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समंदर में 7 किमी का ये इलाका हड़पना चाहता है चीन! घुसपैठ होते ही जापान में मचा हड़कंप

China Ship Senkaku Islands: चीन अपने जहाजों को हिंद महासागर ही नहीं दूसरे इलाकों में भी गुपचुप तरीके से भेजता रहता है. यही वजह है कि उसका कई पड़ोसी देशों से जमीन के टुकड़ों को लेकर विवाद चल रहा है. अब उसके जहाजों ने जापान के इलाके में घुसपैठ की है. वो भी 92 घंटे तक चीनी शिप जापानी द्वीपों के करीब घूमते रहे.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 4:14 pm

'मंदिर कहीं और ले जाओ, पैसा दे देंगे...', यहां हटेगा 130 साल पुराना टेंपल, बनाई जाएगी मस्जिद

धार्मिक समानताओं को लेकर दुनिया के कई देशों में लंबे समय से बहस चली आ रही है, जो शायद ही कभी खत्म हो. एक और मुस्लिम देश में यह तब देखने को मिला जब 130 साल पुराने मंदिर को हटाकर मस्जिद बनाने का फैसला लिया गया है.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 1:13 pm

किया था 50163925500 का Scam, सबसे बड़ी घोटालेबाज को मिली है सजा-ए-मौत, अब क्यों जोड़ रही पाई-पाई?

वियतनाम की मशहूर कारोबारीत्रूंग माई लान ने अरबों-खरबों का घोटाला करने का बाद अदालत की तरफ से मौत की सजा सुना दी गई है, लेकिन अब उन्हें ये मौज की सजा को टालने के लिए पाई-पाई जोड़ने पड़ रही है.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 12:48 pm

शादी को जरूरी मानने वाले लोगों में मामूली इजाफा, घटती आबादी वाले इस देश में जगी उम्मीद

दक्षिण कोरिया एक ऐसा देश है जो अपनी घटती आबादी से परेशान है, नई रिपोर्ट में यहां की सरकार को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन उसे अभी लंबा रास्ता तय करना है.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 12:28 pm

एक्ट्रेस जैसी खूबसूरती, तेज दिमाग, पर्सनल लॉयर की ट्रंप ने कर दी बल्ले-बल्ले, इतनी है संपत्ति

Alina Habba: ट्रंप ने न्यू जर्सी जिले में अपनी सलाहकार एलीना हब्बा को अंतरिम US अटॉर्नी बनाया है. एलीना ट्रंप के कई लॉसूट में उनका प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं. वह ट्रंप की पर्सनल लॉयर रह चुकी हैं.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 11:29 am

Photo: पहले थी जिम वाली बॉडी, अब बॉडी सिर्फ बचीं हड्डियां; यूक्रेनी सैनिक का पुतिन के बंदों ने किया ऐसा हाल

Russia, Ukraine swap prisoners: रूस-यूक्रेन की जंग ने पूरी दुनिया को ‌हिला कर रख दिया है. जंग के दौरान वीडियो, फोटो सबने देखी होंगी, लेकिन इसी बीच रूसी कैद से रिहा होने वाले यूक्रेनी नेशनल गार्ड अधिकारी ने अपनी फोटो शेयर कर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है. देखें वह तस्वीर.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 11:04 am

Watch: सफेद साड़ी, पैरों में चप्पल... लंदन के पार्क में ममता दीदी की दौड़ आपने देखी क्या?

Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी लंदन दौरे पर हैं, उनकी मॉर्निंग वॉक की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आई हैं जिनमें वो देसी अंदाज में दिखाई दे रही हैं. इस दौरान सफेद साड़ी और सफेद चप्पल में जॉगिंग करते हुए देखा जा सकता है.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 10:05 am

ट्रंप के NSA ने कर दिया ब्लंडर, वॉर प्लान वाले ग्रुप में जर्नलिस्ट को जोड़ा, दुनिया में पिटी भद्द

America News: अमेरिका में नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर माइक वॉल्ट्ज ने एक बेहद संवेदनशील जानकारी से जुड़े ग्रुप चैट में एक पत्रकार को जोड़ लिया. इस ग्रुप में उपराष्ट्रपति जेडी वेंस समते कई बड़े अधिकारी शामिल थे.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 7:09 am

पूरी दुनिया के सामने फिर बेइज्जत हुआ पाकिस्तान, कश्मीर के मुद्दे पर भारत ने लगा दी क्लास

Pakistan on Kashmir: कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान एक बार फिर सारी दुनिया के सामने बेइज्जत हो गया है. संयुक्त राष्ट्र फिर से कश्मीर का मुद्दा उठाने पर भारत ने लताड़ लगा दी है. भारत ने पाकिस्तान लगातार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है और मुख्य चर्चा से भागना चाहता है.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 6:45 am

आज का एक्सप्लेनर:'मुझे कोई जली नोट नहीं दिखी', क्या ये दलील जस्टिस वर्मा को बचा पाएगी; 3 जज कैसे करेंगे इन्वेस्टिगेशन

सुप्रीम कोर्ट ने 65 सेकेंड का जो वीडियो जारी किया, उसमें नोटों की गड्डियां सुलगती दिख रही हैं, लेकिन जस्टिस यशवंत वर्मा ने अपनी सफाई में कहा है कि उन्होंने या उनके परिवार के किसी सदस्य ने जली हुई नकदी देखी ही नहीं। उनका कहना है कि मैं वीडियो देखकर खुद हैरान रह गया। क्या जस्टिस वर्मा की ये दलील उन्हें बचा पाएगी, जांच समिति के 3 जज सच तक कैसे पहुंचेंगे और दोषी पाए जाने पर क्या कार्रवाई होगी; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में... सवाल-1: जस्टिस यशवंत वर्मा के घर नोटों का ढेर मिलने के मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?जवाब: 14 मार्च यानी होली की रात करीब साढ़े 11 बजे जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली स्थित सरकारी बंगले यानी 30, तुगलक क्रेसेंट कोठी में आग लगी। जस्टिस वर्मा घर पर नहीं थे तो उनकी बेटी और वृद्ध मां ने फोन कर फायर ब्रिगेड और पुलिस को बुलाया। फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का काम किया और पुलिस भी आ पहुंची। दमकलकर्मी घर के बाहर की ओर स्टोर रूम में गए, तो जलता हुआ नोटों का ढेर मिला। इसके बाद के घटनाक्रम की टाइमलाइन… सवाल-2: जस्टिस वर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को अपनी सफाई में क्या कहा?जवाब: 22 मार्च को जस्टिस वर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस डीके उपाध्याय को एक चिट्ठी लिखकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने अपनी चिट्ठी में 5 प्रमुख दलीलें दीं… 1. जली हुई नकदी मिली ही नहीं: जस्टिस वर्मा लिखते हैं, 'मुझे हैरानी इस बात की है कि कथित रूप से जले हुए नोटों की कोई बोरी बरामद या जब्त नहीं की गई। हम स्पष्ट रूप से दावा करते हैं कि न तो मेरी बेटी, न ही पीएस और न ही घरेलू कर्मचारियों को जले हुए नोटों की ये तथाकथित बोरियां दिखाई गईं। मैं अपने इस रुख पर कायम हूं कि जब वे स्टोर रूम में पहुंचे तो वहां कोई भी जली हुई या अन्यथा मुद्रा नहीं दिखी।' 2. किसी कर्मचारी को नकदी नहीं दिखाई: जस्टिस वर्मा लिखते हैं, 'साइट पर मौजूद किसी भी कर्मचारी को नकदी या मुद्रा के अवशेष नहीं दिखाए गए। मैंने मौजूद कर्मचारियों से अपनी जांच की है, उन्होंने भी कहा कि साइट पर कथित रूप से पाए गए या परिसर से हटाई गई किसी भी मुद्रा को 'हटाया' नहीं गया था।' 3. घर के बाहरी कमरे में लगी आग: जस्टिस वर्मा ने लिखा, ‘आग घर के किसी कमरे में नहीं, बल्कि मुख्य आवास से अलग एक बाहरी कमरे में लगी थी। इस कमरे का इस्तेमाल आमतौर पर सभी लोग उपयोग में न आने वाले फर्नीचर, बोतलें, क्रॉकरी, गद्दे, इस्तेमाल किए गए कालीन, पुराने स्पीकर और CPWD सामग्री जैसे सामान रखने के लिए करते थे। यह कमरा खुला हुआ है और मेन गेट के साथ-साथ स्टाफ क्वार्टर के पिछले दरवाजे से भी इसमें दाखिल हो सकते हैं। यह मेरे घर के अंदर का कमरा नहीं है।’ 4. खुले कमरे में नकदी रखना बेवकूफी: जस्टिस वर्मा ने दलील दी कि ‘कोई व्यक्ति स्टाफ क्वार्टर के पास एक खुले, आसानी से पहुंच वाले और आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने स्टोर रूम में नकदी क्यों रखेगा, यह तो अविश्वसनीय बात है। यह एक ऐसा कमरा है जो मेरे रहने की जगह से अलग है।’ 5. मुझे फंसाने की साजिश: जस्टिस वर्मा का कहना है कि ‘मैं वीडियो देखकर पूरी तरह से हैरान रह गया क्योंकि उसमें कुछ ऐसा दिखाया गया था जो मौके पर नहीं मिला था। यह स्पष्ट रूप से मुझे फंसाने और बदनाम करने की साजिश प्रतीत होती है। यह पूरी घटना हाल ही में हुई घटनाओं के एक क्रम का हिस्सा है, जिसमें दिसंबर 2024 में सोशल मीडिया पर प्रसारित निराधार आरोप शामिल हैं।’ जस्टिस वर्मा ने कहा कि 15 मार्च की शाम को दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रजिस्ट्रार सह सचिव ने अनुरोध किया कि आग वाली साइट पर जाने की इजाजत दी जाए और जिस पर मैंने तुरंत सहमति दे दी। पीपीएस और मेरे पीएस ने जले हुए कमरे का निरीक्षण किया, तो वहां कोई भी मुद्रा नहीं मिली। जले हुए कमरे आज भी उसी अवस्था में हैं। सवाल-3: तो क्या जस्टिस वर्मा के घर में वाकई नोटों का ढेर नहीं मिला?जवाब: दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने CJI को सौंपी अपनी रिपोर्ट में लिखा, ‘मेरी जांच के मुताबिक प्रथमदृष्टया जिस कमरे में आग लगी। वहां किसी बाहरी का प्रवेश संभव नहीं दिखता। वहां केवल रहने वाले व्यक्ति, नौकर और सीपीडब्ल्यूडी कर्मी ही जा सकते थे। इसलिए मेरी राय है कि मामले की गहराई से जांच हो।’ पुलिस ने हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को दी रिपोर्ट में कहा है ​​कि ​14 मार्च रात 11:45 बजे जस्टिस वर्मा के 30, तुगलक क्रेसेंट बंगले में आग लगने की जानकारी मिली। दो दमकल वाहनों को बुलाया गया। आग कोठी की चारदिवारी के कोने में स्थित कमरे में लगी। इन्हीं से लगे कमरे में सुरक्षाकर्मी रहते हैं। शॉर्ट सर्किट से लगी आग पर तुरंत काबू पाया गया। आग बुझने के बाद कमरे में अधजले नोट से भरी 4-5 अधजली बोरियां मिलीं। 22 मार्च को इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने इस मामले में प्रस्ताव पारित किया। इसमें लिखा गया कि जस्टिस वर्मा के घर से करीब 15 करोड़ रुपए की नकदी मिली। 22 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने 65 सेकेंड का एक वीडियो जारी किया, जिसमें नोटों से भरी बोरियां सुलगती दिख दिख रही हैं। सवाल-4: ‘नोट नहीं मिले’ या ‘मुझे फंसाने की साजिश’ जैसी दलीलें क्या जस्टिस वर्मा को बचा पाएंगी?जवाब: सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता कहते हैं, 'दिल्ली हाईकोर्ट में जस्टिस वर्मा दूसरे सबसे सीनियर जज हैं और अभी उनकी सेवा में 6 साल बचे हैं। जस्टिस वर्मा के अनुसार 3 महीने पहले भी CBI के पुराने मामले में उनकी छवि खराब करने के लिए सोशल मीडिया में प्रयास हुए थे। हाईकोर्ट के सिटिंग जज के खिलाफ यदि कोई साजिश हुई है तो उसकी जांच और खुलासा जरूर होना चाहिए, लेकिन अगर जस्टिस वर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोप सही साबित होते हैं, तो अपने बयानों के दम पर भी उनका बचना मुश्किल है।’ सवाल-5: इस मामले की इंटरनल जांच कर रही समिति के 3 जज कौन हैं?जवाब: 22 मार्च को CJI संजीव खन्ना ने 3 जजों की इंटनरल इन्क्वायरी समिति गठित की। ये जस्टिस वर्मा के घर नकदी मिलने की जांच करेगी और CJI को रिपोर्ट सौंपेगी... सवाल-6: जस्टिस वर्मा पर भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच कैसे की जाएगी?जवाब: हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के किसी जज पर इस तरह के संगीन आरोपों की जांच मुख्यतः 2 चरणों में होती है… पहला चरण: आरोपों की शुरुआती सच्चाई जाननाइसमें शिकायत और जज के जवाब का मूल्यांकन किया जाता है। अगर आरोप सही होते हैं तो यह तय किया जाता है कि क्या इसकी विस्तृत जांच करने की जरूरत है या नहीं। इस दौरान उनसे कामकाज छीना जा सकता है। जस्टिस वर्मा के केस में दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने प्राइमा फेसी जांच कर ली है। उन्होंने CJI को रिपोर्ट सौंपकर कहा कि इस मामले की गहन जांच की जरूरत है। दूसरा चरण: CJI की निगरानी में विस्तृत इंटरनल जांचCJI की मंजूरी के बाद जांच का दूसरा चरण शुरू होता है। इसकी निगरानी भी CJI करते हैं। जस्टिस वर्मा के केस में जांच अभी दूसरे चरण में है। विराग गुप्ता ने कहा, सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट ने जस्टिस वर्मा के मोबाइल कॉल और आवास के वाई-फाई और सुरक्षा कर्मियों की डिटेल्स मांगी है। जस्टिस वर्मा से अपने मोबाइल से मैसेज या डेटा डिलीट न करने को कहा गया है। सबूत मानने के लिए नोटों के वीडियो की सत्यता को परखने के लिए फोरेंसिक जांच की जाएगी। डिजिटल साक्ष्यों की कानूनी वैधता के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और नए बीएनएस कानून में प्रावधान हैं। इसके तहत जांच की जाएगी। विराग गुप्ता कहते हैं, 'सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के पास इस तरीके के आपराधिक मामलों से निपटने के लिए विशेषज्ञ अधिकारी और तंत्र नहीं हैं। इसलिए सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पुलिस जांच के लिए मंजूरी दे सकते हैं। सिटिंग जजों को आयकर कानून का पालन करना जरूरी है इसलिए आयकर विभाग भी इस मामले की जांच कर सकता है। अगर बाहरी लोगों ने जज के स्टोर रूम में पैसा रखा है तो फिर उसके लिए चीफ जस्टिस सीबीआई और ईडी की जांच की मंजूरी भी दे सकते हैं।' अगर जांच में जज दोषी पाए जाते हैं, तो CJI उन्हें इस्तीफा देने के लिए कह सकते हैं। अगर जज इस्तीफा देने से इनकार करते हैं, तो CJI सरकार को उनके खिलाफ महाभियोग चलाने की सिफारिश कर सकते हैं। सवाल-7: अगर जस्टिस वर्मा दोषी पाए गए तो उन्हें क्या सजा मिल सकती है?जवाब: विराग गुप्ता का कहना है, 'कॉलेजियम की सिफारिश के अनुसार जस्टिस वर्मा को इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर करने से मामला और बिगड़ सकता है। जांच में देरी और जज को न्यायिक कार्य में दूर रखने से विवाद बढ़ता रहेगा। जांच समिति की रिपोर्ट अगर जस्टिस वर्मा के खिलाफ आई तो उन्हें इस्तीफा देना पड़ सकता है या फिर कॉलेजियम की सिफारिश के अनुसार राष्ट्रपति जस्टिस वर्मा को हटाने के लिए संसद के जरिए महाभियोग की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।’ संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश किया जाता है। पारित करने के लिए सदन के दो-तिहाई बहुमत की आवश्यकता होती है। अगर एक सदन में प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो इसे दूसरे सदन में भेजा जाता है। दोनों सदनों में प्रस्ताव पारित हो जाता है, तो इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाता है। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद संबंधित जज को उनके पद से हटा दिया जाता है। सवाल-8: क्या सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट जज के खिलाफ सीधे FIR दर्ज नहीं हो सकती?जवाब: 24 मार्च 2025 को दिल्ली हाईकोर्ट जज के घर नकदी विवाद से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है। इसमें जस्टिस यशवंत वर्मा पर FIR दर्ज कराने की मांग की गई। साथ ही CJI के गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी की वैधता को चुनौती दी गई। याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील मैथ्यूज नेदुम्परा ने दायर की है। याचिका में तर्क दिया गया कि किसी मौजूदा हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जज के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 154 के तहत आपराधिक मामला दर्ज करने के लिए भारत के CJI से परामर्श अनिवार्य है। भारत में हाईकोर्ट के जज के खिलाफ सीधे FIR दायर नहीं की जा सकती। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 124 और 217 के तहत सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों को उनके पदों पर बने रहने के लिए विशेष संरक्षण दिया गया है। ताकि जज बिना किसी डर या दबाव के काम कर सकें। जजेस (प्रोटेक्शन) एक्ट 1985 के तहत कोई भी अदालत या पुलिस अपने आप किसी जज के खिलाफ उनके न्यायिक कार्यों से जुड़े मामलों में कोई कार्रवाई शुरू नहीं कर सकती। धारा 3 (1) के मुताबिक, किसी जज के खिलाफ कोई सिविल या आपराधिक मुकदमा शुरू नहीं किया जा सकता है। FIR के लिए सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस की मंजूरी जरूरी होगी। CJI एक लेटर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के पास भेजेंगे। अगर जांच में आरोप गंभीर पाए जाते हैं, तो राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से FIR दर्ज करने की अनुमति मिल जाएगी। इसके बाद ही रिपोर्ट दर्ज हो सकेगी। रिसर्च सहयोग- अंकुल कुमार -------------- जस्टिस यशवंत वर्मा से जुड़ी अन्य खबर पढ़ें जज कैश केस-अब घर के बाहर ₹500 के नोट मिले: कल सुप्रीम कोर्ट ने VIDEO जारी किया, स्टोररूम की बोरियों में थे अधजले नोट दिल्ली हाईकोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के बंगले के बाहर रविवार को सफाई के दौरान सफाई कर्मचारियों को 500-500 रुपए के अधजले नोट मिले। सफाईकर्मियों ने बताया कि 4-5 दिन पहले भी हमें ऐसे नोट मिले थे। ये नोट सफाई के दौरान सड़क पर पत्तों में पड़े हुए थे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 25 Mar 2025 4:30 am

दोस्त ने वॉट्सएप पर OTP मांगा, देते ही मोबाइल हैक:फैमिली-दोस्तों को मैसेज भेजकर पैसे मांग रहे हैकर, ये तरीके आपको बचाएंगे

नोएडा की रहने वाली प्रियंका सिंह के पास 9 मार्च को एक दोस्त का वॉट्सएप मैसेज आया। इसमें लिखा था- प्रियंका गलती से मैंने तुम्हें एक मैसेज भेज दिया है। वो जल्दी से मुझे फॉरवर्ड कर दो। प्रियंका ने बिना कुछ पूछे भरोसा कर लिया और मैसेज भेज दिया। मैसेज में वॉट्सएप इंस्टॉल करने के लिए 6 डिजिट का OTP था। उसे फॉरवर्ड करते ही प्रियंका का वॉट्सएप हैक हो गया। प्रियंका के नंबर से उनके पहचान वालों को पैसे मांगने के मैसेज जाने लगे। उन्होंने साइबर पुलिस की मदद ली। करीब 16 घंटे बाद प्रियंका का वॉट्सएप दोबारा एक्टिव हुआ। वॉट्सएप के जरिए हैकर्स के जाल में फंसने वाली प्रियंका अकेली नहीं हैं। ऐसे मामले बार-बार सामने आ रहे हैं। प्रियंका कहती हैं, ‘आपके भाई-बहन, मम्मी-पापा या हसबैंड-वाइफ में से कोई भी अपने वॉट्सएप नंबर पर OTP वाला मैसेज भेजकर उसे वापस मांगें, तो भरोसा न करें। ये फ्रॉड हो सकता है।‘ साइबर फ्रॉड करने वाले कैसे लोगों को फंसा रहे हैं, ये समझने के लिए दैनिक भास्कर ने कुछ विक्टिम और पुलिस अफसरों से बात की। साथ ही साइबर एक्सपर्ट्स से पूछा कि कौन सी गलतियां हमें साइबर क्राइम का शिकार बना सकती हैं और कैसे इससे बच सकते हैं। कैसे हैक हो सकता है वॉट्सएप अकाउंटइसे समझने के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट डॉ. रक्षित टंडन और गौतम कुमावत से बात की। इससे वॉट्सएप हैक करने के ये 4 तरीके समझ आए… 1. ऑनलाइन डिलीवरी या कूरियर वाले कॉल फॉरवर्ड मैसेजडॉ. रक्षित टंडन बताते हैं, ‘कॉल फॉरवर्डिंग मैसेज से आसानी से वॉट्सएप हैक किया जा रहा है। साइबर क्रिमिनल खुद को डिलीवरी बॉय बताकर कॉल करते हैं। वे कहते हैं कि एड्रेस वैरिफाई नहीं हो पा रहा है। आपके पास एक मैसेज आया होगा। उस नंबर पर कॉल करके एड्रेस वैरिफाई कर दीजिए।‘ ‘मैसेज में साइबर क्रिमिनल फॉरवर्डिंग कॉल वाले नंबर देते हैं। जैसे- अगर साइबर क्रिमिनल का नंबर 99071XXX23 है, तो वो मैसेज में लिखते हैं कि वैरिफाई करने के लिए *21*99071XXX23# पर कॉल करें। जैसे ही आप इस नंबर पर कॉल करेंगे, आपके फोन पर आने वाली सभी कॉल साइबर क्रिमिनल के नंबर पर फॉरवर्ड हो जाएगी।‘ 2. डिजिटल गिफ्ट, ऑनलाइन कार्ड, KYC या APK फाइल से हैकिंगसाइबर एक्सपर्ट गौतम कुमावत बताते हैं, ‘आजकल APK फाइल के जरिए हैकिंग बहुत आसान हो गई है। इससे आपके फोन का एक्सेस साइबर क्रिमिनल अपने पास ले लेते हैं। इस तरीके से न सिर्फ वो आपका वॉट्सएप हैक करते हैं बल्कि आपके बैंक खाते को भी आसानी से खाली कर रहे हैं।‘ ‘साइबर क्रिमिनल आपको पहले मैसेज भेजते हैं कि आप परिवार के साथ शादी में आमंत्रित हैं। इसके साथ वो इनविटेशन कार्ड की ऑनलाइन फाइल भी भेजते हैं। असल में ये APK फाइल्स होती हैं। इसे डाउनलोड करते ही आपके फोन का पूरा एक्सेस साइबर क्रिमिनल के पास चला जाता है।‘ ‘इसके बाद वो आपका वॉट्सएप भी हैक कर सकते हैं। आपके ऑनलाइन बैंक सिस्टम से पैसे भी निकाल सकते हैं।‘ 3. कॉल मर्ज कराकर वॉट्सएप हैक करने की साजिशसाइबर एक्सपर्ट गौतम बताते हैं, ‘कॉल मर्ज करके क्रिमिनल आसानी से वॉट्सएप हैक कर रहे हैं। किसी अनजान नंबर से वो इमरजेंसी बताते हुए कॉल करते हैं। फिर वे कहते हैं कि आपके पास एक कॉल आ रही होगी, प्लीज उसे कॉन्फ्रेंस में जोड़ लें।‘ ‘वो कह सकते हैं कि आपकी बहन, बेटी या पत्नी की सोशल मीडिया पर कोई न्यूड फोटो लीक हो गई है। वो आपकी मदद के लिए पुलिसवाले से बात करा रहे हैं। आने वाली तीसरी कॉल वॉट्सएप की वेरिफिकेशन कॉल होती है। कॉल मर्ज करते ही हैकर OTP सुन लेता है और कोड डालकर वॉट्सएप हैक कर लेता है।‘ 4. दोस्त, करीबी रिश्तेदार, कलीग के हैक फोन से OTP भेजकर ठगीअब तक आपने जो 3 तरीके समझे, वो सीधे आपका वॉट्सएप हैक कर सकते हैं। हैकिंग का ये चौथा तरीका इनडायरेक्ट है। इसमें हैकर्स पहले आपके किसी करीबी दोस्त, रिश्तेदार या कलीग का वॉट्सएप हैक करते हैं। फिर उसमें सेव नंबरों को टारगेट करते हैं। वो सेव नंबर्स पर हैक नंबर से वॉट्सएप मैसेज करते हैं। इसमें 6 डिजिट का OTP लिखा होता है। उस OTP को वो आपका दोस्त या रिश्तेदार बनकर ही मांगते हैं। आप इसे अपने करीबी का समझकर भरोसा कर लेते हैं और मैसेज शेयर कर देते हैं। ऐसे करते ही वॉट्सएप हैक हो जाता है। इसी तरीके से वॉट्सएप हैक कर सबसे ज्यादा ठगी की जा रही है। फ्रॉड के शिकार लोगों की आपबीती…केस-1'गलती से OTP चला गया, प्लीज भेजना', दोस्त को मैसेज भेजते ही वॉट्सएप हैकनोएडा में रहने वाली प्रियंका सिंह 9 मार्च को साइबर अटैक का शिकार हुईं। वे बताती हैं, ‘मेरी एक दोस्त के नंबर से वॉट्सएप मैसेज आया। उन्होंने कहा कि गलती से एक OTP तुम्हारे नंबर पर चला गया है। मुझे फॉरवर्ड कर दो। वो काफी पुरानी दोस्त है। उसका मैसेज आया तो मुझे लगा हो सकता है कि गलती से उसने मेरे नंबर पर भेज दिया होगा। मैंने भी मैसेज उसे वापस भेज दिया।‘ ‘उस मैसेज में वॉट्सएप इंस्टॉल करने के लिए 6 डिजिट का OTP था। उसे फॉरवर्ड करते ही मेरा वॉट्सएप हैक हो गया। मेरे फोन ही नहीं लैपटॉप से भी वॉट्सएप लॉगआउट हो गया। अनजाने में मुझसे बड़ी गलती हो गई। सोचा सिमकार्ड दूसरे फोन में लगाकर दोबारा वॉट्सएप लॉग इन हो जाएगा।‘ ‘कोशिश की तो उसमें 2 फैक्टर ऑथेंटिकेशन के लिए ईमेल आईडी और नया पासवर्ड मांगने लगा क्योंकि मेरा वॉट्सएप हैकर्स ने नए ईमेल और पासवर्ड से एक्टिव किया था, इसलिए वो मेरे पास नहीं था। मैंने साइबर पुलिस की मदद ली। करीब 16 घंटे बाद मेरा वॉट्सएप एक्टिव हो सका।‘ फोन में सेव नंबर की प्रोफाइल देखकर पैसे मांगे, पहचान वालों के वॉट्सएप भी हैक किएप्रियंका आगे बताती हैं, ‘मेरे फोन में लोगों के नंबर उनकी प्रोफाइल के हिसाब से सेव हैं। साइबर फ्रॉड ने उसी हिसाब से पैसे मांगे। किसी से 10 हजार रुपए, किसी से 20 हजार, किसी से 30 हजार रुपए। मेरे परिवार और करीबी दोस्तों से पैसे मांगे गए।‘ हैकर्स ने फैमिली मेंबर्स के अलग ग्रुप बना लिए प्रियंका ने बताया, ‘वॉट्सएप पर मेरी फैमिली के कई कॉमन ग्रुप है। उसमें मेरे पति भी हैं। मैंने उनके फोन से सभी ग्रुप में अलर्ट रहने के लिए मैसेज डाला। उस ग्रुप में मैं भी एडमिन थी इसलिए हैकर्स ने ग्रुप से मेरे पति का नंबर ही रिमूव कर दिया और मैसेज डिलीट कर दिया।‘ ‘इसी तरह वो जिस भी ग्रुप में अलर्ट के लिए मैसेज डालते, हैकर्स उसे रिमूव कर देते थे। इसलिए हमने सबको फोन करके अलर्ट किया, ताकि वो किसी फ्रॉड का शिकार न हों। अब मेरा मानना है कि कोई करीबी रिश्तेदार भी मैसेज भेजने के लिए कहे तो उसे 2-3 बार जरूर पढ़ें। हो सके तो उससे नॉर्मल कॉल या वीडियो कॉल पर पहले बात करें। तभी कोई मैसेज फारवर्ड करें।‘ केस- 2वॉट्सएप हैक कर 1 लाख रुपए मांगेनोएडा के महेश सक्सेना भी वॉट्सएप हैक का शिकार हो गए। वे बताते हैं, ‘मैं एक संस्था चलाता हूं। 11 मार्च को संस्था का प्रोग्राम था। हमसे जुड़ी विभा बंसल कुछ लोगों को सम्मानित करने के लिए मैसेज कर रही थीं। तभी उन्होंने प्रियंका सिंह को भी मैसेज किया। कुछ देर बाद प्रियंका का एक मैसेज आया। इसके बाद सबसे पहले विभा बंसल का वॉट्सएप हैक हुआ।‘ ‘फिर विभा बंसल के वॉट्सएप से मेरे पास मैसेज आया। ये कहा कि गलती से मैसेज चला गया। आप मुझे वापस भेज दीजिए। वे हमारी संस्था की ट्रेजरार हैं। इसलिए मैंने उन्हें वो मैसेज भेज दिया। तब तक हमें नहीं पता था कि उनका फोन हैक हो चुका है। इससे मेरा वॉट्सएप भी हैक हो गया।‘ महेश आगे बताते हैं, ‘हैकर्स ने मेरे परिचितों को मैसेज किए कि हम अस्पताल में है और मुसीबत में हैं। तुरंत पैसे भेज दें। अगले दिन वापस कर देंगे। 10 हजार रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक मांगे गए। हमारे पास कई हाईप्रोफाइल लोगों के नंबर भी हैं।‘ ‘मेरा वॉट्सएप 11 घंटे से ज्यादा देर तक हैक रहा। उस दौरान हैकर्स विधायक से लेकर फोन में सेव किसी भी VIP नंबर से पैसे मांगने से नहीं चूके। वो काफी स्मार्ट थे। इन 11 घंटों में वे मेरे परिचतों के वॉट्सएप मैसेज के अच्छे से जवाब भी देते रहे। फिर पैसों की डिमांड करते थे।‘ हैकर्स से कैसे बचें…साइबर एक्सपर्ट बोले- 2 स्टेप वेरिफिकेशन जरूर एक्टिवेट करेंबचाव के तरीके जानने के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट के साथ-साथ वॉट्सएप के हेल्प सेंटर से जानकारी ली। वॉट्सएप की तरफ से हैकिंग से बचने के 2 टिप्स मिले। 1. वॉट्सएप एक्टिवेट करने के लिए 6 डिजिट का कोड लगता है। इसे SMS या कॉलिंग के जरिए भी एक्टिवेट किया जा सकता है। ये कोड कभी दूसरे को न भेजें, न ही फोन पर बात करते हुए कॉल मर्ज करें। इससे आपका वॉट्सएप हैक हो सकता है। 2. हमेशा अपने वॉट्सएप पर 2 स्टेप वेरिफिकेशन जरूर एक्टिवेट करें। इसे ऐसे कर सकते हैं। पहले वॉट्सएप की सेटिंग में जाएं। सेटिंग से अकाउंट में और फिर अकाउंट में टू स्टेप वेरिफिकेशन मिलेगा। आप यहां 6 डिजिट का पिन कोड डाल सकते हैं। साथ ही एक ईमेल आईडी भी अपडेट कर दें। ऐसा करने से आपका वॉट्सएप काफी हद तक सेफ रहेगा। जामताड़ा या मेवात नहीं, घर बैठे ट्रेनिंग ले रहे ठगसाइबर एक्सपर्ट गौतम कुमावत बताते हैं कि अब टेक्नो सेवी साइबर क्रिमिनल ज्यादा एक्टिव हैं। वे विदेश में बैठकर भी ठगी कर रहे हैं। वे साइबर क्रिमिनल को टॉप लेवल पर ट्रेनिंग देते हैं और फ्रॉड करने के नए-नए तरीके बता रहे हैं। गौतम कहते हैं, ‘अब जामताड़ा, मेवात या भरतपुर ही साइबर क्राइम के हब नहीं रहे। अब किसी भी शहर में पैसों के लालच में युवक ठगी कर रहे हैं। इन्हें देश के अलग-अलग जगहों के फर्जी सिम और अकाउंट डिटेल्स मुहैया कराए जा रहे हैं। इसलिए आए दिन साइबर क्राइम के नए-नए केस सामने आ रहे हैं।‘ दोस्तों और परिवार के मैसेज को भी बिना ध्यान से पढ़े आगे ना भेजेंबढ़ते साइबर क्राइम पर नोएडा के DCP रामबदन सिंह कहते हैं, ‘आजकल वॉट्सएप हैक करने के मामले तेजी से बढ़े हैं। खासकर करीबी दोस्त और परिवार वालों के नंबर से ही OTP मांगे जा रहे हैं। इसलिए किसी भी मैसेज को दो बार चेक करने के बाद ही आगे किसी को फारवर्ड करें। वॉट्सएप पर 2 स्टेप वेरिफिकेशन जरूर रखें। साइबर क्राइम के शिकार होने पर तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।‘ .................................. ये खबर भी पढ़ें...साइबर एक्सपर्ट बता रहे हैकिंग को कैसे पहचानें, बरतें 5 सावधानियां वॉट्सएप एक फ्री मैसेजिंग ऐप है, भारत में वॉट्सएप यूजर्स की संख्या दुनिया में सबसे अधिक है। आंकड़ों के मुताबिक, मई 2024 तक भारत में वॉट्सएप के 53.58 करोड़ एक्टिव यूजर्स थे। ऐसे में वॉट्सएप हैक होना किसी के लिए भी टेंशन की वजह है। तो चलिए आज जरूरत की खबर बात करेंगे कि वॉट्सएप अकाउंट को कैसे सिक्योर कर सकते हैं? पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 25 Mar 2025 4:00 am

Rohingya Muslim Crisis: बांग्लादेश के लिए गले की फांस बने रोहिंग्या, खिलाने को नहीं बचा पैसा, दुनिया से मांगी करोड़ों की मदद

Bangladesh Rohingya Muslim Crisis: म्यांमार में सैन्य संघर्ष छिड़ने के बाद वहां से जान बचाकर भागे रोहिंग्या मुसलमानों को बांग्लादेश ने आगे बढ़कर गले लगाया था. लेकिन अब वही रोहिंग्या उसके गले की हड्डी बन गए हैं. उन्हें खिलाने के लिए बांग्लादेश के पास पैसा नहीं बचा है.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 3:10 am

इजरायल पर हूथी ने दागी मिसाइल... यूएन ने भी लिया अहम फैसला, अब गाजा में क्या होगा?

Israel News: हूथियों ने फिलहाल किसी मिसाइल अटैक की तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली है.न्यूज़ एजेंसीएपी की रिपोर्ट के मुताबिक अब तोसंयुक्त राष्ट्र ने भी कह दिया है कि वह गाजा पट्टी में अपना एक्सेस कम करेगा.

ज़ी न्यूज़ 25 Mar 2025 12:19 am

ना ड्रोन, ना हेलिकॉप्टर… ये है आसमान का असली बादशाह! क्या आप जानते हैं इसका नाम?

Quetzalcoatlus Northrop Largest flying Animal In World: दुनियाभर में जानवरों की कई तरह की प्रजातियां पाई जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक समय ऐसा भी था जब एक जानवर की प्रजाति हवा में उड़ सकती थी? यह कोई परियों की कहानी नहीं है, बल्कि सच है. करोड़ों साल पहले धरती पर ऐसे विशालकाय उड़ने वाले जानवर रहते थे, जो आज के किसी भी पक्षी से कई गुना बड़े थे. हालांकि अब ये प्रजातियां खत्म हो चुकी हैं.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 11:31 pm

कनाडा-मेक्सिको के बाद अब इस छोटे देश ने दिखाई ट्रंप को 'आंख', कहा - देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है

Italy News:ट्रंप की धमकी पर पूरा यूरोप मुखर हो रहा है. मटेरेला की समझाइश से ठीक चंद रोज पहले ब्रिटिश अर्थशास्त्री जॉन रॉस ने अमेरिका के वर्तमान प्रशासन को आईना दिखाते हुए कहा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टैरिफ नीतियों का आगे चलकर खुद अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 10:22 pm

इकलौता देश जहां लड़कियों को पढ़ना-लिखना मना था, वहां शुरू हुआ- लेट्स स्टडी कैंपेन

Taliban News:ऑनलाइन बयान में कार्यकर्ताओं ने कहा कि नए स्कूल वर्ष की शुरुआत के साथ ही 4 लाख अन्य लड़कियां शिक्षा से दूर हो गई हैं, क्योंकि तालिबान ने अफगान लड़कियों को माध्यमिक और उच्च शिक्षा तक पहुंचने से रोक दिया है.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 10:12 pm

123 अफसर जख्मी, 1000 से ज्यादा लोग हिरासत में... इस्तांबुल मेयर की गिरफ्तारी से सुलगा तुर्की

Turkey Political Crisis:तुर्की में राष्ट्रपति रेजेप तैयब एर्दोगन के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है.विपक्षी नेता एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ्तारी के बाद से कई शहरों में लोग रोड पर उतकर प्रदर्शन कर रहे हैंं. इस दौरान पुलिस औरप्रदर्शनकारियों में झड़पें भी हुईं.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 9:44 pm

रूस-यूक्रेन में शांति पर कब होगी डील? सउदी अरब में फिर साथ बैठे ट्रंप-पुतिन-जेलेंस्की, निकलेगा रास्ता?

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन में तीन साल से युद्ध चल रहा है. इस युद्ध को खत्म करने के लिए फिलहाल सऊदी अरब में बातचीत जारी है. सोमवार को हुई बैठक में युद्ध को समाप्त करने के साथ-साथ दुश्मनी को खत्म करने को लेकर विस्तृत बातचीत हुई.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 9:05 pm

4500 साल पुराने अजूबे के नीचे दबी मिली रहस्यमयी दुनिया, वैज्ञानिकों को मिले गुप्त रास्ते और डरावने कमरे

Underground CityEgypt Giza Pyramids:मिस्र के मशहूर गिजा पिरामिड को लेकर वैज्ञानिकों को एक चौंकाने वाला दावा किया है. उन्होंने4,500 साल पुराने इस अजूबे के नीचे छिपे हुए कमरे और कुएं का पता लगाया है. आइए जानते हैं पूरी खबर.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 7:51 pm

US Visa: H-1B वीजा विंडो 24 मार्च को बंद हो रही... आवेदकों को आगे कब मिलेगा मौका?

अमेरिका में जाने और बसने का सपना देखने वालों को ट्रंप प्रशासन से लगातार झटका लग रहा है. ताजा मामले में एच-1 बी वीजा के जरिए अमेरिका की धरती पर कदम टिकाने की चाहत रखने वालों के लिए आज आखिरी मौका है.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 5:56 pm

साउथ कोरिया: पीएम हान डक-सू के खिलाफ महाभियोग पर 90 दिन बाद बड़ा फैसला, किसकी हुई बल्ले-बल्ले?

PM Han Duck soo: साउथ कोरिया में आज कोर्ट ने PM के खिलाफ संसद के महाभियोग को खारिज कर दिया है. संवैधानिक अदालत ने प्रधानमंत्री हान डक-सू के महाभियोग को खारिज करने और उनकी शक्तियों को बहाल करने का फैसला सुनाया है. जानें पूरी कहानी.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 3:18 pm

गाड़ी में सीट बेल्ट क्यों नहीं पहनता ब्रिटेन का शाही परिवार? 0.5% लोग ही जानते होंगे जवाब

British Royal family: लगभग पूरी दुनिया में गाड़ी में सीट बेल्ट पहनने को लेकर कानून है. इसका पालन न करने पर सजा दी जाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ब्रिटिश रॉयल फैमिली को सीट बेल्ट नहीं पहनने पर छूट है?

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 1:31 pm

यहां 2 साल बाद फिर लौटा इस बीमारी का खौफ, 14 केस मिले, मीट खाने वालों में डर का माहौल

फुट एंड माउथ डिजीज एक ऐसी बीमारी है जो खुर वाले जानवरों को अपना शिकार बनाती है, ऐसे में जो लोग एनिमल मीट खाते हैं, उनको डर पैदा हो जाता है.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 12:06 pm

अमेरिका ने तालिबान के तीन वरिष्ठ नेताओं पर से इनाम हटाया

अमेरिका ने तालिबान के तीन वरिष्ठ नेताओं पर घोषित इनाम हटा लिया है। इसमें गृह मंत्री भी शामिल हैं, जो एक शक्तिशाली नेटवर्क के प्रमुख हैं। जिस पर अफ़गानिस्तान की पूर्वी और पश्चिमी समर्थित सरकार के खिलाफ खूनी हमलों का आरोप है। सिराजुद्दीन हक्कानी नेजनवरी 2008 में काबुल के सेरेना होटल पर हमले की योजना …

न्यूज़ इंडिया लाइव 24 Mar 2025 11:39 am

ट्रंप का वोटर निकला बहुत बड़ा 'भक्त', हनीमून से लौटने पर पत्नी गिरफ्तार, फिर भी कहा-कोई दुख नहीं

Wisconsin man wife detained by ICE: अमेरिका में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है.विस्कॉन्सिन में रहने वाले एक समर्थक की पत्नी को ‌अमेरिका में गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन वह दुखी होने के बजाए ट्रंप की नीतियों का ही समर्थन करने लगा और कहने लगा उसे ट्रंप को वोट देने में कोई पछतावा नहीं हैं. जानें कौन है ये ट्रंप का बड़ा 'भक्त'.

ज़ी न्यूज़ 24 Mar 2025 10:22 am

मंडे मेगा स्टोरी- अबू कताल से परमजीत पंजवार तक:पाकिस्तान में रहस्यमयी तरीके से कैसे मारे जा रहे भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी

16 मार्च 2025 की शाम करीब 8 बजे। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का झेलम जिला। लश्कर-ए-तैयबा का टॉप कमांडर और भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी अबू कताल अपने काफिले के साथ जा रहा था। अचानक कुछ अज्ञात लोगों ने घेर लिया। 15-20 राउंड फायर किए गए। कताल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया और हमलावर भाग निकले। पिछले 3 सालों में पाकिस्तान में कम से कम 19 आतंकवादी लगभग इसी पैटर्न पर रहस्यमयी परिस्थितियों में मारे गए। पाकिस्तानी अधिकारी इसके पीछे भारतीय खुफिया एजेंसी RAW का हाथ होने के आरोप लगाते रहे हैं। जबकि भारत का कहना है कि विदेशों में टारगेट किलिंग्स हमारी पॉलिसी नहीं है। अबू कताल से जहूर मिस्त्री और परमजीत पंजवार तक… पाकिस्तान में रहस्यमयी तरीके से कैसे मारे जा रहे भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी, इसके पीछे RAW या खुद पाकिस्तानी सेना; जानेंगे मंडे मेगा स्टोरी में… **** ग्राफिक्स: अंकुर बंसल ------------ पाकिस्तान से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें: पाकिस्तानी जासूस की 17 साल की सजा पूरी:सहारनपुर में नाम बदलकर सेना की कर रहा था जासूसी, नोएडा जेल ने भेजी रिपोर्ट सहारनपुर से 17 साल पहले पाकिस्तानी जासूस शाहिद उर्फ इकबाल भट्‌टी उर्फ देवराज सहगल को पंजाब पुलिस ने अरेस्ट किया था। उसे 16 साल की सजा सुनाई गई थी। जासूस की सजा पूरी हो गई है, वो गौतमबुद्धनगर जेल में बंद था। पूरी कहानी पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Mar 2025 5:17 am

आज का एक्सप्लेनर:भारत से बहकर पाकिस्तान कैसे पहुंचा 25 हजार करोड़ रुपए के सोना का भंडार; क्या पड़ोसी मुल्क के हालात बदलेंगे?

कर्ज का बोझ, नकदी की किल्लत और बेतहाशा महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान ने सिंधु नदी में करीब 28 लाख तोला गोल्ड रिजर्व खोजा है। इसकी कीमत करीब 80 हजार करोड़ पाकिस्तानी रुपए है। भारत की करेंसी में करीब 25 हजार करोड़। अब इसके खनन की तैयारी चल रही है। इस सोने का भारत से क्या कनेक्शन है, क्या इससे पड़ोसी देश के हालात बदलेंगे और पाकिस्तान में पहले भी खोजे गए करोड़ों टन गोल्ड रिजर्व का क्या हुआ; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में... सवाल-1: पाकिस्तान में कहां और कैसे खोजा गया गोल्ड रिजर्व? जवाब: सबसे पहले 10 जनवरी 2025 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार के खनन मंत्री रहे इब्राहिम हसन मुराद ने X पर एक पोस्ट में दावा किया कि अटक में सिंधु और काबुल नदी के संगम पर सोने के भंडार मौजूद हैं। पाकिस्तानी मीडिया से बात करते हुए हसन ने कहा कि जब वह मंत्री थे तो ऐसी जानकारी आई थी कि सिंधु के किनारे बसे अटक शहर के कुछ लोग मशीनों से खुदाई कर रहे हैं। जब लोगों से पूछताछ की गई तो पता चला कि वे यहां सोना तलाश कर रहे हैं। उसके बाद इलाके में धारा 144 लागू करके सोना खोजने के लिए खुदाई पर पाबंदी लगा दी गई थी। इसके बाद 20 जनवरी 2025 को पंजाब की सरकार के मौजूदा खनन मंत्री शेर अली गोरचानी ने भी पंजाब के अटक जिले में 70 हजार करोड़ पाकिस्तानी रुपए कीमत के सोने के भंडार मौजूद होने का दावा किया। गोरचानी के मुताबिक, अटक में 32 किलोमीटर के इलाके में 28 लाख तोला मौजूद है। सवाल-2: पाकिस्तान के अटक में मिले इस गोल्ड रिजर्व का भारत से क्या कनेक्शन है? जवाब: माना जाता है कि 5 करोड़ साल पहले भारत और यूरेशिया के नीचे की टेक्टोनिक प्लेटों के टकराव से हिमालय बनना शुरू हुआ था। टेक्टोनिक प्लेटों की एक्टिविटी के दौरान ही चट्टानों से सोना और बाकी धातुएं और मिनरल्स अलग हुए। तिब्बत के पहाड़ों में मानसरोवर झील से निकलने वाली हिमालयी नदी सिंधु में ये धातुएं, चट्टानों के टुकड़े और गोल्ड जैसे बाकी मिनरल्स के कण भी बहते चलते हैं। हजारों किलोमीटर पहाड़ी इलाकों का सफर करके सिंधु जब मैदानी इलाकों या घाटियों में पहुंची तो उसकी गति धीमी हो गई। धीमी गति के चलते इकठ्ठा होकर वजनदार हो चुके ये कण भी नदी की तली में बैठ जाते हैं। इसे ‘प्लेसर डिपॉजिट’ या ‘नदी की तलछट’ या ‘अवसादी चट्टान’ कहा जाता है। पहाड़ी चट्टानों से धातुओं के अलग होने और उसके प्लेसर डिपॉजिट बनने की इस प्रक्रिया में हजारों-लाखों साल लगते हैं। सिंधु नदी के प्लेसर डिपॉजिट में बाकी धातुओं के साथ ही कुछ मात्रा में सोना भी मौजूद है। इस सोने को ‘प्लेसर गोल्ड’ कहते हैं। यही प्लेसर गोल्ड अब पाकिस्तान के पंजाब के अटक में मिलने का दावा किया जा रहा है, जहां मैदानी इलाका होने की वजह से सिंधु नदी धीमी हो जाती है। सवाल-3: क्या सिंधु नदी का ये सोना भारत में नहीं निकाला जा सकता? जवाब: दरअसल, सिंधु नदी मानसरोवर से निकलने के बाद उत्तर-पश्चिम दिशा में बहती है और पाकिस्तान से पहले भारत के लेह और लद्दाख के इलाके में दाखिल होती है। यहां यह लेह से करीब 150 किलोमीटर दूर जांस्कर नाम की सहायक नदी से मिलती है। भारत में करीब 1000 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद सिंधु पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगिट और बाल्टिस्तान में घुसती है, और उसके बाद पंजाब के मैदानी इलाकों में पहुंचती है। लद्दाख से गुजरने के दौरान भी सिंधु में सोने के कण मौजूद हो सकते हैं, लेकिन वहां पहाड़ी रास्तों के चलते नदी का बहाव तेज है, इसलिए बहुत कम प्लेसर डिपॉजिट बन पाता है। इसके अलावा दुर्गम पहाड़ी रास्तों के चलते लद्दाख में प्लेसर गोल्ड निकालने की कोशिश करना व्यावहारिक नहीं है। सवाल-4: क्या अटक में गोल्ड रिजर्व मिलने के कोई पुख्ता सबूत हैं या सिर्फ हवाई बातें हैं? जवाब: पाकिस्तानी अखबार डॉन के मुताबिक, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ पाकिस्तान (GSP) ने अटक में 25 किलोमीटर के इलाके से 500 नमूने इकट्ठे किए, इनमें सोने की मौजूदगी साबित हुई। इब्राहिम हसन मुराद ने GSP की साल 2022-23 की एक रिपोर्ट के आधार पर यह दावा किया था। GSP की इस रिपोर्ट का नाम था- 'अटक जिले में सिंधु नदी पर प्लेसर गोल्ड का मूल्यांकन'। रिपोर्ट में लिखा है, 'पाकिस्तान के गिलगित-बाल्टिस्तान के इलाकों में तांबे और सोने की मौजूदगी पता लगाई जा रही है। अटक जिले और खैबर पख्तूनख्वाह के मानसहरा जिले में भी जियोकेमिकल तकनीक से प्लेसर गोल्ड और दूसरी धातुओं की का पता लगाने की कोशिश जारी है।’ अटक में सोने का पता लगाने के लिए किए गए सर्वे की रिपोर्ट पाकिस्तान सरकार को भेज दी गई है। वहीं खैबर पख्तूनख्वाह में 6,000 वर्ग किलोमीटर के इलाके की जियोलॉजिकल मैपिंग की जानी है। GSP ने एक ऑफिसर ने डॉन से कहा, ‘हां हमने एक रिसर्च की है और अपनी रिपोर्ट पंजाब माइंस और मिनरल्स डिपार्टमेंट को भेज दी है। हम रिपोर्ट पर चर्चा नहीं कर सकते, क्योंकि यह अब डिपार्टमेंट की प्रॉपर्टी है।’ बीबीसी की एक रिपोर्ट में GSP के एक अधिकारी ने कहा कि सिंध की तहसील ‘नगर पारकर’ में भी सोने के भंडार खोजे गए हैं, इसकी रिपोर्ट सरकार को भिजवा दी गई है। डॉन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि इन सोने के भंडारों से निकासी की योजना बन रही है, जिसे परियोजना को सरकारी कंपनी नेशनल इंजीनियरिंग सर्विसेज पाकिस्तान (NESPAK) और पंजाब के खान और खनिज विभाग चलाएंगे। सवाल-5: पाकिस्तान में मिले इस सोने को कब तक और कैसे निकाला जाएगा? जवाब: कराची यूनिवर्सिटी के जियोलॉजी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर अदनान खान एक इंटरव्यू में बताते हैं कि सिंधु नदी में उत्तरी इलाकों से लेकर अटक तक सोना निकालने के लिए लोगों ने घरेलू उद्योग लगा रखे हैं, लेकिन ये गोल्ड रिजर्व इतने बड़े नहीं हैं कि इनसे सोना निकालने के लिए सरकार औपचारिक तौर पर उद्योग लगाए या खदान तय करके खनन कंपनियों को उसका ठेका दे। बेनजीर भुट्टो यूनिवर्सिटी के डॉक्टर एहतेशाम इस्लाम भी कहते हैं कि तांबे के साथ अक्सर एसोसिएट मिनरल के तौर पर सोना भी निकलता है, लेकिन इसकी मात्रा बहुत कम होती है। अगर तांबे के सौ टुकड़े मिलेंगे तो उसके साथ केवल 0.1 या 0.2% ही सोना मिलने की संभावना होती है। अटक जैसे उत्तरी इलाकों में सोना बलूचिस्तान के कुछ इलाकों में मिलने वाले सोने की तुलना में बहुत कम है। डॉन के मुताबिक, कुछ समय पहले खनन विभाग ने 500 करोड़ रुपए की लागत से कुछ खदानें लीज पर दी थीं। 2024 में भी प्लेसर गोल्ड निकालने के लिए 4 गोल्ड ब्लॉक यानी सोने की खदानें लीज पर दी गई थीं। हालांकि ये नौशेरा और आसपास के इलाके में थीं। बाकी इलाकों में 13 गोल्ड ब्लॉक की नीलामी की कोशिश की गई, लेकिन बोली लगाने के लिए कोई कंपनी नहीं आई। वहीं नेशनल इंजीनियरिंग सर्विसेज पाकिस्तान (NESPAK) नाम की पाकिस्तानी सरकारी कंपनी और खनन विभाग ने अटक के इलाके में 9 ब्लॉक की नीलामी के लिए खनन कंपनियों के साथ कॉन्ट्रैक्ट पर साइन किए हैं। अटक में मिले सोने को लेकर फिलहाल इतनी ही जानकारी सामने आई है। सवाल-6: क्या अटक में मिले गोल्ड रिजर्व से पाकिस्तान के हालात बदलेंगे? जवाब: पाकिस्तान आर्थिक रूप से कंगाल होने की कगार पर है। पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार में एक महीने के आयात का भी पैसा नहीं बचा। 1 डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपए की कीमत 280 रुपए हो गई है। देश की आमदनी का बड़ा हिस्सा कर्ज के ब्याज में खप रहा है। बेरोजगारी दर 8% के पार हो गई है। ऐसे में क्या इस गोल्ड रिजर्व से हालात बदलेंगे? सीनियर इकोनॉमिस्ट आकाश जिंदल कहते हैं कि अटक में 25 हजार करोड़ रुपए का सोना मिलने से भी पाकिस्तान को कोई खास फायदा नहीं होगा। वह इसके पीछे तीन तर्क देते हैं… सवाल-7: पाकिस्तान में पहले भी करोड़ों टन गोल्ड रिजर्व मिलने का दावा किया गया, उसका क्या हुआ? जवाब: कहा जाता है कि बलूचिस्तान के चागी जिले में तांबे और सोने की दुनिया की सबसे बड़ी खदानें हैं। पाकिस्तान के खनन विभाग ने सऊदी अरब के फ्यूचर मिनरल्स फोरम में एक रिपोर्ट पेश की थी। इसके मुताबिक, बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वाह प्रांतों में 1.6 अरब टन यानी 1600 करोड़ किलो सोने के भंडार हैं। इनमें से हर साल 1500 से 2000 किलो सोना निकाला जा सकता है। हालांकि अभी तक पाकिस्तान में बड़ी मात्रा में सोने का खनन नहीं हो सका। ----------------------- पाकिस्तान से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें: भारत से ज्यादा खुश पाकिस्तान और नेपाल:वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स में फिनलैंड दुनिया का सबसे खुशहाल देश, अफगानिस्तान सबसे नीचे दुनिया में सबसे खुशहाल देश फिनलैंड है। इस मामले में फिनलैंड ने लगातार आठवें साल नंबर-1 रैंकिंग बरकरार रखी है।147 देशों की इस लिस्ट में भारत 4.3 पाइंट के साथ इस बार 118वें स्थान पर रहा है। इस मामले में भारत, पाकिस्तान और नेपाल से भी पीछे है। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 24 Mar 2025 4:30 am

पॉजिटिव स्टोरी- अडाणी की जॉब छोड़ मखाना बेचने लगा:17 हजार रुपए से शुरुआत; आज 22 तरह के प्रोडक्ट्स, 1.5 करोड़ टर्नओवर

‘2019 की बात है। अडाणी ग्रुप में था। अच्छी जॉब थी। एक रोज मैंने पत्नी से कहा- गांव चलना है। वह चौंकते हुए बोली- लोग गांव से शहर कमाने के लिए आते हैं और आप इतनी अच्छी जॉब छोड़कर गांव जाना चाहते हैं। मैंने उसे समझाते हुए कहा- मुझे दो साल दे दो। जितनी सैलरी पर अभी जॉब कर रहा हूं, इतने ही पैसे कमा सकता हूं। 8 लाख का पैकेज है। दो साल गांव में रहकर मखाना का बिजनेस करेंगे। यदि बिजनेस चला तो ठीक, नहीं तो वापस शहर आ जाएंगे। हमारी शादी को कुछ ही महीने हुए थे। कहने के बाद पत्नी मान गई। गांव आया, उसके कुछ ही महीने बाद कोविड आ गया।’ हल्की मुस्कुराहट के साथ ‘MBA मखानावाला’ के फाउंडर श्रवण रॉय ये बातें कह रहे हैं। बताते हैं, ‘कोरोना के दौरान मैंने सेविंग्स और लोगों के ताने, दोनों खाए हैं। लोग कहते थे- इतनी अच्छी नौकरी थी। अब घर पर बैठकर खा रहा है।’ मैं बिहार के दरभंगा में हूं। श्रवण की कंपनी अलग-अलग फ्लेवर में मखाना बेस्ड स्नैक्स तैयार करती है। प्रोसेसिंग यूनिट में मखाने पैक किए जा रहे हैं। कुछ पैकेट में आटा भी दिख रहा है। श्रवण कहते हैं, ‘यह मखाने का आटा है। इससे कुकीज तैयार किया जाता है। हमने फंक्शन में कुल्फी, इडली, डोसा जैसी खाने-पीने की चीजें भी इसी आटे से बनानी शुरू की हैं। लोगों को जब कहता हूं कि यह मखाने के आटे से बना है, तो यकीन नहीं करते। जो मखाना कभी मिथिला और बिहार तक सीमित था। आज देश-दुनिया में सुपर फूड के तौर पर जाना जा रहा है। इसकी डिमांड इतनी है कि सप्लाई कर पाना मुश्किल है।’ टेस्ट में मखाना कुकीज, दूसरी कुकीज की तरह ही लग रही हैं। श्रवण कहने लगे, ‘इसमें जीरो मैदा है। कोई प्रिजर्वेटिव नहीं है। अभी 22 तरह के प्रोडक्ट बना रहे हैं।’ श्रवण ने पैकेजिंग यूनिट अपने घर पर ही बना रखी है। कहते हैं, ‘हम लोगों का पुश्तैनी घर यहीं पर है। पापा रेलवे में थे, तो पूरा बचपन रेलवे कॉलोनी में ही बीता। घर में हर कोई सरकारी नौकरी वाला। 2006-07 की बात है। उस वक्त बिहार में ट्रेंड था कि बेटा इंजीनियर बनेगा और बेटी डॉक्टर। 12वीं के बाद IIT की तैयारी करने के लिए पापा ने दिल्ली भेज दिया। दो साल वहां रहा। IIT का एग्जाम दिया, लेकिन क्वालीफाई नहीं कर पाया। मुझे आज भी याद है- रास्ते में आते हुए ऐसा लग रहा था कि क्या मुंह लेकर घर जाऊंगा। पापा ने पढ़ने के लिए दिल्ली भेजा था और मैं तो एग्जाम ही नहीं निकाल पाया। मैं किसी काम का नहीं हूं अब। कुछ नहीं कर सकता। यही सब दिमाग में चल रहा था। घर आने के बाद एक साल ड्रॉप लिया, फिर B.Tech एग्रीकल्चर मिला। पढ़ने के लिए तमिलनाडु चला गया।’ मखाना के बारे में कब सोचना शुरू किया? ‘फैमिली में कभी बिजनेस का कल्चर नहीं रहा। यहां पर यदि कोई बिजनेस कर रहा है, मतलब वह कुछ नहीं कर पाया। 2010 की बात है। कॉलेज में एक प्रोजेक्ट था, जिसमें किसी फूड से रिलेटेड मशीन बनानी थी। मैंने अपने प्रोफेसर को मखाने के बारे में बताया। दक्षिण राज्यों में उस वक्त मखाने का कोई चलन नहीं था। क्लास में सिर्फ 4 बच्चों ने मखाने के बारे में सुना था। मैंने एक पॉपिंग मशीन बनाई। दरअसल, मखाने के सीड को रोस्ट करने के बाद लकड़ी के पट्टे से पीटकर मखाना निकाला जाता है। यह पूरा काम हाथ से होता है। मैंने इसी के लिए मशीन बनाई थी। इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। धीरे-धीरे अलग-अलग जगहों से मखाने को लेकर लोगों की कॉल आने लगी, उसके बाद मखाना बेचने के बारे में सोचना शुरू किया।’ श्रवण के साथ उनकी पत्नी रुचि मंडल भी हैं। वह बिजनेस के फाइनेंस का काम संभालती हैं। श्रवण कहते हैं, ‘जब मुझे लगा कि इतने सारे लोग मखाने के बारे में पूछ रहे हैं, फिर क्यों न मैं मखाने का बिजनेस ही शुरू करूं। इस बीच जयपुर से MBA भी कर चुका था। 2019 में घरवालों को बिना बताए जॉब छोड़कर वापस गांव आ गया। पत्नी ने भी जॉब छोड़ दी थी। मेरे दिमाग में एक बात बहुत पहले से चल रही थी कि कॉर्पोरेट लाइफ में बमुश्किल से दो-चार लोग जान पाते हैं। जबकि बिजनेस में खुद की एक पहचान होती है। गांव आकर घरवालों को बताया कि जॉब छोड़ दी है। मम्मी-पापा, सभी लोगों का यही कहना था- अब तुम मखाना बेचोगे। ये कौन-सा बिजनेस है। इसी काम के लिए इतना पढ़ाया। मैं आसपास के गांव में जाकर किसानों से मखाने की खेती, इसके प्रोडक्शन के बारे में समझने लगा। किस्मत देखिए कि इसी बीच कोरोना आ गया। अब घर पर बैठने के अलावा कोई दूसरा उपाय नहीं था। जो भी 2-3 लाख रुपए की सेविंग्स थी। यह पैसा हम लोग बिजनेस शुरू करने के लिए लाए थे, सब खत्म हो गया। लोगों ने ताने भी खूब सुनाए। दोस्त कहते थे- देखो तुम जॉब छोड़कर चले गए। घर पर बैठकर खा रहे हो। अभी रहते नौकरी में, तो सैलरी मिलती न। मैं भी सोचता कि कुछ गलती तो नहीं कर बैठा हूं। कहीं ऐसा न हो कि बिजनेस भी न शुरू कर पाऊं और जॉब भी न रहे। हालांकि मन में एक आस थी।’ श्रवण कुछ फ्लेवर्ड मखाने टेस्ट करने के लिए देते हैं। कहते हैं, ‘कोरोना में लोगों को समझ आया कि हेल्थ कितनी जरूरी है। लोग चाहते थे कि ऐसा क्या पी लें, जिससे बीमार न पड़ें। कोविड जब जाने को हुआ, तब मैंने मखाने के बिजनेस के बारे में सोचना शुरू किया। कुछ दोस्तों ने मखाने का ऑर्डर दिया था। पहली खेप 17 हजार रुपए की थी। मैं तो फूड टेक्नोलॉजिस्ट हूं। अपनी कंपनी के नाम के पहले भी फूड टेक्नोलॉजिस्ट लगाता हूं। मैंने सोचा- प्लेन मखाने के साथ-साथ फ्लेवर्ड मखाने भी स्नैक्स की तरह बनाए जा सकते हैं। यूनिट सेट करने के लिए अपने रिश्तेदार से 4 लाख का कर्ज लिया। फिर मैंने ये फैक्ट्री शुरू की। किसानों से मखाने खरीदकर प्रोसेस करने लगा। शुरुआत में सिर्फ मखाने बेचता था। आज मखाना कुकीज, मखाना आटा, मखाना बेस्ड स्नैक्स, 22 तरह के प्रोडक्ट बेचते हैं।’ एक व्यक्ति ई-रिक्शा से मखाने की बोरियां लेने के लिए आया हुआ है। पूछने पर श्रवण कहते हैं, ‘ये लोकल मार्केट में जा रहा है। ऑनलाइन के अलावा ऑफलाइन भी प्रोडक्ट बेचते हैं। राज्य और राज्य के बाहर होने वाले एग्जीबिशन में भी जाते हैं। इससे क्लाइंट्स जुड़ते चले जाते हैं। जिस बिजनेस की शुरुआत 17 हजार रुपए से हुई थी। आज डेढ़ करोड़ से ज्यादा का सालाना टर्नओवर कर रहे हैं। दरअसल, मखाना फैट फ्री प्रोडक्ट है। इसमें कैल्शियम, आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, जिंक, सोडियम पाए जाते हैं।’ मुझे मखाने की खेती के बारे में जानने की उत्सुकता हो रही है। श्रवण कहते हैं, ‘नवंबर से फरवरी के बीच इसकी बुआई होती है। अगस्त-सितंबर तक यह तैयार हो जाता है। मिथिला क्षेत्र में दरभंगा, मधुबनी, पूर्णिया जैसे 7-8 जिलों में इसे उगाया जाता है। पोखर या गहरे खेत में इसकी बुआई होती है। अब मखाना की ज्यादा डिमांड है, इसलिए खेतों में भी उगाया जाता है। मखाने की खेती के लिए शर्त ये होती है कि जमीन से एक-डेढ़ फीट तक पानी हमेशा ऊपर और स्थिर रहना चाहिए। मखाने का सीड जब तैयार हो जाता है, तो इसे सुखाया जाता है। फिर सफाई, छंटाई के बाद इसे भूना जाता है। लकड़ी के पट्टे की मदद से इसे फोड़ा जाता है। पहले तो जैसे मक्के का लावा तैयार होता था, वैसे मखाना तैयार होता है।’

दैनिक भास्कर 24 Mar 2025 4:30 am

स्पॉटलाइट-1अप्रैल से UPI को इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे ये लोग:इसे जारी रखने के लिए क्या करना होगा, NPCI ने जारी किये नए नियम

NPCI ने नए नियम जारी करते हुए साफ किया कि 1 अप्रैल 2025 से ऐसी सभी UPI ID's को हटा दिया जाएगा जो इनएक्टिव मोबाइल नंबर्स से जुड़ी हैं. पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो

दैनिक भास्कर 24 Mar 2025 4:30 am

ड्राइवर ने 4 को जिंदा जलाया, पत्नी बोली- सब झूठ:पुलिस ने कहा- सैलरी-टिफिन पर गुस्सा था, परिवार बोला-पराठे के लिए कौन मर्डर करेगा

तारीख: 19 मार्चसमय: सुबह करीब 7:30 बजेस्थान: पुणे में हिंजेवाड़ी पुलिस स्टेशन से सिर्फ 200 मीटर दूर पुणे का IT हब हिंजेवाड़ी इलाका। वियोमा ग्राफिक्स के फर्स्ट शिफ्ट के कर्मचारी मिनी बस में सवार होकर कंपनी जा रहे थे। अचानक डसॉल्ट ऑफिस और हिंजेवाड़ी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के ऑफिस के पास बस में आग लग गई। बस में सवार 14 स्टाफ में से 4 की जिंदा जलकर मौत हो गई और 7 झुलस गए। शुरू में आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट मानी जा रही थी। पुलिस ने जांच शुरू की, तो महज 6 घंटे में साफ हो गया कि ये सामान्य हादसा नहीं है। जांच की आंच बस ड्राइवर जनार्दन हंबरडेकर की ओर मुड़ी। जनार्दन पिछले 19 सालों से कंपनी में ड्राइवर थे। पुलिस का कहना है कि ड्राइवर सैलरी कटने और टाइम पर टिफिन न मिलने से गुस्सा था इसलिए आग लगाई। हालांकि कंपनी के कर्मचारी और ड्राइवर की फैमिली को इस बात पर यकीन नहीं हो रहा। ड्राइवर का परिवार इसे पुलिस की झूठी कहानी बता रहा है। पत्नी का कहना है कि भला चाय-पराठे के लिए कोई किसी की जान कैसे ले सकता है। ये आरोप यकीन करने लायक नहीं हैं। इस घटना के पीछे पुलिस जो वजहें बता रही है, उस पर कंपनी के कर्मचारी और ड्राइवर का परिवार का क्या कह रहा? ये जानने दैनिक भास्कर ग्राउंड जीरो पर पहुंचा। सबसे पहले पुलिस के दावे… इन 5 वजहों से ड्राइवर ने बस में आग लगाईपुलिस की शुरुआती जांच के मुताबिक, जनार्दन, कंपनी और वहां के कुछ कर्मचारियों से नाराज था। डीसीपी विशाल गायकवाड़ ने बताया कि जनार्दन के गुस्से के पीछे अब तक ये पांच कारण सामने आए हैं… 1. सैलरी में कटौती और दिवाली बोनस न मिलना: जनार्दन सैलरी कटने और दिवाली बोनस न मिलने से परेशान था। वो आर्थिक तंगी और कंपनी की बेरुखी से निराश था। 2. जरूरत से ज्यादा काम का दबाव: जनार्दन से ड्राइविंग के अलावा कंपनी में और भी काम कराए जाते थे। उसे सामानों की पैकिंग और लोडिंग जैसे काम भी सौंप रखे थे। 3. टाइम पर टिफिन न मिलना: आगजनी की घटना से ठीक एक दिन पहले 18 मार्च को एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने जनार्दन का गुस्सा और भड़का दिया। उसे घर से टिफिन नहीं मिला था और वो पूरे दिन भूखा रहा। पुलिस का कहना है कि उसने परिवार और पत्नी का गुस्सा कर्मचारियों पर उतारा। 4. अपमानजनक बर्ताव से परेशान: जांच में ये भी पता चला है कि जनार्दन कंपनी और कुछ कर्मचारियों के खराब बर्ताव से आहत था। उसे लगता था कि उसका सम्मान नहीं किया जाता और वो उन्हें सबक सिखाना चाहता था। 5. नाश्ते के लिए टाइम न मिलना: जनार्दन डायबिटीज का मरीज है। उसने पूछताछ में आरोप लगाया कि उसे टाइम पर नाश्ता नहीं करने दिया जाता था। कंपनी सेहत संबंधी जरूरतों का भी ख्याल नहीं रखती थी। इसी वजह से पिछले कुछ दिनों से उसका गुस्सा काफी बढ़ गया था। वारदात को अंजाम देने से पहले दी थी धमकी DCP विशाल गायकवाड ने बताया कि एक चश्मदीद ने घटना से एक दिन पहले जनार्दन को कथित तौर पर ये कहते हुए सुना था, ‘मैं उन सबको बर्बाद कर दूंगा।’ ये बयान उनकी सोची-समझी साजिश और बदले की भावना की ओर इशारा करता है। पुलिस ने कहा- जनार्दन ने जांच में ये खुलासे किए…कंपनी से बेंजीन चुराया: बस में आग लगाने के लिए बेंजीन का इस्तेमाल किया गया, जो प्रिंटिंग में इस्तेमाल होता है। ये बेहद ज्वलनशील केमिकल्स का घोल है। जनार्दन ने कथित तौर पर घटना से एक दिन पहले कंपनी के स्टोर रूम से एक लीटर बेंजीन चुराया था। पुलिस ने इसकी पुष्टि भी की है। इमरजेंसी एग्जिट से छेड़छाड़: पुलिस की पूछताछ में जनार्दन ने कथित तौर पर कबूल किया कि उसने मिनी बस के पीछे के इमरजेंसी एग्जिट डोर को जानबूझकर खराब कर दिया था, ताकि अंदर फंसे कर्मचारी आग से बच न सकें। जब बस हिंजेवाड़ी फेज 1 में तमाणा सर्कल के पास पहुंची तो उसने कथित तौर पर सीट के नीचे रखे कपड़ों पर बेंजीन डाला और माचिस से आग लगा दी। DCP के मुताबिक- जिंदा बचे लोगों ने बताया कि वे इमरजेंसी गेट नहीं खोल पाए थे। घटनास्थल पर पहुंची फायर ब्रिगेड टीम को पीछे के दरवाजे के पास चार कर्मचारियों की डेडबॉडी एक के ऊपर एक पड़ी मिलीं। घटना के बाद फरार होने की कोशिश कीआग लगाने के तुरंत बाद जनार्दन ड्राइवर की साइड से न कूदकर कर्मचारियों की तरफ से कूदा। माना जा रहा है कि वो चाहता था कि कोई भी कर्मचारी वैन से बाहर न निकल सके। इसलिए उसने बाकी कर्मचारियों का गेट कवर कर रखा था। इसके बाद वो कर्मचारियों को अंदर फंसा छोड़कर चलती हुई बस से कूद गया। उसके कूदने के बाद लगभग 200 मीटर तक बस बिना ड्राइवर के चलती रही। चश्मदीद बोले- ड्राइवर की हरकतें संदिग्ध थीं हादसे में सुरक्षित बचे दो कर्मचारियों ने पुलिस को बताया, हमने ड्राइवर को सीट के नीचे कुछ हरकतें करते देखा था। इससे पहले ही जनार्दन ने हमारी ओर का दरवाजा बंद कर लॉक कर दिया, जिससे हम अंदर फंस गए।’ पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या बस के इमरजेंसी (पिछले) गेट से जानबूझकर छेड़छाड़ की गई थी। फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही इसे कन्फर्म किया जा सकेगा। बस के अंदर से मिले माचिस और कपड़े DCP विशाल गायकवाड़ ने कन्फर्म किया कि ये एक प्री-प्लांड बदले की घटना थी। जांचकर्ताओं ने जली हुई बस से माचिस बरामद की और बेंजीन के इस्तेमाल पर फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, ताकि सबूतों को और मजबूत किया जा सके। आरोपी पर BNS की धारा 103 (1) और 109 (1) के तहत हत्या और हत्या की कोशिश का केस दर्ज किया गया है। आरोपी जनार्दन भी हादसे में झुलसा था, इसलिए उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसे अभी औपचारिक तौर पर अरेस्ट नहीं किया गया है। अभी वो पुलिस कस्टडी में है। आरोपी ड्राइवर का परिवार क्या बोला… खून देखकर घबराने वाला इंसान ऐसे हिंसक काम कैसे करेगा जनार्दन ने अपने कबूलनामे में आग लगाने की बात स्वीकार कर ली है, लेकिन उसका परिवार ये मानने को राजी नहीं है। उसके भाई विजय नीलकंठ हंबरडेकर कहते हैं, ‘जनार्दन स्वभाव से इतने शांत हैं कि वे खून देखकर भी घबरा जाते हैं, उनके लिए ऐसी हिंसक घटना को अंजाम देना नामुमकिन है।‘ घटना के सीसीटीवी फुटेज में एक शख्स जनार्दन की आग बुझाते दिख रहा है। विजय ने उस फुटेज का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि अगर जनार्दन कर्मचारियों को मारना चाहते थे, तो उस कर्मचारी ने उनकी मदद क्यों की। विजय को इसमें साजिश की आशंका नजर आ रही है। हमेशा टाइम पर सैलरी और बोनस मिलापुलिस के दावे के उलट विजय कहते हैं, ‘भाई को हमेशा टाइम पर सैलरी मिलती थी। उसने कभी किसी मानसिक परेशानी की बात नहीं कही। वो 19 साल से कंपनी में काम कर रहे थे। वहां उनकी छवि बहुत अच्छी थी। लोग उन्हें ‘मामा‘ कहते थे।’ हालांकि वो ये भी मानते हैं, ‘वहां कर्मचारियों पर बहुत ज्यादा दबाव है। भाई भी कंपनी छोड़ने के बारे में सोच रहे थे। मेरे भाई बहुत जिम्मेदार व्यक्ति हैं। उन्होंने हमेशा अपने परिवार की जरूरतों का ध्यान रखा।’ सेहत ठीक न होने के आरोपों पर वो कहते हैं, ’अगर मेरे भाई मानसिक रूप से अस्वस्थ थे तो उन्हें बस चलाने की परमिशन क्यों दी गई। कंपनी ने उन्हें नौकरी पर क्यों रखा। घटना से पहले तक हमारे बीच बातचीत हुई और वो बिल्कुल सामान्य थे।’ विजय पुलिस की इस थ्योरी पर हंसते हैं कि जनार्दन ने घर पर खाना न मिलने के कारण गुस्से में आकर बस में आग लगा दी। उनका तर्क है कि ऐसी स्थिति में वे अपनी पत्नी से झगड़ा करते, न कि वर्क प्लेस पर इतना बड़ा कदम उठाते। नींद का इंजेक्शन लगाकर भाई का जबरदस्ती बयान लियाविजय पुलिस की जांच प्रक्रिया पर शक जताते हुए कहते हैं, ’मेरे भाई का बयान अस्पताल में नींद का इंजेक्शन देने के बाद लिया गया। वे ठीक से बोल भी नहीं पा रहे थे। मेरे भाई बेहद शांत स्वभाव के हैं। आप आसपास के लोगों से पूछेंगे तो वो भी उनके अच्छे व्यवहार की ही बात करेंगे।’ विजय ने बस में आग लगने के हालात पर भी सवाल उठाए और कहा कि जलकर खाक हो चुकी गाड़ी में माचिस की तीली और कपड़े का टुकड़ा कैसे बच गया। ’मेरे भाई घटना के बाद भागे नहीं थे, बल्कि उन्होंने दूसरों की मदद की थी। अगर वैन के दरवाजे बंद थे तो कुछ लोग बिना खरोंच के कैसे बाहर निकल आए। बस में मेरे बहनोई भी थे। वे अंतिम व्यक्ति थे, जो खुले दरवाजे से बाहर निकले।’ आखिर में विजय पूरे भरोसे के साथ कहते हैं, ’मेरी आर्थिक हालत भले अच्छी ना हो, लेकिन मैं अपने भाई के लिए हर संभव कानूनी लड़ाई लड़ूंगा।’ पत्नी बोलीं- चाय के साथ पराठा नहीं मिला तो क्या कोई ऐसा काम करेगाआरोपी जनार्दन की पत्नी ने कहा कि मेरे पति ने कभी बोनस न मिलने की बात नहीं बताई, बल्कि दिवाली पर उन्हें पैसे मिले थे। वे बताती हैं, ’वे डायबिटिक हैं। सुबह नाश्ते से पहले दवा लेते हैं, इसलिए हमेशा घर से नाश्ता करके ही जाते थे।’ ये आरोप यकीन करने लायक नहीं लगते हैं कि सिर्फ चाय के साथ पराठा न मिलने पर मेरे पति इतना बड़ा कदम उठाएंगे। पत्नी ने केमिकल लेने के दावे पर भी संदेह जताया। वे कहती हैं, ’अगर ऐसा कुछ दिख रहा था, तो किसी ने उन्हें रोका क्यों नहीं। मेरे पति को फंसाया जा रहा है और उन्हें न्याय मिलना चाहिए। कोई और भी दोषी हो सकता है। हालांकि वो कौन है, ये मुझे नहीं पता।’ कंपनी के ओनर बोले- कोई भी सैलरी पेंडिंग नहीं थीइस पूरे मामले पर हमने कंपनी के ओनर नितिन शाह से भी बात की। वे बताते हैं, ’हम लोग अभी सदमे में हैं। अब तक हम इससे बाहर नहीं आ पाए हैं। पुलिस की जांच चल रही है। हम पुलिस के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं।’ ’घटना में जो भी कर्मचारी घायल हुए हैं, हम उनकी इलाज में मदद कर रहे हैं। वे सब हमारे फैमिली मेंबर की तरह हैं। कुछ लोग तो हमारे साथ 1985 से हैं, कोई 2006 से हैं। बहुत सालों से लोग हमसे जुड़े हुए हैं। वो हमारा परिवार हैं।’ आरोपी ड्राइवर की बकाया सैलरी के सवाल पर नितिन कहते हैं, ’उसका कुछ भी बकाया नहीं है। हमने उसे समय पर पूरी सैलरी दी है।’ कंपनी से केमिकल चोरी के सवाल पर वे कहते हैं, ’उसके बारे में कुछ मालूम नहीं है।’ विक्टिम की फैमिली की बात…भाई की मौत के बाद परिवार सड़क पर आयाइस घटना में जान गंवाने वाले सुभाष भोसले के चचेरे भाई विनोद भोसले ने बताया, ’हमें फोन पर पता चला कि शॉर्ट सर्किट के चलते बस में आग लग गई और स्टाफ के चार लोगों की मौत हो गई। इसके बाद हम रूबी हॉल क्लिनिक और फिर यशवंत राव वायसीएम हॉस्पिटल पहुंचे। यहां हमने सुभाष के शव की पहचान की।’ ’सुभाष को काम को लेकर कोई खास तनाव नहीं था। वो कंपनी में पेपर कटिंग मशीन ऑपरेटर थे और परिवार के अकेले कमाने वाले थे। इसमें मेरे माता-पिता, पत्नी और 11वीं में पढ़ने वाला बेटा शामिल है। अब भाई के जाने के बाद पूरा परिवार सड़क पर आ गया है।’ आरोपी ड्राइवर के सवाल पर विनोद कहते हैं, ’कंपनी में वो शुरू से काम कर रहा था। लगभग 15-20 साल पुराना कर्मचारी था। उसका कभी किसी से विवाद नहीं रहा। न ही उसने कभी कोई संदिग्ध बर्ताव किया। मुझे भरोसा नहीं हो रहा कि वो ऐसा कर सकता है। मुझे पुलिस जांच पर भरोसा है।’ विनोद का मानना है कि अगर ड्राइवर को कंपनी से शिकायत थी, तो उसे कंपनी को नुकसान पहुंचाना चाहिए था, न कि निर्दोष लोगों को, जिनका उससे कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं था।................................. ये खबर भी पढ़ें... बेलगावी में बस कंडक्टर की पिटाई से भड़का भाषा विवाद 21 फरवरी, 2025 को कर्नाटक के 51 साल के बस कंडक्टर महादेव हुक्केरी की पिटाई से ये विवाद फिर उभर आया। कर्नाटक ने महाराष्ट्र बॉर्डर में बसें भेजना बंद कर दिया। जवाब में महाराष्ट्र ने अपनी बसें रोक दीं। दोनों तरफ ड्राइवरों पर हमले किए गए। ये सब करीब एक हफ्ते चला। अभी का माहौल जानने दैनिक भास्कर बेलगावी पहुंचा। यहां मराठी और कन्नड़ बोलने वालों से बात की। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 24 Mar 2025 4:00 am

मुझे लगता है कि वह शांति चाहते हैं... यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच ट्रंप के दूत ने कही बड़ी बात

Steve Witkoff: रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है, इसे खत्म करने के लिए अमेरिका लगातार पहल कर रहा है. इसी बीच डोनाल्ड ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि पुतिन शांति चाहते हैं.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 11:43 pm

कनाडा में मध्यावधि चुनाव की तारीख का ऐलान, 'ट्रंप' टैरिफ की चुनौती के बीच 28 अप्रैल को वोटिंग

Canada News:मार्क कार्नी ने कनाडा में मध्यावधि चुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है.न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक कार्नी ने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रम्प की अनुचित व्यापारिक कार्रवाइयों और हमारी संप्रभुता के प्रति उनकी धमकियों के कारण हम अपने जीवन के सबसे बड़े संकट का सामना कर रहे हैं इसलिए आकस्मिक चुनाव होना देश के लिए जरूरी है.'

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 10:51 pm

डगमाने लगी अब इस मुस्लिम देश की सत्ता, विपक्षी नेता को जेल में डालकर बुरे फंसे खलीफा; देशभर में सड़कों पर उत्पात

Turkey Political Crisis:तुर्की में विपक्षी नेता एक्रेम इमामोग्लू की गिरफ़्तारी के बाद हड़कंप मचा हुआ है. राष्ट्रपतिरेजेप तैयब एर्दोगन के खिलाफ लोग सड़क पर उतर गए हैं. इमामोग्लू पर आपराधिक संगठन चलाने, रिश्वतखोरी, जबरन वसूली, बोली में हेराफेरी और अवैध डेटा संग्रह के आरोप हैं,

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 9:34 pm

चीन के खिलाफ का बड़ा एक्शन, भारत ने इन 5 प्रोडक्ट्स पर लगाई एंटी डंपिंग ड्यूटी

Anti Dumping Duty: भारत ने चार चीनी प्रोडक्ट्स पर एंटी डंपिंग ड्यूटी लगाने का फैसला किया है.वैक्यूम फ्लास्क, एल्युमीनियम फॉइल , ट्राइक्लोरो आइसोसिनोरिक एसिड समेत सॉफ्ट फेराइट कोर्स पर पांच सालों के लिए ये शुल्क लगाया है.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 8:09 pm

पाकिस्तान को एक और चोट, USA का अफगानिस्तान को तोहफा; 'खूंखार' तालिबानियों को दी राहत

America-Afghansiatn Relation:अमेरिका ने अफगानिस्तान से रिश्ते को बेहतर करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है. ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के तीन प्रमुख नेताओं को बड़ी राहत दी है. अमेरिका ने यह कदम गुरुवार को तालिबान द्वारा अमेरिकी नागरिक को रिहा करने के बाद उठाया है.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 7:45 pm

पोप फ्रांसिस को हॉस्पिटल से मिली छुट्टी, पांच सप्ताह बाद सार्वजनिक रूप से आए नजर

Pope Francis Health Update:पोप फ्रांसिस को रविवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई. कैथोलिक ईसाईयों के शीर्ष नेता पोप फ्रांसिस पिछले 14 फरवरी से हॉस्पिटल में भर्ती थे. 88 वर्षीय पोप दोनों फेफड़ों में निमोनिया के गंभीर संक्रमण से ग्रसित थे.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 6:10 pm

गाजा और लेबनान में इजरायली हमले: हमास नेता समेत 19 की मौत, हूती विद्रोहियों ने दागी मिसाइल

दक्षिणी गाजा पट्टी में रविवार को हुए इजरायली हमलों में हमास के एक वरिष्ठ नेता समेत कम से कम 19 फलस्तीनी मारे गए। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इन हमलों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। इस बीच, यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने इजराइल पर एक और मिसाइल दागी, जिससे देश …

न्यूज़ इंडिया लाइव 23 Mar 2025 4:53 pm

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही छोड़ा था पद; अब घर में मिला शव, कौन थीं जेसिका एबर?

Jessica Aber Death:जेसिका एबर को अगस्त 2021 में तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वर्जीनिया के पूर्वी जिले के लिए यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी के रूप में नामित किया था. लेकिन उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनते ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 3:25 pm

जहां सबसे ज्यादा गुजरते हैं तेल के जहाज, वहां ईरान ने 3 जगहों पर तान दीं मिसाइलें, हाथ मलते रह गए ट्रंप!

Iran Vs America:ईरान ने हाल ही में बड़ा कदम चलते हुए ऐसी तीन जगहों पर मिसाइलें तान दी हैं, जहां पर तेल के सबसे ज्यादा जहाज तो जाते ही हैं, साथ ही अन्य सामान के लिए एक अहम रास्ता है. ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप और UAE के लिए यह बेहद बुरी खबर साबित हो सकती है.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 2:24 pm

तीखे सवाल पूछती थी मैगजीन, किसी ने ऑफिस भेजा सुअर का सिर, प्रेसिडेंट ऑफिस बोला- पकाकर खा लो

इंडोनेशिया की मशहूर मैगजीन के दफ्तर में कुछ लोगों ने सुअर का कटा हुआ सिर और कुछ मरे हुए चूहे भेजे हैं. बताया जा रहा है कि यह सब तब हुआ जब इस मैगजीन ने सरकार से तीखे सवाल पूछना शुरू किए थे.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 12:43 pm

USA, USA, USA...अचानक प्रोग्राम में पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप और देखकर चिल्लाने लगी भीड़ और फिर...

Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप शनिवार को एक कुश्ती चैंपियनशिप में पहुंचे. इस दौरान लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. ट्रंप को कई खेलों में शामिल होते हुए देखा जा चुका है.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 11:57 am

मिडिल ईस्ट में कैसे फंस गए गुजरात के अमित? कट्टर मुस्लिम देश ने जेल में डाला.. PMO तक पहुंची बात

Qatar News: अमित टेक महिंद्रा में काम कर रहे थे और उन्हें वहां की सुरक्षा एजेंसी ने हिरासत में ले लिया. जब दो दिन तक उसका फोन नहीं लगा तब परिवार को शक हुआ. इसके बाद माता पिता कतर पहुंचे.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 7:12 am

Viral: पूंछ मछली जैसी, सिर और धड़ एलियन जैसा! समुद्र किनारे दिखा अजीबोगरीब दैत्य, वैज्ञानिक भी हैरान

Viral Post: ये पहली बार नहीं है जब समुद्र से कोई अजीब चीज मिली हो. पिछले महीने रूस में एक मछुआरे ने समुद्र की गहराई से अजीब सा जीव पकड़ा था, जो दिखने में बहुत डरावना था. उसकी तस्वीरें देखकर लोग हैरान रह गए.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 6:37 am

अमेरिका में तड़ातड़ चलीं गोलियां, न्यू मैक्सिको के पार्क में फायरिंग में 3 की मौत, 14 घायल

America Mass Shooting: अमेरिका में 2 लोगों के बीच हुई झड़प में गोलीबारी हुई. इस दौरान 3 लोगों की मौत हुई है. पुलिस हमलावरों की जांच कर रही है. घटना एक इवेंट के दौरान हुई है.

ज़ी न्यूज़ 23 Mar 2025 6:30 am

मेगा एंपायर- पुरानी कंपनी बेचकर मस्क ने शुरू की स्पेसएक्स:कभी बंद होने की कगार पर थी कंपनी, आज 1.12 लाख करोड़ रेवेन्यू

तारीख-19 मार्च 2025, समय- तड़के 3 बजकर 27 मिनट। सुनीता विलियम्स समेत चार अंतरिक्ष यात्रियों को लाने वाला कैप्सूल फ्लोरिडा के तट के पास समंदर में गिरा। समंदर के सतह पर आने के बाद चारों अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत हुआ। कंट्रोल सेंटर ने अंतरिक्ष यात्रियों का नाम लेते हुए कहा, ‘निक, एलेक, बुच, सुनी… का स्पेसएक्स की ओर से घर वापस आने पर स्वागत है।’ अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने वाली ये ड्रैगन कैप्सूल थी अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी स्पेसएक्स की। जिसकी नींव इलॉन मस्क ने 2002 में रखी थी। आज इसका रेवेन्यू 1.12 लाख करोड़ रुपए है। आज मेगा एंपायर में कहानी एयरोस्पेस और स्पेस ट्रांसपोर्टेशन की पहली प्राइवेट कंपनी स्पेसएक्स की... स्पेसएक्स एक अमेरिकी एयरोस्पेस और स्पेस ट्रांसपोर्टेशन कंपनी है, जिसकी शुरुआत इलॉन मस्क ने 6 मई 2002 में की थी। मस्क को हमेशा से अंतरिक्ष में दिलचस्पी थी। उन्होंने सोचा कि दूसरे ग्रहों तक पहुंचने के लिए स्पेस ट्रैवल का किराया कम करना बहुत जरूरी है। इसलिए स्पेसएक्स कंपनी की शुरुआत हुई। जो स्पेस टेक्नोलॉजी को सस्ता, सुरक्षित और री-यूजेबल रॉकेट बनाने के मिशन पर काम कर रही है। दरअसल, इलॉन मस्क का सपना था कि इंसान को एक मल्टी-प्लैनेटरी स्पीशीज बनाया जाए, जो पृथ्वी के अलावा दूसरे ग्रहों पर भी रह सकें। साथ ही मस्क मंगल ग्रह पर भी कॉलोनी बसाना चाहते थे। उस वक्त, कोई भी प्राइवेट कंपनी स्पेस मिशन पर इतना बड़ा दांव लगाने के लिए तैयार नहीं थी। फिर भी मस्क किसी भी कीमत पर ये कंपनी शुरू करना चाहते थे। इसके लिए मस्क ने अपनी एक पुरानी कंपनी बेच दीं। दरअसल, 1999 में मस्क ने एक ऑनलाइन बैंकिंग स्टार्टअप X.com शुरू की थी। बाद में यह कंपनी PayPal में बदल गई। 2002 में eBay ने PayPal को खरीद लिया। मस्क को इस डील से करीब 1,494 करोड़ रुपए मिले। इस रकम से मस्क ने स्पेसएक्स शुरू किया। यही पैसे स्पेसएक्स में इन्वेस्ट किए गए और 10-15 कर्मचारियों के साथ कंपनी शुरू हुई। स्पेसएक्स की फाउंडिंग टीम में तीन सदस्य टॉम म्यूलर, ग्विन शॉटवेल और जिम कैंटरेल थे। ये NASA के पूर्व एम्प्लॉई और एयरोस्पेस इंडस्ट्री के इंजीनियर थे। टॉम म्यूलर, स्पेसएक्स के को-फाउंडर माने जाते हैं टॉम म्यूलर ने स्पेसएक्स के पहले रॉकेट इंजन Merlin और Kestrel बनाने में अहम भूमिका निभाई। ग्विन शॉटवेल, स्पेसएक्स की President और COO शॉटवेल ने बिजनेस डेवलपमेंट और कॉमर्शियल रणनीतियों को लीड किया। जिम कैंटरेल, एयरोस्पेस इंजीनियर और स्पेस मिशन एक्सपर्ट जिम, कुछ समय बाद कंपनी छोड़कर चले गए और अपनी एयरोस्पेस कंपनी शुरू की, जो स्मॉल सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल्स बना रही है। असफल रहा स्पेसएक्स का पहला मिशन स्पेसएक्स का पहला मिशन Falcon-1 Flight-1 था। कंपनी का पहला रॉकेट 24 मार्च 2006 को क्वाजालीन एटोल, मार्शल आइलैंड्स से लॉन्च हुआ था। यह कम लागत वाला रॉकेट था जो लॉन्च होने के महज 25 सेकेंड के भीतर समंदर में गिर गया। रॉकेट की फ्यूल लाइन लीक हो गई, जिसकी वजह से मिशन फेल हो गया। Falcon 1 के असफल लॉन्च के बाद भी लगातार तीन बार स्पेसएक्स के मिशन फेल हुए। तब स्पेसएक्स के पास केवल आखिरी लॉन्च के पैसे बचे थे। अगर यह भी फेल हो जाता, तो कंपनी बंद हो सकती थी। हालांकि चौथा प्रयास सफल रहा। 28 सितंबर 2008 को फॉल्कन-1 ने ऑर्बिट में सफलतापूर्वक प्रवेश किया। फॉल्कन-1 के सफल लॉन्च के बाद NASA ने स्पेसएक्स को स्पेस स्टेशन तक सामान पहुंचाने का करीब 13,000 करोड़ रुपए का कॉन्ट्रैक्ट दे दिया। इसके बाद, कंपनी ने फॉल्कन 9 नाम का नया रॉकेट बनाया, जो ज्यादा भार उठा सकता था। 2012 में इस रॉकेट के साथ ड्रैगन कैप्सूल पहली बार स्पेस स्टेशन से जुड़ा। ऐसा पहली बार हुआ जब किसी प्राइवेट कंपनी ने अपना यान स्पेस स्टेशन से जोड़ा था। 2015 में स्पेसएक्स ने अपने रॉकेट को सफलतापूर्वक धरती पर वापस लैंड कराया, ताकि इसे दोबारा इस्तेमाल किया जा सके। इससे पहले तक रॉकेट एक बार इस्तेमाल होने के बाद बेकार हो जाते थे। इसी वजह से स्पेस मिशन बहुत महंगे पड़ते थे। हालांकि इस नई टेक्नोलॉजी से स्पेस ट्रैवल की कॉस्ट काफी कम हो गई। 6 फरवरी 2018 को स्पेसएक्स ने केनेडी स्पेस सेंटर, फ्लोरिडा से फॉल्कन हैवी नाम का एक रॉकेट लॉन्च किया। ये एक सुपर-पावरफुल रॉकेट था। इसमें कुल 27 Merlin इंजन होते हैं- जो इसे 5 मिलियन पाउंड से भी ज्यादा थ्रस्ट देने की ताकत देते हैं। यह एक लाख किलोग्राम तक का पेलोड LEO (Low Earth Orbit) में ले जा सकता है। पेलोड यानी किसी रॉकेट, सैटेलाइट या विमान में वो हिस्सा या सामान जिसे लक्ष्य तक पहुंचाना होता है। इस रॉकेट के साथ मस्क ने अपनी टेस्ला रोडस्टर कार को पेलोड के तौर पर भेजा, जिसमें एक डमी ड्राइवर भी था। कार को सूर्य के ऑर्बिट में भेजा गया और वो आज भी वहीं घूम रही है। 30 मई 2020 को स्पेसएक्स ने Crew Dragon के जरिए NASA के दो एस्ट्रोनॉट्स को स्पेस स्टेशन तक सफलतापूर्वक पहुंचाया। यह पहली बार था जब किसी प्राइवेट कंपनी ने इंसानों को अंतरिक्ष में भेजा। अब स्पेसएक्स जल्द ही Starship, Falcon 9 और Crew Dragon जैसी टेक्नोलॉजी के साथ मंगल पर इंसानों को भेजने की तैयारी कर रही है। कंपनी का मकसद इस रॉकेट से चांद और मंगल पर इंसानों की बस्ती बसाना है। स्पेसएक्स हर साल सैकड़ों सैटेलाइट लॉन्च करता है और NASA, पेंटागन और प्राइवेट कंपनियों के साथ काम कर रहा है। 30 जनवरी 2021 को स्पेसएक्स ने स्टारशिप SN9 का हाई-एल्टिट्यूड टेस्ट किया, जिसमें इसे लगभग 10 किलोमीटर की ऊंचाई तक भेजा गया। हालांकि लैंडिंग सफल नहीं रही, लेकिन इस टेस्ट से स्पेसएक्स को अगली जनरेशन के स्पेसक्राफ्ट के लिए डेटा मिला। स्पेसएक्स साल 2024 तक 400 से ज्यादा रॉकेट लॉन्च कर चुका है। आज कंपनी की वैल्यूएशन करीब 14.9 लाख करोड़ है। कंपनी का हेडक्वार्टर कैलिफोर्निया में है। ये ऑफिस 5 लाख स्क्वायर फीट में फैला हुआ है। जहां मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, डिज़ाइन लैब, मिशन कंट्रोल, रॉकेट असेंबली और टेस्टिंग फैसिलिटीज भी हैं। फिलहाल, कंपनी में 13 हजार से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं। स्पेसएक्स पहली प्राइवेट कंपनी बनी जिसने लिक्विड फ्यूल रॉकेट से ऑर्बिट में पहुंचने का काम किया। रिसर्च- रतन प्रिया ------------------------------------------- मेगा एंपायर की ये खबर भी पढ़िए... 1. मेगा एंपायर-4 लाख का लोन लेकर शुरू किया था स्टारबक्स:आज 3.18 लाख करोड़ रुपए रेवेन्यू, दुनियाभर में 40 हजार स्टोर भारत सहित 80 देशों में स्टारबक्स के 40,199 से ज्यादा स्टोर हैं। 11.19 लाख करोड़ रुपए के नेटवर्थ वाली कंपनी में चार लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। पूरी खबर पढ़ें... 2. मेगा एंपायर- 64 हजार करोड़ की जीरोधा ब्रोकर:कॉल सेंटर में नौकरी करने वाले दो भाइयों ने बनाई 1.6 करोड़ यूजर्स की कंपनी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पहला पॉडकास्ट इंटरव्यू हाल ही में बिजनेसमैन निखिल कामत ने लिया है। निखिल न तो कोई जर्नलिस्ट हैं, न ही कोई फेमस यूट्यूबर। वे तो स्टॉक ट्रेडिंग की दुनिया के जाने-माने खिलाड़ी हैं। पूरी खबर यहां पढ़ें...

दैनिक भास्कर 23 Mar 2025 4:30 am

संडे जज्बात- 6 महीनों में मेरी मौत तय:22 दिन में लास्ट स्टेज पहुंचा कैंसर, अब लगता है घरवाले एक पल भी दूर न रहें

मेरा नाम संतोष कुमारी है। मैं पंजाब के मोहाली में रहती हूं। रोज रात में जब सोती हूं तो लगता है शायद कल का सूरज न देख पाऊं, इसलिए अपनी हर खास चीज को एकबार याद कर लेती हूं। डॉक्टर ने कहा है कि मेरे पास ज्यादा से ज्यादा 6 महीने का वक्त है। पहले मैं सुबह चार बजे से रात के दस बजे तक दौड़ती-भागती रहती थी। अब पूरा दिन बिस्तर पर ही बीत जाता है। मुझे मेरा गंजा सिर देखकर बुरा लगता है। खुद को शीशे में नहीं देखती हूं। डर लगता है देखकर। मेरी बीमारी को पति ने भी दिल पर लगा लिया है। वो भी बीमार रहने लगे हैं। बीते साल जून की बात है। दोपहर में खाना खाकर बैठी थी। अचानक ब्रेस्ट में कुछ महसूस हुआ। बहू बबीता को इस बार में बताया। वो लैब टेक्नीशियन है। उसने फौरन अपने अस्पताल में एक डॉक्टर से बात की। डॉक्टर ने तुरंत टेस्ट के लिए अस्पताल बुलाया। रिपोर्ट आई तो पता चला कि मुझे ब्रेस्ट कैंसर है। मुल्लांपुर में कैंसर का एक नया अस्पताल खुला है। परिवार ने तय किया कि इलाज वहीं होगा। शुरुआत में मेरी हालत स्थिर थी। कैंसर की पहली स्टेज थी। डॉक्टर ने भी कहा था घबराने वाली बात नहीं है। मुल्लांपुर में मेरे एक टेस्ट की रिपोर्ट 15 दिन में आई। मात्र एक महीने में ही मेरा कैंसर तीसरी स्टेज पर पहुंच गया। अब कैंसर लिवर तक फैल गया। मेरा मन रखने के लिए डॉक्टर मुझे कुछ बताते नहीं हैं, लेकिन मैं जानती हूं कि बहुत कम सांसें बची हैं। अब जब अपनी जिंदगी के बारे में सोचती हूं तो लगता है कितनी खूबसूरत थी। आंखें बंद करती हूं तो पुरानी बातें रील की तरह मेरे सामने आती हैं। मेरी दो पोतियां हैं। रोज सुबह उन्हें स्कूल के लिए तैयार करती थी। उनके लिए दोपहर का खाना बनाती थी। अपनी बेटियों के घर जाया करती थी। सबसे ज्यादा अच्छा लगता था जब मैं ब्यास जाकर बाबाजी के डेरे में 20-20 दिन सेवा करती थी। मेरे पति सरकारी नौकरी से रिटायर हुए तो हम दोनों खूब घूमा करते थे। अब कैंसर के बाद तो अपने ही कमरे में चार कदम नहीं चल पाती हूं। अब कमरे से रसोई तक भी जाती हूं तो सांस चढ़ जाती है। न भूख लगती है न प्यास। अब अकेली नहीं रह सकती हूं। घबराहट होती है। जब सभी आसपास रहते हैं तो मन में एक सुकून रहता है कि कुछ होगा तो ये देख लेंगे। हालांकि ऐसा हो नहीं पाता कि सब दिनभर घर पर ही रहें। सभी के जाने के बाद अगर घर में अकेली रह जाती हूं तो बाहर बैठ जाती हूं। घर के अंदर अकेले दम सा घुटता है। बाहर बैठकर सड़क पर आते-जाते लोगों को देखती रहती हूं। शाम को बेटा बहू ऑफिस से आते हैं तो अंदर आती हूं। घर आने के बाद वो लोग अपनी-अपनी बातें करते हैं। पहले उनकी बातें सुनती थी। उनके साथ हंसती थी। हर अच्छी खबर पर खुश होती थी और बुरी खबर पर दुख होता था, लेकिन अब फर्क नहीं पड़ता। अब अगर बेटा-बेटी कोई अच्छी खबर भी बताएं तो कोई खुशी नहीं होती। मेरी बहू पहले प्राइवेट नौकरी करती थी। फिर उसकी सरकारी नौकरी लग गई। जब बेटे-बहू ने इस बारे में बताया तो मुझे कोई खुशी नहीं हुई। किसी बुरी खबर से दुख भी नहीं होता। बस पूरी तरह से बुझ गई हूं। अब सोचती हूं कि जिंदगी में जो करना चाहो कर लेना चाहिए। ज्यादा नहीं सोचना चाहिए। जो खाना है खा लो, जो पहनना है पहन लो, जो करना है कर लो। आज मेरे बच्चे अगर मुझसे बोलते हैं कि हम यहां जा रहे हैं, वहां जा रहे हैं तो मैं उन्हें रोकती नहीं हूं। पहले ऐसा नहीं था। अब लगता है कि नहीं रोकना चाहिए, जिसे जहां जाना है, जाने दो। पता नहीं कब आना-जाना बंद हो जाए। कब क्या हो जाए। मेरे पास किसी को भी बोलने के लिए कुछ नहीं है। मेरी उम्र 68 साल की है। पुश्तैनी तौर पर हम लोग हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले के रहने वाले हैं। काफी साल पहले हम ऊना की जमीन बेचकर मोहाली आ गए। बच्चे भी यहीं पढ़े-लिखे और सेटल हुए। आज से दस साल पहले मेरे हार्ट का ऑपरेशन हुआ था। दो स्टेंट डले थे। तब मैंने ज्यादा परवाह नहीं की। शायद उस वक्त जवान थी इसलिए। थोड़ा परहेज रखती रही और सब ठीक रहा। घर के कामकाज किया करती थी। फिर मेरी आंखों का ऑपरेशन हुआ, लेकिन किसी भी बीमारी का मेरे मन और शरीर पर बहुत असर नहीं हुआ था। मैंने बहुत अच्छे से अपने दो बच्चे पाले, फिर बच्चों के बच्चे भी पाल रही थी। कैंसर के बाद 22 दिन में जिंदगी ऐसी बदली कि हर वक्त पर मेरी आंखों के सामने पूरी जिंदगी एक रील की तरह चलती रहती है। कभी जवान थी। शादी हुई थी। ससुराल में लगभग 30 लोग थे। हम खेतों में जाया करते थे। गाजर-मूली तोड़कर खाते थे। फिर मोहाली आ गए। बच्चों की शादी हुई। रिश्तेदार के यहां शादी-ब्याह में जाती थी। खूब घूमने का शौक रहा, लेकिन अब देखो इंसान क्या से क्या हो जाता है। अपने सामने स्वस्थ लोगों को देखती हूं। दौड़ते भागते हुए लोगों को देखती हूं तो सबसे बड़ी दौलत यही लगती है। जब मैं अपनी जिंदगी को पीछे मुड़कर देखती हूं तो लगता है शरीर है, तो सब है। अपना स्वस्थ शरीर, पैसे और परिवार से भी ऊपर है। यही सबसे बड़ी दौलत है। शरीर के साथ ही सब अच्छा लगता है। पता नहीं मेरी सांस कितनी हैं कितनी नहीं, लेकिन दुनिया में एक स्वस्थ शरीर ही सब कुछ है। अब मौत का नाम सुनकर भी घबराहट होती है। कभी-कभी लगता है कि काश मैं पहले की तरह ठीक हो जाऊं। ये जज्बात संतोष कुमारी ने भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से साझा किए। ------------------------------------------------------ संडे जज्बात सीरीज की ये स्टोरीज भी पढ़िए... 1.संडे जज्बात-आसाराम को उम्रकैद दिलाने के लिए लड़ा:केस छोड़ने के लिए 30 करोड़ का ऑफर, जहर के डर से लड़की का परिवार दूध तक नहीं खरीदता मैं एडवोकेट पूनम चंद सोलंकी,मेरी ही पैरवी पर जोधपुर कोर्ट ने आसाराम बापू को 2018 में आजीवन कारावास यानी मरते दम तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी। पूरी खबर पढ़ें... 2.संडे जज्बात- शादी कर बेटी लंदन भेजी, वहां लाश मिली:लड़का बिना देखे रिश्ता किया, हर्षिता ने कहा था- वो मुझे मार देगा मैं सुदेश कुमारी, हर्षिता ब्रेला की मां। दिल्ली के पालम में रहती हूं। आज से 94 दिन पहले 15 नवंबर 2024 को मेरी बेटी हर्षिता की लाश लंदन में एक कार में मिली। हर्षिता से आखिरी बातचीत भी 10 नवंबर को हुई थी। हम दोनों वीडियो कॉल पर थे। पूरी खबर पढ़ें... 3. संडे जज्बात-मेरे मरीज कहते हैं भूत से उनके फिजिकल रिलेशन:मुझे देखकर नजर चुराते हैं, इंसानी रिश्ते जानवरों जैसे मैं डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी, भोपाल में साइकेट्रिक कंसल्टेंट हूं। मैंने दिल्ली के बुराड़ी में पूरे परिवार के आत्महत्या केस की जांच भी की है। मेरे पास जो केस आते हैं, वे रुह कंपा देते हैं। कुछ महीने पहले एक 13 साल की लड़की का ऐसा केस आया जिसने मेरा मानवीय रिश्तों को लेकर सोचने का तरीका बदल दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 23 Mar 2025 4:30 am

संसद में घुसने वाला मनोरंजन जेल में पढ़ रहा संविधान:भगत सिंह की बायोग्राफी पढ़ रही नीलम, बोले- देखते हैं कब तक जेल में रखेंगे

दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट नंबर-15 में बहुत ज्यादा गहमागहमी नहीं थी। तभी पुलिस 6 लोगों को लेकर पहुंची। ये संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के आरोपी मनोरंजन डी, नीलम आजाद, सागर शर्मा, अमोल शिंदे, ललित झा और महेश कुमावत थे। बीते 15 महीने से ये सभी तिहाड़ में बंद हैं। UAPA के तहत केस दर्ज है। 17 मार्च को हुई सुनवाई में सभी की न्यायिक हिरासत 15 अप्रैल तक बढ़ा दी गई। 12.40 बजे सुनवाई शुरू हुई और 12.55 पर कोर्ट ने अगली तारीख दे दी। इसी दौरान हमने नीलम और मनोरंजन से बात की। नीलम केस की इकलौती महिला आरोपी है। नीलम ने बताया कि वो जेल में भगत सिंह की बायोग्राफी पढ़ रही है। वहीं मनोरंजन संविधान पढ़ रहा है। दोनों ने कहा, ‘हमने कुछ गलत नहीं किया, देखते हैं हमें कब तक जेल में रखते हैं।’ 13 दिसंबर, 2023 को लोकसभा में कार्यवाही के दौरान मनोरंजन और सागर ऑडियंस गैलरी से वेल के अंदर कूद गए थे। सदन में स्प्रे कर उन्होंने पीले रंग का धुआं उड़ाया। उस दिन संसद पर हमले की 22वीं बरसी थी। इसी बीच संसद परिसर में नीलम और अमोल को प्रोटेस्ट करते पकड़ा गया। ललित झा ने 14 दिसंबर को सरेंडर कर दिया और महेश को 16 दिसंबर को अरेस्ट किया गया था। जेल में नीलम पढ़ रही भगत सिंह के कोर्ट ट्रायल की कहानी 37 साल की नीलम हरियाणा के जींद के घासो खुर्द गांव की रहने वाली है। पटियाला हाईकोर्ट से नीलम की बेल रिजेक्ट हो चुकी है। दिल्ली हाईकोर्ट में बेल पेंडिंग है। बातचीत की शुरुआत में हालचाल लेते हुए हमने नीलम से पूछा- आप कैसी हैं? नीलम मजाकिया लहजे में बोली, 'जेल में कोई कैसा होगा, लेकिन मैं ठीक हूं।' सवाल: जेल में वक्त कैसे कटता है?जवाब: किताबें पढ़ती हूं और पेंटिग करती हूं। सवाल: आजकल क्या पढ़ रही हैं?जवाब: भगत सिंह की बायोग्राफी पढ़ रही हूं। उनकी बायोग्राफी के वो हिस्से, जिसमें उन पर चले ट्रायल के बारे में लिखा है। उन पर लगे आरोपों पर बहस और भगत सिंह के जवाब पढ़ रही हूं। सवाल: जेल में पेंटिंग का सामान मिल जाता है?जवाब: जो है, उसी से करती हूं। पेंटिंग और क्राफ्टिंग का कुछ सामान और मांगा था। वो तो नहीं दिया। सवाल: घर की याद आती है?जवाब: घर तो याद आता ही है, लेकिन ठीक है।’ जेल के साथी और सुरक्षा में तैनात पुलिसवालों की ओर देखते हुए नीलम कहती है, ‘ये लोग भी अब परिवार ही लगते हैं।' साजिश का मास्टरमाइंड मनोरंजन पढ़ रहा संविधान नीलम के बाद हमने मनोरंजन से बात की। पुलिस के मुताबिक, संसद में घुसपैठ का प्लान उसी ने बनाया था। हमने पूछा- जेल में क्या करते हैं? जवाब मिला- 'आजकल संविधान पढ़ रहा हूं। लगभग खत्म हो चुका है।' नीलम केस की सुनवाई के दौरान बिल्कुल शांत थी, वहीं मनोरंजन के चेहरे पर गुस्सा साफ दिखता है। 15 मिनट में सुनवाई खत्म होने और नई तारीख मिलने के बाद पहला रिएक्शन उसी की तरफ से आया। वो नीलम की तरफ मुड़ा और तेज आवाज में बोला-'कोई बात नहीं। हमने कोई गुनाह नहीं किया है। इन्हें आज नहीं तो कल हमें छोड़ना ही होगा। हमने कुछ गलत नहीं किया है। देखते हैं, हमें कब तक नहीं छोड़ते।’ सागर शर्मा भी बेपरवाही से बोला- चलते हैं साथी। मनोरंजन के पिता बोले- बेटे के लिए रोटी और चटनी लाया थामनोरंजन के पिता भी कोर्ट में मौजूद थे। सुनवाई खत्म होते ही वे बेटे के पास पहुंचे। हाथ में एक थैला थमा दिया। वे बेटे के लिए खाना लाए थे। जेल के स्टाफ ने थैला ले लिया और कहा हम खिला देंगे। देवराज गौड़ा कहते हैं, 'मेरा बच्चा बहुत अच्छा है। मुझे नहीं पता उसे क्या हो गया। उसने कुछ गलत नहीं किया। जो किया, देश के लिए किया। जय अंबेडकर, जय संविधान बोलकर संसद के भीतर गया।' देवराज आगे कहते हैं, 'मैंने उससे पूछा कि तुम्हारे मन में क्या है। वो कहता है कि किसान, बेरोजगार, कामगार बहुत मुश्किल में हैं। नौजवान पढ़े-लिखे हैं, पर घर में हैं। उनके पास काम नहीं है। मुझे इन लोगों का साथ देना है। मैंने अपने लिए कुछ नहीं किया, जो किया उन लोगों के लिए किया है।'क्या पहले कभी मनोरंजन ने ऐसे प्रोटेस्ट किए थे? देवराज कहते हैं- वो प्रोटेस्ट में जाता था, लेकिन पहले ऐसा नहीं किया। पढ़ता था, तब एक संगठन बनाया था। वो बेरोजगारों और मजदूरों के लिए प्रदर्शन करता था। उसने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। 2012 में कोर्स पूरा हो गया था। उसे नौकरी नहीं मिली। वो मेरे साथ खेती में हाथ बंटाता था। कहता था कि उसे देश के लिए कुछ करना है।' स्वामी विवेकानंद और डॉ. अंबेडकर को पढ़ता था। उसके पास एक हजार से ज्यादा किताबें हैं। वो बस देश के बारे में सोचता था।' आपको पता था मनोरंजन दिल्ली क्यों आता है, किससे मिलता है? देवराज कहते हैं, 'बोलता था कि पर्सनल काम है। कुछ बताता नहीं था। मैं उससे कहता भी था कि अपना काम करो। इस बार भी दिल्ली आया, तो कुछ नहीं बताया।' देवराज की आवाज भारी होने लगती है। वे कहते हैं, 'मनोरंजन की मां और छोटी बहन उसे बहुत याद करती हैं। हमें भगवान, कोर्ट और संविधान पर भरोसा है कि मनोरंजन को इंसाफ मिलेगा। मेरे बच्चे ने कुछ गलत नहीं किया है। सभी को उसका सपोर्ट करना चाहिए। उसने चोरी-मर्डर नहीं किया। वो बाहर आएगा।' 'हम गरीब हैं। 3 हजार किमी दूर से ट्रेन में आता हूं। अब तक 15 बार आ चुका हूं। बच्चे के लिए आना ही पड़ेगा न। एक बार आने में 4-5 दिन लगते हैं।' मनोरंजन के लिए कुछ लाए थे क्या? 'उसकी मां ने कोकोनट की चटनी और रोटी भेजी थी। वहीं लाया हूं' मनोरंजन के वकील बोले- ये केस सुरक्षा में चूक का, सेंध का नहींमनोरंजन के वकील सोमार्जुन वीएम कहते हैं, 'ये केस सुरक्षा में चूक का है। सुरक्षा में सेंध का नहीं। दोनों लड़के संसद के अंदर वैलिड पास के जरिए गए थे। ये बात मान लेंगे तो सिस्टम को जवाबदेह होना पड़ेगा। इसलिए जानबूझकर केस को संसद की सुरक्षा में सेंध की तरफ मोड़ा जा रहा है। अपनी गलती छिपाने के लिए इस केस को खींचा जा रहा है। आरोपियों को बेल नहीं दी जा रही।' सोमार्जुन कहते हैं, 'उन्हें अपराधी साबित करने के लिए पूरा सिस्टम लगा है। 15 महीने से जेल में रखा गया है, बेल रिजेक्ट कर दी। उन लोगों ने संसद के भीतर ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे एक भी सांसद को नुकसान पहुंचा हो। उल्टा सांसदों ने उन्हें पीटा। इन लोगों ने किसी पर हाथ नहीं उठाया। ये सिर्फ प्रोटेस्ट था, कोई आतंकी मंशा या साजिश नहीं।' 'मनोरंजन के घर से 600 से ज्यादा किताबें मिली हैं। ये किताबें डॉ. अंबेडकर, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, वल्लभ भाई पटेल और देश की इकोनॉमी पर हैं।' सोमार्जुन कहते हैं, ‘बेरोजगारी बहुत बड़ा मुद्दा है। ये लड़के बस अपने प्रतिनिधियों का ध्यान इस समस्या की तरफ खींचने के लिए गए थे। अपनी आवाज उन तक पहुंचाने के लिए और ये कहने कि समस्या का हल निकालना होगा। उनका मकसद बस इतना था। चार्जशीट से भी साफ है। कोई ऐसा फैक्ट नहीं है, जिससे इनका अपराध जगत से कोई कनेक्शन या अपराधी मानसिकता की तरफ इशारा मिले।’ ‘इन लड़कों को जबसे अरेस्ट किया गया है, एक बार भी सरकार की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की गई। अगर चार्जशीट में कुछ निकला होता, तो कम से कम मीडिया के सामने उसे जरूर लाते। पर नहीं लाए क्योंकि कुछ निकला ही नहीं।’ ‘13 महीने बाद फोरेंसिक रिपोर्ट आई, उसमें भी कुछ नहीं।’ एडवोकेट सोमार्जुन बताते हैं कि केस की फोरेंसिक रिपोर्ट आ गई है। इसमें करीब 13 महीने लग गए, लेकिन उसमें भी कुछ नहीं है। सोमार्जुन रिपोर्ट्स के पॉइंट बताते हैं। नीलम के वकील बोले- नीलम पर UAPA लगाना गलतनीलम को जमानत न मिलने पर हमने उसके वकील बलराज मलिक से बात की। वे बेल रिजेक्शन का आधार किसी फैक्ट को नहीं बल्कि डर को मानते हैं। कहते हैं, 'UAPA और PMLA जैसे केस में निचली अदालतें बेल देने से डरती हैं। ऐसे केस में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट भी बेल देने से डरते हैं। निचली अदालतों को लगता है जब ऊपरी अदालतें हिचक रही हैं, तो हम क्यों बेल देने का जोखिम लें।' 'रही बात नीलम की तो वो निर्दोष है। नीलम मुख्य आरोपी मनोरंजन और अन्य लोगों से मिली तो थी। उसे संसद के भीतर जाने के लिए बाकियों ने कन्विंस भी किया था।' बलराज कहते हैं कि नीलम को छोड़िए, वो तो बेकसूर है, दूसरों पर भी UAPA किसी भी हालत में नहीं लगना चाहिए था। अगर कानून की बात करें तो एक एक्ट है, Obstruction of Parliamentary Proceedings, इसे लगाया जा सकता था। चलती संसद में अड़चन डालने का आरोप लगाया जा सकता था। इसमें 1-2 साल की सजा थी। इससे ज्यादा तो किसी का भी अपराध नहीं है। ..................................ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़िए 1. पाकिस्तानी महिला के वीडियो कॉल से हनीट्रैप का शिकार हुआ रविंद्र आगरा के रहने वाला रविंद्र कुमार फिरोजाबाद में सेना का सामान बनाने वाली ऑर्डनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन है। अभी ATS की कस्टडी में हैं। रविंद्र के फोन और सोशल मीडिया अकाउंट की जांच से पता चला कि उसे पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे हनीट्रैप नेटवर्क ने शिकार बनाया है। पढ़िए पूरी खबर... 2. UAE में शहजादी की आंखों पर पट्टी बांधी, दिल पर मारी गोली 4 साल पहले टूरिस्ट वीजा पर दुबई गई शहजादी को ये पता नहीं था कि वो अब कभी भी अपने वालिद शब्बीर खान और अम्मी नजरा बेगम से नहीं मिल पाएगी। शहजादी को UAE की अदालत ने 31 जुलाई 2023 को उस बच्चे की हत्या का दोषी ठहराया था जिसकी वो देखभाल करती थी। 15 फरवरी 2025 को अबु धाबी की अल बाथवा जेल में शहजादी को मौत की सजा दे दी गई। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 23 Mar 2025 4:00 am

बांग्लादेश में नहीं खत्म हो रही सेना और सरकार में अनबन, छावनी में तब्दील हुई ढाका की सड़कें

DNA Analyis: बांग्लादेश में शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद सेना और सरकार में तल्खी देखी जा रही है. एक बार फिर ये नजारा ढाका की सड़कों पर नजर आया. इन सड़कों पर सेना के जवान तैनात किए गए हैं जिसके बाद यूनुस सरकार की टेंशन बढ़ गई है.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 11:27 pm

दोहा में 10 साल से नौकरी कर रहे थे वडोदरा के अमित गुप्ता, बिना कारण बताए पुलिस ने हिरासत में ले लिया; जानें पूरा मामला

अमित गुप्ता के परिवार को अब तक यह नहीं बताया गया कि उनके बेटे को गिरफ्तार क्यों किया गया, और न ही कोई ठोस कारण सामने आया है. बीती एक जनवरी को उन्हें हिरासत में लिया गया था, तब से वह वहां की जेल में बंद हैं.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 10:20 pm

विदेश से लाई गई ताकत है आवामी लीग... अंतरिम सरकार का ऐलान, नहीं मिलेगी देश में जगह

Bangladesh News: बांग्लादेश में मुहम्मद यूनुस सरकार के एक प्रमुख सलाहकार ने ऐलान किया है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी को बांग्लादेश में कोई जगह नहीं दी जाएगी.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 9:34 pm

सुनीता विलियम्स को डेली 430 रुपये ओवरटाइम... चौंक गए ट्रंप, भारत होता तो ऐसा न होता!

Sunita Williams returns:डोनाल्ड ट्रंप ने सुझाव दिया कि वो इस मामले में व्यक्तिगत रूप से बकाया 1,430 डॉलर का भुगतान कर सकते हैं. वो चौंक गए अरे! बस इतना... मैं अपने पास से दे सकता हूं.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 9:15 pm

युद्ध में रूस के साथ हमेशा खड़ा रहेगा 'उत्तर कोरिया', किम जोंग-उन ने क्यों कही ये बात?

Kim Jong un: रूस- यूक्रेन युद्ध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अमेरिका लगातार शांति की पहल कर रहा है लेकिन फिर भी विराम नहीं लग पा रहा है. इसी बीच उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने कहा है कि युद्ध में उनका समर्थन हमेशा रूस को रहेगा.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 6:27 pm

ढाका में सड़कों पर क्यों उतरे हजारों मजदूर? हाईवे पर लंबा जाम; जानें क्या है मामला?

Bangladesh News: मजदूरों ने दो घंटे तक ढाका-मैमनसिंह राजमार्ग को जाम रखा, जिससे यातायात बाधित रहा और स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 5:40 pm

अमेरिका में ग्रीन कार्ड के लिए शादी करने वाले को होगी जेल, ट्रंप का फैसला

अमेरिका में ग्रीन कार्ड पाना यानि वहां की नागरिकता प्राप्त करना बहुत कठिन है। विवाह नागरिकता प्राप्त करने के मुख्य तरीकों में से एक है, लेकिन लोग अक्सर इस मार्ग का दुरुपयोग करते हैं। कुछ मामलों में, अमेरिकी नागरिक पैसे के लिए दूसरे देशों के नागरिकों से शादी करते हैं और फिर शादी के बाद …

न्यूज़ इंडिया लाइव 22 Mar 2025 5:06 pm

एलन मस्क: बेटी के खुलासे के बाद परिवार के साथ रिश्ते उजागर

व्यवसायी एलन मस्क अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। हाल ही में एलन मस्क की ट्रांस बेटी विवियन जेना विल्सन ने एक इंटरव्यू दिया। इस इंटरव्यू में विवियन ने बताया कि उनके पिता मस्क के साथ उनके रिश्ते कैसे हैं। मस्क इस समय अपने परिवार को लेकर विवादों में घिरे हुए हैं। उनके रिश्ते और …

न्यूज़ इंडिया लाइव 22 Mar 2025 5:05 pm

अमेरिका के वर्जीनिया में 2 और गुजरातियों की हत्या, एक शख्स ने मॉल में पिता-बेटी की गोली मारकर हत्या की

अमेरिका में एक बार फिर गोलीबारी की घटना हुई है और इस गोलीबारी की घटना में 2 और गुजरातियों की मौत हो गई है। अमेरिका के वर्जीनिया में दो गुजरातियों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दो दिन पहले वर्जीनिया के एक मॉल में एक व्यक्ति ने पिता और पुत्री को सिर में गोली …

न्यूज़ इंडिया लाइव 22 Mar 2025 5:03 pm

इस शख्स ने एक साल तक ट्रेन में किया मुफ्त सफर, रेलवे को भी नहीं थी भनक

इस व्यक्ति ने ट्रेन में सफर करने के लिए ऐसा दिमाग लगाया कि सफर कर रहा हर कोई इसके बारे में जानकर हैरान रह गया और उसकी इस तरकीब की सराहना कर रहा था। यहां तक ​​कि रेलवे भी उनकी चाल जानने के बाद कुछ नहीं कर सका। तो चलिए हम आपको बताते हैं ये …

न्यूज़ इंडिया लाइव 22 Mar 2025 5:02 pm

वर्क लाइफ बैलेंस बनाने का अचूक उपाय, इस शख्स ने बताया ऐसा तरीका.. लोटपोट हो गए कर्मचारी

Work Life Balance: भागदौड़ भरी लाइफ में जब हर कोई 24x7 काम में व्यस्त रहता है. ऐसे में पर्सनल लाइफ के लिए समय निकालना मुश्किल हो गया है. इसी समस्या का हल ढूंढते हुए बेंगलुरु के एक शख्स ने अनोखा सुझाव दिया है.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 2:37 pm

अमेरिका में प्रवासियों के लिए नई मुसीबत, 5 लाख से ज्यादा लोगों का छिनेगा कानूनी दर्जा, ट्रंप ने किया ऐलान

America News: अेमरिका में बड़े पैमाने पर रह रहे लाखों प्रवासियों के लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है. दरअसल ट्रंप सरकार कई लोगों का अस्थायी कानूनी दर्जा खत्म करने वाली है.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 2:36 pm

खरबों की नेटवर्थ, जंगलों में बना है शाही महल; ब्रिटिश शाही परिवार से भी रईस हैं छोटे से देश के राजकुमार

शाही परिवार का जब भी जिक्र आता है तो ब्रिटिश परिवार अपने आप ज़हन में आ जाता है लेकिन अगर हम अमीरी की बात करें तो और भी राजकुमार ऐसे हैं जिनके पास ब्रिटिश शाही परिवार से भी ज्यादा संपत्ति है. तो चलिए आज एक ऐसे ही राजा के बारे में जानते हैं.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 2:11 pm

डोनाल्ड ट्रंप का कहर, 530,000 लोगों का कानूनी दर्जा छीना, छोड़ना पड़ेगा अमेरिका

डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने शुक्रवार को घोषणा की कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका में क्यूबा, ​​हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला को दी गई कानूनी सुरक्षा समाप्त कर देगा। इस निर्णय का प्रभाव यह होगा कि लगभग एक महीने में 530,000 लोगों को अमेरिका छोड़ना पड़ सकता है। ऐसे लोग रजिस्टर में नोटिस प्रकाशित होने के …

न्यूज़ इंडिया लाइव 22 Mar 2025 1:03 pm

ट्रंप के फैसले से मचा बवाल, 4 देशों के 530,000 लोगों पर एक महीने के अंदर अमेरिका छोड़ने का खतरा

अमेरिकी निर्वासन:डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन ने घोषणा की है कि अमेरिका क्यूबा, ​​हैती, निकारागुआ और वेनेजुएला के लोगों के लिए कानूनी सुरक्षा को समाप्त कर देगा। इस निर्णय का प्रभाव इतना अधिक होगा कि आशंका है कि लगभग एक महीने में 530,000 लोगों को अमेरिका छोड़ना पड़ेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अवैध अप्रवासियों के खिलाफ …

न्यूज़ इंडिया लाइव 22 Mar 2025 12:07 pm

चुपके से एडल्ट फिल्मों में काम करती थी स्कूल टीचर, स्टूडेंट ने वीडियो में देख लिया.. फिर जो हुआ

Lady Teacher News: जब वो सस्पेंड हुईं तो इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि उनके निजी जीवन से किसी को कोई नुकसान नहीं हो रहा था. उन्होंने बताया कि स्कूल से उन्हें कम वेतन मिलता था जो उनके लिए पर्याप्त नहीं था. इसलिए वो ये सब कर रहीं थीं.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 11:53 am

Viral News : बॉयफ्रेंड के साथ भागी मां, 2 साल तक फ्लैट में अकेले रहा 9 साल का बच्चा; कहानी सुन दहल जाएगा दिल

Viral News : फ्रांस के नेरसैक में 9 साल का एक बच्चा दो साल तक अकेले वीरान फ्लैट में रहने को मजबूर रहा, क्योंकि उसकी मां उसे छोड़कर बॉयफ्रेंड के साथ चली गई. हैरानी की बात यह थी कि महज 5 किलोमीटर दूर रहने के बावजूद, उसकी मां ने उसे अपने साथ रखने की कोशिश तक नहीं की.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 9:46 am

चीन का डरावना 'दैत्य' देख घबराए ट्रंप! अब निकालेंगे 'ड्रैगन' की हवा, दे डाला बड़ा आदेश

US Sixth Generation Fighter Jet: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में जानकारी दी है किअमेरिकी कंपनी 'बोइंग' को अमेरिकी वायु सेना के लिए नए हाई-टेक और अगली पीढ़ी के F-47 फाइटर प्लेन बनाने का बड़ा कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. उनके इस आदेश को चीन के छठी पीढ़ी के विमान की चर्चा से जोड़कर देखा जा रहा है.

ज़ी न्यूज़ 22 Mar 2025 7:48 am

आज का एक्सप्लेनर:होली पर लगी आग से कैसे खुला बेहिसाब कैश का राज, हाईकोर्ट जस्टिस का 'तबादला', क्या सजा नहीं मिलेगी?

दिल्ली हाईकोर्ट जस्टिस के घर होली की शाम लगी एक छोटी सी आग ने अचानक ऐसे बड़े राज से पर्दा उठा दिया, जिसने सुप्रीम कोर्ट से संसद तक और सड़क से सोशल मीडिया तक सनसनी फैला दी है। कौन हैं जस्टिस यशवंत वर्मा, उनके बंगले पर कैसे मिले बेहिसाब नोट और जजों की जांच और सजा का प्रोसेस क्या होता है; जानेंगे आज के एक्सप्लेनर में... सवाल-1: दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस वर्मा के बंगले में एक्सिडेंटली कैसे मिला बेहिसाब कैश?जवाब: 14 मार्च यानी होली की रात करीब साढ़े 11 बजे... दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा के दिल्ली स्थित सरकारी बंगले में आग लग गई। जस्टिस वर्मा घर पर नहीं थे तो उनके परिवार ने फायर ब्रिगेड और पुलिस को सूचना दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बंगले के स्टोर रूम में आग लगी थी। यह एक छोटी आग थी। दो फायर ब्रिगेड ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का काम शुरू किया और पुलिस भी आ पहुंची। इसी दौरान एक कमरे में कैश का ढेर मिला। इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने इस मामले में प्रस्ताव पारित किया है जिसमें इस रकम को 15 करोड़ बताया जा रहा है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 'तुगलक रोड पुलिस स्टेशन के रजिस्टर में मामले की एंट्री की गई, लेकिन कहीं भी कैश मिलने का जिक्र नहीं किया गया। दिल्ली फायर ब्रिगेड चीफ अतुल गर्ग का कहना है कि जस्टिस यशवंत वर्मा के घर आग बुझाने के दौरान फायर ब्रिगेड की टीम को कोई नकदी नहीं मिली। गर्ग के मुताबिक 14 मार्च की रात 11.35 बजे लुटियंस दिल्ली में बने जज के बंगले पर आग लगने की खबर मिली। टीम जब वहां पहुंची तो आग स्टोर रूम में लगी थी, जिसे बुझाने में 15 मिनट लगे। इसके तुरंत बाद हमने पुलिस को खबर दी। सवाल-2: जस्टिस वर्मा के घर कैश मिलने की बात कैसे फैली?जवाब: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जस्टिस यशवंत वर्मा के घर जैसे ही जलते हुए नोट दिखे तो इसकी सूचना पुलिस के आला अधिकारियों को दी गई। अधिकारियों के जरिए ये सूचना सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना और दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस यशवंत उपाध्याय के कार्यालय तक पहुंची। किसी ने इस घटना के वीडियो और फोटो भी बनाए थे, जो CJI को भेजे गए। सूचना मिलने पर, दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने इन-हाउस जांच प्रक्रिया शुरू की, जिसमें सबूत और जानकारी इकट्ठा की जा रही है। इस बीच कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये खबर लीक हो गई और पूरे देश में फैल गई। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने शुक्रवार को इस मुद्दे को सदन में उठाते हुए कहा, आज सुबह हमने एक चौंकाने वाली खबर पढ़ी, जिसमें दिल्ली हाईकोर्ट के एक जज के घर से भारी मात्रा में नकदी बरामद होने की बात सामने आई है। उन्होंने चेयरमैन से अनुरोध किया कि न्यायिक जवाबदेही बढ़ाने के लिए सरकार को दिशा-निर्देश दिए जाएं। राज्यसभा के चेयरमैन और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने इस पर जवाब देते हुए कहा कि सिस्टम में पारदर्शिता और जवाबदेही जरूरी है और वह इस मुद्दे पर एक स्ट्रक्चर्ड डिस्कशन करवाएंगे। इस बीच दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने 21 मार्च को अपनी जांच रिपोर्ट भारत के मुख्य न्यायाधीश को सौंपी है। रिपोर्ट की जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई के लिए आगे की प्रक्रिया की जाएगी। सवाल-3: सुप्रीम कोर्ट की कॉलेजियम क्या है, जिसने जस्टिस वर्मा का तबादला करने का फैसला किया?जवाब: 20 मार्च को CJI संजीव खन्ना ने 5 सदस्यीय कॉलेजियम बैठक बुलाई। इसमें CJI समेत सभी 4 जजों ने इस मामले पर अपनी राय दी। कॉलेजियम ने जस्टिस यशवंत वर्मा को वापस इलाहाबाद हाईकोर्ट ट्रांसफर करने का प्रस्ताव बनाया। दिल्ली और इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और जस्टिस वर्मा को पत्र लिखकर जवाब मांगे गए हैं, इसके बाद कॉलेजियम उनके ट्रांसफर का प्रस्ताव पारित करेगा। 21 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने प्रेस रिलीज जारी कर साफ किया है कि कॉलेजियम में जस्टिस वर्मा के ट्रांसफर का प्रस्ताव और उनके बंगले से मिले कैश मामले में इन हाउस जांच प्रोसीजर अलग-अलग बातें हैं। इनका एक दूसरे से संबंध नहीं है। कॉलेजियम सिस्टम वह तरीका है, जिसके जरिए सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों की नियुक्ति या ट्रांसफर होता है। यह सिस्टम संविधान या संसद के बनाए गए किसी कानून से नहीं आया है, बल्कि सुप्रीम कोर्ट के 3 बड़े फैसलों के जरिए धीरे-धीरे विकसित हुआ। सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम की 3 बड़ी जिम्मेदारियां… सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता के मुताबिक, ‘कॉलेजियम के बारे में संवैधानिक प्रावधान नहीं हैं और यह व्यवस्था सुप्रीम कोर्ट के न्यायिक फैसले से बनी है। कॉलेजियम की अनुशंसा से ही जस्टिस वर्मा का ट्रांसफर हो सकता है और इनहाउस कमेटी मामले की जांच कर सकती है।’ सवाल-4: जस्टिस वर्मा के घर मिले कैश की जांच कौन करेगा?जवाब: सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट आशीष पांडे का कहना है, ‘कॉलेजियम का मुख्य काम जजों की नियुक्ति और ट्रांसफर करना है। यह कोई डिसिप्लिनरी या जांच निकाय नहीं है। लेकिन सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जजों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट की एक आंतरिक जांच कमेटी (इन-हाउस प्रोसीजर) है।’ इन-हाउस प्रोसीजर में 4 पॉइंट्स पर काम होता है… सवाल-5: क्या दोषी पाए जाने पर जज को भी सजा मिलती है?जवाब: सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता का कहना है, ‘संविधान के अनुच्छेद-124 (4) में सुप्रीम कोर्ट के जजों और 217 (1) (बी) में हाईकोर्ट के जज को महाभियोग की प्रकिया से हटाने का प्रावधान है। आईपीसी की धारा-77 और नये BNS कानून की धारा-15 के अनुसार हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट के जजों की आधिकारिक कामों के मामले में आपराधिक मामला दर्ज नहीं हो सकता।’ आशीष पांडे कहते हैं, ‘दोषी पाए जाने पर किसी भी जज को सजा मिल सकती है। लेकिन यह जेल भेजे जाने या जुर्माना लगाने जैसी सजा नहीं होती या फिर ऐसा भी कह सकते हैं कि आम आदमी को दी जाने वाली सजा नहीं होती। भारत के कानून में बेसिक स्ट्रक्चर में सेपरेशन ऑफ पावर एक एसेंशियल इंग्रीडिएंट है। इस वजह से जज को सजा देने के दो ही तरीके हैं- इस्तीफा या महाभियोग।’ सवाल-6: अगर हाईकोर्ट का कोई जज भ्रष्टाचार करते पाया गया, तो उन्हें पद से कैसे हटाया जा सकता है?जवाबः भारत में किसी भी सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के जस्टिस को हटाने की एक तय प्रक्रिया है। 1999 में सुप्रीम कोर्ट ने कुछ गाइडलाइंस तय की थीं, जिनके मुताबिक... भारत का संविधान लागू होने के बाद महाभियोग के जरिए किसी जज को नहीं हटाया जा सका है, हालांकि इसकी कोशिश कई बार हो चुकी है… सवाल-7: इस मामले में जस्टिस वर्मा के साथ आगे क्या हो सकता है?जवाब: इस मामले के खुलासे के बाद जस्टिस वर्मा खुद ही छुट्टी पर चले गए हैं। विराग गुप्ता कहते हैं, सिटिंग जज के मामलों में हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में PIL या न्यायिक सुनवाई सम्भव नहीं है। जस्टिस वर्मा दिल्ली हाईकोर्ट से ट्रांसफर होकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में ज्वाइन कर सकते हैं। इधर, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस वर्मा के वापस आने पर इलाहाबाद ट्रांसफर का विरोध किया। एसोसिएशन ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट कोई कूड़ादान नहीं है, जहां भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों को न्याय करने के लिए भेज दिया जाए। विराग गुप्ता कहते हैं, ‘इलाहाबाद हाईकोर्ट बार एसोसिएशन ने जस्टिस वर्मा को न्यायिक कार्य से अलग रखने की मांग की है। संविधान लागू होने के 75 साल बाद तक अभी किसी भी जज को महाभियोग की प्रक्रिया से हटाया नहीं जा सका है। इसलिए आंतरिक जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दोषी पाए जाने पर कॉलेजियम जस्टिस वर्मा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकता है। विवाद बढ़ने या फिर नए सबूत आने की स्थिति में जस्टिस वर्मा स्वयं ही इस्तीफा देने का निर्णय ले सकते हैं।' -------------- रिसर्च सहयोग- अंकुल कुमार -------------- हाईकोर्ट से जुड़ी अन्य खबर पढ़ें आज का एक्सप्लेनर: बच्ची का प्राइवेट पार्ट पकड़ना, सलवार का नाड़ा तोड़ना बलात्कार की कोशिश नहीं है; इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का क्या असर होगा किसी लड़की के निजी अंग पकड़ लेना, उसके पायजामे का नाड़ा तोड़ देना और जबरन उसे पुलिया के नीचे खींचने की कोशिश से रेप या 'अटेम्प्ट टु रेप' का मामला नहीं बनता। सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ये फैसला सुनाते हुए दो आरोपियों पर लगी धाराएं बदल दीं। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 22 Mar 2025 4:30 am

स्पॉटलाइट- बेटिंग एप यूजर्स को कैसे कर रहे गुमराह:ड्रीम 11 स्पॉन्सर, फिर IPL से पहले बाकी बेटिंग एप प्रमोशन पर क्यों हुई एफआईआर

बेटिंग एप होने के बावजूद ड्रीम 11 तो आईपीएल का स्पॉन्सर है, विराट कोहली, रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी इसका प्रमोशन भी करते हैं. तो इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज क्यों नहीं होती, लोगों के दिमाग को कैसे गुमराह करते हैं बेटिंग प्लेटफॉर्म्स, जानेंगे स्पॉटलाइट में

दैनिक भास्कर 22 Mar 2025 4:30 am

नागपुर दंगा, चादर जलाने वाला शख्स बोला- वो साड़ी थी:एडिटेड वीडियो से दंगा फैलाया, मुस्लिम बोले- वो दरगाह की चादर थी

‘हम छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर आंदोलन कर रहे थे। हमने वहीं प्रतीक के तौर पर औरंगजेब की कब्र जलाई। ये घास-फूस और कचरे से बनी थी। एक साड़ी जैसा कपड़ा भी था, जो हमारे कार्यकर्ता को सड़क किनारे पड़ा मिला था। उस पर कोई आयत नहीं लिखी थी। ये अफवाह है कि हमने धार्मिक भावना आहत करने वाली चीज जलाई। सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ कर फोटो और वीडियो अपलोड की गई हैं।’ अमोल ठाकरे नागपुर में विश्व हिंदू परिषद के शहर मंत्री हैं। वे औरंगजेब की कब्र ढहाने की मांग पर किए प्रोटेस्ट में शामिल थे। तारीख थी 17 मार्च। जगह नागपुर का महाल एरिया। इसी प्रोटेस्ट में मजार पर चढ़ाई जाने वाली चादर जैसा दिख रहा हरे रंग का कपड़ा जलाया गया। अफवाह उड़ी की कपड़े पर कुरान की आयतें लिखी थीं। इसके बाद नागपुर में हिंसा भड़क गई। हालांकि, महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस विधानसभा में कह चुके हैं कि जलाई गई चादर पर आयत नहीं थी। धार्मिक भावनाएं भड़काने के मामले में अमोल ठाकरे समेत 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। ये केस हिंसा भड़कने से पहले दर्ज किया गया था। मुस्लिम समुदाय का कहना है कि प्रोटेस्ट के दौरान दरगाह पर चढ़ाने वाली चादर जलाई गई थी। प्रोटेस्ट में क्या हुआ था, हिंसा कैसे भड़की और उसके बाद माहौल कैसा है, इस पर हमने अमोल ठाकरे के अलावा आम लोगों, आरोपियों के परिवार, वकील और पुलिस कमिश्नर से बात की। अमोल ठाकरे बोले- कपड़े पर फूल-पत्ती बनी थी, आयत जलाने की बात गलत 17 मार्च के प्रोटेस्ट के बारे में अमोल ठाकरे बताते हैं, ‘विश्व हिंदू परिषद ने औरंगजेब की कब्र उखाड़ फेंकने का आह्वान किया था। छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर हम महाल में आंदोलन कर रहे थे। यह आंदोलन 11:30 से 12:30 बजे तक चला। हमने पुलिस को पहले ही बता दिया था। इसलिए पुलिसवाले भी मौजूद थे।’ ‘हमने प्रतीक के तौर पर औरंगजेब की कब्र और उसके पोस्टर जलाए। इसके बाद कलेक्टर साहब को ज्ञापन देने गए। ज्ञापन देकर लौटे, तो हमारे पास फोन आने लगे कि कुछ मुसलमान नारे लगाते आए थे। कह रहे थे कि औरंगजेब हमारा बाप है, आलमगीर है, शहंशाह है, उसकी कब्र को हाथ लगाने वालों के हाथ तोड़ देंगे।’ ‘पुलिस ने लाठीचार्ज किया और वे लोग भाग गए। यह घटना दोपहर 1 बजे हुई थी। इसके बाद 200-300 लोग आए और हंगामा करने लगे। वे हम पर हमला करने आए थे। इसके बाद वे गणेशपेठ पुलिस चौकी गए और हमें गिरफ्तार करने की मांग करने लगे।’ शाम 6:30 बजे के बाद हुई हिंसा सोची-समझी साजिश थी। दो-दो ट्रक पत्थर मिले, गाड़ियां जलाई गईं और हिंदुओं के घरों को टारगेट किया गया। शाम करीब 7 बजे के आसपास एक मस्जिद से 500-600 लोग निकले। उन्होंने दंगा किया। सवाल: औरंगजेब की फोटो के साथ जो कपड़ा जलाया, क्या वो मजार पर चढ़ने वाली चादर थी?जवाब: नहीं, साड़ी जैसा कपड़ा था। उन्होंने (मुस्लिम पक्ष) आरोप लगाया है कि हम मस्जिद से चादर लाए थे। ये झूठ है। प्रोपेगैंडा है। सवाल: फोटो में दिख रहा है कि कपड़े पर कुछ लिखा है, क्या आपको उर्दू आती है?जवाब: नहीं, उर्दू या अरबी नहीं आती। उस कपड़े पर साड़ी जैसे चित्र थे, फूल-पत्ती वगैरह। सवाल: चादर जलाने का तो वीडियो भी है?जवाब: वो एडिटेड है। सोची-समझी साजिश हो रही है। वीडियो और फोटो से छेड़छाड़ हुई है। सवाल: क्या FIR में नाम आने के बाद आपको डर लग रहा है?जवाब: नहीं, हमारे मन में कोई डर नहीं है। हमारे एक कार्यकर्ता के घर 150 मुसलमानों ने हमला किया। हमने रिपोर्ट दर्ज कराई है। कमिश्नर बोले-फोटो की फोरेंसिक जांच करवा रहे प्रोटेस्ट की फोटो से छेड़छाड़ के दावे पर हमने नागपुर के पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल से बात की। वे कहते हैं, ‘कई फोटो एडिट करके सोशल मीडिया पर वायरल की गई हैं। सभी की फोरेंसिक जांच करवा रहे हैं। फोटो वायरल करने वालों और इसे मजहबी रंग देने वालों के खिलाफ साइबर एक्ट में केस दर्ज कर रहे हैं।’ ‘अब तक 80 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। 11 नाबालिग हिरासत में हैं। हिंसा करने वालों को बांग्लादेश से फंडिंग की जांच चल रही है। हम हर जानकारी वैरिफाई कर रहे हैं। साजिश वाले एंगल से भी जांच चल रही है।’ मुस्लिम बोले- नमाज पढ़ने गए लोगों को पुलिस ने अरेस्ट कियाहम महाल के मुस्लिम आबादी वाले इलाकों में भी गए। यहां हमें रिहाना मिलीं। रिहाना बदला हुआ नाम है क्योंकि डर की वजह से वे अपनी पहचान नहीं बताना चाहतीं। उनके दो भाई नदीम और वसीम को पुलिस ने अरेस्ट किया है। रिहाना बताती हैं, ‘17 मार्च की दोपहर 12:30 बजे VHP और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने एक चादर जला दी। उस पर कुरान शरीफ की आयतें लिखी थीं। इसी वजह से दंगा भड़का। शाम 7 बजे हम नमाज पढ़कर बैठे थे। दंगा हमारे घर के सामने ही हुआ। लोग गणेश पेठ पुलिस स्टेशन की ओर जा रहे थे। उनमें से कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया।’ रिहाना बताती हैं, ‘हमारे अब्बू रफीक खान का 6 महीने पहले इंतकाल हो गया था। भाई नदीम इंजीनियर हैं। वसीम मोबाइल शॉप चलाते हैं। दोनों नमाज पढ़ने मस्जिद गए थे। तरावीह की नमाज लंबी होती है, इसलिए वे देर तक मस्जिद में ही रुके रहे। इसी दौरान दंगे भड़क गए। हमें पता चला कि भीड़ तोड़फोड़ कर रही है, आग लगा रही है। मैंने भाइयों को फोन किया कि मस्जिद में ही रहो, बाहर निकलना सेफ नहीं है।’ 'रात करीब 12-12:30 बजे पुलिस ने हालात पर कंट्रोल कर लिया, तब भाई घर लौटे। वे घर में घुसे ही थे कि पीछे-पीछे पुलिसवाले आ गए। बोले कि हम परिवार के सदस्यों की गिनती और पूछताछ करना चाहते हैं। भाइयों ने पुलिस को बताया कि हम नमाज पढ़कर आ रहे हैं। हमारा दंगों से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिसवालों ने कहा कि हम जांच के लिए आए हैं और आपकी मदद करेंगे।’ ‘पुलिस पर भरोसा करके हमने दरवाजा खोल दिया। यही हमारी गलती थी। पुलिसवाले घर में घुस आए और भाइयों को धक्का देते हुए ले जाने लगे। हमारी एक नहीं सुनी। बोले कि ज्यादा बोलोगी तो तुम्हें भी ले जाएंगे।’ ‘पुलिस ने कहा था कि नदीम और वसीम को सिर्फ डिटेन कर रहे हैं। सुबह 10 बजे छोड़ देंगे। भाई नहीं लौटे, तो हम पुलिस स्टेशन गए। वहां हमसे बहुत बुरी तरह बात की गई और भगा दिया। डर है कि झूठे आरोप लगाकर उन्हें जेल में डाल देंगे।’ आरोपी के वकील बोले- पुलिस ने रात में घर से लोगों को उठाया नागपुर हिंसा में पुलिस ने करीब 100 लोगों को पकड़ा है। इनमें से 27 के केस आसिफ लड़ रहे हैं। आसिफ कहते हैं कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आपत्तिजनक चीजें जलाईं। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो दंगा नहीं होता।’ ‘भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने पथराव किया। कई लोग सिर्फ तमाशा देखने के लिए खड़े थे। इसका मतलब यह नहीं कि सभी आरोपी हैं। पुलिस ने ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जो नमाज पढ़कर जा रहे थे या अपनी दुकान बंद करके निकल रहे थे। कुछ लोगों को तो घर से निकालकर आरोपी बनाया गया है।' ‘फहीम की बात सुनी होती तो दंगे नहीं होते’पुलिस का दावा है कि माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी का शहर अध्यक्ष फहीन खान दंगे का मास्टरमाइंड है। आसिफ अलग बात बताते हैं। कहते हैं, ‘फहीम खान ने घटना वाले दिन दोपहर 2:30 बजे पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि बजरंग दल के लोग गलत हरकतें कर रहे हैं। अगर पुलिस उसी समय कार्रवाई करती, तो यह घटना नहीं होती। पुलिस ने तब कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।’ फहीम समेत 6 लोगों पर देशद्रोह का केस नागपुर में सोमवार को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने फहीम खान सहित 6 लोगों पर देशद्रोह का केस दर्ज किया है। हिंसा में शामिल होने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करने का आरोप है। साइबर पुलिस थाने में 4 मामले दर्ज किए गए हैं। 250 पोस्ट करने वाले 172 सोशल मीडिया हैंडलर्स की तलाश है। 50 से ज्यादा आरोपियों की पहचान हो चुकी है। फहीम खान समेत 6 लोगों पर वीडियो वायरल करने का आरोप है, जो एक प्राइवेट ग्रुप से शेयर किया गया था।’ फहीम के एक और साथी की तलाशपुलिस के मुताबिक, महाल में हिंसा से पहले गिट्टीखदान में एक मीटिंग हुई थी। उसमें फहीम खान का एक साथी मौजूद था। सूत्रों के अनुसार, उसका नाम सैयद आसिम है। फहीम और सैयद आसिम माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े रहे हैं। ये पार्टी करीब 15 साल पहले नागपुर में ही बनाई गई थी। बाद में आसिम को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया। हमने फहीम पर लगे आरोपों पर पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजीनियर मोहम्मद हामिद से बात की। सवाल: फहीम पर लगे आरोपों पर पार्टी का क्या स्टैंड है?जवाब: उन्हें बिना वजह फंसाया जा रहा है। ये राजनीतिक आरोप हैं। सवाल: पुलिस का दावा है कि फहीम की वजह से 500 से ज्यादा लोग जमा हुए और हिंसा फैलाई?जवाब: फहीम ने ऐसा कोई स्टेटमेंट या वीडियो नहीं डाला, जिससे लोगों को बुलाया गया हो। 17 तारीख को बजरंग दल ने दरगाह की चादर का अपमान किया। फेसबुक पर वीडियो डाला, जिसमें चादर को पैरों से रौंदा जा रहा था। लोगों को लगा कि यह औरंगजेब के लिए किया जा रहा है। लोगों ने देखा कि यह बाबा ताजुद्दीन की दरगाह की चादर है, तो वे नाराज हो गए और पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराने गए। धीरे-धीरे लोग जमा हुए। फहीम भी गए, लेकिन वह लोगों को लेकर नहीं गए। उन पर लगा आरोप गलत है। आप CCTV चेक कर सकते हैं। मैं पुलिस से कह रहा हूं कि एक भी भड़काऊ भाषण का वीडियो दिखाएं। उसने वीडियो डाला कि पुलिस FIR दर्ज नहीं कर रही है, यह हर बार का तमाशा है। फहीम को फंसाकर बजरंग दल वालों को बचाया जा रहा है। सवाल: पथराव और पुलिसवालों पर हमला तो हुआ है?जवाब: वह दूसरी घटना है। हमारे पार्टी के लोगों का बयान 3 से 5 बजे तक लिया गया, फिर वे चले गए। 7 बजे के बाद पुलिस ने बजरंग दल वालों को शिवाजी स्टैच्यू के पास लाकर नारे लगवाए। इन्हीं लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी। यह पुलिस के प्रोटेक्शन में हुआ। तब यह सब शुरू हुआ। पुलिस यह क्यों कर रही है। हमारी पार्टी का इसमें कोई रोल नहीं है। पुलिस पर हमला करने वालों को गोली मारो। क्या पुलिस इतनी कमजोर हो गई है। हम लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने की अपील करते हैं। सवाल: VHP के लोगों का कहना है कि उन्होंने साड़ी जलाई थी, उसमें आयत नहीं थी। क्या फोटो एडिट करके वायरल की जा रही है?जवाब: कोई एडिटिंग नहीं की है। यह उनका ही वीडियो है। सवाल: हिंसा से बांग्लादेश का कनेक्शन जोड़ा जा रहा है, इस पर क्या कहेंगे?जवाब: यह पूरी तरह गलत है। बांग्लादेश की घटनाओं का हमारी पार्टी ने विरोध किया था। हमने जमात-ए-इस्लामी को भारत में बैन करने की मांग की थी। सवाल: आगे पार्टी का क्या स्टैंड होगा?जवाब: हमने FIR दर्ज करने की मांग की थी। उन्होंने विटनेस लिए, हमारा रोल खत्म हो गया। हम चाहेंगे कि चार्जशीट दाखिल हो। हिंदू बोले- नागपुर में कभी दंगा नहीं देखा, ऐसा पहली बार हुआ महाल में छत्रपति शिवाजी महाराज का स्टैच्यू बना है। यहां आसपास हिंदू आबादी रहती है। हिंसा के बाद से सभी दुकानें और घरों के दरवाजे बंद हैं। एक घर के बाहर 80 साल के बबनराव दुर्गे मिले। बबनराव बताते हैं, ‘मैं दंगे का चश्मदीद हूं। 80 साल उम्र हो गई। मेरा परिवार 150 साल से यहीं रह रहा है।’ ‘19 फरवरी को सभी पार्टियों ने मिलकर शिव जयंती मनाई। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल वालों ने 17 फरवरी को शिव जयंती मनाई थी। शाम 5:30-6 बजे तक सब शांत था। 6 बजे रोजे खोलने के बाद, नमाजी मस्जिदों से निकले और सीधे छत्रपति शिवाजी महाराज के स्टैच्यू की ओर बढ़ने लगे। जाफर नगर से लेकर मोमिनपुरा तक, जहां मस्जिदें हैं, वहां से लोग आए। आधे घंटे में बहुत भीड़ जमा हो गई।’ ‘मुझे नहीं पता कि मस्जिदों में कोई ऐलान हुआ या नहीं, लेकिन सभी रोजेदार उधर ही आए। पुलिस ने चिटनिस पार्क चौक और शुक्रवारी में बैरिकेड लगाए थे, ताकि लोग छत्रपति शिवाजी के स्टैच्यू तक न पहुंच सकें। पुलिस ने उन्हें रोका, तो पत्थरबाजी शुरू हो गई।’ ‘अभी डर नहीं है। रमजान की वजह से सब शांत हैं। लोग एक-दूसरे की गलियों में आ-जा रहे हैं। मुझे लगता है कि हमला करने वाले बाहर के नहीं, नागपुर के ही थे। उन्होंने तय कर लिया था कि रोजा खोलने के बाद वहां जाकर देखेंगे। जाफर नगर से लेकर सभी मस्जिदों से नमाजी आए थे।’ लोग बोले- जिन्हें जो करना था कर गए, हम भुगत रहेहिंसा के बाद नागपुर के 11 थाना एरिया में कर्फ्यू लगा दिया गया था। अब इसमें ढील दी जा रही है। नंदनवन और कपिल नगर थाना क्षेत्र में गुरुवार को दोपहर 2 बजे से शाम 4 बजे तक कर्फ्यू में 2 घंटे की छूट दी गई। दो दिन घर में बंद रहने के बाद अक्षय सामान खरीदने निकले थे। वे बताते हैं, ‘हिंसा वाले दिन लोग किसी की सुन नहीं रहे हैं। बस तोड़फोड़ कर रहे हैं। उन्हें जो करना था, वे तो करके चले गए। आम लोगों को बहुत तकलीफ हो रही है। पुलिस सोशल मीडिया अकाउंट खंगाल रही, NIA ने भी जांच शुरू कीपुलिस ने 4 में से दो FIR में देशद्रोह की धाराएं लगाई हैं। NIA भी जांच कर रही है। NIA दंगों और देश-विरोधी संगठनों के बीच कनेक्शन, विदेशी फंडिंग और टूलकिट पैटर्न के इस्तेमाल की जांच कर रही है। हिंसा भड़काने वाले वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे एक्स, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर वायरल हुए थे। पुलिस इन प्लेटफॉर्म से वीडियो, पोस्ट और अकाउंट की जानकारी मांग रही है, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके। करीब 60% विवादित वीडियो डिलीट किए जा चुके हैं। इस तरह की पोस्ट दोनों तरफ से की गई थीं। इन्हें वसीम, फिरोज, मुजम्मिल, फैजू, फैजल, रॉकी भाई, महेंद्र, पिजूश घोष और जकाश नाम के अकाउंट से किए जाने की जानकारी सामने आई है। ========================= नागपुर हिंसा पर ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ेंबाबरी ढही तो भी शांत था शहर, वीडियो वायरल कर दंगा फैलाने वाले कौन 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद का विवादित ढांचा गिराया गया। यूपी, गुजरात, दिल्ली, एमपी के अलावा पूरे महाराष्ट्र में दंगे भड़क गए। उस वक्त भी शांत रहा नागपुर 17 मार्च, 2025 को औरंगजेब की कब्र ढहाने की मांग पर सुलग उठा। अफवाह फैली कि VHP और बजरंग दल के प्रोटेस्ट में कुरान की आयतें जलाई गई हैं। आरोप है कि वीडियो वायरल करके हिंसा फैलाई गई। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 22 Mar 2025 4:00 am

शरीफ की मौत सदमे से या मॉब लिंचिंग:बेटी बोली- अब्बू पर जबरदस्ती रंग फेंका फिर मार डाला, पुलिस ने कहा- हार्टअटैक

‘मेरे अब्बू पर मना करने के बावजूद रंग फेंका। उन्हें रिक्शे से खींचकर मारा गया। वो खुद को बचाने के लिए भागे, लेकिन लोगों ने उन पर रंग भरी बाल्टी फेंक दी। अब्बू वहीं गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। उस दिन वो रोजे से थे। बस उन्होंने रंग डालने से मना किया था। सिर्फ इतनी सी बात पर उन्हें मार डाला।' उन्नाव के कासिम नगर में रहने वाली सर्मीना इतना कहते ही भावुक हो जाती हैं। उनके पिता शरीफ खान सऊदी अरब में पानी का टैंकर चलाते थे। रमजान पर घर आए थे। 15 मार्च को उनकी मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि शरीफ की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई, लेकिन पुलिस मौत की वजह हार्टअटैक बता रही है। घटना के बाद पुलिस ने 4 आरोपी मुन्नू, अमरपाल, किशन और संजय समेत अज्ञात पर BNS की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 352 और 190 के तहत केस दर्ज किया है। इसमें मॉब लिंचिंग की धारा नहीं जोड़ी है। पुलिस ने उसी दिन 100 अज्ञात लोगों पर दंगा भड़काने की भी FIR दर्ज की है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीफ की मौत की वजह शॉक की वजह से कार्डियक अरेस्ट बताई गई है। दैनिक भास्कर उन्नाव में उस स्पॉट पर पहुंचा, जहां शरीफ के साथ मारपीट हुई। पुलिस के दावों और अब तक की इन्वेस्टिगेशन को समझा। शरीफ के परिवार ने बताया 15 मार्च की सुबह क्या हुआ परिवार के मुताबिक, 15 मार्च की सुबह 10:30 बजे शरीफ बाजार के लिए निकले थे। वे इफ्तारी का सामान लेने जा रहे थे। बाजार में कुछ बच्चों ने उन पर रंग फेंक दिया। उन्होंने मना किया और रिक्शे में बैठकर आगे जाने लगे। तभी बच्चों के घर से कुछ लोग बाहर आए और बदतमीजी करने लगे। पहले बहस शुरू हुई। फिर बात इतनी बढ़ गई कि गुस्साए लोगों ने शरीफ को रिक्शे से खींचकर उतारा और पीटने लगे। उनके कपड़े फाड़ दिए। उनके पैसे छीन लिए। परिवार के मुताबिक- शरीफ खुद को बचाने के लिए भागे तो उन पर रंग की बाल्टी फेंकी गई। उनकी हालत ऐसी थी कि वो सांस तक नहीं ले पा रहे थे। मोहल्ले के एक व्यक्ति ने उन्हें सड़क पर बेहोशी की हालत में देखा, तो परिवार को बताया। परिवार वाले बाजार पहुंचे और शरीफ को घर लेकर आए। उस वक्त उनके शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही थी। उनकी हालत देखकर पत्नी रोशन जहां घबरा गईं। उन्होंने अपने भाई मिन्हाज को बुलाया और शरीफ को लेकर अस्पताल चली गई। डॉक्टर ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है। 15 मार्च की शाम शरीफ को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। अब परिवार आरोप लगा रहा है कि शरीफ के साथ मारपीट हुई, बावजूद इसके पुलिस इसे मॉब लिंचिंग का केस नहीं मान रही। 'गाली-गलौज से शुरू हुई बहस, मारपीट में बदल गई'जब लोग शरीफ को पीट रहे थे, तब वहां मौजूद शमीम उन्हें बचाने पहुंचे थे। शमीम बताते हैं, ‘शरीफ बाजार से होते हुए ऑटो से जा रहे थे। चुंगी पर उन्होंने देखा कि रंग चल रहा है, तो वे रुक गए। उन्होंने बच्चों से कहा कि मेरे ऊपर रंग मत डालना, लेकिन बच्चे नहीं माने। वहां बच्चों के घरवाले भी खड़े थे। उन्हें बच्चों को ऐसा करने से मना करना चाहिए था।‘ 'वो लोग बच्चों को समझाने की बजाय शरीफ से ही लड़ने लगे। थोड़ी देर में गाली-गलौज शुरू हो गई। उन लोगों ने शरीफ भाई को ऑटो से खींचा और मारपीट करने लगे।' शरीफ की मौत के बाद परिवार पर दंगा भड़काने का आरोप लगाशरीफ की मौत के तीन दिन बाद हम उनके परिवार में मिलने कासिम नगर पहुंचे। ये मुस्लिम बहुल इलाका है। घटना के बाद से यहां तनाव है। गलियों में पुलिस फोर्स तैनात है। शरीफ के घरवाले जिन लोगों पर मॉब लिंचिंग का आरोप लगा रहे हैं, उनके घर भी उसी मोहल्ले में हैं। लिहाजा, कड़ी सिक्योरिटी रखी गई है। शरीफ के परिवार में पत्नी रोशन जहां, 5 बेटियां और एक बेटा है। इनमें दो बेटियों की शादी हो चुकी है। रोशन जहां के भाई मिन्हाज और सैफी ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। सैफी बताते हैं, 'जब शरीफ की डेडबॉडी घर लाई गई, तो मोहल्ले और आसपास के लोग इकट्ठा होने लगे। लोग घटना से बहुत नाराज थे। भीड़ बढ़ने लगी तो इलाके में फोर्स बढ़ा दी गई।' 'प्रशासन की मौजूदगी में ही उन्हें दफनाया गया। हम सभी घर लौट आए। सुबह उठे तो अखबार में पढ़ा कि हमारे घरवालों पर दंगा भड़काने का मुकदमा हो गया है। परिवार के लोगों पर भीड़ इकट्ठा करने, नफरती नारे लगाने और कानूनी कार्रवाई में बाधा डालने के आरोप लगे हैं, जबकि ऐसा कुछ नहीं था।' 'ये घटना कोई छोटी बात नहीं थी। लोग नाराज हुए, तो भीड़ जमा हो गई। हमने किसी को नहीं बुलाया। उल्टा प्रशासन लोगों को कंट्रोल नहीं कर पाया।' शरीफ के परिवार ने प्रशासन के सामने 3 मांगे रखी हैं…1. परिवार की सेफ्टी: शरीफ घर के इकलौते कमाने वाले थे। अब घर में कोई बड़ा नहीं है। ऐसे हालात में परिवार की महिलाओं और बच्चों के साथ कोई घटना होती है, तो उनकी देखरेख कौन करेगा। लिहाजा, परिवार ने सेफ्टी की मांग की है। 2. आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई: शरीफ की बेटी सर्मीना का कहना है कि पुलिस का कोई बड़ा अधिकारी घटना के बाद उनसे मिलने नहीं आया। न ही आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है। इस मामले में न्यायिक जांच होनी चाहिए, इसमें मॉब लिंचिंग की धाराएं जोड़नी चाहिए। 3. परिवार को सरकारी मुआवजा मिले: शरीफ के घरवालों ने सरकार से मांग है कि उन्हें मुआवजा दिया जाए। घटना के बाद से अरोपियों के घर बंद, लोग फरारशरीफ के घर से 500 मीटर दूर काशिफ अली सराय चुंगी पड़ती है। यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों कम्युनिटी के लोग रहते हैं। 15 मार्च की सुबह इसी जगह विवाद शुरू हुआ था। यहां एक छोटा सा बाजार है, जिसमें टेंट हाउस, मेडिकल स्टोर, रोजमर्रा के सामान की दुकानें हैं। बाजार में ही मुन्नू, अमरपाल, किशन और संजय के घर हैं, जिन पर शरीफ के साथ मारपीट करने का आरोप है। मामला दो कम्युनिटी से जुड़ा है, इसलिए उन्नाव पुलिस ने चौराहों पर फोर्स तैनात की है। आरोपियों के मकान और शरीफ के घर आने-जाने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है। हम आरोपी मुन्नू और अमरपाल के घर पहुंचे, जो घटना के बाद से ही बंद हैं। यहां सुरक्षा में तैनात सिपाही ने बताया कि 17 मार्च के बाद से आरोपियों का परिवार घर बंद करके कहीं चला गया है। आरोपी अमरपाल के घर में एक बुजुर्ग मिले। उन्होंने कहा कि अमरपाल कहां है, कुछ नहीं पता। हमने उनसे पूछा कि क्या बच्चों ने शरीफ पर रंग फेंका था? उन्होंने जवाब दिया- ‘बच्चों ने रंग डाला, लेकिन कोई हत्या नहीं की। शरीफ बच्चों को गाली देने लगा। फिर ई-रिक्शा से जैसे ही थोड़ी दूर आगे बढ़ा था कि वहीं उसकी मौत हो गई।‘ मोहल्ले वाले बोले- शरीफ का किसी से झगड़ा नहीं थाहमने कासिम नगर बाजार के दुकानदारों से आरोपियों और शरीफ के बारे में पूछा। जानने की कोशिश की कि क्या उनके बीच कोई पुरानी रंजिश थी। बाजार में सब्जी की दुकान चलाने वाले बच्चन खान कहते हैं, ‘शरीफ नाम के मुताबिक बेहद शरीफ व्यक्ति थे। उनका आज तक किसी से झगड़ा नहीं हुआ।‘ शरीफ उन्नाव में ज्यादा नहीं रहते थे। रमजान के वक्त ही सऊदी से छुट्टी लेकर घर आते थे। फिर वापस चले जाते थे। क्या आरोपियों की उनके परिवार से कोई रंजिश थी? बच्चन कहते हैं, ‘ऐसा कुछ नहीं था। बस बच्चों के रंग खेलने को लेकर विवाद हुआ, जिसके बाद ये घटना हो गई।‘ आरोपियों का बाजार में कॉम्प्लेक्स है। उन्होंने ठेके पर दुकानें दी हैं। इसी से उनका परिवार चलता है। ओवैसी बोले- पुलिस गुंडों को बचा रही शरीफ की मौत के बाद AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले को ये कहकर बंद करना चाहती है कि ये हत्या नहीं थी, दिल का दौरा था। ये घटना इसलिए नहीं हुई क्योंकि होली और जुमा एक ही दिन थे, बल्कि ये सब इसलिए हुआ क्योंकि गुंडों की भीड़ को ये समझ आ चुका है कि उन्हें पुलिस और प्रशासन का संरक्षण हासिल है।‘ अब पुलिस की इन्वेस्टिगेशन के बारे में जान लीजिए… शरीफ की मौत की वजह 'सदमा', शरीर पर चोट का एक निशान नहीं उन्नाव शहर की CO सोनम सिंह इस केस की जांच कर रही हैं। उन्होंने घटना वाले दिन भी कासिम नगर जाकर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी। हमने उनसे शरीफ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर कुछ सवाल पूछे। सवाल: शरीफ की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या आया है?जवाब: शरीफ की मौत के बाद पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उसकी डेथ की वजह हार्ट अटैक (कार्डियक अरेस्ट) बताई गई है। उनके शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं मिला। ऐसा पाया गया है कि विवाद के बाद शरीफ भागने की कोशिश में गिरे थे, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ी और मौत हो गई। सवाल: शरीफ के परिवार ने जिन लोगों पर आरोप लगाए हैं, क्या उनकी गिरफ्तारी हुई?जवाब: परिवार मारपीट का आरोप लगा रहा है, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीफ की मौत की वजह उन्हें लगा सदमा बताया गया है। होली का रंग डालने की बात सामने आई है। इन बिंदुओं पर जांच चल रही है। जिन लोगों पर आरोप लगे हैं, उनमें 2 लोगों से पूछताछ हो रही है। सवाल: इस घटना के बाद कितने लोगों पर FIR दर्ज हुई है?जवाब: शरीफ के परिवार ने किशन, मुन्नू, अमरपाल, संजय सहित एक अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। उसी दिन घटना के बाद बड़ी संख्या में भीड़ इकट्ठा हुई। कानून व्यवस्था को भंग करने की कोशिश हुई, जिसके बाद 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। ............................................ ये खबरें भी पढ़ें... 1. आगरा-बुलंदशहर में बारात रुकवाई-डीजे बंद करवाया, दूल्हे पर तानी बंदूक आगरा के धनौली गांव में रहने वाले मुकेश के बेटे की शादी 6 मार्च को थी। गांव के एक रसूखदार परिवार ने बारात रुकवा दी। मुकेश कहते हैं, ‘हम दलित हैं, इसीलिए हमारे साथ ऐसा हुआ। हमारे साथ मारपीट की।’जाति के नाम पर ये बर्ताव झेलने वाले मुकेश अकेले नहीं हैं। UP के ही बुलंदशहर में फरवरी में एक गांव से ऐसी दो घटनाएं सामने आईं। पढ़िए पूरी खबर... 2. पाकिस्तानी महिला के वीडियो कॉल से हनीट्रैप का शिकार हुआ रविंद्र आगरा के रहने वाला रविंद्र कुमार फिरोजाबाद में सेना का सामान बनाने वाली ऑर्डनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन है। अभी ATS की कस्टडी में हैं। रविंद्र के फोन और सोशल मीडिया अकाउंट की जांच से पता चला कि उसे पाकिस्तान से ऑपरेट हो रहे हनीट्रैप नेटवर्क ने शिकार बनाया है। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 22 Mar 2025 4:00 am