बांग्लादेश में भारतीय मिशनों पर भीड़ के हमलों के परिप्रेक्ष्य में पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा उप-सलाहकार पंकज सरन ने दोनों देशों को सलाह दी है कि वे आपसी रिश्तों में किसी भी ताकत को दखलअंदाजी न करने दें और भड़काऊ बयानों तथा कार्रवाइयों से बचें
विरोध से कैसे आतंकवाद का नारा बना 'ग्लोबलाइज द इंतिफादा'... सिडनी से पहले कश्मीर भी बना था निशाना
Intifida Chant Relation In Bondi Attack: आस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में 14 दिसंबर 2025 को यहूदियों पर हुए हमले को 'ग्लोबलाइज द इंतिफादा' नारे का नतीजा माना जा रहा है.
जेफरी एप्स्टीन की मौत के बाद भी चर्चा तेज, अमेरिकी संसद में सियासी बवाल; 68 नई तस्वीरें जारी
Jeffrey Epstein Files: अमेरिकी संसद में डेमोक्रेट सांसदों ने जेफरी एप्स्टीन की संपत्ति से जुड़ी नई तस्वीरों को सामने किया है. ये तस्वीरें ऐसे समय जारी की गई हैं, जब एप्स्टीन से जुड़े सरकारी फाइलों को सार्वजनिक करने की समयसीमा करीब आ चुकी है. इन नई तस्वीरों के सामने आने से वॉशिंगटन की राजनीति में फिर से हलचल तेज हो गई है.
Kremlin warns seizure of Russian assets: क्रेमलिन ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि रूसी संपत्तियों की जब्ती को बिना जवाब दिए नहीं छोड़ा जाएगा. इसके लिए जिम्मेदार सभी लोग चाहे फैसला लेने वाले हों या उसे लागू करने वाले सजा भुगतेंगे. रूस सभी उपलब्ध कानूनी तरीकों से उनका पीछा करेगा.
ब्राउन यूनिवर्सिटी और MIT में गोलीबारी के बाद बौखलाए ट्रंप, सस्पेंड किया ग्रीन कार्ड लॉटरी प्रोग्राम
Trump Suspends Green Card Lottery Program: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रीन कार्ड लॉटरी प्रोग्राम को सस्पेंड कर दिया है. यह फैसला 'ब्राउन यूनिवर्सिटी' में गोलाबारी के बाद लिया गया है.
Hindu man lynched in Bangladesh: बांग्लादेश में फैली हिंसा के बीचमैमनसिंह में कथित ईशनिंदा के आरोप में हिंदू व्यक्ति दीपू चंद्र दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. जिसका वीडिया सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इस वीडियो पर बंगाल बीजेपी ने अपनी प्रतिकिया दी है. देखते है बहुत कलेजा फाड़ देने वाला वीडियो.
Malik Ambar: हाल ही में पीएम मोदी ने अपने इथियोपिया की यात्रा में मलिक अंबर का जिक्र किया. मलिक अंबर एक गुलाम थे, जिन्होंने अपनी बहादुरी के दम पर अहमदनगर सल्तनत में अपनी जगह बनाई.
पहले खुद रिफ्यूजी अब बने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त, बरहम सालेह को मिली बड़ी जिम्मेदारी
Barham Salih:इराक के पूर्व राष्ट्रपति बरहम सालेह को संयुक्त राष्ट्र का शरणार्थी उच्चायुक्त चुना गया है. खास बात यह है कि वे खुद कभी शरणार्थी रह चुके हैं. उन्हें यह जिम्मेदारी ऐसे समय मिली है जब एजेंसी को धन की कमी और शरणार्थियों की संख्या में तेजी से वृद्धि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
5 बच्चे, साथ ही 2 तलाक! ट्रंप परिवार में नई बहू लाने जा रहे हैं जूनियर, बेटिना एंडरसन से की सगाई
donald trump jr engagement: डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने बेटिना एंडरसन से सगाई की है, जिससे वह ट्रंप परिवार की होने वाली बहू बन गई हैं. कोलंबिया यूनिवर्सिटी से पढ़ीं बेटिना एक सोशलाइट और पर्यावरण से जुड़े NGO की सक्रिय सदस्य हैं.
UK Cyber Attack China: ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय पर एक बड़ा साइबर हमला हुआ है. इसने सरकार की डिजिटल सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. चीन से जुड़े हैकर्स पर आरोप है कि उन्होंने हजारों गोपनीय दस्तावेज और संवेदनशील निजी जानकारियां चुरा लीं हैं.
उस्मान हादी की मौत के बाद सुलगा बांग्लादेश, अवामी लीग का दफ्तर फूंका, 4 शहरों में हिंसा
बांग्लादेश में द डेली स्टार के दफ्तर में हमलावरों ने पहले ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल में भारी तोड़फोड़ की। इसके बाद करीब 12:30 बजे आग लगा दी गई। आग तेजी से फैल गई और देखते ही देखते दो मंजिलें इसकी चपेट में आ गईं।
ट्रंप ने एनडीएए पर किए हस्ताक्षर, भारत के साथ अमेरिकी सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए फैसला किया
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वित्त वर्ष 2026 के लिए नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट (एनडीएए) पर हस्ताक्षर किए। यह एक बड़ा रक्षा कानून है, जिसमें वॉशिंगटन की इंडो-पैसिफिक पॉलिसी के हिस्से के तौर पर भारत के साथ अमेरिकी सैन्य सहयोग बढ़ाने और क्वाड के जरिए संबंधों को गहरा करने की बात कही गई है
एक झटके में खत्म हुआ कार रेसर का पूरा परिवार, नॉर्थ कैरोलिना में धू-धू कर जला प्लेन-Video
North Carolina Plane Crash:अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना में स्टेट्सविल हवाई अड्डे पर एक सेसना सी 550 जेट विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें 7 लोगों की मौत हुई. मृतकों में NASCAR के रेसिंग कार ड्राइवर ग्रेग बिफल उनकी पत्नी और दो बच्चे भी शामिल हैं.
बांग्लादेश में यूनुस सरकार का तुगलकी फरमान, आवामी लीग कार्यकर्ताओं को देखते ही गिरफ्तारी का आदेश
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने पुलिस को निर्देश दिया है कि आवामी लीग के सदस्यों को बिना यह जांच किए कि उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज है या नहीं, देखते ही गिरफ्तार किया जाए
नॉर्थ कैरोलिना एयरपोर्ट पर विमान हादसे में 7 लोगों की मौत
अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना राज्य के स्टेट्सविल शहर के एक क्षेत्रीय हवाई अड्डे पर एक छोटा जेट विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया
Who was Nuno Loureiro shot dead at his house:अमेरिका के मशहूर एमआईटी यूनिवर्सिटी के प्लाज्मा साइंस एंड फ्यूजन सेंटर के डायरेक्टर नुनो लौरेइरो की 15 दिसंबर 2025 को उनके ब्रुकलाइन घर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. पुलिस इसे हत्या का केस बता रही है, लेकिन सोशल मीडिया पर उनकी फ्यूजन एनर्जी रिसर्च से जोड़कर साजिश की अफवाहें उड़ रही हैं. जानें पूरी खबर.
Bangladesh violence after Osman Hadi death:बांग्लादेश में छात्र नेता शरीफ ओस्मान हादी की सिंगापुर में मौत के बाद ढाका में बड़े प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. गुस्साए लोगों ने डेली स्टार और प्रोथोम आलो जैसे अखबारों के ऑफिस में आग लगा दी है. अंतरिम सरकार के प्रमुख मुहम्मद यूनुस ने शांति की अपील की और हत्यारों को सजा देने का वादा किया. देश में एक दिन का राजकीय शोक घोषित है. आइए जानते हैं पूरी कहानी.
Marijuana laws are changing in the US: राष्ट्रपति ट्रंप ने मारिजुआना को कम खतरनाक श्रेणी में लाकर रिसर्च को आसान बनाने का फैसला लिया है, हालांकि, इसे पूरी तरह कानूनी नहीं बनाया जाएगा.
हसीना की सत्ता के खिलाफ आवाज बनकर उभरा था हादी, लाख टके का सवाल-किसने मारी गोली?
Sharif Usman Hadi:इंकलाब मंच के प्रवक्ता और ‘जुलाई विद्रोह’ के प्रमुख नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या के बाद बांग्लादेश में एक बार फिर हालात तनावपूर्ण हो गए हैं. हादी की मौत के बाद देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन और हिंसा भड़क उठी है. इस दौरान भारत विरोधी नारे भी लगाए गए.
जल उठा बांग्लादेश! एक्टिविस्ट की मौत के बाद भड़के दंगे, भारत के खिलाफ प्रदर्शन
Bangladesh violent protests: शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद ढाका में हिंसक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे, जिससे गुस्साए लोगों ने प्रोथोम आलो और डेली स्टार के दफ्तरों को आग के हवाले कर दिया. पूरे बंग्लादेश में हिंसा अपने चरम सीमा पर पहुंच चुका है.
बांग्लादेश में चुनावी हिंसा पर अवामी लीग की गंभीर चेतावनी
बांग्लादेश की अवामी लीग ने फरवरी 2026 में होने वाले आम चुनावों से पहले देश में बढ़ती हिंसा पर गंभीर चिंता जताई है
जेफ्री एपस्टीन… एक ऐसा शख्स, जो एक वक्त दुनिया के ज्यादातर ताकतवर नेताओं का चहेता था। जिसके प्राइवेट आइलैंड की सीक्रेट पार्टियों में जाने की सभी की हसरत होती थी। आज सपने में भी कोई जेफ्री नाम नहीं लेना चाहता। वजह- दुनिया का सबसे सनसनीखेज सेक्स स्कैंडल ‘एपस्टीन फाइल्स’। एपस्टीन सेक्स स्कैंडल से जुड़े कई ऐसी बातें, जो पूरी तरह सच नहीं, लेकिन झूठ भी नहीं। मसलन- इस पूरे स्कैंडल के पीछे इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद का हाथ था। जेफ्री ने सुसाइड नहीं किया, बल्कि राज खुलने के डर से उसकी हत्या करवाई गई। ऐसी ही 5 कॉन्स्पिरेसी थ्योरीज की पूरी कहानी, जानेंगे भास्कर एक्सप्लेनर में… ******* एपस्टीन फाइल्स से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... एपस्टीन के प्राइवेट आइलैंड में क्या-क्या होता था; नई तस्वीरों में ट्रम्प लड़कियों के साथ अंतरंग और कंडोम के पैकेट पर दुनिया के सबसे हाई-प्रोफाइल सेक्स स्कैंडल ‘एपस्टीन केस’ से जुड़ी 92 तस्वीरें पब्लिक हुई हैं। इनमें 3 तस्वीरें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की हैं। इसमें से एक तस्वीर में वे कई लड़कियों से घिरे दिख रहे हैं, तो एक तस्वीर में वे कंडोम के पैकेट पर नजर आ रहे हैं। कहा जा रहा है कि 19 दिसंबर को एपस्टीन केस से जुड़ी तमाम कागजात, ईमेल और तस्वीरें पब्लिक हो सकती हैं। पूरी खबर पढ़िए...
किराये के सॉफ्टवेयर से ट्रेनों के टिकट बुक हो रहे हैं। ये सॉफ्टवेयर महज 50 सेकंड में तत्काल का टिकट बुक कर देते हैं, यानी जितनी देर में कोई यात्री IRCTC के ऐप पर लॉगिन करेगा, उतनी देर में इस सॉफ्टवेयर से टिकट कंफर्म हो जाएगा। भास्कर रिपोर्टर ने एजेंट बनकर गिरोह से संपर्क किया। दलाल ने न सिर्फ 50 सेकंड में ऐसे एक सॉफ्टवेयर से दिल्ली से पटना का टिकट बुक कर दिया, बल्कि रिपोर्टर को सॉफ्टवेयर चलाने की ऑनलाइन ट्रेनिंग भी दी। सॉफ्टवेयर डेवलपर तैयार करते हैं, टिकट बुक करने का काम एजेंट्स का है। सॉफ्टवेयर का 1200 रुपए से लेकर 3200 रुपए तक मासिक किराया है। जांच एजेंसियों को झांसा देने के लिए सॉफ्टवेयर बेचने वाले दलाल टिकट बेचने वाले दलालों को आईपी एड्रैस भी मुहैया कराते हैं। जिसकी कीमत प्रति आईपी 600 रुपए है। आईपी एड्रेस अलग होने से एजेंट्स पकड़ में नहीं आते। भास्कर इन्वेस्टिगेशन में खुलासा हुआ कि, टेसला, गदर , ब्रह्मोस, सुपर तत्काल, अवेंजर नाम से ऑनलाइन सॉफ्टवेयर मिल रहे हैं। टेसला, गदर और अवेंजर को ज्यादा इस्तेमाल किया जा रहा है। एजेंट ने रिपोर्टर को सॉफ्टवेयर की ऑनलाइन ट्रेनिंग दी यूट्यूब पर तमाम वीडियो खंगालने के बाद हमें बलराम नाम के एजेंट की लिंक मिली। हमने उससे कहा कि, ‘हम तत्काल टिकट बुकिंग का काम शुरू करना चाहते हैं। भरोसा होने के बाद एजेंट ने पूरी प्रॉसेस समझाई और ऑनलाइन ट्रेनिंग दी। आमने–सामने मिलने से इंकार कर दिया।’ रिपोर्टर : तत्काल टिकट बुकिंग वाले सॉफ्टवेयर को लेकर बात हुई थी, कैसे मिलेगा एजेंट : हार्ड रूट चाहिए या सॉफ्ट रूट रिपोर्टर: ये क्या होता है एजेंट: हार्ड रूट में 55 से 60 सेकंड में टिकट बुक होता है। सॉफ्ट रूट में टोकन या आईपी की जरूरत नहीं होती, लेकिन दो मिनट का प्रीमियम टाइम चाहिए रिपोर्टर: तत्काल टिकट एक मिनट में खत्म हो जाता है एजेंट: इसलिए टेसला या गदर सॉफ्टवेयर लेना होगा रिपोर्टर: इसके लिए और क्या चाहिए होगा एजेंट: आईपी और सॉफ्टवेयर दोनों लेना होंगे रिपोर्टर: कैसे मिलेंगे एजेंट: अल्ट्रा व्यूवर दीजिए, मैं रिमोट से इंस्टॉल कर दूंगा रिपोर्टर: सॉफ्टवेयर की कीमत कितनी है एजेंट: 1800 रुपए रिपोर्टर: आईपी का क्या रेट है एजेंट: एक आईपी 1000 रुपए का है रिपोर्टर: सस्ता आईपी नहीं चलेगा एजेंट: 400–500 वाला आईपी जल्दी ब्लॉक हो जाता है रिपोर्टर: एक आईडी से कितने टिकट बनेंगे एजेंट: एक आईडी से छह फॉर्म रिपोर्टर: क्या आप नया IRCTC लॉगिन देंगे एजेंट: कस्टमर का ही लॉगिन बना लेना रिपोर्टर: यानी कस्टमर का आईडी–पासवर्ड इस्तेमाल करना है एजेंट: हां, उसी से टिकट बनाना है रिपोर्टर: आगे मुझे क्या करना होगा एजेंट: अल्ट्रा व्यूवर दीजिए, मैं सब इंस्टॉल कर के समझा दूंगा एंटीवायरस हटाने की बातचीत एजेंट: सर जी, क्या मैं इसे अनइंस्टॉल कर दूं रिपोर्टर: क्या अनइंस्टॉल कर रहे हैं एजेंट: ट्रेंड माइक्रो सिक्योरिटी एजेंट रिपोर्टर: ये तो एंटीवायरस है, इसे हटाना नहीं चाहिए एजेंट: इससे कोई वायरस प्रोटेक्शन नहीं होता रिपोर्टर: फिर क्यों हटाना है एजेंट: ये पुलिस है, हमारा सॉफ्टवेयर चोर। ये रहेगा तो वो काम नहीं करेगा रिपोर्टर: एंटीवायरस रहने से सॉफ्टवेयर नहीं चलेगा एजेंट: हां, एंटीवायरस होने से टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर काम नहीं करता टेसला सॉफ्टवेयर और टोकन प्रक्रिया एजेंट: आपको टेसला चाहिए ना, जिससे बुकिंग तेज होती है रिपोर्टर: हां एजेंट: हर दिन टोकन जनरेट करना पड़ेगा, नहीं तो काम नहीं होगा रिपोर्टर: टोकन कैसे एजेंट: रोज IRCTC साइट खोलकर टोकन जनरेट करना होगा। रिपोर्टर: बिना टोकन काम नहीं चलेगा एजेंट: नहीं। अवेंजर में सिर्फ एक-दो फॉर्म बनेंगे, डेढ़ मिनट में टिकट खत्म हो जाता है रिपोर्टर: ठीक है एजेंट: टेसला और आईपी लो, डेली टोकन बनाना पड़ेगा रिपोर्टर: प्रोसेस समझा दोगे एजेंट: वीडियो भेज दूंगा रिपोर्टर: शुरू में हेल्प कर देना। एजेंट: हां, लेकिन डेली टोकन आपको ही बनाना होगा रिपोर्टर: फोन को लेकर कोई शर्त एजेंट: एंड्रॉयड फोन होना चाहिए। आईफोन में फाइल डाउनलोड नहीं होगी IRCTC लॉगिन को लेकर रिपोर्टर: क्या आप IRCTC लॉगिन आईडी भी देते हैं एजेंट: वो अलग चीज है, उसके पैसे लगते हैं रिपोर्टर: पैसे लेकर दिलवा सकते हो एजेंट: हां, लेकिन अलग से चार्ज लगेगा। फर्जी लॉगिन, मोबाइल नंबर और OTP रिपोर्टर: अगर लॉगिन खरीदेंगे तो मोबाइल नंबर कहां से आएगा एजेंट: IRCTC आईडी में जो नंबर रहता है, वो मत डालिए रिपोर्टर: फिर क्या डालना है एजेंट: कोई अनजान, बंद पड़ा नंबर डाल दिया जाता है ताकि कभी जांच हो तो कुछ न मिले रिपोर्टर: टिकट कैसे देंगे एजेंट: आईडी से निकाल कर प्रिंट दे दीजिए रिपोर्टर: मोबाइल पर मैसेज नहीं आएगा एजेंट: नहीं आएगा रिपोर्टर: ये आईडी कैसे बनती हैं एजेंट: मशीन से बनी टेम्परेरी और आधार वाली आईडी होती हैं रिपोर्टर: प्रीमियम ट्रेन में OTP आ रहा है, उसका क्या एजेंट: अभी OTP बायपास नहीं है, मैन्युअली डालना पड़ेगा रिपोर्टर: मतलब कस्टमर को फोन पर रखना होगा एजेंट: हां, OTP वही बताएगा सेकंड्स में बुक हुआ टिकट… एजेंट ने सबसे पहले सिस्टम पर अल्ट्रा व्यूवर डाउनलोड करने को कहा। (अल्ट्रा व्यूवर की मदद से किसी का भी सिस्टम रिमोट पर लिया जा सकता है) अल्ट्रा व्यूवर डाउनलोड करने के बाद पासवर्ड शेयर करने के लिए कहा। फिर बलराम ने हमारे सिस्टम में सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया। सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने से पहले बलराम ने हमारे लैपटॉप से एंटी वायरस को डिलीट किया। फिर रिपोर्टर को ऑनलाइन टेसला सॉफ्टवेयर से तत्काल टिकट बुक करने की ट्रेनिंग दी। हमने बलराम को कहा कि वो हमें एक टिकट बुक कर के दिखाए, क्योंकि हम देखना चाहते थे कि टेसला सॉफ्टवेयर से कैसे टिकट बुक किया जा रहा है। काफी मशक्कत के बाद बलराम ने टेसला सॉफ्टवेयर से एक टिकट बुक करके दिखाया। टिकट बुकिंग के लिए IRCTC का ऐप खोला भी नहीं गया फिर भी तत्काल टिकट बुक हो गया। सवाल उठता है कि IRCTC ने अपने हर यूजर के लिए आधार कार्ड जरूरी कर रखा है तो दलालों के पास इतने IRCTC के लॉगिन पासवर्ड कहां से आते हैं। बलराम ने बताया कि एक लॉगिन आईडी की कीमत साढ़े तीन सौ रुपए है जितने चाहो आप ले सकते हैं। बलराम ने हमें एजेंट अभिजीत का नंबर दिया। अभिजीत टेसला और गदर से टिकट बुकिंग का काम करता है। हमने पूछा की फेक लॉगिंग आईडी के लिए नंबर कहां से लाते हो, तो उसने बताया कि पीछे से लॉगिन आईडी बनाकर दिया जाता है। टिकट बुक करते समय ऐसे नंबर का इस्तेमाल किया जाता है जो बंद हो गया हो, ग्राहक को बस लॉगिंग आईडी से टिकट प्रिंट करके देना है। ऐसे बुक किये गए तत्काल टिकट का मैसेज नहीं आता है क्योंकि बुकिंग में गलत नंबर डाला जाता है जिससे अगर कभी IRCTC जांच भी करे तो गलत नंबर के कारण पकड़े जाने का डर नहीं होता। रेलवे ने पहचान जनवरी 2025 से अब तक: 3.03 करोड़ पर्सनल यूजर आईडी संदिग्ध मानकर इनएक्टिव किए। 2.69 करोड़ यूजर आईडी अस्थायी रूप से सस्पेंड कर री-वेलिडेशन में डाली गईं कोडिंग के आधार पर ट्रेनों और स्टेशन को बांटा अवैध तरीके से ऑनलाइन मिल रहे इन सॉफ्टवेयर के जरिए कुछ ही सेकंड्स में सीटें एजेंट्स के पास चली जाती हैं। आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता। एजेंट्स ने हार्डरूट और सॉफ्टरूट में शहरों को बांट रखा है। जिस रूट में सबसे ज्यादा टिकट का डिमांड होता है उसे हार्ड रूट कहा जाता है। जैसे दिल्ली-पटना, दिल्ली-दरभंगा, दिल्ली-कटिहार, दिल्ली- गोरखपुर, दिल्ली-मुंबई , दिल्ली-बंगलोर आदि। वहीं, जिस रूट में टिकट आसानी से मिल जाता है, उसे सॉफ्टरूट कहते हैं, जैसे- दिल्ली-कानपुर, दिल्ली- भोपाल, दिल्ली-जयपुर आदि। कोडिंग ट्रेन के आधार पर भी की गई है जो ट्रेन कम समय में दूरी तय करती है उस ट्रेन को भी हार्डरूट ट्रेन कहा जाता है। जैस- सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस , पूर्व एक्सप्रेस , सभी रूट की संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, सभी रूट की गरीब रथ , भोपाल एक्सप्रेस, चेन्नई एक्सप्रेस, गोवा एक्सप्रेस, स्लीपर वाली दुरंतों एक्सप्रेस। हार्ड रूट में तत्काल बुकिंग के लिए दलालों ने अलग से सॉफ्टवेयर बना रखा है टेसला, गदर , ब्रह्मोस, सुपर तत्काल और सॉफ्टरूट के लिए अवेंजर नाम से सॉफ्टवेयर ऑनलाइन मिल रहे है। हार्डरूट के साफ्टवेयर का किराया 1800 से लेकर 3200 रुपए जबकि सॉफ्ट रूट के लिए अवेंजर का किराया 1200 रुपए प्रति महीना है। जांच एजेंसियों को झांसा देने के लिए ये सॉफ्टवेयर बेचने वाला दलाल टिकट बेचने वाले दलाल को आईपी एड्रैस भी मुहैया कराते हैं। जिसकी कीमत प्रति आईपी 600 रुपए है। ये सॉफ्टवेयर कुछ ही सेकंड्स में प्रॉसेस पूरी कर देते हैं आईटी एक्सपर्ट हेमंत शर्मा कहते हैं कि, ‘आम यात्रियों के साथ ट्रेन टिकट बुकिंग में दो लेवल पर गड़बड़ी की जा रही है। पहला, ऑटोमेशन और AI-बेस्ड सॉफ्टवेयर का मिसयूज और दूसरा, एजेंटों द्वारा इन सॉफ्टवेयरों का कमर्शियल यूज।’ ‘जब कोई यात्री IRCTC वेबसाइट या ऐप पर मैन्युअली टिकट बुक करता है, तो उसे लॉग-इन, ट्रेन चयन, यात्री विवरण, कैप्चा और पेमेंट जैसी प्रॉसेस खुद पूरी करनी होती हैं। इसी दौरान हजारों-लाखों यूजर एक साथ सिस्टम पर एक्टिव रहते हैं, खासकर तत्काल और ARP बुकिंग के समय। इसमें अधिकांश यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता।’ ‘इसके उलट, एजेंटों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे ऑटोमेशन/AI सॉफ्टवेयर वही पूरी प्रॉसेस सेकंड्स में पूरी कर देते हैं। यह सॉफ्टवेयर आम यूजर के कम्पेरिजन में कई गुना तेजी से सर्वर को रिक्वेस्ट भेजते हैं। इसी कारण आम यात्री मैन्युअल प्रक्रिया में फंसा रहता है, वहीं दूसरी ओर सॉफ्टवेयर बेस्ड सिस्टम पहले ही टिकट बुक कर लेता है।’ जांच में यह भी सामने आया है कि एजेंट इन टिकटों को अतिरिक्त शुल्क जोड़कर उन यात्रियों को बेचते हैं जो ज्यादा पैसा देने को तैयार होते हैं। जबकि रेलवे की टिकट नीति ‘पहले आओ, पहले पाओ’ (First Come, First Serve) की है। रेलवे इन सॉफ्टवेयरों पर रोक क्यों नहीं लगा पा रही है? इसके पीछे मुख्य रूप से दो कारण सामने आते हैं। पहला, कानूनी खामी। ऑटोमेशन और एआई बेस्ड टिकट बुकिंग सॉफ्टवेयर को लेकर फिलहाल कोई सख्त कानून नहीं है, जो इसे पूरी तरह से प्रतिबंधित करे। मौजूदा आईटी और रेलवे नियम इसे आंशिक तौर पर ही कवर करते हैं, जिससे सख्त कार्रवाई नहीं हो पाती। दूसरा, तकनीकी। भारतीय रेलवे अपने लेवल पर असामान्य गति से टिकट बुक करने वाले IP एड्रेस को पहचानकर ब्लॉक करती है। लेकिन एजेंट लगातार नए IP एड्रेस, VPN, नई यूज़र आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करते हैं। IP एड्रेस असीमित हैं, इसलिए पकड़ में नहीं आते। इसका नतीजा यह है कि एजेंट और सॉफ्टवेयर डेवलपर लगातार सिस्टम को बायपास करने के नए तरीके खोज रहे हैं और अवैध कमाई कर रहे हैं। वहीं आम यात्रियों को टिकट के लिए ज्यादा पैसा देना पड़ रहा है। .................................... ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं देश में 5 ब्लास्ट करने वाला भी अल–फलाह का स्टूडेंट:2007 में बीटेक किया, उसी साल गोरखपुर में धमाका, अब तक फरार देश में 5 बार ब्लास्ट करने वाला आतंकी मिर्जा शादाब बेग भी फरीदाबाद की अल–फलाह यूनिवर्सिटी का ही स्टूडेंट है। ये खुलासा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की रिपोर्ट से हुआ है, जिसकी कॉपी भास्कर के पास है। 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट करने वाला आतंकी डॉ उमर नबी भी यहां प्रोफेसर था। पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...।
‘मैं एक छोटे से कंटेनर में कैद था। आसपास इतना घना जंगल था कि लोकेशन का पता ही नहीं चलता। आतंकी जिन लोगों को पकड़कर लाते, कंटेनर में ठूंस देते थे। मेरे कंटेनर में 50-60 लोग थे। अंदर दम घुटता था। सांस लेने में भी मुश्किल होती थी। 3-4 दिन बाद मुझे जेल की तरह एक कोठरी में भेज दिया। भयानक ठंड में जमीन पर सोता था। खाने में सिर्फ एक ब्रेड मिलती थी। टॉयलेट के लिए एक बॉल्टी थी। वो भी साफ नहीं होती थी। हर दिन सोचता था कि यहां से जिंदा निकल भी पाऊंगा या नहीं।’ सूडान में सरकार के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही लड़ाकों की कैद से छूटकर आए आदर्श बेहरा के चेहरे पर अब भी घबराहट है। आदर्श ओडिशा के जगतसिंहपुर में रहते हैं और 17 दिसंबर को घर लौटे हैं। वे सूडान में एक प्लास्टिक फैक्ट्री में मशीन ऑपरेटर का काम करते थे। सूडान में 2023 से सूडानी सशस्त्र बलों (SAF) और रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच जंग चल रही है। 26 अक्टूबर को RSF ने देश के अल-फशीर शहर पर कब्जा कर लिया। तभी आदर्श को भी बंधक बना लिया गया। अगवा किए जाने के बाद आदर्श का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें अपहरण करने वाले लड़ाके उनसे शाहरुख खान के बारे में पूछ रहे हैं। आदर्श की पत्नी सुष्मिता ने सरकार के अलावा शाहरुख खान से भी पति को रिहा कराने की अपील की थी। करीब डेढ़ महीने विद्रोहियों की कैद में रहे आदर्श अब घर पर हैं। पढ़िए उनकी आपबीती… हट्टा-कट्टा शरीर, इसलिए विद्रोहियों ने फौजी समझकर पकड़ा आदर्श का परिवार जगतसिंहपुर जिले के कोटकणा गांव में रहता है। घर में माता-पिता के अलावा पत्नी सुष्मिता और दो बेटे हैं। आदर्श ने सिर्फ 10वीं तक ही पढ़ाई की। इसके बाद महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और फिर गुजरात कमाने चले गए। प्लास्टिक फैक्ट्री में 8-10 साल काम किया। सिर्फ 15-16 हजार रुपए सैलरी मिलती थी। इसमें खर्च चलाना मुश्किल हो रहा था। इसलिए सूडान चले गए। वे बताते हैं, ‘मैं 2022 में सूडान गया था। अल-फशीर शहर में नौकरी मिली। सब ठीक चल रहा था, लेकिन अचानक गृहयुद्ध ने शहर को चपेट में ले लिया। अल-फशीर विद्रोहियों का गढ़ बन गया। चारों तरफ बमबारी और गोलीबारी होती थी। फैक्ट्री के अंदर रहना मौत को बुलाने जैसा था।’ ‘मैंने शहर छोड़ने का फैसला लिया। मैं और मेरे मैनेजर पैदल ही चल पड़े। हमने सड़कों की बजाय जंगल का रास्ता चुना ताकि किसी की नजर में न आएं। रास्ते में हथियारबंद विद्रोहियों ने घेर लिया। मेरी कद-काठी अच्छी है। हुलिया भी सूडान के लोग से अलग था। विद्रोहियों को लगा कि मैं सूडान की फोर्स में हूं और वर्दी छोड़कर भाग रहा हूं।’ ‘उन्होंने पीटना शुरू कर दिया। 1500 डॉलर (करीब 1.25 लाख रुपए), मोबाइल फोन और एपल वॉच छीन ली। विद्रोहियों ने मेरे मैनेजर को जंगल में ही छोड़ दिया, लेकिन मैं विदेशी था, इसलिए मुझे साथ ले गए।’ 3 दिन जंगल में रखा, पूछा- शाहरुख खान के रिश्तेदार हो क्याआदर्श बताते हैं, ‘किडनैप करने के बाद मुझे तीन दिन घने जंगल में रखा गया। वहां कड़ाके की ठंड थी। मेरे पास ओढ़ने के लिए कंबल तो दूर, सोने के लिए बिस्तर तक नहीं था। मैं जमीन पर सोता था। खाने में सिर्फ बिस्किट या ब्रेड का एक टुकड़ा देते थे।’ कैद के दौरान विद्रोहियों ने आदर्श का एक वीडियो रिकॉर्ड किया। यह वीडियो दिखाने के लिए था कि उन्होंने एक विदेशी नागरिक को पकड़ लिया है। वीडियो में विद्रोहियों ने कैमरे के सामने चिल्लाकर कहा, ‘अब यह वापस नहीं जा सकता।’ इसी वीडियो से पता चला कि आदर्श को किडनैप कर लिया गया है। आदर्श बताते हैं, ‘वीडियो बनाते हुए उन्होंने मुझसे बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान के बारे में पूछा। वे मुझसे पूछ रहे थे कि क्या तुम शाहरुख खान को जानते हो। क्या शाहरुख खान तुम्हारा रिश्तेदार है। क्या तुम उसी के इलाके में रहते हो। 3-4 दिन बाद मुझे जंगल से निकालकर एक जेल में ले गए। वहां बहुत गंदगी थी। इतने मच्छर थे कि आप सो नहीं सकते।' सेल के अंदर टॉयलेट नहीं था। मुझे एक बाल्टी दी गई थी, जिसे टॉयलेट के लिए इस्तेमाल करना था। उसे साफ करने वाला कोई नहीं था। ‘मुझे लगा कि अगर घर तक खबर नहीं पहुंचाई तो जिंदा नहीं बचूंगा। मैंने एक शख्स से बहुत गिड़गिड़ाकर फोन मांगा। उसने मुझे सिर्फ 5 मिनट के लिए फोन दिया। मैंने पत्नी सुष्मिता को फोन किया। रोते हुए पूरी बात बताई। कहा कि जल्दी सरकार से मदद मांगो, वरना मैं नहीं बचूंगा।’ ‘करीब एक महीने बाद आतंकियों का लीडर आया। उसका नाम एब्सोक था। उसने कहा कि रेडक्रॉस वाले आएंगे, तब तुम्हें छोड़ देंगे। वे एंबेसी में बात नहीं करते थे। कहते थे कि जिसे बात करनी है, उसे यहां आना होगा।’ रेड क्रॉस की मदद से छूटे, सरकार ने स्पेशल फ्लाइट भेजीआदर्श के कहने पर उनकी पत्नी सुष्मिता ने सरकार और रेडक्रॉस से मदद मांगी। आखिरकार विद्रोहियों से बात हुई और वे आदर्श को छोड़ने के लिए तैयार हो गए। विद्रोहियों ने उन्होंने न्याला सिटी छोड़ दिया। यहां से भारत सरकार ने आदर्श को अबू धाबी लाने के लिए स्पेशल फ्लाइट भेजी। आदर्श बताते हैं, ‘मैं उस फ्लाइट में अकेला पैसेंजर था। मैं PM मोदी, केंद्र सरकार, विदेश मंत्रालय और रेडक्रॉस का शुक्रगुजार हूं। अगर एंबेसी का कोई व्यक्ति पहले से मौजूद होता, तो शायद मैं जल्दी छूट जाता।’ आदर्श घर लौट आए हैं, लेकिन उनके पास अब कोई काम नहीं है। उनके पैसे विद्रोहियों ने लूट लिए। आदर्श कहते हैं, ‘अगर ओडिशा में ही कोई नौकरी मिल जाए, तो मैं कभी बाहर नहीं जाऊंगा। अब घर चलाने में बहुत मुश्किल आएगी।’ पत्नी बोलीं- वीडियो देख डर गई थी, विधायक-सांसद तक से मदद मांगीआदर्श की पत्नी सुष्मिता उनकी रिहाई के लिए सरकारी अफसरों, विधायक, सांसद के घर चक्कर काटती रहीं। वे बताती हैं, ‘डेढ़ महीने से आदर्श से बात नहीं हो रही थी। तभी सोशल मीडिया पर वीडियो देख लिया। वीडियो में आदर्श के चारों तरफ हथियारबंद लोग थे। हम तो डर गए कि अब क्या होगा। ‘पहले 2-3 दिन में एक वॉयस मैसेज आ जाता था, फिर वह भी बंद हो गया। विद्रोहियों ने उन्हें बंधक बना रखा था। उनकी जान खतरे में थी। वॉयस मैसेज में एक ही बात होती थी कि किसी भी तरह सरकार से कहो कि मुझे यहां से छुड़ा ले। मैंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद और विधायक को लेटर भेजा। उनसे कहा कि आप ही इकलौती उम्मीद हैं। जगतसिंहपुर के सांसद विभु प्रसाद तराई ने बहुत मदद की। भरोसा दिलाया कि वे हर हाल में आदर्श को वापस लेकर आएंगे।’ ‘16 दिसंबर को रात 9 बजे इंडियन एंबेसी का कॉल आया। अधिकारी ने बताया कि आदर्श सुरक्षित बचा लिए गए हैं। उन्होंने आदर्श से बात भी करवाई। उन्होंने फोन पर सिर्फ इतना कहा कि मैं ठीक हूं, अब चिंता मत करना। अधिकारी ने बताया कि आदर्श रात की फ्लाइट से भुवनेश्वर आएंगे और सुबह 8:30 बजे भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर लैंड करेंगे।’ आदर्श को रिहा कराने वालीं डॉ. कल्पनाआदर्श की रिहाई के पीछे सबसे बड़ा योगदान मेजर डॉक्टर कल्पना का है। वे रेडक्रॉस से जुड़ी हैं। वे बताती हैं, ‘सुष्मिता का छोटा भाई मेरा स्टूडेंट है। वो मदद मांगने आया। मैंने कोऑर्डिनेट करना शुरू किया। रेड क्रॉस में एक फैमिली न्यूज सर्विस होती है, जो ऐसे समय में लोगों की जानकारी जुटाती है।' 'इस सर्विस के जरिए हमने ऐसे 15 मामले सुलझाए थे, लेकिन आदर्श का केस मुश्किल था। सूडान में सिविल वॉर इतना भीषण था कि सामान्य प्रोटोकॉल काम नहीं कर रहे थे। मैंने स्टेट और नेशनल रेड क्रॉस से संपर्क किया। वहां से उम्मीद नहीं मिली।’ ‘सूडान में इंटरनेशनल रेड क्रॉस को भी काम करने की परमिशन नहीं है। ऐसे में किसी को सुरक्षित बाहर निकालना नामुमकिन लग रहा था। इसी दौरान आदर्श ने मैसेज भेजा कि सूडान के न्याला शहर में रेड क्रॉस को परमिशन मिल रही है। हमने तय किया कि अगर न्याला रेड क्रॉस और इंडियन एंबेसी कोशिश करें, तो रेस्क्यू मुमकिन है।’ ‘मैंने स्विट्जरलैंड में रेडक्रॉस हेडक्वार्टर लेटर भेजा। भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी को लेटर लिखे। स्विट्जरलैंड के अधिकारी बहुत प्रोफेशनल थे। वे हर लेटर का जवाब देते थे। रेडक्रॉस ने विद्रोहियों से बात की और तय कराया कि आदर्श को सही-सलामत रखा जाए। इसी के बाद उन्हें जेल में खाना-पीना, कपड़े और दवाइयां दी गईं।’ 'सूडान में सबसे बड़ा सवाल था कि किससे बात की जाए। पूरा शहर अलग-अलग आतंकी गुटों में बंटा हुआ है। हर इलाके का अपना लीडर है। रेडक्रॉस इंडियन एंबेसी के जरिए नेगोशिएशन करता है। आदर्श को पकड़ने वाले विद्रोही थे, इसलिए नेगोशिएशन में बहुत वक्त लगा।’ विधायक बोले- लोगों का काम के लिए विदेश जाना हमारी नाकामीआदर्श का घर तिरतोल विधानसभा सीट में आता है। BJD नेता रमाकांत भोई यहां से विधायक हैं। उन्होंने आदर्श का मामला विधानसभा में भी उठाया था। वे कहते हैं, ‘जगतसिंहपुर जिले में पारादीप बंदरगाह है। यहां बड़ी इंडस्ट्री और फैक्ट्रियां हैं। ये दुख की बात है कि आदर्श को काम के लिए सूडान जैसे खतरनाक देश जाना पड़ा। यह हमारी व्यवस्था की बड़ी नाकामी है।’ वे कहते हैं, ‘सरकार को युवाओं को स्किल सिखानी चाहिए ताकि वे इंडस्ट्री की जरूरतें पूरी कर सकें। स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे उन्हें मजबूरी में घर छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा।’ ................................... ये खबर भी पढ़ें- शादी में नोट उठाए, मदन ने साहिल को गोली मारी 29 नवंबर को CISF के हेड कॉन्स्टेबल मदन गोपाल तिवारी ने 14 साल के साहिल की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक, CISF जवान मदन के भाई की शादी थी। बारात में साहिल अपने दोस्तों के साथ नोट बीन रहा था। इसी पर गुस्साए मदन ने साहिल को पहले पीटा फिर पिस्तौल से सिर में गोली मार दी। हालांकि मदन का परिवार जानबूझकर गोली मारने के आरोप को गलत बता रहा है। पढ़ें पूरी खबर
बांग्लादेश में विपक्षी नेता उस्मान हादी का निधन, गोलीकांड के बाद सिंगापुर में तोड़ा दम
बांग्लादेश में पिछले साल पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हिंसक आंदोलन का बिगुल बजाने वाले विरोधी नेता उस्मान हादी का गुरुवार की सिंगापुर में मौत हो गई है
दक्षिण कोरिया के एक स्टेशन पर निर्माणाधीन ढांचा गिरा, एक की मौत
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी सोल में सबवे स्टेशन पर भूमिगत निर्माण स्थल पर स्टील की छड़ें गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई
कोल्ड प्ले कॉन्सर्ट मामले पर अब HR हेड ने तोड़ी चुप्पी, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था आपत्तिजनक वीडियो
53 साल की कैबोट कई महीनों तक चुप रहीं, लेकिन आखिरकार उन्होंने अब वायरल हो चुकी इस घटना पर सार्वजनिक रूप से बात की है, और दावा किया है कि यह सिर्फ एक बार शराब के नशे में हुई गलती थी. उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स से बातचीत में बताया, 'मैंने एक गलत फैसला लिया थोड़ी ज्यादा शराब टकीला और कॉकटेल पी ली. अपने बॉस के साथ डांस की इस दौरान हमने आपत्तिजनक अवस्था में एक दूसरे को गले लगाया.
US China tension over Taiwan: ताइवान के मुद्दे पर अमेरिका और चीन के बीच ठनती जा रही है. आशंका जताई जा रही है कि चीन 2027 तक ताइवान पर हमला कर सकता है. इसे देखते हुए यूएस ने उसकी 'रेड लाइन' पर सीधा अटैक कर दिया है.
इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ इजरायल-ग्रीस-साइप्रस ने मिलाया हाथ, अब 'खलीफा' का पूरा होगा हिसाब
Coalition against Islamic terrorism formed: इस्लामिक आतंकवाद से अब पूरी दुनिया परेशान हो चुकी है. इसके खिलाफ अब इजरायल, ग्रीस और साइप्रस ने गठबंधन बनाकर जंग छेड़ने का ऐलान कर दिया है.
DNA: अरब को कर्ज देने वाले हिंदू शेख का DNA टेस्ट, जानिए वो दिलचस्प किस्सा
DNA: ये कहानी इसलिए दिलचस्प है क्योंकि भारतीय मूल के ये व्यापारी ओमान के सुल्तान को भी कर्ज़ देते थे. भारतीय व्यापारी की मदद से ओमान के सुल्तान इतने प्रभावित हुए कि उन्हें शेख़ की उपाधि दे दी. किसी हिंदू के नाम के आगे आपने शेख़ नहीं सुना होगा.
‘पिछले 11 वर्षों में भारत ने बदल दिया अपना आर्थिक DNA...’ ओमान में बोले PM मोदी
India-Oman Business Forum: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओमान में भारत-ओमान व्यापार मंच को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारत ने अपने आर्थिक ढांचे और आर्थिक डीएनए में व्यापक बदलाव किए हैं जिससे देश दुनिया के सबसे प्रतिस्पर्धी बाजारों में शामिल हुआ है. उन्होंने सीईपीए को भारत-ओमान साझेदारी के लिए नई ऊर्जा देने वाला बताया.
अमेरिका ने ताइवान को 10 अरब डॉलर से ज्यादा के अत्याधुनिक हथियार बेचने का ऐलान किया है. इस पैकेज में मिसाइल सिस्टम, तोपें, ड्रोन और सैन्य सॉफ्टवेयर शामिल हैं. ट्रंप प्रशासन का यह फैसला चीन को नाराज कर सकता है, जबकि ताइवान ने इसे अपनी सुरक्षा के लिए अहम बताया है. जानें पूरी खबर.
समंदर में नार्को टेररिज्म के खिलाफ US का बड़ा एक्शन, 4 आतंकियों को किया ढेर- Video
Op Southern Spear: अमेरिकी सेना ने पूर्वी प्रशांत महासागर में एक जहाज पर हमला कर 4 नारको-आतंकवादियों को मार गिराया. यह कार्रवाई ट्रंप प्रशासन के ‘ऑपरेशन सदर्न स्पीयर’ के तहत, युद्ध सचिव पीट हेगसेथ के निर्देश पर की गई.
कौन हैं अनीस आलमगीर? डरकर यूनुस सरकार ने किया गिरफ्तार; अशांति फैलाने का लगाया आरोप
Veteran Journalist Anis Alamgir: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने वरिष्ठ पत्रकार अनीस आलमगीर को आतंकवाद विरोधी अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया था. उन पर टॉक शो और सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए दुष्प्रचार फैलाने और प्रतिबंधित अवामी लीग पार्टी के पुनर्वास की साजिश रचने का आरोप है. अब कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स ने उनकी तुरंत रिहाई की अपील करते हुए कहा कि पत्रकारों को निशाना बनाना लोकतंत्र और प्रेस की स्वतंत्रता के लिए गंभीर खतरा है.
ओमान के जिस सुल्तान से मिलेंगे पीएम मोदी, 281 साल पुराना है उनकी सल्तनत का इतिहास...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस ओमान दौरे पर गए है, वहां 1774 से लेकर अब तक एक ही राजवंशी की सल्तनत का राज चला आ रहा है. यहां हम ओमान के उदय से लेकर वहां राज करने वाले राजवंश के बारे में बता रहे हैं. बने रहिए हमारे साथ..
Trump announces $1,776 bonus for US troops:राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए बड़ी घोषणा की है. 14 लाख से ज्यादा सैनिकों को क्रिसमस से पहले स्पेशल 'वॉरियर डिविडेंड' मिलेगा. अमेरिका की स्थापना वर्ष 1776 के सम्मान में हर सैनिक को 1776 डॉलर दिए जाएंगे. जानते हैं इस मौके पर ट्रंप ने क्या कहा?
Trump White House speech 2025:अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस में अपना भाषण शुरू किया, और अपने पहले के राष्ट्रपति जो बाइडेन के रिकॉर्ड पर निशाना साधा है. ट्रंप ने कहा कि जब वह जनवरी में ऑफिस लौटे तो उन्हें “विरासत में गड़बड़ी मिली”.
उत्तर कोरिया नीति: अमेरिका-दक्षिण कोरिया की नई बातचीत 'पुराने वर्किंग ग्रुप' से अलग
विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने दावा किया कि दक्षिण कोरिया और अमेरिका की उत्तर कोरिया नीति अब पुराने ढर्रे पर नहीं चल रही है
प्रदूषण से जंग: बीजिंग ने कौन सा रॉकेट साइंस लगाया, जो हम दिल्ली में नहीं कर पा रहे?
प्रदूषण विकराल हुआ तो दिल्ली में केवल बीएस-6 गाड़ियों को ही एंट्री दी जाएगी, पेट्रोल पंपों पर PUC जांच न होने पर ईंधन नहीं मिलेगा. अब लोग गाड़ी का प्रदूषण चेक कराने भाग रहे हैं. जल्दी कीजिए. प्रदूषण से जंग में सबका सहयोग जरूरी है. यह भी समझना जरूरी है कि बीजिंग ने अपना प्रदूषण कैसे झाड़ दिया. ऐसा क्या किया जो दिल्ली में नहीं हो पा रहा.
Russia-Ukraine War:रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी कि यदि शांति वार्ता मॉस्को की शर्तों के अनुसार नहीं होती तो रूस यूक्रेन में अपने क्षेत्रीय नियंत्रण का विस्तार करने के लिए सैन्य कार्रवाई कर सकता है.
'पति की मौत के बाद रेलवे में उनकी जगह मुझे नौकरी मिल गई थी। एक दिन नौकरी से लौटी तो मेरी सास सो रही थी। उस दिन मेरा बेटा पड़ोसी के घर सो रहा था। मैं उसे वहां से लेकर आई, अपने बेड पर सुलाया और खुद भी उसके साथ लेट गई। दिनभर की नौकरी के बाद शरीर थक चुका था, आंख लगने ही वाली थी। तभी अचानक किसी के पैर की आहट सुनाई दी। इससे पहले कि मैं कुछ समझ पाती, उसने किवाड़ पर टंगा हुआ तौलिया झपट लिया और मेरे मुंह पर डालकर पूरी ताकत से दबाने लगी। मैं चीखते हुए छटपटा रही थी। मेरी चीख सुनकर पड़ोसी जमा हो गए। बिस्तर से उठी तो देखा- मेरी सास ही तौलिए से मेरा मुंह दबा रही थीं। वह जोर-जोर से कह रही थीं- तूने मेरे बेटे को खा लिया। तू मांगलिक है। कुलच्छन है। अब अपने बच्चे को लेकर यहां से भाग जा, नहीं तो तुझे जिंदा नहीं छोड़ूंगी। तभी मकान मालिक भी आ गए। उन्होंने मुझसे कहा- बच्चे को उठाओ और तुरंत इंदौर, अपने मायके निकल जाओ। तुम इस तरह मारी जाओगी, तो मैं पुलिस को गवाही भी नहीं दूंगा। उस दिन के बाद मैं यहां इंदौर आकर रहने लगी।’ यह कहते हुए 63 साल की हेमलता मांडले की आवाज लड़खड़ा जाती है। चश्मे के पीछे से बहते आंसू पोंछते हुए वह कहती हैं- ‘बिना पति की अकेली महिला होना, और उस पर मां बनना… यह सजा मैं हर रोज भुगतती रही।’ ब्लैकबोर्ड में इस बार सिंगल मदर्स की स्याह कहानियां- एक की सास ने उनकी जान लेने की कोशिश की, एक के पति ने विदेश ले जाकर घर से निकाल दिया और एक, रिश्ता न चलने पर डोनर से स्पर्म लेकर मां बनी। हेमलता मांडले इन दिनों अपने बेटे और बहू के साथ इंदौर में रहती हैं। उनका बेटा प्रतीक आईटी कंपनी में काम करता है। हेमलता पति की मौत और उसके बाद के हालात याद करते हुए बार-बार अपने हाथ सहलाती हैं। उन दिनों को सोचकर आज भी उनके रोंगटे खड़े हो जाते हैं। वह कहती हैं, ‘पति के साथ जबलपुर में रहती थी। जून 1988 में शादी के एक साल बाद बेटे का जन्म हुआ। सितंबर 1990 की बात है। उस दिन पति ड्यूटी पर जा रहे थे। अचानक बोले- अगर मैं लौटकर न आऊं, तो बेटे के साथ मिलकर मेरे पितरों का श्राद्ध कर लेना।’ मैं घबराकर बोली- ऐसा क्यों कह रहे हो? आप अगली सुबह लौट आना, फिर हम साथ में श्राद्ध करेंगे। मुझे क्या पता था कि अगले ही दिन उन्हीं का श्राद्ध करना पड़ेगा। अगली सुबह खबर मिली कि पति की तबीयत खराब है। सास के साथ अस्पताल पहुंची। कोई सच बताने को तैयार नहीं था। बेचैनी में ऑपरेशन थिएटर तक जा पहुंची। तभी डॉक्टर ने कहा- ‘प्रभाकर मांडले की डेड बॉडी पोस्टमॉर्टम हाउस भेज दी गई है। उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई है।’ प्रभाकर मांडले मेरे ही पति का नाम था। यह सुनते ही मैं बेहोश हो गई। मुझे करीब 36 घंटे बाद होश आया। डॉक्टर ने कहा- इसे तुरंत घर ले जाओ, नहीं तो दो-दो अर्थियां उठानी पड़ेंगी।’ पति की मौत के कुछ महीनों बाद ही रेलवे में उनकी जगह मुझे नौकरी मिल गई। यह कहते हुए वह सामने दीवार पर टंगी बेटे की तस्वीर देखने लगती हैं। कहती हैं, ‘मेरा बेटा उस वक्त सवा साल का था। सास के पास छोड़कर ड्यूटी जाती थी, लेकिन वह उसे दूध तक नहीं पिलाती थीं। बच्चा भूखा रोता रहता था।’ ‘जब पॉटी कर देता, तो सास उसे दो-दो घंटे बाथरूम में खड़ा रखतीं। मैं लौटती तो बिना कपड़ों के, टब-बाल्टी पकड़े मेरा बेटा मुझे देखकर चीखने लगता। इसे उस हाल में देखकर कलेजा फट जाता था।’ सास चाहती थीं कि मैं नौकरी छोड़ दूं, लेकिन नौकरी के सिवा मेरे पास कोई सहारा नहीं था। जब सास ने जान से मारने की कोशिश की, तब मैं इंदौर अपने मायके लौट आई। नौकरी करते हुए बच्चे को संभालना मुश्किल था। मैंने रेलवे अधिकारियों को पत्र लिखकर बच्चे को ऑफिस लाने की अनुमति मांगी। अनुमति मिली। उसके बाद मैं दुधमुंहे बेटे को ड्यूटी पर साथ लेकर जाने लगी- दूसरे कमरे में दूध पिलाकर सुलाती और फिर काम में लग जाती। इस तरह मैंने अपने बच्चे को पाला। बेटा थोड़ा बड़ा हुआ, तो मेरे जीजा उसे स्कूल ले जाते और छोड़ते। मेरे पिता उस वक्त अक्सर कहते- ‘हेमलता, दूसरी शादी कर लो। बुढ़ापे में पति की कमी खलेगी।’ मैं बस यही कहती- जब एक नहीं रहा, तो दूसरा नहीं करूंगी। इस तरह बेटे को देखकर जीती रही। 2019 में बेटे की शादी के दिन खूब रोई थी। बारात के वक्त, जब सब साफा बांध रहे थे, मैंने भी साफा बंधवाया और बेटे से कहा- ‘मैं ही तुम्हारे लिए बाप भी हूं। आज बाप का फर्ज मैं ही निभाऊंगी।’ पति की बहुत याद आती है। उन्हें याद कर आज भी हर रात चुपके से रो लेती हूं। सोचती हूं, ‘जिस उम्र में लड़कियां सजती-संवरती हैं, उसी उम्र में मैं विधवा हो गई। गोद में बेटा भी था।’ उस वक्त जब बस में सफर करती तो महिलाएं बिंदी थमा देतीं- ‘दीदी, आज बिंदी नहीं लगाई?’ उन्हें कैसे बताती कि 26 साल की उम्र में सब छिन गया। यह बात पिता से बताई, तो उन्होंने कहा- ‘छोटी-सी बिंदी लगा लिया करो।’ एक दिन बेटा कहीं से बड़ी, लाल चटकदार बिंदी लाया और मेरे माथे पर लगा दिया। गले लगकर बोला- ‘मां, बिंदी लगाया करो। तुम सुंदर लगती हो।’ इंदौर में इस तरह सिंगल मदर हेमलता की कहानी जानने के बाद दिल्ली पहुंचा। वहां मेरी मुलाकात कनॉट प्लेस स्थित एक एनजीओ में काम कर रहीं रश्मि सहगल से हुई। मिलते ही मैंने पूछा- कितने बच्चे हैं आपके? सुनते ही रश्मि के पांव रुक जाते हैं। कहती हैं, ‘आते-जाते, सब्जी लेते हुए पिछले तीन सालों में यह सवाल कई बार सुन चुकी हूं। अचानक जुबान पर दो बच्चे...आते-आते बात रुक जाती है। फिर बोलती हूं- एक बच्चा। मन ही मन सोचती हूं कि अगर दो बच्चे बोलूंगी तो कई सवाल उठेंगे- कि वे बच्चे कहां हैं, पति क्या करते हैं और कहां हैं…वगैरह।' 'फिलहाल, इस वक्त सिर्फ एक बच्चे की मां हूं।’ ‘इस वक्त एक बच्चे की मां?’- मैं उनकी बात समझ नहीं पाया। दोबारा पूछने पर रश्मि कहती हैं, ‘अभी बेटी का फोन आया था। दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की वजह से उसकी ऑनलाइन क्लास चल रही है। पिछले हफ्ते ही उसे बोर्डिंग स्कूल से लेकर लाई हूं। आज घर में मेड आलू-पराठा बना रही थी, तो बेटी बोली- ‘मॉम, आज तो रेस्टोरेंट वाला खाना बन रहा है। आप कब तक आओगी?’ कहां रहती हैं? 'कई मकान बदलने के बाद इस वक्त अपनी बेटी लॉरिन के साथ ग्रेटर नोएडा में रहती हूं।' रश्मि आगे कहती हैं, ‘मेरा बेटा माही अपने पापा के साथ रहता है। कहां, मुझे नहीं पता। चार साल से उससे मिली नहीं हूं। बेटे की वजह से कोई फिल्म नहीं देखती- परदे पर बच्चा दिखते ही मुझे वही नजर आता है।’ बेटे की कोई तस्वीर? पूरा मोबाइल खंगालने पर भी रश्मि को बेटे की एक भी फोटो नहीं मिलती। वह कहती हैं, ‘ऐसी कोई रात नहीं गुजरती, जब मेरे आंसुओं से तकिया गीला न हो। आज भी बेटे की कोई खबर नहीं है, फिर भी मां हूं- महसूस होता है कि वह ठीक होगा।’ वह बताती हैं, ‘पति ने बेटे को ले जाते वक्त धमकी दी थी कि वह बेटी को नहीं ले जा रहे, उसी से संतोष करना, वर्ना उसे भी छीन ले जाऊंगा। अब सिर्फ बेटी के लिए जी रही हूं। सिंगल मदर बन गई हूं। कई बार तो सोचकर ही कांप जाती हूं- अगर मुझे कुछ हो गया, तो मेरी 10 साल की बेटी का क्या होगा? मेरा सपना है कि बेटी को पढ़ा-लिखा दूं, उसके लिए एक घर बना दूं, जिसके गेट के बोर्ड पर लिखा हो- ‘लॉरिन हाउस’। ताकि कभी कोई उसे ताना दे, घर से निकाले तो वह कह सके- मेरा अपना भी घर है।’ पति कहां रहते हैं? ‘विदेश… शायद ऑस्ट्रेलिया, अपनी दूसरी पत्नी के साथ।’ रश्मि एक लाइन में जवाब देती हैं और चुप हो जाती हैं। थोड़ी देर बाद कहती हैं- ‘2014 में जहां मैं नौकरी करती थी, वहीं एक कश्मीरी मुस्लिम युवक से मेरी मुलाकात हुई। कुछ समय बाद हमने कश्मीर जाकर शादी कर ली। फिर हम दुबई चले गए। वहां 2015 में सर्जरी से मुझे बेटी पैदा हुई। दूसरे दिन ही अस्पताल से घर आ गई। बच्ची को दूध पिलाने से लेकर डायपर लाने तक सब मुझे ही करना पड़ता। पेट में टांके कच्चे थे, घाव खुल गया और उसमें पस भर गई।’ वह रुकती हैं- ‘उसी वक्त समझ आ गया था कि मैं अकेली हूं। पति का बच्ची से कोई जुड़ाव नहीं था। केवल वह थोड़ी-सी तय रकम दे देते थे। उसी में सब संभालना पड़ता था।’ उसके दो साल बाद, 2017 में बेटे माही का जन्म हुआ। तब लगा कि अब शायद सबकुछ ठीक हो जाएगा। देखभाल के लिए कश्मीर से मेरी सास भी आ गई थीं। वह कहती थीं- ‘तुम्हारे बच्चे मेरे हाथ से कुछ नहीं खाते, तुम ही इन्हें संभालो।’ असल में बच्चों की सारी जिम्मेदारी मुझ पर ही थी। आज भी वह हिजाब मेरे पास है, जिसमें गांठ बांधकर मैं अपने बेटे को पेट से बांधे रखती थी। पेट पर बांधे हुए उसे दूध पिलाती और बेटी को खाना खिलाती।’ भारत कैसे आईं? रश्मि के चेहरे पर हल्की मुस्कान उभर आती है, मानो वह पुराने जख्म को ढक रही हों। कहती हैं- ‘2022 की बात है। उस वक्त हम सिंगापुर रहने लगे थे। वहां रोज दोनों बच्चों को स्कूल छोड़ने जाना पड़ता था। सुबह पति को जगाती तो वह मुझसे झगड़ पड़ते थे। एक दिन मैंने पति से कहा कि मुझे ड्राइविंग सिखा दें, ताकि बच्चों को स्कूल छोड़ सकूं। उसके बाद मैंने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए एप्लिकेशन कर दिया। जिस दिन ड्राइविंग टेस्ट था, मेरे पति ने मुझे कार देने से मना कर दिया। मैं कार के सामने खड़ी गिड़गिड़ाती रही- चाबी देने को कहती रही, लेकिन उन्होंने एक नहीं सुनी। जाते वक्त मेरे पैर पर कार चढ़ाते हुए ऑफिस निकल गए। उसी दिन मैंने तय कर लिया- जिस इंसान को मेरी कद्र नहीं, उसके साथ रहना बेकार है। 2023 आते-आते हालात और बिगड़ गए। एक रात पति ने मुझे और मेरी बेटी को घर से निकाल दिया। उन्हें लगा, हर बार की तरह मैं रोऊंगी और सुबह वापस लौट जाऊंगी, लेकिन उस दिन दोस्तों को फोन कर उधार पैसे मांगे। टिकट कराया और बेटी को साथ लेकर दिल्ली आ गई। जो बेटी सिंगापुर के करिकुलम में पढ़ रही थी, उसे दिल्ली में कोई स्कूल एडमिशन देने को तैयार नहीं था। सभी स्कूल बच्चे के पिता की डिटेल्स मांग रहे थे। बड़ी मुश्किल से एक स्कूल में एडमिशन मिला। वहां महीने की फीस 15 हजार थी, जबकि उस वक्त मेरी सैलरी महज 30 हजार। करीब एक साल तक बेटी को पढ़ाया, फिर उस स्कूल ने बेटी को निकाल दिया। उसके बाद बेटी बीमार पड़ने लगी। जो भी बचत का पैसा और गहने थे, बेचकर उसका इलाज कराया। उस दौरान मेरी भी तबीयत काफी खराब हो गई। अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ गई। मैं बेटी को कुछ दिनों के लिए अपनी मां के पास छोड़ने के लिए लाजपत नगर गई, लेकिन मां ने दरवाजा बंद कर लिया और सीधे मना कर दिया- यहां मत आना। बीमार होने की वजह से मेरी नौकरी छूट गई। उस वक्त लोग सलाह दे रहे थे- 'दूसरी शादी कर लो। बच्ची के चक्कर में जिंदगी क्यों खराब कर रही हो। जिसका बच्चा है, उसे दे दो।' उन्हें क्या पता, मैं अपनी बेटी के लिए जी रही हूं। उस वक्त बेटी कुछ मांगती, तो कोई बहाना बना लेती। उससे सच बताने की हिम्मत नहीं होती। जब नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाती तो बेटी फोन करके पूछती- ‘मां, नौकरी लगी?’ मैं हंसकर कहती- ‘नहीं बेटा’। मन ही मन सोचती- आज फिर उसे पिज्जा खिलाने और फिल्म दिखाने का वादा पूरा नहीं कर पाऊंगी। ऐसे ही चार महीने गुजर गए। अभी सब ठीक है। आप खुद को अनाथ क्यों कह रहीं? ‘चौथी क्लास में थी, तभी पापा की कैंसर से मौत हो गई थी। इसके बाद मां ने दूसरी शादी कर ली। 5वीं से 10वीं की पढ़ाई तक जैसे-तैसे उसी घर में रही। एक दिन मां मुझे और मेरी बहन को कार में बैठाकर पास के एक अनाथ आश्रम में छोड़ आईं। उसके बाद हम कभी घर नहीं लौटे।’ रश्मि की कहानी के बाद मैं भोपाल लौटा, जहां संयुक्ता बनर्जी से मुलाकात हुई। संयुक्ता बिना शादी के मां बनी हैं। वह बताती हैं, ‘2007 में मैं बॉयफ्रेंड के साथ मुंबई में लिव-इन में रहती थी। मेरे परिवार को सब पता था। बाद में हमने शादी भी की, लेकिन रिश्ता टिक नहीं पाया। मैं वापस भोपाल आ आई और 2014 में हमारा आपसी सहमति से तलाक हो गया।’ संयुक्ता कहती है, ‘तलाक के बाद मेरा मां बनने का सपना अधूरा रह गया। मैंने सोचा एक बच्चा गोद ले लूं। उसके लिए मैंने अप्लाई भी किया, लेकिन सालों तक सफल नहीं हो पाई। तब तक मेरी उम्र 35 साल हो चुकी थी। उसी दौरान पता चला कि बिना पति के स्पर्म डोनर की मदद से भी मां बना जा सकता है। मैंने स्पर्म लेने का फैसला किया और मां बन गई। इस तरह मैं सिंगल मदर हूं।’ -------------------------------------------- 1- ब्लैकबोर्ड- बेटी ने मारा तो घर छोड़ा:बस के नीचे मरने पहुंचे, भाई ने फर्जी साइन से पैसे हड़पे, वृद्धाश्रम में रोज सुबह सोचते हैं- कोई लेने आएगा मेरे बच्चे नहीं हैं। पत्नी की मौत के बाद अकेला हो गया था। मुझे आंख से दिखाई नहीं देता। एक रिश्तेदार के यहां रहने चला गया। वहां बहुत जलील हुआ तो एक दूसरे रिश्तेदार के यहां रहने पहुंचा, लेकिन उन्होंने अपने यहां रखने से साफ मना करा दिया। उस दिन मन में विचार आया कि सब खत्म कर दूं। सोचा कि यमुना में कूद जाऊं। फिर मरने के लिए एक बस डिपो पर गया। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- ब्लैकबोर्ड-पत्नी को लोग कोठेवाली समझते हैं:जीबी रोड का पता देख बच्चों को एडमिशन नहीं मिलता; दोस्त कहते हैं चलो तुम्हारे घर मौज करते हैं हलचल भरी दिल्ली में शाम ढलने लगी थी। मैं शहर के जीबी रोड पहुंची। इसे रेड लाइट एरिया भी कहा जाता है। यह इलाका सेक्स वर्क के लिए बदनाम है। दूर से ही सेक्स वर्कर्स के कोठे नजर आ रहे थे, जिनकी खिड़कियों से सजी-संवरी महिलाएं झांक रही थीं। एक-एक करके ग्राहक बाहर बनी सीढ़ियों से उन कोठों पर जा रहे थे। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
5 दिसंबर की बात है। पाकिस्तान के कराची में शेर शाह के सिंधी मोहल्ले में हिंदू महिला रानी बेटी को लेकर घर से निकली थीं। तभी एक ऑल्टो कार आई, जिसमें हथियारों से लैस तीन लोग सवार थे। वे रानी और उसकी डेढ़ साल की बेटी को जबरन खींचकर ले गए। घटना के 3 दिन बाद FIR दर्ज हुई, लेकिन अब तक दोनों का सुराग नहीं मिला है। परिवार को शक है कि मां-बेटी का अपहरण कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाएगा। फिर जबरन शादी करा दी जाएगी। पाकिस्तान में इस तरह का ये कोई पहला या अकेला मामला नहीं है। सिंध से लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। सिंध हिंदू बहुल आबादी वाला प्रांत हैं। यहां पिछले 11 महीनों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ अपराध की 611 घटनाएं हुईं, जिनमें 73 मामले धर्म परिवर्तन के हैं। यानी हर महीने हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों के खिलाफ धर्म परिवर्तन की 7 घटनाएं हुईं। अपहरण के 3, हत्या के 6 और चाइल्ड मैरिज के 2 से ज्यादा केस दर्ज हुए। पाकिस्तान के सिंध में हिंदुओं पर बढ़ते जुल्म को लेकर कुछ केस स्टडी निकाली। साथ ही रानी के मामले में FIR की पड़ताल की और रिपोर्ट दर्ज कराने वाले पीड़ित प्रेम कुमार से भी बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… रानी किडनैपिंग केसपति दवा लेने गए, 3 नकाबपोशों ने मां-बेटी को किडनैप कियारानी और उसकी बेटी के मामले में 8 दिसंबर को FIR दर्ज कराई गई थी। FIR के मुताबिक, 5 दिसंबर की सुबह करीब 11 बजे रानी डेढ़ साल की बेटी को लेकर घर से निकली थी। उसने घर पर ताला लगाया और कुछ कदम ही आगे बढ़ी थी, तभी कार सवार तीन बदमाशों ने दोनों को अगवा कर लिया। तीनों के चेहरे पर मास्क और हाथों में हथियार थे। वे सिल्वर रंग की ऑल्टो कार से आए थे। उस वक्त रानी के पति प्रेम दवाई लेने अस्पताल गए हुए थे। घटना के कुछ घंटे बाद वो घर लौटे तो ताला लगा मिला। पत्नी को फोन लगाया तो कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद आसपास के लोगों और दोस्तों से पूछताछ की। शुरू में लोग घटना से डरे हुए थे, तो किसी ने कुछ नहीं बताया। बाद में अपहरण का पता चला। उन्होंने नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आसपास के लोगों और समाजसेवी संस्थाओं के विरोध को देखते हुए 3 दिन बाद FIR दर्ज की गई। ये पाकिस्तानी पैनल कोड यानी (PPC) की धारा-496A में दर्ज हुई है। पत्नी-बेटी को किडनैप कर धर्म परिवर्तन कराने का शकरानी के पति प्रेम कुमार बताते हैं कि हम कराची में शेर शाह इलाके के सिंधी मोहल्ले में रहते हैं। हमारे एक करीबी रिश्तेदार गुजरात के अहमदाबाद में रहते हैं। हालांकि केस को लेकर वो ज्यादा बातचीत करने के लिए राजी नहीं हुए। प्रेम ने इतना जरूर कहा, 'हम भारतीय मीडिया से खुलकर बात नहीं कर सकते हैं। आप लोगों ने हमसे संपर्क किया, इस बात से काफी खुशी हुई। उम्मीद है कि इसी तरह अगवा हुई मेरी बेटी और पत्नी भी मिल जाएंगी। FIR में जो भी बातें लिखी हैं, वही सच है। आशंका यही है कि मां-बेटी का अपहरण कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जाएगा और फिर जबरन शादी कर दी जाएगी।' 'हम पाकिस्तानी हैं, सिर्फ हिंदू होना हमारा कसूर'इसके बाद हमने पाकिस्तान में हिंदुओं के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे शिवा काछी से बात की। उनका पाकिस्तान दरावर इत्तेहाद (PDI) नाम से NGO है। ये NGO हिंदू लड़कियों के अपहरण और धर्म परिवर्तन को लेकर इंसाफ मांग रहा है। इन्होंने सिंधी मोहल्ले से किडनैप हुई मां-बेटी का मुद्दा उठाया और FIR कराने में मदद की। हमने इनसे बात करने के लिए कॉन्टैक्ट किया तो इन्होंने हमें घटना की जानकारी दी, लेकिन ये भी कहा कि हम खुलकर भारतीय मीडिया से बात नहीं कर सकते हैं क्योंकि पाकिस्तान में पुलिस और प्रशासन को लगता है कि हम लोग देशभक्त नहीं हैं। जबकि हम पाकिस्तान में जन्मे हैं। सोशल मीडिया पर कुछ लोग हमें देशद्रोही करार दे रहे हैं।' सिंध में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ SSP ऑफिस के बाहर नारेबाजी करते हुए शिवा काछी ने हमें अपना एक वीडियो भी शेयर किया। वीडियो में वो कहते हैं, ‘क्या सिंध के हिंदुओं को पाकिस्तान अपना समझता भी है या नहीं। IG जैसे पुलिस अधिकारी भी शिकायत पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। हम अफ्रीका या इंडिया से नहीं आए हैं। हम यहीं पाकिस्तान के हैं। हमारी हिंदू लड़कियों का अपहरण होता है। तब पुलिस अधिकारी कहते हैं कि लव मैरिज हुई होगी। हम यहां के हिंदू हैं। हमारा कसूर क्या है। हमें किस बात की सजा मिल रही है।‘ उमरकोट में हिंदू दुल्हन को किडनैप करने की कोशिशरानी और उसकी बेटी के अपहरण से ठीक एक दिन पहले एक और घटना हुई थी। ये 4 दिसंबर को सिंध प्रांत के उमरकोट इलाके में ही हुई थी, जहां सबसे ज्यादा हिंदू आबादी रहती है। उमरकोट के डेगो फार्म की रहने वाली दुल्हन को अगवा करने की कोशिश हुई थी। असल में हरचंद कोहली की बेटी भागवी की एक दिन पहले ही शादी हुई थी। वो दूल्हे और बारात के साथ घर लौट रही थी। तभी 7 हथियारबंद बदमाशों ने दूल्हे और कुछ बारातियों पर हमला बोल दिया। इसी दौरान रास्ते से ही बदमाशों ने दुल्हन को जबरदस्ती अगवा करने की कोशिश की। ये सब घटनाक्रम पास के होटल में मौजूद लोग देख रहे थे। उन्होंने इसका विरोध कर दिया और तब जाकर अपहरण की कोशिश रोकी जा सकी। इस मामले में उमरकोट पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है और जांच कर रही है। 14 साल की अनीता अगवा, धर्म परिवर्तन के बाद शादी कराने का शकसिंध प्रांत के मीरपुर खास में भील कॉलोनी की रहने वाली अनीता ठाकुर पिछले 3 महीने से गायब हैं। उसे घर से ही गन पॉइंट पर अगवा किया गया। हिंदू कम्युनिटी के लोगों के विरोध करने पर मीरपुर खास के सैटेलाइट थाने में FIR दर्ज हुई। इसमें आरोप लगाया गया है कि अनीता को अगवा करने के बाद उसका धर्म परिवर्तन करा दिया गया और जबरन शादी करा दी। लड़की के माता-पिता और आसपास के लोग पिछले 3 महीने से थाने और IG ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं। उसकी बरामदगी की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अनीता के माता-पिता का कहना है कि हम लोग डर के साए में जी रहे हैं। थाने और पुलिस अधिकारियों के पास इंसाफ मांगने जाते हैं तो लौटा दिए जाते हैं। ये कहकर वापस कर देते हैं कि तुम्हारी बेटी किसी के साथ भाग गई होगी। 3 साल पहले अगवा हुई चंदा मेहराज, छोटी बहन अब घर से बाहर नहीं जातीये 3 साल पहले सितंबर 2022 की घटना है। 14 साल की नाबालिग लड़की चंदा मेहराज का अपहरण कर लिया गया था। चंदा सिंध में हैदराबाद की रहने वाली है। वो फतेह चौक इलाके में बड़ी बहन के साथ सामान खरीदने बाजार गई थीं। आरोप है कि तभी कार में सवार होकर आए बलूच लड़कों ने उसे अगवा कर लिया। बड़ी बहन शोर मचाने लगी और किसी तरह से बचकर भाग निकली। परिवार के मुताबिक, पुलिस ने इस मामले में कोई मदद नहीं की। बाद में हिंदू कम्युनिटी के लोगों के विरोध के बाद पुलिस ने मामले की जांच की। कुछ हफ्ते बाद चंदा को कराची के एक कमरे से बरामद कर लिया गया। उसे कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान वो अपने परिवार के साथ रहना चाहती थी, लेकिन कोर्ट के आदेश पर उसे कई दिनों तक शेल्टर होम में रखा गया। वहां भी उसे टॉर्चर किया गया। फिर वहीं से वो गायब हो गई, जिसके बाद परिवार को आज तक नहीं मिली। बेटी के इंतजार में पिता बीमार हो गए। लंबी बीमारी के बाद उनकी मौत हो गई। चंदा की एक बड़ी बहन और एक छोटी बहन हैं। परिवार एक छोटे से कमरे में रहकर गुजारा कर रहा है, जिसका किराया 10 हजार रुपए है। अभी चंदा की मां और बहन ने एक वीडियो जारी करके लोगों से मदद मांगी है। चंदा की मां कहती हैं कि बेटी के अपहरण के बाद से छोटी बहन बहुत डरी रहती है। वो जल्दी घर से बाहर भी नहीं जाती है। इसलिए अब जनवरी में उसकी शादी कर रहे हैं। सिंध में हर महीने धर्म परिवर्तन के 7, अपहरण के 3 और चाइल्ड मैरिज के 2 केसहमने पाकिस्तान में हिंदू और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ हो रहे जुल्म के आंकड़े जानने के लिए पाकिस्तान के नेशनल और लोकल मीडिया में छपी रिपोर्ट की पड़ताल की। कुछ गिने-चुने केस छोड़कर वहां की मीडिया ने इन पर कोई रिपोर्ट नहीं की है। हमें माइनॉरिटी राइट ऑर्गनाइजेशन दरावर इत्तेहाद पाकिस्तान की एक रिपोर्ट मिली। जिसमें अल्पसंख्यकों के खिलाफ 2025 में हुए क्राइम की रिपोर्ट है। इसमें 3 खास बातें हैं… 1. 2025 में जनवरी से लेकर नवंबर तक 11 महीने में सिंध प्रांत में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कुल 611 क्राइम हुए। इनमें मानसिक प्रताड़ना की वजह से सबसे ज्यादा 185 सुसाइड के मामले रहे। 2. सिंध में 11 महीनों में धर्म परिवर्तन के केस दूसरे नंबर पर रहे। इसके कुल 73 केस सामने आए। इसके बाद तीसरे नंबर पर हत्या के 62 केस रहे। हत्या के अलावा अपहरण के 32 और चाइल्ड मैरिज के 26 मामले सामने आए जबकि रेप के 19 केस दर्ज हुए। 3. पाकिस्तान के सिंध प्रांत में हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यक समुदाय में करीब-करीब हर महीने धर्म परिवर्तन की 7 घटनाएं हुईं। हत्या के 6, अपहरण के 3 और चाइल्ड मैरिज के 2 से ज्यादा केस दर्ज किए गए। ................ये खबर भी पढ़ें... दिल्ली ब्लास्ट-20 घंटे पहले मिला अलर्ट, फिर उमर कैसे भागा 10 नवंबर को दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद संदिग्ध आतंकी जेल में है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। दैनिक भास्कर को खुफिया जांच एजेंसियों से ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिससे डॉक्टर टेरर मॉड्यूल को लेकर 3 बड़ी बातें पता चली हैं। पहली, आतंकी अब भी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के खुफिया विभाग से जारी अलर्ट में इसका खुलासा हुआ। पढ़िए पूरी खबर...
DNA in Hindi Islamic Terrorism: दुनियाभर में आतंकवाद की जितनी भी घटनाएं होती हैं, उनमें से 85 प्रतिशत इस्लामिक आतंकवाद से जुड़ी होती हैं. यह हम नहीं कह रहे बल्कि आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं. अब इस आतंकवाद के खिलाफ माहौल बनने लगा है.
एलन मस्क को मिली कानूनी जीत: ऑस्ट्रेलिया में वीडियो से हटा बैन, चार्ली किर्क हत्या की थी क्लिप
नई दिल्ली, 17 दिसंबर (आईएएनएस)। ऑस्ट्रेलिया की सरकार डिजिटल नियमों को लेकर किसी भी अन्य देश के मुकाबले थोड़ी ज्यादा सख्त है। टीनएजर्स के लिए एज लिमिट सेट करने को लेकर दुनिया ने तारीफ की। हाल ही में एक वीडियो पर ऑस्ट्रेलिया में बैन लगाया गया। ये चार्ली किर्क हत्या का क्लिप था। एक्स पर इसे दुनिया भर में लोग देख रहे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने इस पर तुरंत रोक लगा दी। बात अदालत तक पहुंची।
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में यहूदियों पर रविवार 14 दिसंबर को हुए आतंकी हमले की अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कड़ी निंदा की। इसके साथ ही उन्होंने दुनिया के तमाम देशों को कट्टर इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने की अपील की
'ये मेरा फर्ज था...',भारतीय मूल के युवक ने पिता को उतारा मौत के घाट, इस बीमारी से था पीड़ित
America News: अमेरिका में एक 28 साल के युवक को गिरफ्तार किया गया है. उसने अपने पिता को हथौड़े से पीट-पीटकर मार डाला. हत्या के जुर्म में उसे गिरफ्तार किया गया है.
Susie Wiles OnTrump, Epstein:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीफ ऑफ स्टाफ सूसी विल्स ने वैनिटी फेयर मैगजीन को दिए एक लंबे और बेबाक इंटरव्यू में जेफरी एपस्टीन फाइल्स को लेकर कई चौंकाने वाले बयान दिए हैं. उन्होंने ट्रंप और सेक्स ऑफेंडर जेफरी एपस्टीन के पुराने संबंधों का जिक्र करते हुए कहा कि दोनों युवा, सिंगल प्लेबॉय साथ थे. जानें पूरी बात.
शेरों की धरती में आना मेरे लिए सम्मान की बात', इथियोपिया की संसद में बोले PM मोदी
पीएम मोदी ने अदीस अबाबा में इथियोपिया की संसद के जॉइंट सेशन को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज आपके सामने खड़ा होना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. शेरों की धरती इथियोपिया में आकर बहुत अच्छा लग रहा है.
Ukraine Drone Knocks Out Putin $400:यूक्रेन ने दुनिया में पहली बार अंडरवाटर ड्रोन से रूसी किलो-क्लास सबमरीन पर हमला किया, जिसमें सबमरीन को गंभीर नुकसान पहुंचा और वह पूरी तरह से लड़ने के लायक नहीं रही है.उधर रूस ने कहा है कि कुछ हुआ ही नहीं है. जानें पूरी रिपोर्ट.
अमेरिकी सीनेटरों ने रूसी तेल की खरीद पर रोक के लिए एक नया प्रस्ताव किया पेश
अमेरिका की ओर से लगातार रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर लगातार दबाव बना रहा है। इसी सिलसिले में अमेरिकी सीनेटरों के एक समूह ने एक नया प्रस्ताव पेश किया है। इसका मकसद उन विदेशी कंपनियों पर आर्थिक प्रतिबंध लगाना है जो रूस से तेल खरीदना जारी रखती हैं
Rob Reiner Murder Case: अमेरिका के Los Angeles में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे हॉलीवुड से लेकर आम लोगों तक को झकझोर कर रख दिया है. प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक रॉब रेनर और उनकी पत्नी मिशेल सिंगर रेनर की उनके ही घर में हत्या कर दी गई. इस मामले में उनका 32 वर्षीय बेटा निक रेनर मुख्य आरोपी बनाया गया है.
Bermuda Triangle Mystery: बरमूडा ट्रायंगल का नाम सुनकर सबसे पहले मन में 'सुपरनैचुरल पावर' आता है, जिसके कारण यहां जहाज, विमान रहस्यमयी तरीके से गायब हो जाते हैं. लेकिन इस बारे में साइंटिस्ट का कुछ और ही कहना है.
Cedric Lodge: हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के पूर्व मुर्दाघर प्रबंधक सेड्रिक लॉज को 8 साल की जेल हुई है. बता दें, ये सजा किसी सामान्य अपराध के लिए नहीं बल्कि मानव शवों के अंगों की चोरी और उन्हें बेचने के लिए है. जानकारी के अनुसार, लॉज ने ये काम उन शवों के साथ किया जिन्हें मेडिकल रिसर्च के लिए दान किया गया था.
पेट्रोल-डीजल कारों पर पूरी रोक बैन को लेकर बदला यूरोप का मन, 2035 को लेकर बनाया नया प्लान
EU Combustion Engine Policy: यूरोप में नई कारों को लेकर बड़ा नीति बदलाव सामने आया है. पहले योजना थी कि 2035 के बाद यूरोपीय यूनियन में केवल इलेक्ट्रिक या zero emission वाली नई कारें ही बिकेंगी, लेकिन अब इस फैसले में ढील दी जा रही है.
Meloni meetsMozambiquePresident in Rome Video Viral: इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी और मोजाम्बिक के राष्ट्रपति डैनियल चैपो की रोम में हुई मुलाकात का वीडियो इन दिनों खूब वायरल हो रहा है. चैपो की 6 फुट 8 इंच की हाइट है और मेलोनी की 5 फुट 2 इंच की लंबी है. जब मेलोनी ने चैपो से हाथ मिलाया तो आंखों में देखते ही रह गईं. देखें वीडियो.
ट्रंप ने 20 और देशों पर अमेरिकी यात्रा प्रतिबंध लगाया
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यात्रा प्रतिबंधों को और सख्त करने का आदेश जारी किया है
Opinion: आधी आबादी के हक को 80 साल तक दबाए रखा, UN में क्यों होने जा रहा बड़ा बदलाव?
दुनिया भर में शांति, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, मानवाधिकारों का संरक्षण, सम्मान और समानता को बनाए रखने मकसद से बनाया गया संयुक्त राष्ट्र खुद अपने 80 साल के इतिहास में असमान रहा? चलिए जानते हैं कि यह सवाल क्यों उठ रहा है.
राख में दबी थी 80 साल पुरानी चीख; बाल से हुई लड़की की पहचान, हिरोशिमा बमबारी में गई थी जान
Hiroshima Bombing: हिरोशिमा में हुई बमबारी के बारे में आज भी जब बात होती है तो लोग दहल जाते हैं. इस बमबारी में 13 साल की एक बच्ची की भी मौत हो गई थी. जिसकी पहचान 80 साल बाद हो पाई है.
Aung San Suu Kyi Son Kim Aris Fears: म्यांमार की जेल में बंद पूर्व नेता आंग सान सू ची को लेकर चिंता गहराती दिख रही है. उनके बेटे किम एरिस ने कहा है कि पिछले दो सालों से किसी ने भी उनकी मां को नहीं देखा है और उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.
Brown University Shooting:ब्राउन यूनिवर्सिटी में शनिवार को हुई गोलीबारी में दो छात्रों की मौत और नौ घायल हैं. संदिग्ध अभी फरार है. पुलिस ने नया वीडियो जारी किया और प्रोविडेंस स्कूलों में सुरक्षा बढ़ाई है. पीड़ितों में से कुछ अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके हैं. छात्र एक-दूसरे का साथ दे रहे हैं. जांच जारी है, टिप्स मांगे जा रहे हैं.
बलूचिस्तान में पाकिस्तान के अत्याचारों को उजागर करे भारतीय फिल्म इंडस्ट्री: बलूच नेता की अपील
बलूच अमेरिकन कांग्रेस के अध्यक्ष तारा चंद ने बॉलीवुड कलाकारों और भारतीय फिल्म उद्योग से अपील की है कि वे बलूचिस्तान पर पाकिस्तान के कथित “जबरन कब्जे” और वहां हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों को उजागर करने के लिए एक प्रभावशाली फिल्म बनाएं
ट्रंप का 'No Entry' आदेश, 5 नए देशों पर अमेरिका का ट्रैवल बैन; फिलिस्तीन पर भी लिया बड़ा फैसला
व्हाइट ने अमेरिका में 'NO Entry' वाले देशों की लिस्ट में 5 नाम और एड कर दिए हैं. व्हाइट हाउस के मुताबिक यह कदम अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश नीति और आतंकवाद से जुड़े खतरों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
हैदराबाद के टोलीचौकी में बने दो मंजिला आलीशान मकान के गेट पर ताला लटका है। तेलंगाना ATS की टीम घर के आसपास मौजूद है। पड़ोसी खामोश हैं और गली में सन्नाटा पसरा है। इस घर में साजिद अकरम का परिवार रहता है। साजिद और उसके बेटे नवीद ने 14 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया की राजधानी सिडनी में बॉन्डी बीच पर फेस्टिवल मना रहे 15 यहूदियों की हत्या कर दी थी। खबरें आई थीं कि साजिद पाकिस्तानी मूल का है, लेकिन 16 दिसंबर को तेलंगाना पुलिस ने बताया कि वो हैदराबाद का रहने वाला है और 27 साल पहले ऑस्ट्रेलिया चला गया था। दैनिक भास्कर हैदराबाद में साजिद के घर पहुंचा। साजिद का भारतीय कनेक्शनसाजिद ने हैदराबाद से बी.कॉम की पढ़ाई की थी। नवंबर 1998 में स्टूडेंट वीजा पर ऑस्ट्रेलिया चला गया। वहां उसने इटली मूल की वेनेरा ग्रोसो से शादी की और वहीं बस गया। उसके बेटे नवीद का जन्म ऑस्ट्रेलिया में ही हुआ। साजिद ने 2001 में पार्टनर वीजा में ट्रांसफर करा लिया था। साजिद के पिता सऊदी अरब में रहते थे। वहां से लौटने के बाद उन्होंने हैदराबाद में एक अपार्टमेंट खरीदा था। इसी दौरान साजिद ऑस्ट्रेलिया चला गया। जांच में पता चला है कि साजिद कुछ साल पहले हैदराबाद आया था। तब उसका भाई से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद हुआ था। बॉन्डी बीच पर हमले के बाद साजिद के भाई सामने नहीं आ रहे हैं। उनके मुताबिक, कई साल से हमारा उससे संपर्क नहीं था। वो 27 साल पहले हैदराबाद छोड़कर ऑस्ट्रेलिया चला गया था। वहां उसने एक ईसाई महिला से शादी कर ली। इसके बाद परिवार ने उससे रिश्ता तोड़ लिया था। अम्मी की उम्र 80 साल हो गई है। वो बीमार रहती हैं। साजिद ने कभी उनका हाल-चाल नहीं पूछा। वहीं, साजिद के रिश्तेदार बताते हैं कि ऑस्ट्रेलिया जाने के बाद वह छह बार भारत आया है। ज्यादातर प्रॉपर्टी से जुड़े मामलों या बुजुर्ग अब्बू-अम्मी से मिलने ही आया। अब्बू के इंतकाल के वक्त भी वह भारत नहीं आया था। परिवार को साजिद या उसके बेटे की कट्टरपंथी सोच के बारे में पता नहीं था। तेलंगाना पुलिस के मुताबिक, भारत छोड़ने से पहले साजिद का कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड भी नहीं था। टोलीचौकी में रहने वाले एक शख्स खुद को साजिद के परिवार का करीबी बताते हैं। वे भी कहते हैं, ‘विवाद की वजह से साजिद ने घरवालों से कई साल पहले ही रिश्ता तोड़ लिया था।’ साजिद और नवीद का IS कनेक्शन1 नवंबर, 2025 को साजिद और नवीद सिडनी से फिलीपींस गए थे। ऑस्ट्रेलिया की पुलिस के मुताबिक, वे फिलीपींस में 28 दिन रुके। उन्होंने बताया था कि वे दावो जा रहे हैं। फिलीपींस के इमिग्रेशन अफसरों के मुताबिक, साजिद ने भारतीय पासपोर्ट और नवीद ने ऑस्ट्रेलियाई पासपोर्ट पर यात्रा की थी। 28 नवंबर को दोनों दावो से राजधानी मनीला की कनेक्टिंग फ्लाइट से सिडनी चले गए। दावो शहर साउथ फिलीपींस के मिंडानाओ द्वीप में है। यहां करीब 4% आबादी मुस्लिम है। फिलीपींस की सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी यहीं है। दावो और इससे करीब 400 किमी दूर मरावी शहर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट यानी IS का गढ़ माना जाता था। IS 8 साल पहले खत्म हो चुका है, लेकिन इसके समर्थक अब भी मौजूद हैं। जांच एजेंसियों को पता चला है कि साजिद और नवीद हमले की ट्रेनिंग लेने दावो गए थे। ऑस्ट्रेलिया ने 2014 में इस्लामिक स्टेट पर प्रतिबंध लगा दिया था। ऑस्ट्रेलिया के जांच अधिकारी ने बताया, ‘बाप-बेटे फिलीपींस क्यों गए थे, इसकी जांच की जा रही है। हमने फिलीपींस अथॉरिटी से कहा है कि दोनों कहां-कहां गए और क्या किया, इसकी जानकारी दें। साउथ फिलीपींस में इस्लामिक स्टेट से जुड़े कुछ गुट एक्टिव हैं। अंदेशा है कि बाप-बेटे ने हमले से एक महीने पहले फिलीपींस में ट्रेनिंग ली थी।’ एक वीडियो, जिसके बाद सुरक्षा एजेंसियों की नजर में आया नवीदसाजिद के बेटे नवीद अकरम का एक वीडियो सामने आया है। ये वीडियो सिडनी की सड़क पर 6 साल पहले शूट किया गया था। तब नवीद की उम्र करीब 18 साल थी। नवीद ने 12वीं तक ही पढ़ाई की है। वो सिडनी में कंस्ट्रक्शन साइट पर मिस्त्री का काम करता था। वीडियो में नवीद कह रहा है ‘अल्लाह एक है और मोहम्मद अल्लाह के मैसेंजर हैं। ये मैसेज हर किसी तक पहुंचाओ। अल्लाह का कानून, किसी भी दूसरे काम या पढ़ाई से ज्यादा जरूरी है। मैं ये जितना कहूं, उतना कम है।’ सोर्स बताते हैं कि ये वीडियो सामने आने के बाद से ही ऑस्ट्रेलिया की सिक्योरिटी इंटेलिजेंस ऑर्गनाइजेशन (ASIO) ने नवीद पर नजर रखनी शुरू की थी। उसे टेररिस्ट वॉचलिस्ट में भी रखा गया था। उसके सोशल मीडिया अकाउंट पर निगरानी रखी जा रही थी। स्पोर्ट्स क्लब का बहाना बनाकर 6 लाइसेंसी राइफल लींएजेंसियों को करीब 7-8 साल पहले नवीद के ISIS से रिश्तों के बारे में जानकारी मिली थी। इनपुट होने के बावजूद उसके अब्बू साजिद को 6 राइफल के लाइसेंस दे दिए गए। 2023 में इन्हें रिन्यू भी किया गया। साजिद ने स्पोर्ट्स क्लब का बहाना बनाकर लाइसेंस लिए। राइफल खराब होने का बहाना बनाकर वो एक के बाद एक नया लाइसेंस लेता रहा। ऑस्ट्रेलिया टुडे के एडिटर अमित सरवाल कहते हैं, ‘जांच एजेंसियों की तरफ से कमी रही है कि शक के दायरे में होने के बावजूद साजिद के परिवार पर कार्रवाई नहीं हुई। मुझे लगता है कि इस्लामोफोबिया (इस्लाम के खिलाफ नफरत का भाव) का आरोप न लग जाए, इसलिए कार्रवाई नहीं की गई।‘ अमित सरवाल बताते हैं, ‘बॉन्डी बीच पर हमले में 3 भारतीय नौजवान भी घायल हुए हैं। हालांकि अब तक हॉस्पिटल ने उनके बारे में जानकारी नहीं दी है।’ नवीद कोमा से बाहर आया, पूछताछ शुरूहमले के बाद पुलिस ने साजिद को मौके पर ही मार गिराया था। नवीद को गोली लगी थी। सिडनी हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था। हॉस्पिटल से जुड़े सोर्स बताते हैं कि नवीद कोमा से बाहर आ गया है। जांच एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं। वहीं, नवीद की मां बताती हैं, ‘वह अच्छा लड़का था। उसे तो बंदूक चलाना भी नहीं आता था। नवीद अपने वालिद के साथ फिशिंग करने गया था। वो बीच पर कैसे पहुंचा, समझ ही नहीं आ रहा।’ अमित सरवाल बताते हैं, ‘अब तक इस टेरर मॉड्यूल के दो लोग सामने आए हैं। पता नहीं ऑस्ट्रेलिया से कितने लोग फिलीपींस में छुट्टियां मनाने का बहाना बनाकर गए और ट्रेनिंग लेकर आए। अब ऑस्ट्रेलिया पुलिस ऐसे लोगों का पता लगा रही है, जो हाल में फिलीपींस होकर आए हैं। या फिर वे लोग जो पहले मॉड्यूल का हिस्सा थे, लेकिन एक्टिव नहीं थे।’ ‘ऑस्ट्रेलिया के लोगों में खौफ बैठा’ऑस्ट्रेलिया की रेडियो प्रजेंटर एरिन मोलान बॉन्डी बीच के पास ही रहती हैं। एरिन के कई यहूदी दोस्त हैं, जिनके परिवार हमले के वक्त बीच पर मौजूद थे। एरिन कहती हैं, ‘हमले के बाद मैं बॉन्डी बीच गई थी। लोग अपनों को याद करने के लिए इकट्ठा हुए थे। ऑस्ट्रेलिया के लोगों के दिलों में खौफ बैठ गया है। वे यकीन नहीं कर पा रहे कि उनके शहर में ये कैसे हो गया।’ एरिन आगे कहती हैं- ऑस्ट्रेलिया में भारत से कई प्रवासी आते हैं। कानूनी तौर पर आए लोगों ने ऑस्ट्रेलिया की संस्कृति को समझा, सीखा और बेहतर बनाया है, लेकिन हम ऐसे लोगों को नहीं आने देना चाहते, जो हमारी ही हत्या कर दें। एरिन कहती हैं कि अक्टूबर 2023 में हमास के इजराइल पर हमले के बाद से ऑस्ट्रेलिया में हालात बदल गए हैं। हमास के हमले के दो दिन बाद हमने ऑस्ट्रेलिया में लोगों को जश्न मनाते देखा। तब लोग नारेबाजी, आतिशबाजी कर रहे थे। यहूदियों की मौत का जश्न मना रहे थे। ये फ्री स्पीच नहीं है, बल्कि हेट स्पीच है। इसके बाद भी किसी पर कार्रवाई नहीं की गई। ‘ऑस्ट्रेलिया में हिजबुल्ला और तालिबान के झंडे फहराए गए, तब भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहूदियों के पूजा स्थल सिनागॉग पर हमले हुए, उनके बच्चों को निशाना बनाया गया। ऑस्ट्रेलिया में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों पर सरकार चुप रही। उल्टा सरकार ने फिलिस्तीन को राष्ट्र का दर्जा देने का ऐलान कर दिया।’ एरिन आगे कहती हैं, ‘भारत के लोग अच्छी तरह से आतंकवाद को समझते हैं। भारतीय आतंकवाद के शिकार रहे हैं। हमें समझना होगा कि हम सभी एक ही खतरे के शिकार हैं।’ ‘बॉन्डी बीच पर हुआ हमला भारत के लिए सबक’एंटी टेररिज्म एक्सपर्ट और रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल संजय कुलकर्णी कहते हैं, ‘IS की ट्रेनिंग दो स्तर पर होती है। पहला ब्रेनवॉश और दूसरा मिलिट्री ट्रेनिंग। ब्रेनवॉश के तहत ये ट्रेनिंग दी जाती है कि मजहब का रास्ता ही सही है। फिर हथियारों की ट्रेनिंग दी गई होगी।’ ‘इस्लामिक स्टेट ईरान और सीरिया तक सीमित नहीं है। उसका मकसद दुनिया में इस्लामिक खलीफा राज्य की स्थापना करना है। ISIS ने बॉन्डी बीच पर अटैक की भी पूरी प्लानिंग की होगी। कैसे चुन-चुनकर यहूदियों को मारना है, इसकी पूरी ब्रीफिंग दी गई होगी। ISIS इंटरनेट पर अच्छी ट्रेनिंग देने के लिए जाना जाता है। सारी प्लानिंग ऑनलाइन भी हुई होगी। अब सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच करेंगी।’ संजय कुलकर्णी आगे बताते हैं, ‘हमने भारत में पहलगाम हमला देखा है। ऑस्ट्रेलिया में आम लोगों को चुन-चुनकर मारा, वैसे ही पहलगाम में टूरिस्ट को मारा गया था। भारत से हमलावरों का संबंध मिलने के बाद हमें भी सोचना होगा कि कैसे इस तरह की सोच हमारे आसपास भी हो सकती है।’ ऐसी घटनाओं के बाद हमें अलर्ट रहना होगा। बतौर देश टेक्नोलॉजी, ह्यूमन इंटेलिजेंस और साइबर तकनीक को तेज करना होगा। इस तरह के हमलों के बाद आंतरिक सुरक्षा को लेकर भी सतर्क होना चाहिए। ‘भारत की भौगोलिक स्थिति काफी संवेदनशील है। भारत को इस तरह के हमलों से बचने के लिए इंटेलिजेंस नेटवर्क को अलर्ट पर रखना होगा। लाल किले पर हुए ब्लास्ट में हमने वाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल देखा। कैसे पढ़े-लिखे डॉक्टर्स ने हमारे बीच रहते हुए बम ब्लास्ट की साजिश रची।’ हमलावर से बंदूक छीनने वाले अहमद से मिले प्रधानमंत्रीऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज बॉन्डी बीच पर हुए हमले के दौरान साजिद से बंदूक छीनने वाले अहमद अल अहमद से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। साथ ही लिखा कि अहमद, आप ऑस्ट्रेलिया के हीरो हैं। आपने दूसरों की जान बचाने के लिए खुद को खतरे में डाला। सबसे बुरे वक्त में हमें ऑस्ट्रेलियाइयों का सबसे बेहतरीन रूप देखने को मिलता है और रविवार रात हमने वही देखा। हर ऑस्ट्रेलियाई की ओर से मैं आपको धन्यवाद कहता हूं। .....................................सिडनी अटैक पर ये रिपोर्ट भी पढ़िए चश्मदीद बोले- लोग मरते रहे; पुलिस सामने थी, लेकिन कुछ नहीं किया सिडनी के बॉन्डी बीच पर हुए हमले में 15 लोग मारे गए। एक चश्मदीद बताते हैं कि हमलावर काफी दूर थे, इसलिए मैं उनकी आवाज नहीं सुन पाया। वहां 4 पुलिसवाले भी थे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। मैं इजराइली हूं। मैंने इस तरह के हालात देखे हैं। मैं 6 बच्चों के साथ आया था, शुक्र है हम सब सही-सलामत हैं। पढ़िए पूरी खबर...
'BJP के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह लखनऊ में एक कार्यक्रम में थे। तभी उनके फोन की घंटी बजी। ये फोन गृह मंत्री अमित शाह का था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष का नाम फाइनल हो गया है। नितिन नबीन के नाम का लेटर जारी कर दो। अगले एक घंटे के भीतर लेटर तैयार होकर पार्टी और संगठन के बीच सर्कुलेट हो गया।' पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में हमारे सोर्स ये बात पूरे दावे से कहते हैं। 14 दिसंबर को BJP ने पार्टी के नए कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर नितिन नबीन के नाम का ऐलान किया। 2020 से जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे। 2024 में उनका कार्यकाल खत्म हुआ था। तब से वे एक्सटेंशन पर थे। नितिन नबीन को कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले के बारे में किस-किस को पता था, ये पूछने पर सोर्स ये भी दावा करते हैं कि इसे लेकर सबसे पहला फोन अरुण सिंह के पास गया। उससे पहले न किसी को इस नाम की भनक थी और न ही घोषणा की तारीख का पता था। इसके सिर्फ 3 ही राजदार थे।' दैनिक भास्कर की टीम ने BJP के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर रेस में शामिल कुछ पार्टी लीडर्स से बात की। साथ ही बिहार से लेकर BJP और RSS तक कई सोर्सेज से बात की। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में जानिए, आखिर कैसे हुआ कार्यकारी अध्यक्ष का फैसला… 2 दिन पहले PM ने ऑनलाइन मीटिंग ली, अध्यक्ष के लिए खासियतें पूछींBJP सोर्स की मानें तो 12 दिसंबर को PM मोदी ने दो घंटे के नोटिस पर पार्लियामेंट्री बोर्ड के सभी मेंबर्स को ऑनलाइन मीटिंग में जुड़ने का मैसेज करवाया। मीटिंग में पार्लियामेंट्री बोर्ड के मेंबर के तौर पर खुद PM नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी थे। नरेंद्र मोदी ने मीटिंग को संबोधित करते हुए पूछा, 'आपको पार्टी के लिए कैसा राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहिए। आप लोगों को उसमें किन-किन गुणों की अपेक्षा है? यही आज इस मीटिंग का विषय है। ध्यान रहे कि हमें आपकी तरफ से कोई नाम नहीं चाहिए। बस आप लोगों को उन खासियतों के बारे में बताना है, जो आप राष्ट्रीय अध्यक्ष में देखना चाहते हैं? बोर्ड मेंबर्स की ओर से अध्यक्ष के लिए संभावित गुणों की लिस्ट आने लगी। इसके बाद एक फाइनल लिस्ट तैयार हुई। इसमें मोटे तौर पर सबसे ज्यादा बार 4-5 बातें दोहराई गई थीं। 1. युवा चेहरा2. संगठन और पार्टी में तालमेल बैठाए3. विवादित न हो4. संघ और पार्टी दोनों का बैकग्राउंड हो5. हिंदी भाषी हो पार्लियामेंट्री बोर्ड मेंबर्स की ये मीटिंग 45-50 मिनट तक चली। हालांकि न इसमें किसी नाम की चर्चा हुई और न ही ये कहा गया कि 2 दिन बाद ही पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के नाम का ऐलान हो जाएगा। शाह ने कहा- नए पार्टी अध्यक्ष के नाम का लेटर तैयार करो14 दिसंबर की बात बताते हुए पार्टी सोर्स कहते हैं, 'शाम 4 बजे लखनऊ में BJP के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह एक कार्यक्रम में मौजूद थे। तभी उनके फोन की घंटी बजी। दूसरी तरफ से अमित शाह की आवाज थी। उन्होंने कहा, फौरन पार्टी के नए कार्यकारी अध्यक्ष के नाम का लेटर तैयार करवाओ और सर्कुलेट कर दो। हमारे नए कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन हैं।' ‘बस क्या था, एक घंटे के अंदर लेटर तैयार होकर सर्कुलेट भी हो गया।‘ फिर इस फैसले के बाद पार्टी में तो खलबली मची होगी? ‘खलबली जैसा कुछ नहीं था, लेकिन हां जो लोग रेस में थे, उन्हें झटका लगा होगा। एक का नाम तो मैं भी जानता हूं। उनसे मेरी बात भी हुई।' ऐलान से पहले सिर्फ मोदी, शाह और बीएल संतोष को थी खबर BJP सोर्स ने बताया, 'जिस दिन नितिन नबीन के नाम का ऐलान हुआ, उस दिन PM नरेंद्र मोदी और संगठन महामंत्री बीएल संतोष, गृह मंत्री अमित शाह के घर पर मौजूद थे। यहीं से बीएल संतोष ने ही नितिन नबीन को भी लेटर जारी होने के कुछ घंटों पहले फैसले की जानकारी दी।' 'उस वक्त इसके बारे में सिर्फ इन्हीं 3 लोगों को पता था। ये लोग एक साथ कितनी देर तक थे, ये तो नहीं पता है। हालांकि ये एक साथ गृह मंत्री जी के घर पर थे, ये बात पक्की है।' क्या इनके अलावा पार्टी के किसी और सीनियर लीडर को इसकी जानकारी थी, ये जानने के लिए हमने कुछ पार्टी लीडर से भी बात की, लेकिन उनका कहना है कि इस बारे में उन्हें भी तब पता चला, जब नितिन नबीन के नाम का लेटर जारी हुआ। नितिन नबीन को कब और कैसे मिली खुशखबरीअब सवाल था कि नितिन नबीन को इस फैसले के बारे में कब पता चला? महामंत्री अरुण सिंह से पहले या बाद में? इसे जानने के लिए हमने नितिन नबीन के एक करीबी सोर्स से बात की। वे बताते हैं, 'ऐलान के दिन सुबह तक नितिन जी को इस बारे में कुछ भी पता नहीं था कि उनका नाम फाइनल हुआ है। वो तो अपनी विधानसभा सीट बांकीपुर में थे। वहां वो कार्यकर्ता सम्मान कार्यक्रम में व्यस्त थे।' 'इसे बिहार में जीत की खुशी में नबीन जी ने ही कार्यकर्ताओं के सम्मान में रखा था। इसी दौरान दोपहर 2 से 2.30 बजे के करीब उनके पास संगठन महामंत्री बीएल संतोष जी का फोन आया। उन्होंने कहा कि फौरन दिल्ली आ जाइए। आपका नाम अध्यक्ष पद के लिए तय हुआ है।' प्रवक्ताओं को दी गई थी हिदायत, यूपी और राष्ट्रीय अध्यक्ष पर संभल कर बोलेंBJP राष्ट्रीय कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक, 13 दिसंबर को करीब 3 बजे पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में एक मीटिंग हुई। मीटिंग BJP के सीनियर लीडर विनोद तावड़े के नेतृत्व में हुई थी। इसमें राष्ट्रीय स्तर के सभी प्रवक्ता थे। इसमें सभी से यूपी अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर कोई भी बयान देने से बचने के लिए कहा गया था। ये भी कहा गया था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर कयास भरे बयान से बचें। हालांकि मीटिंग में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के न तो नाम पर चर्चा हुई और न ही घोषणा की तारीख पर। ये जरूर कहा गया था कि यूपी अध्यक्ष की घोषणा के एक घंटे बाद से लेकर एक महीने बाद तक कभी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव हो सकता है। सोर्स बताते हैं कि सबको यही लगा कि खरमास के खत्म होते ही पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा क्योंकि अध्यक्ष बनाने की एक प्रक्रिया होती है, उसे पूरा करने में ही 3-4 दिन लग जाएंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन पर नहीं हुई कोई औपचारिक बैठकपार्टी कार्यालय के एक कार्यकर्ता कहते हैं, 'राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्ष पद को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यालय में तो कोई औपचारिक बैठक नहीं हुई, न ही कोई नोटिफिकेशन जारी हुआ। वैसे तो इस तरह के चुनाव बहुत कॉन्फिडेंशियल होते हैं। PM, गृहमंत्री और RSS के वरिष्ठजनों की राय से ही फैसला होता है। हां राष्ट्रीय स्तर पर औपचारिक मीटिंग जरूर होती है, लेकिन अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर ये मीटिंग नहीं हुई।' वे आगे कहते हैं, ‘हालांकि जगत प्रकाश नड्डा का चुनाव भी पहले ऐसे ही हुआ था, जब वो कार्यकारी अध्यक्ष बने थे। अमित शाह गृहमंत्री बने और उसके 1-2 दिन बाद ही नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया था। फिर 6-7 महीनों बाद जब वो स्थायी अध्यक्ष बने, तब पूरी प्रक्रिया हुई।‘ यानी कार्यकारी अध्यक्ष के लिए ये प्रक्रिया जरूरी नहीं? इस पर जवाब मिला, ‘देखिए BJP में पहली बार नड्डा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। तब ये प्रक्रिया नहीं हुई थी, तभी हमें भी पता चला कि कार्यकारी अध्यक्ष के लिए किसी प्रक्रिया की जरूरत नहीं।‘ कार्यकारी अध्यक्ष के पास कितनी पावर? इस पर पार्टी सोर्स ने बताया, 'वो अभी स्वतंत्र रूप से कोई फैसला नहीं ले पाएंगे। कार्यकारी अध्यक्ष न तो टीम से किसी सदस्य को निकाल सकता है और न ही नया सदस्य जोड़ सकता है। मतलब वो पुराने स्ट्रक्चर के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता। जो काम या प्रोजेक्ट चल रहे हैं, उसे उन्हीं की निगरानी करना और बैठकें करना होगा।' पुराने अध्यक्ष का क्या दखल रहेगा? हां, उसे कुछ वक्त मिलेगा कि वो अपने काम ट्रांसफर कर सकें। जिन फैसलों पर काम चल रहा है, उन्हें नए अध्यक्ष को डिटेल में बता सकें। ऐसे में उनका कुछ हद तक ही दखल रहेगा। नितिन नबीन ने मंत्रिपद से इस्तीफा दियानितिन नबीन ने 16 दिसंबर को मंत्रिपद से इस्तीफा दे दिया है। बिहार सरकार में उनके पास पथ निर्माण विभाग और नगर विकास विभाग की जिम्मेदारी थी। अब ये विभाग किसी और मंत्री को सौंपे जाएंगे। BJP में लंबे समय से ‘एक व्यक्ति एक पद’ का सिद्धांत लागू है। इसके तहत नितिन नबीन को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा है। उन्होंने 15 नवंबर को दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय पहुंचकर पदभार संभाला। ......................ये खबर भी पढ़ें... मोदी-शाह के आज्ञाकारी नेता होने का इनाम मिला BJP ने बिहार सरकार के मंत्री नितिन नबीन को अपना राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है। वे इस पद पर पहुंचने वाले सबसे युवा नेता हैं। उम्र है महज 45 साल। अमित शाह जब अध्यक्ष बने थे तो उनसे 5 साल बड़े यानी 50 साल के थे।नितिन नबीन को भी इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिलने की भनक नहीं थी। नितिन नबीन को BJP ने क्यों बनाया राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष? 5 पॉइंट में पढ़िए...
ग्रीक द्वीप के पास प्रवासियों से भरी नाव डूबी, 28 को बचाया गया, 3 लापता
मंगलवार को तुर्की से अवैध तरीके से प्रवासियों को ले जा रही एक नाव ग्रीस के सामोस द्वीप के पास डूब गई
धरने पर फिर बैठीं इमरान खान की बहनें: अलीमा बोलीं- 'जहां रोकोगे, वहीं बैठेंगे, हम कंबल लेकर आए हैं'
पाकिस्तान की सियासत का ये चुनौती पूर्ण समय है। हुक्मरानों को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ बार-बार चैंलेज कर रहा है
9/11 जैसा टेरर अटैक! न्यू ईयर ईव पर अमेरिका में सीरियल ब्लास्ट की साजिश नाकाम होने की इनसाइड स्टोरी
FBI News:मास्टर माइंड ऑड्री कैरोल से कई IED और इसमें इस्तेमाल चीजें बरामद की गई हैं. हमले की प्लानिंग में पहले सिर्फ दो लोग शामिल थे. मगर बाद में हमास जैसी सोच रखने वाले दो और लोगों को भर्ती किया गया. पहले कागज पर पूरा प्लान तैयार किया गया, लेकिन ट्रायल से पहले ही पूरी साजिश बेनकाब हो गई.
पीएम मोदी के ओमान दौरे पर एफटीए पर रहेगा फोकस : इंडस्ट्री
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से ओमान को काफी उम्मीदें और इसमें भारत-ओमान के बीच फ्री-ट्रेड एग्रीमेंट (एफटीए) पर मोहर लगने की उम्मीद है
DNA: गाजा का दर्द दिखा, सिडनी का क्यों नहीं? आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन में सिलेक्टिव रवैया क्यों?
Bondi Beach Attack:दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में इस समय भी गाजा और फिलिस्तीन को लेकर प्रदर्शन हो रहे हैं. ब्रिटेन, जर्मनी, डेनमार्क और नीदरलैंड्स समेत कई देशों में लोग अचानक सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन उनके प्रदर्शन का एजेंडा आतंकवाद का विरोध नहीं है बल्कि गाजा है.
नेपाल के सिंधुपालचौक में भारतीय सहायता से बनेंगे आधुनिक स्वास्थ्य भवन
भारत सरकार ने नेपाल के सिंधुपालचौक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए बड़ा सहयोग देने का फैसला किया है
US Immigration Crackdown:इस सदमे वाली घटना को लेकर उनकी 34 साल की बेटी जोती ने कहा कि उनकी मां को मर्दों से भरी एक वैन में बैठाया गया. हिरासत में लिए जाने के बाद उनके हाथ और पैर कांप रहे थे. वह बहुत डरी हुई थीं. हमने ऐसी कहानियां सुनी हैं, जिसमें लोग ही गायब हो गए. हमें डर है कि ऐसा कुछ भी हो सकता है.
Mexico Assembly: महिलाओं विधायकों के बीच पहले जमकर चले घूंसे-थप्पड़, फिर नोच डाले बाल
Mexico Assembly: मेक्सिको विधानसभा में मचे घमासान की तस्वीरें आप को हैरत में डाल सकती हैं. सदन कार्यवाही के दौरान बहस इतनी बढ़ गई कि महिला विधायकों ने एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करना शुरू कर दिया. जिसके बाद उन्होंने जमकर एक दूसरे पर कोहनी चलाई और थप्पड़ भी बरसाए.
जिस देश जॉर्डन के दौरे पर गए PM मोदी, वहां का AQI जानते हैं? दिल्ली से तो तुलना भी नहीं कर सकते!
PM Modi Jordan visit: भारत से करीब3777 किमी दूर जॉर्डन की राजधानी अम्मान में जहां पीएम मोदी के एक छोटे बच्चे को दुलराने की फोटो वायरल हुई वहां की एयर क्वालिटी कैसी है.आइए इस सवाल का जवाब बताते हैं.
Bondi Beach Attack: हमलावर से बंदूक छीनने वाले शख्स का नाम एडवर्ड कैबट्री नहीं है
बूम ने पाया कि बोंडी बीच के पास हुई गोलीबारी के दौरान एक हमलावर से बंदूक छिनने वालेशख्सका नाम अहमद अल अहमदहै.
Sydney Beach Attack:यह साफ नहीं है कि फिलीपींस आकर इन लोगों ने क्या किया या फिर दवाओ पहुंचकर ये दोनों कहीं और भी गए. वह इसलिए क्योंकि दवाओ में एक मिंडानाओ शहर है, जहां आईएसआईएस से जुड़े धड़े और आतंकी समूहों का बसेरा है.
Top 10 crises the world:अंतरराष्ट्रीय रेस्क्यू कमिटी (IRC) की 2026 इमरजेंसी वॉचलिस्ट ने दुनिया के 10 सबसे खतरनाक संकटों की लिस्ट जारी की है. सूडान नंबर-1 पर है जहां गृहयुद्ध से लाखों मर चुके हैं. गाजा, साउथ सूडान, इथियोपिया जैसे देशों में भुखमरी और विस्थापन चरम पर. करोड़ों जिंदगियां खतरे में है. देखें और समझें पूरी रिपोर्ट.
बोंडी बीच ही नहीं इन 5 भयानक मास शूटिंग ने भी हिला दी थी दुनिया, याद कर आजतक खड़े हो जाते हैं रोंगटे
Australia Bondi Beach Attack: ऑस्ट्रेलिया के बॉन्डी बीच में बीते दिनों एक भयानक आतंकी हमला हुआ. इस हमले में 16 लोगों की मौत हो गई. ऑस्ट्रेलिया से पहले कई देश भी इस भयानक आतंकी हमले का सामना कर चुके हैं.
सऊदी अरब में भयानक फांसी का रिकॉर्ड, 1 साल में 340 लोगों को चढ़ा दिया फांसी
saudi arab executions: सऊदी अरब में फांसी की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिसमें कई नाबालिग और ड्रग्स मामलों के आरोपी शामिल हैं, इस देश ने फांसी देने के मामले में खुद को ही पीछे छोड़ दिया है.
भारत ने गाजा पीस प्लान का किया स्वागत, पहले चरण को बताया शांति की दिशा में अहम कदम
India Welcomes Gaza Peace Plan: भारत ने गाजा शांति योजना का स्वागत किया है, साथ हीउम्मीद जताई है कि इसका पहला चरण पश्चिम एशिया में स्थायी शांति की दिशा में मजबूत कदम साबित होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जॉर्डन यात्रा के दौरान क्षेत्रीय शांति, फिलिस्तीन मुद्दे, ऊर्जा सहयोग और जल प्रबंधन जैसे अहम विषयों पर चर्चा हुई है. विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता के पक्ष में अपनी पुरानी नीति पर बना हुआ है और इसी कड़ी में गाजा पीस प्लान का समर्थन भी करता है. भारत को उम्मीद है कि यह पहल आगे चलकर पूरे क्षेत्र में लंबे समय तक शांति बनाए रखने में काफी मदद करेगी.
जॉर्डन में PM मोदी की खास मेहमान नवाजी; क्राउन प्रिंस ने कार चलाकर पहुंचाया म्यूजियम
PM Modi: पीएम मोदी जॉर्डन दौरे पर हैं, यहां पर पीएम मोदी का खास अंदाज में स्वागत हुआ, इतना ही नहीं क्राउन प्रिंस अल हुसैन खास अंदाज़ में PM मोदी को जॉर्डन म्यूजियम तक पहुंचाया.
30 साल से US में रह रही भारतीय महिला को अचानक लगी हथकड़ी; छोटी सी लापरवाही पड़ गई भारी
US News: 30 साल से अमेरिका में रह रही एक भारतीय महिला को अचानक हिरासत में ले लिया गया है. उन्हें हिरासत में लेने के बाद ICE डिटेंशन सेंटर भेजा गया है.
बांग्लादेश के विजय दिवस के अवसर पर देश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चिंता जताई है कि वर्ष 1971 के मुक्ति संग्राम में पराजित हुई ताकतें फिर से सक्रिय हो गई हैं। यह वही युद्ध था, जिसमें बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ आजादी हासिल की थी
Rob Reiner Murder:हॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर रॉब रेनर और उनकी पत्नी मिशेल सिंगर रेनर की हत्या के बाद पता चला है कि उनके बेटे निक रेनर और उनके बीच शनिवार को क्रिसमस पार्टी में जोरदार बहस हुई थी. यह बहस उनके ब्रेंटवुड वाले घर में हुई, जहां निक ने पार्टी में मौजूद लोगों से बहस की थी.
भारत के पासपोर्ट पर भी यात्रा कर चुका है आंतकी साजिद... सिडनी हमले में अब तक क्या सामने आया?
Sajid Akram: सिडनी में आतंक की दहला देने वाली घटना को अंजाम देने वाले साजिद अकरम को लेकर खुलासा हुआ है कि उसने यात्रा करने के लिए भारतीय पासपोर्ट्स का भी इस्तेमाल किया है.
दुनियाभर में क्यो फेमस है जॉर्डन की ‘रोज सिटी’ पेट्रा, वजह जानकर हो जाएंगे हक्के-बक्के
Petra Rose City History: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार यानी 15 दिसंबर को जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचे थे. यह यात्रा भारत और जॉर्डन के रिश्तों के लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण है. यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत और जॉर्डन के बीच राजनयिक संबंधों को 75 साल पूरे हो चुके हैं. आपको बता दें कि इसी जॉर्डन में पेट्रा नाम की जगह विश्वभर में फेमस है.
Largest Park In The world: अपनी जिंदगी में आपने बहुत सारे पार्क देखें होंगे. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में एक ऐसा भी एक पार्क है, जो अपने बड़े साइज के लिए जाना जाता है? जी हां, हम बात कर रहे हैं दुनिया के सबसे बड़े पार्क की.
भारत से 'सेवेन सिस्टर्स' को कर देंगे अलग-थलग... बांग्लादेशी नेता की धमकी, रैली में उगला जहर
India-Bangladesh Relations:बांग्लादेश के नेता हसनत अब्दुल्ला का भारत के खिलाफ एक और तीखा बयान सामने आया है. नेता ने धमकी दी है कि अगर बांग्लादेश की संप्रभुता या चुनावी प्रक्रिया में भारत दखल देता है, तो पूर्वोत्तर के सात राज्यों जिन्हें 'सेवन सिस्टर्स' कहा जाता है को भारत से अलग-थलग कर दिया जाएगा.
प्रशांत महासागर में ड्रग लार्ड्स की नावें ध्वस्त, 8 'नार्को-टेररिस्ट' को उतारा मौत का घाट
US boat strike: अमेरिका ने पूर्वी प्रशांत महासागर में नार्कोट्रैफिकिंग के रास्तों पर तीन नावों पर हमला किया, जिसमें आठ संदिग्ध ड्रग तस्कर मारे गए हैं. इस कार्रवाई को प्रशासन ने कानूनी बताया, लेकिन नाविकों की मौत से विवाद और युद्ध अपराध के सवाल उठ गए हैं.
इंशाअल्लाह, हम खुशी-खुशी वापस लौटेंगे... अहमद का पहला बयान वायरल, मां से की खास गुजारिश
Ahmed Al Ahmed: ऑस्ट्रेलिया में बॉन्डी बीच हुए हमले के हीरो अहमद-अल-अहमद का पहला बयान सामने आया है. जिसमें वो खुदा का शुक्र अदा कर रहे हैं और मां से भी एक खास अपील कर रहे हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि रूस–यूक्रेन युद्ध को खत्म करने की दिशा में बातचीत आगे बढ़ रही है। उन्होंने उम्मीद जताई कि कई महीनों से चल रही लड़ाई को रोका जा सकता है। ट्रंप ने यह बात बर्लिन में यूरोपीय नेताओं और यूक्रेनी अधिकारियों के साथ लंबी बातचीत के बाद कही

