हाल ही में दक्षिण अफ्रीका ने जी20 समिट की मेजबनी की है, लेकिन इसमें डोनाल्ड ट्रंप शामिल नहीं हुए. इसको लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने वजह बताई है.
अमेरिका ने रूस के साथ पीस प्लान किया शेयर, क्रेमलिन ने की पुष्टि
क्रेमलिन ने पुष्टि की कि अमेरिका ने हाल ही में जिनेवा में हुए अमेरिका-यूक्रेन वार्ताओं के बाद रूस को शांति योजना के महत्वपूर्ण विवरण सौंपे हैं
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के करीबी का इस्तीफा, घर में पड़ी रेड, भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को तगड़ा झटका लगा है, उनके करीबी एंड्री यरमक के घर एंटी-करप्शन डिपार्टमेंट की रेड पड़ी, जिसके कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
रोमानिया: बॉयोडाटा में लिखा था एक झूठ, रक्षा मंत्री की चली गई कुर्सी
Romania news: रोमानिया के रक्षा मंत्री इयोनुत मोस्टेनु ने शुक्रवार को अचानक इस्तीफा दे दिया. मोस्टेनु ने कहा, 'बायोडाटा में यूनिवर्सिटी एजुकेशन के बारे में गलत इनफॉर्मनेशन होने के चलते इस्तीफा देता हूं.' CV में झूठ को लेकर तगड़ा विवाद छिड़ गया है.
नौसेना के MH-60R हेलीकॉप्टरों को मिलेगी सुपर सपोर्ट पावर, भारत-अमेरिका के बीच 7995 करोड़ में डील
India US deal: रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 7995 करोड़ रुपए का प्रस्ताव और एलओए फॉलो ऑन सपोर्ट और फॉलो ऑन सप्लाई सपोर्ट के माध्यम से 60आर हेलीकॉप्टर के बेड़े के लगातार सहयोग के लिए किया गया है.
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की 'हत्या' की 'अफवाह' को लेकर जारी चर्चा के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) के प्रमुख की बहन अलीमा खान ने अदियाला जेल सुपरिटेंडेंट और दूसरों के खिलाफ कोर्ट की अवमानना की याचिका दायर की है।
मासूम जानवर बनी इस देश की दुश्मन! सरकार ने बनाई 25 लाख बिल्लियों को खत्म करने की योजना
New Zealand Ferel Cats: न्यूजीलैंड अपनी सुंदरता और अनोखी जैव विविधता के लिए दुनिया भर में मशहूर है. लेकिन बीते कुछ सालों में यहां एक ऐसी समस्या आ गई है जिसने पूरे देश को परेशान कर दिया है. जंगली यानी फेरल बिल्लियों का तेजी से बढ़ता आतंक देश के लिए काफी बड़ा खतरा बन गया है.
अफगानिस्तान के दावे के बाद से पाकिस्तान में इन दिनों पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान को लेकर चिंताजनक खबरें सामने आ रही हैं। बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान में ये अटकलें तेज हो गई हैं कि जेल में बंद इमरान खान की हत्या कर दी गई है। हालांकि, बीते दिनों जेल अधिकारियों की ओर से इन सभी अटकलों से साफ इनकार कर दिया गया। इस बीच इमरान खान के बेटे ने अपने ताजा बयान से एक बार फिर इस संदेह को मजबूत कर दिया है।
Bangladesh poll clash between BNP Jamaat:बांग्लादेश में फरवरी 2026 के चुनाव से पहले जो माहौल गरम है, उसमें एक नया बवाल सामने आया है. पाबना जिले के चार गरगरी गांव में जमात-ए-इस्लामी की महिला कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर वोट मांग रही थीं और कह रही थीं कि “जमात को वोट दो, जन्नत का टिकट फ्री में मिलेगा. लोगों को यह बात इतनी नागवार गुजरी कि पहले बहस हुई, फिर हाथापाई और देखते-देखते पूरी मारपीट शुरू हो गई. जानें पूरी खबर.
4-5 दिसंबर को भारत आएंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, राष्ट्रपति मुर्मू स्वागत में डिनर का करेंगी आयोजन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय भारत दौरे पर आने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन राजकीय दौरे पर 4-5 दिसंबर को भारत आएंगे। इस दौरान वे 23वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में शामिल होंगे।
Green Card:अमेरिका में वॉशिंगटन डीसी में हुई फायरिंग की घटना के बाद हड़कंप मच गया है. इस घटना में वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड की सदस्य सारा बेकस्ट्रोम की मौत हो गई. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान समेत कई देशों के ग्रीन कार्ड होल्डर्स की कड़ी जांच का आदेश दिया है.
हाल ही में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद अमेरिका दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात की। ट्रंप से मुलाकात के पहले क्राउन प्रिंस को ईरान की एक चिट्ठी मिली थी। इस चिट्ठी को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि इस चिट्ठी में अमेरिका के लिए एक मैसेज था। हालांकि, ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने इन सभी दावों को मनगढ़ंत बताया है
Worlds Largest Producer of Fresh Water: दुनिया भर में साफ पीने वाले पानी की किल्लत देखने को मिल रही है. ऐसे में एक ऐसा देश है, जो रेगिस्तान होने के बाद भी दुनिया भर में सबसे ज्यादा मीठा पानी बना रहा है. इस खबर में हम आपको उस देश के बारे में बताएंगे.
अंग्रेजों ने लीज पर लिया था 'देश' तो चीन ने कैसे झटक लिया? भीषण अग्निकांड वाले हांग कांग की कहानी
हांग कांग पहले चीन के पास था. ब्रिटेन ने 99 साल की लीज पर लिया. फिर चीन के कब्जे में कुछ शर्तों के साथ आया. कुछ-कुछ हांग कांग की हालत पेंडुलम जैसी हो गई है. वहां के लोग लोकतांत्रिक व्यवस्था चाहते हैं. प्रोटेस्ट दबा दिए जाते हैं. अब भीषण अग्निकांड की एक घटना ने हांग कांग की विडंबना को फिर से ताजा कर दिया है.
Third World Countries:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज से आने वाले लोगों की इमिग्रेशन अमेरिका में हमेशा के लिए रोक दी जाएगी. आइए जानते है कि आखिर ये थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज क्या होती है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है...
नेशनल गार्ड पर अफगानी युवक के हमले के बाद ट्रंप सरकार का बहुत एक्शन सामने आया है.अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज से सभी इमिग्रेशन को हमेशा के लिए रोकने का ऐलान किया. आइए जानते हैं क्या हैथर्ड वर्ल्ड कंट्री. इसमें कौन-कौन हैं देश शामिल.
Washingtondc shooting:व्हाइट हाउस के पास अफगान संदिग्ध रहमानुल्लाह लकनवाल ने नेशनल गार्ड सैनिकों पर फायरिंग की, जिसमें सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई। ट्रंप ने बाइडेन की वेटिंग पॉलिसी को जिम्मेदार ठहराया, संदिग्ध को 'पागल' कहा। रिपोर्टर के वेटिंग चेक वाले सवाल पर भड़के, 'तुम स्टूपिड हो' बोल डाला। 500 और गार्ड तैनात, अफगान मामलों की रिव्यू का ऐलान। (56 शब्द)
मॉस्को। यूक्रेन में शांति स्थापित करने की कवायदों के बीच रूस ने फिर से अपनी कुछ शर्तें दोहरा दी हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने हालिया बयान में कहा कि यूक्रेन के साथ सीजफायर समझौता तभी हो सकता है, जब वह अपने सैनिकों को हटा दे।
ट्रंप और साउथ अफ्रीका के बीच तनातनी में है एलन मस्क का बड़ा रोल; G20 बैन का क्या है साइड एंगल?
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि साउथ अफ्रीका को G-20 2026 सम्मेलन से बाहर रखा जाएगा. दोनों देशों के बीच एक बार फिर तकरार छिड़ गई है. इस तकरार में एलन मस्क का क्या रोल है समझते हैं.
World Largest Cities 2025 UN List: UN की ओर से 'वर्ल्ड अर्बनाइजेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2025' की एक रिपोर्ट में दुनिया के सबसे बड़े शहरों की लिस्ट का खुलासा किया गया है.
एलियन आएंगे, सोना होगा सस्ता… बाबा वेंगा ने 2026 को लेकर की ये डरावनी भविष्यवाणियां
Baba Vanga Predictions For 2026: वर्ष 2026 के बारे में बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई हैं. बता दें बाबा वेंगा द्वारा दी गई भविष्यवाणियां अक्सर सटीक मानी जाती हैं. उनकी सबसे प्रसिद्ध भविष्यवाणियों में से कई का संबंध ऐतिहासिक घटनाओं से था जैसे कि प्रिंसेस डायना और इंदिरा गांधी की मौत. अब बाबा वेंगा की 2026 के लिए कुछ चौंकाने वाली और डरावनी भविष्यवाणियां सामने आई है.
Mamdani Strikes Pose Like Shah Rukh Khan:न्यूयॉर्क सिटी के नवनिर्वाचित मेयर जोहरान ममदानी ने एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में राजनीति और पॉप कल्चर पर बातचीत की. सबसे वायरल पल तब आया जब वे बॉलीवुड गानों का अंदाजा लगाते हुए शाहरुख खान का मशहूर पोज देते दिखे.
Nepal 100 Rupee Note: नेपाल और भारत के बीच एक बार फिर सीमा विवाद को लेकर बहस छिड़ गई है. नेपाल 100 रुपए की एक नई नोट प्रचलन में लाया है, जिसमें कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को दर्शाया गया है, ये वो जगह हैं जो भारत देश के नक्शे में है.
Hong Kong Residential Building Fire: हांगकांग के ताई पो में बुजुर्गों की इमारत वांग फुक कोर्ट(Wang Fuk Court) में लगी भीषण आग अब तक 94 की मौत, 76 घायल, 300 से अधिक लोग लापता. तीसरे दिन भीआग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है. जानें ताजा पूरी डिटेल्स.
White House: अमेरिका में व्हाइट हाउस के पास हुी गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड घायल हुए थे, जिसमें एक गार्ड की जान चली गई है. उनके दुखद निधन के बाद राष्ट्रपति ने कहा कि वो बहुत इज्जतदार, जवान, शानदार इंसान थीं.
Chen Zi crypto scam: आज हम क्रिप्टो घोटाले का मास्टरमाइंड बताए जा रहे चेन जी के बारे में बताएंगे, जिनपर 14 अरब डॉलर की धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी के आरोप लगे हैं.
मध्य प्रदेश के आगर-मालवा में काजू, बादाम, पिस्ता, प्याज और टीवी, यहां तक कि एंटिना तक वोट डालते हैं.आखिर पारधी समुदाय के लोगों के इतने अजीबोगरीब नाम की कहानी क्या है,ये लाइमलाइट में क्यों और कब आया, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
'मुझे या मेरे बेटे को कभी कोई धमकी नहीं मिली। न आज तक कभी उसका किसी से झगड़ा हुआ। वो न किसी तरह का नशा करता था और न ही गलत आदतों का आदी था। फिर पता नहीं क्यों निशाने पर आ गया?' पंजाब के फिरोजपुर में रहने वाले RSS कार्यकर्ता बलदेव अरोड़ा बेटे नवीन की मौत के गम से अब भी उबर नहीं पा रहे हैं। 15 नवंबर की शाम जब 38 साल के नवीन अपने बच्चों को स्कूल से लाने जा रहे थे, तभी मोची बाजार में दो बाइक सवारों ने उन पर गोलियां बरसा दीं। पिता बलदेव का कहना है कि पंजाब में हालात बहुत खराब हैं। कब, कौन, किसे गोली मार दे पता नहीं। यहां प्रशासन जैसी कोई चीज नजर नहीं आती है। पंजाब पुलिस के मुताबिक, अब तक की जांच में लूटमार, फिरौती या आपसी रंजिश का कोई एंगल सामने नहीं आया है। पुलिस टारगेट किलिंग के एंगल से जांच कर रही है। पुलिस में हमारे सोर्स ने बताया कि नवीन के हत्यारों के निशाने पर आने की वजह उसका RSS का बैकग्राउंड है। हत्या के तार पाकिस्तान से भी जुड़ते दिख रहे हैं। पंजाब में पहले भी इंटरनेशनल टारगेट किलिंग और अटैक हो चुके हैं। जिसमें पाकिस्तान के साथ कई और देश इन्वॉल्व थे। जांच पूरी होने के बाद ही साजिश की पूरी तस्वीर साफ होगी। दैनिक भास्कर ने नवीन के पिता और पुलिस में अपने सोर्स से बात कर पूरा मामला समझा। पंजाब के हालात बहुत खराब, कौन-किसे मार दे पता नहींफिरोजपुर के रहने वाले बलदेव अरोड़ा RSS कार्यकर्ता हैं। नवीन उनका अकेला बेटा था। एक बेटी भी है, वो चंडीगढ़ में रहती है। बलदेव 15 नवंबर का दिन याद करते हुए कहते हैं, ‘मैं घटना से 10 मिनट पहले ही दुकान पहुंचा था। नवीन ने कहा कि पापा अब मैं घर जाता हूं। बच्चों को घुमाने ले जाऊंगा। वो निकला ही था और खबर आ गई कि उसे किसी ने गोली मार दी। नवीन का 2 साल का बेटा और 8 साल की बेटी है।' पुलिस की जांच के बारे में कुछ पता चला क्या? 'नहीं, पंजाब का हाल बहुत खराब है। कौन, किसे और कब मार देगा, पता नहीं। इन्हें सजा देने वाला भी कोई नहीं है।' क्या RSS का बैकग्राउंड हत्या की वजह बना? ये तो पता नहीं। निशाने पर तो हम रहते ही हैं। मैं ही नहीं मेरे पिता दीनानाथ अरोड़ा भी RSS के सीनियर कार्यकर्ता थे। 'कांग्रेस के समय जब इमरजेंसी लगी थी। तब मेरे पिता ने सत्याग्रह किया था। लोगों ने समझाया जेल में डाल दिए जाओगे तो कहते थे- मैं यही तो चाहता हूं। मैं भी बचपन से संगठन से जुड़ा हूं। अभी मुझे प्रौढ़ कार्य प्रमुख की जिम्मेदारी मिली है। 40 साल या उससे ऊपर के लोगों के साथ विचार बांटना और उनके साथ बैठकें करना मेरा काम है।' क्या संघ को रोकना हमलावरों का मकसद हो सकता है? इस पर बलदेव अरोड़ा कहते हैं, '1989 में मोगा में शाखा के वक्त हमला हुआ था। अंधाधुंध गोलियां चलीं थीं और 25 कार्यकर्ता मार दिए गए थे। उसमें मेरे पिता के कई साथी भी मारे गए थे। तब भी दूसरे दिन शाखा लगी थी। मेरे पिताजी उसमें गए भी थे। पंजाब में संगठन पर हमलों का पुराना इतिहास है, लेकिन संघ अपना काम करता रहता है।' आपसी रंजिश-खालिस्तानी लेटर से कनेक्शन दोनों थ्योरी खारिजघटना को लेकर पुलिस सोर्स ने बताया, 'हत्या की प्लानिंग प्रोफेशनल तरीके से हुई। इसलिए आपसी रंजिश की थ्योरी डिसमिस कर दी गई। फिर खालिस्तानी संगठन होने का दावा करते हुए सोशल मीडिया में एक पोस्ट सामने आई। जब उसकी जांच हुई तो वो फर्जी निकली।' क्या खालिस्तानी संगठन होने का दावा करने वाले लेटर की जांच हुई? 'हां, लेटर में 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लूस्टार का जिक्र है। लिखा गया है कि इस लड़के (नवीन) के परिवार वालों ने तब सिखों के अकाल तख्त पर हुए हमले के बाद जश्न मनाया था। ये सब काफी अनौपचारिक तरीके से लिखा गया है। आमतौर पर संगठन इस तरह के तर्क या वजहें नहीं देते हैं। ये पूरी तरह से फर्जी है।' वे आगे कहते हैं 'मृतक नवीन 38-39 साल का है। ऑपरेशन ब्लूस्टार 41 साल पहले हुआ। अगर वजह 1984 के दंगे थे तो हत्या के लिए निशाना उसे बनाते जो उस वक्त था न कि उसे जो तब पैदा भी नहीं हुआ था। जिस अकाउंट से लेटर पोस्ट हुआ, उसकी भी जांच हो चुकी है। वो फर्जी है।' पाकिस्तान से कनेक्शन की थ्योरी पर जांच जारीपंजाब पुलिस ने हत्या के मामले में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 2 लोग फरार बताए जा रहे हैं। इनमें कनव, हर्ष और जतिन को एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया। 2 साथी फरार हैं। जतिन को एनकाउंटर के दौरान दो गोली लगी और वो अस्पताल में भर्ती है। हालांकि जतिन को पैसा कहां से मिला, किसने नवीन की हत्या करवाई, ये पूछताछ की जा रही है। पाकिस्तान कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है।' क्या पाकिस्तान के किसी संगठन ने RSS पर निशाना साधा है? इस पर पुलिस सोर्स ने बताया, 'देखिए अब तक की जांच में आपसी रंजिश और खालिस्तान कनेक्शन की बात डिसमिस हो चुकी है।' हालांकि फिर भी आरोपियों से खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट (KLF) संगठन के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। पाकिस्तान से कनेक्शन की थ्योरी पर जांच हो रही है। हत्या के तार पाकिस्तान से भी जुड़ते दिख रहे हैं। 'ये बात बिल्कुल साफ है कि निशाने पर हिंदूवादी संगठन था। अब जांच पूरी होने के बाद ही सब कुछ क्लियर होगा। इसके पीछे पंजाब को अस्थिर करने की कोशिश नजर आ रही है। नवीन के निशाने पर आने की वजह उसका RSS बैकग्राउंड है। किसी आम आदमी या फिर व्यापारी को मारकर वो संदेश नहीं दिया जा सकता था, जो संदेश RSS बैकग्राउंड के व्यक्ति को मारकर दिया जा सकता है।' पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि हत्या का प्लान कनव की बर्थडे पार्टी में बना। हत्या का मास्टरमाइंड जतिन है। उसने दूसरे साथियों को पैसों का लालच देकर काम कराया। हर्ष और कनव इसमें सहयोगी रहे। नवीन पर गोली चलाने वाला आरोपी बादल फरार है। इस काम में इस्तेमाल की गई बंदूक पंजाब के बाहर से मंगाई गई थी। हालांकि कहां से मंगाई गई, अभी ये पता नहीं चला है? केस में NIA की होगी एंट्री पुलिस सोर्स की मानें तो 2-3 दिन के अंदर पुलिस को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। पुलिस की जांच की अपनी कुछ सीमाएं हैं। केस की जांच में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की एंट्री लगभग तय है। पहले भी कई हिंदूवादी संगठनों और व्यक्तियों पर हमलों की जांच NIA कर चुकी है। अब तक जो पैटर्न सामने आ रहा है, वो 2016 से 2017 के बीच हुई टारगेट किलिंग और अटैक की मोडस ऑपरेंडी जैसा लग रहा है। RSS ने कहा- संगठन पर हमले के लिए चुना सॉफ्ट टारगेटइस मामले को लेकर हमने RSS कार्यकर्ता प्रमोद से भी बात की। वे कहते हैं, 'पहले भी पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमले हुए हैं। इसलिए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि ये हमला भी RSS को टारगेट करके किया गया है।' 'दरअसल संघ के 100 साल पूरे हुए हैं। पूरे देश में कार्यक्रम किया जा रहा है। पंजाब में घर-घर संपर्क कर संघ लोगों को संगठन से जोड़ने की कोशिश कर रहा है। हो सकता है ये हमला संघ के प्रसार को रोकने के लिए हो। हालांकि जांच पूरी होने के बाद ही पक्के तौर पर कुछ कहा जा सकता है।' 10 साल में 9 टारगेट किलिंग- एक सा पैटर्न नवीन का मर्डर ऐसा कोई पहला केस नहीं है। 6 अगस्त 2016 को जालंधर में RSS की पंजाब इकाई के उपाध्यक्ष रिटायर्ड ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में NIA ने 2019 में रिपोर्ट सौंपी थी। जांच रिपोर्ट में हत्या की साजिश रचने वाले 11 लोगों का नाम शामिल था। रिपोर्ट के मुताबिक ये प्लानिंग पाकिस्तान में हुई थी। हालांकि फंडिंग से लेकर टारगेट किलिंग में कई देशों के लोग शामिल थे। एजेंसी की जांच में कहा गया था कि ये हत्या खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) की टॉप लीडरशिप ने रची और ये एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा थी। इस रिपोर्ट में 2016 से लेकर 2017 तक मारे गए खास संगठन और कम्युनिटी के लोगों की जांच को भी शामिल किया गया था। सभी हत्याओं का पैटर्न और मकसद एक ही था। इस हत्या में पाकिस्तान, इटली, यूके, ऑस्ट्रेलिया के नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया था। रिपोर्ट में इन हत्याओं को ‘इंटरनेशनल कॉन्स्पिरेसी‘ कहा गया। साफ कहा गया कि फंडिंग से लेकर प्लानिंग तक इसमें कई देश शामिल थे। पाकिस्तान इसमें प्रमुख भूमिका में था। जालंधर के जगदीश गगनेजा, लुधियाना के रविंदर गोसाईं और अमृतसर के विपिन शर्मा समेत सबकी टारगेट किलिंग के पैटर्न और फंडिंग पर डिटेल में तथ्य दिए गए थे। फिर वही पैटर्न- मास्क लगाए दो बाइक सवार आए, टारगेट पर निशाना पंजाब पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर हमसे बात की। उन्होंने बताया, 'RSS पदाधिकारी बलदेव अरोड़ा के बेटे नवीन अरोड़ा की हत्या में भी पैटर्न बाकी टारगेट किलिंग की तरह ही है। वहीं भीड़ से भरे बाजार में दो बाइक सवारों ने टारगेट पर गोलियों की बौछार की।' वे आगे कहते हैं, ‘आप देखिए शाखाओं पर जो हमले हुए, वो भी इसी पैटर्न पर हुए। पंजाब में ऐसा नहीं कि सिर्फ हिंदूवादी संगठन ही निशाने पर आए हैं, पादरी और नामधारी भी हैं। पर ये इक्का-दुक्का ही हैं। खालिस्तानी हों या फिर पाकिस्तानी, RSS से उनकी दुश्मन नंबर-1 है।........................ ये खबर भी पढ़ें... RSS ऑफिस, मंदिर और मार्केट पर केमिकल-अटैक की साजिश ‘मैं ऐसी दवा बना रहा हूं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा।’ हैदराबाद के राजेंद्रनगर में रहने वाले डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन ने ये बात अपने भाई उमर फारूकी से कही थी। 13 नवंबर को गुजरात ATS ने मोइनुद्दीन के घर छापा मारा, तो पता चला अमीर बनाने वाली वो दवा खतरनाक केमिकल रिसिन है, जिसे आतंकी संगठन ISIS लोगों को मारने के लिए इस्तेमाल करता है। पढ़िए पूरी खबर...
अमेरिका के अलास्का में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.0, जानिए कितना हुआ नुकसान
Earthquake in Anchorage: अमेरिका का अलास्का राज्य एक बार फिर भूकंप के तेज झटके से दहल गया है, हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है.
सरेंडर करते दिख रहे थे, फिर भी इजरायली सेना ने 2 फिलिस्तीनियों को गोली से क्यों मार डाला?
इजरायल और हमास के बीच 10 अक्टूबर 2025 से ही शांति समझौता हो चुका है, लेकिन फिलिस्तीनी नागरिक आज भी मौत के साये में जिंदा रहने को मजबूर हैं.
ईरान के ये गार्ड्स 'आतंकवाद का स्टेट स्पॉन्सर' घोषित, ऑस्ट्रेलिया सरकार ने क्यों उठाया ऐसा कदम?
ईरान का इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को ऑस्ट्रेलियन सरकार ने आधिकारिक तौर पर आतंकवाद का स्टेट स्पॉन्सर घोषित कर दिया है. पिछले कुछ वक्त से ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिसके कारण ये फैसला लिया गया.
रावलपिंडी जेल अधिकारियों ने इमरान खान की मौत की ख़बरों का किया खंडन, कहा- वो बिलकुल ठीक
इस्लामाबाद, 27 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हिरासत में मौत की अफवाहों पर रावलपिंडी के अदियाला जेल अधिकारियों का एक बयान गुरुवार को सामने आया। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान की सेहत अच्छी है और उन्हें जेल से शिफ्ट नहीं किया गया है ।
शेख हसीना से जुड़े हैं भारत-बांग्लादेश संबंधों के तार
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर भारत-बांग्लादेश के आपसी संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है. अब तीन अन्य मामलों में उनके साथ उनके पुत्र और पुत्री को भी सजा सुनाई गई है
इस देश में ट्रेन की चपेट में आ गए 13 रेलवे कर्मचारी, 11 की मौत ; दो घायल
11 People Killed in Train Accident: सरकारी ब्रॉडकास्टर ने बताया कि रेलवे और स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत आपातकालीन कार्रवाई शुरू की. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टीमों को भेजकर राहत अभियान शुरू किया. हालांकि, कुछ ही घंटों में स्टेशन पर काम फिर से शुरू हो गया. घायल कर्मचारियों को अस्पताल ले जाया गया.
नेपाल तक पहुंचे दिल्ली धमाकों के तार, तुर्किए से हो रही फंडिंग; आतंक के नए माड्यूल का खुलासा
Delhi Blast Case Update: आतंकी संगठन 'शहादत' का मुख्य काम जिहादियों को भर्ती करना और उन्हें ट्रेनिंग देना.'शहादत'सीरिया, कतर, ब्रिटेन और यहां तक कि अमेरिका में भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है. यह आतंकी मॉड्यूल अंसार अल इस्लाम के कार्यकर्ताओं से जुड़ा हुआ पाया गया है
Baba Vanga Volacnic Eruption Prediction: इथिओपिया में ज्वालामुखी फटने की घटना को बाबा वेंगा की भविष्यवाणी से जोड़ा जा रहा है. कई लोगों का कहना है कि यह बाबा वेंगा की सच हुई भविष्यवाणी है.
ढाका, 27 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। आए दिन यहां प्रदर्शन या फिर हिंसा देखने को मिलती है। एक तरफ अवामी लीग का विरोध प्रदर्शन जारी है, तो दूसरी ओर बाउल कलाकार अबुल सरकार की रिहाई की मांग को लेकर डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स अलायंस के कई सदस्य सड़कों पर उतर आए।
जूनियर ट्रंप की Ex‐Girlfriend किम्बर्ली की ड्रेस पर हंगामा, सोशल मीडिया पर लोगों ने ले ली क्लास
जूनियर ट्रंप की पूर्व गर्लफ्रेंड और ग्रीस में अमेरिकी राजदूत किम्बर्ली गिलफॉयल की ड्रेस को लेकर विवाद हो गया है. बता दें, विवाद तब बढ़ा जब उनके भाषण का वीडियो वायरल हुआ. एक्स पर कई यूजर्स ने लिखा कि गिलफॉयल की ड्रेस किसी संगीत कार्यक्रम के लिए उपयुक्त लग रही थी, न कि ग्रीस में अमेरिकी राजदूत के रूप में थैंक्सगिविंग डिनर की मेजबानी के लिए.
Jakarta overtakes Tokyo as world most populous city:वो टोक्यो, जो दशकों से दुनिया का सबसे बड़ा शहर का तमगा थामे हुए था, अब तीसरे नंबर पर खिसक गया. जगह ली है इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता ने. संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट World Urbanization Prospects 2025 जब आई तो सब हैरान हो गए. आइए जानते हैं आखिर जकार्ता क्यों बना दुनिया का सबसे बड़ा आबादी वाला शहर.
Passenger Opens Flight Emergency Door: अटलांटा की एक फ्लाइट में दिमागी रूप से कमजोर शख्स ने विमान का इमरजेंसी डोर खोलकर हंगामा मचाया.
इंडोनेशिया में बरस रहा कुदरत का कहर; बाढ़-लैंडस्लाइड के बाद भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को हिलाया
Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया में इन दिनों कुदरत का कहर बरस रहा है. पहले लैंडस्लाइड ने लोगों को परेशान किया था, वहीं अब भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. जिसकी वजह से लोग घरों से निकलकर बाहर दौड़ पड़े.
फांसी के बाद अब शेख हसीना को 21 साल, बेटी-बेटा को 5-5 साल की जेल की सजा, जानें क्या है मामला?
Sheikh Hasina Corruption Case:ढाका की एक स्पेशल कोर्ट ने भ्रष्टाचार मामलों में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 21 साल की कैद सुनाई है. तीन प्लॉट घोटाला मामलों में यह सजा दी गई है. इस मामले में बेटे सजीब वाज़ेद और बेटी साइमा वाज़ेद को भी 5-5 साल की सजा मिली है. इससे पहले इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल उन्हें मानवता के खिलाफ अपराधों में फांसी की सजा सुना चुका है.
शेख हसीना को जमीन घोटाले मामले में मिली 21 साल कैद की सजा, बेटे और बेटी को भी 5 साल की जेल
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 21 साल की जेल की सजा सुनाई गई। अदालत ने यह फैसला ढाका के पुर्बाचल प्लॉट घोटाले में दर्ज तीन मामलों में सुनाया है
Rahmanullah LakanwalShot 2 National Guard:व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड पर गोली चलाकर अफगान मूल के रहमानुल्लाह नेअपने ही लोगों का बहुत नुकसान कर डाला है. अब अमेरिका में अफगान शरणार्थियों पर संकट गहरा गया है. ट्रंप प्रशासन ने तुरंत अफगानों की वीजा और रिलोकेशन प्रक्रिया रोक दी. 2021 के ‘Operation Allies Welcome’ कार्यक्रम को अब बंद किए जाने के संकेत मिले हैं. इससे हजारों अफगान परिवारों का भविष्य अधर में लटक गया है. जानें पूरी खबर.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास हुई फायरिंग की निंदा की
इंडोनेशिया में तेज भूकंप, 6.5 रही तीव्रता
इंडोनेशिया में गुरुवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.5 मापी गयी
Noor Inayat khan: फ्रांस ने भारतीय मूल की एक महिला मुस्लिम जासूस के सम्मान में डाक टिकट जारी किया है. जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा है, जानते हैं उस महिला जासूस के बारे में विस्तार के साथ.
हांगकांग की बहुमंजिला इमारत में भीषण आग : 44 की मौत, 279 लापता, तीन गिरफ्तार
हांगकांग की एक 8 मंजिला इमारत में आग लगने के बाद भारी तबाही मची है
Afghan Dreamers: AFG vs PAK के संघर्ष के बीच रोया महबूब की जुबानी, अफगान ड्रीमर्स की रोचक कहानी
Afghan dreamers roya mahboob inspiring story: AFG–PAK सीमा तनाव के बीच अफगानिस्तान की पहली महिला टेक उद्यमी रोया महबूब का खास मिशन जारी है. वो उन अफगान लड़कियों के लिए भविष्य लिख रही हैं, जिनकी किताबें छीन ली गईं, स्कूल बंद कर दिए गए और सपनों पर ताले जड़ दिए गए. टेक्नोलॉजी को हथियार बनाकर रोया महबूब ये साबित करने में जुटी हैं कि अगर इरादा मजबूत हो, तो बंद दरवाजों के पीछे भी उम्मीद की रोशनी जगाई जा सकती है.
Increasing Urbanization UN Report: संयुक्त राष्ट्र की हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में तेजी से शहर में लोगों की आबादी बढ़ रही है.
अमेरिका के वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड्समैन गंभीर रूप से घायल हो गए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को 'आतंकवादी कृत्य' बताया
व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी से सनसनी, ट्रंप के दो नेशनल गार्ड्समैन गंभीर रूप से घायल, शूटर गिरफ्तार
अमेरिका के वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी की घटना सामने आई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वाशिंगटन के डाउनटाउन में हुई इस गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड्समैन को गोली लग गई
who is Rahmanullah Lakanwal:29 साल का अफगान रहमानुल्लाह लकानवाल जो 2021 में बाइडेन के 'ऑपरेशन एलाइज वेलकम' के तहत अमेरिका में आया था. उसने व्हाइट हाउस के पास दो नेशनल गार्ड सैनिकों पर हमला कर घायल करके पूरे देश में बवाल मचा दिया है. ट्रंप ने इसे 'आतंक' की घटना बताते हुए 500 अतिरिक्त सैनिक तैनात करने का आदेश दिया है. जानें पूरी खबर.
Afghanistan Toyota Demand: अफगान तालिबान अमेरिकी रेंजर गाड़ियों को हटाकर नई गाड़ियां खरीदना चाहते हैं. उन्होंने इसके लिए जापानी कंपनी टोयोटा से संपर्क किया है. हालांकि कंपनी ने उन्हें गाड़ियां देने से इनकार कर दिया है. तालिबान के टोयोटा पसंद करने के कई कारण हैं, आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
दुनिया का पहला शहर कौन सा? जहां 50000 लोग और 9.5 किमी की विशाल दीवारें थीं, जानकर नहीं होगा यकीन
First City in the World: दुनिया में कई शहर मौजूद हैं जो अपनी सभ्यताओं, परंपराओ और कई अन्य वजहों से जाने जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे पहला शहर कौन सा है. आज हम आपको उस शहरे के बारे में बताने वाले हैं साथ ही आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
White House Shooting: व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में एक अफगान प्रवासी को हिरासत में लिया गया है. इस घटना ने पूरे अमेरिका को हिला दिया है. राष्ट्रपति ट्रंप भी काफी गुस्से में हैं.
आसिम मुनीर के नेतृत्व में पाकिस्तान की हालत चिंताजनक: रिपोर्ट
पाकिस्तान के हुक्मरान सेना को तो ताकतवर बनाने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन स्थानीय बलों या अर्धसैनिक बलों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है
बांग्लादेश आईसीटी के मुख्य अभियोजक पर बचाव पक्ष के वकील को धमकी देने का आरोप
एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने बुधवार को बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) के मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम द्वारा जबरन गायब किए जाने के मामलों की सुनवाई के दौरान एक आरोपी के बचाव पक्ष के वकील के खिलाफ हाल ही में दी गई सार्वजनिक धमकियों की कड़ी निंदा की
हांगकांग की गगनचुंबी इमारतों में भीषण आग, 44 की मौत, 279 लापता, 3 आरोपी गिरफ्तार
Hong Kong News: हांगकांग की की लपटों को देखरकर किसी का भी दिल दहल जाएगा. फिलहाल इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
नवजात के लिए मां का दूध सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन एक स्टडी में बिहार की कई महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में रेडियोएक्टिव यूरेनियम मिला है। जो कैंसर, ऑर्गन फेलियर और DNA डिसॉर्डर जैसी गंभीर बीमारियां पैदा कर सकता है। आखिर ये खतरनाक तत्व ब्रेस्ट मिल्क तक कैसे पहुंचा और बच्चों पर इसका क्या असर पड़ सकता है, जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
‘पांच साल पहले मेरे पति की मौत हो गई। आज तक मुझे उनकी जगह नौकरी नहीं मिली। अब दो बच्चे और कैंसर से जूझ रही सास की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है। घर चलाने के लिए गहने-जेवर और अपनी कार तक बेच दी। ये सब बेचकर भी आखिर कितने दिन खर्च चलेगा। अधिकारियों से नौकरी की बात करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटती रहती हूं, लेकिन मुझे मिलने तक नहीं दिया जाता। बार-बार ऑफिस से वापस भेज दिया जाता है।’ ब्लैकबोर्ड में इस बार कहानी उनकी, जिनके पति या पिता की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति यानी नौकरी देने का वादा किया गया, लेकिन नौकरी नहीं मिली। नौकरी के इंतजार में लोग सालों से केवल दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं… 39 साल की पूजा 85% हैंडीकैप्ड हैं और नेशनल लेवल की टेबल टेनिस प्लेयर रह चुकी हैं। आंखों में उम्मीद लिए कहती हैं कि ‘मेरे पति 70% हैंडीकैप्ड होने के बावजूद इंटरनेशनल टेबल टेनिस प्लेयर थे। स्पोर्ट्स कोटे से उन्हें ईएसआईसी हॉस्पिटल में नौकरी मिली थी। पांच साल पहले पति की मौत हो गई, तब मुझे नौकरी देने का वादा किया गया था।’ आंखों में भर आए आंसू पोंछते हुए पूजा कहती हैं, ‘मेरे दो बच्चे हैं। एक 6 साल का और एक 16 साल का। 70 साल की बीमार सास भी साथ रहती हैं, उन्हें कैंसर है। उनके पेट में पानी भर जाता है, जिसे महीने में दो बार निकलवाना पड़ता है। इलाज का खर्च इतना है कि रात भर सो नहीं पाती। पैसे कहां से लाएं, कैसे मैनेज करें। पति के जाने के बाद घर चलाना रोज की लड़ाई बन गया है।’ खुद को संभालते हुए पूजा बताती हैं कि पहले तो ऑफिस के लोग उनसे अच्छे से बात करते थे, भरोसा दिलाते थे कि नौकरी लग जाएगी, लेकिन पिछले एक साल से वही लोग उन्हें टालने लगे हैं। अब तो वो कहते हैं कि बार-बार ऑफिस आने से नौकरी थोड़े ही मिल जाएगी। फोन पर ही बात कर लिया करो, ऑफिस क्यों आती हो। मेरे सारे डॉक्यूमेंट पूरे हैं, फिर भी मेरी नौकरी की फाइल कहीं न कहीं अटकी पड़ी है। न कोई जवाब, न कोई कॉलबैक, बस हर बार नई तारीख, नया बहाना।’ इतना कहते-कहते पूजा की आंखों से आंसू गिरने लगते हैं। कुछ देर रुक कर वो कहती हैं कि क्या मेरे पति की जगह नौकरी मांगना मेरा हक नहीं है क्या? बड़ी बेटी पढ़ना चाहती है, लेकिन ट्यूशन के पैसे नहीं हैं। वो जैसे-तैसे घर पर ही पढ़ती है। दोनों बच्चों को टेबल टेनिस खेलते देखना चाहती हूं। बड़ी बेटी अच्छा खेलती है, लेकिन उसे वो मौका नहीं मिल पा रहा, जो उसे मिलना चाहिए।’ पूजा कुछ सोचते हुए कहती हैं, ‘जितनी पेंशन मिलती है उससे राशन, स्कूल की फीस, दवाई, सास का इलाज सबकुछ नहीं हो पाता। रिश्तेदार मदद करते हैं तो घर चलता है, वर्ना एक दिन निकालना भी मुश्किल हो जाता है। मैं हर महीने ऑफिस के दो-दो चक्कर लगाती हूं, लेकिन जवाब वही मिलता है फाइल में सिग्नेचर बाकी है। जब पूछती हूं किसके सिग्नेचर बचे हैं, तो बोलते हैं कि ये नहीं बता सकते।’ पूजा एक गहरी सांस लेकर कहती हैं, ‘मुझे बस अपने पति की जगह नौकरी चाहिए, ताकि मेरा घर चल सके। उनके जाने के बाद मेरा खेल भी छूट गया। मैं अब प्रैक्टिस कहां से करूं? बच्चों की जिम्मेदारी भी है, घर भी चलाना है। खेल खेलने के लिए प्रैक्टिस चाहिए, डाइट चाहिए, कोच चाहिए, आने-जाने का खर्च चाहिए। अगर मेरे पास पैसे होते तो मैं आगे खेल सकती थी, लेकिन अब तो घर चलाना ही भारी पड़ रहा है।’ पूजा अचानक अपने पति को याद करने लगती हैं। भारी गले से वो कहती हैं कि मेरे पति को पता चल गया था कि उनका लिवर डैमेज हो गया है। वो नहीं बच पाएंगे, लेकिन उन्होंने कभी अपना दर्द हमें नहीं बताया। उन्होंने मुझे घर के बाहर निकलकर काम करना सिखाया। मैं तो घर का काम भी ठीक से नहीं करती थी, लेकिन उन्होंने बड़ी बेटी को भी खाना बनाना सिखाया। मैं नहीं चाहती थी कि बच्ची इतना जल्दी काम सीखे, लेकिन आज समझ आता है कि वो ऐसा क्यों कर रहे थे। पूजा याद करती हैं और कहती हैं, ‘उन्होंने मुझे स्कूटी दिलवाई, मुझे ड्राइविंग सिखाई। वो कहते थे तुम्हें खुद ही सब संभालना पड़ेगा। उस समय समझ नहीं आया कि वो ये सब क्यों कह रहे हैं। उनकी तबीयत बिगड़ती गई, लेकिन उन्होंने छिपाए रखा। आखिरी वक्त में हमें पता चला कि वो इतने बीमार थे। जाते-जाते भी उन्होंने हमें हिम्मत दी।’ पूजा जैसी ही कहानी है 36 साल के उमेश पाल सिंह की। उनके पिताजी डीटीसी में काम करते थे। उमेश धीरे-धीरे अपने शब्दों को साधते हुए कहते हैं, ‘2015 में हार्ट फेल होने से उनकी मौत हो गई। उस दिन के बाद से मेरा जीवन जैसे रुक ही गया। पिताजी डीटीसी में डेस्क जॉब करते थे, केबिन में बैठकर टिकट पास करने का काम। मैं उसी कुर्सी पर बैठने का हक मांग रहा हूं। अपने पिता के नाम पर बनी वह जगह जो कानून के हिसाब से मुझे मिल सकती थी।’ उमेश रुंधे गले से कहते हैं, ‘हक मांगना भी आसान नहीं होता खासकर तब जब आप डिसएबल्ड हों। मैं एक पैर से दिव्यांग हूं, लेकिन मेरा दूसरा पैर बिल्कुल ठीक है, दोनों हाथ ठीक हैं, दिमाग बिल्कुल ठीक है। मैं पढ़ा-लिखा ग्रेजुएट हूं। केबिन में बैठकर काम कर सकता हूं। फिर भी हर बार मेरी डिसेबिलिटी का मजाक उड़ाया जाता है। वो लोग कहते हैं कि डीटीसी में आपकी नौकरी नहीं बनती। मुझे समझ नहीं आता आखिर क्यों नहीं बनती।’ उमेश कहते हैं- ‘पहली-दूसरी विजिट में ऑफिस वाले अच्छे से बात करते थे, लेकिन तीसरी-चौथी विजिट ने सब बदल दिया। अब वो लोग मुझसे ऐसे बात करते हैं जैसे मैं किसी चीज के लायक ही नहीं हूं। वो रूखे अंदाज में कहते हैं कि आपकी कोई नौकरी नहीं बनती। बार-बार क्यों आते हो, क्या मिलेगा यहां।’ उमेश पैरा पावर लिफ्टर रह चुके हैं। वो कहते हैं, ‘मेरे पास तीन स्टेट और दो नेशनल मेडल हैं। मैं 2026 ओलिंपिक में ट्रायल देना चाहता था। मैं देश के लिए मेडल जीतना चाहता था, लेकिन खेलना गरीबों का काम नहीं है। इसके लिए डाइट, सप्लीमेंट, कोच, ट्रैवल का खर्च चाहिए… सब कुछ चाहिए। मेरे पास… कुछ भी नहीं है, इसलिए मैं खेल छोड़ चुका हूं। पिता की मौत के बाद मेरी दुनिया अचानक से बदल गई। कमाई रुक गई। खर्च बढ़ गए। मैं पिछले 5-6 सालों से डिप्रेशन की दवाई ले रहा हूं। रात को नींद नहीं आती। कभी-कभी झटके आते हैं। मेरे दिमाग में अजीब-अजीब ख्याल आते हैं।’ कुछ देर सोचकर उमेश कहते हैं, ‘एक हादसा हुआ। मेरी बैसाखी फिसल गई और मैं गिर गया, कूल्हे की हड्डी टूट गई। ऑपरेशन और इलाज पर 72,000 रुपए खर्च आ रहा था और मेरे पास इतने रुपए नहीं थे। उस वक्त एक एनजीओ ने मेरा इलाज करवाया। वर्ना मैं आज भी बिस्तर पर पड़ा होता।’ उमेश की मां, मायादेवी रोते हुए कहती हैं, ‘मेरे मरने के बाद इसका क्या होगा। न इसकी नौकरी लगी, न शादी हुई। पैसे नहीं हैं, इलाज नहीं हो पाता, खेल छोड़ दिया अब इसका सहारा कौन बनेगा। मैं भी इसके साथ डीटीसी ऑफिस गई थी। कितनी बार चक्कर लगाए। पर कहीं सुनवाई नहीं। अगर बैठने वाली कोई नौकरी दे देते तो भी चलेगा, पर वो भी नहीं दी गई। क्या मेरा बेटा बोझ है इस समाज पर।’ अपनी मां के आंसू पोंछते हुए उमेश कहते हैं कि मां को मेरी शादी की चिंता रहती है, लेकिन मैं किसी की बेटी क्यों लाऊं, जब मैं खुद ही ठीक से नहीं खा पा रहा। एक तो मैं दिव्यांग हूं, दूसरा कमाई भी नहीं है। कौन अपना रिश्ता करेगा। अब तो बस इतना चाहता हूं कि मुझे पापा की जगह नौकरी मिल जाए, ताकि मां को दवाई मिल सके, मैं ठीक से खा सकूं, मैं अपने पैरों पर खड़ा हो सकूं। मैं भी दूसरों की तरह इंसान हूं, मुझे भी जीने का हक है। ------------------------------------------ 1- ब्लैकबोर्ड- बेटी ने मारा तो घर छोड़ा:बस के नीचे मरने पहुंचे, भाई ने फर्जी साइन से पैसे हड़पे, वृद्धाश्रम में रोज सुबह सोचते हैं- कोई लेने आएगा मेरे बच्चे नहीं हैं। पत्नी की मौत के बाद अकेला हो गया था। मुझे आंख से दिखाई नहीं देता। एक रिश्तेदार के यहां रहने चला गया। वहां बहुत जलील हुआ तो एक दूसरे रिश्तेदार के यहां रहने पहुंचा, लेकिन उन्होंने अपने यहां रखने से साफ मना करा दिया। उस दिन मन में विचार आया कि सब खत्म कर दूं। सोचा कि यमुना में कूद जाऊं। फिर मरने के लिए एक बस डिपो पर गया। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- ब्लैकबोर्ड-पत्नी को लोग कोठेवाली समझते हैं:जीबी रोड का पता देख बच्चों को एडमिशन नहीं मिलता; दोस्त कहते हैं चलो तुम्हारे घर मौज करते हैं हलचल भरी दिल्ली में शाम ढलने लगी थी। मैं शहर के जीबी रोड पहुंची। इसे रेड लाइट एरिया भी कहा जाता है। यह इलाका सेक्स वर्क के लिए बदनाम है। दूर से ही सेक्स वर्कर्स के कोठे नजर आ रहे थे, जिनकी खिड़कियों से सजी-संवरी महिलाएं झांक रही थीं। एक-एक करके ग्राहक बाहर बनी सीढ़ियों से उन कोठों पर जा रहे थे। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
साल 2006, नोएडा के सेक्टर-31 की D-5 कोठी से सटे नाले में 19 कंकाल मिले। 16 को लेकर केस चला, जिनमें 13 बच्चे और तीन बालिग लड़कियां थीं। उनसे रेप और मर्डर का आरोप कोठी के मालिक मोनिंदर सिंह पंढेर और उनके नौकर सुरेंद्र कोली पर लगा। 16 अक्टूबर 2023 को हाईकोर्ट ने पंढेर को और 11 नवंबर, 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को बरी कर दिया। रह गया एक सवाल कि उन 13 बच्चों और तीन लड़कियों को किसने मारा था। दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में पंढेर ने माना था कि कोठी में मर्डर हुए थे, सुरेंद्र कोली ने कबूल किया था कि उसने मर्डर किए हैं। 16 केस में से 13 में गाजियाबाद के CBI कोर्ट ने सुरेंद्र कोली को मौत की सजा सुनाई थी। पंढेर को दो केस में फांसी की सजा मिली। आखिर में दोनों बरी हो गए। एक केस की वजह से नोएडा की लुक्सर जेल में बंद सुरेंद्र कोली 19 साल बाद 13 नवंबर को बाहर आ गया। ऐसा क्यों हुआ, पुलिस और CBI से जांच में कहां चूक हुई, सुरेंद्र कोली के खिलाफ क्या सबूत और बयान थे और रिहाई के बाद कोली कहां गया, दैनिक भास्कर ने इसकी पड़ताल की। इसमें पता चला कि पंढेर की कोठी में कॉलगर्ल आती थीं। दो कॉलगर्ल ने CBI के सामने बयान भी दिए थे। ये बयान पहली बार सामने आए हैं। पहले सुरेंद्र कोली की बातभाई बोले- सुरेंद्र अब तक हमारे पास नहीं आयाजेल से छूटने के बाद सुरेंद्र कोली उत्तराखंड में अपने गांव मंगरूखाल नहीं लौटा। ये गांव नोएडा से करीब 330 किमी दूर है। निठारी कांड के खुलासे से पहले कोली गांव आया था। फिर जांच के सिलसिले में नोएडा वापस गया और कभी नहीं लौटा। पता चला है रिहाई के बाद वो दिल्ली में रह रहा है और मीडिया से बात नहीं करना चाहता। सुरेंद्र कोली के भाई चंदन भी दिल्ली में रहते हैं। वे बताते हैं, ‘सुरेंद्र के जेल से बाहर आने के बारे में मीडिया से पता चला। अभी वो न हमसे मिला है, न बात हुई है।’ सुरेंद्र कोली की पत्नी और बच्चों के बारे में पूछने पर चंदन कहते हैं, ‘उनसे भी कई साल से कॉन्टैक्ट नहीं है। 2011 में मां का देहांत हुआ था। तब आखिरी बार सुरेंद्र की पत्नी से मिले थे।’ गांव का घर टूटने की कगार पर, कोई केस की बात नहीं करतासुरेंद्र कोली का गांव मंगरूखाल उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में है। यहां के पूर्व प्रधान धर्मवीर नेगी बताते हैं, ‘सुरेंद्र कोली का परिवार अब यहां नहीं रहता। वे 4 भाई हैं। एक भाई प्राइवेट टीचर था। उसने सबसे आखिर में गांव छोड़ा था। सुरेंद्र कोली को सजा होने के बाद वो किसी से बात नहीं करता था। अब उनका घर गिरने की कगार पर है। गांव के लोग भी इस केस की बात नहीं करते।’ निठारी कांड में 3 बड़ी लापरवाही, जिनकी वजह से फांसी की सजा पाए कोली-पंढेर बरीसुरेंद्र कोली और मोनिंदर सिंह पंढेर कैसे बरी हो गए, इस पर हमने पंढेर की वकील मनीषा भंडारी और सुरेंद्र कोली के वकील सिद्धार्थ शर्मा से बात की। पता चला कि जांच में 3 बड़ी लापरवाहियां की गईं, जिनकी वजह से दोनों बरी हो गए। पहली लापरवाही: लोगों ने नरकंकाल निकाले, CBI ने रिकवरी मेमो नहीं बनाया29 दिसंबर, 2006 की सुबह सैकड़ों लोग पंढेर की कोठी के सामने जुटे थे। उन्होंने कोठी से सटे नाले से मानव कंकाल निकाले। पुलिस ने सभी कंकाल रिकवर किए। कोर्ट ने इस रिकवरी को ही नहीं माना, न ही CBI ने रिकवरी मेमो बनाया। एडवोकेट मनीषा भंडारी कहतीं हैं, ‘किसी केस में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही से रिकवरी की जाती है। उसी प्रोसेस को रिकवरी मेमो कहते हैं। इस केस में आरोपियों की निशानदेही पर रिकवरी नहीं हुई। लोगों ने कंकाल और तमाम चीजें निकालकर पुलिस को सौंपे थे।’ ‘सुप्रीम कोर्ट ने इस पर कहा कि घटनास्थल पर खुदाई शुरू होने से पहले उसे पूरी तरह प्रोटेक्ट नहीं किया गया। रिकवरी को रिकॉर्ड नहीं किया गया। इसलिए घटना वाली जगह से बरामदगी और रिमांड पेपर्स में अलग-अलग बातें थीं।’ ‘D-5 की तलाशी में कोई ऐसा सबूत नहीं मिला, जिससे फोरेंसिक तरीके से घटनाओं का पता लगाया जा सके। स्थानीय लोग नाले और कोठी के पीछे वाले हिस्से से हड्डियां निकाल रहे थे, वो सिर्फ D-5 का एरिया नहीं था। D-5 और D-6 दोनों के आसपास खुदाई चल रही थी। लग रहा था, जैसे हड्डियां और बॉडी पार्ट्स निकालने वालों को पहले से सब पता हो।’ दूसरी लापरवाही: कोठी के अंदर फोरेंसिक एविडेंस नहीं मिलेसुप्रीम कोर्ट ने फैसले में कहा कि D-5 कोठी से सीमेन का सैंपल मिला था, वो दोनों आरोपियों से मैच नहीं हुआ। क्राइम सीन पर मिले कुल्हाड़ी और चाकू पर इंसान का खून या टिश्यू नहीं मिला। फोरेंसिक टीम को कोठी के अंदर से मरने वालों में से किसी का सबूत नहीं मिला, जिससे DNA का मिलान हो सके। सुरेंद्र कोली ने मजिस्ट्रेट के सामने 16 मर्डर की बात कबूल की थी। हाईकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट ने कबूलनामे को नहीं माना। सुरेंद्र कोली के वकील सिद्धार्थ शर्मा बताते हैं, ‘हाईकोर्ट ने कहा कि सुरेंद्र कोली को लगातार 60 दिन तक कस्टडी रिमांड में रखा गया। एक केस में रिमांड खत्म होती, तो उससे पहले दूसरे केस में रिमांड मिल जाती थी।’ ‘इस तरह 60 दिन के बाद मजिस्ट्रेट के सामने कबूलनामा हुआ था। ये अपने आप में सवाल खड़े करता है। सुरेंद्र कोली ने 26 मार्च 2010 को लेटर लिखा था। उसमें लिखा है कि CBI ने मुझे बहुत टॉर्चर किया। बयान देने के लिए दबाव डाला था। इसलिए सुरेंद्र कोली के कबूलनामे को कोर्ट में नहीं माना गया।’ तीसरी लापरवाही: ऑर्गन ट्रेड एंगल से जांच नहीं, सबूत कमजोर हुएपहले हाईकोर्ट और बाद में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निठारी कांड के पीछे सीरियल किलिंग नहीं, तो क्या ऑर्गन ट्रेड एंगल हो सकता है। इसे लेकर महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की एक कमेटी ने 2007 में रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में CBI को ऑर्गन ट्रेड के एंगल पर जांच करने के लिए कहा गया था। CBI ने उस लाइन पर जांच ही नहीं की। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि एजेंसी ने घर और पड़ोस के गवाहों की ठीक से जांच नहीं की, न ही कोई अहम सुराग खोजा गया। हर गलती ने सबूतों और भरोसे को कमजोर किया। इसलिए दोषी सुरेंद्र कोली को सभी आरोपों से बरी किया जाता है। इसके तहत लगाई गई सभी सजाएं और जुर्माने भी रद्द किए जाते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने जजमेंट में लिखा है कि पुलिस समय पर और प्रोफेशनली कानून के हिसाब से जांच करती है तो सबसे मुश्किल रहस्य भी सुलझ सकता है। कई बड़े क्राइम को समय पर रोका जा सकता है, लेकिन ये सच में बहुत बुरा है कि निठारी केस में लापरवाही और देरी ने फैक्ट-फाइंडिंग प्रोसेस को खराब कर दिया। न सिर्फ खराब किया बल्कि जांच के घटिया तरीके ने उन रास्तों को बंद कर दिया, जिनसे असली अपराधी की पहचान हो सकती थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि निठारी केस वीभत्स है। पीड़ित परिवार के दुख की कल्पना नहीं कर सकते, लेकिन आरोपियों के खिलाफ कानूनी तौर पर कोई सबूत नहीं मिल पाया। भरोसेमंद सबूतों के बिना किसी को दोषी नहीं मान सकते। अब मोनिंदर सिंह पंढेर की बात कोठी में कॉलगर्ल बुलाते थे, बोले- मर्डर के वक्त मौजूद नहीं थादैनिक भास्कर ने 10 नवंबर को मोनिंदर सिंह पंढेर का इंटरव्यू पब्लिश किया था। इसमें मोनिंदर सिंह पंढेर ने साफ कहा कि निठारी में मर्डर हुए, तब मैं घर पर नहीं था। उन्होंने ये भी माना कि वे कोठी में कॉलगर्ल बुलाते थे। दैनिक भास्कर ने कोठी में आने वालीं 12 से ज्यादा कॉलगर्ल के बयान की डिटेल निकाली। ये बयान CBI ने दर्ज किए थे। हमें कॉलगर्ल भेजने वाली महिला किरण (बदला हुआ नाम) का बयान भी मिला। फरीदाबाद में रहने वाली किरण ने बताया कि लापता हुई जिस कॉलगर्ल के मोबाइल फोन से निठारी कांड का खुलासा हुआ, उसके पिता ने 12 हजार रुपए के बदले उसे मेरे पास भेजा था। ये बयान CBI ने 16 जनवरी, 2007 को लिया था। इसमें किरण ने कहा था, ‘पति की मौत के बाद मेरे ऊपर 4 बच्चों की जिम्मेदारी थी। इसी दौरान मैं गलत महिलाओं के संपर्क में आ गई। 10-11 साल से वेश्यावृत्ति कर रही थी। 3-4 साल से कई लड़कियां मेरे संपर्क में हैं। इनमें से कई लड़कियां फरीदाबाद के सेक्टर-16 के एक होटल में रेगुलर जाती हैं।’ ‘मेरे पास बंगाल, यूपी, हरियाणा और दिल्ली की लड़कियां हैं। इनमें कोमल (बदला हुआ नाम) भी थी। उसकी उम्र करीब 26 साल थी। 2005 में मेरे ड्राइवर बाबूलाल ने मुझे नोएडा में रहने वाले किशनलाल (बदला हुआ नाम) से मिलवाया था।' 'किशनलाल को 12 हजार रुपए की जरूरत थी। उसने कहा था कि मेरी बेटी फरीदाबाद में तुम्हारे साथ रहेगी। उसी के काम से मिले पैसों से हिसाब हो जाएगा। मैंने किशनलाल को 12 हजार रुपए दे दिए और उसकी लड़की को फरीदाबाद ले आई।’ ‘मैंने उसे फरीदाबाद के सेक्टर-16 में मैगपाई होटल में कई बार भेजा। इसी दौरान जून 2005 में मैं मथुरा रोड पर एक रेस्तरां में मोनिंदर सिंह पंढेर से मिली थी। मैंने वहीं पहली बार कोमल की फोटो पंढेर को दिखाई थी। 2 हजार रुपए में कोमल को भेजने की बात तय हुई। मैंने उसी रात कोमल को D-5 कोठी में भेजा था। हम पंढेर को मेजर साहब कहते थे। उनके घर कॉलगर्ल भेजते थे।’ ‘कुछ समय में ही कोमल ने मेरे 7 हजार रुपए चुका दिए। उसी दौरान उसकी तबीयत खराब हो गई। इसके बाद उसकी भाभी यानी किशनलाल की बहू हमारे पास आ गई। उसने कॉलगर्ल का काम करके बाकी 5 हजार रुपए चुकाए थे।’ मोनिंदर सिंह पंढेर के कहने पर हम अलग-अलग लड़कियों को D-5 भेजते थे। बाद में कोमल मोनिंदर सिंह पंढेर से बात करने लगी। वो सीधे उसके पास चली जाती थी, ताकि मुझे पैसा न देना पड़े। पंढेर की कोठी में पार्टी के लिए गई कॉलगर्ल का बयानD-5 कोठी में गई एक और कॉलगर्ल कविता (बदला हुआ नाम) ने 5 फरवरी 2007 को CBI के सामने बयान दर्ज कराया था। तब कविता की उम्र 29 साल थी। उसने बताया, ‘मैं गांव की एक लड़की के साथ दिसंबर 2002 में दिल्ली आई थी। उसने कहा था कि फैक्ट्री में काम दिला देगी। यहां पता चला कि वो कॉलगर्ल है। मेरे पास पैसे नहीं थे, मजबूरी में जिस्मफरोशी करने लगी।’ ‘2005 में दशहरे से 15 दिन पहले मेरी दोस्त सिम्मी ने मुझे मोनिंदर सिंह पंढेर से मिलवाया। हम मुनिरका में मिले थे। मोनिंदर सिंह अगले दिन मुझे मुनिरका से ही D-5 कोठी ले गए थे। वहां सुरेंद्र कोली भी था। उसने हमें खाना खिलाया था।’ ‘उस रात पंढेर ने मुझे 4 हजार रुपए दिए थे। करीब 15 दिन बाद मेरे पास फिर फोन आया। मोनिंदर सिंह पंढेर ने कहा कि मेरे दोस्त आ रहे हैं। इसलिए कई लड़कियों को लाना है। हम 5 लड़कियां रात करीब 10 बजे उनकी कोठी पर पहुंचे थे। देर रात तक पार्टी हुई। सबने शराब पी। दो लड़कियां एक साथ अलग कमरे में पंढेर के गेस्ट के साथ चली गईं।’ ‘मैं मोनिंदर सिंह के साथ अलग कमरे में गई। दो और लड़कियां दो अलग-अलग लोगों के साथ गईं। एक हफ्ते बाद भी हमें बुलाया गया था। मैं कई बार D-5 गई थी। तभी सुरेंद्र कोली ने मेरा नंबर ले लिया था।' 'एक बार सुरेंद्र कोली ने फोन करके मुझे बुलाया भी था। उसने कहा कि कुछ नए ग्राहक आए हैं। मैं कोठी पर पहुंची, तो वहां सुरेंद्र कोली के अलावा कोई नहीं दिखा। मैं घर लौट आई। सितंबर 2005 से अप्रैल 2006 के बीच वहां गई थी। उसके बाद दार्जिलिंग अपने गांव चली गई। फिर उनसे मुलाकात नहीं हुई।’ निठारी कांड से जुड़े सवाल, जिनके जवाब नहीं मिले 1. निठारी कांड में कितने लोग मारे गएहमने निठारी से मिले नरकंकालों की जांच करने वाले एम्स के पूर्व फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. टीडी डोगरा से बात की। वे कहते हैं, ‘हमने 3 महीने तक जांच की थी। 21 अलग-अलग इंसानी कंकाल तैयार किए थे।’ उनके दावे के मुताबिक 21 लोगों के कंकाल मिले थे। बाद में सिर्फ 19 लापता लोगों की पहचान हुई। आखिर में 16 केस का ही कोर्ट में ट्रायल चला। ये राज ही है कि निठारी में आखिर कितने लोग मारे गए। 2. जिस कॉलगर्ल के फोन से पहला सुराग मिला, उसका DNA क्यों मैच नहीं हुआनिठारी केस में पहला बड़ा सुराग लापता कॉलगर्ल कोमल के मोबाइल फोन से मिला था। इसकी जांच तब सब इंस्पेक्टर रहे विनोद पांडे ने की थी। उनकी टीम ने मोबाइल फोन ट्रेस करके सुरेंद्र कोली को पकड़ा था। विनोद पांडे अभी यूपी के हापुड़ में SHO हैं। वे कहते हैं कि 7 मई 2006 को सुरेंद्र कोली ने फोन करके उस कॉलगर्ल को बुलाया था। उस समय पंढेर अपने बीमार पिता की वजह से चंडीगढ़ में था। इसकी पुष्टि होने पर नौकर सुरेंद्र कोली पर शक हुआ। कोमल का फोन 21 दिसंबर, 2006 को एक्टिवेट हुआ। उसमें सुरेंद्र कोली का सिमकार्ड मिला। इसके बाद ये केस खुला था।’ ‘सुरेंद्र कोली ने माना था कि उसने कोमल की हत्या कर लाश के टुकड़े किए। सिर, चप्पल और पर्स कोठी के पीछे फेंका और बाकी हिस्से को नाले में बहा दिया था।' 'CBI और फोरेंसिक रिपोर्ट की पड़ताल में कोमल के पिता के DNA सैंपल से किसी भी कंकाल का मिलान नहीं हुआ। ऐसे में दो बातें हो सकती हैं, या तो D-5 के आसपास मिले कंकाल में कोमल थी ही नहीं। या कोमल का कंकाल मिला तो, लेकिन वो FIR दर्ज कराने वाले शख्स की बॉयोलॉजिकल बेटी नहीं थी।’ 3. निठारी से 3 किमी दूर रहने वाली दो लड़कियों की हड्डियां मिलीं, वे कौन थींCBI की फोरेंसिक रिपोर्ट में लिखा है कि जांच के दौरान हड्डियों के 73 टुकड़े मिले थे। ये अलग-अलग साइज के थे। सभी D-5 के पीछे मिले थे। 53 पॉलिथीन पैकेट मिले थे, जिनमें बायोलॉजिकल मटेरियल थे। इनके अलावा लड़कियों के बाल, जूते, चप्पल, मिट्टी में सने कपड़े थे। चंडीगढ़ के CFSL ने इनकी जांच की थी। 31 अगस्त 2007 की रिपोर्ट में लिखा है कि निठारी से मिली खोपड़ियों की सुपर इंपोजिशन तकनीक से पहचान की गई। आसपास के एरिया से गायब लड़कियों की फोटो की भी जांच हुई थी। बरामद खोपड़ियों में से नंबर-7 और नंबर-13 का मिलान निठारी से गायब लड़कियों से नहीं हुआ। निठारी से करीब 3 किमी दूर सेक्टर-24 थाना एरिया से लापता आशा और बसंती से दोनों खोपड़ियों का मिलान हुआ था। सवाल उठता है कि इनका नाम कभी CBI जांच में क्यों नहीं आया।....................................... मोनिंदर सिंह पंढेर का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू भी पढ़िए हां, कोठी में कॉलगर्ल बुलाई, घर में बच्चों की डेडबॉडी पड़ी रहीं, पता नहीं चला निठारी केस से बरी होने के बाद मोनिंदर सिंह पंढेर ने पहला इंटरव्यू दैनिक भास्कर को दिया। उन्होंने दो बातें कबूल कीं, एक कि कोठी में मर्डर हुए थे और कोठी में कॉलगर्ल बुलाई जाती थीं। पंढेर ने कहा कि मैं घर में कम ही रहता था। उसी वक्त कोठी में मर्डर होते रहे। डेडबॉडी नौकर सुरेंद्र कोली के बाथरूम में पड़ी रहती थीं। ये बाथरूम ऊपर फर्स्ट फ्लोर पर है, इसलिए कोई नहीं जान पाया।’ पढ़िए पूरा इंटरव्यू
भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन फिर से पुराना राग अलाप रहा है। चीन ने मनमाने तरीके से भारतीय नागरिक को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद जमकर बवाल मचा
व्हाइट हाउस के पास शूटिंग की वारदात, 2 यूएस नेशनल गार्ड के जवानों समेत कई लोग घायल
व्हाइट हाउस अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास और दफ्तर है, यहां के आसपास सुरक्षा बेहद कड़ी होती है, ऐसे में इस इलाके में शूटिंग होना बेहद चौंकाने वाला है.
Pakistan Afghanistan News: पाकिस्तान की मुनीर सेना पर अफगानिस्तान के पश्तूनों का गुस्सा इस बार भयंकर तरीके से फूटने वाला है. मुनीर सेना की एक कायर हरकत के बाद भड़के पश्तूनों ने अपनी आमद सरहद की ओर बढ़ाने शुरू कर दी है.
11 बच्चे मरे, 1644 संक्रमित, इजरायल में फिर 'दबे पांव' लौट आया खसरा! आखिर क्यों आई ये आफत
Measles increased in Israel: दुनिया के आधुनिक देशों में गिने जाने वाले इजरायल इन दिनों स्वास्थ्य से जुड़ी बड़ी समस्या से जूझ रहा है. वहां पर लगभग मिट चुका खसरा फिर 'दबे पांव' लौट आया है.
'रणनीति का हिस्सा नहीं थी टिप्पणी', ताइवान पर जापानी PM ताकाइची को क्यों देनी पड़ रही है अपनी सफाई?
Japanese PM Sanae Takaichi News: ताइवान पर जापानी पीएम ताकाइची की हालिया टिप्पणी उनके लिए खुद परेशानी का सबब बन गई है. इस मुद्दे पर उन्हें जापानी संसद में सफाई देनी पड़ रही है.
Hong Kong Fire:हांगकांग के ताईपो में बुधवार दोपहर भीषण आग लग गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं. आग की लपटें कई किलोमीटर दूर से देखी जा सकती हैं. ताजा जानकारी के अनुसार, एक दमकल कर्मी समेत चार लोगों की मौत हुई है.
ममदानी को व्हाइट हाउस में खटक गई ये बात! मुलाकात के बाद ट्रंप और जोहरान में फिर बढ़ सकती है दूरी
Mamdani-Trump Meeting:न्यूयॉर्क शहर के मेयर जोहरान ममदानी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात के लिए व्हाइट हाउस की अपनी हालिया यात्रा के दौरान देखी गई सबसे अजीब चीज का खुलासा किया है. ममदानी के मुताबिक, उन्हें ओवल ऑफिस में व्हाइट हाउस में UFC शीर्षक वाला एक दस्तावेज दिखाई दिया, जिसमें अगले वर्ष व्हाइट हाउस परिसर में संभावित मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (MMA) आयोजन की रूपरेखा थी.
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध पर लगाम लगाने के लिए सख्त कदम उठाया है। इटली के सदन ने मंगलवार को एक कानून को मंजूरी दे दी, जिसके तहत महिलाओं की हत्या को क्रिमिनल लॉ में शामिल किया गया है
दुनिया का सबसे लंबा समुद्री तट, पूरा घूमने में लग सकता है 18 साल का समय; 3 महासागरों वाला है ये देश
Worlds Longest Beach: ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें समुद्री बीच पसंद होते हैं और वे तरह-तरह के बीच घूमना पसंद करते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि दुनिया का सबसे लंबा बीच कौन सा है?
ब्राज़ील सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एलेक्ज़ैंडर डी मोसियस ने पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो और उनके छह करीबी सहयोगियों को तख्तापलट की कोशिश मामले में दोषी पाये जाने पर 27 साल की जेल की सजा काटने का आदेश दिया है। ग्लोबो अखबार ने यह जानकारी दी है
बांग्लादेश में जैसे-जैसे चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो रही है, वैसे-वैसे हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यूनुस की सरकार के आने के बाद से देश में अराजकता की स्थिति बनी हुई है
ये दो बड़े 'मुर्गे' कटने वाले थे, अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कैसे बचा लिया? फिर होटल में ठहराया गया
टर्की पक्षी या दो बड़े मुर्गे कह लीजिए. अमेरिका में इन्हें माफी दे दी गई. वजह भी दिलचस्प है. माफी देते समय ट्रंप की घोषणा पर जैसे इस मुर्गे ने जवाब दिया वो देखकर हंसी छूट जाएगी. समझिए पूरा मामला.
नेपाल में फिर हुआ बवाल, सड़को पर उतरे जेन-जी, पीएम कार्की के पर्सनल सेक्रेटरी के इस्तीफे की उठी मांग
नेपाल में जेनरेशन जेड (जेन-जी) प्रोटेस्ट के दौरान भड़की हिंसा के बाद केपी ओली की सरकार गिरा दी गई थी। हालांकि, अगले साल की शुरुआत में वहां आम चुनाव होने वाला है, लेकिन अभी भी हालात स्थिर नहीं हैं
100 किलोमीटर की नॉन-स्टॉप वॉक! इस देश के रोबोट ने रचा इतिहास, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम
Humanoid Robot Agibot A2: टेक्नोलॉजी की दुनिया में आजकल बहुत से देश तरह-चरह के प्रयोग करने पर यकी करते हैं. एक ऐसा ही देश है जिसके रोबोट ने सीधे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है. आज हम आपको बताएंगे आखिर कौन से देश ने इस रोबोट को बनाया है और ये क्यो इतना खास है.
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्ति की कवायद तेज होती नजर आ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 28 सूत्रीय समझौते को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ चर्चा के लिए अपने खास दूत को मास्को भेजा है
Galapagos Tortoise: अमेरिका के सैन डिएगो जू में रहे रही मनमोहक और शर्मीली कछुए का 141 साल की उम्र में निधन हो गया. आइए आज आपको बताते है वो अपने जीवनकाल में क्या-क्या देख चुकी है.
USA के 'ड्रोन मैन' ड्रिस्कॉल को मिला नया काम! यूक्रेन पर दबाव बढ़ाने उतरे ट्रंप के टॉप नेगोशिएटर
Russia Ukraine War: बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल को अचानक यूक्रेन भेजा है. यह यात्रा रूस क साथ समानांतर बैठकों के साथ हो रही है जो युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका के उच्च-दांव वाले प्रयासों का संकेत है.
History of 26 November: 26 नवंबर 1922 को तूतनखामेन की कब्र को खोला गया था, जैसे ही कब्र का द्वार खुला लोगों के होश उड़ गए. इसके बाद ब्रिटिश पुरातत्वविदों ने दुनिया को प्राचीन मिस्र की अनमोल विरासत से रूबरू कराया.
Jair Bolsonaro Arrest: ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति Jair Bolsonaro को 27 साल की सजा सुना दी है. यह कदम 2022 के चुनाव हारने के बाद सत्ता पर बने रहने की उनकी कोशिशों से जुड़े मामले में दोषी पाए जाने के बाद उठाया गया है.
जमीन पर तोप और आसमान से... ये कहानी है 'पवन' की, जब विदेशी धरती पर भारतीय सेना ने चलाया ऑपरेशन
कुछ लोग तत्कालीन भारत सरकार का गलत कदम मानते हैं. बाद में इसी एक फैसले के कारण पूर्व पीएम को जान गंवानी पड़ी. भारत ने एक लाख सैनिकों को विदेशी धरती पर ऑपरेशन के लिए भेज दिया था. बाकायदे समझौता हुआ था दोनों सरकारों में लेकिन बड़ी संख्या में भारतीय सैनिक ऑपरेशन में शहीद हुए. आखिर क्या था ऑपरेशन पवन.
Belarus News: बेलारूस में अक्सर राजनीति उथल-पुथल देखा जाता है. अब बेलारूस के पॉलिटिशियन मिकोला स्टेटकेविच को U.S. की मध्यस्थता वाली डील में रिहा किए जाने के बाद वापस जेल भेज दिया गया है, उन्होंने घंटों बेलारूस और लिथुआनिया बॉर्डर पर इंतजार किया.
Trump के दूत ने पुतिन को दी थी सीक्रेट सलाह! यूक्रेन शांति योजना पर लीक कॉल से मचा बवाल
Ukraine Peace Plan: पिछले महीने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य प्रतिनिधि ने व्लादिमीर पुतिन के एक बड़े अधिकारी को सलाह दी कि पुतिन को अमेरिका के राष्ट्रपति को यूक्रेन शांति योजना कैसे बतानी चाहिए.
हाल ही में हुई उदयपुर शाही शादी में ट्रंप जूनियर से लेकर जस्टिन बीबर तक 60 से ज्यादा ग्लोबल स्टार्स की मौजूदगी रही। लेकिन आखिर कौन हैं राम राजू मंटेना, जिनकी बेटी की शादी इंटरनेशनल सुर्खियों में है? जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक करें.
‘मैं ऐसी दवा बना रहा हूं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा।’ हैदराबाद के राजेंद्रनगर में रहने वाले डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन ने ये बात अपने भाई उमर फारूकी से कही थी। 13 नवंबर को गुजरात ATS ने मोइनुद्दीन के घर छापा मारा, तो पता चला अमीर बनाने वाली वो दवा खतरनाक केमिकल रिसिन है, जिसे आतंकी संगठन ISIS लोगों को मारने के लिए इस्तेमाल करता है। ATS के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, मोइनुद्दीन ISIS के टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है और देश में बड़े केमिकल अटैक की तैयारी कर रहा था। इसके लिए रिसिन नाम का केमिकल बना रहा था, जो अरंडी के बीज से निकलता है। ATS ने 8 नवंबर को गुजरात के बनासकांठा से मोइनुद्दीन के साथ यूपी के शामली में रहने वाले आजाद सुलेमान शेख और लखीमपुर खीरी के मोहम्मद सुहैल सलीम खान को पकड़ा था। दोनों की उम्र सिर्फ 20 और 23 साल है। मोइनुद्दीन ने चीन से मेडिकल की पढ़ाई की है। वो केमिकल एक्सपर्ट है। ATS के मुताबिक, आजाद सुलेमान और सुहैल बीते 7 महीनों में लखनऊ में RSS मुख्यालय, अहमदाबाद की नरोदा फल मंडी, दिल्ली की आजादपुर मंडी और हरिद्वार के मंदिरों की रेकी कर चुके थे। दोनों के पाकिस्तान में कॉन्टैक्ट मिले हैं। वे राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास ड्रोन से गिराए गए हथियार और पैसे जुटाकर मोइनुद्दीन तक पहुंचाते थे। रिसिन से अटैक के दुनिया में 40 मामले, भारत में पहली बार खुलासा ATS को 7 नवंबर का CCTV फुटेज मिला था, जिसमें डॉ. मोइनुद्दीन आजाद सुलेमान और मोहम्मद सुहैल के साथ अहमदाबाद के होटल ग्रैंड एम्बियंस से बाहर निकलता दिखा था। इसी फुटेज के आधार पर तीनों का कनेक्शन पता चला। टेरर मॉड्यूल का मास्टरमाइंड मोइनुद्दीन है। बताया जा रहा है कि वो अहमदाबाद हथियार लेने गया था, वहीं ATS ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस और गुजरात ATS को हैदराबाद में मोइनुद्दीन के फ्लैट से बक्सों में स्टोर किया मटेरियल मिला, जिससे रिसिन केमिकल बनाया जाना था। दुनिया भर में रिसिन का इस्तेमाल 1978 से लेकर 2025 तक 40 बड़ी साजिशों में हो चुका है। भारत में अब तक इसका कोई केस नहीं आया था। ये पहली बार है, जब इसे पकड़ा गया है। इस केमिकल वेपन का इस्तेमाल इस्लामिक स्टेट से जुड़े संगठन करते आए हैं। लिहाजा, सुरक्षा एजेंसियां ISIS से जुड़े ISKP और ISHP मॉड्यूल की भी जांच कर रही हैं। अब तीनों संदिग्ध आतंकियों के बारे में जान लीजिए डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन जनरल फिजिशियन है। वो हैदराबाद के राजेंद्रनगर में फोर्ट व्यू कॉलोनी के असद मंजिल अपार्टमेंट में रहता था। मोइनुद्दीन ने चीन से MBBS की पढ़ाई की थी। वो किसी हॉस्पिटल या क्लिनिक से नहीं जुड़ा है और मरीजों को इंटरनेट पर फ्री हेल्थ एडवाइस देता था। गुजरात ATS के सोर्स बताते हैं, ‘मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वो संदिग्ध आतंकी गिरोह का हिस्सा है और घातक बायो-केमिकल सब्सटेंस का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर केमिकल अटैक करने की फिराक में था। उसे अफगानिस्तान में रह रहे अबू खलेजा से निर्देश मिल रहे थे, जो आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस से जुड़ा है।’ ‘ATS को मोइनुद्दीन और उसके हैंडलर की सोशल मीडिया पर की गई चैट और ChatGPT पर खतरनाक केमिकल बनाने के तरीके सर्च करने से जुड़े सबूत मिले हैं।’ जांच एजेंसी के मुताबिक, मोइनुद्दीन 2007 में MBBS करने चीन गया। 2012–13 में भारत लौटा और कुछ समय परिवार के साथ तेलंगाना के खम्मम में रहा। इसके बाद राजेंद्रनगर में रहने लगा। उसकी आखिरी लोकेशन अहमदाबाद में मिली थी। मोइनुद्दीन के भाई उमर फारूकी से उसके गुजरात जाने के बारे में पूछा गया, तो उसने बताया कि वो बिजनेस के सिलसिले में गया था। ATS के मुताबिक, मॉड्यूल में शामिल मोहम्मद सुहैल और आजाद सुलेमान ने मोइनुद्दीन को हथियारों से भरा बैग पहुंचाया था। एक पार्सल में डेढ़ लाख रुपए भी थे, जो पाकिस्तानी एजेंट के कहने पर भेजे गए थे। मोइनुद्दीन के भाई फारूकी ने पुलिस को बताया कि फ्लैट पर आने वाले पार्सल के बारे में पूछने पर मोइनुद्दीन कहता था कि वो ऐसी दवा बना रहा हैं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े सोर्स बताते हैं, ‘मॉड्यूल में शामिल आजाद सुलेमान शेख टेरर अटैक के मकसद से जम्मू-कश्मीर के बारामूला गया था। वहां उसे कोई टारगेट नहीं मिला, तो वो दिल्ली लौट आया। दिल्ली में रहते हुए उसने हरिद्वार जाकर बड़े मंदिरों की रेकी की थी। वहीं, सुहैल के घर से ISIS का लिटरेचर और झंडे मिले हैं। गुजरात ATS के DIG सुनील जोशी कहते हैं, ‘8 नवंबर को ATS के SP के. सिद्धार्थ की टीम ने अहमदाबाद-मेहसाणा हाईवे पर अडालज टोल प्लाजा के पास से डॉ. मोइनुद्दीन को गिरफ्तार किया था। इसके बाद रिसिन अटैक की साजिश का खुलासा हुआ। इनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से लिंक मिले हैं।’ 'तीनों ने बताया कि वे कैस्टर ऑयल के जरिए रिसिन नाम का टॉक्सिन बना रहे थे। उन्होंने हमले का तरीका तय नहीं किया था। रिसिन तैयार हो जाता, तब हमले का प्लान बनाते। ATS अब इस मॉड्यूल के दूसरे सदस्यों को तलाश रही है। उसकी टीमें अब उन सभी जगहों पर जाएंगी, जहां मोइनुद्दीन, सुहैल और आजाद मिले थे। कुछ अधिकारियों को सबूत जुटाने के लिए लखीमपुर खीरी और शामली भी भेजा गया है।' जानलेवा रिसिन का कोई इलाज नहीं, हमलों में इस्तेमाल की हिस्ट्रीरिसिन की खोज 1888 में जर्मन वैज्ञानिक पीटर हर्मन स्टिलमार्क ने की थी। पहले विश्व युद्ध में जर्मनी की सेना ने इसे हथियार के तौर पर आजमाया। इसे साइनाइड से भी ज्यादा घातक माना जाता है। आखिर ये कितना खतरनाक है, ये जानने के लिए हमने लखनऊ के केमिकल एक्सपर्ट आनंद अस्थाना से बात की। आनंद बताते हैं कि रिसिन एक तरह से पोटेंट टॉक्सिन यानी बहुत खतरनाक जहर है। इसे अरंडी के छोटे बीजों को रिफाइन करके तैयार किया जाता है। ये सफेद पाउडर होता है। इसे जितना ज्यादा महीन किया जाएगा, उतना ही खतरनाक बन जाता है। ये दो तरीके से तबाही मचा सकता है।पहला: अगर इलाके में डस्ट (महीन धूल) है और रिसिन के पाउडर को वहां फैला दिया जाए, तो ये उस एरिया में रहने वाली बड़ी आबादी पर असर कर सकता है। इसका असर तुरंत नहीं, लेकिन दो-तीन दिन में दिखने लगता है। केमिकल रिएक्शन होने से जान जा सकती है। दूसरा: रिसिन को पानी में मिलाकर या सिरिंज के जरिए इंजेक्ट करके घातक बनाया जा सकता है। ये पानी में आसानी से घुल सकता है। इंजेक्शन के जरिए तुरंत खून के संपर्क में आ जाता है। अगर इसे पानी के जरिए इनटेक किया गया है, तो कुछ घंटों बाद इसका असर दिखना शुरू हो जाता है। वहीं, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बॉटनी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर आरएन खरवार कहते हैं, ‘रिसिन की टॉक्सिसिटी साइनाइड से भी ज्यादा होती है। डॉ. मोइनुद्दीन के पास 3 किलो कैस्टर पल्प मिला है। अगर ये शुद्ध कैस्टर पल्प है, तो इससे 100 ग्राम से ज्यादा रिसिन बनाया जा सकता था। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी मात्रा में रिसिन का मिलना कितनी बड़ी आबादी को प्रभावित कर सकता था।’ अमेरिका, भारत और UN ने बैन लगायामनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक, US सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने रिसिन को कैटेगरी B बायोटेररिज्म एजेंट के तौर पर क्लासिफाई किया है। यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल रेजोल्यूशन यानी UNSCR ने इस केमिकल पर बैन लगाया हुआ है। भारत के वेपंस ऑफ मॉस डिस्ट्रक्शन एक्ट-2005 में भी ऐसे किसी बॉयोटॉक्सिन के प्रोडक्शन या इसे जमा करने पर बैन लगाया गया है। इसके बावजूद रिसिन आसानी से मिल जाता है। इसे प्रोसेस करना भी आसान है। मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक, रिसिन टॉक्सिन का इस्तेमाल शीत युद्ध यानी कोल्ड वॉर में हुआ था। इसके अलावा अल-कायदा और ISIS जैसे आतंकी संगठन इसका इस्तेमाल करते आए हैं। हालांकि अब तक कोई भी आतंकवादी संगठन हथियार में इस्तेमाल होने लायक रिसिन बनाने में कामयाब नहीं हुआ है। पत्रकार की हत्या, ओबामा को भेजे रिसिन वाले लेटर रिसिन का पहला केस कोल्ड वॉर के दौरान 1978 में आया था। इसे रूस की खुफिया एजेंसी KGB ने अंजाम दिया था। रिसिन का इस्तेमाल एक मॉडिफाइड छाते में किया गया था। इसके जरिए बुल्गारिया के पत्रकार जॉर्जी मार्कोव की लंदन में हत्या कर दी गई थी। उसी साल पेरिस में भी एक हत्या में रिसिन का इस्तेमाल हुआ था। 1980 के दशक में इराक के बायोलॉजिकल वेपन प्रोग्राम में रिसन टॉक्सिन मिलने का दावा किया गया था। 2013 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और कुछ अधिकारियों को रिसिन वाले लेटर भेजे गए थे। हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ था। 2018 में ISIS ने ट्यूनिशिया में इसे इस्तेमाल किया था। 2025 में जर्मनी में होम लैब में रिसिन बनाने की जानकारी मिली है। अब तक की जांच में दावा है कि हैदराबाद में गिरफ्तारी से पहले भारत में रिसिन से जुड़ी आतंकी साजिश का कोई केस नहीं आया है। आतंकी मॉड्यूल की जांच से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े ग्रुप जैसे ISKP और उसकी भारतीय सब-यूनिट इस्लामिक स्टेट-हिंद प्रोविंस काफी समय से ऐसे केमिकल या बायोलॉजिकल टेरर अटैक की फिराक में हैं। इसलिए ये केस काफी अहम हो गया है। ................................... आतंकी साजिश से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें दिल्ली ब्लास्ट की साजिश का अड्डा अल-फलाह का रूम नंबर 13, 200 बम बनाने का प्लान डॉ. मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी के दो दिन बाद 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 15 लोग मारे गए। इसमें फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों का नाम सामने आया था। इनमें से एक डॉ. उमर ब्लास्ट के वक्त कार में था। इस मॉड्यूल का प्लान 200 बम बनाकर देश भर में ब्लास्ट करने का था। पढ़ें पूरी खबर...
Vivek Ramaswamy Net Worth:भारतीय मूल के अमेरिकी नेता और बिजनेस मैन विवेक रामास्वामी की कुल संपत्ति में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. फोर्ब्स के अनुसार, बीते 9 महीनों में उनकी नेटवर्थ 80% बढ़कर 1.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई है.
जमीन के अंदर जाती सीढ़ियां, जहां छिपा बैठा था सबसे बड़ा राज, 103 साल पहले उठा था पर्दा
Tutankhamun Secrets:ब्रिटिश पुरातत्वविद् हावर्ड कार्टर ने मिस्र के युवा फराओ तुतनखामन की कब्र का मुख्य कक्ष पहली बार खोला और दुनिया को प्राचीन मिस्र की अनमोल विरासत से रूबरू कराया. कई वर्षों तक किंग्स की घाटी में खुदाई करने के बाद कार्टर लगभग हार मान चुके थे.
China-NASA Space Power:चीन ने मंगलवर को तियांगोंग अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे अपने तीन एस्ट्रोनॉट्स को वापस लाने के लिए खाली शेनझोउ-22 स्पेसक्राफ्ट भेजा. तीनों अंतरिक्षयात्रियों के आगे छह महीने का मिशन है. लेकिन अब तक उनके पास वापसी के लिए कोई स्पेसक्राफ्ट नहीं है.
कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल (यूनिफाइड मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट), यानी सीपीएन-यूएमएल ने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर भंग किए गए निचले सदन (प्रतिनिधि सभा) को फिर से बहाल करने की मांग की है

