विद्याधर नगर पुलिस और जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक आरोपी को 2.72 ग्राम अवैध स्मैक के साथ गिरफ्तार किया है। टीम ने विद्याधर नगर स्टेडियम के बाहर खड़े व्यक्ति को दस्तयाब किया। पूछताछ में उसने अपना नाम नरेन्द्र कुमार सांसी (25 साल) पुत्र पांचलाल सांसी, निवासी बिनाय, अजमेर (हाल निवासी झुग्गी झोपड़ी, पावर हाउस के पास, विश्वकर्मा, जयपुर) बताया। डीसीपी नॉर्थ करण शर्मा (आई.पी.एस) ने बताया- जयपुर शहर में 'ऑपरेशन क्लीन स्वीप' के तहत नशा करने और बेचने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। इस बीच मुखबिर ने बताया कि 26 नवंबर, बुधवार को एक व्यक्ति विद्याधरनगर स्टेडियम के पास स्मैक बेचने की फिराक में खड़ा है। इस सूचना पर दिलीप कुमार सोनी और नरेन्द्र कुमार खींचड़ के निर्देशन में टीम ने त्वरित कार्रवाई की। नरेंद्र कुमार सांसी से कब्जे से 2.72 ग्राम अवैध स्मैक बरामद कर जब्त की उन्होंने बताया- तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 2.72 ग्राम अवैध मादक पदार्थ स्मैक बरामद कर जब्त की गई। आरोपी नरेन्द्र कुमार सांसी के खिलाफ पुलिस थाना विद्याधरनगर, जयपुर उत्तर में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज किया गया है। दर्ज मामले में आरोपी से अवैध मादक पदार्थ स्मैक की तस्करी से संबंधित अग्रिम अनुसंधान गहनतापूर्वक किया जा रहा है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (द्वितीय) जयपुर उत्तर बजरंग सिंह (आर.पी.एस) और सहायक पुलिस आयुक्त (शास्त्रीनगर) सुरेन्द्र सिंह के सुपरविजन में एक विशेष टीम गठित की गई थी। इस टीम का नेतृत्व प्रभारी, जिला स्पेशल टीम दिलीप कुमार सोनी (पु.नि.) और थानाधिकारी, पुलिस थाना विद्याधरनगर नरेन्द्र कुमार खींचड़ (पु.नि.) ने किया। गठित पुलिस टीम जयपुर शहर में नशीले पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के लिए लगातार निगरानी कर रही थी। इसी दौरान, डीएसटी जयपुर उत्तर टीम के हेड कॉन्स्टेबल सुरेन्द्र पाल सिंह, कॉन्स्टेबल ओमवीर सिंह और कॉन्स्टेबल सुजीत कुमार को मादक पदार्थ तस्करी से संबंधित विश्वसनीय सूचना मिली।
नवीन शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ ने गुरुवार को दुर्ग में शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने की मांग को लेकर पदयात्रा सत्याग्रह किया। यह पदयात्रा शिक्षा विभाग कार्यालय से शुरू होकर शिक्षा मंत्री के शासकीय आवास तक पहुंची। प्रदेश अध्यक्ष विकास सिंह राजपूत के नेतृत्व में संघ के सैकड़ों शिक्षक इस पदयात्रा में शामिल हुए। उन्होंने शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। शिक्षा मंत्री की अनुपस्थिति के कारण ज्ञापन उनके कार्यालय में जमा किया गया। संघ द्वारा दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने शिक्षा सत्र 2025-26 को 'मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता वर्ष' घोषित किया है। इसके बावजूद, बड़ी संख्या में शिक्षकों को ऐसे कार्यों में लगाया जा रहा है जिनका शिक्षा से सीधा संबंध नहीं है। राजपूत ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट और शिक्षा विभाग दोनों ने शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक जिम्मेदारियां न सौंपने के स्पष्ट निर्देश दिए हैं। हालांकि, विभागीय अधिकारी लगातार इन निर्देशों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को लगातार बाढ़-आपदा राहत, गिरदावरी, स्वास्थ्य विभाग के सर्वे, राजस्व विभाग के काम, जाति प्रमाणपत्र सत्यापन, आधार जेनरेशन, अपार आईडी और आवारा कुत्तों की निगरानी जैसे कार्यों में भेजा जा रहा है। इससे शिक्षा का स्तर गिर रहा है और बच्चों को भारी नुकसान हो रहा है। विकास सिंह राजपूत ने जोर दिया कि जब शिक्षक अपनी मूल भूमिका—कक्षा शिक्षण—से दूर रहते हैं, तो स्वाभाविक रूप से परीक्षा परिणाम भी कमजोर होते हैं और फिर उसी शिक्षक को दोषी ठहरा दिया जाता है। उन्होंने आगे कहा कि अगर एक बच्चा पढ़ाई से वंचित रह जाता है, तो उसकी भरपाई कोई नहीं कर सकता। राजपूत ने मांग की कि शिक्षक और बच्चे मिलकर ही राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बना सकते हैं, बशर्ते शिक्षकों को गैर-शैक्षणिक कामों से मुक्त रखा जाए। संघ की प्रदेश प्रवक्ता और शिक्षिका गंगा शरण ने बताया कि शिक्षकों की सबसे बड़ी समस्या यही है कि उन्हें पढ़ाने का समय ही नहीं मिल रहा। उन्होंने कहा- शिक्षा विभाग बार–बार गुणवत्ता सुधारने की बात करता है, लेकिन स्कूलों में विषय–विशेषज्ञ उपलब्ध नहीं हैं। मेरी स्कूल में 10 साल से इतिहास का शिक्षक नहीं आया है। दूसरे विषय वाले शिक्षक इतिहास पढ़ा रहे हैं, ऐसे में गुणवत्ता कैसे आएगी?” उन्होंने कहा कि युक्तियुक्तकरण (rationalisation) के बावजूद कई स्कूलों में वर्षों से विषय विशेषज्ञ नहीं भेजे गए, और जो शिक्षक हैं उन्हें शिक्षण के बजाय अन्य विभागों के कामों में लगा दिया जाता है। मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के सपने को पूरा करने के लिए हमें पढ़ाने का समय चाहिए संघ का कहना है कि राज्य सरकार शिक्षा गुणवत्ता को लेकर गंभीर है, लेकिन यह तभी संभव होगा जब शिक्षकों को पूरी तरह से शिक्षण पर ध्यान देने दिया जाए। गंगा शरण ने कहा- हमारा उद्देश्य सरकार का विरोध नहीं है। हम चाहते हैं कि शिक्षक अपना मूल कार्य करें और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले। इसके लिए जरूरी है कि हमें अन्य कार्यों से मुक्त किया जाए।” अधिकारी निर्देशों की अवहेलना कर रहे-संघ ने तत्काल कार्रवाई की मांग की ज्ञापन में शिक्षक संघ ने शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश जारी किए जाएँ कि शिक्षकों को किसी भी तरह के गैर–शैक्षणिक कार्यों में शामिल न किया जाए। संघ ने कहा कि यदि शिक्षकों पर बोझ कम किया गया और उन्हें सिर्फ पढ़ाने का अवसर दिया गया, तो आने वाले एक वर्ष में शिक्षा परिणामों में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलेगा।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा आयोजित वुमेंस प्रीमियर लीग (WPL) ऑक्शन में राजस्थान की दो युवा खिलाड़ियों ने बड़ा मुकाम हासिल किया है। जयपुर की सुमन मीणा और झुंझुनूं की हैप्पी कुमारी को उत्तर प्रदेश वॉरियर्स और गुजरात टीम ने अपने स्क्वॉड में शामिल किया है। गुरुवार को हुई नीलामी प्रक्रिया में लंबे समय से राजस्थान महिला क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहीं इन दोनों खिलाड़ियों को अपना पहला बड़ा मंच मिला है। WPL ऑक्शन में शामिल किए जाने के बाद दोनों पर कई टीमों की नजर थी। जयपुर की प्रतिभाशाली खिलाड़ी सुमन मीणा को UP वॉरियर्स ने 10 लाख रुपए में खरीदा है। सुमन पिछले कई सीजन से राज्य की सबसे भरोसेमंद बैट्समैन में गिनी जाती हैं। घरेलू क्रिकेट में उनके लगातार प्रदर्शन ने उन्हें WPL ऑक्शन तक पहुंचाया। हैप्पी कुमारी को गुजरात टीम ने बनाया हिस्सा झुंझुनूं की युवा बल्लेबाज हैप्पी कुमारी को गुजरात टीम ने अपने स्क्वॉड का हिस्सा बनाया है। अपने आक्रामक अंदाज और लगातार ऑलराउंडर क्षमता ने उन्हें टीम मालिकों का पसंदीदा विकल्प बनाया है। दोनों खिलाड़ियों के सिलेक्शन से राजस्थान महिला क्रिकेट में उत्साह का माहौल है। राजस्थान के कोचों और क्रिकेट संघ से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि यह सफलता राज्य की युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। राजस्थान से उभरती महिला प्रतिभाओं के लिए WPL एक बड़ा प्लेटफॉर्म बनकर सामने आया है। सुमन और हैप्पी का सिलेक्शन इस बात का प्रमाण है कि राज्य की क्रिकेट प्रतिभा राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रही हैं।
फर्रुखाबाद में प्रेमी की हत्या कर सबूत मिटाने के मामले में विशेष दस्यु प्रभावित क्षेत्र न्यायाधीश शैलेंद्र सचान ने प्रेमिका के माता-पिता और एक साथी को दोषी करार दिया है। अदालत ने प्रेमिका के पिता धर्मेंद्र चौहान, मां उमा चौहान और साथी सच्चिदानंद उर्फ मनोज को उम्रकैद की सजा सुनाई है। दोषियों पर 1.80 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। यह मामला चार साल पुराना है। फतेहगढ़ के ग्राम सरह निवासी कन्हैयालाल अवस्थी पुत्र श्रीराम अवस्थी ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया था कि उनका पुत्र अंकित अवस्थी नोएडा में काम करता था। अंकित का धर्मेंद्र चौहान की पुत्री से प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसे लेकर यह घटना हुई।भाईदूज के दिन 6 नवंबर 2021 को अंकित घर आया था। अगले दिन वह गांव के कुछ अन्य लड़कों के साथ नोएडा जाने के लिए निकला। पांचाल घाट चौराहे पर वह टेंपो से उतरकर धर्मेंद्र चौहान के भागुआ नगला गांव में है चला गया। गांव के अन्य लड़के टेंपो से फर्रुखाबाद की ओर चले गए।शाम को अंकित ने अपने पिता से फोन पर बात की बताया वह धर्मेंद्र चौहान के मकान पर है।इसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया। अगली सुबह जब गांव के लड़कों से पता किया गया, तो उन्होंने बताया कि अंकित उनके साथ नहीं आया। कन्हैयालाल ने धर्मेंद्र चौहान को फोन किया, तो उनकी पत्नी उमा चौहान ने फोन उठाया, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।इसके बाद कन्हैयालाल धर्मेंद्र चौहान के घर पहुंचे देखा कि मकान पर ताला लगा था और उसके बगल में ताज़ी मिट्टी खुदी पड़ी थी। उन्हें बाद में पता चला कि धर्मेंद्र चौहान, उमा चौहान और प्रशांत ने मिलकर उनके बेटे अंकित की हत्या कर दी है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया।विवेचना के दौरान साक्ष्य और गवाहों के आधार पर प्रशांत का नाम अलग कर दिया गया। विवेचक ने धर्मेंद्र चौहान, उमा चौहान और सच्चिदानंद उर्फ मनोज के खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। मामले की सुनवाई करते हुए विशेष न्यायाधीश शैलेंद्र सचान ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनीं और गवाहों व सबूतों को मद्देनजर रखते हुए तीनों को हत्या और सबूत मिटाने का दोषी ठहराया।
फिरोजाबाद। न्यायालय ने अपने भतीजे की हत्या के मामले में चाचा, उनके बेटे और एक अन्य व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। तीनों दोषियों पर एक-एक लाख रुपये का अर्थदंड भी लगाया गया है। अर्थदंड जमा न करने पर उन्हें अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। यह घटना टूंडला थाना क्षेत्र के नगला रामकिशन में 3 अप्रैल 2022 को हुई थी। मृतक बंटी मरघट के पास खाली जगह में खड़ा था, तभी पप्पू उर्फ पवन (निवासी नगला छैंकुर), राजवीर और उसके बेटे राहुल (निवासी नगला रामकिशन) ने धारदार हथियारों और लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया। हमले में बंटी गंभीर रूप से घायल हो गया था। बंटी के भाई मनोज कुमार ने 5 अप्रैल 2022 को टूंडला थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुरुआत में जानलेवा हमले की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हालांकि, उपचार के दौरान बंटी की मृत्यु हो जाने के बाद मामले में हत्या और अनुसूचित जाति/जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धाराएं बढ़ाई गईं। पुलिस ने 90 दिनों के भीतर जांच पूरी कर 3 अगस्त 2022 को न्यायालय में आरोपपत्र दाखिल किया। इस मामले की सुनवाई विशेष न्यायाधीश (एससी-एसटी एक्ट) नवनीत कुमार गिरी की अदालत में हुई। अभियोजन पक्ष की ओर से एडीजीसी नरेंद्र सिंह सोलंकी ने पैरवी की। न्यायालय ने दोनों पक्षों के तर्कों, साक्ष्यों और गवाहों के बयानों के आधार पर पप्पू उर्फ पवन, राजवीर और राहुल को दोषी पाया। एडीजीसी ने बताया कि दोषी राजवीर मृतक बंटी का सगा चाचा था। पारिवारिक रंजिश के चलते राजवीर ने अपने साथी पवन और बेटे राहुल के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया था।
फिरोजाबाद के सरकारी मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के नए छात्रों से परिचय के नाम पर रैगिंग का मामला सामने आया है। पीड़ित छात्रों ने ऑनलाइन एंटी-रैगिंग सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। कॉलेज प्रशासन ने जांच के बाद पांच छात्रों को एक महीने के लिए निष्कासित कर दिया है। प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. योगेश गोयल ने बताया कि सत्र 2025 के छात्रों ने छात्रावास परिसर में रैगिंग, गाली-गलौज, अभद्र व्यवहार और धमकी देने जैसी शिकायतें की थीं। शुरुआत में जांच में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई थी, जिसके बाद एंटी-रैगिंग सेल से चार आरोपी छात्रों के नाम सामने आए। इसके बाद प्राचार्य और एंटी-रैगिंग समिति ने पीड़ित छात्रों के बयान दर्ज किए। समिति ने सुरक्षा गार्डों और छात्रावास कर्मचारियों के भी लिखित बयान लिए। जांच में प्रयांशु जायसवाल, रितिक तिवारी, उज्ज्वल त्यागी, रितेश मित्तल और शिवा चौधरी को रैगिंग का दोषी पाया गया। समिति ने इन पांचों छात्रों को 27 नवंबर से अगले एक महीने के लिए कॉलेज से निष्कासित कर दिया है। इस अवधि के दौरान उन्हें केवल परीक्षाओं में बैठने की अनुमति दी गई है, लेकिन परीक्षा के समय भी छात्रावास परिसर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। कॉलेज प्रशासन ने आरोपी छात्रों को 2 दिसंबर को दोपहर 12 बजे एंटी-रैगिंग समिति के समक्ष उपस्थित होने का निर्देश भी दिया है। प्राचार्य डॉ. योगेश गोयल ने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर रैगिंग बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कॉलेज परिसर में अनुशासनहीनता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
धमतरी पुलिस ने अवैध हेरोइन (चिट्टा) बेचने के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के पास से 15 हजार रुपये की हेरोइन, दो मोबाइल फोन, नगदी और अन्य सामान सहित कुल 48 हजार रुपये का माल जब्त किया गया। दोनों को एनडीपीएस एक्ट के तहत न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई जिले में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत की गई। सिटी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि श्रीराम नगर स्थित सेन समाज भवन के पास कुछ लोग अवैध रूप से हेरोइन बेच रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर दो आरोपियों को मौके से दबोच लिया। आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 1.5 ग्राम हेरोइन (कीमत लगभग 15 हजार रुपये), दो मोबाइल फोन (कीमत 27 हजार रुपये), 5,500 रुपये नकद, दो सिल्वर फाइल पेपर, पांच रेपर, एक लाइटर और एक इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन जब्त की। जब्त की गई कुल संपत्ति की कीमत लगभग 48 हजार रुपये बताई जा रही है। सिटी कोतवाली थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को जिला जेल धमतरी भेजा गया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंबेडकर वार्ड निवासी नरेंद्र उर्फ निखिल निर्मलकर (26 वर्ष) पुत्र मन्नू निर्मलकर और इंद्रा नगर, नयापारा वार्ड, धमतरी निवासी अखिलेश उर्फ सोनू देवांगन (24 वर्ष) पुत्र टुमन देवांगन के रूप में हुई है।
नाथद्वारा नगर के सुखाड़िया नगर के सामने नेशनल हाईवे 8 की सर्विस रोड पर गुरुवार देर शाम सड़क हादसा हो गया। उदयपुर की ओर से आ रहा गिट्टी से भरा एक ट्रेलर अचानक बेकाबू होकर सर्विस रोड पर पलट गया। हादसे के दौरान सड़क पर चल रही एक मोटरसाइकिल और ऑटोरिक्शा उसकी चपेट में आ गए। बेकाबू ट्रेलर पलटा प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ट्रेलर अचानक लहराने लगा और देखते ही देखते पलट गया। पलटने के साथ ही उसमें भरी गिट्टी पूरे सर्विस रोड पर फैल गई। गिट्टी की चपेट में आने से बाइक सवार सत्य विजय सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसके बाद घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने घायल को संभाला और प्राथमिक उपचार के बाद उदयपुर रेफर किया गया। वहीं ऑटोरिक्शा भी क्षतिग्रस्त हो गया और रोड किनारे खड़ी दो गायें भी घायल हो गईं। क्रेन से हटवा कर ट्रैफिक शुरू करवाया हादसे के तुरंत बाद राहगीरों ने ट्रेलर चालक को बाहर निकाला, जिसे मामूली चोटें आईं। सड़क पर गिट्टी फैलने से सर्विस रोड पर जाम लग गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। सूचना मिलते ही पुलिस और यातायात प्रभारी मौके पर पहुंचे और ट्रैफिक को सुचारू किया। ट्रेलर को हटाने के लिए क्रेन मंगवाई गई, जिसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू की गई।
मेरठ के मेडिकल अस्पतालों के मरीज को बहला-फुसलाकर निजी अस्पतालों में भर्ती कराने की शिकायत गाजियाबाद के एक लकवाग्रस्त मरीज के तीमारदार ने एम्बूलेंस चालक के खिलाफ की है। उन्होंने बताया कि चालक ने 20–25 हजार रुपये में बेहतर इलाज का झांसा देकर मेडिकल कॉलेज से उठा ले गया और सीधे मंगलपांडेनगर स्थित अल्फा हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। यहां तीन दिन में परिवार से 90 हजार रुपये से ज्यादा वसूल लिए गए, लेकिन मरीज की हालत जस की तस रही। अल्फा हॉस्पिटल के रजिस्टर में मिला एंबुलेंस चालक का नाम सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि डिप्टी सीएमओ को जांच दी गई थी जिसमें पाया गया कि मरीज मुकेश कुमार वहीं भर्ती है और उसका उपचार डॉ. देवेंद्र सैनी, डॉ. राहुल गोयल और डॉ. अरुण कुमार सिंह कर रहे हैं। हॉस्पिटल के रजिस्टर में एंबुलेंस चालक तुषार का नाम और मोबाइल नंबर भी दर्ज मिला, जिससे साफ हो गया कि तुषार ने ही मरीज को मेडिकल कॉलेज से निजी अस्पताल में शिफ्ट कराया। 16 नवंबर को दिया था झांसा परिवार के अनुसार 16 नवंबर को तुषार नाम के चालक ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में इलाज में देर होगी, जबकि निजी अस्पताल में 20–25 हजार रुपये में बढ़िया देखभाल हो जाएगी। भरोसा कर परिजन मरीज को उसके साथ भेज बैठे। अस्पताल में भर्ती होते ही बिल का “मीटर” ऐसा चला कि 90 हजार रुपये तक पहुंच गया। फिर भी मरीज की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद परिवार ने अधिकारियों से शिकायत की। बकाया बिल माफ, मरीज को फिर मेडिकल कॉलेज रेफर जांच टीम ने अस्पताल प्रबंधन से बकाया बिल माफ कराया और मरीज को दोबारा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पूरी रिपोर्ट मेरठ कमिश्नर, डीएम, एसएसपी और सीएमओ को भेजी गई। रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल थाने में अल्फा हॉस्पिटल और एंबुलेंस चालक तुषार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
गोंडा जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र स्थित पुरानी गल्ला मंडी के रानी बाजार में महिमा गारमेंट्स की दुकान में देर रात करीब 7:40 बजे शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। आग लगने के बाद दुकान से धुआं उठता देख दुकान मालिक और ग्राहक तुरंत बाहर निकल आए। देखते ही देखते आग ने पूरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया। दुकान मालिक और स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बाद तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। आग लगने के दौरान स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने महिमा गारमेंट्स के आगे के हिस्से में रखे कुछ कपड़ों को बाहर निकालकर सुरक्षित करने का भी प्रयास किया। इस अग्निकांड में दुकान में रखा 10 लाख रुपये से अधिक का कपड़ा और लाखों रुपये की नकदी जलकर राख हो गई है। महिमा गारमेंट्स की दुकान में आग लगते ही आसपास की दुकानों को भी एहतियातन के तौर पर अलर्ट कर दिया गया था और फायर ब्रिगेड की गाड़ियों द्वारा बगल की दीवारों पर भी पानी की बौछार की जा रही थी ताकि बगल की दुकानों तक आगे की लपट ना पहुंच सके। वहीं गोंडा नगर कोतवाल विवेक त्रिवेदी ने बताया कि फायर ब्रिगेड और स्थानीय लोगों की मदद से आग बुझा ली गई है। आग से हुए नुकसान का आकलन राजस्व विभाग द्वारा किया जा रहा है।
रायपुर में तेज रफ्तार ट्रक ने युवक को कुचला:सिर बुरी तरह चकनाचूर, सड़क पार कर रहा था युवक
राजधानी रायपुर में रिंग रोड भाठागांव के पास दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। गुरुवार दोपहर एक व्यक्ति सड़क पार कर रहा था, तभी टाटीबंध की ओर से तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में व्यक्ति के सिर पर गंभीर चोट आने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। यह पूरा मामला पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र का है। ऋषभ दुबे निवासी ब्रम्हपुरी ने पुलिस को बताया कि वह पान ठेला चलाते हैं। उन्होंने बताया कि पश्चिम बंगाल पासिंग का एक ट्रक दोपहर करीब 3 बजे टाटीबंध की ओर से आ रहा था। भाटागांव ब्रिज के पहले सड़क पार कर रहे एक व्यक्ति को उसने चपेट में ले लिया। ट्रक के चक्के में व्यक्ति का सिर बुरी तरह कुचला गया और उसकी मौके पर मौत हो गई। हादसे के बाद मृतक को एम्स अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मौत की पुष्टि कर दी। पुलिस ने शव की पहचान कराने की कोशिश शुरू कर दी है और ट्रक ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
गोरखपुर में शुक्रवार को कई इलाकों में निर्धारित समय के लिए बिजली सप्लाई बाधित रहेगी। बिजली विभाग ने बताया कि शटडाउन का उद्देश्य पुराने वितरण तंत्र को सुरक्षित बनाना, लाइन शिफ्टिंग करना और भविष्य में उपभोक्ताओं को स्थिर सप्लाई उपलब्ध कराना है। विभाग ने प्रभावित उपभोक्ताओं से सहयोग की अपील की है। अधिकारियों के अनुसार तय समय में सभी तकनीकी कार्य पूरे कर सप्लाई जल्द बहाल करने की कोशिश की जाएगी। तारामंडल उपकेंद्र के इंदिरा नगर फीडर पर शटडाउन छह लेन रोड चौड़ीकरण के तहत होने वाले जरूरी कार्यों के कारण शुक्रवार को तारामंडल उपकेंद्र के इंदिरा नगर फीडर की बिजली दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी। इस दौरान इंदिरा नगर, गोपालापुर और दाउदपुर क्षेत्र प्रभावित रहेंगे। कई फीडरों पर लाइन शिफ्टिंग का काम शहर के खोराबार, लालडिग्गी और बक्शीपुर क्षेत्रों में भी शुक्रवार को बिजली सप्लाई प्रभावित रहेगी। रोड चौड़ीकरण और लाइन शिफ्टिंग कार्य के लिए खोराबार उपकेंद्र के 11 केवी सूबा बाजार फीडर, लालडिग्गी उपकेंद्र के 11 केवी हिंदी बाजार फीडर, और बक्शीपुर उपकेंद्र के 11 केवी कोतवाली व 11 केवी जटाशंकर फीडरों की सप्लाई सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक बंद रहेगी।
राजगढ़ जिले के पूर्व जिला पंचायत CEO और वर्तमान में कृषि विकास एवं कल्याण विभाग के उप सचिव IAS संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज की बेटियों को लेकर दिए गए विवादित बयान ने खिलचीपुर में विरोध खड़ा कर दिया है। गुरुवार दोपहर गायत्री मंदिर पर समाजजन बड़ी संख्या में जुटे और ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष सतीश शर्मा के नेतृत्व में रैली निकाली। जिसमे संत बाबा पागल दास महाराज, कथा वाचक पंडित रोहित नागर सहित सैकड़ों लोग “संतोष वर्मा मुर्दाबाद” के नारों के साथ तहसीलदार चौराहे तक पहुंचे। चौराहे पर गुस्से से भरे लोगों ने IAS संतोष वर्मा का पुतला जलाकर विरोध दर्ज कराया। पुतला दहन के बाद सभी समाजजन खिलचीपुर थाने पहुंचे, जहां पहले सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इसके बाद टीआई उमाशंकर मुकाती को ज्ञापन देकर वर्मा पर FIR दर्ज करने की मांग की गई। मुंह काला करने वाले को इनाम की घोषणाविरोध प्रदर्शन के बीच कथा वाचक पंडित रोहित नागर ने घोषणा की कि “जो भी IAS संतोष वर्मा के मुंह पर काली स्याही पोतेगा, चप्पल से मारेगा या चप्पलों की माला पहनाएगा, उसे मैं 51 हजार रुपए इनाम दूंगा।” पंचमुखी हनुमान मंदिर के प्रमुख संत बाबा पागल दास ने भी कहा कि “IAS होते हुए ऐसे शब्द बोलना बुद्धि भ्रष्ट होने का संकेत है। समाज अब इसे किसी कीमत पर नहीं छोड़ेगा।” देखिए तस्वीरें...
मंदसौर सिटी कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को ऑटो चोरी के एक मामले को सुलझाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी गया ऑटो भी बरामद कर लिया है, जिसकी अनुमानित कीमत 5 लाख रुपए है। यह मामला 25 नवंबर को शाहिद पिता भूरा (26 वर्ष), निवासी कालाखेत, सब्जी विक्रेता, द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट से संबंधित है। शाहिद ने बताया था कि 24 नवंबर की रात कालाखेत स्थित गली नंबर 5 से उनका ऑटो (क्रमांक MP 14 ZA 9688) अज्ञात व्यक्ति चोरी कर ले गया था। शिकायत के आधार पर थाना कोतवाली में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई। पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें रात करीब 3 से 4 बजे के बीच एक व्यक्ति को ऑटो चोरी करते हुए देखा गया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी की पहचान की और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान युनुस राहिल पिता हबीब मोहम्मद राहिल (45 वर्ष), निवासी गौतम नगर, कालाखेत, मंदसौर (हाल मुकाम नसीब कॉलोनी, मदारपुरा, मंदसौर) के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी गया सफेद रंग का अल्फा पल्स तीन पहिया लोडिंग टेम्पो गुरुवार शाम बरामद किया। बरामद वाहन की अनुमानित कीमत लगभग 5 लाख रुपए बताई गई है।
महराजगंज। मोटरसाइकिल चोरी के एक मामले में अपर सत्र न्यायाधीश कोर्ट संख्या-1 ने गुरुवार को अभियुक्त सलमान को दोषी करार दिया। अदालत ने उसे दो वर्ष दस माह के कठोर कारावास और 1600 रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। न्यायालय ने यह भी स्पष्ट किया कि निर्धारित अर्थदंड जमा न करने पर दोषी को एक माह का अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा। सलमान जद्दू पिपरा, थाना भिटौली का निवासी है। अभियोजन पक्ष के अनुसार, यह घटना वर्ष 2022 की है। उस समय थाना श्यामदेउरवा क्षेत्र में एक मोटरसाइकिल चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और संभावित संदिग्धों की तलाश की। जांच के दौरान सलमान पर संदेह हुआ। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें चोरी से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग मिले। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर सलमान की निशानदेही पर चोरी की गई मोटरसाइकिल बरामद की गई। बरामदगी के बाद विवेचक ने मामले की विस्तृत जांच की और आरोप सिद्ध होने पर उसके खिलाफ न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल किया। न्यायालय में अभियोजन पक्ष ने प्रस्तुत साक्ष्यों, बरामद मोटरसाइकिल और गवाहों के बयानों के आधार पर अभियुक्त की संलिप्तता साबित की। सभी तथ्यों और साक्ष्यों पर विचार करने के बाद अदालत ने सलमान को मोटरसाइकिल चोरी का दोषी ठहराया। इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सदर जय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि न्यायालय द्वारा एक अभियुक्त को सजा सुनाई गई है।
सिरसा जिले के डबवाली में नगर परिषद ने गुरुवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। अग्रवाल पीरखाना वाली गली में हुई इस कार्रवाई का मोहल्लेवासियों ने भारी संख्या में एकत्रित होकर विरोध किया। अग्रवाल पीरखाना वाली गली में घरों के बाहर बने थड़ों को अतिक्रमण माना गया है। इन थड़ों के कारण गली में आवागमन में परेशानी होती थी। इसी को लेकर नगर परिषद के अधिकारी जेसीबी के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे। जैसे ही मोहल्लेवासियों को कार्रवाई की भनक लगी, वे अपने घरों से बाहर आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। लोगों का बढ़ता विरोध देखकर नगर परिषद के अधिकारी जेसीबी को लेकर वार्ड के अन्य हिस्से में अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया करने लगे। वहां भी लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। मोहल्लेवासियों का आरोप है कि यह कार्रवाई रंजिशवश उनके वार्ड में की जा रही है। उन्होंने मीना बाजार का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां दुकानों के आगे दुकानदारों ने अतिक्रमण कर गली को पूरी तरह से बंद कर रखा है, लेकिन वहां कोई कार्रवाई नहीं होती। मोहल्लेवासियों ने नगर परिषद के अधिकारियों से सवाल किया कि क्या मीना बाजार में भी ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी। इस पर अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि अतिक्रमण हटाने की यह प्रक्रिया डबवाली के हर क्षेत्र में सामान्य रूप से की जाएगी और शहर को पूरी तरह से अतिक्रमण मुक्त बनाया जाएगा। युवा कांग्रेस नेता ने लगाए भेदभाव के आरोप भूपेंद्र शर्मा विधानसभा अध्यक्ष युवा कांग्रेस हल्का डबवाली ने कहा कि नगर परिषद ने पूरे शहर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर रखी है, लेकिन उस कार्रवाई में भी बड़ा भेदभाव किया जा रहा है। कुछ चुनिंदा वार्डों को ही टारगेट कर अतिक्रमण की कार्रवाई की जा रही है।
बलौदाबाजार के अल्ट्राटेक सीमेंट संयंत्र कुकुरदी में एक श्रमिक पर चाकू से हमला हुआ है। सेम्हराडीह निवासी भानु राम साहू इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनका इलाज रायपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। इस घटना से श्रमिकों में आक्रोश फैल गया है। यह घटना कुछ दिन पहले संयंत्र परिसर में श्रमिकों और सिक्योरिटी गार्ड के बीच हुए विवाद से जुड़ी है। श्रमिकों ने सिक्योरिटी गार्ड पर गाली-गलौज और मारपीट का आरोप लगाया था। इसके विरोध में श्रमिकों ने शुक्रवार को संयंत्र के बाहर धरना दिया था। श्रमिकों ने सुरक्षा गार्ड पर हमले का आरोप लगाया धरने के बाद संयंत्र प्रबंधन ने संबंधित सिक्योरिटी गार्ड को नौकरी से निष्कासित कर दिया था। गार्ड को काम से निकाले जाने के बाद उसके पुत्र ने रंजिश में बीते रात श्रमिक भानु राम साहू को सेम्हराडीह गांव में फोन कर मिलने बुलाया। गार्ड की चली गई नौकरी, बेटे ने लिया बदला आरोप है कि उसने भानु राम साहू पर यह कहते हुए चाकू से कई वार किए कि तुम्हारी वजह से मेरे पिता का काम बंद हो गया। हमले में घायल भानु राम साहू कॉन्ट्रैक्टर चेतन वर्मा के अधीन कार्यरत थे। हमले की सूचना मिलते ही संयंत्र के श्रमिकों में भारी आक्रोश फैल गया। श्रमिकों ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। सुबह श्रमिकों ने संयंत्र में काम बंद कर दिया था, हालांकि, सुबह 11 बजे के बाद उन्होंने अपना काम फिर से शुरू कर दिया।
गोंडा को 16 दिन बाद आखिरकार आज नया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) मिल गया है। देवरिया में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) में वरिष्ठ प्रवक्ता अमित कुमार सिंह को गोंडा का नया बीएसए नियुक्त किया गया है। वह जल्द ही गोंडा आकर अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे। यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब पूर्व बीएसए अतुल कुमार तिवारी को 11 नवंबर को रिश्वतखोरी के आरोप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर निलंबित कर दिया गया था। उनके निलंबन के बाद से जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. राम चंद्र प्रभारी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का कार्यभार संभाल रहे थे। अमित कुमार सिंह के सामने गोंडा में कई महत्वपूर्ण चुनौतियां होंगी। इनमें सबसे पहली चुनौती शिक्षा विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। पूर्व बीएसए अतुल तिवारी के निलंबन का मामला भी इसी भ्रष्टाचार से जुड़ा है, जिसकी जांच नगर कोतवाली पुलिस द्वारा की जा रही है। दूसरी बड़ी चुनौती बहुचर्चित अनामिका शुक्ला प्रकरण की जांच है, जो इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर यूपी एसटीएफ द्वारा की जा रही है। इसके अतिरिक्त, गोंडा में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाना और बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करना भी उनकी प्राथमिकताओं में शामिल होगा। अमित कुमार सिंह ने यह भी कहा कि मेरा प्रयास रहेगा कि गोंडा की शिक्षा विभाग का एक अच्छा माहौल रहे। दैनिक भास्कर संवाददाता से बातचीत में नए बीएसए अमित कुमार सिंह ने कहा कि शासन द्वारा दी गई जिम्मेदारियों का वह निष्पक्ष रूप से निर्वहन करेंगे। उन्होंने सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत काम करने और भ्रष्टाचार मुक्त बेसिक शिक्षा विभाग बनाने को अपनी पहली प्राथमिकता बताया। उनका मुख्य लक्ष्य बच्चों को अच्छी शिक्षा सुनिश्चित करना भी होगा।
सहकारिता राज्य मंत्री गौतम कुमार दक ने गुरुवार को राजस्थान सहकारी शिक्षा एवं प्रबंधन संस्थान (राइसेम) परिसर में 'सहकार गैलेरी' का उद्घाटन किया। अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के तहत स्थापित इस गैलेरी का अवलोकन कर उन्होंने प्रदर्शित जानकारी की सराहना की। सहकारिता विभाग ने एनसीसीएफ के सहयोग से यह गैलेरी स्थापित की है। इसमें सहकारी आंदोलन की यात्रा को आकर्षक रूप में दर्शाया गया है। मंत्री दक ने कहा कि यह गैलेरी सहकारिता की गौरवशाली यात्रा को प्रदर्शित कर आगंतुकों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। दक बोले- ये प्रदर्शनी बताती है कि छोटे-छोटे सामूहिक प्रयासों से बड़े सामाजिक परिवर्तन संभवमंत्री गौतम कुमार दक ने कहा- यहां प्रदर्शित सामग्री न केवल सहकारिता के इतिहास, उपलब्धियों और नवाचारों को दर्शाती है, बल्कि यह भी बताती है कि कैसे छोटे-छोटे सामूहिक प्रयासों से बड़े सामाजिक परिवर्तन संभव है। सहकारिता केवल एक आर्थिक मॉडल नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय, सहभागिता और पारदर्शिता पर आधारित आंदोलन है, जो राष्ट्र की नींव को मजबूत करता है। राज्य सरकार का लक्ष्य किसानों, महिलाओं, युवाओं और छोटे उद्यमियों को सहकारिता से जोड़कर आर्थिक रूप से सशक्त करना है, ताकि 'सहकार से समृद्धि' की संकल्पना साकार हो सके। दक ने विश्वास व्यक्त किया कि यह गैलेरी सहकार बंधुओं, विद्यार्थियों और आम नागरिकों के लिए ज्ञान केंद्र के रूप में कार्य करेगी। गैलेरी में जानकारियों को विभिन्न खंडों में बांटा सहकार गैलेरी में सहकारिता से संबंधित जानकारी को राजस्थानी संस्कृति की थीम पर क्लिप बोर्ड्स, एक्रेलिक शीट्स, विनायल प्रिंट, फोटो फ्रेम्स और डिजिटल स्क्रीन्स के माध्यम से आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया है। गैलेरी में जानकारियों को विभिन्न खंडों में बांटा गया है। एक खंड में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष का परिचय, इसके सिद्धांत और उद्देश्य तथा विशिष्ट व्यक्तियों के उद्धरण शामिल हैं। दूसरे खंड में सहकारिता के उद्भव और विकास से जुड़ी जानकारी दी गई है। इसमें प्राचीन भारतीय लोकाचार में सहकारिता के बीज, विश्व, भारत और राजस्थान में सहकारी आंदोलन का शुभारंभ, साथ ही राजस्थान में स्वतंत्रता पूर्व और स्वतंत्रता के बाद सहकारी विधि के विकास को दर्शाया गया है। सहकार से समृद्धि को प्रदर्शित कियागैलेरी के एक भाग में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में सहकारिता की प्रासंगिकता, राजस्थान में वर्तमान में सहकारिता का परिदृश्य, सहकार से समृद्धि का परिचय एवं राजस्थान में सहकार से समृद्धि के अंतर्गत प्रमुख उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया है। एक अन्य भाग में सहकारिता की त्रिस्तरीय संरचना एवं राज्य की शीर्ष सहकारी संस्थाओं की जानकारी प्रदर्शित की गई है। सहकार गैलेरी में राज्य की सहकारी समितियों के पुराने छायाचित्रों एवं प्रमाण पत्रों को भी प्रदर्शित किया गया है, जो आकर्षण का केन्द्र है। साथ ही अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत आयोजित की गई प्रमुख गतिविधियों के छायाचित्रों को भी आकर्षक रूप में प्रदर्शित किया गया है।
रात्रिकालीन सराफा चौपाटी का मामला गरमाता जा रहा है। गुरुवार रात नगर निगम की टीम फिर कार्रवाई करने पहुंची। बुधवार को निगम की कार्रवाई के दौरान जमकर हंगामा हुआ था। गुरुवार को नगर निगम की टीम यहां फिर कार्रवाई करने पहुंची। मामले में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इंदौर की ऐतिहासिक एवं परंपरागत पहचान सराफा चौपाटी में व्यवस्थित व्यापार और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम इंदौर द्वारा महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। महापौर इन काउंसिल में संकल्प पारित करते हुए तय किया गया था कि सराफा चौपाटी में केवल परंपरागत रूप से चिह्नित दुकानों को ही व्यवसाय करने की अनुमति दी जाएगी। महापौर के निर्देशन में महापौर परिषद सदस्यों की उपस्थिति में एक विशेष समिति का गठन किया गया था। यह समिति सराफा चौपाटी क्षेत्र का विस्तृत भौतिक निरीक्षण करते हुए व्यापारिक गतिविधियों, सुरक्षा मानकों, भीड़ प्रबंधन एवं मूलभूत आवश्यकताओं का आकलन करने हेतु नियुक्त की गई थी। समिति ने निरीक्षण उपरांत अपनी विस्तृत रिपोर्ट नगर निगम को प्रस्तुत की गई। रिपोर्ट में लोगों की सुरक्षा, स्वच्छता, स्थान की क्षमता एवं परंपरागत व्यापारियों के हितों को प्राथमिकता देते हुए महत्वपूर्ण सुझाव शामिल किए गए। दुकानों के खुलने-बंद होने का समय तय होगा समिति की रिपोर्ट को आधार मानते हुए नगर निगम इंदौर द्वारा शीघ्र ही सराफा चौपाटी के लिए नई गाइडलाइन जारी की जाएगी। जिनमें परंपरागत सूचीबद्ध दुकानों के खुलने और बंद होने का निर्धारित समय, सुरक्षा के अनिवार्य मानक, अग्नि सुरक्षा प्रावधान, भीड़ प्रबंधन व्यवस्था, स्वच्छता एवं कचरा निपटान व्यवस्था जैसे बिंदुओं को स्पष्ट रूप से शामिल किया जाएगा। तीन तस्वीरें देखिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के रायपुर दौरे से पहले छत्तीसगढ़ शासन ने गुरुवार को 13 IAS अफसरों का ट्रांसफर किया है। कई IAS अधिकारियों को नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। सचिव, आयुक्त, संचालक और प्रबंध संचालक लेवल के पदों में फेरबदल हुआ है। IAS शिखा राजपूत तिवारी (IAS 2008) को आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा से ट्रांसफर करते हुए सचिव, छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयोग का दायित्व सौंपा गया है। वहीं डॉ. प्रियंका शुक्ला (IAS 2009) को स्वास्थ्य विभाग से ट्रांसफर करते हुए आयुक्त, समग्र शिक्षा बनाया गया है। इसके साथ ही उन्हें पाठ्यपुस्तक निगम का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा किरण कौशल (IAS 2009) को प्रबंध संचालक, मार्कफेड से ट्रांसफर कर मंत्रालय में सचिव के पद पर पदस्थ किया गया है। पदुम सिंह एल्मा को बेवरेजेस कॉर्पोरेशन का अतिरिक्त प्रभार पदुम सिंह एल्मा (IAS 2010) को MD, CSMCL (छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड) पदस्थ किया गया है। इसके साथ ही बेवरेजेस कॉर्पोरेशन का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। उनके कार्यभार ग्रहण करते ही इस पद को भी प्रवर श्रेणी वेतनमान के समकक्ष घोषित किया गया है। वहीं 2011 बैच के IAS संजीव कुमार झा को संचालक, स्वास्थ्य सेवाएं बनाया गया है और राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। 2012 बैच के IAS जितेन्द्र कुमार शुक्ला को मार्कफेड का MD बनाया गया है। रितेश अग्रवाल को चिकित्सा शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार रितेश अग्रवाल (IAS 2012) को आयुक्त, चिकित्सा शिक्षा का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके अलावा इफ्फत आरा, संतन देवी जांगड़े, सुखनाथ अहिरवार, डॉ. रेणुका श्रीवास्तव, रीता यादव और लोकेश कुमार भी नई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। जानिए अब कौन किस पद की संभालेगा जिम्मेदारी-
गोरखपुर सिविल एयरपोर्ट में विमानन संरक्षा जागरूकता सप्ताह के तहत गुरुवार को हॉट फायर ड्रिल और अग्निशमन प्रशिक्षण व्यवस्थित तरीके से संपन्न हुआ। यह ड्रिल एयरपोर्ट पर किसी भी आकस्मिक आपात स्थिति में त्वरित और मानक प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई। एयरलाइंस- सुरक्षा एजेंसियों ने की संयुक्त भागीदारी ड्रिल के दौरान वास्तविक आपदा जैसी स्थिति तैयार की गई, जिसमें आग लगने पर तत्काल नियंत्रण, बचाव और सुरक्षा मानकों की समीक्षा की गई। इंडिगो, स्पाइसजेट, अकासा एयर, एलायंस एयर, विमान, स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स तथा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अधिकारियों और कर्मचारियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। प्रतिभागियों को आधुनिक अग्निशमन उपकरणों के उपयोग और मानक प्रक्रिया के अनुसार रिस्पॉन्स देने का अभ्यास कराया गया। एयरपोर्ट डायरेक्टर ने सुरक्षा को बताया सर्वोच्च प्राथमिकता विमानपत्तन निदेशक संजय कुमार ने कहा कि एयरपोर्ट की सुरक्षा किसी भी परिस्थिति में सर्वोपरि है। उन्होंने बताया कि अग्नि दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सभी उपकरणों, वाहनों और संसाधनों का तय मानक के अनुसार नियमित मेंटेनेंस अनिवार्य है। उन्होंने सभी विभागों को अधिक सतर्कता और बेहतर समन्वय के साथ काम करने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी स्थिति में प्रतिक्रिया में देरी न हो। फायर सुपरिंटेंडेंट ने कराया प्रैक्टिकल प्रशिक्षण हॉट फायर ड्रिल और अग्निशमन प्रशिक्षण का पूरा संचालन फायर सुपरिंटेंडेंट मुबारक अली ने किया। उन्होंने टीमों को आग पर नियंत्रण की तकनीकों, सुरक्षा दूरी, उपकरण संचालन और इमरजेंसी प्रोटोकॉल की विस्तृत जानकारी दी। इस दौरान प्रभारी प्रचालन विजय कुमार सहित सभी अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे और सक्रिय रूप से प्रशिक्षण में हिस्सा लिया।
नाले के अधूरा काम बना सिरदर्द:धरणीधर चौराहे पर क्षेत्रवासियों का धरना, सड़क सुधार की मांग तेज
शहर के महेशपुरम से मधुवन और निंबाहेड़ा रोड को जोड़ने वाली मुख्य सड़क की बेहद खराब स्थिति को लेकर गुरुवार को क्षेत्रवासियों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। धरणीधर चौराहे से निंबाहेड़ा रोड तक सड़क पर जगह-जगह गड्ढे, सीवरेज का गंदा पानी और कीचड़ जमा होने से लोगों का आना-जाना दूभर हो गया है। नाराज़ लोगों ने धरणीधर चौराहे पर एक घंटे तक धरना दिया और चेतावनी दी कि यदि जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे वहीं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ जाएंगी। दो साल पहले हुआ अधूरा सीवरेज काम बना परेशानी की जड़ स्थानीय लोगों के अनुसार, करीब दो साल पहले यहां सीवरेज का काम शुरू किया गया था। लेकिन ठेकेदार ने सड़क को बिना सही तरीके से बहाल किए छोड़ दिया। सीवरेज पाइप लाइन भी ठीक से नहीं बिछाई गई। कई स्थानों से गंदा पानी रिस रहा है, जो सड़क पर फैलकर कीचड़ का रूप ले चुका है। बारिश के दिनों में स्थिति और भी बदतर हो जाती है, जिससे क्षेत्रवासी बेहद परेशान हैं। अधूरा पड़ा नाला, सड़क पर जमा हो रहा सारा पानी निवासियों का आरोप है कि जब नगर परिषद में कांग्रेस का बोर्ड था, तब इस रोड के लिए नाला निर्माण की योजना बनी थी। यह नाला महेशपुरम से आगे निकलकर बारिश और सीवरेज का पानी सड़क पर जमा होने से रोकता। लेकिन काम आधा छोड़ दिया गया। लोगों का कहना है कि उस समय वार्ड में कांग्रेस का पार्षद था, और पार्षद ने नाले का काम पूरा नहीं किया। नतीजतन पूरा पानी सड़क पर फैलकर सड़क तोड़ रहा है। सीवरेज की लीकेज ने हालत और खराब कर दी है। एक ही मुद्दे पर दो राय—कौन जिम्मेदार? आज पार्षद पूरी गलती नगर परिषद की बता रहे हैं, जबकि कई लोगों का कहना है कि जब कांग्रेस का बोर्ड और उनका ही पार्षद था, तब सुधार क्यों नहीं हुआ? स्थानीय स्तर पर भी पार्षद द्वारा नाला बनने न देने का आरोप लगाया जा रहा है। क्षेत्रवासी कहते हैं कि सड़क और सीवरेज दोनों जगह आधा-अधूरा काम हुआ और इसका खामियाजा लोग आज तक भुगत रहे हैं। महिलाओं का नेतृत्व—गुस्सा और नाराज़गी सड़क पर धरने में कई महिलाएं सक्रिय रूप से शामिल हुईं। इनमें प्रियंका गुर्जर, निर्मला धाकड़, इंद्रा हेडा, कंचन संचेती, सुशीला सुथार, ऋतु बोलिया, नीतू उपाध्याय और गुनगुन संचेती शामिल रहीं। महिलाओं ने कहा कि निंबाहेड़ा और उदयपुर जाने वाले भी इसी मार्ग का उपयोग करते हैं। ऐसे में रोज सैकड़ों वाहन इस रास्ते से गुजरते हैं और खराब सड़क के कारण हादसे का खतरा बना रहता है। धरना और बढ़ता विवाद—पार्षद प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे धरने में पार्षद प्रतिनिधि मनोहर मेनारिया खुद शामिल थे। बाद में पूर्व कांग्रेस विधायक पहुंचे और लोगों को समझाकर धरना खत्म करवाया। लेकिन आरोप है कि पार्षद आज धरने पर बैठे है जबकि उनके रहते इस सड़क को ठीक नहीं किया गया और ना ही वो नाला बनने दिया, जिसका फायदा क्षेत्र वासियों को हो सकता था। पानी निकासी के बिना सड़क बनेगी तो फिर टूटेगी—JEN भरत जेईएन भरत जाट ने बताया कि सीवरेज लाइन का WMM रेस्टोरेशन हो चुका है, लेकिन मुख्य समस्या नाले की अनुपस्थिति है। उन्होंने कहा कि धरणीधर चौराहे के आगे लगभग 600 मीटर का नाला अधूरा पड़ा है। यदि बिना नाला बनाए सड़क बना भी दी जाए तो पूरा पानी फिर सड़क पर आएगा और कुछ ही समय में फिर डैमेज हो जाएगी। इसलिए पहले नाला बनना जरूरी है। उन्होंने बताया कि नाला निर्माण के लिए नया एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है और दो दिन पहले ही इसे आगे बढ़ाने के निर्देश मिले हैं। महेशपुरम की तरफ का नाला बना, बीच का हिस्सा बाकी—अब जल्द होगा काम अधिकारियों ने बताया कि महेशपुरम तरफ का नाला बना हुआ है, लेकिन आगे का हिस्सा अधूरा है। यह अधूरापन ही पूरे इलाके की समस्या का कारण है। अब नया एस्टीमेट तैयार होने के बाद नाला और सड़क दोनों का काम साथ-साथ करवाने की योजना बनाई जा रही है, ताकि सड़क लंबे समय तक ठीक स्थिति में बनी रहे।
बैतूल-सारणी हाईवे पर दो बाइकों की भिड़ंत:किशोर समेत दो जनों की जान गई; दंपती गंभीर घायल
बैतूल-सारणी स्टेट हाईवे पर रानीपुर और डैम जोड़ के बीच गुरुवार देर रात एक सड़क हादसा हो गया। इस दुर्घटना में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई, जबकि एक दंपती गंभीर घायल हो गया। मृतकों में एक 16 वर्षीय किशोर और एक युवक शामिल हैं। जानकारी के अनुसार, बांका शाहपुर से खोखरा जा रहे सुखलाल पांसे अपनी पत्नी संतो पांसे और जवाई राजेश काजले (32), निवासी कांटा वाड़ी, के साथ एक बाइक पर सवार थे। आम ढाना के पास पेट्रोल पंप के सामने उनकी बाइक सामने से आ रही दूसरी बाइक से टकरा गई। दूसरी बाइक पर कुही निवासी पीयूष उईके (16) सवार था, जो बैतूल से अपने घर लौट रहा था। किशोर ने मौके पर ही तोड़ा दमटक्कर इतनी भीषण थी कि पीयूष उईके की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, राजेश काजले ने घोड़ाडोंगरी ले जाते समय दम तोड़ दिया। हादसे में सुखलाल पांसे और उनकी पत्नी संतो पांसे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही रानीपुर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को घोड़ाडोंगरी सीएचसी भिजवाया, जहां सुबह उनका पोस्टमॉर्टम किया जाएगा। हादसे के बाद बैतूल-सारणी मार्ग पर कुछ समय के लिए जाम लग गया था, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नियंत्रित किया। रानीपुर थाना प्रभारी अरविंद कुमरे ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना दे दी गई है। पुलिस ने दोनों मामलों में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
राणा सांगा बयान मामला: एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई टली, अगली तारीख 5 दिसंबर आगरा। राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के विवादित राणा सांगा बयान से जुड़े सिविल रिवीजन केस की सुनवाई बुधवार को एमपी/एमएलए कोर्ट (एडीजे-19), आगरा में हुई। अदालत में विपक्षी संख्या-1 अखिलेश यादव की ओर से अधिवक्ता रईसुद्दीन उपस्थित हुए, जबकि विपक्षी संख्या-2 रामजी लाल सुमन एक बार फिर कोर्ट में पेश नहीं हुए। कोर्ट ने सुमन को दोबारा नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं और मामले की मूल पत्रावली तलब करते हुए अगली सुनवाई की तारीख 5 दिसंबर 2025 निर्धारित की है। यह मामला 21 मार्च 2025 से शुरू हुए उस विवाद से जुड़ा है, जब राज्यसभा में चर्चा के दौरान रामजी लाल सुमन ने 16वीं सदी के राजपूत शासक राणा सांगा को “गद्दार” बताया था। उन्होंने यह भी कहा था कि राणा सांगा ने बाबर को भारत बुलाने में मदद की थी, ताकि इब्राहिम लोदी को हराया जा सके। सुमन ने बाद में स्पष्ट किया था कि यह उनका निजी विचार नहीं बल्कि एक ऐतिहासिक व्याख्या है। इस बयान के बाद देशभर में विरोध शुरू हो गया। कई राजपूत संगठनों और हिंदू संगठनों, विशेष रूप से करणी सेना ने तीखी प्रतिक्रिया दी। 26 मार्च 2025 को आगरा में कथित तौर पर करणी सेना समर्थकों ने रामजी लाल सुमन के आवास के बाहर हंगामा किया, जिसमें कुछ वाहनों और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। इसके बाद सुमन ने अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की थी। विवाद के बाद सुमन के खिलाफ कई याचिकाएं दाखिल की गईं। आगरा सिविल कोर्ट में पहला वाद 18 अप्रैल 2025 को खारिज हो गया था। इसी तरह 20 मई 2025 को हाथरस की एमपी-एमएलए कोर्ट ने भी याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी कि संसद के भीतर दिया गया बयान संसदीय विशेषाधिकार के तहत आता है। इसके बाद वादी पक्ष ने रिवीजन दाखिल किया, जिस पर अब आगरा की एमपी/एमएलए कोर्ट में सुनवाई चल रही है। फिलहाल मामला कानून के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक बहस का मुद्दा भी बना हुआ है। अब सभी की निगाहें 5 दिसंबर 2025 की अगली सुनवाई पर टिकी हैं, जहां अदालत आगे की कार्रवाई तय करेगी।
लखनऊ के इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के खुर्रमनगर में एक युवक का अज्ञात कार सवारों ने अपहरण कर लिया। युवक अपने दोस्त के साथ घूमने निकला था। सीमैप के पास अज्ञात कार सवारों ने उसे किडनैप कर लिया। पुलिस मुकदमा दर्ज करके जांच कर रही है। अवरार नगर ढलान के पास रहने वाली आयसा पत्नी फुरकान ने बताया- उनके पति फुरकान मेकेनिक का काम करते हैं। बुधवार शाम अपने दोस्त रितेश के साथ शाम करीब 7:30 बजे सीमैप की तरफ जा रहे थे। युवक को गाड़ी में डालकर ले गए रास्ते में किसी बात को लेकर उनकी अज्ञात कार सवार युवकों से कहासुनी हो गई। इस दौरान कार सवार लोगों ने फुरकान को जबरन अपनी गाड़ी में बैठा लिया और मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी फुरकान के दोस्त रितेश ने घर पहुंचकर आयसा को दी। पुलिस मनी एंगल की कर रही जांच आयसा के मुताबिक फुरकान का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। परिजन बेहद परेशान हैं और पुलिस से उनके पति को जल्द ढूंढने की गुहार लगाई है। मामले में इंस्पेक्टर इंदिरा नगर सुनील सिंह ने बताया कि सीसीटीवी की मदद से तलाश की जा रही है। हालांकि जांच में पत्नी से विवाद की बात भी सामने आया है। ऐसे में दोनों एंगल पर जांच चल रही है।
रायसेन के गौहरगंज में 6 साल की बच्ची से दरिंदगी के आरोपी सलमान की गिरफ्तारी न होने पर अब जनआक्रोश तेजी से बढ़ने लगा है। हिंदू उत्सव समिति और संस्कृति बचाओ मंच ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि 4 दिन के अंदर आरोपी गिरफ्तार नहीं हुआ तो भोपाल बंद कराया जाएगा। हिंदू उत्सव समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी ने कहा- 'हम अब और इंतजार नहीं करेंगे। ऐसी घटनाओं को हिंदू समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। अगर आरोपी को पकड़कर कड़ी सजा नहीं दी गई, तो हमें सड़क पर उतरकर राजधानी को पूरी तरह बंद करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि बच्ची को न्याय दिलाने की लड़ाई अब पूरे समाज की लड़ाई बन चुकी है और लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। करणी सेना की एंट्री, इनाम का ऐलान घटना को लेकर क्षत्रिय करणी सेना मध्यप्रदेश भी पूरी तरह सक्रिय हो गई है। संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष आशु सिंह ने आरोपी की गिरफ्तारी पर ₹11,000 का इनाम घोषित किया। उन्होंने कहा जो भी व्यक्ति या पुलिस अधिकारी सलमान को पकड़कर 24 घंटे के भीतर पुलिस के सामने पेश करेगा, उसे नगद पुरस्कार और सम्मान दिया जाएगा। आशु सिंह ने मांग की कि ऐसे अपराधियों पर तुरंत फांसी या पुलिस एनकाउंटर जैसे कड़े दंड का प्रावधान हो, ताकि आने वाले समय में कोई भी नाबालिग के साथ ऐसी दरिंदगी करने की हिम्मत न जुटा सके।संगठन का एक प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सहायता भी प्रदान करेगा। गौहरगंज व आसपास में तनाव का माहौल बच्ची से हुई दरिंदगी के बाद से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। बीते तीन दिनों से धरना जारी है और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग तेज होती जा रही है। कई सामाजिक संगठन भी आंदोलन में शामिल हो गए हैं। लोगों की मांग है- गिरफ्तारी हो या फिर एनकाउंटर। स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी सलमान को जल्द से जल्द पकड़कर कड़ी सजा दी जाए। लोगों का यह भी आरोप है कि जिला बदर रहने के बावजूद आरोपी गांव में किराए से रह रहा था, जो प्रशासनिक चूक है। ये खबर भी पढ़ें... 'पापा...जो अंकल घर आए थे, वही जंगल ले गए' बिटिया घर के सामने वाले रास्ते से लड़खड़ाती हुई आ रही थी। पूरी खून से लथपथ थी। मुझे देखते ही घबराहट में 'पापा' कहकर लिपट गई। बस इतना ही कह पाई कि जो अंकल घर आए थे, वही मुझे जंगल में ले गए। कहते-कहते उसकी आवाज टूट गई और वह मेरे ही हाथों में बेहोश होकर गिर पड़ी। पूरी खबर पढ़ें...
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के वर्क सर्कल-8 में कार्यरत तकनीकी सुपरवाइजर दीपक सिंह ने राजनीतिक दबाव और मानसिक उत्पीड़न से परेशान होकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा पत्र सामने आते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे प्राधिकरण में हड़कंप मचा है। दीपक ने पत्र में लिखा है कि कुछ राजनीतिक और असामाजिक तत्व उन पर गलत कार्यों का दबाव बना रहे थे। इनकार करने पर उन्हें नौकरी से निकालने और घर में भैंस बांधने तक की धमकियां दी गईं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछले पांच दिनों से उन्हें प्राधिकरण के ही कुछ अधिकारी और कर्मचारी लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। मामले के बाद वरिष्ठ अधिकारी मौन हैं, जबकि सहकर्मियों ने पुष्टि की है कि पत्र दीपक ने ही लिखा। बोले- गलत काम करने का दबाव बनाया दीपक सिंह, जो एटा जिले के निवासी हैं, ने बताया कि वे हमेशा प्राधिकरण के हित में कार्य करते रहे, लेकिन गलत काम करने के लिए उन पर लगातार दबाव बनाया गया। कथित तौर पर स्वयं को विधायक प्रतिनिधि बताने वाला एक व्यक्ति फोन पर उन्हें धमकाता था। दीपक के अनुसार, पांच दिनों से स्थिति असहनीय हो गई और कुछ अधिकारी-कर्मचारी भी प्रताड़ना में शामिल थे। सहकर्मियों का कहना है कि दीपक कई दिनों से मानसिक तनाव में थे और बार-बार धमकियों की शिकायत कर रहे थे। सोशल मीडिया पर इस्तीफा वायरल होने के बाद प्राधिकरण में चर्चा तेज है। हालांकि, वरिष्ठ अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। दीपक ने अपना फोन बंद कर लिया है और मीडिया से बात करने से इनकार किया है। पत्र में लगाया उत्पीड़न का आरोप इस्तीफा पत्र में दीपक सिंह ने लिखा है कि वे प्राधिकरण के हित में ईमानदारी से कार्य करते रहे, लेकिन कुछ राजनीतिक और असामाजिक तत्व लगातार उन पर गलत काम करने का दबाव बना रहे थे। गलत कार्य से इनकार करने पर उन्हें नौकरी से निकाल देने की धमकी दी गई और वर्क सर्कल के वॉट्सऐप ग्रुप में घर के अंदर भैंस बांधने तक की धमकी दी गई। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पिछले पांच दिनों से उन्हें अत्यधिक मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ रहा है, जिसमें प्राधिकरण के कुछ अधिकारी और कर्मचारी भी शामिल हैं। लगातार बढ़ रही धमकियों और दबाव के कारण वे अपनी नौकरी जारी नहीं रख पा रहे हैं, इसलिए मजबूर होकर इस्तीफा दे रहे हैं। पत्र में यह भी बताया गया कि फोन पर धमकी देने वाला व्यक्ति खुद को विधायक प्रतिनिधि बताकर दबाव डालता था।
शाजापुर में गुरुवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने राजराजेश्वरी माता मंदिर परिसर में सनकोटा से टुकराना जोड़ तक बनने वाले फोरलेन मार्ग का भूमि पूजन किया। इस सड़क के निर्माण पर लगभग 106 करोड़ रुपए खर्च होंगे। कार्यक्रम के दौरान मंत्री राकेश सिंह ने भाजपा कार्यकर्ताओं और उपस्थित नागरिकों को संबोधित किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इंजीनियर लगातार इसकी निगरानी करेंगे और हर महीने दो बार चलित लैब से सड़क की गुणवत्ता की जांच कराई जाएगी। मंत्री बोले- गुणवत्ता से खिलवाड़ किया तो ब्लैकलिस्ट करेंगे मंत्री ने ठेकेदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर किसी ने गुणवत्ता से खिलवाड़ किया तो उसे सीधे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे निर्माण कार्य पर नजर रखें और कोई कमी दिखने पर तुरंत अधिकारियों को सूचित करें। बिहार चुनाव पर भी की टिप्पणी अपने संबोधन में मंत्री राकेश सिंह ने बिहार की राजनीति पर भी टिप्पणी की। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के पुराने नारे “समोसे में आलू और बिहार में लालू” का जिक्र करते हुए कहा कि अब “आलू और समोसा दोनों हैं, लेकिन लालू जी का कहीं पता नहीं है।” उन्होंने कहा कि अब जनता विकास कार्यों के आधार पर वोट देती है। उन्होंने कांग्रेस शासनकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि उस समय सड़कों और बिजली को ढूंढना पड़ता था, जबकि आज सड़कें इतनी अच्छी हैं कि गड्ढे ढूंढने पर भी नहीं मिलते। 20 वर्षों के विकास का दावा मंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार को 20 वर्ष पूरे हो चुके हैं और इन वर्षों में प्रदेश को तेजी से विकसित किया गया है। उन्होंने कहा कि सड़क, बिजली और बुनियादी सुविधाओं के क्षेत्र में प्रदेश ने उल्लेखनीय प्रगति की है। कार्यकर्ताओं ने बरसाए फूल कार्यक्रम में मंत्री के पहुंचते ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने उन पर फूलों की वर्षा की। इसी दौरान एक रोचक स्थिति तब बनी जब मंत्री ने एक कार्यकर्ता के हाथ से फूलों की थैली लेकर उसे वापस उसी कार्यकर्ता पर डाल दिया। इस दौरान मंच और परिसर में मौजूद लोगों के बीच उत्साह का माहौल देखा गया।
रायसेन जिले में खनिज विभाग और राजस्व विभाग ने अवैध उत्खनन के खिलाफ गुरुवार शाम को बड़ी कार्रवाई की है। ग्राम कानपोहरा के खसरा नंबर 7 पर संयुक्त कार्रवाई करते हुए सैंडस्टोन फ्लैग स्टोन का अवैध उत्खनन कर बनाए जा रहे फर्शी पत्थर को नष्ट किया गया। मौके पर करीब 15 से 20 गाड़ी अवैध उत्खनित सामग्री मिली, जिसकी मात्रा करीब 300 घन मीटर थी। इस सामग्री को जेसीबी मशीन की सहायता से विनष्टीकरण किया गया। कार्रवाई के दौरान, अमले को आता देख स्थल पर काम कर रहे मजदूर मौके से भाग गए। इसके अतिरिक्त, भेदनेर के पास से फ्लैग स्टोन से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली भी जब्त की गई। इस ट्रॉली में लगभग 3 घन मीटर फर्शी पत्थर भरा हुआ था। जब्त की गई ट्रैक्टर-ट्रॉली को कोतवाली थाने की अभिरक्षा में खड़ा किया गया है। कार्रवाई कलेक्टर ओर जिला खनिज अधिकारी के निर्देशन में की गई। इस दौरान एसडीएम मनीष शर्मा, खनिज अधिकारी महेंद्र पटेल, तहसीलदार भारत मंडले, सहायक खनिज अधिकारी सुमित गुप्ता, खनिज निरीक्षक अर्चना ताम्रकार, रेवेन्यू इंस्पेक्टर, पटवारी और ग्राम कोटवार सहित अन्य अमला मौजूद रहा।
राजस्थान में पहली बार हो रहे खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गुरुवार का दिन स्विमिंग स्टार भव्या सचदेवा के नाम रहा। जैन यूनिवर्सिटी की भव्या ने 800 मीटर फ्रीस्टाइल, 200 मीटर फ्रीस्टाइल और 4x100 मीटर मेडले रिले में गोल्ड मेडल जीतकर अपने कुल गोल्ड की संख्या सात कर ली। भव्या के प्रदर्शन ने जैन यूनिवर्सिटी को मेडल तालिका में मजबूती से शीर्ष पर पहुंचा दिया। जैन यूनिवर्सिटी के तैराकों ने अब तक 20 गोल्ड अपने नाम किए हैं। एलपीयू ने तीरंदाजी-शूटिंग में जीते चार गोल्ड लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) और गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी दूसरे स्थान की होड़ में हैं। एलपीयू ने तीरंदाजी और शूटिंग में मिलाकर चार गोल्ड जीतकर गोल्ड की संख्या 13 कर ली, जबकि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के पास 14 गोल्ड हैं। एलपीयू की अंशिका कुमारी और देवांग गुप्ता ने रिकर्व महिला और पुरुष फाइनल जीतकर दो-दो गोल्ड अपने नाम किए। टीम इवेंट में भी एलपीयू ने महिला और पुरुष दोनों वर्गों में गोल्ड पर कब्जा किया। हालांकि रिकर्व मिक्स्ड टीम फाइनल में एलपीयू को रानी दुर्गावती यूनिवर्सिटी ने टाईब्रेकर में हरा दिया। लोगेश्वरन एस ने 79 किग्रा कैटेगरी में उठाया कुल 305 किलो वजन पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल में मणिपाल यूनिवर्सिटी राजस्थान के यशवर्धन ने 252.7 के फाइनल स्कोर के साथ गेम्स का पहला गोल्ड जीता। 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में एलपीयू के राजकंवर सिंह संधू ने 29 पॉइंट के साथ गोल्ड जीता। तिरुवल्लूर यूनिवर्सिटी के लोगेश्वरन एस ने 79 किलो कैटेगरी में कुल 305 किलो वजन उठाकर अपनी तीसरी मौजूदगी में पहला केआईयूजी गोल्ड जीता। पुरुषों की 88 किग्रा श्रेणी में देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी के परीक्षित सोनी ने 278 किलो उठाकर गोल्ड पर कब्जा किया। महिला टीम योगासन में पतंजलि यूनिवर्सिटी ने गोल्ड जीता। पुरुष टीम में पंजाब यूनिवर्सिटी 388.41 स्कोर के साथ टॉप पर रही। गेम्स के मल्टीपल इवेंट्स में गुरुवार को शानदार मुकाबले हुए और कई नए चैंपियन सामने आए। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम और बीकानेर सहित कई वेन्यू पर खेलों का रोमांच दिनभर चरम पर रहा।
हाईकोर्ट ने जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (जेवीवीएनएल) पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। जस्टिस गणेशराम मीणा की अदालत ने महेश कुमार सैनी की याचिका पर यह आदेश दिया। अदालत ने कर्मचारी की बर्खास्तगी के खिलाफ विभागीय अपील पर 14 साल बाद भी फैसला नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया। कोर्ट ने कहा कि विभाग लंबे समय तक अपील लंबित रहने का पुख्ता कारण बताने में असमर्थ है। अपील पर एक महीने में निर्णय ले जेवीवीएनएल अदालत ने जेवीवीएनएल को याचिकाकर्ता की अपील पर एक माह में निर्णय लेने के निर्देश दिए। वहीं हर्जाना राशि दो सप्ताह में याचिकाकर्ता को देने को कहा है। इस मामले में अपील लंबित रहते कर्मचारी का निधन हो गया, जिससे पत्नी को विभागीय फैसले का इंतजार है। बेटे को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पा रही। साल 2009 में हुई थी बर्खास्तगीएडवोकेट हनुमान चौधरी ने कोर्ट को बताया कि प्रार्थी के पिता रामेश्वर प्रसाद जयपुर विद्युत वितरण निगम में कर्मचारी थे। मानसिक बीमारी के चलते अनुपस्थिति के कारण निगम ने 3 दिसंबर 2009 को बर्खास्त कर दिया। याचिकाकर्ता की मां ने वर्ष 2011 में बर्खास्तगी के खिलाफ विभागीय अपील की, जो अब तक लंबित है। इस बीच पिछले साल याचिकाकर्ता के पिता का निधन हो गया। अपील पर निर्णय नहीं होने से बर्खास्तगी आदेश लंबित है। ऐसे में याचिकाकर्ता को अनुकंपा नियुक्ति नहीं मिल पा रही। याचिका में अनुकंपा नियुक्ति दिलाने की गुहार की गई है।
सहारनपुर में थ्रेसर मशीन से मजदूर की मौत:उड़द निकालते समय चलती मशीन में कपड़ा फंसने से हुई दुर्घटना
सहारनपुर के गंगोह में थ्रेसर मशीन की चपेट में आने से एक मजदूर की मौत हो गई। यह घटना गुरुवार देर शाम बुड्ढाखेड़ा गंगोह बाईपास रोड स्थित एक खेत में हुई। मृतक की पहचान कोतवाली क्षेत्र के गांव खानपुर गुर्जर निवासी शराफत पुत्र मुदा के रूप में हुई है। शराफत अपने भाई के साथ थ्रेसर मशीन चलाने का काम करता था। घटना के समय शराफत अपने भाई के साथ खेत में उड़द निकालने का काम कर रहा था। मशीन चलते-चलते अचानक जाम हो गई, क्योंकि उसमें उड़द फंस गई थी। शराफत ने जाम खोलने के लिए चलती मशीन पर चढ़ने का प्रयास किया। इसी दौरान उसका एक कपड़ा मशीन के अंदर फंस गया। मशीन ने उसे अपनी ओर खींच लिया, जिससे उसका शरीर गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। शराफत की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद खेत में अफरा-तफरी मच गई। शराफत का भाई, जो मशीन चला रहा था, उसने गांव पहुंचकर घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। परिजनों के अनुसार, शराफत अपने परिवार का मुख्य कमाने वाला था और खेती-बाड़ी के मौसम में थ्रेसर मशीन चलाकर घर का खर्च चलाता था। परिजनों ने किसी भी कानूनी कार्रवाई से इनकार करते हुए शव को अपने साथ गांव ले गए। गांव में देर रात तक शोक का माहौल बना रहा।
उत्तर प्रदेश में शिक्षक संगठनों ने परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों को BLO ड्यूटी से मुक्त करने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे बच्चों की परीक्षा तैयारी प्रभावित हो रही है और पठन-पाठन बाधित हो रहा है। संगठनों ने मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने की अपील की है। प्रदेश में 10 दिसंबर से परिषदीय विद्यालयों में होने वाली अर्द्धवार्षिक परीक्षाओं की तैयारी बीच शिक्षकों की बूथ लेवल आफिसर (BLO) ड्यूटी को लेकर शिक्षक संगठनों ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि BLO ड्यूटी से पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है और बच्चों की परीक्षा तैयारी पर बुरा असर पड़ रहा है। मुख्यमंत्री को पत्र भेजा उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनय तिवारी और महामंत्री उमाशंकर सिंह ने मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि कई जिलों में शिक्षकों को BLO के रूप में तैनात कर दिया गया है, जबकि शिक्षा अधिकार अधिनियम में स्पष्ट है कि शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्य नहीं लिए जाएंगे। संघ ने कहा कि ड्यूटी लगने से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ाई बाधित है और परीक्षाओं से पहले बच्चों की तैयारी प्रभावित होना चिंता की बात है। संघ ने शिक्षकों को BLO ड्यूटी से तुरंत मुक्त करने की मांग की है। मृतक आश्रितों के लिए सरकारी नौकरी की मांग उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने BLO से जुड़ी समस्याओं पर सरकार और चुनाव आयोग का ध्यान आकर्षित किया है। उन्होंने कहा- हाल में जिन बीएलओ के साथ घटनाएं हुई हैं, उनके परिजनों को सरकारी नौकरी दी जाए। चुनाव आयोग उनके परिवार को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करें। किसी भी BLO पर लक्ष्य पूरा करने का दबाव न बनाया जाए।
शिवपुरी के नर्सरी ग्राउंड में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन गुरुवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाया। कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा और अनुमान है कि एक लाख से अधिक लोग अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। शास्त्री ने दो घंटे से अधिक समय तक भक्तों की सुनी और उनका निदान बताया। दिव्य दरबार के दौरान शास्त्री ने भीड़ में बैठे भक्तों को नाम लेकर बुलाया। उन्होंने अशोक, ज्योति, मनोज, राहुल और एक बुजुर्ग महिला का उल्लेख करते हुए बताया कि उनकी अर्जियां स्वीकार कर ली गई हैं। शास्त्री ने बिना पूछे ही पर्चे पर भक्तों की समस्याएं लिखीं और उनके समाधान भी बताए। इस दौरान प्रेतबाधा से पीड़ित कई लोगों का उपचार किया गया। राहत पाकर कई भक्तों की आंखों में आंसू छलक उठे। 30 नवंबर को लगेगा अगला दिव्य दरबार महंत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने घोषणा की कि 30 नवंबर को कथा के समापन के बाद एक और दिव्य दरबार लगाया जाएगा। उन्होंने उन लोगों से उस दिन आने का आग्रह किया जो इस बार भीड़ और समय की कमी के कारण पहुँच नहीं सके। मंच पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री सिंधिया, की घोषणाकथा के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भगवान कृष्ण जन्मोत्सव की बधाई देने मंच पर पहुंचे। महंत शास्त्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि बिना दक्षिणा के दी गई बधाई अधूरी रहती है। उन्होंने शिवपुरी में 108 फीट ऊंची महादेव प्रतिमा और 12 ज्योतिर्लिंग स्थापित करने को अपनी दक्षिणा के रूप में स्वीकार करने की बात कही। सिंधिया ने मंच से तुरंत घोषणा की “महाराज जी का आदेश शत-प्रतिशत पूरा किया जाएगा।” इस घोषणा के साथ ही पूरा पंडाल जयकारों से गूंज उठा और वातावरण भक्तिमय हो गया।
बलिया में रिसेप्शन पार्टी में आशीर्वाद के दौरान दूल्हा-दुल्हन के स्टेज से गिरने का वीडियो सामने आया है। रामलीला मैदान में आयोजित समारोह में वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए बीजेपी जिलाध्यक्ष, पूर्व सांसद और विधायक प्रतिनिधि समेत तमाम नेता पहुंचे थे। सभी एक साथ वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए स्टेज पर चढ़ गए। वजन ज्यादा पड़ने से स्टेज टूट गया। वर-वधु समेत सभी लोग स्टेज से नीचे गिर गए। हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। दूल्हा-दुल्हन भी सुरक्षित हैं। घटना बुधवार की है। वीडियो गुरुवार को सामने आया है। अब जानिए पूरा मामला... शहर के रामलीला मैदान में बुधवार को बीजेपी नेता अभिषेक सिंह इंजीनियर के भाई का रिसेप्शन था। रिसेप्शन में बीजेपी के तमाम नेताओं को निमंत्रण दिया गया था। वर-वधु स्टेज पर बैठे हुए थे। इसी दौरान स्टेज पर बीजेपी के जिलाध्यक्ष संजय मिश्र, बलिया लोकसभा से पूर्व सांसद भरत सिंह, बांसडीह विधायक केतकी सिंह के प्रतिनिधि विश्राम सिंह और बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री सुरजीत सिंह समेत कई बीजेपी नेता वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए स्टेज पर चढ़े। बीजेपी नेता अभिषेक सिंह इंजीनियर के भाई ने सभी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद सभी लोग वर-वधु को आशीर्वाद देने के लिए उनके पास गए, लेकिन तभी स्टेज ही टूट गया। स्टेज के टूटते ही वर-वधु समेत बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय मिश्र, पूर्व सांसद भरत सिंह, बांसडीह विधायक प्रतिनिधि विश्राम सिंह और बीजेपी के पूर्व जिला महामंत्री सुरजीत सिंह नीचे गिर गए। स्टेज पर चढ़ गए अधिक लोग सभी को वहां से निकाला गया। हालांकि संयोग अच्छा था कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई। हादसे को लेकर बीजेपी जिलाध्यक्ष संजय मिश्र ने बताया- मंच कमजोर था। आशीर्वाद देने के लिए अवश्यकता से अधिक लोग मंच पर चढ़ गए, जिसकी वजह से मंच टूट गया। एक कार्यकर्ता को हल्की चोटें आई है। बाकी संयोग अच्छा रहा कि किसी को भी गंभीर चोट नहीं आई। दूल्हा-दुल्हन सुरक्षित हैं --------------------- ये खबर भी पढ़ें.... रील बनाने पर माफिया अतीक के छोटे बेटे पर FIR:गाना बजाया था- तूफान और हम जब भी आते हैं... फाड़ के जाते हैं प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के सबसे छोटे बेटे अबान अहमद (20) पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। भड़काऊ REEL को लेकर बुधवार देर रात धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया। दरअसल, एक शादी समारोह में शामिल हुए अबान का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया। इसमें एक धमकी भरा डायलॉग भी जोड़ा गया। रील के बैकग्राउंड में एक गाना लगाया गया। पढ़ें पूरी खबर...
रामायण मेला समिति, अयोध्या द्वारा 44वें रामायण मेले के सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ चीफ कमिश्नर इनकम टैक्स डॉ. शिखा दरबारी ने दीप प्रज्वलन कर किया। इस अवसर पर समिति के संरक्षक जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य ने उन्हें पुष्प कुछ देकर आभार प्रकट किया। रामायण मेले के सांस्कृतिक संध्या में ॐ प्रकाश(गायन) ,मुंबई , डॉ विनीता सिंह गायन लखनऊ, सुरभी सिंह(कथक नृत्य) लखनऊ, विजय रामदास ( पखावज वादन), अयोध्या ,पूनम वर्मा, अम्बेडकरनगर, ने बधावा नृत्य एवं हरे राम दास की रामलीला का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी श्रद्धालुओं ने रामायण के विभिन्न प्रसंगों का आनंद लिया और भगवान राम की भक्ति में लभ गए। रामायण मेला समिति के संयोजक आशीष मिश्रा ने बताया कि यह मेला 43 वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है और इस वर्ष 44वां रामायण मेला आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस मेले में रामायण के विभिन्न प्रसंगों का मंचन किया जाएगा और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी राघवाचार्य जी ने बताया कि रामायण मेला एक ऐसा आयोजन है जो हमें भगवान राम की शिक्षाओं को याद दिलाता है और हमें जीवन के सही मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि यह मेला अयोध्या की संस्कृति और धार्मिक भावना का प्रतीक है।
सिरसा जिले के गांव नाथूसरी कलां में एक बेटी की शादी में अनोखी बनौरी निकाली गई। यहां बेटी आरजू को घोड़ी पर बैठाकर बनौरी की रस्म पूरी की गई, जो आमतौर पर लड़कों के लिए होती है। इस पहल को बेटा-बेटी समानता का संदेश देने वाला कदम माना जा रहा है। यह विवाह समारोह गांव नाथूसरी कलां में आयोजित किया गया। दुल्हन आरजू को घोड़ी पर बैठाकर बनौरी निकाली गई। गांव के लोगों ने इस बार इस परंपरा को एक नई दिशा दी है। गांव निवासी आरजू की शादी 30 नवंबर 2025 को आईपीएस अधिकारी सुधीर से तय हुई है। वह गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (जीजेयू) हिसार के पूर्व रजिस्ट्रार देवेंद्र कासनियां की बेटी हैं। आरजू वर्तमान में यूपीएससी की तैयारी कर रही है। शादी को यादगार बनाने के लिए उठाया कदम : दुल्हन के चाचा आरजू के चाचा अनिल कासनियां ने बताया कि इस दिन को यादगार बनाने के लिए उन्होंने यह अनूठा कदम उठाया। परिवार के सदस्यों ने डीजे पर नाच-गाकर खुशी मनाई। आरजू ने कहा, मेरे माता-पिता ने हमेशा मुझे उसी तरह सहेजा और सम्मान दिया, जैसे किसी बेटे को दिया जाता है। अनिल कासनियां ने समाज में बदलाव की बात करते हुए कहा कि आज बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उन्होंने जोर दिया कि शिक्षा और जागरूकता के कारण अब रूढ़िवादी परंपराओं को लोग धीरे-धीरे छोड़ रहे हैं। पहले बेटियों को बोझ समझा जाता था, लेकिन अब लोगों की सोच बदल रही है।
लखनऊ के चिनहट थाना क्षेत्र स्थित हंसेमऊ में मकान में काम करने गए एक पेंटर के साथ जाति पूछकर मारपीट की गई। आरोप है काम पर पहुंचते ही उसका पूरा नाम पूछा फिर गाली देते हुए भगाने लगे। कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक ने वजह पूछी तो उसके साथ भी अभद्रता की। आजमगढ़ निवासी रामप्रीत राव लखनऊ कंस्ट्रक्शन कंपनी में बतौर पेंटर काम करता है। 18 नवंबर को वह हंसेमऊ बीबीडी स्थित उमेश यादव के मकान पर काम कर रहा था। जाति सूचक शब्द बोले इसी दौरान घर में मौजूद शैलेश यादव, उसका चचेरा भाई विपिन यादव, उमेश यादव और उमेश की पत्नी श्यामा यादव ने रामप्रीत से जात पूछी। प्रार्थी के हरिजन बताने पर आरोपी भड़क गए और जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उसे घर से धक्का देकर बाहर करने लगे। तभी विपिन ने उसके गाल पर थप्पड़ भी मारा। सीने-पेट पर चोट आई शोर सुनकर साइट मैनेजर सोनू यादव और साथी शुभम यादव मौके पर पहुंचे और बीच-बचाव करने लगे। आरोप है कि इस पर विपिन और शैलेश ने तीनों के साथ गाली-गलौज करते हुए लाठियों से हमला कर दिया। मारपीट में शुभम के हाथ, सीने व पेट पर चोट आई, जबकि रामप्रीत के सीने पर भी चोट लगी। जान से मारने की धमकी दी हंगामा बढ़ने पर आरोपी घर के अंदर भागते हुए धमकी देने लगे कि अगर दोबारा घर के पास दिखे तो जान से मरवा देंगे। लखनऊ में कई गुंडे बना रखे हैं। पीड़ित पक्ष ने घटना की सूचना पुलिस को दी है। इंस्पेक्टर चिनहट दिनेश चंद्र मिश्रा का कहना मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है।
मऊगंज में गुरुवार शाम खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने डेयरियों और कई खाद्य दुकानों पर कार्रवाई की। कलेक्टर के निर्देश पर डिप्टी कलेक्टर पवन गोरैया और खाद्य निरीक्षक अमित तिवारी ने मऊगंज बाजार स्थित लक्ष्मी डेरी, मिश्रा डेरी सहित अन्य प्रतिष्ठानों का संयुक्त निरीक्षण किया। विभिन्न डेयरी उत्पादों के लिए गए सैंपल निरीक्षण के दौरान टीम ने दूध, खोवा, पनीर सहित विभिन्न डेयरी उत्पादों के नमूने लिए। इसके अतिरिक्त, खोवे से बनी मिठाइयों, छेना, लड्डू, जलेबी और नमकीन के भी नमूने एकत्रित किए गए। खाद्य निरीक्षक अमित तिवारी ने बताया कि कई दुकानों पर खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता संदिग्ध पाई गई, जिसके बाद तत्काल सैंपलिंग की गई। सभी नमूने जांच के लिए भोपाल स्थित खाद्य परीक्षण लैब भेजे जाएंगे। जांच रिपोर्ट आने पर अमानक पाए जाने वाले प्रतिष्ठानों पर होगी कार्रवाई खाद्य निरीक्षक ने यह भी बताया कि पहले भी लगभग 60 नमूने जांच के लिए भेजे जा चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट अभी लंबित है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि जांच रिपोर्ट आने पर अमानक पाए जाने वाले प्रतिष्ठानों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने सूचित किया है कि त्योहारों और बढ़ती मांग को देखते हुए बाजार में मिलावट पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। मऊगंज क्षेत्र में ऐसी कार्रवाइयां लगातार जारी रहेंगी, ताकि उपभोक्ताओं को सुरक्षित और शुद्ध खाद्य सामग्री मिल सके।
दुर्ग जिले की सहकारी समितियों में हाल ही में नियुक्त किए गए कंप्यूटर ऑपरेटरों को काम से हटा दिया गया है। इससे व्यथित दर्जनों युवा गुरुवार को कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और अपनी समस्या बताई। इन ऑपरेटरों को प्रदेशव्यापी सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ की हड़ताल के दौरान अस्थायी रूप से नियुक्त किया गया था। युवाओं का आरोप है कि उन्हें छह महीने काम करने और नौकरी स्थिर होने की उम्मीद दी गई थी, जिसके चलते उन्होंने अपने पुराने रोजगार छोड़ दिए थे। अब हड़ताल समाप्त होने और पुराने ऑपरेटरों की वापसी के बाद कंपनी का मार्कफेड से अनुबंध रद्द कर दिया गया है, जिससे उन्हें काम से बाहर कर दिया गया। नए ऑपरेटरों ने बताया कंपनी ने किया था उनका सेलेक्शन नए ऑपरेटरों ने बताया कि मार्कफेड के माध्यम से एक कंपनी ने उनका चयन किया था। इसके बाद उन्हें दुर्ग साइंस कॉलेज में जिला विपणन कार्यालय के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में खाद्य अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। प्रशिक्षण के उपरांत उन्हें जिले की 102 सहकारी समितियों में कंप्यूटर ऑपरेटर के तौर पर पदस्थ किया गया था। उन्होंने धान खरीदी सीजन की पूरी तैयारी का काम भी शुरू कर दिया था। युवाओं को नौकरी का भरोसा, अचानक कंपनी ने किया काम बंद युवाओं के अनुसार, उन्हें यह भरोसा दिलाया गया था कि उन्हें कम से कम छह महीने तक काम मिलेगा और भविष्य में नियमित होने की भी संभावना है। इसी भरोसे पर उन्होंने अपने पूर्व के रोजगार छोड़ दिए थे। अब कंपनी ने उन्हें सूचित किया है कि मार्कफेड के साथ अनुबंध रद्द हो गया है और वे काम पर नहीं आ सकते। इस स्थिति से सैकड़ों युवाओं के सामने रोजगार का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। कंप्यूटर ऑपरेटरों ने कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा और उन्हें काम पर वापस रखने की मांग की। युवाओं ने याद दिलाया कि कलेक्टर ने पहले उन्हें छह महीने तक काम प्रदान करने का आश्वासन दिया था। उन्होंने प्रशासन से उनके भविष्य की चिंता को गंभीरता से लेने का आग्रह किया।
सुल्तानपुर के कूरेभार ब्लॉक के इटकौली ग्राम सभा में तैनात पंचायत सहायक और बूथ संख्या 463 की बीएलओ श्रेया शर्मा ने गुरुवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने इस्तीफा खंड विकास अधिकारी श्रीकांत त्रिपाठी को लिखित शिकायत पत्र के माध्यम से सौंपा। पत्र मिलते ही ब्लॉक प्रशासन में हलचल मच गई। श्रेया शर्मा ने पत्र में लिखा कि वह लंबे समय से दिन–रात मेहनत कर दोनों पदों की जिम्मेदारियां निभा रही थीं, लेकिन लगातार बढ़ते दबाव और अत्यधिक कार्यभार ने उनका मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया।उन्होंने लिखा—“मैं उन 16 लोगों की सूची में शामिल नहीं होना चाहती, जिन्होंने तनाव में आकर अपनी जान दे दी। मैं अपनी जान बचाना चाहती हूं।” कर्तव्य निभाने के बावजूद मिलता रहा तनाव इस्तीफे में श्रेया ने आरोप लगाया कि कर्तव्य निर्वहन के बावजूद उन पर दबाव बनाया जा रहा था। समस्याओं को कई बार अधिकारियों के संज्ञान में लाया, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।उन्होंने बताया कि सिस्टम की अव्यवस्था, सहयोग की कमी और लगातार बढ़ाई जा रही जिम्मेदारियों ने उन्हें मानसिक रूप से तोड़ दिया। ब्लॉक प्रशासन ने फिलहाल इस्तीफा प्राप्त होने की पुष्टि की है और आगे की प्रक्रिया पर विचार किया जा रहा है। डीपीआरओ अभिषेक शुक्ला ने बताया कि उनका काम पीछे था इसलिए उन्होंने इस्तीफा लिखा था। लेकिन दो सहायकों को लगाया को तो उसके बाद उसने इस्तीफा वापस लिया है। वही एडीएम प्रशासन गौरव शुक्ला ने कहा मेरी जानकारी में तो सभी बीएलओ काम कर रहे हैं। वैसे जिस विभाग का है वहां पर पता कर लीजिये।
फरीदाबाद में 18 साल की छात्रा ने दसवीं मंजिल कूद गई। घटना के बाद सोसाइटी में अफरा-तफरी मच गई। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां गुरुवार को उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस के अनुसार, छात्रा पिछले लंबे समय से डिप्रेशन से जूझ रही थी और प्रतियोगी परीक्षा में असफल होने के कारण तनाव में थी। मौके से किसी प्रकार का सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। जेईई मेंस में पास न होने से डिप्रेशन थी जानकारी के मुताबिक, घटना बुधवार देर शाम सेक्टर-88 की एडोर सोसाइटी की है। तीसरी मंजिल पर रहने वाले आलम की बेटी इंशा ने पिछले वर्ष 12वीं कक्षा पास की थी। इसके बाद उसने जेईई मेंस की परीक्षा दी थी, जिसमें वह सफल नहीं हो पाई। परीक्षा में असफल होने के बाद वह मानसिक रूप से बेहद तनावग्रस्त रहने लगी थी। जब माता-पिता को उसकी स्थिति का पता चला, तो उन्होंने दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल से उसका डिप्रेशन का इलाज शुरू करवाया। इंशा पिछले लगभग एक महीने से नियमित दवाइयां ले रही थी। सुरक्षाकर्मी ने लहूलुहान हालत में देखा बुधवार शाम को घर पर इंशा अकेली थी। उसकी मां रोज की तरह सब्जी लेने बाजार गई थीं, जबकि छोटा भाई भी किसी काम से बाहर गया हुआ था। इस दौरान इंशा लिफ्ट से तीसरी मंजिल से दसवीं मंजिल तक पहुंची और वहां से छलांग लगा दी। गिरने की तेज आवाज सुनकर सोसाइटी के मुख्य गेट पर मौजूद सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने छात्रा को जमीन पर लहूलुहान हालत में पड़ा देखा और तुरंत परिवार को सूचना दी।
कोरिया जिले के बचरापोड़ी में शराब पीने से मना करने पर बेटे ने अपने पिता के सिर पर पत्थर पटककर हत्या कर दी। घटना की रात पिता खलिहान में धान की रखवाली के लिए सो रहे थे। जब ग्रामीण का शव मिलने पुलिस को बेटे पर शक हुआ। पूछताछ में बेटे ने पिता की हत्या के जुर्म को कबूल कर लिया। यह मामला बैकुंठपुर थाना क्षेत्र का है। जानकारी के मुताबिक, बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बचरापोड़ी अंतर्गत ग्राम बड़े साल्ही में किसान जगलाल सिंह (52 वर्ष) का शव 25 नवंबर की सुबह खलिहान में पड़ा मिला। घटना की जानकारी मिलने पर बैकुंठपुर थाना प्रभारी विपिन लकड़ा और बचरापोड़ी चौकी प्रभारी अब्दुल मुनाफ अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने देखा कि जगलाल का सिर कुचला हुआ था। बेटे पर शक, पूछताछ में कबूला गुनाह पुलिस ने मामले की जांच के लिए डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक और साइबर सेल की मदद ली। पुलिस ने परिजनों और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। परिजनों ने बताया कि 24 नवंबर की रात जगलाल सिंह अपने कटे हुए धान की रखवाली करने खलिहान में करीब रात 11 बजे सोने गए थे। पुलिस पूछताछ में पता चला कि मृतक जगलाल सिंह का बड़े बेटे धर्मेन्द्र सिंह से विवाद हुआ था। धर्मेन्द्र शराब पीने का आदि था। वह पिता के मना करने के बावजूद पैसे के लिए धान बेच देता और शराब के लिए पैसों की मांग करता था। घटना वाले दिन 24 नवंबर को भी पिता-पुत्र के बीच विवाद हुआ था। पुलिस ने शक के आधार पर धर्मेन्द्र सिंह को पकड़कर पूछताछ की। पूछताछ में उसने पिता की हत्या के जुर्म को स्वीकार कर लिया। धर्मेन्द्र ने बताया कि उसे पता था कि उसके पिता जगलाल सिंह खलिहान में अकेले सो रहे थे, और इसी जानकारी का इस्तेमाल कर उसने हत्या की योजना बनाई। सबूत छुपाने पत्थर को कुएं में फेंका धमेंद्र सिंह रात करीब 2 से 3 बजे खलिहान पहुंचा और पास में रखे एक भारी पत्थर को उठा कर सो रहे पिता के सिर में जोर से पटक दिया। इससे मौके पर ही जगलाल की मौत हो गई। सबूत छुपाने की नीयत से पत्थर को अपने घर के कुएं में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल पत्थर को जब्त कर लिया। पुलिस ने आरोपी धमेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश कर दिया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है।
मंदसौर में रिश्वतखोर अधिकारी को 4 साल की सजा:10 हजार अर्थदंड; लोकायुक्त ने 2019 में ट्रैप किया था
मंदसौर के तत्कालीन ग्रामोद्योग विस्तार अधिकारी जगदीश शर्मा को रिश्वत लेने के मामले में 4 साल के सश्रम कारावास और 10,000 रुपए के अर्थदंड की सजा सुनाई गई है। यह फैसला विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मंदसौर ने आज (गुरुवार) सुनाया। मामले की शुरुआत 19 मार्च 2019 को हुई थी, जब आवेदक आसिफ पिता वली मोहम्मद ने लोकायुक्त कार्यालय उज्जैन में शिकायत दर्ज कराई थी। आसिफ ने बताया था कि उनके बड़े भाई आरिफ ने 8 महीने पहले तरापा (सेंटिंग) के लिए 5.33 लाख रुपए के ऋण के लिए जिला हथकरघा कार्यालय मंदसौर में आवेदन किया था। शिकायत के अनुसार, इस ऋण राशि में से 1.59 लाख रुपए की सब्सिडी जारी करने के लिए जिला हथकरघा कार्यालय मंदसौर के कार्यालय प्रभारी सहायक संचालक द्वारा 20,000 रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। शिकायत की पुष्टि के बाद, लोकायुक्त पुलिस ने 26 मार्च 2019 को एक ट्रैप कार्रवाई का आयोजन किया। इस कार्रवाई के दौरान, आरोपी जगदीश शर्मा को हथकरघा कार्यालय मंदसौर के बाहर लक्ष्मीबाई चौराहा स्थित मेघा स्वीट्स चाय की दुकान पर आवेदक से 12,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया था। केस दर्ज होने और विवेचना पूरी होने के बाद, 18 जुलाई 2022 को विशेष न्यायालय, भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम मंदसौर में जगदीश शर्मा के खिलाफ अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया। विचारण के बाद, न्यायालय ने आज अपना निर्णय सुनाया।
पन्ना पुलिस ने गुरुवार को शासकीय कन्या स्कूल ककरहटी में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया। इस दौरान यातायात प्रभारी नीलम लक्षकार ने छात्राओं को यातायात नियमों और सुरक्षित ड्राइविंग के बारे में विस्तार से बताया। सांकेतिक चिन्हों और सिग्नलों की दी जानकारी निरीक्षक नीलम लक्षकार ने छात्राओं को सड़क किनारे लगे सांकेतिक चिन्हों, पुलिस के हाथ के संकेतों और चौराहों पर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक सिग्नलों की जानकारी दी। उन्होंने समझाया कि इन संकेतों को सही तरीके से समझकर दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। उन्होंने सड़क हादसों के प्रमुख कारण जैसे तेज रफ्तार, नशे में वाहन चलाना, गलत तरीके से ओवरटेक करना, हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग न करना तथा मोबाइल पर बात करते हुए ड्राइविंग के दुष्प्रभावों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सुरक्षित यात्रा के लिए गति सीमा का पालन करना और हेलमेट व सीट बेल्ट का अनिवार्य उपयोग बेहद जरूरी है। राह वीर योजना की जानकारी दी अभियान के दौरान निरीक्षक लक्षकार ने ‘राह वीर योजना’ के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि सड़क हादसों में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले नागरिक को सरकार द्वारा 25,000 रुपए का पुरस्कार दिया जाता है। इस योजना का उद्देश्य लोगों को घायलों की तुरंत सहायता के लिए प्रोत्साहित करना है। छात्राओं को समझाया ‘राइट ऑफ वे’ कार्यक्रम में छात्राओं को ‘राइट ऑफ वे’ का नियम भी समझाया गया। उन्होंने बताया कि सड़क पर सबसे पहले एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड जैसी आपातकालीन सेवाओं को रास्ता देना चाहिए। इसके बाद दिव्यांग व्यक्तियों, पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
बैतूल जिले में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 को उद्योग एवं रोजगार वर्ष घोषित किया है। इसी कड़ी में, मुलताई तहसील के मोही औद्योगिक क्षेत्र में उद्योग स्थापित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। मोही औद्योगिक क्षेत्र लगभग 15 एकड़ में विकसित किया जा रहा है। इसके प्रथम चरण में 27 प्लॉट बनाए गए हैं। इन प्लॉटों के लिए 1 से 15 नवंबर 2025 तक एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) आमंत्रित किए गए थे, जिसके तहत कुल 91 आवेदन प्राप्त हुए। राज्य स्तरीय समिति ने आवेदनों की जांच की। जिन 10 प्लॉटों के लिए केवल एक-एक पात्र आवेदक थे, उन्हें आशय पत्र (LoI) जारी कर दिए गए हैं। शेष 17 प्लॉटों के लिए, जहां एक से अधिक आवेदन मिले हैं, उनका आवंटन एम.पी. टेंडर सिस्टम के माध्यम से ऑनलाइन नीलामी द्वारा किया जाएगा। आशय पत्र प्राप्त करने वाले 10 आवेदक विभिन्न विनिर्माण इकाइयां स्थापित करेंगे। इनमें मिल्क प्रोडक्ट, पीवीसी पाइप, आयरन प्रोडक्ट, कंस्ट्रक्शन मटेरियल, हर्बल कॉस्मेटिक्स, मसाले एवं फूड पाउडर, डिस्पोजेबल पेपर प्लेट, पोल्ट्री फीड, फूड प्रोडक्ट और रॉड-बोल्ट शामिल हैं। इन उद्योगों से लगभग 150 लोगों को रोजगार मिलने और करीब 7.5 करोड़ रुपए का निवेश होने की उम्मीद है। शेष 17 प्लॉटों से लगभग 300 रोजगार के अवसर और करीब 15 करोड़ रुपए का निवेश होने का अनुमान है। प्रशासन का मानना है कि मोही औद्योगिक क्षेत्र के विकास से मुलताई और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने आज दस उद्यमियों को भूमि आवंटन के आशय प्रमाण पत्र जारी किए। इस अवसर पर उद्योग विभाग के महाप्रबंधक कैलाश मानेकर, सहायक संचालक धीरज मंडलेकर और जिला उद्योग संघ के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
कोरबा के बुधवारी बस्ती में बाइकर्स युवकों द्वारा मारपीट का मामला सामने आया है। 21 नवंबर 2025 की रात सीएसईबी चौकी क्षेत्र के बुधवारी बाजार दशहरा मैदान में सागर यादव (24) पर कुछ युवकों ने हमला कर दिया। आरोपियों ने गाली-गलौज करते हुए मारपीट की और उनकी गाड़ी में तोड़फोड़ भी की। प्रार्थी सागर यादव की शिकायत पर सीएसईबी पुलिस चौकी, थाना सिविल लाइन रामपुर, जिला कोरबा में अपराध क्रमांक 720/2025 के तहत संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया। जानकारी के अनुसार, घटना की शुरुआत तब हुई जब एक युवक तेज रफ्तार में बाइक चला रहा था। इसका विरोध करने पर उसने अपने अन्य साथियों को बुला लिया और फिर मारपीट शुरू हो गई। यह सिलसिला करीब आधे घंटे तक चला, जिसमें वाहन में तोड़फोड़ भी की गई। मारपीट की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद पूरी घटना बुधवारी बस्ती में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कार्रवाई करते हुए 7 आरोपियों और एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। सभी को माननीय न्यायालय में पेश किया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पृथ्वी दास महंत (22), कार्तिक दास (19), तुषार साहू (21), जतिन कुमार (19), साहिल दास (18), राहुल दास (22) और गजानंद यादव (20) शामिल हैं। ये सभी आरा मशीन, नूरी मस्जिद के पास, थाना सिविल लाइन रामपुर, जिला कोरबा के निवासी हैं। आरोपियों के कब्जे से 3 बाइक और 1 स्कूटी जब्त पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 मोटरसाइकिल और 1 स्कूटी भी जब्त की है। कोरबा सीएसपी भूषण एक्का ने बताया कि इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां होना अभी बाकी हैं।
भोपाल में 21 वर्षीय युवक की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि कुत्ते के काटने को मामूली समझने की गलती जानलेवा हो सकती है। तीन माह पहले हुए डॉग-बाइट के बाद जब युवक ने एंटी-रैबीज के सभी इंजेक्शन नहीं लगवाए, तो इसका नतीजा धीरे-धीरे सामने आने लगा। पहले बुखार, फिर बेचैनी और आखिर में पानी से डर। यह सभी क्लासिक रैबीज के लक्षण हैं, जिनका पता परिजन को तब चला, जब हालत बिगड़ चुकी थी। युवक को हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन शरीर में फैल चुके संक्रमण के कारण दो दिन बाद उसकी मौत हो गई। लक्षण बढ़ने पर परिजन पहुंचे हमीदिया अस्पताल भोपाल के रहने वाले 21 वर्षीय भईया खान की रैबीज के कारण मौत हो गई। तीन महीने पहले कुत्ते के काटने की घटना को युवक और परिवार ने गंभीरता से नहीं लिया। दस दिन पहले उसे हल्का बुखार आया, जिसे परिवार ने मौसम का असर समझकर दो दिन तक पैरासिटामॉल दी। लेकिन धीरे-धीरे उसकी हालत बिगड़ने लगी। बुखार के तीसरे-चौथे दिन अचानक वह पानी से डरने लगा। आसपास के लोगों ने बताया कि भईया का व्यवहार बदल गया था और वह अजीब हरकतें करने लगा। स्थिति को गंभीर समझते हुए परिवार उसे हमीदिया अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचा। फ्रैक्चर के कारण नहीं कर सका था बचावस्थानीय निवासी शहीद खान ने बताया कि तीन महीने पहले भईया का एक्सीडेंट हुआ था, जिसमें उसका दाहिना पैर फ्रैक्चर हो गया था। उसका इलाज हमीदिया अस्पताल में हुआ था और पैर पर प्लास्टर चढ़ा था। इसी बीच एक सुबह वह घर के बाहर बैठा था, तभी कुछ आवारा कुत्ते लड़ते हुए उसके पास आ गए और उनमें से एक ने उसके बाएं पैर पर काट लिया। चोट इतनी अचानक हुई कि वह बचाव भी नहीं कर सका। कुछ दिन बाद कुत्ता मर गया और यही रैबीज संक्रमण के स्रोत की सबसे बड़ी चेतावनी थी, जो उस समय समझ नहीं आई। एंटी-रैबीज का पूरा कोर्स नहीं लियाशहीद खान ने बताया कि भईया ने पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया था, लेकिन उसने एंटी-रैबीज के केवल एक या दो इंजेक्शन ही लगवाए। रैबीज वैक्सीन का पूरा कोर्स पांच इंजेक्शनों का होता है, जिसे समय पर पूरा करना जरूरी है। पूरा कोर्स न लेने की वजह से वायरस शरीर में सक्रिय रहा और धीरे-धीरे बढ़ता गया। लक्षण दिखने तक संक्रमण इतना फैल चुका था कि इलाज लगभग असंभव हो चुका था। दो दिन चला इलाज, बचाया नहीं जा सकाहमीदिया अस्पताल के अनुसार, भईया खान को 23 नवंबर को गंभीर हालत में लाया गया। डॉक्टरों ने तुरंत उसे आईसीयू-1 में शिफ्ट किया, जहां दो दिन तक इलाज चलता रहा। अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि जब मरीज पहुंचा, तब तक पूरी बॉडी में इन्फेक्शन फैल चुका था। रैबीज के लक्षण शुरू होने के बाद उपचार संभव नहीं होता। हम कोशिश करते रहे, लेकिन उसे नहीं बचाया जा सका। परिजन यह मानने को तैयार नहीं थे कि एक छोटा-सा डॉग-बाइट युवक की जान ले सकता है, लेकिन रैबीज अपने अंतिम चरण में लगभग 100% जानलेवा होता है। कुत्ते के काटने पर न करें अनदेखी
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में भाजपा के नवीन जिला कार्यालय का भूमिपूजन किया गया। इस कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव सिंह, संगठन महामंत्री पवन साय, प्रदेश महामंत्री अखिलेश सोनी, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, मंत्री राम विचार नेताम और विधायक रेणुका सिंह सहित कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा कि यह दिन जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए नव निर्माण का है। वर्षों से प्रतीक्षित कार्यालय आज साकार होने जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा जहां भी कार्यालय की नींव रखती है, प्रदेश नेतृत्व उसे समय पर पूरा कर कार्यकर्ताओं को समर्पित करता है। भाजपा संगठन ने देश के मानचित्र पर 11 वर्षों से अपनी मजबूत पहचान बनाई है और यह करोड़ों कार्यकर्ताओं का विशाल परिवार बन गया है। प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी बताया कि भाजपा सरकार अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के सिद्धांत पर कार्य करती है। कार्यक्रम में नगर पंचायत अध्यक्ष और पार्षद भाजपा में शामिल इसी कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। झगराखांड नगर पंचायत की अध्यक्ष रीमा यादव और वार्ड नंबर 15 की पार्षद अजीजुन निशा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव और जिला अध्यक्ष चंपा देवी पावले ने दोनों को अंगवस्त्र भेंटकर भाजपा में शामिल कराया। गौरतलब है कि रीमा यादव ने निकाय चुनाव में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल की बहू को हराकर नगर पंचायत अध्यक्ष का पद जीता था। इस राजनीतिक घटनाक्रम से झगराखांड नगर पंचायत में भाजपा की स्थिति और मजबूत हो गई है। कांग्रेस का आरोप- आदिवासी जमीन पर भाजपा कार्यालय निर्माण इस भूमिपूजन कार्यक्रम को लेकर जिले में दिनभर राजनीतिक गहमागहमी बनी रही। कार्यक्रम से एक दिन पहले बुधवार को कांग्रेस ने बैठक कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को काला झंडा दिखाने का निर्णय लिया था। कांग्रेसियों का आरोप है कि जिस भूमि पर भाजपा कार्यालय का निर्माण हो रहा है, वहां कई वर्षों से आदिवासी समुदाय के लोग निवास कर रहे हैं और उनका कब्जा है। संभावित विरोध प्रदर्शन को देखते हुए कार्यक्रम स्थल पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस दौरान जिले के कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया।
नीमच जिले के मनासा क्षेत्र के आतरीमाता में 11 केवी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आए गोपालपुरा निवासी बंशीदास पिता रामदास बैरागी (43) की गुरुवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर लगते ही परिजनों और ग्रामीणों ने महागढ़ स्थित बिजली कंपनी कार्यालय का घेराव कर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया। परमिट होने के बावजूद अचानक चालू हुई बिजली यह हादसा 18 नवंबर की शाम करीब 4 से 6 बजे के बीच हुआ था। बंशीदास अपने पिता और अन्य कर्मचारियों के साथ आतरीमाता में घरेलू लाइन के लिए केबल खींचने और मीटर लगाने का काम कर रहे थे। इस काम के लिए ग्रिड से बिजली आपूर्ति पूरी तरह बंद करने का परमिट जारी किया गया था। मृतक के पिता रामदास बैरागी ने आरोप लगाया कि ऑपरेटर की लापरवाही से परमिट होने के बाद भी अचानक बिजली चालू कर दी गई। इसी दौरान बंशीदास सीधे 11 केवी लाइन की चपेट में आ गए और बुरी तरह झुलसकर खंभे से नीचे गिर पड़े। अहमदाबाद अस्पताल में तोड़ा दम गंभीर हालत में उन्हें पहले मनासा शासकीय अस्पताल ले जाया गया। वहां से नीमच जिला अस्पताल और फिर बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद रेफर किया गया। हालांकि लगातार उपचार के बावजूद गुरुवार को उनकी मौत हो गई। शव रखकर किया प्रदर्शन, तीन घंटे बाद बनी सहमति मौत की जानकारी के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने गुरुवार शाम विद्युत विभाग कार्यालय के बाहर शव रखकर धरना शुरू कर दिया। उनकी मांग थी कि दोषियों पर कार्रवाई की जाए और परिवार को उचित मुआवजा दिया जाए। सूचना मिलते ही एसडीएम और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और परिजनों से चर्चा की। करीब तीन घंटे की बातचीत के बाद समझौता हुआ। परिजन तब माने जब उन्हें विभाग के ठेकेदार की ओर से 11 लाख रुपए और बिजली कंपनी की ओर से 4 लाख रुपए, कुल 15 लाख रुपए की सहायता देने का आश्वासन दिया गया। साथ ही परिवार के एक सदस्य को दैनिक वेतन भोगी के रूप में नौकरी देने पर भी सहमति बनी। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया।
फरीदाबाद में महिलाओं से जुड़े मामलों में पुलिस अधिकारियों का सहयोग न मिलने पर हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि वह इस बारे में डीजीपी को लेटर लिखेंगी। उन्होंने बताया कि आज की जनसुनवाई में जिस तरह पुलिस अधिकारियों द्वारा लापरवाही और गैर–जिम्मेदारी देखने को मिली, वह बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। रेनू भाटिया गुरुवार को फरीदाबाद में महिलाओं से जुड़े 38 मामलों की जनसुनवाई के लिए पहुंचीं। यहां कई केसों में पुलिस द्वारा शिकायतकर्ताओं को सही जानकारी न देने, केस की स्थिति न बताने और समय पर सुनवाई में सहयोग न करने की शिकायतें सामने आईं। इस पर वह नाराज नजर आईं और उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि पुलिस का इस तरह का ढीलापन महिलाओं के मामलों को और जटिल बना देता है। उन्होंने बताया कि अक्सर शिकायतकर्ता महिलाओं को यह तक नहीं बताया जाता कि उन्हें किस दिन आना है, कौन से दस्तावेज लाने हैं और केस की अगली प्रक्रिया क्या है। इस कारण केस समय पर आगे नहीं बढ़ पाते। उन्होंने कहा कि डीजीपी पहले ही महिला सुरक्षा को लेकर सख्त निर्देश दे चुके हैं, इसके बावजूद आज की जनसुनवाई में कई महिला पुलिसकर्मियों और अधिकारियों में लापरवाही साफ दिखाई दी। जनसुनवाई के दौरान ही उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यदि आगे भी ऐसे मामले आते रहे तो पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई तय होगी। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी केस में दोनों पक्ष मौजूद नहीं होते, तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित पुलिस अधिकारी की मानी जाएगी और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जनसुनवाई एक बड़ी प्रक्रिया होती है, जिसमें IO, एरिया SHO, एरिया DSP और अन्य जिम्मेदार अधिकारियों का उपस्थित रहना अनिवार्य है। लेकिन आज कई अधिकारी गैरमौजूद थे, जो गंभीर लापरवाही का संकेत है। इसी कारण उन्होंने निर्णय लिया कि इस पूरे मामले की जानकारी डीजीपी को भेजी जाएगी ताकि अनुशासन और सहयोग सुनिश्चित किया जा सके। मीडिया से बातचीत में रेनू भाटिया ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों को महिलाओं से जुड़े मामलों में और अधिक संवेदनशीलता, समझ और गंभीरता के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बार-बार तारीखें देने से पुलिस का भी समय खराब होता है और आयोग का भी, और मामलों का समाधान भी देर से होता है। आज की जनसुनवाई में कुल 38 मामलों की सुनवाई की गई। इनमें से 25 से अधिक मामलों का निपटारा कर दिया गया। 5 मामलों को मौके पर ही सुलझा लिया गया, 5 मामलों को रद्द किया गया और 5 मामलों की सुनवाई 10 दिन बाद फिर की जाएगी।
पन्ना पुलिस ने चोरी का भंडाफोड़ किया:पुलिस लाइन से ₹1.40 लाख के गहने जब्त, दो आरोपी गिरफ्तार
पन्ना पुलिस ने पुलिस लाइन स्थित एक शासकीय आवास में हुई चोरी का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी किए गए 1 लाख 40 हजार रुपए मूल्य के सोने-चांदी के जेवरात भी जब्त किए हैं। यह कार्रवाई पुलिस अधीक्षक पन्ना निवेदिता नायडू के निर्देश पर की गई। यह मामला 25 नवंबर 2025 को थाना कोतवाली में दर्ज किया गया था। फरियादिया ने अपनी शिकायत में बताया था कि 20 नवंबर को अवकाश पर जाने के बाद जब वह वापस लौटी, तो पन्ना पुलिस लाइन स्थित उसके शासकीय आवास (एच-9) का ताला टूटा हुआ था। घर में रखी गोदरेज अलमारी से सोने-चांदी के आभूषण चोरी हो गए थे। इस शिकायत के आधार पर थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 989/25 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। जांच के दौरान, पुलिस ने दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में आरोपियों ने एक नाबालिग की मदद से चोरी की घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। उनकी निशानदेही पर चोरी किए गए सोने-चांदी के जेवरात जब्त किए गए, जिनकी अनुमानित कीमत 1 लाख 40 हजार रुपए है। ये आरोपी पकड़े गए गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक उर्फ आकाश वर्मन (19 वर्ष, निवासी मुडवारी, वर्तमान निवास खेजड़ा मंदिर के पीछे, पन्ना) और मनोज वर्मन (34 वर्ष, निवासी जगत चौकी, पन्ना) के रूप में हुई है। दोनों को माननीय न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इस मामले में शामिल नाबालिग को बाल न्यायालय में पेश कर छतरपुर के बाल संप्रेषण गृह भेजा गया है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में मतदाता सूची के शत प्रतिशत विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का कार्य सफलतापूर्वक पूरा करने पर 19 बीएलओ (बूथ लेवल अधिकारी) को सम्मानित किया गया। यह सम्मान आज कलेक्ट्रेट के अरपा सभा कक्ष में प्रशस्ति पत्र देकर प्रदान किया गया। कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी के मार्गदर्शन में जिले में एसआईआर का कार्य निर्धारित समय से पहले पूरा किया गया। समय से पहले कार्य पूरा करने वाले बीएलओ को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह सम्मान समारोह आयोजित किया गया था। इन्हें किया गया सम्मानित सम्मानित बीएलओ में विधानसभा क्षेत्र मरवाही के मतदान केंद्र बदरौड़ी से मालती बाई कंवर, चंगेरी से योगेन्द्र सिंह दीक्षित, लोहारी से हेमवती शर्मा, कटरा से दिपेश प्रजापति, सेमरदर्री से सुमनलता मार्को, अमेराटीकरा से साधना सुमेर मेढ़ुका से शोभना कछवाह के नाम शामिल हैं। इसके अलावा दर्री से उदयलाल पढवार, डाहीबहरा से सुभाष कुमार, खम्हलीखुर्द से पीयूष विश्वकर्मा, गिरवर से विनय दास मानिकपुरी, हर्री से गिरिजा सिंह ठाकुर, बागड़ी से गीता गुप्ता, सेमरा से मनीष साहू, कन्हाई बहरा से गीता बाई नागवंश, लाटा से दिलेश्वरी मरकाम, भदौरा से भुवनेश्वर साहू, कोटा के मतदान केंद्र पेण्ड्रा से प्रेरणा तिवारी और गांधीपुर मतदान केंद्र से अनीता पैकरा को भी सम्मानित किया गया।
हिसार पुलिस ने पकड़े 4 नशा तस्कर:संदिग्ध अवस्था में घूम रहे थे, स्कॉर्पियो और बाइक जब्त, गांजा बरामद
हिसार पुलिस की नशा निरोधक टीम ने 60 किलो 980 ग्राम गांजा बरामद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने तस्करी में इस्तेमाल एक स्कॉर्पियो और एक बाइक भी जब्त की है। पहली कार्रवाई में, टीम प्रभारी उपनिरीक्षक इंदर सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने गांव काबरेल के पास नायक चोपाल पर एक संदिग्ध स्कॉर्पियो को रोका। गाड़ी में सवार संदीप कुमार निवासी झेरली, राजस्थान और हरेंद्र उर्फ हैप्पी निवासी बेरी, राजस्थान से पूछताछ की गई। ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तलाशी के दौरान वाहन की पिछली सीट से 20 किलो 310 ग्राम गांजा बरामद हुआ। दूसरी कार्रवाई में, भूना रोड, अग्रोहा पर पुलिस टीम ने एक बाइक पर जा रहे दो युवक मोनू निवासी काबरेल और सागर को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा। बाइक पर रखे एक कट्टे की तलाशी लेने पर उसमें से 40 किलो 670 ग्राम गांजा बरामद किया गया। आरोपियों से पुलिस कर रही पूछताछ पुलिस ने कुल 60 किलो 980 ग्राम नशीला पदार्थ, स्कॉर्पियो और बाइक जब्त कर ली है। संदीप और हरेंद्र के खिलाफ आदमपुर थाने में, जबकि मोनू और सागर के खिलाफ अग्रोहा थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हिसार पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। इसका उद्देश्य गांजा तस्करी के सप्लाई रूट, स्रोत और पूरे नेटवर्क का खुलासा करना है। पुलिस ने बताया कि नशा तस्करी की इस श्रृंखला को जड़ से खत्म करने के लिए जांच तेजी से जारी है।
बदरवास में इंटरसिटी ट्रेन से 12 वर्षीय दीपक की मौत:हादसे की वजह अभी तक स्पष्ट नहीं, पुलिस करेगी जांच
शिवपुरी जिले के बदरवास कस्बे में सोमवार सुबह इंटरसिटी ट्रेन की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हुए 12 वर्षीय दीपक जाटव की गुरुवार को ग्वालियर में उपचार के दौरान मौत हो गई। हादसे के बाद उसे जिला अस्पताल से ग्वालियर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था, जहां तीन दिनों से उसका इलाज चल रहा था। जानकारी के अनुसार, बदरवास कस्बे की सिंधिया कॉलोनी निवासी गिरधारी जाटव का बेटा दीपक जाटव सोमवार सुबह बिना बताए घर से निकला था। कुछ देर बाद वह घर से थोड़ी दूरी पर स्थित रेलवे ट्रैक पर पहुंच गया। सुबह करीब 8:30 बजे गुजर रही इंटरसिटी ट्रेन की चपेट में आने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया। परिजनों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां से गंभीर हालत को देखते हुए उसे ग्वालियर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। घटना कैसे हुई और दीपक रेलवे ट्रैक पर क्यों गया, इस संबंध में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं आई है। परिजन भी हादसे के कारणों पर कुछ बताने में असमर्थ हैं। पुलिस ने परिजनों द्वारा सूचना न दिए जाने के कारण अब तक मर्ग कायम नहीं किया था। हालांकि, बालक की मौत के बाद अब पुलिस मर्ग दर्ज कर मामले की जांच आगे बढ़ाएगी।
हिसार में मॉडल टाउन के रहने वाले रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल गुरनीश सिंह के साथ ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 71.27 लाख रुपए की साइबर ठगी का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप “H204-Reliance Market Nexus” में जोड़कर रिलायंस सिक्योरिटीज के नाम पर निवेश के लिए उकसाया गया और धीरे-धीरे भारी भरकम रकम हड़प ली गई। प्राथमिक जांच के बाद साइबर क्राइम थाना हिसार ने धारा 318(4), 61 BNS के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता के अनुसार,10 सितंबर 2025 को उन्हें “H204-Reliance Market Nexus” नामक वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल किया गया। ग्रुप का दावा था कि यह रिलायंस सिक्युरिटीज का स्टॉक इन्वेस्टमेंट समूह है। ग्रुप एडमिन के रूप में राकेश जैन और अद्विका शर्मा स्वयं को विशेषज्ञ बताकर निवेश के लिए प्रेरित कर रहे। साइबर ठगों ने इस तरह जाल में फंसाया...
चित्तौड़गढ़ (मेवाड़) के कृष्णधाम श्रीसांवलियाजी सेठ मंदिर को दान में मिली राशि ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। गुरुवार को हुए छठे और आखिरी राउंड में गिनती पूरी हुई। इसी के साथ सभी राउंड के नकद चढ़ावे, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के रुपए जोड़कर कुल 51 करोड़ 27 लाख 30 हजार 112 रुपए चढ़ावा आया। मंदिर इतिहास में यह पहली बार है, जब भंडार ने 51 करोड़ का आंकड़ा पार किया है। इस बार न सिर्फ नकद बल्कि ऑनलाइन माध्यमों से भी भक्तों ने बड़ी श्रद्धा दिखाई। ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से कुल 10 करोड़ 52 लाख 89 हजार 569 रुपए मिले। यह पैसा पिछले सालों की तुलना में काफी ज्यादा है। नकद गिनती के साथ-साथ गुरुवार को सोना-चांदी का तौल भी किया गया। इसमें कुल 207 किलो 793 ग्राम चांदी और कुल 1204 ग्राम 04 मिलीग्राम सोना प्राप्त हुआ। इसमें भंडार से 86.200 किलो चांदी, भेंट कक्ष से 121.593 किलो चांदी, भंडार से 985 ग्राम सोना, भेंट कक्ष से 219 ग्राम 400 मिलीग्राम सोना मिला । 19 नवंबर को भंडार खोला, भक्तों में उत्साह बढ़ाश्री सांवलियाजी मंदिर का भंडार 19 नवंबर को खोला गया था। इसके बाद लगातार भंडार की गिनती की गई। सुबह से शाम तक नोटों, सिक्कों और पर्चियों की गिनती चलती रही। मंदिर परिसर में पूरे समय भक्तों की भीड़ बनी रही। सभी राउंड की गिनती ट्रस्ट, प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्थाओं की मौजूदगी में की गई। अब जानिए- हर राउंड में कितनी नकदी मिली... ग्राफिक में समझिए सांवलिया सेठ मंदिर का इतिहास चबूतरे पर होती थी मूर्तियों की पूजा 40 साल तक बागुंड के प्राकट्य स्थल पर ही एक चबूतरे पर तीनों मूर्तियों की पूजा की जाती रही। इसके बाद फिर भादसोड़ा के ग्रामीण एक मूर्ति को अपने गांव ले आए और एक केलुपोश मकान में स्थापित कर दिया। वहीं, एक मूर्ति मंडफिया लाई गई थी। तंवर बताते हैं- इन्हीं मूर्तियों में से एक मूर्ति के सीने पर पैर का निशान था। मान्यता है कि यह भृगु ऋषि के पैर हैं। अब पढ़िए- भृगु ऋषि से जुड़ी मान्यताइस मूर्ति पर जो चरण चिन्ह है, उसके पीछे एक कथा है। कथा के अनुसार, एक बार सभी ऋषियों ने मिलकर एक यज्ञ किया। विचार किया कि इस यज्ञ का फल ब्रह्मा, विष्णु या महेश, इनमें से किसे दिया जाए। निर्णय के लिए भृगु ऋषि को चुना गया। वे सबसे पहले भगवान विष्णु के पास पहुंचे, जो उस समय निंद्रा में थे और माता लक्ष्मी उनके चरण दबा रही थीं। भृगु ऋषि को यह लगा कि भगवान विष्णु उन्हें देखकर भी सोने का बहाना कर रहे हैं, इसलिए उन्होंने क्रोधित होकर भगवान विष्णु के सीने पर लात मार दी। भगवान तुरंत उठे और ऋषि के पैर पकड़ लिए, क्षमा मांगते हुए बोले– मेरा शरीर कठोर है, कहीं आपके कोमल चरणों को चोट तो नहीं आई? भगवान की यह विनम्रता और सहनशीलता देखकर भृगु ऋषि ने उन्हें त्रिदेवों में श्रेष्ठ माना और यज्ञ का फल उन्हें ही समर्पित किया। .......... सांवलिया जी के भंडारे से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… श्रीसांवलियाजी भंडार में रिकॉर्ड तोड़ चढ़ावा:5 राउंड में निकले 40 करोड़ रुपए, काउंटिंग जारी; आखिरी चरण में होगा सोने-चांदी का तौल मेवाड़ के कृष्णधाम श्री सांवलियाजी मंदिर में इस बार रिकॉर्ड टूट गए हैं। दीपावली के बाद खोले गए भंडार की गिनती का पांचवां राउंड बुधवार को हुआ। (पढ़ें पूरी खबर)
बुरहानपुर में शाम के जाम से मिलेगी मुक्ति:पुलिस ने मुख्य बाजारों और चौराहों पर बल तैनात किया
बुरहानपुर में शाम के समय लगने वाले यातायात जाम से आम जनता को राहत मिलेगी। पुलिस ने गुरुवार से एक नई पहल शुरू की है, जिसके तहत मुख्य बाजारों, चौराहों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया गया है। इस कदम का उद्देश्य शाम के समय अक्सर मिलने वाली जाम की शिकायतों का समाधान करना है और इससे अवैध गतिविधियों पर नकेल कसने में भी मदद मिलेगी। गुरुवार शाम से शनवारा चौराहा सहित अन्य प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती शुरू हो गई। सीएसपी गौरव पाटिल ने डायल 112 में उपलब्ध कराए गए उपकरणों की जांच भी की। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के तहत जिले में शाम के यातायात और सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके लिए विभिन्न पॉइंट निर्धारित किए गए हैं। नई व्यवस्था के अनुसार, जिले के सभी थाना प्रभारी अपने स्टाफ के साथ अपने-अपने क्षेत्र के मुख्य चौराहों पर उपस्थित रहकर सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे। वे अपने क्षेत्र की गतिविधियों की मॉनिटरिंग कर कंट्रोल रूम को रिपोर्ट भेजेंगे। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी प्रकार की सूचना या शिकायत के लिए डायल 112 पर संपर्क करें या अपने स्थानीय थाने में जानकारी दें।
हिसार नगर निगम की तहबाजारी टीम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत पुरानी और नई ऑटो मार्केट में कार्रवाई की। इस दौरान नई ऑटो मार्केट के गेट नंबर-3 पर चल रही अवैध पार्किंग का भंडाफोड़ हुआ, जहां से एक रजिस्टर और अन्य सामान जब्त किया गया। अतिरिक्त निगमायुक्त डॉ. प्रदीप हुड्डा ने मामले का संज्ञान लेते हुए संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। निगम की तहबाजारी टीम लगातार अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रही है। गुरुवार को अभियान के दौरान अतिरिक्त निगमायुक्त डॉ. प्रदीप हुड्डा ने आवश्यक निर्देश दिए। अभियान के नोडल अधिकारी सुरेंद्र वर्मा ने बताया कि पुरानी ऑटो मार्केट से लोहे के व्यापारियों ने स्वेच्छा से अपना सामान हटाना शुरू कर दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जल्द ही दुकानों के बाहर रखा सारा सामान हटा लिया जाएगा। एक सप्ताह में अतिक्रमण हटाने का आश्वासन इसी क्रम में डॉ. प्रदीप हुड्डा नई ऑटो मार्केट भी पहुंचे। यहां मार्केट के प्रधान सुभाष सहित मिस्त्री और दुकानदारों ने उनसे मुलाकात की। उन्होंने अगले एक सप्ताह के भीतर नई ऑटो मार्केट से अतिक्रमण पूरी तरह खत्म करने का आश्वासन दिया। तहबाजारी टीम के इंचार्ज सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि इसके अतिरिक्त नागौरी गेट से गुलाब सिंह चौक और सिटी थाना तक भी अतिक्रमण हटाया गया। अभियान के दौरान नगर निगम की टीम ने पुरानी और नई ऑटो मार्केट से अतिक्रमण हटवाया और कुछ सामान भी जब्त किया। सुरेंद्र वर्मा ने जानकारी दी कि गेट नंबर 3 पर अवैध पार्किंग की शिकायतें मिल रही थीं। इस पर कार्रवाई करते हुए गेट पर बने एक कमरे से एक रजिस्टर और अन्य सामान जब्त किया गया। रजिस्टर की जांच में पता चला कि पार्किंग के नाम पर प्रति वाहन 20 रुपए से 200 रुपए तक वसूले जा रहे थे, जो पूरी तरह अवैध था।
हिसार के हांसी में नगर परिषद ने गुरुवार को हाउस टैक्स बकाया होने पर दो बिल्डिंगों को सील कर दिया। यह कार्रवाई लगातार नोटिस जारी करने और पर्याप्त समय देने के बावजूद टैक्स जमा न करने पर की गई। नगर परिषद सचिव एंजेल वायु ने बताया कि पहली बिल्डिंग पर लगभग 86 हजार रुपए का हाउस टैक्स बकाया था। वहीं, जीटी रोड के नजदीक स्थित दूसरी बिल्डिंग पर करीब 45 हजार रुपए का टैक्स लंबित था। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोनों मालिकों को समय पर नोटिस भेजे गए थे और टैक्स जमा करने के लिए पर्याप्त अवसर दिया गया था। सचिव ने आगे कहा कि नगर परिषद भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रखेगी। उन्होंने सभी बिल्डिंग मालिकों से समय पर हाउस टैक्स जमा कराने की अपील की, अन्यथा सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। किरायेदार ने कार्रवाई पर उठाए सवाल इस बीच, जीटी रोड स्थित सील की गई बिल्डिंग के किरायेदार जॉनी ने नगर परिषद की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि नगर परिषद किसी दबाव में यह कार्रवाई कर रही है। जॉनी ने कहा कि वे किरायेदार हैं और टैक्स मालिक को भरना होता है, लेकिन नोटिस उनके नाम पर भेजे गए। किरायेदार जॉनी ने यह भी दावा किया कि शहर में कई अन्य लोग हैं जिन पर उनसे अधिक टैक्स बकाया है, फिर भी कार्रवाई केवल उनकी बिल्डिंग पर की गई। उन्होंने इस कार्रवाई की निष्पक्षता पर संदेह व्यक्त किया।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक तेंदुआ मुर्गी के लालच में पोल्ट्री फार्म में घुस गया। यह घटना शहर से लगे ग्राम मोहलाई में हुई, जहां तेंदुआ लगभग तीन घंटे तक फार्म के भीतर रहा, जिससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई। जानकारी के अनुसार, 26 नवंबर की रात लगभग 9 बजे तेंदुआ मोहलाई स्थित पोल्ट्री फार्म के एक केज में घुसा, जहां सैकड़ों मुर्गियां पाली जा रही थीं। तेंदुए ने कई मुर्गियों को मार डाला। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद, फार्म का दरवाजा खोले जाने पर तेंदुआ जंगल की ओर भाग निकला। इसके बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। जिले के वनांचल क्षेत्रों में वन्य प्राणियों की चहलकदमी बढ़ रही है। वन विभाग ने आसपास के गांवों में लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
खरगोन में महाराष्ट्र सीमा पर 5 गौवंश छुड़ाए गए:तस्कर पिकअप छोड़ जंगल में फरार, 8 लाख का वाहन जब्त
खरगोन पुलिस ने महाराष्ट्र सीमा पर गोवंश तस्करी के खिलाफ कार्रवाई की है। इस दौरान पुलिस ने 5 गौवंश को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया। तस्कर अपनी पिकअप छोड़कर जंगल में फरार हो गए। पुलिस ने 8 लाख रुपये मूल्य की पिकअप गाड़ी जब्त कर ली है। हेलापडावा पुलिस चौकी पर नाकाबंदी के दौरान एक पिकअप वाहन को रोकने का प्रयास किया गया। हालांकि, वाहन चालक नाकाबंदी तोड़कर भागने लगा, जिसके बाद पुलिस ने उसका पीछा किया। कुछ दूरी पर तस्कर वाहन छोड़कर जंगल में भाग निकले। जब्त पिकअप में क्रूरतापूर्वक ले जाए जा रहे 5 गौवंश मिले। पुलिस को चिरिया से महाराष्ट्र की ओर पिकअप वाहन क्रमांक MP10G3549 से गोवंश तस्करी की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर चित्तौड़गढ़-भुसावल हाईवे पर नाकाबंदी की गई थी। गोवंश को मुक्त कराने के बाद हेलापड़ावा चौकी पर आरोपियों के खिलाफ मध्य प्रदेश गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम की धारा 4, 6, 9 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम की धारा 11(1)(घ) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस जब्त पिकअप के आधार पर फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
पलवल में 2 अवैध शराब के ठेके पकड़े:सीएम फ्लाइंग की छापेमारी में खुलासा, 84 पेटी शराब बरामद
पलवल में सीएम फ्लाइंग टीम ने हथीन उपमंडल में दो स्थानों पर छापेमारी कर अवैध रूप से संचालित शराब के ठेकों का भंडाफोड़ किया है। इन ठेकों से भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गई है, जिसके बाद कानूनी कार्रवाई शुरू की गई है। जानकारी के अनुसार, सीएम फ्लाइंग स्टाफ को सीआईडी से गुप्त सूचना मिली थी कि पूठली गांव में एक अवैध शराब ठेका चलाया जा रहा है। इस सूचना पर आबकारी निरीक्षक विकास श्योराण और सीएम फ्लाइंग की टीम मौके पर पहुंची। जांच के दौरान, टीम को ठेके पर पूठली निवासी सतेंद्र मिला, जो शराब के संबंध में कोई वैध लाइसेंस या दस्तावेज पेश नहीं कर सका। मौके पर स्थानीय पुलिस को बुलाया गया। ठेके से विभिन्न प्रकार की शराब की 100 से अधिक बोतलें और 1010 रुपए नकद बरामद हुए। सतेंद्र और बरामद शराब को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया। आरोपी सतेंद्र ने पूछताछ में बताया कि यह शराब ठेका एक अन्य व्यक्ति के माध्यम से संचालित किया जा रहा था। पुलिस ने अवैध रूप से शराब बेचने के आरोप में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। 84 पेटी शराब बरामद इसी क्रम में, मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने मढ़नाका गांव में भी एक अन्य शराब ठेके पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में ईटीओ अभिषेक और आबकारी निरीक्षक राहुल भी साथ थे। ठेके पर मैनपुरी, उत्तर प्रदेश का रहने वाला आरजू बतौर सेल्समैन मिला। वह भी ठेके के संचालन के लिए कोई परमिशन या लाइसेंस प्रस्तुत नहीं कर पाया। आबकारी विभाग की जांच में पुष्टि हुई कि इस ठेके का कोई वैध लाइसेंस नहीं था। मौके से विभिन्न ब्रांडों की 84 पेटी शराब बरामद की गई। इस संबंध में भी हथीन थाना पुलिस को आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के लिए लिखा गया है।
देवास में अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ और संपूर्ण ब्राह्मण समाज ने आईएएस संतोष वर्मा की टिप्पणी के विरोध में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ के अध्यक्ष पं. दिनेश मिश्रा के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय में दिया गया। ज्ञापन में बताया गया कि संतोष वर्मा ने ब्राह्मण समाज, उसकी सामाजिक मर्यादा, संस्कृति और परंपराओं को लक्षित करते हुए आपत्तिजनक और अमर्यादित टिप्पणी की है। ज्ञापन में आईएएस संतोष वर्मा के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। इसके साथ ही, मामले की जांच के लिए एक विशेष समिति गठित करने और दोषी पर कठोरतम कार्रवाई करने की मांग भी शामिल है, ताकि भविष्य में सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाली ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। समाज ने संतोष वर्मा से सार्वजनिक रूप से लिखित और मौखिक क्षमा याचना करवाने की भी मांग की है। महासंघ ने चेतावनी दी है कि यदि 7 दिनों के भीतर उचित और कठोर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ देवास और संपूर्ण ब्राह्मण समाज व्यापक विरोध प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होगा। समाज अध्यक्ष ने बताया कि आईएएस संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण बेटियों पर टिप्पणी की गई है, जिसके विरोध में पूरे मध्य प्रदेश में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं। उन्होंने संतोष वर्मा को तुरंत बर्खास्त करने की भी मांग की।
एसआईआर में प्रदेश के अन्य जिलों से शुरुआती दौर से ही आगे चल रहे अशोकनगर जिले ने 100 प्रतिशत एसआईआर का कार्य तय समय से सात दिन पहले पूरा कर लिया है। कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी अशोकनगर आदित्य सिंह और उनकी टीम को इस प्रयास पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बधाई दी है। उधर प्रदेश में 84% गणना पत्रकों का डिजिटलाइजेशन पूरा हो चुका है, इनमें से 13 जिलों ने 90% टारगेट एचीव कर लिया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजीव कुमार झा ने बताया कि प्रदेश में गणना पत्रकों के डिजिटलाइजेशन का काम तेज गति से जारी है। आज अशोक नगर जिले ने एसआईआर का काम 100 प्रतिशत पूरा कर लिया है। झा ने अशोक नगर के सभी शासकीय सेवकों और नागरिकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह उपलब्धि सभी के समन्वित प्रयास और अथक परिश्रम से ही संभव हुई है। गुरुवार शाम तक 4 करोड़ 60 लाख से अधिक गणना पत्रकों का डिजिटलाइजेशन पूरा हो चुका है, जो कुल कार्य का लगभग 84 प्रतिशत है। झा ने बताया कि प्रदेश के 13 जिलों ने 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा कर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इन जिलों में 90 प्रतिशत काम पूरा 37 जिलों में 80 फीसदी काम हो चुका पूरा इसके अलावा प्रदेश के 37 जिलों में 80% से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी झा ने डिजिटलाइजेशन में लगे सभी शासकीय सेवकों, बीएलओ और सहयोगी नागरिकों के समन्वित प्रयास की सराहना की जिसके चलते निर्धारित समय से पहले ही कार्य पूर्णता की ओर है। उन्होंने कहा कि इसी प्रेरणा और समन्वय से शत-प्रतिशत कार्य इसी सप्ताह पूरा कर लिया जाएगा।
नर्मदापुरम उपायुक्त की पदस्थापना का विरोध:जनसंपर्क विभाग में कलम बंद हड़ताल, दोपहर बाद नहीं हुए काम
मप्र के जनसंपर्क विभाग में राज्य प्रशासनिक सेवा (आरएएस) के एक अधिकारी नर्मदापुरम संभागीय उपायुक्त की पदस्थापना को लेकर उपजे असंतोष ने सोमवार को प्रदेशभर में व्यापक रूप ले लिया। विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने इस आदेश को “विभाग की गरिमा और पेशेवर संरचना के विरुद्ध” बताते हुए गुरुवार सुबह 11 बजे से अनिश्चितकालीन पेन डाउन हड़ताल की शुरुआत कर दी। जिसके चलते दोपहर से मप्र के सभी जनसंपर्क दफ्तरों में कर्मचारियों ने कलम बंद हड़ताल शुरू कर दी। नर्मदापुरम जनसंपर्क कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारियों ने हड़ताल का समर्थन किया। आयुक्त जनसंपर्क दीपक सक्सेना से प्रतिनिधिमंडल की भेंट के बाद, विभागीय कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया। जब तक आरएएस अधिकारी गणेश जायसवाल की जनसंपर्क विभाग में पदस्थापना संबंधी आदेश निरस्त नहीं किया जाता, तब तक सभी अधिकारी-कर्मचारी कलम बंद रखेंगे और नियमित कार्य बाधित रहेंगे। नर्मदापुरम में उपायुक्त है गणेश जायसवालराज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी गणेश जायसवाल जिनकी पदस्थापना को लेकर विरोध हो रहा है, वो वर्तमान में नर्मदापुरम संभागीय कार्यालय में उपायुक्त (राजस्व) है। जो अक्टूबर 2023 से नर्मदापुरम में पदस्थ है। विभागीय ढांचे में ‘बाहरी हस्तक्षेप’ का विरोधजनसंपर्क विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह विभाग अपनी विशिष्ट कार्यप्रणाली, लेखन-कौशल, मीडिया प्रबंधन, संचार रणनीति और रचनात्मक अभिव्यक्ति पर आधारित है, जिसे वर्षों से प्रशिक्षित जनसंपर्क कैडर के अधिकारियों-कर्मचारियों ने अपनी मेहनत से आगे बढ़ाया है। मुख्यमंत्री से तत्काल हस्तक्षेप की अपेक्षाअधिकारियों ने कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, जो स्वयं जनसंपर्क विभाग के मंत्री भी हैं, को इस मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए आदेश को वापस लेना चाहिए। उनका मत है कि विभाग की संवैधानिक और प्रशासनिक गरिमा बनाए रखने के लिए गणेश जायसवाल की नियुक्ति संबंधी आदेश रद्द करना अत्यावश्यक है। नर्मदापुरम में शाम को जारी नहीं हुए समाचारहड़ताल के चलते समाचार-संकलन, प्रेस नोट, कार्यक्रम कवरेज, सरकारी विज्ञापन, योजनाओं के प्रचार-प्रसार की गतिविधियां प्रभावित हो गई हैं। नर्मदापुरम में जनसंपर्क विभाग में कार्य नहीं हुए और शाम को प्रेस नोट जारी नहीं हुए। जनसंपर्क संयुक्त संचालक रश्मि देशमुख ने बताया संघ के आव्हान पर कलम बंद हड़ताल शुरू की है। जिसके समर्थन में हम है।
धार मंडी में सोयाबीन की बंपर आवक:470 वाहन पहुंचे, 10 हजार बोरी से अधिक की तौल, भावों में तेजी
धार कृषि उपज मंडी में सोयाबीन की बंपर आवक जारी है। गुरुवार को मंडी में 470 वाहन पहुंचे, जिससे परिसर में दिनभर भारी भीड़ रही। किसानों को अपनी उपज की तौल और बोली के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। मंडी प्रशासन के अनुसार, गुरुवार शाम तक कुल 10,589 बोरी सोयाबीन की आवक दर्ज की गई। इस दौरान सोयाबीन के भावों में भी तेजी देखने को मिली। गुरुवार को सोयाबीन का न्यूनतम भाव ₹1004 प्रति क्विंटल, उच्चतम भाव ₹5560 प्रति क्विंटल और मॉडल रेट ₹4400 प्रति क्विंटल रहा। बताया गया है कि धार मंडी में पिछले कुछ दिनों से लगातार बड़ी मात्रा में सोयाबीन पहुंच रहा है। हालांकि, बीते दिनों भावों में गिरावट के कारण किसानों में नाराजगी थी। गुरुवार को भावों में आई तेजी से किसानों को थोड़ी राहत मिली है। बढ़ती आवक और उतार-चढ़ाव वाले भावों को देखते हुए व्यापारी और किसान दोनों ही आगामी दिनों में बाजार की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
विभिन्न धाराओं में सेंवढ़ा थाने से फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने गश्त के दौरान दबोच लिया। आरोपी के पास से कट्टा भी मिला है। इसके अलावा एक अन्य आरोपी को सेंवढ़ा पुलिस ने ही बायपास रोड से गिरफ्तार किया है। उसके पास भी कट्टा और जिंदा राउंड मिला। दोनों आरोपियों का पुलिस ने सेंवढ़ा के बाजार में न सिर्फ जुलूस निकाला बल्कि उन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार, अंकित चौधरी पर सेंवढ़ा थाने में विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोपी लंबे समय से फरार था, पुलिस गश्त के दौरान उसे दबोच लिया गया। वहीं निशांत राजावत को 315 बोर के कट्टा और एक जिंदा राउंड के साथ गिरफ्तार किया गया है। सेंवढ़ा टीआई सुनील बनोरिया ने बताया कि दोनों ही आदतन आरोपी हैं और हथियारबंद वारदातों में लगातार सक्रिय रहते हैं। इनमें निशांत के खिलाफ सबसे 13 आपराधिक मामले सेंवढ़ा थाने में दर्ज हैं। जबकि अंकित यादव के खिलाफ 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं। कार्रवाई के दौरान एसआई प्रेमसिंह इंदौरिया, आरक्षक राहुल शर्मा, कल्याण गुर्जर, आशीष और विकास तोमर आदि लोग शामिल रहे।
हांसी में अवैध कालोनी में चला बुलडोजर:जेसीबी से सड़कें ध्वस्त की, 5 एकड़ में की जा रही थी डेवलप
हिसार के हांसी में जिला टाउन प्लानर (DTP) विभाग ने गुरुवार को अवैध कॉलोनियों के खिलाफ कार्रवाई की। विभाग की टीम ने हांसी के पास के K फार्म के नजदीक लगभग 5 एकड़ में विकसित की जा रही एक अवैध कॉलोनी की सड़कों को जेसीबी मशीनों की मदद से ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान डीटीपी दिनेश कुमार, फील्ड इन्वेस्टीगेटर सपना और जेई गिरीश मौके पर मौजूद रहे। विभागीय अधिकारियों के अनुसार, इस अवैध कॉलोनी के कॉलोनाइजर को पहले ही नोटिस जारी किया गया था। चेतावनी के बावजूद यहां भूखंडों की खरीद-फरोख्त जारी थी, जिसके बाद विभाग को यह सख्त कदम उठाना पड़ा। अवैध कालोनियों में प्लॉट ना खरीदें : डीटीपी दिनेश डीटीपी दिनेश कुमार ने बताया कि बिना अनुमति और लाइसेंस के विकसित की गई कॉलोनियां पूरी तरह अवैध हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी जगहों पर जमीन या भूखंड खरीदना आम लोगों के लिए बड़ा नुकसानदायक साबित हो सकता है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा, अपनी मेहनत की कमाई अवैध कॉलोनियों में खर्च न करें। खरीद से पहले कॉलोनी की वैधता अवश्य जांचें। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि हांसी और आसपास के क्षेत्रों में मौजूद सभी अवैध कॉलोनियों की आधिकारिक सूची उपमंडल परिसर और DTP कार्यालय में उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति भूखंड खरीदने से पहले इस सूची को देखकर कॉलोनी की स्थिति की पुष्टि कर सकता है।
प्रदेश में कांग्रेस जिलाध्यक्षों की घोषणा के बाद गतिरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। जोधपुर के बाद अब बाड़मेर में पूर्व जिलाध्यक्ष गोपाराम मेघवाल ने कल्याणपुर सामाजिक प्रोग्राम में कहा- लोकसभा चुनाव में मेघवाल और अल्पसंख्यक के बिना जीत नहीं पाएंगे, तब बिना मांगें, दिल्ली से ऑर्डर करवाकर बाड़मेर से गफूर अहमद और बालोतरा से गोपाराम मेघवाल को जिलाध्यक्ष बना दिया गया। हमारा उपयोग ले लिया। अब डेढ़ साल में हटा दिया। एमपी पांच के लिए होता है हमें भी पांच साल रख देते हैं। हम कोई तनख्वाह नहीं मिलती है एमपी और विधायक को तनख्वाह मिलती है। दरअसल, पूर्व कार्यवाहक जिलाध्यक्ष गोपाराम मेघवाल बुधवार को संविधान दिवस पर पचपदरा विधानसभा क्षेत्र के कल्याणपुर में आयोजित प्रोग्राम में शिरकत की। इस दौरान समाजबंधुओं के बीच बाबासाहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर को याद किया। संविधान की रक्षा को लेकर जागरूक रहने की बात कही। उनकी स्पीच का वीडियो आज गुरुवार को सामने आया है। 'एससी-एसटी के लोगों को दो बार से ज्यादा टिकट नहीं मिलती' गोपाराम मेघवाल ने स्पीच में कहा- एससी-एसटी के आदमी को एमएलए या एमपी की एक बार टिकट मिलेगी जीत जाएगें। दूसरी मिलेगी जीत जाएगा और तीसरी बार टिकट काट दी जाती है। क्योंकि तीसरी बार जीतेगा तो कानून का जानकार हो जाएगा। विधानसभा और लोकसभा में आपके (एससी-एसटी) हितों की बात करेगा। आपके मंत्रिमंडल में जगह मांगेंगा। इसलिए तीसरी बार टिकट नहीं दी जाती है। अगर मिल भी जाती है तो उनको हार दिया जाता है। यह एससी-एसटी के लिए लागू होती है। दूसरे लोग 9-9 बार टिकट, एमएलए और मंत्री बन जाते है। बोले- आंख में खटकने लग जाता है मेघवाल ने कहा एससी-एसटी का आदमी एक बार या दो बार जीत जाता है तो विधानसभा में उनके समाज की पैरवी कर लेगा तब उनकी आंख में खटकने लग जाएगा। इस प्रकार की मानसिकता लोगों में है। इस मानसिकता को आपको समझना पड़ेगा। बाबा साहेब के मिशन को आगे लेकर जाना पड़ेगा। कांग्रेस के पूर्व विधायक और जिलाध्यक्ष गोपाराम मेघवाल ने सामाजिक प्रोग्राम में स्पीच देते हुए कहा- वर्तमान में एक घटना घटी, बहुत दुर्भाग्य है। इस बात का है। कांग्रेस के जिलाध्यक्षों का चुनाव हुआ। संगठन सृजन हुआ। उसमें किसी प्रकार की एक्टिविटी हुई यह भी आपको बता है। छत्तीस कौमों की क्या राय थी, यह भी आपको ध्यान में है। प्रियंका मेघवाल बालोतरा की जिलाध्यक्ष बनी है वो भी हमारे समाज की बेटी है। सबकी तरफ से बधाई देता हूं। पूर्व जिलाध्यक्ष बोले- वोटों की जरूरत थी तब दिल्ली से ऑर्डर करवाए लोकसभा चुनाव के वक्त उन लोगों को पता लगा कि मेगवाल और अल्पसंख्यक के बिना लोकसभा जीत नहीं पाएंगे। हमारे से बिना पूछे और बिना कोई मांग किए दिल्ली से सीधे ऑर्डर करवाकर अध्यक्ष बना दिया गया। गफूर अहमद (बाड़मेर) और गोपाराम मेघवाल (बालोतरा) को जिलाध्यक्ष बनाकर लोकसभा में हमारा उपयोग कर लिया। जगह-जगह दौड़े हमारी पट्टिका लगाई गई। एमपी (उम्मेदाराम बेनीवाल) जीत गए। हम उनको मेघवाल और अल्पसंख्यक लोगों के वोटों की अब उनको जरूरत नहीं रही। हमें कोई तनख्वाह नहीं मिलती मेघवाल ने कहा- डेढ़ साल के अंदर ही हटा दिया गया। एमपी पांच साल के लिए बने हो, हमें भी रख देते है। हमें कोई तनख्वाह नहीं मिलती है। एमपी और विधायक को सैलरी मिलती है। हम तो पार्टी का काम कर रहे थे। लेकिन उन्होंने सोचा कि आने वाले पंचायती राज चुनाव में भी पढ़े लिखें और मंत्री रहे हुए आदमी है। यहीं अगर रह गए तो क्या इनके लोगों को ज्यादा प्रतिनिधित्व नहीं दें दे। इनके समाज के अच्छे युवा, पढ़े लिखें महिला को टिकट देकर सरपंच, प्रधान, जिला परिषद सदस्य नहीं बना दें। यह षड्यंत्र पूर्वक किया गया। इसका जवाब आने वाले दिनों में आप दें देना यही निवेदन करने मैं आया हूं।
प्रदेशभर में चल रहे वोटर्स के स्पेशल इंटेसिव रिवीजन (SIR) में प्रदेश के 9 हजार से बूथों पर 100 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) नवीन महाजन ने बताया कि SIR में डिजिटलाइजेशन के बाद मैपिंग में भी राजस्थान देशभर में अव्वल है। पिछले 9 दिनों में मैपिंग 70 प्रतिशत से बढ़कर 78 प्रतिशत हो चुकी है। प्रदेश के 78 प्रतिशत वोटर्स को अब किसी तरह के दस्तावेज देने की आवश्यकता नहीं रहेगी। 4 करोड़ 80 लाख से ज्यादा प्रपत्र ईसीआई-नेट पर अपलोडमुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने कहा- प्रदेश में कुल 5 करोड़ 46 लाख 56 हजार 215 गणना फाॅर्म में से 4 करोड़ 80 लाख से ज्यादा प्रपत्र ईसीआई-नेट पर अपलोड किए जा चुके हैं। जो निर्धारित अवधि से 7 दिन पहले ही 88 प्रतिशत उपलब्धि है। महाजन ने कहा- प्रदेश के 9 हजार से अधिक पोलिंग बूथों पर BLO ने 100 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है। समय पर काम पूरा करने वाले लगभग 2,500 BLO को सम्मानित किया जा चुका है। 26 निर्वाचन रजिस्ट्रेशन अधिकारियों (ERO) को गुरुवार को राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। कलेक्टरों को फील्ड में मॉनिटरिंग बढ़ाने के आदेशमहाजन ने सभी कलेक्टरों को डिजिटलीकरण काम को प्राथमिकता देते हुए जल्द पूरा करने को कहा है। कलेक्टरों को खुद फील्ड विजिट कर व्यवस्थाएं देखने और मैपिंग को शत-प्रतिशत सटीकता के साथ पूरा कराने के आदेश दिए हैं।
जशपुर में आयोजित किसान महतारी सम्मेलन और कुम्हार समाज के विष्णु महायज्ञ चक्र पूजा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 77.23 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की सौगात दी। इन परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया, जिससे ग्रामीण विकास को नई गति मिलेगी। इन आयोजनों में बड़ी संख्या में ग्रामीण, किसान, महिला समूह, युवा और श्रद्धालु शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत विष्णु महायज्ञ चक्र पूजा से हुई। इसमें चक्र स्थापना और पूजा-अर्चना के माध्यम से सामाजिक समरसता और आध्यात्मिक एकता का संदेश दिया गया। किसान महतारी सम्मेलन में महिलाओं, किसानों और ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी। यहां महिला समूहों के स्व-सहायता कार्यों, गौठानों में आर्थिक गतिविधियों, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन, पशुपालन, कृषि आधारित व्यवसाय और स्थानीय उत्पादों की बिक्री को लेकर जानकारी और प्रोत्साहन दिया गया। फसल विविधीकरण पर चर्चा किसानों के लिए समर्थन मूल्य पर खरीदी, खाद-बीज अनुदान, सिंचाई विस्तार, नई कृषि तकनीक और फसल विविधीकरण पर विस्तार से चर्चा हुई। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और आय के अधिक अवसर पैदा करना था। मुख्यमंत्री की ओर से प्रदान की गई 77.23 करोड़ रुपए की विकास सौगात में ग्रामीण सड़क निर्माण, पेयजल आपूर्ति व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार, स्कूल भवन, सामुदायिक भवन और बुनियादी ढांचे में सुधार के कार्य शामिल हैं। सीएम ने जशपुर को विकास मॉडल में बदलने का संकल्प लिया इन परियोजनाओं के पूरा होने से गांव-गांव तक आवाजाही सुधरेगा, पेयजल की उपलब्धता बढ़ेगी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा। स्थानीय व्यवसायों को मजबूत आधार मिलेगा। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाले कई कार्य भी इस सौगात का हिस्सा हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण और आर्थिक विकास के हर प्रयास में किसान, महिला समूह और सामाजिक संगठन सरकार के साझेदार हैं। उन्होंने जशपुर को ऐसे विकास मॉडल में बदलने का संकल्प लिया, जहां ग्रामीणों को रोजगार, सम्मान और अवसर उनके ही गांव में मिलें।
आगरा में आयोजित भव्य जनकपुरी महोत्सव इस वर्ष और भी आकर्षक एवं यादगार रहा। आयोजन की झलकियों को लोगों ने कैमरे में कैद किया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा किया। इसी उत्साह को देखते हुए दैनिक भास्कर न्यूज़ ऐप ने “मेरा आगरा मेरी जनकपुरी” रील कॉन्टेस्ट आयोजित किया, जिसमें शहरवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रतिभागियों ने जनकपुरी की सुंदरता, सांस्कृतिक झलक और यादगार पलों को रील के माध्यम से कैद कर लाखों दर्शकों तक पहुँचाया। इस पहल ने आगरा की जनकपुरी को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से न केवल देश बल्कि दुनिया तक पहचान दिलाई। यह रहे विजेता फर्स्ट प्राइज : 'हैप्पेनिंग इन आगरा' से रिशभ जिन्होंने 5100 का कैश प्राइज जीता। सेकंड प्राइज : रागिनी शाक्य जिन्होंने 3100 का कैश प्राइज जीता। थर्ड प्राइज: दीपक जिन्होंने 2100 का कैश प्राइज जीता। इस अवसर पर कमला नगर जनकपुरी 2025 के अध्यक्ष मुरारी प्रसाद अग्रवाल उपस्थित रहे। उन्होंने विजेताओं को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए और कहा कि जिन लोगों ने रील बनाई या जो जनकपुरी देखने आए, वे भगवान श्री राम से सीख लेकर अपने जीवन में अनुकरण करें। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे अपनी संस्कृति को जानें और समझें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन युवाओं को भगवान श्री राम, माता सीता के जीवन को जानने और उनके आदर्शों से सीख लेने का मौका भी प्रदान करते हैं। दैनिक भास्कर न्यूज़ ऐप ऐसे अभियानों के माध्यम से शहर की सकारात्मक पहचान को आगे बढ़ाने और युवाओं में सांस्कृतिक जागरूकता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
रोहतक में इनलो सुप्रीमो अभय चौटाला ने लाखनमाजरा ब्लॉक में बास्केटबॉल खिलाड़ी हार्दिक के घर पहुंचकर शोक व्यक्त किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि खिलाड़ी के साथ हुए हादसे के लिए सरकार और प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार अब मामले में लीपापोती करने में जुटी है। चौटाला ने कहा कि सरकार अब डीएसओ को निलंबित कर जांच की बात कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बास्केटबॉल पोल की जीवन अवधि ज्ञात होती है, तो उसे समय पर क्यों नहीं बदला गया? भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि पोल बदलने के बजाय केवल रंग-रोगन किया जाता है, जिसका नतीजा यह हुआ कि पोल टूटकर खिलाड़ी की छाती पर गिरा। अभय चौटाला ने जोर देकर कहा कि इस हादसे के लिए केवल डीएसओ ही जिम्मेदार नहीं है, बल्कि पॉलिसी बनाने वाले लोग भी बराबर के दोषी हैं। उन्होंने बताया कि तीन दिन में दो हादसे होने के बाद पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी है, लेकिन हर जगह केवल लीपापोती की जा रही है और फर्जी बिल बनाकर पैसे हड़पे गए हैं। मंत्री बेदी पर कटाक्ष किया उन्होंने कैबिनेट मंत्री कृष्ण कुमार बेदी पर भी कटाक्ष किया। चौटाला ने कहा कि मंत्री अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं। जब उनसे खेल स्टेडियम के बारे में पूछा गया, तो उन्हें यह कहना चाहिए था कि यह उनका विभाग नहीं है और वे खेल मंत्री से बात करेंगे। चौटाला ने कांग्रेस शासनकाल के दौरान बने राजीव गांधी स्टेडियमों का जिक्र करते हुए कहा कि वे आज गौशालाओं में बदल गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 11 साल में भाजपा सरकार कोच तक भर्ती नहीं कर पाई है और मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति हो रही है। खिलाड़ी अपने दम पर पदक जीत रहे हैं। खिलाड़ियों की डाइट में घोटाले का आरोप अभय चौटाला ने कहा कि खिलाड़ियों की डाइट का ठेका जिस एजेंसी को दे रखा था, उसके 2 करोड़ रुपए बकाया थे, तो उसने खिलाड़ियों का खाना बंद कर दिया। जिन खिलाड़ियों को 450 रुपए की डाइट मिलनी चाहिए, उन्हें 45 रुपए की थाली देकर निपटाया जा रहा था। उसमें भी पैसा खाया जा रहा था। खेल मंत्री झूठ बोलने की बजाय अपनी जिम्मेदारी निभाएं अभय चौटाला ने कहा कि हार्दिक के साथ हुए हादसे के बाद खेल मंत्री या सीएम आ रहे है। वह झूठ बोलने की बजाय अपनी जिम्मेदारी निभाए। 5 लाख रुपए देने से बच्चे की जिंदगी वापस आ जाएगी क्या। सरकार को तुरंत परिवार के एक सदस्य को नौकरी देनी चाहिए और इस मामले की इन्क्वायरी होनी चाहिए। हरियाणा के साथ खेल के मामले में हो रहा भेदभाव अभय चौटाला ने कहा कि खेल के मामले में हरियाणा के साथ सरकार भेदभाव कर रही है। केंद्र सरकार के खेल बजट का 700 करोड़ गुजरात को गया, जबकि हरियाणा को 70 करोड़ भी नहीं मिले। जबकि हरियाणा के मेडल सबसे अधिक हैं और गुजरात का कोई योगदान नहीं। 2030 के कॉमनवेल्थ को भी गुजरात लेकर चले गए। सबकुछ गुजरात लेकर जाना चाहते हैं। एमपी कोटे का पैसा समय पर खर्च नहीं किया अभय चौटाला ने कहा कि एमपी दीपेंद्र हुड्डा के कोटे से आया पैसा समय पर खर्च नहीं किया गया, जिसके कारण हादसा हो गया। सरकार की मंशा ठीक नहीं है। हरियाणा तो अब खिलाड़ियों की जाति देखी जा रही है। वहीं केंद्र सरकार नहीं चाहती कि कोई राज्य खेल में आगे बढ़े। पंजाब के सीएम को दी नसीहत अभय चौटाला ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को नसीहत देते हुए कहा कि पंजाब में पहले नशे से लड़ रहे युवाओं को बचाएं, बाद में हरियाणा की तरफ ध्यान दें। माना कि पंजाब के सीएम को खिलाड़ी की मौत से दुख हुआ होगा, लेकिन यहां राजनीति करने ना आएं। स्टेडियम बनाना है, तो पंजाब में बनाएं, हरियाणा में क्या करेगा।
देश में 2030 में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम को लेकर राजनीतिक माहौल गरमाया नजर आ रहा। गुरुवार को करनाल पहुंचे सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बातचीत के दौरान आयोजन की घोषणा पर संतोष तो जताया गया, लेकिन मेजबान राज्य के चयन को लेकर सवाल भी उठाए। चर्चा के केंद्र में खेलों के लिए किस राज्य को चुना गया, किस आधार पर निर्णय लिया गया और खेल बजट का राज्यों को आबंटन कैसे हुआ-जैसे मुद्दे रहे। इन विषयों पर विपक्ष ने सरकार से पारदर्शिता की मांग की और खिलाड़ियों के हितों को सर्वोपरि रखने की बात कही। गुजरात को मेजबान बनाए जाने पर दीपेंद्र हुड्डा का सवाल रोहतक के सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, देशभक्त होने के नाते वे कॉमनवेल्थ खेलों के भारत में होने से खुश हैं, लेकिन भाजपा सरकार ने मेजबान राज्य के रूप में गुजरात को किस मेरिट के आधार पर चुना, यह सवाल उठना स्वाभाविक है। उनका कहना था कि हरियाणा देश में सबसे अधिक मेडल जीतने वाला राज्य है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र भी बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजनों में सक्षम है, ऐसे में खेलों का आयोजन यहीं होना चाहिए था। दीपेंद्र ने कहा कि गुजरात की मेडल सूची में स्थिति खुद देखने लायक है। बजट आबंटन को लेकर भी उठी आपत्ति उन्होंने केंद्र सरकार पर खेल बजट बांटने में भी भेदभाव का आरोप लगाया। दीपेंद्र ने बताया कि गुजरात को 600 करोड़ रुपए और हरियाणा को सिर्फ 80 करोड़ रुपए दिए गए हैं, जबकि सबसे अधिक पदक हरियाणा के खिलाड़ी जीतकर लाते हैं। उन्होंने कहा कि खेल प्रतिभा और प्रदर्शन के आधार पर राज्यों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए। बास्केटबॉल खिलाड़ियों के हादसे पर सरकार से जवाबदेही की मांग दीपेंद्र हुड्डा ने हाल ही में बास्केटबॉल खिलाड़ियों के साथ हुए हादसे पर भी चिंता जताई और कहा कि एक इंटरनेशनल खिलाड़ी की मौत के लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर क्रिमिनल कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी देने की मांग की। पोस्टरों पर कालिख लगाने के विवाद पर प्रतिक्रिया युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा पीएम और सीएम के पोस्टरों पर कालिख लगाने के मामले में दीपेंद्र ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध के तरीके पर चर्चा हो सकती है, लेकिन पुलिस द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करना गलत है।
तेज रफ्तार स्कॉर्पियो 5 बार पलटी, VIDEO:सीसीटीवी में घटना हुई कैद; कार सवार सभी 5 लोगों की बची जान
बीकानेर में तेज रफ्तार स्कॉर्पियो सड़क पर उतरकर बेकाबू हो गई। कार करीब 5 बार पलटी। कार में सवार 5 लोग घायल हो गए। गमीमत रही कि किसी की जान नहीं गई। हादसा गुरुवार को जसरासर इलाके में नोखा रोड पर RNC पेट्रोल पंप के पास हुआ। पेट्रोल पंप के सीसीटीवी में घटना कैद हो गई। जसरासर पुलिस के ASI रविंद्र सिंह ने बताया- हादसे के सूचना के बाद टीम को लेकर मौके पर पहुंचे। घायलों को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) ले जाया गया। CHC प्रभारी सुंदरलाल सुथार, महेंद्र कुमार और श्रवण राम ने घायलों का उपचार किया। स्कॉर्पियो में कुल पांच लोग सवार थे। सभी नोखा के रहने वाले हैं। इनकी पहचान गणपत राम, मोहनलाल, कालूराम, शिवलाल और बुधा राम बिश्नोई निवासी अलाय के रूप में हुई। स्कॉर्पियों से सभी लोग नोखा से सांवतसर जा रहे थे। कालूराम, शिवलाल और मोहनलाल को आगे के उपचार के लिए नोखा के बागड़ी अस्पताल रेफर किया गया। हादसे में स्कॉर्पियो बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस ने मौके से स्कोर्पियो को हटाकर रास्ता चालू किया। सिंगल रोड, स्कॉर्पियो की रफ्तार तेज जानकारी के अनुसार स्कॉर्पियो की रफ्तार तेज थी। हादसे से पहले रोड पर एक ट्रैक्टर निकला था। कार का ड्राइवर तेज रफ्तार पर काबू नहीं रख सका और कार कच्चे में उतर गई। इसके बाद बेकाबू होकर पांच बार पलटी। गनीमत रही कि दूसरा वाहन या व्यक्ति चपेट में नहीं आया।
जोधपुर नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के वार्ड बदलने का विरोध थमता नजर नहीं आ रहा। सफाई कर्मचारियों ने गुरुवार को निगम कार्यालय के बाहर धरना देकर विरोध जताया। वहीं दूसरे गुट की तरफ से निगम से निगम आयुक्त के ऑफिस के बाहर अनशन किया गया। गौरतलब है कि हाल ही 2 हजार कर्मचारियों के वार्ड बदले गए थे, जिसका कर्मचारी विरोध कर रहे हैं। धरना देने के बाद जब उन्हें निगम प्रशासन की तरफ से बातचीत के लिए नहीं बुलाया गया तो शाम को कर्मचारियों ने नगर निगम आयुक्त के कार्यालय के बाहर पहुंच कर नारेबाजी की। नगर निगम आयुक्त से की बातचीत कर्मचारी सफाई कर्मचारियों के प्रतिनिधि मंडल ने नगर निगम आयुक्त को ज्ञापन देने और बातचीत के लिए मुलाकात की। लेकिन मांगों को लेकर निगम प्रशासन से उनकी सहमति नहीं बन पाई तो शुक्रवार को भी धरना जारी रखने की घोषणा की। कर्मचारियों ने निगम प्रशासन पर हठधर्मिता का आरोप भी लगाया। सफाई कर्मचारियों का कहना है कि जो वार्ड बदले गए हैं, वो न्याय संगत नहीं है। कई महिलाओं का स्थानान्तरण उनके घर से 10-15 किलोमीटर दूर कर दिया गया, जो विधवा, दिव्यांग एवं वृद्ध हैं। इसके बाद 175 कर्मचारियों का लिस्ट निकाली। इसमें वास्तविक ट्रांसफर के हकदार थे, उनका ट्रांसफर नहीं किया गया। ऐसे में कल संगठन की ओर से धरना व जन आंदोलन एवं विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
बालाघाट के नगरीय क्षेत्र बूढ़ी स्थित सांदीपनी स्कूल में एक शिक्षक द्वारा कक्षा 6वीं के 7 छात्रों की बेरहमी से पिटाई का मामला सामने आया है। आरोप है कि इस घटना को माध्यमिक विद्यालय की प्रभारी प्राचार्य चित्रा बोपचे ने दबाने का प्रयास किया। यह घटना 26 नवंबर की बताई जा रही है। परिजनों के अनुसार, शिक्षक रामप्रसाद राहंगडाले ने सातों छात्रों को बेंच पर लिटाकर पीटा और कथित तौर पर उनका गला भी दबाया। बच्चों के स्कूल जाने से इनकार करने पर अभिभावकों को मारपीट की जानकारी हुई। इसके बाद बच्चों ने पूरी घटना अपने माता-पिता को बताई। विधायक से की शिकायत, स्कूल पहुंचीं अनुभा मुंजारेघटना की जानकारी मिलने पर अभिभावकों ने स्थानीय विधायक अनुभा मुंजारे से संपर्क किया। गुरुवार को विधायक अभिभावकों के साथ स्कूल पहुंचीं और स्कूल प्रबंधन से जवाब तलब किया। उन्होंने प्रभारी प्राचार्य के रवैये पर कड़ी नाराजगी जताई। मुख्य प्राचार्य को नहीं दी गई थी जानकारीजांच के दौरान विधायक को पता चला कि मुख्य प्राचार्य डॉ. युवराज राहंगडाले को घटना की जानकारी ही नहीं दी गई। मिडिल स्कूल प्रबंधन ने जानबूझकर उन्हें इसकी सूचना नहीं दी थी। विधायक ने सवाल उठाया कि इतनी गंभीर घटना के बावजूद उच्च अधिकारियों को क्यों अंधेरे में रखा गया। विधायक बोलीं- बच्चे स्कूल आने से डर रहे डीईओ ने कहा- शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाईजिला शिक्षा अधिकारी अश्विनी कुमार उपाध्याय ने बताया कि उन्हें इस मामले की अब तक आधिकारिक जानकारी नहीं है। घटना की सूचना मीडिया के माध्यम से ही मिली है। उन्होंने कहा कि यदि स्कूल से लिखित विवरण प्राप्त होता है और पेरेंट्स शिकायत दर्ज कराते हैं, तो नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
इंदौर के द्वारकापुरी थाने में बुधवार रात पुलिस कमिश्नर संतोष सिंह पहुंचे थे। उन्होंने यहां अधीनस्थ अफसरों के साथ स्टाफ को बीट सिस्टम मजबूत करने के साथ रात की गश्त बढ़ाने की हिदायत दी थी। इसके अलग ही दिन गुरुवार सुबह द्वारकापुरी 60 फीट रोड और अंकल गली में दुकानों के ताले टूटे हुए मिले। व्यापारी मामले में शिकायत लेकर थाने पहुंचे। जिसमें पुलिस ने एक दुकानदार की शिकायत पर एफआईआर की है। वही बाकी व्यापारियों से आवेदन देने की बात कही है। द्वारकापुरी थाना इलाके में बुधवार रात करीब डेढ़ बजे के लगभग चोरों ने 4 दुकान के ताले चटका दिए। वहीं, अन्य दुकानें में सेंधमारी करने का भी प्रयास किया। पुलिस ने मेहर मेडिकल के संचालक की शिकायत पर FIR की है। चोर यहां से 25 हजार नकदी सहित अन्य सामान चुराकर ले गया। इसके साथ चोर ने न्यू निलेश कलेक्शन,हितेश क्लेक्शन, श्रृगाल कलेक्शन अंकल गली के भी ताले चटका दिए। व्यापारी नितेश बुधवानी ने बताया कि बदमाशों ने उनके यहां के ताले चटका दिए। जिसमें थाने गए थे। इस पुलिस ने उनसे आवेदन लिया है। वहीं, व्यापारी आशीष ने बताया कि उनकी भी दुकान के दो ताले टूटे हैं। लेकिन, बदमाश सेंट्रल लॉक तोड़ने मे नाकाम रहे। सीसीटीवी में दिखे चोरद्वारकापुरी में बदमाश सीसीटीवी कैमरों में कैद हुए हैं। जिसमें वह अलग-अलग दुकानों के ताले तोड़ते नजर आ रहे हैं। मामले में सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने चोरों की तलाश शुरू की है। हालांकि, मेडिकल संचालक की शिकायत पर ही FIR की गई है। रतलाम से पकड़ाए मां बेटेइधर, लसूड़िया पुलिस ने इलाके में हुई चोरी के मामले में हाशिम अली निवासी रतलाम और उसकी मां को गिरफ्तार किया है। हाशिम पर चोरी के मामले में अन्य प्रकरण भी दर्ज है। आरोपी ने एक इंजीनियर के यहां 16 नवंबर को वारदात को अंजाम दिया था। इसमें सीसीटीवी फुटेज सामने आए थे। इसके बाद पुलिस ने लगातार अन्य कैमरों के फुटेज निकाले। मोबाइल लोकेशन आधार पर पुलिस रतलाम तक पहुंची जिसमें आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
भारत स्काउट्स एंड गाइड्स की 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी व डायमंड जुबली समारोह राजधानी लखनऊ के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में युवाओं की ऊर्जा, विविधता और नेतृत्व का सशक्त प्रतीक बनकर उभरा है। 23 नवंबर से चल रहे इस महाकुंभ में भारत और एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों से 32 हजार से अधिक प्रतिभागियों की मौजूदगी ने आयोजन को अंतरराष्ट्रीय आयाम दिया है। खास बात यह रही कि इस बार प्रतिभागी लड़कियों की सक्रिय और प्रभावशाली भागीदारी ने जंबूरी को लड़कियों के सशक्तिकरण का जीवंत मंच बना दिया। ‘विकसित युवा-विकसित भारत’ थीम में दिखा नेतृत्व का नया स्वरूप‘ विकसित युवा-विकसित भारत’ थीम पर आधारित 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी में यह संदेश स्पष्ट रूप से उभरकर सामने आया कि देश की प्रगति की बागडोर युवाओं के हाथ में है। इस वर्ष जंबूरी का सबसे प्रेरणादायक पक्ष प्रतिभागी लड़कियों का बढ़ता आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता रही। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से लेकर साहसिक गतिविधियों और तकनीकी सत्रों तक, हर मंच पर लड़कियों ने अपनी प्रतिभा का प्रभावी प्रदर्शन किया। साहसिक गतिविधियों और हाई-टेक सत्रों में लड़कियों की मजबूत मौजूदगी जंबूरी के दौरान हाई रोप चैलेंज, ग्राउंड-लेवल एडवेंचर एक्टिविटीज, क्रिएटिव आर्ट ज़ोन और आधुनिक क्षमताओं को विकसित करने वाली वर्कशॉप्स में युवाओं ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, नवाचार, नेतृत्व और प्रौद्योगिकी पर केंद्रित सत्रों में लड़कियों की भागीदारी विशेष रूप से उल्लेखनीय रही। भारतीय वायु सेना की एयर अग्निवीर प्रदर्शनी में विमानन मॉडल, रक्षा तकनीक, सिमुलेटर और इंटरएक्टिव डिस्प्ले ने युवाओं को आकर्षित किया। परंपरागत रूप से पुरुष-प्रधान माने जाने वाले इन क्षेत्रों में लड़कियों की बढ़ती रुचि ने सकारात्मक सामाजिक बदलाव के संकेत दिए। विदेशी सहभागिता ने जंबूरी को दिया अंतरराष्ट्रीय रंग सऊदी अरब, मालदीव, श्रीलंका, पोलैंड, अमेरिका, बांग्लादेश, मलेशिया और नेपाल से आए स्काउट्स एंड गाइड्स के प्रतिनिधिमंडलों ने जंबूरी को वैश्विक स्वरूप प्रदान किया। इन देशों की मजबूत लड़कियों की टुकड़ियों ने न केवल सांस्कृतिक विविधता को प्रदर्शित किया, बल्कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के साझा मूल्यों और युवा नेतृत्व को भी मंच दिया। विभिन्न देशों के युवा स्काउट्स और गाइड्स की सहभागिता ने इस आयोजन को अंतरराष्ट्रीय सहयोग और मैत्री का प्रतीक बना दिया। मणिपुर की टुकड़ी ने छोड़ी खास छाप देश के विभिन्न राज्यों में मणिपुर का प्रतिनिधित्व विशेष रूप से चर्चा में रहा। राज्य मुख्य आयुक्त (सेवानिवृत्त आईपीएस) मयंग्लंबम सुशील कुमार के नेतृत्व में इम्फाल ईस्ट, इम्फाल वेस्ट, तामेंगलॉन्ग, मरम और थौबल से आई टुकड़ियों में बड़ी संख्या में प्रतिभागी लड़कियां शामिल रहीं। राज्य आयुक्त (गाइड्स) एस. केमोलाटा देवी के मार्गदर्शन में इन युवतियों ने साहसिक खेलों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और तकनीकी वर्कशॉप्स में आत्मविश्वास के साथ भाग लिया। ड्रोन शो बना आकर्षण का केंद्र जंबूरी के प्रमुख आकर्षणों में पहली बार आयोजित दो दिवसीय ड्रोन शो शामिल रहा। सैकड़ों समन्वित ड्रोन ने लखनऊ के आकाश में एकता, शांति और भारत में स्काउटिंग एवं गाइडिंग की 75 वर्ष की यात्रा की कहानियों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। सांस्कृतिक, मनोरंजन, नवाचार और साहसिक गतिविधियों के संगम ने सीखने, मित्रता और सहयोग का अनूठा वातावरण रच दिया। लड़कियों के सशक्तिकरण का जीवंत उत्सव बनी जंबूरी प्रदेश की राजधानी में आयोजित 19वीं राष्ट्रीय जंबूरी केवल एक आयोजन भर नहीं रही, बल्कि यह युवा एकता और लड़कियों के सशक्तिकरण का जीवंत उत्सव बनकर सामने आई। जंबूरी में शामिल युवा स्काउट्स और गाइड्स की ऊर्जा, विचार और साहस ने यह साबित कर दिया कि जब लड़कियों को समान अवसर मिलते हैं, तो वे न केवल आगे बढ़ती हैं बल्कि इतिहास भी रचती हैं।
कोरबा में एक कपड़ा व्यापारी ने सस्ती दरों पर कपड़े बेचने का झांसा देकर कई ग्राहकों, कर्मचारियों और बड़े व्यापारियों से लगभग 5 लाख रुपए से अधिक की ठगी की है। यह मामला पुरानी बस्ती का है, जहां आरोपी पैसे लेकर फरार हो गया है। रायगढ़ जिले के विजय खुशलानी ने पुरानी बस्ती, कोरबा में छह महीने पहले एक दुकान किराए पर ली थी। उसने लोगों को कम कीमत पर कपड़े उपलब्ध कराने का लालच दिया और धीरे-धीरे कई लोगों को अपने जाल में फंसा लिया। खुशलानी ने 40 से अधिक लोगों से एडवांस के तौर पर 5 हजार से 40 हजार रुपए तक की राशि ली। कुल मिलाकर, वह लगभग 5 लाख रुपए कैश लेकर फरार हो गया। आरोपी रानी रोड, कोरबा में अपनी दीदी और जीजा के यहां रहता था। काम करने वाली लड़कियों का भी भुगतान नहीं किया उसने अपने सेल में काम करने वाली 15 लड़कियों का भी भुगतान नहीं किया। इसके अलावा उसने 5 से 10 बड़े कपड़ा व्यापारियों से लाखों रुपये का उधार कपड़ा लिया था, जिसका भुगतान भी नहीं किया। पीड़ितों ने बताया कि विजय रायगढ़ में भी लगभग 40 लाख रुपए की ठगी कर चुका है, जिसके खिलाफ रायगढ़ पुलिस में मामला दर्ज है। व्यापारी याकूब शेख ने बताया कि विजय उसकी सीतामढ़ी मुख्य मार्ग स्थित दुकान पर आया था। विजय ने याकूब से पुराने, न बिकने वाले कपड़े बेचने के लिए मांगे और बेचने के बाद पैसे देने का वादा किया। उसने लाखों के कपड़े लिए, लेकिन भुगतान नहीं किया और दुकान बंद करके फरार हो गया। कोतवाली थाना पुलिस ने इस मामले में शिकायत मिलने के बाद आगे की जांच और कार्रवाई करने की बात कही है।
नागौर में डोडा-चूरा तस्करों ने पुलिस टीम पर 12 बोर की एयर पंप गन से फायर कर दिया। मुठभेड़ के बाद एक तस्कर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को काले रंग की स्कॉर्पियो में 23 कट्टों में 425 किलो डोडा चूरा मिला। खेप की मार्केट वैल्यू लाखों रुपए बताई जा रही है। कार्रवाई गुरुवार तड़के 3 बजे डेगाना थाना इलाके में हुई। एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया- नागौर डीएसटी (डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम) और डेगाना पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए डोडा चूरा की खेप जब्त की। एक तस्कर को खेप, स्कॉर्पियो और हथियार के साथ पकड़ा है। नाकाबंदी तोड़ भागे, पुलिस पर किया फायर एसपी मृदुल कच्छावा ने बताया- डीएसटी को बड़ी खेप की तस्करी का इनपुट मिला था। इसके बाद डेगाना पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी कर दी। तड़के 3 बजे काली रंग स्कॉर्पियो निकली। इसकी नंबर प्लेट फर्जी थी। कार सवारों ने बैरिकेड तोड़कर गाड़ी भगा दी। पुलिस जाप्ते ने तुरंत पीछा करना शुरू किया। कुछ दूर जाकर कार का टायर फट गया। कार से तीन लोग उतरकर अंधेरे में भागने लगे। पुलिस उनका पीछा करती रही। इनमें से एक तस्कर ने 12 बोर की पंप एक्शन गन से पीछा कर रही टीम पर फायर कर दिया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए घेराबंदी की और एक तस्कर को पकड़ लिया। दो अन्य फरार हो गए। गिरफ्तार आरोपी जोधपुर ग्रामीण निवासी अमृतलाल पुत्र ओमप्रकाश है। उसके फरार हुए साथियों के नाम भोपालराम निवासी खींवसर और गणेश बेनीवाल निवासी नागौर सदर हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की है। चित्तौड़गढ़ से खरीदा, बीकानेर होनी थी सप्लाई पूछताछ में सामने आया कि डोडा चूरा की खेप चित्तौड़गढ़ से खरीदी थी। इसे जांगलू (बीकानेर) में सप्लाई किया जाना था। यह खेप निंबाराम पुत्र मोहनराम (निवासी जसनाथपुर बिरलोका, खींवसर) के लिए ट्रांसपोर्ट किया जा रहा था। यह बरामद किया पुलिस ने 425 किलो डोडा चूरा के 23 कट्टे, 12 बोर पंप एक्शन गन, सात कारतूस, स्कॉर्पियो, छह फर्जी नंबर प्लेटें बरामद की है। पूरे प्रकरण की फंडिंग, अन्य शामिल लोगों और अन्य वाहनों की भूमिका के संबंध में गहन जांच कर रही है।
मेरठ में एक नवजात बच्चे को जन्म के बाद हीटर में रख दिया। उसका तापमान अधिक बढ़ा दिया। जिससे बच्चे की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और स्टाफ ने नवजात को बिना परिजनों को दिखाए मशीन में रखा। मौत के बाद डॉक्टर और स्टाफ ने बच्चे को कपड़े में लपेटकर छिपा दिया। जब परिजनों ने बच्चे के बारे में पूछा तो काफी देर छिपाते रहे। इसके बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया। तब डॉक्टर और नर्सों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। पीड़िता ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री और मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ से की है। घटना फलवादा कस्बे के फलवादा सीएचसी की है। अब पढ़िए पूरा मामलामोहल्ला जोगियान की निवासी देवेंद्र की पत्नी रेखा गर्भवती थी। रेखा को बुधवार दोपहर 2 बजे पेट दर्द होने पर परिजन फलावदा के सीएचसी ले गए थे। वहां मौजूद डॉक्टर और दो नर्सों ने महिला की डिलीवरी कराई। परिजनों का आरोप है कि बच्चे के जन्म के बाद उसे बिना दिखाए मशीन में रखा गया। हीटर से अत्यधिक तापमान दिया गया, जिससे बच्चे का शरीर जल गया और उसकी मौत हो गई। मृत्यु के बाद डॉक्टर और स्टाफ ने बच्चे को कपड़े में लपेटकर छिपा दिया। बार-बार कहने पर भी परिजनों को नहीं दिखाया। जब परिजनों को बच्चे की मौत की जानकारी मिली और उन्होंने सवाल किया। आरोप है कि डॉक्टर और नर्सों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और मारपीट पर उतारू हो गईं। पीड़िता के परिजनों ने लगाया गंभीर आरोपगर्भवती महिला की ननद ज्योति ने बताया- हम अपनी ननद को फलावदा के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां अस्पताल में मौजूद एक महिला डॉक्टर और दो नर्सों ने रेखा की डिलीवरी कराई और बच्चा सुरक्षित पैदा हुआ। बच्चे को बिना दिखाए तुरंत मशीन में रखा। मशीन का तापमान अत्यधिक बढ़ाकर बच्चे को रखा गया, जिसके कारण उसका शरीर जल गया। स्टाफ ने बच्चे को कपड़े में लपेटकर छिपा लिया। हम लोगों बार-बार देखने की मांग पर भी बच्चे को नहीं दिखाया गया। विरोध किया तो स्टाफ ने की अभद्रता- ज्योतिज्योति ने बताया- जब हम लोगों ने बच्चे की मौत के बारे में पूछा। डॉक्टर और नर्सों ने हम लोगों से बदसलूकी करने लगे। गाली-गलौज की और धमकी भी दी कि यदि वे शोर करेंगे तो उन पर कार्रवाई करा दी जाएगी। स्टाफ ने परिजनों से दबाव डालकर जबरन कागजात पर हस्ताक्षर करवाए। मैंने इस घटना की शिकायत मुख्यमंत्री और मुख्य चिकित्सा अधिकारी मेरठ को पत्र भेजकर संबंधित डॉक्टर व अस्पताल स्टाफ पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। चिकित्सा अधिकारी- बोले धड़कन नहीं थीसरकारी अस्पताल के चिकित्सा अधिकारी डॉ. नितिन शर्मा ने आरोपों को गलत बताया। उनका कहना है कि गर्भवती महिला की स्थिति लगातार खराब हो रही थी। डिलीवरी के दौरान नवजात में धड़कन नहीं थी। नवजात को तुरंत विशेषज्ञ डॉक्टर के पास रेफर किया गया था, जहां उसकी मृत्यु हुई। उन्होंने कहा कि बच्चे की मौत मशीन की गर्मी से होने का आरोप निराधार है। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... जान पर खेलकर मौत के मुंह से खींच लाया, VIDEO:यूपी में कार तालाब में गिरी, ड्राइवर को बचाने पहुंचा, नाव डूबी...हिम्मत नहीं हारी यूपी के पीलीभीत में नाविक ने जान जोखिम में डालकर युवक की जान बचाई। गुरुवार सुबह 10 बजे अर्टिगा कार बेकाबू होकर तालाब में जा गिरी। कार के गेट लॉक हो गए। युवक अंदर ही फंस गया। तमाम कोशिशों के बाद भी वह बाहर नहीं निकल पाया। धीरे-धीरे कार पानी में डूबने लगी। युवक छटपटाते-छटपटाते बेहोश हो गया। पढ़ें पूरी खबर...
संभल में गंगा एक्सप्रेस-वे पर गुरुवार शाम भीषण सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई। इनमें 3 महिलाएं और 3 बच्चे शामिल हैं। 4 लोग घायल हैं। इनमें दो की हालत गंभीर है। कार और पिकअप की आमने-सामने टक्कर हुई। हादसा इतना भीषण था कि पिकअप का अगला हिस्सा पूरा पिचक गया। वहीं ऑल्टो कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे की जानकारी मिलते ही इंस्पेक्टर उमेश सोलंकी, कैलादेवी थानाध्यक्ष सौरभ त्यागी और एएसपी (उत्तरी) कुलदीप सिंह घटनास्थल पर पहुंचे। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। जबकि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। हादसा थाना हयातनगर क्षेत्र के गांव रसूलपुर धतरा के पास हुआ। हादसे की 4 तस्वीरें देखिए... अमरोहा का परिवार दावत खाकर लौट रहा था ऑल्टो कार सवार परिवार अमरोहा जिले के आदमपुर कस्बे का रहने वाला है। थाना बहजोई के गांव बिसारु में बच्चे के नामकरण संस्कार में शामिल में होकर घर जा रहे थे। गुरुवार शाम 7 बजे गंगा एक्सप्रेस-वे पर कार सही लेन पर चल रही थी। सामने से रॉन्ग साइड से आ रही सब्जी से भरी पिकअप बोलेरो ने टक्कर मार दी। पुलिस को कार से रोहित राणा (बिसारू वाले) रिया ज्वेलर्स नाम का विजिटिंग कार्ड मिला है। मरने वालों में 3 महिलाएं और 3 बच्चे हादसे में मां, बेटी-बेटा, भाभी, ननद और भांजे की मौत हुई है। इनमें आदमपुर निवासी गीता (28) पत्नी सुनील, देववती (46), सतपाल, रिया (10), रोहित, भास्कर (7) पुत्र रोहित, रेनू (35) पत्नी रोहित शामिल हैं। वहीं कपिल (12) पुत्र किशनपाल के निवासी बागड़पुर की भी मौत हुई है। रोहित (36) पुत्र भगवानदास और रोहित का बेटा जय घायल है। हादसे के बाद डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने घटनास्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। हादसे के बारे में जानकारी ली। 20 साल से अमरोहा में रह रहा है परिवार रोहित खड़गवंशी थाना बहजोई क्षेत्र के बिसारू का मूल निवासी हैं। रोहित और उनके भाई सुनील पिछले 20 साल से अमरोहा के आदमपुर में रह रहे हैं। रोहित की सर्राफा की दुकान है। सुनील टेलरिंग का काम करते हैं। परिवार में 10 भाई–बहन हैं। इनमें जोगेंद्र, हरकिशोर, सुनील, डेविड, खुशीराम, नीरज, रोहित, देववती, विमलेश और भूरी हैं। पिता का नाम भगवान दास और मां का नाम जयवंती है। प्रत्यक्षदर्शी कमलकिशोर ने बताया- संभल चुंगी की तरफ से पिकअप आ रही थी। बेहजोई की तरफ से कार आ रही थी। दोनों में टक्कर हुई है। कार सवार कहीं से दावत खाकर आ रहे थे। कार में पूरी-सब्जी भी मिली है। ASP (उत्तरी) कुलदीप सिंह ने बताया- ऑल्टो कार और सब्जी लदी पिकअप में आमने-सामने टक्कर हो गई। दोनों गाड़ियां एक ही लेन में चल रही थी। गाड़ियों की हालत देखकर लग रहा कि स्पीड बहुत तेज थी। कार में एक पुरुष, 3 महिलाएं और 3 बच्चे थे। करीब 7-8 लोग सवार थे। 4 लोगों की ऑन द स्पॉट मौत हुई है। पिकअप के ड्राइवर और कंडक्टर को भी चोट आई है। सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया- कार-पिकअप की टक्कर में 6 लोगों की मौत हुई है। दो लोग गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें इलाज के लिए मुरादाबाद जिला अस्पताल भेजा गया है। जबकि दो घायलों का संभल जिला अस्पताल में ही इलाज चल रहा है। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें.... रील बनाने पर माफिया अतीक के छोटे बेटे पर FIR:गाना बजाया था- तूफान और हम जब भी आते हैं... फाड़ के जाते हैं प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के सबसे छोटे बेटे अबान अहमद (20) पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। भड़काऊ REEL को लेकर बुधवार देर रात धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया। दरअसल, एक शादी समारोह में शामिल हुए अबान का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया। इसमें एक धमकी भरा डायलॉग भी जोड़ा गया। रील के बैकग्राउंड में एक गाना लगाया गया। पढ़ें पूरी खबर...
पलवल में ट्रेन से कटकर युवती की मौत:रेलवे ट्रैक पार कर रही, ब्यूटी पार्लर से लौट रही थी घर
पलवल में किठवाड़ी रोड स्थित रेलवे ट्रैक पार करते समय एक युवती की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। मृतका की पहचान अलीगढ़ रोड स्थित धान मिल के निकट रहने वाली पायल के रूप में हुई है। जीआरपी के अनुसार, पायल ब्यूटी पार्लर कोर्स कोचिंग से अपने घर लौट रही थी। यह हादसा किठवाड़ी मार्ग पर बने फ्लाईओवर के नीचे रेलवे ट्रैक पार करते समय हुआ। जीआरपी जांच अधिकारी धनीराम ने बताया कि उन्हें किठवाड़ी रोड पर रेलवे ट्रैक पर हादसे की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही वे तुरंत मौके पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर पहचान कराने का प्रयास शुरू कर दिया। आधार कार्ड से हुई पहचान शव के पास से मिले कागजातों के आधार पर मृतका की पहचान पायल के रूप में हुई। जीआरपी ने तुरंत पायल के परिजनों को दुर्घटना की सूचना दी। सूचना मिलने पर पायल के परिजन जिला नागरिक अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने शव की पहचान की। परिजनों ने बताया कि पायल रोजाना की तरह गुरुवार को भी ब्यूटी पार्लर से लौट रही थी। जीआरपी ने परिजनों के बयान दर्ज कर कागजी कार्रवाई पूरी की। शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
शहर के औद्योगिक क्षेत्रों के समग्र विकास और बुनियादी अधोसंरचना को सुदृढ़ बनाने के लिए नगर निगम लगातार कोशिश कर रहा है। इसी कड़ी में गुरुवार को महापौर पुष्यमित्र भार्गव और नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव ने जोन 22 के वार्ड क्रमांक 35 में स्थित इंडस्ट्री एरिया, अग्रवाल कंपाउंड में मीटिंग की। मीटिंग में जनसहयोग से प्रस्तावित विकास कामों की समीक्षा और चर्चा हुई। महापौर बोले- इंडस्ट्रियल एरिया का सुदृढ़ विकास शहर की आर्थिक प्रगति को गति देता है। सड़क बनाना, सीवरेज लाइन, स्टॉर्म वाटर लाइन और अन्य आधारभूत सुविधाओं को दुरुस्त करना बहुत जरूरी है। उन्होंने संगठन पदाधिकारियों से जनसहयोग के माध्यम से कामों में तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सुझाव भी मांगे और निगम द्वारा हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। महापौर ने अग्रवाल कंपाउंड और आसपास के व्यवसायिक इलाकों के संपूर्ण विकास के संबंध में पदाधिकारी से चर्चा करते हुए लैंड यूज चेंज करने के संबंध में शासन को पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव के लिए स्मरण पत्र भेजने के लिए कहा। साथ ही जन सहयोग से सड़क बनाने के पूर्व क्षेत्र में स्टॉर्म वाटर लाइन, इंटरनेट लाइन डालने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए कहा है। महापौर ने लसूडिया मोरी इलाके के पास स्थित इंडस्ट्रियल एरिया के पदाधिकारियों से चर्चा करते हुए इंडस्ट्री द्वारा सीएसआर के माध्यम से क्षेत्र के बगीचों, तालाब और अन्य विकास कामों में सहयोग देने पर बात की। इस पर पदाधिकारियों ने सहमति दी है। बैठक में क्षेत्रीय पार्षद राकेश सोलंकी, अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया सहित संगठन के विकास पांडे, शरद जैन, डॉ.संदीप विजयवर्गीय, मुक्ता जैन पांडे, योगेश श्रीवास्तव व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
राजस्थान में यूरिया और डीएपी को लेकर कई जिलों में किसानों को हो रही दिक्कत को लेकर कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा- किसान जरूरत से ज्यादा यूरिया, डीएपी खरीद रहा है। इसलिए यूरिया की कमी हुई, किसान को दो बैग की जरूरत है और 8 से 10 बैग खरीद रहा है। यूरिया का स्टॉक हुआ है। यूरिया का इंडस्ट्री में डायवर्जन हुआ है। किरोड़ी ने आगे कहा- गेहूं की बुवाई हमेशा दिसंबर में होती है, लेकिन इस बार नवंबर में हो गई। इस वजह से अचानक डिमांड बढ़ गई। इस बार रबी की फसलों का रकबा भी पिछली बार से ज़्यादा बढ़ा है। इस साल 26 नवंबर तक पिछले साल की तुलना में 9 लाख हेक्टेयर ज़्यादा क्षेत्र में बुवाई की जा चुकी है। किरोड़ी ने कहा- तिलहनी फसलों में 34 लाख हेक्टेयर और खाद्यान्न फसलों में 29 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बुवाई हुई, इससे यूरिया की मांग में बढ़ोतरी हुई है। इसके बावजूद सरकार डीएपी-यूरिया उपलब्ध करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पिछले 2 साल में डीएपी की औसत आपूर्ति 2.53 लाख टन कराई जा चुकी है, जो पिछली सरकार के पांच साल के औसत से ज्यादा है। डॉ. किरोड़ी ने जयपुर के पंत कृषि भवन में मीडिया से बात करते हुए ये बातें कहीं। मांग से 29 प्रतिशत ज़्यादा यूरिया उपलब्ध हो जाएगाकिरोड़ी ने कहा-रबी सीजन के पहले 2 महीनों, अक्टूबर-नवंबर में 7.53 लाख टन की मांग थी, 9.15 लाख टन यूरिया उपलब्ध करवा दिया गया है। इसके अलावा 24 हजार टन की आपूर्ति जारी है। अगले दिनों में 31 हजार टन यूरिया और उपलब्ध हो जाएगी। इससे कुल उपलब्धता 9.70 लाख टन से ज़्यादा हो जाएगी, जो मांग से 29 प्रतिशत अधिक है। 9.15 लाख टन उपलब्ध करवाने का दावाकिरोड़ी ने कहा-,प्रदेश में अब तक लगभग 95 लाख हेक्टेयर में रबी फसलों की बुवाई हो चुकी है, जिसके अनुरूप लगभग 7 लाख टन यूरिया की आवश्यकता है, जबकि 9.15 लाख टन पहले ही किसानों को उपलब्ध करवा दिया गया है और लगातार आपूर्ति जारी है। यूरिया, डीएपी की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ 90 FIR, 1069 नोटिसकिरोड़ी ने कहा- यूरिया, डीएपी सहित उर्वरकों की कालाबाजारी और अनियमितताओं पर कड़ा एक्शन लिया है। अब तक 90 FIR दर्ज कराई गई हैं, 98 बिक्री लाइसेंस निलंबित किए हैं और 1069 कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
कांकेर जिले के चारामा विकासखंड स्थित शहीद गैंद सिंह महाविद्यालय, जैसाकर्रा में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस कार्यक्रम विवादों में घिर गया है। महाविद्यालय प्रशासन पर आरोप है कि उसने स्थानीय जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित नहीं किया, जबकि बाहरी नेताओं को बुलाया गया। इसी को लेकर ग्राम जैसाकर्रा के जनप्रतिनिधियों और छात्र संगठन एनएसयूआई में नाराजगी फैल गई। ग्राम पंचायत जैसाकर्रा के सरपंच, उप सरपंच और एनएसयूआई कार्यकर्ता सुबह से ही महाविद्यालय के मुख्य द्वार पर एकत्र हुए और धरना देकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि महाविद्यालय प्रशासन ने जनजातीय गौरव दिवस जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में गांव और क्षेत्र के प्रतिनिधियों की अनदेखी की है, जिससे ग्रामवासियों की भावनाएं आहत हुई हैं। धरने के दौरान प्रदर्शनकारी लगातार नारेबाजी करते रहे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को कॉलेज में घुसने से रोका स्थिति बिगड़ती देख पुलिस टीम मौके पर पहुंची और महाविद्यालय के अंदर प्रवेश करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को रोका। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील कर हालात को नियंत्रित किया। सरपंच बोले- ग्रामवासियों को कार्यक्रम से दूर रखना गलत ग्राम पंचायत जैसाकर्रा के सरपंच रवि लाल नायक ने कहा कि महाविद्यालय हमारे ही गांव में है, फिर भी ग्रामवासियों और गांव के वरिष्ठ सामाजिक पदों पर बैठे लोगों को कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया गया, जो अनुचित है। उप सरपंच ने महाविद्यालय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए उप सरपंच महेंद्र नायक ने भी प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि महाविद्यालय प्रशासन का यह रवैया निंदनीय है। स्थानीय लोगों को कार्यक्रम से दूर रखना समझ से परे है। एनएसयूआई का आरोप- कांग्रेस प्रतिनिधियों को कार्यक्रमों से दूर रखा एनएसयूआई छात्र नेता चमन साहू ने आरोप लगाया कि राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद से कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों को शासकीय कार्यक्रमों से दूर रखा जा रहा है। उन्होंने स्थानीय विधायक सावित्री मंडावी को भी आमंत्रित न करने को उनका अपमान बताया। चमन साहू ने कहा कि महाविद्यालय प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है और छात्र संगठन इस मनमानी का विरोध जारी रखेगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 2026 की प्रगति की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों की बैठक ली। इस बैठक में सलूंबर से जिला निर्वाचन अधिकारी अवधेश मीना, अतिरिक्त जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. दिनेश रॉय सापेला, ईआरओ दिनेश चंद्र बामनिया, एईआरओ, उपनिदेशक सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग दिनेश धाकड़ और निर्वाचन शाखा के कर्मचारी शामिल हुए। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पिछली मतदाता सूची में विवरण खोजने के लिए एक नई सर्च सुविधा शुरू की गई है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि 26 नवंबर तक शत-प्रतिशत कार्य पूरा करने वाले प्रदेश के 26 उत्कृष्ट निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारियों (ईआरओ) को गुरुवार को जिला निर्वाचन अधिकारियों द्वारा सम्मानित किया गया। यह सम्मान उनके परिश्रम और अभियान के प्रति निष्ठा का प्रतीक है। महाजन ने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 2026 के तहत प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में बीएलओ पूरी जिम्मेदारी और तत्परता से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राजस्थान उन राज्यों में से एक है जहां मतदाता ऑनलाइन गणना प्रपत्र भरने के लिए तेजी से डिजिटल माध्यमों को अपना रहे हैं। जगदीश चन्द्र बामनिया राज्य स्तर पर सम्मानित मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) कार्य में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सलूंबर विधानसभा के ईआरओ जगदीश चंद्र बामनिया को राज्य स्तर पर सम्मानित किया गया। सलूंबर विधानसभा ने एसआईआर कार्य में उल्लेखनीय सफलता अर्जित की है। यहां 300064 गणना प्रपत्रों में से 287728 प्रपत्रों का डिजिटलाइजेशन किया जा चुका है। सघन मॉनिटरिंग और टीमवर्क के परिणामस्वरूप 95.147 प्रतिशत प्रपत्रों का डिजिटलाइजेशन करके सलूंबर विधानसभा राज्य स्तर पर दूसरे स्थान पर है।

