल होने वाला ‘फ्यूराडान’ नामक जहरीला पदार्थ खा लिया। सन्नेलाल के जीजा राम बेलास ने बताया कि उसकी पत्नी पिछले 5-6 महीनों से मायके में रह रही है। डेढ़ साल और छह महीने के दोनों बच्चे भी मां के साथ वहीं हैं। सन्नेलाल कई बार पत्नी को वापस लाने ससुराल गया, लेकिन वह आने को तैयार नहीं हुई। राम बेलास के अनुसार, सन्नेलाल की शादी को करीब ढाई साल हो चुके हैं। रविवार को भी वह ससुराल से लौटकर आया और घर पहुंचते ही रोने लगा। इसके बाद वह शराब पीने चला गया। कुछ देर बाद परिजनों को जानकारी मिली कि उसने जहरीला पदार्थ खा लिया है। परिजन उसे तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू कर दिया। घटना के समय घर पर अकेला था बेटा दूसरी घटना कसया थाना क्षेत्र के फुलवा पट्टी गांव की है। यहां बाबूलाल मुसहर के पुत्र मुकेश मुसहर ने अज्ञात कारणों से जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। कुछ ही देर में उसकी हालत बिगड़ गई और वह अचेत हो गया। परिजनों ने मुकेश को तत्काल कुशीनगर संयुक्त जिला अस्पताल से संबद्ध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताते हुए इलाज शुरू किया। प्राथमिक उपचार के तहत शरीर से जहर निकालने के लिए नाक के जरिए पानी डालकर उल्टी कराई जा रही है। किशोर को गहन निगरानी में रखा गया है। मुकेश की मां ने बताया कि घटना के समय उनका बेटा घर पर अकेला था, जबकि परिवार के अन्य सदस्य मजदूरी करने गए थे। पड़ोसियों से सूचना मिलने पर वे घर पहुंचीं। मां के अनुसार, मुकेश ने करीब एक साल पहले पढ़ाई छोड़ दी थी और अधिकतर मोबाइल चलाता रहता था, लेकिन उसने जहर क्यों खाया, इसका कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:34 am

जालौन में रामलीला मंच पर फिल्मी गानों पर डांस:धार्मिक भावनाएं आहत होने से लोगों में आक्रोश, कार्रवाई की मांग

जालौन के एट कस्बे में आयोजित रामलीला कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। आरोप है कि इस धार्मिक आयोजन के दौरान फिल्मी और कथित अश्लील गानों पर नृत्य कराया गया। जिससे स्थानीय लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। मामले को लेकर कस्बे में रोष व्याप्त है। लोग प्रशासन से कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। जानकारी के अनुसार, नगर पंचायत एट की विकास कॉलोनी में स्थित पशु चिकित्सालय की सरकारी भूमि पर रामलीला का आयोजन किया जा रहा है। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि इस सरकारी भूमि पर बिना अनुमति के पक्का चबूतरा बनाकर रामलीला का मंच तैयार किया गया। पूर्व में कुछ सभासदों ने इस कथित अवैध निर्माण पर आपत्ति भी जताई थी। लेकिन इसके बावजूद आयोजन जारी रखा गया। धार्मिक मर्यादा के विपरीत प्रस्तुति स्थानीय लोगों का कहना है कि रामलीला मंच पर “सलामे इश्क मेरी जान” और “महखाने जाना छोड़ दूंगी” जैसे फिल्मी गीतों पर बार-बालाओं से नृत्य कराया गया। लोगों का आरोप है कि वे धार्मिक प्रसंग देखने पहुंचे थे। लेकिन उन्हें धार्मिक मर्यादा के विपरीत प्रस्तुतियां देखने को मिलीं। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों की मौजूदगी में इस तरह के कार्यक्रम को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है। आरोप है कि रामलीला का आयोजन नगर पंचायत एट की चेयरमैन पूनम और उनके प्रतिनिधि लालजी निरंजन की देखरेख में हो रहा है। वीडियो में रामलीला मंच पर बार-बालाओं द्वारा कथित रूप से अश्लील नृत्य करते हुए देखा जा सकता है। नगर पंचायत एट के अध्यक्ष प्रतिनिधि अरविंद निरंजन उर्फ लालजी ने कहा कि अगर रामलीला में डांस नहीं होगा तो भीड़ नहीं आएगी। कुछ लोग शिकायत कर रहे हैं। अगर मुझे जेल भी जाना पड़ा, तो आप ही लोग मुझे छुड़वाने आएंगे, क्योंकि रामलीला आप लोगों के लिए ही कराई जा रही है। एट कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार पांडेय ने बताया कि उनके संज्ञान में भी रामलीला मंच पर डांस कराए जाने का मामला आया है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड क्षेत्र में कुछ स्थानों पर इस प्रकार की अलग परंपराएं देखने को मिलती हैं। जहां धार्मिक मंचों पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। इस संबंध में कोई लिखित शिकायत प्राप्त होती है, तो उसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:33 am

MP-UP समेत देश के 13 राज्यों में कोहरे का अलर्ट:तेलंगाना-कर्नाटक में कोल्डवेव की चेतावनी; जम्मू-कश्मीर के पुलावामा में तापमान -2.7°C रिकॉर्ड

मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत देश के 13 राज्यों में घना कोहरा छा सकता है। साथ ही दो राज्यों तेलंगाना और कर्नाटक में कोल्ड वेव चलने की संभावना है। अधिकांश राज्यों में सुबह के वक्त तापमान 10C के नीचे रहने की संभावना है। कुछ में 5C से नीचे भी रह सकता है। इधर जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाके में रविवार रात बर्फबारी हुई। इसके कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई। श्रीनगर में रात का तापमान 2C रहा। हालांकि तापमान में सुधार नजर आया, क्योंकि दो दिन पहले ये -2.9C था। सबसे कम तापमान -2.7C पुलवामा का रहा। मौसम विभाग के मुताबिक कश्मीर अब 'चिल्लई कलां' की ओर बढ़ रहा है। यह सर्दियों का सबसे मुश्किल 40 दिन का दौर होता है, जो 21 दिसंबर से शुरू होता है। इस दौरान कड़ाके की ठंड पड़ती है और बर्फबारी की संभावना सबसे ज्यादा रहती है। मौसम से जुड़ी तस्वीरें... दिल्ली-एनसीआर में हवा की स्थिति बेहद खराब इधर दिल्ली-NCR में हवा की स्थिति बेहद खराब हो गई है। रविवार का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक स्तर 497 पहुंचने के बाद और सख्ती कर दी गई। कमीशन फॉर एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने सभी राज्य सरकारों को आदेश दिया है कि सभी स्कूलों और संस्थानों में बाहर होने वाली खेल गतिविधियों को तुरंत रोका जाए। आयोग ने चेतावनी दी है कि ऐसी गतिविधियां जारी रखना बच्चों के लिए ‘गंभीर स्वास्थ्य खतरा’ साबित हो सकता है। उत्तराखंड: केदारनाथ से तुंगनाथ तक एक महीने से बर्फ नहीं अक्टूबर और नवंबर में हुई हल्की बर्फबारी के दौरान केदारनाथ में करीब डेढ़ फीट तक बर्फ जमी थी, लेकिन मौसम में सुधार होते ही वह दो दिनों में ही पिघल गई। इसके बाद 4 नवंबर से लेकर अब तक लगभग एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन केदारनाथ में बर्फबारी नहीं हुई है। 11,750 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ के पीछे की मेरु-सुमेरु पर्वत श्रेणियां भी बिना बर्फ के नजर आ रही हैं। बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, तुंगनाथ और औली जैसे इलाकों में भी यही हाल है। 12 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित तुंगनाथ, जहां आमतौर पर इस समय मोटी बर्फ की परत होती है, वहां भी जमीन खुली दिखाई दे रही है। बर्फ न होने से इन क्षेत्रों में नमी की भारी कमी दर्ज की जा रही है, जिसका सीधा असर यहां पाई जाने वाली दुर्लभ वनस्पतियों पर पड़ रहा है। 18-19 दिसंबर को बर्फबारी का अलर्ट पश्चिमी हिमालयी इलाकों में आखिरी बार 4 और 5 नवंबर को अच्छी बारिश और बर्फबारी हुई थी। इससे पहले अक्टूबर के पहले हफ्ते में 2 अक्टूबर को हल्की और 6 अक्टूबर को भारी बर्फबारी हुई थी। उस समय जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल के ऊपरी इलाकों का करीब 80% हिस्सा बर्फ से ढक गया था। अब 18-19 दिसंबर को फिर अच्छी बर्फबारी के आसार हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:29 am

अनिरुद्धाचार्य के बिगड़े बोल:मीडिया के लिए किया अभद्र शब्दों का प्रयोग,मंच से की अशोभनीय टिप्पणी

कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज अपने अनर्गल बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरते रहते हैं। महिलाओं की उम्र और शादी को लेकर दिए बयान के बाद अब उन्होंने मीडिया पर अभद्र टिप्पणी की है। उन्होंने मंच से अशोभनीय टिप्पणी करते हुए मीडिया के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया है। अनिरुद्धाचार्य के द्वारा दिए गए बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बयानों से सुर्खियाँ बटोरने वाले वृंदावन के कथा वाचक अनिरुद्धचार्य ने अब मीडिया को लेकर ही विवादित टिप्पणी की है। यह टिप्पणी उन्होंने पिछले दिनों मथुरा कोर्ट में दाखिल वाद पर हुई सुनवाई के बाद कोर्ट में दर्ज किए गए परिवाद के बाद उन्होंने की। कोर्ट द्वारा महिलाओं की उम्र और शादी को लेकर दिए बयान को कोर्ट ने संज्ञान में लियाथा। जिसके बाद हिंदूवादी नेता मीरा राठौर और महिला अधिवक्ताओं ने वाद दाखिल किया था। इसका कोर्ट ने संज्ञान लिया,जिस पर परिवाद दर्ज किया गया। महिलाओं की उम्र और शादी पर दिया था बयान अनिरुद्धाचार्य का कुछ महीने पहले एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें वह अपने मंच से महिलाओं की उम्र और उनकी शादी को लेकर बयान देते नजर आए थे। बयान भी ऐसा जिसका उनके शब्दों से जिक्र भी नहीं कर सकते। इस मामले में महिलाओं में आक्रोश देखने को मिला था। महिला अधिवक्ताओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था,हिंदूवादी नेता मीरा राठौर ने कोर्ट में वाद दाखिल किया था। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने भी इस बयान पर आपत्ति दर्ज कराई थी। मीडिया के लिए यह कहा अनिरुद्धाचार्य ने अपने खिलाफ कथित एफआईआर दर्ज होने संबंधी खबर पर कहा कि पता नहीं मीडिया को मुझसे कोन सी दुश्मनी है। पता नहीं कुछ मीडिया वालों के बाप के यहाँ मैंने कौन सी चोरी कर ली है, कौन सा डाका डाल दिया, कोन सा इनका धन चुरा लिया। उन्होंने कहा कि कुछ मीडिया , पत्रकारों ने मेरे खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने की खबर फैला दी है। फिर में वृंदावन कोतवाली चला गया, वहाँ पता किया तो कुछ भी नहीं था। पता नहीं इन मीडिया वालों की मुझसे क्या दुश्मनी है जो झूठी खबर फैला रहे हैँ। ये मेरा नहीं सनातन का विरोध कर रहे हैँ। बचाव में लिया सनातन का सहारा कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य ने आगे अपने संबोधन में कहा कि गौरी गोपाल आश्रम में कितनी सेवा चल रही है वह इनको नहीं दिखती। सनातन को बदनाम करने का इनका उद्देश्य है। आपस में ही हिंदू हिंदू को लड़वा रहे हैं, मंथरा का अपडेट वर्जन है आज की मीडिया। इन्होंने मूर्खता की हद पार कर दी है इनका कोई भरोसा नहीं है। मीडिया के पास पैसा बहुत है मैं पूरे मीडिया के लिए नहीं बोल रहा हूं उन लोगों के लिए बोल रहा हूं जो मेरे पीछे पड़े हैं। मीडिया वाले मेरा मर्डर करा सकते है टीआरपी के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मीडिया की सच्चाई दुनिया को दिखानी है मीडिया का काम सुबह से शाम तक केवल झूठ बोलना है यह किसी को बनाना तो चाहते नहीं मुझे मैंने क्या निजी इनकी दुश्मनी है। इसके अलावा उन्होंने कई आपत्तिजनक शब्दों का भी प्रयोग किया। पत्रकारों में आक्रोश कथावाचक की इस अनर्गल टिप्पणी पर मथुरा के पत्रकारों में आक्रोश है। उनके विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हुए वीडियो को देखने के बाद पत्रकार इसका अपने अपने तरीके से विरोध करने लगे। पत्रकारों का कहना है कि व्यास पीठ पर बैठकर दूसरों को ज्ञान देने वाले अनिरुद्धाचार्य अपनी भाषा शैली को मर्यादित नहीं रख सकते,उनकी भाषा शैली अशोभनीय है। पत्रकार इस बयान को लेकर प्रेस काउंसिल में शिकायत करने के अलावा राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देने और साधु संत,धर्माचार्यों से मुलाकात कर उनका विरोध करेंगे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:27 am

यूपी की बड़ी खबरें:पहले मिला कटा हाथ, दूसरे दिन सड़ी लाश; झांसी में 22 दिन पहले लापता हुई थी महिला

झांसी में 22 दिन से लापता शनिवार को एक महिला का शव सड़े गले हालत में मिला है। शुक्रवार रात महिला का कटा हाथ मिला, उसके अगले दिन लगभग 100 मीटर दूर झाड़ियों में महिला की पूरी लाश मिली। शव की पहचान नहीं हो पाने के कारण पुलिस ने इसे मॉर्चुरी में रखवा दिया। रविवार को परिवार का एक सदस्य पहुंचा और महिला की पहचान उसके कपड़ों के आधार पर की। मौत का कारण अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के भेज दिया है। साथ ही मामले की जांच जारी है। यह पूरा मामला मोंठ कस्बे के केसर वाटिका गार्डन के पास का है। पढ़िए पूरी खबर... बहराइच में वन विभाग ने एक और भेड़िए को किया शूट बहराइच जिले के कैसरगंज इलाके में वन विभाग ने एक और भेड़िए को मार गिराया है। ग्रामीणों की सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने रविवार देर शाम इस भेड़िए का शिकार किया। पिछले दो दिनों में यह दूसरा भेड़िया है जिसे वन विभाग ने मारा है। जानकारी के अनुसार, कैसरगंज के गोडाहिया नंबर चार के मजरा जरवा में रविवार दिन में ग्रामीणों ने एक भेड़िए को देखा था। बड़ी संख्या में ग्रामीण लाठी-डंडे लेकर उसके पीछे भागे, जिसके बाद भेड़िया गन्ने के खेत में घुस गया। सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उसकी तलाश शुरू की। देर शाम वन विभाग के शूटरों ने नदी के कछार में भेड़िए को घेर लिया। उसे रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया, लेकिन जब वह भागने लगा, तो शूटर ने उस पर गोली चला दी। गोली लगने से भेड़िए की मौके पर ही मौत हो गई। पढ़ें पूरी खबर बहन की त्रियोदशी से लौट रही महिला की मौत: झांसी में ट्रक ने पीछे से बाइक को टक्कर मारी, पति बाल-बाल बचा झांसी में बहन की त्रियोदशी से लौट रही एक महिला की सड़क हादसे में मौत हो गई, जबकि उसका पति बाल-बाल बच गया। दोनों बाइक से घर लौट रहे थे। इसी दौरान पीछे से तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक में टक्कर मार दी और चालक मौके से फरार हो गया। हादसे में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई, जबकि उसके पति को भी चोटें आई हैं। इस बीच एक स्थानीय व्यक्ति ने डायल-112 पर हादसे की सूचना पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। वहीं, फरार ट्रक और उसके चालक की तलाश की जा रही है। यह हादसा मोठ थाना क्षेत्र के खिल्ली गांव के पास हुआ है। पढ़िए पूरी खबर... देवरिया जेल में अमिताभ ठाकुर से मिली अधिकार सेना, कहा- बदले की भावना में कार्रवाई, पूर्व IPS से बंदियों सा व्यवहार अमानवीयता देवरिया जिला कारागार में बंद पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर से उनकी पार्टी आजाद अधिकार सेवा के पदाधिकारियों ने मुलाकात की। मुलाकात के बाद पार्टी नेताओं ने जेल प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि अमिताभ ठाकुर के खिलाफ की गई कार्रवाई बदले की भावना से प्रेरित है और यह लोकतंत्र व मानवाधिकारों पर सीधा हमला है। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:24 am

प्राधिकरण ने 9 सालों में एयरपोर्ट को दिए 4822 करोड़:37.5 प्रतिशत के अंशधारिता, जमीन अधिग्रहण को देगा 3259 करोड़, 600 करोड़ किए रिलीज

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते है। यहां युद्ध स्तर पर काम किया जा रहा है। एयरपोर्ट के निर्माण के लिए नोएडा प्राधिकरण भी एयरपोर्ट में ज्वाइंट वेंचर कंपनी है। ऐसे में प्राधिकरण निर्माण के लिए लगातार फंड रिलीज कर रहा है। 37.5 प्रतिशत की अंश धारित के सापेक्ष नोएडा प्राधिकरण 31 अक्टूबर 2025 तक कुल 4822 करोड़ 29 लाख 55 हजार 918 रुपए दिए है। इसका ब्योरा बोर्ड के सामने प्रस्तुत किया। प्राधिकरण ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सहायक रास्ते के निर्माण और वीआईपी निकासी रास्ते के लिए 11 के वी की लाइन को विस्थापित करने के खर्च 35 लाख 31 हजार के सापेक्ष 13 लाख 24 हजार का भुगतान 4 नवंबर को किया गया। एयरपोर्ट का विस्तार किया जा रहा है। इस क्रम में स्टेट-2 के फेज-2 और स्टेज-2 के फेज-3 में 14 गांव की जमीन अधिग्रहण की जा रही है। ये जमीन करीब 1888 हेक्टेयर से ज्यादा है। इसके लिए कुल 8691 करोड़ 19 लाख रुपए मुआवजा के तौर पर देने है। इस राशि का एग्रीमेंट के अनुसार 37.5 प्रतिशत यानी 3259 करोड़ 20 लाख रुपए प्राधिकरण को देने है। इसका ब्योरा भी बोर्ड में रखा गया। ऐसे में प्राधिकरण ने बताया कि इस राशि में वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1315.68 करोड़ रुपए की स्वीकृति दी गई। इसमें पहले फेज के लिए 600 करोड़ रुपए दिए गए। ये पैसा दिया जा चुका है। प्राधिकरण ने अलग-अलग वित्तीय वर्ष में दिया पैसा

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:19 am

झारखंड में कुछ दिन तेज ठंड से मिलेगी राहत:20 दिसंबर तक ठिठुरन की संभावना नहीं, सबसे कम रहा कांके का न्यूनतम तापमान

रांची समेत राज्य के अधिकतर जिले में अब ठंड का असर थोड़ा कम रहने की संभावना बनी है। मौसम विभाग के अनुसार, रांची सहित राज्य की अधिकतम जिलों में रविवार से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी शुरू हुई है। अगले तीन दिनों में रात के तापमान में करीब 3 डिग्री तक इजाफा होने की संभावना है। इसके बाद दो दिनों तक तापमान में बड़ा बदलाव नहीं होगा। ठंड से मामूली राहत मिलने की उम्मीद सुबह में कुहासा छाया रहेगा जबकि दिन में आसमान साफ रहेगा। 20 दिसंबर तक ठंड से मामूली राहत मिलने की उम्मीद है। हालांकि बारिश के बाद ही ठंड दोबारा जोर पकड़ सकती है। फिलहाल इसकी संभावना नहीं है। इसके साथ ही सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री सेल्सियस रांची (कांके) में दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में अगले 5 दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। कुछ-कुछ देर पर पानी पीते रहें इधर, ठंड को देखते हुए सुबह सैर करने‎ वालों लोगों से भी कहा गया है कि वे‎ सुबह-सुबह के बजाय सूर्य निकलने के‎ बाद टहलें। पानी हल्का गर्म कर पीएं।‎ शरीर को गर्म रखने के उपाय करें।‎ खाने-पीने में विशेष सतर्कता बरतें। ‎ शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें।‎ कुछ-कुछ देर पर पानी पीते रहें। इधर,‎ ठंड का असर आलू के साथ गेहूं की ‎फसल की पैदावार पर असर पड़ रहा है।‎ आलू की तो पत्तियां सूख जा रही है। ‎गेहूं की फसल पर भी पाले का असर है।‎ सबसे अधिक अधिकतम तापमान जमशेदपुर का रहा पिछले 24 घंटे में राज्य में मौसम शुष्क रहा। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 26.9 डिग्री सेल्सियस जमशेदपुर में रिकॉर्ड किया गया। वहीं, पिछले 24 घंटे में रांची, डाल्टेनगंज, खूंटी, लोहरदगा, लातेहार और सरायकेला का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। खूंटी का न्यूनतम तापमान सामान्य से 07.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:13 am

कानपुर में हल्की हवा ने बढ़ाई ठिठुरन:पारा 7.4 डिग्री पहुंचा, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण तापमान गिरेगा, बादल छा सकते हैं

कानपुर में ठंड का प्रकोप जारी है। बीते कई दिनों से शीतलहर के साथ मौसम में गलन बरकरार है। इसी के साथ बीते दो दिनों से कोहरा भी देखा जा रहा है जो कि विजिबिलिटी को कम करने के साथ साथ ठंड को बढ़ा रहा है। मौसम विभाग ने आने वाले दो दिनों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। दिन में निकलने वाली धूप राहत जरुर देती है। लेकिन बीते दो दिनों से वह भी हल्की पड़ने लगी है। सीएसए की ओर से जारी वेदर रिपोर्ट में न्यूनतम तापमान की बात करें तो वह 24 घंटे में एक डिग्री बढ़कर 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो कि सामान्य से 2.3 डिग्री कम है। वहीं अधिकतम तापमान 24.6 डिग्री दर्ज किया गया। रविवार की 3 तस्वीरें देखिए.... दिन में निकली धूप मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि आने वाले दिनों में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के कारण दिन में हल्की धूप होगी। जिससे दिन का तापमान गिरेगा और ठंड बढ़ेगी। हालांकि बादल छाने की संभावना है, जिससे रात का तापमान बढ़ सकता है। कोहरा पड़ने की संभावनासीएसए के कृषि मौसम तकनीक अधिकारी अजय मिश्रा ने बताया कि 16 दिसंबर को प्रयागराज, मिर्जापुर, जौनपुर, इटावा, कौशांबी, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, कानपुर देहात, कानपुर नगर, रायबरेली, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, फिरोजाबाद, मैनपुरी, औरैया, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं एवं आसपास इलाकों में घने कोहरे का अलर्ट है। कानपुर की हवा आज सुबह मध्यम रहीसोमवार सुबह 6 बजे कानपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 136 रिकॉर्ड किया गया। ये हवा की मध्यम स्थिति है। इस समय हवा की स्थिति 10 किमी/घंटे रही। ज्यादा बाहर न रहें सांस के रोगी, बच्चे और बुजुर्गमौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि हवा की धीमी गति, वातावरण में बढ़ी हुई नमी और जमीन से उड़े धूलकण मिलकर स्मॉग की स्थायी परत बना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा परिस्थितियों में अस्थमा रोगियों, हृदय और फेफड़ों की समस्याओं से जूझ रहे लोगों, बच्चों और बुजुर्गों को सावधानी रखनी चाहिए। सुबह और शाम में घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:11 am

दूल्हे की पहली पत्नी शादी में पहुंचकर किया हंगामा:बागपत में शादी रुकवाई, बाराती फरार; पुलिस जांच में जुटी

बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र में एक शादी समारोह उस समय हंगामे में बदल गया। जब दूल्हे की पहली पत्नी अचानक मौके पर पहुंच गई। महिला के हंगामे के चलते शादी रुक गई और मौके पर मौजूद बाराती इधर-उधर भागते नजर आए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची और हालात को संभालते हुए मामले की जानकारी ली। हंगामा कर रही महिला ने पुलिस को बताया कि उसके पति ने उसके साथ धोखा किया है। उसका कहना है कि दोनों के बीच तलाक का मामला न्यायालय में विचाराधीन है और अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। ऐसे में उसके पति को दूसरी शादी करने का कोई अधिकार नहीं है। महिला ने बताया कि उसकी शादी करीब 15 पहले बागपत कस्बे में हुई थी। शादी के बाद संतान न होने के कारण उसे पति और ससुराल पक्ष द्वारा प्रताड़ित किया जाने लगा। आरोप है कि उसे घर से निकाल दिया गया और बाद में तलाक का मामला अदालत में दायर कर दिया गया, जो अभी लंबित है। अलीगढ़ जा रहे थे दूसरी शादी के लिए वहीं, जब इस संबंध में लड़के पक्ष से बातचीत की गई तो उन्होंने महिला के आरोपों को खारिज किया। उनका कहना है कि पत्नी को तलाक दिया जा चुका है और तलाक के बाद उसे उसके मायके छोड़ दिया गया था। धार्मिक मान्यताओं का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि अब उसे घर में रखना संभव नहीं है। लड़के पक्ष ने यह भी बताया कि महिला के परिजनों द्वारा दर्ज कराए गए मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है। लड़के पक्ष का कहना है कि वे दूसरी शादी के लिए अलीगढ़ जा रहे थे, तभी महिला वहां पहुंच गई और हंगामा शुरू कर दिया। फिलहाल शादी रोक दी गई है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार अभी तक किसी भी पक्ष की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। मामले की जांच की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:10 am

ट्राइबल म्यूजियम में देख सकते हैं आर्ट एग्जीबिशन:भोपाल के 20 इलाकों में गुल रहेगी बिजली; जानिए शहर में आज कहां-क्या खास

आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:05 am

DDU के संदीप ने नेशनल लेवल पर बढ़ाई पहचान:विकसित भारत युवा नेता संवाद में बेहतरीन प्रदर्शन, थर्ड पोजीशन किया हासिल

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के एमएससी बायोटेक्नोलॉजी के छात्र संदीप तिवारी ने 29वें राष्ट्रीय युवा उत्सव के अंतर्गत आयोजित विकसित भारत युवा नेता संवाद (VBYLD) कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 'बिल्डिंग ए सस्टेनेबल एंड ग्रीन विकसित भारत' ट्रैक में तृतीय स्थान प्राप्त किया है। भारत सरकार के MyBharat पोर्टल के माध्यम से इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम का पहला चरण 01 सितंबर से 15 अक्टूबर 2025 तक ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता के रूप में आयोजित किया गया। इसके बाद चयनित युवाओं ने दूसरे चरण में 23 अक्टूबर से 05 नवंबर 2025 तक आयोजित ऑनलाइन निबंध प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। 10 ट्रैकों में कुल 541 युवाओं का चयनदूसरे चरण में देशभर से प्राप्त 3,523 निबंध पुस्तिकाओं का मूल्यांकन भारत सरकार के निर्देशानुसार नोडल एजेंसी के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा किया गया, जिसके आधार पर 10 ट्रैकों में कुल 541 युवाओं का चयन किया गया। विकसित भारत चैलेंज कार्यक्रम के तीसरे चरण के अंतर्गत राज्य स्तर पर आयोजित स्टेट चैम्पियनशिप पीपीटी प्रस्तुतीकरण कार्यक्रम में चयनित 541 प्रतिभागियों को 12 और 13 दिसम्बर 2025 को लखनऊ विश्वविद्यालय बुलाया गया। हर ट्रैक में विशेषज्ञ ज्यूरी द्वारा मूल्यांकन के बाद भारत सरकार के प्रतिनिधि और मॉडरेटर अजय कश्यप ने प्रतिभागियों का इंटरव्यू लिया और भारत 2047 के विजन व विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं पर उनके विचारों के आधार पर अंतिम मार्क्स दिए गए। प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुत करेंगे अपना विजनइस कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद संदीप तिवारी ने अपने ट्रैक में तृतीय स्थान प्राप्त कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया। चयनित और विजेता युवाओं को 11और 12 जनवरी 2026 को स्वामी विवेकानन्द की जयंती के अवसर पर भारत मंडपम, नई दिल्ली में आयोजित 29वें राष्ट्रीय युवा उत्सव में प्रतिभाग का अवसर मिलेगा, जहां वे प्रधानमंत्री के सामने नए भारत के निर्माण के लिए अपना विजन प्रस्तुत करेंगे। विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो पूनम टंडन ने संदीप तिवारी की इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। विश्वविद्यालय परिवार को विश्वास है कि ऐसे प्रतिभाशाली छात्र भविष्य में भी राष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का मान बढ़ाते रहेंगे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:05 am

जलडेगा के किसान सोनू सिंह ने डेवलप किया मॉडल फॉर्म:झारखंड फल उत्पादन के लिए सही, उगा रहे हैं ताइवान अमरूद, सालों भर मिलती है फसल‎

मैंने कृषि विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद एनजीओ के साथ वर्षों‎ तक किसानों के बीच काम किया। किसानों को उन्नत कृषि के लिए प्रेरित करने का अनुभव ने मुझे इतना प्रभावित किया कि खुद भी खेती करने का फैसला लिया। इसके लिए जलडेगा में बंजर पड़ी 20 एकड़ जमीन को 20 साल‎ के लिए लीज पर ली। इसमें आधुनिक फल बागवानी का मॉडल फॉर्म बनाने की दिशा में काम शुरू किया।‎ तकनीकी शिक्षा और अनुभव का सही मिश्रण करते हुए मैंने परंपरागत खेती से हटकर कुछ नया करने के उद्देश्य से‎ मिशन में जुटा। अपने मॉडल फॉर्म पर सबसे पहले 5 एकड़ में अल्ट्रा हाई डेंसिटी यूएचडी पद्धति (अति घनत्व‎ वाली बागवानी) के तहत ताइवान पिंक किस्म के 5 हजार अमरूद के पौधे लगाए। इस किस्म की प्रमुख विशेषता‎ होती है कि अमरूद गहरे पिंक रंग के होते हैं। इसमें गूदा खूब होता है। खाने में अधिक मिठास होती है। साल भर मिलती है ताइवान अमरूद की फसल ताइवान अमरूद के पौधे सालभर‎ फल देने की क्षमता होती है। वर्तमान में झारखंड में अमरूद की भारी मांग है। और इसकी होलसेल कीमत 50-60‎ रुपए प्रति किलो तक है। अमरूद के कारण स्थानीय बाजार के अलावा आसपास के गांवों में रोजगार के नए स्रोत खुल रहे हैं। यूएचडी तकनीक की खासियत यह है कि 15वें महीने से ही फलों की पैदावार शुरू हो जाती है। पहले‎ वर्ष प्रति पौधा 10 किलो तक उत्पादन देता है। आगे चलकर उत्पादन 30 किलो प्रति पौधा तक पहुंच जाता है।‎ फलों की प्रीमियम क्वालिटी बनाए रखने के लिए फॉर्म में नेट बैगिंग की व्यवस्था करते हैं, जिससे फल साफ,‎ सुरक्षित और रोगमुक्त रहे। अपने मॉडल फार्म में सिर्फ अमरूद तक सीमित न रहते हुए मैंने कई अन्य व्यावसायिक‎ फलों की खेती भी शुरू की है। डेढ़ एकड़ में ग्रीन एप्पल बेर, दो एकड़ में शरीफा सीताफल दो एकड़ में ताइवान‎ सुपर अर्ली कटहल समेत जामुन, शहतूत और ड्रैगन फ्रूट लगाने की भी तैयारी में जुटा हूं।‎ किसान तभी उत्साहित होते हैं जब सफल बागवानी देखते हैं‎। 20 एकड़ में डेवलप किया डेमो मॉडल फॉर्म मैंने 20 एकड़ के फार्म को एक डेमो मॉडल फार्म के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। झारखंड की मिट्टी‎ और मौसम फल उत्पादन के लिए बेहद उपयुक्त है। यहां कई एग्री लैंड है जिसका उपयोग नहीं हो रहा है। इसलिए‎ यह किसानों के लिए प्रेरणा का मॉडल फार्म बनेगा। किसान तभी सीखते हैं, जब वे अपनी आंखों से सफल मॉडल‎ देखते हैं। बस सही तकनीक और वैज्ञानिक प्रबंधन की जरूरत है। मेरा लक्ष्य है कि आधुनिक बागवानी से किसान‎ आय दोगुनी करें।‎ जानिए... कौन हैं सोनू सिंह‎ युवा कृषक 26 वर्षीय सोनू सिंह कृषि विज्ञान में स्नातक हैं। वर्तमान में बरसात प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड में‎ कार्यरत हैं। मूल रूप से वे खूंटी जिला, प्रखंड कर्रा, ग्राम जेरगा के रहने वाले हैं। पिता बसंत सिंह, माता प्रमीला‎ देवी, बहन सोनी कुमारी वर्तमान में सिमडेगा के जलडेगा ग्राम कारीमाटी में रहते हैं। सोनू सिंह के पिता पारंपरिक‎ खेती करते थे जो आय के लिहाज से बहुत कम था, इसे देखकर उन्होंने इससे हटकर खेती करने की ठानी।‎ इसके लिए वे 25 किसानों के दल के साथ नागपुर भी गए और उन्नत तकनीक की व्यावहारिक ज्ञान लिया।‎

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:03 am

शादी समारोह में गए परिवार के लोग:मकान में मौका पाकर घुसे चोर, 30 तोला सोना सहित नगदी चुराई

जोधपुर के माता का थान क्षेत्र में चोरों ने सूने मकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोर मेडिकल व्यापारी के घर से 30 तोला सोना और लाखों की नकदी चुराकर ले गए। घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और जानकारी ली। फिलहाल पुलिस अब चोरों की तलाश में जुटी है। माता का थान थाना क्षेत्र के भोमियाजी की गली में राहुल भार्गव के बंद मकान को चोरों ने निशाना बनाया। परिवार 11 दिसंबर को पीपाड़ सिटी में शादी समारोह में गया था। रविवार सुबह लौटने पर मुख्य दरवाजे के ताले टूटे मिले और अलमारियां खाली पड़ीं। घर से 30-32 तोला सोने के आभूषण गायब हो गए। चोर मौके से लाखों रुपये की नकदी भी चुराकर ले गए। घटना के बाद पीड़ित ने पुलिस को चोरी रिपोर्ट दी। रिपोर्ट के मुताबिक चोर अलसुबह पूरी तैयारी से पहुंचे थे। दो-तीन चोर बाहर पहरा देते रहे, जबकि बाकी ने एक घंटे तक अंदर घूमकर सामान खंगाला। आसपास के सीसीटीवी में पूरा घटनाक्रम कैद हो गया, जिसमें चोर मोटरसाइकिल पर भागते नजर आए। घटना के बाद माता का थान SHO मोहम्मद शफीक खान ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:00 am

गोरखपुर पहुंची गुरु तेग बहादुर स्मृति यात्रा:पंजाब से पटना जा रही यात्रा को शहर में देखने उमड़े सिख श्रद्धालु, किया भव्य स्वागत

सिख धर्म के नौवें सतगुरु गुरु तेग बहादुर स्मृति यात्रा रविवार को गोरखपुर पहुंची। यह यात्रा गुरु तेग बहादुर के 350वें शहादत वर्ष पर उनकी याद में पंजाब से निकाला गया है। जो पूरे देश में भ्रमण करेगा। पंजाब से पटना जा रही इस यात्रा के गोरखपुर पहुंचने पर सिख समाज और अन्य श्रद्धालुओं ने बड़े श्रद्धा व उत्साह से भव्य स्वागत किया। इस दौरान गुरु के जयघोष और पुष्प वर्षा के साथ यात्रा में शामिल गुरु ग्रंथ साहिब की सुसज्जित सवारी के आगे नतमस्तक होकर श्रद्धालुओं ने अपने गुरु भक्ति का परिचय दिया। 300 सिखों का जत्था कर रहा भ्रमण उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू ने बताया कि गुरु जी के महान बलिदान गाथा से हर वर्ग समाज के परिचित हो सकें, इसी उद्देश्य को लेकर पटियाला पंजाब से 300 सिखों का जत्था ज्ञानी सज्जन सिंह खालसा के नेतृत्व में पूरे देश का भ्रमण कर रहा है। यात्रा दिल्ली के रास्ते उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों से होते हुए गोरखपुर पहुंची। जिसका भव्य स्वागत गुरुद्वारा जटाशंकर के अध्यक्ष जसपाल सिंह के नेतृत्व में पॉम पैराडाइज प्रांगण में किया गया। यात्रा महानगर से आगे बिहार स्थित गुरु गोविंद सिंह महाराज के जन्मस्थली पटना साहिब के दर्शन के बाद असम तक जाएगी। यात्रा का कई बसों के साथ सुसज्जित वाहन पर सवार गुरु ग्रंथ साहिब की शस्त्र धारी पंज प्यारे साहिबान आगवानी करते चल रहे हैं। यात्रा में शामिल सभी जत्थेदारों का सिरोपा और अंग वस्त्र भेंटकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी के सदस्य जगनैन सिंह नीटू और आभार ज्ञापन अध्यक्ष जसपाल सिंह ने किया। इस अवसर पर पूर्व महापौर डॉ सत्या पांडेय, समाजसेविका सुधा मोदी, मैनेजर राजेंद्र सिंह, हरप्रीत सिंह साहनी, धर्मपाल सिंह राजू, महेश रतनानी, अशोक मल्होत्रा, कुलदीप सिंह नीलू, रविंद्र पाल सिंह पप्पू, तेग सिंह, शुभम महेंद्रु, डॉ आदित्य लांबा, प्रवीण श्रीवास्तव, असीम रऊफ, राजा त्रिपाठी, मनजीत सिंह, जगदीप सिंह रूपा, जोगिंदर सिंह, हरजीत सिंह, जसबीर सिंह कंवल, गगन मल्होत्रा, सेवादार सत्य प्रकाश सिंह सहित बड़ी संख्या में स्त्री पुरुष, बच्चे शामिल रहे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:00 am

संभल से 3 छात्र, अमरोहा से छात्रा लापता:संभल में गुमशुदगी और अमरोहा में भगाने की रिपोर्ट दर्ज, दोनों जिलों में तलाश

संभल से हाईस्कूल के तीन छात्र और अमरोहा से एक छात्रा लापता हो गए हैं। छात्रा एक दिन पहले गायब हुई थी, जिसके बाद तीनों छात्र भी लापता हो गए। दोनों जिलों की पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। संभल पुलिस ने छात्रों की गुमशुदगी का मामला दर्ज किया है, जबकि अमरोहा पुलिस ने छात्रा को बहला-फुसलाकर भगाने का मुकदमा दर्ज किया है। यह मामला जनपद संभल के थाना ऐंचौड़ा कंबोह और जनपद अमरोहा के थाना सैदनगली से जुड़ा है। लापता हुए सभी छात्र-छात्राएं कस्बा सैदनगली स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में हाईस्कूल के विद्यार्थी हैं। थाना सैदनगली पुलिस ने छात्रा के लापता होने की रिपोर्ट 13 दिसंबर को दर्ज की थी, जबकि थाना ऐंचौड़ा कम्बोह पुलिस ने तीनों छात्रों की गुमशुदगी का मुकदमा 12 दिसंबर को दर्ज किया। थाना ऐंचौड़ा कम्बोह पुलिस ने जनपद के थाना नखासा क्षेत्र के गांव देहपा निवासी माधवेंद्र सारस्वत (पुत्र देवेंद्र शर्मा) और थाना ऐंचौड़ा कम्बोह क्षेत्र के गांव जसरथपुर नगला निवासी ऋषभ पाल (पुत्र कामेश) एवं गौरव पाल (पुत्र चंपत सिंह) की गुमशुदगी दर्ज की है। लापता छात्रा थाना सैदनगली क्षेत्र के गांव हुसैनपुर की रहने वाली है। सभी की उम्र लगभग 15 वर्ष बताई जा रही है। संभल और अमरोहा पुलिस चारों की लोकेशन ट्रेस कर रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उनकी आखिरी लोकेशन उत्तराखंड के हरिद्वार के आसपास मिली है, लेकिन वे अभी तक पुलिस की पकड़ से दूर हैं। पुलिस उनके साथ पढ़ने वाले अन्य छात्र-छात्राओं से भी पूछताछ कर सुराग लगाने की कोशिश कर रही है। असमोली सीओ कुलदीप कुमार ने बताया कि थाना ऐंचौड़ा कम्बोह में हाईस्कूल के तीन छात्रों के लापता होने की रिपोर्ट 12 दिसंबर को दर्ज की गई थी और उनकी लगातार तलाश की जा रही है। उनके फोटो आसपास के जनपदों के अलावा उत्तराखंड के कई जिलों में प्रसारित किए गए हैं। वहीं, अमरोहा के थाना सैदनगली पुलिस ने हाईस्कूल की छात्रा को बहला-फुसलाकर भगाने का मुकदमा दर्ज किया है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:00 am

बड़े-बड़े सपने… चमकदार सेमिनार… और भरोसेमंद नाम का सहारा:कैनविज के मालिक कन्हैया गुलाटी ने एलआईसी के नाम और भरोसे का जमकर किया इस्तेमाल

बड़े-बड़े सपने, आलीशान सेमिनार और भरोसेमंद नाम- यही जाल बिछाकर कैनविज के मालिक कन्हैया गुलाटी ने लोगों से करोड़ों ऐंठ लिए। अब इस पूरे खेल की परतें एसआईटी की जांच में खुलने लगी हैं। कैनविज कंपनी के जरिए करोड़ों की ठगी करने वाले कन्हैया गुलाटी और उसके नेटवर्क की जांच अब तेज हो गई है। एसपी ट्रैफिक मोहम्मद अकमल के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ाई, वैसे-वैसे ठगी का तरीका साफ होता चला गया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि लोगों का भरोसा जीतने के लिए कैनविज ने भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी जैसे प्रतिष्ठित ब्रांड का नाम और लोगो अपने प्रचार में इस्तेमाल किया। एसआईटी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि एलआईसी पर आमजन का गहरा भरोसा था। इसी भरोसे को हथियार बनाकर गुलाटी ने अपने नेटवर्क को मजबूत किया और लोगों को निवेश के लिए तैयार किया, जबकि कंपनी को एलआईसी की ओर से किसी भी तरह की अधिकृत अनुमति नहीं थी। 2007 से रची जा रही थी ठगी की स्क्रिप्टजांच में सामने आया है कि कन्हैया गुलाटी ने साल 2007 में अपने सहयोगियों आशुतोष श्रीवास्तव, राकेश पांडेय, नितिन श्रीवास्तव समेत अन्य लोगों के साथ मिलकर कैनविज सेल्स एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड की नींव रखी। शुरुआत मल्टी लेवल मार्केटिंग के जरिए की गई। कंपनी ने खुद को भरोसेमंद दिखाने के लिए अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में एलआईसी का नाम जोड़ दिया। कैनविज के सेमिनार, वेबसाइट और प्रचार सामग्री में एलआईसी का लोगो खुलकर इस्तेमाल किया गया। इससे आम लोग यह मान बैठे कि कंपनी का एलआईसी से सीधा संबंध है। इसी भरोसे के दम पर लोगों ने अपनी जीवनभर की कमाई कंपनी के बताए गए प्रोडक्ट्स में लगा दी। बिना अनुमति लगा एलआईसी का लोगोसामाजिक कार्यकर्ता अमित मिश्रा भी इस ठगी के दायरे में आए। उन्होंने एलआईसी के बरेली मंडल कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद 22 मार्च 2016 को एलआईसी की ओर से कैनविज के कार्यकारी निदेशक को नोटिस भेजा गया और सात दिन में जवाब मांगा गया। जवाब न मिलने पर 10 मई 2016 को रिमाइंडर जारी हुआ। मामले की जांच के लिए वीके धपलियाल, प्रबंधक विक्रय को अधिकृत किया गया। इसके बाद कैनविज ने अपनी वेबसाइट और प्रचार सामग्री से एलआईसी का लोगो हटा लिया। हालांकि सवाल यह है कि इतने गंभीर मामले में एलआईसी के स्तर पर कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की गई। यह पहलू भी अब जांच के घेरे में है। भव्य सेमिनार, बड़ी जगहें और करोड़पति बनने के सपनेकैनविज का सबसे मजबूत हथियार उसके भव्य सेमिनार थे। बड़े शहरों और आलीशान होटलों में होने वाले इन कार्यक्रमों में बेरोजगार युवाओं को जल्दी अमीर बनने के सपने दिखाए जाते थे। मंच से कहा जाता था कि सही निवेश से कुछ ही सालों में करोड़पति बना जा सकता है। लोगों का भरोसा जीतने के लिए एलआईसी जैसी संस्था का नाम आगे रखा जाता था। कंपनी का मेंबर बनने के लिए एलआईसी पॉलिसी लेने की बात कही जाती थी, जिसमें करीब 25 हजार रुपये खर्च होते थे। वहीं अन्य प्रोडक्ट्स की कीमत कम रखी जाती थी, ताकि लोग जल्द फैसला कर लें। लालच में आकर कई युवाओं ने निवेश किया और रकम सीधे कंपनी से जुड़े खातों में पहुंचती चली गई। एमएलएम के जरिए बीमा बेचना गैरकानूनी, पुराने घोटालों से भी जुड़ रहे तारएसआईटी का कहना है कि एमएलएम के जरिए बीमा उत्पाद बेचना कानूनन गलत है। इसी तरह का मॉडल साल 2013 में रोज वैली चिट फंड घोटाले में सामने आया था, जिसकी रकम करीब 15 हजार करोड़ बताई गई थी। रोज वैली एलआईसी की कॉरपोरेट एजेंट थी, लेकिन उसने एमएलएम की आड़ में सामूहिक निवेश योजनाएं चलाईं। भारतीय बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण यानी इरडा पहले ही इस तरह की गतिविधियों को गैरकानूनी करार दे चुका है। कैनविज का मॉडल भी इसी तर्ज पर काम करता पाया गया है। गुलाटी के खिलाफ एक और शिकायत, रुपये डबल करने का झांसा, धमकी तक पहुंचा मामलासीतापुर के थाना लहरपुर क्षेत्र के गांव रुखार निवासी राकेश कुमार ने भी कन्हैया गुलाटी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। राकेश का आरोप है कि गुलाटी और उसकी टीम ने रुपये डबल करने का लालच देकर उनसे साढ़े छह लाख रुपये जमा कराए। वादा किया गया था कि हर महीने 30 हजार रुपये दिए जाएंगे, लेकिन तय समय बीतने के बाद भी पैसा नहीं मिला। जब रकम वापस मांगी गई तो एजेंटों ने जान से मारने की धमकी दी। गुलाटी से संपर्क करने पर वह लगातार टालमटोल करता रहा। पुलिस अब इस शिकायत की भी जांच कर रही है। जांच के साथ बढ़ेंगी मुश्किलें, एसआईटी को मिल रहे नए इनपुटएसआईटी अधिकारियों का कहना है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए पीड़ित सामने आ रहे हैं। दस्तावेज, बैंक ट्रांजैक्शन और प्रचार सामग्री को खंगाला जा रहा है। आने वाले दिनों में कन्हैया गुलाटी और उसके नेटवर्क की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। कन्हैया गुलाटी और उसके परिवार पर अब तक 10 मुकदमे बरेली के अलग-अलग थानों में दर्ज हो चुके हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:00 am

मैं 95% डैमेज हो चुकी थी...10 सेकेंड में जीती फाइट:प्रयागराज में गोल्ड मेडलिस्ट खुशबू बोलीं- कलाई पर पापा का नाम देख जान आई

2-3 पंच मुझे और पड़ते तो गेम ओवर हो जाता। वो मुझे 95% डैमेज कर चुकी थी। फिर मैंने कलाई पर लिखा हुआ पापा का नाम देखा। तब पता नहीं कहां से मेरे शरीर में जान आ गई। मैं हिम्मत करके उठी। मम्मी-पापा को याद कर मैंने पूरी ताकत झोंक दी और यह मेडल अपने नाम किया। आखिरी 10 सेकेंड में मैंने ये फाइट जीती। ये कहना है प्रयागराज की गोल्ड मेडलिस्ट बेटी खुशबू निषाद का। उन्होंने लेबनान में एशिया MMA चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा है। उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा है। प्रदेश के बड़े नेता भी उनके घर पहुंच रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी आम से लेकर खास तक उन्हें बधाई दे रहे हैं। खुशबू जीत के बाद 13 दिसंबर को प्रयागराज पहुंचीं, तो शहर के बड़ी संख्या में लोग एयरपोर्ट पहुंचे। वहां उनका भव्य स्वागत कर उनके घर तक रोड शो निकाला गया। उनके घर भी लोगों की भीड़ लगी रही। दैनिक भास्कर की टीम भी खुशबू के घर पहुंची। उनसे लेबनान के एक्सपीरियंस, उनके सपने और स्ट्रगल के बारे में बात की। पढ़िए रिपोर्ट... जो हुआ सिर्फ 10 सेकेंड में हुआभास्कर से खुशबू ने कहा- मैंने खुद को कभी लड़की नहीं समझा। मैं हमेशा से लड़के की तरह घर में रही। मुझे हमेशा से फाइटिंग का शौक था। मेरे पापा-मम्मी हमेशा मुझे खुलकर सपोर्ट करते आए हैं। जिसकी वजह से मैंने आज इतिहास रचा है। लेबनान में मेरी काम्पिटीटर ने आखिरी पलों में मुझे एकदम डैमेज कर दिया था। मेरी 95 प्रतिशत हिम्मत हार चुकी थी। फिर आखिरी के 10 सेकेंड में मेरी नजर मेरी कलाई पर गई। मैंने जैसे ही कलाई पर लिखा हुआ पापा का नाम देखा, तो पता नहीं कहां से एकदम से मेरे अंदर हिम्मत आ गई। मेरा शरीर जोश से भर गया। मैं उठकर खड़ी हुई। तभी अचानक से गेम टर्न हो गया। लास्ट 5 सेकेंड में बैक पर आई और उसको चोक कर दिया। मुझे 10 मिनट तक तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मैंने कर दिखाया है। जो हुआ सिर्फ 10 सेंकेंड में। इन्हीं 10 सेकेंड में मैंने देश के लिए वो कर दिखाया, जो मैं चाहती थी। 'भाई से मोटिवेट होकर जूडो स्टार्ट किया'खुशबू ने कहा- मुझे तो फील नहीं हो रहा था कि मैं जीत गई हूं। मैं अपने कोच से पूंछ रही थी कि क्या मैं सच में जीत गई? क्या सच में मैंने इतिहास रच दिया? मुझे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मैंने यह प्रतियोगिता जीत ली है। मुझे बचपन से फाइटिंग का शौक था। मैं बचपन में ही लड़कों की तरह बॉक्सिंग करती थी। लड़कियों वाला कोई काम मैंने किया ही नहीं। धीरे-धीरे मैंने 7वीं क्लास से जूडो स्टार्ट किया। मेरा भाई भी करता था। तो मुझे उससे मोटिवेशन मिला। मेरे पापा भी पहलवानी करते थे, तो उनका जो खून था, वो मेरे अन्दर ज्यादा डॉमिनेट कर गया। भाई ने तो मार्शल आर्ट करना छोड़ दिया, लेकिन मेरे अन्दर था कि नहीं फाइटर ही बनना है। कैसे भी करके। जब मैं 12 साल की थी, तब से मैंने जूडो करना शुरू किया था। ताईक्वांडो करना शुरू किया, फिर उसके बाद MMA में स्विच किया, तो धीरे-धीरे मैं बचपन से तरह-तरह के मार्शल आर्ट सीखती थी। पापा बोलते थे- तुम अच्छा करो, मैं तुम्हारे साथ हूंखुशबू ने बताया कि बचपन से मेरे पापा ने कभी फील नहीं होने दिया कि मैं लड़की हूं। मैं लड़की-लड़का में कभी भेद नहीं करता। तुम अच्छा करो, मैं तुम्हारे साथ खड़ा हूं। तेरा बाप तेरे साथ है। बस तू अच्छा कर। कोई कुछ भी बोले, बस आंख बंद कर अपने गोल पर ध्यान दे। एक कोच की तरह मेरे पिता ने हमेशा मुझे मोटीवेट किया। मेरी कामयाबी के पीछे मेरे माता-पिता का बहुत बड़ा योगदान है। इस प्रतियोगिता में मैं बहुत दबाव में और अकेली हो गई थी। मैं हमेशा मम्मी-पापा को काल करके परेशान करती थी। कहती थी कि पापा मुझे ऐसा लग रहा है, मम्मी मुझे ऐसा फील हो रहा है। क्योंकि मैं दो-तीन बार जा चुकी हूं एशियन के लिए भी और वर्ल्ड चैंपियन के लिए भी। तो वहा पर कभी गोल्ड नहीं ला पाई, तो मेरे अन्दर कहीं न कहीं डर था कि कहीं इस बार भी न पिट जाऊं। मतलब हार न जाऊं। ये डर हमेशा लगा रहता था। पापा मुझे बहुत हिम्मत देते थे। UP में एक MMA सेंटर खोलने की इच्छामेरी मां ने मुझसे जो कहा था, वो हकीकत में बदल गए। मां ने कहा था- बेटा तू उसके ऊपर चढ़ के मारेगी। हकीकत में फाइट में वही हो गया। टर्न एंड ट्विस्ट कैसे हुआ। वही नहीं समझ आ रहा। फिर उसके बाद गोल्ड जीतकर आई। पूरा श्रेय मां-पापा को देना चाहूंगी। मैं अभी और फाइट खेलूंगी। मेरी लाइफ का गोल ही यही है। मुझे ऐसा लगता है कि मैं फाइट के लिए पैदा हुई हूं। इसलिए फाइट ही करना है। फाइट के बाद जब मैं रिटायर लूंगी तो मैं UP में एक अच्छा MMA सेंटर अकादमी खोलूंगी। जिसे मैं इधर-उधर जाकर अलग-अलग स्टेट और कंट्री में जाकर सिखाऊं। जिससे दूसरे खिलाड़ियों को भटकना न पड़े। मैं ऐसा ट्रेनिंग सेंटर खोलना चाहती हूं, जैसे मैं गोल्ड जीती हूं, वैसे कल को वो भी जीत पाएं। मैं प्रयागराज के युवाओं से यही बोलना चाहूंगी कि आप लोग बहुत लकी हो, जो इस धरती पर जन्में हो। इसकी मिट्टी में ही जादू है। जो भी यहां से दृढ़ संकल्प के साथ निकलता है वह सफल जरूर होता है। आज बड़े-बड़े लोग यहां से सफल हुए हैं। बड़े-बड़े नाम हैं। हमारे संगम की त्रिवेणी देवी हैं, उनमें इतनी शक्ति है जो आटोमैटिक खून में आ जाती हैं। संगम की धरती पर जन्म लेना अपने आप में गर्व की बात है। --------------------------------- ये भी पढ़ें- मां की अस्थियां लेकर जा रहे 3 बेटों की मौत, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस से टकराई बोलेरो, भतीजे की भी जान गई हमीरपुर में मां की अस्थियां विसर्जित करने जा रहे 3 बेटे समेत 4 की मौत हो गई। इनमें एक भतीजा है। परिवार के 3 लोग घायल हैं। मां की 7 दिसंबर को कैंसर के चलते मौत हुई थी। रविवार सुबह परिवार महोबा से बोलेरो में अस्थियां लेकर प्रयागराज संगम जा रहा था। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते स्लीपर बस ने बोलेरो को पीछे से टक्कर मार दी। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 6:00 am

परिवहन मंत्री गिड़गिड़ाते रहे, नक्सलियों ने हत्या कर दी:गांव वालों को बुलाकर पूछा– क्या यही लिखीराम कांवरे है? मर्डर के बाद नक्सलियों की पार्टी

तारीख 15 नवंबर 1999। आज से ठीक 26 साल पहले दिसंबर की वो बेहद सर्द रात थी। लोग अपने घरों में दुबके थे। बालाघाट जिला मुख्यालय से 35 किमी दूर सोनपुरी गांव के लोग भी नींद के आगोश में थे। लेकिन उस रात की खामोशी को चीरने के लिए मौत ने दस्तक दी थी। 10 से 12 हथियारबंद नक्सली अंधेरे का फायदा उठाकर गांव में दाखिल हुए। उनका निशाना कोई और नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश सरकार के तत्कालीन परिवहन मंत्री और उस क्षेत्र के सबसे कद्दावर नेता, लिखीराम कांवरे थे। नक्सलियों ने कांवरे का उन्हीं के घर के सामने बेरहमी से कत्ल कर दिया। यह कहानी उस क्रूरता की है, जिसने न केवल एक परिवार को जीवन भर का दर्द दिया, बल्कि पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। आज, जब मध्य प्रदेश सरकार राज्य को नक्सल-मुक्त घोषित करने का दावा करती है, तब दैनिक भास्कर ने सोनपुरी गांव पहुंचकर जाना कि उस रात का सच क्या था? कोर्ट के फैसले में जिस नक्सल कमांडर सूरज टेकाम की हत्यारे के तौर पर पहचान हुई, उसका अब भी कोई पता नहीं है। जिला कोर्ट ने नक्सलियों को सजा सुनाई लेकिन हाईकोर्ट में सीबीआई की थ्योरी सबूतों के अभाव में नहीं टिक सकी। पढ़िए एमपी की सबसे खौफनाक नक्सली वारदात की रिपोर्ट… वो रात... जब मौत ने दरवाजा खटखटायाउस रात का घटनाक्रम किसी हॉरर मूवी के सीन जैसा था। नक्सलियों ने सबसे पहले एक दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खुला, नाम पूछा गया, लेकिन वह कोई और निकला। वह मंत्री लिखीराम कांवरे के बड़े भाई लिक्खनराम कांवरे का कमरा था। अपनी गलती का एहसास होते ही नक्सलियों ने उन्हें वापस कमरे में धकेला और बाहर से कुंडी लगा दी। वे दूसरे कमरे की ओर बढ़े। सांकल खटखटाई गई। जैसे ही दरवाजा खुला, हथियारबंद लोग जबरन भीतर घुस गए। गहरी नींद से जागे मंत्री लिखीराम कांवरे कुछ समझ पाते, इससे पहले ही उनके दोनों हाथ पीठ पीछे मजबूती से बांध दिए गए। उन्हें घसीटते हुए घर के बाहर बीच सड़क पर लाया गया। गांव वालों से पहचान करवाई और गर्दन काट दीनक्सलियों ने आस-पड़ोस के लोगों को नींद से जगाया और टॉर्च की रोशनी में कांवरे का चेहरा दिखाकर पूछा, ‘ये कौन है? क्या यही परिवहन मंत्री लिखीराम कांवरे है?’ अपनी जिंदगी की भीख मांगते हुए कांवरे उन लोगों के सामने गिड़गिड़ाते रहे। उन्होंने कहा, ‘तुम्हें जो चाहिए, मैं दे दूंगा, मुझे छोड़ दो’, लेकिन उन पत्थर दिल हत्यारों ने रहम नहीं किया। जैसे ही गांव वालों ने उनकी पहचान की पुष्टि की, अगले ही पल एक नक्सली ने अपनी कुल्हाड़ी उठाई और कांवरे की गर्दन पर पूरी ताकत से वार कर दिया। खून का फव्वारा छूटा और लहूलुहान कांवरे जमीन पर गिरकर छटपटाने लगे। हत्यारे ‘लिखिराम कांवरे मुर्दाबाद... कामरेड जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए अंधेरे में गायब हो गए। अगली सुबह जब गांव वालों ने हिम्मत जुटाई, तो उनके घर के ठीक सामने मंत्री की लाश पड़ी थी। यह दृश्य मध्य प्रदेश के नक्सली इतिहास की सबसे खौफनाक और दुस्साहसिक वारदात के रूप में दर्ज हो गया। सर्किट हाउस की जगह घर पर रुकना पड़ा महंगास्वर्गीय कांवरे के बड़े बेटे पवन कांवरे, जो अब हाईकोर्ट में एडवोकेट हैं, उस रात को याद करते हुए कहते हैं, ‘मैं तब तीसरी कक्षा में था। 15 दिसंबर को पिताजी का लांजी के सावरी गांव में एक कार्यक्रम था। तय कार्यक्रम के अनुसार, उन्हें रात में जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में रुकना था, लेकिन उस दिन वे अपने पैतृक गांव सोनपुरी आ गए।’ पवन बताते हैं कि उनका घर मिट्टी का बना एक छोटा सा मकान था। जब भी पिताजी गांव आते थे, तो रात में अपने स्टाफ, गनमैन और ड्राइवर को सुरक्षा कारणों से सर्किट हाउस भेज देते थे। उस मनहूस रात भी यही हुआ। पिताजी ने पूरे स्टाफ को भेज दिया और घर पर कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था। पवन को बाद में जो जानकारी मिली, उसके मुताबिक नक्सलियों का असली इरादा उनके घर को आग लगाना था। लेकिन उस रात पिताजी घर पर ही मिल गए और वे उनकी हत्या के इरादे से आगे बढ़ गए। आपके पिता को नक्सलियों ने क्यों मारा? इस सवाल के जवाब में पवन कहते हैं, उन दिनों आंध्र प्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई हुई थी, शायद उसी का बदला लेने के लिए उन्होंने पिताजी को निशाना बनाया। खौफ की रात और सिसकियों में डूबी सुबहहत्या के बाद हत्यारे नारे लगाते हुए गांव से निकल गए, लेकिन उनकी दहशत पूरे गांव में फैल गई। नारेबाजी सुनकर लोग आधी रात को ही जाग गए थे, लेकिन किसी की हिम्मत नहीं हुई कि वह घर से बाहर निकलकर देखे। लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों में दुबके रहे और खिड़कियों-दरवाजों की ओट से बाहर झांकने की कोशिश करते रहे। पूरी रात गांव में एक अनकहा सन्नाटा पसरा रहा। रात 11:20 बजे तक मंत्री कांवरे अपने पीए को लाइट बंद करने का निर्देश देकर सोने गए थे, लेकिन अगली सुबह 6 बजे उनके घर के गेट के सामने उन्हीं की लाश पड़ी थी। उनके दोनों हाथ बंधे हुए थे, चेहरा खून से लथपथ था और सिर-गर्दन पर कुल्हाड़ी के कई गहरे घाव थे। लाश के पास लाल स्याही से लिखे कुछ पर्चे भी पड़े थे, जो नक्सली अपनी पहचान के तौर पर छोड़ गए थे। अगले कुछ घंटों में सोनपुरी जाने वाली सड़क लालबत्ती वाली गाड़ियों के सायरन से गूंज उठी। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारी एक के बाद एक गांव की ओर बढ़ रहे थे। वहीं दूसरी ओर, भोपाल में मंत्री की पत्नी और बच्चे इस अनहोनी से पूरी तरह अनजान थे। पुष्पलता कांवरे बोलीं- ‘रात भर लगा कि कुछ गलत हो रहा है’मंत्री कांवरे की पत्नी, श्रीमती पुष्पलता कांवरे, उस रात को याद करते हुए बताती हैं, 'उस रात मुझे एक बहुत बुरा सपना आया। मैंने देखा कि साहब के हाथ बंधे हुए हैं और कोई उन्हें मार रहा है। हम उस दिन भोपाल में थे, तीनों बच्चे वहीं पढ़ते थे। जब यह घटना हुई, तो उनके पीए विश्वकर्मा जी के परिवार ने हमें भोपाल में सूचना दी कि साहब का एक्सीडेंट हो गया है, आपको तुरंत निकलना होगा।' वे तुरंत तैयार होकर स्टेट हैंगर पहुंचीं, जहां से हेलिकॉप्टर के जरिए उन्हें किरनापुर ले जाया गया। किरनापुर में हेलीपैड पर उतरते ही उन्हें दूर-दूर तक भारी भीड़ दिखाई दी। वे चिंतित थीं कि आखिर हुआ क्या है। जब वे कार में बैठकर अस्पताल के सामने से गुजरीं, तो उन्हें एहसास हो गया कि कोई बड़ी घटना हुई है। उन्होंने गाड़ी रोकने को कहा, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी नहीं रोकी। उन्हें जबरन कमरे से खींचकर बाहर निकाला गया थाउस रात को याद करते हुए वे कहती हैं, 'मुझे उस रात नींद नहीं आ रही थी। रात 12 बजे मैंने अपनी सास से कहा कि मुझे ऐसा लग रहा है कि हमें हेलिकॉप्टर से जाना पड़ेगा। मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि कुछ लोग उन्हें घर से निकाल रहे हैं। मुझे अंदर से एहसास हो रहा था कि कुछ बहुत गलत हो रहा है।' बाद में उन्हें पता चला कि नक्सलियों ने पहले उनके हाथ बांधे, फिर पैर। उन्होंने यह भी कहा था कि आपको जो चाहिए मैं दूंगा, मुझे छोड़ दो, लेकिन उन्होंने उनकी गर्दन काट दी। हत्या के बाद 10 किलोमीटर दूर मटन-चिकन पार्टीएक तरफ सरकार और प्रशासन अपने नेता के अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुटे थे, वहीं दूसरी ओर हत्यारे महज 10 किलोमीटर दूर अपनी कामयाबी का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे थे। घटना के एक प्रत्यक्षदर्शी, मोहन सिंह कुंजाम, ने अदालत में जो गवाही दी, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। उसने बताया कि हत्या के बाद सुबह करीब 5 बजे नक्सली एक ग्रामीण के पास बकरा खरीदने गए। जब उसने बेचने से इनकार किया, तो उन्होंने धमकी दी, 'अगर बकरा नहीं दिया, तो तेरा भी कांवरे जैसा हश्र कर देंगे।' डर के मारे उस व्यक्ति ने 300 रुपए लेकर बकरा उन्हें दे दिया। कुछ दूर जंगल में जाकर उन्होंने बकरा काटा और मटन-चिकन की पार्टी की। सुबह के 10 बज चुके थे। कांवरे की हत्या से अनजान कुछ ग्रामीण जब रोज की तरह जंगल गए, तो नक्सलियों ने उन्हें रोककर बताया कि वे उनके मंत्री लिखीराम की हत्या कर चुके हैं। जब ग्रामीणों को यकीन नहीं हुआ, तो नक्सल कमांडर सूरज टेकाम ने उन्हें सबूत के तौर पर कांवरे के घर से लाया गया एक फोटो एल्बम, एक कार्डलेस फोन और मंत्री का चश्मा दिखाया। सुनियोजित साजिश और अधूरा न्यायमंत्री कांवरे की हत्या कोई अचानक लिया गया फैसला नहीं था, बल्कि एक सोची-समझी साजिश थी। इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई। जिला अदालत ने कुछ नक्सलियों को दोषी ठहराते हुए सजा भी सुनाई, लेकिन सबूतों के अभाव में सीबीआई की थ्योरी हाईकोर्ट में टिक नहीं सकी और आरोपी बरी हो गए। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी, नक्सल कमांडर सूरज टेकाम, आज भी फरार है। न्याय का इंतजार आज भी अधूरा है। राजनीतिक विरासत और एक परिवार का संघर्षलिखिराम कांवरे की मृत्यु के बाद हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी पुष्पलता कांवरे कांग्रेस की टिकट पर विधायक चुनी गईं। इसके बाद, उनकी बेटी हिना कांवरे ने अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया और वे लगातार उसी सीट से विधायक रहीं। कमलनाथ सरकार के दौरान हिना कांवरे मध्य प्रदेश विधानसभा की उपाध्यक्ष भी रहीं। यह कहानी सिर्फ एक नेता की हत्या की नहीं है, बल्कि उस गहरे जख्म की है जो नक्सलवाद ने मध्य प्रदेश को दिया है। यह उस परिवार के दर्द की कहानी है, जिसने अपना सबकुछ खो दिया और आज भी न्याय की प्रतीक्षा कर रहा है। सोनपुरी की वह सर्द रात भले ही 26 साल पहले गुजर गई हो, लेकिन उसकी खौफनाक यादें आज भी वहां के लोगों और कांवरे परिवार के दिलों में जिंदा हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:58 am

कैथल आईटीआई में अब आम व्यक्ति भी लेगा प्रशिक्षण:प्रदेशभर में विभाग ने दी सुविधा, ऑनलाइन होगी मशीनों की बुकिंग

कैथल की राजकीय आईटीआई में अब आम व्यक्ति या मैकेनिकों को भी विभिन्न प्रकार की मैकेनिकल ट्रेनिंग दी जाएगी। महंगी व आधुनिक ट्रेनिंग के लिए दूर के महानगरों में जाने की जरूरत नहीं होगी। अब उसे प्रशिक्षण के लिए नाममात्र किराए पर गृह जिले में राजकीय आईटीआई की टूल, मशीनरी व उपकरण मिले सकेंगे। यह मशीन 300 रुपए प्रतिघंटा की दर से ऑनलाइन बुक की जाएगी। वेबसाइट पर लिंक जारी इसके लिए कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने आईटीआई हरियाणा की वेबसाइट पर वर्कशाप के नाम से ऑनलाइन लिंक भी जारी कर दिया गया है। बता दें कि कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग द्वारा प्रदेश में करीब 190 राजकीय आईटीआई चलाए जा रहे हैं जिनमें करीब 70 प्रकार के इंजीनियरिंग व नॉन इंजीनियरिंग कोर्स करवाए जा रहे हैं। आधुनिक मशीनरी पर होगा प्रशिक्षण बता दें कि कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग ने प्रदेश भर के राजकीय आईटीआई में करोड़ों रुपए की आधुनिक मशीनरी मुहैया करवाई हुई। इसके साथ ही आईटीआई में सभी योग्य व अनुभवी ट्रेनर हैं। आईटीआई में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को इन मशीनों पर प्रायोगिक प्रशिक्षण देने के बाद यह मशीनरी प्रतिदिन करीब 3 से 4 घंटे खाली पड़ी रहती हैं। इनका सदुपयोग करने के लिए ही विभाग ने यह योजना लागू की है। बता दें कि प्रदेश की अधिकतर राजकीय आईटीआई में मैकेनिक विभाग में सीएनसी ( कंप्यूटराइज्ड न्यूमेरिक कंट्रोल) मिग एंड टिग वेल्डिंग आदि मशीन हैं जिसकी करीब 20 लाख से अधिक होने के कारण यह बाजार में आसानी से मुहैया नहीं होती। जो भी व्यक्ति राजकीय आईटीआई की किसी भी प्रकार की मशीनरी पर प्रशिक्षण लेना चाहता है तो उसे आईटीआई हरियाणा की वेबसाइट पर स्वयं को ऑनलाइन पंजीकृत करना होगा। इसके बाद विभागीय पोर्टल के माध्यम से जो भी मशीनरी प्रयोग करना चाहता है उसका शेड्यूल चैक करेगा। जिस भी आईटीआई के पोर्टल पर यह मशीन दिखाई देगा तो उसे क्लिक करते हुए 300 रुपए प्रति घंटा की दर से ऑनलाइन बुक करेगा। इंस्ट्रक्टर देंगे प्रशिक्षण इसके बाद वह रसीद को संबंधित आईटीआई में दिखाते हुए आईटीआई के इंस्ट्रक्टर से संबंधित विषय पर प्रशिक्षण हासिल कर सकेगा। आईटीआई के इंस्ट्रक्टर उसे संबंधित मशीन पर सभी प्रकार के सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाते हुए उसे प्रशिक्षण देंगे। प्रशिक्षण हेतु आवदेनकर्ता को राॅ मैटीरियल का अतिरिक्त खर्च देना होगा। आईटीआई जिला कैथल के नोडल अधिकारी एवं राजकीय आईटीआई कैथल के प्रधानाचार्य सतीश मच्छाल ने बताया कि निदेशालय के आदेशानुसार अब कोई भी व्यक्ति ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किसी भी टूल व मशीनरी पर प्रशिक्षण हासिल कर सकता है। इसके लिए उसे निर्धारित पोर्टल पर फीस का भुगतान करना होगा। इसके लिए सभी आईटीआई अपने से संबंधित टूल, मशीनरी व उनका शेड्यूल अपलोड कर रहे हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:50 am

अधिवक्ताओं का राष्ट्रीय अधिवेशन बालोतरा में,सुप्रीम कोर्ट जज भी आएंगे:26-28 दिसंबर को जुटेंगे 3000 से ज्यादा वकील, समाज में न्याय दिलाना लक्ष्य

अखिल भारतीय अधिवक्ता परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन 26 से 28 दिसंबर तक बालोतरा में आयोजित होगा। इस तीन दिवसीय अधिवेशन में सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के कई न्यायाधीश भी शिरकत करेंगे। अधिवेशन में देशभर से तीन हजार से ज्यादा अधिवक्ता शामिल होंगे। परिषद के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रीहरि बोरिकर ने इस आयोजन के संबंध में जानकारी साझा करते हुए बताया कि अधिवक्ता परिषद का ध्येय वाक्य 'न्याय ममः धर्म' है, जिसका अर्थ है समाज के अंतिम व्यक्ति को न्याय दिलाना। अधिवक्ताओं का दायित्व है कि वे समाज में फैली बुराइयों और आम जन की समस्याओं के निराकरण के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं को प्रोफेशनल होने के साथ-साथ इमोशनल होकर भी कार्य करना होगा। तीन साल में एक बार होता है अधिवेशन राजस्थान हाईकोर्ट के अतिरिक्त महाधिवक्ता राजेश पंवार ने बताया कि राष्ट्रीय अधिवेशन तीन साल में एक बार आयोजित किया जाता है। पिछली बार यह कुरुक्षेत्र हरियाणा में हुआ था, उससे पहले लखनऊ और बैंगलोर में आयोजित हुआ था। उन्होंने कहा कि इस बार जोधपुर प्रांत को मेजबानी मिलना सभी के लिए खुशी और गौरव का पल है। SC के न्यायाधीश और कानून विशेषज्ञ होंगे शामिल अतिरिक्त महाधिवक्ता श्यामसुंदर लदरेचा ने बताया कि तीन दिवसीय अधिवेशन में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों, विभिन्न प्रांतों के अधिवक्ताओं, विभिन्न हाईकोर्ट्स के वर्तमान एवं पूर्व जजों और कानूनविदों की उपस्थिति होगी। इस दौरान कानून के विशेषज्ञ विभिन्न विषयों पर मंथन करेंगे। प्रांत महामंत्री श्याम पालीवाल ने बताया कि जोधपुर प्रांत को इस बार राष्ट्रीय अधिवेशन की मेजबानी मिली है। प्रांत अध्यक्ष सुनील जोशी ने कहा कि मेहमानों की आवभगत के लिए राजस्थान और विशेष रूप से मारवाड़ काफी प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि देशभर से आने वाले मेहमानों को राज्य की पहचान से रुबरु करवाना होगा। देशहित में प्रस्ताव पास होगा प्रांत कोषाध्यक्ष कमलेश रावल ने बताया कि तीन वर्ष में एक बार होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन में एक प्रस्ताव पास किया जाता है, जिसकी देशभर में चर्चा होती है। इस वर्ष के अधिवेशन में भी देशहित, न्यायहित और अधिवक्ता हित में ज्वलंत विषय पर प्रस्ताव पास किया जाएगा। वरिष्ठ अधिवक्ता कांतिलाल ठाकुर ने कहा कि अधिवेशन में कानून के विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों पर किया गया मंथन प्रतिभागियों के लिए काफी उपयोगी साबित होगा। अधिवक्ता परिषद के देवकीनन्दन व्यास ने कहा कि अधिवक्ताओं को राष्ट्रहित में कार्य करते हुए संगठन को मजबूत करने की आवश्यकता है। समारोह का संचालन सुधांशु टाक ने किया। देवेंद्र खत्री और जयपाल सलूजा ने समारोह का संयोजन किया। पी एस चुंडावत और गिरीश जोशी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:40 am

युवाओं को नशे में झोंकने वालों पर शिकंजा कसेगा एप:जिन 50 दवाओं के लिए डॉक्टर की पर्ची जरूरी उसकी एक-एक गोली की बिक्री पर रहेगी नजर

राजस्थान में अवैध तरीके से बिकने वाली नशीली दवाओं-गोलियों और इंजेक्शनों (शेड्यूल एच-1) पर शिकंजा कसने की तैयारी है। ड्रग कंट्रोलर विभाग एक-एक टैबलेट या दवाई की बनने से लेकर बिकने तक की मॉनिटरिंग करेगा। इसके लिए एक ऐसा एप तैयार किया जा रहा है, जिसमें दवा बनाने वाली कंपनी से लेकर बेचने वाले मेडिकल स्टोर को एंट्री करनी होगी। कंपनी बताएगी कि उसने कितनी गोलियां फैक्ट्री में बनाई। डिस्ट्रीब्यूटर को कितनी सप्लाई की। वहीं, मेडिकल स्टोर ने किस मरीज को कब कौन सी दवा बेची। शिड्यूल एच-1 के तहत राजस्थान में 50 ऐसी दवाएं हैं, जिन्हें बिना डॉक्टर की पर्ची के बेच नहीं सकते। ये दवाएं पेन किलर, खांसी, अनिद्रा और मनोरोग जैसी बीमारियों के लिए बनती हैं। नशे के तौर पर सबसे ज्यादा इनका ही इस्तेमाल होता है। युवा सबसे ज्यादा इसके नशे की चपेट में आते हैं। इस एप के जरिए प्रदेशभर में मेडिकल नशे पर कैसे लगाम लगेगी? विभाग कैसे मॉनिटरिंग करेगा? पढ़िए ये रिपोर्ट... नशीली दवाओं की अवैध बिक्री पर रोकथाम के लिए सिस्टमकई एंटीबॉयोटिक और दवाएं ऐसी होती हैं, जिनका नशे के तौर पर इस्तेमाल की आशंका रहती है। ऐसी दवाओं को शेड्यूल एच-1 ड्रग कहा जाता है। इन दवाओं को बिना डॉक्टर की पर्ची के नहीं दिया जाता। अब तक ऐसी दवाओं की अवैध बिक्री की निगरानी के लिए छापेमारी के अलावा कोई तरीका नहीं था। अब राजस्थान ड्रग कंट्रोलर ने तकनीक के जरिए इन दवाइयों की बिक्री को ट्रैक करने का नया तरीका निकाला है। इसके लिए विभाग मोबाइल एप और वेबसाइट बनवा रहा है। डीओआईटी (सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग) की मदद से तैयार हो रहे वेब पेज और मोबाइल एप के लिए दो करोड़ 39 लाख रुपए का बजट भी पास किया जा चुका है। दवाओं की आड़ में कोई नशा तो नहीं बेच रहा, कैसे पकड़ेगा विभाग?ड्रग डिपार्टमेंट की ओर से तैयार किए जा रहे इस सिस्टम में सभी स्टेक होल्डर यानि दवा निर्माता कंपनी, कंपनी का डिस्ट्रीब्यूटर और दवा बेचने वाले मेडिकल स्टोर तक की एंट्री की जाएगी। सभी स्टेक होल्डर को इन दवाओं के स्टॉक और बिक्री का पूरा रिकॉर्ड एप में रखना होगा। इससे ये पता चल पाएगा की शेड्यूल एच-1 की दवाओं का कितना निर्माण हुआ था। डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा कितनी दवाएं मेडिकल स्टोर को सप्लाई की गई और मेडिकल स्टोर द्वारा कितनी दवाओं की बिक्री की गई। यह मॉनिटरिंग 3 लेवल पर होगी… इसे एक उदाहरण से समझते हैं.... पहला लेवल : मान लीजिए किसी फार्मा कंपनी ने एक महीने में H-1 शेड्यूल में आने वाली एक लाख दवाओं का निर्माण किया है। दूसरा लेवल : डिस्ट्रीब्यूटर भी एप में एंट्री करेगा कि उसने कितनी दवाओं का स्टॉक मंगवाया और कौन-कौन से मेडिकल स्टोर को कब-कब कितना स्टॉक सप्लाई किया। तीसरा लेवल : मेडिकल स्टोर भी एप में जाकर एंट्री करेगा कि उसने कितनी दवाओं का स्टॉक मंगवाया था। इस मॉनिटरिंग सिस्टम से क्या-क्या फायदे होंगेएप के जरिए शेड्यूल एच-1 की दवाओं की मॉनिटरिंग से ये पता चल जाएगा कि कौन से डॉक्टर ने इन दवाओं को मरीज को लिखा है। डॉक्टर के रजिस्ट्रेशन नंबर से उसका नाम और पता मिल जाएगा। राजस्थान मेडिकल कौंसिल को भी एप पर इंटीग्रेट किया जाएगा। जो मरीज इन दवाओं को ज्यादा मात्रा में खरीद रहा है, उसकी जानकारी भी मोबाइल नंबर समेत मिल जाएगी। अगर कोई मेडिकल स्टोर अधिक मात्रा में इन दवाओं को खरीद-बेच रहा है, उसकी जानकारी भी मिल जाएगी। जिला मुख्यालय पर अधिकारी अपने ऑफिस से ही इन दवाओं के खरीद-फरोख्त को देख पाएंगे। अधिकारियों का मानना है कि इससे बिना प्रिस्क्रिप्शन के शेड्यूल एच-1 की दवाओं की बिक्री पर लगाम लगेगी। शेड्यूल एच-1 में 50 तरह की दवाएं शामिलड्रग्स एंड कॉस्मेटिक एक्ट 1940 के तहत शेड्यूल एच-1 में 50 तरह की दवाएं शामिल हैं। इनमें मनोरोगियों का इलाज करने वाली, अनिद्रा के रोगियों का उपचार करने वाली, कुछ एंटीबायोटिक्स और टीबी रोधी दवाएं शामिल हैं। इन्हें केवल डॉक्टर की पर्ची (प्रिस्क्रिप्शन) पर ही बेचा जा सकता है। केमिस्ट को इनका रिकॉर्ड रखना आवश्यक होता है। लेकिन कई बार मेडिकल स्टोर्स गैरकानूनी रूप से बड़ी मात्रा में इन दवाओं की बिक्री करते हैं। प्रॉपर मॉनिटरिंग सिस्टम नहीं होने के कारण इन दवाओं की अवैध बिक्री होती है। आखिर क्यों रखी जाती है इन दवाओं की बिक्री पर नजरइन दवाओं का नशे के रूप में दुरुपयोग होता है। पिछले कुछ सालों में प्रदेश में इन दवाओं के दुरुपयोग के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस लिहाज से नशे के रोकथाम के लिए ये कदम उठाया जा रहा है। केस-1 : दो साल पहले ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट और सेन्ट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स की टीम ने जयपुर में बिना लाइसेंस के दवा बेच रहे डॉक्टर की क्लिनिक पर छापा मारकर करीब 11 लाख रुपए कीमत की दवाइयों का स्टॉक जब्त किया था। जांच के दौरान टीम को ब्यूप्रेनोर्फिन समेत अन्य ऐसी दवाइयां मिली, जिनका एनडीपीएस एक्ट के तहत स्टॉक रखना बैन है। इस स्टॉक में ब्यूप्रेनोर्फिन, अल्प्राजोलम और जोल्पीडेम समेत अन्य दवाएं शामिल हैं। केस- 2 : इसी साल फरवरी में ड्रग कंट्रोल डिपार्टमेंट ने जयपुर में एक मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द कर दिया था। मेडिकल स्टोर में एनडीपीएस श्रेणी की कई टैबलेट बिना बिल के रखी मिली थीं। इसके अलावा भी कई नशीली दवाएं बिना बिल के बेची जा रही थीं। राजस्थान के ड्रग कंट्रोलर अजय फाटक ने बताया कि इस सिस्टम को चरणबद्ध तरीके से लागू करेंगे। साइकोट्रोपिक दवाओं के अलावा एंटीबायोटिक दवाओं के ज्यादा इस्तेमाल से ह्यूमन बॉडी में रेजिस्टेंस डेवलप हो रहा है। इस एप से इसके दुरुपयोग पर रोक लग सकेगी। एप के लिए वित्त विभाग ने बजट जारी कर दिया है। इन दवाओं की एंट्री एप में करने को लेकर पहले जागरूक किया जाएगा। कोई फॉलो नहीं करता है तो ऐसे मामले में एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई कराएंगे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:38 am

वृंदावन में घूस लेकर अवैध होटल बनवाने वालों पर एक्शन:भास्कर स्टिंग के बाद MVDA के JE को हटाया, दलाल जेल पहुंचा

वृंदावन में घूस लेकर अवैध होटल बनवाने वालों पर बड़ा एक्शन हुआ है। भास्कर स्टिंग में एक्सपोज हुए MVDA (मथुरा-वृंदावन डेवलपमेंट अथॉरिटी) के JE (जूनियर इंजीनियर) मनोज कुमार अग्रवाल को उनके मौजूदा काम से हटा दिया है। उनके लिए दलाली कर रहा यतीश अग्रवाल अब जेल में है। अयोध्या, काशी और उज्जैन की तरह ही मथुरा-वृंदावन को भी विश्वस्तरीय विकसित करने की योजना है। इसके लिए 30 हजार करोड़ रुपए की लागत से काम चल रहा। इसकी जिम्मेदारी MVDA को दी गई है। डेवलपमेंट के लिए नए मापदंड तैयार किए हैं, लेकिन MVDA के अफसर और दलाल घूस लेकर अवैध निर्माण करा रहे हैं। दैनिक भास्कर ने इन्वेस्टिगेशन कर इसका खुलासा किया। भास्कर स्टिंग में सामने आए दो लोगों पर एक्शन हुआ है। MVDA के AE (असिस्टेंट इंजीनियर) पंकज कुमार शुक्ला ने मामले की शिकायत कोतवाली पुलिस से की थी। इसके बाद यतीश अग्रवाल के खिलाफ BNS की धारा 308 (2) के तहत FIR दर्ज हुई थी। वहीं, JE मनोज कुमार अग्रवाल को हटाकर एक्सईएन अमरदीप कुमार के ऑफिस से अटैच किया गया है। इसके साथ ही घूसखोरी की जांच के लिए कमेटी भी गठित की गई है। मिलीभगत की पुष्टि हुई तो कड़ी कार्रवाई करेंगे अब पूरा इन्वेस्टिगेशन पढ़िए... अयोध्या, काशी और उज्जैन के महाकाल लोक की तरह ही वृंदावन में भी बांके बिहारी कॉरिडोर भव्य रूप ले रहा। इन कामों का जिम्मा मथुरा-वृंदावन विकास प्राधिकरण को दिया गया है। लेकिन, MVDA के अफसर-इंजीनियरों ने भ्रष्टाचार करने में इसे भी नहीं छोड़ा। यहां की तंग सड़कें, यानी 9 मीटर से कम चौड़ी रोड पर होटल प्रतिबंधित हैं। फिर भी नए होटलों का निर्माण धड़ल्ले से हो रहा। दैनिक भास्कर की टीम ने 15 दिन तक मथुरा-वृंदावन में इन्वेस्टिगेशन किया। हमने देखा कि बांके बिहारी कॉरिडोर के आसपास प्रेम मंदिर के पीछे सुनरख वांगर रोड, छटीकरा में अक्षय पात्र के पास आश्रम रोड, गोवर्धन रोड पर अडिंग बाईपास के पास, परिक्रमा मार्ग, आश्रम भूमि क्षेत्र में नए होटल बन रहे। सबसे पहले हमने 3 जगहों की जानकारी जुटाई। अवैध होटल निर्माण की बात करने के लिए रिश्वतखोरी करने वाले MVDA के अफसरों के बारे में पता किया। इसमें JE मनोज अग्रवाल का नाम सामने आया। हमने JE अग्रवाल को कॉल किया तो उन्होंने बातचीत के लिए दफ्तर बुलाया। हम उनके ऑफिस पहुंचे। हमने JE मनोज अग्रवाल से प्रेम मंदिर के पीछे का प्लॉट अवैध होटल बनाने के लिए खरीदने की बात कही। उन्होंने वहां की जानकारी लेने के बाद बताया कि होटल नहीं चला सकते, लेकिन आपमें हिम्मत हो तो चलाओ। रिस्क लेने की क्षमता हो तो चलाओ। हमने पूछा- वहां तो बहुत से अवैध होटल चल रहे, नए बन भी रहे? इस पर उनका कहना था- ठीक है, प्रेम मंदिर के पीछे आप भी ले लो…। आर्किटेक्ट को पकड़कर नक्शा बनवाओ… सभी NOC (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) लेकर आओ… फिर देखते हैं। इस बातचीत से यह साफ हो गया कि आवासीय नक्शा पास कराकर होटल बनाया और चलाया जा सकता है। लेकिन, इसके लिए कितनी रिश्वत ली जाती है? इस पर उन्होंने पहले दिन कुछ नहीं बोला। चूंकि, हमारे पास जमीन के डॉक्यूमेंट नहीं थे। इसलिए हमने जमीन के पेपर जुटाए। जिससे JE अग्रवाल से दोबारा मुलाकात कर रिश्वतखोरी का नेक्सेस उजागर कर सकें। अपने प्राइवेट बाबू के साथ बैठा मिला JE अग्रवालहमने प्रेम मंदिर के पीछे सुनरख वांगर रोड पर ऐसी जमीन के पेपर अरेंज किए, जो JE मनोज अग्रवाल को दिखा सकें। हमारे सोर्स ने 2 दिन में पेपर अरेंज कर दिए। इसके बाद हमने JE अग्रवाल को कॉल किया, तो उन्होंने शाम 6 बजे ऑफिस बुलाया। यहां JE के साथ दलाल यतीश अग्रवाल बैठा मिला। ये JE अग्रवाल का प्राइवेट बाबू है। इसी के जरिए वे अवैध होटल बनाने वालों से वसूली करते हैं। यतीश कई प्रोजेक्ट के नक्शे दिखाकर JE अग्रवाल को अपडेट दे रहा था। कुछ समय बाद JE ने हमसे बातचीत शुरू की। रिपोर्टर: जमीन के पेपर लाया हूं। एक बार आप देख लीजिए। JE मनोज अग्रवाल: यहां तो 6 मीटर से कम की सड़क है… यानी 20 फीट से कम रोड हो गई। इसमें कैसे कराओगे? रिपोर्टर: निर्मित (वह एरिया, जहां MVDA नए निर्माण की परमिशन दे रहा) क्षेत्र है। JE मनोज अग्रवाल:​ निर्मित क्षेत्र होगा तो नक्शा पास हो जाएगा… बाकी देखा जाएगा। रिपोर्टर: रजिस्ट्री के बाद MVDA की क्या प्रोसेस है? क्या करना होगा? JE मनोज अग्रवाल: पहले जमीन खरीदो तो सही… अभी लड़का हुआ नहीं… पहले ही एडमिशन की सोच रहे। रिपोर्टर: डर है कि जमीन खरीदने के बाद फंस न जाएं? JE मनोज अग्रवाल: मैं क्या बताऊं… मुझसे क्या चाहते हो? रिपोर्टर: अगर निर्मित क्षेत्र हुआ तो क्या खर्च आएगा? JE मनोज अग्रवाल: देखो… एक से डेढ़ लाख रुपए नक्शा पास कराने का खर्च आएगा। रिपोर्टर: वो तो सरकारी फीस है… उसका तो ठीक है… बाकी MVDA का क्या खर्च लगेगा? JE मनोज अग्रवाल: अब उसका क्या बताऊं… वो तो जब नक्शा आएगा… तभी बता पाऊंगा। इसके बाद JE अग्रवाल ने दलाल यतीश को इशारा किया। यतीश उठकर हमारे पास आया और खर्च बताने लगा। यतीश अग्रवाल: देखो… सर का कहना है नक्शा किसके पास जाएगा, क्या पता? इसलिए अभी खर्च कैसे बता दें? रिपोर्टर: एवरेज तो पता चल सकता कि कितना खर्च आएगा? यतीश अग्रवाल: एक से डेढ़ लाख रुपए सरकारी फीस जाएगी… और एक से सवा दो लाख रुपए तक एक्स्ट्रा खर्च लगेगा। रिपोर्टर: आवासीय में होटल चलाएंगे तो कोई प्रॉब्लम तो नहीं होगी? यतीश अग्रवाल: एक काम करो… आप मेरा नंबर ले लो… मैं आर्किटेक्ट हूं… आप मुझसे मिलना… मैं सब बता दूंगा… कैसे होगा? मैं सब समझा दूंगा। हम ऑफिस से बाहर निकल गए। करीब 10 मिनट बाद यतीश को कॉल लगाया। वे हमारे पास आ गए। अब उन्होंने अवैध होटल बनाने का पूरा सिस्टम समझाया और रेट बताए। यतीश अग्रवाल: देखो… सबसे पहले नक्शा बनवाकर पास कराने के लिए अप्लाई कर दो। रिपोर्टर: इसमें क्या खर्च आएगा? यतीश अग्रवाल: इसमें 7 से 8 हजार रुपए खर्च आएगा। आवासीय नक्शा पास हो जाएगा। बि​ल्ड-अप एरिया है वहां…? रिपोर्टर: जो जमीन दिला रहा है… उसने बताया कि वहां होटल पास नहीं हो पाएगा। यतीश अग्रवाल: ऐसा होता है… बिल्डअप एरिया में तरीका होता है… उससे पास हो जाएगा। कितनी चौड़ी रोड है? रिपोर्टर: 20 फीट (6.1 मीटर) से कम रोड है। यतीश अग्रवाल: फिर आवासीय में पास करा लो… आप। रिपोर्टर: फिर वहां होटल चलने देंगे? यतीश अग्रवाल: सब चलने देंगे… रुक्मिणी विहार में होटल चल रहे हैं… जबकि, वहां होटल नहीं चल सकता। रिपोर्टर: कुछ होगा तो नहीं चलाने में? यतीश अग्रवाल: देखो… जब गाज गिरेगी तो सब पर गिरेगी… समझ रहे, मेरी बात को…? रिपोर्टर: …तो इसके लिए कुछ व्यवस्था तो बनानी पड़ेगी? यतीश अग्रवाल: सब व्यवस्था बन जाती है… पैसा खर्च करेंगे तो सब हो जाता है। रिपोर्टर: कितना खर्च आएगा? यतीश अग्रवाल: नक्शा पास करने का मानो आप एक से डेढ़ लाख रुपए… और इतना ही इसके ऊपर से पड़ जाएगा। रिपोर्टर: यह तो ठीक है… लेकिन जब होटल चलेगा तब भी कुछ करना पड़ेगा क्या…? यतीश अग्रवाल: कुछ नहीं… जब बनते समय आएगा JE तो उससे सेटिंग हो जाएगी… बस, उतना देना पड़ेगा। रिपोर्टर: फिर भी कितना? यतीश अग्रवाल: देखो… एक बार में पैसा नहीं देना है… मान लो, आपने वन टाइम दे दिया और किसी का (अफसर का) ट्रांसफर हो गया। यहां छत (फ्लोर) के हिसाब से पैसा देना पड़ता है… छत लगती जाएगी, उसके हिसाब से आप देते जाना…। रिपोर्टर: एक छत का कितना देना पड़ेगा? यतीश अग्रवाल: जिस दिन नक्शा पास होगा… उसी दिन से आपकी डेट शुरू हो जाएगी… और जब तक निर्माण चलेगा… देना रहेगा। इस बीच जो भी JE आएगा… उससे सब सेट हो जाएगा। रिपोर्टर: कैसे होगा फिर…? यतीश अग्रवाल: अरे… जो हमसे मिल लिया… वो मेरा कंसल्टेंट हो गया। उसका पूरा काम करा देते हैं हम…। रिपोर्टर: अब मेरा सारा काम आप ही करेंगे। यतीश अग्रवाल: करीब 50-60 हजार रुपए एक छत (फ्लोर) के हिसाब से लगेगा… यह जनरल रेट है… बाकी एरिया और जमीन के हिसाब से भी खर्च आता है… अगर 3 छत (3 मंजिला बिल्डिंग) डाली तो समझ लो डेढ़ लाख रुपए हो गए… ये एक बार में नहीं देना है… छत ढलती जाए… पैसे देते जाओ… ऐसे ही होता है यहां…। रिपोर्टर: बनने के बाद जब होटल चलेगा तो कार्रवाई तो नहीं होगी? यतीश अग्रवाल: देखो… शिकायत तो होती रहती है… लेकिन कुछ होगा नहीं… सब सेटिंग हो जाती है… यहां सब इलीगल ही चल रहे हैं… जो भी नक्शा पास कराता है, वो उससे अलग ही बनाता है… आप मुझे अपने रजिस्ट्री के पेपर और जमीन की GPS लोकेशन भेज देना, बाकी मैं सब करा दूंगा। अब बांके बिहारी कॉरिडोर के बारे में पढ़िए काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, महाकाल लोक की तरह ही वृंदावन में बांके बिहारी कॉरिडोर बनाया जा रहा है। मंदिर के पास 5 एकड़ भक्तों के लिए विशाल वेटिंग रूम, पूजा सामग्री की दुकानें, पार्किंग की व्यवस्था होगी। इसके निर्माण में 900 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अनुमान है कि जैसे कॉरिडोर निर्माण के बाद काशी व महाकाल में भक्तों की संख्या 5 गुना हुई है, वैसे ही यहां भी टूरिस्ट बढ़ेंगे। इसलिए, यहां अवैध रूप से होटल निर्माण शुरू हो गए हैं। ---------------------- ये खबर भी पढ़ें.. यूपी में बिजली विभाग में QR कोड से रिश्वत:ऑन कैमरा बाबू बोला– लोड बढ़ाने के 500, सोलर के लिए 1000 लगेंगे देखिए… एक फाइल (घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन) का 1000 रुपया लगेगा। हां, कैश नहीं है तो ऑनलाइन (मोबाइल फोन पर QR code दिखाते हुए) कर दीजिए। अब तो सभी ऑनलाइन देते हैं… क्या बताएं? पैसा सबको जाता है। JE (जूनियर इंजीनियर), SDO से लेकर एक्सईएन तक…। यूपी के बिजली विभाग में QR कोड स्कैन कराकर रिश्वत ली जा रही है। अगर आपके घर में बिजली के मीटर का लोड 2 किलोवॉट से बढ़ाकर 3 किलोवॉट करना है, तो 500 रुपए की रिश्वत लगेगी। घर की छत पर सोलर पैनल लगाने की परमिशन चाहिए, तो एक्सईएन के तय किए गए बाबू को 1000 रुपए की रिश्वत देनी होगी। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:38 am

योगी कैसे बने मुख्यमंत्री- गोयल ने खोला राज:अमित शाह ने किया था फोन; CM ने 10 साल की बाप की कहानी सुनाई; VIDEO देखिए

योगी आदित्यनाथ कैसे मुख्यमंत्री बने, इसका खुलासा लखनऊ में रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने किया। उन्होंने कहा- तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मेरे घर आए थे। उन्होंने योगी को मेरे सामने फोन किया। शाह ने कहा- आपको यूपी की कमान संभालनी है। वहीं, सीएम योगी ने संभल में 10 साल में पिता बनने की एक कहानी सुनाई। मौका था- नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी की ताजपोशी का। तो VIDEO देखिए...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:38 am

पिंकी बाबू की ताजपोशी में लोटकर खोजे सांप:फॉर्म में चच्चू शिवपाल के लाल, माटी खाकर हट्टे-कट्टे हुए खनन अफसर

ऊपर Video पर क्लिक करें और देखें... आज यूपी की राजनीति और सरकारी विभागों की कौन सी बात खरी है....

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:37 am

यूपी में 30 हजार देकर जमीन की सस्ती रजिस्ट्री कराओ:ऑन-कैमरा बाबू बोला– 90 हजार लगते हैं… 65 हजार में करा देंगे

'90 हजार लगेंगे… 60-65 हजार में करा देंगे। 70 हजार की व्यवस्था करके आओ… 50% की बचत हो जाएगी… मैं इसकी गारंटी लेता हूं। अगर 1 लाख लगता होगा तो 50 हजार में हो जाएगा… खतौनी लेकर आ जाओ…बस।' यूपी में जमीनों की रजिस्ट्री में बड़ा खेल हो रहा है। सरकारी ऑफिस के बाबू रजिस्ट्री कराने के लिए गलत तरीके से जमीन का लैंड यूज चेंज करा रहे हैं। दलाल तो इनसे भी दो कदम आगे हैं। वे तो गारंटी दे रहे हैं कि रजिस्ट्री में 50% की बचत करा देंगे। दरअसल, राजस्व विभाग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल, 2025 में जमीन विवाद के 11.20 लाख मामले पेंडिंग हैं। ये राजस्व कोर्ट में चल रहे हैं। इनमें फर्जी रजिस्ट्री, सीमा विवाद, लैंड यूज बदलने जैसे मामले शामिल हैं। इस रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि ज्यादातर मामलों की जड़ गलत रजिस्ट्री है। हाल ही में यूपी के पूर्व IG अमिताभ ठाकुर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 26 साल पहले उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने देवरिया में फर्जी डॉक्यूमेंट से औद्योगिक क्षेत्र में प्लॉट लिया और मुनाफा कमाकर बेच दिया। इन घटनाक्रमों से सवाल उठा कि क्या रजिस्ट्री ऑफिस में गलत तरीके से रजिस्ट्री कराई जा सकती है? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने महोबा, बांदा और चित्रकूट जिले के 4 रजिस्ट्री ऑफिसों में इन्वेस्टिगेशन किया। पढ़िए, पूरा खुलासा… हमें सोर्स से पता चला कि बांदा जिले के अतर्रा सब-रजिस्ट्रार ऑफिस का बाबू बबलू पैसा लेकर आवासीय भूमि की रजिस्ट्री कृषि भूमि में करा देता है। इसके लिए हमने बांदा जिले के एक गांव की दो जमीन के डॉक्यूमेंट अरेंज किए। ये दोनों जमीन आबादी क्षेत्र की हैं, यानी नियमानुसार इसकी रजिस्ट्री आवासीय भूमि के रूप में ही हो सकती है। कृषि भूमि के रूप में रजिस्ट्री नहीं हो सकती। अब बाबू बबलू से संपर्क किया। उन्होंने हमें कृषि भूमि के नाम पर रजिस्ट्री का पूरा गणित और खेल बताया। रिपोर्टर: जमीन की रजिस्ट्री करना है… यह नंबर आबादी में है… यह पौने डेढ़ बीघा है? बाबू बबलू: किसी के पास और गए हो…? रिपोर्टर: हां, दलाल के पास गया था… जो लिखा करते हैं… उन्होंने कहा- अंदर बात कर लो। बाबू बबलू: कितना बता रहे थे खर्च… एकदम सही बताना? रिपोर्टर: 50 हजार रुपए के ऊपर बता रहा है। बाबू बबलू: कितना बता रहे थे एजेंट… बताओ? रिपोर्टर: 65 हजार रुपए… बोला है- इतनी व्यवस्था करके लाना… एक बीघा जमीन लिखी जाएगी 65 हजार रुपए में। बाबू बबलू: एक बीघा तो ठीक है… लेकिन इनमें 3 हिस्सेदारी है… किनकी जमीन है…? रिपोर्टर: यह तीनों लोग तैयार हैं। बाबू बबलू: इन लोगों का हिस्सा कैसे आ रहा है…? रिपोर्टर: 2 लोग एक हिस्से में हैं… और एक व्यक्ति एक हिस्से में है। बाबू बबलू: मतलब… रामगोपाल और राम रुचि यह दोनों भाई थे…? रिपोर्टर: हां, ये दोनों भाई-भाई थे… मैं आपसे इसलिए मिला हूं कि अगर कृषि योग भूमि लिख गई तो रजिस्ट्री में पैसा कम लगता है। बाबू बबलू: हां, सही है…। रिपोर्टर: इसका खर्चा कितना, क्या लगेगा…? यह आप बता दें…? बाबू बबलू: तुम किसी से सांस नहीं लोगे… मतलब किसी को बताओगे नहीं…? रिपोर्टर: किसी को कुछ नहीं बताऊंगा… मुझे अपना काम निकालना है…। बाबू बबलू: ठीक है… आओ मैं बताता हूं। बाबू बबलू: तुमको जमीन 48 हजार रुपए और 50 हजार रुपए में दिखाना है। रिपोर्टर: इस तरह पैसा तो कम लगेगा ना…? तुम कहोगे… मैं आपको पैसा दे दूंगा। बाबू बबलू: पैसा हमें नहीं… वहां (रजिस्ट्री अफसर को) देना पड़ेगा…। बाबू बबलू: वहां कितना देना पड़ेगा…? बाबू बबलू: वहां 20 से 30 हजार रुपए लग जाएंगे। अगर तुम इस एंगल (आवासीय भूमि) में लिखवाते हो तो तुमको 90 हजार रुपए लगेंगे और अगर इस एंगल (एग्रीकल्चर लैंड) में लिखवाते हो तो तुमको 65 हजार रुपए लगेंगे। रिपोर्टर: 65 हजार रुपए वाली रजिस्ट्री करवा दो… यही ठीक है… रजिस्ट्री तो दोनों में होगी ना…? नोटरी तो नहीं होना है…? बाबू बबलू: हां, रजिस्ट्री तो दोनों में होगी। रिपोर्टर: बाबूजी, 65 हजार रुपए वाली करवा दीजिए… मैं पैसे की व्यवस्था कर लूं। बाबू बबलू: 70 हजार रुपए की व्यवस्था करके आना… तुम्हारी पूरी जमीन लिखवा दी जाएगी… जब तुमको आना हो तो फोन कर देना… एक दिन पहले। हम बातचीत करके तुम्हारा सब फिट कर देंगे। रिपोर्टर: बाबूजी, कम में करवा दीजिएगा…? बाबू बबलू: कम से कम करवा दिया जाएगा… तुम्हारा कोई मामला फंसे ना… ना कोई तुम्हारे दरवाजे जाए… ऐसा नहीं है कि हमने पैसा ले लिया तुमसे और तुम्हारे दरवाजे 4 लोग पहुंचे… फिर तुम हमको कहो… फिर हम तुमको कहें… जो काम होगा सब फिट होगा। रिपोर्टर: …तो फिर बाबूजी मैं चल रहा हूं… नमस्ते…। बाबू बबलू: यह चीज किसी को बताना नहीं… अगर तुमने किसी को यह बताया और हवा उड़ी तो तुम फंसते ही चले जाओगे। रिपोर्टर: मैं किसी से चर्चा नहीं करूंगा। बाबू बबलू: फोन पर एक दिन पहले बात करना… देखो, 20 हजार से 50 हजार तक मायने रखता है। अब हमारे सामने सवाल था कि क्या रजिस्ट्री ऑफिस के बाहर मौजूद दलालों के माध्यम से भी ये काम हो रहा है? ये जानने के लिए हम बांदा के अतर्रा सब-रजिस्ट्रार ऑफिस के बाद दलाल शैलेंद्र से मिले। शैलेंद्र को हमने बताया- आबादी की जमीन का प्लॉट है, कृषि भूमि के नाम से रजिस्ट्री कराना है। उसने हमसे पूरी जानकारी लेने के बाद अगले दिन आने को बोला। दूसरे दिन हम फिर पहुंचे और शैलेंद्र से मुलाकात की। दलाल बोला– बाबू से बात करा देंगे रिपोर्टर: यह जमीन आबादी में है। शैलेंद्र: आबादी में जमीन है तो… लेकिन किसको खरीदना है? रिपोर्टर: खरीदना हमें है… हम सोचे पहले आप से बात कर लूं… क्योंकि आबादी की लिखाई आप भी जानते हैं। शैलेंद्र: आबादी की लिखाई तो जानते हैं… लेकिन यहां (रजिस्ट्री ऑफिस की ओर इशारा करते हुए) से भी तो काम होना चाहिए। हमें 10 मिनट टाइम दो… पता करवा रहे हैं। रिपोर्टर: तो बाबू से बात करवा देंगे…? दलाल: हां, बात हो जाएगी। दलाल से हुई बातचीत में यह साफ हुआ कि ये ऐसे लोग, जो आबादी की जमीन की रजिस्ट्री कृषि भूमि में कराना चाहते हैं, ये दलाल इनकी सेटिंग बाबुओं से करा देते हैं। अब हम बांदा सिटी सदर तहसील के रजिस्ट्रार ऑफिस पहुंचे, यह जानने के लिए कि अतर्रा की तरह यहां भी गलत तरीके से रजिस्ट्री होती है या नहीं? यहां मामला अलग निकला। यहां बाबू सीधे डील नहीं करते, वे दलालों के माध्यम से ही काम करते हैं। यहां जब हम दलालों से मिले तो उन्होंने काम की गारंटी दे दी। रिपोर्टर: बाबूजी नमस्ते, एक रजिस्ट्री करना है। दलाल: हो जाएगी। रिपोर्टर: ऐसे करना है कि पैसा और स्टांप कुछ कम लगे… क्योंकि जमीन आबादी में दर्ज है। दलाल: हो जाएगी… लेकिन जमीन 7 बिस्वा से ज्यादा हो। रिपोर्टर: इतने से ज्यादा है… एक बीघा होगी। दलाल: हो जाएगा तुम्हारा काम… स्टांप कम लगेंगे… सारी बचत हो जाएगी। रिपोर्टर: उतना ना हो कि जितने का स्टांप लगा है, उतना मुझे पैसा ही लग जाए। दलाल: नहीं, आबादी वाली में कौन-सा गांव है…? रिपोर्टर: बांदा के पास है… मेन रोड पर। दलाल: अगर उस नंबर में कोई बैनामा नहीं हुआ है तो तुम्हारी जमीन कृषि भूमि में लिख जाएगी… यह काम तुम्हारा हो जाएगा 50% की बचत हो जाएगी… यह गारंटी लेता हूं- अगर 1 लाख लगता होगा तो मैं तुम्हारा काम 50 हजार रुपए में करवा दूंगा। खतौनी लेकर आ जाना…बस। रिपोर्टर: आप यहां ऑफिस में बात कर लीजिए… फिर मैं आ जाऊंगा। दलाल: यह सब काम हमारा है… हम गारंटी लेकर काम करते हैं। अब हमारे सामने सवाल था कि बांदा के अलावा यूपी के अन्य जिलों में भी ऐसा ही चल रहा है या नहीं? इस सवाल के जवाब के लिए हम बांदा से 80 किमी दूर महोबा के रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचे। यहां बाबू से बात की। रिपोर्टर: एक रजिस्ट्री करवानी है, बाबूजी वह नंबर आबादी में दर्ज है। बाबू: खसरा दिखाओ…? रिपोर्टर: खसरा नहीं है। बाबू: जमीन कहां पर है…? रिपोर्टर: विकास भवन के आगे है, आबादी से सटी। अगर उसमें कृषि योग्य भूमि करके लिख लिया जाए तो सही रहेगा। बाबू: खसरा-खतौनी दोनों लेकर आओ… देखेंगे… काहे नहीं होगा… सब हो जाएगा। महोबा के बाद हमने चित्रकूट में भी यह समझने की कोशिश की कि क्या दलालों के माध्यम से कम पैसे में आबादी में कृषि भूमि दिखाकर रजिस्ट्री हो सकती है। इसकी तस्दीक के लिए हम चित्रकूट रजिस्ट्री ऑफिस पहुंचे। जहां हमारी मुलाकात गिरिजा पटेल से हुई। रिपोर्टर: आबादी की जमीन है, कृषि भूमि करके लिखवानी है। दलाल गिरिजा पटेल: लिख जाएगी… उसके कागज मुझे दे दो? रिपोर्टर: मैं आपको सब दे चुका हूं। दलाल गिरिजा पटेल: 72,600 रुपए के स्टांप हो गए… 12,600 रुपए की रजिस्ट्रार ऑफिस में रसीद कटेगी… इस तरह 84,000 रुपए खर्च हो गया। यह कृषि योग भूमि है, खसरा कहां है? रिपोर्टर: मैं आपको दे गया था। दलाल गिरिजा पटेल: मैं कल सब से बात करके आपको बता दूंगा। रिपोर्टर: नहीं, बाबूजी कुछ मोटा-मोटी बता दीजिए। दलाल गिरिजा पटेल: 4,56,000 रुपए बन रहा है… अगर आबादी की जमीन नंबर एक में लिखते हैं। रिपोर्टर: साहब, कुछ तो कम करवाओ। दलाल गिरिजा पटेल: इसमें 2 लाख रुपए रुपए साहब लेंगे… इसीलिए मैं तुमसे कह रहा हूं कि चलकर बात तो कर लें। रिपोर्टर: कुछ तो अपना हिस्सा कम कर लीजिए। दलाल गिरिजा पटेल: मैं कम से कम ही बताया हूं। रिपोर्टर: जमीन लिखवाने के बाद कोई दिक्कत तो नहीं होगी। दलाल गिरिजा पटेल: साहब, पैसा किस बात का ले रहे हैं, जो पैसा ले रहे हैं… वह जिम्मेदारी भी लेंगे। अब समझिए, ये करते कैसे हैं? आबादी भूमि की रजिस्ट्री आबादी भूमि में ही कराना है तो पुरानी रजिस्ट्री या विरासत दस्तावेज, खसरा, खतौनी, गाटा नंबर, ग्राम पंचायत से जारी प्रमाण पत्र, भूमि का नक्शा लगाना जरूरी है। अब आबादी भूमि की रजिस्ट्री कृषि भूमि के नाम पर करने के लिए रजिस्ट्री ऑफिस के बाबू खसरा नहीं लगाते हैं, क्योंकि खसरा में यह लिखा होता है कि ये भूमि आवासीय है या कृषि। इसके बाद कृषि भूमि के नाम पर रजिस्ट्री कर देते हैं। पढ़िए इस मामले पर जिम्मेदार क्या कहते हैं... अफसर बोले– इस मामले में जांच करेंगेचित्रकूट एडीएम उमेश चंद्र श्रीवास्तव ने बताया- अगर ऐसा मामला सामने आ रहा है तो संबंधित लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वहीं, महोबा सदर एसडीएम शिव ध्यान पांडे ने कहा- अगर आबादी की भूमि दलाल और बाबू पैसा लेकर कुछ खेल करते हैं, मामला सामने आने पर कार्रवाई की जाएगी, स्टांप चोरी पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा। इस मामले में हमने तीनों जिलों के जिलाधिकारी को फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। ...................... ये खबर भी पढ़ें... UP में नदी-पहाड़ को खेत बताकर किसानों का बीमा हड़पा:अफसरों का कारनामा, 2.5 लाख फर्जी किसान खड़े किए यूपी में सरकारी कर्मचारी और बीमा कंपनी के अफसर-एजेंट्स ने 37 करोड़ रुपए का फसल बीमा डकार लिया। ये इतने शातिर निकले कि बीमे का पैसा खाने के लिए जंगल, पहाड़, नदियों और नालों की जमीनों को कागजों पर खेत बता दिया। इतना ही नहीं, गलत डॉक्यूमेंट लगाकर ढाई लाख फर्जी किसान खड़े कर दिए। एमपी, राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों को यूपी का किसान बता दिया। बीमा प्रीमियम खुद अपनी जेब से भरते रहे, जिससे किसी को शक न हो। इन्होंने ये साजिश कैसे रची? दैनिक भास्कर की टीम ने इसका इन्वेस्टिगेशन किया। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:37 am

यूपी BJP अध्यक्ष पंकज चौधरी ने 4K-4S का फॉर्मूला दिया:सरकार-संगठन और RSS को साधकर जीतेंगे 2027 का विधानसभा चुनाव

यूपी भाजपा की राजनीति अब 4K और 4S के बीच होगी। प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पंकज चौधरी रविवार को करीब 17 मिनट बोले। पंकज ने अपने पहले अध्यक्षीय भाषण में अपना राजनीतिक एजेंडा सरकार, संघ और संगठन के बीच रखा। चौधरी ने कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई करते हुए सरकार को भी संदेश दिया कि उनके लिए कार्यकर्ता ही सर्वोपरि है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को भी कंधे से कंधा मिलाकर सरकार को सहयोग करने की सीख दी। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पंकज चौधरी ने साफ कर दिया है कि वह सकारात्मक राजनीति से ही 2027 विधानसभा का रण जीतेंगे। 4K और 4S क्या है, पंकज चौधरी के भाषण के मायने क्या हैं, क्या भाजपा ने विधानसभा चुनाव प्रचार का शंखनाद कर दिया? पढ़िए रिपोर्ट... चौधरी के 4–K: कार्यालय, कार्यक्रम, कोष और कार्यकर्तापंकज चौधरी ने कहा- उनकी नजर में राजनीति में कार्यालय, कार्यक्रम, कोष और कार्यकर्ता सबसे महत्वपूर्ण हैं। किसी भी दल को राजनीति के लिए एक कार्यालय की आवश्यकता होती है। दल के पास जनता के बीच जाने के लिए कार्यक्रम होने चाहिए। राजनीति के लिए कोष भी अहम है। लेकिन सबसे महत्वपूर्ण हैं- पार्टी के कार्यकर्ता। डेडिकेटेड कार्यकर्ता नहीं हैं, तो बाकी सब कुछ बेकार है। पंकज ने कहा- मैंने अपने 35 साल के राजनीतिक जीवन में सभी चुनाव अपने कार्यकर्ताओं के दम पर लड़े और जीते। मैं पूरे प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए कहता हूं कि आप सब मेरे लिए सर्वोपरि हैं। मेरा बल और पूंजी आप ही हैं। वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय कहते हैं- पंकज चौधरी ने कार्यकर्ताओं को महत्व देकर उनका उत्साह बढ़ाया है। भाजपा के लिए ये जरूरी भी है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के कार्यकर्ता शीर्ष नेतृत्व की उपेक्षा के चलते उदासीन हो गए थे। इसका खामियाजा पार्टी की कम सीटों के रूप में सामने आया था। पंकज चौधरी ने अपने भाषण में कार्यकर्ताओं से कहा कि मैं आपके लिए लडूंगा, अडूंगा और आपसे लडूंगा भी नहीं। ऐसा कहकर पंकज चौधरी ने साफ संकेत दिया कि कार्यकर्ताओं के हक के लिए वो सरकार से भी लड़ेंगे। उनकी हर बात सुनेंगे और समाधान खोजने के सारे प्रयास करेंगे। उनके मान–सम्मान के लिए अड़ जाएंगे और किसी भी कीमत पर अपने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा नहीं करेंगे। चौधरी के 4–S : संगठन, संपर्क, संवाद और समन्वयपंकज चौधरी ने अपनी राजनीति के 4 मूलमंत्र 4–S के रूप में सामने रखे। उन्होंने कहा- वह संगठन, संपर्क, संवाद और समन्वय के मूलमंत्र पर काम करेंगे। बताया कि संगठन मेरे लिए सर्वोपरि है। संपर्क और संवाद के माध्यम से संगठन को मजबूत करेंगे। संगठन और सरकार के बीच समन्वय बनाएंगे। कार्यकर्ताओं को केंद्रित करते हुए कहा- आपके विचार और समस्याओं को सरकार तक पहुंचाना मेरी जिम्मेदारी है। वहीं, सरकार के जनहित कार्यों को आम लोगों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी आपकी और हमारी होगी। उन्होंने कहा कि पदाधिकारी भूतपूर्व हो जाते हैं, लेकिन एक कार्यकर्ता ही होता है, जो कभी भूतपूर्व नहीं होता। किसी भी राजनीतिक दल के लिए कार्यकर्ता ही असली पूंजी और ताकत होते हैं। रूल नहीं रोल हैं, नेतृत्व के सही मायनेपंकज चौधरी ने नेतृत्व के मायने भी समझाए। मंच से पूछा- क्या आदेश देना ही नेतृत्व है। फिर खुद ही बोले- नहीं। मेरे लिए नेतृत्व के मायने हैं बड़प्पन के साथ सबकी बात सुनना और समाधान के हर संभव प्रयास करना। मुझे रूल नहीं करना है। मुझे रोल अदा करना है। रोल समन्वयकारी का, समाधान कर्ता का और मुखिया का अदा करना है। यूपी भाजपा परिवार को एक साथ लेकर चलने का रोल अदा करना है। पंकज चौधरी ने साफ कर दिया कि कि वह पूर्व सांसदों, विधायकों और पूर्व पदाधिकारियों के अनुभव का लाभ लेंगे। ये कहकर उन्होंने साफ संकेत दिया है कि संगठन में इन्हें समायोजित कर अनुभवों का लाभ लिया जाएगा। साथ ही उन्होंने जिस तरीके से ये कहा कि वे अपने पूर्व के 16 प्रदेश अध्यक्षों के अनुभवों से सीखने का प्रयास करेंगे। जिन्होंने यूपी भाजपा को सींचा है। मतलब साफ है कि वह समझेंगे कि कहां-किस तरह की रणनीतिक चूक से पार्टी के प्रदर्शन में गिरावट आई। जिद्दी संघर्ष की कहानी सुनाने के मायने: गलत के आगे नहीं झुकेंगेपंकज चौधरी ने अपना राजनीतिक सफर भी सुनाया। बताया कि गलत के सामने हार नहीं मानता, इसी जिद से राजनीति में आया। वाकया 1989 का है। तब मैं पहली बार निर्दलीय सभासद बना था। फिर निर्दलीय सभासदों की मदद से डिप्टी मेयर चुनाव में उतरा, लेकिन कांग्रेस ने धांधली करके अपना डिप्टी मेयर चुन लिया। इस पर मैं लोअर कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट तक लड़ा और 7 महीने के अंदर डिप्टी मेयर का पद हासिल कर लिया। फिर भाजपा में शामिल हुए और 1991 में महज 26 वर्ष की उम्र में महराजगंज जिले से पहली बार लोकसभा चुनाव में उतरे और जीत दर्ज की। तब से एक ही पार्टी और क्षेत्र से 7 बार सांसद चुना जा चुका हूं। ये कहानी सुनाकर पंकज चौधरी ने साफ कर दिया कि उनकी इमेज फाइटर की रही है। वह मैन टू मैन जुड़ाव रखते हैं। इसी संगठनात्मक कला के बलबूते उन्होंने महाराजगंज में हमेशा से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर अपने लोगों को काबिज कराते रहे हैं। और इसी खूबी के बलबूते वे यूपी भाजपा अध्यक्ष का दायित्व भी पूरा करेंगे। पंकज चौधरी के भाषण का सियासी संदेश क्या था?वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय बताते हैं- पंकज चौधरी के भाषण में समन्वय था। सरकार से समन्वय, कार्यकर्ता से समन्वय संगठन संचालन की प्रक्रिया होती है। पंकज चौधरी ने कभी नकारात्मक राजनीति नहीं की। निर्दलीय होकर वहां डिप्टी मेयर बन गए थे। उनमें लोगों को साधने की जबरदस्त कला है। मैन टू मैन जुड़ाव की उनकी क्षमता संगठन में भी काम आएगी। जो लोग पंकज चौधरी के व्यक्तित्व को जानते हैं, वो बखूबी समझते होंगे कि वे समन्वय बनाकर राजनीति करते रहे हैं। ऐसे में उनके प्रदेश अध्यक्ष रहने से सरकार और संगठन भी मिलकर काम कर पाएंगे। सही बात ये है कि 2022 और 2024 में कुर्मी वोटरों ने ही सपा को मजबूत किया। अब भाजपा ने पंकज चौधरी को अध्यक्ष बनाकर कुर्मी वोटरों को साधने की कोशिश की है। राजनीति में जो भी लोग सक्रिय हैं, उसमें अधिकतर लोग ऐसे होंगे, जो पंकज चौधरी से खुश भले न हो। लेकिन नाराज नहीं हो सकते। पहली बार उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी इसीलिए मिली है कि जब प्रदेश में भाजपा ध्वस्त थी, उसकी राजनीति कमर तक टूट गई थी, तब भी पंकज चौधरी ने न तो दल बदला न तो निष्ठा। मेगा इवेंट के बहाने भाजपा का चुनावी शंखनादभाजपा ने पंकज चौधरी की ताजपोशी को लेकर जिस तरीके से मेगा इवेंट किया। प्रदेश भर से जिला अध्यक्ष, विधायक, सांसद, निकायों के अध्यक्ष, पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को बुलाकर भाजपा ने इसके बहाने विधानसभा 2027 चुनाव का शंखनाद कर दिया। ताजपोशी कार्यक्रम में 15 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हुआ। ढोल-नगाड़े और उत्साह- यह सिर्फ ताजपोशी नहीं, बल्कि चुनावी मोड का ऐलान था। योगी ने बुके देकर बधाई दी, जबकि पंकज चौधरी ने पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा और संघ परिवार का आभार जताया। वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय कहते हैं- पहली बार इस तरह मेगा इवेंट के जरिए भाजपा के किसी प्रदेश अध्यक्ष की ताजपोशी हुई है। इससे पहले 2012 में यूपी विधानसभा में भाजपा सिर्फ 47 सीटों पर सिमट गई थी। तब प्रदेश अध्यक्ष सूर्यप्रताप शाही ने पद से इस्तीफा दे दिया था। बीच कार्यकाल में नए अध्यक्ष के तौर पर लक्ष्मीकांत बाजपेयी की ताजपोशी हुई थी। तब इसी तरह कैपिटल हॉल में ढोल–बाजे बजाकर ताजपोशी हुई थी, लेकिन इस बार की तुलना में वो छोटा कार्यक्रम था। डबल इंजन की ताकत, क्या केशव का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगे चौधरी?वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय कहते हैं- इसका जवाब तो भविष्य में ही मिलेगा। लेकिन केशव प्रसाद मौर्य ने जिस तरीके से अपने भाषण में ये कहा कि 2014 में जब केंद्र और प्रदेश में दूसरों की सरकार थी, तो 70 लोकसभा सीटें जीते थे। 2017 यूपी विधानसभा का चुनाव हुआ तो सूबे में सपा सरकार थी, तब भाजपा ने रिकॉर्ड 325 सीटें जीती थीं। अब तो केंद्र और प्रदेश में भाजपा की डबल इंजन की सरकार है। 2027 में 2017 का रिकॉर्ड तोड़ेंगे। इसके मायने साफ है कि केशव ने प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए जो एक लंबी रेखा खींची है, अब उससे बड़ी लकीर नए अध्यक्ष पंकज चौधरी को खींचनी होगी। इसी तरह सीएम योगी ने भी नए नेतृत्व के रूप में पंकज चौधरी की तारीफ की और एसआईआर में संगठन की खुले मंच से मदद मांगी। फिर पंकज चौधरी ने अपने संबोधन में सीएम योगी के कार्यकाल की उपलब्धियों का बखान कर साफ कर दिया कि दोनों समन्वय के साथ 2027 के रण में उतरेंगे। सीएम और प्रदेश अध्यक्ष एक ही जिले से मायने क्या? इसके सियासी फायदे समझाते हुए वरिष्ठ पत्रकार आनंद राय कहते हैं- पूर्वांचल को साधे बिना यूपी की सत्ता में कोई नहीं आ सकता है। दिल्ली की कुर्सी जैसे यूपी से होकर निकलती है, उसी तरह यूपी की सत्ता पूर्वी यूपी के समीकरणों से सधती है। पूर्वी यूपी का तेवर हमेशा से विद्रोही प्रवृत्ति का रहा है। यही कारण रहा कि आजादी से बहुत पहले 1901 में अंग्रेज भी यहीं के लोगों को मजदूर बनाकर विदेश ले गए थे। आज भी वे अपनी जड़ों की तलाश में पूर्वी यूपी या बिहार के सटे इलाकों में आते हैं। इस इलाके को हमेशा से उपेक्षित किया जाता रहा है। ये आरोप हमेशा से कांग्रेस पर लगा। अब भाजपा इसी उपेक्षा के दंश को यहां के नेताओं को सरकार और संगठन में तवज्जो देकर धो रही है। 2022 विधानसभा और 2024 के लोकसभा में पूर्वी यूपी में ही भाजपा को सबसे बड़ा डेंट लगा था। --------------- ये भी खबर पढ़ें- पंकज चौधरी बोले- झुकता नहीं, लड़ता हूं:यूपी BJP अध्यक्ष बनते ही योगी के बगल बैठे; गोयल ने बताया योगी कैसे CM बने यूपी भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष मिल गया है। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी निर्विरोध चुन लिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शंखनाद के बीच उनके नाम का ऐलान किया। निर्वाचित होते ही निवर्तमान अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी योगी के बगल की कुर्सी से उठ गए। उन्होंने पंकज चौधरी को पार्टी का झंडा सौंपा। फिर पंकज चौधरी, भूपेंद्र चौधरी की कुर्सी पर बैठ गए। मंच पर 7 पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद थे। पंकज चौधरी ने अपना पहला भाषण दिया। कहा- मैं रूल नहीं, रोल अदा करने में विश्वास करता हूं। मेरे लिए कार्यकर्ता सर्वोपरि है। मैं आपके लिए जिऊंगा। मेरे काम करने के चार सूत्र संगठन, संपर्क, संवाद और समन्वय है। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:37 am

हरियाणा रेलूराम हत्याकांड मामला:​​​​​​​हत्यारी बेटी सोनिया आज हो सकती है जेल से रिहा, जेल में दामाद संजीव ने नहीं की कोई लेबर

हरियाणा के पूर्व विधायक रेलूराम पुनिया हत्याकांड में अपने ही परिवार के 8 लोगों को बेहरमी से मौत के घाट उतारने वाले दोषी 43 वर्षीय सोनिया को आज या कल हाईकोर्ट से राहत मिल सकती है, जबकि इसके पति संजीव को 13 दिसंबर की शाम को अंतरिम जमानत मिल चुकी है। करनाल की जेल में बंद इस शातिर अपराधी महिला पर अलग-अलग जिलों में दर्ज कई मामलों की सुनवाई पूरी हो चुकी है, जिनमें से अधिकांश में उसे राहत मिल चुकी है। अब जघन्य अपराध के मामले में भी इसकी अंतरिम जमानत हो सकती है, यह दावा इसके पति संजीव की वकील द्वारा किया गया है। वहीं अगर सोनिया के रिकॉर्ड पर नजर डाली जाए तो यह पढ़ी-लिखी और ग्रेजुएट है। सूत्रों के अनुसार, इसे करनाल जेल लेडिज वार्ड 1-बी में रखा गया है और जेल में इसके कोई काम नहीं दिया गया है। कई जिलों में दर्ज रहे मामले सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोनिया के खिलाफ करनाल, अंबाला, कुरुक्षेत्र और हिसार में अलग-अलग समय पर मामले दर्ज हुए। करनाल के राम नगर, अंबाला के बलदेव नगर और कुरुक्षेत्र के थानेसर सिटी में दर्ज मामलों में अदालतों से उसे बरी किया जा चुका है। इन मामलों में धोखाधड़ी, मारपीट और अन्य गंभीर आरोप शामिल थे। हिसार के मामले में उम्रकैद की सजा हालांकि हिसार के उकलाना क्षेत्र में दर्ज गंभीर मामले में अदालत ने सोनिया को दोषी करार दिया था। इस मामले में हत्या, साजिश, नशीले पदार्थों और हथियारों से जुड़े आरोप थे, जिसमें उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई। इसी सजा के तहत वह फिलहाल जेल में बंद है। वहीं अगर हत्यारे संजीव की अगर बात की जाए तो यह 18 अप्रैल 2023 से करनाल जिला जेल में बंद था, उसे गुरुग्राम जिला जेल से ट्रांसफर कर करनाल जिला जेल लाया गया था। 13 दिसंबर यानी शनिवार शाम तक उसे करनाल जिला की बैरक 17-ए, क्लास-सी में रखा गया था। जिसके बाद उसे अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया। एलएलबी है हत्यारा संजीव हत्यारे संजीव की अगर पढ़ाई की बात की जाए तो रिकॉर्ड के मुताबिक, उसने एलएलबी की पढाई की हुई है। 49 वर्षीय इस हत्यारे को जेल में कंविक्टेड की कैटेगिरी में रखा गया है और उम्र कैद की सजा काट रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जेल में संजीव से फिलहाल कोई लेबर नहीं करवाई गई। पहला और सबसे बड़ा केस हिसार का, 2004 में दोषसिद्ध दोषी संजीव कुमार पर दर्ज पहला और सबसे गंभीर मामला हिसार जिले के उकलाना थाना क्षेत्र का है। यह मामला वर्ष 2001 का है। इसी केस में अदालत ने 31 मई 2004 को उसे दोषी करार दिया था। यह वही मामला है, जिसे पूर्व विधायक रेलूराम पूनिया और उनके पूरे परिवार की हत्या से जोड़ा जाता है। सेशन जज अरविंद कुमार ने इस केस में फैसला सुनाया था। संजीव पर दूसरा मामला यमुनानगर जिले के बिलासपुर थाना क्षेत्र में दर्ज है। यह केस धोखाधड़ी और जालसाजी से जुड़ा है। जानकारी अनुसार, इस मामले में उसे जमानत मिल चुकी है। तीसरा मामला अंबाला जिले के बलदेव नगर थाना क्षेत्र का है। इसमें पुलिस हिरासत से भागने और धोखाधड़ी से जुड़े आरोप शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, इस केस में दी गई सजा संजीव पहले ही पूरी कर चुका है। गरीबी से अमीरी का सफर रेलू राम पूनिया एक गरीब परिवार से थे, जिन्होंने कड़ी मेहनत से संपत्ति अर्जित की। 1996 में वे विधायक बने। परिवार में संपत्ति के बंटवारे को लेकर तनाव था, खासकर सोनिया और उनके सौतेले भाई सुनील के बीच। 23 अगस्त 2001 को सोनिया के जन्मदिन पर हत्याएं हुईं। सोनिया ने आत्महत्या का प्रयास किया और गिरफ्तार हुई। अदालत ने संपत्ति हड़पने के इरादे से अपराध सिद्ध किया। कानूनी सफर पर एक नजर - 2004: ट्रायल कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई। - 2005: हाईकोर्ट ने उम्रकैद में बदल दी। - 2007: सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सजा बहाल की। - 2014: देरी के कारण उम्रकैद में परिवर्तित। - 2025: हाईकोर्ट ने समयपूर्व रिहाई की समीक्षा का आदेश दिया और अंतरिम जमानत प्रदान की। वर्तमान अपडेट: परिवार के चाचा राम सिंह की ओर से विरोध है। सोनिया ने जेल से संपत्ति दावे की चिट्ठी लिखी। अंतिम निर्णय दो महीने में अपेक्षित है। हत्याकांड जो इतिहास बन गया रेलू राम पूनिया हत्याकांड भारतीय अपराध इतिहास का एक कुख्यात मामला है, जो संपत्ति लालच, पारिवारिक विवाद और न्यायिक प्रक्रिया की जटिलताओं को उजागर करता है। यह घटना 23 अगस्त 2001 को हरियाणा के हिसार जिले के उकलाना मंडी के पास लितानी गांव में हुई, जहां पूर्व विधायक रेलू राम पूनिया (उम्र 50 वर्ष), उनकी दूसरी पत्नी कृष्णा (41), बेटी प्रियंका (16), सौतेला बेटा सुनील (23), बहू शकुंतला (20), और तीन नाती-पोतियां-लोकेश (4), शिवानी (2), और प्रीति (1.5 महीने)-की लोहे की रॉड से निर्मम हत्या कर दी गई। हत्यारों में मुख्य आरोपी रेलू राम की बड़ी बेटी सोनिया (19) और उसका पति संजीव कुमार थे। रेलू राम की रेल चलेगी, बिन पानी बिन तेल चलेगी रेलू राम का जीवन संघर्षपूर्ण था। गरीबी में भैंसें चराने वाले इस व्यक्ति ने दिल्ली में ट्रक धोने से शुरू कर कच्चे तेल के काले बाजार से धन कमाया। उन्होंने करीब 100 एकड़ कृषि भूमि, फरीदाबाद और दिल्ली में हवेलियां, नंगलोई में 13 दुकानें, और कई वाहन जमा किए। 1996 में वे बारवाला विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीते, जहां उनका नारा था रेलू राम की रेल चलेगी, बिन पानी बिन तेल चलेगी। वे पूर्व मुख्यमंत्री बंसी लाल की हरियाणा विकास पार्टी का समर्थन करते थे और चौधरी देवी लाल व ओम प्रकाश चौटाला से जुड़े थे। 2000 चुनाव नहीं लड़े। दूसरी पत्नी से हुई थी बेटी सोनिया पहली पत्नी ओम देवी से बेटा सुनील, दूसरी पत्नी कृष्णा से बेटियां सोनिया और प्रियंका। संपत्ति (लगभग 46 एकड़ कृषि भूमि सहित सैकड़ों करोड़ की) के बंटवारे पर विवाद था। सोनिया का मानना था कि पिता सब कुछ सुनील को दे देंगे। हफ्तों पहले सोनिया ने सुनील पर रेलू राम की लाइसेंसी बंदूक से गोली चलाने का प्रयास किया था। ऐसे शुरू हुआ सिलसिला 2001 : रेलू राम की संपत्ति संचय और राजनीतिक उदय। परिवार में कृष्णा और सोनिया के साथ तनाव। सोनिया-सुनील के बीच भूमि विवाद। 23 अगस्त 2001 (रात्रि): सोनिया का 19वां जन्मदिन। वह हॉस्टल से प्रियंका को लाती है। रात्रि 12 बजे पटाखे फोड़े जाते हैं। रात्रिभोज में अफीम युक्त खीर परोसी जाती है। करीब 4:45 बजे सोनिया टाटा सूमो में चली जाती है (संभावित रूप से संजीव को छोड़ने) और लौटती है। सोनिया लोहे की रॉड लेकर कमरों में घुसती है और सोते हुए परिवारजनों पर हमला करती है। शकुंतला का मुंह बंधा और हाथ बंधे मिले। 24 अगस्त 2001 (सुबह): नौकरानी बच्चों को स्कूल ले जाने पर शव मिलते हैं। सोनिया कीटनाशक खाकर बेहोश पाई जाती है, उसके पास सुसाइड नोट: पापा मुझे प्यार नहीं करते थे, इसलिए मैंने उन्हें मार दिया। उसे बारवाला अस्पताल ले जाया जाता है। संजीव फरार। 2001 (तत्काल बाद): सोनिया और संजीव गिरफ्तार। मामला परिस्थितिजन्य साक्ष्यों (नौकरानी की गवाही, रॉड, वाहन ट्रेस) पर दर्ज। मकान में आग लगाने का प्रयास भी। जांच और मुकदमा जांच में 109 से अधिक गवाहों में से 66 की जांच हुई। सार्वजनिक अभियोजक पी.के. संधीर ने संपत्ति हड़पने का मकसद सिद्ध किया। संजीव के आठ रिश्तेदार (पिता, मां, भाई सहित) बरी। सोनिया की पूछताछ में खुलासा: पिता ने सुनील के नाम कागजात तैयार कर लिए थे। किस तरह से चला कोर्ट केस मई 2004: हिसार सत्र न्यायालय: सोनिया-संजीव को 8 हत्याओं के लिए मौत की सजा। अप्रैल 2005: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट: मौत की सजा को उम्रकैद में बदल दिया। फरवरी 2007: सुप्रीम कोर्ट: मौत की सजा बहाल। अक्टूबर 2007: हरियाणा गवर्नर: दया याचिका खारिज। फरवरी 2009: सोनिया राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल को पत्र: एकांत कारावास में दर्द सहन नहीं, मौत दो। गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने अस्वीकार की सलाह दी। अप्रैल 2013: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी: दया याचिका खारिज। सोनिया भारत की पहली फांसी पाने वाली महिला बन सकती थीं। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने स्थगित कर दिया। जनवरी 2014: सुप्रीम कोर्ट: दया याचिका में देरी (12 वर्ष 3 माह जेल) के कारण उम्रकैद में परिवर्तित। अन्य 13 कैदियों के साथ। अब पैरोल/फर्लो पर पात्र। सितंबर 2014: शिकायतकर्ता रेलूराम सिंह के वकील: फांसी की तारीख तय करने की मांग। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं। 2013 (अन्य): अंबाला जेल से सोनिया-संजीव का पाकिस्तानी जासूसों के साथ सुरंग खोदकर भागने का प्रयास विफल। 2023: राज्य स्तरीय समिति: समयपूर्व रिहाई खारिज (जेल अपराधों का हवाला)। 12 दिसंबर 2025: पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने अंतरिम जमानत पर रिहा किया जेल से डीएलएसए को लिखा पत्र जेल से सोनिया ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को पत्र लिखा, जिसमें लितानी मोड़ हवेली, दौलतपुर भूमि, नंगलोई दुकानें आदि पर दावा। उनका तर्क: बेटा प्रशांत भी वारिस। लेकिन राम सिंह के बेटे जितेंद्र (रेलू राम के भतीजे) विरोध में हैं, जो अदालत से कानूनी वारिस का दर्जा पा चुके। हिंदू उत्तराधिकार अधिनियम की धारा 25 के तहत हत्यारा उत्तराधिकारी नहीं बन सकता। बैंक खाते (एसबीआई, पीएनबी), एलआईसी पॉलिसी आदि पर विवाद। विशेषज्ञों का मानना है कि हत्या के कारण सोनिया का दावा कमजोर।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:35 am

राजस्थान में छाने लगा कोहरा:रेगिस्तानी इलाके में 3 डिग्री गिरा तापमान, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़ में धुंध रहने की संभावना

राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ का असर रविवार को कम रहा। बीकानेर, जोधपुर, अजमेर, जयपुर संभाग के अधिकांश हिस्सों में इस सिस्टम के असर से आसमान में हल्के बादल रहे। बादलों के छाने से कई शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट, सर्द हवा कमजोर पड़ने से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हुई। मौसम केन्द्र जयपुर ने राज्य में अगले 5 दिन मौसम ड्राय रहने का अनुमान जताया है। पिछले 24 घंटे का मौसम देखें तो जयपुर, सीकर, दौसा, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, नागौर, अलवर, अजमेर, बाड़मेर के एरिया में हल्के बादल रहे। इससे इन शहरों में रविवार को धूप थोड़ी कमजोर रही। इससे पहले गंगानगर, हनुमानगढ़ के एरिया में सुबह 10-11 बजे तक आसमान में कोहरा रहा। इस कारण जैसलमेर का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस (3 डिग्री गिरावट) पर दर्ज हुआ। बाड़मेर में अधिकतम तापमान 29.4, जोधपुर में 30.5, बीकानेर में 29, चूरू में 28.3, श्रीगंगानगर में 24.5, उदयपुर में 28, चित्तौड़गढ़ में 28.8, कोटा में 26.7, सीकर में 27, पिलानी (झुंझुनूं) में 27.6, जयपुर, अजमेर में 26.8 और अलवर में 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। रात में कड़ाके की सर्दी से ​मामूली राहतबादल छाने से कमजोर हुई उत्तरी हवाओं के कारण न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज हुई। इससे शेखावाटी के एरिया में लोगों को कड़ाके की सर्दी से थोड़ी राहत मिली है। सीकर, फतेहपुर, चूरू, झुंझुनूं, पिलानी के एरिया में पिछले 2 दिन में न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया। रविवार को फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 9, पिलानी में 9.6 और चूरू में 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। करौली में न्यूनतम तापमान 7.2, दौसा में 7.8, लूणकरणसर में 6.9, पाली में 9.9, बारां में 8.6, नागौर में 7, जालोर में 8.7, उदयपुर में 9.6, चित्तौड़गढ़ में 9.3, अलवर में 7.5 और वनस्थली (टोंक), भीलवाड़ा में 9-9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक गंगानगर, हनुमानगढ़ के एरिया में आज भी कहीं-कहीं कोहरा छा सकता है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:32 am

चन्नी-वड़िंग बोले, ये दो दिन सबसे खतनाक:स्ट्रांग रूम में हेराफेरी की फिराक में सरकार, 10-15 वर्कर 24 घंटे दें पहरा

पंजाब में जिला परिषद व ब्लॉक समिति के लिए मतदान पूरा हो गया। मतदान के दौरान सूबे के अलग-अलग हिस्सों से मतदाता सूचियों में गड़बड़ी की सूचनाएं आती रही और विरोध के बाद अधिकारी उन खामियों को दूर करवाते रहे। वहीं मतदान समाप्त होने के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग व पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने अगले दो दिन कार्यकर्ताओं को सजग रहने को कहा। वड़िंग व चन्नी ने कहा कि सरकार हेराफेरी करने की कोशिश लगातार कर रही है। मतदान के दौरान भी कई जगहों पर इस तरह के मामले सामने आए। अब स्ट्रॉन्ग रूम में छेड़छाड़ हो सकती है। उन्होंने सभी उम्मीदवारों को हिदायतें दी हैं कि अगले दो दिन चुनाव प्रभावित करने के लिए बड़े खतरे वाले हैं इसलिए हर स्ट्रॉन्ग रूम में 24 घंटे अपने 10 से 15 कार्यकर्ताओं को रखें। जैसे ही आपको गड़बड़ी का शक हो तुरंत पार्टी के सीनियर नेताओं और पुलिस को सूचित करें। स्ट्रॉन्ग रूम एक मिनट के लिए भी न छोड़ें। स्ट्रॉन्ग रूम और मतगणना सेंटरों में वीडियो ग्राफी के लिए हाईकोर्ट जाएगी कांग्रेस राजा वड़िंग ने कहा कि मतदान के दौरान आम आदमी पार्टी ने प्रशासन के साथ मिलकर धक्का करने की कोशिश की। कई जगहों पर धक्का हुआ है और कांग्रेसियों के आवाज उठाने से वहां पर चुनाव रद्द करना पड़ा। उन्होंने कहा कि उन्हें किसी अधिकारी ने बताया है कि आप के विधायक स्ट्रॉन्ग रूम में गड़बड़ी करने की प्लानिंग कर रहे हैं। वड़िंग ने कहा कि सोमवार को कोर्ट में याचिका दायर करेंगे और स्ट्रॉन्ग रूम व काउंटिंग सेंटरों में वीडियो ग्राफी करवाने की मांग करेंगे ताकि स्ट्रॉन्ग रूम में छेड़छाड़ करने वालों को कैप्चर किया जा सके। राजा वड़िंग ने कहा कि कांग्रेस शुरू से अंदेशा जता रही थी कि आप सरकार चुनाव में धक्का करेगी। री-पोलिंग पर मैं खुद आऊंगा अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग 14 दिसंबर को दिल्ली में वोट चोर गद़्दी छोड़ रैली में थे। पंजाब में चुनाव के दौरान हुई गड़बडियों की उन्हें सूचना मिलती रही। वो दिन भर में दो से तीन बार सोशल मीडिया पर लाइव हुए और कार्यकर्ताओं को संदेश दिया। उनके हलके गिदड़बाहा में कुछ स्थानों पर री-पोलिंग होंगी। वड़िंग ने कहा कि री-पोल के दिन वो खुद आएंगे और डटकर खड़े रहेंगे। 10 प्रतिशत एक्स्ट्रा बैलेट पेपर बांटने की बात सच साबित हुई चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि कांग्रेस के कई उम्मीदवारों ने बैलेट पेपर मतदान से पहले ही सर्कुलेट कर दिए थे। सोशल मीडिया पर इस तरह के बैलेट पेपर आते रहे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कह रहे थे कि कांग्रेस हार रही है इसलिए ऐसे बयान दे रही है। अगर ऐसा ही है तो ये बैलेट पेपर पहले ही कहां से उम्मीदवारों ने बांट दिए। अगले दो दिन सबसे ज्यादा खतरनाक चन्नी ने कार्यकर्ताओं को कहा कि अगले दो दिन डटकर सरकार की धांधलियां रोकनी होंगी। चन्नी ने कहा कि दो दिन बैलेट बॉक्स प्रशासन के पास रहेंगे। सरकार ने जो एक्स्ट्रा बैलेट पेर छपवाए हैं उन्हें बॉक्स में डालने की कोशिश करेंगे। मतदान के दौरान भी कई जगह कोशिशें हुई हैं। लेकिन अगले दो दिन इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार ने डीसी, एसडीएम, तहसीलदार व वोट गिनने वाले कर्मचारियों को कह दिया कि उनके कंडीडेट को विजयी घोषित करना है। चन्नी ने चेतावनी दी है कि वोट गिनने में गड़बड़ी करने वालों को अगली सरकार आते ही कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:31 am

कर्मचारियों पर तानाशाही, विरोध में वाल्मीकि समाज की बैठक

भास्कर संवाददाता | सागर नगर निगम प्रशासन की तानाशाही, सफाई कर्मचारियों के वेतन में विलंब, ई-अटेंडेंस और ठेकेदारी प्रथा के विरोध में समस्त वाल्मीकि समाज एवं सफाई कामगार समाज की बैठक राजीव नगर वार्ड स्थित वाल्मीकि सामुदायिक भवन में आयोजित की गई। बैठक में हाल ही में हुई निगम परिषद की बैठक में लिए गए उस निर्णय पर कड़ा रोष जताया गया, जिसमें एक जोन कार्यालय को प्रयोग के तौर पर पूर्णतः ठेके पर देने का प्रस्ताव पारित किया गया है। इस व्यवस्था के तहत समस्त कर्मचारियों को ठेके के माध्यम से रखने की योजना का सफाई कर्मचारियों ने विरोध किया। बैठक में जिला सफाई कामगार यूनियन, भारतीय सफाई मजदूर संघ एवं अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के संयुक्त मोर्चा के गठन का निर्णय लिया गया। मोर्चा पूर्व समझौतों की मांगों और नगर निगम की वादा खिलाफी के विरोध में मंगलवार को नगर निगम आयुक्त एवं कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेगा। बैठक की अध्यक्षता महेश करोसिया ने की। मुख्य अतिथि सरवन करोसिया एवं दिलीप करोसिया रहे। संचालन दीपक ज्ञान ने किया और आभार हेमंत सारवान ने माना।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:31 am

लीकेज सुधरा, भगवानगंज और सुभाषनगर में जल आपूर्ति आज

भास्कर संवाददाता| सागर भगवानगंज में शनिवार को पाइपलाइन में आया लीकेज रविवार को सुधर गया। यहां पर 350 एमएम की बड़ी लाइन में लीकेज हो गया था। इसके बाद रविवार की शाम शास्त्री वार्ड के कुछ हिस्सों में जलापूर्ति की गई। हालांकि भगवानगंज वार्ड में जलापूर्ति नहीं की जा सकी। नगर निगम के जलप्रदाय विभाग के मुताबिक भगवानगंज और सुभाषनगर वार्ड के जिन क्षेत्रों में शनिवार को जलापूर्ति नहीं की जा सकी थी, वहां सोमवार को जलापूर्ति की जाएगी। इसी के साथ ही शास्त्री वार्ड के जिन हिस्सों में रविवार को जलापूर्ति नहीं हो सकी, वहां सोमवार को पानी की सप्लाई होगी। भगवानगंज और सुभाषनगर वार्ड के जिन हिस्सों में रविवार को तय शेड्यूल की जलापूर्ति की जाना थी, वहां 16 दिसंबर को जलापूर्ति की जाएगी। मकरोनिया में भी रविवार को तय शेड्यूल की जलापूर्ति नहीं की जा सकी। वहीं मकरोनिया में रविवार को पूरे क्षेत्र में जलापूर्ति नहीं की गई। बीपी टैंक के पास वॉल्व खराब होने के कारण टंकी भरने ही पानी नहीं छोड़ा जा सका। इसका सुधार कार्य देर रात तक जारी रहा। ऐसे में यदि सोमवार सुबह टंकी भर सकी तो सोमवार को दोपहर या शाम को जलापूर्ति की जाएगी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:31 am

अब लगातार ठंड बढ़ेगी

उत्तर से आ रहीं सर्द हवाओं से अचानक से मौसम ने करवट ले ली है। पिछले 24 घंटों में शहर के अधिकतम तापमान में 2.2 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। रविवार को सुबह से ही धुंध छाई रही और पूरे दिन ठिठुरन महसूस हुई। शाम 5:30 बजे तापमान 20 डिग्री पर आया तो अगले 3 घंटों में पारा 5.6 डिग्री की गिरावट के साथ रात 8:30 बजे 14.4 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को शहर का अधिकतम तापमान सामान्य से 2 डिग्री ज्यादा 28.4 डिग्री था, जो रविवार को गिरावट के साथ 26.2 पर आ गया। वहीं न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री की गिरावट के साथ 12.2 दर्ज किया गया। रविवार को दिन का तापमान सामान्य रहा, वहीं रात का तापमान सामान्य से 1 डिग्री नीचे आ गया है। पिछले 24 घंटों में सुबह व शाम को हवा में नमी की मात्रा भी बढ़ी है। सुबह के समय हवा में नमी की मात्रा 56 से बढ़कर 70 प्रतिशत, तो शाम के समय नमी 49 की जगह 64 प्रतिशत दर्ज की गई। मौसम वैज्ञानिक विवेक छलोत्रे ने बताया कि हिमालय में हुई बर्फबारी के कारण उत्तर से सर्द हवाओं का आना शुरू हो गया है। यही कारण है कि अचानक से दिन के तापमान में 2 डिग्री से ज्यादा गिरावट आई है। पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इससे अब लगातार तापमान में गिरावट होगी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:31 am

पंचायतों में नहीं लिखे नाम, सीईओ को नोटिस

सागर| जनपद सागर सीईओ को जिला पंचायत सीईओ ने कारण बताओ नोटिस दिया है। यह नोटिस पंचायतों में ग्रामीण आवास के लोगों के नाम दीवारों पर नहीं लिखे जाने के कारण दिया है। सागर जनपद सीईओ भूपेंद्र अहिरवार को दिए नोटिस में बताया है कि समीक्षा में सामने आया कि निर्देशों के बावजूद जनपद की पंचायतों में एक माह बाद भी सूची का दीवार लेखन कार्य नहीं किया है। प्रतीक्षा सूची वाले लोगों को आवास की जानकारी के लिए कलेक्टर कार्यालय एवं जिला पंचायत आना पड़ रहा है। निर्देश के बाद भी काम में रुचि नहीं लेने व निगरानी नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हुई। स्वयं उपस्थित होकर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:31 am

महिला ने खेतों की सेहत सुधारने शुरू की ऑर्गेनिक खेती:मुरैना की 8वीं पास लता देवी ने खेती को बनाया रसायन मुक्त, लागत 75% कम हुई, मुनाफा दोगुना

मुरैना जिले के ग्राम बमूर का पुरा पोरसा निवासी 8वीं पास लता देवी तोमर आज जिले ही नहीं, प्रदेश में वैज्ञानिक महिला किसान के रूप में पहचानी जाती हैं। रासायनिक खादों के अत्यधिक उपयोग से बंजर होती जमीन को बचाने के लिए उन्होंने वर्ष 2016 में पति की प्रेरणा से ऑर्गेनिक खेती की शुरुआत की थी। शुरुआती चुनौतियों के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और दस वर्षों की मेहनत से 18 बीघा जमीन पर रसायन-रहित खेती शुरू कर दी। आज उनका ऑर्गेनिक फार्म हाउस फल-सब्जी, धान, गेहूं, चना, सरसों और दूध-सब कुछ जैविक उत्पादन के लिए जाना जाता है। उनके उत्पाद न सिर्फ खेतों की सेहत सुधार रहे हैं, बल्कि उपभोक्ताओं को भी स्वास्थ्यप्रद विकल्प दे रहे हैं। लागत घटी, मुनाफा बढ़ालता देवी बताती हैं कि रासायनिक खेती के दौरान महंगे खाद-दवाइयों के कारण खेती की लागत लगातार बढ़ती जा रही थी, जिससे खेती घाटे का सौदा बन गई थी। लेकिन जैसे ही उन्होंने जैविक पद्धति अपनाई, प्रति बीघा लागत चार गुना कम हो गई। उनकी ऑर्गेनिक उपज बाजार में दोगुने दाम पर बिकती है, जिससे मुनाफा तीन गुना तक बढ़ गया। रासायनिक खेती जितना ही उत्पादन उन्हें जैविक खेती में भी मिल रहा है एक बीघा में लगभग आठ क्विंटल तक। घर में ही तैयार करती हैं जैविक खाद, दवाइयांलता देवी ने जैविक खाद व जीवामृत बनाने के लिए घर में देशी गाय पाल रखी है। गाय के गोबर और गौमूत्र से वह घर पर ही आवश्यक जैविक खाद और स्प्रे दवाइयां तैयार कर लेती हैं। इससे उन्हें अतिरिक्त खर्च नहीं करना पड़ता। साथ ही गायों से मिलने वाला शुद्ध दूध उनके परिवार के लिए अतिरिक्त लाभ है। उनका कहना है कि एक किलो गोबर से वह 20 किलो तक उत्तम जैविक खाद तैयार कर लेती हैं, जिससे खेती की लागत तीन से चार गुना तक घट गई है। हजारों किसानों को दे चुकी हैं प्रशिक्षणलता देवी ने जैविक खेती के गुर कृषि विज्ञान केंद्र मुरैना के वैज्ञानिकों से सीखे थे। वर्षों की मेहनत और प्रयोगों से उन्होंने अपना अलग मॉडल विकसित किया। उनकी सफलता को देखते हुए अब उनकी गिनती वैज्ञानिक महिला किसानों में की जाती है। बीते पांच वर्षों में वे प्रदेश और देशभर से आए 5 हजार से अधिक किसानों को जैविक खेती का प्रशिक्षण दे चुकी हैं। कई किसान उनके फार्म पर आकर खाद बनाने की तकनीक सीखते हैं। ऐसे तैयार होता है जैविक खादलता देवी बताती हैं कि जैविक खाद बनाना बेहद आसान और पूरी तरह कम लागत वाला तरीका है। 10 किलो देशी गाय का गोबर,इतनी ही मात्रा में गौमूत्र,200 लीटर पानी,1 किलो गुड़,1 किलो बेसन व एक किलो पीपल व बरगद के पेड़ के नीचे की शुद्ध मिटी। इन सभी सामग्री को एक ही चरही (ड्रम/टंकी) में मिलाकर 7 से 10 दिन तक छोड़ दिया जाता है। निर्धारित समय के बाद यह मिश्रण लगभग 220 किलो तक उच्च गुणवत्ता वाली जैविक खाद में बदल जाता है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:30 am

डिप्टी CM की रिक्वेस्ट...RSS के पूर्व प्रचारक ने पिया पानी:बोले- सिहोरा जिला नहीं बना तो फिर त्याग दूंगा जल; ICU से बाहर आए, खाना अभी भी बंद

चुनाव से 2 दिन पहले तत्कालीन CM शिवराज सिंह ने मुझसे बात की थी। उनको अहसास था कि यहां से चुनाव हार जाएंगे। मुझसे कहा था कि सबसे कहिए हम जिला बनाएंगे। चुनाव हो गए संतोष वरकड़े विधायक भी बन गए। लेकिन, यह विषय जितनी गंभीरता से उठना चाहिए था, नहीं उठा। यह कहना है RSS के प्रचारक रहे प्रमोद साहू का। वे सिहोरा जिला बनाओ आंदोलन के प्रमुख चेहरे हैं। जबलपुर जिले की सिहोरा तहसील को जिला बनाने की मांग करीब 30 साल से चल रही है। इसको लेकर कई बड़े आंदोलन हुए। लोगों ने दीये जलाए, भू-समाधि तक ली। इस बार का आंदोलन आर-पार का दिखाई दे रहा है। 6 दिसंबर से प्रमोद साहू 6 दिसंबर से अन्न का त्याग कर अनशन कर रहे हैं। 9 दिसंबर को उन्होंने जल का भी त्याग कर दिया। 10 दिसंबर को डॉक्टर्स की एक टीम आंदोलन स्थल पर पहुंची और उन्हें आनन-फानन ICU में एडमिट कर दिया। इसके बाद डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने उनसे बात की। मामले में सीएम से बैठकर बात करने का आग्रह कर जल का अनशन खत्म करा दिया। लेकिन, अन्न का अनशन अभी भी जारी है। फिलहाल वे सिहोरा सिविल अस्पताल में ही एडमिट हैं। इस दौरान दैनिक भास्कर के उनसे बात की है। पढ़िए… सवाल: आमरण सत्याग्रह की जरूरत क्यों पड़ी? सिहोरा को जिला क्यों बनवाना चाहते हैं?जवाब: जिले की मांग का मुद्दा साल 1999 से चल रहा है। तब मैं यहां नहीं था। 2003 में विधानसभा चुनाव से पहले ये मुद्दा जोर-शोर से उठा। उस आंदोलन में कई लोग घायल हुए। कई लोगों को मारा-पीटा गया। तब तत्कालीन दिग्विजय सरकार ने इसे जिला बनाने की मांग स्वीकार की थी। तब यहां विधायक नित्यनिरंजन खंपरिया थे। सिहोरा जिला राजपत्र में भी प्रकाशित हुआ था। उस समय जो सिहोरा तहसील थी वो विखंडित नहीं थी। अखंड थी। उसी को जिला बनाने की मांग हो रही है। जैसे मझौली, ढीमरखेड़ा, बोहरीबंद, बाकल, पान उमरिया, सलौंडी, गोदालपुर, गांधीग्राम। ये सभी जगहें तहसील का हिस्सा थीं। ज्यादातर को सिहोरा से अलग कर अन्य तहसीलें बना दिया। हम भारत की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी तहसील रही सिहोरा को जिला बनाने की मांग कर रहे हैं। इसमें जिला बनाने की सभी जरूरी चीजें हैं। सवाल: दिग्विजय सिंह के सिहोरा को जिला स्वीकारने और राजपत्र में प्रकाशित होने के बाद भी जिला क्यों नहीं बना?जवाब: दरअसल, उस वक्त ये सब होने के करीब 3 दिन बाद प्रदेश में चुनाव की आचार संहिता लागू हो गई थी। इसके चलते प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई थी। वास्तव में इसे नई सरकार बनने के बाद 2007 तक जिला बन जाना था। प्रक्रिया पूरी हो जानी थी लेकिन राजनीतिक दांव-पेंच लगाने वाले अपने खेल खेलते रहे और सिहोरा जिला नहीं बन पाया। सवाल: सिहोरा को जिला बनवाने वाले मुद्दे ने दोबारा मजबूती कब पकड़ी?जवाब: साल 2021 के अक्टूबर महीने में सिहोरा जिले के कुछ युवाओं ने तय किया कि अब सिहोरा जिला बनना ही चाहिए। उन्होंने लक्ष्य जिला आंदोलन समिति बनाई। तबसे उनका आंदोलन चालू है। अब तक पता नहीं उन्होंने क्या-क्या किया है। उनके संघर्ष की कहानियों को हम सुनेंगे तो बहुत तकलीफ होगी। सवाल: आप इस आंदोलन से कैसे जुड़े? उसके बाद क्या-क्या हुआ?जवाब: मैं यहां लंबे वक्त से लोगों के बीच में हूं। क्षेत्र रहा हूं। हजारों लोगों से मिला हूं। सभी के मन में पीड़ा है। सिहोरा के कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां के लोगों को अपने काम के लिए जिला मुख्यालय कटनी जाना पड़ता है। उन्हें बहुत कटा-कटा का महसूस होता है। लोग मुझसे कहते हैं कि नेता राजनेता हमेशा झुनझुना पकड़ा देते हैं। मैने लोगों के अंदर दुख देखा इसलिए मैं इस आंदोलन से जुड़ा। साल 2023 में जब मैं भी आंदोलन का हिस्सा था तब। यहां प्रहलाद पटेल आए थे। वो मुझसे भी मिले थे। उन्होंने भी कहा था कि सिहोरा को जिला बनाने की मांग बहुत लंबी है और इसे जिला बनने देना चाहिए। आखिरी चुनाव के समय यहां स्मृति ईरानी आई थीं। उन्होंने मंच से कहा था कि मैं खुद विधायक को लेकर मुख्यमंत्री के पास जाऊंगी। सिहोरा को जिला बनवाऊंगी। वो भी लौट कर नहीं आईं। चुनाव से 2 दिन पहले डॉ. जितेंद्र जामदार के माध्यम से तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुझसे बात की थी। उनको एहसास हो गया था कि यहां से वो चुनाव हार जाएंगे। तब शिवराज जी ने मुझसे कहा था कि भाईसाहब सब लोगों से कहिए कि हम जिला बनाएंगे। किसी भी हालत में बनाएंगे। चुनाव हो गए भारतीय जनता पार्टी के संतोष वरकड़े विधायक भी बन गए। लेकिन, ये विषय ऊपर जितनी गंभीरता से उठना चाहिए, नहीं उठाया गया। सवाल: चुनाव के बाद से करीब 2 साल तक कोई बड़ा आंदोलन क्यों नहीं हुआ?जवाब: हमें लगा था कि हमारे विधायक ऊपर इस मुद्दे को गंभीरता से उठाएंगे, लेकिन नहीं उठाया गया। हमने उन्हें बस वक्त दिया था। हालांकि हमारा आंदोलन बंद कभी नहीं हुआ था। इसी बीच कई युवाओं के अंदर इसको लेकर इतनी पीड़ा थी कि वो आत्महत्या करने तक के लिए तैयार हो गए थे। जब मुझे इसकी जानकारी लगी तो दुख हुआ और भाव आया कि ये सबसे ज्यादा जरूरी विषय है। मैने युवाओं को समझाया, ऐसा न करने को कहा। पूरी बात ऊपर तक गई। 3 महीने तक बात चली। वहां से घुमाने और तलने वाली बातें की गईं। इसके बाद मैंने 28 अक्टूबर को प्रेस वार्ता के जरिए कहा कि सिहोरा जिला नहीं बना तो 6 दिसंबर से अन्न का त्याग करूंगा। बस स्टैंड में आमरण सत्याग्रह करूंगा। 9 दिसंबर को मैंने क्षेत्र के लोगों का आह्वान किया था और जल भी त्यागने का प्रण ले लिया था। सवाल: अनशन वाले दिन से लेकर अब तक क्या हुआ? आप ICU में एडमिट कैसे हुए? पानी क्यों पिया?जवाब: 6 दिसंबर को मैं अन्न त्यागकर आमरण अनशन पर बैठ गया था। 9 दिसंबर को क्षेत्र के हजारों लोग यहां पहुंचे थे। उसी दिन मैंने जल का त्याग भी कर दिया था। 10 दिसंबर को डॉक्टर्स की टीम मेरे पास पहुंची। उन्होंने मेरी हालत नाजुक बताते हुए मुझसे अन्न जल ग्रहण करने को कहा। मैंने नहीं किया। इसके बाद उन्होंने मेरे स्वास्थ्य को अधिक खतरा बताते हुए मुझे आईसीयू में एडमिट होने का अनुरोध किया। मैने उनकी ये बात मान ली लेकिन अन्न जल ग्रहण नहीं किया। इसी बीच 13 दिसंबर को प्रदेश के डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का जबलपुर आना हुआ। वहां उन्होंने लक्ष्य जिला समिति के प्रतिनिधि मंडल को मिलने जबलपुर बुलाया था। लेकिन समिति से कोई उनसे मिलने जाने को तैयार नहीं था। इसी बीच क्षेत्रीय विधायक को लगा कि उनसे मेरी बात करा दें तो विधायक मेरे पास आ गए। उन्होंने टेलीफोन पर डिप्टी CM से मेरी बात कराई। उन्होंने कॉल पर मेरे से कहा आप बहुत पुराने हैं। हमारे वरिष्ठ हैं। आपके विषय को हम मुख्यमंत्री जी के पास रखेंगे। आप अपनी लड़ाई जारी रखिए लेकिन अन्न जल का त्याग मत करिए। इसे ग्रहण कीजिए। मैं भरोसा दिलाया हूं कि अगले किसी भी मंगलवार के दिन आप सहित प्रतिनिधि मंडल को भोपाल बुलाकर मुख्यमंत्री जी से टेबल टॉक कराएंगें। इसके बाद CM की मुलाकात समिति के सदस्यों से गंभीरता से हुई। मैने सभी की बातें सुनीं। ध्यान लगाया। फिर मैं इस निर्णय पर पहुंचा कि अन्न तो ग्रहण नहीं करूंगा। जब तक बात नहीं हो जाती तब तक जल और जूस से काम चलता रहेगा। सवाल: मुख्यमंत्री से बातचीत से क्या समाधान निकलेगा? सिहोरा जिला नहीं बना तो क्या?जवाब: मुख्यमंत्री से बातचीत के बाद अगर जिला सिहोरा का विषय हाल होता है। सिहोरा के लोग उससे संतुष्ट होते हैं तो हमारा भी लक्ष्य वही है। सब ठीक हो जाएगा। समझौते का कोई प्रश्न ही नहीं है। सिहोरा जिला बनना हमारा लक्ष्य है। जनजन की पीड़ा है। हमारे स्वाभिमान की बात है। जन्मभूमि की बात है। ये भारत का केंद्र है। यहां केंद्र के लोग जब तक कुपित रहेंगे भारत का विकास उस गति से नहीं हो पाएगा जैसे हम चाहते हैं। सिहोरा को नाभि स्थल कहते हैं। मैं भारत के केंद्र वाली जगह जो सिहोरा से 15 किमी दूर है मैं वहां साधना भी करके आया हूं। जब तक जिला नहीं बनेगा अन्न ग्रहण नहीं करेंगे। और इससे बड़ा भी कुछ हो सकता है। सवाल: आप RSS के प्रचारक रहे हैं, संगठन से मदद मिल रही है?जवाब: मैं 25 वर्ष संघ का प्रचारक रहा हूं। यहां आकर भी संघ के लिए ही काम करता हूं। संघ ही मेरा जीवन है। न ही अभी कोई चुनाव है, न ही कोई राजनीतिक मुद्दा। ये विषय संघ का बिल्कुल भी नहीं है। ये विषय मेरी जन्मभूमि और नागरिक कर्तव्य का है। इसलिए मैं इसमें शामिल हूं। ये सिहोरा के जन जन का मुद्दा है। सवाल: आंदोलन स्थल से आईसीयू तक का क्या संघर्ष रहा?जवाब: 9 दिसंबर को मैने जल त्याग दिया। 10 दिसंबर को डॉक्टर्स की टीम आई उन्होंने मुझसे कहा कि अन्न तक तो ठीक था अपने जल त्याग दिया है। शारीरिक परिस्थितियां गंभीर होने जैसे हालात हैं। अपनी किडनी लिवर खराब हो जाएंगे। उन्होंने मुझसे एडमिट होने का अनुरोध किया। मैने उनकी सलाह मानी। वो मुझे जबलपुर ले जाने की पूरी तैयारी से आए थे लेकिन मैं यहीं रहा। यहां के मेडिकल स्टाफ ने मेरा सपोर्ट किया। उन्होंने यहीं पूरी व्यवस्था कर दी। बस अस्पताल आया लेकिन अपनी प्रतिज्ञा नहीं तोड़ी। अन्न जल नहीं लिया। यह खबर भी पढ़े...जबलपुर में भाजपा कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर जबलपुर से 40 किमी दूर सिहोरा कस्बे को जिला बनाने की मांग एक बार फिर उठी है। 5 महीने पहले सिहोरा के लोग सड़क पर उतर आए थे। उन्होंने भाजपा संभागीय कार्यालय जबलपुर के बाहर पोस्टर लगाए थे। इनमें लिखा था कि शिवराज सिंह चौहान, स्मृति ईरानी, संतोष बरकड़े और उमा भारती कौन हैं? पूरी खबर यहां पढ़ें...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:30 am

'अच्छा हुआ आपके पास प्रभार नहीं, अधिकारी हमें चमकाते थे':इंदौर में मंत्री विजयवर्गीय ने CM से कहा; मेट्रो अधिकारी से भी बोले- मर्जी से मत बदल देना प्रस्ताव

अच्छा हुआ..आपने बता दिया कि आपके पास इंदौर का प्रभार नहीं है। गजट नोटिफिकेशन में लिखा है कि आप इंदौर के प्रभारी हैं, इसलिए आपके नाम से अधिकारी हमें चमकाते थे। यह बात मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से कही है। बातचीत का एक वीडियो भी सामने आया है। सीएम इंदौर में रविवार को ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में बैठक ले रहे थे। बताया जा रहा है कि मंत्री की बात का सीएम ने जवाब में देते हुए कहा है कि जिसको जो देना था वह दे दिया। अब जो बच गया वह मेरे पास है। इस दौरान मंत्री ने मेट्रो के अधिकारी से भी मर्जी से प्रस्ताव नहीं बदलने का कहा है। दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव हाल ही में कह चुके हैं कि वे इंदौर के प्रभारी मंत्री नहीं हैं। मुख्यमंत्री प्रदेश में जिलों के कार्य का विभाजन मंत्रियों के बीच करता है। एक जिला इंदौर खाली है। मैं वहां का प्रभारी मंत्री नहीं हूं। काम का बंटवारा कर दिया। इंदौर छोड़ दिया। हम तो हमेशा मुख्यमंत्री को ही प्रभारी मानते आए हैंइंदौर में बैठक के दौरान विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को लेकर हंसते हुए टिप्पणी की। कहा है कि इंदौर में अधिकारी अक्सर प्रभारी मंत्री का नाम लेकर हमें चमकाते थे और हम तो हमेशा मुख्यमंत्री को ही इंदौर का प्रभारी मंत्री मानते आए हैं। इस पर मुख्यमंत्री मुस्कुराने लगे। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जो जिले खाली हैं, उनकी जिम्मेदारी मेरे पास है। इसके बाद सभागार में हल्का सा हास्य का माहौल बन गया था। मंत्री विजयवर्गीय ने मेट्रो एमडी को भी दी हिदायतबैठक के पहले विजयवर्गीय ने मेट्रो के एमडी श्रीकृष्ण चैतन्य को बुलाकर पूछा कि बैठक में मेट्रो का रूट क्या रख रहे हो? जो तय हुआ है अंडरग्राउंड का वही रखना और कोई विकल्प मत रखना। खर्चा क्या है, वह भी बताना है। मंत्री ने एमडी से कहा कि बैठक में सीएम के समक्ष नया प्रस्ताव मत रख देना। इस पर मेट्रो एमडी कृष्ण चैतन्य ने कहा वही प्रस्ताव रख रहे हैं। कैलाश विजयर्गीय ने सीएम को दी पर्चियांबैठक के बाद मुख्यमंत्री ने प्रेस काॅन्फ्रेंस की। इस दौरान रोचक बात देखने को मिली। मंच पर सीएम के साथ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी, मंत्री तुलसीराम सिलावट और महापौर पुष्यमित्र भार्गव बैठे थे। काॅन्फ्रेंस के दौरान मंत्री विजयवर्गीय ने पहले अपनी जेब में पेन देखा, लेकिन पेन नहीं मिला। फिर उन्होंने पास में बैठे सांसद से पेन लिया और कागज पर पर्ची लिखकर सीएम को दी। ऐसा उन्होंने चार-पांच बार किया और हर बार सीएम को पर्ची दी। कहा था- शिवम वर्मा हां करते हैं लेकिन काम नहीं अधिकारियों को लेकर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की टिप्पणी पहली बार नहीं है। वे एक बार सार्वजनिक मंच से कलेक्टर शिवम वर्मा को लेकर भी तंज कस चुके हैं। उन्होंने कहा कि शिवम वर्मा फोन पर सिर्फ ‘हां’ कहते हैं, लेकिन काम नहीं करते हैं। मंत्री ने जब यह कहा था तब वर्मा निगम आयुक्त थे। यही नहीं, तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में भी उन्होंने 2008 में मेरिएट होटल में आयोजित कार्यक्रम में कहा था शिवराज जी, मेरे हाथ मुझे लौटा दीजिए। यह खबर भी पढ़ें... इंदौर मेट्रोपॉलिटन सिटी में अब रतलाम भी शामिल इंदौर में मेट्रो रूट को लेकर चल रहा असमंजस दूर हो गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि इंदौर में मेट्रो रेल का रूट अंडरग्राउंड ही रहेगा। एलिवेटेड ब्रिज की मौजूदा प्लानिंग में भी कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। पूरी खबर यहां पढ़ें...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:30 am

तानसेन समारोह-2025: पांच दिन होगी सुरों की बारिश:ग्वालियर दुर्ग के 'चतुर्भुज मंदिर' की थीम पर बने मंच से होगा संगीत का महाकुंभ

भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश के सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव “तानसेन संगीत समारोह” की बेला एक बार फिर आ गई है। संगीतधानी ग्वालियर में 15 दिसंबर से 19 दिसंबर तक यह ऐतिहासिक आयोजन आयोजित किया जा रहा है। जाहिर है, अगले पांच दिनों तक ग्वालियर की फिजाएं सुर, ताल और राग की अविरल वर्षा से सराबोर रहेंगी। खास बात यह है कि इस वर्ष तानसेन समारोह का 101वां आयोजन हो रहा है। इस वर्ष समारोह का मुख्य मंच ऐतिहासिक ग्वालियर दुर्ग स्थित उस चतुर्भुज मंदिर की थीम पर तैयार किया गया है, जिसने पूरी दुनिया को शून्य का परिचय कराया। तानसेन समाधि परिसर के समीप बने इस भव्य और आकर्षक मंच पर सोमवार, 15 दिसंबर को सांध्य बेला लगभग शाम 6 बजे समारोह का औपचारिक शुभारंभ होगा। प्रातःकाल पारंपरिक, सायंकाल औपचारिक शुभारंभ तानसेन समारोह का पारंपरिक शुभारंभ सोमवार को प्रातः 10 बजे हजीरा स्थित सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर होगा। इस अवसर पर शहनाई वादन, ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा, मीलाद वाचन एवं चादरपोशी की रस्में निभाई जाएंगी।इसके बाद सायंकाल 6 बजे ग्वालियर किले पर स्थित चतुर्भुज मंदिर की थीम पर बने मुख्य मंच पर अतिथियों द्वारा समारोह का औपचारिक उद्घाटन किया जाएगा, जिसके पश्चात संगीत सभाओं की शुरुआत होगी। तानसेन अलंकरण और राजा मानसिंह तोमर सम्मान समारोह के शुभारंभ के साथ ही राष्ट्रीय तानसेन अलंकरण एवं राजा मानसिंह तोमर सम्मान समारोह का आयोजन भी किया जाएगा। मुख्य समारोह में 10 संगीत सभाएं पहले दिन की प्रमुख प्रस्तुतियां सायंकालीन सभा (शाम 6 बजे)

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:29 am

वैर क्षेत्र के गांव नावर का मामला:चोरी करने आए 3 में से एक युवक को ग्रामीणों ने पकड़ा, पेड़ से बांधकर पीटा

गांव नावर मे चोरी करने के शक मे एक युवक को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। जिसे वैर थाना पुलिस के हवाले किया है। ग्रामीणों ने बताया शनिवार रात्रि वैर थाना इलाके के गाँव नावर मे रात्रि को चोरी करने के शक मे ग्रामीणों ने एक युवक को पकड़ा जबकि युवक के दो साथी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। ग्रामीणों ने युवक को पकड़ कर एक पेड़ से बांध दिया। जिसने पूछताछ मे कभी झालाटाला का तो कभी बाई बेबर का होना बताया। ग्रामीणों द्वारा पकड़े गए युवक के पास कट्टा भी मिला था। ग्रामीणों ने युवक को वैर पुलिस के हवाले कर दिया। ग्रामीण इलाके मे काफी समय से खेतों पर लगे नलकूप से केबिल चोरी की घटनाएं हो रही है। जिसके शक में युवक को एक ग्रामीण ने रात्रि के समय दो तीन लोगों को सड़क पर घूमते हुए देखा तो एक को पकड़ लिया जबकि उसके साथी भाग गए। लोगों ने उसे पेड़ से बांध दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। नावर निवासी रिनकेश सैनी ने पुलिस थाना वैर में मामला दर्ज कराया है। पकड़े गए युवक ने अपना नाम कुंवर सिंह निवासी बाई थाना हलैना बताया है। जिसकी जांच एएसआई बृजभान को सौंपी गई है। यात्री को पीटने वाले कंडक्टर-ड्राइवर निलंबित लोहागढ़ डिपो की बस में यात्री से मारपीट करने वाले कंडक्टर के खिलाफ रोडवेज प्रशासन ने कड़ा एक्शन लिया है। कंडक्टर नरेंद्र फौजदार को निलंबित कर इस अवधि में मुख्यालय झुंझुनूं किया है। इसके अलावा ड्राइवर विजयराम काे भी निलंबित कर बारां भेजा है भास्कर ने 14 दिसंबर के अंक में खुले पैसे के विवाद में कंडक्टर ने यात्री को लात-घूसों से पीटा शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कंडक्टर से मारपीट कर रहा है, जबकि बस चालक ने न तो बस रोकी और न ही झगड़ा शांत कराने की कोशिश की। वीडियो वायरल होने के बाद राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की कार्यकारी निदेशक डॉ. ज्योति चौहान ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने परिचालक- ड्राइवर के खिलाफ कार्रवाई के आदेश जारी करते हुए तत्काल निलंबन के आदेश दिए।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:29 am

‘लाड़ली बहनों’ को 3 हजार देने की तैयारी:विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ेगी राशि, 60+ महिलाओं के लिए नई स्कीम पर भी मंथन

एक तरफ मप्र के कैबिनेट मंत्री विजय शाह का लाड़ली बहनों को लेकर दिया बयान सुर्खियों में है तो दूसरी तरफ बीजेपी आने वाले तीन सालों में महिलाओं को साधने के लिए एक डिटेल रोडमैप बना रही है। बीजेपी की कोशिश है कि 2027 में होने वाले निकाय चुनाव तक कुछ राशि बढ़ाई जाए और फिर विधानसभा चुनाव तक लाड़ली बहना योजना की राशि बढ़ाकर तीन हजार रुपए की जाए। वहीं सूत्रों का कहना है कि 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं के लिए सरकार एक नई स्कीम लॉन्च कर सकती है। इस स्कीम में महिलाओं को कितना पैसा मिलेगा अभी इस पर विचार किया जा रहा है। साथ ही महिलाओं के स्व सहायता समूहों को भी सशक्त करने की तैयारी है। दरअसल, राजनीतिक दलों को सत्ता के दरवाजे तक पहुंचाने में महिलाएं एक नया पावर सेंटर बनकर उभरी हैं। मप्र, महाराष्ट्र, दिल्ली के बाद अब बिहार का चुनाव इसका ताजा उदाहरण है जहां एनडीए ने महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 10 हजार रु. देने का वादा किया । बिहार में एनडीए की जीत में इस स्कीम को गेमचेंजर माना गया है। जानकार भी मानते हैं कि अब बीजेपी के लिए अब सत्ता की चाबी किसानों से कहीं ज्यादा महिलाओं के हाथ में है। जो राजनीतिक रूप से ज्यादा वफादार मानी जाती हैं। यही कारण है कि सरकार के बजट का एक बड़ा हिस्सा भी महिलाओं के लिए ही है। आखिर किस तरह से आने वाले दिनों में महिलाएं राजनीति की दिशा बदलने वाली है। पढ़िए रिपोर्ट 1.सप्लीमेंट्री बजट का 28 फीसदी महिला-किसानों कोकिसी भी सरकार की वास्तविक प्राथमिकताएं उसकी घोषणाओं में नहीं, बल्कि उसके बजट आवंटन में सबसे साफ रूप से झलकती हैं। मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार ने शीतकालीन सत्र में जो 13,476 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट पेश किया, वह इस नई रणनीति का पहला और सबसे बड़ा सबूत है। इस भारी-भरकम राशि का लगभग 28% हिस्सा सिर्फ दो योजनाओं पर केंद्रित था। पहला, महिलाओं के लिए 'लाड़ली बहना योजना' जिसके लिए बजट में 1,794 करोड़ रु. का प्रावधान किया और दूसरा किसानों के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी, जिसके लिए 2,001 करोड़ रु. का प्रावधान किया गया। हालांकि, यह तो सिर्फ एक बानगी है। जब कुल बजट के आंकड़े देखते हैं, तो तस्वीर और भी साफ हो जाती है- यह तुलना साफ करती है कि भले ही कृषि का कुल बजट बड़ा दिखे, लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर, सीधा नकद हस्तांतरण (DBT) के माध्यम से महिलाओं पर किया जा रहा निवेश कहीं अधिक बड़ा, टारगेटेड और राजनीतिक रूप से असरदार है। जानकारों के मुताबिक बीजेपी यह समझ चुकी है कि सब्सिडी का अप्रत्यक्ष फायदा अक्सर राजनीतिक वफादारी में तब्दील नहीं होता, लेकिन खाते में आने वाली नकदी एक सीधा और भावनात्मक संबंध बनाती है। 2. जब 'लाड़ली बहनों' ने ईवीएम में किया कमालमहिलाओं के लिए बजट बढ़ाने के पीछे चुनाव में अप्रत्याशित फायदा भी है। यह केवल राजनीतिक पंडितों का अनुमान नहीं, बल्कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की एक विस्तृत रिसर्च रिपोर्ट 'लाड़ली बहना योजना' को मध्य प्रदेश में बीजेपी की जीत का सबसे प्रमुख और निर्णायक फैक्टर बता चुकी है। SBI ने अपनी रिपोर्ट में 2 पॉइंट्स को महत्वपूर्ण बताया है.. चुनाव आयोग के आंकड़े भी इसी कहानी की पुष्टि करते हैं। 2018 की तुलना में 2023 में महिला मतदाताओं की भागीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। लोकनीति-CSDS का सर्वे इस चुनावी व्यवहार की और भी गहरी परतें खोलता है। सर्वे के अनुसार, बीजेपी को 47% महिलाओं ने वोट दिया, जबकि कांग्रेस को 43%। लेकिन सबसे दिलचस्प आंकड़ा योजना के लाभार्थियों का है- यह आंकड़ा साबित करता है कि यह योजना सीधे तौर पर वोटों में तब्दील हुई। इतना ही नहीं, जिन 29% महिलाओं ने आखिरी समय में अपना वोटिंग का फैसला किया, उनमें से 48% ने ईवीएम पर बीजेपी का बटन दबाया। यह दर्शाता है कि चुनाव से ठीक पहले खाते में आने वाली नकदी ने अनिश्चित मतदाताओं को बीजेपी के पाले में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 3. बीजेपी की सोची समझी रणनीति बीजेपी का महिलाओं पर यह फोकस कोई भावनात्मक या कल्याणकारी कदम मात्र नहीं है, बल्कि यह एक बेहद सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। इसके तीन अहम फैक्टर हैं। लाड़ली बहना की तर्ज पर बाकी योजनाओं का खाका मध्य प्रदेश की सफलता के बाद, यह मॉडल अब बीजेपी की राष्ट्रीय रणनीति का हिस्सा बन चुका है। 'लाड़ली बहना' की तर्ज पर ही अन्य योजनाएं तैयार की जा रही हैं: एक्सपर्ट बोले- सरकार को डेडलाइन तय करना पड़ेगीवरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक गिरिजाशंकर कहते हैं, 'दरअसल, अब चुनाव जीतने के लिए सरकारें पांच साल के कामों पर नहीं, बल्कि नई घोषणाओं पर फोकस करती हैं। एक समय यह कर्जमाफी और बिजली माफी पर केंद्रित था, अब यह महिलाओं के खातों में सीधे पैसे डालने का रिवाज बन गया है। यह एक परसेप्शन है कि लाड़ली बहना के कारण मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनी। हालांकि, किसी अकादमिक रिसर्च में यह निष्कर्ष सामने नहीं आया है, लेकिन यह परसेप्शन आगे बढ़ रहा है। वह आगे जोड़ते हैं, यह अच्छी बात है कि महिलाओं पर बजट का बड़ा हिस्सा खर्च हो, लेकिन यह कितना सस्टेनेबल है?

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:29 am

मासूम अनिका आज राजबाड़ा पर इंदौरियों से करेगी गुहार:तीसरे जन्मदिन पर मां अहिल्या से आशीर्वाद लेकर इलाज के लिए 9 करोड़ मदद की अपील

दुर्लभ बीमारी से जूझ रही इंदौर की ढाई साल की मासूम अनिका का 15 दिसंबर को जन्मदिन है। इस मौके पर वह आज शाम 4 बजे राजबाड़ा पर मां अहिल्या की प्रतिमा पर उनसे आशीर्वाद लेकर लोगों से मदद की गुहार करेगी। दरअसल मासूम को इस बीमारी से बचाने के लिए अमेरिका से 9 करोड़ रुपए का इंजेक्शन मंगवाना जरूरी है। माता-पिता बेटी की जान बचाने के लिए क्राउड फंडिंग के जरिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं। अब तक करीब सवा दो करोड़ रुपए जुटाए जा चुके हैं, लेकिन अभी काफी फंड जुटाया जाना है। कांग्रेस पार्षद राजू भदौरिया ने बताया कि सोमवार को वह शहरवासियों से मदद की गुहार करना चाहती है। मानवता की पहचान इंदौर के सहायता करने वाले लोग बिटिया अनिका के लिए 9 करोड़ एकत्रित करने के लिए शाम 4 बजे राजाबाड़ा आगे आएं ताकि उसका जीवन बचाया जा सके।इंदौर के द्वारकापुरी इलाके में रहने वाले प्रवीण शर्मा और उनकी पत्नी सारिका शर्मा अपनी बेटी अनिका के इलाज के लिए लगातार संघर्ष कर रहे हैं।परिवार के सदस्य कलेक्टर की जनसुनवाई से लेकर धार्मिक आयोजनों और सार्वजनिक कार्यक्रमों तक फंड जुटाने में लगे हुए हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:28 am

बॉयज हॉस्टल में जलनिकासी नहीं, मैदान में भर रहा पानी

खरगोन | बिस्टान रोड पर स्थित बॉयज हॉस्टल परिसर में पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण मैदान में लगातार पानी जमा हो रहा है। जमा पानी के कारण इस क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है, वहीं परिसर में सुअरों की आवाजाही भी बढ़ने लगी है। इससे छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और बीमारियों का खतरा भी बना हुआ है। कई बार शिकायत करने के बावजूद जलनिकासी की व्यवस्था नहीं की गई। इसके कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जल्द सुधार नहीं हुआ तो स्थिति और गंभीर हो सकती है। -मयंक वैष्णव

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:27 am

पति-पत्नी का असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर हुआ चयन

वरला/बलवाड़ी | वरला तहसील क्षेत्र के धवली गांव निवासी दंपती ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा की असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा प्रथम प्रयास में सफलता प्राप्त की। धवली निवासी विवेक नार्वे का वाणिज्य विषय और शिवानी का रसायन शास्त्र विषय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर चयन हुआ। विवेक वर्तमान में महिला बाल विकास परियोजना वरला में पदस्थ हैं। वहीं उनकी पत्नी शिवानी शासकीय कन्या आश्रम धवली में प्राथमिक शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं। दोनों ने लोक सेवा आयोग के माध्यम द्वारा आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा दी। दोनों ने पहले ही प्रयास में परीक्षा में सफलता प्राप्त की। विवेक के पिता गणपत नार्वे पंजरिया प्राथमिक स्कूल में शिक्षक के पद पर पदस्थ रहे। उनके पिता का यह सपना था कि हमारा पुत्र विवेक असिस्टेंट प्रोफेसर बने। विवेक ने कड़ी मेहनत कर पिता का सपना साकार किया। वहीं उनकी पत्नी शिवानी की प्रारंभिक शासकीय स्कूल में हुई। उनके माता-पिता शिक्षक हैं। विवेक और शिवानी नार्वे के असिस्टेंट प्रोफेसर की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर क्षेत्र के आदिवासी समाजजनों में हर्ष है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:27 am

ध्यान अभ्यास से तनाव को किया जा सकता है दूर

भास्कर संवाददाता | बड़वानी पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर रविवार को डीआरपी लाइन में हार्टफुलनेस ध्यान अभ्यास कार्यक्रम आयोजन एसपी जगदीश डावर के निर्देशन में हुआ। एएसपी धीरज बब्बर द्वारा बताया पुलिस विभाग में लंबी व तनावपूर्ण ड्यूटी के कारण मानसिक दबाव उत्पन्न होता है। जिससे हार्टफुलनेस ध्यान अभ्यास के माध्यम से पुलिसकर्मी तनाव से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने बताया हार्टफुलनेस ध्यान के माध्यम से रिलेक्सेशन, ध्यान, सफाई व प्रार्थना से हृदय और मन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। ध्यान अभ्यास से शरीर के सभी भागों में संचित तनाव को दूर किया जा सकता है। इस कार्यक्रम में 100 से अधिक पुलिस अधिकारी व कर्मचारी शामिल हुए। डीएसपी महिला सेल महेश कुमार सुनैया, आरआई चेतन बघेल, सूबेदार उषा सिसोदिया, मास्टर ट्रेनर अखिलेश पाटीदार, अनीता चोयल मौजूद थी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:27 am

सेंधवा-वरला रोड का ठीक से करें रखरखाव

वरला/बलवाड़ी | सेंधवा-वरला रोड पर कई जगह गड्ढे हो गए हैं। कई जगह साइड पटरी भी खराब है। रोड पर सफेद पट्टी भी धुंधली हो गई है। रोड का नियमानुसार रखरखाव ठीक से नहीं किया जा रहा है। इससे वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। रोड का ठीक से रखरखाव कर खराब हिस्से में पैचवर्क किया जाए। -इसराम सैनानी, बलवाड़ी

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:26 am

राष्ट्रीय टेनिस स्पर्धा में रावत व यादव का चयन

बड़वानी | राष्ट्रीय सिविल सेवा टेनिस प्रतियोगिता में शहर के रोहित रावत व मुकुंद यादव का चयन हुआ। कोच रोहित रावत ने बताया राष्ट्रीय टेनिस प्रतियोगिता के लिए पिछले दिनों मप्र टीम का चयन भोपाल में हुआ। जिसमें रावत और यादव ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए मप्र की टीम में अपना स्थान सुनिश्चित किया। दोनों खिलाड़ी पिछले 26-27 सालों से ऑल इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लेते आ रहे हैं। उन्होंने कई स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक हासिल किए हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिता 16 से 22 दिसंबर तक गांधीनगर गुजरात में होगी। दोनों खिलाड़ियों की उपलब्धि पर जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त जेएस डामोर, प्राचार्य करुणा बेस व स्टाफ ने हर्ष व्यक्त किया।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:26 am

वनवासी कल्याण आश्रम के शिक्षा प्रमुख ने किया दौरा

बिलवारोड | वनवासी कल्याण आश्रम जसपुर छत्तीसगढ़, महाकौशल, मध्यप्रांत बिहार व उड़ीसा क्षेत्र के शिक्षा प्रमुख शिरीष कोराने व सह शिक्षा प्रमुख लक्ष्मीनारायण बनने का मध्यप्रांत के बड़वानी जिले का प्रवास हुआ। जिसमें जनजाति वर्ग के छात्रावास मे कोचिंग पायलट प्रोजेक्ट के तहत बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए जिले का चयन किया है। योजना बैठक में चयनित अनुभवी शिक्षक व युवा सेवाएं देंगे। कार्यकर्ताओं से कहा क्या प्रांत व क्षेत्र सबसे पहले देश।अभी अल्प प्रवास किया है। अलीराजपुर में होने वाली खेल प्रतियोगिता में वृहद योजना बनाई जाएगी। इस दौरान प्रांत सह संगठन मंत्री मिथुन मकवाने, आशीष मेहरा, जिला संगठन मंत्री जयपाल तंवर, दिनेश मेढ़ा, प्रांत शिक्षा टोली सदस्य पंचीलाल बड़ोले व अंजना शरद पटेल मौजूद थी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:26 am

लगातार संवाद से मानसिक तनाव में आती है कमी

बड़वानी | ग्राम करी स्थित शासकीय आदर्श कॉलेज में प्राचार्य डॉ. प्रमोद पंडित के निर्देशन में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर काउंसलिंग कार्यक्रम हुआ। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश व उच्च शिक्षा विभाग के आदेश पर विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर विभिन्न गतिविधियां कराई जा रही है। स्वामी विवेकानंद कॅरियर प्रकोष्ठ ने मानसिक स्वास्थ्य पर काउंसलिंग की। कॅरियर काउंसलर डॉ. अनिल पाटीदार ने विद्यार्थियों को बताया वह आवश्यकता के अनुसार अपने शिक्षक, मेंटर, परिवार या साथी सदस्यों से संवाद कायम रखें। लगातार संवाद से मानसिक तनाव में कमी आती है। डॉ. दिनेश पाटीदार ने विद्यार्थियों को शासकीय मेंटल अस्पताल, टेली मानस मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन की जानकारी दी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:26 am

परीक्षाओं के सामान्य ज्ञान के प्रश्न हल करना होगा आसान

बड़वानी | शहर के प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस एसबीएन शासकीय पीजी कॉलेज के स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन प्रकोष्ठ से प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य के मार्गदर्शन में मूल्य संवर्धन पाठ्यक्रम भारत बोध के अंतर्गत 300 से अधिक युवा इन दिनों संसदीय प्रक्रिया को समझ रहे हैं। उन्हें युवा संसद मंचन का भी अवसर दिया जाएगा। प्राचार्य डॉ. वीणा सत्य ने बताया इस सत्र से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रथम वर्ष के पाठ्यक्रमों और अध्ययन की प्रणाली में बड़े स्तर पर बदलाव हुए हैं। इससे युवा पीढ़ी अपने देश को और अधिक गहराई से समझ सकेगी। कॉलेज में इसके अध्यापन के दायित्व का निर्वाह कॅरियर सेल निभा रहा है। मूल्य संवर्धन पाठ्यक्रम या वेल्यू एडेड कोर्स भारत बोध या अंडरस्टेंडिंग इंडिया के प्रशिक्षक डॉ. मधुसूदन चौबे ने बताया सिलेबस इस तरह से बनाया है कि युवा भारत के इतिहास और सांस्कृतिक विरासत, संविधान और नागरिक दायित्व, ज्ञान परंपरा व शिक्षा दृष्टिकोण, भारत का जीवन दर्शन और सतत भविष्य की अवधारणा, समकालीन भारत और वैश्विक भूमिका को अच्छे से समझ सकेंगे। इससे उनमें देश के प्रति गौरव का भाव और नागरिक बोध बढ़ेगा। वे प्रतियोगी परीक्षाओं में भी सफल हो सकेंगे। क्योंकि देश को जान लेने पर प्रतियोगी परीक्षाओं के सामान्य ज्ञान के प्रश्नपत्र को हल करना आसान हो जाता है। कार्यकर्ता दिव्या जमरे और भोला बामनिया ने बताया सिलेबस में रोचक और सार्थक गतिविधियां शामिल की गई हैं। इनमें मॉक संविधान सभा या युवा संसद का आयोजन भी है। इन दिनों युवा संसद के आयोजन की तैयारी करवाई जा रही है। इसी परिप्रेक्ष्य में युवा विद्यार्थी संसद की संरचना, राज्यसभा, लोकसभा, राष्ट्रपति, शपथ ग्रहण, संसद के शीतकालीन सत्र, मानसून सत्र, बजट सत्र, प्रश्नकाल, शून्यकाल, स्थगन प्रस्ताव, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, विधि निर्माण की प्रक्रिया के बारे में समझ रहे हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:26 am

जागीरदारपुरा घाट पर मनाएंगे नर्मदा जयंती महोत्सव

भास्कर संवाददाता | बड़वानी प्रदेश की जीवनदायिनी मां नर्मदा का जयंती महोत्सव इस बार शहर के समीप मां नर्मदा जागीदारपुरा नए घाट पर मनाया जाएगा। अगले महीने जनवरी में 4 दिनी आयोजन होंगे। 1008 ईश्वरानंद उत्तम स्वामी महाराज के सानिध्य व 108 रामदास त्यागी राम बाबा के मार्गदर्शन में यह आयोजन होंगे। मां नर्मदा जागीरदारपुरा घाट निर्माण समिति अध्यक्ष अजयसिंह ठाकुर व सचिव ठाकुर कनकसिंह दरबार ने बताया कि 22 से 25 जनवरी तक रोजाना दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक पं. अंकित शर्मा नर्मदा पुराण कथा का रसपान कराएंगे। उन्होंने बताया कि 25 जनवरी को सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक कथा होगी। कार्यक्रम के अंतर्गत 24 जनवरी को सुबह 10 बजे चुनरी यात्रा निकलेगी और कन्या भोज होगा। इसमें ईश्वरानंद महर्षि उत्तम स्वामी महाराज शामिल होंगे। सरदार सरोवर बांध के चलते रोहिणी तीर्थ राजघाट जलमग्न है। बीते वर्षों में यह आयोजन बैकवाटर किनारे होता आया है। इस बार मां नर्मदा जयंती पहली बार जागीरदारपुरा के नए घाट पर मनाई जाएगी। इस बार नर्मदा जयंती महोत्सव का यह 35वां वर्ष है। आयोजन समिति सदस्यों ने बताया 25 जनवरी को विधायक राजन मंडलोई मां नर्मदा को चुनरी चढ़ाएंगे। मां नर्मदा का दुग्धाभिषेक कर महाआरती की जाएगी। दोपहर 12 बजे से भंडारा होगा। शाम के समय मां नर्मदा की पालकी यात्रा निकालकर महाआरती की जाएगी। देर शाम हजारों दीपकों से मां नर्मदा का तट जगमगाएगा। नर्मदा जयंती को लेकर आयोजन समिति का गठन किया गया है। इसमें अध्यक्ष कैलाश केवट (मुन्ना भाई), उपाध्यक्ष धीरज मालवीया, पवन केट, घीसालाल वर्मा, राजेंद्र दरबार, बहादुरसिंह, कनक दरबार व जितेंद्र गोले, सचिव ठाकुर देवेंद्रसिंह सोलंकी, सह सचिव पवन केवट, कोषाध्यक्ष दिनेश केवट को बनाया है। लोकेश मालवीया, वीरेंद्र चौहान, सुनील वर्मा, देवेंद्र वर्मा, अनिल वर्मा, पप्पू दरबार, संतोष केवट, मुकेश केवट, गणेश केवट, जामसिंंग, मंशाराम यादव को कार्यकारिणी में शामिल किया है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:26 am

पिछले सप्ताह से कपास की आवक 60 क्विं. कम

बड़वानी | जिला मुख्यालय स्थित कृषि उपज मंडी में प्रत्येक रविवार को खरीदी बिक्री होती है। पिछले सप्ताह की तुलना में कपास की आवक में कमी आने लगी है। पिछले सप्ताह से तुलना की जाए तो इस बार 60 क्विंटल कम कपास की आवक हुई है। हालांकि अंतिम दौर की खरीदी में किसानों को कपास के दाम 7 हजार रुपए तक मिल रहे हैं। मंडी प्रबंधन के अनुसार 80% किसानों ने कपास की बिक्री कर दी है। इससे कपास की आवक में कमी आने लगी है। इस बार मंडी में करीब 270 क्विंटल कपास की आवक हुई है। जबकि पिछले सप्ताह 330 क्विंटल कपास आया था। इस बार मंडी में किसान 120 पोटले, 16 वाहन व 2 बैलगाड़ी के माध्यम से कपास लेकर आए है। व्यापारियों ने बोली लगाकर खरीदी की। मंडी में कपास का अधिकतम भाव 7400 रुपए प्रति क्विंटल, न्यूनतम भाव 4175 रुपए प्रति क्विंटल व मॉडल भाव 6200 रुपए प्रति क्विंटल रहा। किसानों ने बताया जनवरी माह तक पूरी तरह से कपास की बिक्री बंद हो जाएगी। इसके बाद मंडी में सौंफ की खरीदी बिक्री शुरू होगी। मंडी के बाहर बड़ी संख्या में व्यापारी मसालों की बिक्री के लिए दुकान लगाकर बैठे थे। व्यापारियों ने बताया कई लोग इस सीजन में साल भर के मसालों की खरीदी कर सूखा कर रख लेते हैं, जिससे इसकी डिमांड अधिक रहती है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:26 am

भगवान आदिनाथ के चरणों का किया अभिषेक

भास्कर संवाददाता | बड़वानी सिद्धक्षेत्र बावनगजा में रविवार को उत्कृष्ट राष्ट्र संत गणाचार्य विराग सागर महाराज के शिष्य विनम्र सागर महाराज का 16वां आचार्य पदारोहण समारोह धूमधाम से मनाया गया। सुबह हजारों गुरु भक्तों के साथ आचार्य संघ ने भगवान आदिनाथ की प्रतिमा के चरणों का अभिषेक कर सहस्त्र शांतिधारा आचार्यश्री के मुखारविंद व मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुई। समाज के मीडिया प्रभारी मनीष जैन ने बताया सभी मांगलिक क्रियाएं ब्रह्मचारी सुरेश मलैया और मौसम शास्त्री ने संपन्न कराई। शांतिधारा और प्रथम अभिषेक का सौभाग्य शलभ सरिता इंदौर को मिला। तलहटी में आचार्य श्री संघ की आहार चर्या सामयिक संपन्न हुई। दोपहर के सत्र में आचार्य संघ को बावनगजा ट्रस्ट कमेटी ने श्रीफल भेंट कर सम्मानित करते हुए मंचासीन किया। बाहर से आए अतिथियों व बावनगजा ट्रस्ट पदाधिकारियों ने दीप प्रज्ज्वलन कर भगवान आदिनाथ और आचार्य विराग सागर के चित्र का अनावरण किया। मंगलाचरण हरसुख छात्रावास के बच्चे गौरव और कार्तिक जेन ने किया। रिद्धि जैन ने गुरू वंदना नृत्य प्रस्तुत किया। आचार्यश्री के पाद प्रक्षालन में धर्मेंद्र जैन विजयनगर और अन्य भक्तों ने शास्त्र भेंट किए। क्षुल्लिका प्रभाश्री माताजी का भी दीक्षा दिवस मनाया। आचार्य विनम्र सागर महाराज ने धर्मसभा में कहा कि इस सृष्टि में सबसे ज्यादा उपवास भगवान महावीर स्वामी ने किए है। उन्होंने मात्र 20 वर्ष में 364 आहार ग्रहण किए थे। भगवान आदिनाथ को भी 6 माह आहार नहीं मिला था। भगवान बाहुबली ने भी 1 वर्ष तक कठोर तप किया। गुरु अपने शिष्यों को परख लेते है कि ये भविष्य में परंपरा का सही तरीके से निर्वहन करेगा। ऐसे शिष्यों को गुरु आचार्य पद प्रदान करते हैं। उसके बाद भी गुरुजी ने हमें संघ से नहीं छोड़ा। क्योंकि जब तक आचार्य संहिता नहीं पढ़ाई जाती तब तक आचार्य पद अधूरा है। आचार्य विराग सागर व गुरु भाई आचार्य विमर्श सागर को सारी क्लास छोड़कर 4 घंटे तक लगातार पढ़ाया। जिसने आचार्य संहिता नहीं पड़ी वो आचार्य पद के योग्य नहीं होता। आचार्य संहिता पढ़ाने के बाद गुरुजी ने कहा कि जाओ अब आप धर्म की खूब प्रभावना करो, शिक्षा व दीक्षा दो। इस आयोजन में जिले के साथ अन्य राज्यों से भी समाजजन शामिल हुए।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:25 am

अब मैं स्वयं बिना किसी सहारे के चलकर जा पाऊंगा स्कूल

भास्कर संवाददाता | बड़वानी कुक्षी जिला धार निवासी 13 वर्षीय शिवम जन्म से एक पैर छोटा होने की दिव्यांगता से ग्रसित था। माता-पिता ने बताया हमें पता चला कि बड़वानी में कलेक्टर व ट्रस्ट की अध्यक्ष जयति सिंह के मार्गदर्शन में संचालित आशा कृत्रिम अंग उपकरण निर्माण इकाई में दिव्यांगजनों के लिए सहयोगी उपकरण तैयार किए जाते हैं। साथ ही विशेष श्रेणी उपकरणों के लिए अन्य विशेषज्ञों से भी परामर्श की गई है। शिवम के माता-पिता उसे आशाग्राम ट्रस्ट लेकर आए। जहां उन्हें ट्रस्ट के कार्यशाला पर्यवेक्षक मणिराम नायडू से चर्चा कर उन्हें शिवम के लिए सहयोगी उपकरण बनाने के लिए कहा गया। जिस पर नायडू ने एक्सटेंशन प्रोस्थेटिक तैयार कर शिवम को पहनाया गया। जैसे ही शिवम को सहयोगी संसाधन उपलब्ध हुआ। वह अपनी दिव्यांगता को भूलकर सरपट चलने लगा। सहयोगी एक्सटेंशन प्रोस्थेटिक से जीवन सुगम भी हुआ। बाल मन में जो निराशा का भाव था, वह भी दूर हुआ। कक्षा आठवीं में अध्ययनरत शिवम ने कहा अब मैं स्कूल खुद चलकर जा सकूंगा। नायडू ने बताया दिव्यांगजनों को सुगम जीवन के लिए सहयोगी उपकरण बहुत आवश्यक होते हैं, जिसकी सुलभता उनके जीवन में बाधा रहित सुगमता लाती है। शिवम के माता-पिता ने शासन प्रशासन व संस्था के प्रति आभार व्यक्त किया। नायडू ने बताया दिव्यांगजनों को सुगम जीवन के लिए सहयोगी उपकरण बहुत आवश्यक होते हैं। इसकी सुलभता उनके जीवन में बाधा रहित सुगमता लाती है। यदि किसी व्यक्ति के शरीर का कोई अंग जन्म दोष, दुर्घटना या सर्जरी के कारण गायब हो गया हो तो कृत्रिम अंग, जिसे प्रोस्थेटिक कहा जाता है। मददगार साबित हो सकता है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:25 am

सीजन के पहले कोहरे ने मचाया कहर:भरतपुर-बयाना मार्ग पर कार पेड़ से टकराई, डीग में भिड़ीं कारें, 7 घायल

जिले में सर्दी के सीजन की पहली ही सुबह घना कोहरा छाते ही सड़कें हादसों का ज़ोन बन गईं। विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम रहने के कारण वाहन चालकों को सामने से आ रहे वाहन समय पर दिखाई नहीं दिए। इसका नतीजा यह हुआ कि रविवार सुबह भरतपुर-बयाना राजमार्ग पर ट्रैक्टर-ट्रॉली को बचाने के प्रयास में एक कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई, जबकि डीग-कामा सड़क मार्ग पर दो कारों की आमने-सामने टक्कर हो गई। ड्राइवर को ट्रैक्टर-ट्रॉली दिखाई नहीं दी तो रॉन्ग साइड में कूदी कार रुदावल थाना क्षेत्र में भरतपुर-बयाना राजमार्ग पर गांव कैमासी के पास रविवार सुबह करीब साढ़े सात बजे घने कोहरे के कारण बड़ा हादसा हो गया। बयाना की ओर से आ रही एक कार चालक को सामने से आ रही ट्रैक्टर-ट्रॉली दिखाई नहीं दी। नजदीक आने पर उसे बचाने के प्रयास में कार असंतुलित होकर गलत साइड में चली गई और सड़क किनारे पेड़ से टकरा गई। हादसे में कार सवार चार लोग घायल हो गए। इनमें तीन महिलाओं की हालत गंभीर होने पर उन्हें आरबीएम अस्पताल भरतपुर रेफर किया गया। घायलों में गांव कासौट, थाना सदर डीग निवासी चंद्रपाल (33), उनकी पत्नी नीलम (30), दादी गीता (65) और सास ओमवती (55) शामिल हैं। ये सभी श्यारौली स्थित भैरव बाबा के दर्शन कर लौट रहे थे। उच्चैन थाने के एएसआई सोरन सिंह ने बताया कि हादसे का कारण घना कोहरा रहा। डीग-कामां मार्ग पर दिदावली के पास हादसा, दो महिलाओं समेत तीन जने गंभीर रूप से घायल डीग। डीग-कामा सड़क मार्ग पर गांव दिदावली से आगे स्कूल के पास रविवार सुबह करीब 10 बजे घने कोहरे के कारण दो कारों में आमने-सामने टक्कर हो गई। कामा की ओर से आ रही अर्टिगा और डीग की ओर से आ रही स्विफ्ट कार की भिड़ंत में दोनों वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। हादसे में स्विफ्ट कार में सवार भरतपुर निवासी मुकेश (53), उनकी पत्नी फरिता (45) और विमला देवी (62) गंभीर रूप से घायल हो गईं, जबकि चालक अमित को मामूली चोटें आईं। घायलों को पहले जिला अस्पताल डीग ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद आरबीएम अस्पताल भरतपुर रेफर किया गया। बताया गया कि सभी लोग गमी में शामिल होने भरतपुर से जुरहरा जा रहे थे। सूचना पर डीग कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। हादसे के बाद अर्टिगा कार में सवार लोग वाहन को घटनास्थल पर छोड़कर फरार हो गए।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:22 am

खिलता बचपन संवरता जीवन अभियान:कचरा बीनने वाले हाथों में अब कलम... छह साल में 335 बच्चों को शिक्षा से जोड़ा

कोशिश करने वालों की हार नहीं होती... खिलता बचपन संवरता जीवन अभियान से जुड़े लोगों के लिए यह कहावत सटीक साबित होती है। छह साल पहले गोकुल नगर बावरिया बस्ती के बच्चों के लिए शिक्षा की पहल की गई, जो अब पटल पर आ गई है। इन छह सालों में 335 बच्चों को शिक्षा से जोड़ा गया। फलस्वरूप इनमें से 6 बालिकाएं राखी, प्रीति, खुशबू, बैजयंती, लक्ष्मी और नंदनी इस साल कक्षा 10वीं की परीक्षा देंगी। इसके अलावा एक बालक समीर भी 10 वीं में है। साथ ही 12 बालक/बालिकाएं 9 वीं में हैं। यह बदलाव इसलिए भी काबिले तारीफ है, क्योंकि जिस बावरिया बस्ती के यह बच्चे हैं, वहां पढ़ाई को कभी एक तरह से अपराध समझा जाता था। बचपन से ही बच्चों को कमाने खाने में जुटा दिया जाता था। इसलिए इनमें से अधिकांश बच्चे कभी कचरा बीनने और कबाड़े का काम करते थे। इसलिए 2019 में स्वास्थ्य मंदिर संस्था द्वारा किए गए सर्वे में 410 बच्चों में से केवल 45 बच्चे आंगनबाड़ी अथवा छोटी क्लासों में मिले। केवल दो बच्चे 8 वीं तक पहुंचे थे, लेकिन अब 27 बच्चे 8 वीं क्लास में हैं। अब बस्ती में भी उच्च प्राथमिक विद्यालय खुलने जा रहा है, जिसका भवन बन चुका है। इस प्रकल्प में संस्कार और शिक्षा पर जोर दिया जाता है, जिसमें बच्चों को सुबह-शाम पढ़ाना, संस्कार, म्यूजिक क्लास, योग, दोनों समय भोजन, वस्त्र एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। चार शिक्षक बच्चों को पढ़ाते हैं, जिनमें दो वालंटियर हैं। कैसे संभव हुआ... 250 बार मां-बाप की काउंसिलिंग की, शिक्षा पर बल दिया स्वास्थ्य मंदिर के निदेशक डॉ. वीरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि हमें मालूम था कि जिस माहौल में बच्चे रहते हैं उन्हें शिक्षा से जोड़ना कठिन है। कठिन काम के लिए कड़ा परिश्रम करना ही होता है। इसलिए हमने उनकी ज़रूरतों को समझा और मां-बाप की काउंसिलिंग की, जिसमें सेवानिवृत प्राचार्य पुष्कर चतुर्वेदी, मधु व्यास आदि ने 250 से ज्यादा बार इन बच्चों के अभिभावकों की काउंसलिंग की। प्रत्येक शनिवार को काउंसलिंग की जाती है। परिणाम सुखद और प्रेरणादायी है। इन बच्चों के परिवारों की आर्थिक समस्याओं को देखते हुए भी संस्था द्वारा इन्हें कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वह पार्ट टाइम अपनी ज़रूरतों के लिए कुछ पैसा कमा सकें। 85 बच्चों को स्कूलों में भर्ती कराया रणजीत नगर में संचालित खिलता बचपन संवरता जीवन अभियान में बच्चों को बेसिक शिक्षा मुहैया कराई जाती है। अभिभावकों की काउंसलिंग कर 85 बच्चों को आसपास के सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों में भर्ती कराया है। इनमें से अधिकांश की फीस और यूनिफार्म का इंतजाम संस्था के प्रयासों से भामाशाहों से कराया जाता है। इस प्रोजेक्ट में बाल कल्याण समिति भी मदद कर ही है। सहायक निदेशक बाल अधिकारी अमित अवस्थी ने बताया कि इस प्रकल्प के जुडे़ बच्चों सहित बस्ती के अन्य लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा और लाभांवित किया जा रहा है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:19 am

अंगदान से धड़कती नई जिदगियां, अब बने प्रेरणा:कोई मां की किडनी तो कोई पत्नी के लिवर पर सालों से जी रहे हैं स्वस्थ जीवन

जब कोई पिता अपने बेटे को जीवनदान देता है, पत्नी अपने पति के लिए उम्मीद बनती है और किसी अजनबी की धड़कन किसी के सीने में नई जिंदगी बनकर बस जाती है- तब अंगदान सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि मानवता की सबसे बड़ी मिसाल बन जाता है। कभी किडनी, लिवर और हार्ट फेल होने के कारण जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे ये लोग आज पूरी तरह स्वस्थ हैं। इसकी वजह है- परिवारजनों और अज्ञात दानदाताओं द्वारा किया गया अंगदान। “मुझे मेरे पिता ने किडनी डोनेट की और आज वर्षों बाद हम दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। मैं किडनी की गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। किसी को पत्नी ने किडनी दी, तो किसी ने अपनी मां को लिवर दान किया। वहीं, एक अज्ञात महान व्यक्ति का दिल आज मेरे सीने में धड़क रहा है। मैं उन्हें नहीं जानता, लेकिन उनकी वजह से आज मैं जीवित हूं। मेरी सभी से एक ही अपील है कि जीते-जी जो अंग दान हो सकते हैं, जरूर करें और मरणोपरांत भी अंगदान का संकल्प लें। एक बार दूसरों के लिए दिल देकर देखिए, सचमुच अपार संतोष और खुशी मिलेगी।” यह अपील देश के उन लोगों की है, जो कभी गंभीर अंग विफलता के कारण जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे, लेकिन परिवार के सदस्यों और दानदाताओं द्वारा किए गए अंगदान के बाद आज स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी रहे हैं। इन सभी ने इस वर्ष वेस्टर्न जर्मनी में आयोजित वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर देश का नाम अंतरराष्ट्रीय मंच पर गौरवान्वित किया। रविवार को ये सभी अंग प्रत्यारोपण प्राप्तकर्ता (रिसिपिएंट) इंदौर में निताशा फाउंडेशन द्वारा आयोजित वॉकाथॉन में शामिल हुए। वॉकाथॉन का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज होने पर सभी ने खुशी जताई। दैनिक भास्कर ने इन सभी से बातचीत कर ट्रांसप्लांट से पहले और वर्तमान स्थिति जानी। सभी पूरी तरह स्वस्थ हैं और एक स्वर में अंगदान की महत्ता बताते हुए लोगों से आगे आकर अंगदान करने की अपील कर रहे हैं। मामला देश की ऐसी 9 शख्सियतों का है, जो अंग प्रत्यारोपण के बाद नई जिंदगी पा चुके हैं। परिवारजनों द्वारा किडनी और लिवर दान किए जाने के बाद इन्होंने न सिर्फ जीवन की नई शुरुआत की, बल्कि इस वर्ष जर्मनी में आयोजित वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर देश का मान बढ़ाया। रविवार को वॉकाथॉन में भाग लेकर इन सभी ने समाज से अंगदान को लेकर भावुक और प्रेरक अपील की। जानिए क्या है 'वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम' 'वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम' वह होता है जिसमें उन लोगों के ऑर्गन्स डोनेट हुए हैं और वे लोग जो रिसिपिएंट हैं वे इसमें भाग ले सकते हैं। यह इवेंट इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी से संबद्ध होता है। इसमें अगस्त 2025 में वेस्ट जर्मनी में जो गेम हुए उसमें 50 देशों के 2 हजार प्रतिभागियों ने भाग लिया था। 13 साल पहले मां ने दी थी किडनी, अभी भी फिट सीकर के रामदेव सिंह किसान परिवार से हैं। वे सरकारी विभाग में इलेक्ट्रीशियन हैं। साथ ही खेती भी करते हैं। उन्हें मां ने 2012 में किडनी डोनेट की थी और उसके बाद पूरी तरह स्वस्थ है। पहली बार 'वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम' में भारत की ओर से एक गोल्ड, एक सिल्वर सहित चार मैडल जीते हैं। उनका कहना है कि ऑर्गन्स ने लेने में और न देने में कोई नुकसान हैं। लोग इसे गंभीरता से सोचे। डॉक्टर पत्नी ने किडनी देकर बचाया जीवन डॉ. गिरीवत (जयपुर) को उनकी पत्नी डॉ. शालिनी ने 2021 में किडनी डोनेट की है। उन्होंने बताया कि 4 साल पहले मेरी कंडिशन ऐसी थी कि मन ने मान लिया था कि अब जिंदगी खत्म हो गई है लेकिन ट्रांसप्लांट के बाद मुझे नया जीवन मिला है।वे ऑर्गन्स डोनेशन को लेकर सोसायटी के लिए काम कर रहे हैं और रोटरी डिस्ट्रिक्ट-3056 की ओर से स्पोर्टस में को चेयरमेन है। उनके पिताजी का 1975 में किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था जो भारत का पहला ट्रांसप्लांट है। ट्रांसप्लांट के बाद वे 46 सालों तक स्वस्थ रहे। वे इंडिया के लाॅन्गेस्ट सर्वाइव पेशेंट रहे। उनका नाम ;गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड' में दर्ज है। पिताजी ने दी किडनी और दोनों स्वस्थ सतवीर सिंह (हरियाणा) को 2018 में पिता रणजीत सिंह ने किडनी डोनेट की थी। उस दौरान पिताजी की उम्र 47 वर्ष थी जबकि खुद की 24 वर्ष थी। पिताजी पूरी तरह तंदुरुस्त हैं और खेती-बाड़ी करते हैं। सतवीर सिंह ने 'वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम-2025' एक गोल्ड मैडल और दो ब्राउन मैडल हासिल किए हैं। 22 साल बाद भी पूरी तरह फिट है यह शख्स भवानी सिंह (राजस्थान) ने बताया कि वे 2023 में ऑस्ट्रेलिया में और 2025 में वेस्ट जर्मनी में आयोजित 'वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम' में भारत की ओर से प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे पेटान और वाॅलीबाल खेलते हैं। वे जब 19 वर्ष के थे तब पिताजी ने उन्हें किडनी डोनेट की थी। आज भवानी सिंह 22 साल बाद भी फिट है। 25 सालों में दो बार किडनी ट्रांसप्लांट, सब कुछ ठीक जयपुर के धर्मेंद्र कुमार का तो दो बार किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका है। 2001 में छोटे भाई ने किडनी डोनेट की थी। इस किडनी पर उन्होंने 18 साल निकाले। फिर कुछ तकलीफ होने पर 2019 में साले ने किडनी डोनेट की। इस तरह 25 सालों से एक रिसिपिएंट के रूप में स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। लोगों को चाहिए कि वे अंगदान के प्रति जागरूक हो। आठ सालों से दूसरे के दिल से जी रहे हैं राहुल राहुल कुमार प्रजापति (उप्र) हार्ट ट्रांसप्लांट पेशेंट हैं। वे बेडमिंटन खिलाड़ी होने के साथ अच्छे एथलीट भी है। उन्होंने 'वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम' में एक मैडल हासिल किया है। उनका 2018 में हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ था। अब आठ साल पूरे होने को है। मौत को छूकर आने के बाद बहुत ही अलग और अच्छा जीवन जी रहे हैं। मैं दूसरे के दिल पर जी रहा हूं। लोगों को भी चाहिए कि वे दिल देकर देखें। इंदौरी ऑर्गन्स डोनेशन के लिए और मजबूत बने जयपुर के हर्षवर्धन ने बताया कि मैं खुद एक रिसिपिएंट हूं। मैंने 'वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम-2025' में भाग लिया था। मेरा इंदौर आकर वॉकाथॉन में शामिल होने का एक ही उद्देश्य है कि लोग ऑर्गन्स डोनेशन के लिए आगे आएं। ऑर्गन्स डिमांड और सप्लाय में लंबा गेप दूर करना जरूरीवॉकाथॉन के आयोजक आलोक सिंघी (निताशा फाउंडेशन) ने बताया कि आयोजन में वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गेम में इंदौर आकर इन सभी का शामिल होकर अंगदान के प्रति अपील करना गौरव की बात है। अभी ऑर्गन्स डिमांड और सप्लाय में लंबा गेप है। लोगों को अंगदान के लिए आगे आना चाहिए ताकि दूसरों को नया जीवन मिले।...और इंदौर की वेदिका, मां को किडनी देने के बाद बनी खिलाड़ी इंदौर की आचार्य खिलाड़ी वेदिका श्रीवास्तव ने पिछले साल 12 दिसंबर को मां पुष्पा को लिवर डोनेट किया था। दोनों पूरी तरह स्वस्थ हैं। खास बात यह कि इसके बाद वेदिका ने शस्त्र विद्या सीखी और तलारी पट्‌टू (उर्मी) में स्टेट चैंपियन बनी। अब नेशनल गेम में हिस्सा लेंगी। ये खबर भी पढ़ें... ब्रेन डेड एडवोकेट की स्किन से बचेंगी और 5 जिंदगियां इंदौर में लंग्स में इन्फेक्शन के चलते ब्रेन डेड घोषित एडवोकेट अभिजीता राठौर ने कई लोगों को जिंदगी दी है। उनकी दोनों किडनियां और लिवर इंदौर में ही 3 मरीजों को ट्रांसप्लांट किए गए। तीनों मरीज काफी गंभीर थे। अब अभिजीता की स्किन भी 5 से ज्यादा झुलसे लोगों को नई जिंदगी देगी।पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:15 am

भदवासिया मंडी में काम करते बुजुर्ग के साथ मारपीट:पीछे से आकर हमलावर ने किए वार, घटना का CCTV आया सामने

जोधपुर के भदवासिया स्थित सब्जी मंडी में सब्जी बेचने वाले के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। इस घटना से जुड़ा CCTV फुटेज भी सामने आया है। बदमाशों ने बेसबॉल के बैट से बुजुर्ग के साथ मारपीट की। इसके चलते वो घायल हो गए। घटना को लेकर क्षेत्र की कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल खड़े होने लग गए हैं। जानकारी के मुताबिक जोधपुर की भदवासिया मंडी में रविवार दोपहर के समय त्रिलोक परिहार मंडी में काम कर रहे थे। इसी दौरान पीछे से हमलावर अपने साथियों के साथ आए और उन्होंने उनके ऊपर हमला कर दिया। इस पर बुजुर्ग ने भागकर जान बचाने की कोशिश की। हमलावर ने बुजुर्ग को दौड़ा दौड़कर पीटा। इसके चलते उनके सिर में गंभीर चोट लगी। घटना के बाद आस पास के लोग मौके पर एकत्रित हो गये। बाद में बदमाश फरार हो गए। इधर इस घटना की सूचना पुलिस को भी दी गई। पुलिस भी मौके पर पहुंची और जानकारी ली। घटना के बाद क्षेत्र की कानून व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होने लगे है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:15 am

फर्जी IAS को राज्यपाल ने दिया था प्रशस्ति पत्र:बिहार और झारखंड में नौकरी के नाम पर ठगी की, गोरखपुर में बनाया था नया ठिकाना

गोरखपुर में पकड़े गए फर्जी आईएएस ललित किशोर उर्फ गौरव कुमार सिंह के कारनामे चौंकाने वाले हैं। फर्जी आईएएस राज्यपाल से भी प्रशस्ति पत्र प्राप्त कर चुका है। जांच में सामने आया है कि आरोपी ने पहले समाज सेवा की आड़ में अपनी पहचान बनाई, फिर कोचिंग, यूट्यूब और प्रशासनिक संपर्कों का इस्तेमाल कर भरोसे का ऐसा जाल बुना, जिससे पढ़े-लिखे लोग भी उसके झांसे में आ गए। आरोपी ने सबसे पहले बिहार के बांका जिले में ललित वेलफेयर सोसाइटी नाम से एक एनजीओ खोलकर अपनी एंट्री की। समाज सेवा के नाम पर कार्यक्रम आयोजित किए गए। रांची में एक कार्यक्रम में उसे राज्यपाल स्तर से प्रशस्ति पत्र भी मिला। कोरोना काल में मास्क और सैनिटाइजर वितरण कर उसने अपनी छवि समाजसेवी की बनाई। राज्यपाल से मिले प्रशस्ति पत्र को वह भौकाल बनाने के लिए हर जगह दिखाता था। एनजीओ के बाद आरोपी ने लेन-देन और गतिविधियों को वैध दिखाने के लिए आदित्य 30 नाम से कोचिंग सेंटर खोला। बाबूटोला, अलीगंज और बांका-कटोरिया रोड पर उसने 3 कार्यालय खोले। अपनी कोचिंग को हाईफाई और प्रभावशाली दिखाने के लिए वह स्कूलों में जाकर टेस्ट कराने लगा। जिस भी स्कूल में जाता, वहां खुद को शिक्षा विभाग के किसी बड़े अधिकारी का रिश्तेदार बताता था, जिससे कोई उस पर शक न करे।यूट्यूबर बनकर जिला प्रशासन के व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ा आरोपी की चालाकी यहीं नहीं रुकी। उसने खुद को यूट्यूबर बताकर जिला प्रशासन से के व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया ग्रुपों में एंट्री ले ली। इससे उसे अधिकारियों की गतिविधियों, बैठकों और स्थानांतरण जैसी सूचनाएं मिलने लगीं। बाद में इन्हीं जानकारियों का इस्तेमाल वह अपनी फर्जी पहचान को मजबूत करने में करता था।जांच में यह भी सामने आया है कि करीब तीन साल पहले उसने बांका, मुंगेर और झारखंड के गोड्डा इलाके में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों से ठगी की थी। जब पीड़ित उसके पीछे पड़े तो वहां के मकान मालिक उसके गांव पहुंचे। पता चला कि उसका घर खपड़ैल का है और वह काफी समय से वहां गया ही नहीं है। बांका से फरार होने के करीब डेढ़ साल बाद उसने खुद को आईएएस अधिकारी बताना शुरू कर दिया और ठगी का नया खेल शुरू हुआ। पुलिस के अनुसार आरोपी जहां भी जाता था। पहले उस जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के बारे में पूरी जानकारी जुटाता था। कौन कहां तैनात है, किस अधिकारी का व्यवहार कैसा है। सबका होमवर्क कर वह अपनी स्क्रिप्ट तैयार करता था। इसी वजह से उसकी बातचीत में आत्मविश्वास झलकता था और लोग आसानी से भरोसा कर लेते थे। पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपी शार्प माइंड का था और हर कदम सोच-समझकर उठाता था।जेलर से बोला ब्रोकर हूं, गलतफहमी में पुलिस ने पकड़ा सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तारी के बाद जेल में जेलर की पूछताछ में उसने भी खुद को ब्रोकर बताते हुए कहा कि उसे गलतफहमी में लाया गया है। और वह जल्द ही छूट जाएगा। वहीं कई जेल अधीक्षक और जेलर के नाम भी रट चुका है। पूछताछ में उनके नाम बताता है। इस संबंध में एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि फर्जी आईएएस गोरखपुर में भी पैर जमाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन समय रहते उसकी फर्जीवाड़े की पोल खुल गई। अब जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि उसके नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल थे। उसने कुल कितने लोगों को अपना शिकार बनाया। इसकी जांच की जा रही है। फर्जी आईएएस का शिकार बना बिहार का ठेकेदार करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी के बाद बिहार मोकामा के ठेकेदार माधव मुकुंद बार-बार गौरव को याद कर खुद को कोसते हैं। माधव का कहना है कि पूरी जिंदगी में ऐसा जालसाज उन्होंने कभी नहीं देखा। ठेकेदार ने बताया कि बिहार सीतामढ़ी निवासी ललित किशोर को वह गौरव कुमार सिंह के नाम से ही जानते हैं। उन्होंने बताया कि पहली बार सितंबर 2024 में बिहार के अररिया जिले में स्थित एक होटल में गौरव से मुलाकात हुई। वहां पर कई गाड़ियों से वह आया था। उसके साथ 24 बॉडीगार्ड गन लेकर चल रहे थे। होटल के कमरे से जैसे ही वह बाहर निकलता, सभी एक साथ खड़े होकर जय हिंद सर बोलने लगते। मुझे भी लगा कि कोई बड़ा अधिकारी है। होटल के एक हॉल में मेरे एक परिचित ने गौरव से मुलाकात कराई। होटल में गौरव के पहुंचने के कुछ देर बाद सज-धजकर 20 साल की लड़की आई तो उसने उसे भांजी बताया। उसके साथ रातभर कमरे में रहा। बोला- मुजफ्फरपुर से छापा मारकर आ रहा हूंठेकेदार माधव मुकुंद ने बताया- मैंने गौरव को नमस्कार किया। तब उसने अपने बगल की कुर्सी पर बैठने के लिए कहा। इस दौरान वह फोन पर किसी से बात करते हुए बोल रहा था कि मुजफ्फरपुर से छापा मारकर आ रहा हूं। वहां के सभी अधिकारियों को राइट टाइम कर दिया है। कल न्यूज की हेडलाइन में दिखेगा। ठेकेदार ने कहा कि मुझे यह सब सुनकर बहुत अच्छा लगा। बातचीत के दौरान ही पता चला कि वह IAS अफसर हैं। मैंने भी संपर्क बनाना शुरू किया। उसके रौब को देखकर मुझे पूरा यकीन था कि बहुत बड़ा अधिकारी होगा। 20 साल की लड़की होटल पहुंची, बोला भांजी हैरात 9 बजे करीब 20 साल की एक युवती सज-धजकर आई। होटल में सभी लोग उसे देखने लगे। तब गौरव ने बताया कि मेरी बहन की बेटी (भांजी) है। यह कहते हुए उसे अपने कमरे में लेकर चला गया। इसके बाद पूरी रात वह अपने कमरे से बाहर नहीं आया। सुबह उसके साथ के ही एक गार्ड ने भाभी बोलकर आपस में मजाक किया। गार्ड ने बोला कि भाभी अभी गई कि नहीं। यह कहते ही सब हंसने लगे। तब मुझे भी शक हुआ लेकिन मैंने सोचा कि बड़े अधिकारी हैं, यह सब तो होता रहता होगा। ठेकेदार माधव मुकुंद ने बताया- IAS से संपर्क बढ़ाने के लिए दो-तीन बार फोन पर बात हुई। तब गौरव ने कहा कि आकर मिलना, बड़ा काम बताता हूं, अभी बिजी हूं। 15 अप्रैल 2025 को मेरी पटना में गौरव से फिर मुलाकात हुई। गौरव ने उस दिन मुझसे बहुत अच्छे से बात की। काफी देर तक मुझे अपने साथ बिठाकर कामकाज के बारे में पूछा। मैंने बताया कि सरकारी विभागों का टेंडर लेता हूं। निर्माण का काम कराता हूं। तब उसने कहा, कहां छोटे मोटे काम कर रहे हो। चलो तुम्हें केंद्र का 500 करोड़ का बड़ा ठेका दिलाता हूं। इसके बाद मैं उसके साथ लग गया। वह जो कहता था, वो सब करता था। गोरखपुर में IAS ने घर बुलाया, कई बार मुलाकात हुईगौरव ने अपने गुलरिहा स्थित घर का पता दिया था। वहां कई बार जाकर उससे मिला हूं। गौरव ने 450 करोड़ रुपए का एक ठेका दिलाने के लिए कहा था। उसका एक पेपर भी वॉट्सऐप से मुझे भेजा था। एक अखबार की कटिंग भेजी थी। उसमें भी 450 करोड़ के टेंडर के बारे में विज्ञप्ति दी हुई थी। मैं अब वह काम लेने के लिए पीछे लग गया। तीन से चार महीने में गौरव ने मुझसे 5 करोड़ रुपए से अधिक खर्च करा दिए। उसे लग्जरी गाड़ियां भी मैंने दी। लेकिन, धीरे-धीरे उसके कारनामे मेरे सामने आने लगे। मुझे भी पता चल गया कि वह केवल जालसाज है। लोगों से धाेखाधड़ी कर पैसे हड़पता है। कुछ दिन तक वह मेरे पैसे वापस करने के लिए कहता रहा। इसी लालच में मैं शिकायत नहीं कर रहा था। रेलवे स्टेशन पर पकड़े गए 99.9 लाख रुपए ठेकेदार के थे 7 नवंबर 2025 को रेलवे स्टेशन पर ठेकेदार माधव मुकुंद 99.9 लाख रुपए के साथ पकड़े गए थे। जीआरपी ने पकड़ी गई रकम का हिसाब न दे पाने के कारण 99.9 लाख रुपए जब्त कर लिए थे। ठेकेदार ने बताया कि गौरव को देने के लिए यह पैसे लाया था। जब उसकी जालसाजी के बारे में पता चला तो पैसे वापस लेकर जा रहा था। ठेकेदार ने बताया कि मेरे ठेके की कमाई है। उसका सारा कागजात मैंने गोरखपुर प्रशासन के पास जमा कर दिया है। पुष्टि के बाद मेरे पैसे मुझे मिल जाएंगे। ठेकेदार ने बताया कि पुलिस की पूछताछ में मैंने गौरव के फर्जीवाड़े के बारे में सारी कहानी बताई थी। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी। लखनऊ में खरीदा फ्लैट, ठेकेदार गाड़ियां वापस ले गयागौरव ने लोगों से ठगे रुपयों से लखनऊ के गोमतीनगर विस्तार में लगभग 50 लाख रुपए में एक लग्जरी फ्लैट खरीदा था। लग्जरी गाड़ियां, ड्राइवर और प्राइवेट गार्ड, ठेकेदार माधव मुकुंद ने उपलब्ध कराए थे। जैसे ही गौरव के फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ होना शुरू हुआ, माधव मुकुंद लग्जरी गाड़ियां वापस लेकर चले गए। जांच अधिकारियों के अनुसार, गौरव ने अपनी लाइफस्टाइल इतनी चमकदार बना रखी थी कि कोई भी उसे IAS अधिकारी मानने में देर नहीं करता था। कीमती ब्रांडेड कपड़े, आईफोन, दो-दो लग्जरी गाड़ियां, प्राइवेट गार्ड, महंगे होटलों में मीटिंग और लगातार सफर सब कुछ उसके व्यक्तित्व के इर्द-गिर्द एक बड़ा झूठ खड़ा करता था। उसकी सोशल मीडिया प्रोफाइल में भी खुद को 2022 बैच का IAS बताते हुए सरकारी मीटिंग, योजनाओं और फाइलों की तस्वीरें पोस्ट की जाती थीं। प्रेमिका ने पुलिस से संपर्क किया थापुलिस की जांच में एक और पर्दाफाश हुआ है। गौरव की गिरफ्तारी के लिए जब टीम सक्रिय हुई, उसी दौरान शहर में रहने वाली उसकी कथित प्रेमिका ने पुलिस से संपर्क किया। युवती ने बताया कि गौरव उससे लगातार संपर्क में था। उसकी वास्तविक लोकेशन लखनऊ के एक लग्जरी होटल में थी। युवती के बयान के आधार पर पुलिस ने गौरव की गतिविधियों का खाका तैयार किया। कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन और सोशल मीडिया चैट की मदद से पुलिस ने उसके लखनऊ के आलमबाग में छिपे रहने की पुष्टि की। इसके बाद गोरखपुर आते ही उसे दबोच लिया। जांच में कई ठिकाने और संपत्तियां आ सकती हैं सामने पुलिस अब गौरव की अवैध संपत्ति, बैंक खातों और उन लोगों की सूची खंगाल रही है, जिनसे उसने सरकारी नौकरी, ट्रांसफर, ठेका और योजना स्वीकृत कराने के नाम पर रुपए ऐंठे। प्रारंभिक जांच में लखनऊ का 50 लाख का फ्लैट, बिहार में दो संपत्तियां और लखनऊ, गोरखपुर और बिहार में कई बैंक खातों के लेन-देन की जानकारी पुलिस को मिल चुकी है। पुलिस अब उसके बैंक खातों का विवरण निकालने के लिए संबंधित बैंकों से पत्राचार कर रही। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि गौरव के पास से लेटरपैड और कई मोबाइल नंबर मिले हैं। जिनकी कॉल डिटेल निकलवाई जा रही। मोबाइल से ही गर्लफ्रेंड की बात भी सामने आई है। उनका भी बयान लिया जाएगा। वह कहते हैं- अगर कोई शिकायत करता है तो एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। इसके अलावा फर्जी IAS के संपर्क में रहने वाले लोगों की लिस्ट बनाई जा रही है। कई राज्यों में धोखाधड़ी की है। वहां की पुलिस से संपर्क कर इसके बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है। ---------------------------------------- फर्जी IAS की यह खबर भी पढ़ें - MSC पास ट्यूशन टीचर बना फर्जी IAS, यूपी में 4 गर्लफ्रेंड बनाईं, 3 को किया प्रेग्नेंट गोरखपुर में फर्जी IAS गौरव कुमार सिंह उर्फ ललित किशोर पकड़ा गया। वो सिर्फ IAS प्रोटोकॉल मेनटेन करके लिए हर महीने 5 लाख रुपए खर्च कर रहा था। 10-15 लोगों की टीम उसके आगे-पीछे चलती थी। सफेद इनोवा पर लाल-नीली बत्तियां लगाकर वह गांवों का दौरा करता था। पढ़िए पूरी खबर....

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:15 am

MP भाजयुमो के प्रभारी रहे नितिन नबीन:प्रदेश महामंत्री को शादी में घोड़ी चढ़ाने आए थे भोपाल; बीजेपी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बने

बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। रविवार को भाजपा के पार्लियामेंट्री बोर्ड के इस फैसले की जानकारी राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह ने दी। नबीन नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव तक यह जिम्मेदारी संभालेंगे। कल वे दिल्ली पहुंचेंगे। यहां भाजपा मुख्यालय में सुबह 11 बजे उनका स्वागत होगा। नितिन नबीन के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद एमपी बीजेपी के कई युवा नेता उत्साहित हैं। वजह है कि नितिन नबीन तीन साल तक बीजेपी युवा मोर्चा के मध्य प्रदेश प्रभारी रहे हैं। इस वजह से कई नेता उनसे सीधे जुडे़ हुए हैं। शादी में घोड़ी चढ़ाने आए थे भोपालबीजेपी के मौजूदा प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने बताया- नितिन नबीन 2010 में एमपी में बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश प्रभारी बनाए गए थे। उस दौरान जीतू जिराती प्रदेश अध्यक्ष थे। मैं उनकी टीम में प्रदेश महामंत्री था। 15 दिसंबर 2011 को मेरी शादी थी। मैंने नितिन जी को निमंत्रण दिया और मजाकिया लहजे में कहा, 'शादी में आप ही मुझे घोड़ी चढ़ाएंगे।' उन्होंने कहा, 'मैं शादी में आऊंगा।' अग्रवाल ने कहा- वे मेरी शादी में शामिल होने पटना से भोपाल आए और मुझे खुद घोड़ी चढ़ाया। शादी में शामिल होने के बाद वे वापस पटना चले गए। 3 साल एमपी में इंचार्ज रहे, आदिवासी क्षेत्रों में खूब दौरे किएपूर्व विधायक जीतू जिराती ने बताया- मैं जब भारतीय जनता युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष था, उस दौरान 2010 से 2013 तक नितिन नबीन मध्य प्रदेश में युवा मोर्चा के प्रभारी थे। तीन साल में उन्होंने मध्य प्रदेश में खूब प्रवास किए। ज्यादातर वे आदिवासी क्षेत्रों में दौरों पर जाते थे। जिराती ने बताया- हमने कट्‌ठीवाड़ा में युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति आयोजित की थी। उस क्षेत्र में उस समय न रुकने की और न ही खाने की व्यवस्था ठीक थी। वे सीमित व्यवस्थाओं के बावजूद वहां दो दिन हमारे बीच में रहे और कार्यसमिति में सहभागिता की थी। आदिवासी अंचल में यह पहली कार्यसमिति हुई थी। कांग्रेस के सीनियर लीडर को चुनाव हराने में बड़ी भूमिकाजिराती कहते हैं- नितिन आदिवासी क्षेत्रों में लगातार सक्रिय रहे। उसका परिणाम ये हुआ कि उनके प्रभारी रहते कांग्रेस के सीनियर लीडर कांतिलाल भूरिया चुनाव हार गए थे। हमने एक बहुत बड़ा कार्यक्रम आजाद नगर भाबरा में किया था। उसमें दो लाख कार्यकर्ता आदिवासी अंचल में इकट्‌ठे हुए थे। उस कार्यक्रम के लिए नितिन जी ने हमारे साथ बहुत मेहनत की थी। हमें गर्व है कि मेरे अध्यक्षीय कार्यकाल में प्रभारी रहे नितिन जी आज कार्यवाहक राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं। केंद्रीय मंत्री शिवराज ने दी बधाईकेंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोशल मीडिया पर लिखा- भारतीय जनता पार्टी के प्रखर और आदर्श कार्यकर्ता, हर दायित्व को कर्मठता से पूर्ण करने वाले, परिश्रमी और विचारवान साथी नितिन नबीन जी को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। निश्चय ही यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सबका साथ, सबका विकास के मंत्र, अंत्योदय के संकल्प और विकसित भारत के विजन के साथ आप भारतीय जनता पार्टी की विचारधारा को अधिक दृढ़ता प्रदान करेंगे। कांग्रेस ने कसा तंज- शिवराज का सपना टूटा ये खबर भी पढ़ें... नितिन नबीन बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बने बिहार सरकार में मंत्री नितिन नबीन को भाजपा का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। उनकी उम्र 45 साल है। भविष्य में नितिन को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है तो वे राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने वाले सबसे युवा व्यक्ति होंगे। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:14 am

मरीजो को 24 घंटे मिलेगी ईसीजी जांच की सुविधा:पीबीएम हॉस्पिटल में ईसीजी स्टेशन बनेगा, वार्डों में क्यूआर कोड-हेल्पलाइन नंबर होंगे

संभाग के सबसे बड़े पीबीएम हॉस्पिटल में ईसीजी जांच की सुविधा अब मरीज़ों को बेड पर ही उपलब्ध होगी। पहली बार ईसीजी मशीन के टेंडर में एनएबीएल सर्टिफाइड फर्म की एंट्री हुई है। फर्म को सोमवार से काम शुरू करने के लिए वर्क ऑर्डर जारी कर दिए गए हैं। पीबीएम हॉस्पिटल में इमरजेंसी, ओपीडी या आईपीडी के मरीज़ों को ईसीजी जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। न ही टेक्नीशियन का लंबा इंतजार करना होगा। दीवार पर लगे क्यूआर कोड स्कैन करने या हेल्पलाइन नंबर डायल करने के कुछ ही देर में टेक्नीशियन मशीन सहित आकर बेड पर ही मरीज़ की जांच करेगा और हाथों हाथ रिपोर्ट थमा देगा। इससे मरीज़ को तत्काल उचित उपचार देने में काफी मदद मिलेगी। ईसीजी मशीन विद टेक्नीशियन का टेंडर इस बार डॉ. बोथरा डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर को मिला है। टेंडर शर्तों के तहत यह फर्म एनएबीएल सर्टिफाइड है । गौरतलब है कि इस टेंडर को लेकर काफी विवाद हुआ था। एस पी एम सी प्रिंसिपल डॉ. सुरेंद्र कुमार वर्मा ने अधीक्षक रहते हुए यह टेंडर लगाया था। उन्होंने एनएबीएल सर्टिफाइड फर्म होने की शर्त भी रखी, लेकिन एक अपील के दबाव में 1.20 करोड़ का यह टेंडर निरस्त कर दिया। इस फैसले के खिलाफ दूसरी फर्म ने चिकित्सा आयुक्त के समक्ष अपील की, जिसे स्वीकार करते हुए उन्होंने एनएबीएल सर्टिफाइड फर्म के पक्ष में निर्णय दिया। ईसीजी स्टेशन में 24 घंटे मशीनें होंगी पीबीएम हॉस्पिटल में पहली बार ईसीजी मशीनों के लिए स्टेशन बनाया जाएगा। इसके लिए अधीक्षक से अलग कक्ष मांगा गया है। इस कक्ष में 24 घंटे मशीन और टेक्नीशियन की सुविधा रहेगी। फर्म के अनुसार यदि किसी मरीज़ को ईसीजी करानी है और ओपीडी या इमरजेंसी में भीड़ है तो वह स्टेशन में करवा सकेगा। टेक्नीशियनों की बायोमेट्रिक हाजिरी, ट्रैकिंग सिस्टम भी ईसीजी टेक्नीशियनों की हाजिरी बायोमेट्रिक लगेगी। इसका एक्सेस पीबीएम अधीक्षक और नोडल अधिकारी के पास होगा। इसके साथ ही टेक्नीशियनों का ट्रैकिंग सिस्टम भी बनाया जाएगा। इससे अधीक्षक को यह पता रहेगा कि कौन सा टेक्नीशियन कहां है। ईसीजी मशीन की निविदा का वर्क ऑर्डर जारी कर दिया गया है। मरीज़ों की सुविधा को देखते हुए ईसीजी की जांच 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। हेल्पलाइन पर कॉल करते ही टेक्नीशियन वार्ड में पहुंच जाएगा। -डॉ. बीसी घीया, अधीक्षक, पीबीएम हॉस्पिटल 40 टेक्नीशियन राउंड द क्लॉक काम करेंगे ईसीजी मशीन से जांच के लिए 40 टेक्नीशियन लगाए जाएंगे, जो राउंड द क्लॉक काम करेंगे। मशीन के खराब होने पर फर्म को तत्काल दूसरी मशीन की व्यवस्था करनी होगी। मशीनों की मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी फर्म की होगी। पूर्व में यह व्यवस्था नहीं थी, जिससे मरीज़ों की जांचें समय पर नहीं हो पाती थीं। हृदय के संकेतों से पता चलता है मर्ज ईसीजी एक सरल, दर्द रहित और सुरक्षित टेस्ट है, जो हृदय की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करता है, जिससे डॉक्टर हृदय की धड़कन की गति, लय और किसी भी असामान्यता (जैसे दिल का दौरा या अतालता) का पता लगा पाते हैं। यह छाती, हाथ और पैरों पर छोटे पैड (इलेक्ट्रोड) लगाकर किया जाता है जो हृदय के संकेतों को मशीन तक पहुंचाते हैं और इसका ग्राफ प्रिंट होता है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:13 am

सवाल- घर से 1650 किलोमीटर दूर कैसे पहुंचा महावीर:जहां शव मिला वहां नक्सली इलाका, भाई ने कहा -सुसाइड नहीं कर सकता

इंदौर के सांवेर के भवानी नगर से लापता हुए महावीर चुण्डावत की मौत को परिवार सुसाइड नहीं मान रहा है। उनके भाई ने कहा कि वह सुसाइड नहीं कर सकता। आखिरी बार पिता से बात हुई तब उसने सुबह तक पहुंचने के लिए कहा। लेकिन वह यहां कैसे पहुंच गया। उसके पास डॉक्यूमेंट और अन्य सामान भी नहीं था। मोबाइल भी टूटा था। इसके ईएमआई नंबर से पुलिस ने हमसे संपर्क किया था।राजसमंद राजस्थान में रहने वाला महावीर चुण्डावत 30 नवबंर की रात अपने घर के लिए सांवेर से निकला था। 10 दिसंबर को उसकी शादी होने वाली थी। लेकिन उसके दो दिन पहले 8 को उसका शव झारखंड इलाके में रामगढ़ थाना इलाके में मिला। शव को लेने भाई मानवीर अकेले वहां पहुंचा था।पुलिस अफसरों ने कहा कि उनके पास किसी तरह का सामान नही था। जो कपड़े उसने पहने थे। उसी में उसका शव मिला है। घर के लिए कमरे से जो सामान लेकर निकला था। वह भी उसके पास नहीं मिला है।भाई मानवीर का कहना है कि उसका भाई सुसाइड नहीं कर सकता। वह 1 माह से खुद शादी की तैयारी कर रहा था। उसकी 26 नवंबर को बहन से भी बात हुई। तब उसने पसंद के कपड़े लेने के लिए कहां ओर बताया कि वह 1 दिसंबर की सुबह पहुंच जाएगा। उसका आखिरी कॉल भी पिता को ही हुआ था।पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजाररामगढ़ पुलिस ने मौके पर जहर की गोलियां पड़ी होने की बात कही थी। पोस्टमार्टम के बाद डॉक्टरों ने रिपोर्ट के लिए करीब 10 दिन में देने की बात कही थी। भाई मानवीर का कहना है कि उसका भाई जहर नहीं खा सकता। जरूर उसके साथ कुछ गलत हुआ है। उसके कमरे पर भी उसका सामान नहीं था।पुलिस ने महावीर की लोकेशन निकालने की बात भी कही है। वहीं स्थानीय लोगों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। ताकि पूरे घटनाक्रम को लेकर सच्चाई सामने आ सके। महावीर के परिवार को भी पुलिस ने कॉल कर बुलाया है। उन्होंने कुछ समय बाद झारखंड जाने की बात कही है। इंजीनियर वर्क्स कंपनी में करता था काममहावीर बाणगंगा इलाके में ही सांई टूल्स कंपनी में काम करता था। इसलिए इलाके में ही किराए से रहता था। सांवेर पुलिस से भी संपर्क कर परिवार उसके लोकल दोस्तों से बातचीत करेंगे। ताकि उसके इंदौर से निकलने के पहले किसी से बात हुई इस बात की जानकारी सामने आ पाए। ये खबर भी पढ़ें... रामगढ़ में मिला अज्ञात युवक का शवइंदौर के सांवेर में रहने वाला महावीर सिंह चुण्डावत (30), 30 नवंबर से लापता था। उसकी 11 दिसंबर को शादी होने वाली थी, लेकिन उससे 10 दिन पहले ही वह अचानक गायब हो गया। महावीर निजी कंपनी में काम करता था और परिवार को यह कहकर निकला था कि वह राजस्थान जा रहा है, लेकिन वहां वह पहुंचा ही नहीं।​​​​​​​ पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:12 am

MP में अब घना कोहरा...14 जिलों में अलर्ट:ग्वालियर-चंबल में असर ज्यादा; अगले 3 दिन शीतलहर नहीं चलेगी

मध्यप्रदेश में कड़ाके की ठंड के साथ अब घना कोहरा भी छाने लगा है। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए ग्वालियर, चंबल, सागर, जबलपुर और रीवा संभाग के 14 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। इससे पहले कई शहरों में तेज ठंड रही। प्रदेश का इकलौता हिल स्टेशन पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां पर न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने सोमवार के लिए जिन जिलों में कोहरा छाने की चेतावनी जारी की है, उनमें ग्वालियर, मुरैना, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, मैहर, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली शामिल हैं। रविवार को भी प्रदेश के उत्तरी हिस्से में कोहरा रहा। 17 दिसंबर से फिर नया सिस्टम, ठंड बढ़ेगीमौसम विभाग के अनुसार, नए नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) 17 दिसंबर की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। जिसका असर एमपी में अगले दो-तीन दिन में दिखाई देने लगेगा। इससे ठंड का असर फिर से बढ़ जाएगा। पचमढ़ी-कल्याणपुर सबसे ठंडे, भोपाल में 7 डिग्री पहुंचा पारामौसम विभाग के अनुसार, शनिवार-रविवार की रात में प्रदेश के अधिकांश शहरों में पारा 10 डिग्री से कम रहा। 5 बड़े शहरों में इंदौर सबसे ठंडा रहा। यहां तापमान 6.4 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल में 7 डिग्री, जबलपुर में 9.4 डिग्री, ग्वालियर-उज्जैन में 9.8 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं, पचमढ़ी प्रदेश में सबसे ठंडा रहा और यहां तापमान 5.2 डिग्री दर्ज किया गया। राजगढ़-कल्याणपुर में 5.6 डिग्री, शाजापुर में 6.1 डिग्री, मंदसौर में 6.7 डिग्री, रीवा-उमरिया में 7.2 डिग्री, मलाजखंड में 7.4 डिग्री, खजुराहो में 8.2 डिग्री, नौगांव में 8.3 डिग्री, रायसेन-दतिया में 8.4 डिग्री, मंडला में 8.5 डिग्री, बैतूल में 8.7 डिग्री, नरसिंहपुर, टीकमगढ़-दमोह में 9 डिग्री, खंडवा में 9.4 डिग्री और सतना में 9.6 डिग्री दर्ज किया गया। जेट स्ट्रीम की रफ्तार 176 किमी प्रतिघंटावर्तमान में जेट स्ट्रीम भी चल रही है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में जेट स्ट्रीम का असर है। यह जमीन से 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 176 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बह रही है। जिसका असर एमपी में भी है। क्या होती है जेट स्ट्रीम?मौसम एक्सपर्ट की माने तो प्रदेश में ठंड बढ़ने की वजह खास वजह जेट स्ट्रीम भी है। यह जमीन से लगभग 12 किमी ऊंचाई पर चलने वाली तेज हवा है। इस बार रफ्तार 222 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई है। यह देश के उत्तरी हिस्से में सक्रिय है। पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवा के अलावा ये ऊंची हवा सर्दी बढ़ा रही है। उत्तर के मैदानी इलाकों से जब ठंडी हवा और पहाड़ी इलाकों से बर्फीली हवा हमारे यहां आती है, तब तेज ठंड पड़ती है। यह सब उत्तर भारत में पहुंचने वाले मौसमी सिस्टम वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण होता है। ऐसे में यदि जेट स्ट्रीम भी बन जाए तो सर्दी दोगुनी हो जाती है। इस बार यही हो रहा है। नवंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी है सर्दीइस बार नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में लगातार 15 दिन तक शीतलहर चली। रिकॉर्ड के अनुसार, साल 1931 के बाद शीतलहर के यह सबसे ज्यादा दिन है। दूसरी ओर, 17 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो ओवरऑल रिकॉर्ड भी रहा। इससे पहले 30 नवंबर 1941 में तापमान 6.1 डिग्री रहा था। इंदौर में भी पारा 6.4 डिग्री ही रहा। यहां भी सीजन की सबसे सर्द रात रही। 25 साल में पहली बार पारा इतना लुढ़का। ठंड के लिए दिसंबर-जनवरी खासमौसम विभाग के अनुसार, जिस तरह मानसून के चार महीने (जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर) में से दो महीने जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण रहते हैं और इन्हीं में 60 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाती है, ठीक उसी तरह दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इन्हीं दो महीने में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं। इसलिए टेम्परेचर में अच्छी-खासी गिरावट आती है। सर्द हवाएं भी चलती हैं। पिछले 10 साल के आंकड़े यही ट्रेंड बताते हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से दिसंबर में मावठा भी गिरता है। इससे दिन में भी सर्दी का असर बढ़ जाता है। अब जानिए दिसंबर में कैसी रहेगी ठंड? मौसम का ट्रेंड देखें तो दिसंबर में स्ट्रॉन्ग वेस्टर्न डिस्टरबेंस आते हैं। वहीं, उत्तरी हवाएं आने से दिन-रात के तापमान में गिरावट होती है। इस बार भी यही अनुमान है। इन जिलों में सबसे ज्यादा सर्दी रहेगी 20-22 दिन चल सकती है कोल्ड वेवमौसम एक्सपर्ट की मानें तो दिसंबर में प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं चलेंगी। जनवरी में यह 20 से 22 दिन तक चल सकती है। इसलिए रहेगा कड़ाके की ठंड का दौर ला नीना ने दिया ठंड को लंबा धक्का पहाड़ों पर जल्दी बर्फबारी, ठिठुरन बढ़ाई ठंडी हवाएं 25% ज्यादा अंदर तक घुसी पश्चिमी विक्षोभ का लगातार सक्रिय रहना MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचरभोपाल में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है। इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा है पाराइंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 8.6 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है। 31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी। ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दीग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी। जबलपुर में तेज रहता है सर्दी का असरजबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 में सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 का है। उज्जैन में भी कड़ाके की ठंडउज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री सेल्सियस है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:05 am

गोवर्धन सागर में शुरू होगी बोटिंग व वाटर स्पोर्ट्स:वाटर बैलून-जॉरबिंग रोलर के साथ पहली बार कयाकिंग भी, सौगात नए साल में

लॉयन सफारी के साथ ही शहर के पर्यटन को एक और नई सौगात मिलने वाली है। फतहसागर, पिछोला और दूधतलाई के बाद अब टूरिस्ट गोवर्धन सागर में भी बोटिंग का लुत्फ उठा सकेंगे। यहां पैडल बोट के साथ शिकारा भी चलाए जाएंगे। साथ ही वाटर बैलून और जॉरबिंग रोलर जैसी एक्टिविटी भी होगी। खास बात यह है कि पहली बार शहर की किसी झील में कयाकिंग नाव भी चलेगी। इससे वाटर स्पोर्ट्स का रोमांच ले सकेंगे। दरअसल, गोवर्धनसागर अब तक पर्यटकों से अछूता रहा है। पर्यटन स्थल के नाम पर यहां सिर्फ पन्नाधाय पार्क बना है। लेकिन, इसे देखने के लिए बेहद कम संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इसी को देखते हुए नगर निगम झील में बोटिंग और वाटर स्पोर्ट्स शुरू करवा रही है। इसके लिए निविदा भी आमंत्रित कर दी गई है। दो से तीन माह में बोटिंग शुरू हो जाएगी। सभी नावें बैट्री से चलेंगी, रेस्क्यू बोट पेट्रोल से गोवर्धन सागर में अधिकतम 20 नावों का संचालन किया जा सकेगा। इनमें 2 सीट की 4 और 4 सीटर 4 पैडल बोट होंगी। इसके साथ ही 6 सीटर शिकारा भी चलेगी। इनके साथ 1 वाटर बैलून, 1 जॉरबिंग रोलर, एक सीटर 2 कयाकिंग और 2 सीटर 2 कयाकिंग नावें होंगी। साथ ही 10 सीटर एक लग्जरी बोट और 30 व 20 सीटर की 1-1 साधारण बोट चलाई जाएंगी। सभी नावें बैट्री से चलाई जाएंगी। घूमने का समय 20 मिनट रहेगा। सुरक्षा के लिए एक रेस्क्यू बोट भी तैनात की जाएगी। यह पेट्रोल से चलेगी। इसके साथ दो गोताखोर तैनात रहेंगे। डाइविंग सूट और लाइफ जैकेट भी रखना होगा। झील में ही जेटी और बाहर टिकट काउंटर बनेगा। 23 दिसंबर को खुलेगा टेंडर, वर्कऑर्डर होते ही शुरू होगा जेटी-काउंटर का कामनिगम ने गत 9 दिसंबर को टेंडर आमंत्रित किया था। टेंडर 23 दिसंबर को खोले जाएंगे। अवधि 3 साल रहेगी। पहले साल 20 लाख राशि तय है। टेंडर रेट से इसमें बढ़ोतरी-कमी भी हो सकती है। हर साल 10% बढ़ोतरी होगी। वर्कऑर्डर के बाद जेटी और टिकट काउंटर निर्माण शुरू होगा। बता दें कि अभी पिछोला में 16, फतहसागर में 7 और दूधतलाई में 10 पेडल बोट, 4 शिकारा चल रहे हैं। पन्नाधाय पार्क और म्यूजियम बने हैं, बोटिंग से बढ़ेंगे पर्यटक गोवर्धन सागर पिछोला से सटी झील है। इसमें अब तक सिर्फ मछली पकड़ने के ठेके दिए जा रहे थे। यहां रोजाना 50-100 पर्यटक ही पहुंचते हैं। झील किनारे ही पन्नाधाय पार्क और जहाजनुमा पन्नाधाय दीर्घा म्यूजियम है। नीचे वाले हिस्से में मेवाड़ की पन्नाधाय के बलिदान को दर्शाया गया है। यहां उनकी वीर गाथा से जुड़ी 20 मिनट की फिल्म भी दिखाई जाती है। इसके ठीक ऊपर रेस्टोरेंट भी है। बोटिंग शुरू होने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:03 am

हिसार में बागवानी इंटर क्रॉपिंग से 20 लाख की कमाई:सुरेंद्र को मिल चुके कई अवॉर्ड; अमरूद के साथ चीकू, मौसमी संग नींबू की पैदावार

हिसार जिले के दौलतपुर गांव के किसान सुरेंद्र श्योराण ने बागवानी में इंटर क्रॉपिंग यानी मिश्रित फसलों के जरिए नई मिसाल कायम की है। पारंपरिक खेती से हटकर अपनाई गई इस तकनीक से वे 11 एकड़ में मौसमी, किन्नू, नींबू, अमरूद, चीकू, आड़ू और नाशपति जैसी फसलों से सालाना 18 से 20 लाख रुपये तक का मुनाफा कमा रहे हैं। सुरेंद्र की इस पहल ने न केवल उनकी आमदनी दोगुनी की है, बल्कि गांव के अन्य किसानों को भी प्रेरित किया है। 2020 में की थी इंटर क्रॉपिंग की शुरुआत दौलतपुर निवासी सुरेंद्र श्योराण ने बताया कि उनके पिता पारंपरिक खेती करते थे, लेकिन उन्होंने बागवानी में कुछ अलग करने की ठानी। साल 2020 में उन्होंने इंटर क्रॉपिंग के जरिए बागवानी की शुरुआत की। गांव में पहले से अमरूद के बाग थे, जिनके पौधों के बीच खाली जगह देखकर उन्होंने अन्य बागवानी पौधे लगाने का निर्णय लिया। अमरूद के साथ चीकू, आड़ू के साथ नाशपति, मौसमी के साथ नींबू सुरेंद्र ने शुरुआत में 1 एकड़ में 20 गुणा 20 फीट के अंतर पर अमरूद के पौधे लगाए। आमतौर पर अमरूद तीन साल बाद फल देना शुरू करता है, इसलिए उन्होंने अमरूद के पेड़ों के बीच चीकू के पौधे लगाए। इसी तरह, आड़ू के साथ नाशपति और मौसमी के साथ नींबू भी लगाए। यह प्रयोग सफल रहा और अब उनके बागों में सालभर फलों की पैदावार होती है। जोखिम कम, लाभ अधिक सुरेंद्र का कहना है कि इंटर क्रॉपिंग से बागवानी फसलों का जोखिम कम हो जाता है। यदि एक फसल में बीमारी आ जाए तो दूसरी फसल से किसान को लाभ मिल सकता है, जिससे पूरी तरह नुकसान नहीं होता। यही कारण है कि अब उनके गांव में करीब 100 एकड़ जमीन पर अन्य किसान भी इंटर क्रॉपिंग अपना रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर मिला सम्मान सुरेंद्र की इस उपलब्धि पर तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें सम्मानित किया था। हाल ही में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर) पूसा केंद्र, नई दिल्ली ने उन्हें “फार्मर ऑफ द ईयर अवॉर्ड 2025” से सम्मानित किया है। इसके अलावा अर्ध शुष्क बागवानी उत्कृष्टता केंद्र लोहारू, भूना के अमरूद सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, हॉर्टिकल्चर सेंटर उचानी (करनाल), हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय और बागवानी विभाग द्वारा भी उन्हें कई बार सम्मानित किया जा चुका है। शिक्षित किसान, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से खेती सुरेंद्र ने 2012 में जाट कॉलेज से बीए की डिग्री ली और कुरुक्षेत्र के लाडवा में आड़ू, नाशपति और चीकू की बागवानी की ट्रेनिंग लेकर इंटर क्रॉपिंग की शुरुआत की। उनका कहना है कि बागवानी के पौधे आमतौर पर 10 से 12 साल तक चलते हैं, जिनमें 8 से 10 साल तक दो से तीन तरह की बागवानी एक साथ की जा सकती है। टपका सिंचाई और पैक हाउस से बढ़ी दक्षता वे अपने बागों में टपका सिंचाई विधि का प्रयोग करते हैं, जिससे पानी की बचत होती है। साथ ही, फलों की पैकिंग के लिए पैक हाउस भी लगाया जा रहा है। सुरेंद्र का मानना है कि फसलों में विविधिकरण से किसान बेहतर लाभ कमा सकते हैं और खेती को स्थायी बनाया जा सकता है। किसानों के लिए प्रेरणा और संपर्क जानकारी सूचना: यदि किसी किसान ने खेती में ऐसा नवाचार किया है जो अन्य किसानों के लिए उपयोगी हो, तो उसकी जानकारी, फोटो और वीडियो नाम-पते सहित 8708786373 पर केवल व्हाट्सएप करें। ध्यान रहे, यह नवाचार किसी अन्य मीडिया में प्रकाशित न हुआ हो। संपर्क: प्रगतिशील किसान सुरेंद्र श्योराण से अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें – 9467955412

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:01 am

लुधियाना नर्स हत्याकांड, सबको गुमराह करता रहा बॉयफ्रेंड:पुलिस और डॉक्टरों से बोला- बदमाशों ने हमला किया; होटल में गर्लफ्रेंड का कत्ल कर भागा था

पंजाब में लुधियाना के होटल में अपनी गर्लफ्रेंड रेखा का मर्डर कर भागा युवक अमित निषाद अस्पताल में डॉक्टरों और पुलिस को गुमराह करता रहा। वह अपना कटा हुआ प्राइवेट पार्ट लेकर अस्पताल पहुंचा था। जब उससे डॉक्टर ने कटने का कारण पूछा तो उसने बताया कि बदमाशों ने हमला कर दिया था। इसके बाद जब पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर युवक से पूछताछ की तो उसने पुलिस को भी वही कहानी बताई। हालांकि, इसी दौरान जब पुलिस को होटल के कमरे में महिला की अर्धनग्न लाश मिलने और हत्यारोपी के भागने की सूचना मिली तो युवक से फिर पूछताछ की गई। इस बार आरोपी ने कबूल किया कि उसने ही महिला की हत्या की है। युवक का चंडीगढ़ पीजीआई में इलाज चल रहा है। जबकि, महिला का शव लुधियाना के सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया है। सोमवार को महिला के परिजन पहुंचेंगे। इसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम कर उसे परिजन को सौंपा जाएगा। रेखा पेशे से नर्स थी। होटल से भागकर अमित ने बनाई थी कहानी... मृतका रेखा के बेटे भाई को सौंपे गएमृतक रेखा के दो बेटे हैं, जिन्हें पुलिस ने रेखा के भाई के हवाले कर दिया है। रेखा का भाई कोहाड़ा में किसी फैक्ट्री में काम करता है। उसने जब सोशल मीडिया पर रेखा की तस्वीरें मृत हालत में देखीं तो उसने पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने दोनों बच्चों को उसके सुपुर्द कर दिया। सोमवार को रेखा के परिजन लुधियाना सिविल अस्पताल पहुंचेगें। तब उसके शव का पोस्टमॉर्टम होगा और शव परिजन को सौंपा जाएगा। एंब्रॉयडरी का काम करता था अमित, रेखा नर्सजानकारी के अनुसार, अमित एंब्रॉयडरी का काम करता था। जबकि, उसकी गर्लफ्रेंड रेखा एक अस्पताल में नर्स थी। वह अपने पति से अलग होकर रहती थी। उसका पति के साथ कानूनी विवाद भी चल रहा था। दोनों करीब ढाई साल से एक-दूसरे के साथ रिलेशनशिप में थे। 3 पॉइंट में जानिए, आरोपी ने कैसे दिया कत्ल को अंजाम... ॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें... लुधियाना के होटल में नर्स हत्याकांड:संबंध बनाते बॉयफ्रेंड ने कहा- मेरी सगाई कर दी; गुस्साई गर्लफ्रेंड ने प्राइवेट पार्ट काटा तो कत्ल कर डाला पंजाब के लुधियाना के इंडो-अमेरिकन रेस्टोरेंट में कत्ल की गई रेखा नर्स थी। उसका कत्ल कर भागा बॉयफ्रेंड अमित निशाद एंब्रॉयडरी का काम करता था। होटल में संबंध बनाते वक्त अमित ने रेखा को बता दिया कि घरवालों ने उसकी सगाई कर दी है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:00 am

हिंदू प्रेमिका का सिर काटने से पहले की प्लानिंग:हिमाचल के होटल में मारना चाहता था, मौका नहीं मिला; मर्डर कर निकाह की शॉपिंग की

हरियाणा के यमुनानगर में 7 दिसंबर को मिली महिला की सिर कटी लाश की मर्डर मिस्ट्री में रविवार को खुलासा होने के बाद लगातार रुह कंपाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। हिंदू प्रेमिका उमा (30) को ठिकाने लगाने के लिए 6 दिसंबर की शाम टैक्सी ड्राइवर बिलाल 6 घंटे बेचैन रहा। वो हिमाचल के पांवटा साहिब की तरफ किसी होटल में कमरा लेकर हत्या करना चाहता था। कमरा नहीं मिला तो एकांत जगह ढूंढता रहा। नहीं मिली तो कलेसर जंगल की तरफ आया। बिलाल यह हत्या जल्दी से जल्दी करना चाहता था, ताकि वो सुकून से अपने निकाह की तैयारियां कर सके। पुलिस जांच में सामने आया कि उमा को स्विफ्ट कार में बैठाकर वह कई घंटे सड़कों पर ही घुमाता रहा। उसे मौके की तलाश थी, जो उसे मिल नहीं पा रहा था। फिर उसने कलेसर नेशनल पार्क को इस वारदात के लिए चुना। मर्डर के बाद बिलाल यूपी के सहारनपुर अपने घर जाकर निकाह की शॉपिंग में ऐसे जुट गया, जैसे कुछ हुआ ही नहीं। पुलिस के सामने अब वो हथियार बरामद करने की चुनौती है, जिसके साथ बिलाल ने उमा का सिर काटा। यह हथियार बिलाल को सजा दिलाने में अहम सबूत बनेगा। अभी बिलाल 4 दिन के पुलिस रिमांड पर है। रविवार को उसकी निशानदेही पर हरियाणा-हिमाचल के बॉर्डर पर कलेसर जंगल में स्थित लालढांग की खाई से उमा का सिर बरामद हुआ है। सिलसिलेवार पढ़ें, पुलिस जांच में सामने आई आखिरी घंटों की कहानी... अब जानिए, कैसे दोनों में रिश्ता बना, जिसका अंजाम खौफनाक मौत बनी... पति से झगड़े के बाद अकेली रहती थी उमा30 साल की उमा 08 साल के बेटे की मां है। दो साल पहले तक पति के साथ सहारनपुर के रमजानपुरा में रहती थी। पति से विवाद हुआ तो अकेले ही गंगोत्री कॉलोनी में रहने लगी। बेटा पिता के साथ रहता है, जो कभी-कभार मिलने आता था। करीब दो साल पहले उमा टैक्सी ड्राइवर बिलाल के संपर्क में आई। दोनों लिव इन रिलेशन में रहने लगे। उमा का खर्च बिलाल ही उठाता था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कहा कि इस रिश्ते के बारे में उसके परिजनों को नहीं पता था। पति दिव्यांग, पहले भी किसी के साथ रही थी उमापुलिस जांच में सामने आया कि उमा का पति हाथ से दिव्यांग है और पेंटर का काम करता है। पत्नी के चरित्र को लेकर दोनों में विवाद हुआ था। बताया जा रहा है कि उमा पहले भी किसी के साथ रिलेशनशिप में रही। रिश्ता लंबा नहीं चला और उसके बाद बिलाल के संपर्क में आई। परिजनों ने बिलाल के लिए रिश्ता ढूंढा​​​​​​​बिलाल चार भाई बहन हैं। परिवार उस पर शादी करने का दबाव बना रहा था और रिश्ता ढूंढ रहा था। उमा के चलते बिलाल परिवार को टालता रहता था। परिवार को दबाव में आकर वह रिश्ता करने को राजी हो गया। 13 दिसंबर को बिलाल की बहन की शादी होनी तय हुई और 14 दिसंबर को बिलाल की बारात जानी थी। हत्या से एक सप्ताह पहले निकाह को लेकर हुआ झगड़ायमुनानगर पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि हत्या के करीब एक सप्ताह पहले बिलाल और उमा के बीच शादी की बात को लेकर झगड़ा हुआ। तभी से बिलाल ने उमा को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया था। जैसे-जैसे बिलाल की शादी का तारीख नजदीक आ रही थी, उमा को लेकर उसकी टेंशन भी लगातार बढ़ रही थी। अब जानिए, कैसे बिलाल तक पहुंची पुलिस... 10 साल पहले उमा ने की थी लव मैरिज, फिर अलग रहने लगीयमुनानगर एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि उमा पहले से शादीशुदा थी। करीब 10 साल पहले घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर उसने उसने लव मैरिज की थी। इस शादी से उसे एक बेटा भी था, लेकिन करीब दो साल पहले वह अपने पति से अलग हो गई। उसका बेटा उसके पति के साथ रह गया और वह सहारनपुर में रहने लगी। लव मैरिज के चलते उमा के परिजनों ने भी उससे रिश्ता तोड़ दिया था। ऐसे में उमा बिलाल के संपर्क में आई और दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो गई। दोनों लिव-इन में रहने लगे। दो साल बाद इस अंतरजातीय प्रेम कहानी का अंत इतना खौफनाक होगा इसका अंदाजा उमा को कतई नहीं था।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:00 am

संसद में शीतकालीन सत्र का आज 11वां दिन:सरकार पेश करेगी एटॉमिक एनर्जी बिल, निजी कंपनियों को परमाणु क्षेत्र में काम करने का मौका मिलेगा

शीतकालीन सत्र का आज 11वां दिन है। दोनों सदनों में लंबित विधेयकों पर चर्चा और उन्हें पारित करने की प्रक्रिया तेज हो सकती है। संसद का यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा। सरकार सोमवार को एटॉमिक एनर्जी अमेंडमेंट बिल पेश करेगी। यह बिल देश के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में निजी कंपनियों को काम करने का मौका देगा। वहीं, कॉर्पोरेट बिल, हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया जैसे जरूरी बिलों पर भी चर्चा हो सकती है। उधर, SIR के मुद्दे पर विपक्ष की ओर से आज भी हंगामे के आसार हैं। संसद में पिछले 10 दिनों की कार्रवाई 1 दिसंबर- वित्त मंत्री ने 3 बिल पेश किए, मणिपुर GST बिल पास संसद के शीतकालीन सत्र में पहले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में तीन बिल पेश किए, जिसमें से मणिपुर गुड्स एंड सर्विस टैक्स बिल (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2025 बिल पास हुआ। इसके अलावा उन्होंने केंद्रीय उत्पाद शुल्क (संशोधन) विधेयक, 2025 और स्वास्थ्य सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा सेस विधेयक, 2025 भी लोकसभा में पेश किए थे। पूरी खबर पढ़ें... 2 दिसंबर- सरकार ने SIR पर बहस के लिए अड़े विपक्ष को मनाया चुनाव सुधार यानी SIR पर लोकसभा में 9 दिसंबर को चर्चा होगी। संसद में दो दिन से फौरन चर्चा पर अड़ा विपक्ष बहस के लिए मान गया है। मंगलवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से मुलाकात के बाद कांग्रेस नेता के. सुरेश ने बताया- 9 दिसंबर को इलेक्टोरल रिफॉर्म्स यानी चुनावी सुधारों पर 10 घंटे बहस होगी। साथ ही उन्होंने कहा- एक दिन पहले 8 दिसंबर को वंदे मातरम् पर चर्चा होगी। इसके लिए भी 10 घंटे का समय तय किया गया है। पूरी खबर पढ़ें... 3 दिसंबर- PM मोदी बंगाल के भाजपा सांसदों से मिले, कहा- विधानसभा चुनाव जीतना है संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 11 बजे दोनों सदनों की कार्यवाही से पहले संसद परिसर में पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों से मुलाकात की। उन्होंने सांसदों से कहा कि राज्य के मौजूदा हालात को लेकर जनता से बातचीत की जरूरत है। PM ने कहा- जमीनी स्तर पर जो कुछ हो रहा है, उसका कड़ा विरोध करना चाहिए। पूरी खबर पढ़ें... 4 दिसंबर- राहुल बोले थे- विदेशी मेहमानों से मिलने नहीं देती सरकार कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने संसद सत्र के चौथे दिन आरोप लगाया कि सरकार, विदेश से आने वाले शीर्ष नेताओं (दिग्निटरीज) से मिलने नहीं देती। उनसे कहती है कि वे लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष (LoP) से न मिलें। इसका कारण सरकार की असुरक्षा है। पूरी खबर पढ़ें... 5 दिसंबर- DMK सांसद ने हाईकोर्ट जज को 'RSS जज' कहा संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान लोकसभा में 5 दिसंबर को तमिलनाडु से DMK सांसद टीआर बालू और केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू के बीच तीखी बहस हुई। DMK सांसद ने एक मुद्दे पर बोलते हुए एक हाईकोर्ट के जज को 'RSS जज' कह दिया। किरेन रिजिजू ने इस पर तुरंत आपत्ति जताई। पूरी खबर पढ़ें... 8 दिसंबर- लोकसभा में वंदेमातरम के 150 साल पूरे होने पर चर्चा संसद के शीतकालीन सत्र के छठे दिन सोमवार को लोकसभा में वंदेमातरम के 150 साल पूरे होने पर चर्चा की गई। इसकी शुरूआत प्रधानमंत्री मोदी ने की। इस दौरान उन्होंने वंदे भारत के 4 खंड हटाने के लिए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुस्लिम लीग के डर से कांग्रेस ने वंदे भारत का अपमान किया। पूरी खबर पढ़ें... 9 दिसंबर- लोकसभा में SIR पर, राज्यसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा मंगलवार को लोकसभा में चुनाव सुधारों पर चर्चा हुई। इस दौरान कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी ने हिस्सा लिया और आरोप लगाया कि भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर वोट चोरी कर रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें... इधर राज्यसभा में वंदे मातरम् पर चर्चा हुई। शाह ने आरोप लगाया कि गांधी परिवार ने हमेशा से वंदे मातरम का अपमान किया है। पूरी खबर पढ़ें.... 10 दिसंबर- राहुल का शाह को डिबेट का चैलेंज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को लोकसभा में चुनाव सुधार पर चर्चा का जवाब दिया। अपने भाषण की शुरुआत में कहा कि चुनाव सुधार पर चर्चा से बीजेपी के लोग भागते नहीं है। इस पर सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी अपनी सीट से खड़े हुए और शाह से कहा कि मैं SIR पर अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर डिबेट के लिए आपको चैलेंज करता हूं। इस दौरान दोनों के बीच तीखी बहस भी हुई। पूरी खबर पढ़ें... 11 दिसंबर- अनुराग ठाकुर बोले- TMC सांसद सदन में ई-सिगरेट पी रहे, सौगत रॉय ने कहा- हम पी सकते हैं संसद में गुरुवार को लोकसभा सदन में ई-सिगरेट पीने का विवाद चर्चा में रहा। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने स्पीकर ओम बिरला को शिकायत करते हुए कहा- TMC सांसद सदन में ई-सिगरेट पी रहे हैं। इस पर स्पीकर ने कहा कि एक्शन लिया जाएगा। पूरी खबर पढ़ें... 12 दिसंबर- राहुल ने सरकार से प्रदूषण रोकने के लिए प्लान बनाने को कहा कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को लोकसभा में वायु प्रदूषण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, 'हमारे देश के ज्यादातर बड़े शहर जहरीली हवा की चपेट में हैं। लाखों बच्चे फेफड़ों की बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। लोग कैंसर से पीड़ित हो रहे हैं।' इसके जवाब में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम चर्चा को तैयार हैं। पूरी खबर पढ़ें... --------------

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:00 am

जालंधर ब्लास्ट, रिहायशी एरिया में सिलेंडरों की कटिंग:पीतल-लोहा अलग कर बेचा गया, गाड़ी में छिपाकर लाते थे; ब्लास्ट में शिवमंगल के उड़े थे चीथड़े

पंजाब के जालंधर में संतोखपुरा मोहल्ले की घनी आबादी में ही सिलेंडर सिलेंडर की कटिंग का काम किया जा रहा था। मोहल्ले में एक खाली पड़े प्लाट में जवाहर कबाड़ का काम कर रहा था। रविवार को सिलेंडर ब्लास्ट होने से ये खुलासा हुआ। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि कबाड़ी की दुकान में प्लॉस्टिक की कुर्सियों के नीचे छिपाकर अस्पताल- मॉल से सिलेंडर लाए जाते थे। इन सिलेंडरों के आगे से पीतल की नोजल निकाल बेची जाती थी। वहीं, बीते दिन धमाके में जान गंवाने वाले शिवमंगल को दुकान मालिक जवाहर ने सिलेंडर की कटिंग करने के लिए मना किया था। उसने कहा था कि इसमें कुछ गड़बड़ है। उसने सिलेंडर को हिलाकर भी देखा। जवाहर साहू ने बताया कि इसके बाद मैं वहां से दवाई लेने चला गया। मगर मेरे पीछे ही शिवमंगल ने छेनी-हथौड़ी से सिलेंडर काटना शुरू कर दिया। जिससे उसमें ब्लास्ट हो गया। ब्लास्ट में पास बैठे राम की आंख में लोहे के छर्रे लगने से उसकी एक आंख की रोशनी चली गई। पास बैठ दूसरे घायल राजेंदर के चेहरे पर घाव हो गए। दोनों जनता अस्पताल के ICU में भर्ती हैं। उधर, मोहल्ले वाले हादसे के बाद रिहायशी इलाके में कबाड़ की दुकान पर होने पर सवाल उठा रहे हैं। मोहल्ले वालों ने ब्लास्ट को लेकर क्या बताया... मौके पर कटे हुए कई सिलेंडर मिलेजालंधर के मोहल्ला संतोखपुरा में उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के रहने वाले जवाहर साहू ने प्लाट किराए पर लेकर 6 साल पहले कबाड़ का काम शुरू किया था। स्थानीय रामा देवी, सुषमा और अन्य ने बताया कि ये लोग ऑटो में लादकर सामान लाते थे। ऊपर तारें और प्लास्टिक की कुर्सियां वगैरह ही होती थी। उन्हें नहीं पता था कि अंदर सिलेंडर भी काटे जाते थे। भास्कर डिजिटल टीम ने मौके के फुटेज लिए तो वहां एक दर्जन के करीब सिलेंडर पड़े मिले। जिनके आगे से नोजल काटी गई गई थी।अस्पताल-मॉल से खरीदकर लाते थे पुराने सिलेंडरमोहल्ले के लोगों ने बताया कि कबाड़ का काम करने वाले सभी लोग UP के हैं। ये अस्पतालों और मॉल से पुराने सिलेंडर खरीदकर लाते थे। इन सिलेंडरों के आगे पीतल की नोजल लगी होती है। इस नोजल को ये लोग हथौड़े और छेनी की मदद से अलग कर देते थे। पीतल और लोह को फिर आगे अलग-अलग रेट से बेचते थे। ये सभी एक कमरा लेकर किराए पर रहते थे। किसी की भी फैमिली यहां नहीं रहती है। प्लॉट में पुरानी तारों के कई बंडल कबाड़ के समान में बिजली विभाग की नई और पुरानी तारों के भी कई बंडल रखे हैं। इनमें एल्युमिनियम का एक नया रोल प्लॉट की अंदर की साइड रखा है। हालांकि ये जानकारी सामने नहीं आ सकी कि बिजली विभाग की ये केबल आक्शन में खरीदी गई हैं या फिर किसी ने बेची हैं। केबल के अंदर से तांबा निकाल लिया गया है। कबाड़ में एसी, वॉशिंग मशीन भी पड़ी थीं। लोगों ने बताया कि इनके कंप्रेशर निकालकर भी इनको तोड़ा जाता था। पहले यही लगा था कि ब्लास्ट कंप्रेशर के फटने से हुआ होगा। अब 2 पॉइंट में पढ़िए कैसे हुआ हादसा... ----------------------- यह खबर भी पढ़ें... जालंधर में सिलेंडर ब्लास्ट में एक की मौत, उंगलियां छत पर मिलीं, पास बैठे युवक की आंख की रोशनी गई; गठरी में बांधनी पड़ी लाश पंजाब के जालंधर में एक कबाड़ गोदाम में ब्लास्ट हो गया। घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हैं। धमाका इतना जोरदार था कि मृतक व्यक्ति की उंगलियां पास के एक घर की छत पर जा गिरी। (पूरी खबर पढ़ें)

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:00 am

दैनिक भास्कर के हरियाणा गौरव कार्यक्रम में पहुंचे CM:प्रदेश का मान बढ़ाने वालों को सम्मानित किया, बोले- ये अंधेरे में सही मार्ग दिखाते हैं

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार रात चंडीगढ़ में दैनिक भास्कर के कार्यक्रम हरियाणा के गौरव में शामिल हुए। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में हरियाणा का मान बढ़ाने वाले 44 प्रतिष्ठित व्यक्तियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मीडिया सचिव प्रवीण अत्रेय भी मौजूद रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री सैनी ने कहा, देश और समाज की प्रगति तभी संभव है जब बदलाव लाने वाले लोग आगे आएं, जो न केवल सपने देखते हैं, बल्कि उन सपनों को साकार करने का साहस भी रखते हैं। आप केवल सफल व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि समाज के प्रकाश स्तंभ हैं, जो अंधेरे में भी सही मार्ग दिखाते हैं। मनोबल बढ़ाने के लिए करती है सम्मानितमुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि ऐसे मानव सेवकों को एक मंच प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने सीएसआर एडवाइजरी बोर्ड का गठन कर इसका पोर्टल भी बनाया है। इस पोर्टल पर सेवा करने वाले लोग, कंपनियां, उद्यमी आदि अपना पंजीकरण करवाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के उद्योगपतियों, व्यापारियों, समाजसेवी संस्थाओं व अन्य समर्थ नागरिकों पर गर्व है, जिन्होंने इस बोर्ड के माध्यम से समाज के प्रति अपने दायित्व को बखूबी निभाया है। सरकार ऐसे नागरिकों और संस्थाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए हर क्षेत्र में पुरस्कार प्रदान करती है। मुख्यमंत्री ने इन लोगों को सम्मानित कियादैनिक भास्कर के कार्यक्रम में जितेंद्र यादव, विनीत पिलानिया, जगदेव यादव, अनिरुद्ध सचदेवा, डॉ. मनीष तनेजा, सुरेश कुमार, डॉ. अशोक कुमार, पारिसा शर्मा, डॉ. संजय वत्स, डॉ. उमेश गुप्ता, डॉ. दिनेश शर्मा, डॉ. रितेश यादव, नवीन सोनी, डॉ. सुरेखा यादव, पद्मश्री गुरविंदर सिंह, प्रदीप कुमार, राजीव शर्मा, योगेश मिड्ढा, बलबीर सिंह, उमाशंकर, रविंद्र भारद्वाज, अशोक मित्तल, अनुज अग्रवाल, विक्रमजीत सर, राव रामभगत डोहका, प्रवीन नारंग, डॉ. जगदीश कुमार, प्रतीक वत्स, बृजलाल सर्राफ, डॉ. नरेंद्र, हरीश स्वामी, नरेंद्र स्वामी, प्रधान आनंद राज, डॉ. तरुण सपड़ा, संजीव जांगड़ा, निशांत, इंद्रपाल, डॉ. पुनीत गोयल, विपिन कुमार, डॉ. ए.के. सिंघल, विकास शर्मा, सुमित, विकास अहलावत, एस.बी. गोयल, नीलम गहलावत, और डॉ. सुबोध दहिया को हरियाणा के गौरव अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। अब देखें अवॉर्ड सेरेमनी की तस्वीरें...

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:00 am

हरियाणा BJP MLA के राजस्थान में स्वागत पर विवाद:कुलदीप बिश्नोई संग पनिहार को मालाएं पहनाईं, संत बोले- ये समाज का दुश्मन, सबक सिखाना था

अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुलदीप बिश्नोई के करीबी नलवा से भाजपा MLA रणधीर पनिहार के राजस्थान जाने पर विवाद खड़ा हो गया। कुलदीप बिश्नोई के साथ 11 दिसंबर को जोधपुर गए पनिहार का स्वागत कुलदीप बिश्नोई की तरह ही किया गया। इसमें पनिहार को कुलदीप बिश्नोई की तरह जोधपुर एयरपोर्ट पर माला पहनाई गई, समाज का साफा पहनाया गया और पुष्प वर्षा की गई। इससे अब बिश्नोई संत नाराज हो गए हैं। समाज के बड़े संतों में से एक संत लालदास योग गुरु ने वीडियो मैसेज जारी कर रणधीर पनिहार का स्वागत करने पर सवाल खड़े किए हैं। लालदास महाराज ने कहा कि यह समाज का दुश्मन है। इसको सबक सिखाना चाहिए था, क्योंकि इसने अखिल भारती बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया का अपमान किया था। करीब 5 मिनट के इस वीडियो में लालदास महाराज ने अपनी पीड़ा समाज के सामने रखी। सबसे पहले जानिए बिश्नोई समाज के संत ने क्या कहा… अब जानते हैं देवेंद्र बूड़िया और पनिहार के बीच क्या हुई थी घटना... पनिहार ने कहा था- बूड़िया मेरे दोस्तअखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बूड़िया के आरोपों पर विधायक रणधीर पनिहार ने कहा था जिस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं, ऐसी कोई बात नहीं है। मनगढ़ंत आरोपों का मैं क्या जवाब दूं। हां, मेरी किसी से कोई बात नहीं हुई। बूड़िया साहब आज भी मेरे अच्छे दोस्त हैं और उनसे मेरी अकसर मुलाकात होती रहती है। सोशल मीडिया पर उन्होंने ऐसा क्यों बोला, मुझे इसकी जानकारी नहीं है। कुलदीप बिश्नोई ने दिलवाया रणधीर पनिहार को टिकटरणधीर पनिहार पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के दोस्त हैं। कुलदीप बिश्नोई ने ही लॉबिंग कर रणधीर पनिहार को भाजपा का टिकट दिलवाया था। इतना ही नहीं, रणधीर के लिए प्रचार भी किया। इस विधानसभा चुनाव में रणधीर पनिहार की जीत हुई, लेकिन आदमपुर से कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई अपनी पैतृक सीट हार गए। इसके अलावा, कुलदीप बिश्नोई के भाई दुड़ाराम बिश्नोई भी फतेहाबाद से चुनाव हार गए। हालांकि, रणधीर पनिहार कह चुके हैं वे कुलदीप बिश्नोई के लिए विधायक पद भी छोड़ने के लिए तैयार हैं। वे चाहें तो उनके बेटे को मेरी जगह पर चुनाव लड़वा सकते हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 5:00 am

बांसवाड़ा के 18 गांवों में 30 फीसदी पलायन घटा:सब्जियां उगाकर मजदूर से मालिक बने, बच्चे अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ रहे

राजस्थान के बांसवाड़ा के 18 गांवों के छोटी जोत के किसान अब मजदूर से मालिक बन गए हैं। उन्होंने मिर्च, टमाटर, गेंदा जैसी सब्जियां और फूल उगाकर अपनी आय दोगुनी से ज्यादा बढ़ा ली है। अब वे गुजरात-महाराष्ट्र जैसे राज्यों में जाकर मजदूरी नहीं करते। अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाने लगे हैं। इन गांवों में पलायन 30% तक घट गया है। आनंदपुरी क्षेत्र के करीब 250 से ज्यादा किसानों की एक सीजन में आय डेढ़ से दो लाख रुपए तक बढ़ गई है। वंडा गांव के किसान दिलीप बताते हैं, 3-4 साल से हर सीजन में 40-50 नए किसान नई फसलों की बुआई से जुड़ रहे हैं। इनमें 80 से 90 फीसदी किसान छोटी जोत वाले हैं। उद्यान विभाग भी किसानों को प्रशिक्षण दे रहा हैबांसवाड़ा के सहायक निदेशक (उद्यानिकी) बदामीलाल निनामा कहते हैं, आनंदपुरी क्षेत्र के जनजाति किसानों में तेजी से आ रहा यह बदलाव अच्छा है। कैश क्रॉप से छोटे किसान भी आर्थिक रूप से मजबूत हुए हैं। विभाग विभिन्न मामलों में सब्सिडी और प्रशिक्षण भी दे रहा है। बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल और आनंदपुरी बीडीओ रितेश जैन कहते हैं, इन 18 गांवों से जनजाति समाज के किसान पहले मजदूरी करने महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों में जाते थे। अब इनकी संख्या घटती जा रही है। केस-1: फलवा गांव में गीता देवी बामनिया अपने पति अमृत के साथ निराई-गुड़ाई कर रही थीं। वे बताती हैं- 3 साल से मिर्च-टमाटर और गेंदा उगा रहे हैं। साढ़े पांच बीघा खेत में पहले पारंपरिक फसलें उगाते थे। इससे मुश्किल से पेट पलता था। अब तो सब्जियां, मिर्च-टमाटर से ही रोज 500-600 रुपए कमा लेते हैं। केस-2: वरेठ गांव में कमला पारगी ने बताया- 3 साल से टमाटर, मिर्च, बैंगन उगा रहे हैं। इससे रोज कमाई होती है। पहले मजदूरी करने जाते थे। अब जरूरत नहीं। इस साल एक लाख रु. की शिमला मिर्च बेच चुके हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:54 am

मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा:स्वच्छता समाज और सरकार दोनों की ही साझा जिम्मेदारी, इसे पूरा करें

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को जल महल की पाल पर राज्य स्तरीय स्वच्छता जागरूकता व श्रमदान कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने जल महल की पाल पर श्रमदान व पौधरोपण कर स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने झाड़ लगाई और कचरा संग्रहित किया। इसके साथ ही जनसमूह को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। उन्होंने स्वच्छता योद्धाओं को पीपीई किट और चयनित लाभार्थियों को पीएम स्वनिधि योजना के चेक वितरित करने के साथ ही रोड स्वीपिंग मशीन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने ‘इंप्लिमेंटेशन प्लान फॉर सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री सिटीज’ पुस्तिका का विमोचन किया तथा स्वच्छता के कर्तव्य पट्ट पर हस्ताक्षर भी किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता समाज और सरकार की साझा जिम्मेदारी है। सरकार प्रदेश को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि आमजन स्वच्छता योद्धाओं का सम्मान और सहयोग कर इनका मनोबल बढ़ाएं ताकि ये स्वच्छता की मुहिम में और तेज गति से कार्य कर सकें। उन्होंने आह्वान किया कि पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने के लिए सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें। इस अवसर पर सांसद मंजू शर्मा, विधायक गोपाल शर्मा और बालमुकुंदाचार्य, मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास सहित अन्य लोग मौजूद रहे। राजस्थान के 42 हजार 492 गांव ओडीएफ प्लस मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत 2 लाख 62 हजार व्यक्तिगत तथा 4 हजार से अधिक सामुदायिक शौचालयों का निर्माण हुआ है। वहीं 42 हजार 492 से अधिक गांवों को ओडीएफ प्लस घोषित किया जा चुका है। वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान ने जल स्रोतों, राजकीय कार्यालयों, अस्पतालों एवं विद्यालयों आदि की साफ-सफाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:50 am

जंगलों में बांस दे रहा रोजगार:वन विभाग को 3.50 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है

राजस्थान के उदयपुर जिले में कोटड़ा-देवला के जंगलों में नदी किनारे 6 माह वाला गांव बसा है। 50 से ज्यादा कथौड़ी परिवार अक्टूबर से मार्च तक यहां बांस कटाई करते हैं। करीब 40 साल से यहां 6 माह के लिए गांव बसते हैं। इससे वन विभाग को करीब 3.50 करोड़ रुपए का राजस्व मिलता है। उदयपुर में डेंड्रोकैलेमस स्ट्रिक्टस प्रजाति के बांस होते हैं, जिनकी खासियत उनकी लंबाई है, जो 35-40 फीट तक होती है। विभाग ने बांस के जंगलों को 4 भागों में बांटा है। इसलिए जिस हिस्से की कटाई हो रही है, वह 4 साल बाद कटेगा। इतिहास... अंग्रेज महाराष्ट्र से 200 साल पहले लाए थे वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कथौड़ी समुदाय बांस कटाई में माहिर है। अंग्रेज 200 साल पहले महाराष्ट्र से इन्हें लाए थे। इस जनजाति के लोग आंगेणा, फुलवारी नाल एरिया के कुछ गांवों में बसे हैं। इंतजाम... सोलर पैनल से बना रहे हैं बिजली देवला कस्बे से 40 किमी दूर घने जंगल में बसे इस गांव में सोलर पैनल से बिजली का इंतजाम किया गया है। यहां मोबाइल का नेटवर्क तक नहीं आता है। नेटवर्क के लिए जंगल से मुख्य सड़क पर आते हैं। 40 साल से बांस कटाई 40 साल से हर साल अक्टूबर से मार्च तक बांस की कटाई होती है। हर माह के 10 और 25 तारीख को सिरोही में नीलामी होती है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:47 am

वार्षिक पद्धति से यूजी-पीजी परीक्षा के लिए कार्यक्रम जारी

भास्कर न्यूज | कोरबा नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के बाद सेमेस्टर पद्धति कॉलेजों में लागू हो गई है। इसके बाद भी पूर्व से चली आ रही वार्षिक पद्धति की स्नातक व स्नातकोत्तर परीक्षाएं भी होनी है। इसके लिए अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी ने संबद्ध शासकीय व अशासकीय कॉलेजों से वार्षिक पद्धति की परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। वार्षिक पद्धति वाले छात्र 15 दिसंबर से तय कार्यक्रम के अनुसार प्रक्रिया पूरी कर सकेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी बिलासपुर के परीक्षा नियंत्रक द्वारा 13 दिसंबर को जारी अधिसूचना के अनुसार यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित की जाने वाली मुख्य परीक्षा 2025-26 में शामिल होने के लिए समस्त वार्षिक पद्धति के स्नातक द्वितीय, तृतीय वर्ष के नियमित, भूतपूर्व, स्वाध्यायी, पूरक (अंतिम अवसर) एवं स्नातकोत्तर पूर्व, अंतिम (स्वाध्यायी) तथा डिप्लोमा (नियमित व भूतपूर्व) पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं का नामांकन, परीक्षा आवेदन के लिए तिथि निर्धारित कर दी गई है। जिसके अनुसार उक्त पाठ्यक्रमों वाले सभी छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन परीक्षा आवेदन करना होगा। ऐसे छात्र जिन्होंने पहली बार परीक्षा में शामिल होने वाले हैं अथवा यूनिवर्सिटी से बदल कर आए हैं तो उन्हें परीक्षा के साथ ही ऑनलाइन नामांकन की प्रक्रिया भी पूरी करनी होगी। इसके लिए छात्रों को 15 दिसंबर 2025 से 15 जनवरी 2026 तक का समय दिया गया है। दस्तावेज 17 जनवरी तक जमा करने होंगे ऑनलाइन परीक्षा व नामांकन की प्रक्रिया पूरी करने वाले छात्र-छात्राओं को संपूर्ण दस्तावेज संबंधित कॉलेज जहां से परीक्षा देना चाहते हैं वहां 17 जनवरी 2026 तक जमा करना होगा। दस्तावेजों में ऑनलाइन नामांकन व परीक्षा की हार्डकापी, ऑनलाइन शुल्क भुगतान की रसीद व समस्त अनिवार्य दस्तावेजों की स्वप्रमाणित छायाप्रति संबंधित कॉलेज में देना होगा। इसी तरह छात्रों से प्राप्त दस्तावेजों को कॉलेज प्रबंधन 23 जनवरी तक यूनिवर्सिटी में जमा कर परीक्षार्थियों को प्रमाणित करा सकेंगे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:45 am

शहादत दिवस समारोह के लिए विस अध्यक्ष को न्यौता

दुर्ग| शहीद वीर नारायण सिंह का शहादत दिवस 20 दिसंबर को मुड़ा क्षेत्र सिंगपुर और जिला गोंड महासभा राजनांदगांव के तत्वावधान में सिंगपुर स्कूल ग्राउंड के पास किया जाएगा। आयोजन के लिए दुर्ग और राजनांदगांव के पदाधिकारियों ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन ​िसंह से मुलाकात कर उन्हें आमंत्रण दिया। जिस पर डॉ. रमन ने सहमति दी। जिला गोंड महासभा अध्यक्ष नीलकंठ गढ़े, सीताराम ठाकुर, जितेंद्र पटौदी, चोवा मंडावी, गुरुदेव पटौदी, दिलीप ठाकुर मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:45 am

चेंबर गौरव दिवस 19 को, पूरे जिले के व्यापारी शामिल होंगे

कम्युनिटी रिपोर्टर | भिलाई भिलाई चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा 19 दिसंबर को चेम्बर गौरव दिवस” का आयोजन किया जाएगा। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से सीए बिल्डिंग सिविक सेंटर में होने वाला यह कार्यक्रम चार सत्रों में होगा, जिसमें व्यापार, उद्योग, युवा, महिला उद्यमिता और नवाचार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा और प्रस्तुतियां होंगी। इस संबंध में चेंबर कार्यालय में बैठक रखी गई। अध्यक्ष गार्गी शंकर मिश्रा और चेयरमैन दिनकर बासोतिया ने बताया कि कार्यक्रम में उद्यमियों-व्यापारियो ं, महिलाओं एवं युवाओं के लिए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन होगा। युवाओं को आत्मनिर्भर भारत अभियान से जोड़ते हुए कार्यक्रम के दौरान विशेष सत्र का आयोजन होगा, जिसमें वे सवाल‑जवाब कर सकेंगे। इस सत्र को चेम्बर के महामंत्री अजय भसीन संबोधित करेंगे। अन्य सत्रों में महिलाओं को आत्मनिर्भर भारत अभियान से जोड़ने के साथ ही सफल महिला उद्यमियों का सम्मान किया जाएगा। उद्योग चेंबर अध्यक्ष जेपी गुप्ता ने बताया कि तीसरे सत्र में उद्यमियों के लिए विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसमें उद्योगों और एमएमएमई से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी। संयोजक भूपेंद्र नेमा, सीए राजेश, विकास जायसवाल, कुल्दीप लालवानी ने बताया कि युवा उद्यमियों और उद्योग जगत के उल्लेखनीय व्यक्तियों का सम्मान किया जाएगा। बैठक में महिला अध्यक्ष सुमन कनोजे, विकास जायसवाल, सरोजनी पाणिग्रही, शंकर सचदेव मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:45 am

विपरीत परिस्थितियों में साथ निभाना ही मित्र का सच्चा धर्म: पं. भूपत

कम्युनिटी रिपोर्टर | भिलाई वीआईपी नगर रिसाली में आयोजित त्रिवेणी ज्ञान यत्र सप्ताह के अंतिम दिन कथावाचक पं. भूपत नारायण शुक्ला ने मित्रता का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि मित्रता हो तो कृष्ण सुदामा जैसी हो। इनकी मित्रता में समर्पण का ऐसा भाव है जो संपूर्ण मानवजाति को प्रेरणा देता है। मित्रता में गरीबी और अमीरी नहीं देखनी चाहिए। मित्र एक-दूसरे के पूरक होते हैं। अपने मित्र का विपरीत परिस्थितियों में साथ निभाना ही मित्रता का सच्चा धर्म है। मित्र वह है जो अपने मित्र को सही दिशा प्रदान करे,जो कि मित्र की गलती पर उसे रोके और सही राह पर उसका सहयोग दे। उन्होंने कहा कि सुदामा चरित्र हमें जीवन में आई कठिनाइयों का सामना करने की सीख देता है। सुदामा ने भगवान के पास होते हुए अपने लिए कुछ नहीं मांगा। अर्थात निस्वार्थ समर्पण ही असली मित्रता है। आयोजन समिति के विष्णु पाठक ने बताया कि कथा के दौरान परीक्षित मोक्ष व भगवान सुखदेव की विदाई का वर्णन किया गया। कथा के बीच-बीच में भजनों पर श्रद्धालुओं ने नृत्य भी किया। कार्यक्रम में शंकराचार्य इंजीनियरिंग, मेडिकल कॉलेज से आईपी मिश्रा द्वारा पं. जितेन्द्र नाथ मिश्र गाजीपुर यूपी, महंत अवधबिहारी दास, रामज्ञानी दास महात्यागी, डॉ. गोविंद रामानु‌जाचार्य, संत बृजराज दास, महंत गोविंद दास, संत श्याम दाम, आचार्य वेद प्रकाश, सुरेन्द्र गौतम शास्त्री, साध्वी प्रतिभा आदि का सम्मान किया गया। कथा में दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर, पूर्व विधानसभा प्रेम प्रकाश पांडे, पूर्व मंत्री रमशीला साहू, राम जन्मोत्सव समिति से मनीष पांडे, दुर्ग आईजी रामगोपाल गर्ग, एएसपी आरटीओ यूवीएस चौहान, खुर्सीपार थाना प्रभारी आनंद शुक्ला मौजूद रहे। समापन अवसर पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। सैकड़ों भक्तों ने यहां प्रसाद ग्रहण किया।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:44 am

शिक्षा और जागरूकता से ही बाल विवाह रूकेगा: पाठक

भास्कर न्यूज | धमतरी जिले के विभिन्न स्कूलों, कॉलेज व गांव में बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत बीसीएस पीजी कॉलेज धमतरी में कार्यक्रम आयोजित किया गया। महिला एवं बाल विकास विभाग के संरक्षण अधिकारी यशवंत बैस ने बताया कि वर्ष 2029 तक देश को पूर्णता बाल विवाह मुक्त बनाने का लक्ष्य है। यदि लड़कों का विवाह 21 वर्ष से पहले और लड़कियों का विवाह 18 वर्ष से पहले किए जाने पर भारतीय न्याय संहिता के अनुसार गैर जमानती अपराध है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 की जानकारी देते हुए बताया कि विवाह में शामिल सभी सहयोगी- बाराती, रिश्तेदार, टेंट हाउस, हलवाई, पंडित आदि सभी अपराधी की श्रेणी में आते हैं, जिनके लिए 2 वर्ष की सजा व 1 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारी व पंचायत सचिव भी इस पर कार्रवाई करने के लिए अधिकृत है। किसी भी बाल विवाह की जानकारी मिलने पर तुरंत 1098 हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देनी चाहिए। कार्यक्रम में उपस्थित सभी को शपथ भी दिलाई गई। परियोजना समन्वयक नीलम साहू ने कहा कि बाल विवाह की सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाता है। उन्होंने बताया कि रायपुर व स्थानीय टीम संयुक्त रूप से कार्रवाई करती है। माता-पिता और परिवार द्वारा रूढ़िवादी सोच व कम शिक्षित होने के कारण आज भी बाल विवाह के उदाहरण देखने को मिलते हैं, जिससे बच्चों का शारीरिक विकास प्रभावित होता है और कुपोषण की संभावना बढ़ जाती है। इस अवसर पर परियोजना समन्वयक नीलम साहू, निशा साहू, डॉ. हेमवती ठाकुर, डॉ. सपना ताम्रकार, जयश्री पंचांगम, आकांक्षा कश्यप, पल्लवी बरडिया, कुशल चोपड़ा, डॉ. मीनाक्षी तिवारी, डॉ. डिकेश्वरी ध्रुव, भीषम साहू, भूपेंद्र साहू, निशा तिवारी व अन्य रहे। प्राचार्य डॉ. वीके पाठक ने कहा कि शिक्षा और जागरूकता ही बाल विवाह रोकने का सशक्त साधन है। समाज और राष्ट्र के प्रति हमारे दायित्वों में बाल विवाह उन्मूलन महत्वपूर्ण कड़ी है और सभी को इसे रोकने में सक्रिय योगदान देना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. तामेश्वरी साहू द्वारा तथा आभार प्रदर्शन डॉ. वेदवती देवांगन द्वारा किया गया।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:44 am

दिशा ने वृद्धाश्रमों और आश्रय स्थलों में जरूरत के सामान बांटे

भिलाई| सामाजिक संस्था टीम दिशा ने सेवा संवेदना अभियान का आयोजन किया। इसके अंतर्गत अंतर्गत सेक्टर-8 और सेक्टर-2 स्थित वृद्धाश्रमों और सेक्टर-3 में संचालित फील परमार्थ फाउंडेशन में दैनिक उपयोग की सामग्री का वितरण किया। वहां रह रहे लोगों के लिए डिटर्जेंट पाउडर, फिनाइल, लिक्विड सोप सहित स्वच्छता एवं स्वास्थ्य से संबंधित सामग्री दी गई। अभियान में टीम दिशा के प्रमुख सुजीत चक्रवर्ती, राजेश धारकर, प्रदीप दास, जवाहर, बापी दास, देबाशीष मजूमदार, कल्याण राय, भास्कर देवनाथ, उत्तम डे, शांतनु दासगुप्ता, केसी राव, जीएस संधू सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे। सुजीत ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य वृद्धाश्रमों एवं आश्रय स्थलों को स्वच्छ, सुरक्षित एवं स्वास्थ्यकर बनाना है। फील परमार्थ के व्यवस्थापक इंजीनियर अमित राज ने टीम दिशा के इस प्रयास की सराहना की।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:44 am

खजुराहो महोत्सव में भिलाई के कलाकार छग के 101 लोक वाद्ययंत्रों की प्रस्तुति देंगे

सिटी रिपोर्टर| भिलाई लोक वाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय अपने समूह के साथ अगले सप्ताह खजुराहो महोत्सव में देश-विदेश के मेहमानों के बीच अनूठी प्रस्तुति देने जा रहे हैं। दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र नागपुर संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार की ओर से 16 और 17 दिसंबर को आयोजित होने वाले खजुराहो महोत्सव में रिखी क्षत्रिय अपने समूह के साथ छत्तीसगढ़ लोक बैंड के तहत 101 पारंपरिक लोक वाद्य यंत्रों की जुगलबंदी के माध्यम से, पारंपरिक धुनों एवं देशभक्त गीतों की प्रस्तुति देंगे। इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में प्रस्तुति देने रिखी व उनका समूह 14 दिसंबर को भिलाई से रवाना हो रहा है। रिखी क्षत्रिय ने बताया कि यहां प्रस्तुति देना उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि खजुराहो में न सिर्फ देश भर के कला प्रशंसक पहुंचते हैं बल्कि विदेशी मेहमानों की भी बहुतायत होती है। उन्होंने बताया कि खजुराहो महोत्सव के लिए पूरा समूह लगातार रिहर्सल में जुटा है और उम्मीद है वहां छत्तीसगढ़ के कलाकारों की प्रस्तुति को बेहद पसंद किया जाएगा। इसकी तैयारी स्थानीय कलाकार कर रहे हैं। खजुराहो महोत्सव में छत्तीसगढ़िया लोक रंग का जादू जगाने जा रहे दल में रामकुमार पाटिल, डोरेलाल साहू, रामकुमार निषाद, कुलदीप सार्वा, प्रदीप ठाकुर, सुनील कुमार,सुशील कुमार, जय कुमार सेन, एनेश्वर विश्वकर्मा, मोहेंद्र निषाद ,भोज राम,प्रमोद और सागर सहित अन्य कलाकार शामिल हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:44 am

मार्निंग ग्रुप ने पूर्व युवक कांग्रेस अध्यक्ष अजय सिंह परिहार को दी श्रद्धांजलि

भास्कर न्यूज| राजनांदगांव युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष स्व. अजय सिंह परिहार के निधन से कांग्रेस परिवार और शहर के सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर है। मार्निंग ग्रुप और वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के दौरान सभी ने उनके व्यक्तित्व, संगठन में किए गए योगदान और समाजसेवा के प्रति उनकी निष्ठा को याद किया। श्रद्धांजलि सभा में वक्ताओं ने कहा कि स्व. अजय सिंह एक दबंग और निर्भीक नेता रहे, जो अपनी मृदुभाषी शैली, सादगी और सौम्य व्यवहार से सभी के प्रिय थे। कांग्रेस संगठन में उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान हमेशा कार्यकर्ताओं को साथ लेकर चलने और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय रहने का काम किया। उनकी स्मृति में कार्यक्रम स्थल पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई और ईश्वर से परिहार परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की गई। कार्यक्रम में कुतुबुद्दीन सोलंकी, रमेश डाकलिया, अशोक फड़नवीस, हरिनारायण धकेता, मन्ना यादव, हेमू सोनी, हनी ग्रेवाल, अनीस खान, बबलू कसार, राजू खान, दयावान देवांगन, राहुल देवांगन, फरमान, मुन्ना इब्राहिम, कुलदीप करेंजेकर, नवीन जयसवाल, आशीष रामटेके सहित अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:42 am

आतरगांव में 21 को होगा मंडई मेला, नाचा कार्यक्रम

राजनांदगांव| ग्राम आतरगांव (पाण्डुका) में 21 दिसंबर को मंडई मेला का आयोजन किया जा रहा है। इस अवसर पर ग्रामीणों के मनोरंजन के लिए रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया है, जिसमें गोपाल बलराम छत्तीसगढ़ी नाचा पार्टी, ग्राम निपानी (जिला बालोद) द्वारा रंगारंग प्रस्तुति दी जाएगी। मंडई मेला समिति एवं ग्रामवासियों द्वारा मेले की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं। आयोजन को लेकर ग्रामीणों में उत्साह का माहौल है। कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम के वरिष्ठजनों एवं युवाओं का विशेष योगदान रहा है। इस आयोजन को सफल बनाने में सुरेश कुमार साहू (ग्राम पटेल), केशव राम चंद्रवंशी (पंच), भालचंद साहू, मानखुशी साहू, टेकु साहू, डाकेश्वर साहू, हेमंत कुमार साहू (सचिव), ऋतुराज साहू (शिक्षक), टेनलाल साहू, लालाराम साहू, अदली राम साहू आदि तैयारी में जुटे हैं।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:42 am

मद्य निषेद्य दिवस 18 को होंगे ​जागरूकता कार्यक्रम

राजनांदगांव| बाबा गुरु घासीदास जयंती पर 18 दिसंबर को मद्य निषेद्य दिवस के रूप में मनाई जाएगी। समुदाय की सहभागिता से नशामुक्ति कार्यक्रम होगा। शपथ, विभागों के समन्वय से नशापान के विरूद्ध कार्रवाई, नशापान के दुष्परिणाम की जानकारी देने सहित अन्य जागरूकता कार्यक्रम होंगे। आयोजन की तैयारी की जा रही है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:42 am

कल से ठंड में आएगी कमी, न्यूनतम तापमान में 3​ डिग्री की बढ़ोतरी संभव

राजनांदगांव| जिले में शीतलहर की वजह से कड़ाके की ठंड जारी है। लेकिन मंगलवार से मौसम में बदलाव के संकेत मिले हैं। मौसम विभाग ने शीतलहर समाप्त होने और न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री तक बढ़ोतरी की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने बताया​ कि इससे ठंड में कमी आएगी। हालांकि उत्तर से ठंडी हवा के आने का सिलसिला जारी है। अधिकतम तापमान में भी बढ़ोतरी हो सकती है।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:42 am

कांग्रेस ने पीएम आवास योजना को 5 साल रोके रखा

भास्कर न्यूज | कवर्धा स्थानीय विधायक कार्यालय में प्रेसवार्ता कर भाजपा जिला उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी ने कांग्रेस के पांच वर्षों और भाजपा के दो वर्षों के कार्यों की तुलना की। उन्होंने कहा कि कवर्धा विस ने पिछले दो वर्षों में जितना विकास देखा है, उतना कांग्रेस अपने पूरे पांच साल में नहीं कर पाई। उन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के दो वर्षों के कार्यकाल को निर्णय और नतीजों का उदाहरण दिया। कैलाश चंद्रवंशी ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना को पूरे पांच साल तक रोके रखा। कांग्रेस शासन के 5 वर्ष में सिर्फ 13,268 गरीबों को पक्का मकान मिला। जबकि भाजपा सरकार के 2 वर्ष में केवल जिले में 60 हजार से ज्यादा आवास स्वीकृत हुए हैं। कृषि रकबे को बढ़ाने के लिए बड़ौदा खुर्द, जगमड़वा, घटोला, सुतियापाट नहर विस्तार, छीरपानी जलाशय विस्तार, रेंगाखार जलाशय मरम्मत, रामपुर- भोरमदेव-सकरी फीडर विस्तार जैसी योजनाओं को 250 करोड़ रुपए की लागत से स्वीकृति दी गई है। 73 से ज्यादा सड़कें बनीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस काल में सड़कें जर्जर होकर रह गईं। कांग्रेस काल में पूरे जिले में 171 करोड़ से 27 सड़कें बनीं। जबकि उपमुख्यमंत्री शर्मा के प्रयास से सिर्फ कवर्धा विस में 172.32 करोड़ की लागत से 73 से ज्यादा सड़कें बनी हैं। किसानों के लिए कवर्धा एसडीएम कार्यालय परिसर का निर्माण किया गया। स्वदेश दर्शन योजना: पर्यटन सर्किट विकसित कर रहे स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत भोरमदेव मंदिर, मड़वा महल, छेरकी महल, सरोदा जलाशय को जोड़कर भव्य पर्यटन सर्किट विकसित किया जा रहा है। सरकार अब बुजुर्गों को अयोध्या में रामलला के दर्शन करा रही है। प्रेस वार्ता में नपाध्यक्ष चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, जिला भाजपा उपाध्यक्ष नितेश अग्रवाल, जिपं सदस्य लोकचंद साहू, वीर सिंह पटेल मैाजूद थे।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:42 am

रिवर्स करते समय वाहन की चपेट में आया किसान, इलाज के दौरान मौत

भास्कर न्यूज | मारो ग्राम गुंजेरा में 4 दिसंबर को धान का टोकन कटा के वापस अपने घर आ रहे किसान परगनिहा भारती (70) को एक मैजिक वाहन ने रिवर्स करते समय अपनी चपेट में ले लिया। इससे परगनिहा को गंभीर चोट लगी थी, जिसे इलाज के लिए परिजनों ने बलौदाबाजार के शासकीय अस्पताल में भर्ती किया था। बाद में बेहतर इलाज के लिए बलौदाबाजार के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। इलाज के दौरान 9 दिसंबर की शाम को परगनिहा की मौत हो गई। सूचना मिलने पर उसी रात मारो चौकी में मर्ग अपराध पंजीबद्ध किया है। मैजिक वाहन क्रमांक सीजी 10 एटी 2391 ग्राम गुंजेरा के ही निवासी विनोद जांगड़े का बताया जा रहा है। उक्त वाहन स्कूली बच्चों को स्कूल लाने ले जाने का काम करता है। घटना के वक्त मैजिक वाहन को कौन चला रहा था इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस इसकी जांच कर रही है। घटना दिनांक को घायल के परिजनों व वाहन मालिक के बीच परगनिहा के इलाज को लेकर समझौता हुआ था, जिस पर वाहन मालिक द्वारा कुछ सहायता राशि देने की बात हुई थी। परगनिहा का इलाज अस्पताल में होने लगी। इलाज के दौरान उसकी 9 दिसंबर को मौत होने के बाद 10 दिसंबर की शाम परगनिहा की लाश गृह ग्राम लाया गया। गांव पहुंचने के बाद मृतक के परिजनों ने वाहन मालिक को सूचना देकर उसे अपने घर बुलाया, जिसे वाहन मालिक ने नजर अंदाज कर नहीं आया। इससे नाराज मृतक के परिजनों ने परगनिहा के लाश को वाहन मालिक के घर छोड़ दिया, जिससे माहौल गरम हो गया। पुलिस ने किया हस्तक्षेप इस घटना की चर्चा ग्राम गुंजेरा सहित आसपास गांवों में तेजी से फैल गई। क्षेत्र में इस तरह की पहली घटना है। जहां पैसे की लेनदेन को लेकर नाराज परिजनों ने लाश को किसी दूसरे के घर में छोड़ दिया हो। लाश को वाहन मालिक के घर छोड़े जाने की सूचना मिलने पर मारो पुलिस के अलावा नांदघाट पुलिस भी हरकत में आई व मृतक के परिजनों को समझाने उसके घर पहुंच गई। लेकिन मृतक के परिजनों ने बात नहीं मानी। इसके बाद रात में ही एसडीओपी बेमेतरा द्वारा मृतक के घर पहुंच कर उनके रिश्तेदारों, परिजनों को किसी तरह मनाया गया। तब रात करीब 11 बजे लाश को उनके परिजनों ने वाहन मालिक के घर से अपने घर ले गए। 11 दिसंबर को मृतक का अंतिम संस्कार किया गया।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:42 am

लोक अदालत में 25 साल का झगड़ा हुआ खत्म, 3 साल की दुश्मनी भुला पड़ोसी मिले

भास्कर न्यूज | कवर्धा जिला न्यायालय परिसर शनिवार को कुछ अलग ही रंग में नजर आया। यहां टूटे रिश्ते जुड़े, वर्षों पुरानी दुश्मनी खत्म हुईं और बिखरे परिवार फिर एक हुए। मौका था नेशनल लोक अदालत का, जहां एक ही दिन में 31877 मामलों का समाधान हुआ और 39 करोड़ से अधिक रुपए के विवाद निपटाए गए। सबसे चौंकाने वाला मामला 60-65 वर्षीय वृद्ध दंपती का रहा, जिनका भरण-पोषण विवाद पिछले 25 वर्षों से अदालत में लंबित था। उम्र, सामाजिक स्थिति और हालात को देखते हुए परिवार न्यायालय के पीठासीन अधिकारी की समझाइश के बाद दोनों ने एकमुश्त समाधान स्वीकार किया। अदालत कक्ष से निकलते समय उनके चेहरे पर जो सुकून था, वह वर्षों की थकान बयां कर रहा था। परिवार न्यायालय में पीठासीन अधिकारी लीलाधर सारथी की खंडपीठ ने 29 वैवाहिक प्रकरणों का निराकरण किया। तीन साल की बैर एक हस्ताक्षर में खत्म नेशनल लोक अदालत में वर्ष 2022 में छट्ठी कार्यक्रम के दौरान हुए विवाद ने दो पड़ोसियों को अदालत तक पहुंचा दिया था। बात बढ़ती गई और मामला आपराधिक बन गया। लोक अदालत में न्यायिक मजिस्ट्रेट की समझाइश ने दोनों पक्षों को यह एहसास दिलाया कि कानूनी लड़ाई से बड़ा गांव का रिश्ता है। हस्ताक्षर होते ही तीन साल पुरानी दुश्मनी खत्म हो गई और गांव में फिर से सद्भाव लौट आया। बिखरा परिवार जुड़ा, बच्चे को मिले माता और पिता परिवार न्यायालय में दहेज प्रताड़ना और भरण-पोषण से जुड़ा मामला लोक अदालत तक पहुंचा। समझाइश के दौरान पति-पत्नी ने एक-दूसरे की शिकायतें भुलाकर साथ रहने का फैसला किया। दो वर्षीय बच्चे को अदालत से बाहर निकलते समय माता-पिता दोनों का हाथ थामे देखा गया। लोक अदालत की सबसे भावुक तस्वीर रही। लोक अदालत परिवार को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई। यहां सिर्फ फैसले नहीं, समझौते कराए गए दंडात्मक फैसलों की बजाय संवाद और समाधान पर जोर रहा। जिले में गठित 12 खंडपीठों में एक ही दिन में 31,877 लंबित प्रकरणों का निराकरण कर 39 करोड़ 16 लाख 94 हजार 541 रुपए के विवाद सुलझाए गए। प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सत्यभामा अजय दुबे की खंडपीठ में मोटर दुर्घटना दावा मामलों में 38.50 लाख रुपए की अवार्ड राशि पारित की गई। व्यवहार वाद में 8.24 लाख रुपए के आदेश दिए गए।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:42 am

साइकिल मिलने से छात्राओं का समय बचता है, पढ़ाई पर अधिक ध्यान देंगी

भास्कर न्यूज | गाड़ाडीह महाराणा प्रताप शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गाड़ाडीह में बालिकाओं को सरस्वती सायकल योजना के तहत साइकिल वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अरुण साहू, प्राचार्य सीमा श्रीवास्तव, सदस्य सालिक यादव, राज कुमार साहू, ढालेश्वरी साहू, सुनीता साहू समेत समस्त शाला स्टाफ और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अरुण साहू ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरस्वती साइकिल योजना, जिसे मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना भी कहा जाता है, का उद्देश्य 9वीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्राओं को निशुल्क साइकिल प्रदान करना है। यह पहल विशेष रूप से उन छात्राओं के लिए फायदेमंद है जो दूरदराज से स्कूल आती हैं और जिन्हें बीच में पढ़ाई छोड़ने की समस्या हो सकती है। योजना का लाभ विशेष रूप से अनुसूचित जाति/जनजाति और गरीबी रेखा से नीचे की छात्राओं को मिलता है। प्राचार्य श्रीवास्तव ने कहा कि इस योजना से छात्राओं का समय बचता है और वे अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकती हैं। साइकिल मिलने से उनकी स्कूल तक आने-जाने की सुविधा बढ़ती है और ड्रॉपआउट रेट में कमी आती है। इसके अलावा, यह छात्राओं को शैक्षणिक रूप से सशक्त बनाने और शिक्षा में उनका उत्साह बढ़ाने में भी मदद करता है। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सभी अधिकारियों ने इसे सराहा।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:41 am

धान की फसल में अधिक रासायनिक खाद डालने से फैलती है बीमारी: प्रमोद

भास्कर न्यूज | उपरवाह ग्राम पंचायत उपरवाह में दो दिवसीय किसान प्रशिक्षण दिया गया। इसमें ग्राम पंचायत उपरवाह सहित आसपास के किसान उपस्थित थे। कृषक प्रशिक्षण केंद्र रुआबांधा (दुर्ग) ने कृषि संबंधी जानकारी दी। कृषि सहायक संचालक प्रमोद गढ़ेवाल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी पल्लवी जोशी ने धान की फसल में लगने वाले बीमारियों के कारण बताया गया। जानकारी दी गई कि बीमारियां फैलने का मुख्य कारण जिसमें वैज्ञानिक करण के तहत बीज उपचारित नहीं होना, बीज से, मिट्टी से व हवा से फैलता है। बीजोपचार अनिवार्य रूप से करना चाहिए। धान बुआई से 30 दिन पूर्व प्रति 100 किलो में 300 ग्राम कारबेंडाजीम ता बावेस्टिन पाउडर मिलाकर करना चाहिए। प्रमाणित बीज तैयार करने का सही समय अप्रैल, मई है। 17 प्रतिशत नमक से भी बीजोपचार करना चाहिए। उक्त विधियों से किसान अपने घर में ही प्रमाणित बीज तैयार कर सकते हैं, बाजार से महंगे दाम में खरीदने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जरूरत के हिसाब से उचित मात्रा में रासायनिक खाद का उपयोग करना चाहिए। अधिक खाद छिड़काव करने से फसल में बीमारियां व कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है। दलहन जैसे चना, मसूर, गेहूं, तिलहन की फसलों में लगने वाले रोगों व कीट प्रकोप का कारण, निदान की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी लवंगिक तिवारी व किसान उपस्थित थे। इस दौरान किसानों ने फसल में लगने वाले कीटों व बीमारियों के कारण व उपचार के बारे में सवाल जवाब किया। आवश्यक जानकारी भी दी।

दैनिक भास्कर 15 Dec 2025 4:41 am