मध्य प्रदेश के 6.5 लाख से ज्यादा सरकारी कर्मचारियों के लिए 1 जनवरी 2026 से छुट्टियों का पूरा कैलेंडर बदलने जा रहा है। 48 साल पुराने मध्यप्रदेश अवकाश नियम 1977 की जगह अब मध्यप्रदेश सिविल सेवा (अवकाश) नियम 2025 लागू होंगे। नए नियम केंद्र सरकार के नियमों के लगभग समान हैं और इन्हें मौजूदा सामाजिक और प्रशासनिक जरूरतों के हिसाब से तैयार किया गया है। नए नियमों के मुताबिक अब बीमारी और मातृत्व अवकाश लेना ज्यादा सुविधाजनक होगा, वहीं इनके दुरुपयोग पर भी लगाम लगेगी। अधिकारी छुट्टी देने में मनमानी न कर सकें, इसके लिए रोस्टर बनाना अनिवार्य होगा। अधिकारियों का कहना है कि नए नियमों को ज्यादा जेंडर न्यूट्रल बनाया गया है, जिसमें सरोगेसी और सिंगल फादर जैसी नई परिस्थितियों के लिए भी प्रावधान जोड़े गए हैं। मंडे स्टोरी में जानिए नए साल में कर्मचारियों की छुट्टियों का कैलेंडर कैसे बदलने वाला है जानिए नए नियमों के 10 बड़े बदलाव 1. साल की शुरुआत में ही खाते में आ जाएगी EL (अर्निंग लीव)यह सबसे बड़ा और सुविधाजनक बदलाव है। अभी तक अर्जित अवकाश (EL) साल भर की नौकरी पूरी होने के बाद कर्मचारी के खाते में दर्ज होता था। अब ऐसा नहीं होगा। 1 जनवरी को 15 EL: साल की शुरुआत में ही 15 दिन की EL खाते में क्रेडिट हो जाएगी। 1 जुलाई को 15 EL: साल के मध्य में फिर 15 दिन की EL जुड़ जाएगी। नए कर्मचारियों को भी फायदा: नई जॉइनिंग करने वाले कर्मचारी को भी जॉइनिंग के साथ ही आनुपातिक रूप से EL मिल जाएगी। यह सुविधा काम शुरू करने से पहले ही कर्मचारियों को अवकाश की सुरक्षा देगी। 2. शिक्षकों और प्रोफेसरों को भी मिलेगी 10 दिन की ELअध्यापन कार्य में लगे सरकारी कर्मचारी, जिन्हें ग्रीष्मकालीन अवकाश मिलता है, उन्हें अभी तक अर्जित अवकाश की पात्रता नहीं थी। इससे उन्हें साल के बीच में जरूरी काम आने पर परेशानी होती थी। अब मिलेगा 10 दिन का अर्जित अवकाश: नए नियमों के तहत अब इन कर्मचारियों को भी साल में 10 दिन का अर्जित अवकाश मिलेगा। 5 दिन की EL जनवरी में और 5 दिन की जुलाई में उनके खाते में जुड़ जाएगी। 4. ड्यूटी पर घायल होने पर 2 साल का विशेष अवकाशप्रदेश में कर्मचारियों और अधिकारियों पर ड्यूटी के दौरान बढ़ते हमलों और दुर्घटनाओं को देखते हुए यह विशेष प्रावधान किया गया है। स्पेशल मेडिकल लीव: यदि कोई कर्मचारी कर्तव्य पालन करते हुए हमले या दुर्घटना में घायल होता है, तो उसे मेडिकल ऑफिसर की अनुशंसा पर 2 साल तक का विशेष अवकाश मिल सकेगा। वेतन: इस अवकाश के पहले 180 दिनों में पूरा वेतन मिलेगा। शेष अवधि में आधा वेतन मिलेगा। कर्मचारी चाहे तो इस अवधि में अपनी EL समायोजित कराकर पूरा वेतन ले सकता है। यह छुट्टियां कर्मचारी के अवकाश खाते से नहीं काटी जाएंगी। 5. CL के साथ जुड़ जाएगी मेडिकल लीवअभी तक आकस्मिक अवकाश (CL) के तुरंत बाद मेडिकल लीव लेने पर तकनीकी समस्या होती थी। यदि कोई कर्मचारी बीमार होने पर 1-2 दिन की CL ले लेता है और बाद में उसे मेडिकल लीव की जरूरत पड़ती है, तो उसकी CL बर्बाद हो जाती थी। अब मिलेगी राहत: नए नियमों के तहत, कर्मचारी जॉइनिंग के 15 दिन के अंदर अपनी शुरुआती CL को मेडिकल लीव में बदलवा सकेगा। इससे उसकी CL बच जाएगी और पूरी छुट्टी मेडिकल लीव में गिनी जाएगी। 7. प्रोबेशनर्स के लिए भी स्पष्ट हुए छुट्टी के नियमअभी तक प्रोबेशन पीरियड में रहने वाले कर्मचारियों के लिए अवकाश के नियम स्पष्ट नहीं थे। अब मिलेगी पात्रता: नए नियमों में स्पष्ट कर दिया गया है कि प्रोबेशनर्स को भी नियमानुसार अवकाश की पात्रता होगी। प्रशिक्षु कर्मचारियों को मेडिकल सर्टिफिकेट पर अधिकतम 1 महीने का अवकाश मिल सकेगा। 8. चाइल्ड केयर लीव: दूसरे साल 80% वेतनचाइल्ड केयर लीव के तहत 730 दिनों के अवकाश की पात्रता पहले की तरह ही रहेगी, लेकिन वेतन के नियम में बदलाव किया गया है। पहले 365 दिन: पूरा वेतन मिलेगा। अगले 365 दिन: वेतन का 80 प्रतिशत भुगतान होगा। 10. अवकाश अधिकार नहीं, लेकिन मनमानी भी नहींनए नियमों में यह स्पष्ट किया गया है कि अवकाश अधिकार नहीं है और इसे लोकहित में निरस्त किया जा सकता है। हालांकि, इसका उद्देश्य कर्मचारियों के अवकाश के अधिकार को कम करना नहीं है। अधिकारी छुट्टी देने में मनमानी न कर सकें, इसके लिए उन्हें कर्मचारियों का रोस्टर भी बनाना होगा। कोई भी सरकारी कर्मचारी किसी भी परिस्थिति में 5 वर्ष से अधिक अवकाश पर नहीं रह सकता।
आरएनटी मेडिकल कॉलेज:मेवाड़ के कानसिंह के फेफड़े हैदराबाद भेजे, मरीज को देंगे नए जीवन की सांसें
आरएनटी मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल (एमबी चिकित्सालय) में रविवार को दो साल में दूसरी बार सफलतापूर्वक अंगों को निकालने (ऑर्गन रिट्रीवल) की प्रक्रिया की गई। बेगूं (चित्तौड़गढ़) निवासी 53 वर्षीय कान सिंह, जो कई दिनों से वेंटिलेटर पर थे, उनके ब्रेन डेड घोषित होने पर परिजनों ने अंगदान का साहसिक निर्णय लिया। पत्नी और दोनों बेटों की सहमति के बाद विशेषज्ञों की टीम ने इस जटिल प्रक्रिया को अंजाम दिया। पिछले साल जनवरी में यहां पहली बार ऑर्गन रिट्रीवल हुआ था। हैदराबाद से आई टीम और स्थानीय चिकित्सकों के सहयोग से फेफड़ों व अन्य अंगों को संरक्षित किया गया। कान सिंह का यहां गत 14 दिसंबर से उपचार चल रहा था। तीन दिन पूर्व ब्रेन डेथ की पुष्टि हुई थी। इसके लिए न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी, निश्चेतना विभाग और अंग प्रत्यारोपण समन्वयकों की संयुक्त टीम ने जांच कर स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (सोटो) के निर्देश पर फेफड़ों को हैदराबाद भेजा। कॉलेज प्रधानाचार्य डॉ. विपिन माथुर ने बताया कि अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा जल्द शुरू होगी। जल्द ही अनुमति मिल जाएगी। अधिकांश निर्माण कार्य और तैयारी पूरी है। जनजाति बहुल इस क्षेत्र के मरीजों को अब प्रत्यारोपण के लिए बड़े शहरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। डॉ माथुर ने बताया कि कान सिंह के परिवार ने जो मानवीय संवेदना दिखाई है, वह पूरे समाज के लिए प्रेरणा है। यदि समाज का हर वर्ग अंगदान के प्रति जागरूक हो जाए, तो देश में अंगों की कमी से होने वाली मौतों को रोका जा सकता है। अंगदान ही वास्तव में महादान है। 2021 में शुरू हुआ सेंटर, 2024 में पहला रिट्रीवल ऑर्गन रिट्रीवल सेंटर के पूर्व प्रभारी डॉ. सुनील गोखरू व वर्तमान प्रभारी डॉ. तरुण रलोत ने बताया कि आरएनटी मेडिकल कॉलेज में इस सेंटर की शुरुआत वर्ष 2020-21 में की गई थी। पहला रिट्रीवल जनवरी 2024 को हुआ था। ये मरीज एमपी का था। मरीज से लीवर व किडनी निकाला था। तब किम्स, हैदराबाद और जयपुर से एसएमएस मेडिकल कॉलेज, महात्मा गांधी हॉस्पिटल की टीम आई थी। फेफड़े के लिए किम्स की टीम ने इनकार किया था। उनका तर्क था कि मरीज लंबे समय से वेंटीलेटर पर था, इसलिए फेफड़े उपयुक्त नहीं पाए गए। महात्मा गांधी हॉस्पिटल की टीम उस मरीज का लीवर व किडनी लेकर गई थी। इसी दिन जयपुर एसएमएस की टीम एक किडनी लेकर लौटी थी। एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर, चार्टर से हैदराबाद भेजेआरएनटी मेडिकल कॉलेज में उनकी देह पहुंची तो प्राचार्य डॉ. विपिन माथुर और अन्य चिकित्सक व परिजनों ने पार्थिव देह को नमन किया। प्रोसिजर के बाद निकाले गए अंगों को सजी-धजी एंबुलेंस से एयरपोर्ट के लिए ग्रीन कॉरिडोर से रवाना किया। चार्टर के जरिए फेफड़ हैदराबाद ले जाए गए। बेटा बोला- हमारे निर्णय से दूसरों को प्रेरणा मिलेगी मृतक कानसिंह हलवाई थे। उनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे रजतसिंह ने कहा- अंगदान को लेकर उनसे पूछा गया तो उन्होंने सहमति दे दी। इससे दूसरों को भी प्रेरणा मिलेगी। इन अंगों से किसी को नया जीवन मिलेगा। कानसिंह की पत्नी सुनीता बोलीं कि उनके पिता का निधन भी फेफड़े खराब होने से हुआ था। इसलिए उन्होंने सोचा कि पति के अंगों से किसी को नया जीवन मिलेगा। ... नेशनल सेंटर पर अलर्ट, वेटिंग लिस्ट से चुनाव मरीज ब्रेन डेथ है या नहीं, इसके लिए एप्निया टेस्ट किया जाता था। इसके बाद जयपुर को अलर्ट किया जाता है। सोटो (स्टेट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ टीशू एंड ट्रांसप्लांट), रोटो- रीजनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ टिश्यू एंड ट्रांसप्लांट- चंडीगढ़, क्योंकि उदयपुर नोर्थ इंडिया सेंटर का हिस्सा है, और नोटो (नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ टीशू एंड ट्रांसप्लांट) दिल्ली सफदरजंग को सूचना दी जाती है। वहां से वेटिंग के आधार पर मरीज व परिजन को सूचना दी जाती है। इसके लिए बकायदा अलर्ट जारी किया जाता है। वहां से मरीज का फॉलोअप लेकर समय तय करते हैं। इसके बाद संबंधित मरीज का हार्ट, किडनी, लीवर, फेफड़े निकाले जाते हैं। हार्ट के वाल्व, स्किन और आंखें भी ली जाती है। हार्ट को चार से छह घंटे में ट्रांसप्लांट करना जरूरी होता है।
अरावली पर्वतमाला में खनन को लेकर भाजपा के नेता और कांग्रेस के नेता आमने सामने हो गए है। भाजपा नेताओं ने रविवार को प्रेस वार्ता कर पूर्व सीएम अशोक गहलोत के बयानों पर पलटवार किया। पूर्व नेता प्रतिपक्ष व भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने पूर्व सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि गहलोत सुप्रीम कोर्ट के आदेश की गलत व्याख्या कर अरावली को लेकर लोगों में भ्रम फैला रहे है। राठौड़ ने कहा कि अरावली पर कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि अरावली हिल्स को 100 मीटर ऊंचाई के मानदंड से परिभाषित करना कोई नया या राजनीतिक फैसला नहीं है, बल्कि यह कांग्रेस शासनकाल में ही तय हुआ था। 2003 में जिलेवार नक्शे भी गहलोत ने जारी किए थे। गहलोत के अरावली बचाओ ‘सेव अरावली’ अभियान को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं का समर्थन भी नहीं मिल रहा है। राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश, सरकारी रिकॉर्ड और वैज्ञानिक तथ्य से साबित होता है कि अरावली न पहले खतरे में थी, न आज है और न आगे होगी। प्रेसवार्ता में विधायक कुलदीप धनकड़ व महेन्द्र पाल मीणा, प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रमोद वशिष्ठ मौजूद रहे। ‘90% अरावली खत्म’ का दावा पूरी तरह भ्रामक पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि पूर्व सीएम गहलोत की ओर से “90 प्रतिशत अरावली समाप्त हो जाएगी” का दावा पूरी तरह असत्य और भ्रामक है। वास्तविक यह है कि अरावली क्षेत्र का 25 फीसदी हिस्सा अभ्यारण्य, राष्ट्रीय उद्यान और आरक्षित वनों में आता है, यहां खनन प्रतिबंधित है। पूरे अरावली क्षेत्र में से केवल 2.56 प्रतिशत क्षेत्र ही सीमित, नियंत्रित और कड़े नियमों के तहत खनन के दायरे में आता है। राजस्थान के राजसमंद में 98.9%, उदयपुर में 99.89%, गुजरात के साबरकांठा में 89.4% और हरियाणा के महेंद्रगढ़ में 75.07% पहाड़ी क्षेत्र खनन से प्रतिबंधित रहेगा। खनन नहीं बढ़ेगा, सख्त हुए नियम राठौड़ ने कहा कि 100 मीटर का मानदंड केवल ऊंचाई तक सीमित नहीं है। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार 100 मीटर या उससे ऊँची पहाड़ियों, उनकी ढलानों और दो पहाडिय़ों के बीच 500 मीटर के क्षेत्र में आने वाली सभी भू-आकृतियां खनन पट्टे से पूरी तरह बाहर रखी गई हैं, चाहे उनकी ऊंचाई कुछ भी हो। केंद्र सरकार का रुख साफ राठौड़ ने कहा कि केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव भी स्पष्ट कर चुके हैं कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से अरावली पर्वतमाला पर कोई आंच नहीं आएगी। पूरी प्रक्रिया कोर्ट के आदेशों पर आधरित है। मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि अरावली क्षेत्र में 20 से अधिक फॉरेस्ट रिजर्व पहले की तरह पूरी तरह संरक्षित रहेंगे। पहले टॉप को छोड़कर नीचे से खुदाई कर ली जाती थी, लेकिन अब ऐसा संभव नहीं होगा। जूली ने कहा- प्रदेश को रेगिस्तान बनाने के डेथ वारंट पर हस्ताक्षर कर रहे भाजपा नेता नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने केंद्र व राज्य सरकार पर अरावली का चीरहरण करने का आरोप लगाया है। जूली ने कहा कि भू-माफियाओं और खनन माफियाओं को पनपाने के लिए भाजपा की सरकार ने राजस्थान की जनता का मौत का फरमान जारी किया है। एक पेड़ मां के नाम लगाने वाले भाजपा के नेता लाखों पेड़ काटकर अरावली पवर्तमालाओं को खोखला करने जा रहे हैं। सेव अरावली-सेव सरिस्का की मुहिम को आगे बढ़ाते हम सभी को संयुक्त रूप से मिलकर प्रकृति की रक्षा का संकल्प लेना होगा। यह न केवल कांग्रेस पार्टी की लड़ाई है, बल्कि देश के चार राज्यों को बचाने का महाअभियान है। हरियाली बचाने का संदेश देने वाले आज अरावली पर्वत श्रृंखलाओं का गला घोट रहे हैं। भाजपा नेताओं की ओर से दिए जा रहे घाव हमारी आने वाली पीढ़ी का जीवन संकट में डाल रहे हैं। फिर भी पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ हास्यास्पद बयानबाजी कर केवल सुर्खियां बटोरने का काम कर रहें हैं। गहलोत ने कहा- काेर्ट ने खारिज किया तो भाजपा सही क्यों ठहरा रही पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का कहना है कि सत्य यह है कि 2003 में तत्कालीन राज्य सरकार की समिति ने 100 मीटर की परिभाषा की सिफारिश की थी, जिसे एफिडेविट के माध्यम से 16 फरवरी 2010 को सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था। हमारी सरकार ने इसे स्वीकार किया और फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया से मैपिंग करवाई। अवैध खनन पकड़ने के लिए रिमोट सेंसिंग का उपयोग करने के निर्देश दिए। सवाल यह है कि जो परिभाषा कोर्ट में खारिज हो चुकी थी, उसी की सिफारिश भाजपा सरकार ने केन्द्र सरकार की समिति से क्यों की? अरावली बचाओ जीवन बचाओ सत्याग्रह पदयात्रा पूर्व मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास के नेतृत्व में रविवार को जयपुर में अरावली बचाओ जीवन बचाओ सत्याग्रह पदयात्रा निकाली गई। अंबेडकर सर्किल पर मौन सत्याग्रह किया गया। खाचरियावास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से हम सहमत नहीं हैं। भारत सरकार को अपनी राय बदलकर सुप्रीम कोर्ट में अपना पक्ष रखकर फैसले को बदलवाना चाहिए, अन्यथा टकराव होगा। पदयात्रा में विधायक रफीक खान, कांग्रेस नेता गंगा देवी, पुष्पेंद्र भारद्वाज, अर्चना शर्मा सहित अन्य कार्यकर्ता शामिल थे। अरावली बचाओ शिविर इधर, शाहपुरा में कांग्रेस विधायक मनीष यादव की ओर से सोमवार को अरावली संरक्षण को समर्पित शिविर लगाया जाएगा। शिविर अरावली के संरक्षण को लेकर रक्तदान के साथ जनजागरूकता के लिए होगा।
राजस्थान पुलिस अकादमी (RPA) को देश की सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण अकादमी चुना गया है। क्षमता निर्माण आयोग की टीम ने 9 और 10 दिसम्बर 2025 को 8 पिलर्स के कुल 43 मानकों की जांच की। आरपीए में हो रही ट्रेनिंग को नजदीक से देखा। ट्रेनिंग कर रहे युवकों-युवतियों से और इंस्ट्रक्टर से भी सवाल किए गए। ट्रेनिंग में नई तकनीक के इस्तेमाल, ट्रेनर्स की काबिलियत और अनुशासन जैसे सभी मानकों पर राजस्थान पुलिस अकादमी खरी उतरी। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… 8 पैरामीटर जिन पर खरी उतरी पुलिस अकादमी डीआईजी बोले- ट्रेनिंग के लिए दूसरे राज्यों से भी डिमांड डीआईजी प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि भारत सरकार के उपक्रम क्षमता विकास आयोग ने RPA को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा प्रदान किया है। हमारी ट्रेनिंग पहले से ही अच्छी थी लेकिन आने वाले समय में हम लोग और भी नवाचार हमारी ट्रेनिंग को लेकर करने वाले हैं। हमारे पास देश के कोने-कोने से प्रशिक्षण के लिए डिमांड आती है। हम लोग फोर्स ही नहीं अन्य विभाग जैसे आईटी, टैक्स, एजुकेशन, पीटीआई, रेलवे की भी ट्रेनिंग करवाते हैं। डीजीपी राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि यह सम्मान राजस्थान पुलिस के लिए एक अत्यंत गर्व का क्षण है। इस से पता चलता है कि हमारे प्रशिक्षु देश के सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण ढांचे के तहत तैयार हो रहे हैं। डीजी ट्रेनिंग अनिल पालीवाल ने अकादमी की टीम को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आरपीए ने देश के सामने एक मिसाल कायम की है। यह दर्जा न केवल हमारी वर्तमान सफलता को दर्शाता है, बल्कि भविष्य में प्रशिक्षण पद्धतियों में नवाचार और गुणवत्ता के लिए हमें और अधिक प्रेरित करता है। आरपीए डॉयरेक्टर संजीव नार्जरी ने बताया कि हम लोग निरंतर यह प्रयास कर रहे हैं कि हमारी ट्रेनिंग का फायदा आखिरी प्रशिक्षु तक पहुंचे। पहले भी मिल चुका है सर्वश्रेष्ठ पुलिस अकादमी का गौरव सीबीसी की गठित टीम ने सभी आवश्यक दस्तावेजीकरण और मूल्यांकन प्रक्रियाओं की जांच दो दिन में पूरी की। टीम ने गहन जांच के बाद अकादमी को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया। निदेशक संजीव कुमार नार्जरी एवं टीम को प्रमाण पत्र दिया। राजस्थान पुलिस अकादमी को पहले भी तीन बार देश की सर्वश्रेष्ठ पुलिस अकादमी का दर्जा प्राप्त हो चुका है। उस दौरान एमएचए द्वारा अकादमी की जांच की जाती थी। अकादमी में चल रही ट्रेनिंग को देश की अन्य अकादमी में चल रही ट्रेनिंग से मैच कराया जाता था। इसके बाद राजस्थान पुलिस अकादमी को सर्वश्रेष्ठ अकादमी का पुरस्कार मिला। यह पहली बार है जब सीबीसी द्वारा अकादमी के मानकों की जांच की जा रही हैं। इसमें भी राजस्थान पुलिस अकादमी ने बाजी मार के खुद के सर्वश्रेष्ठ घोषित किया।
राजस्थान इन दिनों घने कोहरे की चपेट में है। सोमवार सुबह से जयपुर सहित कई जिलों में कोहरा छाया हुआ है। राजधाानी के बाहरी इलाकों में विजिबिलिटी 20 मीटर से भी कम है। दरअसल, उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और घने कोहरे के कारण प्रदेश के तापमान में उतार-चढ़ाव जारी है। रात के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है, जबकि दिन के तापमान में गिरावट आई है। रविवार को प्रदेश के कई शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने कल से तापमान में गिरावट के साथ तेज सर्दी का अलर्ट जारी किया है। घने कोहरे के कारण तापमान में गिरावट पिछले 24 घंटों के दौरान उत्तर-पूर्वी राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली और दौसा जिलों में घना कोहरा छाया रहा। घने कोहरे के कारण इन शहरों में दिन के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई। सबसे ठंडा दिन अलवर और करौली में रहा रविवार को सबसे ठंडा दिन अलवर और करौली में रहा, जहां अधिकतम तापमान क्रमशः 17 और 17.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इन शहरों में कल सुबह से देर शाम तक कोहरे और धुंध का जबरदस्त असर रहा। करौली में अधिकतम तापमान में 7 डिग्री सेल्सियस और अलवर में 5.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। दौसा, श्रीगंगानगर, कोटा, पिलानी, जयपुर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर समेत लगभग सभी शहरों में तापमान में 1 से 7 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हुई। कोहरे के कारण कई शहरों में 'ठंडा दिन' कोहरे के चलते कल राजस्थान के कई शहरों में 'ठंडा दिन' दर्ज किया गया। अलवर और करौली के अलावा, दौसा में अधिकतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 22.8, बारां में 23.7, गंगानगर में 21.1, पिलानी में 21.9 और कोटा में 24.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रात का तापमान 5 डिग्री बढ़ा पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर भारत में बादल छाए हुए हैं, जिससे उत्तरी हवा कमजोर पड़ गई हैं। इसके चलते न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी हुई है और सुबह-शाम की सर्दी कम हो गई है। कल कई शहरों में न्यूनतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि दर्ज की गई। कल सबसे कम न्यूनतम तापमान माउंट आबू में 7 और चित्तौड़गढ़ में 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कल से बढ़ेगी सर्दी, कोहरा भी रहेगा मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर आज भी रहेगा, जिससे कुछ हिस्सों में हल्के बादल छाए रहने की संभावना है। 23 दिसंबर से उत्तर भारत से ठंडी हवाओं का प्रभाव बढ़ेगा, जिससे न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट होगी। इसके अलावा, उत्तर-पूर्वी और उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के कुछ हिस्सों में घना कोहरा छा सकता है।
मध्यप्रदेश में कड़ाके की सर्दी और घने कोहरे का दौर जारी है। पूरा उत्तरी हिस्सा कोहरे की चपेट में है। रविवार को ग्वालियर-चंबल समेत आधे प्रदेश में घना और मध्यम कोहरा रहा। वहीं, शहडोल का कल्याणपुर पूरे प्रदेश में सबसे ठंडा है। शनिवार-रविवार की रात यहां न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री सेल्सियस रहा था। सोमवार की सुबह 16 जिलों में कोहरे का असर देखा जा रहा है। इस वजह से दिल्ली से आने वाली ट्रेनों पर भी असर पड़ा है। हिमालयी क्षेत्र में एक्टिव वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) आगे बढ़ गया है। इस वजह से फिर से सर्द हवाएं चलने लगी हैं। वहीं, कश्मीर के गुलमर्ग और सोनमर्ग पर बर्फबारी हो रही है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी मौसम बदला हुआ है। यहां से सर्द हवाएं एमपी में आ रही है। जिससे यहां के शहरों में भी ठंड का असर बढ़ा है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार सुबह ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, उमरिया, शहडोल, कटनी, जबलपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, सागर, दमोह में कोहरे का असर देखा गया। कुछ जगह तो विजिबिलिटी 200 मीटर से भी कम रही। दूसरी ओर, शहडोल का कल्याणपुर सबसे ठंडा रहा। मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार-रविवार की रात में कल्याणपुर में तापमान 3.4 डिग्री रहा, जो देहरादून, मसूरी, गुलमर्ग, कटरा, श्रीनगर, शिमला और मनाली से भी ठंडा रहा। बीती रात देहरादून में तापमान 7.1 डिग्री, मसूरी में 10.6 डिग्री, गुलमर्ग में 3.5 डिग्री, कटरा में 4.3 डिग्री, श्रीनगर में 6 डिग्री, शिमला में 4.9 डिग्री और मनाली में 6.5 डिग्री सेल्सियस किया गया। वहीं, उमरिया में 4.7 डिग्री, पचमढ़ी में 4.8 डिग्री, खजुराहो में 6 डिग्री, मलाजखंड में 6.1 डिग्री, रीवा में 7 डिग्री, बैतूल में 7.2 डिग्री, रायसेन में 7.4 डिग्री, छिंदवाड़ा-मंडला में 7.5 डिग्री, नौगांव-नरसिंहपुर में 8 डिग्री, दतिया में 8.9 डिग्री, शिवपुरी में 9 डिग्री, खरगोन-सिवनी में 9.4 डिग्री और सतना में पारा 9.7 डिग्री रहा। 5 बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 6.8 डिग्री, इंदौर में 7.5 डिग्री, ग्वालियर में 9.3 डिग्री, उज्जैन में 10.5 डिग्री और जबलपुर में पारा 8.2 डिग्री दर्ज किया गया। आज सुबह भी कोहरे का असरसोमवार सुबह ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना, कटनी, सतना, मैहर, उमरिया, शहडोल, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज और रीवा में कोहरे का असर देखा जा रहा है। भोपाल, इंदौर में मध्यम कोहरा है। ट्रेनों पर सबसे ज्यादा असरकोहरे की वजह से दिल्ली की ओर से आने वाली ट्रेनों पर सबसे ज्यादा असर है। इंदौर, भोपाल, ग्वालियर-उज्जैन की ओर आने वाली ट्रेनें अपने समय पर नहीं आ रही है। मालवा, झेलम, शताब्दी, सचखंड, पंजाब मेल जैसी कई ट्रेनें तय समय से 8 घंटा तक लेट आ रही है। 16 दिसंबर से कोहरे का असर फ्लाइट और ट्रेनों पर दिखना शुरू हुआ था। इस वजह से जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। मौसम विभाग ने कोहरे की एडवाइजरी जारी कीलगातार कोहरे की स्थिति बनने से मौसम विभाग ने भी ट्रैवल, कृषि और स्वास्थ्य को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इनमें से सबसे ज्यादा फोकस ट्रैवल को लेकर है। मौसम विभाग ने लोगों को सुरक्षित ड्राइविंग करने की सलाह दी है। कहा है कि कम विजिबिलिटी की वजह से अनावश्यक यात्रा से बचें। जरूरी हो तो कार का फॉग लैंप और बीम हेडलाइट का उपयोग करें। ड्राइविंग धीरे करें। नवंबर-दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी है सर्दीइस बार नवंबर के बाद दिसंबर में भी सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। नवंबर में भोपाल में लगातार 15 दिन तक शीतलहर चली। रिकॉर्ड के अनुसार, साल 1931 के बाद शीतलहर के यह सबसे ज्यादा दिन है। दूसरी ओर, 17 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो ओवरऑल रिकॉर्ड भी रहा। इससे पहले 30 नवंबर 1941 में तापमान 6.1 डिग्री रहा था। इंदौर में भी पारा 6.4 डिग्री ही रहा। यहां भी सीजन की सबसे सर्द रात रही। 25 साल में पहली बार पारा इतना लुढ़का। दूसरी ओर, दिसंबर में इंदौर में पारा सबसे कम रहा। भोपाल में भी यह 5 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है। ठंड के लिए दिसंबर-जनवरी खासमौसम विभाग के अनुसार, जिस तरह मानसून के चार महीने (जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर) में से दो महीने जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण रहते हैं और इन्हीं में 60 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाती है, ठीक उसी तरह दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इन्हीं दो महीने में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं। इसलिए टेम्प्रेचर में अच्छी-खासी गिरावट आती है। सर्द हवाएं भी चलती हैं। पिछले 10 साल के आंकड़े यही ट्रेंड बताते हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से दिसंबर में मावठा भी गिरता है। इससे दिन में भी सर्दी का असर बढ़ जाता है। अब जानिए दिसंबर में कैसी रहती है ठंड? मौसम का ट्रेंड देखें तो दिसंबर में स्ट्रॉन्ग वेस्टर्न डिस्टरबेंस आते हैं। वहीं, उत्तरी हवाएं आने से दिन-रात के तापमान में गिरावट होती है। इस बार भी यही हो रहा है। शुरुआत से अब तक कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस उत्तर भारत को प्रभावित कर चुके हैं। इस वजह से एमपी में कड़ाके की ठंड के साथ शीतलहर का असर है। इन जिलों में सबसे ज्यादा सर्दी MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचरभोपाल में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। हालांकि, इस बार अब तक बारिश नहीं हुई है। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है। इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा है पाराइंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 8.6 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है। हालांकि, इस बार अब तक बारिश नहीं हुई है। 31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी। ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दी, इस बार कोहरे का असरग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। इस बार तेज ठंड है। साथ ही घना कोहरा भी छा रहा है। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी। जबलपुर में तेज रहता है सर्दी का असरजबलपुर में 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 में सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 का है। इस बार भी कड़ाके की ठंड का दौर है। बारिश नहीं हुई है। उज्जैन में भी कड़ाके की ठंडउज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री सेल्सियस है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है, लेकिन अबकी बार एक भी दिन बारिश नहीं हुई है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।
दैनिक भास्कर एप की खबर का बड़ा असर हुआ है। एमपी के 23 जिलों में रेत के अवैध कारोबार को कंट्रोल करने का दावा करने वाली स्कूल टीचर प्रतिभा राय सस्पेंड हो गई है। सागर कलेक्टर संदीप जी आर ने प्रतिभा राय को सस्पेंड करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी( डीईओ) को 15 दिन में आरोप पत्र देने के निर्देश दिए हैं। जांच में ऑडियो-वीडियो की पुष्टिप्रतिभा राय के निलंबन आदेश में लिखा है कि 11 दिसंबर को भास्कर एप पर प्रकाशित खबर के अनुसार प्रतिभा राय द्वारा कहा जा रहा है कि वह 23 जिलों में रेत का कारोबार चला रही हैं। वह वीडियो में ये भी कह रही हैं कि वह सागर जिले में रेत के अवैध कारोबार को कंट्रोल करती है। वह खुद को रेत का खनन करने वाली संबंधित निजी कंपनी से जुड़ा हुआ बता रही है। इस ऑडियो वीडियो की जांच के लिए जिला शिक्षा अधिकारी सागर ने 12 दिसंबर को सहायक संचालक विकासखंड शिक्षा अधिकारी बीना को जांच के निर्देश दिए थे। अधिकारी ने जांच कर जो रिपोर्ट सौंपी है उसके मुताबिक ऑडियो वीडियो रिकॉर्डिंग की प्रारंभिक रूप से पुष्टि होना पाया गया है। मप्र सिविल सेवा आचरण अधिनियम के तहत किया सस्पेंडआदेश में ये भी लिखा है कि प्रतिभा राय का ये कृत्य शासकीय लोकसेवक के अधिकारों के खिलाफ है, इसलिए सिविल सेवा( आचरण) नियम 1965 के उप नियम 1,2,3 के साथ मप्र सिविल सेवा( वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 का भी उल्लंघन है। आरोपों को देखते हुए प्रतिभा राय को सस्पेंड किया जाता है। सस्पेंशन के दौरान उनका मुख्यालय सागर जिले के मालथौन का विकासखंड कार्यालय रहेगा। 15 दिन में पेश करना होगा आरोप पत्रकलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को आरोप पत्र पेश करने के लिए 15 दिन का समय दिया है। अधिकारी को मामले की पूरी जांच कर कलेक्टर के सामने रिपोर्ट पेश करना होगी। हालांकि, जिला शिक्षा अधिकारी ने खबर प्रकाशित होने के दूसरे ही दिन पांच सदस्यीय जांच टीम बनाई थी। सूत्र बताते हैं कि स्थानीय स्तर पर इतना महिला का अधिकारियों में भी इतना खौफ है कि उन्होंने जांच ही शुरू नहीं की। माइनिंग इंस्पेक्टर और उसके गुर्गे पर कार्रवाई नहीं भास्कर ने अपनी खबर में ये भी बताया था कि प्रतिभा राय के साथ माइनिंग विभाग की भी मिलीभगत है। सागर के माइनिंग इंस्पेक्टर सुनील कुमार उईके और उनका गुर्गा मनोहर पटेल भी भास्कर रिपोर्टर के साथ डील करते हुए कैमरे में कैद हुए थे। उईके ने कहा था कि वो (प्रतिभा राय) कौन होती है? उसके रास्ते अपने को मालूम हैं। उसका भी रेत सप्लाई का काम है, उसकी एम सेंट भी नहीं देती है। यदि कोई दिक्कत हो तो मनोहर को बोलना वह 24 घंटे मेरे साथ रहता है। नहीं भी रहता है तो तत्काल बात होती है। मेरे नंबर 940XXXX648 पर मिस कॉल कर दो। हालांकि, दोनों के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। दैनिक भास्कर एप पर 11 दिसंबर 2025 को प्रकाशित खबर लेडी रेत माफिया, 23 जिलों पर हुकूमत...खनिज अधिकारी-पुलिस भी शामिल:जिसने बात नहीं मानी, उसका डंपर जब्त; भास्कर रिपोर्टर डंपर चलाकर पहुंचा ‘गढ़’ में एमपी में एक स्कूल टीचर ने रेत के अवैध कारोबार में बड़े-बड़े रेत माफिया को भी पीछे छोड़ दिया है। टीचर की मर्जी के बगैर सड़क से रेत का एक डंपर भी नहीं गुजर सकता। टीचर का नाम प्रतिभा राय है, जो सागर जिले के बीना के एक छोटे से गांव किर्रोद के सरकारी स्कूल में मैथ्स पढ़ाती है। बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ प्रतिभा राय पूरे जिले में रेत के अवैध कारोबार को कंट्रोल करती है। भास्कर टीम ने इस पूरे सिंडिकेट को बेनकाब करने के लिए 20 दिनों तक अशोक नगर, मुंगावली, सागर, बीना और खुरई के इलाकों में अंडरकवर ऑपरेशन चलाया। हमारे रिपोर्टर कभी डंपर ड्राइवर बने तो कभी हेल्पर, ताकि इस गठजोड़ की हर परत को उजागर किया जा सके। इस पड़ताल में सामने आया कि कैसे यह टीचर, खनिज विभाग के भ्रष्ट अधिकारी और पुलिस की मिलीभगत से वैध को अवैध और अवैध को वैध बनाकर सरकारी खजाने को करोड़ों का नुकसान पहुंचा रही है। पढ़ें पूरी खबर...
पंचायत और निकाय चुनाव में ओबीसी सीटों के निर्धारण के लिए राजस्थान अन्य पिछड़ा वर्ग (राजनीतिक प्रतिनिधित्व) आयोग 31 दिसंबर तक राज्य सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग काे रिपोर्ट नहीं दे पाएगा। आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर काे खत्म होगा लेकिन ओबीसी सीटों के निर्धारण की रिपोर्ट तैयार नहीं हो पाई है। सूत्रों के मुताबिक अभी तक आयोग का 50 प्रतिशत से अधिक का काम बाकी है। बहरहाल काेर्ट के दिशा निर्देशों के आधार पर निर्वाचन आयोग काे 15 अप्रैल तक चुनाव कराने हैं। ऐसे में अब दूसरा माैका हाेगा जब चुनाव संबंधित ओबीसी आयोग का कार्यकाल बढ़ेगा। इससे पूर्व में 21 अगस्त काे आयोग का कार्यकाल बढ़ाया गया था। आयोग का कार्यकाल बढ़ाने के लिए से राज्य सरकार काे प्रस्ताव बनाकर भेजा जा रहा है। ये तय माना जा रहा है कि एक महीना या इससे अधिक का समय आयोग काे औरमिल सकता है। 14635 पंचायतें, 450 पंचायत समिति, निकायों में आरक्षण तय हाेगा ओबीसी प्रतिनिधित्व आयोग की रिपोर्ट पर ही 14635 ग्राम पंचायतों, 450 पंचायत समिति और 41 जिला परिषदों में ओबीसी आरक्षण के आधार पर वार्ड से लेकर सरपंच, प्रधान और जिला प्रमुख तय हाेंगे। वार्डों का प्रतिशत तय हाेगा। निकायों में भी आरक्षण इसी के आधार पर तय हाेगा। 3 जनवरी तक जनसंवाद, फिर सर्वे आदि की वर्किंग हाेगी ओेबीसी राजनैतिक प्रतिनिधित्व आयोग की ओर से 22 दिसंबर से 3 जनवरी तक विभिन्न जिलों में जिला स्तरीय जनसंवाद एवं परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन करेगा। आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश (सेनि.) मदनलाल भाटी 22 दिसंबर को जैसलमेर और फलोदी, 23 दिसंबर को बाड़मेर और बालोतरा, 24 दिसंबर को जालोर और सिरोही, 26 काे डीडवाना, 29 दिसंबर को गंगानगर और हनुमानगढ़, 30 दिसंबर को पाली में व्यस्त रहेंगे। आयोग के सदस्य प्रो. राजीव सक्सेना एवं मोहन मोरवाल संयुक्त रूप से 30 दिसंबर को अलवर-खैरथल, 2 जनवरी को झालावाड़, 3 जनवरी को बांरा-बूंदी में जनसंवाद कार्यक्रम व्यस्त रहेगा। इसके बाद सर्वे आदि का प्रोसेस पूरा काराया जाएगा। 7 महीने से चल रही है आयोग की वर्किंगओबीसी प्रतिनिधित्व आयोग का गठन 9 मई 2023 काे हुआ था और तीन माह के कार्यकाल की समय सीमा निर्धारित की गई थी। ऐसे में समय पर रिपोर्ट तैयार नहीं हाेने पर 21 अगस्त काे कार्यकाल 31 दिसंबर तक बढ़ाया गया था। आयोग की वर्किंग काे सात महीने गुजरने के बाद अब दाेबारा से आयोग का कार्यकाल बढने जा रहा है।
देश के सबसे भरोसेमंद स्वास्थ्य संस्थानों में गिने जाने वाले एम्स भोपाल में इन दिनों मरीज इलाज से पहले ही परेशान हो रहे हैं। वजह है कई बेहद जरूरी जांचों का बंद होना। हालात ऐसे हैं कि डॉक्टर जांच लिख रहे हैं, लेकिन लैब से मरीजों को सीधा जवाब मिल रहा है कि यह जांच फिलहाल बंद है। ब्लड कल्चर, यूरीन कल्चर, हेपेटाइटिस-सी, एएसओ टेस्ट, आरएच फैक्टर, आरएस फैक्टर और एच1-बीएसी जैसी जांचें उपलब्ध न होने से इलाज की पूरी प्रक्रिया लड़खड़ा गई है। जिससे रोजाना एम्स में आने वाले 3 हजार से ज्यादा मरीज परेशान हो रहे हैं। वहीं, सबसे ज्यादा परेशानी उन मरीजों को हो रही है जो अस्पताल में भर्ती हैं। दरअसल, भर्ती मरीजों की जांच बाहर से कराने पर रोक है। ऐसे में डॉक्टर सर्जरी से पहले उनकी जांच बहार से नहीं करा पा रहे हैं। वहीं, अंदर सुविधा ही नहीं हैं। इन मरीजों में सबसे बड़ी संख्या गर्भवती महिलाओं, किडनी और लिवर मरीजों के साथ इम्यून सिस्टम से जुड़ी बीमारियों से जूझ रहे लोगों की है। ओपीडी में आने वाले मरीज निजी लैब के भरोसेएम्स के बाहर कई बड़े-बड़े निजी सेंटर खुले हुए हैं। जहां ब्राॅन्डिंग इस तरह की जा रही है, जैसे वो एम्स का ही हिस्सा हो। हालांकि, एम्स में जांच ना होने से ओपीडी में आने वाले मरीजों को मजबूरन इन्हीं सेंटर में महंगी जांच करानी पड़ रही है। सिटी स्कैन और एमआरआई की वेटिंग ऐसी की खत्म नहीं होतीएम्स भोपाल में ओपीडी मरीजों और कम गंभीर मरीजों को सिटी स्कैन और एमआरआई जांच के लिए 3 से 6 माह बाद की डेट दी जा रही है। कई बार यह डेट इससे भी आगे की होती हैं। प्रबंधन का इस मामले में तर्क है कि जांच के लिए एक-एक सीटी और एमआरआई की मशीन है। वहीं, मरीजों का लोड इतना है कि यदि 4-4 मशीनें भी लगा दी जाएं तो कम पड़ जाएं। ऐसे में अति गंभीर मरीजों को प्राथमिक्ता दी जाती है। जिससे समय पर इलाज मुहैया करा कर उनकी जांच बचाई जा सके। PET सिटी स्कैन के लिए निजी ही एक विकल्पएम्स भोपाल करीब 6 माह पहले तक मरीजों की PET सिटी स्कैन जांच MOU के तहत एक निजी एजेंसी से कराई जा रही थी, लेकिन बाद में यह समझौता भी तोड़ दिया गया। वहीं, दूसरी तरफ संस्थान में रेडियोलॉजी का नया सेटअप तैयार हो रहा है। जिसमें यह जांच शुरू की जाएगी। इसके अलावा यहां गामा नाइफ की सुविधा भी होगी। जब तक यह सेंटर शुरू नहीं होता है तब तक मरीजों को इनके लिए निजी में 18 से 20 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ रहे हैं। डॉक्टर लिख रहे जांच, लैब कर रही मनाएम्स भोपाल में इलाज की पहली कड़ी होती है सटीक जांच। लेकिन पिछले कुछ समय से मरीजों को बार-बार यह सुनने को मिल रहा है कि जरूरी ब्लड टेस्ट फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं। हेपेटाइटिस-सी, एएसओ, आरएच फैक्टर और आरएस फैक्टर जैसी जांचें रूटीन मानी जाती हैं, लेकिन इनके बंद होने से डॉक्टरों की भी परेशानी बढ़ गई है। कई मामलों में इलाज आगे बढ़ाने से पहले जांच रिपोर्ट अनिवार्य होती है, ऐसे में डॉक्टर भी असमंजस में हैं कि बिना पुख्ता रिपोर्ट इलाज कैसे शुरू किया जाए। वहीं, एम्स के कई डॉक्टर जिला अस्पताल में मौजूद इमेजिंग जांच की रिपोर्ट पर भरोसा नहीं करते हैं। उनका मानना है कि रिपोर्ट की क्वालिटी खराब होती है। ऐसे में मरीजों के सामने में लंबा इंतजार करने या निजी सेंटर से जांच कराने के दो विकल्प बचते हैं। गर्भवती महिलाओं पर सबसे ज्यादा असरइस संकट की सबसे बड़ी मार गर्भवती महिलाओं पर पड़ रही है। प्रेग्नेंसी के दौरान आरएच फैक्टर, एचआईवी और हेपेटाइटिस-सी जैसी जांचें बेहद जरूरी होती हैं। आरएच फैक्टर से यह तय होता है कि गर्भावस्था सामान्य है या हाई-रिस्क। जांच न होने से डॉक्टरों को समय रहते खतरे का अंदाजा नहीं लग पा रहा। वहीं, एचआईवी और हेपेटाइटिस-सी की जांच न होने से मां के साथ-साथ होने वाले बच्चे की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। मजबूरी में महिलाओं को बाहर निजी लैब में जांच करानी पड़ रही है, जहां एक-एक टेस्ट के लिए सैकड़ों से हजारों रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं। किडनी मरीजों का इलाज अटकादूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित वर्ग किडनी मरीजों का है, खासकर वे जो डायलिसिस या ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया में हैं। इन मरीजों के लिए हेपेटाइटिस-सी और एचआईवी की जांच अनिवार्य होती है। बिना रिपोर्ट डायलिसिस का शेड्यूल बिगड़ रहा है और कई मरीजों की ट्रांसप्लांट फाइलें आगे नहीं बढ़ पा रही हैं। कुछ मरीजों का कहना है कि उन्हें हर बार निजी लैब में जांच कराकर रिपोर्ट लानी पड़ रही है, जिससे इलाज के साथ-साथ खर्च भी बढ़ता जा रहा है। लिवर और ब्लड डिसऑर्डर मरीज भी परेशानलिवर की बीमारी और ब्लड डिसऑर्डर से जूझ रहे मरीजों के लिए भी यह स्थिति गंभीर है। हेपेटाइटिस-सी जैसी जांचों से ही बीमारी की गंभीरता और दवाओं की दिशा तय होती है। जांच न होने से इलाज में देरी हो रही है, जिससे बीमारी के बढ़ने का खतरा बना हुआ है। इसके अलावा लंबे समय से बुखार, जोड़ों के दर्द, रूमैटिक फीवर और ऑटो-इम्यून बीमारियों से पीड़ित मरीज भी परेशान हैं। एएसओ और आरएस फैक्टर जैसी जांचें न होने से डॉक्टरों को कई मामलों में अनुमान के आधार पर इलाज करना पड़ रहा है। गरीब और दूरदराज से आए मरीजों के लिए यह सीधा आर्थिक झटका है। एक मरीज दीपक का कहना है कि वे इलाज के लिए तो एम्स आ गए, लेकिन जांच के लिए शहर की अलग-अलग लैब के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इससे समय भी खराब हो रहा है और इलाज में देरी भी।
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
मासूम अनिका शर्मा के लिए 400 लोगों की टीम शहर में अलग-अलग जगह लगी है। हाथों में मासूम बच्ची के फोटो के फ्लेक्स लेकर वे लोगों से डोनेशन की अपील कर रहे हैं। इसके अलावा कुछ लोग ऐसे हैं जो कॉल के माध्यम से लोगों संपर्क कर रहे हैं, ताकि बच्ची के इलाज के पैसा इकट्ठा हो सकें। बता दें कि इंदौर अनिका शर्मा SMA Type-2 दुर्लभ बीमारी से पीड़ित है। ये बीमारी 10 से 12 लाख बच्चों में किसी एक को होती है। इसमें बच्चे की कोशिकाएं धीरे-धीरे कमजोर होकर मरती हैं, जिससे कि बच्चा न बैठ सकता है न चल सकता है। इस बीमारी का एक मात्र zolgensma नामक एक इंजेक्शन है, जो अमेरिका से आता है इसकी कीमत नो करोड़ रुपए है। 400 लोगों की टीम कर रही क्राउड फंडिंग बच्ची की मदद को आगे आए अनीश पांडे ने बताया कि बच्ची के लिए शहर में करीब 400 लोगों की टीम लगी है। कई लोग शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर क्राउड फंडिंग कर रहे हैं। जिस भी इलाके में जाते हैं वहां के लोग बच्ची की मदद के लिए आ रहे हैं और वे हाथों में फ्लेक्स लेकर बच्ची के लिए मदद की अपील करने में लग जाते हैं।इसके अलावा कुछ लोगों की टीम कॉल पर लोगों से फंडिंग के लिए चर्चा कर रही है। वे अपने परिचितों के साथ ही पहचान वालों को भी बच्ची के लिए अपील कर रहे हैं। टीम में छोटे से छोटा और बड़े व्यक्ति भी जुड़े हैं और बच्ची के लिए पैसा इकट्ठा करने के लिए अपील कर रहे हैं। साथ ही लोगों की टीम बाजारों, शो-रूम, कोर्ट परिसर तक में जाकर क्राउड फंडिंग कर चुकी है। 1 करोड़ 17 लाख ऑनलाइन और 35 लाख नगद क्राउड फंडिंग और ऑनलाइन के माध्यम से बच्ची के इलाज के लिए पैसा जमा किया जा रहा है। ऑनलाइन माध्यम से 1 करोड़ 17 लाख रुपए और 35 लाख रुपए नगद इकट्ठा हो चुके हैं। इसके अलावा जिन लोगों ने बच्ची की मदद के लिए आश्वासन दिया है या घोषणा कि है अगर उस राशि को भी जोड़ा जाए तो 3 करोड़ 90 लाख रुपए से ज्यादा हो चुके हैं। उनका कहना है कि 9 करोड़ रुपए बच्ची के इंजेक्शन के लिए जमा करना है। अभी भी लक्ष्य काफी दूर है, लेकिन पूरी कोशिश कर रहे है कि अनिका के लिए जल्द से जल्द पैसा जमा कर सके। सेलिब्रिटी भी कर चुके हैं अपील बता दें कि मासूम अनिका के लिए कई सेलिब्रिटी भी अपील कर चुके हैं। उन्होंने अनिका के लिए अपील की है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग बच्ची के लिए डोनेट कर सकें। बच्ची के लिए फिल्म एक्टर सोनू सूद, बिग बॉस की आवाज विजय विक्रम सिंह, सिंगर पलक मुछाल भी अपील कर चुके हैं। इसके अलावा भी लोग कई लोगों से बात कर अपील करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा कई जनप्रतिनिधि भी बच्ची की मदद को आगे आए है। ये खबर भी पढ़ें... मासूम अनिका के लिए इंदौर के राजबाड़ा पर जुटे लोग दुर्लभ बीमारी एसएमए (स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी) टाइप-2 से जूझ रही इंदौर की ढाई साल की मासूम अनिका का आज जन्मदिन है। इस मौके पर मासूम अनिका को उसके माता-पिता गोद में लेकर मां अहिल्या की प्रतिमा तक पहुंचे और उसके तीसरे जन्मदिन पर मदद और स्वस्थ होने का आशीर्वाद मांगा। राजबाड़ा चौराहे पर ही अनिका ने केक काटकर अपना जन्मदिन मनाया। पूरी खबर पढ़ें
मेरा काम मेरा सच:उन पेशेवरों के अनुभव, जिन पर औरों की जिम्मेदारी है, आज चाइल्ड काउंसलर की बात
मैं 20 साल से चाइल्ड व पैरेंट काउंसलिंग कर रही हूं। बच्चों के मामले बड़ों से बिल्कुल अलग होते हैं। कोई डर, सदमे और दुख से जूझ रहा होता है तो कोई काल्पनिक दुनिया में खोया होता है। एक बच्चा डर में कैसा महसूस करता है, असुरक्षा उसे कैसे तोड़ती है ये देखना काफी बेचैन करता है। बहुत धैर्य चाहिए इस काम के लिए। आपकी आदत और बातों का असर किस तरह बच्चों पर आता है, मां-बाप जानते ही नहीं। एक गर्भवती काउंसलिंग के लिए आई थी, वह पूरा दिन स्क्रीन (मोबाइल, टीवी) देखती थी। वो काउंसलिंग से ठीक हो गई, लेकिन 3 साल बाद वह बच्ची को लेकर आई। वह आक्रामक, बेचैन और भावनात्मक रूप से अनियंत्रित थी। चीजें फेंकती, खुद को चोट पहुंचाती और किसी के भी स्पर्श से दूर भागती थी। उस बच्ची को मैंने एक साल तक वॉटर थेरेपी और कलर थेरेपी दी। धीरे-धीरे पानी की शांत लय उसके मन को स्थिर करने लगी और रंग उसके भीतर दबी भावनाओं को बाहर लाने लगे। जब वह पहली बार हंसी तो लगा जैसे किसी बंद कमरे की खिड़की खुली हो। बच्ची एडीएचडी (अटेंशन डेफिसिट हाइपर एक्टिविटी डिसऑर्डर) से पीड़ित थी। मां के मोबाइल देखने का असर कहीं न कहीं बच्ची पर भी आया था। एक मां 15 साल के बेटे को लाई। वह गेमिंग में इतना डूब चुका था कि मां के गहने तक बेच आया था। उसने कहा, ‘मैम, मैं बुरा इंसान हूं। मुझे कोई पसंद नहीं करता।’ उस वाक्य ने मुझे भीतर तक झकझोरा। कई सेशन में मैंने उसका भरोसा जीता। समय लगा लेकिन वह ठीक हो गया। 5 साल की बच्ची ने एक हादसे में मां खो दिया। वह मेरे पास आई तो बोली, ‘मैम, मैं मम्मी को देख सकती हूं। वो मुझसे बात करती हैं’ उसकी आंखों में इतना विश्वास था कि कुछ पलों के लिए मुझे भी लगा जैसे वह सच कह रही हो। मैंने उसे रोका नहीं। मैं उसकी दुनिया में गई, उसके दर्द को वहीं से पकड़ा जहां वह था। उससे बात की और पुरानी सुखद अनुभवों को यादों को तब्दील किया। उसे ठीक होने में आठ महीने लगे।- जैसा बकुल महेश माथुर को बताया
भोपाल मेट्रो में यात्री अपने पालतू पशु-पक्षी के साथ सफर नहीं कर सकेंगे। शराब की 2 बोतलें ले जाने की अनुमति जरूर मिल सकती है, लेकिन शर्त रहेगी कि बोतल सीलबंद हो। यात्री अपने साथ पेट्रोल-डीजल, हथियार, खुले बीड़ी-सिगरेट, माचिस-लाइटर, गुटखा, तंबाकू, सूखा नाश्ता भी नहीं ले जा सकते। मोबाइल या स्मार्ट वॉच की परमिशन है लेकिन ड्रोन, सैटेलाइट फोन, पोर्टेबल और रेडियो संचार उपकरण, कैमरा ले जाने की मनाही है। संक्रामक रोग से ग्रसित व्यक्ति, मानसिक रूप से परेशान और असंयमी, शराबी पैसेंजर सफर नहीं कर सकेगा। विमान की तरह ही इसमें सामान का वजन भी तय है। मेट्रो में आप अधिकतम 25 किलो वजनी सामान ही ले जा सकते हैं। घोषणा के करीब 7 साल बाद भोपाल मेट्रो ट्रेन वाला देश का 26वां शहर बना है। रविवार को पहले दिन मेट्रो में 2 हजार से ज्यादा लोगों ने सफर किया। इस दौरान उन्हें कई पाबंदियों से भी गुजरना पड़ा। ऐसे में मेट्रो के यात्रियों को कई बातों का ख्याल रखने की जरूरत है ताकि उनके सफर में कोई रुकावट न हो। पढ़िए, रिपोर्ट... ये खेल उपकरण पैक कर ले जा सकेंगेमेट्रो में सफर करने वाले यात्री तीरंदाजी, मार्शल आर्ट, तलवारबाजी या नानचाकू जैसे खेल उपकरण सक्रिय खिलाड़ी या संचालक की अनुमति से ढंककर या पैक कर ले जा सकते हैं। ऐसे रखी जाएगी नजरभोपाल में मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर सुभाष नगर से एम्स तक है। इस दौरान कुल 8 स्टेशन- सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम ऑफिस, अलकापुरी और एम्स हैं। इन सभी स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जो यात्रियों पर नजर रखे हुए हैं। मेट्रो ट्रेन में भी सीसीटीवी सर्विलांस है। हर हरकत कैमरे में कैद हो रही है। दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश की सिक्योरिटी कंपनी के ढाई सौ गार्ड भी तैनात किए गए हैं। पहले और दूसरे दिन कुछ यात्रियों ने गार्ड के गलत व्यवहार की शिकायत भी मेट्रो अफसरों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों से की है। बेवजह इमरजेंसी बटन दबाया तो 10 हजार का जुर्मानायदि आप मेट्रो में सफर कर रहे हैं और बेवजह इमरजेंसी बटन दबा दिया तो आप पर 10 हजार रुपए का जुर्माना लग सकता है। मेट्रो अफसरों के अनुसार, ऐसे अलग-अलग मामलों में 200 से 10 हजार रुपए तक का जुर्माना लगाया जाएगा। मेट्रो के अंदर या स्टेशन पर थूकने पर 200 रुपए लगेंगे। बिना टिकट यात्रा करने पर सभी स्टेशनों पर लगने वाले किराए समेत 50 रुपए अलग से देने होंगे। यात्री मेट्रो स्टेशन या गाड़ी के अंदर किसी प्रकार का प्रदर्शन नहीं कर सकते। कोच में तोड़फोड़, कुछ लिखने या चस्पा करने, कोच छोड़ने से मना करने, आपत्तिजनक सामग्री ले जाने, अनाधिकृत तरीके से कोई सामान बेचने की परमिशन भी नहीं है। इनके उल्लंघन पर मेट्रो रेलवे (परिचालन और अनुरक्षण) अधिनियम 2002 के तहत जुर्माने और सजा का प्रावधान भी है। सभी 8 मेट्रो स्टेशनों पर इसकी जानकारी भी दी गई है। जुर्माना नहीं भरा तो पुलिस के हवाले करेंगेस्टेशन मास्टर, कंट्रोलर या असिस्टेंट कंट्रोलर जुर्माना वसूलने के लिए अधिकृत किए गए हैं। यदि कोई जुर्माने की राशि जमा नहीं करेगा तो उसे पुलिस के हवाले भी किया जा सकेगा। मेट्रो से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... भोपाल मेट्रो में पहली बार बैठे यात्रियों ने किया डांस भोपाल में पहली बार मेट्रो का कमर्शियल रन रविवार सुबह ठीक 9 बजे एम्स स्टेशन से हुआ। मेट्रो 30 मिनट में सुभाष नगर स्टेशन पर पहुंच गई। करीब 100 यात्रियों ने सफर किया। इनमें 7 साल के बच्चे से लेकर 75 साल के बुजुर्ग भी शामिल हैं। इसके साथ ही मेट्रो चलाने वाला भोपाल देश का 26वां शहर बन गया। पढ़ें पूरी खबर... चल पड़ी भोपाल मेट्रो…खट्टर-सीएम के साथ 30 बच्चे भी सवार भोपाल में शनिवार को मेट्रो सेवा का औपचारिक शुभारंभ हो गया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भोपाल मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर इसकी शुरुआत की। इसके बाद दोनों नेताओं ने सुभाष नगर से एम्स तक मेट्रो में सफर किया। इस ऐतिहासिक उद्घाटन यात्रा में 30 स्कूली बच्चों सहित कुल करीब 300 लोग मेट्रो ट्रेन में सवार रहे। पढ़ें पूरी खबर...
खपराडीह में 26 को मनाई जाएगी गुरु घासीदास जयंती
सुहेला| सतनामी समाज एवं समस्त ग्राम वासियों द्वारा ग्राम पंचायत खपराडीह में 26 दिसंबर को बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती मनाई जाएगी। वहां पर रात्रि में गरीब किसान छत्तीसगढ़ी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा। समारोह के मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री टंक राम वर्मा होंगे। अध्यक्षता सिमगा जनपद अध्यक्ष डॉ दौलत पाल करेंगे तथा विशेष अतिथि के रूप में बलौदा बाजार जिला पंचायत के सभापति ईशान वैष्णव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य अदिति नेम सिंह बघमार, भाजपा मंडल अध्यक्ष हेमंत बाघमार, जनपद सदस्य भानु प्रताप वर्मा, पंचायत के सरपंच गजेंद्र वर्मा, पूर्व जनपद सदस्य सरोजिनी श्याम लाल बघमार और ग्राम प्रमुख भोजराम वर्मा आदि होंगे। रामचरण बंजारे, हरिचरण बंजारे सहित समाज के लोगों ने ग्रामीणो और पंथी टोलियों से अधिक से अधिक संख्या में पधार कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने की अपील की है।
खेल स्पर्धा सामाजिक एकता और सद्भावना को बढ़ाते हैं: शिवरतन
भास्कर न्यूज | भाटापारा जिंदगी और क्रिकेट मैच दोनों में कम से कम एक बात सामान्य होती है। यह दोनों ही रोमांच से भरपूर रहते हैं। बाजी कभी भी पलट सकती है। बस हमको नई ऊर्जा के साथ लगातार संघर्ष करते रहना है। उक्त बातें भाजपा नेता छत्तीसगढ़ शिवरतन शर्मा ने शनिवार को नगर के रावणभाटा मैदान में चल रहे रात्रिकालीन क्रिकेट के समापन समारोह में कही। क्रिकेट के समापन समारोह को संबोधित करते हुए शिवरतन शर्मा ने आगे कहा कि खेल सामाजिक एकता और सद्भावना को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते ही हैं बेहतर स्वास्थ्य के लिए भी यह जीवन की आवश्यकता है। खेल अनुशासन सीखता है और अनुशासित व्यक्ति को जिंदगी में हार, दुख, परेशानियां नहीं डरा सकती वो हर स्थिति का डट कर मुकाबला करने के लिए तैयार रहता है। शिवरतन शर्मा ने विनर टीम को ट्राफी एवं प्राइज राशि एवं उप विजेता को आगे और अच्छा प्रदर्शन करने हेतु शुभकामनाएं दीं।
शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
भास्कर न्यूज | तिल्दा-नेवरा ग्राम मोहगांव में लोकतंत्र सेनानी शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा (73) के अंतिम संस्कार में मंत्री टंकराम वर्मा शामिल हुए। उन्होंने स्वर्गीय शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा के पार्थिव शरीर को कंधा देकर अंतिम विदाई दी। मंत्री वर्मा ने ईश्वर से परिजनों को दुख इस घड़ी में संबल प्रदान करने की प्रार्थना की। लोकतंत्र सेनानी शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा निवासी ग्राम मोहगांव तिल्दा-नेवरा का 20 दिसंबर रात्रि को निधन हो गया था। रविवार सुबह मोहगांव में राजकीय सम्मान के साथ स्व. शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूर्व भाजपा जिला महामंत्री अनिल अग्रवाल ने कहा कि सेनानी शत्रुघ्न प्रसाद वर्मा के कार्य और विचार हम सबों को राष्ट्र सेवा के लिए प्रेरणा देता रहेंगे। लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने एवं प्रहरी संघ प्रदेश महामंत्री नरेंद्र शर्मा ने श्रद्धांजलि अर्पित की।
वार्षिकोत्सव में बच्चों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
भास्कर न्यूज | सिमगा भूषण पब्लिक स्कूल में वार्षिक उत्सव समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों एवं विघायल प्रबंधन टीम द्वारा मां सरस्वती के समीप दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। जहां नर्सरी से लेकर सीनियर कक्षाओं के छात्र छात्राओं ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति दी। जिसमें नन्हें नन्हें बच्चों ने अपनी अनुपम प्रस्तुति से बताया कि मोबाइल हमारे जीवन में हर क्षण क्या महत्व रखता है। इस अवसर पर विद्याल के प्राचार्य ने मेधावी छात्र छात्राओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष अरूण ताम्रकार ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि वार्षिक उत्सव छात्र छात्राओं के प्रतिभा निखारने का माध्यम है। कार्यक्रम को चिन्मय दावड़े, शैली भाटिया, विनय गुप्ता, शशिभूषण गुप्ता, भूषण गुप्ता आदि ने संबोधित किया। प्राचार्य सौरभ दुबे और संचालक अशोक साहू का सम्मान किया गया।
ध्यान मन को शांत, स्थिर और पूरी तरह से एकाग्र करने की प्राचीन साधना : योगाचार्य मिथलेश
छुरा| द्वितीय अंतरराष्ट्रीय ध्यान दिवस के अवसर पर नगर के गायत्री मंदिर प्रांगण में सामूहिक ध्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। शांत वातावरण में आयोजित इस कार्यक्रम में योगाचार्य मिथलेश सिन्हा ने श्रद्धालुओं, योग साधकों और स्थानीय नागरिकों को ध्यान का अभ्यास कराया। इस अवसर पर कहा कि ध्यान एक प्राचीन मानसिक व आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जो मन को शांत, स्थिर और एकाग्र करती है। उन्होंने बताया कि नियमित ध्यान से न केवल मानसिक शांति मिलती है, बल्कि व्यक्ति का शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है। योगाचार्य ने ध्यान के प्रमुख लाभ बताते हुए कहा कि इससे तनाव और चिंता में कमी आती है, एकाग्रता व स्मरण शक्ति बढ़ती है, भावनात्मक संतुलन बना रहता है और शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है। ध्यान रक्तचाप को नियंत्रित करने, नींद की गुणवत्ता सुधारने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक है। कार्यक्रम के अंत में वेलनेस कोच पवन सिन्हा ने उपस्थित लोगों से ध्यान को दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नियमित ध्यान से जीवन में सकारात्मक बदलाव संभव है।
शिक्षकों को नए पाठ्यक्रम का दिया गया 5 दिवसीय प्रशिक्षण
भास्कर न्यूज | सुहेला संकुल स्रोत केंद्र एवं जोन सुहेला में विकास खंड स्तरीय पांच दिवसीय नवीन पाठयपुस्तक आधारित शिक्षक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। विकासखंड सिमगा के संकुल स्रोत केंद्र एवं जोन सुहेला में प्राथमिक शाला के शिक्षकों का नवीन पाठयपुस्तक आधारित शिक्षक प्रशिक्षण 5 दिवसीय प्रशिक्षण 15 दिसंबर से 20 दिसंबर तक आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में नवीन पाठयपुस्तक, राष्ट्रीय शिक्षानीति एवं एफएस पर चर्चा एवं प्रशिक्षण दिया गया। जिसके अंतर्गत प्रशिक्षण लेने वाले शिक्षकों को विद्यालय के लिए 26 सप्ताह कार्यक्रम एवं बच्चों का आकलन किस पर किया जाएगा विस्तार पूर्वक बताया गया। नवीन पाठयपुस्तक आधारित प्रशिक्षण के द्वितीय दिवस में सहायक विकास खंड शिक्षा अधिकारी सीएस ध्रुव एवं बीआरसी किरण कुमार वर्मा, सहायक विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण के संबंध में सारगर्भित तरीके से प्रशिक्षण की उपयोगिता, नवीन पाठयपुस्तक आधारित शिक्षक प्रशिक्षण क्यों और किसलिए एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं बच्चों के के प्रति हमारी क्या जिम्मेदारी है बताया गया। मास्टर ट्रेनर संजीव कुमार कुल्हाडे एवं परसराम ध्रुव द्वारा प्रशिक्षण को रोचक और सारगर्भित तरीकों से बताया गया। जिसमें प्रशिक्षणार्थियों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया नवीन पाठयपुस्तक प्रशिक्षण प्रभारी शंभु कुमार सिंह संकुल समन्वयक सुहेला द्वारा प्रशिक्षण हेतु पर्याप्त व्यवस्था की गई। प्रशिक्षण प्रभारी शंभु कुमार सिंह ने प्रशिक्षार्थियों का आभार व्यक्त किया।
लखपति दीदी राजस्थान की उभरती पहचान, मिलेनियर बनने की ओर अग्रसर: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को ओटीएस में लखपति दीदी संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राजीविका हमारी बहनों के सशक्तीकरण, स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता की अहम कड़ी के साथ ही गांवों में सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन का माध्यम बन रहा है। सरकार का संकल्प है कि ‘हर हाथ को हुनर, हर घर को रोजगार’ मिले। उन्होंने कहा कि लखपति दीदियां अग्रणी राजस्थान की उभरती हुई पहचान बन चुकी हैं और अब अगला लक्ष्य मिलेनियर बनना है। सरकार का लक्ष्य हर हाथ को हुनर और हर घर को रोजगार देना है और इस दिशा में राजीविका सबसे प्रभावी माध्यम साबित हो रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक प्रदेश में 19.45 लाख महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें से 12 लाख से अधिक महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं। प्रदेश में 500 कालिका पेट्रोलिंग यूनिट और 65 एंटी रोमियो स्क्वॉड के गठन से महिला अत्याचार के मामलों में 2023 की तुलना में लगभग 12 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में पहल मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाली लखपति दीदियों को टैबलेट वितरित किए। तकनीक से जुड़कर महिलाएं अब अपने उत्पादों की ब्रांडिंग, ई-कॉमर्स और डिजिटल लेन-देन को और मजबूत कर सकेंगी। डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने कहा कि लखपति दीदी योजना महिला सशक्तीकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल है। ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल ने कहा कि महिलाएं हर परिस्थिति में मेहनत कर आत्मनिर्भर बन रही हैं।
24 से अरावली आंदोलन, निर्मल चौधरी निकालेंगे 1000 किमी यात्रा
जयपुर| अरावली पर्वतमाला की रक्षा और पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से 24 दिसंबर से ‘अरावली आंदोलन’ की शुरुआत की जा रही है। निर्वतमान आरयू अध्यक्ष निर्मल चौधरी के नेतृत्व में यह यात्रा माउंट आबू, सिरोही से प्रारंभ होगी। गांव-गांव और गली-गली होते हुए लगभग 1000 किलोमीटर की जनजागरण यात्रा निकाली जाएगी। आयोजकों के अनुसार अरावली पर्वतमाला पर बढ़ते खनन, अतिक्रमण और पर्यावरणीय दोहन से जल स्रोत, वन क्षेत्र और जैव विविधता को गंभीर नुकसान पहुंच रहा है। इसे रोकने और आमजन को जागरूक करने के लिए यह आंदोलन शुरू किया जा रहा है। आंदोलन के दौरान पैदल यात्रा के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया जाएगा और लोगों को अरावली के महत्व से अवगत कराया जाएगा। यात्रा विभिन्न गांवों और कस्बों से होकर गुजरेगी, जहां जनसंवाद और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आंदोलन की शुरुआत 24 दिसंबर, बुधवार को प्रातः 11 बजे माउंट आबू से होगी।
जूनियर एडिटर-8 प्रतियोगिता; एलीगेंट बेब स्कूल के विद्यार्थियों ने दिखाया उत्साह
जयपुर | अजमेर रोड हीरापुरा िस्थत एलीगेंट बेब सी. सै. स्कूल के विद्यार्थियों ने जूनियर एडिटर-8 प्रतियोगिता में भाग लिया। विद्यार्थियों को दैनिक भास्कर समाचार पत्र समूह के द्वारा आयोजित की जाने वाली जूनियर एडिटर-8 की प्रतियोगिता के बारे में जानकारी दी गई। विद्यालय प्रधानाचार्या सीमा खंडेलवाल ने बताया कि छात्रों में इस रोचक प्रतियोगिता के प्रति भारी रूझान दिखाई दिया है। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के कार्डिनेटर मीनल नागिया, सरिता मनोचा, विभा कालानी, भावना तिवारी सहित अध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। प्रतियोगिता में विद्यालय के छात्र उमा, वंशिका, नुपूर, आयु दीक्षिता, मनीषा, हिमांशु, प्रिंस, कोमल,चेतना, डिम्पी, युवराज, गौरव, स्वपनिल, नक्ष, नागेश, अक्षरा, अवनी, तनीश, पल्लवी, मनीष, कृति, मेंनसी, रितिका, विनायक, चित्रांशी, अरमान, मुस्कान, अनिता, नमन आदि ने जूनियर एडिटर-8 में भाग लिया।
सात दिवसीय एनएसएस शिविर का हुआ समापन
जयपुर | राजकीय महिला पॉलिटेक्निक महाविद्यालय में सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना विशेष शिविर का समापन विविध सामाजिक एवं जागरूकता कार्यक्रमों के साथ हुआ। शिविर के दौरान यातायात पुलिस पीके मस्त ने छात्राओं को यातायात नियमों की जानकारी दी। एडवोकेट श्वेता पारीक ने संगठनों में होने वाले उत्पीड़न के विभिन्न रूपों के प्रति जागरूक किया। छात्राओं ने कच्ची बस्ती में जाकर महिलाओं को सेनिटरी नैपकिन, खाद्य सामग्री एवं कपड़ों का वितरण किया। विद्यालयों में बच्चों को गुड टच–बैड टच की जानकारी दी गई। आत्मरक्षा का प्रशिक्षण भी दिया गया। मेंटल हेल्थ और डाइट के ऊपर विशेष व्याख्यान किया गया। कार्यक्रम अधिकारी नीलम विश्नोई ने नेतृत्व एवं प्रेरणा विषय पर व्याख्यान दिया।
राजापार्क में रामदास राठी मार्ग का हुआ अनावरण
जयपुर | राजापार्क स्थित माहेश्वरी पब्लिक स्कूल तिलक नगर के पास वाली गली का नामकरण रामदास राठी मार्ग किया गया। इस अवसर पर माहेश्वरी समाज अध्यक्ष उमेश सोनी ने बताया कि इस दौरान विधायक कालीचरण सर्राफ, महामंत्री रोहित परवाल, माधुरी अलबेली शरण महाराज, रवि नैयर, सौम्या गुर्जर, ट्रस्ट के फाउंडर कृष्ण कुमार राठी, राजू मंगोडीवाले आदि मौजूद रहे।
सीआईआई ग्लोबल समिट में एनएवी सम्मानित
जयपुर | सीआईआई ग्लोबल समिट में सीतापुरा स्थित एनएवी इंडिया को महिलाओं के लिए इंजीनियरिंग एवं अकाउंटिंग के क्षेत्र में बेहतर प्रोत्साहन एवं इनके लिए किए गए बेहतर कार्यों के लिए एक्सीलेंस अवॉर्ड से नवाजा गया है। कंपनी की ओर से रूपल गोयल और अमृता सिंह ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। कंपनी के एमडी अनिल अग्रवाल ने बताया कि समिट में देश की प्रतिष्ठित 25 कम्पनियों को विभिन्न क्षेत्रों में इस एक्सीलेंस पुरस्कार से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त अन्य श्रेणियों में एक्सीलेंस अवॉर्ड दिए गए।
नौजवान सिख सेवा दल की दूध लंगर सेवा का शुभारंभ, पहले दिन 300 लीटर दूध बांटा
जयपुर | सिख धर्म के गुरु गोविंदसिंहजी के साहिबजादों की याद में नौजवान सिख सेवा दल की ओर से रविवार से दूध लंगर सेवा का शुभारंभ किया गया। नौजवान सिख सेवा दल के सिमरदीप सिंह सिमर और मनिंदर सिंह साकेत ने बताया कि यह सेवा हर साल 21 से 28 दिसंबर तक नियमित होगी। गुरु गोविंद सिंह के चारों साहबजादों को दूध पिलाने वाले बाबा मोतीराम मेहरा की सफर ए शहादत पर सिख समाज इन आठ दिनों में जगह-जगह गर्म दूध लंगर सेवा चलाता है। पहले दिन 300 लीटर दूध व 30 किलो चीनी का उपयोग किया। रोजाना करीब 500 लीटर दूध सेवादारों की ओर से वितरित किया जाएगा। आठ दिन में करीब 4 हजार लीटर दूध के साथ नाश्ता करवाया जाएगा।
चौधरी ताराचंद सींगड़ पुनः प्रदेशाध्यक्ष बने
जयपुर | राजस्थान जाट समाज संस्थान जयपुर की ओर से आयोजित आमसभा में जाट समाज के वरिष्ठ नागरिकों ने चौधरी ताराचंद सींगड़ को पुनः निर्विरोध राजस्थान जाट समाज संस्था का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया। इस अवसर पर समाज के लोगों ने समाज में फैली रूढ़िवादिता, जन्म मृत्यु भोज प्रथा, दहेज प्रथा व बाल विवाह आदि को खत्म करने का संकल्प लिया। इस मौके पर भागीरथ सिंह महला, जगमाल सिंह, अनूप ठोलिया, मांगीलाल चौधरी, उप जिला प्रमुख मोहन डागर, कर्नल पीएस महला, कानाराम धायल, होशियार सिंह बुगालिया, मनीष धिनधवा, सुरेश दूत, रिछपाल बाटड़, रणजीत सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
भगवान सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायण में आने का सौर पर्व मकर संक्रांति 14 जनवरी को मनाया जाएगा। मकर संक्रांति पर एकादशी का संयोग 23 साल बाद बन रहा है। इससे पहले 2003 में एकादशी के दिन मकर संक्रांति थी। इस बार मकर संक्रांति का संयोग एकादशी तिथि के साथ हो रहा है। 14 जनवरी को माघ कृष्ण एकादशी रहेगी। जिस पर शास्त्रों में तिल खाने का विधान है। ऐसे में संक्रांति पर एकादशी का व्रत करने वाले अन्न का भोजन नहीं कर सकेंगे। धर्म शास्त्रों के अनुसार एकादशी होने से अन्न निर्मित भोजन का दान नहीं किया जा सकेगा। इसलिए उस दिन फलाहार व सागाहारी सामग्री का उपयोग होगा। दान-पुण्य का विशेष मुहूर्त शाम 6:02 बजे तक सुशीलपुरा स्थित श्री हरिहर शिवालय के युवाचार्य पंडित दिनेश शास्त्री के अनुसार आगामी 14 जनवरी को सूर्य धनु राशि में से मकर राशि में प्रवेश करेगा। इस दिन से भगवान सूर्य उत्तरायण होने लग जाएंगे। संक्रांति का दान पुण्य का समय दोपहर 3 बजकर 7 मिनट से शाम 6 बजकर 2 मिनट तक रहेगा। राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के वेद विभागाध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र कुमार शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति पर सूर्य के धनु से मकर राशि में प्रवेश करने पर दान अनिवार्य रूप से किया जाता है। यदि इस संक्रांति पर एकादशी आ जाए तो न तो व्यक्ति को स्वयं को आैर ना ही पुरोहित या अन्य बहन-बेटियों को अन्न से निर्मित भोजन करवाना चाहिए। तिथि: एकादशी 13 जनवरी को दोपहर बाद 3 बजकर 18 मिनट से शुरू होगी, जो 14 जनवरी को शाम 5 बजकर 53 मिनट तक रहेगी। उदियात तिथि 14 जनवरी को ही रहेगी, इसलिए इसी दिन एकादशी मनाई जाएगी। {पंडित बंशीधर ज्योतिष पंचांग के निर्माता ज्योतिषी दामोदर प्रसाद शर्मा ने बताया कि मकर संक्रांति पर एकादशी का संयोग 23 साल बाद बन रहा है। इससे पहले 2003 में पौष शुक्ल की एकादशी के दिन मकर संक्रांति थी। इस बार 14 जनवरी को माघ कृष्ण एकादशी के दिन मकर संक्रांति आ रही है। ये षटतिला एकादशी रहेगी। क्योंकि इस बार बुधवार व अनुराधा नक्षत्र होने से सर्वार्थ और अमृत सिद्धि योग का भी निर्माण होगा।
आचार्य विनिश्चय सागर से आचार्य सुंदर सागर का एक सालऔर आचार्य शशांक सागर का 19 साल बाद हुआ मिलन
वैशाली नगर नेमीसागर कॉलोनी के श्री नेमिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में रविवार को तीन दिगम्बर जैन संघों के 36 संतों का एक साथ मिलन हुआ। आचार्य सुंदर सागर महाराज ससंघ, आचार्य शशांक सागर महाराज ससंघ व वाक्केशरी श्रमणाचार्य विनिश्चय सागर महाराज ससंघ का जयपुर में पहली बार मिलन हुआ। संतों एवं आर्यिका माताजी के दर्शनों के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ा। क्वीन्स रोड पर केसरी बाग बैंक्वेट के बाहर बनाए गए अस्थाई मंच पर जब एक तरफ से आचार्य विनिश्चय सागर महाराज, दूसरी ओर से आचार्य सुंदर सागर महाराज एवं आचार्य शशांक सागर मुनिराज चढ़े और आपस में वात्सल्य के साथ गले मिले तो भक्तों ने भगवान महावीर के जयकारे लगाए। आचार्य सुंदर सागर का एक साल तथा आचार्य शशांक सागर का 19 वर्ष बाद आचार्य विनिश्चय सागर महाराज से मिलन हुआ। आचार्य विनिश्चय सागर महाराज जयपुर प्रवास समिति के महामंत्री विनोद जैन ने बताया कि मिलन के बाद तीनों संघों के 36 दिगम्बर जैन संत एवं आर्यिका माताजी बैंडबाजों के साथ जुलूस के रूप में नेमीसागर कॉलोनी के लिए रवाना हुए। मार्ग में जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पाद प्रक्षालन एवं आरती की। मंदिर पहुंचने पर समाज समिति के अध्यक्ष जेके जैन कालाडेरा, उपाध्यक्ष अनिल जैन धुआं तथा महामंत्री प्रदीप निगोतियां, पूनम ठोलिया सहित समाजबंधुओं ने अगवानी की। इस मौके पर जैन भवन में धर्मसभा हुई। इंिदरा बड़जात्या की ओर से मंगलाचरण के बाद समाज श्रेष्ठीजनों की ओर से चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्वलन किया गया। राग से वैराग्य की बात, आत्मा से परमात्मा की बात सुन रहे हैं: आचार्य सुंदर सागर आचार्य शशांक सागर ने कविता के माध्यम से कहा कि तेरे आने का निश्चय ही खुशी का पैगाम लाया है, नेमीसागर कॉलोनी फूला नहीं समाया है। यह जयपुर वालों का पुण्य है, जो संतों की त्रिवेणी का संगम मिल गया। उन्होंने कहा कि संत समागम का बड़ा ही महत्व है। वाक्केशरी श्रमणाचार्य विनिश्चय सागर महाराज ने मूलनायक भगवान नेमिनाथ का स्मरण करते हुए कहा कि जीवन की धारा जब वैराग्य में बहती है और बीच में कोई राग का पाबंद लगाता है तो विघ्न तो होता ही है। राष्ट्रसंत आचार्य सुंदर सागर महाराज ने कहा कि राग से वैराग्य की बात, आत्मा से परमात्मा की बात सुन रहे हैं। {नेमीसागर कॉलोनी में सोमवार सुबह 8:30 बजे धर्मसभा होगी, जिसमें तीनों आचार्यो के मंगल प्रवचन होंगे।
अतुल्य श्री पंजाबी समाज के स्थापना दिवस पर हेल्थ वैलनेस कैंप, 100 मरीज लाभान्वित
जयपुर | अतुल्य श्री पंजाबी समाज के स्थापना दिवस की वर्षगांठ पर विनोबा नगर, मालवीय नगर में हेल्थ वैलनेस व हीलिंग मेडिकल कैंप आयोजित किया गया। शिविर का आयोजन स्वाति सेठ के सहयोग से हुआ। कैंप में जयपुर जिला अध्यक्ष डॉ. भीमेश अरोड़ा और काउंसलर संजय ने करीब 100 मरीजों को निशुल्क चिकित्सा परामर्श व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कीं।
सिटी पैलेस; मानसिंह प्रथम की 475वीं जयंती मनाई
जयपुर | महाराजा सवाई मानसिंह म्यूजियम ट्रस्ट की ओर से सिटी पैलेस के सर्वतोभद्र चौक में आमेर नरेश राजा मानसिंह प्रथम की 475वीं जयंती मनाई गई। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने पुष्पांजलि अर्पित की। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने आए हुए सभी मेहमानों से रूबरू होते हुए कहा कि कुछ विदेशी इतिहासकारों ने गलत तथ्य पेश करके तथा तोड़ मरोड़ कर मानसिंह प्रथम की छवि को धूमिल करने की कोशिश की गई है। अतः इतिहास की पुनः समीक्षा होनी चाहिए। सिटी पैलेस कला एवं संस्कृति विभाग के ओएसडी रामू रामदेव ने बताया कि जयंती पर आयोजित संगोष्ठी में मनोहर सिंह की 3 पुस्तकों का विमोचन किया गया।
गुरु के साहिबजादों की सफर-ए-शहादत पर सिख संगत ने निकाला पैदल मार्च
जयपुर | सिख धर्म के दसवें गुरु गोविंदसिंहजी के चार सुपुत्रों (साहिबज़ादे) बाबा अजीतसिंह, बाबा जुझारसिंह, बाबा जोरावरसिंह व बाबा फतेहसिंह एवं माता गुजर कौरजी की शहादत को समर्पित सात दिवसीय कार्यक्रम ‘सफर-ए-शहादत’ का रविवार से शुरू हुआ। इस अवसर पर सिख संगत ने पैदल मार्च निकाला। समूह स्त्री सत्संग की प्रधान माता इंद्रजीत कौर व कौन बनेगा गुरसिख बच्चा संस्था के अध्यक्ष सरदार जसबीर सिंह ने बताया कि मार्च सूरज मैदान आदर्श नगर से शुरू होकर जवाहर नगर पंचवटी सर्किल राजापार्क बाजार के मुख्य रास्तों से होते हुए श्री गुरु नानकदेव उच्च माध्यमिक विद्यालय राजापार्क पहुंचा। डॉ. मनमिंदर कौर ने बताया कि साहिबज़ादों की याद में बच्चों ने शबद कीर्तन व कविताएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम में सिख समाज के अध्यक्ष सरदार अजयपाल सिंह, जसवीर सिंह, यूथ विंग अध्यक्ष देवेंद्र सिंह शंटी और पूर्व चेयरमैन सरदार बलदेव सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।
रविवार का दिन सबसे छोटा 10:48 घंटे और रात सबसे लंबी 13:42 घंटे रही
जयपुर | रविवार देर रात वर्ष की महत्वपूर्ण खगोलीय घटना विंटर सोलस्टाइस घटित हुई। यह सूर्य के दक्षिणायन से उत्तरायणन की ओर मुड़ने की प्रकिया की है। इस कारण साल का सबसे छोटा दिन और लंबी रात दर्ज की गई। जयपुर में इस दिन की अवधि 10 घंटे 18 मिनट, जबकि रात 13 घंटे 42 मिनट की रही। यानी दिन व रात में 3 घंटे व 24 मिनट का अंतर रहा। इस घटना के साथ ही अब फरवरी तक सर्दी भी तेवर दिखाएगी। इसी के साथ सायन सूर्य मकर राशि में प्रवेश कर गया। निरयन सूर्य 14 जनवरी यानी संक्रांति पर मकर में प्रवेश करेंगे। 25 दिसंबर से दिन बड़े व रातें छोटी होगी।
क्लैट-26 परिणाम: लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के सभी केंद्रों पर जश्न
जयपुर | क्लैट 2026 के नतीजे घोषित होते ही लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के देशभर के केंद्रों पर उत्सव का माहौल रहा। संस्थान की छात्रा गीताली गुप्ता ने 119 में से 112.75 अंक हासि ल कर जनरल कैटेगरी में ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त की। लॉ प्रेप के 38 छात्रों ने टॉप-100 में जगह बनाई। जनरल कैटेगरी में रोहन (रैंक-3), अरहग (8), मानवी (9) सहित कई छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया। आरक्षित वर्गों में भी एसटी, एससी और ओबीसी में टॉप रैंक हासिल हुई। आठ राज्यों के स्टेट टॉपर्स भी संस्थान से रहे। जोधपुर, जयपुर, दिल्ली सहित 40 केंद्रों पर मिठाइयां बांटकर खुशी मनाई गई। निदेशक सागर जोशी ने इसे छात्रों और शिक्षकों की मेहनत का परिणाम बताया।
डीजे कैडर के 4 न्यायिक अधिकारियों का ट्रांसफर
जोधपुर| राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन ने डीजे कैडर के 04 अधिकारियों के तबादले के आदेश जारी किए हैं। रजिस्ट्रार जनरल चंचल मिश्रा की ओर से आदेश जारी किया गया। आदेश के अनुसार शिवानी सिंह को राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर मुख्यपीठ में रजिस्ट्रार प्रशासन के पद पर नियुक्त किया गया है। वहीं रजिस्ट्रार प्रशासन के पद पर कार्यरत शैलेन्द्र व्यास को जिला एवं सत्र न्यायाधीश, खैरथल-तिजारा के पद पर लगाया गया है। मीनाक्षी शर्मा को राजस्थान हाईकोर्ट जयपुर बेंच में रजिस्ट्रार प्रशासन का दायित्व सौंपा गया है। जबकि रजिस्ट्रार प्रशासन के पद से हेमंत सिंह बघेला को विशेष न्यायाधीश, स्पेशल कोर्ट पॉक्सो एक्ट प्रकरण संख्या-1, अजमेर के पद पर नियुक्त किया गया है।
क्लैट-2026 परिणाम के बाद लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के सभी सेंटरों पर जश्न का माहौल
जयपुर |क्लैट 2026 के परिणाम घोषित होते ही देशभर में लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के सभी केंद्रों पर उत्साह, उमंग और खुशी का माहौल छा गया है। संस्थान की मेधावी छात्रा गीताली गुप्ता ने 119 में से 112.75 अंक प्राप्त कर जनरल कैटेगरी में ऑल इंडिया फर्स्ट रैंक हासिल की। गीताली की इस ऐतिहासिक उपलब्धि के बाद लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के विभिन्न केंद्रों पर छात्रों और शिक्षकों द्वारा उत्साहपूर्वक जश्न मनाया जा रहा है। लॉ प्रेप ट्यूटोरियल के कुल 38 छात्रों ने टॉप 100 रैंक में जगह बनाकर एक अद्वितीय सफलता दर्ज की। जनरल कैटेगरी में जिनमें रोहन (तीसरी रैंक), अरहग (8वीं), मानवी (9वीं), पार्थ (11वीं), प्रथमेर्श (14वीं), सानवी (15वीं), पार्थविका (17वीं), श्रावण (20वीं), ओजस (23वीं), यशवर्धन (26वीं), नर्व्या (27वीं), रोशन (29वीं), लक्षित (43वीं), याज्विन (44वीं), समीक्षा (45वीं), छवि (47वीं) और रोहन (49वीं रैंक) शामिल हैं। इसके अलावा आरक्षित वर्गों में भी लॉ प्रेप के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन किया, जहां एसटी कैटेगरी में रुचिका ने प्रथम और रिद्धिका ने द्वितीय रैंक, एससी कैटेगरी में शिवली ने तृतीय रैंक तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में पूर्वी ने पांचवीं और करण ने छठी रैंक प्राप्त की।
प्राणी कल्याण के लिए 21 हजार रुपए का सहयोग
जयपुर | राजस्थान जन मंच ट्रस्ट की ओर से संचालित पक्षी चिकित्सालय में श्री जैन श्वेतांबर संस्था वासुपूज्य मंदिर मालवीय की सभा आयोजित हुई। सभा में अध्यक्ष शरद कांकरिया, वरिष्ठ पदाधिकारी नरेंद्र जैन, महेंद्र जैन, अशोक जैन, भूपेश सिंघवी, राजेश लसोड़ तथा प्रवीण भंडारी ने प्राणी कल्याण कार्यों के लिए 21 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी। इस अवसर पर पक्षी चिकित्सालय के संस्थापक कमल लोचन ने बताया कि पक्षी चिकित्सालय में प्रतिदिन करीब 40 घायल पक्षी इलाज के लिए आते हैं।
वार्षिक महोत्सव 10 से; पोस्टर का हुआ विमोचन
जयपुर | म्हारे घरा पधारो श्याम संस्था मानसरोवर का 10 से 12 जनवरी तक तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव अग्रवाल फार्म सेक्टर-113 श्याम पार्क में मनाया जाएगा। संस्था के अध्यक्ष रतन कट्टा ने बताया कि चिंताहरण काले हनुमान मंदिर के महंत महामंडलेश्वर मनोहर दास महाराज के सान्निध्य में संस्था के पदाधिकारियों ने पोस्टर का विमोचन किया। इस दौरान संस्था के सदस्य शंकर डीडवानिया, गजेंद्र जैन, विष्णु शर्मा, अरविंद अग्रवाल, राहुल गुप्ता, कमल जैन, रामकुमार, रजत कुमार, गोविंद शर्मा, प्रकाश गढ़वाल मौजूद रहे।
जयश्री शर्मा का राज दीदी ने किया सम्मान
जयपुर | कुबेर का खजाना आशीर्वाद सैशन का दीप स्मृति स्टेडियम टैगोर इंटरनेशनल स्कूल मानसरोवर में आयोजन हुआ। जिसमें भाजपा सोशल मीडिया विधानसभा प्रभारी जयपुर शहर जयश्री शर्मा को राज दीदी ने सम्मानित किया। वहीं, जयश्री शर्मा ने राज दीदी को माला पहनाकर, स्वामी रामसुखदास महाराज द्वारा लिखित पुस्तक श्रीमद्भागवत गीता साधक संजीवनी की प्रति भेंट की।
दैनिक भास्कर के सी. मैनेजर राजेश शर्मा को पितृ शोक
जयपुर | दैनिक भास्कर के प्रोडक्शन डिपार्टमेंट के सीनियर मैनेजर राजेश शर्मा के पिता दीनदयाल शर्मा का रविवार को निधन हो गया है। वे काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। शर्मा शिक्षा विभाग में ओएसपद से सेवानिवृत्त थे। वे अपने पीछे तीन पुत्र, पुत्रवधुएं, एक पुत्री एवं पोते-पोतियों, नाती-नातियों सहित एक भरा-पूरा परिवार छोड़कर गए हैं।
कॉर्निया की खराबी के कारण अंधकार में जी रहे लोगों के जीवन में उजाला लाने के लिए एसएमएस में अब ‘आई बैंक’ खोलने की तैयारी कर ली है। हूमन ऑर्गन ट्रांसप्लांट एक्ट (होटा) के तहत पंजीकरण, रिकाॅर्ड और निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कॉर्निया ट्रांसप्लांट किया जाएगा। अगले 3 माह में कॉर्निया रिट्राइवल से लेकर प्रोसेसिंग और संरक्षण जैसे काम एसएमएस का खुद का आई बैंक करेगा। इसके लिए चरक भवन स्थित दूसरी मंजिल पर जगह चिह्नित कर ली है। यहां तक कि लेमिनार फ्लो हुड, स्पेक्युलर, ऑपरेटिंग माइक्रोस्कोप और आधुनिक मशीन-उपकरणों की खरीद प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। साथ ही तकनीकी विशेषज्ञों की कमेटी का गठन भी किया है। नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) नई दिल्ली की गाइडलाइन में पीजी कोर्सेज संचालित करने वाले संस्थान में आई बैंक होने से न केवल नेत्रदान करने वालों बल्कि छात्रों को भी फायदा मिलेगा। अभी तक आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान ही कॉर्निया कलेक्शन से लेकर प्रोसेसिंग का काम कर रही है। 23 वर्ष में 26 हजार कॉर्निया कलेक्शन, 17 हजार लाभान्वित आई बैंक सोसायटी ऑफ राजस्थान के अध्यक्ष बी.एल. शर्मा के अनुसार 23 साल में 26 हजार कॉर्निया कलेक्शन कर चुके हैं। इससे 17 हजार लोग लाभान्वित हुए है। एसएमएस आई बैंक खोल रहा है, अच्छी बात है। लेकिन प्रशासन ने बिना किसी कारण से 80 दिन से हमारा काम बंद कर रखा है। सोसायटी ने न केवल राजस्थान में बल्कि देशभर में रिकाॅर्ड बनाया है। उपयोगिता दर भी 64 फीसदी है। एसएमएस आई बैंक खोलने का निर्णय ले चुका है। नए साल में काम करने लगेगा। हमारे पास फैकल्टी और रेजीडेंट उपलब्ध है। पीजी करने वालों को भी फायदा मिलेगा। संचालित सोसायटी से करार में संशोधन किया जाना है। -डॉ. दीपक माहेश्वरी, प्राचार्य, एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर मेडिकल कॉलेज प्राचार्य को विभाग की ओर से आई बैंक खोलने का प्रस्ताव बनाकर भेजा है, जिसमें मैनपावर, उपकरण शामिल हैं। टेंडर प्रक्रिया प्रोसेस में है। -डॉ. मृणाल जोशी, अधीक्षक, एसएमएस अस्पताल
सीएस ने किया मानसरोवर थाने कानिरीक्षण, नए कानूनों की समीक्षा की
जयपुर | मुख्य सचिव वी.श्रीनिवास ने जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के दक्षिण जिले स्थित मानसरोवर पुलिस थाने का उच्च स्तरीय निरीक्षण किया। उन्होंने थाने की कार्य प्रणाली, थाने में लागू किए गए नए कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन का विश्लेषण करते हुए अब तक की गई कार्रवाइयों की जानकारी भी अधिकारियों से ली। इस अवसर पर डीजीपी राजीव शर्मा, एडीजी क्राइम हवा सिंह घुमरिया, जयपुर पुलिस कमिश्नर सचिन मित्तल, स्पेशल कमिश्नर राहुल प्रकाश, डीसीपी साउथ ऋषि राज, एडिशनल डीसीपी ललित शर्मा व एसीपी मानसरोवर आदित्य काकड़े सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
रोड सेफ्टी के साथ स्वस्थ रहने का लाफ्टर मंत्र
सड़क सुरक्षा का संदेश लेकर रविवार सुबह हजारों धावक सड़क पर उतरे। जोश और जुनून ऐसा था कि दिसंबर की ठंड भी उनके सामने हल्की महसूस हो रही थी। कोई दोस्तों के साथ दौड़ने पहुंचा तो कोई अपने फैमिली मेंबर्स के साथ। कई धावक ऐसे भी थे, जिनका फिटनेस के प्रति उत्साह देखते ही बन रहा था, उन्होंने यह रन कुछ मिनटों में ही पूरा कर लिया। मौका था दैनिक भास्कर राजस्थान के 30वें गौरवशाली वर्ष के उत्सव के तहत रविवार को आयोजित ‘रन फॉर जयपुर’ का। भास्कर उत्सव की सीरीज में शामिल इस मैराथन को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सुबह 7 बजे अल्बर्ट हॉल से शुरू हुई यह मैराथन त्रिमूर्ति सर्किल होते हुए वापस अल्बर्ट हॉल पहुंचकर संपन्न हुई। रन में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम में कलाकारों ने शहरवासियों को रोड सेफ्टी की पालना के साथ सेहत के लिए लाफ्टर मंत्र भी दिया। सड़क जागरूक शहरवासी बड़ी संख्या में पहुंचे और पूरे उत्साह के साथ दौड़ पूरी कर फिट और हेल्दी लाइफस्टाइल का संदेश दिया। इस दौरान फिल्म ‘राहु-केतु’ की स्टार कास्ट पुलकित सम्राट, वरुण शर्मा और शालिनी पांडे, दैनिक भास्कर के नेशनल एडिटर एल.पी. पंत, दैनिक भास्कर राजस्थान, एमपी व छत्तीसगढ़ के सीओओ सुमित मोदी, जयपुर एडिटर तरुण शर्मा सहित कई लोग मौजूद रहे। राहु-केतु जरूरी नहीं हर किसी के लिए निगेटिव ही हो फिल्म ‘राहु-केतु’ की स्टार कास्ट भी रन फॉर रोड सेफ्टी के दौरान रनर्स के बीच नजर आई। अभिनेता पुलकित सम्राट (केतु), वरुण शर्मा (राहु) और अभिनेत्री शालिनी पांडे ने अपनी अपकमिंग फिल्म के गानों पर डांस कर माहौल को और उत्साहपूर्ण बना दिया। उन्होंने कहा कि राहु-केतु जरूरी नहीं कि हर किसी के लिए नेगेटिव ही हों, कई लोगों के लिए ये पॉजिटिव भी साबित होते हैं। यह पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि हम किसी स्थिति को किस नजरिए से देखते हैं। इस दौरान अभिनेता वरुण शर्मा ने जयपुर से जुड़ी अपनी निजी यादें भी साझा कीं। हंसते रहो-स्वस्थ रहो... 03 रन फॉर जयपुर | सीएम भजनलाल के साथ सीओओ सुमित मोदी, नेशनल एडिटर एलपी पंत। जयपुर पिलाटेस एंड योगा स्टूडियो की शिवानी वर्मा ने टीम के साथ किया जुंबा डांस। महिला टीम के साथ दौड़तीं पूर्व मेयर सौम्या गुर्जर। युवक को सम्मानित करती पूर्व महापौर कुसुम यादव। रेयान स्कूल के बच्चों ने भी उत्साह से दौड़ लगाई। कलाकारों ने दिखाए करतब।
झालाना में पुलिस और जनता के बीच संवाद
जयपुर | झालाना ग्राम के अम्बेडकर चौक शिव मंदिर के पास रविवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर युवा संगठन एवं झालाना कच्ची बस्ती विकास समिति के तत्वावधान में संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मालवीय नगर के सहायक पुलिस आयुक्त विनोद शर्मा और थानाधिकारी वीरेंद्र सिंह ने हिस्सा लिया। ग्रामीणों ने समस्याएं रखीं। पुलिस अधिकारियों ने सभी समस्याओं के निस्तारण के लिए जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए। इस अवसर पर संगठन के संयोजक नरसी कुमार, गंगाराम ठेकेदार, हीरालाल बैरवा, अशोक महावर, भंवर निठारा, रामपाल बैरवा, रोशन कुवाल, पिंटू बैरवा के साथ महिलाओं और युवाओं ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।
कथा में महिला के सोने का कंगन चोरी, आरोप- 4 दिन नहीं दिए फुटेज, ना ही रिपोर्ट दर्ज करवाने दी
जयपुर | शिप्रापथ क्षेत्र में भागवत कथा के दौरान 72 वर्षीय बुजुर्ग महिला के हाथ से सोने का कंगन चोरी हो गया। अब पीड़िता ने शिप्रापथ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। पीड़िता का आरोप है कि घटना के बाद सीसीटीवी मांगे, तो आयोजकों ने फुटेज देने का आश्वासन दिया, लेकिन न तो 4 दिन तक फुटेज दिए और ना ही रिपोर्ट दर्ज करवाने दी। पुलिस ने बताया कि मानसरोवर निवासी मीना रोहरा 17 दिसंबर को वीटी रोड ग्राउंड स्थित अरावली मार्ग पर भागवत कथा सुनने गई थीं। कथा का आयोजन विश्व शांति सेवा समिति, जयपुर, विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट दिल्ली और जयपुर परिवार सेवा समिति की ओर से किया गया था। पीड़िता दाहिने हाथ में सोने का कंगन पहनकर कथा सुन रही थी। इसी दौरान किसी अज्ञात व्यक्ति ने कंगन निकाल लिया। घर पहुंची तो कंगन गायब होने का पता चला। वहीं, कथा के दौरान एक अन्य महिला की सोने की चेन चोरी होने की घटना समाने आई है।
दो संस्थाओं को मिला ‘ऑक्सफोर्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ सम्मान
जयपुर | एसएमएस अस्पताल के ट्रॉमा सेन्टर स्थित स्किल लैब एवं रोटरी क्लब जयपुर सिटीजन को एक ही दिन में 1908 लोगों को बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण देने पर ‘आक्सफोर्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड’ बनाया है। शनिवार को जेएलएन मार्ग पर सुबह 8 से शाम 5 बजे तक पांच सत्रों में 15 से अधिक कॉलेजों के मेडिकल-पैरामेडिकल एवं प्रोफेशनल कोर्स कर रहे छात्र-छात्राओं को सड़क दुर्घटना के दौरान होने वाले घायलों को बचाने का प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें स्किल लैब ट्रॉमा सेन्टर के राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मानित (बीएलएस एक्सपर्ट) राजकुमार राजपाल एवं राधेलाल शर्मा के नेतृत्व में विजेन्द्र गुप्ता, राकेश जागा, सीमा सारस्वत, उर्वशी सिंह, सीनू सिंघल ने बीएलएस प्रशिक्षण दिया। जयपुर सिटीजन रोटरी क्लब ने भी विश्व रिकार्ड बनाया है।
रेलवे ने बढ़ाया किराया:लंबी दूरी की यात्रा पर 5 रुपए से 50 ज्यादा देना होगा किराया
रेलवे ने साल खत्म होने से पहले ही दूसरी बार ट्रेनों का किराया बढ़ा दिया है। हालांकि रेलवे ने जुलाई की तरह किराया महज एक से दो पैसे बढ़ाया है, लेकिन लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए यह 5 से 50 रुपए महंगा होगा। जयपुर से चलने वाली लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनों में सफर करने वाले लोगों पर भार पड़ेगा। रेलवे ने साधारण श्रेणी (अनारक्षित कोच) के यात्रियों के 215 किलोमीटर तक यात्रा पर किराये में कोई बढ़ोतरी नहीं करने का निर्णय लिया है। इससे जयपुर से चलने वाली ट्रेनों में अजमेर, किशनगढ़, फुलेरा, सीकर, दौसा, बांदीकुई, अलवर तक वर्तमान दर ही लागू रहेगी। जयपुर जंक्शन से करीब 264 ट्रेनों का संचालन होता है। रोजाना करीब 115 ट्रेनें संचालित हो रही। इनमें से 35 से 40 ट्रेनें जयपुर से ही शुरू/समाप्त होती हैं, जबकि अन्य गुजरने वाली (पासिंग/हाल्टिंग) ट्रेनें हैं। जयपुर स्टेशन पर सालाना 4.27 करोड़ सालाना यात्रीभार रहता है। रेलवे ने किराया प्रति किलोमीटर के हिसाब से बढ़ाया है। ऐसे में जब यह किराया ट्रेन के गंतव्य तक बेसिक किराए में जुड़ेगा, तब रिजर्वेशन व सुपरफास्ट चार्ज के साथ जीएसटी की गणना होगी। रेलवे के राउंड ऑफ नियम में आने पर एक से दो रुपए की बढ़ोतरी और हो जाएगी। अजमेर, अलवर, बांदीकुई, सीकर तक सफर करने पर असर नहीं रिजर्वेशन एक्सपर्ट नीरज चतुर्वेदी ने बताया कि 251 किमी दूरी तक आने वाले स्टेशनों के लिए पुरानी दर से ही किराया लगेगा। जयपुर मंडल के अलवर, बांदीकुई, दौसा, फुलेरा, किशनगढ़, नरैना, सीकर, फतेहपुर तक यात्रियों पर किराए में बढ़ोतरी का कोई असर नहीं होगा। वहीं रेलवे द्वारा उपनगरीय और मासिक सीजन के भाड़े में बढ़ोतरी नहीं होगी। मेल-एक्सप्रेस नॉन एसी और एसी क्लास में दो पैसे प्रति किलोमीटर वृद्धि की गई है। वहीं 500 किलोमीटर तक 10 रुपए अतिरिक्त देने होंगे। 215 किलोमीटर तक साधारण श्रेणी में कोई भी वृद्धि नहीं हुई है, इसके बाद 1 रुपए प्रति किमी अतिरिक्त देने होंगे। रेलवे के हिसाब से मेल-एक्सप्रेस व अन्य ट्रेनों में एसी और नॉन एसी वाली ट्रेनों में 2 रुपए प्रति किलोमीटर की किराये की बढ़ोतरी की गई है। जयपुर मंडल से जुड़ी ट्रेनों में सबसे कम बढ़ोतरी 5 रुपए और सर्वाधिक किराया 50 रुपए रामेश्वरम, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे स्टेशनों के लिए बढ़ेगा। साधारण श्रेणी में लंबी दूरी के 25 रुपए तक बढ़ेंगे।
प्रो टेनिस अंडर-10: रेयान ने क्रिस को, ऋषिका ने आराध्या को हराया
जयपुर| ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन के तत्वावधान में रविवार को प्रो टेनिस अंडर-10 के फाइनल्स मुकाबले प्रोफेशनल्स स्पोर्ट्स क्लब हुए। विक्रम जांगिड़ ने बताया कि बालक वर्ग में रेयान पटेल ने क्रिस रेनो राज को 2- 0 से और बालिका वर्ग में ऋषिका गुणावत ने आराध्या मिश्रा को 2-1 से हराया। डॉ. जुगल किशोर काबरा मुख्य अतिथि, जितेंद्र शर्मा विशिष्ट अतिथि थे। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका भरत सिंह और दिलीप भारती ने निभाई।
लगता है कि राजस्थान क्रिकेट संघ की सलेक्शन कमेटियों को विनिंग टीमों के साथ छेड़छाड़ करने में कुछ ज्यादा ही मजा आता है। या फिर इन पर दबाव ही इतना ज्यादा होता है कि जिन खिलाड़ियों को ये एक बार खराब परफॉर्मेंस के कारण टीम से बाहर कर देते हैं बाद में फिर से उन्हीं खिलाड़ियों को टीम में शामिल करना इनकी मजबूरी हो जाता है। ऐसा ही नजारा देखने को मिला है राजस्थान की अंडर-19 टीम में। अनिल सिन्हा की अध्यक्षता वाली जूनियर सलेक्शन कमेटी ने उस अंडर-19 टीम में चार खिलाड़ियों को बदल दिया है जिसने जम्मू-कश्मीर को हराकर प्री क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया है। सहारनपुर में यूपी के खिलाफ होने वाले मैच के लिए जो 20 सदस्यीय टीम चुनी गई है उसमें देवांश जायसवाल, सनिल दुल्लर, मनय कटारिया और चिराग सुखवाल की वापसी हुई है जबकि जयवर्धन सिंह गहलोत, विनोद कुमावत, ओशनिक ग्रोवर और गौरव को बाहर कर दिया गया है। गौरव-विनोद बिना खेले बाहर 20-20 खिलाड़ियों की टीम चुनी जा रही है। ऐसा लगता है कि सिर्फ सर्टिफिकेट बांटने के लिए ऐसा किया जा रहा है। यही कारण है कि कुछ खिलाड़ियों को तो बिना मौका दिए ही बाहर कर दिया जाता है और कुछ को एक-एक मैच में मौका देकर बाहर किया जा रहा है। गौरव और विनोद कुमावत को एक भी मैच नहीं खिलाया और बाहर कर दिया। इसी तरह पिछले मैच में शुभंकर त्यागी को एक ही मैच में मौका देकर बाहर कर दिया गया था। 4 क्रिकेटर्स जो टीम में वापस आए उनका पिछला प्रदर्शन चिराग सुखवाल गुजरात के खिलाफ खेले। 6 व 4 रन बनाए। 89 रन दिए, विकेट भी नहीं मिला। सनिल दुल्लर गुजरात के खिलाफ 1 मैच खेले। पहली और दूसरी पारी में 1-1 ही रन बना सके। मनय कटारिया उपकप्तान थे। विदर्भ-पॉन्डिचेरी के खिलाफ खेले। 4 पारियों में सिर्फ 45 रन बनाए। देवांश जायसवाल मुंबई के खिलाफ खेले। पहली पारी में 17, दूसरी में 2 रन बनाए। विकेट नहीं मिला।
रोहित शर्मा सहित कई स्टार क्रिकेटर खेलेंगे जयपुर में
जयपुर | पिंकसिटी में रोहित शर्मा सहित कई स्टार क्रिकेटर्स खेलने आ रहे हैं। ये सभी जयपुर में होने वाली विजय हजारे वनडे ट्रॉफी में खेलेंगे। विजय हजारे ट्रॉफी की सी ग्रुप की मेजबानी राजस्थान क्रिकेट संघ को मिली है। जानकारी के मुताबिक रोहित शर्मा सिर्फ पहले दो ही मैच खेलेंगे। रोहित के अलावा शुभमन गिल, ऋतुराज गायकवाड, शार्दुल ठाकुर और अर्शदीप सिंह जैसे इंटरनेशनल क्रिकेटर इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेने जयपुर पहुंच रहे हैं। ये टीमें लेंगी हिस्सा मुंबई, महाराष्ट्र, हिमाचल, गोवा, सिक्किम, उत्तराखंड, पंजाब और छत्तीसगढ़। पंजाब से खेलेंगे शुभमन गिल पंजाब से शुभमन गिल भी खेलते नजर आ सकते हैं। अर्शदीप सिंह और अभिषेक शर्मा टीम में हैं। महाराष्ट्र से ऋतुराज गायगवाड़ और पृथ्वी शॉ, छत्तीसगढ़ से शशांक सिंह जैसे स्टार खेलते नजर आएंगे। जूनियर तेंदुलकर आएंगे सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर भी विजय हजारे ट्रॉफी के मैच खेलने जयपुर आ रहे हैं। वे गोवा की टीम का हिस्सा हैं। विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन जयपुर में 24 दिसंबर से 8 जनवरी तक होगा। इसके अलावा मुंबई से शार्दुल ठाकुर और सरफराज खान भी खेलेंगे। मुंबई के पहले दो मैच SMS स्टेडियम में होने हैं। 5 मैदानों पर होंगे मैच : ट्रॉफी के मैच जयपुर में SMS स्टेडियम, जयपुरिया क्रिकेट ग्राउंड, केएल सैनी स्टेडियम, अनंतम ग्राउंड, सोनी स्टेडियम में होंगे। आरसीए एकेडमी पर प्रैक्टिस आज से होगी ग्रुप सी में शामिल सभी आठ टीमें सोमवार को आरसीए एकेडमी पर प्रैक्टिस करेंगी। इसके लिए तीन अलग-अलग नेट्स तैयार किए गए हैं। टीमों को प्रैक्टिस के लिए तीन अलग-अलग सत्र निर्धारित किए गए हैं। एक साथ तीन टीमें प्रैक्टिस करेंगी। टीमों में कई स्टार खिलाड़ियों की मौजूदगी को देखते हुए आरसीए ने सुरक्षा के भी पुख्ता इन्तजाम किए हैं।
फुटबॉल; मिलन के इंजरी टाइम में किए गोल से राजस्थान फाइनल राउंड में पहुंचा
मिलन पूनिया के इंजरी टाइम (95वें मिनट) में किए गए गोल से राजस्थान ने संतोष ट्रॉफी नेशनल फुटबॉल चैम्पियनशिप के फाइनल राउंड के लिए क्वालिफाई कर लिया। राजस्थान ने ग्रुप-आई के अंतिम राउंड के मैच में महाराष्ट्र को 3-0 से पराजित किया। राजस्थान और गुजरात की टीमें इस टूर्नामेंट में अपराजेय रहीं। दोनों ने 2-2 मैच जीते और 1-1 ड्रॉ खेला। लेकिन राजस्थान की टीम बेहतर गोल औसत के कारण फाइनल राउंड के लिए क्वालिफाई करने में सफल रही। राजस्थान ने लगातार दूसरी बार संतोष ट्रॉफी के फाइनल राउंड के लिए क्वालिफाई किया है। राजस्थान ने किए 3 मैच में 10 गोल, गुजरात ने 9 राजस्थान की टीम मध्यांतर तक 2-0 से आगे थी। पहले हाफ में राजस्थान के लिए आदित्य चाहर ने 25वें और मुकेश कुमार ने 34वें मिनट में गोल किया। दूसरे हाफ के निर्धारित समय तक कोई गोल नहीं हो सका। दूसरे हाफ में महाराष्ट्र की टीम डिफेंसिव खेल रही थी लेकिन इंजरी टाइम में हुए गोल ने राजस्थान के लिए क्वालिफाई करने के दरवाजे खोल दिए। टूर्नामेंट में राजस्थान ने कुल 10 गोल किए और सिर्फ एक गोल खाया जबकि गुजरात की टीम ने 9 गोल किए जबकि एक गोल खाया। इसी एक गोल के अंतर के कारण गुजरात क्वालिफाई करने में सफल नहीं हो सकी। गुजरात ने रविवार को दमन दीव को 5-0 से पराजित किया। संतोष ट्रॉफी; राजस्थान ने महाराष्ट्र को 3-0 से व गुजरात ने दमन-दीव को 5-0 से हराया प्लेयर ऑफ द मैच मोइनुद्दीन रहे। समापन समारोह में राजस्थान फुटबॉल संघ ने चारों टीम के खिलाड़ियों, टीम ऑफिशियल, मैच ऑफिशियल, मैच कमिश्नर, रेफरी एस्सेसर और सभी अतिथियों को दुपट्टा और मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। राज. फुटबॉल संघ सचिव दिलीप सिंह शेखावत भी उपस्थित थे।
विजय हजारे के लिए राजस्थान की टीम घोषित, मानव कप्तान
जयपुर | विजय हजारे ट्रॉफी के लिए राजस्थान टीम की घोषणा कर दी। मानव सुथार कप्तान और उपकप्तान अनिकेत चौधरी को बनाया। राजस्थान को अपने मैच अहमदाबाद में खेलने हैं। 16 सदस्यीय टीम में अनुभव और युवा खिलाड़ियों का मिश्रण है। टीम में 7 खिलाड़ी वे हैं जो कि आगामी आईपीएल में विभिन्न फ्रेंचाइजी के लिए खेलेंगे। कुछ ऐसे भी खिलाड़ी शामिल हैं, जिनको न तो आईपीएल में खेलने का मौका मिला और ना ही इंडिया के लिए खेलने की अब संभावना है। ऐसे खिलाड़ियों की जगह यदि सलेक्टर्स युवा खिलाड़ियों को मौका देते तो बेहतर होता । टीम : मानव सुथार (कप्तान), मानेन्द्र सिंह, राममोहन चौहान, सुमित गोदारा, महिपाल लोमरोर, दीपक हुड्डा, करण लाम्बा, मुकुल चौधरी, अजय सिंह कुकना, खलील अहमद, अनिकेत चौधरी (उपकप्तान), अशोक शर्मा, आदित्य सिंह राठौड़, समर्पित जोशी, आकाश सिंह, राहुल चाहर।
पोलो; पिता और पुत्र खेले एक-दूसरे के खिलाफ
अचीवर्स ने जयपुर टीम को रोमांचक फाइनल मुकाबले में 8-7 से हराया जयपुर| ऑप्टीमस अचीवर्स ने हनुत कप (12 गोल) पोलो टूर्नामेंट जीत लिया। अचीवर्स ने जयपुर टीम को 8-7 से हराया। अचीवर्स टीम के लिए डैनियल ओटामेंडी ने 4, मैनुअल प्राडो और शमशीर अली ने 2-2 गोल किए। जयपुर के लिए लांस वाटसन ने 5 गोल किए, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। पद्मनाभ सिंह और हूर अली ने 1-1 गोल किया। बेस्ट पोलो पोनी कैपिटोना रही, जिस पर वाटसन सवार थे। ये मैच एक तरह से और रोमांचक रहा। मैच में अचीवर्स टीम के लिए पिता शमशीर अली खेल रहे थे तो जयपुर टीम के लिए उनके पुत्र हूर अली ने शिरकत की। मैच में पिता का अनुभव काम आया और उनकी टीम जीती।
जयपुर मास्टर्स टेबल टेनिस सचित 39+ में चैम्पियन
सचित गुप्ता ने जयपुर जिला मास्टर्स टेबल टेनिस का खिताब जीत लिया। 39+ की कैटेगरी के फाइनल में सचित ने डॉ. सुपी सुथार को 3-0 से पराजित किया। विमंस कैटेगरी में डॉ. रुचि गुप्ता ने अनिता मोदी को 3-0 से हरा कर खिताब जीता। 49+ री में हरीश माथुर, 29+ में मनमोहन बढ़ाया, 69+ एस एस वर्मा चैम्पियन बने। राजस्थान पैटर्न टेबल टेनिस कमेटी ने राष्ट्रीय स्तर पर पदक लाने वाले प्रतियोगियों को भी सम्मानित किया। इनमें पैरा नेशनल क सिल्वर मेडलिस्ट शरण्या गोयल, नेशनल रैंकिंग कांस्य जीतने वाले आरव साहनी और आरव आचार्य को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर वेटरन कमेटी के अध्यक्ष अजय ओझा व पूर्व जयपुर जिला टेबल टेनिस के अध्यक्ष ललित सिंह भी मौजूद रहे।
साइबर ठगी गिरोह का भंडाफोड़; 2 गिरफ्तार, 19 खातों से जुड़े ऑनलाइन फ्रॉड का खुलासा
जयपुर | लगातार बढ़ रही साइबर ठगी और वित्तीय धोखाधड़ी पर अंकुश लगाने के लिए जयपुर पूर्व पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। विशेष अभियान के तहत जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस उपायुक्त (जयपुर पूर्व) संजीव नैन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी अनिल श्योराण (23) और अनुराग सिंह (22) हैं, जो जगतपुरा क्षेत्र में किराए से रह रहे थे। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त आलोक सिंघल और सहायक पुलिस आयुक्त मालवीय नगर विनोद शर्मा के सुपरविजन में थानाधिकारी आशुतोष सिंह के नेतृत्व में गठित टीम को 10 दिसंबर 2025 को सूचना मिली कि डब्ल्यूटीपी के पीछे कोर्डन वे होटल क्षेत्र में दो युवक संदिग्ध हालत में खड़े हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को डिटेन कर तलाशी ली, जिसमें पासबुक, 6 चेकबुक, 4 एटीएम कार्ड, सिम कार्ड और दो मोबाइल बरामद हुए। जांच में सामने आया कि आरोपियों से जुड़े 19 बैंक खातों पर 1930 साइबर पोर्टल पर ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतें दर्ज हैं। जांच के दौरान मुरादाबाद से खाताधारक शुभम गुप्ता को दस्तयाब किया । दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
शिव मंदिर परिसर में 27 से देवी भागवत कथा होगी
सुहेला| स्थानीय धावलिया प्लाट स्थित शिव मंदिर प्रांगण में 20 दिसंबर से 27 दिसंबर तक श्रीमद् देवी भागवत कथा एवं 11 लाख पार्थिव शिवलिंग पूजन का आयोजन किया जा रहा है। कथा व्यास पंडित ललित कुमार शर्मा होंगे और कथा का प्रारंभ प्रतिदिन दोपहर 1:00 बजे से होगा। उक्त जानकारी दीनू वर्मा ने दी है
हतबंध-बैकुंठ चौथी रेल लाइन के लिए 274 करोड़ रुपए स्वीकृत
भाटापारा | दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में हतबंध एवं बैकुंठ स्टेशनों के मध्य 17.24 किलोमीटर लंबी चौथी रेल लाइन बिछाने के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड की मंजूरी प्राप्त हो गई है। रायपुर रेल मंडल से दी गई जानकारी के अनुसार इस परियोजना की अनुमानित लागत लगभग 274 करोड़ है, यह रेलखंड बिलासपुर, रायपुर, नागपुर मुख्य मार्ग का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो मुंबई हावड़ा उच्च घनत्व हाई डेंसिटी नेटवर्क मार्ग के अंतर्गत आता है। लाइन पर दबाव ज्यादा है।
26 दिसंबर से फिर कई ट्रेनें रद्द रहेंगी, कुछ बीच से ही लौट जाएंगी
भाटापारा| डोंगरगढ़ में रेल परिचालन क्षमता में वृद्धि के लिए 23 दिसंबर से 26 दिसंबर तक एवं नॉन इंटरलॉकिंग 27 दिसंबर को कार्य किया जाएगा। ट्रेन संख्या 68861 गोंदिया झारसुगुड़ा मेमू, गोंदिया से आगामी 26 दिसंबर को रद्द रहेगी। ट्रेन क्रमांक 68862 झारसुगुड़ा गोंदिया मेमू, झारसुगुड़ा से आगामी 27 दिसंबर को रद्द रहेगी। आगामी 27 दिसंबर को ट्रेन संख्या 68706 डोंगरगढ़ बिलासपुर मेमू पैसेंजर को दुर्ग से आंशिक रूप से प्रारंभ किया जाएगा तथा यह ट्रेन डोंगरगढ़ दुर्ग के मध्य रद्द रहेगी।
देश के 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में ऑनलाइन खरीदारी के मामले में राजस्थान अभी तक 34वें नंबर पर है। प्रदेश 14.3 फीसदी यानी हर छठा परिवार ही ऑनलाइन शॉपिंग कर रहा, जबकि देश में 24.5 फीसदी यानी हर चौथा परिवार ऑनलाइन कुछ ना कुछ मंगवाता है। चंडीगढ़ के 68.7 परिवार ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं। इस लिहाज चंडीगढ़ टाॅप पर और लद्दाख आखिरी स्थान पर है। राजस्थान ग्रामीण परिवार ऑनलाइन खरीद के लिहाज से देश में आखिरी, जबकि शहरी 30वें नंबर आते हैं। प्रदेश में ऑनलाइन खरीदारी करने वालों में से 58.4% गारमेंट, जूते और मोबाइल जैसी गैर खाद्य वस्तुएं मंगवा रहे, जबकि 5.5% खाद्य सामग्री और 36.2% ने फूड व नॉन फूड दोनों तरह के आयटमों की ऑनलाइन खरीदारी की। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के द्वारा इस साल किए गए 30 दिन में ऑनलाइन शॉपिंग के नेशनल सैंपल सर्वे के मुताबिक, राजस्थान के शहरी परिवार छत्तीसगढ़, गुजरात, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश, लद्दाख और लक्ष्यद्वीप से ही आगे हैं। दूसरी तरफ, ग्रामीण परिवारों द्वारा ऑनलाइन खरीदारी में महाराष्ट्र 16.3 फीसदी के साथ टाॅप और शहरी परिवारों द्वारा खरीदारी में चंडीगढ़ अव्वल है। राजस्थान के ग्रामीण परिवारों ने क्या खरीदा 85.1% ने इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, घर का सामान जैसे गैर खाद्य वस्तुएं। 12.8% ने खाद्य और गैर-खाद्य दोनों वस्तुएं ऑर्डर कीं। 2.1% ने केवल फूड आइटम्स। राजस्थान के शहरी परिवारों की खरीदारी का पैटर्न49.8% ने गैर-खाद्य वस्तुएं ही।43.7% ने दोनों तरह के उत्पाद ऑनलाइन मंगवाए।6.5% ने फूड आइटम ऑर्डर ही किए। ऑर्डर का पैटर्न राजस्थान में व्यापारी और ग्राहक के बीच भी पीढ़ियों का रिश्ता है। इसलिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म यहां ज्यादा सफल नहीं हो रहे। शहरी क्षेत्रों में केवल युवा वर्ग लाइफस्टाइल प्रोडक्ट के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे। बाकी उपभोक्ता उत्पाद देखकर परखने के बाद मोलभाव कर खरीदारी करना पसंद करते हैं। प्रदेश में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अभी तक विश्वसनीयता नहीं बना पाए। ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में तो ऑनलाइन शॉपिंग बेहद कम है। शहरों में नौकरीपेशा व कामगार सभी किराने वाले का महीने दो महीने में वेतन आने पर भुगतान कर देते हैं, लेकिन ऑनलाइन में यह सुविधा उपलब्ध नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों में धोखाधड़ी के डर की वजह से ऑनलाइन खरीदारी में पीछे है।
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से 26 और 27 दिसंबर को दो भर्ती परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। संविदा आयुष अधिकारी भर्ती परीक्षा का आयोजन 26 दिसंबर को होगा। यह परीक्षा केवल जयपुर में होगी। इसमें 1535 पद है। इस परीक्षा में करीब 8 हजार अभ्यर्थी शामिल होंगे। इस परीक्षा में एक पद के लिए महज 5 अभ्यर्थियों के बीच मुकाबला रहेगा। अगले दिन 27 दिसंबर को जमादार ग्रेड सेकंड भर्ती परीक्षा का आयोजन होगा। यह परीक्षा 7 जिलों में होगी। इन जिलों में जयपुर, बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, अजमेर, कोटा और भरतपुर शामिल हैं। इसमें 72 पद है। इन पदों के लिए 86 हजार अभ्यर्थी भाग्य आजमाएंगे। इस परीक्षा में चयन के लिए कड़ा मुकाबला रहेगा। यहां एक पद के लिए 1194 अभ्यर्थी मैदान में रहेंगे। परीक्षा सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक होगी। इस परीक्षा के ई प्रवेश पत्र सोमवार से डाउनलोड किए जा सकेंगे। बोर्ड का कहना है कि अभ्यर्थी परीक्षा के तय समय से दो घंटे पहले केंद्र पर पहुंच जाए। परीक्षा के तय समय से एक घंटा पहले केंद्र में प्रवेश बंद कर दिया जाएगा। यानी दोनों परीक्षाओं के लिए सुबह 10 बजे बाद एंट्री नहीं होगी। बोर्ड अध्यक्ष आलोक राज का कहना है कि परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। अभ्यर्थी परीक्षा देने आने से पहले परीक्षा के लिए जारी दिशा निर्देशों को एक बार अवश्य पढ़ ले। ताकि परीक्षा के दौरान उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो।
मौसम विभाग:रात का पारा 2 डिग्री चढ़ा, बादलों के साथ रहेगा कोहरा
राजधानी जयपुर में रविवार को मौसम सामान्य रहा। दिन में तेज धूप खिली रही। इसके बावजूद दिन का तापमान लुढ़क गया। वहीं रात के तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई। यहां अधिकतम तापमान 2.5 की गिरावट के साथ 26.1 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। जबकि न्यूनतम तापमान 2.0 के उछाल के साथ 12.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। दिन व रात का तापमान सामान्य से करीब 2.0 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किए गए। मौसम विभाग के अनुसार अब सोमवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। कोहरा छाए रहने की भी संभावना है। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में अधिक बदलाव के आसार नहीं है।
36 गेंदों पर 103 रन बनाकर लक्की प्लेयर ऑफ द मैच
भास्कर न्यूज | छुरा सीपीएल 2.0 क्रिकेट टूर्नामेंट के दूसरे दिन मैदान पर रोमांच अपने चरम पर रहा। दर्शकों को एक के बाद एक चार बेहद दिलचस्प मुकाबले देखने को मिले, जिसमें खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर टूर्नामेंट का आकर्षण और बढ़ा दिया। दिन का पहला मुकाबला छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल और गेम चेंजर के बीच खेला गया। छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में 146 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया। टीम की ओर से सानू नागेश ने 24 गेंदों में 7 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 55 रन की शानदार पारी खेली। लक्ष्य का पीछा करते हुए गेम चेंजर की टीम 120 रन ही बना सकी और मुकाबला हार गई। दूसरे मुकाबले में बिग बैशर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 82 रन बनाए। जवाब में प्रकाश वॉरियर्स की पूरी टीम मात्र 62 रन पर ढेर हो गई, जिससे बिग बैशर ने आसान जीत दर्ज की। तीसरा और दिन का सबसे रोमांचक मुकाबला छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल और गादीकोट बुल्स के बीच खेला गया। छत्तीसगढ़ हॉस्पिटल ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में शानदार 154 रन बनाए। इस मुकाबले में लक्की वर्मा ने विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 36 गेंदों में 8 चौकों और 11 छक्कों की मदद से 103 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए गादीकोट बुल्स की टीम दबाव में आ गई और 10 ओवर में 9 विकेट खोकर मात्र 65 रन ही बना सकी। लक्की वर्मा को उनके शानदार शतक के लिए प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया। चौथा और दिन का अंतिम मुकाबला रॉयल चैलेंजर्स बिरनीबाहरा और डी डेयर डेविल्स के बीच खेला गया। रॉयल चैलेंजर्स बिरनीबाहरा ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 ओवर में 104 रन बनाए। जवाब में डी डेयरडेविल्स की टीम 99 रन ही बना सकी और यह मुकाबला बेहद रोमांचक अंदाज में रॉयल चैलेंजर्स बिरनीबाहरा ने जीत लिया। दूसरे दिन के मुकाबलों ने साफ कर दिया कि सीपीएल 2.0 में आने वाले दिनों में दर्शकों को और भी रोमांचक व कांटे के मुकाबले देखने को मिलेंगे।
घर के सामने से बाइक चोरी, नाबालिग गिरफ्तार
तिल्दा-नेवरा| नाबालिग के कब्जे से चोरी की मोटर साइकिल बरामद कर तिल्दा-नेवरा पुलिस ने कार्रवाई की। ये एण्टी क्राइम एण्ड साइबर यूनिट तथा थाना तिल्दा नेवरा की संयुक्त कार्रवाई है। थाना तिल्दा नेवरा में दर्ज अपराध में धारा 303(2) बीएनएस के तहत कार्रवाई कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया। प्रार्थी मोती लाल प्रजापति निवासी ग्राम लखना थाना तिल्दा नेवरा में रिपोर्ट दर्ज कराया थी। 29 अगस्त की रातप्रार्थी अपनी मोटर साइकिल हीरो होण्डा एचएफ डीलक्स क्रमांक सीजी 04 डी क्यू 7533 को अपने घर के सामने खडी किया था। सुबह देखा तो उसकी मोटर साइकिल नहीं थी। संयुक्त टीम को आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। नाबालिग को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से चोरी की मोटर साइकिल जब्त की गई।
सरारीडीह में बच्चों को पिलाई पोलियो की दवा, इसका महत्व समझाया गया
भास्कर न्यूज | तिल्दा-नेवरा ग्राम पंचायत सरारीडीह में प्लस पोलियो कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सरपंच नरसिंह वर्मा, उपसरपंच चंद्र प्रकाश साहू, मितानिन शुभौतिन वर्मा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अमृत रात्रे, सीला निर्मलकर, कामता वर्मा, पुकेश्वर साहू, कमलेश साहू सहित स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पोलियो रोग के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करना और बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए दवा व टीकाकरण के महत्व को व्यापक स्तर पर समझाना था। पूरे आयोजन में उत्साह और जागरूकता का वातावरण था, जिसमें सभी उपस्थित लोग मिलकर इस महत्वपूर्ण स्वास्थ्य अभियान का महत्व बताया।
गन्ने की खेती में नया प्रयोग, आई वर्ड पद्धति से बीज तैयार किए, इससे 80% बीज कम लगे
कबीरधाम जिले के ग्राम दुल्लापुर-रानीसागर के किसान भुपेन्द्र डहरिया ने खेती में आधुनिक विज्ञान और तकनीक का सही उपयोग करते हुए इसे केवल आजीविका का साधन नहीं, बल्कि लाभकारी व्यवसाय बना लिया। एमएससी हॉर्टिकल्चर की पढ़ाई कर चुके भुपेन्द्र ने परंपरागत खेती से आगे बढ़ते हुए आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाया। गन्ना की खेती में भुपेन्द्र ने बीज उत्पादन की एक नई और प्रभावी तकनीक अपनाई है। उन्होंने आई वर्ड यानी गन्ने की गठान काटकर स्वयं बीज तैयार किए। इस तकनीक से उन्हें लगभग 80 प्रतिशत तक बीज की बचत हुई। दरअसल, गन्ना के गठान के हिस्सा आंख की तरह नजर आता है। इसलिए इसे आई वर्ड कहा जाता है। आधुनिक तकनीक में किसान सिर्फ गठान के इसी हिस्से को काटकर उसका बीज के रूप में इस्तेमाल करते हैं। बाकी का हिस्सा बेचकर अतिरिक्त आय ली जा सकती है। युवा किसान भुपेन्द्र के पास 8 एकड़ पैतृक जमीन है, जबकि 20 एकड़ भूमि उन्होंने लीज पर लेकर खेती की। उन्होंने वर्ष 2017 में खेती की शुरुआत की थी। वर्तमान में वे 3 एकड़ में केला, 3 एकड़ में गन्ना और शेष भूमि में धान की खेती कर रहे हैं। जहां पहले प्रति एकड़ गन्ना बीज पर करीब 15 हजार रुपए खर्च होते थे, वहीं अब यह खर्च घटकर मात्र 4000 रुपए प्रति एकड़ रह गया है। एक गन्ना पौधे से लगभग 20 बीज तैयार किए जा सकते हैं, जो करीब 8 महीने में पूरी तरह तैयार हो जाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने गन्ना की लाइन विधि और गैप पद्धति से बुवाई कर पैदावार में वृद्धि की। इससे 500-600 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन ले रहे हैं। आधुनिक तकनीक के कारण उन्हें गन्ना की खेती से प्रति एकड़ औसतन दो लाख रुपए तक की कमाई हो रही है। मिट्टी और पानी की बचत के लिए उन्होंने ड्रिप इरिगेशन और फसल अवशेष मल्चिंग तकनीक को भी अपनाया, जिससे फसल की गुणवत्ता बेहतर हुई और रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि हुई। केले की खेती में भी उन्होंने नवाचार किया। जैविक खाद के प्रयोग से लागत कम हुई और उत्पादन में सुधार आया। उन्होंने बताया कि गन्ना के साथ सब्जियों और गेहूं, मटर-मक्का की अंतर बुवाई कर मिश्रित खेती को बढ़ावा दिया। इससे उनकी आय के स्रोत बढ़े और खेती से जुड़ा जोखिम भी कम हुआ। भूमि की उर्वरता बनाए रखने के लिए भुपेन्द्र डहरिया जैविक खाद और नीम आधारित कीटनाशकों का उपयोग करते हैं। साथ ही वे फसल चक्र अपनाकर मिट्टी की सेहत को सुरक्षित रख रहे हैं। उनकी सफलता से क्षेत्र के अन्य किसान भी प्रेरित हो रहे हैं। कबीरधाम जिले के पोंड़ी, बोड़ला, लोहारा, मुंगेली, बेमेतरा सहित कई गांवों के किसान उनके खेतों का निरीक्षण कर आधुनिक तकनीकों को अपनी खेती में अपना रहे हैं। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि यदि गन्ना बीज उत्पादन की यह तकनीक और लाइन विधि से बुवाई को व्यापक रूप से अपनाया जाए, तो राज्य में उत्पादन बढ़ने के साथ किसानों की आय में भी सुधार हो सकती है। भुपेन्द्र का कहना है कि खेती अब केवल परंपरा नहीं रही, बल्कि विज्ञान और तकनीक के माध्यम से इसे अधिक लाभकारी बनाया जा सकता है।
ओवरब्रिज के नीचे गैरेज और झुग्गी, दोनों नहीं हटे इसलिए महीनेभर बाद भी आबाद नहीं हो पाई चौपाटी
साइंस कॉलेज के पास से हटाई गई चौपाटी महीनेभर बाद भी आबाद नहीं हो पाई। ओवरब्रिज के नीचे दुकानें तो शिफ्ट कर दी गई। स्मार्ट सिटी ने बिजली और पानी जैसी सुविधाएं भी मुहैया करा दी, लेकिन अब तक यहां से गैरेज और झुग्गी झोपड़ी को शिफ्ट नहीं किया गया है। यही कारण है कि व्यापारी अपना कारोबार शुरू नहीं कर पा रहे हैं। व्यापारी जब भी निगम के अधिकारियों से मिलने जाते हैं तो उन्हें कह दिया जाता है कि हमने चौपाटी एजेंसी को दी है, इसलिए हम आपसे बात नहीं कर सकते। ऐसे में चौपाटी में दुकान लगाने वाले 60 व्यापारी पिछले एक महीने से परेशान हैं।दरअसल, 22 नवंबर की सुबह साइंस कॉलेज के सामने से चौपाटी को आमानाका ओवरब्रिज के नीचे शिफ्ट कर दिया गया था। निगम ने चौपाटी शिफ्ट करने के साथ ही दावा किया था कि सप्ताहभर के भीतर जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी ओर चौपाटी शुरू कर ली जाएगी। लेकिन एक महीने बाद भी चौपाटी शुरू नहीं हो पाई है। आज तक 60 दुकानदार अपने व्यापार और भविष्य को लेकर चिंतित हैं। बिजली, पानी तो दिया, लेकिन सड़क और शौचालय नहींनिगम ने चौपाटी शुरू करने के लिए बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं तो दे दी है, लेकिन यहां सड़क और शौचालय की व्यवस्था नहीं है। आमानाका ब्रिज के पास से पीडब्लूडी द्वारा बनाई जा रही सड़क भी पूरी नहीं बन पाई है। इसके चलते यहां से गुजरने वाले वाहनों से दिनभर धूल उड़ती है। इसी तरह चौपाटी के पास बने शौचालय की हालत बहुत जर्जर है। गंदगी के साथ ही यहां नल सहित अन्य सामाग्री टूट चुकी है। समझौते में झुग्गी व गैरेज हटाने की बात बता दें कि चौपाटी संचालन के लिए गुरू हरकिशन होटल एंड रिसॉर्ट प्राइवेट लिमिटेड के साथ स्मार्ट सिटी का अनुबंध हुआ था। शुरुआत से ही इसे हटाने को लेकर राजनीतिक खींचतान जारी रहा। अनुबंध निरस्तीकरण का मामला हाईकोर्ट भी पहुंचा, जहां स्मार्ट सिटी और एजेंसी के बीच शिफ्टिंग के लिए अनुबंध हुआ। इसमें सभी सुविधाओं के साथ शिफ्टिंग का खर्च स्मार्ट सिटी को करना था। कहा यह भी जा रहा है कि समझौते के दौरान आमानाका ब्रिज के नीचे अवैध रूप से संचालित गैरेज और झुग्गियों को भी हटाया जाएगा। इसी के चलते एजेंसी यहां चौपाटी शुरू नहीं करा रहा है। जबकि स्मार्ट सिटी का कहना है कि हमने पानी, बिजली, स्ट्रीट लाइट देकर सफाई करवा दी है। अब सब मीटर देकर एजेंसी अपने किराएदारों को दुकान आवंटित करेगा। जरूरी सुविधाएं दे दी गई^ हमने जरूरी सुविधाएं उपलब्ध करा दी है। शौचालय भी ठीक करा देंगे, लेकिन बाकी का काम एजेंसी को करना है। क्योंकि हमारा अनुबंध एजेंसी से है न कि दुकानदारों से। - विश्वदीप, निगम आयुक्त
शहर के व्यस्त सरस्वती नगर रेलवे फाटक को जल्द बंद किया जाएगा। ऐसे में यात्रियों को आमानाका अंडरब्रिज के जरिए आना-जाना करना होगा। रेलवे ने इसके लिए करीब पौने दो करोड़ रुपए की लागत से 610 मीटर लंबी कांक्रीट सड़क बन गई है, जिसे जनवरी अंत तक लोगों के लिए खोला जाएगा। मुंबई-हावड़ा रेल मार्ग पर स्थित करीब 100 बार बंद होने वाली सरस्वती रेलवे क्रॉसिंग को पूरी तरह बंद कर यातायात को आमानाका गेट की ओर मोड़ा जाएगा। वर्तमान में यहां 6 मीटर चौड़ी सड़क है। रेलवे द्वारा बनाई गई नई कांक्रीट सड़क भी 6 मीटर चौड़ी है, लेकिन दोनों सड़कों के बीच बिजली विभाग के 17 खंभे बाधा बन रहे हैं। इन खंभों को शिफ्ट करने के लिए रेलवे बिजली विभाग को 25 लाख का भुगतान कर चुका है। क्रॉसिंग बंद, इसलिए नई सड़कयात्री की सहूलियत को देखते हुए रेलवे क्रॉसिग को बंद करना है। इसलिए नई सड़क का निर्माण किया गया है। इसे जल्द शुरू करेंगे। -दयानंद, डीआरएम, रायपुर रेल मंडल रोज क्रॉसिंग में फंसते हैं लोगफाटक बंद होने के कारण यहां सुबह 10 से 12 बजे और शाम 5 से 9 बजे तक दोनों ओर करीब एक किलोमीटर लंबा जाम लग जाता है। इस दौरान जाम में स्कूली बसें फंस जाती हैं और बच्चे समय पर स्कूल नहीं पहुंच पाते। वहीं कार्यालय जाने वाले लोगों को भी देरी का सामना करना पड़ता है। स्थानीय लोगों के मुताबिक सुबह 9 बजे से रात 10 बजे तक इस मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहती है।
साइबर फ्रॉड:लोगों से फर्जी तरीके से कराया डबल थंब, 410 सिम कार्ड ठगों को बेचे, मप्र का युवक गिरफ्तार
रायपुर और आसपास के इलाकों से 410 से ज्यादा लोगों के नाम पर फर्जी तरीके से सिम कार्ड जारी कर साइबर फ्रॉड करने वाले गिरोह को बेचने वाले युवक को पुलिस ने गोवा से गिरफ्तार किया है। आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि मूलत: मध्यप्रदेश मैहर निवासी रामकृष्ण कुशवाहा (32) प्राइवेट नौकरी करता था। वह चार साल पहले रायपुर आया और गुढि़यारी इलाके में किराए पर रहने लगा। यहां उसने एक युवती से प्रेम विवाह किया। उसी के नाम से उसने सिम कार्ड बेचने की एजेंसी ली। रामकृष्ण ने गुढि़यारी इलाके में दुकान खोली और तीन टेलीकॉम कंपनियों का सिम बेचने लगा। दुकान में आने वाले ग्राहकों के दस्तावेजों के आधार पर रामकृष्ण बायोमैट्रिक मशीन में दो बार थंब लगवाता। इस तरह वह दो सिम कार्ड जारी करता था। एक सिम ग्राहक को दे देता था और दूसरा अपने पास रख लेता था। इस तरीके से उसने 410 से ज्यादा लोगों के नाम पर सिम कार्ड जारी किए। बाद में वह इन सिम कार्डों को लेकर गोवा गया और वहां ठगों को बेच दिया। इन सिम कार्डों को म्यूल अकाउंट से लिंक कर नेट बैंकिंग के जरिए पैसों का लेन-देन किया गया। इन्हीं नंबरों से लोगों को कॉल कर ठगी की गई। इस आरोपी की वजह से रायपुर में 18.52 लाख रुपए की ठगी हुई है।इसके साथ ही म्यूल अकाउंट खुलवाने वाले रायपुर के 25 और मध्य प्रदेश के 2 ठगों को भी गिरफ्तार किया गया है। इस तरह साइबर रेंज पुलिस ने कुल 28 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गार्ड और सब्जी ठेले वालों के नाम पर खुलवाए खाते रायपुर और आसपास के इलाकों में फर्जी तरीके से बैंक खाते खुलवाकर ठगी करने वाले रायपुर के 25 लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। इनमें बैंक के एजेंट भी शामिल हैं। आरोपियों ने 10 हजार रुपए का लालच देकर सुरक्षा गार्ड, सब्जी ठेले वालों और दिहाड़ी मजदूरों के नाम पर खाते खुलवाए। उनके पासबुक, एटीएम और क्रेडिट कार्ड अपने पास रख लिए और उन्हें ठगों को बेच दिया। इसी तरह मध्य प्रदेश के दो लोगों ने भी ठगी की। सिम कार्ड की व्यवस्था करने वाले भी पकड़े गएपुलिस ने मध्यप्रदेश के मैहर निवासी रामकृष्ण कुशवाहा को गिरफ्तार किया है, जो गोवा में रहकर ठगों के लिए सिम कार्ड की व्यवस्था करता था। छिंदवाड़ा का कंवलजीत सिंह और उज्ज्वल जायसवाल भी सिम और खातों की व्यवस्था करने में शामिल थे। म्यूल अकाउंट खुलवाने वाले ये सभी गिरफ्तार गिरफ्तार आरोपियों में शुभम साहू, पुलकित कुकरेजा, रोहित पीरमानी, प्रवीण सोनी, अब्दुल हिदायत खान, शुभम नागवानी, दइतारी दीप, पोषण ओझा, संभव यादव, मनीष सेन, योगेश यादव, मनीष मेश्राम, अजय कुमार, प्रकाश सिंह, धर्मेंद्र देशमुख, मनोज वर्मा, कृष्णा निषाद, प्रतिक श्रीवास, रूपेश सिन्हा, पवन सदानी, गोपी वर्मा, नारायण कोसरिया उर्फ गोलू, मनीष बुलानी, क्रिस्टोफर लॉरेंस और रवि वाधवानी सभी आरोपी रायपुर के हैं। आरोपियों ने परिचितों के नाम पर फर्जी खाते खुलवाकर ठगों को बेच दिया। 60 करोड़ की ठगी, 35 करोड़ होल्ड, 400 अरेस्टपिछले एक साल में पुलिस ने फर्जी तरीके से खाते खुलवाने, सिम कार्ड जारी करने और ठगी करने वाले 400 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके 3000 से ज्यादा खातों को होल्ड किया गया है। इन खातों के जरिए 60 करोड़ रुपए की ठगी की गई, जिसमें से 35 करोड़ रुपए होल्ड कराए गए हैं। 5 करोड़ रुपए पीड़ितों को वापस किए जा चुके हैं, जबकि 7 करोड़ रुपए की वापसी के लिए कोर्ट से आदेश प्राप्त हुआ है।
हत्या से खुला चोरी का राज...:कैटरिंग के बहाने करते थे रेकी, 11 जगहों पर 80 लाख रु. की चोरी
राजधानी के अमलीडीह इलाके में झाड़ियों के पीछे मिले 16 साल की नाबालिग के शव की गुत्थी सुलझ गई है। पड़ताल में पुलिस ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में छापा मारकर तेलीबांधा के हिस्ट्रीशीटर को गिरफ्तार किया है। लेकिन पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो नया अपराध सामने आया। आरोपियों का एक गैंग है, जिसमें शामिल सभी सदस्य कैटरिंग का काम करते हैं। इसी की आड़ में वे सूने मकानों की नया करते थे। आईजी अमरेश मिश्रा ने बताया कि तेलीबांधा सुभाष नगर निवासी हरीश पटेल और रोहित कुमार दोनों शातिर चोर हैं,जिन पर 12 मामले दर्ज हैं। दोनों कैटरिंग का काम करते हैं और उनके साथ अन्य लोग भी जुड़े हुए हैं। इनके गैंग ने 10 माह में डीडी नगर थाना क्षेत्र में 5, विधानसभा में 5 और मुजगहन में 1 चोरी की घटना को अंजाम दिया है। इन वारदात में 80 लाख रुपए से ज्यादा की चोरी की गई है। चोरी के जेवर जमीन में दबाकर रखते थे और उन्हें धीरे-धीरे बेच दिया जाता था। वे चोरी के मामलों में फरार चल रहे थे। पुलिस ने तीनों आरोपियों से 54.8 लाख रुपए का 40 तोला सोना, 6 लाख रुपए की 3 किलो चांदी और नकदी जब्त की है। ऊषा के घर की खुदाई कर जेवर बरामद किए गए हैं। कुछ सराफा कारोबारियों से भी जेवर जब्त किए गए हैं। इस मामले में रोहित फरार है। जहां कैटरिंग का काम मिलता, वहां करते थे चोरीआरोपी जहां-जहां कैटरिंग के लिए जाते थे, वहां सूने मकानों की रेकी करते थे। काम पूरा होने के अगले दिन आधी रात को वहां पहुंचकर चोरी की घटना को अंजाम देते थे। आरोपियों ने चोरी के जेवर भिलाई चरौदा निवासी ऊषा राठौर को दिए थे। ऊषा ने अपने घर के आंगन में जमीन खोदकर जेवर दबा दिए थे। वह इन जेवरों को अरविंद नेता के माध्यम से बेचती थी। अरविंद डोंगरगढ़ का रहने वाला है और अपने समाज का नेता भी है। उसके कई सराफा कारोबारियों से संपर्क थे। वह सोने-चांदी के जेवर बेचकर पैसे हरीश और रोहित को देता था, जिससे दोनों का खर्च चलता था।दुष्कर्म का प्रयास, हत्यापुलिस का दावा है कि काशीराम नगर की नाबालिग के हरीश से प्रेम संबंध थे। नाबालिग 19 नवंबर को कैटरिंग के लिए जाने का बहाना बनाकर घर से निकली। वह दुर्ग पहुंची, जहां भिलाई में हरीश से मिली। फिर उसके साथ होटल गई, जहां रोहित और दो अन्य लड़कियां थीं। वहां दो कमरे लिए गए और शराब पार्टी हुई। इसी दौरान हरीश ने दुष्कर्म किया। उसके बाद रोहित ने नाबालिग से दुष्कर्म का प्रयास किया। विरोध करने पर रोहित ने उसका गला दबा दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। दोनों शव लाकर रायपुर में अमलीडीह के खाली प्लॉट में फेंक गए।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत पढ़ाई से बीए, बीकॉम और बीएससी के विद्यार्थी अब तीसरे या पांचवे सेमेस्टर में अपना कॉलेज बदल सकते हैं। साथ ही चाहें तो स्वाध्यायी से नियमित और नियमित से स्वाध्यायी छात्र के रूप में भी आगे के सेमेस्टर की पढ़ाई कर सकते हैं। ये आदेश केंद्रीय को छोड़ प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में लागू होगा। दरअसल, पिछले दिनों हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध शासकीय और निजी महाविद्यालयों में तीसरे सेमेस्टर में पढ़ने वाले कई विद्यार्थियों ने तीसरे सेमेस्टर की परीक्षा का फॉर्म जमा किया था। कई छात्र-छात्राओं ने अपना कॉलेज और जिला दोनों बदल लिया था। वहीं कई विद्यार्थियों ने अपने प्रवेश का क्रम नियमित से स्वाध्यायी और स्वाध्यायी से नियमित कर दिया था। इसकी वजह से विश्वविद्यालय को काफी परेशानी हो रही थी। वहीं आए दिन परीक्षा और गोपनीय विभाग में विद्यार्थियों की कतारें लगी रहती थी। इसे देखते हुए विवि ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत कॉलेज और प्रवेश क्रम परिवर्तन के संबंध में उच्च शिक्षा विभाग से मार्गदर्शन मांगा था। शिक्षा सत्र 2024-25 में हेमचंद विवि से संबद्ध शासकीय-निजी महाविद्यालयों के करीब 12 हजार छात्र-छात्राओं ने प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा स्वाध्यायी छात्र के रूप में दी थी। पास होने के बाद छात्र-छात्राओं ने शिक्षा सत्र 2025-26 में तीसरे सेमेस्टर में नियमित या स्वाध्यायी छात्र क के रूप में कॉलेजों में प्रवेश लिया है। लेकिन दस्तावेजों में नियमित को स्वाध्यायी और स्वाध्यायी को नियमित बताया जा रहा है। कुछ ने जहां पहले और दूसरे सेमेस्टर की परीक्षा दी है, उसके स्थान पर दूसरे जिले और दूसरे कॉलेजों में प्रवेश लिया है। उनके वैकल्पिक कोर्स और अतिरिक्त कॅरिकुलम के विषय भी अलग-अलग हैं। पुराने और नए कॉलेजों में संचालित वीसीए और एक्सट्रा कॅरिकुलम सब्जेक्ट मैच नहीं हो रहे हैं। इससे विश्वविद्यालय की भी परेशानी बढ़ गई थी। उनके नतीजे बनाने और क्रेडिट नंबर तय करने में भी दिक्कतें हो रही थी। कॉलेज बदलने के लिए तीसरे सेमेस्टर में 40 और पांचवें में 80 क्रेडिट अंक जरूरी - नियमित विद्यार्थी तीसरे या पांचवे सेमेस्टर में विश्वविद्यालय से संबद्ध किसी भी महाविद्यालय में प्रवेश ले सकेंगे, बशर्ते पिछले सेमेस्टर के सभी विषयों में पास होना अनिवार्य होगा। यानी तीसरे सेमेस्टर में कॉलेज बदलने के लिए प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर में कुल 40 क्रेडिट तथा पांचवे सेमेस्टर में कॉलेज बदलने के लिए प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर के कुल 80 क्रेडिट अर्जित करना अनिवार्य होगा। स्वाध्यायी छात्रों को कॉलेज का आवंटन विश्वविद्यालय करेगा। नियमित छात्रों के लिए 20 क्रेडिट अंक अनिवार्य, प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर पास होना जरूरी तीसरे या पांचवे सेमेस्टर में कॉलेज या प्रवेश क्रम बदलने के लिए नियमित को पिछली कक्षाओं में कम से कम 20 क्रेडिट अंक अर्जित करना होगा। यानी प्रथम और दूसरे सेमेस्टर में न्यूनतम क्रेडिट अंक होने पर तीसरे सेमेस्टर में और तीसरे और चौथे सेमेस्टर में कम से कम 20 क्रेडिट अंक और प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर के सभी विषयों में पास होना अनिवार्य होगा। नियमित से प्राइइवे होने के लिए पंजीयन व आवेदन संबंधित निर्णय विवि लेगा। स्वाध्यायी से नियमित होने के लिए पिछली कक्षा पास होना और 40 क्रेडिट अंक जरूरी स्वाध्यायी विद्यार्थी तृतीय या पंचम सेमेस्टर से नियमित विद्यार्थी के रूप में पढ़ सकता है, बशर्ते पिछले सेमेस्टर के सभी विषयों में उन्हें पास होना अनिवार्य होगा। यानी तृतीय सेमेस्टर में पंजीयन के लिए प्रथम एवं द्वितीय सेमेस्टर के कुल 40 क्रेडिट अर्जित करना होगा। पांचवे सेमेस्टर में पंजीयन के लिए प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर में 80 क्रेडिट अंक अर्जित करना अनिवार्य है। अध्ययनमंडल की बैठक में लिया फैसला ^संचालक, उच्च शिक्षा संचालनालय संतोष कुमार देवांगन से कॉलेज और प्रवेश क्रम परिवर्तन के संबंध में मार्गदर्शन मिला है। इसमें कुछ शर्तेें हैं, जिसका प्राचार्यों और विद्यार्थियों को पालन करना होगा। इससे विद्यार्थियों को काफी राहत मिलेगी। इसे लागू करने के लिए अध्ययनमंडल की बैठक में फैसला किया गया है। इसके अनुसार नियमों का पालन करते हुए छात्र कॉलेज बदल सकेंगे।-भूपेंद्र कुलदीप, कुलसचिव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय
राज्य में जरूरत से 51,663 शिक्षक कम:सात महीने में 6 हजार शिक्षकों ने नौकरी छोड़ी या रिटायर हुए
पिछले सात माह में ही राज्य के सरकारी स्कूलों के 6 हजार से ज्यादा शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी या फिर वे रिटायर हो गए । इसकी वजह से राज्य में शिक्षकों के रिक्त पदों की संख्या बढ़ गई है। पिछले 7 माह में रिक्त पदों की संख्या में 6,434 की वृद्धि हुई है। लगभग 7 माह पहले स्कूलों की जरूरत के हिसाब से 45,229 शिक्षक कम थे, जबकि अब प्रदेश में 51,663 शिक्षकों की कमी है। रिक्त पदों में सहायक शिक्षक से लेकर प्राचार्य तक के पद शामिल हैं। हालांकि, शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए राज्य सरकार ने पहल की है, लेकिन रिक्त पदों की तुलना में भर्ती के पद काफी कम हैं इसलिए रिक्त पदों की संख्या में कमी आने की बजाए लगातार वृद्धि हो रही है। बता दें कि राज्य में स्कूली शिक्षकों की नियुक्ति के लिए लगभग 5 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया शुरू हुई है। पदोन्नति के बाद भी प्राचार्य- व्याख्याता कम: पिछले दिनों स्कूल शिक्षा विभाग ने पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक से लेकर व्याख्याता की पदोन्नति की है। इसके बाद से इन पदों पर रिक्तियों में कमी आई है। 30 स्कूलों में शिक्षक ही नहींप्रदेश में युक्तियुक्तकरण के बाद भी 30 स्कूल ऐसे हैं, जहां एक भी शिक्षक पदस्थ नहीं हैं। साथ ही 1791000 स्कूल ऐसे हैं जहां केवल एक शिक्षक पदस्थ हैं। इसमें प्राथमिक के 1741 स्कूल, माध्यमिक के 45 और हायर सेकेंडरी के 5 स्कूल है। रायपुर संभाग में 169 प्राथमिक और 11 माध्यमिक स्कूलों में एक शिक्षक हैं। जबकि गरियाबंद जिले के 4 स्कूलों में शिक्षक ही नहीं हैं। दूसरी तरफ, रायपुर जिले के चार प्राथमिक और एक माध्यमिक स्कूल में केवल एक शिक्षक हैं। रिक्तियों में आधे सहायक शिक्षकप्रदेश में स्कूली शिक्षकों के रिक्त पड़े 51,663 पदों में से लगभग 50 फीसदी सहायक शिक्षक के हैं। फिलहाल, सेट अप के अनुसार राज्य में 24 हजार 113 सहायक शिक्षक कम हैं। जबकि इसी साल अप्रैल माह में यह संख्या 18,664 थी। यानी सात माह में ही प्रदेश के स्कूलों में 6434 सहायक शिक्षक कम हो गए। बजट सत्र में सीधी भर्ती की हुई थी घोषणा2024-25 के बजट सत्र में तत्कालीन स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश में 33 हजार शिक्षकों की सीधी भर्ती की घोषणा की थी। इसमें व्याख्याता के 2524 पद, शिक्षक के 8194 पद और सहायक शिक्षक के 22,341 पद शामिल हैं। सरकार ने अब चरणबद्ध तरीके से भर्ती प्रक्रिया शुरू की है। पहले चरण में 5 हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है।
देश में 1 लाख से कम आबादी वाले शहरों का भी मास्टर प्लान होगा। केंद्र ने अमृत मिशन उपयोजना 2.0 के लिए देशभर के 675 शहर और कस्बों का चयन किया है। पहले चरण में डोंगरगढ़, कांकेर और महासमुंद को शामिल किया गया है। इन तीनों शहरों का अब जीआईएस आधारित मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा। इसके जरिए इन तीनों शहरों की नई विकास रूपरेखा तैयार होगी। यह प्लान शहरों की 2041 तक की जरूरत, जनसंख्या, सुविधाओं, भूमि उपयोग और भविष्य की दिशा तय करेगा। नगरीय प्रशासन विभाग की एजेंसी सूडा और नगर व ग्राम निवेश विभाग की देखरेख में यह पूरा काम होगा। टाउन प्लानिंग विभाग इसकी नोडल एजेंसी है। सर्वे के लिए कंसल्टेंट एजेंसी तय की जा रही है। मास्टर प्लान के लिए जीआईएस आधारित सर्वे इत्यादि के लिए पूरी फंडिंग केंद्र कर रहा है। केंद्र ने 1 अक्टूबर 2021 में शुरूW अमृत मिशन 2.0 के तहत 50 हजार से 99 हजार 999 आबादी वाले क्लास-2 शहरों के लिए जीआईएस आधारित मास्टर प्लान बनाने की मंजूरी दी है। इसमें जियो-डेटाबेस निर्माण, जीआईएस आधारित मास्टर प्लान, क्षमता निर्माण, राष्ट्रीय शहरी जियो पोर्टल और एकीकृत मोबाइल एप विकास जैसे पांच प्रमुख बिंदु शामिल हैं। पहले तीन बिंदु पर टाउन प्लानिंग विभाग को काम करना है। आखिरी दो की जानकारी केंद्र सरकार देगी। फील्ड सर्वे डिजिटल तरीके से होगा। ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी और मोबाइल एप के जरिए सड़कें, इमारतें, सरकारी ढांचे, खाली जमीन, पानी-सीवर लाइनें, पार्क और हर तरह का स्थानीय डेटा जुटाया जाएगा। यह केंद्रीय आवास व शहरी कार्य मंत्रालय और भारतीय अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, रिमोट सेंसिंग संस्था, देहरादून के विकसित मोबाइल एप में रिकॉर्ड होगा। जीआईएस मैप के आधार पर हर शहर के लिए भूमि उपयोग, परिवहन नेटवर्क, औद्योगिक क्षेत्र, आवास, पर्यटन, पार्क, सार्वजनिक सुविधाएं और विकास परियोजनाओं का प्रारूप तैयार किया जाएगा। 2041 का होगा मास्टर प्लानमास्टर प्लान का लक्ष्य वर्ष 2041 रखा गया है। इसके तहत शहर की आने वाले 20 वर्षों की दिशा तय होगी। 25 क्षेत्रों का विस्तृत डेटा जैसे सामाजिक-आर्थिक स्थिति, ट्रैफिक, उद्योग, सरकारी एवं वन भूमि, पर्यटन, धरोहर स्थल और नगर सेवाओं से जुड़े सभी सेक्टरों का विश्लेषण करके योजना बनाई जाएगी। यह पूरी प्रक्रिया डिजिटल और पेपरलेस रखी जाएगी, जिससे डेटा अधिक सटीक, सुरक्षित और भविष्य में अद्यतन करने योग्य रहेगा। टाउन प्लानिंग विभाग नोडलइस योजना के लिए टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग को नोडल एजेंसी बनाया गया है। विभाग के अतिरिक्त संचालक संदीप बागड़े इस योजना के नोडल अधिकारी हैं। विभाग के अफसरों का कहना है कि एजेंसी चयन करने के साथ जल्द ही सर्वे का काम शुरू किया जाएगा। केंद्र के तय मापदंडों और गाइडलाइन के अनुसार एजेंसी को जीआईएस आधारित सर्वे करना होगा। इसके लिए तकनीकी तौर पर दक्ष एजेंसी को नियुक्त किया जाएगा। योजना के 5 मुख्य बिंदु डेटा कलेक्शन कैसे होगा?
सेंट्रल एकेडमी : दादा-दादी दिवस धूमधाम से मनाया
उदयपुर | हिरण मगरी सेक्टर-3 स्थित सेंट्रल एकेडमी सीनियर सेकंडरी स्कूल में रविवार को ग्रैंड पेरेंट्स डे बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम दीप प्रज्वलन से शुरू हुआ। छात्रों ने सरस्वती वंदना, स्वागत नृत्य, कविता पाठ, कहानी वाचन, फैंसी ड्रेस और राजस्थानी लोकनृत्य प्रस्तुत किए। केजी और नर्सरी के बच्चों के नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। कक्षा द्वितीय के विद्यार्थियों ने हनुमान चालीसा का भावपूर्ण पाठ किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले बच्चों को पुरस्कार दिए गए। प्राचार्य ने दादा-दादी का सम्मान किया।
कल मो. रफी के जन्मदिन पर सजेगी सुरों की महफिल
उदयपुर } पार्श्वगायक मोहम्मद रफी के 101वें जन्मदिन की पूर्व संध्या पर 23 दिसंबर को विशेष संगीत कार्यक्रम होगा। सुर संगम म्यूजिकल ग्रुप और संगीत विभाग, सामाजिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय संयुक्त रूप से आयोजन करेंगे। कार्यक्रम की थीम ‘यादों की बारात मोहम्मद रफी के साथ’ रखी गई है। सुर संगम ग्रुप के सदस्य और संगीत विभाग के विद्यार्थी रफी के सदाबहार गीत प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम सुखाड़िया विश्वविद्यालय के अतिथि गृह सभागार में होगा। रफी के 30 चुनिंदा गीतों की प्रस्तुति दी जाएगी। दर्शकों के लिए प्रवेश निशुल्क रहेगा।
अधिशासी अभियंता से मारपीट के विरोध में धरना-प्रदर्शन आज
उदयपुर | अजमेर पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता विपिन जिंदल के साथ कतिपय अधिवक्ताओं द्वारा की गई मारपीट एवं अभद्र व्यवहार के प्रकरण को लेकर विरोध स्वरूप 22 दिसंबर को दोपहर 3 बजे बाद जिलाधीश कार्यालय उदयपुर पर धरना-प्रदर्शन एवं सरकार के नाम दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन दिया जाएगा। इस घटना को लेकर पूरे प्रदेश के इंजीनियर एवं संवेदक लामबंद होकर भारी रोष व्याप्त है। फेडरेशन ऑफ राजस्थान इंजीनियर उदयपुर संभाग के संयोजक इंजीनियर शैलेंदर चौहान एवं यूनाइटेड कांट्रेक्टर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष बीएस राव के सान्निध्य में इस धरना प्रदर्शन एवं ज्ञापन कार्रवाई में सभी विभागों के इंजीनियर एवं संवेदक शामिल होंगे।
सामूहिक ध्यान : फैलाई शांति चेतना
विश्व ध्यान दिवस के अवसर पर शिवोहम योग केंद्र, तीतरड़ी और तत्त्वम ध्यान उत्सव की ओर से जेडीसीए प्लस ग्राउंड में विशेष ध्यान सत्र रविवार को आयोजित हुआ। शिवोहम केंद्र निदेशक योगाचार्य प्रीतम सिंह चूंडावत ने बताया कि पिरामिड में किया गया ध्यान सामान्य ध्यान की तुलना में अधिक प्रभावशाली होता है। सामूहिक और पूर्णिमा ध्यान का भी विशेष महत्व बताया गया। मुख्य अतिथि योगाचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार सनाढ्य का सम्मान किया गया। ध्यान विषय पर शास्त्रीय परिचर्चा में साधकों की जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। ध्यान सत्र में प्रियांशु, करण, हर्षवर्धन, विनीत, कार्तिक, यश, हिमांक, गौरव, दिव्यांश, दीपेंद्र, हर्ष सहित अनेक योग साधकों ने भाग लिया। इधर, विश्व ध्यान दिवस-2025 पर तत्त्वम ध्यान उत्सव में परिवारों, विद्यार्थियों, पेशेवरों और उद्यमियों ने सामूहिक ध्यान कर मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन का अनुभव किया। ध्यान प्रशिक्षक और तत्त्वम ध्यान की संस्थापक शीतल झोटा सिसोदिया ने बताया कि सरल और अनुभवात्मक ध्यान मानसिक स्वास्थ्य को सशक्त बनाता है। आयोजन में विभिन्न सामाजिक संगठनों का सहयोग रहा। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम को अत्यंत शांतिपूर्ण, प्रेरणादायक और आज के दौर की सबसे बड़ी आवश्यकता बताया।
भास्कर इनसाइट मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय का 33वां दीक्षांत समारोह रविवार को आरएनटी मेडिकल कॉलेज सभागार में संपन्न हुआ। इसमें शिक्षा का अर्थ, उद्देश्य और दिशा को लेकर राजस्थान-पंजाब के राज्यपालों ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को स्पष्ट संदेश दिया। कुलाधिपति एवं राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े ने कहा कि डिग्री हासिल करना मंजिल नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदार जीवन की शुरुआत है। राज्यपाल कटारिया ने बागड़े व उच्च शिक्षा मंत्री एवं डिप्टी सीएम डॉ. प्रेमचंद बैरवा से कहा कि सुविवि को अच्छा कुलगुरु दो। दुर्भाग्य है कि पिछले दो कुलगुरु कार्यकाल तक पूरा नहीं कर पाए। अगर कुलगुरु का चरित्र ही ठीक नहीं होगा तो विश्वविद्यालय-विद्यार्थियों का भविष्य कैसे उज्ज्वल हो सकता है? गुरु का पद सर्वोच्च होता है, क्योंकि वही बच्चे के चरित्र का निर्माण करता है। कटारिया ने उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा का ध्यान इस ओर दिलाया कि विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के कई पद वर्षों से रिक्त हैं। केवल गेस्ट फैकल्टी के सहारे विश्वविद्यालय नहीं चल सकते। गोल्डमेडल मिलने के बाद प्रतिभावन बच्चे वर्षों तक गेस्ट फैकल्टी के रूप में संघर्ष करते रहते हैं, जिनका संघर्ष तुरंत जॉब देकर दूर करना चाहिए। स्थायी नियुक्तियां जरूरी हैं, क्योंकि खाली पदों से न तो संस्थानों का भला होता है, न विद्यार्थियों का। उच्च शिक्षा मंत्री बैरवा बोले- सकल नामांकन बढ़ा, महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने राज्य में नए महाविद्यालयों की स्थापना, संरचनागत विकास और शिक्षकों की नियुक्ति की दिशा में हो रहे कामों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि इन प्रयासों से उच्च शिक्षा में सकल नामांकन बढ़ा है और विशेष रूप से महिलाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही है। समारोह में कुलगुरु प्रो. बीपी सारस्वत ने विश्वविद्यालय की वर्षभर की उपलब्धियों की रिपोर्ट पेश की है। संचालन रजिस्ट्रार डॉ. वीसी गर्ग ने किया। कार्यक्रम में शहर विधायक ताराचंद जैन, विधायक उदयलाल डांगी और विधायक प्रतापलाल भील, राज्यपाल के सलाहकार व पूर्व कुलगुरु प्रो. कैलाश सोढानी, वीएमओयू कोटा के कुलगुरु प्रो. बीएल वर्मा, लॉ कॉलेज डीन प्रो. आनंद पालीवाल, डॉ. गिरिराज सिंह चौहान, डॉ. शैलेंद्र सिंह राव आदि मौजूद थे। मेवाड़ का इतिहास समृद्ध, फिर भी हमने वर्षों तक मुगलों का इतिहास पढ़ाया : बागड़े समारोह के दौरान राज्यपाल बागड़े ने विश्वविद्यालय के फार्मेसी भवन का डिजिटल उद्घाटन भी किया। समारोह में शैक्षणिक सत्र 2024 के तहत 255 शोधार्थियों को पीएचडी, जबकि 91 मेधावी विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक व प्रायोजित स्मृति पुरस्कार प्रदान किए गए। दोनों राज्यपालों ने महिला शोधार्थियों द्वारा सर्वाधिक डिग्री-मेडल प्राप्त करने पर नारीशक्ति से पुरुष वर्ग को सीख लेने की बात कही। राज्यपाल बागड़े ने कहा कि उच्च शिक्षा केवल अच्छी नौकरी या बड़ा पैकेज पाने तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसका मूल उद्देश्य नैतिकता, चरित्र, अनुशासन और सामाजिक उत्तरदायित्व का विकास है।राज्यपाल बागड़े ने अपने संबोधन में तैत्तिरीय उपनिषद् का उल्लेख करते हुए कहा कि आचार्य द्वारा दी गई अंतिम शिक्षा आज भी उतनी ही प्रासंगिक है। उपनिषद् के अनुसार विद्यार्थी को सदा सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए और धर्म का आचरण करना चाहिए, जहां धर्म का अर्थ कर्तव्य का पालन है। उन्होंने कहा कि आजीवन कुछ नया सीखते रहना और मानवता के कल्याण के लिए कार्य करना ही सच्चा विद्यार्थी धर्म है। मेवाड़ की ऐतिहासिक विरासत का उल्लेख करते हुए उन्होंने महाराणा सांगा और मीरा का उदाहरण दिया और कहा कि हमारा इतिहास समृद्ध है, फिर भी वर्षों तक हमने केवल मुगलों का इतिहास पढ़ाया। अब यह परिपाटी बदलने का समय है। नए वीसी के चयन पर रहेगी कटारिया की नजर सुविवि के पिछले दो कुलगुरु को लेकर राज्यपाल कटारिया के बयान बाद यह साफ हो गया है कि नए कुलगुरु के चयन पर उनकी पूरी नजर रहेगी। विवादों के बीच कुलगुरु प्रो. सुनीता मिश्रा व कुलगुरु प्रो. अमेरिका सिंह पदों से इस्तीफा देकर चले गए, जो कार्यकाल तक पूरा नहीं कर सके। इससे विवि की छवि खराब हुई। अब नए कुलगुरु की खोजबीन के लिए सर्च कमेटी के गठन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार कुलगुरु के चयन में राज्यपाल कटारिया का दखल चल सकता है। समारोह में 111 छात्रों और 144 छात्राओं को पीएचडी दी गई। 8 छात्राओं को कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 15 छात्रों समेत 90 को विवि स्वर्ण पदक और 10 छात्राओं सहित 11 को प्रायोजित स्वर्ण पदक दिए गए।
दशनाम गोस्वामी समाज : सुरेश पुरी अध्यक्ष बने
समाजजनों ने नए पदाधिकारियों का मालाएं पहनाकर स्वागत किया। उदयपुर | दशनाम गोस्वामी समाज संस्था की साधारण सभा की बैठक रविवार को जिलाध्यक्ष शंभु गिरि गोस्वामी की अध्यक्षता में हुई। मुख्य चुनाव अधिकारी पूरण गिरि और यशवंतपुरी चित्तौड़गढ़ ने सर्वसम्मति से चुनाव कराए। जिलाध्यक्ष पद पर एडवोकेट सुरेश पुरी, महासचिव माधव गिरि और कोषाध्यक्ष के पद पर मंशापुरी को अगले तीन वर्ष के लिए निर्वाचित किया गया। नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष सुरेश पुरी ने घोषणा की कि जिला कार्यकारिणी के शेष पदाधिकारियों व सदस्यों की घोषणा जल्द ही की जाएगी। इसके बाद नई कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण समारोह की तिथि तय होगी। अंत में सभी पदाधिकारियों ने चुनाव अधिकारियों को धन्यवाद दिया।
पदयात्रा संघ नाकोड़ाजी के लिए रवाना
उदयपुर | नाकोड़ा भैरव मित्र मंडल के तत्वावधान में 13 दिवसीय तृतीय नाकोड़ा पैदल यात्रा संघ आयड़ जैन मंदिर से रवाना हुआ। यात्रा की शुरुआत सुबह विधि-विधान के साथ की गई। संघ 2 जनवरी को नाकोड़ाजी तीर्थ पहुंचेगा। 3 जनवरी को पार्श्वनाथ भगवान और भैरव देव को विशाल वरघोड़े के साथ 56 भोग और चूरमा भोग अर्पित किए जाएंगे। आयड़ जैन मंदिर में यात्रियों और भक्तों के लिए नवकारसी का आयोजन किया गया। पदयात्रा में 71 यात्री शामिल हैं। इस अवसर पर सुनील हिंगड, राजकुमार मेहता,अंकित मेहता, महेंद्र चोर्डिया, वर्धमान दोशी, श्याम चपलोत व मंडल के सदस्य मौजूद रहे।
द्वादश भाव तय करते हैं यश-वैभव, सूर्य-गुरु, शुक्र-चंद्र का बलवान होना जरूरी
मनुष्य का जीवन केवल उसके कर्मों से ही नहीं, बल्कि ग्रहों की चाल और कुंडली के भावों से भी दिशा पाता है। स्वास्थ्य, सम्मान, सफलता और समृद्धि, इन सभी पहलुओं पर ज्योतिष विज्ञान का गहरा प्रभाव रहता है। यदि सही समय पर सटीक मार्गदर्शन मिले तो कठिन से कठिन समस्याओं का समाधान संभव है। यह निष्कर्ष रविवार को महाराणा मेवाड़ चेरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष शोध संगोष्ठी के समापन अवसर पर विद्वानों ने व्यक्त किए। अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान के इस तीन दिवसीय समागम में देशभर के विख्यात ज्योतिषियों ने शिरकत की। आयोजन सचिव डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि संगोष्ठी के दौरान 150 से अधिक ज्योतिषविदों ने शोध पत्र प्रस्तुत किए। सह संयोजक नीलू कच्छारा ने अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। दांपत्य जीवन के लिए गुण मिलान ही काफी नहीं, ग्रह दशा का विश्लेषण भी करें संगोष्ठी के तकनीकी सत्रों के दौरान डॉ. वीरेंद्र पुरोहित ने बताया कि जन्म कुंडली के चतुर्थ, सप्तम और दशम भाव व्यक्ति के सामाजिक यश और मान-सम्मान को तय करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। संस्थान के अध्यक्ष पंडित चंद्रशेखर शर्मा ने वैवाहिक चर्चा में स्पष्ट किया कि दांपत्य जीवन की स्थिरता के लिए केवल गुण मिलान ही काफी नहीं है, बल्कि ग्रहों की दशा का गहरा विश्लेषण भी आवश्यक है। विद्वानों के अनुसार बलवान चंद्रमा और शुक्र व्यक्ति को यश दिलाने वाले प्रमुख ग्रह हैं, जबकि शनि, राहु और कमजोर चंद्रमा जीवन की राह में बाधाएं उत्पन्न करते हैं। हस्तरेखा विज्ञान के विशेषज्ञों ने सूर्य को मान-प्रतिष्ठा का मुख्य कारक बताया, वहीं वास्तु शास्त्र पर चर्चा करते हुए कहा गया कि शयन कक्ष के साथ जुड़े शौचालय का निर्माण स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ज्योतिषविद महेंद्र सेन ने विवाह की आयु को लेकर कहा कि 28 वर्ष की आयु के पश्चात बृहस्पति (गुरु) का प्रभाव बढ़ जाता है। चूंकि बृहस्पति विवेक और परिपक्वता का स्वामी है, इसलिए इस उम्र के बाद किए गए विवाह अधिक स्थिर और संतुलित रहते हैं। यदि कुंडली के 12 भावों में से मात्र दो ग्रह भी अनुकूल स्थान पर हों तो सुखद दांपत्य जीवन सुनिश्चित किया जा सकता है।
भक्ति और राष्ट्र चेतना का संगम, प्रताप नगर बालाजी मंदिर में मेवाड़ की हुंकार
उदयपुर। आओ मंदिर चलें भक्ति आंदोलन के तहत प्रताप नगर बालाजी मंदिर में 182वीं आरती के बाद विशेष कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में श्रद्धा, सामाजिक चेतना-राष्ट्र बोध पर जोर दिया गया। डॉ. पुष्कर लोहार ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए अरावली पर्वतमाला से जुड़े हालिया विवादों पर चिंता व्यक्त की। कार्यक्रम में नन्ही बालिका भक्त गौरंगी स्त्रोत्रिय ने मंत्र तथा उद्धघोष से पूरे परिसर को भक्तिमय कर दिया। अंत में बलवीर सिंह राणावत ने मंदिरों से जुड़कर समाज में आध्यात्मिक और राष्ट्रीय चेतना मजबूत करने का आह्वान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु, सामाजिक कार्यकर्ता और भक्ति आंदोलन के सदस्य शामिल हुए।
संत हिरदाराम की पुण्यतिथि : सुख धाम में श्रद्धालुओं ने किया सुखमणि साहब पाठ
उदयपुर| संत शिरोमणि हिरदाराम की पुण्यतिथि पर श्री झूलेलाल सेवा समिति की ओर से रविवार को सुखधाम, सेक्टर-9 में सुखमणि साहब के पाठ का आयोजन हुआ। सुबह कार्यक्रम शुरू हुआ। मुख्य पाठी हरीश रिझवानी के नेतृत्व में संगत के महिला-पुरुषों ने श्रद्धा से पाठ किया। अध्यक्ष प्रताप चुघ ने संत हिरदाराम के जीवन पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ उपाध्यक्ष किशोर झांबानी ने उदयपुर में चल रहे सेवा प्रकल्पों की जानकारी दी। कार्यक्रम में मनोज कटारिया, विजय आहुजा, मुकेश खिलवानी, हरीश तनवानी और किशोर पाहुजा मौजूद रहे।
ज्ञान जुटाना ही काफी नहीं, सीए अपडेट भी रहें
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष सीए चरणज्योत सिंह नंदा ने कहा कि सीए अब राष्ट्र निर्माण से आगे ग्लोबल निर्माण की ओर अग्रसर हैं। डिजिटल मशीन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते स्वरूप में सीए को भी अपनी कार्यशैली में इनके समुचित उपयोग पर फोकस करना चाहिए। क्योंकि ज्ञान अर्जित करना ही काफी नहीं, इसे अपडेट रखना वक्त की जरूरत है। सीए नंदा रविवार को संगठन की दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रज्ञान के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। आयोजन में 1500 से अधिक सीए शामिल हुए। नंदा ने कहा कि इंस्टीट्यूट अपने सदस्यों व विद्यार्थियों के विकास के लिए लगातार प्रयासरत है और सामाजिक बदलाव के अनुसार अपने नियम व कानून बनाता है। यह दो दिवसीय सम्मेलन जानकारियों को साझा करने का मंच है, जहां परंपरा और नवाचार एक-दूसरे को जोड़ते हैं। इंस्टीट्यूट के उदयपुर शाखा चेयरमैन सीए राहुल माहेश्वरी ने बताया कि सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए डॉ. रोहित रूवाटिया अग्रवाल व ज्ञान चंद्र मिश्रा भी बतौर अतिथि मौजूद थे। व्यवसायी के वार्षिक वित्तीय लेखा जोखा पर जानकारी दी मीडिया प्रभारी सीए हितेष भदादा ने बताया की कॉन्फ्रेंस के चौथे तकनीकी सत्र में सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए प्रमोद जैन ने कॉर्पोरेट व नॉन कॉर्पोरेट व्यवसायी के वार्षिक वित्तीय लेखा जोखा को कैसे सही तरीके से प्रस्तुत करने पर जानकारी दी। कहा कि एक सीए के रूप में हमारी नई जानकारी को सीखने की जिज्ञासा वित्त के क्षेत्र तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इन सीमाओं से परे है। पांचवें सत्र में सेंट्रल काउंसिल सदस्य सीए जय छेडा ने भी विचार रखे। मीडिया कमेटी को-चेयरमैन सीए सौरभ गोलछा ने बताया कि अंतिम सत्र में सीए टी.पी. ओस्तवाल व सीए हिमांशु गोयल ने ब्लैक मनी एक्ट एक्ट की बारीकियां बताईं। कान्फ्रेंस में इनकम टैक्स, जीएसटी, कंपनी अधिनियम, कैपिटल मार्केट, सीए फर्मों की नेटवर्किंग व अमृत काल में देश की अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं समेत अनेक विषयों पर चर्चा हुई। वेलीडिक्टरी सेशन में शाखा सचिव धर्मेंद्र कुमार कोठारी ने आभार जताया। कार्यकारिणी सदस्य चिराग धर्मावत, कपिल जोशी, अरुणा गेलड़ा, अंशुल कटेजा का विशेष सहयोग रहा। 50 करोड़ की स्कॉलरशिप दी, अब फाउंडेशन के छात्र भी पात्र दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी प्रज्ञान के समापन समारोह में मौजूद अतिथि। बोर्ड ऑफ स्टडीज के अध्यक्ष सीए डॉ. रोहित रूवाटिया अग्रवाल ने कहा कि इस वर्ष जरूरतमंद सीए छात्रों के लिए करीब 50 करोड़ रुपए की स्कालरशिप दी गई। इस वर्ष से फाउंडेशन छात्र भी स्कालरशिप के लिए पात्र होंगे। भारत सहित दुनिया में सीए के क्षेत्र में रोज नए-नए क्या अपडेट हो रहे हैं, क्या बदलाव हो रहे हैं, उसकी जानकारी रखना जरूरी है। कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी को यही जानकारी देने का प्रयास किया जा रहा है। रूवाटिया ने जीएसटी इनपुट टैक्स क्रेडिट से संबंधित न्यायिक विवाद पर भी गहन चर्चा की। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय से पारित महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में भी जानकारी दी।
शक्तिनगर में विशेष सहयोग शिविर, 125 लोगों को मिला योजनाओं का लाभ
उदयपुर | सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ दिलाने के लिए रविवार को शक्तिनगर स्थित सनातन मंदिर परिसर में विशेष सहयोग शिविर आयोजित हुआ। आयोजन बिलोचिस्तान पंचायत और सनातन धर्म सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में हुआ। शिविर सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक चला। संयोजक हनी तलरेजा रहे। महासचिव विजय आहुजा ने बताया कि शिविर में आयुष्मान कार्ड, पेंशन सत्यापन और नई पेंशन के आवेदन की सुविधा दी गई। 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड निशुल्क बनाए गए। अन्य परिवारों के कार्ड निर्धारित सरकारी दर पर बने। चालू पेंशनधारकों का वार्षिक सत्यापन किया गया। पात्र महिलाओं और पुरुषों के नई पेंशन आवेदन भी लिए गए। शिविर में 125 लोगों ने भाग लिया। 14 नई पेंशन स्वीकृत हुईं। 32 पेंशन सत्यापन हुए। 15 वरिष्ठ नागरिकों और 9 परिवारों के आयुष्मान कार्ड बने। 15 नाम मतदाता सूची में जोड़े गए। आयोजकों के प्रयासों की सराहना की गई।
पूरब दिशा से तारा लाया संदेशा प्यारा, पैदा हुआ है राजा...
उदयपुर क्रिश्चियन फेलोशिप (यूसीएफ) की आेर से 59वीं संयुक्त क्रिसमस कैरोल सर्विस रविवार शाम संजय पार्क, रानी रोड स्थित राजस्थान पेंटिकॉस्टल चर्च में हुई। शहर के सभी 18 गिरजाघरों से जुड़े सैकड़ों मसीही परिवारों ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रार्थना के साथ हुई। इसके बाद हर चर्च की ओर से कैरोल की मधुर प्रस्तुतियां दी गईं। अपोस्टोलिक ग्रेस चर्च ने ‘दूतों को गाते सुना मैदानों पर मधुर गीत, महिमा हो, महिमा हो...’, बैथेल पेंटिकॉस्टल चर्च ने ‘बैथलेहम में चमका सितारा, मजूसियों को राह दिखाया...’, जबकि शेपर्ड मेमोरियल चर्च ने ‘एक पुत्र हमें दिया प्रभुता उसके कांधों पर, शांति का राजकुमार...’ जैसे गीतों से माहौल को भक्तिमय बना दिया। आवर लेडी ऑफ फातिमा कैथेड्रल चर्च ने ‘इम्मानुएल साथ हमारे ठंडी रात में, गोशाला में जन्मा हमारा प्रभु मसीहा...’, गुड शेपर्ड चर्च ने ‘पूरब दिशा से तारा लाया संदेशा प्यारा, पैदा हुआ है राजा...’ और राजस्थान पेंटिकॉस्टल चर्च ने ‘चलो चलो दर्शन करने जग रखवाला आया है...’ गीत गाया। मुख्य संदेश शेपर्ड मेमोरियल चर्च के रेव. सनी एस. कुमार ने दिया। उन्होंने कहा कि क्रिसमस को सांसारिक नहीं, आत्मिक बनाना जरूरी है। प्रभु यीशु मसीह के जन्म को दिल में अनुभव करें और अपनी इच्छा को प्रभु को सौंपें ताकि उसकी इच्छा हमारे जीवन में पूरी हो।
आमेटा समाज खेल परिषद की कार्यकारिणी गठित
उदयपुर | अखिल भारतीय तेरह गोत्रीय आमेटा समाज खेलकूद परिषद की नई कार्यकारिणी रविवार को निर्विरोध चुनी गई। चुनाव अधिकारी और पूर्व कार्यकारिणी के साथ समस्त खिलाड़ियों की उपस्थिति में चुनाव संपन्न हुआ। नई कार्यकारिणी में अध्यक्ष मुकेश आमेटा नवानिया, उपाध्यक्ष सुनील कुमार करणपुर, सचिव मनीष कुमार ईंटाली, खेल सचिव देवेंद्र धारता और कोषाध्यक्ष अरुण आमेटा गादोली सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हैं। संरक्षक मंडल में सुमनलाल ईंटाली, भरत आमेटा गादोली, मदनलाल केलवाड़ा समेत सात सदस्य हैं।
उदयपुर की संगीता ने साझा की आत्मनिर्भरता की कहानी
उदयपुर| राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों की शृंखला में रविवार को जयपुर में लखपति दीदी संवाद एवं टैबलेट वितरण कार्यक्रम हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी एवं कैबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम से उदयपुर जिले की चुनिंदा लखपति दीदीयां जिला कलेक्ट्रेट स्थित सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के वीडियो कॉन्फ्रेंस कक्ष से वर्चुअली जुड़ीं। सीएम ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से विभिन्न जिलों की लखपति दीदीयों से संवाद किया। इस दौरान ऋषभदेव की संगीता मीणा से उनके कार्य, वार्षिक आय और लखपति दीदी बनने से पहले व बाद के जीवन में आए बदलावों को लेकर सवाल किया। संगीता ने बताया कि पहले घर से बाहर निकलने पर सवाल होते थे, लेकिन स्वयं सहायता समूह से जुड़कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनने के बाद वही परिजन और रिश्तेदार आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने लगे। अब वे स्वयं अन्य महिलाओं को लखपति दीदी बनने के लिए प्रेरित कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने संगीता की कहानी को महिला सशक्तिकरण का प्रेरक उदाहरण बताया। इस में संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, कलेक्टर नमित मेहता, जिला परिषद सीईओ रिया डाबी आदि मौजूद थे। उदयपुर व सलूंबर जिले के सभी 20 ब्लॉक से प्रत्येक ब्लॉक की 10 लखपति दीदीयों को टेबलेट दिए जाएंगे। राज्य सरकार के कार्यक्रमों की शृंखला में रविवार को रन फॉर विकसित राजस्थान मैराथन एवं संडे ऑन साइकिल रैली का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन, उदयपुर विकास प्राधिकरण और क्षेत्रीय खेलकूद प्रशिक्षण केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में फतहसागर की पाल पर आयोजित इस कार्यक्रम में युवाओं सहित शहरवासियों में अपार उत्साह देखने को मिला। शुरुआत मोती मगरी गेट से अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) दीपेंद्र सिंह राठौड़, समाजसेवी गजपाल सिंह, संयुक्त निदेशक सांख्यिकी पुनीत शर्मा, समाजसेवी पंकज बोराणा, खुशबू मालवीय, तुषार मेहता सहित अन्य अतिथियों ने हरी झंडी दिखाकर किया। रैली फतहसागर मार्ग से होते हुए टाया पैलेस पहुंचकर संपन्न हुई। प्रारंभ में जिला खेलकूद अधिकारी डॉ महेश पालीवाल ने अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम की जानकारी दी। रैली में बड़ी संख्या में युवाओं ने जोश और उत्साह के साथ भाग लिया। समापन अवसर पर एडीएम राठौड़ ने प्रत्येक जरूरतमंद तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सहयोग करने की अपील की।
अजमेर में इंजीनियर से मारपीट, शहर में धरना-प्रदर्शन आज
उदयपुर| फेडरेशन ऑफ राजस्थान इंजीनियर और यूनाइटेड कांट्रेक्टर एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार दोपहर 3 बजे जिलाधीश कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन होगा। यह प्रदर्शन अजमेर पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता विपिन जिंदल के साथ कुछ अधिवक्ताओं द्वारा की गई मारपीट और अभद्र व्यवहार के प्रकरण को लेकर किया जा रहा है। प्रदर्शन में पीडब्ल्यूडी, जल संसाधन विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, एवीवीएनएल, आरपीवीएनएल, नगर निगम, यूडीए, वाटरशेड विभाग, राजस्थान हाउसिंग बोर्ड, मार्केटिंग बोर्ड और विश्वविद्यालय के सभी इंजीनियर शामिल होंगे। इंजीनियर समाज ने पूरे प्रदेश में इस घटना पर गहरा रोष व्यक्त किया है। प्रदर्शन के दौरान दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए सरकार के नाम ज्ञापन दिया जाएगा। उदयपुर संभाग के संयोजक शैलेंद्र चौहान ने सभी इंजीनियरों से इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।
पिता ने बेटी की हत्या की, आरोपी को जंगल से पकड़ा
नाथद्वारा/खमनोर| खमनोर थाना क्षेत्र के नेड़च में रविवार शाम नेड़च के मेघवाल बस्ती निवासी एक पिता नारायणलाल मेघवाल ने अपनी ही बेटी जशोदा (14) की गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद आरोपी फरार हो गया, जिसे पुलिस ने उदयपुर में टीडी के जंगल से पकड़ा। पुलिस हत्या को लेकर पारिवारिक विवाद या अन्य कोई कारण मान रही है। बच्ची का मां से विवाद था।
सजा लोककला का मंच, मेले में 10 हजार लोग पहुंचे
उदयपुर:शिल्पग्राम महोत्सव शुरू... नगाड़ा बजाकर शुरुआत। उदयपुर| पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की ओर से शिल्पग्राम में 10 दिवसीय महोत्सव का शुभारंभ रविवार को हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे और अतिविशिष्ट आमंत्रित अतिथि, पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया सहित अन्य अतिथि मौजूद रहे। इस महोत्सव में देशभर से आए कलाकारों के लिए लोककला का मंच सजा, जिसमें सभी राज्यों से आए कलाकारों ने शानदार सांस्कृतिक प्रोग्राम प्रस्तुत किए। वहीं मेले में कई राज्यों की कलाकृतियों ने भी लोगों को लुभाया। पहले एंट्री निशुल्क रखी गई। वीकेंड और निशुल्क एंट्री के चलते 10 हजार से ज्यादा शहरवासी और पर्यटक मेला देखने पहुंचे। मेले में हर जगह दर्शकों की लंबी भीड़ लगी रही। -विस्तृत खबर सिटी भास्कर पर

