कनाडा तुम्हारा प्ले ग्राउंड नहीं, रेस्टोरेंट कैप्स कैफे पर फायरिंग के बाद कपिल शर्मा को मिली धमकी
मशहूर कॉमेडियन-एक्टर कपिल शर्मा के रेस्टोरेंट 'कैप्स कैफे' पर बीते गुरुवार को गोलीबारी की घटना हुई। हाल ही में खुले इस रेस्टोरेंट पर हमले की जिम्मेदारी खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरजीत सिंह लड्डी ने ली है। सोशल मीडिया पर फायरिंग का वीडियो भी वायरल हो ...
बॉर्डर 2 से सनी देओल का दमदार लुक आया सामने, फिल्म की शूटिंग को लेकर दी अपडेट
जेपी दत्ता के निर्देशन में बनी फिल्म 'बॉर्डर' 1997 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को दर्शकों का खूब प्यार मिला था। फिल्म में सनी देओल, अक्षय खन्ना, सुनील शेट्टी, जैकी श्रॉफ समेत कई कलाकार नजर आए थे। 27 साल बाद मेकर्स ने इस फिल्म का सीक्वल 'बॉर्डर 2' का ...
सिनेमा के जरिए भारत के इतिहास को दिखाने की परंपरा लगातार बढ़ रही है। इसी कड़ी में अब गोवा के कैथोलिक मंत्री मौविन हेलियोडोरो गोडिन्हो भी एक फिल्म बनाने जा रहे हैं, जिसका नाम अयोध्या: द फाइनल आर्ग्युमेंट है। यह फिल्म अयोध्या में राम मंदिर को लेकर चले लंबे कानूनी संघर्ष पर आधारित है। इसमें दिखाया जाएगा कि यह विवाद कैसे शुरू हुआ और अंत में 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने क्या ऐतिहासिक फैसला सुनाया। सूत्रों के अनुसार, मंत्री मौविन गोडिन्हो इन दिनों प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए बॉलीवुड के फिल्म निर्माताओं और कलाकारों से मुलाकात कर रहे हैं। गोडिन्हो इस फिल्म को अलग और प्रभावशाली अंदाज में जनता के सामने दिखाना चाहते हैं। यह फिल्म तीन साल की रिसर्च पर आधारित है, जिसमें 6,700 पन्नों के कोर्ट के रिकॉर्ड और 42 किताबों का अध्ययन किया गया है। अयोध्या: द फाइनल आर्ग्युमेंट में वे सबूत दिखाए जाएंगे जिन्हें देश की सुप्रीम कोर्ट ने भी सही माना है। यह फिल्म इतिहास, आस्था, कानून और भावनाओं को मिलाकर भारत की उस अनकही कहानी को दिखाएगी, जो देश की आत्मा से जुड़ी है। कौन हैं कैथोलिक मंत्री गोडिन्हो गोवा के दाबोलिम से सात बार विधायक रहे और कैथोलिक समुदाय से आने वाले मंत्री मौविन हेलियोडोरो गोडिन्हो के पास राजनीति का अच्छा अनुभव है। वे छह मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर करीब 500 वर्षों के संघर्ष के बाद 27 वर्षों तक टेंट में विराजमान रहे रामलला को आखिरकार 2024 में अपना भव्य मंदिर मिला था। भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को हुई थी। 5 अगस्त 2020 को मंदिर का भूमिपूजन किया गया था।
ऑटिज्म और इंडियन आर्मी पर आधारित अनुपम खेर की फिल्म तन्वी द ग्रेट की खास स्क्रीनिंग शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन में हुई। इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ ही फिल्म की स्टारकास्ट भी शामिल हुई, जिनमें अनुपम खेर, बोमन ईरानी, करण टेकर और शुभांगी शामिल थे। फिल्म देखने के बाद राष्ट्रपति ने तालियां बजाकर फिल्म की तारीफ की। अनुपम खेर ने अपने इंस्टाग्राम पर स्पेशल स्क्रीनिंग की फोटोज शेयर कीं। इसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, यह हमारे लिए गर्व का सबसे बड़ा पल था कि देश की राष्ट्रपति और भारतीय सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर ने हमारी फिल्म देखी और अंत में उसकी सराहना की। यह एक सपना सच होने जैसा था। एक डायरेक्टर के तौर पर देश के सबसे बड़े पद से ऐसा समर्थन मिलना मेरे लिए सच में कुछ भी हो सकता है वाला पल है। राष्ट्रपति ने साबित कर दिया कि हमारी फिल्म की टैगलाइन अलग है पर कम नहीं बिल्कुल सही है। शुभांगी दत्त ने कहा कि हम बहुत अच्छा महसूस कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने फिल्म देखी। उन्होंने हमारे काम और फिल्म की सराहना की। हम राष्ट्रपति भवन में हैं। हम बहुत भाग्यशाली हैं। हम बहुत आभारी हैं। मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं किसी सपने में हूं। बता दें, इस फिल्म में इंडियन कलाकारों के अलावा कुछ इंटरनेशनल कलाकार भी नजर आएंगे। फिल्म में जैकी श्रॉफ, अरविंद स्वामी, बोमन ईरानी, पल्लवी जोशी, करण टैकर, नासिर, अनुपम खेर और इयान ग्लेन अहम रोल निभा रहे हैं। फिल्म से ऑस्कर विनर म्यूजिक डायरेक्टर एमएम कीरवानी और साउंड डिजाइनर रेसुल पूकुट्टी भी जुड़े हैं। फिल्म को जापान के सिनेमेटोग्राफर केइको नाकाहारा ने शूट किया है। 'तन्वी द ग्रेट' को अनुपम खेर स्टूडियोज एनएफडीसी के साथ मिलकर प्रोड्यूस कर रहा है। फिल्म के ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन का जिम्मा रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर की प्रोडक्शन कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट और अनिल थडानी की कंपनी एए फिल्म्स संभाला रही हैं। हाल ही में फिल्म को कान में दिखाया गया था, जहां इस खूब सराहा गया।
अनुपम खेर के डायरेक्शन में बनी फिल्म 'तन्वी द ग्रेट' ऑटिज्म डिसऑर्डर से पीड़ित तन्वी नाम की एक लड़की की कहानी है। डायरेक्शन के साथ-साथ अनुपम खेर ने फिल्म में एक्टिंग भी की है। ‘ओम जय जगदीश’ के बाद अनुपम 23 साल के बाद डायरेक्शन की दुनिया में लौटे हैं। अनुपम खेर ने अपनी भतीजी से प्रेरित होकर यह फिल्म बनाई है। हाल ही में अनुपम खेर और फिल्म में तन्वी की भूमिका निभा रही एक्ट्रेस शुभांगी दत्त, एक्टर करण टैकर ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। पेश है कुछ खास अंश.. सवाल- आप ऐसे लोगों की कहानी लेकर आ रहे हैं, जो समाज में हम लोगों से बहुत ऊपर हैं। इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं? जवाब/ अनुपम खेर- बहुत-बहुत शुक्रिया। जो काम सभी कर सकते हैं, उसे करने से कोई फायदा नहीं। मैंने ऐसे विषय को चुना जिसमें अपनी जिंदगी का दाव लगाना पड़े। महेश भट्ट साहब बड़ी अच्छी बात कहते हैं कि ट्रुथ और फायर को किसी चीज की जरूरत नहीं होती है। दोनों जलते हैं और रोशनी करते हैं। यही हमने इस फिल्म में करने की कोशिश की है। मैंने 28 साल की उम्र में 65 साल के बूढ़े का किरदार निभाकर अलग करने की कोशिश की थी। जब लोग सोच रहे थे कि ये क्या करेगा तब मैंने अपनी जिंदगी को बिल्कुल खुली खिताब की तरह रखा। मैं चाहता हूं कि इस फिल्म को देखने के बाद लोगों का नजरिया बदले। सवाल- करियर के शुरुआत में ही आपको चुनौतीपूर्ण भूमिका निभाने का मौका मिला है, क्या कहना चाहेंगी? जवाब/ शुभांगी दत्त- इसका पूरा श्रेय अनुपम खेर सर को जाता है। सर मुझे हमेशा से ही यह कहते आए है कि यह तुम्हारा सारांश होने वाला है। मैं इस बात से पूरी तरह से सहमत हूं। सारांश के बाद अनुपम सर ने एक साथ 40-50 फिल्में साइन की थी। अनुपम सर मुझे गाइड करते रहते हैं और बताते हैं कि उस समय का जमाना अलग था। मैंने उनसे एक्टिंग और लाइफ को लेकर बहुत सारी बातें सीखी हैं। सवाल- जब फिल्म के लिए आपका चयन हुआ तब किस तरह की फीलिंग्स थी? जवाब/ शुभांगी दत्त- मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि फिल्म के लिए सिलेक्ट हो गई हूं। घर जाकर मम्मी को बताया तो वो भगवान से प्रार्थना करने लगीं कि सब कुछ अच्छे से हो जाए। मम्मी ने कहा कि चुपचाप अपना काम करते रहना। मेरे दोस्तों को भी नहीं पता चलने पाया कि मैं फिल्म कर रही हूं। अनुपम खेर- शुभांगी ने फिल्म की शूटिंग के दौरान किसी के साथ फोटो तक नहीं खिंचवाए थे। मैं नहीं चाहता था कि कोई आकर मुझसे कहे कि शुभांगी मिली और हमने फोटो खिंचवाई। शुभांगी ने इस बात का पूरी तरह से ख्याल रखा। मुझे लगता है कि एक्टर को कुछ त्याग करना बहुत जरूरी होता है। इनकी मेहनत, त्याग और जद्दोजहद काम आई। मैंने इनको जिस दिन स्क्रिप्ट सुनाई क्लाइमेक्स सुनकर रोने लगी थीं। मैं भी रो रहा था। वह बहुत ही मैजिकल मोमेंट्स था। सवाल- करण आपको इस फिल्म में क्या खास बात नजर आई? जवाब/करण टैकर- जब सर ने मुझे फिल्म की कहानी सुनाई थी तब मैंने सोच लिया कि इस फिल्म का हिस्सा हर हाल में बनना है। इस फिल्म में भले ही छोटा, लेकिन बहुत ही महत्वपूर्ण किरदार है। एक बार अनुपम सर से नीरज पांडे के ऑफिस में मुलाकात हुई थी। तभी से सर के साथ काम करने की ख्वाहिश थी। आज मेरी खुशकिस्मती है कि सर के साथ उनके डायरेक्शन में काम करने का मौका मिला। सवाल- शुभांगी आप का किरदार निभाने का प्रोसेस क्या था? जवाब/ शुभांगी दत्त- मैंने इस फिल्म में ऑटिज्म डिसऑर्डर से पीड़ित लड़की का किरदार निभाया है। जब से इस किरदार के लिए ऑडिशन दिया। इसे समझने के लिए गूगल पर रिसर्च करती थी। मैंने देखा कि हर कोई अलग है। फिर अनुपम सर से पूछा कि इस किरदार को निभाने के लिए मैं क्या करूं। उन्होंने कहा कि तुम अभी रियल तन्वी से मिलने जा रही हो। तुम्हें सिर्फ तन्वी को ऑब्जर्व करना है। बाकी सब हो जाएगा। मैं 15 दिनों तक तन्वी के साथ रही और उसके हाव भाव को ऑब्जर्व करती रही, इससे किरदार को समझने में बहुत मदद मिली। सवाल- करण आप का क्या प्रोसेस था? जवाब/करण टैकर- मैं अनट्रेंड एक्टर हूं। मेरे लिए स्क्रिप्ट ही टेक्स्टबुक बन जाती है। मैं देखता हूं कि राइटर ने कहानी को कैसे बताने की कोशिश की है। मैं डायलॉग बोलते समय लाइंस चेंज नहीं करता, क्योंकि राइटर ने बहुत सोचकर वह लाइंस लिखी होगी और किरदार गढ़े होंगे। सवाल- अनूप जी, ऐसा क्या हुआ उस दिन जब आपने अपनी भतीजी तन्वी को देखकर 23 साल के बाद राइटिंग और डायरेक्शन के बारे में सोची? जवाब/अनुपम खेर- जब हमारी बहन ने बताया कि उनकी बेटी ऑटिज्म है, तब समझ में नहीं आया था। मैं जब भी उससे मिलता था वह गाती रहती है। मैं अगर उसे कोई गाना सुनाने के लिए कहता था तो तुरंत शुरू हो जाती थी। एक दिन भाई की बेटी की शादी में देखा सब लोग अपनी मस्ती में नाच गा रहे हैं। तन्वी उन सबसे दूर पहाड़ को देखकर रही थी। तब वह 13 साल की थी। मैंने पूछा कि क्या देख रही हो? उसने कहा कि अपनी दुनिया देख रही हूं। उसकी बात मुझे बहुत भारी लगी। सोचने लगा कि उसकी क्या दुनिया होगी, किसे देख रही होगी? वहीं से इस फिल्म की कहानी का जन्म हुआ। सवाल- अनुपम जी, न्यूयॉर्क फिल्म फेस्टिवल में फिल्म को काफी सराहना मिली। हॉलीवुड एक्टर रॉबर्ट डि नीरो ने फिल्म की काफी तारीफ की है। शाहरुख, अनिल कपूर और प्रभास जैसे सितारे फिल्म की तारीफ कर रहे हैं, क्या कहना चाहेंगे? जवाब/अनुपम खेर- मुझे सलीम खान का लिखा एक डायलॉग याद आता है। उन्होंने एक फिल्म में लिखा था- सच्चाई वो दीया है, जिसको पहाड़ की चोटी पर भी रख दो, बेशक वो रोशनी कम करे, लेकिन बहुत दूर से दिखाई देती है। यह फिल्म वो दीया है। जिसको पहाड़ की चोटी पर रख दें, तो अभी भले ही रोशनी कम दे, लेकिन दिखाई बहुत देगा। सच्चाई का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। लोगों ने कहीं भी फिल्म देखी हो, इसका बेसिक आइडिया सच्चाई थी। सच्चाई दिल को हमेशा टच करती है। यही इस फिल्म की ताकत है। सवाल- शुभांगी आप कैसा फील कर रही हैं? जवाब/ शुभांगी- अभी तो मेरी रातों की नींद उड़ गई है। मुझे भूख नहीं लग रही है। रॉबर्ट डि नीरो सर ने मेरे बगल में बैठकर फिल्म देखी थी। मेरा ध्यान बिल्कुल भी फिल्म देखने में नहीं था। सोच रही थी कि फिल्म देखने के बाद सबकी क्या प्रतिक्रिया होगी। फिल्म देखने के बाद सभी लोग मुझे बधाई दे रहे थे। मेरे लिए बहुत ही अलग दुनिया थी। अनुपम खेर- जब शुभांगी ने पहली बार टाइम्स स्क्वायर पर अपना पोस्टर देखा तो पगला गईं थीं। शूटिंग के दौरान इंटरव्यू देने के लिए बहुत रिहर्सल करती थीं। आज यह देखकर बहुत गर्व होता है कि शुभांगी ने बहुत अच्छा काम किया है। फिल्म में एक सीन है जिसमें तन्वी, अरविन्द स्वामी के पास जाती हैं और कहती हैं कि एक जगह जा रहीं हूं, तो वहां क्या करना है? वो कहते हैं कि तुम्हारी ताकत ही ईमानदारी है। जवाब ईमानदारी से देना।
मॉर्डन फार्मिंग पर बनी वेब सीरीज ‘मिट्टी एक नई पहचान’ Amazon MX Player पर रिलीज हो चुकी है। हाल ही में इस सीरीज को लेकर स्टार कास्ट इश्वाक सिंह, श्रुति शर्मा और राइटर निखिल सचान ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। इश्वाक सिंह ने बताया कि मॉर्डन फार्मिंग का कॉन्सेप्ट अब वैश्विक स्तर पर शुरू हो चुका है। पिछले कुछ समय से लोग अपनी जड़ों से जुड़ रहे हैं। श्रुति शर्मा मानती है कि सीरीज में उनका कृषि अधिकारी का किरदार अब निभाए गए किरदारों से काफी अलग है। निखिल सचान ने बताया कि मॉर्डन फार्मिंग से बहुत सारे किसानों की भी जिंदगी बदली। सवाल-निखिल, इस विषय पर कहानी लिखने की प्रेरणा कहां से मिली? जवाब- कोविड की दूसरी लहर के समय लिखना शुरू किया था। उस समय बहुत सारी कहानियां पढ़ रहा था। जिसमें ऐसी खबरें आ रही थी कि कई लोग अमेरिका से जॉब छोड़कर खेती करने आ रहे हैं। इंडिया में भी सॉफ्ट इंजीनियरिंग का जॉब छोड़कर खेती करने लगे। यह देखकर बहुत ताज्जुब हुआ कि कैसे डेढ़ करोड़ के पैकेज की नौकरी छोड़कर लोग खेती कर रहे है। जब मैंने इसपर रिसर्च किया तब पता चला कि कोविड के दौरान उन्हें एहसास हुआ कि जिंदगी में सुकून नहीं है। इसलिए अपनी जड़ों के पास लौट रहे थे। मॉर्डन फार्मिंग से कुछ लोगों ने ना सिर्फ अपनी जिंदगी बदली बल्कि बहुत सारे किसानों की भी जिंदगी बदली। 3-4 सालों से साइलेंट रेवुलेशन शुरू हुआ है। सवाल- इश्वाक आप इस साइलेंट रेवुलेशन को किस तरह से देखते हैं? जवाब- हम अपनी जड़ों की तरफ लौट रहे हैं। हम भले ही बड़े-बड़े शहरों में रह रहे हैं, लेकिन हमारी जड़ें तो गांव से ही जुड़ी हुई हैं। मुझे अपने जीवन में यह बहुत बड़ी कमी लगती है, क्योंकि मेरा जुड़ाव गांव से नहीं है। खैर, सबसे अहम बात यह है कि क्या कृषि को उद्योग के नजरिए से देखा जा सकता है। हालांकि यह रेवुलेशन अब वैश्विक स्तर पर शुरू हो चुका है। यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है। सवाल- श्रुति, आप इस सीरीज में क्या कर रही हैं, क्या खास बात लगी आपके किरदार में? जवाब- मैंने अब तक जितने भी किरदार निभाएं हैं, उनमें से इस सीरीज का किरदार बहुत ही अलग है। इसमें मैं कृषि अधिकारी कृतिका सिन्हा का किरदार निभा रही हूं। जब यह अवसर मेरे पास आया तो इस किरदार को लेकर काफी उत्साहित थी। कृतिका अपनी ड्यूटी को अपनी जिम्मेदारी समझकर निभाती है। सवाल- असल जीवन में मिट्टी से कितनी जुड़ी हुई हैं? जवाब-मैं उत्तर-प्रदेश के प्रतापगढ़ की रहने वाली हूं। मैंने छोटे शहरों के रहन सहन को देखा है। इसलिए मेरा जुड़ाव मिट्टी से है। इस शो की शूटिंग भी लखनऊ में हुई थी। मुझे एक महीना अपने घर में छुट्टियां बिताने का अवसर मिल गया था। सवाल- कभी खेत में गई हैं? जवाब- गांव में हमारा खेत है। पिता जी मुझे और मेरे भाई को खेत दिखाने ले जाते थे। मुझे खेत खलिहान देखना बहुत पसंद है। शूटिंग के दौरान भी खेत खलिहान देखकर बहुत उतावली थी। सवाल- इश्वाक आपको कभी मौका मिला है खेत खलिहान में जाने का? जवाब- बचपन में एक बार पंजाब में गया था। उस समय की यादें अभी भी मेरे दिमाग में है। शहर से दूर खेत खलिहान में बहुत ही सुकून मिलता है। जब हम शूटिंग कर रहे थे तब बचपन की सारी यादें तरोताजा हो गईं। हम भले ही 3-4 पीढ़ी से शहर में पले बढ़ें हैं, लेकिन हमारी जड़ें तो गांव से ही है। मैंने अपनी दादी के साथ बहुत समय बिताया है। उनसे खेत खलिहान की बहुत सारी कहानियां सुनी हैं। मैंने अपने गांव का घर भले ही नहीं देखा, लेकिन मुझे पता है कि वो कैसा है। सवाल- निखिल, बदलाव बहुत अच्छी चीज होती हैं, लेकिन लोगों को बदलना बहुत मुश्किल होता है। इसमें आपको किस तरह की परेशानियां आईं? जवाब- मुंबई में ऐसे बहुत कम लोग हैं जो यह समझ सके कि इस विषय पर भी शो बनाया जा सकता है। हमारे प्रोड्यूसर और चैनल ने इसपर भरोसा दिखाया। अब यह बदलाव गांव में दिखने लगा है। लोग धीरे-धीरे मॉर्डन खेती को अपनाने लगे हैं।
मशहूर एक्ट्रेस उर्मिला भट्ट परिवार के साथ जुहू के बंगले में परिवार के साथ रहा करती थीं। पति, बेटा-बहू और पोता-पोती। एक खुशहाल परिवार। उनकी एक बेटी रचना भी थी, जिसकी शादी मुंबई में ही हुई थी। फरवरी में बेटे ने अपने बच्चों के साथ घूमने का प्लान बना लिया। अब उर्मिला और उनके पति घर पर अकेले थे। 21 फरवरी 1997 की बात है, जब उर्मिला के पति को एक जरूरी काम से बड़ौदा (अब वडोदरा) रवाना होना पड़ा। बंगला खाली पड़ गया और उर्मिला घर में अकेली थीं। 22 फरवरी को जब सुबह-सुबह कामवाली घर पहुंची तो काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी किसी ने दरवाजा नहीं खोला। कामवाली ने थोड़ा इंतजार किया, फिर वो दूसरे घरों के लिए निकल पड़ी। अब दोपहर हो गई, दरवाजा अब भी बंद था। न कोई बाहर आया, न कोई हलचल थी। शाम हो चुकी थी। जब बेटी रचना को पता चला कि मां घर में अकेली हैं, तो उन्होंने खैर-खबर लेने के लिए पति विक्रम पारेख को भेज दिया। शाम के करीब साढ़े 7 बजे थे। विक्रम जुहू स्थित बंगले पहुंचे और दरवाजा खटखटाने लगे। काफी देर हुई, लेकिन किसी ने अब भी दरवाजा नहीं खोला। विक्रम ने काफी आवाजें भी दीं, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। शोर सुनकर पड़ोसी पहुंच गए। उन्होंने विक्रम से कहा कि सुबह कामवाली भी दरवाजा बजा-बजाकर लौट गई, लेकिन कोई नहीं आया। विक्रम गड़बड़ भांप गए। उन्होंने तुरंत उर्मिला की बेटी रचना को कॉल कर पूरी बात बताई। रचना तुरंत घर पहुंचीं। दोनों ने काफी मशक्कत के बाद जब दरवाजा तोड़ा, तो देखा घर बेतरतीब था। नजरें घुमाईं, तो एक भयावह मंजर सामने था। उर्मिला भट्ट की रस्सियों से बंधी लाश फर्श पर पड़ी थी, हर तरफ खून ही खून था। करीब जाकर देखा तो उनके मुंह में कपड़ा ठूंसा गया था, उनका गला काटा गया था, सांसें थम चुकी थीं और खून जम चुका था। आज अनसुनी दास्तान के 3 चैप्टर्स में पढ़िए कहानी, दिलीप कुमार और अमिताभ बच्चन जैसे हर बड़े कलाकार के साथ काम कर चुकीं मशहूर एक्ट्रेस उर्मिला भट्ट की जिंदगी और हत्याकांड की कहानी- 1 नवंबर 1933 को उर्मिला भट्ट का जन्म गुलाम भारत के देहरादून में हुआ था। बचपन से ही उन्हें अभिनय में गहरी रुचि थी। यही वजह रही कि उन्होंने ड्रामा थिएटर से जुड़कर एक्टिंग करना शुरू कर दिया। कुछ समय बाद वो राजकोट की संगीत कला एकेडमी से बतौर डांसर और सिंगर जुड़ गईं। उन्होंने गुजराती ड्रामा जेसल तोरल में अभिनय किया। ये शो जबरदस्त हिट रहा, जिसके बाद पूरे गुजरात में इस नाटक की एक हजार से ज्यादा बार परफॉर्मेंस हुई। इस नाटक की कामयाबी के साथ ही उर्मिला भट्ट पूरे गुजरात में बेहतरीन अदाकार बनकर उभरीं। इसी नाटक की बदौलत उनके हुनर पर गुजराती फिल्ममेकर्स की नजर पड़ी, जिसके बाद उन्होंने गुजराती सिनेमा का रुख किया। उर्मिला ने अपने करियर में करीब 75 गुजराती और 20 राजस्थानी फिल्मों में काम किया था। वो एक पॉपुलर कैरेक्टर आर्टिस्ट थीं। गुजराती सिनेमा में काम करते हुए उनकी मुलाकात मशहूर गुजराती थिएटर आर्टिस्ट और गुजराती फिल्मों के डायरेक्टर मारकंड भट्ट से हुई। साथ काम करते हुए दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और फिर शादी कर ली। इस शादी से कपल को 1 बेटा और एक बेटी रचना हुई। तबस्सुम टॉकीज को दिए एक इंटरव्यू में उर्मिला भट्ट ने बताया था कि एक रोज वो किसी काम से कॉलेज गई हुई थीं। जहां उन पर मशहूर डायरेक्टर बी.आर.चोपड़ा की नजर पड़ी। वो उनके पास आए और कहा- मेरी फिल्म में एक छोटा सा रोल करोगी। उर्मिला पहले से ही थिएटर और गुजराती फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी हुई थीं तो उन्होंने भी झट से हामी भर दी। इस तरह उन्हें पहली हिंदी फिल्म हमराज मिली, जो 1967 में रिलीज हुई। फिल्म में राजकुमार, सुनील दत्त, मुमताज अहम किरदारों में थे। पहली फिल्म के चंद सेकेंड के छोटे से रोल की बदौलत उर्मिला के पास कई हिंदी फिल्मों के ऑफर आने लगे। उनकी दूसरी हिंदी फिल्म 1968 की संघर्ष रही, जिसमें उन्हें दिलीप कुमार की बहन का रोल मिला। उस दौर में दिलीप कुमार स्टार थे। जैसे ही उर्मिला को पता चला कि उन्हें दिलीप साहब के साथ सीन शूट करना है, तो वो नर्वस हो गईं। ऐसे में दिलीप कुमार उनके पास आए और कहा, घबराइए मत। इसके बाद वो उनके साथ प्रैक्टिस करने लगे। आगे वो सुनील दत्त, संजीव कुमार, नूतन स्टारर फिल्म गौरी (1968) में भी नजर आईं। कैरेक्टर रोल में उर्मिला खूब पॉपुलर हुईं। 60 के दशक के अंत तक उर्मिला हिंदी सिनेमा की चहेती मां के रूप में उभरीं। फिल्म दो अनजाने, तीसरी मंजिल में उन्होंने अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाया, फिल्म अंखियों के झरोके से में रंजीता कौर की मां, फिल्म बदलते रिश्ते में जीतेंद्र की मां का रोल प्ले किया। इनके अलावा भी वो राम तेरी गंगा मैली, हीरो, घर हो तो ऐसा, इज्जत की रोटी, बहूरानी, अभिमन्यु जैसी कई बेहतरीन फिल्मों का हिस्सा रहीं। फिल्मों के अलावा उन्होंने कई टीवी शोज में भी काम किया था। वो रामानंद सागर के ऐतिहासिक माइथोलॉजिकल शो रामायण में सीता की मां सुनैना की भूमिका में नजर आई थीं। कैसे मिला था रामायण में सीता की मां का रोल साल 1986 में रामानंद सागर टीवी शो रामायण बना रहे थे। एक रोज रामानंद के सौतेले भाई विधु विनोद चोपड़ा उनसे मिलने रामायण के सेट पर पहुंचे थे। उनके साथ बी.आर.चोपड़ा और उर्मिला भट्ट भी पहुंची थीं। जैसे ही रामानंद सागर की नजर उर्मिला पर पड़ी, वो दो मिनट के लिए उन्हें देखते रहे और फिर झट से कहा- महारानी सुनैना मिल गईं। आसपास मौजूद लोग कुछ समझ नहीं सके। रामानंद सागर ने फिर उर्मिला से कहा, क्या आप मेरे शो में राजा जनक की पत्नी और माता सीता की मां सुनैना का रोल करेंगी। उर्मिला ने भी बिना समय गंवाए तुरंत हामी भर दी। बताते चलें कि इस शो में अरुण गोविल ने राम और दीपिका चिखलिया ने माता सीता की भूमिका निभाई थी। ये दुनिया का सबसे ज्यादा चलने वाला टीवी शो है, जिसकी 77 मिलियन व्यूअरशिप है। 80 के दशक में ये सबसे महंगा टीवी शो था, जिसके एक एपिसोड पर करीब 9 लाख रुपए खर्च किए जाते थे। रामायण के अलावा उर्मिला ने राजश्री प्रोडक्शन के टीवी सीरियल पेइंग गेस्ट, श्याम बेनेगल के शो भारत एक खोज और जीटीवी के शो जी हॉरर शो में भी काम कर अच्छी पहचान बनाई। उन्होंने टीवी के पॉपुलर एनिमेटेड शो द जंगल बुक में मोगली की भेड़िया मां चमेली को आवाज भी दी थी। 1995 तक उर्मिला फिल्मों में एक्टिव रहीं। फिर बदलते दौर के साथ उन्हें फिल्मों में काम मिलना लगभग बंद हो गया। जिसके बाद वो पारिवारिक जिंदगी में खो गईं। उनकी बेटी की शादी मुंबई में ही विक्रम पारेख से हुई। बाद में बेटों की भी शादियां हो गईं। उर्मिला फिल्मों से रिटायर होने के बाद अपना ज्यादातर समय पोते-पोतियों और नातिन के साथ बिताने लगीं। तबस्सुम टॉकीज को दिए एक इंटरव्यू में उर्मिला भट्ट ने कहा था कि वो खुद को बहुत भाग्यशाली मानती हैं, क्योंकि उन्हें भगवान ने दादी और नानी बनने का सौभाग्य दिया है। 22 फरवरी 1997 से कुछ रोज पहले ही उनके बच्चे अपने-अपने परिवारों के साथ छुट्टियां मनाने शहर से बाहर गए हुए थे। पति मारकंड कुछ समय पहले ही संगीत नाटक एकेडमी के चेयरमैन के पद से रिटायर हुए थे। उस समय उर्मिला 63 साल की थीं और उनके पति 67 के। दोनों अक्सर ज्यादातर समय घर में साथ बिताया करते थे, लेकिन उस रोज मारकंड को भी एक जरूरी काम से बड़ौदा जाना पड़ा। उर्मिला घर में अकेली थीं, जिसके बाद अगले दिन उनकी लाश मिली। उर्मिला की हत्या की खबर सुनकर पूरा परिवार घर पहुंच गया। पुलिस ने जांच शुरू की, तो सामने आया कि घर का हर कीमती सामान गायब है। उर्मिला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनके साथ बुरी तरह मारपीट की गई थी। उनके हाथ-पैर में रस्सी से बांधे जाने के निशान थे। उनका गला एक धारदार हथियार से काटा गया था। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कई मिनटों तक बचने के लिए जद्दोजहद की थी। जिससे उनकी 22 फरवरी की रात ही मौत हो चुकी थी। हालांकि उनकी लाश कई घंटों बाद अगले दिन 23 फरवरी की दोपहर में मिली। जांच में ये भी सामने आया कि बंगले का पीछे का दरवाजा खुला हुआ था। हत्याकांड की जांच के लिए मुंबई पुलिस ने इंस्पेक्टर सत्यपाल सिंह की अगुआई में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम बनाई थी। अज्ञात के खिलाफ लूटपाट और हत्या से जुड़ी धाराओं पर केस दर्ज किया गया। लंबी जांच की गई, लेकिन महीनों बाद भी पुलिस के हाथ खाली रहे। आज उर्मिला की हत्या के 28 साल बीत चुके हैं, लेकिन उनकी हत्या की गुत्थी कभी सुलझ नहीं सकी। तबस्सुम टॉकीज में एक्ट्रेस तबस्सुम ने बताया था कि कुछ लुटेरे लूटपाट के इरादे से उर्मिला के घर में दाखिल हुए थे। उन्होंने पहले उनके हाथ-पैर बांधे और फिर घर का कीमती सामान लूट लिया। वो उर्मिला को जिंदा छोड़ने वाले थे, लेकिन बाद में पकड़े जाने के डर से उन्होंने जाते हुए उर्मिला का गला रेत दिया। उर्मिला भट्ट की बेहतरीन फिल्में हमराज (1967) गौरी (1968) दो अनजाने (1976) खून पसीना (1977) मंजिल (1979) उर्मिला भट्ट को उनकी बेहतरीन अदाकारी के लिए BFJA अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। उर्मिला भट्ट के पति मारकंड भट्ट का साल 2012 में निधन हो चुका है।
Superman Review: नया सुपरमैन, नई दुनिया, जानें क्या है फिल्म में खास
जेम्स गन की 'सुपरमैन (2025)' एक इमोशनल और फिलॉसॉफिकल टोन वाली सुपरहीरो फिल्म है, जो पारंपरिक एक्शन के बजाय मानवीय भावनाओं पर फोकस करती है। डेविड कोरेन्स्वेट का मासूम लेकिन मजबूत सुपरमैन नए युग का प्रतीक बनता है। हालांकि एक्शन कम है, लेकिन कहानी में ...
पंजाबी एक्टर और एक्ट्रेस एमी विर्क, गिप्पी ग्रेवाल, गुगु गिल, सरगुन मेहता और निमरत खैरा आज गोल्डन टेंपल माथा टेकने पहुंचे। वो अपनी नई फिल्म की सफलता के लिए अरदास करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने फैंस के घर जाकर भी मुलाकात की। अमृतसर दौरे के दौरान एक्टर गिप्पी ग्रेवाल ने यह भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से पहले बनी फिल्म को रिलीज होने देना चाहिए। पंजाबी कलाकार आज नई फिल्म सरबाला जी की सफलता की अरदास करने के लिए गोल्डन पहुंचें। उन्होंने इस दौरान गुरु घर में अरदास की और गुरु का आशीर्वाद लिया। उसके बाद उन्होंने मीडिया से बात की। एक्टर गिप्पी ग्रेवाल ने कहा कि वो गोल्डन टेंपल आशीर्वाद लेने आए हैं। इसके बाद वो अपने फैंस से मिलने जाएंगे। उन्होंने कहा कि हर बार नए-नए तरीके से प्रमोशन की जाती है तो इस बार पर्ची पर फैंस के नाम लिखकर एक पर्ची निकाली गई और जिन्होंने उन्हें बुलाया आज उनसे मिलेंगे। दिलजीत दोसांझ पर की बातइस दौरान गिप्पी ग्रेवाल ने दिलजीत दोसांझ की कन्ट्रोवर्सी पर कहा कि जो फिल्में ऑपरेशन सिंदूर से पहले बनी हैं उन्हें रिलीज कर देना चाहिए क्योंकि प्रोड्यूसर का बहुत पैसा लगा है। एमी विर्क ने कहा उनकी आने वाले फिल्म के लिए अरदास की ओर दर्शकों का प्यार बना रहे।उन्होंने कहा कि पंजाबी इंडस्ट्री बेहद ऊपर जा रही है और उम्मीद है कि आगे भी इसी तरह से तरक्की करती रहेगी। सरगुन मेहता ने ड्राइव की कारगोल्डन टेंपल माथा टेकने से पहले एमी विर्क ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर की, जिसमें चारों एक्टर ओर एक्ट्रेस बैठे हैं। इसमें चारों मिलकर एक पर्ची निकालते हैं जिसमें से अमृतसर के एक कारण नाम के फैन की पर्ची निकलती है। वहीं इस दौरान गिप्पी दिखाते हैं कि उनकी आज की ड्राइवर सरगुन मेहता है जो कि उन्हें श्री अमृतसर ले जा रही हैं।
महाराष्ट्र में इन दिनों हिंदी बनाम मराठी को लेकर विवाद चल रहा है। आए दिन मराठी न बोलने की वजह से हिंदी भाषियों के साथ मारपीट की जा रही है। 'सन ऑफ सरदार 2' के ट्रेलर लॉन्च के दौरान जब अजय देवगन से एक महिला पत्रकार ने इस मुद्दे पर सवाल पूछा तो एक्टर अपने सिंघम मोड में आ गए। दरअसल, सवाल-जवाब राउंड के दौरान एक महिला पत्रकार एक्टर से पूछती हैं कि इन दिनों महाराष्ट्र में भाषा को लेकर बहुत बात हो रही है। तभी अजय उन्हें बीच में टोकते हुए कहते हैं- 'आप थोड़ी लेट हैं। मैं इंतजार ही कर रहा था कि मुझसे ये सवाल कौन पूछेगा।' फिर वो अपनी बात जारी रखते हुए कहते हैं- ‘भाषा को लेकर चल रहे विवाद के बारे में, मैं आपको सिर्फ इतना कह सकता हूं, आता माझी सटकली।' अजय के सिंघम अवतार को देखते ही वहां मौजूद सभी लोग हंसने लगते हैं। कई सेलेब्स दे चुके हैं अपना रिएक्शन गौरतलब है कि हिंदी बनाम मराठी को लेकर चल रहे विवाद पर आम नागरिक खुलकर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। वहीं, कुछ सेलेब्स इस पर रिएक्शन दे रहे हैं और कुछ बच रहे हैं। हाल ही में ‘केडी द डेविल’ के ट्रेलर लॉन्च इवेंट में शिल्पा शेट्टी और संजय दत्त से इस मुद्दे को लेकर सवाल पूछा गया था, तब दोनों ने ही इस मुद्दे पर बात करने से मना कर दिया था। लेकिन शिल्पा ने खुद को महाराष्ट्र की मुलगी बताते हुए इतना कहा था- 'माला मराठी येते।' यानी कि मुझे मराठी आती है। वहीं, सिंगर उदित नारायण ने हिंदी बनाम मराठी मुद्दे पर कहा था- 'मैं महाराष्ट्र में रहता हूं और ये मेरी कर्मभूमि है। इस वजह से यहां की भाषा जरूरी है। साथ ही, देश की सभी भाषाएं समान रूप से महत्वपूर्ण हैं।' इस मुद्दे पर गायक अनूप जलोटा ने कहा, 'देखिए, हमारे देश में हर भाषा का बहुत महत्व है और हमें मराठी बहुत पसंद है। मैं भी मराठी में गाता हूं। हिंदी हमारे देश की मातृभाषा है, इसलिए हमें इसे हर जगह बोलना ही होगा। लेकिन अगर हम दूसरी भाषाएं जानते हैं, तो यह सबके लिए अच्छा है। दूसरी भाषाएं सीखें और उन्हें बोलें और अपनी मातृभाषा हिंदी बोलें।' क्यों शुरू हुआ विवाद? बता दें कि महाराष्ट्र में अप्रैल में 1 से 5वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए तीसरी भाषा के तौर पर हिंदी अनिवार्य की गई थी। ये फैसला राज्य के सभी मराठी और अंग्रेजी मीडियम स्कूलों पर लागू किया गया था। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) 2020 के नए करिकुलम को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र में इन क्लासेज के लिए तीन भाषा की पॉलिसी लागू की गई थी। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद अपडेटेड गाइडलाइंस जारी की गई।
हरियाणा के गुरुग्राम की इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर राधिका यादव की हत्या के मामले में पुलिस कई एंगल पर जांच शुरू की है। हालांकि उसके पिता दीपक यादव लोगों के तानों की वजह से परेशान होकर बेटी का कत्ल करने की बात कर रहे है, लेकिन पुलिस को यह कहानी हजम नहीं हो रही है। पुलिस की जांच में कारवां नाम से वीडियो एल्बम भी सामने आया है, जिसे राधिका यादव ने एक साल पहले शूट कराया था। इसमें उसके साथ को-एक्टर के तौर पर इनाम-उल-हक ने काम किया था। ऐसे में पुलिस अफेयर वाले एंगल पर भी जांच कर रही है। पुलिस को शक है कि कहीं दोनों में नजदीकियां तो नहीं बढ़ गई थी और राधिका टेनिस को छोड़कर एक्टिंग काे करियर बनाने की सोचने लगी थी। इसी वजह से पुलिस इनाम-उल-हक से भी संपर्क करने का प्रयास कर रही है। उधर, राधिका की हत्या के बाद वीडियो एल्बम में को-एक्टर रहे इनाम-उल-हक का भी बयान सामने आया है। इनामुल हक फिलहाल दुबई में है। बताया कि राधिका के पिता को उनका वीडियो खूब पसंद आया था। मां तो सैट पर भी आई थी। राधिका से कैसे संपर्क हुआ, कैसे वीडियो के लिए कास्ट हुई और कैसे थे दोनों के बीच रिश्ते और हत्या पर उनका क्या था कहना? ऐसे ही कई सवालों के जवाब एक्टर ने दिए। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... यहां जानिए को-एक्टर इनाम-उल-हक ने क्या-क्या बताया... दो साल पहले रिलीज हुआ, दोबारा राधिका के साथ बनायामीडिया को दिए अपने इंटरव्यू में इनाम-उल-हक ने बताया कि जिस वीडियो कारवां में राधिका और उसने एक्टिंग की है, वह दो साल पहले बनाकर रिलीज किया गया था। मगर, वह इसे दोबारा किसी दूसरी कलाकार के साथ फिर से रिलीज करना चाहते थे। बताया कि, मैंने वीडियो के लिए राधिका से संपर्क किया था। राधिका ने अपने पिता को 'कारवां' गाना सुनाया। राधिका ने सेट पर मुझे बताया था कि उनके पिता को यह गाना बहुत पसंद आया है। राधिका की मां भी उनके साथ सेट पर आई थीं। दिल्ली में टेनिस इवेंट के दौरान हुई थी राधिका से पहली मुलाकातराधिका और उनके पिता दीपक यादव के रिश्ते को लेकर किए गए सवाल पर इनाम-उल-हक ने बताया कि वह उन्हें (राधिका और दीपक) अच्छी तरह से नहीं जानते। राधिका मेरे लिए बिल्कुल अजनबी थीं और अब भी हैं। मैं उनसे पहली बार दिल्ली में पंजाब टाइगर्स नामक एक टेनिस टीम के साथ मिला था। वह मेरे साथी के पास आईं और बताया था कि उसे भी अभिनय में रुचि है। साथी ने ही मुझे बताया था कि राधिका का स्क्रीन लुक बहुत अच्छा है, वह एक्टिंग कर सकती है। व्हाट्सएप ग्रुप में कास्टिंग, जूम कॉल पर फाइनल कियाइनाम-उल-हक ने बताया कि कारवां सांग में एक्टिंग के लिए राधिका से उसने खुद संपर्क नहीं किया था। क्योंकि उस समय तक वह खुद अभिनेता के रूप में कन्फर्म नहीं थे। जब मैं अभिनेता के लिए सेलेक्ट हुआ तो तब निर्देशक ने कहा, 'वह (राधिका) आपकी उम्र के हिसाब से फिट हैं। इसलिए, आप उनसे पूछ सकते हैं। इनाम के मुताबिक, कास्टिंग एक व्हाट्सएप ग्रुप में हो रही थी। निर्देशक के साथ जूम कॉल के बाद राधिका को इस भूमिका के लिए फाइनल कर लिया गया। राधिका ने नहीं किया था सांग का प्रचारइनाम ने कहा, हमने गाना सामान्य रूप से शूट किया। उसके बाद, मुझे नहीं पता कि क्या हुआ। राधिका ने इस सांग का प्रचार भी नहीं किया था। वह राधिका से केवल दो बार मिला, एक बार टेनिस टीम मीटिंग के दौरान और दूसरी बार शूटिंग के दौरान। बताया कि वीडियो रिलीज होने के तुरंत बाद राधिका ने एक इंस्टाग्राम स्टोरी पोस्ट की थी, जिसमें बताया था कि उनके दादाजी का निधन हो गया है। इसलिए, मुझे लगा कि वह इसी वजह से गाने का प्रचार नहीं कर रही हैं। राधिका ने डिलीट कर दिया था अपना अकाउंटराधिका की हत्या के बाद अब यह वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कई तरह के सवाल भी उठ रहे है। इस पर इनाम ने कहा, ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि राधिका ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया था। उसकी इंटरनेट पर जो फुटेज है, वह सिर्फ मेरे गाने का है। अगर उनका अकाउंट खुला होता और सभी रील्स देख पाते, तो वे खबरों में होते। क्या कभी राधिका से घर में किसी तनाव को लेकर कोई बात हुई? इस सवार पर इनाम ने बताया कि नहीं, मेरी राधिका से कोई बात नहीं हुई। हमारी बातचीत बस यहीं तक सीमित रहती थी कि हम ये शूट कर रहे हैं या वो। मुझे उनकी मां का नाम भी नहीं पता था, मुझे सिर्फ राधिका का नाम पता था। मैं उनके पिता को भी नहीं जानता था। और उस एक वीडियो के बाद हमने कोई साथ काम नहीं किया। हो सकता है कि वो एक्टिंग नहीं करना चाहती थीं। वीडियो को किसी और अभिनेता को लेना चाहता थाइनाम ने बताया कि वे वीडियो के अंतिम परिणाम से पूरी तरह संतुष्ट नहीं थे। मैं उस म्यूजिक वीडियो को हटाकर किसी और जाने-माने अभिनेता के साथ इसे फिर से रिलीज़ करना चाहता था क्योंकि मुझे उसमें अपना लुक पसंद नहीं आया था। हमारे निर्देशक अली अहमद, विज्ञापन उद्योग में बहुत प्रसिद्ध हैं। कनाडा में रहने वाले जीशान मेरे परिचित थे। उन्हें गाना पसंद आया और वे वीडियो में अभिनय करने वाले थे। लेकिन आखिरी समय में, उन्होंने यह कहकर मना कर दिया कि उनके परिवार, उनकी पत्नी ने इसकी अनुमति नहीं दी है। यह शूटिंग से एक दिन पहले हुआ। फिर सब कुछ जल्दी हुआ, हमने राधिका को फाइनल कर लिया। मैंने दिल्ली से खरीदारी की। सोशल मीडिया से कुछ नहीं कमा रही थी राधिकासवाल उठ रहा है कि राधिका के पिता उसके वीडियो को लेकर नाराज थे? इस पर इनाम ने कहा कि उन्हें कारवां सांग के बाद राधिका के किसी भी वीडियो के बनने की जानकारी नहीं है। कई लोग सोचते हैं कि जब कोई रील बनाता है, तो उसे बहुत पैसा मिलता है... लेकिन राधिका के फॉलोअर्स ज्यादा नहीं थे। ज़्यादा रील भी नहीं थीं। मुझे लगता है कि वह सोशल मीडिया से कुछ नहीं कमा रही थी। बताया कि, हम सामान्य रूप से ही सहयोग करते थे और हमने उसे वीडियो के लिए कुछ भी भुगतान नहीं किया, केवल कन्वेयंस राशि दी। पुलिस ने अभी तक उनसे संपर्क नहीं कियाराधिका बारे में इनाम ने कहा कि मुझे उनकी टेनिस पृष्ठभूमि या शिक्षा के बारे में कुछ भी नहीं पता था। मैं उनसे एक टेनिस इवेंट में मिला था और वहां बहुत सारे लोग थे। मेरी शूटिंग टीम ने उनका कैमरा लुक देखा और कहा कि वह बहुत प्यारी लग रही हैं। फिर उन्होंने कहा कि वह विज्ञापनों में काम करना चाहती हैं। मुझे उनमें प्रतिभा दिखाई दी। अब हत्या राधिका की हत्या की बात सामने आई है तो मुझे भी यह सब देखकर बहुत दुख हो रहा है। पुलिस ने अभी तक उनसे इस बारे में कोई संपर्क नहीं किया है।
अजय देवगन अपने एक अनोखे डांस स्टेप की वजह से चर्चा में हैं। जब से उनकी फिल्म ‘सन ऑफ सरदार 2’ का गाना 'पहला तू दूजा तू' रिलीज हुआ है, तब से उनके 'फिंगर डांस' को लेकर सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है। इस स्टेप का लोग जमकर मजाक बना रहे हैं। अब काजोल ने भी पति के इस वायरल डांस स्टेप पर अपना रिएक्शन दिया है। मिस मालिनी चैनल से बात करते हुए काजोल ने मजाकिया लहजे में कहा, 'मुझे लगता है कि अजय फिल्म इंडस्ट्री के सबसे अच्छे डांसरों में से एक हैं। क्योंकि वो इकलौते इंसान हैं, जो अपनी उंगलियों से डांस कर सकते हैं। पहले होता था कि एक्टर चल के आते थे, तो म्यूजिक उसके हिसाब से बनता था। अभी तो सिर्फ उंगलियों से कर रहे हैं। एक, दो, तीन, चार...मुझे लगता है कि वो फिल्म इंडस्ट्री में सबसे स्मार्ट डांसर्स में से एक हैं।' वहीं, ‘सन ऑफ सरदार 2’ के ट्रेलर लॉन्च के दौरान जब अजय से उनके स्टेप को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा- 'आप लोग मेरा मजाक उड़ाते हो। मेरे लिए ये स्टेप भी करना मुश्किल था। मैंने कर दिया है, इसके लिए आप सबको मेरा शुक्रगुजार होना चाहिए।' हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब अजय ने अपने डांस से सबको हैरान कर दिया है। इससे पहले 'एक्शन-जैक्सन' का 'धूम-धाम', ‘सिंघम’ का टाइटल ट्रैक हो या ‘सन ऑफ सरदार’ का 'पों-पों' गाना, अजय ने इन गानों में भी अपने डांस स्टेप्स से सुर्खियां बटोरीं थी। उनके ये सारे ही स्टेप ऑडियंस के बीच काफी पॉपुलर रहे हैं। बता दें कि 'सन ऑफ सरदार 2' 25 जुलाई को रिलीज होने जा रही है। इस फिल्म में अजय देवगन के साथ मृणाल ठाकुर लीड रोल में हैं। इस फिल्म को विजय कुमार अरोड़ा ने डायरेक्ट किया है। इसमें रवि किशन, संजय मिश्रा, नीरू बाजवा, चंकी पांडे, कुब्रा सैत, दीपक डोबरियाल, विंदू दारा सिंह, रोशनी वालिया जैसे एक्टर्स भी हैं। इसमें दिवंगत मुकुल देव ने अभिनय किया है। पहली फिल्म 'सन ऑफ सरदार' साल 2012 में आई थी, जिसे अश्विनी धीर ने डायरेक्ट किया था।
मुंबई पुलिस ने शुक्रवार को ओशिवारा इलाके की उस बिल्डिंग का दौरा किया जहां कॉमेडियन कपिल शर्मा रहते हैं। यह कार्रवाई कनाडा में उनके नए रेस्टोरेंट पर फायरिंग की घटना के बाद हुई। ओशिवारा पुलिस थोड़ी देर के लिए कपिल शर्मा के घर पहुंची थी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने PTI को बताया कि पुलिस टीम का मकसद कपिल के घर का पता कन्फर्म करना था। अधिकारी ने कहा, पुलिसकर्मी ओशिवारा की DLH एनक्लेव बिल्डिंग पहुंचे। पता सही होने के बाद टीम कुछ देर में लौट गई। अधिकारी ने कहा कि कपिल की सुरक्षा नहीं बढ़ाई गई और न ही उनका बयान लिया गया है। सूत्रों की माने तो पुलिस ने कपिल की सुरक्षा में कौन सी एजेंसी है, कितने गार्ड्स हैं, ऐसी तमाम जानकारी जुटाई। हालांकि, सूत्रों का ये भी कहना है कि गोरेगांव फिल्म सिटी में स्थित कपिल शर्मा के शूट सेट पर पुलिस की पेट्रोलिंग बढ़ा दी गई है और मुंबई सिक्योरिटी फोर्स की अतिरिक्त तैनाती की गई है। फायरिंग के बाद 'कैप्स कैफे' का बयान आया सामने वहीं, फायरिंग की घटना के बाद आज पहली बार कैप्स कैफे की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है। कैफे ने सोशल मीडिया पर बयान जारी किया है। बयान में लिखा गया, हमने कैप्स कैफे खोला था ताकि स्वादिष्ट कॉफी और दोस्ताना बातचीत के जरिए गर्मजोशी, कम्युनिटी और खुशी ला सकें। इस सपने में हिंसा का दखल होना दिल तोड़ने वाला है। हम इस सदमे को समझने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हार नहीं मानेंगे। बयान में आगे लिखा गया, आपके सपोर्ट के लिए धन्यवाद। आपके अच्छे शब्द, दुआएं और डायरेक्ट मैसेज में भेजी गई यादें हमारे लिए बहुत मायने रखती हैं। यह कैफे आपके भरोसे से ही बना है, जो हम सब मिलकर बना रहे हैं। चलिए, हिंसा के खिलाफ एकजुट रहें और यह सुनिश्चित करें कि कैप्स कैफे हमेशा गर्मजोशी और कम्युनिटी का स्थान बना रहे। कपिल के कैफे पर फायरिंग पर AICWA ने जताई चिंता वहीं, फायरिंग को लेकर ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने सरकार से अपील की कि इस मामले का तुरंत संज्ञान लेना चाहिए और कपिल शर्मा के साथ मजबूती से खड़ा होना चाहिए। AICWA ने कहा है कि भारत को कनाडा के प्रधानमंत्री से कूटनीतिक चर्चा शुरू करनी चाहिए ताकि कैप्स कैफे और कपिल शर्मा के परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इस आतंकी घटना में शामिल लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। AICWA - भारतीय कलाकारों की सुरक्षा राष्ट्रीय चिंता का विषय एसोसिएशन ने यह भी कहा है कि विदेशों में भारतीय कलाकारों की सुरक्षा राष्ट्रीय चिंता का विषय है और किसी भी भारतीय नागरिक के खिलाफ आतंकी कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जानी चाहिए। AICWA ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वे हस्तक्षेप करें और यह सुनिश्चित करें कि कनाडा में कपिल शर्मा और उनके कैफे को ऐसे खतरों से सुरक्षित रखा जाए। बता दें कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित सर्रे में कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर बुधवार रात फायरिंग हुई। कपिल शर्मा ने 7 जुलाई को कैप्स कैफे नाम के इस कैफे का उद्घाटन किया था। NDTV की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खालिस्तानी आतंकवादी हरजीत सिंह लाडी ने हमले की जिम्मेदारी ली है। हरजीत सिंह नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की लिस्ट में मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में शामिल है और बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से जुड़ा है। हमलावर ने फायरिंग का वीडियो भी बनाया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कैफे के बाहर एक कार में बैठा व्यक्ति गाड़ी के अंदर से लगातार फायरिंग करते दिख रहा है। हालांकि अभी तक घटना में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। कपिल शर्मा के बयान से नाराज होकर फायरिंग का दावागोलीबारी के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर जांच की। हरजीत सिंह लाडी ने एक कॉमेडी शो के दौरान निहंग सिखों के खिलाफ टिप्पणी को लेकर कपिल शर्मा के कैफे पर गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया। सोशल मीडिया पर हरजीत सिंह लाडी और तूफान सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति ने वीडियो के जरिए कपिल शर्मा को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की चेतावनी दी और कहा कि माफी नहीं मांगी तो मामला और बिगड़ सकता है। दोनों ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कई बार कपिल शर्मा के मैनेजर से संपर्क करने की कोशिश की, जिसे नजरअंदाज कर दिया गया। आखिरकार उन्हें कॉमेडियन का ध्यान खींचने के लिए कैफे के बाहर फायरिंग करनी पड़ी। हालांकि, कपिल शर्मा ने निहंग सिखों पर क्या टिप्पणी की थी, यह साफ नहीं है। कुछ सूत्रों का अनुमान है कि यह नेटफ्लिक्स के किसी पुराने एपिसोड या किसी लाइव शो से जुड़ा हो सकता है। इस साल की शुरुआत में, निहंग नेता बाबा बलबीर सिंह ने भी कपिल शर्मा के कंटेंट पर आपत्ति जताई थी। VHP नेता की हत्या मामले में NIA को हरजीत लाडी की तलाशNIA विश्व हिंदू परिषद (VHP) नेता विकास प्रभाकर उर्फ विकास बग्गा की हत्या के मामले में हरजीत सिंह लाडी की तलाश कर रही है। विहिप नेता की अप्रैल 2024 में पंजाब के रूपनगर जिले में उनकी दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हरजीत सिंह लाडी कनाडा और भारत में जबरन वसूली, हत्या और गिरोह से जुड़ी गतिविधियों से जुड़ा रहा है। वह BKI की आड़ में काम करता हैं और उस पर कई टारगेट किलिंग्स और हत्या के प्रयासों का आरोप है। हाल के महीनों में कनाडा के सर्रे और ब्रैम्पटन शहरों में इस तरह के गिरोह-आतंक से जुड़े हमलों में तेजी देखी गई है। कनाडा में एपी ढिल्लों के घर पर पिछले साल फायरिंग हुई थी इससे पहले कनाडा के वैंकूवर में पंजाबी गायक एपी ढिल्लों के घर के बाहर 1 सितंबर, 2024 की रात को फायरिंग हुई थी। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें एक व्यक्ति ढिल्लों के घर के बाहर 14 गोलियां चलाता दिखा। लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। वीडियो में सलमान खान के साथ ढिल्लों के म्यूजिक वीडियो 'ओल्ड मनी' में काम को हमले का कारण बताया गया। गैंग ने सोशल मीडिया पर धमकी दी थी कि ढिल्लों को सलमान खान से दूरी बनाए रखनी चाहिए, नहीं तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। कनाडाई एजेंसी बोली- खालिस्तानी भारत के खिलाफ प्लानिंग कर रहेपिछले महीने एक रिपोर्ट में, कनाडा की टॉप खुफिया एजेंसी, कैनेडियन सिक्योरिटी इंटेलिजेंस सर्विस ने कहा था कि खालिस्तानी आतंकवादी भारत के खिलाफ हिंसा की योजना बना रहे हैं। एजेंसी ने कहा, 'खालिस्तानी मुख्य रूप से अपने प्रमोशन, फंड जुटाने और भारत में हिंसा को बढ़ावा देने या प्लानिंग के लिए कनाडा को अपने अड्डे के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।' इससे पहले 8 जनवरी 2025 को जारी कनाडा के फॉरेन इंटरफेरेंस कमीशन की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि खालिस्तान समर्थक कनाडा में आराम से रह रहे हैं। इनमें वे लोग भी शामिल हैं, जो भारत में खालिस्तान मूवमेंट चलाने के लिए टेरर फंडिंग कर रहे हैं। भारत हमेशा से सवाल उठाता रहा है कि कनाडा खालिस्तानी आतंकियों को पनाह देता है। ट्रूडो के कार्यकाल में भारत-कनाडा के रिश्ते बिगड़ेकनाडा में इस साल की शुरुआत में मार्क कार्नी के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद से भारत के साथ उसके संबंध थोड़े बेहतर हुए हैं। इससे पहले तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में दोनों देशों के रिश्ते अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए थे। ट्रूडो ने पिछले साल दावा किया था कि 2023 में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंट्स शामिल थे। ट्रूडो ने भारत सरकार के एजेंट्स पर खुफिया जानकारी जुटाने, टारगेट किलिंग, कनाडा के नागरिकों को धमकाने और हिंसा में शामिल होने का आरोप लगाया था। भारत ने ट्रूडों के आरोप पर पलटवार कर इन्हें बेबुनियाद बताया था। विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा था कि कनाडा बिना कोई पुख्ता सबूत दिए रटे-रटाए आरोप दोहरा रहा है। हमारे हाई-कमिश्नर को टारगेट किया जा रहा है। --------------------------- कनाडा में खालिस्तानी आतंकी से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... खालिस्तानी आतंकी पन्नू का दावा-कनाडा में PM मोदी को घेरेंगे, निज्जर की हत्या पर जवाब मांगेंगे खालिस्तानी आतंकी और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर दावा किया कि G7 समिट के दौरान कनाडा में PM नरेंद्र मोदी को घेरेंगे। 8 जून 2023 को हुई हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर उनसे जवाब मांगा जाएगा। पूरी खबर पढ़ें... कनाडा के गुरुद्वारे में खालिस्तानियों ने तोड़फोड़ की, दीवार पर खालिस्तान जिंदाबाद लिखा कनाडा के वैंकूवर में खालिस्तान आतंकियों के एक गुट ने खालसा दीवान सोसाइटी (KDS) गुरुद्वारे में तोड़फोड़ की। गुरुद्वारा प्रशासन ने इससे जुड़ी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की, जिसमें पार्किंग के आसपास की दीवार पर कई जगहों पर खालिस्तान जिंदाबाद शब्द स्प्रे-पेंट किया गया था। पूरी खबर पढ़ें...
धड़क 2 का दमदार ट्रेलर रिलीज, सिद्धांत-तृप्ति के प्यार के आड़े आया जात-पात
फिल्ममेकर करण जौहर की मोस्ट अवेटेड फिल्म 'धड़क 2' का ट्रेलर रिलीज हो गया है। यह साल 2018 में फिल्म 'धड़क' का सीक्वल है। फिल्म में सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी लीड रोल में हैं। ट्रेलर में सिद्धांत और तृप्ति की रोमांटिक केमेस्ट्री को फैंस पसंद ...
'सन ऑफ सरदार 2' का ट्रेलर शुक्रवार को लॉन्च हुआ। फिल्म को अजय देवगन और जियो स्टूडियोज ने प्रेजेंट किया है। फिल्म में कॉमेडी, एक्शन और काफी भ्रम दिखाया गया है। फिल्म 25 जुलाई 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। यह कहानी स्कॉटलैंड में सेट है। फिल्म का ट्रेलर पुरानी फिल्म 'सन ऑफ सरदार' की याद दिलाता है। इसमें जस्सी का मस्ती भरा और उलझनों वाला सफर दिखाया गया है। पाकिस्तान पर अजय देवगन ने तंज कसा फिल्म 'सन ऑफ सरदार 2' के ट्रेलर में पाकिस्तान पर तंज भी कसा गया। अजय देवगन ने एक डायलॉग में कहा, पहले तो सिर्फ जनानी थी, अब जनानी ऊपर से पाकिस्तानी भी। तुम बम फोड़ते हो मेरे देश में। ट्रेलर में 'जस्ट जोकिंग', 'कड़ी हंस भी लिया करो' जैसे डायलॉग भी सुनने को मिलते हैं। रवि किशन फिल्म में पगड़ी पहने नजर आएंगे फिल्म का डायरेक्शन विजय कुमार अरोड़ा ने किया है। खास बात ये है कि फिल्म में रवि किशन पगड़ी पहने नजर आ रहे हैं। साथ ही फिल्म में संजय मिश्रा, मृणाल ठाकुर, नीरू बाजवा, चंकी पांडेय, कुब्रा सैत, दीपक डोबरियाल, विंदू दारा सिंह, रोशनी वालिया, शरद सक्सेना, साहिल मेहता और दिवंगत मुकुल देव भी शामिल हैं। मेकर्स ने बताया कि पहले पार्ट में मस्ती थी और इस बार फिल्म में दोगुनी मस्ती देखने को मिलेगी। बता दें कि फिल्म 'सन ऑफ सरदार' का निर्देशन अश्विनी धीर ने किया। इसमें अजय देवगन, संजय दत्त, सोनाक्षी सिन्हा और जूही चावला ने काम किया था।
अजय देवगन की फिल्म सन ऑफ सरदार 2 का धमाकेदार ट्रेलर हुआ रिलीज
बॉलीवुड एक्टर अजय देवगन एक बार फिर सरदार के अवतार में बड़े पर्दे पर धमाल मचाने के लिए तैयार है। उनकी अपकमिंग फिल्म 'सन ऑफ सरदार 2' का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हो गया है। साल 2013 में रिलीज 'सन ऑफ सरदार' के इस सीक्वल की कहानी स्कॉटलैंड में सेट की गई है।
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की फिल्म 'बैटल ऑफ गलवान' में चित्रांगदा सिंह को मुख्य अभिनेत्री के तौर पर चुना गया है। इस फिल्म का निर्देशन अपूर्व लाखिया कर रहे हैं। यह फिल्म 2020 में गलवान घाटी में हुए भारत-चीन झड़प पर आधारित है। पहले से ही लोग इस ...
मूवी रिव्यू- मालिक:राजकुमार राव का अब तक का सबसे खतरनाक अवतार, फिल्म दिल और दिमाग पर असर छोड़ती है
राजकुमार राव की फिल्म 'मालिक' सिनेमाघरों में आज रिलीज हो चुकी है। पुलकित के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में राज कुमार राव के अलावा प्रोसेनजीत चटर्जी, मानुषी छिल्लर, सौरभ शुक्ला, अंशुमान पुष्कर, स्वानंद किरकिरे और हुमा कुरैशी की अहम भूमिका है। सत्ता की भूख, निजी नुकसान, जाति की राजनीति और सिस्टम से टकराव के बीच जूझती इस फिल्म की लेंथ 2 घंटा 29 मिनट है। इस फिल्म को दैनिक भास्कर ने 5 में से 3.5 स्टार रेटिंग दी है। फिल्म की कहानी क्या है? 1988 का प्रयागराज। किसान का बेटा दीपक (राजकुमार राव) एक दर्दनाक हादसे के बाद अपराध की दुनिया में उतरता है। धीरे-धीरे वह ‘मालिक’ बनता है। वो नाम जिससे लोग डरते हैं, लेकिन सम्मान भी करते हैं। उसके जीवन में शालिनी (मानुषी छिल्लर) एक उम्मीद की तरह आती है, मगर अपराध और प्यार एक साथ नहीं चलते। फिल्म में कई ट्विस्ट हैं, और जैसे-जैसे दीपक का कद बढ़ता है, वैसे-वैसे उसकी दुनिया और खतरनाक होती जाती है। स्टारकास्ट की एक्टिंग कैसी है? राजकुमार राव पूरी फिल्म की आत्मा हैं। एक सीन में जहां वह अपने दुश्मनों के गले में रस्सी डालकर सिर्फ आंखों से बात कर रहे हैं, वही सीन साबित करता है कि वो एक्टिंग को जीते हैं। मानुषी छिल्लर ने पूरी ईमानदारी से काम किया है, लेकिन उनके किरदार में गहराई की कमी महसूस होती है। एक गैंगस्टर की पत्नी के रोल में वो कुछ जगहों पर हल्की पड़ जाती हैं। प्रोसेनजीत चटर्जी का किरदार दमदार हो सकता था, लेकिन स्क्रीन पर उनकी उपस्थिति उतनी प्रभावशाली नहीं रही। सौरभ शुक्ला, स्वानंद किरकिरे और अंशुमान पुष्कर जैसे कलाकार सपोर्टिंग रोल्स में भी असरदार हैं। अंशुमान ने सीमित स्क्रीन टाइम में भी गहरी छाप छोड़ी है। डायरेक्शन और तकनीकी पक्ष कैसा है? पुलकित का निर्देशन काफी परिपक्व है। उन्होंने उत्तर भारत के राजनीतिक और आपराधिक माहौल को रॉ और असली अंदाज में पेश किया है। स्क्रीनप्ले पहला हाफ काफी टाइट है, लेकिन सेकेंड हाफ में थोड़ी ढीलापन आता है। डायलॉग्स तेज, नुकीले और असरदार हैं। जैसे मालिक पैदा नहीं हुए तो क्या, बन तो सकते हैं या अब आपको मजबूत बेटे का बाप बनना पड़ेगा, ये किस्मत है आपकी।सिनेमैटोग्राफी में अनुज राकेश धवन ने 90 के दशक के माहौल को सेपिया टोन में बखूबी कैद किया है। एडिटिंग ज्यादातर जगह पैनी है, लेकिन कुछ जगह फिल्म खिंचती सी लगती है। खासकर आइटम नंबर के दौरान टोन डगमगाने लगता है। कैसा है म्यूजिक? बैकग्राउंड स्कोर फिल्म की गति और भावना दोनों को मजबूती देता है। हुमा कुरैशी का आइटम नंबर ‘दिल थाम के’ आकर्षक है, लेकिन फिल्म के समग्र टोन से मेल नहीं खाता। यह गाना फिल्म की गंभीरता को कुछ पल के लिए हल्का कर देता है। फिल्म का फाइनल वर्डिक्ट, देखें या नहीं? मालिक एक इमोशनल, रॉ और देसी गैंगस्टर फिल्म है जो पावर, दर्द और प्रतिशोध की राजनीति को मजबूती से दिखाती है। कुछ कमियों के बावजूद, यह फिल्म आपको सोचने, चौंकने और तालियां बजाने पर मजबूर कर देती है। ‘मालिक उन फिल्मों में से है जो दिल और दिमाग दोनों पर असर छोड़ती है।
शेफाली जरीवाला के निधन के कुछ दिन बाद से उनके पति पराग त्यागी इंस्टाग्राम पर अपनी पत्नी को लेकर पोस्ट शेयर कर रहे हैं। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर पराग को इतनी जल्दी पोस्ट करने को लेकर ट्रोल किया। जिसके बाद अब उन्होंने ट्रोल करने वालों को जवाब दिया है। दरअसल, पराग ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें वह, शेफाली और उनके पेट डॉग का हाथ नजर आ रहा है। पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, हमेशा साथ। इसी पोस्ट के कमेंट सेक्शन पर पराग ने लिखा, जो लोग ध्यान खींचने के लिए कह रहे हैं कि इतनी जल्दी पोस्ट नहीं करनी चाहिए, भाई सब लोग आपकी तरह नहीं होते। परी को सोशल मीडिया बहुत पसंद था। उसे वहां लोगों का प्यार अच्छा लगता था।” पराग ने आगे लिखा, “मैंने कभी सोशल मीडिया का ज्यादा इस्तेमाल नहीं किया। अब वह मेरे दिल में है। मैं यह पक्का करूंगा कि सब लोग उसे हमेशा प्यार दें। वह सोशल मीडिया पर रहेगी, भले ही वह यहां न हो। यह अकाउंट सिर्फ उसके लिए समर्पित है। उसकी यादें उसके फैंस के साथ शेयर करना चाहता हूं, जो उसे और देखना चाहते हैं।” उन्होंने आगे ये भी लिखा, “मुझे आपकी नेगेटिव सोच की परवाह नहीं है। मुझे उन लोगों की परवाह है जो उसे प्यार करते हैं, अब भी करते हैं और हमेशा करेंगे। मैं उसकी यादें आप सबके साथ साझा करूंगा।” इसके बाद पराग ने एक और पोस्ट शेयर की जिसमें वह पौधे लगाते दिख रहे हैं। जिसको लेकर उन्होंने लिखा, परी को नेचर बहुत पसंद था और वह हमेशा दुनिया का प्यार लौटाना चाहती थी। यह उसका पहला कदम है, पेड़ लगाना। आप सभी का शुक्रिया जो उसे हमेशा इतना प्यार और सपोर्ट देते रहे। वह भी आप सबको उतना ही प्यार वापस देगी। बता दें कि शेफाली की मौत 27 जून को हुई। PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने इस मामले में एक्सीडेंटल डेथ रिपोर्ट दर्ज की है।
मराठी भाषा विवाद पर सवाल पूछने पर शिल्पा शेट्टी बोलीं- मी महाराष्ट्रा ची मुल्गी आहे...
महाराष्ट्र में इन दिनों हिंदी-मराठी भाषा का विवाद गरमाया हुआ है। इस मामले ने राजनीति तूल पकड़ा हुआ है। हमेशा अपने हर मुद्दे पर अपनी राय देने वाले सेलेब्स भी इस मामले पर कुछ भी बोलने से बचते दिख रहे हैं। कोई भी फिल्मी सितारा इस पर ओपनियन नहीं देना ...
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति' के हर सीजन को दर्शकों का खूब प्यार मिलता है। यह सालों से दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बनाए हुए हैं। वर्ष 2000 में इसके पहले सीजन का प्रीमियर हुआ था, जिसमें ज्ञान और मनोरंजन का ...
टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) के नए सीजन का प्रीमियर 11 अगस्त से होगा। इसका प्रसारण सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन और सोनी लिव पर किया जाएगा। बता दें कि इस सीजन को भी अमिताभ बच्चन होस्ट कर रहे हैं। सोनी चैनल ने शो की वापसी की पुष्टि की है। उन्होंने एक वीडियो जारी किया जिसमें अमिताभ भी दिख रहे हैं। वीडियो की शुरुआत एक सीन से होती है। इसमें एक अमीर आदमी एक सेल्समैन पर चिल्लाता है। वह कहता है कि सेल्समैन ने उसके लंदन से आए कालीन को खराब कर दिया। सेल्समैन उसकी बात सुनता है। फिर वह कालीन के फाइबर और इसकी धूल न लगने की खासियत समझाता है। इस तरह वह साबित करता है कि कालीन में कोई नुकसान नहीं हुआ। अमिताभ कहते हैं- जहां अकल है, वहां अकड़ हैइसके बाद सेल्समैन उस आदमी को कुछ पैसे देता है। वह कहता है कि ये पैसे गले की दवा में लगा देना। इसी दौरान अमिताभ बच्चन फ्रेम में आते हैं। वे कहते हैं, जहां अकल है, वहां अकड़ है। वीडियो के आखिर में अमिताभ फिल्म 'अग्निपथ' के विजय दीनानाथ चौहान के अंदाज में बोलते हैं। वे कहते हैं, 11 अगस्त से अपॉइंटमेंट है अपना। क्या बोलता है? अपॉइंटमेंट। इंग्लिश बोलता है। बता दें कि पिछले दिनों यह चर्चा थी कि अमिताभ इस शो को छोड़ सकते हैं। बॉलीवुड हंगामा ने रिपोर्ट किया था कि बच्चन निजी कारणों से शो से हट रहे हैं। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सलमान खान शो के अगले होस्ट हो सकते हैं। एक सूत्र ने बॉलीवुड हंगामा को बताया था, सलमान खान छोटे पर्दे के किंग हैं, और अमिताभ बच्चन की जगह लेने के लिए सबसे अच्छा चेहरा वही हैं, क्योंकि उनका छोटे शहरों के दर्शकों से भी मजबूत जुड़ाव है। पहले शाहरुख खान ने केबीसी को होस्ट किया था और अगर सब कुछ सही रहा तो सलमान टीवी सेट पर नई धूम मचा देंगे।
फिल्म मेकर राकेश रोशन की बेटी और ऋतिक रोशन की बहन सुनैना आज अपनी स्ट्रिक्ट डाइट, डिसिप्लिन लाइफ स्टाइल से लोगों इंस्पायर कर रही हैं। सुनैना कहती हैं कि अगर मैं बीमारियों से निकलकर एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सकती हूं तो बाकी लोग क्यों नहीं कर सकते हैं? हाल ही में सुनैना ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान अपने पेरेंट्स और भाई ऋतिक रोशन के साथ बॉन्डिंग पर खुलकर बात की। पेश है कुछ खास अंश.. सवाल- अपने पेरेंट्स के कितनी करीब रहीं, आप की लाइफ में उनका क्या सपोर्ट सिस्टम है। उनकी इंपॉर्टेंस को किस तरह से देखती हैं? जवाब- मैं पहले पापा से बहुत डरती थी। आज वो मेरे सबसे अच्छे दोस्त हैं। एक समय में जो लकड़ी अपने पिता के सामने कमरे में नहीं बैठती थी। आज उनके साथ हंसी मजाक करती है। हम लोग काम के बारे में बात करते हैं। मेरी मम्मी भी मेरी बेस्ट फ्रेंड हैं। भाई के साथ भी बहुत अच्छी बॉन्डिंग है। पहले भाई से बात करने के लिए कोई टॉपिक नहीं था। अब हमारी फिटनेस को लेकर बहुत सारी बात होती है। सवाल- अपने बारे में इतनी खुलकर बात करने की प्रेरणा आपको कहां से मिलती है? सवाल- जब मैंने जिंदगी में कुछ करने की सोची और इंस्टाग्राम पर अपने ट्रांसफॉर्मेशन रील पोस्ट करने लगी तब मुझे अच्छे-अच्छे कमेंट्स आने लगे। फिर मैंने सोचा कि लोगों की मदद उनकी तकलीफों से निकालकर करूंगी। अगर मैं बीमारियों से निकलकर एक नई जिंदगी की शुरुआत कर सकती हूं तो बाकी लोग क्यों नहीं कर सकते हैं? मुझे लगता है कि भगवान ने मुझे इसलिए बचाया ताकि लोगों को इंस्पायर कर सकूं। सवाल- बहुत सारे कंप्लीमेंट्स आते होंगे, किसी का ऐसा कोई मैसेज जो दिल को छू लिया हो? जवाब- जब मैंने फादर डे पर एक रील डाला था, तब एक कमेंट आया था। उसमें लिखा था कि आपके पिता भाग्यशाली हैं कि उनकी बेटी सुन्दर और बुद्धिमान है। मैं चाहती हूं कि लोग मुझे मेरी आंतरिक शक्ति की वजह से जाने। सवाल-इस समय का आप का एम्बिशन है? जवाब- मैं बहुत सारे लोगों को इंस्पायर करना चाहती हूं। जब लोगों को मुझसे प्रेरणा मिलती है तब सुनकर बहुत अच्छा लगता है। मैं कोशिश करती हूं कि जितना हो सके लोगों की मदद करूं। सवाल- किस चीज में ज्यादा मजा आता है? जवाब- मुझे ट्रेनिंग करने में बहुत मजा आता है। अगर मैं घर भी होती हूं तो यही सोचती रहती कि आगे क्या करूं। सोने के टाइम पर भी सोचती रहती हूं कि इंस्टाग्राम रील में क्या नई चीज अपडेट करूं। हर समय हर दिन कुछ बेहतर करने की कोशिश करती रहती हूं। ताकि लोग उससे इंस्पायर होते रहें। सवाल- आपकी लाइफ बहुत ही प्रेरणादायक है, सुना है आप उस पर एक किताब भी लिखना चाहती हैं? जवाब- लोगों कहते हैं कि किताब लिखना चाहिए, लेकिन मैं लिखना नहीं चाहती। थोड़ा समय लूंगी, लेकिन अभी यह पता नहीं है कि किताब लिखूंगी। हो सकता है अगले साल किसी की मदद से किताब लिखूं, वैसे आजकल कोई किताब नहीं पढ़ता है। सवाल- अगर आपकी लाइफ पर किताब लिखी जाए तो उसका टाइटल क्या होगा? जवाब- अनब्रेकेबल। मुझे लगता है कि इससे अच्छा टाइटल नहीं हो सकता है। सवाल- कौन सा सॉन्ग आपके दिल के बहुत करीब है? जवाब- ‘तुम इतना क्यों मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जो छुपा रहे हो'। यह सॉन्ग मेरे दिल के बहुत करीब है।
प्रेम रोग, वो सात दिन जैसी कई बेहतरीन फिल्मों में नजर आईं 80 के दशक की मशहूर एक्ट्रेस पद्मिनी कोल्हापुरे ने टीवी में वापसी की है। वो सोनी टीवी के भव्य शो ‘चक्रवर्ती सम्राट पृथ्वीराज चौहान' में राजमाता की भूमिका में नजर आ रही हैं। पद्मिनी ने हाल ही में दैनिक भास्कर से अपने कमबैक और फिल्मी सफर पर बातचीत की है। पढ़िए बातचीत का प्रमुख अंश- सवाल- ‘चक्रवर्ती...' शो में राजमाता की भूमिका में ऐसा क्या था जिसने आपको आकर्षित किया? जवाब- मैंने पहले भी टीवी पर एक छोटा सा कैमियो किया है, लेकिन अब सोनी टीवी पर ‘सम्राट पृथ्वीराज चौहान' की भव्य गाथा के साथ वापसी करके मैं बहुत खुश हूं। दर्शकों की उत्सुकता और उनके इंतजार ने मुझे और मेहनत करने की प्रेरणा दी है। जब प्रोडक्शन हाउस ने पृथ्वीराज चौहान पर शो बनाने की बात की, तो सुनकर ही मेरे रोंगटे खड़े हो गए। पृथ्वीराज चौहान के एक मासूम राजकुमार से महान योद्धा राजा तक के सफर में राजमाता की भूमिका को समझने के बाद मैंने तुरंत हां कह दिया। सवाल- किरदार को समझने के लिए क्या आपने कोई रिसर्च भी की? जवाब- हां कहने के बाद, मैंने पृथ्वीराज चौहान की कहानी को गहराई से समझने के लिए काफी रिसर्च की। ऐतिहासिक कहानियां पढ़ीं और गूगल पर उनके बारे में बहुत कुछ देखा। एक एक्टर के रूप में यह हमारा फर्ज बनता है कि स्क्रिप्ट के अलावा भी किरदार की गहराई में उतरने की कोशिश करें। बच्चों के लिए भी उन पर एनिमेटेड प्रोग्राम बने हैं, जो दर्शाता है कि वह बच्चों के लिए भी एक दिलचस्प योद्धा थे। बाकी ऐतिहासिक फिल्में और शो का प्रभाव दिमाग पर पड़ता ही है। मराठी शो जैसे छत्रपति शिवाजी और शंभाजी पर बनी फिल्में भी हैं। इन सभी से एक खास औरा मिलता है जो रानियों या उस दौर की महिलाओं का होता था। राजमाता, पृथ्वीराज चौहान की मार्गदर्शक भी थीं, जिनका उनके पालन-पोषण और महान योद्धा बनने में गहरा प्रभाव था। सवाल- कोई ऐसी भूमिका जो आपके दिल के बहुत करीब रही हो, जो ऑल टाइम फेवरेट हो? जवाब- मुझे इंडस्ट्री में 5 दशक हो चुके हैं। मैंने प्लेबैक सिंगर के तौर पर शुरुआत की, फिर अभिनय में आई। मेरी कुछ फिल्में और किरदार मेरे दिल के बहुत करीब रहे हैं, जैसे ‘प्यार झुकता नहीं', ‘सात दिन', ‘प्रेम रोग', और ‘आहिस्ता आहिस्ता'। सवाल- मिथुन चक्रवर्ती के साथ आपकी केमिस्ट्री हमेशा हिट रही। क्या अब कभी साथ आने पर बात होती है? जवाब- हमारी इंडस्ट्री में नियम है कि एक एक्टर के साथ फिल्म हिट हो जाए तो उन्हीं के साथ लगातार फिल्में साइन करते हैं। ‘प्यार झुकता नहीं' की सफलता के बाद मेरे और मिथुन के पास प्रोड्यूसर्स की लाइन लग गई थीं। मिथुन के साथ एक नई फिल्म पर बात चल रही है लेकिन अभी सिर्फ एक ही राउंड की मीटिंग हुई है। सवाल- क्या लगता है कि वेटरन एक्ट्रेसेस के लिए अब सिनेमा में बहुत अच्छे, सशक्त रोल लिखे जा रहे हैं? जवाब- हमारे जमाने में और मुझसे पहले के युग में भी मीना कुमारी जी, नरगिस आंटी, नूतन आंटी, नंदा जी जैसी दिग्गज कलाकारों के साथ मैंने काम किया है। उस समय विभिन्न ओरिएंटेड, महिला प्रधान फिल्में बनती थीं। अब कहानी लिखते समय ही किसी हीरोइन को दिमाग में रखा जाता है। आजकल इतनी सारी हीरोइन्स हैं कि प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स के पास बहुत विकल्प हैं। बहुत कम ऐसे प्रोड्यूसर या डायरेक्टर रह गए हैं जो जुनून या प्यार के लिए फिल्में बनाते हैं, ज्यादातर लोग बॉक्स ऑफिस का सोचते हैं। वह दौर अलग था, यह दौर अलग है। इवॉल्व होना बहुत जरूरी है और आजकल जो ट्रेंड चल रहा है, आपको उसी के साथ चलना पड़ता है। सवाल- आपका एक किस्सा बड़ा चर्चित रहा। ऋषि कपूर सर को थप्पड़ मारने वाला। 'प्रेम रोग' में था वो? जवाब- ‘प्रेम रोग' में एक सीन के दौरान ऋषि जी को गुस्सा आया था, रीटेक हो रहा था। उन्होंने कहा, मैं इसका बदला जरूर लूंगा। हमारी एक और फिल्म थी ‘राही बदल गए', जिसमें ऋषि जी को मुझे थप्पड़ मारना था। उन्होंने कहा, अब वो वक्त आ गया है। मैंने खुद उनसे कहा, प्लीज आप थप्पड़ मारिए, वर्ना वो इम्पैक्ट जो स्क्रीन पर दिखाते हैं, वो नहीं आता। हालांकि उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले, वह सीन एक ही टेक में ही ओके हो गया था। सवाल- एक्टिंग तो आप करती हैं लेकिन कभी राइटिंग या डायरेक्शन करना चाहा है? जवाब- डायरेक्शन, बाप रे! मेरा एक खुद का क्लोथिंग लेबल है, ‘पद्म सीता'। मुझे इसमें रुचि रही है, इसलिए मैं यह कर रही हूं। मेरी जिंदगी में महिलाओं का प्रभाव ज्यादा रहा है, इसलिए मैं महिलाओं के लिए गारमेंट्स बनाती हूं। इसके अलावा, मुझे गाने का भी शौक है। मैं पहले गाती भी थी, मैंने और मेरी बहन शिवांगी ने प्लेबैक सिंगिंग की है। हाल ही में यूएस में लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल नाइट थी, वहां मैंने गाने भी गाए। लता मंगेशकर मेरी बुआ लगती हैं। मेरे पिताजी भी गाते थे, वह म्यूजिशियन थे। सवाल- क्या आगे किसी मराठी सिनेमा में भी नजर आएंगी? जवाब- मैंने मराठी फिल्में की हैं। मेरी एक मराठी फिल्म ‘चिमनी पाखर' मेरा असल कमबैक थी। जिसे मैंने शायद 2000 में किया था। लोग आज भी उसे याद करते हैं। उसके बाद मैंने ‘प्रवास' नाम की एक फिल्म भी की, जो अशोक सराफ जी के साथ थी और 2020 में रिलीज हुई थी। अभी मेरे पति मेरे लिए मराठी में एक फिल्म प्लान कर रहे हैं। फिलहाल, मैं देहरादून में एक हिंदी फिल्म ‘झाड़फूंक' भी कर रही हूं, जो एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर है। इसमें यशपाल शर्मा जी मेरे साथ हैं और राजन वर्मा डायरेक्टर हैं।
आप चाहें मिलेनियल हों, जेनरेशन Z हों, जेनरेशन अल्फा या नई जेनरेशन बीटा हों...एक चीज जो इन सभी को एक-दूसरे से जोड़ती है, वो समीर अनजान के गाने हैं। तीन दशक से वो अपने गानों के जरिए प्यार, दोस्ती, हार्टब्रेक से लेकर पार्टी मोड तक हर मौके और हर फीलिंग के लिए अल्फाज लिख रहे हैं। उनके सपने बहुत छोटे-छोटे थे, लेकिन कलम की जादूगरी ने उन्हें ऐसे मुकाम पर पहुंचा दिया, जहां से वो पीछे देखते हैं तो खुद पर यकीन नहीं होता। कभी शब्दों का ऐसा जाल बुना कि पाकिस्तानी गायक नुसरत फतेह अली खान भी गाते वक्त रो पड़े। एक लाइन के लिए उन्हें 150 टेक लेने पड़े थे। समीर की चाहत कभी रेडियो पर अपना एक गाना सुनने की थी, लेकिन आज उनके नाम चार हजार से अधिक गाने लिखने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है। कभी समीर गलियों में अपना गाना बजते सुनना चाहते थे, पिछले तीन दशक से उनके गाने न सिर्फ बज रहे हैं बल्कि अब उनके रीमिक्स भी बन रहे हैं। अपनी सफलता को वह भगवान की नेमत मानते हैं। आज की सक्सेस स्टोरी में गीतकार समीर अनजान की कहानी… पिताजी नहीं चाहते थे मैं गीतकार बनूं मैं बनारस से हूं, लेकिन मेरी परवरिश बनारस शहर में नहीं हुई है। मैं बनारस के एक गांव ओदार में पला-बढ़ा हूं। वो गांव तो अब सपनों में ही दिखता है, हकीकत में कुछ वैसा नहीं है। अब गांव जाता हूं तो रोना आता है। गांव की वो चौपाल, कच्चे मकान, महुआ-नीम के पेड़, लोग, संकरी गलियां वो सब नेस्तनाबूद हो गए। गांव का बुरी तरह से शहरीकरण हो गया है। अब मैं सिर्फ इसलिए जाता हूं क्योंकि वो मेरी मातृभूमि है और वहां से मेरी यादें जुड़ी हैं, लेकिन गांव को देखकर बहुत दुख होता है। हम भाग्यशाली थे कि सही मायनों में गांव कहते किसको है, वो हमने जिया था। तालाब, पोखर, बगीचा, आती-पाती क्या होता है, आने वाली पीढ़ी को इन लफ्जों का मतलब भी पता नहीं होगा। खैर, पिताजी की तमन्ना नहीं थी कि मैं कभी गीतकार बनूं। वो कहते थे कुछ भी करना, गीतकार बनने की कोशिश मत करना। इस वजह से उन्होंने मुझे लिटरेचर नहीं पढ़ने दिया और मुझे बीएचयू से एमकॉम कराया। वो मेरे गाने लिखने के बिल्कुल खिलाफ थे। हालांकि मेरे लिखने का शौक अपने चरम पर था। मैं सातवीं क्लास में था, जब मुझे लिखने का शौक जगा। उसी उम्र से मैंने नोट बनाने शुरू कर दिए थे। फिर दोस्तों का एक ग्रुप बन गया, जो शायरी करते थे। फिर हम दोस्तों ने एक छोटा सा रूम लेकर उसमें गोष्ठी शुरू की। यहां से बात ऑर्केस्ट्रा पार्टी तक पहुंची। फिर हमने एक ऑर्केस्ट्रा पार्टी शुरू कर दी, जिसका नाम मनोरंजन ऑर्केस्ट्रा पार्टी था। इसकी एंकरिंग मैं करता था और शेरो-शायरी सुनता-सुनाता था। गीतकार बनने के लिए दो दिन के अंदर बैंक की नौकरी छोड़ी उन दिनों बनारस में गुप्ता संगीतालय के नाम से एक मशहूर संगीतालय था। वहां, जाकर मैंने बैंजो बजाना सीख लिया। ऐसे में मुझे थोड़ी बहुत संगीत की भी जानकारी हो गई और मैं मुशायरों में जाने लगा। उत्तर प्रदेश का कोई भी ऐसा जिला नहीं होगा, जहां मैंने मुशायरा न किया हो। ये सब करते-करते मैं रेडियो तक पहुंच गया, लेकिन तब तक मेरे दिमाग में कभी नहीं आया कि मुझे गीतकार बनना है। मैं बस चीजों को एंजॉय कर रहा था। मैं पढ़ाई के साथ ट्यूशन भी पढ़ाता था। मैं पत्रकारिता भी कर रहा था। इन सबके बीच मैंने सेंट्रल बैंक की नौकरी भी जॉइन कर ली और दो दिन के लिए काम पर भी गया। जब मैं दूसरे दिन अपनी कुर्सी पर बैठ रहा था, तब मेरे अंदर से आवाज आई कि ये तुम्हारी जगह नहीं है। तुम गलत फैसला कर रहे हो। दिल की बात सुनो और यहां से निकलो। उस जमाने में बैंक की नौकरी मिलना, इंडियन सिविल सर्विस-पीसीएस से कम बड़ी बात नहीं होती थी। मैंने बैंक की नौकरी छोड़ दी। गीतकार बनने का फैसला सुन घर वाले रोये मेरा पूरा परिवार मेरे ऊपर निर्भर था। मेरे पिताजी मुंबई में स्ट्रगल कर रहे थे। दादाजी की नौकरी छूट गई थी। ऐसे में जब मेरी नौकरी लगी तो सबको लगा कि उन्हें एक सहारा मिल गया है। मैंने जब अपना फैसला घरवालों को सुनाया, तो सब रोने लगे। मुझे कहा गया कि ऐसा मत करो। तुम देख रहे हो कि हम लोग ऐसे ही तकलीफ में हैं। पिता पहले से ही मुंबई में संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में तुम भी हमें छोड़कर चले जाओगे तो हमारा क्या होगा? लेकिन मेरी जिद थी और दिल मानने को तैयार नहीं था और मैं निकल गया। मैं 6 अप्रैल 1980 को मुंबई आया था। वो तारीख मुझे आज भी याद है। जब मैं यहां आया तो भौचक्का रह गया कि ये मैं कहां आ गया। मैं मालवाणी के चॉल नंबर 628 और ब्लॉक चार में रहने लगा। चॉल में रहने के दौरान के संघर्षों को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। एक बार तो ऐसा हुआ कि मैं शौच के लिए गया था, तभी एक शराबी दरवाजा तोड़ अंदर घुस आया। उसने मुझे गंदी-गंदी गालियां दी। मैं एक संभ्रात परिवार से आता था, मैं ऐसी सिचुएशन सोच भी नहीं सकता था। उस वक्त मेरी आंखों से आंसू बहने लगे। उस घटना को आज भी याद करके मेरी रूह कांप जाती है। पिताजी से मिला तो लगा रिश्तेदार से मिल रहा मैं 23 साल की उम्र में मुंबई आ गया था। उस उम्र तक मैं अपने पिता से सिर्फ दो बार मिला था। वो मुंबई में थे, लेकिन मैं उन्हें बिना बताए आया और अकेले चॉल में रह रहा था। 23 साल की उम्र तक मैं बस दो बार अपने पिता से मिला था। मेरा पालन-पोषण दादाजी ने ही किया था। पिताजी मुंबई में जमने के लिए 17 साल तक संघर्ष करते रहे। जब पिताजी को पता चला कि मैं भी मुंबई में हूं तो उन्होंने मुझे मिलने बुलाया। ये तीसरी बार था, जब मैं उनसे मिलने वाला था। मैं पिताजी से मिलने किसी उम्मीद में नहीं गया था कि वो मुझे अपने साथ रख लें। मैं गुस्से में था कि आज वो जो भी पूछेंगे, मैं उसका उल्टा जवाब दूंगा। पहले तो मुझे लगा ही नहीं कि वो मेरे पिता हैं। मुझे लगा कि मैं किसी रिश्तेदार से मिलने वाला हूं। जब मैं उनसे मिला तो उन्होंने कहा कि तुम बड़े हो गए हो और अपने जीवन का फैसला करने का तुम्हें अधिकार है, लेकिन पिता होने के नाते में तुमसे कुछ पूछना चाहता हूं। फिर उन्होंने मुझसे पहला सवाल किया कि क्या तुमने कभी किसी लड़की से मोहब्बत की? उनका सवाल सुनकर मैं हैरान रह गया। मैंने हां में जवाब दिया। फिर उन्होंने मुझसे कहा कि क्या सोचकर प्यार किया? मैंने उनसे कहा कि प्यार कोई सोचकर नहीं करता है। जब करना होता है तो कर लेता है। उन्होंने कहा- अब पूछो, यह सवाल मैंने तुमसे क्यों किया? मैंने कहा- बताइए। तब उन्होंने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि तुम बावफा आशिक हो या बेवफा आशिक हो। क्योंकि यह इंडस्ट्री महबूबा की तरह है। अगर इससे सच्ची मोहब्बत हो तभी रहना, वरना भाग जाना। पिता ने कहा- जन्नत जाने के लिए मरना पड़ेगा उन्होंने दूसरा सवाल पूछा कि तुम यहां क्या सोचकर आए हो। इंडस्ट्री जन्नत की तरह है। यहां सब हूरें मिलेगी, पैसा मिलेगा, शोहरत मिलेगी। मैंने कहा- हां फिर, उन्होंने कहा- जन्नत में कुछ पाने के लिए आदमी को मरना पड़ता है। क्या तुम मरने के लिए तैयार हो? मुझे लगा पापा ने बात तो बहुत बड़ी कर दी, लेकिन मैं उन्हें दो टूक जवाब देने के मूड से आया था। मैंने इस सवाल पर भी फट से हां कह दिया। फिर पापा ने मुझसे कहा कि चलो अपना बोरिया-बिस्तर उठाओ और घर चलो, लेकिन अगले छह महीने तुम कुछ भी नहीं लिखोगे। अब मैं बताऊंगा कि इस इंडस्ट्री की रवायत और भाषा क्या है। मैं तुम्हें हर म्यूजिक डायरेक्टर के साथ होने वाली मीटिंग में ले जाऊंगा, लेकिन मैं कहीं तुम्हारा परिचय नहीं कराऊंगा। तुम वहां बैठना और चीजों को समझने की कोशिश करना। गाना लिखने के लिए जो सिचुएशन मुझे दी जाएगी, उस पर मैं भी लिखूंगा और तुम भी लिखोगे। मैं हम दोनों का लिखा मुखड़ा आगे सुनाऊंगा, जिस दिन तुम्हारा लिखा पास हो जाएगा, मैं तुम्हें आजाद छोड़ दूंगा। उसके बाद तुम जा सकते हो। लक्ष्मीकांत जी से गाना पास करवाने में चार साल लगे एक साल बाद मेरा एक गाना आया। फिल्म का नाम ‘बिंदिया चमकेगी’ था और उसमें रेखा जी थीं। यहां से मेरे जीवन में संघर्ष की शुरुआत हुई। मैं सुबह निकलता और रात में थका-हारा घर पहुंचता था। पिताजी मेरा संघर्ष देख रहे थे। मुझसे पूछते थे कि कहां-कहां गए, क्या लिखा। मेरा संघर्ष देखकर उन्होंने जीवन में एक बार ही मेरे लिए लक्ष्मीकांत जी बात की। तब उन्होंने पिताजी से कहा कि आज तो आपने कह दिया, दोबारा किसी से ये बात मत कहिएगा। एक बात याद रखिएगा कि बाप की दुकान बाप की होती है। आपने कहा है तो मैं बस इतना कर सकता हूं कि मैं इसे सुनूंगा। ये जब भी मेरे पास आएगा, मैं इसका लिखा पढूंगा। जिस दिन ये मेरे मन मुताबिक अपना मुखड़ा लिखेगा, उस दिन मैं आपको कॉल करूंगा कि आइए, अब आपके बेटे का गाना रिकॉर्ड कर रहा हूं। मुझे लक्ष्मीकांत जी से एक गाना पास कराने में चार साल लग गए। मैं हर दूसरे दिन उनके पास जाता और अपना लिखा सुनाता। वो मुझे हर बार कहते कि अभी वो बात नहीं है। चार साल बाद एक दिन ऐसा आया कि मैंने उन्हें अपना लिखा सुनाया और वो उन्हें पसंद आ गया। फिर उन्होंने वो गाना बनाया और पिताजी को कॉल कर कहा कि आइए आपके बेटे का गाना रिकॉर्ड करने वाला हूं। वो गाना गोविंदा की फिल्म 'लव 86' का था। इस तरह लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के यहां मेरी एंट्री हुई। पिताजी के दोस्त ने बेइज्जत करते हुए मेरी डायरी फेंकी एक म्यूजिक डायरेक्टर थे, जो मेरे पिताजी के एक अच्छे-खासे दोस्त थे। मैं उनके पास जब ऐसे जाता था तो बहुत इज्जत से मिलते थे। चाय पिलाते और हालचाल लेते। उस दिन उन्होंने सामने से बोला कि मैंने सुना है कि तुम कुछ लिखते हो। कभी सुनाया नहीं तो कुछ सुनाओ। मैंने उन्हें एक घंटे तक अपनी कविता सुनाई और वो गौर से सुनते रहे। अचानक वो इतना खफा हुए कि मेरी डायरी तीसरी मंजिल से नीचे फेंक दी। फिर बहुत गुस्से में आकर बोले कि क्यों अपने पिताजी का नाम खराब कर रहे हो? इतने बड़े पिता का नाम तुम्हारी वजह से खराब हो जाएगा। मैं एक काम करता हूं, मैं तुम्हें टिकट के पैसे देता हूं। तुम अपने पिता को बताना भी मत और इस शहर से चले जाओ। तुम बैंक में नौकरी कर रहे थे, यहां आने की जरूरत क्या थी? मैं उन्हें कुछ बोल भी नहीं सकता था। मैं कांपते पैरों से चुपचाप उठा, अपनी डायरी उठाई और उसे माथे से लगाया। मैंने 222 नंबर की बस पकड़ी और सीधे उषा खन्ना जी के पास चला गया। ऐसे तो वो अक्सर लोगों से घिरी रहती थीं। सौभाग्य से उस दिन वो अकेली थीं। मैंने उनसे कहा कि आंटी मैंने कुछ गाने लिखे हैं, आपको सुनाऊं? उन्होंने हामी भर दी। मैंने सिर्फ पांच मुखड़े सुनाए और उषा जी ने कहा कि अब बस कर। ये पांचों गाने मुझे दे दे। मैं अगले हफ्ते इन्हें रिकॉर्ड करूंगी। जगह कौन सी होगी, वो मैं तुम्हें कॉल करके बताऊंगी। फिल्म 'बेखबर' के लिए मेरा गाना रिकॉर्ड हुआ। इस तरह हिंदी इंडस्ट्री में मेरी शुरुआत हुई। उससे पहले तक मैं रीजनल फिल्मों के लिए लिख रहा था। किस्मत ने आनंद-मिलिंद से मिलवाया मैं जिस दिन उषा जी से मिला, उस दिन किस्मत मेरे साथ थी। जब मैं उषा जी के पास से निकला, तभी मुझे मुरली नाम का एक सिंगर मिला। उसने मुझसे कहा कि आप भोजपुरी लिखते हो, चलो आपको चित्रगुप्त जी से मिलवाता हूं। चित्रगुप्त जी भोजपुरी इंडस्ट्री का बड़ा नाम थे। मैं भी उनके पास जाने के लिए तैयार हो गया। मेरे पिताजी ने उनकी फिल्म 'बलम परदेसिया' लिखी थी। उनका पूरा परिवार मुझसे बड़े प्यार से मिला। चित्रगुप्त जी ने मुझसे कहा कि देखो बेटा, मैं तो भोजपुरी फिल्में बनाता हूं तो यहां तो मैं तुम्हें मौका दूंगा, लेकिन मेरे दो बेटे हैं आनंद-मिलिंद। वो भी तुम्हारी तरह युवा हैं और संघर्ष कर रहे हैं। तुम सब साथ बैठो और कुछ अच्छा बनाओ। फिर उन्होंने आनंद-मिलिंद को बुलाया और मुझसे मिलवाया। हम सबने साथ में काम शुरू कर दिया। उसी समय फिल्म प्रोड्यूसर नासिर हुसैन के बेटे मंसूर खान डायरेक्शन में कदम रखना चाहते थे। नासिर ने बेटे से कहा था कि कोई छोटी फिल्म बनाकर खुद को प्रूव करो, तब मैं तुम्हें बड़ी पिक्चर दूंगा। मंसूर ने वीडियो फिल्म 'अम्बर्टो' बनाई, जिसमें आमिर खान थे। उस वीडियो फिल्म में मैं आमिर खान, आनंद-मिलिंद सबने साथ में काम किया। मैंने उस फिल्म के लिए गाना भी लिखा। नासिर साहब और मंसूर सबको मेरा लिखा पसंद आया था। ‘कयामत से कयामत तक’ हाथ से गई, फिर लगा सारे दरवाजे बंद हो गए मंसूर ने कहा कि चलो अब कहानी पर काम करते हैं। ऐसे में 'कयामत से कयामत तक' की शुरुआत हुई। जब म्यूजिक डायरेक्टर और राइटर की बात आई, तब नासिर जी ने कहा कि हमारे यहां तो आरडी बर्मन और मजरूह सुल्तानपुरी ही काम करते हैं। मंसूर ने कहा कि उसे आनंद-मिलिंद के साथ ही काम करना है। बेटे की जिद पर नासिर जी का जवाब आया कि फिल्म में हीरो-हीरोइन, म्यूजिक डायरेक्टर और राइटर सब नए हैं। ऐसे में प्रपोजल कैसे बनेगा। फिर तय हुआ कि म्यूजिक डायरेक्टर और राइटर दोनों की पसंद का होगा। म्यूजिक के लिए मंसूर ने आनंद-मिलिंद को चुना और राइटर में मजरूह सुल्तानपुरी आ गए। मेरा पत्ता कट गया। फिल्म आई और गजब की हिट रही। मैं बहुत निराश हो गया कि एक दरवाजा खुला था, वो भी बंद हो गया। मैंने आनंद से अपनी दुविधा बताई तो उसने कहा कि वो आगे जो भी फिल्म करेंगे, उसमें मेरे लिए जगह बनाएंगे। कुछ दिन बाद ही 'दिल' के लिए आमिर ने आनंद-मिलिंद को बुलाया। आनंद-मिलिंद वहां मुझे अपने साथ लेकर गए। आनंद-मिलिंद को जब म्यूजिक का ऑफर मिला तो उनसे राइटर का नाम पूछा गया तो उन दोनों ने मेरा नाम लिया। इन्होंने कहा कि एक बार मेरा गाना सुना जाए। फिर मैंने उन्हें 'खंबे जैसी खड़ी है' सुनाया। ये गाना सभी को बहुत पसंद आया। 'दिल' फिल्म में मेरी एंट्री हो गई और वो फिल्म जब रिलीज हुई तो मेरी किस्मत ही बदल गई। तीन साल के अंदर फिल्मफेयर अवॉर्ड जीत लिया 'दिल' के बाद मैंने 'आशिकी' के गाने लिखे। इस फिल्म के गानों ने कई नए रिकॉर्ड बनाए। इस फिल्म के गाने 'नजर के सामने' के लिए साल 1991 में मुझे अपना पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। फिर साल 1993 में 'दीवाना' फिल्म के गाने 'तेरी उम्मीद, तेरा इंतजार' और साल 1994 में 'हम है राही प्यार के' के गाने 'घूंघट की आड़' के लिए भी मैंने फिल्मफेयर अवॉर्ड जीता। इंडस्ट्री में मेरे पिताजी ने लंबे समय तक काम किया और वो बहुत डिजर्विंग थे, लेकिन उसके बाद भी उन्हें कभी अवॉर्ड नहीं मिला। जब मुझे मेरे पहला फिल्मफेयर मिला था, तब मेरे पिताजी वहां मौजूद थे। वो पैरालिसिस का चौथा अटैक झेल रहे थे और चल भी नहीं पा रहे थे, लेकिन मेरे सम्मान के लिए वो मंच तक आए। उन्होंने स्टेज से कहा था- 'जो मैं नहीं पा सका, वो मेरे बेटे ने हासिल किया। मैं चाहता हूं कि भविष्य में इसे और भी उपलब्धियां मिलें।' 'आशिकी' के लिए महेश भट्ट ने डायरेक्शन दांव पर लगाया 'आशिकी' पहले चाहत के नाम से सिर्फ एक गानों का एल्बम बन रहा था। गुलशन कुमार उसे फिल्म बनाना चाहते थे, लेकिन हीरो-हीरोइन की वजह से उन्होंने वो आइडिया ड्रॉप कर दिया था। डिस्ट्रीब्यूटर्स ने कहा था कि हीरो-हीरोइन अच्छे नहीं हैं। मेरी फिल्म ‘दिल’ हिट हो चुकी थी, लेकिन नदीम-श्रवण बहुत ज्यादा संघर्ष कर रहे थे। मुझे पता था कि टी-सीरीज बैनर अपनी फिल्मों का बेस्ट प्रमोशन करता है। मैंने ‘आशिकी’ के गाने में अपनी जवानी की पूरी सोच लगा दी थी। दिमाग में कहीं न कहीं था कि अगर ये फिल्म चल गई तो पूरी जिंदगी बदल जाएगी। जब गुलशन जी ने कहा कि वो एल्बम बनाने वाले हैं तो हम सब निराश हो गए। मैं महेश भट्ट के पास गया। उन्होंने जब सुना तो कहा ऐसे कैसे एल्बम बना देगा। गुलशन महेश भट्ट से बहुत ज्यादा डरते थे। महेश भट्ट ने घर में घुसते ही कहा कि सुना है कि गुलशन कुमार पागल हो गया है। गुलशन जी को भी समझ आ गया कि कुछ तो गड़बड़ है। फिर महेश जी ने उनसे कहा कि मैंने सुना है कि तुम ‘आशिकी’ को फिल्म नहीं एल्बम बना रहे हो? उन्होंने महेश जी को बताया कि फिल्म को लेकर बहुत खराब रिस्पॉन्स आया है, इस वजह से वो ऐसा सोच रहे हैं। फिर महेश जी ने कहा, गुलशन तू पागल हो गया है। मैं तुम्हें बता रहा हूं कि ये फिल्म तुम्हारे बैनर और इस सदी की सबसे बड़ी म्यूजिकल हिट होगी। महेश भट्ट ने पेपर मांगकर उस पर लिखा कि अगर ये फिल्म और इसका म्यूजिक नहीं चला तो वो डायरेक्शन छोड़ देंगे। फिर उसी पेपर पर नीचे गुलशन कुमार ने लिखा कि मैं इस फिल्म को ऐसे प्रमोट करूंगा कि आप हिंदुस्तान के वॉशरूम में भी जाएंगे तो वहां भी आशिकी दिखेगी। फिर गुलशन ने कहा कि लेकिन एक समस्या और है। फिल्म के हीरो-हीरोइन दोनों बहुत खराब लग रहे हैं। महेश जी ने आइडिया दिया कि तुम चिंता मत करो, हम उनकी शक्ल पहले दिखाएंगे ही नहीं। उनके चेहरे पर कोट डाल देंगे। तुम म्यूजिक को प्रमोट करो, जब म्यूजिक हिट हो जाएगा, फिर चेहरे को रिवील करेंगे। एक समय 110 फिल्मों के लिए एक साथ गाने लिख रहा था मेरा बस इतना सपना था कि रेडियो सिलोन पर मेरा एक गाना बज जाए तो मैं लौटकर बनारस चला जाऊं, लेकिन आज चार हजार से अधिक गाने मेरे नाम हैं। इस वजह से ईश्वर पर मेरी आस्था अटूट है। मैंने अपनी पहली इनिंग में आनंद-मिलिंद और नदीम-श्रवण के साथ अच्छा काम किया। ये वो समय था, जब मैं एक साथ 110 फिल्में कर रहा था। इनमें से आनंद-मिलिंद के साथ और नदीम-श्रवण के साथ 50 फिल्में थीं। मैं कामयाबी के पीक पर था, जब गुलशन की हत्या हुई। उसके बाद लगा जैसे मेरे लिए सब कुछ खत्म हो गया। मैं पहली बार अपनी लाइफ में टूटा था। मैं संघर्ष में कभी नहीं टूटा था, लेकिन गुलशन जी के जाने से मैं टूट गया। मैंने खुद को संभाला और ऊपर वाले के प्रति आस्था बनाए रखी। मेरी दूसरी इनिंग की शुरुआत हुई। यश जौहर जी के बुलावे पर मैंने ‘कुछ-कुछ होता है' के लिए लिखा। इस फिल्म ने मेरे लिए एक नई दुनिया खोल दी। मैंने पहले इनिंग से ज्यादा अपनी दूसरी इनिंग में काम किया। अभी तक मैंने 136 म्यूजिक डायरेक्टर्स के साथ काम कर लिया है। सबने मुझे बहुत मोहब्बत दी। मैं रिकॉर्ड के लिए नहीं, कई जिंदगियों के लिए काम कर रहा था मैंने कभी सोचा नहीं था कि मेरी डेडिकेशन की वजह से गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में मेरा नाम शामिल हो जाएगा। मैं तो बस अंधाधुंध अपना काम कर रहा था। मैंने कुछ पाने के लिए बहुत कुछ खोया। मैं अपनी बेटियों का बचपन नहीं देख पाया। हालांकि उस वक्त काम मेरे लिए ज्यादा जरूरी था क्योंकि मेरे ऊपर कई जिंदगियां निर्भर थीं। ये सारे लोग मेरी सफलता पर निर्भर थे। पिताजी का निधन हो चुका था। गांव में जो मेरा परिवार था, वो मुझ पर ही निर्भर था। मेरे बड़े भाई कोई काम नहीं करते थे तो उनके बच्चों की लाइफ की जिम्मेदारी भी मेरी थी। रिश्तेदार और समाज की भी कुछ जिम्मेदारियां मेरे ऊपर थीं। इन सबके अलावा मेरा खुद का परिवार भी था। ऐसे में उस वक्त मेरे पास काम करने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं था। अपनी बेटियों के लिए मेरे जो जज्बात थे, उन्हें भी मैंने गानों में पिरोया है। ‘बाबुल’ और ‘धड़कन’ फिल्म के गाने 'दूल्हे का सेहरा में' वो दर्द दिखता है। मैं सरस्वती चंद्र जैसी फिल्में बनाना चाहता हूं मैं अभी 'पुष्पा' के म्यूजिक डायरेक्टर देवी श्री प्रसाद के साथ 'सिर्फ तुम' नाम की एक फिल्म कर रहा हूं। गणेश आचार्य की फिल्म है। पहली वाली भी ‘सिर्फ तुम’ मैंने ही की थी। वो मेरे साथ काम करने के लेकर काफी उत्साहित हैं और मेरे अंदर भी उतनी ही एक्साइटमेंट है। ये एक लव स्टोरी है और इसमें 10 गाने हैं। लव स्टोरी तो मेरी खासियत है। मेरी कोशिश है कि इस फिल्म से मैं गानों को एक नया रूप दूं। मैं पूरी शिद्दत से अपना बेस्ट देने की कोशिश कर रहा हूं। मैं अब गानों के अलावा फिल्में लिखना चाहता हूं। मैं ‘सरस्वती चंद्र’, ‘प्यासा’, ‘संगम’ जैसी फिल्में लिखना चाहता हूं। मैं खुद को चैलेंज देना चाहता हूं। मैं जब भी खुद को चैलेंज करता हूं, मेरी एनर्जी दोगुनी हो जाती है। मुझे जीवन में ईश्वर ने सब कुछ दिया है इसलिए किसी चीज का पछतावा नहीं है। बस मन का काम करना चाहता हूं। ----------------------------- पिछले हफ्ते की सक्सेस स्टोरी पढ़िए... बेरोजगारी झेली, रामलीला में ताड़का भी बने, फिर एक वीडियो ने बदली जितेंद्र उर्फ जीतू भइया की किस्मत आमतौर पर IIT में पढ़ने वाले बच्चे इंजीनियर बनते हैं और मोटी सैलरी पर विदेश में काम करते हैं, लेकिन एक्टर जितेंद्र कुमार की कहानी थोड़ी अनोखी है। हिंदी में एग्जाम देकर पहले तो उन्होंने IIT क्रैक किया। जब वहां पहुंचे तो इंजीनियरिंग से ज्यादा दिल एक्टिंग करने में लगा। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें...
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविज़न का लोकप्रिय डांस रियलिटी शो ‘सुपर डांसर’ चार साल के लंबे अंतराल के बाद एक बार फिर वापसी कर रहा है। यह शो 19 जुलाई से हर शनिवार और रविवार रात 8 बजे प्रसारित होगा, जिसमें दर्शकों को 12 बेहद प्रतिभाशाली युवा डांसिंग प्रोडिजीज ...
पायल रोहतगी इन दिनों अपनी पर्सनल लाइफ की वजह से सुर्खियों में हैं। इस बीच उन्होंने दिवंगत एक्ट्रेस शेफाली जरीवाला को लेकर कुछ ऐसा कहा कि यूजर्स उनपर भड़क गए हैं। सोशल मीडिया पर पायल और एक पत्रकार की व्हाट्सएप चैट वायरल है, जिसमें वो बिना नाम लिए शेफाली पर तंज कसते नजर आ रही हैं। दरअसल, हाल ही में पायल ने अपने रेसलर पति संग्राम सिंह के चैरिटेबल फाउंडेशन के डायरेक्टर पोस्ट से इस्तीफा दिया था। इसके बाद ऐसी खबरें आने लगी कि दोनों के बीच कुछ भी ठीक नहीं है। तीन साल की शादी के बाद पायल और संग्राम तलाक लेने वाले हैं। इसी सिलसिले में एक जर्नलिस्ट ने पायल को मैसेज किया और सच्चाई जानने की कोशिश की। वायरल चैट में लिखा है- 'हेलो पायल, गुड मॉर्निंग, उम्मीद है तुम ठीक हो। तुम्हारे और संग्राम के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है, इसे लेकर खबरें चल रही हैं। तुम दोनों तलाक लेने वाले हो। मैं तुमसे पूछना चाहती थी कि इन खबरों में कोई सच्चाई है?' जर्नलिस्ट का मैसेज देखकर पायल भड़क गईं और ड्रग्स न लेने की नसीहत देने लगीं। रिप्लाई में पायल लिखती हैं- 'मुझे जानकर दुख दुआ कि तुम डिप्रेशन में हो। प्लीज दिन में ड्रग्स मत लो। ओवरडोज से मौत हो सकती है। फिर तुम्हारा खुद का न्यूजपेपर कहेगा कि एंटी-एजिंग मेडिसिन की वजह से ऐसा हुआ।' पायल ने जर्नलिस्ट को और भी काफी भला-बुरा कहा और फिर ब्लॉक कर दिया। दोनों की बातचीत का स्क्रीनशॉट पायल ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में लगाई। जब रेडिट पर से स्क्रीनशॉट वायरल हुआ तो यूजर्स पायल को भला-बुरा कहने लगे। एक यूजर ने लिखा- 'ये हमेशा से ऐसी ही थी। न सिर्फ डिप्रेशन को कम आंकना बल्कि उसे ड्रग ओवरडोज़ कहना..प्लीज आखिरी लाइन भी जरूर पढ़ें। ये बिल्कुल असंवेदनशील है।' वहीं, एक अन्य यूजर लिखते हैं- 'अगर आप सवालों का सामना नहीं कर सकते, तो अपनी लाइफ को सार्वजनिक रूप से दिखाना बंद करें। और सबसे बुरी बात.. वह शेफाली जरीवाला की मौत के बारे में साफ तौर पर घिनौना आरोप लगा रही हैं। यह न सिर्फ़ घृणित है, बल्कि क्रूर और शर्मनाक भी है।' बता दें कि पायल रोहतगी और संग्राम सिंह 14 सालों से एक-दूसरे के साथ हैं। दोनों सालों की डेटिंग के बाद तीन साल पहले शादी की है।
एक्टर वेदांग रैना ने जोया अख्तर की फिल्म 'द आर्चीज' से बॉलीवुड में शुरुआत की। इस फिल्म में उनके साथ खुशी कपूर भी थीं। जिसके बाद से दोनों के बीच अफेयर की अटकलें लंबे समय से हैं। हालांकि, किसी ने भी पब्लिकली इस रिश्ते की पुष्टि नहीं की है। हाल ही में वेदांग ने अपने खुशी के साथ बॉन्ड को लेकर बात की। दरअसल, हाल ही में वेदांग और खुशी ने फैशन ब्रांड अजोर्ट के #योरसेफस्पेस कैंपेन के लिए एक बार फिर साथ काम किया। जिसको लेकर हिन्दुस्तान टाइम्स से बातचीत में वेदांग ने कहा, खुशी के साथ काम करना बहुत आसान और मजेदार था। हमारे बीच अपने आप एक अपनापन है। हमारा रिश्ता सहज और सच्चा है और ये कनेक्शन इस कैंपेन में साफ दिखता है। अपने करियर की जर्नी पर बात करते हुए वेदांग ने कहा, खुद को समझने और अपने आप को जाहिर करने की मेरी यात्रा सीख और आत्मचिंतन से भरी रही है। वेदांग ने आगे कहा, मुझे सच में खुद को समझने में वक्त लगा, बाहरी असर और उम्मीदों से आगे जाकर। अब मैं अपनी ताकत और कमजोरियों को अपनाना सीख रहा हूं। अपने काम, फैशन और मौजूदगी के जरिए खुद को सच्चाई से दिखाने की कोशिश कर रहा हूं। ये सफर नया है और अभी जारी है, लेकिन हर कदम मुझे अपने असली रूप के करीब ले जाता है। वेदांग ने 'जिगरा' में आलिया संग काम कियावेदांग ने 'द आर्चीज' के बाद आलिया भट्ट के साथ फिल्म 'जिगरा' में भी काम किया। 'जिगरा' में वेदांग ने ‘एक हजारों में मेरी बहना है’ गीत गाकर अपनी गायकी भी दिखाई थी।
ऑटिज्म और इंडियन आर्मी पर आधारित अनुपम खेर की फिल्म 'तन्वी द ग्रेट' लगातार सुर्खियों में है। ये फिल्म 18 जुलाई को रिलीज होने जा रही है। लेकिन इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए राष्ट्रपति भवन में इसकी खास स्क्रीनिंग रखी जाएगी। फिल्म को प्रतिष्ठित राष्ट्रपति भवन सांस्कृतिक केंद्र (आरबीसीसी) में आयोजित किया जाएगा। इस दौरान उनके साथ फिल्म की कास्ट एंड क्रू के कुछ सदस्य मौजूद रहेंगे। राष्ट्रपति भवन में स्क्रीनिंग के दौरान फिल्म से डेब्यू कर रहीं एक्ट्रेस शुभांगी दत्त, एक्टर करण टैकर, बोमन ईरानी, फिल्म के को-राइटर अंकुर और अभिषेक और फिल्म के तकनीकी सदस्य शामिल होंगे। इस खास पल के लिए अनुपम खेर ने कहा, 'मैं अपनी फिल्म तन्वी द ग्रेट, को माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के सामने पेश करते हुए बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह फिल्म ऑटिज्म और भारतीय सेना पर केंद्रित है। और इसे आर्म्ड फोर्स के कमांडर-इन-चीफ से बेहतर और कौन दिखा सकता है। एक लीडर के तौर पर, वे शालीनता और अग्रणी नेतृत्व की प्रतिमूर्ति हैं। हम सभी बेसब्री से उनकी फिल्म देखने का इंतजार कर रहे हैं।' बता दें कि इस फिल्म में इंडियन कलाकारों के अलावा कुछ इंटरनेशनल कलाकार भी नजर आएंगे। फिल्म में जैकी श्रॉफ, अरविंद स्वामी, बोमन ईरानी, पल्लवी जोशी, करण टैकर, नासिर, अनुपम खेर और इयान ग्लेन अहम रोल निभा रहे हैं। फिल्म से ऑस्कर विनर म्यूजिक डायरेक्टर एमएम कीरवानी और साउंड डिजाइनर रेसुल पूकुट्टी भी जुड़े हैं। फिल्म को जापान के सिनेमेटोग्राफर केइको नाकाहारा ने शूट किया है। 'तन्वी द ग्रेट' को अनुपम खेर स्टूडियोज एनएफडीसी के साथ मिलकर प्रोड्यूस कर रहा है। फिल्म के ग्लोबल डिस्ट्रीब्यूशन का जिम्मा रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर की प्रोडक्शन कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट और अनिल थडानी की कंपनी एए फिल्म्स संभाला रही हैं। हाल ही में फिल्म को कान में दिखाया गया था, जहां इस खूब सराहा गया।
प्राइम वीडियो ने नेशनल अवॉर्ड विनर डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा की डॉक्यूमेंट्री 'जीरो से रिस्टार्ट' का एक्सक्लूसिव ग्लोबल प्रीमियर अनाउंस किया है। विनोद चोपड़ा फिल्म्स के बैनर तले बनी ये डॉक्यूमेंट्री फिल्म '12th फेल' कैसे बनी, उसी पर आधारित है। ...
कौन हैं असम की अर्चिता फुकन? अमेरिकी एडल्ड स्टार संग तस्वीर शेयर करके मचाई सनसनी
असम की रहने वाली अर्चिता फुकन इन दिनों सुर्खियों में छाई हुई है। बीते दिनों अर्चिता ने एक अमेरिकी एडल्ड स्टार केंड्रा लस्ट के साथ तस्वीर शेयर की थी, जो देखते ही देखते वायरल हो गई। इसके बाद से हर कोई जानना चाहता है कि आखिर अर्चिका फुकन है कौन? ...
29 सेलेब्स पर ईडी ने कसा शिकंजा, सट्टेबाजी एप्स को प्रमोट करने का लगा आरोप
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई सेलेब्स के खिलाफ शिकंजा कसा है। ईडी ने तेलंगाना के 29 सेलेब्स, यूट्यूबर्स और सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर के खिलाफ सट्टेबाजी एप्स को बढ़ावा देने के आरोप में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट दर्ज की है। ईडी के इस कदम से साउथ ...
बर्थडे पर रणवीर सिंह के खुद को दिया लग्जरी गिफ्ट, खरीदी Hummer EV 3X, जानिए कितनी है कीमत
बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह ने 6 जुलाई को अपना 40वां बर्थडे सेलिब्रेट किया। इस मौके पर रणवीर ने खुद को एक लग्जरी तोहफा दिया है। एक्टर ने Hummer EV 3X खरीदी है। यह रणवीर सिंह की पहली इलेक्ट्रिक कार है, जिसकी कीमत 4.5 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 29 सेलेब्रिटी पर मामला दर्ज किया है। इसमें एक्टर विजय देवरकोंडा, राणा डग्गुबाती और प्रकाश राज के नाम शामिल हैं। मामले में आरोप है कि इन्होंने अवैध बेटिंग एप्लिकेशन का प्रचार किया। यह कार्रवाई साइबराबाद पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी (FIR) के आधार पर की गई। न्यूज 18 के मुताबिक, ED की यह कार्रवाई फनीन्द्र शर्मा की शिकायत पर हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि पब्लिक फिगर के प्रचार से कमजोर आर्थिक स्थिति वाले लोग गुमराह हुए और उन्हें बड़ा नुकसान हुआ। डिजिटल इन्फ्लुएंसर हर्षा साई का भी नाम सेलेब्स में निधि अग्रवाल, मांचू लक्ष्मी, प्रणिता सुभाष, श्रीमुखी और डिजिटल इन्फ्लुएंसर जैसे हर्षा साई और यूट्यूब चैनल लोकल बोई नानी के नाम भी हैं। इकोनॉमिक्स टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में दो टेलीविजन होस्ट भी शामिल हैं। मामले में अधिकारियों को शक है कि इन प्रमोशन्स के जरिए बड़ी रकम की मनी लॉन्ड्रिंग की गई। विजय ने अवैध बेटिंग के आरोप से इनकार किया वहीं, एक्टर विजय देवरकोंडा ने A23 से अपने जुड़ाव का बचाव किया है। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, उन्होंने कहा यह एक स्किल-बेस्ड गेमिंग प्लेटफॉर्म है, अवैध बेटिंग नहीं। उनकी टीम ने बताया कि रमी को सुप्रीम कोर्ट ने स्किल का गेम माना है। वहीं, राणा डग्गुबाती ने कहा कि उनका गेमिंग एप से करार 2017 में खत्म हो गया था। प्रमोशन केवल कानूनी रूप से अनुमति प्राप्त इलाकों तक सीमित थे। प्रकाश राज ने माना कि उन्होंने 2016 में जंगली रमी का प्रचार किया था। उन्होंने कहा, 'कानूनी रूप से सही था लेकिन मेरी नैतिकता से मेल नहीं खाता था।'
एक्टर सलमान खान बुधवार को अपनी एक्स गर्लफ्रेंड संगीता बिजलानी की जन्मदिन की पार्टी में पहुंचे। बांद्रा में हुई इस पार्टी में सलमान अपने सुरक्षा गार्ड्स के साथ पहुंचे। उन्होंने काली टी-शर्ट और डेनिम जींस पहनी थी। बता दें कि फोटोग्राफर्स के सामने पोज देते समय सलमान सीरियस दिखे। हालांकि, उनका मूड तब बदल गया जब उन्होंने एक छोटे से बच्चे को देखा। उन्होंने बच्चे से बातचीत की। वीडियो में देखा जा सकता है कि सलमान वेन्यू के गेट पर रुकते हैं। बच्चे को देखते ही उससे बात करते हैं। दोनों ने साथ में तस्वीर भी खिंचवाई। इसके बाद सलमान लिफ्ट की ओर बढ़ गए। बता दें कि एक्टर अर्जुन बिजलानी भी इस जन्मदिन पार्टी में पहुंचे। उन्होंने इंस्टाग्राम पर संगीता और सलमान के साथ एक तस्वीर शेयर कर लिखा - “हैप्पिएस्ट बर्थडे संगीता बिजलानी, बहुत प्यारी इंसान। मुझे लगता है बिजलानी खास होते हैं, सलमान खान के साथ दिन और अच्छा हो गया.. बहुत सारा प्यार भाई !!! पत्नी तुम हमेशा की तरह शानदार दिख रही हो।” सलमान और संगीता करीब 10 साल साथ रहे बता दें कि सलमान और संगीता ने कई साल रिश्ते में थे। दोनों की मुलाकात एक टीवी एड के सेट पर हुई थी। दोनों लगभग दस साल तक साथ रहे। यह सलमान के सबसे लंबे रिश्तों में से एक माना जाता है। दोनों शादी करने वाले थे। इंडियन आइडल 15 के एक एपिसोड में संगीता ने कहा था - हमारी शादी के कार्ड छप रहे थे, लेकिन समारोह से पहले सब रुक गया। बाद में संगीता ने 1996 में मोहम्मद अजहरुद्दीन से शादी की। 2019 में उनका तलाक हुआ।
साउथ की ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाइज केजीएफ', कांतारा', सालार' और बघीरा' जैसी बड़ी फिल्में बनाने वाले प्रोडक्शन हाउस होम्बले फिल्म्स, क्लीम प्रोडक्शंस के साथ मिलकर ‘महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स' ला रहे हैं। यह सीरीज 2025 में ‘महावतार नरसिम्हा' से शुरू होकर 2037 में ‘महावतार कल्कि पार्ट 2’ के साथ समाप्त होगी। यह पहल भारतीय आध्यात्मिक परंपरा को आधुनिक सिनेमाई अंदाज में दुनिया के सामने लाने का एक खास प्रयास है। पहली फिल्म 25 जुलाई को 3D में और पांच भारतीय भाषाओं में 1000 स्क्रीन्स पर रिलीज होगी। फिल्म के डायरेक्टर अश्विन कुमार ने बातचीत के दौरान बताया कि यह सिनेमैटिक यूनिवर्स सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसे विभिन्न प्लेटफॉर्म पर दर्शकों से जोड़ने की तैयारी है। इसकी कहानियों को ग्राफिक किताबों के रूप में भी तैयार किया जाएगा। इससे जुड़े ऐसे गेम्स बनाए जाएंगे जहां दर्शक कहानी का हिस्सा बन सकें। इसकी डिजिटल कहानियां भी तैयार होंगी। हमारा मुख्य उद्देश्य एक ऐसा भावनात्मक संसार बनाना है जो आज की पीढ़ी को भारत की आध्यात्मिक परंपरा से जोड़े। हॉलीवुड फिल्मों जैसा भव्य सिनेमाई अनुभव देने का प्रयास होगा अश्विन इस बात से भी वाकिफ हैं कि ‘कल्कि' या ‘परशुराम' जैसे प्रोजेक्ट्स अन्य मेकर्स द्वारा भी अनाउंस हैं। इसके बावजूद वह ‘महावतार यूनिवर्स' अलग बनाने वाले हैं। उन्होंने कहा...‘ये कथाएं सनातन हैं और इनके कई स्वरूप हैं। हमारा लक्ष्य शास्त्रों और पौराणिक स्रोतों के अनुसार कहानियों को प्रामाणिक रूप से पेश करना है, जिसमें मठों की सहमति भी शामिल होगी। जहां कहीं अतिशयोक्ति होगी, उसे स्पष्ट रूप से बताया जाएगा। साथ ही, दर्शकों को हॉलीवुड फिल्मों जैसा भव्य सिनेमाई अनुभव देने का प्रयास किया जाएगा। भगवान नरसिम्हा की कहानी से ही शुरुआत करने का एक खास कारण था कि यह कहानी आज के युग और पीढ़ी के लिए बहुत प्रासंगिक है, क्योंकि इसमें विचारधाराओं का टकराव, एक पिता और पुत्र के बीच का संघर्ष दिखाया गया है। यह कहानी संघर्षों को सुलझाने के लिए एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करती है, जहां धर्म की विजय होती है।’ यह पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया' प्रोडक्ट है, गहरी रिसर्च के साथ बनी है फिल्म फिल्म के भव्य एनीमेशन पर बात करते हुए अश्विन ने कहा...‘यह पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया' प्रोडक्ट है। इस टीम में पूरे भारत के कलाकार शामिल हैं, जिन्होंने इन-हाउस पाइपलाइन विकसित की है। यह एक ऐसा अनुभव बनाने का प्रयास है जो भारतीय सिनेमा में पहले कभी नहीं देखा गया। ‘नरसिम्हा...' फिल्म में कहानी की गहराई भी काफी रिसर्च के साथ है। यह केवल हिरण्यकश्यप, प्रहलाद और नरसिंह अवतार तक सीमित नहीं होगी। इसमें भगवान वराह का अवतार भी दिखाया जाएगा, जो हिरण्याक्ष द्वारा पृथ्वी को पाताल में छिपाने से संबंधित है। हम एक कहानी में दो या तीन संबंधित अवतारों को शामिल करेंगे, ताकि भगवान की पूरी लीला को दिखाया जा सके। प्रोडक्शन में तेजी के लिए AI का भी इस्तेमाल किया गया है अश्विन इस बात पर भी जोर देते हैं कि ‘फिल्म के लिए एनीमेशन का ही चुनाव इसलिए किया गया ताकि दर्शक किसी एक्टर की छवि में भगवान को न देखें, बल्कि शुद्ध स्वरूप में उनका अनुभव करें। इसे रियलिस्टिक एनीमेशन’ का रूप दिया गया है, न कि कार्टून का, ताकि देखने वाले को लगे कि यह सजीव है। इस फिल्म को बनाते समय AI उतना प्रचलन में नहीं था लेकिन बाद में AI का इस्तेमाल किया गया है, खासकर प्रोडक्शन को तेज करने के लिए। AI को एक अवसर के रूप में देखा जा रहा है जिससे फिल्मों को कम समय में बनाया जा सकता है। दो से तीन साल के गैप पर फिल्मों की रिलीज भी इसलिए है कि हमेें दर्शकों की प्रतिक्रिया मिल जाएगी। यदि एक प्रोजेक्ट को जबरदस्त सफलता मिलती है, तो बाकी फिल्मों की स्पीड तेज की जा सकती है। अगली फिल्म ‘महावतार परशुराम’ की तैयारी शुरू हो चुकी है। कई डायरेक्टर्स जुड़ना चाह रहे हैं और हम स्वागत करेंगे। ये एक आदमी का काम नहीं है, बल्कि एक संकल्प है जो सामूहिक प्रयास से ही पूरा होगा।’ इसमें कोई हॉलीवुड प्रोडक्शन या VFX स्टूडियो शामिल नहीं है... बकौल, अश्विन इस महावतार यूनिवर्स की पहली फिल्म को शुरुआत में पांच भारतीय भाषाओं में 2D और 3D में रिलीज किया जाएगा। इसके बाद इसे पांच अंतरराष्ट्रीय भाषाओं (अंग्रेजी, जापानी, कोरियाई, रूसी, स्पेनिश) में भी जारी किया जाएगा। इसका उद्देश्य भारतीय सभ्यता और कहानियों का विश्व स्तर पर प्रचार करना है। हालांकि इसमें कोई हॉलीवुड प्रोडक्शन या VFX स्टूडियो शामिल नहीं है। यह पूरी तरह से देश में बनी है। हमारा उद्देश्य न केवल मनोरंजन करना है बल्कि भारतीय संस्कृति को विश्व मंच पर भी ले जाना है। ऐसी हाई क्वालिटी एनिमेशन फिल्मों को बनाने के लिए भी अच्छा-खासा समय चाहिए होता है। हमारा लक्ष्य भारतीय दर्शकों को ‘हैरी पॉटर' या ‘जुरासिक पार्क' जैसी बड़ी सिनेमाई फ्रेंचाइजी का अनुभव देना है, जो भारत में अभी तक बड़े पैमाने पर नहीं देखी गई हैं।
फिल्म मेकर राकेश रोशन की बेटी सुनैना रोशन कई जानलेवा बीमारियों को हराकर अब डिसिप्लिन लाइफ स्टाइल से लोगों इंस्पायर कर रही हैं। दैनिक भास्कर से खास बातचीत के दौरान सुनैना ने अपने भाई ऋतिक रोशन और पेरेंट्स से जुड़ी बहुत सारी बातें शेयर कीं। उन्होंने बताया कि ऋतिक की डेब्यू फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ बड़ी हिट फिल्म साबित हुई थी। फिर भी उनकी फैमिली फिल्म की सक्सेस को एन्जॉय नहीं कर पाई। इसके अलावा सुनैना ने अपने पेरेंट्स और फिल्म से जुड़ी तमाम बातें शेयर कीं। पेश है उनमें से कुछ खास अंश- सवाल- बचपन की डैड की फिल्मों की सेट की कुछ यादें हैं। सवाल- बचपन की ऐसी तो कोई खास यादें नहीं है। हमलोग शूटिंग पर ऐसे ही मस्ती के लिए जाते थे। इसी बहाने पापा से मिलना हो जाता था। सवाल- आपके परिवार में सभी लीजेंड्स हैं। आपने कभी नहीं सोचा कि किसी क्षेत्र में आपको भी किस्मत आजमानी चाहिए? जवाब- मैंने कभी ऐसा सोचा नहीं। अभी भी नहीं सोचती हूं और ना ही कभी आगे इस बारे में सोचूंगी। मुझे पता था कि डायरेक्शन, एक्टिंग और म्यूजिक डायरेक्शन की फील्ड में नहीं जाना है। सवाल- लेकिन आप को-प्रोड्यूसर रही हैं? जवाब- मैं 2006 तक बहुत पार्टी करती थी। उसे छोड़कर अपनी लाइफ में कुछ करना चाहती थी। मैंने पापा से कहा कि ऑफिस आ रही हूं। उनको लगा कि मैंने ऐसे ही बोल दिया होगा, लेकिन मैं काम को लेकर सीरियस थी। मैंने ऑफिस में सभी को बोल दिया कि कोई मुझे राकेश रोशन की बेटी की तरह ट्रीट ना करें। क्रेजी 4 में को- प्रोड्यूसर के तौर पर जुड़ी। कृष 3 में असिस्टेंट डायरेक्टर भी थी। सवाल- क्रेजी 4 में शाहरुख खान का आइटम सॉन्ग भी था। सेट से जुड़ी कुछ खास यादें? जवाब- जिस समय शाहरुख खान के आइटम सॉन्ग की शूटिंग यशराज स्टूडियों में चल रही थी। उस समय मैं कैंसर से गुजर रही थी। पापा ने मुझे सेट पर आने से मना कर दिया था फिर मैं गई थी। उस समय 4-5 सर्कल कीमोथेरेपी हो चुका था। सेट पर लोगों ने बहुत ख्याल रखा। उस समय यशराज स्टूडियों में बाहर से खाना लागे के अनुमति नहीं थी। सिर्फ मुझे ही घर से खाना लाने की इजाजत थी। सवाल- शाहरुख खान से कुछ बात हो पाई थी? जवाब- सिर्फ हाय हैलो तक ही बात हुई थी। उस समय सभी लोग शूटिंग में बहुत बिजी थे। इसलिए ज्यादा किसी से बात नहीं हो पाई थी। वैसे भी यह बात 2007 की है, अब तो कुछ ज्यादा याद ही नहीं रहा। सवाल- पापा घर और सेट पर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के तौर पर कैसे रहते हैं? जवाब- घर पर भी बहुत अनुशासन में रहते हैं। सेट पर मेरे और पापा के बीच एक बात बहुत कॉमन है कि हमलोग प्रैंक बहुत करते हैं। पापा का वन लाइनर बहुत अच्छा है। घर और सेट पर एक जैसे ही रहते हैं, लेकिन शूटिंग के दौरान भी पापा को घर की चिंता रहती थी। हर काम में उनका दिमाग घूमता रहता है। मैं यह सोचकर हैरान रहती थी कि वो इतना सारा काम एक साथ कैसे कर लेते हैं। सवाल- ऋतिक ने बचपन में कभी बताया था कि एक्टर बनना है? जवाब- नहीं, इस बारे में तो नहीं बताया था। मैं और भाई मम्मी के बहुत करीब थे। हम दोनों मम्मी को हर छोटी सी छोटी बातें बताते थे, लेकिन ऋतिक ने यह कभी नहीं बताया कि वो ऐक्टर बनना चाहता है। सवाल- ‘कहो ना प्यार है’ के समय घर का कैसा माहौल था? जवाब- हम लोग शिप पर शूटिंग के लिए गए थे। जहां पर ‘प्यार की कश्ती में’ शूट हुआ था। जब फिल्म रिलीज हुई तब हम लोगों को लग रह था कि पापा ने बहुत अच्छी फिल्म बनाई है। हम लोग फिल्म की सक्सेस को एन्जॉय नहीं कर पाए, क्योंकि उसी समय पापा पर गोली चलाई गई थी। उसके एक हफ्ते के बाद पापा के हार्ट की ओपन सर्जरी हुई थी। सवाल- कृष 3 की शूटिंग के दौरान ऋतिक को बहुत भयंकर इंजरी भी हुई थी? जवाब- वो सिंगापुर में हुआ था। हम लोग मुंबई मे थे। मेरे डैड के लिए वह बहुत बुरा अनुभव था क्योंकि अपने बेटे को बहुत ऊंचाई से गिरते हुए देख रहे थे। ईश्वर की बहुत कृपा रही कि भाई बच गए। सवाल- आपके परिवार ने बहुत स्ट्रगल देखें हैं। आपने वह सब देखा है। कहीं ना कहीं वह ताकत देता है? जवाब- जब हम छोटे थे तब पापा का स्ट्रगल पता नहीं चलता था। आजकल के बच्चे और तभी के बच्चे में बहुत फर्क है। पापा ने कभी यह महसूस नहीं कराया कि वो कितनी मेहनत करते हैं। पापा का स्ट्रगल हमने करण-अर्जुन की फिल्म से देखा है। जब पापा अजय देवगन को साइन कर रहे थे और वो फिल्म से हट गए तब मेरी शादी हो चुकी थी।
इंडो-ऑस्ट्रेलियन सीरीज ‘फोर इयर्स लेटर’ का प्रीमियर 11 जुलाई को लायंसगेट प्ले पर होने जा रहा है। इससे पहले यह शो ऑस्ट्रेलिया के एसबीएस नेटवर्क और कनाडा में टेलीकास्ट हो चुका है। हाल ही में इस शो को लेकर एक्ट्रेस शहाना गोस्वामी और एक्टर अक्षय अजीत सिंह ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। शहाना ने बताया कि 30 साल की उम्र में रोमांटिक किरदार निभाने का मौका मिला है। वहीं, अक्षय ने कहा कि किरदार ऐसा था कि उसके फीलिंग्स को अंदर से महसूस करने की जरूरत थी। परिवार के लिए प्यार और पत्नी को छोड़ दिया ‘फोर इयर्स लेटर’ यानी की चार साल बाद की कहानी जयपुर से शुरू होती है। यश डॉक्टर बनना चाहता है। घरवाले उसकी अरेंज मैरिज कर देते हैं, इसी बीच उसे ऑस्ट्रेलिया में इंटर्नशिप ऑफर होती है। उसकी पत्नी श्रीदेवी भारत में रह जाती है। उसे चार साल तक अपने पति का इंतजार करना पड़ता है। सीरीज में यश की भूमिका निभा रहे एक्टर अक्षय अजीत सिंह कहते हैं- यह किरदार मेरे लिए बहुत नया है। यश बहुत ही प्यारा और मेहनती लड़का है। अपने परिवार के लिए कुछ करना चाहता है। ताकी अपने परिवार को अच्छा भविष्य दे सके। परिवार के लिए अपने प्यार और बीवी को छोड़कर ऑस्ट्रेलिया में चला जाता है। 20 साल के बाद कुछ करने को मिला सीरीज में श्रीदेवी की भूमिका निभा रही एक्ट्रेस शहाना गोस्वामी कहती हैं- सबसे बड़ी बात यह है कि 30 साल की उम्र में रोमांटिक किरदार निभाने का मौका मिला है। हालांकि इस किरदार को निभाने से थोड़ा हिचक रही थी, क्योंकि 19 साल की उम्र में भी मेरा ऐसा एसेंस नहीं था, लेकिन किरदार को बहुत ही ईमानदारी के साथ लिखा गया है। यह ऐसा किरदार है जिसकी पर्सनालिटी मुझसे बहुत मिलती जुलती है। अपनी पर्सनालिटी सिर्फ एक ही फिल्म ‘तू है मेरा संडे’ में दिखाने का मौका मिला है। किसी फिल्म में स्माइल करने का मौका बहुत कम मिलता है। फिल्म संतोष करते वक्त इस शो के लिए ऑडिशन दिया था। 20 साल के बाद पहली बार कुछ करने को मिला जिससे मुझे 'संतुष्टि' मिली। बता दें कि शहाना ब्रिटिश फिल्म संतोष के लिए काफी चर्चा में रही थीं, जिसे यूके ने ऑस्कर अवॉर्ड्स की बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म कैटेगरी में आधिकारिक एंट्री के तौर पर भेजा था। इस फिल्म का निर्देशन संध्या सूरी ने किया था। पता नहीं था शो इंडिया में रिलीज होगा ‘फोर इयर्स लेटर’ के बारे में बात करते हुए शहाना गोस्वामी कहती हैं- इस तरह की कहानी ऑस्ट्रेलियन टीवी के लिए बनाना बहुत बड़ी बात थी। जिसमें दो भारतीय लीड रोल में हैं जो भारतीय लहजे में बात कर रहे हैं। उस शो का हिस्सा बनना और उसका सफल होना बहुत बड़ी बात है। ऑस्ट्रेलिया के बाद जब यह शो कनाडा में रिलीज हुआ तो वहां से इस शो के रील खूब वायरल हुए। मुझे नहीं पता था कि यह प्रोजेक्ट इंडिया में रिलीज हो पाएगा। एक्टिंग नहीं फीलिंग्स समझना जरूरी था किरदार की तैयारी के बारे में बात करते हुए अक्षय अजीत सिंह ने कहा- यश एक ऐसा लड़का था। अपने इमोशन से भागता था। अपनी भावनाएं नहीं व्यक्त कर पाता था। यह ऐसा किरदार था, जिसमें एक्टिंग नहीं करनी थी। किरदार की फीलिंग्स को अपने अंदर महसूस करना जरूरी था। जब मैंने ऐसा किया तब किरदार निभाना सहज हो गया।
आलोक नाथ बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री का वो चेहरा हैं जिन्हें लोग उनके नाम से कम, उनके किरदारों से ज्यादा जानते हैं। आलोक नाथ ने ‘मैंने प्यार किया’, ‘हम आपके हैं कौन’ और विवाह जैसी फिल्मों में काम किया। वो कई पॉपुलर टीवी सीरियल्स में भी दिखाई दिए। हालांकि 'संस्कारी बाबूजी' की छवि वाले आलोक नाथ का नाम विवादों में भी आया। आज आलोक नाथ के बर्थडे के खास मौके पर आइए उनकी जिंदगी को करीब से छूते हैं- आलोक नाथ का जन्म 10 जुलाई 1956 को हुआ था। उनके पिता डॉक्टर थे। वो चाहते थे कि आलोक भी डॉक्टर बनें, लेकिन जब उन्होंने कॉलेज में साइंस छोड़कर आर्ट्स लिया, तब माता-पिता ने एक्टर बनने का फैसला उन पर छोड़ दिया। दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के समय आलोक ने थिएटर करना शुरू किया। बाद में उन्होंने दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) में एक्टिंग सीखी। पढ़ाई के दौरान और छुट्टियों में भी वे लगातार थिएटर और टीवी करते रहे। कैसे आलोक नाथ को मिली पहली फिल्म जब आलोक नाथ NSD में पढ़ाई के आखिरी साल में थे, तब 1980 में फिल्म 'गांधी' की टीम दिल्ली ऑडिशन लेने आई। टीम फिल्म में एक छोटे रोल के लिए एक्टर ढूंढ रही थी। आलोक नाथ ने बताया था कि जब वे होटल अशोक में डायरेक्टर एटनबरो से मिलने गए तो बहुत घबराए हुए थे। हालांकि उन्हें फिल्म में काम मिला और उन्होंने तैयब मोहम्मद का रोल प्ले किया। आलोक ने कहा था कि शायद उनका क्रांतिकारी और भूखा थिएटर आर्टिस्ट जैसा लुक इस रोल के लिए ठीक लगा। द बिग इंडियन पिक्चर को दिए इंटरव्यू में आलोक नाथ ने बताया था कि जब 'गांधी' में काम करने के बदले उन्हें 20 हजार रुपए फीस मिली तो इतने पैसे देखकर वह हैरान रह गए थे। आलोक नाथ ने कहा था, थिएटर करने के दौरान मुझे एक नाटक के लिए 10 दिन रिहर्सल करके 60 रुपए मिलते थे। इसलिए जब 'गांधी' के लिए मेहनताने की बात हुई तो मैंने मेकर्स से 100 रुपए मांगे तो उन्होंने कहा- 20 चलेगा? मेरे तो होश उड़ गए। मैं 60 रुपए पाने की सोच रहा था कि 20 हजार रुपए? तभी मेकर्स ने मुझसे कहा कि 20 हजार में डील डन करते हैं। इतना बड़ा अमाउंट सुन मैं भी हक्का-बक्का रह गया था। ‘गांधी’ के बाद आलोक नाथ ने 'मैंने प्यार किया', 'हम आपके हैं कौन..!', 'हम साथ साथ हैं', 'विवाह', 'परदेस', 'ताल', 'अग्निपथ', 'कामाग्नि', 'किल दिल', 'दे दे प्यार दे', 'सोनू के टीटू की स्वीटी', मुजरा', 'टैंगो चार्ली', 'मेरे यार की शादी है', 'मैं जिंदा हूं', 'सारांश', 'हाहाकार', 'एक विवाह ऐसा भी', 'बोल राधा बोल' और 'तिरंगा' जैसी फिल्मों में काम किया। फिल्मों के साथ-साथ आलोक नाथ ने कई टीवी सीरियल्स में भी काम किया। उनका टेलीविजन करियर 1980 में शो ‘रिश्ते-नाते’ से शुरू हुआ। हालांकि उन्हें पहचान 1986 में 'बुनियाद' नाम के धारावाहिक से मिली। यह शो उस समय बहुत चर्चित हुआ। वहीं, वो 'बुनियाद' के अलावा 'रिश्ते', 'तारा', 'बसेरा', 'सपना बाबुल का...बिदाई', 'यहां मैं घर घर खेली', 'ये रिश्ता क्या कहलाता है', 'तलाश', 'दाने अनार के' और 'कभी कभी (तितलियां)' जैसे सीरियल्स में दिखाई दिए। 'गांधी’ में काम करने के बाद आलोक मुंबई आ गए, लेकिन वहां उनको काफी संघर्ष करना पड़ा। शुरुआती दिनों में उन्होंने 'मशाल' और 'सारांश' जैसी फिल्मों में छोटे रोल किए। बता दें कि फिल्म ‘सारांश’ में ‘बी प्रधान’ के रोल को लेकर आलोक नाथ को बुलाया गया था। हालांकि फिल्म में वो रोल अनुपम खेर ने प्ले किया। आलोक नाथ ने बताया था कि वो 'संध्या छाया' नामक एक नाटक कर रहे थे। यह नाटक एक ऐसे बुजुर्ग कपल की कहानी थी, जिनके बच्चे विदेश में बस चुके थे और अब वे अकेले रहते थे। इस नाटक में आलोक नाथ ने एक बुजुर्ग व्यक्ति की भूमिका निभाई थी। उन्हीं दिनों राज बब्बर राजश्री प्रोडक्शन की किसी फिल्म में काम कर रहे थे। उन्होंने नाटक देखा और अगले ही दिन आलोक नाथ को संदेश भिजवाया कि वे उन्हें तुरंत कॉल करें। जिसके बाद आलोक राजश्री प्रोडक्शन के दफ्तर पहुंचे। जब वे दफ्तर पहुंचे तो उन्हें राजकुमार बड़जात्या के कमरे में भेजा गया। उन्होंने अपना परिचय दिया, लेकिन वो उन्हें पहचान ही नहीं पाए। थोड़े झुंझलाते हुए आलोक ने कहा था कि वे वही एक्टर हैं, जिन्होंने 'संध्या छाया' में बुजुर्ग का रोल किया था। बड़जात्या चौंक कर बोले, लेकिन वो तो बूढ़ा आदमी था! आलोक नाथ ने जवाब दिया- जी, पर मैं 25 साल का हूं, सिर्फ भूमिका निभा रहा था। राजकुमार बड़जात्या ने आलोक नाथ की तारीफ की, पर अफसोस जताया कि वह रोल ( ‘बी प्रधान’ का रोल) उन्हें नहीं मिल सकता क्योंकि उन्हें सचमुच का बुज़ुर्ग चाहिए था। वह रोल अनुपम खेर को मिला। आलोक नाथ को सिर्फ एक पंडित का छोटा रोल दिया गया। हालांकि इसके बाद उन्होंने राजश्री प्रोडक्शन की कई फिल्मों में काम किया। आलोक नाथ को फिल्म 'मैंने प्यार किया' से बड़ी पहचान मिली। इसमें उन्होंने भाग्यश्री के पिता का रोल निभाया था। इस किरदार के बाद वह 'बाबूजी' के रोल के लिए मशहूर हो गए। अमिताभ बच्चन के पिता का किरदार निभाया 1990 में आलोक नाथ ने फिल्म 'अग्निपथ' में अभिनेता अमिताभ बच्चन के पिता का रोल किया। उस समय आलोक नाथ 34 साल के थे और अमिताभ बच्चन 48 साल के थे। नीना गुप्ता के साथ जुड़ा नाम न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, आलोक नाथ और एक्ट्रेस नीना गुप्ता का अफेयर था। दोनों की मुलाकात शो 'बुनियाद' के सेट पर हुई थी। दोनों ने करीब 8 साल तक एक-दूसरे को डेट किया, लेकिन आलोक के पिता इस रिश्ते के खिलाफ थे, इसलिए यह रिश्ता आगे नहीं बढ़ सका। आलोक ने 1987 में आशु सिंह नाथ से शादी की थी। दिसंबर 2013 में आलोक नाथ पर बने जोक्स और मीम सोशल मीडिया पर वायरल होने लगे। 4 जनवरी 2014 को ट्विटर पर 'द क्यूरियस केस ऑफ आलोक नाथ' नाम से यह ट्रेंड काफी चर्चा में रहा। उन्होंने इन मीम्स पर कहा था, मुझे इनमें से ज्यादातर जोक्स अच्छे लगते हैं। विवादों से भी आलोक नाथ का रहा नाता स्पॉटबॉय की रिपोर्ट के अनुसार, एक बार आलोक नाथ दुबई शो के लिए गए थे। लौटते वक्त, एयरपोर्ट जाने से पहले ही आलोक नाथ ने खूब शराब पी ली थी। फ्लाइट में तकनीकी वजह से देरी हुई तो आलोक का नशा और चढ़ गया। अचानक वे अपनी सीट से उठे और एक पायलट को जोर से थप्पड़ मार दिया। सभी यात्री और क्रू हैरान रह गए। पुलिस बुला ली गई और आलोक को फ्लाइट से उतार दिया गया। अक्टूबर 2018 में भारत के मी टू मूवमेंट के दौरान आलोक नाथ पर गंभीर आरोप लगे। टीवी लेखक और प्रोड्यूसर विंता नंदा ने उन पर रेप का आरोप लगाया। विंता नंदा ने फेसबुक पोस्ट में आलोक नाथ का बिना नाम लिए लिखा था कि एक पार्टी के बाद उन्होंने उन्हें घर छोड़ा। रास्ते में उनका ड्रिंक स्पाइक कर दिया। फिर उन्हें उनके ही घर में कई बार रेप किया। इसके बाद कई अन्य महिलाओं ने भी आलोक नाथ के व्यवहार पर सवाल उठाए। संध्या मृदुल ने लिखा था कि अपने करियर की शुरुआत में एक टेलीफिल्म की शूटिंग के दौरान आलोक नाथ उनके ऑन-स्क्रीन पिता थे। शुरुआत में वे उनकी तारीफ करते रहे। एक रात डिनर के दौरान वह नशे में उन्हें अपने पास बैठने के लिए मजबूर करने लगे। संध्या ने दरवाजा बंद करने की कोशिश की, लेकिन आलोक अंदर घुस गए और चिल्लाने लगे – “मैं तुम्हें चाहता हूं, तुम मेरी हो।” संध्या किसी तरह बचकर भागीं और लॉबी में गईं। इसके बाद भी उनका उत्पीड़न रुका नहीं। आलोक हर रात शराब पीकर उनके कमरे में कॉल करते और दस्तक देते। डर के कारण संध्या ने हेयर ड्रेसर को अपने कमरे में शिफ्ट करवा लिया। तनाव और डर की वजह से वह बीमार पड़ गईं और शूटिंग नहीं कर सकीं। एक दिन आलोक नाथ माफी मांगने आए। उन्होंने कहा कि वह शराबी हैं, सब कुछ बर्बाद कर चुके हैं और वह उन्हें अपनी बेटी की तरह मानते हैं। उन्होंने थेरेपी कराने का वादा किया। संध्या ने बताया था कि वह टूट चुकी थीं, लेकिन काम करना पड़ा। सिद्धार्थ कन्नन को दिए इंटरव्यू में हिमानी शिवपुरी ने कहा था, NSD के एक वाकये को छोड़कर मुझे कभी उनसे परेशानी नहीं हुई, लेकिन लोगों से सुनती थी कि शराब पीने के बाद वह बदल जाते थे। हिमानी ने कहा, मैंने उनके साथ बहुत काम किया। जब वह नहीं पीते थे तो बहुत संस्कारी लगते थे। उनकी पर्सनैलिटी जैकिल और हाइड जैसी थी। दीपिका अमीन ने ट्वीट कर लिखा था, इंडस्ट्री में हर कोई जानता है कि आलोक नाथ एक घिनौना शराबी है जो महिलाओं को परेशान करता है। सालों पहले एक टेलीफिल्म की आउटडोर शूटिंग के दौरान उसने मेरे कमरे में घुसने की कोशिश की। वह नशे में महिलाओं पर गिरता था और हंगामा करता था। यूनिट के लोगों ने मुझे घेरकर मेरी सुरक्षा सुनिश्चित की। #MeToo विंता नंदा के मामले में अतिरिक्त सत्र न्यायालय ने आलोक नाथ को 5 लाख रुपए के मुचलके पर अग्रिम जमानत दी थी। जनवरी 2019 में इस मामले में अग्रिम जमानत मिलने के बाद आलोकनाथ ने कहा था, माननीय कोर्ट और मेरे वकीलों ने मुझे अभी पूरी तरह से चुप रहने की सलाह दी है। वास्तव में, मैं पूरे समय शांत रहा हूं। हो सकता है, कुछ शब्द मेरे मुंह से गुस्से में निकल गए हों। अन्यथा, मैं तीन महीने पूरी तरह शांत रहा हूं। मेरे लिए फिलहाल कोई टिप्पणी करना सही नहीं है, लेकिन हां, हमें अग्रिम जमानत मिल गई है और हम इसके लिए बहुत आभारी हैं। सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (CINTAA) ने आलोक के असहयोग के कारण उन्हें संगठन से निकाल दिया था। मुंबई एकेडमी ऑफ मूविंग इमेज (MAMI) ने भी उनकी फिल्मों को अपने फेस्टिवल से हटा दिया था। --------------------------- ये खबरें भी पढ़ें... रणवीर सिंह@40, न्यूड फोटोशूट पर हुई FIR:रवीना को घूरने पर सेट से बाहर निकाले गए; कभी वेटर बने, आज है ₹119 करोड़ का बंगला मुंबई का लड़का, रंग-बिरंगे कपड़ों का दीवाना, जबरदस्त एनर्जी वाला एक्टर, ये पहचान है रणवीर सिंह की। जिनकी गिनती आज बॉलीवुड के टॉप एक्टर्स में होती है। शुरुआत में रणवीर ने कई रिजेक्शन झेले, लेकिन 2010 में आई फिल्म 'बैंड बाजा बारात' से डेब्यू करने के बाद उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी खास जगह बनाई। 'बाजीराव मस्तानी', 'पद्मावत' और 'गली बॉय' जैसी फिल्मों में उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ हुई। पूरी खबर पढ़ें..
फिल्म महावतार नरसिम्हा का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। 2 मिनट 52 सेकंड के इस ट्रेलर में भक्त प्रह्लाद की भक्ति और भगवान नरसिंह के अवतार की कहानी को दिखाया गया है। ट्रेलर की शुरुआत 'ॐ ब्रह्मा देवाय नमः' मंत्र के साथ होती है। इसमें दिखाया गया है कि किस प्रकार भगवान विष्णु नरसिम्हा के रूप में अवतरित होकर अधर्म का विनाश करते हैं और धर्म और मानवता की पुनः स्थापना करते हैं। कहानी प्रह्लाद के इर्द-गिर्द घूमती है, जो भगवान विष्णु के परम भक्त हैं और जिनका सामना होता है उनके नास्तिक पिता हिरण्यकश्यप से, जिसे भगवान ब्रह्मा से अमरता का वरदान मिला है। ट्रेलर में आस्था की दहाड़ दिखाई देती है, जब भगवान विष्णु के अवतार, महावतार नरसिम्हा का जन्म होता है, प्रह्लाद की रक्षा के लिए उनका अवतरण इस कथा को दिव्य बना देता है। साउथ की ब्लॉकबस्टर फ्रेंचाइजी जैसे केजीएफ, कांतारा, सालार और बघीरा जैसी बड़ी फिल्में बना चुके प्रोडक्शन हाउस होम्बले फिल्म्स अब क्लीम प्रोडक्शंस के साथ मिलकर इस फिल्म को ला रहे हैं। इतना ही नहीं वह आगे भी भगवान विष्णु के दस दिव्य अवतारों की कहानी लेके आएंगे। इसकी शुरुआत महावतार नरसिम्हा (2025) से होगी। इसके बाद महावतार परशुराम (2027), महावतार रघुनंदन (2029), महावतार द्वारकाधीश (2031), महावतार गोकुलानंद (2033), महावतार कल्कि पार्ट 1 (2035) और महावतार कल्कि पार्ट 2 (2037) भी आएंगे। प्रोड्यूसर शिल्पा धवन ने कहा, अब दहाड़ने का वक्त आ गया है। पूरे 5 साल की मेहनत के बाद हम श्री नरसिम्हा और श्री वराह की महागाथा दुनिया के सामने लाने को तैयार हैं। हर एक फ्रेम, हर एक पल, हर एक धड़कन इस दिव्य कहानी को जिंदा करने में लगी है। तैयार हो जाइए एक ऐसे विजुअल मास्टरपीस के लिए जो आपको निशब्द कर देगा। नरसिम्हा की दहाड़ आ रही है और ये सब कुछ बदलने वाली है। डायरेक्टर अश्विन कुमार ने कहा, महावतार सिनेमैटिक यूनिवर्स की पहली एनिमेटेड फिल्म का ट्रेलर अब रिलीज हो चुका है और वो भी वृंदावन की पवित्र धरती पर जहां इसे श्रद्धेय इंद्रेश जी महाराज ने लॉन्च किया। इससे शुभ शुरुआत और क्या हो सकती थी। ये हमारा सपना था कि भारत की संस्कृति और विरासत को आज के दौर की मीडिया और स्क्रीन के जरिए जिंदा रखा जाए और आज वो सपना सच होता दिख रहा है।
‘गुम है किसी के प्यार में’ सई के किरदार से मशहूर हुईं आयशा सिंह अब शो 'मन्नत' में नजर आ रही हैं। हाल ही में उन्होंने दैनिक भास्कर से बातचीत की, जिसमें उन्होंने शो में आने वाले नए मोड़ के बारे में बताया। साथ ही यह भी बताया किया कि इस किरदार को निभाते समय उन्हें किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा। मन्नत की जिंदगी में हर खुशी पाने के सफर में अब कौन-सा नया मोड़ आने वाला है? श्रुति मां की वापसी हो चुकी है और उनका ऑपरेशन अब फाइनली होने जा रहा है। मगर इस मोड़ पर एक बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है। प्यार का बलिदान। यही मन्नत की जिंदगी का सबसे मुश्किल और इमोशनल मोड़ है। क्या मन्नत अब अपने इमोशन्स छुपाना छोड़ देगी या फिर एक बार फिर प्यार का बलिदान देगी? मन्नत ने अब तक अपने इमोशन्स को इसलिए छुपाया क्योंकि उसके सामने एक शर्त रखी गई थी। लेकिन जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ेगी, उसे एहसास होगा कि उसके दिल की बात को दबाना आसान नहीं है। हो सकता है वो अपने प्यार को अब भी छुपाए रखे, लेकिन उसके इमोशन्स उसकी आंखों और व्यवहार में जरूर नजर आएंगे। इस नए ट्रैक में मन्नत अपने लिए स्टैंड लेती नजर आएगी? इस बदलाव को निभाना आपके लिए कितना चुनौतीपूर्ण रहा? यह सफर काफी चुनौतीपूर्ण रहा। हालांकि, अच्छी बात यह है कि हमने इस यात्रा को जिया है। जब हम कोई किरदार निभाते हैं, तो उसे सिर्फ निभाते नहीं, बल्कि पूरी तरह से महसूस करते हैं। ऐसे में जब किसी चुनौती का सामना हो जाता है, तो संतोष तो होता है, लेकिन मन में कई सवाल भी उठते हैं। एक तरफ बदले की भावना है, तो दूसरी ओर यह जानकर झटका लगता है कि जिसने जन्म दिया, वही उस मां की जान लेने की कोशिश कर रही है, जिसने पाला-पोसा। वहीं, विक्रांत के साथ रिश्ता भी टूटने की कगार पर है। ये सब थोड़ा मुश्किल जरूर है, लेकिन इन्हीं उतार-चढ़ावों में एक कलाकार को मजा भी आता है। अगर आप रियल लाइफ में मन्नत होतीं, तो क्या आपके भी उसी तरह के निर्णय होते जैसे मन्नत ने लिए? मुझे लगता है, मैं आयशा ही ठीक हूं। मन्नत को मैं दिल से सलाम करती हूं। अगर यह किरदार किसी की असल जिंदगी से प्रेरित है, तो उस शख्स को भी सलाम है। वैसे तो हर किसी की जिंदगी में मुश्किलें आती हैं, लेकिन मन्नत जैसी परिस्थितियों में अगर मैं होती, तो कुछ फैसलों को छोड़कर शायद मैं भी वैसे ही निर्णय लेती जैसे मन्नत लेती है। मन्नत के किरदार में आपको सबसे ज्यादा क्या पर्सनल टच लगता है? मैं मानती हूं कि मन्नत का किरदार हम सभी के अनुभवों से मिलकर बना है और शायद इसी वजह से ये इतना रियल लगता है। इसका संघर्ष बिल्कुल असल जिंदगी जैसा है। जैसे जिंदगी में कभी-कभी हरनीत पाजी जैसे लोग मिलते हैं, जिनका आपसे कोई खून का रिश्ता नहीं होता, फिर भी वो आपके लिए सब कुछ करने को तैयार रहते हैं। वहीं, कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो आपके अपने होते हैं, खून का रिश्ता होता है, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर वो आपके लिए कुछ नहीं करते। मन्नत की यही जर्नी मेरे लिए बहुत पर्सनल और रियल फील होती है। आपके किरदार और असल जिंदगी में कोई ऐसी ख्वाहिश जो आप पूरा करना चाहती हैं? मेरी सबसे बड़ी ख्वाहिश यही है कि हम पूरी कास्ट एक साथ ट्रिप पर जाएं। अगर कास्ट जाएगी, तो मन्नत भी जरूर जाएगी और जब मन्नत जाएगी, तो आयशा तो वैसे भी जाएगी ही। ये सफर ऑनस्क्रीन से हटकर ऑफस्क्रीन भी अगर साथ हो, तो वो पल जिंदगी भर यादगार बन जाएंगे।
राजकुमार राव और पत्रलेखा जल्द ही पेरेंट्स बनने वाले हैं। इस खुशखबरी को उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है, जिसके बाद से उनके दोस्त और फैंस उन्हें बधाई दे रहे हैं। राजकुमार राव और पत्रलेखा ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, बेबी इज ऑन द वे। इसके पोस्ट के नीचे कपल का नाम भी लिखा हुआ है। वहीं, अब कपल की इस पोस्ट पर सोनम कपूर, मानुषी छिल्लर, नुसरत भरूचा समेत कई फैंस ने कमेंट्स किए हैं। साथ ही उन्हें जिंदगी के इस नए चैप्टर की बधाई भी दी है। 11 साल डेट करने के बाद की थी शादी राजकुमार राव ने पत्रलेखा को 11 साल डेट करने के बाद शादी की है। कपल ने नवंबर 2021 में शादी के बंधन में बंधे थे। एक इंटरव्यू के दौरान पत्रलेखा ने बताया था कि उन्होंने 'लव सेक्स और धोखा' फिल्म में पहली बार राजकुमार राव को देखा था। पहली बार पत्रलेखा को लगा था कि राजकुमार, फिल्म के किरदार की ही तरह अजीब हैं, हालांकि ऐसा नहीं था। दूसरी तरफ राजकुमार राव ने एक एड में पत्रलेखा को देखकर उनसे शादी करने का मन बना लिया था। दोनों साल 2014 की फिल्म 'सिटी लाइट्स' में साथ नजर आए थे।
एक्ट्रेस पायल रोहतगी और संग्राम सिंह ने 12 साल एक दूसरे को डेट करने के बाद 9 जुलाई 2022 को शादी रचाई थी। कपल ने कई ग्रैंड रिसेप्शन होस्ट किए थे। लेकिन शादी के 3 साल बाद ही दोनों के तलाक लेने की खबरें सामने आने लगी है। दअरसल, पायल रोहतगी ने अपने पति ...
44 साल की करीना कपूर ने मोनोकिनी में शेयर की तस्वीरें, यूजर्स लगाने लगे प्रेग्नेंसी के कयास
बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर 44 साल की उम्र में भी अपने लुक्स और स्टाइल से हर किसी का दिल जीत लेती हैं। करीना इन दिनों अपने परिवार के साथ लंदन में वेकेशन मना रही हैं। करीना वेकेशन की झलकियां भी सोशल मीडिया पर फैंस के साथ शेयर कर रही हैं। हाल ही में ...
भारतीय क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और आरजे महवश अक्सर अपने रिश्ते को लेकर चर्चा में रहते हैं। पिछले कुछ समय से खबरें हैं कि दोनों एक-दूसरे को डेट कर रहे हैं। इसी बीच अब आरजे महवश एक क्रिकेट टीम की मालकिन भी बन गई हैं। उन्होंने पहली बार किसी क्रिकेट लीग में निवेश किया है। आरजे महवश ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया। इसमें उन्होंने बताया कि वह अब चैंपियंस लीग टी10 का हिस्सा बन चुकी हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में एक टीम की हिस्सेदारी खरीद ली है यानी अब वो उस टीम की सह-मालकिन होंगी। हालांकि, अभी तक टीम का नाम सामने नहीं आया है। बता दें, चैंपियंस लीग टी10 का आयोजन 22 अगस्त से 24 अगस्त के बीच किया जाएगा, जिसमें कुल 8 टीमें हिस्सा लेंगी। इस लीग में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर हो चुके कई दिग्गज खिलाड़ी फिर से मैदान पर उतरेंगे। उनके साथ कई युवा खिलाड़ी भी खेलते नजर आएंगे। लंबे समय से है अफेयर की चर्चा युजवेंद्र चहल ने द ग्रेट इंडियन कपिल शो में साफ कह दिया था कि पूरा इंडिया उनके रिलेशनशिप स्टेटस को जान चुका है। क्रिकेटर युजवेंद्र चहल हाल ही में ऋषभ पंत और अभिषेक शर्मा के साथ द ग्रेट इंडियन कपिल शो का हिस्सा बने थे। इस दौरान कृष्णा अभिषेक लड़कियों की तरह तैयार हुए और युजवेंद्र की जमकर खिंचाई की। RJ महवश के साथ डिनर डेट पर नजर आए थे युजवेंद्र युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा के तलाक के बाद से ही क्रिकेटर को कई मौकों पर साथ स्पॉट किया गया है। कुछ समय पहले ही दोनों की डिनर डेट का एक वीडियो सामने आया था। इसके अलावा भी महवश कई बार युजवेंद्र के साथ क्रिकेट मैच में साथ स्पॉट हुई हैं।
रामायणम् के टीजर ने ही मेकर्स को किया मालामाल, फिल्म की रिलीज से पहले ही कमा लिए 1000 करोड़
नितेश तिवारी की मोस्ट अवेटेड फिल्म 'रामायणम्' का टीजर हाल ही में रिलीज हुआ है। नमित मल्होत्रा की कंपनी प्राइम फोकस स्टूडियो के तहत बन रही इस फिल्म के टीजर ने रिलीज होते ही धूम मचा दी। टीजर में भगवान राम बने रणबीर कपूर और रावण का रोल निभा रहे यश की ...
धड़क 2 से सिद्धांत चतुर्वेदी-तृप्ति डिमरी का रोमांटिक पोस्टर आया सामने, इस दिन रिलीज होगा ट्रेलर
फिल्ममेकर करण जौहर की फिल्म 'धड़क 2' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म में सिद्धांत चतुर्वेदी और तृप्ति डिमरी की जोड़ी नजर आने वाली है। फिल्म का निर्देशन शाजिया इकबाल ने किया है। यह फिल्म 2018 में आई 'धड़क' का सीक्वल है, जिसमें जाह्नवी ...
देश में चर्चित उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड पर बनी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यदि आपत्ति है तो हाईकोर्ट जा सकते हैं। दरअसल, इस हत्याकांड पर बनी फिल्म 'उदयपुर फाइल्स' 11 जुलाई को रिलीज होने वाली है। रिलीज पर रोक को लेकर इस हत्याकांड के आरोपी मोहम्मद जावेद ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। जस्टिस सुधांशु धुलिया और जस्टिस जॉयमाला बागची की पीठ ने बुधवार को याचिका को खारिज करते हुए फिल्म पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा- मूवी रिलीज होने दें, आपत्ति है तो हाईकोर्ट जा सकते हैंआरोपी मोहम्मद जावेद की ओर से लगाई याचिका में कहा गया था कि इस केस में अभी ट्रायल चल रहा है। ऐसे में यदि मूवी राजस्थान में रिलीज होती है तो ट्रायल प्रभावित होगा। याचिका में आरोपी मोहम्मद जावेद ने मूवी को राजस्थान में रिलीज न करने की याचिका लगाई थी। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा- फिल्म को रिलीज होने दें। यदि आपको कोई आपत्ति है तो हाईकोर्ट जा सकते हैं। फिल्म का निर्देशन भरत एस. श्रीनाते ने किया है। इसके निर्माता अमित जानी हैं। कन्हैयालाल के किरदार में बॉलीवुड एक्टर विजय राज है। रजनीश दुग्गल और प्रीति झांगियानी भी अहम किरदार में नजर आएंगे। दिल्ली हाईकोर्ट में लगाई जा चुकी है याचिकाइस फिल्म को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष और दारुल उलूम देवबंद के प्रिंसिपल मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है। मदनी ने याचिका में दावा किया है कि 26 जून 2025 को जारी फिल्म का ट्रेलर ऐसे संवादों और घटनाओं से भरा है, जिनके कारण 2022 में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा हुआ था। इसमें फिर से वही सांप्रदायिक भावनाओं को भड़काने की पूरी क्षमता है। इस याचिका पर कन्हैयालाल के बड़े बेटे यश तेली का बयान भी सामने आया था। यश का कहना था- ये मूवी किसी धर्म या समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ है। मेरे पिता के हत्याकांड पर आधारित इस मूवी में वो सब कुछ दिखाया है, जो मेरे पिता के साथ हुआ। कैसे उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। उनके खिलाफ आतंकवादी षडयंत्र में कुछ पाकिस्तानी और भारत में उनसे जुड़े लोग थे। ये मूवी बताती है कि कैसे आतंकवाद की जड़ें हमारे यहां काम करती है। तीन साल से बेटे ने नहीं पहले चप्पल-जूते, बाल भी नहीं कटवाएकन्हैयालाल के बड़े बेटे यश तेली पिता के निधन के तीन साल बाद आज भी अपने तीन प्रण पर अडिग हैं। पहला ये कि उन्होंने पिता की अस्थियों का विसर्जन नहीं किया है। दूसरा, तीन साल से बिना जूते-चप्पल के नंगे पैर रहते हैं। साथ ही बाल भी 3 साल से नहीं कटवाए हैं। यश का कहना है कि पिता के हत्यारों को जब तक फांसी की सजा नहीं मिल जाती। वे उनकी ये तीनों प्रण नहीं तोड़ेंगे। दुकान में गला काटकर की थी कन्हैयालाल की हत्या28 जून 2022 को कन्हैयालाल की मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद ने निर्मम तरीके से गला काटकर हत्या कर दी थी। कन्हैयालाल की हत्या के मामले में एनआईए ने पाकिस्तान के कराची निवासी सलमान और अबू इब्राहिम को फरार बताते हुए मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अत्तारी सहित 11 आरोपियों मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बबला, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम मोहम्मद के खिलाफ चालान पेश किया था। एनआईए की विशेष अदालत ने 9 फरवरी 2023 को हत्या,आतंकी गतिविधियों, आपराधिक षड्यंत्र सहित गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और आर्म्स एक्ट में प्रसंज्ञान लिया था। अब तक दो आरोपियों को मिल चुकी जमानतआरोपी मोहम्मद जावेद को हाईकोर्ट ने 5 सितंबर 2024 को जमानत दी थी। जावेद पर मोहम्मद रियाज अत्तारी के साथ मिलकर योजना बनाने का आरोप है। इस मामले में जावेद से पहले एक अन्य आरोपी फरहाद मोहम्मद उर्फ बबला को एनआईए कोर्ट ने 1 सितंबर 2023 को जमानत दी थी। फरहाद के खिलाफ एनआईए ने आर्म्स एक्ट का मामला दर्ज किया था। यह खबर भी पढ़ें... राजस्थान के कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी को जमानत:हाईकोर्ट ने कहा- NIA लोकेशन साबित नहीं कर पाई; अंग्रेजी में स्टेटमेंट लिखने पर जताई नाराजगी कन्हैयालाल हत्याकांड में शामिल आरोपी मोहम्मद जावेद को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। जस्टिस पंकज भंडारी की खंडपीठ ने जमानत की अर्जी पर सुनवाई करते हुए कहा- NIA ने केवल कॉल डिटेल के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया है। NIA आरोपी की लोकेशन साबित नहीं कर पाई है। (पूरी खबर पढ़ें)
पाकिस्तानी एक्ट्रेस हुमैरा असगर का कराची, पाकिस्तान स्थित अपार्टमेंट में शव मिला है। 8 जुलाई को एक्ट्रेस का शव सड़ती-गलती हालत में मिला। वो लंबे समय से उस अपार्टमेंट में अकेली रह रही थीं। एक्ट्रेस की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। कराची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट में पाकिस्तान के DIG (डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल) सयैद असद रजा के हवाले से बताया गया है कि 8 जुलाई को करीब 3 बजे उन्हें घटना की जानकारी मिली थी। एक्ट्रेस हुमैरा असगर कराचीज इतेहाद कॉमर्शियल एरिया के फेज 5 में पिछले 6-7 सालों से अकेली रहती थीं। पड़ोसियों को उनके अपार्टमेंट से तेज सड़न की बू आ रही थी। साथ ही वो पिछले कुछ दिनों से बाहर नहीं आई थीं। हालात संदिग्ध लगने के बाद पड़ोसियों ने पुलिस को कॉल कर घटना की जानकारी दी। पुलिस ने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब अंदर से कोई जवाब नहीं मिला, तो पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई। जहां उन्हें एक्ट्रेस की सड़ी हुई लाश मिली। पुलिस का मानना है कि उनकी मौत करीब 2 हफ्ते पहले हो चुकी थी। एक्ट्रेस का शव कराची के जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर भेजा गया है। मेडिकल सेंटर की डॉक्टर सुमैया सैयद ने बताया है कि बॉडी इतनी बुरी तरह सड़ चुकी है कि मौत का सही कारण सामने आने में समय लग सकता है। वहीं दूसरी तरफ फोरेंसिक टीम ने घर की बारीकी से जांच की है। इसके साथ ही कराची पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने तक जनता और मीडिया से किसी भी तरह की अफवाहों और अनुमान से बचने की अपील की है। एक्ट्रेस हुमैरा असगर की उम्र 32-35 साल के लगभग बताई जा रही है। वो एक था बादशाह और जलेबी जैसे पॉपुलर पाकिस्तानी ड्रामा का हिस्सा रह चुकी हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने कंट्रोवर्शियल फिल्म उदयपुर फाइल्स की रिलीज रोकने के लिए दायर की गई याचिका खारिज कर दी है। दरअसल ये फिल्म टेलर कन्हैया लाल पर बनी है, जिसकी उदयपुर में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा हत्या कर दी गई थी। हत्या के 11 आरोपी जेल में हैं और ट्रायल जारी है। फिल्म उदयपुर फाइल्स का ट्रेलर जारी होने के बाद फिल्म विवादों में है। कन्हैयालाल हत्याकांड के 8वें आरोपी मोहम्मद जावेद ने फिल्म रिलीज पर रोक लगाने के लिए याचिका दायर की थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट से खारिज कर दिया है। अब ये फिल्म 11 जुलाई को ही रिलीज होगी। वहीं सेंसर बोर्ड ने भी इस फिल्म में 150 कट्स लगाए हैं। याचिका में मोहम्मद जावेद ने मामले की सुनवाई पूरी होने तक फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग की और तर्क दिया कि इसकी रिलीज से निष्पक्ष सुनवाई के उनके अधिकार का उल्लंघन होगा। फिल्म 11 जुलाई को ही रिलीज होनी है, ऐसे में याचिका में इसे तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग हुई थी। याचिका पर तत्काल सुनवाई जस्टिस सुधांशू धूलिया और जस्टिस जॉयमाल्या बागची की बेंच में हुई। मंगलवार को हुई सुनवाई में बेंच ने कहा कि फिल्म को रिलीज होने दिया जाए, 14 जुलाई को इस याचिका पर संबंधित बेंच ही सुनवाई करेगी। मामले के आरोपी मोहम्मद जावेद के अलावा जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष और दारुल उलूम देवबंद के प्रिंसिपल मौलाना अरशद मदनी ने दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म रिलीज पर रोक की मांग की याचिका दायर कर कहा था कि फिल्म में ऐसे डायलॉग्स और सीन हैं, जिससे सांप्रदायिक हिंसा भड़क सकती है। क्यों विवादों में है फिल्म? फिल्म उदयपुर फाइल्स, उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल पर बनाई गई है, जिनकी 28 जून 2022 को मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद ने निर्मम तरीके से गला काटकर हत्या कर दी थी। कन्हैयालाल ने एक इस्लाम विरोधी पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर की थी, जिसके बाद उनकी हत्या हुई। इस मामले में एनआईए ने पाकिस्तान के कराची निवासी सलमान और अबू इब्राहिम को फरार बताते हुए मुख्य आरोपी गौस मोहम्मद और मोहम्मद रियाज अत्तारी सहित 11 आरोपियों मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख उर्फ बबला, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम मोहम्मद के खिलाफ चालान पेश किया था। पाकिस्तान से जुड़ा था हत्या का कनेक्शन 28 जून को घटना के बाद राजस्थान पुलिस ने मुख्य आरोपी रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को राजसमंद जिले से गिरफ्तार किया था। 29 जून 2022 को एनआईए ने जांच अपने हाथ में ली और इसे आतंकी घटना मानकर गैरकानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। एनआईए ने कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें मोहम्मद जावेद, फरहाद मोहम्मद उर्फ बबला, मोहसिन, आसिफ, मोहम्मद मोहसिन, वसील अली और मुस्लिम मोहम्मद शामिल हैं। दो अन्य आरोपी सलमान और अबू इब्राहिम पाकिस्तान के कराची के बताए गए। जो फरार हैं। 22 दिसंबर 2022 को एनआईए ने 11 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की। जिसमें हत्या, आपराधिक साजिश, धार्मिक भावनाएं भड़काने और यूएपीए के तहत आरोप शामिल है। वाराणसी में भी फिल्म की रिलीज रोकने की मांग इस मामले वाराणसी में अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद के सचिव, शहर मुफ्ती मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी ने डीएम और पुलिस कमिश्नर को एक लेटर लिख कर इस फिल्म की वाराणसी में रिलीज पर रोक की मांग की है। बता दें कि इस फिल्म के ट्रेलर में नूपुर शर्मा का विवादित बयान भी शामिल है। नूपुर के इस बयान के चलते ही बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है। इसके अलावा ज्ञानवापी के सर्वे के कोर्ट के आदेश और अंदर मिले तथाकथित शिवलिंग के सीन को भी फिल्माया गया है।
कभी सलमान खान से शादी करने वाली थीं संगीता बिजलानी, छप गए थे कार्ड
अपने जमाने की बेहद खूबसूरत एक्ट्रेस संगीता बिजलानी 9 जुलाई को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। 65 साल की उम्र में भी संगीता अपने ग्लैमरस अंदाज से इंटरनेट पर तहलका मचा देती हैं। संगीता ने महज 16 साल की उम्र से ही मॉडलिंग करनी शुरू कर दी थी। साल ...
बचपन से एक्टर बनना चाहते थे संजीव कुमार, दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों में बनाई खास पहचान
बॉलीवुड में संजीव कुमार को ऐसे अभिनेता के तौर पर याद किया जाता है, जिन्होंने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलो मे खास पहचान बनाई। मुंबई में 9 जुलाई 1938 को एक मध्यम वर्गीय गुजराती परिवार में जन्में संजीव कुमार बचपन से ही फिल्मों में नायक बनने का ...
साउथ सुपरस्टार महेश बाबू को हाल ही में एक रियल स्टेट घोटाले से जुड़े मामले में लीगल नोटिस मिला है। आरोप हैं कि रियल स्टेट कंपनी ने महेश बाबू से फ्लैट्स का प्रमोशन करवाया था। एक्टर का नाम जुड़ने से कई लोगों ने भरोसा कर प्रॉपर्टी खरीदी, लेकिन बाद में सामने आया कि ऐसा कोई प्रोजेक्ट है ही नहीं। महेश बाबू को इस मामले में तीसरे प्रतिवादी के रूप में शामिल किया गया है। महेश बाबू को हैदराबाद की डॉक्टर की शिकायत के बाद तेलंगाना के रंगा रेड्डी डिस्ट्रिक्ट कंज्यूमर कमिशन द्वारा नोटिस भेजा गया है। महिला का आरोप है कि उन्होंने साई सूर्या डेवलपर्स से 34 लाख 80 हजार रुपए में प्रॉपर्टी खरीदी थी। इस प्रॉपर्टी के ब्रांड एंबेसेडर एक्टर महेश बाबू थे। एक सुपरस्टार के प्रोजेक्ट्स से जुड़ने के बाद लोगों को प्रोजेक्ट पर आसानी से भरोसा हो गया। महिला ने भी बालापुर की इस प्रॉपर्टी में 34.80 लाख रुपए लगाए थे। हालांकि बाद में सामने आया कि ऐसा कोई प्रोजेक्ट कभी शुरू ही नहीं हुआ। धोखाधड़ी की बात सामने आने के बाद महिला ने रिफंड मांगा, लेकिन बिल्डर्स ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए महज छोटी-छोटी रकम कर 15 लाख रुपए लौटाए। जब बिल्डर्स ने आश्वासन देने के बावजूद पैसे नहीं लौटाए, तो महिला ने कंज्यूमर कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई है। इसी साल मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आया था महेश बाबू का नाम अप्रैल 2025 में ED (इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट) ने महेश बाबू से इसी साई सूर्या डेवलपर्स और सुराना ग्रुप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की थी। जांच में सामने आया था कि रियल स्टेट कंपनी से जुड़ने पर महेश बाबू को 5.9 करोड़ रुपए दिए गए थे। जिसमें से एक बड़ा अमाउंट नकद दिया गया था। हालांकि इन दोनों मामलों में महेश बाबू से जांच के लिए पूछताछ हुई है, उन्हें दोनों मामलों में आरोपी नहीं बनाया गया है। इन दिनों महेश बाबू एसएस राजामौली के निर्देशन में बन रही अनटाइटल फिल्म की शूटिंग में व्यस्त चल रहे हैं। इस फिल्म में उनके साथ प्रियंका चोपड़ा भी नजर आएंगी। ये एक जंगल एडवेंचर पर आधारित फिल्म होगी।
आलिया भट्ट की पूर्व पर्सनल असिस्टेंट वेदिका प्रकाश को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वेदिका पर आलिया के साथ 77 साल रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो वेदिका ने 2 सालों तक एक्ट्रेस के पर्सनल और प्रोडक्शन हाउस के अकाउंट से लाखों रुपए लूटे हैं। वेदिका 10 जुलाई तक पुलिस कस्टडी में रहेंगी। करीब 5 महीने से उनकी तलाश जारी थी। मुंबई पुलिस ने उन्हें बैंगलोर से गिरफ्तार किया है। वेदिका प्रकाश शेट्टी 32 साल की हैं। वो बीते कुछ सालों से आलिया भट्ट की पर्सनल मैनेजर थीं। एनडीटीवी की रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया है कि वेदिका ने मई 2022 से लेकर अगस्त 2024 तक आलिया के पर्सनल और प्रोडक्शन हाउस इटरनल सनशाइन प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड के अकाउंट से पैसे लूटे हैं। ये मामला तब सामने आया जब आलिया भट्ट की मां और एक्ट्रेस सोनी राजदान ने जनवरी में वेदिका प्रकाश के खिलाफ धोखाधड़ी मामले में जुहू पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। उनके खिलाफ धारा 316 (4), 318 (4) के तहत शिकायत दर्ज हुई थी। तब से ही उनकी तलाश जारी थी। पुलिस के मुताबिक, आलिया भट्ट के साथ काम करने के दौरान वेदिका को एक्ट्रेस की फाइनेंशियल जिम्मेदारियां दी गई थीं। साथ काम करते हुए वेदिका ने आलिया से कई नकली पेपर्स में साइन करवाए। वो ट्रेवल, मीटिंग्स, इवेंट के खर्च से जुड़े नकली इनवॉइस बनवाती थीं, जिसके लिए वो ऑनलाइन इमेजिंग एप यूज करती थीं। पैसों के लेन-देन में वेदिका अपने दोस्तों को भी शामिल करती थीं। वेदिका प्रकाश मुंबई की एनजी कोऑपरेटिव हाइसिंग सोसाइटी में रहती हैं। 2024 में उन्हें पर्सनल मैनेजर की पोस्ट से हटा दिया गया था। आलिया के अलावा भी वेदिका कई एक्टर्स की मैनेजर रह चुकी हैं। बताते चलें कि आलिया भट्ट ने साल 2021 में प्रोडक्शन हाउस इटरनल सनशाइन प्राइवेट लिमिटेड की शुरुआत की थी। शाहरुख के रेड चिल्ली प्रोडक्शन के साथ मिलकर इस प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले आलिया ने फिल्म डार्लिंग्स प्रोड्यूस की है, जिसमें वो और शेफाली शाह लीड रोल में थे।
फिल्म मेकर राकेश रोशन की बेटी सुनैना रोशन की जिंदगी बाहर से जितनी चमकदार दिखती है। असल लाइफ में उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा। जंक फूड की आदत की वजह से बहुत सारा खामियाजा भुगतना पड़ा। कैंसर, फैटी लीवर और शराब की लत जैसी समस्याओं से जूझना पड़ा, लेकिन आज अपनी स्ट्रिक्ट डाइट, डिसिप्लिन लाइफ स्टाइल से सुनैना लोगों इंस्पायर कर रही हैं। हाल ही में सुनैना ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश… सवाल- आज आप अपनी स्ट्रिक्ट डाइट, डिसिप्लिन लाइफ स्टाइल से लोगों इंस्पायर कर रही हैं। यह सब कैसा किया? जवाब- पहले तो बहुत मुश्किल था। धीरे-धीरे मैंने इस पर काम करना शुरू किया और 2-3 महीने में मेरी लाइफ स्टाइल बदल गई। अभी अगर जिम नहीं जाती हूं तो लगता है कि कुछ मिस कर दिया। पहले मैं हमेशा जंक फूड ही खाती थी। मैंने कभी भी हेल्दी फूड नहीं खाया था। सवाल- ऐसा कौन सा पल था जब आपने सोचा कि अब जंक फूड से किनारा कर लेना चाहिए? जवाब- जब मुझे जौंडिस हुआ तब कुछ भी नहीं खा पा रही थी। शरीर बहुत कमजोर हो गया था। उस समय मेरा वजन कम हो गया था। डॉक्टर से सलाह ली और तय किया कि अब वजन नहीं बढ़ने दूंगी। तेल और मसाले खाने पर पाबंदी थी। तभी से मेरी लाइफ स्टाइल चेंज हो गई और जंक फूड की बजाय अपनी डाइट में हेल्दी फूड शामिल किया। सवाल- जंक फूड आदत की वजह से खा रही थीं, या कोई और वजह थी? जवाब- आदत बन गई थी। 15 साल की उम्र से कभी घर का खाना नहीं खाया था। मेरे बेडरूम में मिठाई, केक हमेशा पड़ा रहता था। यह सब खाने के चक्कर में रात को कम सोती थी। सवाल- भाई ऋतिक इंडिया के सबसे फिट स्टार हैं, पेरेंट्स भी काफी फिट रहते हैं। कोई यकीन नहीं करेगा कि आपको खाने का इतना शौक कैसे हो गया? जवाब- मैं इमोशनल ईटिंग का शिकार हो गई थी। चाह कर भी जंक फूड खाना नहीं छोड़ पा रही थी। लेकिन जब जौंडिस (पीलिया) हुआ, तब मुझे सब कुछ छोड़कर अपनी फिटनेस पर ध्यान देना ही पड़ा। भगवान ने सोचा कि यह लड़की ऐसे सुधरने वाली नहीं है, इसलिए ऐसी बीमारी दो कि खुद सुधर जाए। सवाल- सिर्फ जौंडिस ही नहीं, बचपन में भी आपको बहुत सारी भयानक बीमारियां हुईं। आम तौर पर लोग टूट जाते हैं, लेकिन आज आप अपनी फिटनेस से लोगों को इंस्पायर करती हैं? जवाब- बचपन से ही गंभीर बीमारियों से जूझ रही हूं। मुझे 2003 में ट्यूबरक्लोसिस हुआ। एक महीने तक हॉस्पिटल में थी उसके बाद चार महीने तक घर से बाहर निकलने के लिए डॉक्टर ने मना किया था। मैं भगवान से पूछती थी कि मुझे ही यह सब क्यों हो रहा है? अचानक मेरे मन में ख्याल आया कि भगवान जो सभी परीक्षा से गुजरने के लिए कहेंगे उसमें पास होऊंगी। जब यह एटीट्यूड मेरे अंदर आया, तब मैंने सोचा कि जीवन में जो भी चुनौतियां आएंगी उसका डटकर मुकाबला करूंगी। सवाल- इन सब बीमारियों के अलावा आपको कैंसर भी हुआ, उसे कैसे आपने हराया? जवाब- जब डॉक्टर ने मुझे कैंसर के बारे में बताया तब मेरे पेरेंट्स, भाई, सुजैन और परिवार के बाकी लोग बहुत टेंशन में थे। मैंने हंसते हुए कहा कि इससे लडूंगी। मैं कैंसर को सिर्फ फीवर की तरह समझकर यही सोच रही थी कि ठीक हो जाएगा। जब डैड को कैंसर हुआ तब बहुत बहुत रोई। मुझे महसूस हुआ कि यह बीमारी जानलेवा हो सकती है। सवाल- जब आपको कैंसर हुआ था तब आपके लिए ऋतिक हर चीज की रिसर्च कर रहे थे? जवाब- मेरा भाई घर में सेमी डॉक्टर है। जब मुझे कैंसर हुआ तब भाई हमेशा मेरे साथ ही रहता था। रात-रात जागकर लैपटॉप खोलकर रिसर्च करता था। हर डॉक्टर से मिलकर सलाह लेता था। ऋतिक ने ही सजेक्ट किया था कि कीमोथेरेपी कौन डॉक्टर करेगा? सवाल- अल्कोहल की लत कैसे लगी, उससे कैसे छुटकारा पाया आपने? जवाब- एक ऐसा दौर था जब जिंदगी का कोई मकसद नहीं बचा था। बहुत अकेलापन महसूस कर रही थी। मैंने बीयर पीना शुरू किया फिर धीरे-धीरे आदत लग गई। मुझे याद नहीं रहता था कि किससे मिल रही हूं। मैंने मम्मी पापा को बताया कि इससे छुटकारा पाना चाहती हूं। पापा ने मेरे क्रेडिट कार्ड और सारे पैसे रख लिए। निगरानी के लिए बॉडीगार्ड रख दिए ताकि मैं कहीं ड्रिंक ना कर सकूं, लेकिन इंडिया और मुंबई जैसे शहर में तमाम पाबंदियों के बाद भी कहीं ना कहीं ड्रिंक मिल ही जाता है। मैं कहीं ना कहीं से एक बोतल बीयर का इंतजाम कर ही लेती थी। फिर मैं अमेरिका रीहैब सेंटर गई। वहां की दिनचर्या बहुत ही टफ थी। वहां 28 दिन का कोर्स करके वापस इंडिया आ गई।
कपिल शर्मा का नया सफर: विदेश में गिन्नी के साथ खोला 'Caps Café', जानिए कैफे की खासियत
कॉमेडी स्टार कपिल शर्मा ने अब बिजनेस की दुनिया में कदम रख दिया है। उन्होंने अपनी पत्नी गिन्नी चतरथ के साथ मिलकर लंदन में ‘Caps Caf’ नाम से एक प्रीमियम कैफे लॉन्च किया है। इस कैफे की थीम पिंक रखी गई है और इसका मेन्यू भी 500 रुपये से शुरू होता है। ...
SRK वापस डॉन बने? Don 3 में रणवीर को टक्कर, सुनिए किंग के कैमियो का सच
फरहान अख्तर निर्देशित ‘डॉन 3’ ने रणवीर सिंह के साथ-साथ बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान को भी विजिट करने की योजना बनाई है। सूत्रों के अनुसार, SRK एक छोटा लेकिन अहम कैमियो करेंगे, जिससे कहानी में नए ऊँचाई आएंगी। ताज़ा रिपोर्ट्स में बताया गया है कि फैंस के ...
यशराज फिल्म्स और मोहित सूरी की बहुप्रतीक्षित फिल्म सैयारा का ट्रेलर आते ही इंटरनेट पर धमाल मचा रहा है। लंबे समय बाद किसी डेब्यू फिल्म को इतनी चर्चा मिली है। मोहित सूरी कहते हैं, अगर उन्हें आहान पांडे और अनीत पड्डा जैसे दमदार नए कलाकार नहीं मिलते, ...
नितेश तिवारी की बहुप्रतीक्षित फिल्म रामायण लगातार सुर्खियों में बनी हुई है, लेकिन इस बार वजह है फिल्म के सितारों की फीस। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रणबीर कपूर को श्रीराम का किरदार निभाने के लिए साई पल्लवी से 12 गुना ज्यादा फीस मिली है, जबकि रावण बने यश ...
छोटे पर्दे पर वापसी करने जा रहीं स्मृति ईरानी, क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2 से पहला लुक आया सामने
स्टार प्लस एक बार फिर अपने सबसे चर्चित शो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' के नए सीज़न के साथ तैयार है। इस शो के साथ ही एक्ट्रेस से राजनेता बनी स्मृति ईरानी भी छोटे पर्दे पर दोबारा वापसी करने के लिए तैयार है। स्मृति ईरानी 25 साल बाद 'क्योंकि सास भी कभी ...
अनन्या पांडे से लेकर मौनी रॉय तक का लाबूबू प्रेम, नई फैशन एक्सेसरी बनी ये डॉल्स
फैशन और पॉप कल्चर की दुनिया में अक्सर सबसे छोटी चीजें सबसे बड़ा असर डालती हैं। और इस समय, सबका ध्यान 'लाबूबू' डॉल पर है। हांगकांग के कलाकार केसिंग लुंग द्वारा डिज़ाइन की गई यह डॉल 'द मॉन्स्टर्स' सीरीज़ का हिस्सा है। बड़े कान, छोटे-छोटे दांत और ...
नेटफ्लिक्स और वाय आर एफ एंटरटेनमेंट की बहुप्रतीक्षित और विधा-सीमाएं लांघने वाली सीरीज 'मंडला मर्डर्स' 25 जुलाई को रिलीज हो रही है। यह सीरीज न केवल एक रहस्यमयी, पौराणिक-क्राइम थ्रिलर है, बल्कि अभिनेत्री वाणी कपूर के लिए ओटीटी पर पहला कदम भी है। ...
क्या पंचायत 5 में होगी सचिव जी और रिंकी की शादी? नीना गुप्ता बोलीं- स्क्रिप्ट पहले ही हो चुकी है लीक
प्राइम वीडियो की वेब सीरीज 'पंचायत' का सीजन 4 हाल ही में रिलीजहुआ है। 'पंचायत 4' में फुलेरा गांव में चुनावी घमासान देखने को मिला। इसी के साथ सचिव जी और रिंकी की लव स्टोरी भी आगे बढ़ी। 'पंचायत 4' की रिलीज के साथ ही सीजन 5 कोलेकर भी चर्चा शुरू हो गई ...
बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह की अपकमिंग मूवी 'धुरंधर' का धमाकेदार टीजर उनके बर्थडे पर रिलीज हो चुका है। टीजर में रणवीर का गैंगस्टर अवतार देखने को मिलरहा है। रणवीर का लुक देख हर कोई दंग रह गया है। वहीं फिल्म में 40 साल के रणवीर 20 साल की सारा अर्जुन संग ...
'कांटा लगा गर्ल' शेफाली जरीवाला के असमय निधन से अपने परिवार और दोस्तों को गहरा झटका लगा है। शेफाली ने महज 42 साल की उम्र में 27 जून को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। एक्ट्रेस की मौत के बाद उनके पति पराग त्यागी बुरी तरह टूट गए हैं।
जैकी श्रॉफ की जिंदगी की अनसुनी कहानी: साउथ बॉम्बे से सुपरस्टार तक
बॉलीवुड के 'जग्गू दादा' जैकी श्रॉफ ने Filmfare के साथ एक दिल को छू लेने वाला इंटरव्यू साझा किया है, जिसमें उन्होंने अपने बचपन, करियर, दोस्तों और प्यार के किस्सों को खुलकर बताया। उन्होंने बताया कैसे उन्होंने साउथ बॉम्बे की साधारण गलियों से चलकर ...
जुरासिक वर्ल्ड रीबर्थ के प्रीमियर में शामिल हुए आशीष चंचलानी, स्टारकास्ट संग की मुलाकात
आशीष चंचलानी ने हाल ही में वैश्विक मंच पर भारत की प्रतिभा को प्रदर्शित करके देश को गौरवान्वित किया क्योंकि वे अमेरिका में 'जुरासिक वर्ल्ड रीबर्थ' के प्रीमियर में भाग लेने के लिए आमंत्रित एकमात्र भारतीय थे। इस कार्यक्रम में, उन्हें फिल्म के ...
रणवीर सिंह को बर्थडे पर खास सरप्राइज देने वाले थे आदित्य धर, लीक हो गया प्लान
बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह 6 जुलाई को अपना बर्थडे सेलिब्रेट करने वाले हैं। रणवीर सिंह के जन्मदिन को खास बनाने के लिए फिल्ममेकर आदित्य धर ने एक मास्टर प्लान बनाया था। वह अपनी आने वाली फिल्म 'धुरंधर' का एक खास फर्स्ट लुक यूनिट रणवीर के लिए बतौर सरप्राइज ...
सुबह डाइट फूड, रात को ड्रग्स! पहलाज निहलानी का बॉलीवुड पर तगड़ा वार, अक्षय कुमार को भी घेरा
फिल्ममेकर और पूर्व सेंसर बोर्ड चीफ पहलाज निहलानी ने बॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे छुपे काले सच को उजागर किया है। एक यूट्यूब चैनल Learn From The Legend पर बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि आज के एक्टर्स न केवल फिल्म की कास्टिंग में दखल देते हैं, बल्कि ...
बॉलीवुड सुपरस्टार रितिक रोशन की फिल्म 'कृष 4' का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। बीते दिनों राकेश रोशन ने कंफर्म किया था कि 'कृष 4' बनने वाली है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि इस फिल्म से रितिक रोशन निर्देशन के क्षेत्र में भी कदम रखने जा रहे हैं। ...
सलमान खान की फिल्म बैटल ऑफ गलवान का मोशन पोस्टर रिलीज, निभाएंगे कर्नल बी.संतोष बाबू की भूमिका
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान के फैंस के लिए खुशखबरी सामने आई है। भाईजान की अगली फिल्म का ऑफिशियल ऐलान हो गया है। फिल्म 'सिकंदर' के बाद सलमान खान 'बैटल ऑफ गलवान' में नजर आने वाले हैं। इस फिल्म का मोशन पोस्टर भी रिलीज हो गया है। मोशन पोस्टर में सलमान ...
द ट्रेटर्स की विनर बनने के बाद भावुक हुईं उर्फी जावेद, बोलीं- ये सफर आसान नहीं था...
करण जौहर का रियलिटी शो ‘द ट्रेटर्स’ खत्म हो चुका है। फिनाले में उर्फी जावेद ने अपनी शानदार गेम से सबका दिल जीतते हुए ट्रॉफी अपने नाम कर ली। जीत के बाद उर्फी ने सोशल मीडिया पर अपनी बिग बॉस से लेकर द ट्रेटर्स तक की जर्नी को याद किया।
F1 द मूवी रिव्यू: रफ्तार, रोमांच और एड्रेनालाईन से भरा हुआ, मर्दाना रोलरकोस्टर
F1: द मूवी एक तेज रफ्तार, रोमांच और मर्दाना जुनून से भरी ब्लॉकबस्टर है। ब्रैड पिट एक कूल और डैशिंग रेसर के रूप में कमाल कर जाते हैं, वहीं जोसेफ कोसिंस्की के निर्देशन में रेसिंग के सीन सांसें रोक देने वाले हैं। हंस ज़िमर का बैकग्राउंड स्कोर रोमांच ...
बॉलीवुड एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिस ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपए से अधिक के मनी लॉन्ड्रिंग केस में काफी समय से मुश्किलों का सामना कर रही हैं। इस मामले में जैकलीन को दिल्ली हाईकोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। हाईकोर्ट ने एक्ट्रेस की उस ...
द बंगाल फाइल्स के नेवर अगेन USA टूर का दमदार प्रोमो रिलीज, सामने आई प्रीमियर डेट्स
विवेक रंजन अग्निहोत्री 'द बंगाल फाइल्स' के साथ तैयार हैं। जैसे-जैसे द बंगाल फाइल्स अपनी रिलीज़ के करीब पहुंच रही है, मेकर्स ने एक बड़ा एलान किया है। फिल्म की भारत में भव्य रिलीज से पहले इसका इंटरनेशनल प्रीमियर किया जाएगा, जिसकी शुरुआत एक मेगा USA ...
बड़े धमाके की तैयारी में श्रीलीला! महबूब स्टूडियो में हुई स्पॉट
श्रीलीला ने अपनी शानदार एक्टिंग से सबका दिल जीत लिया है। फिलहाल वो इंडस्ट्री की सबसे चर्चित एक्ट्रेस हैं, जिनसे हर कोई इंप्रेस है। इस बीच उनकी एक झलक महबूब स्टूडियो से सामने आई है, जिसे देखकर लोग पूछ रहे हैं क्या वो किसी बड़ी फिल्म की शूटिंग कर रही ...
सोनाक्षी सिन्हा ने लीक की पति जहीर इकबाल की व्हाट्सएप चैट, बताया क्यों उड़ती है प्रेग्नेंसी की अफवाह
बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा को जहीर इकबाल संग इंटरकास्ट मैरिज करने की वजह से काफी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा था। हालांकि एक्ट्रेस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। सोशल मीडिया पर अक्सर सोनाक्षी और जहीर की रोमांटिक बॉन्डिंग देखने को मिलती है। अब ...
क्योंकि सास भी कभी बहू थी को 25 साल पूरे, एकता कपूर ने मनाया जश्न
भारतीय टेलीविजन की सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय शोज में से एक 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' ने आज अपने 25 गौरवपूर्ण वर्षों का सफर पूरा कर लिया है। इस ऐतिहासिक मौके पर शो की निर्माता और भारतीय एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री की जानी-मानी हस्ती एकता कपूर ने सोशल ...
मासूम- द नेक्स्ट जेनरेशन को लेकर शेखर कपूर बोले- पहचान और घर के बारे में एक गहरी भावनात्मक यात्रा
'मासूम' ने अपने परिवार, प्यार और एक विचारशील संदेश के साथ लाखों लोगों को प्रभावित करने के 40 साल बाद, फिल्म निर्माता शेखर कपूर 'मासूम- द नेक्स्ट जेनरेशन' के साथ उस भावनात्मक दुनिया में लौटने के लिए तैयार हैं। सोशल मीडिया पर मूल फिल्म के पोस्टर के ...
कॉमेडियन नहीं डांसर बनना चाहती थीं भारती सिंह, सुदेश लहरी ने दिया था पहला ब्रेक
लाफ्टर क्वीन भारती सिंह 3 जुलाई को अपना जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। भारती अपने अंदाज और शानदार कॉमिक टाइमिंग से हर किसी का दिल जीत लेती हैं। भले ही कॉमेडी की दुनिया में भारती सिंह एक मशहुर नाम हैं, लेकिन वह एक डांसर बनना चाहती थीं।
फेमस एडल्ट स्टार काइली पेज का 28 साल की उम्र में निधन, परिवार अंतिम संस्कार के लिए जुटा रहा फंड
एडल्ट फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस काइली पेज का निधन हो गया है। 28 साल की काइली लॉस एंजिल्स स्थित अपने घर में मृत पाई गईं। खबरों के अनुसार लॉस एंजिल्स काउंटी मेडिकल परीक्षक ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की, जिन्होंने उनका कानूनी नाम काइल पाइलेंट ...
दीपिका पादुकोण ने फिर रचा इतिहास, वॉक ऑफ फेम पर खास सम्मान पाने वाली बनीं पहली भारतीय स्टार
दीपिका पादुकोण वाकई बॉलीवुड की क्वीन हैं, और उनकी बादशाहत सरहदों से परे है। अपने दमदार अभिनय और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बेहतरीन योगदान से दीपिका ने न सिर्फ भारत में, बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी अपनी खास पहचान बनाई है। वह सिर्फ एक सुपरस्टार नहीं, बल्कि ...
पाकिस्तानी सेलेब्स को 24 घंटे के अंदर फिर लगा झटका, भारत में दोबारा बैन हुए सोशल मीडिया अकाउंट
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के संबंधों में बेहद तनाव आ गया था। वहीं पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स भी भारत में बैन कर दिए गए थे। बीते दिन फवाद खान, माहिरा खान, मावरा होकैन और हानिया आमिर समेत कई पाक ...
राजकुमार कभी थे पुलिस सब इंस्पेक्टर, थाने में ही मिला था पहली फिल्म का ऑफर
संवाद अदायगी के बेताज बादशाह कुलभूषण पंडित उर्फ राजकुमार का नाम फिल्म जगत की आकाश गंगा में ऐसे धुव्रतारे की तरह है, जिन्होंने अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के दिलों पर राज किया। राजकुमार का जन्म पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान प्रांत में 8 अक्टूबर 1926 को एक ...
जब सरोज खान ने मार दिया था शाहरुख खान को थप्पड़, दी थी यह सलाह
मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान बॉलीवुड की हर बड़ी अभिनेत्री को अपने डांस मूव्स पर नचवाया है। उन्होंने अपने डांस से पूरी फिल्म इंडस्ट्री में जबरदस्त पहचान बनाई थी। इंडस्ट्री में उन्हें 'मास्टरजी' कहकर बुलाया जाता था। 3 जुलाई को सरोज खान की पांचवीं ...
जब से 'महावतार नरसिम्हा' की घोषणा हुई है, तब से इसे लेकर दर्शकों में जोश अपने चरम पर है। ये फिल्म वाकई एक अनोखा सिनेमाई अनुभव बनने जा रही है, जिसमें भव्यता, शानदार विज़ुअल्स और दमदार कहानी का मेल है। इस फिल्म को लेकर जो एक्साइटमेंट है, वो सिर्फ इसके ...
कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद इस एक्ट्रेस की बिगड़ गई थी हालत, बोलीं- लगा जैसे हार्ट अटैक आ गया...
'बिग बॉस 18' की कंटेस्टेंट रह चुकी एक्ट्रेस श्रुतिका अर्जुन ने हाल ही में कोविड-19 वैक्सीन लेने के बाद अपने हेल्थ रिलेटेड एक्सपीरियंस के बारे में खुलासा किया है। श्रुतिका ने पारस छाबड़ा के पॉडकास्ट में कोरोना वैक्सीन लेने के बाद हुए साइड इफेक्स के ...
सबसे ज्यादा अवॉर्ड्स जीतने वाले अभिनेता थे दिलीप कुमार, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है नाम
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर को साल 1922 पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था। उनका असली नाम मोहम्मद युसुफ खान था लेकिन फिल्मों के आने के बाद वह दिलीप कुमार हो गए। दिलीप कुमार ने साल 1944 में फिल्म 'ज्वार भाटा' से अपने फिल्मी ...
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी सुर्खियों में रहते हैं। आमिर ने जब अपनी दूसरी पत्नी किरण राव से तलाक लिया इसके बाद उनका नाम फातिमा सना शेख संग जुड़ने लगा था। फातिमा ने फिल्म 'दंगल' में आमिर की बेटी का किरदार ...
मेट्रो... इन दिनों: जानें फिल्म की कहानी, स्टार कास्ट, रिलीज डेट और अन्य डिटेल
अनुराग बसु की नई फिल्म 'मेट्रो... इन दिनों' 4 जुलाई 2025 को रिलीज़ हो रही है। यह 'लाइफ इन अ मेट्रो' की अगली कड़ी है, जिसमें आदित्य रॉय कपूर, सारा अली खान, अनुपम खेर, नीना गुप्ता और पंकज त्रिपाठी जैसे सितारे हैं। यह फिल्म आधुनिक रिश्तों और शहरी जीवन ...