सगाई होने की खबरों के बीच एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का एक वीडियो सामने आया, जिसमें वो डायमंड रिंग पहने हुए दिख रही हैं। गौरतलब है कि हाल ही में एम9 न्यूज की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि रश्मिका मंदाना और एक्टर विजय देवरकोंडा ने सगाई कर ली है। यह सगाई दोनों परिवारों और कलाकारों के केवल करीबी दोस्तों की मौजूदगी में हुई थी। रश्मिका ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया। वीडियो में वह गाना थामा गाती दिख रही हैं और अपने पैट डॉग को भी गाना सुना रही हैं। इस वीडियो में उनकी रिंग फिंगर में डायमंड रिंग साफ दिख रही है। रिंग देखने के बाद फैंस बहुत खुश हुए। कई लोगों ने उन्हें बधाई दी और कहा कि एक्ट्रेस की सगाई कंफर्म हो गई है। एक यूजर ने लिखा, सगाई कंफर्म। दूसरे ने कहा, आखिर रिंग मिल गई। एक अन्य ने लिखा, पूरा वीडियो तो सिर्फ रिंग दिखाने के लिए है। इसके पहले विजय देवरकोंडा को भी उनकी कथित सगाई के बाद रिंग पहने देखा गया था। विजय और रश्मिका लंबे समय से एक-दूसरे के करीब हैं। हालांकि, दोनों ने कभी अपने रिश्ते को आधिकारिक तौर पर स्वीकार नहीं किया और न ही सार्वजनिक रूप से इसके बारे में बात की। रश्मिका मंदाना ने 2016 में कन्नड़ फिल्म 'किरिक पार्टी' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की, जो बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। इसके बाद उन्होंने 'अंजनी पुत्रा' और 'चमक' जैसी फिल्मों में भी काम किया। 2018 में उन्होंने तेलुगु फिल्म 'चालो' से तेलुगु सिनेमा में कदम रखा, जो हिट रही। उसी साल आई 'गीता गोविंदम' ने उन्हें बड़ी पहचान मिली। इसके बाद उन्होंने 'देवदास', 'यजमाना', 'डियर कॉमरेड', 'भीष्म', 'सरिलेरु नीकेव्वरु', 'पुष्पा: द राइज' और 'पुष्पा 2: द रूल' जैसी फिल्मों में भी एक्टिंग की। वहीं, बॉलीवुड में रश्मिका मंदाना ने 'एनिमल' और 'छावा' जैसी फिल्मों में काम किया है और वह सलमान खान की 'सिकंदर' में भी नजर आई हैं। रश्मिका की अपकमिंग फिल्मों में 'थामा' और 'कॉकटेल 2' शामिल हैं। वहीं, विजय देवरकोंडा ने 2011 में रवि बाबू द्वारा निर्देशित रोमांटिक कॉमेडी फिल्म 'नुव्विला' से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने 'लाइफ इज ब्यूटीफुल' (2012) और 'येवड़े सुब्रमण्यम' (2015) जैसी फिल्मों में छोटे रोल प्ले किए। लीड रोल के तौर पर उनकी पहली फिल्म 'पेली चूपुलु' 2016 में आई, जो हिट रही। इसके बाद उन्होंने 2017 में 'द्वारका' और फिर 'अर्जुन रेड्डी' में एक्टिंग की। जिससे उन्हें खास पहचान मिली। 2018 में, उन्होंने 'महानती', 'गीता गोविंदम' और 'टैक्सीवाला' सहित कई फिल्मों में एक्टिंग की। गीता गोविंदम उनकी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। उन्होंने तमिल फिल्म 'नोटा' में भी एक्ट किया, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर सफल नहीं रही। 2019 के बाद उनके करियर में उतार-चढ़ाव आए। 'डियर कॉमरेड' (2019) और 'वर्ल्ड फेमस लवर' (2020) को मिली-जुली समीक्षाएं मिलीं। 2022 में, हिंदी-तेलुगु फिल्म 'लाइगर' रिलीज हुई, जो फ्लॉप रही। 2023 में आई 'खुशी' एवरेज रही और 2024 में 'द फैमिली स्टार' बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। 2025 में विजय ने फिल्म किंगडम में अभिनय किया, जो 31 जुलाई 2025 को रिलीज हुई है। ......... विजय देवरकोंडा और रश्मिका मंदाना से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें न्यूयॉर्क की सड़कों पर हाथ थामे नजर आए रश्मिका-विजय:सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, यूजर्स बोले- पहले से शादीशुदा लगते हैं रश्मिका मंदाना और विजय देवरकोंडा को अगस्त के महीने में न्यूयॉर्क सिटी में आयोजित 43वें इंडिया डे परेड के दौरान एक साथ देखा गया था। पूरी खबर यहां पढ़ें... विजय देवरकोंडा के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत शिकायत दर्ज: आदिवासी समुदाय पर की थी टिप्पणी, माफी भी मांग चुके हैं एक्टर; पहले भी हुई थी शिकायत विजय देवरकोंडा के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत शिकायत दर्ज की गई थी। उन पर आरोप लगा था कि मई में रेट्रो के प्री-रिलीज इवेंट में उन्होंने एक बयान में आदिवासी समुदाय पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। पूरी खबर यहां पढ़ें...
'बिग बॉस 19' के इस हफ्ते के 'वीकेंड का वार' में दर्शकों को जबरदस्त रोमांच और ड्रामा देखने को मिलने वाला है। इस बार का वीकेंड खास इसलिए भी है क्योंकि एक शॉकिंग एलिमिनेशन से घरवालों को बड़ा झटका लगने वाला है। साथ ही, होस्ट सलमान खान घर के सदस्यों को उनकी हरकतों पर कड़ी नसीहत भी देंगे
एक्स बिग बॉस कंटेस्टेंट राजीव अदातिया और सोशल मीडिया पर्सनैलिटी ओरी के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग हो गई, जिसके बाद राजीव ने ओरी को बेवकूफ तक कह दिया। दरअसल, यह विवाद तब शुरू हुआ जब ओरी ने एक यूट्यूब व्लॉग में फाल्गुनी पाठक और लता मंगेशकर के नाम का मजाक उड़ाया था। ओरी फाल्गुनी पाठक के एक कॉन्सर्ट में गए थे और वहां कहा था, फाल्गुनी पीकॉक स्टेज पर गा रही हैं। वहीं, उन्होंने लता मंगेशकर को लता मंगेश्वरी कह डाला था। राजीव अदातिया का ओरी को जवाब इसके बाद राजीव अदातिया ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए ओरी के कमेंट पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि लता मंगेशकर और फाल्गुनी पाठक जैसे लीजेंड्स का मजाक उड़ाना बेहद अपमानजनक और असंवेदनशील है। राजीव बोले, “लता जी मेरे लिए परिवार जैसी थीं, उन्होंने मुझे बेटे की तरह माना। उन्हें ‘लता मंगेश्वरी’ कहना या फाल्गुनी पाठक को ‘फाल्गुनी पीकॉक’ कहना मजाक नहीं, बेहद शर्मनाक है।” उन्होंने आगे कहा कि लता मंगेशकर भारत रत्न थीं और देश की शान हैं। उन्होंने भारतीय गायकों के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों तक रास्ता बनाया। राजीव ने कहा, “लोगों को यह समझना चाहिए कि इन लीजेंड्स ने अपने जीवन में कितनी मेहनत और संघर्ष किया है।” इसके बाद ओरी ने राजीव की शक्ल पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। ओरी ने कहा, “यह आदमी ऐसा दिखता है जैसे उसने 5 ओरी खा लिए और फिर चेहरे पर सस्ती फाउंडेशन और फेक टैन लगा ली।” इसके बाद राजीव ने ओरी को जवाब देते हुए कहा, “इस बेवकूफ को जवाब नहीं देना चाहता था, लेकिन लगता है उसे रियलिटी चेक की जरूरत है। सबसे पहले, ओरी, मुझे तुम्हारे लिए अफसोस है! तुम्हारी जिंदगी में क्या हासिल किया है, बस लोगों के सीने पर हाथ रखकर फोटो लेना? मेहनत का मतलब जानते हो? तुम तो सिर्फ बकवास बोलने के लिए अवॉर्ड जीतते हो! तुम कई लोगों की मानसिक स्तर तक भी नहीं पहुंचते।” राजीव ने आगे कहा कि ओरी खुद को “फैशनेबल और कूल” समझता है अपने फोन केस और शेव किए सीने के साथ। लेकिन राजीव ने उसे सलाह दी कि खुद को इतना महत्व देना बंद करे और कभी किसी लीजेंड का नाम मजाक में न ले। राजीव ने यह भी कहा, “माफी मांगने की बजाय, तुम मुझ पर हमला कर रहे हो। नहीं, जाओ और अपने मिनियंस के साथ और फोटो खींचो! बड़ा बनो और अपनी उम्र के हिसाब से व्यवहार करो! वैसे फाउंडेशन चार्लोट टिलबरी का है।”
करीना कपूर हाल ही में अपनी ननद और एक्ट्रेस सोहा अली खान के पॉडकास्ट का हिस्सा बनीं। इस दौरान उन्होंने पेरेंटिंग के कई पहलुओं पर खुलकर बात की। करीना ने अपने बड़े बेटे तैमूर से जुड़ी जानकारी भी शेयर की। एक्ट्रेस ने बताया कि तैमूर को एक्टर से ज्यादा क्रिकेटर पसंद हैं। तैमूर विराट कोहली और रोहित शर्मा का बड़ा फैन है। करीना ने पॉडकास्ट में कहा कि तैमूर अभी चीजों को एक्सप्लोर कर रहा है, लेकिन उसने यह स्पष्ट कर दिया है कि उसे एक्टिंग में मजा नहीं आता है। उन्होंने कहा, 'टिम को ड्रामा या एक्टिंग में कोई दिलचस्पी नहीं है। हर बार जब उसे स्कूल में एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटीज चुननी होती, तो मैं लिस्ट पढ़कर और उससे पूछती हूं कि क्या तुम इस साल ड्रामा करना चाहते हो? वो नहीं कहता है। मैं जब वजह पूछती तो वो कहता, नहीं, मुझे इसमें मजा नहीं आता इसलिए मैंने उसे इसमें आगे नहीं बढ़ाया।' करीना ने आगे बताया कि तैमूर को खिलाड़ियों के प्रति ज्यादा आकर्षण है। इसके अलावा वो कुकिंग क्लास ज्वाइन करना चाहता है क्योंकि सैफ को खाना बनाना पसंद है। वह असल में बाकी एक्टर से कभी नहीं मिला। वो पूछते रहता है, 'क्या आप रोहित शर्मा और विराट कोहली के दोस्त हो? क्या आप विराट को मैसेज भेजकर उनका बैट मांग सकती हो? क्या आपके पास लियोनेल मेसी का नंबर है?' और इन सारे सवालों के जवाब में मैं कहती हूं कि नहीं, मेरे पास उनका नंबर नहीं हैं। उसे एक्टर के बारे में कोई जानकारी नहीं है। फिर वो पूछेगा, 'क्या मैं यह सवाल विराट से पूछ सकता हूं?' और मैं कहती हूं, 'नहीं, मैं उसे नहीं जानती। आप उन्हें सिर्फ मैसेज नहीं कर सकते!' करीना और सैफ ने कुछ साल तक डेट करने के बाद 2012 में शादी कर ली थी। कपल ने शादी के चार साल बाद दिसंबर 2016 में अपने बड़े बेटे तैमूर को जन्म दिया था। तैमूर जन्म के बाद से ही पैपराजी और मीडिया के लिए आकर्षण का केंद्र रहे हैं। वो पैपराजी के लिए फेवरेट स्टार किड हैं। पैपराजी उनके हर मूवमेंट को कैप्चर करती और वो आए दिन वायरल होते रहे हैं। वहीं, कपल ने साल 2021 की फरवरी में अपने छोटे बेटे, जहांगीर अली खान का स्वागत किया।
Rakhi Sawant Video:ड्रामा क्वीन राखी सावंत एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है. इन दिनों राखी दुबई में हैं हाल ही में उन्होंने एक वीडियो शेयर किया, जो तेजी से इंटरनेट पर वायरल हो गया. वीडियो में राखी ने बताया कि वो इंडिया वापस आ रही हैं.
Amitabh Bachchan: अपने 56 साल के करियर में सदी के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन ने 230 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है, जिनमें उनकी कई फिल्में हिट रहीं तो कुछ सुपरहिट. लेकिन आज हम आपको उस फिल्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करते समय वे बुरी तरह से डरे हुए थे.
बिग बॉस से बाहर हुए जीशान कादरी!:'मास्टरमाइंड' को सभी नॉमिनेटेड कंटेस्टेंट्स में सबसे कम वोट मिले
रियलिटी शो बिग बॉस सीजन 19 से इस हफ्ते एक्टर-डायरेक्टर जीशान कादरी बाहर हो गए हैं। ऐसा दावा एक्स पेज 'बिग बॉस तक' ने किया है। पेज के अनुसार, इस हफ्ते सभी नॉमिनेटेड कंटेस्टेंट्स में जीशान कादरी को सबसे कम वोट मिले। जीशान कादरी शो में एक स्ट्रॉन्ग कंटेस्टेंट थे। उन्हें हाउस का मास्टरमाइंड भी कहा जा रहा था। गौरतलब है कि इस हफ्ते एक कंटेस्टेंट का एलिमिनेशन तय था। पिछले हफ्ते होस्ट सलमान खान ने कहा था कि इस हफ्ते कोई एलिमिनेशन नहीं होगा, लेकिन अब इस हफ्ते एक कंटेस्टेंट को बाहर होना ही है। इस हफ्ते कुल छह कंटेस्टेंट्स को नॉमिनेट किया गया था। इनमें बसीर अली, जीशान कादरी, नीलम गिरी, प्रनीत मोरे, मृदुल तिवारी और अशनूर कौर शामिल थे। सलमान खान वीकेंड का वार में एलिमिनेट हुए कंटेस्टेंट का नाम बताएंगे। जीशान कादरी को अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर से पहचान मिली थी। उन्होंने गैंग्स ऑफ वासेपुर (2012) की कहानी और स्क्रीनप्ले को को-राइट किया। उन्होंने फिल्म में 'डेफिनिट' की भूमिका भी निभाई थी। ज़ीशान ने फिल्म मेरठिया गैंगस्टर्स (2015) को डायरेक्ट और प्रोड्यूस भी किया। उन्होंने रिवॉल्वर रानी, मैडम जी और छलांग जैसी फिल्मों में भी काम किया है।
Guess This Actress: वैसे तो इंडस्ट्री में शादी, तलाक और रोमांस की बातें आम होती हैं, लेकिन हाल ही में हिंदी सिनेमा की एक सीनियर एक्ट्रेस ने सरेआम अपनी पर्सनल लाइफ से जुड़े ऐसे-ऐसे राज खोले, जिन्होंने सबके होश उड़ा दिए. उन्होंने बताया कि वो कई रिश्तों, लिव-इन और शादियों से गुजर चुकी हैं.
बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा को पति जहीर के साथ मस्जिद की फोटो शेयर करना काफी भारी पड़ गया है. दरअसल सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस को जमकर ट्रोल किया जा रहा है.
डिस्लेक्सिया एक न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर है जो पढ़ने, लिखने, शब्दों को बोलने और याद रखने में दिक्कत पैदा करता है. यह स्थिति ज्यादातर बच्चों में देखी जाती है, लेकिन किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है. अमेरिकन नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, डिस्लेक्सिया में शब्दों को जोर से पढ़ने और वर्तनी (स्पेलिंग) में मुश्किल होती है.
इन दिनों बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण आठ घंटे की शिफ्ट डिमांड को लेकर खूब चर्चा में हैं. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दीपिका एकलौती ऐसी नहीं है जो इसकी डिमांड करते हैं. 58 साल के ये सुपरस्टार भी रोज़ सिर्फ 8 घंटे काम करते हैं और कई बार शूट के बीच में सेट छोड़ देते हैं.
मुंबई के व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल में शुक्रवार को आयोजित Celebrate Cinema 2025 के समापन समारोह में इंडस्ट्री के कई दिग्गज एक मंच पर नजर आए। इस मौके पर अडानी ग्रुप चेयरमैन गौतम अडानी ने अभिनेता कार्तिक आर्यन को फिल्म चंदू चैंपियन के लिए सम्मानित किया। मंच पर डॉ. प्रीति अडानी, सुभाष घई, राजकुमार हिरानी, जैकी श्रॉफ और महावीर जैन भी मौजूद रहे। इस मौके पर सुभाष घई ने बताया कि कार्तिक का फिल्म चंदू चैंपियन में अब तक का सर्वश्रेष्ठ काम है। Celebrate Cinema 2025 के समापन समारोह के दौरान अडानी ने “सॉफ्ट पावर ऑफ सिनेमा” पर बात करते हुए कहा कि सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि देश की पहचान और भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा – अब वक्त है कि भारत की कहानी भारतीय नजरिए से दुनिया तक पहुंचे। AI तकनीक पर बात करते हुए अडानी ने कहा कि AI से डरने के बजाय उसे अपनाना चाहिए, क्योंकि यही फिल्ममेकिंग का भविष्य है। गौतम अडानी से सम्मानित होने के बाद कार्तिक आर्यन ने कहा, “सर, आपकी स्पीच मेरी जिंदगी की सबसे प्रेरणादायक स्पीच में से एक थी। मैं AI से डरता था, लेकिन आपने मेरी सोच बदल दी।’’ उन्होंने व्हिसलिंग वुड्स को देश का श्रेष्ठ फिल्म स्कूल बताया और सुभाष घई को अपने करियर का अहम मार्गदर्शक कहा। सुभाष घई ने भावुक होकर कहा- बहुत कम लोग जानते हैं कि कार्तिक मेरी फिल्म कांची के हीरो थे और छह महीने तक मेरे असिस्टेंट डायरेक्टर भी रहे। चंदू चैंपियन उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ काम है। राजकुमार हिरानी ने अडानी के भाषण को “शोले की स्पीच” जैसा ऐतिहासिक बताया और कहा कि सिनेमा की सॉफ्ट पावर उसकी सच्चाई में है। बता दें कि Celebrate Cinema 2025 का यह आयोजन नई पीढ़ी के फिल्ममेकर्स के लिए प्रेरणा बन गया, जिसने यह संदेश दिया कि सिनेमा सिर्फ कला नहीं, बल्कि भारत की सॉफ्ट पावर और राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है।
'4 करोड़ मेरी सेलिब्रिटी फीस थी', 60 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में शिल्पा शेट्टी की सफाई
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा के खिलाफ दर्ज 60 करोड़ रुपए की कथित धोखाधड़ी के मामले में जांच तेज कर दी है
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन आज 83 वर्ष के हो गए हैं। इस खास मौके पर दिग्गज फिल्म निर्माता-निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा ने दैनिक भास्कर से विशेष बातचीत की और अपनी उनसे पहली मुलाकात का किस्सा भी शेयर किया। पहली मुलाकात और 'छह इंच का पर्दा' मुझे आज भी वह दिन याद है जब मेरी और अमिताभ बच्चन जी की पहली मुलाकात तय हुई। यह एबी कॉर्प (AB Corp) के शुरुआती समय की बात है। एक एडवरटाइजिंग एजेंसी मेरे पास आई और बताया कि एक ऐड बनाना है, जिसमें एक बहुत बड़ी हस्ती होंगी। कुछ दिनों की जद्दोजहद के बाद उन्होंने बताया कि वह हस्ती और कोई नहीं, बल्कि स्वयं अमिताभ बच्चन जी हैं। उस समय की सबसे खास बात यह थी कि अमिताभ जी ने तब तक कोई भी ऐड फिल्म नहीं की थी, खासकर टीवी पर तो वह बिल्कुल नहीं आए थे। अगले दिन मैं उनसे मिलने गया। उनकी वेशभूषा मुझे आज भी याद है ब्लू जीन्स, ब्लू डेनिम टी-शर्ट और एक बेसबॉल कैप। हम एबी कॉर्प के दफ्तर में मिले। उन्होंने सहजता से हाथ मिलाया और कहा, हेलो, आई एम अमिताभ बच्चन। मैंने जवाब दिया, आई एम राकेश नेहरा सर। बस, यहीं से हमारी पांच ऐड फिल्मों की एक सीरीज की स्क्रिप्ट पर चर्चा शुरू हुई। चर्चा के दौरान मैंने उनसे एक दिलचस्प बात कही। मैंने कहा, सर, आज तक हमने आपको 60 फीट के पर्दे पर देखा है, जहां आप हमें हिप्नोटाइज करके रखते हैं। लेकिन जब आप टीवी पर आ जाएंगे, तो छह इंच के हो जाएंगे और मेरे हाथ में रिमोट होगा, मैं इसके बाद किसी और चैनल पर रहूंगा। वह हंस पड़े और हंसकर बोले, राकेश, ये आने वाले दिनों की सच्चाई है। यह उनकी अद्भुत दूरदर्शिता थी कि उन्होंने उस समय में भी टीवी की शक्ति को पहचान लिया था। अमिताभ जी ने इस पहली ऐड फिल्म के लिए सहमति इसलिए दी क्योंकि उस समय फिल्म मेकिंग में कोई कॉर्पोरेट नहीं था और एबी कॉर्प की शुरुआत उन्हीं ने की थी। मैंने उन्हें बताया कि उनके फैंस को लग सकता है कि इतनी बड़ी शख्सियत ऐड क्यों कर रही है। इसलिए, स्क्रिप्ट में ही अमिताभ जी ने इस सवाल का जवाब दिया। वह खुद स्क्रीन पर आते हैं और कहते हैं कि शायद आप मुझे टीवी पर देखकर हैरान होंगे सोचा कि भाई फिल्मों में एक्टिंग की है, थिएटर में नाटक प्ले भी किए हैं, टूटे-फूटे गाने भी गाए हैं, ये भी करके देख लेते हैं। म्यूजिक वीडियो का अनूठा सफर उस ऐड सीरीज के बाद हमारी जिंदगी का रुख बदल गया। हमने उनके साथ कई और विज्ञापन फिल्में बनाईं, जिनमें कई तरह की चीजों के लिए ऐड शामिल थीं। कुछ समय बाद उन्होंने मुझे घर बुलाया और कुछ गाने सुनाए। वह एलबम थी एबी बेग, जिसमें उन्होंने बाबूजी (हरिवंश राय बच्चन जी) की कविताओं पर गाने गाए थे। उन्होंने मुझसे पूछा कि मुझे कौन से गाने पसंद हैं और उनका म्यूजिक वीडियो बनाना है। मैंने साहिर लुधियानवी की कविता 'कभी कभी मेरे दिल में ख्याल आता है' (जो ओरिजिनल थी, फिल्म वाली नहीं) और बाबूजी की कविता 'ईर बीर, फते' को चुना। अमिताभ जी ने भी बताया कि ये उनके फेवरेट हैं। म्यूजिक वीडियो डायरेक्ट करने के लिए मुझे चुनना एक संयोग था। उस समय मैं लंदन में एडिटिंग कर रहा था और अमिताभ जी भी वहीं थे। स्टूडियो में काम करते हुए उन्होंने अचानक कहा, तुम ही क्यों नहीं डायरेक्ट कर लेते? मैंने मना किया कि मैं तो ऐड डायरेक्टर हूं और माइकल जैक्सन के डायरेक्टर जैसे बड़े-बड़े लोग वीडियो बनाने को तैयार हैं। लेकिन उनका जवाब निर्णायक था नहीं, तुम्हें कहानी समझ में आई है। दिल हिंदुस्तानी होना चाहिए, कविता हिंदुस्तानी है। इस तरह मैंने वो दो म्यूजिक वीडियो डायरेक्ट किए। एक दिन मैं अभिषेक बच्चन के साथ बैठा था और उनके फिल्मों में आने के बारे में एक कहानी डिस्कस कर रहा था। इत्तफाक से मेरे बैग में उस समय 25 पन्नों की कहानी थी। अमिताभ जी कमरे में आए और मैंने उनसे कहा अमित जी, ये पढ़ लें जरा फ्लाइट एंटरटेनमेंट। वह रात की फ्लाइट से दिल्ली जा रहे थे। फ्लाइट के टेक-ऑफ होते ही, रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब, मुझे उनका फोन आया और उन्होंने दबी आवाज में पूछा, ये क्या पीके लिखा था तुमने क्या हुआ? 'अक्स' और डायरेक्टर के तौर पर मेरा जन्म अगली ही रात को उनका फिर फोन आया और उन्होंने कहा लेट्स डू इट। उनके ये तीन शब्द चलो करते हैं आज भी मुझे याद हैं। इस तरह मेरी पहली फीचर फिल्म 'अक्स' अमिताभ बच्चन जी के साथ शुरू हुई। यह 1998-99 की बात है। मैं बहुत नर्वस था क्योंकि मैंने पहले कभी फीचर फिल्म नहीं बनाई थी। फिल्म में मनोज बाजपेयी और रवीना टंडन भी थे। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर उतनी नहीं चली पर क्रिटिकली इसने बड़ी धूम मचा दी। समीक्षकों ने कहा कि यह अपने समय से आगे की फिल्म है। फिल्म को सभी मुख्य कलाकारों को अवॉर्ड भी मिले। अमिताभ जी मनोज बाजपेयी और रवीना टंडन जी को फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। वहां से एक फिल्ममेकर के तौर पर मेरी असली यात्रा शुरू हुई। मैं कह सकता हूं कि अमिताभ बच्चन जी ने मेरे करियर में एक डायरेक्टर को जन्म दिया। अंग्रेजी की एक कहावत है A child gives birth to the mother (बच्चा मां को जन्म देता है)। उसी तरह उन्होंने एक डायरेक्टर को जन्म दिया। यह मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। 'अक्स' अमिताभ जी की कमबैक फिल्म थी। अगर अगले दिन सुबह 7 बजे की शूटिंग होती थी, तो रात को उनका फोन आ जाता था (हमारा कोल्ड वर्ड था) कि खाना खाया कि नहीं खाया? यानी, आ जाओ कल के सीन पर बात करते हैं। हम देर रात तक सीन पढ़ते थे। यहां तक कि जिस दिन अमित जी का सीन नहीं होता था (क्योंकि रवीना और मनोज जी की शूटिंग रात को होती थी), वह फिर भी सेट पर आ जाते थे। मेरी पहली फिल्म थी और उनका यह साथ मेरे लिए किसी फिल्म स्कूल से कम नहीं था। सेट पर 'सुकून' और एक बेटे का फर्ज 'अक्स' अमिताभ बच्चन की कमबैक फिल्म थी, लेकिन सेट पर उनका व्यवहार किसी नए निर्देशक के लिए प्रेरणा स्रोत था। जिस दिन अमिताभ जी का सीन नहीं होता था, वे फिर भी सेट पर आ जाते थे। पूछने पर वे कहते थे, उन दिनों एबी कॉर्प में बहुत उथल-पुथल चल रही थी। जब मैं सेट पर आता हूं ना, तो मेरे को बड़ा सुकून मिलता है, चाहे मेरा सीन उस दिन हो या न हो। राकेश मेहरा के लिए तो यह सेट ही उनका फिल्म स्कूल था। अमिताभ जी के साथ उनकी बातचीत में एबी कॉर्प के उतार-चढ़ावों पर भी खूब चर्चा होती थी। मेहरा मानते हैं कि जब कोई नया रास्ता बनाता है और कॉर्पोरेट स्तर पर फिल्म बिजनेस शुरू करता है, तो चुनौतियां आती हैं। वे कहते हैं, एक इंसान की पहचान तभी होती है जब दुनिया उसे कैंसिल कर देती है, और फिर वह उठकर बताता है कि मैं फिर खड़ा हूं और उससे बेहतर काम करता हूँ। करियर में ऊंचाइयों पर पहुंचने के बाद भी अमिताभ जी ने बेटे का फर्ज जिस तरह निभाया, वह अविस्मरणीय है। जब उनकी माता जी की तबीयत सही नहीं थी और उनके शो अमेरिका में चल रहे थे, तो वे हर शुक्रवार-शनिवार को शो खत्म करके तुरंत पहली फ्लाइट पकड़कर भारत आते थे, तीन दिन यहां बिताकर वापस जाते थे। यह सिलसिला दो-तीन महीने चला। मेहरा कहते हैं, यह देखकर सीखने को मिलता है कि एक बेटे का फर्ज और उसकी ड्यूटी क्या होती है, जिसे हम अक्सर करियर में खोकर भूल जाते हैं।
Hardik Pandya New Relationship: क्रिकेटर हार्दिक पंड्या ने अपनी नई रिलेशनशिप को इंस्टाग्राम पर ऑफिशियल कर दिया है. उन्होंने मॉडल माहिका शर्मा के साथ तस्वीरें शेयर करते हुए अपने प्यार का इजहार किया. नताशा स्टैंकोविक से अलग होने के दो साल बाद हार्दिक का ये पोस्ट सोशल मीडिया पर चर्चा का बड़ा विषय बन गया है.
Nawazuddin Siddiqui Defamation Case Rejected: नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने भाई शमसुद्दीन सिद्दीकी और एक्स वाइफ अंजना पांडे पर मानहानि का केस किया था. लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया है.
Mahabharat Returns: 37 साल बाद लौट रहा महाभारत, OTT से टीवी तक मचाएगा धूम; इस दिन देगा दस्तक
Mahabharat Returns: भारत के सबसे प्रसिद्ध महाकाव्य 'महाभारत' को नए अवतार में पेश किया जा रहा है. अब दर्शक AI बेस्ड महाभारत का लुत्फ ले पाएंगे. पहले ये धारावाहिक ओटीटी पर धूम मचाएगा. इसके बाद टीवी पर इसकी शुरुआत होगी.
Emraan Hashmi and Yami Gautam Film Haq Controversy: इमरान हाशमी और यामी गौतम की फिल्म 'हक' विवादों में है. शाह बानो की बेटी ने मेकर्स पर बिना इजाजत के फिल्म बनाने का आरोप लगाया है.
Akshay Kumar: हाल ही में अक्षय कुमार ने गुजरात में आयोजित म्यूजिकल शो ‘मेरा देश पहले: द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ पीएम नरेंद्र मोदी’ में हिस्सा लिया. जहां उन्होंने अपनी फिल्म ‘केसरी’ का देशभक्ति गाने ‘तेरी मिट्टी’ पर दमदार परफॉर्मेंस देखकर सबका दिल जीत लिया.
Taj Story Teaser:इस साल कई फिल्में रिलीज हुईं, जिन्हें दर्शक काफी लंबे समय से बड़े पर्दे पर देखने की आस लगाए हुए थे. हालांकि, कुछ फिल्में ऐसी भी रहीं, जिनका इंतजार तो नहीं था लेकिन उन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस तहलका खूब मचाया. ऐसी ही एक और फिल्म 21 दिन बाद बड़े पर्दे पर दस्तक देने वाली है, जिसका टीजर जारी हो चुका है.
39 साल की ये हसीना बनीं देश की मेंटल हेल्थ एंबेसडर, मंत्रालय के साथ मिलकर करेंगी ये सारे काम
39 साल की ये हसीना भारत सरकार की ‘मेंटल हेल्थ एम्बैसडर’ बनी हैं. एक्ट्रेस को स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश की पहली मेंटल हेल्थ एम्बेसडर के तौर पर चुना है. जेपी नड्डा के साथ दीपिका की एक तस्वीर भी शेयर की गई है.
बॉलीवुड के इतिहास में कुछ साझेदारियां ऐसी होती हैं, जो सिर्फ फिल्मों को ही नहीं, बल्कि एक पूरे युग को परिभाषित कर देती हैं। ऐसी ही एक अद्वितीय जोड़ी रही सलीम-जावेद की, जिनकी लेखनी ने हिंदी सिनेमा को 'एंग्री यंग मैन' जैसा अमर किरदार दिया। यह किरदार किसी और ने नहीं, बल्कि अमिताभ बच्चन ने पर्दे पर जिया और उन्हें भारतीय सिनेमा का 'महानायक' कहा गया। हाल ही में दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में लेखक जावेद अख्तर उस समय के बार में बताया जब अमिताभ बच्चन को कोई 'चढ़ता सूरज' नहीं मानता था। कामयाबी से पहले की कामयाबी आमतौर पर फिल्म इंडस्ट्री में यह धारणा रही है कि लोग 'चढ़ते सूरज' को ही सलाम करते हैं, यानी सिर्फ सफल अभिनेताओं पर ही दांव लगाते हैं, लेकिन जावेद अख्तर का नजरिया अलग और दूरदर्शी रहा। बकौल जावेद अख्तर, “सूरज में रोशनी देखनी चाहिए, न कि उसके उगने या डूबने के समय पर ध्यान देना चाहिए और यह रोशनी मैंने अमिताभ बच्चन में तब देख ली थी, जब उनकी कई फिल्में, जैसे 'रास्ते का पत्थर' और 'बंसी बिरजू', बॉक्स ऑफिस पर नाकाम साबित हो रही थीं। इसके बावजूद मुझे अमिताभ बच्चन की काबिलियत पर पूरा यकीन था। फिल्में भले असफल थीं, मगर एक्टर कतई असफल नहीं थे। मैं यह देख सकता था कि फिल्में नाकाम हैं, पर अमिताभ अपना काम बेहद अच्छा कर रहे हैं। अगर स्क्रिप्ट खराब थी या कहानी में गड़बड़ थी, तो इसका इल्जाम उस अभिनेता पर नहीं लगाया जा सकता। जो काम उसे दिया गया, वह कमाल का कर रहा है। उनका यह विश्वास सिर्फ सामान्य प्रशंसा पर आधारित नहीं था, बल्कि यह एक लेखक और दर्शक की पैनी समझ थी। जावेद अख्तर के मुताबिक, “चाहे कॉमेडी हो, गंभीर रोल हो, गुस्सा हो या मुस्कान, अमिताभ बच्चन हर भाव को पर्दे पर परफेक्ट तरीके से उतार रहे थे। यह एक नायाब अभिनेता हैं, जिन्हें बस सही स्क्रिप्ट और निर्देशन की जरूरत थी, जिसके बिना फिल्में फ्लॉप हो रही थीं।” 'जंजीर' में रिस्क और दृढ़ विश्वास की जीत अमिताभ बच्चन के करियर का टर्निंग पॉइंट फिल्म 'जंजीर' (1973) थी। यह फिल्म न सिर्फ उन्हें 'एंग्री यंग मैन' का तमगा दिलाने में सफल रही, बल्कि सलीम-जावेद को भी बॉलीवुड के सबसे बड़े राइटर्स के तौर पर स्थापित किया। मगर इस फिल्म की कास्टिंग भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी। जावेद अख्तर बताते हैं, “जंजीर की स्क्रिप्ट कई बड़े अभिनेताओं के पास गई थी, लेकिन सभी ने उसे रिजेक्ट कर दिया। प्रकाश मेहरा साहब (निर्देशक/निर्माता) के पास दो ही विकल्प थे: या तो स्क्रिप्ट छोड़ दें, या उस समय मौजूद ऐसे अभिनेता को लें जिसकी पिछली फिल्में असफल रही थीं। यहीं पर प्रकाश मेहरा साहब के कनविक्शन की जीत हुई। उन्होंने फ्लॉप अभिनेता पर दांव लगाया, मगर अपनी बेहतरीन स्क्रिप्ट नहीं छोड़ी।” जावेद अख्तर इस बात के लिए प्रकाश मेहरा को सलाम करते हैं, क्योंकि उस वक्त सलीम-जावेद का नाम इतना बड़ा नहीं था कि मेहरा साहब उनकी वजह से यह रिस्क लेते। वह कहते हैं, “हमारी किस्मत अच्छी थी कि कोई दूसरा अभिनेता ये रोल करने को तैयार नहीं हुआ। यह प्रकाश जी का दृढ़ विश्वास था, मैं इस पर सलाम करता हूँ।” यह वो क्षण था जब विजय (जंजीर) और दीवार के किरदार को अमिताभ बच्चन ने अपनी आंखों की आग से अमर कर दिया। जावेद अख्तर कहते हैं, “मैंने जो देखा वह था अमिताभ की अभिनय क्षमता, जो यह साबित करती थी कि यही अभिनेता 'एंग्री यंग मैन' के नए अवतार को भारत के सामने पेश कर सकता है।” सुपर स्टारडम के बाद भी व्यक्तित्व में कोई बदलाव नहीं आया जंजीर और दीवार के बाद, जब अमिताभ बच्चन सचमुच सुपरस्टार बन गए, तो उनके व्यक्तित्व में कोई बदलाव नहीं आया। जावेद अख्तर कहते हैं, “व्यवहार और समय की पाबंदी में वे हमेशा नंबर वन थे। पीक पीरियड में भी सुबह 7 बजे की शिफ्ट में 6:45 बजे पहुंच जाते थे। अक्सर सेट पर ताला लगा होता, तो वे गाड़ी में बैठकर इंतजार करते।” उनकी यह अनुशासन और वफादारी उनके स्टारडम की नींव बनी। यह दिखावा नहीं, बल्कि काम के प्रति उनका समर्पण था। दोस्ती की डोर: 'कुली' हादसा और मानसिक मजबूती जावेद अख्तर और अमिताभ बच्चन के बीच सिर्फ पेशेवर रिश्ता नहीं था, बल्कि गहरी दोस्ती भी थी। 'कुली' (1983) शूटिंग के दौरान हुए जानलेवा हादसे में, अमिताभ जीवन और मृत्यु के बीच झूल रहे थे, तब जावेद उनके साथ थे। वह याद करते हैं कि बेंगलुरु से मुंबई आते समय अमिताभ की मानसिक दृढ़ता साफ दिखाई दी। उन्होंने कहा, “उनकी मानसिक मजबूती ने साफ दिखाया कि वे कमबैक करेंगे।” यह सिर्फ अभिनेता के कमबैक की कहानी नहीं थी, बल्कि इंसान के साहस की कहानी थी। जावेद अख्तर बताते हैं कि वे हफ्ते में दो बार जरूर मिलते थे, कई बार रोज ही बात करते थे। अमिताभ को अनिद्रा की समस्या थी, इसलिए रात भर बैठकर वे बातें करते रहते थे। सुबह होते ही सीधे शूटिंग पर चले जाते। यह समय हिंदी सिनेमा के लिए अनमोल रहा।
आज अहमदाबाद में 70वीं फिल्मफेयर अवॉर्ड सेरेमनी का आयोजन होगा। सेरेमनी EKA एरेना में शाम साढ़े 7 बजे शुरू होगी। 17 साल बाद शाहरुख इस सेरेमनी के होस्ट बनने वाले हैं, जिसकी टिकट 5 हजार रुपए से 50 हजार रुपए तक बेची जा रही है। कई सेलेब्स इसमें शामिल होने के लिए अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। फिल्मफेयर अवॉर्ड की शुरुआत 1954 में हुई थी, जब महज 5 कैटेगरीज में अवॉर्ड बांटे गए थे। मीना कुमार फिल्म बैजू बावरा के लिए फिल्मफेयर जीतने वालीं पहली एक्ट्रेस रहीं। वहीं सबसे ज्यादा 8-8 बेस्ट एक्टर के अवॉर्ड जीतने का रिकॉर्ड शाहरुख खान और दिलीप कुमार के पास है। ये सेरेमनी कई बार विवादों का कारण बनी। ऋषि कपूर ने अपनी बायोग्राफी में बताया कि उन्होंने पहली फिल्म बॉबी के लिए 30 हजार रुपए में बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड खरीदा, जबकि उस साल जंजीर के लिए अमिताभ बच्चन भी दावेदार थे। 70वीं फिल्मफेयर अवॉर्ड सेरेमनी से ठीक पहले पढ़िए इसके इतिहास, इंट्रेस्टिंग फैक्ट्स और विवाद की कहानी- 70वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की नॉमिनेशन लिस्ट हाल ही में जारी हुई। फिल्म ‘लापता लेडीज’ ने 24 नॉमिनेशन हासिल कर रिकॉर्ड बना लिया है। ये फिल्म 70 साल के फिल्मफेयर के इतिहास में सबसे ज्यादा नॉमिनेशन हासिल करने वाली फिल्म बन गई है। इससे पहले सबसे ज्यादा 23 नॉमिनेशन हासिल कर शाहरुख खान की फिल्म कभी अलविदा न कहना पहले नंबर पर थी। ये फिल्म अगर 13 से ज्यादा अवॉर्ड हासिल करती है, तो गली बॉय का रिकॉर्ड भी तोड़ सकती है। इस साल बेस्ट फिल्म के लिए ‘स्त्री 2’ को 8 और ‘भूल भुलैया 3’ को 5 नॉमिनेशन मिले हैं। एक नजर फिल्मफेयर अवॉर्ड के इतिहास पर- विजेताओं को मिलती है 5 किलो की ‘द ब्लैक लेडी’ फिल्मफेयर से जुड़े ये विवाद भी पढ़िए- ऋषि कपूर ने दावा किया- 30 हजार में खरीदा था पहला अवॉर्ड ऋषि कपूर ने अपनी आटोबायोग्राफी खुल्लम-खुल्ला में ये खुलासा किया था कि उन्होंने पहली फिल्म बॉबी के लिए पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड 30 हजार रुपए में खरीदा था। उन्होंने बुक में कहा कि 1973 में ही बॉबी और जंजीर साथ रिलीज हुई थीं। जंजीर सुपरहिट रही और अमिताभ को अवॉर्ड मिलने की उम्मीद रही। मुझे ये कहते हुए शर्म आती है कि मैंने वो अवॉर्ड खरीदा। अमिताभ को बाद में किसी से पता चला कि मैंने अवॉर्ड के लिए पैसे दिए थे। मैं बस इतना कहना चाहता हूं कि 1974 में मैं महज 22 साल का था। पैसा कहां खर्च करना है, कहां नहीं, इसकी बहुत समझ नहीं थी। बाद में मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ। ऋषि कपूर के खुलासे के बाद अवॉर्ड सेरेमनी की खूब आलोचना हुई, लेकिन इससे पहले भी कई लोगों ने सेरेमनी पर इसी तरह के इल्जाम लगाए थे। पाकीजा को अवॉर्ड नहीं मिला, तो प्राण ने अपना अवॉर्ड ठुकराया 1972 में फिल्मफेयर अवॉर्ड से जुड़ा पहला विवाद तब हुआ जब एक्टर प्राण ने अवॉर्ड स्वीकार करने से इनकार कर दिया। उन्हें फिल्म बेईमान के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड दिया जा रहा था, लेकिन उन्होंने देखा कि कमाल अमरोही की ब्लॉकबस्टर फिल्म पाकीजा को एक भी अवॉर्ड नहीं मिला। वो इस बात से दुखी हुए और अपना अवॉर्ड लेने से मना कर दिया। आमिर खान ने फिल्मफेयर अवॉर्ड का किया बहिष्कार आमिर खान की फिल्म रंगीला 1995 में रिलीज हुई थी। उन्हें उम्मीद थी कि इसे अवॉर्ड मिलेंगे, लेकिन फिल्मफेयर अवॉर्ड की घोषणा हुई तो फिल्म को अवॉर्ड तो दूर, नॉमिनेशन तक नहीं मिला था। इसके बाद आमिर ने अवॉर्ड फंक्शन पर कभी न जाने का इरादा कर लिया। रंगीला से पहले फिल्म जो जीता वही सिकंदर और हम हैं राही प्यार के भी अवॉर्ड नहीं जीत सकी थीं। पैसों के बदले मौसमी को हुई थी अवॉर्ड की पेशकश लहरें रेट्रो को दिए गए एक इंटरव्यू में मौसमी चटर्जी ने बताया था कि उन्हें पैसे देने पर फिल्मों अनुराग और रोटी कपड़ा और मकान के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड की पेशकश की गई थी, लेकिन उन्होंने कहा कि वो पैसों के बदले अवॉर्ड नहीं लेंगी। शाहरुख खान पर भड़क गए थे नील नितिन मुकेश साल 2009 में आयोजित फिल्मफेयर अवॉर्ड में शाहरुख खान होस्ट थे। सेरेमनी के बीच शाहरुख ने नील नितिन मुकेश से कहा कि तुम्हारा सरनेम क्या है। नील, नितिन, मुकेश तीनों ही फर्स्ट नेम है। इस सवाल पर नील भड़क गए और उन्होंने भरी सेरेमनी में शाहरुख खान को फटकार लगा दी। उन्होंने कहा, ये बहुत घटिया सवाल है। आप अक्सर फिल्मफेयर पोडियम में खड़े होकर इस तरह की बातें करते हैं, लेकिन मुझे ये वाकई अपमानजनक लगा। मुझे लगता है आप दोनों को चुप हो जाना चाहिए। नसीरुद्दीन शाह ने फिल्मफेयर पर दिया आपत्तिजनक बयान एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने एक इंटरव्यू में दावा किया कि उन्होंने फिल्मफेयर अवॉर्ड ट्रॉफी से बाथरूम डोर का हैंडल बनवाया है। उन्होंने कहा था- मेरे लिए इन अवॉर्ड्स का अब कोई मतलब नहीं है। फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में मिलने वाली ट्रॉफी को मैं वॉशरूम के हैंडल के तौर पर यूज करता हूं। जब कोई मेरे घर के वॉशरूम में जाएगा तो उसे दरवाजे पर फिल्मफेयर की दो ट्रॉफियां हैंडल के रूप में लटकी मिलेंगीं।
Varinder Singh Ghuman को याद कर Salman Khan हुए भावुक, ट्विट कर बोले- ‘बहुत याद…’
सुपरहिट फिल्म ‘टाइगर 3' में सलमान खान और शाहरुख खान से टक्कर लेने वाले एक्टर और फिटनेस फ्रीक वरिंदर सिंह घुमान ने दुनिया को कल अलविदा कह दिया था. वहीं उनको याद करते हुए सलमान खान ने एक्स पर पोस्ट शेयर किया है.
अनिल कपूर की पत्नी सुनीता कपूर हर साल अपने मुंबई स्थित घर पर करवा चौथ का जश्न मनाती हैं, और इस मौके पर बॉलीवुड की कई जानी-मानी हस्तियां शामिल होती हैं। इस साल भी करवा चौथ के सेलिब्रेशन में कई सितारे सज-धज कर पहुंचे। शिल्पा शेट्टी ने पिंक लहंगा पहना। मीरा कपूर ने रेड साड़ी में स्टाइलिश एंट्री की। रवीना टंडन पीली साड़ी में नजर आईं। वहीं, वरुण धवन की पत्नी नताशा दलाल अपनी जेठानी जानवी देसाई के साथ सेलिब्रेशन में शामिल हुईं। महीप कपूर पिंक सूट में पहुंचीं। चंकी पांडे की पत्नी भावना का गॉर्जियस अंदाज भी देखा गया।
शराब के नशे में धुत महेश भट्ट के साथ Ex पत्नी ने किया ये काम, पूरी रात चिल्लाते रहे फिल्ममेकर!
महेश भट्ट की पहली पत्नी किरण उनके शराब की लत से काफी परेशान हैं. उनकी शराब की लत से परेशान होने पर पूजा भट्ट की मां ने कुछ ऐसा एक्शन लिया था जो कि काफी खौफनाफ था.
खुद को स्क्रिन पर देख छलक पड़े थे आंसू! कंडक्टर से तय किया 50 साल का फिल्मी सफर, अब भी कायम है दबदबा
50 Years Of Rajinikanth: फिल्मी दुनिया में कई ऐसे सितारे हैं जो काफी स्ट्रगल और मेहनत से लाखों करोड़ों दिलो पर राज करते हैं. इन्हीं नामों में से एक ऐसा भी नाम है जिसे साउथ के लोग भगवान की तरह पूजते हैं. इनके हाथ में एक समय में टिकट कटिंग मशीन हुआ करती थी और आज वो लाखों दिलों की धड़कन हैं.
आयुष्मान खुराना और रश्मिका मंदाना स्टारर फिल्म Thamma का एक और गाना मेकर्स द्वारा आज रिलीज कर दिया गया है. इस सॉन्ग में दोनों स्टार्स की केमिस्ट्री की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है.
‘सर्च : द नैना मर्डर केस’ एक क्राइम थ्रिलर है जो दिखने में भले सीधी-सादी लगे, लेकिन इसके भीतर कई सवाल सत्ता, समाज और इंसानियत से जुड़े हुए छिपे हैं। रोहन सिप्पी ने इस कहानी को सच्चाई के करीब रखकर बताया है, मगर वही पुरानी ट्रॉप्स और राजनीति वाले मोड़ सीरीज को कहीं-कहीं अनुमानित बना देते हैं। फिर भी, एक चीज जो पूरी मजबूती से टिकी रहती है वो है कोंकणा सेन शर्मा की बेहतरीन परफॉर्मेंस। सीरीज की कहानी सीरीज सीरीज की कहानी एसीपी संयुक्ता दास (कोंकणा सेन शर्मा) की है, जो अपने ट्रांसफर से ठीक पहले एक बड़े मर्डर केस में उलझ जाती हैं। एक कॉलेज गर्ल ‘नैना’ की लाश एक पॉलिटिशियन की कार में मिलती है, और पूरा मामला मीडिया और जनता के बीच हंगामे का कारण बन जाता है। संयुक्ता को केस सुलझाने की जिम्मेदारी मिलती है, लेकिन इस सफर में वो अपने निजी रिश्तों, सिस्टम के दबाव और सच्चाई के बीच फंसी नजर आती हैं। कहानी की शुरुआत दिलचस्प है, लेकिन बीच के हिस्सों में कुछ पुराने और घिसे-पिटे एंगल दिखाई देते हैं। फिर भी, इंसानी पहलुओं और पुलिस की संवेदनशील झलक सीरीज को भावनात्मक रूप से जुड़ा रखती है। सीरीज में एक्टिंग कोंकणा सेन शर्मा एक बार फिर साबित करती हैं कि वो किरदारों को सिर्फ निभाती नहीं, जीती हैं। उनके चेहरे के भाव और संवादों की सादगी ही इस सीरीज का सबसे मजबूत हिस्सा हैं। एक सख्त अफसर और भावनाओं से भरी मां के बीच उनका संतुलन देखने लायक है। सूर्या शर्मा ने जोशीले पुलिस ऑफिसर जय कंवल के किरदार में ठीक-ठाक काम किया है, वो शुरुआत में थोड़ा बनावटी लगते हैं, लेकिन बाद में सहज हो जाते हैं। बाकी कलाकार जैसे शिव पंडित, श्रद्धा दास, गोविंद नामदेव और इरावती हर्षे ने अपने हिस्से का काम ईमानदारी से किया है। सीरीज का डायरेक्शन और तकनीकी पहलू रोहन सिप्पी का डायरेक्शन सधा हुआ है वो कहानी को जमीन से जोड़े रखते हैं। कैमरा वर्क और बैकग्राउंड म्यूजिक माहौल को थ्रिलिंग बनाए रखते हैं। हालांकि, स्क्रिप्ट कई जगह पर पहले से देखी-जानी वाली मर्डर मिस्ट्री जैसी लगती है। राजनीति और मीडिया वाला एंगल कहानी को थोड़ा भारी बना देता है, और क्लाइमेक्स में उतना इम्पैक्ट नहीं छोड़ता जितनी उम्मीद रहती है। सीरीज में क्या है खास -कोंकणा सेन शर्मा की नेचुरल और दिल छू लेने वाली एक्टिंग। -रियलिस्टिक ट्रीटमेंट और इमोशनल टोन। -पुलिस और समाज की असली झलक। सीरीज में कमियां -कहानी में नयापन की कमी। -राजनीति और मीडिया ट्रैक पुराने लगते हैं। -क्लाइमेक्स में थ्रिल कम हो जाता है। क्यों देखनी चाहिए सीरीज ‘सर्च : द नैना मर्डर केस’ में सब कुछ परफेक्ट नहीं है, लेकिन कोंकणा की परफॉर्मेंस इसे एक बार देखने लायक जरूर बनाती है। यह सीरीज न तो बहुत अलग है, न बहुत धीमी बस बीच का रास्ता अपनाती है। अगर आप इमोशनल गहराई के साथ एक सधी हुई क्राइम स्टोरी देखना चाहते हैं, तो इसे एक बार जरूर ट्राई किया जा सकता है
साउथ सुपर स्टार रजनीकांत 6 दिनों की अपनी आध्यात्मिक यात्रा पूरी कर उत्तराखंड से वापस लौट चुके हैं। इस पूरी यात्रा के दौरान रजनीकांत ने बद्रीनाथ-कर्णप्रयाग के साथ साथ कई आश्रमों में भी नजर आए। इतना ही नहीं बीते कल वह अल्मोड़ा के द्वाराहाट में स्थित महावतार बाबा की गुफा में भी पहुंचे थे, खास बात ये रही की यहां पहुंचने के लिए 75 साल के हो चुके रजनीकांत ने डेढ़ किलोमीटर की पैदल यात्रा भी की। इस दौरान वह हाथ में लाठी लिए धीमे धीमे कदमों से पहाड़ी पर चढ़ते दिखे। यहां पहुंचने पर रजनीकांत ने ना सिर्फ बाबाओं-पुजारियों का आशीर्वाद लिया बल्कि उन्होंने यहां पर ध्यान भी किया। इसके अलावा रजनीकांत की सादगी भी इस पूरी यात्रा के दौरान सामने आई। दरअसल, इस यात्रा की शुरुआत रजनीकांत ने ऋषिकेश से की थी और इसके बाद जब वह पहाड़ों की तरफ निकले तो बीच रास्ते में वह सड़क किनारे खाना खाने के लिए उतरे थे। इसमें रजनीकांत की कुछ तस्वीरें भी वायरल हुईं थी जिसमें वह सड़क के किनारे सफेद धोती और कुर्ते में पत्तल में खाना खाते दिखे थे। रजनीकांत की इस पूरी यात्रा की कुछ PHOTOS देखिए..... ऋषिकेश से की थी यात्रा की शुरुआत रजनीकांत ने अपनी इस धार्मिक यात्रा की शुरुआत ऋषिकेश से की थी, 4 अक्टूबर शनिवार को रजनीकांत यहां पहुंचे थे। यहां पर सुपरस्टार स्वामी दयानंद आश्रम गए और स्वामी दयानंद को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके साथ ही उन्होंने गंगा घाट पर ध्यान किया और गंगा आरती में भी हिस्सा लिया। जानकारी के अनुसार दयानंद आश्रम के सुधानंद सरस्वती का स्वास्थ्य खराब चल रहा था, और रजनीकांत उनका हाल जानने भी यहां पहुंचे थे। साथ ही उन्होंने आश्रम में मौजूद लोगों को भोजन भी कराया, और बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाई। बद्रीनाथ धाम पहुंच की पूजा अर्चना ऋषिकेश के बाद रजनीकांत बीते सोमवार को चमोली में स्थित बद्रीनाथ धाम पहुंचे। यहां पर उन्होंने भगवान बद्रीविशाल के दर्शन किए और जनकल्याण के लिए प्रार्थना भी की। यहां पर एक्टर का स्वागत बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने किया। इस मौके पर उन्हें भगवान बद्रीविशाल का आशीर्वाद स्वरूप प्रसाद और तुलसी की माला भेंट की गई। रजनीकांत को मंदिर परिसर में देख वहां पहुंचे उनके फैंस काफी खुश हो गए थे और लोगों की भीड़ उनके साथ सेल्फी खिंचवाने लिए उनके पीछे पीछे चलती हुई दिखी थी। कर्णप्रयाग में फैंस संग खिंचवाई फोटो बद्रीनाथ के दर्शन के बाद रजनीकांत कर्णप्रयाग की तरफ रवाना हुए, यहां पर लोकल मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद वो रात को यहीं रुके। उन्हें यहीं से द्वारहाट के लिए निकलना था। सुबह जैसे ही रजनीकांत द्वारहाट के लिए नकलने लगे तो रास्ते में उन्हें फैंस ने घेर दिया, तभी रजनीकांत गाड़ी से बाहर निकले और उन्होंने फैंस के साथ फोटो खिंचवाई। फैंस भी उनसे मिलकर बेहद उत्साहित नजर आए। उन्होंने फैंस से उनका हालचाल भी पूछा। इसके बाद वह द्वारहाट के लिए रवाना हो गए। जानकारी के अनुसार जब भी रजनीकांत बद्रीनाथ के दर्शन करने के लिए आते हैं तो वो कर्णप्रयाग में ही रुकते हैं। डेढ़ किलोमीटर की पैदल चढ़ाई की बीते कल जब रजनीकांत द्वाराहाट पहुंचे तो यहां भी लोगों ने काफी गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। 21 किलोमीटर की सड़क यात्रा पूरी करने के बाद उन्होंने डेढ़ किलोमीटर की पैदल चढ़ाई कर महावतार बाबा की गुफा तक का सफर तय किया। इस दौरान वह स्मृति भवन में भी रुके। यहां आश्रम में रजनीकांत ने योगदा आश्रम के संन्यासियों से आशीर्वाद लिया और उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य की सराहना की। उनके फैंस ने आवास परिसर में उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया। अब पढ़िए कैसे तय किया कंडक्टर से सुपरस्टार तक का सफर... रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। उनका जन्म बेंगलुरु (तब मैसूर) में हुआ। शुरू में उन्होंने बस कंडक्टर के रूप में भी काम किया था। जिसके बाद अभिनय की पढ़ाई मद्रास फिल्म इंस्टीट्यूट से की और साल 1975 में तमिल फिल्म अपूर्व रागंगल से डेब्यू किया। शुरुआत में खलनायक के रोल में नजर आए, लेकिन स्टाइलिश अंदाज और अनोखे अभिनय ने उन्हें हीरो बना दिया। रजनीकांत ने जेलर, वेट्टैयन जैसी हिट फिल्में दी हैं और इन दिनों उनकी फिल्म कुली धमाल मचा रही है। उन्हें 2002 में पद्म भूषण और 2016 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। इसके अलावा वे कई फिल्मफेयर अवॉर्ड्स भी जीत चुके हैं। साउथ फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें प्यार से 'थलाइवा' कहा जाता है। अब इन्फोग्राफिक्स से थलाइवा के बारे में जानिए...
फिल्मफेयर अवॉर्ड्स इस साल एक बार फिर गुजरात में आयोजित किया जा रहा है। 70वां फिल्मफेयर अवॉर्ड्स 2025 का आयोजन 11 अक्टूबर 2025 को अहमदाबाद के EKA एरिना स्टेडियम में होगा। ‘किंग खान’ शाहरुख खान 17 साल बाद इस इवेंट की मेजबानी करेंगे। शाहरुख खान, करण जौहर और मनीष पॉल की जोड़ी इस रात को और यादगार बनाएगी। इवेंट को लेकर शाहरुख ने कहा, फिल्मफेयर मेरे दिल में हमेशा रहा है। पहली बार ब्लैक लेडी हाथ में लेने का अनुभव बहुत खास था। 70वें साल में मेजबान बनना मेरे लिए बेहद खास है। मैं वादा करता हूं कि यह रात हंसी, यादों और शानदार फिल्म उत्सव से भरी होगी। वहीं, स्टेज पर अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन और कृति सैनन जैसी सेलिब्रेटी परफॉर्मेंस देंगे। वहीं, इस साल अनन्या पांडे और सिद्धांत चतुर्वेदी फिल्मफेयर के लिए अपनी पहली परफॉर्मेंस देंगे। गुजराती कलाकार भी इस इवेंट में शामिल होंगे। संभवतः संजय गोरेडिया, हितू कनोडिया, अरविंद वेगदा, पार्थ ओझा, मानशी पारीख, मित्रा गढ़वी, आरोही पटेल, मल्हार ठाकर, यश सोनी और अर्जव त्रिवेदी मंच पर नजर आएंगे। फिल्मफेयर अवॉर्ड्स में इस साल गुजरात के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों को भी दिखाया जाएगा। इस कार्यक्रम में गुजरात के पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर को खास तरीके से पेश किया जाएगा। व्हाइट रण ऑफ कच्छ, साबरमती आश्रम, सोमनाथ और द्वारका जैसे प्रसिद्ध जगहों के साथ गीर फॉरेस्ट नेशनल पार्क, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और शिवराजपुर बीच जैसे पर्यटन स्थल भी फिल्मफेयर में दर्शकों को दिखाए जाएंगे। 70वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की नॉमिनेशन लिस्ट हाल ही में जारी हुई। फिल्म ‘लापता लेडीज’ ने 13 नॉमिनेशन के साथ सबसे अधिक ध्यान खींचा। ‘स्त्री’ को 8 और ‘भूल भुलैया 3’ को 5 नॉमिनेशन मिले हैं। नितांशी गोयल और प्रतिभा रांटा की फिल्म ‘लापता लेडीज’ में उनके प्रदर्शन के लिए बेस्ट एक्ट्रेस क्रिटिक्स केटेगरी में नॉमिनेट किया गया है। एक्टिंग के क्षेत्र में स्पर्श श्रीवास्तव को बेस्ट एक्टर केटेगरी में नॉमिनेशन मिला है। रणदीप हुड्डा और राजकुमार राव को भी क्रिटिक्स अवॉर्ड के लिए चुना गया है। गुजराती स्टार जानकी बोडीवाला इस साल फिल्मफेयर 2025 में फोकस में रहेंगी। हाल ही में उन्हें नेशनल अवॉर्ड और IIFA पुरस्कार मिला है। उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस (फिल्म- शैतान) के लिए नॉमिनेट किया गया है। इस लिस्ट में माधुरी दीक्षित (भूल भुलैया 3), अहिल्या बामरु (आई वांट टू टॉक), छाया कदम (‘लापता लेडीज’ ) और प्रियामणि (आर्टिकल 370 ) शामिल हैं। इसके अलावा, इस साल फिल्मफेयर 2025 में दो गुजराती कलाकारों के बीच प्रतिस्पर्धा है। इनमें बेस्ट डायरेक्टर केटेगरी में भूल भुलैया 3 के लिए अनीस बाजमी और द बकिंघम मर्डर्स के लिए हंसल मेहता नामांकित हैं। फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की शुरुआत 1954 में हुई थी। इस अवॉर्ड समारोह का आयोजन हर साल किया जाता है। पहली बार यह पुरस्कार फिल्म ‘दो बीघा जमीन’ को दिया गया था। अगर वर्तमान रिकॉर्ड देखें तो रणवीर सिंह की फिल्म ‘गली बॉय’ ने 13 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स जीते हैं। वहीं, आमिर खान की फिल्म ‘रंग दे बसंती’ को सबसे अधिक 19 नॉमिनेशन मिले थे। लेखक और डायरेक्टर गुलजार को अब तक सबसे अधिक 21 बार फिल्मफेयर अवॉर्ड्स मिले हैं।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का ₹100 करोड़ मानहानि केस खारिज:वकील बोले– ये तो बस दबाव डालने की चाल थी
बॉम्बे हाई कोर्ट ने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी की ₹100 करोड़ की मानहानि वाली याचिका खारिज कर दी, क्योंकि वे सुनवाई के दौरान अदालत में मौजूद नहीं थे। यह याचिका उन्होंने अपने भाई शमसुद्दीन सिद्दीकी और पत्नी के खिलाफ दाखिल की थी। नवाजुद्दीन का आरोप था कि उनके बारे में झूठे और बदनाम करने वाले बयान फैलाए गए, जिससे उनकी छवि को नुकसान पहुंचा और उन्हें बड़ी मानसिक व सामाजिक हानि हुई। इस मामले में नवाजुद्दीन सिद्दीकी और उनके वकील कई बार अदालत में पेश नहीं हुए, जिसके चलते याचिका गैर-प्रसिक्षण (non-prosecution) के आधार पर खारिज कर दी गई। शमसुद्दीन सिद्दीकी की ओर से वकील अली काशिफ खान देशमुख, स्निग्धा खंडेलवाल और फारिद शेख ने पैरवी की। वकील देशमुख ने कहा कि नवाजुद्दीन द्वारा दायर यह मामला पूरी तरह निराधार था और इसमें कोई न्यायसंगत दावा नहीं था। यह याचिका केवल हमारे मुवक्किल पर वित्तीय विवादों के चलते दबाव बनाने के उद्देश्य से दायर की गई थी। यह मामला उस विवाद से जुड़ा था, जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने भाई को अपने मैनेजर के रूप में नियुक्त किया था और उसे पैसों से जुड़े कई कामों की जिम्मेदारी दी थी। बाद में दोनों के बीच मनमुटाव हो गया और उन्होंने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर आरोप लगाना शुरू कर दिया। इसके बाद कोर्ट ने आदेश दिया कि दोनों पक्ष सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के खिलाफ कोई पोस्ट न करें, ताकि मामला शांतिपूर्वक सुलझाया जा सके। इस मामले के खारिज होने के बाद विवाद फिलहाल कानूनी तौर पर कोर्ट में बंद हो गया है। बावजूद इसके, दोनों पक्षों के बीच सामाजिक और पारिवारिक तनाव की खबरें अब भी सामने आती रहती हैं।
बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोह, 70वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का आयोजन 11 अक्टूबर को अहमदाबाद के एका क्लब में होगा। कार्यक्रम में गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से लेकर देश-विदेश की जानी-मानी शख्सियत भी शामिल होंगी। शाहरुख खान 17 साल के लंबे अंतराल के बाद इस प्रोग्राम को होस्ट करेंगे। इस आयोजन के लिए कांकरिया लेक के पास एका क्लब में तैयारियां की जा रही हैं। क्लब में 7 गेट से मेहमानों को एंट्री दी जाएगी। इसमें वीवीआईपी और वीआईपी के लिए अलग-अलग एंट्री गेट रखे गए है। 8 साल से कम उम्र के बच्चों को नो एंट्री, 50,000 तक का एंट्री टिकट 5,000 से लेकर 50,000 रुपए तक के टिकटफिल्मफेयर अवॉर्ड्स देखने के इच्छुक लोगों के लिए कांकरिया फुटबॉल ग्राउंड के पास श्री समर्पण हॉल के पास एक बॉक्स ऑफिस (टिकट विंडो) बनाया जा रहा है। जहां से लोग 5,000 रुपये से लेकर 50,000 रुपए तक के टिकट खरीद सकते हैं। एक्का क्लब में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। 8 साल से कम उम्र के बच्चों को नो एंट्रीफिल्मफेयर अवॉर्ड्स में हिस्सा लेने वाले लोग अंदर कोई भी सामान नहीं ले जा सकेंगे। बैग, पावर बैंक, ईयरफोन, पानी की बोतल, खाने-पीने का सामान, सिगरेट, प्रोफेशनल कैमरा, सेल्फी स्टिक, ड्रोन और लैपटॉप आदि ले जाने पर बैन लगा दिया गया है। वहीं, 8 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। प्रोग्राम की शुरुआत 11 अक्टूबर को शाम 7:30 बजे से होगी। दोपहर 3 बजे से मेहमान क्लब में एंट्री कर सकते है। रात 8 बजे एंट्री गेट बंद कर दिया जाएंगे और किसी को भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। ऐका क्लब और कांकरिया के आसपास की सभी सड़कों सहित कांकरिया परिसर के आसपास 1 किलोमीटर के क्षेत्र में पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा कांकरिया मल्टी-लेवल पार्किंग और फुटबॉल ग्राउंड को भी पार्किंग के लिए रिजर्व रखा गया है। इन प्लॉट्स में पार्किंग की फैसिलिटी रहेगीवीवीआईपी, वीआईपी और अन्य लोगों के लिए एक्का क्लब और कांकरिया के आसपास कुल 9 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। कांकरिया स्थित मल्टीलेवल पार्किंग फुल होने के कारण, फुटबॉल ग्राउंड, फ्रॉग गार्डन, किड्स सिटी, पिकनिक हाउस और कमला नेहरू चिड़ियाघर के आसपास के पार्किंग प्लॉट्स में वाहन पार्क किए जा सकेंगे। पुष्पकुंज गेट और किड्स सिटी के पास वीवीआईपी के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गई है। पार्किंग क्षेत्र से एक्का क्लब तक निःशुल्क और सशुल्क दोनों तरह की शटल सेवाओं की व्यवस्था की गई है। लोग शो माई पार्किंग के जरिए पार्किंग बुक कर सकते हैं।
फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति व्यवसायी राज कुंद्रा पर दर्ज 60 करोड़ रुपए की लोन-कम-इन्वेस्टमेंट धोखाधड़ी मामले की जांच तेज हो गई है। आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने राज कुंद्रा से अब तक दो बार पूछताछ की है और तीसरी बार बुलाने की तैयारी है, जबकि शिल्पा से 4 अक्टूबर को उनके जुहू स्थित घर पर 4 घंटे सवाल-जवाब हुए। अब इस मामले में राज कुंद्रा का बयान सामने आया है। उन्होंने जांच के दौरान बताया कि नोटबंदी की वजह से उनका पूरा परिवार आर्थिक रूप से बुरी तरह प्रभावित हुआ और वे कर्ज में डूब गए। कुंद्रा बोले – नोटबंदी में कंपनी को हुआ भारी नुकसान EOW सूत्रों के मुताबिक, कुंद्रा ने बताया कि उनकी कंपनी Best Deal TV Private Limited (जो इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू उपकरण बेचती थी) को 2016 की नोटबंदी के बाद भारी वित्तीय नुकसान हुआ। नकदी संकट के कारण वे समय पर निवेशक का पैसा लौटाने में असमर्थ रहे। शिकायत में लगे गंभीर आरोप यह मामला मुंबई के व्यवसायी दीपक कोठारी की शिकायत पर दर्ज हुआ। कोठारी का आरोप है कि 2015 से 2023 के बीच उन्हें कंपनी में करीब 60 करोड़ रुपए लगाने के लिए प्रेरित किया गया था। निवेश टीवी शॉपिंग बिजनेस में होना था, लेकिन रकम कथित तौर पर निजी इस्तेमाल में चली गई। शिल्पा ने कहा – मैं वित्तीय विवादों में शामिल नहीं पूछताछ के दौरान शिल्पा ने कहा कि उन्होंने पति के साथ कंपनी शुरू की थी, लेकिन बाद में वित्तीय या रोजमर्रा के संचालन में कोई भूमिका नहीं रही। सभी फैसले कुंद्रा और मैनेजमेंट टीम लेते थे। हाई कोर्ट में LOC हटाने की मांग दोनों ने मुंबई हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर लुक आउट सर्कुलर (LOC) अस्थायी निलंबित करने और अक्टूबर 2025 से जनवरी 2026 तक विदेश यात्रा की अनुमति मांगी। अदालत ने कहा कि यह गंभीर आर्थिक अपराध का मामला है, इसलिए सिर्फ मनोरंजन के लिए यात्रा की इजाजत नहीं दी जा सकती। कपल के वकील ने स्पष्टीकरण दिया कि केवल फुकेत वाली यात्रा मनोरंजन के लिए थी, बाकी पेशेवर कारणों से तय हुई थीं। अदालत की सख्त शर्त पीठ ने स्पष्ट किया – याचिका पर विचार तभी होगा जब आरोपी पूरी 60 करोड़ की रकम जमा करेंगे। अगली सुनवाई 14 अक्टूबर 2025 को होगी। अदालत ने माना कि जांच में सहयोग के कारण ही अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। फॉरेंसिक जांच शुरू EOW ने कंपनी के सभी वित्तीय लेनदेन और खातों की फॉरेंसिक जांच शुरू की है, साथ ही उन बैंक खातों और निवेश ट्रेल्स की पड़ताल की जा रही है जिनसे निवेश राशि ट्रांसफर हुई। कुंद्रा-शेट्टी के वकील का कहना है – दोनों निर्दोष हैं और लेनदेन पारदर्शी हैं। आने वाले हफ्तों में मामले से जुड़ी नई जानकारी सामने आ सकती है।
'सैयारा' फेम अनीत पड्डा अपने एक पुराने वीडियो की वजह से परेशानी में घिरती नजर आ रही हैं। उनकी परेशानी की वजह उर्दू की फेमस कविता लब पे आती है दुआ है। पुराने वायरल वीडियो में एक्ट्रेस मशहूर कवि मोहम्मद इकबाल के इस कविता को रैप स्टाइल में गाते नजर आ रही हैं, जिस पर सोशल मीडिया यूजर्स मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं। फिल्म और अपनी सादगी के लिए अब तक सुर्खियों बटोरने वाली अनीत पहली बार ट्रोलर्स के निशाने पर हैं। एक यूजर ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए लिखा- 'दुनिया में गाने कम पड़ रहे थे क्या जो नाट पर नाच रही हो।' एक दूसरे यूजर ने लिखा- 'इस एक्ट से निराशा हुई।' एक अन्य यूजर ने लिखा-'अनीत इस तरह का बिहेवियर आपको सूट नहीं करता है।' ‘सैयारा’ से रातों रात स्टार बनने वाली अनीत की वर्क फ्रंट की बात करें तो जल्द एक और लव स्टोरी में नजर आएंगी। 'बैंड बाजा बारात' फेम डायरेक्टर मनीष शर्मा अनीत को लेकर एक रोमांटिक फिल्म बनाने वाले हैं। अनीत की इस फिल्म को यशराज फिल्म्स ही प्रोड्यूस करेगी। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अनीत को उनकी नई फिल्म के लिए कास्ट कर लिया गया है। मिड डे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस फिल्म के प्री-प्रोडक्शन काम भी शुरू हो चुका है। अनीत को ये रोमांटिक फिल्म पंजाब पर आधारित होगी। वहीं, फिल्म की शूटिंग साल 2026 की पहली छमाही में शुरू की जाएगी। फिल्म में अनीत के अपोजिट कौन होगा, इसे लेकर कोई जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है।
बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी अपनी पर्सनैलिटी राइट्स की सुरक्षा के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट पहुंचे। उन्होंने कहा कि कई सोशल मीडिया पेज और वेबसाइटें उनके फोटो का इस्तेमाल अपने बिजनेस को प्रमोट करने के लिए कर रही हैं। इसके अलावा, उन्होंने एक मामले का जिक्र किया, जिसमें उनके और उनकी नातिन की डीपफेक तस्वीर बनाई गई थी। सुनील शेट्टी की नातिन का नाम इवारा है। उनकी बेटी अथिया शेट्टी और दामाद केएल राहुल की बेटी का जन्म 24 मार्च 2025 को हुआ था। वर्कफ्रंट की बात करें तो एक्टर हाल ही में फिल्म ‘केसरी वीर’ में नजर आए थे। प्रिंस धीमान के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में विवेक ओबेरॉय, सूरज पंचोली और आकांक्षा शर्मा भी अहम रोल में थे। यह फिल्म 23 मई 2025 को रिलीज हुई थी। बॉम्बे हाईकोर्ट ने आशा भोंसले के पर्सनैलिटी राइट्स सुरक्षित किए थेइससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने सिंगर आशा भोसले के नाम, आवाज और पहचान का बिना अनुमति के इस्तेमाल करने पर रोक लगाई थी। अब AI प्लेटफॉर्म, ई-कॉमर्स और दूसरे बिना अनुमति इनका इस्तेमाल नहीं कर सकते। बार एंड बेंच की रिपोर्ट के अनुसार, कोर्ट ने कहा था कि AI टूल्स का इस्तेमाल करके सेलिब्रिटी की आवाज की नकल करना उनके पर्सनैलिटी राइट्स का उल्लंघन है। ये टूल्स बिना अनुमति उनकी आवाज को बदल और दोहरा सकते हैं, जो उनके पब्लिक और पर्सनल आइडेंटिटी का अहम हिस्सा है। आशा भोसले ने कोर्ट का रुख तब किया था जब उन्होंने देखा कि कई जगह उनका नाम और पहचान गलत तरीके से इस्तेमाल हो रही है। शिकायत में AI कंपनी Mayk, ई-कॉमर्स साइट्स अमेजन और फ्लिपकार्ट, टेक प्लेटफॉर्म गूगल और एक स्वतंत्र कलाकार शामिल थे। स्वतंत्र कलाकार ने आशा भोसले की तस्वीर वाले कपड़े बेचे शिकायत में कहा गया था कि Mayk उनकी आवाज का AI क्लोन बना और वितरित कर रहा था। अमेजन और फ्लिपकार्ट उनकी तस्वीर वाले पोस्टर और मर्चेंडाइज बिना अनुमति बेच रहे थे। गूगल इसलिए शामिल था क्योंकि यूट्यूब पर AI कंटेंट में उनकी आवाज की नकल हो रही थी। स्वतंत्र कलाकार ने उनकी तस्वीर वाली कपड़े की बिक्री की। आशा भोसले की टीम ने कहा था कि इस तरह का बिना अनुमति इस्तेमाल उनके 80 साल के करियर में अर्जित प्रतिष्ठा और गुडविल को नुकसान पहुंचाता है। उनके करियर में उन्होंने पद्म विभूषण, दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड और दो ग्रैमी नामांकन भी प्राप्त किए। कोर्ट ने मामले की समीक्षा के बाद सभी प्रतिवादियों के खिलाफ रेस्ट्रेनिंग ऑर्डर जारी किया। अब कोई भी उनके नाम, तस्वीर या आवाज का बिजनेस या निजी फायदा लेने के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकता। साथ ही कोर्ट ने सभी प्लेटफॉर्म और सेलर्स को सभी कंटेंट और प्रोडक्ट लिस्टिंग हटाने का आदेश दिया था। उन्हें आशा भोसले को उन लोगों की जानकारी भी देनी होगी जिन्होंने उनका उल्लंघन किया, ताकि वे आगे की कानूनी कार्रवाई कर सकें।
मलयालम एक्टर शेन निगम की रोमांटिक फिल्म 'सोल ऑफ हाल' मुसीबत में फंसती दिख रही है। सेंसर बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने फिल्म में 15 कट और बदलाव की मांग की है। CBFC ने फिल्म में बीफ बिरयानी खाने समेत कई सीन पर सख्ती दिखाई है,जिसकी वजह से फिल्म की रिलीज संकट में है। फिल्म के मेकर्स ने सेंसर बोर्ड के फैसले के खिलाफ केरल हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। फिल्म के पीआरो के अनुसार, सीबीएफसी ने मेकर्स से 15 सीन्स हटाने की मांग की है, जिसमें ‘ध्वजा प्रणाम’, ‘संघम कवल उंड’ और ‘बीफ बिरयानी’ खाने वाले सीन शामिल हैं। हालांकि, फिल्म के पीआरओ के अनुसार, मेकर्स ने फिल्म में बीफ बिरयानी खाने की बात से इनकार किया है और इसे सीबीएफसी की महज एक धारणा बताया है। अगर सुझाए गए बदलावों को किया गया तो फिल्म को सेंसर बोर्ड से ए प्रमाण पत्र मिलने की उम्मीद है। फिल्म के पीआरओ के अनुसार, सीबीएफसी ने फिल्म का पहला प्रिव्यू 10 सितंबर को किया था। उसके बाद भी बिना किसी लिखित कारण के फिल्म को रिवाइजिंग कमिटी को भेज दिया गया। शेन निगम की 'हाल' का डायरेक्शन वीरा ने किया है और इसे निषाद के. कोया ने लिखा है। शेन निगम के अलावा, फिल्म में साक्षी वैद्य और जॉनी एंटनी भी मुख्य भूमिकाओं में हैं। पहले ये फिल्म 12 सितंबर को रिलीज होने वाली थी।
कनाडा में मशहूर पंजाबी सिंगर एपी ढिल्लों के घर पर फायरिंग मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। 25 वर्षीय अभिजीत किंगरा को लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ढिल्लों को डराने के लिए पैसे देकर किराए पर रखा था। वो चार साल पहले स्टूडेंट वीजा पर पढ़ाई के लिए कनाडा गया था, अब जेल की सलाखों के पीछे है। अदालत ने उसे 6 साल की सजा सुनाई है। कनाडाई न्यूज चैनल सीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, जज लिसा म्रोजिंस्की ने कहा कि किंगरा पढ़ाई और नौकरी में असफल रहा और परिवार की आर्थिक मदद करने के दबाव में उसने यह कॉन्ट्रैक्ट ले लिया। दोनों घर पर 14 गोलियां चलाई थीं, जो दीवारों पर लगीं सितंबर 2024 में किंगरा और उसके साथी विक्रम शर्मा ने वैंकूवर आइलैंड स्थित ढिल्लों के घर के बाहर दो गाड़ियों में आग लगा दी और फिर 14 गोलियां घर पर दागीं थीं। गोलियां घर की दीवारों में जा धंसी, मगर गनीमत रही कि कोई घायल नहीं हुआ। कनाडाई पुलिस की जांच में सामने आया है कि वारदात करने के बाद किंगरा और उसका साथी शर्मा मौके से फरार हो गए थे। किंगरा तीन हफ्ते बाद ओंटेरियो से गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, वारदात के बाद विक्रम शर्मा भारत भागने में सफल हो गया था। अपने बॉडी कैमेरा से रिकॉर्ड कर रहा था वारदात अदालत में बताया गया कि किंगरा ने पूरे हमले को अपने बॉडी कैमरा से रिकॉर्ड किया था। कुछ ही घंटों में बिश्नोई गैंग ने वीडियो ऑनलाइन डालकर हमले की जिम्मेदारी ले ली थी। जज ने कहा- यह दृश्य किसी फिल्म या वीडियो गेम जैसा था, असल जिंदगी में नहीं होना चाहिए। कनाडा सरकार ने हाल ही में बिश्नोई गैंग को आतंकी संगठन घोषित किया है, क्योंकि यह विदेशों में बसे भारतीय मूल के लोगों में डर फैलाने और धमकी देने जैसी घटनाओं में शामिल है। माना जा रहा है कि एपी ढिल्लों के एक म्यूजिक वीडियो में सलमान खान को दिखाने के कारण यह हमला करवाया गया था। अदालत ने कहा कि किंगरा गैंग का फॉलोअर था, लेकिन उसका अपराध सुनियोजित और आतंक फैलाने के इरादे से किया गया था। अब उसे 6 साल जेल के साथ सजा पूरी होने पर भारत डिपॉर्ट किया जाएगा। लॉरेंस के पूर्व एसोसिएट रोहित गोदारा ने ली थी जिम्मेदारी सिंगर के घर पर फायरिंग करने के बाद लॉरेंस गैंग के पूर्व साथी कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थी। जिसमें लिखा था कि राम राम जी सभी भाइयों को। 1 सितंबर (2024) की रात कनाडा में दो जगह पर फायरिंग हुई है। एक विक्टोरिया आइलैंड और वुडब्रिज टोरंटो में। दोनों वारदातों की जिम्मेदारी मैं रोहित गोदारा (लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप) लेता हूं। हालांकि दोनों ग्रुप अब अलग अलग हो चुके हैं ।
दीपिका पादुकोण ने संदीप रेड्डी वांगा की ‘स्पिरिट’ और नाग अश्विन की ‘कल्कि 2’ से बाहर होने और 8 घंटे की शिफ्ट की मांग कंट्रोवर्सी पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। एक इंटरव्यू में इस पूरे विवाद पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे इंडस्ट्री में मेल सुपरस्टार हमेशा से आठ घंटे की शिफ्ट करते आए हैं लेकिन ये बात कभी हेडलाइन का हिस्सा नहीं रही है। सीएनबीसी-टीवी 18 से इंटरव्यू में जब दीपिका से कहा गया कि उन्हें अपने फैसलों के लिए काफी विरोध झेलना पड़ रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक्ट्रेस ने कहा- 'एक महिला होने के नाते, अगर यह दबाव डालने जैसा होता है, तो ऐसा ही सही। लेकिन यह कोई सीक्रेट नहीं है कि इंडियन फिल्म इंडस्ट्री में कई सुपरस्टार, मेल सुपरस्टार सालों से आठ घंटे काम कर रहे हैं और यह कभी सुर्खियों में नहीं आया।' दीपिका ने आगे कहा- 'मैं अभी नाम नहीं लेना चाहती और इसे बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहती लेकिन यह बहुत आम बात है। पब्लिकली ये बात पता है कि बहुत सारे मेल एक्टर सालों से हर रोज आठ घंटे काम कर रहे हैं। उनमें से ज्यादातर मंडे से फ्राइडे तक सिर्फ आठ घंटे काम करते हैं। वे वीकेंड में काम नहीं करते।' दीपिका ने कहा कि भले ही भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को एक इंडस्ट्री कहा जाता है, लेकिन हमने कभी भी एक इंडस्ट्री की तरह काम नहीं किया है। यह एक बहुत ही अव्यवस्थित इंडस्ट्री है और अब समय आ गया है कि हम इस कल्चर में कुछ चेंज लाएं। बता दें कि हाल ही में दीपिका को ‘स्पिरिट’ और ‘कल्कि 2’ जैसी दो बड़ी फिल्मों से बाहर होना पड़ा। कहा गया कि एक्ट्रेस ने इन दोनों फिल्मों में काम करने के लिए आठ घंटे की शिफ्ट की डिमांड रखी थी। साथ ही फीस के तौर पर भारी भरकम रकम की मांग भी की थी। दीपिका को अपनी इस मांग की वजह से अनप्रोफेशनल कहा गया। एक्ट्रेस की वर्कफ्रंट की बात करें तो वो फिलहाल साउथ डायरेक्टर एटली की एक फिल्म में अल्लू अर्जुन के साथ नजर आएंगी। इसके अलावा शाहरुख खान के साथ फिल्म ‘किंग’ में भी दिखेंगी।
लखनऊ में सहारा शहर सील होने के बाद सुब्रत रॉय और उनकी लाइफ स्टाइल लगातार चर्चा में है। सत्ता के गलियारे से लेकर बॉलीवुड सितारों और क्रिकेट के धुरंधरों तक में उनकी पैठ थी। एक वक्त था जब सहारा शहर में होने वाले इवेंट्स और इसमें पहुंचने वाली शख्सियतों की खूब चर्चा होती थी। यहां सियासत के बड़े चेहरे और बॉलीवुड सितारे भी पहुंचते थे, जिनके वीडियो अब वायरल हो रहे हैं। इनमें यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और अमर सिंह भी नजर आ रहे हैं। सहारा ग्रुप के कार्यक्रम शाम-ए-बच्चन में अभिनेता अमिताभ बच्चन परिवार के साथ पहुंचे थे। बच्चन ने उसमें कविता पाठ भी किया था। ऊपर VIDEO पर क्लिक कर देखिए सहाराश्री सुब्रत रॉय की लैविश लाइफ। इसमें देखने को मिलेगा कि सुब्रत रॉय का रुतबा क्या था...
कोविड के दौरान महीनों तक थिएटर बंद रहे, शूटिंग रुकी और फिल्मों की कमाई रुक गई। जब हालात सुधरे तो बॉलीवुड पूरी तरह बदल चुका था। अब फिल्मों का कंट्रोल डायरेक्टर या प्रोड्यूसर के पास नहीं, बल्कि बड़े स्टूडियो सिस्टम के पास है। कुछ बड़े बैनर ही इंडस्ट्री चला रहे हैं। हर फैसला—स्क्रिप्ट से लेकर एक्टिंग तक—अब “ब्रांड वैल्यू” देखकर लिया जाता है। इस माहौल में नए राइटर और डायरेक्टर को मौका नहीं मिल पा रहा। ‘चक दे इंडिया ‘ के डायरेक्टर शिमित अमीन जैसे प्रतिभाशाली फिल्ममेकर काम के लिए तरस रहे हैं। वहीं, बड़े स्टार्स की फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही हैं। दर्शक अब पुराने फॉर्मूले वाले रोमांस या एक्शन से उकता चुके हैं। इस बीच साउथ सिनेमा ने मजबूत कंटेंट और असली कहानियों के दम पर दर्शकों का भरोसा जीत लिया है। उधर बॉलीवुड में फेक बजट और फेक कलेक्शन का चलन बढ़ गया है। प्रचार में करोड़ों की कमाई बताई जाती है, जबकि हकीकत कुछ और होती है, जिससे दर्शकों का भरोसा टूट रहा है। अब इंडस्ट्री में हालत यह है कि कुछ स्टार्स और बड़े प्रोडक्शन हाउस के पास ही काम है, बाकी कलाकार और टेक्निशियन महीनों से बेरोजगार हैं। इसी वजह से इंडस्ट्री में डिप्रेशन बढ़ा है और कई लोग दूसरे कामों में चले गए हैं। फिर भी उम्मीद बाकी है — ओटीटी प्लेटफॉर्म ने बाहर के टैलेंट को पहचान दी है। छोटे शहरों के कलाकार और नए डायरेक्टर्स अब वहां अपनी जगह बना रहे हैं। अगर बॉलीवुड इस बदलाव को समझ ले, तो फिर से कंटेंट-ड्रिवन सिनेमा लौट सकता है। इस बदलाव और डिप्रेशन की वजह को जानने के लिए हमने भूतनाथ के डायरेक्टर विवेक शर्मा, वीएफएक्स सुपरवायजर पार्थ सारथी अय्यर, एक्टर-मॉडल रोहित अग्रवाल, एक्टर- मॉडल जतिन आहुजा, डबिंग आर्टिस्ट सोनीर वढेरा, प्रोडक्शन डिजाइनर स्मिता गुप्ता और मनोचिकित्सक डॉ. सैयदा रुखशेदा से बात की। भूतनाथ के डायरेक्टर विवेक शर्मा फिल्म इंडस्ट्री में आए बदलाव और डिप्रेशन के बारे में बात करते हुए कहते हैं- 2021 के बाद से बॉलीवुड में हालात काफी बदल गए हैं। अब इंडस्ट्री दो हिस्सों में बंटी दिखती है। एक ग्रुप में कुछ लोगों के पास लगातार काम है, जबकि दूसरे ग्रुप में कई कलाकारों और डायरेक्टर्स को काम ही नहीं मिल रहा। कई लोग तनाव और डिप्रेशन से जूझ रहे हैं क्योंकि उन्हें अपने कॉन्ट्रैक्ट या एग्रीमेंट के हिसाब से पैसे नहीं मिल रहे। इसी वजह से बहुत से लोग फिल्म इंडस्ट्री छोड़कर जा चुके हैं। आज स्थिति यह है कि टैलेंटेड डायरेक्टर्स को भी काम नहीं मिल रहा। जैसे ‘चक दे इंडिया’ के डायरेक्टर शिमित अमीन के पास आज कोई फिल्म नहीं है। पहले जो फिल्ममेकर सुपरहिट फिल्में बनाते थे, अब वे बड़े स्टार्स के साथ काम नहीं कर पा रहे हैं। बाजीराव मस्तानी के लिए पहले ऋतिक रोशन को चुना गया था संजय लीला भंसाली अपनी फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी ‘ 2001 से बनाना चाहते थे और इसके लिए उन्होंने पहले ऋतिक रोशन को चुना था। कुछ बड़े स्टार और प्रोडक्शन हाउस ने ऋतिक को समझाया कि भंसाली उनकी कई महीनों की तारीखें बर्बाद कर देंगे, जिससे ऋतिक ने फिल्म छोड़ दी। बाद में यह फिल्म रणवीर सिंह के साथ बनी और 2015 में रिलीज हुई। हालांकि ऋतिक ने बाद में भंसाली के साथ ‘गुजारिश’ में काम किया। इससे यही साबित होता है कि अच्छे डायरेक्टर भी इंडस्ट्री की लॉबी और नेपोटिज्म से जूझते हैं। बड़े प्रोडक्शन हाउस टैलेंट और अच्छी कहानियों से ज्यादा स्टार पावर और फॉलोअर्स पर ध्यान देते हैं। सही कलाकार ढूंढना मुश्किल हो गया है, खासकर हीरोइन के लिए, क्योंकि अब एक ऐसा वर्ग बन गया है जिसे सिनेमा से ज्यादा दिखावे और नेटवर्किंग की परवाह है। आज भी कई डायरेक्टर्स अच्छे सब्जेक्ट पर फिल्म बनाना चाहते हैं, लेकिन बड़े प्रोडक्शन हाउस उन्हें मौका नहीं देते। उन्हें सिर्फ बड़े स्टार और बड़ी फैन फॉलोइंग दिखती है। असली टैलेंट और कहानी कहने की कला पर ध्यान नहीं दिया जाता। लड़कियों की कास्टिंग करना सबसे मुश्किल काम मैं अभी चार फिल्में शुरू कर रहा हूं। लड़कों की कास्टिंग में सिर्फ 7 दिन लगते हैं, लेकिन किसी लड़की को कास्ट करने में 17 महीने लग जाते हैं। इसका मतलब यह है कि सही कलाकार ढूंढना मुश्किल है, क्योंकि अब इंडस्ट्री में एक ऐसा वर्ग बन गया है जिसे सिनेमा से कोई मतलब नहीं। वे सिर्फ लॉबी, नेपोटिज्म और दिखावे पर टिका हुआ है। सोशल मीडिया पर इनके लाखों फॉलोअर्स हैं, लेकिन जब फिल्म थिएटर में लगती है तो देखने कोई नहीं आता। फेक बजट और झूठे कलेक्शन दिखाने का चलन बढ़ गया है आजकल ज्यादातर फिल्में ट्रेड पंडितों की टाइमलाइन पर चलने लगी हैं। कई लोगों को फिल्मों के फेक ट्वीट्स करने के भी पैसे मिलते हैं। हिंदी सिनेमा में झूठे बजट और कलेक्शन बताने का चलन बढ़ गया है। FICCI फेस्टिवल में प्रोड्यूसर रोनी स्क्रूवाला ने कहा था कि कमाई के झूठे आंकड़े दिखाना गलत है, लेकिन अब लगभग हर फिल्म ऐसा कर रही है ताकि लोग सोचें कि फिल्म हिट है और थिएटर जाएं। मगर जब दर्शक फिल्म देखते हैं तो उन्हें लगता है कि उनके साथ धोखा हुआ है क्योंकि फिल्म वैसी नहीं होती जैसी बताई जाती है। भारत की 140 करोड़ आबादी में सिर्फ 2 करोड़ लोग ही थिएटर में फिल्म देखते हैं, जबकि साउथ में टिकट सस्ते होने से लोग ज्यादा फिल्में देखते हैं। अच्छे लेखकों को अब मौके नहीं मिल रहे हैं आज हालात ऐसे हैं कि जो लोग खुद अच्छा काम नहीं कर पाए, वही अब फैसले ले रहे हैं। न उन्हें साहित्य की समझ है, न फिल्म परंपरा का सम्मान। पहले जब पंजाबी, बंगाली और मराठी निर्देशक फिल्में बनाते थे, तब सिनेमा में गहराई होती थी। फिर खान युग आया, जहां कहानी की जगह ग्लैमर और पार्टी कल्चर ने ले ली। एक बार सलमान खान ने शरमन जोशी से कहा था — “तू मेरी फिल्म करेगा।” अब जब स्टार ही कास्टिंग करने लगें तो निर्देशक का काम क्या बचेगा? जब तक निर्देशकों और फिल्मकारों को आजादी और सम्मान नहीं मिलेगा, सच्ची फिल्में बनना मुश्किल रहेगा। प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के बीच अहंकार प्रोड्यूसर और डायरेक्टर के बीच अहंकार का टकराव हमेशा से होता आया है। कई बार ऐसा हुआ है कि राइटर ने बढ़िया स्क्रिप्ट लिखी, लेकिन प्रोडक्शन हाउस की दखलअंदाजी से फिल्म का असर खत्म हो गया। सिनेमा दरअसल डायरेक्टर का माध्यम है, इसलिए उसे अपने विजन के अनुसार फिल्म बनाने की आजादी मिलनी चाहिए। वहीं, कई प्रोड्यूसर यह सोच लेते हैं कि पैसे उन्होंने लगाए हैं, इसलिए फिल्म उनकी शर्तों पर बनेगी। लेकिन सच यह है कि दर्शक को इससे फर्क नहीं पड़ता कि फिल्म कितने पैसे में बनी है। उसे बस स्क्रीन पर अच्छी फिल्म देखनी है। फिल्म ‘लापता लेडीज’ अच्छी मिसाल है फिल्म ‘लापता लेडीज ‘ इसकी एक अच्छी मिसाल है। अगर यह फिल्म आमिर खान की पत्नी किरण राव ने नहीं बनाई होती, तो शायद यह कभी थिएटर तक नहीं पहुंच पाती। यह थिएटर में तो ज्यादा नहीं चली, लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर खूब पसंद की गई। इससे यह साफ है कि लोग अच्छी फिल्मों को जरूर सराहते हैं, बस उन्हें ऐसी फिल्में कम मिल रही हैं। कॉरपोरेट और बड़े स्टूडियो अब भ्रष्ट हो चुके हैं। अगर स्वतंत्र (इंडिपेंडेंट) फंडिंग नहीं मिली, तो अच्छी फिल्में नहीं बन पाएंगी। इन कॉरपोरेट और स्टूडियो में काम करने वाले लोग लाखों रुपए रिश्वत मांगते हैं। वीएफएक्स सुपरवायजर पार्थ सारथी अय्यर ने बताया- बॉलीवुड की VFX इंडस्ट्री में छोटी कंपनियों की हालत बहुत खराब है। बड़ी VFX कंपनियां प्रोड्यूसर्स से मोटी रकम लेती हैं और फिर वही काम छोटी कंपनियों से सस्ते में करवाकर अपना नाम लगा देती हैं। बड़ी कंपनियों का फायदा उठाना पार्थ सारथी अय्यर कहते हैं- मान लीजिए बड़ी VFX कंपनियां प्रोड्यूसर्स से 100 रुपए चार्ज करती हैं और वही काम छोटी कंपनी से 20 रुपए में करवा लेती हैं। इससे छोटी कंपनियों को सिर्फ मजदूरी मिलती है, मुनाफा नहीं। जब प्रोड्यूसर्स डायरेक्ट आते हैं तो उनके पास बजट कम होता है, इसलिए सिर्फ घर चलाने भर की कमाई होती है। छोटी कंपनियों की मजबूरी मेरे स्टूडियो में पहले 11 लोग काम करते थे, अब सिर्फ 2 बचे हैं। हालात इतने बुरे हैं कि कई लोग गांव जाकर खेती करने पर मजबूर हो गए हैं। दूसरे स्टूडियो में 15 से सिर्फ 2 लोग बचे हैं और 5-6 लोग गांव वापस चले गए। पेमेंट की समस्या बॉलीवुड में पैसे समय पर नहीं मिलते। कई बार तो मिलते ही नहीं, और अगर मिलते हैं तो टुकड़ों में। इससे पैसों की वैल्यू खत्म हो जाती है। टीम के सदस्यों की पत्नियों के फोन आने लगते हैं कि सैलरी कब मिलेगी, लेकिन जवाब नहीं होता। असंतुलन की समस्या बड़े प्रोजेक्ट्स में पैसे फंस जाते हैं जबकि बड़ी कंपनियां पूरा पेमेंट लिए बिना फाइनल कॉपी नहीं देतीं। यह असंतुलन छोटी कंपनियों के लिए जिंदगी मुश्किल बना देता है, न सिर्फ अपनी बल्कि पूरी टीम की सर्वाइवल की चिंता करनी पड़ती है। एक्टर-मॉडल रोहित अग्रवाल ने बताया- नवाजुद्दीन सिद्दीकी, करीना कपूर, करिश्मा कपूर, टाइगर श्रॉफ और ऋतिक रोशन जैसे सितारों के साथ कई ऐड फिल्में की हैं, जिनसे उन्हें अच्छे पैसे भी मिले। अब जब उन्हें किसी नई ऐड फिल्म का ऑफर आता है, तो वे सबसे पहले अपना बजट बताते हैं। अगर उस बजट में सामने वाला कम्फर्टेबल होता है, तभी वे ऑडिशन भेजते हैं। वरना उनकी प्रोफाइल प्रोडक्शन हाउस तक नहीं भेजी जाती। साल भर बीत जाता है फिर भी पेमेंट नहीं मिलता आजकल अगर कोई ईमानदारी और मेहनत से अच्छा काम करता है, तो कई बार उसे आगे बढ़ने नहीं दिया जाता। मैंने पहला ऐड 2020 में Zomato के लिए किया था। उस समय उसी दिन 20 हजार रुपए का पेमेंट मिला था। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। कई बार सालभर बीत जाता है, फिर भी पेमेंट समय पर नहीं मिलता। एक्टर-मॉडल जतिन आहुजा ने बताया- 2019 में मैंने डाबर ओडोमोस का एड किया था, जिसके 15 हजार रुपए मिले थे। तब मैं नया था, इसलिए वो रकम मेरे लिए बड़ी थी। आज बड़े-बड़े ब्रांड्स के एड करता हूं, पर बजट वही रहता है। असली दिक्कत ये है कि एक्टर्स का अनुभव बढ़ने के बाद भी उनकी फीस नहीं बढ़ती। ब्रांड से पैसा पहले प्रोडक्शन को मिलता है, फिर कास्टिंग वालों को, और आखिर में कभी-कभी एक्टर तक पहुंचता ही नहीं। मैंने देखा है कि इस लंबी चेन में सबसे ज्यादा सफर एक्टर ही करता है। सीरियल्स में तो कॉन्ट्रैक्ट के मुताबिक 90 दिन बाद पेमेंट मिलता है, हालांकि कुछ प्रोडक्शन हाउस समय पर पेमेंट करते हैं। पेमेंट नहीं मिला तो बैग उठा लाया एक बार मैंने एक ब्रांड के लिए शूट किया, पर एक साल तक पैसे नहीं मिले। फोन करने पर कोई जवाब नहीं देता था। जब ऑफिस गया तो वो लोग भूल चुके थे कि मैंने उनके लिए काम किया था। आखिर में मैंने वहां पड़ा एक बैग उठा लिया जिसकी कीमत मेरे पेमेंट के बराबर थी और कोई कुछ बोला भी नहीं। सोनीर वढेरा कहते हैं- यह हम पर निर्भर करता है कि डिप्रेशन में जाएं या खुद पर काम करें। लॉकडाउन में काम नहीं था, कई लोग उदास हो गए, लेकिन मैंने उस समय को सीखने का मौका बनाया। मैंने डबिंग की प्रैक्टिस शुरू की और अब नेटफ्लिक्स, प्राइम वीडियो और हॉटस्टार के बड़े शोज में लीड किरदारों की डबिंग कर रहा हूं। अगर मैं काम न होने की चिंता करता, तो शायद डिप्रेशन में चला जाता। एक्टिंग मेरा प्यार है, लेकिन डबिंग से अच्छा पैसा और पहचान दोनों मिल रहे हैं। स्मिता गुप्ता ने बताया- बैंगलुरु में मैं कुछ बंगलों और विला को शूटिंग फ्रेंडली बना रही हूं। मैंने 27 साल बॉलीवुड में प्रोडक्शन डिजाइन का काम किया है। टीवी में परमानेंट सेट और सेट डिजाइन का चलन एकता कपूर के शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ से शुरू हुआ था, जिसका सेट मैंने डिजाइन किया था। टेलीविजन में सेट डिजाइनिंग की शुरुआत मैंने ही की और अब तक 30 से ज्यादा बड़े शो और कई फिल्म निर्माताओं जैसे प्रकाश झा, सुभाष घई, राजीव राय की फिल्मों पर काम किया है। अब सिर्फ गुजारा करने के लिए काम अब इंडस्ट्री पहले जैसी नहीं रही। लोग बस अपना गुजारा करने के लिए काम कर रहे हैं। फिल्में बनती कम और प्रपोजल ज्यादा होते हैं। कहानी सुनाने से पहले ही कहा जाता है कि बजट नहीं है। पहले हर सदस्य फिल्म में दिल से शामिल होता था। कॉरपोरेट सिस्टम आने के बाद स्टार्स को ज्यादा महत्व मिलने लगा है, जबकि कहानी और डायरेक्टर की रचनात्मक आजादी घट गई है। अब प्रोड्यूसर की मनमानी चलती है, जिससे फिल्मों का असली क्रिएटिव माहौल खत्म हो गया है। डॉ. सैयदा रुखशेदा कहती हैं- कोविड के बाद बॉलीवुड में माहौल काफी बदल गया है। कुछ लोगों के पास बहुत काम है, जबकि कई लोगों के पास बिल्कुल काम नहीं है। इस वजह से डिप्रेशन और चिंता की बीमारियां बढ़ी हैं। शुरू में अनिश्चितता के कारण ज्यादा एंजाइटी देखी गई, बाद में निराशा से कई लोगों को गंभीर डिप्रेशन हुआ। कुछ लोग इंडस्ट्री छोड़कर गांव चले गए हैं, तो कुछ प्रोफेशन बदल रहे हैं। हमारे पास डिप्रेशन के शिकार लोग इलाज के लिए आते हैं। हम उन्हें गाइड करते हैं और जरूरत होने पर ट्रीटमेंट देते हैं। अगर मरीज की उम्र 18 साल से ज्यादा है, तो हम उन्हें कहते हैं कि इलाज में उनकी फैमिली या करीबी दोस्तों का साथ जरूरी है। गंभीर डिप्रेशन में लोग शराब, ड्रग्स या सुसाइड के विचारों में घिर सकते हैं। ऐसे मामलों में हम जरूर चाहते हैं कि सपोर्ट सिस्टम का कोई सदस्य उनके साथ रहे, ताकि मिलकर उन्हें बेहतर किया जा सके।
असम के मशहूर सिंगर जुबिन गर्ग की संदिग्ध मौत की गुत्थी लगातार उलझती जा रही है। करीब 40 हजार गाने गा चुके जुबिन 19 सितंबर को सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग के दौरान समुद्र में डूब गए थे। पहली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण डूबना बताया गया, लेकिन अब जबरन डुबोने, जहर देने और आर्थिक साजिश के आरोपों ने केस को जटिल बना दिया है। 23 सितंबर को CM हिमंत बिस्वा सरमा के निर्देश पर गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज में दूसरा पोस्टमॉर्टम कराया गया, मगर 17 दिन बाद भी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई। इससे कई संदेह गहराए हैं। सीएम का कहना है कि रिपोर्ट सार्वजनिक करने से यह ‘कानूनी रूप से अमान्य’ हो जाएगी। वे सवाल जिनने जांच प्रक्रिया उलझाई जुबिन डेथ केस में अब तक क्या हुआ जुबिन की मौत के मामले में सीआईडी अफसरों वाली एसआईटी ने अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें सह गायिका अमृतप्रभा महंत, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के आयोजक श्यामकानु महंत, मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, बैंड के ड्रम मास्टर शेखर ज्योति गोस्वामी और जुबिन के चचेरे भाई व डीएसपी संदीप गर्ग शामिल हैं। ये पांचों 19 सितंबर को जुबिन के साथ सिंगापुर में थे। उस वक्त जुबिन नाव में इन पांचों समेत 17 लोगों के साथ सवार थे। SIT ने अब तक 60 से ज्यादा FIR दर्ज कीं स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने बताया कि जुबीन की मौत के मामले में अब तक राज्य में 10 लोगों के खिलाफ 60 से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं। स्पेशल DGP गुप्ता ने बताया कि सिंगापुर में की गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्रोटोकॉल के अनुसार परिवार को दी जाएगी। सिंगापुर की जांच टीम ने भी काम किया। उन्होंने परिवार से संपर्क भी किया। वहीं, गुवाहाटी में किए गए दूसरे पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट अबतक सामने नहीं आई है। विसरा सैंपल को डिटेल जांच के लिए दिल्ली के सेंट्रल फोरेंसिक लैब भेजा गया है। गुप्ता ने कहा कि विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार और हमारे पास उपलब्ध हो जाएगी। मौत की असली वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम के दौरान शरीर के आंतरिक अंगों जैसे आंत, लिवर, किडनी से लिए जाने वाले नमूने विसरा सैंपल (Viscera sample) कहलाते हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा था कि हमें आरोपियों के खिलाफ कुछ सबूत मिले हैं। इसलिए आगे जांच के लिए उनकी गिरफ्तारी जरूरी थी। SIT सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में गोस्वामी गर्ग के बहुत करीब तैरते दिखाई दिए, जबकि अमृतप्रभा ने पूरी घटना को अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड किया था। जुबीन ने 38 हजार गाने गाए थे जुबीन का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। वे असमिया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गायक, संगीतकार, गीतकार, एक्टर और डायरेक्टर रहे। उन्होंने असमिया, हिंदी, बांग्ला और अंग्रेजी भाषा में गाने गाए हैं। इसके अलावा सिंगर ने बिष्णुप्रिया मणिपुरी, आदि, बोरो, अंग्रेजी, गोलपारिया, कन्नड़, कार्बी, खासी, मलयालम, मराठी, मिसिंग, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, तिवा सहित 40 भाषाओं और बोलियों में 38 हजार से ज्यादा गाने गए। जुबीन असम के हाईएस्ट पेड सिंगर थे। ----------------------------- ये खबर भी पढ़ें... जुबीन गर्ग केस में SIT का बड़ा खुलासा: सिंगर के बॉडीगार्ड्स के खातों में 1 करोड़ का लेनदेन, असम CM ने जांच की मांग की सिंगर जुबीन गर्ग मौत मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) की चल रही जांच में नया खुलासा हुआ है। एसआईटी ने जांच के दौरान सिंगर के दो निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) के खातों में लगभग 1 करोड़ रुपए का नकद लेनदेन पाया है। सिक्योरिटी गार्ड के बैंक खातों में करीब ₹1 करोड़ रुपए की संदिग्ध लेन-देन के खुलासे के बाद पुलिस अब मनी ट्रेल और संभावित साजिश के एंगल से जांच आगे बढ़ा रही है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने आधिकारिक तौर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग से मामले के वित्तीय पहलू की जांच करने का अनुरोध किया है। पढ़ें पूरी खबर...
‘खूबसूरत’ अदाकारा रेखा आज 71 साल की हो चुकी हैं। उन्होंने 50 से ज्यादा सालों में अपने दमदार अभिनय, ट्रेंडसेटर स्टाइल और चार्मिंग पर्सनैलिटी से इंडस्ट्री में खास पहचान बनाई। ‘उमराव जान’, ‘खून भरी मांग’, ‘सिलसिला’, ‘खूबसूरत’ और कई अन्य फिल्मों में उनकी अदाएं लाखों लोगों के दिलों को छू गईं। हालांकि, ये आला मुकाम हासिल करना उनके लिए आसान नहीं था। कभी रेखा को बढ़े वजन को लेकर ताने मिले, कभी शशि कपूर ने काली- मोटी कहा, लेकिन आज इन्हीं रेखा की खूबसूरती पर एकेडमिक कोर्स करवाया जाता है। आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर पढ़िए कैसे रेखा ने संघर्षों को पीछे छोड़ पलट दी किस्मत- बचपन के संघर्ष की कहानी रेखा का असली नाम भानुरेखा गणेशन है। उनके पिता साउथ एक्टर जेमिनी गणेशन और मां एक्ट्रेस पुष्पावली थीं। रेखा का जन्म तब हुआ जब उनके माता-पिता शादीशुदा नहीं थे। जेमिनी गणेशन पहले से शादीशुदा थे और उनके कई बच्चे थे। पुष्पावली की भी पिछली शादी से दो बच्चे थे। तलाक की मान्यता न होने के चलते दोनों कभी शादी नहीं कर सके। यही वजह रही कि जेमिनी गणेशन ने रेखा को नहीं अपनाया और न ही उन्हें अपना नाम दिया। रेखा की छोटी बहन के जन्म के बाद जेमिनी गणेशन ने तीसरी शादी कर ली और परिवार से संबंध लगभग खत्म कर दिए। ऐसे में मां ने छोटे-मोटे रोल कर बच्चों की परवरिश की। पारिवारिक संघर्ष के बाद रेखा को शुरुआती पढ़ाई में भी कई तकलीफों का सामना करना पड़ा। बढ़े वजन के चलते उनका खूब मजाक उड़ाया जाता था, यही वजह रही कि डांस और खेल में रुचि होने के बावजूद झिझकती रहीं। फिल्मों की बात करें तो रेखा ने मात्र 3 साल की उम्र से एक्टिंग करनी शुरू कर दी थी। वह कभी भी एक्ट्रेस नहीं बनना चाहती थीं, लेकिन परिवार के हालात खराब थे और मां की हिदायत पर उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू किया। जब वह केवल 4 साल की थीं, तो चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर पहली बार तेलुगु फिल्म इंटि गुत्तु (1958) में नजर आईं। इसके बाद उन्होंने 1968 में आई तेलुगु फिल्म रंगुला रत्नम में भी एक्टिंग की। हिंदी सिनेमा में पहचान बनाने का संघर्ष रेखा की बॉलीवुड फिल्मों में एंट्री की बात करें तो प्रोड्यूसर कुलजीत पाल अपनी फिल्म की हीरोइन की तलाश में थे। किसी ने उन्हें बताया कि साउथ में एक रेखा नाम की एक्ट्रेस है, जो थोड़ी बहुत हिंदी बोल लेती है। इसके बाद कुलजीत पाल ने रेखा से मुलाकात की और पूछा कि क्या वह फिल्म में काम करना चाहती हैं और हिंदी बोल सकती हैं? इन दोनों सवालों के जवाब में रेखा ने ना कहा था। हालांकि, इसके बावजूद कुलजीत पाल ने कहा कि कल ऑडिशन के लिए आ जाओ। रेखा ने स्क्रीन टेस्ट में हिंदी के कुछ वाक्य अच्छी तरह से याद कर सुनाए, जिससे पाल इंप्रेस हो गए और उनके साथ 5 साल का कॉन्ट्रैक्ट साइन किया, जिसमें चार फिल्में करनी थीं। इस तरह रेखा को उनकी पहली फिल्म अनजाना सफर के लिए सिलेक्ट किया गया। इस तरह रेखा मात्र 13–14 साल की उम्र में मुंबई, माया नगरी पहुंचीं और अपनी पहली फिल्म की शूटिंग शरू की। हालांकि, बॉलीवुड में उनका यह सफर इतना आसान नहीं था। उनके रंग, वजन और टूटी-फूटी हिंदी पर कई बार ताने मारे गए। कई लोग तो उन्हें ‘मद्रासन’ (दक्षिण भारतीय लड़की) कहकर चिढ़ाते थे। रेखा की पहली हिंदी फिल्म अंजाना सफर थी, लेकिन सेंसरशिप की समस्याओं के कारण इसे दो शिकार के नाम से दस साल बाद रिलीज किया गया। इसलिए उनकी पहली रिलीज हिंदी फिल्म सावन भादों (1970) रही थी। रेखा पर बायोग्राफी लिखने वाले यासिर उस्मान अपनी किताब में लिखते हैं, फिल्म सावन भादों के प्रीमियर के दौरान शशि कपूर ने कहा था,“इतनी काली, मोटी और अजीब दिखने वाली यह एक्ट्रेस कैसे सफल होगी?” हालांकि, ये फिल्म हिट साबित हुई और इससे रेखा को रातोंरात पहचान मिल गई। इसके बाद रेखा ने रामपुर का लक्ष्मण (1972), कहानी किस्मत की (1973) और प्राण जाए पर वचन न जाए (1974) जैसी फिल्मों में काम किया। ये फिल्में हिट रहीं, लेकिन उनकी एक्टिंग को ज्यादा सराहना नहीं मिली। फिर 1976 में दो अनजाने और 1978 में घर और मुकद्दर का सिकंदर जैसी फिल्मों में क्रिटिक्स ने भी उनकी एक्टिंग की तारीफ की। इसके बाद फिल्म खूबसूरत (1980) के लिए उन्हें पहला फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। उन्होंने सिलसिला (1981), उमराव जान (1981) और इजाजत (1987) जैसी फिल्मों में भी शानदार एक्टिंग की। उमराव जान के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिला। 1990 के दशक में उनके रोल कम होते गए, लेकिन खून भरी मांग (1988) और खिलाड़ियों का खिलाड़ी (1996) में उनकी अदाकारी की तारीफ हुई। 2000 के दशक के बाद वे मां और सपोर्टिंग रोल में नजर आईं, जैसे कोई… मिल गया (2003) और कृष (2006)। वहीं, रेखा की आखिरी तीन फिल्मों में सदियां (2010), कृष 3 (2013) - किरदार: सोनिया मेहरा और सुपर नानी (2014) शामिल हैं। रेखा की पर्सनल लाइफ चर्चा में रही रेखा की गिनती उन एक्ट्रेस में होती है जिनका फिल्मी करियर जितना चर्चित था, उतनी ही उनकी पर्सनल लाइफ भी चर्चा में रही। 1971 में रेखा को फिल्म एक बेचारा में जीतेंद्र के साथ साइन किया गया। जीतेंद्र उस वक्त कुंवारे थे और अपनी लोकप्रियता के चरम पर थे। दोनों के अफेयर की खबरें सामने आईं। शिमला में शूटिंग के दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और मुंबई लौटने के बाद यह रिश्ता और गहरा गया। फिल्म एक बेचारा की कामयाबी के बाद दोनों ने फिल्म अनोखी अदा भी साइन की, लेकिन कहानी में मोड़ तब आया जब रेखा को पता चला कि जीतेंद्र की पहले से एक गर्लफ्रेंड शोभा हैं। रेखा के लिए यह झटका था। दिल टूटने के बाद उन्हें एहसास हुआ कि जीतेंद्र के लिए यह रिश्ता सिर्फ टाइमपास था। फिल्म की शूटिंग के दौरान उनके झगड़े इतने बढ़ गए कि सेट पर सबके सामने बातें होने लगीं। एक दिन जीतेंद्र की कोई टिप्पणी सुनकर रेखा फूट-फूटकर रो पड़ीं और उनके बीच बातचीत बंद हो गई। फिल्म किसी तरह पूरी हुई और ये रिश्ता खत्म हो गया। विनोद मेहरा से रेखा का रिश्ता चर्चा में रहा जीतेंद्र के बाद रेखा की जिंदगी में विनोद मेहरा आए। दोनों अक्सर एक साथ हाथों में हाथ डाले, लंबी ड्राइव्स पर और देर रात ताज होटल में डिनर करते हुए देखे जाते थे। रेखा प्यार से उन्हें 'विन-विन' बुलाती थीं। रेखा के लिए विनोद मेहरा वह इंसान थे, जिन्होंने उन्हें बिना शर्त चाहा। उन्होंने रेखा के विवादों और मीडिया की नकारात्मक छवि के बावजूद उनका साथ दिया, लेकिन विनोद की मां, कमला दोनों के रिश्ते के खिलाफ थीं। उनके लिए रेखा खराब पास्ट और सेक्स मैनिएक की छवि वाली एक “बदनाम” अभिनेत्री थीं, जो बहू बनने लायक नहीं थीं। ये बात खुद रेखा ने रेखाः द अनटोल्ड स्टोरी में कही थी। बुक में राइटर यासिर उस्मान ने लिखा, रेखा ने विनोद की मां का दिल जीतने की कोशिश की। वह विनोद के घर जाकर उनकी मां के लिए फिश करी बनातीं, बहन के साथ वक्त बितातीं, लेकिन कमला ने उन्हें नहीं अपनाया। कुछ महीनों बाद विनोद ने मां की मर्जी के खिलाफ गुपचुप तरीके से रेखा से शादी कर ली। शादी कलकत्ता के एक मंदिर में हुई। पर जब वे मुंबई लौटे और रेखा ने सास के पैर छूने की कोशिश की थी, तो कमला ने उन्हें धक्का देकर घर में घुसने से रोक दिया। रेखा अपमानित होकर रोती हुई वहां से चली गईं। सालों तक यही कहानी सुर्खियों में रही, लेकिन फिर 2004 में रेखा ने इंटरव्यू में ये कहते हुए हर किसी को हैरान कर दिया कि उन्होंने कभी विनोद मेहरा से शादी नहीं की, वे सिर्फ अच्छे दोस्त थे। विनोद मेहरा के बाद रेखा की मुलाकात एक्टर किरण कुमार से हुई, जो उस वक्त उनकी दोस्त योगिता बाली के बॉयफ्रेंड हुआ करते थे। योगिता अक्सर रेखा से सलाह लिया करती थीं, लेकिन वक्त के साथ खबरें आने लगीं कि किरण कुमार और रेखा के बीच नजदीकियां बढ़ रही हैं। किरण कुमार के साथ भी रेखा का नाम जुड़ा रेखा और किरण की जोड़ी अक्सर पार्टियों में साथ दिखाई देती थी। रेखा उन्हें प्यार से 'किन-किन' बुलाती थीं, लेकिन यह रिश्ता उनके करियर को नुकसान पहुंचाने लगा। रेखा का शूटिंग पर देर से पहुंचना या बीच में गायब हो जाना आम हो गया। एक बार फिल्म ‘धर्मात्मा’ की शूटिंग के दौरान वे अचानक मुंबई लौट आईं क्योंकि उन्हें ;किन-किन; की याद आ रही थी। प्रोड्यूसर और डायरेक्टर उनके गैर-पेशेवर रवैये से परेशान रहने लगे। वहीं, किरण के पिता और दिग्गज अभिनेता जीवन इस रिश्ते के खिलाफ थे। उन्हें लगता था कि रेखा जैसी 'विवादित' बैकग्राउंड वाली महिला उनके घर की बहू नहीं बन सकती। किरण ने भी अपने पिता के आगे झुकने का फैसला किया और रेखा से दूरी बना ली। जया को रेखा प्यार से ‘दीदीभाई’ कहती थीं रेखा ने अपनी शुरुआती कुछ फिल्मों की सफलता के बाद 1972 में मुंबई में अपना फ्लैट खरीदा। इससे पहले तक वो सिर्फ शूटिंग के लिए मुंबई आती थीं और होटल में ठहरती थीं, लेकिन 1972 में वो होटल अजंता छोड़कर जुहू के बीच अपार्टमेंट में शिफ्ट हुई। इसी अपार्टमेंट में उस समय जया भादुड़ी भी रहती थीं। अपार्टमेंट्स में रहते हुए रेखा और जया अक्सर मिलती थीं। रेखा जया को प्यार से ‘दीदीभाई’ कहती थीं और अक्सर उनके फ्लैट पर जाती थीं। वहीं, रेखा की जया के बॉयफ्रेंड अमिताभ बच्चन से भी पहली मुलाकात हुई। 1973 में जया और अमिताभ की फिल्म ‘जंजीर’ रिलीज हुई, जिसने अमिताभ को ‘एंग्री यंग मैन’ के रूप में स्थापित किया। इसके बाद जया और अमिताभ ने शादी करने का फैसला किया। 3 जून 1973 को उनकी शादी हुई, लेकिन रेखा को इसमें आमंत्रित नहीं किया गया। रेखा ने इसे लेकर नाराजगी जताई और कहा कि जया ने कभी भी उन्हें वास्तविक बहन की तरह नहीं माना। अमिताभ और रेखा ने पहली बार फिल्म दो अनजाने में स्क्रीन शेयर की थी। फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ की पंक्चुएलिटी और प्रोफेशनलिज्म से रेखा प्रभावित हुईं। रेखा ने पहली बार गंभीरता से अपने रोल को समझना शुरू किया और समय पर सेट पर आने लगीं और साथ ही भाषा, एक्टिंग और अपनी फिजीक पर खास तवज्जो देने लगीं। इस समय उन्होंने खूब वजन घटाया था। उन्होंने लंदन में मेकअप कोर्स किया और मीना कुमारी के मेकअप आर्टिस्ट राम दादा को भी हायर किया। फिल्म दो अनजाने का एक हिस्सा कोलकाता में शूट हुआ, जहां रेखा और अमिताभ अक्सर फ्लोरीज टी रूम पर जाते, पार्क स्ट्रीट पर घूमते और खाने-पीने के लिए बाहर जाते। इस दौरान रेखा और अमिताभ के कथित रिश्तों की खबरें मीडिया में आने लगीं। इस समय दोनों ने अलाप, खून पसीना जैसी फिल्में कीं। रेखा और अमिताभ की रियल-लाइफ रोमांस की अफवाहों ने उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री को और भी दिलचस्प बना दिया। ठीक इसी समय रेखा की फिल्म घर रिलीज हुई, जिसमें उनके को-स्टार उनके कथित एक्स बॉयफ्रेंड विनोद मेहरा थे। रेखा ने अपनी बायोग्राफी में बताया है कि उन्होंने विनोद के साथ रोमांटिक सीन इतने प्रभावशाली ढंग से इसलिए किया क्योंकि उस समय वे अपने दिमाग में अमिताभ की कल्पना करती थीं। इसी समय फिल्म मुकद्दर का सिकंदर (1978) में रेखा ने जोहराबाई नामक एक वेश्या का किरदार निभाया था। हालांकि वे फिल्म में लीड रोल में नहीं थीं, फिर भी अमिताभ बच्चन के साथ उनकी केमिस्ट्री दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच लाई। रेखा ने बताया था कि फिल्म मुकद्दर का सिकंदर के ट्रायल शो के दौरान उन्होंने जया बच्चन को उनके (रेखा) और अमिताभ के लव सीन देखकर रोते हुए देखा था। मीडिया में अफवाहें फैल गईं कि जया ने अमिताभ पर रेखा के साथ काम न करने का दबाव डाला। रेखा ने फिल्मफेयर को दिए इंटरव्यू में खुलकर इस बात का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि अमिताभ ने उन्हें दो अंगूठियां दी थीं, जिन्हें वह हमेशा पहनती थीं। जब अमिताभ ने उनके साथ काम करना बंद कर दिया, तो रेखा ने उन अंगूठियों को लौटाकर उनके साथ अपना रिश्ता खत्म कर दिया। 1982-83 में फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन गंभीर रूप से घायल हो गए। उनकी बैंगलोर में इमरजेंसी सर्जरी हुई, फिर मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक जाहिर कारण के चलते जया नहीं चाहती थीं कि रेखा अस्पताल आएं, जबकि उस समय इंदिरा गांधी भी उनसे मिलने पहुंची थीं। इस समय रिपोर्ट्स रहीं कि रेखा ने फिल्ममेकर प्रकाश मेहरा से विनती की कि वो जया को उनके अस्पताल आने के लिए मनाएं, लेकिन नतीजे निराशाजनक रहे। मूवी नाम की मैगजीन के अनुसार, अमिताभ को एक नजर देखने भर के लिए रेखा एक रोज तड़के सुबह अस्पताल पहुंच गईं। न चेहरे पर कोई मेकअप था, न कोई साज-सज्जा। वो अस्पताल आ ही गईं तो जया को भी मानना पड़ा, लेकिन रेखा ने इस समय मर्यादा बनाए रखी और कमरे में न जाते हुए सिर्फ चंद सेकेंड कमरे के दरवाजे के बाहर खड़े रहकर मौन प्रार्थना की और लौट गईं। खबरें ये भी रहीं कि रेखा इस समय बेहद धार्मिक हो गईं। उन्होंने महाकालेश्वर में जप करवाया और नंगे पांव तिरुपति मंदिर के दर्शन किए। अमिताभ लंबे इलाज के बाद रिकवर करने लगे, लेकिन इस बीच उन्होंने पत्नी जया को अपने ज्यादा नजदीक पाया। उस समय गॉसिप मैगजीन में यह भी छपा कि पत्नी के लिए अमिताभ खुद नहीं चाहते थे कि रेखा उनके आसपास रहें। रेखा ने फिल्मफेयर को दिए इंटरव्यू में अमिताभ के साथ रिश्ते को लेकर कहा था, “उन्होंने ऐसा अपनी इमेज, परिवार और बच्चों की सुरक्षा के लिए किया। जनता को क्यों पता होना चाहिए कि मैं उन्हें प्यार करती हूं या वह मुझे प्यार करते हैं? मैं उन्हें प्यार करती हूं और वह मुझे, बस इतना ही!” इस तरह रेखा की जिंदगी से अमिताभ भी दूर हो गए। फिर रेखा की जिंदगी में मुकेश अग्रवाल एक फैन के रूप में नई उम्मीद बनकर आए, जिनसे 1990 में रेखा ने शादी की। दरअसल, मुकेश अग्रवाल का उठना-बैठना फिल्मी हस्तियों के साथ था, वो अक्सर बड़े-बड़े फिल्मी सितारों से मिलने की लालसा रखते थे, जिनमें रेखा का नाम भी शामिल था। एक रोज फैशन डिजाइनर बीना रमानी ने रेखा से कहा कि दिल्ली में उनका एक दीवाना फैन मुकेश अग्रवाल है। रेखा ने पहले बात करने से इनकार किया, लेकिन बाद में खुद मुकेश को फोन किया। धीरे-धीरे दोनों में बातें बढ़ीं और फिर मुलाकातें भी होने लगीं। मुकेश, रेखा की सुंदरता और आवाज के दीवाने हो गए। वहीं, रेखा को उनकी सादगी और ईमानदारी ने आकर्षित किया। कुछ ही हफ्तों में, 4 मार्च 1990 को दोनों ने अचानक मुंबई के एक मंदिर में शादी कर ली। शुरुआत में सब कुछ परफेक्ट लग रहा था। दोनों हनीमून के लिए लंदन गए, लेकिन कुछ ही दिनों में रेखा को एहसास हुआ कि मुकेश बहुत अलग इंसान हैं। वे डिप्रेशन से जूझ रहे थे और कई दवाइयां लेते थे। इसके बावजूद रेखा ने शादी को सफल बनाने की कोशिश की। बिजनेस घाटे में जाने से मुकेश और ज्यादा परेशान रहने लगे, जिससे दोनों में खूब झगड़े होते। रेखा ने उनसे दूरी बनानी शुरू कर दी और मुंबई लौट आईं। मुकेश, रेखा से मिलने की कोशिशें करते रहे, पर रेखा ने उनसे बात करना बंद कर दिया। उनके लिए यह रिश्ता अब खत्म हो चुका था। 10 सितंबर 1990 को जब मुकेश ने रेखा को फोन किया, तो दोनों ने बात की और आपसी सहमति से तलाक लेने का निर्णय लिया। शादी को सिर्फ छह महीने ही हुए थे। 26 सितंबर को रेखा एक स्टेज शो के लिए अमेरिका चली गईं और मुकेश ने 2 अक्टूबर 1990 को अपने फार्महाउस में जाकर फांसी लगा ली। रेखा न्यूयॉर्क में थीं, तभी उन्हें मुकेश की मौत की खबर मिली। वह उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हुईं। मुकेश की सुसाइड की खबर मीडिया में सनसनीखेज तरीके से छपी। जाहिर तौर पर लोगों ने रेखा को दोषी ठहराया। उनके पोस्टर काले किए गए, कुछ जगहों पर गोबर तक फेंका गया। रेखा पर लिखी बायोग्राफी 'रेखा: द अनटोल्ड स्टोरी' के अनुसार मुकेश की मां ने कहा था, “वो डायन मेरे बेटे को खा गई, भगवान इसे कभी माफ नहीं करेंगे।” इसी समय फिल्ममेकर सुभाष घई ने कहा था, रेखा ने फिल्म इंडस्ट्री के चेहरे पर ऐसा दाग लगा दिया है कि इसे आसानी से साफ करना मुश्किल होगा। अब कोई सम्मानित परिवार कभी भी किसी एक्ट्रेस को बहू बनाने से पहले सोचेगा। एक्टर अनुपम खेर ने कहा था, वे अब नेशनल लेवल की वैंप बन गई हैं। प्रोफेशनल और पर्सनल दोनों तौर पर, उनके लिए मुश्किल समय है। मुझे नहीं पता कि अगर मैं उनसे आमने-सामने मिला तो मैं कैसे रिएक्ट करूंगा। निजी जिंदगी की उथल-पुथल का असर रेखा के करियर पर भी पड़ा। उनकी मेरा पति सिर्फ मेरा है और अमीरी गरीबी जैसी फिल्में फ्लॉप रहीं। हालांकि, साल 1991 में उन्होंने फूल बने अंगारे से दमदार कमबैक किया, जिसके लिए उन्हें फिल्मफेयर नॉमिनेशन भी मिला। इसके साथ ही उन्हें फीमेल ओरिएंटेड फिल्मों में लिया जाने लगा। हालांकि, बदलते दौर के साथ रेखा फिल्म लज्जा और कोई मिल गया जैसी फिल्मों में साइड रोल में दिखने लगीं। बॉलीवुड से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें आशा पारेख@83, गले मिलने बुर्का पहनकर पहुंचे शशि कपूर:'स्टार मटेरियल नहीं' कहकर फिल्म से निकाली गईं, बाद में हिट फिल्मों से बनीं जुबली गर्ल आशा पारेख एक ऐसा नाम हैं, जिन्होंने अपनी अदा, डांस और एक्टिंग से लाखों लोगों के दिल जीते। उन्होंने लगभग 100 बॉलीवुड फिल्मों में काम किया। पूरी खबर यहां पढ़ें...
'सोल ऑफ हाल' मेकर्स ने सेंसर बोर्ड के कट्स को कोर्ट में दी चुनौती, 'बिरयानी' सीन पर विवाद
मलयालम फिल्मों के अभिनेता शेन निगम की बहुप्रतीक्षित फिल्म 'सोल ऑफ हाल' सेंसरशिप की समस्या का सामना कर रही है
सोनाक्षी सिन्हा और सुधीर बाबू की सुपरनेचुरल थ्रिलर 'जटाधरा' का पार्टी सॉन्ग जल्द होगा रिलीज
सोनाक्षी सिन्हा और सुधीर बाबू की आगामी सुपरनेचुरल थ्रिलर फिल्म 'जटाधरा' का नया पार्टी सॉन्ग 'पल्लो लटके' जल्द ही रिलीज होने वाला है
टेलीविजन एक्टर नंदीश सिंह संधू ने एक्ट्रेस कविता बनर्जी के साथ सगाई कर ली है। इस खास मौके की तस्वीरें उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की हैं, जो अब वायरल हो रही हैं। नंदीश सिंह संधू ने इंस्टाग्राम पर अपनी मंगेतर कविता बनर्जी के साथ कुल 8 तस्वीरें पोस्ट की हैं, जिनमें दोनों को अलग-अलग अंदाज में पोज देते देखा जा सकता है। इस पोस्ट के कैप्शन में नंदीश ने लिखा, हाय पार्टनर दोनों के पोस्ट पर फैंस और उनके दोस्तों ने ढेर सारी शुभकामनाएं दी हैं। रश्मि देसाई से हुई थी शादी बता दें, रश्मि देसाई और नंदीश संधू की पहली मुलाकात टीवी शो उतरन के सेट पर हुई थी। साथ समय बिताते हुए दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे और शादी कर ली। कपल ने 2012 में शादी की थी, लेकिन महज 3 सालों बाद 2015 में दोनों ने तलाक ले लिया। तलाक के बाद रश्मि ने कई इंटरव्यू में बताया था कि उनके साथ घरेलू हिंसा हुई है। दोनों का तलाक काफी सुर्खियों में रहा था।
एक्टर इरफान खान की फिल्म ‘करीब-करीब सिंगल’ की कहानी और गानों को दर्शकों ने खूब पसंद किया था. लेकिन इस फिल्म के लिए उन्होंने लगभग एक साल बाद हामी भरी थी. वहीं हाल ही में उनकी को-स्टार ने साथ में स्क्रीन शेयर करने का एक्सपीरियंस बताया है.
Actress Ramya: पूर्व कांग्रेस सांसद और एक्ट्रेस राम्या को अश्लील मैसेज भेजने वाले मामले में पुलिस ने 12 लोगों के खिलाफ चार्जशीट जारी की है. इस मामले में पुलिस ने कोर्ट में 380 पेज की चार्जसीट दाखिल की है. पुलिस अब भी 6 और लोगों की तलाश कर रही है जो इस मामले में शामिल है.
पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा 35 साल की कम उम्र में दुनिया से रुखसत हो गए। गुरुवार को लुधियाना के पैतृक गांव पौना में अंतिम विदाई दी गई। यहां हर चेहरे पर गम और हर आंख में आंसू थे। चहेते सिंगर की अंतिम झलक पाने के लिए फैंस पेड़ों पर तक चढ़ गए। जवंदा का 27 सितंबर को बद्दी से शिमला जाते पिंजौर में बाइकिंग के वक्त एक्सीडेंट हो गया था। उनकी रीढ़ की हड्डी और सिर में गंभीर चोट लगी। तब कोई ऐसा जानकार नहीं था जो गर्दन-सिर को संभालने के लिए रीढ़ की हड्डी को टेंपरेरी सपोर्ट दे पाता। हादसे की जगह से फोर्टिस लाने तक यही उनके जिंदा न बच पाने की सबसे बड़ी वजह बनी। 11 दिन तक वह मोहाली के अस्पताल में जिंदगी व मौत से जूझे लेकिन आखिर में बुधवार सुबह 10.55 बजे अंतिम सांस ली। परिवार के करीबी बताते हैं- पत्नी अशविंदर ने रोका था, बाइक से मत जाओ, जवंदा बोले- कुछ नहीं होगा, जल्दी लौट आऊंगा। जब अस्पताल से लाश आनी थी तो बेटी को लगा ‘पापा आ रहे’, वह सरप्राइज गिफ्ट तैयार करने लगी। मगर, अब उसे भाई दिलावर के हाथों पिता को पंचतत्व में विलीन होते देखना पड़ा। पुलिस कॉन्स्टेबल से सिंगर बने जवंदा कहते थे- जिंदगी एक है, इसमें पैसे की अहमियत नहीं, रिश्तों की है। जिंदगी काटने वाली नहीं जीने की चीज है। जवंदा कहते थे-मेरा एक सपना है कि जिस लड़के की शादी में मैंने आज गाया, उसका लड़का हो तो उसमें भी मैं गाऊं लेकिन अब यह सपना कभी पूरी नहीं होगा। राजवीर जवंदा की जिंदगी से लेकर मौत तक की पूरी कहानी के लिए VIDEO देखें….
टीवी सीरियल गुम है किसी के प्यार में फेम नील भट्ट और ऐश्वर्या शर्मा इन दिनों चर्चाओं में हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों की शादीशुदा जिंदगी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है और कहा जा रहा है कि वे जल्द अलग हो सकते हैं। इसी बीच नील भट्ट को मुंबई की सड़कों पर एक मिस्ट्री गर्ल के साथ स्पॉट किया गया है। वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि नील एक लड़की के साथ नजर आ रहे हैं। जैसे ही पैपराजी ने उन्हें देखा तो वह लड़की तेजी से वहां से निकलती हुई दिखाई दी, जबकि नील भट्ट भी कैमरे से बचते हुए नजर आए। इस वीडियो पर यूजर्स भी जमकर कमेंट्स कर रहे हैं। उनका दावा है कि यह लड़की कोई मिस्ट्री गर्ल नहीं बल्कि एक्टर की दोस्त है। लंबे समय से चल रही हैं तलाक की खबरें नील भट्ट और ऐश्वर्या शर्मा के तलाक की अटकलें काफी समय से चल रही हैं। हालांकि, अब तक दोनों में से किसी ने भी इन खबरों पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। फैंस ने यह भी नोटिस किया है कि नील और ऐश्वर्या ने काफी लंबे समय से एक-दूसरे के साथ कोई फोटो या वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर नहीं किया है। इसके बाद से ही उनके तलाक की खबरें आने लगीं। वहीं, ऐश्वर्या शर्मा अक्सर इंस्टाग्राम पर क्रिप्टिक पोस्ट शेयर करती रहती हैं, जो इन खबरों को और भी हवा देती हैं। हाल ही में भी उन्होंने एक स्टोरी पोस्ट की, जिसमें उन्होंने लिखा था, मैं अब तक चुप थी, क्योंकि मैं शांति चाहती थी, न कि इसलिए कि मैं कमजोर हूं। लेकिन कुछ लोग मेरे नाम पर झूठी बातें फैला रहे हैं, जो मैंने कभी नहीं कही। ऐसी कहानियां बना रहे हैं जिनसे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। बिना किसी सच के बस अपना फायदा उठाने के लिए मेरा नाम इस्तेमाल करना बहुत दुख देता है।’ मैं साफ कर दूं, मैंने कोई इंटरव्यू, बयान या रिकॉर्डिंग नहीं दी है। अगर आपके पास कोई असली सबूत है। कोई मैसेज, ऑडियो या वीडियो जिसमें मैं ये बातें कह रही हूं तो दिखाइए। अगर नहीं है, तो कृपया मेरे नाम पर झूठी बातें फैलाना बंद कीजिए। मेरा जीवन आपका कंटेंट नहीं है। मेरी चुप्पी आपकी इजाज़त नहीं है। कृपया याद रखें, कोई चुप है, इसका मतलब यह नहीं कि उसके पास कहने को कुछ नहीं है। इसका मतलब है कि वह शोर के बजाय सम्मान को चुन रहा है। बता दें, सीरियल ‘शो गुम है किसी के प्यार में’ में नील और ऐश्वर्या की पहली मुलाकात हुई थी। इसी शो के दौरान दोनों की दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया। दोनों ने एक साल में ही शादी कर ली थी। इसके बाद यह जोड़ी बिग बॉस 17 में नजर आई थी।
तारक मेहता का उल्टा चश्मा में सोढ़ी का किरदार निभा चुके अभिनेता गुरुचरण सिंह लंबे समय से एक्टिंग से दूर हैं। इस कारण वे आर्थिक तंगी से भी जूझ रहे थे और काम की तलाश में हैं। हालांकि, अब उनकी हालिया सोशल मीडिया पोस्ट से अंदाजा लगाया जा रहा है कि वे जल्द ही कमबैक कर सकते हैं। दरअसल, गुरुचरण सिंह ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वे कहते नजर आ रहे हैं, आज मैं कई दिनों बाद आप सभी के सामने आया हूं, क्योंकि फाइनली भगवान ने मेरी, मेरे परिवार की और आप सभी फैंस की प्रार्थनाएं सुन ली हैं। मैं आप सभी का दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। मेरे पास एक बहुत बड़ी खुशखबरी है, जो मैं जल्द ही आप सभी के साथ शेयर करूंगा। आप सभी का धन्यवाद। आपने मेरे लिए दुआ की और इसे मैं कभी नहीं भूलूंगा। गुरुचरण सिंह की इस पोस्ट पर यूजर्स भी जमकर कमेंट्स कर रहे हैं। एक ने लिखा, वाहेगुरु। दूसरे ने लिखा, TMKOC में वापस आओगे इससे बड़ी कोई और गुड न्यूज नहीं होगी। अचानक लापता हुए फिर 26 दिन बाद घर लौटे बताते चलें कि इससे पहले गुरुचरण सिंह तब सुर्खियों में आए जब उनके लापता होने की खबर आई। 22 अप्रैल 2024 को वो अपने दिल्ली स्थित घर से मुंबई के लिए रवाना हुए थे। उनकी दोस्त उन्हें मुंबई एयरपोर्ट लेने पहुंची थीं, लेकिन वो वहां पहुंचे ही नहीं। उनका नंबर भी बंद था, जबकि उनकी कोई खबर भी नहीं थी। गुरुचरण के पिता हरगीत सिंह ने उनकी गुमशूदगी की शिकायत दर्ज करवाई थी। वहीं दिल्ली पुलिस ने किडनैपिंग का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। करीब 3 हफ्तों बाद गुरुचरण खुद घर लौट आए। गुरुचरण ने दिल्ली पुलिस को पूछताछ में बताया था कि वो आध्यात्मिक सफर पर निकले थे। 3 हफ्तों में उन्होंने अमृतसर, लुधियाना समेत कई शहरों के गुरुद्वारों में दर्शन किए। बाद में परिवार की फिक्र होने पर वो घर लौट आए।
रणबीर कपूर हाल ही में सुभाष घई के फिल्म इंस्टीट्यूट पहुंचे जहां उन्होंने सबसे पहले सुभाष घई के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। यह पल गुरु-शिष्य के रिश्ते जैसा था, जिसने वहां मौजूद सभी लोगों को भावुक कर दिया। रणबीर कपूर ने इस पारंपरिक सम्मान के माध्यम से अपने गुरु और बॉलीवुड के स्तंभ सुभाष घई के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान प्रकट किया। इस दौरे में रणबीर और सुभाष घई के बीच गहरा आपसी सम्मान और जुड़ाव साफ देखा गया, जो उनके लंबे समय से चले आ रहे रिश्ते को दर्शाता है। रणबीर ने जैसे ही सुभाष घई के पैर छुए, वहां मौजूद लोगों ने इस खूबसूरत और भावुक पहलू को देखकर तालियों से उनका उत्साहवर्द्धन किया। इस कार्य ने यह भी याद दिलाया कि बॉलीवुड में गुरु-शिष्य की परंपरा आज भी जीवित है और नए कलाकार इस परंपरा को बनाए रखने में गर्व महसूस करते हैं। रणबीर का यह कदम उनके संस्कारों और आदर्शों का परिचायक भी माना गया। इस मौके पर सुभाष घई ने भी रणबीर कपूर को प्यार भरे अंदाज में आशिर्वाद दिया, उनके गाल पर हल्की थपथपाहट कर इस पल को और भी निखारा। यह दोस्ताना और सम्मानपूर्ण संवाद दोनों के बीच स्नेह का प्रतीक बना। इस पूरी घटना का वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जहां फैंस और फिल्म उद्योग के लोग इस गुरु-शिष्य के रिश्ते को देखकर भावुक हो रहे हैं और प्रशंसा कर रहे हैं। इस मुलाकात ने बॉलीवुड में चल रही विरासत और परंपराओं की गरिमा को एक बार फिर जीवंत किया है। इस प्रकार रणबीर कपूर द्वारा सुभाष घई के पैर छूकर आशीर्वाद लेना एक बेहद ही दिल छू लेने वाला और सम्मानित पल रहा, जिसने सभी को पुराने जमाने की उन परंपराओं की याद दिलाई जो आज भी बॉलीवुड में बड़े आदर और श्रद्धा के साथ निभाई जाती हैं।
Karwa Chauth पर भाग्यश्री ने डांस से गिराई ऐसी बिजली, बार-बार देखा जा रहा VIDEO
Bhagyashree ने सोशल मीडिया पर करवाचौथ तैयारियों के बीच एक ऐसा डांस वीडियो शेयर किया है जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है. इसमें एक्ट्रेस के साथ उनकी क्लोज फ्रेंड शीबा भी हैं.
एक्टर और राजनेता थलापति विजय के चेन्नई स्थित घर पर बम रखने की धमकी दी गई। जैसे ही यह जानकारी मिली, पुलिस और बम डिस्पोजल स्क्वॉड (BDDS) की टीम मौके पर पहुंच गई। टीम ने पूरे घर की तलाशी ली, लेकिन कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली। इंडिया टुडे के मुताबिक, धमकी कॉल करने वाला व्यक्ति कथित तौर पर कन्याकुमारी का रहने वाला था। उसने इमरजेंसी नंबर 100 पर कॉल कर कहा कि अगर भविष्य में विजय कोई पब्लिक मीटिंग करेंगे तो उनके घर पर बम रखा जाएगा। द हिंदू के मुताबिक, पुलिस को बुधवार रात 2 बजे एक कॉल आया जिसमें कहा गया कि विजय के घर पर बम रखा गया है। इसके बाद पुलिस और BDDS की टीम सुबह लगभग 4:30 बजे विजय के घर पहुंची, लेकिन टीम को घर के अंदर जाने की अनुमति तब मिली जब विजय लगभग 7 बजे उठे। पुलिस के अनुसार, सुरक्षा गार्ड्स ने कहा कि विजय अभी सो रहे हैं और उन्हें परेशान नहीं किया जा सकता। वहीं, अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने जांच की। घर में कुछ नहीं मिलने पर टीम सुबह करीब 7:25 बजे वहां से चली गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और कॉल करने वाले का पता लगाने की कोशिश कर रही है। चेन्नई के नीलांकराई में विजय के घर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। यह धमकी विजय के करुर में हाल ही में हुई उनकी राजनीतिक रैली के बाद आई। जिसमें भगदड़ मचने से कई लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले भी आए थे धमकी भरे कॉल्स इस पहले भी 28 सितंबर विजय के घर को बम से उड़ाने के फर्जी कॉल्स आए थे। जिसके बाद पुलिस ने तुरंत आपात बैठक बुलाई और सुरक्षा बढ़ाई। बम डिस्पोजल स्क्वॉड टीम, स्निपिंग डॉग और स्पेशल मशीनों के साथ इलाके की तलाशी ली गई। विजय के घर और आसपास सुरक्षा घेरा बनाया गया और आम लोगों के प्रवेश पर रोक लगाई गई। श्रीलंकाई और ब्रिटिश दूतावास की भी गहन जांच की गई। कई घंटों की तलाशी के बाद यह साफ हुआ कि बम की धमकी झूठी थी और कोई विस्फोटक सामग्री नहीं मिली। विजय की रैली में हुई थी भगदड़ दरअसल, तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली में 27 सिंतबर की शाम को भगदड़ मच गई थी। इसमें 40 ज्यादा लोगों की मौत हो गई। जबकि 60 से अधिक घायल हो गए थे। विजय की पार्टी तमिलगा वेट्री कजगम यानी TVK की रैली में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। जिसमें 9 साल की एक बच्ची गुम गई थी। विजय ने मंच से उसे तलाशने की अपील पुलिस और अपने लोगों से की, जिसके बाद वहां भगदड़ जैसे हालात बन गए। भीड़ में फंसने से कई लोगों को सांस लेने में परेशानी हुई और कई लोग और कार्यकर्ता बेहोश होने लगे। हालात बिगड़ते देख विजय ने भाषण रोक दिया और लोगों से शांति की अपील की। इसके बाद वे भाषण छोड़कर निकल गए। विजय की रैली के लिए 10 हजार लोगों की परमिशन थी। प्रशासन को 50 हजार लोगों के जुटने का अनुमान था, लेकिन वहां करीब 1 लाख 20 हजार लोग एकत्र हो गए थे। विजय की रैली में भीड़ और भगदड़ की 5 तस्वीरें... विजय ने मुआवजे की घोषणा की घटना के बाद 28 सितंबर को एक एक्स पोस्ट में विजय ने अपनी रैली में हुई भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 20-20 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की। साथ उन्होंने कहा कि घायल हुए लोगों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। वहीं, तमिलनाडु सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख रुपए और घायलों के लिए 50,000 रुपए की सहायता की घोषणा की। करूर विधानसभा क्षेत्र के विधायक व.से. बालाजी ने भी प्रत्येक घायल को 50,000 रुपए की मदद की बात कही। गिरफ्तारी और जांच घटना के बाद, पुलिस ने TVK के जिला पदाधिकारी माथियालगन और एक अन्य कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया। टीवीके के वरिष्ठ नेताओं बस्सी एन आनंद और सीटीआर निर्मल कुमार सहित कुल पांच लोगों के नाम प्राथमिकी में दर्ज हैं। घटना की जांच के लिए तमिलनाडु सरकार ने सिंगल मेंबर कमीशन आयोग का गठन किया। विजय ने CM स्टालिन पर टिप्पणी की विजय ने 30 सितंबर को एक वीडियो जारी किया। इसमें उन्होंने कहा, क्या CM स्टालिन बदला लेने की कोशिश कर रहे हैं? हमने कुछ गलत नहीं किया। अगर बदला लेना है तो मेरे पास आओ। मेरी पार्टी के पदाधिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मैं CM से अपील करता हूं कि कृपया मेरी पार्टी के पदाधिकारियों को नुकसान न पहुंचाएं। रैलियों का स्थगन 1 अक्टूबर को विजय ने 20 अक्टूबर तक सभी राजनीतिक रैलियां स्थगित कर दीं। TVK ने सोशल मीडिया पर रैलियों के अस्थायी निलंबन की जानकारी शेयर की। मद्रास हाईकोर्ट की कार्रवाई 4 अक्टूबर 2025 को मद्रास हाई कोर्ट ने टीवीके रैली में भगदड़ की जांच के लिए SIT (विशेष जांच दल) का गठन किया। साथ ही कोर्ट ने भगदड़ को लेकर विजय की TVK पार्टी और उनके नेताओं को कड़ी फटकार लगाई। न्यायमूर्ति सेंथिलकुमार ने कहा था कि एक्टर और पार्टी के नेता, जिन्होंने रैली का आयोजन किया, घटना के बाद स्थल छोड़कर चले गए। 41 लोगों की जान लेने वाली इस घटना के बावजूद उन्होंने कोई पछतावा नहीं हुआ। अदालत ने हिट एंड रन मामले में पार्टी की प्रचार बस जब्त करने का आदेश दिया। वीडियो सबूत के आधार पर कहा गया कि यह बस दुर्घटना में शामिल थी। अदालत ने पुलिस को रैली के सभी सीसीटीवी फुटेज, खासकर विजय की बस के अंदर और बाहर के कैमरे जब्त करने का निर्देश भी दिया। कोर्ट ने कहा था कि रैली आयोजकों ने उन लोगों की मदद नहीं की, जो विजय की झलक पाने आए थे और अंततः अपनी जान गंवा बैठे। कोर्ट ने स्थानीय पुलिस की जांच पर असंतोष जताया और पूछा कि विजय के खिलाफ कोई मामला क्यों दर्ज नहीं किया गया। अदालत ने कहा कि सरकार और पुलिस TVK नेताओं के प्रति उदारता दिखा रही हैं। विशेष जांच दल और सुप्रीम कोर्ट की याचिका मद्रास हाई कोर्ट ने उत्तरी क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक असरा गर्ग को SIT का प्रमुख नियुक्त किया गया। TVK ने इस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। उनका कहना है कि SIT पक्षपाती है और निष्पक्ष जांच नहीं कर सकती। CBI जांच की मांग मद्रास हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने 4 अक्टूबर को CBI जांच की मांग वाली याचिकाएं खारिज कर दीं। वहीं, अतिरिक्त मुआवजे की मांग पर स्टालिन सरकार को नोटिस जारी किया। अगली सुनवाई 16 अक्टूबर को होगी। पीड़ित परिवारों से संपर्क 7 अक्टूबर को विजय ने पीड़ित परिवारों से वीडियो कॉल के माध्यम से बात की और उन्हें सांत्वना दी। उन्होंने कहा, मैं आपके साथ हूं, और व्यक्तिगत रूप से मिलने का वादा किया। इंडिया टुडे के मुताबिक, विजय ने 4-5 परिवारों से वीडियो कॉल पर बात की। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चेन्नई से भाजपा पार्षद उमा आनंदन ने CBI जांच की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इस पर CJI बीआर गवई की अध्यक्षता वाली बेंच 10 अक्टूबर को सुनवाई करेगी। थलापति विजय से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें करूर भगदड़ से विवादों में आए थलापति विजय:राजनीति के लिए फिल्में छोड़ रहे; कभी इससे दूर रहने के लिए माता-पिता पर केस किया था करूर भगदड़ से विवादों में आए तमिल अभिनेता जोसेफ विजय चंद्रशेखर उर्फ थलापति विजय का जीवन सिर्फ फिल्मों और ग्लैमर तक सीमित नहीं रहा। पूरी खबर यहां पढ़ें....
'ऐश्वर्या और सलमान में बहुत प्यार था':एक्स कपल के रिश्ते पर बोले म्यूजिक डायरेक्टर इस्माइल दरबार
म्यूजिक डायरेक्टर इस्माइल दरबार ने हाल ही में फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली के साथ अपने झगड़े पर खुलकर बात की। साथ ही उन्होंने कहा कि जब ऐश्वर्या और सलमान के झगड़े की खबरें आई थीं, तो उन्हें बहुत बुरा लगता था। विक्की लालवानी के साथ इंटरव्यू में जब दरबार से पूछा गया कि क्या सलमान को देवदास में इसलिए नहीं लिया गया क्योंकि उनका ऐश्वर्या के साथ पुराना रिलेशन था, तो दरबार ने कहा, “यह सब मीडिया में पहले ही छप चुका था। हमें भी मीडिया के जरिए ही पता चलता था। हमें अंदर से बुरा लगता था कि दोनों इतने अच्छे दोस्त हैं, दोनों में इतना प्यार है। फिर क्यों लड़ रहे हैं? दरबार ने आगे कहा, ऐश्वर्या राय भी बहुत अच्छी हैं और सलमान भी बहुत अच्छे इंसान हैं। दोनों को देखकर अच्छा लगता था। जब लड़ते थे तो हमें बुरा लगता था। फिर धीरे-धीरे दोनों अलग हो गए। आज भी हमें बहुत बुरा लगता है। अब उन पुरानी बातों को दोहराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, “आज ऐश्वर्या किसी और की पत्नी बन चुकी हैं। सलमान खुद भी इसके बारे में कभी बात नहीं करते। वह काफी समझदार हैं और ऐश्वर्या कोई मामूली इंसान नहीं हैं, वह अमिताभ बच्चन की बहू हैं।” वहीं, दरबार ने भंसाली को लेकर यह भी कहा, जब मुझे काम की जरूरत थी, भंसाली ने मुझे 'हम दिल दे चुके सनम' दिया। जब उन्हें मेरी जरूरत थी, मैं सब छोड़कर उनके लिए काम करने गया। आखिरकार, वह इंडस्ट्री में मेरे गॉडफादर थे। मेरा दिल कहता है कि उनके और सलमान के रिश्ते तब बिगड़े जब उन्होंने 'देवदास' में शाहरुख को लिया। सलमान ने 'खामोशी' फ्लॉप होने के बावजूद भंसाली का सपोर्ट किया। यह तो साफ है कि अगर मैं तुम्हारी दो बार मदद करूं और तीसरी बार तुम मेरे राइवल को फिल्म में ले आओ, तो मुझे बुरा लगेगा। दरअसल, एक वक्त था जब संजय लीला भंसाली और इस्माइल दरबार की जोड़ी को बॉलीवुड की सबसे शानदार जोड़ी माना जाता था। दोनों ने मिलकर ‘हम दिल दे चुके सनम’ और ‘देवदास’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया था। इन फिल्मों में इस्माइल दरबार का म्यूजिक भंसाली की फिल्मों की पहचान बन गया था। लेकिन वक्त के साथ दोनों के रिश्ते बिगड़ गए। हाल ही में इस्माइल दरबार ने बताया कि भंसाली अब अहंकारी हो गए हैं और अगर उन्हें 100 करोड़ रुपए भी मिलें, तो भी वह उनके साथ काम नहीं करेंगे। दरअसल, दोनों के रिश्ते तब बिगड़े जब ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ के म्यूजिक को लेकर मीडिया में एक खबर आई, जिसका श्रेय उन्हें दिया गया। भंसाली को लगा कि यह खबर दरबार ने फैलाई है। इसके बाद भंसाली ने उन्हें ऑफिस बुलाकर सवाल किए, जिससे दरबार को अपमान महसूस हुआ। दरबार ने कहा, “मैंने खुद ‘हीरामंडी’ छोड़ दी क्योंकि मुझे लगा कि वह मुझे निकालने वाले थे।”
Anu Malik On Nephew Amaal Mallik: ‘बिग बॉस 19’ के घर में अमाल मलिक ने अपने ताऊ अनु मलिक पर पिता के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया था. अब अनु मलिक ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए अपने भतीजे पर पलटवार किया और कहा, ‘झूठ को चाहे...’.
सैफ पर हमले के दौरान जेह को लगा था चाकू:एक्टर ने बताया- घटना के दौरान छोटे बेटे को भी चोट लगी थी
बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर साल की शुरुआत में हमला हुआ था। हाल ही में सैफ ने बताया कि इस हमले में उनके छोटे बेटे जेह को भी चोट लगी थी। सैफ ने ट्विंकल खन्ना और काजोल के शो 'टू मच' में घटना याद करते हुए कहा, “करीना बाहर गई हुई थी और मैंने अपने दोनों बेटों तैमूर और जेह के साथ फिल्म देखी थी। हम करीब दो बजे रात सोने गए। जब करीना लौटीं, तो हमने थोड़ी बातचीत की। फिर हाउस हेल्पर आई और बोली, ‘जेह बाबा के कमरे में कोई है। उसके हाथ में चाकू है और वह कह रहा है कि उसे पैसा चाहिए।’” सैफ ने कहा कि उन्होंने तुरंत बिस्तर से कूदकर अंधेरे में जेह के कमरे की ओर गए। वहां उन्होंने देखा कि हमलावर जेह के बिस्तर के पास खड़ा था। चूंकि वह लगातार इधर-उधर हिल रहा था, इसलिए जेह और उसकी नैनी को भी कट लग गए थे। सैफ ने आगे कहा, “मैंने सोचा कि वह मुझसे छोटा है, इसलिए बहुत बड़ा नहीं होगा। मैंने उस पर कूदकर हमला किया। जेह बाद में कहता है, ‘यह बड़ी गलती थी। आपको उसे मुक्का मारना चाहिए था।’ लेकिन मैंने उस पर कूदकर लड़ाई शुरू कर दी। उसके पास दो चाकू थे और वह हर जगह वार करने लगा।” दरअसल, 15 जनवरी 2025 को सैफ के बांद्रा स्थित घर में हमलावर ने चोरी के प्रयास के दौरान उन पर चाकू से हमला किया था। घटना के बाद सैफ को तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया था। घटना वाले दिन की 2 तस्वीरें, जिनमें आरोपी के दिखने का दावा पांच घंटे की सर्जरी में उनकी रीढ़ से चाकू का टुकड़ा निकाला गया था। वहीं, वो करीब एक हफ्ते तक अस्पताल में एडमिट थे। इलाज के बाद एक्टर को 21 जनवरी को डिस्चार्ज किया गया। पुलिस ने मामले में बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल इस्लाम को गिरफ्तार किया था। शो में सैफ ने यह भी बताया कि अस्पताल से निकलने के बाद उन्होंने व्हीलचेयर का इस्तेमाल इसलिए नहीं किया ताकि फैंस को लगे कि वह ठीक हैं। 6 ग्राफिक्स से समझिए हमले की पूरी कहानी ---------------------------------------------------- सैफ से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें..... सैफ अली खान पर हमला, 6 ग्राफिक्स-VIDEO में पूरी कहानी:हमलावर फायर एग्जिट से घर में घुसा, मेड ने शोर मचाया तो एक्टर को चाकू मारा मुंबई में एक्टर सैफ अली खान पर 16 जनवरी को उनके घर में घुसकर चाकू से हमला किया गया था। घटना मुंबई के खार स्थित गुरु शरण अपार्टमेंट के 12वें फ्लोर पर बुधवार देर रात करीब 2.30 बजे हुई थी। पूरी खबर पढ़ें..
'मुझे समझ नहीं...' सैफ पर हुए चाकू हमले को लोगों ने बताया नकली, अब एक्टर ने दिया जोरदार जवाब
9 महीने पहले हुए हादसे को लेकर सैफ अली खान ने खुलकर बात की. काजोल और ट्विंकल के शो में सैफ ने उन लोगों का मुंहतोड़ जवाब दिया जो इसे नकली हमला बता रहे थे. एक्टर का ये बयान वायरल हो रहा है.
अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘झुंड’ में नजर आए एक्टर प्रियांशु उर्फ बाबू रवि सिंह छेत्री की बेरहमी से हत्या कर दी गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, नागपुर के जरीपटका इलाके में प्रियांशु और उनके दोस्त ध्रुव लाल बहादुर साहू शराब पी रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस हुई, जो झगड़े में बदल गई। इसके बाद आरोपी ने प्रियांशु को तारों से बांधा, धारदार हथियार से गला रेता और चेहरा पत्थर से कुचल दिया। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने प्रियांशु को अर्धनग्न हालत में देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। 21 वर्षीय प्रियांशु ने 2022 में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘झुंड’ में काम किया था और इसी फिल्म से उन्हें पहचान मिली थी।
Shweta Tiwari की 25 साल की बेटी पलक तिवारी का अक्सर सैफ के बेटे इब्राहिम संग नाम जुड़ता रहता है. पहली बार दोनों पैपराजी के सामने क्लिक हो गए थे. तब से दोनों की अफेयर की खबरें आती रहती हैं. ऐसे में एक्ट्रेस अपनी बेटी के लिंकअप की खबरों पर बात की.
बिग बॉस 19 : अशनूर-अभिषेक के रिश्ते पर पैरेंट्स ने तोड़ी चुप्पी, बोले- 'यह सच्ची दोस्ती है'
‘बिग बॉस 19’ में अशनूर कौर को उनके गेम के लिए मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं
वाराणसी में जन्मे और दिल्ली में पले बढ़े व्योम यादव ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद अभिनय की राह चुनी। स्कूल के दिनों से ही नुक्कड़ नाटकों में रुचि रखने वाले व्योम ने कॉलेज के दौरान एक्टिंग क्लास जॉइन की और पहली बार धर्मा प्रोडक्शन की वेब सीरीज 'गिल्टी' से शुरुआत की। तिग्मांशु धूलिया की गर्मी’ वेब सीरीज ने उन्हें पहचान दिलाई। व्योम की फिल्म ‘मन्नू क्या करेगा’ हाल ही में रिलीज हुई है और जल्द ही संजय मिश्रा और महिमा चौधरी के साथ फिल्म ‘दुर्लभ प्रसाद की दूसरी शादी’ में नजर आएंगे। व्योम यादव ने हाल ही में दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। पेश है कुछ प्रमुख अंश… सवाल: अपने बारे में कुछ बताइए? जवाब: मेरा जन्म वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में हुआ था, लेकिन बचपन में ही दिल्ली आ गया और यहीं मेरी परवरिश हुई। स्कूल की पढ़ाई दिल्ली के एक निजी स्कूल से की और फिर नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। मां गृहिणी हैं और पापा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया में जॉइंट जनरल मैनेजर हैं। सवाल: एक्टिंग की तरफ झुकाव कब हुआ? जवाब: छठी क्लास से ही नुक्कड़ नाटक करता था। दसवीं में बोर्ड की परीक्षा के कारण एक्टिंग छोड़नी पड़ी, लेकिन कॉलेज में दोबारा एक्टिंग क्लास जॉइन की। दोस्तों के जरिए ऑडिशन के बारे में पता चला और पहली बार ही सिलेक्ट हो गया। ट्रैवलिंग शो के पायलट एपिसोड में काम किया, लेकिन वह ऑन एयर नहीं हुआ। दिल्ली में रहते हुए ऑडिशन देता था, फिर मुंबई से भी कॉल आने लगे। 2018 के आखिर में धर्मा प्रोडक्शन की वेब सीरीज ‘गिल्टी’ में छोटे रोल का मौका मिला और यहीं से एक्टिंग में असली रुचि जगी। सवाल: माता-पिता का कितना सपोर्ट मिला? जवाब: शुरुआत में पापा चाहते थे कि मैं इंजीनियर या सिविल सर्विसेज में जाऊं। लेकिन कॉलेज के दौरान नुक्कड़ नाटक, ऐड वगैरह करने लगा तो उन्होंने सपोर्ट किया। पहला ऐड मिला, तब पापा को समझ आया कि यह मेरा पैशन है। पढ़ाई पूरी करने के बाद छह महीने वर्क-फ्रॉम-होम जॉब की, वह बहुत मुश्किल समय था। बिल्कुल भी आराम नहीं मिलता था। लंच ब्रेक में ही ऑडिशन बनाता था। उसी ऑडिशन के दौरान दिसंबर 2021 में तिग्मांशु धूलिया की वेब सीरीज ‘गर्मी’ मिल गई। सवाल: ‘गर्मी’ की शूटिंग का अनुभव कैसा रहा? जवाब: तिग्मांशु सर हर छोटी-बड़ी बात सिखाते थे, जैसे किरदार में जान डालना, बैकग्राउंड वर्क इत्यादि। उनके साथ काम करना एफटीआईआई में पढ़ने जैसा था। सवाल: इस शो से क्या फायदा मिला? जवाब: ‘गर्मी’ के बाद लोग पहचानने लगे। ‘मन्नू क्या करेगा’ के निर्माता ने मेरा काम उसी शो में देखा और कास्ट किया। इस तरह नए रास्ते खुलते गए। सवाल: ‘गर्मी’ के बाद अगला प्रोजेक्ट कौन सा था? जवाब: कुछ प्रोजेक्ट मिले, लेकिन स्क्रिप्ट पसंद नहीं आई तो छोड़ दिए। जल्द ही मेरी फिल्म ‘दुर्लभ प्रसाद की दूसरी शादी’ रिलीज होगी, जिसमें संजय मिश्रा सर और महिमा चौधरी मैम हैं। यह एक मजेदार कहानी है, जिसमें मैं लड़की से शादी करना चाहता हूं, लेकिन उसके घर वाले कहते हैं आपके घर में कोई महिला नहीं है, तो मैं अपने पिता की शादी करवाता हूं। संजय मिश्रा सर ने मेरे पिता का किरदार निभाया है। सवाल: संजय मिश्रा के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा? जवाब: बेहद अच्छा। एक सीन में उन्होंने कहा, “शोल्डर ढीले रखो, नहीं तो नेचुरल नहीं लगेगा।” इतनी बारीकी से सिखाते हैं कि बहुत कुछ सीखने मिला। उनका एक्सपीरियंस देखकर समझ में आया कि एक्टिंग में छोटे इशारे भी बड़ा फर्क डालते हैं। सवाल: ‘मन्नू क्या करेगा’ की शूटिंग का अनुभव कैसा रहा? जवाब: फिल्म की शूटिंग देहरादून के यूपीएस यूनिवर्सिटी कैंपस में हुई। हॉस्टल में रहकर किरदार में ढलना आसान हो गया। सुबह पहाड़ दिखते थे, शांति रहती थी, कोई ट्रैफिक नहीं। सवाल: आपके रोल मॉडल कौन हैं? जवाब: इरफान खान की नेचुरल एक्टिंग, शाहरुख खान का चार्म, दोनों ही मेरे लिए प्रेरणा हैं। सवाल: कभी कोई प्रोजेक्ट फाइनल होकर छूट गया? जवाब: हां, कई बार हुआ। एक बड़े प्रोजेक्ट में लगभग फाइनल था, पर आखिरी समय में बदल गया। अब मैंने डिटैच रहना सीख लिया है।
फरहान अख्तर की फिल्म '120 बहादुर' के पहले सीन को नैरेट करेंगे अमिताभ बच्चन
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन फिल्म '120 बहादुर' के ओपनिंग सीन को नैरेट करते दिखाई देंगे
क्रिकेट की पिच पर जुनून, राजनीति की गलियों में संघर्ष और टीवी की दुनिया में ठहाकों की गूंज। नवजोत सिंह सिद्धू की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। एक बल्लेबाज, नेता, टीवी स्टार और प्यार में डूबा जीवनसाथी। सिद्धू ने हर मोड़ पर अपनी अलग पहचान बनाई, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब उनके अंदर संवाद की कमजोरी थी और वे बातचीत में थोड़ा शर्मीले थे। यहां तक कि स्कूल में 'छुट्टी' शब्द तक नहीं बोल पाते थे। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद सिद्धू ने कमेंट्री की ओर रुख किया। उनकी कमेंट्री स्टाइल बेहद जोशीली, धाराप्रवाह और मनोरंजक है, जिसके कारण वे कमेंट्री बॉक्स में ‘सिक्सर सिद्धू’ और ‘कमेंट्री बॉक्स के सरदार’ के नाम से प्रसिद्ध हुए। उनकी हाजिरजवाबी, प्रेरक बातें और वन-लाइनर लोगों के दिलों तक पहुंचने लगे, जिससे उनका व्यक्तित्व और प्रभाव बढ़ा। नवजोत सिंह सिद्धू की यह कहानी बताती है कि कैसे एक शर्मीला व्यक्ति विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा और मेहनत से चमकता हुआ मशहूर टीवी कमेंटेटर, रियलिटी शो का जज और मोटिवेशनल स्पीकर बन सकता है। उन्होंने अपने जीवन में आए उतार-चढ़ाव को अपने अनुभव के रूप में लिया और अपने व्यक्तित्व को नया रूप दिया। आज की सक्सेस स्टोरी में जानेंगे कि कैसे क्रिकेट के मैदान से लेकर राजनीति और टीवी की दुनिया तक का सफर तय करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू अपने व्यक्तित्व और सोच में जबरदस्त निखार लाए, जो उन्हें दूसरों से अलग बनाता है। बचपन से क्रिकेट के प्रति जुनून 20 अक्टूबर 1963 को पटियाला, पंजाब में जन्मे नवजोत सिंह सिद्धू का बचपन क्रिकेट के जुनून में बीता। उनके पिता भगवंत सिंह खुद एक मशहूर क्रिकेटर थे, जिनसे सिद्धू ने क्रिकेट का पहला पाठ सीखा। सिद्धू ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पटियाला के यदविंद्र पब्लिक स्कूल से की। पढ़ाई के साथ-साथ उनका मन हमेशा क्रिकेट के मैदान में रमता रहा। कॉलेज पहुंचने तक सिद्धू की पहचान एक होनहार बल्लेबाज के रूप में हो चुकी थी। आगे चलकर उन्होंने भारतीय टीम में जगह बनाकर देश का नाम रोशन किया। कॉलेज की मोहब्बत- नवजोत कौर सिद्धू की लव स्टोरी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं। कॉलेज के दिनों में वह नवजोत कौर से पहली नजर में ही प्यार करने लगे थे। वे घंटों कॉलेज के बाहर धूप में सिर्फ उन्हें देखने खड़े रहते थे। नवजोत कौर उस समय एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थीं। दोनों के बीच धीरे-धीरे दोस्ती हुई और वक्त के साथ रिश्ता गहराता चला गया। लंबे इंतजार और समर्पण के बाद सिद्धू ने उन्हें प्रपोज किया। शादी से पहले सिद्धू ने नवजोत कौर की जन्मपत्री मिलवाई और जब 36 में से पूरे 36 गुण मिले तो साल 1991 में दोनों ने शादी कर ली। कैंसर के खिलाफ जंग में साथ शादी के बाद सिद्धू और नवजोत कौर दो बच्चों, बेटे करण और बेटी राबिया के माता-पिता बने। नवजोत कौर राजनीति और समाजसेवा में भी सक्रिय रहीं, अमृतसर से विधायक बनकर उन्होंने जनता की सेवा की, लेकिन जीवन में एक वक्त ऐसा आया जब नवजोत को कैंसर ने घेर लिया। उस कठिन समय में सिद्धू ने हर पल उनका साथ निभाया। साल 2023-24 में नवजोत कौर ने कैंसर को मात दी। इस दौरान सिद्धू ने सोशल मीडिया पर अपनी पत्नी के लिए भावुक संदेश लिखे- “तुम्हारे बिना जीना नहीं आता नोनी।” यह संदेश उनके अटूट प्रेम और साथ निभाने के वादे की मिसाल बन गया। क्रिकेट में संघर्ष और सक्सेस 1983 में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारतीय टेस्ट टीम से शुरुआत करने वाले सिद्धू का करियर कई उतार-चढ़ाव से गुजरा। शुरू में उन्हें तकनीकी कमजोरियों के लिए आलोचना मिली, लेकिन 1987 के विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने लगातार छक्के मारकर ‘सिक्सर सिद्धू’ का दर्जा पा लिया। इनके नाम 51 टेस्ट और 136 वनडे हैं, जिसमें कई यादगार पारी शामिल हैं। 1999 में अचानक क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने कई बार टीम के चयनकर्ताओं और मैनेजमेंट से मतभेद का खुलासा किया। यही चुनौती उन्हें राजनीति और टीवी के सफर पर ले आई। राजनीति का सफर 2004 में बीजेपी के टिकट से अमृतसर से सांसद बने। संसद में शेरो-शायरी और आक्रामक भाषण से उनको अलग पहचान मिली। 2016 में बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए, 2017 में पंजाब सरकार में मंत्री बने। पार्टी के भीतर मतभेदों ने भी कई बार सुर्खियां बटोरीं। टीवी इंडस्ट्री में शुरुआत क्रिकेट से संन्यास के बाद टीवी पर कमेंटेटर के तौर पर नई पारी शुरू हुई। उनके वन-लाइनर्स, जोश और हिंदी शायरी दर्शकों को भा गई। ‘द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज’ और ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ में उनकी मौजूदगी ने शो को एक अलग ऊंचाई दी। कपिल शर्मा शो में उनकी ठहाकों की सीट लोगों में लोकप्रिय थी। कपिल शर्मा शो से निकाले गए 2019 में पुलवामा हमले के बाद सिद्धू के बयान को लेकर विवाद हुआ। जनता के दबाव में उन्हें शो से निकालना पड़ा। उनकी कुर्सी पर अर्चना पूरन सिंह आईं, जिन्होंने सिद्धू की जगह ली और आज तक शो की जान बनी हुई हैं। सिद्धू के लिए यह बड़ा झटका था। इंडियाज गॉट टैलेंट से वापसी टेलीविजन की दुनिया में वापसी सिद्धू ने जज के रूप में ‘इंडियाज गॉट टैलेंट’ से की। शो के दौरान उन्होंने संघर्ष को याद करते हुए कहा—“गिरना जरूरी है, तभी उठना आता है।” यह शो सिद्धू की हंसी, शेरो-शायरी और आत्मविश्वास से भरी वापसी है। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में सिद्धू ने कमेंट्री, जिंदगी और योग के अपने अनोखे सफर पर खुलकर बात की। उनकी आवाज में वही जोश था, वही शब्दों की मिठास, जो कभी क्रिकेट मैदान की कमेंट्री में सुनाई देती थी। कमेंट्री का सबसे बड़ा सुरूर सिद्धू कहते हैं- अगर मुझे एक घंटा बोलना हो तो मैं एक मिनट भी तैयारी नहीं करता, लेकिन आधे घंटे के लिए दस मिनट और तीन मिनट के लिए पूरा एक घंटा तैयारी करता हूं। सही शब्द चुनना और कम शब्दों में बात को साफ कहना ही कमेंट्री की ताकत है। कई बार एक लाइन पूरी कहानी बयान कर देती है। भीतर की ताकत पहचानना जरूरी यह हुनर किताबों से नहीं आता, यह तब आता है जब आप खुद को समझते हैं। जैसे सागर मंथन से अमृत निकलता है, वैसे ही ध्यान और अभ्यास से भीतर की शक्ति जागती है। जो कुछ ब्रह्मांड में है, वह हमारे भीतर भी है। लोग बाहर भटकते हैं, जबकि असली जवाब भीतर छुपा है- जैसे कस्तूरी मृग अपनी नाभि की खुशबू के लिए जंगलों में फिरता है। क्रिकेटर से योगी 36 साल क्रिकेट खेलने के बाद मैंने अपने खान-पान को अनुशासित किया, मन को गुलाम बनाने वाली आदतों को चैनलाइज किया और योगी बन गया। इंद्रियां बहुत प्रबल हैं, लोग दिखावे में खोए रहते हैं, लेकिन मैं भीतर उतरा हूं। असली ताकत हर इंसान के अंदर है, बस ढूंढनी पड़ती है। मन का बदलाव पहले मन उलझन और नकारात्मक सोच में फंसा था। स्वामी विवेकानंद को पढ़कर समझ आया कि असली सुख भीतर है। वही लड़का जो स्कूल के सामने 'छुट्टी' शब्द तक नहीं बोल पाता था, आज लाखों लोगों के सामने बोलता है। जीवन में शांति मन शांत हो तो जिंदगी सुंदर दिखती है। झील का पानी स्थिर हो तो चांद की परछाई साफ दिखती है, वही हाल मन का है। जिंदगी जल्दबाजी से नहीं मिलती, शांति में जीनी पड़ती है। असली नवजोत को कम लोग जानते हैं लोग बाहर से मुझे वन-लाइनर, शायरी और एंटरटेनमेंट के लिए पहचानते हैं, लेकिन भीतर की शांति और गहराई को कम लोग देखते हैं। योगी अंदर से जागरूक और संतुलित होता है। तीन महीने नाड़ी शोधन करें तो शरीर हल्का हो जाएगा, चेहरा दमकने लगेगा और मन शांत रहेगा। मां पार्वती का साथ मेरी सबसे बड़ी ताकत है मां पार्वती का प्यार। संगत का असर सबसे गहरा होता है। जैसे लकड़ी में लोहे का कील डाल दो तो वो लंबे समय तक तैरेगी, वैसे ही सही संगत जीवन को ऊंचा उठाती है। शांति और समझ की मिसाल बाबा नानक की क्षमा, महावीर का धैर्य, करोड़ों में एक को मिलती है। जब यह अवस्था आए तो किसी चीज की कमी या डर नहीं रहता। असफलता का डर दुनिया में सबसे बड़ा डर असफलता का है। डर दूर करना है तो पल में जीना सीखो। कल का पछतावा और कल की चिंता आज का मौका छीन लेते हैं। राहुल द्रविड़ ने कहा था- एक गेंद पर ध्यान दो, पूरी पारी नहीं। रोड रेज केस में एक साल की सजा, 10 महीने बाद रिहाई मिली थी नवजोत सिंह सिद्धू को 1988 के एक विवादित रोड रेज केस में सुप्रीम कोर्ट ने एक साल की सजा सुनाई थी। इस गंभीर मामले में 27 दिसंबर 1988 को पटियाला में उनकी कार पार्किंग को लेकर 65 वर्षीय गुरनाम सिंह से कहासुनी हुई थी, जो बाद में हाथापाई में बदल गई। सिद्धू ने गुरनाम सिंह को घुटना मारकर गिरा दिया था। गुरनाम सिंह को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट में बताया गया कि उनकी मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई थी। इस घटना को लेकर सिद्धू और उनके दोस्त रूपिंदर सिंह संधू के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ था। मामला कोर्ट के कई स्तरों से गुजरा। शुरू में सेशन कोर्ट ने सिद्धू को बरी कर दिया था, लेकिन बाद में हाईकोर्ट ने उन्हें छह साल की सजा (दोनों को तीन-तीन साल की) सुनाई और जुर्माना लगाया। इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। सुप्रीम कोर्ट ने कई बार इस केस की सुनवाई की और 2018 में गैर इरादतन हत्या के आरोपों से सिद्धू को बरी कर दिया, लेकिन चोट पहुंचाने के मामले में दोषी ठहराया गया और ₹1000 का जुर्माना लगाया। इस फैसले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल होने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अंततः 2022 में सिद्धू को एक साल की कठोर कारावास की सजा सुनाई। सजा सुनाए जाने के बाद सिद्धू ने अदालत में आत्मसमर्पण किया और पटियाला केंद्रीय जेल में बंद रहे। हालांकि उनके अच्छे व्यवहार के चलते उन्हें निर्धारित एक साल की सजा से पहले, करीब 10 महीने बाद जेल से रिहा कर दिया गया। जेल से बाहर निकलते ही उन्होंने सरकार पर लोकतंत्र की स्थितियों को लेकर तीखा हमला बोला। -------------------------------- पिछले हफ्ते की सक्सेस स्टोरी पढ़िए... ‘बैंडिट क्वीन’ के बाद भी बेरोजगार रहे मनोज बाजपेयी:इश्क में दो बार नाकाम हुए, सुसाइड का सोचा, ‘सत्या’ के बाद सड़क पर चलना हुआ मुश्किल कभी ‘सत्या’ का ‘भीखू म्हात्रे’, कभी ‘शूल’ का ‘समर प्रताप सिंह’, कभी राजनीति का ‘वीरेंद्र प्रताप’, कभी ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ का ‘सरदार खान’, कभी ’फैमिली मैन’ का ‘श्रीकांत तिवारी’ तो कभी ‘पिंजर’ का ‘राशिद’, जितने किरदार, उतनी पहचान। मनोज बाजपेयी ने अपनी एक्टिंग से इन सारे किरदारों में जान फूंक दी। पूरी खबर पढ़ें..
'हक' में यामी गौतम और इमरान हाशमी ने अपनी भूमिकाओं को जीवंत किया : जिग्ना वोरा
बॉलीवुड अभिनेत्री यामी गौतम और इमरान हाशमी की फिल्म 'हक' 7 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी
अरबाज खान ने नन्ही परी का रखा बेहद अनोखा नाम, खूबसूरत है अर्थ, मतलब जान फैंस बोले 'वाह'
Arbaaz-Shura khan Daughter Name:जन्म के 4 दिन बाद ही अरबाज खान ने अपनी नन्ही परी का खूबसूरत नाम रख दिया है. आज दोपहर अरबाज अपनी पत्नी शूरा खान और नन्ही परी को लेकर अस्पताल से घर ले आए है और उसके कुछ देर बाद ही अपनी बेटी के नाम की घोषणा कर दी.
'हैवान' की शूटिंग पूरी हो गई हैं. इस फिल्म के सेट से अक्षय कुमार ने ऐसा वीडियो शेयर किया है जिसमें ना केवल अक्षय के चेहरे के एक्सप्रेशन बल्कि म्यूजिक भी इतना खतरनाक है कि इसे देखने के बाद लोगों की रूह सिहर रही है.
Dharma Productions New Office:'कुछ-कुछ होता है' और 'ऐ दिल है मुश्किल' जैसी कई हिट फिल्में बनाने वाले प्रोडक्शंस ने हाल ही में नया ऑफिस किराए पर लिया है. इस ऑफिस का किराया सुन आपके होश ही उड़ जाएंगे.
एक्टर अरबाज खान और उनकी पत्नी शूरा खान हाल ही में एक बच्ची के पेरेंट्स बने हैं। शूरा ने 5 अक्टूबर को बेटी को जन्म दिया है। डिलीवरी के तीन दिन बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। इस दौरान अरबाज अपनी बेटी को गोद में लिए नजर आए। इंस्टाग्राम पर एक पैपराजी अकाउंट द्वारा शेयर किए गए वीडियो में, अरबाज काले रंग की शर्ट पहन नजर आ रहे हैं। उनकी गोद में कपड़ों में लिपटी उनकी बेटी भी देखी जा सकती है। गाड़ी में बैठने से पहले एक्टर ने वहां मौजूद पैपराजी को स्माइल करते हुए इशारों में शुक्रिया कहा। वहीं, शूरा पैपराजी से बचती दिखीं। वो अरबाज के पीछे तेजी से गाड़ी की तरफ बढ़ जाती हैं। शूरा लोअर-टीशर्ट में कैप और मास्क लगाए नजर आ रही हैं। 5 अक्टूबर को हुआ था बेबी गर्ल का जन्म बता दें शूरा खान को शनिवार को डिलीवरी के लिए मुंबई के पी.डी. हिंदुजा अस्पताल में एडमिट किया गया था। इस दौरान अरबाज पत्नी के साथ मौजूद थे। डिलीवरी के चलते परिवार के कुछ सदस्य भी अस्पताल पहुंचे थे। शूरा की मां, सोहेल खान और अरबाज के बेटे अरहान अस्पताल के बाहर देखे गए थे। इसके पहले 29 सितंबर को अरबाज और शूरा ने बेबी शावर का ग्रैंड सेलिब्रेशन होस्ट किया गया था। इसमें करीबी परिवार और दोस्त शामिल हुए थे। सलमान खान भी इस खुशी के मौके पर पहुंचे थे। बता दें कि 58 साल की उम्र में अरबाज दूसरी बार पिता बने हैं। शूरा से पहले अरबाज की शादी मलाइका अरोड़ा से हुई थी। उनके बेटे अरहान का जन्म 2002 में हुआ था। हालांकि, 2017 में अरबाज और मलाइका ने आपसी सहमति से तलाक लिया। अरबाज और शूरा की शादी 24 दिसंबर 2023 को एक प्राइवेट सेरेमनी में हुई थी। शूरा ने इसी साल जून में अपनी प्रेग्नेंसी की पुष्टि की थी।
शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा पर धोखाधड़ी का आरोप लगाने वाले कौन है ये 'दीपक कोठारी' ?
बॉलीवुड की प्रसिद्ध अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा पर एक जाने - माने कारोबारी ने 60 करोड़ रुपयों की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। और इस आरोप के चलते अब दंपति का भारत से विदेश जाना मुश्किल हो गया है।
दीपिका पादुकोण पिछले कुछ समय से लगातार विवादों में हैं। अब एक्ट्रेस का एक नया एड आया है, जिसकी वजह से उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। दीपिका ने पति रणवीर सिंह के साथ अबू धाबी टूरिज्म के लिए एक नया एड शूट किया है। इस एड में एक्ट्रेस हिजाब में नजर आ रही हैं। वहीं रणवीर शेरवानी लुक में दिख रहे हैं। दोनों को अबू धाबी टूरिज्म का ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है। इस एड के जरिए दोनों वहां के इतिहास और विरासत को दिख रहा हैं। एड को दीपिका ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर शेयर करते हुए लिखा- 'मेरा सकून।' हालांकि, इस एड की वजह से वो ट्रोलर्स के निशाने पर आ गई हैं। दीपिका को हिजाब में देखकर कुछ यूजर्स नाराज नजर हैं। एक यूजर ने दीपिका पर तंज कसते हुए लिखा- 'भाई साहब मैडम को याद आ गया कि वो कौन थीं।' एक यूजर ने दीपिका के जेएनयू जाने की बात का जिक्र करते हुए लिखा- 'जब कुछ टेरिस्ट आजादी-आजादी चिल्ला रहे थे, तब आप भी वहां थीं। देश सब कुछ याद रखता है।' एक अन्य यूजर ने लिखा- 'कभी अपने देश के मंदिर के लिए आपने ये सब नहीं किया। अबू धाबी में हिजाब पहन रही हैं।' एक अन्य यूजर ने लिखा- 'रणवीर खान और दीपिका बेगम पैसों के लिए कुछ भी कर सकते हैं। शुक्र है कि कल्कि के कास्ट से उन्हें हटा दिया गया।' एक्ट्रेस की ट्रोलिंग पर उनके फैंस खुलकर उनके समर्थन में आ गए हैं। दीपिका के फैंस उनके सपोर्ट में लिख रहे हैं कि एड में दोनों की केमिस्ट्री कमाल की है। दोनों साथ में काफी अच्छे लग रहे हैं। साथ ही वो ट्रोलर्स को ये भी बता रहे कि दोनों पति-पत्नी देश के मंदिरों में भी जाते हैं और हमेशा से भारत की संस्कृति का सम्मान करती रही हैं।
युजवेंद्र चहल की पूर्व पत्नी इन्फ्लूएंसर धनश्री वर्मा इन दिनों रियलिटी शो राइज एंड फॉल का हिस्सा हैं। हाल ही में उन्होंने दावा किया था कि शादी के महज 2 महीने बाद ही क्रिकेटर युजवेंद्र चहल ने उन्हें धोखा दिया था। लंबी चुप्पी के बाद अब चहल ने इस पर रिएक्शन दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि धनश्री का ये दावा बेबुनियाद है। हिंदुस्तान टाइम्स को दिए इंटरव्यू में युजवेंद्र चहल ने कहा, 'मैं एक स्पोर्ट्स पर्सन हूं और मैं धोखा नहीं देता। अगर कोई दो महीने में ही चीट करता तो इतना लंबा रिलेशनशिप चलता क्या। मेरे लिए ये चैप्टर खत्म हो चुका है, डन एंड डस्टेड। मैं अपनी जिंदगी के साथ आगे बढ़ चुका हूं और हर किसी को यही करना चाहिए।' आगे क्रिकेटर ने कहा, 'हमारी शादी साढ़े 4 साल थी। अगर दो महीने में चीट किया होता तो कौन कंटीन्यू करता। मैं पहले भी बोल चुका हूं कि मैं पास्ट से निकल चुका हूं। लेकिन कुछ लोग अब भी वहीं अटके हैं। अभी भी कई लोग उस चीज को पकड़े हुए हैं। अभी भी उनका घर मेरे नाम से चल रहा है तो वो ऐसा करना जारी रख सकते हैं। मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता न ये मेरी दिक्कत है। मेरी भी फीलिंग्स हैं, मैं आखिरी बार अपनी जिंदगी के इस चैप्टर पर बात कर रहा हूं।' बात खत्म करते हुए युजवेंद्र चहल ने कहा, 'मैं इस चैप्टर को भुला चुका हूं। कोई कुछ भी कह देता है और सोशल मीडिया पर चल जाता है। 100 बातें चलती हैं, लेकिन सच सिर्फ एक है, जो लोग मायने रखते हैं, वो ये जानते हैं। मेरे लिए ये चैप्टर बंद हो चुका है। मैं इस पर दोबारा बात नहीं करना चाहता, मैं अपनी जिंदगी और अपने खेल पर ध्यान दे रहा हूं।' बता दें कि रियलिटी शो राइज एंड फॉल के एक एपिसोड में धनश्री वर्मा को एक्ट्रेस कुब्रा सैत से ये कहते सुना गया था कि शादी के दूसरे महीने ही उन्होंने युजवेंद्र चहल को चीट करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया था। क्रिकेटर युजवेंद्र चहल और धनश्री वर्मा से शादी की दिसंबर 2020 में हुई। 2 साल बाद जून 2022 में दोनों अलग हो गए और मार्च 2025 में दोनों का तलाक हुआ।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा को विदेश जाने की अनुमति नहीं दी है। दरअसल, 60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी के आरोप लगने के बाद शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा के खिलाफ LOC (लुक आउट सर्कुलर/नोटिस) जारी किया गया था, जिससे उनके विदेश भागने पर रोक लगाई जा सके। हालांकि, एक्ट्रेस ने इसके खिलाफ एक याचिका दायर करते हुए विदेश यात्रा की इजाजत मांगी थी। इस पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार को आदेश दिया है कि अगर वो विदेश जाना चाहती हैं तो पहले उन्हें 60 करोड़ रुपए जमा करने होंगे। शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा ने याचिका में 4 ट्रिप की इजाजत मांगी थी। पहली ट्रिप 2 अक्टूबर-5 अक्टूबर तक थाइलैंड की होनी थी। जो अब मुमकिन नहीं है। दूसरी इजाजत उन्होंने 21 अक्टूबर से 24 अक्टूबर तक लॉस एंजिलिस की और तीसरी 25 अक्टूबर को कोलंबो और चौथी ट्रिप 20 दिसंबर 2025 से 6 जनवरी 2026 की फॉरेन ट्रिप की भी परमिशन मांगी है। बॉम्बे हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच के चीफ जस्टिस श्री चंद्रशेखर और जस्टिस गौतम अखंड ने कपल की याचिका पर सुनवाई की। शिल्पा के वकील ने कोर्ट में कहा कि जो पहली फैमिली ट्रिप (2 अक्टूबर-5 अक्टूबर तक) होने वाली थी, वो अब संभव नहीं है, लेकिन यूट्यूब के एक इवेंट के लिए लॉस एंजिलिस जाना शिल्पा के लिए जरूरी है। इस पर बेंच द्वारा शिल्पा के वकील से इस इवेंट की डीटेल्स मांगी गईं। इस पर वकील ने कहा कि उन्हें इवेंट ऑर्गेनाइजर्स के फोन कॉल्स आए हैं। हालांकि न्यायधीश ने जवाब से असंतुष्ट होकर कहा- सिर्फ फोन कॉल्स का हवाला देना पर्याप्त नहीं है। इसके (इवेंट के) बारे में आपके पास लिखित सूचना होगी। अगर आप सिर्फ कॉल्स की बात कर रहे हैं तो फिर वो फोन नंबर दीजिए, हम खुद उसका वैरिफिकेशन करवा लेंगे। इस पर मुख्य न्यायधीश ने कहा कि जांच में सहयोग के चलते ही दोनों को गिरफ्तार नहीं किया गया। सुनवाई में मौजूद शिकायतकर्ता के वकील ने शिल्पा-राज की याचिका का विरोध कर कहा- जहां तक मेरी जानकारी है, ये दोनों (शिल्पा-राज) विदेशी नागरिक हैं, इसलिए इस बात की आशंका है कि ये देश छोड़कर भाग सकते हैं। दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद बेंच ने शिल्पा-राज के वकील से कहा- पूरी रकम (60 करोड़ रुपए) को इस कोर्ट में जमा करें। उसके बाद हम आपकी रिक्वेस्ट पर विचार करेंगे, लेकिन यह उनके तर्कों पर निर्भर होगा। जब वकील द्वारा कहा गया कि उन्हें इस बात के निर्देश लेने होंगे, तो उन्हें जवाब मिला, “हां, रकम जमा करो, फिर हम विचार करेंगे।” सुनवाई के बाद ये मामला 14 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया गया है। क्या है 60 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला? अगस्त 2025 में मुंबई के एक बिजनेसमैन दीपक कोठारी ने शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा पर 60 करोड़ की धोखाधड़ी के आरोप में शिकायत दर्ज करवाई है। दीपक कोठारी के मुताबिक, उनकी मुलाकात 2015 में एजेंट राजेश आर्या के जरिए शिल्पा और कुंद्रा से हुई थी। उस समय दोनों बेस्ट डील टीवी के डायरेक्टर थे और शिल्पा के पास कंपनी के 87% से ज्यादा शेयर थे। शिकायत के अनुसार, एक मीटिंग में तय हुआ कि शिल्पा और राज कुंद्रा की कंपनी को दीपक लोन देंगे। कंपनी के लिए 75 करोड़ रुपए का लोन मांगा था, जिस पर 12% सालाना ब्याज तय हुआ। दीपक कोठारी का आरोप है कि बाद में शिल्पा और कुंद्रा ने उनसे कहा कि लोन पर टैक्स की परेशानी आ सकती है, इसलिए इसे इन्वेस्टमेंट के रूप में दिखाते हैं और हर महीने रिटर्न देंगे। अप्रैल 2015 में कोठारी ने करीब 31.95 करोड़ रुपए की पहली पेमेंट की। टैक्स से जुड़ी परेशानी जारी रहने पर सितंबर में दूसरी डील हुई और जुलाई 2015 से मार्च 2016 के बीच उन्होंने 28.54 करोड़ रुपए और ट्रांसफर किए। कुल मिलाकर उन्होंने 60.48 करोड़ रुपए दिए, साथ ही 3.19 लाख रुपए स्टांप ड्यूटी के रूप में चुकाए। कोठारी का दावा है कि अप्रैल 2016 में शिल्पा ने उन्हें पर्सनल गारंटी भी दी थी, लेकिन उसी साल सितंबर में उन्होंने कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद शिल्पा की कंपनी पर 1.28 करोड़ रुपए का कर्ज न चुकाने का मामला सामने आया। कोठारी को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। उन्होंने कई बार अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन कोई जवाब और पैसे नहीं मिले। पहले मामला जुहू पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी और जालसाजी के तहत दर्ज हुआ। चूंकि रकम 10 करोड़ से ज्यादा थी, इसलिए जांच आर्थिक अपराध शाखा (EOW) को सौंप दी गई है। EOW इस केस की जांच कर रही है। शिल्पा से हुई साढ़े 4 घंटे तक पूछताछ 7 अक्टूबर को धोखाधड़ी के मामले में EOW (इकोनॉमिक ऑफेंस विंग) की टीम ने शिल्पा शेट्टी के घर पहुंचकर करीब साढ़े 4 घंटे तक पूछताछ की है। शिल्पा के अलावा राज कुंद्रा का बयान भी दर्ज किया गया है। उनका नाम भी शिकायत में दर्ज है। उनसे पूरे लेन-देन की जानकारी ली गई। फिलहाल जांच टीम उस कंपनी का ब्योरा निकाल रही है, जिससे उस समय शिल्पा और राज जुड़े हुए थे। इसी मामले में राज से बीते हफ्ते भी पूछताछ हुई थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि बेस्ट डील को दीपक कोठारी द्वारा दी गई रकम को बिपाशा बसु, नेहा धूपिया और प्रोड्यूसर एकता कपूर को बतौर प्रोफेशनल फीस दी जा चुकी थी। ............... शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें 'जिंदगी में कभी गलत नहीं किया, सच सामने आएगा':शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने ₹60 करोड़ की ठगी के आरोपों पर चुप्पी तोड़ी बिजनेसमैन और शिल्पा शेट्टी के पति राज कुंद्रा ने 60 करोड़ रुपए की ठगी के मामले पर 11 सितंबर को चुप्पी तोड़ी थी। उन्होंने कहा था कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। पूरी खबर यहां पढ़ें....
गोलू गुप्ता ने शुरू की 'मिर्जापुर' फिल्म की बनारस में शूटिंग,तीन सीजन तोड़ चुके हैं रिकॉर्ड
Mirzapur Film की शूटिंग बनारस में हो रही है. इस फिल्म में अब गोलू गुप्ता का रोल निभाने वाली श्वेता त्रिपाठी भी जुड़ गई हैं. इस फिल्म को लेकर गोलू गुप्ता ने अपने किरदार और सफर के बारे में बात की.
पंजाबी संगीत जगत के लिए दुखद खबर है। मशहूर गायक राजवीर जवंदा का निधन हो गया है। लगभग 12 दिनों तक जिंदगी की जंग लड़ने के बाद, उन्होंने मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली
बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा से 60 करोड़ रुपए के धोखाधड़ी मामले में पूछताछ जारी है. मंगलवार को एक्ट्रेस से आर्थिक अपराध शाखा ने चार घंटे तक पूछताछ की है.
Rajvir Jawanda Passes Away: पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा का 27 सितंबर को हिमाचल में एक्सीडेंट हो गया था. सिर और रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट लगने के बाद वे 11 दिन वेंटिलेटर पर रहे. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. उनके निधन से फैंस और परिवार बेहद दुखी हैं.
सिंगर जुबीन गर्ग डेथ केस में बुधवार को असम पुलिस के DSP संदीपन गर्ग को अरेस्ट किया गया है। संदीपन गर्ग जुबीन गर्ग के चचेरे भाई हैं। हादसे के वक्त वह सिंगापुर में सिंगर के साथ मौजूद थे। संदीपन की गिरफ्तारी की वजह अभी सामने नहीं आई है। हालांकि अधिकारी ने बताया कि संदीपन से जुबीन की मौत के सिलसिले में पिछले कुछ दिनों से पूछताछ की जा रही थी। इस मामले में यह पांचवीं गिरफ्तारी है। इससे पहले, नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत, गायक के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और उनके दो बैंड सदस्यों - शेखर ज्योति गोस्वामी और अमृत प्रभा महंत को अरेस्ट किया गया था। जुबीन गर्ग का निधन सिंगापुर में 19 सितंबर को हुआ था। सिंगर 20 सितंबर को होने वाले नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल के लिए सिंगापुर गए हुए थे, जहां उन्होंने वाटर एडवेंचर एक्टिविटी में हिस्सा लिया था। दावा किया गया कि उनकी मौत स्कूबा डाइविंग के दौरान एक हादसे में हुई थी। 4 अक्टूबर- गिरफ्तार हुए साथी का दावा, जहर दिया गया थासिंगर जुबीन गर्ग की मौत के मामले में गिरफ्तार उनके बैंडमेट (साथी सिंगर) शेखर ज्योति गोस्वामी ने 4 अक्टूबर को दावा किया था कि सिंगर के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और इवेंट ऑर्गनाइजर श्यामकनु महंत ने उन्हें जहर दिया था। दोनों ने हत्या को हादसा दिखाने की साजिश रची थी। बैंडमेट गोस्वामी के 4 दावे... SIT ने अब तक 60 से ज्यादा FIR दर्ज कीं स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने बताया कि जुबीन की मौत के मामले में अब तक राज्य में 10 लोगों के खिलाफ 60 से ज्यादा FIR दर्ज की गई हैं। स्पेशल DGP गुप्ता ने बताया कि सिंगापुर में की गई पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट प्रोटोकॉल के अनुसार परिवार को दी जाएगी। सिंगापुर की जांच टीम ने भी काम किया। उन्होंने परिवार से संपर्क भी किया है। वहीं, गुवाहाटी में किए गए दूसरे पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट का इंतजार है। विसरा सैंपल को डिटेल जांच के लिए दिल्ली के सेंट्रल फोरेंसिक लैब भेजा गया है। गुप्ता ने कहा कि विसरा रिपोर्ट मिलने के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार और हमारे पास उपलब्ध हो जाएगी। मृत्यु की असली वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम के दौरान शरीर के आंतरिक अंगों जैसे आंत, लिवर, किडनी से लिए जाने वाले नमूने विसरा सैंपल (Viscera sample) कहलाते हैं। पुलिस अधिकारी ने कहा था कि हमें आरोपियों के खिलाफ कुछ सबूत मिले हैं। इसलिए आगे जांच के लिए उनकी गिरफ्तारी जरूरी थी। SIT सूत्रों के मुताबिक, वीडियो में गोस्वामी गर्ग के बहुत करीब तैरते दिखाई दिए, जबकि अमृतप्रभा ने पूरी घटना को अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड किया था। जुबीन ने 38 हजार गाने गाए थे जुबीन का जन्म 18 नवंबर 1972 को असम के तिनसुकिया जिले में हुआ था। वे असमिया और हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में गायक, संगीतकार, गीतकार, एक्टर और डायरेक्टर रहे। उन्होंने असमिया, हिंदी, बांग्ला और अंग्रेजी भाषा में गाने गाए हैं। इसके अलावा सिंगर ने बिष्णुप्रिया मणिपुरी, आदि, बोरो, अंग्रेजी, गोलपारिया, कन्नड़, कार्बी, खासी, मलयालम, मराठी, मिसिंग, नेपाली, उड़िया, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु, तिवा सहित 40 भाषाओं और बोलियों में 38 हजार से ज्यादा गाने गए। जुबीन असम के हाईएस्ट पेड सिंगर थे। .......................... जुबीन गर्ग से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... जुबीन गर्ग ने अपनी कमाई का 70% जरूरतमंदों को दिया:कंपोजर जॉय चक्रवर्ती ने बताया- सिंगर ने घर कैंसर मरीजों को ठहराने को किया समर्पित सिंगर जुबीन गर्ग की अंतिम विदाई से पता चला कि लोगों के दिलों में उनके लिए कितनी जगह थी। जुबीन सिर्फ एक अच्छे सिंगर ही नहीं, बल्कि दूसरों की मदद करने में भी आगे रहते थे। यहां पढ़ें पूरी खबर...
Bhutan car smuggling case: ईडी की कोच्चि इकाई के अधिकारियों ने दुलकर सलमान के तीन घरों और ममूटी के आवास पर छापे मारे हैं. ईडी ने भूटान वाहन तस्करी मामले में अपनी जांच तेज कर दी है और अभिनेता दुलकर सलमान और ममूटी के आवासों सहित 17 स्थानों पर बुधवार को तलाशी ली.
सोनाक्षी सिन्हा-जहीर इकबाल ने शादी से पहले ही खरीदा था ड्रीम हाउस, वीडियो में दिखाई झलक
सोनाक्षी सिन्हा ने अपने नए व्लॉग में अपने नए घर की झलक दिखाई है. इस व्लॉग में सोनाक्षी ने बताया कि यह घर उन्होंने शादी से 9 पहले ही खरीद लिया और 10 दिन पहले इसमें पूजा की थी. उन्होंने बताया कि इस बिल्डिंग में 6 फ्लैट है.
28 सितंबर को शुरू हुए कन्नड़ के सबसे ज्यादा देखे जाने वाले रियलिटी शो को प्रीमियर के 10 दिन बाद ही बंद कर दिया गया है। शो का सेट सील कर दिया गया है और शो में मौजूद 16 कंटेस्टेंट्स को शो से निकाला गया है। रियलिटी शो बिग बॉस कन्नड़-12 की शूटिंग बिदादी के जॉली वुड स्टूडियो एंड एडवेंचर्स में चल रही थी। जांच में सामने आया कि स्टूडियो द्वारा पर्यवारण संबंधी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। 6 अक्टूबर को स्टूडियो में जारी सभी गतिविधियां तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश दिए गए, जिसके बाद स्टूडियो सील कर दिया गया है। ये कार्यवाही कर्नाटक के कर्नाटक स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा की गई। आदेश के बाद कस्तूरी कर्नाटक जनपारा वेदिके के कार्यकर्ताओं ने शो के सेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। अब शो पूरी तरह बंद किया गया है। जांच के दौरान ये भी सामने आया है कि शूटिंग लोकेशन पर दो बड़े डीजल जनरेटर चल रहे थे, जिससे काफी प्रदूषण हो रहा है। साथ ही लोकेशन पर डिस्पोजल कप और प्लेट्स का कचरा भी मिला है, जिससे काफी गंदगी जमा हो चुकी है। इसके अलावा जांच अधिकारियों ने सेट पर सीवेज मैनेजमेंट पर भी चिंता जाहिर की थी। 6 अक्टूबर को कर्नाटक स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा स्टूडियो को नोटिस भेजा गया, जिसमें लिखा था कि परिसर में बड़े पैमाने पर मनोरंजन और स्टूडियो चलाया जा रहा है, जबकि इसके लिए आवश्यक स्थापना की अनुमति और कंसेंट ऑफ ऑपरेशन नहीं लिया गया है। जो जल प्रदूषण निवारण और नियंत्रण अधिनियम 1974 और वायु प्रदूषण निवारण और नियंत्रण अधिनियम 1981 के विरुद्ध है। नोटिस में चेतावनी दी गई है कि अगर स्टूडियो द्वारा आदेश का पालन नहीं किया जाता और स्टूडियो तत्काल बंद नहीं किया जाता तो उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। बताई गई समय सीमा के बाद अब स्टूडियो सील किया गया है। किच्चा सुदीप हैं शो के होस्ट, शो में थे 16 कंटेस्टेंट्स जांच के दायरे में आए इस स्टूडियो में बिग बॉस कन्नड़ के 12वें सीजन की शूटिंग चल रही थी। शो को 28 सितंबर से 19 कंटेस्टेंट्स के साथ शुरू किया गया था। इस शो को पॉपुलर कन्नड़ एक्टर किच्चा सुदीप होस्ट करते हैं। ये कन्नड़ का सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो है। 3 एविक्शन के बाद 16 कंटेस्टेंट्स के साथ शो चल रहा था। शो को कलर्स कन्नड़ चैनल और जियो हॉटस्टार पर स्ट्रीम किया जाता है।
Kantara Chapter 1 Collection Day 6 ऋषभ शेट्टी कांतारा चैप्टर 1 को रिलीज हुए 6 दिन हो गए हैं और आए दिन यह बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड पर रिकॉर्ड तोड़ रही है. दो दिन में सेंचुरी मारने वाली यह फिल्म लागातार ताबड़तोड़ कमाई कर रही है.
पंजाबी सिंगर राजवीर जवंदा की हालत अचानक बेहद नाजुक हो गई है। वह 27 सितंबर से मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती हैं। जहां उन्हें लगातार वेंटिलेटर पर रखा गया था। लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर आज उनका 12वां दिन है। जवंदा की सेहत के लिए लगातार अरदास की जा रही थी। हालांकि अचानक फोर्टिस अस्पताल में परिवार की हलचल और सिक्योरिटी बढ़ने से फैंस की चिंता बढ़ गई है। हालांकि उनकी सेहत को लेकर कोई औपचारिक जानकारी नहीं दी गई है। जवंदा की सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं लेकिन अभी तक परिवार और दोस्तों का कहना है कि राजवीर अभी भी वेंटिलेटर पर हैं। बता दें कि जवंदा का 27 सितंबर को बाइक राइडिंग के वक्त बद्दी से शिमला जाते वक्त पिंजौर में एक्सीडेंट हो गया था। वहां से उन्हें अस्पताल लाते वक्त हार्ट अटैक भी आ गया था। पंजाब पुलिस के IG ऐसी हालत से बच चुकेसिंगर राजवीर जवंदा की तरह हालत पंजाब पुलिस के पूर्व IG गुरविंदर सिंह की भी हो चुकी है। उनका 1990 में एक्सीडेंट हुआ था। वह चंडीगढ़ से पटियाला जा रहे थे। बनूड़ के पास उनकी सरकारी गाड़ी ट्रक से टकरा गई थी। वहां से उन्हें PGI में दाखिल करवाया गया था। उनकी पत्नी ने कहा कि डेढ़ महीने तक पति वेंटिलेटर पर रहे। इसके बाद होश आया। लंबे प्रयासों के बाद वह चलने फिरने तो लगे हैं। मगर, उनके दिमाग को लेकर आई समस्याओं की दवाइयां आज भी चल रही हैं। हादसे के दौरान उनके भी सिर में चोट आई थी। राजवीर जवंदा को भी इसी तरह चोट आई है। अस्पताल लाने के बाद नहीं सुधरी जवंदा की सेहत, 8 मेडिकल बुलेटिन पढ़िए... खबर लगातार अपडेट की जा रही है...
लग्जरी कारों की स्मगलिंग करने के आरोप में साउथ के पॉपुलर एक्टर दुलकर सलमान, पृथ्वीराज सुकुमारन और एक्टर अमित चक्कलाकल जांच के दायरे में हैं। हाल ही में इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट द्वारा दुलकर सलमान, पृथ्वीराज और अमित के घरों समेत केरल के करीब 17 ठिकानों में छापेमारी की गई। ये छापेमारी केरल के कोझीकोड, मलापुरम, कोट्टयम, एर्नाकुलम और कोयंबटूर जैसे शहरों में हुई। इनमें साउथ के पॉपुलर एक्टर ममूटी का चेन्नई स्थित घर भी शामिल है। जांच टीम सभी के घरों में उन दस्तावेजों की तलाश कर रही है, जिनकी मदद से भूटान से लग्जरी गाड़ियां भारत लाई गईं। इससे पहले भी ED ने केरल की कई जगहों पर छापा मारा था और 36 संदिग्ध गाड़ियां जब्त की थीं। इनमें दुलकर सलमान की लैंड रोवर डिफेंडर भी शामिल थी। इस कार्रवाई के खिलाफ दुलकर सलमान ने कार दोबारा हासिल करने के लिए केरल हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसमें उन्होंने साफ किया कि उनके द्वारा खरीदी गई लग्जरी कार अवैध नहीं है। और उनके पास सभी दस्तावेज हैं। इस पर कोर्ट द्वारा कस्टम टीम को फटकार लगाते हुए अस्थायी रूप से कार लौटाने के आदेश दिए थे। क्या है पूरा मामला? कस्टम विभाव और राजस्व खुफिया निदेशालय द्वारा ऑपरेशन नुमखोर शुरू किया गया था। जांच में खुलासा हुआ कि भूटान से कई लग्जरी कारें भारत में इम्पोर्ट की जा रही हैं। अवैध तरीके से गाड़ियां लाने से टैक्स चोरी और कस्टम टैक्स चोरी का घोटाला हो रहा है। भूटान से लाई जाने वाली गाड़ियों को सेकेंड हैंड दिखाकर भारत भेजा जाता है, जबकि असल में ब्रांड न्यू और कम चली गई गाड़ियां होती हैं। भूटान से लाई गईं गाड़ियों को हिमाचल प्रदेश में रजिस्टर करवाया जाता है, जिसके बाद ये देश के कई शहरों तक पहुंचाई जाती हैं। दुलकर सलमान और पृथ्वीराज सुकुमारन दोनों ही मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में मुख्य रूप से काम करते हैं। दुलकर सलमान ने उस्ताद होटल (2012) से डेब्यू किया था। इसके बाद वह ओके कनमनी (2015), महानति (2018), कुरुप (2021), सीता रामम (2022), और लोका चैप्टर: 1 चंद्रा (2025) जैसी फिल्मों में भी नजर आए हैं। वहीं, पृथ्वीराज सुकुमारन ने फिल्म वास्तवम से डेब्यू किया था।। उनकी अन्य फेमस फिल्मों में क्लासमेट्स (2006), मुंबई पुलिस (2013), एन्नु निंटे मोइदीन (2015), एज्रा (2017), 9 (2019), और जन गण मन (2022) शामिल हैं।
OTT Release: 'रौतू का राज' से लेकर 'शर्मा जी की बेटी' तक, इस वीकेंड रिलीज हुईं ये फिल्में-वेब सीरीज
इस हफ्ते की फिल्में और वेब सीरीज ऐसी हैं जो वुमन एम्पावरमेंट पर खास फोकस रखती हैं. नेटफ्लिक्स से लेकर अमेजन प्राइम, जी5, सोनी लिव और डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर ये रिलीज हुई हैं. लिस्ट जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...
'जिससे प्यार करो, उससे शादी मत करो', क्यों 50 साल की उम्र में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने ये कहा
नवाजुद्दीन ने बताया जो खुशी आपको अपने काम से मिलती है वो कोई और चीज नहीं दे सकती. एक्टर के मुताबिक, अगर आप बहुत कुछ क्रिएटिव करना चाहते हो तो अकेले रहो. मन नहीं है तो मत करो शादी. नवाज ने बताया वो अकेले बहुत खुश हैं. उन्हें अकेलापन अच्छा लगता है.
शाहरुख खान से बातचीत हुई बंद, फरीदा जलाल बोलीं- मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया
इंडिया टुडे संग बातचीत में फरीदा जलाल ने कहा था कि शाहरुख खान ने शायद फोन नंबर बदल लिया है और नया नंबर मेरे पास है नहीं. इसलिए हम दोनों के बीच बात बंद हो गई है. दोनों का टच टूट गया है.
फिल्म रैप में जानिए कि गुरुवार को एंटरटेनमेंट की दुनिया में क्या खास हुआ. अपने वाराणसी दौरे के दिन नीता अंबानी ने बनारस के बुनकरों द्वारा बनाए गई साड़ियों का स्टॉल लगवाया. सभी साड़ियों में नीता अंबानी को खुद के लिए कोनिया ट्रेंड की लाख बूटी साड़ी पसंद आई, इसे उन्होंने अपने लिए खरीदा.
शानदार फिल्म है कल्कि 2898 AD!
भारत के सबसे बड़े एपिक 'महाभारत' से निकले किरदार. हिंदी और साउथ सिनेमा के सबसे बड़े स्टार्स और एक दमदार कहानी. ऐसी ही एक सच्ची इंडियन एपिक फिल्म है 'कल्कि 2898 AD'. और ये यकीन करने के लिए इसे थिएटर में देखना चाहिए.
बाहुबली बनाने वाले राजामौली ने की 'कल्कि 2898 AD' की तारीफ- दूसरी ही दुनिया में चला गया
राजामौली ने प्रभास की करियर डिफाइनिंग फिल्म 'बाहुबली' डायरेक्ट की है. आज भी जनता प्रभास को उसी इमेज से याद रखती है. अब राजामौली ने 'कल्कि 2898 AD' और इसमें प्रभास की काम की तारीफ करते हुए सोशल मीडिया पोस्ट लिखी है.