दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय ने विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047 – शिक्षा एवं कौशल विकास महाचर्चा में भारतीय ज्ञान प्रणाली को मजबूत आवाज दी। इस महत्वपूर्ण आयोजन में विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने भारतीय ज्ञान परंपरा विषयक सत्र की अध्यक्षता की। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित किया गया था। भारतीय ज्ञान परंपरा को भविष्य की शिक्षा से जोड़ने पर जोर सत्र की अध्यक्षता करते हुए प्रो. टंडन ने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा केवल सांस्कृतिक धरोहर नहीं है, बल्कि यह विज्ञान, प्रौद्योगिकी, दर्शन, कला, कृषि, योग और समाज को समझने का प्राचीन और समृद्ध आधार है। उन्होंने बताया कि अगर इस परंपरा को आधुनिक शिक्षा, शोध, नवाचार, उद्यमिता और कौशल विकास से जोड़ा जाए, तो यह उच्च शिक्षा क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर नई पहचान दे सकती है। प्रो. टंडन ने कहा कि पारंपरिक ज्ञान के दस्तावेज़, धरोहर सूचीकरण और स्थानीय परंपरा विशेषज्ञों के साथ विश्वविद्यालयों का सहयोग उत्तर प्रदेश के लिए बेहद उपयोगी होगा। उन्होंने बताया कि अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, UP की शिल्प परंपराएँ, लोककला, कृषि विरासत और सांस्कृतिक विविधता राज्य को भारतीय ज्ञान परंपरा का प्रमुख केंद्र बना सकती हैं। विभिन्न विद्वानों ने रखे अपने विचार सत्र में प्रो. बिहारी लाल शर्मा (वाराणसी), प्रो. ए. के. त्यागी (वाराणसी), बिजेन्द्र सिंह (अयोध्या) और प्रो. विनय कुमार पाठक (कानपुर) ने अपने विचार साझा किए। विद्वानों ने बताया कि भारतीय ज्ञान परंपरा को शोध, उद्योगों के सहयोग, कौशल विकास, वैश्विक शिक्षा कार्यक्रमों और रोजगार के नए अवसरों से जोड़ने की दिशा में काम होना चाहिए। उच्च शिक्षा विभाग ने प्रो. टंडन के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा पर उनकी दृष्टि राज्य की उच्च शिक्षा नीतियों को विकसित भारत 2047 के लक्ष्यों के अनुरूप नई दिशा देती है। कार्यक्रम में कई विशेषज्ञों ने दिया मार्गदर्शन मुख्यमंत्री के सलाहकार डॉ. जी. एन. सिंह, आर्थिक सलाहकार डॉ. के. वी. राजू, शिक्षा सलाहकार प्रो. डी. पी. सिंह, नीतिगत दिशा पर अवनीश अवस्थी, उच्च शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एम. पी. अग्रवाल, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी, और उच्च शिक्षा कैबिनेट मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अपनी-अपनी दृष्टि से विकसित उत्तर प्रदेश @ 2047 की रूपरेखा पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
18 थाना क्षेत्र में क्रिटिकल कॉरिडोर टीम का गठन:डीएम की अध्यक्षता में हुई सड़क सुरक्षा समिति की बैठक
डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में संपन्न हुई। बैठक में डीएम ने सड़क दुर्घटनाओं को रोकने एवं हादसों में होने वाली मृत्यु को कम करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिये। टीम को दिया गया प्रशिक्षणडीसीपी ट्रैफिक रविंद्र कुमार ने बताया कि अधिक सड़क दुर्घटना वाले 18 थाना क्षेत्र में क्रिटिकल कॉरिडोर टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में एक एसआई और चार सिपाही रहेंगे। जनपद में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में 60 प्रतिशत इन्हीं 18 थाना क्षेत्र अंतर्गत होती हैं। इन टीमों का प्रशिक्षण कराया जा चुका है। ये टीमें फर्स्ट एड चिकित्सा, दुर्घटना से संबंधित जांच, फोरेंसिक सबूत एकत्र करने एवं विवेचना संबंधी कार्य करेगी तथा दोषी को सजा दिलाएगी। 264 स्थानों पर हुईं सबसे ज्यादा मौतेंडीसीपी ने बताया कि सेव लाइफ फाउंडेशन और मिनिस्ट्री आफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे द्वारा वर्ष 2023 में जनपद के सड़क हादसों का व्यापक अध्ययन किया गया। उस रिपोर्ट में जनपद के 264 क्रिटिकल क्रैश लोकेशंस चिन्हित किए गए, जहां 500 मीटर के दायरे में दो से अधिक मृत्यु हुई। ये क्रैश लोकेशंस सड़क हादसों में होने वाली 72 प्रतिशत मृत्यु के जिम्मेदार हैं। इनमें से अधिकांश लोकेशंस एनएच-19, एनएच-34, स्टेट हाईवे-46 और स्टेट हाईवे-68 पर स्थित हैं। इंजीनियरिंग कार्य करने के निर्देशडीएम ने एनएच के परियोजना निदेशक तथा पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि इन मार्गों पर व्यापक स्तर पर इंजीनियरिंग कार्य किए जाएं। उन्होंने कहा कि चिन्हित स्थलों पर आवश्यकतानुसार क्रिटिकल कॉरिडोर की रोड मार्किंग, अनधिकृत कट बंद करना, स्पीड ब्रेकर, रोड की बनावट में सुधार, रंबल स्ट्रिप्स, चेतावनी बोर्ड, सीसीटीवी कैमरे, साइन एज, क्रैश बैरियर से संबंधित कार्य कराए जाएं। हैवी व्हीकल बीच सड़क पर खड़ा ना होडीएम ने निर्देश दिए कि मौसम में बदलाव के साथ शीत ऋतु का प्रारंभ हो गया है। कोहरे के दृष्टिगत यातायात में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी हैवी व्हीकल कोहरे की स्थिति में बीच सड़क पर खड़ा न हो। बिना हेलमेट के सबसे ज्यादा चालान बैठक में बताया गया कि 1 जनवरी से 31 अक्टूबर के मध्य जनपद में कुल 4,57,123 प्रवर्तन कार्रवाई की जा चुकी है। इसमें बिना हेलमेट के 1,71,250 चालान, विपरीत दिशा में ड्राइविंग के 58,933 चालान, तीन सवारी के 26,885, तेज गति से ड्राइविंग के 35,688, मोबाइल वार्ता के 2,116, सीट बेल्ट के 4,594, ड्रिंक एंड ड्राइव के 702 और बिना डीएल के 9,449 प्रकरण शामिल हैं। घायलों की मदद करने वालों को मिलेगा ईनाम डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटना में घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को राहवीर योजनान्तर्गत 25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है। डीएम ने नागरिकों से सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को अस्पताल पहुंचाने की अपील की, जिससे उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति किसी घायल को अस्पताल में पहुंचाएगा उसे किसी प्रकार से परेशान नहीं किया जाएगा। उसे अस्पताल द्वारा अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर इत्यादि बताने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। न ही उससे इलाज के संबंध में किसी प्रकार की धनराशि की मांग की जाएगी। घायल व्यक्ति का संबंधित अस्पताल में ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर द्वारा तत्काल इलाज शुरू किया जाएगा।
आजमगढ़ जिले के अहिरौला थाना क्षेत्र में तेज रफ्तार ट्रैक्टर की चपेट में आने से मासूम की मौत का मामला सामने आया है। यह हादसा उस।वक्त हुआ जब प्रभात उर्फ अर्पित 10 पुत्र धर्मेंद्र कुमार अपने घर के निकट खेल रहा था। इसी दौरान तेज रफ्तार अनियंत्रित ट्रैक्टर ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर की आवाज सुनते ही आसपास के बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे। और गंभीर रूप से घायल मासूम को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम करके प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। देर रात्रि लगभग 2 घंटे तक सड़क जाम रही मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने समझा बूझाकर किसी तरह से सड़क जाम को खाली कराया। घटना को अंजाम देने के बाद ट्रैक्टर ड्राइवर मौके से फरार हो गया जबकि ट्रैक्टर को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। शुक्रवार को किया जाएगा अंतिम संस्कार मासूम की डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने भेज दिया है। शुक्रवार को मासूम का अंतिम संस्कार कराया जाएगा। मासूम तीन भाइयों में दूसरे नंबर पर था और कक्षा चार में पढ़ता था। वह इस बारे में पुलिस का कहना है कि मामले में शिकायत मिलने पर मुकदमा दर्ज कर मामले में वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
प्रयागराज में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 22 नवंबर को एक दिवसीय दौरे पर पहुंचेंगे। उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन और मेला प्राधिकरण ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। दौरे में सीएम धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे और माघ मेला-2026 की तैयारियों का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे। सुबह 09:45 बजे प्रयागराज पहुंचेंगे सीएम योगी आदित्यनाथ 22 नवंबर की सुबह 09:45 बजे पुलिस लाइन हेलीपैड पर राजकीय हेलीकॉप्टर से पहुंचेंगे। आगमन पर अधिकारियों द्वारा औपचारिक स्वागत किया जाएगा। 09:50 बजे होटल कान्हा श्याम पहुंचेंगे हेलीपैड से मुख्यमंत्री होटल कान्हा श्याम जाएंगे, जहां वे एक निजी कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके लिए होटल में सुरक्षा और प्रोटोकॉल की विशेष व्यवस्था की गई है। 10:10 बजे संगम नोज के लिए प्रस्थान होटल कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री का काफिला कार द्वारा संगम नोज के लिए रवाना होगा। 10:30 बजे संगम नोज पर गंगा पूजन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संगम नोज पर गंगा पूजन करेंगे।गंगा तट पर निर्धारित कार्यक्रम के तहत संतों और धर्माचार्यों की मौजूदगी में पूजा-अर्चना की जाएगी। 10:45 से 11:15 बजे मेला क्षेत्र भ्रमण और बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन गंगा पूजन के उपरांत मुख्यमंत्री मेला क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे। साथ ही बड़े हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। मेला क्षेत्र में मार्ग, सुरक्षा व्यवस्था और श्रद्धालुओं की सुविधाओं का जायजा लेंगे। 11:20 से 11:50 बजे ICCC सभागार में समीक्षा बैठक सीएम योगी आईसीसीसी सभागार, मेला प्राधिकरण पहुंचेंगे। यहां वे माघ मेला-2026 की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में प्रशासन, पुलिस और मेला विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। 11:55 बजे परेड ग्राउंड हेलीपैड के लिए प्रस्थान समीक्षा के बाद कार द्वारा सीएम परेड ग्राउंड हेलीपैड पहुंचेंगे। 12:00 बजे बमरौली एयरपोर्ट के लिए उड़ान सीएम यहां से हेलीकॉप्टर द्वारा बमरौली एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे। 12:20 बजे एयरपोर्ट पहुंचकर आगे प्रस्थान दोपहर 12:20 बजे मुख्यमंत्री बमरौली एयरपोर्ट पहुंचकर आगे की यात्रा पर निकल जाएंगे।
गोरखपुर में लखनऊ के व्यापारी के साथ 2 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। लखनऊ के गोमतीनगर पटेलपुरम निवासी व्यापारी हिरण्यगर्भ द्विवेदी ने आरोप लगाया है कि दो करोड़ रुपये लेकर मकान दिलाने का झांसा देने और रकम वापस मांगने पर कनपटी पर बंदूक रखकर जान से मारने की धमकी दी गई। कैंट थाने की पुलिस ने व्यापारी की तहरीर पर नई दिल्ली के बसंतकुंज निवासी संतोष शर्मा, उसके बेटे भरत भारद्वाज समेत चार अज्ञात के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। लखनऊ के पटेलनगर में रहता है व्यापारी कुशीनगर के पटहेरवा थाना क्षेत्र के अमवा श्रीदूबे निवासी हिरण्यगर्भ द्विवेदी लखनऊ के पटेलपुरम में रहते हैं। हिरण्यगर्भ द्विवेदी ने बताया कि वह हाइसेन मार्केटिंग लिमिटेड के निदेशक हैं, जिसकी शाखाएं लखनऊ, नोएडा और गोरखपुर में संचालित होती हैं। वर्ष 2020 में कंपनी विस्तार के लिए नया कार्यालय खरीदने की योजना के दौरान उनकी मुलाकात दिल्ली के बसंतकुंज निवासी भरत भारद्वाज से हुई थी।भरत ने गोमतीनगर स्थित वी-6/42, विनीत खंड का दो मंजिला मकान दिखाकर दो करोड़ में बेचने का प्रस्ताव दिया। उसने अपने पिता संतोष शर्मा के नाम एनसीएलटी से खरीदे गए मकान के दस्तावेज भी दिखाए। भरोसा होने पर द्विवेदी ने 1 करोड, 38 लाख,11 हजार रुपये आरटीजीएस से, 5 लाख नकद, 20 लाख रुपये नोएडा स्थित दीवान एंड संस कंपनी के माध्यम से तथा शेष 36.89 लाख रुपये अलग-अलग तिथियों में देकर कुल दो करोड़ रुपये दे दिए। दूसरे व्यक्ति के नाम पर था मकान लंबा समय बीतने के बाद भी बैनामा नहीं होने पर जब उन्होंने जांच कराई तो पता चला कि जिस मकान को बेचने की बात कही गई थी, वह वास्तव में किसी और व्यक्ति के नाम दर्ज है। इसका खुलासा होने पर उन्होंने बीते 17 सितंबर को गोरखपुर कैंट क्षेत्र में रेलवे स्टेशन के पास मधु टूरिज्म ऑफिस में भरत और उसके पिता से मुलाकात की। आरोप है कि ऑफिस में भरत, उसका पिता संतोष और तीन-चार अज्ञात लोग मौजूद थे। पैसे वापस मांगने पर आरोपियों ने उनकी कनपटी पर बंदूक रखकर धमकाया और कहा कि रुपये भूल जाओ, हमारा काम लोगों को ठगना है, कोई बैनामा नहीं होगा। डर के माहौल में किसी तरह वहां से निकले पीड़ित ने तत्काल कैंट थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इस संबंध में सीओ कैंट योगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस ने ठगी, धोखाधड़ी, जालसाजी और जान से मारने की धमकी की धाराओं में भरत भारद्वाज, उसके पिता संतोष शर्मा और तीन-चार अज्ञात साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस टीम अब आरोपियों की तलाश में जुटी है। बहुत जल्द सभी आरोपी पकड़ लिए जाएंगे।
राजस्थान में 12 साल से सरकारी नौकरी की आस लगाए बैठे आयुर्वेद और नर्सिंग अभ्यर्थियों को हाईकोर्ट से बड़ी निराशा हाथ लगी है। राजस्थान हाईकोर्ट की जोधपुर पीठ ने वर्ष 2013 की कंपाउंडर/नर्स जूनियर ग्रेड भर्ती में नियमित नियुक्ति की मांग वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है। जस्टिस विनीत कुमार माथुर और जस्टिस बिपिन गुप्ता की खंडपीठ ने गुरुवार 20 नवंबर को यह फैसला देते हुए साफ कर दिया है कि चयन सूची में नाम होना किसी भी अभ्यर्थी को नियुक्ति का कानूनी अधिकार नहीं देता है। 313 को ही मिली नौकरी, शेष 692 को संविदा का रास्ता राज्य सरकार ने 7 जून 2013 को विज्ञापन जारी किया था। जिसमें आयुर्वेद, यूनानी, होम्योपैथी और प्राकृतिक चिकित्सा विभाग में कंपाउंडर/नर्स जूनियर ग्रेड के कुल 1005 पदों के लिए आवेदन मांगे थे। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद मेरिट लिस्ट और चयन सूची भी जारी कर दी गई। लेकिन विवाद तब शुरू हुआ, जब सरकार ने केवल 313 अभ्यर्थियों को ही नियुक्ति पत्र जारी किए। शेष 692 पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी गई। तब रतन लाल पूर्बिया सहित सैकड़ों अभ्यर्थियों की ओर से 21 याचिकाएं दायर की गई। 12 साल चला कानूनी लड़ाई का सफर वर्ष 2013 से 2025 तक यह लड़ाई अभ्यर्थियों के लिए काफी लंबी और थकाऊ रही है। सबसे पहले अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट की एकल पीठ में याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने 27 फरवरी 2018 को खारिज कर दिया था। इसके बाद अभ्यर्थियों ने फैसले पर पुनर्विचार के लिए रिव्यू पिटीशन दायर की, लेकिन 24 अक्टूबर 2019 को सिंगल बेंच ने उसे भी खारिज कर दिया। इसके बाद अभ्यर्थियों ने खंडपीठ (Division Bench) में विशेष अपील (Special Appeal) दायर की, जिस पर अब 20 नवंबर को अंतिम फैसला आया है। तर्क: विज्ञापन जारी होने के बाद बीच में नहीं रोकना गलत अपीलकर्ताओं के वकील ने कोर्ट में तर्क दिया कि एक बार विज्ञापन जारी होने और चयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार नियुक्तियों को बीच में नहीं रोक सकती। वकील ने राजस्थान आयुर्वेदिक, यूनानी, होम्योपैथी और नेचुरोपैथी सेवा नियम का हवाला दिया। वकील ने तर्क दिया कि नियमों के अनुसार पदों के सृजन (Creation of posts) की शक्ति संबंधित विभाग के पास होती है। इसलिए, वित्त विभाग द्वारा मंजूरी न देने का बहाना बनाकर नियुक्ति रोकना नियमों के खिलाफ है। वकील ने कहा कि सरकार का यह कदम कानून से परे है। सरकार ने बताया नीतिगत फैसला, अब संविदा पर होगी भर्ती राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता (AAG) ने कोर्ट में बताया कि सरकार ने वित्त विभाग के साथ विस्तृत विचार-विमर्श के बाद एक 'सचेत नीतिगत निर्णय' (Conscious Policy Decision) लिया है। सरकारी वकील ने बताया कि वित्त विभाग ने इन शेष पदों पर स्थायी नियुक्ति के लिए वित्तीय मंजूरी देने से इनकार कर दिया है। इसी कारण सरकार ने निर्णय लिया है कि अब इन पदों को नियमित भर्ती के बजाय राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) के माध्यम से संविदा आधार पर भरा जाएगा। खंडपीठ ने कहा- एकलपीठ का फैसला सही था दोनों पक्षों की दलीलों को सुनने के बाद खंडपीठ ने माना कि सिंगल बेंच का फैसला सही था। कोर्ट ने अपने आदेश में निम्नलिखित महत्वपूर्ण बिंदु स्पष्ट किए: इन आधारों पर हाईकोर्ट ने रतन लाल पूर्बिया और अन्य सभी जुड़ी हुई अपीलों को खारिज कर दिया।
हास्य नाटक 'द क्लाउन-विदूषक' का मंचन:भारतीयम संस्था के समारोह में चार्ली चैपलिन को दी श्रद्धांजलि
भारतीयम संस्था के 35वें स्थापना वर्ष के अवसर पर शिवांजना स्टूडियो के सहयोग से दो दिवसीय संगीत और नाटक समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के दूसरे दिन, गुरुवार को गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी ऑडिटोरियम में हास्य नाटक द क्लाउन-विदूषक का मंचन किया गया। इस नाटक के माध्यम से विश्व के महानतम विदूषक चार्ली चैपलिन को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।यह नाटक वि.वा. शिरवाडकर द्वारा लिखा गया है और चार्ली चैपलिन के जीवन से प्रेरित है। द क्लाउन-विदूषक का निर्देशन वरिष्ठ नाट्य निर्देशक पुनीत अस्थाना ने किया। यह सामाजिक व्यंग्य से भरपूर एक प्रस्तुति थी। राजबहादुर करोड़पति होने के बावजूद संवेदनहीन नाटक का नायक भोलाराम एक सरल और संवेदनशील व्यक्ति है, जो अपने सहज आचरण के कारण अक्सर हास्य का पात्र बन जाता है। इसके विपरीत, उद्योगपति राजबहादुर करोड़पति होने के बावजूद मजदूरों के प्रति संवेदनहीन है। उसकी पत्नी अमेरिका चली जाती है, और राजबहादुर शराब में डूबा अकेला जीवन व्यतीत करता है। कहानी में भोलाराम और राजबहादुर की अप्रत्याशित मुलाकातें कई हास्यपूर्ण और नाटकीय घटनाओं को जन्म देती हैं। भोलाराम की सहानुभूति से प्रभावित होकर राजबहादुर उसे अपना मित्र और नशे में अपनी कंपनी का डिप्टी मैनेजर बना देता है, लेकिन अगले ही दिन उसे कार्यालय से बाहर निकाल देता है। दोनों का प्रेम सफल होता है.. इसी बीच, भोलाराम की मुलाकात कारखाने में दुर्घटना में मारे गए एक मजदूर की अंधी बेटी अंजलि से होती है। भोलाराम उसकी मदद कर उसका जीवन बदल देता है। वह अंजलि की आँखों का इलाज करवाता है, जिससे वह उसे अपनी आँखों से देख पाती है। अंततः, दोनों का प्रेम सफल होता है। ये कलाकारों ने हिस्सा लिया भोलाराम की भूमिका में केशव पंडित ने चार्ली चैपलिन की मासूमियत और सहज भावों को जीवंत किया। राजबहादुर के चरित्र में राजीव रंजन सिंह ने द्वैध व्यक्तित्व को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया। पूजा सिंह ने अंजलि के दर्द और भावनाओं को बखूबी दर्शाया। अम्बरीश बॉबी, तुषार बाजपेई, रामेन्द्र लाल, ऋतु श्रीवास्तव, बाल कलाकार कैरा कुन्ती सिंह सहित अन्य सभी कलाकारों ने भी अपनी अदाकारी से दर्शकों का मन मोह लिया।
मुंबई से ड्रग्स लेकर इंदौर आई अफ्रीकन महिला के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। उसके पास जो पासपोर्ट मिला वह जाली निकला है। नारकोटिक्स टीम ने उसके पासपोर्ट की डिटेल खंगाली तो उसमें कुछ नहीं निकला। उसकी ट्रैवल हिस्ट्री ही नहीं मिल रही है। अब जाली पासपोर्ट की ड्रग पैडलर लिंडा भी अलग से जांच होगी। रेसीडेंसी इलाके में ड्रग्स की डिलीवरी देने से पहले पकड़ ली गई लेडी लिंडा को गुरुवार को कोर्ट ने जेल भेज दिया। उसे कोर्ट में पेश कर रिमांड भी चाहा था। लिंडा पहले दिन तो पूछताछ में सपोर्ट ही नहीं कर रही थी। दूसरे दिन हवालात के बाहर उसने कुछ बातें बताईं। उसने इंदौर के एक युवक का नाम बताया है, जिसे वह ड्रग्स देने आई थी। हालांकि, लिंडा के पकड़े जाने का पता चलते ही युवक इंदौर से फरार हो गया। महिला से तलाशी में 31.85 ग्राम कोकीन मिली थी, जिसकी कीमत करीब 15 लाख 50 हजार रुपए बताई जा रही है। ड्रग्स के साथ जाली पासपोर्ट का भी बड़ा रैकेटलिंडा का पासपोर्ट हूबहू असली जैसा लग रहा था। नारकोटिक्स विंग ने एविएशन विभाग से संपर्क कर उसकी ट्रैवल हिस्ट्री मांगी तो खुलासा हुआ कि पासपोर्ट पर जो नंबर दर्ज हैं, वह फर्जी है। जो पासपोर्ट जब्त हुआ है, उससे कोई भी यात्रा नहीं हुई है, जबकि लिंडा कुछ साल पहले अफ्रीका से मुंबई आई थी। इससे लग रहा है कि वह ड्रग्स के साथ जाली पासपोर्ट के भी रैकेट में लिप्त है। फॉरेंसिक जांच में कई सुराग मिलने की उम्मीद महिला मुंबई से बस के माध्यम से इंदौर आई थी, जिससे संभावना जताई जा रही है कि वह पहले भी ऐसी सप्लाई कर चुकी हो सकती है। उसके मोबाइल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। टीम मोबाइल के कॉन्टैक्ट्स, चैट और पेमेंट ट्रेल की जांच कर रही है, जिससे ड्रग नेटवर्क के कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
गोरखपुर में झारखंड एसएससी (जेएसएससी) सीजीएल परीक्षा में पेपर आउट करने के मामले में फरार चल रहा मुख्य आरोपी को यूपी एसटीएफ ने शाहपुर इलाके से गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान शाहपुर के हनुमंत नगर कालोनी पादरी बाजार निवासी विनय साह उर्फ हरिहर सिंह के रूप में हुई। उसके खिलाफ अपराध अनुसंधान विभाग, रांची ने जनवरी में बीएनएस की विभिन्न धाराओं 316(2), 318(2), 318(4), 61(2) तथा झारखंड प्रतियोगी परीक्षा अधिनियम 2023 की धारा 12(2), 12(3) में मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपी के पास मिला नेपाली सिम विनय साह के पास से टीम ने एक नेपाली एक भारतीय सिम कार्ड बरामद किया है। झारखंड पुलिस ने विनय की गिरफ्तारी में सहयोग के लिए यूपी एसटीएफ से अनुरोध किया था। उप पुलिस अधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के पर्यवेक्षण में एसटीएफ गोरखपुर की टीम लगातार उसकी लोकेशन और गतिविधियों पर निगरानी रख रही थी। 20 नवंबर को सूचना मिली कि आरोपी शाहपुर इलाके के यांत्रिक कारखाना क्षेत्र में मौजूद है। टीम ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहचान संदिग्ध लगने पर एसटीएफ ने अपराध अनुसंधान विभाग रांची से संपर्क किया। रांची से आई टीम ने गहन पूछताछ के बाद उसकी पहचान की पुष्टि की और उसे गिरफ्तार कर लिया। एग्जाम का पेपर किया था लीकपूछताछ में विनय ने स्वीकार किया कि 22 सितंबर 2024 को हुई जेएसएससी सीजीएल परीक्षा का प्रश्नपत्र उसने अपने साथी मनोज कुमार, शशिभूषण दीक्षित व संदीप त्रिपाठी के साथ मिलकर लीक किया था। आरोपियों ने रांची के जे स्क्योर होटल में इसकी साजिश रची थी। परीक्षा से पहले अभ्यर्थियों को मोतिहारी-रक्सौल बॉर्डर के रास्ते नेपाल ले जाकर पेपर पढ़ाया गया। इसके एवज में विनय के खाते में मनोज ने एक लाख रुपये भेजे थे। आरोपी को शाहपुर थाना में दाखिल किया गया। झारखंड पुलिस उसकी ट्रांजिट रिमांड लेकर आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने पन्ना जिले के प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश राजाराम भारती को किया निलंबित कर दिया है। अब विशेष न्यायाधीश प्रदीप कुशवाह को अस्थाई तौर पर सौंपी प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हाईकोर्ट से जारी आदेश में प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश को अस्थाई तौर पर अब जिला न्यायाधीश की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दें कि इससे पूर्व हाईकोर्ट ने दमोह के जिला सत्र न्यायाधीश हितेंद्र सिंह सिसोदिया को भी निलंबित किया था। अभी तक इन निलंबन की वास्तविक वजह जानने की आधिकारिक जानकारी हासिल करने का प्रयास किया गया। सूत्र बताते हैं कि पन्ना कलेक्टर के द्वारा अवैध खनन मामले में एक अरब से अधिक का जुर्माना लगाए जाने के प्रकरण से जोड़कर यह कार्रवाई देखी जा रही है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व में पन्ना कलेक्टर सुरेश कुमार ने मेसर्स डायमंड स्टोन क्रशर के मालिक कांग्रेस नेता श्रीकांत दीक्षित पर अवैध खनन मामले में एक अरब से अधिक का जुर्माना लगाया था। यह कार्रवाई उप संचालक खनिज प्रशासन और गुनौर के एसडीएम की जांच रिपोर्ट में गिट्टी के अवैध खनन की शिकायत को गंभीरता से लेकर की गई थी। कार्रवाई पर श्रीकांत दीक्षित ने इसे राजनीतिक दबाव में किए जाने का आरोप लगाते हुए कोर्ट की शरण ली थी। सूत्रों के मुताबिक, अवैध खनन में 1 अरब के लगाए गए जुर्माने के कलेक्टर आदेश को निरस्त करने के कारण जज के खिलाफ यह कार्रवाई हुई, हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। पन्ना कलेक्टर के द्वारा अवैध खनन मामले में एक अरब से अधिक का जुर्माना लगाने के आदेश को निरस्त करने के संबंध में संभवता जिला जज पर यह कार्रवाई की गई है। पूर्व में पन्ना कलेक्टर सुरेश कुमार ने मेसर्स डायमंड स्टोन क्रशर के मालिक कांग्रेस नेता श्रीकांत दीक्षित पर अवैध खनन मामले में एक अरब से अधिक का जुर्माना लगाया था। अवैध खनन को लेकर कांग्रेस नेता श्रीकांत दीक्षित ने कार्रवाई को राजनीतिक दबाव में किए जाने का आरोप लगाते हुए कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसके बाद जिला कोर्ट से देते हुए उन्हें अदालत से राहत मिल गई थी। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि हाईकोर्ट की इस कार्रवाई को खनन से जोड़कर देखा जा रहा है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कैंसर पीड़ित शिक्षिका के स्थानांतरण के संदर्भ में बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव के जवाब पर असंतोष व्यक्त करते हुए उन्हें अगली सुनवाई 25 नवंबर को उपस्थित होने को कहा है। हाईकोर्ट के आदेश पर सचिव ने हलफनामा दाखिल किया था जिस पर कोर्ट संतुष्ट नहीं थी। यह आदेश न्यायमूर्ति प्रकाश पाडिया ने शाहजहांपुर की कल्पना शर्मा की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है। पिछली सुनवाई पर कोर्ट ने कैंसर से पीड़ित याची सहायक अध्यापिका के स्थानांतरण अभ्यावेदन को अस्वीकार करने के बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव के आचरण पर नाराजगी व्यक्त की थी। क्योंकि न्यायालय ने इस मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्य और हैरानी की बात है कि प्राधिकारियों ने याची के मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने की बजाय तकनीकी आधार पर उसके अनुरोध को खारिज कर दिया। कोर्ट का प्रथमदृष्टया मत है कि यह अधिक दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तथ्य के बावजूद कि याची के मामले पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के लिए विशिष्ट निर्देश दिए गए थे, लेकिन मामले के पहलू पर विचार किए बिना याची के दावे को गुण-दोष के आधार पर खारिज कर दिया गया। याची की मांग खारिज करने का आधार यह लिया गया कि जिस स्कूल में याची कार्यरत है, वहां केवल दो शिक्षक हैं और राज्य सरकार की नीति के अनुसार किसी स्कूल में न्यूनतम 36 छात्र हैं तो तीन शिक्षकों की आवश्यकता होती है। कोर्ट ने इस आधार पर आश्चर्य व्यक्त करते कहा कि रोजाना उन्हें ऐसे मामलों से निपटना पड़ रहा है, जहां बड़ी संख्या में संस्थानों में 36 से अधिक छात्र हैं और केवल एक शिक्षक कार्यरत है। कल्पना शर्मा अगस्त 2015 में प्रारंभिक नियुक्ति के बाद से शाहजहांपुर के एक जूनियर हाईस्कूल में सहायक अध्यापिका (विज्ञान) के रूप में नियुक्त हैं। वह कैंसर से पीड़ित हैं। उनकी सर्जरी हुई है और वर्तमान में उनकी गाजियाबाद के मैक्स कैंसर सेंटर में कीमोथेरेपी हो रही हैं। उन्होंने पूर्व में याचिका दाखिल कर शाहजहांपुर में काम करने में आ रही कठिनाइयों का हवाला दिया था। साथ ही कहा था कि उनका इलाज गाजियाबाद में हो रहा है और उनका परिवार व पति वहीं हैं, जो उनके कार्यस्थल से लगभग 320 किमी दूर है। कोर्ट ने पिछले वर्ष सितम्बर माह में उनकी याचिका निस्तारित करते हुए प्राधिकारियों को याची के अभ्यावेदन पर सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लेने का निर्देश दिया था क्योंकि उनका गाजियाबाद स्थित मैक्स कैंसर सेंटर में इलाज चल रहा है। इस आदेश के बावजूद सचिव ने याची का आग्रह खारिज कर दिया इसलिए उसने फिर हाईकोर्ट का रुख किया। अधिकारियों ने सुझाव दिया कि याची पारस्परिक स्थानांतरण के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकती है। इस अस्वीकृति को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कोर्ट ने सचिव से व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने को कहा था। मामले की अगली सुनवाई अब 25 नवंबर को होगी।
प्रमुख सचिव सिंचाई विभाग को अवमानना नोटिस जारी:मथुरा कैनाल पर अतिक्रमण के मामले में हाईकोर्ट का आदेश
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मथुरा कैनाल पर अतिक्रमण हटाने के आदेश का अनुपालन नहीं करने को गंभीरता से लिया है और प्रमुख सचिव सिंचाई विभाग अनिल गर्ग को अवमानना का नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने उनसे यह बताने को कहा है कि वर्षों पुराने हाईकोर्ट के आदेश का अब तक पालन क्यों नहीं किया गया। यह आदेश न्यायमूर्ति दिनेश पाठक ने मथुरा के जितेंद्र गौर की अवमानना याचिका पर दिया है। मामले के तथ्यों के अनुसार संजय नगर विकास सेवा समिति ने जनहित याचिका दाखिल कर मथुरा कैनाल पर अतिक्रमण का मामला उठाया था। कहा गया था कि मथुरा कैनाल के दोनों ओर अतिक्रमण कर निर्माण कर किया गया है, जिससे कैनाल की चौड़ाई 35 फिट से घटकर आठ फिट रह गई है।कोर्ट ने सहायक अभियंता को अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अतिक्रमणकारियों की ओर से भी दलील दी गई कि वर्षों से वहां निर्माण है, उन्हें नियमित किया जाए। कोर्ट ने इस मामले में सहायक अभियंता को वहां के निवासियों से प्रत्यावेदन लेकर निर्णीत करने का निर्देश दिया। साथ ही अतिक्रमण हटाने को कहा था। इन आदेशों का पालन नहीं होने पर जितेंद्र गौर ने अवमानना याचिका दाखिल की। कोर्ट ने प्रमुख सचिव को स्पष्टीकरण दाखिल करने का निर्देश दिया है।
स्थान- रतलाम मेडिकल कॉलेज। दिन- बुधवार। समय - शाम 4 बजकर 10 मिनट। ढोल व थाली की थाप के साथ महिला व पुरुषों की चिखती पुकार की आवाज सुनाई देती है। महिलाएं गीत गा रही हैं। हाथों में एक व्यक्ति तलवार लहरा रहा है। एक शख्स के सिर से खून निकल रहा है तो उसके सिर पर कपड़ा बांधा जा रहा है। हाथों में पूजा की थाली और नारियल है। एक महिला सिर पर लकड़ी की टोकरी उठाकर कर चल रही थी। उसमें एक पत्थर रखा था। जिसने भी यह नजारा देखा वहीं रुक गया। हर एक के मन में एक ही सवाल था कि आखिर यह क्या हो रहा है। नाचते-गाते झूमते हुए लोग मेडिकल कॉलेज के गेट से बाहर निकले तो हर कोई यह सब नजारा देख अचंभित थे कि आखिर मेडिकल कॉलेज में यह सब क्या हो रहा है। बाद में पता चला कि यह तो आत्मा को लेने आए है। आत्मा को ढोल व थाली की थाप पर झूमते हुए लेकर जा रहे है। दैनिक भास्कर ने अपने कैमरे में इस सब कुछ कैद किया। इस सबके पीछे आखिर आदिवासी समाज की क्या मान्यता है यह हमने ग्रामीणों से जाना। इस दौरान बताया गया कि परिवार के सदस्य की आकस्मिक मौत मेडिकल कॉलेज में हो गई थी। जिसकी आत्मा को लेने आए है। उसे देवता के रूप में गांव में ओटला बनाकर स्थापित करेंगे। ज्ञान-विज्ञान के इस दौरान में आज भी आदिवासी अंचल में अंधविश्वास की इस मान्यता को ग्रामीण अपने इस रिवाज को निभा रहे है। जानिए दैनिक भास्कर की इस खास रिपोर्ट को आखिर इस घटनाक्रम की क्या हकीकत है... पूरी कहानी को समझिएमेडिकल कॉलेज के गेट नंबर एक पर कुछ महिलाएं व एक बच्ची खड़ी है। एक पुरुष के गले में माला पहनकर कर खड़ा है। झावनीझोड़िया की रहने वाली महिला नीता झोड़िया के हाथों में पूजा की थाली है। जिसमें अगरबत्ती, चलता हुआ दीपक व अन्य पूजा की सामग्री रखी गई। कुछ लोग दीपक को बाहर रखे मेडिकल कॉलेज में नारियल, चावल व इत्र (सेंट) लेकर जाते है। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं होता है। यह बेधड़क मेडिकल कॉलेज की लिफ्ट में सवार होकर तीसरी मंजिल पर पहुंचते हैं। कुछ देर में वह लोग वापस लौट आते है। बाहर आते से ही पहले से खड़े महिला व पुरुषों की चीख पुकार शुरू हो जाती है। ढोल व थाली की थाप गुंजने लगती है। कुछ महिलाओं को पकड़ कर ले जाया जाता है। करीब एक घंटे तक यह सब खेल मेडिकल कॉलेज में चलता रहा है लेकिन इसे रोकने वाला कोई नहीं था। अब आत्मा को ले जाने का कारण समझिएआदिवासी समाज में परिवार के सदस्यों की आकस्मिक मौत होने पर परिजन उसी जगह जाते है। जहां परिवार के सदस्य की मौत हुई है। वहां जाकर उनसे अपने साथ चलने का आव्हान किया जाता है। और उन्हें पत्थर या अन्य रूप में अपने साथ लेकर अपने गांव के किसी स्थान या खेत में एक ओटला बनाकर देवता के रूप में स्थापित किया जाता है। तीन महीने पहले हो चुकी मौतग्रामीणजन जिस मृतक की आत्मा को ले जाने आए थे, उसका नाम शांतिलाल झोड़िया था। वह रतलाम के छावनीझोड़िया गांव का रहने वाला था। कीटनाशक पीने से उसकी तीन माह पहले मौत हो गई थी। मृतक की बुआ नीता झोड़िया रस्म रिवाज की प्रक्रिया करने में आगे थी। बुआ बोली- उसने कहा कि मेडिकल कॉलेज आकर ले जाओनीता ने बताया कि हमारा भतीजा था। उसकी मौत हो गई थी। अब वह बड़े भाई की बेटी के शरीर में आकर उसे परेशान कर रहा है। बोल रहा है मुझे मेडिकल कॉलेज से लेकर आओ इसलिए हम सब उसे लेने आए हैं। साथ में एक पत्थर लेकर आए हैं। पत्थर में उसे लेकर जाएंगे। पत्थर भी बतायानीता ने अपने साथ लेकर आए एक पत्थर को भी बताया। कहा कि इसी पत्थर में आत्मा को लेकर जाएंगे। मेडिकल कॉलेज की तीसरी मंजिल से लौटते ही बड़े भाई की बेटी को एक महिला पकड़कर चल रही थी। कुछ अन्य महिलाओं व पुरुषों की चीख पुकार भी मच गई। सभी मृतक शांतिलाल का नाम लेने लगे। पत्थर में लेकर जाएंगेपरिजनों के साथ भूरालाल नामक व्यक्ति भी गले में माला डाल साथ में खड़ा था। जब इनसे बात की तो कहा कि शांतिलाल की आत्मा को लेने आए है। पूछा कि कैसे लेकर जाएंगे तो कहा कि गांव से पत्थर में लेकर जाएंगे। आज पहली बार आए है। नीता ने बताया कि मृतक पत्नी व तीन बच्चे भी है। वह भी मेडिकल कॉलेज में आए है। उनको भी सारी बाते मालूम है। झूमते हुए निकले बाहर, किसी ने नहीं रोकाआत्मा को लेकर जब सब बाहर निकलने लगे तो वहां पहले से मौजूद आदिवासी ढोल व थाली लेकर आए कुछ लोग उन्हें बजाने लगे। हाथ में तलवार लहराते हुए चीखते-पुकारते सभी सदस्य ढोल व थाली की थाप पर झूमते हुए मेडिकल कॉलेज से बाहर निकल गए। मेडिकल कॉलेज में एक तरफ जहां गार्ड मरीजों के अटेंडर के अलावा किसी को बिल्डिंग में नहीं जाने देते। ऐसे में 8 से 10 लोग हाथों में नारियल व पूजा सामग्री लेकर बेधड़क अंदर जाते है और वापस आते है। इन्हें किसी ने भी नहीं रोका। सवाल यह है कि समाज के कुछ हिस्सों में आज भी अंधविश्वास का गहरा प्रभाव भी मौजूद है। यह घटनाक्रम न सिर्फ हैरान करता है, बल्कि आधुनिक युग में सोचने पर मजबूर करता है। इस प्रकार की घटनाएं पूर्व में आ चुकी है। लेकिन रतलाम के मेडिकल कॉलेज में पहली देखने में आई है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने बरेली में सितंबर में हुई हिंसा मामले से जुड़ी प्राथमिकी को रद करने की मांग वाली याचिका स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। आरोप है कि पुलिस बल पर भीड़ ने ईंट-पत्थरों, पत्थरों और तेजाब की बोतलों से हमला किया था।न्यायमूर्ति अजय भनोट और न्यायमूर्ति गरिमा प्रसाद की पीठ ने इस निर्देश के साथ याचिका निस्तारित कर दी है कि याची अदनान अन्य कानूनी उपायों का उपयोग करने के लिए स्वतंत्र है। अदालत में अतिरिक्त महाधिवक्ता अनूप त्रिवेदी, सहायक महाधिवक्ता पारितोष मालवीय ने कहा कि कानून-व्यवस्था लागू करने वाले पुलिस बल पर हमला,किया गया जिसका काम कानून व्यवस्था कायम रखना है।भयभीत करने की कोशिश की गई।खंडपीठ को बताया गया कि मौलाना तौकीर रज़ा द्वारा सभा का आह्वान करने के बाद पुलिसकर्मियों पर तेजाब की बोतलों, ईंट-पत्थरों और आग्नेयास्त्रों से हमला किया गया। बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया है। अभियोजन के अनुसार 26 सितंबर को मौलाना तौकीर रजा ने समुदाय विशेष को इस्लामिया इंटर कॉलेज में इकट्ठा होने का आह्वान किया था।बीएनएस की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू होने के बावजूद, लगभग 200-250 लोगों की भीड़ मौलाना आज़ाद इंटर कॉलेज से श्यामगंज चौराहे की ओर बढ़ी। हाथों में तख्तियां लिए और भड़काऊ नारे लगाते हुए भीड़ ने पुलिसकर्मियों की चेतावनी और समझाने-बुझाने पर ध्यान नहीं दिया। कुछ ही देर में भीड़ आक्रामक हो गई। पुलिस पर ईंट-पत्थर और तेजाब की बोतलें फेंकी जाने लगी। पुलिसकर्मियों पर गोलियां भी चलाई गईं। कुछ पुलिसकर्मियों के कपड़े फट गए और दो अधिकारी घायल हो गए।हालात यहां तक बिगड़े कि पुलिस बल को आत्मरक्षा में गोलियां चलानी पड़ीं। राज्य सरकार का कहना था कि यदि ऐसे मामलों में कानून के अनुसार कार्रवाई नहीं हुई तो इससे सार्वजनिक सुरक्षा और व्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो सकता है। प्रथम दृष्टया याचिकाकर्ता के खिलाफ अपराध का पता चलता है। हरियाणा राज्य बनाम भजन लाल और निहारिका इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड बनाम महाराष्ट्र राज्य में सर्वोच्च न्यायालय के ऐतिहासिक निर्णयों का हवाला देते हुए तर्क दिया कि इस स्तर पर कोई भी अंतरिम राहत जांच में बाधा डाल सकती है। याची की ओर से पेश हुए अधिवक्ता अंसार अहमद ने कहा कि अब याची प्राथमिकी रद करने के लिए राहत पर जोर नहीं देना चाहता। परिणामस्वरूप, प्राथमिकी रद्द करने के लिए मांगी गई राहत अस्वीकार कर दी गई।
भोपाल के छोला मंदिर इलाके में युवक को बंधक बनाकर बेल्ट और डंडे से पीटने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने उसे निर्वस्त्र कर पीटा और उसके प्राइवेट पार्ट पर भी बेल्ट से वार किया। उसके गले पर भी चाकू रखा गया। पूरी घटनाक्रम का आरोपियों ने वीडियो शूट किया था। वारदात जुलाई महीने की है। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने गुरुवार रात को केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है। पुलिस ने मामले में मोहम्मद सईद और अमन बाबा नाम के युवक को हिरासत में ले लिया है, अन्य की तलाश की जा रही है। पुलिस के मुताबिक, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के आधार पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया गया है। छोला इलाके में ही रहने वाले अमन बाबा और मोहम्मद जैद को हिरासत में लिया है। दोनों ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक को कमरे में बंधक बनाकर निर्वस्त्र किया और बेरहमी से पीटा था। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि जिस युवक को पीटा था वह पूर्व परिचित नहीं था। एक दोस्त के कहने पर वारदात को अंजाम दिया था। वहीं, पुलिस वीडियो में देख रहे हैं और आरोपियों के साथियों की उन्हीं की निशानदेही पर तलाश कर रही है। मामले में पीड़ित युवक अभी सामने नहीं आया है। ये खबर भी पढ़ें... युवक को पीटा, निर्वस्त्र कर गांव में घुमाया मऊगंज में 24 साल के एक युवक से मारपीट के बाद निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने उसके साथ गाली-गलौज भी की। जंगल में रस्सी से बांधकर कई घंटे तक बंधक बनाकर रखा। पीड़ित किसी तरह वहां से भागकर प्रयागराज चला गया।पूरी खबर पढ़ें
प्रयागराज में एक 10वीं के छात्र के साथ दिनदहाड़े मारपीट का गंभीर मामला सामने आया है। खेलगांव पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्र पर स्कूल से निकलते ही दबंगों ने स्कूटी रोककर हमला कर दिया। पीड़ित के पिता की तहरीर पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। स्कूल से निकलते ही स्कूटी रोककर मारपीटघटना दोपहर करीब 12:30 बजे की है। इंग्लिश परीक्षा देकर छात्र अपने दोस्त के साथ स्कूटी से घर लौट रहा था। इसी दौरान स्कूल के पास रेलवे फ्लाईओवर से पहले ही उन्हें रोक लिया गया। बुलेट और थार में पहुंचे लड़कों ने घेराछात्र के पिता ने बताया, तेजस केशरी बुलेट और बिना नंबर की थार गाड़ी के साथ पहले से ही खड़ा था। जैसे ही छात्र रेलवे फ्लाईओवर के पास पहुंचा, उसने स्कूटी रोककर चाबी निकाल ली। इसके बाद थार में बैठे आबिद, बाहरी स्कूल के छात्र अरसान व जिकरान समेत 3–4 लड़के उतरे और उनके बेटे पर टूट पड़े। डंडे-बेल्ट से पीटा, चश्मा भी तोड़ापिता के मुताबिक, हमलावरों ने बेटे को डंडे और बेल्ट से बुरी तरह मारा। इस दौरान उसका चश्मा टूट गया। बीच-बचाव करने पहुंचे उसके साथी को भी पीटा गया। लोगों ने छात्र को बचाया, हमलावरों ने पीछा भी कियामारपीट होते देख राहगीरों ने किसी तरह छात्र को अपनी गाड़ी में बैठाकर वहां से निकाला। इस पर हमलावरों ने बुलेट व थार से पीछा भी किया। किसी तरह पीड़ित छात्र घर पहुंचा और परिजनों को जानकारी दी। पिता ने पुलिस से दर्ज कराई रिपोर्ट, मेडिकल की मांगघटना की जानकारी पर छात्र के पिता ने एयरपोर्ट थाने पहुंचकर पूरी घटना की जानकारी दी और मुकदमा दर्ज कराया। फिलहाल पुलिस आरोपियों को पकड़ नहीं सकी है। न ही घटना में प्रयुक्त बुलेट व थार को बरामद कर सकी है। एयरपोर्ट पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
दुकान में घरेलू सिलेंडरों का उपयोग करने वाले लालकुर्ती निवासी हरिया लस्सी व मिठाई भंडार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। यह मुकदमा जिलाधिकारी के निर्देश पर दर्ज हुआ है। पुलिस ने विवेचना शुरु कर दी है। एक नजर डालते हैं पूरे मामले पर लालकुर्ती बकरी मोहल्ला निवासी सुनील कुमार पुत्र हरिचंद्र अपने घर के निचले हिस्से में हरिया लस्सी व मिठाई भंडार के नाम से दुकान चलाते हैं। 13 नवंबर को जिला आपूर्ति विभाग की टीम ने दुकान पर छापा मार दिया। छापे को दौरान टीम को दुकान के भीतर घरेलू सिलेंडरों का उपयोग होते मिला। टीम ने सिलेंडर जब्त कर लिए। काफी समय से मिल रही थीं शिकायतक्षेत्रीय पूर्ति निरीक्षक शिवानी चौरसिया के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की और चार सिलेंडर अपने कब्जे में ले लिए। बाकायदा जब्तीकरण से पहले सिलेंडरों का वजन भी दुकान स्वामी की मौजूदगी में कराया गया। इसके बाद टीम नोटिस थमाकर वहां से निकल गई। DM को सौंपी गई पूरे मामले की रिपोर्ट जिला आपूर्ति अधिकारी ने इस पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की और जिलाधिकारी को सौंप दी। रिपोर्ट में FiR की संस्तुति की गई थी। जिलाधिकारी ने मामले को गंभीरता से लिया और FiR के आदेश कर दिए। गुरुवार देर शाम शिवानी चौरसिया की तहरीर पर लालकुर्ती थाने में मुकदमा 177/2025 धारा 3/7 आवश्यक वस्तु अधिनियम दर्ज हो गया।
प्रयागराज में फतेहपुर की रहने वाली शहीद सैनिक की पत्नी ने सास, ससुर और देवर पर मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप लगाया है कि तीनों ने उसके पति शहीद शुभम सिंह की मृत्यु के बाद शासन से प्राप्त रुपयों को हड़प लिया। पर्वतारोहण ट्रेनिंग के दौरान हुई थी पति की शहादतपीड़िता की शादी 2021 में सैनिक शुभम से हुई थी, जो 6 पैरा रेजिमेंट में तैनात थे। शादी के सिर्फ 10 महीने बाद 04 अक्टूबर 2022 को उत्तरकाशी में पर्वतारोही ट्रेनिंग के दौरान हिमस्खलन की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई। पति की शहादत से वह मानसिक रूप से टूट गईं और घर पर भी लगातार तनाव बढ़ता गया। दूसरी शादी का लालच देकर धन हथियाने का आरोपमहिला ने आरोप लगाया कि सास मनफूल देवी और ससुर देवी प्रसाद सिंह ने उसे भरोसा दिलाया कि वे छोटे बेटे सत्यम सिंह की शादी उससे करा देंगे। बाद में तीनों ने मिलकर शहीद सैनिक की मृत्यु के बाद मिली सरकारी धनराशि और गहने आदि हड़प लिए। मार पीटकर घर से निकाला आरोप है कि ससुराल के लोग पीड़िता को “अभागिन” और “पनौती” कहकर अपमानित करते थे। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई। जब उसने सत्यम से वादे के बारे में बात की तो उसने शादी से इनकार कर दिया और गाली-गलौज करते हुए मारपीट की। 4 अक्टूबर 2023 को धमकाते हुए उसे घर से निकाल दिया गया। मायके में रहने को मजबूरघटना के बाद से महिला अपने मायके में रह रही है। उसके भाई ने बताया कि पुलिस आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करे। उधर धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश उपाध्याय ने बताया कि जांच की जा रही है।
पीलीभीत के हजारा थाना क्षेत्र में एक 10वीं की छात्रा ने मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा पर स्कूल की लापता प्रबंधक की 'राजदार' होने का शक था, जिसके चलते प्रबंधक के परिवार के चार लोगों ने उसे पीटकर, बंधक बनाकर और आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। नेपाल सीमावर्ती गांव की यह छात्रा संपूर्णानगर (लखीमपुर खीरी) के एक निजी स्कूल में पढ़ती थी। उसके परिजनों ने बताया कि स्कूल की प्रबंधक युवती 17 नवंबर को अचानक घर छोड़कर चली गई थी। प्रबंधक के परिवार ने छात्रा पर आरोप लगाया कि वह प्रबंधक के ठिकाने और निजी राज जानती है, क्योंकि वह बैग पहुंचाने के लिए घर से कुछ दूरी तक गई थी। इसी शक के आधार पर आरोपितों ने छात्रा पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। परिजनों के अनुसार, आरोपितों ने छात्रा को तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा और बेरहमी से पीटा। इस दौरान उन्होंने छात्रा का आपत्तिजनक वीडियो भी बना लिया। उसे छोड़ने से पहले आरोपितों ने धमकी दी कि यदि उसने शीघ्र स्कूल प्रबंधक का सुराग नहीं दिया या इस घटना की शिकायत की तो वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया जाएगा। इस अमानवीय घटना के बाद छात्रा गहरे सदमे में थी। लेकिन आरोपित यहीं नहीं रुके। 18 नवंबर को उन्होंने दोबारा छात्रा के घर में घुसकर मारपीट की और उसे जानकारी देने के लिए मजबूर किया। छात्रा बार-बार कहती रही कि उसे प्रबंधक के बारे में कुछ नहीं पता, इसके बावजूद ब्लैकमेलिंग और मारपीट जारी रही। इस प्रताड़ना से त्रस्त होकर छात्रा ने गुरुवार को अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। शाम को छात्रा के पिता की तहरीर पर हजारा थाने में चार आरोपितों। जनार्दन दुबे, पूनम, अभिषेक और अविनाश के विरुद्ध गंभीर धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने आरोपितों पर आत्महत्या के लिए उकसाने, अश्लीलता करने, बंधक बनाकर प्रताड़ित करने, घर में घुसकर मारपीट एवं अपमानित करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। सीओ पूरनपुर प्रतीक दहिया ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस सभी आरोपितों की तलाश कर रही है।
गोरखपुर के आयुक्त सभागार में गुरुवार को अपर आयुक्त प्रशासन रामाश्रय की अध्यक्षता में यातायात व्यवस्था व सड़क सुरक्षा को लेकर बैठक हुई। बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए यातायात विभाग ने बताया कि सर्वाधिक दुर्घटनाएं शाम 6 से रात 8 बजे के बीच होती हैं। इसका कारण है कि इस समय सड़कों पर वाहनों की भीड़ अपेक्षाकृत अधिक होती है। रोशनी की भी कमी होती है और गाड़ियों को तेज गति से चलाना भी इसका प्रमुख कारण है। बैठक में तय किया गया कि इस समय विशेष गश्त के साथ ही यातायात नियंत्रित करने के उपाय किया जाना जरूरी है। बैठक में मंडल में यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और ब्लैक स्पॉट्स पर प्रभावी कार्रवाई करने को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। गोरखपुर में गीडा, सहजनवा, कालेसर, बोक्टा, दाना-पानी और मोतीराम अड्डा को अत्यंत संवेदनशील क्षेत्रों के रूप में चिह्नित किया गया। ब्रेकर बनाना सड़क सुरक्षा मानकों के विपरीत दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्र में स्थानीय लोग यह मांग कर रहे हैं कि इन स्थानों पर स्पीड ब्रेकर लगाया जाए। लेकिन ऐसा करना सड़क सुरक्षा मानकों के विपरीत है। बैठक में इस बात को लेकर विस्तार से चर्चा की गई और इसका विकल्प अपनाने पर जोर दिया गया। तय हुआ कि यहां रंबल स्ट्रिप्स, चेतावनी संकेत, स्ट्रीट लाइटिंग और पुलिस सक्रियता बढ़ाने पर जोर दिया जाए। कुशीनगर, देवरिया, महराजगंज के ब्लैक स्पॉट्स पर भी चर्चागोरखपुर के साथ ही मंडल के अन्य जिलों कुशीनगर, देवरिया व महराजबंज के ब्लैक स्पॉट्स पर भी चर्चा की गई। महराजगंज-ठूठीबारी मार्ग को विशेष रूप से संवेदनशील बताया गया है। यहां निर्माण कार्य के कारण दुर्घटना का जोखिम बढ़ गया है। कार्यदायी संस्था ने 6 महीने में सड़क निर्माण पूरा करने का आश्वासन दिया है।अपर आयुक्त ने कहा कि सड़क निर्माण स्थलों पर सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन कराया जाए। जहां अंधे मोड़ हों, वहां चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं। ब्लैक स्पॉट पर त्वरित सुधार हो और संवेदनशील समय में ट्रैफिक पुलिस विशेष निगरानी करे। बैठक में एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह, एसपी ट्रैफिक राजकुमार पांडेय, अपर नगर आयुक्त अतुल कुमार, संभागीय परिवहन अधिकारी, एनएचएआई के प्रतिनिधि आदि उपस्थित रहे।
मेरठ में कुरियर कंपनी के डिलीवरी मैन पर पैकेट से दो लेपटॉप गायब करने का आरोप लगा है। मामले ने तूल पकड़ा तो कंपनी के सुपरवाइजर ने FiR दर्ज करा दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है। एक नजर डालते हैं पूरे मामले पर लोहिया नगर निवासी आशुतोष मेट्रिक्स फाइनेंस सॉल्यूशन कंपनी में डिलीवरी मैन के रूप में काम करता है। 11 जून को कंपनी के सुपरवाइजर मानेन्द्र ने एक बॉक्स आशुतोष को डिलीवरी करने के लिए दिया। बॉक्स में एप्पल कंपनी के दो लैपटॉप थे। शाम को खाली जमा कराया बॉक्स शाम को आशुतोष की ड्यूटी खत्म हुई तो वह बॉक्स लेकर पहुंचा और वापस सुपरवाइजर मानेन्द्र को थमा दिया। बताया कि ग्राहक ने ऑर्डर कैंसल कर दिया है। सुपरवाइजर ने बॉक्स चेक किया तो पता चला कि उसमें से दोनों लेपटॉप गायब हैं। आशुतोष से सुपरवाइजर की नोकझोंकसुपरवाइजर मानेन्द्र ने आशुतोष से सवाल जवाब किए तो आशुतोष उचित जवाब नहीं दे पाया। इसको लेकर दोनों के बीच नोकझोंक हो गई। मानेन्द्र ने पुलिस से शिकायत की और बताया कि इस मामले में डिलीवरी ब्वाय के साथ ग्राहक की भी मिलीभगत हो सकती है। इसलिए आशुतोष के पास जवाब नहीं है।
उत्तर प्रदेश एसटीएफ की प्रयागराज यूनिट ने 50 हजार रुपये के इनामी बदमाश तबरेज आलम को गिरफ्तार किया है। तबरेज लूट के एक मामले में फरार चल रहा था। एसटीएफ ने उसे गुरुवार को कौशांबी जिले के संदीपन घाट थाना क्षेत्र के लोहरा गांव से पकड़ा। वह नवाबगंज थाने में दर्ज मुकदमा संख्या 412/2024, धारा 309(4) बीएनएस में वांछित था। एसटीएफ को लगातार फरार और इनामी अपराधियों के सक्रिय होने की सूचनाएं मिल रही थीं। इसी क्रम में डीएसपी एसटीएफ शैलेश प्रताप सिंह की टीम को जानकारी मिली कि तबरेज अपने चाचा अफजल के घर लोहरा गांव में छिपा हुआ है। सूचना की पुष्टि होने के बाद एसटीएफ टीम ने शाम 4:15 बजे दबिश देकर तबरेज को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में तबरेज आलम ने बताया कि वह एक संगठित गिरोह चलाता है और उसके मुख्य साथी साहिल और सत्तार हैं। उसने स्वीकार किया कि 21/22 सितंबर 2024 की रात उसने अपने साथियों के साथ एक मोटरसाइकिल सवार युवक का पीछा किया और जीडीएस कॉलेज रामपुर के पास उसे रोककर बाइक लूट ली। इसी मामले में नवाबगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। उसके साथी साहिल और सत्तार पहले ही जेल भेजे जा चुके हैं। इनामी घोषित होने के बाद तबरेज लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था। गिरफ्तारी से पहले वह कौशांबी में अपने रिश्तेदार के घर छिपा हुआ था। तबरेज आलम का आपराधिक इतिहास लंबा है। प्रयागराज के सोरांव और नवाबगंज थानों में उसके खिलाफ कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इनमें चोरी, लूट, मारपीट, धमकी, धोखाधड़ी, आर्म्स एक्ट और बीएनएस की विभिन्न धाराएं शामिल हैं। 2018 से 2024 तक उसके खिलाफ कुल 8 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें धारा 309(4), 115(2), 303(2), 317(2)/317(4)/317(5) प्रमुख हैं। एसटीएफ ने आरोपी को नवाबगंज थाने में दाखिल कर दिया है। आगे की कानूनी कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जाएगी। अधिकारी मान रहे हैं कि उसकी गिरफ्तारी से क्षेत्र में हाल में हुई लूट और चोरी की कड़ियों को जोड़ने में मदद मिलेगी।
मेरठ में ट्रक-कार टक्कर, MDS छात्रा की मौत:3 घायल, ओवरटेक के दौरान हुआ हादसा
मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में देर रात एक भीषण सड़क हादसे में सुभारती विश्वविद्यालय की एमडीएस छात्रा अनुराधा मेहरा (28) की मौत हो गई। इस दुर्घटना में तीन अन्य लोग घायल हुए हैं। दिल्ली के वैशाली एंक्लेव की निवासी अनुराधा मेहरा सुभारती विश्वविद्यालय में एमडीएस (डेंटल) द्वितीय वर्ष की छात्रा थीं। वह देर रात अपने दोस्तों रूपाली राज (मणिकपुर, बिहार), निखिल धामा (सदतपुर, दिल्ली) और देवांश (विद्यावासनी कॉलोनी, वाराणसी) के साथ खाना खाकर लौट रही थीं। पुलिस के अनुसार, यह हादसा कंकरखेड़ा स्थित राज रिसॉर्ट के सामने हुआ। कार चला रहे निखिल ने खड़ौली चौराहे से आगे एक वाहन को ओवरटेक करने का प्रयास किया। इसी दौरान कार आगे चल रहे ट्रक के पिछले पहिए से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार और ट्रक दोनों के टायर फट गए। नियंत्रण खोने के बाद कार डिवाइडर से जा टकराई। डिवाइडर से टकराने पर कार का दरवाजा टूट गया और अनुराधा सड़क पर गिर गईं। सभी चारों गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने सभी घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां अनुराधा मेहरा को मृत घोषित कर दिया गया। टक्कर के बाद ट्रक चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। इस घटना के कारण हाईवे पर जाम लग गया। पुलिस ने ट्रक को कब्जे में लेकर थाने पहुंचा दिया है। सीओ दौराला प्रकाशचंद्र अग्रवाल ने बताया कि तहरीर मिलने पर मामला दर्ज कर आगे की जांच की जाएगी। अनुराधा के परिवार को हादसे की सूचना मिलने पर वे दिल्ली से मेरठ पहुंचे।
जयपुर में राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ की ओर से आयोजित खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी 2025-26 का गुरुवार को उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर खादी और ग्रामोद्योग आयोग, भारत सरकार के राज्य निदेशक डॉ. राहुल मिश्र और राजस्थान खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के सचिव राजेश वर्मा ने कहा कि खादी देश की पहचान है और युवा इसे अपनाकर सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। डॉ. मिश्र ने बजाज नगर में प्रदर्शनी के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि खादी हानिकारक रसायन रहित और पर्यावरण हितैषी कपड़े है। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने यह भी कहा कि खादी 'मेक इन इंडिया' की पहली उपज थी और अब यह युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रही है, साथ ही देश-विदेश में भी ख्याति प्राप्त कर रही है। ऐसी प्रदर्शनियां उत्पादकों को बाज़ार और उपभोक्ताओं को बेहतर उत्पाद चुनने का अवसर प्रदान करती हैं। राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के अध्यक्ष इंदू भूषण गोइल ने बताया कि भारत सरकार कतिन, बुनकर और खादी से जुड़े हर व्यक्ति को सशक्त बनाने का हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने सरकार की मंशा खादी की लोकप्रियता बढ़ाने और आमजन तक इसकी पहुंच सुलभ करने की बताई। राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के मंत्री और प्रदर्शनी के संयोजक अनिल शर्मा ने जानकारी दी कि यह प्रदर्शनी 20 नवंबर 2025 से शुरू होकर 13 जनवरी 2026 तक चलेगी। उन्होंने बताया कि पिछले 15 वर्षों से लगातार आयोजित हो रही इस प्रदर्शनी में कुल 220 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें से 132 खादी उत्पाद के और 88 ग्रामोद्योग उत्पाद के हैं। इस अवसर पर राजस्थान खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ के हजारीलाल देवड़ा, भगवती पारीक, मदन लाल नामा, सवाई सिंह, आलम सिंह नेगी, अशोक शर्मा और भुवनेश गौड़ सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे। राजस्थान प्रदेश की खादी संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में आमजन, अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।
गोरखपुर में रोड चौड़ीकरण और लाइन शिफ्टिंग कार्य को सुरक्षित तरीके से पूरा करने के लिए विद्युत विभाग ने शुक्रवार को बड़े स्तर पर शटडाउन का कार्यक्रम तय किया है। अधिकारियों के अनुसार यह कार्य पुराने ढांचे को व्यवस्थित करने और बिजली आपूर्ति को अधिक स्थिर बनाने के लिए जरूरी है। शहर के कई हिस्सों में शुक्रवार को सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक बिजली आपूर्ति बंद रहेगी। यह कटौती तकनीकी कार्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के लिए की जा रही है, जिसकी सूचना विभाग ने पहले से जारी कर दी है। इन फीडरों पर रहेगा शटडाउनशटडाउन जिन फीडरों पर लागू रहेगा, उनमें विद्युत उपकेंद्र तारामंडल का 11 केवी जीडीए पश्चिमी फीडर, राप्तीनगर का 11 केवी फेस-4 फीडर, पादरी बाजार का 11 केवी सरस्वतीपुरम फीडर, लालडिग्गी का 11 केवी हिंदी बाजार फीडर और बक्शीपुर का 11 केवी कोतवाली फीडर शामिल हैं। इन क्षेत्रों में पांच घंटे तक बिजली उपलब्ध नहीं होगी। लाइन शिफ्टिंग और मेंटेनेंस का काम होगा पूराविभागीय अधिकारियों के अनुसार रोड चौड़ीकरण के दौरान कई स्थानों पर पोल और तारों को शिफ्ट करना जरूरी हो गया है। इसके साथ कमजोर लाइनों की मरम्मत और लोड बैलेंसिंग का काम भी किया जाएगा, जिससे भविष्य में बिजली आपूर्ति और बेहतर हो सके। विभाग ने सहयोग की अपील कर कहा है कि यह कार्य बेहतर विद्युत व्यवस्था के लिए आवश्यक है।
KGMU लॉरी कार्डियोलॉजी में मरीजों को दिल की जांच के लिए अगले साल की डेट मिल रही हैै। ऐसे में मरीज जांच के लिए भटक रहे हैं। गंभीर मरीजों की भी तत्काल जांच नहीं हो पा रही है। उन्हें भी 24 घंटे बाद का समय दिया जा रहा है। बच्चे की जांच में लंबी वेटिंग बाराबंकी निवासी 4 साल के दीपू को KGMU बाल रोग विभाग के डॉक्टरों ने दिल की बीमारी की आशंका जाहिर की। उन्हें लारी कॉर्डियोलॉजी की ओपीडी में दिखाने की सलाह दी। दीपू को गोद में लेकर उनकी मां व परिवार के अन्य सदस्य सुबह करीब 10 बजे लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग पहुंचे। यहां ओपीडी में डॉक्टर ने बच्चे को देखा। बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टरों ने टूडी ईको जांच लिखी। बच्चे को सांस लेने में तकलीफ है। हालत गंभीर होने के बावजूद जांच के लिए बच्चे को 21 नवंबर की डेट मिली। परिजनों ने कर्मचारियों से गुजारिश की। इसके बावजूद कर्मचारियों ने मरीज की एक भी नहीं सुनी। मां बच्चे को लेकर सड़क के किनारे लेकर बैठी थी। इसी तरह मरीज विमला 55 ने डॉक्टर को ओपीडी में दिखाया। डॉक्टर ने टूडी ईको जांच लिखी। परिजन काउंटर पर जांच के लिए डेट लेने पहुंचे तो उन्हें 27 जनवरी को जांच के लिए बुलाया गया। परिजनों का कहना है कि मरीज की हालत ठीक नहीं है। जांच की जरूरत है। यहां पर ढाई माह बाद की तारीख दी गई है। दिव्यांग को गोद में लेकर इलाज कराने पहुंचे लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में दिल के गंभीर मरीजों काे स्ट्रेचर-व्हीलचेयर तक नहीं मिल पाती है। ऐसे में तीमारदार गोद में उठाकर मरीज को ले जाने को मजबूर हैं। गुरुवार को दिव्यांग मरीज को इमरजेंसी से ओपीडी भेजा गया। मरीज को व्हीलचेयर तक मुहैया कराई गई। नतीजा परिजन गोद में मरीज को उठाकर ले गए। हरदोई निवासी सुरेश एक पैर से दिव्यांग हैं। सुबह उन्हें सीने में दर्द उठा। परिजन पहले स्थानीय अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने जांच के बाद मरीज को दिल की बीमारी बताई। मरीज को लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में दिखाने की सलाह दी। लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग में दिखाने की सलाह दी आनन-फानन परिवारीजन मरीज को लेकर लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग की इमरजेंसी में पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मरीज को देखा। जांच के बाद मरीज को ओपीडी में दिखाने की सलाह देकर बाहर कर दिया। मरीज को व्हीलचेयर तक नहीं दी गई। परिजनों ने इधर-उधर व्हीलचेयर तलाश किया मगर वह नहीं मिली। इस दौरान मरीज इमरजेंसी के बाहर जमीन पर पड़ा रहा। काफी तलाश के बाद भी व्हीलचेयर न मिलने पर परिजनों ने दिव्यांग मरीज को गोद में उठाकर ओपीडी ले गए। KGMU प्रवक्ता डॉ. केके सिंह का कहना है व्हीलचेयर-स्ट्रेचर सभी जगह उपलब्ध है। किस दशा में वह नहीं मिल पाई है। इसकी जांच कराई जाएगी
सहारनपुर में आतंकी कनेक्शन सामने आने के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। जिले में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने के लिए किरायेदारों और घरेलू सहायकों का बड़े पैमाने पर सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान 6 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा डॉक्टर अदील अहमद की गिरफ्तारी के बाद शुरू किया गया है। अदील सहारनपुर के मानकमऊ क्षेत्र में एक किराए के मकान में रह रहा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद, 10 नवंबर को दिल्ली में एक धमाका हुआ था। एसएसपी आशीष तिवारी के निर्देश पर 15 से 19 नवंबर तक एक विशेष डोर-टू-डोर सत्यापन अभियान चलाया गया। इस दौरान सभी थानों की पुलिस टीमों ने अपने-अपने क्षेत्रों में किरायेदारों, पेइंग गेस्ट (पीजी) निवासियों और घरेलू सहायकों का भौतिक सत्यापन किया। पुलिस टीमों ने पहचान पत्र, किरायानामा, पिछले पते और मोबाइल नंबर जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों की गहनता से जांच की। पांच दिनों के इस अभियान में कुल 2539 किरायेदारों और 1493 घरेलू सहायकों का सत्यापन पूरा किया गया, जिससे कुल 4032 लोगों की जांच हुई। पुलिस के अनुसार, इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करना और संदिग्ध तत्वों पर कड़ी निगरानी रखना है। शहर के संवेदनशील मुस्लिम बहुल इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसके साथ ही, चौक-चौराहों पर निगरानी बढ़ाई गई है और देर रात तक गश्त भी तेज कर दी गई है। पुलिस टीमों ने मकान मालिकों और नागरिकों को नए किरायेदारों, पीजी निवासियों या घरेलू सहायकों को रखने से पहले अनिवार्य रूप से पुलिस सत्यापन कराने के लिए जागरूक किया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टर आदिल की गिरफ्तारी के बाद जिले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीरता और बढ़ गई है। बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन लगातार जारी रहेगा और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जाएगी। एसएसपी आशीष तिवारी ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में प्रशासन का सहयोग करने का आग्रह भी किया।
ललितपुर में बजरंग सेना ने पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका। यह प्रदर्शन बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ दिए गए उनके कथित आपत्तिजनक बयान के विरोध में किया गया। बजरंग सेना ने घंटाघर पर पुतला दहन कर नारेबाजी की। स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बागेश्वर धाम महाराज के विरुद्ध बयान दिया था। इस बयान को लेकर हिंदूवादी संगठन बजरंग सेना ने कड़ा विरोध जताया। विरोध प्रदर्शन के लिए बजरंग सेना के कार्यकर्ता गुरुवार को शहर के तुवन मंदिर परिसर में एकत्रित हुए। शाम करीब 5 बजे, कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला बनाकर उसे शहर की सड़कों पर घसीटते हुए घंटाघर तक पहुंचाया। घंटाघर पर पुतले का जूता-चप्पल से स्वागत किया गया और स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ नारे लगाए गए। इसके बाद, सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने पुतले का दहन किया। बजरंग सेना ने स्वामी प्रसाद मौर्य को देश विरोधी ताकतों का एजेंट बताया। इस दौरान बजरंग सेना के जिलाध्यक्ष डॉ. दीपक पस्तोर सहित राधे गोस्वामी, दीपक त्रिपाठी पंडा, अजयराज दुबे, खुशाल समैया, रामकुमार तिवारी, जितेंद्र नायक, रामसिंह यादव, अनुराग पटैरिया, हर्ष श्रीवास्तव, सुशील श्रीवास्तव, जयराम सेन, दीपक नायक, अभिराज पुरोहित, आदर्श दुबे, विकास मिश्रा, कृष्णकांत कुशवाहा, रानू नामदेव, संतोष कुशवाहा, शिवकुमार चंदेल, हेमंत वर्मा, जय कुमार पंथ, मोनू तिवारी, अनुराग बिदुआ, कपिल नायक और मनीष दुबे जैसे कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने गुरुवार को झोटवाड़ा में ₹113 करोड़ की सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। उन्होंने विधायक कोष (MLA LAD) से कई विकास योजनाओं की भी घोषणा की, जिसमें शिक्षा और सामुदायिक सुविधाओं से जुड़े कार्य शामिल हैं। इन विकास कार्यों के तहत ग्राम पंचायत श्योसिंहपुरा, बेगस, ढाणी नागान, आईदान का बास, जोबनेर, धानक्या, फतेहपुरा, भंभोरी और पचार में विभिन्न सरकारी स्कूलों में अतिरिक्त कक्षा कक्ष, सामुदायिक भवन और पुस्तकालयों का निर्माण किया जाएगा। घोषित परियोजनाओं में श्योपुरा, बसेड़ी, बेगस, जोरपुरा (जोबनेर), धानक्या, फतेहपुरा और महला की ढाणी (पचार) के महात्मा गांधी राजकीय विद्यालयों और राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षा-कक्षों का निर्माण शामिल है। प्रत्येक कक्षा-कक्ष निर्माण पर ₹10 लाख की लागत आएगी। इसके अतिरिक्त, ग्राम पंचायत ढाणी नागान में पंचायत भवन के ऊपर एक पुस्तकालय और ग्राम आईदान का बास में दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति के पास एक सामुदायिक भवन का निर्माण किया जाएगा। ग्राम पंचायत भंभोरी में भी एक सामुदायिक भवन का निर्माण प्रस्तावित है। इन सभी परियोजनाओं की अनुमानित लागत ₹10 लाख प्रति परियोजना है। स्थानीय ग्रामवासियों ने इन विकास कार्यों का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इन पहलों से क्षेत्र के छात्रों को बेहतर शिक्षा के अवसर मिलेंगे और गांववासियों के लिए सामुदायिक सुविधाओं का विकास होगा।
हरदोई के हरपालपुर कोतवाली क्षेत्र के बूंदापुर गांव में गुरुवार रात एक युवक की लाठी-डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक के भाई ने गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। बूंदापुर निवासी राजवीर (34) पुत्र गेंदनलाल चांऊपुर गांव से घरेलू सामान खरीदकर रात में घर लौट रहा था। रास्ते में गांव के कुछ लोग ट्रॉली पर घूरा भर रहे थे। बताया गया कि ट्रॉली रास्ते में खड़ी होने की बात कहने पर आरोपियों ने राजवीर को घेर लिया और लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। गंभीर चोट लगने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। क्षेत्राधिकारी सत्येंद्र कुमार ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। फील्ड यूनिट की टीम ने मौके से आवश्यक साक्ष्य और नमूने जुटाए हैं। मृतक के भाई मुरारी ने आरोप लगाया कि उसके भाई की हत्या गांव के ही कुछ लोगों ने की है। उसने बताया कि राजवीर अविवाहित था और अपने छह भाइयों में पांचवें नंबर पर था। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश में पुलिस जुट गई है। हरपालपुर के प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र कुमार पंकज ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है।
प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने झूंसी क्षेत्र में गुरुवार, 20 नवंबर को अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। इस अभियान में दो अलग-अलग स्थानों पर कुल 6 बीघा भूमि को कब्जामुक्त कर दिया गया। कार्रवाई जोन-05, उपजोन-5सी एवं 5सी में जोनल अधिकारी के नेतृत्व में संपन्न हुई। पहली कार्रवाई सुरसा सम्राट महमूदाबाद भजनानन्द आश्रम के पास हुई। यहां लगभग 3 बीघा भूमि पर अरुणेंद्र उर्फ डब्बू यादव, अजय यादव और अन्य द्वारा अवैध प्लॉटिंग की जा रही थी। पीडीए टीम ने मौके पर पहुंचकर प्लॉटिंग ध्वस्त की और भूमि को कब्जामुक्त कराया। अधिकारियों के अनुसार, यह क्षेत्र संवेदनशील और धार्मिक स्थल के पास होने के कारण लगातार शिकायतें मिल रही थीं। दूसरी कार्रवाई भी इसी इलाके में हुई, जहां 3 बीघा भूमि पर बब्बू यादव, सनी यादव और अन्य लोगों द्वारा अवैध प्लॉटिंग की जा रही थी। पीडीए की टीम ने इसे भी ध्वस्त कर भूमि कब्जामुक्त कराई।इस अभियान में जोनल अधिकारी, अवर अभियंता, सुपरवाइजर, पीडीए प्रवर्तन टीम और थाना झूंसी की पुलिस टीम मौजूद रही। कार्रवाई शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। पीडीए ने स्पष्ट किया कि प्रयागराज में अवैध प्लॉटिंग और निर्माण के खिलाफ उनका अभियान लगातार जारी रहेगा और समाचार पत्रों से अपील की है कि इस कार्रवाई की जानकारी आम जनता तक निःशुल्क पहुंचाई जाए।
प्रयागराज में चार दिन तक चले उच्च स्तरीय स्क्वॉश मुकाबलों के बीच यदुपति सिंघानिया मेमोरियल स्क्वॉश ओपन 2025 का पहला संस्करण गुरुवार को समाप्त हुआ। यह टूर्नामेंट अमिताभ बच्चन स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेला गया। इस राष्ट्रीय टूर्नामेंट में कुल 219 एंट्रियां हुईं। जिसमें देश के 21 राज्यों के युवा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। यह टूर्नामेंट स्वर्गीय यदुपति सिंघानिया की स्मृति को समर्पित था। जिन्होंने खेलों और युवा विकास के क्षेत्र में योगदान दिया। UPSRA के अध्यक्ष माधव कृष्ण सिंघानिया ने कहा कि 21 राज्यों से आई भागीदारी और खिलाड़ियों का जोश यह दर्शाता है कि भारत में स्क्वॉश उज्ज्वल भविष्य की ओर है। यह आयोजन यदुपति सिंघानिया जी की क्रीड़ा प्रेम और समर्पण को उचित श्रद्धांजलि है। एसोसिएशन के सचिव विनय पांडे बोले पहले संस्करण को मिली प्रतिक्रिया UPSRA के लिए उत्साह को बढ़ाने वाला है। साथ ही UPSRA जल्द कानपुर में अपने ग्लास-बैक कोर्ट बनाने जा रहा है। जिसकी भूमि चयन एवं पूजन हो चुका है। जो एक ऐतिहासिक कदम होगा। संघ के उपाध्यक्ष उल्लास वाही ने राष्ट्रीय चैंपियनशिप में विजेता खिलाड़ियों के लिए नकद पुरस्कार की घोषणा करते हुए कहा कि यह उनके माता-पिता की स्मृति में दिया जा रहा है। उन्होंने निर्णायकों, खिलाड़ियों, अभिभावकों और खेल विभाग के अधिकारियों का भी आभार जताया। इस अवसर पर यदुपति सिंघानिया खेल रत्न पुरस्कार भी प्रदान किया गया। इस वर्ष यह पुरस्कार न्यायमूर्ति डी. पी. सिंह (सेवानिवृत्त) को उनके स्क्वॉश विकास में विशिष्ट योगदान के लिए दिया गया। फाइनल गेम में पुरूष वर्ग में आर्यन प्रताप सिंह (उत्तर प्रदेश) और महिला वर्ग में खुशी पुराणिक (दिल्ली) विजेता बनीं। वहीं अंडर-11 बॉयज में विराज वाधवानी (महाराष्ट्र) अंडर-11 गर्ल्स में समीक्षा सुगुमार (कर्नाटक), अंडर-13 बॉयज में आदित्य शाह (महाराष्ट्र), अंडर-13 गर्ल्स में स्वरा त्रेहन (चंडीगढ़), अंडर-15 बॉयज में यूसुफ पारडीवाला (महाराष्ट्र), अंडर-15 गर्ल्स में गौरी जायसवाल (राजस्थान), अंडर-17 बॉयज में सविर सूद (चंडीगढ़), अंडर-17 गर्ल्स में ऐश्नी पाठक (मध्य प्रदेश), अंडर-19 बॉयज में राघव वसिष्ठ (दिल्ली) विजेता बनें। इस आयोजन में वाराणसी स्क्वैश संघ के सचिव तनय आनंद, आर एस बेदी, आशीष कुमार, अमित गुप्ता मौजूद रहे।
हिस्ट्रीशीटर सरताज हत्याकांड का गुरुवार को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर खुलासा किया। हत्या के पीछे का पूरा विवाद साढ़े 37 लाख रुपए से जुड़ा सामने आया है। पुलिस की मानें तो कपिल और मनोज के साथ सरताज का विवाद था। इन दोनों ने ही 6 लाख में जुल्फिकार-रोहिल को सरताज की हत्या की सुपारी दी थी। 5 अक्टूबर को लापता हुआ था सरताजपुलिस की माने तो मुंडाली के जिसोरा गांव का रहने वाला सरताज 5 अक्टूबर को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। परिजनों ने पुलिस से खूब मिन्नत की लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। 14 अक्टूबर को सरताज का शव हापुड़-मेरठ के बॉर्डर पर स्थित गांव शरीफपुर के जंगल में मिला था। जिस स्थिति में शव मिला था पुलिस को DNA सैंपल जांच के लिए भेजना पड़ा था। नौ लोगों के खिलाफ दर्ज हुई थी FiRसरताज का शव मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा किया। परिवार ने गांव के ही नौ लोगों के खिलाफ FiR दर्ज कराई लेकिन पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया। CO किठौर पर भी परिजनों ने आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया था। SSP डॉ विपिन ताडा ने इस मामले की जांच एसपी देहात अभिजीत सिंह को सौंपी थी। उन्हीं की देखरेख में पुलिस टीम में काम कर रही थी। बाग दिखाने के बहाने ले गए जंगलएसपी देहात अभिजीत सिंह ने बताया कि सरताज ने कपिल व मनोज के माध्यम से अटोला के ही उपेंद्र से जमीन दिलवाने के लिए 37.50 लाख रुपए लिए थे। सरताज ने उपेंद्र को पैसा नहीं दिया। कपिल और मनोज उससे पैसे वापस मांगते तो सरताज टाल देता था। इससे उनके बीच विवाद रहने लगा। गांव में कई बार दोनों पक्षों में झगड़ा भी हो चुका था। इसी के चलते कपिल और मनोज ने जुल्फे उर्फ जुल्फिकार को 6 लाख रूपए में हत्या की सुपारी दे दी। रोहिल ने उपलब्ध कराया था तमंचाएसपी देहात की माने तो जुल्फे उर्फ जुल्फिकार ने अपने साथ रोहिल को भी मिल लिया। रोहिल ने ही तमंचे की व्यवस्था की। इसके बाद जुल्फे उर्फ जुल्फिकार अपनी मोटरसाइकिल पर ही सरताज को सिंभावली हापुड़ के जंगल में प्रदीप का बाग दिखाने के बहाने ले गया और हत्या कर दी। शव छिपाने के लिए उसे पास के नाले में फेंक दिया। लंबे समय नाले में पड़ा रहने के कारण शव बुरी स्थिति में पहुंच गया। थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं जुल्फिकार और रोहिल एसपी देहात ने बताया कि जुल्फिकार और रोहिल शातिर अपराधी हैं। दोनों की मुंडाली थाने में हिस्ट्रीशीट भी खुली हुई है। जुल्फिकार के खिलाफ 53 मुकदमे दर्ज हैं, जिसमे हत्या, जानलेवा हमला, गैंग रेप, आर्म्स एक्ट समेत कई गंभीर धारा में मुकदमे दर्ज हैं। रोहित के खिलाफ भी गंभीर धाराओं के 24 मुकदमे सामने आए हैं। सरताज की हत्या में इनकी हुई गिरफ्तारी :1.जुल्फे उर्फ जुल्फिकार पुत्र अजहर निवासी ग्राम जिसौरा थाना मुण्डाली जनपद मेरठ (घायल)2.रोहिल पुत्र जाफर निवासी ग्राम जिसौरा थाना मुण्डाली जनपद मेरठ ।3.कपिल पुत्र नरेन्द्र सिंह निवासी ग्राम अटौला थाना मुण्डाली जनपद मेरठ ।4.मनोज पुत्र रामपाल निवासी ग्राम अटौला थाना मुण्डाली जनपद मेरठ ।
पंजाब की एक स्टाफ नर्स अपने पति की दूसरी शादी की सूचना मिलने पर पूना से बलिया पहुंची। उसने पुलिस अधीक्षक (एसपी) को पत्र सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है और पति पर धोखे का आरोप लगाया है। स्टाफ नर्स ने एसपी को सौंपे गए पत्र में बताया कि वह पंजाब के जालंधर जिले के फिल्लौर थाना क्षेत्र की निवासी है। उसने आरोप लगाया कि बलिया के मनियर थाना क्षेत्र के एक युवक ने उसे धोखा देकर शादी की। यह युवक पूना में स्टेशन मास्टर के पद पर तैनात है। नर्स के अनुसार 2017 में फिल्लौर में तैनाती के दौरान स्टेशन मास्टर ने उससे संपर्क साधा और परिवार को शादी के लिए राजी किया। शारीरिक संबंध बनाने के बाद उसने शादी से इनकार कर दिया था। 2018 में पुलिस शिकायत के बाद युवक को निलंबित भी किया गया था। आरोप है कि अपनी नौकरी बचाने के लिए स्टेशन मास्टर ने दोबारा युवती को शादी के लिए मनाया। दोनों ने पहले मंदिर में शादी की और फिर 17 जनवरी 2019 को कोर्ट मैरिज भी की। जब स्टेशन मास्टर के परिजनों को शादी का पता चला, तो काफी हंगामा हुआ। इसके बाद नई दुल्हन को तीन महीने तक अपने मायके में रहना पड़ा। बाद में, दोनों फिल्लौर और फिर पूना के सरकारी क्वार्टर में साथ रहने लगे। कुछ समय पहले, आरोपित स्टेशन मास्टर अपनी पत्नी को छोड़कर अपने पैतृक गांव बलिया लौट आया। इसी दौरान, 18 नवंबर को पत्नी को अपने पति की दूसरी शादी के बारे में पता चला। आरोप है कि पति 30 नवंबर को तिलक और 4 दिसंबर को शादी करने की तैयारी कर रहा था। यह जानकारी मिलते ही पत्नी तुरंत हवाई जहाज से बलिया पहुंची। उसने एसपी को पत्र सौंपकर पति की दूसरी शादी रुकवाने और न्याय दिलाने की मांग की है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं आया है। संज्ञान में आते ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मेरठ में एसआईआर कार्य में ड्यूटी कर रही महिला बीएलओ के साथ गांव के दबंग ने मारपीट की, इतना ही नहीं गांव के चौराहे पर चप्पलों से पीटा गया। इस बीच महिला के कपड़े तक फट गए। उन्होंने शोर मचाया, इसके बाद गांव के लोग पहुंचे और महिला बीएलओ को बचाया। जिलाधिकारी के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मेरठ के परीक्षितगढ़ स्थित ग्राम अमीनाबाद निवासी सविता ने बताया कि वह गांव के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं और बीएलओ के रूप में भी कार्यरत हैं। उन्हें एसआईआर कार्य में ड्यूटी पर लगाया गया था। जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुसार, वह लगातार अपना कार्य कर रही थीं। सविता ने 10 तारीख को राजू को गणना प्रपत्र दिए थे, जिसे राजू के चाचा मनवीर ने प्राप्त किया था। इसकी रसीद सविता के पास मौजूद है। सविता के अनुसार, राजू ने उनके सुपरवाइजर अक्षय से झूठी शिकायत की कि उन्हें गणना प्रपत्र नहीं दिए गए। सविता का दावा है कि उनके पास मनवीर की हस्ताक्षरित रसीद है। जब सविता गणना प्रपत्र वापस लेने पहुंचीं, तो राजू ने उनके साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। शिक्षिका ने कहा-अब गांव जाने पर भी लगता है डरसविता ने बताया कि राजू ने पहले उन्हें चप्पलों से पीटा। इसके बाद वह उन्हें चौराहे पर ले गया और लाठी-डंडों से उनके हाथ पर वार किया, जिससे उनका हाथ टूट गया। विरोध करने पर राजू ने उन्हें गंदी-गंदी गालियां दीं और इसी दौरान उनके कपड़े भी फट गए। शोर सुनकर गांव के लोग मौके पर पहुंचे और सविता को बचाया। उन्होंने तुरंत पुलिस को घटना की जानकारी दी। जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने बताया कि संबंधित थाने की पुलिस ने आरोपी राजू के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
गाजियाबाद पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह:भाजपा विधायक के यहां शादी समारोह में शिरकत कर दिल्ली रवाना
केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार रात गाजियाबाद में पहुंचे। भाजपा के मुरादनगर विधायक अजीतपाल त्यागी के यहां शादी समारोह में शिरकत की। इस दौरान वह भाजपा नेताओं से भी मिले। रक्षामंत्री के निजी कार्यक्रम को लेकर कार्यक्रम स्थल और आसपास सुरक्षा भी कड़ी रही। करीब 20 मिनट रुकने के बाद वह कार से दिल्ली के लिए रवाना हुए। निजी कार्यक्रम में हुए शामिल गाजियाबाद की मुरादनगर सीट से भाजपा विधायक अजीतपाल त्यागी के भाई गिरीश त्यागी के बेटे की शादी में गुरुवार रात रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पहुंचे। कार्यक्रम में सांसद अतुल गर्ग और भाजपा के विधायक और अन्य पदाधिकारी भी शामिल रहे। कविनगर में आयोजित निजी कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद रक्षामंत्री दिल्ली के लिए रवाना हुए। यातायात व्यवस्था को लेकर शहर में अलग अलग स्थानों पर ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाई गई थी। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी रही।
फिरोजाबाद एका के नगला पसी में अज्ञात शव मिला:नाली किनारे पेड़ के नीचे, फांसी की आशंका
फिरोजाबाद में एका थाना क्षेत्र के नगला पसी गांव के पास गुरुवार को एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। शव मुन्नालाल सरवपुर और रामदास चिमरारी के खेतों के बीच एक नाली के किनारे पेड़ के नीचे पड़ा मिला। मृतक के गले में मफलर से फंदा कसा हुआ था, जिसका दूसरा सिरा खुला हुआ था। पेड़ के नीचे सफेद जूते उतरे हुए मिले, जबकि व्यक्ति ने मोजे पहने हुए थे। थानाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ऐसा प्रतीत होता है कि व्यक्ति ने पेड़ पर फांसी लगाई थी, जिससे डाल टूट गई। पुलिस के अनुसार, शव करीब चार दिन पुराना लग रहा है। मौके पर फील्ड यूनिट को बुलाकर जांच कराई जा रही है। मृतक की उम्र लगभग 35 वर्ष बताई जा रही है, जिसका रंग सांवला और कद करीब 5 फीट 6 इंच है। उसने काली-सफेद जर्सी, बैंगनी लोअर और सफेद शर्ट पहनी हुई थी। पुलिस द्वारा मृतक की पहचान के प्रयास जारी हैं।
बैतूल के कन्या शिक्षा परिसर में छात्राओं की गंभीर शिकायतों के बाद जिला प्रशासन ने गुरुवार को सख्त कार्रवाई की है। परिसर की अधीक्षिका ज्योति विजयकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई भोजन की खराब गुणवत्ता और परिसर में गंदगी को लेकर की गई है। लगभग 100 छात्राओं ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर भोजन की खराब गुणवत्ता, खाद्यान्न में इल्लियां मिलने, शौचालय-स्नानागार की गंदगी, शुद्ध पेयजल की कमी और अधीक्षिका व कर्मचारियों के अनुचित व्यवहार संबंधी शिकायतें दर्ज कराई थीं। कलेक्टर के निर्देश पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बैतूल द्वारा की गई जांच में छात्राओं की सभी प्रमुख शिकायतें सही पाई गईं। जांच दल ने भोजन के लिए उपयोग हो रहे चावल में इल्लियां एवं घुन मिलने, स्टोर रूम में चूहे की गंदगी और छात्रावास परिसर तथा शौचालय-बाथरूम में भारी गंदगी जैसी गंभीर अनियमितताएं पाईं। इस गंभीर मामले को देखते हुए अधीक्षिका ज्योति विजयकर को कारण-बताओ नोटिस जारी किया गया था। उनका उत्तर असंतोषजनक पाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई, क्योंकि छात्रावास में साफ-सफाई और भोजन की गुणवत्ता में अव्यवस्थाएं लंबे समय से बनी हुई थीं। छात्राओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़े इस मामले में उन्हें गंभीर लापरवाही का दोषी पाया गया। प्रभारी कलेक्टर अक्षत जैन ने मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1966 के तहत ज्योति विजयकर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत बैतूल निर्धारित किया गया है और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा। छात्रावास की व्यवस्था सुचारु रखने के लिए ललिता रावसे, प्राथमिक शिक्षक, प्राथमिक शाला चिखलीआमढाना को कन्या शिक्षा परिसर, बैतूल की अधीक्षिका का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के लिपिक अनिल काले को मरणोपरांत देहदान के लिए राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को पुलिस टुकड़ी ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया। रांझी वृन्दावन कॉलोनी निवासी 55 वर्षीय अनिल काले का बुधवार को हृदय गति रुकने से निधन हो गया था। उन्होंने अपनी मृत्यु से पहले देहदान की इच्छा व्यक्त की थी, जिसके बाद परिजनों ने सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर उनकी पार्थिव देह चिकित्सा शिक्षा एवं शोध के लिए मेडिकल कॉलेज को सौंप दी। एनाटॉमी विभाग के डॉ. नटवर अग्रवाल और बॉडी डोनेशन नोडल अधिकारी डॉ. राजेंद्र सिंह कुशवाहा ने दिवंगत को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। डॉ. कुशवाहा ने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्णय के बाद मरणोपरांत देहदान करने वालों को राजकीय सम्मान दिया जा रहा है, जिससे देहदान और अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ी है। इस राजकीय सम्मान कार्यक्रम में उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नीना काले, बड़े भाई श्रीकांत काले, पार्षद प्रतिभा भापकर, पुरुषोत्तम माने, सुनील कुमार, अनिल शिंदे, नितिन माने सहित जबलपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के कर्मचारी और अन्य स्वजन उपस्थित रहे।
सर्दी में किसी जरुरतमंद को गर्म कपड़ों के लिए परेशानी न उठानी पड़े इसके लिए दैनिक भास्कर न्यूज एप ने वस्त्रदान अभियान को शुरु किया है। इस अभियान के तहत शहर के स्कूल में बाक्स रखे जाने लगे हैं, जिनमें एकत्र हुए कपड़ों को दैनिक भास्कर की टीम द्वारा जरुरतमंदों तक पहुंचाया जाएगा। 150 से ज्यादा स्कूल व सोसाएटी अभी तक 150 से ज्यादा स्कूल व सोसाएटी वस्त्रदान अभियान में जुड़ चुके हैं। इन स्थानों पर मेल व फीमेल के अलग अलग बाक्स रखे जाने के बाद उनमें एकत्र कपड़ों को जरुरतमंदों के बीच बांटा जाएगा। एनजीओ भी साथ में इस अभियान में संकल्प सेवा समिति, उड़ान एक आशा फाउंडेशन, नव गणेशा फाउंडेशन, पावन गंगा सेवा समिति, कानपुर प्लागर्स व सितारा फाउंडेशन समेत कई एनजीओ दैनिक भास्कर के साथ हैं। वह सहयोग कर रहे हैं। आरजी एकेडमी रामादेवी में प्रिंसिपल मीना मिश्रा व कोआर्डिनेटर मंजीत सिंह, विवेक व निखिल आदि के सहयोग से वस्त्रदान अभियान का बाक्स रखा जा चुका है। बच्चों ने गर्म कपड़ों को डालना शुरु भी कर दिया है। एमडीएम पब्लिक स्कूल रामादेवी में वस्त्रदान अभियान का बाक्स रखा जा चुका है। प्रिंसिपल सुनीता त्रिपाठी वाइस प्रिंसिपल शांतनु त्रिपाठी के साथ प्रिया शुक्ला व प्रीति भाटिया समेत कई शिक्षक इसमें साथ हैं। कान्यकुब्ज पब्लिक स्कूल मालरोड में प्रिंसिपल पूजा सहगल व कोआर्डिनेटर प्रियंका गुप्ता ने शिक्षकों के साथ वस्त्रदान के लिए बाक्स को रखवाया। आक्सफोर्ड माडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल श्याम नगर में प्रिंसिपल राखी सिंह व कोआर्डिनेटर नेहा सिंह ने वस्त्रदान अभियान का बाक्स रखवाने के साथ साथ इसकी सराहना करते हुए सहयोग करने की अपील की। आरकेएम मेमोरियल एकेडमी लालबंगला में वस्त्रदान अभियान का बाक्स रखा गया। इस मौके पर प्रिंसिपल चेतना सैनी और नौरोज फातिमा आदि रहीं। अभियान में सहयोग करने का आश्वासन दिया। द गैंजेज वर्ल्ड स्कूल जाजमऊ में वस्त्रदान के लिए बाक्स को रखा गया। यहां पर प्रिंसिपल मॉली चटर्जी व कोआर्डिनेटर आयशा सिद्दीकी मौजूद रही। अभियान के संबंध में स्कूल स्टाफ को बताया गया। बाल निकेतन बालिका इंटर कॉलेज डिफेंस कालोनी जाजमऊ में प्रिंसिपल जय श्री नाथ पाल व कोआर्डिनेटर रजनी शर्मा ने अभियान में सहयोग का आश्वासन दिया। बाक्स भी रखा गया। ओम सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज रामादेवी में वस्त्रदान के बाक्स को रखा गया। इस मौके पर प्रिंसिपल सीमा देवी व कोआर्डिनेटर रविंद्र राज ने अभियान में सहयोग की बात कही। प्रभात सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल काकादेव में बाक्स को रखे जाने के साथ साथ शिक्षकों व छात्रों के वस्त्रदान अभियान में सहयोग की अपील की गई। इस मौके पर प्रिंसिपल रेनू अवस्थी व कोआर्डिनेटर कल्पना वर्मा आदि रहीं। जेके किड्स ड्रीमलैंड पब्लिक स्कूल शारदा नगर में वस्त्रदान के लिए बाक्स को स्टाफ के सहयोग से रखा गया। इस मौके पर प्रिंसिपल पदमा सिंह व कोआर्डिनेटर नफीस अहमद आदि रहीं।
कुशीनगर में सड़क हादसे में युवक की मौत:इलाज के दौरान तोड़ा दम, जिला अस्पताल से एम्स हुआ था रेफर
कुशीनगर के हनुमानगंज थाना क्षेत्र के नरकहवा स्कूल टोला निवासी 22 वर्षीय सरतेज कुशवाहा की गुरुवार सुबह एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। सरतेज बुधवार दोपहर एक सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उनकी शादी 6 फरवरी 2026 को तय थी और घर में तैयारियां चल रही थीं। सरतेज बुधवार दोपहर करीब 3 बजे बेलवनिया से अपनी बाइक पर सीमेंट का एक बोरा लादकर घर लौट रहे थे। नरकहवा गांव के समीप छठ वेदी के पास उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई। वे सड़क पर गिरकर छठ वेदी से जा टकराए, जिससे उनके सिर पर गंभीर चोट आई थी। हादसे के बाद परिजनों ने घायल सरतेज को तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया। परिजनों का आरोप है कि वहां डॉक्टरों ने बिना आवश्यक जांच किए उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने भी आगे पीजीआई लखनऊ भेजने की सलाह दी। इसके बाद परिजन उन्हें बेहतर उपचार के लिए एम्स ले गए। एम्स में इलाज के दौरान गुरुवार सुबह करीब 9 बजे सरतेज कुशवाहा ने दम तोड़ दिया। सरतेज अपने पांच भाइयों में चौथे नंबर पर थे। वह गुजरात के अहमदाबाद में एक फाइबर कंपनी में कार्यरत थे, लेकिन पिछले पांच माह से पिता की खराब तबीयत के कारण घर पर रहकर खेती में मदद कर रहे थे। मृतक के पिता गनेश कुशवाहा ने आरोप लगाया कि जिला अस्पताल में जांच मशीनें उपलब्ध होने के बावजूद कोई जांच नहीं की गई। उनके अनुसार, स्वास्थ्यकर्मियों ने ऑपरेटर न होने का हवाला देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने कहा कि यदि जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में पर्याप्त संसाधन होते, तो उनके बेटे की जान बचाई जा सकती थी। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि इमरजेंसी में स्ट्रेचर तक उपलब्ध नहीं था और बेहोश घायल को तीन-चार लोग गोद में उठाकर एम्बुलेंस तक ले गए। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में गंभीर मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है और डॉक्टर सीधे गोरखपुर रेफर कर दे रहे हैं। इमरजेंसी में अधिकतर जूनियर या बाल रोग विशेषज्ञ तैनात रहते हैं, जिससे दुर्घटना के गंभीर मरीजों का उपचार मुश्किल हो जाता है। इस दुखद घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है और पूरे गांव में शोक की लहर है।
ग्वालियर में यातायात पुलिस द्वारा 6 से 22 नवंबर तक विशेष हेलमेट अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर यह अभियान दोपहिया वाहन चालकों और पीछे बैठने वालों के लिए है। इसका उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को कम करना और यातायात नियमों के प्रति जागरूकता फैलाना है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनु बेनीवाल के मार्गदर्शन में यह अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय मीडिया, सोशल मीडिया, पंपलेट और घोषणाओं के माध्यम से यातायात नियमों और हेलमेट की उपयोगिता के संबंध में जागरूकता फैलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। गुरुवार शाम को इंदरगंज चौराहे पर विशेष कार्रवाई की गई। इस दौरान उप पुलिस अधीक्षक यातायात अजीत सिंह चौहान, थाना प्रभारी यातायात कम्पू निरीक्षक धनंजय शर्मा और सूबेदार प्रवल यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। बिना हेलमेट वाहन चला रहे दोपहिया चालकों को जन सहयोग से हेलमेट वितरित किए गए। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें यातायात नियमों की शपथ दिलाई और हेलमेट पहनने की उपयोगिता समझाई। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मध्य/यातायात) श्रीमती अनु बेनीवाल (भापुसे) ने कहा कि यातायात नियमों की जानकारी होना और उनका पालन करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों से स्वयं नियमों का पालन करने और दूसरों को भी प्रेरित करने का आग्रह किया। इंदरगंज चौराहे पर मौजूद सभी वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई। इस जागरूकता अभियान में आम जनता ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और हेलमेट की उपयोगिता को समझते हुए हमेशा हेलमेट धारण कर चलने की शपथ ली।
गोरखपुर में विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति का आंदोलन लगातार जारी हैं। समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत नियामक आयोग ने अदानी पॉवर से 1500 मेगावाट बिजली खरीद के प्रस्ताव पर रोक लगा दी है। आयोग ने फिक्स और वेरिएबल चार्जेज में भारी गड़बड़ी पाई और इसे गंभीर मामला मानते हुए नाराजगी जताई। संघर्ष समिति ने कहा कि अदानी पॉवर का कंसल्टेंट ग्रांट थॉर्टन ही था, जिसने पहले पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के आरएफपी दस्तावेज तैयार किए थे। समिति ने मांग की कि ग्रांट थॉर्टन द्वारा तैयार किए गए निजीकरण प्रस्ताव को तत्काल रद्द किया जाए। FGDS संयंत्र न लगाने पर आयोग ने मांगा नया प्रस्तावविद्युत नियामक आयोग ने पावर कार्पोरेशन प्रबंधन से कहा है कि अदानी पॉवर को मामले में शामिल करते हुए 18 दिसंबर तक FGDS संयंत्र न लगाने पर बिजली खरीद की संशोधित कीमत प्रस्तुत करें। आयोग ने यह भी सवाल उठाया कि संयंत्र न लगाने पर उत्पादन लागत कम होने का विश्लेषण क्यों नहीं किया गया। संघर्ष समिति ने बताया कि भारत सरकार के आदेश के अनुसार अब ताप बिजली घरों में FGDS संयंत्र नहीं लगाया जाएगा। बावजूद इसके, अदानी पॉवर के समझौते में इसकी लागत शामिल होने से प्रति यूनिट 55 से 75 पैसे अतिरिक्त दर तय हुई थी। फर्जीवाड़े में पावर कॉर्पोरेशन और अदानी जिम्मेदारसमिति ने साफ कहा कि इस मामले में पावर कॉर्पोरेशन प्रबंधन, अदानी पॉवर और उनके कंसल्टेंट ग्रांट थॉर्टन पूरी तरह जिम्मेदार हैं। इस फर्जीवाड़े से उपभोक्ताओं पर अनावश्यक आर्थिक भार पड़ा। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर आज 358वें दिन भी प्रदेशभर में बिजली कर्मियों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन जारी रखा।
गोरखपुर के भाजयुमो क्षेत्रीय महामंत्री अखिल देव त्रिपाठी को युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा गुजरात में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय एकता यात्रा के लिए चयनित किया गया है। अखिलदेव त्रिपाठी पूरे देश से चुने गए युवा प्रतिनिधियों में शामिल होंगे और अपने प्रतिनिधित्व से गोरखपुर का नाम रोशन करेंगे। उनके इस चयन से शहर के युवाओं में जोश और गर्व की भावना देखने को मिली है। अखिल देव त्रिपाठी के चयन की सूचना मिलने के बाद रानी डीहा स्थित भाजपा क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने उन्हें पटका पहनाकर राष्ट्रीय यात्रा के लिए शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने उनके प्रयासों की सराहना की और आगामी यात्रा में सफलता की कामना की। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने दी बधाईकार्यक्रम में भाजपा जिला उपाध्यक्ष मनोज कुमार शुक्ल, जिला महामंत्री राजाराम कन्नौजिया, भाजयुमो जिलाध्यक्ष नीरज दुबे दुर्गेश, भाजपा जिला महामंत्री ब्रह्मानंद शुक्ल, अमित चन्द पाण्डेय, कृष्णपाल सिंह, सुरेन्द्र सिंह, रामप्रवेश तिवारी सहित कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। उन्होंने अखिल देव त्रिपाठी को राष्ट्रीय मंच पर शहर का प्रतिनिधित्व करने के लिए बधाई दी और उनके प्रयासों को प्रेरणादायक बताया। युवा नेतृत्व को मिला राष्ट्रीय मंचअखिल देव त्रिपाठी का चयन गोरखपुर के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह अवसर न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि शहर के युवाओं को राष्ट्रीय मंच पर अपनी पहचान बनाने और देशभर के युवा प्रतिनिधियों के साथ अनुभव साझा करने का भी अवसर प्रदान करता है। राष्ट्रीय एकता यात्रा से जुड़ी उम्मीदेंभाजयुमो गोरखपुर के नेताओं का कहना है कि राष्ट्रीय एकता यात्रा में अखिल देव त्रिपाठी का प्रतिनिधित्व गोरखपुर के युवा नेतृत्व को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएगा। इस यात्रा के दौरान युवाओं को नेतृत्व, सामाजिक एकता और देशभक्ति की महत्वपूर्ण सीख प्राप्त होगी, जिससे स्थानीय युवाओं में सक्रिय भागीदारी और जागरूकता बढ़ेगी। अखिलदेव त्रिपाठी आगामी यात्रा की तैयारियों में जुट गए हैं। भाजपा गोरखपुर के नेता और कार्यकर्ता उन्हें लगातार मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान कर रहे हैं। उनका मानना है कि इस राष्ट्रीय मंच पर शहर के युवाओं का योगदान देशभर में गोरखपुर की सकारात्मक छवि स्थापित करेगा।
अखिल भारतीय 72 वें सहकार सप्ताह के कार्यक्रम के अन्तर्गत आज जोधपुर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार के सभागार में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सहकार सप्ताह का मूल ध्येय वाक्य कोऑपरेटिव एज व्हीकल फोर आत्मनिर्भर भारत' रखा गया। कार्यक्रम में मुख्य बिंदू वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए नवोन्मेष सहकारी व्यवसाय मॉडल (Inovative Cooperativ Business Model For Global Compititiveness) रखा गया। कार्यक्रम में उप रजिस्ट्रार सहकारी समितियां, जोधपुर हेमेंद्र सिंह आशिया उपस्थित थे। आशिया ने बताया कि सहकारी क्षेत्र में होम डिलीवरी की सुविधा का व्यवसाय शुरू किया जाए तो ब्लैंकेट, रैपिडो, जोमेटो भी पीछे रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि जोधपुर का मिठाई व्यवसाय बहुत ही प्रसिद्ध है अगर सहकारी क्षेत्र के माध्यम से यह व्यवसाय शुरू किया जाए तो सहकारिता के क्षेत्र में यह बहुत बड़ा नवाचार हो सकता है और अपार सफलता मिलने की संभावना है। ग्रामीण क्षेत्र में सहकारी व्यवसाय में कर सकते हैं कई तरह के नवाचार कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में महाप्रबंधक जोधपुर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार (सहकारी बाजार) अरुण बारठ उपस्थित थे। बारठ ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में सहकारी व्यवसाय में कई तरह के नवाचार शुरू करके ग्रामीण विकास को सुदृढ़ किया जा सकता है। जैसे हस्तशिल्प हथकरघा, पशुपालन में संस्थाएं बनाकर सहकारी क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। इस क्षेत्र में अगर सर्राफा व्यवसाय शुरू किया जाए तो सहकारिता में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है। कार्यक्रम में भंडार के प्रबंधक विक्रम सिंह राठौड़ ने बताया कि आमजन को ज्यादा से ज्यादा सहकारी आंदोलन से जोड़कर सहकारिता की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में आगे ला सकते हैं। उन्होंने बताया कि जोधपुर का बंधेज कपड़ा व्यवसाय बहुत ही प्रसिद्ध है, अगर सहकारिता के माध्यम से बंधेज के परिधान, रजवाड़ी पोशाके, साफा आदि का व्यवसाय किया जाए तो यह सहकारिता के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हो सकती है। ये रहे उपस्थित कार्यक्रम में दलपत दान चारण, राज फेड, अर्जुन राम अतिरिक्त अधिशासी अधिकारी केंद्रीय सहकारी बैंक, भंडार के सुपरवाइजर मांगीलाल टाक, गिरधारी राम चौधरी, हुकमाराम सिंघाटिया, विजय चौधरी, मनीष अरोड़ा, जीवन सिंह राजावत, चंद्र प्रकाश रुणवाल, हुकमी चंद चौहान, अरुण शर्मा सहित अनेक गणमान्य सहकारी बंधु उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय मेडिकल प्रभारी हुकमाराम सिंघाटिया ने किया।
भालाफेंक खिलाड़ी अन्नू रानी उनके पति साहिल भारद्वाज ने जिस राइफल से हर्ष फायरिंग की थी पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है। ये राइफल लाइसेंसी है। पुलिस अब इसके लाइसेंस के निरस्तीकरण की प्रक्रिया शुरू कराएगी। लाइसेंस कैंसिलेशन के लिए पुलिस की तरफ से डीएम को पत्र भेजा जाएगा। बता दें कि 18 नवंबर को मेरठ में अन्नू रानी उनके पति साहिल भारद्वाज ने अपनी शादी समारोह के दौरान हर्ष फायरिंग की थी। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने अन्नू रानी और साहिल भारद्वाज के खिलाफ मेरठ के सरधना थाने में मुकदमा दर्ज किया है। जिसकी अब जांच हो रही है। अब जानिए क्या था मामलामेरठ की इंटरनेशनल भालाफेंक खिलाड़ी और हरियाणा रोहतक की बहू अन्नूरानी की 18 नवंबर की रात मेरठ के द गॉड्स पैलेस रिसोर्ट में शादी थी। यहां रोहतक से किक बॉक्सर साहिल भारद्वाज बारात लेकर परिवार संग पहुंचे थे। अन्नू-साहिल ने इसी रिसोर्ट में सात फेरे लिए। जयमाला के बाद दूल्हा-दुल्हन बने दोनों खिलाड़ियों ने स्टेज से हर्ष फायरिंग कर दी थी। राइफल से न्यूली वेड कपल ने हर्ष फायरिंग कर दिया। हर्ष फायरिंग पूरी तरह बैन हर्षफायरिंग करते हुए इसका वीडियो भी शूट कराया। बाद में ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बता दें कि हर्ष फायरिंग पूरी तरह बैन है। इसके बावजूद ओलंपियन खिलाड़ी ने स्टेज से सबके सामने हर्ष फायरिंग कर वीडियो शूट कराया। वीडियो वायरल होने के बाद सरधना थाना पुलिस की ओर से वायरल वीडियो के आधार पर अन्नू उनके पति साहिल पर मुकदमा लिखा गया है। राइफल जब्तजांच मे पता चला कि जिस राइफल से फायर किया वो लाइसेंसी है। पुलिस ने 20 नवंबर को राइफल जब्त कर ली है। अब पुलिस राइफल के लाइसेंस कैंसिलेशन की प्रक्रिया शुरू करेगी। पुलिस ने हवाई फायरिंग में प्रयुक्त लाइसेंसी बंदूक को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया। सीओ सरधना आशुतोष कुमार ने बताया कि हर्ष फायरिंग कानूनन प्रतिबंधित है और इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। साहिल और अनु की शादी की तस्वीरें साहिल के परिवार का अमेरिका में बिजनेससाहिल के परिवार का अमेरिका में बिजनेस हैं। वहां उनके वेयर हाउस और गैस स्टेशन हैं, जो फिलहाल साहिल के भाई संभाल रहे हैं। साहिल के पिता रवि केंद्र सरकार के EPFO विभाग के कर्मचारी हैं जबकि उनकी मां मुकेश देवी हाउस वाइफ हैं। अब जानिए…अनु की गन्ना फेंकने से लेकर ओलिंपिक तक की कहानी साहिल और अनु के अचीवमेंट्स के बारे में जानिए...
सहारनपुर के नकुड़ थाना क्षेत्र के गांव टिडोली में मंगलवार को एक भयावह सड़क हादसा हुआ। एक तेज रफ्तार बाइक सड़क पर अचानक आई नीलगाय से जा टकराई, जिसमें बाइक सवार तीन लोग सुधैल, उनकी पत्नी नाजरीन और ससुर अब्दुल रहमान गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों खानआलमपुरा से तीतरों में शादी समारोह में शामिल होने जा रहे थे। हादसे के तुरंत बाद अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पास के अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया और बताया कि घायलों का उपचार जारी है। पूरा हादसा पास के पेट्रोल पंप के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ। फुटेज में देखा जा सकता है कि सामान्य यातायात चल रहा था, तभी खेतों की दिशा से दो नीलगाय तेज रफ्तार में सड़क पर दौड़ीं। इनमें से एक नीलगाय सीधे बाइक से जा टकराई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक सवार सड़क पर दूर जा गिरे। इस दौरान सामने से आ रही तेज रफ्तार कार ने भी नीलगाय को टक्कर मार दी, जिससे दोनों नीलगाय लगभग 10 फीट हवा में उछल गईं। हादसे में एक नीलगाय मौके पर ही मृत हो गई, जबकि दूसरी भागकर खेतों में चली गई। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में नीलगायों का सड़क पर आना अब आम हो गया है और लगातार बढ़ती संख्या के कारण हादसों का खतरा बढ़ा है। ग्रामीणों ने वन विभाग से नीलगायों की आबादी और उनके आवागमन पर तत्काल नियंत्रण के लिए कदम उठाने की मांग की। उनका कहना है कि समय रहते प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई तो ऐसे हादसे और बढ़ सकते हैं, जिससे मानव जीवन और सड़क सुरक्षा दोनों खतरे में पड़ सकते हैं।
मेरठ में दिल्ली पुलिस कॉन्स्टेबल का हमला:रास्ते से कार हटाने को लेकर पड़ोसी के सिर में फावड़ा मारा
मेरठ के जानी थाना क्षेत्र के किशोरी गांव में दिल्ली पुलिस के एक कॉन्स्टेबल और उसके परिवार के सदस्यों ने पड़ोसी पर फावड़े से हमला कर दिया। इस हमले में पड़ोसी कपिल पुत्र सत्य प्रकाश गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसकी हालत नाजुक बनी हुई है। घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार, यह घटना रास्ते में खड़ी कार हटाने को लेकर हुए विवाद के बाद हुई। कपिल ने अपने पड़ोसी प्रमोद से कार हटाने का आग्रह किया था, जिस पर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई। विवाद बढ़ने पर प्रमोद का बेटा राहुल वत्स, जो दिल्ली पुलिस में कॉन्स्टेबल है, अपने भाई आशीष के साथ घटना स्थल पर पहुंचा। आरोप है कि दोनों ने कपिल पर मारपीट और फावड़े से हमला किया। हमला इतना गंभीर था कि कपिल गिरकर घायल हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर जानी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायल को अस्पताल भेजा। कपिल के परिजनों ने आरोप लगाया कि राहुल वत्स अपने पुलिस पद का रौब दिखाकर गांव में गुंडई करता है। परिवार ने कहा कि घटना के बावजूद अभी तक किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया, और उन्होंने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस ने कहा कि मामले की गहन जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने वाला गिरफ्तार:विरोध करने कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी फोटो
लखनऊ के चिनहट इलाके में शादी का झांसा देकर युवती से यौन शोषण करने वाले प्राइवेट ड्राइवर को चिनहट पुलिस ने पकड़ कर जेल भेज दिया है। पीड़ित का आरोप था कि शादी की बात करने पर आरोपी, उसके भाई व भाभी ने गाली-गलौज करते हुए धमकी दी और उनका फोेटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्र ने बताया कि मूल रूप से सीतापुर की रहने वाली युवती उनके इलाके में रहती है। बीते जनवरी माह में आरोपी शिवबरन ने युवती को अपने प्यार के जाल में फंसाया। शादी का झांसा देकर उनका यौन शोषण किया। कुछ समय के बाद युवती ने जब शिवबरन से शादी करने की बात कही तो आरोपी ने इनकार कर दिया। शिवबरन, उसके भाई रामलायक व उसकी पत्नी बेबी ने युवती के साथ गाली-गलौज करते हुए उनको जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि शिवबरन ने युवती की कुछ फोटो को भी सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। मंगलवार को युवती ने आरोपी शिवबरन के खिलाफ यौन शोषण और उसके भाई व भाभी के खिलाफ गाली-गलौज व धमकाने का केस दर्ज कराया। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपी शिवबरन को मंगलवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। छानबीन में पता चला कि आरोपी शिवबरन पहले से शादीशुदा है।
अंबाला छावनी में 2 दिन पहले हुए सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुई 16 वर्षीय मुस्कान मौत हो गई। मुस्कान अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही थी, लेकिन गुरुवार को दोपहर करीब 2 बजे उसने दम तोड़ दिया। घटना के बाद गुस्साए परिजन अंबाला छावनी के सदर थाने पहुंचे और कार्रवाई की मांग की। परिजन का आरोप हैं कि हादसे के दो दिन बाद भी पुलिस ने किसी तरह की कार्रवाई नहीं की, जबकि हादसा गंभीर था और मुस्कान की हालत शुरुआत से ही नाजुक बनी हुई थी। जानकारी के अनुसार, अंबाला छावनी के बाजीगर मोहल्ला निवासी मुस्कान 18 नवंबर को अपनी दो सहेलियों के साथ गुरुद्वारे में माथा टेकने जा रही थी। जैसे ही तीनों बिग बाजार के सामने पहुंची, पीछे से आई एक एक्टिवा सवार महिला ने तेज रफ्तार में तीनों को जोरदार टक्कर मार दी। मुस्कान को सबसे ज्यादा आईं थी चोटें हादसे में तीनों लड़कियां घायल हुईं, लेकिन मुस्कान को सबसे ज्यादा चोटें आईं। उसे तत्काल नागरिक अस्पताल पहुंचाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे निजी अस्पताल में ले जाया गया। निजी अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान ही मुस्कान की हालात और बिगड़ती चली गई और अंततः उसने दम तोड़ दिया। हादसे की सूचना मिलते ही एक्टिवा सवार महिला के परिजन भी अस्पताल पहुंचे और बेहतर इलाज का हवाला देकर मुस्कान को निजी अस्पताल शिफ्ट करवाने में सक्रिय रहे। इसी बात को लेकर परिजन महिला ड्राइवर और उसके परिजनों पर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने इलाज में लापरवाही बरती और हादसे के बाद से उचित कदम नहीं उठाए। मुस्कान के पिता का कहना है कि उनकी बेटी को गंभीर चोटें आई थीं, लेकिन आरोपी पक्ष की ओर से इलाज में देरी और ठीक तरह से ध्यान न देने की वजह से मुस्कान की हालत बिगड़ती चली गई। वहीं मुस्कान के चाचा दीपक कुमार ने कहा कि हादसे के तुरंत बाद घटना की FIR दर्ज हो जानी चाहिए थी, लेकिन पुलिस ने मामले में टालमटोल की। पहले शिकायत नहीं मिली थी- एसएचओ एसएचओ राजवीर ने बताया कि पुलिस को अब जानकारी मिली है कि इलाज के दौरान मुस्कान ने दम तोड़ दिया है। जैसे ही पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट मिलेगी, उसके आधार पर कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ किया कि पुलिस किसी भी तरह की लापरवाही नहीं कर रही और अब जो भी कानूनी कार्रवाई बनती है, वह समय पर की जाएगी। फिलहाल लड़की की मौत से क्षेत्र में गम का माहौल है, जबकि परिजन न्याय की मांग को लेकर डटे हुए हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई तेज़ी से की जाएगी।
दुर्ग पुलिस ने प्रतिबंधित दवाइयों की अवैध सप्लाई करने वाले नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई की है। इस विशेष अभियान 'ऑपरेशन विश्वास' के तहत दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिससे अब तक कुल 7 लोग पकड़े जा चुके हैं। मोहन नगर पुलिस ने 18 नवंबर 2025 की शाम करीब 6:30 बजे धमधा नाका मोर्चा पॉइंट पर वाहन चेकिंग के दौरान एक गाड़ी को रोका। तलाशी लेने पर वाहन की डिक्की से सफेद पॉलिथिन में बड़ी मात्रा में प्रतिबंधित टैबलेटअल्फाजोलम और डायक्लोमिन बरामद हुई। प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री और परिवहन में इस्तेमाल किए जा रहे वाहन और मोबाइल फोन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया। मौके से पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर अपराध क्रमांक 626/25, धारा 8, 22, 27(क) एनडीपीएस एक्ट के तहत न्यायिक रिमांड पर भेजा गया था। सप्लाई चेन से जुड़े आरोपियों की पुलिस ने की तलाश मामले की विवेचना आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने सप्लाई चेन से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश शुरू की। जांच के दौरान टीम नागपुर पहुंची, जहां ईतवारी इलाके में न्यू लाइफ मेडिकल के संचालक अशद नोमान से पूछताछ की गई। नोमान ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह दुर्ग निवासी शुभम निर्मलकर के साथ मिलकर प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री करता था। पुलिस ने दोनों आरोपियों, अशद नोमान और शुभम निर्मलकर, को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, यह गिरोह लंबे समय से क्षेत्र में प्रतिबंधित टैबलेट्स की सप्लाई कर रहा था, और इस कार्रवाई से उनकी सप्लाई चेन लगातार टूट रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं: शुभम निर्मलकर (30 वर्ष), निवासी सिकोला बस्ती, मोहन नगर, दुर्ग। अशद नोमान मुस्ताक हुसैन (42 वर्ष), निवासी सतरंजीपुरा, थाना लकड़गंज, नागपुर (महाराष्ट्र)।
पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज प्रयागराज में गुरुवार को 53वीं मंडल स्तरीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी आयोजित हुई। प्रदर्शनी का उद्घाटन संयुक्त शिक्षा निदेशक आरएन विश्वकर्मा के द्वारा किया गया। इस प्रदर्शनी में प्रयागराज मंडल के सभी चार जनपदों (प्रयागराज, कौशांबी, प्रतापगढ़ एवं फतेहपुर) के बाल वैज्ञानिकों ने अपने-अपने वैज्ञानिक मॉडलों का प्रदर्शन किया। शिक्षक-शिक्षिकाओं ने भी एक से बढ़कर एक मॉडलों की प्रदर्शनी लगाई। प्रदर्शनी में जूनियर संवर्ग, सीनियर संवर्ग एवं अध्यापक संवर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में प्रतिभा करेंगे। प्रभारी प्रधानाचार्य वंशराज ने आगंतुकों का स्वागत किया एवं आभार उप प्रधानाचार्य डॉ.अब्दुल कादिर द्वारा किया गया। प्रदर्शनी में अर्चना त्रिपाठी, आभा मित्तल, डॉ. पूनम, सविता सिंह, पूनम सरोज, रश्मिता सिंह, श्रुति, डॉ विष्णु त्रिपाठी, रंजीता गुप्ता समेत अन्य की उपस्थिति रही। प्रदर्शनी का संयोजन जोगेंद्र यादव एवं पूजा पटेल ने किया। कार्यक्रम का संचालन रविंद्र कुमार यादव ने किया। इन शिक्षकों को मिला प्रथम पुरस्कार
दुर्ग में ड्रिंक-एंड-ड्राइव कार्रवाई तीन गुना बढ़ी:एक साल में 911 मामले दर्ज, पुलिस ने वाहन जब्त किए
दुर्ग जिले में नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। 'ऑपरेशन सुरक्षा' के तहत यातायात पुलिस ने पिछले एक साल में रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई की है। जनवरी से अक्टूबर 2024 के दौरान जहां ड्रिंक-एंड-ड्राइव के 239 मामले सामने आए थे, वहीं इसी अवधि में 2025 में यह आंकड़ा बढ़कर 911 पर पहुंच गया है। यह कार्रवाई में तीन गुना से अधिक की वृद्धि को दर्शाता है। प्रत्येक मामले में संबंधित वाहन जब्त किए गए और आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर न्यायालय भेजा गया। पुलिस का मुख्य उद्देश्य नागरिकों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना है। भिलाई की सेंट्रल एवेन्यू रोड को अनिवार्य हेलमेट-वियरिंग ज़ोन घोषित किए जाने के बाद हेलमेट के उपयोग में भी उल्लेखनीय सुधार देखा गया है। पुलिस का मानना है कि नशे में वाहन चलाने वालों पर की गई कठोर कार्रवाई का सीधा सकारात्मक प्रभाव यातायात अनुशासन पर पड़ रहा है। ड्रिंक-एंड-ड्राइव के 28 नए प्रकरण दर्ज इसी क्रम में, 19 नवंबर 2025 को जिलेभर में एक विशेष अभियान चलाया गया। इस दौरान पुलिस ने ड्रिंक-एंड-ड्राइव के 28 नए प्रकरण दर्ज किए। सभी वाहनों को मौके पर ही जब्त कर आरोपियों के खिलाफ प्रकरण बनाकर न्यायालय भेजा गया। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि सड़क सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए ऐसे अभियान आगे भी लगातार जारी रहेंगे। दुर्ग यातायात पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशे की हालत में कभी भी वाहन न चलाएं। हेलमेट का अनिवार्य रूप से उपयोग करें, सीट बेल्ट लगाएं और सभी यातायात नियमों का पालन करें। पुलिस ने संदेश दिया, सुरक्षा आपकी, जिम्मेदारी भी आपकी… ऑपरेशन सुरक्षा में सहयोग दें और अपनी तथा दूसरों की जान की रक्षा करें।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ में पैसों के लेनदेन को लेकर हुए जानलेवा हमले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। यह कार्रवाई आपसी रंजिश के चलते लोहे के पाइप, लाठी और डंडों से हमला करने के मामले में की गई है। पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ के निर्देश पर ऑपरेशन ट्रैक डाउन के तहत अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। सदर महेंद्रगढ़ थाना पुलिस ने 48 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल लोहे के पाइप बरामद किए हैं। एक आरोपी है हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार आरोपियों में खातोद निवासी राहुल, दीपक और खातोदड़ा निवासी सोमदत्त शामिल हैं। आरोपी राहुल एक हिस्ट्रीशीटर है, जिसके खिलाफ आपराधिक वारदातों के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं। दीपक के खिलाफ पांच और सोमदत्त के खिलाफ तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। शिकायतकर्ता खातोद निवासी बिजेंद्र ने बताया कि वह जमींदारी करता है। 10 नवंबर को दोपहर करीब 2 बजे वह अपने घर के पास पंचायत घर में ताश खेल रहा था, तभी राहुल, दीपक, सोमदत्त और दो-तीन अन्य लोहे की रॉड, सरिया और लाठी लेकर आए। उन्होंने पैसों का हिसाब न देने का आरोप लगाते हुए बिजेंद्र पर जानलेवा हमला कर दिया। आरोपियों ने बिजेंद्र के दोनों हाथ और दोनों पैर कई जगह से तोड़ दिए। पुलिस मौके पर पहुंची और एम्बुलेंस बुलाकर उसे महेंद्रगढ़ के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। गंभीर चोटों के कारण उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
शाहजहांपुर के अल्हागंज थाने के पुलिसकर्मियों पर फर्रुखाबाद की एक महिला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने उसे और उसके पति को थाने लाकर मारपीट की, पति के पैसे छीन लिए और कंप्यूटर रूम में लाइट बंद कर उसके साथ छेड़छाड़ की। पीड़िता ने फर्रुखाबाद के एसपी और डीएम को प्रार्थना पत्र दिया है, जिसके बाद शाहजहांपुर एसपी ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। फर्रुखाबाद के कादरीगेट थाना क्षेत्र की रहने वाली महिला ने बताया कि कुछ समय से उसे अज्ञात नंबरों से फोन पर गालियां दी जा रही थीं। 13 नवंबर को अल्हागंज थाने से भी उसे फोन कर गाली-गलौज की गई। उसी शाम जब उसका पति कुछ सामान लेने गया तो अल्हागंज थाने की एक महिला दरोगा और दो सिपाही उसे कार में डालकर ले गए। पति के साथ मारपीट भी की गई। इसके बाद पुलिसकर्मी महिला के घर आए और उसे तथा उसके दो साल के बेटे को कार में बैठाकर थाने ले गए। महिला का आरोप है कि कार के अंदर पुलिसकर्मियों ने उसके साथ अश्लील हरकतें कीं और अश्लील गाने बजाए। अल्हागंज थाने में उसे कंप्यूटर रूम में ले जाकर मारपीट की गई। जब महिला दरोगा रूम से बाहर चली गईं, तब दो पुलिसकर्मियों ने लाइट बंद कर उसके साथ छेड़छाड़ की। महिला दरोगा ने वापस आकर कथित तौर पर उनसे पैरों पर नाक रगड़कर माफी मांगने को कहा और फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी दी। इसके बाद पति को हवालात में बंद कर दिया गया। पीड़िता का आरोप है कि जब परिवार के लोग थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उनसे पूछताछ कर लाने की बात लिखवा ली। महिला ने घटनाक्रम के सीसीटीवी फुटेज और सभी पुलिसकर्मियों की लोकेशन निकलवाकर कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में एसपी राजेश द्विवेदी ने बताया कि महिला के पति के खिलाफ एक शिकायत आई थी, जिसके संबंध में उससे पूछताछ की गई थी। एसपी के अनुसार, पति ने माफीनामा भी लिखकर दिया है। महिला ने जो आरोप लगाए हैं। उसकी सीओ जलालाबाद जांच कर रहे हैं।
बलौदाबाजार सिटी कोतवाली पुलिस ने राजा सोना चांदी ज्वेलर्स दुकान से हुई 3.5 लाख रुपये की चोरी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के पास से 1 लाख रुपये मूल्य का सोना-चांदी का सामान बरामद किया है। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के निर्देश पर की गई। प्रार्थी रजनीश केसरवानी ने 16 नवंबर 2024 की रात चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनकी शिकायत के अनुसार, अज्ञात आरोपी ने दुकान के चैनल गेट का ताला तोड़कर शटर उठाया और दुकान से सोने-चांदी के जेवरात व 10,000 रुपये नकदी चुरा ली थी। चोरी गए सामान की कुल कीमत लगभग 3,50,000 रुपये आंकी गई थी। रिपोर्ट के आधार पर सिटी कोतवाली थाना में अपराध दर्ज करने के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज से मिला आरोपी का सुराग पुलिस टीम ने दुकान के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को खंगाला। फुटेज में एक व्यक्ति रात के समय दुकान के आसपास संदिग्ध अवस्था में घूमता हुआ दिखाई दिया। इस जानकारी के आधार पर आरोपी की पहचान धनेश निषाद (30 वर्ष), निवासी ग्राम खपरी, थाना गिधपुरी के रूप में हुई, जिसे बाद में हिरासत में ले लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपी धनेश निषाद ने राजा ज्वेलर्स की दुकान में चोरी करने की बात स्वीकार की। पुलिस ने आरोपी के पास से 1,00,000 रुपये कीमत का सोने-चांदी का जेवर बरामद किया है। आरोपी को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने की प्रक्रिया की जा रही है। प्रकरण की विवेचना अभी जारी है और पुलिस शेष बचे चोरी के सामान की बरामदगी के प्रयास कर रही है।
बांदा पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश जितेंद्र पुत्र दयाराम को प्रयागराज से गिरफ्तार किया है। आरोपी एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट और पुलिस टीम पर हमले के मामलों में वांछित था। गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल के निर्देश पर जनपद में अपराध नियंत्रण और वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में थाना कमासिन पुलिस ने गुरुवार को इस कार्रवाई को अंजाम दिया। मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, जितेंद्र पुत्र दयाराम, निवासी कस्बा व थाना कमासिन, एनडीपीएस, आर्म्स एक्ट और पुलिस टीम पर हमले के मामले में वांछित था। उसकी शीघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। अभियुक्त जितेंद्र लंबे समय से फरार चल रहा था और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही थी। आखिरकार कमासिन पुलिस को प्रयागराज में उसे पकड़ने में सफलता मिली।
मुख्य सचिव वी.श्रीनिवास ने अफसरों को जनता से जुड़ी हर शिकायत को गंभीरता से लेने और जल्दी उसका समाधान करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा- महीने में एक बार राजस्थान संपर्क दिवस मनाने के आदेश दिए हैं। इस दिन लोगों से सीधे बातचीत की जाएगी। लोगों की शिकायतों को अब रोज विभाग के सचिवों को भेजा जाएगा। वहीं उनके समाधान की रिपोर्ट संबंधित मंत्री को भेजी जाएगी। मुख्य सचिव ने हेल्पलाइन को नेक्स्ट जेन राजस्थान संपर्क के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा- राजस्थान संपर्क को देश की सबसे प्रभावी और नागरिक-केंद्रित हेल्पलाइन बनाया जाए। लोगों की शिकायतों का तेज गति से और प्रभावी निपटारा भी किया जाए। विभाग के सचिव 10 लंबित शिकायतों की रोज समीक्षा करेंगे, रिपोर्ट मंत्री को भेजेंगेमुख्य सचिव वी.श्रीनिवास ने अफसरों से कहा- हर महीने विभागवार शिकायतों का डेटा तैयार कर संबंधित विभागों के सचिवों को भेजा जाए। हर सचिव रोज कम-से-कम 10 लंबित शिकायतों की व्यक्तिगत समीक्षा करें और उसकी रिपोर्ट संबंधित मंत्री को भेजें। विभागों में शिकायत निवारण के लिए नियुक्त नोडल अधिकारियों की समीक्षा बैठक मुख्य सचिव स्तर पर नियमित रूप से होगी। लोगों की शिकायतों को निपटाने में एआई का इस्तेमाल हो, हर महीने राजस्थान संपर्क दिवसमुख्य सचिव वी.श्रीनिवास ने महीने में एक बार राजस्थान संपर्क दिवस मनाने के आदेश दिए हैं। इस दिन लोगों से सीधे बातचीत की जाएगी। इस दिन ई-मित्र, सीएससी लेवल एंटरप्रेन्योर के जरिए भी मुख्य सचिव स्तर पर जनता से जुड़ने की व्यवस्था रहेगी। मुख्य सचिव वी.श्रीनिवास ने अफसरों से कहा- जनता से जुड़ी शिकायतों के समाधान में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का ज्यादा से ज्यादा उपयोग कर काम में तेजी लाएं। इसके लिए आईआईटी जोधपुर और एमएनआईटी जयपुर से संपर्क कर लेटेस्ट तकनीक को शामिल करने को कहा। राजस्थान संपर्क पोर्टल पर चैटबॉट को एक्टिव बनाने के निर्देश दिए। राजस्थान हेल्पलाइन सेंटर का निरीक्षण कर दिए कई टास्क मुख्य सचिव ने गुरुवार को सचिवालय में राजस्थान संपर्क और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 के ऑपरेशनल सेंटर का निरीक्षण किया। मुख्य सचिव ने हर डेस्क पर जाकर हेल्पलाइन के कामकाज की जानकारी ली और वहां मौजूद अफसरों और कर्मचारियों से इसे लेकर सवाल किए और आगे के लिए जरूरी टास्क दिए।
गढ़वा थाना क्षेत्र के सोह गांव में गुरुवार को एक किशोरी की हत्या कर उसके परिजनों द्वारा शव को जलाने का प्रयास किया गया। समय रहते मिली सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई और जलती चिता से शव को उतारकर अपने कब्जे में ले लिया। इस मामले में मृतका के पिता और भाई को हिरासत में ले लिया गया है। युवक के साथ देखने पर परिजनों ने की पिटाई ग्रामीणों के अनुसार, गुरुवार की दोपहर गांव की 17 वर्षीया किशोरी को परिजनों ने एक युवक के साथ देखा। परिवारवालों को किशोरी के चरित्र पर संदेह हुआ और इसी बात को लेकर वह आगबबूला हो उठे। बताया जा रहा है कि इस दौरान परिजनों ने किशोरी की बेरहमी से पिटाई कर दी। पिटाई इतनी गंभीर थी कि किशोरी की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को छुपाने के लिए परिजनों ने उसे एक कमरे में बंद कर दिया। सबूत छुपाने के लिए शव को जलाने का प्रयास परिजनों ने शाम में आनन-फानन में अंतिम संस्कार की तैयारी की। गांव के कुछ लोगों की मदद से शव को बगही श्मशान घाट ले जाया गया। वहां चिता तैयार कर शव को रखकर अंतिम संस्कार शुरू कर दिया गया। चिता में आग भी लगा दी गई थी। पुलिस ने जलती चिता से निकाला शव इसी बीच, किसी ग्रामीण ने घटना की सूचना गढ़वा थाना पुलिस को दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस टीम तुरंत श्मशान घाट पहुंची। पुलिस के पहुंचने से पहले परिजन और अन्य ग्रामीण मौके से फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने जल रही चिता से शव को निकालकर सुरक्षित कर लिया। घटना के बाद पुलिस ने मृतका के पिता और भाई को हिरासत में ले लिया। दोनों से हत्या और सबूत नष्ट करने के मामले में गहन पूछताछ की जा रही है। पुलिस का कहना है कि भागे हुए अन्य ग्रामीणों और परिजनों की पहचान की जा रही है। जल्द ही सभी को गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि किशोरी की मौत पिटाई से हुई या किसी अन्य कारण से। फिलहाल प्राथमिक जांच में मामला ऑनर किलिंग का प्रतीत होता है। मामले की जानकारी मिली है। जांच की जा रही है। फिलहाल शव को चिता से उठाकर पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। -सुनील कुमार तिवारी, थाना प्रभारी
बागपत जनपद में बढ़ते वायु प्रदूषण और ठंड बढ़ने के साथ हवा की गुणवत्ता लगातार गिरने पर जिला प्रशासन सख्त हो गया है। जिलाधिकारी अस्मिता लाल की अध्यक्षता में हुई अहम बैठक में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-3 को तत्काल प्रभाव से लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत जिले में निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक लगा दी गई है। साथ ही प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों व नियमों की अनदेखी करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। बैठक में सभी विभागों को GRAP-3 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जिले में सभी प्रकार की निर्माण गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी, केवल जरूरी परियोजनाओं को ही छूट मिलेगी। धुआं छोड़ने वाले वाहनों की चेकिंग बढ़ाई जाएगी और एयर क्वालिटी बिगाड़ने वाले हर स्रोत पर सख्त निगरानी की जाएगी। डीएम अस्मिता लाल ने वायु गुणवत्ता सुधार में जनभागीदारी को सबसे अहम बताया। उन्होंने कहा कि खुले में कूड़ा, पत्तियां या सूखी घास जलाना हवा को गंभीर रूप से प्रदूषित करता है। ऐसे कार्यों से बचें और दूसरों को भी रोकें। अनावश्यक धुआं फैलाने पर भी कार्रवाई तय है। जिले की सभी नगर पालिकाओं और नगर पंचायतों को निर्देश दिए गए कि बाजारों, मुख्य सड़कों, भीड़भाड़ वाले इलाकों और निर्माण-प्रभावित क्षेत्रों में एंटी-स्मॉग गन से नियमित जल छिड़काव किया जाए। धूल नियंत्रण को शीर्ष प्राथमिकता में रखते हुए सड़कों पर जमा कचरा, मिट्टी या मलबे की तुरंत सफाई सुनिश्चित की जाए। लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। खुले में कूड़ा जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने नई पहल शुरू की है। आपदा विभाग के ‘आपदा मित्र’ स्वयंसेवकों को निर्देश दिया गया है कि कूड़ा या पत्तियां जलाने वाले व्यक्ति की फोटो सहित जानकारी देने पर ₹2500 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। साथ ही, कूड़ा जलाने वाले व्यक्ति पर नियमानुसार कार्रवाई होगी। इस कदम का उद्देश्य ऐसे मामलों पर तुरंत नियंत्रण पाना और जनता की सहभागिता को बढ़ावा देना है।
रुद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के रामलक्षन चौकी अंतर्गत गुरुवार देर शाम एक सड़क हादसे में बाइक सवार भांजे की मौके पर मौत हो गई। तेज रफ्तार पिकअप की टक्कर से 20 वर्षीय नीरज पासवान की जान चली गई, जबकि उनके मामा आकाश गंभीर रूप से घायल हो गए। श्रीनगर कोल्हुआ निवासी नीरज पासवान (20) अपने मामा आकाश के साथ गोरखपुर जा रहे थे। आकाश रुद्रपुर नगर के दुग्धेश्वरनाथ वार्ड के निवासी हैं। रामलक्षन पेट्रोल पंप के पास उनकी बाइक को सामने से आ रही एक तेज रफ्तार पिकअप ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि नीरज पासवान सड़क पर गिरते ही गंभीर रूप से घायल हो गए और मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और घायल आकाश को एंबुलेंस से जिला अस्पताल भेजा। डॉक्टरों ने उनकी हालत नाजुक बताई है। मृतक नीरज के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। नीरज परिवार में सबसे छोटे थे और मेहनत-मजदूरी कर घर का सहारा बने हुए थे। इस घटना से उनके परिवार और क्षेत्र में शोक का माहौल है। रुद्रपुर कोतवाली थाना प्रभारी कल्याण सिंह और रामलक्षन चौकी प्रभारी सौरभ सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की तलाश कर रही है। पुलिस के अनुसार, फरार वाहन चालक की तलाश जारी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
सीईएससी राजस्थान ने बीकानेर शहर के उपभोक्ताओं को और बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए दो और हेल्प लाइन नम्बर जारी किए हैं। इन नंबरों पर उपभोक्ता बिजली सम्बन्धी शिकायतें दर्ज करा सकते हैं। इसके अलावा कंपनी ने कॉल लाइनों की संख्या 50 और बढ़ाकर 250 कर दी है। सीईएससी राजस्थान के प्रवक्ता ने बताया कि कंपनी ने मौजूदा हेल्प लाइन नंबर 0141-3532000 के अलावा अब दो नए हेल्प लाइन नम्बर 1912 और 18003301912 भी जारी किए हैं। समस्याओं के लिए 1912 पर करें कॉल इन नंबरों पर उपभोक्ता सप्ताह में 24 घंटे किसी भी मोबाइल या लैंड लाइन नम्बर से बीकेईएसएल के क्षेत्र से बिजली संबंधी शिकायतें दर्ज करा अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते है। प्रवक्ता ने बताया कि 1912 नंबर पर आसानी कॉल की जा सकती है। कंपनी के प्रवक्ता ने बताया कि दो टॉल फ्री नंबर 18002001912 पहले से ही कार्यरत हैं। अब चार हेल्प लाइन नम्बर की सुविधा उपलब्ध होने से उपभोक्ताओं को अपनी शिकायतें दर्ज कराने में आसानी हो सकेगी।
सुपेला पुलिस ने शेयर ट्रेडिंग और इन्वेस्टमेंट के नाम पर 77 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई ऐरिना कौप्टिल कंपनी के खिलाफ की गई है, जिस पर निवेशकों से ठगी का आरोप है। पुलिस ने मौके से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जब्त किए हैं। मामले की शुरुआत 19 नवंबर को हुई, जब धमतरी निवासी प्रिंस चंद्राकर (38) ने सुपेला थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 26 अक्टूबर 2025 से 4 नवंबर 2025 के बीच ऐरिना कौप्टिल कार्यालय, स्मृति नगर सुपेला के संचालकों ने उन्हें और यतीन्द्र चंद्राकर को निवेश के नाम पर धोखे में रखा। कंपनी ने निवेशकों को यह कहकर आकर्षित किया था कि निवेश की गई राशि पर प्रतिमाह 10% मुनाफा मिलेगा और पूंजी को दोगुना वापस किया जाएगा। इस लालच में आकर निवेशकों ने कुल 77 लाख रुपये कंपनी को सौंप दिए। बाद में कंपनी का कार्यालय बंद मिला, जिससे निवेशकों को धोखाधड़ी का पता चला। आरोपियों ने जुर्म कबूला शिकायत मिलते ही सुपेला पुलिस ने तत्काल अपराध दर्ज कर एक टीम गठित की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने कंपनी के कार्यालय से जयंती कुमार और अरुण सरकार को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दोनों ने अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली। पुलिस ने कार्यालय से भारी मात्रा में सामग्री जब्त की है, जिसमें 19 कंपनी सील-पेड, सीसीटीवी डीवीआर, 4 सीपीयू, 5 मॉनिटर, प्रिंटर, कीबोर्ड, माउस, नोट गिनने की मशीन, मोबाइल फोन, कंपनी के बैनर, फोटो फ्रेम और विभिन्न दस्तावेज शामिल हैं। आरोपी डबल प्रॉफिट का देते थे झांसा जांच में यह भी सामने आया कि सभी आरोपी मिलकर संगठित रूप से लोगों को लालच देकर उनका पैसा दोगुना करने का वादा करते थे और बाद में रकम हड़प लेते थे। इस आधार पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 111(4) सहित संबंधित धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया है। 20 नवंबर को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें ज्यूडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया। कंपनी के मुख्य संचालक योगेश साहू, मेघा साहू और अन्य आरोपी अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है। ASP सुखनंदन राठौर का बयान मामले पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) सुखनंदन राठौर ने कहा कि “निवेश के नाम पर लोगों को ठगने वाली ऐसी फर्जी कंपनियों के खिलाफ पुलिस लगातार सतर्क है। जो भी व्यक्ति मुनाफे का लालच देते हैं, वे अक्सर धोखाधड़ी की योजना का हिस्सा होते हैं। आम नागरिक ऐसे निवेश से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें। इस मामले में अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।”
देवरिया जिले के असनहर गांव निवासी संजीव शर्मा (35) की श्रीलंका में एक हादसे में मौत हो गई। संजीव कई वर्षों से श्रीलंका के बहुपेटिया स्थित IWW स्टील प्लांट में कार्यरत थे। 14 नवंबर को ड्यूटी के दौरान हुए एक हादसे में उनके सिर पर गंभीर चोट लगी थी। कंपनी के कर्मचारियों ने उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन गंभीर चोटों के कारण उनकी मृत्यु हो गई। संजीव के छोटे भाई संदीप शर्मा, जो श्रीलंका में ही काम करते हैं, ने कंपनी के माध्यम से यह दुखद सूचना परिजनों को दी। खबर मिलते ही असनहर गांव में मातम छा गया। संजीव विवाहित थे और उनकी सात साल की एक बेटी है। घर पर वृद्ध माता-पिता भी हैं। परिवार के सामने सबसे बड़ी चुनौती विदेश से शव को भारत लाने की थी। शव वापस लाने की प्रक्रिया पासपोर्ट, दस्तावेज और दूतावास स्तर की औपचारिकताओं के कारण अटक गई थी। स्थानीय स्तर पर कोई समाधान न मिलने पर परिवार ने मदद के लिए सदर विधायक डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी से संपर्क किया। विधायक ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत श्रीलंका स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क किया। उन्होंने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को ट्वीट कर तत्काल सहायता मांगी और पूरा मामला प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) तक पहुंचाया। विधायक की पैरवी के बाद गुरुवार को संजीव का शव गांव पहुंचा।
झाबुआ में प्रभारी मंत्री कुंवर विजय शाह ने जनसुनवाई के दौरान 65 वर्षीय सेवानिवृत्त महिला पुष्पा राव की समस्या सुनी। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्ति के दो साल बाद भी उन्हें पेंशन का लाभ नहीं मिल पाया है। इस पर मंत्री शाह ने मौके पर ही अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सेवानिवृत्ति के लिए भटक रही थीं महिला पुष्पा राव ने मंत्री को बताया कि वे बालक पोस्ट मैट्रिक छात्रावास, झाबुआ में रसोईया के पद से वर्ष 2023 में सेवानिवृत्त हुई थीं। इसके पहले उन्हें वर्ष 1992 में बालक आश्रम रंगपुरा में वाटरमैन के पद पर दैनिक वेतनभोगी के रूप में नियुक्त किया गया था। बाद में 30 दिसंबर 2017 को जनजातीय कार्य विभाग के आदेश से उन्हें स्थायी कर्मी बनाया गया। 62 वर्ष की आयु तक सेवाएं देने के बाद उन्हें सेवानिवृत्त किया गया। पेंशन प्रकरण लंबित होने के कारण महिला आर्थिक और मानसिक रूप से परेशान हैं। वे दमे की मरीज हैं और उनके बेटे का निधन भी हो चुका है। मंत्री ने दिए बेटी को रोजगार देने के निर्देश जनसुनवाई के दौरान मंत्री शाह ने पुष्पाराव और उनकी बेटी पूजा से पूरी जानकारी ली। कलेक्टर और सहायक आयुक्त से मामले की स्थिति जानने के बाद उन्होंने पूजा को भी रोजगार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने दिलाया सहायता का भरोसा वहीं कलेक्टर नेहा मीना ने बताया कि पेंशन प्रकरण का जल्द से जल्द निपटारा किया जाएगा और पीड़ित महिला को हर संभव मदद दी जाएगी।
बुलंदशहर में गुरुवार देर शाम सिकंदराबाद के नेशनल हाईवे पर बिलसुरी के पास एक सड़क हादसा हुआ। एक बेकाबू ट्रक ने सामने जा रही मिनी बस में टक्कर मार दी, जिससे ट्रक, मिनी बस और साथ चल रही फॉर्च्यूनर कार अनियंत्रित होकर सड़क किनारे पलट गईं। इस हादसे में भाजपा विधायक अनिल शर्मा के करीबी प्रदीप ठाकुर के बाउंसर की मौत हो गई। मिनी बस और ट्रक में सवार करीब 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सभी घायलों को तत्काल नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। घटना की सूचना मिलते ही एसपी सिटी, पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। हादसे के कारण हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। पुलिस ने क्षतिग्रस्त वाहनों को तुरंत हटवाकर यातायात सुचारू कराया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक तेज रफ्तार में था और चालक ने अचानक नियंत्रण खो दिया। ट्रक ने मिनी बस को सीधी टक्कर मारी, जिसके बाद पीछे से आ रही फॉर्च्यूनर कार भी इसकी चपेट में आ गई।पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है।
भिवानी सीआईए ने पकड़ा 5 हजार का इनामी:अपहरण और हत्या मामले में था फरार, पहले से दर्ज हैं पांच केस
भिवानी पुलिस ने नलोई निवासी आजाद के अपहरण और हत्या मामले में फरार चल रहे 5,000 के इनामी आरोपी अनूप को गिरफ्तार किया है। सीआईए स्टाफ प्रथम भिवानी ने बलियाली से आरोपी को पकड़ा। मृतक आजाद की मां ने सिवानी थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने बताया था कि उनके बेटे आजाद का आरोपियों ने अपहरण किया और फिर उसकी हत्या कर दी। इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने संबंधित धाराओं के तहत सिवानी थाना में मामला दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए, सीआईए स्टाफ प्रथम भिवानी के उप निरीक्षक अमरजीत ने आरोपी अनूप को गिरफ्तार किया। इस मामले में यह पांचवीं गिरफ्तारी है। सितंबर में दर्ज हुआ था केस गिरफ्तार आरोपी की पहचान बलियाली, जिला भिवानी निवासी अनूप उर्फ सोनू के रूप में हुई है। उसके खिलाफ 14 सितंबर 2025 को भारतीय न्याय संहिता की धारा 103, 140(1), 61(2), 238, 249 और शस्त्र अधिनियम की धारा 25 के तहत सिवानी थाना में मामला दर्ज किया गया था। अनूप भिवानी पुलिस का 5,000 का इनामी अपराधी है। उस पर भिवानी जिले के सिवानी, तोशाम और बवानी खेड़ा थानों में हत्या, हत्या के प्रयास, शस्त्र अधिनियम, मारपीट, जान से मारने की धमकी और स्नैचिंग सहित कुल पांच मामले दर्ज हैं। पुलिस टीम ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है। इस मामले में पुलिस पहले ही आरोपी प्रमिला, सुशीला, प्रदीप और मनदीप को गिरफ्तार कर चुकी है। अन्य फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार श्रीगंगानगर जिले में मतदाता सूचियों के गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्य जारी है। निर्वाचन विभाग राजस्थान के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन के निर्देशानुसार श्रीगंगानगर में जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. मंजू ने गुरुवार को बेहतर कार्य करने वाले बीएलओ, वॉलंटियर्स को मुख्य निर्वाचन अधिकारी का प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित और प्रोत्साहित किया। BLO शत-प्रतिशत काम कर रहे निर्वाचन विभाग राजस्थान की वीसी के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने एसआईआर कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि समस्त कार्मिक राष्ट्रीय महत्व के इस कार्य को पूर्ण गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ निर्धारित समयावधि में पूर्ण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिले में कई बीएलओ द्वारा ईएफ वितरण, डिजिटाइजेशन में शत-प्रतिशत कार्य किया गया है। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने श्रीकरणपुर विधानसभा क्षेत्र की भाग संख्या 8 के निरंजन राम, भाग संख्या 178 के जयपाल शर्मा, भाग संख्या 244 के अमर सिंह, भाग संख्या 249 के कैलाश कुमार और रायसिंहनगर विधानसभा क्षेत्र की भाग संख्या 252 के घडसीराम सहित वॉलंटियर्स को सम्मानित और प्रोत्साहित किया। सहयोग करने की अपील इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी ने उल्लेखनीय कार्य करने वाले बीएलओ से आह्वान किया कि वे अपने विधानसभा क्षेत्र के अन्य बीएलओ का कार्यों में सहयोग करें। सभी मिलकर कार्य करेंगे तो जिले में एसआईआर कार्यों को सफलतापूर्वक संपन्न किया जा सकेगा। इस दौरान एडीएम प्रशासन सुभाष कुमार, जिला परिषद सीईओ गिरधर, गंगानगर ईआरओ श्री नयन गौतम, प्रशिक्षु आईएएस अदिति यादव, रायसिंहनगर ईआरओ सुभाष चन्द्र, पदमपुर एसडीएम अजीत गोदारा सहित अनेक अधिकारी मौजूद रहे।
महिला चलती ट्रेन में चढ़ते समय फिसली:मैनपुरी जंक्शन पर गंभीर रूप से घायल, इलाज के दौरान मौत
मैनपुरी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। यह घटना उस समय हुई जब महिला जल्दबाजी में चलती ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रही थीं। फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज थाना क्षेत्र के बड़ी पठान गांव की निवासी 45 वर्षीय रामदेवी अपनी ननद प्रीति के साथ कुसमरा में एक रिश्तेदारी से लौट रही थीं। उनका परिवार मैनपुरी रेलवे स्टेशन पर अपने घर जाने के लिए निर्धारित ट्रेन का इंतजार कर रहा था। शाम करीब 5 बजे पैसेंजर ट्रेन प्लेटफॉर्म पर पहुंची। इस दौरान प्रीति टिकट लेने काउंटर पर चली गईं। जब ट्रेन चलने लगी, तो रामदेवी ने जल्दबाजी में डिब्बे में चढ़ने का प्रयास किया। ट्रेन की गति बढ़ने पर उनका संतुलन बिगड़ गया और उनका पैर फिसलकर पायदान में फंस गया। स्टेशन पर मौजूद लोगों और रेलवे कर्मचारियों ने तुरंत ट्रेन रुकवाई और पायदान खोलकर उन्हें बाहर निकाला। रामदेवी गंभीर रूप से घायल हो चुकी थीं। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार दिया। हालांकि, उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस भी जिला अस्पताल पहुंची और आवश्यक कार्रवाई शुरू की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। इस घटना से परिवार सदमे में है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से सुरक्षा नियमों का पालन करने और चलती ट्रेन में चढ़ने का जोखिम न उठाने की अपील की है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने शहीद पथ के पास ओमैक्स रेजीडेंसी और अमरावती आईटी सिटी इंटीग्रेटेड टाउनशिप का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि बिल्डर ने कई काम अधूरे छोड़ रखे है। तय विकास शुल्क भी नहीं जमा किया है। इस पर उन्होंने फटकार लगाते हुए काम में तेजी लाने के निर्देश दिए है। लापरवाही करने पर कार्रवाई करने की चेतावनी दी है। अमरावती आईटी सिटी में अधूरे विकास कार्य पर नाराजगी ग्राम मस्तेमऊ व बक्कास में करीब 115 एकड़ में अमरावती ग्रुप आईटी सिटी विकसित कर रहा है। निरीक्षण में उपाध्यक्ष ने पाया कि आंतरिक सड़कें अधूरी हैं दो में से एक एसटीपी केवल भू-तल तक बना, दूसरा शुरू भी नहीं हुआ। विद्युत सबस्टेशन का काम भी पूरा नहीं हुआ था। मुख्य नगर नियोजक के.के. गौतम के अनुसार, अमरावती ग्रुप ने अब तक निर्धारित विकास शुल्क भी जमा नहीं किया है। उपाध्यक्ष ने बकाया धनराशि तत्काल वसूली कराने के निर्देश दिए। ओमैक्स टाउनशिप में टूटी सड़कें, पार्क भी अधूरा पुलिस मुख्यालय के पीछे 103 एकड़ में विकसित ओमैक्स टाउनशिप में पहुंचकर उपाध्यक्ष सड़कें देखकर भड़क उठे। एप्रोच रोड से लेकर आंतरिक सड़कें खराब हालत में मिलीं। डेवलपर्स से 2 महीने के भीतर मरम्मत पूरा करने को कहा गया। भूमि विवाद के कारण ग्रीन एरिया/पार्क विकसित नहीं हो सका था। उपाध्यक्ष ने विवाद निस्तारण कर पार्क निर्माण कराने का आदेश दिया है। EWS–LIG भवनों का निर्माण धीमा दोनों टाउनशिप में EWS एवं LIG श्रेणी के भवनों की प्रगति भी धीमी पाई गई। उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने कहा कि दुर्बल एवं अल्प आय वर्ग को आवास देना शासन की पहली प्राथमिकता है, इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। साथ ही, दोनों परियोजनाओं में की गई मॉरगेज/बंधक संपत्तियों का एक सप्ताह में सत्यापन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए गए।
उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना गुरुवार रात प्रयागराज पहुंचे। यहां पर भाजपाइयों ने चंद्रशेखर आजाद सर्किट हाउस में स्वागत किया। दरअसल वह एक तिलकोत्सव कार्यक्रम में शामिल हाेने के लिए पहुंचे थे। उन्होंने सर्किट हाउस में पार्टी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से भेंट किया और संगठनात्मक कार्यों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा की प्रचंड जीत से पूरे देश में उत्साह का वातावरण है और जनता का भाजपा एवं उसके सहयोगी दल की डबल इंजन की सरकार के प्रति भरोसा बढ़ा है। डबल इंजन की सरकार चलती नहीं बल्कि रफ्तार के साथ देश और प्रदेश के आधुनिक विकास के लिए दौड़ती है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को पुनः मुख्यमंत्री बनने की बधाई देते हुए कहा कि नीतीश सरकार 'विकसित बिहार' की निर्माण यात्रा को नई ऊर्जा, नई दिशा और नई गति देंगे और बिहार में आधुनिक विकास की क्रांति का संचार होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा एसआईआर अभियान को लेकर सजग रहें और इस अभियान को सफल बनाएं। एसआईआर अभियान भारत की लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करने और देश के मतदाताओं का सुरक्षित करने का अभियान है। इस अभियान के 20 वर्षों में अन्य देशों के लोग यहां आकर फर्जी तरीके से मतदाता बन बैठे और हमारे अधिकारों अतिक्रमण कर बैठे थे जिससे अब मुक्ति मिलेगी। मंत्री का स्वागत करने वालों में मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी, विवेक अग्रवाल, अजय अग्रहरि, शत्रुघ्न जायसवाल, कमलेश केसरवानी, नीरज केसरवानी, सुनिल केसरवानी, दीपक केसरवानी आदि रहे।
लखनऊ में BKT विधायक योगेश शुक्ला गुरुवार को एक्शन में दिखे। अवैध वसूली और भ्रष्टाचार की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद समर्थकों संग महिगवां थाने का घेराव किया। इस दौरान थाने के SI धीरेंद्र राय और सिपाही पप्पू पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए खरी-खरी सुनाई। विधायक की शिकायत पर DCP कृष्णा चौधरी ने एसआई और सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया। विधायक ने कहा- महिगवां थाना पुलिस फर्जी चालान, पीड़ितों को डराने धमकाने का काम कर रही है। विधायक के साथ उनके सैकड़ों समर्थकों ने थाना परिसर में पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ। विधायक बोले- पुलिस कर रही मनमानी बीकेटी विधायक योगेश शुक्ला ने आरोप लगाया कि महिगवां पुलिस टारगेट पूरा करने के लिए फर्जी चालान कर रही है। आम नागरिक अपनी शिकायत लेकर थाने जाता है तो पुलिस उल्टा उसे ही धमकाती है। विधायक ने एक हालिया घटना का जिक्र करते हुए कहा- एक युवक अपने मोबाइल चोरी की शिकायत दर्ज कराने गया था, लेकिन दरोगा ने उससे 2000 रुपए की मांग कर दी। जब मैंने फोन कर पूछा तो दरोगा ने उल्टा शिकायतकर्ता को ही धमकाना शुरू कर दिया। पुलिस की इसी कार्यशैली से परेशान होकर खुद थाने पर पहुंचकर विरोध करना पड़ा। अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला शांत विधायक के समर्थन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग थाने पहुंचे। थाने के बाहर पुलिस के खिलाफ जमकर नारे लगे। माहौल तनावपूर्ण हो गया। अधिकारियों ने तत्काल मामले को गंभीरता से लेते हुए विधायक से बात की। जांच का आश्वासन दिया। करीब एक घंटे की वार्ता के बाद स्थिति सामान्य हुई। विधायक अपने समर्थकों के साथ वापस लौट गए। वहीं, पुलिस अधिकारियों ने विभागीय जांच शुरू की है।
उन्नाव में गुरुवार शाम अफेयर के शक में पति ने पत्नी की फावड़े से हमला कर हत्या कर दी। महिला एक हफ्ते बाद मायके से लौटी थी। वह खेत पर काम कर रही थी। इसी दौरान गुस्से में पति पहुंचा और पीछे से पत्नी पर फावड़े से हमला कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग और परिजन मौके पर पहुंचे, लेकिन आरोपी पति वहां से भागा, नहीं। उसने खुद ही पुलिस को पत्नी की हत्या की सूचना दी। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया। बच्चे मां के शव के पास बैठकर रोते रहे। पुलिस ने बच्चों को दिलासा दिया। समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। आरोपी पति से पूछताछ की जा रही है। मामला अचलगंज थाना क्षेत्र का है। अब जानिए पूरा मामला... त्रिभुवनपुर गांव में होरीलाल (45) अपने परिवार के साथ रहता था। परिवार में पत्नी शांति देवी (40) के अलावा उसके पांच बच्चे हैं। पति–पत्नी के बीच लंबे समय से अनबन चल रही थी। ग्रामीणों के अनुसार, होरीलाल पत्नी पर शक करता था। इस कारण दोनों में आए दिन विवाद होते रहते थे। करीब एक सप्ताह पहले भी उसने शांति देवी के साथ मारपीट की थी। इसके बाद वह अपने मायके चली गई थी। मंगलवार को वह मायके से वापस लौटी थीं। घर लौटने के बाद भी विवाद शांत नहीं हुआ। गुरुवार शाम बात इतनी बढ़ गई कि होरीलाल आपा खो बैठा। गुस्से में फावड़ा उठा पत्नी के सिर पर वार किया शांति देवी खेत में काम कर रही थी, तभी गुस्से में पहुंचकर होरीलाल ने फावड़ा उठाया और अपने पत्नी के सिर पर जोरदार वार कर दिया। गंभीर चोट लगने से शांति देवी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। वारदात के बाद आसपास के ग्रामीण खेत की ओर दौड़े, लेकिन तब तक महिला की मौत हो चुकी थी। सूचना पर परिजन और बच्चे मौके पर पहुंचे। बच्चियां मां के शव के पास बैठकर रोती रहीं। पुलिस ने आरोपी को पकड़ा, फावड़ा बरामद आरोपी होरीलाल मौके से भागा नहीं। उसने खुद ही पुलिस को सूचना दी। अचलगंज थाना प्रभारी राजेश पाठक मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मौके से फावड़ा बरामद कर लिया गया। आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी गई। थाना प्रभारी राजेश पाठक ने बताया– शुरुआती जांच में अफेयर के शक की वजह से हत्या की बात सामने आई है। आरोपी के खिलाफ हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। आरोपी से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। ----------------------------- ये खबर पढ़ें... वकील का सांसद जैसा भौकाल, 250 गाड़ियों से निकाला जुलूस, नेताओं की तरह हाथ हिलाता रहा, यूपी बार काउंसिल चुनाव में शक्ति प्रदर्शन; VIDEO यूपी बार काउंसिल चुनाव का नामांकन चल रहा है। वकीलों का शहर कहलाने वाले प्रयागराज में अधिवक्ताओं का जलवा हर रोज देखने को मिल रहा है। हर कोई अपनी ताकत और भौकाल दिखा रहा है। कोई लग्जरी कारों के काफिले से अपनी ताकत दिखा रहा है तो कोई खुली कार से लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहा है। पढ़ें पूरी खबर...
मंडला के कटरा स्थित एक ज्वेलरी शॉप में गुरुवार रात 7.30 से 8 बजे के बीच लूट की वारदात हुई। पंचमुखी हनुमान मंदिर के सामने स्थित आयुषी ज्वेलर्स में नकाबपोश बदमाशों ने दुकान संचालक आयुष सोनी को गोली मारकर ज्वेलरी भरा बैग लूट लिया। दुकान के कर्मचारी बॉबी यादव ने बताया कि रात को दुकान बंद करते समय आयुष सोनी ज्वेलरी को बैग में रखकर घर जाने की तैयारी कर रहे थे। तभी एक कार से चार लुटेरे पहुंचे। इनमें से तीन दुकान के अंदर घुस गए, जबकि एक कार में ही बैठा रहा। अंदर घुसे लुटेरों ने पिस्टल दिखाकर संचालक आयुष सोनी से ज्वेलरी भरा बैग छीन लिया। 3 तस्वीरों में देखिए पूरा घटनाक्रम... पत्थर फेंके तो लुटेरों ने फायरिंग कर दीजब लुटेरे भागने लगे, तो संचालक आयुष और कर्मचारी ने उनका विरोध किया। उन पर पत्थर फेंकने की कोशिश की। इसके जवाब में लुटेरों ने फायरिंग कर दी। गोली लगने से आयुष सोनी गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके पैर में दो गोलियां लगी हैं। फायरिंग में एक गोली दुकान के कर्मचारी बॉबी यादव के मोबाइल में लगी। मोबाइल टूट गया। हालांकि बॉबी को कोई चोट नहीं आई। वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे कार में बैठकर बायपास की ओर भाग निकले। घायल हालत में आयुष सोनी को तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। ज्वेलरी शॉप पर लूट से पहले देखा रास्तालुटेरे कार से आए थे। वह सीधे ज्वेलरी शॉप पर जाने से पहले कुछ सेकेंड के लिए दुकान से पहले रुके। यहां करीब 10 सेकेंड तक इंतजार करने के बाद दुकान के सामने पहुंचे। जैसे ही आयुष सोनी जेवर से भरे बैग लेकर निकले, वैसे ही लुटेरों ने हथियार निकाला और बैग छीन लिया। सिर्फ 35 सेकेंड में लूट को दिया अंजामकार में सवार होकर आए चार लुटेरों ने कुल 35 सेकेंड में लूट को अंजाम दिया। इस दौरान तीन लुटेरे कार से बाहर निकले। वहीं चौथा ड्राइविंग सीट पर बैठकर इंतजार करता रहा। जैसे ही बाकी बदमाश लूटकर लौटे वह कार लेकर भाग निकला। ये खबर भी पढ़ें... साधु बने बदमाशों ने हाईवे पर कार सवारों को लूटा शाजापुर के लालघाटी थाना क्षेत्र में भेरू डूंगरी के पास मंगलवार दोपहर लूट की एक वारदात हुई। इंदौर से शादी में सारंगपुर जा रहे एक परिवार को साधु के वेश में आए दो बदमाशों ने निशाना बनाया। इसका वीडियो भी सामने आया है। पढ़ें पूरी खबर...
खनिज विभाग का जब्त रेत चोरी:बलौदाबाजार में 8 आरोपी गिरफ्तार, 1.71 लाख का नुकसान
बलौदाबाजार के लवन थाना पुलिस ने खनिज विभाग की ओर से जब्त किए गए रेत की चोरी के मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह रेत ग्राम तिल्दा (डोंगरा) में रखा गया था, जिसकी अनुमानित कीमत 1.71 लाख रुपए बताई जा रही है। मामला 25 अगस्त 2025 का है, जब खनिज विभाग की टीम ने अवैध रेत परिवहन और भंडारण के खिलाफ कार्रवाई करते हुए कुल 249 ट्रिप ट्रैक्टर ट्रॉली (लगभग 747 घन मीटर) रेत जब्त किया था। इस रेत की अनुमानित कीमत 1,71,810 रुपए थी, जिसे जब्त कर ग्राम पंचायत को सुपुर्दनामे पर दिया गया था। दीनबंधु धृतलहरे ने 13 नवंबर को थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि आरोपियों ने बिना अनुमति और मना किए जाने के बावजूद रात के समय इस सुपुर्द किए गए रेत को चुरा लिया। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने धारा 305, 3(5) बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) के तहत मामला दर्ज किया गया। इन्हें किया गया गिरफ्तार जांच के दौरान पुलिस ने ग्राम तिल्दा (डोंगरा) के निवासियों और ग्राम जनप्रतिनिधियों से पूछताछ की। गुरुवार को पुलिस ने मामले में रामकुमार यादव (41), मनोज कुमार कैवर्त (43), वतन बंजारे (35), भरत डौंडिया (32), गब्बर डहरिया (36), काशीराम दरिया (34), देव कुमार निराला (29) और राहुल पैकरा (26) को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
विदिशा जिले में नरवाई जलाने पर प्रतिबंध के बाद अब किसानों को राहत मिली है। कलेक्टर अंशुल गुप्ता की पहल पर, जिले की 12 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को रियायती दरों पर सुपर सीडर कृषि यंत्र उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इससे किसान बिना नरवाई जलाए रबी फसल की बुवाई कर सकेंगे। दरअसल, पिछले दिनों जिले में नरवाई जलाने के कई मामले सामने आए थे, जिसके बाद कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने इस पर सख्त प्रतिबंध लगा दिया था। नियमों का उल्लंघन करने वाले कुछ किसानों पर कार्रवाई भी की गई थी। इसके बाद किसानों ने नरवाई के निपटान को लेकर सवाल उठाए थे। इसी स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने यह कदम उठाया है। रबी फसल की बुवाई के लिए ये सुपर सीडर कृषि यंत्र करेला, खामखेड़ा, करैया, थान्नैर, धतूरिया, पैरवारा, रावन बिछिया, पिपलधार, सौंथर, अहमदपुर और ठर्र सहित 12 प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों में उपलब्ध कराए गए हैं। किसान इन यंत्रों को किराए पर लेकर आसानी से बुवाई कर सकेंगे, जिससे खेतों में खड़ी नरवाई को जलाने की आवश्यकता नहीं होगी। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, सुपर सीडर नरवाई को खेत में ही मिट्टी में मिला देता है, जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है, उत्पादन में सुधार होता है और खेती की लागत कम होती है। यह मिट्टी के कटाव को रोकने में भी सहायक है और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रभावी कदम है। कलेक्टर अंशुल गुप्ता ने बताया कि विदिशा की सहकारिता बैंक को प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ सहकारी बैंक का पुरस्कार मिला है। उन्होंने कहा कि हमारी सहकारी समितियां लंबे समय से किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, खाद्य बीज जैसी सुविधाएं सुगमता से उपलब्ध करा रही हैं। इसी कड़ी में अब सुपर सीडर जैसे आधुनिक कृषि उपकरण भी समितियों द्वारा बहुत ही रियायती दरों पर किसानों को किराए पर दिए जाएंगे। यह किसानों के लिए एक बड़ी सहूलियत है, जिससे समितियों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी और किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक तक पहुंच मिलेगी।
हिसार में भाजपा युवा नेता रविंद्र रोकी को हिसार मार्केट कमेटी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है। प्रदेश सरकार की ओर से इस बारे में गुरुवार को अधिसूचना जारी की गई है। रविंद्र रोकी ने भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पार्टी की ओर से दी गई जिम्मेदारी देने के लिए हर कार्यकर्ता व नेता का दिल से धन्यवादी हूं। जो जिम्मेदारी दी गई है, उस पर खरा उतरूंगा। हिसार ब्लाक समिति के वाइस चेयरमैन भाजपा युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष, जिला कार्यालय सचिव रहे रविंद्र रोकी ने बताया कि गुरुवार को इस बारे में अधिसूचना जारी की गई है। उनको चेयरमैन का पद सौंपा गया है। पार्टी संगठन की ओर से लिए गए फैसले का सम्मान करता हूं। पार्टी की नीतियों में विश्वास रखने वाले कार्यकर्ताओं को मार्केट कमेटी में जिम्मेदारी दी गई है। अनिल कुमार को वाइस चेयरमैन बनाया रविंद्र रोकी ने बताया कि अनिल कुमार को वाइस चेयरमैन बनाया गया है। इसके अलावा मुकलान निवासी सुरेंद्र, मंगाली मोहब्बत निवासी पटेल पुनिया, नलवा निवासी कुलदीप वर्मा, गंगवा निवासी ओमप्रकाश , पातन निवासी नरेश सोनी, रावलवास निवासी विवेक शर्मा, स्याहड़वा निवासी डॉ. सुरेश, आर्यनगर निवासी संजय जांगड़ा, सरसाना निवासी सुरेंद्र, बाड्या ब्राह्मण निवासी प्रदीप, कालवास निवासी विष्णु, अनाज मंडी से अशोक कुमार, सुरेश, वेदप्रकाश जसवंत सैनी, सुनील, नलवा निवासी कमल को सदस्य बनाया गया है। सबको साथ लेकर चलूंगा - रविंद्र रोकी रविंद्र रोकी ने कहा कि सभी सदस्यों को साथ लेकर मार्केट कमेटी को चलाएंगे। अनाज मंडी, सब्जी मंडी के विकास को लेकर योजना बद्ध तरीके से काम करेंगे। पार्टी के नेतृत्व की ओर से मिले निर्देशों की पालना करते हुए हिसार अनाज मंडी के उत्थान का काम किया जाएगा। इन दायित्वों को निभा चुके हैं रविंद्र पिछले लंबे समय से भाजपा में काम कर रहे रविंद्र रोकी की गिनती पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं में हैं। भाजपा युवा मोर्चा में प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष,स्वच्छ भारत मिशन के जिला संयोजक, भाजपा कार्यालय जिला प्रमुख का दायित्व निभा चुके हैं।
कटनी जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए पंजीकृत किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 दिसंबर 2025 से शुरू होगी। यह प्रक्रिया 20 जनवरी 2026 तक चलेगी। कलेक्टर आशीष तिवारी ने जिला उपार्जन समिति की सिफारिश पर जिले में 86 उपार्जन केंद्र निर्धारित किए हैं। केंद्रों की निगरानी और सुचारु संचालन के लिए नोडल अधिकारियों की भी नियुक्ति कर दी गई है। समर्थन मूल्य 2369 रुपए प्रति क्विंटल इस वर्ष धान का समर्थन मूल्य 2369 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है। किसानों से खरीदी सोमवार से शुक्रवार तक की जाएगी। उपार्जन का समय सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक रहेगा, जबकि तौल पर्ची शाम 6 बजे तक जारी की जाएगी। यदि किसी कारण तौल निर्धारित दिन पर नहीं हो पाती है, तो किसानों की उपज की तौल शनिवार को की जाएगी। विभिन्न केंद्रों पर नोडल अधिकारी तैनात जिले के सभी उपार्जन केंद्रों पर संबंधित क्षेत्रों के पटवारियों और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इनमें कटनी, विजयराघवगढ़, बड़वारा और बरही सहित सभी तहसीलों के उपार्जन केंद्र शामिल हैं। नोडल अधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे खरीदी प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारु तरीके से संचालित कराएं।
प्रतापपुर विधायक शकुंतला पोर्ते के जाति प्रमाण पत्र के सत्यापन के लिए बलरामपुर की छानबीन समिति ने 27 नंवबर को जिला स्तरीय जाति प्रमाण पत्र सत्यापन समिति के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश दिया है। शकुंतला पोर्ते को जारी किए गए जाति प्रमाण पत्र को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट बिलासपुर में याचिका दाखिल की गई है। हाईकोर्ट ने जाति प्रमाण पत्र के सत्यापन का आदेश दिया है। शकुंतला पोर्ते ने वर्ष 2023 में अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित प्रतापपुर सीट से चुनाव लड़ा था। उन्होंने अनुसूचित जनजाति वर्ग का प्रमाण पत्र पेश किया था। शकुंतला पोर्ते को जारी जाति प्रमाणपत्र को चुनौती देते हुए बलरामपुर जिले के नवगईं निवासी धन सिंह धुर्वे ने हाईकोर्ट बिलासपुर में याचिका दाखिल की है। हाईकोर्ट ने दाखिल याचिका क्रमांक 2966/2025 की सुनवाई करते हुए शकुंतला पोर्ते को जारी जाति प्रमाण पत्र का सत्यापन के लिए अभिलेख प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। यूपी की निवासी हैं शकुंतला, बलरामपुर में बना प्रमाणपत्र विधायक शकुंतला पोर्ते का जन्मस्थान उत्तरप्रदेश का मऊ जिला बताया गया है। उत्तरप्रदेश के मऊ में गोंड जाति अनुसूचित जाति के रूप में अधिसूचित है। याचिकाकर्ता ने बताया है कि शकुंतला पोर्ते का जाति प्रमाण पत्र पति के जाति प्रमाण पत्र के आधार पर जारी किया गया है। छत्तीसगढ़ में गोंड़ जाति, अनुसूचित जनजाति वर्ग में अधिसूचित है। गोंड़ समाज ने भी शकुंतला पोर्ते के खिलाफ मोर्चा खोलकर जाति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग की है। नियमानुसार जाति प्रमाण पत्र पिता के आधार पर बनाया जाता है, पति के आधार पर नहीं। इसी आधार पर याचिकाकर्ता धन सिंह धुर्वे ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई है। तीन नोटिस का विधायक ने नहीं दिया जवाब हाईकोर्ट के निर्देश पर कार्यालय कलेक्टर (आदिवासी विकास) बलरामपुर ने विधायक शकुंतला पोर्ते को जाति प्रमाणपत्र सत्यापन समिति के समक्ष दस्तावेज जमा करने के लिए इसके पूर्व 28 अगस्त 2025, 15 सितंबर 2025 एवं 13 अक्टूबर 2025 को नोटिस जारी किया था। विधायक ने सत्यापन समिति को दस्तावेज नहीं सौंपा और न ही उपस्थित हुईं। सत्यापन समिति ने उन्हें 27 नवंबर को मय दस्तावेज उपस्थित होने का निर्देश दिया है। विधायक से जो दस्तावेज मांगे गए हैं, उनमें पूर्वजों के राजस्व अभिलेख, जन्म पंजीयन, शालेय दाखिल-खारिज पंजी, निवास संबंधित अभिलेख शामिल हैं। विधायक अपने वकील के माध्यम से भी ये दस्तावेज जमा करा सकती हैं। विधायक का प्रमाण पत्र फर्जी-भानू प्रताप राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने कहा है कि विधायक शकुंतला पोर्ते का फर्जी है। प्रतापपुर विधायक शकुंतला पोर्ते का मामल राज्य अजजा आयोग में आया था। मैंने उसकी जांच कराई थी। उनका जन्म स्थान यूपी का मउ जिला है। प्रतापपुर क्षेत्र में उनकी शादी हुई है। उन्होंने वर्ष 2002-03 में पति बहादुर के नाम से जाति प्रमाण पत्र प्राप्त किया था। जाति प्रमाणपत्र निर्वाचन आयोग में जमा किया गया है। उनका जाति प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया है।
भोपाल में पेड़ों की कटाई पर मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने पेड़ों की कटाई और ट्रांसप्लांटेशन पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। गुरुवार को मामले पर चीफ जस्टिस संजीव सचदेवा एवं जस्टिस विनय सराफ की डिवीजन बेंच ने सुनवाई की। हाईकोर्ट ने भोपाल में 488 पेड़ काटे जाने के मामले में स्वतः संज्ञान लिया है। मामले में बताया गया कि दैनिक भास्कर में 17 नवंबर को प्रकाशित खबर हुई थी। रेलवे के एक अन्य प्रोजेक्ट में राजधानी में 8000 से अधिक पेड़ों की कटाई हो चुकी है। 488 बचे हैं। कोर्ट ने इसे गंभीर पर्यावरणीय खतरा मानते हुए तुरंत रोक लगाने के निर्देश दिए। हस्तक्षेपकर्ता हरप्रीत सिंह गुप्ता ने प्रकाशित खबर के जरिए 17 और 20 नवंबर को प्रकाशित खबरों को लेकर बताया कि पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने के बजाय उनकी बड़ी मात्रा में शाखाएं और हिस्से काटकर उन्हें समाप्त किया जा रहा है। बताया गया कि कोर्ट के आदेशों के बावजूद कटाई जारी है और पेड़ों को जिस तरह से परिवहन किया जा रहा है, उसमें उनके जीवित बचने की कोई संभावना नहीं है। हाईकोर्ट को बताया गया कि रेलवे के अन्य प्रोजेक्ट में भी हजारों पेड़ कट रहे हैं। सुनवाई के दौरान यह तथ्य भी सामने आया कि मध्यप्रदेश में पेड़ों के ट्रांसप्लांटेशन की कोई पॉलिसी ही मौजूद नहीं है, फिर भी विभागों ने ‘शिफ्टिंग’ के नाम पर भारी संख्या में पेड़ काटने की अनुमति दे दी। सुनवाई पर कोर्ट ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि बिना शाखाओं वाले तनों को कहीं और गाड़ देने से वे जीवित नहीं रह सकते, यह ‘ट्रांसप्लांटेशन’ नहीं बल्कि सीधी कटाई है। हाईकोर्ट ने मामले में गहरी नाराजगी जताते हुए विधानसभा सचिवालय, भोपाल के प्रिंसिपल सेक्रेटरी और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर को नोटिस जारी किया और अगली सुनवाई में स्वयं उपस्थित होने का आदेश दिया है। साथ ही कहा कि अब तक ट्रांसप्लांट किए गए पेड़ों की तस्वीरें भी कोर्ट में प्रस्तुत करनी होंगी। अदालत ने स्पष्ट कहा कि अब फाइलों के आधार पर नहीं, बल्कि अधिकारी स्वयं सामने आकर जवाब देंगे। मामले की अगली सुनवाई 26 नवंबर को निर्धारित की गई है। ये खबरें भी पढ़ें... 1. भोपाल कोलार रोड पर पेड़ काटने पर NGT की आपत्ति भोपाल के कोलार सिक्सलेन के निर्माण में कुल 4105 पेड़ों की कटाई का मामला नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) में पहुंचा है। एनजीटी ने पेड़ काटने पर आपत्ति ली है और अगले 2 सप्ताह में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। 10 अक्टूबर को अगली सुनवाई होगी। पूरी खबर पढ़ें 2. भोजपुर रोड के लिए 1100 पेड़ काटे, बारिश बाद बनेगी भोपाल की 11 मिल से बंगरसिया तक (भोजपुर रोड) 6 किमी सड़क 50 करोड़ रुपए से टू-लेन से फोरलेन में बदलेगी। इसके लिए करीब 1100 पेड़ काटे जा रहे हैं। फोरलेन की जद में करीब 100 पेड़ और आ रहे हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की रोक के बाद इन्हें बचाया जाएगा। पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के ने बताया, पेड़ों को बचाते हुए सड़क बनाएंगे। पूरी खबर पढ़ें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ राहुल गांधी की वोट चोर कुर्सी छोड़ मुहिम में पंजाब प्रदेश कांग्रेस ने 26 लाख 85 हजार 826 लोगों से संपर्क किया और फॉर्म भरवाकर उनके हस्ताक्षर करवाए। पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेश बघेल, प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग व एलओपी प्रताप सिंह बाजवा के नेतृत्व में हस्ताक्षर मुहिम के तहत एकत्रित किए गए फॉर्म पार्टी मुख्यालय में महासचिव केसी वेणुगोपाल को सौंपे। फॉर्म सौंपते हुए राजा वड़िंग ने कहा कि फॉर्म जमा करवाने की मुहिम पंजाब से ही शुरू की गई है। 117 हलकों में चलाई थी हस्ताक्षर मुहिम पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राहुल गांधी की इस मुहिम में अहम योगदान दिया। राजा वड़िंग ने बताया कि इस मुहिम को पंजाब के सभी 117 विधानसभा हलकों में चलाया गया। हर हलका इंचार्ज ने अपने हलके में हस्ताक्षर मुहिम चलाई। इसके अलावा यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस व अन्य संगठनों ने भी इस मुहिम में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। वोट चारी करके भाजपा ने बनाई सरकारें राजा वड़िंग ने कहा कि भाजपा ने देशभर में वोट चोरी करके सरकारें बनाई हैं। भाजपा ने केंद्र व राज्यों में वोट चोरी के जरिए सरकारें बनाई हैं। राहुल गांधी ने भाजपा के वोट चोरी अभियान का पर्दाफाश किया और उसके बाद देशभर में हम लोग उनकी बात को लेकर गए। बघेल बोले, पंजाब ने किया बेहतरीन काम पंजाब कांग्रेस के प्रभारी भूपेश बघेल ने बताया कि वोट चोर कुर्सी छोड़ हस्ताक्षर मुहिम में पंजाब कांग्रेस की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने बताया कि कार्यकर्ता घर घर गए और लोगों के फार्म भरवाए। जिसका नतीजा यह हुआ कि 27 लाख के करीब फॉर्मों पर हस्ताक्षर करवाए गए। पंजाब रोकेगा वोट चोरी का प्रोग्राम प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि पंजाब कांग्रेस ने शानदार काम किया और छोटे से स्टेट से इतनी संख्या में फॉर्म जमा करवाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब ही भाजपा के वोट चोरी के प्रोग्राम को रोकेगा यह तय है। 26.85 लाख लोगों से करवाए हस्ताक्षर मु महासचिव 2685826पांच करोड का ीक्ष्य था हर विधानसभा क्षेऋ से राजा वडिंग एलओपी बाजवा सभी ने इसमें काम किया है। वेणुगोपाल को सौंपे। पंजाब से पूरे देश से वोट चोरी करके देश में और राज्यों मे सरकारें बनी हैं। इसका पर्दाफाश राहुल गांधी जी ने लोगों के सामने रखा। हमने प्रदर्शन किए धरने लगाए। पूरे देश भर में सिग्नेचर कंपेन चलाए। पांच करोड लोगों से मिले और वीजेपी वोट चोरी कर रही है। 2685826 फार्म आए हैं। यू थ कांग्रेस महिला कांग्रेस व अन्य ने अपना योगदान दिया। बघेल और बाजवा के आशीवाइहाथी के पावं में सभी का पांव होता हे मु
सिवनी जिले के कुरई क्षेत्र में गुरुवार को एक बाघ के हमले में 65 वर्षीय ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना दक्षिण सामान्य वन मंडल के बीट पिपरिया में शाम करीब 5 बजे हुई। रतनलाल अपने मवेशियों को चराने जंगल गए थे। इस दौरान उनपर अचानक हमला कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचा और घायल रतनलाल अड़मबे को कुरई अस्पताल ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद, उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें नागपुर रेफर कर दिया। रतनलाल के साथ वन विभाग के दो कर्मचारी भी नागपुर भेजे गए हैं। वन विभाग ने दी आर्थिक मदद दक्षिण सामान्य वन मंडल के अनुविभागीय अधिकारी योगेश पटेल ने बताया कि हादसा कक्ष क्रमांक पीएफ 264, बीट पिपरिया में हुआ। विभाग की ओर से पीड़ित के परिजनों को तत्काल सहायता राशि के रूप में 10 हजार रुपए दिए गए हैं। ग्रामीणों में बढ़ी दहशत, सुरक्षा बढ़ाई वन विभाग ने क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है और ग्रामीणों को जंगल में अकेले न जाने की सलाह दी है। हाल के दिनों में बाघों के हमलों की बढ़ती घटनाओं से ग्रामीण भयभीत हैं। आसपास के गांवों के लोगों ने क्षेत्र में फेंसिंग कार्य कराने की भी मांग की है। पुलिस कर रही जांच कुरई थाना प्रभारी कृपाल शाह तेकाम ने बताया कि उन्हें बाघ के हमले से एक व्यक्ति के घायल होने की सूचना मिली है। पुलिस इस घटना की जांच कर रही है।
हनुमानगढ़ की पॉक्सो कोर्ट ने 16 साल की नाबालिग लड़की के साथ रेप करने के मामले में एक आरोपी को 20 साल जेल की सजा सुनाई है। साथ ही आरोपी को 70 हजार रुपए के जुर्माने से दंडित भी किया गया है। सजा सुनाने के बाद आरोपी को कोर्ट से सीधे जेल भेज दिया गया। लड़के को पॉक्सो कोर्ट ने गुरुवार को दोषी ठहराते हुए 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। कोर्ट ने आरोपी पर 70 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना नहीं भरने पर अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। सभी सजाएं एक साथ चलेंगी। मामला 11 अक्टूबर 2021 की रात का है। गांव के ही लड़के के खिलाफ दी थी रिपोर्ट लड़की के पिता ने जंक्शन थाने में रिपोर्ट दी थी कि रात में परिवार के सो जाने के बाद उनकी 16 साल की बेटी घर से गायब हो गई। सुबह तलाश करने पर पता चला कि गांव के ही लड़का लड़की को बहला-फुसलाकर घर भगा ले गया। लड़की घर से 10 हजार रुपए कैश, सोने की बालियां और लॉकेट भी साथ ले गई थी। मां और बहन भी शामिल थीं परिजनों का आरोप था कि लड़का पहले से ही लड़की पर बुरी नजर रखता था। कई बार समझाने के बावजूद वह नहीं माना। उसकी मां और बहन भी इसमें शामिल थीं। जिसके बाद पुलिस ने लड़की को बरामद किया तो खुलासा हुआ कि आरोपी ने दो अलग-अलग जगहों पर कई दिन तक नाबालिग से साथ रेप किया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया। गुरुवार को आरोपी को सजा सुनाई गई। विशिष्ट लोक अभियोजक संपतलाल गुप्ता ने राज्य सरकार की ओर से पैरवी की।
नगर निगम जोधपुर के एकीकरण के बाद व्यवस्थाओं को प्रभावी और सुचारू रूप से संचालित करने के उद्देश्य से गुरुवार को बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान यह जानकारी साझा की गई कि एकीकृत नगर निगम से पूर्व नगर निगम उत्तर और दक्षिण के अंतर्गत कुल 224 वर्ग किमी क्षेत्र आता था, जबकि एकीकृत नगर निगम जोधपुर अब 323 वर्ग किमी क्षेत्रफल में सेवाएं प्रदान करेगा। साथ ही, वार्डों की संख्या भी 160 से परिवर्तित करके 100 कर दी गई है। इस नई संरचना के अनुरूप प्रशासनिक व्यवस्थाओं, स्वच्छता व्यवस्था, वाहन संचालन और फील्ड मॉनिटरिंग को पुनर्गठित कर मजबूत किया जाना आवश्यक है, जिस पर विस्तृत चर्चा की गई। संभागीय आयुक्त कक्ष में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता संभागीय आयुक्त और नगर निगम जोधपुर की प्रशासक डॉ. प्रतिभा सिंह ने की। एकीकृत नगर निगम बनने के बाद डॉ. सिंह की ओर से पहले भी निगम परिसर का दौरा कर एक परिचयात्मक बैठक ली गई थी। गुरुवार को आयोजित यह बैठक उसी क्रम का विस्तृत चरण रही, जिसमें नगर निगम की नई संरचना के अनुरूप प्रशासनिक एवं तकनीकी कार्यप्रवाह, स्वच्छता व्यवस्था, ऑनलाइन सेवाओं, वाहन प्रबंधन तथा समयबद्ध कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। सफाई व्यवस्था की विस्तृत समीक्षासंभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह ने बैठक में नगर निगम की सफाई एवं कचरा संग्रहण व्यवस्थाओं को प्राथमिकता से लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि निगम के सभी जोन्स में सफाई व्यवस्था रोजाना प्रभावी और समयबद्ध रूप से की जाए। कचरा संग्रहण वाहनों की उपलब्धता, डोर-टू-डोर कलेक्शन, ट्रांजिट प्वॉइंट्स और डम्पिंग की व्यवस्थाओं की निगरानी को सुदृढ़ बनाने पर जोर दिया गया। डॉ. सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित क्षेत्र भ्रमण कर सफाई कार्य की वास्तविक स्थिति की समीक्षा करें और किसी भी प्रकार की समस्या का तुरंत निस्तारण सुनिश्चित करें। ऑनलाइन सेवाओं का मूल्यांकन पट्टा, म्यूटेशन पर जोर बैठक में नगर निगम की ओर से दी जा रही विभिन्न ऑनलाइन सेवाओं- पट्टा जारी करना, म्यूटेशन, नामांतरण और कर संबंधी ऑनलाइन प्रक्रिया की समीक्षा की गई। डॉ. सिंह ने निर्देश दिए कि नागरिक सुविधाओं से जुड़े लंबित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, साथ ही सिस्टम को पारदर्शी, सुचारू और सहज उपयोग योग्य बनाया जाए। इसी क्रम में उन्होंने ऑनलाइन सेवाओं से संबंधित तकनीकी समस्याओं के तुरंत समाधान के लिए आयकर विभाग के अधिकारियों से भी टेलीफोन पर वार्ता कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए और डीएलबी सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश जारी किए। वाहन प्रबंधन और संसाधनों के उपयोग पर विशेष ध्यानबैठक में सभी जोन में उपलब्ध कचरा संग्रहण वाहनों, सफाई वाहनों, तकनीकी संसाधनों तथा स्टाफ की उपलब्धता और उनके उपयोग की स्थिति की समीक्षा की गई। डॉ. सिंह ने कहा कि प्रत्येक वाहन की संचालन योजना स्पष्ट हो, उसकी समयबद्ध आवाजाही सुनिश्चित की जाए और मरम्मत एवं रखरखाव के कार्य समय पर पूरे हों। उन्होंने बताया कि वाहन प्रबंधन नगर निगम की स्वच्छता व्यवस्था की रीढ़ है, अतः इसके संचालन को और सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए। प्रत्येक प्रक्रिया के लिए तय टाइमलाइन की सख्ती से पालनाडॉ. सिंह ने कहा की नगर निगम की ओर से संचालित सभी कार्यों सफाई, ऑनलाइन सेवाएं, तकनीकी कार्य, राजस्व कार्य और फील्ड मॉनिटरिंग के लिए स्पष्ट टाइमलाइन निर्धारित की जाए और सभी अधिकारी उसी के अनुसार कार्य करें। हर विभाग अपने कार्यों की नियमित रिपोर्ट पेश करें डॉ. सिंह ने निर्देश दिए कि तय समय सीमा का सख्ती से पालन किया जाए और हर विभाग अपने कार्यों की नियमित रिपोर्ट पेश करें, ताकि नागरिक सेवाओं में गति और पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। बैठक में नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ पालनीचामी सभी जोन्स के उपायुक्त, अभियांत्रिकी शाखा के अधिकारी तथा संबंधित विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे।
जोधपुर के शराब दुकानदार के साथ इन्वेस्ट करने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। इसको लेकर मंगरा पुजला निवासी प्रीतमसिंह गहलोत ने एवरग्रीन इन्फोसोफ्ट प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी के संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। आरोप है कि मुनाफा कमाने का लालच देकर 77 लाख 50 हजार रुपए निवेश कर दिए। दो साल में मुनाफे का वादा किया गया, लेकिन अब कंपनी बंद हो चुकी है और उसके साथी आरोपी जेल में हैं। इसको लेकर प्रीतमसिंह ने कोर्ट के जरिए मामला माता का थान थाने में दर्ज करवाया है। इस तरह हुई धोखाधड़ी पीड़ित ने बताया कि उन्होंने एक स्कूटी धर्म होंडा KN कॉलेज के पास से फाइनेंस करवाई थी। उस समय स्कूटी के एजेंट जुगल से बात हुई थी। उसने उन्हें बताया कि एक अच्छी स्कीम है, जिसमें इन्वेस्ट कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। जुगल ने बताया कि हीराराम जाट और नरपतराम चौहान एवरग्रीन इन्फोसोफ्ट प्रा. लि. के पार्टनर हैं और इसमें निवेश करने पर अच्छा मुनाफा होगा। दोनों के ऑफिस जाकर बातचीत करने के बाद उसने जून-जुलाई 2024 में नकद, आरटीजीएस और मोबाइल ट्रांजैक्शन से कुल 77 लाख 50 हजार रुपए जमा कर दिए। बदले में दो पोस्ट डेटेड चेक (03 अगस्त 2026) दिए गए, जिससे प्रीतम को यकीन हो गया कि रकम सुरक्षित है। कुछ दिनों बाद कंपनी ने पैसे देने बंद कर दिए। उसके बाद जब उसने पैसे वापस मांगे तो उन्होंने आनाकानी करना शुरू कर दिया। बाद में उसे पता चला कि कंपनी के संचालक जेल चले गए। इस पर उन्होंने कोर्ट के जरिए माता का थान थाने में मामला दर्ज करवाया।
इसराना में गोली लगने से युवक घायल:पिस्टल से की फायरिंग, बुलेट से पटाखे चलाने को लेकर हुआ विवाद
पानीपत में इसराना गांव में बुलेट बाइक पर पटाखे चलाने को लेकर हुए विवाद में एक युवक लगने से घायल हो गया। घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। घायल युवक को पानीपत के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस के अनुसार, यह विवाद मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे इसराना की पुरानी अनाज मंडी स्थित एसबीआई बैंक के सामने शुरू हुआ था। कुछ युवक बुलेट मोटरसाइकिल पर पटाखे चला रहे थे, जिस पर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई। शुरुआत में युवकों के बीच कहासुनी हुई, लेकिन कुछ देर बाद झगड़ा शांत हो गया। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों के युवक गांव में बड़ी चौपड़ के पास दोबारा इकट्ठा हुए और बहस फिर से शुरू हो गई। इसी दौरान एक युवक ने तैश में आकर रिवाल्वर से गोली चला दी। गोली 25 वर्षीय साहिल के पेट में लगी। गोली लगने के बाद साहिल को तुरंत पानीपत के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां ऑपरेशन कर गोली निकाल दी गई है। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
सरदारपुर नगर परिषद को मिला पशु वाहन:आवारा पशुओं की समस्या से निपटने में मिलेगी मदद
धार जिले की सरदारपुर नगर परिषद को आवारा पशुओं की समस्या से निपटने के लिए एक नया पशु पकड़ने वाला वाहन मिला है। गुरुवार को विधायक प्रताप ग्रेवाल ने फीता काटकर इसका शुभारंभ किया। नगर परिषद के अनुसार, अब तक सरदारपुर को आवारा पशुओं को पकड़ने के लिए अन्य नगरों या विभागों से वाहन मंगवाने पड़ते थे, जिससे व्यवस्थाएं बाधित होती थीं। इस नए वाहन से नगर में स्वच्छता, यातायात और सुरक्षा संबंधी शिकायतों के समाधान में तेजी आने की उम्मीद है। इस अवसर पर विधायक प्रताप ग्रेवाल ने कहा कि सरदारपुर की जनता को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि नगर के विकास में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी। ग्रेवाल ने बताया कि इस पशु वाहन से शहर की आवारा पशुओं से जुड़ी समस्या काफी हद तक कम होगी और सड़क दुर्घटनाओं व यातायात बाधाओं पर प्रभावी नियंत्रण हो सकेगा। विधायक ने यह भी बताया कि नगर में स्वच्छता अभियान को और सुदृढ़ किया जाएगा। साथ ही, जिन क्षेत्रों में आवारा पशुओं की समस्या अधिक है, वहां विशेष अभियान चलाए जाएंगे। कार्यक्रम में नगर परिषद अध्यक्ष मीनाक्षी अर्पित ग्रेवाल, उपाध्यक्ष शैलेन्द्र चौहान, पार्षद संजय जायसवाल, पार्षद प्रतिनिधि परवेज़ लोदी सहित अन्य जनप्रतिनिधि, नगर परिषद के कर्मचारी और स्थानीय नागरिक उपस्थित थे। सभी ने इस सुविधा को सरदारपुर नगर के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया और विधायक ग्रेवाल तथा परिषद का आभार व्यक्त किया।
हरदोई में केमिकल गैस की चपेट में आने वाली गंभीर छात्राओं को KGMU ट्रॉमा सेंटर लाया गया। शाम करीब पौने चार बजे गंभीर हालत में 9 छात्राओं को ट्रॉमा सेंटर के कैजुअल्टी एरिया में भर्ती कराया गया। जहां पर एक्सपर्ट डॉक्टरों की निगरानी में इलाज शुरू किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल बच्चों की कंडीशन स्टेबल है और उनकी लगातार निगरानी की जा रही है। इन्हें देर रात तक वॉर्ड में शिफ्ट कराया जा सकता है। अचानक स्कूल में हुआ था हादसा जानकारी के मुताबिक संडीला लायंस पब्लिक स्कूल में गुरुवार को सुबह अचानक केमिकल से निकली गैस से बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। इस बीच केमिकल को टॉयलेट में फेंकने के बाद उसमें से निकली गैस क्लास रूम तक पहुंच गयी, जिससे बच्चे बेहोशी जैसी स्थिति में पहुंचने लगे, बच्चों को खांसी, सांस लेने में परेशानी, सिर चकराने और उल्टी होने लगी। अचानक हुई इस घटना के बाद स्कूल में हड़कंप मच गया, स्कूल के शिक्षकों द्वारा बच्चों को तुरंत ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया। बच्चों के अभिभावकों तक घटना की खबर पहुंचते ही वे स्कूल पहुंच गये और अपने-अपने बच्चों को देखना शुरू किया। कुछ देर बाद मौके पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे और चपेट में आने वाले बच्चों को नजदीकी अस्पताल लेकर जाया गया। जहां से 9 गंभीर बच्चों को लखनऊ रेफर कर दिया गया था। इन छात्राओं को किया गया एडमिट KGMU के मीडिया प्रवक्ता डॉ केके सिंह ने बताया कि 9 छात्राओं को ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। ये सभी बच्चे होश में तो थे, लेकिन साथ ही वे भ्रम जैसी की स्थिति में नजर आ रहे थे। यहां भर्ती छात्राओं में लायबा नूर (16), अंजली (14), निहारिका (14), दीपाली कनौजिया (15), एल्मा (15) अनुष्का (14) स्तुति (16), वरुणिका (15) और दिव्यानी (15) शामिल है।
आजमगढ़ में नगर पंचायत लिपिक निलंबित:लगातार मिल रही थी शिकायतें, सगे संबंधियों को लाभ देने का आरोप
आजमगढ़ जिला प्रशासन ने नगर पंचायत महाराजगंज में तैनात लिपिक मनोज कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है।लिपिक मनोज कुमार सिंह नगर पंचायत महराजगंज के विरूद्ध नवसृजित नगर पंचायत बूढ़नपुर और मार्टिनगंज से सम्बद्धता समाप्त होने के बावजूद नगर पंचायत बूढ़नपुर एवं मार्टिनगंज का अनियमित रूप से कार्य देखे जाने, सेवा सम्बन्धी अभिलेखों में लेखों में कूट रचना से सम्बन्धित मामलों की लगातार शिकायत मिल रही थी। जिसकी जांच के समय वांछित समस्त अभिलेख प्रस्तुत न करके जाँच कार्य को प्रभावित किये जाने पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) आजमगढ़ की जांच आख्या 3 अक्टूबर 2024 में मनोज कुमार सिंह की कार्यप्रणाली सन्देहास्पद पाते हुये दोषी पाया गया है। सगे संबंधियों को लाभ देने का प्रयास21 नवम्बर 2023 एवं 17 दिसम्बर 2024 के बावजूद मनोज कुमार सिंह द्वारा अतिरिक्त प्रभार वाली निकायों का स्वइच्छित अनियमित कार्य करते हुये अपने यूजर आईडी पासवर्ड से सगे सम्बन्धियों को लाभ देने हेतु जेम पोर्टल पर निविदाएं अपलोड की गयी और उसकी स्वीकृति आदि के लिए दोषपूर्ण कार्यवाही की गयी, जिसके लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। इन आरोपों के दृष्टिगत मनोज कुमार सिंह, लिपिक नगर पंचायत महराजगंज को तत्कालिक प्रभाव से निलम्बित किया जाता है। निलम्बन अवधि में मनोज कुमार सिंह को कार्यालय नगर पंचायत महराजगंज से सम्बद्ध किया गया है। इसके साथ ही विभागीय कार्यवाही के इस प्रकरण में अधिशासी अधिकारी, नगर पंचायत महराजगंज जनपद आजमगढ़ जाँच अधिकारी होगें।
शिवपुरी के श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज में नीट यूजी 2025-26 की मॉप-अप काउंसलिंग के दौरान एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। दिव्यांग कोटे से प्रवेश लेने आई एक अभ्यर्थी का दिव्यांगता प्रमाणपत्र फर्जी पाया गया, जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को मामला दर्ज कर लिया है। मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट लाइब्रेरियन सत्येंद्र सिंह यादव ने कोतवाली में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि 8 नवंबर 2025 को अभ्यर्थी कु. श्वेता सिंह काउंसलिंग के लिए उपस्थित हुई थीं। दस्तावेज सत्यापन के दौरान उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के एस.एस. हॉस्पिटल द्वारा जारी एक दिव्यांगता प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया। कॉलेज प्रशासन ने जब इस प्रमाणपत्र को बीएचयू से सत्यापित कराया, तो यह पूरी तरह फर्जी पाया गया। कॉलेज प्रशासन ने पुलिस को अभ्यर्थी के नीट रजिस्ट्रेशन, अटेंडेंस स्लिप, प्रस्तुत किए गए फर्जी प्रमाणपत्र और बीएचयू द्वारा जारी फर्जी प्रमाणपत्र की पुष्टि करने वाले दस्तावेजों की प्रतियां सौंपी हैं। कॉलेज ने अपने पत्र में ऐसे विद्यार्थियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने प्राप्त शिकायत और साक्ष्यों के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318(4), 338, 336(3) और 340(1) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। मामले की आगे की जांच जारी है।

