Bihar Assembly Elections 2025: महिला वोटरों की संख्या घटने से क्यों बढ़ी नीतीश कुमार की चिंता?

Number of women voters decreased in Bihar: बिहार की राजनीति में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हमेशा से महिला मतदाताओं के सशक्तिकरण से जुड़ा रहा है। 'महिला सशक्तिकरण' का नारा ही वह मजबूत आधार था जिस पर जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडीयू ने पिछले कई चुनावों में अपनी सफलता की इमारत खड़ी की। लेकिन, अब चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के बाद जारी अंतिम मतदाता सूची ने नीतीश कुमार को एक चिंता में डाल दिया है। हालांकि केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि एनडीए की तरफ से नीतीश कुमार ही मुख्‍यमंत्री का चेहरा हैं। सामने आए आंकड़े साफ बताते हैं कि राज्य में महिला मतदाताओं की संख्या में न केवल जनसंख्या अनुपात से कम होकर बड़ी गिरावट आई है, बल्कि यह गिरावट उन विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक है जहां जेडीयू का राजनीतिक दबदबा रहा है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ SIR की तकनीकी खामी है या एक सोची-समझी राजनीतिक रणनीति? आंकड़ों के आईने में मतदाता सूची का 'लिंग-भेदभाव' : चुनाव आयोग (EC) द्वारा 30 सितंबर, 2025 को जारी अंतिम मतदाता सूची एक चौंकाने वाली तस्वीर पेश करती है। जनवरी 2025 में बिहार का मतदाता लिंगानुपात (Electoral Sex Ratio - ESR) 914 था (प्रति हजार पुरुष मतदाताओं पर 914 महिलाएं)। SIR प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह गिरकर 894 रह गया है। यह आंकड़ा 2011 की जनगणना के जनसंख्या लिंगानुपात (918) से भी नीचे है, जो बिहार में महिलाओं की वास्तविक भागीदारी को नकारता है। SIR प्रक्रिया में हटाए गए कुल मतदाताओं में से 59% महिलाएं हैं। महिला मतदाताओं का प्रतिशत जनवरी के 47.8% से घटकर 47.2% हो गया है। राज्य के कुल 243 विधानसभा क्षेत्रों में से 230 में लिंगानुपात में गिरावट दर्ज हुई है। सबसे गंभीर विषय है इस नाम हटाने की प्रक्रिया में असमानता। ड्राफ्ट सूची (1 अगस्त 2025) में 65 लाख नाम काटे गए, जिनमें 55% महिलाएं थीं। दावा-आपत्ति प्रक्रिया के दौरान 21.5 लाख नए नाम जोड़े गए, लेकिन इनमें महिलाओं की हिस्सेदारी मात्र 47.8% रही। वहीं, अतिरिक्त 3.6 लाख नाम काटने में 53.9% महिलाएं थीं। सुपौल जैसे जिलों में तो काटे गए नामों में महिलाओं का हिस्सा 75% तक है। पश्चिमी बिहार के गोपालगंज जिले की कुचायकोट सीट पर लिंगानुपात 956 से गिरकर 861 हो गया—यह सीट 2020 में जेडीयू ने जीती थी। सर्वाधिक प्रभावित टॉप 10 सीटों में से तीन पर जेडीयू का कब्जा है। यह विसंगति मात्र सांख्यिकीय नहीं है, बल्कि महिला वोट बैंक की राजनीतिक हेराफेरी का संकेत देती है। 2020 का जीत का मंत्र : 2020 के बिहार विधानसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की 125 सीटों पर जीत का एक प्रमुख कारण महिला मतदाताओं का निर्णायक समर्थन माना जाता था। 2010 के बाद से ही बिहार में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से लगातार अधिक रहा है। विभिन्न सर्वे बताते हैं कि महिलाओं ने शराबबंदी, साइकिल वितरण और आरक्षण जैसी नीतीश कुमार की नीतियों के कारण महागठबंधन (RJD-कांग्रेस) की तुलना में NDA को भारी वोट दिया था, जिससे जेडीयू को मजबूत समर्थन मिला। लेकिन, SIR में महिलाओं के नाम हटने के चलते जेडीयू के इसी आधार को हिला दिया है। चुनाव आयोग के डेटा से साफ है कि जेडीयू द्वारा जीती गई सीटों पर औसत लिंगानुपात में सबसे बड़ी गिरावट आई है। उदाहरण के लिए, कुचायकोट जैसी जेडीयू सीटों पर 10 प्रतिशत से ज्यादा महिलाओं के नाम काटे गए हैं, जबकि भाजपा (BJP) की सीटें अपेक्षाकृत कम प्रभावित हुई हैं। यह असंतुलन जेडीयू के लिए घातक साबित हो सकता है। राजनीतिक निहितार्थ : गठबंधन में दरार की आशंका नीतीश कुमार की चिंता स्वाभाविक है, क्योंकि बिहार की राजनीति में महिलाओं के 'माई-बहिनी' (मां-बहन) वोट की अपनी अहमियत है। SIR का यह असंतुलन सीधे तौर पर जेडीयू को नुकसान पहुंचा सकता है। विपक्षी दल RJD जैसे महागठबंधन के नेता इसे 'NDA की साजिश' बता रहे हैं। गठबंधन सहयोगी BJP इस कटौती से कम प्रभावित दिख रही है। उनकी सीटों पर गिरावट न्यूनतम है। राजनीतिक विश्लेषक इसे BJP का 'सॉफ्ट पावर प्ले' मान रहे हैं, जिसका उद्देश्य जेडीयू को कमजोर करना हो सकता है। यदि 2025 के विधानसभा चुनावों में महिला मतदान इसी घटे हुए 47.2% के अनुपात में सिमट गया, तो जेडीयू की सीटें 2020 की 43 से काफी नीचे जा सकती हैं। अंतिम सूची में अभी भी संशोधन संभव हैं—नामांकन की अंतिम तिथि से पहले जेडीयू को तत्काल स्थानीय स्तर पर आपत्तियां दर्ज कराने और महिला कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने की आवश्यकता है। SIR के बाद की मतदाता सूची बिहार की राजनीति में एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है। यह विवाद 2025 के चुनावों को और ध्रुवीकृत करेगा। नीतीश कुमार को अब अपनी राजनीतिक पूंजी बचाने के लिए सचेत और सतर्क कदम उठाने होंगे, वरना महिलाओं के समर्थन का ध्रुवीकरण उल्टा पड़ सकता है।

वेब दुनिया 8 Oct 2025 3:00 pm

Bihar election 2025: कौन हैं मैथिली ठाकुर? जानिए बिहार चुनाव के गलियारों में क्यों हो रही इस नाम पर चर्चा

Bihar election 2025: मैथिली ठाकुर आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। अपनी मधुर आवाज और भारतीय लोकगीतों के प्रति अपने गहरे समर्पण के कारण, यह बिहार की मशहूर लोकगायिका देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुकी हैं। उनकी चर्चा सिर्फ संगीत मंचों तक ...

वेब दुनिया 8 Oct 2025 1:53 pm

तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बनेगी सरकार, होंगे बिहार के अगले मुख्यमंत्री : मृत्युंजय तिवारी

बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत के दावे कर रहे हैं। इस बीच, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया है कि बिहार की जनता ने फैसला कर लिया है

देशबन्धु 8 Oct 2025 1:19 pm

बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार, तेजस्वी यादव को कांग्रेस का झटका

Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों के बीच घमासान तेज हो गया है। नवंबर के पहले सप्ताह में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए महज 30 दिन से भी कम समय बाकी है, लेकिन विपक्षी महागठबंधन राष्ट्रीय जनता ...

वेब दुनिया 8 Oct 2025 1:16 pm

चिराग पासवान बिहार में अकेले लड़ेंगे विधानसभा चुनाव?

बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर NDA गठबंधन में फूट पड़ती दिख रही है। मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री और लोकजनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के अपनी पार्टी के लिए 35-40 सीटों की मांगों को लेकर सीटों के बंटवारे का ...

वेब दुनिया 8 Oct 2025 12:23 pm

जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी के बाद 25 लोगों का रेस्क्यू:हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति में तापमान -0.5°C पहुंचा; बिहार के 5 जिलों में बाढ़ जैसे हालात

जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी राज्यों के ऊंचे इलाकों में पिछले 24 घंटों से बर्फबारी जारी है। सेना ने डोडा जिले के ऊपरी इलाकों में अपने पालतू जानवरों के साथ बर्फीले तूफान में फंसे बकरवाल समुदाय के 25 आदिवासियों को बचाया है। वहीं, आज से जम्मू-कश्मीर के कटरा में वैष्णो देवी यात्रा फिर से शुरू हुई है। खराब मौसम के कारण 5 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक यात्रा रोकी गई थी। 3 दिन के बाद यात्रा शुरू होने से श्रद्धालु खुश हैं। सुबह से ही सैकड़ों लोग दर्शन के लिए रवाना हुए। हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन स्नोफॉल हुआ। लाहौल-स्पीति में रात के तापमान -0.5C दर्ज किया गया। रात में बिलासपुर जिले में निजी बस पर लैंडस्लाइड हुई। हादसे में 15 लोगों की मौत हुई है। बस में करीब 30 यात्री सवार थे। उत्तराखंड के बद्रीनाथ, केदारनाथ और हेमकुंड साहब में मंगलवार को पहली बर्फबारी हुई। हेमकुंड साहिब में 2 और 3 इंच तक स्नोफॉल हुआ। केदारनाथ में तापमान 5 डिग्री तक गिर गया। इस वक्त चारधाम यात्रा का दूसरा दौर चल रहा है। रोज 5 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। बिहार में लौटते मानसून की बारिश जारी है। नेपाल में हो रही बारिश के कारण भी यहां की नदियां उफान पर हैं। यहां के 5 जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं। सुपौल में 5 हजार घरों में पानी भर गया। मधुबनी में एक लाख की आबादी प्रभावित है। पहाड़ी राज्यों से बर्फबारी-बारिश की 6 तस्वीरें... मैदानी राज्यों में ठंड का असर दिखना शुरू पहाड़ी राज्यों में बर्फबारी का असर मैदानी राज्यों में भी दिखने लगा है। पंजाब-हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कई शहरों में दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इससे ठंड बढ़ने लगी है। कई शहरों में पारा 20C से नीचे रिकॉर्ड किया गया। राज्यों के मौसम का हाल... बिहार: आज 26 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट, मुजफ्फरपुर में उफान पर बागमती; अररिया समेत 5 जिलों में बाढ़ जैसे हालात बिहार के 26 जिलों में बुधवार को बारिश का यलो अलर्ट है। मौसम विभाग के मुताबिक, अलर्ट वाले राज्यों में 40kmph की रफ्तार से हवा चल सकती है। बिजली गिरने की भी आशंका है। हालांकि, नेपाल में हुई बारिश के कारण उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं। इसके कारण प्रदेश के कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कोसी सहित उसकी सहायक नदियां उफान पर हैं। पूरी खबर पढ़ें... हरियाणा: पहाड़ों पर बर्फबारी का असर, सुबह-शाम ठंड का एहसास शुरू, दिवाली बाद बढ़ेगी सर्दी हरियाणा में 2 दिनों से एक्टिव पश्चिमी विक्षोभ का असर आज से कम हो जाएगा। इस बीच पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी पड़ेगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि बुधवार से राज्य में मौसम में सुधार शुरू होगा, सुबह और शाम ठंड शुरू हो जाएगी। 8 और 9 अक्टूबर को आसमान साफ या आंशिक रूप से बादल रहने का अनुमान है। पूरी खबर पढ़ें... पंजाब: पंजाब-चंडीगढ़ में आज से मौसम साफ रहेगा, सुबह-शाम ठंड बढ़ेगी पिछले दिनों से हो रही बारिश और हिमाचल में हुई बर्फबारी की वजह से पंजाब और चंडीगढ़ में मौसम बदल गया है। ठंड का एहसास होने लगा है। 24 घंटे में तापमान में 0.6 डिग्री की कमी आई है, जो कि सामान्य से 9.6 डिग्री कम है। सबसे अधिक तापमान 30.5 डिग्री गुरदासपुर में दर्ज किया गया है। आज से मौसम साफ रहने की उम्मीद है। 13 अक्टूबर तक बारिश की कोई संभावना नहीं है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 8 Oct 2025 6:44 am

मैं बिहार बोल रहा हूं, एपिसोड- 6:बिहार गरीब नहीं था, इसे गरीब बनाया गया; कच्चे माल यहां होते थे, उद्योग बाहर लगाए गए

राज्यसभा के उपसभापति और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश नारायण सिंह कहते हैं, 'बिहारी की हालत ऐसी क्यों हुई? इस पर मशहूर समाजवादी चिंतक, समाज विज्ञानी सच्चिदानंद बाबू की पुस्तक ‘द इंटरनल कॉलोनी, ए स्टडी इन रीजनल एक्स-प्लॉयटेशन’ में तथ्यगत विवरण हैं। हकीकत है कि बिहार का ‘पिछड़ापन’ प्राकृतिक या सांस्कृतिक कारणों से नहीं, यह योजनागत और नीतियों की देन है। औपनिवेशिक काल में बिहार के संसाधन का देश व देश से बाहर इस्तेमाल किया गया। अफीम, नील, कोयला और अनाज बिहार से बाहर देश विदेशों में भेजे जाते थे। आजादी बाद यही सिलसिला बना रहा। उद्योग और निवेश, भारत के अन्य केंद्रों में होते रहे। बिहार में नहीं। कच्चे माल बिहार में होते थे, उद्योग बाहर लगाए गए हरिवंश नारायण सिंह कहते हैं, 'उन दिनों अविभाजित बिहार से कोयला, लौह अयस्क, अभ्रक वगैरह बाहर गए। सच्चिदा बाबू इसे ‘धन की निकासी’ (ड्रेन ऑफ वेल्थ) मानते थे। दादाभाई नौरोजी की ‘ड्रेन थ्योरी’ की तर्ज पर। कच्चे माल बिहार में होते थे, लेकिन उद्योग अन्य राज्यों में लगाए गए। सिंचाई, बिजली, सड़क जैसे आधारभूत ढांचे पर न्यूनतम खर्च हुए। प्रति व्यक्ति योजना व्यय बिहार में राष्ट्रीय औसत से काफी कम रहा। यह सुनियोजित भेदभाव था। बिहार की ग्रामीण अर्थव्यवस्था, अर्ध-सामंती थी। उत्पादन कम था। भूमि सुधार अधूरे थे। जमींदारी और बटाई प्रथा चलती रही। हरित क्रांति, पंजाब और हरियाणा तक सीमित रखी गई। बिहार को इससे वंचित किया गया। इसका असर हुआ...कृषि में ठहराव, गांवों में गरीबी और बिहार से पलायन के लिए बिहारियों की विवशता। बिहार से बड़े पैमाने पर पलायन हुआ हरिवंश नारायण सिंह आगे कहते हैं, 'पंजाब, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता दक्षिण समेत पूरे देश में बिहारी मजदूरों का बड़े पैमाने पर पलायन होता रहा। बिहार, सस्ता श्रम देने वाला राज्य बना। परिणाम बाहर बिहारी मजदूरों के साथ भेदभाव और शोषण होता रहा। यही तत्कालीन केंद्र के आंतरिक उपनिवेशवाद का लक्षण था। इधर बिहार के तत्कालीन नेतृत्व ने केंद्र से ये वाजिब सवाल नहीं उठाया। सत्ता-लाभ और समझौते पर जोर दिया। इस तरह बिहार, बीमारू बना प्राकृतिक पिछड़ेपन से नहीं, बल्कि राजनीतिक कारणों से। वे कहते हैं, 'इस प्रसंग से स्मरण करना चाहिए कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. जगन्नाथ मिश्र को, जिन्होंने कांग्रेस में रहते हुए केंद्र द्वारा बिहार में कम निवेश का सवाल उठाया था। 1988 (दिसंबर) में उन्होंने बिहार के पिछड़ेपन के संदर्भ में एक लेख लिखा। उन्होंने एक सार्वजनिक आयोजन में कहा कि- ‘देश के योजनाबद्ध विकास की नीति जब से आरंभ हुई, तभी से बिहार पूंजी निवेश की स्थिति में उपेक्षित रहा है। स्पष्टतः प्रति व्यक्ति अल्प पूंजी निवेश के फलस्वरूप बिहार को पुनः एक बार हानि उठानी पड़ी है। 7वीं योजना में बिहार में प्रति व्यक्ति पूंजी निवेश सभी राज्यों से कम यानी केवल 731 रुपया है, जबकि हरियाणा में 2244 रुपया, पंजाब में 1957 रुपया, गुजरात में 1760 रुपया, महाराष्ट्र में 1672 रुपया, मध्य प्रदेश में 1342 रुपया, तमिलनाडु में 1191 रुपया, असम में 1055 रुपया, उड़ीसा में 1024 रुपया, आंध्र प्रदेश में 971 रुपया, उत्तर प्रदेश में 942 रुपया, कर्नाटक में 942 रुपया, राजस्थान में 875 रुपया, केरल में 825 रुपया तथा पश्चिम बंगाल में 755 रुपया है। राज्य की पूंजी निवेश में वृद्धि नहीं हुई तो पिछड़े रह जाएंगे फिर वह आगे कहते हैं, ‘यदि इस राज्य की पूंजी निवेश की यही स्थिति रही और इसकी मात्रा में पर्याप्त वृद्धि नहीं हुई, तो हम पूरे राष्ट्र के आर्थिक विकास के मानदंड में सर्वाधिक पिछड़े रह जाएंगे। केंद्रीय सहायता-निक्षेपण में गाडगिल सूत्र से बिहार लाभान्वित नहीं हुआ है, क्योंकि इस राज्य में प्रति व्यक्ति केंद्रीय सहायता निक्षेपण राष्ट्रीय औसत से हमेशा कम रहा है। घरेलू उत्पादन इतना निम्न रहा है कि राष्ट्रीय योजनाओं के निर्माताओं को इस राज्य के स्थायी एवं लगातार पिछड़ेपन को दूर करने के लिये विशेष प्रयत्न करना होगा।’ एक और रहस्य डॉ. जगन्नाथ मिश्र ने खुद (2012) बिहार समेत मुल्क को बताया। नीतीश कुमार बिहार के पहले मुख्यमंत्री हुए, जिन्होंने ‘बिहार विशेष राज्य’ की मांग (2010) को तत्कालीन केंद्र सरकार (डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार) से मजबूती से उठाया। रघुराम राजन की अध्यक्षता में कमेटी बनी. जिसने यह मांग अस्वीकार कर दिया। आर्थिक भेदभाव के बाद डॉ. जगन्नाथ मिश्र को CM पद से हटाया गया डॉ. जगन्नाथ मिश्र ने यह प्रसंग बताया है कि बिहार के साथ हो रहे इस आर्थिक भेदभाव के सवाल उठाने के कारण उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाया गया। उन्होंने 1976 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के सामने राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में पहली बार यह सवाल उठाया था। वह लिखते हैं, ‘बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के संबंध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं अन्य सभी राजनीतिक दल आवाज उठा रहे हैं, वह सराहनीय है। वस्तुतः बिहार की पीड़ा को उजागर करने का बीजारोपण 1976 में ही श्रीमती इंदिरा गांधी की अध्यक्षता में हुई राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में विकास के विभिन्न पहलुओं पर राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मेरे द्वारा व्यक्त दो टूक विचारों के माध्यम से हुआ था और तब से निरंतर राष्ट्रीय स्तर पर बिहार के पिछड़ेपन और आर्थिक हक की लड़ाई चलती रही है। 26 जुलाई, 1983 को बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री के रूप में बिहार के साथ अन्याय होते रहने से संबंधित इन विषयों पर आधारित मेरे भाषण के आलोक में प्रकाशित अंग्रेजी दैनिक ‘टेलीग्राफ’ ने वह समाचार जिस शीर्षक के साथ प्रकाशित किया था, वह बिहार के हक के लिए किये गये अनेक संघर्ष और अंततः मुख्यमंत्री पद छोड़ने की इस कहानी को एक पंक्ति में बयान करता है - ‘A speech which cost Dr. Jagannath Mishra’s Job’. बिहार देश के निचले पायदान पर अब भी बरकरार हरिवंश नारायण के मुताबिक, लेख में आगे डॉ. जगन्नाथ मिश्र कहते हैं कि ‘बिहार देश का सबसे पिछड़ा राज्य है और सभी विकास सूचकों के लिहाज से 1951 में प्रथम पंचवर्षीय योजना के प्रारंभ से ही देश में सबसे निचले पायदान पर बरकरार है। इसका मुख्य कारण राज्य में सबसे कम योजना परिव्यय तथा निवेश का निम्न स्तर है। राज्य के प्रति किए गए इस आर्थिक एवं राजनीतिक अन्याय को दूर करने के लिए केंद्र द्वारा कोई प्रयास नहीं किया गया जो सामाजिक न्याय एवं औचित्य के हित में नहीं है। फलतः राज्य अभी भी हर तरह की समस्या से पीड़ित है, और तो और नब्बे के दशक में शुरू हुए उदारीकरण के दौर में भी, जब उच्च आय वाले राज्य काफी लाभान्वित हो रहे थे, बिहार समेत सारे पिछड़े राज्य वंचित ही बने रहे’. (संदर्भः 2012 में छपी डॉ. जगन्नाथ मिश्र की पुस्तक, बिहार विकास और संघर्ष) 1951 से 1990 के बीच क्या स्थिति थी? कृषि एवं इससे जुड़े क्षेत्रों में केंद्र सरकार ने प्रति व्यक्ति बिहार में सबसे कम खर्च किया। उसी दौर में पंजाब में प्रति व्यक्ति खर्च बिहार से लगभग तीन गुना था। मशहूर पत्रकार सुरेंद्र किशोर यही सवाल उठाते हैं कि अब आप ही बताइए कि बिहार को ‘बीमारू’ राज्यों (बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश) की श्रेणी में ला देने के लिए कौन-कौन से दल, प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से जिम्मेदार रहे? 1971 में ओडिशा को छोड़कर बिहार देश का सर्वाधिक गरीब राज्य था तत्कालीन सरकार ने 1955 में सिंचाई के मद में पूरे देश के लिए करीब 29,106 लाख रुपए का आवंटन किया था। इस राशि में से सिर्फ पंजाब को 10,952 लाख रुपए मिले। उन्हीं दिनों कोसी बांध निर्माण योजना पर भी काम होना था, लेकिन केंद्र सरकार ने बिहार से कहा कि हमारे पास पैसे नहीं हैं, इसलिए कोसी में निर्माण के काम में स्वयंसेवी संगठनों और आम जनता से मदद ली जाए। उस दौर में बिहार की उपेक्षा के और भी आंकड़े हैं। रिजर्व बैंक बुलेटिन के अनुसार 1993-94 में जम्मू-कश्मीर के लिए प्रति व्यक्ति केंद्रीय सहायता 2,291 रुपये थी, उसी अवधि में बिहार को सहायता राशि प्रति व्यक्ति मात्र 192 रुपए मिली, तमिलनाडु को 233 रुपए, राजस्थान को 304 रुपए तथा उत्तर प्रदेश को 331 रुपए। बिहार की ऐसी उपेक्षा प्रथम पंचवर्षीय योजना काल से ही शुरू हो गई थी। नतीजतन, 1971 में ओडिशा को छोड़कर बिहार देश का सर्वाधिक गरीब राज्य था।

दैनिक भास्कर 8 Oct 2025 5:16 am

बंदूक की नोक पर DPS के स्टूडेंट का अपहरण:PM के स्वागत में जुटी थी बिहार पुलिस; किडनैपर बोला- नौकरी से बढ़िया धंधा है अपहरण

दैनिक भास्कर की इलेक्शन सीरीज ‘अपहरण’ के दूसरे एपिसोड में आज कहानी ऐश्वर्य अपहरण कांड की... बात 27 जुलाई 2004 की है। सुबह के 6 बज रहे थे। बिहार की राजधानी पटना में पुलिस काफी मुस्तैद थी। तब के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कुछ ही देर में यहां पहुंचने वाले थे। उन्हें बाढ़ में डूबे इलाकों का दौरा करना था। केंद्रीय मंत्री लालू प्रसाद यादव, राम विलास पासवान और मुख्यमंत्री राबड़ी देवी तैयारियों में जुटे थे। पटना के बहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी में रहने वाला 15 साल का ऐश्वर्य रोज की तरह स्कूल के लिए निकला। वह डीपीएस पटना में 11वीं में पढ़ता था। बस स्टैंड पहुंचने ही वाला था, तभी उसे लगा कि एक आदमी उसका पीछा कर रहा है। कुछ ही देर में दो और लोग पीछे लग गए। डरा सहमा ऐश्वर्य बस स्टैंड पहुंच गया। तभी एक सफेद मारुति वैन वहां आकर रुकी। कार से दो युवक निकले। एक ने दूसरे के कान में बोला- 'यहां तो बहुत सारे बच्चे हैं। उनके घर वाले हैं। लगता है काम नहीं हो पाएगा।' दूसरे ने उसे डांटते हुए कहा- 'अबे @#$%@# तू इतना जल्दी डर गया। बंदूक निकालो और उसे जबरन उठा ले चलो। जो बीच में आएगा उसकी खोपड़ी उड़ा देंगे।' दोनों ने दौड़कर ऐश्वर्य को दबोच लिया। जबरन गाड़ी में बैठाया और बंदूक लहराते हुए तेजी से बेली रोड की तरफ चल दिए। वहां खड़े स्कूली बच्चे भागने लगे। अफरा-तफरी मच गई। इसी बीच एक शख्स दौड़ता हुआ ऐश्वर्य के घर पहुंचा और उसकी मां से बोला- ‘कुछ लोग आपके बेटे को बस स्टैंड से उठा ले गए।’ ऐश्वर्य की मां बदहवास होकर बस स्टैंड की ओर भागी। वहां भीड़ लगी थी और ऐश्वर्य का एक जूता पड़ा हुआ था। वह छाती पीटकर रोने लगी- ‘ उसे बचा लो। उसे कोई कुछ कर ना दे।’ कुछ ही देर में पटना के अलग-अलग थानों की पुलिस वहां पहुंच गई। ऐश्वर्य के पिता बिजनेसमैन थे और मां एक कॉलेज में लेक्चरर। पुलिस ने सारे रिकॉर्ड खंगाले। परिवार की पहले से किसी से कोई रंजिश नहीं थी। पुलिस ने FIR तो दर्ज कर ली। पुलिस को आभास हो गया था कि इस बच्चे के साथ अब बुरा होने वाला है। IPS अमित लोढ़ा तब नालंदा के SP थे। वे अपनी किताब ‘बिहार डायरीज’ में लिखते हैं- ‘पटना उन दिनों अपराध की राजधानी बना हुआ था। रोज किसी न किसी का अपहरण होता रहता था। हालात इतने बुरे थे कि एक रिक्शे वाले ने एक लाख रुपए में घर बेचा तो पड़ोसी ने उसका अपहरण कर लिया। अपहरण में जोखिम कम था और फायदा ज्यादा। इसका सीधा-साधा हिसाब था- शिकार की आदतों को समझो, सही वक्त तय करो और अनजाने टारगेट को अगवा कर लो। फिर शिकार के घर फोन कर दो। मजबूरन परिवार वाले फिरौती की रकम डारे के मारे दे ही देते थे। उस रोज मैं एक ऑपरेशन के सिलसिले में रातभर जगा था। सुबह मैंने पटना के IG को फोन किया- सर, पिछले हफ्ते जिस बैंक मैनेजर का अपहरण हुआ था, उसे छुड़ा लिया गया है। उधर, से उन्होंने गाली के लहजे में कहा- बिहार को क्या होता जा रहा है। मैं तो अगवा लोगों की गिनती भूल गया था। मैं खुद पायजामा पहने पटना की सड़कों पर एक लड़के को ढूंढने में लगा हूं। अभी कोई 20 मिनट पहले ही DPS के एक बच्चे को उठा लिया है।’ अमित लोढ़ा लिखते हैं- ‘मैंने पटना-नालंदा हाईवे पर सभी थानों में फोन किया और खुद सोने चला गया। कुछ ही देर बाद मेरा फोन बजा। उधर से नागरनौसा के एसएचओ मिथिलेश की आवाज आई- ‘सर, हमने मारुति वैन बरामद कर ली है। ड्राइवर को भी पकड़ लिया है, लेकिन वो बच्चा और अपराधियों का कुछ पता नहीं चल रहा।’ वैन की तलाशी करो, कुछ है तो नहीं उसमें? एसएचओ मिथिलेश- ‘सर एक स्कूल बैग मिला है।’ मैंने तुरंत पटना के आईजी को फोन कर बताया कि बच्चे का सुराग मिला है। मैं खुद नागरनौसा के लिए निकल गया। सोच रहा था कि अपराधी पटना से नागरनौसा करीब 80 किलोमीटर तक कैसे आ गए। उन्हें कहीं रोका क्यों नहीं गया। पुलिस ने ठीक से बैरिकेडिंग की होती तो शायद वैन को पटना जिले में ही रोक लिया जाता। कुछ देर में मैं नागरनौसा पहुंच गया। मैंने वहां एक आदमी को देखा। उसके कपड़े फटे हुए थे और वह बेहद परेशान दिख रहा था। ये आदमी उस वैन का ड्राइवर था। डीआईजी शिवेंद्र भगत उससे सख्ती से पूछताछ कर रहे थे। वह आदमी चिल्ला रहा था 'साहब, मैं बेगुनाह हं। मैं ड्राइवर हूं। मुझे अपहरण के बारे में नहीं पता।' मैंने शिवेंद्र सर से बोला- 'मुझे ड्राइवर से बात करने दीजिए। फिर मैंने उससे सवाल-जवाब शुरू किया।' 'देखो सच सच बता दो, बच्चे को कहां छुपाए हो?' ड्राइवर कहने लगा- 'साहब, मैं ड्राइवर हूं। मेरा बॉस किराए पर गाड़ी देता है। कल हमारे दफ्तर में दो लोग आए और बोले कि उनके भतीजे को पटना से नालंदा में अपने गांव ले जाना है। उन्होंने मारुति वैन मांगी। आज सुबह मुझे बोरिंग रोड चौराहे पर इंतजार करने को कहा। कुछ देर बाद, वे लोग बेहोशी की हालत में एक लड़के को लेकर आए। वह स्कूल ड्रेस में था। उन्होंने बताया कि ये बीमार है। किसी ने नजर लगा दी है। वे पूजा करवाने जा रहे हैं। मुझे शक तो हुआ, लेकिन लगा कि हो सकता है कोई नजर लग गई हो। कई बार मैं लोगों को ओझा के पास ले गया हूं। सो मैंने ज्यादा सोचा नहीं और नालंदा की ओर चलता गया। जब नागरनौसा पहुंचा, तो उन दोनों ने कहा कि गाड़ी रोको, एक रिश्तेदार से मिलना है। शाम को फिर गाड़ी ले लेंगे। उन्हें उतारकर मैं थोड़ा आगे बढ़ा था कि पुलिस ने गाड़ी पकड़ ली। मुझे बस इतना ही पता है साहब।’ ड्राइवर कुर्सी पर बैठा था। पसीने से भीगा, आंखें नीचे झुकी हुईं। आईएसपी अमित लोढ़ा ने कुर्सी पीछे खिसकाई। कुछ सेकेंड तक ड्राइवर को देखा। फिर बोले,'तुम्हारे पास उन आदमियों के नंबर हैं क्या?' ड्राइवर ने सिर हिलाया,'न-नहीं साहब...'उसकी आवाज कांप रही थी। 'डर मत,' लोढ़ा का लहजा थोड़ा नरम हुआ, 'नहीं मारूंगा।' उन्होंने हाथ आगे बढ़ाया- 'मोबाइल दो।' ड्राइवर ने कांपते हुए फोन आगे किया। लोढ़ा ने कॉल लॉग खोला। एक-एक नंबर स्क्रीन पर चमक रहा था। 'इनमें से कौन सा?' लोढ़ा ने पूछा, आंखें ड्राइवर पर टिकी रहीं। ड्राइवर ने धीरे-धीरे उंगली उठाई और स्क्रीन पर एक नंबर की ओर इशारा किया। 'सर... आज सुबह इसी नंबर से कॉल आया था। उस आदमी ने कहा था- 'बोरिंग रोड चौराहे पर सुबह 6:40 बजे पहुंच जाना।' ड्राइवर स्क्रीन पर एक नंबर की ओर इशारा करते हुए बोला- 'सर, आज सुबह इस नंबर से कॉल आया था। उस आदमी ने मुझे बोरिंग रोड चौराहे पर सुबह 6:40 बजे पहुंचने को कहा था।' SP लोढ़ा को इस अपहरण केस की जांच का जिम्मा मिल चुका था। उधर, पटना में सियासी बवाल मच गया। राबड़ी देवी सरकार के खिलाफ बीजेपी और जदयू प्रदर्शन कर रहे थे। स्कूली बच्चे और उनके पेरेंट्स ने मोर्चा खोल दिया था। स्कूल वाले भी विरोध में उतर गए थे। इधर, अपहरण करने वाले ऐश्वर्य की आंख पर कपड़ा बांधकर खेतों के बीच से घसीटते हुए ले जा रहे। बेचारे ऐश्वर्य को कुछ सूझ नहीं रहा था। उसने हिम्मत करके पूछा- 'अंकल कहां ले जा रहे मुझे? मैंने क्या बिगाड़ा है आप लोगों का?' तभी एक ने उसके गाल पर जोर का तमाचा जड़ते हुए कहा- '@#$@#$ जरा भी चिल्लाया तो गोली तेरी छाती के आरपार हो जाएगी।' कुछ देर बाद ऐश्वर्य फिर बोला- 'पर अंकल मैंने किया क्या है?' और वह रोने लगा। एक लंबे कद के आदमी ने उसे बीच खेत में बैठाया। फिर बहुत प्यार से बोला- 'देख बेटा। तुम्हारा बाप बहुत अमीर है। वह हमें पैसे दे देगा और हम तुझे छोड़ देंगे।' और उन्होंने पैसे नहीं दिया तो... कांपते हुए ऐश्वर्य बोला। उस आदमी ने कहा- 'तब तो बेटा तुम्हें ठिकाने लगाना पड़ेगा। हम पाल पोसकर तुम्हें बड़ा तो करने नहीं जा रहे।' रोते हुए ऐश्वर्य बोला- 'तुम लोग मेरे पापा को जानते नहीं हो। तुम्हारे पीछे पुलिस लग गई होगी। बहुत जल्द तुम लोग मारे जाओगे।' अपहरण करने वाले हंसने लगे। इधर, IPS लोढ़ा दफ्तर पहुंच चुके थे। उन्होंने रिलायंस टेलिकॉम कोलकाता के मैनेजर को कॉल किया- 'घोष बाबू, मुझे 94xxxx3654 की कॉल डिटेल भेज दो। अर्जेंट है।' कुछ देर बाद घोष ने कॉल करके बताया- 'उस नंबर का सिर्फ एक बार इस्तेमाल किया गया था, वैन ड्राइवर को कॉल करने में।' IPS सोचने लगे- 'इसका मतलब है यह सिम केवल बच्चे के परिवार को कॉल करने के लिए लिया गया था।' फिर उन्होंने कहा- 'घोष बाबू, क्या आप मुझे IMEI नंबर बता सकते हैं?' 'एक मिनट, सर,' घोष बाबू ने कहा। IMEI यानी इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी। यह 15 अंकों का सीरियल नंबर होता है, जो हर मोबाइल फोन में होता है। इसकी मदद से फोन को ट्रेस किया जा सकता है। SP लोढ़ा ने घोष से कहा कि वह तुरंत IMEI नंबर डालकर देखें कि क्या कोई दूसरा सिम इस मोबाइल पर चलाया गया था? 'इस आदमी ने पहले इस मोबाइल पर दूसरा सिम काम में लिया था। वो सिम कार्ड 94xxxx6381 भी हमारी कंपनी का ही है,' खुश होकर घोष ने कहा। 'क्या आप चेक कर सकते हैं कि वह नंबर अभी भी काम में लिया जा रहा है या नहीं?' SP ने भी उतने ही जोश में पूछा। ‘हां, वो नंबर अभी भी काम कर रहा है।' इसका मतलब वे दूसरे सिम से बाकी लोगों को कॉल कर रहे थे।’ SP लोढ़ा ने उस नंबर का पिछले 48 घंटों का कॉल रिकॉर्ड मंगवाया। फिर प्रिंट आउट निकालकर उन नंबरों पर गोला बना दिया, जो ज्यादा बार इस्तेमाल किए गए थे। थोड़ी देर बाद एक पुलिस अफसर संजय, SP लोढ़ा से बोला- 'सर, आपने जो इस नम्बर पर गोला बनाया है, यह तो मेरे जासूस श्याम का नम्बर है।’ 'सच कह रहे हो?' SP ने पूछा। संजय- ‘हां, सर, मैं रोज ही श्याम से बात करता हूं।' SP- ‘फौरन श्याम को उठाकर ले लाओ। उसके सारे अड्डों पर छापा मारना।' कुछ देर बाद, SP के दफ्तर के बाहर एक जीप रुकी। संजय चहकते हुए बोल पड़ा- 'सर, मिल गया।’ सामने एक दुबला-पतला आदमी खड़ा था। वह नशे में लग रहा था। 'यह किसका नम्बर है?' एक नंबर दिखाते हुए एसपी लोढ़ा ने उससे पूछा। 'सर, मैं नहीं जानता- आप क्या कह रहे हैं?' संजय ने धक्का दिया और श्याम जमीन पर गिर पड़ा। 'तुमने 10 घंटों में इस नम्बर पर चार बार बात की है। नाटक मत करो। बाप हैं हम तुम्हारे, 'संजय ने श्याम के मोबाइल की स्क्रीन की ओर इशारा करते हुए कहा। श्याम बोल पड़ा- ‘साहब सुखु साव ने मुझे फोन किया था।’ सुखु पटना का खतरनाक किडनैपर था, जो फिरौती मिलने के बाद शिकार को मार देता था। सुखु ने ही श्याम को एक मारुति वैन का इंतजाम करने के लिए कहा था। हालांकि, श्याम को पता नहीं था कि सुखु ने किसी बच्चे का अपहरण किया है। 'सुखु अपने आप आएगा या तुम उसे कॉल करोगे? क्या तुम उसे जानते हो? कैसा दिखता है वो?' SP लोढ़ा ने सख्त लहजे में उससे सवाल पूछना शुरू किया। श्याम ने डरते हुए कहा- 'साहब, मैं सुखु से पटना की बेऊर जेल में दो साल पहले मिला था। हम दोनों वहां बंद थे। उसके बाद मैंने उससे सिर्फ फोन पर ही बात की है, लेकिन देखूंगा तो पहचान लूंगा। वह लंबा और हट्टा-कट्टा है, एकदम गंजा। उसने मुझे कल सुबह 8 बजे बस स्टैंड के पास बुलाया है।' SP लोढ़ा लिखते हैं- ‘मैंने घड़ी देखी। रात के 1:40 बज रहे थे। संजय और मैं अगले दिन उससे मिलने के लिए तय जगह पर पहुंचे। मैं बेचैनी से सुबह होने का इंतजार करने लगा। 30 जुलाई की सुबह 6:30 बजे संजय का कॉल आया। 'सर, पकड़ लिया।' मैं चप्पल में ही घर से निकल गया। अपनी गाड़ी की बजाय एक प्राइवेट गाड़ी ले ली, ताकि किसी को शक न हो। कुछ ही देर में मैं संजय के पास पहुंच गया। देखा संजय कीचड़ से नहाया हुआ है। सुखु हट्ठा-कट्टा था, उसे पकड़ने के चक्कर में संजय का ये हाल हो गया था। हमने सुखु को गाड़ी में बैठाया और चल दिए। मैं सुखु से लगातार सवाल कर रहा था, लेकिन वो कोई जवाब नहीं दे रहा था। मेरे साथी DSP आदिल जफर ने उसे जोर से थप्पड़ मारा। सुखु बोल पड़ा- ‘मार दो साहब, वैसे भी मरना ही है मुझे।’ फिर हमें खुफिया सूचना मिली कि अपहरण करने वालों ने बच्चे को इस्लामपुर थाने के एक गांव में छिपाकर रखा है। हम फौरन उस गांव की तरफ चल पड़े। वहां पहुंचते ही एक पुराना सा घर दिखा। एक आदमी बंदूक ताने खड़ा था। मैं समझ गया कि ये वही घर हो सकता है। तभी उस आदमी ने फायरिंग शुरू कर दी। हमने फौरन छुपने के लिए आड़ लिया और गाड़ी से निकल गए। इधर से भी जवाबी फायरिंग होने लगी। कुछ देर बाद उस आदमी की बंदूक की गोलियां खत्म हो गईं। वह बचने के लिए भागा, तभी हमारे एक साथी की गोली उसके सीने के आर-पार हो गई। इधर, कार में अकेला सुखु भागने की कोशिश करने लगा। हमारे एक साथी से उसकी रिवॉल्वर छीनने लगा। इसी दौरान एक गोली सुखु के फेफड़े को चीरते हुए निकल गई। उसका काम-तमाम हो गया। हम फौरन उस घर में पहुंचे। धक्का देकर दरवाजा खोला तो एक कोने में वो बच्चा था। उसके हाथ पैर बंधे हुए थे। वह हमें देखते ही सहम गया। फिर मैंने बताया- देखो डरो मत। मैं अमित लोढ़ा नालंदा का एसपी हूं। हमने तुम्हें बचा लिया है। अपहरण करने वाले मारे जा चुके हैं। अपहरण से बढ़िया कोई नौकरी नहीं है आजकल ऐश्वर्य बोला- थैंक्यू अंकल… स्कोर क्या हुआ है? स्कोर? सर एशिया कप में भारत और श्रीलंका के बीच आज मैच हो रहा है न… मैं हंस पड़ा। नहीं पता बेटा, पर अब तुम घर जाकर मैच के हाइलाइट्स देख सकते हो।’ इस तरह करीब तीन दिन बाद ऐश्वर्य वापस अपने घर पहुंच गया। बाद में उसने एक मीडिया इंटरव्यू में बताया- ‘उन लोगों ने मेरी यूनिफॉर्म उतारकर मुझे बनियान और गमछा पहना दिया था। ताकि मैं गांव वालों जैसा लगूं। गांव ले जाते वक्त साफ-साफ धमकी दी थी कि अगर चिल्लाया तो गोली मार देंगे। मैं डरकर कुछ नहीं बोला। वो लोग मुझे ले जाकर एक गाय वाले घर में बंद कर दिया। मैं बार-बार उनसे कह रहा था कि मुझे छोड़ दो, तो उन लोगों ने कहा कि घबराओ नहीं, पैसे मिलते ही तुम्हें छोड़ देंगे। मैंने उनसे पूछा कि ये सब करते क्यों हो। तो वे लोग कहने लगे कि हम भी पढ़े-लिखे हैं। ग्रेजुएट हैं। सरकारी नौकरी मिल नहीं रही और प्राइवेट से खर्चा चलाना बस की बात है नहीं, तो अपहरण करने लगे। इसमें ठीक-ठाक कमाई हो जाती है। अपहरण से बढ़िया कोई नौकरी नहीं है आजकल।’ चार साल बाद 2 को उम्रकैद की सजा, फिर कभी RJD का CM नहीं बना 4 साल बाद दिसंबर 2008 में पटना हाईकोर्ट ने इस केस में दो आरोपियों विजय कुमार और अबोध नीलकमल को दोषी माना और आजीवन कारावास की सजा सुनाई। दोनों पर 5-5 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 2000-2004 के बीच हुई अपहरण की घटनाओं से राजद को बहुत नुकसान हुआ। बीजेपी और जदयू ने लगातार इसे मुद्दा बनाया। फरवरी 2005 में हुए विधानसभा चुनाव में राजद को इसका खासा नुकसान झेलना पड़ा। पिछले चुनाव के मुकाबले उसकी 40 सीटें कम हो गईं। राजद को 75 सीटें ही मिलीं, जो बहुमत से 37 कम थीं। बीजेपी को 55 और जदयू को 37 सीटें मिलीं। किसी भी दल या गठबंधन के पास बहुमत नहीं होने की वजह से राज्य में राष्ट्रपति शासन लग गया। 6 महीने बाद यानी अक्टूबर 2005 में फिर से विधानसभा चुनाव हुए। इस बार बीजेपी और जदयू गठबंधन ने 242 में से 143 सीटें जीत लीं। राजद 54 सीटों पर सिमट गई। *** कल अगले एपिसोड में पढ़िए... बिहार के ऐसे ही एक और अपहरण की कहानी, जिसने राज्य की राजनीति बदल कर रख दी...

दैनिक भास्कर 8 Oct 2025 5:09 am

पुराना गौरव पाना बिहार के लिए असली चुनौती:बिहार की अर्थव्यवस्था...दो दशक में बारह गुना छलांग

बिहार की धरती से ही लगभग तीन हजार वर्ष पहले चाणक्य ने कहा, ‘कोष मूलो हि दण्ड:’ अर्थात राजकोष ही राजसत्ता (देश, राज्य, साम्राज्य) की रीढ़ है। चाणक्य की इस सूक्ति का अनुवाद करते रुद्रपट्टण शामाशास्त्री कहते हैं, श्रेष्ठ काम और कामना (आशय नागरिक, समाज व राज्य कल्याण से) की पूर्ति के लिए वित्त ही मुख्य स्रोत है। 19वीं सदी में मार्क्स की क्रांतिकारी विचारधारा-दर्शन का सूक्त था कि आर्थिक कारण ही इतिहास बदलते हैं। बाहरी हमलों व अंग्रेजों की लूट, कुप्रबंधन से गरीबी, अविकास, पिछेड़पन वगैरह का जो अभिशाप मिला, उससे ही पूर्णतया मुक्त होना, और पुराना गौरव पाना बिहार की चुनौती है। इस दृष्टि से आर्थिक मुद्दों की कसौटी पर बिहार आज कहां है? यह हर बिहारी को जानना जरूरी है, जो खुद, राज्य व देश के भविष्य पर सोचता है। यह जानने से पहले याद रखें, हजारों वर्ष पहले से 17वीं-18वीं सदी तक बिहार का अतीत समृद्ध-वैभव का रहा है। प्रो. राधाकृष्ण चौधरी के अनुसार, पहले अंग्रेज पर्यटक ने लिखा है, पटना एक बहुत बड़ा व लंबा शहर था। पुर्तगाली पर्यटक बरबोसा ने इस कथन का समर्थन किया है। इटली के पर्यटक वारसेमा ने लिखा, पटना संसार के सुंदर नगरों में से एक है। यहां से रेशम व सूती के कपड़े बाहर भेजे जाते थे। फ्रांसीसी यात्री फ्रांस्वाबर्नियर ने 17वीं शताब्दि में अपनी भारत यात्रा के वृतांत में लिखा है (पेज 440 ट्रेवेल्स इन मुगल एम्पायर ए डी 1656-1668), पटना में आठ सरकार और दो सौ पैंतालीस परगने थे। पटना में चीनी, लाख, पोटेशियम नाईट्रेट (जिससे बारुद, बनाया जाता है, उसकी रिफाइनरी के लिए छपरा में फ्रेंच, पुर्तगाली, और डच कम्पनियों की फैक्टरियां भी थी), अफीम, लौंग,घी और कई तरह की औषधियां इत्यादि का काफी उत्पादन होता था। इसे गंगा नदी के जरिए कलकत्ता ले जा कर निर्यात किया जाता था। टैवर्नियर ने लिखा है, पटना एक प्रधान व्यापारिक केंद्र था। मैनुक्की ने भी इसका उल्लेख किया है। इसी युग में गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ था। आजादी बाद, उसी बिहार में 1950 से 1980 के दशकों में विकास ठहर गया था। अवरूद्ध, स्थिर या गतिविहीन विकास के दशक थे। उस दौर में प्रति व्यक्ति राष्ट्रीय औसत आमद की तुलना में बिहार में प्रति व्यक्ति औसत आमद में गिरावट हुई। -शेष पेज 11 पर -यह लेखक के निजी विचार हैं।

दैनिक भास्कर 8 Oct 2025 4:21 am

मोतिहारी में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पिंक रैली:महिलाओं ने 'पहले मतदान फिर जलपान' और 'मतदान से बढ़कर कुछ नहीं' का दिया संदेश

मोतिहारी में बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की घोषणा के साथ ही मतदाता जागरूकता अभियान को गति मिल गई है। जिला स्तर पर स्वीप कोषांग की ओर से मंगलवार को ICDS कार्यालय के द्वारा मतदाता जागरूकता पिंक रैली का आयोजन किया गया। रैली में बड़ी संख्या में सदर प्रखंड की सेविका एवं सहायिकाओं ने भाग लिया। रैली को नगर आयुक्त सौरभ सुमन यादव, उप विकास आयुक्त डॉ. प्रदीप कुमार एवं सहायक समाहर्ता प्रिया रानी ने समाहरणालय मुख्य भवन के सामने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 'पहले मतदान फिर जलपान' और 'मतदान से बढ़कर कुछ नहीं' का नारा महिलाओं ने “लोकतंत्र का पर्व मनाना है, 11 नवंबर को मतदान करने जरूर जाना है”, “पहले मतदान फिर जलपान” और “मतदान से बढ़कर कुछ नहीं” जैसे गगनभेदी नारों के साथ पूरे शहर में मतदाता जागरूकता का संदेश दिया। इस अवसर पर नगर आयुक्त सौरभ सुमन यादव ने कहा कि स्वस्थ और मजबूत लोकतंत्र के लिए सभी मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग जरूर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मतदान प्रत्येक व्यस्क नागरिक का सबसे शक्तिशाली अधिकार है, इसलिए 11 नवंबर को होने वाले मतदान के दिन सभी लोग अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत करें। प्रशासन ने 75% मतदान का लक्ष्य किया निर्धारित वहीं, उप विकास आयुक्त डॉ. प्रदीप कुमार ने बताया कि पूर्वी चंपारण जिला हमेशा से मतदान प्रतिशत के मामले में बिहार में अग्रणी रहा है। इस बार प्रशासन ने 75% मतदान का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए व्यापक स्तर पर मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। रैली में महिलाओं की उत्साही भागीदारी से पूरा माहौल लोकतांत्रिक उत्सव में बदल गया। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे 11 नवंबर को मतदान कर लोकतंत्र के इस महापर्व को सफल बनाएं।

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 7:50 pm

बिहार में गठबंधनों में पड़ती गांठ, अब सीटों के बंटवारे को लेकर घमासान

Bihar Assembly Elections 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग कर दिय है, लेकिन इसके साथ ही राज्य गठबंधनों और राजनीतिक दलों के लिए नई मुसीबत शुरू हो गई है। यह स्थिति किसी एक गठबंधन की नहीं है, बल्कि एनडीए और महागठबंधन ...

वेब दुनिया 7 Oct 2025 6:15 pm

हमें नौ दो ग्यारह कहने वाले खुद चले जाते हैं:संजय निषाद बोले- बिहार में फिर 'बहार' आएगी, NDA सरकार बनेगी

उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बहराइच दौरे के दौरान मीडिया से बात की। उन्होंने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में एक बार फिर 'बहार' आएगी और एनडीए की सरकार बनेगी। लालू प्रसाद यादव के ट्वीट को लेकर संजय निषाद ने कहा कि 2014 से विपक्ष के नेता जो भी कहते हैं, उसका उल्टा ही होता है। उन्होंने टिप्पणी की कि विपक्ष हमें 'नौ दो ग्यारह' होने को कहता है, लेकिन खुद ही ऐसा हो जाता है, चाहे वह उत्तर प्रदेश हो, बिहार हो या मध्य प्रदेश। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी और उनके बेटे पर दर्ज मुकदमे के मामले में संजय निषाद ने न्यायपालिका पर पूरा भरोसा जताया। उन्होंने कहा कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए निषाद ने आरोप लगाया कि उनकी सरकारों में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब थी और शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर भी लाठीचार्ज होता था। उन्होंने अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सरकार में सभी को न्याय मिलता है और वे 'सबका साथ, सबका विकास' की बात करते हैं। इस दौरान बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 5:30 pm

बक्सर में 24 गोवंश से भरा ट्रक जब्त:यूपी से बिहार ला रहे थे, पुलिस को देख ड्राइवर और तस्कर फरार

बक्सर नगर थाना पुलिस ने मंगलवार को गौ-तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने उत्तर प्रदेश से बिहार की सीमा में प्रवेश करते ही एक ट्रक को जब्त किया, जिसमें 19 सांड और 5 गायें लदी हुई थीं। कुल 24 गौवंशों से भरे इस ट्रक को पकड़ा गया, हालांकि पुलिस की भनक लगते ही चालक और तस्कर मौके से फरार हो गए। जानकारी के अनुसार, ट्रक उत्तर प्रदेश से बिहार आ रहा था। गोलंबर के पास नगर थाना पुलिस ने वाहन जांच अभियान के दौरान इसे रोकने का प्रयास किया। इसी दौरान चालक ने ट्रक को कुछ दूरी पर खड़ा कर दिया और मौका पाकर फरार हो गया। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो ट्रक के अंदर 24 गौवंश मिले, जिनमें से एक की मौत हो चुकी थी। शेष सभी मवेशियों को बक्सर स्थित आदर्श गोशाला में रखवाया गया है। पुलिस को देख चालक और तस्कर फरार नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि वाहन जांच के क्रम में संदिग्ध ट्रक को पकड़ा गया। ट्रक में कुल 24 गौवंश थे, जिनमें एक मृत पाया गया। चालक और तस्कर फरार हो चुके हैं। वाहन को जब्त कर आगे की जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रक पर कोई नंबर प्लेट नहीं था, केवल 'उज्ज्वल' नाम लिखा हुआ मिला है। पुलिस अब वाहन के मालिक और इससे जुड़े तस्करों की पहचान करने में जुटी है। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह ट्रक उत्तर प्रदेश पुलिस को चकमा देकर बिहार में दाखिल हुआ था। पुलिस को संदेह है कि यह मवेशी तस्करी का एक संगठित गिरोह है, जो बिहार के रास्ते से होकर पश्चिम बंगाल तक पशुओं की तस्करी करता है। खास बात यह रही कि ट्रक में एक भी दुधारू गाय नहीं थी, जिससे पुलिस को आशंका है कि इन सांडों और गायों को वध के लिए ले जाया जा रहा था। इस घटना के बाद नगर थाना पुलिस ने पूरे इलाके में नाकेबंदी कर दी है। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि फरार हुए तस्करों और वाहन के मालिक का पता लगाया जा सके। जल्द ही ट्रक मालिक और तस्करों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 4:27 pm

मेट्रो का सफर कर यात्री बोले, बिहार बदल रहा है:मेट्रो से घूमने के लिए स्कूल किया बंक, छात्रा बोली- मुझे बहुत प्राउड फील हो रहा

पटना मेट्रो बिहारवासियों के लिए शुरू हो गई है। सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक मेट्रो चलेगी। आम लोग पटना मेट्रो में सफर करने लगे हैं। सुबह 8 बजे ही लोग पटना मेट्रो की पहली राइड लेने के लिए स्टेशन पहुंच गए थे। पटना में मेट्रो की सवारी करके काफी खुश हैं। एक यात्री ऐसी भी थी जो आपका स्कूल बंक करके मेट्रो के सफर के लिए पहुंची। रितिका ने कहा कि बहुत अच्छा और प्राउड फील हो रहा है। बिहार का डेवलपमेंट हो रहा है। लोग बोलते थे कि बिहार कभी डेवलप नहीं हो सकता है, मगर ऐसा नहीं है। मुझे तो बहुत एक्साइटमेंट थी, इसलिए मैं स्कूल बंक करके आज पटना मेट्रो का सफर करने के लिए आई हूं। इसका सफर करके काफी अच्छा लग रहा है। मेरे दोस्त मेट्रो सिटी के बारे में बोलकर चिढ़ाते थे, मगर अब पटना में भी यह हो गया है तो काफी अच्छा लग रहा है। मेट्रो का चुनाव पर फर्क नहीं हो, जिसे वोट देना है उसे देंगे ही पहली राइड लेने के लिए पहुंचे चित्रा रानी ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है कि पटना में भी मेट्रो आ गया है। मैं खास तौर पर घूमने के लिए सुबह 8 बजे ही मेट्रो स्टेशन पहुंच गई थी, ताकि इस पर सफर कर सकूं। फर्स्ट राइड लेने का मन था इसलिए पहुंच गई और सुबह में भीड़ भी कम रहती है, तो आसानी से चढ़ना-उतरना हो जाएगा। चुनाव से पहले इसकी शुरुआत हुई है, लेकिन मुझे नहीं लगता है कि चुनाव में इसका कोई खास असर पड़ेगा, क्योंकि लोगों को जिन्हें वोट देना है वह उन्हें ही देंगे। बिहार तरक्की कर रहा है, यहां बहुत कुछ है यात्री काजल ने कहा कि दिल्ली मेट्रो में मैंने बहुत बार ट्रैवल किया है, मगर पटना में ट्रैवल करके बहुत अच्छा लग रहा है। अभी पूरा मेट्रो काफी क्लीन दिख रहा है और मैं बिहार के वासियों से निवेदन करती हूं कि ऐसा ही साफ-सुथरा रखें। जो लोग यह बोलते थे कि बिहार में कुछ नहीं है वह अब चुप हो जाओ। अब जब बिहार तरक्की कर रहा है, तो उसे एप्रिशिएट करो। जब बिहार डेवलप करना चाह रहा है तो उसे डेवलप होने दो। बिहार में बहुत कुछ है और लोगों को उसे एप्रिशिएट करना चाहिए। वह बस गलत चीजें ही दिखाते हैं।

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 1:16 pm

अररिया में DM ने 144 लोगों पर CCA-3 लगाया:3 लोगों पर CCA-12 का प्रस्ताव भेजा गया, बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कार्रवाई

विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अररिया में 144 लोगों पर CCA-3 (बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम, 1981 की धारा-3) लगाया गया है। इसके अतिरिक्त, 3 लोगों के खिलाफ CCA-12 का प्रस्ताव भेजा गया है। यह जानकारी सोमवार को आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जिलाधिकारी अनिल कुमार ने दी। CCA-3 के तहत इन 144 आरोपियों को प्रत्येक सप्ताह निर्धारित थाने में अपनी हाजिरी लगानी होगी। इन लोगों पर आरोप है कि वे विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी आपराधिक छवि का उपयोग कर गरीब, असहाय और कमजोर लोगों को लोभ या धमकी देकर किसी विशेष पार्टी या प्रत्याशी के पक्ष में मतदान के लिए बाध्य कर सकते हैं। इससे समाज में अशांति फैलने और निष्पक्ष चुनाव में बाधा आने की संभावना है। थाने में हाजिरी लगाने का दिन निर्धारित जिलाधिकारी ने इन 144 लोगों पर CCA-3 लगाने की मंजूरी देते हुए उनके लिए थाने में हाजिरी लगाने का दिन निर्धारित कर दिया है। इन सभी व्यक्तियों को निर्धारित थाने में जाकर पूरे दिन मौजूद रहना होगा। पुलिस द्वारा ऐसे असामाजिक तत्वों की पहचान लगातार की जा रही है जो चुनाव में अशांति फैला सकते हैं या निष्पक्ष चुनाव को बाधित कर सकते हैं। 3 लोगों पर CCA-12 का प्रस्ताव भेजा वहीं, बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम, 1981 की धारा-12 के तहत 3 लोगों पर CCA-12 का प्रस्ताव भेजा गया है। इस प्रावधान के तहत ऐसे अपराधी को जेल में बंद रखा जा सकता है, जिसकी रिहाई से लोक व्यवस्था को खतरा हो। इसका मुख्य उद्देश्य चुनाव या अन्य संवेदनशील समय में कानून-व्यवस्था बनाए रखना, अपराधियों को नियंत्रित करना और समाज में भय व अशांति फैलाने से रोकना है।

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 1:01 pm

'आप हिजड़ा हैं और इसका इंसाफ अल्ला ताला करेगा':वैशाली में जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने बिहार पुलिस पर साधा निशाना

AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने वैशाली के महुआ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने पुलिस हिरासत में नासिर शाह की मौत के लिए वैशाली पुलिस और बिहार सरकार को जिम्मेदार ठहराया, और पुलिसकर्मियों को 'हिजड़ा' कहा। ओवैसी ने महुआ के गांधी मैदान में कहा कि जिस पुलिस ने नासिर शाह को हिरासत में लिया था, वह बहादुर नहीं बल्कि 'हिजड़ा' थी। उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि मरने वाला नासिर शाह नहीं होता, तो सरकार थाने के चौकीदार से लेकर थानाध्यक्ष तक को निलंबित कर चुकी होती। 'नासिर शाह की मौत पुलिस हिरासत में' AIMIM नेता ने प्रधानमंत्री मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा से सवाल किया। उन्होंने कहा कि नासिर शाह की मौत पुलिस हिरासत में हुई है, और यह बहादुरी नहीं है। ओवैसी ने जनता से इस नाइंसाफी का जवाब वोट से देने की अपील की। आइसक्रीम विवाद को लेकर पुलिस पर किया था हमला यह मामला बिहार के वैशाली से जुड़ा है, जहां 40 रुपए के आइसक्रीम विवाद को लेकर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कई थानों की पुलिस पर हमला कर दिया था। इस घटना में दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए थे और पुलिस की गाड़ी भी क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसी मामले में नासिर शाह को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस हिरासत में इलाज के दौरान नासिर शाह की मौत हो गई थी, जिसके बाद से यह मुद्दा गरमाया हुआ है। 6 और 11 नवंबर को होगा मतदान बिहार में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो चुकी है, जहां 2 चरणों में 6 और 11 नवंबर को मतदान होगा और 14 नवंबर को नतीजे आएंगे। AIMIM ने महुआ विधानसभा सीट से अमित कुमार उर्फ बच्चा राय को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिससे इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। ओवैसी की सभा में मुसलमानों की भारी भीड़ देखी गई, जिससे राजद के एमवाई समीकरण पर असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 12:17 pm

‘छह और ग्यारह, एनडीए नौ दो ग्यारह’: बिहार चुनाव पर लालू यादव का तंज

पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने बिहार सरकार पर तंज कसा है

देशबन्धु 7 Oct 2025 9:23 am

बिहार चुनाव के एलान के बाद एक्शन में लालू यादव, इस पोस्ट से गरमाया सियासी पारा

Lalu Yadav Bihar Election 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव के एलान के साथ ही बिहार में सियासी घमासान तेज हो गया। इस बीच राजद नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने चुनाव की तारीखों के हवाले से तंज कसते हुए कहा कि छह और ग्यारह नौ दो ...

वेब दुनिया 7 Oct 2025 8:50 am

LIVE: बिहार में SIR पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

Latest News Today Live Updates in Hindi : बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण SIR पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। चुनाव आयोग ने सोमवार को ही बिहार विधानसभा चुनावों के लिए तारीखों का एलान किया है। राज्य में 2 चरणों में मतदान होगा। मतगणना 14 को होगी। ...

वेब दुनिया 7 Oct 2025 7:43 am

मैं बिहार बोल रहा हूं, एपिसोड- 5:ठोस नीतियां ही बनाती हैं भविष्य की बुलंद इमारत, यह महिमामंडन नहीं, सिद्ध तथ्य है

बिहार में चुनाव का ऐलान हो चुका है। आजादी के बाद से ये अबतक का सबसे छोटा चुनाव होगा। चुनावी प्रक्रिया 40 दिन में पूरी कर ली जाएगी। उम्मीद है 15 से 20 नवंबर तक बिहार में सरकार का गठन भी हो जाएगा। इतिहास के पन्नों पर नए अध्याय लिखने में बिहार हमेशा आगे रहा है, लेकिन इतिहास को सहेज को रखना बिहार की आदत नहीं। यही कारण है कि आजादी के बाद से बिहार ने कई बदलाव देखे। जिस बिहार ने बौद्ध और जैन धर्म को पाला, उसे सहेजने की सुध किसी को नहीं राज्यसभा के उपसभापति और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश नारायण लिखते हैं, इतिहास शक्ति स्रोत है। ऊर्जा पुंज है, नए संकल्प और नए मानस का। यह सिद्ध तथ्य है। बिहार की विरासत उसके भविष्य का आधार बने, यह प्रयास अतीत का महिमामंडन नहीं है। भविष्य की एक मजबूत आर्थिक और सामाजिक इमारत खड़ी करने की एक सोची-समझी नीतिगत पहल है, अपनी विरासत की नींव पर। इस बदलाव का सबसे ठोस और वैश्विक प्रतीक है, पटना में बना, विश्व प्रसिद्ध बिहार संग्रहालय। बात 2017 की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पटना के बिहार संग्रहालय पहुंचे। उनके इस दौरे ने दुनिया के सबसे सुनियोजित संग्रहालयों में से एक की ओर देश और दुनिया का ध्यान खींचा। तब तक इसकी बहुत कम चर्चा हुई थी। प्रधानमंत्री की यात्रा से बाहरी संसार को पता चला कि पटना में दुनिया के सबसे शानदार संग्रहालयों में से एक, चुपचाप खड़ा हो गया है। हैरत देखिए, जिस बिहार ने बौद्ध और जैन धर्म को पाला-पोसा, उसी की थाती को सहेजने की सुध दशकों तक किसी को नहीं रही। अंग्रेजों ने बिहार की विरासत को संभालने के लिए म्यूजियम दिया हरिवंश नारायण कहते हैं, 'ऐसा नहीं कि पहले कोशिशें नहीं हुईं। सौ साल पहले, 1917 में, अंग्रेजों को भी लगा कि यहां की समृद्ध ऐतिहासिक विरासत को एक छत के नीचे होना चाहिए, सो पटना संग्रहालय बना। उसमें 20 करोड़ साल पुराने पेड़ का जीवाश्म भी हैं और दुर्लभ सिक्के भी। यह तब के हिसाब से ठीक था, लेकिन मिथिला, लिच्छवी और मगध के विराट इतिहास के आगे वह छोटा था। इसी कमी को पाटने के लिए 2015 में नए बिहार संग्रहालय ने आकार लिया। इसके बनने की कहानी सामर्थ्य और सृजन का ब्योरा है। यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जिद ही थी कि काम हो, तो दुनिया का सबसे बेहतर हो। अंतरराष्ट्रीय मुकाबला हुआ। जापान के नामी-गिरामी वास्तुकार फुमिहिको माकी चयनित हुए। मूल सोच रही कि बिहार की पहचान, उसके असल ऐतिहासिक गौरव के साथ दुनिया के सामने रखना जरूरी है। म्यूजियम बनाने का मकसद अपने वर्तमान को संवारना उपसभापति के मुताबिक, उद्देश्य सिर्फ एक संग्रहालय बनाना भर नहीं था, उत्कृष्टता का एक मानक स्थापित करना था, ताकि भावी पीढ़ियां अपने अतीत के ऊर्जा कोष से नई लकीर खींचे। हर बिहारी (जाति, समूह से ऊपर उठ कर) अपने गौरव पर अभिभूत हो। अपने वर्तमान को संवारे। दुनिया के उभरे नए ताकतवर मुल्क (अमेरिका समेत) किस तरह अपने इतिहास को पग-पग पर संवारते-संजोते हैं। फख्र करते हैं और भविष्य गढ़ने की प्रेरणा पाते हैं। हालांकि उनका इतिहास, बिहार के गौरव के सामने, मामूली है। देर से ही बना, पर यह संग्रहालय प्राचीन पाटलिपुत्र के गौरव को आधुनिक शिल्प में ढालकर प्रेरित करता है। पुराने संग्रहालय में और दीर्घाएं जोड़ीं गईं। यह उस आत्मविश्वास का प्रतीक है, जो अपनी जड़ों से ऊर्जा लेकर भविष्य की ओर देखता है। छह साल लगे, पर जो बना, वह बिहार के माथे का टीका है। जब आप उस संग्रहालय में चार लाख ईसा पूर्व की सभ्यता से लेकर दो हजार साल पुरानी दीदारगंज यक्षी तक का सफर करते हैं, तो समझ आता है कि यह पिछड़ापन तो कल की बात है। यह तो अंग्रेजों की लूट और आजादी के बाद की अदूरदर्शी सरकारों (2005 के पूर्व) की बदइंतजामी और कुशासन का नतीजा है। यह संग्रहालय उसी अतीत की याद दिलाकर, भविष्य जगाने का काम करता है। यह भी सुनिश्चित किया गया कि पटना संग्रहालय के महत्व को भुलाया न जाए। दोनों संग्रहालयों को जोड़ने के लिए एक सुरंग परियोजना पर भी काम चल रहा है ताकि पटना आने वाले आगंतुकों को बिहार के समृद्ध इतिहास को जानने के लिए एक ही जगह पर समग्र अनुभव मिल सके। यह सिर्फ एक संग्रहालय की चर्चा नहीं है। यह एक पूरी सोच है।

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 5:04 am

क्या बिहार में फिर NDA सरकार, नीतीश ने चलाई मेट्रो:पिछले 12 साल में किस-किस ने चुनाव से पहले शुरू की मेट्रो, जीत या हार

6 अक्टूबर की शाम 4 बजे बिहार में इलेक्शन का ऐलान हो गया। आचार संहिता लग भी गई, लेकिन इससे महज 5 घंटे पहले सीएम नीतीश कुमार ने पटना मेट्रो का उद्घाटन किया। पिछले 12 साल में करीब 6 राज्यों में चुनाव से ठीक पहले मेट्रो शुरू हुईं। 4 राज्यों में मेट्रो लॉन्च करने वाली पार्टी की सरकार भी बनी। यानी 67% स्ट्राइक रेट। किन-किन राज्यों में चुनाव से पहले मेट्रो से जुड़ी स्कीम लॉन्च हुईं और चुनाव पर उनका क्या असर हुआ, जानेंगे इस स्टोरी में… 2013, राजस्थान: चुनाव से 3 महीने पहले जयपुर मेट्रो का ट्रायल रन राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 18 सितंबर 2013 को जयपुर मेट्रो का ट्रायल रन शुरू किया था। यह कार्यक्रम विधानसभा चुनाव से 3 महीने पहले हुआ था। तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी। नतीजा: 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस 21 सीटों पर सिमट गई। बीजेपी ने 163 सीटों के साथ बहुमत हासिल किया और वसुंधरा राजे सीएम बनीं। मेट्रो शुरु होने वाले जयपुर जिले में 19 सीटें आती हैं, लेकिन मेट्रो शुरू करने वाली कांग्रेस महज एक सीट जीत पाई। वहीं बीजेपी यहां की 17 सीटों पर काबिज हुई। 2017, उत्तर प्रदेश: चुनाव से कुछ महीने पहले कानपुर और लखनऊ में मेट्रो स्कीम यूपी की तत्कालीन सपा सरकार के सीएम अखिलेश यादव ने 4 अक्टूबर 2016 को कानपुर मेट्रो का शिलन्यास किया। फिर 1 दिसंबर को लखनऊ मेट्रो शुरू की। फरवरी-मार्च 2017 में चुनाव हुए। नतीजा: यूपी की 403 विधानसभा सीटों में से केवल 47 ही सपा जीत पाई। बीजेपी ने 312 सीटों के साथ सरकार बनाई और योगी आदित्यनाथ सीएम बने। वहीं कानपुर की 10 में 2 और लखनऊ की सिर्फ 1 सीट ही सपा जीत पाई। 2022, उत्तर प्रदेश: चुनाव से 2 महीने पहले कानपुर मेट्रो का फेज-1 शुरू पीएम नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2021 में कानपुर मेट्रो के फेज-1 शुरू किया। तब राज्य में बीजेपी की योगी सरकार थी। इसके 2 महीने बाद विधानसभा चुनाव हुए। नतीजा: यूपी की 403 में से 255 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। कानपुर की 10 में से 7 सीटें जीतीं। बीजेपी की सरकार बनी और योगी आदित्यनाथ सीएम बने। 2023, मध्यप्रदेश: चुनाव से 45 दिन पहले भोपाल मेट्रो का ट्रायल रन 3 अक्टूबर 2023 को मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल मेट्रो का ट्रायल रन लॉन्च किया। इसके 45 दिन बाद राज्य में विधानसभा चुनाव हुए। नतीजा: नवंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 230 में से 163 सीटें जीतीं। वहीं भोपाल जिले की 7 में से 6 सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की। हालांकि इस बार शिवराज सिंह चौहान की जगह डॉ. मोहन यादव को सीएम बनाया गया। 2024, महाराष्ट्र: चुनाव से कुछ महीने पहले पुणे और मुंबई मेट्रो लॉन्च पीएम नरेंद्र मोदी ने 29 सितंबर 2024 को पुणे मेट्रो के कुछ हिस्सों का उद्घाटन किया। फिर 5 अक्टूबर 2024 को मुंबई मेट्रो लाइन-3 के फेज-1 शुरू किया। तब राज्य में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे) और एनसीपी (अजित) की महायुति की सरकार थी और एकनाथ शिंद सीएम थे। नतीजा: नवंबर 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में महायुति को 288 से में 230 सीटे मिली। वहीं मुंबई की 36 में से 22 सीटें और पुणे की 21 में से 18 सीटें महायुति ने जीतीं। हालांकि, एकनाथ शिंदे की जगह देवेंद्र फडणवीस सीएम बने। 2025, दिल्ली: चुनाव से एक महीने पहले दिल्ली मेट्रो फेज-4 का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने 5 जनवरी 2025 को दिल्ली मेट्रो के फेज-4 का उद्घाटन किया। तब राज्य में AAP की अरविंद केजरीवाल सरकार थी। नतीजा: महीनेभर बाद हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतीं और 27 साल बाद सरकार बनाई। रेखा गुप्ता सीएम बनीं। क्या मेट्रो लॉन्च से चुनाव पर कोई असर पड़ता है? 6 राज्यों के इलेक्शन एनालिसिस से तो पता चलता है कि मेट्रो लॉन्च से चुनाव पर असर पड़ता है। क्योंकि 6 में से 4 राज्यों में मेट्रो लॉन्च करने वाली पार्टी को तो फायदा हुआ। मुंबई के इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पॉपुलेशन साइंस के एसोसिएट प्रोफेसर श्रीनिवास गोली के मुताबिक, भारत की लगभग 40-42% आबादी अब शहरी है और वो शहरीकरण को विकास समझते हैं। इसलिए पार्टियां अब मेट्रो जैसी चीजों को चुनावी फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही हैं। हालांकि सरकार बदलती रहती हैं और इस दौरान मेट्रो का काम रुकता या चलता रहता है। 6 अक्टूबर को पटना में सीएम नीतीश कुमार ने भी मेट्रो लॉन्च की। इसको लेकर द हिंदू के सीनियर असिस्टेंट एडिटर अमरनाथ तिवारी कहते हैं, पटना बी और सी ग्रेड का शहर है। लोगों को सहूलियत मिलेगी। ये बड़ा डेवलेपमेंटल प्रोजेक्ट है, जिसका सीधा असर पड़ेगा। नीतीश कुमार को इसका फायदा मिल सकता है। सरकार भी ये समझ रही थी। तभी तो सरकार दो-तीन बार इसका उद्घाटन टाला। हालांकि कितना असर पड़ा ये चुनाव के बाद ही पता चलेगा। सीनियर जर्नलिस्ट अरविंद मोहन बताते हैं, मेट्रो या किसी भी डायरेक्ट योजनाओं का असर चुनाव पर पड़ता है। किसी भी बड़े शहरों में मेट्रो का होना बेहद जरूरी है, लेकिन चुनाव के ठीक पहले इसका उद्घाटन करना एक राजनीतिक चतुराई और बेईमानी है। खास कर नीतीश कुमार जैसे नेता जो हल्की पॉलिटिक्स करने के लिए नहीं जाने जाते हैं। नीतीश कुमार का ट्रैक रिकॉर्ड रहा है कि वे नई सरकार के गठन के बाद नई योजनाएं शुरु करते रहे हैं। अब नई सरकार योजनाओं में कटौती करती है।'

दैनिक भास्कर 7 Oct 2025 4:59 am

Bihar Election 2025 Date : बुर्के में आने वाली महिलाओं की चेकिंग और छठ के आसपास चुनाव के सवाल पर CEC ज्ञानेश कुमार ने क्या दिया जवाब

Bihar Election 2025 Date News : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त से बुर्कानशीं वोटरों, विपक्षी दलों द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए जा रहे आरोपों खासकर लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ...

वेब दुनिया 7 Oct 2025 12:05 am

'चुनाव आयोग में न ईमानदारी, न साहस': बिहार SIR प्रक्रिया पर कांग्रेस ने फिर उठाया सवाल

बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले एसआईआर प्रक्रिया को लेकर विवाद थमा नहीं है। अब कांग्रेस ने मंगलवार...

आउटलुक हिंदी 7 Oct 2025 12:00 am

AAP ने बिहार में 11 विधानसभा सीटों के लिए किया उम्मीदवारों का ऐलान

आम आदमी पार्टी (AAP) ने सोमवार को 11 विधानसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की सूची जारी की। आम आदमी पार्टी ने ऐलान किया है कि वह सभी 243 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।

वेब दुनिया 6 Oct 2025 11:22 pm

Explainer: बिहार के रण में RSS ने उतारा 'मिशन त्रिशूल', क्या विपक्ष के लिए बनेगा सिरदर्द? कैसी है रणनीति

Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर इंतजार की घड़ियां खत्म हो गईं. चुनाव दो चरणों में होंगे. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को और दूसरे चरण की 11 नवंबर को होगी. वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी, इसी दिन यह तय होगा कि बिहार में अगली सरकार कौन बनाएगा. इसे लेकर RSS ने भी 'मिशन त्रिशूल' कैंपेन शुरू कर दिया है.

ज़ी न्यूज़ 6 Oct 2025 9:27 pm

Bihar Election 2025 : AAP का बिहार मिशन लॉन्च ; ११ सीटों पर साधा निशाना

Bihar Election 2025 : AAP ने बिहार चुनाव 2025 के लिए अपनी पहली लिस्ट जारी की है। फुलवारी शरीफ से अरुण कुमार रजक और बांकीपुर से डॉ. पंकज कुमार को उम्मीदवार बनाया गया है।

प्रातःकाल 6 Oct 2025 6:25 pm

Bihar Election 2025 Date : SIR का लाभ BJP उठाती रही, कितने घुसपैठिओं के नाम कटे, बिहार चुनाव की तारीखों के ऐलान पर क्या बोले नेता

बिहार विधानसभा चुनाव 2 चरणों में होंगे। पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। 14 नवंबर को मतगणना होगी। चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे - 6 और 11 नवंबर; ...

वेब दुनिया 6 Oct 2025 6:09 pm

'भाजपा-जेडीयू सरकार ने गिराई गाज, बिहार में शिक्षा-घोटालों का राज':कांग्रेस नेता ने कहा- NEET और UGC NET पेपर लीक सेंटर के मालिक भाजपा से जुड़े थे

कांग्रेस ने 20 साल 20 सवाल की एक श्रृंखला शुरू की है। इसी कड़ी में आज पटना में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता आलोक शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिक्षा का मुद्दा उठाया है। उन्होंने कहा कि बिहार को केंद्र की लापरवाही और शिक्षा-माफियाओं के गठजोड़ का शिकार बनाया गया। उन्होंने कहा कि, यहां NEET और UGC NET जैसे बड़े एग्जाम के पेपर लीक हुए हैं। भाजपा-जेडीयू सरकार ने गिराई गाज बिहार में शिक्षा-घोटालों का राज। यही अभी बिहार में चल रहा है। धर्मेंद्र प्रधान के कार्यकाल में पेपर लीक हुए - आलोक आलोक शर्मा ने कहा कि, मोदी सरकार में शिक्षा मंत्री रहे धर्मेंद्र प्रधान के कार्यकाल के दौरान देश की दो सबसे बड़ी राष्ट्रीय परीक्षाओं- NEET-UG 2024 और UGC-NET 2024 में पेपर लीक और भारी अनियमितताओं के मामले उजागर हुए। इन घोटालों के केंद्र में बिहार भी रहा। उन्होंने कहा कि, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने पटना में 13 लोगों की गिरफ्तारी की, जले हुए प्रश्न-पत्र बरामद किए, और बाद में मामला CBI को सौंपा गया, जिसने पुष्टि की कि पेपर के प्रश्न असली प्रश्नपत्र से मेल खाते थे। सम्राट चौधरी को डिग्री फर्जी संस्थानों से मिली आलोक शर्मा ने आगे कहा कि, भाजपा ने फिर भी उसी तत्कालीन मंत्री को, जिनके मंत्रालय में लाखों विद्यार्थियों का भविष्य खतरे में पड़ा, बिहार का चुनाव प्रभारी बना दिया। यह न केवल बिहार के विद्यार्थियों का, बल्कि पूरे राज्य के स्वाभिमान का अपमान है। उन्होंने कहा कि, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की ‘D.Litt’ डिग्री संदिग्ध — फर्जी संस्थानों से मिली डिग्रियों पर चुनाव आयोग मौन क्यों? कांग्रेस पार्टी यह जानना चाहती है कि आखिर बिहार जैसे राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने ऐसी “डिग्री” कैसे हासिल की? बिहार में फर्जी डिग्री गिरोह भी सक्रिय आलोक शर्मा ने आगे कहा कि, केंद्र और राज्य की भाजपा-जेडीयू सरकार ने बिहार की शिक्षा प्रणाली को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। भर्ती और प्रवेश परीक्षा का मोल लगाया जा रहा है, हर पेपर लीक हो रहा है और युवाओं के भविष्य की खुली नीलामी हो रही है। उन्होंने कहा कि, बिहार में तो भर्ती घोटालों के साथ-साथ अब फर्जी डिग्री गिरोह भी सक्रिय है। बीए, बीएड, एलएलबी से लेकर पैरामेडिकल और नर्सिंग तक डिग्रियां ₹30,000 से ₹4 लाख तक में बेची जा रही हैं। बिहार के युवाओं के सपनों की हत्या हो रही है।

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 5:56 pm

तेजस्वी ने एक भावनात्मक संदेश किया साझा, बोले-14 नवंबर बिहार के भविष्य, परिवर्तन और विकास की शुरुआत की तारीख

बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को एक भावनात्मक संदेश साझा किया। इस संदेश में उन्होंने 14 नवंबर 2025 को बिहार के सुनहरे भविष्य, परिवर्तन और विकास की शुरुआत की तारीख बताया

देशबन्धु 6 Oct 2025 5:38 pm

14 लाख वोटर्स फर्स्ट टाइम करेंगे वोट, बिहार में इस बार होंगे 90,712 पोलिंग बूथ : मुख्य चुनाव आयुक्त

बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। सोमवार को भारतीय निर्वाचन आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा की। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में इस बार 90,712 पोलिंग बूथ होंगे

देशबन्धु 6 Oct 2025 4:53 pm

Bihar Election 2025 Date : बिहार में 2 चरणों में चुनाव, 6 और 11 नवंबर को वोटिंग, 14 नवंबर को आएंगे नतीजे

bihar election 2025 date schedule update : बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बिहार चुनाव को लेकर जानकी दी। वोटिंग 2 चरणों में होगी। 6 और 11 नवंबर को मतदान और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। चुनाव ...

वेब दुनिया 6 Oct 2025 4:50 pm

आप ने बिहार चुनाव के लिए पहली सूची की जारी:किशनगंज से अशरफ आलम समेत 11 प्रत्याशी घोषित, अशरफ बोले-सभी उम्मीदवारों की होगी जीत

आम आदमी पार्टी (आप) ने आगामी 2025 बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 11 प्रत्याशियों के नाम शामिल हैं। पार्टी ने किशनगंज विधानसभा क्षेत्र से अशरफ आलम को अपना उम्मीदवार बनाया है। सूची में बेगूसराय से डॉ. मीरा सिंह, कुशेश्वर (दरभंगा) से योगी चौपाल, तरैया (सारण) से अमित कुमार सिंह और कस्बा (पूर्णिया) से भानु भारतीय के नाम शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, बेनीपट्टी (मधुबनी) से शुभदा यादव, फुलवारी (पटना) से अरुण कुमार रजक और बांकीपुर (पटना) से डॉ. पंकज कुमार को टिकट दिया गया है। परिहार (सीतामढ़ी) से अखिलेश नारायण ठाकुर, गोविंदगंज (मोतिहारी) से अशोक कुमार सिंह और बक्सर से पूर्व कैप्टन धर्मराज सिंह भी इस सूची में शामिल हैं। यह सूची पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री, राष्ट्रीय महासचिव, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और राष्ट्रीय संयोजक के कार्यालयों द्वारा जारी की गई है। पार्टी का जताया आभार किशनगंज विधानसभा सीट के उम्मीदवार अशरफ आलम किशनगंज शहर के उम्दानगर का निवासी है। वहीं वो काफी समय से आम आदमी पार्टी का किशनगंज में प्रतिनिधत्व कर रहे है। अशरफ आलम ने कहा, पार्टी ने जो मुझपर भरोसा करके टिकट दिया है मै उसके लिए शुक्रगुजार हूं। और मैं पूरे निष्ठा के साथ चुनाव लड़ूंगा और जीत हासिल करूंगा। वही जिले भर से उन्हें बधाइयां मिल रही है। जीत का किया दावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा, पार्टी ने बिल्कुल सही आदमी को टिकट दिया है। अशरफ जी पार्टी के लिए हमेशा से तत्पर है। इस बार हमारी पार्टी जितने भी उम्मीदवार बिहार चुनाव में उतारेंगी सभी जीत हासिल करेगी।

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 3:47 pm

2579 करोड़ से बनेगा बिहार का पहला कंक्रीट डैम:जमुई में मुख्यमंत्री ने बरनार जलाशय परियोजना का किया शिलान्यास

जमुई के चकाई विधानसभा क्षेत्र में सोमवार को बरनार जलाशय परियोजना का शिलान्यास किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बहुप्रतीक्षित योजना की आधारशिला रखी। लगभग 2579 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला यह जलाशय पांच दशकों से लंबित था, जिसे अब हरी झंडी मिल गई है। यह परियोजना बिहार का पहला कंक्रीट डैम होगा, जिसकी ऊंचाई 74 मीटर और लंबाई 285 मीटर होगी। इस जलाशय से 22,000 हेक्टेयर भूमि को सिंचाई सुविधा मिलेगी। पानी सीधे किसानों के खेतों तक पाइपलाइन प्रणाली के माध्यम से पहुंचाया जाएगा, जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी। चकाई में हरित क्रांति और पर्यटन विकास की नींव साबित होगी परियोजना बिहार सरकार के मंत्री और चकाई विधायक सुमित कुमार सिंह ने इस अवसर पर कहा कि बरनार जलाशय उनके दादाजी का ड्रीम प्रोजेक्ट था, जिसे उन्होंने करीब 50 साल पहले शुरू कराया था। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि यह परियोजना चकाई में हरित क्रांति और पर्यटन विकास की नींव साबित होगी। इससे रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे और पर्यावरण संरक्षण को भी नई दिशा मिलेगी। 1976 में रखी गई थी बरनार जलाशय योजना की नींव बरनार जलाशय योजना की नींव 1976 में रखी गई थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र और स्थानीय नेता श्री कृष्ण सिंह ने इसे शुरू किया था। चंद्रशेखर सिंह, DP यादव और दीपनारायण सिंह जैसे नेताओं ने भी इसमें महत्वपूर्ण योगदान दिया था। हालांकि, राजनीतिक अस्थिरता और प्राथमिकताओं में बदलाव के कारण यह योजना बार-बार अटकती रही और लालू प्रसाद यादव के शासनकाल में ठंडे बस्ते में चली गई थी।

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 3:43 pm

Bihar Assembly Elections 2025: आज शाम 4 बजे होगा कार्यक्रम का ऐलान, दो चरणों में मतदान की संभावना

नई दिल्ली/पटना। बिहार विधानसभा चुनाव का बिगुल आज (सोमवार) आधिकारिक रूप से बजने जा रहा है। देश के सबसे बड़े चुनावी पर्वों में से एक, बिहार विधानसभा चुनाव के लिए ... Read more

विंध्य भास्कर 6 Oct 2025 11:49 am

जदयू छोड़ने के बाद तेजस्वी से मिले परबत्ता विधायक:बोले - नेता प्रतिपक्ष के विजन और नेतृत्व में ही बिहार को बेहतर दिशा मिलेगी

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड (जदयू) को बड़ा झटका देने वाले खगड़िया जिले के परबत्ता से जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार ने आज औपचारिक रुप से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सदस्यता ग्रहण कर ली आज डॉ. संजीव कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से पटना स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस अवसर पर तेजस्वी यादव ने उन्हें अंगवस्त्र ओढ़ाकर सम्मानित किया और औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल कराया। डॉ. संजीव कुमार ने तेजस्वी यादव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब वह उनके नेतृत्व में जनता की सेवा के लिए और अधिक समर्पित होकर कार्य करेंगे। इसके पहले खगड़िया जिले के गोगरी स्थित हाई स्कूल मैदान में 'मिलन समारोह' का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में अलौली के विधायक रामवृक्ष सदा, खगड़िया के विधायक छत्रपति यादव सहित राजद के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में डॉ. संजीव कुमार को राजद की सदस्यता दिलाई गई थी। जदयू से विश्वास टूटने की बात कही डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि वह 21 वर्षों तक जदयू में रहे हैं, लेकिन अब पार्टी में उनका विश्वास टूट गया है। उन्होंने बताया कि तेजस्वी यादव के विजन और नेतृत्व में ही बिहार को बेहतर दिशा मिलेगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के सुझाए गए कई योजनाओं को वर्तमान सरकार ने लागू किया है, जैसे 'बहन योजना', वृद्धा पेंशन और मुफ्त बिजली यूनिट का विस्तार। डॉ. संजीव कुमार के राजद में शामिल होने से परबत्ता विधानसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल देखने को मिला है।

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 11:17 am

LIVE: बिहार की 243 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव की घोषणा आज

Live news: चुनाव आयोग सोमवार को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का ऐलान करेगा। इसके अलावा राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल में आग लग गई। आइए नजर डालते हैं आज की देश-विदेश की प्रमुख खबरों पर...

वेब दुनिया 6 Oct 2025 10:45 am

चुनाव आयोग की अहम बैठक आज, बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का होगा ऐलान

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत चुनाव आयोग आज शाम 4 बजे एक महत्वपूर्ण बैठक करेगा

देशबन्धु 6 Oct 2025 10:23 am

भूपेश कांग्रेस के पेटीएम…भाजपा:AICC ने पूर्व सीएम को बनाया बिहार का पर्यवेक्षक, सांसद पांडेय बोले घोटाले का पैसा कांग्रेस कर रही चुनाव में इस्तेमाल

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने बिहार विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल को सीनियर आब्जर्वर बनाया है। कांग्रेस नेता भूपेश बघेल को बिहार चुनाव में बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस के निर्णय और भूपेश बघेल की नियुक्ति पर बीजेपी सांसद संतोष पांडेय ने तंज कसा है। भाजपा के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता और सांसद संतोष पाण्डेय ने रविवार 5 अक्टूबर को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि “भूपेश बघेल प्रियंका गांधी और राहुल गांधी के एटीएम हैं।” कांग्रेस की सोच है कि समय रहते एटीएम का पूरा उपयोग कर लिया जाए। पाण्डेय ने तंज कसते हुए कहा कि पहले भूपेश बघेल ‘एटीएम’ यानी ‘ऑलवेज ट्रांसफर मनी’ थे, लेकिन अब ऑनलाइन युग में वे ‘पेटीएम’ यानी ‘प्लीज ट्रांसफर मनी’ बन गए हैं। अब तो वे कांग्रेस के अघोषित कोषाध्यक्ष की भूमिका निभा रहे हैं। जहां भूपेश बघेल जाते वहां पार्टी हार जाती है सांसद पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस जहां भी भूपेश बघेल को प्रभारी या पर्यवेक्षक बनाकर भेजती है, वहां पार्टी की हार तय हो जाती है। असम, पंजाब और उत्तराखंड में उनके कार्यकाल में कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी थी, और अब बिहार में भी वही परिणाम दोहराया जाएगा। उन्होंने कहा कि बघेल बिहार में जाकर क्या बताएंगे – कोयला घोटाले के 250 करोड़, शराब घोटाले के 2000 करोड़, या फिर सट्टा घोटाले में युवाओं को दिशाहीन करने की कहानी? छत्तीसगढ़ में हुए भ्रष्टाचार का पैसा चुनाव में इस्तेमाल सांसद संतोष पाण्डेय ने आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनावों में जिस तरह भूपेश बघेल का उपयोग करती है, उससे यह साफ है कि छत्तीसगढ़ में हुए भ्रष्टाचार के पैसों का इस्तेमाल देशभर के चुनावों में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब भी देश में चुनाव आता है, कांग्रेस के शीर्ष नेता भूपेश बघेल नामक “एटीएम/पेटीएम” का उपयोग करते हैं। यही कारण है कि उन्हें हर चुनावी राज्य में प्रभारी बनाकर भेजा जाता है, ताकि भ्रष्टाचार से जुटाई गई रकम से कांग्रेस का चुनाव अभियान चलाया जा सके।

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 9:31 am

अहमदाबाद के बाद बिहार में देश का दूसरा बड़ा स्टेडियम,VIDEO:40 हजार दर्शकों के बैठक की क्षमता, पुणे की काली मिट्टी से बनी है पिच

बिहार के क्रिकेट प्रेमियों का दशकों पुराना सपना रविवार को साकार हो गया। CM नीतीश कुमार ने राजगीर में नवनिर्मित इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का उद्घाटन किया। यह स्टेडियम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के बाद देश का दूसरा सबसे बड़ा स्टेडियम है। करीब 1,121 करोड़ रुपए की लागत से 90 एकड़ भूखंड पर आईसीसी (ICC) और बीसीसीआई (BCCI) के सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार तैयार किया गया है। पिच का निर्माण पुणे की काली मिट्‌टी से की गई है। शुरुआत में इसकी अनुमानित लागत 740 करोड़ रुपए थी, लेकिन निर्माण के दौरान मॉडर्न सुविधाओं और संरचनाओं को जोड़ने के कारण इसकी लागत बढ़ गई। ऊपर फोटो पर क्लिक कर देखिए स्टेडियम की खूबसूरत VIVEO....

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 5:23 am

मैं बिहार बोल रहा हूं, एपिसोड-4:19वीं शताब्दी में छिनी आर्थिक हैसियत, जाति की जगह बिहारी गौरवगान फैलता तो कब का बदल गया होता बिहार

बिहार में चुनाव है। लिहाजा, पूरे देश में यह प्रदेश अभी केंद्र में है। यहां की मिट्टी के कण में अनगिनत कहानियां छिपी हैं। इसका इतिहास भी काफी पुराना है। मुगल शासन के दौरान बिहार को 'विहार (BEHAR)' कहा जाता था। 1540 यानी आज से 485 साल पहले। शेरशाह सूरी ने मुगल सम्राट हुमायूं को हराकर उत्तर भारत पर कब्जा कर लिया। राजधानी सासाराम बनी। शेरशाह के दरबार में फारसी जानने वाले लोग थे। राजा के सारे प्रशासनिक कार्य फारसी में ही होते थे। फारसी में 'व' शब्द नहीं होता है। इसके स्थान पर 'बे' का हिंदी 'ब' इस्तेमाल किया जाता है। इसका नतीजा ये हुआ कि 'विहार' 'बिहार' बन गया। 1912 में बंगाल प्रेसिडेंसी से अलग होकर बिहार नया राज्य बना। ये देश का 12वां राज्य था। आज दुनिया के अधिकांश देशों में शासन का डेमोक्रेटिक सिस्टम है। इसकी शुरुआत भी बिहार से ही मानी जाती है। दुनिया के बहुत से हिस्सों में जब लोग पढ़ना-लिखना भी नहीं जानते थे, उस समय शिक्षा का सबसे बड़ा केंद्र नालंदा विश्वविद्यालय इसी राज्य में था। बिहार के गौरवपूर्ण अतीत और भौतिक समृद्धि की चर्चा के बाद, सवाल है कि इतिहास जब इतना शानदार था, तो आधुनिक कालखंड (विशेषकर आजादी बाद) उस गौरव को क्यों बनाये नहीं रखा जा सका? आजादी बाद, महज तीन-चार दशकों में ही, यह रसातल में कब और कैसे पहुंचा? राज्यसभा के उपसभापति और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश नारायण लिखते हैं- '90 का दशक तो निचोड़ था, जिसकी बुनियाद आजादी के बाद ही बिहार में पड़ गई। इसका अपार विस्तार 1960 से 2000 के बीच के 5 दशकों में हुआ। लंबे संघर्ष के बाद, अंग्रेजी राज (1912) में सच्चिदानंद सिन्हा ने बिहार को अलग राज्य के रूप में मान्यता दिलाई थी। तब बिहार, बंगाल का हिस्सा था और बंगाल, अंग्रेजी राज का प्रमुख केंद्र। बंगाल से अलग होना, बिहार का पहला बंटवारा (1912) था। दूसरा 1936 में उड़ीसा से अलगाव। फिर तीसरा साल 2000 में, जब बिहार से निकलकर अलग झारखंड बना।' बिहार एक समय में देश को विकास का मॉडल देने वाला राज्य था हरिवंश राय लिखते आगे लिखते हैं- 'सच्चिदानंद सिन्हा जैसे मनीषी इस सपने के साथ बिहार को अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में लाए। अतीत में देश का गौरवशाली इलाका, एक समय में देश को विकास का मॉडल देनेवाला, देश के वाणिज्य-व्यापार का केंद्र रहा इलाका, स्वतंत्र राज्य के रूप में भारत के विकास को गति देने के साथ ही, फिर से समृद्धशाली राज्य के रूप में देश के मानचित्र पर उभरेगा, लेकिन जिस भाव-संवेदना के तहत बिहार बना, वह राजनीति या सामाजिक इश्यू के रूप में टिक नहीं पाया। बंगाल अलग हुआ, तो ‘बंगाली उप राष्ट्रीयता’ प्रभावी थी। उड़ीसा के बंटवारे से पहले ‘उड़िया बोध’ या उप राष्ट्रीयता का जबरदस्त असर था। बिहार से अलग इन दोनों राज्यों में उप राष्ट्रीयता का एहसास लगातार बढ़ा। बिहार के गठन के समय तो कुछेक माह यह बोध लोक स्मृति में रहा, धीरे-धीरे खत्म हो गया। इसमें समाज की भी उदासी रही। जाति ही पहचान और अस्तित्व का आधार बनती गयी। आजादी या उसके बाद तक समाजवादी या साम्यवादी , खासतौर से इस विचार के थे कि अंततः सामाजिक बनावट से वर्ग या धनी-गरीब का ध्रुवीकरण ही उभरेगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। आजादी बाद भी बिहार की स्थिति अन्य राज्यों से बुरी नहीं थी। डालमिया नगर में भारी औद्योगिक निवेश था।' आजादी के पहले बिहार के मैदानी हिस्से में डालमिया नगर बसा था 'आजादी पूर्व बिहार के मैदानी हिस्से में डालमिया नगर बसा था। आजादी बाद वह उजड़ गया। बिहार के विकास की नीति ऐसी रही कि 1961 आते-आते बिहार नीचे से दूसरे स्थान पर धकेल दिया गया और 1971 तक आखिरी पायदान पर पहुंच गया। बिहार को लुभावने उपभोक्ता बाजार में तब्दील किया गया। इस तरह राष्ट्रीय आंदोलन में अग्रणी बिहार, औद्योगिक उद्यम व ‘बिहारीपना’ को जन्म नहीं दे सका। मशहूर समाज विज्ञानी शैवाल गुप्ता कहा करते थे कि आजादी पूर्व से ही ‘रैयतवारी’ और ‘महलवारी’ सिस्टम के उलट बिहार में ‘स्थायी बंदोबस्ती’ होने के कारण भूमि हदबंदी प्रथा यहां ज्यादा विषमतापूर्ण थी। बिहार की राजनीति में, विजन स्तर पर ‘आर्थिक राष्ट्रीयता’ को लेकर किसी राजनीतिक सोच का सर्वथा अभाव था। सच्चाई यह थी कि औद्योगीकरण के सर्वथा अनुकूल था, बिहार का ‘इकोसिस्टम’। कम लागत में अधिक उत्पादन और उच्च श्रम उत्पादकता के बावजूद बिहार प्रगति नहीं कर सका। इसी माहौल व ताकत के बूते चीन अपनी मैन्युफैक्चरिंग के बल पर (77 के दशक से अपनी यात्रा शुरू कर) दुनिया की बड़ी ताकत बना। और, आज देश के कोने-कोने में अपनी मेहनत-कठोर श्रम से उद्योगों को सामर्थ्य वान बना।'

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 5:19 am

NDA को दो-तिहाई बहुमत, महागठबंधन में RJD-कांग्रेस को कड़ी चुनौती:2024 के लोकसभा नतीजों के आधार पर बिहार की 243 विधानसभा सीटों का एनालिसिस

6-7 अक्टूबर को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा। सभी पार्टियां प्रत्याशियों के सिलेक्शन से लेकर सीटों के चयन तक की प्रक्रिया को अंतिम रूप दे रही है। बिहार के वोटरों के मूड को भांपने के लिए हमने सवा साल पहले हुए 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों को आधार बनाया है। बिहार के लोकसभा सीटों को 243 विधानसभा के हिसाब से एनालिसिस किया तो पता चला कि NDA अपने पुराने गढ़ को बचाने के साथ कमजोर एरिया की सीटों पर प्रदर्शन में सुधार कर रहा है। वहीं, महागठबंधन में RJD-कांग्रेस को 2020 की तुलना में आधी सीटों पर कड़ी चुनौती मिलती दिख रही है। आज के एक्सप्लेनर बूझे की नाहीं में जानिए, लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के आधार पर बिहार विधानसभा चुनाव का पूरा मिजाज। कहां-किसने बाजी मारी, किसके सामने क्या चुनौतियां… लोकसभा नतीजों के आधार पर विधानसभा के लिए 3 बड़ी फाइंडिंग्स… 1. NDA को दो तिहाई बहुमत, लेकिन गठबंधन जरूरी 2024 के आम चुनाव के नतीजों को विधानसभावार देखें तो किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल रहा है। हालांकि, NDA दो-तिहाई से ज्यादा सीटों पर आगे है। उसे 175 सीटें मिलती दिख रही है। कुल मिलाकर सरकार बनाने के लिए पार्टियों को गठबंधन करना जरूरी और मजबूरी दोनों है। 2. RJD को आधी सीटों पर कड़ी चुनौती 2024 लोकसभा चुनाव के नतीजों को देखें तो महागठबंधन सिर्फ 62 विधानसभा सीटों पर जीती थी, जो 2020 से 48 सीट कम है। 2020 में महागठबंधन को 110 सीटें मिली थी। 3. पप्पू के सहारे अपना पुराना प्रदर्शन दोहरा सकती है कांग्रेस 2024 में टिकट न मिलने के कारण कांग्रेस नेता पप्पू यादव ने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीता। तब वे पूर्णिया की 4 विधानसभा सीटों पर आगे रहे। अगर इन 4 सीटों को कांग्रेस में मिला लिया जाए तो कांग्रेस की टैली 16 सीटों तक पहुंच सकती है, लेकिन 2020 के मुकाबले कांग्रेस को कम नुकसान होता दिख रहा है। तो क्या बिहार में लोकसभा चुनाव का मोमेंटम विधानसभा में बरकरार रहेगा? इसकी संभावना कम है, क्योंकि आंकड़े कुछ और कह रहे हैं। इसे आंकड़ों से समझिए… पॉलिटिकल एनालिस्ट संजय सिंह कहते हैं, ‘लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में बहुत अंतर होता है। दोनों चुनावों का ट्रेंड बिहार में अलग-अलग होता है। लोकसभा चुनाव नेशनल लेवल के मुद्दों पर हुआ था। जबकि बिहार विधानसभा चुनाव लोकल और रीजनल मुद्दों पर हो रहा है।’ संजय सिंह कहते हैं, ‘हर रीजन में अलग-अलग पार्टियों का समीकरण हैं। जैसे-UP से सटे इलाके में मायावती का कुछ प्रभाव हो सकता है तो सीमांचल में ओवैसी का। प्रशांत किशोर एक फैक्टर के तौर पर है ही।’ प्रशांत किशोर भी एक फैक्टर... वहीं, एक बात का ध्यान रखना होगा कि लोकसभा चुनाव में लड़ाई सीधी थी NDA वर्सेज महागठबंधन। जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर न चुनाव लड़े थे और न किसी का समर्थन/विरोध किया था। इस बार वह मैदान में हैं। सर्वे एजेंसी एसेंडिया स्ट्रैटेजीज की बैटल ऑफ बिहार-2025 रिपोर्ट के मुताबिक, प्रशांत किशोर का विधानसभा की 243 में से 67 सीटों पर प्रभाव दिख रहा है। इसमें सारण एरिया (सारण, सीवान, गोपालगंज) की 24, पटना-नालंदा जिले की 21 सीटें और भोजपुर एरिया (भोजपुर, बक्सर, रोहतास, कैमूर) की 22 सीटें शामिल हैं। पॉलिटिकल एनालिस्ट सत्यभूषण सिंह कहते हैं, ‘इस बार बिहार में लड़ाई सीधी नहीं है, त्रिकोणीय है। प्रशांत किशोर की बातें जमीन तक पहुंच रही है। लोग नए नेता के तौर पर उनसे उम्मीद लगाए बैठे हैं। उनका चुनाव में असर होगा।’ सत्यभूषण सिंह कहते हैं, ‘आज की तारीख में प्रशांत किशोर ने जमीन पर इतना तो कर दिया है कि कोई भी पार्टी उन्हें रिजेक्ट नहीं कर सकती। उनका डर ही है कि सरकार ने खजाना खोल दिया है।’ अब जानिए, बिहार के अलग-अलग एरिया के हिसाब से लोकसभा चुनाव के विधानसभावार नतीजे... दरभंगा-तिरहुत: NDA ने अपने गढ़ को और मजबूत किया शाहाबादः महागठबंधन की पकड़ बरकरार मगधः NDA ने प्रदर्शन सुधारा, महागठबंधन की पकड़ मजबूत सारणः NDA की जोरदार वापसी

दैनिक भास्कर 6 Oct 2025 5:06 am

2015 की तरह इस बार भी बिहार में आरक्षण सबसे बड़ा मुद्दा

बिहार चुनाव की घोषणा होने वाली है। वहां यह मुद्दा सबसे बड़ा बनने जा रहा है। सोशल मीडिया पर इसकी शुरुआत हो गई है

देशबन्धु 6 Oct 2025 3:28 am

Bihar Election 2025 : बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो कौन होगा CM? दीपांकर भट्टाचार्य ने दी जानकारी

भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा-माले) के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने रविवार को स्पष्ट करते हुए कहा है कि बिहार विधानसभा चुनाव मे मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर इंडिया गठबंधन में कोई पेंच नहीं है। भट्टाचार्य ने कहा कि इंडिया गठबंधन मे ...

वेब दुनिया 5 Oct 2025 11:48 pm

25 सेवानिवृत्त सदस्य सम्मानित, 15 का स्वागत:भागलपुर में बिहार ग्रामीण बैंक कर्मियों की संयुक्त बैठक, बैंकिंग सेवा की गुणवत्ता पर चर्चा

भागलपुर में बिहार ग्रामीण बैंक एम्पलाइज एंड ऑफिसर्स फेडरेशन की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। बैठक शहर के एक स्थानीय होटल में संपन्न हुई, जिसमें बड़ी संख्या में बैंककर्मी शामिल हुए। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संगठन को और अधिक सशक्त बनाना और सेवानिवृत्त साथियों को सम्मानित करना था। बैठक की अध्यक्षता फेडरेशन के अध्यक्ष ब्रह्मेश्वर कुमार ने की, जबकि महासचिव मो. नदीम अख्तर विशेष रूप से मौजूद रहे। इस दौरान 25 सेवानिवृत्त सदस्यों को अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। वहीं, संगठन में 15 नए सदस्यों का स्वागत भी किया गया। महासचिव मो. नदीम अख्तर ने अपने संबोधन में फेडरेशन के उद्देश्यों और उपलब्धियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंककर्मियों के अधिकारों की रक्षा, सेवा शर्तों में सुधार और संगठनात्मक एकता फेडरेशन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने सभी सदस्यों से अपील की कि वे संगठित रहकर बैंकिंग सेवा की गुणवत्ता और कर्मचारियों के हितों के लिए कार्य करें। संगठन की मजबूती पर विशेष जोर बैठक में भागलपुर इकाई के क्षेत्रीय सचिव कुनाल कुमार और केंद्रीय समिति के सहायक महासचिव ने संगठन की मजबूती पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि भागलपुर फेडरेशन पूरी तरह एकजुट है और भविष्य में भी बैंक कर्मियों के हित में हर स्तर पर संघर्ष जारी रहेगा। कार्यक्रम में लगभग 150 सदस्य शामिल हुए। इस मौके पर संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने सेवानिवृत्त कर्मियों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि उनका अनुभव और समर्पण हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। बैठक का संचालन मीडिया प्रभारी राकेश कुमार ने किया। उन्होंने बताया कि आने वाले दिनों में फेडरेशन कर्मचारी कल्याण से जुड़ी कई योजनाओं पर भी कार्य करेगा।

दैनिक भास्कर 5 Oct 2025 11:39 pm

नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में विकास का मॉडल लागू : नीरज कुमार

बिहार में निष्पक्ष चुनाव और विकास के मॉडल को लेकर जनता दल (यूनाइटेड) के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला है

देशबन्धु 5 Oct 2025 11:29 pm

22 नवंबर से पहले बिहार चुनाव संपन्न होंगे, बीएलओ को ट्रेनिंग से मोबाइल तक दिखेंगे कई बदलाव : चुनाव आयुक्त

मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने रविवार को जानकारी दी कि बिहार में 22 नवंबर से पहले विधानसभा चुनाव संपन्न होंगे। सीईसी ज्ञानेश कुमार ने बताया कि 22 नवंबर तक बिहार विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है। उसके पहले ही राज्य में चुनाव संपन्न होंगे

देशबन्धु 5 Oct 2025 3:21 pm

CEC ज्ञानेश कुमार ने बताया, बिहार में कब होंगे विधानसभा चुनाव

CEC Gyanesh Kumar on Bihar Election : मुख्‍य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि 22 नवंबर को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है और इससे पहले चुनाव संपन्न हो जाएंगे। उन्होंने एसआईआर के जरिए वोटर लिस्ट को शुद्ध करने ...

वेब दुनिया 5 Oct 2025 2:46 pm

बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस का दावा, करीब 23 लाख महिलाएं नहीं डाल सकेगी वोट

Bihar Election News : कांग्रेस नेता अलका लांबा ने रविवार को चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर चुनाव आयोग द्वारा बिहार में SIR के नाम पर भारी फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस ...

वेब दुनिया 5 Oct 2025 2:10 pm

मोदी-शाह के इशारे पर काम कर रहा चुनाव आयोग, बिहार में एसआईआर के नाम पर हो रहा फर्जीवाड़ा -अलका लांबा

महिला कांग्रेस अध्यक्ष अलका लांबा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार में वोटर लिस्ट में हुई गड़बड़ को लेकर चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं । लांबा ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर चुनाव आयोग द्वारा बिहार में एसआईआर के नाम पर भारी फर्जीवाड़ा किया जा रहा है

देशबन्धु 5 Oct 2025 1:35 pm

पटना : चुनाव आयोग ने आगामी बिहार चुनाव की तैयारियों की समीक्षा की , प्रवर्तन एजेंसियों के प्रमुखों के अलावा नोडल अधिकारी भी हुए शामिल

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हैं। एक ओर जहां राजनीतिक दल सीट बंटवारे और उम्मीदवार चयन को लेकर मंथन कर रहे हैं, वहीं चुनाव आयोग ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं

देशबन्धु 5 Oct 2025 12:29 pm

चुनाव आयोग की आज दोपहर 2 बजे होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस, बिहार चुनाव की तारीखों का हो सकता है ऐलान

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार 16 लोगों की चुनाव आयोग की टीम के साथ दो दिन के बिहार दौरे पर हैं। कल चुनाव आयोग ने राजनैतिक दलों के साथ बैठक की और आज ज्ञानेश कुमार के साथ दोनों चुनाव आयुक्त डॉ. सुखबीर सिंह संधू और डॉ. विवेक जोशी ईडी, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं

देशबन्धु 5 Oct 2025 12:18 pm

कोडरमा घाटी में टेलर हादसा, चालक की मौत:बोकारो से पटना जा रहा था मालवाहक, केबिन में फंसा रहा बिहार का ड्राइवर

कोडरमा थाना क्षेत्र अंतर्गत रांची-पटना मुख्य मार्ग पर कोडरमा घाटी स्थित जमसोती नाला के समीप रविवार रात बड़ा हादसा हो गया। बोकारो से छड़ लदा एक टेलर अचानक अनियंत्रित होकर पलट गया। इस हादसे में 27 वर्षीय टेलर चालक राकेश महतो की घटनास्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई। मृतक बिहार के समस्तीपुर जिला अंतर्गत मोहदीनगर का रहने वाला था। दुर्घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। केबिन में ही फंसा रहा ड्राइवर जानकारी के अनुसार, छड़ से लदा टेलर बोकारो से पटना जा रहा था। जैसे ही वाहन रात करीब 10 बजे जमसोती नाला के समीप एक तीखे मोड़ पर पहुंचा, चालक ने नियंत्रण खो दिया। देखते ही देखते भारी वाहन सड़क किनारे पलट गया और चालक केबिन में बुरी तरह फंस गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। थोड़ी देर बाद कोडरमा थाना की पीसीआर वैन घटनास्थल पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद चालक को वाहन से बाहर निकाला। चालक के परिजनों को दी गई जानकारी पुलिस ने चालक को बाहर निकालकर 108 एम्बुलेंस से तुरंत सदर अस्पताल कोडरमा भेजा। हालांकि, डॉक्टरों ने जांच के बाद चालक को मृत घोषित कर दिया। इधर, हादसे की सूचना चालक राकेश महतो के परिजनों को दे दी गई है। अचानक घटी इस घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों के अनुसार, मृतक परिवार का इकलौता सहारा था। कोडरमा घाटी में लगातार होते हैं हादसे स्थानीय लोगों ने बताया कि कोडरमा घाटी के जमसोती नाला और आसपास के तीखे मोड़ों पर अक्सर सड़क दुर्घटनाएं होती रहती हैं। ट्रकों और भारी वाहनों के पलटने की घटनाएं आम हो गई हैं। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन को यहां पर विशेष साइन बोर्ड लगाने के साथ-साथ सड़क सुरक्षा के ठोस इंतजाम करने चाहिए।

दैनिक भास्कर 5 Oct 2025 9:32 am

राजस्थान कांग्रेस के विधायक बिहार चुनाव में बांटेंगे टिकट:अशोक गहलोत भी सीनियर ऑब्जर्वर नियुक्त, कुल 8 नेताओं को मिली जिम्मेदारी

कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए पूर्व सीएम अशोक गहलोत को सीनियर ऑब्जर्वर बनाया है। गहलोत के साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल और लोकसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे अधीर रंजन चौधरी को भी सीनियर ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी है। गहलोत सहित तीनों नेता बिहार विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों पर रायशुमारी से लेकर चुनाव प्रचार और रिजल्ट तक निगरानी रखेंगे और हाईकमान को रिपोर्ट देंगे। विधानसभा चुनावों में उम्मीदवारों का पैनल तैयार करने के ​लिए 41 जिला पर्यवेक्षक लगाए हैं, राजस्थान के चार विधायकों सहित आठ नेताओं को जिला पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस ने इन तीन नेताओं को दी बड़ी जिम्मेदारी... राजस्थान के आठ नेताओं को बनाया जिला ऑब्जर्वर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और बायतू विधायक हरीश चौधरी, विधायक अशोक चांदना, रफीक खान, अभिमन्यू पूनिया, पूर्व मंत्री रामलाल जाट, जोधपुर से लोकसभा उम्मीदवार रहे करण सिंह उचियारड़ा, जयपुर ग्रामीण से लोकसभा उम्मीदवार अनिल चौपड़ा और कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर को जिला ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी गई है। जिला ऑब्जर्वर बनाए गए नेता उम्मीदवारों पर रायशुमारी करेंगे जिला ऑब्जर्वर बनाए गए नेताओं को तत्काल काम पर लगना होगा। इन नेताओं को जिलों में जाकर कांग्रेस उम्मीदवारों के चयन के लिए कार्यकर्ताओं की राय लेकर उम्मीदवारों का पैनल तैयार करने का टास्क दिया है। उम्मीदवारों के चयन के लिए रायशुमारी करने के बाद पैनल हाईकमान को भेजेंगे। गहलोत पहले भी कई राज्यों में सीनियर ऑब्जर्वर रहे गहलोत को पहले भी कई बार अलग अलग राज्यों में सीनियर ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी जाती रही है। गुजरात , पंजाब और हरियाणा विधानसभा चुनावों में गहलोत को कांग्रेस ने सीनियर ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी दी थी। गहलोत के बिहार कांग्रेस के नेताओं के अलावा सहयोगी दलों के नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते हैं। लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी से लेकर आरजेडी के नेताओं से गहलोत के अच्छे रिश्ते हैं। गहलोत को लंबे समय बाद संगठन के स्तर से विधानसभा चुनावों में काम करने की जिम्मेदारी मिली है। महागठबंधनः पसंद की सीटों पर खींचतान महागठबंधन में सीटों की दावेदारी… .... अशोक गहलोत से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... गहलोत बोले- जिला-स्टेट लेवल पर झगड़ा, कार्यकर्ता कन्फ्यूजन में:सोचता है किसके यहां जाऊं; धनखड़ के लिए मनहूस साबित हुआ नया उपराष्ट्रपति भवन पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कांग्रेस की गुटबाजी और नेताओं के झगड़ों की बात को सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है। गहलोत ने कहा- कार्यकर्ता अभी कंफ्यूजन में हैं। पूरी खबर पढ़िए...

दैनिक भास्कर 5 Oct 2025 6:55 am

उत्तर बिहार के 10 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट:पटना में आज हेवी रेन की चेतावनी; आकाशीय बिजली से प्रदेश में 9 की मौत

मौसम विभाग ने आज उत्तर बिहार के 10 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अगले 24 घंटे तक बहुत भारी बारिश की संभावना है। जबकि पटना समेत 5 जिलों में हेवी रेन का ऑरेंज अलर्ट है। बाकी के 23 जिलों में यलो अलर्ट है। बिहार में लगातार 3 दिनों से हो रही बारिश से कई जिलों में हालात बिगड़ गए हैं। बेतिया, गोपालगंज, सुपौल, रोहतास, छपरा, शिवहर, बगहा में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। राजधानी पटना में भी पिछले 48 घंटे से धूप नहीं निकली है। तेज हवा के साथ रुक-रुककर बारिश हो रही है। वहीं, आकाशीय बिजली से प्रदेश में 9 लोगों की मौत हो गई। इनमें जहानाबाद में 3, बेतिया में 2, जबकि नालंदा, खगड़िया, किशनगंज और गोपालगंज में एक 1-1 की मौत हो गई। जबकि सहरसा में आंधी के बाद पेड़ गिरने से एक वार्ड पार्षद सदस्य की जान चली गई। मौसम विभाग के मुताबिक, बिहार के ऊपर से मानसून टर्फ लाइन गुजर रही है, जिसे बंगाल की खाड़ी से नमी मिल रही है। इसके कारण प्रदेश में तेज हवा, गरज-चमक और भारी बारिश की स्थिति बनी हुई है। बारिश की ये स्थिति प्रदेश में 8 अक्टूबर तक बनी रह सकती है। बेतिया में हाइवे पर 3 फीट तक पानी, गोपालगंज में मरीज ले जा रही एंबुलेंस डूबी शनिवार को बारिश के बाद सबसे बुरा हाल बेतिया का रहा। यहां बारिश के बाद पूरा शहर पानी में डूब गया। सड़कें तालाब में तब्दील हो गईं। गली-मोहल्ले में 2 से 3 फीट तक पानी भर गया। 100 से ज्यादा बिजली के पोल उखड़ गए। यहां आकाशीय बिजली गिरने से मां-बेटी की मौत हो गई। वहीं, गोपालगंज में लाइन बाजार हॉल्ट के पास अमठा भुवन रेलवे क्रॉसिंग से मरीज ले जा रही एंबुलेंस पानी में डूब गई। स्थानीय लोगों ने मरीज और ड्राइवर की किसी तरह जान बचाई गई। वहीं, मकसूदपुर गांव के पास नहर का बांध टूटने से खेतों में पानी भर गया है। सुपौल में भी बारिश के बाद थाने डूब गए हैं। बैरक और दरोगा के चैंबर में पानी घुस गया। रोहतास में बारिश के बाद बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए। यहां बारिश के बाद 15 मकान गिर गए। छपरा में भी 8 घंटे की बारिश के बाद स्थिति खराब हो गई है। 12 घंटे से ज्यादा देर तक बिजली गुल रही। सहरसा में तेज आंधी में 4-5 झोपड़ियां उड़ गई। बारिश के बाद यहां सड़कों पर पानी भर गया। शिवहर में बारिश के बाद कई घरों की छत गिर गई। बक्सर के केसठ प्रखंड में शनिवार शाम आकाशीय बिजली गिरने से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए और लाखों की संपत्ति बर्बाद हो गई। आंधी-बारिश के बाद की 10 तस्वीरें... रेड अलर्ट वाले जिलों में 100MM से अधिक हो सकती है बारिश प्रदेश के 10 जिलों में बारिश का रेड अलर्ट है। इन जिलों में 100MM से अधिक बारिश हो सकती है। कुछ भागों में जलभराव और नदियों में उफान जैसी स्थिति बनने की आशंका है। प्रशासन को सतर्क रहने और निचले इलाकों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। ऑरेंज अलर्ट वाले 5 जिलों में अगले कुछ घंटों में 70-100 MM तक बारिश हो सकती है। कुछ क्षेत्रों में पेड़ गिरने, बिजली गिरने और फसलों को नुकसान होने का खतरा बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है और मानसूनी हवा बिहार की ओर हैं। इसके चलते पूरे राज्य में बारिश हो रही है। अगले दो से तीन दिनों तक बारिश का दौर जारी रहेगा। पटना में रुक-रुक कर होती रही बारिश राजधानी पटना में शनिवार को सुबह से रुक-रुककर तेज बारिश होती रही। दिन का तापमान सामान्य से 3-4 डिग्री कम रहा। हवा में नमी 85% से ज्यादा दर्ज की गई है। अगले 24 घंटे तक यहां मध्यम से भारी बारिश और तेज हवा चल सकती है।

दैनिक भास्कर 5 Oct 2025 5:19 am

क्या मुकेश सहनी NDA में जाएंगे:बीजेपी सांसदों और MLC को क्यों विधायकी लड़वाएगी; जानिए बिहार की 3 बड़ी सियासी चर्चाएं

1. VIP पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी चुनाव ऐलान होते ही NDA में आ जाएंगे? 2. BJP इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री, सांसद और MLC को विधायकी का चुनाव लड़वाएगी? 3. राहुल गांधी की फॉरेन ट्रिप के चलते महागठबंधन में सीट शेयरिंग उलझ गई है? बिहार के सियासी गलियारों में फिलहाल ये तीन चर्चाएं गर्म हैं। दबे मुंह लोग फुस-फुसा रहे हैं, जिसे अंग्रेजी में कॉन्सपिरेसी थ्योरी कहते हैं। अब ये सच है या झूठ हम दावा नहीं करते हैं, लेकिन चर्चा तो है। दैनिक भास्कर लाया है, हर रविवार बिहार से जुड़ी ऐसी ही कॉन्सपिरेसी थ्योरी पर आधारित सीरीज ‘सच्चा झूठ’... पहली कॉन्सपिरेसी- चुनाव ऐलान होते ही VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी NDA में आ जाएंगे। महागठबंधन में सीट शेयरिंग की खींचतान के बीच 28 सितंबर को VIP सुप्रीमो मुकेश सहनी ने कहा था कि दशहरा तक सीट शेयरिंग फाइनल हो जाएगी। हालांकि 2 अक्टूबर को दशहरा बीत गया, लेकिन अभी तक कोई बात नहीं बनी है। अब मुकेश बाबू को लेकर ही एक चर्चा चल रही है। चर्चा है कि करीब डेढ़ साल से महागठबंधन के साथी मुकेश सहनी फिर से पाला बदल सकते हैं और चुनाव ऐलान के बाद NDA में जा सकते हैं। उनका तो ट्रैक रिकॉर्ड भी कुछ ऐसा ही रहा है। 2020 में भी उन्होंने ऐसा ही कुछ किया था। राजनीति के अंत:पुर की खबर रखने वालों का कहना है कि मुकेश बाबू ने रात में अपने दूत के जरिए NDA के एक बड़े नेता के पास संदेश भिजवाया है। बीजेपी ने भी उनके लिए दरवाजे खोल रखे हैं। दरअसल मुकेश बाबू ने महागठबंधन में 60 सीट और डिप्ट सीएम के पद की डिमांड की है, लेकिन चर्चा है कि कांग्रेस ने अड़ंगा लगा दिया है। क्योंकि उनकी खुद की भी ऐसी ही चाहत है। रही बात सीटों की तो मुकेश बाबू की VIP को 14 सीट ऑफर की गई हैं। राजनीतिक पंडितो का मानना है कि अगर मन मुताबिक सीट और डिप्टी सीएम का पद नहीं मिलेगा तो मुकेश बाबू क्यों ही महागठबंधन में रहेंगे। जब कम सीट पर लड़ना है तो NDA से चुनाव लड़े। बीजेपी ने तो मुकेश बाबू को ठीक-ठाक विधानसभा सीट के साथ राज्यसभा सीट का भी ऑफर दिया है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं… ये सिर्फ चर्चा है चर्चा…सच है कि झूठ हमें नहीं पता। दूसरी कॉन्सपिरेसी- बीजेपी बिहार चुनाव में भी केंद्रीय मंत्री, MLC और सांसद को उतारेगी। बीजेपी उम्मीदवारों का नाम फाइनल करने के लिए लगातार मीटिंग पे मीटिंग कर रही है। चर्चा है कि इस बार बीजेपी बिहार चुनाव में गुजरात और मध्यप्रदेश मॉडल लागू करेगी। दरअसल, गुजरात और मध्यप्रदेश के चुनाव में मौजूदा विधायकों और मंत्रियों का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनावी मैदान में उतारा गया था। ऐसा ही कुछ इस बार बिहार चुनाव में हो सकता है। चर्चा है कि 2 दर्जन से ज्यादा विधायकों का टिकट कट भी सकता है। वहीं कई केंद्रीय मंत्री, सांसद और MLC को चुनाव में उतारा जा सकता है। इनमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और नित्यानंद राय जैसे दिग्गज नेता हैं। साथ ही विधान परिषद के सदस्य सम्राट चौधरी, मंगल पांडेय, जनक राम और हरि सहनी को भी विधायकी का चुनाव लड़वाया जा सकता है। चुनावी चाणक्यों का मानना है कि इसकी सबसे बड़ा वजह है- 20 साल की एंटी इनकमबेंसी। चर्चा है कि सीएम नीतीश कुमार के चलते बीजेपी अपना नुकसान नहीं करना चाहती। इसी के चलते ऐसी प्लानिंग-प्लॉटिंग की जा रही है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं… ये सिर्फ चर्चा है चर्चा…सच है कि झूठ हमें नहीं पता। तीसरी कॉन्सपिरेसी- राहुल गांधी के विदेश दौरे के चलते महागठबंधन में सीट शेयरिंग फंसा है। चुनाव इतना करीब आ गया है, लेकिन महागठबंधन में सीट बंटवारा का पेंच अभी भी फंसा हुआ है। सो हल्ला तो मचना ही है और खुलेआम दिख भी रहा है। चर्चा है कि तेजस्वी यादव कोशिश में लगे हैं कि कैसे भी राहुल गांधी से आमने-सामने बैठ के बात हो जाए, लेकिन राहुल जी तो 10 दिनों की विदेश यात्रा पर हैं। ब्राजील, कोलंबिया, चिली… न जाने कहां-कहां घूम रहे हैं। राहुल जाते-जाते टिकट बंटवारे का जिम्मा बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और स्क्रीनिंग कमेटी को तो सौंप गए हैं, लेकिन तेजस्वी जी की लोकल नेताओं से बात नहीं बन पा रही है। दरअसल, कांग्रेस इस बार 76 सीटों पर दावेदारी कर रही है। जबकि 2020 के चुनाव में वो 70 सीट पर लड़ी थी और 51 हार गई थी। चर्चा है कि कांग्रेस ने पिछली बार की हारी हुई 37 सीटों को लेने से मना कर दिया है। उनका मानना है कि ये सब सीट कमजोर है, लेकिन RJD इस पर राजी नहीं है। RJD 135 सीट से कम पर समझौता करने के मूड में नहीं है। इन सबके चलते मामला फंस गया है। राहुल जी लौटे तो कहीं जाकर मामला सुलझे। फिर से बताए दे रहे हैं… ये सब चर्चा हैं सिर्फ चर्चा… सच है कि झूठ… हम दावा नहीं कर रहे। **** बिहार की ऐसी ही सियासी और चुनावी चर्चाओं के लिए इंतजार करिए अगले रविवार का, तब तक जुड़े रहिए दैनिक भास्कर एप से...

दैनिक भास्कर 5 Oct 2025 5:12 am

राधाकृष्ण, दीपिका व इरफान बने बिहार चुनाव के लिए ऑब्जर्वर

रांची| अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने बिहार चुनाव को लेकर तत्काल प्रभाव से अशोक गहलोत, भूपेश बघेल और अधीर रंजन चौधरी को सीनियर ऑब्जर्वर बनाया है। इसके साथ ही 41 लोगों को जिला चुनाव ऑब्जर्वर बनाया गया है। इसमें झारखंड सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता राधाकृष्ण किशोर, इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह को भी जिला चुनाव ऑब्जर्वर बनाया गया है।

दैनिक भास्कर 5 Oct 2025 4:00 am

पीके बोले, जनसुराज की 1 साल की यात्रा ईमानदार रही:मेरी बुद्धि-शक्ति बिहार के लिए समर्पित, पार्टी का पहला स्थापना दिवस मनाया

जन सुराज पार्टी ने आज अपना पहला स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया। इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह, पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर और प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती समेत राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद और राज्य कोर कमेटी के सभी सदस्य, जिलाध्यक्ष और जिला प्रभारी मौजूद रहे। स्थापना दिवस समारोह पहले 2 अक्टूबर को होना था, लेकिन दशहरा के कारण इसे 4 अक्टूबर को आयोजित किया गया। प्रशांत किशोर ने कहा कि पिछले एक साल की यात्रा शानदार रही या नहीं, यह आप तय करें, लेकिन इतना भरोसा है कि यह यात्रा पूरी तरह ईमानदार रही है। मेरी पूरी कोशिश यही रहेगी कि मेरे विचार और आचरण से पार्टी कार्यकर्ताओं को कभी शर्मिंदगी न उठानी पड़े। भगवान ने मुझे जितनी भी बुद्धि और शक्ति दी है, वह सब बिहार और जन सुराज के लिए समर्पित है। हमें जीवन भर 'जन सुराजी' बने रहना है कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने कहा कि प्रशांत किशोर की सोच और तीन साल की मेहनत ने पार्टी को एक मजबूत आधार दिया है। आज सिर्फ बिहार ही नहीं, देश और विदेश के लोग भी जन सुराज की ओर आशा भरी निगाहों से देख रहे हैं। आगे विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए एक छोटी लड़ाई है, जिसके बाद और बड़ी जिम्मेदारियां सामने होंगी। मनोज भारती ने कहा कि 2 अक्टूबर सिर्फ महात्मा गांधी की ही नहीं, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की भी जयंती है। अगर हम इन दोनों के जीवन से प्रेरणा लें तो जीवन भर जन सुराज की राह पर चलते रह सकते हैं। चुनाव परिणाम चाहे कुछ भी हों, हमें जीवन भर “जन सुराजी” बने रहना है। अल्पसंख्यक और महिला हितों पर भी रखा गया जोर समारोह में महिला भागीदारी और अल्पसंख्यक समाज की भूमिका पर भी विचार रखे गए। विनीता विजय ने कहा कि विधानसभाओं में महिलाओं की भागीदारी अभी भी कम है। जन सुराज में महिलाओं को बराबर जगह मिली है और जब सरकार बनेगी तो महिलाएं सबसे ज्यादा लाभान्वित होंगी। ओबैदुर रहमान ने कहा कि मुस्लिम समाज की बड़ी मांगें नहीं हैं, बस उचित भागीदारी चाहिए। प्रशांत किशोर ने इसका वादा पहले ही किया है और यही उनकी खासियत है।

दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 7:26 pm

औरंगाबाद में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी का मंथन:सांसद महेश शर्मा ने दिया जीत का मंत्र, बोले- बिहार में इस बार भी एनडीए की सरकार बनेगी

औरंगाबाद में विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी की तैयारियां तेज हो गई है। शनिवार को उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्धनगर से सांसद डॉ. महेश शर्मा कुटुंबा में विधानसभा स्तरीय बैठक में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष विजेंद्र चंद्रवंशी और संचालन अशोक कुमार पांडेय ने की। डॉ. महेश शर्मा ने कार्यकर्ताओं को जीत का मूल मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता ही पार्टी के रीढ़ होते हैं। उनके बदौलत ही चुनाव में किसी भी प्रत्याशी की जीत और हार होती है। एनडीए प्रत्याशी की जीत को लेकर कमर कस लीजिए। अनुशासन ही भाजपा कार्यकर्ताओं की पहचान है। बेहतर सांगठनिक क्षमता के कारण ही भाजपा को विश्व का सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी होने का गौरव प्राप्त है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का सर्वांगीण विकास हो रहा है। राज्य में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बेहतर कार्य कर रही है। जिसका सीधा लाभ लोगों को मिल रहा है। बिहार में इस बार भी एनडीए की सरकार बनेगी। सभी कार्यकर्ता एनडीए के प्रत्याशियों को जिताने के लिए अपने-अपने क्षेत्र में कार्य करेंगे। उन्होंने एक-एक कर सभी मोर्चा के सदस्यों व प्रभारी से बात की और सुझाव दिए। विशेष रूप से युवा मोर्चा और आईटी सेल के सदस्यों को सक्रिय रहने को कहा। सभी विधानसभा क्षेत्र में कोर कमिटी की बैठक वहीं, पूर्व सांसद सुशील कुमार सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर एनडीए प्रत्याशी को चुनाव में जीत दिलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस बार जिले के सभी छह विधानसभा सीटों पर एनडीए प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित है। विधानसभा चुनाव को लेकर सभी विधानसभा क्षेत्र में कोर कमेटी की बैठक आयोजित की जा रही है। कार्यकर्ताओं से सुझाव लिया जा रहा है। टिकट बंटवारा और प्रत्याशियों के चयन के लिहाज से यह बैठक अत्यंत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है। कोर कमेटी की बैठक में प्रदेश कार्य समिति सदस्य अशोक कुमार सिंह, मनीष राज पाठक, जिला मीडिया प्रभारी मितेंद्र कुमार सिंह, उपाध्यक्ष रेखा पासवान, मनोज शर्मा,जिला प्रभारी मनोज मेहता, विधानसभा संयोजक मनोज मेहता, जिला प्रवक्ता उज्ज्वल सिंह समेत विधानसभा के सभी मंडल के अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी, संयोजक, सभी मोर्चा के अध्यक्ष और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 1:24 pm

मानपुर में 349 करोड़ की लागत से बनेगा फ्लाईओवर:गयाजी में जाम से मिलेगी राहत; बीजेपी विधायक ने किया शिलान्यास, बोले- बिहार में बनेगी एनडीए की सरकार

गयाजी के मानपुर में लोगों को जाम से जल्द छुटकारा मिलने वाला है। वजीरगंज विधायक वीरेंद्र सिंह ने मुफस्सिल बस स्टैंड के पास 349 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनने वाले फ्लाईओवर का शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा के दौरान इसकी मंजूरी दी थी। फ्लाईओवर का निर्माण अबगिला से शुरू होगा, जो सिक्स लेन पुल तक जाएगा। मुफस्सिल मोड़ से नोरंगा मोड़ तक इसकी कड़ी बनेगी। दो वर्षों में कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल मानपुर में स्थिति यह है कि सुबह से लेकर शाम तक घंटों जाम में फंसे रहने की मजबूरी लोगों के लिए परेशानी बन गई है। जाम लगने की स्थिति में ट्रैफिक पुलिस के पसीने छूटने लगते हैं। जाम से निकलने का कोई रास्ता नहीं बचता है। प्रदेश में एनडीए की सरकार बनेगी शिलान्यास कार्यक्रम के बाद विधायक वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रदेश की डबल इंजन सरकार विकास कार्यों को तेजी से धरातल पर उतार रही है। उसी कड़ी में मानपुर के लिए यह फ्लाईओवर मंजूर हुआ है। वजीरगंज क्षेत्र में जर्जर सड़कों का निर्माण कार्य लगातार जारी है। आने वाले समय में जनता को इसका पूरा फायदा होगा। एनडीए सरकार की योजनाओं का असर जनता देख रही है। एक बार फिर से प्रदेश में एनडीए की वापसी भारी बहुमत से तय है। एनडीए प्रत्याशी की जीत होगी वहीं, बीजेपी नेता अजीत शर्मा और बाला सिंह ने कहा कि फ्लाईओवर बनने से न सिर्फ मानपुर बल्कि गयाजी शहर की जनता को भी फायदा मिलेगा। बच्चों को समय से स्कूल और लोगों को दफ्तर पहुंचने में सहूलियत होगी। वजीरगंज विधानसभा में जितनी तेजी से विकास के कार्य हो रहे हैं, उससे यह साफ संकेत मिल रहा है कि यहां से एनडीए प्रत्याशी फिर से भारी बहुमत से जीत हासिल करेंगे। मानपुर की सूरत बदल जाएगी करीब 349 करोड़ की लागत से बन रहा यह फ्लाईओवर मानपुर की दशकों पुरानी जाम की समस्या का स्थायी समाधान माना जा रहा है। स्थानीय लोग भी उम्मीद जता रहे हैं कि दो साल बाद मानपुर का चेहरा बदल जाएगा

दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 12:54 pm

पारस बोले-चिराग CM बने तो मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी:राहुल के विदेश दौरे पर तेजप्रताप का तंज- भारत, बिहार से उब गए होंगे

बिहार में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। चंद दिनों में ही चुनाव की घोषणा हो जाएगी। आज शनिवार को मुख्य निर्वाचन आयुक्त की सभी दलों के साथ बैठक होगी। वहीं प्रधानमंत्री वर्चुअली बिहार के युवाओं से बात करेंगे। इधर, पशुपति पारस ने चिराग पासवान को लेकर एक बयान देकर सियासी हलचल बढ़ा दी है। चुनावी साल में सियासी गलियारे में चल रही उठा-पटक और बयानबाजी से जुड़ी हर अपडेट्स... चिराग सीएम बने तो मुझे ज्यादा खुशी होगीः पारस केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को लेकर चाचा पशुपति पारस ने बड़ा बयान दिया है। उनके बिहार के मुख्यमंत्री बनने को लेकर हुए सवाल पर कहा, 'अच्छी बात है अगर वो बिहार के मुख्यमंत्री बनते हैं।' 'सबसे ज्यादा खुशी मुझे होगी, वो हमारे परिवार के सदस्य हैं, हमारे भतीजे भी है।चिराग मुख्यमंत्री बनते हैं तो परिवार के लिए यह गर्व और खुशी की बात होगी।' बता दें कि पशुपति पारस फिलहाल महागठबंधन का हिस्सा हैं। NDA और महागठबंधन की स्थिति पर बोलते हुए उन्होंने कहा, 'बिहार में एनडीए की स्थिति सही नहीं है। हालांकि अभी महागठबंधन में सीट बंटवारे पर कोई बातचीत नहीं हुई है।' भारत से उब गए होंगे राहुलः तेजप्रताप जनशक्ति जनता दल के संस्थापक और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने राहुल गांधी के विदेश दौरे पर तंज कसा है। राहुल गांधी के कोलंबिया यात्रा को लेकर हुए सवाल पर तेजप्रताप यादव ने कहा, 'हो सकता राहुल गांधी को विदेश ज्यादा पसंद आ गया होगा। उनका अब भारत से मन ऊब गया होगा। बिहार की मिट्टी से उनका मन ऊब गया। हो सकता है कि वह तरोताजा होने के लिए विदेश गए हों। जब वह लौटेंगे तो आप उनके चेहरे पर ताजगी देखेंगे।' वहीं डॉ. संजीव कुमार के राजद में आने को लेकर तेजप्रताप ने कहा चुनाव से पहले ये सब चलता रहता है। बिहार की सियासत से जुड़ी हर अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए.... ----------- क्या आप हैं बिहार की राजनीति के एक्सपर्ट? खेलिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम बिहार की राजनीति से जुड़े 5 आसान सवालों के जवाब दीजिए और जीतिए 2 करोड़ तक के इनाम। रोज 50 लोग जीत सकते हैं आकर्षक डेली प्राइज। लगातार खेलिए और पाएं लकी ड्रॉ में बंपर प्राइज सुजुकी ग्रैंड विटारा जीतने के मौके। चुनावी क्विज अभी खेलने के लिए यहां क्लिक करें - https://dainik.bhaskar.com/GXiUvc8h3Wb

दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 10:44 am

मैं बिहार बोल रहा हूं, एपिसोड-2:देश को गहराई देने वाले राज्य बिहार में चुनाव, नए सपने की नींव डालने का अवसर

बिहार देश को गहराई देने वाला राज्य है। भारत सोने की चिड़िया था, यह इतिहास भी हमारे नाम है। ऐसे में भारत के जीवन को समझने के लिए बिहार को समझना आवश्यक है। पढ़ें, आगामी विधानसभा चुनाव के संदर्भ में ये रिपोर्ट। राज्यसभा के उपसभापति और वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश नारायण लिखते हैं- लोहिया ने कहा था, राजनीति अल्पकालिक धर्म है और धर्म दीर्घकालिक राजनीति। यह भी बताया कि धर्म का सच्चा अर्थ है, कर्तव्य। समाज व व्यक्ति का जो कर्तव्य है, वही धर्म है। वह आगे स्पष्ट करते हैं, धर्म का काम समाज को दूरगामी दृष्टि और स्थायी मूल्य देना है। इन मूल्यों को तत्कालीन परिस्थतियों में उतारना, राजनीति का ध्येय है। राजनीति असल में अपने समय का धर्म है। भारत को समझने के लिए बिहार को समझना क्यों जरूरी हरिवंश नारायण लिखते हैं- क्या बिहार की चुनावी चर्चा में राजनीति अपने समय के धर्म का (आज के सवालों के प्रति) निर्वाह कर रही है? शब्दों की मर्यादा है? विचार, सपने, लक्ष्य हैं? कभी राजेंद्र बाबू ने कहा था, यह बिहार का सौभाग्य है कि उसका अतीत, प्राचीन भारत के इतिहास की पृष्ठभूमि है। भारत को समझने के लिए बिहार को समझना आवश्यक है। दरअसल, बिहार ने महज भारत को विशाल भौगोलिक आकार ही नहीं दिया। विद्वता, ज्ञान, कला की अद्भुत गहराई, गरिमा और ऊंचाई दी। वह भी तब, जब अधिसंख्य शेष संसार आदिम युग में था। दार्शनिक स्पिनोजा ने कहा था, अगर आप चाहते हैं कि आपका वर्तमान भिन्न हो, तो आप अपने अतीत (इतिहास) का अध्ययन करें। नए सपने की नींव डालने के लिए चुनाव सर्वश्रेष्ठ अवसर है क्या भाषा, ज्ञान, विचार, लोक अहंकार की जो ध्वनि आज चुनावी मैदान में है, वही बिहार है? या ‘बिहार के गौरव’ का पुरस्मरण जरूरी है, ताकि सामान्य लोग अपने अतीत के गौरव-कृति-उपलब्धि व सामर्थ्य को याद कर भविष्य गढ़ने का संकल्प ले सकें। चुनाव, सर्वश्रेष्ठ अवसर है, जब लोकमानस-लोकचर्चा से किसी नए सपने की नींव डाली जा सके। क्या चुनाव महज पक्ष-विपक्ष का ही खेल है या सामान्य लोगों, युवाओं, महिलाओं, पीछे छूट गए गरीबों की हसरतों-सपनों को पंख देने, स्वर देने का भी अवसर है? पहले चुनाव आयुक्त सुकुमार सेन ने (22 जनवरी, 1957, ऑल इंडिया रेडियो) देश को संबोधित किया था। कहा था- सभी स्त्री-पुरुष, पढ़े-अनपढ़, शहरी-गंवई, ताकतवर व सामान्य, गरीब-अमीर, आदिवासी-संभ्रात, पहाड़ी-मैदानी … लोकतांत्रिक ढंग से स्त्रियों-पुरुषों को चुनेंगे, जो अगले पांच सालों तक सरकार बना कर देश की नियति को दिशा देंगे। बिहार का इतिहास, देश का इतिहास है आज, दुनिया एक गांव है। यह नया संसार, देश और राज्य आज कहां खड़े हैं? दुनिया के श्रेष्ठ ‍चिंतकों में से एक किशोर महबूबानी (सिंगापुर) ने पांच वर्ष पहले (19 नवंबर, 2020) कहा था, भारत आज ऐसी भू-राजनीति (जियो पॉलिटिकल) की आदर्श स्थिति में है, जब दुनिया एक मजबूत, स्वतंत्र, विवेक-संपन्न स्वर की तलाश में है, जो इस अशांत ग्रह (धरती) को नैतिक दिशा दे सके और इसका एकमात्र सही हकदार भारत है। पर यह संभव कैसे है? यह सूत्र बिहार की धरती से ही ईसा से चार-पांच सौ साल पहले चाणक्य ने दिया था...‘सुखस्य मूलम् धर्मः, धर्मस्य मूलम् अर्थः ...।’ अतीत में बिहार इसी सूत्र पर चला। इसीलिए इतिहासकारों ने माना- बिहार का इतिहास, देश का इतिहास है। आज बिहारी अपनी गरिमा, योगदान नहीं जानते आज चुनावों के संदर्भ में, बिहार के उस महान अतीत का लोक स्मरण-लोक चर्चा जरूरी है, ताकि हर बिहारी जाने, उसका गौरवपूर्ण अतीत क्या है? दूसरे विश्वयुद्ध के हताश क्षणों में चर्चिल ने ब्रिटेनवासियों का आवाहन किया, अपने अतीत को याद कर, गौरव से नया कामयाब ब्रिटेन बनाओ। इस आवाहन का जादुई परिणाम हुआ। बढ़ते जर्मनी की पराजय सुनिश्चित हुई। भारत को समझने...आज बिहारी अपनी गरिमा, योगदान नहीं जानते। वे अपनी उपलब्धियों, धवल अतीत, योगदान-अवदान से अनभिज्ञ हैं। वे मिथिला, मगध, अंग, वज्जी, भोजपुर के गौरव को भूल चुके हैं। यह राजर्षि जनक, याज्ञवल्क्य, गार्गी से लेकर उदयनाचार्य, विद्यापति, अध्यात्म, चिंतन, कला की माटी है। लोकतंत्र, राजतंत्र, दर्शन व अध्यात्म की धरती। मिथिला या उत्तर बिहार-जनक-‍विदेह या महाभारत, मगध साम्राज्य, जरासंध की आबोहवा से पुष्पित-पल्लवित। सदी के चार-पांच सौ साल पहले अफगानिस्तान तक भारत का साम्राज्य (मौर्य साम्राज्य)। दक्षिण के कुछ राज्य जो नजराना देते थे, उन्हें छोड़कर शेष अखंड भारत। अलेक्जेंडर की सेना ने चंद्रगुप्त मौर्य की सेना से युद्ध करने से इनकार कर दिया। ग्रीक दूत सेल्यूकस ने अपनी बेटी चंद्रगुप्त मौर्य से ब्याही। मेगास्थनीज ने लिखा कि इस समृद्ध साम्राज्य में अमन-चैन, शांति, ईमानदारी, सत्यनिष्ठा है। अत्यंत सभ्य-सुसंस्कृत सभ्यता है। वोट के लिए नीतीश सरकार ने दिए... स्वास्थ्य बीमा योजना लागू होगी। जरूरतमंद महिलाओं को हर महीने 2,500 रुपए दिए जाएंगे। भूमिहीनों को 3 से 5 डिसमिल जमीन मिलेगी। इस जमीन का मालिकाना हक महिलाओं के नाम होगा। कार्यक्रम में आशा, ममता और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी पीड़ा रखी। मंच पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम, भाकपा माले नेत्री मीना तिवारी और शशि यादव मौजूद थीं। अफरातफरी के कारण कई महिलाएं भाषण से पहले ही पंडाल छोड़कर चली गईं। सैकड़ों महिलाएं गेट से ही लौटा दी गईं। बिहार में आपके...मुख्यमंत्री ने कहा 2005 के पहले की सरकार ने कोई काम नहीं किया। तब बहुत बुरा हाल था। 24 नवंबर 2005 को एनडीए की सरकार बनी, तब से हमलोग बिहार के विकास में लगे हुए हैं। अब कानून का राज है। सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है। शुरू से हमारी सरकार में महिला सशक्तीकरण पर जोर है। उन्होंने त्रि-स्तरीय पंचायती राज व्यवस्था, सरकारी नौकरी में महिला आरक्षण, ‘जीविका’ आदि की व्यापक चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा- इस योजना के बाकी आवेदकों को 3 अक्टूबर को 10-10 हजार रुपए मिलेंगे। जिनका रोजगार अच्छा चलेगा, उन्हें और 2-2 लाख रुपए मिलेंगे। केंद्र सरकार से पूरा सहयोग नीतीश ने कहा- केंद्र सरकार का पूरा सहयोग मिल रहा है। 2024 के केंद्रीय बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन, बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा हुई। 2025 के बजट में मखाना बोर्ड, एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता आदि की घोषणा हुई। ---------- क्या आप हैं बिहार की राजनीति के एक्सपर्ट? 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दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 5:37 am

आज बिहार की सभी पार्टियों के साथ बैठक करेंगे CEC:अक्टूबर के पहले हफ्ते में तारीखों का ऐलान संभव, वोटिंग 2 फेज में हो सकती है

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। आज यानी शनिवार को भारत निर्वाचन आयोग (ECI) राज्य के सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करने वाले हैं। चुनाव आयोग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार, यह बैठक पटना के होटल ताज में सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक चलेगी। बैठक की अध्यक्षता CEC ज्ञानेश कुमार करेंगे। आयोग ने राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय मान्यता प्राप्त सभी राजनीतिक दलों से मीटिंग में मौजूद रहने की अपील की है। लेटर में स्पष्ट किया गया है कि हर दल से अधिकतम 3 प्रतिनिधियों को बैठक में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। सुझाव और रणनीतियों पर होगी चर्चा बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी, वोटिंग सेंटर्स की व्यवस्था, सुरक्षा कड़ी करने से लेकर मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के पालन समेत अन्य चीजों पर चर्चा की जाएगी। निर्वाचन आयोग ने राजनीतिक दलों से अपेक्षा जताई है कि वे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता को मजबूत करने के लिए अपने रचनात्मक सुझाव दें। अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अमित कुमार पांडेय के जारी पत्र के अनुसार, बैठक में आम आदमी पार्टी (AAP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्कसिस्ट), इंडियन नेशनल कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय जनता दल (RJD), राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और सीपीआई (ML) लिबरेशन सहित दर्जनों दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। पिछले दो चुनावों में कितने फेज और कब-कब हुए चुनाव 4 और 5 अक्टूबर को होगी मैराथन समीक्षा बैठकें 4 और 5 अक्टूबर को चुनाव आयोग की उच्चस्तरीय टीम राज्य में सुरक्षा व्यवस्था, प्रशासनिक तैयारियों और निर्वाचन संबंधी सभी कार्यों की समीक्षा करेगी। टीम राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों के प्रमुखों के साथ-साथ सभी जिलों के डीएम और वरीय पुलिस अधीक्षकों से अलग-अलग विमर्श करेगी। इसके अलावा मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और राज्य निर्वाचन आयुक्त के साथ भी अलग से बैठकें होंगी, जिनमें बूथ प्रबंधन से लेकर संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान जैसे मुद्दे प्रमुख रहेंगे। जल्द हो सकता है चुनाव की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग की टीम समीक्षा बैठकें पूरी होने के बाद दिल्ली लौटने पर कभी भी मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का औपचारिक ऐलान कर सकते हैं। घोषणा होते ही राज्य में आदर्श आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगा।

दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 5:24 am

15 आईएएस को बिहार विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी

जयपुर| केंद्रीय चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव और कुछ राज्यों में उपचुनावों के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों के रूप में तैनात किए है। इनमें कुल 287 आईएएस अधिकारी, 58 आईपीएस अधिकारी और अन्य सेवाओं सहित 425 अफसर शामिल है। आईएएस : देबाशीष, मंजू राजपाल, अंबरीष कुमार, जोगाराम, रोहित गुप्ता, शुचि त्यागी, अर्चना सिंह, राज विशाल, मनीषा अरोरा, एमएल चौहान, पुषपा सत्यानी रश्मि शर्मा, आशीष मोदी, बचनेश कुमार अग्रवाल। आईपीएस : राघवेंद्र सुहासा, शरत कविराज, अजयपाल लांबा।

दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 4:47 am

विशालाक्षी का बिहार सीनियर महिला क्रिकेट के लिए चयन

भास्कर न्यूज | खगड़िया बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के तत्वाधान में आयोजित सीनियर महिला क्रिकेट चयन ट्रायल में खगड़िया जिले की होनहार क्रिकेटर विशालाक्षी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। बीसीए द्वारा आयोजित इस ट्रायल के बाद विशालाक्षी का चयन बिहार सीनियर महिला क्रिकेट कैंप के लिए हुआ है। लर्निंग क्रिकेट कोचिंग कैंप के प्रशिक्षक कर्मवीर कुमार ने बताया कि बिहार के विभिन्न जिलों से 37 महिला क्रिकेटरों का चयन इस कैंप के लिए हुआ है, जिसमें खगड़िया से एकमात्र विशालाक्षी ने जगह बनाई है। जिला क्रिकेट संघ के सचिव देवराज पंडित ने बताया कि विशालाक्षी ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है। कई वर्षों से बिहार की विभिन्न आयु वर्ग की टीमों का प्रतिनिधित्व किया है और उत्कृष्ट प्रदर्शन के साथ खगड़िया का नाम रोशन किया है। विशालाक्षी के पिता शिक्षक विवेकानंद सुमन, माता डेजी कुमारी और भाई विश्वप्रिय ने बताया कि विशालाक्षी ने 2017-18 में बिहार अंडर-19, 2019-20 में अंडर-23, 2020-21 में सीनियर अंडर-23, 2021-22 में सीनियर, 2022-23 में सीनियर टी-20 और वनडे, 2023-24 में सीनियर टीम का हिस्सा रही।

दैनिक भास्कर 4 Oct 2025 4:01 am

छठ के तुरंत बाद कम से कम चरणों में विधानसभा चुनाव कराएं: बिहार के राजनीतिक दलों ने आयोग से कहा

बिहार में राजनीतिक दलों ने शनिवार को निर्वाचन आयोग से कहा कि राज्य में छठ पूजा के तुरंत बाद विधानसभा...

आउटलुक हिंदी 4 Oct 2025 12:00 am

'कांग्रेस-राजद ने बर्बाद की शिक्षा व्यवस्था...', बिहार चुनाव से पहले पीएम मोदी का हमला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार में शिक्षा व्यवस्था की 'बर्बाद' स्थिति के लिए कांग्रेस...

आउटलुक हिंदी 4 Oct 2025 12:00 am

सीनियर विमेंस टी-20 के लिए बिहार महिला टीम का ऐलान:प्रगति सिंह को सौंपी गई कप्तानी, 8 अक्टूबर से मोहाली में आयोजित होंगे मैच

बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (BCA) ने सीनियर विमेंस टी-20 टूर्नामेंट के लिए आज बिहार राज्य महिला क्रिकेट टीम की घोषणा कर दी है। समिति द्वारा घोषित टीम में 15 खिलाड़ी और 5 स्टैंडबाय खिलाड़ी शामिल किए गए हैं। टीम की कप्तानी प्रगति सिंह को सौंपी गई है, जबकि उपकप्तान की जिम्मेदारी अंशु अपूर्वा निभाएंगी। यह टूर्नामेंट मोहाली में खेला जाएगा। BCA द्वारा चयनित टीम की खिलाड़ी BCA द्वारा चयनित खिलाड़ियों में विशालाक्षी, यशिता सिंह, प्रीति कुमारी, भाव्या (विकेटकीपर), आर्या सेठ, रचना सिंह, श्रुति गुप्ता (विकेटकीपर), तेजस्वी, प्रीति प्रिया, प्रीति कुमारी, स्वर्णिमा चक्रवर्ती, खुशी गुप्ता और हर्षिता भारद्वाज शामिल हैं। वहीं, स्टैंडबाय खिलाड़ियों में शिल्पी कुमारी, कोमल कुमारी, दिव्या भारती, सिमरन और कुमारी निष्ठा को रखा गया है। 8 अक्टूबर से मोहाली में आयोजित होंगे मैच टीम के साथ सहयोगी स्टाफ में सुमित कुमार (कोच), ज़ीशान बिन वासी (सहायक कोच), सोनाली कुमारी (फिजियोथेरेपिस्ट), अमित कुमार (एस एंड सी कोच) और अनु कुमारी (मैनेजर) को चुना गया है। यह टूर्नामेंट 8 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा जिसमें 37 टीम को 5 ग्रुप में डिवाइड किया जाएगा। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने आगामी टूर्नामेंट में महिला टीम को बेहतर प्रदर्शन की शुभकामनाएं दी है। बिहार का मैच शेड्यूल 8 अक्टूबर : बिहार बनाम बड़ौदा 9 अक्टूबर : बिहार बनाम गुजरात 11 अक्टूबर : बिहार बनाम उत्तरप्रदेश 13 अक्टूबर : बिहार बनाम केरल 15 अक्टूबर : बिहार बनाम विदर्भ 17 अक्टूबर : बिहार बनाम मुंबई 19 अक्टूबर : बिहार बनाम जम्मू एंड कश्मीर

दैनिक भास्कर 3 Oct 2025 9:29 pm

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने बिहार चुनाव का किया शंखनाद:कहा-गो रक्षा के लिए उतारेंगे सनातनी प्रत्याशी, बेतिया में की घोषणा

ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में सनातनी राजनीति का शंखनाद किया है। उन्होंने शुक्रवार को बेतिया में घोषणा की कि वे गो रक्षा और सनातन धर्म के संरक्षण के लिए राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में गो रक्षक प्रत्याशी उतारेंगे। शंकराचार्य ने यह भी कहा कि वे स्वयं चुनाव प्रचार में सक्रिय रहेंगे। उन्होंने मतदाताओं से अपील की कि वे केवल ऐसे उम्मीदवारों को वोट दें, जो गो रक्षा और सनातन धर्म के प्रति दृढ़ संकल्पित हों। इस कदम का उद्देश्य बिहार में धार्मिक और सामाजिक मुद्दों को चुनावी राजनीति के केंद्र में लाना है। गो रक्षा केवल आस्था नहीं, बल्कि समाज की आधारशिला प्रेस वार्ता में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि गो रक्षा केवल आस्था का विषय नहीं, बल्कि समाज और संस्कृति की आधारशिला है। उन्होंने बताया कि गो माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग उन्होंने राष्ट्रीय पार्टियों के दिल्ली कार्यालय में रखी थी, लेकिन किसी भी दल से स्पष्ट उत्तर नहीं मिला। इसी कारण उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने पड़ रहे हैं। शंकराचार्य ने स्पष्ट किया कि उम्मीदवारों के नाम नामांकन प्रक्रिया पूरी होने के बाद औपचारिक रूप से घोषित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी क्षेत्र में किसी पार्टी का उम्मीदवार गो रक्षा के लिए शपथ पत्र भरकर मैदान में है, तो वहां वे अपना प्रत्याशी नहीं उतारेंगे। गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने के लिए कर चुके अनशन स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का जन्म 15 अगस्त 1969 को उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के ब्राह्मणपुर गांव में उमाशंकर उपाध्याय के रूप में हुआ था। उन्होंने वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से शास्त्री और आचार्य की शिक्षा प्राप्त की। 15 अप्रैल 2003 को उन्होंने दंड सन्यास लिया और स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती बने। सितंबर 2022 में उन्हें ज्योतिष पीठ का शंकराचार्य नियुक्त किया गया। शंकराचार्य गो रक्षा, सनातन परंपराओं की पुनर्स्थापना और मंदिरों की स्वतंत्रता के लिए सक्रिय रूप से काम करते रहे हैं। 2008 में उन्होंने गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने के लिए अनशन किया था और धर्म संसद की बैठकों में नियमित रूप से भाग लेते रहे हैं। वे अपनी विचारधारा और धर्म के प्रति दृढ़ हैं और अब राजनीतिक गतिविधियों में भी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

दैनिक भास्कर 3 Oct 2025 9:11 pm

तेजस्वी ने मड़ुआ की रोटी-साग खाते वीडियो शेयर किया:BJP बोली- जंगलराज में खून से जलती थी लालटेन; आज बिहार आएगी चुनाव आयोग की टीम

बिहार में चुनावी सरगर्मी बढ़ गई है। चंद दिनों में ही चुनाव की घोषणा हो जाएगी। इससे पहले दल-बदल और पार्टी की तैयारियों का दौर जारी है। आज शुक्रवार को सीएम हाउस में मुख्यमंत्री जदयू के संभावित उम्मीदवार से मुलाकात करेंगे। वहीं जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार राजद में शामिल होंगे। चुनावी साल में सियासी गलियारे में चल रही उठा-पटक और बयानबाजी से जुड़ी हर अपडेट्स... तेजस्वी ने खाई मड़ुआ की रोटी-साग चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष का देहाती अंदाज सामने आया है। तेजस्वी यादव ने मिट्टी के चूल्हे पर बनी मड़ुआ की रोटी और साग खाते हुए वीडियो शेयर किया है। सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करते हुए लिखा- चूल्हे की आंच में सिकी रोटी में माटी की महक, मिठास, स्वाद और अपनेपन की गर्माहट होती है। एक मिनट 8 सेकेंड के वीडियो में तेजस्वी एक घर में जाते दिख रहे हैं। वहां महिला खाना बनाती है, तेजस्वी उससे बात करते हैं। खाना खाने के बाद उसके पैर छूकर आशीर्वाद भी लेते हैं। वीडियो के अंत में लिखा गया है मधुबनी में एक कार्यकर्ता के घर चूल्हे पर बना स्वाष्टि खाना। बिहार बीजेपी का लालू यादव पर निशाना बिहार बीजेपी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए लालू यादव और उनके शासनकाल पर निशाना साधा है। X पर 2 मिनट का वीडियो शेयर कर तंज कसा है। पोस्ट में लिखा गया- लालू के जंगलराज में बिहार के खून से जलती थी लालटेन, सारा बिहार मातम में डूबा था, बस लालू परिवार था खुशहाल। वो भयावह 90 वाला दौर, भूलेगा नहीं बिहार! 2 दिनों के दौरे पर पहुंचेगी EC की टीम आज रात 10 बजे मुख्य निर्वाचन अधिकारी पटना पहुंचेंगे। कल सुबह 10 बजे पटना के होटल ताज में चुनाव आयोग की टीम राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकात करेगी। वहीं शाम को अधिकारियों और CS समेत DGP के साथ चुनाव आयोग की बैठक होगी। जबकि 5 अक्टूबर को राज्य निर्वाचन आयोग की टीम के साथ बैठक कर टीम वापस दिल्ली लौट जाएगी। बिहार की सियासत से जुड़े अपडेट्स जानने के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए....

दैनिक भास्कर 3 Oct 2025 10:31 am

25 तस्वीरों और VIDEO में बिहार में रावण दहन:गयाजी में बारिश के चलते पेट्रोल से जलाना पड़ा, भागलपुर में प्लास्टिक पहनाकर हुआ वध

देशभर के साथ बिहार में दशहरा धूमधाम से मनाया गया। गुरुवार को बिहार के 12 जिलों में तेज बारिश के बीच रावण दहन किया गया। राजधानी पटना के गांधी मैदान में 80 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। हालांकि, तेज बारिश के कारण रावण का सिर टूट गया था। इससे बिना सिर वाले रावण का ही वध किया गया। कहीं बारिश की संभावना को देखते हुए समय से पहले रावण दहन कर दिया गया तो कहीं बारिश के बीच रावण को जलाया गया। बिहार में रावण दहन की 25 तस्वीरें देखिए... सबसे पहले पटना के गांधी मैदान की तस्वीरें... बक्सर की तस्वीरें देखिए... गया में रावण दहन की तस्वीरें... अब देखिए औरंगाबाद की तस्वीरें.... अब आरा की तस्वीरें देखिए... अब देखिए बेगूसराय की तस्वीरें... अब देखिए समस्तीपुर की तस्वीरें... अब देखिए भागलपुर की तस्वीरें.... पूर्णिया में रावण वध की तस्वीरें... अब देखिए छपरा की तस्वीर...

दैनिक भास्कर 3 Oct 2025 5:31 am

आज अखबार नहीं, बिहार की कल की 10 बड़ी खबरें:तेजप्रताप बोले- तेजस्वी समझें राम कौन, लक्ष्मण कौन; स्टूडेंट का अपहरण, 20 लाख की लूट

आज अखबार नहीं आया है। राजनीति से अपराध तक का हर अपडेट। इस लिंक पर क्लिक करें और देखिए दिनभर की बड़ी खबरें 1. पटना में वध से पहले गिरा रावण का सिर, बिना सिर के हुआ दहन देशभर के साथ बिहार में भी कल यानी गुरुवार को दशहरा धूमधाम से मनाया गया। बिहार के 12 जिलों में तेज बारिश के बीच रावण का दहन किया गया। पटना के गांधी मैदान में बिहार के सबसे ऊंचे 80 फीट के रावण के पुतले का दहन किया गया। राम के पहुंचने से पहले तेज बारिश के कारण रावण का सिर टूट गया था। बिना सिर वाले रावण का ही गांधी मैदान में वध किया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी मौजूद रहे। वहीं, छपरा और बक्सर में बारिश की संभावना को देखते हुए समय से पहले रावण दहन किया गया। साथ ही गयाजी में भी रावण वध किया गया। पूरी खबर पढ़ें 2. तेजप्रताप बोले- तेजस्वी को बड़े भाई का सम्मान करना चाहिए पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने गुरुवार को पटना में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'तेजस्वी छोटे भाई हैं, उन्हें बड़े भाई का सम्मान करना चाहिए। समझना चाहिए कौन राम है, कौन लक्ष्मण। अपनी मर्यादा समझनी चाहिए। साथ ही अपनी बुद्धि-विवेक का इस्तेमाल करना चाहिए। हो सकता है जयचंद लोग ये सब नहीं बता रहे हों। तेजप्रताप से 2020 में कराए गए पार्टी रजिस्ट्रेशन और तेजस्वी के बयान (भैया का जिससे लगाव होता है, उसे चुनाव में खड़ा कर देते हैं) पर सवाल किया गया था। इस दौरान पूर्व मंत्री ने कहा, 'जो जलने वाले हैं, जलते रहे, मुझे तो आगे बढ़ना है। हमें जनता से जुड़ना है। पूरी खबर पढ़ें 3. दुर्गा प्रतिमा के सामने शव रखा, बोली-बेटा लौटा दो, मां दरभंगा में पूजा पंडाल में करंट लगने से 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद माता-पिता ने शव को माता की प्रतिमा के सामने रख दिया। पंडाल से एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें बच्चे की मां बेटे को जिंदा करने की गुहार लगाती दिख रही है। बच्चे के शव को मां के सामने रखकर मां रो-रोकर दोनों हाथ उठाकर दुर्गा जी गुहार लगाने लगी। वो कह रही थी, अरे मां... बेटा तो तेरे दर्शन करने आया था। तेरी पूजा करने आए थे, फिर मेरे बच्चे को क्यों छीन लिया। बेटे को लौटा दो। मेरे बेटे को जिंदा कर दो। हम कैसे रहेंगे। कैसे जिएंगे। 12 साल का अमरजीत कुमार अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। मां और बाप दोनों दिव्यांग हैं। घटना शहर के आजमनगर दुर्गा मंदिर की है। पूरी खबर पढ़ें 4. अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने मोदी, योगी पर निशाना साधा सीवान में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी, योगी और अमित शाह पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, 2014 में मोदी के भाषणों से साधु-संत और आमजन प्रभावित हुए थे। उस समय गो हत्या पर रोक और हिंदुत्व की रक्षा जैसे बड़े वादे किए गए, लेकिन सत्ता में आने के बाद किसी पर अमल नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वे गो रक्षा पीठ के मठाधीश हैं, लेकिन उनके राज्य में सबसे ज्यादा गाय काटी जा रही हैं और वे खामोश हैं। बीते 12 सालों में सनातनियों के साथ सबसे ज्यादा छल नरेंद्र मोदी ने किया है। पूरी खबर पढ़ें 5. औरंगाबाद में महिला की हत्या कर 20 लाख की लूट औरंगाबाद में बुधवार देर रात एक घर से करीब 20 लाख की लूट हुई है। बदमाशों ने घर से न सिर्फ चोरी की बल्कि विरोध करने पर एक बुजुर्ग महिला की हत्या कर दी। मृतका की पहचान अंजनी देवी (60) के तौर पर हुई है। घटना गोह थाना क्षेत्र के मीरपुर प्रयाग बिगहा गांव की है। मृतका के पति रामाधार यादव ने बताया, 'मेरे बच्चे बाहर रहते हैं। देर रात बदमाश घर में घुसे थे। मैं दूसरे कमरे में सो रहा था। चोरों ने दरवाजे की कुंडी बाहर से लगा दिया। चोरी के दौरान मेरी पत्नी की नींद खुल गई। चोर को देखकर वो चिल्लाने लगी और उसके साथ उलझ गई। पूरी खबर पढ़ें 6. पूर्णिया, गयाजी में मां की विदाई से पहले सिंदूर खेला विजयादशमी के मौके पर पूर्णिया, गयाजी समेत अन्य जिलों में बंगाली महिलाओं ने गुरुवार की शाम सिंदूर खेला। अलग-अलग शहरों में बंगाली समाज की महिलाएं दुर्गाबाड़ी में एकजुट हुईं और सुख-समृद्धि की कामना के साथ एक-दूसरे को सिंदूर लगाए। सिंदूर खेलने में दूसरे समाज की महिलाएं भी शामिल हुईं। महिलाओं ने कहा कि सिंदूर खेलने की परंपरा बंगाली समाज में काफी पुरानी है। सिंदूर खेला के जरिए हम लोग मां से सुहाग यानी अपने पति की लंबी उम्र की कामना करते हैं। पूरी खबर पढ़ें 7. दरभंगा में 6 टुकड़ों में मिली ज्वेलर की बॉडी: परिजन बोले- मर्डर कर फेंका गया दरभंगा के स्वर्ण व्यवसायी और होटल बिजनेस से जुड़े मनीष कुमार गुप्ता का शव 6 टुकड़ों में मिला है। दरभंगा-मुजफ्फरपुर फोरलेन पर मिले शव में दोनों हाथ, दोनों पैर, सिर और धड़ अलग-अलग हैं। परिजन इसे हत्या बता रहे हैं। वहीं पुलिस हत्या और हादसे में मौत में उलझी है। 50 साल के मनीष गुप्ता नगर थाना क्षेत्र के हसनचक के रहने वाले थे। मनीष के गले से सोने की चेन और हाथ से चार-पांच अंगूठी भी गायब है। व्यवसायी की बॉडी दरभंगा-मुजफ्फरपुर को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे-27 के पास रानीपुर में बुधवार शाम को मिली। पूरी खबर पढ़ें 8. दशहरे पर भाई ने की भाई की हत्या गयाजी में दशहरे पर शराब पार्टी में एक युवक की हत्या कर दी गई। पुलिस की माने तो मृतक की हत्या उसके चचेरे भाई राजेश ने की है। दोनों के बीच प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था। भाई ने पहले दीपक को शराब पार्टी के लिए बुलाया फिर 4 गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। मर्डर के बाद आरोपी राजेश खुद शेरघाटी थाने पहुंचा और वारदात की पूरी जानकारी देते हुए अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने कहा कि मैंने ही अपने चचेरे भाई की गोली मारकर हत्या की है। पूरी खबर पढ़िए 9. औरंगाबाद में अगवा कर इंजीनियरिंग के स्टूडेंट की पिटाई औरंगाबाद में बदमाशों ने इंजीनियरिंग के एक छात्र का अपहरण कर उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी। पिता से फिरौती के तौर पर 5 लाख रुपए की डिमांड की। इसके बाद अधमरे हालात में घर से 15 किलोमीटर दूर सड़क किनारे झाड़ी में फेंक दिया। बदमाशों ने अंबा थाना क्षेत्र के बभंडी-चिल्हकी गांव के बीच से अपहरण किया था। छात्र को डायल 112 की टीम ने नबीनगर के मांझियांवा गांव से गुरुवार की सुबह बरामद किया। पहले रेफरल अस्पताल में एडमिट कराया। वहां से डॉक्टरों ने सदर अस्पताल भेज दिया। पूरी खबर पढ़ें 10. कैमूर में स्कॉर्पियो-कंटेनर में टक्कर, महिला समेत 3 की मौत कैमूर में गुरुवार सुबह सड़क हादसे में एक महिला समेत 3 लोगों की मौत हो गई। 7 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को पास के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में भर्ती कराया गया, जहां से सभी को सदर अस्पताल रेफर किया गया है। जानकारी के अनुसार, 100 की स्पीड में आ रही स्कॉर्पियो ने सड़क किनारे खड़े कंटेनर को पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि स्कॉर्पियो के परखच्चे उड़ गए। गाड़ी में 10 लोग सवार थे। सभी उसमें ही फंस गए। पूरी खबर पढ़िए

दैनिक भास्कर 3 Oct 2025 5:25 am

बेगूसराय में विजय चौधरी बोले- रावण कौन, जनता तय करेगी:मंत्री ने कहा- याद कीजिए, 20 साल पहले बिहार में क्या स्थिति थी

जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि बिहार का लगातार विकास हो रहा है। यातायात से लेकर के सभी सुविधाओं का विस्तार हो रहा है। विजयादशमी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। राम भगवान ने आज रावण का नाश किया था। उसके प्रतीक में रावण वध होता है। रावण समाज की बुराइयों का प्रतीक है। हम लोग आज कामना करते हैं कि बिहार से जितने भी सामाजिक बुराइयां हैं, वह सब समाप्त हो जाए। जिससे कि बिहार तेजी से आगे बढ़े, सरकार की परिभाषा है कि नया माहौल बने। बोले- याद कर लीजिए तो समझ जाएंगे कि रावण कौन है राजद द्वारा बिहार की सरकार को रावण की संज्ञा देते हुए इसके संहार की बात कहे जाने पर विजय चौधरी ने कहा कि जनता तय करती है कि कौन रावण है और कौन राम है। हम समझते हैं कि सभी लोग महसूस कर रहे हैं कि आज से 20 साल पहले की क्या स्थिति है। दूसरे जगह की बात छोड़ दीजिए इस बेगूसराय की क्या स्थिति थी। याद कर लीजिए तो समझ में आ जाएगा कि रावण राज कौन है और रामराज कौन है। विधानसभा चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि सबको लग चुका है कि फिर क्या होने वाला है। विपक्ष के नेता भी यह भी नहीं कर सकते हैं कि बिहार में काम नहीं हुआ है। सरकार की नीति और विकास को विपक्षी पार्टी भी नकार नहीं सकता है। किसी विपक्ष दल में यह दम नहीं जो कहे की विकास नहीं हुआ है। सरकार का काम है कि जनता का विश्वास मिला है तो विकास करें। विकास होता है तभी तो जिंदगी में खुशहाली आती है। बेगूसराय सहित पूरे बिहार में बड़े-बड़े शोरूम खोल रहे हैं। उद्यमी और निवेशक का विश्वास नीतीश कुमार की सरकार में बढ़ा है।

दैनिक भास्कर 2 Oct 2025 5:16 pm

भिवानी में छत से गिरा मिस्त्री:अस्पताल पहुंचने से पहले मौत; 4 बच्चों का पिता, बिहार के बेगूसराय का रहने वाला

भिवानी के शांति नगर में टाइल लगाने वाला मिस्त्री छत से गिर गया। जिसके कारण घायल को उपचार के लिए अस्पताल में लाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक 4 बच्चों के पिता था। इधर, मामले की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। बिहार के बेगूसराय निवासी कैलाश महतो ने बताया उनके भतीजा बेगूसराय निवासी गांव खंजापुर अमरजीत कुमार भिवानी चिरंजीव कॉलोनी में रहते हैं। बुधवार शाम को उसका भतीजा शांति नगर में काम कर रहा था। जो छत से गिर गया। लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तीन बेटी व एक बेटा था अमरजीत की उम्र करीब 28 वर्ष दी। जिसके चार बच्चे थे, जिनमें से तीन बेटियां और एक बेटा है। उन्होंने सरकार से गुहार लगाई कि परिवार की सहायता करे और मकान मालिक भी मदद करे। बच्चों व पत्नी की मदद के लिए समाधान किया जाए। अमरजीत पिछले करीब 4-5 साल पहले यहां पर मजदूरी के लिए आया था। इत्फाकिया कार्रवाई की जांच अधिकारी ASI कुलदीप ने बताया कि बुधवार को सूचना मिली थी कि टाइल लगाने का मिस्त्री अमरजीत था। जिसकी छत से गिरने से मौत हो गई। उसके चाचा कैलाश महतो की शिकायत पर इत्फाकिया कार्रवाई की गई है।

दैनिक भास्कर 2 Oct 2025 2:14 pm

नालंदा में बिहार पुलिस के अभ्यर्थी की संदिग्ध मौत:फिजिकल की तैयारी करने स्टेडियम गया था, अचानक अचेत होकर गिर पड़ा

नालंदा में एक युवक की संदिग्ध हालत में मौत हो गई। सिपाही भर्ती के लिए तैयारी करता था। मृतक की पहचान डुमरावां गांव के रहने वाले बलराम प्रसाद के पुत्र चंदन कुमार(21) के तौर पर हुई है। घटना दीपनगर थाना क्षेत्र के दीपनगर स्टेडियम की है। प्रत्यक्षदर्शी संजीव कुमार ने बताया कि स्टेडियम में पुलिस भर्ती के अभ्यर्थी समेत अन्य लोग दौड़ लगा रहे थे। तभी अचानक चंदन कुमार जमीन पर गिरा मिला। जिसकी पहचान कर इस बात की सूचना उसके घर वालों को दी गई। इस बीच उसे पम्पिंग भी की गई। इसके बाद आनन-फानन में बिहार शरीफ के एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर मौजूद नहीं थे। तुरंत दूसरे क्लीनिक लेकर गए जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद डेड बॉडी को मॉडल अस्पताल लेकर आ गए। ब्रेन हेमरेज या हार्ट अटैक से मौत की आशंका है। घर में मचा कोहराम परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव लेकर घर चले गए। चंदन दो भाई और एक बहन में सबसे छोटा था। बिहार पुलिस कांस्टेबल के एग्जाम में उसका रिजल्ट हो गया था। फिजिकल की तैयारी करने दीपनगर स्टेडियम जाया करता था। मौत की सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया। परिवार के सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

दैनिक भास्कर 2 Oct 2025 10:16 am

राहुल की यात्रा का पहला दौर कामयाब : मगर असली लक्ष्य है बिहार जीतना

राहुल की बिहार यात्रा का पहला दौर खतम हो गया। दूसरा दौर जब भी शुरू हो मगर उससे पहले ही वोट चोरी पूरे देश में मुद्दा बन गई

देशबन्धु 1 Sep 2025 3:47 am

राहुल गांधी ने बिहार मतदाता सूची से बच्चों के नाम कटने का दावा नहीं किया

बूम ने पाया कि वायरल ग्राफिक में राहुल गांधी के हवाले से वायरल हो रहा कोट फर्जी है. राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार की मतदाता सूची से बच्चों के नाम काटे जाने से संबंधित कोई दावा नहीं किया था.

बूमलाइव 26 Aug 2025 4:36 pm

राहुल की भारत एक खोज पार्ट टू यात्रा से बिहार यात्रा तक की कहानी

राहुल अच्छे यात्री हैं। सफल। मगर दफ्तर में भी कोई होना चाहिए। सब व्यवस्था बनाए रखने के लिए

देशबन्धु 25 Aug 2025 6:39 am

चुनाव आयोग पर बिहार में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने की साजिश का आरोप

बिहार के कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग के अधिकारियों ने मतदाताओं के सत्यापन की समुचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया और वे जिन प्रमाणपत्रों की मांग कर रहे हैं, वे लोगों के पास हैं ही नहीं।

देशबन्धु 28 Jul 2025 2:50 am

चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत, बिहार में जारी रहेगा वोटर लिस्ट रिवीजन, 28 जुलाई को अगली सुनवाई

बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हुई सुनवाई में कोर्ट ने रिवीजन प्रक्रिया पर रोक लगाने से इनकार कर दिया

देशबन्धु 10 Jul 2025 3:06 pm

पीएम उषा अभियान के तहत बिहार को 600 करोड़ रुपए देगी मोदी सरकार, नीतीश कैबिनेट ने खोला बंद रास्ता

बिहार में पीएम उषा अभियान को लागू करने के प्रस्ताव को नीतीश कुमार सरकार की मंजूरी के बाद राज्य में उच्च शिक्षा के विकास के लिए केंद्र से अगले दो साल में 600 करोड़ रुपए मिलने का रास्ता खुल गया है।

लाइव हिन्दुस्तान 15 Jul 2024 3:14 pm

Success Story: यूपीएससी ही नहीं, और भी कई बड़े एग्जाम किए पास, जानिए बिहार के प्रिंस कुमार की अनोखी स्टोरी

बिहार के प्रिंस कुमार सिंह ने यूपीएससी आईएफएस परीक्षा में 15वीं रैंक प्राप्त की है। इसके अलावा उन्होंने और भी कई बड़े एग्जाम को पास किया हुआ है। जानिए जानते प्रिंस कुमार की कहानी जिन्होंने अपने आर्थिक

लाइव हिन्दुस्तान 9 Jul 2024 7:04 pm

इंटरफेथ मैरिज करने पर सोनाक्षी-जहीर के खिलाफ बिहार में निकाले गए प्रोटेस्ट मार्च, शत्रुघ्न बोले- 'कहने वाले अगर बेकार...'

बॉलीवुड के मशहूर स्टार कपल सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल 7 वर्ष की डेटिंग के बाद अब पति-पत्नी बन चुके हैं। दोनों की शादी इस वक़्त टॉक ऑफ द टाउन है। सोनाक्षी और जहीर अलग धर्म से हैं। ऐसे में ना उन्होंने निकाह किया तथा ना ही फेरे लिए, बल्कि सादगी से रजिस्टर मैरिज की एवं फिर रिसेप्शन पार्टी रखी। अलग धर्म में शादी करने पर सोनाक्षी एवं जहीर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है। ट्रोलिंग के कारण दोनों को अपने वेडिंग पोस्ट का कमेंट सेक्शन तक बंद करना पड़ा। मगर बात तब हद से ज्यादा तब बढ़ गई, जब इंटरफेथ मैरिज करने पर सोनाक्षी एवं जहीर के खिलाफ बिहार के गांव में प्रोटेस्ट मार्च निकाले गए। रिपोर्ट के अनुसार, सोनाक्षी के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन 'हिंदू शिव भवानी सेना' नाम की एक संगठन द्वारा आयोजित किया गया था। जहीर संग शादी पर बेटी सोनाक्षी की हो रही ट्रोलिंग पर अब शत्रुघ्न सिन्हा ने चुप्पी तोड़ी है तथा हेटर्स को जवाब दिया है। अपने एक इंटरव्यू के चलते शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा- आनंद बक्शी साहब ने इस तरह के प्रोफेशनल प्रोटेस्टर्स के बारे में लिखा है- कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना। इसमें आगे जोड़ना चाहूंगा कि कहने वाले अगर बेकार, बेकाम-काज के हों तो बोलना ही उनका काम बन जाता है। मेरी बेटी ने कुछ भी ऐसा नहीं किया जो गैरकानूनी एवं संविधान के खिलाफ है। सोनाक्षी-जहीर की शादी पर शत्रुघ्न सिन्हा ने आगे कहा- शादी दो लोगों के बीच का एक बहुत ही व्यक्तिगत फैसला है। इसमें किसी को भी बीच में दखल देने या कमेंट करने का हक नहीं होता। विरोध प्रदर्शन करने वालों को मैं यही बोलना चाहता हूं- अपनी जिंदगी पर ध्यान दो। जिंदगी में कुछ अच्छा करो। इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहना। बता दें कि शत्रुघ्न सिन्हा ने खुशी-खुशी अपनी इकलौती बेटी की शादी की है। उन्होंने दामाद जहीर को भी अपना आशीर्वाद दिया है। रिलीज हुआ श्रद्धा कपूर-राजकुमार राव की स्त्री 2 का टीजर, इस अवतार में नजर आए स्टार्स किशोर कुमार के गानों पर बैन, मनोज कुमार-देव आनंद की फिल्मों पर रोक..! बॉलीवुड पर भी पड़ा था 'इमरजेंसी' का बुरा असर सामने आई कंगना रनौत की इमरजेंसी की रिलीज डेट, जानिए किस दिन आ रही है इंदिरा गांधी की बायोपिक?

न्यूज़ ट्रॅक लाइव 25 Jun 2024 5:05 pm

Film wrap: तीसरी बार PM बने नरेंद्र मोदी, शाहरुख-अक्षय रहे मौजूद, बिहार की लड़की कैसे बनी TV की हीरोइन?

फिल्म रैप में जानिए कि रविवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. 9 जून 2024 का दिन एतिहासिक रहा. पीएम नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार पीएम बनने की शपथ ली. इस दौरान शाहरुख खान से लेकर अक्षय कुमार भी मौजूद रहे.

आज तक 9 Jun 2024 8:06 pm

परेशान होकर छोड़ी इंडस्ट्री, सालों बाद किया कमबैक, बिहार की लड़की कैसे बनी हीरोइन?

टेलीविजन के पॉपुलर शो उडारियां 15 साल का लीप लेने जा रहा है. लीप के बाद शो एक नई कहानी और स्टारकास्ट के साथ दर्शकों को एंटरटेन करने आ रहा है. लीप से पहले उडारियां में आशमा का रोल निभाने वाली अदिति भगत ने आजतक संग बातचीत की और शो को लेकर कई सारी बातें शेयर कीं.

आज तक 8 Jun 2024 11:00 am

बिहार सीईटी बीएड : पांच साल में सबसे ज्यादा आवेदन आए, इस तारीख से आएंगे एडमिट कार्ड

Bihar CET B.Ed:महिलाओं के लिए अलग एवं पुरुषों के लिए अलग परीक्षा केंद्र होंगे। अभ्यर्थी 17 जून से अपना एडमिट कार्ड वेबसाइटwww. biharcetbed- lnmu. inपर लॉगइन कर डाउनलोड कर सकेंगे।

लाइव हिन्दुस्तान 7 Jun 2024 6:56 am

बीएसईबी बिहार बोर्ड से संबद्ध और एनसीटीई से मान्यता प्राप्त डीएलएड संस्थानों की सूची जारी

Bihar D.El.Ed: बिहार बोर्ड ने डीएलएड प्रवेश परीक्षा 2024 की आंसर की जारी करने के एक दिन बाद अब राज्य में मौजूद सरकारी व निजी डीएलएड प्रशिक्षण संस्थानों की सूची भी जारी कर दी है। डीएलएड में दाखिला लेने

लाइव हिन्दुस्तान 23 May 2024 7:21 pm

Bihar DElEd Answer Key 2024: आंसर की जारी, ऐसे दर्ज करें ऑब्जेक्शन, देखें डायरेक्ट लिंक

बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने बिहार डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (DElEd) परीक्षा 2024 की आंसर की जारी की। जो उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए हैं, वे आधिकारिक वेबसाइट- biharboardonline.b

लाइव हिन्दुस्तान 21 May 2024 7:31 pm

Bihar STET : बिहार एसटीईटी का कार्यक्रम जारी, पेपर-1 की परीक्षाएं 18 से 29 मई तक, ऐसे डाउनलोड करें अपना एडमिट कार्ड

Bihar STET: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शनिवार को माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा (एसटीईटी)-2024 (प्रथम) परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। पेपर-1 के विभिन्न विषयों की परीक्षा 18 से 29 मई तक होगी।

लाइव हिन्दुस्तान 12 May 2024 5:30 am

CSBC Bihar Police Constable Exam: क्या जारी हो चुकी हैं रिवाइज्ड तारीखें, पढ़ें अपडेट

CSBC Bihar Police Constable exam dates: बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा की नई तारीखों का इंतजार है। परीक्षाएं 1, 7 और 15 अक्टूबर को निर्धारित की गई थीं, जिन्हें रद्द व स्थगित कर दिया गया था। आइए

लाइव हिन्दुस्तान 10 May 2024 7:15 pm