हापुड़ में कार से स्टंटबाजी करने वालों पर कार्रवाई:यातायात पुलिस ने दो कार का काटा 31 हजार का चालान
हापुड़ में सड़क सुरक्षा को लेकर यातायात पुलिस ने सख्त रुख अपनाते हुए स्टंटबाजी करने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में चलती कारों की खिड़कियों से बाहर निकलकर खतरनाक स्टंट करते युवक दिखाई देने के बाद पुलिस ने तत्काल संज्ञान लिया। यह मामला हापुड़ सिटी कोतवाली क्षेत्र के बुलंदशहर रोड का है। वायरल वीडियो में दो अलग-अलग कारों में सवार युवक चलती गाड़ियों से बाहर निकलकर स्टंट करते नजर आए, जिससे न सिर्फ उनकी जान खतरे में थी, बल्कि सड़क पर चल रहे अन्य वाहन चालकों की सुरक्षा भी प्रभावित हो रही थी। वीडियो सामने आने के बाद यातायात पुलिस ने जांच शुरू की और शुक्रवार देर शाम दोनों वाहनों की पहचान कर ली। जांच में यातायात नियमों के उल्लंघन की पुष्टि होने पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत दोनों कारों का कुल 31 हजार रुपए का चालान किया गया। ट्रैफिक इंस्पेक्टर छविराम ने बताया कि सड़क पर इस तरह की लापरवाही और स्टंटबाजी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर अपराध है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। यातायात पुलिस ने युवाओं से अपील की है कि वे रोमांच के चक्कर में कानून का उल्लंघन न करें और स्वयं के साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यातायात नियमों का सख्ती से पालन करें।
बेटियों को सशक्त बनाने के लिए मिशन शक्ति अभियान:गाजियाबाद में मिशन शक्ति में 60 सशक्त महिला सम्मानित
UP सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत आयोजित “सशक्त नारी सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया, इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीडीओ रहे। सम्मान समारोह में कंपोजिट स्कूल डिडौली की टीचर अंजलि रानी ने कहा- लगातार बेहतर प्रयास कर और छात्राओं को जागरुक कर लगातार मिशन शक्ति अभियान को मजबूती से आगे बढ़ाया। बेटियों को सशक्त बनाने के लिए सरकार का यह सराहनीय कदम है। डीएम के आदेश पर हुआ कार्यक्रम DM रविंद्र मांदड के निर्देशन में हिंदी भवन लोहिया नगर गाजियाबाद में हर्षोल्लास एवं भव्यता के साथ संपन्न हुआ। विशिष्ट अतिथि के रूप में मुख्य अतिथि CDO अभिनव गोपाल, आईएमटी के प्रबंध निदेशक डॉ. मयंक अग्रवाल, ADM विवेक कुमार मिश्र, डीपीओ मनोज कुमार पुष्कर उपस्थित रहे। सभी अतिथियों ने नारी सशक्तिकरण को सामाजिक विकास की आधारशिला बताते हुए महिलाओं के योगदान की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम का आयोजन जिला प्रशासन, गाजियाबाद एवं रामराग लोक संस्कृति संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। रामराग लोक संस्कृति संस्थान से संरक्षक राजा सैफी, नगर कोषाध्यक्ष दीप्तिमान श्रीवास्तव सहित अन्य पदाधिकारियों ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया। 60 महिलाओं को मिला सम्मान कार्यक्रम के दौरान जिले के 11 विभागों से चयनित कुल 60 सशक्त महिलाओं को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इनमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, क्रीड़ा विभाग, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, नगर निकाय, स्वयं सहायता समूह, महिला एवं बाल संरक्षण इकाई सहित अन्य विभागों से जुड़ी महिलाओं को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए मंच से सम्मान प्रदान किया गया। इन सभी सशक्त नारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में कार्य कर समाज को नई दिशा देने का कार्य किया है।कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने के लिए सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ भी आयोजित की गईं। देश की जानी-मानी व अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त लोक गायिका कुमारी सोनम एवं अन्य कलाकारों की सशक्त प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और उपस्थित दर्शक भावविभोर हो उठे।
शाजापुर जिले में पांचवीं कक्षा के एक नाबालिग छात्र ने पांडूखोरा स्थित शिव मंदिर के पुजारी पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया है। पीड़ित छात्र ने अपने परिजन के साथ थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित छात्र के अनुसार, यह घटना 19 दिसंबर को दोपहर करीब तीन बजे हुई थी। वह अपने चाचा और उनके पिता के साथ पांडूखोरा शिव मंदिर गया था। मंदिर परिसर में बने कमरों में वे पुजारी शंकर गिरी से मिले। बच्चे से अकेले में पुजारी ने की गलत हरकत बातचीत के दौरान पुजारी ने पहले परिजन से उनका नाम-पता पूछा और फिर छात्र से उसकी पढ़ाई के बारे में सवाल किए। इसके बाद पुजारी ने छात्र के चाचा और उनके पिता को कमरे से बाहर भेजकर बच्चे से अकेले में बात करने को कहा। बच्चे को डराया और धमकाया गया आरोप है कि कमरे में अकेले होने पर पुजारी ने छात्र को डराया-धमकाया और उसके साथ अश्लील हरकत की। छात्र डर गया और रोने लगा। इसी दौरान बाहर से चाचा की आवाज आने पर वह रोता हुआ कमरे से बाहर आया और परिजन को पूरी घटना बताई। इसके बाद वे घर लौट आए, जहां छात्र ने अपने पिता और दादा को आपबीती सुनाई। आरोपी मुरैना का रहने वाला, पुलिस थाने ले गई घटना की जानकारी मिलने पर परिजन गांव के लोगों के साथ दोबारा मंदिर पहुंचे और आरोपी पुजारी से पूछताछ की। आरोपी की पहचान हरी शंकर शर्मा, पिता रामलखन शर्मा, निवासी ग्राम मिरघान, थाना दीमनी, जिला मुरैना के रूप में हुई है। इसी दौरान छात्र के चाचा ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी को थाने ले आई। पीड़ित छात्र अपने पिता, दादा और अन्य परिजनों के साथ थाने पहुंचा, जहां औपचारिक शिकायत दर्ज कराई गई। लालघाटी थाना प्रभारी अर्जुन सिंह मुजाल्दे ने बताया कि नाबालिग छात्र की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना पुलिस ने फर्जी लोन कंपनी का कर्मचारी प्रतिनिधि बनकर एक युवक को ब्लैकमेल कर करीब 12.50 लाख रुपए तथा एक आईफोन मोबाइल फोन हड़पने के मामले में एक आरोपी को किया है। ये है मामला 9 दिसंबर 2025 को ललित पारवानी ने चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाना में रिपोर्ट देकर बताया 2 सितंबर 2025 को मोबाइल पर लोन लेने संबंधी विज्ञापन पर क्लिक करने से नीम क्रेडिट नाम के मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड हुई। एप के माध्यम से उससे आधार कार्ड, पैन कार्ड, सेल्फी फोटो एवं पारिवारिक सदस्यों के मोबाइल नंबर सहित अन्य निजी जानकारियां ली गईं। इसके बाद आरोपी द्वारा स्वयं को लोन कंपनी का कर्मचारी बताकर वॉट्सऐप के जरिए संपर्क किया गया और कम क्रेडिट स्कोर का हवाला देकर पहले छोटी राशि का ऋण दिलवाया गया। समय पर भुगतान करवाकर का विश्वास जीता गया। धमकी देकर ऐंठे पैसे 27 अक्टूबर 2025 से अभियुक्त व उसके सहयोगियों द्वारा अलग-अलग वॉट्सऐप नंबरों से प्रार्थी को लगातार गाली-गलौच, जान से मारने की धमकी और उसकी पत्नी के अश्लील फोटो वायरल करने की धमकी दी जाने लगी। अभियुक्तों के पास पीड़ित व उसके परिवार की निजी जानकारी होने के कारण वह भय व मानसिक दबाव में आ गया। समाज में बदनामी और परिवार की प्रतिष्ठा के डर से प्रार्थी ने अभियुक्तों द्वारा बताए गए क्यूआर कोड व नकद माध्यम से अलग-अलग तिथियों में करीब 12.50 लाख रुपए अदा किए। इसके बावजूद ब्लैकमेलिंग जारी रही और अतिरिक्त पैसों की मांग की जाती रही। आरोपी ने एक आईफोन मोबाइल फोन भी हड़प लिया। आरोपी गिरफ्तार, पूछताछ जारी मामले की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी ईश्वरचन्द्र पारीक के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी साक्ष्यों एवं मानवीय सूचना के आधार पर आरोपी रौनक वीरवानी (31) पुत्र रवि वीरवानी निवासी अरिहंत नगर को गिरफ्तार किया गया।
कोंडागांव में धर्मांतरण के आरोप को लेकर ईसाई समुदाय और बजरंग दल के बीच विवाद हो गया। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। यह मामला माकड़ी थाना क्षेत्र के काटागांव का है। जानकारी के अनुसार, मसीह समाज से जुड़े कुछ लोग शुक्रवार को काटागांव में एक आदिवासी परिवार के घर पहुंचे थे। इसी दौरान आदिवासी समाज और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गए और धर्मांतरण कराने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। आरोपों के घेरे में आए लोग बोले- परिवार ने बुलाया आरोपों के घेरे में आए लोगों का कहना है कि उन्हें संबंधित परिवार ने ही अपने घर बुलाया था। हालांकि, जिस परिवार के घर ये लोग पहुंचे थे, उसके सदस्य तरुण कुंजाम ने इस बात से इनकार किया है कि उन्होंने किसी को बुलाया था। क्लर्क समेत 4 को पूछताछ के लिए थाने लाया गया इस मामले में धर्मांतरण कराने के आरोप में चार लोगों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया है। इनमें जल संसाधन विभाग में बाबू के पद पर पदस्थ अरुण कुमार चौहान, उनकी पत्नी दुलारी बाई, साली किरण पुजारी और एक मित्र संतोष कुमार कश्यप शामिल हैं। मामले की जांच जारी- तहसीलदार माकड़ी तहसीलदार अंकुर रात्रे ने बताया कि विवाद की सूचना पर कुछ लोगों को माकड़ी थाने लाया गया है। मामले की जांच की जा रही है। वहीं, अरुण कुमार चौहान ने कहना है कि मुझे बुलाया गया था, इसलिए मैं परिवार और मित्र के साथ वहां गया था। धर्म परिवर्तन कराने का कोई इरादा नहीं था। बजरंग दल ने की सख्त कार्रवाई की मांग इधर, तरुण कुंजाम ने कहा कि मैंने किसी को नहीं बुलाया। वे लोग खुद मेरे घर पहुंचे थे। घटना के बाद बजरंग दल और आदिवासी समाज के नेता थाने पहुंचे और आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने 25 दिसंबर को प्रस्तावित मसीह समाज की रैली का भी विरोध किया। 25 दिसंबर की रैली पर रोक की मांग आदिवासी समाज के युवा नेता छोटू सलाम ने कहा कि पुलिस सख्त कार्रवाई करे और 25 दिसंबर की रैली पर रोक लगाए, नहीं तो समाज आंदोलन करेगा। बजरंग दल के जिला संयोजक दया सागर उइके ने भी सभी आरोपियों पर केस दर्ज करने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।
रामपुर में एक पाकिस्तानी नागरिक महिला के खिलाफ सरकारी नौकरी से जुड़े गंभीर आरोपों में जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी। एसपी विद्यासागर मिश्र ने बीएसए कल्पना देवी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। महिला पर अपनी पाकिस्तानी नागरिकता छिपाकर शिक्षिका की सरकारी नौकरी हासिल करने का आरोप है। मामला नगर कोतवाली क्षेत्र की फरजाना से संबंधित है। जानकारी के अनुसार, फरजाना का निकाह 17 जून 1979 को पाकिस्तान के सिबगत अली से हुआ था। निकाह के बाद वह पाकिस्तान चली गईं। जहां उन्होंने पाकिस्तानी नागरिकता प्राप्त की। वहीं उनकी दो बेटियों का जन्म हुआ। करीब तीन वर्ष बाद पति से तलाक होने के बाद फरजाना अपनी दोनों बेटियों के साथ मायके रामपुर लौट आईं। बताया गया है कि फरजाना के खिलाफ वर्ष 1993 में स्थानीय खुफिया इकाई (LIU) द्वारा नगर कोतवाली में विदेशी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप था कि पाकिस्तानी वीजा की अवधि समाप्त होने के बावजूद वह रामपुर में रह रही थीं। जांच में यह भी सामने आया कि फरजाना ने 22 जनवरी 1992 को अपनी पाकिस्तानी नागरिकता का तथ्य छिपाकर शिक्षिका की नौकरी प्राप्त की थी। LIU की जांच में मामला उजागर होने के बाद उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। अब शासनादेश जारी होने के बाद बीएसए कल्पना देवी ने इस संबंध में पुलिस को तहरीर दी है। एसपी विद्यासागर मिश्र ने पुष्टि की है कि शिकायत के आधार पर फरजाना के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए शीघ्र ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
प्रदेश सरकार की ओर से फतेहाबाद और हिसार के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर की सेवाएं बर्खास्त कर दी गई है। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के अतिरिक्त मुख्य सचिव (एसीएस) सुधीर राजपाल की ओर से उनके बर्खास्तगी के ऑर्डर जारी किए गए हैं। जानकारी के अनुसार, डिपार्टमेंट की ओर से फतेहाबाद द्वितीय के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर धीरज खटक और हिसार के ड्रग कंट्रोल ऑफिसर अजय बिश्नोई की सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त करने के आदेश जारी किए गए हैं। मेडिकल संचालक ने बनाई वीडियो बताया जा रहा है कि टोहाना के नूर मेडिकल हाल के संचालक विक्की ने 50 हजार रिश्वत देने की वीडियो बनाई थी। इस प्रकरण में इन दोनों ऑफिसर के नाम सामने आए हैं। दोनों प्रोबेशन पीरियड पर थे। इस कारण दोनों की सेवाएं बर्खास्त की गई है। यह लिखा है ऑर्डर एसीएस सुधीर राजपाल की ओर से जारी किए गए लेटर में लिखा गया है कि इन दोनों ने असंतोषजनक कार्य और आचरण किया है। इस कारण इनको फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट के सर्ब आर्डिनेट ऑफिसेस (ग्रुप बी) सर्विस रूल्स 2018 के रूल 10(2) के तहत बर्खास्त किया गया है।
प्रतापगढ़ के फतनपुर थाना क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाने को लेकर हुए विवाद में दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर चले, जिसमें दोनों पक्षों से कुल चार लोग घायल हो गए। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह घटना शुक्रवार शाम करीब पांच बजे बीरपुर बाजार में हुई। ग्राम प्रधान ईश्वर चंद्र जायसवाल बिजली के खंभे पर सीसीटीवी कैमरा लगवा रहे थे। इसी दौरान खंभे के सामने रहने वाले डॉक्टर रवि जायसवाल ने कैमरे के स्थान को लेकर आपत्ति जताई। आपत्ति के बाद दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। दोनों ओर से लोग लाठी-डंडे और ईंट-पत्थर लेकर एक-दूसरे पर हमला करने लगे। इस मारपीट में ग्राम प्रधान ईश्वर चंद्र जायसवाल और डॉक्टर रवि जायसवाल सहित दोनों पक्षों के चार लोग घायल हो गए। मौके पर मौजूद किसी व्यक्ति ने इस पूरी घटना को अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, और यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है। घायलों को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गौरा में भर्ती कराया गया, जहां उनका उपचार चल रहा है। सूचना मिलते ही फतनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित किया। थाना अध्यक्ष मनीष कुमार त्रिपाठी ने बताया कि सीसीटीवी कैमरा लगाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था। पुलिस ने मौके से चार लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। तहरीर मिलने के बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
राजस्थान यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी ‘अरावली बचाओ मुहिम’ के समर्थन में खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने अरावली पर्वतमाला को लेकर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अरावली को नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश का राजस्थान की धरती पर पुरजोर विरोध किया जाएगा। निर्मल चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अरावली पर्वतमाला राजस्थान की जीवनरेखा है और इसके साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा- मोदी जी, अरावली पर्वतमाला पर हमला करने से पहले आपको मेरे जैसे राजस्थान के हजारों-लाखों वीर योद्धाओं की गर्दन धड़ से अलग करनी पड़ेगी। वीरांगनाओं की धरती से चेतावनी चौधरी ने कहा कि राजस्थान वह प्रदेश है जहां पर्यावरण संरक्षण के लिए मां अमृता बाई जैसी महान विभूतियों ने अपने प्राण न्योछावर किए। उन्होंने आरोप लगाया कि यदि किसानों, मजदूरों, युवाओं और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया तो एक पत्थर तक को छूने नहीं दिया जाएगा। #SaveAravalli से जुड़ने का आह्वान पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ने युवाओं और आमजन से #SaveAravalli अभियान से जुड़ने की अपील करते हुए कहा कि वह स्वयं प्रदेश के गांव-गांव और गली-गली जाकर अरावली पर्वतमाला को बचाने के लिए जनआंदोलन खड़ा करेंगे। आने वाली पीढ़ियों के भविष्य पर संकट निर्मल चौधरी ने चेताया कि अरावली का विनाश आने वाली पीढ़ियों के लिए गंभीर खतरा साबित होगा। उन्होंने कहा कि इसके नष्ट होने से बच्चों के विकलांगता और गंभीर बीमारियों के साथ जन्म लेने का खतरा बढ़ेगा। पेड़-पौधों और वन्यजीवों के सर्वनाश का आरोप उन्होंने कहा कि अरावली पर्वतमाला के खत्म होने से लाखों-करोड़ों पेड़-पौधे और वन्यजीव-जंतु नष्ट हो जाएंगे। चौधरी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंद लोगों की जेब भरने के लिए प्रकृति की बलि दी जा रही है। युवाओं से निर्णायक लड़ाई का आह्वान चौधरी ने कहा कि भारत का भविष्य युवाओं के कंधों पर टिका है। अगर आज युवा मजबूती से सामने नहीं आए, तो आने वाली पीढ़ियों को कोई जवाब नहीं दे पाएंगे। सरकार से प्रदेशवासियों के हित में निर्णय की मांग अपने वक्तव्य के अंत में उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि प्रदेश की प्राकृतिक धरोहर अरावली पर्वतमाला के साथ किसी भी प्रकार का कुठाराघात न किया जाए और इसे सुरक्षित रखने के लिए ठोस व पारदर्शी कदम उठाए जाएं।
एटा में सड़क हादसे में युवक की मौत:घर लौटते समय तेज रफ्तार बाइक सवार की कुत्ते से टकराने से गई जान
एटा के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे में युवक की जान चली गई। दाखवानी रिसॉर्ट के पास तेज रफ्तार अपाचे बाइक अचानक सड़क पर आए कुत्ते से टकरा गई, जिससे बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे के तुरंत बाद आसपास मौजूद लोगों ने घायल युवक को एटा के वीरांगना अवंती बाई मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया, लेकिन चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान नगला गलुआ, थाना अवागढ़, एटा निवासी आकाश पुत्र सुनील के रूप में हुई है। बताया गया कि आकाश एटा की ओर से अपने घर लौट रहा था। युवक की मौत की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई पूरी की और पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है। मामले की जांच की जा रही है। मृतक के मामा के बेटे टीटू ने बताया कि उन्हें फोन के माध्यम से हादसे की जानकारी मिली थी। वहीं, कोतवाली देहात थाना प्रभारी विनोद कुमार ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि घायल को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है।
गोरखपुर एक बार फिर साहित्य और कला के रंगों से सराबोर होने के लिए तैयार है। 20 और 21 दिसंबर को शहर के होटल विवेक लॉन में 'गोरखपुर लिटरेरी फेस्ट' (GLF) के आठवें एडिशन का भव्य आयोजन किया जा रहा है। दो दिनों तक चलने वाले इस उत्सव में साहित्य, सिनेमा, पत्रकारिता और रंगमंच की दिग्गज हस्तियां एक ही मंच पर वैचारिक मंथन करेंगी। पहले दिन के कार्यक्रम की शुरुआत शब्द संवाद से होगी। उसके बाद एक एक कर 'गुफ़्तगू', 'OTT बनाम थिएटर', 'लोकतंत्र और मीडिया' जैसे अन्य विषयों पर अलग- अलग सेशन का सिलसिला शाम तक चलता रहेगा। इसके साथ ही नाट्य मंचन की प्रस्तुति भी होगी। सितारों से सजेगी साहित्य की शामफेस्ट में इस बार बॉलीवुड का तड़का भी देखने को मिलेगा। 'महारानी' वेब सीरीज से चर्चा बटोरने वाले अभिनेता विनीत कुमार और मशहूर फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण होंगे। मधुर भंडारकर एक विशेष सत्र 'गुफ्तगू' में सिनेमा के बदलते स्वरूप पर चर्चा करेंगे। दिग्गज साहित्यकारों और पत्रकारों का जमावड़ाफेस्टिवल में देश के नामचीन लेखक अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगे। प्रमुख वक्ताओं में साहित्यकार उदय प्रकाश, चंद्रकांता, गगन गिल, बद्री नारायण, देवेंद्र आर्य और यशवंत व्यास मौजूद रहेंगे। पत्रकारिता जगत से वरिष्ठ पत्रकार अखिलेश शर्मा और दयाशंकर शुक्ल 'सागर' वर्तमान मीडिया परिदृश्य पर अपने विचार रखेंगे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रहेगी धूमआयोजन संयोजक अचिंत्य लाहिड़ी के अनुसार, केवल चर्चा ही नहीं, बल्कि कला का प्रदर्शन भी इस उत्सव की जान होगा। 'भाषा, साहित्य और शब्द-संवाद' विषय पर पद्मश्री प्रो. विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में विमर्श होगा। पहले दिन का समापन मानवेंद्र त्रिपाठी के निर्देशन में एक शानदार नाट्य प्रस्तुति से होगा। दूसरे दिन दिखेगी युवा प्रतिभा दो दिनों तक आयोजित होने वाले इस उत्सव में 21 दिसंबर की सुबह 'नवोत्पल' सत्र में शहर के युवा कवि अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे। फेस्ट का समापन डॉ. हरिओम एवं उनकी टीम की जादुई गजल गायकी के साथ होगा। सचिव शैवाल ने बताया कि इस फेस्ट का उद्देश्य शहर के युवाओं को देश की बौद्धिक संपदा से जोड़ना है। दो दिनों तक चलने वाला यह आयोजन गोरखपुर को कला और संवाद के केंद्र के रूप में नई पहचान दिलाएगा।
रेवाड़ी के बनीपुर में ड्राइवर को गोली मारकर कैब लूटने के मामले में पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। जांच में सामने आया है कि आरोपी देवांशु ने मेरठ के रहने वाले बंटी से हथियार खरीदे थे। इसके लिए उसने दो किस्तों में करीब 85 हजार रुपए का भुगतान किया था। बताया गया है कि आरोपी ने जीपीएस ट्रैकर और जैमर भी करीब पांच साल पहले ही खरीद लिए थे। पुलिस ने हथियार सप्लायर बंटी को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि देवांशु ने हथियार किस उद्देश्य से खरीदे थे। बंटी से की जा रही पूछताछ के दौरान देवांशु को लेकर कुछ और अहम जानकारियां सामने आई हैं, जिनकी पुलिस जांच कर रही है। रविवार को खत्म होगी रिमांड अवधि सोमवार की रात कार लूटने वाले देवांशु और शुभम को पुलिस ने चंद घंटों बाद 16 दिसंबर को ही गिरफ्तार कर लिया था। जिनके पास से पुलिस ने लूटी गई कार के अलावा दो पिस्तौल, तीन मैगजीन, 89 कारतूस, जीपीएस ट्रैकर, जैमर जाम करने वाला यंत्र, चार मोबाइल व एक सिम कार्ड बरामद किए थे। आरोपियों का पांच दिन का रिमांड 21 दिसंबर को पूरा होगा। बंटी को दो बार में दिए 85 हजार मेरठ के बंटी से दो पिस्तौल व तीन मैगजीन खरीदने के बाद देवांशु ने पहले उसे 35 हजार और फिर 50 हजार रुपए दिए थे। बताया जाता है कि मेरठ निवासी बंटी हथियार बेचने का ही काम करता है। अब पुलिस यह भी पता लगाने का प्रयास करेगी कि बंटी ने हरियाणा में किस किस को हथियार सप्लाई किए हैं और बंटी से किसने देवांशु की मुलाकात करवाई और देवांशु को पहले भी हथियार दिए थे या नहीं। सनकी किस्म का इंसान है देवांशु पुलिस जांच में पता चला है कि साधन समपन्न व पढ़ा लिखा होने के साथ देवांशु सनकी किस्म का इंसान है। जिस कारण पुलिस भी उसकी बातों पर सहजता से विश्वास नहीं कर पाती। शुभम को नौकरी देने के बहाने आजमगढ़ से बुलाकर अपने साथ वारदात में शामिल कर लिया। कोचिंग के दौरान हुई थी दोनों में दोस्ती अजमेर निवासी देवांशु और आजमगढ़ निवासी शुभम 2019 में एक साथ कोचिंग लेते थे और दोनों में दोस्ती थी। उसी दौरान देवांशु ने खुद को शुभम के सामने खनन कारोबारी के रूप में पेश किया था। जब देवांशु ने शुभम के सामने अपने यहां नौकरी देने की बात कही तो शुभम उसके पास पहुंच गया। दिल्ली से जयपुर के लिए की थी टैक्सी देवांशु ने दिल्ली के एक युवक के माध्यम से सोमवार को दिल्ली से जयपुर के लिए कैब बुक की थी। कैब ड्राइवर अलीगढ़ निवासी संजय जब धारूहेड़ा के पास पहुंचा तो उसे परेशान करना शुरू कर दिया था। जब संजय ने गाड़ी देने से इनकार किया तो रात करीब एक बजे बनीपुर चौक पर उसके पांव में गोली मारकर कार व नकदी लूटकर उसे रेवाड़ी में फेंककर फरार हो गए थे। नौकरी देने के बहाने शुभम को बुलाया राजस्थान के अजमेर निवासी देवांशु पीएचडी कर रहा है और उत्तरप्रदेश के आजमगढ़ शुभम एमए पास है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि देवांशु और शुभम 2019 से एक दूसरे को जानते हैं। देवांशु ने शुभम के सामने खुद को माइन कारोबारी के रूप में पेश किया हुआ था। जब देवांशु को पता चला कि शुभम को नौकरी की तलाश में है, तो उसे नौकरी देने के बहाने अपने पास बुलाया। वारदात के दिन दिल्ली में किसी काम का बहाना बनाकर अपने साथ ले गया और रात को बनीपुर चौक पर ड्राइवर को गोली मारकर कैब लूटने की वारदात को अंजाम दिया। हथियार सप्लायर गिरफ्तार डीएसपी बावल सुरेंद्र श्योरण ने बताया कि देवांशु ने मेरठ के बंटी से हथियार खरीदे थे। पुलिस ने उसे मेरठ से गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। कुछ अहम सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दावा किया गया है कि एक भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से 1500 करोड़ रुपए की मांग की है। वीडियो सामने आने के बाद भाजपा ने इसे कांग्रेस की सोची-समझी साजिश बताते हुए कड़ा विरोध जताया है। इस मामले में रायपुर उत्तर विधानसभा से विधायक पुरंदर मिश्रा ने सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर झूठा और भ्रामक कंटेंट फैलाने का आरोप लगाया है। विधायक ने कहा कि वीडियो पूरी तरह फर्जी, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण है। वीडियो में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया- विधायक विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि वीडियो के जरिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व और छत्तीसगढ़ सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेताओं और उनसे जुड़े सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए जानबूझकर ऐसा वीडियो वायरल किया गया, जिससे जनता को गुमराह किया जा सके। विधायक ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री और भाजपा के किसी भी नेता ने इस तरह की कोई मांग नहीं की है। वीडियो में तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और झूठे संवाद जोड़कर राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की गई है। यह सिर्फ एक व्यक्ति या पार्टी की मानहानि नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक व्यवस्था और जनविश्वास पर सीधा हमला है। झूठे आरोपों के जरिए चरित्र हनन का प्रयास शिकायत में विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा है कि सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्मों पर जानबूझकर एक ऐसा वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिसका वास्तविकता से कोई संबंध नहीं है। इस फर्जी वीडियो में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सहित कई वरिष्ठ नेताओं पर 1500 करोड़ रुपए की कथित ‘वसूली’ या ‘कलेक्शन’ का झूठा आरोप मढ़ा गया है। वीडियो में आपत्तिजनक और अमर्यादित वाक्य का प्रयोग कर न केवल नेताओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने, बल्कि जनता को गुमराह करने का प्रयास किया गया है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को बनाया गया निशाना विधायक ने स्पष्ट किया कि इस दुष्प्रचार के माध्यम से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा, वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जम्वाल, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव और प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय की छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया गया है। साइबर साजिश पर सख्त कार्रवाई की मांग पुरंदर मिश्रा ने मांग की है कि इस गंभीर मामले की जांच साइबर सेल को सौंपी जाए और वीडियो तैयार करने, अपलोड करने, साझा करने और फैलाने वाले सभी व्यक्तियों और सोशल मीडिया आईडी धारकों की पहचान कर गैर-जमानती धाराओं में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। शिकायत के साथ वीडियो के स्क्रीनशॉट, लिंक और दुष्प्रचार में शामिल अकाउंट्स की सूची भी पुलिस को सौंपी गई है। विधायक की शिकायत के बाद सिविल लाइन पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है।
कासगंज में पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के एक आरोपी दुर्गेश पाल की अवैध रूप से अर्जित संपत्ति कुर्क की है। गंजडुंडवारा कोतवाली पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई में लगभग 21.13 लाख रुपए मूल्य की भूमि जब्त की गई। आपको बता दें यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है। पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा के निर्देश पर गंजडुंडवारा कोतवाली में आरोपी दुर्गेश पाल पुत्र राजवीर सिंह, निवासी ग्राम नगला गोपाल, थाना गंजडुंडवारा, के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की धारा 2/3 के तहत मामला दर्ज किया गया था। जब्त की गई संपत्ति एक प्लॉट है। जिसे दुर्गेश पाल ने अपराध से अर्जित किया था। इसका गाटा संख्या 133/0.356 हेक्टेयर है और कुल क्षेत्रफल 192.045 वर्ग मीटर है। इस प्लॉट की अनुमानित कीमत 21 लाख 13 हजार रुपए है। यह संपत्ति कासगंज के जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत जब्त की गई। संपत्ति जब्तीकरण की इस कार्रवाई के दौरान तहसीलदार पटियाली, क्षेत्राधिकारी पटियाली, थाना प्रभारी गंजडुंडवारा और थाना प्रभारी सिकंदरपुर वैश्य सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। आरोपी दुर्गेश पाल के खिलाफ कुल चार आपराधिक मामले दर्ज हैं।
लखनऊ बलरामपुर हॉस्पिटल में शुक्रवार को रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। ये शिविर दारुल उलूम नदवतुल उलमा लखनऊ के अंतर्गत चलने वाली संस्था आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम द्वारा लगाया गया। शिविर में 20 यूनिट रक्त संग्रह किया गया। इस रक्त को आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम लखनऊ यूनिट के माध्यम से जरूरतमंद मरीजों तक पहुंचाया जाएगा। संयोजक शफीक चौधरी ने बताया शिविर का मुख्य उद्देश्य मानवता को बढ़ावा देना और लोगों में रक्तदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। आल इंडिया पयामे इंसानियत फोरम की बुनियाद नदवतुल उलमा उलमा के पूर्व रेक्टर मौलाना अबुल हसन अली नदवी ने 1974 को रखी और उनका उद्देश्य समाज में भाईचारा को बनाए रखना था। रक्तदान से किसी का जीवन बचाया जा सकता है और यह मानवता की सबसे बड़ी सेवा है। रक्तदान करने आए लोगों के लिए चिकित्सकीय जांच, स्वच्छता और सुरक्षा के सभी मानकों का विशेष ध्यान रखा गया।बलरामपुर हॉस्पिटल की मेडिकल टीम ने रक्तदाताओं की गहन जांच की और उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य परामर्श भी प्रदान किया। बलरामपुर हॉस्पिटल के डायरेक्टर ने रक्तदान से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की । उन्होंने बताया कि नियमित रक्तदान से शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है, जिससे व्यक्ति स्वस्थ रहता है। साथ ही, रक्तदान हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों के खतरे को भी कम कर सकता है।
अपहरण के दोषी को 1 साल 9 महीने की सजा:बागपत कोर्ट ने 5 हजार रुपए का लगाया जुर्माना
बागपत में एक युवती के अपहरण के मामले में कोर्ट ने दोषी को एक साल 9 माह के कठोर कारावास की सजा सुनाई है। इसके साथ ही आरोपी पर पांच हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। इस मामले में सात वर्ष बाद फैसला आया है। यह मामला बागपत शहर कोतवाली क्षेत्र के मितली गांव का था। आरोपी अरुण ने एक युवती का अपहरण किया था, जिसके बाद पीड़ित युवती के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने युवती को बरामद करते हुए आरोपी अरुण को गिरफ्तार किया था। यह मामला तभी से न्यायालय में विचाराधीन था। अदालत ने सभी गवाहों और सबूतों के आधार पर अपना फैसला सुनाते हुए आरोपी अरुण को एक वर्ष नौ माह के कठोर कारावास की सजा सुनाई और उस पर अर्थदंड भी लगाया। एडीजीसी नरेंद्र पंवार ने इसकी पुष्टि की है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 25 दिसंबर को लखनऊ आगमन के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर नगर निगम पूरी तरह से तैयारी में जुट गया है। जोन‑6 के घैला स्थित प्रेरणा स्थल पर होने वाले कार्यक्रम के लिए शुक्रवार को नगर आयुक्त गौरव कुमार ने तैयारियों की समीक्षा की और खुद ग्राउंड पर उतरकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। मौके पर पीएम मोदी के संभावित के पहले नगर निगम ने पैच वर्क, साफ सफाई सहित अन्य तैयारियों को अंतिम रूप दिया। प्वाइंट वाइज हुई समीक्षा नगर आयुक्त ने चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से लेकर प्रेरणा स्थल तक रूट का निरीक्षण करते हुए करीब पांच घंटे तक मॉक ड्रिल की। दोपहर तीन बजे शुरू हुई यह ड्रिल रात आठ बजे तक चली। इस दौरान उन्होंने सड़कों, डिवाइडरों, स्ट्रीट लाइट, नालियों, फुटपाथों और हरियाली से जुड़े प्रत्येक बिंदु की विस्तार से समीक्षा की। गौरव कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री की संभावित दौरे के मार्ग पर किसी भी प्रकार की गंदगी, अव्यवस्था या अधूरा कार्य नजर नहीं आना चाहिए। सभी विभागाध्यक्षों को नियमित निरीक्षण करने और मरम्मत, सफाई व सजावट के कार्य समय से पहले पूरा करने के आदेश दिए गए। नगर आयुक्त बोले कार्यक्रम बनाएगा लखनऊ की छवि निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, पंकज श्रीवास्तव, नम्रता सिंह, अरुण कुमार गुप्त, डॉ. अरविंद कुमार राव, मुख्य अभियंता महेश वर्मा, जीएम जलकल कुलदीप सिंह, उद्यान अधीक्षक समेत अन्य जोनल अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही ठेकेदार एजेंसियों लखनऊ स्वच्छता अभियान और लॉयन एनवायरो के प्रतिनिधियों को भी सफाई और कूड़ा प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए।नगर आयुक्त ने कहा कि यह कार्यक्रम लखनऊ की छवि को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर है। इसलिए प्रेरणा स्थल और उससे जुड़े सभी मार्ग पूरी तरह स्वच्छ, सुव्यवस्थित और सुरक्षित नजर आने चाहिए।
झाबुआ जिले के कल्याणपुरा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भगोर में शुक्रवार को प्रेम विवाह को लेकर बवाल हो गया। युवक-युवती के शादी कर लेने की खबर मिलते ही लड़की पक्ष के लोग गुस्सा हो गए और लड़के के घर में जमकर तोड़फोड़ कर आग लगा दी। इस हिंसक घटना में घर का कीमती सामान और बाहर खड़ी बाइक जलकर पूरी तरह राख हो गई। पुलिस ने तीन महिलाओं सहित 8 आरोपियों को पकड़ा है। शादी की खबर मिलते ही भड़का गुस्सा घटना की शुरूआत 10 दिसंबर से हुई थी, जब गांव का एक युवक और युवती लापता हो गए थे। युवती के बालिग होने के कारण पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी, लेकिन लड़की पक्ष के दबाव के चलते लड़के का परिवार घर पर ताला लगाकर धार जिले में था। 18 दिसंबर को जैसे ही यह सूचना मिली कि दोनों ने आर्य समाज मंदिर में विवाह कर लिया है और इंदौर के थाने में बयान दर्ज करा दिए हैं, लड़की पक्ष का गुस्सा फूट पड़ा। घर का शटर तोड़कर की आगजनी, लाखों का नुकसान शुक्रवार सुबह लड़की पक्ष के लोगों ने लड़के के बंद मकान पर हमला बोल दिया। उपद्रवियों ने शटर तोड़कर घर के भीतर प्रवेश किया और टीवी, फ्रिज, कूलर, इन्वर्टर और फर्नीचर जैसे कीमती सामान में आग लगा दी। घर के बाहर खड़ी एक बाइक को भी आग के हवाले कर दिया गया। फरियादी मुकेश मनोहरलाल के अनुसार, इस आगजनी में करीब 2 से 3 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। पुलिस ने दर्ज किया केस, आरोपी भेजे गए जेल एसडीपीओ अनुरक्ति साबनानी ने बताया कि हमले में शामिल सभी आठ आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में शुक्रवार देर शाम स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर वीरेंद्र यादव अचानक निरीक्षण के लिए पहुंचे। बिना सूचना किए गए इस निरीक्षण के दौरान अस्पताल में फैली अव्यवस्थाओं और कई गंभीर खामियों को देखकर वह कमियों पर भड़कते और नाराज दिखाई दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने सीएमओ और अन्य डॉक्टरों से बार-बार जवाब मांगा, लेकिन अधिकतर अधिकारी कोई स्पष्ट जवाब देने से बचते नजर आए। डायरेक्टर वीरेंद्र यादव ने अस्पताल की पहली, दूसरी और तीसरी मंजिल का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने भर्ती मरीजों से बातचीत कर इलाज और सुविधाओं की जानकारी भी ली। लेबर वार्ड पहुंचने पर जब वह अंदर से निरीक्षण कर बाहर आए तो वहां जूते रखने के लिए लगाया गया शू-रैक टूटा हुआ मिला। इस पर वह नाराज हो गए। मौजूद डॉक्टरों ने बताया कि लेबर रूम में आने वाले परिजनों के जूते इसी रैक पर रखवाए जाते हैं। इस पर डायरेक्टर ने कहा कि यह रैक भी टूटा हुआ और अंडर रिपेयर हालत में है, क्या इतनी छोटी चीज के लिए भी पीडब्ल्यूडी का इंतजार किया जाएगा, यह बिल्कुल सही नहीं है। बिजली सुपरवाइजर को फटकार लगाई इसके बाद डायरेक्टर ब्लड बैंक की ओर पहुंचे, जहां बाहर और आसपास अंधेरा पसरा हुआ था। ब्लड बैंक के बाहर लगा लाइट वाला साइन बोर्ड भी बंद मिला। इस स्थिति को देखकर वह और अधिक भड़क गए। उन्होंने ब्लड बैंक संचालक और अस्पताल परिसर के बिजली सुपरवाइजर को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि क्या एक खंभे की लाइट जलाने के लिए बिजली विभाग से कर्मचारी बुलाना पड़ेगा, इतना काम तो खुद भी किया जा सकता है। इस दौरान उन्होंने नाराजगी जताते हुए यहां तक कह दिया कि क्यों न लापरवाही बरतने वालों की तनख्वाह ही रोक दी जाए, तब शायद जिम्मेदारी का एहसास होगा। डायरेक्टर ने कहा कि अगर ब्लड बैंक के बाहर लाइट और साइन बोर्ड ही नहीं जलेंगे तो अस्पताल में आने वाले मरीजों और उनके परिजनों को कैसे पता चलेगा कि ब्लड बैंक कहां स्थित है। अंधेरे की वजह से लोग अस्पताल परिसर में भटकते रहेंगे, जो किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं है। परिसर में पार्क न बनाये जाने पर भी भड़के निरीक्षण के दौरान अस्पताल में मरीजों के बैठने की उचित व्यवस्था न होने और परिसर में पार्क न बनाये जाने पर भी डायरेक्टर कमियों पर भड़कते और नाराज दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि सरकार अस्पताल की सुविधाएं सुधारने और व्यवस्थाएं बेहतर करने के लिए भारी भरकम बजट उपलब्ध करा रही है, इसके बावजूद जमीनी स्तर पर व्यवस्थाओं का दुरुस्त न होना बेहद चिंताजनक है। इसके बाद उन्होंने सीएमओ को अपने सामने बुलाकर सख्त निर्देश दिए कि अस्पताल के मुख्य गेट के बाहर और परिसर में ऐसी जगह एलईडी साइन बोर्ड लगाए जाएं, जिससे रात के समय भी लोगों को आसानी से पता चल सके कि ब्लड बैंक, सीटी स्कैन, मॉर्च्युरी और अन्य जरूरी विभाग कहां स्थित हैं। उन्होंने एम्बुलेंस विभाग के ऊपर भी बड़ा साइन बोर्ड लगाने और दीवारों पर दोनों तरफ यह लिखवाने के निर्देश दिए कि डायल 112 के माध्यम से भी एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है। सिविल सर्जन चुपचाप सुनते रहे पूरे निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन वीरेंद्र यादव की फटकार और नाराजगी को चुपचाप सुनते रहे और उन्होंने एक शब्द भी नहीं कहा। डायरेक्टर सिविल सर्जन के सामने ही अस्पताल की कमियों को गिनाते रहे। वहीं जब सिविल सर्जन डॉ. जयंत आहूजा से इन खामियों को लेकर बात की गई तो उन्होंने अधिकतर जिम्मेदारी पीडब्ल्यूडी और बीएंडआर विभाग पर डाल दी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में रिनोवेशन का काम पीडब्ल्यूडी और बीएंडआर विभाग द्वारा किया जा रहा है। काम जल्द पूरा करने के लिए कई बार दोनों विभागों को पत्र भी लिखे गए हैं, लेकिन किन कारणों से काम में देरी हो रही है, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। डेढ़ घंटे तक बारीकी से की जांच निरीक्षण के बाद जब स्वास्थ्य विभाग के डायरेक्टर वीरेंद्र यादव से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि इस तरह के औचक निरीक्षण लगातार चलते रहते हैं। उन्होंने बताया कि अस्पताल का स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन फिलहाल पेंडिंग है, क्योंकि यहां अभी सुधार और निर्माण कार्य चल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि एक समय फरीदाबाद का यह नागरिक अस्पताल पूरे भारत और हरियाणा में स्टैंडर्ड सर्टिफिकेशन के मामले में तीसरे स्थान पर था, लेकिन अब कुछ खामियां सामने आई हैं। इन सभी कमियों को दूर करने के लिए निरीक्षण के दौरान एक-एक व्यवस्था को करीब डेढ़ घंटे तक बारीकी से देखा गया है और जल्द से जल्द सुधार करने के निर्देश दिए गए हैं
सीतापुर के हरगांव थाना क्षेत्र में गुमशुदा युवती का शव नहर किनारे मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। क्षेत्र के ग्राम बलरामपुर मजरा गुरधपा निवासी शिवानी (19 वर्ष) पुत्री शिशुपाल यादव का शव शुक्रवार देर शाम गांव के पास तालाब में बरामद किया गया। परिजनों ने हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताई है, वहीं पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार शिवानी गुरुवार दोपहर करीब 1 से 2 बजे के बीच घर से निकली थी, लेकिन देर शाम तक वापस नहीं लौटी। परिजनों ने काफी तलाश के बाद हरगांव थाने को सूचना दी, जिस पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पिता की तहरीर पर थाने में गुमशुदगी का मुकदमा दर्ज किया गया था। शुक्रवार को सुबह से ही परिजन और ग्रामीण युवती की तलाश में जुटे रहे। शुक्रवार देर शाम गांव के बगल से निकली नहर के किनारे झाड़ियों में शिवानी की चप्पल दिखाई पड़ी। इससे आशंका गहराई और तलाश तेज की गई। चप्पल मिलने से करीब 200 मीटर दूर नहर के समीप झाड़ियों वाले हिस्से में शव दिखाई देने की सूचना मिली। इसी दौरान गांव के पास स्थित पुराने तालाब, जो नहर से जुड़ा हुआ है, में भी ग्रामीणों ने लोहे के कांटे से खोजबीन की। तलाश के दौरान तालाब से शिवानी का शव बरामद हुआ। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया और गांव में शोक का माहौल छा गया। पिता शिशुपाल यादव ने बेटी की हत्या कर शव फेंके जाने की आशंका जताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि घर से घटनास्थल की दूरी करीब 500 मीटर है। शिवानी इतनी दूर अकेले कभी नहीं जाती थी। प्रभारी निरीक्षक बलवंत शाही ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम विधिक कार्रवाई की जाएगी। पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है और आसपास के लोगों से पूछताछ की जा रही है।
मऊगंज-हनुमना हाईवे पर शुक्रवार शाम माइक्रो सिंचाई परियोजना के पाइपलाइन बिछाने के दौरान एक कर्मचारी पर अचानक एक भारी पाइप गिर गया। इस घटना में कर्मचारी के दोनों पैरों में गंभीर फ्रैक्चर हो गया। उसे इलाज के लिए रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। पाइप गिरने से कर्मचारी घायल जानकारी के अनुसार, कर्मचारी राजराखन पटेल, निवासी दुवगवा कुर्मियांन शुक्रवार शाम माइक्रो सिंचाई परियोजना के पाइपलाइन बिछाने का काम कर रहा था। इस दाैरान कर्मचारी के ऊपर अचानक भारी पाइप गिर गया। हादसा मऊगंज-हनुमना हाईवे नंबर 135 पर गैलेक्सी होटल के पास करीब शाम 7:30 बजे हुआ। स्थानीय कर्मचारियों ने बताया कि पाइप का संतुलन बिगड़ने के कारण यह हादसा हुआ। हादसे में राजराखन के दोनों पैरों में फ्रैक्चर हो गया। इस दौरान मौके पर मौजूद अन्य कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। गंभीर हालत में रीवा रेफर तत्काल एंबुलेंस बुलाई गई और घायल को सिविल अस्पताल मऊगंज ले जाया गया। डॉक्टरों ने उनका प्राथमिक उपचार किया, लेकिन गंभीर चोटों को देखते हुए उन्हें रीवा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, घायल की स्थिति गंभीर बनी हुई है। सुरक्षा इंतजाम नहीं होने का आरोप इस घटना के बाद कार्यस्थल पर सुरक्षा उपायों को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। स्थानीय लोगों और कर्मचारियों ने निर्माण कार्य के दौरान पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम न होने का आरोप लगाया है। संबंधित विभाग को मामले की जानकारी दे दी गई है और आगे की जांच व कार्रवाई की जा रही है।
क्रेशर मजदूरों पर पत्थर से हमला, एक गंभीर:धार में एक कर्मी इंदौर रेफर; मारने वाले का पता नहीं
धार जिले के अमझेरा थाना क्षेत्र में बख्तावर जलाशय के पास क्रेशर खदान पर काम कर रहे तीन मजदूरों पर अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया। इस हमले में एक मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया। बदमाशों ने पत्थरों का इस्तेमाल किया। घायलों में अजीत कुमार (पिता गोपीचंद) गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद इंदौर रेफर किया गया है। सतीश कुमार (पिता हुब्बीलाल) को पत्थर लगने से चोटें आईं और उन्हें धार रेफर किया गया। तीसरे मजदूर दुर्गेश (पिता मुरारी) को मामूली चोटें आई हैं। सरदारपुर एसडीओपी विश्वदीप सिंह परिहार ने शुक्रवार शाम को बताया कि यह घटना बुधवार रात की है। तीनों मजदूर गिट्टी खदान के पास बैठे थे, तभी ट्रैक्टर से आए अज्ञात बदमाशों ने उनसे मोबाइल चलाने को लेकर विवाद किया। विवाद बढ़ने पर बदमाशों ने मजदूरों के साथ मारपीट की और पत्थरों से हमला कर मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही अमझेरा थाना पुलिस मौके पर पहुंची। थाना प्रभारी राजू मकवाना ने बताया कि अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरे मामले का खुलासा करने का दावा किया है।
मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाना क्षेत्र के दिनकरपुर गांव में लगभग एक सप्ताह पहले स्कूल जाते समय अनिक त्यागी और देव त्यागी नामक छात्रों के साथ मारपीट की गई। आरोप है कि गांव के कुछ दबंगों ने गाली-गलौज करते हुए उन्हें पीटा। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि हमलावर दबंग किस्म के लोग हैं और मौजूदा ग्राम प्रधान भी उन्हीं के परिवार से संबंधित हैं। इसी दबाव के चलते शाहपुर पुलिस अभी तक इस मामले में मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है। परिजनों का यह भी कहना है कि पुलिस लगातार उन पर समझौता करने और शिकायत बदलने का दबाव बना रही है। थाना शाहपुर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से निराश होकर पीड़ित परिजन आज वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एसएसपी से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मुजफ्फरनगर के एसएसपी संजय कुमार ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
सिद्धार्थनगर में बढ़ती कड़ाके की ठंड और शीतलहर को देखते हुए जिला प्रशासन ने छात्रों के हित में बड़ा फैसला लिया है। डीएम शिवशरणप्पा जीएन के आदेश पर सभी सीबीएसई, आईसीएसई, परिषदीय, मान्यता प्राप्त, अशासकीय एवं अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों में कक्षा 1 से कक्षा 12 तक के लिए 20 दिसंबर को अवकाश घोषित किया गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि लगातार गिरते तापमान, सुबह और शाम के समय घने कोहरे तथा शीतलहर के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की आशंका है। छोटे बच्चों से लेकर किशोर छात्रों तक के बीमार होने की संभावना को देखते हुए यह निर्णय एहतियातन लिया गया है। प्रशासन ने आदेश में स्पष्ट किया है कि अवकाश आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए। किसी भी विद्यालय द्वारा आदेश की अवहेलना किए जाने पर संबंधित संस्था के प्रबंधक, प्रधानाचार्य या प्रधानाध्यापक को जिम्मेदार माना जाएगा। उनके खिलाफ आवश्यक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है। जिला प्रशासन ने विद्यालय प्रबंधन को निर्देश दिए हैं कि अवकाश की सूचना समय रहते छात्रों और अभिभावकों तक पहुंचाई जाए, ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही अभिभावकों से अपील की गई है कि वे बच्चों को ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े पहनाएं और अनावश्यक रूप से सुबह-शाम बाहर निकलने से बचाएं। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन लगातार मौसम की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। आवश्यकता पड़ने पर आगे भी अवकाश या अन्य सुरक्षात्मक निर्णय लिए जा सकते हैं। जिलाधिकारी शिवशरणप्पा जीएन ने दोहराया कि बच्चों का स्वास्थ्य सर्वोपरि है। शीतलहर के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विदिशा के करैयाखेड़ा रोड स्थित भैरो बाबा कॉलोनी में शुक्रवार शाम को विद्युत वितरण कंपनी ने अवैध बिजली कनेक्शनों पर कार्रवाई की। कॉलोनी में बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण लोगों द्वारा अवैध तरीके से बिजली उपयोग करने के बाद की गई। बिजली कंपनी की टीम ने मौके पर पहुंचकर ट्रांसफार्मर से अवैध रूप से जुड़े तार काट दिए, जिससे लगभग 10 घरों की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। इस कार्रवाई के बाद कॉलोनीवासियों और कंपनी के कर्मचारियों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई। भैरो बाबा कॉलोनी में बिजली के खंभे या डीपी (डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर) स्थापित नहीं किए गए हैं। कॉलोनाइजर ने सस्ते दामों पर प्लॉट बेच दिए, लेकिन बिजली, सड़क और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराईं। कॉलोनाइजर के गायब होने के बाद अब रहवासी इन समस्याओं से जूझ रहे हैं। कॉलोनी में एक डीपी 11 खंभे लगेंगेस्थिति बिगड़ने पर वार्ड क्रमांक 33 के पार्षद प्रतिनिधि राजू दांगी मौके पर पहुंचे। उन्होंने समझाइश देकर विवाद को शांत कराया और बिजली कंपनी के अधिकारियों से चर्चा की। चर्चा के बाद फिलहाल बिजली आपूर्ति बहाल करने पर सहमति बनी। पार्षद प्रतिनिधि ने बताया कि कॉलोनी में जल्द ही एक डीपी और लगभग 11 बिजली खंभे लगाए जाएंगे, जिससे स्थायी समाधान हो सके। विद्युत वितरण कंपनी के कर्मचारियों ने बताया कि अवैध कनेक्शनों के कारण ट्रांसफार्मर पर अत्यधिक भार पड़ रहा था। इससे आसपास के वैध उपभोक्ताओं को बार-बार बिजली गुल होने की समस्या का सामना करना पड़ रहा था। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि नियमों के तहत बिजली कनेक्शन लेना अनिवार्य है। यह पूरा मामला जिला प्रशासन और नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े करता है। अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई केवल कागजों तक सीमित रहने के कारण शहर में ऐसी कॉलोनियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसका परिणाम यह होता है कि आम लोग सस्ते प्लॉट के लालच में फंसकर बुनियादी सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं और बाद में उन्हें विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
लखीमपुर खीरी के 25 किसान गुजरात रवाना:सीडीओ ने केला फाइबर परियोजना के तहत दल को नवसारी रवाना किया
लखीमपुर के 25 कृषक और स्वयं सहायता समूह सदस्यों का एक दल मंगलवार को नवसारी कृषि विश्वविद्यालय, नवसारी (गुजरात) के लिए रवाना हुआ। यह दल केले के तने से फाइबर आधारित उत्पाद बनाने की तकनीक सीखने के लिए शैक्षणिक भ्रमण पर गया है। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) अभिषेक कुमार ने पलिया ब्लॉक से चयनित इन सदस्यों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह भ्रमण नाबार्ड के FSPF फंड से स्वीकृत केला फाइबर आधारित उत्पाद डीपीआर परियोजना का हिस्सा है। इस परियोजना का उद्देश्य केले के तने को कचरे के बजाय आय का स्रोत बनाना है। दल में 14 महिलाएं और 11 पुरुष शामिल हैं, जो कैपेसिटी बिल्डिंग और एक्सपोजर विजिट के लिए गए हैं। विकास भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में सीडीओ अभिषेक कुमार ने बस में सवार महिला कृषकों से संवाद किया। उन्होंने उनकी जिज्ञासाओं को सुना और उनका उत्साहवर्धन किया। सीडीओ ने कहा कि यह भ्रमण केवल सीखने का अवसर नहीं है, बल्कि सीखी गई तकनीकों को गांव-गांव तक पहुंचाने की जिम्मेदारी भी है। उन्होंने ज्ञान को दूसरों के साथ साझा करने पर जोर दिया। इस भ्रमण के दौरान, दल नवसारी कृषि विश्वविद्यालय में केला फाइबर से जुड़े आधुनिक तकनीकी प्रयोगों, मूल्य संवर्धन और उद्यमिता के मॉडलों का प्रत्यक्ष अवलोकन करेगा। परियोजना के तहत जिले के कुल 50 कृषक और 100 स्वयं सहायता समूह सदस्य लाभान्वित हो रहे हैं। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) के डीडीएम प्रसून ने परियोजना के तीन प्रमुख घटकों की जानकारी दी। इनमें केला फाइबर इंजीनियरिंग बोर्ड का निर्माण, वर्मी कम्पोस्ट व तरल उर्वरक निर्माण और हस्तशिल्प शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सामान्यतः अपशिष्ट माने जाने वाले केले के तने से फाइबर निकालकर कृषकों को प्रति तना ₹10 तक का अतिरिक्त लाभ मिल रहा है। इस अवसर पर पीडी डीआरडीए एस.एन. चौरसिया, एआरसीएस रजनीश कुमार सिंह, डीडीएम (नाबार्ड) प्रसून, एलडीएम अशोक कुमार गुप्ता और सीवीओ डॉ. दिनेश सचान सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
अयोध्या से समाज निर्माण का संदेश:आईवीएफ की राष्ट्रीय बैठक, व्यापारियों को जोड़ने के लिए बनेगा एप
अंतर्राष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक के प्रथम दिन संगठन को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और वैचारिक रूप से सशक्त बनाने को लेकर विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में 11 सूत्रीय सामाजिक चेतना कार्यक्रम के अंतर्गत विवाह आयोजनों में प्री-वेडिंग शूट पर रोक, शाकाहार को बढ़ावा देने, लिफाफा प्रथा समाप्त करने और भोजन की बर्बादी रोकने के लिए सामूहिक संकल्प जैसे विषयों पर विचार किया गया। इसके साथ ही युवा व्यापारियों को संगठन से जोड़ने के लिए IVF व्यापारी ऐप, महिला एवं युवा सशक्तिकरण, समाज की राजनीतिक भागीदारी, सदस्यता विस्तार तथा संगठन को जमीनी स्तर पर मजबूत करने की रणनीतियों पर मंथन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता अशोक अग्रवाल व श्रीराम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यसमिति का अयोध्या में आयोजन होना अपने आप में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भूमि भारतीय आस्था, संस्कृति और मूल्यों का प्रतीक है। कहा कि प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर आज देशवासियों के सामूहिक संकल्प, त्याग और दीर्घकालीन संघर्ष का परिणाम है। यह मंदिर केवल एक धार्मिक संरचना नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय आत्मसम्मान का प्रतीक है। लखनऊ उत्तर के विधायक एवं अंतर्राष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष नीरज बोरा ने कहा कि अयोध्या की भूमि भारतीय संस्कृति और आस्था का केंद्र रही है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण से जुड़े ऐतिहासिक संघर्ष का उल्लेख करते हुए कहा कि मंदिर और शिखर पर धर्मध्वजा स्थापित होना पूर्वजों के संकल्प की पूर्ति है। क्षेत्रीय अध्यक्ष अमल गुप्ता ने बताया कि बैठक के दौरान अंतर्राष्ट्रीय वैश्य फेडरेशन व्यापारी दिवस और भामाशाह पुरस्कार आयोजित किए जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। संगठन के पदाधिकारियों ने इसे समाज के प्रति योगदान को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। कार्यक्रम में श्याम जाजू, जगदीश मित्तल, सुरेंद्र गुप्ता, बिपिन राम अग्रवाल, राजीव परम डेरी, मिथिलेष अग्रवाल, ध्रुवदास अग्रवाल, मानवती अग्रवाल, मीना गुप्ता, अजय गुप्ता और लेखराज महेश्वरी उपस्थित रहे। बैठक की अध्यक्षता अशोक अग्रवाल ने की। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
एडीजी ने एण्टी करप्शन चौकी का किया उद्घाटन:जीरो टॉलरेंस नीति को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान
मथुरा में शुक्रवार को भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रदेश सरकार की 'जीरो टॉलरेंस' नीति को मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) भ्रष्टाचार निवारण के. सत्यनारायण ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन, अभिसूचना इकाई की नई पुलिस चौकी का उद्घाटन किया। यह चौकी रांची बांगर स्थित पीएसी कैम्प के पास स्थापित की गई है। उद्घाटन के दौरान, एडीजी के. सत्यनारायण ने चौकी परिसर का निरीक्षण किया और संगठन के अधिकारियों-कर्मचारियों से जानकारी ली। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि भ्रष्टाचार के मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही स्वीकार नहीं की जाएगी। एडीजी ने कहा कि सरकार का उद्देश्य भ्रष्टाचार पर पूर्ण अंकुश लगाना है, जिसके लिए सभी अधिकारियों को ईमानदारी और निष्ठा से काम करना होगा। अपने संबोधन में एडीजी ने मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार के प्रति 'जीरो टॉलरेंस' नीति को आम जनता तक पहुंचाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि लोगों को निर्भीक होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। एडीजी सत्यनारायण ने यह भी स्पष्ट किया कि जनता की जागरूकता के बिना भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई को पूरी तरह सफल नहीं बनाया जा सकता। एडीजी ने आम नागरिकों से अपील की कि यदि उनसे कहीं भी रिश्वत या भ्रष्टाचार की मांग की जाती है, तो वे तुरंत भ्रष्टाचार निवारण संगठन को इसकी शिकायत करें। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 9454402484 जारी किया गया है, जिस पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। शिकायतकर्ता की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। इस अवसर पर भ्रष्टाचार निवारण संगठन के स्थानीय अधिकारी, पुलिसकर्मी और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इस नई चौकी के उद्घाटन से मथुरा और आसपास के जिलों में भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित होने की उम्मीद है।
रेलवे ने सीकर के रेल यात्रियों के लिए 3 जोड़ी नई ट्रेन शुरु करने की घोषणा की है। नए साल पर रेलवे इन ट्रेनों का संचालन शुरु करेगा। उत्तर पश्चिम रेलवे के सीनियर PRO कैप्टन शशि किरण ने बताया कि 3 स्पेशल ट्रेनें शुरु होने से सीकर जिले से जयपुर, लोहारु और हनुमानगढ़ जाने वाले यात्रियों को फायदा होगा। हर ट्रेन 181 फेरे(ट्रिप) करेगी। सीकर जिले के पैसेंजर्स के लिए शुरु होने वाली ट्रेनें इस प्रकार हैं:- 1. ट्रेन नंबर 04801, सीकर-जयपुर डेली स्पेशल ट्रेन 1 जनवरी 2026 से 30 जनवरी 2026 तक सीकर से रोजाना सुबह साढ़े 7 बजे रवाना होकर 10 बजकर 20 मिनट पर जयपुर पहुंचेगी। इसी प्रकार ट्रेन नंबर 04802, जयपुर-सीकर डेली स्पेशल ट्रेन 1 जनवरी 2026 से 30 जनवरी 2026 तक जयपुर से रोजाना शाम 7 बजकर 35 मिनट पर रवाना होकर रात 10 बजकर 10 मिनट पर सीकर पहुंचेगी। यह ट्रेन रास्ते में गोरियां, रानोली शिशु, पलसाना, बावड़ी ठिकरिया, सौंथलिया, रींगस, छोटा गुढा, गोविंदगढ मलिकपुर, लोहरवाडा, चौमूं सामोद, भट्टों की गली, नींदड़ बेनाड व ढहर का बालाजी रेलवे स्टेशनों पर स्टाॅपेज करेगी। इस ट्रेन में डेमू रैक के कुल 10 कोच होंगे। 2. ट्रेन नंबर 04853, सीकर-लोहारू डेली स्पेशल ट्रेन 1 जनवरी 2026 से 30 जनवरी 2026 तक सीकर से रोजाना रात 9 बजकर 25 मिनट पर रवाना होकर रात 11 बजकर 50 मिनट पर लोहारू पहुंचेगी। इसी प्रकार ट्रेन नंबर 04854, लोहारू-सीकर डेली स्पेशल ट्रेन 1 जनवरी 2026 से 30 जनवरी 2026 तक लोहारू से रोजाना सुबह 4 बजकर 20 मिनट पर रवाना होकर 6 बजकर 50 मिनट पर सीकर पहुंचेगी। यह ट्रेन रास्ते में नवलगढ़, बलवंतपुरा चेलासी, डूंडलोद मुकुंदगढ, नूआं, झुंझुनूं, रतनशहर, चिड़ावा व सूरजगढ़ रेलवे स्टेशन पर स्टाॅपेज करेगी। इस ट्रेन में डेमू रैक के कुल 10 कोच होंगे। 3. ट्रेन नंबर 04705, हनुमानगढ़-जयपुर डेली स्पेशल ट्रेन 1 जनवरी 2026 से 30 जनवरी 2026 तक हनुमानगढ़ से रोजाना रात 1 बजकर 25 मिनट पर रवाना होकर सुबह 11 बजकर 50 मिनट पर जयपुर पहुंचेगी। इसी प्रकार ट्रेन नंबर 04706, जयपुर-हनुमानगढ़ डेली स्पेशल ट्रेन 1 जनवरी 2026 से 30 जनवरी 2026 तक जयपुर से रोजाना दोपहर 1 बजकर 5 मिनट पर रवाना होकर रात 11 बजकर 45 मिनट पर हनुमानगढ़ पहुंचेगी। यह ट्रेन रास्ते में हनुमानगढ़ टाउन, टिब्बी, एलनाबाद, नोहर, दीपलाना, गोगामेड़ी, तहसील भादरा, अनूपशहर, सिद्धमुख, सादुलपुर, रामपुरा बेरी, लोहारू, सूरजगढ़, चिड़ावा, रतनशहर, झुंझुनूं, नूआं, डूंडलोद मुकुंदगढ, नवलगढ़, सीकर, पलसाना, रींगस, चौमूं सामोद व ढहर का बालाजी रेलवे स्टेशन पर स्टाॅपेज करेगी। इस ट्रेन में 1 सैकंड स्लीपर, 11 जनरल कैटेगरी व 2 गार्ड कोच सहित कुल 14 कोच होंगे।
फतेहाबाद के टोहाना से लापता विवाहिता कोमल सैनी का सुराग लगाने के लिए शहर पुलिस ने अभियान तेज कर दिया है। पुलिस ने हरियाणा, पंजाब और राजस्थान राज्यों की पुलिस से संपर्क साधा है और कोमल की तस्वीरें साझा की हैं। इस बीच, कोमल की माता ने उसकी जानकारी देने वाले के लिए 10 हजार और ढूंढकर लाने वाले के लिए 50 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। मोहाली के जीरकपुर निवासी कोमल की माता नीतू ने बताया कि कोमल का विवाह टोहाना निवासी रविदत्त उर्फ रमन के साथ हुआ था। वह 16 अक्टूबर से लापता है। नीतू ने आरोप लगाया कि, कोमल के पति ने उसकी हत्या कर शव खुर्द-बुर्द करने की बात कबूल की थी, जिसके बाद उसके पति के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है। नीतू ने आगे बताया कि कोमल का सुराग देने वाले को 10 हजार और उसे ढूंढकर लाने वाले को 50 हजार रुपए का इनाम दिया जाएगा। यह घोषणा कोमल की जल्द वापसी की उम्मीद में की गई है। पति के खिलाफ दर्ज कराया था हत्या का मुकदमा वहीं, शहर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह ने कोमल का पता लगाने के लिए हरियाणा, राजस्थान और पंजाब पुलिस को उसकी फोटो और हुलिए से संबंधित विस्तृत जानकारी भेजी गई है। पुलिस तीनों राज्यों में सक्रिय रूप से उसका सुराग लगाने का प्रयास कर रही है। बता दें कि, विवाहिता कोमल पंजाब के जीरकपुर की रहने वाली है जिसका विवाह करीब तीन साल पहले टोहाना के रहने वाले रविदत्त उर्फ रमन से हुआ था। कोमल की माता नीतू ने शहर थाना में कोमल के पति के खिलाफ कोमल की हत्या करने के आरोप में केस दर्ज करवाया था। कोमल की माता नीतू ने कहा था कि आरोपी ने उनके सामने कबूल किया कि उसने कोमल को गोली मारकर उसके शव को नहर में फेंक दिया था, अब पुलिस कोमल के शव की तलाश कर रही है।
मेरठ में शुक्रवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की गन्ना समितियों एवं चीनी मिल समितियों के चेयरमैनों की एक बैठक का आयोजन कदंबा रिसोर्ट में आयोजित किया गया। बैठक के आयोजक और अध्यक्ष मलियाना गन्ना समिति के पूर्व चेयरमैन बिजेंद्र प्रमुख रहे । इस बैठक का उदेश्य पराई स्तर में किसान के सामने आने वाली समस्या और चेयरमैनों का अधिकार रहे। इसमें विभिन्न जिलों से आए गन्ना समिति चेयरमैनों ने गन्ना किसानों से जुड़ी समस्याओं पर गहन मंथन किया और सर्वसम्मति से कई अहम निर्णय लिए। आधा आधा बांटा जाए रकबाबैठक में चेयरमैन ने कहा कि गन्ना किसानों की जो सम्पूर्ण पर्चियां पौधे में लगाई गई हैं, उन्हें तत्काल आधा-आधा पौधे व पेड़ी में संशोधित किया जाए, ताकि किसानों को किसी प्रकार का नुकसान न हो। उन्होंने कहा कि सभापति किसान और विभाग के बीच का एक स्तंभ होता है गन्ना इसलिए समितियों के चेयरमैनों के पूर्ववत सभी अधिकार तत्काल बहाल किए जाने की मांग उठाई गई। चेयरमैनों ने यह भी निर्णय लिया कि गन्ना समितियों के बोर्ड द्वारा पारित प्रस्तावों में अधिकारियों द्वारा बिना वजह किसी प्रकार की छेड़छाड़ न की जाए। गन्ना तौल को लेकर भी नाराजगी जताई गई और कहा गया कि कृषकों की तौल पूर्व सीजन की तरह ही की जाए। बिना किसानों की सहमति के हाड़े, बुग्गी या ट्रॉली तौल में किसी भी तरह का परिवर्तन न किया जाए। बैठक में यह प्रस्ताव भी पारित किया गया कि समिति की वित्तीय स्थिति को देखते हुए गन्ना किसानों के लिए बीमा योजना, खड़ंजा निर्माण, कृषि यंत्रों पर छूट तथा कीटनाशकों पर छूट देने का अधिकार गन्ना समितियों के बोर्ड को ही होना चाहिए। चेयरमैनों ने कहा कि पूर्व में गन्ना किसानों व समितियों की ओर से दिए गए ज्ञापनों का अविलंब निस्तारण गन्ना मंत्री व गन्ना आयुक्त द्वारा किया जाना चाहिए। चेतावनी दी गई कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो प्रदेशभर के गन्ना समिति चेयरमैन लखनऊ पहुंचकर गन्ना मंत्री से मुलाकात कर अपनी मांगें रखेंगे। मांगें न माने जाने की स्थिति में धरना-प्रदर्शन करने के लिए भी मजबूर होना पड़ेगा।
सीधी जिले के नकटानाला क्षेत्र में निर्माणाधीन जमोड़ी थाने के सामने शुक्रवार शाम दो बाइक के बीच आमने-सामने की जोरदार भिड़ंत हो गई। हादसे में एक युवक की जान चली गई। मृतक की पहचान सेमरिया निवासी पिंटू रावत के रूप में हुई है। मृतक की पत्नी रानी रावत ने रोते हुए बताया कि शुक्रवार शाम उनके मायके गोरियरा में जन्मदिन का एक कार्यक्रम था। पिंटू उसी खुशी के मौके में शामिल होने के लिए घर से बाइक पर सवार होकर निकले थे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था और रास्ते में ही यह हादसा हो गया। टक्कर के बाद घायल हालत में ही भागा दूसरा चालक प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, शाम करीब 4:30 बजे दोनों बाइकें तेज रफ्तार में थीं। भिड़ंत के बाद पिंटू और दूसरी बाइक का चालक दोनों ही सड़क पर जा गिरे। स्थानीय लोगों ने तुरंत 108 एम्बुलेंस बुलाकर घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। हैरानी की बात यह रही कि दूसरी बाइक पर सवार युवक को भी चोटें आई थीं, लेकिन वह मौका पाकर अपनी बाइक सहित वहां से फरार होने में कामयाब रहा। बाइक सवार मौके से भाग गया जमोड़ी थाना प्रभारी दिव्यप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। फरार बाइक चालक की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस ने चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश तेज कर दी है ताकि हादसे की असल वजह सामने आ सके।
सरगुजा में आकाशवाणी चौक के पास एक घर में बाहर से युवतियों को बुलाकर देह व्यापार कराने के मामले में पुलिस ने एक महिला, आर्यन होटल के मैनेजर और एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में तीनों की देह व्यापार में संलिप्तता मिली है। पहले दंपती समेत चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, 10 नवंबर को पुलिस टीम ने आकाशवाणी चौक के पास एक घर में छापा मारा था। पुलिस ने घर से देह व्यापार में लिप्त युवतियों और युवक को संदिग्ध हालत में पकड़ा। युवक-युवतियों से अवैध रूप से वेश्यावृत्ति कराने की पुष्टि हुई। जांच के बाद महिला थाना में धारा 3, 4, 5, 7 अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। मामले में एक महिला को गिरफ्तार किया गया था। होटल का मैनेजर, कर्मी सहित 3 गिरफ्तार मामले में पुलिस ने 14 दिसंबर को देह व्यापार का संचालन करने के मामले में गिरफ्तार महिला के पति के पति सुनील कुमार, उसके साथी हेमंत दास और एक अन्य महिला को गिरफ्तार किया था। पुलिस टीम को देह व्यापार के मामले में आर्यन होटल के मैनेजर और कर्मचारियों के संलिप्त होने की जानकारी मिली। पुलिस ने एक महिला सहित आर्यन होटल का मैनेजर मौजी लाल जायसवाल (53) निवासी रीवा और होटल का कर्मचारी एकलव्य पैकरा (22) निवासी कुसमी जिला बलरामपुर कोगिरफ्तार किया है। तीनों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। आरोपियों के लंबे समय से बाहर की युवतियों को बुलाकर देह व्यापार कराने की पुष्टि होने पर यह कार्रवाई की गई है।
जयपुर में इलाज के दौरान एक महिला मरीज की मौत हो गई। इस पर मृतका के रिटायर्ड फौजी पति ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा- प्रशासन ने मेरा साथ नहीं दिया तो 24 घंटे में आत्महत्या कर लूंगा। खंडेला सीकर निवासी राजकंवर राठौड़ (32 साल) को बच्चेदानी में क्लॉट था। इसके इलाज के लिए राजकंवर को 17 दिसंबर बुधवार को मणिपाल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। मृतका के पति दुर्गासिंह शेखावत का आरोप है कि गुरुवार सुबह से मिलने के लिए मैंने कहा तो डॉक्टर ने मना कर दिया। बाद में जबरदस्ती मिलने गया तो डॉक्टर सीपीआर दे रहे थे। शाम को डॉक्टर ने पत्नी राजकंवर को मृत घोषित कर दिया। इलाज के दौरान मौत के बाद परिजन शुक्रवार को धरने पर बैठ गए। परिजन सहित पति दुर्गासिंह शेखावत अस्पताल में न्याय के पहुंचे। दुर्गासिंह शेखावत एक्स सर्विसमैन हैं। जम्मू-कश्मीर सहित राजस्थान और एमपी बॉर्डर पर सेवाएं रह चुकी हैं। वहीं मणिपाल हॉस्पिटल प्रबंधन ने बताया- महिला ऑपरेशन के दौरान रेयर कॉम्पलिकेशन हो गई थी। हॉस्पिटल हर मामले जांच में सहयोग की बात कही। दवाई की हैवी डोज देने का आरोपमृतका के पति दुर्गासिंह शेखावत का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही और दवाई की हैवी डोज के कारण मरीज की मौत हुई है। इसके बाद मृतका के परिजन और सेना से जुड़े लोग हॉस्पिटल में एकत्र हो गए। उन्होंने हॉस्पिटल पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए और लापरवाही में जिम्मेदार डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग करते हुए शुक्रवार 12 बजे से धरने देना शुरू किया। मृतका के पति दुर्गासिंह शेखावत ने कहा- मैं एक फौजी रहा हूं। मैं देश सेवा करता हुआ कभी नहीं हारा, लेकिन आज इस मणिपाल हॉस्पिटल जयपुर के धनबल के आगे हार गया हूं। इस मणिपाल हॉस्पिटल ने गलत ऑपरेशन करके मेरी पत्नी की जान ले ली। मैं दो दिन से परेशान हूं। यहां इतने समाज के लोग बैठे हैं, लेकिन फिर भी हॉस्पिटल प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंग रही। यदि प्रशासन ने मेरा साथ नहीं दिया और जब मेरी पत्नी नहीं जी सकी तो मैं जीकर क्या करूंगा। डॉक्टरों ने मिलने से किया मना, अंदर घुसा तो देखा दे रहे थे सीपीआरदुर्गासिंह शेखावत ने कहा- मेरी पत्नी हॉस्पिटल में चलकर आई थी। मैंने गुरुवार सुबह 10 बजे जब पत्नी से मिलने की इच्छा जताई तो डॉक्टरों ने इलाज चलने का आश्वासन दिया। मुझे पत्नी से मिलने नहीं दिया गया। दोपहर ढाई बजे मैंने जबरदस्ती मिलने के लिए अंदर गया तो डॉक्टर हाथ से सीपीआर दे रहे थे। पत्नी की बॉडी में कोई हलचल नहीं थी। तब डॉक्टर ने बताया था- मशीन पर हार्ट सपोर्ट कर रहा है। मशीन से हटाने के बाद हार्ट और प्लस सपोर्ट नहीं कर रही। शाम 5 बजे मुझे जानकारी दी गई कि पत्नी अब नहीं रही। पुलिस ने पति को मृतका के पोस्टमॉर्टम के लिए कहादेर शाम तक चले धरने के बाद विद्याधर नगर पुलिस ने मृतक राजकंवर के पति रिटायर्ड फौजी दुर्गासिंह शेखावत को पत्र से सूचित किया कि आपके द्वारा जान-बुझकर पोस्टमॉर्टम नहीं करवाया जा रहा है। मणिपाल हॉस्पिटल सीकर रोड के बाहर धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। मृतका के शरीर को अंतिम संस्कार के लिए नहीं लिया जा रहा है। इससे मृतका की लाश डिकंपोज हो रही है। धरने-प्रदर्शन से हॉस्पिटल में भर्ती अन्य मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। पत्र में पुलिस ने पति और प्रदर्शन कर रहे लोगों से अपील की कि तुरंत शव का पोस्टमॉर्टम में सहयोग करें। साथ ही मृतका का अंतिम संस्कार करें। शाम को धरना किया समाप्तहालांकि 7 घंटे से ज्यादा चले विरोध-प्रदर्शन के बाद पुलिस के आश्वासन पर महिला के परिजनों ने शाम 7:30 बजे धरना-प्रदर्शन समाप्त किया। परिजनों को आश्वस्त किया गया कि मामले की जांच के लिए सरकारी डॉक्टरों की टीम गठित की जाएगी, जो मामले में रिपोर्ट सौंपेंगी। वहीं इन्हीं डॉक्टरों की निगरानी में पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। पुलिस ने मृतका के पति दुर्गासिंह को आश्वासन दिया कि यदि मामले में डॉक्टर दोषी पाए जाते हैं तो कार्रवाई की जाएगी। कल करवाएंगे महिला का पोस्टमॉर्टमविद्याधर नगर थाना प्रभारी नरेंद्र खींचड़ ने कहा- महिला की मौत के बाद परिजनों ने देर शाम तक धरना दिया। समझाइश के बाद परिजनों ने धरना समाप्त किया। शनिवार को कांवटिया हॉस्पिटल में महिला का पोस्टमॉर्टम करवाया जाएगा।
देश के गृहमंत्री अमित शाह के रीवा आगमन से पहले अटल पार्क में प्रतिमा अनावरण को लेकर तैयारियां भी तेज हैं। शाह 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर यहां उनकी प्रतिमा का अनावरण करेंगे। शुक्रवार शाम अटल पार्क डिप्टी सीएम ने इसको लेकर की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। वाजपेयी की प्रतिमा को लेकर महापौर अजय मिश्रा बाबा ने अड़ंगा लगा दिया है। कांग्रेस महापौर ने प्लास्टिक प्रतिमा लगाए जाने को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि धातु की प्रतिमा समय पर तैयार नहीं हो पाई है और उसके स्थान पर प्लास्टिक की प्रतिमा लगाए जाने की बात सामने आई है, यह जनता के पैसे का दुरुपयोग है। डिप्टी सीएम बोले- किसानों को सौगात देंगे गृहमंत्रीउपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा समय पर स्थापित की जाएगी और 25 दिसंबर को इसका अनावरण गृहमंत्री अमित शाह स्वयं करेंगे। गृहमंत्री के रीवा आगमन पर विभिन्न विकास योजनाओं की घोषणा की जाएगी। बसामन मामा में आयोजित किसान महासम्मेलन में किसानों को बड़ी सौगात दी जाएगी और जैविक खेती को प्रोत्साहित किया जाएगा। बसामन मामा क्षेत्र में 10 हजार से अधिक गोवंश से मिलने वाले गोबर और गोमूत्र के माध्यम से किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि गृहमंत्री अमित शाह के रीवा आगमन पर कई योजनाओं को हरी झंडी मिलने की संभावना है। महापौर बोले- एडवांस ले चुके रुपए अटल पार्क निरीक्षण के बाद महापौर ने कहा, धातु की प्रतिमा समय पर तैयार नहीं हो पाई है और उसके स्थान पर प्लास्टिक की प्रतिमा लगाए जाने की बात सामने आई है, जो जनता के पैसे का दुरुपयोग है। जबकि मूर्ति के लिए नगर निगम ने प्रस्ताव पारित कर एडवांस पहले ही दे दिया था। महापौर अजय मिश्रा बाबा ने कहा, अटल बिहारी वाजपेयी सर्वदलीय सम्मान के प्रतीक थे। उनकी धातु प्रतिमा का अनावरण किसी भी समय किया जा सकता है, फिर इतनी जल्दबाजी क्यों की जा रही है। हम प्लास्टिक की मूर्ति का अनावरण नहीं होने देंगे। उन्होंने आगे कहा, इस विषय में मूर्तिकार से चर्चा की गई, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। महापौर ने यह भी बताया कि इस पूरे मामले को लेकर कलेक्टर प्रतिभा पाल से चर्चा की गई है। मैं अब पत्राचार भी कर रहा हूं। फिलहाल प्लास्टिक प्रतिमा से अनावरण को लेकर अलग-अलग मत सामने आ रहे हैं और प्रशासनिक स्तर पर निर्णय का इंतजार किया जा रहा है।
अलीगढ़ के थाना हरदुआगंज क्षेत्र में चार महीने पहले हुई हत्या का पुलिस ने शुक्रवार को खुलासा कर दिया। ब्लाइंड मर्डर केस की पड़ताल कर रही पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सुराग दे दिया। युवक की हत्या उसकी पत्नी ने अपने सगे देवर के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है। संदिग्ध मौत से शुरू हुई जांच मामला 12 अगस्त 2025 का है। थाना हरदुआगंज क्षेत्र के गांव दीनदयालपुर में सचिन प्रताप सिंह की मौत की सूचना पुलिस को मिली। सचिन का शव फर्श पर पड़ा हुआ था और सिर से खून निकल रहा था। मामला संदिग्ध लगने पर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। हालांकि परिवार के लोगों ने भी हत्या का आशंका जाहिर की थी। गला घोंटने से हुई हत्या खेतीबाड़ी और ड्राइवरी कर परिवार का भरण पोषण करने वाले सचिन की मौत से पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पर्दा उठाया। रिपोर्ट में हत्या का कारण गला घोंटना आया। इसके बाद पुलिस ने मामले को हत्या मानते हुए हर पहलू से जांच शुरू कर दी। पुलिस ने गांव में गोपनीय पूछताछ की और परिवारिक रिश्तों को खंगाला। जांच के दौरान चौंकाने वाला सच सामने आया। सचिन के छोटे भाई धर्मेंद्र प्रताप सिंह के भाभी से अवैध संबंध थे। इस बात पर दंपति में कलह चल रही थी। अवैध संबंधों में बन रहा था बाधक सचिन की पत्नी और छोटे भाई ने संबंधों में बाधक बनने पर उसे रास्ते से हटाने की योजना बना ली। 11 अगस्त की रात को बरामदे में चारपाई पर सोते समय उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी गई। इसके बाद हत्या को सामान्य मौत दिखाने की योजना बनाई गई। 12 अगस्त की सुबह मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस को मामला संदिग्ध लगा। बार–बार बदले बयान हत्या के बाद दोनों आरोपी सामान्य व्यवहार करते रहे, लेकिन पुलिस की बारीकी से की गई जांच में उनके बयान बार-बार बदलते रहे। तकनीकी साक्ष्य और परिस्थितिजन्य सबूतों ने शक की सुई पत्नी और देवर की ओर मोड़ दी। मुकदमा दर्ज, दोनों आरोपी गिरफ्तार चौकी प्रभारी बुढ़ासी अजहर हसन की तहरीर पर थाना हरदुआगंज में धारा 103(1) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
हिसार के हांसी शहर में डोर-टू-डोर कचरा उठाने वाले टिप्पर चालकों को लंबे समय से भुगतान नहीं मिला है। इसके कारण शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। विभिन्न इलाकों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लग गए हैं, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि हांसी के लघु सचिवालय परिसर में भी गंदगी का बड़ा ढेर जमा हो गया है। इसके अलावा, शहर के प्रमुख सामान्य अस्पताल के सामने और त्रिकोणा पार्क, जहां शहीदों की मूर्तियां स्थापित हैं, वहां भी कचरे का अंबार लगा हुआ है। कई मुख्य चौक और मार्ग भी कूड़े से भर चुके हैं, जिससे आवागमन में दिक्कत आ रही है और शहर की छवि भी प्रभावित हो रही है। कूड़े के इन ढेरों पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगना आम बात हो गई है। पशुओं के सड़क पर घूमने से दुर्घटनाओं की आशंका लगातार बनी हुई है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। ईओ के आने के बाद होगी पेमेंट इस मामले में नगर परिषद अध्यक्ष प्रवीण इलाहाबादी ने बताया कि भुगतान जारी न हो पाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि कुछ दिनों से पारिवारिक कारणों के चलते संबंधित अधिकारी कार्यालय में नियमित रूप से उपस्थित नहीं हो पाए, जिससे भुगतान प्रक्रिया प्रभावित हुई। अध्यक्ष ने कहा कि ईओ के आने के बाद जल्द ही कार्यालय में नियमित कार्य शुरू होते ही टिप्पर चालकों की जीपीएस लोकेशन और हाजिरी के आधार पर उनकी पेमेंट जारी कर दी जाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भुगतान होते ही डोर-टू-डोर कचरा उठाने की व्यवस्था दोबारा सुचारु रूप से शुरू हो जाएगी और शहर में सफाई व्यवस्था जल्द ही दुरुस्त कर दी जाएगी।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश खैरथल तिजारा मीनाक्षी शर्मा और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रनवीर सिंह ने शुक्रवार को किशनगढ़बास उप-कारागृह का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जेल की सुरक्षा व्यवस्था, बंदियों के स्वास्थ्य और उनके विधिक अधिकारों का जायजा लिया। निरीक्षण के समय जेल में कुल 161 विचाराधीन बंदी दर्ज पाए गए। चिकित्सा जांच में मिली लापरवाही निरीक्षण के दौरान चिकित्सा जांच में गंभीर लापरवाही सामने आई। जिला न्यायाधीश ने पाया कि हाल ही में जेल में आए नए बंदियों का मेडिकल परीक्षण नहीं किया गया था और उन्हें बिना स्क्रीनिंग के सीधे बैरकों में भेज दिया गया था। इस पर मीनाक्षी शर्मा ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए इसे नियमों का उल्लंघन बताया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को लापरवाही पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए और स्पष्ट किया कि डॉक्टर की स्क्रीनिंग के बिना किसी भी बंदी का प्रवेश स्वीकार्य नहीं है। जेल में चालानी गार्डों की कमी मिली जेल में चालानी गार्डों की कमी भी एक बड़ी समस्या के रूप में सामने आई। भिवाड़ी और खैरथल के पुलिस अधीक्षकों के बीच क्षेत्राधिकार के तालमेल की कमी के कारण जेल को पर्याप्त गार्ड नहीं मिल पा रहे हैं। इसका सीधा असर न्यायिक प्रक्रिया पर पड़ रहा है। शुक्रवार को 19 बंदियों की कोर्ट में पेशी होनी थी, लेकिन गार्ड की कमी के कारण केवल 2 बंदी ही पेश हो सके, जबकि 17 बंदियों की पेशी नहीं हो पाई। न्यायाधीश ने दोनों जिला पुलिस अधीक्षकों को इस समस्या के समाधान के लिए समन्वय स्थापित करने और सुरक्षा बल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जेल परिसर में व्यवस्थाएं मिली-जुली पाई गईं। बैरक संख्या 1 और स्टोर रूम में सफाई बेहतर थी, जबकि बैरक संख्या 2 की स्थिति सामान्य मिली। जेलर ने बताया कि बंदी खुले में स्नान करते हैं और बैरक संख्या 3 को आइसोलेशन वार्ड के रूप में उपयोग किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान सीसीटीवी कैमरा संख्या 8 बंद पाया गया और ई-प्रिजन कक्ष भी जर्जर हालत में मिला, जिसे तत्काल दुरुस्त करने की आवश्यकता बताई गई।
खैरथल में शुक्रवार को बीजेपी जिला अलवर उत्तर की जिला संगठन बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राजस्थान सरकार के सफलतम दो वर्ष पूर्ण होने पर उसकी उपलब्धियों और योजनाओं को आम जनता तथा मंडल स्तर तक पहुँचाना था। बैठक में संगठन को मजबूत बनाने पर भी विशेष जोर दिया गया। जिला संगठन प्रभारी अशोक सैनी और सह प्रभारी गौरव यादव ने संगठन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से परिचय प्राप्त किया और संगठन को और अधिक सशक्त बनाने के तरीकों पर चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष महासिंह चौधरी ने की। उन्होंने जिले में पार्टी द्वारा आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मंच संचालन जिला महामंत्री पवन यादव ने किया। ये रहे मौजूदइस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष उम्मेद भाया, जिला प्रमुख बलबीर छिल्लर, रामकिशन मेघवाल, रोहितास प्रधान, जिला महामंत्री रमेश रावत, अनूप यादव, सीताराम चेयरमैन, बस्तीराम प्रधान, जेपी प्रधान, अंकुर दायमा सहित पार्टी के सभी जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, मंडल महामंत्री, मंडल प्रभारी और अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ के जशपुर में जंगली सूअर के शिकार के लिए बिछाए गए करंट की चपेट में आने से 2 युवकों की मौत हो गई। दोनों जंगल में चिड़िया मारने गए थे। घटना के बाद शिकारियों ने पकड़े जाने के डर से दोनों शवों को बोरे में भरकर कागजपुड़ा डैम में फेंक दिया था। जानकारी के मुताबिक मृतकों का नाम दिलीप राम खड़िया (23) और विलियम कुजूर (31) है। जो कि सेरमाटोली गांव के रहने वाले थे और दोस्त थे। दोनों युवक 6 दिनों से लापता थे। गुरुवार को पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर दोनों के शव बरामद किए गए। पुलिस ने शुक्रवार को मामले का खुलासा किया है। आरोपी से पूछताछ में 4 अन्य साथियों के नाम सामने आए हैं, जिनकी तलाश जारी है। मामला तुमला थाना क्षेत्र का है। पहले देखिए ये तस्वीरें... जानिए क्या है पूरा मामला ? दरअसल, दिलीप और विलियम मजदूरी करते थे। 12 दिसंबर को दोनों ग्राम डांगबंधी के जंगल में चिड़िया मारने गए थे। देर रात तक दोनों नहीं लौटे। परिजनों ने अपने स्तर पर दोनों की तलाश की। लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 14 दिसंबर को थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई। पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। इस बीच पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम डांगबंधी का रहने वाला आयटू लोहार (30) कागजपुडा डैम के पास घूम रहा है। उसके मूवमेंट संदिग्ध है। पुलिस मौके पर पहुंचकर उसे हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने पहले पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। सख्ती से पूछताछ करने पर स्वीकारा सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी ने जुर्म स्वीकार किया। आरोपी ने बताया कि 4 साथियों के साथ मिलकर जंगल के पास अरहर के खेत में जंगली सूअर का शिकार करने करंट प्रवाहित तार बिछाया था। रात के समय वे लोग अरहर के खेत के पास पहुंचे। जहां उन्होंने देखा कि करंट लगने से पड़ोसी गांव सेरमाटोली के 2 युवकों की मौत हो चुकी थी। डैम में झाड़ियों के नीचे छिपाई लाश डरकर आरोपियों ने बिजली का तार हटाया। फिर दोनों शवों को बोरे में भरकर कागजपुड़ा डैम के पास बेशरम के पौधों की झाड़ियों के नीचे छिपा दिया। पुलिस ने आरोपी के निशानदेही पर दोनों शवों को बरामद कर लिया है। पंचनामा कार्रवाई कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। शॉर्ट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने मौत का कारण करंट से झुलसना बताया। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बीएनएस की धारा 105, 238 और 3(5) के केस दर्ज किया है। वहीं गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। जल्द होगी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी- ASP इस मामले में ASP अनिल कुमार सोनी ने बताया कि परिजनों की रिपोर्ट के बाद जांच की गई। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद शवों को बरामद किया है। फरार आरोपियों की पहचान कर ली गई है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। ....................................... क्राइम से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... MP में 3 लोगों को कुल्हाड़ी से काटा...मर्डर-प्लान का VIDEO:छत्तीसगढ़ के किलर को सुपारी, बेटा बोला-मम्मी-पापा को काटकर तुरंत भागेंगे,बर्थडे पर मारे थे थप्पड़ मध्यप्रदेश के अनूपपुर जिले में ट्रिपल मर्डर केस में हत्या से पहले का वीडियो सामने आया है, जिसमें सौतेला बेटा और 4 अन्य सहयोगी मर्डर प्लान करते नजर आ रहे हैं। सौतेला बेटा कह रहा है कि तुरंत काटकर पांचों लोग भाग जाएंगे। इनमें एक किलर छत्तीसगढ़ का रहने वाला भी है। पढ़ें पूरी खबर
नर्मदापुरम में ग्राम मेहरा घाट के पास तवा नदी पर रेत निकालने बनाएं अस्थाई रास्ते को तोड़ दिया गया। राजस्व और खनिज विभाग की टीम ने शुक्रवार शाम 5.30 बजे जेसीबी से उक्त रास्ते को तोड़ा। साथ ही रेत ठेकेदार एमडीओ मेंसर्स वेलोसिटी माइनिंग वर्कर्स के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव खनिज निगम को भेजा है। कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देश पर जिले में रेत के अवैध उत्खनन परिवहन और भंडारण के विरुध खनिज, राजस्व एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से संपूर्ण जिले में कार्रवाई की जा रही है। शुक्रवार ग्राम मेहरा घाट में तवा नदी पर रेत के उत्खनन कर परिवहन करने के लिए नदी में अस्थाई कच्चा रास्ता बनाए जाने की सूचना पर राजस्व विभाग से एसडीएम जय सोलंकी, नायब तहसीलदार रुचि गोयल, जिला खनिज अधिकारी देवेश मरकाम, देहात थाना प्रभारी सौरभ पांडे टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जांच की और अस्थाई कच्चा रास्ता / ब्रिज को जेसीबी से तोड़ा। रेत परिवहन किए जाने के लिए ग्राम पंचारा कला से होकर रेत के वाहन का परिवहन किया जाता था। लेकिन लगभग दो माह पूर्व ग्राम पांजरा कला में एक व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु हो जाने से रेत ठेकेदार द्वारा ऑप्शनल मार्ग के रूप में ग्राम मेहरा घाट में शासकीय कच्चे रास्ते से होकर नदी में अस्थाई रास्ता बनाकर स्वीकृत रेत खदान से रेत का परिवहन किया जा रहा था। नदी में पानी में अवैधानिक रूप से बनाये गए अस्थाई कच्चा रास्ता /ब्रिज को जांच दल द्वारा नष्ट कर दिया गया है। कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव कंपनी भेजा है।
बरेली के भोजीपुरा में स्थित श्रीराम मूर्ति स्मारक क्रिकेट स्टेडियम में यूपी और बंगाल के बीच खेला गया कूच बिहार ट्रॉफी का मुकाबला शुक्रवार को ड्रॉ पर समाप्त हुआ। घने कोहरे की वजह से तीन दिन तक प्रभावित रहे इस मैच में पूरा खेल नहीं हो सका, लेकिन पहली पारी में 45 रन की बढ़त के दम पर यूपी टीम को 3 अंक मिल गए। बंगाल को एक अंक से संतोष करना पड़ा।तीन अंक हासिल करने के साथ ही यूपी टीम के कूच बिहार ट्रॉफी में कुल 22 अंक हो गए और टीम ने सीधे क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया। मैच का हालमैच का टॉस दोपहर 2.40 बजे हुआ, जिसमें यूपी के कप्तान भव्य ने टॉस जीतकर पहले बंगाल को बल्लेबाजी का न्योता दिया। पहले दिन घने कोहरे और कम रोशनी की वजह से खेल बाधित रहा। महज 17 ओवर का खेल हो सका, जिसमें बंगाल ने 3 विकेट के नुकसान पर 89 रन बनाए। दूसरे दिन भी हालात नहीं बदले। धूप नहीं निकलने के कारण मैच रेफरी ने पूरे दिन खेल न होने की घोषणा कर दी। तीसरे दिन मौसम साफ होने पर सुबह 10.20 बजे खेल शुरू हुआ। बंगाल ने 89 रन से आगे खेलते हुए 33.1 ओवर में 171 रन बनाए। जवाब में यूपी टीम ने 71 ओवर में 8 विकेट खोकर 216 रन बनाए और पहली पारी में 45 रन की अहम बढ़त हासिल कर ली। इसी बढ़त के चलते अंपायरों ने मैच ड्रॉ घोषित करते हुए यूपी को 3 अंक देने का फैसला किया। युवराज बने मैन ऑफ द मैचयूपी के विकेटकीपर बल्लेबाज युवराज को शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। युवराज ने 107 गेंदों पर 2 छक्कों और 11 चौकों की मदद से 75 रन की अहम पारी खेली। इसके साथ ही उन्होंने विकेटकीपिंग करते हुए बंगाल के 5 बल्लेबाजों को कैच आउट कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। सम्मान समारोह में खेल अधिकारियों का सम्मानमैच समाप्त होने के बाद पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। बीसीए के संरक्षक एवं एसआरएमएस ट्रस्ट के सेक्रेटरी आदित्य मूर्ति और बीसीए सेक्रेटरी सीताराम सक्सेना ने मैच रेफरी प्रकाश भट्ट, अंपायर पाराशर जोशी और आर राजेश कैनन, एंटी करप्शन ऑफिसर विजय शर्मा, रेफरी लाइजनिंग ऑफिसर देवेश सिंह, ऑनलाइन स्कोरर तपेश कौशिक, स्कोरर प्रशांत, बोर्ड स्कोरर प्रणब दास, वीडियो एनालिस्ट अभिषेक यादव और जयकीरत सिंह जस्सी, बीसीसीआई क्यूरेटर रविंद्र चौहान, यूपीसीए पिच क्यूरेटर शिव कुमार को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। मैच पर एक नजर आदित्य मूर्ति ने जताया आभारआदित्य मूर्ति ने दोनों टीमों के खिलाड़ियों और आयोजन से जुड़े सभी अधिकारियों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि कोहरे के बावजूद जितना समय मिला, खिलाड़ियों ने बेहतरीन क्रिकेट खेला। पहली पारी में 45 रन की बढ़त लेकर क्वार्टर फाइनल में पहुंची यूपी टीम से उन्हें टूर्नामेंट जीतने की पूरी उम्मीद है। इस मौके पर ट्रस्ट सलाहकार इंजीनियर सुभाष मेहरा, बीसीए सेक्रेटरी सीताराम सक्सेना, सीनियर ज्वाइंट सेक्रेटरी ओपी कोहली, ट्रेजरर शहजाद अली, उपाध्यक्ष राजेंद्र मनोहर शर्मा, ज्वाइंट सेक्रेटरी राहुल कपूर, चंचल उपाध्याय, राकेश शर्मा समेत बीसीए के पदाधिकारी और आयोजन समिति के सदस्य मौजूद रहे।
छोटी सादड़ी, प्रतापगढ़ जिले के ग्राम रामदेवजी के 26 परिवारों ने चरनोट भूमि को आबादी भूमि में बदलने और आवासीय पट्टे जारी करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि वे पिछले 40-45 वर्षों से इस भूमि पर निवास कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया- उनके मकान ग्राम बरकटी की खसरा संख्या 289 स्थित चरनोट भूमि पर बने हुए हैं। उन्होंने कई बार ग्राम पंचायत में आवासीय पट्टों के लिए आवेदन किया, लेकिन अब तक किसी को भी पट्टा जारी नहीं किया गया है। हालांकि, ग्राम पंचायत द्वारा इन परिवारों को राशन कार्ड, पहचान पत्र, जनआधार, आधार कार्ड, जॉब कार्ड, पानी की ट्यूबवेल, नल कनेक्शन, सीसी सड़क, शौचालय और आवास योजना के तहत मकान जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। शमशान घाट की सुविधा भी दी गई है। ग्रामीणों ने बताया- उनके पास उक्त भूमि और बने मकानों के अलावा कहीं और आवासीय भूमि नहीं है, जिससे उनके परिवारों का जीवन यापन प्रभावित हो रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इसी चरनोट भूमि पर कुछ भूमाफियाओं ने कब्जा कर खेत बना लिए हैं और कृषि कार्य कर रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई प्रशासनिक कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि उनकी दशकों पुरानी बस्ती को देखते हुए चरनोट भूमि को आबादी भूमि में परिवर्तित किया जाए। उन्होंने सभी पात्र परिवारों को आवासीय पट्टे जारी करने की मांग की है, ताकि उन्हें स्थायी आवास का अधिकार मिल सके।
फलोदी में फीस बढ़ोतरी पर SFI का प्रदर्शन:बोले-3100 रुपए तक बढ़ाया शुल्क, दो घंटे तक चली समझाइश
फलोदी में एसएफआई जिला कमेटी ने फीस बढ़ोतरी और कॉलेज की विभिन्न समस्याओं को लेकर जयनारायण मोहनलाल पुरोहित राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के मुख्य गेट पर ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन करीब दो घंटे तक चला। बोले-बैंक शुल्क के नाम पर वसूल रहे 700 रुपएएसएफआई जिलाध्यक्ष गोपाल शेखासर ने आरोप लगाया-विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार विद्यार्थियों पर फीस का बोझ बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति लागू होने से पहले परीक्षा शुल्क 1200-1300 रुपए था, जिसे अब चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर लगभग 3100 रुपए कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, बैंक शुल्क के नाम पर 700 रुपए अलग से वसूले जा रहे हैं। लंबे समय से बंद पड़े सीसीटीवीशेखासर ने यह- यूनिवर्सिटी प्रशासन परीक्षा शुल्क के अलावा प्रति विद्यार्थी से साल में दो बार 850 रुपए गेम्स एवं डेवलपमेंट शुल्क और 350 रुपए डाटा हैंडलिंग शुल्क भी ले रहा है। जबकि पिछले दो वर्षों से महाविद्यालय में कोई खेल गतिविधि आयोजित नहीं की गई है। इसके अलावा, कॉलेज परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे भी लंबे समय से बंद पड़े हैं। दो घंटे तक चला विरोध प्रदर्शनदो घंटे तक चले विरोध प्रदर्शन और ताला बंदी के बाद महाविद्यालय के प्राचार्य शशांक देव मौके पर पहुंचे। उन्होंने विद्यार्थियों से चर्चा की और उनकी मांगों को सरकार तथा विश्वविद्यालय प्रशासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद छात्रों ने ताला खोल दिया। प्राचार्य ने महाविद्यालय स्तर की समस्याओं के समाधान का भरोसा दिलाते हुए कहा कि खेल मैदान की सफाई कर क्रिकेट पिच का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने जनवरी माह से खेल गतिविधियां पुनः शुरू करने और सीसीटीवी कैमरे शीघ्र ही दुरुस्त करवाने का आश्वासन दिया। साथ ही, फीस में कमी को लेकर विश्वविद्यालय को ज्ञापन भेजने की बात भी कही। ये रहे मौजूदइस दौरान एसएफआई जिलाध्यक्ष गोपाल शेखासर, जिला छात्रा संयोजक दिव्या गंढेर, कॉलेज कमेटी अध्यक्ष कैलाश चौहान, उपाध्यक्ष दिनेश कुमार, कन्या महाविद्यालय कमेटी अध्यक्ष कविता सिसोदिया सहित रिंकू परिहार, सुनील कुमार, हरीश कुमार, खियाराम, महेंद्र मेघवाल, कमला, सुमन, तनुश्री, निकिता, सुषमा, शुभम परिहार, कैलाश खीचन, उदयराज, भागीरथ, डिम्पल, माया पंवार, रामप्यारी, सुशीला, कविता, कानाराम, निरमा, पायल, शिल्पा समेत सैकड़ों विद्यार्थी मौजूद रहे।
सीहोर जिले में जीएसटी विभाग भोपाल की टीमों ने तीन सीमेंट-सरिया प्रतिष्ठानों पर छापामार कार्रवाई की है। यह कार्रवाई 17 दिसंबर की दोपहर शुरू हुई थी और तीसरे दिन भी जारी है। सीहोर में मेसर्स खेमचंद मदन लाल चूने वाले, आष्टा में तिरुपति ट्रेडर्स और भेरूंदा में सांवरिया ट्रेडर्स पर जांच की जा रही है। स्टेट जीएसटी टीमों ने सीहोर में डेरा डाल रखा है। जांच में 40 से अधिक अधिकारी शामिल हैं, जो इन व्यापारिक संस्थानों के खरीद-बिक्री, स्टॉक और बिल-वाउचर का अवलोकन कर रहे हैं। टीमों द्वारा पिछले पांच वर्षों के व्यापारिक रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने व्यापारियों के घरों पर भी दस्तावेजों की पड़ताल की है। हालांकि, विभाग ने अभी तक अनियमितताओं या गड़बड़ी को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। सीहोर में जांच कर रहे डिप्टी कमिश्नर सुनील बांगर ने बताया कि जांच अभी जारी है और इसमें कितना समय लगेगा, यह कहना मुश्किल है। आष्टा में स्टेट जीएसटी ऑफिसर तरुण भार्गव के निर्देशन में यह जांच की जा रही है। सीहोर के जीएसटी ऑफिसर आशीष दीवान ने स्पष्ट किया कि पिछले पांच वर्षों का रिकॉर्ड जांचा जा रहा है, जिसमें समय लगता है। उन्होंने बताया कि बिल-वाउचर और स्टॉक का मिलान किया जा रहा है, और पूरी जांच होने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
बीकानेर के देशनोक थाने से महज सौ मीटर दूरी से युवक के अपहरण करने और नोखा के गांव में पीटकर घायल करने के मामले में पुलिस ने एक इनामी अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, जिस युवक को पीटा गया था, उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसके बाद अपहरण और मारपीट का ये मामला हत्या में तब्दील हो गया। पुलिस मुख्यालय ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अभियुक्तों पर पांच हजार रुपए का इनाम भी रखा। दरअसल, 28 नवम्बर की रात देशनोक थाने के पास से ही अशोक नामक युवक का अपहरण किया गया था। जिससके बाद नोखा के गांव में ले जाकर अशोक के साथ निर्मम तरीके से मारपीट की गई। उसे घायल अवस्थान में अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। मृतक अशोक की हत्या का मुख्य आरोपी जगदीश है। आरोप है कि उसकी बहिन के साथ अशोक का प्रेम प्रसंग था। ऐसे में मुख्य आरोपी जगदीश ने अपनी बहिन सुमन के साथ मिलकर अपने सहयोगियों से अशोक का अपहरण करवाया। गंभीर मारपीट कर हत्या कर दी। मामला बिगड़ते देख जगदीश पुत्र केशुराम जाट उम्र 26 साल निवासी पांचू पुलिस थाना पांचू बादमें बीकानेर से फरार हो गया। वो राजस्थान के कई जिलों में भागता हुआ हरियाणा, पंजाब, दिल्ली इत्यादि राज्य व केन्द्र शासित प्रदेशों मे फरारी काट रहा था। इस पर पुलिस ने उस पर पांच हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया। जगदीश को दिल्ली शहर से दबोच लिया गया। अब उससे गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस टीम में देशनोक थाना प्रभारी सुमन शेखावत, हेड कानिस्टेबल टीकूराम, कानिस्टेबल राजेंद्र चौधरी, दिनेश, पुरुषौत्तम, सीताराम की भूमिका रही। खास भूमिका कानिस्टेबल दिनेश की रही।
जयपुर में भास्कर उत्सव में देश के टॉप कार्डियक सर्जन पद्मश्री डॉ. नरेश त्रेहान ने कहा कि आज भी बड़ी संख्या में हार्ट डिजीज को कंट्रोल किया जा सकता है, बशर्ते लोग समय रहते जांच कराएं और अपनी दिनचर्या पर ध्यान दें। उन्होंने कहा- दुनियां की सबसे बेस्ट डिस्ट्रेसिंग टेक्निक प्रणायाम और योगा है। अगर कोलेस्ट्रॉल और बीपी को कंट्रोल में रखा जाए तो हार्ट फेल्योर के कई मामले रोके जा सकते हैं। इसके साथ बैलेंस डाइट और सही लाइफस्टाइल फॉलो करना भी जरूरी है। हार्ट अटैक अचानक नहीं होता। यह बीमारी 20-25 सालों में धीरे-धीरे बढ़ती है। पुराने समय की हिंदी फिल्मों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि फिल्मों में पहले यह दिखाया जाता था कि किसी व्यक्ति की लड़की किसी के साथ भाग गई। ऐसे में पिता को सदमे के कारण अचानक हार्ट अटैक आ जाता था। इसका सारा दोष लड़की के ऊपर आ जाता था, जबकि हकीकत यह होती थी कि हार्ट अटैक उसे अचानक नहीं, बल्कि 20-25 सालों में बढ़ा हुआ है। तनाव बीमारी को ट्रिगर कर सकता है, लेकिन बीमारी पैदा नहीं करता। बीमारी पहले से शरीर में मौजूद होती है। स्मोकिंग, पॉल्यूशन से बढ़ते हार्ट फेल्योर, ब्रेस्ट कैंसर और लाइफस्टाइल से जुड़ी बीमारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। डॉ. नरेश त्रेहान ने कहीं ये 4 बड़ी बातें.. 1. फैमिली हिस्ट्री होने पर 25 साल की उम्र से कराएं जांचडॉ. नरेश त्रेहान ने कहा कि अगर किसी की फैमिली हिस्ट्री में हार्ट डिजीज है, तो 25 साल की उम्र से ही पूरी असेसमेंट कराना जरूरी है। इससे यह पता चल सकता है कि बीमारी की शुरुआत हो रही है या नहीं और रिस्क फैक्टर बढ़ तो नहीं रहे। डॉ. त्रेहान ने कहा कि सबसे जरूरी बात यह है कि रिस्क को कम करने की ताकत लोगों के अपने हाथ में है।2. पुरुष मिस कर जाते हैं वार्निंग साइनजेंडर डिफरेंस पर बात करते हुए त्रेहान ने कहा कि हार्ट अटैक के लक्षणों को लेकर पुरुष और महिलाओं का व्यवहार अलग होता है। महिलाएं चेस्ट पेन या तकलीफ होने पर परिवार में किसी न किसी को जरूर बताती हैं, जबकि पुरुष अक्सर जिम्मेदारियों के चलते दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं। इसी वजह से पुरुष कई बार वार्निंग साइन मिस कर जाते हैं। चेस्ट पेन सिर्फ दर्द तक सीमित नहीं होता, इसमें सांस फूलना, पसीना आना और बेचैनी जैसे लक्षण भी शामिल हो सकते हैं। इन्हें एसिडिटी समझकर नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, खासकर राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में जहां डाइट हैवी होती है। 3. डाइट पर कंट्रोल जरूरीडाइट पर बात करते हुए डॉ. त्रेहान ने कहा कि दाल-बाटी-चूरमा जैसी हैवी डाइट अगर लगातार ली जाए और फिजिकल एक्टिविटी कम हो, तो रिस्क बढ़ जाता है। उन्होंने साफ किया कि यह नहीं कहा जा रहा कि सब कुछ छोड़ दें, लेकिन मात्रा और बैलेंस समझना जरूरी है। एक प्लेट में 8-10 पकोड़े खाने की आदत पर कंट्रोल होना चाहिए। 4. जीनोम टेस्ट सबके लिए जरूरीजेनेटिक टेस्टिंग को लेकर उन्होंने बताया कि पहले जीनोम टेस्ट कराने में करीब 2 लाख रुपए खर्च होते थे, लेकिन अब वही टेस्ट 10 हजार रुपए के आसपास हो रहा है। इससे हार्ट डिजीज, डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारियों के रिस्क का पहले ही पता लगाया जा सकता है। आज के टेस्ट पहले से कहीं ज्यादा पावरफुल हैं और इससे यह समझने में मदद मिलती है कि किसी व्यक्ति में बीमारी का रिस्क कितना है। कार्यक्रम के अंत में जब उनसे सवाल किया गया कि अगर उन्हें हेल्थ मिनिस्टर बनाया जाए तो वे सिस्टम में क्या बदलाव करना चाहेंगे, इस पर उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि वे अपने काम से संतुष्ट हैं और लोगों को जागरूक करना ही सबसे बड़ा बदलाव है। बता दें कि दैनिक भास्कर जयपुर संस्करण अपने 30वें गौरवशाली साल में प्रवेश कर रहा है। इस मौके पर दैनिक भास्कर की ओर से शहर में अलग-अलग इवेंट्स का आयोजन किया जा रहा है। 13 दिसंबर से शुरू हुए ये कार्यक्रम 22 दिसंबर तक चलेंगे, जिनमें अलग-अलग फील्ड से जुड़े नामचीन चेहरों के सेशन शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान राजस्थान-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के सीओओ सुमित मोदी, दैनिक भास्कर के नेशनल हेड एल पी पंत मौजूद रहें। रजनीगंधा प्रेजेंट्स भास्कर उत्सव इन एसोसिएशन विद केजीके रियलिटी और नॉलेज पार्टनर महात्मा ज्योति राव फूले यूनिवर्सिटी।
लुधियाना के माछीवाड़ा में सतलुज बांध पर अवैध खनन के विरोध में ग्रामीणों ने एक विशाल सभा की। ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन को चेतावनी दी है कि सतलुज में हो रही अवैध माइनिंग पर रोक लगाई जाए। अगर प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया तो ग्रामीण संघर्ष करने को मजबूर हो जाएंगे। ग्रामीणों की सभा में हलका समराला के विधायक जगतार सिंह दयालपुरा विशेष रूप से उपस्थित रहे। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याओं को सुना और समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जल्दी अवैध माइनिंग पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। अवैध खनन से कमजोर हो रहा धुस्सी बांध भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के नेता सुखविंदर सिंह ढिल्लों और अन्य उपस्थित लोगों ने आरोप लगाया कि अवैध खनन के कारण बांध बुरी तरह कमजोर हो गया है। उन्होंने बताया कि इसी कमजोरी के कारण हर बार बाढ़ आने पर उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता है। माइनिंग नहीं रुकी तो करेंगे संघर्ष शिरोमणि अकाली दल के हल्का इंचार्ज परमजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि यदि सतलुज बांध पर खनन का काम जारी रहा, तो कड़ा संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की सहमति से ही माइनिंग ठेकेदारों को रेत उठाने का ठेका दिया जाता है, अन्यथा किसी की हिम्मत नहीं कि वह सरकार के विरुद्ध जाकर खनन कर सके। माइनिंग होने नहीं दी जाएगी ग्रामीणों की शिकायतें सुनने के बाद विधायक दयालपुरा ने आश्वासन दिया कि उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से बात की है। उन्होंने कहा, सतलुज बांध पर माइनिंग वैध हो या अवैध, किसी भी शर्त पर नहीं होने देंगे। विधायक ने यह भी दावा किया कि उनकी सरकार के कार्यकाल में उनके हल्के में कोई अवैध माइनिंग नहीं हुई है और न ही वे इसे होने देंगे। उन्होंने भविष्य में बांध टूटने की नौबत न आए, इसके लिए किनारों से बांध को मजबूत करने का काम जल्द शुरू करवाने की बात भी कही।
बैतूल जिले को जल्द ही एक मेडिकल कॉलेज की सौगात मिलेगी। पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मोड पर स्थापित होने वाले इस कॉलेज का शिलान्यास और भूमिपूजन 23 दिसंबर को बैतूल मुख्यालय स्थित पुलिस ग्राउंड में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा मुख्य अतिथि होंगे, जबकि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इसकी अध्यक्षता करेंगे। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहेंगे। यह मेडिकल कॉलेज भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और बैतूल विधायक हेमंत खंडेलवाल के प्रयासों से स्वीकृत हुआ है। इसके बनने से जिले में बेहतर इलाज और मेडिकल शिक्षा की सुविधा उपलब्ध होगी। सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उपलब्ध होंगीकोसमी क्षेत्र में स्थापित होने वाले इस कॉलेज में आधुनिक उपकरण और सुपर स्पेशलिटी सेवाएं उपलब्ध होंगी। इससे मरीजों को इलाज के लिए भोपाल या नागपुर जैसे बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह परियोजना सरकार और निजी क्षेत्र की साझेदारी में संचालित की जाएगी। मेडिकल कॉलेज खुलने से ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। इसके अतिरिक्त, जिले के युवाओं के लिए मेडिकल शिक्षा और रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। शिलान्यास समारोह के अवसर पर एक स्वास्थ्य शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। इसके लिए डॉ. जगदीश घोरे को नोडल अधिकारी और डॉ. प्रांजल उपाध्याय को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। इस मेडिकल कॉलेज से जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था और स्थानीय अर्थव्यवस्था दोनों को नई गति मिलने की उम्मीद है।
उदयपुर की सूरजपोल थाना पुलिस ने मामूली कहासुनी पर कार से कुचलकर हत्या कर दुर्घटना का रूप देने के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनसे घटना में प्रयोग ली गई इनोवा हाईक्रॉस कार जब्त की है। एसपी योगेश गोयल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि तलाशी के दौरान रेलवे स्टेशन के पास आरोपी पुलिस जाब्ते को देखकर कार को साइड में खड़ी कर दीवार फांदकर भागने लगे। तभी वे गिरे गए, जिससे इनके हाथ-पैर में चोट लगी है। मामले में आरोपी सोहेल उर्फ टेनी पुत्र मुनीर निवासी बलीचा ओमबन्ना मंदिर के पास, मोसीन पिता मोहसीन निवासी खांतीपीर और सोहेल पिता शेर मोहम्मद निवासी अंजुमन हाल गोसिया कॉलोनी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सोहेल उर्फ टेनी गोवर्धन विलास थाने का हिस्ट्रीशीटर है। इसके खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में डकेती की योजना, हत्या और मारपीट के करीब आधा दर्जन केस दर्ज हैं। मामले की जांच उीएसपी सूर्यवीर सिंह राठौड़ को सौंपी है। जांच में पुलिस ने मामले को एक्सीडेंट मानाएसपी योगेश गोयल ने बताया कि प्रार्थी भंवरलाल गारू निवासी मल्लातलाई ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराइ थी। इसमें बताया कि गुरुवार रात 11 बजे उनके दोहिते आरव खोखर व उसके साथी हिमांशु स्कूटी से किशनपोल से मल्लातलाई जा रहे थे। तभी रास्ते में मोगरवाड़ी इलाके में अज्ञात वाहन ने स्कूटी को टक्कर मार दी। चोट लगने से आरव की मौत हो गई। जबकि उसका साथी हिमांशु गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसका इलाज जारी है। पुलिस ने प्राथमिक जांच में पाया कि मामला एक्सीडेंट का नहीं होकर हत्या का लग रहा है। रास्ते में कई बार टक्कर मारने की कोशिश कीआरोपियों से पूछताछ में पता लगा कि बलीचा क्षेत्र में तीना आरोपियों की घायल हिमांशु और मृतक आरव से किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। जिसके बाद आरोपियों ने उनकी स्कूटी का पीछा करना शुरू कर दिया था। हत्या करने की नियत से उन्होंने रास्ते में स्कूटी को कई बार टक्कर मारने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली। मोगरावाड़ी में मौका पाते ही टक्कर मार दी और फरार हो गए।
संभल में आगरा-मुरादाबाद हाईवे पर शुक्रवार की देर शाम हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। तेज रफ्तार डीसीएम ने बाइक को सामने से जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक सवार चारों लोग सड़क पर गिर पड़े और डीसीएम उन्हें रौंदते हुए निकल गया। किसी के सिर पर हेलमेट नहीं था। हादसे के बाद डीसीएम हाईवे किनारे लगे पेड़ से जा टकराया। इससे डीसीएम के परखच्चे उड़ गए। अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ। ड्राइवर और क्लीनर सीट में फंस गए। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। जेसीबी बुलाई गई। करीब दो घंटे बाद ड्राइवर और क्लीनर को सीट से बाहर निकाला गया। दोनों दर्द से कराह रहे थे। उन्हें तत्काल अस्पताल भेजा गया। मृतकों में मां-बेटे और दो चचेरे भाई शामिल हैं। डीएम डॉक्टर राजेंद्र पेंसिया और सीएमओ डॉ. तरुण पाठक मौके पर पहुंचे थे। घटना से जुड़े विजुअल देखिए... आमने-सामने हुई टक्करहादसा शुक्रवार रात करीब 8 बजे बहजोई कोतवाली क्षेत्र स्थित गांव खजरा के पास हुआ। डीसीएम कस्बा बबराला की ओर से आ रहा था। जबकि बाइक सवार चार लोग कस्बा बहजोई की तरफ जा रहे थे। खजरा गांव के पास डीसीएम और बाइक की आमने-सामने से टक्कर हो गई। हादसा होते ही आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। एम्बुलेंस से चारों घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहजोई लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर संत कुमार ने बताया, मृतकों की शिनाख्त बहजोई थाना क्षेत्र के कमालपुर गांव निवासी सुरेश (35 साल), उनकी पत्नी विमलेश (30 साल), बेटा प्रतीक (15 साल) और संजय (40 साल) के रूप में हुई है। ये सभी एक ही बाइक पर सवार थे और अपने गांव लौट रहे थे। सुरेश कुमार के पिता ओम प्रकाश कोटेदार हैं। डीसीएम को जेसीबी से खींचासड़क हादसे की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया पहुंचे। सीएमओ डॉ. तरुण पाठक भी सीएचसी आए डीसीएम में रस्सी को बांधकर उसे जेसीबी से खींचा गया। ताकि डीसीएम की पिचकी हुई बॉडी बाहर की तरफ आए और ड्राइवर और क्लीनर को बाहर निकाला जा सके। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद ड्राइवर और क्लीनर को बाहर निकाल लिया गया। ड्राइवर लक्ष्मण (26) और हेल्पर संतोष मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के धमनोद के रहने वाले हैं। दोनों को एंबुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। बाद में जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने बताया- बाइक और चीकू से भरे डीसीएम की टक्कर हो गई। हादसे में तीन की मौके पर ही मौत हो गई। महिला ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। बाइक को बचाने में डीसीएम पेड़ से टकरा गया। इसमें क्लीनर को चोट आई है। ड्राइवर फंसा हुआ था। दोनों को अस्पताल ले जाया गया है। ये भी पढ़ें... कथावाचक को गार्ड ऑफ ऑनर मिलने पर अखिलेश-चंद्रशेखर भड़के:सपा प्रमुख बोले- अपराधी मस्त; सैल्यूट करने वाले SP से जवाब तलब वृंदावन के कथावाचक पुंडरीक गोस्वामी को गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने पर विवाद शुरू हो गया है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने योगी सरकार और यूपी पुलिस पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश ने कहा- जब पूरा पुलिस महकमा सलामी में व्यस्त रहेगा तो प्रदेश का अपराधी मस्त रहेगा। पुलिस अपने काम में तो नाकाम है, उसका जो काम है वो तो कर नहीं रही है, बल्कि अपनी सीमित क्षमताओं को और जगह व्यर्थ कर रही है। पढ़ें पूरी खबर...
मंदसौर एसपी विनोद कुमार मीना ने शुक्रवार को जिले के 7 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। इन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य के लिए प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। एसपी ने इस अवसर पर कहा कि पुलिसकर्मी अपने दायित्वों का निष्ठा, संवेदनशीलता और व्यवसायिक दक्षता के साथ निर्वहन कर रहे हैं। इससे आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास मजबूत होता है। मानवीय कार्य के लिए थाना यातायात में पदस्थ आरक्षक मोड़ीराम को सम्मानित किया गया। उन्होंने 14 दिसंबर 2025 की रात वी.पी.एल. चौराहे पर ड्यूटी के दौरान एक दिव्यांग महिला को सुरक्षित रूप से चौराहा पार कराया था। संभावित अपराध रोकने में उत्कृष्ट कार्य के लिए थाना मल्हारगढ़ के मोहन सिंगार, आरक्षक कमलेश और कैलाश को प्रशस्ति पत्र दिए गए। इन तीनों ने 16 दिसंबर 2025 को रात्रि गश्त के दौरान चोरी की नीयत से घूम रहे संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर एक संभावित अपराध को रोका था। चोरी का त्वरित खुलासा करने के लिए थाना कोतवाली के सुधीर राठौर, अरुण पंवार और दीपक पाटीदार को सम्मानित किया गया। इन्होंने मोटरसाइकिल चोरी की रिपोर्ट पर 24 घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर चोरी गई मोटरसाइकिल बरामद की थी। एसपी विनोद कुमार मीना ने सभी सम्मानित पुलिसकर्मियों को बधाई दी और भविष्य में भी इसी तरह उत्कृष्ट कार्य करते हुए कानून-व्यवस्था बनाए रखने का आह्वान किया।
शेयर मार्केट एडवाइजरी सेंटर पर पुलिस की दबिश:उज्जैन में माधवनगर पुलिस चार लोगों से कर रही है पूछताछ
फ्रीगंज क्षेत्र में एक शेयर मार्केट एडवाइजरी कॉल सेंटर पर माधवनगर थाना पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस पूछताछ के लिए चार लोगों को थाने लाई है और सेंटर से दस्तावेज भी जब्त किए हैं। यह कार्रवाई शुक्रवार देर शाम माधवनगर थाना क्षेत्र के सेठी बिल्डिंग चौराहे पर स्थित एक भवन में की गई। यह सेंटर 'डीएस रिसर्च कमोडिटी एंड इक्विटी' के नाम से संचालित हो रहा था। छापेमारी के दौरान सेंटर पर 30 से अधिक युवक-युवतियां काम करते मिले। पुलिस ने सभी के नाम-पते दर्ज करने के बाद उन्हें जाने दिया। पुलिस ने सेंटर से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जांच के लिए जब्त किए हैं। पुलिस को शिकायत मिली थी कि यह एडवाइजरी कॉल सेंटर लोगों को शेयर मार्केट में निवेश पर बड़े लाभ का लालच देकर ठगी करता था। आरोप है कि ये लोग बड़ा मुनाफा दिखाकर ग्राहकों से कमीशन लेते थे। माधवनगर थाना प्रभारी राकेश भारती ने बताया- सेठी बिल्डिंग के पास स्थित एडवाइजरी सेंटर पर दबिश दी गई थी। सेंटर के कार्यालय से कुछ पंजीकृत दस्तावेज भी प्रस्तुत किए गए हैं। इस संबंध में जांच जारी है और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए थाने लाया गया है।
शिवपुरी जिले में वन विभाग ने शुक्रवार को वन भूमि पर अवैध कब्जे के खिलाफ व्यापक स्तर पर सख्त कार्रवाई की है। इस अभियान के तहत 100 से अधिक कर्मचारियों, 12 जेसीबी मशीनों और 3 ट्रैक्टर-कल्टी वेटरों की मदद से 300 बीघा वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। यह कार्रवाई सामान्य वनमण्डल शिवपुरी अंतर्गत वन परिक्षेत्र करैरा की सबरेंज अमोला-उत्तर, बीट बांसगढ़ के कक्ष क्रमांक आर.एफ.-444 एवं आर.एफ.-445 बरुआ नाला में की गई। जानकारी के अनुसार, सूवेलाल ठाकुर, चतुर ठाकुर, देवेंद्र ठाकुर, चन्दू ठाकुर, भाव सिंह, राजेन्द्र सिंह गुर्जर (निवासी सिलानगर), रामा कुशवाहा (निवासी बांसगढ़), बृजभान ठाकुर, बल्लू (निवासी सोन्हर), जगदीश सिंह ठाकुर (निवासी आमोलपठा) सहित अन्य सहयोगियों द्वारा इस वन भूमि पर लंबे समय से अवैध कब्जा कर खेती की जा रही थी। वन विभाग को इस संबंध में लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं। शिकायतों के आधार पर विधिवत जांच की गई और अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध बेदखली आदेश जारी किए गए। इसके बाद अतिक्रमण निरोधी अभियान के तहत 100 से अधिक वन कर्मचारी, राजस्व विभाग और पुलिस विभाग के संयुक्त बल के साथ मौके पर पहुंचे। कार्रवाई के दौरान 12 जेसीबी मशीनों और 3 ट्रैक्टर-कल्टीवेटरों की मदद से खड़ी फसल को नष्ट किया गया और पूरी वन भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। भविष्य में दोबारा अतिक्रमण रोकने के उद्देश्य से मौके पर कंटूर ट्रेंच भी खुदवाई गईं। यह पूरी कार्रवाई वनमण्डलाधिकारी शिवपुरी सुधांशु यादव के निर्देशन में तथा उप वन मण्डलाधिकारी करैरा आदित्य शांडिल्य के नेतृत्व में हुई। अभियान के दौरान लक्ष्मण सिंह मीणा, गोपाल सिंह जाटव एवं ऋषभ बिसारिया भी मौजूद रहे। वन विभाग ने बताया कि भविष्य में मुक्त कराई गई इस वन भूमि पर वृहद स्तर पर पौधारोपण करेंगे।
कोटपूतली में अशोक सैनी का स्वागत:ज्योतिबा फुले चौक पर हुआ अभिनंदन, साफा पहनाकर किया सम्मानित
कोटपूतली में सैनी सभा संस्था द्वारा ज्योतिबा फुले चौक पर जिला उत्तर प्रभारी अशोक सैनी (भादरा) का स्वागत समारोह आयोजित किया गया। जयपुर से अलवर जाते समय सैनी समाज के अध्यक्ष रामसिंह सैनी के नेतृत्व में उनका अभिनंदन किया गया। साफा पहनाकर किया सम्मानितसमाज के पदाधिकारियों ने राजस्थानी परंपरा के अनुसार अशोक सैनी को साफा पहनाकर सम्मानित किया। उन्हें समाज के आदर्श महात्मा ज्योतिबा फुले और माता सावित्री बाई फुले का प्रतीक चिन्ह भी भेंट किया गया। इस अवसर पर प्रभारी अशोक सैनी ने आत्मीय स्वागत के लिए समस्त सैनी समाज का धन्यवाद व्यक्त किया। ये रहे मौजूदसमारोह में प्रभारी अशोक सैनी के साथ गौरव यादव और अलवर जिला महामंत्री राहुल सैनी भी मौजूद रहे। स्थानीय स्तर पर सचिव एडवोकेट योगेश सैनी, विवाह समिति अध्यक्ष रामकुमार सैनी, उपाध्यक्ष उदय तोदवाल, रोहतास सैनी, पूर्व अध्यक्ष बिरदीं सैनी, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष महेंद्र कुमार सैनी, राकेश सैनी, भाजपा मंडल अध्यक्ष अरुण सैनी, पार्षद प्रमोद गुरुजी, पार्षद कृष्ण करोड़िया, पार्षद रामेश्वर सैनी, पत्रकार महेश कुमार सैनी, पत्रकार बिल्लूराम सैनी, छात्रसंघ अध्यक्ष कमल सैनी, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष कन्हैयालाल, श्रीराम टमाटर वाले, महावीर सांखला, ललित सैनी, बाबूलाल सैनी, नेताजी फूलचंद सैनी, मिथिलेश सैनी, एडवोकेट सुरेंद्र चौधरी, दयाराम प्रजापत, रमन सैनी, नाथू सैनी, हीरालाल सैनी, संजय बागड़ी, श्याम सुन्दर सैनी, विक्की माली, पूरणमल सैनी, एडवोकेट विजय सैनी, राजेश सैनी, श्यामलाल सैनी, विक्रम और अमित सैनी सहित सैकड़ों की संख्या में समाज बंधु उपस्थित थे।
क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय के आयोजित संभाग स्तरीय पुरुष क्रिकेट प्रतियोगिता का शुक्रवार को बड़वाह के शासकीय कॉलेज नवनिर्मित ग्राउंड पर समापन हुआ। फाइनल मुकाबले में बड़वानी जिले की टीम ने बुरहानपुर को हराकर खिताबी जीत दर्ज की। बुरहानपुर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 ओवरों में 90 रन बनाए थे, जिसे बड़वानी ने आरिश शेख के शानदार अर्धशतक की बदौलत आसानी से हासिल कर लिया। इस प्रतियोगिता में संभाग के पांच जिलों-बड़वानी, अलीराजपुर, खंडवा, खरगोन और बुरहानपुर की टीमों ने हिस्सा लिया था। राज्य स्तरीय टीम का चयन फाइनल मैच के बाद चयन समिति ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन के आधार पर विश्वविद्यालय की एक विशेष टीम का गठन किया। पर्यवेक्षक डॉ. विवेक केसरे और समिति के सदस्यों (प्रो. पी.के. पाटिल, डॉ. अविनाश वर्मा, डॉ. अमित अब्राहम और दिलीप डावर) ने बेहतरीन प्रतिभाओं को चुना है, जो अब राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व करेंगे। इस प्रक्रिया का उद्देश्य संभाग के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए एक बड़ा मंच प्रदान करना है। गरिमामय समापन और अतिथियों का उत्साहवर्धन प्रतियोगिता के समापन समारोह में जनभागीदारी समिति अध्यक्ष जितेंद्र सुराणा, चंद्रपाल सिंह तोमर और अन्य वरिष्ठ अतिथियों ने शिरकत की और विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. राजेश पेंढारकर ने किया और प्रो. के.सी. कैथवास ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों के टीम मैनेजर और स्टाफ मौजूद रहे, जिन्होंने बड़वाह में तैयार हुए नए क्रिकेट ग्राउंड और सफल आयोजन की सराहना की।
ग्वालियर के बरई पनिहार वन क्षेत्र में घूम रहे एक चीते की तबीयत बिगड़ने की आशंका के बाद कूनो नेशनल पार्क से पशु चिकित्सकों और वन अधिकारियों की एक टीम मौके पर पहुंची। टीम ने चीते का गहन निरीक्षण किया, जिसके बाद उसे स्वस्थ घोषित किया गया। पिछले पांच-छह दिनों से चीते की गतिविधियों में सुस्ती देखी जा रही थी, जिससे वन विभाग और कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन सतर्क हो गया था। कूनो की मॉनिटरिंग टीम ने इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया था। सूचना मिलने पर गुरुवार दोपहर को कूनो नेशनल पार्क से पशु चिकित्सकों और वन अधिकारियों की टीम बरई पनिहार पहुंची। टीम ने चीते के नजदीक जाकर उसकी गतिविधियों और स्वास्थ्य का बारीकी से निरीक्षण किया। डॉक्टरों के ऑब्जर्वेशन में चीता सामान्य पाया गया और उसमें किसी गंभीर बीमारी या चोट के कोई संकेत नहीं मिले। वन विभाग और कूनो की संयुक्त टीम चीते की गतिविधियों पर लगातार नजर बनाए हुए है। अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल चीते की स्थिति सामान्य है और चिंता की कोई बात नहीं है। गौरतलब है कि कूनो नेशनल पार्क से निकलकर चीते ग्वालियर वन क्षेत्र में लगभग 25 दिनों से विचरण कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में दो चीते सक्रिय थे। इनमें से एक चीता अभी भी बरई पनिहार क्षेत्र में है, जबकि दूसरा चीता बुधवार सुबह मोहना-घाटीगांव के रास्ते मुरैना जिले की ओर चला गया है।
भोपाल जोन के पुलिस महानिरीक्षक (देहात) अभय सिंह ने शुक्रवार को सीहोर जिले का वार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने परेड की सलामी ली, परेड का निरीक्षण किया, बलवा ड्रिल का अभ्यास कराया और पुलिस विभाग के वाहनों का जायजा लिया। पुलिस लाइन ग्राउंड, सीहोर में आयोजित परेड में पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला भी मौजूद रहे। रक्षित निरीक्षक उपेन्द्र यादव ने परेड की कमान संभाली। महानिरीक्षक ने परेड में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों के टर्नआउट, अनुशासन, मार्चिंग और आपसी समन्वय का बारीकी से अवलोकन किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले अधिकारी एवं कर्मचारियों को पुरस्कृत भी किया गया। निरीक्षण के दौरान बलवा सामग्री का भी अवलोकन किया गया, जिसमें जिले के पास उपलब्ध बलवा ड्रिल के सामानों की जांच की गई। विभिन्न प्रकार के ग्रेनेड सेल्स की उपलब्धता की समीक्षा की गई। बलवा ड्रिल का अभ्यास भी कराया गया, जिसमें सभी राजपत्रित अधिकारी और थाना प्रभारी उपस्थित रहे। इसमें भीड़ नियंत्रण, आंसू गैस, वाटर कैनन, बैरिकेडिंग, सुरक्षा घेरा निर्माण और प्राथमिक चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं का प्रभावी प्रदर्शन किया गया। पुलिस महानिरीक्षक ने बलवे की स्थिति में की जाने वाली कार्रवाई का विस्तार से मार्गदर्शन दिया और ड्रिल की प्रशंसा की। पुलिस विभाग के शासकीय वाहनों का भी निरीक्षण किया गया। इसमें सभी राजपत्रित अधिकारियों और थाना प्रभारियों के वाहन शामिल थे। इंटरसेप्टर व्हीकल, लाइट मोटरयान, भारी मोटरयान, वज्र वाहन, जेल वाहन, एफएसएल वाहन और डायल 112 की कार्य शीलता, रखरखाव और उपकरणों की उपलब्धता की समीक्षा की गई। परेड के बाद पुलिस लाइन में सैनिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में अधिकारियों और कर्मचारियों ने आवास संबंधी समस्याओं और फोरेंसिक से जुड़ी चुनौतियों जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। कुछ नीतिगत विषयों को भी उठाया गया, जिन पर पुलिस मुख्यालय और शासन स्तर पर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया गया।
मुंबई से इंदौर का हवाई सफर गुरुवार को यात्रियों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था। रात को मुंबई से आने वाली इंडिगो की फ्लाइट रात के बजाए 11 घंटे देरी से शुक्रवार सुबह इंदौर पहुंची। यात्री पूरी रात मुंबई में परेशान होते रहे। इसके चलते मुंबई एयरपोर्ट पर हंगामे की स्थिति भी बनी। वहीं जयपुर और दिल्ली की उड़ानें भी निरस्त रहीं। इंदौर एयरपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट रात 10.10 बजे मुंबई से इंदौर आती है और सुबह 6.40 बजे वापस मुंबई जाती है। लेकिन कल रात आने वाली फ्लाइट आज सुबह 9.05 बजे इंदौर पहुंची। बताया जा रहा है कि यात्रियों को रात को विमान में बैठाए जाने के बाद यह कहते हुए उतार दिया गया कि इंदौर एयरपोर्ट पर रनवे के काम के कारण एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है।दरअसल इंडिगो को समय पर मुंबई से फ्लाइट उड़ाकर इंदौर लाना थी, लेकिन मुंबई में कंजक्शन के कारण उन्हें उड़ान की इजाजत नहीं मिली और देर हो जाने पर इंदौर एयरपोर्ट ने भी लेडिंग से इनकार कर दिया। नाराज यात्रियों ने एयरपोर्ट पर जमकर हंगामा किया। कंपनी ने यात्रियों को सुबह एयरपोर्ट खोलने के बाद भेजना का आश्वासन देते हुए शांत किया। ज्यादातर यात्रियों ने एयरपोर्ट पर ही रात बिताई। देरी से आने के कारण सुबह मुंबई जाने वाली फ्लाइट भी 3 घंटे देरी से रवाना हो सकी। एयर इंडिया ने दिल्ली फ्लाइट की निरस्तइंडिगो एयरलाइंस ने कल रात 10 बजे जयपुर से इंदौर आने वाली फ्लाइट को भी निरस्त कर दिया। इसका कारण भी फ्लाइट का लेट होना और एयरपोर्ट का बंद होना बताया गया। जय विमान रात को इंदौर में ही रुकने के बाद सुबह 6.35 बजे वापस जयपुर जाता है। रात को भी मन के नहाने से सुबह जाने वाली फ्लाइट भी निरस्त की गई। वहीं एयर इंडिया ने सुबह 7.30 बजे दिल्ली से इंदौर आकर 8 बजे वापस दिल्ली जाने वाली फ्लाइट को भी ऑपरेशनल कारणों का हवाला देते हुए निरस्त कर दिया, वहीं पायलटों की कमी के कारण इंडिगो ने आज फिर हैदराबाद-इंदौर-हैदराबाद फ्लाइट को निरस्त किया है। ये खबर भी पढ़ें... इंदौर से इंडिगो की उड़ाने आज भी निरस्त इंदौर के देवी अहिल्या बाई एयरपोर्ट से इंडिगो द्वारा उड़ानों को निरस्त किए जाने का सिलसिला अब तक जारी है। इसी क्रम में कल इंडिगो ने 4 उड़ानें निरस्त की थी, वहीं आज 2 उड़ानें निरस्त है। जबकि रात को लेट होने के कारण भी कंपनी ने मुंबई की एक उड़ान को निरस्त किया था। हालांकि इंडिगो की अन्य उड़ानों का संचालन सुचारू रूप से शुरू हो गया हैं। आज इंदौर से हैदराबाद आने और जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट कैंसिल हैं।पूरी खबर पढ़ें
बालाघाट में मेडिकल स्टोर्स सील किया:बिना फार्मासिस्ट के चल रहा था, ड्रग विभाग ने कार्रवाई की
बालाघाट जिले के खैरलांजी क्षेत्र के भौरगढ़ में लिल्हारे मेडिकल स्टोर्स का संचालन बिना फार्मासिस्ट के किया जा रहा था। इस गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर ड्रग विभाग ने कार्रवाई करते हुए दुकान को सील कर दिया है। 19 दिसंबर को ड्रग इंस्पेक्टर और खैरलांजी तहसीलदार दुलारे लाल परते ने ग्राम भौरगढ़ स्थित लिल्हारे मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यह गंभीर गड़बड़ी सामने आई कि मेडिकल स्टोर्स का संचालन बिना रजिस्टर्ड फार्मासिस्ट के हो रहा था। यह औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। नियमों का पालन न किए जाने पर प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए संबंधित मेडिकल स्टोर्स को सीलबंद कर दिया। ड्रग इंस्पेक्टर ने स्पष्ट किया कि बिना फार्मासिस्ट के दवाओं का विक्रय लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर सकता है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देशित किया है कि वे निर्धारित नियमों का पूर्णतः पालन करें, अन्यथा भविष्य में भी इसी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में आगे भी निरीक्षण अभियान और कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी।
बाड़मेर में प्रभारी सचिव शुक्रवार को नगर परिषद में लगे कैंप का निरीक्षण करने पहुंचे। वहां आयुक्त श्रवण सिंह राजावत और प्रशासक राजेंद्र सिंह चांदावत नहीं मिलने पर सेक्रेटरी सुबीर कुमार ने नगर परिषद के अधिशाषी अभियंता(एक्सईएन) को फटकार लगा दी। उन्होंने कहा- बिना आयुक्त कैंप चल रहा है। ऐसा कौनसा बुखार हो गया कि नहीं आ रहा है। इसके बाद भाजपा नेता ने नगर परिषद के कर्मचारियों और जिला कलेक्टर टीना डाबी पर गंभीर आरोप लगाए। भाजपा नेता (पूर्व पार्षद प्रत्याशी) राकेश कुलदीप ने कहा- यहां पर कार्मिक जिसकी सिफारिश होती या पैसा देते है, उसी का काम करते है। इसके अलावा नहीं होता है। हालांकि 5 मिनट में ही कलेक्टर टीना डाबी कैंप में पहुंची और आरोपों को गलत बताया। जिला प्रभारी सचिव सुबीर कुमार ने शुक्रवार को नगर परिषद में आयोजित शहरी समस्या समाधान शिविर में शाम करीब 5 बजे निरीक्षण करने पहुंचे थे। तब कैंप में आयुक्त, प्रशासक नहीं मिले। सेक्रेटरी ने अधिशाषी अभियंता सूर्य प्रकाश संचेती से पूछा- कब से कैंप चल रहा हैं। प्रभारी सचिव सुबीर कुमार ने मीडिया से भी बातचीत की। उन्होंने कहा- डीएलपी (डिफेक्ट लेवललिटी पीरियड) सड़कों को लेकर इश्यू आए है उसको लेकर जिला कलेक्टर कोआर्डिनेशन कमेटी की मीटिंग पीडब्लूडी, आरयूडीपी और नगर परिषद के साथ करेंगे। इन विभागों के सक्षम लोग है इकट्ठा होकर शहर में जो व्यवस्था है। जहां-जहां रोड टूटे फूटे पड़े हुए है। उनकी मरम्मत के लिए भी समन्वित प्रयास किया जाएगा। एसई ने बताया है कि पानी की समस्या का शीघ्र ही समाधान हो जाएगा। पट्टों के इश्यू को लेकर लोगों ने अपनी समस्या रखी है। कुछ समस्या महत्वपूर्ण थी। उसको निगरानी में रखा गया है। सरकारी भूमि पर पट्टे जारी करने के मामले महत्वपूर्ण इश्यू है, उसके लिए सरकार से निवदेन करेंगे। शाम करीब 5 बजे सेक्रेटरी जैसे ही कैंप पहुंचे तो उन्होंने एक्सईएन को फटकार लगाते हुए कहा कि बिना अधिकारी के कैंप चल रहा है। लोगों की समस्याओं का समाधान करने वाला कोई नहीं है। पढ़िए- सेक्रेटरी, भाजपा नेता और कलेक्टर के बीच हुई बातचीत सेक्रेटरी- कल कैंप था क्या? एक्सईएन- कल भी था, तीन दिनों से कैंप चल रहा है। आज चौथा दिन था। सेक्रेटरी- यहां पर कोई नहीं है, बिना आयुक्त के कैंप चल रहा है। ऐसा कौनसा बुखार हो गया कि नहीं आ रहा है। तुम यहां पर क्या हो? एक्सईएन- एक्जीक्यूटिव इंजीनियर हूं। सेक्रेटरी- एडीएम साहब कहां है? एक्सईएन- फोन करता हूं। सेक्रेटरी- समस्या का समाधान करने वाला कोई अधिकारी नहीं है? तभी वहां पर खड़े व्यक्ति ने कहा कि यहां पर सुनने वाला कोई नहीं है। पिछली बार सड़कें बताई थी। उसमें आज दिन तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं हुआ है। एक कर्मचारी को चार-चार पांच-पांच काम दे दिए। इसी दौरान कलेक्टर टीना डाबी कैंप में पहुंचती हैं। सेक्रेटरी- आइए कलेक्टर साहब आए फिर भाजपा नेता (पार्षद प्रत्याशी) ने सेक्रेटरी को नगर परिषद और जिला कलेक्टर की शिकायत करते हुए कहा नगर परिषद में गारंटी पीरियड में सड़कें टूट गई है। यहां पर सड़कों के वर्क ऑर्डर जारी नहीं हुए दो साल हो गए है। मैंने दस बार अधिकारियों को बता दिया है। एक्सईएन ने सेक्रेटरी को बताया कि बजट घोषणा में सड़कों की घोषणा हुई है। वर्क ऑर्डर निकल गया है। एडीएम (राजेंद्र सिंह चांदावत) - भाजपा नेता से कहा कि आपकी बात सुन ली है। इनको बताने दो। कलेक्टर (टीना डाबी) - यह सुनने नहीं आए है, सुनाने आए है और आरोप लगाने आए है। एडीएम- पहले सुन लो फिर आपकी बात रख देना। एक्सईएन ने सेक्रेटरी को बताया कि पांच पैकेज चार-चार करोड़ के तैयार किए है। बीते महीने के लास्ट वीक में हमने वर्क ऑर्डर जारी कर दिए है। जल्द ही काम शुरू हो जाएगा। इसमें हमने सड़कें ली है, जो 30 किलोमीटर कवर करेंगी। सेक्रेटरी- हमारा कौनसा एरिया है? भाजपा नेता- हमारे जटियो का नया वास वार्ड संख्या 17, 18 और 22 नंबर की बात कर रहा हूं। इसमें सड़कों का वर्क ऑर्डर फाइनल स्टेज पर था, जनवरी 2024 से आज दो साल हो गए है अभी तक वर्क ऑर्डर जारी नहीं हुआ है। 25 करोड़ के वर्क ऑर्डर दे रहे हैं। अभी तक काम चालू नहीं हुआ है। सेक्रेटरी- चालू हो जाएगा। भाजपा नेता- एक ही कर्मचारी के पास सब चार्ज है। आम आदमी आता है और जाता है। किसी के पास कोई जवाब नहीं है। मैं सभी कार्मिक की बात कर रहा हूं। मैं भाजपा पार्षद प्रत्याशी से रहा हूं। भाजपा का कार्यकर्ता हूं। यहां पर कार्मिक जिसकी सिफारिश हो या पैसा दे, उसका काम होता है। इसके अलावा नहीं होता है। सेक्रेटरी - आपका कोई काम है तो बताओ भाजपा नेता- मेरा कोई व्यक्तिगत काम नहीं है। यह सड़क है, मैडम ने किसकी सिफारिश पर की है, उसका नाम बता सकता हूं। कलेक्टर- नगर परिषद में कलेक्टर काम नहीं करता है। भाजपा नेता- काम नहीं करता है, यहीं शिकायत आई है। एक्सईएन- आप जो पर्टिकुलर रोड़ बता रहे है। इस रोड की डिटेल कई बार अखबारों में छप चुकी है। सेक्रेटरी- इसका वर्क ऑर्डर दे दिया है। भाजपा नेता- इसका नहीं दिया है वर्क ऑर्डर। यह कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री सड़क योजना में नहीं कर सकते है। एडीएम- आप अपनी एक-एक बात को बताए। भाजपा नेता- एक-एक करके बता रहा हूं। एडीएम- आप अधिशाषी अभियंता के पास जाओ और एक-एक करके बात बता दो। कलेक्टर- आप इनको एक-एक करके बात बताओं, आपकी सब बात को सुना जाएगा। हालांकि इसके बाद सेक्रेटरी ने कैंप का निरीक्षण जारी रखा और मीडिया से भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि कैंप में सभी की समस्याओं का शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए गए है।
जींद के उचाना में आबकारी विभाग ने अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत कार्रवाई की है। विभाग की टीम ने गांव लोधर में एक घर पर छापा मारकर 50 लीटर लाहन (कच्ची शराब बनाने का सामान) बरामद किया है। इस दौरान एक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है। उप-आबकारी एवं कराधान आयुक्त पुनीत शर्मा के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। विभाग को सूचना मिली थी कि लोधर गांव में एक घर में अवैध शराब बनाने का काम चल रहा है। सूचना के आधार पर आबकारी निरीक्षक संदीप कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया, जिसमें स्टाफ सदस्य संदीप, प्रवीन और उचाना थाना पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस ने दर्ज किया मामला टीम ने बताए गए स्थान पर छापेमारी की और मौके से 50 लीटर लाहन के साथ एक व्यक्ति को पकड़ा। पकड़े गए आरोपी की पहचान रामफल के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उप- आबकारी एवं कराधान आयुक्त पुनीत शर्मा ने बताया कि जिले में अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जहां भी अवैध शराब की बिक्री या निर्माण की सूचना मिलती है, तुरंत कार्रवाई की जाती है।
सतना में बच्चों को संक्रमित रक्त चढ़ाने से जुड़े हालिया मामलों को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के सभी शासकीय और निजी ब्लड सेंटर्स की व्यापक जांच की जाएगी। इसे लेकर आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा तरुण राठी ने राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक की और साफ शब्दों में कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आयुक्त ने निर्देश दिए कि निजी ब्लड सेंटर्स में भी नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल (एनबीटीसी) की गाइडलाइंस, डीजीएचएस के एसओपी और औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम के प्रावधानों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। बैठक में रक्त संग्रहण, जांच, भंडारण और वितरण की प्रक्रिया की विस्तार से समीक्षा की गई। आयुक्त ने स्पष्ट किया कि रक्त की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता सीधे मरीजों, खासकर बच्चों के जीवन के साथ खिलवाड़ है। सभी ब्लड सेंटर्स का ऑडिट, 5 दिन में रिपोर्टप्रदेश के सभी शासकीय और निजी ब्लड सेंटर्स का ऑडिट कर 5 दिवस के भीतर रिपोर्ट ड्रग कंट्रोलर को भेजने के निर्देश दिए गए। ब्लड सेंटर के लाइसेंस नवीनीकरण या नए लाइसेंस के लिए आवेदन ओएनडीएलएस पोर्टल के माध्यम से अनिवार्य रूप से किए जाएंगे। बैठक में नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन और संचालक लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा दिनेश श्रीवास्तव, मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन डॉ. सलोनी सिडाना, संचालक राज्य रक्ताधान परिषद डॉ. योगेश भरसट सहित सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन, अस्पताल अधीक्षक और ब्लड सेंटर प्रभारी शामिल हुए। जिलों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर ब्लड सेंटर्स की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। कानून का सख्त पालन अनिवार्यआयुक्त राठी ने निर्देश दिए कि सभी ब्लड सेंटर्स में एनबीटीसी गाइडलाइंस, डीजीएचएस द्वारा जारी एसओपी और ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 व नियमावली 1945 का कड़ाई से पालन किया जाए। मानकों के अनुरूप स्टाफ, उपकरण या रिकॉर्ड नहीं होने पर संबंधित शासकीय ब्लड सेंटर को तत्काल बंद कर निजी ब्लड सेंटर्स से एमओयू के जरिए सेवाएं ली जाएं। रक्त रिप्लेसमेंट पर पूरी तरह रोकआयुक्त ने दो टूक कहा कि किसी भी स्थिति में ब्लड रिप्लेसमेंट की अनुमति नहीं होगी। रक्त संग्रहण केवल स्वैच्छिक रक्तदान और रक्तदान शिविरों के माध्यम से ही किया जाएगा। इसके लिए एनजीओ, शैक्षणिक संस्थानों, शासकीय कार्यालयों, पुलिस और सैन्य इकाइयों को सक्रिय रूप से जोड़ा जाएगा। सभी रक्तदाताओं से निर्धारित प्रारूप में स्व-सत्यापित शपथ पत्र लेना अनिवार्य होगा। रक्त जांच में आधुनिक तकनीक को प्राथमिकतानिर्देश दिए गए कि रक्त जांच के लिए प्राथमिकता के आधार पर नाट, एलिसा और सीएलआईए तकनीक का उपयोग किया जाए। केवल अत्यावश्यक परिस्थितियों में सीमित रूप से फोर्थ जनरेशन किट्स का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे संक्रमित रक्त की आशंका को न्यूनतम स्तर पर लाया जा सकेगा। थैलेसीमिया मरीजों और आपात सुविधाओं पर भी जोरआयुक्त ने निर्देश दिए कि थैलेसीमिया मरीजों के लिए आवश्यक दवाएं, ब्लड कम्पोनेंट्स और रक्ताधान से जुड़ी सभी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं। साथ ही जांच किट्स, आपातकालीन दवाएं और फार्मास्यूटिकल ग्रेड मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता और वैधता भी जांची जाए। आयुक्त स्वास्थ्य ने स्पष्ट किया कि पेशेवर रक्तदाताओं से रक्त संग्रह पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। ऐसे मामलों की पहचान होने पर संबंधित ब्लड सेंटर के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। सभी वैधानिक रिकॉर्ड शेड्यूल एफ (एल) के अनुसार संधारित करने के निर्देश भी दिए गए।
लुधियाना के साहनेवाल में एक घर में अचानक आग लग गई। आग लगने से सात लोग झुलस गए। आसपास के लोगों ने उन्हें सीएमसी अस्पताल पहुंचाया। सीएमसी अस्पताल में डेढ़ दिन एडमिट रहने के बाद सभी सिविल अस्पताल में शिफ्ट हो गए। हादसे में शिवकुमार, शुभम, रौनक, आशीष, हरीचंद, मुरलीधर व एक अन्य बुरी तरह से झुलस गए। पीड़ितों ने बताया कि वो साहनेवाल में एक बेहड़े में रहते हैं। गुरुवार को सुबह के समय अचानक आग लग गई और बेहड़े में रहने वाले लोग आग की चपेट में आ गए। आसपास के लोगों ने उन्हें बचाया और अस्पताल में पहुंचाया। उनका कहना है कि सीएमसी में इलाज चल रहा था और अब सेहत में कुछ सुधार हुआ तो वो सिविल अस्पताल में आ गए। चाय बनाने के लिए माचिस जलाई तो आग लग गई पीड़ितों के रिश्तेदार राकेश कुमार ने बताया कि सुबह उनका भाई शिव कुमार चाय बनाने के लिए उठा। उसने जैसे ही गैस जलाने के माचिस जलाई तो अचानक पूरे कमरे में आग लग गई और सभी झुलस गए। उसने बताया कि कमरे में से आशीष ने दरवाजा खोला और बाहर भागा। उसके बाद लोग एकत्रित हुए और उन्होंने सभी को बाहर निकाला तथा अस्पताल पहुंचाया। गैस लीकेज के कारण हुआ हादसा राकेश ने बताया कि रात को सिलेंडर लीक हुआ और गैस पूरे कमरे में फैल गई। सभी लोग सो रहे थे तो उन्हें पता नहीं चला। इसीलिए आग लगने की वजह से वो बाहर की तरफ नहीं भाग सके। उन्होंने बताया कि कुछ तो बहुत ज्यादा जले हुए हैं।
ग्वालियर में संगीत सम्राट तानसेन की जन्मस्थली बेहट में 101वें तानसेन समारोह के अंतिम दिवस की सुबह संगीत सभा सुर, साधना और श्रद्धा का अनुपम संगम बनकर सजी। जिस पावन धरा ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को तानसेन जैसा अमर स्वर–साधक दिया, वहीं आयोजित इस सभा ने श्रोताओं को संगीत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक वैभव से साक्षात्कार कराया। भगवान भोले के मंदिर और झिलमिल नदी के समीप स्थित ध्रुपद केन्द्र के मुक्ताकाश मंच पर सजी प्रस्तुतियों ने बेहट को एक जीवंत संगीत–तीर्थ में रूपांतरित कर दिया, जहां प्रत्येक स्वर तानसेन को नमन करता प्रतीत हुआ। गायन-वादन सुनकर रसिकों को ऐसा महसूस हुआ मानो तानसेन के आंगन में मीठे-मीठे सुर झर रहे हो। यही गुजरा था तानसेन का बचपनजहां यह सभा सजी है, वह वही जगह थी, जहां संगीत सम्राट तानसेन का बचपन संगीत साधना और बकरियां चराते हुए बीता था। लोक धारणा है कि तानसेन की तान से ही निर्जन में बना भगवान शिव का मंदिर तिरछा हो गया था। यह भी किंवदंती है कि 10 वर्षीय बेजुबान बालक तन्ना उर्फ तनसुख भगवान भोले का वरदान पाकर संगीत सम्राट तानसेन बना था। बाजे डमरू हर कर बाजे”से हुई शुरुआतपरंपरा के अनुरूप सभा का शुभारंभ ध्रुपद के मंगल गान से हुआ। ध्रुपद केंद्र, बेहट के विद्यार्थियों ने राग गुनकली में तीव्रा ताल पर निबद्ध रचना “बाजे डमरू हर कर बाजे” की सशक्त प्रस्तुति देकर वातावरण को आध्यात्मिक दिव्यता से भर दिया। पखावज पर जगत नारायण शर्मा की सधी हुई संगत तथा निर्देशन में अनुज प्रताप सिंह की कुशल दृष्टि ने प्रस्तुति को विशेष प्रभाव प्रदान किया। ‘डुलिया ने आवो मोरे बाबुल’ से अभिव्यक्तिसभा की प्रथम मुख्य प्रस्तुति विशाल मोघे (ग्वालियर–पुणे) के गायन की रही। उन्होंने राग रामकली से अपने गायन का सुसंस्कृत आरंभ किया और “डुलिया ने आवो मोरे बाबुल” रचना के माध्यम से भाव, लय और विस्तार का संतुलित संयोजन प्रस्तुत किया।इसके उपरांत तीनताल में निबद्ध “काहे अब आये हो” तथा राग जौनपुरी की पारंपरिक रचना “बरकत वाली डारो ए कोरी” ने श्रोताओं को गहराई से बांधे रखा। समापन में टप्पा शैली में गुरु–परंपरा को नमन करती हुई रचना “तेरे वारी जान्दे मैं” (ताल पश्तो) ने सभा को भावनात्मक उत्कर्ष तक पहुंचा दिया। तबले पर मनोज पाटीदार और हारमोनियम पर दीपक खसरावल की संगत ने गायन को पूर्णता प्रदान की। वायलिन की प्रवाही स्वर–लहरियों में भीगा प्रातःकालगायन के उपरांत मंच पर मिलिंद रायकर (मुंबई) ने वायलिन वादन प्रस्तुत किया। तानसेन की जन्मस्थली को नमन कर उन्होंने राग शुद्ध सारंग में वादन का आरंभ किया। विलंबित एकताल में राग विस्तार और द्रुत तीनताल की चपल गतियों ने श्रोताओं को रसमय अनुभूति प्रदान की।वादन के समापन में बेहट के नैसर्गिक सौंदर्य से प्रेरित राग पहाड़ी की मधुर धुन प्रस्तुत की गई। तबले पर हितेंद्र दीक्षित की सधी हुई व नफासत से भरी संगत ने वादन को और प्रभावशाली बनाया।सभा की अंतिम प्रस्तुति ध्रुपद गायन को समर्पित रही। ध्रुपद केंद्र, ग्वालियर की युवा एवं प्रतिभाशाली गायिका योगिनी तांबे ने अपने गंभीर और ओजस्वी गायन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभा में इनकी रही मौजूदगी बेहट में सजी संगीत सभा में जिला पंचायत की अध्यक्ष दुर्गेश कुंअर सिंह जाटव, ग्वालियर ग्रामीण विधानसभा से कांग्रेस विधायक साहब सिंह गुर्जर, बीज निगम के पूर्व अध्यक्ष महेन्द्र सिंह यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी के निदेशक प्रकाश सिंह ठाकुर व एसडीएम सूर्यकांत त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी, समीपवर्ती ग्रामों और ग्वालियर व अन्य शहरों से बड़ी संख्या में रसिक इस सभा का आनंद लेने पहुंचे थे। कुछ विदेशी संगीत रसिकों ने भी इस सभा का आनंद लिया।
राजगढ़ जिले में कांग्रेस ने भाजपा नेताओं की गाड़ियों से हूटर हटाने की मांग की। शुक्रवार दोपहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसपी कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह का एक बयान चर्चा का विषय बन गया। जिलाध्यक्ष प्रियव्रत सिंह ने बताया कि राज्य सरकार ने वाहनों पर हूटर लगाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा रखा है। उन्होंने सवाल उठाया कि एक ओर पुलिस सड़क सुरक्षा सप्ताह चलाकर आम लोगों को नियमों का पालन करने की सीख दे रही है, वहीं दूसरी ओर जिले के कई जनप्रतिनिधियों की गाड़ियों पर खुलेआम हूटर लगे हुए हैं। उन्होंने पूछा कि क्या कानून केवल आम जनता के लिए है? सिंह ने राजगढ़ और खिलचीपुर के विधायकों, जनपद अध्यक्ष समेत कुछ अन्य जनप्रतिनिधियों की गाड़ियों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ये वाहन प्रतिदिन सड़कों पर चलते हैं और पुलिस को भी दिखाई देते हैं, फिर भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। सिंह ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता हूटर का इस्तेमाल नहीं करेगा, लेकिन सत्ताधारी दल के नेताओं पर भी समान नियम लागू होने चाहिए। कांग्रेस नेता बोले- भैंसे भड़क जाती हैंइसी बातचीत के दौरान, जिला पंचायत सदस्य यशवंत गुर्जर ने बताया कि उनके गांव लिंबोदा में एक नेता की गाड़ी में लगा गोपनीय हूटर हर शाम तेज आवाज में बजता है। इस पर प्रियव्रत सिंह ने एसपी से कहा कि हूटर की तेज आवाज से गांवों में भैंसें भड़क जाती हैं। उन्होंने यशवंत गुर्जर को बुलाकर पूछा, जिस पर गुर्जर ने मजाकिया अंदाज में कहा कि हूटर बजने के बाद से भैंसों ने दूध देना बंद कर दिया है। यह टिप्पणी सुनकर एसपी सहित मौके पर मौजूद अधिकारी और कार्यकर्ता हंस पड़े। मांग- पत्र लिख हूटर हटाने के निर्देश दिए जाएंप्रियव्रत सिंह ने एसपी को कुछ गाड़ियों की फोटो-कॉपी भी सौंपी, जिनमें जनप्रतिनिधियों की कारों पर हूटर लगे दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने मांग की कि यदि तत्काल कार्रवाई संभव न हो, तो कम से कम संबंधित जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखकर हूटर हटाने के निर्देश दिए जाएं। एसपी अमित सुरेश तोलानी ने मामले में कार्रवाई का आश्वासन दिया। इस दौरान पूर्व विधायक हेमराज कल्पोनी, बापूसिंह तंवर सहित कांग्रेस के कई जिला और ब्लॉक स्तर के पदाधिकारी मौजूद रहे।
शाजापुर में एमपी स्टेट एग्रो इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमपी स्टेट एग्रो) के जिला कार्यालय में कार्रवाई की गई है। आउटसोर्स कर्मचारी चौकीदार जितेंद्र मालवीय की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। जिला प्रबंधक सुनील चौधरी ने शुक्रवार रात करीब 7:30 बजे इसकी जानकारी दी। जितेंद्र मालवीय की नियुक्ति कंसल्टेंसी कंपनी भारत सिक्योरिटी फोर्स, भोपाल के माध्यम से हुई थी। कंपनी ने 19 दिसंबर 2025 से उनकी सेवाएं समाप्त कर दी हैं। दो दिन पहले परिसर में युवतियों और युवकों को देखा गया था यह मामला बेरछा रोड स्थित पुरानी कृषि मंडी परिसर में एमपी स्टेट एग्रो के जिला कार्यालय और गोदाम से जुड़ा है। बुधवार रात करीब 11 बजे आसपास के लोगों ने परिसर में दो युवतियों और कुछ युवकों को आते-जाते देखा था। देर रात सुनसान परिसर में संदिग्ध गतिविधियां देखकर लोगों को शंका हुई। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस वाहन को देखते ही दो युवक चैनल गेट पर ताला लगाकर फरार हो गए। इसके बाद पुलिस ने पत्थर और हथौड़ी की मदद से ताला तोड़कर कार्यालय में प्रवेश किया। अंदर एक कमरे में दो युवतियां मिलीं, जिन्हें पुलिस कोतवाली थाना ले आई। पुलिस पूछताछ में युवतियों ने बताया कि वे सलसलाई थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी हैं और बर्थडे पार्टी के लिए अपनी मर्जी से यहां आई थीं। उन्होंने किसी प्रकार की जबरदस्ती से इनकार किया। बुधवार रात करीब 1:30 बजे परिजनों के थाने पहुंचने के बाद युवतियों को उनके सुपुर्द कर दिया गया। टीआई संतोष वाघेला ने बताया कि अनैतिक गतिविधि की सूचना पर कार्रवाई की गई थी, लेकिन किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई, इसलिए आगे कोई कार्रवाई नहीं की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने चौकीदार की सेवाएं समाप्त करने का निर्णय लिया।
उज्जैन के पास तराना में शासकीय उत्कृष्ट सांदीपनि माध्यमिक विद्यालय के एनसीसी शिक्षक और छात्रा के बीच की चैट वायरल होने से हंगामा मच गया। चैट के सामने आने के बाद शुक्रवार को एबीवीपी और एनएसयूआई ने प्रदर्शन कर शिक्षक को हटाने की मांग कर स्कूल का घेराव कर दिया। विरोध को देखते हुए स्कूल के प्रिंसिपल ने आरोपी शिक्षक को स्कूल से हटाने और जांच के लिए डीईओ को पत्र लिखा है। उज्जैन से करीब 40 किमी दूर तराना के शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के एनसीसी शिक्षक प्रदीप देवड़ा पर गंभीर आरोप आरोप लगे हैं। शिक्षक और छात्रा के बीच हुई चैट के वायरल होने के बाद शुक्रवार को एबीवीपी और एनएसयूआई संगठनों ने स्कूल में आरोपी शिक्षक के खिलाफ प्रदर्शन किया।अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा शिक्षक के निलंबन को लेकर स्कूल परिसर में धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की गई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्राचार्य दिग्विजय सिंह चौहान पर गंभीर आरोप लगाते हुए आरोपी शिक्षक को बचाने की बात कही और शिक्षक को स्कूल में बुलवाने पर अड़े रहे। मामले में आरोपी से शिक्षक को कई बार मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन उनका नंबर बंद था। एनएसयूआई ने कार्रवाई को लेकर चक्काजाम कियाएनएसयूआई ने कार्रवाई की मांग को लेकर चक्काजाम कर दिया। पुलिस प्रशासन की समझाइश के बाद उन्होंने चक्काजाम तो रोक दिया, लेकिन शिक्षक के निलंबन के लिए दोनों पक्ष अड़े रहे। घटनाक्रम की जानकारी मिलने के बाद क्षेत्रीय विधायक महेश परमार के निर्देश पर यूथ कांग्रेस और कांग्रेस ने स्कूल के सामने आरोपी शिक्षक पर कार्रवाई को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। डीईओ को जांच के लिए लिखा पत्रप्राचार्य दिग्विजय सिंह चौहान द्वारा पहले तो शिक्षक का पक्ष लेते हुए उसकी छुट्टी का बहाना लिया गया। बाद में मोबाइल का हैंग होना बताया गया । प्राचार्य दिग्विजय सिंह चौहान ने बताया कि डीईओ को पत्र लिखकर जांच के लिए कहा गया है साथ ही उन्हें उज्जैन में अटैच कर दिया गया है। शिक्षक और छात्रा की चैट वायरलआरोपी शिक्षक प्रदीप देवड़ा और एक छात्रा के बीच की चैट वायरल हुई है जिसमें शिक्षक द्वारा छात्रा से मिलने सुबह उठाने और कई अश्लील चैट भी वायरल हुई है। वायरल चैट करीब दो माह पुराने बताई जा रही है। छात्रा के बारे में कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष कप्तान सिंह ने बताया कि छात्रा और शिक्षक एक ही स्कूल के हैं। हालांकि लड़की के परिवार वालों ने किसी भी कार्रवाई के लिए मना कर दिया है।
लोहावट पुलिस ने 13.25 ग्राम स्मैक पकड़ी:एक आरोपी गिरफ्तार, परिवहन में प्रयुक्त मोटरसाइकिल जब्त
लोहावट पुलिस ने अवैध मादक पदार्थ के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 13.25 ग्राम स्मैक बरामद की है। इस मामले में अयुबदीन पुत्र अब्दुल खां मेहर निवासी चेनपुरा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने परिवहन में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी जब्त कर ली है। थाना प्रभारी हरिसिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने चेनपुरा सरहद में नाकाबंदी के दौरान यह कार्रवाई की। आरोपी अयुबदीन के कब्जे से स्मैक बरामद होने के बाद उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। बरामद स्मैक की बाजार कीमत करीब 2 लाख 65 हजार रुपये आंकी गई है। आरोपी के खिलाफ लोहावट पुलिस थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बाघ ने ग्रामीण की पीठ पर पंजा मारा, घाव बना:जंगल में दातुन लेने गया था, मंडला जिला अस्पताल में भर्ती
मंडला जिले के कान्हा टाइगर रिजर्व के बफर जोन खटिया रेंज में एक ग्रामीण पर बाघ ने हमला कर दिया। इस हमले में सौंतिया गांव निवासी 50 वर्षीय छन्नूलाल इनवाती गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें प्राथमिक इलाज के बाद जिला अस्पताल रेफर किया गया है। यह घटना खटिया रेंज के छपरी बीट कक्ष क्रमांक 301 में हुई। छन्नूलाल स्टॉप डैम के पास दातुन लेने जंगल गए थे। लौटते समय उनका सामना एक बाघ से हो गया। बाघ ने उनकी पीठ पर पंजा मारा और वहां से भाग गया। घायल जिला अस्पताल रेफर हमले के बाद घायल छन्नूलाल तुरंत जंगल से बाहर आए और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उन्हें तत्काल मोचा अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। खटिया रेंजर सौरभ चौबे ने बताया कि घटना शाम करीब 4 बजे हुई, जिसकी सूचना 4:30 बजे मिली। छन्नूलाल को दोनों कंधों पर दो चोट के निशान, कमर में खरोंच और पीठ पर गहरे घाव हैं। वनकर्मियों के साथ उन्हें मोचा से जिला अस्पताल भेजा गया है और तात्कालिक सहायता के तौर पर 2 हजार रुपए प्रदान किए गए हैं। गांव के आसपास बाघ की मौजूदगी को देखते हुए ग्रामीणों को सतर्क करने के लिए मुनादी कराई जा रही है।
बीकानेर में सेना के जवानों ने एक किसान की पिटाई कर दी। किसान का फायरिंग रेंज के पास ही खेत है। रात को वहां से गुजरते समय सेना के जवानों को किसान संदिग्ध लगा, जिसके बाद उसकी पिटाई कर दी। पीड़ित किसान ने महाजन पुलिस थाने में परिवाद(शिकायत) भी दी है। किसान राजाराम ने बताया कि उसके साथ सेना के जवानों ने मारपीट की। राजाराम गुरुवार की रात अपने खेत को संभालने गया था। इस दौरान उसके साथ एक साथी भी था। आरोप है कि इसी दौरान सेना के जवानों ने उसे पकड़ लिया और मारपीट शुरू कर दी। राजाराम के साथ चल रहा एक अन्य युवक तो वहां से भाग गया, लेकिन राजाराम को जवानों ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई कर दी। पीड़ित का कहना है कि 10 से 15 जवानों ने उसकी पिटाई की। इससे उसके सिर में चोट आई और कान के पास खून बहने लगा। शुक्रवार सुबह उसने इस बारे में महाजन पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की। आरोप है कि सैनिकों के खिलाफ महाजन थाने में दिए परिवाद में कई गंभीर आरोप लगाए हैं। बाद में किसान को बीकानेर भेज दिया गया, जहां उसका मेडिकल मुआयना करवाया गया है। मामले में महाजन थानाधिकारी भजनलाल ने किसी भी तरह का परिवाद मिलने से इनकार किया है। हालांकि एएसपी ग्रामीण बनवारी ने बताया कि परिवाद मिला है और मामले की जांच की जा रही है। मामले की सूचना महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के अधिकारियों को भी दी गई है। कंटेंट सपोर्ट : मुकेश रंगा, महाजन
भिंड नगर पालिका परिषद पिछले कुछ महीनों से राजनीति का अखाड़ा बना हुआ है। पार्षद नाराज हैं। सीधे तौर पर त्याग पत्र देने की बात कर चुके हैं। आज परिषद की मीटिंग में 39 में 14 पार्षद उपस्थित हुए। इन पार्षदों ने कई विकास कार्यों पर समहति जाहिर कर अपने अपने वार्डों में स्वीकृति कराई। परिषद में लंबे समय से भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा में बनी रहती है। अब इन दिनों एक नई बहस हो रही है, जिसमें एक स्थानीय सत्ताधारी दल के नेता की दखल अंदाजी से पार्षद नाराज है। नेता हर मीटिंग अपने मुताबिक सीधे कार्य कराते हैं। कहा जाता है कि जो पार्षद विरोध दर्ज कराना चाहते है। उन्हें भी चुप करा दिया जाता है। ऐसे में पार्षदगण अपने को पावर लैस महसूस कर रहे हैं। इसी बात से नाराज होकर शहर के 25 पार्षद एकमत हो गए है। वे विरोध में आ गए है। पिछले दिनों पार्षदों ने अपने इस्तीफा वायरल करते हुए कहा था कि परिषद में ऐसे हिस्सा नहीं ले सकते है। इस्तीफा की तैयारी करने वाले पार्षदों का कहना है कि दो साल में अपने वार्ड में एक रूपए का काम नहीं करा पाए है। ऐसे में पार्षद रहकर या मीटिंग हिस्सा लेकर क्या करेंगे। उपाध्यक्ष का रूम खाली कराने की कवायदनगर पालिका परिषद की बैठक में उपाध्यक्ष समेत 25 पार्षद सीधे विरोध में उतरे। आज की बैठक में अध्यक्ष वर्षा वाल्मीकि, नेता प्रति पक्ष राहुल सिंह राजावत समेत कुल 14 पार्षदों ने हिस्सा लिया है। बैठक में कुल 15 काम स्वीकृत किए गए है। बैठक में बाद उपाध्यक्ष भानु प्रताप भदौरिया का कमरा खाली कराए जाने की कवायद पर चर्चा की गई। लेकिन इस दौरान कोई निर्णय नहीं हो सका। विरोध दर्ज कराने वाले पार्षदों की पीड़ा बैठक में आज इन मुद्दों पर सहमति विकास कार्य पर हुई चर्चानगर पालिका नेता प्रतिपक्ष राहुल सिंह कुशवाह ने कहा कि जो जिनके मुद्दे थे वे आए जिनके मुद्दे नहीं थे वे नहीं आए। नगर पालिका कर्मियों की ओर से फोन किए गए थे। बढ़ी संख्या में पार्षद गैरमौजूद रहे। बैठक में सहमति बनी है। विकास कार्य कराए जाएंगे। दो साल से वार्डों का नहीं हुआ विकासइधर उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह भदौरिया का कहना है कि पार्षद की बैठक से पहले निर्णय हो जाते है। दो दो साल हो गए, विकास कार्य वार्डों में नहीं हो रहे है। मैं किन्हीं कारणों से उपस्थित बैठक में नहीं हुआ।
प्रतापगढ़ पुलिस ने चोरी, नकबजनी और एरिया डॉमिनेन्स अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल 98 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह अभियान जिला पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य के निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह जोधा के मार्गदर्शन में पूरे जिले में चलाया गया। इस अभियान के लिए 169 अधिकारी और कर्मचारियों की 41 अलग-अलग टीमें गठित की गईं। इन टीमों ने जिले भर में 177 संदिग्ध स्थानों पर दबिश दी। सभी वृत्ताधिकारियों और थानाधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में विशेष टीमें बनाकर यह कार्रवाई सुनिश्चित की। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में चोरी के 24 और नकबजनी के 5 चालानशुदा अपराधी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, 52 गैर-जमानती आरोपियों को धारा 126-170 के तहत, 5 को धारा 129 बीएनएस के तहत, एक को आर्म्स एक्ट में, दो स्थायी वारंटी, एक कुर्की वारंटी, एक को आबकारी अधिनियम में, तीन गिरफ्तारी वारंटी, एक को जुआ अधिनियम में, दो को धूम्रपान अधिनियम में और एक आरोपी को अन्य प्रकरण में गिरफ्तार किया गया। अभियान के दौरान चोरी/नकबजनी के 13 अन्य आरोपियों को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। प्रतापगढ़ पुलिस ने स्पष्ट किया है कि अपराधियों के खिलाफ यह धरपकड़ अभियान लगातार जारी रहेगा और जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए ऐसी कार्रवाइयां भविष्य में भी की जाएंगी।
चिकन सेंटर पर ले जा कर किया गैंगरेप:मामला दर्ज,आरोपी घर के पास से ले गए थे युवती को
अलवर के सदर थाना क्षेत्र में गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता के भाई ने रिपोर्ट में बताया कि 17 दिसंबर को दो आरोपी साद और साहिल रात करीब 11 बजे बाइक पर आए और उसकी बहन को जबरदस्ती बाइक पर बैठाकर बख्तल की चौकी की ओर ले गए। वहां एक चिकन सेंटर पर उनका तीसरा साथी शाहिद पहले से मौजूद था। तीनों आरोपियों ने पीड़िता के साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी रात करीब 3 बजे पीड़िता को गांव से लगभग 200 मीटर की दूरी पर छोड़कर फरार हो गए। इसके बाद पीड़िता के भाई और उसके साथियों ने आरोपियों की बाइक का पीछा किया, लेकिन आरोपी रास्ते में अपनी बाइक और मोबाइल छोड़कर भाग निकले। मामले की सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस ने पीड़िता के भाई की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता की उम्र करीब 22 वर्ष बताई जा रही है। इस मामले की जांच स्वयं सदर थाना प्रभारी द्वारा की जा रही है।
करनाल में आईटीआई चौक के नजदीक शुक्रवार को एक बड़ा सड़क हादसा हो गया। हरियाणा रोडवेज की बस संतुलन बिगड़ने के कारण हाईवे पर पलट गई। बस में 40 से 45 सवारियां मौजूद थीं। सोनीपत डिपो की यह बस चंडीगढ़ से आ रही थी और दिल्ली की ओर जा रही थी। इस हादसे में 2-3 यात्रियों को गंभीर चोट आई है, जबकि कई अन्य को मामूली चोट लगी है। बस पलटते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई और हाईवे पर जाम की स्थिति बन गई। सूचना मिलते ही पुलिस और एम्बुलेंस मौके पर पहुंची। तेज रफ्तार और फुल वॉल्यूम गानों से बिगड़ा संतुलन प्रत्यक्षदर्शियों और बस में सवार यात्रियों ने बताया कि सोनीपत डिपो की बस चालक बहुत तेज रफ्तार में बस चला रहा था। इतना ही नहीं बस के अंदर गाने भी फुल वॉल्यूम में बज रहे थे। यात्रियों ने कई बार ड्राइवर को स्पीड कम करने के लिए टोका, लेकिन उसने किसी की बात नहीं मानी। इसी लापरवाही के चलते बस का संतुलन बिगड़ा और वह हाईवे पर लगी ग्रिलों को तोड़ती हुई पलट गई। हादसे के बाद मची अफरा-तफरी बस पलटते ही यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कई यात्री बस के अंदर फंस गए, जिन्हें स्थानीय लोगों और पुलिस की मदद से बाहर निकाला गया। हादसे के कारण हाईवे पर लंबा जाम लग गया। कुछ ही देर में पुलिस और एम्बुलेंस की गाड़ियों के सायरन बजने लगे। एम्बुलेंस कर्मियों ने मौके पर ही घायलों को प्राथमिक चिकित्सा दी। गंभीर घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया घटना के बाद जिन यात्रियों की हालत गंभीर थी, उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, हल्की चोटें आने वाले यात्रियों का मौके पर ही इलाज किया गया। पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए जाम को धीरे-धीरे खुलवाया और यातायात बहाल किया। ओवर स्पीड को लेकर यात्रियों का आरोप पुलिसकर्मी विक्रम ने बताया कि हरियाणा रोडवेज की बस पलटने की सूचना मिलते ही टीम मौके पर पहुंच गई थी। एम्बुलेंस को तुरंत बुलाया गया। सवारियों का आरोप है कि बस चालक ओवर स्पीड में बस चला रहा था। यात्रियों ने बार-बार कम स्पीड पर बस चलाने के लिए कहा, लेकिन चालक ने उनकी बात नहीं मानी, जिससे हादसा हुआ। जांच के बाद होगी कार्रवाई ट्रैफिक पुलिस के एसएचओ दर्शन सिंह ने बताया कि सभी घायलों को अस्पताल में भेज दिया गया है। यह जांच का विषय है कि लापरवाही किसकी थी। हाईवे पर बने जाम को खुलवा दिया गया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वाहन चलाते समय सावधानी बरतें। वहीं सेक्टर-32-33 थाना के एसएचओ मनोज कुमार ने बताया कि बस पलटने की सूचना मिली थी। दो-तीन लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मामले की जांच की जा रही है और अगर किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
झाबुआ में ₹15.8 करोड़ की 3 परियोजनाएं मंजूर:सिंचाई और श्रृंगेश्वर धाम विकास को मिलेगी गति
झाबुआ जिले में 15.8 करोड़ रुपए से अधिक की तीन परियोजनाओं को स्वीकृति मिली है। इन परियोजनाओं से क्षेत्र के किसानों को सिंचाई का लाभ मिलेगा, वहीं श्रृंगेश्वर धाम को धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया के प्रयासों से यह स्वीकृति दी है। सिंचाई सुविधाओं के विस्तार से फसल उत्पादन बढ़ने के साथ-साथ किसानों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। इसमें 5.99 करोड़ रुपए की लागत से मुण्डत बैराज का निर्माण शामिल है, जिससे 360 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। इसके अतिरिक्त, 3.53 करोड़ रुपए की मुकामपुरा तालाब (नहर रहित योजना) से 120 हेक्टेयर क्षेत्र को पानी मिलेगा। माही नदी के तट पर स्थित श्रृंगेश्वर घाट के कायाकल्प के लिए 6.28 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई है। इस परियोजना से तटों की सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित होगी, जिससे पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इससे स्थानीय होटल, परिवहन और हस्तशिल्प व्यापार को बढ़ावा मिलेगा, और श्रद्धालुओं को पूजन-अनुष्ठानों में सुगमता होगी। कलेक्टर नेहा मीना ने बताया कि आगामी 2028 उज्जैन सिंहस्थ को देखते हुए श्रृंगेश्वर धाम को 'शिवलिंग टूरिस्ट सर्किट' से जोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसे प्रदेश के मुख्य पर्यटन मानचित्र पर भी अंकित किया जाएगा, जिससे यह स्थान जिले की एक नई पहचान बन सकेगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की आय बढ़ाने और जल संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि पेटलावद में ये परियोजनाएं कृषि अर्थव्यवस्था के लिए वरदान साबित होंगी।
अस्पताल ने नहीं दी बेटे की लाश:पिता ने भीख मांगकर चुकाई अस्पताल की फीस, बरेली में मानवता हुई शर्मसार
यूपी के बरेली में मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक निजी अस्पताल पर आरोप लगा है कि उसने एक गरीब और बेबस पिता को उसके बेटे की लाश नहीं दी। आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने कहा- पहले फीस दो, फिर लाश ले जाना। इसके बाद पिता ने भीख मांगकर अपने बेटे की लाश के लिए रुपए इकट्ठा किए और अस्पताल की फीस जमा की। फीस जमा होने के बाद ही अस्पताल ने बेटे की लाश उसके पिता को सौंपी। बदायूं में रहता है परिवारबदायूं के हजरतपुर थाना क्षेत्र के नगरिया कला निवासी श्यामलाल का एक वीडियो सामने आया है, जिसने निजी अस्पतालों की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि श्यामलाल का बेटा धर्मवीर सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गया था। परिजन उसे इलाज के लिए बरेली के पीलीभीत रोड स्थित एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोप है कि डॉक्टरों ने बेटे की लाश देने के लिए ढाई लाख रुपए की मांग की। अस्पताल स्टाफ का कहना था कि पहले अस्पताल की फीस जमा करो, तभी बेटे की लाश दी जाएगी। बरेली के अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौतश्यामलाल बेहद गरीब हैं। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टरों और स्टाफ के सामने बहुत गिड़गिड़ाकर अपनी मजबूरी बताई। उन्होंने कहा कि वह ढाई लाख रुपए कहां से लाएंगे, लेकिन इसके बावजूद लाश देने से मना कर दिया गया। इसके बाद श्यामलाल बदायूं स्थित अपने गांव लौट गए। उन्होंने गांव वालों से भीख मांगी और कहा कि अगर आप लोग मदद कर देंगे, तभी अस्पताल वाले उनके बेटे की लाश देंगे। गांव वालों से भीख मांगकर जो रुपए इकट्ठा हुए, वही अस्पताल की फीस के रूप में जमा किए गए। इसके बाद उन्हें उनके बेटे धर्मवीर की लाश मिल सकी। बेटे की मौत से पिता का बुरा हालइसके बाद श्यामलाल ने बेटे का पोस्टमॉर्टम कराया और लाश को बदायूं स्थित अपने गांव ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया। आज श्यामलाल के बेटे का दसवां था। जवान बेटे की मौत से श्यामलाल पूरी तरह टूट चुके हैं। वह बार-बार अपने बेटे और अपनी गरीबी को याद कर रो पड़ते हैं। अस्पताल प्रबंधन बोला-आरोप निराधारवहीं इस पूरे मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि उन पर लगाए जा रहे आरोप निराधार हैं। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि श्यामलाल से किसी ने फीस की मांग नहीं की थी। उनका बेटा 16 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहा था। शुरुआत में परिजनों ने कुछ फीस जमा की थी। बाद में बेटे की मौत हो गई तो परिजनों ने कहा कि उनके पास देने के लिए एक भी पैसा नहीं है। इसके बाद अस्पताल की ओर से उनसे कोई रकम नहीं ली गई।
पलवल जिले के पातली खुर्द गांव में लाला लाजपत राय पशु-चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय (लुवास), हिसार द्वारा हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र स्थापित किया जाएगा। इसके लिए ग्राम पंचायत पातली खुर्द ने 60 कनाल 16 मरला भूमि 33 वर्षों के लिए लुवास को लीज पर दी है। यह लीज प्रक्रिया छात्र कल्याण निदेशक एवं संपदा अधिकारी डॉ. संदीप गुप्ता, ग्राम पंचायत पातली खुर्द की सरपंच रेखा, नंबरदार राजबीर और पशु विज्ञान केंद्र पलवल से डॉ. रेखा दहिया की उपस्थिति में संपन्न हुई। रेफरल केंद्र के रूप में कार्य करेगा डॉ. रेखा दहिया ने बताया कि यह केंद्र स्वास्थ्य एवं उत्पादन प्रबंधन, पशु चिकित्सा विस्तार सेवाओं और किसानों तक आधुनिक तकनीकों की प्रभावी पहुंच सुनिश्चित करने के लिए एक एकीकृत सेवा एवं रेफरल केंद्र के रूप में कार्य करेगा। इससे पलवल के अलावा फरीदाबाद, नूंह और गुरुग्राम जिलों के पशुपालकों को भी लाभ मिलेगा। यह केंद्र प्रदेश में डेयरी, भेड़ एवं बकरी पालन, सूकर पालन, मुर्गी पालन और मत्स्य पालन को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केंद्र का मुख्य उद्देश्य पशुधन एवं मुर्गी पालन से संबंधित विभिन्न रोगों का विशेष निदान, उपचार और नियमित निगरानी करना है। इसके अतिरिक्त, जर्म-प्लाज्म सुधार और स्थानीय नस्लों के संरक्षण के लिए कृत्रिम गर्भाधान सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। किसानों को स्वरोजगार से जोड़ने का अवसर डॉ. दहिया ने यह भी बताया कि यह केंद्र महिलाओं, बेरोजगार युवाओं और किसानों को स्वरोजगार से जोड़ने का अवसर देगा। डेयरी एवं मत्स्य पालन के वैल्यू-एडेड उत्पादों पर अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक व्यवसायिक एवं कौशल विकास प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा, डेयरी एवं मत्स्य पालन से संबंधित स्नातक एवं डिप्लोमा विद्यार्थियों को इंटर्नशिप प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और क्षेत्र की स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए क्षेत्र आधारित अनुसंधान को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
रायकोट में घनी धुंध के कारण एक सड़क हादसा हो गया। मलेरकोटला रोड पर सुबह करीब साढ़े पांच बजे एक अज्ञात तेज रफ्तार वाहन ने पैदल जा रहे बुजुर्ग दंपती को कुचल दिया। इस हादसे में बुजुर्ग व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं। वे पैदल मत्था टेकने गुरुद्वारा साहिब जा रहे थे। थाना सिटी रायकोट पुलिस ने मृतक के बेटे रमनप्रीत सिंह उर्फ रमन की शिकायत पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा नंबर 113 दर्ज किया है। यह मामला बीएनएस की धाराओं 281, 106, 125-ए और 125-बी के तहत पंजीकृत किया गया है। मामले की जांच एएसआई बूटा खां को सौंपी गई है। पुलिस अधिकारी बूटा खां ने बताया कि पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। हालांकि, घनी धुंध के कारण घटना के समय गुजर रहे वाहनों की नंबर प्लेट स्पष्ट दिखाई नहीं दे रही थी। इससे आरोपी वाहन की पहचान में कठिनाई आ रही है। पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। कैसे हुआ हादसा-- टक्कर के बाद वाहन सवार फरार अपने साइड से चल रहे थे लोग: शिकायतकर्ता रमनप्रीत सिंह ने बताया कि वह अपने पिता अवतार सिंह, मां जसवीर कौर, चाची सुखविंदर कौर, ताया की बेटी लक्षप्रीत कौर और मोहल्ले की कुछ अन्य महिलाओं के साथ गुरुद्वारा श्री गुरु तेग बहादुर साहिब में माथा टेकने के लिए पैदल जा रहे थे। सभी लोग मलेरकोटला रोड ड्रेन के पास सड़क से नीचे बाईं ओर चल रहे थे। लापरवाही से चलाते हुए मारी टक्कर, फिर फरार:इसी दौरान, गली नंबर तीन के पास पीछे से आए एक तेज रफ्तार वाहन ने लापरवाही से चलते हुए अवतार सिंह और जसवीर कौर को टक्कर मार दी। टक्कर मारने के बाद चालक वाहन रोकने के बजाय मौके से फरार हो गया। धुंध अधिक होने के कारण वाहन का नंबर नोट नहीं किया जा सका। महिला की हालत गंभीर,रेफर: घटना के बाद, आसपास के लोगों की मदद से दोनों घायलों को रायकोट के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने अवतार सिंह को मृत घोषित कर दिया। रमनप्रीत ने बताया कि उनकी मां जसवीर कौर के नाक और मुंह से अत्यधिक खून बह रहा था, और उनकी हालत गंभीर होने के कारण उन्हें लुधियाना के एक बड़े अस्पताल रेफर किया गया है।
हिसार का ठग इंदौर एयरपोर्ट से अरेस्ट:दुबई से लौटते ही पकड़ा, इटली भेजने का झांसा देकर हड़पे 10.20 लाख
हिसार जिले में अवैध रूप से विदेश भिजवाने के नाम पर ठगी करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए थाना बरवाला पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी को उस वक्त गिरफ्तार किया गया, जब वह दुबई से इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचा। मामले में जांच अधिकारी ASI उपेंद्र सिंह ने बताया कि इस संबंध में थाना बरवाला में दी शिकायत में शिकायतकर्ता सत्यवान ने बताया कि आरोपी सनूप निवासी सरसोद ने उसके पुत्र अजय को इटली भिजवाने का झांसा देकर वीजा लगवाने के नाम पर अलग-अलग समय पर बैंक खातों में कुल 10 लाख 20 हजार रुपए हड़प लिए। सत्यवान द्वारा उपलब्ध करवाई गई वॉयस रिकॉर्डिंग के अनुवाद व जांच में यह स्पष्ट हुआ कि आरोपी ने एजेंट द्वारा 12 लाख रुपए मांगने की बात कहते हुए 10 लाख रुपए में काम कराने का भरोसा दिलाया था। पुलिस ने जारी कराया था लुक-आउट नोटिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी द्वारा न तो वीजा लगवाया गया और न ही रकम वापस की गई। शिकायत पर थाना बरवाला में 17 जुलाई 2025 को विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की गई। जांच अधिकारी ने बताया कि वारदात के बाद आरोपी विदेश भाग गया था। आरोपी के विरुद्ध लुक-आउट नोटिस जारी करवाया गया। हाल ही में आरोपी दुबई से इंदौर एयरपोर्ट पर पहुंचा, जहां इमिग्रेशन अधिकारियों ने उसे काबू कर थाना बरवाला पुलिस को सूचित किया। थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त मोबाइल फोन भी बरामद किया है। आरोपी को पूछताछ उपरांत कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। अभियोग में आगामी कार्रवाई जारी है।
पन्ना कलेक्टर ऊषा परमार ने शुक्रवार शाम अमानगंज और गुनौर क्षेत्र के धान उपार्जन केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने खरीदी केंद्रों पर मौजूद मूलभूत व्यवस्थाओं का जायजा लिया और किसानों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बिना ग्रेडर के नहीं होगी धान खरीदी कलेक्टर ने साफ निर्देश दिए कि किसी भी खरीदी केंद्र पर बिना ग्रेडर के धान की खरीदी नहीं की जाए। साथ ही किसानों से ग्रेडिंग और तुलाई के लिए तय 40 रुपए की राशि ही ली जाए और इस संबंध में शासन के निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। किसानों से की चर्चा, गुणवत्ता की ली जानकारी निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने किसानों से सीधे बातचीत की और धान की गुणवत्ता तथा रकबे के अनुसार उत्पादन की जानकारी ली। तारा झरकुआं उपार्जन केंद्र पर उन्होंने ग्रेडिंग मशीन से धान की सफाई कार्य का अवलोकन किया। केंद्र प्रभारी महेंद्र कुशवाहा ने बताया कि अब तक 8400 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है, जबकि 3200 क्विंटल धान का उठाव हो चुका है। भंडारण और उठाव व्यवस्था पर दिए निर्देश कलेक्टर ने उपार्जित धान के सुरक्षित भंडारण, धान के स्लॉट बढ़ाने और उठाव के लिए पर्याप्त वाहनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। केंद्र पर मौजूद किसानों ने बताया कि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी नहीं है और उपार्जन कार्य सुचारू रूप से चल रहा है। वेयरहाउस में व्यवस्थाओं का जायजा महेबा स्थित श्री रामजानकी माया वेयरहाउस के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने निर्देश दिए कि खरीदी के तुरंत बाद धान का परिवहन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही किसानों की सुविधा के लिए सर्टिफाइड डिजिटल मॉइश्चर मीटर से पर्ची काटने के निर्देश दिए। वहीं पाठक वेयरहाउस सिली गुनौर में व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश भी दिए गए। श्रमिक और ग्रेडर बढ़ाने के निर्देश कलेक्टर ने कहा कि अगले दिन से केंद्रों पर श्रमिकों की संख्या और ग्रेडर बढ़ाए जाएं। खरीदी केंद्रों को सुबह 8 बजे तक अनिवार्य रूप से खोलने की व्यवस्था की जाए। छोटे किसानों और पहले से स्लॉट बुक करा चुके किसानों की उपज की तौल को प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिए गए। किसानों की समस्याएं सुनीं निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने किसानों की समस्याएं सुनीं और उनके जल्द समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही आने वाले दिनों में स्लॉट बढ़ाने का भी भरोसा दिलाया, ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
श्री सांवलिया जी मंदिर में भंडार से प्राप्त दान राशि की गिनती का दूसरा राउंड शुक्रवार को पूरा किया गया। इस दूसरे राउंड में कुल 4 करोड़ 73 लाख 60 हजार रुपए की काउंटिंग की गई। इससे पहले गुरुवार को भंडार खुलने के बाद पहले राउंड में ही 12 करोड़ 10 लाख रुपए की गिनती हो चुकी थी। लगातार दो दिनों तक चली इस प्रक्रिया में बड़ी संख्या में नोटों की गिनती की गई। मंदिर प्रशासन की देखरेख में यह पूरी प्रक्रिया तय नियमों और पूरी सावधानी के साथ की जा रही है, ताकि किसी भी तरह की गलती की संभावना न रहे। दो दिनों की गणना में करोड़ों की दान राशि प्राप्त दो दिन की गिनती के बाद अब तक कुल 16 करोड़ 83 लाख 60 हजार रुपए की दान राशि प्राप्त हो चुकी है। इतनी बड़ी राशि देखकर मंदिर प्रशासन के साथ-साथ श्रद्धालुओं में भी उत्साह है। हर बार की तरह इस बार भी श्री सांवलिया जी के भंडार से बड़ी मात्रा में दान राशि निकल रही है, जो भक्तों की गहरी आस्था को दर्शाती है। प्रशासन का कहना है कि अभी यह अंतिम आंकड़ा नहीं है, क्योंकि आगे भी गिनती के कुछ चरण बाकी हैं। राजभोग आरती के बाद सुबह से शाम तक गिनती चली शुक्रवार को सुबह राजभोग आरती के बाद एक बार फिर काउंटिंग की प्रक्रिया शुरू की गई। यह गिनती सुबह से लेकर शाम तक लगातार चलती रही। कर्मचारियों और अधिकारियों की टीम ने पूरे दिन मेहनत के साथ नोटों की गिनती की। इस दौरान सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम रहे। सत्संग हॉल में काउंटिंग करने के कारण आज अमावस्या को भी गिनती हुई है। शाम तक काफी मात्रा में राशि की गिनती हो चुकी, लेकिन अभी भी भंडार में बड़ी संख्या में नोट और चिल्लर बाकी हैं, जिनकी गिनती आगे की जाएगी। नोट, चिल्लर, ऑनलाइन राशि और मनी ऑर्डर गिनती बाकी रही मंदिर प्रशासन ने बताया कि फिलहाल सिर्फ नकद राशि की गिनती की जा रही है। अभी भी काफी मात्रा में बड़े-छोटे नोट और चिल्लर गिनना बाकी है, जिसमें समय लगता है। इसके अलावा भक्तों की ओर से मनी ऑर्डर और ऑनलाइन माध्यम से भेजी गई राशि की गिनती भी अभी बाकी है। यह गिनती अंतिम दिन की जाएगी। सोना-चांदी तौल और अगली काउंटिंग शनिवार को फिर होगी नकद राशि के अलावा भंडार और भेंट कक्ष में चढ़ाए गए सोने और चांदी का तौल भी अभी बाकी है। सोने-चांदी के आभूषण और चढ़ावे की गिनती और तौल आखरी दिन ही होगा। मंदिर प्रशासन ने बताया कि अगली काउंटिंग 20 दिसंबर यानी शनिवार को जारी रहेगी। उसी दिन बाकी बची राशि, ऑनलाइन दान और मनी ऑर्डर की गणना पूरी होने की संभावना है। इसके बाद कुल दान राशि का अंतिम आंकड़ा जारी किया जाएगा, जिसका श्रद्धालुओं को इंतजार रहेगा।
पलवल पुलिस ने भूमि विवाद में जानलेवा हमला करने के आरोप में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। सीआईए टीम ने पूछताछ के बाद दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया। इस मामले में एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। सीआईए प्रभारी रविंद्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मड़नाका गांव निवासी विनोद उर्फ अंकित और बहीन गांव निवासी मनीष उर्फ शेरा के रूप में हुई है। यह घटना 19 जून को नांगल जाट गांव में हुई थी, जहां भूमि विवाद को लेकर फायरिंग कर जानलेवा हमला किया गया था। नांगल जाट गांव निवासी रामबीर की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने इस मामले में पहले ही आरोपी जयपाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। अन्य आरोपी फरार चल रहे थे। सीआईए टीम फरार आरोपियों की तलाश में जुटी थी। गुप्त सूचना के आधार पर विनोद उर्फ अंकित और मनीष उर्फ शेरा को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के बाद आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड है और उनके खिलाफ कई अन्य गंभीर मामले भी दर्ज हैं। पुलिस ने बताया कि इस वारदात से जुड़े किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और फरार अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
करनाल में कार ने 5 साल के बच्चे को कुचला:मौके पर मौत, सड़क किनारे खेल रहा था, दो बहनों का इकलौता भाई
करनाल के नूरमहल चौक के नजदीक शुक्रवार शाम एक सड़क हादसे में 5 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चा सड़क किनारे खेल रहा था, तभी तेज रफ्तार कार ने उसे कुचल दिया। हादसे के बाद कार ड्राइवर मौके से फरार हो गया। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमॉर्टम के लिए करनाल मोर्चरी हाउस भेज दिया। हादसे में जान गंवाने वाले बच्चे की पहचान मंगल के रूप में हुई है। बच्चे का पिता सागर मूल रूप से बिहार का रहने वाला है और करनाल के 32 सेक्टर की झुग्गियों में रहता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बच्चा झुग्गी बस्ती के पास सड़क किनारे खेल रहा था। इसी दौरान नूरमहल चौक की ओर से तेज रफ्तार कार आई और बच्चे को कुचलते हुए निकल गई। घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़, पुलिस ने संभाली स्थिति हादसा होते ही आसपास के लोग मौके पर एकत्रित हो गए। लोगों में गुस्सा देखा गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को अपने कब्जे में लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपी कार चालक की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। मृतक बच्चा मंगल अपने घर का इकलौता चिराग था। इससे पहले भी उसके एक भाई की हादसे में मौत हो चुकी थी। उस घटना के बाद से मंगल ही पूरे परिवार का एकमात्र सहारा था। अचानक हुए इस हादसे ने परिवार को पूरी तरह तोड़कर रख दिया है। परिवार में मातम पसरा है और झुग्गी बस्ती में शोक का माहौल है। अपना आशियाना टीम ने जताया रोष, सख्त कार्रवाई की मांग अपना आशियाना आश्रम टीम के इंचार्ज राजकुमार अरोडा ने घटना पर गहरा रोष जताया। उन्होंने कहा कि रईसजादे सड़कों पर गफलतबाजी और लापरवाही से वाहन चलाते हैं और किसी को भी रौंदकर चले जाते हैं। इसके लिए उनके मां-बाप भी जिम्मेदार हैं, जो अपने बच्चों को महंगी और तेज रफ्तार गाड़ियां दे देते हैं। उन्होंने कहा कि आज इसी लापरवाही का खामियाजा एक गरीब परिवार को भुगतना पड़ा है और ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन होना चाहिए। अपना आशियाना की अनु मदान ने बताया कि मंगल दो बहनों का इकलौता भाई था। परिवार में पहले दो बेटे थे। कुछ साल पहले एक बेटे को किसी ने जिंदा ही धरती में गाड़ दिया था, जिसका मामला कोर्ट में चल रहा है। अब दूसरा बच्चा भी इस दुनिया में नहीं रहा। उन्होंने पुलिस से मांग की कि आरोपी कार ड्राइवर को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
भाजपा वार्ड 44 की पार्षद पद को लेकर दो साल से चल रहा विवाद पर अब विराम लग गया है। इंदौर हाई कोर्ट ने शुक्रवार को महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए भाजपा पार्षद निशा रूपेश देवलिया के पक्ष में निर्णय दिया है। हाईकोर्ट ने न केवल जिला कोर्ट द्वारा पार्षद का निर्वाचन शून्य घोषित करने के आदेश को रद्द कर दिया, बल्कि कांग्रेस प्रत्याशी को विजेता घोषित करने के फैसले को भी पूरी तरह खारिज कर दिया। नगर निगम चुनाव 2022 में वार्ड 44 से भाजपा प्रत्याशी निशा देवलिया ने भारी वोटो से जीत दर्ज की थी। हालांकि कांग्रेस की रनर-अप प्रत्याशी नंदिनी मिश्रा (नंदिनी आशीष मिश्रा) ने चुनाव परिणाम को चुनौती देते हुए जिला कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में आरोप लगाया गया था कि निशा देवलिया ने नामांकन के दौरान प्रस्तुत शपथ-पत्र में अपनी संपत्ति से जुड़ी जानकारी छुपाई और संपत्ति कर में विसंगतियां कीं। यह था मामला मामला छोटी खजरानी क्षेत्र स्थित निशा देवलिया के करीब 1600 वर्गफीट के भवन से जुड़ा था। कांग्रेस प्रत्याशी का आरोप था कि यह मकान व्यावसायिक (कमर्शियल) उपयोग का है, लेकिन चुनावी शपथ-पत्र में इसे आवासीय दर्शाया गया। वहीं रजिस्ट्री में 1142 वर्गफीट के चद्दर वाले मकान का उल्लेख था, जबकि नगर निगम को 200 वर्गफीट आवासीय मकान का ही टैक्स चुकाया जा रहा था। इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर कांग्रेस प्रत्याशी ने चुनाव को अवैध बताते हुए कोर्ट की शरण ली थी। जिला कोर्ट में सुनवाई के दौरान कांग्रेस प्रत्याशी की ओर से अधिवक्ता केपी गणगोरे ने तर्क दिया था कि मकान करीब 25 साल पुराना है और उसकी रजिस्ट्री कमर्शियल बताती है, इसलिए शपथ-पत्र में दी गई जानकारी भ्रामक है। जिला अदालत ने इन दलीलों को स्वीकार करते हुए निशा देवलिया का निर्वाचन शून्य घोषित कर दिया था और कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी मान लिया था। इस आदेश के खिलाफ भाजपा पार्षद निशा देवलिया ने हाई कोर्ट की शरण ली थी। जस्टिस न्यायमूर्ति आलोक अवस्थी की एकलपीठ ने दोनों पक्षों के तर्क, दस्तावेजों और रिकॉर्ड का विस्तार से परीक्षण करने के बाद निचली अदालत के फैसले को असंगत ठहराया। हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि उपलब्ध तथ्यों के आधार पर निर्वाचन को शून्य घोषित करने और दूसरे प्रत्याशी को विजेता ठहराने का आधार टिकाऊ नहीं है। हाईकोर्ट के इस फैसले के साथ ही वार्ड 44 से निर्वाचित भाजपा पार्षद निशा रूपेश देवलिया की सदस्यता विधिवत बहाल हो गई है।
पाली में चार पुलिसकर्मी निलंबित:ड्यूटी में बरती लापरवाही, तस्कर को मिला फायदा
पाली में शुक्रवार शाम को एसपी आदर्श सिधु ने एक आदेश जारी कर 4 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया। है। जिनमें दो हेड कॉन्स्टेबल और दो कॉन्स्टेबल है। चारों के खिलाफ शिकायत मिलने पर एसपी ने यह कार्रवाई की। मामले की जांच कर रहे ASP बाली चैनसिंह महेचा ने बताया कि देसूरी थाने के हेड कॉन्स्टेबल सोहनलाल, कॉन्स्टेबल बंशीलाल, सादड़ी थाने के हेड कॉन्स्टेबल रामकेश, कॉन्स्टेबल नन्छूराम को एसपी आदर्श सिधु ने गंभीर शिकायत मिलने के बाद निलंबित किया है। चारों के खिलाफ विभागीय जांच जारी है। बता दे कि सदर थाना पुलिस ने अवैध डोडा पोस्त के साथ जोधपुर निवासी तस्कर धीरेन्द्र को गुरुवार रात को गिरफ्तार किया था। ASP बोले - गंभीर शिकायत मिलने पर की कार्रवाई मामले में ASP विपिन कुमार शर्मा ने बताया कि चारों पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी में लापरवाही बरती और जिसका फायदा मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले युवक को मिला। इसकी शिकायत मिलने पर इन्हें जांच चलने तक निलंबित करने की कार्रवाई की।
दुर्ग जिले के ग्राम धनोरा में ड्रेकी मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड (DMPL) पर अवैध नेटवर्क मार्केटिंग और डुप्लीकेट दवाइयों के कारोबार का आरोप लगा है। कंपनी पर फर्जी लेबलिंग के जरिए कृषि और स्वास्थ्य उत्पादों को कई गुना महंगे दामों पर बेचने का आरोप है। शिकायतों के बाद कृषि विभाग की संयुक्त जांच टीम ने दबिश देकर 2.84 करोड़ के बायो-स्टिमुलेंट जब्त किए हैं। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि DMPL अपने ही फर्जी फार्म के नाम पर दवाइयों का निर्माण दर्शा रही थी। न तो दवाइयों की गुणवत्ता जांच कराई गई और न ही कोई वैधानिक अनुमति ली गई। कई उत्पाद दूसरे निर्माताओं से कम कीमत पर खरीदे गए और उन पर DMPL का लेबल लगाकर बाजार में बेचा गया। जिन उत्पादों की वास्तविक कीमत 500 से 700 रुपए थी, उन्हें 3000 से 3200 रुपए तक में बेचा गया। नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए लोगों को जोड़ा जानकारी के अनुसार, कंपनी नेटवर्क मार्केटिंग मॉडल पर काम कर रही थी। लोगों को 1600 रुपए में जोड़ा जाता था और दो नए सदस्य जोड़ने पर कमीशन का लालच दिया जाता था। यह सिस्टम धीरे-धीरे चेन मॉडल में बदल गया, जिसमें जुड़े लोग अपनी राशि निकालने के लिए और अधिक लोगों को जोड़ते चले गए। इसी नेटवर्क के जरिए कृषि और हेल्थ केयर उत्पादों की बड़े पैमाने पर बिक्री की जा रही थी। बिना लाइसेंस बायो-स्टिमुलेंट का कारोबार जांच में सामने आया कि किसानों को जैव प्रेरक ह्यूमिक एसिड और अन्य कृषि उत्पाद बिना किसी वैध अनुमति के बेचे जा रहे थे। उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत जैव प्रेरकों के भंडारण और विक्रय के लिए संचालनालय कृषि या जिला उप संचालक कार्यालय से अनुमति जरूरी होती है, लेकिन कंपनी प्रभारी कोई भी वैध लाइसेंस या विक्रय प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर सका। संयुक्त जांच टीम की कार्रवाई संभागीय संयुक्त संचालक कृषि दुर्ग के निर्देशन में 15 दिसंबर को संभाग स्तरीय कृषि विभाग की संयुक्त जांच टीम ने ग्राम पंचायत धनोरा के आनंद नगर स्थित DMPL के गोदाम पर कार्रवाई की। टीम में निरीक्षक हेमंत कुमार बघेल, निरीक्षक सुचित्रा दरबारी, उर्वरक निरीक्षक नवीन खोब्रागढ़े, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी सोनाली कुजूर और अजय यादव शामिल रहे। दस्तावेज नहीं दिखा सके प्रभारी निरीक्षण के दौरान प्रतिष्ठान प्रभारी धनेश साहू ने स्वीकार किया कि ह्यूमिक एसिड को प्रदेश के कई जिलों में एजेंटों के माध्यम से बेचा जा रहा है। जब प्राधिकार पत्र, बिल बुक और स्टॉक रजिस्टर मांगे गए, तो कोई भी वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया गया। स्टॉक में भारी गड़बड़ी उजागर जांच में बताया गया कि 1 जनवरी से 15 दिसंबर तक 49,360 बोतल (एक लीटर) ह्यूमिक एसिड का भंडारण किया गया, जिनमें से 38,668 बोतल बिक चुकी हैं। शेष स्टॉक 1326 बोतल बताया गया था, लेकिन जांच के दौरान पहले तल के गोदाम से 630 पेटियों में रखी 7560 अतिरिक्त बोतलें बरामद की गईं। इस तरह कुल 8886 बोतल अवैध जैव प्रेरक ह्यूमिक एसिड जब्त किया गया, जिसकी अधिकतम खुदरा कीमत के आधार पर कुल कीमत लगभग 2 करोड़ 84 लाख 35 हजार 200 रुपए आंकी गई। गोदाम सील, नमूने जांच के लिए भेजे गए संयुक्त जांच टीम ने अवैध रूप से भंडारित उत्पाद जब्त कर गोदाम को सील कर दिया। विक्रय से जुड़े इनवॉयस, रजिस्टर और कच्ची बिल बुक भी जब्त की गईं। ह्यूमिक एसिड के नमूने प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे गए हैं। कंपनी प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। विभागीय अधिकारियों का बयान कृषि उप संचालक संदीप भोई ने बताया कि धनोरा में बिना लाइसेंस और विक्रय प्रमाण पत्र के बायो-स्टिमुलेंट का भंडारण पाया गया है। उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 और आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है। जब्त उत्पादों की गुणवत्ता पर अंतिम स्थिति प्रयोगशाला रिपोर्ट आने के बाद स्पष्ट होगी। मुख्य सचिव और कलेक्टर से शिकायत मामले की गंभीरता को देखते हुए शिकायतकर्ताओं ने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव और दुर्ग कलेक्टर को लिखित शिकायत सौंपकर DMPL को सील करने और संबंधित फार्म संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।
थ्री एम डॉट बैंड्स थिएटर फैमिली सोसाइटी, कला एवं संस्कृति विभाग, राजस्थान तथा जवाहर कला केन्द्र, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित जयरंगम थिएटर फेस्टिवल का शुक्रवार को दूसरा दिन रहा। नाटकों के साथ सुरीले संगीत का रस घोलने वाली प्रस्तुतियों का कलाप्रेमियों ने जमकर आनंद लिया। कृष्णायन सभागार में शिल्पिका बोरदोलोई के नाटक ‘माजुली’ के साथ दिन की शुरुआत हुई।सुकृति आर्ट गैलरी में दुर्गा वेंकटेशन की ओर से निर्देशित नाटक ‘गरम रोटी’ खेला गया। रंगायन में रुचि भार्गव नरूला के नाटक ‘ढाई आखर प्रेम का’ में प्रेम का महत्व दिखाया गया। वहीं मध्यवर्ती में संदीप रत्नू के निर्देशन में हुई संगीतयमी प्रस्तुति राग-मद में थार के स्वर और शास्त्रीय रागों का अद्भुत समागम देखने को मिला। ‘माजुली’ में दिखा द्वीप का बदलता स्वरूप और लोगों का संघर्ष शिल्पिका बोरदोलोई द्वारा निर्देशित यह नाटक माजुली असम की ब्रह्मपुत्र नदी में स्थित माजुली द्वीप के बदलते स्वरूपों को प्रभावशाली फिजिकल थिएटर के रूप में एक सशक्त उदाहरण प्रस्तुत करता है। यह प्रस्तुति संवादों के स्थान पर शरीर की भाषा, गति, संगीत और दृश्यात्मक अभिव्यक्ति के माध्यम से माजुली के जीवन को मंच पर जीवंत करती है। नाटक में माजुली के लोगों की दैनिक दिनचर्या, उनकी सांस्कृतिक परंपराओं, प्रकृति से उनका गहरा जुड़ाव और ब्रह्मपुत्र नदी के साथ निरंतर संघर्ष को संवेदनशीलता और कलात्मकता के साथ उकेरा गया है।जो नदी कभी जीवनदायिनी है तो वह नदी एकाएक रौद्र रूप धारण कर सब कुछ तहस-नहस भी कर सकती है। नाटक के दौरान ऑडियो-विजुअल माध्यम से नदी के दृश्य, असम का पारंपरिक संगीत और यह नाटक अनुभवों की एक यात्रा के रूप में सामने आता है जिसमें कलाकार अपने शारीरिक अभिनय के माध्यम से नदी का बहाव, नावों की गति, बारिश, बाढ़ और द्वीप के बदलते स्वरूप को दर्शाता है। 'गरम रोटी' से जलते हाथों को चाहिए प्यार का मरहम प्रेम, परिश्रम और अपेक्षा के ताने-बाने में औरत और रसोई के रिश्ते को उकेरता नाटक ‘गरम रोटी’ दुर्गा वेंकटेशन द्वारा लिखित, निर्देशित और अभिनीत नाटक ‘गरम रोटी’ चूल्हे और परिवार की जिम्मेदारियों के बीच स्वयं को उपेक्षित महसूस कर रही महिलाओं के सशक्त सवालों को मंच पर लाता है। यह प्रस्तुति स्त्री के श्रम, उसकी भूमिका और समाज की जमी-जमाई धारणाओं पर दर्शकों को गंभीरता से सोचने के लिए मजबूर करती है।नाटक के दौरान ‘गरम रोटी लाइब्रेरी’ के माध्यम से देश के विभिन्न कोनों से महिलाओं की रिकॉर्डिंग सुनाई गई जो कहती हैं कि उन्हें खाना बनाने का शौक़ है, रसोई से उनका रिश्ता प्रेम का है, लेकिन उन्हें उन गरम-गरम रोटियों को परोसने से नफरत है, जिन्हें परोसते समय कोई उनका हाथ नहीं बंटाता, और बदले में बस यही अपेक्षा रखी जाती है कि रोटी हमेशा गरम हो। उसे बनाने वाले हाथों की कोई सैलरी नहीं तय होती। वहाँ तो बस यह मान लिया जाता है कि औरत का फर्ज है कि वह घर के हर सदस्य को अपने हाथ से बनी रोटी खिलाएं, और वह भी गरम-गरम। 'ढाई आखर प्रेम के' जितने मधुर उतनी ही बड़ी जिम्मेदारी भी... रंगायन में प्रेम के रंगों से सराबोर करने वाले नाटक 'ढाई आखर प्रेम' का मंचन किया गया। वरिष्ठ नाट्य निर्देशक रुचि भार्गव नरूला के निर्देशन में कलाकारों ने अपने अभिनय के हुनर से एक ही मंच पर अलग—अलग प्रेम कहानियों को साकार कर सभी को भाव विभोर कर दिया, बीच—बीच में चुटीले संवादों ने दर्शकों को खूब हंसाया। कहानी शुरू होती है प्रो. मार्तंड वर्मा और प्रियम्वदा के घर से। इनके बच्चे अब सयाने हो गए है और प्रेम उनके मन में हिलोरे मार रहा है। प्रो. मार्तंड जिन्होंने स्वयं प्रेम विवाह किया है वे बच्चों के मनोभाव को खूब समझते है। छोटी बेटी बबली को बाजा बाबू से प्रेम हुआ है और बेटे बच्चू बाबू का तीन बार दिल की बाजी हार चुके है। बबली और बाजा बाबू के विवाह में दो रुकावट आती है, बबली की मां प्रियम्वदा और बाजा के पिता पंडित जी।दोनों भागकर शादी करते है, उसके बाद दोनों परिवार एक दूसरे को सहर्ष स्वीकार कर लेते है। नाटक में मोड़ तब आता है जब बबली और बाजू का झगड़ा हो जाता है। इस बीच पंडित जी की प्रेम परिभाषा बताती है कि प्रेम एक जिम्मेदारी है और रिश्तों को निभाना एक कला है। प्रो. मार्तंड का मनोवैज्ञानिक तरीका दोनों को समझाने में कारगर साबित होता है। इसी बीच बच्चू बाबू का दिल दोबारा टूट जाता है और वह प्यार न खाने की कसमें खाता है। जन्म और मरण की तरह प्रेम होने से भी इंसान स्वयं को रोक नहीं सकता है। बच्चू बाबू को फिर प्यार होता है।इसी बीच बेटे—बेटी और नाती के सुख का स्वाद लेने वाले प्रो. मार्तंड और प्रियम्वदा और शादी की सालगिरह के बहाने प्यार भरे अपने दिनों को याद करते है। प्रियम्वदा की ख्वाहिश है कि इन प्यार भरे पलों में उसके प्राण पखेरू उड़ जाए, प्रो. इस पर कहते है तथाअस्तु। रुचि भार्गव नरूला, सर्वेश व्यास, कार्तिकेय मिश्रा, रिया माथुर, प्रतीक्षा सक्सेना, अनिमेश आचार्य और मनन शर्मा ने मंच पर सशक्त अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। सुरीली रागों में लीन दिखे श्रोता जयरंगम की शाम मध्यवर्ती में 'राग–मद' के नाम से लोक और शास्त्रीय संगीत के संगम से जन्मी एक विशेष प्रस्तुति से सजी। इस प्रस्तुति का क्यूरेशन संदीप रतनू द्वारा किया गया और यह जयपुर विरासत फाउंडेशन के सहयोग से प्रस्तुत की गयी। प्रस्तुति की शुरुआत कमायचा, वायलिन की धुन पर दोहों से हुई। यहीं लोक की परंपरा और शास्त्रीय रचना का पहला संवाद सुनाई देता है, और श्रोताओं को उस यात्रा के लिए तैयार करते हैं, जहां सीमाएं धीरे-धीरे विलीन होने लगती हैं। पहली रचना “अंतरिया” है, जो राग खम्माज और विहाग में आकार लेती है। इसमें नगाड़ा, पखावज, खड़ताल, तबले, और ढोलक के साथ मिलकर एक जीवंत ताल-संवाद रचते हैं।इसके बाद उल्लास पुरोहित की आवाज़ में श्रृंगार रस के स्वर खुलते हैं और फिर राग सोरठ में आधारित गीत “लुंडाघर”। यह खंड तालों की उस समृद्ध परंपरा को सामने लाता है, जो लोक और शास्त्रीय दोनों में समान रूप से जीवित है। लतीफ खान हमीरा की ढोलक, ज़ाकिर खान हमीरा की खड़ताल, दिनेश खींची का तबला, मनीष देवली का नगाड़ा और ऐश्वर्या आर्य का पखावज यह दिखाते हैं कि अलग-अलग परंपराओं से आए साज, जब एक-दूसरे के लिए जगह बनाते हैं, तो संगीत अपने आप में पूर्ण हो जाता है।फेस्टिवल के तीसरे दिन शनिवार को सुबह 8 बजे हेरिटेज वॉक – जयपुर: द सीन एंड द अनसीन से होगी, जो शहर की अनदेखी विरासत से परिचित कराएगी। दोपहर 12 बजे कृष्णायन में मल्लिका तनेजा के नाटक ‘डू यू नो दिस सॉन्ग?’ का मंचन होगा। दोपहर 2 बजे सुकृति आर्ट गैलरी में ‘मैरी एंड जेन’ द्वारा संगीत प्रस्तुति दी जाएगी। शाम 4 बजे रंगायन में रिजू बजाज का नाटक ‘क्रॉसरोड्स’ प्रस्तुत किया जाएगा, जबकि शाम 7 बजे मध्यवर्ती में ‘दास्तान-ए-गुरुदत्त’ में दास्तानगोई के जरिए अभिनेता गुरुदत्त के सुनहरे सफर को अनोखे अंदाज में बयां किया जाएगा।
मानव शरीर में उत्पन्न होने वाले अनेक रोग केवल दिनचर्या या खानपान का परिणाम नहीं होते, बल्कि इनके पीछे ग्रहों की स्थिति भी एक महत्वपूर्ण कारण मानी जाती है। ग्रहों की प्रतिकूल दशा से शरीर की ऊर्जा व्यवस्था प्रभावित होती है, जिससे व्यक्ति गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकता है। चिकित्सा ज्योतिष रोग के कारण, उसकी अवधि और उसके समाधान को समझने में सहायक है। उदयपुर में महाराणा मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष शोध संगोष्ठी में देशभर से आए ज्योतिष विद्वानों ने चिकित्सा ज्योतिष पर अपने शोध और अनुभव साझा किए। संगोष्ठी में बताया गया कि मधुमेह, थायरॉइड, हृदय रोग, कैंसर, हड्डियों और मस्तिष्क से जुड़े रोग किसी न किसी ग्रह की दशा से जुड़े होते हैं और इनका समाधान भी ज्योतिषीय उपायों में निहित है। आयोजन सचिव रवि शर्मा ने बताया कि संगोष्ठी के पहले दिन चिकित्सा ज्योतिष विषय पर पत्रवाचन किया गया, जिसमें विद्वानों ने स्वास्थ्य और ग्रहों के संबंध पर विस्तार से प्रकाश डाला। अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान के अध्यक्ष पं. चंद्रशेखर शर्मा ने बताया कि सूर्य की दुर्बल स्थिति से नेत्र और हृदय संबंधी रोग, चंद्रमा से एलर्जी और स्त्री रोग, मंगल से उच्च रक्तचाप और रक्त विकार, बुध से तंत्रिका तंत्र की समस्याएं, बृहस्पति से मोटापा और यकृत रोग, शुक्र से मधुमेह, शनि से कैंसर और पेट के रोग, राहु से त्वचा रोग तथा केतु से गैस, गठिया और मूत्र संबंधी रोग हो सकते हैं। चंद्रमा कमजोर होने से कठिन हो सकता इलाजसालासर धाम के महंत नरोत्तम पुजारी ने बताया कि यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो उपचार में कठिनाई आती है, जबकि चंद्रमा बलवान हो और शुभ ग्रहों का सहयोग मिले तो इलाज में शीघ्र लाभ मिलता है। दान, मंत्र, हवन और जल प्रवाह जैसे उपायों से ग्रहों के अशुभ प्रभाव में कमी आती है। डॉ. वीणा माथुर ने टैरो कार्ड से रोगों के डायग्नोसिस पर, डॉ. चंद्र रेखा शर्मा ने रत्नों से बीमारियों के इलाज पर, पंडित विश्वास भट्ट ने जल के द्वारा रोगों का निवारण पर, डॉ. मंजू शर्मा ने पंच तत्व से रोगों का निदान पर, डॉ. सुदेश शा ने जैमिनी ज्योतिष से रोगों के निदान पर और नीलू कच्छारा ने ज्योतिष अनुसार रोगों का निर्धारण व उपाय पर पत्र वाचन किया। पत्र वाचन के उपरांत दोपहर 2 बजे से सिटी पैलेस स्थित खुशमहल चौक में नि:शुल्क ज्योतिष परामर्श शिविर आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में आमजन ने अपनी ज्योतिष संबंधी समस्याओं का नि:शुल्क समाधान प्राप्त किया। यह नि:शुल्क शिविर शनिवार को भी दोपहर 2 बजे से आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर, डॉ. एसएन शर्मा, पुष्पा जोशी, सुरेश त्रिपाठी, राजेन्द्र प्रसाद जैन, नीलू कच्छारा, भाविन बी. देसाई, भानु सारस्वत, चन्द्र रेखा शर्मा, चन्द्रकान्ता कुमावत, नीता शर्मा आदि ज्योतिषगण उपस्थित रहे।
विदेश में पढ़ाई करने का सपना देखने वाले भारतीय छात्रों के लिए अच्छी खबर है। ब्रिटिश काउंसिल ने ग्रेट स्कॉलरशिप 2026-27 की घोषणा की है, जिसके तहत भारत के छात्रों को ब्रिटेन में पोस्टग्रेजुएट पढ़ाई का सुनहरा मौका मिलेगा। यह स्कॉलरशिप उन छात्रों के लिए खास है, जो फीस और विदेश में रहने के खर्च के चलते इंटरनेशनल एजुकेशन से वंचित रह जाते हैं। ग्रेट स्कॉलरशिप के अंतर्गत भारत के छात्रों के लिए कुल 12 पोस्टग्रेजुएट स्कॉलरशिप्स उपलब्ध कराई गई हैं। यह स्कॉलरशिप बिजनेस मैनेजमेंट, फाइनेंस, आर्ट्स, म्यूजिक, डांस, लॉ, साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथमेटिक्स (STEM) और ह्यूमैनिटीज जैसे कई विषयों में पढ़ाई के अवसर देती है। प्रत्येक स्कॉलरशिप के तहत एक साल के कोर्स की ट्यूशन फीस के लिए न्यूनतम 10,000 पाउंड की आर्थिक सहायता दी जाएगी। ब्रिटिश काउंसिल की निदेशक शिक्षा (भारत) रितिका चंदा पार्रुक, एमबीई ने कहा कि ग्रेट स्कॉलरशिप भारत और ब्रिटेन के बीच शिक्षा संबंधों को और मजबूत बनाती है। यह स्कॉलरशिप छात्रों को उच्च स्तरीय शिक्षा के साथ-साथ वैश्विक नेटवर्क तैयार करने, प्रोफेशनल स्किल्स विकसित करने और वैश्विक अर्थव्यवस्था में योगदान देने का अवसर प्रदान करती है। ग्रेट स्कॉलरशिप का उद्देश्य भारतीय छात्रों के लिए ब्रिटेन में पढ़ाई को अधिक सुलभ बनाना है। इस स्कॉलरशिप के जरिए छात्र न केवल विश्वस्तरीय शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे, बल्कि अंतरराष्ट्रीय अनुभव के साथ अपने करियर को नई दिशा भी दे पाएंगे। छात्रों के लिए यह स्कॉलरशिप विदेश में पढ़ाई के सपने को हकीकत में बदलने का एक बेहतरीन अवसर साबित हो सकती है।

