नालंदा जिला प्रशासन ने बोर्ड परीक्षा 2026 में बेहतर प्रदर्शन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग के साथ मिलकर एक व्यापक योजना तैयार की है। जिला पदाधिकारी कुंदन कुमार के निर्देश में शुरू की गई इस पहल के तहत कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए डिजिटल लर्निंग और विशेष क्रैश कोर्स का आयोजन किया जा रहा है। उन्नयन बिहार योजना का विस्तार जिला शिक्षा पदाधिकारी की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार, उन्नयन बिहार योजना के अंतर्गत बिहार बोर्ड के पाठ्यक्रम के अनुरूप माध्यमिक और उच्च माध्यमिक छात्र-छात्राओं के लिए लाइव क्लासेज का आयोजन https://youtube.com/@unnayanbiharpurnea) यूट्यूब के माध्यम से किया जा रहा है। यह कक्षाएं विशेष रूप से कक्षा 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए संचालित की जा रही हैं। 24 नवंबर 2025 से शुरू हुए इस क्रैश कोर्स का उद्देश्य आगामी 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में जिले के छात्रों का प्रदर्शन बेहतर बनाना है। जिले के सभी 282 उच्च माध्यमिक विद्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे निर्धारित समय सारणी के अनुसार लाइव क्लासेज का संचालन सुनिश्चित करें और छात्रों की शत-प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करें। टॉपर्स के लिए विशेष व्यवस्था शिक्षा विभाग ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए विशेष रणनीति तैयार की है। सेंटअप परीक्षा 2025 के परिणामों के आधार पर प्रत्येक विद्यालय से उच्च अंक प्राप्त करने वाले शीर्ष 20 छात्र-छात्राओं का चयन किया जाएगा। इन चयनित विद्यार्थियों के लिए जनवरी 2026 के प्रथम सप्ताह में OMR आधारित टेस्ट सीरीज का आयोजन किया जाएगा। जिला स्तर पर मूल्यांकन के बाद शीर्ष 50 छात्र-छात्राओं की पहचान की जाएगी, जिनके लिए विशेष ट्यूटोरियल और ऑनलाइन क्लासेज का प्रबंध किया जाएगा। इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए अलग से लिखित अभ्यास परीक्षाओं का भी आयोजन किया जाएगा। शिक्षकों की जवाबदेही तय जिला प्रशासन ने इस पूरी योजना की सफलता के लिए शिक्षकों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया है। सभी नोडल शिक्षकों, नामित शिक्षकों और वर्ग शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे इस कार्यक्रम में दृढ़ता से सहयोग करें। विभाग ने स्पष्ट किया है कि निर्देशों का पालन न करने पर कार्रवाई की जाएगी। अनुमंडलवार बैठक की तैयारी आज जिला शिक्षा कार्यालय के भूतल सभागार में अनुमंडलवार बैठक का आयोजन किया गया है। हिलसा, राजगीर और बिहारशरीफ अनुमंडलों के सभी प्रधानाध्यापकों और प्रभारी प्रधानाध्यापकों को इस बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। हिलसा अनुमंडल की बैठक दोपहर 3:00 से 3:45 बजे, राजगीर की 3:45 से 4:30 बजे और बिहारशरीफ की 4:30 से 5:15 बजे निर्धारित की गई है।
पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार को शक के आधार पर जांच के दौरान 2 फर्जी सीबीआई अधिकारी पकड़े गए। एयरपोर्ट से पुलिस को किसी ने फोन पर बताया कि 2 लोग कैंपस में रोज दिख रहे हैं, जो खुद को बातचीत में सीबीआई अधिकारी बताते हैं। इनकी एक पल्सर बाइक है, जिस पर केंद्रीय खुफिया ब्यूरो का स्टिकर लगा है। इस सूचना के बाद पुलिस ने जब दोनों शख्स को रोककर एयरपोर्ट पर पूछताछ किया तो दोनों फंस गए। फिर उन्हें पकड़कर एयरपोर्ट थाने पर लाया गया, जहां SDPO सचिवालय डॉक्टर अनु कुमारी ने भी दोनों से पूछताछ की। इस दौरान एक बड़े नेटवर्क के बारे में पता चला। बंगाल का शोहेल मिर्जा है मास्टरमाइंड एयरपोर्ट से पकड़े गए दोनों आरोपियों का नाम हिमांशु कुमार (42) और सत्यानंद कुमार (45) है। यह दोनों लगभग डेढ़ साल पहले पश्चिम बंगाल के वर्द्धमान के रहने वाले शोहेल मिर्जा के संपर्क में आए थे, जो इस गैंग का मास्टरमाइंड है। शोहेल मिर्जा के इशारे पर हिमांशु और सत्यानंद पटना के अलग-अलग हिस्सों में काम करते थे। दोनों को टास्क और टारगेट भी मिर्जा सौंपता था। इन दोनों से पहले इस गैंग से सोनपुर का सैयद खालिद अहमद जुड़ा, जिसकी पोजिशन इस गैंग में नंबर दो की है। अक्सर इसी के जरिए शोहेल मिर्जा बिहार में अपने नेटवर्क को पिछले डेढ़ साल से मजबूत करने में लगा है। फर्जी आईडी लेकर मार्केट में घूम रहे थे दोनों पूछताछ में हिमांशु और सत्यानंद ने बताया कि केवल वो ही नहीं, इस गैंग के बहुत सारे मेंबर बिहार में फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर घूम रहे हैं। सबको हूबहू सीबीआई के जैसे आईडी और ड्रेस प्रोवाइड किए गए हैं। गैंग की ओर से इन दोनों को स्टेट डायरेक्टर जनरल और स्टेट डायरेक्टर के पद पर बहला किया गया था। यह दोनों मिर्जा के करीबी सैयद खालिद अहमद को रिपोर्ट करते थे। उनके साथ फोन पर घंटों बातचीत होती थी। जिसमें वो टारगेट के बारे में टिप्स देता था और कैसे वर्क करना है, उसके बारे में बताते रहता था। तीन का नाम और नम्बर मिला इनके पास से फर्जी आईडी कार्ड बरामद किए हैं। इन्होंने पूछताछ में पुलिस को अपने तीन सहयोगियों शोहेल मिर्जा (वर्द्धमान, पश्चिम बंगाल), सैयद खालिद अहमद (सोनपुर), डीके वर्मा (रामपुर नगवा पालीगंज) का नाम और मोबाइल नंबर दिया है। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है। गैंग का मुख्य काम, बंगाल और सोनपुर में मीटिंग दोनों आरोपियों की मुलाकात सैयद खालिद अहमद के जरिए शोहेल मिर्जा से हुई थी। मिर्जा, सोनपुर और पटना में अपने गैंग के मेंबर्स के साथ मीटिंग कर चुका है। गैंग का मुख्य काम ठगी करना है। सीबीआई के नाम पर लोगों को डराकर रुपए भी ऐंठते थे। गैंग के मेंबर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से एक्टिव हैं। कुछ टास्क उन्हें बंगाल से मिलते हैं, कुछ यहीं से पूरा करते हैं।
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने बिहार में चल रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान को अमानवीय बताते हुए सरकार और प्रशासन पर हमला बोला है। सांसद ने कहा कि अगर सरकार दो महीने के भीतर प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की व्यवस्था नहीं करती, तो वे खुद 2-2 डिसमिल जमीन खरीदकर 500 बेघर परिवारों को बसाएंगे। अर्जुन भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे बिहार में छोटे व्यापारियों, दलितों, गरीबों, कमजोर तबकों और फुटपाथ पर जीवन गुजारने वाले परिवारों को बिना नोटिस और बिना पुनर्वास उजाड़ा जा रहा है। जबकि बड़े-बड़े भू-माफिया और प्रभावशाली लोग सुरक्षित हैं। लोकसभा में भी यह मुद्दा उठाया गया है और प्रशासनिक मनमानी पर रोक लगाने के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा चुके हैं। नालंदा, बेगूसराय, पटना, पाटलिपुत्र, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, दरभंगा, पूर्णिया में गरीबों के घर और दुकानें उजाड़ दी गईं। लेकिन सरकारी जमीन पर बने महंगे कॉम्प्लेक्स, होटल और अस्पताल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। पूर्णिया शहर में वेडिंग जोन और फूड प्लाजा जैसी सुविधाएं वर्षों से तैयार हैं, लेकिन दुकानदारों को आवंटित नहीं की जा रहीं। वहीं, खुश्कीबाग और गुलाबबाग जैसे इलाकों में बिना नक्शा पास किए तीन-चार मंजिला इमारतें खड़ी हैं। मगर प्रशासन उन्हें छूता तक नहीं। सांसद ने अरोरा गुहा बस्ती का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां 150 दलित परिवार पीढ़ियों से रहते आए हैं। सड़क एमएलए फंड से बनी, बिजली का बिल नियमित भरा जाता रहा और कई घरों को इंदिरा आवास भी मिला। इसके बावजूद बिना कानूनी नोटिस दिए पूरी बस्ती उजाड़ दी गई। महिलाओं-बुजुर्गों पर लाठीचार्ज पप्पू यादव ने बेगूसराय की महादलित बस्ती पर कार्रवाई का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि 500 परिवारों को बेघर कर दिया गया और महिलाओं-बुजुर्गों पर लाठीचार्ज तक किया गया, जो मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन है। छह पुश्तों से रह रहे परिवारों को अचानक अवैध ठहराकर घर तोड़ दिए जा रहे हैं। बिना पुनर्वास के किसी गरीब, दलित, ठेला-पटरी वाले या छोटे दुकानदार को उजाड़ने की कार्रवाई तुरंत रोकी जाए। गांवों में कम से कम 5 डिसमिल जमीन और शहरों में दुकानें आवंटित किए बिना कार्रवाई करना पूरी तरह गैरकानूनी है।प्रशासन बुलडोजर सरकार की तरह बर्ताव कर रहा है, जो हिटलर व चंगेज खां से भी अधिक कठोर प्रतीत होता है। इस संबंध में पूर्णिया डीएम से भी बातचीत की है और स्पष्ट कहा है कि कानून से ऊपर कोई नहीं। सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे पप्पू यादव ने कहा कि यदि सरकार गरीबों के पुनर्वास की स्पष्ट नीति नहीं बनाती और प्रभावित लोगों को राहत नहीं मिलती, तो वे सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई ले जाएंगे। उन्होंने यह भी मांग की कि सभी जिलों में हुई कार्रवाई की जांच कराई जाए और बिहार के मंत्रियों, नेताओं, डॉक्टरों व पदाधिकारियों की संपत्तियों का सत्यापन किया जाए।
बिहार में इंडिगो एयरलाइंस की समस्या बड़ी होती जा रही है। पटना से पिछले 24 घंटों में 11 फ्लाइट रद्द हो चुकी हैं, जबकि दरभंगा और गया एयरपोर्ट पर भी उड़ानें कैंसिल और डिले होने का सिलसिला जारी है। क्रू-की कमी के कारण देशभर में इंडिगो की ऑपरेशनल क्षमता चरमरा गई है। सबसे ज्यादा मुश्किल बिहार के यात्रियों को हो रही है, क्योंकि यहां कनेक्टिंग फ्लाइटें कम हैं, विकल्प सीमित हैं और समय पर सूचना नहीं मिलने की वजह से लोग एयरपोर्ट पर फंस गए हैं। कई यात्री बीमार परिजनों को लेकर इलाज के लिए दिल्ली-मुंबई जा रहे थे, कुछ विदेश में जॉब ज्वाइन करने की तैयारी में थे, तो कुछ इंटरव्यू के लिए निकल चुके थे। लेकिन एयरलाइंस ने उन्हें एयरपोर्ट पहुंचने के बाद बताया कि 'फ्लाइट कैंसिल है', 'अगले 2–3 दिन तक टिकट नहीं मिलेगा' या 'अपडेट की स्थिति में नहीं हैं।' पटना, दरभंगा और गया इन तीनों एयरपोर्ट्स पर यात्रियों ने 10–12 घंटे फर्श, सीढ़ियों और कुर्सियों पर काटे। कई लोग रात भर जागते रहे। महिला, बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा परेशान दिखे। पटना, गया और दरभंगा एयरपोर्ट पर क्या हालात हैं, फ्लाइट कितनी कैंसिल हैं, यात्री कैसे घर लौट रहे हैं ये जानने के लिए दैनिक भास्कर की टीम एयरपोर्ट पर पहुंची, पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पटना एयरपोर्ट पर कैसी थी स्थिति, देखें 3 तस्वीरें... सबसे पहले पटना एयरपोर्ट, हजारों लोग लौटे, 12 घंटे के इंतजार में थककर बैठी भीड़ पटना एयरपोर्ट पर शुक्रवार की सुबह से ही यात्री परेशान दिखे। टर्मिनल-1 के बाहर लंबी कतारें और अंदर हालात और भी खराब। सुबह 9 बजे से ही यात्रियों की भीड़ बढ़ती गई। जिनके हाथों में टिकट थे, वे काउंटर पर गए तो एक ही जवाब मिला... 'फ्लाइट कैंसिल हो गई है।' डिस्प्ले बोर्ड पर इंडिगो की उड़ानें लाल अक्षरों में 'Cancelled' दिख रही थी। मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पुणे लगभग सभी प्रमुख रूटों की फ्लाइटें रद्द हो चुकी थीं। कुछ यात्रियों को फ्लाइट रद्द की सूचना रास्ते में मिली। कई ऐसे थे जो एयरपोर्ट पहुंचे तब उन्हें पता चला कि 24 घंटों में 11 फ्लाइटें नहीं उड़ सकीं। एयरपोर्ट पर तैनात CISF कर्मी भीड़ नियंत्रित करने में जुटे थे, लोग बार-बार इनसे पूछ रहे थे, 'हम अब क्या करें?' ऐसी स्थिति में लोग जमीन पर बैठकर टिकट चेक कर रहे थे, महिलाएं बच्चों को गोद में लिए ऊंघ रही थीं। डिस्प्ले बोर्ड बार-बार रद्द उड़ानों की सूची अपडेट कर रहा था। पटना एयरपोर्ट पर यात्रियों ने क्या कहा... कोई रास्ता नहीं बचा- देवेश सऊदी से लौटे देवेश मिश्र ने बताया, 'एयरपोर्ट पहुंचकर पता चला कि 8 दिसंबर तक कोई फ्लाइट नहीं है। मैं कोलकाता जाना चाहता हूं, लेकिन यहां से कोई रास्ता नहीं बचा है।' सुनीता देवी अपने बेटे के इलाज के लिए पटना से दिन में निकल चुकी थीं। रास्ते में मैसेज आया फ्लाइट कैंसिल। उन्होंने कहा, 'दूसरी फ्लाइट देखी तो किराया तीन गुना था। हम क्या करें?' पटना एयरपोर्ट पर कोई ऑप्शन नहीं- गुलाम मोहम्मद पटना एयरपोर्ट पर एक यात्री गुलाम मोहम्मद ने कहा, 'मुझे कुवैत जाना है। पहले मैंने कोशिश की कि अगर दिल्ली तक की कोई फ्लाइट मिल जाए तो मैं जल्दी पहुंच सकूं, लेकिन पटना एयरपोर्ट पर फिलहाल कोई विकल्प उपलब्ध नहीं है। मेरी मूल फ्लाइट मुंबई के लिए थी, जहां से मुझे कुवैत के लिए कनेक्टिंग फ्लाइट पकड़नी थी।' अब जानिए दरभंगा एयरपोर्ट का हाल, यात्रियों ने क्या कहा... 'सर, अपडेट नहीं मिला है' यही लाइन दोहराई जा रही थी दरभंगा एयरपोर्ट सामान्य दिनों में शांत रहता है, मगर शुक्रवार को हालात बिल्कुल उलट थे। सुबह से ही टर्मिनल के बाहर यात्रियों की भीड़ थी। अधिकांश लोग दिल्ली और बेंगलुरु जाने वाले थे। इंडिगो की उड़ानें पहले 'डिले' बताई गईं, फिर अचानक 'कैंसिल' का संदेश आया। समस्या यह कि दरभंगा से ऑप्शनल उड़ानें सीमित हैं, इसलिए यात्रियों के पास न पटना जल्दी पहुंचने का विकल्प था, न बनारस। वेटिंग हॉल में बैठने की जगह नहीं बची। लोग फर्श पर बैठकर चार्जर पोर्ट ढूंढ रहे थे। एयरपोर्ट प्रबंधन बार-बार मदद करने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इंडिगो स्टाफ के पास यात्रियों के सवालों का जवाब नहीं था। 'सर, अपडेट नहीं मिला है' यही लाइन दोहराई जा रही थी एयरपोर्ट आने में मुझे 5 हजार रुपए लग गए अमित कुमार ने कहा कि मैं दरभंगा एयरपोर्ट पर सुबह 11 बजे पहुंचा था। यहां आया तो पता चला कि फ्लाइट कैंसिल हो गई है। यहां सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। पहले सूचना दे दी जाती तो यहां नहीं आते। एयरपोर्ट आने में मुझे 5 हजार रुपए लग गए हैं। स्टूडेंट प्रियांशु झा दिल्ली में एग्जाम देने जा रहे थे, रोते हुए बोला, 'फ्लाइट रद्द, ट्रेन का टिकट नहीं, बस से पहुंचने में 24 घंटे लगेंगे। मेरी परीक्षा छूट रही है।' इसी तरह एक बुजुर्ग जोड़े को परिवार के एक सदस्य के देहांत पर दिल्ली जाना था, वे एयरपोर्ट पर खड़े-खड़े थक चुके थे। उन्होंने कहा, 'बेटा चला गया, हम अंतिम बार उसे देखने भी नहीं जा पा रहे।' सबसे दर्दनाक दृश्य था, एक महिला अपनी दो बेटियों के साथ सीढ़ियों पर बैठी फोन करती रही, 'बाबूजी, हम आज नहीं आ पाएंगे। फ्लाइट बंद हो गई है।' बच्चियां भूख के कारण बार-बार मां की गोद में सो रही थीं। दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों ने किया हंगामा दरभंगा एयरपोर्ट पर शुक्रवार को हंगामा हो गया था। एयरपोर्ट पहुंचे यात्रियों ने बताया कि उड़ान रद्द होने की जानकारी समय पर नहीं मिलने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्रियों ने बताया कि फ्लाइट कैंसिल होने के बाद अन्य कंपनियों का टिकट किराया भी बढ़ा दिया गया, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गईं। कई लोगों ने कहा कि अगर एयरलाइंस समय पर जानकारी दे देती, तो न एयरपोर्ट आते और न ही आर्थिक नुकसान होता। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों को कराया शांत एयरपोर्ट प्रशासन ने स्थिति संभालने की कोशिश की और यात्रियों को शांत कराया। प्रशासन ने कहा कि एयरलाइंस से इस संबंध में जवाब तलब किया जाएगा और यात्रियों को आवश्यक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इधर, रद्द हुई उड़ानों के यात्रियों में से कई को एयरलाइन की ओर से टिकट कैंसिल कर रिफंड दे दिया गया है। कुछ यात्रियों को 12 तारीख के बाद की उड़ानों पर एडजस्ट किया जा रहा है। इस पर भी यात्रियों ने आपत्ति जताते हुए कहा कि कई दिनों बाद की डेट देने के पीछे एयरलाइंस स्पष्ट कारण नहीं बता रही है। गया एयरपोर्ट का क्या रहा हाल, 2 कनेक्टिंग फ्लाइट्स हुईं कैंसिल... इंडिगो ने सड़क मार्ग से लोगों को भेजा गया एयरपोर्ट से भी इंडिगो की 2 फ्लाइट रद्द कर दी गई। ये दोनों कनेक्टिंग फ्लाइट्स हैं। जो दिल्ली से गया होते हुए कोलकाता और कोलकाता से गया होते हुए दिल्ली जाती है। फ्लाइट रद्द होने यात्रियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। हालांकि इंडिगो की ओर से यात्रियों के सुविधा अनुसार उन्हें विभिन्न एयरपोर्ट के लिए सड़क मार्ग से जाने की सुविधा मुहैया कराई है। बड़ी संख्या में यात्री रांची-पटना के लिए प्रस्थान कर गए। एयरपोर्ट प्रभारी निदेशक अविनाश सोरेंग ने बताया कि इंडिगो प्रबंधन की अपनी समस्या चल रही है। समस्या पायलट से जुड़ी है, जिसकी वजह से यह परेशानी है। दिल्ली एयरपोर्ट पर बिहार जाने वाले फंसे, टिकट 3 गुना, कई यात्रियों को फर्श पर सोना पड़ा पहले फ्लाइट लेट बताई, फिर कैंसिल दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार को बिहार लौटने वाले यात्रियों की भीड़ असामान्य रूप से बढ़ी हुई थी। पटना, दरभंगा और गया जाने वाली इंडिगो की फ्लाइटें पहले 'डिले' बताई गईं, फिर अचानक कैंसिल हो गई। कई यात्री रात से ही टर्मिनल-3 के गेट नंबर-5 और 6 के पास फंसे हुए थे। भीड़ इतनी थी कि सुरक्षा कर्मियों को लगातार लोगों को समझाना पड़ रहा था। 'अभी कोई उड़ान नहीं है, कृपया धैर्य रखें।' सबसे मुश्किल में वे लोग थे जिनके घर में बीमार परिजन थे, या जिनकी ट्रेन-बस के टिकट अगले कई दिनों तक उपलब्ध नहीं थे। बीमार पिता को सीढ़ियों पर लेटना पड़ा पटना की रहने वाली ज्योति कुमारी अपने बीमार पिता को एम्स में दिखाकर लौट रही थीं, लेकिन फ्लाइट रद्द होने के बाद वे पूरी रात एयरपोर्ट की कुर्सियों पर बैठीं रहीं। उन्होंने कहा, 'हमने पहले सोचा कि रात में निकल जाएंगे, लेकिन अब पता चला है कि कल भी उड़ान नहीं है। पापा यहां सीढ़ियों पर लेटे हैं, दवा का टाइम निकल रहा है।' इसी तरह, दरभंगा का एक छात्र अमन ने बताया, 'मुझे सुबह परीक्षा देनी थी, पर अब मैं एयरपोर्ट पर फंसा हूं। मैं 10 घंटे से बैठा हूं। ट्रेन का टिकट नहीं मिला। अब एग्जाम जाने का कोई रास्ता नहीं।' यात्रियों की भीड़ भी बढ़ती जा रही सबसे अधिक निराशा उन लोगों में दिखी जो आपात स्थिति में घर लौटना चाहते थे। किसी के घर में शादी, किसी का अंतिम संस्कार, तो किसी की डिलीवरी डेट नजदीक थी। पर एयरलाइन काउंटर पर एक ही जवाब 'अगले 48–72 घंटे तक अपडेट नहीं है।' बिहार से वापस दिल्ली आने वाले यात्रियों की भीड़ भी बढ़ती जा रही है, क्योंकि कनेक्टिंग फ्लाइटें मिस होने का डर सबके चेहरों पर साफ दिख रहा था। अब जानें पटना से 4 बड़े शहरों के लिए फ्लाइट्स के कितने में मिल रहे टिकट,
विजयवर्गीय बोले:आईएएस वर्मा पर कड़ी कार्रवाई होगी, बिहार विस में हुआ विरोध
ब्राह्मण समाज पर की गई टिप्पणी के बाद आईएएस संतोष वर्मा का विरोध लगातार जारी है। शुक्रवार को विधानसभा की कार्रवाई के बाद मीडिया के सवाल पर नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने वर्मा के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण और निंदाजनक बताया। उन्होंने कहा कि सरकार आईएएस अधिकारी को कड़ी से कड़ी सजा देने की कोशिश सरकार कर रही है। वहीं, ब्राह्मण नेता लगातार केंद्र पर भी दबाव बना रहे हैं। बिहार विस में भी वर्मा के बयान का विरोध हुआ। भोपाल सांसद आलोक शर्मा के बाद अब पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी भी केंद्रीय कार्मिक मंत्री जितेंद्र सिंह से मिलकर वर्मा के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुके हैं।
पटना। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन ने नीतीश कुमार को 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी है। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, लंदन ने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई देते हुए कहा है, कि यह देश के लिए गौरव की बात है कि वर्ष […] The post वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने नीतीश को 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई दी appeared first on Sabguru News .
यूपी से बिहार जा रही शराब पलामू में पकड़ी गई:पार्सल वैन में छिपाकर ले जा रहे तस्कर को किया गिरफ्तार
4 दिसंबर को चियांकी स्थित बाबा ढाबा होटल के पास एक संदिग्ध पार्सल वैन से भारी मात्रा में अवैध शराब जब्त की गई। पुलिस ने इस मामले में समस्तीपुर, बिहार के रहने वाले 23 वर्षीय रोहित कुमार को गिरफ्तार किया है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि एक बेलोरो पिकअप वैन संदिग्ध अवस्था में खड़ी है। सूचना के सत्यापन के लिए टीम मौके पर पहुंची, जहां पेट्रोल पंप के पास सफेद रंग की यह पार्सल वैन खड़ी पाई गई। आसपास के लोगों से पूछताछ के दौरान रोहित कुमार नामक युवक संदिग्ध हालत में मिला। लोहे के टीन से एक अतिरिक्त बॉक्स बनाया गया था वाहन की शुरुआती तलाशी में वह खाली प्रतीत हुई। हालांकि, गहन जांच करने पर पता चला कि पिकअप वैन की छत पर लोहे के टीन से एक अतिरिक्त बॉक्स बनाया गया था। यह बॉक्स स्क्रू और वेल्डिंग के माध्यम से पूरी तरह से बंद था। इसे खोलने पर उसके अंदर अवैध शराब पाई गई। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि गाड़ी का नंबर प्लेट फर्जी था। पुलिस ने वाहन और शराब को जब्त कर सदर थाने में मामला दर्ज कर लिया है। बरामद सामान में फर्जी नंबर प्लेट लगी एक पिकअप वैन शामिल है। इसके अलावा, कुल 38 कार्टून शराब जब्त की गई, जिसमें प्रत्येक बॉक्स में 180 ML की 'ऑफिसर्स चॉइस' ब्रांड की 48 पाउच थीं, जिनकी कुल मात्रा 330 लीटर है। अलग से 497 पाउच 'ऑफिसर्स चॉइस' ब्रांड की शराब भी मिली, जिसकी मात्रा 90 लीटर है। छापेमारी दल में थाना प्रभारी लालजी, टीओपी 2 प्रभारी नबी अंसारी और राकेश कुमार शामिल थे। इनके साथ आरक्षी 112 बच्चन राम, सहायक आरक्षी 137 गणेश सिंह और सदर थाना के सशस्त्र बल चालक भी मौजूद थे।
पटना एयरपोर्ट के पास से पुलिस ने 2 लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। दोनों के पास CBI की फर्जी ID थी। उनकी बाइक पर भी CBI लिखा था। हवाई अड्डा थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग खुद को CBI से जुड़ा बताकर एयरपोर्ट के पास घूम रहे हैं। सूचना पर पुलिस टीम तुरंत एयरपोर्ट पहुंची और दोनों से पूछताछ की। जांच के दौरान दोनों के पास से केंद्रीय जांच एजेंसी के फर्जी पहचान पत्र बरामद किए गए। उनकी मोटरसाइकिल पर भी एजेंसी का लोगो लगा मिला, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। SDPO 1 सचिवालय, डॉ. अनु कुमारी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इन 2 लोगों को गिरफ्तार किया है CBI का डर दिखाकर लोगों को ठगते थे पुलिस गिरफ्त में आए दोनों आरोपियों की पहचान हिमांशु कुमार (42) और सत्यानंद कुमार (45) के रूप में हुई है। हिमांशु बिहटा और सत्यानंद कुमार शाहपुर का रहने वाला है। पुलिस की पूछताछ में इन दोनों ने बताया है कि पिछले एक साल से एक्टिव थे। फर्जी ID दिखाकर लोगों से ठगी करते थे। इनके अलावा इस गैंग में बहुत सारे सक्रिय मेंबर हैं, जो मार्केट में फर्जी CBI अधिकारी बनकर घूम रहे हैं। फिलहाल इन लोगों ने अपने तीन साथियों का नाम बताया है। जिनमें शोहेल मिर्जा वर्द्धमान पश्चिमबंगाल, सैयद खालिद अहमद सोनपुर, डीके वर्मा रामपुर नगवा पालीगंज के शामिल हैं। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। 3 तरह से गैंग काम करता है इस तरह की गैंग 3 तरह से काम करती है। सबसे पहले इन लोगों का टारगेट बेरोजगार युवा होते हैं। गैंग आसपास के इलाकों में CBI में वैकेंसी के पोस्टर लगाकर युवाओं को मोटी रकम ठगती है। कई बार फ्लाइट्स से उतरते ही डॉक्युमेंट्स में गड़बड़ी बताकर ये गैंग लोगों से मोटी रकम वसूलती है। लोग इन्हें सही मानकर जैसे ये कहते हैं वैसा कर देते हैं। ज्यादातर मामलों में इन लोगों के खिलाफ कोई शिकायत भी नहीं आती। जिससे ये लंबे समय तक बचे रहते हैं। गैंग लोगों को अपराध में शामिल होने का डर दिखाकर भी पैसे वसूलता है। एयरपोर्ट से निकलते ही सामान की चेकिंग होती है। यात्री के सामान में कुछ भी रख दिया जाता है फिर उसे ब्लैकमेल करते हैं।
ललित सुरजन की कलम से - बिहार के बाद क्या?
पहले तो लोग इस बात पर माथापच्ची करते रहे कि बिहार में विधानसभा चुनावों के नतीजे क्या होंगे। जिस दिन मतदान का आखिरी चरण सम्पन्न हुआ उस दिन तमाम विशेषज्ञ एक्जिट पोलों की चीर-फाड़ में लग गए
हत्या के 4 मामलों में बिहार का 25 हजार का ईनामी भगोड़ा लुधियाना से गिरफ्तार
लुधियाना/पटना| चार हत्या मामलों में वांछित 25 हजार का ईनामी अपराधी सुबोध राय को पटना पुलिस ने लुधियाना के टिब्बा थाना क्षेत्र के रमेशनगर से गिरफ्तार कर लिया। सुबोध दीघा थाना के इलाका निकटा दियारा का रहने वाला है और इसी साल जनवरी में मनेर इलाके में जमीन विवाद को लेकर हुई हत्या में नामजद है। 5 माह तक बिहार में ठिकाने बदलने के बाद सुबोध 6 महीने पहले लुधियाना पहुंचा। यहां भाई के छोटे होटल में काम करने लगा। पुलिस से बचने को उसने नाम और हुलिया भी बदला। लेकिन पुलिस के पास उसकी पुरानी फोटो और पुख्ता इनपुट मौजूद थे। 5 दिन पहले पटना पुलिस की स्पेशल सेल को सूचना मिली कि सुबोध लुधियाना में छिपा है। टीम तुरंत रवाना हुई। वीरवार रात दबिश देकर उसे पकड़ा। पुलिस उसे अपने साथ ट्रेन से पटना ले गई।
मेडिकल व इंजीनियरिंग की निःशुल्क तैयारी कराएगा बिहार बोर्ड, इसके लिए शुरू की दो महत्वपूर्ण योजनाएं
एजुकेशन रिपोर्टर|बेतिया बिहार विद्यालय परीक्षा समिति स्कूली मेडिकल व इंजीनियरिंग की निःशुल्क तैयारी कराएगी। बोर्ड इसके लिए दो योजनाएं संचालित कर रहा है। पहली योजना बीएसईबी सुपर 50 है। इस योजना के तहत छात्रों को दो वर्षों तक पटना में इंजीनियरिंग व मेडिकल की कोचिंग कराई जाएगी। यह कोचिंग आवासीय होगा। आवासीय कोचिंग के दौरान छात्रों को कोटा, हैदराबाद, दिल्ली,कोलकाता आदि शहरों के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों में पूर्व में पढ़ाने वाले देश के श्रेष्ठ व अनुभवी शिक्षक जेईई व नीट की तैयारी कराएंगे। बीएसईबी सुपर 50 में नामांकित छात्र-छात्राओं को निःशुल्क शिक्षण के साथ भोजन व आवासन की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। आवासीय शिक्षण केन्द्र में छात्रों की प्रत्येक माह दो बार ओएमआर टेस्ट लिया जाएगा। संस्थान में एसी क्लास रूम, डिजिटल बोर्ड सहित अन्य बहुत सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। वहीं मेडिकल व इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए छात्रों को उत्कृष्ट कोटि की विशेष पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी। छात्रावास में छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य की नियमित जांच की भी सुविधा उपलब्ध होगी। बोर्ड की दूसरी योजना के तहत छात्रों को मेडिकल व इंजीनियरिंग की गैर आवासीय तैयारी कराई जाएगी। इस योजना के तहत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति राज्य के नौ प्रमण्डलीय जिलों पटना, मुजफ्फरपुर, छपरा, दरभंगा, सहरसा, पूर्णिया, भागलपुर, गया व मुंगेर में जेईई व नीट की तैयारी कराई जाएगी। गैर आवासीय कोचिंग की समयावधि भी दो वर्षों की होगी। इसमें भोजन व आवासन को छोड़ अन्य सभी सुविधाएं बीएसईबी सुपर 50 की तरह ही होंगी। साथ में कोचिंग अवधि तक प्रति विद्यार्थी प्रतिमाह 1000 छात्रवृत्ति के रूप में भी दी जाएगी। जांच परीक्षा के लिए बोर्ड ने 10 दिसंबर तक आवेदन की समय-सीमा निर्धारित की है। जांच परीक्षा कंप्यूटर बेस्ड होगी। बोर्ड की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार बिहार बोर्ड, सीबीएसई बोर्ड व आईसीएसई बोर्ड सहित अन्य बोर्ड से 2026 की दसवीं की वार्षिक परीक्षा में सम्मिलित होने वाले वैसे विद्यार्थी, जो 11 वीं कक्षा में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से संबद्ध +2 विद्यालयों में नामांकन की इच्छा रखते हैं। वे इस योजना के तहत पढ़ने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) पटना (बिहार) की टीम गुरुवार को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद पहुंची। यहां टीम ने ग्रीन पार्क कॉलोनी में कालड़ा गन हाउस के संचालक के घर पर छापेमारी की। टीम ने उनके दफ्तर की भी तलाशी ली। रात 10 बजे के बाद तक टीम की कार्रवाई जारी रही। टीम 2 प्राइवेट गाड़ियों से रेड करने पहुंची थी। जानकारी के मुताबिक, NIA ने हरियाणा से लेकर बिहार तक 22 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है। यह पूरा मामला हथियारों की अवैध तस्करी से जुड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार के कई इलाकों में अवैध गोला-बारूद की तस्करी के नेटवर्क से जुड़ी बताई जा रही है। यह तस्करी आतंकी नेटवर्क को मजबूत करने की साजिश का हिस्सा हो सकती है। सुबह 5 बजे छापेमारी NIA ने सुबह करीब 5 बजे कालड़ा गन हाउस के संचालक के घर पर छापेमारी शुरू की। यहां जांच के बाद टीम ने उनके दफ्तर में पहुंची। टीम ने घर और दफ्तर से काफी दस्तावेज को बरामद कर जब्त किया। इस पूरी कार्रवाई को किसी के साथ शेयर नहीं किया गया। टीम ने मीडिया से भी दूरी बनाकर रखी। टीम ने सुरक्षा के लिहाज से कुरुक्षेत्र पुलिस से सहयोग लिया। दिल्ली ब्लास्ट केस से जुड़ते तार? मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिस टेरर कॉन्सपिरेसी केस में छापेमारी चल रही है, उसी की जांच के दौरान दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट से जुड़े कुछ अहम सुराग भी मिले हैं। इसी वजह से अब एजेंसी इस बात की पड़ताल कर रही है कि ब्लास्ट केस के आरोपियों या संदिग्धों का इस गिरोह से कोई सीधा या परोक्ष संबंध तो नहीं है। उत्तर भारत में फैला नेटवर्क जांच में पता चला है कि उत्तर भारत में सक्रिय यह गिरोह कई राज्यों में अपना नेटवर्क चलाता था। यह समूह लंबे समय से पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की निगरानी में था। NIA के मुताबिक, यह पूरा मामला एक संभावित आतंकी मॉड्यूल की जांच का हिस्सा है। इसी एफआईआर की जांच के दौरान जो नए सुराग सामने आए हैं। उनके आधार पर अब दोनों मामलों के बीच कनेक्शन तलाशे जा रहे हैं।
मधुबनी विधायक ने कहा, 'लालटेन युग' समाप्त:नीतीश राज में बिहार भयमुक्त बना, लोग इस विकास से खुश हैं
बिहार विधानसभा की प्रथम बैठक में मधुबनी के विधायक माधव आनंद ने महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि 2005 से पहले लोग बिहार का नाम लेने से हिचकते थे, लेकिन अब गर्व से लिया जाता है। विधायक आनंद ने बताया कि पहले लोग लालटेन की रोशनी में पढ़ाई करते थे। अब घर-घर बिजली पहुंच चुकी है, जिससे 'लालटेन युग' समाप्त हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग अभी भी 'लालटेन युग' में जी रहे हैं, वे पुराने दौर में ही फंसे हुए हैं। माधव आनंद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शासनकाल में बिहार में हुए विकास की सराहना की। उन्होंने दावा किया कि राज्य के लोग इस विकास से खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने गृह मंत्री को संबोधित करते हुए कहा कि भले ही कुछ लोगों को इस विकास की गति से कष्ट हो, लेकिन बिहार में यही रफ्तार बनी रहनी चाहिए। उनका मानना था कि यह गति बिहार को भयमुक्त बनाने के लिए आवश्यक है।
अयोध्या में SIR मुद्दे पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने सर्किट हाउस में संगठनात्मक बैठक की। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि भाजपा हमेशा जनता के बीच रहकर काम करती है। भाजपा बिरसा मुंडा, सरदार पटेल जयंती, पीएम मोदी और महात्मा गांधी के जन्मदिवस जैसे सभी प्रमुख कार्यक्रम मनाती है। वंदे मातरम के 150 वर्ष पूरे होने पर भी भाजपा ने व्यापक स्तर पर आयोजन किए। उन्होंने कहा कि भाजपा अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर जनता के बीच जाती है, जो उसकी पारदर्शिता को दर्शाता है। SIR पर सवाल उठाने वाले विपक्ष को चौधरी ने सिर्फ राजनीतिक एजेंडा चलाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि बिहार में SIR हुआ, वहाँ 12,000 से अधिक प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा और किसी ने तब कोई आपत्ति नहीं की।आरोप लगाया कि विपक्ष हारने पर ही रोना-गाना शुरू करता है और जीतने पर चुप रहता है। यूपी में चल रही SIR प्रक्रिया को उन्होंने पूर्णतः पारदर्शी और न्यायसंगत बताया। प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार, SIR में अपात्र लोग स्वतः बाहर होंगे और पात्र लोगों को मतदाता सूची में शामिल किया जाएगा। अभियान लोकतंत्र की शुद्धता से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है भाजपा कार्यालय में महानगर व जिला इकाई की संयुक्त कार्यशाला में प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा चलाया जा रहा विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान लोकतंत्र की शुद्धता से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है। इस अभियान में सभी बूथ कमेटियों की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि उनके क्षेत्र का कोई भी पात्र मतदाता सूची से छूटने न पाए और कोई भी बोगस मतदाता सूची में शामिल न होने पाए। यदि कोई व्यक्ति दो स्थानों से मतदाता बना पाया जाता है तो तुरंत सूचना देंउन्होंने कहा कि 16 दिसम्बर को मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन होने के बाद सभी बूथ कमेटियां गंभीरता से सूची का अवलोकन करें। यदि कोई व्यक्ति दो स्थानों से मतदाता बना पाया जाता है या कोई संदिग्ध अथवा फर्जी नाम सूची में दर्ज दिखाई देता है तो उसकी सूचना तत्काल लिखित रूप में चुनाव आयोग को दें। यह अभियान केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं बल्कि लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने का माध्यम है।भूपेन्द्र चौधरी ने कहा कि पुनरीक्षण के तहत जिन बूथों की संख्या बढ़ाई गई है, उनके पोलिंग स्टेशनों का भौतिक निरीक्षण जिला व महानगर के पदाधिकारी अवश्य करें। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि चुनाव के दिन मतदाताओं को वहां तक पहुंचने में किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि संगठन के पदाधिकारी शक्ति केंद्रों व बूथ पदाधिकारियों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखें ताकि किसी भी समस्या का समय रहते समाधान हो सके।उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे प्रत्येक घर तक पहुंचकर मतदाता सूची की जांच करें और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं।कार्यशाला में प्रस्तावना क्षेत्रीय महामंत्री व महानगर प्रभारी विजय प्रताप सिंह ने रखी जबकि स्वागत महानगर अध्यक्ष कमलेश श्रीवास्तव और समापन जिलाध्यक्ष संजीव सिंह ने किया। कार्यक्रम में विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, महामंत्री शैलेन्द्र कोरी, अभियान प्रभारी तिलकराम मौर्य सहित बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
लखनऊ के इटौंजा इलाके में बिहार में सप्लाई के लिए चंडीगढ़ से लाई जा रही भारी मात्रा में अवैध शराब को यूपी एसटीएफ ने पकड़ लिया। टोल प्लाजा सीतापुर रोड थाना इटौंजा पर की गई कार्रवाई में एसटीएफ व स्थानीय पुलिस टीम ने एक तस्कर को पकड़कर भारी मात्रा माल बरामद किया। एसटीएफ की टीम बुधवार रात लखनऊ में सक्रिय थी। इसी दौरान सूचना मिली कि आलू की बोरियों के बीच चंडीगढ़ से अवैध शराब छिपाकर बिहार ले जाई जा रही है। इसके बाद एसटीएफ, आबकारी विभाग और इटौंजा पुलिस ने टोल प्लाजा सीतापुर रोड इटौंजा पर घेराबंदी कर ट्रक को रोक लिया और आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान कांगड़ा हिमाचल प्रदेश निवासी सुशील कुमार के रूप में हुई। आरोपी के पास अलग-अलग ब्रांड की 13 हजार 812 बोतलें बरामद हुई हैं। लोडिंग के बाद डिलीवरी की लोकेशन बताई जाती है पूछताछ में आरोपी ने खुलासा किया कि उसका एक गिरोह है, जो पंजाब और चंडीगढ़ से अंग्रेजी शराब मंगवाकर बिहार में सप्लाई करता है। आरोपी ने बताया कि माल चंडीगढ़ निवासी कपिल वर्मा ने लोड कराया था और बिहार पहुंचने पर आगे की डिलीवरी की लोकेशन बताई जाती। पकड़े गए तस्कर के खिलाफ थाना इटौंजा में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने गुरुवार को अलग-अलग राज्यों में छापेमारी की। जानकारी के मुताबिक, NIA ने हरियाणा से लेकर बिहार तक 22 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है। यह पूरा मामला हथियारों की अवैध तस्करी से जुड़ा है। सूत्रों के मुताबिक, यह छापेमारी उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार के कई इलाकों में अवैध गोला-बारूद की तस्करी के नेटवर्क से जुड़ी बताई जा रही है। NIA की टीम कई संदिग्धों के ठिकानों पर तलाशी ले रही है और मामले से जुड़े अहम सबूत जुटाने का प्रयास कर रही है। एजेंसी का मानना है कि यह तस्करी आतंकी नेटवर्क को मजबूत करने की साजिश का हिस्सा हो सकती है। दिल्ली ब्लास्ट केस से जुड़ते तार? मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जिस टेरर कॉन्सपिरेसी केस में छापेमारी चल रही है, उसी की जांच के दौरान दिल्ली के लाल किले के पास हुए ब्लास्ट से जुड़े कुछ अहम सुराग भी मिले हैं। इसी वजह से अब एजेंसी इस बात की पड़ताल कर रही है कि ब्लास्ट केस के आरोपियों या संदिग्धों का इस गिरोह से कोई सीधा या परोक्ष संबंध तो नहीं है। उत्तर भारत में फैला नेटवर्क जांच में पता चला है कि उत्तर भारत में सक्रिय यह गिरोह कई राज्यों में अपना नेटवर्क चलाता था। यह समूह लंबे समय से पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की निगरानी में था। एनआईए के मुताबिक, यह पूरा मामला एक संभावित आतंकी मॉड्यूल की जांच का हिस्सा है। इसी एफआईआर की जांच के दौरान जो नए सुराग सामने आए हैं। उनके आधार पर अब दोनों मामलों के बीच कनेक्शन तलाशे जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार में 22 स्थान पर छापे मारे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से बिहार के विभिन्न भागों में हथियारों की तस्करी की जांच के तहत ये छापे मारे जा रहे हैं।
बिहार क्रिकेट संघ (BCA) ने BCCI विजय मर्चेंट अंडर-16 क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा कर दी है। इस टीम में जमुई जिले के दो खिलाड़ियों, निशु यादव और सुमित कुमार, को भी शामिल किया गया है। यह टूर्नामेंट मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित होगा। निशु यादव खैरा प्रखंड के डुमरकोला निवासी व्यवसायी दिनेश कुमार के बेटे हैं, जबकि सुमित कुमार चिहुटिया निवासी शिक्षक रंजीत कुमार सिंह के बेटे हैं। निशु यादव विकेटकीपर की भूमिका निभाएंगे और सुमित कुमार ऑफ स्पिनर के तौर पर टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे। परिवार, शुभचिंतकों और कोच मयंक मेहता के प्रति आभार व्यक्त किया अपने चयन पर दोनों खिलाड़ियों ने परिवार, शुभचिंतकों और टीपीएस क्रिकेट एकेडमी जमुई के कोच मयंक मेहता के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बिहार टीम का हिस्सा बनना उनके लिए गर्व का क्षण है और वे जिले तथा राज्य का नाम रोशन करने का प्रयास करेंगे। जमुई जिला क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने निशु और सुमित के चयन को जमुई के लिए गौरवपूर्ण बताया। उन्होंने खिलाड़ियों की मेहनत, अनुशासन और खेल के प्रति जुनून की सराहना की। खेल मंत्री श्रेयसी सिंह ने भी दोनों खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं जमुई की विधायक और बिहार सरकार में खेल मंत्री श्रेयसी सिंह ने भी दोनों खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि जमुई के युवाओं की प्रतिभा लगातार निखर रही है और यह चयन जिले के लिए सम्मान की बात है। मंत्री ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। दोनों खिलाड़ियों के चयन की खबर से उनके गांवों और प्रखंडों में खुशी का माहौल है। भाजयुमो जिलाध्यक्ष अभिषेक राज सहित कई खेल प्रेमियों ने भी उन्हें बधाई दी है।
भोजपुर पुलिस ने नेपाल से संचालित सोना तस्करी के एक नेटवर्क का खुलासा किया है। पुलिस ने नेटवर्क से जुड़े एक तस्कर को आरा शहर के करमन टोला से गिरफ्तार किया है। पांच सोने का बिस्किट, डेढ़ लाख रुपए कैश और मोबाइल फोन बरामद हुआ है। बरामद सोने का कुल वजन 500 ग्राम है। बाजार कीमत 60 लाख रुपए है। गिरफ्तार तस्कर की पहचान बक्सर जिले के डुमरांव थाना क्षेत्र के पुराना भोजपुर निवासी रामनरेश पांडेय के तौर पर हुई है। जो वर्तमान में अपने ससुराल गीधा इलाके कायमनगर में रह रहा था। दरोगा अविनाश कुमार के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में गोपाली चौक स्थित एक बड़े आभूषण दुकान के मालिक मुन्ना को भी सह आरोपी बनाया गया है। पुलिस को शक है कि ज्वेलर्स पिछले काफी समय से नेपाल से लाए गए सोने की अवैध खरीद-बिक्री में शामिल रहे हैं। चोरी-छिपे रक्सौल सीमा से बिहार में घुसा था एसपी राज ने बताया कि नवादा पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि करमन टोला स्थित पेट्रोल पंप के पास पूर्व दिशा की गली में एक संदिग्ध व्यक्ति सोने की तस्करी के इरादे से मौजूद है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और काले रंग का हाफ जैकेट पहने संदिग्ध को दबोच लिया। तलाशी के दौरान जेब से सिल्वर रंग के कागज में लिपटे 100-100 ग्राम के पांच सोने के बिस्किट बरामद हुए, जिन पर सीरियल नंबर अंकित थे। अलग-अलग जेबों से करीब डेढ़ लाख रुपए नकद भी मिले। कड़ी पूछताछ में तस्कर ने स्वीकार किया कि वह 29 नवंबर 2025 को नेपाल के वीरगंज गया था। वहीं से सोना खरीदा था। इसके बाद वह चोरी-छिपे रक्सौल सीमा पार कर बिहार में प्रवेश किया। बस से पटना होते हुए सीधे अपने ससुराल कायमनगर पहुंचा। आभूषण दुकान मालिक मुन्ना ने ही उसे सोना आरा लाकर बेचने के लिए कहा था। पुलिस जब करमन टोला पहुंची, उसी दौरान सौदेबाजी के लिए तस्कर वहां पहुंचा था। पूछताछ में यह बात भी सामने आई कि आरोपी पहले भी नेपाल से सोना तस्करी कर आरा लाता रहा है और हर बार उसी दुकान पर सोना बेचा करता था। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान कर रही है और संभावित ठिकानों पर छापेमारी जारी है। विदेशी सोने को चोरी-छिपे देश में लाना और उसकी अवैध खरीद-बिक्री करना गंभीर अपराध है। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्रवाई के बाद जिले में सक्रिय तस्करी नेटवर्क पर बड़ा असर पड़ेगा और आगे भी ऐसे मामलों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी।
गुना शहर की कैंट पुलिस ने करीब 1 साल से लापता एक नाबालिग लड़की को बिहार के बेगूसराय जिले से बरामद कर लिया है। पुलिस टीम उसे लेकर गुना पहुंची और कानूनी कार्रवाई के बाद परिजनों को सौंप दिया। यह कार्रवाई एसपी अंकित सोनी के निर्देश पर गुमशुदा बच्चों की तलाश के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई है। जानकारी के मुताबिक, 19-20 जनवरी 2025 की दरमियानी रात कैंट थाना क्षेत्र से 15 वर्षीय किशोरी अचानक लापता हो गई थी। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद 20 जनवरी को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। बेगूसराय में मिली लोकेशन, टीम ने डाला डेरापुलिस ने तलाश के लिए मुखबिर तंत्र और तकनीकी संसाधनों का सहारा लिया। इसी दौरान पुलिस को नाबालिग के बिहार के बेगूसराय जिले में होने की पक्की सूचना मिली। खबर मिलते ही कैंट थाने की एक विशेष टीम बिहार रवाना हुई। टीम ने वहां लगातार प्रयास कर किशोरी को सुरक्षित बरामद कर लिया। CWC के आदेश पर घर भेजानाबालिग को गुना लाने के बाद पुलिस ने उसे बाल कल्याण समिति (CWC) की अध्यक्ष डॉ. नीरू शर्मा के समक्ष पेश किया। समिति की आवश्यक कार्यवाही पूरी होने के बाद किशोरी को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है। अफसरों के निर्देशन में मिली सफलताकैंट पुलिस ने बताया कि एएसपी मानसिंह ठाकुर के मार्गदर्शन और सीएसपी प्रियंका मिश्रा के नेतृत्व में यह सफलता मिली है। पुलिस लगातार अपहरण और गुमशुदगी के मामलों में बच्चों को खोजकर परिवारों से मिलाने का काम कर रही है।
गिरिडीह में 28.5 लाख की 380 पेटी शराब जब्त, बिहार ले जाई जा रही थी
बिहार में शराबबंदी के बाद झारखंड के रूट का इस्तेमाल कर शराब तस्करी लगातार जारी है। रांची, हरियाणा, पंजाब सहित कई राज्यों से वाया गिरिडीह बिहार के विभिन्न जिलों में शराब बड़े पैमाने पर भेजी जा रही है। पिछले एक सप्ताह में गिरिडीह जिले से सवा करोड़ की नकली शराब जब्त की जा चुकी है। मंगलवार की रात डुमरी पुलिस ने 28.5 लाख की 380 पेटी शराब के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया। यह खेप रांची से डुमरी–गिरिडीह होते हुए बिहार जा रही थी। तड़के सूचना मिलने पर एसपी के निर्देश पर डुमरी एसडीपीओ सुमित कुमार के नेतृत्व में एसआईटी बनाई गई । टीम ने पीरटांड़–गिरिडीह मुख्य मार्ग से शराब से भरे ट्रक को पकड़ा और उसके साथ चल रही एक्सयूवी को भी जब्त किया। तस्करों ने पूछताछ में बताया कि वे राजस्थान और रांची से शराब लोड कर बिहार सप्लाई करते थे। जांच में पता चला कि ज्यादातर शराब स्प्रिट, कलर और पानी से लोकल स्तर पर तैयार की गई नकली शराब है। एक सप्ताह में 1530 पेटी नकली शराब जब्त इससे पहले 26 नवंबर को उत्पाद विभाग ने 50 लाख की नकली शराब पकड़ी थी, जो हरियाणा से गिरिडीह–देवघर वाया भागलपुर भेजी जा रही थी। ट्रक में आलू की बोरी के नीचे 800 कार्टन शराब छिपाई गई थी। इस कार्रवाई में पंजाब के 3तस्कर गिरफ्तार हुए थे। इस बीच, गिरिडीह सर्किट हाउस में जब्त शराब की 350 पेटी चोरी कर पुनः बिहार भेजने के मामले का भी खुलासा हुआ। उत्पाद विभाग ने मुख्य आरोपी शशि सिंह सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। कुल मिलाकर एक सप्ताह में 1530 पेटी शराब बरामद की गई है। गिरफ्तार चालक रोहित गोप खूंटी का रहने वाला है तस्करी गिरोह का सरगना रांची का 35 वर्षीय राहुल शर्मा उर्फ बालमुकुंद कुमार निराला उर्फ महादेव गणेश है। इसके खिलाफ झारखंड के कई थानों में केस दर्ज हैं। कार्रवाई में पकड़ाया एक्सयूवी चालक रोहित गोप प्रेमनगर (खूंटी) का रहने वाला है, ट्रक चालक राजस्थान के भरतपुर का है। रांची का राहुल शर्मा है गैंग का मास्टरमाइंड, कई जिलों में दर्ज हैं केस
गुरुग्राम जिले में पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने एक एमफिल पास ठग को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर गुरुग्राम के 96 लोगों से उनकी जमीन को अपनी बताकर लगभग 10 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। वह बिहार में आलीशान जीवन जी रहा था। पुलिस के अनुसार, EOW-1 को 18 सितंबर को एक शिकायत मिली थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने 'खाटूश्याम प्रॉपर्टी' नामक फर्म से भोंडसी क्षेत्र के रयान एन्क्लेव, देव नगर पार्ट-2 में एक प्लॉट खरीदा था। फर्म के मालिक नीतीश कुमार ने खुद को प्लॉट का मालिक बताकर उसे कब्जा दिया और फर्जी एग्रीमेंट टू सेल तैयार कर बिक्री दर्शाई। 96 लोगों से की 10 करोड़ की ठगी तीन दिन बाद ही उसने धोखे से कब्जा वापस ले लिया और आंशिक राशि लौटाकर लगभग 30 लाख रुपए की धोखाधड़ी की। इसी तरीके से, नीतीश कुमार ने लगभग 96 अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी की। उसने दूसरों की भूमि को अपनी बताकर फर्जी एग्रीमेंट के माध्यम से बेचा और कुल मिलाकर लगभग 10 करोड़ रुपए की ठगी की। इस मामले में भौंडसी पुलिस थाने में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। गुरुग्राम की आर्थिक अपराध शाखा-1 की टीम ने कार्रवाई करते हुए 3 दिसंबर को आरोपी को गुरुग्राम के गांव रीठोज से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान नीतीश कुमार (27 वर्ष, एमफिल शिक्षित) के रूप में हुई है। वह मूल रूप से बिहार के बेगूसराय जिले के मोसादनपुर गांव का निवासी है और वर्तमान में गुरुग्राम के देवनगर, गांव रीठोज में रहता है। दूसरों की जमीन का बनाता था फर्जी एग्रीमेंट प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह 2021 में गुरुग्राम आया था और 'खाटूश्याम प्रॉपर्टी' के नाम से एक प्रॉपर्टी फर्म चला रहा था। वह गांव रीठोज में 'शिव गंगा पब्लिक स्कूल' भी संचालित करता है। वह दूसरों की जमीन को अपनी बताकर फर्जी एग्रीमेंट ऑफ सेल तैयार करता था और लोगों से बड़ी रकम लेता था। ठगी गई राशि का उपयोग वह बिहार में किसानों से जमीन खरीदने और उन्हें भुगतान करने में करता था। आरोपी ने यह भी खुलासा किया कि वह एक ही प्लॉट को चार से पांच लोगों को बेचकर धोखाधड़ी करता था। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेने की तैयारी शुरू कर दी है।
फरीदाबाद के आईएमटी औद्योगिक क्षेत्र में बुधवार सुबह एक हादसा हो गया। जिसमें कंपनी में काम कर रहे एक युवक की मौत हो गई। हादसा उस समय हुआ जब कंपनी परिसर में लोडिंग के दौरान भारी मशीन अचानक अन बैलेंस होकर उसके सिर पर गिर गई। घटना के बाद कंपनी में मौजूद वर्करों और स्टाफ ने तुरंत विकास को उठाकर 3 नंबर स्थित ईएसआई मेडिकल कॉलेज पहुंचाया। लेकिन वहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान बिहार के रहने वाले विकास (28) के रूप में हुई है। हादसे की खबर मिलते ही विकास के किराए के मकान मालिक नरेंद्र पाठक और पड़ोसी अस्पताल पहुंचे। उन्होंने बताया कि जब तक वे पहुंचे, तब तक विकास की मौत हो चुकी थी। कंपनी में अकाउंटेंट, मजदूरों के साथ मशीन उतरवा रहा था मकान मालिक के अनुसार विकास पिछले 7–8 साल से आईएमटी स्थित एसएमडब्ल्यू लिफ्टिंग कंपनी में अकाउंटेंट की नौकरी कर रहा था। लेकिन हादसे वाले दिन उसे अकाउंटेंट के काम के बजाय मजदूरों के साथ मशीन उतरवाने में लगा दिया गया था। बताया जा रहा है कि पिकअप गाड़ी से चार मजदूर मशीन उतार रहे थे। उसी दौरान मशीन अचानक असंतुलित होकर विकास के सिर पर गिर गई, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे में अन्य मजदूरों को कोई चोट नहीं आई। मशीन सीधे विकास के सिर पर गिरने के कारण उसे गहरी चोटें आईं। परिजनों को पैसे देकर मामला दबाने का आरोप मकान मालिक नरेंद्र पाठक ने कंपनी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कंपनी प्रबंधन मामले को दबाने का प्रयास कर रहा है और मृतक के परिवार को 5 से 6 लाख रुपए देने की बात कह रहा है। जबकि सच यह है कि परिवार का पूरा बोझ विकास अकेले उठाता था। विकास मूल रूप से बिहार का रहने वाला था। उसके परिवार में माता-पिता और एक दिव्यांग भाई हैं। वह अकेले ही फरीदाबाद में रहकर नौकरी करता था और घर का खर्च चलाता था। पुलिस ने शव को कब्जे में लिया आईएमटी चौकी इंचार्ज महेश कुमार ने बताया कि हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ईएसआई मेडिकल कॉलेज पहुंची और मौके की स्थिति को देखा। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवा दिया है। उन्होंने बताया कि मृतक का परिवार फरीदाबाद में नहीं रहता। परिवार के बिहार से यहां पहुंचने के बाद ही पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जाएगी। परिवार से शिकायत मिलने पर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू की जाएगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। कंपनी की लापरवाही को मान रहे पड़ोसी हादसे के बाद विकास के पड़ोसी और मकान मालिक ने कंपनी पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अकाउंटेंट होने के बावजूद विकास से मजदूरों वाला काम करवाया गया, जिससे उसकी जान चली गई। अब लोग न्याय की मांग कर रहे हैं और कंपनी प्रबंधन पर सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।
सुल्तानपुर में OLX के माध्यम से एक शिक्षक को 19 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में बिहार के मामा-भांजे भी शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, यह गिरोह OLX पर कमरे किराए पर लेने के बहाने मकान मालिकों को अधिक मुनाफे का लालच देकर ठगी करता था। शिकायतकर्ता शैलेन्द्र सिंह, निवासी तुराबखानी, कोतवाली नगर, सुल्तानपुर ने OLX पर कमरा किराए पर देने का विज्ञापन डाला था। आरोपी अजय यादव उर्फ मोहित ने उनसे संपर्क कर कमरा किराए पर लिया। बाद में अजय ने शैलेन्द्र को ट्रेडिंग और अन्य आकर्षक योजनाओं का झांसा देकर अलग-अलग माध्यमों से कुल 19 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए। इसमें 7 लाख रुपये मोबाइल लोन के जरिए और 12 लाख रुपये नकद शामिल थे। ठगी के बाद आरोपी फरार हो गए। मामले में साइबर क्राइम थाना, सुल्तानपुर में मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम सिंह और अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह के निर्देश पर सीओ सिटी सौरभ सामंत के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। साइबर क्राइम टीम ने बुधवार को बिहार से इन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। आरोपियों के पास से एक पल्सर बाइक, 9 मोबाइल फोन, एक टैबलेट, एक लैपटॉप, नकदी और अन्य उपकरण बरामद किए गए। जिले में इस तरह के साइबर अपराध का यह पहला बड़ा मामला माना जा रहा है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अजय प्रताप यादव उर्फ मोहित (पुत्र संजय सिंह यादव, निवासी बीरभानपुर, थाना चांद, भभुआ, बिहार), तेज प्रताप यादव (पुत्र राम राज यादव, निवासी हरबल्लमपुर, थाना दुर्गावती, भभुआ, बिहार) रंजन यादव (पुत्र स्व. नंदू यादव, निवासी मसौनी, थाना चंदौली) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, अजय पर पहले से ही आधा दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। यह गिरोह बिहार और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अब तक 4 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है। शैलेन्द्र सिंह की पत्नी मनसा सिंह ने बताया, “मैंने अपना कमरा OLX पर डाला था। यह व्यक्ति OLX ऐप के माध्यम से आया था। मेरे पति को अपने भरोसे में लेकर उनके मोबाइल में दो ऐप डाउनलोड किए और सात लाख रुपये का लोन करा लिया। उसने सारे मैसेज भी डिलीट कर दिए ताकि उन्हें पता न चले। उनके खाते में जो पैसे थे, वह भी जगह-जगह ट्रांसफर कर दिए। वह कहता था कि ‘भैया, शेयर में पैसा लगाया है, बढ़कर मिलेगा।’ इसी तरह उसने कुल 19 लाख रुपये का फ्रॉड किया। हमने करीब एक माह पहले साइबर थाने में शिकायत दी थी।” बताया गया कि शैलेन्द्र सिंह भेटुआ में सरकारी शिक्षक हैं। एएसपी अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि “पीड़ित को लिए गए लोन की जानकारी नहीं थी। आरोपियों ने ऑनलाइन ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर पैसे ट्रांसफर कराए। बाद में आरोपी ने तुरंत वह पैसा अपने मामा के खाते में भेज दिया। इस तरह कुल 19 लाख रुपये की ठगी की गई। बिहार में भी ये लोग लगभग चार करोड़ की ठगी कर चुके हैं।” उन्होंने बताया कि मुख्य अभियुक्त अजय प्रताप यादव उर्फ मोहित सिंह है, जिसके खिलाफ बिहार और चंदौली में 6 मुकदमे दर्ज हैं। यह पुराना अपराधी है।
अमन कुमार का विजय मर्चेंट ट्रॉफी में सिलेक्शन:खगड़िया के युवा क्रिकेटर को बिहार टीम में मिली जगह
खगड़िया में एनएसी रोड के युवा क्रिकेटर अमन कुमार का चयन BCCI द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए बिहार टीम में किया गया है। खगड़िया जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बाबूलाल शौर्य ने इस उपलब्धि की पुष्टि की। अमन के चयन से जिले में खुशी का माहौल है। विजय मर्चेंट ट्रॉफी एक तीन दिवसीय प्रारूप की प्रतियोगिता है, जो खिलाड़ियों की तकनीक, धैर्य और मानसिक मजबूती का परीक्षण करती है। यह BCCI द्वारा आयोजित की जाती है और इसमें देश भर के युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। बेहतरीन बल्लेबाजी ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया अमन कुमार का चयन बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित ट्रायल मैच में उनकी नाबाद शतकीय पारी के आधार पर हुआ। उनकी बेहतरीन बल्लेबाजी ने चयनकर्ताओं को प्रभावित किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें टीम में स्थान मिला। परिवार एनएसी रोड पर माला-मोती पिरोने का करता है काम अमन गायत्री देवी और दिनेश पटवा के पुत्र हैं। उनका परिवार एनएसी रोड पर माला-मोती पिरोने का काम करता है। आर्थिक चुनौतियों के बावजूद, अमन ने अपने मजबूत इरादों और कड़ी मेहनत से क्रिकेट में यह मुकाम हासिल किया है। खगड़िया जिला क्रिकेट संघ के हेड कोच करमवीर कुमार ने अमन की प्रशंसा करते हुए कहा, अमन अत्यंत प्रतिभाशाली बल्लेबाज और शानदार ऑलराउंडर हैं। वह प्रतिदिन 7-8 घंटे अभ्यास करते हैं। उनका अनुशासन, कड़ी मेहनत और सीखने की ललक ही उनके चयन का परिणाम है। मुझे विश्वास है कि वह बिहार के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे। बिहार टीम के मैचों का कार्यक्रम इस प्रकार है: 7 दिसंबर 2025 – बिहार बनाम छत्तीसगढ़, कैप्टेन रूप सिंह स्टेडियम, ग्वालियर 15 दिसंबर 2025 – बिहार बनाम पंजाब, ग्वालियर 18 दिसंबर 2025 – उड़ीसा बनाम बिहार, सिंधिया स्कूल क्रिकेट ग्राउंड, ग्वालियर 23 दिसंबर 2025 – बिहार बनाम पांडुचेरी 29 दिसंबर 2025 – बिहार बनाम राजस्थान, एमपीसीए ग्राउंड, मुरैना चयन की खबर मिलते ही पूरे जिले में उत्साह अमन के चयन की खबर मिलते ही पूरे जिले में उत्साह फैल गया। खेल प्रेमियों, कोचों, खिलाड़ियों और समाज के विभिन्न वर्गों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। पूर्व सचिव सदानंद प्रसाद, पूर्व उपाध्यक्ष बिनोद कुमार, सदर विधायक बबलू मंडल सहित कई गणमान्य लोग। सभी ने अमन के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि यह उपलब्धि जिले के अन्य युवाओं को भी नई प्रेरणा देगी। खगड़िया का उभरता सितारा अमन कुमार की सफलता इस बात का प्रमाण है कि कड़ी मेहनत, लगन और सपनों के प्रति समर्पण किसी भी चुनौती को पार कर सकता है। पूरे जिले को इस युवा खिलाड़ी से बड़ी उम्मीदें हैं।
भीलवाड़ा में फैक्ट्री मजदूर के कमरे से साथी किराएदार ने कुत्ता निकलता देखा तो वह कुत्ते को भगाने गया। किराएदार ने कमरे में झांका तो बदबू आ रही थी। अंदर गया तो फर्श पर साथी मजदूर की लाश पड़ी थी। मामला जिले के हमीरगढ़ कस्बे का है। बिहार के 60 वर्षीय मजदूर रविंद्र की लाश सोमवार को उसी के किराए के कमरे में मिली थी। बुधवार को परिजन भीलवाड़ा पहुंचे तो पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर शव उन्हें सौंपा और मामला दर्ज कर जांच शुरू की। शव 3 दिन पुराना होने का शक हमीरगढ़ थाना पुलिस के अनुसार- मजदूर अपने परिवार से अलग रहता था। भीलवाड़ा के हमीरगढ़ में किराए के कमरे में अकेला रहता था। वह एक फैक्ट्री में काम करता था। उसकी लाश संदिग्ध हालत में मिली। परिजन को सूचित किया। लाश दो-तीन दिन पुरानी लग रही थी। सोमवार को एक अन्य किराएदार में मजदूर के कमरे से कुत्ता निकलता देखा। वह कुत्ता भगाने के लिए कमरे के पास गया तो दरवाजा खुला था। अंदर लाश जमीन पर पड़ी थी। किराएदार ने हमीरगढ़ पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को हमीरगढ़ हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी में शिफ्ट कराया। इसके बाद परिजन को सूचना दी। पोस्टमॉर्टम के बाद शव सौंपा पुलिस के अनुसार- बुधवार को मजदूर के परिजन हमीरगढ़ पहुंचे। उनकी मौजूदगी में पोस्टमॉर्टम करा शव सौंप दिया गया। परिजन ने बताया कि रविंद्र के एक बेटा और दो बेटियां हैं। मौत के कारण अभी साफ नहीं है। रिपोर्ट आने के बाद इसका खुलासा होगा। फिलहाल मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
विश्व के सबसे बड़े 33‑फुट शिवलिंग की बिहार यात्रा ; श्रद्धा और शिल्प का अद्वितीय संगम
तमिलनाडु के महाबलीपुरम से 210 टन वजनी, 33‑फुट ऊँचे एक काले ग्रेनाइट शिवलिंग को विशेष 96‑पहिया ट्रक द्वारा बिहार के 'विराट रामायण मंदिर' परिसर में लाया जा रहा है। यह विशाल श्रद्धा‑मूर्ति आधुनिक व्यवस्थाओं और पारंपरिक भक्तिभाव का अद्वितीय संगम है।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल मो.आरिफ खान के अभिभाषण के दौरान माइक खराब हो गया। करीब 5 मिनट तक काफी परेशानी हुई, कभी माइक म्यूट हो जाता तो कभी आवाज धीमी हो जाती। इस दौरान सदन में बैठे CM से लेकर सभी नेता हैरान परेशान दिखे। वहीं, राज्यपाल मो.आरिफ खान भी परेशान हो गए। हालांकि उन्होंने साउंड प्रॉब्लम के बीच भी अपना अभिभाषण जारी रखा। राज्यपाल ने कहा कि, मैं थोड़ी तेज बोलता हूं। बिहार विधानसभा पर लाइव टेलीकास्ट के दौरान माइक खराब होते ही यूजर्स ने ताबड़तोड़ कमेंट्स करने शुरू कर दिए। इंडिविजुअल टिप्स के नाम से बनी आईडी वाले यूजर ने लिखा- साउंड चोरी हो गया क्या। तो वहीं अभिषेक ने लिखा- विधानसभा में कैसी टेक्निकल टीम है जी। वहीं, नीतीश कुमार नाम के यूजर ने लिखा- विधानसभा में विकास नहीं हो पा रहा तो बिहार में क्या होगा। विकास कुश्वाहा नाम के यूजर ने लिखा- ऑपरेटर महोदय की एक दिन की सैलरी बढ़ा देनी चाहिए। कहा- अपने बोलिए अपने सुनिए जनता का समय तो ऐसे ही खराब हो रहा है। राज्यपाल बोले- छात्रों को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ रहा है इसके बाद उन्होंने अपना अभिभाषण शुरू किया। राज्यपाल ने कहा, बिहार में शिक्षकों की संख्या 5.2 लाख हो गई है। सभी 27 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। IGIMS को तीन हज़ार बेड के अस्पताल के रूप में बनाया जा रहा है। अब यहां से छात्रों को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड रहा है, बाहर से यहां आ रहे हैं।
यूपी की टीचर की बिहार में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। अररिया जिले के खाबदा कन्हैली मध्य विद्यालय की टीचर शिवानी कुमारी (28) को बदमाशों ने स्कूल जाने के दौरान गोली मारी है। घटना सुबह करीब 8:30 बजे की बताई जा रही है। खेत में काम रहे किसान सुधीर यादव ने बताया कि वो स्कूटी से जा रही थीं। तभी बाइक से 2 लड़के आए और पास से गोली मार कर भाग गए। गोली लगते ही वो जमीन पर गिर पड़ी। इसके बाद मैंने आसपास के लोगों को बुलाया और सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से अररिया सदर अस्पताल 70 किमी दूर है। शिवानी कुमारी कुछ महीने पहले ही इस स्कूल में नियोजित शिक्षिका के रूप में पदस्थापित हुई थीं। वे उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले की निवासी थीं और किराए के मकान में रहकर नरपतगंज में नौकरी कर रही थीं। ग्रामीण ने बताया कि शिक्षिका की कुछ दिन पहली ही सगाई हुई थी। कुछ दिन में उसकी शादी होनी थी। मौके से आई 2 तस्वीरें देखिए... अररिया एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि कटहल बारी विद्यालय में एक शिक्षिका थी जो यूपी की रहने वाली थी। वो फारबिसगंज में रहती थी। डेली स्कूल आती-जाती थी। इसी क्रम में आज सुबह जब वो स्कूल जा रही थी खवदा पंचायत में मंदिर के पास बदमाशों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) आज देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती पर ‘मेधा दिवस’ समारोह का आयोजन करेगी। पटना के ज्ञान भवन में होने वाले इस कार्यक्रम में इंटर और मैट्रिक परीक्षा, 2025 के टॉपर्स को सम्मानित किया जाएगा। समारोह में मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री सुनील कुमार उपस्थित रहेंगे। उनके साथ अपर मुख्य सचिव डॉ. बी. राजेंद्र और समिति के अध्यक्ष सह प्रधान सचिव आनंद किशोर भी मौजूद रहेंगे। 151 मेधावी छात्रों को मिलेगा सम्मान इस समारोह में कुल 151 मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। इसमें मैट्रिक परीक्षा में राज्य के शीर्ष 10 स्थान प्राप्त करने वाले 123 विद्यार्थी शामिल हैं। वहीं इंटरमीडिएट परीक्षा में विज्ञान, कला और वाणिज्य-तीनों संकायों में प्रथम पाँच स्थान हासिल करने वाले कुल 28 छात्र-छात्राओं को भी मंच पर सम्मान दिया जाएगा। सभी टॉपर्स को मेडल, प्रशस्ति पत्र और टैबलेट प्रदान किया जाएगा। पुरस्कार राशि में इस बार बढ़ोतरी इस वर्ष बीएसईबी ने पुरस्कार राशि बढ़ाई है। मैट्रिक और इंटर दोनों परीक्षाओं के प्रथम स्थान वालों को दो लाख रुपये, द्वितीय को डेढ़ लाख और तृतीय स्थान पर आने वाले विद्यार्थियों को एक लाख रुपये की राशि दी जाएगी। चौथे और पांचवें स्थान वाले को 30-30 हजार रुपये तथा छठे से दसवें स्थान तक के छात्रों को 20-20 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। टॉपर्स को मिलेगी बढ़ी हुई छात्रवृत्ति वर्ष 2017 से शुरू की गई मेधा छात्रवृत्ति योजना के तहत इस वर्ष भी टॉपर्स को मासिक छात्रवृत्ति दी जाएगी। इंटर परीक्षा के टॉप-5 विद्यार्थियों को अब बढ़ी हुई राशि 2,500 रुपये प्रतिमाह तीन वर्षों तक स्नातक की पढ़ाई के लिए उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं मैट्रिक परीक्षा में टॉप-10 में आने वाले विद्यार्थियों को 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिए प्रतिमाह 2,000 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी। उत्कृष्ट परीक्षा संचालन पर अफसरों का भी सम्मान मेधा दिवस के दौरान सिर्फ विद्यार्थियों ही नहीं, बल्कि परीक्षा संचालन में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित किया जाएगा। राज्य के दस जिलों के जिला पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिन्होंने परीक्षा संचालन को बेहतर तरीके से संपन्न कराया, उन्हें भी विशेष सम्मान दिया जाएगा। विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने की महत्वपूर्ण पहल समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि यह कार्यक्रम बिहार के विद्यार्थियों की प्रतिभा और परिश्रम को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक मजबूत पहल है। इससे आगे भी छात्रों में प्रतिस्पर्धा और बेहतर प्रदर्शन का उत्साह बढ़ेगा।
बिहार विधानसभा में बीजेपी नेता डॉ. प्रेम कुमार को अध्यक्ष चुना गया है। वे गया टाउन से 9वीं बार विधानसभा का चुनाव जीत कर आए हैं। उनकी गिनती पढ़े-लिखे नेता के रूप में इसलिए होती है कि उन्होंने इतिहास विषय में पीएचडी की डिग्री ली है। वे चंद्रवंशी कहार जाति से आते हैं। यह जाति बिहार में अति पिछड़ा वर्ग में गिनी जाती है। बिहार में सबसे बड़ी आबादी अति पिछड़ों की ही है। बिहार जाति सर्वे के अनुसार, राज्य में अति पिछड़ी आबादी 36 फीसदी है। बीजेपी ने प्रेम कुमार को विधानसभा में विधान सभा अध्यक्ष का बड़ा पद देकर अति पिछड़ा समाज में बड़ा मैसेज देने की कोशिश की है। भास्कर ने विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद उनसे खास बातचीत की। पढ़ें पूरा इंटरव्यू... सवाल- इतने लंबे समय से गया टाउन से विधान सभा चुनाव जीतने का राज क्या है? जवाब- यह जनता का स्नेह है। जनता के सुख-दुख में हमेशा एव लेवल रहना। मंत्री बनने के बावजूद मैं पटना में कम और अपने क्षेत्र में ज्यादा रहता हूं। यह हमारी लगातार जीत का राज है। सवाल- विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद आप पटना तक ही केन्द्रित तो नहीं रह जाएंगे? जवाब- अब तो मैं पूरा बिहार घूमूंगा। सवाल- अपने संघर्ष को किस तरह से अब याद कर रहे हैं? जवाब- जब तक जीवन है संघर्ष है। जनता और शीर्ष नेताओं का आशीर्वाद है। गया जी के भाइयों और बहनों को मैं नमन करता हूं। मेरे संघर्ष में सबसे अधिक योगदान जनता का रहा है। सवाल- आपके पास कोई राजनीतिक विरासत नहीं है। आप परिवारवाद के उलट खुद से राजनीति में आगे बढ़े हैं। अपने मां-पिता को किस रूप में याद करते हैं? जवाब- उनको मैं नमन करता हूं। मेरी मां और मेरे पिता ही मेरे प्रेरणा स्रोत रहे हैं। मेरे पिता जी बैंक की नौकरी में थे। हमलोग ग्रामीण परिवेश में रहते थे। पिता की सरकारी नौकरी की वजह से हम शहर में आए। सवाल- राजनीति में आपका रुझान कैसे आया? जवाब- बात 1974 की है। मैं गया कॉलेज का छात्र था। उस समय छात्रों के सवाल पर बिहार में बड़ा आंदोलन शुरू हुआ। लोकनायक जयप्रकाश नारायण की अगुआई में, जननायक कर्पूरी ठाकुर, रामानंद तिवारी, महामाया बाबू, नाना साहेब देशमुख के प्रभावित हुआ। मैं उस समय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में था। यहीं से मेरी राजनीतिक यात्रा शुरू हुई'। '1975 में देश में आपातकाल लग गया। इंदिरा गांधी का चुनाव अवैध घोषित हो गया। मुरारजी देसाई, अटल बिहारी वाजपेयी, एलके आडवाणी, चौधरी चरण सिंह और बिहार में कर्पूरी ठाकुर जैसे नेता जेल में चले गए। लाखों की संख्या में लोग जेल में गए। आपातकाल खत्म हुआ और फिर चुनाव हुआ। चुनाव में जनता पार्टी की सरकार बनी'। 'बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर की अगुआई में लोग काम करने लगे। पार्टी ब्रेक हो गई। तब हम लोग 1980 में भाजपा में आ गए। 1980 से 1990 तक मैंने संगठन के लिए काम किया'। सवाल- अब नया चैलेंज है कि बिहार से भ्रष्टाचार कैसे दूर होगा? जवाब- भ्रष्टाचार दूर करने के लिए सरकार के स्तर पर कार्रवाई की जा रही है। भ्रष्टाचार में लिप्त लोग पकड़े जा रहे हैं। टॉल फ्री नंबर जारी किया गया है। बिहार में जीरो टॉलरेंस की नीति भ्रष्टाचार के सवाल हमारी सरकार का है।
अलवर में बिहार के एक व्यापारी से 3 लाख रुपए की लूट का मामला सामने आया है। पीड़ित हाल ही बहुजन समाज पार्टी (BSP) के टिकट पर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ चुका था। चुनाव हारने के दो दिन बाद उसे फोन कर “मदद” और “उधार माल दिलाने” का झांसा देकर अलवर बुलाया गया। जहां दो भाइयों ने उससे 3 लाख रुपए छीनते हुए स्कॉर्पियो में फरार होने की कोशिश की। आरोपियों ने पीड़ित के प्राइवेट पार्ट पर लात भी मारी, जिससे वह बेहोश होकर गिर गया था। पूरा घटनाक्रम अलवर के मिलिट्री हॉस्पिटल के सामने मंगलवार को हुआ। आरोपी पहले पीड़ित को कार में घुमाते रहे। फिर जय पल्टन के पास पटक कर चले गए। घटना की जानकारी आसपास के लोगों ने पुलिस को दी। वारदात की सूचना मिलते ही जिलेभर में नाकाबंदी करवाई गई। सदर थाना पुलिस ने टेल्को सर्किल पर स्कॉर्पियो को रोक लिया। पुलिस को देखकर आरोपी भागने लगे, लेकिन एक कॉन्स्टेबल ने दौड़कर दोनों को मौके पर ही पकड़ लिया। चुनाव हारने के दो दिन बाद फोन आया, उधार माल बेचने के नाम पर दिया झांसापीड़ित मोहम्मद कलीम खान (49) निवासी ठारी भवानीपुर जिला सुपौल (बिहार) ने बताया- वे सर्दियों में गर्म कपड़े व गर्मियों में पानी बेचने का काम करते हैं। हाल ही उन्होंने BSP के सिंबल पर बिहार विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गए थे। चुनाव के दो दिन बाद 16 नवंबर की रात करीब 9:30 बजे उन्हें मोबाइल नंबर 7742645368 से फोन आया। कॉलर ने खुद को “हाफिज” बताया और दावा किया कि वह अलवर का बड़ा होलसेल व्यापारी है। चुनाव में कलीम का प्रचार भी कर चुका है। पीड़ित को फोन करने वाले कॉलर ने कहा- आप हार गए हैं। आपको काफी नुकसान हुआ होगा। मैं आपकी मदद करना चाहता हूं। आप 3 लाख लेकर आ जाओ, मैं 10 लाख तक उधार माल दिला दूंगा। इसके बाद कई दिनों तक आरोपी लगातार फोन करते रहे। 30 नवंबर को आरोपियों ने कहा कि वह सोने की ईंटें सस्ते में दिलवा देगा। बस 10 लाख की व्यवस्था करें। कलीम के पास पैसे कम थे, इसलिए उन्होंने 3 लाख का इंतजाम किया। अलवर में दो युवकों ने बाजार में घुमाया और फिर लूटापीड़ित 2 दिसंबर को दिल्ली से जयपुर और वहां से बस में अलवर पहुंचे। बस स्टैंड पर उतरते ही दो युवक उनसे मिले और खुद को इनामुल हसन और मोमिन निवासी भंडारा (डीग जिला) बताया। दोनों भाइयों ने कलीम के साथ चाय पी। बैग में रखे पैसों की पुष्टि कर कहा कि दुकान थोड़ी देर में खुलेगी, इसलिए बाजार में घूमते रहे। इसी दौरान अचानक काले रंग की स्कॉर्पियो जयपुर नंबर की RJ14 UL 9352 उनके सामने आकर रुकी। मोमिन वाहन चला रहा था, जबकि इनामुल कलीम के पास खड़ा था। जैसे ही कलीम ने सिगरेट जलाने के लिए हाथ ऊपर किया। इनामुल ने झपट्टा मारकर रुपए का बैग छीन लिया। कलीम ने पकड़ने की कोशिश की तो आरोपियों ने उनके प्राइवेट पार्ट पर लात मार दी, जिससे वे वहीं बेहोश होकर गिर पड़े। इसके बाद दोनों आरोपी स्कॉर्पियो में बैठकर फरार हो गए। लोगों की सूचना पर आई थाना अखैपुरा पुलिस टीम ने कलीम को अस्पताल में भर्ती करवाया और होश आने पर बयान दर्ज किए गए। कॉन्स्टेबल ने भागकर पकड़ा आरोपियों कोपुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने जिले में नाकाबंदी के आदेश दिए। सदर थाना प्रभारी अजीत सिंह बड़सरा अपनी टीम के साथ टेल्को सर्किल पर नाकाबंदी में थे। कुछ ही देर में वहां काली स्कॉर्पियो हनुमान सर्किल की तरफ आती दिखाई दी। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर वाहन रोका तो कार से उतरकर दोनों आरोपी भागने लगे। कॉन्स्टेबल राजेश ने दौड़कर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। वाहन की तलाशी में 3 लाख रुपए बरामद कर लिए गए।
बिहार में करीब 20 सालों बाद सीएम नीतीश कुमार ने गृह विभाग छोड़ दिया। यह जिम्मेदारी भाजपा ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को सौंपी। इनके कार्यभार संभालने के 24 घंटे में ताबड़तोड़ 2 एनकाउंटर हुए। इस पर चर्चा चल रही कि बिहार में भी अब योगी का यूपी पैटर्न लागू होगा। ऐसे में सवाल है कि अपराधियों पर भाजपा (योगी) का ‘यूपी पैटर्न’ क्या है? यूपी मॉडल की क्या खूबियां मानी जाती हैं? क्या छोटे-मोटे अपराध भी कम हुए? क्या इस मॉडल से लॉ एंड ऑर्डर लंबे समय तक सुधर सकता है? पढ़िए सारे सवालों के जवाब भास्कर एक्सप्लेनर में… पहले पढ़िए यूपी के दो बड़े एनकाउंटर केस 1- कानपुर के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे को उज्जैन से कानपुर लाते समय 10 जुलाई, 2020 को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस के मुताबिक, ट्रांजिट के दौरान गाड़ी पलटने के बाद दुबे ने हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। जवाबी कार्रवाई में ढेर हो गया। घटना से एक हफ्ते पहले विकास दुबे और उसके गैंग ने कानपुर के बिकरू गांव में दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला कर 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। यह एनकाउंटर देशभर में सबसे चर्चित रहा। पुलिस कार्रवाई पर कई राजनीतिक और कानूनी सवाल उठे। मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में SIT ने की थी। केस 2- उमेश पाल हत्याकांड का मुख्य आरोपी और अतीक अहमद का बेटा असद अहमद 13 अप्रैल, 2023 को झांसी में यूपी एसटीएफ के एनकाउंटर में मार दिया गया। सीसीटीवी फुटेज में हथियार लेकर वारदात में शामिल दिखने के बाद वह लगभग 50 दिन तक फरार रहा। झांसी में एसटीएफ को उसकी लोकेशन की पुख्ता जानकारी मिली। इस एनकाउंटर को अतीक अहमद गैंग पर सबसे बड़ा झटका माना गया। 2 दिन बाद ही अतीक और अशरफ की भी हत्या हो गई। इससे मामला और हाई-प्रोफाइल बन गया। अपराधियों पर भाजपा का ‘यूपी पैटर्न’ क्या है?यूपी में 2017 के बाद अपराध नियंत्रण को लेकर जिस मॉडल को भाजपा अपनी बड़ी उपलब्धि बताती है, उसे आमतौर पर ‘यूपी पैटर्न’ कहा जाता है। यह मॉडल तेज कार्रवाई, कठोर कानून और अपराधियों के नेटवर्क पर सीधी चोट जैसी रणनीतियों पर आधारित है। हालांकि, यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह बताते हैं- भाजपा माफिया और उनके विरोधियों पर की गई कार्रवाई को अपना ‘यूपी पैटर्न’ बताती है। पुलिस अपराधियों का इतिहास खंगाल कर कार्रवाई करती है। लेकिन जब भाजपा से जुड़े लोग पुलिस अधिकारियों या एसडीएम तक से मारपीट करते हैं, तो उन पर कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं होती। वहीं, रिटायर्ड IPS राजेश पांडेय का कहना है कि इसे भाजपा पैटर्न नहीं, ‘योगी मॉडल’ कहना अधिक उचित होगा। इस मॉडल की सबसे खास बात है- जीरो टॉलरेंस की नीति। राज्य सरकार की साफ चेतावनी है कि यूपी में किसी भी अपराधी को ढिलाई नहीं मिलेगी। इसके लिए कुख्यात अपराधियों की एक लिस्ट तैयार की गई है। गैंगस्टर एक्ट और एनएसए जैसे सख्त कानूनों का इस्तेमाल बढ़ा है। 1- महिलाओं से जुड़े अपराधों में प्राथमिकतायोगी सरकार अपने लॉ एंड ऑर्डर मॉडल में महिलाओं से जुड़े अपराधों को 'टॉप प्रायोरिटी' मानती है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर यूपी में पिछले सालों में कई अहम कदम उठाए गए। 2- एनकाउंटर-आधारित पुलिसिंगयूपी मॉडल की सबसे पहचान वाली छवि मुठभेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी रही। हाई-प्रोफाइल मामलों में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। कई कुख्यात अपराधी एनकाउंटर में मारे गए। 3- माफिया की संपत्ति पर सीधा हमलाराज्य ने अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर बड़ी कार्रवाई की। अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी जैसे माफिया नेटवर्क पर अवैध निर्माण गिराने और संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई को सरकार मॉडल की सबसे बड़ी सफलता मानती है। 4- तेज पुलिस और प्रशासनिक एक्शनहर जिले में स्पेशल टीमों की तैनाती, फरार अपराधियों की सार्वजनिक सूची और बड़े मामलों में त्वरित गिरफ्तारी, इस मॉडल की मुख्य विशेषताएं हैं। मुख्यमंत्री स्तर पर केसों की नियमित मॉनिटरिंग भी इसका हिस्सा है। यूपी पैटर्न का क्या असर हुआ? संगठित अपराध पर कड़ा हमला: माफिया गैंग, बाहुबली नेताओं और बड़े अपराधियों पर दर्जनों कार्रवाई, एनकाउंटर और संपत्ति जब्त की। तेज पुलिस रिस्पॉन्स: गंभीर अपराधों में पुलिस की प्रतिक्रिया समय पहले से तेज हुआ। महिलाओं संबंधी अपराधों में सख्ती: एंटी-रोमियो स्क्वॉड, फास्ट-ट्रैक जांच और त्वरित गिरफ्तारी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, माफिया नेटवर्क कमजोर हुए और कई बड़े गिरोह टूटे। पुलिसिंग में फियर ऑफ लॉ बढ़ा। हालांकि छोटे अपराधों- चोरी, महिला अपराध और साइबर फ्रॉड में गिरावट उतनी तेज नहीं दिखी। मॉडल पर मानवाधिकार और एनकाउंटर की वैधता को लेकर लगातार सवाल भी उठते रहे। क्या इससे छोटे अपराध कम हुए?रिटायर्ड IPS राजेश कुमार पांडेय बताते हैं- योगी मॉडल ने बड़े अपराधों (गैंगस्टर, माफिया, संगठित अपराध) पर बहुत तेज असर डाला। लेकिन, छोटे अपराधों में गिरावट सीमित और आंशिक रही है। हाउस ब्रेकिंग, मोबाइल स्नैचिंग, छेड़छाड़, चोरी जैसे अपराध पूरी तरह कम नहीं हुए। इन अपराधों में स्थानीय पुलिस की एक्टिव पेट्रोलिंग, बीट सिस्टम और त्वरित FIR की भूमिका ज्यादा होती है, जो हर जिले में एक जैसा मजबूत नहीं। वहीं, यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का कहना है कि अपराध कम नहीं हुए, बल्कि थानों में अपराध दर्ज नहीं हो रहे। इसलिए कुछ आकलन भी नहीं हो सकता है। क्या इस मॉडल से लॉ एंड ऑर्डर लंबे समय तक सुधर सकता है?पूर्व DGP एके जैन के अनुसार, यूपी में लॉ एंड ऑर्डर में लगातार सुधार देखा जा रहा। योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में भी अपराध के खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई हो रही। इस मॉडल को नकारा नहीं जा सकता। क्योंकि यह दिखाता है कि लगातार, संस्थागत और टारगेटेड एक्शन से लंबे समय तक कानून-व्यवस्था में सुधार संभव है। उनका दावा है कि योगी मॉडल की वजह से पुलिस को फ्री-हैंड, अपराधियों पर स्ट्रॉन्ग पॉलिसी, और संगठित अपराध पर सिस्टमेटिक क्रैक-डाउन मिला है। यह लंबे समय तक असर दिखा सकता है। पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह के अनुसार, योगी सरकार का कानून-व्यवस्था मॉडल अधिकारियों के मुताबिक बेहद प्रभावी साबित हुआ है। इसकी सबसे बड़ी ताकत यह बताई जाती है कि कार्रवाई सिर्फ दिखावे तक सीमित नहीं, बल्कि कानूनी और आर्थिक दोनों स्तरों पर दबाव बनाया गया। योगी सरकार के कानून-व्यवस्था मॉडल में यूपी गैंगस्टर एक्ट की धारा 14 को सबसे प्रभावी हथियार माना जा रहा। इस धारा के तहत अपराधियों की चल-अचल संपत्तियां कुर्क की गईं। माफिया का 'अंत' सिर्फ गिरफ्तारी से नहीं, बल्कि उनके आर्थिक साम्राज्य को तोड़कर किया गया। एटीएस और एसटीएफ को उच्च गुणवत्ता के हथियार, आधुनिक तकनीक और स्पेशल ट्रेनिंग दी गई। पुलिस बल में बड़ी संख्या में भर्तियां कर फोर्स की क्षमता बढ़ाई गई। तेज और प्रो-एक्टिव पुलिसिंगमजबूत केस तैयार कर अदालत से अपराधियों को सजा दिलाना मॉडल की बड़ी उपलब्धि माना जाता है। इसी प्रो-एक्टिव पुलिसिंग से कई गैंगस्टरों की पकड़ कमजोर हुई। हालांकि पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का कहना है कि इस मॉडल का दूरगामी असर पॉजिटिव नहीं दिखता है। बल्कि इसका खराब प्रभाव पड़ सकता है। कहा जा रहा है कि पुलिस व्यवस्था के भीतर जिस तरह की आपराधिक मानसिकता और अनियमितताएं बढ़ी हैं, उन्हें ठीक करने में लंबा समय लगेगा। लॉ एंड ऑर्डर केवल एनकाउंटर या कड़े एक्शन से नहीं सुधरता। इसके लिए पुलिस सुधार, पारदर्शिता और जवाबदेही की जरूरत होती है। यह अभी कमजोर दिखाई देती है। यूपी मॉडल या योगी मॉडल की खूबियां क्या मानी जाती हैं?रिटायर्ड आईपीएस राजेश कुमार पांडेय बताते हैं- योगी मॉडल से ही राज्य में माफिया के आतंक पर रोक लगी है। अपराध कम हुए हैं। इसकी कई सारी खूबी हैं। इसके वजह से ही अपराधियों और माफिया के खिलाफ कार्रवाई में देरी नहीं होती है। तुरंत गिरफ्तारी, चार्जशीट और कोर्ट में तेजी से पेशी को इसकी बड़ी ताकत माना जाता है। हालांकि, पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह इस मॉडल में किसी खूबी को नहीं देखते। उनके अनुसार, जिसे यूपी मॉडल कहा जा रहा है, वह मूलरूप से दिखावटी एक्शन पर आधारित है, न कि वास्तविक सुधारों पर। सुलखान सिंह का कहना है कि इस मॉडल में कानून व्यवस्था सुधारने की ठोस रणनीति नहीं है। एनकाउंटर या सख्त कार्रवाई की छवि तो बनती है, लेकिन सिस्टम के अंदरूनी सुधार नहीं किए जाते। पुलिस की जवाबदेही, प्रशिक्षण, पारदर्शिता और संवेदनशीलता जैसे असली मुद्दे पीछे छूट जाते हैं। यह मॉडल लंबी अवधि के परिणाम नहीं देता, क्योंकि इसमें संस्थागत सुधारों की कमी है। पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह का कहना है कि किसी भी प्रदेश का लॉ एंड ऑर्डर तभी बेहतर होता है, जब पुलिस व्यवस्था पेशेवर, निष्पक्ष और पारदर्शी हो। यूपी मॉडल इन मूलभूत सिद्धांतों को मजबूत करने में नाकाम रहा है। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में BLO रोती रही, बेटा चुप कराता रहा, बोलीं- SIR के लिए रात 3 बजे लोग फोन करते हैं 'रात में 3 बजे लोगों की कॉल आती है। विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) फॉर्म को लेकर सवाल पूछा जाता है। रोज 200-300 फॉर्म करवाओ, फील्ड में जाओ। कई बार घर जाओ, तो लोग दरवाजा नहीं खोलते। जो खोलते हैं, वो कहते हैं तुम ही भरो, ये तुम्हारा काम है।' यह दर्द शिक्षामित्र शिप्रा मौर्या का है। उन्हें बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) बनाया गया है। पढ़िए पूरी खबर...
बिहार में मौसम सामान्य रहेगा। अधिकतम और न्यूनतम तापमान के फिलहाल स्थिर बने रहने की संभावना है। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से ठंड का असर तेजी से बढ़ सकता है। रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री तक की गिरावट दर्ज होगी। बीते 24 घंटे में नालंदा में हल्के बादल दिखाई दिए, हालांकि बारिश कहीं नहीं हुई। वहीं, समस्तीपुर, बेगूसराय और मधेपुरा में कोहरा दिखाई दिया। इसके अलावा 11.8 डिग्री तापमान के साथ किशनगंज सबसे ठंडा शहर रहा। बाकी शहरों में 13 से 16 डिग्री तक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में तापमान और गिरेगा मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने लगा है, जिसका अप्रत्यक्ष असर बिहार के मौसम पर भी पड़ेगा। विभाग के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में राज्य के कई हिस्सों में रात के तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि यह गिरावट आने वाले दिनों में और बढ़ेगी। दिसंबर के दूसरे हफ्ते से गिरने लगेगा तापमान विभाग ने बताया कि दिसंबर की शुरुआत से ही उत्तर-पश्चिम दिशा से चल रही ठंडी हवाएं बिहार पहुंचने लगेगी। इससे राज्य में ठंड का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखने लगेगा। वैज्ञानिकों ने कहा कि दिसंबर के दूसरे हफ्ते से न्यूनतम तापमान सामान्य से 2–3 डिग्री नीचे चला जाएगा, जिससे सुबह और देर शाम में ठंड महसूस होगी। कई जिलों में हल्का कोहरा भी छाने लगेगा। आने वाले दिनों में कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले 4-5 दिनों तक बिहार का मौसम शुष्क रहेगा और बारिश की कोई संभावना नहीं है। सुबह-सुबह हल्का कोहरा और धुंध देखने को मिल सकता है, जिससे दृश्यता पर असर पड़ेगा। दिन के समय धूप निकलेगी, लेकिन हवा में ठंडक बढ़ी रहेगी। पूर्वी और उत्तर बिहार के जिलों में कोहरे का असर ज्यादा दिख सकता है। वहीं, मध्य बिहार में रात के समय तापमान में गिरावट दर्ज होने लगेगी। दिन का तापमान सामान्य रहेगा, लेकिन रात की ठंड तेज होगी। विभाग ने बताया कि दिसंबर के मध्य से राज्य में कड़ाके की ठंड शुरू हो जाएगी। पटना में कैसा रहेगा मौसम राजधानी पटना में इन दिनों सुबह और शाम की ठंड महसूस होने लगी है। न्यूनतम तापमान अभी 12–13 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है, जबकि दिन में हल्की धूप के कारण मौसम सामान्य रहता है। लेकिन दिसंबर के दूसरे हफ्ते के बाद पटना में तापमान तेजी से गिर सकता है। रात में ठंडी हवाएं चलेंगी और सुबह के समय कोहरे की स्थिति भी बन सकती है।
69वीं राष्ट्रीय फुटबॉल प्रतियोगिता में बिहार की टीम की शानदार शुरुआत, दिखाया जलवा
भास्कर न्यूज| मुंगेर 69वीं राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप में इस बार मुंगेर ने अपना परचम लहराया है। स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसजीएफआई) द्वारा आयोजित अंडर-14 फुटबॉल प्रतियोगिता के लिए बिहार टीम में मुंगेर के तीन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों गोलकीपर आदर्श राज, वरुण और मो. फैज का चयन हुआ है। यह प्रतियोगिता इस वर्ष मध्य प्रदेश में आयोजित की जा रही है, जहां बिहार टीम पहुंच चुकी है और जोरदार प्रदर्शन कर रही है। सोमवार को बिहार टीम ने पहले ग्रुप क्वालिफाइंग मैच में कर्नाटक के खिलाफ जोरदार शुरुआत की। मैच की शुरुआत से ही टीम आक्रामक मोड में दिखी। मुंगेर के मो. फैज ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 2 गोल दागे। आकाश ने भी उत्कृष्ट खेल दिखाया और 2 गोल कर टीम को मजबूत बढ़त दिलाई। इसके बाद विशाल कुमार ने एक गोल और शिवानंद ने एक गोल कर स्कोर को 6-0 पर पहुंचा दिया। कर्नाटक की टीम इस मैच में दबाव में नजर आई और बिहार ने शानदार जीत दर्ज कर अगली चुनौती की ओर कदम बढ़ा दिए। अब बिहार टीम बुधवार को गुजरात से और शुक्रवार को केरल टीम से दूसरा और तीसरा ग्रुप मैच खेलेगी। इन मैचों के आधार पर क्वालिफिकेशन तय होगा, जिसके बाद बिहार टीम सेमीफाइनल में उतर सकती है। टीम के प्रदर्शन को देखते हुए खिलाड़ियों में खासा उत्साह है। जिला खेल पदाधिकारी कमल कुमार, जिला फुटबॉल संघ के सचिव भवेश कुमार और शारीरिक शिक्षक चंदन कुमार ने खिलाड़ियों के चयन और जीत पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने टीम को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मुंगेर के ये खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन करेंगे।
खैरथल तिजारा जिले के मुंडावर निवासी भाजपा नेता जितेंद्र कौशिक ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें सीतामढ़ी जिले की संगठनात्मक जिम्मेदारी सौंपी गई थी। कौशिक चुनाव से चार महीने पहले बिहार पहुंचे और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने का काम शुरू किया। उन्होंने बथनाहा और रीगा विधानसभा क्षेत्रों में बूथ स्तर से लेकर विधानसभा स्तर तक कार्यकर्ताओं के साथ कई बैठकें कीं। इस दौरान माइक्रो-प्लानिंग तैयार की गई और विभिन्न टीमों के बीच प्रभावी समन्वय स्थापित किया गया, जिससे चुनावी रणनीति को सुदृढ़ किया जा सके। कौशिक ने पन्ना प्रमुखों की सक्रियता बढ़ाई और प्रत्येक बूथ पर जिम्मेदार कार्यकर्ताओं की टीम गठित की। घर-घर संपर्क अभियान, लाभार्थी संवाद और स्थानीय मुद्दों पर फीडबैक संग्रह जैसे अभियानों से चुनावी माहौल तैयार किया गया। इस प्रभावी रणनीति के परिणाम स्वरूप, भाजपा ने बथनाहा और रीगा दोनों विधानसभा सीटों पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की। जिसके बाद बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और बिहार बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उन्हें सम्मानित किया। जितेंद्र कौशिक पूर्व में पाली, कोटा और दिल्ली में भी संगठनात्मक दायित्व सफलतापूर्वक निभा चुके हैं। जीत के बाद कौशिक ने राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पार्टी की जीत जमीनी कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत और मतदाताओं के अटूट विश्वास का परिणाम है।
बिहार राज्य महिला आयोग ने आज सोनपुर मेला के शोभा सम्राट थियेटर और पायल एक नजर थियेटर में जाकर औचक निरीक्षण किया। वहां के महिला कलाकार से मिलकर पूछताछ की। सभी कलाकार वहां बालिग थी। कई सालों से ये लोग थियेटर से जुड़ी हुई है। उन्होंने बताया कि उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। एक कलाकार ने बताया कि पहले घर की मजबूरी में जुड़ी। पहले बुरा लगता था, अब आदत हो गई है। एक कलाकार ने बताया कि मेरे दादा थियेटर लाईन में पहले से जुड़े थे। मैं यहां दादा के दोस्त के थियेटर में काम करती हूं। सोनपुर मेला में 6 थियेटर चल रहा था। बिहार राज्य महिला आयोग, पटना के स्वतः संज्ञान लेने के उपरांत सारण पुलिस के द्वारा टीम बनाकर जांच किया गया। जिसमें गुलाब विकास थिएटर और न्यू गुलाब विकास थियेटर में पांच नाबालिग लड़कियां पाई गई। सारण प्रशासन द्वारा दोनों थियेटर के लाइसेंस को रद्द कर दिया गया और दोनों थियेटर को बंद करवा दिया गया। सोनपुर मेला में चल रहे थियेटर के मालिक को अध्यक्ष के द्वारा थियेटर में कार्य कर रही कलाकार के ऊपर उसके खान-पान और स्वास्थ्य संबंधी विषय पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया। भास्कर की खबर पर लिया था संज्ञान बिहार राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष अप्सरा मिश्रा ने कहा था आज दैनिक भास्कर डिजिटल में मैंने एक खबर देखी, जिसमें सोनपुर में चल रहे थिएटर में कार्यरत महिलाओं से जबरदस्ती देह व्यापार कराया जा रहा है। उन्हें प्रलोभन देकर थिएटर से जोड़ दिया गया है। इसकी जानकारी मिलने पर हम लोगों ने स्वतः संज्ञान लिया है। हम लोगों ने एसपी को चिट्ठी भी लिखी है। 1 दिसंबर, सोमवार को महिला आयोग की टीम स्थल निरीक्षण करेगी। दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई के दिए गए निर्देश महिला आयोग में चिट्ठी में लिखा कि सारण जिलान्तर्गत सोनपुर मेला में चल रहे थियेटर में कार्य कर रही महिलाओं से देह व्यापार करवाया जाता है। पुलिस प्रशासन इस मामले पर निष्क्रिय दिख रही है। इस घटना पर महिला आयोग के द्वारा स्वतः संज्ञान लिया गया है। अतः अनुरोध है कि उक्त मामले को गम्भीरता से लेते हुए अपने स्तर से अविलम्ब छान-बीन कर नियमानुसार दोषियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई किया जाए। इसके साथ ही अबतक के काम में कार्रवाई से आयोग को अविलम्ब अवगत कराना सुनिश्चत की जाए।
दैनिक भास्कर सिविक इश्यू फीचर:अब बिहार के गली- मोहल्ले की समस्याएं सीधे पहुंच रही जिम्मेदारों तक
दैनिक भास्कर एप ने बिहार के 11 बड़े शहरों - पटना, मुजफ्फरपुर, गया, भागलपुर, आरा, बिहारशरीफ, बेगूसराय, औरंगाबाद, बक्सर और सुपौल में जनता की समस्याओं को सीधे जिम्मेदारों तक पहुंचाने के लिए सिविक इश्यू का नया फीचर लॉन्च किया है। इस फीचर की मदद से लोग अपने इलाके की जनहित से जुड़ी समस्याएं फोटो और विवरण के साथ पोस्ट कर रहे हैं, ताकि अधिकारी जल्द कार्रवाई कर सकें। आप भी इस लिंक पर क्लिक कर अपने इलाके की समस्याएं पोस्ट कर सकते हैं। बिहार के अलग-अलग जिलों से सामने आईं समस्याएं पटना - बिहार की राजधानी पटना से लोग लगातार अपने यहां की जन समस्याओं के बारे में जानकारी देते हुए अपना पोस्ट साझा कर रहें हैं। 28 नवंबर को भी राजधानी पटना के अलग-अलग वार्डों से आम लोगों ने अपने यहां की समस्याएं पोस्ट की। जैसे : मुजफ्फरपुर : 01 दिसंबर 2025 को मुजफ्फरपुर की जनता ने भी अपने यहां की जन समस्याओं को दैनिक भास्कर के सिविक ईश्यू प्लेटफार्म पर साझा किया है। जैसे गया: 01 दिसंबर 2025 को गया की जनता ने भी अपने यहां की जन समस्याओं को दैनिक भास्कर के जरिए साझा किया है। यहां के लोगों ने लिखा है - भागलपुर : 01 दिसंबर 2025 को भागलपुर की जनता ने भी अपने यहां की जन समस्याओं को दैनिक भास्कर के सिविक ईश्यू प्लेटफार्म पर साझा किया है। यहां के कंपनीबाग वार्ड नं. 13 से ,सुभाष कुमार लिखते हैं कि यहां के यूनिवर्सिटी मार्ग महावीर स्थान गली में नाली का समस्या है। यहां की नाली ओवरफ्लो होती है जिसके कारण पानी सड़क पर लग जाता है। जिसे आप शुभम के द्वारा साझा की गई तस्वीर में भी देख सकते हैं। बिहारशरीफ : बिहार के सीएम नीतीश कुमार जी के गृह जिले की जनता भी दैनिक भास्कर के सिविक इश्यू प्लेटफॉर्म का सकारात्मक उपयोग करते अपने यहां की समस्याओं से जिम्मेदारों को रुबरू करा रही है यहां के नई सराय के वार्ड नं. 15 के सागर खन्ना ने पोस्ट लिखा है और बताया है कि यहां के मंजिल गली में वर्षों से कोई काम नहीं हुआ है। उनकी गली का हाल वर्षों से खराब है। वहीं हंसेपुर वार्ड नं. 6 के नागेन्द्र कुमार ने लिखा है कि उनके यहां भी नाली का काम नहीं हुआ है जिसके कारण जल निकासी नहीं हो पाती है, जिससे सबको दिक्कत होती है। बेगूसराय - बेगूसराय के बाघा (छोटे महतो वाली गली) वार्ड नं. 24 के शुभम कुमार लिखते हैं कि उनके घरवाली गली में नाली के ढक्कन टूटे हुए हैं, जिसके कारण आर दिन कोई न कोई गिरता - पड़ता रहता है। वे चाहते हैं कि कोई अनहोनी हो इससे पहले इस समस्या को सही किया जाए। वहीं सामो मटिहानी वार्ड नं. 45 से विरेन्द्र कुमार लिखते हैं कि उनके यहां केवल जमीन का टैक्स लिया जाता है। लेकिन कोई भी बुनियादी सुविधाएं उनके यहां नहीं, मिल रही है। इन शहरों के साथ-साथ समस्तीपुर, औरंगाबाद, बक्सर, सुपौल, आरा और समस्तीपुर के बाशिंदों ने भी अपने गली मोहल्ले की समस्याओं को दैनिक भास्कर एप के जरिए जिम्मेदारों तक पहुंचाने के लिए पोस्ट किया है। शिकायत कैसे पहुंचेगी अधिकारियों तक? आप भी दैनिक भास्कर एप के जरिए अपने गली-मोहल्ले की समस्या को फोटों के साथ पोस्ट कर सकते हैं और उसके लिए जिम्मेदारों लोगों तक अपनी आवाज पहुंचा सकते हैं। आपकी पोस्ट सीधे दैनिक भास्कर की टीम तक पहुंचती है।डेस्क इसे जांचने के बाद कुछ ही मिनटों में रियल टाइम में प्रकाशित कर देता है। इसके बाद आपकी शिकायत अधिकारियों और लाखों पाठकों के मोबाइल स्क्रीन तक पहुंच जाती है। आपकी पोस्ट बनेगी बदलाव की वजह यह डिजिटल प्लेटफॉर्म सिर्फ शिकायत दर्ज कराने का माध्यम नहीं है, बल्कि लोगों की आवाज़ को मजबूत करने की पहल है। पहले गली-मोहल्लों की छोटी-छोटी समस्याएं अनसुनी रह जाती थीं-जैसे टूटी सड़कें, गंदगी, जलजमाव, स्ट्रीट लाइट, बेसहारा पशु, अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी आदि। लेकिन अब आपकी हर पोस्ट - कहां देखें पोस्ट -ट इसे भी पढ़ें: दैनिक भास्कर एप पर पोस्ट करें अपनी शिकायतें:नाली, सड़क, गंदगी, अस्पताल से जुड़ी समस्याएं भेजें, आपकी बात जिम्मेदार अधिकारियों तक हम पहुंचाएंगे
गिरिडीह के तिसरी थाना पुलिस ने अवैध शराब तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने एक लग्जरी टोयोटा ग्लान्जा कार से 284 बोतल विदेशी शराब जब्त की और मौके से कार चालक को गिरफ्तार कर लिया। यह शराब बिहार ले जाई जा रही थी। खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि यह कार बंगाल निर्मित शराब से भरी थी और तिसरी होते हुए लोकाय, थानसिंहडीह मार्ग से बिहार की ओर जा रही थी। बरामद शराब की कीमत लगभग 45 हजार से 50 हजार तक है। बरमसिया-चंदौरी रोड पर कार ने एक ऑटो को टक्कर मार दी। दुर्घटना के बाद मौके पर जुटी भीड़ को कार पर संदेह हुआ। तलाशी लेने पर वाहन में छिपाए गए शराब के पैकेट मिले, जिसके बाद लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। कार को नईटांड मार्ग से बरामद कर लिया और चालक को हिरासत में ले लिया इधर, चालक कार लेकर नईटांड की ओर भागने की कोशिश करने लगा। हालांकि, तिसरी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कार को नईटांड मार्ग से बरामद कर लिया और चालक को हिरासत में ले लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि शराब की तस्करी के लिए कार में गुप्त खांचे बनाए गए थे। डिक्की, बोनट के नीचे इंजन के पास की खाली जगह और कार के निचले हिस्से को टिन की चादर व स्क्रू से बंद करके ये खांचे तैयार किए गए थे, जिनमें शराब के पैकेट छिपाए गए थे। यह तस्करी का एक सुनियोजित तरीका था। खोरीमहुआ एसडीपीओ राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि जब्त की गई कुल 284 बोतलों में 'ओनली फॉर सेल इन बंगाल' लिखी 180 एमएल की 274 बोतलें और 10 अतिरिक्त बोतलें शामिल हैं। गिरफ्तार चालक की पहचान बिहार के बेगूसराय जिले के बिष्णुपुर निवासी राजेश मंडल (पिता बनारसी मंडल) के रूप में हुई है। इस कार्रवाई में प्रभारी एसआई नंदजी राय, हवलदार उमेश भारती, नीरज कुमार और राहुल कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस की तत्परता से शराब तस्करी की एक बड़ी कोशिश को विफल कर दिया गया।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता विजय कुमार मिट्ठू ने नीतीश सरकार से 2026 में होने वाले पंचायत चुनाव की प्रक्रिया में बड़े सुधार की मांग की है। सोमवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, प्रखंड प्रमुख और उप प्रमुख जैसे एकल पदों का चुनाव सीधे जनता द्वारा हो। इसके साथ ही, पूरे पंचायत चुनाव को पार्टी आधारित किया जाना चाहिए ताकि लोकतांत्रिक प्रणाली मजबूत और पारदर्शी बन सके। मिट्ठू ने बताया कि कई अन्य राज्यों में पंचायत प्रणाली पहले से ही पार्टी आधारित और प्रत्यक्ष चुनाव प्रणाली पर काम कर रही है। उन्होंने तर्क दिया कि यदि बिहार में भी वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया, जिला परिषद सदस्य सहित जिला परिषद अध्यक्ष और प्रखंड प्रमुख तक सभी पदों के लिए सीधा और पार्टी चिन्ह पर मतदान कराया जाए, तो पंचायत, प्रखंड और जिला स्तर की इकाइयाँ अधिक जवाबदेह और सशक्त होंगी। बोले- वर्तमान व्यवस्था में पंचायत समिति सदस्यों के बीच खरीद-फरोख्त होती है कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि वर्तमान व्यवस्था में जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के बीच खरीद-फरोख्त जैसी अनैतिक गतिविधियां होती हैं, जिससे लोकतांत्रिक मूल्यों को नुकसान पहुंचता है। उनका कहना है कि यदि एकल पदों का चुनाव सीधे जनता से होगा, तो ऐसी गतिविधियों पर रोक लगेगी और जिला परिषद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष तथा प्रखंड प्रमुख व उपप्रमुख पूरे पाँच साल तक स्थिर रहेंगे। इससे स्थानीय सरकारें मजबूत होंगी और विकास योजनाओं में निरंतरता बनी रहेगी। 'जनवरी से पंचायतों, प्रखंडों, जिला मुख्यालयों में आंदोलन शुरू करेंगे' इन मांगों को लेकर कांग्रेस ने राज्य स्तर पर व्यापक आंदोलन छेड़ने की घोषणा की है। नेताओं ने बताया कि जनवरी 2026 से बिहार के सभी पंचायतों, प्रखंडों और जिला मुख्यालयों पर चरणबद्ध आंदोलन शुरू किया जाएगा। इसका उद्देश्य राज्य सरकार पर इन सुधारों को लागू करने का दबाव बनाना है। पार्टी का दावा है कि यदि बिहार में पंचायत चुनाव पार्टी आधारित और प्रत्यक्ष मतदान से होंगे, तो स्थानीय लोकतंत्र न केवल पारदर्शी बनेगा बल्कि जनता की भागीदारी और अधिकार भी मजबूत होंगे। कांग्रेस ने राज्य सरकार से इस संबंध में शीघ्र निर्णय लेने की अपील की है।
18वीं बिहार विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायक उत्साहित दिखे। इस अवसर पर बिहार सरकार में मंत्री श्रवण कुमार और संजय पासवान ने सभी नवनिर्वाचित सदस्यों को शुभकामनाएं दीं
बिहार में भी साइक्लोन दितवाह का असर दिख सकता है। अगले दो दिनों तक पटना सहित राज्य के कई जिलों में आसमान में हल्के बादल छाए रहने की संभावना है। हालांकि बारिश होने की संभावना नहीं है, न ही तापमान में कोई बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। वहीं रविवार को सुबह-सुबह पटना, बेतिया, गोपालगंज समेत 10 से ज्यादा शहरों में घना कोहरा छाया रहा। दक्षिण भारत में उठ रहे चक्रवात ‘दितवाह’ फिलहाल दक्षिण भारत के तटीय इलाकों के लिए खतरा बना हुआ है, लेकिन इसके बाहरी बादल बिहार तक पहुंच रहे हैं। बीते 24 घंटे में 12.6 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ किशनगंज सबसे ठंडा जिला रहा। जबकि 3 दिन से लगातार सबसे कम तापमान वाले औरंगाबाद में रविवार को न्यूनतम तापमान 13.1 डिग्री दर्ज किया गया। तापमान सामान्य के आसपास, ठंड फिलहाल नहीं बढ़ेगी बिहार में इस समय अधिकतम तापमान सामान्य से करीब 0.9 डिग्री सेल्सियस कम रिकॉर्ड किया जा रहा है। इसके विपरीत न्यूनतम तापमान सामान्य से 2 से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। इसी कारण सुबह और रात की ठंड में तेज बढ़ोतरी फिलहाल नहीं दिख रही है। मौसम विभाग के अनुसार यही स्थिति अगले दो दिनों तक बनी रहेगी। बादल छाए रहने के बावजूद ठंड में कोई खास बढ़ोतरी नहीं होगी। दिसंबर के दूसरे सप्ताह से बदलेगा मौसम मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, दिसंबर के दूसरे सप्ताह में मौसम में बड़ा बदलाव आएगा। उस दौरान पछुआ हवा तेज रफ्तार से चलना शुरू करेगी, जिससे पूरे बिहार में शीतलहर जैसे हालात बनने की संभावना है। वैज्ञानिकों का कहना है कि 7 से 9 दिसंबर के बीच न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज होगी और रात का पारा 10 डिग्री के आसपास पहुंच सकता है। कई जिलों में हल्की गलन भी महसूस होगी। बिहार में फिलहाल तेज बारिश नहीं होगी मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने बताया कि चक्रवात दितवाह का असर केवल ऊपरी हवा के सिस्टम तक सीमित रहेगा। बिहार में वर्षा या तेज हवाओं का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि अगले 48 घंटों तक बादल छाए रहने की स्थिति बनी रहेगी। पटना में नॉर्मल रहेगा मौसम राजधानी में अगले दो दिनों तक हल्के बादल बने रहेंगे। सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस होगी जबकि दिन के समय तापमान लगभग 27-28 डिग्री के आसपास बना रहेगा। हवा में हल्की नमी रहने से रात में हल्की धुंध भी दिख सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 5 दिसंबर के बाद पारा धीरे-धीरे नीचे आना शुरू करेगा और पटना में सर्दी का असर साफ तौर पर महसूस होने लगेगा।
बक्सर पुलिस ने साइबर अपराध के एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए ऑनथराइज्ड गेमिंग ऐप के माध्यम से लोगों से ठगी करने वाले 18 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। रविवार की शाम नगर थाना बक्सर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एसपी शुभम आर्य ने बताया कि यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी। किराए के एक मकान में चल रहा था धोखाधड़ी का अड्डा सूचना मिली थी कि पीपी. रोड स्थित आईसीआईसीआई बैंक के पास किराए के एक मकान में ऑनलाइन गेम और सट्टा के नाम पर बड़े पैमाने पर आर्थिक धोखाधड़ी की जा रही है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और बिहार के कैमूर, सारण, सिवान, बांका एवं रोहतास जिलों के रहने वाले हैं। बनाते थे फर्जी गेमिंग एप ये लोग एक ही कमरे में बैठकर फर्जी गेमिंग एप बनाते थे और टेलीग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से लोगों को भेजते थे। लोग अनजाने में ऐप रजिस्टर कर पैसे लगाते थे,फिर धीरे-धीरे उनके बैंक एकाउंट को पूरी तरह खाली कर दिया जाता था। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि यह गिरोह रोजाना करीब 4 से 5 लाख रुपये की ठगी कर रहा था। ठगी के पैसों को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किया जाता था। पुलिस मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से कर रही जांच पुलिस ने इनके ठिकाने से कुल 9 एक्टिव बैंक पासबुक, 5 चेक बुक और 82 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।एसपी के अनुसार,आरोपियों के पास पहले भी कई बैंक अकाउंट की जानकारी थी जिसे कुछ समय पूर्व इस्तेमाल किया गया था। पुलिस इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से भी जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि ठगी का पैसा किन-किन खातों में गया और नकली बैंक अकाउंट बनाने में किन स्रोतों का इस्तेमाल किया गया। साइबर थाना में कांड संख्या 55/25 दर्ज कर ली गई है और आगे की कार्रवाई जारी है। नेटवर्क की तलाश में चल रही छानबीन एसपी ने कहा कि यह एक संगठित गिरोह है,जिसके अन्य सदस्यों और नेटवर्क की तलाश के लिए विभिन्न जिलों और राज्यों में भी छानबीन शुरू कर दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि अजीत कुमार जयसवाल और अमन जयसवाल इस पूरे ऑपरेशन के मुख्य संचालक हैं,जो बाहर के राज्यों से युवाओं को बुलाकर अपराध में शामिल करते थे। पुलिस की इस सफल कार्रवाई से साइबर ठगी के लगातार बढ़ते मामलों पर रोक लगाने में अहम मदद मिलेगी। एसपी शुभम आर्य ने कहा कि ऐसे गिरोहों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और बक्सर पुलिस हर स्तर पर साइबर अपराध के खिलाफ सख्त अभियान चला रही है। पकड़े गए साइबर अपराधियों के नामकैमूर जिले के अजीत कुमार जयसवाल, रमेश कुमार जयसवाल और अमन कुमार जयसवाल, सारण जिले के दीपक कुमार, सतेन्द्र कुमार, छत्तीसगढ़ के हेमा कुमार यूपी के चंदौली निवासी मुकेश कुमार जयसवाल, आनंद यादव,अमरेश कुमार, वाराणसी निवासी अनिल कुमार,अयोध्या निवासी राजेश जयसवाल, अमर बहादुर,बिहार के सिवान निवासी राहुल कुमार, छत्तीसगढ़ के निवासी दशरथ बाघ,उड़ीसा निवासी गौरव टांडी,रोहतास निवासी मुमताज आलम,वही बांका के संजय यादव, और कैलाश यादव,को गिरफ्तार किया गया है।
गोरखपुर के मोहद्दीपुर में घर में काम करने वाली एक 21 साल की नीतू साहनी की मौत पर जमकर हंगामा हुआ। नाराज परिजनाें ने रविवार देर शाम करीब 6:30 बजे युवती की लाश रखकर मोहद्दीपुर सड़क जाम कर दी। सड़क जाम की सूचना पर कैंट और अन्य थानों की पुलिस पहुंची। पुलिस ने परिजनों का समझाकर सड़क से किनारे हटाया। करीब 15 मिनट तक सड़क पर जाम की स्थिति बनी रही। परिजनों का आरोप है कि बेटी को मोहद्दीपुर में रहने वाली महिला के फ्लैट में काम करने के लिए भेजा था। शनिवार को अंजान नंबर से कॉल कर बताया गया कि बेटी की तबीयत खराब है। यह कहते हुए कप्तानगंज पुलिस बिहार लेकर गई। बिहार के पश्चिमी चंपारण के धनहा थाना क्षेत्र में लाश मिली। इसके बाद बिहार के बगहा में पोस्टमार्टम के बाद लाश लेकर गोरखपुर आए हैं। परिजनाें ने बेटी की हत्या की आशंका जताई है। पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। अब पढ़िए पूरा मामला कुशीनगर के कुर्मीपट्टी के अयोध्या साहनी ने बताया कि मेरी पांच बेटियां हैं, एक लड़का है। इसमे से नीतू निषाद को 3 साल पहले मोहद्दीपुर के आर्चिड ग्रीन के एक फ्लैट में रहने वाली संगीता अग्रवाल के पास घर का काम करने के लिए भेजा था। वहां साफ सफाई का काम करती थी। शनिवार को अंजान नंबर से कॉल कर कुशीनगर के कप्तानगंज बुलाया गया। वहां पहुंचते ही पुलिस गाड़ी में बैठाकर बिहार के पश्चिमी चंपारण लेकर गई। पुलिस ने बताया कि आपके लड़की तबीयत खराब है। बिहार के पश्चिमी चंपारण में पहुंचने पर मेरी बेटी की लाश दिखाई जाती है। बताया गया कि तबीयत खराब थी, जिससे मौत हो गई। लेकिन कोई यह नहीं बताया कि आखिरी मेरी बेटी बिहार कैसे पहुंच गई। रविवार को पोस्टमार्टम के बाद लाश मिली है। अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी नहीं दी गई। मोहद्दीपुर से घर पर नहीं मिला परिवार अयोध्या साहनी ने बताया कि बेटी की लाश लेकर पूरे परिवार के साथ शाम को मोहद्दीपुर स्थित अपार्टमेंट में पहुंचे। यहां आने पर पता चला कि घर में ताला बंद कर परिवार कहीं निकल गया है। कॉल करने पर रिसीव भी नहीं किया जा रहा है। अयोध्या साहनी ने बताया कि शुक्रवार को आखिरी बार बेटी से बात हुई थी। तब वह गोरखपुर में ही थी। शनिवार को एक अंजान नंबर से कॉल कर कप्तानगंज बुलाया गया। जहां से पुलिस लेकर बिहार गई। इसके बाद परिजन लाश लेकर न्याय की मांग करते हुए मोहद्दीपुर सड़क पर बैठ गए। इस दौरान बेटी की लाश को लेकर परिजन रोते चिल्लाते रहे। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचकर परिजनों को सड़क किनारे कर दिए हैं। उन्हें समझाने का प्रयास कर रहे हैं। आर्चिड ग्रीन अपार्टमेंट के रजिस्टर के मिलान करने पर पता चला है कि 14 अप्रैल के बाद नीतू यहां नहीं आई है। यहां रहने वाली अग्रवाल फैमली लखनऊ शादी में गई है। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने बताया कि इस मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शाहजहांपुर में बरेली के बहेड़ी से सपा विधायक अताउर रहमान ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि एसआईआर लाकर दलितों, पिछड़ी जातियों और अल्पसंख्यक समाज के वोट काटने की साजिश की जा रही है। जिलाध्यक्ष तनवीर खां समेत तमाम पदाधिकारियों ने उनका स्वागत किया। विधायक अताउर रहमान ने पार्टी कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि एसआईआर का यह कार्यक्रम विपक्ष के वोट काटने की एक सुनियोजित साजिश है। उनका दावा है कि इसका मुख्य उद्देश्य दलित समाज, पिछड़ी जातियों और अल्पसंख्यक समाज के मतदाताओं को सूची से हटाना है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर उत्तर प्रदेश के सभी समाजवादी पार्टी कार्यकर्ता सक्रिय हैं। हर बूथ पर बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) और बूथ प्रभारी तैनात हैं, साथ ही ब्लॉक प्रभारी भी काम कर रहे हैं। पूरी टीम यह सुनिश्चित करने में जुटी है कि किसी भी जाति या धर्म के व्यक्ति का वोट न कटे। रहमान ने कहा कि जो बिहार में हुआ, वैसा उत्तर प्रदेश में हमारे कार्यकर्ता नहीं होने देंगे। उन्होंने भाजपा पर हर चीज छिपाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी हर चुनाव में नए हथकंडे अपनाती है। विधायक ने विश्वास व्यक्त किया कि सपा अपने कार्यकर्ताओं और नेतृत्व के दम पर 2027 में सरकार बनाएगी। उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को मिले फॉर्म भरवा रहे हैं, उन्हें जमा करा रहे हैं और ऑनलाइन अपलोड भी करवा रहे हैं। प्रतिदिन इसकी रिपोर्ट भी दी जा रही है। विधायक ने दोहराया कि भाजपा के निशाने पर दलित, पिछड़ी जाति और अल्पसंख्यक समाज के लोग हैं, लेकिन सपा कार्यकर्ता यह सुनिश्चित करेंगे कि एक भी वोट न छूटे।
अगर बिहार नहीं जीतते तो क्या दूसरे राज्यों में एसआईआर होता?
एसआईआर ( मतदाता विशेष गहन पुनरीक्षण) से अगर बिहार में सफलता नहीं मिलती तो क्या उसे दूसरे राज्यों में लागू किया जाता
ललित सुरजन की कलम से - बिहार चुनाव : कुछ अन्य बातें
'बिहार में महागठबंधन की अभूतपूर्व जीत के बारे में टीकाकारों के अपने-अपने विश्लेषण हैं
आसान नहीं बिहार का मैदान भाजपा के लिए
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार खत्म हो गया है और गुरुवार, 6 नवंबर को 121 सीटों पर मतदान होगा
क्या बिहार से लेफ्ट एकता की राह पकड़ेगा?
बिहार के विधानसभा चुनाव के बहुत सारे पहलू हैं। और इनमें से ज्यादातर पर लिखा जा रहा है
2015 की तरह इस बार भी बिहार में आरक्षण सबसे बड़ा मुद्दा
बिहार चुनाव की घोषणा होने वाली है। वहां यह मुद्दा सबसे बड़ा बनने जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसकी शुरुआत हो गई है
राहुल की यात्रा का पहला दौर कामयाब : मगर असली लक्ष्य है बिहार जीतना
राहुल की बिहार यात्रा का पहला दौर खतम हो गया। दूसरा दौर जब भी शुरू हो मगर उससे पहले ही वोट चोरी पूरे देश में मुद्दा बन गई
राहुल गांधी ने बिहार मतदाता सूची से बच्चों के नाम कटने का दावा नहीं किया
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक में राहुल गांधी के हवाले से वायरल हो रहा कोट फर्जी है. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार की मतदाता सूची से बच्चों के नाम काटे जाने से संबंधित कोई दावा नहीं किया था.
राहुल की भारत एक खोज पार्ट टू यात्रा से बिहार यात्रा तक की कहानी
राहुल अच्छे यात्री हैं। सफल। मगर दफ्तर में भी कोई होना चाहिए। सब व्यवस्था बनाए रखने के लिए
पीएम उषा अभियान के तहत बिहार को 600 करोड़ रुपए देगी मोदी सरकार, नीतीश कैबिनेट ने खोला बंद रास्ता
बिहार में पीएम उषा अभियान को लागू करने के प्रस्ताव को नीतीश कुमार सरकार की मंजूरी के बाद राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए केंद्र से अगले दो साल में 600 करोड़ रुपए मिलने का रास्ता खुल गया है।
बिहार के प्रिंस कुमार सिंह ने यूपीएससी आईएफएस परीक्षा में 15वीं रैंक प्राप्त की है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई बड़े एग्जाम को पास किया हुआ है। जानिए जानते प्रिंस कुमार की कहानी जिन्होंने अपने आर्थिक
फिल्म रैप में जानिए कि रविवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. 9 जून 2024 का दिन एतिहासिक रहा. पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ली. इस दौरान शाहरुख खान से लेकर अक्षय कुमार भी मौजूद रहे.
परेशान होकर छोड़ी इंडस्ट्री, सालों बाद किया कमबैक, बिहार की लड़की कैसे बनी हीरोइन?
टेलीविजन के पॉपुलर शो उडारियां 15 साल का लीप लेने जा रहा है. लीप के बाद शो एक नई कहानी और स्टारकास्ट के साथ दर्शकों को एंटरटेन करने आ रहा है. लीप से पहले उडारियां में आशमा का रोल निभाने वाली अदिति भगत ने आजतक संग बातचीत की और शो को लेकर कई सारी बातें शेयर कीं.
बिहार सीईटी बीएड : पांच साल में सबसे ज्यादा आवेदन आए, इस तारीख से आएंगे एडमिट कार्ड
Bihar CET B.Ed:महिलाओं के लिए अलग एवं पुरुषों के लिए अलग परीक्षा केंद्र होंगे। अभ्यर्थी 17 जून से अपना एडमिट कार्ड वेबसाइटwww. biharcetbed- lnmu. inपर लॉगइन कर डाउनलोड कर सकेंगे।
बीएसईबी बिहार बोर्ड से संबद्ध और एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड संस्थानों की सूची जारी
Bihar D.El.Ed: बिहार बोर्ड ने डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2024 की आंसर की जारी करने के एक दिन बाद अब राज्य में मौजूद सरकारी व निजी डीएलएड प्रशिक्षण संस्थानों की सूची भी जारी कर दी है। डीएलएड में दाखिला लेने
Bihar DElEd Answer Key 2024: आंसर की जारी, ऐसे दर्ज करें ऑब्जेक्शन, देखें डायरेक्ट लिंक
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने बिहार डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (DElEd) परीक्षा 2024 की आंसर की जारी की। जो उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट- biharboardonline.b
Bihar STET: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी)-2024 (प्रथम) परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। पेपर-1 के विभिन्न विषयों की परीक्षा 18 से 29 मई तक होगी।
CSBC Bihar Police Constable Exam: क्या जारी हो चुकी हैं रिवाइज्ड तारीखें, पढ़ें अपडेट
CSBC Bihar Police Constable exam dates: बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की नई तारीखों का इंतजार है। परीक्षाएं 1, 7 और 15 अक्टूबर को निर्धारित की गई थीं, जिन्हें रद्द व स्थगित कर दिया गया था। आइए
बॉलीवुड अभिनेत्री नेहा शर्मा की हाल ही में बिहार में एक रोड शो में भागीदारी ने इंटरनेट पर तूफान ला दिया है। क्रुक और तुम बिन 2 जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए मशहूर सुश्री शर्मा को अपने पिता अजीत शर्मा का समर्थन करते देखा गया, जो कांग्रेस के टिकट पर भागलपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। यह रोड शो उन अफवाहों के बीच हुआ कि अभिनेता राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं। हालाँकि, अब यह स्पष्ट हो गया है कि वह सिर्फ अपने पिता के लिए प्रचार कर रही थीं। नेहा शर्मा ने इंस्टाग्राम पर बांका, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया सहित बिहार के विभिन्न जिलों की अपनी यात्रा दिखाते हुए एक वीडियो साझा किया। वह पारंपरिक सलवार कमीज पहने हुए थीं और जनता का अभिवादन करती और उन्हें वोट डालने के लिए प्रोत्साहित करती नजर आईं। इसे भी पढ़ें: AR Rahman ने नए एल्बम के रिलीज पर Taylor Swift को बधाई दी, नेटिजन ने कहा 'महान कला, महान कला को पहचानती है' View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial) इसे भी पढ़ें: Tamannaah Bhatia Summoned by cyber cell | 'अवैध' IPL Streaming ऐप मामले में तमन्ना भाटिया को साइबर सेल ने तलब किया रोड शो के दौरान पीरपैंती और कहलगांव में भारी भीड़ ने अभिनेता का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कैप्शन में लिखा “वे कहते हैं कि जब कोई आपको अपने दिल में जगह देता है, तो आप हमेशा के लिए वहीं रहते हैं। आपने मुझे जो प्यार और समर्थन दिया है, उससे मेरा दिल भर गया है। पीरपैंती और कहलगांव में गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद। आपका प्यार सारी आँखों पर। सदा आभारी। ऑनलाइन प्रसारित हो रहे एक अन्य वीडियो में अभिनेत्री को भागलपुर में अपने पिता के चुनाव अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए दिखाया गया है। भागलपुर लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को चुनाव होना है। इस सीट पर कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करने वाले अजीत शर्मा का मुकाबला जेडीयू के अजय कुमार मंडल से है। पहले ऐसी अफवाह थी कि सुश्री शर्मा राजनीति में प्रवेश कर सकती हैं। हालाँकि, कई रिपोर्टों ने स्पष्ट किया है कि वह अभी चुनावी शुरुआत नहीं कर रही हैं। रिपोर्टों के अनुसार, उनके पिता अजीत शर्मा ने उन्हें राजनीति में शामिल होने का अवसर दिया, शर्मा वर्तमान में अपने अभिनय करियर पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। Bihar, Bhagalpur: Bollywood actress Neha Sharma campaigns for Congress leader and father Ajeet Sharma in the Lok Sabha elections, participates in a roadshow. pic.twitter.com/yEhb4XoQQL — IANS (@ians_india) April 23, 2024 View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial) View this post on Instagram A post shared by Neha Sharma (@nehasharmaofficial)
Manisha और Elvish के बीच लगी दुश्मनी की आग हुई और तेज, बिहार की बेटी नेसरेआम बना दिया'राव साहब' का मजाक ?
Bihar Board: जानें-10वीं की मार्कशीट में लिखी U/R,B और C जैसी शॉर्ट फॉर्म का क्या मतलब है?
बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं का रिजल्ट 31 मार्च को जारी कर दिया गया था। छात्र अपनी ओरिजनल मार्कशीट स्कूल से ले सकते हैं। आइए जानते हैं मार्कशीट में लिखी शॉर्ट फॉर्म की फुलफॉर्म क्या है।
बिहार में जेईई और नीट की फ्री कोचिंग, रहने-खाने की भी रहेगी मुफ्त व्यवस्था, ऐसे करें अप्लाई
Bihar Board Jee and Neet Free Coaching : विद्यार्थी समिति द्वारा संचालित engineering (jee) औरmedical (neet) की नि:शुल्क तैयारी हेतु BSEB SUPER-50 आवासीय शिक्षण में पढ़ने हेतु आवेदन कर सकत हैं।
Bihar 10th Board 2024: टॉप 5 में इन 10 छात्रों ने बनाई जगह, जानें नाम और मार्क्स
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने दसवी का रिजल्ट bsebmatric.org और results.biharboardonline.com पर जारी कर दिया है। इस साल टॉप 10 की लिस्ट ने 51 छात्रों ने अपनी जगह बनाई है। टॉप 5 की लिस्ट में 10 छ
Bihar Board BSEB 2024 Matrci Result Today:बिहार बोर्ड 10वीं का रिजल्ट biharboardonline.bihar.gov.in व biharboardonline.com , onlinebseb.in पर जल्दजारी कर दिया जाएगा।
BSEB: क्लास 10वीं के रिजल्ट से पहले जानें ये 10 जरूरी बातें, मार्कशीट मिलने में मिलेगी मदद
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड अब कभी भी वेबसाइट biharboardonline.gov.in पर कक्षा 10वीं के रिजल्ट अपलोड कर सकता है। एक बार रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र यहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) मैट्रिक यानी कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा का रिजल्ट अब कभी भी biharboardonline.bihar.gov.in पर जारी हो सकता है, जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, रिजल्
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर में एडमिशन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इस बाबत समिति ने सभी सरकारी, गैर सरकारी विद्यालय, इंटर कॉलेजों की सूची ofssbihar.in पर अपलोड कर दी है।
BSEB Bihar 10th Board: प्रेस कॉन्फ्रेंस में शेयर की जाएंगी ये 5 डिटेल्स, यहां पढ़ें
छात्र आधिकारिक वेबसाइट्स से बीएसईबी 10वीं स्कोरकार्ड 2024 डाउनलोड कर सकेंगे। रिजल्ट वाले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी। जिसमें बिहार बोर्ड कक्षा 10वीं की परीक्षा से जुड़ी कई डिटेल्स शेयर की जाएगी। आइए ज
Bihar 12th Board: किसान की बेटी बनीं कॉमर्स की टॉपर, अब बनना चाहती हैं प्रोफेसर, करेंगी PhD
बिहार बोर्ड 12वीं की कॉमर्स स्ट्रीम में खुशी कुमारी को जिले में सेकंड रैंक मिली है। उनके पिता किसान हैं। उन्होंने कहा, मेरे पिता ने हमेशा शिक्षा को महत्व दिया है, इसलिए भविष्य में मैं शिक्षा के क्षेत
इस साल का रिजल्ट पिछले 5 साल की तुलना में सबसे बेहतर, 87.21 प्रतिशत विद्यार्थी हुए पास
BSEB Bihar Board 12th Result : हार बोर्ड ने आज 12वीं के नतीजे जारी कर दिए हैं। इस वर्ष का रिजल्ट पिछले 5 सालों की तुलना में सबसे बेहतर रहा है। इस साल इंटर का रिजल्ट 87.21 फीसदी रहा।
बिहार बोर्ड ने 12वीं यानी इंटर परीक्षा का रिजल्ट अब जारी कर दिया है। टॉपर्स के नाम भी सामने आ गए हैं। आइए जानते हैं साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स स्ट्रीम के टॉपर्स ने किन स्कूलों से पढ़ाई की है। यहां देखें न
BSEB : बारहवीं कक्षा के छात्रों को इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी के लिए फ्री में कोचिंग देती है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) गरीब विद्यार्थियों को JEE और NEET की मुफ्त कोचिंग कराती है।
BSEB Bihar Board: बिहार बोर्ड इंटर छात्र जानें टॉप 10 इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज
NIRF यानी राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क। इस रैंकिंग को शिक्षा मंत्रालय जारी करता है। एनआईआरएफ रैंकिंग में देश के टॉप इंजीनियरिंग कॉलेज, मेडिकल कॉलेज और यूनिवर्सिटी की रैंकिंग जारी की जाती है।
बीएसईबी 12वीं के परिणाम के साथ टॉपर्स की लिस्ट भी शेयर करेगा। जो छात्र परीक्षा में शामिल हुए हैं, वे जान लें, पिछले 7 सालों में आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम में किसने किया था टॉप। यहां पढ़ें पूरी
Bihar 12th Board 2024: रिजल्ट जारी होने की तारीख और समय के बारे में यहां मिलेगी जानकारी
बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (बीएसईबी) जल्द ही इंटरमीडिएट या कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा 2024 के परिणाम घोषित करेगा। वहीं बोर्ड परिणाम के समय की घोषणा पहले कर दी जाएगी। आइए जानते हैं, आप कहां कर सकें

