हरियाणा के हिसार के पावर लिफ्टर लक्षय कुंडू ने नॉर्वे के ड्रमेन शहर में आयोजित विश्व बेंच प्रेस चैंपियनशिप 2025 में भारत के लिए इतिहास रच दिया। उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया और इसके साथ ही कॉमनवेल्थ और एशियाई रिकॉर्ड तोड़कर नया कीर्तिमान स्थापित किया। वे खैरी गांव के रहने वाले है। 18 से 24 मई तक चली इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में दुनिया भर के शीर्ष एथलीटों ने भाग लिया, लेकिन लक्षय कुंडू का दबदबा सबसे अलग रहा। उनके प्रदर्शन के तीनों चरण रहे उल्लेखनीय: पहला प्रयास में 170 किलोग्राम, दूसरा प्रयास में 177.5 किलोग्राम (पिछला एशियाई रिकॉर्ड 176 किग्रा को तोड़ा) और तीसरा प्रयास में 182.5 किलोग्राम (नया कॉमनवेल्थ और एशियाई रिकॉर्ड) उठाया। इसी के साथ लक्षय कुंडू विश्व बेंच प्रेस चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। यह जीत पूरे भारत की है- लक्षय कुंडूखुशी से झूमते हुए लक्षय ने कहा, “यह पदक केवल मेरा नहीं है, यह मेरे देश, मेरे कोच श्री राजेश दुहान, और मेरे माता-पिता का है। जिन्होंने हर पल मेरा मार्गदर्शन किया और मुझे विश्वास दिलाया कि मैं यह कर सकता हूं।” लक्षय पिछले दो वर्षों से स्पार्टन पावर लिफ्टिंग अकादमी, फव्वारा चौक, हिसार में ट्रेनिंग कर रहे हैं। उनके कोच राजेश दुहान देश के जाने-माने पावरलिफ्टिंग कोच हैं, जिनकी देखरेख में कई युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चमक रहे हैं। सैन्य अनुशासन ने दी मजबूतीलक्षय के पिता राजेश कुमार भारतीय सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं, जबकि उनकी माता निर्मल देवी एक आदर्श गृहिणी हैं। लक्षय ने बताया, “मेरे पिता का अनुशासन और मां का स्नेह ही मेरी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने मुझे कभी हार मानना नहीं सिखाया।”
हरियाणा के पानीपत शहर में मॉडल टाउन में रहने वाली सीमा कुमार उर्फ सिम्मी शहरिया ने इतिहास रच दिया है। सिम्मी ने अम्मान जॉर्डन में आयोजित 9वीं एशियाई सीनियर जीजूत्सु चैंपियनशिप में भारतीय टीम के लिए कांस्य पदक अर्जित किया है। सिम्मी शहरिया के फिटनेस कोच प्रवीण नांदल ने बताया कि इस प्रतियोगिता के लिए सिम्मी का चयन ट्रायल 27 अप्रैल हल्द्वानी में बेहतरीन प्रदर्शन के आधार और राष्ट्रीय रैंकिंग को देखते हुए किया गया था। नांदल ने बताया कि सिम्मी मॉडल टाउन में पिछले 2 साल से कोच संजीव तोमर की देखरेख में कड़ा अभ्यास कर रही हैं। आर्थिक कारणों के चलते पहले नहीं जा पाई थी प्रतियोगिता में गौरतलब हैं कि सीमा कुमारी मूल रूप से पठानकोट की निवासी है। सिम्मी शहरिया ने अम्मान जॉर्डन में आयोजित एशियन जीजूत्सु सीनियर चैंपियनशिप 70 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीत कर अपना लोहा मनवाया है। इस प्रतियोगिता में सिम्मी के साथ 45 सदस्यीय दल ने भी प्रतिभागिता की। जिसमें भारतीय टीम ने हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर 2 गोल्ड, 7 रजत, 10 कांस्य पदकों पर कब्जा जमाकर एशिया के अंदर 9वीं रैंकिंग हासिल की है। सिम्मी ने पहला मैच थाईलैंड, दूसरा फिलीपींस, तीसरा चीनी ताइपे से खेला। जिसमें सिम्मी को एशिया महाद्वीप में तीसरी रैंकिंग हैं। इसके साथ ही सिम्मी ने अगले वर्ष जापान में आयोजित होने वाली एशियन गेम्स के लिए अपने कदम बढ़ा दिए। सिमी के कोच संजीव तोमर ने बताया कि सिम्मी इस से पहले कई बार अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के चयनित हो चुकी थी। लेकिन आर्थिक कारणों के चलते जा नहीं सकी।
एशियाई एथलेटिक्स : गुलवीर सिंह ने जीता स्वर्ण, सेबेस्टियन को मिला कांस्य पदक
बैंकॉक, 27 मई . भारत ने मंगलवार को बैंकॉक में एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की, जिसमें राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक गुलवीर सिंह ने पुरुषों की 10,000 मीटर स्पर्धा में देश के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतकर बढ़त बनाई. इससे पहले दिन में, सर्विन सेबेस्टियन ने पुरुषों की 20 किमी पैदल ... Read more
एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन आज से साउथ कोरिया में हो रहा है। इस चैंपियनशिप में मेरठ की तीन बेटियाें रूपल, अन्नू और पारुल से बड़ी उम्मीदें हैं। एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 59 सदस्यीय भारतीय टीम प्रतिभाग करेगी। प्रतियोगिता में मेरठ से तीन महिला एथलीट हिस्सा ले रही हैं। इनमें 3000 मीटर स्टीपल चेज में पारुल चौधरी, 4 गुणा 400 मीटर रिले रेस में रूपल और भाला फेंक में अन्नू रानी प्रतिभाग करेंगी। प्रतियोगिता को लेकर रूपल और अन्नू साउथ कोरिया पहुंच चुकी हैं। तीनों खिलाड़ियों से पदक की उम्मीद है। पारुल ने हाल ही में दोहा में आयोजित डायमंड लीग में 3000 मीटर स्टीपल चेज में नेशनल रिकार्ड बनाया है। अन्नू, रानी और पारूल चौधरी ने वर्ष 2023 एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीतकर मेरठ समेत पूरे देश का नाम रोशन किया था। रूपल चौधरी कई नेशनल व इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करके देश का नाम रोशन कर चुकी हैं। रूपल ने हाल ही में कोच्चि में चल रहे राष्ट्रीय खेलों में भी 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता था। अन्नू रानी ने भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर मेरठ का नाम रोशन किया था। पारुल चौधरी के करियर पर नजर स्वर्ण पदक –प्रथम स्थान 2023 एशियन गेम्स 5000 मी. -रजत पदक –दूसरा स्थान 2023 एशियन गेम्स 3000 मीटर स्टीपलचेज -स्वर्ण पदक- एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 बैंकाक -कांस्य पदक-एशियन चैंपियनशिप 2018 बैंकाक -अर्जुन अवॉर्ड-2023-रानी लक्ष्मीबाई अवॉर्ड-2023-2024 ओलंपिक खेलों में प्रतिभाग अन्नू रानी के करियर पर नजर 2023- एशियन गेम्स में 62.92 मीटर दूरी तय कर स्वर्ण पदक जीता। 2021 - टोक्यो ओलंपिक में प्रतिभाग। -2024 ओलंपिक खेलों में प्रतिभाग-2022- बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक -2019 - वर्ल्ड चैंपियनशिप में फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला का रिकॉर्ड। -2019 - एशियन चैंपियनशिप में रजत पदक। -2017 - एशियन चैंपियनशिप में कांस्य पदक। -2016 - साउथ एशियन गेम्स में रजत पदक। -2014 - एशियन गेम्स में कांस्य पदक। रूपल चौधरी के करियर पर नजर -2022 में विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 4x400 मीटर रिले में रजत पदक और 400 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीता था। -विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय -राष्ट्रीय अंडर-20 फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक -जापान में एशियाई रिले चैंपियनशिप में रजत पदक -28 फेडरेशन कप 2025 में स्वर्ण पदक
कमजोर एशियाई संकेतों के बीच लाल निशान में खुला भारतीय शेयर बाजार
मुंबई, 27 मई . कमजोर एशियाई संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार मंगलवार को लाल निशान में खुला. शुरुआती कारोबार में आईटी, ऑटो, फाइनेंशियल सर्विस और फार्मा सेक्टर में बिकवाली दर्ज की गई. सुबह करीब 9.28 बजे, सेंसेक्स 747.69 अंक या 0.91 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,428.76 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी ... Read more
सीहोर के बिलकिसगंज के मोहन पाराशर 27 से 31 मई तक कतर के दोहा में होने वाली मास्टर्स वेट लिफ्टिंग एशियन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। 65 वर्षीय पाराशर 89 किलोग्राम वर्ग में 65-69 आयु वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे। पाराशर मध्य प्रदेश के एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्हें इस प्रतियोगिता के लिए चुना गया है। वे पिछले 50 सालों से वेट लिफ्टिंग में सक्रिय हैं। उनकी दिनचर्या में अब भी सुबह 3 घंटे और शाम को 1 घंटे का अभ्यास शामिल है। 13 साल की उम्र से शुरू हुआ सफर 13 साल की उम्र में जिला स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने से शुरू हुआ उनका सफर आज तक जारी है। पाराशर ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया कॉमनवेल्थ, मार्च 2023 में न्यूजीलैंड के ऑकलैंड में मास्टर्स वर्ल्ड कप और नवंबर 2023 में ग्रीस के एथेंस में अंतरराष्ट्रीय मास्टर्स वेटलिफ्टिंग में स्वर्ण पदक जीते हैं। वेटलिफ्टिंग में भारत के लिए लगातार जीत रहे मेडलहाल ही में जर्मनी में हुई अंतरराष्ट्रीय वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी उन्होंने भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। उनकी उपलब्धियों को देखते हुए रविवार को स्थानीय खेल प्रेमियों ने ढोल-बाजों के साथ उनकी विदाई की। पाराशर के पास अब तक तीन विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं और दो कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में जीते स्वर्ण पदक हैं।
मनोरंजन जगत से सामने आई बेहद दुखद खबर! Asia की सबसे बड़ी फिल्म सिटीके संस्थापकRamoji Rao का हुआ निधन
Cannes Film Festival 2024 : सिनेमैटोग्राफी के लिए पुरस्कार पाने वाले पहले एशियाई बनें संतोष सिवन
Cannes Film Festival 2024: बॉलीवुड के जानेमाने फिल्म सिनेमैटोग्राफर और निर्देशक कान फिल्म फेस्टिवल में सिनेमैटोग्राफी के लिए पुरस्कार पाने वाले पहले एशियाई बन गए हैं। संतोष सिवन को 77वें कान फिल्म फेस्टिवल 2024 में 'सिनेमैटोग्राफी' में प्रतिष्ठित ...