DNA: पाकिस्तान जहां टीटीपी के आत्मघाती हमलों से जूझ रहा है और उसके सुरक्षा ठिकाने लगातार निशाने पर हैं, वहीं दूसरी ओर इजरायल अपने दुश्मनों को दुनिया के किसी भी कोने में ढूंढकर खत्म करने की अपनी रणनीति पर सफलतापूर्वक अमल कर रहा है. इसी सिलसिले में इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के सबसे बड़े सैन्य कमांडर को ढेर कर दिया.
US में अवैध प्रवासियों पर बड़ा एक्शन! ICE ने 65,000 लोगों को डिटेन किया; मचा हड़कंप
ICE ने दावा किया है कि मौजूदा ट्रंप सरकार के पहले सौ दिनों में उसने 65,000 से ज्यादा गिरफ्तारियां की हैं. इनमें गैंग एक्टिविटी से जुड़े 2,200 से ज्यादा लोग शामिल हैं.
Venezuela President Dance Video:वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कमेंट सेक्शन में कुछ लोगों ने इसके पक्ष और कुछ ने विपक्ष में राय रखी. एक यूजर ने कहा, 'अमेरिकी एयरक्राफ्ट्स कैरियर अटलांटिक में उनके देश के पास है, यह शख्स ट्रंप से कितना डरता है.'
Bangladesh: अपराधी बेलगाम, पुलिस बेबस! चुनाव से पहले बांग्लादेश में मचा हाहाकार
Bangladesh general elections 2026: बांग्लादेशी मीडिया में आपराधिक आंकड़ों का हवाला दिया जा रहा है. जिसमें आम चुनाव से पहले बांग्लादेश में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ने की बात कही जा रही है, लेकिन पुलिस इस आंकड़ों को शेख हसीना की सरकार के मुकाबले ज्यादा अच्छा बता रही है. इतना ही नहीं बांग्लादेश की पुलिस देश में लॉ एंड ऑर्डर में देखी जा रही गिरावट को भी अनदेखा कर रही है.
Flight Diverted : इंडिगो की उड़ान 6E 1433, जो कन्नूर से अबू धाबी जा रही थी, को सोमवार को इथियोपिया के अफार क्षेत्र में हुए भीषण ज्वालामुखी विस्फोट के बाद बने राख के विशाल बादलों की वजह से रास्ता बदलना पड़ा. विमान को सुरक्षा कारणों से अहमदाबाद हवाई अड्डे की ओर डायवर्ट किया गया.
Airport Accidents:जर्मनी के सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि गेट नंबर B70 बंद हो चुका था. लेकिन देर से आए इन यात्रियों ने 9 बजकर 33 मिनट पर इमरजेंसी अलार्म का शीशा तोड़ दिया और टारमैक का दरवाजा खोलने के लिए एक बटन दबाया.
FBI chief: काश पटेल की 27 वर्षीय गर्लफ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस एक कंट्री सिंगर हैं. उनके एक प्रोग्राम के लिए काश ने एफबीआई स्वाट टीम के दो सदस्यों को सुरक्षा में तैनात किया था लेकिन वो उसे कार्यक्रम में सुरक्षित पाने के बाद अपनी जगह से हट गए.
Canada Citizenship Laws:यह नियम विदेश में पैदा हुए कई कनाडाई नागरिकों को अपने उन बच्चों को नागरिकता देने से रोकता था जो विदेश में पैदा हुए थे. बिल C-3 नागरिकता एक्ट (2025) में बदलाव करने वाले इस एक्ट को पिछले हफ्ते शाही मंजूरी मिल गई, जिससे हजारों भारतीय मूल के परिवारों को राहत मिली है.
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की चेयरपर्सन और पूर्व प्रधानमंत्री बेगम खालिदा जिया इन दिनों बीमार चल रही हैं। बांग्लादेशी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार खालिदा जिया के हार्ट और फेफड़ों में इन्फेक्शन हो गया है। एवरकेयर हॉस्पिटल में फिलहाल उनका इलाज किया जा रहा है
ट्रोलर्स को काश पटेल की गर्लफ्रेंड ने दिखाया आईना; एक स्क्रीनशॉट शेयर करके कह दी सारी बात
Kash Patet: काश पटेल की सिंगर गर्ल फ्रेंड एलेक्सिस विल्किंस ने सोशल मीडिया पर एक स्क्रीनशॉट शेयर किया है. उन्होंने इस स्क्रीनशॉट के जरिए ट्रोल करने वालों को कड़ा जवाब दिया है.
ऑस्ट्रेलिया के बाद मलेशिया भी बच्चों के लिए सोशल मीडिया पर बैन लगाने की तैयारी कर रहा है। मलेशिया अगले साल से 16 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए सोशल मीडिया पर बैन लगा सकता है
G20: दक्षिण अफ्रीका की मेजबानी में पहली बार हुआ जी20 शिखर सम्मेलन तमाम विवादों के बीच संपन्न हो गया. एक डेलिगेशन लेवल की मीटिंग में राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा (Cyril Ramaphosa) ने जी-20 नेताओं की शिखर वार्ता की मेजबानी में सहयोग के लिए भारत का आभार प्रकट किया.
जोहान्सबर्ग, 23 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का टारगेट रखा है।
पाकिस्तान में हुआ धमाका , पेशावर में पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर में हमले के बाद हुई गोलीबारी
पाकिस्तान सुबह-सुबह धमाकों की आवाज से दहल उठा। पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा की राजधानी पेशावर में पैरामिलिट्री फोर्स हेडक्वार्टर पर हमला हो गया है
आईडीएफ का दावा, बेरूत में हिजबुल्लाह के टॉप लीडर को मार गिराया
इजरायल ने दावा किया कि उसने बेरूत के दक्षिणी इलाकों में एक सटीक एयरस्ट्राइक की, जिसमें हिज्बुल्लाह के सीनियर कमांडर हेथम अली तबातबाई को मार गिराया गया
'फिर आई चिट्ठी...', बांग्लादेश ने की शेख हसीना की मांग, विदेश मंत्रालय को लिखा लेटर
Bangladesh News: बांग्लादेश ने मानवता के खिलाफ अपराध करने के मामले में पूर्व पीएम शेख हसीना को कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है. इस फैसले के बाद अब अंतरिम सरकार ने भारत सरकार को एक लेटर लिखा है. जिसमें शेख हसीना की मांग की है.
Russia Ukraine war: रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कराने के लिए सालों से बैठकें हो रही हैं. हालांकि जंग कब रुकेगी कोई नहीं जानता. इसके बावजूद अमेरिका (US) ने स्विट्जरलैंड में यूक्रेन के साथ चल रही शांति वार्ता को एक महत्वपूर्ण कदम बताया है. इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ने एक ऐसी बात कह दी है जिससे पुतिन का गुस्सा भड़क सकता है.
मोदी–मेलोनी मीटिंग : आतंकवाद पर बड़ा ऐक्शन प्लान, रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'जी20 लीडर्स समिट' में हिस्सा लिया। समिट से इतर पीएम मोदी ने कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से भी मुलाकात की
न खाने का समय, न ही सोने का...इस देश में नहीं होता है अंधेरा, कैसे चलता है समय का चक्र?
No Sunset: नौकरी-पेशा से जुड़े लोगों के लिए समय का काफी ज्यादा महत्व है. हालांकि दुनिया में एक देश ऐसा है जहां पर प्रकृति समय का अस्तित्व खत्म कर देती है. यहां के निवासी कोई भी काम समय देखकर नहीं करते हैं. आइए जानते हैं इस देश के बारे में.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ली जे म्युंग की मुलाकात में अर्थव्यवस्था और सुरक्षा पर चर्चा
दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित जी20 समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डा सिल्वा के साथ बातचीत की
Saudi Arabia News: सऊदी अरब अपने कड़े नियमों के लिए जाना जाता है. हालांकि सऊदी अरब अब बाहर से आए लोगों के लिए शराब की बिक्री बढ़ा दी है. इससे पहले यहां की सरकार ने शराब पर कड़े प्रतिबंध लगाए थे. जानिए अचानक बिक्री को क्यों बढ़ा दिया गया है.
2030 तक कनाडा के साथ 50 बिलियन डॉलर का ट्रेड टारगेट : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोहान्सबर्ग में जी20 समिट के दौरान अपने कनाडाई समकक्ष मार्क कार्नी के साथ द्विपक्षीय बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि भारत ने दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय ट्रेड के लिए 2030 तक 50 बिलियन डॉलर का टारगेट रखा है
Canada News: भारतीय मूल के मशहूरकोकीन लॉयरदीपक पराडकर को कनाडा में पूर्व ओलंपियन को एफबीआई गवाह की हत्या में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने पूर्व ओलंपियन को एक सलाह दी थी जिसके बाद एक गवाह की हत्या कर दी गई.
अफगानिस्तान के हेरात में सड़क हादसे में 10 की मौत, 10 से अधिक घायल
अफगानिस्तान के पश्चिमी प्रांत हेरात में रविवार सुबह एक भीषण सड़क दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हो गई और 10 से अधिक घायल हो गए। यह जानकारी प्रांतीय पुलिस कार्यालय द्वारा जारी बयान में दी गई
राजकुमारी डायना की मामूली सी दिखने वाली ड्रेस की चर्चा इतनी क्यों बढ़ी कि इसे रिवेंज ड्रेस यानी बदला लेने के लिए पहनी गई ड्रेस बताया गया और ये आज भी इसी नाम से जानी जाती है.. इस ड्रेस में ऐसा क्या था, 31 सालों बाद भी ये एक बार फिर चर्चा में क्यों है,पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
22 नवंबर 2008। पाकिस्तान के कराची का समुद्री किनारा। 10 आतंकियों को दो-दो के 5 जोड़े में बांटा गया और सभी जोड़ों को 10,800 भारतीय रुपए और एक भारतीय मोबाइल फोन दिया गया। हाथ में कलावा बांधे सभी आतंकियों को एक छोटी नाव में बिठाकर अलविदा कह दिया गया। उनकी मंजिल थी मुंबई और मकसद जब तक जान रहे लोगों को मारते रहना। भारत पर हुए सबसे बड़े आतंकी हमले 26/11 मुंबई अटैक की इसी हफ्ते 17वीं बरसी है। ये आतंकी हमला 7 साल में बुना गया एक मास्टरप्लान था। इतनी बारीक तैयारियां की गई थीं कि आतंकी आंख मूंदकर भी अपने टारगेट तक पहुंच सकते थे। उस पर भारत से 5 जगह चूक हुई। मंडे मेगा स्टोरी में 26/11 मुंबई हमले की सटीक प्लानिंग और भारत की चूक की पूरी कहानी… **** ग्राफिक्स: अजित सिंह, द्रगचंद्र भुर्जी और अंकित द्विवेदी रिसर्च सहयोग: देव कुमार ------ ये स्टोरी भी पढ़िए... ज्यादातर मुस्लिम देश गरीब क्यों होते जा रहे: दुनिया की GDP में सिर्फ 8% हिस्सेदारी; तबाही के पीछे इस्लाम, अंग्रेजों की लूट या छिपी वजहें दुनियाभर के 57 मुस्लिम देशों का एक संगठन है- ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कॉर्पोरेशन यानी OIC। यहां दुनिया की करीब 25% आबादी रहती है, लेकिन वर्ल्ड GDP में इनकी हिस्सेदारी 10% भी नहीं। OIC में शामिल सिर्फ 8 देश हाई इनकम कैटेगरी में आते हैं, वो भी तेल के कुओं की बदौलत। इसके अलावा अफगानिस्तान, पाकिस्तान, ईरान समेत ज्यादातर मुस्लिम देश गरीब हैं। पूरी खबर पढ़िए...
क्यों रुक नहीं रहा इजरायल? 44 दिनों में 500 बार सीजफायर तोड़ा, इतने फिलिस्तीनियों की मौत
भले ही इजरायल और हमास के बीच 10 अक्टूबर से सीजफायर लागू है, लेकिन इजराइल अपने हमले रोकने का नाम नहीं ले रहा, ऐसे में गाजा समेत पूरे फिलिस्तीन में शांति कायम करने में मुश्किलें आ सकती हैं.
बांग्लादेश: डेंगू से 8 मौत, मृतकों की संख्या पहुंची 360 के पार
बांग्लादेश में डेंगू से होने वाली मौत के सिलसिले पर ब्रेक नहीं लग रहा है। शनिवार से रविवार के बीच महज 24 घंटों में आठ लोगों ने दम तोड़ दिया
'मायावती ने लखनऊ में रैली की तो भीड़ उमड़ पड़ी। ये वो भीड़ थी, जो अपने साथ रोटियां बांधकर लाई थी। सोचिए कितनी कमिटेड जनता होगी, जो सिर्फ मायावती के नाम पर इकट्ठी हुई। वरना रैलियों में लोग तब जाते हैं, जब कम से कम खाने-पीने का अच्छा इंतजाम हो। कई बार तो लोग बारात जैसा स्वागत मांगते हैं।' सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ अग्निहोत्री इसे सिर्फ बसपा की रैली नहीं बल्कि मायावती की सक्रिय राजनीति में वापसी मान रहे हैं। वो कहते हैं कि ये रैली मायावती का वो मजबूत वोट बैंक दिखाती है, जिसे उनके दोबारा एक्टिव होने का इंतजार है। बसपा के एक लीडर इस पर मुहर लगाते हुए कहते हैं, 'मायावती यूपी के सभी 18 मंडल समेत पश्चिम यूपी के 5-7 जिलों में नाइट कैंपिंग के लिए हां कर चुकी हैं। पिछली बार तो मायावती जी ने चुनाव के ठीक पहले ही कुछ रैलियां की थीं, लेकिन इस बार कोशिश होगी कि उनकी ज्यादा से ज्यादा रैलियां हों।' दरअसल, 2007 के बाद से मायावती की राजनीतिक सक्रियता लगातार घटती गई। इसका असर सीट के नंबर और वोटर शेयर पर भी दिखा। 2007 में 206 सीट और 30.4% वोट शेयर हासिल करने वाली बसपा 2012 में 80 सीट और 25.9% वोट शेयर पर आ गई। 2017 में 19 सीट के साथ ये वोट शेयर 22% और 2022 में 1 सीट के साथ 13% पर आ गया। 2027 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बार मायावती की चुनाव को लेकर क्या स्ट्रैटजी है, चुनाव में वो किसे अपना मुकाबला मानकर रणनीति बना रही है? क्या इस बार वो RSS की तरह घर-घर पहुंचने की तैयारी में हैं? दैनिक भास्कर ने बसपा में अपने सोर्सेज, पार्टी लीडर्स और पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स से समझने की कोशिश की। यूपी चुनाव में दिखेगी मायावती की धमकबसपा में हमारे सोर्स बताते हैं, ‘इस बार मायावती यूपी के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नहीं, बल्कि अभी से अपनी मौजूदगी दर्ज कराना शुरू कर चुकी हैं। 9 अक्टूबर को लखनऊ की रैली और उसके बाद 19 नवंबर को दिल्ली में 5 बैठकें कीं। ये तो अभी प्रोमो है, पूरी पिक्चर में मायावती मुख्य किरदार में नजर आएंगी।‘ इस बार इतनी सक्रियता क्यों? इस पर जवाब मिला, 'बसपा सुप्रीमो समझ चुकी हैं कि दलितों की पॉलिटिक्स के लिए अगर जगह छोड़ी गई तो वहां कोई और आ सकता है। कई दशकों की मेहनत मिट्टी में मिल जाएगी।‘ देखिए, कोई भी अपनी विरासत जीते जी किसी को ले नहीं जाने देना चाहता है। उनके करीबियों ने भी उन्हें समझाया है। ‘आप ही बताइए चंद्रशेखर आजाद जैसे छुट भैय्या नेता ने अपनी जगह सिर्फ इसीलिए बना ली क्योंकि मायावती गायब थीं। इसीलिए अब वो अपने पारंपरिक वोटर ही नहीं, मुसलमान वोटरों को भी हाथ से नहीं जाने देना चाहती हैं। इस बार मायावती दोनों को साधने का प्लान बना रही हैं।' वे आगे बताते हैं, 'अगले एक साल में मायावती लखनऊ की ही तरह कम से कम 6 रैलियां और मंडल के कार्यकर्ताओं के साथ 20 बैठकें करेंगी। अभी इस पर मुहर तो नहीं लगी है, लेकिन वे अपने कुछ कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए उनके घर भी पहुंच सकती हैं।' मायावती 18 मंडलों में गुजारेंगी रात, चाय-डिनर पर बनेगी रणनीतियूपी के विधानसभा चुनाव के लिए मायावती की और क्या तैयारियां हैं? ये पूछने पर सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ अग्निहोत्री बताते हैं, 'मैं करीब 35 साल से बसपा को कवर कर रहा हूं। कुछ साल कांशीराम की राजनीति देखी। मायावती की राजनीति भी नजदीक से देख चुका हूं। यकीनन वो इस बार गहरी रणनीति बना रही हैं।' 'इस बार मायावती यूपी के 18 मंडलों में नाइट कैंप करेंगी। इससे पहले उन्होंने कांशीराम के साथ ही नाइट कैंपिंग की थी। तब वो साइकिल से गांव-गांव तक घूमी थीं, लेकिन जब से वो मायावती बनीं यानी बसपा सुप्रीमो और फिर CM, तब से कभी न नाइट कैंप हुए और न साइकिल बाहर निकली।' 'हालांकि इस बार मायावती बसपा सुप्रीमो बनकर नहीं बल्कि कांशीराम के साथ वाली मायावती बनकर कार्यकर्ताओं के बीच जाएंगीं। उनकी नाइट कैंपिंग का मतलब सिर्फ बैठक लेना नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं के साथ दिन-रात गुजारना और उनमें पहले जैसा जोश भरना है।' बसपा के एक लीडर पहचान जाहिर नहीं करना चाहते, लेकिन इस दावे को कन्फर्म करते हैं। वे कहते हैं, 'इस बार कोशिश होगी कि उनकी रैलियां ज्यादा हों और कोई इलाका न छूटे। इसलिए 2026 में ही फरवरी-मार्च से रैलियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा।' चार मकसद के साथ होगी रात की चौपाल1. सोर्स के मुताबिक, ये नाइट कैंप वैसा ही होगा, जैसा किसी परिवार में उसका मुखिया तय करता है कि आज पूरा परिवार एक साथ बैठकर खाना खाएगा और अपना दुख-दर्द बांटेगा। ये कार्यकर्ता और बसपा सुप्रीमो के बीच बने गैप को भरने का काम होगा। 2. पार्टी कार्यकर्ताओं से बसपा सुप्रीमो खुद फीडबैक लेंगी, ताकि उस पर आगे काम किया जा सके। 3. इस दौरान पार्टी का विस्तार भी किया जाएगा। हर कार्यकर्ता अपने साथ कुछ नए लोगों को लाएगा, जो पार्टी से जुड़ना चाहते हैं। 4. नाइट कैंप का जोर-शोर से प्रचार किया जाएगा और संदेश देने की कोशिश होगी कि उनकी नेता मायावती लौट आई हैं। ताकि दलित वोटर आश्वस्त हो जाएं और जो वोटर मजबूरी में छिटका है, उसे वापस लाया जा सके। MY की काट DM पर काम शुरू, अखिलेश को चक्रव्यूह में फंसाने की तैयारीबसपा सुप्रीमो ने इस बार सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लिए अभी से चक्रव्यूह रचना शुरू कर दिया है। सोर्स के मुताबिक, 'इस चुनाव में मायावती और ओवैसी एक साथ होंगे। दोनों में बातचीत हो चुकी है। सीट शेयरिंग पर बात लगभग फाइनल है।' जब बसपा लीडर और प्रवक्ता एमएच खान से इस बारे पूछा गया तो वो कहते हैं, 'मायावती कब मुसलमानों के साथ नहीं थीं। आप पिछले चुनाव का डेटा देखिए, उन्होंने हमेशा मुसलमानों को बड़ी संख्या में टिकट दिया।' हालांकि ओवैसी के साथ गठजोड़ पर वो कहते हैं, 'इस पर फैसला बसपा सुप्रीमो ही करेंगी। वो जो भी फैसला करेंगी, सबको मंजूर होगा।' वहीं इसे लेकर सीनियर जर्नलिस्ट अमिताभ का कहना है, 'पश्चिमी यूपी में चौधरी चरण सिंह की पार्टी ने जाट-मुसलमान पॉलिटिक्स की। वहां ये फॉर्मूला खूब हिट भी था। हालांकि 2013 में हुए मुजफ्फरनगर दंगों के बाद ये फॉर्मूला टूट गया। चौधरी चरण सिंह के वारिस अजीत सिंह भी खत्म हो गए। हालांकि ये फॉर्मूला टेस्टेड तो है ही। दलित-मुस्लिम अगर मिल गए तो करीब 23-24% वोट एक हो जाएगा। ये इतनी बड़ी संख्या है जो चुनाव को प्रभावित करेगी।' बसपा के युवा दलित कार्यकर्ता कहते हैं, 'ये DM समीकरण सबसे ज्यादा अखिलेश यादव को नुकसान पहुंचाएगा और यही दलित चाहता है। क्योंकि यूपी में दलित सबसे ज्यादा यादवों का सताया हुआ है। ब्राह्मण का तो बस नाम भर है। दलित और मुसलमान को एक साथ आने में कोई दिक्कत नहीं।’ ‘काम शुरू हो चुका है। हमारी टीमें तैयार हैं, ये टीमें शोर मचाकर नहीं, घर-घर पहुंचकर चुपचाप काम कर रही हैं, ताकि चुनाव से कम से कम 6 महीने पहले हम एक आंकड़ा तैयार कर सकें। फिर इस गठजोड़ को लेकर अपनी तैयारी और पुख्ता कर सकें।' क्या RSS की तरह चुपचाप घर-घर जाकर बैठक कर रहे हैं?वे कहते हैं, ‘RSS एक बेहतर रणनीति बनाने और उस पर काम करने वाला संगठन है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता। अगर किसी से कुछ सीख मिले तो सीखने में क्या बुराई है?' पश्चिमी यूपी के ये युवा कार्यकर्ता अपनी पहचान नहीं जाहिर करना चाहते हैं। उनका कहना है कि हमें ऊपर से निर्देश है कि हमें वोटरों के बीच में ही बोलना है। मीडिया से रणनीति पर ज्यादा बात नहीं करनी है। चुनाव जब करीब होंगे तो खुद मायावती ही इस बारे में बताएंगी। मिश्रा-माया और भतीजे आकाश की तिगड़ी हुई एक्टिवबसपा में हमारे सोर्स ने बताया, 'इन दिनों मायावती और उनके मुंह बोले भाई सतीश चंद्र मिश्रा की करीबी बिल्कुल वैसे ही है जैसे- साल 2007 में थी। बैठकों का सिलसिला बढ़ गया। मायावती, उनके भतीजे आकाश और मिश्रा की तिगड़ी ही इस समय पार्टी में प्रमुख है।' सोर्स ने ये भी बताया कि आकाश के साथ मतभेद खत्म करने में भी सतीश चंद्र मिश्रा का अहम रोल रहा। मायावती इस बार रैलियों और चौपालों में कार्यकर्ताओं और वोटरों को ये भी बताएंगी कि कांशीराम के जाने के बाद जिस तरह मायावती ने दलित हितों को आगे बढ़ाया, वैसे ही उनके बाद ये काम आकाश करेंगे। क्या BJP की B-पार्टी है बसपा?बसपा प्रवक्ता एमएच खान कहते हैं, 'ये सिर्फ विपक्ष का दुष्प्रचार है। वो जानबूझकर ऐसा करता रहता है। पहले जब गठबंधन हुए थे, उस वक्त परिस्थितियां अलग थीं। अब अलग हैं। फिलहाल हम BJP के सामने चुनौती बनकर खड़े होंगे, न कि उसके साथ।' हालांकि बसपा के एक सोर्स ने ये भी बताया कि पार्टी का पहला टारगेट सपा को चुनौती देना है। BJP नंबर दो पर है और राजनीति में कोई स्थायी दुश्मन या दोस्त नहीं होता। हां, सपा इस चुनाव में स्थायी दुश्मन है। इतना मैं कह सकता हूं। मायावती के पुराने साथी बोले- बहन जी को समझना नामुमकिन साहमने मायावती के साथ 36 साल राजनीति कर चुके नसीमुद्दीन सिद्दीकी से भी बात की। वे 8 साल पहले उनसे अलग हो चुके हैं। नसीमुद्दीन सिद्दीकी का मानना है कि मायावती की स्ट्रैटजी समझ पाना संभव नहीं है।’ वे बताते हैं, ’अचानक एक दिन बहनजी ने लखनऊ के उसी मैदान में रैली बुलाई जहां अभी रैली की है और BJP के साथ गठबंधन तोड़ दिया। इसके लिए न किसी से मशविरा लिया, न कोई बैठक की।’ आप उस वक्त सरकार में सीनियर मंत्री थे। क्या वो अपने सीनियर मंत्रियों से भी मशविरा नहीं लेती थीं? ‘नहीं, उनके अपने कुछ खास लोग थे। अब मैं उनका नाम नहीं लूंगा। मेरी उनसे भी कोई दुश्मनी नहीं है। मशविरा उन्हीं से लिया जाता था।’ क्या आपका इशारा सतीष चंद्र मिश्रा की तरफ है। ‘नहीं, मैं किसी का नाम नहीं लूंगा।’ मायावती 6 दिसंबर को नोएडा में रैली करेंगीमायावती, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस यानी 6 दिसंबर को नोएडा में विशाल रैली करने जा रही हैं। इस रैली के जरिए मायावती एक बार फिर अपनी सियासी ताकत का प्रदर्शन करेंगी। विरोधियों को ये संदेश देने की कोशिश करेंगी कि बसपा का कैडर आज भी उनके साथ मजबूती से खड़ा है। नोएडा की रैली के जरिए मायावती नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर में अपने खोए वोटरों को साधने की तैयारी में हैं।......................ये खबर भी पढ़ें... 'चंद्रशेखर कहता था- तुम्हारे बिना मर जाऊंगा, शादी छिपाई' भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण पर PHD स्कॉलर डॉ. रोहिणी घावरी सिर्फ यौन उत्पीड़न का आरोप ही नहीं लगा रहीं। उनका कहना है कि वो अब इन आरोपों को लेकर चंद्रशेखर के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगी। रोहिणी अब तक पुलिस के FIR दर्ज न करने से परेशान हैं। हालांकि वकील की सलाह पर वो मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज करा चुकी हैं। दैनिक भास्कर ने रोहिणी घावरी से बात कर पूरा मामला समझा। पूरी खबर पढ़ें...
भारत के पड़ोसी देश में डेंगू का कहर जारी, मरने वालों की संख्या हुई 364
Bangladesh Dengue: 2025 के डेंगू के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 90 हजार 264 हो गई और डेंगू से मरने वालों की संख्या बढ़कर 364 हो गई है. लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से घरों, बिल्डिंग साइट्स, स्कूलों और दूसरी जगहों से जमा पानी हटाने की हिदायत भी दी है.
कौन है हेथम तबातबाई? हिज्बुल्लाह का टॉप लीडर, इजरायल ने लेबनान में किया खात्मा
इजरायली पीएम नेतन्याहू के ऑफिस ने कहा कि आईडीएफ ने बेरूत के बीचों-बीच, हिज्बुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ को टारगेट करके हमला किया, जो ऑर्गनाइजेशन को बनाने और फिर से हथियारबंद करने का काम कर रहे थे.
ईरान और पाकिस्तान से एक दिन में 11 हजार से अधिक अफगान शरणार्थियों की जबरन वापसी
ईरान और पाकिस्तान से एक ही दिन में 11,000 से अधिक अफगान शरणार्थियों को जबरन वापस भेजा गया है। यह जानकारी रविवार को तालिबान के एक अधिकारी ने दी और स्थानीय मीडिया ने इसकी पुष्टि की
भारतीय मूल का शख्स कनाडा में मोस्ट वांटेड क्रिमिनल, कौन है निकोलस सिंह? टोरंटो से हुआ गिरफ्तार
निकोलस सिंह ने कनाडा की 'मोस्ट वांटेड' लिस्ट में शामिल भारतीय मूल का शख्स है, जो 18 महीने बाद पकड़ा गया. उसके पास से बंदूक, गोला-बारूद जब्त किया गया.
आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मानदंड की कोई जरूरत नहीं, दक्षिण अफ्रीका से पीएम मोदी का सख्त संदेश
G20 Leaders Summit: पीएम ने आईबीएसए को सुझाव दिया कि उन्हें दुनिया को एक साथ यह मैसेज देना होगा. जिसमें बताना होगा कि संस्थागत सुधार अब ऑप्शनल नहीं है. बल्कि, ये अब समय की जरूरत है. क्योंकि, ग्लोबल इंस्टीट्यूशन 21वीं सदी की असलियत से बहुत दूर हैं और इसे बदलना होगा. पीएम ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में करीबी तालमेल को भी जरूरी बताते हुए कहा कि इस मुद्दे पर दोहरे मापदंड के लिए कोई जगह नहीं हो सकती है.
रूस के खिलाफ जंग के बीच जेलेंस्की पर भड़क गए ट्रंप, बोले- थैंक यू भी नहीं कहा
Donald Trump Slams Ukraine: यूक्रेन की लीडरशिप ने रूस के खिलाफ युद्ध में हमारी ओर से की गई भारी मदद के बावजूद हमारी कोशिशों के लिए कोई शुक्रिया नहीं जताया. US प्रेसिडेंट ने कहा कि वॉशिंगटन यूक्रेन को बांटने के लिए NATO को भारी मात्रा में हथियार बेचना जारी रखे हुए है.
Flight Hijacking News: जरा सोचिए, हजारों फुट की ऊंचाई पर कोई प्लेन हाईजेक हो जाए. लुटेरा यात्रियों से लाखों डॉलर लूटकर पैराशूट से नीचे कूद जाए. आज से 54 साल पहले यह घटना हुई थी. इस घटना के 9 साल बाद पैसे तो एक जगह पड़े मिल गए लेकिन लुटेरा आज तक गायब है.
बांग्लादेश: शेख हसीना और उनके परिवार पर जमीन घोटाले का आरोप, मामले में 27 नवंबर को आएगा फैसला
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना, छोटी बहन शेख रेहाना, हसीना की बेटी साइमा वाजेद पुतुल और बेटे सजीब वाजेद जॉय पर जमीन घोटाले का आरोप है। इस भ्रष्टाचार मामले में फैसला 27 नवंबर को आएगा
Baba Vanga 2026 Prediction in Hindi: नया साल शुरू होने में अब केवल एक महीने का समय बचा है. इसके साथ ही यूरोप समेत दुनिया के एक बड़े हिस्से में दहशत भी बढ़ती जा रही है. इसकी वजह बाबा वेंगा की एक भविष्यवाणी है.
बांग्लादेश प्रशासन का बढ़ता खर्च, पिछले एक साल में 14 % बढ़ा कर्ज
बांग्लादेश सरकार का कर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है और बीते एक साल में इसमें 14 प्रतिशत का इजाफा हुआ है
अमेरिका ने पुतिन के जिस करीबी पर लगाया था BAN, वो बना रहा यूक्रेन युद्ध रोकने का पीस प्लान?
Who is Kirill Dmitriev: किरिल दिमित्रिव कौन हैं, यह सवाल अब अंतरराष्ट्रीय बहस का मुद्दा बन गया है. वो शख्स जिसपर अमेरिका ने 2022 में प्रतिबंधित लगाया था उसका अमेरिका पहुंचना इस बात का संकेत देता है कि वैश्विक राजनीति में प्रभावशाली व्यक्तियों की पहुंच सीमाओं और नियमों से कहीं आगे तक जाती है.
ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जैयर बोल्सोनारो को तख्तापलट के मुकद्दमे में 27 साल की सजा के मामले में पुलिस ने शनिवार को एहतियातन गिरफ्तार कर लिया गया
रूस और यूक्रेन के बीच सुलह करवाने की अमेरिका ने कवायद तेज कर दी है। अमेरिका की ओर से 28 सूत्रीय समझौता पेश किया गया। शुरुआत से ही माना जा रहा था कि ये प्लान रूस के पक्ष में ज्यादा नजर आ रहा है
भूटान के प्रधानमंत्री ने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार के साथ द्विपक्षीय वार्ता की
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने ढाका के तेजगांव स्थित मुख्य सलाहकार कार्यालय में द्विपक्षीय वार्ता की
राष्ट्रपति बुश को एलियन से मुलाकात की थी जानकारी, CIA ने क्यों छिपाया दुनिया से बड़ा सच?
Science News:एक नई डॉक्यूमेंट्री में यह कहा गया है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश को 1964 में एक एलियन से हुई मुलाकात के बारे में जानकारी दी गई थी.
Russia-Ukraine Peace Plan: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस-यूक्रेन जंग को खत्म करने के लिए अमेरिका के साथ मिलकर एक शांति योजना बनाई है, हालांकि इस यूक्रेन के इस पीस प्लान से सहमत होने की संभावना कम जताई जा रही है.
मेरा नाम फिरोज कुरैशी है। यूपी के कासगंज का रहने वाला हूं। हमें रैट माइनर्स कहा जाता है, क्योंकि देश में हम बड़ी-बड़ी सुरंग बनाते हैं। यह काम चूहों के बिल बनाने जैसा होता है। जिस तरह चूहे मिट्टी खोदते हैं और बाकी मिट्टी पीछे फेंकते जाते हैं। ठीक उसी तरह। हमें देशभर में बड़े सुरंग हादसों पर बचाव कार्य के लिए बुलाया जाता है। हम कभी सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालते हैं तो कभी बोरवेल में गिरे किसी बच्चे को। इन्हें बचाते वक्त हम अपनी जिंदगी दांव पर लगा देते हैं, लेकिन हमें उसका ठीक से मेहनताना नहीं मिलता। सरकार भी कोई मदद नहीं करती। मुझे तेलंगाना सुरंग हादसे में बनारस की एक बूढ़ी औरत के पति को न खोज पाने का बहुत अफसोस है। सुरंग के बाहर उसका रोना आज भी दिल में चुभता है। उत्तराखंड सुरंग हादसे में 14 मजदूरों को बाहर निकालने पर राष्ट्रपति ने हमें बधाई सर्टिफिकेट दिया। हमें देश के जाने-माने गाने के प्रोग्राम इंडियन आइडल में बुलाया गया। सनी देओल जैसे कई फिल्म स्टार हमसे मिले। एक विदेशी प्रोडक्शन हाउस ने हम पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई, लेकिन हमारे हालात जस के तस हैं। हमारे पास इलाज तक के पैसे नहीं हैं। अभी श्रीलंका बुलाया गया है, वहां जाने की तैयारी कर रहे हैं। अपने रैट माइनर्स बनने की कहानी से बात शुरू करता हूं। पढ़ा-लिखा न होने से मेरे पास कोई काम नहीं था। मुंबई में रहने वाले अपने छोटे भाई के पास गया। वह वहां जमीन के अंदर पानी, सीवर और गैस पाइपलाइन बिछाने का काम करता था। उसके साथ 12 साल काम किया। जहां मैंने जमीन के अंदर पाइप बिछाने और सुरंग खुदाई का काम सीखा। जमीन के अंदर पाइपलाइन डालने का यह काम बहुत खतरनाक है। इसके लिए पहले 20 से 40 फीट गहरा गड्ढा करना पड़ता है। गड्ढा होने के बाद पाइप बिछाने का काम किया जाता है। उसके बिछने के बाद हम पाइप के अंदर जाते हैं। अंदर बैठकर हम पत्थर और लोहे की कुटाई करते हैं। उसके बाद सुरंग बनाते हुए पाइप को आगे बढ़ाते हैं। यह काम 8 से 18 घंटे तक लगातार होता है। इस काम को मशीनें आज भी बेहतर तरीके से नहीं कर पातीं। इस काम के दौरान हम मौत के मुंह में होते हैं। पाइप के अंदर सबसे बड़ी चुनौती कई बार ठीक से सांस न ले पाने की होती है। उसमें जानलेवा गैस भर जाती है तो दम घुट जाता है। इसके अलावा उसी पाइप से पानी खींचा जाता है। कई बार उसमें करंट उतर आता है। कई बार तो आंखों के सामने लोगों को मरते देखा है। आप सोच सकते हैं कि यह कितना खतरनाक होता है। यही वजह है कि कई देशों ने इस काम पर प्रतिबंध लगा रखा है। मुंबई में इस काम को लंबे समय तक किया। काम बहुत मुश्किल था, लेकिन पैसा कुछ खास नहीं मिलता था। भाई के साथ प्लान बनाया और दिल्ली आ गया। यहां दिल्ली शहर में बड़ी-बड़ी सीवर लाइनें बिछाईं। जानलेवा होने के नाते इस काम के बारे में घर वालों को नहीं बताता। उनसे कहता हूं कि हम बिल्डिंग बनाने का काम करते हैं, लेकिन उत्तराखंड की सिलक्यारा सुरंग हादसे में हमारा नाम सबके सामने आ गया। वहां सुरंग में मजदूरों के फंसने की खबर आई। हमारी टीम को बुलाया गया। उस वक्त हमारे एक साथी की बहन की शादी थी। उसने शादी छोड़ दी। एक साथी के भाई की पत्नी अस्पताल में भर्ती थी, लेकिन हम अपने घर वालों को बताए बगैर टीम के 6 साथी वहां पहुंचे। वहां पहुंचे तो देश-विदेश की कई बड़ी मशीनें और सरकार की टीमें बचाव कार्य में लगी हुई थीं। सब फेल हो रही थीं, अंदर 41 मजदूरों की जिंदगी का कुछ पता नहीं था। सब फेल होने पर हमारी टीम ने बचाव कार्य शुरू किया। हर दिन मुश्किल लग रहा था, लेकिन धीरे-धीरे हम अपने मिशन में सफल हो रहे थे। मजदूरों को फंसे अब तक 17 दिन हो गए थे। 17वें दिन हमारा मिशन सफल हो गया। हमने एक-एक करके सभी 41 मजदूरों को बाहर निकाल लिया। मिशन सफल होते ही टीवी पर हमारी तस्वीरें आने लगीं। मेरे बेटे ने मुझे टीवी पर देखा। उसने तुरंत फोन करके पूछा- ‘अब्बू क्या आप उत्तराखंड में हैं?’। मैंने कहा कि नहीं, तुमने मेरी शक्ल के किसी और को देखा होगा। उसके बाद टीवी पर मेरे छोटे भाई की तस्वीर चली। घर वालों ने उसे देखा तो बेटे ने दोबारा फोन किया। उसने कहा- अब्बू टीवी पर चाचू भी दिखाई दे रहे हैं। आखिर तब मैंने बता दिया कि- हां हम उत्तराखंड में हैं। यहां सुरंग में फंसे मजदूरों को निकाल चुके हैं। उस दिन जाकर हमारे परिवारों को पता चला कि हम सुरंग का काम करते हैं। इस तरह बड़ी-बड़ी मशीनों के फेल होने के बाद हमारी कामयाबी दुनियाभर में चर्चित हो गई। राष्ट्रपति ने हमें बधाई सर्टिफिकेट भेजा। उत्तराखंड सरकार ने 50-50 हजार रुपए दिए। मिशन सफल होने के बाद घर आया। यहां हमें रैट माइनर्स कहा जा रहा था। उस दिन पहली बार पता चला कि इस काम को करने वाले लोगों को रैट माइनर्स कहा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हम चूहों की तरह सुरंग खोदने का काम करते हैं। मीडिया में हमारी खूब चर्चा चल रही थी। उसके बाद देश के जाने-माने गाने के प्रोग्राम इंडियन आइडल में हमें बुलाया गया। फिल्म स्टार सनी देओल जैसे एक्टर हमसे मिले, लेकिन इंडियन आइडल में जो पैसा मिलना था, उसे बिचौलिया खा गया। एक तरह से वहां नाम हुआ, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। उस दौरान विदेश में भी हमारी चर्चा थी। एक विदेशी प्रोडक्शन हाउस आकर हमसे मिला। उसने हम पर एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म बनाई। इसके अलावा कई नेताओं ने हमें बुलाकर सम्मानित किया, लेकिन सच यही है कि हमें सिर्फ बधाइयां मिलीं। देश की नजरों में हम हीरो बने, लेकिन हमारे आर्थिक हालात जीरो हैं। उत्तराखंड सुरंग हादसे के बाद 22 फरवरी 2025 को तेलंगाना सुरंग हादसा हुआ। वह हादसा 400 मीटर ऊंचे पहाड़ पर बन रही सुरंग में हुआ था, जिसमें 8 मजदूर दब गए थे। वह सुरंग 52 किलोमीटर की बनाई जा रही थी, लेकिन 14 किलोमीटर बनने के बाद अचानक बैठ गई थी। सुरंग के अंदर पानी के साथ हजारों टन लोहा आकर जमा हो गया था। हालत ऐसे थे कि उसके अंदर कोई जाने को तैयार नहीं था। सरकार की टीमों ने हाथ खड़े कर दिए थे। हमारी टीम को बुलाया गया। वहां पहुंचने पर हमें सुरंग में एक ट्रेन से अंदर ले जाया गया। सुरंग जहां बैठी थी वहां पानी और लोहे का भारी कीचड़ था। ट्रेन को उस कीचड़ से पहले रोक दिया गया। उसके बाद हम कीचड़ में उतरे और सफाई शुरू की। वह कीचड़ 4 किलोमीटर तक था। उसे साफ करने में कई दिन लग गए। कीचड़ साफ हुआ तो पता चला कि अगले साढ़े तीन सौ मीटर तक पत्थर और लोहे का मलबा है। उसी मलबे में 8 मजदूरों के दबे होने की आशंका थी। हमने उसकी भी सफाई शुरू की। सबसे पहले हमें उसमें एक डेडबॉडी मिली, जो कि पंजाब के रहने वाले गुरमीत सिंह की थी। उसे हम बाहर निकालकर लाए। सुरंग के बाहर बनारस से एक बुजुर्ग महिला आई थीं। दबने वाले 8 मजदूरों में एक उनके पति भी थे। वह सुरंग के बाहर बैठी रोती रहतीं। सुबह जब मैं सुरंग के अंदर जाने लगता तो वह रोते हुए मुझसे पति को खोजने की मिन्नतें करतीं। लगभग 18 घंटे सुरंग के अंदर रहकर जब हम बाहर आते तो वह वहीं बैठी मिलतीं। बाहर आने पर वह अपने पति के बारे में पूछतीं, लेकिन हमारे पास कोई जवाब नहीं होता था। अब तक हम दो शव निकाल चुके थे, लेकिन उनके पति का शव अभी तक नहीं मिला था। इस दौरान जैसे-जैसे हम सुरंग में आगे बढ़े, हालात खराब होते जा रहे थे। इसी बीच सरकार का आदेश आया। कहा गया कि अब आगे कोई मजदूर नहीं जाएगा। आगे जाने पर हमारी जान जा सकती है। उसके बाद अधिकारियों ने हमें बाकी शव खोजने से मना कर दिया। हम बाहर निकल आए। मैंने सरकारी अधिकारियों से शव खोजने की मिन्नतें कीं। हमें भरोसा था कि हम खोज लेंगे, लेकिन वे नहीं माने। हमें सख्ती से रोक दिया। उधर, बाहर बैठी बनारस की उस बूढ़ी औरत को देख रहा था। वह रोए जा रही थीं। सोच रहा था कि उनके पति का शव मिल जाता तो भी संतोष मिल जाता, लेकिन हम मजबूर थे। छह शव सुरंग के अंदर रह गए। उस दिन मैं भारी मन से कासगंज लौट रहा था। उस बुजुर्ग महिला का चेहरा मेरी आंखों में नाच रहा था। आज भी उस महिला का रोते हुए चेहरा अक्सर आंखों के सामने आता है। उनके पति का शव न निकाल पाना दिल में चुभता है। इसी तरह दूसरा केस राजस्थान के कोटपूतली का है। जहां 130 फीट गहरे बोरवेल में एक तीन साल की बच्ची गिर गई थी। हमें बुलाया गया। वहां सरकारी टीम पहले से जुटी हुई थी, लेकिन वे बच्ची को नहीं बचा पा रहे थे। बच्ची के माता-पिता और परिवार वालों का रो-रो कर बुरा हाल था। वे बार-बार हमारे सामने हाथ जोड़ रहे थे, लेकिन सरकारी टीम के लोग हमें अंदर नहीं जाने दे रहे थे। उन्होंने परिवार वालों को डरा रखा था कि हम लोग बच्ची को बचाने का ज्यादा पैसा लेते हैं। यह भी कहा था कि अगर वे बच्ची रैट माइनर्स से निकलवाएंगे और कोई गलती होगी तो सरकार की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी। कोई मुआवजा नहीं मिलेगा। लेकिन उस वक्त हमने देखा कि सरकारी टीम जिस तरह से काम कर रही थी, वह बच्ची को नहीं बचा सकती थी। आखिर ऐसा करते हुए आठ दिन बीत गए और बच्ची मर गई। उसके बाद उसका शव निकाला गया। वह बच्ची भी अक्सर याद आती है। सोचता हूं, हमें बचाने दिया जाता तो शायद वह जिंदा होती। ये तो वे हादसे हैं, जिनके बारे में आप सभी को मीडिया के जरिए पता है, लेकिन हम देश में होने वाले ऐसे भी बहुत सारे हादसों में जाते हैं, जिनका मीडिया में जिक्र तक नहीं होता। सरकार उन्हें सामने ही नहीं आने देती। अभी हमें श्रीलंका बुलाया गया है। वहां जाने के लिए हम पासपोर्ट बनवा रहे हैं। आखिर में कहूंगा- हम अपने काम को पूरे जुनून से करते हैं। जान तक की परवाह नहीं करते, लेकिन हमें उसका ठीक पैसा नहीं मिलता। केवल बधाई और तारीफें मिलती हैं और तारीफों से घर नहीं चलता। हमारे हालात ऐसे हैं कि अगर आज हमारे घर से कोई अस्पताल में भर्ती हो जाए तो उसका इलाज तक नहीं करा सकते। एक तरह से हम अपनी आर्थिक मजबूरियों की सुरंग में फंसे हैं। सरकार हमारी मदद करे। (फिरोज कुरैशी ने अपने ये जज्बात भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से साझा किए हैं।) ------------------------------------------------- 1-संडे जज्बात-खरीदी गई दुल्हन हूं, लोग हमें पारो कहते हैं:पति की मौत के बाद ससुरालवाले बोले- तुम्हें बेच देते हैं, लाख रुपए मिल जाएंगे मेरा नाम उर्मिला है। मैं मध्य प्रदेश के सिवनी जिले के एक गांव में पैदा हुई। एक दलाल ने मुझे शादी के बहाने धोखा दिया। उसने हरियाणा के जींद के रहने वाले कुबूल लाठर के हाथों बेच दिया। हरियाणा में इस तरह खरीदकर लाई जाने वाली दुल्हनों को ‘पारो’ या ‘मोलकी’ कहा जाता है। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2-संडे जज्बात-मैं मुर्दा बनकर अर्थी पर भीतर-ही-भीतर मुस्कुरा रहा था:लोग ‘राम नाम सत्य है’ बोले तो सोचा- सत्य तो मैं ही हूं, थोड़ी देर में उठकर साबित करूंगा मेरा नाम मोहनलाल है। बिहार के गयाजी के गांव पोची का रहने वाला हूं। विश्व में शायद अकेला ऐसा इंसान हूं, जिसने जिंदा रहते अपनी शव यात्रा देखी। यह बात चंद करीबी लोगों को ही पता थी। मरने का यह सारा नाटक किसी खास वजह से किया गया था। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
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डिप्लोमेसी के बीच दिखी दोस्ती... G20 में फिर मिले PM मोदी और जॉर्जिया मेलोनी, देखें वीडियो
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H-1B Controversy: अमेरिका के H-1B वीजा विवाद बढ़ता ही जा रहा है. अब ट्रंप के इस फैसले को लेकर रिपब्लिकन सांसद मार्जोरी टेलर ग्रीन, जिन्होंने हाल ही में H-1B वीजा कार्यक्रम को खत्म करने का प्रस्ताव रखा था, उन्होंने जनवरी में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है. दुनिया भर की टेक इंडस्ट्री में H-1B वीजा पर निर्भर लाखों प्रोफेशनल्स और कंपनियों के लिए यह खबर अचानक हलचल पैदा कर गई है.
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'चुप रहो, पिगी', डोनाल्ड ट्रंप पर जिमी किमेल का पलटवार, नौकरी से निकलवाने की धमकी पर 'बवाल'
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BBC Board Member Resgins: शुमीत बनर्जी ने BBC बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. उनका यह इस्तीफा इन दिनों 'BBC' को लेकर चल रहे विवादों के बीच आया है.
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न्यूयॉर्क के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी से व्हाइट हाउस में मुलाकात की। मुलाकात के बाद ट्रंप ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि ममदानी अच्छा काम करेंगे
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Kidnapping in Nigeria: नाइजीरिया में किडनैपिंग एक इंडस्ट्री बन चुका है, ताजा मामला नाइजर राज्य का है जहां सैकड़ों और कुछ टीचर्स को गनमैन के ग्रुप ने अगवा कर लिया है.
राज शमानी भारत के पहले ऐसे डिजिटल कंटेंट क्रिएटर बन गए हैं जिन्होंने पर्सनल राइट्स के लिए कोर्ट में केस किया हो और जीत हासिल की हो, पर्सनल राइट्स क्या होते हैं? उन्होंने ये केस क्यों किया? क्या अब उनसे संबंधित कोई मीम नहीं बन सकता, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
'भीमराव अंबेडकर सिर्फ एक साधारण इंसान हैं, कोई महापुरुष नहीं। संविधान निर्माता तो बिल्कुल नहीं। और वो तो दलित भी नहीं। उन्होंने बौद्ध धर्म अपना लिया था। इसलिए उनके बारे में कुछ कहने पर मेरे ऊपर SC/ST एक्ट नहीं लगता।' ग्वालियर के एडवोकेट अनिल मिश्रा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संविधान निर्माता के दर्जे पर ही नहीं, बल्कि उनकी दलित पहचान पर भी सवाल उठा रहे हैं। डॉ. अंबेडकर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद वे सोशल मीडिया पर चर्चित हो गए। इसके बाद भी लगातार बयान दे रहे हैं। एडवोकेट मिश्रा SC/ST एक्ट को अंधा कानून बताते हैं और जिन लोगों पर ये एक्ट लगा है, उनके केस फ्री में लड़ने की बात कहते हैं। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच में डॉ. अंबेडकर की मूर्ति लगाने का विरोध कर चुके हैं। उन्हें अंग्रेजों का एजेंट बता चुके हैं। आखिर उनका मकसद क्या है, बैकग्राउंड क्या है और वे क्यों डॉ. अंबडेकर पर सवाल उठा रहे हैं, इस पर हमने उनसे बात की। सवाल: डॉ. अंबेडकर की मूर्ति से आपको क्यों दिक्कत हुई?जवाब: हाईकोर्ट का कोई स्पेसिफिक ऑर्डर नहीं था कि कोर्ट परिसर में भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगे। ऐसे काम के लिए ऑर्डर की जरूरत होती है। बिना ऑर्डर लिए कुछ लोग चंदा करके हाईकोर्ट में मूर्ति लगाने आ गए। बिना ऑर्डर के तो मूर्ति लग नहीं सकती। मैंने इस बारे में सिर्फ बयान नहीं दिया, PMO को भी लेटर लिखा था। सवाल: डॉ. अंबेडकर संविधान निर्माता हैं, आप इसे किस आधार पर चुनौती दे रहे हैं?जवाब: देखिए कोई सच सामने आ जाए, तो उसे स्थापित करना चाहिए। मैंने बहुत किताबें पढ़ीं, आर्टिकल पढ़े। अंबेडकर को भी पढ़ा। तब मैं ये कह रहा हूं कि संविधान निर्माता बीएन राव हैं, अंबेडकर नहीं। 60 देशों का दौरा बीएन राव ने किया था, ताकि सभी देशों के संविधान की कंपैरेटिव स्टडी कर सकें। बीएन राव को ये काम तब दिया गया था, जब संविधान सभा बनी भी नहीं थी। अंबेडकर तो संविधान सभा के सदस्य बने, तब संविधान से जुड़े। फिर वे निर्माता कैसे हो सकते हैं। जो व्यक्ति संविधान के लिए 60 देशों का दौरा करे, कंपरैटिव स्टडी करे और इसके बाद किसी और व्यक्ति की एंट्री हो, तो निर्माता कौन होगा, पहले वाला या दूसरा वाला। संविधान एक्सपर्ट्स के मुताबिक और मैंने जितना पढ़ा है, अंबेडकर जी ने संविधान के एक भी आर्टिकल का निर्माण नहीं किया है। मैंने AI से भी पूछा कि अंबेडकर ने संविधान के किसी भी आर्टिकल का निर्माण किया है क्या? जवाब मिला, नहीं। इस मुद्दे पर अब तक कई किताबें आ चुकी हैं। 1963 में पब्लिश ‘इंडिया कॉन्स्टिट्यूशन इन द मेकिंग’ जैसी किताब बहुत ऑथेंटिक तरीके से बताती है कि संविधान वास्तव में किसने लिखा था। मेरे पास सर बीएन राव के तैयार ड्राफ्ट की सर्टिफाइड कॉपी भी है। अंबेडकर ने अपनी किताब में ये कहा है कि वे इस संविधान से सहमत नहीं थे, फिर इसके निर्माता कैसे हो गए। मैं बहस के लिए तैयार हूं। अपनी बात साबित करने के लिए मेरे पास सारे तर्क हैं, लेकिन बहस फेयर तरीके से हो। गाली-गलौज के साथ नहीं, जैसा आजकल चल रहा है। ये बहस तो संसद में भी होनी चाहिए। ये पूरे देश का विषय है। मुझे रोज हजारों गालियां और हत्या की धमकियां मिलती हैं। रोज फोन बंद करके सोना पड़ता है। इन सबसे मुझे फर्क नहीं पड़ता। सवाल: लेकिन अभी ये बहस क्यों?जवाब: मेरा विरोध उस दिन से शुरू नहीं हुआ जिस दिन मैंने हाईकोर्ट में मूर्ति लगने का विरोध किया। मैं कई साल से इस मुहिम में लगा हूं। मीडिया ने इस मुद्दे को अब उठाया है। मेरी मंशा वायरल होने की न थी और न अभी है। मीडिया कवर करेगी तब भी, और नहीं करेगी तब भी मैं इस सच को कहता रहूंगा। मैं तो इस बहस को लगातार कर रहा हूं। बस मीडिया की एंट्री ने इसे वायरल कर दिया। सवाल: SC/ST एक्ट को अंधा कानून कहने की वजह क्या है?जवाब: इस एक्ट की वजह से कितने ही फर्जी मुकदमे सनातनियों, जनरल और ओबीसी कैटेगरी के लोगों पर हो रहे हैं। अगर इसका डेटा सर्च करेंगे तो पता चलेगा कि देशभर में इस एक्ट के तहत किए केस में 90% लोग बरी होते हैं। देखिए ये लोग क्या करते हैं। अपने घर की महिलाओं को थाने के बाहर बैठा दिया, थाना घेर लिया और केस कर दिया। SC-ST एक्ट के तहत FIR दर्ज कराने पर ही कथित पीड़िता को 25 से 50% तक पैसा मिल जाता है। फिर चार्जशीट दाखिल होने पर 25 से 50% के बीच पैसा मिलता है। बाकी आरोप सिद्ध होने पर पैसा मिलता है। अगर कोई सच में पीड़ित है, तो उसे सरकारी पैसा मिलना चाहिए, लेकिन उन केस का क्या जिसमें आरोपी बाद में बरी हो जाता है। ये पैसा रिकवर करने का कोई प्रावधान क्यों नहीं है। ये पैसा किसका है। जनता का ही है न। दूसरी तरफ आरोपी को बरी होने के बाद कोई हर्जाना नहीं मिलता। उसकी नौकरी, कामकाज सब ठप हो जाता है। उसके परिवार की इमेज को नुकसान होता है। सरकार उसकी क्षतिपूर्ति नहीं करती। मैंने मध्यप्रदेश का एक डेटा तैयार किया है। मैं इसे जल्द लेकर आऊंगा। इस डेटा में सारे SC-ST एक्ट के सारे केस दर्ज होंगे। ये भी होगा कि कितने आरोपियों पर आरोप सिद्ध हुआ, कितने बरी हुए। ये डेटा देखकर लोग चौक जाएंगे। ये भी बताऊंगा SC-ST एक्ट के तहत कितना पैसा अब तक कथित तौर पर पीड़ित पक्ष को मिला। सवाल: आप कहते हैं कि एक नहीं हजार केस कर दो, मैं नहीं डरता। क्या आपको कानून का डर नहीं है?जवाब: मैं क्यों डरूंगा। मुझे अब सरकारी नौकरी तो चाहिए नहीं, न ही सरकार से कोई फायदा चाहिए। केस होगा तो कुछ दिन जेल में रहूंगा और वापस आ जाऊंगा। मैं जो भी बोल रहा हूं, वो राइट टू स्पीच के तहत कह रहा हूं। मैं इस अधिकार के तहत तो प्रधानमंत्री की नीतियों को भी गलत कह सकता हूं। उन्हें सही या गलत कह सकता हूं। मुझ पर कोई FIR ठहरेगी ही नहीं। एक और बात कि भीमराव अंबेडकर पर कुछ बोलने पर मेरे ऊपर SC-ST एक्ट तो बिल्कुल नहीं लगेगा क्योंकि वे दलित नहीं थे। वे तो बौद्ध हो गए थे। उन्होंने हिंदू धर्म छोड़ दिया था। बौद्ध धर्म को अपनाने के बाद वे दलित नहीं रहे। इस इस एक्ट के तहत कोई FIR मुझ पर नहीं हो सकती। सवाल: आप डॉ. भीमराव अंबेडकर जैसे महापुरुष पर सवाल उठा रहे हैं, डर नहीं लगता?जवाब: जो लोग उन्हें मान्यता देते हैं, भीमराव उनके लिए महापुरुष हो सकते हैं। मैं उन्हें सिर्फ एक साधारण व्यक्ति मानता हूं। हमारे राष्ट्र ने भी उन्हें किसी जगह संविधान निर्माता परिभाषित नहीं किया है। इस तरह की कोई घोषणा लिखित में नहीं है। मुझे रातभर फोन आते हैं। मैंने अब फोन बंद करके सोना शुरू कर दिया है। रोज हत्या की धमकियां और गालियां मिलती हैं। मेरे परिवार और दोस्तों को भी लगातार फोन आ रहे हैं। मैं बहुत साधारण बैकग्राउंड से हूं। पिता डॉक्टर थे। मैं वकील हूं। बच्चे भी आगे वकील बनेंगे। बार एसोसिएशन का पूर्व अध्यक्ष हूं। मैं किसी बैकग्राउंड की वजह से ये सब नहीं कर रहा हूं। बल्कि मैं जानता हूं कि मेरे ऊपर कोई ठोस केस बनेगा ही नहीं। बोलने का अधिकार हमारे संविधान ने दिया है। सवाल: पूर्व CJI अरुण मिश्रा से आपका रिश्ता जोड़ा जाता है, क्या ये सच है?जवाब: वे मेरे गुरु हैं। मैंने उनके अंडर 1988 से लेकर 1999 तक प्रैक्टिस की है। मैं उनका रिश्तेदार नहीं, शिष्य हूं। सोशल मीडिया पर भ्रम फैलाया जा रहा है। जिन्हें लगता है कि मेरे पीछे कोई पॉलिटिकल बैकिंग है, तो वे गलत हैं। मेरा बैकग्राउंड पॉलिटिकल नहीं है। उनसे (अरुण मिश्रा) मेरी बातचीत होती है। तीज-त्योहार में तो जरूर बात होती है। ये मामला अचानक इतना फैल गया कि बात करने का मौका ही नहीं मिला। उन्हें आपत्ति होती तो शायद वे मुझसे जरूर बात करते। अब तक तो उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई। सोशल मीडिया पोस्ट से शुरू हुआ विवादएडवोकेट अनिल मिश्रा से जुड़े विवाद की शुरुआत 5 अक्टूबर को हुई। ग्वालियर क्राइम ब्रांच की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम को एक वॉट्सएप ग्रुप में आपत्तिजनक वीडियो दिखा। इस पोस्ट में डॉ. अंबेडकर को अंग्रेजों का एजेंट बताया गया था। पोस्ट के साथ एक फोटो भी थी, जिसके साथ छेड़छाड़ की गई थी। इसके बाद अनिल मिश्रा का विरोध शुरू हो गया। क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की। पता चला कि ये कंटेंट अनिल मिश्रा के मोबाइल नंबर से अपलोड हुआ था। इसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया। FIR के मुताबिक, यह कार्रवाई जिला कलेक्टर और मजिस्ट्रेट की ओर से 2023 में जारी आदेश के उल्लंघन के तहत की गई। ग्वालियर कलेक्टर एवं डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत आदेश जारी किया था। इसमें कहा गया था कि जिले की सीमा में ऐसा कोई भी काम, पोस्टर, वीडियो या सोशल मीडिया एक्टिविटी नहीं की जाएगी, जिससे सामाजिक, धार्मिक या सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़े।.................................ये खबर भी पढ़ेंतिरुपति लड्डू विवाद, जानवर की चर्बी, मिलावटी घी से हवाला तक आंध्र प्रदेश के तिरुमला तिरुपति देवस्थानम यानी TTD में चढ़ाए जाने वाले लड्डू प्रसाद पर विवाद बढ़ता जा रहा है। अब SIT जांच में ये खुलासा हुआ है कि मंदिर के प्रसाद में बीते 5 साल के अंदर लगभग 68 लाख किलो मिलावटी घी का इस्तेमाल हुआ। इसे सप्लाई करने वाली उत्तराखंड की भोलेबाबा डेयरी ने 2019 से 2024 तक 250 करोड़ रुपए का नकली घी मंदिर को भेजा। पढ़िए पूरी खबर...
तालिबान को तख्तापलट की धमकी देना शहबाज-मुनीर को पड़ेगा भारी, छीन सकती है दोनों की कुर्सी
DNA: आज हम आपके सामने पाकिस्तान से जुड़े एक बड़े सवाल का विश्लेषण करने जा रहे हैं. ये सवाल है इस बार तख्तापलट किसका होगा, पाकिस्तान का या फिर तालिबान का?. इस सवाल के उठने की वजह है वो धमकी जो इस्लामाबाद से काबुल को दी गई है. सबसे पहले आपको पाकिस्तान-तालिबान के बीच बढ़े तनाव के नए चैप्टर की कहानी जाननी चाहिए.
जापान एक ऐसा देश है जो तबाह होने के बाद भी फिर से खुद को वापस बेहतर पोजीशन में ला देता है. अब फुकुशिमा हादसे के 14 साल बाद इस देश ने एक बड़ा फैसला लिया है.
'क्या वो भूत था...', पहाड़ों पर शख्स को दिखी ऐसी चीज, खड़े हो गए रोंगटे, वीडियो ने सबको किया हैरान
Broken Specter: वीडियो देखने पर ऐसा लग रहा है जैसे कोई परछाई दूर पहाड़ी पर खड़ी है और उसके पीछे सूरज जैसी रोशनी नजर आ रही है. इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर कमेंट भी किए हैं. किसी ने इसे नेचुरल पावर, तो किसी ने भगवान का दर्जा दिया. कुछ यूजर्स ने इसे भूत तक कहा लेकिन ऐसा नहीं हैं.
Frida Kahlo self portrait: एल सुएनो नाम की यह पेंटिंग 54.66 मिलियन अमेरिकी डॉलर में बिकी है, जिसकी भारतीय कीमत 485 करोड़ रुपए है. इस पेंटिंग की कीमत भारत के मंगलयान से भी ज्यादा है. भारत के मंगलयान प्रोजेक्ट की कीमत 450 करोड़ रुपए थी.
अमेरिका लंबे समय से दुनिया के विकासशील देशों को चीन की ऋण-जाल नीति के बारे में चेतावनी देता रहा है, जिसमें दावा किया जाता है कि चीन गरीब देशों को भारी ऋण देकर राजनीतिक और आर्थिक लाभ उठाता है. लेकिन हालिया शोध से एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जानकारी के अनुसार, अमेरिका खुद चीन का सबसे बड़ा कर्जदार बन गया है.
Russia Ukraine war: पिछले 4 साल से यूक्रेन रूस के बीच जारी युद्ध को खत्म करवाने के लिए ट्रंप के शांति प्रस्ताव में कुछ ऐसी मांगे हैं जिनका यूक्रेन शुरू से लगातार विरोध करता आ रहा है लेकिन रूस के लिए वो मांग संजीवनी बन सकती हैं.
जोहानिसबर्ग पहुंचे PM मोदी, अचानक रनवे पर हाथ जोड़कर क्यों लेट गए लोग?
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग पहुंचे और उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. एयरपोर्ट पर कल्चरल परफॉर्मेंस ग्रुप ने उनका स्वागत किया. पीएम मोदी जोहान्सबर्ग में 20वें G20 लीडर्स समिट में शामिल होने के लिए गए है.
दुबई एयर शो 2025 में शुक्रवार दोपहर भारतीय वायुसेना का अत्याधुनिक स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस एक प्रदर्शन उड़ान के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया
पहले आसमान में कांपा प्लेन, फिर सब कुछ खत्म हो गया! बर्फ को तोड़कर निकाली गई थी लाशें
Plane Crash: विमान के टायर रनवे पर टच होने ही वाले थे कि एक जोरदार धमाका हुआ और प्लेन दो हिस्सों में टूटकर बिखर गया. हादसे के बाद बर्फ को तोड़कर लाशों को निकाला गया. ये खौफनाक घटना कहां घटी और कैसे हुआ ये भयानक हादसा? जानने के लिए पढ़ें ये स्टोरी.
दुबई एयरशो में शुक्रवार दोपहर का रोमांच शोक में बदल गया। भारतीय समय में दोपहर 3.40 बजे भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर जेट हवा में कलाबाजियां कर रहा था, तभी सबकुछ थम गया। हजारों दर्शकों और सैकड़ों कैमरे के सामने तेजस जमीन से जा टकराया। क्रैश के बाद पहले आग का गोला और फिर धुएं का बड़ा गुबार दिखा। सबकुछ इतना तेज हुआ कि पायलट भी खुद को नहीं बचा सका। इंटरनेशनल इवेंट में भारत के सबसे महत्वाकांक्षी फाइटर जेट तेजस का क्रैश होना कई सवाल छोड़ गया। भास्कर एक्सप्लेनर में इससे जुड़े जरूरी सवालों के जवाब जानेंगे... सवाल-1: जो शुरुआती विजुअल दिख रहे हैं, इसमें तेजस के क्रैश होने की क्या वजह हो सकती है? जवाबः सबसे पहले ये विजुअल्स देखिए… एविएशन एक्सपर्ट अनंत सेठी कहते हैं कि एयरशो के दौरान इस तरह के हादसे होना बड़ी बात नहीं है। ऐसे शो के दौरान पायलट को विमान की सारी क्षमताएं दिखानी होती हैं। क्रैश के जो शुरुआती विजुअल दिख रहे हैं, उसमें विमान अचानक नोज डाउन होकर फ्री फॉल होते दिख रहा है। अभी आधिकारिक तौर पर क्रैश की कोई वजह स्पष्ट नहीं की गई है, लेकिन इस तरह के क्रैश के पीछे 3 मुख्य वजहें हो सकती हैं... 1. पायलट की चूक एयरशो के दौरान प्लेन क्रैश की सबसे आम वजह यही है। एयर शो में पायलट को तेजी से कई करतब करने होते हैं, जैसे विमान को एक लूप में उड़ाना, रोलिंग करना या लो-लेवल फ्लाई करना। अगर मैन्यूवर यानी रास्ता बदलने के तरीके में जरा भी चूक हो जाए या हवा के बहाव और मिनिमम सेफ ऊंचाई को कम आंका जाए, तो एयरक्राफ्ट का कंट्रोल खो सकता है। एयर शो में तेजस जैसे हल्के फाइटर आमतौर पर बहुत तेज मोड़ (high-G turns) लेते हैं। अगर एंगल ऑफ अटैक बहुत बढ़ गया हो या गति अचानक कम हो गई हो, तो कंट्रोल लॉस हो सकता है। यह एयर शो क्रैशों की आम वजह भी है। तेजस के जो विजुअल आ रहे हैं, उनमें विमान ने पहले ऊंचाई खो दी, फिर रोल करते हुए स्थिरता पाने की कोशिश की, लेकिन कंट्रोल नहीं हो सका। बीते साल भी जब तेजस क्रैश हुआ था, तो पायलट की ट्रेनिंग एरर की बात कही गई थी। 2. एयरक्राफ्ट में मैकेनिकल फेलियर हवा में करतब दिखाते समय इंजन अपनी पूरी ताकत से काम कर रहे होते हैं। इस दौरान हाई-स्पीड मैन्यूवर में कंपोनेंट्स पर स्ट्रेस ज्यादा पड़ता है। इस दौरान इंजन बंद होने से प्लेन की पावर कम हो जाती है। तेजस में अमेरिकी कंपनी जनरल मोटर्स का GE F414 इंजन लगा है। इसके अलावा फाइटर जेट्स में एलिवेटर या रडर में हाइड्रॉलिक प्रॉब्लम आने से भी जेट नोज-डाउन हो सकता है। कई बार फ्यूल लीक होने या कंट्रोल सिस्टम जैसे विंग्स के फ्लैप्स काम न करने के चलते भी हादसा हो सकता है। हालांकि एयरशो में जाने से पहले प्लेन की प्री-फ्लाइट चेक और मेंटेनेंस किया जाता है। फ्यूल लीक की कुछ खबरें चलीं, जिन्हें आधिकारिक तौर पर खारिज कर दिया गया है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तेजस की बिल्ट क्वालिटी अच्छी है, ऐसे में कोई स्ट्रक्चरल कमी होने की संभावना कम है। 3. स्ट्रक्चरल फेलियर जब कोई लड़ाकू विमान तेज मैन्यूवरिंग यानी पैंतरेबाजी दिखाता है, तो विमान पर सामान्य से 9 गुना ज्यादा ग्रैविटी फोर्स लगता है। ऐसे में अगर विमान का ढांचा कमजोर हो, तो विमान में रैपिड डिसेंड यानी तेजी से ऊंचाई कम होती है। हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि तेजस की बिल्ट क्वालिटी अच्छी है, पिछले कई सालों से तेजस एक्टिवली एयरफोर्स में सर्विस दे रहा है। ऐसे में कोई स्ट्रक्चरल कमी होने की संभावना कम है। नियमित रूप से विमान के ढांचे का इंस्पेक्शन और स्ट्रेस टेस्ट वगैरह भी किए जाते हैं। क्रैश की जांच में इनके अलावा फ्यूल पम्पिंग सिस्टम में गड़बड़ी, इंजन में किसी ऑब्जेक्ट या चिड़िया वगैरह के घुस जाने या मौसम से जुड़े पैरामीटर्स भी देखे जाते हैं। हालांकि अभी ये संभावनाएं वीडियो एनालिसिस और शुरुआती विजुअल के आधार पर हैं। असली कारण एयरफोर्स और दुर्घटना जांच बोर्ड की फाइनल रिपोर्ट ही तय करेगी। हादसे के बाद भारतीय वायुसेना ने लड़ाकू विमान क्रैश होने के कारणों की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी बैठा दी है। अनंत सेठी कहते हैं कि अगर पायलट की गलती से कोई विमान एयरशो में क्रैश हो गया, तो इसका मतलब यह नहीं है कि विमान में ही कोई कमी थी। जैसे एयरबस A-320 आज के दौर के सबसे अच्छे यात्री विमानों में से एक माना जाता है, लेकिन फ्रांस में एयरशो के दौरान ये क्रैश हो गया। विमान तेज गति से नीचे आया, कम ऊंचाई से गुजरा, लेकिन फिर ऊपर नहीं उठ पाया। सवाल-2: दुबई एयरशो में तेजस का गिरना भारत के लिए बड़ा झटका क्यों माना जा रहा है? जवाबः दुबई एयर शो में इंटरनेशनल विमानों का प्रदर्शन किया जाता है। यहां दुनिया की बड़ी एयरोस्पेस कंपनियां, एयरलाइंस, एयर फोर्सेज और टेक्नोलॉजी कंपनियां अपने नए विमान, हेलिकॉप्टर, हथियार सिस्टम और एरोस्पेस टेक्नोलॉजी दिखाती हैं। अनंत सेठी के मुताबिक, 'ऐसे मामलों में क्रैश की असली वजह क्या है, ये शायद ही कभी पता चल पाता है। हालांकि अगर तकनीकी कमी से ऐसा हुआ है, तो इसके दो असर होंगे। एक तो हमारे लड़ाकू बेड़े में इसके इन्डक्शन यानी शामिल करने को लेकर सवाल उठेंगे। भारतीय वायुसेना के मॉडर्नाइजेशन के लिए भी ये एक सेटबैक की तरह है। साथ ही भारत इसे कई देशों को बेचना चाहता है। ऐसे सौदों पर भी इस हादसे का असर पड़ेगा।' मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अर्जेंटीना, इजिप्ट, बोत्सवाना, मलेशिया, फिलीपींस और नाइजीरिया ने तेजस खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी। सवाल-3: तेजस क्या है और इसे क्यों भारत बेहद खास बताता है? जवाबः इंडियन एयरफोर्स के बेड़े में हलके फाइटर विमान यानी LCA को शामिल करने की तैयारी 1983 में ही शुरू हो गई थी। सरकार की हरी झंडी मिलते ही भारतीय साइंटिस्ट अपने मिशन को अंजाम देने में दिन-रात लग गए थे। इस वक्त LCA के सिर्फ दो मकसद थे- पहला: रूसी फाइटर MiG-21 के विकल्प में नया फाइटर जेट तैयार करना। दूसरा: स्वदेशी और हलके फाइटर जेट को बनाना। करीब 18 सालों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार जनवरी 2001 को पहली बार इस स्वदेशी फाइटर जेट ने हिंदुस्तान के आसमान में उड़ान भरी थी। जब यह सब कुछ हो रहा था तो अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे। 2003 में वाजपेयी ने ही इसे ‘तेजस’ दिया था। तेजस नाम रखते वक्त प्रधानमंत्री वाजपेयी ने कहा था कि ये संस्कृत शब्द है, जिसका मतलब ‘चमक’ है। इस वक्त भारतीय वायु सेना के बेड़े में जो टॉप फाइटर जेट हैं उनमें सुखोई Su-30MKI, राफेल, मिराज, MiG-29 और तेजस का नाम शामिल है। तेजस अपनी इन खूबियों की वजह से बाकी के चारों फाइटर जेट से अलग और खास है... एविएशन एक्सपर्ट अनंत सेठी कहते हैं कि हमारी एयरफोर्स के फाइटर एयरक्राफ्ट्स में मुख्य रूप से मिग-21 विमान था। उसे रिटायर करने के बाद हम उसकी जगह तेजस को ला रहे थे। इसे हल्का लड़ाकू विमान माना जाता है। कई सालों से हम इसे बना रहे थे। ऐसे में अगर किसी तकनीकी खामी से तेजस क्रैश हुआ है, तो ये एक गंभीर बात है। सवाल-4: क्या इससे पहले भी तेजस क्रैश हुआ था, तब क्या वजह सामने आई? जवाबः देश में बने लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस के क्रैश होने की यह दूसरी घटना है। इससे पहले मार्च 2024 में राजस्थान के पोकरण में 'भारत शक्ति' युद्धाभ्यास के दौरान तेजस क्रैश हो गया। फायरिंग रेंज में प्रदर्शन के महज 10 मिनट बाद ही तेजस के इंजन में तकनीकी खराबी आ गई। तेजस उड़ा रहे पायलट ने खुद को इजेक्ट करके जान बचा ली थी। ------- तेजस क्रैश से जुड़े ताजा अपडेट पढ़िए... दुबई एयर शो में तेजस फाइटर जेट क्रैश:पायलट की मौत, वायुसेना ने पुष्टि की; डेमो फ्लाइट के दौरान हादसा दुबई एयर शो में भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर जेट क्रैश हो गया है। हादसे में तेजस के पायलट की भी मौत हो गई है। भारतीय वायुसेना ने इसकी पुष्टि की है। विमान के गिरते ही उसमें आग लग गई और हवाई अड्डे के ऊपर काले धुएं का गुबार देखा गया। पूरी खबर पढ़िए...
Chinese tourist: इस सप्ताह के शुरुआत में ही दुनियाभर के भारतीय दूतावास और वाणिज्य दूतावास पर चीनी नागरिकों के लिए पर्यटक वीजा जारी करना शुरू कर दिया गया है. हालांकि, अभी तक इस कदम को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन के बीच संबंधों को स्थिर करने और आगे बढ़ाने के लिए आमजन से जुड़े कई मुद्दों पर अहम कदम उठाए हैं.
दुनिया की इकलौती जगह, जहां घड़ी का कोई काम नहीं! आधी रात को फुटबॉल खेलते हैं लोग
Timeless Island: आज हम जिस जगह के बारे में बता रहे हैं वहां किसी काम का कोई टाइम टेबल नहीं है. जब मन करे खेलो, जब मन करे सो जाओ, जब मर्जी स्कूल और जब मर्जी ऑफिस. चलिए जानते हैं ये जादुई जगह कहां पर है.
Dubai Tejas Fighter Jet Crashes: दुबई में चल रहे एयर शो के दौरान जब फाइटर जेट भीड़ के सामने प्रदर्शन कर रहा था तभी ये हादसा हुआ.इंडियनHALतेजस लोकल टाइम के हिसाब से दोपहर करीब 2:10 बजे क्रैश हो गया.
दुबई एयर शो के दौरान भारत का लड़ाकू विमान तेजस क्रैश, जमीन से टकराते ही विमान में आग लग गई
दुबई एयर शो में भारतीय वायु सेना का तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त
इंडोनेशिया में फटा ज्वालामुखी, 13 KM तक उड़ी राख! कैमरे में कैद हुआ भयानक विस्फोट
Mount Semeru Volcano Eruption Video: इंडोनेशिया के पूर्वी जावा में स्थित है माउंट सेमेरू ज्वालामुखी में ऐसा विस्फोट हुआ है गर्म लावा और राख के साथ धुएं का गुबार आसमान में 13 किलोमीटर तक देखा गया. ज्वालामुखी का भयानक रूप कैमरे में कैद हो गया. अब ये दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर इस सप्ताह एक शादी में शामिल होने के लिए शुक्रवार शाम को उदयपुर पहुंचेंगे
Bangladesh extrajudicial deaths mount under Yunus in jail:बांग्लादेश की अवामी लीग ने अंतरिम प्रधानमंत्री मुहम्मद यूनुस की सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है.पार्टी का दावा है कि जेल में बंद उसके नेताओं और कार्यकर्ताओं की सुनियोजित तरीके से हत्या करवाई जा रही है.अवामी लीग ने कहा कि कैदियों को स्लो पॉइजनिंग दी जा रही है और मेडिकल मदद भी रोकी जा रही है. जानें पूरी खबर.
G20 Summit: जिस समिट के लिए पीएम मोदी साउथ अफ्रीका गए, डोनाल्ड ट्रंप ने बहिष्कार क्यों कर दिया
South Africa G20 Summit: प्रधानमंत्री मोदी जी20 समिट में शामिल होने साउथ अफ्रीका के रास्ते पर हैं लेकिन दुनिया के दो बड़े देशों के नेताओं ने मना कर दिया है. ट्रंप की ओर से कहा गया कि साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति ज्यादा बोलते हैं. वो पसंद नहीं हैं. चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग का कुछ अलग ही कारण पता चला है.
ईरान के खिलाफ तेल व्यापार पर अमेरिका ने अपनाया सख्त रुख , लगाया नया प्रतिबंध
ईरान के खिलाफ तेल व्यापार पर अमेरिका ने सख्ती दिखाई है। अमेरिकी ट्रेजरी विभाग की ओर से साझा जानकारी के अनुसार अमेरिका ने ईरान के बड़े ऑयल नेटवर्क पर कई बैन लगाए हैं
Suicidal British woman murdered by fetish chatroomman:यह कहानी जितनी डरावनी है, उतनी ही चौंकाने वाली भी. ब्रिटेन की 32 वर्षीय डिजिटल कंटेंट क्रिएटर सोनिया एक्सेलबी मानसिक परेशानी से जूझ रही थीं और “हिंसक मौत” चाहती थीं. इसी दौरान उनकी मुलाकात एक ऑनलाइन ‘फेटिश चैटरूम’ में 53 वर्षीय अमेरिकी शख्स ड्वेन हॉल से हुई.दोनों की बातचीत खतरनाक मोड़ पर चली गई और सोनिया ने खुद अमेरिका जाकर उससे ‘अपनी हत्या’ करवाने का फैसला किया. जानें पूरी कहानी.
फातिमा बॉश: बचपन से जवानी तक... कौन है ये खूबसूरत हसीना, कहां से आई? मिस यूनिवर्स बनीं
Miss Universe Winner:फातिमा बॉश (Fatima Bosch) के लिए ये साल 2025 बेहद लकी रहा. इसी साल इस खूबसूरत हसीना ने अपने देश का सबसे मशहूर ब्यूटी पेजेंट का टाइटल अपने नाम किया और साल खत्म होने के पहले ही वो 'ब्रहांड' सुंदरी बन गईं.
ग्लोबल इवेंट में माइक्रोवेव से कैसे लगी आग? सैकड़ों डेलिगेट्स भागे; भारतीय मिनिस्टर भी वहीं हैं
COP30 Brazil में एक अहम कॉन्फ्रेंस चल रही है. भारत से पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव खुद वहां पहुंचे हुए हैं. कुछ घंटे पहले अचानक एक माइक्रोवेव में इवेंट में आग लग गई. जानें आगे क्या हुआ.

