लव जिहाद:बुलडोजर कार्रवाई रोकने अदालत पहुंचा फरहान का परिवार
कॉलेज छात्राओं से दुष्कर्म और लव जिहाद के आरोपियों फरहान, साद और साहिल के अर्जुन नगर स्थित मकान पर प्रशासन का बुलडोजर चलने वाला है। तहसीलदार की तरफ से परिवार को नोटिस दिया गया है। शुक्रवार या शनिवार को कार्रवाई हो सकती है। इस बीच फरहान के पिता रिजवान खान और मां आशिया बी की ओर से वकील जगदीश गुप्ता ने कोर्ट में इस कार्रवाई रोकने के लिए आवेदन दिया है। मामले में शुक्रवार को सुनवाई होगी। प्रशासन का कहना है कि तीनों आरोपियों के मकान सरकारी जमीन पर बने हैं। उनके परिजनों को 1984 में पट्टे पर जमीन दी गई थी, लेकिन पट्टे कर नवीनीकरण नहीं हुआ और आरोपियों ने जमीन पर मकान बना लिए।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने 9 साल बाद 9 अक्टूबर को शक्ति प्रदर्शन करने वाली हैं। इसी दिन कांशीराम की 19वीं पुण्यतिथि (महापरिनिर्वाण दिवस) है। बसपा का खुद को साबित करने का पुराना हथियार रैली है। जब भी पार्टी को अपना दमखम दिखाना होता है, वह बड़े स्तर पर रैलियां करती है और भीड़ इकट्ठा करती है। इस बड़ी रैली में 5 लाख कार्यकर्ताओं को जुटाने का टारगेट रखा गया है। कार्यक्रम में खुद मायावती भी मौजूद रहेंगी। इसको लेकर उन्होंने अपने भतीजे आकाश आनंद के साथ पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है। 9 साल बाद इतने बड़े स्तर पर मायावती के रैली करने को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई है। ऐसे में सवाल है कि आखिर बसपा का प्लान क्या है? क्या ये 2007 की यादें ताजा करने की कोशिश है? क्या आकाश आनंद की वापसी के बाद की नई रणनीति है? क्या कांशीराम की नीतियों को बसपा लागू करने वाली है? क्या बुआ-भतीजे की जोड़ी कमाल दिखा पाएगी? एक्सपर्ट क्या मानते हैं? पढ़िए पूरी रिपोर्ट सवाल: बसपा का प्लान क्या है?जवाब: बसपा 2027 के विधानसभा चुनाव में 2007 वाला करिश्मा दोहराने की कोशिश में जुटी है। इसी कड़ी में मायावती ने कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ स्थित कांशीराम स्मारक में विशाल जनसभा करने का ऐलान किया है। राजनीतिक हलकों में चर्चा हो रही है कि इस आयोजन से मायावती न सिर्फ कांशीराम की स्मृति को श्रद्धांजलि देंगी, बल्कि आगामी 2027 विधानसभा चुनाव और पंचायत चुनावों को लेकर भी कार्यकर्ताओं को दिशा देंगी। वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र कुमार का कहना है- बहुजन समाज पार्टी के लिए यह रैली एक परीक्षा जैसी होगी। अगर पार्टी इस आयोजन में बड़ी संख्या में लोग जुटाने में कामयाब रहती है, तो इससे 2027 के विधानसभा चुनाव में उसकी संभावनाएं मजबूत हो सकती हैं। हालांकि, लगातार घटते वोट प्रतिशत और संगठनात्मक कमजोरियों के बीच मायावती के लिए यह चुनौती आसान नहीं होगी। कांशीराम की पुण्यतिथि पर होने वाली यह रैली BSP के लिए केवल एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम नहीं, बल्कि संगठन को फिर से मजबूत करने और समर्थकों में नया जोश भरने का मौका भी है। अभी से शुरू रैली की तैयारियांबसपा सुप्रीमो मायावती इससे पहले भी कई रैलियां कर चुकी हैं। कभी अपने जन्मदिन पर, तो कभी काशीराम की पुण्यतिथि पर। लेकिन, 9 साल हो रही ये रैली एक तरह से यूपी में वापस लौटने की तैयारी दिख रही है। क्योंकि बसपा शुरू से ही रैलियों और भीड़ के जरिए अपना दमखम दिखाती रही है। रैली की तैयारियां अभी से शुरू हो गई हैं। इसके लिए मायावती लगातार बैठकें कर रहीं हैं। 7 सितंबर को 3 बैठकें हुई। फिर 9 सितंबर को पार्टी की कोर टीम की बैठक हुई। साथ ही 10 सितंबर को पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ बैठक की गई। रैली में शामिल होने के लिए 8 अक्टूबर को ही बाहरी समर्थक आ जाएंगे। जिनके खाने-रहने की व्यवस्था रमाबाई स्मारक स्थल में की जाएगी। वहीं, 9 अक्टूबर को आस-पास के समर्थक आएंगे। सवाल: क्या बीएसपी कांशीराम की नीतियां भी लागू करेगी?जवाब : बसपा का जन्म ही कांशीराम की नीतियों और विचारों पर हुआ था। अब यह सवाल चुनावी राजनीति में अहम हो जाता है कि क्या मायावती फिर से कांशीराम की नीतियों पर लौटेंगी या नहीं? 2005 में मायावती ने कांशीराम की नीतियों को बदल दिया था। बहुजन हिताय की जगह सर्वजन हिताय कर दिया था। कांशीराम की नीतियों को भूलकर अपनी नीतियां बनाने लगी थीं। हालांकि, पॉलिटिकल एक्सपर्ट रतन मणि लाल इस चीज को नहीं मानते। उनका कहना है कि नीतियां वही हैं, बस चीजें थोड़ी बदल गई हैं। लेकिन, ये कहना कि नीतियां लागू करेंगी या नहीं, ये थोड़ा सार्थक नहीं होगा। सवाल: आकाश आनंद की पार्टी में एंट्री-एग्जिट से क्या सवाल खड़े हुए?जवाब: बसपा की राजनीति में मायावती के भतीजे आकाश आनंद की एंट्री और एग्जिट ने बीते कुछ सालों में सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरीं। कभी पार्टी के उत्तराधिकारी के तौर पर पेश किए गए आकाश अब सक्रिय राजनीति से पूरी तरह किनारे कर दिए गए हैं। हालांकि माफी मिल गई है, लेकिन सक्रिय भूमिका में नहीं हैं। दरअसल, आकाश आनंद, मायावती के छोटे भाई आनंद कुमार के बेटे हैं। 10 दिसंबर, 2023 को मायावती ने आकाश आनंद को उत्तराधिकारी घोषित किया था। पार्टी की विरासत और राजनीति को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने अपने भतीजे पर विश्वास जताया था। हालांकि, 7 मई, 2024 को आकाश की गलतबयानी की वजह से मायावती ने उनसे सभी जिम्मेदारियां छीन ली थीं। साथ ही नेशनल कोऑर्डिनेटर पद से भी हटा दिया था। मायावती ने कहा था कि आकाश अभी अपरिपक्व (इम्मेच्योर) हैं। 23 जून, 2024 को उन्होंने भतीजे आकाश को फिर से अपना उत्तराधिकारी बनाया और नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी भी सौंप दी थी। हालांकि, एक धड़ा मानता है कि BSP को नई पीढ़ी का चेहरा चाहिए था, जिसे बीच में ही रोक दिया गया। जबकि, दूसरा धड़ा कहता है कि आकाश कार्यकर्ताओं और जनता से सीधा जुड़ाव नहीं बना पाए। इसी वजह से उन्हें हटाया गया। सवाल: अशोक सिद्दार्थ की एंट्री एग्जिट के क्या मायने हैं?जवाब: अशोक सिद्धार्थ पहले वामसेफ से जुड़े और फिर बसपा में सक्रिय हुए। पार्टी में उन्होंने जिलाध्यक्ष से लेकर मंडल अध्यक्ष तक कई जिम्मेदारियां निभाईं। 2009 में बसपा ने उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया। 2016 से 2022 तक वे राज्यसभा सांसद रहे। उनकी पत्नी भी बसपा सरकार में महिला आयोग की उपाध्यक्ष रह चुकी हैं। मायावती ने सतीश चंद्र मिश्र के साथ अशोक सिद्धार्थ को भी राज्यसभा भेजा था। 12 फरवरी, 2025 को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में मायावती ने उन्हें बसपा से निकाल दिया। हालांकि इन्होंने माफी मांग ली और वापसी हो गई। राजनीतिक जानकार मानते हैं कि उत्तर प्रदेश में लगातार कमजोर हो रहे संगठन और दलित वोट बैंक को बचाने के लिए मायावती ने यह बड़ा कदम उठाया। सवाल: क्या BSP फिर से 2007 वाला करिश्मा दोहराने की तैयारी में है?जवाब: 2007 में बसपा ने यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। यह मायावती के नेतृत्व में बने दलित-ब्राह्मण गठजोड़ का नतीजा था। उस साल बसपा ने प्रदेश में राजनीतिक परिदृश्य में अपनी मजबूत स्थिति साबित की थी। अब पार्टी उसी ताकत को फिर से जगाने की कोशिश कर रही है। यह रैली 2009 में मायावती के जन्मदिन और 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले की विशाल रैलियों जैसी होगी। बसपा इस रैली के जरिए दलित-ब्राह्मण गठजोड़ को फिर से सक्रिय करना चाहती है। आगामी 2026 के पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए कार्यकर्ताओं और समर्थकों को जोश और ऊर्जा देना चाहती है। कमजोर पड़ते संगठन और घटते दलित वोट बैंक को मजबूत करने का संदेश देना चाहती है। यूपी की राजनीति में जाटव समुदाय हमेशा बसपा के लिए एक अहम वोट बैंक रहा है। जाटव यूपी की सबसे बड़ी 11% कम्युनिटी है। पूरे राज्य में अनुसूचित जातियों की कुल आबादी लगभग 21% है। यही कारण है कि बसपा हमेशा जाटव और दलित वोटों पर केंद्रित रणनीति अपनाती रही है। जाटव वोट बैंक को मजबूत करना बसपा की चुनावी जीत की कुंजी है। 2027 विधानसभा चुनाव को देखते हुए बसपा जाटव वोटों को फिर से सक्रिय करने के लिए कांशीराम पुण्यतिथि पर भव्य रैली और संगठनात्मक बैठकों का सहारा ले रही है। सवाल: BSP का 2007 के बाद ग्राफ कैसे कमजोर हुआ?जवाब: 2007 में बसपा ने यूपी में पूर्ण बहुमत हासिल किया था, लेकिन उसके बाद पार्टी का ग्राफ धीरे-धीरे गिरता गया। विशेषज्ञ इसके कई कारण मानते हैं। इसमें दलित वोटों का बंटवारा और संगठन का कमजोर होना शामिल है। 2007 के बाद पार्टी ने ग्राउंड लेवल संगठन को मजबूत नहीं रखा। बूथ स्तर पर कार्यकर्ता कमजोर पड़े और पार्टी की पहुंच प्रभावित हुई। एक्सपर्ट बताते हैं, बसपा ने नई पीढ़ी के नेताओं को मौका नहीं दिया और आंतरिक गुटबाजी ने संगठन को हिला दिया। विरोधी दलों ने रणनीति बदलकर बसपा के इस आधार को चुनौती दी। इसी वजह से ग्राफ नीचे गिरता गया। बसपा को 2022 के विधानसभा चुनाव में केवल एक सीट मिली थी। वहीं, 2024 के लोकसभा चुनाव में यूपी से एक भी सीट नहीं मिली। लगातार हार ने कार्यकर्ताओं और समर्थकों का मनोबल गिरा दिया। सवाल: 2012 के बाद कितने नेताओं ने बसपा छोड़ी?जवाब: 2007 में 206 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने वाली मायावती ने नकुल दुबे, नसीमुद्दीन सिद्दीकी, लालजी वर्मा, स्व. रामवीर उपाध्याय, ठाकुर जयवीर सिंह, सुधीर गोयल, स्वामी प्रसाद मौर्य, वेदराम भाटी, चौधरी लक्ष्मी नारायण, राकेश धर त्रिपाठी, बाबू सिंह कुशवाहा, फागू चौहान, दद्दू प्रसाद, राम प्रसाद चौधरी, धर्म सिंह सैनी, राम अचल राजभर, सुखदेव राजभर और इंद्रजीत सरोज को बड़े पोर्टफोलियो दिए थे। इनमें से कई नेताओं ने कोई दूसरी पार्टी जॉइन कर ली और किसी ने अपनी खुद की पार्टी बना ली। नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कांग्रेस जॉइन कर ली। ठाकुर जयवीर सिंह, वेदराम भाटी, स्वामी प्रसाद मौर्य, चौधरी लक्ष्मी नारायण, फागू चौहान और धर्म सिंह सैनी ने भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर ली थी। सवाल: किन परिस्थितियों में मायावती सीएम बनीं?जवाब: मायावती 4 बार उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। 1995- मायावती को मुख्यमंत्री बनाने के लिए भाजपा ने समर्थन दिया। यह पहली बार था कि कोई दलित महिला मुख्यमंत्री बनी। 1997- भाजपा के साथ मायावती ने दोबारा सरकार बनाई। 2002- विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला। भाजपा के साथ फिर शपथ ली। 2007- मायावती ने दलित-ब्राह्मण गठजोड़ की रणनीति अपनाई, जिससे सभी वर्गों के वोट एकजुट हुए। विधानसभा चुनाव में बसपा ने पूर्ण बहुमत हासिल किया। बसपा के इतिहास में पहली बार यूपी में पूर्ण बहुमत की सरकार थी। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... शाह ने सपा सांसद को बर्थडे विश किया, उनका इंटरव्यू, बोले- जब रेड पड़ी थी, तभी मैं उनकी वाशिंग मशीन में धुल जाता ‘जब मेरे यहां इनकम टैक्स का छापा पड़ा था, तभी भाजपा में चला जाता और वाशिंग मशीन में धुल गया होता। जिसे आज भी झेल रहा हूं। मैं समाजवादी था, हूं और रहूंगा।’ दैनिक भास्कर के भाजपा में शामिल होने की संभावना पर किए गए सवाल पर यह बात सपा के राष्ट्रीय सचिव, राष्ट्रीय प्रवक्ता और घोसी से सांसद राजीव राय ने कही। राजीव राय के जन्मदिन पर गृहमंत्री अमित शाह ने फोन करके बधाई दी थी। तभी से उनके भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। अमित शाह से बातचीत का वीडियो कैसे बाहर आया? उम्र 53 या 56 साल? क्या चुनाव लड़ने के लिए सपा सांसद ने उम्र ज्यादा लिखाई? ऐसे ही सवालों के जवाब सपा सांसद राजीव राय से दिए। पढ़िए पूरी खबर...
एक राज्य, एक ही जांच, एक ही विभाग से भुगतान...:लेकिन रेट में 3 गुना तक का अंतर
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज में हो रही जांचों की कीमतों में अलग तरह की गड़बड़ी सामने आई है। सिविल अस्पताल और जिला अस्पतालों में जांचों का काम एक ही कंपनी कर रही है, फिर भी दोनों जगह जांच कराने पर अलग-अलग दर से सरकार से पैसे लिए जा रहे हैं। वहीं, मेडिकल कॉलेज में हर जांच की दर अलग और कम है। हैरानी की बात यह है कि पूरा भुगतान स्वास्थ्य विभाग ही कर रहा है, लेकिन 5 साल से इसे लगातार अनदेखा किया जा रहा है। दरअसल, प्रदेश सरकार ने 2019 में साइंस हाउस और पीओसीटी सर्विसेज (कंसोर्टियम) को 85 जिला अस्पतालों की लैब संचालन का काम दिया। कंपनी ने सीजीएचएस-एनएबीएल दरों से 31% कम दर पर जांचें करने का दावा कर टेंडर हासिल किया। इन अस्पतालों में हर रोज करीब 40 हजार तक जांचें होती हैं। यही कंपनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर भी लैब चला रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में रोजाना करीब 70 से 80 हजार जांचें वही कंपनी 53% डिस्काउंट पर कर रही है। यानी, जिला अस्पताल से यहां कम पैसे लग रहे हैं। पिछले साल मेडिकल कॉलेजों की लैब एनएसीएल को दी गईं। यह कंपनी एनएबीएल दरों से 71% डिस्काउंट पर कर रही है। 11 मेडिकल कॉलेजों में 8 से 10 हजार जांचें रोजाना होती हैं। फिर भी यह कंपनी सबसे कम दरों पर जांचें कर रही है। मंत्री बोले- यह गलत, प्रदेश में एक दर होगी मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं थी कि एक ही जांच के अलग-अलग रेट हैं। यदि ऐसा हो रहा है तो यह गलत है। हम परीक्षण कराएंगे। प्रदेश में एक तरह की जांच की कीमत एक ही होगी। -राजेंद्र शुक्ला, स्वास्थ्य मंत्री इस संबंध में पीएस हेल्थ संदीप यादव से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई भी जवाब नहीं दिया। देश में सबसे कम दरों पर जांच हम 11 मेडिकल कॉलेजों में देश की सबसे कम दरों पर 1 साल से काम कर रहे हैं। शेष 2 कॉलेजों (छिंदवाड़ा अथवा खंडवा) हैंडओवर होते ही यहां भी काम शुरू कर देंगे। वहां भी 250 से अधिक जांचों की सुविधा मुहैया कराएंगे। टेंडर में जो रेट मिले, हम वही ले रहेजिला अस्पताल-सिविल अस्पताल और सीएचसी की जांचों में फर्क हम नहीं कर रहे। टेंडर में जो बेस रेट दिए गए थे, उसके आधार पर कंपनी ने डिस्काउंट कोट किया था। उसी रेट पर कंपनी जांच कर रही है। -पुनीत दुबे, सीईओ साइंस हाउस योग्यता एक तो रेट भी एक हों प्रदेश में स्वास्थ्य और मेडिकल एजुकेशन विभाग एक हो गए हैं। लैब में जांच की गुणवत्ता, रिएजेंट और उपकरण एक जैसे हैं तो फिर रेट एक ही होने चाहिए। -डॉ. पंकज शुक्ला, पूर्व संचालक, एनएचएम
नेपाल में हुई हिंसा के बाद अब बहराइच के रुपईडीहा बॉर्डर पर शांति है। 10 सितंबर को इस बॉर्डर पर नेपाली हिस्से में जमकर हिंसा हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने नेपाली पुलिस चौकी और कस्टम ऑफिस फूंक दिया था। इसके बाद से यहां भारत और नेपाल ने सिक्योरिटी बढ़ा दी है। नेपाली कस्टम फूंके जाने के चलते यहां सैकड़ों ट्रक खड़े हो गए हैं। इन ट्रकों को नेपाल में जाना था, लेकिन अब नहीं जा सकते। किसी में आलू, तो किसी में पेट्रोलियम पदार्थ लदे हैं। रुपईडीहा के इस बॉर्डर से हर दिन औसतन 25 से 30 हजार लोग एक देश से दूसरे देश आते-जाते थे। यहां का पूरा मार्केट नेपालियों के भरोसे था। नेपाली करेंसी तक ली जाती थी, लेकिन अब सब सन्नाटा है। दैनिक भास्कर की टीम इस वक्त सीमा पर ही मौजूद है। यहां के व्यापारियों, फंसे ट्रक चालकों, नेपाली लोगों से बात करके स्थिति को समझा। आइए सब कुछ एक तरफ से जानते हैं... पहले ये तस्वीर देखिए... भारतीयों के नेपाल जाने पर मनाहीयूपी के 7 जिलों की सीमा नेपाल से टच करती है। इनमें बहराइच के साथ पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, महराजगंज, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, श्रावस्ती हैं। बहराइच का रुपईडीहा बॉर्डर इन सबके बीच महत्वपूर्ण है। क्योंकि यहां हर दिन 25-30 हजार और विशेष मौकों पर 50 हजार तक लोग एक-दूसरे देश में आते-जाते हैं। नेपाल में प्रवेश करते ही बांके जिला पड़ता है। प्रदर्शनकारियों ने इस जिले में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की। नेपाली कस्टम, जिसे वहां भंसार कहा जाता है। वहां इधर से जाने वाले माल को चेक किया जाता है, उसे भी फूंक दिया। भारत की तरफ से यहां आमतौर पर एसएसबी के करीब 30 जवान ड्यूटी पर होते हैं। लेकिन, इस वक्त इनकी संख्या दोगुनी है, साथ ही पुलिस फोर्स भी तैनात है। नेपाल की तरफ से जो लोग आ रहे हैं, उनकी जांच-पड़ताल करके उन्हें आने दिया जा रहा है। ठीक इसी तरह से इधर से अपने घरों को जाने वाले नेपालियों को भी जाने दिया जा रहा है। लेकिन, किसी भारतीय को इस वक्त दूसरी तरफ नहीं जाने दिया जा रहा। हमें लगा कि आज फूंक दिए जाएंगेअयोध्या के ट्रक ड्राइवर काशी दत्त तिवारी ने वाराणसी से अपनी गाड़ी लोड की। इन्हें नेपाल के राजापुर इलाके में जाना था। 10 सितंबर को वह नेपाल की सीमा में प्रवेश कर गए, लेकिन तभी वहां तोड़फोड़ मच गई। काशी दत्त कहते हैं- हम उधर पहुंचे, तो चारों तरफ मार-धाड़ होने लगी। लोग पूरा इलाका फूंक रहे थे। चारों तरफ सिर्फ धुआं-धुआं नजर आ रहा था। ट्रक ड्राइवर सर्वेश यादव कन्नौज से आलू लादकर यहां पहुंचे हैं। वह कहते हैं- मेरी गाड़ी में 270 क्विंटल आलू लदा है। हम 9 सितंबर को ही यहां आ गए। लेकिन, उसके बाद हंगामा हो गया और तब से यहीं गाड़ी खड़ी है। 24 घंटे में हम आलू को तय जगह पर उतार देते हैं। लेकिन, अगर अब नहीं उतारा गया तो आलू खराब होने लगेगा। कमल पासवान और गोरखनाथ अपनी गाड़ी में लोहा लादकर बॉर्डर पर पहुंचे हैं। कमल कहते हैं- हम लोग कोलकाता से आए हैं, हिंसा के बाद से यहीं सड़क पर पड़े हैं। एक अफसर आए थे, नाम वगैरह पूछने। लेकिन, उन्होंने भी कुछ लिखा नहीं। इंतजार करते-करते 3 दिन बीत गए। हम तो यही चाहते हैं कि हमारी गाड़ी यहीं कहीं खाली करवा ली जाए और हमें वापस जाने दिया जाए, क्योंकि हम सबका बहुत नुकसान हो रहा है। सारे सरकारी ऑफिस फूंक दिएसीमा पर ही हमें नेपालगंज के मोहम्मद शकील मिले। वह उस दिन की घटना को लेकर कहते हैं, उस दिन सारी पब्लिक सड़क पर उतर गई थी। पुलिस को नुकसान नहीं पहुंचाया, लेकिन सभी सरकारी ऑफिस फूंक दिए। 500 से 600 गाड़ियां जला दीं। जलाने से पहले सारा सामान लूट लिया। कोर्ट-कचहरी तक को नहीं छोड़ा गया, सब कुछ जला दिया गया। ये सब जनता का ही था, लेकिन इसे जलाकर बहुत नुकसान कर दिया। पीएम केपी ओली ने गलती की थी, उन्हें पकड़कर जेल में डालना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हैदराबाद की रंजना मानसरोवर यात्रा करके वापस लौटी हैं। जिस वक्त हिंसा हो रही थी, वह वहीं मौजूद थीं। वह कहती हैं- हिंसा का केंद्र शहर था, तोड़-फोड़ सब शहर में हो रही थी। हम जिस तरफ थे, वहां किसी तरह की कोई हिंसा नहीं थी। वहां नेपाल आर्मी के जवान भी तैनात थे, लेकिन डर लग रहा था। अब जब अपने देश में वापस आ गए, तो देश की अहमियत पता चल रही। नेपाली युवा बोला- मंत्रियों की वजह से ये सब हुआसीमा पर ही हमारी मुलाकात नेपाल के आशीष चौधरी से हुई। आशीष भी ट्रक चलाते हैं, गोंडा से पेट्रोल भरते हैं। फिर उसे नेपाल ऑयल के अलग-अलग पेट्रोल पंप पर पहुंचाते हैं। वह कहते हैं- हिंसा वाले दिन हम लोग उधर पहुंच गए थे लेकिन, जैसे ही उपद्रव शुरू हुआ तुरंत ही मालिक ने फोन करके कहा कि वापस चले जाओ। इधर आए तो पहले तो एंट्री नहीं दे रहे थे, लेकिन जब सारे ड्राइवरों ने प्रेशर बनाया तो उन्होंने आने दिया। अब हम लोग इधर ही खड़े हैं, कहा गया है कि 14 सितंबर को गाड़ी को अंदर जाने दिया जाएगा। आशीष से हमने पूछा की हिंसा की वजह क्या लगती है? आशीष ने कहा- इन सबके पीछे मंत्री ही वजह हैं। उन्होंने स्टूडेंट की बात नहीं मानी और उनके ऊपर ही गोली चलवा दी। जो लोग भविष्य में कुछ करते, उन्हें ही गोली मार दी गई। इसके बाद ही तो सब कुछ हुआ। सीमा पर ही हमें नेपाल के खगेंद्र मिले। वह कहते हैं- इस वक्त तो हमारे देश की स्थिति नाजुक है। अभी जो कुछ हुआ, वह नहीं होना चाहिए, लेकिन सब कुछ बहुत अचानक हो गया। भ्रष्टाचार को लेकर जो कुछ प्रदर्शन हुआ, वह ठीक था। लेकिन, सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं करना चाहिए था। अब इससे हमारे देश बहुत पीछे हो गया है। नेपाल की लक्ष्मी अपनी 2 सहेलियों के साथ रुपईडीहा बाजार आई थीं। वह कहती हैं- हिंसा की वजह भ्रष्टाचार तो था ही, सोशल मीडिया बैन करना भी एक वजह बन गया। हमारे बांका जिला में तो सारे सरकारी दफ्तर जला दिए गए। यहां भंसार को जला दिया गया। अभी तो स्टूडेंट के साथ गलत हो रहा था। अब चाहती हूं कि आगे आने वाली जेनरेशन को इस तरह की दिक्कतों से सामना न करना पड़े। Gen-z के समर्थक सीमाओं पर मौजूदभारत-नेपाल सीमा पर लोगों से बात करने के बाद हम नेपाली सेना से परमिशन लेकर नेपाल में पहुंचे। मुश्किल से 200 मीटर अंदर गए होंगे कि जेन-जी के समर्थक आ गए। इन प्रदर्शनकारी युवाओं ने हमें अंदर जाने से रोक दिया। इनका कहना था कि अंदर की स्थिति ठीक नहीं है। नेपाल की सेना भी आपको सुरक्षा नहीं दे पाएगी। इसके बाद वहां सेना के कुछ जवान आ गए। उन्होंने भी नेपाल के इन युवाओं का पक्ष लिया और कहा कि आपका आगे जाना ठीक नहीं होगा। हमने आगे देखा कि बड़ी संख्या में नेपाली इस वक्त भारत की तरफ आने के लिए सीमा पर मौजूद थे। लेकिन, नेपाली सेना उन्हें अंदर नहीं जाने दे रही थी। उधर से भारतीय नागरिकों को और बीमार लोगों को ही इधर आने दिया जा रहा था। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में किस शहर की हवा सबसे अच्छी?, आगरा-कानपुर से भी खराब लखनऊ की हालत स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2024-25 में यूपी ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इस बार प्रदेश के 17 शहरों ने रैंकिंग में जगह बनाई है। 3 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों की कैटेगरी में आगरा ने देशभर में तीसरा स्थान हासिल किया है। वहीं, राजधानी लखनऊ की स्थिति कमजोर रही। पिछले साल जहां लखनऊ चौथे स्थान पर था, वहीं इस बार वह फिसलकर 15वें स्थान पर आ गया। दिलचस्प बात यह है कि राजधानी से छोटे कई शहर उससे आगे निकल गए हैं। यूपी के किन और शहरों ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन किया? रैंकिंग कैसे तय होती है? किन बातों के नंबर मिलते हैं? पढ़िए पूरी खबर...
आगरा में बाढ़ का 47 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है। कैलाश घाट से लगभग 80 KM दूर बटेश्वर तक यमुना ने तबाही मचाई है। ताजमहल के पीछे बना पार्क पूरी तरह से डूब गया। ताजमहल की बाउंड्री को बाढ़ का पानी छूने लगा। यहां 2-3 फीट तक पानी भर गया। 25 कॉलोनियां और 40 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए। 5 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में शिफ्ट हो चुके हैं। आगरा में बाढ़ का ऐसा दृश्य लोगों ने 1978 में देखा था। दैनिक भास्कर ड्रोन कैमरे की नजर से बाढ़ का नजारा दिखा रहा है। ऊपर क्लिक करके वीडियो देखिए...
‘होश संभालने के बाद से ही मुझे एहसास होने लगा कि मैं लड़का नहीं हूं। मेरा मन एक लड़की का है। सिर्फ शरीर एक लड़के का, इसलिए मैंने अपना प्राइवेट पार्ट काट दिया।’ ये जज्बात प्रयागराज में रहने वाले UPSC स्टूडेंट के हैं। वह पहले एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती हुआ, लेकिन वहां से उसे स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया। परिवार में पिता किसान और मां हाउस वाइफ हैं। स्टूडेंट परिवार का इकलौता बेटा है। मां कहती हैं- मेरे बेटे को किसी ने बरगला दिया। CBSE बोर्ड से उसे पढ़ाया था। अब वह सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था। हमें लगा था कि वो IAS बनेगा। वह बहुत होशियार है। लेकिन, किसी डॉक्टर के चक्कर में आकर उसने जिंदगी तबाह कर ली। छात्र ने प्राइवेट पार्ट काटने का फैसला क्यों किया? क्या अब दोबारा वो अपनी पुरानी स्थिति में आ सकेगा? उसका इलाज करने वाले डॉक्टर क्या कहते हैं? ये जानने के लिए 'दैनिक भास्कर' हॉस्पिटल पहुंचा। पढ़िए रिपोर्ट… 14 साल का था, लड़कियों के साथ डांस करते हुए लगा कि मैं उनके जैसा हूंस्टूडेंट से मिलने जब हम हॉस्पिटल पहुंचे तो वह एक जनरल वार्ड में एडमिट थे। चेहरे पर कोई शिकन नहीं था। बल्कि बातचीत के दौरान धीरे-धीरे मुस्कुरा देते थे। हमने पूछा- ऐसा किस उम्र पर लगा कि आप लड़कियों की तरफ सोचते और जिंदगी जीना चाहते हैं? स्टूडेंट ने कहा- मैं अमेठी का रहने वाला हूं। मेरे पापा किसान हैं, हमारी अच्छी खेतीबाड़ी है। मेरी मां हाउस वाइफ हैं। मेरा कोई भाई-बहन नहीं है। मेरी पढ़ाई CBSE बोर्ड से हुई है। जब मैं 14 साल का था, तब मैं एक फंक्शन में गया था। वहां लड़कियों के साथ डांस करते हुए मुझे पहली बार एहसास हुआ कि मैं लड़कों की तरह नहीं हूं। सिर्फ लड़कों की तरह दिखता हूं। वहां से लौटने के बाद मैंने इस बारे में सोचना शुरू किया। चूंकि मां-बाप का इकलौता बेटा हूं, इसलिए परिवार में कुछ भी कहते नहीं बना। फिर ग्रेजुएशन करने के दौरान में अपनी मौसी के घर पर रहने चला गया। फिर मैं UPSC की तैयारी के लिए प्रयागराज आ गया। सिविल लाइन एरिया में एक कमरा किराये पर लिया। आया तो मैं तैयारी करने था, मगर पढ़ाई में मन ही नहीं लग रहा था। गूगल, यूट्यूब पर सेक्स चेंज के बारे में पढ़ाफिर मैंने गूगल और यूट्यूब पर सर्च करना शुरू किया कि एक लड़का कैसे शारीरिक रूप से लड़की बन सकता है। कुछ सर्जरी के इनपुट मिले। उन्हें पढ़ता रहा, फिर मुझे कटरा (प्रयागराज) में एक डॉक्टर के बारे में पता चला। मैंने पहले फोन किया, फिर मिलने भी गया। डॉक्टर का नाम डॉ. जेनिथ था। मैंने अपनी समस्या बताई कि मैं लड़की तरह फील करता हूं, मगर शरीर से लड़का हूं। तो मैं शरीर से भी कैसे लड़की जैसा हो सकता है? डॉक्टर ने कहा– तुम्हें इसके लिए सबसे पहले अपना प्राइवेट पार्ट काटना होगा। उन्होंने पूरा प्रोसेस भी समझाया कि घर पर ही ये सब कैसे कर सकते हैं। उनके कहने पर मैं एनेस्थिसिया का इंजेक्शन, सर्जिकल ब्लेड, रुई और बाकी सामान खरीदकर लाया। खुद ही इंजेक्शन लगाया, सर्जिकल ब्लेड से पार्ट काट दियाफिर कमरे में अकेले ही खुद को एनेस्थिसिया का इंजेक्शन लगाया। मेरी कमर के नीचे का हिस्सा सुन्न हो गया। इसके बाद मैंने अपने ही हाथों से प्राइवेट पार्ट का काट दिया। इसके बाद खुद की मरहम पट्टी कर ली। करीब 6 घंटे बाद मेरे शरीर में एनेस्थिसिया का असर कम होने लगा। इसके बाद इतना तेज दर्द महसूस हुआ कि लगा जान निकल जाएगी। करीब 1 घंटे तक दर्द से मैं वही कमरे में तड़पता रहा। सोचा कि कुछ देर में दर्द कम हो जाएगा, मगर ऐसा नहीं हुआ। तब मैंने पेन किलर मेडिसिन भी खाई, मगर कुछ आराम नहीं मिला। अपनी पट्टी हटाकर देखा तो खून ही खून हो गया। फर्श पर खून फैल गया। जब लगा कि अब जान नहीं बचेगी, तो अपने मकान मालिक को आवाज लगाई। मैं चिल्ला रहा था- मेरे लिए एम्बुलेंस मंगवा दीजिए। आप लोग ऊपर कमरे में मत आइएगा, सिर्फ मुझे हॉस्पिटल पहुंचाने में मदद करिए। तबीयत खराब हो रही है। मेरे मकान मालिक ने एम्बुलेंस बुलाई। देर रात मुझे तेज बहादुर सप्रू हॉस्पिटल में ले जाया गया। चूंकि हालत गंभीर थी, इसलिए मुझे स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। अब यहीं पर मेरा इलाज चल रहा है। ‘मुझे लड़कियों में कोई इंट्रेस्ट नहीं’ छात्र ने कहा- मुझे लड़कियों में कोई इंट्रेस्ट ही नहीं है। मुझे लगता है कि मेरी आवाज भी लड़कियों जैसे ही है। चलने की भी स्टाइल भी उनके जैसा है। हमने पूछा– क्या ये नहीं लगा कि खुद से सर्जरी कर लोगे तो जान का खतरा हो सकता है। उसने बताया- मुझे पता नहीं था कि इसमें मेरी जान जा सकती थी, मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। मैं जेंडर ही चेंज करना चाहता था, बस इसीलिए यह सब किया। बेटे का हाल देख मां बोलीं- इस हालत का गुनहगार डॉक्टर बेटे की देखभाल करने के लिए मां भी अस्पताल पहुंच गई हैं। वह बेटे को इस हाल में देखकर सिर्फ रो रही थीं। वार्ड में जो भी डॉक्टर पहुंचता है, उसे देखकर मां हाथ जोड़ ले रही थी- ये मेरा इकलौते बेटा है, इसको पहले की तरह कर दो। मगर डॉक्टर ने सर्जरी के बारे में जो ऑप्शन थे, उनके बारे में उन्हें बता दिया। मां ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए कहा- जब मेरा बेटा प्रयागराज जा रहा था, तब मुझे लगा कि UPSC करके ये IAS बनेगा, मगर अब ये ऐसा लग नहीं रहा है, इसने कभी मुझे ऐसा कुछ बताया भी नहीं। डॉक्टर का व्यू जानिए... बोले- अब वो लड़का पहले जैसा नहीं होना चाहता...स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल के सर्जन डॉ. संतोष सिंह बताते हैं- इस छात्र की उम्र करीब 17 साल है। उसने अपने हाथ से ही अपना प्राइवेट पार्ट काट लिया था। उसे लगता था कि वह लड़की है, इसलिए उसने अपनी जान जोखिम में डाल दी। अगर समय रहते वह अस्पताल नहीं पहुंचता तो स्थिति और बिगड़ जाती। मनोचिकित्सक के जरिए भी उसकी काउंसिलिंग कराई जाएगी। उनकी राय भी ली जाएगी। इस तरह का केस पहली बार आया है। सेक्स रि-असाइनमेंट सर्जरी के बारे में भी उनके परिवार को बता दिया गया है। दरअसल, उस बच्चे का पेशाब का रास्ता बनाना होगा। मनोचिकित्सक का व्यू जानिए... ये जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर का केस अगर किसी यूथ को ऐसा फील हो तो वो क्या करें? इस सवाल के साथ दैनिक भास्कर ने मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय के सीनियर मनोचिकित्सक डॉ. राकेश पासवान से बात की। उन्होंने कहा- ये जेंडर आईडेंटिटी डिसऑर्डर का मामला है। इसमें किसी लड़के को लगने लगता है कि वह लड़की है। ऐसा ही लड़कियों के केस में भी होता है, उन्हें लगता है कि वो एक लड़का है, सिर्फ बॉडी लड़कियों की है। ऐसे केस में कई बार लड़के या लड़की को अपने ही शरीर से नफरत हो जाती है। वह जेंडर चेंज करना चाहता है। इस छात्र के साथ भी ऐसा ही हुआ होगा। मेरा सुझाव है कि ऐसी स्थिति में संबंधित व्यक्ति को मनोवैज्ञानिक या मनोचिकित्सक से संपर्क करना चाहिए था और उसे अपने मां-बाप को यह बात बतानी चाहिए थी। ..............भास्कर इन्वेस्टिगेशन पढ़िए यूपी में कैमरे पर लाशों का सौदा, पोस्टमॉर्टम कर्मचारी-पुलिस की डील, बोले- एक लाश डेढ़ लाख में 'महीने में 30 से 40 लाशें निकल जाती हैं। आप बहुत कम दे रहे हैं। अभी पुराना रिकॉर्ड देखा जाए… उस समय डेढ़ लाख का रेट चल रहा था। राममूर्ति वाले डेढ़ लाख रुपए देकर जाते थे।' यह दावा है बरेली के पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारी सुनील का। यूपी के बरेली में लाशों का सौदा हो रहा है। दैनिक भास्कर के हिडन कैमरे पर सुनील कह रहा है- जो पैसे आप हमें दोगे, हम तो नमक के बराबर रखते हैं। बाकी पैसे ऊपर अधिकारी को देने पड़ते हैं। लाशों के इस सौदे में पुलिस भी शामिल है। पढ़िए पूरी खबर...
सीन- 1 : लखनऊ का खुर्रमनगर। घनी आबादी के बीच एक घर का बरामदा। यहां रसोई गैस के 15-20 सिलेंडर रखे हैं। डिलीवरीमैन बहुत सफाई से सिलेंडर की सील हटाता है। फिर पाइप से LPG खाली सिलेंडर में ट्रांसफर करता है। वह हर सिलेंडर से 3 से 4 किलो गैस निकाल रहा है। फिर बड़ी सफाई से सिलेंडर को पहले की तरह सील कर देता है। सीन-2 : लखनऊ के सोपान एन्क्लेव अपार्टमेंट का एक फ्लैट। यहां अभी-अभी LPG सिलेंडर डिलीवर हुआ। मौके पर दैनिक भास्कर टीम वजन तौलने की मशीन लेकर पहुंची। वजन किया, तो 3.850 Kg LPG कम निकली। डिलीवरी लेने वाली महिला हैरान रह गईं। डिलीवरीमैन पैर पड़कर माफी मांगने लगा। आखिर LPG चोरी कौन कर रहा? इसके पीछे कौन लोग हैं? ठगी का पूरा जाल क्या है? दैनिक भास्कर ने इन सवालों के जवाब के लिए 20 दिन इन्वेस्टिगेशन किया। पढ़िए, पूरा खुलासा… सबसे पहले हम जानकीपुरम में घर-घर सिलेंडर पहुंचाने वाले डिलीवरीमैन से मिले। हमने खुद को NGO का मैनेजर बताया। उससे रोज 15 सिलेंडर की डिमांड की। उसने अपने फोन से दूसरे डिलीवरीमैन को कॉल किया। फिर हमारी बात कराई। उसने अपना नंबर दिया और थोड़ी देर बाद 2 किमी दूर एक स्थान पर बुलाया। जब हम पहुंचे, तो वहां इंडेन गैस कंपनी का स्टिकर लगा मिनी ट्रक खड़ा था। इसमें सिलेंडर थे। डिलीवरीमैन ने हमसे अकेले में बात करनी शुरू की। यहां 14.2 किलो LPG का घरेलू सिलेंडर, जो 937.50 रुपए में आता है। डिलीवरीमैन 800 रुपए में देने को तैयार हो गया। वहीं, 19 किलो का 1,753.50 रुपए वाला कॉमर्शियल सिलेंडर 1500 रुपए में देने को तैयार हो गया। पढ़िए, उससे हुई बातचीत के मुख्य अंश… सेटिंग से एजेंसी लीजिए, डिलीवरीमैन LPG चोरी करना सिखा देगा हमारे अब तक के इन्वेस्टिगेशन से यह साफ हो गया कि डिलीवरीमैन LPG चोरी के बाद सिलेंडर घर-दुकान पहुंचाकर पूरे पैसे वसूल रहे हैं। लेकिन, क्या इस खेल में गैस एजेंसी संचालक भी शामिल हैं? अब हम ये इन्वेस्टिगेशन करने निकले। हमने फिर एक डिलीवरीमैन से संपर्क किया। वह हमें खुर्रमनगर में मिला। यहां सुबह 8 बजे पहुंचे, तो सिलेंडरों से LPG कटिंग (चोरी) का काम चल रहा था। हिडन कैमरे पर जब डिलीवरीमैन गुड्डू से बात की, तो उसने कई खुलासे किए। पढ़िए, बातचीत के मुख्य अंश… हर डिलीवरीमैन का 500 रुपए महीना थाने जा रहा अब यह भी साफ हो गया कि कुछ एजेंसियां भी गैस चोरी में शामिल हैं, लेकिन इस चोरी के रैकेट को मैनेज कैसे किया जाता है? जब हमने इसका जवाब खोजा तो पता चला कि इस चोरी में पुलिस भी शामिल है। डिलीवरीमैन गुड्डू ने LPG चोरी में पुलिस की हिस्सेदारी का बड़ा खुलासा किया। पढ़िए, गुड्डू से बातचीत के मुख्य अंश… भास्कर ऑन द स्पॉट : 3.85 Kg LPG कम निकली, कस्टमर हैरान सिलेंडर से LPG चोरी करने के बाद उन्हें घर-घर पहुंचाने वाले डिलीवरीमैन कन्हैया पर हमने नजर रखी। 4 दिन उसकी रेकी के बाद एक दिन सुबह 8 बजे हम उसके पीछे-पीछे गए। साथ में वजन तौलने की मशीन भी ले ली, जिससे सिलेंडर डिलीवर करते ही वजन लेकर हकीकत बता सकें। डिलीवरीमैन कन्हैया 4 सिलेंडर लेकर लखनऊ के सोपान एन्क्लेव अपार्टमेंट पहुंचा। यहां कन्हैया ने गार्ड के पास मौजूद रजिस्टर में एंट्री की। कन्हैया के बिल्डिंग के भीतर जाते ही हमने गार्ड से उन फ्लैट की जानकारी ली, जहां वह डिलीवरी करने गया। जब हम वहां पहुंचे तो डिलीवरीमैन कन्हैया, महिला को सिलेंडर दे रहा था। हमने तत्काल सिलेंडर का वजन कराया। LPG से भरे सिलेंडर का वजन 30.100 किलो होना चाहिए, लेकिन 26.250 किलो निकला, यानी 3.850 किलो कम। चिराग एजेंसी की सफाई- हमारे यहां कन्हैया नाम का डिलीवरीमैन नहीं हैहमने चिराग गैस एजेंसी के मैनेजर सतीश वाजपेयी को कॉल किया। उन्होंने कहा- कन्हैया नाम का डिलीवरीमैन हमारे यहां नहीं है। सोपान एन्क्लेव अपार्टमेंट में हमारी डिलीवरी नहीं है। डिलीवरीमैन को वजन तौलने की मशीन देकर डिलीवरी के लिए भेजने के संबंध में कहा- ये आपूर्ति विभाग के अंडर में है, आप वहां जाकर कंफर्म कीजिए। हमारे यहां कोई कंप्लेंट नहीं है। कस्टमर की कंप्लेंट आती है, तो उस पर तुरंत एक्शन होता है। ऐसे हटाते हैं सील…छेद कर हुक खोला और निकाल दीसील पैक्ड सिलेंडर से डिलीवरीमैन LPG चोरी कैसे करते हैं? इसका जवाब खोजा तो पता चला कि डिलीवरीमैन इसके लिए एक औजार का इस्तेमाल करते हैं, जो आगे से पैना और मजबूत होता है। इससे सील के किनारे पर छोटा-सा छेद कर सील के हुक को खोल देते हैं। इससे पूरी सील एकसाथ बाहर आ जाती है। जब एक सिलेंडर से दूसरे में LPG डाल ली जाती है, तो फिर से सील को लगा देते हैं। इसे आम लोग आसानी से नहीं पकड़ पाते हैं। इंडेन के अफसर का अधिकृत रूप से बात करने से इनकार: LPG चोरी को लेकर इंडेन गैस कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक गोविंद यादव अधिकृत रूप से बात करने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने केवल ये कहा- इस बारे में आपको जिला पूर्ति अधिकारी ही बता पाएंगे। हम लोग टेक्निकल जानकारी दे सकते हैं। डीसीपी बोले- आप एविडेंस देंगे तो कार्रवाई की जाएगीपुलिस के मैनेज होने के सवाल पर लखनऊ ईस्ट के डीसीपी शशांक सिंह ने कहा- मौखिक बात पर विश्वास नहीं कर सकते। हां, आप एविडेंस देंगे तो कार्रवाई की जाएगी। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... यूपी में कैमरे पर लाशों का सौदा, पोस्टमॉर्टम कर्मचारी-पुलिस की डील, बोले- एक लाश डेढ़ लाख में 'महीने में 30 से 40 लाशें निकल जाती हैं। आप बहुत कम दे रहे हैं। अभी पुराना रिकॉर्ड देखा जाए… उस समय डेढ़ लाख का रेट चल रहा था। राममूर्ति वाले डेढ़ लाख रुपए देकर जाते थे।' यह दावा है बरेली के पोस्टमॉर्टम हाउस के कर्मचारी सुनील का। यूपी के बरेली में लाशों का सौदा हो रहा है। दैनिक भास्कर के हिडन कैमरे पर सुनील कह रहा है- जो पैसे आप हमें दोगे, हम तो नमक के बराबर रखते हैं। बाकी पैसे ऊपर अधिकारी को देने पड़ते हैं। लाशों के इस सौदे में पुलिस भी शामिल है। पढ़ें पूरी खबर
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उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल में भगत की कोठी रेलवे स्टेशन पर राजस्थान का पहला वंदे भारत स्लीपर कोच मेंटेनेंस डिपो विकसित किया जा रहा है, जिसके साथ ही एक बहुद्देश्यीय वर्कशॉप और विश्वस्तरीय ट्रेनिंग सेंटर भी स्थापित किया जाएगा। उत्तर पश्चिम रेलवे प्रशासन ने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए रेलवे बोर्ड को 200 करोड़ रुपए का प्रस्ताव भेजा है। बजट की स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस ट्रेनिंग सेंटर के निर्माण से वंदे भारत सहित सभी हाई स्पीड ट्रेनों के रखरखाव की ट्रेनिंग फेसिलिटी जोधपुर में ही मिल जाएगी। वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी से मेंटेनेंस व ट्रेनिंग जोधपुर मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि भगत की कोठी क्षेत्र में वंदे भारत कोच मेंटेनेंस डिपो का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। 180 मीटर एरिया में वर्ल्ड क्लास वंदे भारत कोच मेंटेनेंस से संबंधित वर्कशॉप, ट्रेनिंग सेंटर व अन्य आवश्यक सुविधाओं का विकास होगा। प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में इस बहुद्देश्यीय व आवासीय आधुनिक ट्रेनिंग सेंटर तैयार किया जाएगा, जहां वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव और संचालन में शामिल इंजीनियरों और सहायक कर्मचारियों को उच्च मानकों वाली ट्रेन मशीनरी को संभालने का गहन प्रशिक्षण दिया जा सकेगा। प्री-फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से तेज निर्माण कार्य ट्रेनिंग सेंटर की पूरी इमारत का निर्माण पूर्व निर्मित (प्री-फेब्रिकेटेड स्ट्रक्चर) लोहे की संरचनाओं का उपयोग करके किया जाएगा, जिससे निर्माण समय में काफी कमी आएगी। प्रस्तावित बजट राशि में समूचे डिपो व ट्रेनिंग सेंटर क्षेत्र में 32 केवी जीएसएस सहित आधुनिक बिजली सप्लाई व अन्य आवश्यक सुविधाओं के प्रावधान भी शामिल हैं। इंजीनियरिंग डिपो को किया बनाड़ स्थानांतरित वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना मेंटेनेंस डिपो के पास ही करने के उद्देश्य से भगत की कोठी स्थित इंजीनियरिंग डिपो को स्थाई रूप से बनाड़ रेलवे स्टेशन क्षेत्र में स्थानांतरित किया गया है। इससे वंदे भारत कोच मेंटेनेंस डिपो सह कार्यशाला 780 मीटर की हो जाएगी। जोधपुर बनेगा हाई स्पीड रेल का महत्वपूर्ण केंद्र मेंटेनेंस डिपो और प्रशिक्षण केंद्र में विशेष विभाग होंगे, जिनमें से प्रत्येक अलग-अलग तकनीकी और परिचालन क्षेत्रों के लिए समर्पित होगा। इस विकास के साथ जोधपुर देश के हाई स्पीड रेल पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में उभरेगा। सर्वोत्तम रखरखाव, सुविधाओं, केंद्रीकृत संचालन और विश्वस्तरीय प्रशिक्षण अवसंरचना का संयोजन न केवल क्षेत्र की रेल क्षमताओं को सशक्त बनाएगा, बल्कि भारतीय रेलवे की भविष्य की तैयारी के लिए नए मानक भी स्थापित करेगा। डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने कहा – एक बार चालू हो जाने पर, यह डिपो भारतीय रेलवे पर चलने वाली सभी वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के संपूर्ण रखरखाव का कार्यभार संभालेगा, जिससे परिचालन सुव्यवस्थित होगा और यात्रियों को बेहतर गति व सुविधा मिलेगी। इस सुविधा से न केवल सेवा विश्वसनीयता और टर्नअराउंड समय में सुधार होगा, बल्कि क्षेत्र में रेल परिचालन की समग्र दक्षता भी बढ़ेगी। भगत की कोठी का निर्माण कार्य अग्रिम चरण में है और यह भारतीय रेलवे पर अपनी तरह का पहला डिपो होगा।
2 साल में तीसरा छापा:सोम ग्रुप के 8 ठिकानों पर छापा, 14 करोड़ रुपए नकद जमा करवाए
इंदौर कस्टमस कमिश्नरेट ने बुधवार सुबह से गुरुवार तक भोपाल स्थित सोम डिस्टिलरीज एंड ब्रेवरीज प्राइवेट लिमिटेड के 8 ठिकानों पर छापा मारा है। यह कार्रवाई एडवांस्ड ऑथराइजेशन लाइसेंस के उल्लंघन के मामले में की गई। कंपनी पर कस्टम ड्यूटी चोरी का आरोप है, जिसके तहत सोम डिस्टिलरीज ने 14 करोड़ रुपए जमा किए हैं। छापे के दौरान 8 ठिकानों में भोपाल और रायसेन की फैक्ट्रियां, भोपाल का कॉर्पोरेट ऑफिस व कंपनी के 3 कस्टम ब्रोकर्स के ऑफिस शामिल थे। ये ऑफिस इंदौर, भोपाल और मंडीदीप में स्थित हैं। इन स्थानों से इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का पूरा कागजी काम होता था। असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार के अनुसार, इंदौर से 40 से ज्यादा अफसरों की टीम भोपाल में छापे में शामिल हुई थी। अब बोतलों के इम्पोर्ट की तारीख और बचे हुए जुर्माने व ब्याज की गणना की जा रही है। ड्यूटी-फ्री बीयर विदेश के बजाय देश में बेची विवाद पहले भी... जीएसटी चोरी में प्रमोटर गिरफ्तार हुए, आयकर भी छापे मार चुका
कांग्रेस कमेटी द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शहर उज्जैन से शुक्रवार को प्रदेश के किसानों के लिए पहली बार किसान अधिकार यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। बड़े मंच पर कांग्रेस के बड़े नेता एकजुट होकर किसानों की समस्या को लेकर आवाज उठाएंगे। सभा के बाद किसान अधिकार यात्रा निकाल कर डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। सभा को लेकर गुरुवार को सुबह से सभा स्थल पर तैयारी की जा रही है। किसान अधिकार यात्रा में सचिन पायलट भी शामिल होने आ रहे हैं। कांग्रेस द्वारा प्रदेश के किसानों को न्याय दिलाने, युवाओं को रोजगार देने, महिलाओं की सुरक्षा, गरीबों पिछड़ों को न्याय दिलाने की लड़ाई कांग्रेस इस आंदोलन के साथ शुरू करने जा रही है। चिमनगंज मंडी परिसर में शुक्रवार सुबह 11.30 बजे से सभा होगी। गुरुवार से ही इसके लिए तैयारी शुरू हो गई जो देर रात तक चलती रही। जिला कांग्रेस के अध्यक्ष महेश परमार ने बताया कि कांग्रेस के बड़े नेता सभा स्थल पर पहुंचकर किसानों की समस्या को लेकर आवाज उठाएंगे। मध्यप्रदेश में कई जगह खाद-यूरिया मांगने पर लाठियां मिल रही हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री बोल चुके हैं कि खाद एवं यूरिया की कमी होगी तो कलेक्टर जिम्मेदार होंगे, लेकिन कलेक्टर किसानों पर लाठियां भांज रहे हैं। सरकार सोयाबीन का उचित भाव तक नहीं दे पा रही। फसलें खराब होने के बाद फसलों का बीमा नही मिल रहा। सभा के बाद पैदल मार्च चिमनगंज मंडी से प्रारंभ होकर आगर रोड़, चामुंडा चौराहा, ब्रिज होकर टॉवर चौक स्थित डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर समाप्त होगा। सभा स्थल पर शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी, नेता प्रतिपक्ष रविराय सहित अन्य कांग्रेस नेता तैयारी में जुटे रहे। 90 बाय 50 का मंच बनायाचिमनगंज मंडी परिसर में कांग्रेस द्वारा 90 बाय 50 फीट का मंच तैयार कराया है। मंच से राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी हरीश चौधरी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, संजय दत्त, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, सज्जन सिंह वर्मा, कुणाल चौधरी, प्रियव्रत सिंह, दिनेश जैन बॉस, जयवर्धन सिंह, ओंकारसिंह मरकाम, कमलेश्वर पटेल, अरुण यादव अपनी बात रखेंगे। प्रदेश के 71 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया है। सभा स्थल पर बैठक व्यवस्था के लिए 190 बाय 550 फीट के डोम तैयार किया है, जिसमें करीब 25 हजार लोगों को बैठने की व्यवस्था की है।
हम आपको बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
मप्र में फर्जी सिम बेचने वालों पर कार्रवाई...:मप्र की 7,500 सिम कंबोडिया तक गईं... इनसे साइबर ठगी
आपका आधार कार्ड अगर गलत हाथों में चला जाए तो उससे ठगी, फर्जी कॉल और साइबर अपराध किए जा सकते हैं। ऐसा ही खेल फर्जी सिम कार्ड बेचने वाले गिरोह कर रहे थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय की संस्था इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) से मिले इनपुट पर मध्य प्रदेश साइबर पुलिस ने ऐसे अपराधियों के खिलाफ 15 दिन का एक बड़ा अभियान चलाया। इसमें 20 जिलों में जांच कर 94 संदिग्ध सिम विक्रेताओं की पहचान की गई। इनमें से 44 को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से करीब 7,500 फर्जी सिम कार्ड का पता चला, जिनका इस्तेमाल देशभर और विदेशों से सक्रिय साइबर अपराधी कर रहे थे। ये गैंग कंबोडिया, थाईलैंड, झारखंड, बंगाल, बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली तक फैले हुए थे। जांच में पता चला कि कई दुकानदार आसानी से सिम कार्ड बेच देते थे। इसके लिए जरूरी दस्तावेज या तो नकली लगाए जाते थे या फिर असली पहचान पत्र की कॉपी का गलत इस्तेमाल किया जाता था। इसी से अपराधियों को नया मोबाइल नंबर मिल जाता था, जिसका इस्तेमाल ठगी और साइबर फ्रॉड में होता था। राज्य साइबर पुलिस अधीक्षक प्रणय नागवंशी ने बताया कि इस कार्रवाई के लिए 6 अधिकारियों की एक विशेष टीम बनाई गई थी। जिन विक्रेताओं ने 100 से ज्यादा फर्जी सिम बेचे थे, उनकी जांच राज्य साइबर पुलिस ने अपने हाथ में ली। वहीं 50 से 100 सिम बेचने वालों पर कार्रवाई जिलों की पुलिस ने की। खतरा बड़ा... क्योंकि सिम आम उपभोक्ताओं के नाम पर हो सकते हैं, सिम बेचने वाले आधार कार्ड का दुरुपयोग करते हैं थंब इंप्रेशन की क्लोनिंग तक हो सकती है, चेक करें कि आपके नाम पर कितने सिम आधार से सिम फ्रॉड कैसे होता है?कई बार दुकानदार ग्राहक का थंब इम्प्रेशन मशीन में सेव कर लेते हैं। आधार की फोटो कॉपी के साथ फर्जी सिम एक्टिवेट कर देते हैं। कुछ साइबर अपराधी बायोमेट्रिक क्लोनिंग कर नकली थंब इम्प्रेशन बनाकर सिम ले लेते हैं। कई टेलीकॉम एजेंट भी फ्रॉड में शामिल होते हैं। सलाह: थंब इम्प्रेशन देने के बाद मशीन साफ करवाएं और आधार की फोटो कॉपी पर तारीख-साइन करें। मेरे नाम पर कितनी सिम, कैसे पता करें?आपके नाम पर कितनी सिम सक्रिय हैं, यह जानने के लिए सरकारी वेबसाइट https://tafcop.sancharsaathi.gov.in या https://sancharsaathi.gov.in पर जाएं, अपना नंबर डालें और OTP से लॉग इन करें। ज्यादा सिम मिलें तो क्या करें?पोर्टल पर ‘This is not my number’ या ‘Deactivate’ पर क्लिक करके आप शिकायत दर्ज कर सकते हैं। शिकायत कहां दर्ज कराएं?साइबर क्राइम के लिए 1930 पर कॉल करें या https://cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें। कितनी सिम ली जा सकती हैं?एक व्यक्ति के नाम पर अधिकतम 9 सिम ली जा सकती हैं। जम्मू-कश्मीर, असम व पूर्वोत्तर राज्यों में सीमा 6 सिम।
साल 2026-27 में देश में पहली बार डिजिटल जनगणना होगी। जनगणना निदेशालय इसके लिए एप लॉन्च करेगा। यह एप एंड्राइड-आईफोन दोनों के लिए होगा। परिवार का मुखिया इसमें अपने घर-परिवार की जानकारी खुद भर सकेगा। एप पर डिटेल भरने के बाद जनगणना अधिकारी घर जाकर जानकारी क्रॉस चेक करेंगे। इसके बाद उसे डिजिटल फॉर्म पर अपलोड किया जाएगा। जनगणना में शामिल कर्मचारी को 150-175 मकानों की जिम्मेदारी होगी। जनगणना शुरू होने से पहले प्रदेश के 3 जिलों में इसका प्री टेस्ट होगा। गड़बड़ी रोकने प्रदेश की सभी प्रशासनिक सीमाओं को 31 दिसम्बर 2025 की स्थिति में फ्रीज करने का फैसला लिया गया है। 2 चरणों में होगी जनगणना जनगणना 2026 और 2027 में दो चरणों में होगी। पहला चरण 1 अप्रैल 2026 से शुरू होगा, जिसमें मकानों की गिनती की जाएगी। दूसरा चरण 1 फरवरी 2027 से शुरू होगा, जिसमें लोगों की जनसंख्या, जाति और बाकी जरूरी जानकारियां जुटाई जाएंगी। इसके लिए 16 जून 2024 को सरकारी अधिसूचना जारी की गई है। यह आजादी के बाद भारत की 8वीं और कुल 16वीं जनगणना होगी। 34 लाख कर्मचारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग इतने बड़े काम के लिए सरकार ने देशभर में करीब 34 लाख लोगों को नियुक्त किया है। इन कर्मचारियों को तीन स्तरों पर ट्रेनिंग दी जाएगी। पहले राष्ट्रीय ट्रेनर, फिर मास्टर ट्रेनर और आखिर में फील्ड ट्रेनर इन्हें तैयार करेंगे। हर गांव और शहर को छोटे-छोटे हिस्सों में बांटा जाएगा और हर हिस्से के लिए एक कर्मचारी जिम्मेदार होगा। इससे कोई भी घर या व्यक्ति गिनती से न छूटे। फरवरी 2026 तक डेढ़ लाख कर्मचारियों की तैनाती होगी केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद प्रदेश में जनगणना को लेकर प्रशासनिक हलचल शुरू हो गई है। जनगणना निदेशालय ने राज्य सरकार को प्रशासनिक सीमाएं फ्रीज करने का पत्र भेजा है। इसके बाद गृह विभाग ने संबंधित विभागों को कार्रवाई के निर्देश दे दिए हैं। फरवरी 2026 में पहले राउंड में पूरे प्रदेश में डेढ़ लाख कर्मचारियों की तैनाती होगी। 20 दिन में डिजिटल जनगणना का काम पूरा किया जाएगा। इसके बाद आंकड़ों को मिलाकर जनगणना आयुक्त को भेजा जाएगा। इस बार पूरी जनगणना डिजिटली होगी। डिजिटली सवाल-जवाब में भरनी होगी जानकारी एमपी जनगणना निदेशालय की निदेशक भावना वालिम्बे ने बताया कि जनगणना के लिए एप के जरिए परिवारों से पूरी डिटेल भरवाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए क्वेस्चनेर (प्रश्नावली) बनाई जा रही है। इसमें हर सदस्य का नाम, पारिवारिक स्थिति, घर-संपत्ति का ब्यौरा और रोजगार की जानकारी शामिल रहेगी। गड़बड़ी रोकने के लिए क्रॉस चेक का इंतजाम भी रहेगा। अधिकारी घर-घर जाकर डिजिटल फॉर्म में भरी गई जानकारी की जांच करेंगे। 3 जिलों में जनगणना का प्री टेस्ट होगा जनगणना शुरू करने से पहले केंद्र सरकार देशभर में प्री टेस्ट कराएगी। हर राज्य के 3 जिलों में यह अभियान चलेगा, सघन आबादी, वन क्षेत्र और आदिवासी इलाका शामिल होगा। मध्यप्रदेश में इसके लिए ग्वालियर, रतलाम और सिवनी जिलों का चयन किया गया है। यहां अक्टूबर से नवंबर माह के बीच 15 दिन का अभियान चलेगा। इसमें जनगणना और हाउस गणना का काम किया जाएगा। फील्ड में आने वाली चुनौतियों की रिपोर्ट प्रदेश का जनगणना निदेशालय तैयार करेगा। इसके बाद यह रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी। मंत्रालय इस आधार पर फाइनल जनगणना शीट तैयार करेगा। 31 दिसंबर के बाद प्रशासनिक सीमाओं में बदलाव नहीं भारत के महारजिस्ट्रार और जनगणना आयुक्त ने राज्य सरकार को पत्र भेजा है। पत्र में लिखा है कि प्रदेश में प्रशासनिक सीमाओं में जो भी बदलाव करना है, वह 31 दिसंबर 2025 तक पूरा करना होगा। 1 जनवरी 2026 से 31 मार्च 2027 तक सीमाएं फ्रीज रहेंगी और इस दौरान कोई भी बदलाव मान्य नहीं होगा। एमपी जनगणना निदेशक भावना वालिम्बे ने कहा- राज्य सरकार को अक्टूबर तक बदलाव पूरे करने होंगे। दरअसल, सीमाओं में बदलाव के बाद नोटिफिकेशन और अन्य प्रक्रियाओं में वक्त लग जाता है। बदलाव जिले, तहसील, राजस्व ग्राम, वन ग्राम, नगरीय निकाय, उनके वार्ड और ग्राम पंचायत की सीमाओं में किया जा सकता है। लेकिन अगर 31 दिसंबर 2025 के बाद बदलाव हुआ तो उसे जनगणना में शामिल नहीं किया जाएगा। राज्य शासन ने 4 विभागों को दिए निर्देश जनगणना आयुक्त के पत्र के बाद प्रदेश के गृह विभाग ने प्रशासनिक सीमाओं के बदलाव को लेकर चार विभागों को पत्र लिखा है। इसमें नगरीय विकास एवं आवास, वन, पंचायत एवं ग्रामीण विकास और राजस्व विभाग को निर्देश दिए गए हैं कि वे तय समय सीमा में बदलाव की प्रक्रिया पूरी करें। दरअसल, सीमाओं में बदलाव की कार्यवाही इन्हीं विभागों से जुड़ी होती है। यह काम शहरी, ग्रामीण, वन और राजस्व क्षेत्रों में होता है। गृह विभाग ने इसके लिए संबंधित विभागों को पत्र भेजने के साथ जनगणना आयुक्त को भी जानकारी दे दी है। एक जनगणना कर्मचारी को 175 मकानों की जिम्मेदारी जनगणना 2026 में हर कर्मचारी को 150 से 175 मकानों का सर्वे करना होगा। उन्हें डिजिटल फॉर्मेट में डेटा भरना होगा। इस बार डिजिटली जनगणना होने के चलते पहले से कम समय में पूरी होगी। तैयार रिपोर्ट राज्य स्तर पर कम्पाइल होकर केंद्र सरकार को भेजी जाएगी। कलेक्टरों के साथ होगी जनगणना अफसरों की मीटिंग अगले 3 महीने में प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों की मीटिंग राजधानी भोपाल में होगी। इसमें केंद्र सरकार के अधिकारी जनगणना फार्मेट और डिजिटल तकनीक को लेकर कलेक्टरों को जानकारी देंगे और प्राथमिकताओं से अवगत कराएंगे। इसकी तारीख अभी तय नहीं है, लेकिन जल्द ही कलेक्टरों को सूचना भेजी जाएगी। बाकी बैठकें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होंगी। 15 साल से जनगणना नहीं हुई देश में साल 2011 के बाद से जनगणना नहीं हुई है। इससे पहले जनगणना 2021 में होनी थी लेकिन कोविड-19 की वजह से इसे टाल दिया गया। 2019 में भी एक ट्रायल हुआ था। जिसमें 36 राज्यों के 76 जिलों के 26 लाख से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया था। उस ट्रायल में घरों की जानकारी और एनपीआर के बारे में सवाल पूछे गए थे। एनपीआर पहली बार 2010 में बनाया गया था और 2015-16 में इसे अपडेट किया गया था। देश में जनगणना कब से हो रही है? देश में पहली बार 1881 में जनगणना हुई थी। उसे बाद हर 10 साल पर जनगणना होती है। 1931 तक की जनगणना में जातिवार आंकड़े भी जारी होते थे। 1941 की जनगणना में जातिवार आंकड़े जुटाए गए थे, लेकिन इन्हें जारी नहीं किया। आजादी के बाद सरकार ने सिर्फ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की आबादी का डेटा जारी करने का फैसला किया। इसके बाद से बाकी जातियों के जातिवार आंकड़े कभी पब्लिश नहीं हुए। यह खबर भी पढ़ें 6 महीने के लिए फिर टला जनगणना का काम:30 जून तक प्रशासनिक सीमाओं में बदलाव संभव भास्कर एक्सप्लेनर:कोरोना के चलते टल गई 2021 की जनगणना, जानिए इसमें हो रही देरी से आप पर क्या-क्या असर पड़ेगा?
जेल में जाली नोट बनाने सीखे:निकलते ही छापे, 5 गिरफ्तार; 4.97 लाख रुपए के जाली नोट पकड़े गए
बाजार में नकली नोट चलाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए माधवनगर पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे 4.97 लाख रुपए के जाली नोट, उपकरण मिले हैं। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों को 5 साल पहले भैरवगढ़ जेल में नकली नोट छापने की ट्रेनिंग मिली थी। जेल से छूटने के बाद आरोपियों ने कम्प्यूटर और कलर प्रिंटर की मदद से लाखों रु. के जाली नोट छापे और बाजार में चलाने लगे। गिरोह तब पकड़ा गया जब 1 सितंबर को तराना निवासी दुर्गेश डाबी ने एक दुकान से वॉशिंग मशीन और मोबाइल खरीदने के लिए 23 हजार के नकली नोट दिए। व्यापारी को संदेह हुआ और उसने पुलिस को सूचना दी। पकड़े गए आरोपियों में दुर्गेश डाबी (22), शुभम कड़ोतिया (22), शेखर यादव (31), प्रहलाद (54), कमलेश लोधी (48) हैं। ट्रेनिंग देने वाला भी नकली नोट बनाने में 7 बार जेल गयाट्रेनिंग देने वाला बंदी सुनील पाटिल नकली नोट के मामलों में 7 बार जेल जा चुका है। गैंग का मास्टरमाइंड सुनील पाटिल है, जो 2020 में भैरवगढ़ जेल में कमलेश और प्रहलाद से मिला था। अभी देवास जेल में बंद है, जहां से नकली नोट के साथ पकड़ा गया था।
हाई कोर्ट ने कहा:एमवाय में नवजातों को चूहों ने काटा, यह अस्पताल की घोर लापरवाही; 15 से पहले जवाब दें
इंदौर- कठोर कार्रवाई नहीं होने पर हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस दिया एमवाय अस्पताल के एनआईसीयू में दो नवजातों के अंग चूहों द्वारा काटे जाने और उनकी मौत के मामले में हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने इस घटना को चौंकाने वाली बताते हुए कहा कि यह अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही प्रतीत होती है। नवजातों में से एक के माता-पिता आदिवासी समुदाय से हैं और धार जिले के निवासी हैं। कोर्ट ने प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य, संभागायुक्त, इंदौर कलेक्टर, पुलिस कमिश्नर और एमजीएम के डीन से जवाब मांगा है। साथ ही अतिरिक्त महाधिवक्ता को नोटिस स्वीकार करने और 15 सितंबर से पहले जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। पहले भी लापरवाही...2016 में एमवाय अस्पताल के एनआईसीयू में शार्ट सर्किट के कारण आग लग गई। धुएं के कारण बच्चों का दम घुटने लगा, और ऑक्सीजन सप्लाई बंद होने से दर्जन भर बच्चों की मौत हो गई।
हरियाणा में 16 सितंबर के बाद फिर से बारिश देखने को मिलेगी। आज (शुक्रवार को) किसी भी जिले में बारिश का अलर्ट नहीं है। सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, कैथल, भिवानी, चरखी दादरी, रोहतक, पानीपत, सोनीपत, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, नूंह और पलवल में मौसम पूरी तरह से साफ रहने की संभावना है, जबकि पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र और करनाल जिलों में बादल छाए रहने और कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है। कृषि मौसम विज्ञान विभाग चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के विभागाध्यक्ष डा. मदन खीचड़ के अनुसार, 16 सितंबर के बाद मानसून फिर से सक्रिय होगा और हरियाणा में बारिश होगी। मानसून टर्फ श्री गंगानगर, बरेली, बाराबंकी, देहरी, पुरुलिया, दीघा होते हुए उत्तरपूर्व बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। हिमाचल प्रदेश पर एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। जिस कारण नमी वाली हवाएं तराई वाले क्षेत्रों तथा हिमालय की तलहटी की तरफ चलेंगी। जिस कारण हरियाणा में मौसम परिवर्तनशील बने रहने की संभावना है। 16 के बाद मानसून की सक्रियता बढ़ेगीडा.खीचड़ के अनुसार, इस दौरान उत्तर क्षेत्र के जिलों अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, सोनीपत में आंशिक बादलवाई व कहीं- कहीं हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। राज्य के पश्चिमी क्षेत्र के जिलों सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, जींद, रोहतक, झज्जर तथा दक्षिणी क्षेत्र के जिलों महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, नूंह, फरीदाबाद, पलवल जिलों में वातावरण में नमी की अधिकता व तापमान में हल्की बढ़ोतरी से बीच- बीच में आंशिक बादलवाई तथा कुछ स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना है। परंतु 16 सितंबर के बाद मानसून की सक्रियता एक बार फिर से बढ़ने की संभावना बन रही है। 44 प्रतिशत अधिक हुई है बारिशभारतीय मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा में अब तक सामान्य से 44 प्रतिशत ज्यादा बारिश दर्ज की गई है। 11 सितंबर तक औसतन 391.6 एमएम बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन प्रदेश में 564.6 एमएम बारिश दर्ज की जा चुकी है। इस सीजन सबसे ज्यादा बारिश यमुनानगर में 1080.4 एमएम और महेंद्रगढ़ में 818.0 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जबकि सबसे कम बारिश सिरसा में 346.6 और भिवानी में 370.4 एमएम बारिश दर्ज हुई है। 13 सितंबर 9 जिलों में हल्की बूंदाबांदीमौसम विभाग के पूर्व अनुमान के अनुसार हरियाणा में 13 सितंबर को 9 जिलो में कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी की संभावना जताई गई है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरूक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, पानीपत और सोनीपत शामिल हैं। बाकी बचे 13 जिलों सिरसा,फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी,झज्जर,रोहतक, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, मेवात में मौसम साफ रहने की संभावना है। इसी प्रकार का मौसम 15 सितंबर तक जारी रहेगा। उसके बाद 16 सितंबर से मौसम में परिवर्तन होगा और हरियाणा में मानसून सक्रिय होने से बारिश की संभावना जताई गई है।
नर्सिंग कॉलेज घोटाले से जुड़े एक मामले में सीबीआई ने भोपाल की विशेष कोर्ट में चालान पेश कर दिया है। यह इंदौर महाविद्यालय के चेयरमैन गिरधर नागर के खिलाफ है। इसमें सीबीआई ने बताया है कि निरीक्षण से पहले ही कॉलेज संचालकों को इसकी जानकारी मिल जाती थी। मुख्य आरोपी सीबीआई इंस्पेक्टर राहुल राज नर्सिंग कॉलेजों को पहले ही बता देता था, ताकि वे फर्जी तैयारी कर सकें। इसके बदले वह कॉलेजों से 2 से 10 लाख रु. लेता था। राहुल राज ने चेयरमैन गिरधर नागर से 10 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में सीबीआई ने उसे गिरफ्तार किया था। राहुल के खिलाफ पहले ही चालान पेश किया जा चुका है। सीबीआई को जांच के दौरान आरडी मेमोरियल कॉलेज ऑफ नर्सिंग से जुड़े आरोपी रवि प्रताप सिंह भदौरिया (सीबीआई इंस्पेक्टर का दलाल) व गिरधर नागर की कॉल रिकॉर्डिंग मिली। चार्जशीट के अनुसार, इसमें रवि प्रताप ने नागर को चेताया- ‘सीबीआई के झूठे निरीक्षण के बारे में दैनिक भास्कर ने खबर प्रकाशित की है। भास्कर को फर्जीवाड़े की जानकारी लग गई है। निरीक्षण के बारे में किसी से बात नहीं करनी है। सतर्क रहना है।’ इसी कॉल में गिरधर नागर अपने दोनों साथियों रवि प्रताप और ओमगिरि गोस्वामी को निरीक्षण में मदद करने के लिए धन्यवाद देता है। इंस्पेक्टर पहले ही दे देता था निरीक्षण की जानकारी, नकली प्रिंसिपल बैठाता चेयरमैन निरीक्षण से पहले गिरधर नागर ने प्रत्यांश कॉलेज, इंदौर से आरोपी ओमगिरि गोस्वामी के जरिए प्रयोगशाला उपकरण मंगवाए। इतना ही नहीं, निरीक्षण के दिन कॉलेज की असली प्रिंसिपल की जगह प्रत्यांश कॉलेज की कर्मचारी अनिता काले को नकली प्रिंसिपल बनाकर बिठा दिया गया। सीबीआई की दलील- जांच अभी जारी है...सीबीआई ने कोर्ट से कहा कि गिरधर नागर समेत कई आरोपियों के खिलाफ सबूत मिल चुके हैं, लेकिन जांच अभी पूरी नहीं हुई है। आरोपियों की आवाज के नमूनों की जांच जारी है और कुछ नए नाम भी सामने आ सकते हैं। जांच पूरी होने पर सप्लिमेंटरी रिपोर्ट दाखिल की जाएगी। कैसे शुरू हुआ था मामला : 7 अक्टूबर 2022 को नर्सिंग घोटाले की शिकायत हुई। सीबीआई एसीबी भोपाल ने एसआईटी बनाकर 364 नर्सिंग कॉलेजों का निरीक्षण शुरू किया।इसमें इंस्पेक्टर राहुल राज को 14 कॉलेजों का टीम लीडर और 7 कॉलेजों का सहयोगी बनाया गया। इसी दौरान उसने कॉलेजों से लाखों रुपए लेकर उनके पक्ष में रिपोर्ट बनाई। इंदौर महाविद्यालय को फायदा पहुंचाने के लिए उसने 10 लाख रुपए रिश्वत ली, तभी सीबीआई ने उसे ट्रैप कर लिया।
जोधपुर की देवनगर थाना पुलिस ने चोरी के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी 6 माह से फरार था और पुलिस से बचने के लिए लगातार लोकेशन बदल रहा था। आरोपी के खिलाफ पहले भी अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज हैं। देवनगर थानाधिकारी सोमकरण ने बताया कि 25 मार्च 2025 को थाने में मुरलीधर ने रिपोर्ट देकर बताया कि आजाद हिंद मार्केट में उसकी मोटर पार्ट्स की दुकान है। 22 मार्च को वह रात को दुकान मंगल करके चला गया था और सुबह 7 बजे आया तो देखा की दुकान के शटर के ताले तोड़कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने गले में रखें 58000 रुपए चुरा लिए। दो आरोपी पहले हो चुके गिरफ्तार पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करते हुए आरोपियों की पहचान की और इस मामले में 26 मार्च 2025 को दो आरोपी अविनाश और सुनील को गिरफ्तार कर लिया था। तीसरा आरोपी जॉनी नट घटना के दिन से ही फरार हो गया था और पुलिस से बचने के लिए बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहा था जिसे अब गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के खिलाफ पहले भी अलग-अलग थानों में मुकदमे हो चुके हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पाकिस्तानी हैंडलर से जुड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। गुरुवार को स्पेशल सेल ने आतंकी गतिविधियों में शामिल 5 आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। इनमें 10 सितंबर को ब्यावरा से पकड़ा गया कामरान कुरैशी भी शामिल है। आरोपियों से आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने के लिए रसायन, बॉल बेयरिंग्स, वायर, मदरबोर्ड, 2 पिस्टल और कारतूस बरामद किए गए। स्पेशल सेल के एडि. सीपी प्रमोद सिंह कुशवाहा ने बताया कि इंटेलीजेंस इनपुट पर इनकी 5-6 माह से निगरानी की जा रही थी। 11 टीमें बनाकर एटीएस और स्थानीय पुलिस की मदद से 11 लोगों को राउंडअप किया गया। आरोपियों का मकसद ‘खिलाफत मॉडल’ ग्रुप बनाकर जिहाद और पहलगाम की तरह टारगेट किलिंग करनी थी। पाकिस्तानी हैंडलर ने इन्हें हथियार बाहर से मंगाने के बजाय खुद तैयार करने के निर्देश दिए थे। टीम को स्केच और डिजिटल सबूत भी मिले हैं। झारखंड का अशहर था मास्टरमाइंड, खुद को सीईओ कहता दिल्ली में पकड़े गए आतंकियों से सामने आया कामरान का नाम स्पेशल सेल ने दिल्ली के निजामुद्दीन स्टेशन से आतंकी आफताब और सूफियान को गिरफ्तार किया था। इनसे 2 पिस्टल और जिंदा कारतूस मिले थे। 9 सितंबर को आर्म्स एक्ट और देश विरोधी गतिविधियों की धाराओं में केस दर्ज कर इनसे पूछताछ की गई, जिसमें ब्यावरा निवासी कामरान उर्फ समर कुरैशी का नाम सामने आया। इसके बाद 9 सितंबर की रात एसआई अमित कुमार के नेतृत्व में टीम ब्यावरा पहुंची और 10 सितंबर की सुबह कामरान को गिरफ्तार कर लिया।
जबलपुर की शिवराज बस्ती में लगे पोस्टर लोगों को चौंका रहे हैं। कुछ दिन से यहां के निवासियों ने अपने घर के बाहर पोस्टर चिपकाना शुरू कर दिया, जिसमें लिखा है-यह मकान बेचना है। ये पोस्टर कुछ अनजान लोगों के यहां बस जाने के कारण लगाए गए हैं। कोई इन्हें रोहिंग्या तो कोई रैकी करने वाले संदिग्ध बता रहा है। मकान बेचने के इन पोस्टरों के बारे में जब शहर के हिंदू संगठनों को जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को की। हिंदू संगठनों के लोग बस्ती पहुंचे तो पता चला कि कुछ दिनों से अचानक ही कुछ लोग यहां आकर बस गए हैं। ये संभवत: बांग्लादेशी या रोहिंग्या हैं। इसके बाद यहां हंगामा मचा और पुलिस ने यहां पहुंचकर जांच की। जानकारी मिली कि करीब 10 से ज्यादा परिवारों के 50 लोग यहां झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। साथ ही यहां गंदगी भी फैला रहे थे जिसके चलते लोग अपने मकान बेचने को मजबूर हो गए। कमरे किराए पर लेकर रह रहेमां नर्मदा के किनारे बसी शिवराज बस्ती में सब कुछ सामान्य चल रहा था। करीब तीन सप्ताह पहले बस्ती में पोस्टर लगना शुरू हो गए कि मकान बेचना है। इतना ही नहीं कुछ घरों मे ताले लग गए। हिंदू संगठन का आरोप है कि बीते कुछ समय में धीरे-धीरे कर यहां पर 50 से अधिक लोग आकर बस गए हैं। ये यहां मांस के टुकड़े भी फेंक रहे हैं। कुछ लोगों ने बस्ती में झोपड़ी बना ली, तो कुछ किराए पर कमरा ले लिए। लोगों ने बताया कि ये लोग दिनभर भीख मांगते हैं, रैकी करते हैं कि कौन सा घर खाली है, कहां ताला लगा हुआ है, जिससे कि वहां पर चोरी किया जा सके। कुछ लोगों ने जब इनके यहां रहने का विरोध किया तो ये गाली-गलौज करते हुए महिलाओं को अर्धनग्न होकर खड़ा कर देते हैं। एक झोपड़ी बनी,फिर बढ़ती गई संख्यालोगों का कहना है कि कुछ माह पहले बस्ती में सिर्फ एक झोपड़ी बनी थी, लेकिन धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती गई। फिर पूरा कुनबा अलग-अलग जगह में रहने लगा। कुछ लोग किराए का कमरा लेकर रह रहे थे। लोगों का कहना है कि यदि इनकी संख्या बढ़ती गई तो इन्हें हटाना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा। पुलिस-प्रशासन को यह भी जांच करना होगा कि आखिर जो लोग यहां रह रहे हैं, क्या उनके आधार कार्ड बने हैं, अगर हैं तो कहां और कैसे बन गए। बजरंग दल के प्रचारक रमेश तिवारी का कहना है कि शिवराज बस्ती के मुख्य मार्ग पर इन लोगों ने इतनी गंदगी फैला दी है कि निकलना मुश्किल हो गया है। 10-20 कुत्ते पालकर रखे हुए हैं, जिनसे हमेशा डर बना रहता है। हम किसी को जबरन यहां से बेघर नहीं कर रहे हैं, पर जो लोग गंदगी फैलाते हैं, बिना दस्तावेजों के रहते हैं, उनको यहां रहने नहीं दिया जाएगा। दावा- पहले हम ग्वारीघाट स्टेशन में रहते थेशिवराज बस्ती में परिवार के साथ रहने वाली महिला ने दावा किया है कि वह कई सालों से जबलपुर में ही रह रही है। उसके लड़के-पोते भी यहीं पर जन्म लिए हैं। पहले ग्वारीघाट रेलवे स्टेशन के पास रहते थे। वहां से भगा दिया तो यहां आकर झोपड़ी बनाकर रहने लगे हैं। महिला का कहना है कि यहां रहने वाले लोग हम लोगों को चोरी करने वाले, गंदगी फैलाने वाला समझकर भगा रहा है। पुलिस का दबाव बना रहे हैं। महिला उर्मिला पादरे का कहना है कि जिसकी जमीन पर झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं, उससे पूछा है कि अगर वो मना कर देंगे तो हट जाएंगे। महिला का कहना है कि उसके पास आधार कार्ड था, लेकिन बारिश में भी पानी भरने पर से बह गया। कुछ लोगों को आपत्ति, कुछ को नहींशिवराज बस्ती में आकर रहने वाले लोगों ने झोपड़ी बना ली है। कुछ ने मकान किराए पर लिए हैं, जो 1 से 2 हजार रुपए तक किराया देते हैं। ऐसे में बस्ती में रहने वाले लोगों के भी दो गुट हो गए हैं। जिन लोगों ने किराए से कमरा दिया है, अब वे बस्ती से इन्हें हटाने का विरोध कर रहे हैं। महिला कमला बैन का कहना है कि हमें इनके यहां रहने पर कोई अपत्ति नहीं है। यह लोग अपना कमाते हैं, खाते हैं, कुछ लोग कहते हैं कि गंदगी फैलाते हैं, शराब पीते हैं। इन्हें बताया जा रहा है कि ये बांग्लादेशी हैं,बाहर के हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। यह लोग किसी को परेशान नहीं करते हैं। थाना प्रभारी बोले-गोंदिया के रहने वाले हैंस्थानीय लोग और हिंदूवादी संगठनों की शिकायत जब जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय तक पहुंची तो उन्होंने ग्वारीघाट थाना प्रभारी को जांच के निर्देश दिए। टीआई सुभाषचंद्र बघेल ने दैनिक भास्कर को बताया कि जानकारी लगते ही पुलिस बस्ती पहुंची और जांच के बाद वो लोग जो कि यहां अवैध रूप से झोपड़ी बनाकर या फिर किराए का कमरा लेकर रह रहे थे, उन्हें हटाया जा रहा है। टीआई ने बताया कि इनके दस्तावेजों की जांच की गई तो गोंदिया जिले के रहने वाले हैं, जो खानाबदोश की जिंदगी जीते हैं।
प्रदेश में बिना किसी स्वतंत्र प्रयोगशाला में जांच के सौभाग्य योजना, पीएम सूर्यघर, कुसुम योजना और डीडीयूजीजेवाई के तहत किसानों, बीपीएल तथा आदिवासियों के घरों को रोशन करने के लिए अरबों रुपए खर्च कर हजारों मेगावाट के सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। स्थिति ये है कि सरकारी बिजली कंपनियों में सोलर पैनल की टेस्टिंग के लिए लैब ही नहीं है। यहां तक कि टेंडर में सोलर पैनल के निजी अथवा केंद्र सरकार की लैब से थर्ड पार्टी टेस्ट कराने की शर्त भी नहीं जोड़ी जाती। केवल कंपनियों द्वारा जारी सर्टिफिकेट के आधार पर ही डिस्कॉम कंपनियां माल को सही मान लेती हैं। सिस्टम की इस खामी का फायदा सोलर सप्लाई करने वाली कंपनियां जमकर उठाती हैं। अब कंपनियों द्वारा सोलर पैनलो में की जा रही गड़बड़ी को रोकने के लिए अजमेर के पालरा औद्योगिक क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा संचालित एसटीडीसी लैब जो कि विशेषत: सोलर पैनल की टेस्टिंग के लिए आईसी 61215:2021 नियमों के अंतर्गत इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मिनिस्ट्री गवर्नमेंट ऑफ इंडिया के अंतर्गत संचालित और स्थापित की गई है। सोलर पैनल की टेस्टिंग प्रक्रिया पर वर्ष 2024 से काम चल रहा है। इस लैब से अगले साल सोलर पैनल की टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। इसके लिए पीटीवी जर्मनी से कंसल्टेंट किया गया है। डीपीआर तैयार की जा रही है। इस पर 40-50 करोड़ खर्च होंगे। कंसल्टेंट हायर करने के लिए स्टडी के साथ ही डिपार्टमेंट इकोनॉमी अफेयर से भी पत्र व्यवहार किया जा रहा है। सौर ऊर्जा से 5 योजनाओं में बन रही 32317 मेगावाट बिजली राजस्थान डिस्कॉम में रूफटॉप सौर ऊर्जा की स्वीकृत योजना: राज्य में 2100 मेगावाट संचयी रूफटॉप सौर क्षमता। 1 लाख 30 हजार से अधिक के कुल रूफटॉप लाभार्थी, 305 मेगावाट पीएम सूर्यघर योजना अंतर्गत जोड़ी गई क्षमता। 70 हजार से अधिक पीएम सूर्यघर योजना के अंतर्गत लाभार्थी। पीएम कुसुम योजना | 10617 मेगावाट स्वीकृत, 9500 मेगावाट का वर्कऑर्डर जारी। 5500 पावर परचेज एग्रीमेंट हो चुके। 1500 मेगावाट से अधिक स्थापित। पीएम कुसुम योजना-ए के तहत विकेंद्रीकृत सौर ऊर्जा | घटक- ए कुल स्वीकृत 5000 से अधिक मेगावाट, वर्कऑर्डर 4000 मेगावाट, निष्पादित पीपीए 1300 मेगावाट, स्थापित 450 मेगावाट। पीएम कुसुम-फीडर सोलराइजेशन घटक | सी फीडर स्तर पर सौंदर्यीकरण कुल स्वीकृत 5367 मेगावाट (4 लाख पंप), वर्कऑर्डर 5400 मेगावाट, निष्पादित पीपीए 4000 मेगावाट, स्थापित 1100 मेगावाट। अजमेर शहर में टाटा पावर के क्षेत्र में 3444 कनेक्शन हैं। 38.42 मेगावाट का उत्पादन सोलर के जरिए हो रहा है। निजी क्षेत्र में घरों से लेकर फार्म हाउस, औद्योगिक और शैक्षणिक संस्थानों में भी बड़े पैमाने पर सोलर प्लांट लगाए जिनसे बिजली बनाई जा रही है। वोल्टेज, पावर, करंट, एफिशिएंसी व वेट सहित 20 तरह के टेस्ट होंगे सोलर पैनल सहित टेक्निकल आइटम के लिए आईसी स्टैंडर्ड होते हैं। लैब में लेटेस्ट स्टैंडर्ड के हिसाब से मॉड्यूल की क्वालिटी और सेफ्टी टेस्ट होगा। लैब में सोलर पैनल की टेस्टिंग के लिए सन सिमुलेटर सिस्टम लगेंगे। पैनल पर लाइट पड़ती है तो यह फोटोवोल्टिक से इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट हो जाती है। इससे वोल्टेज, पावर, करंट, एफिशिएंसी व वेट सहित 20 तरह के टेस्ट जांचे जाएंगे। विजुअल इंस्पेक्शन में क्रैक, फंगस और बबल्स नजर आ जाते हैं। पैनल से दावे के अनुसार कितनी बिजली जनरेट हो रही है यह पता चल जाएगा। पैनल की टेस्टिंग नहीं होने से वेंडर के दावे को ही सही मानना पड़ता है। टेस्ट होने पर गड़बड़ी का पता चलेगा। केंद्रीय लैब में सोलर पैनल टेस्टिंग होने से उपभोक्ताओं को सोलर प्लांट पर मिलने वाली सब्सिडी भी जल्द मिल सकेगी। सोलर पैनल के सैंपल को दिल्ली आदि जगहों की लैब में नहीं भेजना पड़ेगा। राज्य में 32 हजार 317 मेगावाट बिजली सोलर एनर्जी से बन रही है। तैयार की जा रही डीपीआर: प्रभारी निदेशक ^सेंटर ऑफ एक्सीलेंस टेस्ट एसपीवी मॉड्यूल टेस्टिंग के लिए है। इसके लिए जर्मनी से कंसल्टेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है। डीपीआर तैयार की जा रही है। वर्ष 2026 से एसपीवी की टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। - दुर्गेश कुमार पाठक, प्रभारी निदेशक, एसटीडीसी लैब, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मिनिस्ट्री डिस्कॉम भी टेस्ट करवाएगा: एमडी ^अजमेर में सोलर टेस्टिंग लैब खुलने से सभी को फायदा होगा। सोलर से जुड़ी योजनाओं के पैनल की टेस्टिंग हो सकेगी। डिस्कॉम भी टेस्ट करवाएगा। -केपी वर्मा, एमडी अजमेर डिस्कॉम
नशे के खिलाफ सख्ती:पुलिस ने पकड़े 6 आरोपी, हेरोइन और गोलियां मिलीं
लुधियाना| शहर में लगातार बढ़ रहे नशे के कारोबार पर पुलिस ने एक बार फिर शिकंजा कसा है। अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर नशीला सामान बरामद किया है। देहलों थाना पुलिस के जांच अधिकारी प्रदीप सिंह ने पैरागन स्कूल कट पर दबिश देकर जसप्रीत सिंह को पकड़ा। उसके पास से 80 नशीली गोलियां बरामद हुईं। डिवीजन नंबर 6 थाना के जांच अधिकारी प्रितपाल सिंह ने मिलिट्री कैंप इलाके में जैन कॉलोनी निवासी मोहित को पकड़ा। तलाशी में 5 ग्राम हेरोइन मिली। सराभा नगर थाना पुलिस को बाड़ेवाल इलाके में कार्रवाई करते हुए जोड़ा सिंह, सरबजीत सिंह और बलवीर सिंह को झाड़ियों में नशा करते रंगेहाथ पकड़ा। उनके पास से सिल्वर पन्नी, लाइटर और नकदी बरामद हुई। डिवीजन नंबर 7 थाना के जांच अधिकारी मलकीत सिंह ने सेक्टर-32 एमआईजी फ्लैट्स के पास सुमन नामक महिला को काबू किया। उसके पास से 7 ग्राम हेरोइन मिली। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
विदेश भेजने के नाम पर 4.56 लाख की ठगी, दो एजेंटों पर केस
भास्कर न्यूज| लुधियाना शहर में विदेश भेजने का झांसा देकर दो युवकों से 4 लाख 56 हजार रुपये की ठगी हुई। पीड़ितों ने पुलिस को शिकायत दी, जिसके बाद दोनों मामलों में एजेंटों पर केस दर्ज किया गया। पहला मामला थाना डिवीजन नंबर 3 का है, जहां जुनस मसीह ने एजेंट जसविंदर कौर पर 1 लाख 37 हजार रुपये लेने के बाद वीज़ा न लगवाने और पैसे न लौटाने का आरोप लगाया। दूसरा मामला थाना मट्टी नगर में सामने आया। यहां हरप्रीत सिंह ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया भेजने का झांसा देकर एजेंट माही शर्मा ने उससे 3 लाख 19 हजार रुपए ट्रांसफर करवाए। बाद में उसे फर्जी दस्तावेज और नकली वीज़ा पकड़ा दिया गया। जांच अधिकारी लखवीर सिंह ने बताया कि जसविंदर कौर पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। वहीं जांच अधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि माही शर्मा पर भी केस दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों मामलों में सबूत जुटाए जा रहे हैं और आरोपियों को जल्द पकड़ा जाएगा। इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि शहर में विदेश भेजने के नाम पर लोगों को ठगने का खेल लगातार चल रहा है। हजारों लोग अपनी जमा-पूंजी लगाकर एजेंटों के झांसे में आ जाते हैं और बाद में फर्जीवाड़े का शिकार बनते हैं। पुलिस ने लोगों को अपील की है कि किसी भी एजेंट से डील करने से पहले उसके लाइसेंस और रिकॉर्ड की जांच जरूर करें। साथ ही, सरकार की मान्यता प्राप्त एजेंसियों से ही प्रक्रिया पूरी करें ताकि इस तरह की ठगी से बचा जा सके।
गश्त के दौरान 2 आरोपी गिरफ्तार, मोटरसाइकिल और मोबाइल बरामद
लुधियाना| सराभा नगर थाना पुलिस ने गश्त के दौरान दो आरोपियों को काबू कर बड़ी सफलता हासिल की है। जानकारी के मुताबिक, जांच अधिकारी हरभोल सिंह राजगुरु नगर टी-प्वाइंट पर गश्त कर रहे थे, तभी उन्हें सूचना मिली कि कुछ युवक लूटपाट की वारदात में शामिल हैं। पुलिस ने दबिश देकर आरोपियों विकास और कर्ण को पकड़ लिया। तलाशी में उनके पास से दो मोटरसाइकिल और तीन मोबाइल फोन बरामद हुए। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तारी कर ली गई है। साथ ही, पूछताछ जारी है। शक है कि आरोपी और भी वारदात में शामिल रहे हैं।
घर से टूटी और बर्नर चोरी, मामला दर्ज
लुधियाना| डिवीजन नंबर 5 थाना क्षेत्र में चोरी की वारदात सामने आई है। पीड़ित रमेश कुमार ने बताया कि 4 सितंबर को जब घर पर कोई मौजूद नहीं था, तो अज्ञात व्यक्ति घर में घुसकर 15 टूटियां और एक गैस बर्नर चुरा ले गया। मामले की जांच कर रहे अधिकारी गुरमेश लाल ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश जारी है।
मध्यप्रदेश में अगले 4 दिन तक भारी बारिश का अलर्ट नहीं है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर-जबलपुर समेत प्रदेश में हल्की बारिश का दौर जरूर रह सकता है। 15-16 सितंबर से नया सिस्टम बनने के बाद फिर से पूरे प्रदेश में तेज बारिश का दौर शुरू हो सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में जितने भी सिस्टम एक्टिव है, वे प्रदेश से काफी दूर है। इस वजह से तेज बारिश होने के आसार नहीं है। 15-16 सितंबर से सिस्टम नजदीक आएंगे। इससे फिर से बारिश होने लगेगी। प्रदेश में अब तक औसत 41.6 इंच बारिश हो चुकी है, जो कोटे से 10 प्रतिशत अधिक है। 30 से ज्यादा जिलों में सामान्य बारिश का कोटा फुल हो चुका है। मालवा-निमाड़ यानी, इंदौर-उज्जैन संभाग में हाल बुरे हैं। 15 में से 5 जिले-खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, शाजापुर और बड़वानी में 27 इंच पानी भी नहीं गिरा है। एमपी में कोटे से 4.4 इंच ज्यादा बारिश बता दें, प्रदेश में 16 जून को मानसून ने आमद दी थी। तब से अब तक औसत 41.6 इंच बारिश हो चुकी है। अब तक 34.2 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 7.4 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37 इंच है। यह कोटा पिछले सप्ताह ही पूरा हो गया है। 4.6 इंच पानी ज्यादा गिर गया है। 30 जिले-भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में बारिश का कोटा फुल हो चुका है। कई जिले ऐसे हैं, जहां आंकड़ा डेढ़ सौ प्रतिशत के पार है। श्योपुर में कुल 213 प्रतिशत पानी गिर चुका है। ग्वालियर, चंबल-सागर सबसे बेहतरएमपी में जब से मानसून एंटर हुआ, तब से पूर्वी हिस्से यानी, जबलपुर, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में तेज बारिश हुई है। यहां बारिश के स्ट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव रहे। छतरपुर, मंडला, टीकमगढ़, उमरिया समेत कई जिलों में बाढ़ आ गई। ग्वालियर-चंबल में भी मानसून जमकर बरसा है। यहां के सभी 8 जिलों में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। इनमें ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर शामिल हैं। 30 में से भोपाल संभाग के चार, इंदौर संभाग के दो, जबलपुर के चार, ग्वालियर-चंबल के 8, सागर-उज्जैन संभाग के 4-4, रीवा संभाग के 3 और शहडोल संभाग का एक जिला शामिल हैं। नर्मदापुरम संभाग के किसी भी जिले में कोटा पूरा नहीं हुआ। गुना में 65 इंच बारिश, मंडला-श्योपुर दूसरे नंबर परसबसे ज्यादा बारिश वाले टॉप-5 जिलों की बात करें तो गुना नंबर-1 पर है। यहां 65 इंच बारिश हो चुकी है। मंडला में 57 इंच, श्योपुर में 56.3 इंच, शिवपुरी में 54.3 इंच और अशोकनगर में 54.1 इंच पानी गिरा है। वहीं, खरगोन में सबसे कम 25.7 इंच बारिश हो चुकी है। बुरहानपुर में 25.9 इंच, खंडवा में 26.8 इंच, शाजापुर में 26.8 इंच और बड़वानी में 26.9 इंच बारिश हुई है। अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम... अब जानिए, एमपी के 5 बड़े शहरों में बारिश का रिकॉर्ड... भोपाल में 4 साल से कोटे से ज्यादा बारिशभोपाल में सितंबर महीने की औसत बारिश 7 इंच है, लेकिन पिछले 4 साल से कोटे से ज्यादा पानी बरस रहा है। ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो साल 1961 में पूरे सितंबर माह में 30 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। वहीं, 24 घंटे में सर्वाधिक 9.2 इंच बारिश का रिकॉर्ड 2 सितंबर 1947 को बना था। इस महीने औसत 8 से 10 दिन बारिश होती है। वहीं, दिन में तापमान 31.3 डिग्री और न्यूनतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इंदौर में सितंबर में रिकॉर्ड 30 इंच बारिशइंदौर में सितंबर महीने में रिकॉर्ड 30 इंच बारिश हो चुकी है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है, जो साल 1954 में बना था। वहीं, 20 सितंबर 1987 को 24 घंटे में पौने 7 इंच पानी गिर चुका है। इस महीने इंदौर में औसत 8 दिन बारिश होती है, लेकिन इस बार 15 या इससे अधिक दिनों तक बारिश हो सकती है। सितंबर के आखिरी सप्ताह में मानसून की वापसी होने लगेगी। ग्वालियर में वर्ष 1990 में गिरा था 25 इंच पानीग्वालियर में सितंबर 1990 में 647 मिमी यानी, साढ़े 25 इंच बारिश हुई थी। यह सितंबर में मासिक बारिश का ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 24 घंटे में 7 सितंबर 1988 को साढ़े 12 इंच बारिश हुई थी। सितंबर में ग्वालियर की औसत बारिश करीब 6 इंच है, लेकिन पिछले तीन साल से इससे अधिक बारिश हो रही है। ग्वालियर में इस बार अगस्त में ही बारिश का कोटा पूरा हो गया। ऐसे में सितंबर में जितनी भी बारिश होगी, वह बोनस की तरह ही रहेगी। जबलपुर में 24 घंटे में साढ़े 8 इंच बारिश का रिकॉर्डसितंबर महीने में जबलपुर में भी मानसून जमकर बरसता है। 20 सितंबर 1926 को जबलपुर में 24 घंटे के अंदर साढ़े 8 इंच बारिश का रिकॉर्ड है। वहीं, पूरे महीने में 32 इंच बारिश साल 1926 को हो चुकी है। यहां महीने में औसत 10 दिन बारिश होती है। वहीं, सामान्य बारिश साढ़े 8 इंच है। पिछले 3 साल से सामान्य से ज्यादा पानी गिर रहा है। उज्जैन में 1981 में पूरे मानसून का कोटा हो गया था फुलउज्जैन की सामान्य बारिश 34.81 इंच है, लेकिन वर्ष 1961 में सितंबर की बारिश ने ही पूरे सीजन की बारिश का कोटा फुल कर दिया था। इस महीने 1089 मिमी यानी, करीब 43 इंच पानी गिरा था। वहीं, 24 घंटे में सर्वाधिक साढ़े 5 इंच बारिश का रिकॉर्ड 27 सितंबर 1961 में ही बना था। सितंबर महीने में उज्जैन की सामान्य बारिश पौने 7 इंच है, लेकिन पिछले दो साल से 12 इंच से ज्यादा बारिश हो रही है। इस महीने औसत 7 दिन बारिश होती है।
खाना खाने गए ड्राइवर का ट्रक चोरी, ड्राइवर ने दी पुलिस को शिकायत
लुधियाना| डिवीजन नंबर-2 थाना क्षेत्र के इंडस्ट्रियल एरिया-ए से एक टाटा ट्रक चोरी होने का मामला सामने आया है। ट्रक के ड्राइवर जीतेश भाटिया ने पुलिस को शिकायत दी कि उन्होंने ट्रक लक्ष्मी धर्म कांटे के पास खड़ा किया और अपने साथी के साथ खाना खाने चले गए। खाने के बाद जब वे वापस लौटे तो ट्रक गायब मिला। ड्राइवर ने आसपास तलाश भी की, लेकिन वाहन का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने तुरंत थाना डिवीजन नंबर-2 पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली, लेकिन अभी तक आरोपी का कोई सुराग नहीं लग सका। जांच अधिकारी साहिल ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है और जल्द ही ट्रक चोरी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शहर में बाइक चोर सक्रिय, घर के बाहर खड़ी बाइक ले उड़े
लुधियाना| शहर में बाइक चोरी की वारदात लगातार बढ़ रही हैं। ताज़ा घटना श्रृंगार सिनेमा के पीछे स्थित रंजीत सिंह पार्क इलाके की है, जहां अज्ञात चोर राजिंदर सिंह की बाइक चुरा ले गए। राजिंदर सिंह ने बताया कि उनकी दुकान और घर एक ही जगह पर हैं। उन्होंने अपनी बाइक घर के बाहर खड़ी की थी, लेकिन कुछ ही देर बाद देखा तो बाइक गायब थी। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को शिकायत दी। डिवीजन नंबर-3 थाना प्रभारी पवन कुमार ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही चोरों को पकड़कर बाइक बरामद कर ली जाएगी।
मोबाइल ट्रेसिंग से पकड़ा गया ट्रेन में यात्रियों का बैग चोरी करने वाला युवक
लुधियाना| जी.आर.पी. थाना पुलिस ने ट्रेन यात्रियों का सामान चोरी करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इंस्पेक्टर पलविंदर सिंह के निर्देश पर एसआई सतीश कुमार व उनकी टीम ने विशेष अभियान चलाकर आरोपी हनुमान पुत्र विश्वकर्मा निवासी मलकापुर, जिला गेंडा (प्र.थी) को काबू किया। 19 जुलाई को सुरिष्टि शर्मा अपने परिवार के साथ ट्रेन संख्या 14662 से जम्मू तवी से गाजियाबाद जा रही थीं। लुधियाना स्टेशन के नजदीक उनका ट्रॉली बैग चोरी हो गया, जिसमें मोबाइल फोन और अन्य सामान रखा था। मोबाइल की ट्रेसिंग से पुलिस सीधे आरोपी तक पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर एक दिन का रिमांड लिया है। अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपी से अन्य वारदात का भी खुलासा होने की संभावना है।
जगराओं पुल के काम को तेज करने के निर्देश
भास्कर न्यूज|लुधियाना नगर निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल ने जगराओं पुल की हाल ही में गिरी बाहरी ईंटों की दीवार के हिस्से को रिपेयर करने के कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने काम में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। पिछले दिनों शहर में हुई भारी बारिश के बाद पुल की बाहरी दीवार का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इसकी जानकारी के बाद निगम ने क्षतिग्रस्त दीवार को बनाने का काम शुरू किया। इसमें सलाह देने के लिए गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कालेज (जीएनडीईसी) के विशेषज्ञों को भी इस काम में शामिल किया गया है। बुधवार को जगराओं पुल की दीवार का हिस्सा गिरने के बाद मरम्मत काम चल रहा है, इसलिए पुल के एक ओर (विश्वकर्मा चौक से रेलवे स्टेशन की तरफ) केवल भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है, ताकि और नुकसान से बचा जा सके। अधिकारियों ने बताया कि मरम्मत का काम एक सप्ताह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। नगर निगम के अतिरिक्त कमिश्नर परमदीप सिंह, सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर रणजीत सिंह, कार्यकारी इंजीनियर बलविंदर सिंह, जीएनडीईसी के विशेषज्ञ और अन्य अधिकारी निरीक्षण के दौरान मौजूद थे। नगर निगम कमिश्नर ने बताया कि बाहरी ईंटों की दीवार स्थापित करने के काम को तेज करने के अलावा, संबंधित अधिकारियों को पुल को और मजबूत बनाने के लिए संपूर्ण प्रोजेक्ट के तहत काम को तेज करने के निर्देश भी दिए गए हैं। इसके लिए जीएनडीईसी के विशेषज्ञों को विस्तृत अध्ययन करने और उनकी सलाह को लागू किया जा रहा है। इसके तहत पुल की सड़क जो विश्वकर्मा चौक की तरफ हिस्से को चौड़ा करने के विकल्पों का अध्ययन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। पुल को मजबूती देने के लिए भी कई कदम उठाए जाएंगे।
मौसम विभाग के अनुसार भिवानी में आगामी दिनों में मौसम साफ रहेगा। वहीं पिछले कुछ दिनों से मौसम साफ है और बरसात नहीं हो रही। जिसके चलते भिवानी के गांवों में हुए जलभराव को कम करने के लिए प्रशासन व ग्रामीणों के स्तर पर पानी निकासी व अन्य प्रबंध किए जा रहे हैं। जिससे कि खेतों व घरों में खड़े पानी को कम किया जा सके। इधर, मौसम विभाग ने 15 सितंबर तक का पूर्वानुमान जारी किया है। जिसके तहत भिवानी जिले का मौसम साफ रहेगा और कहीं पर बरसात की संभावना नहीं हैं। फिलहाल बरसात ना होना ही लोगों के लिए फायदेमंद माना जा रहा है। मेरे घर के सामने से पहले कस्बे के अन्य आबादी क्षेत्र से बारिश का पानी निकालें अधिकारी : कूपर वाल्मीकिबवानीखेड़ा विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि ने वीरवार को एक बार फिर कस्बा बवानीखेड़ा में जलभराव और पानी निकासी का जायजा लिया। उन्होंने पानी में जाकर बारिश के पानी का लेवल देखा और पानी निकासी में जुटे अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उनके घर के सामने से पहले कस्बे में अन्य आबादी क्षेत्र से पानी की निकासी करें। पानी निकासी नहीं होने तक वे पानी के बीच ही रहेंगे। अत्यधिक बारिश के चलते कस्बे में विशेषकर बाहरी कालोनियों में जलभराव हो गया। इसके साथ सामान्य अस्पताल, राजकीय महिला महाविद्यालय और जमालपुर गांव की तरफ रोड़ क्षेत्र का इलाका जलमग्न हो गया। बाईपास पर बिजली घर के पास विधायक वाल्मीकि का निवास है, यहां पर भी जलभराव हो गया था। बारिश का पानी भी विधायक के निवास स्थान की तरफ खेड़ी दौलतपुर रोड पर नवनिर्मित बाईपास की पुलिया से आया। बरसाती पानी निकासी के लिए बड़ी परियोजना का कार्य धरातल पर शुरू : एसडीएमतोशाम एसडीएम रवि मीणा ने कहा है कि गांवों की आबादी को संभावित बाढ़ के खतरों से बचाने के लिए बड़ी परियोजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने स्वास्थ, पंचायती राज, बिजली व जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिकी, सिंचाई, पशु पालन, राजस्व, विकास एवं पंचायत विभाग सहित सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आबादी क्षेत्रों में बाढ़ के खतरों से बचाने के लिए सभी प्रकार के व्यापक प्रबंध शीघ्र अति शीघ्र पूर्ण किए जाएं। एसडीएम रवि मीणा ने बताया कि आबादी को जल भराव जैसे संकट से बचाने के लिए गावों में तटबन्ध बनाया जाएगा। उन्होंने बताया आबादी क्षेत्र प्रभावित ना हो इसके लिए भविष्य के मद्देनजर पुख्ता प्रबंध किए गए जाएंगे। उन्होंने बताया कि बरसाती पानी निकासी के लिए बड़ी परियोजना का कार्य धरातल पर शुरू कर दिया गया है। बिजली विभाग ने सागवान, दांग कला व खुर्द तथा बलियाली, सुई आदि के लिए 11000 वोल्टेज की नई लाइन पर युध्द स्तर पर काम शुरू किया गया है। यह साढ़े 3 किलोमीटर लंबी लाइन निर्बाध रूप से आपातकालीन बिजली की सप्लाई देगी। वहीं इलाके में आबादी क्षेत्र जलभराव से प्रभावित न हो इसके लिए हर संभव कदम उठाएं जा रहे हैं। विभागों के अधिकारी आपसी तालमेल से बाढ राहत बचाव कार्य कर रहे हैं।
लुधियाना| मॉडल टाउन थाना क्षेत्र में नकदी चोरी का मामला सामने आया है। पीड़ित जतिंदर मोहन सिंह ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने घर के बेडरूम की अलमारी में 2 लाख रुपए रखे हुए थे। उनका कहना है कि इस बात की जानकारी उन्होंने किसी से साझा भी नहीं की थी। सुबह जब वह फैक्ट्री जाने लगे तो अलमारी देखी, जिसमें रखे पैसे गायब थे। पीड़ित ने आशंका जताई है कि अज्ञात आरोपी उनके घर से नकदी चोरी कर ले गया है। जांच अधिकारी दविंदर पासी ने मामला दर्ज कर लिया है।
सही तरीके से रोजाना स्किपिंग करने से बनी रहती है फिटनेस
भास्कर न्यूज| लुधियाना। रोजाना के रुटीन में स्किपिंग को शामिल करना फिटनेस और एनर्जी दोनों के लिए फायदेमंद है। यह एक ऐसी एक्सरसाइज है जिसे घर पर ही किया जा सकता है। फिटनेस एक्सपर्ट के मुताबिक सही तरीके से और नियमित रूप से स्किपिंग करने से हार्ट हेल्थ बेहतर होती है, वजन कम होता है और स्टैमिना बढ़ता है। हालांकि, अगर इसे गलत तरीके से किया जाए या शरीर की क्षमता से ज्यादा किया जाए तो इसके नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि फायदे और सावधानियों को समझकर ही इसे रुटीन का हिस्सा बनाया जाए। रोजाना स्किपिंग को रुटीन में शामिल करने से शरीर फिट और एनर्जेटिक रहता है, लेकिन ध्यान रहे कि इसे धीरे-धीरे, शरीर की क्षमता के अनुसार और सही तरीके से ही किया जाए। तभी इसके फायदे लंबे समय तक महसूस किए जा सकते हैं और नुकसान से बचा जा सकता है। {वजन कम करने में मददगार : स्किपिंग को कैलोरी बर्न करने वाली सबसे तेज़ एक्सरसाइज माना जाता है। रोजाना केवल 15 से 20 मिनट स्किपिंग करने से लगभग 200 से 300 कैलोरी तक बर्न हो सकती है। यह बॉडी फैट को कम करने और मेटाबॉलिज्म को तेज करने में मदद करती है, जिन लोगों को जिम जाना मुश्किल लगता है, उनके लिए यह आसान और किफायती विकल्प है। {दिल और फेफड़ों के लिए फायदेमंद : स्किपिंग करने से दिल की धड़कनें नियंत्रित रहती हैं और ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है। यह कार्डियोवस्कुलर एक्सरसाइज होने के कारण हार्ट और लंग्स दोनों की क्षमता को मजबूत बनाती है। जिन लोगों को सांस लेने में तकलीफ या जल्दी थकान की समस्या होती है, उनके लिए धीरे-धीरे स्किपिंग शुरू करना फायदेमंद हो सकता है। {हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाती है : स्किपिंग से हड्डियों की घनत्व बढ़ती है और कैल्शियम का अवशोषण बेहतर होता है। इसके अलावा पैरों, कंधों और कमर की मांसपेशियां भी एक्टिव रहती हैं। बच्चों और युवाओं में यह हड्डियों को मजबूत रखने और बॉडी को चुस्त-दुरुस्त बनाने में मददगार है। {नुकसान भी संभव : अगर स्किपिंग को गलत तरीके से किया जाए तो घुटनों, टखनों और पीठ पर दबाव पड़ सकता है। जिन लोगों को आर्थराइटिस, हड्डियों की चोट या ज्यादा वज़न की समस्या है, उन्हें डॉक्टर की सलाह के बिना स्किपिंग नहीं करनी चाहिए। हार्ड फ्लोर पर लंबे समय तक स्किपिंग करने से पैरों में दर्द और सूजन की समस्या भी हो सकती है।
कॉलेज में हुआ मेडिटेशन सेशन, छात्रों को मिला तनावमुक्त रहने का मंत्र
लुधियाना। कमला लोहटिया सनातन धर्म कॉलेज में आध्यात्मिक विचार और ध्यान का महत्व पर एक इंटरेक्टिव सत्र आयोजित किया गया। ब्रह्माकुमारी संस्था के बी.के. साहिल गुप्ता और बी.के. मंजू सिंगला इस अवसर पर मुख्य वक्ता थे। उन्होंने युवा श्रोताओं को ध्यान के कौशल सिखाए और ध्यान को आंतरिक ऊर्जा का आह्वान करने का एक तरीका बताया जो मनुष्य को जीवन में सफलता की ओर ले जाती है। उन्होंने युवा पढ़ाई में एकाग्रता बढ़ाने, आत्म -अनुशासन, आत्म-जागरूकता बढ़ाने और शांतिपूर्ण जीवन जीने के लिए एक संतुलित दृष्टिकोण अपनाने के लिए ध्यान का अभ्यास करने की सलाह दी। प्रिंसिपल डॉ. मोहम्मद सलीम ने इस सत्र को युवाओं के लिए आंतरिक संतुलन, शांति, कल्याण और तनाव प्रबंधन प्राप्त करने के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।
लुधियाना| मालवा सेंट्रल कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन फॉर वुमेन में साधगुरु ईशा फाउंडेशन के सहयोग से ध्यान और कल्याण पर कार्यशाला हुई। यह कार्यक्रम कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ. त्रिप्ता के नेतृत्व में संपन्न हुआ। ईशा फाउंडेशन के स्वयंसेवकों ने छात्राओं और संकाय को बताया कि ध्यान स्वस्थ शरीर, संतुलित मन और तनाव प्रबंधन में अत्यंत उपयोगी है। कार्यशाला में व्यावहारिक ध्यान सत्र भी हुआ, जिसमें प्रतिभागियों ने ध्यान का अनुभव लिया।
हरियाणा के ओलिंपियन पहलवान एवं अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग पूनिया के पिता बलवान पूनिया का आज अंतिम संस्कार किया जाएगा। झज्जर में स्थित पैतृक गांव खुड्डन में सुबह 11 बजे उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। बलवान पूनिया ने गुरुवार को दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में अंतिम सांस ली। वे 18 दिन से वह अस्पताल में भर्ती थे। उनके दोनों फेफड़े खराब हो गए थे। पिता के निधन पर बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली। उन्होंने लिखा- बापूजी हमारे साथ नहीं रहे। गुरुवार शाम सवा 6 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। उन्होंने बड़ी मेहनत से हम लोगों को यहां तक पहुंचाया था। वे हमारे पूरे परिवार की रीढ़ थे। समझ नहीं आ रहा कि उनके बिना आगे जीवन कैसा होगा। वहीं, बजरंग का सोनीपत के मॉडल टाउन में सुजान सिंह पार्क के पास घर है, जहां सन्नाटा पसरा है। घर का गेट बंद है। खुद का सपना पूरा नहीं हो पाया तो बेटे को बनाया पहलवानबजरंग पूनिया के पिता और भाई भी पहलवानी करते थे, लेकिन आर्थिक हालात खराब होने के कारण वे अपना सपना पूरा नहीं कर पाए। बलवान ने बचपन से ही बजरंग को अखाड़े के गुर सिखाने शुरू कर दिए। उनकी इच्छा थी कि बेटा देश का नामी पहलवान बने, जो बजरंग ने सच कर दिखाया। 7 साल की उम्र में बजरंग ने पहलवानी शुरू कीपिता के कहने पर ही बजरंग ने 7 साल की उम्र में पहली बार पहलवानी शुरू की। यहां तक पहुंचने में पिता का योगदान सबसे अहम रहा। पहनावे से लेकर स्वभाव तक सादगीबजरंग का परिवार अभी सोनीपत के मॉडल टाउन में रहता है। बलवान सिंह रोज सुबह घर के सामने कुर्सी डालकर बैठ जाते। आसपास के लोग उनसे मिलने आते और घंटों बातचीत करते। बलवान सिंह ने हमेशा सादा पहनावा अपनाया और अपने सरल स्वभाव से हर किसी को प्रभावित किया। बजरंग पूनिया की सोशल मीडिया पर पोस्ट... सांसद कुमारी सैलजा ने जताया दुखसिरसा से कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने कहा- ओलिंपियन पहलवान एवं अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बजरंग पूनिया के पिता बलवान सिंह पूनिया के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि दिवंगत आत्मा को शांति तथा शोकाकुल परिवार को इस कठिन समय में धैर्य और संबल प्रदान करें। परिवार के साथ बलवान पूनिया के PHOTOS...
पंजाब में आज आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मनजिंदर सिंह को तरनतारन की अदालत सजा सुनाएगी। 10 सितंबर को अदालत ने 12 साल पहले युवती से मारपीट करने और छेड़छाड़ के आरोप में उन्हें दोषी ठहराया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। अदालत ने घटना के वक्त टैक्सी ड्राइवर रहे विधायक मनजिंदर सिंह लालपुरा के अलावा 5 पुलिसकर्मियों दविंदर कुमार, सारज सिंह, अश्वनी कुमार, तरसेम सिंह और हरजिंदर सिंह को भी दोषी ठहराया है। हालांकि, कोर्ट ने गगनदीप सिंह और पुलिसकर्मी नरिंदरजीत सिंह और गुरदीप राज को ज्यूडिशियल हिरासत में नहीं भेजा है। इन तीनों को भी अदालत ने आज ही तलब किया है। बता दें कि यह पूरा मामला 2013 का है। उस समय विधायक लालपुरा टैक्सी ड्राइवर थे। उन पर शादी में आई युवती के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। युवती ने टैक्सी ड्राइवरों पर छेड़छाड़ का भी आरोप लगाया था। विधायक लालपुरा के एडवोकेट ने बताया था कि दलित युवती से मारपीट का केस है। अभी फैसला आना है, हम इसे हाईकोर्ट में चुनौती देंगे। अब पढ़िए अदालत के फैसले के बाद क्या बोली पीड़िता... एक आरोपी की मौत, एक पहले ही जेल में बंदइस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए युवती के वकील अमित धवन ने बताया कि इस मामले में SC/ST एक्ट की धारा 323, 324 व 354 का केस दर्ज हुआ था। बुधवार को अदालत ने कुल 12 लोगों को दोषी ठहराया है। विधायक समेत 7 लोगों को अरेस्ट किया गया है। एक आरोपी की मौत हो चुकी है, जबकि एक आरोपी पहले ही तिहाड़ जेल में बंद है। 3 आरोपियों को फिलहाल अरेस्ट नहीं किया गया है। 2 साल पहले SSP से हुआ था विवादसाल 2023 में विधायक मनजिंदर लालपुरा का तत्कालीन एसएसपी गुरमीत सिंह चौहान के साथ विवाद हो गया था। विधायक ने आरोप लगाया था कि एसएसपी चोरों से मिले हुए हैं और खनन को लेकर हुई कार्रवाई में गड़बड़ी की है। लालपुरा ने कहा था कि एसएसपी ने रात में अपने पुलिसकर्मियों को भेजकर उनके रिश्तेदार के साथ गलत व्यवहार किया। उन्होंने चेतावनी दी थी कि इस कार्रवाई का जवाब जरूर दिया जाएगा। वहीं, एसएसपी गुरमीत सिंह चौहान ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा था कि यह रूटीन ऑपरेशन था और उन पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। इस विवाद के बाद विधायक ने सोशल मीडिया पर भी पोस्ट शेयर की थी। मामला बढ़ने पर सरकार ने एसएसपी का तबादला तक कर दिया था।
गुनगुना पानी और सही आंच-रोटियां रहेंगी सॉफ्ट
लुधियाना| रोटी भारतीय खाने का अहम हिस्सा है, लेकिन कई बार तवे से उतरते ही यह सख्त होकर पापड़ जैसी अकड़ने लगती है। कई बार आटे की नमी जल्दी उड़ जाती है, जिससे रोटी मुलायम नहीं रह पाती। किचन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि थोड़ी सी सावधानी और सही तरीके अपनाकर रोटियों को देर तक मलमल जैसी मुलायम रखा जा सकता है। छोटी-छोटी किचन हैक्स न केवल रोटी को मुलायम बनाए रखते हैं, बल्कि खाने का स्वाद भी दोगुना कर देते हैं। अगर आप रोजाना ये टिप्स अपनाएंगे तो तवे से उतरने के बाद भी आपकी रोटी घंटों तक नरम और स्वादिष्ट बनी रहेगी। आटा गूंथने का तरीका : रोटियों को नरम करने की शुरुआत आटा गूंथने से होती है। आटा हमेशा गुनगुने पानी से गूंथना चाहिए और थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए इसे अच्छे से सेट करना चाहिए। आटा गूंथने के बाद कम से कम 20 मिनट तक ढककर रख दें। इससे ग्लूटेन एक्टिव होता है और रोटी ज्यादा सॉफ्ट बनती है। तवे पर सेंकने का सही तरीका : कई लोग रोटी को धीमी आंच पर सेंकते हैं जिससे यह सूखकर कठोर हो जाती है। रोटी को हमेशा मध्यम आंच पर सेंकें और जैसे ही यह फूलने लगे तुरंत उतार लें। तवे पर ज्यादा देर तक रखने से रोटी की नमी खत्म हो जाती है। रखने का तरीका : रोटी उतारने के बाद उसे सीधे प्लेट में रखने के बजाय किसी मुलायम कपड़े या ढकन वाले डिब्बे में रखें। मलमल का कपड़ा रोटी की नमी बनाए रखता है और यह देर तक मुलायम रहती है। चाहें तो रोटी पर हल्का-सा घी या मक्खन लगाकर भी स्टोर कर सकते हैं।
गोरखपुर में शारदीय नवरात्रि के दौरान गरबा और डांडिया नाइट्स का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। वैसे तो गरबा और डांडिया गुजरात की संस्कृति है लेकिन धीरे-धीरे पूरे देश के तमाम लोग नवरात्रि में इसका आयोजन करते हैं। गोरखपुर में भी इसको लेकर पिछले कुछ सालों में ज्यादा उत्साह देखा जा रहा। इस बार भी शहर के कई जगहों पर इसको सेलिब्रेट किया जाएगा। शहरवासियों में अलग ही उत्साह देखा जाता है। खास कर महिलाएं गरबा ट्रेनिंग से लेकर कॉस्टयूम और मेकअप के साथ पूरे गुजराती लुक में नजर आती हैं। इस बार भी गरबा और डांडिया के लिए मार्केट में गुजराती ड्रेस का डिमांड शुरू हो गया है। महिलाएं सबसे यूनिक ड्रेस की तलाश में हैं। मिरर डिजाइन की ज्यादा मांग गोलघर स्थित गैलेरिया बुटीक के मैनेजर शिवम ने बताया- हर साल हमारे यहां नवरात्रि के दिनों में गुजराती ड्रेस का डिमांड बढ़ जाता है। इस बार भी अब तक 200 से ज्यादा ऑर्डर मिल चुके हैं। जिनमें महिलाएं सबसे ज्यादा मिरर डिजाइन वाला घाघरा सेट को ही पसंद कर रही हैं। उसके अलावा मल्टि कलर घाघरा सेट, गुजराती पैटर्न पर फ्रॉक सूट, अनारकली, राजस्थानी पैटर्न और यूपी बिहार पैटर्न पर भी ड्रेस को लोग पसंद कर रहे हैं। हम ज्यादातर ऑर्डर पर ही काम करते हैं लेकिन रेडीमेड भी उपलब्ध होता है। हमारे यहां 1500 से 10,000 तक के गरबा ड्रेस उपलब्ध है। यूपी-बिहार पैटर्न का गरबा ड्रेस शिवम सिंह ने बताया- भले ही गरबा गुजरात का ट्रेडिशन है लेकिन जब यूपी में इसको किया जा रहा तो हम लोग यूपी बिहार का तड़का भी दे रहे हैं। लोग इस पैटर्न को खूब पसंद कर रहे हैं। घाघरा-चोली गरबा के लिए इस्तेमाल जरूर किया जाएगा लेकिन वो यूपी बिहार के पैटर्न पर तैयार किया गया है। देखने में बेहद ही खूबसूरत और यूनिक ड्रेस है। एक बार देखने बाद कई ऑर्डर मिले हैं। इसके अलावा हमने राजस्थान के पटोला का भी इस्तेमाल कर कुछ नया ट्राई करने के लिए एक पीस बनाया और अब 20 से ज्यादा ऑर्डर मिल चुके हैं। लोग इन दोनों पैटर्न को काफी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। इन दोनों तरह की ड्रेस ने गुजराती पैटर्न की गरबा ड्रेस की डिमांड को थोड़ा कम कर दिया है। क्रॉप टॉप के साथ धोती भी कईयों की पसंदसितारा कलेक्शन के मालिक अरबाज ने बताया- वैसे तो ज्यादातर लोग ट्रेडिशनल गुजराती ड्रेस की ही ज्यादा डिमांड करते हैं लेकिन कुछ लोग हैं जो वेस्टर्न भी पसंद कर रहे हैं। वेस्टर्न में इस बार क्रॉप top के साथ धोती सेट को लोग ज्यादा पसंद कर रहे हैं। एक बार हमारे यहां से कुछ पीस बिक चुके हैं। लोग अभी भी उसके आने का इंतजार कर रहे हैं। डिमांड को देखते हुए मुझे फिर से ऑर्डर करना पड़ा है। पुरषों के लिए खास है ये ड्रेसगोरखपुर शहर में आयोजित होने वाले गरबा-डांडिया नाइट्स में महिलाओं के साथ-साथ पुरुष भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। वे भी पूरे ट्रेडिशनल लुक को फॉलो करते हैं। गैलेरीया के मालिक ने बताया- पुरुष ज्यादातर कुर्ता-पायजामा, धोती कुर्ता, पठानी कुर्ता, वेलबॉटम सेट को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। गुजराती पैटर्न पर कुर्ता-पायजामा के साथ पगड़ी की मांग ज्यादा है। कुर्ता-पायजामा के साथ गुजराती जैकेट की मांगअरबाज ने बताया- गरबा और डांडिया नाइट्स में डांस के लिए पुरुष अक्सर हल्के ड्रेस पहनना पसंद करते हैं लेकिन गुजराती लुक के लिए कुर्ता-पायजामा के साथ गुजराती जैकेट का इस्तेमाल करते हैं। इस बार मेरे पास अभी तक 15 से 20 लोगों ने गुजराती जैकेट का डिमांड किया है। वो काफी फैंसी लग रहा है। चगिया चोली में खिलेंगी छोटी बच्चीया सिनेमा रोड स्थित क्वीन्स के मालिक ने बताया- गोरखपुर में महिलाएं अपनी छोटी बेटियों या बेटों के लिए अक्सर अपने ड्रेस से matching ड्रेस ही बनवाती हैं। जिसमें सबसे ज्यादा डिमांड चगिया चोली का ही होता है। ल़डकियों के लिए गुजराती पैटर्न की चगिया चोली के साथ-साथ, फ्रॉक सूट, अनारकली ज्यादा डिमांड होती है। वहीं छोटे लड़कों के लिए धोती के साथ पपलम, कुर्ता-पायजामा, धोती कुर्ता ज्यादा बिकता है। गुजरात और जयपुर से आता है माल क्वीन्स और सितारा कलेक्शन के मालिक अरबाज ने बताया- हम नवरात्रि के लिए गुजरात और दिल्ली से कपड़े ऑर्डर करके गोरखपुर मंगाते हैं। वहीं गैलेरिया बुटीक के शिवम सिंह ने बताया - गुजरात, जयपुर कोलकाता से फैब्रिक मंगाते हैं। जिनमें कॉटन, जॉर्जेट, सिल्क, वेलबेट, नेट, मिसलन और अन्य शामिल है।
महेंद्रगढ़ के नारनौल में बने ऐतिहासिक स्मारकों के जीर्णोद्धार का काम चल रहा है। इसके तहत शहर में बने 14 प्रमुख स्मारकों को संवारा जा रहा है। हाल ही में चोर गुंबद को लाइटों से जगमग किया गया था। वहीं छत्ते व जलमहल के जीर्णोद्धार का कार्य भी अंतिम चरण में है। इसके तहत सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर रही है। इनका काम पूरा होने पर नारनौल शहर में पयर्टन की संभावना बढ़ेगी। जिला महेंद्रगढ़ ऐतिहासिक और धार्मिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। नारनौल शहर में 14 प्रमुख ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनमें से तीन स्मारक सेंट्रल पुरातत्व विभाग और 11 हरियाणा राज्य पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है। इनमें मुख्य रूप से राय बालमुकुंद दास का छत्ता, मिर्जा अली जान की बावड़ी, जलमहल, चोर गुंबद स्थल शामिल है। यहां विदेशी पर्यटकों का आवाजाही अब आम बात है। ढोसी पर भी बन रहा रोप वे इनके अलावा जिला में करीब 25 धार्मिक स्थल है, जहां स्थानीय एवं जिला से बाहर से आने वाले भक्तों की भीड़ रहती है। इनमें महर्षि च्यवन की तपोस्थली ढोसी पर्वत भी अहम है। अब तो सरकार यहां 900 मीटर का रोपवे बनाने की तैयारी कर रही है। इनके अलावा मां चामुंडा देवी मंदिर, खालड़ा वाले हनुमान मंदिर, बाघोत में शिव मंदिर, मोड़ावाला मंदिर, माता महासर मंदिर प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल हैं। नारनौल शहर में इन स्थलों का जीर्णोद्धार जून माह में नागपुरिया बावड़ी को किया था संरक्षित स्मारक घोषितजून माह में विरासत एवं पर्यटन विभाग ने एक अधिसूचना जारी कर जिला के दो ऐतिहासिक स्मारक में इस्लामपुर व बावड़ी नारनौल को शामिल किया गया। इन्हें हरियाणा प्राचीन, ऐतिहासिक स्मारक, पुरातात्विक स्थल और अवशेष अधिनियम 1965 की धारा 29 के तहत प्रदेश सरकार के निर्णय के बाद राज्यपाल ने मंजूरी दी। इनके आसपास के क्षेत्रों को उनके पुरातात्विक महत्व को देखते हुए निषिद्ध एवं विनियमित क्षेत्र घोषित किया। इन स्थलों के 15 मीटर के दायरे में खनन गतिविधियों एवं निर्माण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है तथा उसके आगे साथ लगते 30 मीटर के दायरे में विनियमित किया गया है।
करनाल के कुंजपुरा सेंटर पर सरकारी गेहूं में करीब 68 लाख रुपए के गबन का खुलासा हुआ। इस मामले में सस्पेंडेड फूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर अशोक शर्मा पुलिस रिमांड पर है। रिमांड का आज तीसरा दिन है और पुलिस ने जांच के दायरे में सोशल मीडिया पर वायरल हुई इंस्पेक्टर की डायरी के पन्नों को भी अपनी जांच में शामिल कर सकती है। क्योंकि इन पन्नों में दर्ज अमाउंट फीगर के मायने तलाशे जा सकते हैं। वहीं कहीं न कहीं इस घोटाले के तार कुंजपुरा मंडी के व्यापारियों से जुड़े हो सकते है। विश्वसनीय सूत्रों की मांने तो इस मामले में पुलिस ने पुलिस मंडी से एक व्यक्ति को डिटेन किया है। लेकिन पुलिस के अधिकारियों द्वारा इंस्पेक्टर के अलावा किसी भी व्यक्ति को डिटेन करने पुष्टि नहीं की गई है। ऐसे हुआ घोटाले का खुलासाबता दें कि इंस्पेक्टर के इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब शिकायतकर्ता विकास शर्मा ने सीएम फ्लाइंग टीम को सबूत दिए और टीम ने छापा मारा। जांच की परतें खुलती गईं और गड़बड़ी गेहूं के चट्ठों से निकली कम वजन के कट्टों के सामने आते चले गए। वहीं DFSC विभाग की टीम ने भी इस मामले में गोदाम के बाहर खुले में लगे स्टॉक की जांच करने बाद 6 सिंतबर को कुंजपुरा थाना में इंस्पेक्टर के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। वहीं अब इस इंस्पेक्टर के अंडर में ही इसी गोदाम के अंदर जो गेहूं का स्टॉक लगा है उसमें भी घोटला होने की शिकायत विभाग के पास पंहुची है। जिसके बाद अब दोबारा DFSC अनिल कुमार द्वारा जांच के लिए टीम गठित कर दी है। जो अब स्टॉक की जांच करेगी। विभाग को दी शिकायत में शिकायतकर्ता विकास ने हजारों गेहूं के कट्टे कम होने की बात कही है। जिसकी अब टीम जांच करेगी। क्या अकेले इंस्पेक्टर ने किया इतना बड़ा घोटाला?कुंजपुरा मंडी से सामने आए घोटाले के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि क्या इंस्पेक्टर अशोक शर्मा ने अकेले ही 68 लाख का गबन किया या फिर इसमें अन्य लोगों की भी मिलीभगत रही। शिकायतकर्ता विकास की मांने तो इंस्पेक्टर के स्थानीय आढ़तियों से लेन-देन और साठगांठ भी थी। वहीं पुलिस आरोपी से रिमांड के दौरान यह भी पड़ताल कर रही है कि क्या सरकारी गेहूं मंडी से गोदाम पहुंचने से पहले ही बेचा गया। मंडी से जारी गेट पास असली थे या फर्जी। मंडी से कट्टों का उठान कैसे हुआ, आढ़ती की भूमिका क्या रही और ट्रांसपोर्टर के बिल किस आधार पर बने, इन सब पर पुलिस पड़ताल कर रही है। हजारों कट्टे गोदाम पहुंचे ही नहीं, तो आखिर यह गेहूं किसके जरिए बाहर निकाला गया। इन सभी पहलुओं पर भी आरोपी से रिमांड के दौरान पुलिस जांच कर रही है। फर्जी चौकीदारों का भी खुलासा, रिश्तेदारों को लगायावहीं इंस्पेक्टर पर यह भी आरोप लगा है कि गोदाम पर तैनात चौकीदारों में भी हेराफेरी की। दो चौकीदारों की नियुक्ति उसने फर्जी तरीके से करवाई थी, जिनमें उसके भांजे और भतीजे का नाम शामिल है। जिनको बिना डयूटी पर आए ही उनको सैलरी दिलाई जाती थी। उन्हें हर महीने सैलरी डीसी रेट के हिसाब से दिलाई जाती थी। शिकायतकर्ता विकास ने इस प्वाइंट पर भी लिखित शिकायत दी है। पुलिस फिलहाल इस पहलू की भी गहराई से जांच कर रही है। जनवरी 2026 में होनी थी रिटायरमेंट, पहले ही पकड़ा गयाआरोपी इंस्पेक्टर की रिटायरमेंट जनवरी 2026 में होनी थी। लेकिन इससे पहले ही वह गबन के केस में पकड़ा गया। उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है और उसे सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस भी उसके खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। मार्च से शुरू हुआ घोटाले का खेलशिकायतकर्ता विकास शर्मा के अनुसार मार्च 2025 में अशोक शर्मा को वर्ष 2025-26 के लिए कुंजपुरा मंडी में गेहूं खरीद की जिम्मेदारी दी गई थी। इसी दौरान गोदाम में रखे 50 किलो के बैगों में केवल 20 से 25 किलो गेहूं ही भरा गया। बाकी गेहूं मार्केट में बेचकर लाखों का मुनाफा कमा लिया गया। शिकायतकर्ता ने विभाग को 32, 34 और 35 नंबर चट्ठे तथा गेट के सामने तीसरे चट्ठे के सबूत दिए। जांच में आरोप सही पाए गए और इंस्पेक्टर अशोक शर्मा व उपनिरीक्षक संदीप कुमार को सस्पेंड कर दिया गया। दूसरी शिकायत में 4400 कट्टे कम मिले1 अगस्त 2025 को जब शिकायतकर्ता ने दोबारा शिकायत की तो जांच में सामने आया कि गोदाम से करीब 4400 कट्टे गायब हैं और एक पूरा चट्ठा ही गायब मिला। इसके बाद मुख्यालय ने कमेटी गठित कर कुंजपुरा से करनाल तक गेहूं शिफ्ट कराया। हर चट्ठे की जांच हुई और रिपोर्ट तैयार की गई, जिसमें हजारों कट्टे कम निकले। यह खुलासा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। विदेश भागने की फिराक में था आरोपी इंस्पेक्टरशिकायत में यह भी दर्ज है कि आरोपी इंस्पेक्टर की रिटायरमेंट कुछ ही महीनों में होने वाली थी और वह विदेश भागने की फिराक में था। अगर समय रहते कार्रवाई न होती तो सरकार को करोड़ों का नुकसान हो सकता था। मार्केट में बेचे गए गेहूं की कीमत 68 लाखडीएफएससी करनाल अनिल कुमार के अनुसार, अप्रैल से 10 जून तक करीब 2,427 क्विंटल गेहूं मार्केट में बेच दिया गया। इसकी कीमत 68 लाख रुपए से ज्यादा आंकी गई। जांच में यह भी सामने आया कि कई बैगों में 10 से 15 किलो तक गेहूं कम भरा गया। 34 चट्ठों की जांच में 4902 बैग कम निकले। जांच में आया नया खुलासा, पानी से भिगोकर बढ़ाते थे वजनजांच के दौरान कर्मचारियों ने बताया कि सरकार को डिलीवरी के समय बैगों का पूरा वजन दिखाने के लिए गेहूं को पानी से भिगोया जाता था। इससे वजन कुछ समय तक बढ़ा रहता और चोरी पकड़ में नहीं आती। इस तरह निगरानी के बावजूद इंस्पेक्टर बड़े स्तर पर हेराफेरी करता रहा। जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी इंस्पेक्टर ने विभाग में 23 लाख रुपए जमा करवाए हैं। हालांकि यह रकम पूरे घोटाले के मुकाबले बेहद कम है। अब पुलिस जांच कर रही है कि बाकी रकम कहां गई और किसके पास पहुंची। कैसे हुआ पूरा खुलासा, जानिए सिलसिलेवार घटनाक्रम-मार्च 2025: इंस्पेक्टर को गेहूं खरीद की जिम्मेदारी मिली, तभी से हेराफेरी शुरू हुई।-अप्रैल-जून 2025: 2427 क्विंटल गेहूं मार्केट में बेचा गया, 68 लाख की कीमत।-1 अगस्त 2025: शिकायत पर जांच में 4400 कट्टे कम और पूरा चट्ठा गायब मिला।-सितंबर 2025: विभागीय जांच में हेराफेरी साबित हुई, इंस्पेक्टर और उपनिरीक्षक सस्पेंड।-9 सितंबर 2025: आरोपी फरार, पुलिस ने शाहबाद से दबोचा।-10 सितंबर 2025: कोर्ट में पेश, तीन दिन का पुलिस रिमांड मिला।-11 सितंबर 2025: आरोपी की पर्सनल डायरी से 30.50 लाख के लेन देन का पन्ना वायरल हुआ। अब सबकी निगाहें पुलिस रिमांड परफिलहाल आरोपी इंस्पेक्टर शनिवार तक पुलिस रिमांड पर है। कुंजपुरा थाना एसएचओ विक्रांत का कहना है कि अभी कुछ भी साझा नहीं किया जा सकता। रिमांड पूरा होने के बाद ही पुलिस खुलासे करेगी। वहीं सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने कुंजपुरा मंडी के एक व्यापारी को भी डिटेन किया गया है, लेकिन इस बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
हरियाणा के फतेहाबाद जिले के अंकित जांगड़ा और विजय पुनिया अब यूक्रेन-रूस के युद्ध क्षेत्र यानी जीरो लाइन से सिर्फ 15-20 किलोमीटर दूर रह गए हैं। परिजन उनकी सकुशल वापसी के लिए हर संभव कोशिश में जुटे हैं। गुरुवार को दिल्ली में विदेश मंत्रालय और चंडीगढ़ में सीएम कार्यालय में फरियाद लेकर पहुंचे। विदेश मंत्रालय से जवाब मिला कि रूस के सभी हेल्प डेस्क पर मेल भेज दी गई है। रूसी विदेश मंत्रालय को भी सारे डॉक्यूमेंट्स और आईडी कार्ड भेजे हैं। अंकित और विजय के साथ पंजाब, जम्मू, राजस्थान, उत्तराखंड और यूपी के युवा भी वहां फंसे हुए हैं। एशिया के कई देशों के युवाओं को रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेला जा रहा है। ये वो युवा हैं, जो स्टडी वीजा या नौकरी की तलाश में रूस जाते हैं। रशियन आर्मी को मैन पावर उपलब्ध कराने वाला बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। यह नेटवर्क केवल भारत ही नहीं बल्कि श्रीलंका, नेपाल, पाकिस्तान जैसे देशों के युवाओं को भी पैसे का लालच देकर फंसाता है। इसके बाद उन्हें जबरदस्ती रशियन आर्मी में भर्ती करवा कर यूक्रेन में युद्ध करने भेज दिया जाता है। कुम्हारिया गांव के अंकित और विजय की तरह ही उनके गांव के ही रमेश कुमार मॉस्को गए थे। रमेश उन कुछ भाग्यशाली युवाओं में है, जो समय रहते गांव लौट आए। दैनिक भास्कर एप की टीम ने मॉस्को से लौटे रमेश और रूस में फंसे अंकित-विजय के परिवार से हालात जानने की कोशिश की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... मॉस्को से लौटे रमेश ने बताई पूरी कहानी… अब जानिए अंकित-विजय किस हालत में, परिवार ने बताया...फतेहाबाद के अंकित जांगड़ा और विजय पुनिया को अन्य युवाओं के साथ रूस और यूक्रेन के पुराने बॉर्डर से 300 किलोमीटर दूर आगे डोनेक्सो के जंगल में रोका गया, जहां से जीराे लाइन मात्र 15 किलोमीटर दूर है। जीरो लाइन पर स्थिति बेहद भयावह है। इस जीरो लाइन पर इन युवकों के जो भी साथी गए हैं, वो फिर नहीं लौटे। इन युवकों को भी दो-तीन दिन में जीरो लाइन पर भेजे जाने की बात कही जा रही है। जॉब का झांसा दे रशियन महिला ने फंसाया : रामप्रसाद बताते हैं कि रूस के मॉस्को शहर में रेलवे स्टेशन पर बेटे को एक महिला मिली, जिसने सिक्योरिटी गार्ड या ड्राइवर की जॉब लगवाने की बात कही। उसने कहा कि तीन महीने की ट्रेनिंग होगी। इसके बाद 15 से 20 लाख रुपए मिलेंगे। फिर हर महीने डेढ़ से दो लाख रुपए मिलेंगे। अंकित और विजय ने सोचा कि इससे घरवालों की और अच्छी मदद कर पाएंगे। मगर, उस महिला ने रूस की आर्मी में जबरन भर्ती करवा दिया। एग्रीमेंट साइन करवा दिया। इसके बाद उन्हें बंद कंटेनर में रूस से यूक्रेन के शहर सोलीडेव के जंगलों में ले जाया गया, जहां बंकर जैसे कमरे में छोड़ दिया। अब तो पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नायब सैनी से यही आस है कि बेटे को वहां से छुड़वा कर सुरक्षित घर पहुंचा दें। इसके बाद बेटे को कहीं नहीं भेजेंगे। गले से निवाला नहीं उतर रहा : अंकित की मां सुशीला देवी कैमरे के सामने तो नहीं आई। मगर, बातचीत में कहती हैं कि जब से अंकित के हालातों के बारे में सुना है, तब से परिवार के सदस्यों के गले से खाना भी नहीं उतर रहा है। सुबह-शाम अपने कुलदेवता, लोक देवता और अन्य देवी-देवताओं से बेटे की सलामती और सकुश वापसी की मन्नतें मांग रही हैं। अंकित के परिवार को उसके दोस्त, पड़ोसी और अन्य ग्रामीण लगातार दिलासा दिला रहे हैं। जब से विजय ने बताया है कि तीन दिन बाद युद्ध में भेज देंगे, तब से चिंता और बढ़ गई है। दूसरे प्रदेशों के ये युवक भी फंसेकुम्हारिया के युवकों के साथ इस चंगुल में पंजाब के लुधियाना जिले के अमरपुरी ढाबा पिंड के समरजीत सिंह, पंजाब के ही मोगा जिला निवासी बूटा सिंह, पंजाब के ही जालंधर जिले के बोहजा निवासी गुरसेवक सिंह, उत्तराखंड के हलद्वानी निवासी तसलीम, यूपी के बरेली जिले के माजरा फतेहगंज निवासी सावेद भी फंसे हैं। विदेश मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी.... ---------------------------- रूस से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें हरियाणा-पंजाब के युवकों को जबरन रूसी सेना में भर्ती किया:परिवार को कहा- महिला ने नौकरी का लालच दिया, यूक्रेन जंग में भेजा, बचा लो हरियाणा और पंजाब के कई युवक यूक्रेन में फंस गए हैं। उन्हें जबरदस्ती रूसी सेना में भर्ती कर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में भेजा जा रहा है। इनमें शामिल हरियाणा के फतेहाबाद जिले के 2 युवकों ने अपने परिजनों को दो वीडियो भेजे हैं, जिनमें मदद की गुहार लगाई है। (पूरी खबर पढ़ें) रूसी सेना ने जबरन भर्ती भारतीयों का वॉट्सऐप डिलीट करवाया:हरियाणवी बोला- 3 दिन बाद जंग में ले जाएंगे; केंद्र सरकार-रूस में बातचीत शुरू यूक्रेन में फंसे और रूस की सेना में जबरन भर्ती किए गए भारतीय युवकों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। रूसी आर्मी को पता चल गया कि युवक वीडियो बनाकर भारत में अपने परिवारों को भेज रहे हैं। जिसके बाद अब उनके मोबाइल से वॉट्सऐप डिलीट कर दिया गया। (पूरी खबर पढ़ें)
हाइफा हीरो मेजर दलपत सिंह के 107वें बलिदान दिवस पर 23 सितंबर को शहर में होने वाली शौर्य यात्रा, भजन संध्या, महाप्रसादी सहित अन्य कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन पूर्व शहर विधायक मनीषा पंवार ने किया। इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद लोगों को अपने-अपने क्षेत्र में जाकर पीले चावल बांटकर बलिदान दिवस पर होने वाले आयोजनों रावणा राजपूत समाज सहित 36 कौम के लोगों को निमंत्रण देने का आहवान किया गया। निकाली जाएगी विशाल यात्रा गौरव पथ रोड स्थित हाइफा हीरो की अश्वारूढ़ प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए पूर्व विधायक मनीषा पंवार ने कहा कि 23 सितंबर दोपहर 2.30 बजे डालडा बिल्डिंग सभा भवन से होने वाली विशाल शौर्य यात्रा में भागीदारी निभाने के लिए अधिक-अधिक से युवाओं को निमंत्रण देना होगा। कार्यक्रम अध्यक्ष शिवदान सिंह भाटी, संयोजक मानसिंह गौड़, अनिल सिंह बड़गुर्जर ने कहा कि शौर्य यात्रा को भव्य रूप देने के लिए शहर सहित आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले युवाओं की अलग-अलग टीमें बनाई जा रही है। इसमें महिलाओं की भी मुख्य भूमिका रहेगी। ये रहे मौजूद पाेस्टर विमोचन के दौरान जितेंद्र सिंह बडगुर्जर, महेंद्र सिंह गहलोत, पदम सिंह, पीएस शेखावत, जितेंद्र सिंह, पूर्व पार्षद हरीसिंह पंवार, रणजीत सिंह निर्वाण, राजेंद्र सिंह, मानसिंह, चंदन सिंह राठौड़, वीरेंद्र सिंह भाटी, धर्मेंद्र सिंह, डिंपल कंवर, ट्विंकल कंवर सहित महिलाएं, युवा मौजूद रहे।
प्रदेश के सभी स्कूलों की रसोई व डाइनिंग स्पेस में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे
स्कूलों और छात्रावासों में भोजन पकाने व परोसने के स्थान पर अब कैमरे लगाए जाएंगे। बच्चों के मध्याह्न भोजन में किसी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर संस्था प्रमुख को ही जिम्मेदार मानकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सुकमा जिले के पकेला पोटाकेबिन स्कूल के बच्चों के खाने में फिनाइल मिलाने की घटना तथा हाईकोर्ट के निर्देश के बाद छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने 10 बिंदुओं पर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसे सभी जिलों के प्रमुख अधिकारियों के पास भेजा गया है। खाद्य सुरक्षा के लिए प्रत्येक जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त होगा। स्कूली बच्चों के लिए खाना पकाने के स्थान पर अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। इसी तरह छात्रावास व स्कूलों में प्राथमिक चिकित्सा किट और विषहर औषधियां उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। स्कूल व छात्रावासों में खाद्य सुरक्षा के लिए अभिभावक-शिक्षक निगरानी समिति बनेगी। सचिव के भेजे गए पत्र में इस संबंध में 26 अगस्त 2025 को जनहित याचिका में हाईकोर्ट ने सावधानी तथा सुरक्षा बरतने के संबंध में दिए गए निर्देश का उल्लेख किया गया है। सचिव ने कहा है कि किसी तरह की चूक के लिए संस्था प्रमुख ही जिम्मेदार होगा। आवासीय विद्यालय और बड़े छात्रावासों के रसोई व भोजन क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए स्थानीय विभिन्न मदों का उपयोग करने कहा गया है। वहीं, भोजन परोसने से पहले शिक्षक व वार्डन को रोज भोजन चखने और प्रमाण पत्र देने के निर्देश हैं। खाद्य भंडारण व खाना पकाने के क्षेत्रों से ‘फिनाइल, कीटनाशक, डिटर्जेंट, केरोसिन’ को दूर अलग से संग्रहित करना होगा। अनाज, दालों, तेलों व सब्जियों के लिए ताले और सीलबंद कंटेनर रखना होगा। खाद्य सुरक्षा की निगरानी के लिए प्रत्येक जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त होगा। चूक के लिए प्रधानाध्यापक, प्रधानाचार्य, वार्डन की व्यक्तिगत जवाबदेही होगी। इसी तरह खाना पकाने के दौरान और बाद में रसोई परिसर में अनधिकृत व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने प्रमुख सचिव आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास विभाग, सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, सभी संभागायुक्त, सभी एसपी, सचिव स्कूल शिक्षा विभाग, सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग व सभी जिलों के कलेक्टर को निर्देश भेजे हैं। प्राथमिक चिकित्सा किट रखने के निर्देशसभी छात्रावासों और विद्यालयों में प्राथमिक चिकित्सा किट और बुनियादी विषहर औषधियां उपलब्ध कराना होगा। इसी तरह आपातकालीन चिकित्सा सहायता के लिए निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ समन्वय करने के निर्देश दिए गए हैं। खाद्य विषाक्तता की स्थिति में आपातकालीन प्रतिक्रिया पर मॉक ड्रिल करना अनिवार्य होगा। पुलिस को तत्काल सूचना देना अनिवार्यजानबूझकर भोजन को खराब करने की किसी भी घटना की तत्काल पुलिस को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैं। खाद्य गुणवत्ता व सुरक्षा संबंधी खामियों की सूचना देने के लिए एक राज्य स्तरीय हेल्पलाइन या शिकायत तंत्र बनाने के निर्देश हैं। घटना चाहे कितनी छोटी क्यों न हो, जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर को अनिवार्य रूप से रिपोर्ट करना होगा। अभिभावक-शिक्षक निगरानी समिति का गठन : राज्य सरकार के सभी शालाओं में पालक-शिक्षक बैठक आयोजित की जा रही है। इन बैठकों में खाद्य सुरक्षा के लिए अभिभावक-शिक्षक निगरानी समिति का गठन कर नियमित अंतराल पर समीक्षा करनी होगी।
विधायक व उद्योगपति क्वात्रा ने बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से लिया आशीर्वाद
लुधियाना| आत्म नगर से विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू और वैस्टर्न लिविंग (ब्लेसिंग लग्जूरिया) के सीएमडी हिमांशु क्वात्रा ने दुगरी स्थित डेरा ब्यास प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से भेंट कर आशीर्वाद लिया। इस दौरान विधायक सिद्धू ने बाढ़ पीड़ितों के लिए डेरा ब्यास द्वारा दी जा रही मदद के लिए बाबा जी का आभार जताया। उन्होंने कहा कि डेरा ब्यास का सेवा भाव हमेशा समाज के लिए प्रेरणा रहा है और इस बार भी संगत ने बाढ़ राहत कार्यों में सक्रिय भागीदारी निभाई है। हिमांशु क्वात्रा ने भी डेरा ब्यास के सामाजिक योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि बाबा जी के प्रवचन समाज सेवा की दिशा में नई सोच और ऊर्जा देते हैं।
जीएनपीएस के अजीतपाल ने जिला स्तरीय हैंडबॉल में दूसरा स्थान हासिल किया
लुधियाना| पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) में 22 और 23 अगस्त को हुई जिला स्तरीय हैंडबॉल प्रतियोगिता में गुरु नानक इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, बीआरएस नगर के छात्र अजीतपाल सिंह ने शानदार प्रदर्शन कर दूसरा स्थान हासिल किया। नौवीं कक्षा के अजीतपाल ने अपने खेल कौशल से विद्यालय का नाम रोशन किया। इस प्रतियोगिता में जिले के कई स्कूलों के खिलाड़ियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और जोरदार मुकाबले खेले। अजीतपाल की इस उपलब्धि पर स्कूल प्रबंधक मंडल, प्राचार्य और शिक्षकों ने उन्हें बधाई दी। साथ ही भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया। अजीतपाल की यह सफलता बाकी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा बनी है।
बिजली से क्षतिग्रस्त अंग का डीएमसीएच में सफल पुनर्निर्माण व इंप्लांट किया
लुधियाना | डीएमसीएच लुधियाना के यूरोलॉजी विभाग ने प्रोफेसर डॉ. अरविंद गोयल के नेतृत्व में बड़ी सफलता हासिल की। टीम ने उस मरीज पर जटिल पुनर्निर्माण और इंप्लांट सर्जरी की, जिसका पुरुष अंग बिजली के तेज झटके से नष्ट हो गया था। यह मामला बेहद चुनौतीपूर्ण था क्योंकि अंग पहले से गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त और कमजोर था। मरीज, हरबीर (नाम बदला हुआ), 14 साल की उम्र में हाई-वोल्टेज करंट की चपेट में आया था। हादसे में उसका पुरुष अंग पूरी तरह खत्म हो गया। यह चोट उसके लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से विनाशकारी साबित हुई। 20 साल की उम्र में डॉक्टरों ने उसके फोरआर्म की त्वचा और चर्बी से नया अंग बनाया। साथ ही यूरिथ्रोप्लास्टी कर पेशाब की नली का पुनर्निर्माण किया गया।डॉ. अरविंद गोयल ने बताया कि इंप्लांट सर्जरी उपचार की अंतिम और सबसे अहम कड़ी होती है। इसमें सौंदर्य के साथ-साथ अंग की कार्यक्षमता को बहाल करना भी लक्ष्य होता है। इस जटिल सर्जरी को सावधानीपूर्वक योजना और आधुनिक तकनीकों से सफल बनाया गया। पुरुष अंग का पुनर्निर्माण और इंप्लांट यूरोलॉजी की सबसे कठिन सर्जरी में गिना जाता है। बिजली से हुई क्षति और पहले से कमजोर पुनर्निर्मित अंग ने चुनौती और बढ़ा दी थी। लेकिन डी.एम.सी.एच. की आधुनिक सुविधाओं और टीमवर्क से मरीज को नई जिंदगी मिल सकी।
पंजाब राज्य शॉटगन चैंपियनशिप में पुनर और बानीप्रीत ने जीते मेडल
भास्कर न्यूज। लुधियाना 8 से 9 सितंबर तक पटियाला के न्यू मोती बाग गन क्लब में हुई पंजाब राज्य शॉटगन चैंपियनशिप 2025 में लुधियाना के पुनर प्रताप और बानीप्रीत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मेडल अपने नाम किए। इस प्रतियोगिता में पंजाब भर से 100 से अधिक निशानेबाजों ने हिस्सा लिया, जहां हर मुकाबला बेहद कड़ा और रोमांचक रहा। पुनर प्रताप सिंह सिद्धू, जो गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज से 2023 में बीटेक कंप्यूटर साइंस के ग्रेजुएट हैं, ने डबल ट्रैप स्पर्धा में अपनी सटीकता और निरंतरता का बेहतरीन प्रदर्शन किया और सीनियर पुरुष वर्ग में गोल्ड मेडल जीत लिया। छोटी उम्र से ही निशानेबाजी की ट्रेनिंग ले रहे सिद्धू ने राज्य और क्षेत्रीय स्तर पर पहले भी कई बार अपनी प्रतिभा साबित की है। अपनी इस उपलब्धि पर उन्होंने कहा कि अब उनका लक्ष्य राष्ट्रीय चैंपियनशिप में और बेहतर प्रदर्शन करना है और आगे चलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पंजाब का प्रतिनिधित्व करना उनका सपना है। इसी तरह गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज से 2023 में बीटेक आईटी ग्रेजुएट, बानीप्रीत सिंह ने भी अपनी शुरुआत में ही बड़ा असर छोड़ा। इस खेल में नए होने के बावजूद उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीतकर सभी को प्रभावित किया। बानीप्रीत का कहना है कि वह लगातार अभ्यास और समर्पण के साथ अपने कौशल को निखारना चाहते हैं, ताकि आने वाले वर्षों में क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में और बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
भास्कर न्यूज | लुधियाना निट एंड फेब एसोसिएशन के प्रधान विपन विनायक ने राधा स्वामी सत्संग घर में डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन से मुलाकात कर ससराली कॉलोनी और सतलुज दरिया के किनारे बसे गांवों के लिए पक्के और मजबूत बांध बनाने की मांग उठाई। इस अहम बैठक में एसोसिएशन के सभी सदस्य और संबंधित इलाकों के सरपंच भी मौजूद थे। विपन विनायक ने बताया कि हाल ही में आई बाढ़ के चलते किसानों की 200 किले (करीब 100 एकड़) से ज्यादा जमीन पानी में डूब गई, जिससे लाखों रुपये की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है। उन्होंने चिंता जताते हुए कहा कि यदि समय रहते बांधों को पक्का नहीं किया गया, तो भविष्य में और भी बड़ा नुकसान हो सकता है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि सतलुज दरिया के किनारे स्थित सभी गांवों के बांधों को इस तरह मजबूत किया जाए कि अगली बार पानी आने पर किसी भी किसान या गांव को नुकसान न हो। इस मौके पर डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने भरोसा दिलाया कि जिला प्रशासन पहले ही इस दिशा में काम कर रहा है और प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी समाधान के लिए प्रयास जारी हैं। वहीं एडीसी अमरजीत सिंह बैंस ने भी कहा कि प्रशासन इस बार पूरी तैयारी के साथ बाढ़ जैसी स्थिति से निपटेगा। मीटिंग में एसोसिएशन के चेयरमैन अजीत सिंह, जरनैल सिंह और जसमेल सिंह भी शामिल थे। सभी ने एक स्वर में कहा कि प्रशासन को गांवों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी तबाही से बचा जा सके।
सौर ऊर्जा:अब तक 6000 घरों में लगा चुके, 600 लोगों को दी 1.83 करोड़ रुपए की सब्सिडी
2030 तक 45 फीसदी ग्रीन एनर्जी का टारगेट सोलर उद्योग लगाने पर मिलेगी विशेष रियायत छत्तीसगढ़ में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए पीएम सूर्यघर योजना लांच की गई है। इसके तहत मार्च 2027 तक प्रदेश के पांच लाख से अधिक घरों में सोलर प्लांट लगाने का टारगेट रखा गया है। वहीं 2030 तक प्रदेश में 45 फीसदी ग्रीन एनर्जी उत्पादन का टारगेट रखा गया है। वर्तमान में छह हजार घरों तक सोलर से बिजली जलने लगी है। इसके एवज में अब तक 600 लोगों को लगभग एक करोड़ 83 लाख रुपए की सब्सिडी भी दे चुके हैं। हाल ही में राज्य सरकार ने सोलर नीति में भी संशोधन किया है इससे सौर उर्जा से जुड़े उद्योग लगाने वालों को विशेष रियायत दी जाएगी। बताया गया है कि इसके अंतर्गत अब तक 56 हजार से ज्यादा लोगों ने घर की छतों पर सोलर प्लांट लगाने के लिए आवेदन किए हैं इनमें से छह हजार घरों में रुफटॉप सोलर संयंत्र शुरु हो चुके हैं। तथा 20 हजार से ज्यादा घरों में काम चल रहा है। दरअसल प्रदेश में ऊर्जा की मांग औसतन 5 हजार 500 मेगावाट है। जिसका लगभग 15 फीसदी बिजली की पूर्ति ग्रीन एनर्जी से होती है। 2030 तक इसे 45 फीसदी तथा 2047 तक 66 फीसदी तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। सौर ऊर्जा नीति में परिवर्तन, लैंड यूज बदलने समेत कई चीजों में मिलेगी राहत राज्य सरकार ने हाल ही में प्रदश की सौर ऊर्जा नीति में संशोधन किया है। यह नीति 2030 तक लागू रहेगी। निवेशकों को कई रियायतें और प्रोत्साहन दिए जाएंगे। इसके तहत ब्याज पर अनुदान, पूंजी लागत पर अनुदान , जीएसटी की प्रतिपूर्ति , बिजली और स्टाम्प शुल्क में छूट, परियोजना रिपोर्ट तैयार करने पर अनुदान, लैंड यूज चेंज करने की फीस में छूट दी जाएगी साथ ही भूमि बैंक से जमीन लेने पर रियायत, एससी-एसटी, दिव्यांग और तृतीय लिंग उद्यमियों को जमीन के प्रीमियम में छूट, दिव्यांगों को रोजगार देने पर अनुदान और मेगा व अल्ट्रा मेगा प्रोजेक्ट्स के लिए विशेष पैकेज भी दिया जाएगा। 500 से ज्यादा वेंडर का पंजीयन पीएम सूर्य घर योजना के लिए 500 से ज्यादा वेंडर पंजीयन करा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर वेंडर शहरी क्षेत्रों में काम करने के इच्छुक हैं। ग्रामीण और वनांचल क्षेत्रों में वेंडरों की भी समस्या है। सोलर प्लांट लगाने वाले वेंडर 5 साल तक उसका मेंटनेंस फ्री में करेंगे। कम ब्याज दर पर लोन भी रूफटॉप लगाने वालों को बैंक से 7 प्रतिशत ब्याज पर लोन मिल जाएगा। इस संबंध में पिछले दिनों पावर कंपनी के एमडी ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें बैंकों ने 7 प्रतिशत की दर पर लोन देने पर सहमति व्यक्त की। ^जिलों में सूर्य रथ चलाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है। सब्सिडी की स्कीम लाने के बाद से आवेदनों की संख्या बढ़ गई है। पहले 60 से 70 आवेदन रोज आते थे अब 300 से 400 तक आवेदन रोज आ रहे हैं। 600 लोगों की सब्सिडी दे चुके हैं। बिम्बीसार नागार्जुन, नोडल ऑफिसर पीएम सूर्यघर ऐसे मिलेगी मुफ्त बिजली: इस योजना के तहत 3 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाने वालों को सिस्टम से 300 से 450 यूनिट बिजली मिलेगी। एक मध्यम वर्गीय परिवार के लिए इतनी बिजली पर्याप्त है। सोलर प्लांट के जरिये परिवार के बिजली की जरुरत पूरी हो जाएगा। ऐसे में उनका बिजली बिल जीरो हो जाएगा।
यूनियन ने पदोन्नत लैक्चरार स्टेशन आवंटन की मांग की, बोले- पढ़ाई भी हो रही प्रभावित
लुधियाना| लैक्चरार कैडर यूनियन पंजाब ने शिक्षा विभाग पर पदोन्नत लैक्चरारों को समय पर स्टेशन न देने का आरोप लगाया। राज्य वित्त सचिव व जिला अध्यक्ष धर्मजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि विभाग ने 19 जुलाई, 5, 6 और 7 अगस्त को विषयवार सूचियां तो जारी कर दीं, लेकिन अब तक स्टेशन आवंटन नहीं हुआ। लगभग 1200 पदोन्नत लैक्चरार, जिन्होंने जिला शिक्षा कार्यालयों में हाजिरी दर्ज करा दी थी, अब भी अनिश्चितता में हैं। देरी से सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की 11वीं और 12वीं की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। यूनियन ने कॉमर्स की लंबित सूची तत्काल जारी करने की मांग की। नेताओं अमरजीत सिंह घुडानी, दविंदर सिंह गुरु, जसविंदर सिंह और जगदीप सिंह ने शिक्षा मंत्री से पारदर्शी ढंग से मेरिट के आधार पर स्टेशन आवंटन की अपील की। अन्य नेताओं ने कहा कि सभी स्टेशन खोले जाएं। चेतावनी दी गई कि कार्रवाई न होने पर आंदोलन पर विचार होगा।
आयकर विभाग की रेड ईस्टमैन इंपैक्स पर हुई थी
लुधियाना| हाल ही में 10 कारोबारियों के ठिकानों पर आयकर विभाग द्वारा की गई रेड में 150 से अधिक अधिकारियों की टीमें शामिल थीं। स्पष्ट किया गया है कि यह कार्रवाई ईस्टमैन ग्रुप पर नहीं की गई है, बल्कि लुधियाना की ईस्टमैन इंपैक्स और इसके मालिक विनय सिंगल के बीआरएस नगर स्थित कार्यालय पर हुई थी। गलती से ग्रुप का नाम सामने आ गया था।
निगम ने सड़कों पर पैचवर्क शुरू किया
लुधियाना| बारिश बंद होने के बाद शहर की खस्ताहाल सड़कों का पैच वर्क से ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया। शहर के विभिन्न हिस्सों में निगम ने पैच वर्क का काम शुरू करवा दिया है। सीनियर डिप्टी मेयर राकेश पराशर ने पैचवर्क करवाने के कार्य का निरीक्षण किया। सीनियर डिप्टी मेयर राकेश पराशर ने बताया शहर में बरसात के बाद सड़कों की स्थिति काफी खस्ता हो गई है। जगहजगह गड्ढे हो गए हैं। इससे वाहनों का आना जाना मुश्किल हो गया है। अब बारिश बंद हुई है तो निगम का हॉट मिक्स प्लांट चला दिया है। अब प्रीमिक्स से शहर के विभिन्न हिस्सों में पैचवर्क का काम शुरू कर दिया गया। पराशर ने बताया कि आज चांद सिनेमा से लेकर जगराओं पुल की ओर एलिवेटेड रोड व फील्डगंज इलाके की सड़क पर पैचवर्क किया गया। इसके अलावा शहर अन्य हिस्सों में भी पैचवर्क का काम जारी है। सीनियर डिप्टी मेयर ने जगराओं पुल के मरम्मत के कार्य का निरीक्षण भी किया।
छात्रों ने गतका चैंपियनशिप में जीते गोल्ड
लुधियाना| पंजाब राज्य गतका चैंपियनशिप 2025, फतेहगढ़ साहिब में आयोजित की गई। जीसीजी की गतका टीम ने असाधारण कौशल का प्रदर्शन करते हुए कई मेडल जीते। गुरलीन कौर ने फरी सोट्टी व्यक्तिगत स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करते हुए दो गोल्ड मेडल जीते। इसके अलावा सिमरनजीत कौर और चाहत ने अंडर-19 टीम डेमो स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता, जबकि जसलीन कौर ने अंडर-25 टीम डेमो स्पर्धा में गोल्ड मेडल जीता। प्रिंसिपल सुमन लता ने सभी विजेताओं को अपना आशीर्वाद दिया। शारीरिक शिक्षा और खेल विभागाध्यक्ष निवेदिता शर्मा ने उन्हें बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
स्कूल में बच्चों को सीपीआर की तकनीक के बारे में बताया
लुधियाना| आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के तत्वावधान में गुरु नानक खालसा कॉलेज फॉर वुमन, गुजरखां कैंपस, मॉडल टाउन के रेड रिबन क्लब ने विश्व प्राथमिक चिकित्सा दिवस 2025 मनाया। इस अवसर पर, छात्राओं को बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा तकनीकों पर जानकारीपूर्ण वीडियो दिखाए गए। इनमें आपात स्थिति में जान बचाने के लिए समय पर सहायता के महत्व पर जोर दिया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. मनीता काहलों का एक संवादात्मक सत्र था, जो इस दिन की संसाधन व्यक्ति थीं। उन्होंने छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा ज्ञान के महत्व पर संबोधित किया और आपातकालीन स्थितियों में एक आवश्यक जीवन रक्षक उपाय के रूप में सीपीआर की तकनीक का भी प्रदर्शन किया। उनके व्यावहारिक प्रदर्शन ने छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा के व्यावहारिक अनुप्रयोग को समझने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम का समन्वयन रेड रिबन क्लब की समन्वयक डेजी वाधवा ने किया।
बेस्ट थीसिस पीएचडी से सम्मानित किया गया
लुधियाना| पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) के प्रोसेसिंग एंड फूड इंजीनियरिंग विभाग की पूर्व छात्रा डॉ. रुचिका जल्पौरी को बेस्ट थीसिस अवॉर्ड पीएचडी से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें एसोसिएशन ऑफ प्लांट साइंस रिसर्चर्स द्वारा आयोजित 8वें प्लांटिका अकादमिक एंड रिसर्च अवॉर्ड्स 2025 में प्रदान किया गया। यह पुरस्कार समारोह 31 अगस्त को ऑनलाइन आयोजित किया गया। डॉ. जल्पौरी को यह सम्मान उनकी डॉक्टोरल थीसिस वेजीटेबल प्यूरीज के लिए सोलर असिस्टेड रिफ्रेक्टेंस विंडो ड्रायर का विकास और मूल्यांकन पर मिला, जिसे उन्होंने पीएयू के नवीकरणीय ऊर्जा इंजीनियरिंग विभाग के वैज्ञानिक डॉ. मनप्रीत सिंह के मार्गदर्शन में पूरा किया। यह ड्रायर एक अभिनव तकनीक है, जो गर्मी-संवेदनशील उत्पादों को उनकी पौष्टिकता और स्वादात्मक गुण बनाए रखते हुए प्रोसेस करने में सक्षम है। पुरस्कार चयन दो चरणों में हुआ स्क्रीनिंग और थीसिस प्रेजेंटेशन। इस उपलब्धि पर उन्हें प्रमाणपत्र, मेडल और एपीएसआर की लाइफ मेंबरशिप से सम्मानित किया गया।
भास्कर न्यूज | लुधियाना शहर का पॉश इलाका माना जाने वाला न्यू राजगुरु नगर आज अवैध होटल और पीजी की भरमार से असुरक्षा का अड्डा बन गया है। अमन पार्क, सुंदर नगर और अवतार नगर जैसे हिस्सों में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि यहां रह रहे 12 हजार से ज्यादा लोग अब अपने ही घरों में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। पिछले कुछ सालों में करीब 10 अवैध होटल और 15 से ज्यादा अवैध पीजी खड़े हो चुके हैं। इनमें से अधिकतर में बिना पुलिस वेरिफिकेशन के विदेशी लड़कियां रह रही हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि रात को दिल्ली और मुंबई की तर्ज पर यहां की गलियों में विदेशी लड़कियां खुलेआम घूमती हैं। कई जगह सड़कों पर शराब पी जाती है। गाड़ियों में बैठकर संदिग्ध गतिविधियां होती हैं। इससे परिवारों और बुजुर्गों के लिए माहौल असहनीय बन गया है। लोग कहते हैं कि उन्होंने इस इलाके को शांति और सुरक्षा की उम्मीद में चुना था, लेकिन अब माहौल पूरी तरह बिगड़ चुका है। निवासियों ने बताया कि कई होटल रिहायशी गलियों के बीच बनाए गए हैं। इनमें से एक होटल जो 2 साल पहले बना था और चौथी मंजिल 6 महीने पहले ही बनाई गई थी। अब हालात यह है कि यह चार मंजिला इमारत गिरने की कगार पर है। इस खतरे की जानकारी गलाडा अधिकारियों को दी गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। लोगों का आरोप है कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण अवैध होटल और पीजी बेतहाशा बढ़ते गए। न तो निर्माण रोका जा रहा और न ही इन जगहों की गतिविधियों पर कोई निगरानी रखी गई। स्थिति यह है कि परिवार रात होते ही खुद को अपने ही घरों में कैद कर लेते हैं। अगर ऐसा नहीं किया तो यहां पर उनके साथ वारदात होना आम बात हो चुकी है। यहां पर पुलिस की गस्त के लिए कई बार पुलिस अधिकारियों को बोला जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि अवैध होटल और पीजी पर तुरंत कार्रवाई की जाए। पुलिस और प्रशासन मिलकर बिना वेरिफिकेशन रह रहे लोगों की जांच करें और खतरनाक इमारतों को खाली करवाएं। न्यू राजगुरु नगर में अवैध होटल-पीजी का कब्जा, गलियों में घूमती हैं विदेशी लड़कियां; 12 हजार लोग असुरक्षित ^मैंने यह घर इसलिए लिया था क्योंकि ये इलाका पूरी तरह से रिहायशी था, लेकिन पिछले तीन सालों में यहां इतने अवैध होटल बन गए हैं कि अब यह इलाका किसी रेड-लाइट जोन जैसा महसूस होता है। हर दिन नई गाड़ियां आती हैं, ड्रिंक होती है, और फिर लोग होटल में चले जाते हैं। इन होटलों में गलत काम होता है। -किरणदीप सिंह, इलाकानिवासी। ^सभी पीजी की वेरिफिकेशन करवाई जाएगी और रात में पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना दस्तावेज के रह रहे सभी विदेशी नागरिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जो भी वाहन बिना नंबर प्लेट के मिलेगा उस पर भी सख्त कार्रवाई होगी। -कंवरप्रीत सिंह, एडीसीपी। ^इन अवैध होटल्स और पीजी में रहने वाली विदेशी लड़कियां रात को सड़कों पर खड़ी होकर शराब पीती हैं और संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होती हैं। इस कारण परिवार वाले खासकर महिलाएं और बच्चे, रात के समय घर से बाहर निकलने से डरते हैं। उन्होंने बताया कि हर रात कुछ न कुछ वारदात होती है, लेकिन इलाके में पुलिस की मौजूदगी न के बराबर है। -परमवीर सिंह, इलाकानिवासी। पंचायत ने प्रस्ताव पास किया है कि इलाके में हर किराएदार का सी-फॉर्म और पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य होगा। इस संबंध में पुलिस कमिश्नर को शिकायत भी भेजी गई है। जब उनसे पूछा कि क्या पंचायत ने इन होटल्स को कमर्शियल परमिशन दी है, तो उन्होंने कहा कि पंचायत की ओर से कोई अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अब एक भी नया होटल नहीं बनने दिया जाएगा। अवैध होटल्स पर कार्रवाई की जाएगी। -निखिल शर्मा, सरपंच, न्यू राजगुरु नगर।
मेयर चौबे बोलीं- कोई नोटिस नहीं दी:भूपेश बघेल को 7200 रुपए संपत्तिकर पटाने की नोटिस
रायपुर नगर निगम द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को संपत्तिकर पटाने का नोटिस जारी किया गया है। ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत जारी हुई नोटिस में उल्लेख है कि पूर्व सीएम ने राजधानी रायपुर स्थित पाटन सदन का 7258 रुपए का संपत्तिकर बकाया है। इसके साथ ही उनके पाटन सदन की तस्वीर भी नोटिस में चस्पा की गई है। इस पर भूपेश बघेल ने कहा कि शासकीय आवास में संपत्तिकर नहीं लगता, फिर भी जिस पाटन सदन को मैंने पौने दो साल पहले ही खाली कर दिया था, आज विष्णु देव सरकार ने मुझे नोटिस भेजा है। मुझे बताया गया है कि मुझे 7258/- रुपए का भुगतान करना है। भले ही यह नोटिस अवैध हो लेकिन फिर भी मैं मुख्यमंत्री की इच्छा पूरी करूंगा। अच्छा है कि वे भी तैयार रहें क्योंकि उनकी सरकार ‘कुनकुरी सदन’ का भी तो टैक्स मांगेगी। मेयर मीनल चौबे ने कहा कि नगर से कोई नोटिस नहीं भेजा गया है। वह ऑनलाइन बॉट के जरिए भेजा गया डिमांड बिल है।
बिना अनुमति बनाया व्यावसायिक परिसर तीन नोटिस देने के बाद निगम वालों ने तोड़ा
अवैध निर्माण करने और संपत्ति कर अदा नहीं करने वालों पर निगम की सख्ती तेज होती जा रही है। निगम की टीम हर दिन ऐसे लोगों पर कार्रवाई कर रही है। वीर सावरकर वार्ड में सैमुअल जॉन ने बिना निगम की अनुमति लिए व्यावसायिक निर्माण करा लिया था। नक्शा पास कराए बिना ही पक्का निर्माण करा लिया गया। अवैध निर्माण को हटाने निगम ने तीन नोटिस भेजे। नोटिस मिलने के बावजूद सैमुअल ने निगम को कोई जवाब नहीं दिया। आखिरी नोटिस जारी करने के बाद टाउन प्लानिंग विभाग के सहायक अभियंता फरहाज फारुखी और उप अभियंता लोचन प्रसाद चौहान के नेतृत्व में टीम ने गुरुवार को अवैध निर्माण को जेसीबी से ढहा दिया। जोन कमिश्नर राजेश्वरी पटेल ने बताया कि लगातार नोटिस देने के बाद भी निर्माण करने वाला गंभीरता नहीं दिखा रहा था। इस वजह से तुरंत यह कार्रवाई की गई। इस तरह की कार्रवाई जोन क सभी वार्डों में लगातार जारी रहेगी। इसमें किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
केंद्रीय जेल में बेटे से मिलने आए पिता से नशा बरामद किया
लुधियाना| थाना डिवीजन नंबर 7 पुलिस ने जेल प्रशासन की शिकायत पर एक मुलाकाती के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार, आरोपी योगेश पुत्र इकबाल अपने बेटे यश (हवालाती) से मिलने केंद्रीय जेल लुधियाना पहुंचा था। मुलाकात के दौरान जब उसकी तलाशी ली गई तो कपड़ों से 15 ग्राम खुला जर्दा बरामद हुआ। सहायक सुपरिंटेंडेंट सुरिंदर सिंह ने बताया कि आरोपी योगेश ने इस तरह जेल नियमों की गंभीर उल्लंघना की है। बरामद सामग्री को कब्जे में लेकर पूरी रिपोर्ट थाना पुलिस को सौंपी गई। जांच अधिकारी गुरप्रीत सिंह ने पुष्टि करते हुए कहा कि जेल प्रशासन की लिखित शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की पड़ताल शुरू कर दी गई है।
शहर को सिग्नल फ्री करने के लिए जिन चौक-चौराहों में सिग्नल की जरूरत नहीं है, उसे बंद किया जा रहा है। इन चौराहों का ट्रैफिक कंट्रोल रोटेटरी से किया जा रहा है। इसी कड़ी में अब कालीबाड़ी चौक में लगी इंदिरा गांधी की प्रतिमा को सड़क से हटाकर किनारे किया जाएगा। इस चौक का सिग्नल भी जल्द बंद किया जाएगा। यहां का ट्रैफिक भी रोटेटरी से ही कंट्रोल किया जाएगा। शहर में अभी देवेंद्रनगर चौक, भारतमाता चौक, शंकरनगर चौक, महिला थाना चौक, मोवा चौक, बंजारी चौक, देवेंद्रनगर ओवरब्रिज के नीचे वाला चौक समेत दस जगहों का ट्रैफिक रोटेटरी से ही कंट्रोल किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इसकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। करीब छह चौराहों की और पहचान की गई है, जहां का ट्रैफिक रोटेटरी से ही कंट्रोल किया जाएगा। शहर में अभी जहां-जहां रोटेटरी लगाई गई है वहां कुछ समस्या भी आ रही है। लोगों को रोटेटरी में चलने की आदत नहीं होने की वजह से लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। अभी चौराहों पर लोगों को जहां से जगह मिल रही है वे वहीं से ही अपनी गाड़ी गुजार देते हैं। इससे पीछे से आने वाले वाहन चालकों को ज्यादा परेशानी होती है। ट्रैफिक पुलिस अफसरों का कहना है कि ऐसे लोगों को ई-चालान भेजकर जुर्माना किया जा रहा है। रोटेटरी लगने के बाद लोग उसी तरह ट्रैफिक नियमों का पालन करना है जैसा वो सिग्नल चालू रहने के दौरान करते हैं। कहीं से भी गाड़ी को न निकाला जाए। जो नियम है उसी के तहत ही चौक पार किया जाए। जयस्तंभ, शास्त्री व नगर घड़ी चौक में आखिर मेंशहर के व्यस्त चौराहों में सबसे आखिर में सिग्नल बंद कर रोटेटरी लगाई जाएगी। अफसरों की माने तो जयस्तंभ चौक, शास्त्री और नगर घड़ी चौक में सबसे आखिर में रोटेटरी लगाई जाएगी। क्योंकि इन चौराहों पर सबसे ज्यादा वाहनों का दबाव रहता है। लोगों को रोटेटरी में चलने की आदत बढ़ जाए इसलिए पहले उन जगहों पर सिग्नल बंद किया गया जहां ट्रैफिक का दबाव कम रहता है। इन सभी चौराहों का ट्रैफिक स्मूथ होने के बाद ही मुख्य चौराहों पर इसका प्रयोग किया जाएगा। बड़े चौराहों पर रोटेटरी लगने के साथ ही शहर को सिग्नल फ्री घोषित कर दिया जाएगा। सिग्नल फ्री की दिशा में काम शुरू^ शहर को सिग्नल फ्री करने अभी जहां ट्रैफिक का दबाव कम है, वहां रोटेटरी लगाकर ट्रैफिक कंट्रोल किया जा रहा है। इसके अलावा जहां सिग्नल की जरूरत नहीं है, उन्हें बंद भी कर रहे हैं। शहर के ट्रैफिक को स्मूथ करने कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है।डॉ. लाल उमेद सिंह, एसएसपी रायपुर
धर्म ही मनुष्य का स्तर उठाता है : आचार्य पद्मराज
भास्कर न्यूज | सिमडेगा स्थानीय एपीजे गुरुकुल में महासती सुमन कुमारी जी महाराज की दसवीं पुण्यतिथि के अवसर पर अखंड पाठ सहित गुणगान सभा का आयोजन हुआ। आचार्य पद्मराज स्वामी जी ने कहा कि हमारे जीवन को जो वैशिष्ट्य प्राप्त होता है, वह मात्र धर्म के द्वारा ही सम्भव है। धर्म से अतिरिक्त आहार, निद्रा, भय, परिवार, सम्पत्ति आदि सबके पास होते हैं। मात्र धर्म ही अतिरिक्त संपत्ति है जो मनुष्य के स्तर को ऊंचा उठा देता है। इसीलिए कहा गया है धर्म से हीन व्यक्ति पशु के समान हो जाता है धर्मेण हीना पशुभि: समाना। धर्म का मार्ग चुनने वाला व्यक्ति अपने सदपुरुषार्थ से स्वयं का इतना परिष्कार कर सकता है कि उसमें परमात्मतत्व प्रकट हो जाए। महासती श्री सुमन कुमारी जी महाराज ने सरलता, दृढ़ता, संयम-साधना और सहृदयता से अपना ऐसे ही परिष्कार किया था। गुरुमां वसुंधरा जी ने बताया कि गुरुणी मैया को साध्वी बनने में अपार कष्टों का सामना करना पड़ा था। घरवालों ने उन्हें 8 दिन तक कमरे में बंद कर दिया था। बिना अन्न जल के 8 दिन की तपस्या के बाद वे दरवाजा तोड़कर बाहर निकल आयी थी। उन्हें दीक्षा लेने में विशेष रूप से अपनी मां के विरोध का सामना करना पड़ा। अनेक प्रताड़नाओं को सहकर भी वे कभी अपने संकल्प से नहीं डिगीं। गुरुमां ने भजन के द्वारा गुरुणी जी के महिमामय जीवन का परिचय दिया। उनकी स्तुति में भक्ति भजन गाए। उनकी आरती गाई गई और प्रसाद बांटा गया। इस अवसर पर नेपाल में घटित घटना में जीवन गंवाने वालों को याद करते हुए उनकी आत्मिक शांति की कामना की गई। हाथों में दीपक लेकर नवकार मंत्र एवं गायत्री मंत्र के उच्चारण के साथ प्रार्थना करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
महिला वर्ग में ईस्ट विंग और एसटीसी की शानदार जीत
सिमडेगा | राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस पर आयोजित 20वीं मेजर ध्यानचंद सिमडेगा जिला स्तरीय सीनियर पुरुष एवं महिला हॉकी चैंपियनशिप के 14वें दिन के मुकाबले बेहद रोमांचक रहे। खेले गए पहले क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सीईओ सिमडेगा ने डिफेंस कॉलोनी को एकतरफा मुकाबले में 7–0 से पराजित कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। दूसरा मैच संत अन्ना स्कूल सामटोली बी बनाम गोंडवाना छात्रावास चंदर नगर के बीच हुआ। जो बेहद संघर्षपूर्ण रहा। निर्धारित समय तक स्कोर 2–2 की बराबरी पर रही जिसके बाद टाई-ब्रेकर में संत अन्ना स्कूल बी ने 4–3 से जीत दर्ज की। सेमीफाइनल में पहुँचने वाली पुरुष वर्ग की टीम में लिटिल टाइगर,सीईओ सिमडेगा,संत अन्ना स्कूल सामटोली बी और एसटीसी सिमडेगा शामिल हैं। महिला वर्ग लीग मैच में एसटी सी सिमडेगा ने आरसी प्राथमिक विद्यालय कोचेडेगा को 4–0 से हराया। सीईओ सिमडेगा ने विवेकानंद क्लब को 5–1 से पराजित किया। विवेकानंद क्लब को डीएवी विद्यालय सिमडेगा के विरुद्ध वॉकओवर मिला।
अवैध शराब निर्माण और गांजा बिक्री पर रोक लगाने की मांग
भास्कर न्यूज| सिमडेगा उपायुक्त के दिशा-निर्देशन में अपर समाहर्ता ज्ञानेन्द्र ने समाहरणालय में जनता दरबार का आयोजन किया । इस दौरान जिले के शहरी एवं ग्रामीण अंचलों से आए नागरिकों ने अपनी समस्याएं रखीं। अपर समाहर्ता ने प्रत्येक आवेदक की बात ध्यानपूर्वक सुनी और संबंधित विभागीय अधिकारियों को समयबद्ध समाधान सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। जनता दरबार में विभिन्न प्रकार की समस्याएं सामने आईं। इसमें अंतरजातीय विवाह के तहत मिलने वाले लाभ उपलब्ध कराने, मृत्यु प्रमाण पत्र निर्गत करने, मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को पुनः चालू करने, अवैध शराब निर्माण एवं गांजा बिक्री पर रोक लगाने, सरकारी तालाब की मरम्मत करने, जमीन की लगान रसीद जारी करने, अबुआ आवास योजना की राशि गलत खाते में भुगतान होने से जुड़ी समस्या, भारी बारिश से टूटे बांध की मरम्मति कराने, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना का लाभ समय पर उपलब्ध कराने तथा खतियानी जमीन पर हो रहे अवैध कब्जे से संबंधित आवेदन शामिल रहे।
मंडलकारा का अधिकारियों ने किया औचक निरीक्षण
सिमडेगा | िजले मंडल कारा में गुरुवार को एक विशेष जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि जेल में बंदियों के साथ जाति,धर्म,लिंग अथवा अन्य किसी भी आधार पर कोई भेदभाव तो नहीं किया जा रहा है। यह संयुक्त जांच अभियान सिमडेगा जिले के वरीय अधिकारियों की उपस्थिति में संचालित हुआ। जांच दल का नेतृत्व जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव कुमार सिन्हा ने किया। उनके साथ पुलिस अधीक्षक एम.अर्शी,प्राधिकार की सचिव मरियम हेमरोम,अनुमंडल पदाधिकारी प्रभात रंजन ज्ञानी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सूरजमणि कुमारी सहित अन्य अधिकारी भी शामिल थे। जांच दल ने मंडल कारा में प्रत्येक बंदी से व्यक्तिगत रूप से बातचीत की और उनसे विस्तृत जानकारी ली कि क्या उन्हें किसी प्रकार का जातीय,धार्मिक या लिंग आधारित भेदभाव का सामना करना पड़ता है। इस पर सभी बंदियों ने स्पष्ट रूप से बताया कि जेल में उनके साथ समान व्यवहार किया जाता है। बंदियों ने बताया कि भोजन, पढ़ाई-लिखाई और इलाज जैसी बुनियादी सुविधाओं में किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं होता।
भाठागांव के हैवी ट्रैफिक में फूटी वाटर सप्लाई लाइन करीब डेढ़ लाख घरों में कल सुबह नहीं आएगा पानी
भाठागांव इंटकवेल से फिल्टर प्लांट तक खारुन नदी का पानी पहुंचाने वाली नगर निगम की राइजिंग लाइन हैवी ट्रैफिक के दबाव में लीक हो गई है। 1400 एमएम व्यास की यह पाइपलाइन 2012 में निगम ने बिछाई थी। पिछले कुछ साल में भाठागांव में तेजी से बस रहीं कालोनियों के कारण इस रोड पर हैवी ट्रैफिक बढ़ गया है। ट्रक, हाइवा और कमर्शियल वाहनों की आवाजाही के कारण यह सड़क पहले ही जर्जर हो चुकी है। ट्रैफिक के हैवी लोड के कारण ही पाइपलाइन में लीकेज या फिर जोड़ खुल गया है। शुक्रवार रात से पाइपलाइन की मरम्मत की जाएगी। इसके लिए पूरी रोड को ब्लॉक किया जाएगा। इस वजह से 50 हजार से ज्यादा लोगों को भाठागांव मेन रोड की जगह वैकल्पिक सड़क का उपयोग करना पड़ेगा। लोगों को ज्यादा परेशानी न हो इसलिए रात 10 बजे से काम शुरू होगा। इसे 13 सितंबर को खत्म किया जाएगा। इस वजह से 13 सितंबर को करीब डेढ़ लाख घरों में सुबह पानी नहीं आएगा। 32 टंकियां नहीं भर पाएंगी, नहीं खुलेंगे नलपाइपलाइन की मरम्मत के कारण निगम का 150 एमएलडी फिल्टर प्लांट बंद रहेगा। इस वजह से 13 सितंबर को भाठागांव, चंगोराभाठा, कुशालपुर, डीडी नगर, ईदगाहभाठा, सरोना, टाटीबंध, कोटा, कबीर नगर, जरवाय, गोगांव, मठपुरैना, लालपुर, अमलीडीह, अवंति विहार, मंडी, मोवा, सड्ढू, दलदल सिवनी, राम नगर, कचना, आमासिवनी, देवपुरी, बोरियाखुर्द, जोरा, भनपुरी नई टंकी, रायपुरा, कुकुरबेड़ा और 80 एमएलडी नए प्लांट से भरने वाली टंकियां बैरनबाजार, देवेंद्र नगर नई टंकी, संजय नगर और मोतीबाग टंकी से सप्लाई होने वाले इलाकों में 13 सितंबर को सुबह पानी की सप्लाई नहीं होगी। 50 साल की लाइफ है पाइपलाइन कीनगर निगम के जल विभाग के ईई नरसिंग फरेंद्र ने बताया कि खारुन इंटकवेल से फिल्टर प्लांट तक पानी पहुंचाने के लिए सात अलग-अलग पाइपलाइन भाठागांव मेन रोड से गुजरी है। इसमें 1400 एमएम व्यास की पाइपलाइन 2012 में डाली गई है। यह अब तक सबसे आधुनिक एचएस पाइपलाइन है। इसे अगले 50 साल की जरूरत के लिए डाला गया है। इस पाइपलाइन के भीतर स्टील और बाहर सीमेंट होती है। इसलिए इतनी जल्दी खराब होने की संभावना नहीं हैं। इसलिए लीकेज का वास्तविक कारण खुदाई के बाद ही पता चलेगा। करीब सात फीट गहराई तक खुदाई करनी पड़ेगी। बुधवार रात से बह रहा पानीनिगम के 150 एमएलडी (मिलियन लीटर डेली) फिल्टर प्लांट तक कच्चा पानी पहुंचाने वाली राइजिंग मेन लाइन लीकेज हो गई है। भाठागांव चौक के पास बुधवार रात से पानी बह रहा है। जल विभाग के अफसरों ने देखा कि सड़क के बीच से गुजर रही 1400 एमएम व्यास की पाइपलाइन से ही पानी आ रहा है। आशंका जताई कि पाइपलाइन कहीं से लीक हो गई है या फिर जोड़ खुल गया है। इसकी मरम्मत के लिए छह-सात फीट गहराई तक खुदाई के लिए निगम को बड़ी पोकलेन मशीन का उपयोग करना होगा। खुदाई के कारण पूरी सड़क बंद करने से इस रोड से भाठागांव की कनेक्टिविटी बंद हो जाएगी। महापौर पहुंची निरीक्षण के लिएपाइपलाइन की मरम्मत के लिए 10 घंटे का बड़ा ब्लॉक किया जाना है। इससे आधी से ज्यादा आबादी को पानी नहीं मिलेगा। वहीं बड़ी आबादी के लिए रोड ब्लॉक हो जाएगी। इसे देखते हुए महापौर मीनल चौबे भाठागांव पहुंची। उन्होंने लीकेज वाली जगह का निरीक्षण किया और अफसरों को निर्देश दिया कि कम से कम समय लेते हुए मरम्मत का काम पूरा किया जाए। इस दौरान उन्होंने वहीं पर नाली निर्माण के दौरान क्षतिग्रस्त हुई पाइपलाइन को भी जल्द ठीक करने के लिए कहा। पाइपलाइन की मरम्मत की वजह से पानी की दिक्कत हुई तो टैंकरों से पानी की सप्लाई की जाएगी।
पीएयू स्कूल की टीचर रुमानी आहूजा टीचर्स एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित
भास्कर न्यूज | लुधियाना पीएयू स्कूल की टीचर रुमानी आहूजा को उनकी उत्कृष्ट शिक्षण सेवाओं और नवाचारी शिक्षण पद्धतियों के लिए टीचर्स एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह समारोह वीरवार को मोहाली के सेक्टर 88 स्थित मानव मंगल स्मार्ट स्कूल में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राज्यसभा सांसद और चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सरदार सतनाम सिंह संधू रहे। यह पुरस्कार मानव मंगल ग्रुप ऑफ स्कूल्स और डॉ. जीसी मिश्रा मेमोरियल एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट की संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य ऐसे शिक्षकों को सम्मानित करना है जो शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दे रहे हैं। रुमानी आहूजा अपना योगदान क्लास और लोकप्रिय यूट्यूब चैनल के माध्यम से देती है। साथ ही वे स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के लिए सेमिनार और वर्कशॉप भी करती हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने एनजीओ के सहयोग से शैक्षणिक पहुंच कार्यक्रम चलाए और बच्चों के लिए रचनात्मक परियोजनाएं शुरू कीं। उनके इन प्रयासों से न केवल छात्रों की शिक्षा को समृद्ध किया, बल्कि समाज में गणित और शिक्षा के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित किया। यह सम्मान उनके समर्पण और नवाचार की सच्ची पहचान है। रुमानी आहूजा को टीचर्स एक्सीलेंस अवॉर्ड से सम्मानित किया।
किसान मंडियों में सूखा और 17 प्रतिशत से कम नमी वाला धान ही लेकर आएं
भास्कर न्यूज | लुधियाना जिले में 16 सितंबर से धान खरीद शुरू होगी। डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने किसानों से अपील की है कि वे मंडियों में केवल 17% या उससे कम नमी वाला सूखा धान ही लेकर आएं। उन्होंने कहा कि इससे खरीद सीजन के दौरान संचालन संबंधी दिक्कतें नहीं आएंगी और प्रक्रिया तेजी से पूरी हो सकेगी। डीसी ने यह भी आदेश दिए कि कम्बाइन हार्वेस्टर केवल सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक ही खेतों में चलेंगे। तय समय से बाहर कटाई करने पर मशीनें जब्त होंगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी। डीसी जैन ने कहा कि सरकार किसानों की मेहनत की पूरी कद्र करेगी और हर एक दाने की खरीद सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने खाद्य विभाग, नागरिक आपूर्ति और मंडी बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया कि मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए सभी इंतजाम पूरे हों। जिले की 108 अनाज मंडियों और 79 अस्थायी मंडियों में साफ-सफाई, पीने का पानी, शेड, पंखे, रोशनी और टॉयलेट की सुविधाएं दुरुस्त रखी जाएंगी। उन्होंने कहा कि किसान मंडियों में बिना परेशानी के अपनी उपज बेच सकें, इसके लिए प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस बार भी पंजाब सरकार पूरी तत्परता से हर किसान की फसल खरीदेगी। खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और व्यवस्थित ढंग से पूरा किया जाएगा। डीसी ने कहा कि किसानों के हितों की सुरक्षा सरकार की पहली प्राथमिकता है और प्रशासन मंडियों में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आने देगा।
मेडिकल वेस्टेज को जमीन में दबाने का कानाटाड़ के ग्रामीणों ने किया विरोध
भास्कर न्यूज | गिद्दी रामगढ़ जिला के केंटोनमेंट बोर्ड वार्ड नंबर एक स्थित कानाटाड़ में लगभग दो माह पहले गिराए गए मेडिकल वेस्टेज को दबाने कुछ लोग गुरुवार को जेसीबी लेकर पहुंचे। गिराए गए मेडिकल वेस्टेज को हटाने की बजाय गांव में ही जमीन के अंदर दबाने की खबर पाकर गांव के सैकड़ों ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। इस दौरान मेडिकल वेस्टेज को जमीन में दबाने पहुंचे हेसला गांव के कुछ लोगों एवं ग्रामीणों में नोक-झोंक हो गई। बाद में सूचना मिलने पर रामगढ़ पुलिस की पीसीआर टीम कानाटांड़ गांव पहुंच मामले की जानकारी ली और मामले को शांत कराया। इस दौरान रामगढ़ पुलिस को भी ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। कानाटांड़ के ग्रामीणों में पुलिस का खौफ भी दिखाई दे रहा था। नाम नहीं छापने की शर्त पर ग्रामीणों ने कहा कि अखबार में नाम दे देने पर पुलिस मेडिकल वेस्टेज हटाने की बजाय उन्हें ही तंग करेगी। ग्रामीणों ने रामगढ़ पुलिस पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। ग्रामीणों ने कहा कि रामगढ़ पुलिस को 40 दिन पहले कुछ लोगों द्वारा गांव में गिराए गए मेडिकल वेस्टेज को हटवाने एवं मेडिकल वेस्टेज से हो रही परेशानी से अवगत कराया गया था। परंतु रामगढ़ पुलिस एक बार भी देखने नहीं पहुंची। गुरुवार को हेसला गांव के एक प्रभावशाली व्यक्ति के फोन करने पर तुरंत कानाटांड़ पहुंच गई। ग्रामीणों ने रामगढ़ पुलिस पर ग्रामीणों का मोबाइल छिनने एवं डराने का आरोप भी लगाया है। भास्कर न्यूज | रामगढ़ शहर के वार्ड संख्या 5 के विद्यानगर में भारी बारिश से मुख्य प्रवेश सड़क के किनारे गार्डवाल के नीचे से मिट्टी निकल जाने की वजह से करीब 7 फीट का गड्ढा हो गया है। इससे मुहल्ले वासियों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आजसू के नगर सचिव नीरज मंडल ने विद्यानगर के वासियों की समस्याओं को प्रतिनिधि मंडल के साथ छावनी परिषद के सीईओ अनंत आकाश से मुलाकात कर मांग पत्र सौपा। उन्होंने अपने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करे। ताकि कोई घटना नहीं हो सके। बताया गया कि यह मुख्य सड़क विद्या नगर से छोटकी मुर्राम से होते हुए बाजार टांड़ तक जाती है। मिट्टी निकलने से कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना होने की संभावना है। प्रतिनिधि मंडल में नीरज मंडल, रामकुमार साहू, प्रदीप चक्रवर्ती उर्फ सपन, नरेन्द्र कुमार शामिल थे। जबकि, मुहल्ले में निरीक्षण के दौरान ओपी शर्मा, आर प्रसाद, शंभू प्रसाद, डॉ. अक्षय कुमार, महेश प्रसाद सिन्हा, नारायण साव, आरती साहू, एकता प्रसाद, रीना देवी, सरयू प्रसाद, मुख्तार प्रसाद, संतोष कुमार, विपिन कुमार आदि मौजूद थे।
जीवित्पुत्रिका व्रत का नहाय खाय कल 14 को व्रत, 15 को सुबह 6.27 बजे पारण
प्रदीप राज|रामगढ़ वाराणसी व हरिहर श्रीहृषिकेश पंचांग और श्री महावीर पंचांग के अनुसार ही जीवित्पुत्रिका व्रत और पूजन होगी। 14 सितंबर दिन रविवार की संध्या बेला में जीवित्पुत्रिका (जिउतिया) व्रत व पूजन होगी। जबकि, 15 सितंबर दिन सोमवार की प्रातः 6:27 के बाद व्रत का पारण किया जाएगा। इस व्रत करने वाली महिलाएं 13 सितंबर दिन शनिवार को नहाय खाय की विधि करेगी। क्योंकि, उदयातिथि के धारण के अनुसार 14 सितंबर को व्रत करने की बात कही जा रही है। इस व्रत को लेकर असमंजस की स्थिति बनी है। लेकिन, उदयातिथि में व्रत व पर्व मनाया जाता है। इसलिए व्रत की तिथि को लेकर कोई संशय की स्थिति नहीं होनी चाहिए। 14 सितंबर को ही उपवास रखकर जीवित्पुत्रिका व्रत और पूजन करना चाहिए। पंचांग तिथि पर ही व्रत करना चाहिए : संजयेंद्र गुरु रामगढ़ मेन रोड के मां विघ्नहरणेश्वरी मंदिर के पुजारी पंडित आचार्य संजयेंद्र गुरु ने बताया कि प्रतिष्ठित नित्यकर्म प्रकाश पुस्तक में स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है, कि सप्तमी की रात अथवा अष्टमी की रात में जिस दिन अष्टमी तिथि मिले। उसी दिन जीवित्पुत्रिका का व्रत करना चाहिए। इस तरह पंचांग में निर्देशित तिथि के अनुसार ही जीवित्पुत्रिका व्रत को करने से ही अभीष्ट फलप्रद होगा।
पतरातू दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष बने चुन्नीलाल
मगनपुर | गोला प्रखंड क्षेत्र के बेटुलकला पंचायत के पतरातू गांव में गुरुवार को ग्रामीणों की बैठक हुई। अध्यक्षता अशोक कुमार चक्रपाणि व संचालन पंसस पटेल महतो ने किया। इस दौरान दुर्गा पूजा धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया गया। इसे लेकर कमेटी का गठन किया गया। सर्वसम्मति से चुन्नीलाल महतो को कमेटी का अध्यक्ष, सुंदरलाल करमाली को सचिव व पंसस पटेल महतो को कोषाध्यक्ष बनाया गया। साथ ही दर्जनों को सदस्य बनाए गए। जिसने जल्द से जल्द मंदिर की साफ सफाई व चंदा एकत्रित करने का निर्णय लिया गया। मौके पर सर्वेश्वर महतो, गुलेश्वर महतो, राजेश्वर महतो, दानेश्वर महतो, विशेश्वर ठाकुर, नरेश महतो, दिलीप कुमार महतो, कार्तिक महतो, बंधु विद्यासागर, मोतीलाल महतो, गंभीर महतो, गौतम महतो, हिरालाल महतो, सुभाष महतो, पन्नालाल महतो, नारायण महतो, राजू महतो, छत्रधारी महतो सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।
आदिवासी नेता सूर्या हांसदा के एनकाउंटर का विरोध, भाजपाइयों ने किया आक्रोश प्रदर्शन
भास्कर न्यूज|रामगढ़ आदिवासी नेता सूर्या हांसदा के एनकाउंटर राज्य सरकार के इशारे पर करने का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर भाजपा छावनी मंडल के तत्वावधान में गुरुवार को शहर में आक्रोश मार्च निकाला गया। मंडल अध्यक्ष सूर्यवंश श्रीवास्तव के नेतृत्व में आक्रोश मार्च शहर के बिजुलिया स्थित हनुमान मंदिर परिसर से निकाला गया। जहां से नगर भ्रमण करते हुए भाजपा नेता हेमंत सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए अनुमंडल कार्यालय पहुंचे। जहां भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जोरदार ढंग से आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया। मौके पर प्रदेश भाजपा नेता राकेश प्रसाद ने कहा कि हेमंत सरकार के कार्यकाल में राज्य की स्थिति दिनोंदिन बदतर होती जा रही है। अपराधियों व बिचौलियों ने सरकारी तंत्र पर कब्जा जमा लिया है। कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं है। हेमंत सरकार को आदिवासी विरोधी बताते हुए भाजपा नेताओं ने कहा कि आदिवासी नेता को पुलिस द्वारा एनकाउंटर के नाम पर नृशंस हत्या की गई है। भाजपा नेताओं ने प्रदर्शन के बाद बीडीओ को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपते हुए मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।आक्रोश प्रदर्शन में मुख्य रूप से मंडल अध्यक्ष सूर्यवंश श्रीवास्तव, इलारानी पाठक, भाजपा जिला मीडिया प्रभारी राजीव रंजन प्रसाद, उमेश प्रसाद, शिवकुमार महतो, शीतल सिंह, ब्रजेश पाठक, सुशांत पांडेय, ऋषिकेश सिंह, कुनाल दास, मिथिलेश मंडल, राजेश ठाकुर, अभिषेक चौधरी, अरविंद सिंह, तरुण साव, संजय अग्रवाल सहित कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता शामिल थे।
सर्वोदय समाज ने मनाई विनोबा भावे की जयंती
रामगढ़ | जिला पेंशनर समाज के कार्यालय में गुरुवार को सर्वोदय समाज द्वारा आचार्य विनोबा भावे की जयंती मनाई गई। जयंती सभा की अध्यक्षता पेंशनर कल्याण के जिलाध्यक्ष आशुतोष कुमार सिंह ने किया। सर्वप्रथम सदस्यों द्वारा विनोबा भावे के चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। सभा को संबोधित करते हुए बलराम सिंह, डॉ. भोगनाथ ओहदार, वृंदावन सिंह, पन्ना लाल राम, राजू विश्वकर्मा, विश्वनाथ प्रसाद, जनार्दन मानकी और अध्यक्ष आशुतोष सिंह ने सर्वोदय समाज के संस्थापक भूदान आंदोलन करनेवाले, स्वतंत्रता संग्राम के सिपाही, राष्ट्रीय अध्यापक, समाज सुधारक भारत रत्न विनोबा भावे के व्यक्तित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। सभा में मुख्य रूप से विश्वनाथ प्रसाद, दिलीप साहा, अशोक गुप्ता, रामप्रसाद महतो, दुधेश्वर महतो, बसंत महतो, राजू विश्वकर्मा सहित कई पेंशनर शामिल थे।
दुलमी में सांप काटने से ग्रामीण की मौत
दुलमी | दुलमी अंचल क्षेत्र के ईचातु पंचायत निमियाटोला निवासी राजू महतो (47 वर्ष) की मौत जहरीले सांप के काटने से हो गई। जानकारी के अनुसार, राजू महतो देर शाम घर के समीप सड़क के किनारे बैठे हुए थे। इसी दौरान उन्हें करंट साँप ने काट लिया। जिसकी जानकारी जब परिजनों को हुई तो उसे रामगढ़ सदर अस्पताल ले गए। जहां से उन्हें रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। जहां उनकी मौत हो गई। रामगढ़ | रामगढ़ पुलिस ने हजारीबाग न्यायालय से जारी गिरफ्तारी वारंट पर कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि कंप्लेंट केस संख्या 3232/2022 के आरोपी रामबाबू साव को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने आरोपी को विकास नगर से पकड़ा, और उसे न्यायिक हिरासत में हजारीबाग भेज दिया।
उठाव के िलए िकया पत्राचार : डीएस
भास्कर न्यूज |रामगढ़ जिले के सदर अस्पताल के कूड़ेदान में गंदगी का ढेर लग गया है। प्रतिदिन नियमित कचड़ा उठाव के अभाव में मेडिकल वेस्ट एरिया (कूड़ेदान) से कचड़ा सड़क तक आ गया है। इससे दुर्गंध उठ रही है। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश के बाद कचरे के ढेर से उठ रहे दुर्गंध से हॉस्पिटल कॉलोनी में रहनेवाले स्वास्थ्यकर्मियों सहित मरीजों का बुरा हाल है। वहीं कचरे के अंदर से बह रहा गंदा पानी से लोगों को गुजरना पड़ रहा है। जिससे आसपास ब्लड बैंक में कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों व अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे लोगों में संक्रमण फैलने का भय बना हुआ है। अस्पताल के कूड़ेदान में जमी गंदगी को लेकर सिविल सर्जन डॉ. महालक्ष्मी प्रसाद ने मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अजमल हुसैन को पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने संक्रमण फैलने के खतरा को देखते हुए नियमित रूप से कचड़ा उठवाने की मांग की है। इस संबंध में सिविल सर्जन ने बताया कि मेडिकल व जनरल वेस्ट को अलग-अलग पॉलिथीन में डालने के बावजूद नगर परिषद के सफाईकर्मी कचड़ा उठाने में आनाकानी करते हैं। जिले के सदर अस्पताल में भुरकुंडा से अपने बुजुर्ग पिता का इलाज कराने आए भुरकुंडा निवासी महेश प्रसाद ने बताया कि यहां कचरे के ढेर से उठ रही दुर्गंध से मरीजों का बुरा हाल है। हम पिता के इलाज कराने आये थे, लेकिन लगता है यहां से हम खुद बीमार हो जाएंगे। उन्होंने अस्पताल प्रबंधन से सदर अस्पताल में जमे गंदगी को हटवाने की मांग की है। सदर अस्पताल के डीएस डॉ. हरेन चंद्र महतो ने बताया कि नियमित रूप से कचरे के उठाव के लिए नगर परिषद को सिविल सर्जन कार्यालय से पत्राचार किया गया है। डीएस ने यह भी कहा कि नगर परिषद का कहना था कि मेडिकल वेस्ट को रेड व जनरल वेस्ट को काले पॉलिथीन में दें। जिसपर पहल भी की गई है। इसके बावजूद नियमित रूप से कचरे का उठाव नहीं किया रहा है।
कोटक महिंद्रा बैंक में नकली नोट जमा करवाने का मामला दर्ज
भास्कर न्यूज़ | लुधियाना दरेसी थाना क्षेत्र में नकली नोट जमा कराने का मामला सामने आया है। सुन्दर नगर स्थित कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर सनी कुमार ने कमिश्नर दफ्तर को शिकायत दी कि एक ग्राहक 59,300 रुपए जमा करवाने आया था। गिनती और जांच के दौरान 100-100 रुपये के दो नोट नकली पाए गए। बैंक प्रबंधन ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। शिकायत के आधार पर दरेसी थाने की पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जांच अधिकारी दविंदर सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान अभिषेक शर्मा निवासी मोहाली के रूप में हुई है। आरोपी लुधियाना स्थित शाखा में पैसे जमा करवाने आया था। फिलहाल, नकली नोट कहां से आए और इसके पीछे किसी बड़े गिरोह की संलिप्तता है या नहीं, इसकी जांच चल रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की पुष्टि के बाद ही आगे की कार्रवाई होगी। यदि आरोपी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे। जांच अधिकारी ने बताया कि इस तरह के मामलों में प्रावधान बेहद कड़े हैं और दोषी पाए जाने पर कठोर सजा हो सकती है। नकली नोट मिलने की घटना से बैंक प्रबंधन और ग्राहकों में सतर्कता बढ़ गई है। पुलिस अब इस बात की पड़ताल कर रही है कि आरोपी के पास ये नोट कहां से आए और क्या वह किसी संगठित नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
दुर्गा पूजा में स्वच्छता पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
लातेहार | सचिव संतोष कुमार सिंह ने बताया कि महोत्सव के दौरान पूजा पंडाल व इसके आसपास के क्षेत्र को साफ एवं स्वच्छ बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इस दौरान स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरुक भी किया जाएगा। इसके लिए समिति ने विशेष योजना बनाई है। नगर पंचायत विभाग ने भी इसमें सहयोग का भरोसा दिलाया है। वहीं 2026 में पूजा समिति के 75 वर्ष पूरे होने पर दुर्गा पूजा महोत्सव को और भी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस दौरान पूजा पंडाल समेत पूरे स्टेशन क्षेत्र को आकर्षक तरीके से सजाया जाएगा। मेला समेत कई बड़े आयोजन किए जाएंगे।
आक्रोश प्रदर्शन में पूर्व विधायक शामिल
चंदवा | परियोजना प्लस 2 उच्च विद्यालय सासंग में गुरुवार को ट्राई, भारत सरकार के सौजन्य व रांची की संस्था प्रगति एजुकेशनल एकेडमी ने टेलीकॉम उपभोक्ता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया । इसमें सैकड़ों छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध और डिजिटल इंडिया के बढ़ते प्रभाव और खतरों के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य पंकज यादव, संस्था की मुख्य कार्यकारी अधिकारी बबिता कश्यप और प्रोग्राम मैनेजर डॉ. विकास चतुर्वेदी ने संयुक्त रूप से दीप जला कर किया। लातेहार | उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता की अध्यक्षता में गुरुवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक हुई। बैठक में सड़क दुर्घटना, वज्रपात से मानव एवं मवेशियों की मौत, डोभा, नदी, जलाशयों में डूबने से हुई मौत, सर्पदंश से संबंधित आवेदनों पर विचार विमर्श किया गया। उपायुक्त ने समीक्षा के क्रम में सड़क दुर्घटना में चतरा एवं डूबने से हुई मौत के मामले में पलामू जिला से संबंधित भुगतान अब तक नहीं होने की स्थिति पर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार को संबंधित जिलों से प्रतिवेदन प्राप्त कर उपायुक्त कार्यालय को सूचित करने का निर्देश दिया। वहीं प्राप्त 135 में समिति ने 134 आवेदनों की अनुशंसा की।
20 वाहन चालकों से 40500 रु. जुर्माना वसूला
लातेहार| उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता के निर्देश पर डीटीओ उमेश मण्डल और पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) संजीव कुमार मिश्रा के नेतृत्व में गुरुवार को लातेहार थाना क्षेत्र में विशेष वाहन जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान दोपहिया वाहनों की गहन जांच की गई। अभियान में 56 वाहनों की जांच की गई, जिनमें से 20 वाहन चालकों पर मोटरयान अधिनियम के उल्लंघन के मामले में चालान काटा गया। विभाग द्वारा 40,500 जुर्माना राशि वसूली गई। जांच के दौरान बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों को हिदायत दी गई।
संपत्ति विवाद हो सकता है कारण:पति-पत्नी, बेटा-बेटी की हत्या एक ही गड्ढे में दफना दिया शव
खरसिया ब्लॉक के ठुसेकेला के राजीवनगर मोहल्ला में पति-पत्नी और बेटे-बेटी की हत्या मंगलवार रात कर दी गई। हत्यारे ने चारों के शव को दफनाने के लिए घर के पीछे बाड़ी में तीन फीट गहरा गड्ढा खोदा। बच्चों को सबसे पहले दफनाया, उसके ऊपर पिता का शव रख दिया। आखिर में महिला के शव को दफना दिया। घर के लोगों ने उनसे संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं होने पर गुरुवार सुबह गांववालों को फोन लगाकर बात कराने को कहा गया। तब हादसे की जानकारी हुई। हत्या की वजह संपत्ति विवाद होने की आशंका जताई जा रही है। घटना की जानकारी खरसिया चौकी प्रभारी ने उच्चाधिकारियों को दी गई। पुलिस की टीम, फॉरेसिंक और डॉग स्क्वायड की टीम पहुंची। घर के पीछे बाड़ी जहां बदबू आ रही थी वहां खोदा गया। जहां एक की गड्ढे में पति-पत्नी और दोनों बच्चों का शव मिला। पुलिस ने पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की जानकारी के बाद डॉग स्क्वॉयड की टीम मौके पर पहुंची। खोजी डॉग रूबी घटनास्थल पर मिली कुल्हाड़ी को सूंघकर पहले गांव के रास्ते मृतक की बुआ के घर के पास बैठी। फिर गांव के तालाब के पचरी पहुंची। उसके बाद उसी मार्ग से एनएच मार्ग से बोतल्दा रॉक गार्डन जाने वाले मार्ग तक पहुंची। प्रतिरोध का कोई निशान नहीं, नींद में हत्या का शक घरघोड़ा के ग्राम चांटीगुड़ा निवासी बुधराम उरांव (40) अपना गांव छोड़कर पत्नी सहोद्रा उरांव (35), बेटा अरविंद (12), बेटी शिवांशी (6) के साथ खरसिया के ग्राम ठुसेकेला में रहकर मजदूरी करता था। उसकी बड़ी बेटी बुआ के यहां कोतरलिया में रहकर पढ़ाई करती है। उसके पैतृक गांव में उसके नाम जमीन है। उसका कुछ हिस्सा किसी प्लांट में निकला है। पुलिस को आशंका है कि इसी संपत्ति को लेकर विवाद में बुधराम उरांव के परिवार की सामूहिक हत्या कर दी गई होगी। पुलिस मान रही है कि हत्या कुल्हाड़ी और लोहे के रॉड से की गई है। प्रतिरोध का भी कोई निशान नहीं होने पर यह भी आशंका है कि चारों को नींद में ही मार डाला गया है। हत्या में कोई करीबी या पारिवारिक सदस्य का हाथ हो सकता है। पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है। एसडीओपी प्रभात पटेल के अनुसार, जमीन व संपत्ति विवाद अहम कारण माना जा रहा है। अन्य पहलुओं पर भी जांच की जा रही है। घर का दरवाजा मंगलवार रात से ही बंद था एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि सामूहिक हत्या से जुड़े हर पहलू की बारीकी से जांच की जा रही है। मंगलवार को कोई परिचित उनके यहां आया था। फिलहाल उसकी पहचान नहीं हो पाई। इसकी जांच की जा रही है। मंगलवार की रात ही अनहोनी की आशंका है। पड़ोसियों के अनुसार दो दिनों से घर का दरवाजा बंद है। दरअसल गांव के अधिकांश लोग श्रमिक वर्ग के हैं। इसलिए शाम को उनकी एक-दूसरे से मुलाकात होती है।
लातेहार के नए थाना प्रभारी बने रामाकांत गुप्ता
भास्कर न्यूज | लातेहार सदर थाना क्षेत्र में युवती के साथ दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया है। घटना बुधवार देर शाम की है। जानकारी के अनुसार युवती जिला मुख्यालय से पैदल ही गांव लौट रही थी। इसी दौरान केंद्रीय विद्यालय के पास युवती ने बाइक से गुजर रहे दो युवकों से लिफ्ट मांगी। आरोपी सोनू ठाकुर पिता शंभू नाथ ठाकुर और राहुल ठाकुर पिता विजय ठाकुर (दोनों लाली, मनिका) धर्मपुर स्थित अपने सैलून को बंद कर बाइक से ससुराल गोवा गांव जा रहे थे। लिफ्ट देने के बहाने दोन आरोपी युवती को उसके गांव ले जाने के बजाय उदयपुरा के जंगल में ले गए और दुष्कर्म किया। उसे उसी हालत में छोड़कर वहां से फरार हो गए। किसी तरह साहस जुटाकर पीड़िता सीधे लातेहार महिला थाना पहुंची और घटना की जानकारी दी। युवती के आवेदन पर मामला दर्ज किया गया। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी कुमार गौरव के निर्देश पर एसडीपीओ अरविंद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। टीम में सदर थाना प्रभारी रमाकांत गुप्ता और महिला थाना प्रभारी दीपाली महली शामिल थीं। पुलिस ने छापामारी कर दोनों आरोपियों को मनिका थाना क्षेत्र के लाली गांव से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार दोनों आरोपी आपस में चचेरे भाई हैं। महिला थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस पीड़िता का मेडिकल जांच कराकर अग्रेतर कार्रवाई में जुट गई है। लातेहार | लातेहार थाना के तत्कालीन प्रभारी थाना प्रभारी सुरेंद्र कुमार महतो को एसपी कुमार गौरव ने निलंबन कर दिया है। निलंबन के बाद रामाकांत गुप्ता को नए प्रभारी नियुक्त किया है। थाना प्रभारी नियुक्त होते ही रमाकांत गुप्ता ने अपना पदभार ग्रहण किया। सुरेंद्र कुमार महतो ने उसे अपना प्रभार सौंपा। पदभार ग्रहण करते ही रामाकांत गुप्ता ने दैनिक भास्कर से बातचीत में कहा कि थाना क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने और अपराध नियंत्रण रखना मेरी प्राथमिकता रहेगी। उन्होंने कहा कि आम लोगों के लिए थाना हमेशा खुला है। जो भी लोगों को कोई समस्याएं है, वह आकार संपर्क करें। समस्या का निराकरण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि थाना क्षेत्र में अपराध मुक्त बनाना मेरी प्राथमिकता रहेगी। भास्कर न्यूज | लातेहार शहर के बीएसएनएल टावर के समीप सोनभवन में संचालित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के द्वारा स्थानीय शाखा में तनाव मुक्त और नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर फूलों जनों मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के लेक्चरर डॉ. पीयूष रंजन ने व्याख्यान दिया। उन्होंने राजयोग पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित लोगों को खुशी और आनंद का अनुभव कराया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. रंजन जेल जाकर लगभग 450 कैदियों से भी मिले और उन्हें राजयोग का अभ्यास कराया। कैदियों ने कुछ समय के लिए यह भूल गए कि वे कैदी हैं, आत्मिक शांति और सच्ची खुशी का अनुभव किया। सभी ने नशा से दूर रहने का संकल्प भी लिया। इस अवसर पर जेलर अरुण कुमार भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि दूसरे लोगों का अनुभव कैसा हुआ यह तो मैं नहीं जानता, परंतु मैंने स्वयं शांति और खुशी का व्यावहारिक अनुभव किया है। केंद्र संचालिका बीके अमृता बहन के प्रवचन से कैदियों की आंखें भर आईं। तत्पश्चात राजयोग अभ्यास कराया गया, जिससे सभी के चेहरे पर शांति और प्रसन्नता झलक उठी। इसी क्रम में बीएस कॉलेज में भी डॉ. पीयूष रंजन ने लगभग 200 छात्रों को राजयोग के माध्यम से सफलता के सूत्र बताए।
पाटन के बच्चों के बीच शिक्षण सामग्री का वितरण
पाटन| राम विद्यालय पाटन में प्रिंसिपल भारती गुप्ता व प्रबंधन समिति की अध्यक्ष देवंती कुंवर द्वारा विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों के बीच शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया। इसमें प्रत्येक बच्चे को 5 कलम, 5 पेंसिल, 3 रबर एवं 3 कटर दिए गए। इस मौके पर प्रिंसिपल भारती गुप्ता ने कहा कि विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक 638 बच्चे अध्ययनरत हैं। गुरुवार को 250 बच्चों के बीच शिक्षण सामग्री का वितरण किया गया है। शेष विद्यार्थियों के बीच अगले दिन सामग्री वितरित कर दी जाएगी। हमारा उद्देश्य है कि सभी बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके और वे पढ़ाई में किसी भी तरह की कठिनाई महसूस न करें। मौके पर शिक्षक राम लाल महतो, विपिन कुमार रवि, कुमारी अरूणा, रामाधार राम, उमेश कुमार समेत आदि थे।
बच्चों की नियमित उपस्थिति व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर
भास्कर न्यूज | पाटन पाटन के उम विद्यालय बसदह में प्रिंसिपल हरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में शिक्षक-अभिभावक की बैठक हुई। इसमें सीआरपी उपेंद्र राम उपस्थित रहे। बैठक के दौरान विद्यालय के शैक्षणिक वातावरण, बच्चों की पढ़ाई, अनुशासन और उनकी उपस्थिति को लेकर चर्चा हुई। प्रिंसिपल हरेंद्र सिंह ने कहा कि विद्यालय की गुणवत्ता सुधारना शिक्षक और अभिभावक दोनों की संयुक्त जिम्मेदारी है। बच्चों की नियमित उपस्थिति और पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। वहीं बैठक में शामिल अभिभावकों ने कहा कि विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई और अनुशासन बेहतर हो रहा है। शिक्षक समय पर आते हैं और बच्चों को ध्यान से पढ़ाते हैं। अभिभावक भी अपने स्तर से बच्चों की पढ़ाई पर निगरानी रखेंगे। सीआरपी उपेंद्र राम ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए विद्यालय और बच्चों की प्रगति में सहयोग बनाए रखने की अपील की। मौके पर दर्जनों अभिभावक मौजूद थे।
फसल बर्बाद होने का डर... किसान बोले- सुबह से ही काम छोड़कर खाद लेने आते हैं, पर बंद रहता है पैक्स
भास्कर न्यूज | छतरपुर छतरपुर की पुलिस ने बिहार जा रही अवैध रूप से शराब और बियर की पेटियां लदी एक ट्रक को पकड़ा। हालांकि पुलिस का कहना है िक पकड़ी गई शराब और बियर को झारखंड सरकार के लाइसेंसधारी ठेकेदार ने सही बताया है और कागजात शुक्रवार को देने की बात कही है। जानकारी के अनुसार गुरुवार की दोपहर लगभग 12 बजे फोरलेन नेशनल हाइवे 139 पर बिहार की ओर जा रही एक टेलर को रोका और तलाशी ली गई। टेलर में आगे और पीछे चावल की बोरियों के बीच में िछपाकर शराब और बियर की पेटियां रखी थी। पुलिस ने शराब को जब्त कर लिया। चावल की बोरियों को उतार कर थाना परिसर में रखा गया जबकि शराब और बियर की पेटियों को थाना के अंदर रखा गया। झारखंड सरकार द्वारा ई लॉटरी के तहत राज्य में शराब की दुकान आवंटन की गई है। जिसमें स्पष्ट रूप से शराब बेचने की मात्रा को दर्शाते हुए कहा है कि किसी भी सूरत में दूसरे स्थान या राज्य में शराब की खेप बेची या परिवहन की जाती है तो उसे अवैध माना जाएगा। आवंटन दी गई अनुज्ञप्ति को तत्काल रद्द कर दिया जाएगा। बताया जाता है िक जो चावल की बोरियां ट्रक से मिले हैं वह भी जनवितरण प्रणाली की हैं। खाद लेने के लिए गुरुवार को कोटखास पैक्स बड़ी संख्या में िकसान पहुंचे थे। दारूडीह गांव के अमित कुशवाहा, कुंजबिहारी प्रसाद, संजय सिंह, जगबली सिंह, आरो देवी, ज्ञान्ती देवी और कुराईन पतरा की यशोदा देवी, नौडीहा की सुशीला देवी, हसीना बीबी समेत दर्जनों किसानों ने बताया कि खेती बारी के समय में जानबूझकर यूरिया खाद की किल्लत कर दी गई है। विगत एक सप्ताह से हमलोग यूरिया खाद के लिए कोटखास आ रहे हैं। लेकिन पैक्स भवन तो बंद ही रहता है। जिससे खाद लेने पहुंचे संबंधित पंचायत के किसानों को बैरंग वापस लौटना पड़ रहा हैं।
आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की
लुधियाना| यूनाइटेड साइकिल एंड पार्ट्स मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (यूसीपीएमए) के अध्यक्ष हरसिमरजीत सिंह लक्की ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर आयकर रिटर्न (आईटीआर) भरने की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की है। अपने पत्र में अध्यक्ष ने बताया कि पंजाब और अन्य राज्यों में आई हालिया बाढ़ के कारण आम जनता, उद्योगों और व्यापारियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। ऐसे हालात में बहुत से लोग समय पर अपने दस्तावेज तैयार करके आईटीआर फाइल करने में असमर्थ हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह प्रभावित लोगों को राहत देते हुए आईटीआर दाखिल करने की समय-सीमा में विस्तार करे, ताकि लोग बिना किसी दबाव के अपने कार्य पूरे कर सकें। अंत में, अध्यक्ष लक्की ने उम्मीद जताई कि वित्त मंत्रालय हालात की गंभीरता को समझते हुए इस संबंध में शीघ्र ही कोई सहानुभूतिपूर्ण और उचित निर्णय लेगा।
आर्म्स एक्ट का फरार आरोपी गिरफ्तार, भेजा जेल
कान्हाचट्टी| राजपुर थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बुधवार को झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय, चोरट में छात्राओं को पोक्सो एक्ट, डायल 112, डायल 108, डायल 1930 तथा साइबर अपराध से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में करीब 200 छात्राओं ने सहभागिता की। थाना प्रभारी ने छात्राओं को कानून की जानकारी से सशक्त बनने और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन का उपयोग करने की सलाह दी।इस अवसर पर विद्यालय की सभी शिक्षिकाएं और वार्डन गुड़िया कुमारी भी मौजूद थीं। जानकारी प्राप्त कर छात्राओं और शिक्षिकाओं में खासा उत्साह देखा गया। चतरा| सदर थाना पुलिस ने गुरुवार को आर्म्स एक्ट का एक फरार आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गिरफ्तार आरोपी बाबूलाल यादव सदर थाना क्षेत्र के लेम गांव का रहने वाला है। बताया जाता है कि बाबूलाल यादव के विरुद्ध सदर थाना में वर्ष 2007 में आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया गया था। इस मामला में वह लंबे समय से फरार चल रहा था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने उसे विकास भवन के पास से गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया।
मुखिया पति के साथ मारपीट करने का आरोप
भास्कर न्यूज | चतरा सूर्या हांसदा के कथित फर्जी एनकाउंटर के विरोध में भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को सदर प्रखंड मुख्यालय में एक दिवसीय आक्रोश धरना प्रदर्शन किया। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने सूर्या हांसदा को घर से उठाकर फर्जी मुठभेड़ का रूप दिया है।प्रदर्शन के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं ने सूर्या हांसदा को इंसाफ दो, फर्जी एनकाउंटर की सीबीआई जांच हो जैसे नारे लगाए। कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष सुबोध सिंह गुडू ने की, जबकि संचालन प्रदीप महतो ने किया।मुख्य अतिथि भाजपा जिला मंत्री चम्पा सबरी ने कहा कि झारखंड की हेमंत सरकार गूंगी बहरी और निकम्मी साबित हो रही है। राज्य में हत्या, लूट, डकैती की घटनाएं आम हो गई हैं और कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने कहा कि जनता समय आने पर इसका जवाब देगी।विशिष्ट अतिथि सुजीत जयसवाल ने सरकार पर किसानों की जमीन छीनने और स्वास्थ्य सेवाओं की अनदेखी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा जनता को कभी अनाथ नहीं होने देगी और भ्रष्टाचार की दलदल में फंसी झामुमो सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करेगी।इस मौके पर प्रदीप रावत, गोबिंद राम, संजय पांडेय, धर्मेंद्र शर्मा, सतेन्द्र सिंह, काली यादव, धर्मनाथ ठाकुर, सांसद प्रतिनिधि गोबिंद राम, नगर महामंत्री अमित राम सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।कार्यक्रम के अंत में राज्यपाल के नाम ज्ञापन प्रखंड के सीओ को सौंपा गया।
प्रतापपुर में आज जुटेंगे कांग्रेस के बड़े नेता
प्रतापपुर |कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान के तहत महाराष्ट्र के सांसद श्यामसुन्दर बर्बे, पूर्व विधायक पूर्णिमा सिंह, जेपीसीसी उपाध्यक्ष भीम कुमार और आदिवासी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जोसाई मार्डी समेत कई वरिष्ठ नेता आज प्रतापपुर पहुंचेंगे।यह कार्यक्रम राजा गढ़ स्थित आर.पी. शौण्डिक धर्मशाला में होगा, जहाँ जिले और प्रखंड के कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगे। सांसद श्यामसुन्दर बर्बे संगठन की मजबूती पर मार्गदर्शन देंगे और कार्यकर्ताओं से संवाद करेंगे। साथ ही चतरा जिला अध्यक्ष के चयन को लेकर रायशुमारी भी होगी। वरिष्ठ नेता बैठक के बाद पत्रकारों से प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। प्रखंड अध्यक्ष रकीबुल इमाम ने सभी कार्यकर्ताओं से सुबह 10 बजे कार्यक्रम में समय पर पहुँचने की अपील की है।
पीएम विश्वकर्मा योजना पर जागरूकता कार्यशाला आयोजित, 18 पारंपरिक व्यवसायों को मिलेगा लाभ
पत्थलगडा| गुरुवार को प्रखंड कार्यालय परिसर में भाजपा मंडल अध्यक्ष सतीश कुमार के नेतृत्व में एक दिवसीय जन आक्रोश प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल के नाम बीडीओ को ज्ञापन सौंपा। वरिष्ठ नेता दिनेश्वर भुईंया ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राजनीतिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की हत्या का सीबीआई जांच कराने एवं नगड़ी के रैयतों को रिम्स 2 के नाम पर छीनी जा रही जमीन किसानों को वापस दिलाने के लिए भाजपा संघर्ष कर रही है। राज्य की संवेदनहीन, भ्रष्टाचारी व निकम्मी हेमन्त सोरेन के सरकार से राज्य की स्थिति दिन ब दिन बतर होती जा रही है। राज्य में विधि व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। प्रखंड से लेकर जिले तक के अधिकारी बिना पैसा