हरियाणा में आज डॉक्टरों की दो घंटे पेन डाउन हड़ताल को लेकर सरकार अलर्ट हाे गई है। सरकार की ओर से जिला अस्पतालों में एक्स्ट्रा स्टाफ बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सभी जिला अस्पतालों में सीएमओ और पीएमओ की अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने की हिदायत दी गई है। सरकारी डॉक्टर अपनी मांगों के समर्थन में आज सुबह 9 बजे से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं बंद रखते हुए पेन-डाउन हड़ताल पर रहेंगे। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMSA) ने ये ऐलान किया है। इससे पहले डॉक्टरों ने मंगलवार को ओपीडी बंद करने की योजना बनाई थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुरुक्षेत्र दौरे के मद्देनजर हड़ताल स्थगित कर दी गई। सभी जिलों के लिए गाइडलाइन जारी स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव (ACS) सुधीर राजपाल ने सभी सिविल सर्जन और पीएमओ को ओपीडी सेवाएं सुचारू रूप से बनाए रखने के निर्देश दिए हैं और राज्यभर में सभी इमरजेंसी सेवाएं संचालित रहेंगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने सिविल सर्जन और पीएमओ को पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि किसी भी मरीज को असुविधा का सामना न करना पड़े। पेन डाउन स्ट्राइक के चलते राज्य स्तर पर व्यापक गाइडलाइन भी जारी की गई हैं और उनका पालन करते हुए जिलों ने आवश्यक कदम उठाए हैं। कंसल्टेंट्स की सेवा लेने के निर्देश मरीजों की सुविधा के लिए 58 वर्ष की सेवा पूरी करने के बाद लगाए गए सभी कंसल्टेंट्स की सेवाओं को सुनिश्चित किया जाए। इस स्ट्राइक के चलते सभी कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले मेडिकल ऑफिसर की भी सेवाएं ली जाएं। सभी डिप्टी सिविल सर्जन एवं एसएमओ को ओपीडी सेवाओं में ड्यूटी देने के निर्देश दिए गए हैं। आरबीएसके के लगभग 400 डॉक्टर भी ओपीडी सेवाओं में ड्यूटी पर लगाया गया है। उन्होंने बताया कि सभी इमरजेंसी सर्विस चालू रहेंगी। सभी सीएमओ और पीएमओ ज़िला अस्पतालों में मौजूद रहेंगे ताकि मरीजों को बिल्कुल भी परेशानी न हो। SMO पर सीधी भर्ती रोक की मांग एसोसिएशन वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों (SMO) की सीधी भर्ती पर तत्काल रोक लगाने और संशोधित सुनिश्चित करियर प्रगति (एसीपी) संरचना जारी करने की मांग कर रही है, जिसे सीएम ने मंजूरी दे दी है, लेकिन वित्त विभाग के पास लंबित है।एचसीएमएसए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजेश ख्यालिया ने बताया, आपातकालीन, प्रसव कक्ष और ऑपरेशन को छोड़कर सभी ओपीडी सेवाएं स्थगित रहेंगी। एसएमओ की सीधी भर्ती की सरकार की योजना का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि 2012 के बाद से ऐसी कोई भर्ती नहीं हुई है। विज ने भर्ती नहीं होने के दिए थे आदेश ख्यालिया ने बताया, 3 जून 2021 को तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आदेश दिया था कि एसएमओ की सीधी भर्ती नहीं की जाएगी और मौजूदा डॉक्टरों को पदोन्नति के अवसर दिए जाएंगे। अब सरकार एसएमओ की सीधी भर्ती करने की योजना बना रही है।एसोसिएशन ने संशोधित एसीपी ढांचे को अधिसूचित करने में देरी पर भी चिंता जताई, जिससे उनका वेतनमान मौजूदा 8,700 रुपए से बढ़कर 9,500 रुपए हो जाएगा, जिससे वे मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के बराबर हो जाएंगे। इसलिए कर रहे सीधी भर्ती का विरोध एसोसिएशन के राज्य कोषाध्यक्ष डॉ. दीपक गोयल ने बताया, वर्तमान में एक सिविल सर्जन भी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर से कम वेतन पाता है। मुख्यमंत्री ने संशोधित ढांचे को मंजूरी दे दी है, लेकिन वित्त विभाग ने अभी तक अधिसूचना जारी नहीं की है।उन्होंने बताया कि वे स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक से मिले थे, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने आगे कहा, हमने अपनी समस्याओं को उठाने के लिए मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से समय मांगा है।
हरियाणा में रात के साथ अब दिन में भी ठंड बढ़ सकती है। आज से हरियाणा के कई इलाकों में हल्के बादल छा सकते हैं। इसके कारण दिन में ठंड बढ़ सकती है। यमुनानगर में दिन का तापमान 21.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सबसे कम रहा। इसके अलावा अलावा अधिकांश जिलों का तापमान 24 डिग्री के आसपास चल रहा है। नारनौल में दिन के तापमान में 5.5 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली है। नारनौल में पारा 22.8 डिग्री दर्ज किया गया है। इसके अलावा हिसार में तापमान 25.5 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से 1.9 डिग्री कम रहा। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। राज्य के कई हिस्सों में सुबह के समय कोहरा और हल्की धुंध देखी गई है। न्यूनतम तापमान भी गिर रहाबता दें कि हरियाणा में पहाड़ों की तरफ से आ रही हवाओं से न्यूनतम तापमान में भी 4.2 डिग्री तक की गिरावट देखने को मिली है। नारनौल में न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री दर्ज किया गया है, जो सीजन में अब तक सबसे कम तापमान रहा। इसके अलावा सिरसा और महेंद्रगढ़ में भी 6 डिग्री से कम तापमान दर्ज किया गया है। हिसार में 6.6 डिग्री हो गया है। करनाल, कैथल, जींद, सोनीपत, भिवानी, पंचकूला और पानीपत में 8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया है। वहीं अंबाला में पहली बार तापमान 10 डिग्री से नीचे आया है। यहां पारा 9.7 डिग्री दर्ज किया गया है। मौसम एक्सपर्ट बोले- आज से बदलेगा मौसमचौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में कृषि मौसम विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि हरियाणा में मौसम आमतौर पर 28 नवंबर तक खुश्क रहने की संभावना है। आज से 2 दिन 28 नवंबर को बीच-बीच में आंशिक बादल-वाई रहने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में कमी आएगी।
मेरठ में बुधवार को भाकियू टिकैत के सैंकडो कार्यकर्ता कमिश्नरी पर इक्ट्ठा होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और प्रदर्शन किया। दोपहर दो बजे से शुष् हुआ ये प्रदर्शन लगभग रात 8 बजे तक चला। इस दौरान इस बार किसानों ने सपेरे की बीन बजाकर सरकार को जगाने का काम किया सोई हुई सरकार को जगाना है उदेश्य जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी ने बताया कि यह सरकार किसानों को अनदेखा कर सो गई है। जहां एक और 8 प्रतिशत गन्ना मुल्य में वृद्वि की गई है तो वहीं 33 प्रतिशत भाड़ा भी बढ़ा दिया गया है । किसान का शोषण इस सरकार में लगातार किया जा रहा ह। दोपहर बाद ही होगा अब प्रदर्शन उन्होंने बताया कि सर्दियों के किसान के पास ज्यादा काम होता है इसलिए अब अगर इस सीजन में हमे प्रदर्शन करना होगा तो हम दोपहर बाद ही यहां पहुंचेंगे। इस से न हमारे किसान का काम प्रभावित होगा और न ही प्रदर्शन पर कोई प्रभाव पड़ेंगा। ये मांगें रही ज्ञापन में शामिल 1गन्ना मूल्य आपके द्वारा 8% बढ़ाया गया और ढुलाई भाड़ा 33.33 % बढ़ाया गया जिससे किसान को गन्ने का वास्तविक मूल्य 388 ही प्राप्त हो रहा हे और किसान बेहद नुकसान में हे।2. गत वर्षों में जब जब गन्ना मूल्य वृद्धि हुई जब जब अस्वीकृत प्रजाति का भी मूल्य 5- 10रुपए कम करकर बढ़ाया गया इस वर्ष पहली बार ऐसा हुआ हे कि अस्वीकृत प्रजाति का मूल्य पूर्ववत रखा गया हे जो कि गलत हे अस्वीकृत प्रजाति का मूल्य भी बढ़ाया जाएं।3. बिजली विभाग द्वारा एक मुश्त समाधान योजना लाई गई हे उसमें वाणिज्यिक संयोजनों को 1kw वालो को सम्मिलित किया गया हे जबकि ग्रामों में आटा चक्की, तेल क्रेशर आदि भी ग्रामीणों और किसानो ने लगा रखे आटा चक्की और तेल क्रेशरो को इसमें पूर्णतया शामिल किया जाएं।4. गन्ना विभाग को प्रतिवर्ष सड़के बनाता था अब वो लोक निर्माण विभाग को दी जा चुकी हे इनका शत प्रतिशत निर्माण कराया जाए।5. सिंचाई विभाग के सड़के निर्माण का बजट दिया जाए और इन्हें बनवाया जाए।6. अभी हाल में बुढ़ाना में एक छात्र उज्ज्वल राणा ने फीस जमा नहीं होने से निजी कॉलेज से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली महोदय विशेषकर जिन शुगर मिलो का भुगतान समय से नहीं हो रहा उन शुगरमीलों के क्षेत्रों के बच्चों को फीस में विशेष छूट दी जाएं और अनुपलब्धता में उनका नाम न काटा जाए इसकी निगरानी जिलाधिकारी स्तर से हो।7. महोदय गन्ना भुगतान समय अनुसार कराया जाएं जनपद की सभी चीनी मिलो का।8. महोदय इस वर्ष गन्ना उत्पादन न्यून हे उत्पादन में भारी गिरावट हे नुकसान को देखते हुए 50 रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिया जाए।9. सहकारी समिति में गत वर्ष 7% ब्याज वसूला गया जिसे 4% सब्सिडी खाते में भेजने की बात कही गई जो कि आजतक नहीं आई कृपया कर सब्सिडी के 4% तत्काल दिलवाई जाए। जिससे किसान को राहत प्रदान हो और इस वर्ष 3% ही वसूली जाए।10. महोदय ग्रामीण क्षेत्रों में विशेषकर किसान और मजदूर के आयुष्मान कार्ड बनवाए जाए 6 सदस्यों की अनिवार्यता को हटाकर कम किया जाएं और 70 वर्ष को घटाकर 50 वर्ष अनिवार्यता की जाए।11. ग्राम नगलाताशी वार्ड 41 नगर निगम में आयुष्मान केंद्र की स्थापना की जाए।12. ग्राम पिलोना में निर्माणाधीन आर्युवेदिक अस्पताल का कार्य रुका हुआ हे उसे बनवाया जाए।
राष्ट्रीय महिला आयोग नई दिल्ली की अध्यक्ष विजया रहाटकर 28-29 नवंबर को इंदौर प्रवास पर रहेंगी। राष्ट्रीय महिला आयोग ...आपके द्वार महिला जनसुनवाई के आयोजन के साथ ही इंदौर संभाग के 28 नवंबर को सुबह 11 बजे वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रेसीडेंसी कोठी में बैठक आयोजित होगी। इसके बाद दोपहर 12.30 बजे से 2 बजे तक महिला जनसुनवाई का आयोजन रेसीडेंसी कोठी में होगा। इंदौर संभाग के समस्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों एवं जिलों के पुलिस अधीक्षक की समीक्षा बैठक दोपहर 2 बजे से रेसीडेंसी कोठी पर की जाएगी।महिला जनसुनवाई अध्यक्ष विजया रहाटकर द्वारा की जाएगी। इसमें इंदौर जिले के पुलिस विभाग की वर्ष 2023-2025 तक की 40 पेडिंग शिकायतों के साथ-साथ अन्य प्राप्त शिकायतों पर सुनवाई की जाएगी। साथ ही यदि कोई महिला अपनी शिकायत दर्ज कराना चाहती है तो उक्त समय पर उपस्थित हो सकती है। अध्यक्ष द्वारा वन स्टॉप सेंटर (सखी केन्द्र) का निरीक्षण भी सुबह 9 बजे से किया जाएगा। वह यशोदा एप के कार्यक्रम में भी भाग लेंगी 29 नवंबर को राष्ट्रीय अध्यक्ष दोपहर 12 बजे पॉश एक्ट (कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न संबंधी अधिनियम ) की कार्यशाला में भी शामिल होगी। इसमें संभाग स्तर के स्थानीय परिवाद समिति एवं आंतरिक परिवाद समिति के सदस्य गण उपस्थित रहेंगे।
दिल्ली हाईकोर्ट ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बेटिंग रैकेट से जुड़ी 6 याचिकाएं खारिज करते हुए कहा कि नेटवर्क अपराध पर खड़ा था। इसलिए इससे कमाया हर मुनाफा अपराध है। दरअसल, क्रिकेट बेटिंग से जुड़े मुकेश कुमार, उमेश चौटालिया, नरेश बंसल, घनश्याम भाई पटेल और अन्य ने याचिका लगाई थी। कहा था- ईडी के जारी अस्थायी अटैचमेंट और नोटिस रद्द किए जाएं। क्रिकेट बेटिंग PMLA में अपराध नहीं है। उनकी संपत्ति गैर-कानूनी आय नहीं मान सकते। हाईकोर्ट ने फैसले में कहा- दलीलें खारिज की जाती हैं। रैकेट की बुनियाद अपराध पर टिकी थी। डिजिटल फर्जीवाड़े, फर्जी केवाईसी, हवाला चेन और बिना दस्तावेज वाले सुपर मास्टर लॉगिन आईडी मुख्य अपराध की बुनियाद हैं। यह सब जहरीले पेड़ की तरह है, जब पेड़ जहरीला हो तो फल कैसे वैध हो सकता है। हालांकि, कोर्ट ने बेटिंग को जहरीला पेड़ नहीं कहा। PMLA अथॉरिटी में एक सदस्य का आदेश भी मान्य कोर्ट ने कहा कि ईडी की कार्रवाई ठोस सबूतों पर थी। पूरा रैकेट धोखाधड़ी और अवैध नेटवर्क पर आधारित था। इसीलिए संपत्ति अटैच करना और नोटिस जारी करना सही माना गया। कोर्ट ने साफ कहा कि PMLA की एडजुडिकेटिंग अथॉरिटी एक सदस्य के साथ भी वैध है। ईडी की अटैचमेंट की जांच करने वाली इस अथॉरिटी को सुनवाई या आदेश के लिए तीन सदस्यों के पूर्ण पैनल की जरूरत नहीं। एक सदस्य है तो वह भी नोटिस, सुनवाई और आदेश पारित कर सकता है। नोटिस भेजने के लिए पहले संपत्ति जब्त होना जरूरी नहीं। नोटिस देना सुनवाई शुरू करने का पहला कदम है। संपत्ति की अटैचमेंट अलग कदम है। नोटिस तब भी जारी हो सकता है, जब अटैचमेंट न हुई हो। अटैचमेंट तब भी हो सकती है जब नोटिस बाद में आए। .............................................. ऑनलाइन गेमिंग रेगुलेशन से जुड़ी ये खबर पढ़ें... ऑनलाइन गेमिंग रेगुलेशन पर केंद्र का हलफनामा:सुप्रीम कोर्ट में कहा- मनी गेमिंग ऐप्स का टेरर फाइनेंस से लिंक, नेशनल सिक्योरिटी को खतरा केंद्र सरकार ने 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर बताया कि अनरेगुलेटेड ऑनलाइन गेमिंग ऐप्स का टेरर फाइनेंस और मनी लॉन्ड्रिंग से लिंक है। इसलिए इन्हें रेगुलेट करने के लिए कानून बनाना जरूरी था। केंद्र ने बताया कि ऑनलाइन पैसों वाले गेम तेजी से बढ़ रहे हैं और इससे धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग, टैक्स चोरी और कुछ मामलों में आतंकवाद को फंडिंग हो रही है, जो नेशनल सिक्योरिटी के लिए खतरा हैं। पूरी खबर पढ़ें...
नमस्कार लखनऊ, मुस्कुराइए, आज 27 नवंबर, दिन गुरुवार है... हम आपके लिए आज के इवेंट और आपसे जुड़ी काम की बातों को लेकर आए हैं। इसमें बता रहे हैं कि शहर में कहां और क्या-क्या हो रहा है। बिजली किन इलाकों में कटेगी, पानी किन इलाकों में नहीं आएगा। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट्स कहां हो रहे हैं। शहर का मौसम, सिटी का ट्रैफिक, सिनेमा, स्कूल-कॉलेज से जुड़ी जानकारियां भी हैं। पढ़िए क्या कुछ हैं, आपके काम की बातें... शहर में आपसे जुड़ी सुविधाएं और इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर- दैनिक भास्कर लखनऊ रिपोर्टिंग टीम से संपर्क करें-
हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एचबीटीयू) में बुधवार देर शाम एकेडमिक काउंसिल की मीटिंग का आयोजन किया गया। मीटिंग में तय हुआ की नवीन शैक्षिक सत्र 2026-27 से कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में बीटेक कोर्स में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एवं मशीन लर्निंग की शुरुआत होगी। एनईपी के अनुसार सत्र 2025-26 के पास छात्रों को उनकी रेगूलर डिग्री के साथ मेजर एवं माइनर डिग्री मिल सकेगी। ह्यूमैनिटीज डिपार्टमेंट के अंतर्गत टैक्स प्लानिंग व मैनेजमेंट पर आधारित एक नया ओपन इलेक्टिव कोर्स भी शुरू किया जाएगा। फेल छात्र दोबारा दे सकेंगे मिड सेमेस्टर एग्जामएक महत्वपूर्ण निर्णय में परीक्षाओं को लेकर तय किया गया कि फेल होने वाले छात्र मिड सेमेस्टर परीक्षा दोबारा दे सकेंगे। यह परीक्षा उनके फाइनल ईयर में होगी। विश्वविद्यालय में शोध कार्य को बढ़ावा दिए जाने के लिए भी निर्णय लिया गया। इस निर्णय के तहत पीएचडी करने वाले ऐसे शोधार्थी जो कहीं नौकरी भी कर रहे हैं उनकी संख्या पीएचडी कराने वाले प्रोफेसर की लक्ष्य संख्या में नहीं जोड़ा जा सकेगा। इससे एक प्रोफेसर आठ से अधिक संख्या में शोधार्थियों को पीएचडी करा सकेंगे। इस निर्णय से विश्वविद्यालय में शोधार्थियों की संख्या में इजाफा हो सकेगा। इंटर्नशिप के अवसर बढ़ेंगे वहीं, एमएससी मैथ्स एवं डेटा साइंस के छात्रों के लिए उद्योग एवं अनुसंधान संस्थानों में विस्तारित इंटर्नशिप के अवसर उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया गया। मीटिंग में वीसी प्रोफेसर समशेर सिंह व सदस्यों ने हास्टल निर्माण, कक्षाओं एवं खेल सुविधाओं के विस्तार की योजनाओं के क्रियान्वयन पर जोर दिया। छात्रों की बढ़ती संख्या को नए छात्रावास निर्माण का प्रस्ताव वित्त समिति को दिया गया। बताया गया कि कैंपस में शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, रिसर्च प्रोजेक्ट्स, शोध पत्रों का प्रकाशन व पेटेंट फाइलिंग की दिशा में काम किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री (PM) नरेंद्र मोदी के 25 नवंबर को महाभारत अनुभव केंद्र ज्योतिसर के इनोग्रेशन के बाद उसे नागरिकों के लिए खोल दिया गया है। 206 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से बना केंद्र सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहेगा। केंद्र में दोपहर 3.30 बजे के बाद एंट्री नहीं होगी। महाभारत थीम पर बेस्ड इस केंद्र में कुरुक्षेत्र का इतिहास और महाभारत की गाथा व प्रसंग को 3डी (HD), लेजर, लाइट एंड साउंड, इंटरेक्टिव और डिजिटल तकनीक से दिखाया जा रहा है। इस तकनीक से महाभारत के प्रसंग लाइव की तरह दिखाई देंगे। 200 रुपए रखी टिकट इस अनुभव केंद्र को देखने के लिए ऑनलाइन व ऑफलाइन टिकट की सुविधा उपलब्ध है। अनुभव केंद्र को देखने के लिए भारतीय नागरिक के लिए 200 रुपए प्रति व्यक्ति की टिकट रखी गई है, विदेशी नागरिकों काे 600 रुपए खर्च करने पड़ेंगे। 10 कक्ष किए गए स्थापित इस महाभारत अनुभव केंद्र में स्वागत कक्ष, महाकाव्य का सृजन कक्ष, प्राचीन महाभारत, कुरु वंशावली, द्रौपदी स्वयंवर, भगवान श्री कृष्ण का विराट स्वरूप, गीता श्लोक, कृष्ण भूमिका, कुरुक्षेत्र 48 कोस और दशम अवतार कक्ष स्थापित किए गए हैं। शंख की ध्वनि देगी सुनाई प्रवेश द्वार पर लाइटिंग से चक्र, धनुष-बाण और कमल उभर आएंगे। दूर से आने वाली शंखनाद की ध्वनि सुनाई देगी। दूसरे कक्ष में व्यास जी महाभारत काव्य को अंकित करने के लिए गणेश जी प्रसंग सुनाते दिखेंगे। बैकग्राउंड में वीणा की मधुर ध्वनि और व्यास की वॉयस ओवर होगा। महाभारत का युद्ध करेगा रोमांचित तीसरे कक्ष में युद्ध के 18 दिनों को एक इंटर एक्टिव टाइम लाइन में दिखाया जाएगा। रथों की गर्जना, तीरों की बौछार और घोड़ों की टापों की ध्वनि गूंजेगी। कुरुक्षेत्र के मैप पर कौरव और पांडवों की सेनाएं चलती दिखेगी। जयद्रथ वध, भीष्म पतन और अभिमन्यु का चक्रव्यूह तोड़ना रोमांचित कर देगा। द्रोपदी चीरहरण और भीम प्रतिज्ञा अगले कक्ष में कौरव और पांडवों की वंशावली मिलेगी। द्रोपदी का स्वयंवर, अर्जुन का मछली की आंख को निशाना बनाना और कर्ण की सूर्यपुत्र पहचान, द्यूत क्रीडा और द्रौपदी का चीरहरण प्रसंग भी दिखाई देंगे। भीष्म और भीम की प्रतिज्ञा के स्वर सुनाई देंगे। गीता के श्लोक देंगे शांति केंद्र में भगवद्गीता के मूल श्लोक को सेटअप किया गया है। कौरव और पांडवों की सेनाओं के बीच में अर्जुन का रथ मॉडल होगा, जहां प्रोजेक्शन से कृष्ण प्रकट होंगे। शांत म्यूजिक के बीच श्री कृष्ण अपने मुखारविंद से अर्जुन को गीता का दिव्य संदेश देते दिखेंगे। श्री कृष्ण का विराट रूप दिखेगा इस कक्ष में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं को दिखाया गया है। द्वारका नगरी का भव्य मॉडल, द्वारका का डूबना, समुद्र की लहरों की ध्वनि और कृष्ण के महिमागान के साथ दिखेगा। साथ ही भगवान अपने विराट स्वरूप में कहते सुनाई देंगे मैं सर्वत्र हूं, पर सर्वत्र मुझमें नहीं। स्वर्ग की सीढ़ियां और दिव्य आरोहण प्रदर्शनी का समापन पांडवों के स्वर्ग यात्रा से होगा। प्रत्येक सीढ़ी पर प्रोजेक्शन से युधिष्ठिर का स्वर्गारोहण दिखेगा। पांडव अपनी द्रोपदी और कुत्ते के साथ स्वर्ग जाते दिखेंगे। इससे पहले का कक्ष भगवान के दशावतार की कहानी कहेगा। मत्स्य अवतार से कल्कि अवतार को दिखाया गया है।
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
गोरखपुर के गीताप्रेस में गीता जयंती के पावन पर्व पर लीला चित्र मंदिर में आयोजित कथा में पंडित रामज्ञान पांडेय ने दूसरे दिन के प्रसंग में को आगे बढ़ाया। उन्होंने गीता के श्लोकों के माध्यम से यह बताया कि किस तरह भगवान कृष्ण अर्जुन को शरणागति का उपदेश देते हैं। उन्होंने भगवान राम की भक्त अहिल्या के लिए की जाने वाली भक्ति का वर्णन किया। पंडित रामज्ञान पांडेय ने कहा कि जीव जब भगवान की शरण में आ जाता है, तो उसके जीवन के सारे कर्म भगवान स्वीकार कर लेते हैं। जैसे नन्हा सा बालक अपनी सारी आवश्यकताओं के लिए मां पर निर्भर रहता है। वैसे ही भगवान भी जीव की सारी आवश्यकताएं पूरी करते हैं। भगवान राम की मार्ग में अहिल्या को किया खड़ा यह बात अहिल्या के प्रसंग में चरितार्थ होती है। पंडित प्रसंगों को सुनाते हुए कहा कि भगवान श्रीराम जनकपुर की ओर जा रहे थे। उसी समय मार्ग में तुलसीदास ने अहिल्या को खड़ा कर दिया। मानो प्रभु से कहा कि सीता से बाद में मिलिएगा पहले अहिल्या से मिल लीजिए। अब विचार कीजिए सीता और अहिल्या में कितना अंतर है। सीता के चरित्र पर माता अनसूइया ने कहा कि सीता तुम्हारा नाम लेकर संसार की स्त्रियां पतिधर्म का पालन करेंगी, पर अहिल्या का तो पतिधर्म नष्ट हो चुका है। सीता और अहिल्या में एक अंतर और है। रामायण में वर्णन है सीता कि सीता की बुद्धि पवित्र होती है। और अहिल्या को कुबुद्धि कहा गए है जो गौतम ऋषि की सेवा करते-करते इन्द्र-भोग की सेवा में लग गयी। हमारी बुद्धि इसी तरह त्याग तपस्या की बात तो बहुत करती है पर अवसर आने पर भोगों की ओर झुक जाती है। पर भगवान श्रीराम जनकपुर के मार्ग में अहिल्या की ओर से मानो साधना करते हुए दिखायी दे रहे हैं। शास्त्रों में नौ भक्तियों का वर्णनपंडित रामज्ञान ने बताया- शास्त्रों में नौ भक्तियों का वर्णन किया गया है। अहिल्या में एक भी भक्ति नहीं है। पर भगवान श्रीराम ने अपनी ओर से अहिल्या के लिए तीन भक्ति किया। जिससे वो जड़ से चैतन्य अवस्था में आ गई। प्रथम भगति संतन्ह कर संगा। मतलब संतों की संगत, पर अहिल्या को तो संत ही छोड़ कर चले गए तो पहली भक्ति ही नहीं है। पर प्रभु कितने कृपालु हैं। महर्षि विश्वामित्र आदि संतों को लेकर अहिल्या के पास पहुंच गए मानों यह पहली भक्ति है। भगवान ने महर्षि विश्वामित्र से अहिल्या की कथा सुनीदूसरी भक्ति है- भगवान की कथा का श्रवण करना और प्रेम करना। पर अहिल्या तो पत्थर है वह कैसे सुनेगी, पत्थर भी कहीं सुनता है। पर भगवान ने दूसरी भक्ति करते हुए कहा कि जब मेरी कथा सुनने के बाद लोग पवित्र होते हैं, तो जिसकी कथा लोग सुनते हैं, वह पवित्र नहीं होगा। यह कह कर भगवान ने महर्षि विश्वामित्र से अहिल्या की कथा सुनी। इस तरह सारा संसार जिस भगवान की कथा सुनता है वो भगवान अहिल्या की कथा सुनते हैं, यह दूसरी भक्ति है। प्रभु ने दी चरणों की धूलि पंडित रामज्ञान ने बताया- तीसरी भक्ति है गुरु के चरणों की सेवा अभिमान रहित होकर करना। अब अहिल्या तो पत्थर की है गुरु के चरण तक पहुंचे कैसे ? लेकिन प्रभु कृपा से गुरु ने ही राम से कह दिया। राम अहिल्या तुम्हारे चरणों की धूलि चाहती है। अब भगवान संकोच में पड़ गए, क्योंकि भगवान अपनी ओर से जब कृपा करते हैं तो अपने दो अंगों का प्रयोग करते हैं। या तो हाथ से कृपा करते हैं या नेत्र से कृपा करते हैं। वे सोचने लगते हैं कि यह अहिल्या ब्राह्मण की पत्नी है, क्या चरण छुआना उचित होगा। उनकी व्यथा को देखते हुए गुरु जी कहते हैं तुम संकोच मत करो, तुम्हारे चरणों से गंगा निकली हैं। गंगा ने सदा अपावन को पावन किया है। जिसके बाद संकोच से प्रभु ने चरण की रज अहिल्या की दी। तो जो अब तक जड़ पत्थर बनी थी, वह स्त्रीरूप में परिणत हो चैतन्यता आ गयी। अब भगवान ने कहा- तुम्हारी ओर से तीन भक्ति मैंने की। अब तुम जड़ से पत्थर हो गयी हो। अब चौथी भक्ति तुम करों। कपट को छोड़कर भगवान का करें गुणगानउन्होंने बताया - चौथी भक्ति है कपट को छोड़कर भगवान का गुणगान करना। अहिल्या ने भक्ति शुरू की। इसी तरह हम भी भगवान की शरण ले लें तो हमारे जीवन का सारा दायित्व भगवान के ऊपर आ जाता है। यह विचार पंडित रामज्ञान से सुनकर सभी श्रोता भाव विभोर हो उठे।
गोरखपुर BRD मेडिकल कॉलेज के ओएसटी में चोरी:नशा छुड़ाने की दवाएं गायब, चोरों ने दस्तावेजों को भी जलाया
गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज के मानसिक रोग विभाग में संचालित नशामुक्ति केंद्र (ओएसटी) में मंगलवार की शाम चोरी का मामला सामने आया है। अज्ञात चोरों ने ओएसटी रूम का ताला तोड़कर 9,500 की दवाइयां चोरी कर ली। इसके बाद वहां रखे महत्वपूर्ण दस्तावेजों को भी आग के हवाले कर दिया। सूत्रों के अनुसार, चोर पहले ओएसटी कक्ष में घुसे। यहां उन्होंने रजिस्ट्रेशन रजिस्टर और टेबल में रखे कागजात जलाए। इसके बाद मानसिक रोग विभाग की ओपीडी के मुख्य दरवाजे को तोड़कर अंदर प्रवेश किया। विभाग की आलमारी का ताला तोड़कर उसमें रखी करीब 2 मिलीग्राम की 9,500 गोलियां चोरी कर लीं। ये सभी दवाएं नाक के माध्यम से उन मरीजों को दी जाती थीं, जो नशा छोड़ने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। दवाओं का चोरी होना ओएसटी की पूरी औषधि आपूर्ति श्रृंखला पर भी सवाल खड़े करता है। विभागाध्यक्ष ने दी बीआरडी प्राचार्य को जानकारीविभागाध्यक्ष ने घटना की लिखित सूचना कॉलेज प्राचार्य को सौंप दी है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से मानसिक रोग विभाग में चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन अब तक सुरक्षा में कोई सुधार नहीं हुआ। विभाग में लगे सीसीटीवी कैमरे लंबे समय से खराब पड़े हैं, जिससे चोरी की वारदात के दौरान कोई भी वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं हो सकी। वहीं, ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा गार्ड की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है कि घटना के समय वे अपनी जगह पर मौजूद थे या नहीं। घटना की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। गुलरिहा थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश किया जाएगा। कॉलेज प्रशासन और पुलिस अब दोषियों की तलाश में जुटे हैं।
गोरखपुर के कैंपियरगंज में पत्नी से विवाद के बाद पति ने अपनी बाइक में आग लगा दी। नाराज होकर मायके जा रही पत्नी को पति ने रास्ते में रोककर मनाने की कोशिश की, लेकिन वह जब नहीं मानी तब पति ने अपनी बाइक में आग लगा दी। बाइक धू-धू कर जलने लगी तो दोनों मौके से भाग गए। उधर बाइक जलकर पूरी तरह राख हो गई। लावारिस हाल में बाइक मिलने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने चेचिस नंबर से बाइक मालिक के बारे में जानकारी जुटाई। इसके बाद पूरा मामला सामने आया। कैंपियरगंज के नगर पंचायत चौमुखा के मोदीगंज निवासी दंपती के बीच किसी बात काे लेकर बुधवार की दोपहर में विवाद हो गया। नाराज होकर पत्नी मायके जाने लगी। पति बाइक लेकर पत्नी को खोजने निकला। मुजुरी रोड पर पैदल जा रही पत्नी मिल गई। पति उसे घर ले आने के लिए मनाने लगा, लेकिन जब उसने वापस आने से मना किया तो नाराज पति ने अपनी बाइक में आग लगा दी। इसके बाद दोनों वहां से भाग गए। इधर बाइक जलकर राख हो गई। जली हुई बाइक सड़क पर पड़े होने की सूचना पर पहुंची पुलिस लिए उसकी पहचान करना चुनौती बन गया। क्योंकि नंबर प्लेट भी जल गया था। चेचिस नंबर से बाइक मालिक नगर पंचायत के मोदीगंज के रहने वाले बृजेश पटेल की पहचान हुई। कैंपियरगंज थाना प्रभारी राकेश रोशन सिंह ने बताया कि जांच की गई तो पता चला कि बृजेश पटेल व उसकी पत्नी के बीच विवाद हो गया था। खोजते हुए वह पहुंचा और पत्नी को घर लाने के लिए मनाने लगा। जब वह नहीं मानी तो माचिस खरीद कर लाया और बाइक को फूंक दिया। मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
ठेकेदार के जरिए सरकारी विभाग में लगे कर्मचारी (कांट्रेक्चुअल एम्पलाय) सीधे तौर पर सरकारी विभाग से नियमितिकरण की मांग नहीं कर सकते। राजस्थान हाईकोर्ट के जस्टिस इंद्रजीतसिंह और जस्टिस प्रवीर भटनागर की खंडपीठ ने यह अहम व्यवस्था देते हुए श्रीगंगानगर निवासी इलेक्ट्रीशियन कुलवीर चंद की याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि विभाग और ठेका कर्मचारी के बीच ‘नियोक्ता-कर्मचारी' (Master-Servant) का संबंध नहीं होता, इसलिए वे पक्की नौकरी का दावा नहीं कर सकते। कोर्ट ने केंद्रीय प्रशासनिक न्यायाधिकरण (CAT) के उस आदेश को सही ठहराया है, जिसमें कर्मचारी की नियमितिकरण की मांग को खारिज कर दिया। 24 साल की सेवा, फिर भी राहत नहीं याचिकाकर्ता कुलवीर चंद ने बताया कि वह जनवरी 2001 से डिफेंस मिनिस्ट्री के तहत इलेक्ट्रिकल कार्यों के लिए लगातार काम कर रहा है। उसने सुप्रीम कोर्ट के जग्गो बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के फैसले का हवाला देते हुए तर्क दिया कि लंबी सेवा के आधार पर उसे नियमित किया जाना चाहिए। उसका कहना था कि विभाग में काम उपलब्ध है और वह संतोषजनक सेवाएं दे रहा है। सरकार का तर्क: हमारा कर्मचारी नहीं वहीं, केंद्र सरकार की ओर से पैरवी करते हुए वकील ने इसका कड़ा विरोध किया। उन्होंने तर्क दिया कि याचिकाकर्ता की नियुक्ति सीधे विभाग ने नहीं की थी, बल्कि उसे अलग-अलग समय पर ठेकेदारों के माध्यम से रखा गया था। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सीबीएसई बनाम राजकुमार मिश्रा केस का हवाला देते हुए कहा कि किसी संस्था में रोजगार का दावा करने के लिए कागजों पर 'मास्टर-सर्वेंट' का सीधा संबंध होना जरूरी है, जो इस मामले में नहीं है। कोर्ट ने कहा- ठेकेदार के आदमी हैं, विभाग के नहीं मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता और विभाग के बीच नियोक्ता और कर्मचारी (Employer-Employee) का कोई संबंध नहीं है। कोर्ट ने अपने फैसले में तीन प्रमुख कारण गिनाए: इन आधारों पर कोर्ट ने याचिका को आधारहीन मानते हुए खारिज कर दिया।
यूपी में भाजपा ने 14 नवनिर्वाचित जिला अध्यक्षों की लिस्ट जारी कर दी है। नए जिलाध्यक्षों में जातीय संतुलन साधा गया है। सबसे अधिक 7 सामान्य , 6 पिछड़ा और एक अनुसूचित जाति से हैं। यूपी के चुनाव अधिकारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने बुधवार देर रात जिलाध्यक्षों के नाम घोषित किए। खास बात है कि 14 में से पांच पुराने चेहरे हैं। अलीगढ़ जिला, अलीगढ़ महानगर, फिरोजाबाद जिला, कौशांबी और फिरोजाबाद जिला में पार्टी ने पुराने चेहरों पर फिर से भरोसा जताया गया है। फतेहपुर के दागी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल को पार्टी ने हटा दिया है। उन पर पार्टी में पद दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपए लेने के आरोप लगे थे। उनके स्थान पर अन्नू श्रीवास्तव को फतेहपुर का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। जौनपुर में बाहुबली धनंजय सिंह के करीबी अजित प्रजापति को अध्यक्ष बनाया गया है, बीजेपी सूत्रों के मुताबिक धनंजय सिंह ने भी अजित प्रजापति की पुरजोर पैरवी की थी। अब मुखलाल और उनसे जुड़े विवाद जानिए... बात 9 महीने पुरानी है। फतेहपुर में भाजपा जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल पर गंभीर आरोप लगे। बांदा के भाजपा नेता अजित कुमार गुप्ता ने कहा, मुखलाल ने जिलाध्यक्ष बनवाने के लिए 50 लाख रुपए पार्टी फंड के नाम पर लिए। लेकिन, पार्टी फंड में जमा नहीं किए। दोनों की बातचीत का एक ऑडियो भी सामने आया। जिसमें रुपए और गिफ्ट में गाड़ी देने की बात की जा रही थी। अजित कुमार गुप्ता ने बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल को पत्र लिखकर शिकायत की। पार्टी ने फतेहपुर के जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की। पार्टी के प्रदेश महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ला ने बताया कि मुखलाल पाल के आचरण को पार्टी विरोधी मानते हुए नोटिस जारी किया। कहा गया कि 7 दिन में जवाब देना होगा। जवाब संतोषजनक नहीं होने पर उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। हालांकि कोई एक्शन नहीं लिया गया। जब मुखलाल ने एसपी को हड़कायातीन महीने पहले फतेहपुर में फतेहपुर में मकबरा बनाम मंदिर का विवाद हुआ। मुखलाल पाल का वीडियो सामने आया। इसमें एसपी अनूप सिंह को हड़काते नजर आए। मुखलाल पाल ने कहा- एसपी साहब, आपने कहा था न कि 7 बजे बैठक करेंगे। कहा था कि नहीं। ये कोई मुलायम सिंह की सरकार नहीं है कि आप गोली चलवा दोगे। अगर हिम्मत है तो गोली चलवाकर देखिएगा। बार-बार बोल रहा हूं। जब 7 बजे कहा था, तो क्यों नहीं बुलाया। मैंने डीएम से भी बात की है। वीडियो सामने आने के बाद उन्होंने अपना एक और वीडियो जारी किया और शांति बनाए रखने की अपील की। मामले पर सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा- वीडियो में साफ-साफ हिंसा होती दिख रही है, लेकिन पुलिस ने आरोपी बीजेपी जिलाध्यक्ष और हिंदुत्ववादी संगठन के नेताओं पर सख्त एक्शन नहीं लिया। उन पर FIR तक नहीं की। पुलिस उनके आगे हाथ जोड़े थी। अगर बवाल करने वाले मुसलमान होते तो उनकी छाती पर गोली मार दी जाती। भाजपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर विधानसभा में सपा ने हंगामा किया। लिस्ट देखिए... अभी 14 और जिलाध्यक्षों का ऐलान बाकीभाजपा ने 14 जिलाध्यक्षों का ऐलान कर इस बात के संकेत दे दिए हैं कि पार्टी अब राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की तरफ बढ़ चुकी है। यूपी में इससे पहले भाजपा 70 जिलाध्यक्षों की घोषणा कर चुकी है। ऐसे में अब 98 जिलों में से 84 जिलाध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है। अब केवल 14 जिलाध्यक्ष और बचे हैं। पूरे यूपी को भाजपा ने 98 संगठनात्मक जिलों में विभाजित कर रखा है। जनवरी के पहले हफ्ते से ही जिलों में चुनाव प्रक्रिया जारी थी। लेकिन विरोध और नेताओं के दबाव के चलते प्रदेश चुनाव प्रभारी महेंद्रनाथ पांडेय, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह सभी जिलों में एक साथ जिलाध्यक्ष घोषित कराने में सफल नहीं हो सके। भाजपा में लंबे समय बाद ऐसा देखने को मिला है जब प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए एकमत नहीं हो सका। पढ़ें पूरी खबर... खबर अपडेट की जा रही है...
नोएडा की निक्की हत्याकांड में पुलिस ने चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी है। इसमें तीन लोगों को मुख्य गवाह बनाया गया है। पुलिस ने निक्की की बहन कंचन, पति विपिन भाटी और निक्की के बेटे के बयानों के आधार पर यह चार्जशीट तैयार की है। लेकिन एक महत्वपूर्ण बात सामने आई है। जिसमें चार्जशीट में दर्ज बयान और घटना के समय दिए गए बयानों में अंतर पाया गया है। इससे कई नए सवाल भी खड़े कर दिए हैं। आइए सिलसिलेवार से समझते हैं पूरा मामला... पहला- कंचन के पहले बयान में घटना का समय 17:45 बजे बताया गया है, जबकि जलने का वीडियो 17:30 बजे का है।घटना वाले दिन यानी 21 अगस्त 2025 को निक्की की बहन कंचन ने अपने प्रारंभिक बयान में बताया था-मैं निक्की के कमरे के ठीक नीचे अपने कमरे में थी। समय करीब 17 बजकर 45 मिनट था। उस समय कमरे में निक्की और उसका पति विपिन मौजूद थे। दोनों के बीच आपसी झगड़ा हो रहा था, जिसकी आवाजें मुझे नीचे तक सुनाई दे रही थीं। इसी दौरान उनकी सांस दया देवी निक्की के कमरे में गईं और जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। दया देवी ने विपिन से कहा कि यह दिन-रात मोबाइल फोन पर लगी रहती है। इसने परिवार में कलह करके जीना मुश्किल कर दिया है। जो थिनर की बोतल हमने तुमसे मंगवाई थी, आग लगाकर इसका काम तमाम कर दो। अपनी बहन की चीख-पुकार सुनकर हिम्मत करके मैं कमरे से बाहर निकली। मैंने देखा कि निक्की ‘बचाओ-बचाओ’ चिल्लाते हुए सीढ़ियों से नीचे उतर रही थी। वह आग की लपटों में घिरी हुई थी। उसी समय मैंने घबराहट में अपना मोबाइल निकाला और एक छोटा-सा वीडियो बना लिया, जिसमें वह जलती हुई दिख रही है। मैं तुरंत अपने किचन में भागी और कटोरी में पानी भरकर उस पर डालने लगी। मैंने फोन पर परिजनों को घटना की जानकारी दी। इस दौरान मेरे पति रोहित, मेरा देवर, सास दया और ससुर सत्यवीर एक-एक करके घर से कहीं चले गए। मेरी सास दया ने निक्की को आग लगाई। उस टाइम रोहित और वहीं पर मेरे ससुर सत्यवीर भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। क्या 15 मिनट पहले हुई घटना?वहीं, पुलिस की चार्जशीट में दावा किया गया है कि जब कंचन ने निक्की का जलते हुए वीडियो बनाया, उसका टाइम शाम 17 बजकर 30 मिनट दर्ज है। यानी कंचन के शुरुआती बयान में बताए समय (17:45) से यह घटना करीब 2 से तीन मिनट पहले की बताई गई है। इस अंतर ने घटना की पूरी टाइमलाइन पर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। निक्की का घर सिरसा-कासना मेन रोड पर है। घटना के समय रास्ते में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। इसमें पाया गया कि घटना के दौरान निक्की की सास दया देवी घर पर मौजूद नहीं थीं। वह दूध लेने बाहर गई थीं। निक्की का ससुर भी अपनी परचून की दुकान पर मौजूद था। वहीं जेठ रोहित की मोबाइल लोकेशन सियोरा टोल प्लाजा के पास मिली, जहां वह नौकरी करता है। पुलिस ने 17:00 से 17:59 बजे तक की रिकॉर्डिंग देखी। सीसीटीवी फुटेज की समयवार जानकारी इस प्रकार है-17:30 बजे दया देवी डेरी से दूध लेने जाती सड़क पर दिखाई देती हैं। 17:32 बजे वह वापस लौटती दिखाई देती हैं। 17:39 से 17:45 बजे तक विपिन, दया और तीनों बच्चे सतवीर की दुकान पर मौजूद दिखते हैं। 17:45 बजे विपिन और दया दुकान के अंदर भागते हुए दिखाई देते हैं। 17:52 बजे निक्की को कार में ले जाते हुए देखा गया। जांच में सिर्फ पति विपिन की मौजूदगी साबितलेकिन जांच में पता चला कि परिवार के कई लोग मिलकर निक्की और उसकी बहन कंचन को मानसिक तौर पर परेशान करते थे। चार्जशीट में लिखा है कि कंचन ने अपनी तहरीर में कहा था कि उसकी आंखों के सामने विपिन और बाकी लोगों ने निक्की को आग लगाई। लेकिन पुलिस की जांच में यह बात साबित नहीं हुई। पुलिस के मुताबिक घटना के समय घर में सिर्फ विपिन ही मौजूद था और उसी ने निक्की को आग लगाई। कंचन ने जो जला हुआ वीडियो दिया है, उसमें निक्की तो नीचे आती दिख रही है, लेकिन उसकी सास, ससुर और जेठ रोहित कहीं नजर नहीं आते। दूसरा- बेटे एविश के बयान और पुलिस की पूछताछ में बड़ा फर्कघटना के तुरंत बाद निक्की के बेटे एविश ने बताया था-मैं अपने कमरे में होमवर्क कर रहा था। तभी मम्मी-पापा में झगड़ा होने लगा। पापा ने पहले मम्मी को मारा, फिर एक बोतल लाकर मम्मी पर डाली और लाइटर से आग लगा दी। मम्मी जोर-जोर से चिल्लाने लगीं। पापा गालियां देते हुए बगल वाली छत से कूदकर भाग गए। मौसी कंचन बीमार थी, वो नीचे के कमरे में थी। उस समय घर में और कोई नहीं था। लेकिन जब पुलिस ने एविश से पूछताछ की, तो उसका बयान पहले दिए गए बयान से बिल्कुल अलग मिला। पुलिस का सवाल: घटना के समय आपके दादा-दादी और ताऊ रोहित कहां थे?एविश का जवाब: उस समय दादी, दादा और ताऊ वहां नहीं थे। मुझे नहीं पता वे कहां थे। निक्की के मोबाइल में 504 वीडियो मिलेघटना के बाद निक्की का मोबाइल फोन गायब था। बाद में यह फोन निक्की के ही परिजन से बरामद हुआ। पुलिस ने मोबाइल का पूरा डिजिटल अवलोकन किया। फोन से तीन इंस्टाग्राम आईडी (nikkuvipugujjar6688, bhati6668 और makeoverbykanchan) चलती मिलीं। पहली आईडी से 320 पोस्ट और 1,079 फॉलोअर्स, दूसरी से 141 पोस्ट और 2,825 फॉलोअर्स मिले। तीसरी आईडी पर केवल एक पोस्ट और 5 फॉलोअर्स थे। फोन में कोई भी एप्पल आईडी या अकाउंट लॉगिन नहीं पाया गया। मोबाइल में कुल 1,010 फोटो और 504 वीडियो मिले। 3 तस्वीरें देखिए बड़ी बहन बोली- बचाने गई तो मुझे भी पीटानिक्की की बड़ी बहन कंचन ने कहा- गुरुवार (21 अगस्त) को निक्की के पति विपिन ने उसके साथ मारपीट की। जब मैं उसे बचाने गई तो मेरे साथ भी मारपीट हुई। विपिन ने मेरे गले पर तीन-चार मुक्के मारे। इसके बाद मैं बेहोश हो गई तो बहन पर कुछ डालकर आग लगा दी। बहन की चीख सुनकर पड़ोसी पहुंचे। उन्होंने कंबल डालकर आग बुझाई और निक्की को फोर्टिस अस्पताल लेकर गए। वहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उसे दिल्ली अस्पताल रेफर कर दिया। इलाज के दौरान निक्की की मौत हो गई। वहीं, निक्की के छोटे बेटे ने कहा- मम्मा के ऊपर पापा ने कुछ छिड़का था। उसके बाद उन्हें चांटा मारा। फिर लाइटर से आग लगा दी। 'जस्टिस फॉर निक्की बहन' बोलते हुए लोगों ने दिया धरनानिक्की को जिंदा जलाने के बाद लोगों में गुस्सा है। शनिवार को निक्की को इंसाफ दिलाने के लिए कासना में पंचायत हुई। लोगों ने धरना भी दिया। उनके हाथ में पोस्टर थे। जिस पर लिखा था- हमारी बहन को इंसाफ दिलाओ, जो आज हमारी बहन के साथ है। कल किसी और के साथ भी हो सकता है। जस्टिस फॉर निक्की बहन।' निक्की की मौत से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :निक्की REEL बनाती थी, इसलिए पति ने जिंदा जलाया:CCTV से बचने के लिए छत से कूदकर भागा; नोएडा पुलिस का चार्जशीट में दावा नोएडा की निक्की हत्याकांड में 500 पेज की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी गई। इसमें कहा गया है कि निक्की को उसके पति विपिन भाटी ने थिनर डालकर जिंदा जलाया था। फिर CCTV से बचने के लिए वह छत से कूदकर भाग गया था। पढ़िए पूरी खबर...
मनीमाजरा का विवादित हाउसिंग प्रोजेक्ट फिर से चर्चा में आने वाला है। दो माह बाद इसे दोबारा 28 नवंबर 2025 को होने वाली हाउस की बैठक में लाया जा रहा है। हाउस द्वारा नाकार दिए जाने के बाद इस प्रोजेक्ट की कमियां दूरी करने के लिए एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी की बैठकों में सामने आया है कि इसमें कुछ कमियां थीं, जिन्हें पूरा किया जाएगा। यह सामने आया है कि मनीमाजरा की उक्त पॉकेट नंबर 6 में एक एकड़ जगह पर अवैध कब्जा भी है। जिस कारण जगह का आकार भी बदल गया है। अब मनीमाजरा की उक्त 16.50 एकड़ जमीन की एक साथ जॉनिंग की जाएगी। जबकि पहले 7.7 एकड़ जमीन का जॉनिंग प्लान बनाया गया था। नगर निगम की उक्त कमेटी भी विवादों में रही है और इससे विरोधी पक्ष के पार्षद इस्तीफा तक दे चुके हैं।नवंबर में हुई आखिरी मीटिंग में दिए अतिक्रमण हटाने के आदेशकमेटी की 19 नवंबर को हुई बैठक में एक्सईएन अजय गर्ग ने पॉकेट 6 की डिमार्केशन रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि कुल 16.50 एकड़ जमीन उपलब्ध है, जिसमें लगभग 1 एकड़ हिस्सा अतिक्रमण में है। कमेटी ने फैसला लिया कि पूरी जमीन को एक यूनिट के रूप में यूटी के चीफ आर्किटेक्ट के पास जॉनिंग के लिए भेजा जाएगा। आर्किटेक्ट विंग एमसीसी को इस संबंध में तुरंत कार्रवाई शुरू करने के निर्देश दिए गए। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई करने के आदेशइंजीनियरिंग विंग को पॉकेट 6 से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं। कमेटी ने कहा कि कार्रवाई कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए की जाए। जॉनिंग आने के बाद जनरल हाउस में रखा जाएगा। यह भी स्पष्ट किया गया है कि जमीन की नीलामी तब ही होगी, जब पॉकेट 6 में मौजूद पूरा अतिक्रमण हट जाएगा।1990 में अधिग्रहण पूरा, तीनों आपत्तियां खारिज की गईंबैठक में मनीमाजरा जट्टा सभा, एक सामाजिक कार्यकर्ता और पुराने मुस्लिम कब्रिस्तान की सुरक्षा को लेकर आई तीनों शिकायतों पर भी चर्चा हुई। कमेटी ने पाया कि यह जमीन साल 1990 में अधिगृहीत की जा चुकी है और अधिग्रहण के समय सभी औपचारिकताएं पूरी थीं। इसलिए तीनों प्रतिनिधित्व को निराधार बताते हुए फाइल कर दिया गया है। क्या है मनीमाजरा प्रोजेक्ट?मनीमाजरा में पॉकेट नंबर 6 में निगम की कुल 33.55 एकड़ जमीन है, जिसमें से 7.7 एकड़ रेजिडेंशियल एरिया के लिए 5 प्लॉट हैं। इनके अलावा स्कूल, कॉमर्शियल एरिया, संत निरंकारी भवन, कस्तूरबा, रैन बसरा, ओपन ग्रीन एरिया और कुछ रिजर्व लैंड है। नगर निगम के अधिकारी इस प्रापर्टी को आक्शन कर इससे पैसा कमाना चाहते हैं। जिससे 786 करोड़ रुपए आने हैं।मगर विरोधी पार्षदों ने इसमें खामियां बताकर इस पर रोक लगाने की मांग की थी। यही नहीं हाउस की बैठक में इसके लिए दस करोड़ रुपए सड़कें, सीवरेज और पीने लायक पानी की पाइप डालने के लिए दस करोड़ रुपए को भी मंजूरी दे चुकी है। बनाए गए प्लान के तहत बिल्डिंग की ऊंचाई 72 फुट तय की गई है और इसे लेकर भी पार्षदों द्वारा इसे भी गलत बताया जा रहा है। कमेटी बनते ही चार पार्षदों ने दिया था इस्तीफामेयर हरप्रीत कौर बबला की तरफ से तीन अक्तूबर को आठ सदस्य कमेटी का गठन किया गया था। जिसमें दो पार्षद आम आदमी पार्टी, दो भारतीय जनता पार्टी, दो कांग्रेस और दो मनोनीत पार्षदों को लिया गया था।मगर इनमें से विरोधी पक्ष के चारों पार्षदों ने अगले ही दिन यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया गया उन्हें गलत कार्य में भागीदार बनाने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे वह कभी बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। वह इस प्रोजेक्ट का कभी हिस्सा नहीं बनेंगे। प्रोजेक्ट गड़बडिय़ों के भरा, जॉनिंग प्लान आएगा तब पता चलेगा ओर कितनी गड़बडिय़ां कींनगर निगम कीं डिप्टी मेयर अरुणा मेहता का कहना है कि पहले ही इस प्रोजेक्ट को चोरी छिपे हाउस में लाया गया था। मगर इस ढेरों गड़बडिय़ां थीं, इस लिए इसका विरोध हुआ। कमेटी बनाई गई, जिसमें से पार्षदों ने इस्तीफा दे दिया था। मेयर की तरफ से यह प्रोजेक्ट लाया गया था और उनके ही पार्षदों की कमेटी ने मीटिंगें की हैं। इस लिए इस पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। इस लिए हम जॉनिंग प्लान आने और पूरे प्रोजेक्ट के हाउस में आने पर ही इन पर विश्वास किया जा सकता है।
बीएलओ की मौत पर परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़:सपा ने की परिवार को एक करोड़ की मदद की मांग
बरेली में SIR के दबाव में एक बीएलओ की जान चली गई। इस पर समाजवादी पार्टी के नेता पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और उन्होंने परिवार को सांत्वना दी। वहीं उन्होंने सरकार से परिवार को एक करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग भी की है। बुधवार को BLO की ड्यूटी के दौरान परधौली प्राथमिक विद्यालय में टीचर की मौत हो गई थी। देखे अप नेताओ की तीन अलग-अलग तस्वीरे सपा का प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलाBLO की मौत की सूचना लगते ही समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष शिव चरन कश्यप, महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, पूर्व महानगर अध्यक्ष कदीर अहमद, इंजीनियर अनीस अहमद, अम्बेडकर वाहिनी के सुरेंद्र सोनकर, सचिन आनंद, संजीव कश्यप, मोहित कश्यप सहित बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारी पोस्टमार्टम हाउस पहुँचे और शोक संतप्त परिजनों से मिलकर गहरा दुख व्यक्त किया। सपा की मांग, SIR की समय सीमा 6 माह बढ़ाई जाएजिलाध्यक्ष शिव चरन कश्यप और महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने कहा कि मृतक परिवार को 1 करोड़ रुपये का मुआवजा, आश्रित को सरकारी नौकरी व SIR की समय सीमा 6 माह बढ़ाने की मांग रखी, ताकि बीएलओ पर अधिक भार न रहे। पार्टी के नेताओं ने मृतक के परिवार को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। भाई बोले- रात में अधिकारी फोन करके हड़काते हैंपोस्टमार्टम हाउस पर पहुंचे योगेश गंगवार ने बताया कि मेरे भाई की BLO की ड्यूटी लगी थी, उनके साथ में एक और BLO थे। काम करते-करते ही वो वहां पर गिर पड़े, वो बेहोश हो गए और उनके मुंह से खून आने लगा। एम्बुलेंस से उन्हें अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। SIR के काम का बहुत ज्यादा बोझ है। रात में साढ़े 11 बजे फोन आते हैं। अधिकारी भी मैं खुद सुपरवाइजर हूं, मेरे पास भी रात में फोन आते हैं। 5 बजे तक ड्यूटी करवाई जाती है। उसके बाद साढ़े पांच बजे से मीटिंग ली जाती है। काम का प्रेशर बहुत ज्यादा है। दिन में नेट चलता नहीं है, रात में ही काम हो पाता है। साइट नहीं चल रही है। हम लोगों का प्रेशर कम किया जाए। पब्लिक का कोई सपोर्ट नहीं है। बरेली में एक BLO की दर्दनाक मौत हो गई। SIR (Special Intensive Revision) के अधिक प्रेशर की वजह से स्कूल में आज सुबह करीब साढ़े 10 बजे वो अचानक गिर पड़े। लोग उन्हें अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं BLO की मौत की जानकारी होते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर डीएम अविनाश सिंह, एडीएम सदर प्रमोद कुमार समेत कई अधिकारी पहुंचे। बरेली के भोजीपुरा ब्लॉक के परधौली गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात 47 साल के टीचर सर्वेश कुमार गंगवार पर इन दिनों SIR का काफी प्रेशर था। उन्हें BLO बनाया गया था। आज सुबह ड्यूटी के दौरान ही उनकी मौत हो गई, जिससे उनके परिवार में हड़कंप मच गया। परधौली प्राथमिक विद्यालय में पहुंचे आला अधिकारीBLO के बड़े भाई योगेश गंगवार भी टीचर हैं और उन्हें सुपरवाइजर बनाया गया है। उन्होंने बताया कि इन दिनों SIR का बहुत ज्यादा प्रेशर है। अधिकारी लगातार टॉर्चर कर रहे हैं। रात के 11–12 बजे तक काम करना पड़ रहा है, उसके बावजूद अधिकारी फटकार लगाते हैं। काम का ज्यादा बोझ होने की वजह से मेरे भाई की जान चली गई। BLO सर्वेश कुमार की मौत से उनके दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। सर्वेश की पत्नी प्रभा की दो महीने पहले कैंसर से मौत हो गई थी। उनके दो जुड़वा बच्चे अहाना और अयांश जिनकी उम्र 5 साल है। सर्वेश बरेली के कर्मचारी नगर के रहने वाले हैं। 2015 में उनकी शिक्षक के पद पर जॉब लगी थी। उनके भाई ने बताया कि कभी भी काम का बोझ इतना ज्यादा नहीं रहा, जितना इस बार है। वहीं SDM सदर प्रमोद कुमार का कहना है कि BLO सर्वेश कुमार की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई है। उनके शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। जब उनसे पूछा गया कि BLO पर काम का ज्यादा प्रेशर है, तो उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है। नरेश गंगवार बोले- कोई कितना बेबस हो जाएगा, गाली सुन-सुनकर कहां तक कोई बर्दाश्त करेगाप्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार का कहना है कि अधिकारी गाली देते हैं। काम करना मुश्किल हो गया है। सरकार को एक करोड़ मुआवजा देना चाहिए। लोग रात के 12 बजे तक काम कर रहे हैं, फिर भी अधिकारी हमें गालियां देते हैं। एक महीने का समय बहुत कम दिया गया है।
संभल हिंसा के मुख्य आरोपी शारिक साठा पर दो FIR:कोर्ट में पेश न होने पर कार्रवाई, 2020 से दुबई में
संभल हिंसा के मुख्य आरोपी शारिक साठा के खिलाफ दो नई एफआईआर दर्ज की गई हैं। ये मामले एसआईटी प्रभारी रजनीश कुमार की तहरीर पर नखासा थाने में दर्ज किए गए हैं। शारिक के खिलाफ यह कार्रवाई 25 अक्टूबर को BNS की धारा 84 के तहत उद्घोषणा जारी होने के बावजूद न्यायालय में पेश न होने के कारण की गई है। पुलिस के अनुसार, शारिक साठा लगातार फरार चल रहा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कई बार दबिशें दी गईं, लेकिन वह हाथ नहीं लगा। इससे पहले भी उसके खिलाफ वारंट और गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी किए जा चुके थे। अदालत ने उसकी संपत्ति कुर्की की उद्घोषणा भी की थी, लेकिन निर्धारित समय सीमा समाप्त होने के बाद भी वह हाजिर नहीं हुआ। एसआईटी की रिपोर्ट में बताया गया है कि शारिक की गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, शारिक साठा वर्ष 2020 से भारत से बाहर फरार है। दिल्ली की जेल से छूटने के बाद उसने फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई का रास्ता लिया था। नखासा थाना क्षेत्र के हिंदूपुरा खेड़ा स्थित उसके मकान पर ताले लटके हुए हैं। नखासा थाना पुलिस और एसआईटी ने अब उसकी गिरफ्तारी तेज करने के साथ कानूनी कार्रवाई और सख्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शारिक साठा को भारत का सबसे बड़ा ऑटो लिफ्टर बताया जाता है, जो प्रतिवर्ष लगभग 300 गाड़ियां चुराता था। संभल हिंसा की बरसी पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने उसके खिलाफ परमानेंट वारंट और रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की बात कही थी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि शारिक साठा को बाहर से कौन लोग मदद पहुंचा रहे हैं और वह लगातार कैसे छिपा हुआ है। पुलिस का कहना है कि शारिक की गिरफ्तारी तक यह अभियान जारी रहेगा।
गोरखपुर के डीडीयू यूनिवर्सिटी में संविधान दिवस को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। हजारों की संख्या में शामिल होकर विधि विद्यार्थियों ने भव्य संविधान रैली निकाली। इस रैली को कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने हरी झंडी दिखाकर कैप्स के स्टेडियम से रवाना किया। इसके अलावा लाइव यूथ पार्लियामेंट, प्रभात फेरी और पुस्तक विमोचन समारोह भी आयोजित किए गए। इस आयोजन में स्टूडेंट्स ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। स्टूडेंट्स के संविधान निर्माता और भारतीय संविधान के प्रति उत्साह और सम्मान ने इस दिन को यादगार पल बनाया। हजारों स्टूडेंट्स ने ली संविधान की शपथ मुख्य कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के स्टेडियम में किया गया, जहां विधि संकाय के 2000 से अधिक विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई। इस ऐतिहासिक अवसर पर संविधान रैली का आयोजन किया गया, जिसे कुलपति प्रो पूनम टंडन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कुलपति प्रोफेसर टंडन ने खुद इस रैली का नेतृत्व करके छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। यह रैली स्पोर्ट्स ग्राऊंड से शुरू होकर विश्वविद्यालय चौराहा, डी.एम. आवास से होते हुए विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर राष्ट्रगान के साथ संपन्न हुई। युवा संसद का जीवंत प्रस्तुतीकरण संविधान दिवस के त्रिदिवसीय आयोजनों की श्रृंखला में दूसरे दिन, विधि के विद्यार्थियों ने 130वें संवैधानिक संशोधन पर एक जीवंत युवा संसद का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर स्थित 'नादायन' में किया। इस युवा संसद में पक्ष और विपक्ष के सांसदों के रूप में विद्यार्थियों ने विधेयक पर जोरदार बहस की और अपने तर्कों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विधि छात्राओं की ओर लिखित पुस्तक विमोचन इस अवसर पर एक और महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें विधि छात्राओं द्वारा लिखित पुस्तक ट्रायल ऑफ इन्हेरिटेड हेट्रेड का विमोचन किया गया। इस पुस्तक का विमोचन कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन और विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पंकज कुमार श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से किया। इन कार्यक्रमों में मुख्य रूप से बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष राजेश कुमार पांडेय, अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. अनुभूति दुबे, विधि विभाग के अध्यक्ष और अधिष्ठाता प्रो जितेंद्र मिश्रा, राजा महेंद्र प्रताप सिंह अलीगढ़ विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो चंद्रशेखर, बी.ए. एलएल.बी. कार्यक्रम के समन्वयक प्रो अहमद नसीम, प्रो सतीश चंद पांडे तथा विधि और अन्य विभागों के शिक्षक उपस्थित रहे।
गुरुग्राम के भांगरौला गांव में एक मामूली सी बात पर हुए विवाद ने इतना भयावह रूप ले लिया कि एक 21 साल के होनहार युवा इंजीनियर की जान चली गई। घटना 20 नवंबर की है, जब पड़ोसी दीपक यादव ने कथित तौर पर गौरव नाम के युवक के सिर पर लकड़ी का डंडा दे मारा। डिजाइन इंजीनियर का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने खाली प्लाट में कूड़ा फेंका था। गंभीर रूप से घायल गौरव को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां देर रात इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मृतक गौरव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के श्योहारा गांव का रहने वाला था और करीब एक साल से वह भांगरौला गांव में किराए के मकान में रह रहा था। एक साल पहले पासआउट कर गुरुग्राम आया गौरव ने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक से डिजाइन इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया था और पिछले साल 2024 में पासआउट हुआ था। फिलहाल वह आईएमटी मानेसर स्थित एक निजी कंपनी में इंजीनियरिंग डिजाइनर के पद पर कार्यरत था। प्लॉट में कूड़ा फेंकने पर झगड़ा हुआ परिजनों ने बताया कि 20 नवंबर को शाम के समय गौरव ने घर का कूड़ा पास के प्लाट में फेंक दिया था। इसी बात को लेकर पड़ोसी दीपक यादव ने झगड़ा शुरू कर दिया। देखते-ही-देखते बात हाथापाई तक पहुंच गई और गुस्से में दीपक ने लकड़ी का डंडा उठाकर गौरव के सिर पर जोरदार वार कर दिया। वार इतना तेज था कि गौरव मौके पर ही लहूलुहान होकर गिर पड़े। 10 लाख खर्च, जान भी नहीं बची उसे नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत बेहद नाजुक बनी रही। परिजनों का कहना है कि इलाज के दौरान अस्पताल में करीब 10 लाख रुपए से ज्यादा खर्च हो गए, लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी। लेकिन छह दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद मंगलवार रात गौरव ने दम तोड़ दिया। परिवार में अकेला कमाने वाला उसकी मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। उत्तर प्रदेश से आए परिजन सदमे में हैं। परिवार में वह अकेला कमाने वाला था। फिलहाल खेड़की दौला थाना पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। आरोपी पर हत्या का केस मामले की शिकायत मिलने के बाद खेड़की दौला पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी दीपक यादव के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया। आरोपी फिलहाल फरार है और उसकी तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
उत्तर पश्चिम रेलवे ने तकनीकी कार्यों के चलते रेल यातायात में बदलाव किया है। अजमेर मंडल के मदार-पालनपुर सेक्शन पर ब्रिज निर्माण के कारण बांद्रा और हडपसर से जोधपुर आने वाली दो ट्रेनों का मार्ग बदला गया है। वहीं, हैदराबाद रेल मंडल में काम के चलते भगत की कोठी-काचीगुड़ा एक्सप्रेस को रास्ते में रेगुलेट किया जाएगा। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया कि अजमेर मंडल के मदार-पालनपुर रेलखंड पर आउवा और भिंवालिया स्टेशनों के बीच ब्रिज संख्या 600 पर आरसीसी बॉक्स डालने का काम किया जाएगा। इसके लिए ट्रैफिक ब्लॉक लिया जा रहा है, जिससे 27 नवंबर को चलने वाली ट्रेनें प्रभावित रहेंगी। बदले रूट पर नए ठहराव ब्लॉक के कारण 27 नवंबर को बांद्रा टर्मिनस से रवाना होने वाली बांद्रा टर्मिनस-भगत की कोठी (गाड़ी संख्या 20943) और हडपसर से रवाना होने वाली गाड़ी संख्या 20496 (हडपसर-जोधपुर) अपने निर्धारित मार्ग के बजाय परिवर्तित मार्ग से चलेंगी। ये दोनों ट्रेनें वाया महेसाना-भीलड़ी-लूणी होकर संचालित होंगी। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने इन ट्रेनों का बदले रूट पर भीलड़ी, मारवाड़ भीनमाल और जालोर स्टेशनों पर अतिरिक्त ठहराव दिया है। काचीगुड़ा एक्सप्रेस नांदेड़ में रुकेगी इसके अलावा, हैदराबाद मंडल के सिकंदराबाद-मुदखेड रेलखंड पर बासर-नवीपेट स्टेशनों के बीच भी तकनीकी कार्य के लिए ब्लॉक लिया जा रहा है। इसका असर भगत की कोठी-काचीगुड़ा रेलसेवा (गाड़ी संख्या 17606) पर पड़ेगा। सीपीआरओ ने बताया कि 2 जनवरी 2026 को भगत की कोठी से रवाना होने वाली यह ट्रेन हजूर साहिब नांदेड़ स्टेशन पर 2 घंटे रेगुलेट (रोकी) रहेगी। वहीं, 6 जनवरी और 7 जनवरी 2026 को रवाना होने वाली यही ट्रेन नांदेड़ स्टेशन पर 50 मिनट रेगुलेट रहेगी।
पंजाब में जिला परिषद व ब्लॉक समितियों के चुनाव का ऐलान राज्य निर्वाचन आयोग कभी भी कर सकता है। जिला परिषद व ब्लॉक समितियों के चुनाव के लिए प्रशासनिक स्तर पर सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। जिला परिषद व ब्लॉक समिति चुनाव की आहट के बीच शिरोमणि अकाली दल तैयारियों में जुट गया। शिअद ने चुनाव के लिए प्रभारी नियुक्त करने शुरू कर दिए। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने जिला परिषद व ब्लॉक समिति चुनावों के लिए तीन ऑब्जर्वर नियुक्त कर दिए हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता एन.के. शर्मा को जिला पटियाला और जिला मोहाली, कमल चेतली को जिला शहीद भगत सिंह नगर यानि नवां शहर और रणजीत सिंह ढिल्लों को लुधियाना के हलका दाखा और गिल का ऑब्जर्वर नियुक्त किया है। बाकी जिलों के ऑब्जर्वर्स की नियुक्त जल्द करेगी पार्टी शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल का कहना है कि पार्टी अन्य जिलों में भी जल्दी ही ऑब्जर्वर नियुक्त करने का काम पूरा कर देगी। उन्होंने कहा कि टिकट आबंटन से लेकर चुनाव प्रचार तक सभी कार्यों में ऑब्जर्वर की अहम भूमिका रहेगी। उम्मीदवारों के आवेदन लेकर उनकी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को देंगे ऑब्जर्वर सुखबीर बादल ने ऑब्जर्वर्स को सख्त हिदायतें दी हैं कि जो भी कार्यकर्ता चुनाव लड़ने का इच्छा रखता है उससे आवेदन लें और उसके बाद उसकी बैकग्राउंड चैक करें। दावेदारों की पूरी रिपोर्ट तैयार करके पार्टी हाईकमान को दें। ऑब्जर्वर्स की सहमति के साथ उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। चुनाव अभियान का नेतृत्व करेंगे ऑब्जर्वर सुखबीर बादल का कहना है कि जिला परिषद व ब्लॉक समितियों के चुनाव ग्रामीण क्षेत्रों में होने हैं। इसलिए पार्टी पूरी तैयारी के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है। उनका कहना है कि चुनाव के लिए पार्टी ऑब्जर्वर नियुक्त कर रही है। नेताओं को जिस हलके या जिले की जिम्मेदारी दी जाएगी चुनाव अभियान भी उसी के नेतृत्व में चलाया जाएगा। पांच अक्तूबर तक होने थे चुनाव, बाढ़ के कारण मांगा था समय राज्य में पंचायत समिति और जिला परिषद चुनाव 5 अक्टूबर तक होने थे। राज्य में आई बाढ़ की वजह से इनमें देरी हुई है। जिस पर सरकार ने पांच दिसंबर तक चुनाव करवाने का समय मांगा था। पांच दिसंबर भी आने में मात्र आठ दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में राज्य निर्वाचन आयोग कभी भी चुनाव का ऐलान कर सकता है। 23 जिला परिषदों व 154 ब्लॉक समितियों के होंगे चुनाव पंजाब में 23 जिला परिषद और 154 ब्लॉक समितियों के चुनाव लंबे समय से लंबित हैं। ब्लॉक समितियां व जिला परिषद अपना कार्यकाल 2023 में पूरा कर चुके हैं। पिछली बार ये चुनाव 2018 में हुए थे। जोन बनाने की प्रक्रिया हो चुकी है पूरी सरकार ने पहले अगस्त में समिति और जिला परिषद चुनाव के लिए तैयारियां पूरी कर ली थीं। इन चुनावों के लिए जोन भी बना दिए गए थे और चुनावी हलकों के आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी थी। यही नहीं प्रशासन ने मतदाता सूचियां भी जारी कर दी थी। कोर्ट ने कहा था 5 अक्तूबर तक चुनाव करवाएं जिला परिषद व ब्लॉक समितियों के चुनाव का मामला पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट पहुंचा। जिस पर कोर्ट ने सरकार को पांच अक्तूबर तक चुनाव करवाने को कहा। बाढ़ का हवाला देकर सरकार ने पांच दिसंबर तक चुनाव प्रक्रिया का कार्यक्रम तय करने की बात कोर्ट को कही थी। संभावना है कि चुनाव की तारीखें दिसंबर के दूसरे सप्ताह में घोषित कर दी जाएंगी।
नमस्कार, कल की बड़ी खबर धर्मध्वजा पर पाकिस्तान को भारत के जवाब से जुड़ी रही। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान ज्ञान न दे। दूसरी बड़ी यूपी में SIR ड्यूटी कर रहे BLO की मौत से जुड़ी है। ⏰ आज का प्रमुख इवेंट, जिस पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. भारत बोला- ज्ञान न दे पाकिस्तान, राम मंदिर में मोदी के ध्वजारोहण का PAK ने विरोध किया था भारत ने कहा कि पाकिस्तान राम मंदिर में ध्वजारोहण पर ज्ञान न दे, क्योंकि वहां खुद अल्पसंख्यकों पर अत्याचार होता है। इसलिए पाकिस्तान को किसी दूसरे देश को नसीहत देने का कोई अधिकार नहीं है। दरअसल, पाकिस्तान ने अयोध्या के राम मंदिर में पीएम मोदी के ध्वजारोहण पर विरोध जताया था। पाकिस्तान ने UN से दखल की मांग की थी: पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत में मुस्लिम विरासत को मिटाने की कोशिश हो रही है। जिस जगह पहले बाबरी मस्जिद थी, वहां अब राम मंदिर बनाया गया। पाकिस्तान ने दावा किया कि बाबरी मस्जिद कई सदियों पुरानी धार्मिक जगह थी। 6 दिसंबर 1992 को इसे भीड़ ने गिरा दिया था। यह अल्पसंख्यकों के साथ भेदभाव का बड़ा उदाहरण है। पढ़ें पूरी खबर... 2. बरेली में BLO को ड्यूटी के दौरान हार्टअटैक, मौत, अखिलेश का दावा- SIR से यूपी में 3 करोड़ वोट काटेंगे SIR की ड्यूटी में लगे 4 कर्मचारियों की अब तक मौत हो चुकी है। बरेली में बुधवार को BLO सर्वेश कुमार गंगवार की ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से मौत हो गई। इससे पहले लेखपाल और टीचर ने सुसाइड कर लिया था, जबकि एक शिक्षामित्र की ब्रेन हैमरेज से मौत हो गई थी। इधर, नोएडा में महिला टीचर के इस्तीफा देने के बाद अब एक महिला शिक्षामित्र ने भी इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे में लिखा- 20 सालों से मैं पढ़ा रही हूं, लेकिन पिछले कुछ समय से परिस्थितियां बेहद कठिन हो गई हैं। मुझे चुनाव अभियान के SIR कार्य में बीएलओ बनाया गया है, जिससे मैं मानसिक रूप से परेशान हूं। अधिकारी दबाव बनाकर जबरन काम करवाने को मजबूर कर रहे हैं। अखिलेश बोले- सरकार का अधिकारी-कर्मचारियों पर दबाव यूपी में SIR को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा- यूपी में भाजपा-चुनाव आयोग मिलकर 3 करोड़ वोट काटने की साजिश कर रहे हैं। सरकार अधिकारियों-कर्मचारियों पर दबाव बना रही है। SIR का समय बढ़ा जाना चाहिए। पढ़ें पूरी खबर... 3. भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी मिली, 2030 में अहमदाबाद में होंगे गेम्स भारत को कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मेजबानी मिल गई है और अहमदाबाद को होस्ट सिटी चुना गया है। स्कॉटलैंड में हुई बोर्ड बैठक में यह फैसला हुआ। भारत 15 साल के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स (CWG) की मेजबानी कर रहा है। इससे पहले 2010 में नई दिल्ली में इन गेम्स का आयोजन किया गया था। तब भारतीय खिलाड़ियों ने 38 गोल्ड समेत 101 मेडल जीते थे। ओलिंपिक 2036 की दावेदारी मजबूत होगी: 20 साल के बाद भारत में कोई मल्टी स्पोर्ट्स इवेंट होने जा रहा है। ऐसे में ओलिंपिक 2036 की दावेदारी भी मजबूत होगी। भारत 1951 और 1982 एशियन गेम्स की मेजबानी भी कर चुका है। 2003 में हैदराबाद में एफ्रो-एशियन कप का आयोजन भी हुआ था। पढ़ें पूरी खबर... 4. दिल्ली में 1 घंटा टहलकर बीमार हुए CJI सूर्यकांत, कहा- प्रदूषण चिंताजनक, हल निकालना होगा दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से लोगों की सेहत बिगड़ रही है। सुप्रीम कोर्ट में SIR की सुनवाई के दौरान CJI सूर्यकांत ने कहा कि वे सिर्फ एक घंटा टहले और उनकी तबीयत खराब हो गई। CJI ने प्रदूषण को चिंताजनक बताया और समाधान की जरूरत जताई। उन्होंने 60+ उम्र के वकीलों को इन-पर्सन हियरिंग से छूट देने और वर्चुअल सुनवाई बढ़ाने पर विचार करने की बात भी कही। GRAP नियम और सख्त हुए: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए GRAP नियम और सख्त कर दिए गए। नए नियमों के तहत GRAP-1 में ही GRAP-2 वाले नियम शामिल होंगे और GRAP-4 में 50% कर्मचारियों को वर्क-फ्रॉम-होम देने का प्रावधान है। पढ़ें पूरी खबर... 5. चंद्रशेखर को चुनौती देने वाली गर्लफ्रेंड रैली में नहीं पहुंची, मुजफ्फरनगर में बेकाबू हुई भीड़ बिजनौर की नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर को चैलेंज करने वाली उनकी एक्स गर्लफ्रेंड रोहिणी घावरी मुजफ्फरनगर रैली में नहीं पहुंचीं। रोहिणी ने एक दिन पहले मंगलवार को X पर लिखा था- अब मैं भी रैली में शामिल हो रही हूं। जो होगा देखा जाएगा। चंद्रशेखर खुद मुझे सुरक्षा देंगे। मुझे खरोंच भी आई तो वे जेल जाएंगे। डॉ. रोहिणी घावरी के इस ऐलान के बाद रैली में हंगामा होने की उम्मीद थी। पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट हो गया था। चंद्रशेखर और रोहिणी के बीच विवाद चल रहा है। रोहिणी ने चंद्रशेखर के खिलाफ शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने, शादीशुदा होने की बात छिपाने, कॅरियर बर्बाद करने, सुसाइड के लिए उकसाने के आरोप लगाए हैं। रोहिणी की X पोस्ट पढ़िए... पढ़ें पूरी खबर... 6. पाकिस्तान से भी कमजोर हुई टीम इंडिया, 93 साल में पहली बार 400 रन की हार साउथ अफ्रीका ने भारत को टेस्ट सीरीज में 2-0 से हराकर 408 रन से रिकॉर्ड जीत दर्ज की। 93 साल में पहली बार टीम इंडिया 400+ रन के अंतर से हारी। पिछले एक साल में भारत घर में 7 में से 5 टेस्ट हारा है। इस दौरान पाकिस्तान ने भारत से बेहतर घरेलू प्रदर्शन किया। भारतीय टीम इस समय घरेलू मैदानों पर दुनिया की सबसे कमजोर टीमों में शामिल हो गई है। गंभीर बोले- मेरा फैसला BCCI करेगा: गौतम गंभीर ने साउथ अफ्रीका से घरेलू सीरीज हार की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि किसी एक खिलाड़ी को दोष नहीं दिया जा सकता। जिम्मेदारी सभी की है और शुरुआत मुझसे होती है। उन्होंने कहा कि मेरा फैसला BCCI करेगा, मत भूलिए मैंने इंग्लैंड में नतीजे दिए और चैंपियंस ट्रॉफी जिताई। पढ़ें पूरी खबर... 7. दावा- आर्मेनिया ने भारत से तेजस जेट खरीदने का समझौता रोका, दुबई क्रैश के बाद फैसला आर्मेनिया ने भारत से तेजस फाइटर जेट खरीदने की बातचीत फिलहाल रोक दी है। इजराइली मीडिया यरुशलम पोस्ट के मुताबिक यह फैसला 21 नवंबर को दुबई एयरशो में तेजस के क्रैश होने के बाद लिया गया। इस हादसे में भारतीय पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल की मौत हो गई थी। भारत ने अभी तक टिप्पणी नहीं की: आर्मेनिया भारत से 1.2 बिलियन डॉलर में 12 तेजस फाइटर जेट खरीदने वाला था और डील आखिरी चरण में थी। यह तेजस की पहली विदेशी डील हो सकती थी। हालांकि अभी तक न आर्मेनिया और न ही भारत सरकार ने इस पर कोई आधिकारिक टिप्पणी की है। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... 106 KM तक पैदल चलता रहा रोबोट, वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चीन की कंपनी एजीबॉट के रोबोट A2 ने 106 किलोमीटर पैदल चलकर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। वह जियांगसू के जिनजी लेक से शंघाई के बंड तक 24 घंटे में लगातार चलता रहा। बैटरी रास्ते में बदलती रही, इसलिए रोबोट रुका नहीं। उसने ट्रैफिक नियमों का पालन किया और अलग-अलग सतहों पर चला। अंत में रोबोट ने मजाक में कहा कि अब मुझे नए जूते चाहिए। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज मेष राशि वालों की निजी कामों में आ रही रुकावटें दूर होंगी। कर्क राशि वालों को बिजनेस में बहुत अच्छे ऑर्डर मिल सकते हैं। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
प्रतिष्ठित कंपनी टाटा के नमक का डुप्लीकेट बेचने वाले गोरखपुर के व्यापारी का लाइसेंस निलंबित हो सकता है। मंडल की सबसे बड़ी किराना मंडी साहबगंज में लवकुश प्रसाद की दुकान से 225 किलोग्राम नमक पकड़ा गया था। यह नमक टाटा कंपनी के नकली पैकेट में भरकर बेचा जा रहा था। इसका सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से दुकानदार को नोटिस जारी किया जा चुका है। राजघाट थाने की पुलिस ने टाटा कंपनी के प्रतिनिधि की शिकायत पर उनके साथ लवकुश प्रसाद की दुकान पर 12 नवंबर को छापा मारा था। इसमें बड़े पैमाने पर नकली टाटा नमक पकड़ा गया। कापीराइट एकट के तहत इस मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। दो महीने पहले भी बरामद हुआ था नकली नमक दो महीने पहले भी कोतवाली क्षेत्र में बड़े पैमाने पर टाटा नमक का नकली पैकेट बरामद किया गया था। स्थानीय स्तर से ही नकली पैकेट में पैक कर नमक को बेचा जा रहा था। इधर नवंबर में भी एक और खेप पकड़े जाने के बाद इस आशंका को बल मिला है कि बड़े पैमाने पर गोरखपुर में नकली सामानों का धंधा किया जा रहा है। जालसाज ब्रांडेड कंपनियों की पैकिंग छपवा रहे हैं और लोकल नमक भरकर उसे बेच रहे हैं। इसी तरह गोरखपुर में फेवीक्विक का नकली माल पकड़ा गया था। तह तक जाएगा खाद्य सुरक्षा विभाग दो महीन के अंतराल पर दो खेप नकली माल पकड़े जाने के बाद इस बात की संभावना बढ़ गई है कि स्थानीय स्तर पर इसकी पैकिंग की जा रही है। इसको लेकर खाद्य सुरक्षा विभाग विशेष जांच करेगा।सहायक आयुक्त डा. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि लोगों की सेहत से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। लोग जागरूक रहें और कहीं भी संदिग्ध खाद्य सामग्री मिले तो तत्काल इसकी शिकायत करें। मछली में मिलावट पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने किया सतर्क मछली को सड़ने और दुर्गंध से बचाने के लिए इन दिनों केमिकल की मिलावट की जा रही है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह मछली खरीदने में सावधानी बरतें। पिछले दिनों महेवा मंडी में मछली के नमूने में फार्मेलिन की पुष्टि हुई थी।महेवा मंडी में तकरीबन ढाई सौ क्विंटल मछली की बिक्री होती है। इसके अलावा जिले के अन्य स्थानों से भी भारी मात्रा में मछली बेची जाती है। डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मिलावटखोर मछली को लंबे समय तक ताजा दिखाने के लिए अवैध रूप से फार्मेलिन व फार्मेल्डिहाइड मिलाते हैं। यह कैंसरकारी है और भोजन में प्रतिबंधित है। सड़ी मछली की बदबू छिपाने के लिए अमोनिया या अमोनियम यौगिक का इस्तेमाल किया जाता है। मछली को सफेद, चमकदार और ताजा दिखाने के लिए हाइड्रोजन पराक्साइड का इस्तेमाल किया जाता है। सोडियम बेंजोएट, पुरानी मछली को धुलकर ताजा जैसा दिखाने के लिए क्लोरिन युक्त पानी, मछली का वजन बढ़ाने के लिए उसमें इंजेक्शन के माध्यम से पानी डाला जाता है। मछली को गंदे पानी से बने बर्फ में रखा जाता है। इससे माइक्रोबियल संक्रमण बढ़ता है। मछली को चमकदार व सख्त दिखाने के लिए जेल या चिपचिपा पदार्थ लगाया जाता है। मिलावटी मछली खाने से आंख, नाक, गले में जलन, उल्टी, दस्त, पेट दर्द, लिवर व किडनी पर असर पड़ता है। बच्चों व बुजुर्गों में अधिक जोखिम है। त्वचा एलर्जी, सांस की समस्या भी हो सकती है। डा. सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि मछली में बिल्कुल बदबू न होना, अत्यधिक चमक या बहुत सख्त मांस होना, मछली की आंखें धंसी या कल्ले भूरे होना, मांस दबाने पर वापस न उछले तो खाने योग्य नहीं मानी जाती है।
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो (VIDEO) देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। बच्ची के सवाल पर कथा पंडाल में गूंजे ठहाकेपंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों शिवपुरी में कथा कर रहे हैं। इस दौरान एक बच्ची ने उनसे ऐसा सवाल पूछ लिया, जिसे सुनकर पंडित धीरेंद्र शास्त्री की हंसी का फव्वारा फूट पड़ा। कथा पंडाल में भी जमकर ठहाके लगे। भूमिका नाम की बच्ची ने उनसे कहा कि जिस तरह से लोग आपको देखने के लिए तरसते हैं, मुझे भी कुछ ऐसा ही बनने का आशीर्वाद दे दीजिए कि लोग मुझे भी देखने के लिए तरसे। बच्ची की बात सुनने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने उसे मंच पर बुलाया। धीरेंद्र शास्त्री ने बच्ची को मन लगाकर पढ़ाई करने और भगवान का भजन करने की सलाह दी। इधर, पंडित धीरेंद्र शास्त्री का भक्तों से मिलने का अनूठा अंदाज भी खूब सुर्खियों में हैं। मंच पर हो या रास्ते से गुजरता उनका काफिला, धीरेंद्र शास्त्री लोगों का अभिवादन तो करते ही हैं, साथ ही कुछ ऐसा भी करते हैं, मानो वे डांट रहे हो और चिढ़ा रहे हो। भाजपा संगठन के लोगों से हारे सत्ताधारी नेताकटनी में सांसद खेल महोत्सव के दौरान रोचक नजारा दिखा। यहां भाजपा के सत्ताधारी नेता और संगठन के पदाधिकारियों के बीच रस्साकशी का खेल हुआ। एक तरफ केंद्रीय मंत्री डॉ. एल. मुरुगन, खजुराहो सांसद वीडी शर्मा, मंत्री दिलीप अहिरवार, विधायक संजय पाठक और अन्य जनप्रतिनिधि थे। जबकि दूसरी ओर संगठन से जुड़े नेता। एक-दूसरे को मात देने के लिए काफी देर तक जोर-आजमाइश चलती रही। आखिरकार संगठन के लोग भारी पड़े। उन्होंने सत्ताधारी नेताओं को अपनी ओर खींचकर खेल जीत लिया। अब लोग चुटकी ले रहे हैं कि भाजपा की राजनीति भी कुछ इसी तरह की है। सत्ता में बैठे लोग, जनप्रतिनिधि कितने भी ऊंचाई हासिल कर ले, उनकी डोर तो संगठन के हाथों में ही होती है। सत्ता को संगठन से समन्वय बनाकर चलना ही पड़ता है। विजयवर्गीय ने बताया कि वे एक नंबर के विधायक हैंइंदौर में यूनिटी मार्च के दौरान मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने खुद का भी स्वागत कर लिया। हुआ यूं कि अपने संबोधन के दौरान कैलाश विजयवर्गीय मंच पर बैठे सीएम, मंत्री, विधायक और संगठन के नेताओं के नाम ले रहे थे। तभी उन्होंने ने कहा- हमारे सभी विधायक, नंबर एक से.. फिर कहा- एक नंबर से तो मैं खुद विधायक हूं। इसके बाद उन्होंने एक-एक कर सभी विधायकों के नाम लिए। इसे लेकर लोगों में चर्चा हैं कि विजयवर्गीय ने बड़ी ही चतुराई से बता दिया कि वे एक नंबर से विधायक हैं और एक नंबर के भी विधायक हैं। मंच पर मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और सीएम डॉ. मोहन यादव के बीच लगातार गुफ्तगू होते भी देखी गई। लोग इसके भी अलग ही मायने तलाश रहे हैं। वैसे यूनिटी मार्च में इंदौर भाजपा के करीब-करीब सभी नेता नजर आए। लोग कह रहे हैं कि चलो तस्वीरों में तो भाजपा एकजुट नजर आई। कैबिनेट में खटपट, विपक्ष को मिला घेराबंदी का मौकाकैबिनेट की बैठक में मंत्रियों के बीच हुई खटपट की खबर ने विपक्ष को बैठे-बिठाए सरकार को घेरने का मौका दे दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि सीएम मोहन यादव जी का नियंत्रण मंत्रियों पर नहीं है। मंत्रियों का आपसी मतभेद मध्य प्रदेश का नुकसान कर रहा है। दरअसल, मंगलवार को कैबिनेट बैठक में जीएसटी कलेक्शन कम होने के मामले में मंत्रियों ने वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा को घेर लिया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने उनसे पूछा कि जब देश में जीएसटी कलेक्शन बढ़ रहा है तो मध्य प्रदेश में क्यों घटा? इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर अलग से बात हो सकती है। तभी मंत्री प्रहलाद पटेल बोले- नगरीय विकास मंत्री को बोलने देना चाहिए। इसके बाद सवाल और जवाबों का सिलसिला करीब 5-7 मिनट तक चला। इस मामले को विपक्ष ने अलग ही रंग देने की कोशिश की। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि मंत्रियों का एक समूह बना है, जिसका नेतृत्व शिवराज सिंह चौहान कर रहे हैं। इस समूह का काम है मध्य प्रदेश के सीएम को अस्थिर करना। वो दिल्ली में, संघ में रोज शिकायतें करते हैं। बीजेपी के अंदर बुराई करते हैं। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें... नींद में मास्टर जी.. नशे में धुत हेडमास्टर; कांग्रेस नेता ने रोका सीएम का भाषण, सामने खड़े हो गए भोपाल में पंचायती राज पर आयोजित कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने जैसे ही बोलना शुरू किया तो कांग्रेस समर्थित राजगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष चंदर सिंह सौंधिया ने उन्हें टोक दिया। वे अपनी जगह खड़े हो गए और कहा कि पंचायत का चुनाव हुए 3 साल हो गए, लेकिन उन्हें अब तक उनके अधिकार नहीं दिए गए। सब कुछ अधिकारियों के कंट्रोल में हैं। पूरी खबर पढ़ें..
मनरेगा:100 दिनी रोजगार सिर्फ 17 हजार परिवारों को, 5 ही जिलों में इनकी संख्या 1 हजार से अधिक
प्रदेश में मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार पूरा करने वाले परिवारों की संख्या में बड़ी कमी दर्ज की गई है। पिछले वर्ष 5.11 लाख परिवारों ने सौ दिन का रोजगार हासिल किया था, लेकिन मौजूदा वर्ष के शुरुआती 8 महीनों में अब तक यह आंकड़ा 17 हजार तक पहुंचा है। जबकि तीन लाख से ज्यादा परिवारों को रोजगार दिया जाना था। यह दिखाता है कि 100 दिन का रोजगार दिलाने की गति पिछले साल के औसत की तुलना में 95% से अधिक धीमी रही है। वित्तीय वर्ष के अंत तक प्रदेश अपने पिछले प्रदर्शन के आस-पास भी नहीं पहुंच पाएगा। जिसका सीधा असर ग्रामीण परिवारों की आजीविका पर पड़ेगा। मनरेगा ग्रामीण क्षेत्रों में आय और सामाजिक सुरक्षा का मुख्य आधार है। मौजूदा वर्ष में कुल 17,257 परिवारों को सौ दिन का रोजगार पूरा कर लिया है। इनमें बाड़मेर जिले में सबसे ज्यादा 4,188 परिवारों को काम मिला है। जबकि उदयपुर जिला 2,127 परिवारों के साथ दूसरे स्थान पर है। 1500 से ज्यादा परिवारों के साथ जयपुर तीसरे स्थान पर है। वहीं, सबसे कमजोर प्रदर्शन दिखाने वाले जिलों में संख्या दहाई के अंक तक सिमटे हुए हैं। इनमें धौलपुर, करौली और दौसा जैसे जिले मनरेगा के क्रियान्वयन में सबसे निचले पायदान पर हैं। गत वर्ष 5.11 लाख परिवारों की तुलना में कई जिलों में मनरेगा की गति निराशाजनक है। पिछले साल डूंगरपुर में 60 हजार से ज्यादा परिवारों और बाड़मेर में भी 50 हजार परिवारों को सौ दिन का रोजगार मिला था। मगर इस साल अब तक इनका प्रदर्शन पिछले साल के मासिक औसत के मुकाबले काफी कम है। पिछले वर्ष नागौर 26 हजार से ज्यादा परिवारों को सौ दिन का रोजगार मिला। मगर इस बार अब तक 200 परिवारों से कुछ ही ज्यादा ने काम किया। यदि अगले 4 माह में योजना की गति को कई गुना नहीं बढ़ाया गया तो ग्रामीण परिवारों को रोजगार प्रदान करने में प्रदर्शन बीते साल के आंकड़े तक पहुंचना मुश्किल होगा। हालांकि मानसून के चलते संख्या कम रहने का अनुमान है। कई जगह काम बंद हो जाता है। आठ जिलों में ही 500 से ऊपर पहुंची संख्या विभागीय आंकड़ों के अनुसार बाड़मेर, उदयपुर, जयपुर के सबसे ज्यादा परिवारों ने सौ दिन का रोजगार लिया। इनके अलावा बांरा व जैसलमेर ऐसे जिले हैं, जहां एक हजार से ज्यादा परिवार लाभांवित हुए। जिला परिषदों के अनुसार 33 में से 8 जिले ही ऐसे हैं, जहां 500 से ज्यादा परिवारों को सौ दिन का रोजगार मिला। इनमें राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा शामिल हैं। जबकि जोधपुर, प्रतापगढ़, पाली, चूरू, सिरोही, झुंझुनूं, बीकानेर, जालोर, टोंक, भरतपुर, नागौर व कोटा 200 परिवारों से ऊपर वाले जिले हैं।
51 साल के यशवर्धन चौहान हिंदी के सरकारी टीचर हैं। 11 दिन पहले एक्सीडेंट के कारण पसलियों में फ्रैक्चर हो गया। डॉक्टर ने कंपलीट बेड रेस्ट के लिए कहा है, लेकिन यशवर्धन रोज पसलियों के सपोर्ट के लिए बेल्ट लगाकर घर से निकल जाते हैं। 13-14 घंटे काम कर रहे हैं। यशवर्धन जैसी ही कहानी 54 साल के सरदार सिंह सांदू की है। एक महीने पहले पथरी का ऑपरेशन हुआ, फिर हार्ट में डला स्टेंट निकलवाना पड़ा। इसके बावजूद दवाइयों के साथ रोज घंटों काम कर रहे हैं। महज 5 घंटे सो रहे हैं। क्योंकि ये दोनों बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) हैं। इनके कंधों पर जिम्मेदारी है– एक भी गलती के बिना मतदाता सूची तैयार करना। यानी वही सूची, जिसके आधार पर तय होता है कि आप वोट डाल पाएंगे या नहीं। पढ़िए- तमाम चुनौतियों के बावजूद कैसे ये BLO मजबूती के साथ लोकतंत्र के सबसे अनोखे मिशन SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) में जुटे हुए हैं... छाती पर ट्रैक्टर का पहिया चढ़ने से पसलियां फ्रैक्चरजोधपुर के मंडोर के चांदना भाखर के यशवर्धन चौहान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हाईकोर्ट कॉलोनी में हिंदी के टीचर हैं। इन दिनों बीएलओ की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। सुबह 6 बजे जाग जाते हैं। उठते ही फॉर्म ऑनलाइन अपलोड करना शुरू कर देते हैं। इसके बाद सुबह 9 बजे घर से निकल जाते हैं। पूरे दिन फिल्ड में घर-घर जाकर लोगों से फॉर्म भरवाते हैं। यशवर्धन एसआईआर की ड्यूटी के दौरान ही 15 नवंबर को सुबह घर से बाइक पर निकले थे। रास्ते में एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी। यशवर्धन सड़क पर गिर गए थे। इसी दौरान पीछे से आ रहा वाटर सप्लाई के टैंकर के ट्रैक्टर का पहिया उनकी छाती तक पहुंच गया। पसलियां फ्रैक्चर हो गईं। एक्सीडेंट के बाद डॉक्टर ने आराम की सलाह दी। यह जानकारी उन्होंने अपनी अधिकारी AERO प्रतिज्ञा को दी। इस पर सहायता के लिए नगर निगम के एक कर्मचारी रमेश व सुपरवाइजर थानाराम को उनके सहयोग के लिए लगा दिया गया। कोर्स नहीं करा पाए पूरा : यशवर्धन ने बताया कि वे दसवीं कक्षा तक हिंदी पढ़ाते हैं। बच्चों की अर्द्धवार्षिक परीक्षा भी चल रही है। 7वीं तक के बच्चों का हिंदी व्याकरण का सिलेबस रह गया, उसे वार्षिक परीक्षा में कवर करेंगे। 40 दिन का समय : यशवर्धन ने बताया कि एसआईआर प्रक्रिया के लिए 40 दिन का ही समय मिला है, जो बहुत कम है। फिर भी रात–दिन जुटे रहने से पूरा हो गया। उन्होंने बताया कि वार्ड संख्या 66 भाग संख्या 92 जोधपुर सिटी के 785 वाेटर की पहचान का कार्य 90 प्रतिशत पूरा हो गया। पहले पथरी का ऑपरेशन, फिर हार्ट में लगा स्टेंट निकलवायासरदार सिंह सांदू ब्रिगेडियर जब्बर सिंह राजकीय स्कूल में संस्कृत के टीचर हैं। साथ ही भाग संख्या 137 सरदारपुरा के बीएलओ भी हैं। सरदार सिंह सांदू बीजेएस स्थित अपने घर से सुबह 8 बजे निकल जाते हैं। पूरा दिन वार्ड में वोटर के घर–घर जाकर फॉर्म भरवा कर डिटेल ले कर शाम 7 बजे घर लौटते हैं। इसके बाद देर रात तक ये फॉर्म ऑनलाइन अपलोड करते हैं। सरदार सिंह ने करीब 1 महीने पहले पथरी का ऑपरेशन कराया था। इसी दौरान हार्ट में लगा स्टेंट भी निकलवाना पड़ा। डॉक्टर ने दवाइयाें के साथ रेस्ट करने की सलाह दी है, लेकिन सरदार सिंह पूरे दिन फील्ड में जुटे रहते हैं। उन्होंने बताया कि बीजेएस क्षेत्र में अधिकांश वोटरों का घर गांव में भी है। पंचायत चुनाव आने वाले हैं, ऐसे में वह अपना नाम गांव में ही रखवाना चाहते हैं। इसलिए शहर से हटवा रहे हैं। परेशानियां ये भी : एक बीएलओ को कुत्ते ने काटा, दूसरा बाइक से गिरकर घायलबासनी स्कूल के इंग्लिश के ग्रेड सेकेंड टीचर व भाग संख्या 160 के बीएलओ अशाेक सिंह कुड़ी हाउसिंग बोर्ड, सेक्टर-3 में रहते हैं। 13 नवंबर को सरस्वती नगर सेक्टर ए में एक वोटर को फॉर्म के बारे में समझा रहे थे। उसी दौरान एक आवारा कुत्ते ने काट लिया। अशोक सिंह पीएचसी सेंटर पहुंचे। 3 इंजेक्शन लगवाए और फिर एसआईआर की ड्यूटी में जुट गए। एजुकेशन डिपार्टमेंट में एलडीसी अभिषेक भाग संख्या 62 के BLO हैं। ड्यूटी पर एयरफोर्स स्थित अपने घर से रातानाडा की ओर निकले। रास्ते में उनकी बाइक को कार ने टक्कर मार दी। हाथ-पैर में चोट आई। अभिषेक ने अस्पताल पहुंच कर मरहम-पट्टी कराई और घर-घर फॉर्म भरवाने में जुट गए। --- राजस्थान के BLO से जुड़ीं ये खबरें भी पढ़िए... बीएलओ बोले- SIR से तनाव,नौकरी के लिए कोस रहा परिवार; ताई की मौत पर भी नहीं मिल रही छुट्टी जयपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का काम कर रहे परेशान BLO ने ट्रेन के आगे छलांग लगाकर सुसाइड कर ली थी। वहीं प्रदेशभर के अन्य बीएलओ ने भी सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पढ़ें पूरी खबर... BLO ने 3 दिन पहले लिख लिया था सुसाइड नोट, खुदकुशी से एक रात पहले आया था सुपरवाइजर का कॉल सरकारी स्कूल के टीचर (BLO) मुकेश चंद जांगिड़ ने 16 नवंबर की सुबह ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। जेब से मिले सुसाइड नोट में उन्होंने अपने सुपरवाइजर सीताराम बुनकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पढ़ें पूरी खबर...
झांसी में 15 साल की लड़की से रेप करने वाले 64 साल के रेपिस्ट को कोर्ट ने 10 साल के कारावास की सजा सुनाई है। उस पर 66 हजार रुपए का अर्थदण्ड लगाया गया। इसमें से 33 हजार रुपए पीड़िता को दिए जाएंगे। अर्थदण्ड अदा नहीं करने पर दो साल की जेल अतिरिक्त काटनी होगी। 8 साल पहले अतर सिंह पीड़िता को पूर्व सपा विधायक दीपनारायण सिंह से 2100 रुपए दिलाने के बहाने झांसी लाया था। यहां होटल में जोर जबरदस्ती की तो पीड़िता कमरे से नीचे उतर आई। फिर घर ले जाते समय जंगल में डरा धमकाकर जबरन रेप किया था। इस केस में बुधवार को पाॅक्सो कोर्ट एक्ट के विशेष न्यायाधीश मोहम्मद नेयाज अहमद अंसारी ने अतर सिंह को सजा सुनाई। पिता भी रास्ते में छोड़ आया था विशेष लोक अभियोजक विजय सिंह कुशवाहा ने बताया- आरोपी अतर सिंह (64) पुत्र भागीरथ समथर थाना क्षेत्र के ऐरा गांव का रहने वाला है। 19 जुलाई 2017 को वह एक युवक के घर पहुंचा। बोला- रक्षाबंधन के अवसर पर पूर्व विधायक दीपनारायण सिंह यादव लड़कियों को 2100-2100 रुपए बांट रहे हैं। पैसे दिलाने के बहाने वह युवक और उसकी 15 साल की बेटी को समथर लाया। यहां से युवक को घर भेज दिया और उसकी बेटी को झांसी ले आया। पहले पूर्व विधायक की कोठी पर गया और बोला अभी पूर्व विधायक नहीं है, कल आएंगे। वहां से होटल में ले गया। वहां कमरे में छेड़छाड़ करने लगा। तब बच्ची चिल्लाते हुए गेट खोलकर कमरे से नीचे पहुंच गई। पीछे से अतर सिंह भी आ गया। जंगल में मारपीट कर जबरन रेप किया अतर सिंह पीड़िता को होटल से कोछाभांवर जाने के लिए निकल पड़ा। बोला- वहां मेरी बेटी रहती है। मगर कोछाभांवर न जाकर वह गाड़ी से घर के लिए निकल पड़ा। गांव आने से पहले जंगल में आरोपी ने गाड़ी रोक ली। मारपीट कर मार डालने की धमकी दी। फिर जबरन रेप किया। किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी दी। घर पहुंचकर पीड़िता ने मां को आपबीती सुनाई। इसके बाद भाई उसे लेकर समथर थाने गया और पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने केस दर्ज करके अतर सिंह को गिरफ्तार किया था। बाद में उसके खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र पेश किया गया। तमाम सबूतों के आधार पर आरोपी को 10 साल की सजा और अर्थदण्ड से दंडित किया गया है।
खारा औद्योगिक क्षेत्र में पीओपी के साथ अब गिट्टी की फैक्ट्रियां भी दिन-रात धुआं उगल रही हैं। सुबह और शाम को धुआं गांव पर छा जाता है। पीसीबी ने फैक्ट्री मालिकों को पाबंद किया है। उद्यमियों ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल से मिलकर अपनी पीड़ा बताई। खारा औद्योगिक क्षेत्र में करीब 125 फैक्ट्रियां हैं, जिनमें 22 फैक्ट्रियां गिट्टी की हैं। ये सभी फैक्ट्रियां एक साथ चलती हैं तो हवा प्रदूषित हो जाती है। आसमान धुएं से घिर जाता है। सबसे ज्यादा हालात मिनरल जोन में खराब हैं। हालांकि ग्रामीणों के आंदोलन की तैयारी को देखते हुए उद्यमियों ने फैक्ट्रियां शिफ्टों में चलानी शुरू कर दी हैं। हालात उसके बाद भी नहीं सुधर रहे हैं। ग्रामीण लगातार शिकायतें कर रहे हैं। बुधवार को पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों ने औद्योगिक क्षेत्र का जायजा लिया। इस दौरान प्रदूषण फैलाने वाली गिट्टी की कुछ फैक्ट्रियों को चिन्हित किया गया है। ये फैक्ट्रियां रात-दिन चलती हैं। बोर्ड के रीजनल अधिकारी ने सभी फैक्ट्री संचालकों को पाबंद किया है। कुल 26 फैक्ट्रियों को नोटिस जारी किए हुए हैं, जिसमें से अभी तक एक ही फैक्ट्री बंद की गई है। उधर खारा निवासी गजे सिंह का कहना है कि खारा को पूरी तरह प्रदूषण मुक्त नहीं किया गया तो कलेक्ट्रेट पर महापड़ाव डाला जाएगा। भास्कर इनसाइट — खारा में वायु प्रदूषण पर भी एक्यूआई की जांच नहीं केंद्रीय मंत्री से मिले 125 उद्यमी खारा औद्योगिक क्षेत्र के 125 उद्यमियों ने केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल से मंगलवार शाम को मुलाकात की। उन्होंने बताया कि फैक्ट्रियों का संचालन राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मानकों के तहत किया जा रहा है, लेकिन औद्योगिक क्षेत्र में सड़कें बुरी तरह टूटी हुई हैं। सड़कों पर जमी धूल गाड़ियों के कारण उड़ती रहती है। उसे दबाने के लिए लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है। उद्यमियों ने बताया कि सीएमएचओ की जांच में किसी के भी शरीर में विषैला, हानिकारक उत्सर्जन नहीं मिला।आरएसपीसीबी रिपोर्ट के अनुसार NOx–SOx, PM10 भी निर्धारित सीमा में मिले हैं। वैज्ञानिक रिपोर्ट के आधार पर एनजीटी भोपाल भी वायु प्रदूषण संबंधी याचिका निरस्त कर चुका है। केंद्रीय मंत्री से मिलने वालों में खारा उद्योग संघ के अध्यक्ष परविंद्र सिंह राठौड़, प्रकाश सोनावत, के. आर. दहिया, हेतराम बिश्नोई, शिवनारायण बिश्नोई, विजयपाल खीचड़, अरुण कुमार बांठिया, ईश्वर चंद बोथरा, राजेश चावला, राम सिंह सांखला, नरेश राजपुरोहित, जयकिशन परिहार, रमेश चौधरी, बजरंग सुथार, प्रभात, ललित, चंदन, श्रवण चौधरी, डूंगर राम सियाग, अमित बाठिया, महावीर दहिया, विनोद कोठारी आदि शामिल रहे। खारा औद्योगिक क्षेत्र में पीओपी की फैक्ट्रियों से वायु प्रदूषण की शिकायतें रोज आ रही हैं, लेकिन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने अब तक क्षेत्र का एयर क्वालिटी इंडेक्स चेक नहीं किया है। जबकि पिछले साल नवंबर में PM10 काफी बढ़ा हुआ था। एक्यूआई 900 तक पहुंच गया था। बोर्ड अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए थे। दरअसल एयर क्वालिटी की जांच के लिए शहर में एम.एम. ग्राउंड पर पॉल्यूशन बोर्ड का उपकरण लगा हुआ है। बुधवार को एक्यूआई 218 रिकॉर्ड किया गया है। खारा का एक्यूआई जानने के लिए गांव में ही अलग से मशीन लगानी होगी। प्रदूषण की स्थिति को देखते हुए विभाग मशीन लगाने से बच रहा है। “खारा क्षेत्र में फैक्ट्री संचालकों को पाबंद करने के बाद काफी नियंत्रण है। गिट्टी की फैक्ट्रियों के कारण समस्या आ रही है। उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।” -राजकुमार मीणा, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण मंडल “खारा में सभी फैक्ट्रियां रोटेशन से चल रही हैं। पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानकों पर काम हो रहा है। हमने केंद्रीय मंत्री के समक्ष वस्तुस्थिति रखी है।” -परविंद्र सिंह राठौड़, अध्यक्ष, खारा उद्योग संघ
गोरखपुर में 20 नवंबर को बेटे ने मां का शव लेने से सिर्फ इसलिए मना कर दिया था, क्योंकि घर में शादी थी। उसने कहा था कि 4 दिन फ्रीजर में लाश रखवा दो। शादी के बाद आकर दाह संस्कार करवा दूंगा। लेकिन, पिता मां का शव अपने गांव जौनपुर ले गए, जहां रिश्तेदारों ने घाट किनारे शव को दफना दिया। इस मामले को लेकर पूरे यूपी में बेटे की काफी बदनामी हुई। समाज में अपमानित होने के बाद बेटों ने नाराज पिता को मनाया और अपने घर लेकर आ गए। 68 साल के पिता भुआल ने भी बड़ा दिल दिखाते हुए बेटों को माफ कर दिया। वह दुखी मन से कहते हैं- मेरी नाराजगी की सजा मेरी पत्नी को भुगतनी पड़ी। हिंदू घर में जन्म लिया, लेकिन रीति रिवाज से अंतिम संस्कार तक नहीं हो पाया। गांव में रिश्तेदारों ने घाट किनारे शव को दफना दिया। अब 6 दिसंबर को रिश्तेदारों की मौजूदगी में शोभा का आटे का पुतला बनाकर उनका दाह संस्कार किया जाएगा। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पिता बोले- बेटों के अलगाव से परेशान हो चुकाबेटों से नाराज बुजुर्ग भुआल गुप्ता और शोभा देवी गोरखपुर से 200 KM दूर जौनपुर के वृद्धाश्रम में शिफ्ट हो गए। 19 नवंबर की रात शोभा देवी (65) की मौत हो गई। 20 नवंबर को पिता भुआल (68) ने अपने बेटे को कॉल कर मां की मौत के बारे में बताया। बेटे ने कहा कि घर में शादी है, इसलिए अभी अंतिम संस्कार टाल देते हैं। मां की लाश डीप फ्रिजर में रखवा दें। दैनिक भास्कर की टीम भुआल का हाल जानने के लिए उनके घर पहुंची। घर के बाहर बरामदे में रिश्तेदार बैठे दिखे। यहीं हमारी भुआल से मुलाकात हुई। वह कहते हैं- जितनी गलती मेरे बेटों की है, उतनी ही मेरी भी है। मेरी जो उम्र है, उसमें मैं किसी से क्या ही नाराज रहूंगा? परिवार के अलगाव से परेशान हो चुका हूं, अब शांति चाहता हूं…। परिवार में पोते की शादी होने की वजह से हिंदू परंपरा के अनुसार मेरी पत्नी का अंतिम संस्कार नहीं हो सका था। गांव के पंडित से राय ली गई। अब 6 दिसंबर को आटे को गूंथकर पत्नी शोभा देवी का पुतला बनाया जाएगा। फिर उसका दाह संस्कार किया जाएगा। बेटे बोले- पापा को निकाला नहीं, वो खुद चले गए बरामदे में ही भुआल के बड़े बेटे संजय से मुलाकात हुई। वह कहते हैं- पापा करीब 17 महीने पहले हमसे नाराज होकर चले गए थे। रुपए के लेन-देन के झगड़े की वजह से मानसिक तनाव चल रहा था। उन्हें किसी ने घर से नहीं निकाला था। वह खुद ही कई साल पहले घर और परिवार से अलग हो गए थे। उस वक्त लेन-देन के विवाद में गांव के ही कुछ लोगों ने गलत आरोप लगाए थे। इसके चलते गलतफहमी और बढ़ गई थी। शोभा के पिता ने संपत्ति भुआल के बेटों के नाम कीपरिवार के अन्य सदस्यों से बातचीत करने के बाद एक कहानी सामने आई। भुआल और शोभा के 3 बेटे और 3 बेटियां हैं। बेटे संजय, अजय और संदीप गांव के घर में रहते हैं। 3 बेटियों की शादियां हो चुकी है। संजय का गांव में ही किराना स्टोर और मेडिकल शॉप है। भुआल मद्धेशिया मूलरूप से महराजगंज के पनियरा इलाके के गांव नरकटहां के रहने वाले हैं। 20 साल पहले वह पत्नी शोभा के साथ अपनी ससुराल भरोहियां (गोरखपुर) में रहने लगे थे। यहां गांव के दूसरे लोगों के साथ उनका रुपए का लेन-देन था। उधार ज्यादा हो गया, तो शोभा के पिता सीताराम ने अपनी संपत्ति तीनों नाती संजय, अजय और संदीप के नाम कर दी थी। करीब 17 महीने पहले भुआल और शोभा जौनपुर के वृद्धाश्रम चले गए थे। इसी बीच गांव में हुई पंचायत में तय हुआ कि तीनों बेटे माता-पिता के इलाज का खर्च उठाएंगे, जबकि भुआल की उधारी की राशि छोटा बेटा संदीप चुकाएगा। अब वो कहानी पढ़िए, जो गांव के लोगों ने बताई… 2 साल पहले झगड़े बेटे, वजह थी ज्यादा उधारी करीब 2 साल पहले घर में विवाद बढ़ गया। भुआल के बड़े बेटे संजय ने कहा- आप लोग घर पर बोझ बन गए हो। आए दिन उधार वसूलने वाले आते हैं। आप लोग हमारे साथ नहीं रह सकते। यह सुनकर भुआल अपनी पत्नी शोभा के साथ घर से निकल गए। वह सुसाइड करने राजघाट के पास पहुंचे। यहां एक व्यक्ति ने उन्हें रोक दिया। कहा कि अयोध्या या मथुरा चले जाइए। वहां रहने-खाने का इंतजाम होता रहेगा। भुआल और शोभा पहले अयोध्या पहुंचे। यहां रहने का इंतजाम नहीं हुआ, तो मथुरा पहुंचे। मगर, यहां भी उनके रहने-खाने का इंतजाम नहीं हुआ। यहीं पर भुआल को जौनपुर के वृद्धाश्रम का मोबाइल नंबर मिला। नंबर पर कॉल की, तो जौनपुर विकास समिति वृद्धाश्रम के हेड रवि कुमार चौबे से बात हुई। उन्होंने दोनों को अपने यहां बुला लिया। तब से भुआल और शोभा साथ रह रहे थे। रवि चौबे से बात करने पर शोभा देवी की बीमारी सामने आई। वह कहते हैं- कुछ महीने पहले शोभा देवी के पैर में लकवा मार गया था। वह चल-फिर नहीं पाती थीं। संस्था ने प्राइवेट हॉस्पिटल में दवा कराई, जिससे उन्हें आराम मिला था। पैर में थी सूजन, डॉक्टर बोले- दोनों किडनी फेल हो गईंरवि चौबे बताते हैं- 19 नवंबर को शोभा देवी की फिर से तबीयत बिगड़ गई। उनके पैर में सूजन आ गई थी। मैंने उन्हें जौनपुर के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। वहां पर देर रात उनकी मौत हो गई। डॉक्टर ने बताया कि शोभा देवी की दोनों किडनी फेल हो गई थीं। गुर्दे में भी इन्फेक्शन हो गया था। पत्नी की मौत के बाद भुआल गुप्ता टूट गए। उन्होंने छोटे बेटे को फोन करवाया। रवि ने उनके छोटे बेटे को फोन किया। कहा कि आपकी माताजी का देहांत हो गया है। डेडबॉडी का अंतिम संस्कार करना है। आपकी मां की इच्छा थी कि उनका गोरखपुर में अंतिम संस्कार किया जाए। इस पर छोटे बेटे ने कहा कि घर में बड़े भइया के बेटे की शादी है। उनसे बात करके बताता हूं। इसके बाद उसने फोन रख दिया। छोटा बेटा बोला- भइया ने कहा है, मां का शव फ्रीजर में रख दोकरीब 10 मिनट बाद भुआल के पास छोटे बेटे का फोन आया। कहा- भइया ने कहा है कि डेडबॉडी को फ्रीजर में रखवा दो। शादी हो जाने के बाद अंतिम संस्कार करवा दिया जाएगा। यह सुनकर भुआल गुप्ता नाराज हो गए। उन्होंने रवि से कहा कि पत्नी का अंतिम संस्कार अब यहीं जौनपुर में करेंगे। गोरखपुर नहीं जाएंगे। इसी बीच उनके पास बेटियों का कॉल पहुंच गया। बेटियों ने कहा कि शव गांव ले आइए। यहीं अंतिम संस्कार करवा दिया जाएगा। इसके बाद भुआल गुप्ता एम्बुलेंस से अपनी पत्नी का शव लेकर गांव पहुंचे। यहां बड़े बेटे ने घर पर लाश लाने से इनकार कर दिया। रिश्तेदारों और गांव के लोगों ने कैंपियरगंज में घाट के पास मिट्टी में जबरन शोभा देवी की लाश को दफन करा दिया। भुआल ने बताया कि मेरी पत्नी का मैं अंतिम संस्कार भी नहीं कर सका। मेरे रिश्तेदार और बेटे कहते हैं कि 4 दिन बाद शव को निकालकर अंतिम संस्कार करेंगे। 4 दिन में तो शव को कीड़े खा जाएंगे। आटे का पुतला बनाकर दाह संस्कार होगाभुआल ने कहा- मैं मेरी पत्नी का हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार भी नहीं कर पाया। उसे मिट्टी में दफना दिया गया। इस दौरान गांव के लोगों ने उन्हें शांत कराया। पंडित से राय ली। पंडित ने बताया कि एक दफनाने के बाद शव को बाहर निकालकर अंतिम संस्कार नहीं किया जा सकता। अब आटे का पुतला बनाकर उसका विधि विधान से दाह संस्कार किया जा सकता है। छोटे बेटे से कॉल करके बातें करते थे दंपतीरवि कुमार चौबे ने बताया- भुआल और उनकी पत्नी कॉल करके कभी-कभी अपने छोटे बेटे से बातचीत करते थे। बड़ा बेटा किराना की दुकान और मेडिकल स्टोर चलाता है। कैंपियरगंज में आलीशान मकान भी है। वह कभी माता-पिता से बातें नहीं करता था। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें - कमला पसंद के मालिक की बहू ने सुसाइड किया, दिल्ली में फंदे पर लटका मिला शव देश के मशहूर पान मसाला कंपनी कमला पसंद और राजश्री के मालिक कमल किशोर की बहू दीप्ति चौरसिया (40) ने दिल्ली में सुसाइड कर लिया। मंगलवार शाम दिल्ली के बसंत विहार में वह अपने घर में फंदे पर लटकी मिली। कमल किशोर मूलरूप से कानपुर के रहने वाले हैं। पढ़िए पूरी खबर...
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यूपी की नगीना सीट से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर ने संविधान दिवस पर विधानसभा चुनाव- 2027 का आगाज कर दिया। उन्होंने मुजफ्फरनगर में रैली की। इसमें उनकी कथित गर्लफ्रेंड डॉक्टर रोहिणी घावरी ने X पोस्ट के जरिए शामिल होने का दावा किया था। हालांकि वह इस सभा में नहीं पहुंचीं। घावरी क्यों नहीं पहुंचीं? इसका जवाब जानने के लिए 'दैनिक भास्कर' ने रोहिणी से बात की। बताया- उनका वर्क परमिट वीजा एक्सपायर हो गया है। इसके चलते उन्हें इंडिया जाने की अनुमति नहीं मिल पाई। रोहिणी का दावा है- चंद्रशेखर ने दिल्ली के नार्थ एवेन्यू पुलिस थाने में उन पर, उनके पिता पर और भाई पर सेक्सटॉर्शन का केस दर्ज कराया है। यह FIR चंद्रशेखर ने अपनी पत्नी के जरिए कराई। रोहिणी ने कहा- यदि मैं दिल्ली आती तो गिरफ्तार कराने की भी साजिश थी। चंद्रशेखर मेरे पापा और खासकर भाई पर मुकदमा दर्ज कराकर मुझे दबाव में लाना चाहते हैं, जिससे मैं उनके खिलाफ कुछ न बोलूं। लेकिन मैं जल्द इंडिया लौटूंगी। उसकी अगली जहां भी रैली या सभा होगी, चुपचाप पहुंच जाऊंगी। रोहिणी ने चंद्रशेखर को लेकर क्या-क्या दावे किए? खुद को बसपा का विकल्प बताने वाले चंद्रशेखर की मुजफ्फरनगर रैली में क्या उम्मीद के मुताबिक भीड़ जुटी? क्या वाकई में रोहिणी के सनसनीखेज खुलासे से चंद्रशेखर की राजनीतिक चमक फीकी पड़ने लगी है? पढ़िए ये रिपोर्ट… पहले पढ़ते हैं कि डॉ रोहिणी ने सभा को लेकर क्या दावे किए थे? डॉ रोहिणी घावरी ने दो दिन पहले अपने सोशल पेज पर दो पोस्ट किए थे। पहली पोस्ट में घावरी ने लिखा- अमित शाह जी अगर 80% चंद्रशेखर के हैं और उसका साथ देते हैं, तो 20% देश के गृहमंत्री होने के नाते मेरे भी हैं। वो मेरा भी साथ देंगे। समझदार को इशारा काफ़ी होता है। समझ जाओ। फिर आखिरी लाइन में लिखा– घावरी ने दूसरी पोस्ट में लिखा–”2027 में उत्तर प्रदेश के चुनाव में मेरी भूमिका अहम होगी। इतनी आसानी से दलित वोटों में सेंध नहीं लगाने दूंगी। अपनी समाज को बचाने की ज़िम्मेदारी मेरी भी है। क़ानूनी हार, राजनीतिक हार और सामाजिक हार के लिए तैयार रहो। बहुत कुछ बदलने वाला है। हक़ और अधिकार की लड़ाई में निमंत्रण नहीं भेजे जाते, जिनका जमीर जिंदा होता है, वे खुद दौड़े चले आते हैं।” रोहिणी ने आखिरी में लिखा– अब मैं तो पहुंच रही हूं, जो होगा देखा जाएगा। मुझे सुरक्षा ख़ुद चंद्रशेखर देंगे। क्योंकि वो जानते है मुझे एक खरोंच भी आई तो वो जेल जाएंगे। रोहिणी दावा करने के बावजूद क्यों नहीं रैली में पहुंची?रोहिणी घावरी के इस पोस्ट के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई। कयास लग रहे थे कि रोहिणी यदि मुजफ्फरनगर की सभा में पहुंचती हैं, तो हंगामा होना तय है। बुधवार को दोपहर तीन बजे से रैली में चंद्रशेखर का भाषण था। उनकी सभा समाप्त भी हो गई, लेकिन रोहिणी नहीं पहुंचीं। 'दैनिक भास्कर' से बातचीत में रोहिणी ने दो वजहें गिनाईं। उन्होंने दावा किया- मैं एयरपोर्ट से लौट कर आई हूं। मेरा वर्क परमिट वीजा 31 अगस्त को एक्सपायर हो चुका है। मैं एयरपोर्ट पहुंची तो बताया गया कि आप इंडिया जा तो सकती हैं, लेकिन लौट नहीं पाएंगी। इस कारण मैं नहीं आ सकी। दिल्ली में दर्ज एफआईआर दूसरी वजहरोहिणी ने एक और खुलासा किया। बताया- चंद्रशेखर ने मेरे खिलाफ दिल्ली की नार्थ एवेन्यू पुलिस थाने में अपनी पत्नी वंदना कुमारी के माध्यम से सेक्सटॉर्शन का केस दर्ज कराया है। इस केस में मुझे तो आरोपी बनाया ही है, साथ में मेरे पिता और इंदौर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे मेरे भाई को भी आरोपी बनाया है। ये केस कोर्ट के माध्यम से दर्ज कराया गया है। आरोप लगाया है कि मैं और मेरे परिवार के लोग पैसों के लिए ब्लैकमेल कर रहे हैं। मेरा भाई आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका जाने वाला है। चंद्रशेखर ने जानबूझ कर मेरे भाई को आरोपी बनाया है, जिससे मैं उसके दबाव में आ जाऊं। जबकि लड़ाई मेरी और चंद्रशेखर की है। घावरी ने बताया- चाहती तो मैं भी चंद्रशेखर के अलावा उसके परिवार के लोगों को फंसा सकती थी, लेकिन मैंने किसी को नहीं घसीटा। क्योंकि ये मेरी और चंद्रशेखर के बीच की लड़ाई है। लेकिन उसने इस लड़ाई में मेरे पिता और भाई को घसीटा है। उन पर झूठे केस दर्ज कराया है। हालांकि इस एफआईआर के बारे में अभी तक न तो कोर्ट के माध्यम से और न ही दिल्ली पुलिस के माध्यम से कोई नोटिस मिला है। मुझे चंद्रशेखर के वकील की प्रेसवार्ता के माध्यम से इसकी जानकारी लगी। मैं दिल्ली पहुंच भी जाती तो ये मुझे गिरफ्तार कराने की कोशिश करता। बिना शोर मचाए, चुपके से जाऊंगी चंद्रशेखर की रैली मेंडॉ रोहिणी घावरी ने दावा किया कि अभी 2027 विधानसभा से पहले चंद्रशेखर की कई रैली और सभाएं होंगी। मैं अपना वर्क परमिट वीजा बढ़वाने के बाद जरूर इंडिया आऊंगी। जल्द ही किसी न किसी रैली में चुपके से बिना कोई शोर मचाए और बताए जाऊंगी। वहां लोगों के सामने चंद्रशेखर की असलियत बताऊंगी। रोहिणी ने कहा- राजनीतिक रूप से चंद्रशेखर की चमक फीकी पड़नी शुरू हो चुकी है। मुजफ्फरनगर की सभा को ही देख लीजिए। मेरठ, सहारनपुर व मुरादाबाद मंडल के लोगों को इस रैली में बुलाया गया था। एक महीने से पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस रैली में लोगों की भीड़ जुटाने के लिए लगाया गया था। पर इस रैली में मुश्किल से 15 हजार लोग भी नहीं पहुंचे। जबकि चंद्रशेखर की नगीना लोकसभा सीट और उनके घर सहारनपुर के बीच में मुजफ्फरनगर पड़ता है। क्या वाकई में चंद्रशेखर की रैली को फ्लाप मानी जाएगा?वरिष्ठ पत्रकार सैय्यद कासिम ने इसका जवाब दिया। बताया कि चंद्रशेखर के दो सोशल पेज हैं, एक फेसबुक पर और दूसरा X पर। दोनों पर सभा से काफी पहले लाइव प्रसारण शुरू हो जाता है। पहली बार था कि दोनों पेज पर लाइव प्रसारण नहीं हुआ। उस पर बिहार की सभाओं व रैली के जरूर फोटो–वीडियो अपलोड हैं। दोपहर 1 बजे तक उस मैदान में 5 हजार लोग भी नहीं जुटे थे। वहां सिर्फ दो हजार कुर्सियों की व्यवस्था की गई थीं। मैदान की पूरी क्षमता ही 60 हजार के लगभग है। अभी तक उस मैदान को सिर्फ भारतीय किसान यूनियन के लोग ही भरते रहे हैं। चंद्रशेखर की पूरी सभा की बैठक व्यवस्था V के सेप में थी। जो आए भी वो 16 साल से 30 वर्ष के युवा दलित थे। रोहिणी ने कहा- चंद्रशेखर की आक्रामकता को ये युवा पसंद करते हैं। यही उनकी सभा का हिस्सा बनने वहां पहुंचे थे। लेकिन सोचिए जो चंद्रशेखर बसपा का विकल्प बनने का दावा करते हैं। खुद मुस्लिम बहुल नगीना सीट से सांसद चुने गए थे। उनकी सभा में न तो मुस्लिम दिखे और न ही बहुजन समाज के बुजुर्ग और 30 वर्ष से ऊपर के लाेग पहुंचे। 9 अक्टूबर की बसपा की रैली का उत्तर देने की तैयारी थीबसपा की लखनऊ में 9 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रम में उमड़ी भीड़ का जवाब देने के लिए मुजफ्फरनगर में ये रैली बुलाई गई थी। चंद्रशेखर इस सभा में 50 से 60 हजार की भीड़ बुलाकर ये संदेश देना चाहते थे कि सिर्फ तीन मंडल से वो इतनी भीड़ बुला सकते हैं। इसके अलावा 6 दिसंबर को नोएडा में अम्बेडकर के महा-परिनिर्वाण दिवस पर बसपा के होने वाले कार्यक्रम से पहले चंद्रशेखर इस आयोजन के बहाने अपनी ताकत दिखाना चाहते थे। दरअसल, बसपा नोएडा में प्रेरणा स्थल पर 6 दिसंबर को अपनी ताकत दिखाने जा रही है। यहां पश्चिम के 6 मंडल आगरा, अलीगढ़, बरेली, सहारनपुर, मेरठ और मुरादाबाद से बड़ी भीड़ जुटाकर बसपा अपनी कमबैक को और पुख्ता करने में जुटी है। ------------------------------- ये खबर भी पढ़ें- अयोध्या से मोदी-भागवत ने लिखी चुनावी स्क्रिप्ट:राम को बनाया विकास का ब्रांड, जाति से हटकर हिंदुओं को एकजुट करने की कोशिश अयोध्या में सिर्फ राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा ही नहीं स्थापित की गई। पीएम मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 2027 के यूपी विधानसभा और 2029 के लोकसभा चुनाव की नई स्क्रिप्ट भी लिख दी। 2024 के लोकसभा से पहले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई। अब 2027 के यूपी विधानसभा से पहले राम मंदिर के शिखर पर धर्मध्वजा की स्थापना हुई। राममंदिर से पीएम मोदी, मोहन भागवत और सीएम योगी के भाषण को डी-कोड करने के लिए हमने कुछ राजनीतिक जानकार और एक्सपर्ट से बात की। ये खबर भी पढ़े...
बिहार पंचमी पर टला बड़ा हादसा:शोभायात्रा के दौरान मची थी भगदड़,विडियो हुआ सोशल मीडिया पर वायरल
बांके बिहारी जी के प्राकट्य उत्सव बिहार पंचमी पर वृंदावन में बड़ा हादसा टल गया। बधाई शोभायात्रा के दौरान भगदड़ जैसी स्थिति बनी ,जिसकी बजह से कई भक्त गिर पड़े। गनीमत रही कि इस दौरान कोई घटना घटित नहीं हुई। बिहार पंचमी पर हुई इस घटना का विडियो बुधवार देर रात सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मुख्य गली का मामला मंगलवार को बांके बिहारी जी के प्राकट्य उत्सव पर बधाई शोभायात्रा निकाली गयी। निधिवन से शुरू हुई बधाई शोभायात्रा जब बांके बिहारी मंदिर की मुख्य गली पर पहुंची तभी वहां श्रद्धालुओं द्वारा की गयी जल्दबाजी की बजह से भगदड़ जैसी स्थिति हो गयी। मौके पर कुछ देर के लिए अफरा तफरी का माहौल बन गया। शोभायात्रा में से कुछ भक्त निकलकर बांके बिहारी मंदिर की तरफ भागने लगे उसी दौरान यह स्थिति बन गयी। गिरे श्रद्धालुओं को पुलिस ने उठाया शोभायात्रा में से निकलकर कुछ युवकों के मंदिर की तरफ भागने से गली के कॉर्नर पर खड़े कुछ भक्त धक्का लगने से गिर पड़े। कुछ श्रद्धालु उनके ऊपर से निकलने लगे। इसी दौरान वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने बिना समय गंवाए गिरे हुए श्रद्धालुओं को उठाना शुरू कर दिया जबकि शोभायात्रा से मंदिर में जाने वाले भक्तों को रोक दिया गया। विडियो हुआ वायरल बांके बिहारी मंदिर की मुख्य गली पर हुई इस घटना का विडियो सोशल मीडिया पर बुधवार की देर शाम वायरल हो गया। 48 सेकेंड के इस विडियो में देखा जा सकता है कि गली के कॉर्नर पर मौजूद पुलिस कर्मी तत्परता और सूझबूझ का परिचय नहीं देते तो बड़ा हादसा हो सकता था। यह तो गनीमत रही कि समय रहते गिरे लोगों को उठा लिया वर्ना बड़ी घटना घटित हो जाती।
मेरठ में पति सौरभ की हत्यारोपी मुस्कान अपनी नवजात बेटी के साथ मेडिकल कॉलेज से डिस्चार्ज कर दी गई है। उसे चौधरी चरण सिंह जिला जेल की क्वारैंटाइन बैरक में रखा गया है। मुस्कान ने 24 नवंबर को बेटी को जन्म दिया था। इसके बाद वह दो दिन मेडिकल कॉलेज में रही। मुस्कान ने बेटी का नाम राधा रखा है। उसने पहले से ही तय कर रखा था कि अगर बेटा हुआ तो कृष्ण और बेटी हुई तो राधा नाम रखेगी। जिला जेल में मौजूद डॉक्टर ने मां-बेटी का प्राइमरी हेल्थ चेकअप किया। सब कुछ सही मिलने पर दोनों को क्वारैंटाइन बैरक में रखा गया है। इस बैरक में मुस्कान और उसकी बेटी के अलावा कोई और महिला बंदी नहीं है। जेल एडमिनिस्ट्रेशन अब मुस्कान और उसकी बेटी को मैन्युअल के हिसाब से सुविधा मुहैया करवा रहे हैं। बता दें, इससे पहले मुस्कान महिलाओं की कॉमन बैरक में थी, जिसमें 30 महिलाएं एक साथ रहती थीं। पढ़िए रिपोर्ट… सौरभ के भाई ने कहा- दोनों बच्चों का DNA होना चाहिए हॉस्पिटल के बाद जेल में भी मुस्कान से मुलाकात करने कोई नहीं आया। मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी और मां कविता उसकी पहली बेटी पीहू को पाल रहे हैं, मगर वह दूसरी बेटी राधा के हाल जानने के लिए जेल नहीं पहुंचे। ऐसा ही सौरभ के परिवार ने भी किया, उन्होंने भी मुंह मोड़ लिया है। परिवार को कोई सदस्य बच्चे को देखने नहीं आया। अब बड़ी बेटी को लेकर भी नई बात सामने आई है। सौरभ के बड़े भाई राहुल उर्फ बबलू ने कहा- मुस्कान ने जो कुछ किया, उसके बाद उसके कैरेक्टर पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। अब तक हम उसकी पहली बेटी पीहू का भी DNA टेस्ट की मांग करते हैं, ताकि ये क्लियर हो सके कि वो बेटी भी हमारी भाई सौरभ की है या नहीं। क्योंकि मुस्कान ने हर स्टेप पर माइंड गेम खेला है। मुस्कान और उसकी बेटी का हेल्थ अपडेट जानिए… डॉक्टर बोलीं- मुस्कान प्रॉपर डाइट ले रही मुस्कान ने नार्मल डिलीवरी में बेटी को जन्म दिया है। बेटी और मां की हेल्थ को लेकर भास्कर टीम ने डॉ. शगुन से बात की। वह कहती हैं- मुस्कान का वजन 70Kg है, उसका ब्लड प्रेशर, शुगर और हार्ट रेट नार्मल थे, कोई कॉम्पलिकेशन नहीं थी। इसलिए उसको डिस्चार्ज दिया गया। मुस्कान हॉस्पिटल में प्रॉपर डाइट ले रही थी। उसने रोटी, दलिया और दाल का पानी पिया। बेटी राधा का वजह 2kg और 500 ग्राम है। उसका मुस्कान अपना दूध पिला रही है, बच्ची का ब्लड प्रेशर, पल्स और हार्ट बीट नार्मल है। बच्ची हेल्दी और पूरी तरह से स्वस्थ्य है। डॉक्टर ने कहा- उसको 1 गिलास दूध, 1 फल लेने की सलाह मेडिकल अस्पताल की डॉ. अनुपमा कहती हैं- हमने मुस्कान को 1 सप्ताह की दवाएं दी हैं। इसमें आयरन, कैल्शियम की टैबलेट हैं। कुछ मल्टी विटामिन और विटामिन डी का सिरप हैं। इसी तरह बेबी के लिए विटामिन सिरप दिया है, जो मां और बेटी को तय शेड्यूल पर लेना है। मुस्कान को रोजाना दलिया, पतली दाल और पतली रोटी खाना है। 1 ग्लास दूध भी रोजाना पीना है। साथ में 1 फल लेना है। चूंकि मुस्कान ने अभी बच्चे को जन्म दिया है, इसलिए उसको अपनी सेहत का ज्यादा ख्याल रखने के बारे में सलाह दी गई है, इसी से बच्चा हेल्दी रहेगा। जेल अधीक्षक बोले- 1 महीने तक मुस्कान से कोई काम नहीं कराएंगे मेरठ जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा कहते हैं- जेल मैनुअल के अनुसार मुस्कान और उसकी बच्ची को अन्य से कैदियों से अलग बैरक में रखा गया है। यहां साफ-सफाई का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। जेल के डॉक्टर रेगुलर मुस्कान और उसकी बेटी का चेकअप करेंगे। मुस्कान को खाने में सादा और पौष्टिक भोजन दिया जाएगा, जोकि उसके स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए रहेगा। इसमें दाल, दूध, दलिया, रोटी, हरी सब्जी और एक फल शामिल है। मुस्कान से जेल में अभी कोई काम नहीं कराया जाएगा। वो बच्ची का ख्याल रखेगी। 1 महीने बाद उससे हल्का काम कराया जाएगा। जेल में बच्चों के खेलने के लिए क्रैच है, उनका आंगनबाड़ी में रजिस्ट्रेशन कराया जाता है, ये सारी सुविधाएं बच्ची को मिलेंगी। बच्ची और मां दोनों के जरूरत की सारी चीजें जेल मैनुअल के हिसाब से दी जाएंगी। अब सौरभ और मुस्कान के वकीलों की बात मुस्कान को बेटी होने के बाद अब उसकी जमानत को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। लोग कह रहे हैं कि अब बच्चे के आधार पर उसकी जमानत का ग्राउंड मजबूत हो गया है। ऐसे में हमने सौरभ राजपूत का केस लड़ रहे वकील विजय बहादुर सिंह से बात की… सवाल. क्या बेटी होने से मुस्कान को जमानत मिल सकती है? वकील. बच्चा होने के बाद मुस्कान की जमानत का ग्राउंड मजबूत नहीं हुआ है। क्योंकि जेल में बच्चे को मां के साथ रखने का नियम है। जेल में मां, बच्चे को पूरी आवश्यक सुविधाएं भी दी जाती हैं। इसलिए बच्चे के पालन पोषण के आधार पर जमानत का कोई ग्राउंड नहीं बनता। मुस्कान-साहिल की जमानत को कोर्ट पहले ही खारिज किया जा चुका है। बच्चे के आधार पर जमानत का ग्राउंड नहीं बनता। सवाल. क्या हत्या के मामले में भी जज जल्दी फैसला दे सकते हैं। वकील. केस जिला जज की कोर्ट में ट्रायल पर चल रहा है। केस में सुनवाई पूरी होने के बाद जज उस पर फैसला सुनाएंगे। लीगल प्रोसेस पूरी होने के बाद ही इस पर फैसला आएगा। मुस्कान की वकील रेखा जैन की बात सवाल. मुस्कान ने अपने वकील से अभी तक बात की है क्या? वकील. मुस्कान की तरफ से अभी उनसे कोई बात नहीं की गई है। मुझे बस इतना बताया गया था कि मुस्कान की तबीयत सही नहीं है, उसे अस्पताल ले जाएंगे, उसके बाद क्या हुआ मुझे इसका अपडेट नहीं है। अभी मुस्कान-साहिल की बेल को लेकर भी हमने कोई अप्लीकेशन दोबारा से अप्लाई नहीं की है। अब जानिए सौरभ-मुस्कान की लव स्टोरी, सौरभ की हत्या, लाश को कैसे नीले ड्रम में जमाया और पुलिस कैसे आरोपियों तक पहुंची 2016 : सौरभ पहली बार मुस्कान से मिला, परिवार से बगावत कीसौरभ राजपूत की जॉब मर्चेंट नेवी में थी। पोस्टिंग लंदन में थी। वह भारत आते-जाते रहते थे। ज्यादातर शिप पर विदेशों में ही रहते थे। 2016 में सौरभ मेरठ आए थे। यहीं पर पहली बार मुस्कान रस्तोगी से मुलाकात हुई। मुस्कान सौरभ के प्रोफाइल पर फिदा हो गई। दोनों घर वालों से छिपकर मिलने लगे। जब बात शादी तक पहुंची, तब परिवार का विरोध सामने आया। सौरभ के पिता मुन्नालाल, भाई राहुल और मां रेनू तैयार नहीं थे। मगर परिवार के खिलाफ जाकर सौरभ कुमार ने मुस्कान से लव मैरिज कर ली। इसी बात को लेकर परिजनों से विवाद चल रहा था। परिवार ने उन्हें प्रॉपर्टी से बेदखल कर दिया। सौरभ मुस्कान के साथ इंद्रानगर में ओमपाल के मकान में किराए पर रहने लगे थे। जहां पत्नी मुस्कान रस्तोगी और 8 साल की बेटी पीहू के साथ रह रहे थे। पीहू सेकेंड क्लास की स्टूडेंट है। कोरोना काल में पीहू की पढ़ाई नहीं होने से वह 2 क्लास पीछे है। 2019 : साहिल से प्यार हुआ, शादी करने की प्लानिंग कीमुस्कान की कहानी के मुताबिक, इस लव स्टोरी में ट्विस्ट 2019 में आया। तब पीहू प्ले स्कूल में थी। मुस्कान बेटी को छोड़ने स्कूल जाती थी, क्योंकि सौरभ ज्यादातर बाहर रहते थे। स्कूल के बाहर ही पहली बार साहिल शुक्ला से मुस्कान की मुलाकात हुई। मुस्कान घर पर अकेली रहती थी। इसका फायदा साहिल ने उठाया। दोनों घर से बाहर मिलने लगे। दोनों के शारीरिक संबंध भी बने। मुस्कान के मुताबिक, 2022 तक सब कुछ सही चल रहा था। सौरभ सालभर में 2 से 3 महीने ही मेरठ में रहता था। बाकी वक्त मुस्कान साहिल के साथ गुजारती थी। मगर अब साहिल दबाव बनाने लगा कि शादी करेंगे और साथ रहेंगे। सौरभ को तलाक दे दो। सौरभ के सोने के बाद मुस्कान ने चाकू घोपा25 फरवरी, 2025 को मुस्कान का जन्मदिन था। ठीक एक दिन पहले 24 फरवरी को सौरभ जन्मदिन मनाने मेरठ आया था। सौरभ के वापस आने के बाद साहिल परेशान रहने लगा। तय हुआ कि 4 मार्च को सौरभ को रास्ते से हटाना है। मुस्कान ने पहले पीहू को बेडरूम के बगल वाले कमरे में सुला दिया। उस रात डिनर में नशे की दवा मिला दी। सौरभ खाने के बाद जल्दी सो गया। इसके बाद मुस्कान ने साहिल को फोन किया। साहिल के आने के बाद मुस्कान ने सौरभ के सीने में चाकू घोंप दिया। सौरभ की मौत होने के बाद उसकी लाश को घसीटकर बाथरूम में ले गए। मुस्कान और साहिल ने मिलकर लाश के 4 टुकड़े किए। उन्हें छिपाने के लिए बाजार से पानी भरने वाला एक बड़ा प्लास्टिक का ड्रम लाए। लाश के टुकड़े इसी ड्रम में भर दिए गए। लाश के साथ रातभर दोनों लॉबी में रहेमुस्कान और साहिल को पता था कि सड़ने के बाद लाश से बदबू आएगी। इसलिए लाश के ऊपर पानी डाला और सीमेंट भर दी। इसके बाद दोनों साथ में रातभर उसी लॉबी में रहे। 5 मार्च की सुबह मुस्कान ने पीहू को उठाया। पीहू को अपनी मां कविता के घर ले जाकर छोड़ दिया। फिर वापस आई और साहिल के साथ शिमला-मनाली घूमने चली गई। मुस्कान अपने साथ सौरभ का मोबाइल लेकर गई थी। वहीं से सौरभ का वॉट्सऐप चलाती रही। साहिल ने पुलिस को बताया कि शिमला के एक मंदिर में हम दोनों ने शादी की। मगर होटल, खाने-पीने और घूमने में हमारे पैसे खत्म हो रहे थे। सौरभ के बैंक अकाउंट में 6 लाख रुपए थे। मुस्कान उन रुपयों को निकाल नहीं पा रही थी। मां कविता के कहने पर 17 मार्च को मुस्कान साहिल के साथ मेरठ वापस लौट आई। इसके बाद पूरा मामला खुलता चला गया। मुस्कान गर्भवती, कोर्ट में सुनवाई चल रही इस वक्त मुस्कान और साहिल मेरठ की जिला जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ पुलिस चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। मुस्कान गर्भवती है। उसको जेल के अस्पताल में रखा गया है। जबकि साहिल जेल में बागवानी के काम कर रहा है। इस केस में ड्राइवर, सीमेंट, चाकू और मेडिकल स्टोरी के संचालक के बयान हो चुके हैं। कोर्ट में बुधवार को एसएसआई कर्मवीर सिंह की गवाही थी। लेकिन वकीलों की हड़ताल के चलते गवाही नहीं हो सकी। अब गवाही के लिए दो दिसंबर की तारीख तय की गई है। एसएसआई कर्मवीर ने पंचनामा भरकर सौरभ के शव का पोस्टमार्टम कराया था। उसकी गवाही इस केस में महत्वपूर्ण है।------------------------------ ये भी पढ़ें - नीले ड्रम वाली मुस्कान बेटी के साथ जेल भेजी गई, मेरठ में सौरभ के भाई बोले- उसने गेम खेला, बच्ची को मार सकती है नीले ड्रम में पति को मारकर सीमेंट से जमा देने वाली मुस्कान में 24 नवंबर को बेटी को जन्म दिया। आज 26 नवंबर को मुस्कान मेडिकल अस्पताल से डिस्चार्ज की गई। बच्ची के साथ मुस्कान जिला जेल लाई गई। मुस्कान, उसकी बेटी दोनों अब जेल में ही रहेंगी। जेल में पहुंचते ही सबसे पहले जेल के डॉक्टर्स ने मुस्कान, उसकी बेटी का हेल्थ चेकअप किया। उनकी सारी हेल्थ डिटेल्स देखी गई हैं। इसके बाद उन्हें जिला जेल में दाखिल किया गया है। पढ़िए पूरी खबर...
बिहार विधानसभा चुनाव में तमाम एग्जिट पोल और राजनीतिक भविष्यवाणियों को दरकिनार कर मोदी-नीतीश की जोड़ी (एनडीए) ने 202 सीटें जीतीं। एनडीए की उम्मीद से अधिक जीत में महिलाओं के अभूतपूर्व समर्थन और वोटों को आधार माना गया है। महिलाओं के एनडीए के लिए इस झुकाव की वजह चुनाव से पहले जीविका दीदी के खाते में भेजे गए 10-10 हजार रुपए हैं। योगी सरकार के मंत्री, भाजपा के पदाधिकारी और राजनीतिक विश्लेषक भी यह मानते हैं। इसके चलते मध्यप्रदेश की लाडली बहना योजना, महाराष्ट्र की सीएम माझी बहन लड़की, हरियाणा की दीनदयाल लाडो लक्ष्मी के बाद यूपी में भी महिलाओं और बेटियों के वोट को साधने के लिए भाजपा कोई गेमचेंजर योजना लागू करेगी। मिशन 2027 की चुनौती…बड़ी जीत का दबाव हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और बिहार में भाजपा-एनडीए की जीत हुई है। इसके बाद यूपी के सीएम योगी, भाजपा और वैचारिक संगठनों के लिए यूपी विधानसभा चुनाव- 2027 किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं। यूं तो सीएम योगी सबसे लंबे समय तक सीएम रहने और सबसे लंबे समय तक भाजपा सरकार चलाने का रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा चुके हैं। लेकिन, बिहार में जिस तरह के नतीजे आए हैं, अब वैसी ही प्रचंड जीत को लेकर दबाव बढ़ गया है। यूपी में विधानसभा चुनाव का आगाज जनवरी- 2027 के पहले सप्ताह तक हो जाएगा। ऐसे में योगी सरकार के पास महज 13-14 महीने का समय है। लिहाजा, सरकार और संगठन ने भी मिशन- 2027 को लेकर सोचना शुरू कर दिया है। राजनीतिक विश्लेषक भी मानते हैं कि हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और बिहार में पीएम मोदी के बाद सबसे लोकप्रिय स्टार प्रचारक होने के नाते सीएम योगी भी अपनी जिम्मेदारी समझते हैं। जानिए बिहार का जीविका दीदी मॉडल क्या है?बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना लागू की। इसका उद्देश्य हर परिवार की एक महिला को स्वरोजगार से जोड़ना था। इसके लिए हर परिवार की एक महिला को विधानसभा चुनाव से पहले 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी गई। रोजगार शुरू करने का बाद सरकार उसका आकलन करेगी। इसके बाद अधिकतम दो लाख रुपए की आर्थिक सहायता कामकाज को आगे बढ़ाने के लिए दी जाएगी। नीतीश सरकार ने 25 लाख महिलाओं के खाते में 10-10 हजार रुपए ट्रांसफर किए। इसमें करीब 500 करोड़ रुपए खर्च किए गए। विधानसभा चुनाव में एनडीए को 202 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत मिला। इसके बाद तमाम राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस प्रचंड जीत में जीविका दीदी के खाते में गए 10-10 हजार रुपए का बड़ा योगदान है। अब जानिए महिला वोटर को क्यों साध रही भाजपा? एक साधे, सब सधेराजनीतिक विश्लेषक मानते हैं- भाजपा के रणनीतिकार समझ गए हैं कि परिवार की एक महिला को साधने से वह 5 वोट प्रभावित करती है। खासतौर पर जिस परिवार की महिला को आर्थिक सहायता दी जाती है, उसके वोट तो संबंधित सत्तारूढ़ दल के पक्ष में जाना लगभग तय हो जाता है। यूपी में भी करीब सवा 7 करोड़ महिला वोटर हैं। यूपी में 98 लाख महिलाएं स्वरोजगार से जुड़ींयूपी में महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन चल रहा है। इसके तहत 10-10 महिलाओं के महिला स्वयं सहायता समूह बनाकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाता है। इसमें सरकार की ओर से सब्सिडी पर आर्थिक सहायता भी मुहैया कराई जाती है। यूपी में इस समय 8,99,398 परिवारों की 98,76,389 महिलाएं समूहों से जुड़ी हैं। महिलाओं को साधने के लिए क्या कर रही भाजपा? एक करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्यडिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम्य विकास मंत्रालय की कमान संभालने के बाद 10 लाख लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य दिया। इसमें उन समूह की महिलाओं को शामिल किया जाएगा, जिनकी सालाना इनकम एक लाख से ज्यादा है। 10 लाख लखपति दीदी का लक्ष्य पूरा करने के बाद केशव ने 30 लाख लखपति दीदी का लक्ष्य दिया। इसमें से 18,56,000 महिलाओं की आय एक लाख रुपए सालाना से अधिक हो गई। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद बिहार चुनाव में सहप्रभारी और बिहार में भाजपा विधायक दल की बैठक के पर्यवेक्षक का दायित्व संभालने के बाद यूपी लौटे हैं। उन्होंने अब यूपी में एक करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य दिया है। केशव ने बिहार चुनाव में महिला स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को मिली राशि का करिश्मा देखा है। इसीलिए वो यूपी में भी महिला स्वयं सहायता समूहों को मजबूत कर भाजपा का वोटबैंक मजबूत करने में जुट गए हैं। विधायकों ने भी की थी सिफारिशमध्यप्रदेश और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में यूपी के 100 से ज्यादा विधायकों को चुनाव प्रचार के लिए भेजा गया था। विधायकों ने चुनाव से लौटने के बाद भाजपा प्रदेश नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए लाडली बहना योजना का तारीफ करते की थी। साथ ही यूपी में भी उसी तरह की कोई योजना लागू करने की जरूरत बताई थी। सपा के पीडीए की काट बन सकती हैं महिलाएंभाजपा नेता मानते हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को कोई बड़ी सहायता देना सपा के पीडीए की काट बन सकता है। 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा का पीडीए का मुद्दा काम कर गया था। नतीजतन, भाजपा की सीटें 64 से घटकर 34 रह गई थीं। लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में सीएम योगी ने खुद माना था कि अगर आज चुनाव हो तो यूपी में भाजपा को 188 सीटें मिलेंगी। ये 188 सीटें बहुमत से दूर हैं। हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली और बिहार में एनडीए की सरकार बनने के बाद भाजपा नेतृत्व अब पूरा फोकस पश्चिम बंगाल पर करेगा। पश्चिम बंगाल चुनाव के बाद पार्टी नेतृत्व का पूरी ताकत 2027 में यूपी में फिर से कमल खिलाने पर लगाएगा। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले होगी बड़ी घोषणादिल्ली की सत्ता का रास्ता यूपी होकर जाता है। इसीलिए भाजपा नेतृत्व किसी भी कीमत पर यूपी को हाथ से नहीं जाने देना चाहता। इसके लिए वह कोई भी कीमत चुकाने के तैयार है। भाजपा के बीच चर्चा आम है कि विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में भी महिला वोट बैंक को प्रभावित करने के लिए कोई बड़ी योजना लागू की जाएगी। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि महिला सशक्तीकरण प्रधानमंत्री मोदी की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यूपी ने प्रधानमंत्री के प्रयास को धरातल तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... यूपी में 2027 में कांग्रेस को चाहिए 85 सीटें, सपा से बारगेनिंग करने के मूड में; लोकसभा चुनाव में बसपा को यूपी का दलित समाज संविधान को लेकर काफी संजीदा है। 2024 में जब संविधान पर खतरे की बात उठी, तो दलितों ने बसपा की बजाय कांग्रेस को वोट दिया। जहां कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव में उतरे, वहां बसपा को काफी कम वोट मिले। वहीं, INDI गठबंधन में शामिल जहां सपा लड़ी, वहां बसपा को ज्यादा वोट मिले। पढ़ें पूरी खबर
फलोदी स्टेट हाईवे पर उम्मेदनगर के पास मंगलवार देर रात करीब 2 बजे हुए भीषण हादसे में ओसियां निवासी जितेंद्र सोनी माहेश्वरी (32) और उनकी पत्नी पायल चांडक (30) की मौत हो गई।वे जोधपुर में दोस्त की शादी से लौट रहे थे।इस दौरान सामने से आ रहा गाजर से भरा ट्रक एक नीलगाय को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित हो गया और सीधे दंपती की इको कार पर चढ़ गया। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार लोहे के मलबे में तब्दील हो गई। पायल के परिजनों के अनुसार, 11 दिसंबर को उसके ताऊ के बेटे की शादी थी। दंपती एक बेटी और एक बेटा छोड़ गए हैं। गम के माहौल में भी परिवार ने असाधारण मानवता दिखाई। परिजनों की सहमति से दोनों की आंखें दान की गईं, जिससे चार जरूरतमंद मरीजों को नई रोशनी मिलने का रास्ता खुल गया। डॉक्टरों के अनुसार दंपती की आंखों से चार व्यक्तियों की दृष्टि बहाल हो सकेगी। ट्रोले से भिड़ंत, कार फ्लाईओवर की रेलिंग पर लटकी, चालक की माैत सूरतगढ़. मानकसर (श्रीगंगानगर)| सूरतगढ़-श्रीगंगानगर हाईवे-62 पर गांव मानकसर के निकट फ्लाईओवर पर बुधवार अलसुबह ट्रोले व बोलेरो की आमने-सामने हुई टक्कर में बोलेरो चालक मुरली सिंधी (32) पुत्र भगवानदास सिंधी की मौत हो गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि ट्रोले की टक्कर से बोलेरो उछलकर फ्लाईओवर की रेलिंग पर लटक गई। हादसे में बोलेरो चालक मुरली ब्रिज की 15 फीट ऊंचाई से नीचे जा गिर गया। हादसे के बाद ट्रोला चालक मौके से फरार हो गया। झुंझुनूं: ट्रैक्टर-ट्रॉली में घुसी कार, जीजा-साली की मौत बुहाना (झुंझुनूं)| लोहारू-पिलानी रोड पर एक कार सड़क पर खड़ी ट्रैक्टर ट्रॉली में घुस गई। हादसे में जीजा-साली की मौत हो गई, दो अन्य महिलाएं घायल हो गईं। बुहाना इलाके के बड़बर गांव निवासी महेंद्र टेलर (75) उनकी पत्नी धनपति, साली मंजू व शारदा और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ रिश्तेदारी में शादी में शामिल होने के लिए लाडूंदा गांव गए थे। लौटते समय लोहारू के पास हादसा हो गया। इससे महेंद्र टेलर (75) और उनकी साली शारदा (60) पत्नी कैलाश की मौके पर ही मौत हो गई।
बीकानेर, जयपुर और भरतपुर संभाग के इलाकों में उत्तरी हवाओं के कारण तापमान में गिरावट होने से सर्दी बढ़ गई है। शेखावाटी क्षेत्र में न्यूनतम तापमान गिरकर 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। बुधवार को सीकर और फतेहपुर (2.9 डिग्री सेल्सियस) में हिल स्टेशन माउंट आबू (5 डिग्री सेल्सियस) से भी ज्यादा सर्दी रही। मौसम केंद्र जयपुर ने आज (गुरुवार) पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उदयपुर, जोधपुर और अजमेर संभाग के जिलों में बादल छाने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में सबसे कम तापमान फतेहपुर (सीकर) में 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। सीकर शहर में भी कल (बुधवार) न्यूनतम तापमान गिरकर 4 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज हुआ था। नागौर में 5.2, चूरू में 5.6, करौली में 7.1, दाैसा में 6.5, झुंझुनूं में 7.5, बीकानेर के लूणकरणसर में 4.5, गंगानगर में 8.7, अलवर में 6.5, वनस्थली (टोंक) में 9.3 और पिलानी (झुंझुनूं) में 7 डिग्री सेल्सियस रहा। हिल स्टेशन माउंट आबू में कल न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। अधिकतम तापमान औसत से 4 डिग्री नीचेबर्फीली हवाओं के कारण प्रदेश में दिन में भी शीतलहर और सर्दी का असर बढ़ गया है। इस वजह से दिन में धूप रहने के बावजूद सर्दी से राहत कम मिल रही है। बुधवार को भी प्रदेश के सभी शहरों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। सबसे अधिक अधिकतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज किया गया। कल जैसलमेर में दिन का अधिकतम तापमान 27.6 डिग्री सेल्सियस, जोधपुर में 27.4 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 28.1 डिग्री सेल्सियस, नागौर और बीकानेर में 26.4 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 26.3 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 24.3 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 25.7 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 25 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 25.8 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 24 डिग्री सेल्सियस, अजमेर में 24.4 डिग्री सेल्सियस, उदयपुर में 24.4 डिग्री सेल्सियस और हनुमानगढ़ में 25.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आज और कल : इन जिलों में बदलेगा मौसम का मिजाज 27 नवंबर को जालोर, सिरोही, पाली, उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा और अजमेर जिलों में बादल छा सकते हैं और कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है। 28 नवंबर को दौसा, जयपुर, टोंक, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद और उदयपुर जिलों में भी बादल छाने और कहीं-कहीं हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है।
दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता धर्मेंद्र का जन्म लुधियाना जिले के गांव नसराली के जिस घर में हुआ वो भले ही अब जर्जर हाल में है, लेकिन मकान को देखकर ग्रामीण आज भी धर्मेंद्र को याद करते हैं। धर्मेंद्र के पिता केवल किशन सिंह देयोल नसराली के सरकारी स्कूल में टीचर थे। गांव के लोग उन्हें मास्टर जी कहकर बुलाते थे। मास्टर जी के परिवार को पूरा गांव बतौर मेहमान रखता था। गांव के रिटायर्ड टीचर जसवंत सिंह बताते हैं कि धर्मेंद्र के पिता से इस मकान के मालिक पंड़ित विजय कुमार किराया नहीं लेते थे। मास्टर जी की पहली पोस्टिंग इसी गांव में हुई थी। मास्टर जी ने गांव में दो साल नौकरी की और वो इसी घर में रहे। धर्मेंद्र का जन्म भी 8 दिसंबर 1935 को इसी गांव में हुआ था। दोनों एक ही विभाग में करते थे काम जसवंत सिंह ने बताया कि पंड़ित विजय कुमार और धर्मेंद्र के पिता केवल किशन सिंह देओल दोनों शिक्षा विभाग में काम करते थे। उस समय शिक्षकों को बेहद सम्मान दिया जाता था। उन्होंने बताया कि केवल किशन सिंह देओल डे- बोर्डिंग स्कूल में टीचर थे। पंड़ित विजय कुमार ने उनसे कभी किराया नहीं लिया। उन्हें गांव में मेहमान के तौर पर रखा जाता था। पंड़ित विजय कुमार ने भी इस घर को नहीं तोड़ा जसवंत सिंह बताते हैं कि पंड़ित विजय कुमार शिक्षा विभाग में सुपरिंटेंडेंट थे और वो रिटायरमेंट के बाद चंडीगढ़ में रहने लगे। वो धर्मेंद्र से लगातार संपर्क में रहते थे। पंड़ित विजय कुमार व उनके परिवार ने सक्षम होने के बाद भी इस घर को तोड़कर नहीं बनाया। जसवंत सिंह ने बताया कि कई बार उनसे इस घर को नए सिरे से बनाने को कहा तो वे कहते थे कि इसमें धर्मेंद्र जैसी हस्ती का जन्म हुआ है, इसलिए इसे नहीं तोड़ेंगे। उन्होंने बताया कि पंड़ित विजय कुमार ने पहले तो इस घर को संजो कर रखा, लेकिन जब उनकी उम्र बढ़ती गई तो वो भी गांव नहीं आए। लंबे समय से वो और उनके परिवार के लोग इस घर में नहीं आए। ग्रामीणों को धर्मेंद्र पर गर्व के साथ मलाल भी धर्मेंद्र अपने हर इंटरव्यू में अपना जन्म स्थान नसराली बताते रहे हैं। जब धर्मेंद्र कहते थे कि वो लुधियाना जिले की खन्ना तहसील के नसराली गांव में पैदा हुए तो उन्हें गर्व महसूस होता था। ग्रामीणों का कहना है कि धर्मेंद्र इतने बड़े हीरो बनने के बाद भी नसराली को नहीं भूले। वहीं, ग्रामीणों को इस बात का मलाल भी था कि धर्मेंद्र कभी अपना वह घर देखने तक नहीं आए, जहां वो पैदा हुए थे। पंड़ित विजय कुमार अक्सर धर्मेंद्र से मुलाकात का करते हैं जिक्र रिटायर्ड टीचर जसवंत सिंह ने बताया कि वो शिक्षा विभाग में रहते हुए कई बार चंडीगढ़ जाते थे और पंड़ित विजय कुमार से मिलते थे। यही नहीं वो जब गांव भी आते थे तो धर्मेंद्र से मुलाकात के खूब किस्से सुनाते थे। उन्होंने बताया कि पंड़ित विजय कुमार बताते थे कि धर्मेंद्र उनसे कहते थे कि गांव में न आने की उनके मन में भी टीस है। नसराली के बाद साहनेवाल आ गए थे धर्मेंद्र के पिता नसराली में दो साल तक रहने के बाद धर्मेंद्र के पिता का केवल किशन सिंह देओल का ट्रांसफर साहनेवाल हो गया था। उसके बाद उनका परिवार साहनेवाल में ही रहने लगा था तो लोग उन्हें साहनेवाल का ही समझने लगे थे। स्कूल से भागकर फिल्म देखने गए तो पिता ने खूब पीटा था खन्ना में रहने वाले रविंदरपाल जोशी धर्मेंद्र के साथ पढ़ते थे। रविंदरपाल जोशी ने अपना स्कूल का समय साहनेवाल में धर्मेंद्र के साथ बिताया। दोनों के परिवारों का आपसी रिश्ता भी बेहद घनिष्ठ था। जोशी के पिता फार्मासिस्ट थे और उनका धर्मेंद्र के पिता केवल किशन से बहुत गहरा लगाव था। रविंदर पाल जोशी बताते हैं कि धर्मेंद्र का फिल्मों से बहुत लगाव था। एक बार वो दोनों स्कूल से भागकर लुधियाना में फिल्म देखने चले गए। उन्होंने बताया कि मास्टर जी को किसी ने बता दिया कि वो दोनों फिल्म देखने लुधियाना चले गए हैं। धर्मेंद्र के पिता पीछे से वहीं पहुंच गए और उनको सिनेमा घर में ही पकड़ लिया और खूब पिटाई की। पिता ने गुस्से में घर से बाहर कर दिया था रविंदरपाल जोशी बताते हैं कि धर्मेंद्र के पिता ने गुस्से में उन्हें तुरंत घर से बाहर निकाल दिया था और ट्रंक लेकर धर्मेंद्र उनके घर आए। यह घटना धर्मेंद्र के जीवन का बड़ा मोड़ साबित हुई। इसके बाद धर्मेंद्र नौकरी करने लगे। पिता की सख्ती के बाद भी धर्मेंद्र का फिल्मों के प्रति जुनून कम नहीं हुआ। जुनून ऐसा था कि वो सिनेमा जगत के सुपरस्टार बन गए।
विधायक के निवास पहुंचे प्रदेशाध्यक्ष, जैन ने गिरधर लालजी सरकार का चित्र भेंट किया
सागर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल बुधवार को सागर प्रवास के दौरान विधायक शैलेंद्र जैन के निवास पर पहुंचे। अनुश्री जैन एवं विधायक जैन ने प्रदेशाध्यक्ष खंडेलवाल, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव एवं भूपेंद्र सिंह, विधायक प्रदीप लारिया, वीरेंद्र लोधी एवं बृजबिहारी पटेरिया, महापौर संगीता तिवारी, संभाग प्रभारी गौरव रणदिवे, जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी आदि का स्वागत किया। प्रदेश अध्यक्ष खंडेलवाल ने विधायक जैन को श्रीमद भागवत कथा के भव्य आयोजन के लिए बधाई देते हुए आयोजन की प्रशंसा की। प्रदेशाध्यक्ष ने विधायक निवास पर कार्यकर्ताओं से भी भेंट की। विधायक दंपती ने प्रदेशाध्यक्ष को स्मृति स्वरूप श्री गिरधर लालजी सरकार का चित्र भेंट किया।
डॉ. गौर हमारे लिए प्रेरणा स्रोत : आशुतोष राणा
सागर | फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा ने विगत दिवस डॉ. हरीसिंह गौर की समाधि पर पहुंचकर पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि डॉ. गौर की विचारधारा, समर्पण और त्याग के कारण ही आज विश्वविद्यालय ने अपना नाम विश्व मटल पर स्थापित किया है। आज मैं जो कुछ भी हूं डॉ. गौर के कारण हूं। डॉ. गौर एक व्यक्ति से व्यक्तित्व बने, जब उन्होंने अपनी पूंजी से इस विश्वविद्यालय की स्थापना की। भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य शैलेश केसरवानी ने कहा हम सभी का भी कर्तव्य है कि डॉ गौर के लिए भारत रत्न दिलाने के लिए कार्य करें। विश्वविद्यालय के पूर्व कुल सांसद अखिलेश मोनी केसरवानी ने कहा हमारा भूत वर्तमान और भविष्य मिलकर भी गौर के इस ऋण से मुक्त नहीं हो सकता। यहां पढ़े जो लोग आज विश्व, देश और प्रदेशों में अपना परचम लहरा पा रहे हैं वे हमारे डॉ. गौर की देन है। कुलपति प्रो. वायएस ठाकुर, सुरेंद्र सुहाने ने भी संबोधित किया। इस दौरान प्रो. जेके जैन, सत्यप्रकाश उपाध्याय, डॉ. राकेश सोनी, विवेक जायसवाल, संतोष सोहगौरा, राजेश पंडित, शशांक शर्मा, गौर यूथ फोरम के डॉ. विवेक तिवारी राजेंद्र यादव आदि मौजूद थे।
तारण तरण जयंती पर पालकी शोभायात्रा आज
सागर | आचार्य श्री जिन तारण तरण स्वामी के 577वीं जन्म जयंती महोत्सव पर सकल तारण तरण दिगंबर जैन समाज द्वारा गुरुवार को विविध धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। प्रभातफेरी सुबह 7 बजे नगर भ्रमण करेगी। चैत्यालय प्रांगण में 8:30 बजे ध्वज वंदना, 9 बजे भाव पूजा और 9:30 से 11 बजे तक अखिलेश शास्त्री के प्रवचन होंगे। गौराबाई समैया ट्रस्ट व दुर्गा सराफ ट्रस्ट के सहयोग से 11:30 बजे जिनवाणी पालकी शोभायात्रा निकलेगी तथा रात 8:30 बजे भक्तामर पाठ होगा।
दो खिलाड़ियों का संतोष ट्रॉफी कैंप के लिए चयन
सागर | शहर के प्रतिभावान खिलाड़ी आदित्य अहिरवार (सनातन फुटबॉल क्लब) और कलीम खान (सागर स्पोर्टिंग लालकुर्ती क्लब) का चयन संतोष ट्रॉफी कैंप के लिए हुआ है। यह कैंप 28 नवंबर से सिवनी में आयोजित होगा। जिला फुटबॉल संघ के सचिव विशाल तोमर ने कहा कि नई कार्यकारिणी बनने के बाद खिलाड़ियों को स्टेट, नेशनल और संतोष ट्रॉफी जैसे बड़े स्तर पर लगातार अवसर मिल रहे हैं।
बादल छाए रहे, रात का पारा 14 डिग्री से ऊपर स्थिर
सागर| नवंबर माह जैसे-जैसे बीत रहा है ठंड भी अपना असर दिखा रही है। इससे दिसंबर में कड़ाके की सर्दी का अनुमान है। बुधवार को न्यूनतम तापमान 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह से बादल छाए रहे। धूप नहीं निकली। बादलों की ओट में सूरज छिपा रहा। दो-तीन दिन से बादल छाए हुए हैं। जिससे दिन के तापमान में उछाल आया है। रात का पारा बढ़कर 14-15 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। सुबह-शाम ठंडक महसूस हो रही है। बुधवार की सुबह से सागर में हल्का कोहरा छाया रहा। आसमान में बादलों का डेरा है। अधिकतम तापमान 26.2 डिग्री और न्यूनतम पारा 14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। नवंबर माह में सागर में न्यूनतम पारा सबसे कम 17 नवंबर को 10.2 डिग्री दर्ज किया गया था। जिसके बाद से पारा 11 से 15 डिग्री के बीच चल रहा था। मौसम विभाग ने दिसंबर में कड़ाके की ठंड का अनुमान जताया है।
सीएम ने कहा:सरदार पटेल के योगदान को इतिहास के पन्नों से मिटाने का प्रयास हुआ
अमर जवान ज्योति पर यूनिटी @150 के यमुना प्रवाह यात्रा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने देश के लिए इतना कुछ किया, लेकिन उसे भुला दिया गया। आजाद भारत के इतिहास के पन्नों से उनके योगदान को मिटाने का प्रयास किया गया। सरदार पटेल जिस सम्मान के हकदार थे, वह उन्हें नहीं दिया गया। मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि अब तक किन लोगों का महिमा मंडन किया जाता रहा है वह सब जानते हैं। देश की आजादी में केवल एक परिवार के योगदान का गुणगान किया जाता है। मुख्यमंत्री ने युवाओं का आव्हान किया कि वे सरदार पटेल से प्रेरणा लेकर ‘राष्ट्र प्रथम’ को सर्वोपरि रखें। था एक मजबूत, एकजुट तथा विकसित भारत के निर्माण में योगदान दें। सीएम ने अमर जवान ज्योति पर पुष्पचक्र अर्पित कर शहीदों को नमन भी किया। पार्टी परिवार है… जिम्मेदारी निभाओ: मुख्यमंत्रीमुख्यमंत्री ने बुधवार को सीएमआर भरतपुर और उदयपुर संभाग के भाजपा जिलाध्यक्षों, मंडल अध्यक्षों और कार्यकर्ताओं से संवाद व चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि निकाय और पंचायतीराज चुनाव अब संगठन की अगली बड़ी परीक्षा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा एक परिवार की तरह है, जहाँ हर कार्यकर्ता की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने मंडल स्तर पर नियमित बैठकें, संगठनात्मक सक्रियता और दिए गए दायित्वों को पूरी निष्ठा से निभाने की जरूरत बताई। यमुना प्रवाह यात्रा रवाना, कमरसद पहुंचेगी सरदार@150 के तहत बुधवार को यमुना प्रवाह यात्रा अमर जवान ज्योति से रवाना हुई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने यात्रा को हरी झंड़ी दिखा कर रवाना किया। यह यात्रा प्रदेश के 10 जिलों को जोड़ते हुए गुजरात के कमरसद तक पहुंचेगी। यूनिटी मार्च के तहत ‘गंगा–यमुना प्रवाह यात्रा’ निकाली जा रही है। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, सांसद मंजू शर्मा, विधायक जितेन्द्र गोठवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। 10 जिलों से होते हुए हुई यात्रा गुजरात पहुंचेगीयह यात्रा जयपुर से पुष्कर, अजमेर, जैतारण, जोधपुर, पाली, माउंट आबू होते हुए गुजरात में प्रवेश करेगी। अंतिम पड़ाव स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, केवड़िया में होगा, जहां राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम होगा।
किराना दुकान से चोरी करने वाले 5 दिन तक रिमांड पर
भास्कर संवाददाता | उज्जैन फ्रीगंज सब्जी मंडी के समीप स्थित थोक किराना दुकान जेके ट्रेडर्स पर 12 नवंबर को चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देने वाले राजस्थान व मुंबई निवासी अंतरराज्यीय बदमाश पांच दिन के पुलिस रिमांड पर है। बदमाशों ने चोरी करने के लिए दिन पूर्व दुकान की रैकी की थी तथा थोक दुकान से चुराए ब्रांडेड सिगरेट के 164 बंडल मुंबई में बेचना कबूला है। माधवनगर थाना पुलिस आरोपी महेंद्र मेघवाल निवासी तखतगढ़ राजस्थान, मनीष उर्फ हापूराम पारीख ग्राम जाखल जालौर राजस्थान तथा राजेश पिता बब्बन निवासी कांदीवली मुंबई को बुधवार को कोर्ट में पेश करने पहुंची, जहां से सभी का पांच दिन का पुलिस रिमांड मिला है। आरोपी अंतरराज्यीय बदमाश है और अलग-अलग शहरों में प्रोफेशनल तरीके से चोरी को अंजाम देते है। एएसआई लक्ष्मीकांत गौतम ने बताया कि चोरी का माल किन लोगों को बेचा है उसे लेकर पूछताछ की जा रही है तथा आरोपियों को माल बरामदगी के लिए मुंबई लेकर जाएंगे।
हाईकोर्ट इंदौर ने शिवाजी मार्केट की दुकानों को लेकर दायर याचिका की सुनवाई करते हुए कहा कि दुकानदार को जबरजस्ती और दबावपूर्वक नहीं हटा सकते। दरअसल, फरवरी माह में नगर निगम ने शिवाजी मार्केट के दुकानदारों को दुकानें खाली कर सब्जी मंडी के पास स्थित नए कॉम्प्लेक्स में विस्थापित करने हेतु प्रक्रिया के तहत दुकानें खाली करने और लॉटरी प्रक्रिया में भाग लेने के लिए कहा था। इससे असंतुष्ट सभी दुकानदारों ने एडवोकेट मनीष यादव और विवेक व्यास के माध्यम से हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। तब कोर्ट ने सुनवाई करते हुए लाटरी प्रक्रिया पर अंतरिम रोक लगा दी थी। कोर्ट में अंतिम सुनवाई में याचिकाकर्ताओं की ओर से एडवोकेट यादव ने तर्क रखते हुए कहा कि 120 दुकानदार वहां पिछले 40 साल से व्यापार कर रहे हैं। सरकार रिवर फ्रंट योजना के चलते एक अवैध बिना नक्शे वाली बिल्डिंग, जिसमें व्यापार की कोई संभावना नहीं है, में दुकानदारों को जबरन शिफ्ट करना चाहती है। यह कार्रवाई लोक परिसर बेदखली अधिनियम के भी खिलाफ है। यादव के मुताबिक इन तर्कों से सहमत होकर जस्टिस प्रणय वर्मा की सिंगल बेंच ने दुकानदारों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए निगम को आदेशित किया कि निगम उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना दबाव पूर्वक दुकानदारों से दुकानें खाली नहीं करवा सकती। यदि विस्थापन भी करना है तो दोनों पक्षों की मर्जी से एक अनुबंध के तहत किया जाए।
अंडर-14 बालिका वर्ग टीम स्पर्धा में मध्य प्रदेश प्रथम स्थान पर रहा
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित 69वीं राष्ट्रीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता के तीसरे दिन लोकमान्य तिलक विद्यालय, नीलगंगा परिसर में अलग-अलग श्रेणियों में देशभर से आए खिलाड़ियों के बीच मुकाबले हुए। विक्रम अवार्डी योगेश मालवीय ने बताया कि बुधवार को प्रातःकालीन सत्र में मलखंभ के बालक-बालिका वर्ग के 14, 17 और 19 आयु वर्ग के प्रारंभिक मुकाबले खेले गए। इन मुकाबलों में बालिका 14 वर्ष आयु वर्ग में टीम चैंपियनशिप में मध्य प्रदेश ने प्रथम, महाराष्ट्र ने द्वितीय और तमिलनाडु ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। बालक 17 वर्ष आयु वर्ग में टीम चैंपियनशिप में महाराष्ट्र ने प्रथम, मध्य प्रदेश ने द्वितीय और तमिलनाडु ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। व्यायाम शिक्षक रामेश्वर देपन ने बताया कि प्रारंभिक मुकाबलों के दौरान राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ सह कार्यवाह रघुवीरसिंह सिसोदिया, विजय आंजना, सावन बजाज, एमजी सुपेकर एवं आरएल वर्मा, ओपी शर्मा, डीईओ आनंद शर्मा, एडीपीसी गिरीश तिवारी, पीएल शर्मा, अरविंद जोशी, संजीव त्रिपाठी और मलखंभ के पूर्व राष्ट्रीय खिलाड़ी दिलीप जैन ने खिलाड़ी प्रतिभागी विद्यार्थियों से परिचय प्राप्त कर उनका उत्साहवर्धन किया। प्रचार-प्रसार समिति संयोजक अमितोज भार्गव और संजय लालवानी ने बताया कि प्रतियोगिता में गुरुवार को बालक 19 वर्ष आयु वर्ग में पोल मलखंभ एवं एप्रेटस चैंपियनशिप और बालिका 19 वर्ष आयु वर्ग के रोप मलखंभ और एप्रेटस चैंपियनशिप के मुकाबले होंगे।
प्रशांति इंस्टीट्यूट के छात्रों का औद्योगिक भ्रमण
उज्जैन| प्रशांति इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के विद्यािर्थयों को आगर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित दीप पेंट्स के प्लांट का औद्योगिक भ्रमण कराया। डायरेक्टर डॉ. विशाल गीते ने बताया इस शैक्षणिक दौरे पर विद्यािर्थयों ने विभिन्न विषयों जैसे मार्केटिंग, फायनेंस, एचआर, प्रोडक्शन व मटेरियल मैनेजमेंट आदि का प्रायोगिक अध्ययन किया। दीप पेंट्स के भरत चंदन ने विद्यािर्थयों को उत्पादन क्षमता एवं बिजनेस डेवलेपमेंट के विषय में मार्गदर्शन दिया। इस औद्योगिक भ्रमण के लिए प्रशांति शैक्षणिक समूह के चैयरमेन लखनलाल गुप्ता व वाइस चेयरमैन अवनीश गुप्ता ने आभार व्यक्त किया। इस औद्योगिक भ्रमण, प्रशांति प्रबंधन संस्थान के प्रो. अमोल विपट, प्रो. अजय जायसवाल, मुस्कान वाधवानी एवं राहुल सिंह का विशेष योगदान रहा।
सीहोर के आष्टा स्थित VIT यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली 19 साल की स्टूडेंट नेहा साहुकार की मौत के बाद हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। नेहा की मौत ने अब यूनिवर्सिटी प्रबंधन की जिम्मेदारी, हॉस्टल व्यवस्था और छात्रों की सेहत को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारी विरोध, आगजनी और पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती के बीच नेहा के पिता सुनील साहुकार का एक भावुक मेल सामने आया है, जिसमें उन्होंने बताया कि बेटी 10 दिनों तक ICU में जिंदगी से जूझती रही और आखिरकार 24 नवंबर को दम तोड़ दिया। उन्होंने कॉलेज से बेटी की फीस वापस करने की मांग की है और आरोप लगाया है कि खराब भोजन और लापरवाही ने उनकी बेटी की सेहत बिगाड़ दी। नेहा की मौत के बाद से छात्रों का गुस्सा चरम पर है और यूनिवर्सिटी की अव्यवस्थाओं को लेकर भारी विरोध जारी है। बुधवार को भी छात्रों ने कैंपस की एक इमारत में आग लगा दी, जिसके बाद पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती करनी पड़ी। हालात इतने बिगड़े कि स्वास्थ्य विभाग की टीम को बुलाकर सभी छात्रों के ब्लड सैंपल लेने पड़े। पिता का भावुक मेल… वह ICU में 10 दिन तक लड़ती रहीनेहा के पिता, बिलासपुर निवासी सुनील कुमार साहुकार ने कॉलेज प्रबंधन को एक मेल भेजा है। मेल में उन्होंने लिखा कि हम भारी मन से सूचित कर रहे हैं कि हमारी बेटी नेहा साहुकार का 24 नवंबर 2025 को शाम 4:29 बजे निधन हो गया। वह ICU में 10 दिन तक लड़ती रही। कृपया उसके निधन को देखते हुए उसकी ट्यूशन और हॉस्टल फीस वापस करने पर विचार करें। उन्होंने मृत्यु प्रमाण पत्र भी भेजा, जिसमें Septic Shock, Abdominal Sepsis, Acute Fulminant Pulmonary Tuberculosis, ARDS और आंत में ट्यूबरक्युलर परफोरेशन के कारण की पुष्टि की गई है। पिता ने कहा था- बेटा, तुम बहुत कमजोर हो, मत जाओनेहा के पिता के अनुसार, जब से वो हॉस्टल गई तबीयत खराब रहने लगी थी। अप्रैल से ही वह वजन कम होने और कब्ज, भोजन न पचना जैसी समस्याओं से जूझ रही थी। जुलाई में नेहा घर आई तो ब्लड टेस्ट में विटामिन की कमी और एनीमिया मिला। अगस्त में वह और कमजोर हो चुकी थी। हमने उसे कॉलेज न जाने की सलाह भी दी। मुझे याद है कि हमने कहा था कि बेटा, तुम बहुत कमजोर हो, मत जाओ। लेकिन नेहा ने कहा कि उसके एग्जाम हैं, इसलिए वह वापस चली गई। दिवाली पर फिर घर आई तो स्थिति और बिगड़ी हुई थी। 30 अक्टूबर को कॉलेज से आया फोन पिता सुनील ने बताया कि 30 अक्टूबर को कॉलेज से फोन आया कि नेहा की हालत बहुत खराब है। उसे तुरंत बिलासपुर लाया गया, जहां जांच में पता चला कि उसकी आंत में गंभीर रुकावट (bowel obstruction) है, जो लंबे समय से कब्ज रहने की वजह से हुई थी। लेकिन जब डॉक्टरों ने सर्जरी से पहले टेस्ट किए, तो पता चला कि नेहा को प्रोग्रेसिव ट्यूबरकुलोसिस है। डॉक्टरों ने कहा कि TB शायद मई से विकसित हो रही थी और यह विटामिन की भारी कमी और खराब भोजन के कारण और बिगड़ती गई। नेहा की सर्जरी की गई, लेकिन जल्द ही मल्टी-ऑर्गन फेल्योर हो गया और 24 नवंबर को उसने दम तोड़ दिया। प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप छोटी बेटी की पढ़ाई के लिए फीस वापसी की मांगपिता ने बताया कि नेहा बड़ी बेटी थी। उसकी छोटी बहन अभी कक्षा 6 में है। वो हमेशा कहती थी कि छोटी बहन को वो खुद से भी बेहतर पढ़ाई के अवसर दिलाएगी। जिस तरह की स्थिति से गुजरते हुए वो पढ़ रही है। ऐसी स्थिति में वो अपनी छोटी बहन को नहीं आने देगी। यही कारण है कि हमने प्रबंधन से फीस वापसी की मांग की है। जिससे हम अपनी छोटी बच्ची के लिए उस राशि को जमा कर सकें। जिससे हम अपनी बड़ी बेटी की इच्छा का मान रख सकें। यह खबर भी पढ़ें... VIT में दूसरे दिन भी आगजनी, पैरामिलिट्री फोर्स तैनात मध्य प्रदेश के सीहोर स्थित वीआईटी (वेल्लोर इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी) यूनिवर्सिटी में छात्रों का उग्र प्रदर्शन बुधवार को भी जारी रहा। सुबह यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग में कुछ छात्रों ने फिर आग लगा दी। हालात बिगड़ते देख कैंपस में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात कर दी गई। पूरी खबर यहां पढ़ें...
जेसीबी से घायल कोबरा की सर्जरी कर 80 टांके लगाए, जान बचाई
उज्जैन | विक्रमनगर इंडस्ट्रियल पार्क में निर्माण कार्य के दौरान जेसीबी की चपेट में आए कोबरा को वेटरनरी डॉक्टरों ने बचाया। सांप के सिर के पीछे गंभीर चोट लगी थी और उसकी त्वचा पूरी तरह हट गई थी। मौके पर मौजूद लोगों ने सर्प मित्र राहुल और मुकुल को बुलाया, जिन्होंने सांप को उदयन रोड स्थित वेटरनरी हॉस्पिटल पहुंचाया। डॉ. मुकेश जैन और उनकी टीम रामकन्या गौरव, रवि राठौर और प्रशांत परिहार ने दो घंटे की सर्जरी में कोबरा को 80 टांके लगाए। बड़ी सर्जरी के लिए आवश्यक दवाइयां बाहर से मंगवाई गई और थोड़ी एनेस्थीसिया दी गई। सर्जरी के बाद कोबरा को निगरानी में रखा गया। दो दिन देखभाल के बाद उसे सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया जाएगा।
अस्मिता किक बॉक्सिंग में प्रसिद्धि का चयन
उज्जैन | नानाखेड़ा स्थिति स्टेडियम में अस्मिता खेलो इंडिया प्रतियोगिता आयोजित की गई। इसमें एक्सीलेंस डिफेंस मार्शल आर्ट एकेडमी के 50 बच्चों ने भाग लिया, जिसमें 4 का सिलेक्शन हुआ है जो इंदौर में किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में सहभागिता करेंगे। चयनित खिलाड़ियों में 7 वर्षीय बालिका प्रसिद्धि हजारी भी शामिल हैं।
कलेक्टर ने एफपीओ के साथ एमओयू करार किया
उज्जैन | कलेक्टर रोशन कुमार सिंह द्वारा उप संचालक कृषि तथा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीओ) के साथ एमओयू करार किया गया है। इसके तहत बीज उत्पादन कार्यक्रम लिया जाएगा तथा नए किस्मों का उत्पादन कर किसानों को प्रदाय किया जाएगा। अच्छी किस्म के बीज प्रदाय किए जाएंगे, जिससे फसल उत्पादन में 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि होगी और किसानों में आत्मनिर्भरता आएगी। उल्लेखनीय है कि बीज भंडारण सह प्रसंस्करण की लागत एक करोड़ आएगी, जिसमें शासन द्वारा चार किस्तों में 60 लाख रुपए का अनुदान दिया जाएगा।
खुले में भट्टी जलाने वालों पर 18 हजार का जुर्माना
उज्जैन | वायु प्रदूषण को रोकने एवं नियंत्रण के लिए नगर निगम द्वारा शहर में खुले में भट्टी जलाने एवं उपयोग करने वालों पर सख्त रूप से प्रभावी कार्रवाई की जाएगी। इसी क्रम में निगम आयुक्त अभिलाष मिश्रा के निर्देश अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए 34 लोगों पर 18 हजार से अधिक का जुर्माना लगाया। साथ ही समझाइश दी गई कि पर्यावरण प्रदूषण रोकने के लिए इस प्रकार से खुले में भट्टी ना जलाई जाए, क्योंकि इससे निकलने वाले धुएं से वातावरण को नुकसान पहुंचता है। इसी के साथ खुले में कचरा जलाने वालों पर भी कार्रवाई की गई।
सीहोर के वेल्लूर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी यानी वीआईटी यूनिवर्सिटी के कैंपस में छात्रों के हंगामे, आगजनी और तोड़फोड़ के बाद अब माहौल शांत है। हालात को देखते हुए प्रबंधन ने 8 दिसंबर तक छुट्टी घोषित कर दी है। कैंपस में सीहोर और आष्टा का पुलिस बल तैनात है। इस बवाल के बाद पुलिस ने कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रशांत पांडे के खिलाफ केस दर्ज किया है, लेकिन उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। दरअसल, प्रशांत पांडे की वजह से ही ये पूरा बवाल शुरू हुआ। कॉलेज की छुट्टी घोषित होने के बाद स्टूडेंट्स अपना सामान समेटकर यहां से जाते हुए दिखे। वीआईटी कैंपस में हुई तोड़फोड़, आगजनी और बवाल की क्या वजह रही, प्रोफेसर पांडे ने छात्रों के गुस्से को कैसे भड़काया? क्या है इस पूरे मामले की इनसाइट स्टोरी। पढ़िए रिपोर्ट... छात्रों से मारपीट, बाल पकड़कर घसीटा25 नवंबर 2025, रात के लगभग 10 बज रहे थे। सीहोर स्थित वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (VIT) के कैंपस में दिनभर की गहमागहमी के बाद एक खामोशी पसर रही थी। छात्र मेस में खाना खाकर अपने-अपने हॉस्टल ब्लॉक की ओर लौट चुके थे। लेकिन यह उस तूफान से पहले की शांति थी, जो अगले कुछ घंटों में इस संस्थान की नींव हिलाने वाला था। इस तूफान का केंद्र बना हॉस्टल का ब्लॉक नंबर 8, जहां के कुछ जूनियर छात्र मेस के खराब खाने और गंदे पानी की शिकायत लेकर अपने असिस्टेंट प्रोफेसर प्रशांत कुमार पांडे के पास पहुंचे थे। उन्हें उम्मीद थी कि उनकी समस्या सुनी जाएगी, लेकिन जो हुआ, वह किसी ने सोचा भी नहीं था। आरोप है कि प्रोफेसर पांडे ने छात्रों की शिकायत सुनने के बजाय आपा खो दिया और उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। छात्रों को बालों से पकड़कर घसीटा गया, उन्हें थप्पड़ मारे गए और जलील किया गया। प्रोफेसर पांडे शायद यह भूल गए थे कि आज के दौर में हर हाथ में एक कैमरा है। उनकी यह पूरी करतूत किसी छात्र ने अपने मोबाइल में कैद कर ली। बस फिर क्या था, घंटे भर के भीतर यह वीडियो क्लिप कैंपस के हर छात्र के मोबाइल फोन पर आग की तरह फैल गई। तीन छात्रों की कथित मौत की अफवाह भी फैलीठीक इसी समय, एक और खबर ने छात्रों के बीच सुलग रही चिनगारी को हवा दे दी। कैंपस में पीलिया फैलने और कथित तौर पर 3 छात्रों की मौत की खबर के नोटिफिकेशन छात्रों के मोबाइल पर पहुंचे। हालांकि, बाद में प्रबंधन ने इन मौतों की खबर को सिरे से खारिज कर दिया, लेकिन उस वक्त के लिए यह खबर छात्रों के गुस्से को उबाल पर लाने के लिए काफी थी। अपने साथियों के साथ हुई मारपीट का वीडियो और मौतों की खबर ने एक विस्फोटक कॉकटेल तैयार कर दिया था। रात 12 बजे 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारों से गूंजा कैंपसरात के 12 बजते ही, सबसे पहले ब्लॉक नंबर 7 के छात्र अपने कमरों से बाहर निकल आए। देखते ही देखते, सभी 8 बॉयज हॉस्टल और 2 गर्ल्स हॉस्टल के हजारों छात्र-छात्राएं एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक के सामने इकट्ठा हो गए। ज्यादातर के चेहरों पर पहचान छिपाने के लिए मास्क लगे थे। माहौल में एक अजीब सा तनाव और गुस्सा था। छात्रों की एक पंचायत हुई और फिर कैंपस 'इंकलाब जिंदाबाद' के नारों से गूंज उठा। छात्रों ने चीफ वार्डन से आरोपी प्रोफेसर प्रशांत पांडे को सामने लाने की मांग की, लेकिन प्रोफेसर पांडे सामने नहीं आए। इस बीच, छात्रों ने समझदारी दिखाते हुए पहले सभी छात्राओं को सुरक्षित वापस उनके हॉस्टल भेज दिया। यह भी तय किया गया कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई भी छात्र अपना चेहरा सामने नहीं लाएगा, ताकि बाद में प्रबंधन द्वारा किसी को निशाना न बनाया जा सके। देर रात 1 बजे गुस्साए छात्रों ने शुरू की तोड़फोड़जब प्रोफेसर को सामने नहीं लाया गया, तो छात्रों का सब्र जवाब दे गया। कुछ छात्र वापस हॉस्टल की ओर गए और यहीं से तोड़फोड़ का सिलसिला शुरू हुआ। जो छात्र जहां से गुजरा, वहां तोड़फोड़ करता गया। हॉस्टल ब्लॉक के रिसेप्शन काउंटर, कांच के दरवाजे और गंदे पानी वाले वाटर कूलर, जो उनकी शिकायत की मूल वजह थे, सबसे पहले गुस्से का निशाना बने। हॉस्टल से बाहर निकलकर छात्रों का हुजूम सबसे पहले चांसलर के बंगले की ओर बढ़ा। बंगले के बाहर लगे कीमती लैंप तोड़ दिए गए और गेट के सामने आगजनी की गई। इसके बाद भीड़ ने पार्किंग एरिया का रुख किया, जहां संस्थान की बसें और अन्य वाहन खड़े थे। यहां का मंजर और भी भयानक था। छात्रों ने एक बस और एक एम्बुलेंस को आग के हवाले कर दिया। आग की लपटें रात के अंधेरे को चीर रही थीं। यहीं खड़ी चार अन्य बसों के शीशे चकनाचूर कर दिए गए। कैंपस में लगे लैंप पोस्ट, दिशा-निर्देश संकेतक और जो कुछ भी रास्ते में आया, उसे उखाड़ फेंका गया। सर्विलांस सेंटर तबाह, पहचान मिटाने की कोशिशजब तक प्रबंधन के लोग और सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते, तब तक हजारों छात्रों का यह जत्था कैंपस के मुख्य गेट तक पहुंच चुका था। यहां उनकी नजर पूरे कैंपस की निगरानी के लिए बने आधुनिक सर्विलांस सेंटर पर पड़ी। छात्रों को डर था कि उनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से हो सकती है, इसलिए उन्होंने सेंटर में घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दी। यहां मौजूद सर्वर, मॉनिटर, और तमाम इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को तहस-नहस कर दिया गया। कैंपस में लगे लगभग सभी सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए गए। यह एक सोची-समझी रणनीति थी ताकि किसी भी छात्र की पहचान उजागर न हो सके। मेन गेट पर बने सिक्योरिटी गार्ड के केबिन के शीशे भी तोड़ दिए गए। आक्रोशित छात्र जहां-जहां से गुजरे, वहां सिर्फ तबाही और कांच के टुकड़ों का मंजर पीछे छोड़ गए। पूरे कैंपस में 300 से ज्यादा सिक्योरिटी गार्ड तैनात रहते हैं, और उस रात भी ड्यूटी पर करीब 150 गार्ड मौजूद थे। लेकिन हजारों गुस्सैल छात्रों के सैलाब के आगे किसी की भी सामने आने की हिम्मत नहीं हुई। वे बेबस होकर तमाशा देखते रहे और पुलिस को बुलाने की गुहार लगाते रहे। रात 3 बजे, कैंपस में पहुंची 5 थानों की पुलिस रात करीब 2:50 पर, जब हालात पूरी तरह बेकाबू हो गए, तब प्रबंधन ने पुलिस से मदद मांगी। रात 3 बजे, आष्टा के एसडीओपी आकाश अमलकर और टीआई गिरीश दुबे के नेतृत्व में पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाती हुई वीआईटी कैंपस की ओर बढ़ने लगीं। छात्रों के उग्र रूप और कैंपस के हालात को देखते हुए आसपास के 5 थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुला लिया गया। एसडीएम नितिन कुमार टाले भी देर रात ही मौके पर पहुंच गए। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने छात्रों को समझाने की कोशिश की और प्रबंधन से बात की। सुबह होते-होते छात्रों का गुस्सा शांत हुआ, लेकिन तब तक कैंपस में चारों तरफ जली हुई गाड़ियां, तोड़फोड़ के निशान नजर आ रहे थे। 8 दिसंबर तक छुट्टी की घोषणा, छात्रों ने खाली किया हॉस्टलसुबह होते ही कैंपस में एक अजीब सी दहशत और अनिश्चितता का माहौल था। संस्थान ने ईमेल के जरिए 8 दिसंबर तक छुट्टी की घोषणा कर दी। इसके बाद छात्रों ने हॉस्टल खाली करना शुरू कर दिया। वीआईटी की ओर जाने वाली सड़क पर अपने बैग और सामान के साथ घर लौटते छात्रों की लंबी कतारें लग गईं। कई छात्र इंदौर और भोपाल के लिए निकल पड़े, जबकि कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और अन्य दूर-दराज के राज्यों के छात्र सबसे ज्यादा परेशान दिखे। उज्जैन लौट रहे छात्र अर्चित ने बताया, हॉस्टल में रहने लायक हालात नहीं बचे हैं। यहां से निकलना ही बेहतर है। कई छात्रों की शिकायत थी कि उनकी घर वापसी की टिकट कंफर्म नहीं है, लेकिन वे किसी भी हाल में कैंपस में रुकना नहीं चाहते थे। हालांकि, एक छात्रा ने बताया कि गर्ल्स हॉस्टल में बिजली और इंटरनेट की समस्या नहीं थी, लेकिन डर के माहौल में वहां रहना मुश्किल था। प्रबंधन बोला- 3 छात्रों की मौत की खबर बेबुनियादइस पूरे घटनाक्रम पर वीआईटी प्रबंधन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। रजिस्ट्रार के.के. नायर ने दैनिक भास्कर को बताया कि कुछ समाचार माध्यमों में पीलिया से 3 छात्रों की मृत्यु की खबरें पूरी तरह बेबुनियाद हैं। इस पूरे घटनाक्रम से संस्थान की छवि को धक्का जरूर लगा है। प्रशासन बोला- प्रबंधन ने हंगामे की सूचना नहीं दीवहीं, आष्टा के एसडीओपी आकाश अमलकर ने कहा, 'रात 3 बजे प्रबंधन से हंगामा और तोड़फोड़ की सूचना मिली थी। आधे घंटे में पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई थी। छात्रों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया गया।' वहीं एसडीएम नितिन कुमार टाले ने कहा कि मुझे प्रबंधन से हंगामे की कोई सूचना नहीं मिली थी। इससे एक दिन पहले हम यहां का दौरा कर चुके थे। आष्टा पुलिस ने छात्रों की शिकायत पर असिस्टेंट प्रोफेसर प्रशांत कुमार पांडे के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है। प्रबंधन ने भी प्रोफेसर के बर्ताव की आंतरिक जांच कर एक्शन लेने का आश्वासन दिया है। ये खबरें भी पढ़ें.... जलती VIT यूनिवर्सिटी की 30 तस्वीरें:स्टूडेंट को मारे चांटे…इसके बाद कॉलेज बस और कारें जलकर खाक, जगह-जगह तोड़फोड़ घटिया खाने के विरोध पर चांटे पड़े, लगा दी आग:VIT में दूसरे दिन भी बवाल, बस और बाइकें जलीं, तोड़फोड़; कैंपस में पैरामिलिट्री तैनात
कैथल में शहर का वीआईपी रोड माने जाने वाले करनाल रोड को कुरुक्षेत्र रोड से जोड़ने वाले मार्ग का जल्द ही नए सिरे से निर्माण होगा। इसके निर्माण पर नगर परिषद की ओर से करीब 75 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसका नगर परिषद अधिकारियों की ओर से टेंडर लगा दिया गया है। अब जल्द ही इस पर काम शुरू होगा। इससे शहर वासियों को गड्ढों भरे सफर से निजात मिलेगी। बता दें कि कैथल शहर के बीचों बीच बना यह मार्ग वीआईपी है। शहर से डीसी ऑफिस, डीसी कैंप कार्यालय, कोर्ट, सेक्टर 19, 20 और 21 में जाने के लिए यह सबसे मेन सड़क है। इस पर रोजाना हजारों की संख्या में वाहनों की आवाजाही होती है, लेकिन यह पिछले काफी समय से बदहाल अवस्था में है। सड़क पर गंदा पानी जमा हो रहा है और बड़े बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिस कारण वाहन ड्राइवर को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कोर्ट, सचिवालय और सेक्टरों में आने जाने वाले लोगों को फायदा होगा हालांकि कई बार इस सड़क पर पैचिंग करके गड्ढों को भर भी दिया गया है, लेकिन वे कुछ समय बाद ही उखड़ जाते हैं। इससे फिर स्थिति खराब हो जाती है। अब इसके नए सिरे से निर्माण के बाद सफर करने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। विशेषकर कोर्ट, सचिवालय और सेक्टरों में आने जाने वाले लोगों को फायदा होगा। जल्द कार्य शुरू होगा नगर परिषद की चेयरपर्सन सुरभि गर्ग ने बताया कि सड़क के निर्माण के लिए 75 लाख रुपए का टेंडर लगा दिया गया है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इस संबंध में एजेंसी को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि अगर निर्माण कार्य में किसी प्रकार की कमी पाई गई तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही शहर के सभी मुख्य मार्गों का भी काम शुरू करवाया जाएगा।
विभिन्न कार्यक्रमों के साथ मनाया गया संविधान दिवस
भास्कर न्यूज|सिमडेगा जिले में संविधान दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। सरकारी कार्यालयों,विद्यालयो ं, पुलिस विभाग और सामाजिक संगठनों ने प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कर संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर को नमन किया। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय में प्रधानाचार्य,आचार्य- आचार्याओं व विद्यार्थियों ने संविधान की प्रस्तावना पढ़ी। बच्चों को मौलिक अधिकार, कर्तव्य और संविधान निर्माण की प्रक्रिया के बारे में बताया गया। कार्यक्रम का समापन देशभक्ति के नारों के साथ हुआ। उपायुक्त कंचन सिंह की अध्यक्षता में सभी अधिकारियों और कर्मियों ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर शपथ ली। पूरे जिले के सरकारी कार्यालयों और प्रखंडों में भी प्रस्तावना पढ़ी गई। आदिवासी छात्रसंघ ने अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कोलेबिरा थाना प्रभारी हर्ष कुमार साह के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों व जवानों ने संविधान की शपथ ली और प्रस्तावना पढ़ी। एसके बागे कॉलेज कोलेबिरा में संविधान की प्रस्तावना का पठन किया गया। प्राचार्य व राजनीति विज्ञान विभाग ने विद्यार्थियों को संविधान की विशेषताओं और मूल्यों से अवगत कराया। कुरडेग प्रखंड कार्यालय में शपथ ग्रहण किया गया। बीडीओ नैमन कुजूर और सीओ किरण डांग की उपस्थिति में प्रस्तावना का वाचन किया गया। अधिकारियों व कर्मियों ने संवैधानिक कर्तव्यों के पालन का संकल्प लिया। सिमडेगा पुलिस द्वारा जिलेभर में शपथ ग्रहण किया गया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय सहित सभी थानों में संविधान दिवस पर शपथ दिलाई गई। एसपी ने कहा कि संवैधानिक मूल्यों का संरक्षण सभी की जिम्मेदारी है। भारत आदिवासी पार्टी के जिला अध्यक्ष व महासचिव ने अंबेडकर चौक में माल्यार्पण कर संविधान निर्माता को नमन किया और उनके सिद्धांतों पर चलने का संकल्प दोहराया। डीएवी स्कूल सिमडेगा में भी कार्यक्रम का आयोजन हुआ। विद्यालय में प्रस्तावना का वाचन किया गया। शिक्षक अनिरुद्ध कुमार ने विद्यार्थियों को संविधान के महत्व से अवगत कराया। एनसीसी कैडेटों ने अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण भी किया। आजाद समाज पार्टी ने भी संविधान दिवस मनाया। इस अवसर पर पार्टी पदाधिकारियों ने अम्बेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
डोप में फंसने की दहशत खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में हिस्सा लेने आ रहे खिलाड़ियों में साफ नजर आ रही है। भरतपुर में कुश्ती और बीकानेर में वेटलिफ्टिंग में जितने खिलाड़ी खेलने उतरने थे उतने उतरे ही नहीं। भरतपुर में कुश्ती मुकाबले शुरू हुए 2 दिन हो गए। दो दिन में निर्धारित 20 वजन वर्गों में कुल 160 पहलवानों को मैट पर उतरना था, लेकिन सिर्फ 96 ही पहुंचे। बाकी पहलवान डोपिंग टेस्ट के खौफ से नहीं पहुंचे। कुश्ती जैसे खेल में डोपिंग की संभावना ज्यादा रहती है। इसलिए नाडा (नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी) ने शुरू से ही डेरा डाल रखा है। कई खिलाड़ी डोपिंग टेस्ट का नाम सुनते ही पीछे हट गए। कई वजन में मुकाबले बेहद कम खिलाड़ियों के बीच ही सिमटकर रह गए। महिला वर्ग की तीन वेट कैटेगरी में 30 में से केवल 13 पहलवान ही उतरीं। वहीं पुरुष फ्री स्टाइल में 22 और ग्रीको रोमन में मात्र 11 पहलवान ही मैदान में पहुंचे। अधिकारियों का कहना है कि KIUG में टॉप-8 खिलाड़ी ही क्वालिफाई करते हैं, लेकिन डोपिंग जांच का दबाव होने से कई खिलाड़ी अंतिम समय पर पीछे हट जाते हैं। एसएमएस स्टेडियम में हर इवेंट पर नाडा का काउंटर लगा है।
प्राथमिक शिक्षक संघ की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा
सिमडेगा|अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ बानो प्रखंड इकाई की बैठक बुधवार को राजकीयकृत कन्या मध्य विद्यालय बानो में प्रखंड अध्यक्ष केदार नाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जिला अध्यक्ष प्रेम कुमार शर्मा और महासचिव संजय कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहे। प्रखंड अध्यक्ष केदार नाथ सिंह ने जिला स्तरीय पदाधिकारियों का स्वागत किया। बैठक में सांगठनिक विस्तार,संघ की गतिविधियों तथा शिक्षकों से संबंधित विभिन्न समस्याओं पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक की शुरुआत नए सदस्यों के स्वागत से हुई। जिसमें अजीत कुमार महतो और सहोदर सिंह ने संघ की सदस्यता ग्रहण की। जिला अध्यक्ष और महासचिव ने उन्हें माला पहनाकर सम्मानित किया। अपने संबोधन में जिला अध्यक्ष प्रेम कुमार शर्मा और महासचिव संजय कुमार ने कहा कि संघ का विस्तार धीरे-धीरे बूंद-बूंद से होता है और हर सदस्य संघ के लिए अनमोल है। बैठक में सचिव महावीर सोनी, उमेश प्रसाद, शिवसागर यादव, तरुण कुमार, जगरनाथ भगत, सहोदर सिंह, मनोज कुमार यादव, गजेंद्र प्रसाद, हीरा लाल साहू, प्रेम किशोर नायक, अजीत कुमार महतो सहित कई शिक्षक उपस्थित थे।
विद्यार्थियों के बीच खेल और पाठ्य सामग्री की वितरित
भास्कर न्यूज|सिमडेगा स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम के तहत पुलिस की ओर से एसएस +2 बालक हाई स्कूल सिमडेगा में फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-खिलाड़ियों ने भाग लेकर अपने खेल कौशल का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक एम.अर्शी ने खिलाड़ियों के बीच फुटबॉल,जर्सी,किट समेत विभिन्न खेल सामग्री तथा स्कूल बैग का वितरण किया। उन्होंने बच्चों को खेल के महत्व,अनुशासन, कानून की समझ और सामाजिक जिम्मेदारी के बारे में विस्तार से मार्गदर्शन दिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि खेल केवल शारीरिक विकास ही नहीं,बल्कि मानसिक मजबूती और सामाजिक व्यवहार को भी प्रभावित करता है। उन्होंने छात्रों को खेल भावना के साथ प्रतियोगिताओं में भाग लेने तथा अनुशासित रहने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम के दौरान छात्रों में उत्साह देखा गया और फुटबॉल मैचों में प्रतिभागियों ने शानदार प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन का कहना है कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों में अनुशासन,टीमवर्क और जिम्मेदारी की भावना को मजबूत करने में सहायक होते हैं।
एसपीडी कॉलेज में संविधान दिवस पर पेंटिंग और स्पीच प्रतियोगिता आयोजित
भास्कर न्यूज | गढ़वा सूरत पाण्डेय डिग्री कॉलेज की एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना) इकाई के द्वारा बुधवार को महाविद्यालय में संविधान दिवस मनाया गया। इस मौके पर पेंटिंग एवं स्पीच की प्रतियोगिता कराई गयी। जिसमें पेंटिंग में सिमरन सोनी, प्राची कुमारी तथा खुशी कुमारी एवं स्पीच में विनीत चौबे, रश्मि कुमारी तथा सूरज यादव को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर प्राचार्य प्रो निकलेश चौबे, प्रो विवेकानंद उपाध्याय, प्रो अर्जुन प्रसाद, डॉ. उमेश सहाय, कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो कमलेश सिन्हा के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। मौके पर प्राचार्य प्रो. निकलेश चौबे ने भारतीय संविधान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह लोकतंत्र को बनाए रखता है। वहीं नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है। साथ ही न्याय, समानता और स्वतंत्रता जैसे मूल्यों को बढ़ावा देता है। प्रो विवेकानंद ने कहा कि भारत का संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नही है। बल्कि यह देश का गौरव, स्वाभिमान और एकता का प्रतीक है। प्रो अर्जुन ने कहा कि भारतीय नागरिक के लिए 26 नवम्बर संविधान दिवस बेहद गर्व का दिन है। संविधान भारत का सर्वोच्च कानून है। डॉ उमेश सहाय ने कहा कि संविधान लोकतंत्र की आत्मा होने के साथ-साथ भारत की एकता एवं प्रगति का मूल आधार है। डॉ बिनोद द्विवेदी ने संविधान दिवस की सबको बधाई दी। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम पदाधिकारी प्रो कमलेश सिन्हा ने किया। हमारा संविधान हमारा सम्मान विषय पर आयोजित स्पीच में खुशी कुमारी एवं पेंटिंग में प्रियंका कुमारी एवं अभिषेक कुमार को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। निर्णायक की भूमिका प्रो किरण कुमारी, डॉ संजीव मिश्रा, प्रो रबिता कुमारी ने निभायी।
आदर पंचायत में 731 आवेदन पड़े, 79 का निपटारा
भास्कर न्यूज | मझिआंव आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत बरडीहा प्रखंड के आदर पंचायत में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन प्रखंड सह अंचल पदाधिकारी राजेश कुमार,पंचायत के मुखिया सलमा बीवी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस दौरान ग्रामीणों की समस्याओं से संबंधित विभिन्न स्टालों पर आवेदन प्राप्त किए गए।इस दौरान कुल 731 आवेदन प्राप्त किए गए। जिसमें 79 आवेदनों का तत्काल निष्पादित कर दिया गया। जबकि 652आवेदन पेंडिंग रहे। जिसे संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए भेजा गया। इस दौरान सबसे अधिक मुख्यमंत्री आवास योजना से 320 एवं मुख्यमंत्री मैया सम्मान योजना से संबंधित 270 आवेदन प्राप्त हुए। इस दौरान प्रखंड विकास पदाधिकारी, नोडल पदाधिकारी, 20 सूत्री अध्यक्ष एवं मुखिया के द्वारा मनरेगा से 10 जॉब कार्ड, अंचल कार्यालय से 15 जाति प्रमाण पत्र, 18 स्थानीय निवास, 20 आय प्रमाण पत्र तथा सर्वजन पेंशन योजना से संबंधित 5 प्रमाण पत्र वितरण किया गया। साथ ही 12 लाभुकों के बीच धोती साड़ी का वितरण किया गया।मौके पर बीडीओ राजेश कुमार के अलावा नोडल पदाधिकारी, प्रखंड 20 सूत्री अध्यक्ष शिवप्रसाद गुप्ता एवं मुखिया सहित काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।
उपायुक्त की अध्यक्षता में नगर भवन गढ़वा में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
भास्कर न्यूज | गढ़वा सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार के स्थानीय कार्यालय एमएसएमई विकास कार्यालय, रांची द्वारा उपायुक्त दिनेश यादव की अध्यक्षता में आज दिनांक- 26.11.2025 को नगर भवन गढ़वा में उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गढ़वा जिले के स्थानीय उद्यमियों तथा भावी उद्यमियों को भारत सरकार की योजनाओं, विशेष कर पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देना था। कार्यक्रम में कई प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया एवं जानकारी प्राप्त किया। इस दौरान बताया गया कि 421 प्रतिभागियों को ट्रेनिंग कराया गया है, जिसके विरुद्ध 414 लोगों के बीच ई-वाउचर रिसीव्ड (टूलकिट) प्रदान किया गया तथा 28 प्रतिभागियों के लिए इस योजना के तहत लोन की स्वीकृति दी गई है। उपायुक्त दिनेश यादव ने अपने सम्बोधन में बताया कि भारत सरकार एवं राज्य सरकार का यह प्रयास है कि छोटे उद्यमियों को ज्यादा से ज्यादा प्रमोट करें। उन्होंने भारत सरकार कि पी.एम. विश्वकर्मा योजना के बारे में लोगों को बताया कि इसमें सस्ते दर पर लोन की सुविधा उपलब्ध है। इस योजना के अंतर्गत सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योगों को चलाने के लिए प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देकर कर टूलकिट प्रदान कराया जाता है। उन्होंने बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए डिजिटल पेमेंट की उपयोगिता के बारे में भी बताया। उन्होंने लोगों से अपील किया कि इस योजना के तहत जो भी सुविधा आपको मुहैय्या कराई जाती हैं उसका आप भरपूर उपयोग करें। एक सफल उद्यमी बनने के लिए उन्होंने सभी प्रतिभागियों को स्वरोजगार की स्थापना हेतु प्रेरित किया। संदीप सिंह, सहायक निदेशक, एम.एस.एम.ई. विकास कार्यालय, रांची ने कार्यक्रम में स्वागत संबोधन एवं मंच संचालन किया। उन्होंने अपने स्वागत भाषण के दौरान योजना के उद्देश्य पर प्रकाश डाला एवं प्रतिभागियों को एम.एस.एम.ई संबंधित भारत सरकार की योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दिया। ने प्रतिभागियों को उद्यम पंजीकरण एवं पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तार से बताया तथा उनके प्रश्नों का उचित जवाब दिया। साथ ही उन्होंने भावी उद्यमियों को इस योजना का अधिक से अधिक लाभ लेने का आवाहन किया एवं उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। प्रतिभागियों को आशीष कुमार सिंह, ब्लॉक कॉर्डिनेटर, गढ़वा ने झारखंड सरकार द्वारा उद्यमियों के विकास हेतु उपलब्ध योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दिया तथा उद्यमियों के विकास हेतु उपलब्ध ऋण सुविधाओं के बारे में, आवेदन की प्रक्रिया एवं आवश्यक दस्तावेजों के बारे में भी विस्तृत जानकारी दिया। बाबू दिनेश सिंह यूनिवर्सिटी गढ़वा के अजय भूषण प्रसाद ने भी अपना विशेष मंतव्य उद्यमियों के समक्ष रखा। आशीष कुमार सिंह, ब्लॉक कॉर्डिनेटर, गढ़वा ने कार्यक्रम में उपस्थित लोगों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा की। उपरोक्त पदाधिकारियों के अतिरिक्त इस उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम में अपर समाहर्ता राज महेश्वरम, जिला परिवहन पदाधिकारी धीरज प्रकाश, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद गढ़वा सुशील कुमार समेत अन्य संबंधित उपस्थित थें।
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जयंती पर तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन
गढ़वा | पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच, नवादा (गढ़वा) के तत्वावधान में भंडरिया प्रखंड के जनेवा पंचायत के बंगाली डेरा में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जयंती के अवसर पर तलवारबाजी प्रतियोगिता का आयोजन स्थानीय समाजसेवी व संस्कृतिकर्मी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के चित्र के समक्ष उपस्थित मातृ शक्तियों एवं उपस्थित जनों के द्वारा पुष्पार्चन कर आयोजन का शुभारंभ किया गया।तलवारबाजी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सविता कुमारी, द्वितीय स्थान मनीता देवी और तृतीय स्थान आरती सिंह ने प्राप्त किया। विजेताओं को तलवार एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली सविता कुमारी ने कहा कि ऐसे आयोजनों से नारियों में आत्मविश्वास बढ़ता है। विषय प्रवेश कराते हुए पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच के निदेशक नीरज श्रीधर स्वर्गीय ने कहा कि झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का जीवन चरित्र सभी मातृ शक्तियों को जानना चाहिए। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर अपना जीवन सुंदर बनाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। स्थानीय कला साधक व समाजसेवी अशोक कुमार सिंह ने कहा कि झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई सभी बालिकाओं के लिए अनुकरणीय है। विशेष कर पढ़ने वाली बच्चियों को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई का जीवन चरित्र बताना चाहिए। कला एवं साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती के छत्तीसगढ़ प्रांत के संगीत विधा संयोजक पवन कुमार पांडेय ने कहा कि नारी अगर ठान ले तो वह कोई भी कार्य बड़ी सुगमता और गुणवत्ता के साथ कर सकती है। इस अवसर पर तलवारबाजी प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका जितेंद्र सिंह, जितेंद्र सिंह चुटिया, धर्मदेव सिंह, रूपलाल यादव ने निभाई। तलवारबाजी प्रतियोगिता में सविता कुमारी, मनीता देवी, दीपा कुमारी, आरती सिंह, फूलवंती कुमारी, सुनैना सिंह, संगीता सिंह, चंद्रावती कुमारी, दीपिका कुमारी, सनवंती कुमारी, दीपा कुमारी, दीपमाला सिंह, आरती कुमारी ने भाग लिया। आयोजन को सफल बनाने में अशोक कुमार सिंह, राजेश्वर सिंह, अरविंद सिंह, लालधारी सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
गोविंद विद्यालय मैदान पर कब्जे की बच्चों ने एसडीएम से की शिकायत
भास्कर न्यूज | गढ़वा पूर्व निर्धारित साप्ताहिक कार्यक्रम कॉफी विद एसडीएम के तहत आज बुधवार को सदर एसडीएम संजय कुमार ने बोर्ड परीक्षा की तैयारी कर रहे 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं से संवाद किया। इस सत्र में विद्यार्थियों ने परीक्षा को लेकर होने वाले अनचाहे दबाव, अध्ययन संबंधी चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर खुलकर चर्चा की। संजय कुमार ने बच्चों को बताया कि परीक्षा केवल ज्ञान का परीक्षण नहीं होती। बल्कि यह मानसिक संतुलन, भावनात्मक दृढ़ता और अनुशासन की भी परीक्षा है। उन्होंने कहा कि तनाव से बचने के लिए नियमित अंतराल पर छोटे ब्रेक लेना और सकारात्मक सोच बनाए रखना जरूरी है। ताकि मन शांत और केंद्रित रह सके। खुद से नोट्स बनाएं : एसडीएम ने विद्यार्थियों को अपनी तैयारी को मजबूत और प्रभावी बनाने के लिए व्यावहारिक सुझाव भी दिए। उन्होंने कहा कि अपने हाथ से बनाए गए नोट्स हमेशा अधिक उपयोगी होते हैं। क्योंकि वे आपकी समझ के अनुरूप होते हैं और कठिन विषयों को आसानी से याद रखने में मदद करते हैं। इसके लिए बच्चे अपनी खुद की ट्रिक्स भी बना सकते हैं। परीक्षा से पूर्व सोशल मीडिया से बना लें दूरी: उन्होंने यह भी सलाह दी कि परीक्षा से ठीक पहले सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पढ़ाई पर पूरा ध्यान देना चाहिए। क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अनावश्यक समय खर्च करते हैं और एकाग्रता कम कर देते हैं। सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई पर नहीं रहें निर्भर : उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी समझाया कि काफी हद तक ऑनलाइन पढ़ाई भी सहायक हो सकती है, लेकिन केवल उसी पर निर्भर रहने से गहराई और लिखने की आदत विकसित नहीं होती, इसलिए किताबों से अध्ययन और लिखकर अभ्यास करना अधिक लाभदायक है। हर विषय में काम से कम एक आधार पुस्तक जरूर रखें। विद्यार्थियों की जिज्ञासाओं को किया दूर संवाद सत्र के दौरान छात्र-छात्राओं ने परीक्षा रणनीति से जुड़े टिप्स, पढ़ाई के घंटों, तनाव प्रबंधन, करियर मार्गदर्शन और पुस्तक चयन से जुड़ी कई जिज्ञासाएँ साझा कीं। एसडीएम ने उनकी बातों को ध्यानपूर्वक सुना और सहज भाषा में एक दोस्त की तरह गपशप करते हुए अपने अनुभवजन्य ज्ञान से उनकी जिज्ञासाओं को शांत किया। बातचीत का पूरा माहौल बेहद सहज, सकारात्मक और उत्साहवर्धन रहा। उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं से कहा कि यह स्वाभाविक है कि किसी भी परीक्षा में मानसिक दबाव होता ही है। किंतु जो इस दबाव को सकारात्मक रूप से झेल जाते हैं वही जीवन में आगे बढ़ते हैं। कहा कि सिर्फ अंकों की दौड़ में आगे नहीं रहना है। बल्कि स्वस्थ स्पर्धा रखना है।
हमारा संविधान एक जीवंत और प्रगतिशील दस्तावेज है : गौतम
भास्कर न्यूज | गढ़वा सोनपुरवा स्थित बीएनटी संत मेरी स्कूल में 76वें राष्ट्रीय संविधान दिवस के अवसर पर विविध प्रतियोगिताओं और कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूल के प्रधानाचार्य अमित कुमार तिवारी के नेतृत्व में प्रातःकालीन प्रार्थना सभा आयोजित की गई। जिसमें विद्यालय के सभी शिक्षक और छात्र उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों ने संयुक्त रूप से संविधान की प्रस्तावना का पाठ किया। इसके साथ ही छात्रों के लिए क्विज प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। वाद-विवाद प्रतियोगिता का औपचारिक शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। इसके पश्चात मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य अतिथियों का विद्यालय के छात्रों द्वारा तिलक लगाकर स्वागत किया गया। विद्यालय के निदेशक उमाकांत तिवारी और प्राचार्य अमित कुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष गौतम कृष्णा सिन्हा उर्फ बुल्लू राजा एवं अन्य अतिथियों को बुके और मोमेंटो प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों के लिए आयोजित लिखित इंटर हाउस क्विज प्रतियोगिता का संचालन मुख्य अतिथि सह निर्णायक मंडल के अध्यक्ष और अन्य सदस्य सोमनाथ विश्वकर्मा, सौरभ धर दुबे और अनुराग चंदेल के द्वारा किया गया। प्रतिभागियों को उनके प्रयासों के लिए प्रमाण पत्र प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया। इसके अलावा, कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों के बीच आयोजित इंटर हाउस वाद-विवाद प्रतियोगिता ने कार्यक्रम को और भी रोमांचक बना दिया। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में संवैधानिक मूल्यों का ज्ञान बढ़ाना, उनकी तर्कशक्ति और वाद-विवाद क्षमता को विकसित करना और उन्हें लोकतांत्रिक विचारों के प्रति संवेदनशील बनाना था। प्रतियोगिता के मुख्य विषय भारतीय न्यायव्यवस्था, चुनावी राजनीति और सुधार, तथा आरक्षण जैसे महत्वपूर्ण संवैधानिक मुद्दे रहे। प्रतियोगिता की संरचना तीन चरणों में की गई। पहले चरण में अफ्रमेटिव टीम के सभी वक्ताओं ने विषय के पक्ष में अपने तर्क प्रस्तुत किए। इसके पश्चात अपोजीशन टीम ने विषय के विपक्ष में अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रत्येक वक्ता को 3-4 मिनट का समय निर्धारित किया गया। दूसरे चरण में अफ्रमेटिव टीम ने विपक्ष के तर्कों का खंडन प्रस्तुत किया। वहीं उसके बाद अपोजीशन टीम ने अपने प्रतिवाद प्रस्तुत किए। इस चरण में प्रत्येक पक्ष को अधिकतम 4-5 मिनट का समय दिया गया। तीसरे और अंतिम चरण में दोनों टीमों ने अपनी समापन दलीलें प्रस्तुत कीं। जिसमें प्रत्येक वक्ता को 2–3 मिनट का समय दिया गया। प्रतियोगिता के अंत में विद्यार्थियों, निर्णायकों और दर्शकों के बीच प्रश्न–उत्तर एवं शंका निवारण सत्र आयोजित किया गया। जिसमें सभी ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
नागरिक अधिकार और कर्तव्यों के पालन की प्रेरणा देता है संविधान
भास्कर न्यूज | डंडई प्रखंड मुख्यालय डंडई स्थित अंबेडकर चौक के पास बुधवार को संविधान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुखिया प्रतिनिधि महेश्वर राम ने किया जबकि संचालन रामदेव राम ने किया। इसके पूर्व डंडई पंचायत की मुखिया धनवंती देवी, युवा समाजसेवी आकाश दीप भारती, नसीरुद्दीन अंसारी, मुखिया प्रतिनिधि महेश्वर राम, अक्षयलाल कुमार, भोला राम, शिक्षक अवकाश राम सहित अन्य लोगों ने बाबा साहब की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात उपस्थित सभी लोगों ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया। मौके पर बोलते हुए डंडई पंचायत मुखिया धनवंती देवी ने कहा कि महिलाएं जो घर के अंदर रहकर चूल्हा चौका का काम करती थी उन्हें घर से बाहर निकाल कर कार्य करने का अधिकार बाबा साहब ने दिया। युवा समाजसेवी आकाश दीप भारती ने कहा कि बाबा साहब ने भेदभाव मिटाकर एकता के सूत्र में बांधकर सभी को समान अधिकार दिलाने का कार्य किया है। संविधान नागरिकों को न केवल अधिकार देता है बल्कि कर्तव्यों का पालन करने की भी प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि आज की पीढ़ी को संविधान की मूल भावना को समझना अत्यंत जरूरी है, क्योंकि यही दस्तावेज़ देश को एकता के सूत्र में बांधे रखता है। रामदेव राम ने कहा कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा लिखा गया संविधान विश्व का सबसे बड़ा संविधान है इसलिए भारत को विश्व को सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश कहा जाता है। उन्होंने कहा कि संविधान को बचाए रखना हम सभी लोगों का कर्तव्य है।
डीएवी मॉडल स्कूल में किया गया कार्यक्रम
गढ़वा | आज बुधवार को डीएवी मॉडल स्कूल गढ़वा में संविधान दिवस धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर भारत के संविधान के संबंध में विस्तार से बताया गया। वहीं बच्चों को संविधान की प्रस्तावना की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर विद्यालय के निदेशक सुशील केसरी ने बताया कि आज ही के दिन हमारे देश का संविधान बनकर तैयार हुआ था। इसे बनने में दो वर्ष 11 महीना 18 दिन का समय लगा था। वहीं इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। इस संविधान में यह निश्चित हुआ कि भारत में कोई राजा नहीं होगा। बल्कि जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि शासन का कार्य करेंगे। इस अवसर पर शिक्षक अंजनी कुमार सिंह, मिथिलेश सिंन्हा, ओम प्रकाश शर्मा, शिक्षिका कोमल कुमारी, आरती कुमारी, मीनाक्षी कुमारी, श्वेता कुमारी, दीप्ति कुमारी, सिमरन कुमारी, तान्या कुमारी, खुशबू कुमारी, सुलेखा गुप्ता आदि उपस्थित थीं।
व्यवहार न्यायालय में संविधान के प्रस्तावना का सामूहिक वाचन
सिमडेगा|संविधान दिवस के अवसर पर बुधवार को व्यवहार न्यायालय परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर अदालत के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा अधिवक्ताओं ने संयुक्त रूप से भारतीय संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया और संविधान के प्रति निष्ठा बनाए रखने की शपथ ली। कार्यक्रम की अध्यक्षता एडीजे नरंजन सिंह ने की। उन्होंने उपस्थित जनों को प्रस्तावना का पाठ कराते हुए संविधान की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि,मूल उद्देश्यों और लोकतंत्र की मजबूती में इसकी भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि संविधान केवल एक दस्तावेज नहीं, बल्कि न्याय,स्वतंत्रता,समा नता और बंधुता जैसे मूल्यों का जीवंत प्रतीक है। एडीजे नरंजन सिंह ने संविधान निर्माताओं के योगदान का स्मरण करते हुए कहा कि न्यायालय से जुड़े सभी लोग समाज में कानून के शासन को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कार्यक्रम में न्यायालय के अन्य पदाधिकारियों, न्यायिक कर्मचारियों एवं अधिवक्ता संघ के सदस्य भाग लिए।
रेनबो क्लब फुटबॉल टूर्नामेंट में बीरबांध की टीम ने बहाहारा को 2-0 से हराया
रंका | अनुमंडल मुख्यालय स्थित हाई स्कूल के कैंपस में रेनबो क्लब के द्वारा आयोजित फुटबॉल टूर्नामेंट प्लस टू हाई स्कूल के मैदान में चल रहा है। आज के मैच का उद्घाटन रंका अंचल अधिकारी शिवपूजन तिवारी और हाजी एकराम के द्वारा के द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर एवं फुटबॉल को किक मारकर किया गया। इस दौरान उन्होंने आयोजन के लिए आयोजन कमेटी को बधाई दी है। आज का मैच बीरबांध और बाहाहारा के बीच खेला गया। मैच के दौरान दोनों टीमों के द्वारा एक भी गोल नहीं किया गया। वही समय समाप्ति के बाद पेनल्टी शॉट के माध्यम से मैच कराया गया जिसमें बीरबांध की टीम 2-0 से विजय रही। कल का मैच बीरबांध सिरोही और सौन्दाग के बीच खेला जाएगा। मैच में निर्णायक भूमिका में स्वप्न राउत,विश्वजीत बोस और जेम्स बड़ा थे। इस कार्यक्रम का आयोजन में रेनबो क्लब के अध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा, सचिव मुमताज रंगसाज, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार चौधरी, श्यामसुंदर ठाकुर, रतन सिंह, हीरामन कोरवा, वीरेंद्र माली, मदन राम, सुनेश्वर सिंह, संजय कुमार गौतम, सोनू कुमार मद्धेशिया, संतोष प्रजापति, गंगा प्रसाद यादव, विजय राम, अकामुद्दीन खलीफा, जोखन घासी, शैलेश कुमार सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे। गढ़वा | सर्वोच्च न्यायालय नालसा नई दिल्ली के निर्देशन में उच्च न्यायालय झालसा रांची के मार्गदर्शन में प्रधान जिला व सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष मनोज प्रसाद एवं सचिव निभा कुमारी के आदेश से आज बुधवार को टाऊन हॉल गढ़वा के प्रांगण में संविधान दिवस मनाया गया। पीएलवी के नौ सदस्यीय टीम के द्वारा आयोजित उक्त कार्यक्रम में लोगों को संविधान का गठन, आवश्यकता, उद्देश्य, प्रस्तावना, नागरिक का मौलिक कर्तव्य, मौलिक अधिकारों से संबंधित बिन्दुओं पर विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर बताया गया कि भारतीय संविधान विश्व में सबसे बड़ी लिखित संविधान है। जिसके गठन की शुरुआत डॉक्टर भीम राव अंबेडकर ने 9 दिसंबर 1946 से प्रारंभ किए थे। जो जो 2 वर्ष 11 माह 18 दिन के बाद 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ। 26 जनवरी 1950 को पूर्ण रूप से देश में लागू हुआ। उसी दिन से हम सभी देशवासी गणतंत्र दिवस मनाते आ रहे हैं। किसी भी देश को चलाने के लिए नियम कानून की जरूरत पड़ती है। इसलिए हमारे देश में भी संविधान के गठन की आवश्यकता पड़ी।
पायरिया के लक्षण दिखने पर तुरंत दंत चिकित्सक से मिलें
गढ़वा | गढ़वा शहर के कचहरी रोड स्थित जनता डेंटल क्लिनिक में आयोजित निःशुल्क दंत चिकित्सा शिविर में मंगलवार को 12वां दिन 50 लोगों के दांतों की जांच की गई। लगातार चल रहे इस दंत जांच शिविर में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य आम लोगों को दंत स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना तथा शुरुआती स्तर पर ही दांतों की बीमारियों का पता लगाकर उनका उपचार सुनिश्चित करना है। शिविर में आए मरीजों के दांतों की जांच गढ़वा जिला के प्रसिद्ध दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. एमएन खान ने की। उन्होंने प्रत्येक मरीज की शिकायतों को विस्तार से सुना और उनकी समस्याओं के अनुसार दंत उपचार संबंधी सुझाव दिए। मौके पर डॉ. एम एन खान ने कहा कि जिले में दांतों से संबंधित बीमारियों के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जिनमें पायरिया एक प्रमुख समस्या के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि पायरिया एक ऐसी बीमारी है। जिसे लोग अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन यह आगे चलकर गंभीर स्वरूप ले सकती है।
अस्मिता एथलेटिक्स में जिले की 160 बालिकाएं शामिल
भास्कर न्यूज | गढ़वा युवा कार्य एवं खेल विभाग, भारत सरकार, भारतीय खेल प्राधिकरण एवं भारतीय एथलेटिक्स संघ के द्वारा प्रायोजित अस्मिता एथलेटिक्स लीग 2025-26 प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उक्त प्रतियोगिता में अंडर 14 और अंडर 16 आयु वर्ग के बालिकाओं ने भाग ली। उक्त प्रतियोगिता का आयोजन गढ़वा जिला एथलेटिक्स संघ के द्वारा रामासाहू स्टेडियम गढ़वा में किया गया। प्रतियोगिता का उद्घाटन गढ़वा जिला ओलंपिक संघ के वरीय उपाध्यक्ष उदय नरायण तिवारी के द्वारा किया गया। इस प्रतियोगिता में जिले के 160 बालिकाओं ने भाग लिया। इस अवसर पर अंडर 14 के ट्रायथलॉन ए प्रतियोगिता में प्रतियोगिता का सिद्धि कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त की। जबकि साक्षी कुमारी पाल ने द्वितीय तथा प्रीति कुमारी ने तृतीय स्थान प्राप्त की। ट्रायथलॉन बी में श्रेया कुमारी, सोनी कुमारी, मौर्या किशोरी, ट्रायथलॉन सी में रेखा विश्वकर्मा, दीपज्योति कुमारी और अंशु भारती ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त की। वहीं अंडर 16 के छह सौ मीटर में गुनगुन कुमारी, दीपा कुमारी, काजल कुमारी, हाई जंप में आयुषी कुमारी, सरिता कुमारी, पूजा कुमारी, लॉन्ग जंप में नीतू कुमारी, मुस्कान मिश्रा, नरगिस नाज़, 60 मीटर में गुनगुन कुमारी, अनूपा मिंज, आयुषी कुमारी, शॉट पुट में श्रेया श्री, नीतू कुजूर, चांदनी कुमारी, डिस्कस थ्रो में फरजान खातून, नेहा कुमारी व छानी कुमारी ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त की। प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। प्रतियोगिता को सफल बनाने मे रामाशंकर सिंह, अभिषेक कुमार, कंचन कुमार, नीलकंठ सिंह, अतुल भारद्वाज, प्रवीण कुमार, अमन भारद्वाज, जेम्स बड़ा, स्वपन राउत, आकाश दीप, ऋषि, कौशलेश तिवारी, आयुषि कुमारी, सुडु कुमार, राकेश कुमार, सोनू कुमार, नीतीश पाल, अनुज कुमार, रेणु कुमारी, विशाल कुमार पाल आदि ने सक्रिय भूमिका निभाई। पूरी प्रतियोगिता संघ के सचिव आलोक कुमार मिश्रा की देख रेख में कराई गई।
प्रयोगशाला, शौचालय, भवन और कंप्यूटर की मरम्मत में खर्च होते हैं अनुदान के पैसे
एनाम खान | गढ़वा जिले के 1410 सरकारी विद्यालय को सत्र 2025-26 का विद्यालय विकास अनुदान की राशि अभी तक उपलब्ध नहीं हो पाई है। जिसके कारण विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को फिलहाल विद्यालय संचालन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान समय में अनुदान की राशि के अभाव में विद्यालयों में जरूरी समानों की खरीद, मरम्मत कार्य आदि प्रभावित हो रही हैं। इस संबंध में प्रधानाध्यापकों का कहना है कि नियमित रूप से मिलने वाला विकास अनुदान की राशि विद्यालय की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। लेकिन अभी तक राशि उपलब्ध न होने से कार्य बाधित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व के वर्षों में सितंबर माह तक विद्यालय विकास अनुदान की राशि उपलब्ध करा दी जाती थी, लेकिन इस वर्ष अभी तक विद्यालय विकास अनुदान की राशि उपलब्ध नहीं होने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विद्यालय विकास अनुदान राशि का उपयोग मुख्य रूप से विद्यालय की तत्काल जरूरतों को पूरा करने, जैसे कि मरम्मत, रखरखाव और शिक्षण सामग्री की खरीद के लिए किया जाता है। इसके अंतर्गत स्कूल के भवनों, शौचालय और प्रयोगशाला की मामूली मरम्मत, खराब हो चुके सामान की दुरुस्ती, कंप्यूटर की मरम्मत, स्टेशनरी और अन्य आवश्यक शिक्षण सामग्री की खरीद जैसे कार्य शामिल हैं। सरकारी विद्यालय में तीन लाख 769 छात्र शिक्षा हासिल कर रहे हैं। इस दौरान बरडीहा प्रखंड में 9043, बड़गड़ प्रखंड में 4561, भंडरिया प्रखंड में 9968, भवनाथपुर प्रखंड में 13879, विशुनपुरा प्रखंड में 7320, चिनिया प्रखंड में 11649, डंडा प्रखंड में 3931, डंडई प्रखंड में 15636, धुरकी में 14622, गढ़वा में 46645, कांडी में 21793, केतार में 10666, खरौंधी में 11698, मझिआंव में 16934, मेराल में 29347, बंशीधर नगर प्रखंड में 24353, रमकंडा प्रखंड में 10674, रमना प्रखंड में 14294, रंका प्रखंड में 24177 व सगमा प्रखंड में 6579 छात्र शिक्षा हासिल कर रहे हैं। विद्यालय विकास अनुदान की राशि दस हजार से एक लाख रुपए तक तय है। अनुदान की राशि छात्रों की संख्या के आधार पर मिलती है। 1 से 50 छात्र वाले स्कूल को दस हजार रुपए, 51 से 100 छात्र वाले स्कूल को 25 हजार रुपए, 101 से 250 छात्रों वाले को 50 हजार रुपए, 251 से एक हजार छात्रों वाले को 75000, और एक हजार से अधिक छात्रों वाले स्कूल को एक लाख रुपए तक का वार्षिक अनुदान मिलता है। राशि आते ही सभी विद्यालय में जाएगी जिला शिक्षा पदाधिकारी कैसर रजा ने कहा कि झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के द्वारा विद्यालय विकास अनुदान की बजट की स्वीकृति मिल गई है। लेकिन विभाग के द्वारा फिलहाल विद्यालय विकास अनुदान की राशि उपलब्ध नहीं कराई गई है। राशि उपलब्ध होते ही सभी विद्यालय को विद्यालय विकास अनुदान की राशि वितरित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान हो जाएगा।
बैठक में व्यस्त रही टीम, फर्जी जन्म प्रमाण पत्र में नहीं हो सकी जांच
भास्कर न्यूज | गढ़वा जिले के धुरकी प्रखंड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाए जाने का मामला अब गंभीर रूप ले चुका है। लगातार नए खुलासे सामने आने से यह मामला जिले में चर्चा का केंद्र बन गया है। आशंका जताई जा रही है कि यह सिर्फ स्थानीय स्तर की लापरवाही या गलत दस्तावेज जारी करने का मामला नहीं, बल्कि एक संगठित रैकेट द्वारा संचालित फर्जीवाड़ा है। इतना कुछ होने के बाद भी जांच टीम आज स्थल पर नहीं पहुंच सकी। हालांकि टीम को आज ही धुरकी सीएचसी जाकर जांच शुरू करनी थी, लेकिन टीम जांच स्थल नहीं पहुंच सकी। गुरुवार तक जांच टीम को स्वस्थ विभाग को सौंपना था जांच रिपोर्ट। जांच टीम के नहीं पहुंचने के पीछे कारण यह बताया गया कि आज दोपहर 3 बजे से जिला स्वास्थ्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक निर्धारित थी। इस बैठक में जांच टीम के लगभग सभी सदस्य शामिल थे। इसी वजह से धुरकी का दौरा आज संभव नहीं हो पाई। जांच टीम में शामिल सभी पदाधिकारियों ने कहा कि अगले 48 घंटों में शुरू होगी फील्ड जांच। टीम के सदस्यों ने संकेत दिया है कि अगले दो दिनों में वे मौके पर पहुंचकर जन्म प्रमाण पत्र रजिस्टर, ऑनलाइन पोर्टल एंट्री, ऑपरेटरों की भूमिका, तकनीकी सिस्टम और दलालों के संभावित संबंध जैसी बिंदुओं पर विस्तृत जांच शुरू करेंगे। साइबर क्राइम का कोण भी आया सामने स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों ने इस मामले को साइबर क्राइम की श्रेणी में भी देखा है। कारण कई प्रमाण पत्र एक ही दिन में तैयार किए जा रहे हैं, जो विभागीय प्रक्रिया के बिल्कुल खिलाफ है। ऐसा तकनीकी छेड़छाड़, सिस्टम एक्सेस में गड़बड़ी या अंदरूनी मिलीभगत के बिना संभव नहीं। अधिकारियों के अनुसार, यह मामला सामान्य अनियमितता से कहीं आगे बढ़ चुका है और इसमें तकनीकी स्तर पर भी जांच की आवश्यकता है। 5 सदस्यीय उच्चस्तरीय जांच टीम का गठन : जिले के सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ. केनेडी ने एक 5 सदस्यीय जांच टीम गठित की है। टीम में शामिल हैं। एसीएमओ डॉ. आर.एस. सिंह, डीएलओ कौशल सहगल, डीटीओ डॉ. गोविंद सेठ, आईडीएसपी/डीडीएम सुनील कुमार, एमओआईसी डॉ. सुचित्रा सीएस ने टीम को स्पष्ट और कड़े निर्देश दिए हैं कि वे तीन दिनों के भीतर विस्तृत जांच रिपोर्ट सौंपें।
गढ़वा सदर अस्पताल का आरडीडी ने किया निरीक्षण, आईसीयू शुरू करने का निर्देश
भास्कर न्यूज | गढ़वा बुधवार को क्षेत्रीय उप निदेशक (आरडीडी) डॉ. एसके श्रीवास्तव ने गढ़वा सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल की व्यवस्था, उपकरणों की स्थिति और आपातकालीन सेवाओं की हकीकत जानने के उद्देश्य से उन्होंने ओपीडी, इमरजेंसी, इमरजेंसी ओटी, सर्जिकल वार्ड, मेडिकल वार्ड और ऑक्सीजन प्लांट तक का बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई महत्वपूर्ण खामियां सामने आईं, जिन्हें लेकर उन्होंने तत्काल सुधार के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान सबसे गंभीर विषय ऑक्सीजन प्लांट का खराब होना पाया गया। डॉ. श्रीवास्तव ने अस्पताल उपाधीक्षक और अस्पताल प्रबंधक से ऑक्सीजन की उपलब्धता, आपूर्ति व्यवस्था और उपकरणों की स्थिति की विस्तृत जानकारी मांगी। इसके बाद उन्होंने स्वयं ऑक्सीजन सिलेंडर स्थल और प्लांट परिसर जाकर स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा, सदर अस्पताल का ऑक्सीजन प्लांट फिलहाल खराब है। संबंधित तकनीकी टीम से संपर्क कर लिया गया है। जल्द ही इसे ठीक कर चालू किया जाएगा ताकि मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन मिल सके। आरडीडी ने स्पष्ट किया कि प्लांट चालू न होने तक मरीजों को सिलेंडर के माध्यम से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में कोई बाधा नहीं आने दी जाएगी। साथ ही उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को निर्देश दिया कि आपातकालीन स्थितियों में किसी भी मरीज को ऑक्सीजन कम न हो। बेड तक पाइपलाइन से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की तैयारी : निरीक्षण के दौरान उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में पहले से ही बेड तक पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था तैयार है। जैसे ही प्लांट मरम्मत होकर चालू होगा, हर मरीज के बेड पर सीधे पाइपलाइन से ऑक्सीजन उपलब्ध होगी। जिससे समय की बचत होगी और आपात स्थिति में उपचार संभव हो सकेगा। निरीक्षण के समय अस्पताल उपाधीक्षक माहेरू यामिनी, हॉस्पिटल मैनेजर सुनील मणि त्रिपाठी, विमलेश कुमार, संजय राय, वीरेंद्र कुमार सहित अस्पताल के कई कर्मचारी और अधिकारी मौजूद रहे। आईसीयू शुरू न होने पर नाराज, 10 बेड का आदेश सदर अस्पताल में अब तक आईसीयू सेवा शुरू नहीं हो सकी है, इसे लेकर भी आरडीडी ने नाराजगी जताई। उन्होंने बताया कि हाल ही में सभी सिविल सर्जनों के साथ हुई बैठक में सरकार ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि हर जिला अस्पताल में कम से कम 10 बेड का आईसीयू तत्काल प्रभाव से सुचारू किया जाए।उन्होंने गढ़वा में भी इस व्यवस्था को शीघ्र लागू करने का निर्देश दिया।
सेवा का अधिकार सप्ताह में लगे कई शिविर
गढ़वा | जिला प्रशासन द्वारा आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार अभियान के अंतर्गत मनाए जा रहे सेवा का अधिकार सप्ताह के अवसर पर आज जिलेभर के सभी प्रखंडों एवं नगर निकाय क्षेत्रों में भव्य एवं व्यापक स्तर पर विशाल शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में ग्रामीणों, महिलाओं, युवा लाभार्थियों एवं वरिष्ठ नागरिकों ने उत्साहपूर्ण सहभागिता दर्ज कराते हुए भारी संख्या में पहुंचकर विभिन्न सरकारी योजनाओं, जनकल्य ाणकारी कार्यक्रमों एवं सेवाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की। कई योजनाओं का लाभ जिला प्रशासन एवं संबंधित विभागों की टीम के द्वारा मौके पर ही प्रदान किया गया, जिससे लाभार्थियों में विशेष उत्साह देखा गया। उल्लेखनीय है कि यह विशेष जन-अ ियान 21 से 28 नवम्बर 2025 तक तिथिवार पूरे जिले में सुचारू रूप से संचालित हो रहा है, जिसका उद्देश्य जनसुव िधाओं को सीधे जनता की दहलीज तक पहुंचाना है।
सीएम के चाचा की पुण्यतिथि मनाई गई
मगनपुर | मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के चाचा स्व. लालू सोरेन की 7वीं पुण्यतिथि बुधवार को उनके पैतृक गांव गोला प्रखंड क्षेत्र के नेमरा गांव में मनाई गई। इस दौरान उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। जानकारी के अनुसार उनका निधन 7वर्ष पूर्व हो गया था। मौके पर जगरनाथ सोरेन, जिप सदस्य रेखा सोरेन, झामुमो नेता सह गोला प्रखंड 20 सूत्री सदस्य आलम अंसारी, दीपमणि सोरेन, सुभद्रा टुडू, अनिता देवी, अमृता देवी सहित दर्जनों लोग कार्यक्रम में उपस्थित थे।
नागरिक अधिकारों की रक्षा के बारे में किया जाएगा जागरूक : कश्यप
भास्कर न्यूज | रामगढ़ संविधान दिवस पर मूल निवासी संघ और पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में बुधवार को जिला स्तरीय पथ संचलन व रैली का आयोजन किया गया। पथ संचलन व रैली का शुभारंभ अनुमंडल कार्यालय के समीप से किया गया। इस दौरान मूल निवासी संघ और पीपल्स पार्टी ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने पथ संचलन करते हुए गांधी चौक स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर व समाहरणालय परिसर स्थित भगवान बिरसा मुंडा चौक पहुंचकर दोनों महापुरुषों के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वहीं लोगों के बीच संविधान के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
घर-घर स्वदेशी को बढ़ावा देने पर दिया गया जोर
भास्कर न्यूज | रामगढ़ भाजपा छावनी मंडल अध्यक्ष सूर्यवंश श्रीवास्तव के नेतृत्व में आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान और हर घर स्वदेशी- घर घर स्वदेशी कार्यक्रम को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया। शहर के लोहार टोला रोड स्थित अशोका होटल के सभागार में आयोजित में मुख्य वक्ता डॉ. संजय प्रसाद सिंह विशेष रूप से शामिल थे। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के तस्वीर पर माल्यार्पण और दीप जलाकर किया गया। वहीं अतिथियों का स्वागत अंगवस्त्र और पुष्प गुच्छ देकर मंडल के के पदाधिकारियों ने किया। संचालन कार्यक्रम संयोजक ऋषिकेश सिंह ने तथा धन्यवाद ज्ञापन नगर मंत्री अजीत गुप्ता ने दिया। कार्यशाला में संबोधित करते डॉ संजय ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य संगठन द्वारा निर्धारित कार्य योजना की कार्यकर्ताओं को जानकारी देने व आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान और हर घर स्वदेशी-घर घर स्वदेशी को कार्यान्वित करना है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर छोटी छोटी चीजों को लेकर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने में लगे हैं। हम सब अपने गिलहरी प्रयास से विकसित भारत के संकल्प को साकार कर सकते हैं। कार्यक्रम में उपस्थित जिला मीडिया प्रभारी राजीव रंजन प्रसाद, वरिष्ठ नेता सहदेव ठाकुर, मनोज जायसवाल बसुध तिवारी, धीरज साहू, ब्रजेश पाठक, मिथलेश कुमार कश्यप, राजेश ठाकुर, मणिशंकर ठाकुर ,कुणाल दास, सुरेंद्र शर्मा, अरविंद सिंह, संजय श्रीवास्तव, शिवकुमार गुप्ता मनोज कुमार सिंह सहित कई भाजपा नेता व कार्यकर्ता शामिल थे।
डुमरडीहा पंचायत में लगे आपके द्वार शिविर में परिसंपत्तियों का वितरण
राजनगर| प्रखंड अंतर्गत डुमरडीहा, गेंगेरूली और बाना पंचायत भवन में सेवा का अधिकार सप्ताह के तहत बुधवार को आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार शिविर का आयोजन किया गया। डुमरडीहा में बीडीओ मलय कुमार का मुखिया निमाई सोरेन के नेतृत्व पारम्परिक नृत्य व संगीत के साथ और पांव धोकर स्वागत किया गया। शिविर में लोगों ने योजनाओं से संबंधित जानकारी प्राप्त की तथा आवेदन जमा किए। मौके पर प्रमाण पत्र और परिसंपत्तियों का लाभ ग्रामीण को दिया गया। बीडीओ ने कहा कि यह पहल झारखंड सरकार द्वारा सीधी जनता तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम है, जहां जाति, आय, आवासीय प्रमाणपत्र सहित कई दस्तावेज मौके पर ही उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शिविर में कृषि विभाग से कुल 7 आवेदन जमा , भूमि सुधार लगन से 04 आवेदन , आवासीय प्रमाण पत्र से 20 आवेदन, मुख्यमंत्री पशुधन से 12 आवेदन , जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र से 11 आवेदन ,मत्स्य विभाग 10 आवेदन ,बिरसा सिंचाई से 01 आवेदन, जॉब कार्ड से 20 आवेदन ,पेयजल स्वच्छता से 23 आवेदन, अबुआ आवास से 58 आवेदन , सर्वजन पेंशन से 30 आवेदन , मुख्यमंत्री मंईया सम्मान से 212 आवेदन , सावित्री बाई फूले किशोरी समृद्धि से 08 आवेदन , हरा राशन कार्ड से 07 आवेदन , धोती , साड़ी , लूंगी वितरण 05 आवेदन, कंबल वितरण 16 आवेदन व 50 लोगों को दवा दी गई।
अधिकारियों ने जिला समाहरणालय में बंधुता को बढ़ाने का लिया संकल्प
चाईबासा| पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय परिसर के प्रथम तल पर संविधान दिवस के अवसर पर अपर उपायुक्त प्रवीण केरकेट्टा, सामान्य शाखा उप समाहर्ता देवेंद्र कुमार, गोपनीय शाखा प्रभारी कुमार हर्ष, जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज टोप्पो सहित जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं समाहरणालय कर्मी की मौजूदगी में संविधान की प्रस्तावना का पठन किया गया। इस दौरान भारत को एक संपूर्ण प्रभुत्व-संपन्न समाजवादी पंथनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता को बढ़ाने का संकल्प लिया गया।
समाहरणालय के आउटसाइड में पार्किंग व पर्यटन को लेकर डीसी ने लिया जायजा
भास्कर न्यूज| सरायकेला समाहरणालय भवन परिसर में उपलब्ध सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण एवं विस्तार की दिशा में बुधवार को उपायुक्त नितिश कुमार सिंह ने विभिन्न संभावित स्थलों का निरीक्षण किया। इस दौरान दोपहिया एवं चारपहिया वाहन पार्किंग, आगंतुकों के लिए प्रतीक्षा कक्ष, पेयजल, कैंटीन और शौचालय जैसी आवश्यक जनपयोगी सुविधाओं के लिए उपयुक्त स्थानों का चयन किया गया। निरीक्षण में उप विकास आयुक्त रीना हांसदा, अपर उपायुक्त जयवर्धन कुमार, अंचल अधिकारी गम्हरिया प्रवीण कुमार तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे। उपायुक्त ने समाहरणालय परिसर में चिह्नित स्थलों का अवलोकन कर अधिकारियों को निर्देश दिया कि आगंतुकों को बेहतर, स्वच्छ और व्यवस्थित सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक कार्य योजना शीघ्र तैयार कर क्रियान्वयन करें। उन्होंने कहा कि समाहरणालय भवन में बढ़ती भीड़ को देखते हुए पार्किंग एवं अन्य सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता है, जिससे लोगों को सेवाओं का सुचारू लाभ मिल सके। निरीक्षण के बाद उपायुक्त ने समाहरणालय भवन के पीछे स्थित तालाब क्षेत्र का भी जायजा लिया। उन्होंने तालाब की वर्तमान स्थिति, आसपास के क्षेत्र और संभावित पर्यटन विकास की संभावनाओं का आकलन करते हुए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक प्रक्रियात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में जनता की हर समस्याओं का हो रहा समाधान : पूर्ति
भास्कर न्यूज| चाईबासा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा राज्य की जनता को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम एक मजबूत मार्ग प्रदान कर रहा है। जिसके जरिए आप अपनी समस्या का समाधान आपके घर में ही आसानी के साथ कर सकते हैं। उक्त बातें मंझारी प्रखंड के बड़ा तोरलो पंचायत में आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मझगांव विधायक निरल पूर्ति ने कही। विधायक ने कहा कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के द्वारा जनता की हर समस्या का समाधान किया जा रहा है। जाति, आय, आवासीय, खारिज दाखिल समेत अन्य प्रमाण पत्र दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच है कि जनता का सभी काम उनके द्वार पर ही पहुंच कर किया जाए। किसी को भटकने की जरूरत नहीं है। अगर कोई पदाधिकारी कर्मचारी आपका काम नहीं करता है तो इसके शिकायत भी आप शिविर में वरीय पदाधिकारी से कर सकते हैं। अबुआ सरकार में किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। इससे पूर्व विधायक निरल पूर्ति का स्वागत पारंपरिक नृत्य के साथ किया गया। वहीं शिविर में सरकार की ओर से दी जाने वाली लाभ का वितरण विधायक ने लाभुकों के बीच डमी चेक आदि का वितरण किया। इस मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी विजय राय अंचल अधिकारी सुशील कुमार, प्रखंड प्रमुख सुशीला बारी, लाला राऊत, छोटेलाल सिरका, शुरू माई बिरुवा, संगीता बिरुवा समेत अन्य मौजूद थे।
शीर्ष शुक्ल पक्ष में महामारी को दूर करने के लिए उरांव समाज ने की वनभुजनी पूजा
भास्कर न्यूज| चाईबासा शहर के बरकंदाज टोली में शुक्ल पक्ष में बुधवार को उरांव समाज द्वारा वनभुजनी पूजन का आयोजन किया गया। समाज के पाहन पुजारी फागू खलखो व उनके सहयोगी दुर्गा कुजूर, मंगरू टोप्पो, संजय कुजूर, सुनील बरहा द्वारा पूजा कराई गई। वहीं रात में पाहन (पुजारी) व पनभरवा ने मोहल्ले की सभी दुख-तकलीफ हैजा, चेचक व मलेरिया जैसे महामारी बीमारी को दूर करने के लिए उरांव समाज के अखाड़े में रात में पूजा की। बुधवार को मुहल्ले के सभी घरों की साफ-सफाई की गई, वहीं मुहल्ले के सभी घरों में रात को घर के बाहर आंगन में खाना बनाया। साथ ही छोटे-बड़े सभी लोगों ने निर्वस्त्र होकर हाथ में डंडा लिए पूरे मुहल्ले का भ्रमण घर आंगन में रखे हंडियों को फोड़ा। वहीं, हंडियों को फोड़ने के बाद सभी लड़के श्मशान काली मंदिर में स्नान कर लौटे। गुरुवार सुबह को फोड़े गए हंडियों को मुहल्ले के प्रत्येक घर की महिलाएं एवं बच्चियां श्मशान काली मंदिर के एकांत स्थान अथवा मुहल्ले की सीमा से बाहर फेंककर स्नान करेंगी। इसके बाद ही यह पूजा सुचारू रूप से संपन्न होगी। वनभुजनी पूजन में बान टोला के मुखिया लालू कुजूर व समाज के पदाधिकारी शंभु टोप्पो, राजेंद्र कच्छप, सीताराम मुंडा, खुदिया कुजूर, सुखदेव मिंज, कर्मा कुजूर, तेजो कच्छप, कृष्णा टोप्पो, जगरनाथ टोप्पो, विक्रम लकड़ा, शंकर कच्छप, लखन टोप्पो, कृष्णा तिर्की, टियाल खलखो, हुरिया बरहा,बं धन खलखो, उमेश मिंज, सुनील खलखो आदि उपस्थित थे।
हो भाषा के क्षेत्र में फादर जॉन का योगदान सराहनीय : आयुक्त
चाईबासा| संत जेवियर्स उच्च विद्यालय, लुपुंगुटू में हो भाषा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले विद्यालय के तीसरे प्रधानाध्यापक फादर जॉन जे डीनी (1921- 2010) कार्यक्रम स्मृति समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में 13 विशिष्ट अतिथियों का स्वागत व मंच पर सम्मानित किया गया। इसके बाद वंदना के साथ, विद्यालय के 280 विद्यार्थियों के द्वारा फा. जॉन डीनी पर आधारित नृत्य का मंचन किया गया। जिसमें उनके आरंभिक बुलाहट जीवन से लेकर भारत में हो भाषा के प्रति उनके झुकाव एवं उनकी महत्वपूर्ण कृतियां हो-हिंदी डिक्शनरी के साथ उनके अंतिम दिनों को प्रतिबिंबित किया गया। मौके पर उपस्थित विशिष्ट अतिथि नेल्सन इयोन बागे, कोल्हान प्रमंडल आयुक्त ने कहा कि सचमुच फा. डीनी का जीवन लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत है एवं हो भाषा के क्षेत्र में उनका योगदान सराहनीय है। जॉन टी गिल ने कहा कि कोल्हान के लोगों के प्रति फा. डीनी का अपार प्यार था और उन्हें हमेशा से ही यहां के लोगों के उत्थान हेतु अच्छी शिक्षा के लिए काम करना पसंद था। इस समारोह में एमिरेट्स आर्च बिशप फेलिक्स टोप्पो, प्रोविंशियल जेरी कुटीन्हा, फा. डीनी के सहयोगी धनुर सिंह पूर्ति, फा. निकोलस केरकेट्टा आदि उपस्थित थे।
खेतों से फसल की ही नहीं, बल्कि बीमारियों की भी बंपर उपज हो रही है। खेतों में उपयोग लिए जा रहे केमिकल्स, पेस्टीसाइड किसानों को बीमार कर रहे हैं, यह खुलासा भास्कर द्वारा कराई 19 किसानों की मेडिकल जांच में हुआ। किसानों को केमिकल और पेस्टीसाइड के उपयोग को लेकर जानकारी ही नहीं, ना पॉलिसी है... वे मनमर्जी से खेतों में जहर “उड़ेल” रहे हैं। किसानों ने बातचीत में बताया कि वे एक बीघा में 95 से 120 किलो तक यूरिया, फास्फेट और सल्फर और अन्य कीटनाशक डालते हैं। बीकानेर एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के डॉ. विजयशंकर के मुताबिक- ये स्तर तो खतरनाक है। अधिकतम 50 से 60 किलो तक ही डाला जाना चाहिए। कीट कंट्रोल के लिए पर्याप्त है। श्रीगंगानगर, पीलीबंगा और हनुमानगढ़ पहुंचे भास्कर ने वहां के किसानों ने भास्कर को बताया- पानी की कमी नहीं है। खेती में 7-8 तरह के केमिकल डालते हैं। सरसों, गेहूं और जौ जैसे प्रमुख अनाज में तीन-तीन बार केमिकल और पेस्टीसाइड डालते हैं। अनाज, दाल, फल, सब्जी में सुरक्षित मानक से दो-तीन गुना तक केमिकल डाला जा रहा
भावांतर में 205 किसानों को 53.58 लाख मिले
बैतूल| प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही भावांतर योजना के तहत जिले के 205 किसानों को 53 लाख 58 हजार 609 रुपए का भुगतान किया। किसानों को भावांतर राशि का अलग- अलग भुगतान किया गया। इंदौर जिले में सीएम मोहन यादव ने किसानों के बैंक खाते में एक क्लिक से भावांतर राशि का भुगतान किया। बडोरा मंडी सचिव सुरेश परते ने बताया बडोरा मंडी के 179 और भैंसदेही मंडी के 26 किसानों के खातों में 53 लाख 58 हजार 609 रुपए भावांतर राशि डाली गई। मंडी सचिव ने बताया 6 नवंबर के बाद से मॉडल रेट रोज तय किए जा रहे हैं। मॉडल रेट से ही किसानों को भावांतर का भुगतान किया जा रहा।
प्रसूता की मौत की जांच ठंडे बस्ते में, जांच टीम में किया बदलाव
बैतूल| जिला अस्पताल में प्रसूता की मौत की जांच अब तक पूरी नहीं हुई है। वहीं गठित टीम बदल दी है। लेकिन 12 दिन बाद भी टीम ने जांच पूरी नहीं की। घोड़ाडोंगरी तहसील के ईमलीखेड़ा निवासी प्रसूता समोती बाई (25) की 15 नवंबर को जिला अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। परिजनों ने डॉ. वंदना धाकड़ पर लापरवाही के आरोप लगाए थे। प्रभारी मंत्री नरेन्द्र शिवाजी पटेल मौके पर पहुंचे थे और स्टेट लेवल टीम बनाकर जांच कराने का आश्वासन दिया था। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. प्रमोद मालवीय, डॉ. राजेश परिहार एवं डॉक्टर सिद्दी अग्रवाल और डॉ. कविता कोरी की टीम बनाई थी। इसके बाद टीम में बदलाव किया। अब टीम में एसडीएम डॉ. अभिजीत सिंह, आरएमओ डॉ. रानू वर्मा, डॉ. भावना कवड़कर एवं डॉ. राजेश परिहार को शामिल किया। टीम को 10 दिन में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए। लेकिन जांच पूरी नहीं की।
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने कोहरे या धुंध में टेक ऑफ व लैंडिंग के दौरान हादसों से बचने के लिए नई व्यवस्था तय की है। इसके तहत जांच के पांच चरण तय किए हैं, जिन्हें विमानन कंपनी, पायलट व एयरपोर्ट को मानना ही होगा। कोहरे व धुंध में उड़ान को तीन श्रेणियों में बांटा है। यानी की विजिबिलिटी जितनी कम होगी। मानक उतने ही सख्त होंगे। कैटेगरी-I: दृश्यता 550 मीटर तक यानी सामान्य हो, कैटेगरी-II: दृश्यता 300 मीटर रह जाए, कैटेगरी-III सबसे कम दृश्यता 100 मीटर या उससे भी कम हो जाए। 5 चरणों की परमिशन प्रोसेस के तहत जब तक DCGA यह नहीं देख लेगा कि विमान का ऑटो-पायलट, लैंडिंग सिस्टम और सेंसर सही काम कर रहे हैं, तब तक परमिशन नहीं मिलेगी। बता दें 2023 के सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट के तहत अब तक सिर्फ एक बार अनुमति लेनी होती थी और अनुमति पूरे बेड़े पर लागू होती थी। अब हर विमान और हर पायलट को अलग स्तर पर अप्रूवल की प्रक्रिया से गुजरना होगा। यह बदलवा इसलिए जरूरी है क्योंकि घने कोहरे के कारण देश में हर साल सैकड़ों उड़ानें प्रभावित होती हैं। नई व्यवस्था का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोहरे में उड़ान की इजाजत उन्हीं ऑपरेटरों को मिले, जिनके विमान व पायलट तकनीकी रूप से पूरी तरह तैयार हैं। DGCA मे कोहरे-धुंध में प्लेन उड़ान के 5 नियम बनाए डीजीसीए की व्यवस्थापांच चरणों की अनुमति प्रक्रिया के तहत जब तक डीजीसीए यह नहीं देख लेगा कि विमान का ऑटो-पायलट, लैंडिंग सिस्टम और सेंसर सही काम कर रहे हैं, तब तक अनुमति नहीं मिलेगी। बता दें, 2023 के सिविल एविएशन रिक्वायरमेंट के तहत अब तक सिर्फ एक बार अनुमति लेनी होती थी और अनुमति पूरे बेड़े पर लागू होती थी। अब हर विमान और हर पायलट को अलग स्तर पर अनुमोदन की प्रक्रिया से गुजरना होगा। पायलटों को ऐसी उड़ानों का प्रशिक्षण लेना होगाहर पायलट को कैटेगरी-II और III उड़ानों के लिए अलग से विशेष प्रशिक्षण लेना होगा। इसमें सिम्युलेटर में ‘कम दृश्यता में लैंडिंग’, आपात स्थिति में ‘गो-अराउंड’ और ऑटो-लैंडिंग सिस्टम की समझ का अभ्यास शामिल होगा। तकनीकी और मेंटेनेंस का हर छह माह में परीक्षणसभी आईएलएस, रेडियो ऑल्टीमीटर और ऑटो-पायलट सिस्टम का हर छह महीने में परीक्षण अनिवार्य किया गया है। यदि कोई विमान 30 दिन तक इन कैटेगरी में फ्लाइट नहीं करता, तो दोबारा उड़ान से पहले उसे ग्राउंड टेस्ट या टेस्ट फ्लाइट देनी होगी। एयरलाइनों को अब हर विमान के लिए अलग कैटेगरी मैनुअल तैयार करना होगा। DGCA क्या है?DGCA भारत सरकार के अंतर्गत आने वाली एक ट्रैफिक रेगुलेटरी बॉडी है, जो भारत में सिविल एविएशन के क्षेत्र में सिक्योरिटी, सर्टिफिकेशन और मॉनिटरिंग को मैनेज करता है। DGCA विमान संचालन और निर्माण की अनुमतियों के प्रमाणन की प्रक्रिया का भी प्रबंधन करता है। वो यह सुनिश्चित करता है कि विमानों, हवाई पट्टियों और हवाईअड्डों का निर्माण और संचालन मानकों और सुरक्षा नियमों के अनुसार हो। इसके अलावा DGCA विमान सुरक्षा के लिए मानक और दिशानिर्देश तैयार करता है, जो विमान संचालकों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए होते हैं। यह विमान संचालकों और हवाईअड्डों के लिए बनाए गए नियमों का पालन भी कराता है। अगर कोई उल्लंघन होता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। ........................ DGCA से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... DGCA ऑडिट में एअर इंडिया से जुड़ी 100 गड़बड़ियां मिलीं, इनमें 7 बेहद गंभीर जोखिम की विमानों की सुरक्षा देखने वाली संस्था नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने टाटा समूह की एयरलाइन एअर इंडिया में कई बड़ी खामियां पकड़ी थीं। समाचार एजेंसी PTI सूत्रों के मुताबिक इनमें पायलटों और केबिन क्रू की ट्रेनिंग, उनके आराम और ड्यूटी के नियम और उड़ान भरने-उतरने से जुड़े मानकों में करीब 100 तरह की गड़बड़ियां शामिल हैं। हालांकि, रॉयटर्स के मुताबिक, ये संख्या 51 है। पूरी खबर पढ़ें...
चंपा छठ का दो दिवसीय मेला शुरू
रहली | वार्ड नंबर 6 में आस्था और परंपरा का प्रतीक दो दिवसीय चंपा छठ मेला बुधवार से शुरू हो गया। लीला प्रजापति ने बताया कि 27 साल से यहां मेले का आयोजन निरंतर होता आ रहा है। मेले की विशेषता 7 भट्टी हैं, जो प्राकृतिक रूप से जमीन में खुदी हुई मानी जाती हैं। मान्यता है कि इन भिट्टयों से होकर निकलने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं और खंडेराव दादा की कृपा सदैव उन पर बनी रहती है। वहीं पंडा रवि साहू ने बताया कि वे लगातार 25 साल से यहां दो दिवसीय पूजा-अर्चना और कर्मकांड का निर्वहन कर रहे हैं। मेले में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी, जहां भक्त आस्था के साथ पूजा कर अपनी सुख-समृद्धि की कामना करते नजर आए।
ग्राम पंचायत में संविधान की प्रस्तावना का वाचन
रहली | बुधवार को संविधान दिवस पर चांदपुर ग्राम पंचायत में संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया। जिसे सभी ने ध्यानपूर्वक सुनकर लिखने वाले वाले की प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। इस मौके पर गोपाल अहिरवार ने कहा कि आज हम उस ऐतिहासिक दिन को नमन करते हैं, जब भारत ने अपने लिए एक ऐसा संविधान चुना जो हर नागरिक को समान अधिकार, न्याय, स्वतंत्रता और सम्मान का जीवन देता है। आइए इस अवसर पर यह वचन लें कि हम संविधान के प्रति निष्ठावान रहेंगे, उसकी रक्षा करेंगे,और लोकतंत्र को मजबूत बनाने में अपना योगदान देंगे। इस मौके पर गोपाल अहिरवार, मुन्नालाल बैरागी, रोजगार सहायक हेमलता जैन, हेमराज सिंह घोषी, पूरन पटैल, हल्ले सहित कई लोग उपस्थित थे।

