दुनियां का इकलौता सांप जो रखता है हाथी को भी ढेर करने की ताकत, सिंगल बाइट में मौत की गारंटी!
Deadly Snake: यूं तो दुनिया में एक से एक खतरनाक और जहरीले जीव मौजूद हैं. इन्हीं जहरीले जीवों में से एक है सांप. जिसको देखकर ही लोगों की सांसें थम जाती हैं. इन्हीं सांपों की दुनिया का एक ऐसा सांप है जो एक ही बार में इतना जहर छोड़ता है कि इंसान तो छोड़ो पूरे हाथी तक को कुछ घंटों में मारने के लिए काफी है. चलिए जानते हैं ये कौन सा सांप है और एक बार में कितना जहर छोड़ता है.
Paper Crisis in This Country: जरा सोचिए कि दुनिया के शक्तिशाली देशों में शुमार वो मुल्क, जो परमाणु हथियार से लैस है. उसके पास बैंक नोट छापने तक के लिए कागज नहीं है. वहां पर अखबारों का सर्कुलेशन आधा हो चुका है. हालात से परेशान देश के शासक ने बड़ा फरमान जारी कर दिया है.
China-Japan Tension: जापानी रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार देर रात कहा कि जापान ने देश भर में जॉइंट पेट्रोलिंग कर रही रूसी और चीनी एयर फोर्स पर नजर रखने के लिए जेट भेजे हैं. दो रूसी टीयू-95 न्यूक्लियर-कैपेबल स्ट्रेटेजिक बॉम्बर्स ने जापान सागर से पूर्वी चीन सागर की ओर उड़ान भरी ताकि दो चीनी एच-6 बॉम्बर्स से मिल सकें और एक लंबी दूरी की जॉइंट फ्लाइट कर सकें.
चीन की डरावनी परंपरा: कभी आग पर कूदना तो कभी मुर्गे का सिर काटना, हैरान कर देगी वजह
China Creepy Traditions: भूत प्रेत और बुरी शक्तियों से बचने के लिए दुनियाभर में लोग अनोखे उपाय करते हैं, लेकिन चीन के लोग ऐसे उपाय करते हैं जिन्हें जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. चीन के लोग मुर्गे का सिर काटना और आग में कूदने जैसे उपाय करते हैं. चलिए जानते हैं चीन के लोग और क्या क्या करते हैं.
ट्रंप की 'इकोनॉमी मैजिक' फेल! महंगाई ने तोड़ा जनता का दिल, क्यों नाराज हुए लोग?
America News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दुनिया पर टैरिफ का दबाव बनाना चाहते हैं लेकिन उनके ही देश में बढ़ रही महंगाई से लोगों में नाराजगी है. ऐसे में उन्हें असंतोष का सामना करना पड़ रहा है.
Sharon Osbourne reveals husband Ozzy details:शैरन ऑस्बॉर्न ने अपने पति ओजी के आखिरी दिन की कहानी का अब खुलासा किया है. उन्होंने पहली बार पति की मौत के दिन की दिल दहला देने वाली बातें बताईं हैं. पियर्स मॉर्गन के साथ उनके अनसेंसर्ड शो में बात करते हुए उन्होंने जो कहा है, उसे सुनकर पूरी दुनिया हैरान है. आइए जानते हैं आखिर क्या है मामला. क्या है इन दोनों स्टार कपल की कहानी. कौन हैंशैरन ऑस्बॉर्न औरओज़ी ऑस्बॉर्न.
Bangladesh News: बांग्लादेश की स्थिति लगातार खराब हो रही है. बीते दिन बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना को फांसी की सजा दी गई थी. अब इस फैसले को लेकर इंटरनेशनल मानवाधिकार वकीलों ने ये बात कही है.
साल 2025 खत्म होने को है, लेकिन नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा की डरावनी भविष्यवाणियां कितनी सच हुईं हैं. इस बात को लेकर हर कोई चर्चा कर रहा है. तो नए साल 2026 आने से पहले आज ही जान लेते हैं आखिरनास्त्रेदमस और बाबा वेंगा ने 2025 के लिए जो भयानक भविष्यवाणियां की थीं, वे कितनी सच हुईं हैं?
पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू होंगे अपग्रेड, अमेरिका ने 686 मिलियन डॉलर के हथियार बिक्री की सूचना दी
ट्रंप प्रशासन ने अमेरिकी कांग्रेस को पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमानों को अपग्रेड करने के लिए 686 मिलियन डॉलर की प्रस्तावित हथियार बिक्री की सूचना दी है। इससे यह पैकेज 30-दिन की अनिवार्य समीक्षा अवधि में चला गया है। हालांकि, ट्रंप प्रशासन के इस कदम ने वैश्विक स्तर पर हलचल बढ़ाई है
स्पेन में सरकार के प्रस्तावित कानून के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी चार दिवसीय हड़ताल पर चले गये हैं। कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रस्तावित नये कानून के विरोध में मंगलवार से हड़ताल शुरू की। स्पेनिश कन्फेडरेशन ऑफ मेडिकल ट्रेड यूनियंस (सीईएसएम) ने कहा कि कर्मचारी एक अलग कानून की मांग कर रहे हैं जो उनके पेशे की खास ज़रूरतों को ध्यान में रखे
'आसमां से उतरा मौत का साया...', चलती कार पर लैंड कर गया प्लेन, खौफनाक मंजर ने उड़ाए लोगों के होश
Plane Crash Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है. जिसमें एक प्लेन कार को टक्कर मारते हुए नजर आ रहा है. ये खौफनाक मंजर कैमरे में कैद हो गया है.
सिंहपुरा या सिंगापुर : एक भारतीय राजा के पहुंचने से बदला इतिहास, तब कोलकाता से चलती थी सरकार
आज के सिंगापुर का जिक्र हो तो चमचमाती आसमान छूती इमारतें दिखाई देती हैं. लेकिन इसका इतिहास भारत से जुड़ा है. भारतीय राजा के पहुंचने के बाद सिंहपुरा या कहिए आज के सिंगापुर की किस्मत बदली. अब वहां के पूर्व डिप्टी पीएम ने खुद को भारत से जोड़ा है तो कहानी फिर याद आई है.
कमजोर लीडरशिप के कारण होगा यूरोप का पतन, बॉर्डर पॉलिसी पर भड़के ट्रंप; EU को दे दी चेतावनी
Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यूरोप के कई देश कमजोर नेतृत्व में हैं और पॉलिटिकल करेक्टनेस में उलझे हैं. उन्होंने यूरोपीय देशों की प्रवासन नीतियों और यूक्रेन संकट में भूमिका को कमतर आंका और यूरोप को चेतावनी दी कि अगर बॉर्डर पॉलिसी नहीं बदली, तो कुछ देश टिक नहीं पाएंगे.
Trump rails againstIlhan Omar:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मुस्लिम कांग्रेसवुमन इल्हान ओमार पर फिर हमला बोला है. इसके साथ ही उस बात को फिर दोहराया है कि 'वह भाई से शादी करके अमेरिका आई है, उसे उसके देश सोमालिया वापस भेज दो. ट्रंप का इल्हान ओमार पर यह कोई पहली बार हमला नहीं है, ट्रंप सालों से ओमार को टारगेट कर रहे. अब जानें ताजा क्या है माामला.
पड़ोसी ने उड़ाए ऐसे गुब्बारे, देखकर इस देश को आया पसीना; खौफ में तुरंत नेशनल इमरजेंसी का किया ऐलान
Lithuania Declares Emergency: हाल ही में लिथुआनिया की सरकार ने राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा की है. इसका कारण है कि रूस के सहयोगी बेलारूस से मौसम वाले गुब्बारे भेजे जा रहे हैं. लिथुआनिया को इन गुब्बारों से सुरक्षा का खतरा महसूस हुआ है.
नेपाल में 4.3 तीव्रता का भूकंप, कोई नुकसान नहीं
नेपाल के सुदूर पश्चिम प्रांत में मंगलवार रात भूकंप के झटके महसूस किए गए
फ्लोरिडा की डेथ चेन का नया रिकॉर्ड, 1989 की क्रूर हत्या के दोषी मार्क जेरॉल्ड्स को मिली मौत की सजा
Florida Record Executions: दशकों पहले घर में घुसकर एक महिला को चाकू मारकर और पीटकर जान से मारने वाले एक आदमी को मंगलवार शाम फ्लोरिडा में फांसी दे दी गई. यह इस साल फ्लोरिडा में 18वी फांसी थी, जो राज्य का अब तक का सबसे ज्यादा साल भर का रिकॉर्ड है.
हैती में गैंगवार की कहानी किसी से छिपी नहीं है.
न्यूयॉर्क के बाद मियामी में भी Trump की नहीं चली, डेमोक्रेट्स ने तोड़ा 30 साल की हार का रिकॉर्ड
Miami Mayor: एलीन हिंगिस, जो पहले मियामी डेड काउंटी की कमिश्नर रह चुकी हैं वह अब शहर की पहली महिला मेयर बनेंगी. 1990 के दशक के बाद पहली ऐसी मेयर होंगी जो हिस्पैनिक नहीं हैं.
10 नवंबर को दिल्ली में हुए ब्लास्ट के बाद संदिग्ध आतंकी जेल में है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। दैनिक भास्कर को खुफिया जांच एजेंसियों से ऐसे डॉक्यूमेंट मिले हैं, जिससे डॉक्टर टेरर मॉड्यूल को लेकर 3 बड़ी बातें पता चली हैं। पहली, आतंकी अब भी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के खुफिया विभाग से जारी अलर्ट में इसका खुलासा हुआ। ये अलर्ट दिल्ली ब्लास्ट के तीन दिन बाद 13 नवंबर को जारी किया गया था। दूसरी बात, दिल्ली ब्लास्ट से ठीक एक दिन पहले 9 नवंबर को जम्मू-कश्मीर पुलिस को पता चल गया था कि हमले को अंजाम देने वाला डॉ. उमर फरार है। उसके पास भारी मात्रा में विस्फोटक भी है। ऐसे में अगर समय रहते उमर को वांटेड घोषित किया गया होता और पुलिस ने विस्फोटक की डिटेल जारी की होती तो दिल्ली ब्लास्ट रोका जा सकता था। तीसरी बात, डॉक्टर टेरर मॉड्यूल जैश-ए-मोहम्मद और अंसार-गजवत-उल-हिंद (AGuH) दोनों के मिले-जुले नेटवर्क का हिस्सा है। इससे इस्लामिक स्टेट का हाइब्रिड मॉड्यूल भी लिंक है। इनका मकसद ऐसे लोगों को शामिल कर बड़े आतंकी हमले करना है, जिन पर जांच एजेंसियों को शक न हो। दिल्ली ब्लास्ट के कनेक्शन में गिरफ्तार डॉ. मुज्जमिल, डॉ. शाहीन, डॉ. उमर, डॉ. आदिल और मौलाना इरफान इस नेटवर्क की महज एक कड़ी हैं। इसका मुख्य हैंडलर अब भी गायब है। इनमें से एक मुख्य हैंडलर का कोडनेम हाशिम है। खुफिया एजेंसी से मिले डॉक्यूमेंट्स और पूछताछ के दौरान डॉक्टर टेरर मॉड्यूल से जुड़े संदिग्ध आतंकियों ने और क्या खुलासे किए हैं, पढ़िए एक्सक्लूसिव रिपोर्ट… खुलासा नंबर-1इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकी वॉयलेंट अटैक की तैयारी मेंआखिर दिल्ली ब्लास्ट के बाद भी अभी खतरा क्यों नहीं टला है। इसे समझने के लिए हमने जम्मू-कश्मीर की इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट की पड़ताल की। 13 नवंबर को जारी इस अलर्ट में जिक्र है कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े आतंकी संगठन अब भी भारत में बड़े हमले की साजिश रच रहे हैं। ISKP यानी इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस भारत में आतंकी और कट्टरपंथी सोच वाले कैडर को वॉयलेंट अटैक के लिए ट्रेंड कर रहा है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से ऐसा अलर्ट इस साल 22 मई, 16 जून और 15 सितंबर को भी जारी किया गया था। इसके बाद ही श्रीनगर के नौगाम थाने की पुलिस को जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर चिपकाने की जानकारी मिली। इसी के आधार पर फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल का खुलासा हुआ। हालांकि इस मॉड्यूल की जांच में बड़ी लापरवाही भी सामने आई है। मंदिर, धार्मिक स्थल और विदेशी टूरिस्ट वाली जगहें टारगेट पररिपोर्ट के मुताबिक, आतंकी ऐसी जगहों को टारगेट कर सकते हैं, जो काफी भीड़भाड़ वाला हो। ये मंदिर या कोई धार्मिक स्थान हो सकता है। इसके साथ ही भीड़भाड़ वाले चर्चित मार्केट भी टारगेट किए जा सकते हैं। इस अलर्ट में खासतौर पर वेस्टर्न इंट्रेस्ट लिखा है। इसका मतलब उस जगह से है, जहां काफी विदेशी टूरिस्ट आते या ठहरते हों। ताकि आतंकी हमला भले भारत में हो, लेकिन उसका असर दुनिया के बाकी हिस्सों में भी महसूस किया जा सके। इनका मकसद लग्जरी होटल टारगेट करना, जैसे- 26/11 मुंबई अटैक में ताज और ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल को निशाना बनाया गया था क्योंकि ऐसी जगहों पर ज्यादा विदेशी ठहरते हैं। इसके अलावा ऐसे टूरिस्ट हब, जहां ज्यादा विदेशी आते हैं, जैसे- गोवा या फिर वाराणसी-मथुरा जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल भी हो सकते हैं। ये अलर्ट देश की सभी सीक्रेट एजेंसियों, राज्यों की पुलिस और आर्मी को भी भेजा गया है। खुलासा नंबर-2दिल्ली ब्लास्ट रोका जा सकता था, फिर क्यों नहीं हुआ अलर्टअब बात गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ में हुए चौंकाने वाले खुलासे की। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 9 और 10 नवंबर की रात श्रीनगर के परिमपोरा थाने में संदिग्ध आतंकी मौलाना इरफान अहमद वागे उर्फ मुफ्ती से पूछताछ की थी। इरफान ने बताया था कि वो नौगाम की मस्जिद में इमाम है। 2022 में डॉ. मुजम्मिल ने उसकी मुलाकात डॉ. आदिल और डॉ. उमर मोहम्मद नबी से कराई थी। ये सभी अंसार-गजवत-उल-हिंद से जुड़े थे। पुलिस ने इस पूछताछ के बाद डॉ. उमर को फरार मान लिया था। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में बाकायदा डॉ. उमर मोहम्मद नबी को फरार लिखा भी था। इसकी पुष्टि खुद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने की थी। दरअसल 10 नवंबर की दोपहर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद और अंसार-गजवत-उल हिंद के आतंकी मॉड्यूल का खुलासा करते हुए ट्वीट किया। इसके कुछ घंटे बाद शाम 6:10 बजे फिर ट्वीट कर लिखा- ‘तुम भाग सकते हो, लेकिन छिप नहीं सकते।‘ ये इशारा डॉ. उमर के लिए ही था। ऐसे में सवाल ये है कि जब पुलिस के पास इतनी डिटेल थी तो फिर उसकी फोटो के साथ दिल्ली-फरीदाबाद और आसपास के एरिया में अलर्ट क्यों नहीं जारी किया गया। खुलासा नंबर-3आतंकी का इलाज करने गया था डॉ. मुजम्मिल, तब हुई दोस्तीहमने संदिग्ध आतंकी डॉ. मुजम्मिल और इरफान के बयान की पड़ताल की। इनसे पूछताछ में कई चौंकाने वाले पुराने लिंक सामने आए हैं। दोनों की पूछताछ में एक नाम कॉमन मिला। वो आतंकी हाफिज मुजम्मिल तांत्रे का है, जिसे अप्रैल 2021 में कश्मीर में हुए एनकाउंटर में मार दिया गया था। आतंकी कनेक्शन कैसे हुआ? इस पर इरफान ने पूछताछ में बताया कि बचपन में पढ़ाई के दौरान उसकी हाफिज मुजम्मिल से दोस्ती हो गई थी। 2017 में जब वो आतंकी संगठन से जुड़ा तो इरफान भी उससे जुड़ गया था। वहीं डॉ. मुजम्मिल ने बताया कि वो पहले कश्मीर में ही डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस कर रहा था। 2021 की बात है। अंसार-गजवत-उल-हिंद से जुड़ा आतंकी हाफिज मुजम्मिल तांत्रे बीमार था। डॉ. मुजम्मिल उसका इलाज करने गया था। इसी दौरान दोस्ती हुई और वो तांत्रे की विचारधारा से प्रभावित हो गया। तांत्रे के मारे जाने के बाद संगठन से जुड़े हैंडलर हाशिम ने उसे मौलवी इरफान का नंबर दिया और उससे मिलने के लिए कहा था। उसने पूछताछ में आगे बताया कि 2021 में डॉ मुज्जमिल ने पहले वॉट्सएप पर इरफान से संपर्क किया, लेकिन शुरुआत में इरफान को भरोसा नहीं हुआ। इसके बाद इरफान ने उससे जुड़े खास हैंडलर के नाम पूछे। इस पर डॉ. मुजम्मिल ने तीन नाम बताए थे, पहला गाजी खालिद, दूसरा मंसूर और तीसरा हाशिम। ये तीनों AGuH के कमांडर थे। ये नाम सुनते ही इरफान को डॉ. मुजम्मिल पर भरोसा हो गया और वो मिलने को राजी हो गया। इसके बाद इरफान ने डॉ. मुजम्मिल का ब्रेनवॉश कर दूसरे डॉक्टरों को भी जोड़ा, जिसके बाद ये डॉक्टर टेरर मॉड्यूल बनकर तैयार हुआ। सबसे पहले जाकिर मूसा ने वाइट कॉलर मॉड्यूल तैयार कियाजिस अंसार-गजवत-उल-हिंद (AGuH) से हाफिज मुजम्मिल तांत्रे जुड़ा था, उसकी शुरुआत जुलाई 2017 में जाकिर राशिद भट्ठ उर्फ जाकिर मूसा ने की थी। मूसा ने इसे अल कायदा के सपोर्ट से शुरू किया था। मूसा अच्छे परिवार से था। बीटेक की पढ़ाई के लिए चंडीगढ़ के इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला लिया था, लेकिन बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद पहले हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़ा। उसने सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी की मदद से आतंक फैलाने की जिम्मेदारी ली। युवाओं को साथ जोड़ने लगा। साल 2016 में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद मई 2017 में हिजबुल मुजाहिदीन से अलग होकर वो अल कायदा से जुड़ गया। फिर इसी साल अल कायदा की कट्टरपंथी विचारधारा पर अंसार-गजवत-उल-हिंद आतंकी संगठन बनाया। संगठन बनाते ही मूसा ने जुलाई 2017 में एक पोस्टर जारी किया। इसमें साफतौर पर लिखा था कि ये बुरहान वानी के बाद कश्मीर में नया जिहाद है। इस पोस्टर के बाद संगठन से पढ़े-लिखे युवा जुड़ने लगे। 23 मई 2019 को आतंकी जाकिर मूसा भारतीय सेना के हाथों एनकाउंटर में मारा गया। हालांकि संगठन एक्टिव रहा। कश्मीर में आतंक बढ़ाने के लिए इसे जैश-ए-मोहम्मद का भी सपोर्ट मिलता रहा। बुरहान वानी, जाकिर मूसा की राह पर चला हाफिज मुजम्मिल तांत्रेदैनिक भास्कर को मिले डॉक्यूमेंट से पता चलता है कि AGuH से जुड़े आतंकी जम्मू-कश्मीर में एक्टिव भी मिले। 21 अक्टूबर 2020 को जम्मू की CID ने दो संदिग्ध आतंकी किफायत राशिद कोका और आजाद अहमद कोका को पकड़ा था। ये अंसार-गजवत-उल-हिंद से जुड़े थे। इनसे पूछताछ में पता चला था कि आतंकी सिर्फ जम्मू-कश्मीर में ही नहीं बल्कि पूरे देश में बड़ी घटनाओं को अंजाम देने की तैयारी में हैं। इसके लिए बड़े स्तर पर फंडिंग भी हो रही है। फंडिंग के लिए ड्रग्स तस्करी का नेटवर्क चला रहे हैं। दोनों संदिग्ध पहली बार मुजम्मिल तांत्रे और बासिक के लिए ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) का काम कर रहे थे। कश्मीर में आतंकी वारदात के लिए वे बड़ा लॉजिस्टिक नेटवर्क भी चला रहे हैं। इनसे मिले इनपुट के बाद ही 2021 में हाफिज मुजम्मिल तांत्रे का एनकाउंटर किया गया था। हालांकि इससे पहले ही मुजम्मिल तांत्रे ने फरीदाबाद डॉक्टर मॉड्यूल की शुरुआत कर दी थी। मुजम्मिल की कमाई 9 लाख रुपए, विस्फोटक के लिए 5 लाख कैसे दिएडॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल, डॉ. उमर और डॉ. शाहीन फरीदाबाद डॉक्टर मॉड्यूल की अहम कड़ी हैं। इन सबने मिलकर विस्फोटक और हथियारों के लिए 2023-24 में ही 26 लाख रुपए जुटाए थे। दिल्ली ब्लास्ट के बाद पुलिस की जांच में ये भी पता चला है कि इसमें से 5 लाख रुपए डॉ. मुजम्मिल ने दिए थे। जबकि मुजम्मिल ने जम्मू-कश्मीर पुलिस की पूछताछ में कबूला है कि वो अल-फलाह मेडिकल कॉलेज में बतौर चीफ मेडिकल ऑफिसर यानी CMO पदस्थ था। उसकी सालाना कमाई महज 9 लाख रुपए थी। इस पर जांच एजेंसियों को CMO लेवल के डॉक्टर की इतनी कम सैलरी खटकी। साथ ही ये सवाल भी उठा कि ये पैसे कैसे आए। फरीदाबाद में भी डॉ. शाहीन के कमरे की तलाशी के दौरान 18.5 लाख रुपए और सोने के बिस्किट मिले थे। जांच एजेंसियों को आशंका है कि इन पैसों को हवाला और ड्रग्स के जरिए कमाकर आतंकी एक्टिविटीज के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। सिग्नल ऐप पर डॉ. उमर ने $# जैसे स्पेशल कैरेक्टर के नाम पर ग्रुप बनायाडॉ. मुजम्मिल शकील ने पूछताछ में बताया है कि डॉ. उमर बेशक हमसे जुड़ा था लेकिन वो ज्यादा कट्टर था। उसकी कट्टरता की वजह से कई बार हमारे बीच बातचीत भी बंद हो जाती थी। वो टेक्निकल तौर पर काफी मजबूत था। उसने सिग्नल ऐप पर $# जैसे स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल करके चैट ग्रुप बनाया था। जिससे किसी को उसके नाम की जानकारी ना हो। बाद में ग्रुप डिलीट भी कर दिया। जैश का तरीका ऐसे आतंकी बनाओ- जिन पर कोई शक न करेडॉक्टर टेरर मॉड्यूल के ऐसे बनाया गया, जिस पर किसी को शक ना हो। जैश-ए-मोहम्मद ये पैटर्न अपने हाइब्रिड टेरर मॉड्यूल में काफी पहले से इस्तेमाल करता आ रहा है। इस बारे में जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP एसपी वैद्य कहते हैं, 'साउथ कश्मीर के त्राल के रहने वाले नूर मोहम्मद तांत्रे को जैश-ए-मोहम्मद ने उसकी कद-काठी की वजह से आतंकी बनाया था। नूर मोहम्मद की लंबाई महज 4 फुट 2 इंच थी। वो लंगड़ा कर चलता था। ऐसे में किसी जांच एजेंसी को उस पर शक ना हो। इसलिए उसे पहले ओवरग्राउंड वर्कर बनाया गया। फिर उसे बड़ा आतंकी बनाया गया। जिसे जांच एजेंसियों ने मौत का सौदागर नाम दिया था। आतंकी ट्रेनिंग के बाद दिल्ली वो बड़ी वारदात को अंजाम देने के इरादे से गया था। 2003 में ही दिल्ली के सदर बाजार में नूर मोहम्मद करीब 19 लाख रुपए और भारी मात्रा में हथियार के साथ पकड़ लिया गया था। इसे आतंकी गाजी बाबा का करीबी कहा जाता था। 2011 में उम्रकैद की सजा हुई थी। 2015 में उसे दिल्ली से श्रीनगर सेंट्रल जेल में शिफ्ट किया गया। इसके बाद वो पैरोल पर बाहर आया और गायब हो गया। दिसंबर 2017 में सुरक्षा बलों के साथ एनकाउंटर में मार दिया गया। अब उसी पैटर्न पर डॉक्टर टेरर मॉड्यूल का भी इस्तेमाल किया गया। जिससे आसानी से उन पर शक ना हो। फरीदाबाद टेरर मॉड्यूल में जांच एजेंसियों को शक है कि इसमें जैश-ए-मोहम्मद, अलकायदा, अंसार-गजवत-उल-हिंद के साथ इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस भी हाइब्रिड आतंकी नेटवर्क में है। जिसकी जांच हो रही है।...............ये खबर भी पढ़ें... दिल्ली ब्लास्ट से पहले नमाज पढ़ी-फिर पार्किंग में इंतजार 10 नवंबर 2025…दिल्ली में लाल किला के पास आतंकी डॉ उमर ने हमले की साजिश को अंजाम दिया। कार में हुए ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हुई, जबकि 20 लोग घायल हुए। इस हमले के कनेक्शन में अब तक डॉ. मुजम्मिल, डॉ. आदिल और डॉ. शाहीन समेत 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। हमले के 5 दिन बाद भी अब सवाल ये है कि आतंकी उमर कार में विस्फोटक लेकर कब और कैसे दिल्ली पहुंचा? दिल्ली में वो कहां-कहां गया? आखिर उसने डेटोनेटर और फ्यूज को कब और कैसे कनेक्ट किया? पढ़िए पूरी खबर...
‘वंदे मातरम् भारत के लोग नहीं गाएंगे, तो क्या बांग्लादेशी आकर गाएंगे। मैं खुद वंदे मातरम् कहता हूं।’ ये बात कह रहे सैयद सलीम कोलकाता के खिदिरपुर मार्केट में रेहड़ी लगाते हैं और वंदे मातरम् गाने के हिमायती हैं। संसद में 8 और 9 दिसंबर को वंदे मातरम् पर बहस हुई। सैयद इस विवाद को गलत मानते हैं। 8 दिसंबर को लोकसभा में PM मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए। मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए। वंदे मातरम् गीत लिखने वाले बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बंगाल से थे। दैनिक भास्कर ने इस पर चल रही बहस और इसके राजनीतिक मुद्दा बनने पर पश्चिम बंगाल के लोगों खासकर मुस्लिमों से बात की। पढ़िए ये ग्राउंड रिपोर्ट… लोकेशन: कोलकाता का खिदिरपुरमुस्लिम बोले- वंदे मातरम् देश का गौरव, गाने में कोई बुराई नहींखिदिरपुर में 50% से ज्यादा आबादी मुस्लिम है। ये इलाका भवानीपुर विधानसभा सीट में आता है, जहां से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विधायक हैं। खिदिरपुर में बंगाली और हिंदी बोलने वाले मुस्लिम रहते हैं। यहीं सैयद सलीम मिले। वंदे मातरम् के बारे में पूछने पर कहते हैं, ‘इसे गाने में कोई बुराई नहीं है। ये गीत देश का गर्व है।’ प्रियंका गांधी ने संसद में कहा कि वंदे मातरम् पर इसलिए बहस हो रही है क्योंकि पश्चिम बंगाल में चुनाव हैं। इस पर सलीम कहते हैं, ‘अगर किसी पार्टी के पास मुद्दा नहीं होगा, तो वह चुनाव कैसे लड़ेगी। सभी पार्टियां आपस में एक हैं, जनता उनके बीच पिसती है।’ खिदिरपुर में ही चाय की दुकान पर देवव्रत विश्वास मिले। वे कहते हैं, ‘वंदे मातरम् का इस्तेमाल तो सभी पार्टियां करती हैं। इसका चुनाव से क्या लेना-देना। संसद में भले ही इस पर बहस हो रही हो, लेकिन बंगाल के चुनाव में इसका असर नहीं दिखेगा। इस चुनाव में TMC जा रही है।’ यहीं हमें शेख निजामुद्दीन और अवधेश राय मिले। अवधेश राय संसद में वंदे मातरम् पर बहस को सही मानते हैं। वे कहते हैं, ‘पश्चिम बंगाल में जाति और धर्म पर वोट डाला जाता है। हिंदू, हिंदू नेता को और मुसलमान, मुस्लिम नेता को वोट देते हैं।’ वहीं शेख निजामुद्दीन कहते हैं, ‘देश में सभी को आजादी है कि वह अपनी पसंद से खाए-पिए और जिए। प्यार से तो ठीक है, लेकिन किसी से जबरदस्ती वंदे मातरम् न बुलवाया जाए। यह ठीक नहीं है। सभी काम मोहब्बत से हो सकते हैं, न कि थोपकर।’ वंदे मातरम् पर मुसलमानों के विरोध पर शेख निजामुद्दीन कहते हैं, ‘मुसलमान किसी भी अल्फाज का विरोध नहीं करता है। यह सब नेताओं के बनाए मुद्दे हैं। कोई भी बात होती है, तुरंत मुसलमानों पर थोप दी जाती है।’ ‘हम कोई चीज खा नहीं सकते, कुछ अल्फाज बोल नहीं सकते क्योंकि ये हमारा निजी मसला है। देश कैसे चलेगा, यह अलग मामला है। कुछ चीजों पर मेरी आंख बंद करने के बाद भी सवाल होगा। इसलिए हमें समझने की जरूरत है कि आखिर वंदे मातरम् गीत के कुछ लफ्ज मुसलमान क्यों नहीं कहना चाहते हैं।’ ‘BJP ने वंदे मातरम् को मुद्दा बनाया, उसे चुनाव में फायदा मिलेगा’बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने 1870 में संस्कृत और बांग्ला में वंदे मातरम् लिखा था। 1882 में ये ‘आनंदमठ’ में पहली बार पब्लिश हुआ। कवि रविंद्रनाथ टैगोर ने 1896 में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान इसे पहली बार गाया था। 8 दिसंबर को हुई बहस के दौरान PM मोदी ने बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय को ‘बंकिम दा’ कहा, तो TMC सांसद काकोली घोष दस्तीदार ने विरोध किया। उन्होंने कहा, ‘बंगाल के लोग इस तरह का कैजुअल लहजा बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ संसद में चल रही बहस पर खिदिरपुर के आशुतोष कुमार राउत कहते हैं, ‘वंदे मातरम् भारत और भारतीयता की पुकार है। इसलिए जब भी हम वंदे मातरम् कहते हैं, तो सीधे भारतीय संस्कृति से जुड़ जाते हैं। इसमें राजनीति नहीं है। वंदे मातरम् को 150 साल पूरे हुए हैं। इसका उत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है। पश्चिम बंगाल में BJP ने ये मुद्दा उठाया है, उसे चुनाव में इसका फायदा मिलेगा।’ ‘दिल में वंदे मातरम्, लेकिन जबरदस्ती बर्दाश्त नहीं’मोहम्मद इरफान अली ग्रेजुएशन के बाद कोलकाता में मोबाइल की दुकान चला रहे हैं। वे आशुतोष के दोस्त हैं। स्कूल में साथ पढ़े हैं। वंदे मातरम् के बारे में पूछने पर इरफान कहते हैं, ‘यह तो अपने-अपने दिल की भावना है। जिसे जो सही लगता है, वह बोलता है। दिल में तो वंदे मातरम् है ही।’ मुस्लिमों के विरोध पर इरफान कहते हैं, ‘मुसलमानों पर लगातार जुल्म हो रहा है। हमारी कौम हर तरह के जुल्म बर्दाश्त कर रही है। इसी तरह अगर वंदे मातरम् जबरदस्ती थोपा जा रहा है, तो इसे भी बर्दाश्त कर लेंगे।’ संसद में कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने वंदे मातरम् पर बहस को बंगाल में होने वाले चुनाव से जोड़ दिया। इस पर इरफान कहते हैं, ‘पार्टियां अपने हिसाब से मुद्दे चुनती हैं। हाल में मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद का मामला आया। ममता बनर्जी को मुस्लिमों का हितैषी माना जाता है, लेकिन उनकी पार्टी ने ही बाबरी मस्जिद का विरोध किया है।’ ‘BJP के दिन बुरे, इसलिए गीता पढ़ा रही’संसद में बहस के दौरान तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि यहां वंदे मातरम् पर बहस हो रही है, लेकिन क्या BJP उस गीत की लाइनों को सच में पूरा कर रही है। गीत के मुताबिक, लोगों को साफ हवा, पानी मिले, लोगों को बीच भाईचारा रहे, लेकिन देश के अल्पसंख्यकों की क्या स्थिति है, इससे हम सब वाकिफ हैं। कोलकाता में रहने वाले राइटर सिराज खान बासती भी इस ओर इशारा करते हैं। 7 दिसंबर को BJP ने कोलकाता में गीता पाठ कराया था। इसमें करीब 5 लाख लोग आए थे। सिराज खान बासती इस पर कहते हैं, ‘जब दिन बहुत खराब हो, तो गीता पढ़ा करो, जब सर पर आफताब हो, तो गीता पढ़ा करो।’ वे आगे कहते हैं, ‘BJP के दिन बुरे हैं, इसलिए वह कोलकाता में गीता का पाठ पढ़ा रही हैं। हमारा देश सेक्युलर है, संविधान से चलता है। संविधान में कही भी वंदे मातरम् और जन गण मन गाने की बाध्यता नहीं है, न ही इससे हमारी नागरिकता साबित होती है।' 'अब PM मोदी की जिद है कि आप वंदे मातरम् गाएंगे, तभी भारतीय हैं, तो यह गलत है। आखिर आजादी के 75 साल बाद ऐसा कौन सा बवाल हो गया कि वंदे मातरम् गाना जरूरी हो गया है।’ यूनिवर्सिटी स्टूडेंट बोले- अब वंदे मातरम् पर बहस का मतलब नहींहमने वंदे मातरम् पर युवाओं की राय भी जानी। इसके लिए कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी पहुंचे। थर्ड ईयर में पढ़ रहे सप्तक बांग्ला में बीए कर रहे हैं। आनंद मठ के बारे में पूछने पर कहते हैं, ‘यह प्रोपेगैंडा वाली किताब है। इसमें हिंदुत्व का भाव साफ झलकता है, लेकिन जिस वक्त वंदे मातरम् लिखा गया था, तब देश की स्थिति कुछ और थी। हमें आजादी चाहिए थी। अभी इस पर बहस करने का कोई मतलब नहीं है।’ ‘संसद में बेरोजगारी और महंगाई पर भी तो हो सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। संसद में बैठे लोग किस तरह की बहस कर रहे हैं। वे आने वाली पीढ़ी को क्या संदेश देना चाहते हैं कि इतने साल पहले जो हुआ, उस पर आज बहस कर रहे हैं।’ इंद्रानुज राय बीए इंग्लिश के थर्ड ईयर के स्टूडेंट हैं। वे कहते हैं, ‘बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने वंदे मातरम् में देश को मां के रूप में दिखाया। देश को मां कहा गया, न कि किसी देवी या मूर्ति की कल्पना की गई थी। इस वक्त वंदे मातरम् पर बहस का मतलब है, देश को असली मुद्दों से दूर करना।’ बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय पर इंद्रानुज कहते हैं ‘उनकी किताब आनंद मठ में कुछ ऐसी बातें हैं, जिसे आज सांप्रदायिक माना जा सकता है, लेकिन जो चीज जिस वक्त लिखी जाती है, उसका उस समय के परिवेश का भी प्रभाव रहता है। उसे देखकर आज जस्टिफाई नहीं किया जा सकता। भले ही उसमें कुछ सांप्रदायिक तथ्य थे, इसके बाद भी वे देश की मुक्ति की बात कर रहे थे।’ ‘जिस वक्त यह किताब लिखी गई, तब अंग्रेजों ने वर्नाकुलर एक्ट पास किया था। इसके तहत सेंसरशिप हो रही थी। किताब पब्लिश होने के बाद उसमें से कुछ हिस्से हटा दिए गए। अगर वे उस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते, तो अंग्रेज किताब पब्लिश नहीं करने देते।’ वहीं, उजान कहती हैं, ‘वंदे मातरम् से ही इंकलाब जिंदाबाद आया है। जिस वक्त बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने आनंदमठ लिखा, उनके विचार हिंदुत्ववादी हो सकते हैं, लेकिन उस वक्त की परिस्थिति अलग थी। हमें वंदे मातरम् को आज की स्थिति के हिसाब से देखना चाहिए।’ एमए के स्टूडेंट जाहिद खान आनंदमठ के बारे में कहते हैं, ‘अगर मैं मुसलमान के तौर पर देखूं तो तो मेरा नजरिया अलग होगा और बंगाली के तौर पर अलग। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय हिंदुत्ववादी मानसिकता के थे, लेकिन इससे उनके काम को नकार नहीं सकते।’ ‘वंदे मातरम् का विरोध इस बात पर निर्भर करता है कि कोई इसे कैसे देख रहा है। हमें यही देखने की जरूरत है कि परेशानी कहां पर है। इस्लाम में देवी-देवताओं की पूजा नहीं की जाती। वंदे मातरम् के आखिरी पैराग्राफ में देवी दुर्गा का जिक्र है। अगर देश को मां की तरह पेश किया गया, तो सब ठीक है। भले ही वह देवी है या कुछ और। मौलाना आजाद ने भी इसे माना था।' मौलाना बोले- देश से मोहब्बत, लेकिन ये खुदा नहींपश्चिम बर्दवान जिले में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के जनरल सेक्रेटरी इमाम मौलाना इमदादुल्लाह रशीदी कहते हैं, ‘यह मुल्क हमारे लिए महबूब की तरह है। हमें देश से मोहब्बत है, लेकिन यह हमारा खुदा नहीं है।' 'कोई अपनी पसंद से वंदे मातरम् गाता है, तो कोई परेशानी नहीं है, लेकिन जिसने कलमा पढ़ा है, अल्लाह पर ईमान रखा है, वह उसे गाने से परहेज करता है। यही बात है, बाकी इसके गाने से हमें कोई एतराज नहीं है। मुल्क का गाना है, अपने ऐतबार से गाया जा सकता है।’ ..................................................... वंदे मातरम् विवाद पर ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें संसद में वंदे मातरम्, लेकिन बंकिमचंद्र चटर्जी का घर खंडहर ‘वंदे मातरम्‘ लिखने वाले बंकिम चंद्र चटोपाध्याय की पांचवीं पीढ़ी से आने वाले सजल चट्टोपाध्याय ममता सरकार की बेरुखी से नाराज हैं। वे कोलकाता में बंकिम चंद्र के घर की जर्जर हालत के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं। पश्चिम बंगाल में जब लेफ्ट की सरकार थी, तब इस मकान को लाइब्रेरी बना दिया गया। तभी मरम्मत भी की गई थी। ममता सरकार के आने के बाद से हालत बदतर हो गई है। पढ़ें पूरी खबर...
इमरान खान पर क्या चलेगा देशद्रोह का मुकदमा! पाकिस्तान के इतिहास में ही छुपा है जवाब
पाकिस्तान की राजनीति में “देशद्रोह” एक ऐसा शब्द है जिसे जितनी बार बोला जाता है, उससे कहीं ज्यादा बार फुसफुसाकर इस्तेमाल किया जाता है
Mehul Choksi: भगोड़े मेहुल चोकसी को बेल्जियम कोर्ट का 'सुप्रीम' झटका, भारत लाने का रास्ता साफ
Mehul Choksi India:चोकसी ने कोर्ट में अर्जी दाखिल कर यह मांग की थी कि उसे भारत प्रत्यर्पित ना किया जाए. लेकिन कोर्ट ने उसकी यह मांग मंगलवार को खारिज कर दी. यानी अब मेहुल चोकसी के भारत आने का रास्ता साफ हो गया है.
एलियंस मचाएंगे तबाही! दुनिया होगी पैसों की मोहताज, बाबा वेंगा की 2026 के लिए खतरनाक भविष्यवाणी
बाबा वेंगा की भविष्य वाणी एक बार फिर से चर्चा में हैं. साल 2025 के खत्म होने में कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में साल 2026 को लेकर बाबा वेंगा कई डारवनी भविष्यवाणी सामने आ रही है. आइए जानते हैं साल 2026 में क्या-क्या होगा.
पाकिस्तान में पादरी की हत्या, मानवाधिकार संगठन बोला 'हालात गंभीर, हाशिए पर ईसाई समाज'
अल्पसंख्यक समुदाय के प्रमुख मानवाधिकार संगठन ने पादरी की हत्या पर सख्त ऐतराज जताया
Benjamin Netanyahu: हमास के साथ दो सालों से लंबे युद्ध में उलझे नेतन्याहू घरेलू मोर्चे पर लगातार घिर रहे हैं. संसद से लेकर सड़क तक उनका विरोध हो रहा है. ऐसे में नेतन्याहू ने विपक्षी दलों के नेताओं की आलोचनाओं का जवाब देते हुए, अपने नए कदम का खुलासा किया है.
British Girl Raped:घटना लेमिंगटन स्पा नाम के इलाके में हुई. 17 साल के आरोपी जान जहानजेब और इसरार नियाजल को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह दोनों ही अफगानी शरणार्थी इसी साल 10 मई को छोटी नावों से ब्रिटेन में आए थे.
नाइजीरिया में आर्मी ने मौत के मुंह से निकाले 100 स्कूली बच्चे, 300 छात्रों को किया था किडनैप
NIGERIA kidnapping: बातचीत के दौरान बच्चों ने बताया कि उन सभी को एक तंबू में रखा गया था. जहां उनको उन्हें शोर न मचाने के लिए कहा जाता था. इतना ही नहीं उनको शोर मचाने पर उनकी पिटाई करने और घर नहीं भेजने की धमकी भी दी थी.
जकार्ता की 7 मंजिला इमारत में भीषण आग, 17 लोगों की दर्दनाक मौत से हड़कंप
Jakarta massive fire: आग की चपेट में आई बिल्डिंग के बीच में टेरा ड्रोन इंडोनेशिया का ऑफिस भी है. दरअसल, टेरा वो कंपनी है जो इंडोनेशिया में खनन से लेकर कृषि के क्षेत्र में ग्राहकों के साथ हवाई सर्वेक्षण गतिविधियों के लिए ड्रोन बनाती है.
बांग्लादेश की सियासत में फिर उथल-पुथल मचने वाली है. एक साल पहले अगस्त 2024 में छात्र आंदोलन से शेख हसीना की 15 साल पुरानी सरकार को धक्का लगाकर गिराने वाली बीएनपी (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी) अब मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार की कट्टर विरोधी बन चुकी है. बीएनपी के कार्यवाहक चेयरमैन तारिक रहमान ने बहुत कुछ आगे के बारे में बता दिया है. समझें पूरी कहानी.
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर एक महिला पत्रकार को अपमानित किया, एक सवाल पर भड़कते हुए ट्रंप ने कहा कि तुम तुम सबसे घटिया रिपोर्टर हो, असल में तुम बहुत खराब हो.
Thailand Cambodia Border Dispute: थाईलैंड और कंबोडिया दो ऐसे देश हैं, जिनके बीच एक हिंदू मंदिर को लेकर सालों से विवाद चल रहा है. दोनों देश इस शिव मंदिर पर अपना अधिकार बताते हैं. इस खबर में हम आपको इस मंदिर के बारे में डीटेल में बताएंगे..
Japan Megaquake Warning: जापान की मौसम एजेंसी ने इस सप्ताह 8.0 या उससे अधिक तीव्रता वाले 'मेगाक्वेक' और बड़ी सुनामी की आशंका पर सबसे हाई लेवल का अलर्ट जारी किया है, जो 7.5 तीव्रता के भूकंप के बाद आया है.
Cyclone Ditwaha:चक्रवात दित्वाह से प्रभावित श्रीलंका में भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सागर बंधु' के तहत 3300 से अधिक मरीजों का इलाज किया. सेना ने जाफना और चिलाव में सड़क और पुलों की मरम्मत शुरू की है. इंजीनियर टास्क फोर्स बेली ब्रिज निर्माण और पैनल हटाने का कार्य कर रही है. सभी कार्य 10 दिसंबर तक पूर्ण होने की उम्मीद है.
world clearest lakeRotomairewhenua:न्यूजीलैंड की ब्लू लेक जिसे दुनिया की सबसे साफ झील कहा जाता है, स्थानीय माओरी जनजाति और संरक्षण अधिकारी पर्यटकों से जूते साफ करने और पानी न छूने की अपील कर रहे हैं, जानें इसकी क्या है वजह. क्या सच में यहांमरे हुए लोगों की हड्डियों होती थी साफ. जानें पूरी सच्चाई.
सऊदी अरब में बिक सकेगी शराब? इन लोगों को मिली छूट; बस एक शर्त करनी होगी पूरी
Saudi Arabia Ban Lift On Liquor: इस्लाम का केंद्र माने जाने वाले सऊदी अरब ने रियाद में शराब से जुड़े नियमों पर लगाई पाबंदी को अब धीरे-धीरे खोलना शुरु कर दिया है.
टेक्सास में किसानों को हो रहे नुक्सान पर भड़के ट्रंप, मेक्सिको को 5% टैरिफ लगाने की दी धमकी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को मेक्सिको को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह 1944 में हस्ताक्षरित द्विपक्षीय संधि के आधार पर पानी की आपूर्ति नहीं करता है, तो उसके सामानों पर अतिरिक्त पाँच फीसदी आयात शुल्क लगाए जाएँगे
ट्रंप ने अमेरिकी किसानों के लिए राहत योजना का किया ऐलान, लेकिन भारत को दी नई टैरिफ लगाने की धमकी
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने किसानों के लिए कई अरब डॉलर की राहत योजना का ऐलान किया और भारत सहित एशियाई देशों से आने वाली कृषि आयात पर अपनी नाराजगी भी जताई। व्हाइट हाउस में किसानों और अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि अमेरिकी किसानों की सुरक्षा के लिए शुल्क (टैरिफ) का कड़ा इस्तेमाल किया जाएगा
What Is Chroming: आजकल सोशल मीडिया पर ऐसे ट्रेंड्स तेजी से फैलते हैं, जो मजेदार तो बहुत ही लगते हैं लेकिन इन्हीं ट्रेंड से लोगों की जान भी जा रही है. यही हुआ13 साल की बेटी टिएगन जार्मन के साथ. जिसकी दर्दनाक मौत हो गई.परिवार का कहना है कि यह घटना सोशल मीडिया का खतरनाक ट्रेंड 'क्रोमिंग' की वजह से हुई है. आइए जानते हैं पिता ने क्या बताया सच. क्या हैसोशल मीडिया का खतरनाक ट्रेंड 'क्रोमिंग'.
India US Relations: ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद भारत-अमेरिका के रिश्तों में काफी ज्यादा उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है. जिसे लेकर विशेषज्ञ ने चेतावनी दी है कि अगर दोनों देश बढ़ते राजनीतिक तनावों को समय रहते नहीं सुलझाते तो सालों की मेहनत से बनी प्रगति खतरे में पड़ सकती है.
जापान में आए 7.5 तीव्रता वाले भूकंप की वजह से 30 लोगों के घायल होने की खबर है। इसकी जानकारी स्थानीय मीडिया ने मंगलवार को दी
'EU बहुत बुरी दिशा में जा रहा है...' यूरोप ने लगाया X पर जुर्माना तो भड़के ट्रंप
EU: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने चेतावनी दी कि यूरोप बहुत बुरी दिशा में आगे बढ़ रहा है. ट्रम्प ने एलन मस्क के एक्स प्लेटफॉर्म के खिलाफ यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए 140 मिलियन डॉलर के जुर्माने को लेकर ईयू पर निशाना साधा.
भारत से चावल निर्यात पर टैरिफ लगाने के संकेत, ट्रंप का बड़ा बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत से चावल निर्यात पर टैरिफ लगाने के संकेत दिए हैं
बांग्लादेश: बीएनपी ने जमात-ए-इस्लामी पर 'धर्म का कार्ड' खेलने का आरोप लगाया
अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले बांग्लादेश की राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है
कर्मचारी घर पर तो बॉस नहीं करेंगे 'ट्रिंग-ट्रिंग', थाईलैंड-केन्या समेत 25 देशों में पहले से है कानून
घर पर कर्मचारी है तो बॉस का फोन न उठाने पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. काम के तय समय से बाहर कर्मचारी पर काम का दबाव नहीं होगा. इसी तरह के नियमों वाला प्राइवेट मेंबर बिल पेश हुआ है. क्या आप जानते हैं कई देशों में पहले से यह कानून है.
1824 का अयाकूचो... एक जंग जिसने साम्राज्य चकनाचूर कर दिए और नए सिरे से लिख दी महाद्वीप की किस्मत
9 दिसंबर 1824 को पेरू के अंडियन मैदानों में लड़ी गईअयाकूचो की जंग दक्षिण अमेरिका के स्वतंत्रता संग्राम का वह मोड़ था, जहां उपनिवेशवादी स्पेनिश शासन की आखिरी पकड़ भी कमजोर होने लगी.
पहले ही भाषण में 'सीडीएफ' आसिम मुनीर को याद आए 'पड़ोसी', पाकिस्तान की काबिलियत का किया बखान
आसिम मुनीर ने बतौर सीडीएफ अपने पहले ही भाषण में 'अटैक इज द बेस्ट डिफेंस' की नजीर पेश करने से बाज नहीं आए
us mexico water treaty 1944:अमेरिका के टेक्सास में किसान पानी को तरस रहे हैं और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मैक्सिको को खुली धमकी दे दी है कि पानी दो, वरना 5% अतिरिक्त टैरिफ तुरंत लगेगा. मामला 81 साल पुराने समझौते का है, जिसे तोड़ने पर अब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है.उधर मैक्सिकन राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबॉम ने सूखे का हवाला देकर समझौते की कोशिश की बात कही है. जानें पूरा मामला.
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने रवैये के लिए दुनियाभर में फेमस हैं, इसी बीच US प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को संकेत दिया कि वह कनाडा से खेती के इंपोर्ट, खासकर भारतीय चावल और फर्टिलाइजर पर नए टैरिफ लगा सकते हैं.
सोमवार को लोकसभा में वंदे मातरम् पर 10 घंटे की बहस में सरकार और विपक्ष की तरफ से कई बड़े दावे हुए। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के आगे घुटने टेक दिए और वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए। नेहरू को लगता था कि इससे मुसलमानों को चोट पहुंच सकती है। कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने मोदी पर ही निशाना साधते हुए कहा कि जितने दिन से वो प्रधानमंत्री है, नेहरू उतने दिन जेल में रह चुके हैं। कांग्रेस ने RSS पर भी आरोप लगाया कि संघ ने आजादी के आंदोलन में हिस्सा नहीं लिया। वंदे मातरम् की बहस के दौरान किए गए 6 बड़े दावे और उनकी हकीकत; जानेंगे भास्कर एक्सप्लेनर में… पहले सरकार के 3 दावे और उनकी सच्चाई दावा-1: कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए पीएम मोदी ने कहा- कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए। कांग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने घुटने टेक दिए। तुष्टीकरण की राजनीति के दबाव में कांग्रेस वंदे मातरम् के बंटवारे के लिए झुकी। इसलिए कांग्रेस को एक दिन भारत के बंटवारे के लिए भी झुकना पड़ा। सच्चाई क्या है? दावा-2: नेहरू ने नेताजी से कहा कि वंदे मातरम् से मुसलमानों को चोट पहुंच सकती है पीएम मोदी ने कहा- नेहरू ने 20 अक्टूबर 1937 को नेताजी को चिट्ठी लिखी कि वंदे मातरम् की आनंदमठ वाली पृष्ठभूमि से मुसलमानों को चोट पहुंच सकती है। इसका जो बैकग्राउंड है, उससे मुस्लिम भड़केंगे। सच्चाई क्या है? दावा-3: महात्मा गांधी ने वंदे मातरम् की तारीफ की थी पीएम मोदी ने कहा- दक्षिण अफ्रीका से छपने वाले इंडियन ओपिनियन में 2 दिसंबर 1905 को महात्मा गांधी ने लिखा, बंकिम चंद्र का रचा गीत वंदे मातरम् इतना लोकप्रिय हो गया है जैसे हमारा नेशनल एंथम बन गया है। इसकी भावनाएं महान है और यह अन्य राष्ट्रों के गीत से अत्यंत मधुर है। यह भारत को मां के रूप में देखता है और उसकी स्तुति करता है। सच्चाई क्या है? अब विपक्ष के 3 दावे और उसकी सच्चाई दावा-4: जितने साल से मोदी पीएम, उतने ही साल नेहरू जेल में रहे कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने कहा- मोदी जी अब वह पीएम नहीं रहे, जो पहले थे। जहां तक नेहरू जी की बात है। जितने साल मोदी जी प्रधानमंत्री रहे, लगभग उतने साल के लिए नेहरू जेल में थे। सच्चाई क्या है? पं. जवाहर लाल नेहरू आजादी की लड़ाई के दौरान कुल 9 बार जेल गए। पहली बार 1922 में जेल गए और 1945 में आखिरी बार रिहा हुए। इसमें सबसे कम 13 दिन और सबसे ज्यादा 1042 दिन उन्होंने जेल में काटे। 9 जेल यात्राओं में नेहरू कुल 3258 दिन जेल में रहे। वहीं नरेंद्र मोदी 26 मई 2014 से भारत के प्रधानमंत्री हैं। आज उन्हें इस पद पर रहते हुए कुल 4215 दिन हो गए हैं। साफ जाहिर है कि नेहरू जितने दिन तक जेल में रहे, उससे 957 दिन ज्यादा मोदी प्रधानमंत्री पद पर हैं। दावा-5: हिंदू महासभा ने वंदे मातरम् की आलोचना की थी कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा- मुस्लिम लीग में वंदे मातरम् का विद्रोह था। हिंदू महासभा ने भी वंदे मातरम् की आलोचना की थी। कांग्रेस हिंदू महासभा या मुस्लिम लीग से नहीं, वंदे मातरम् के मूल भाग से चलेगी। सच्चाई क्या है? दावा-6: RSS ने भारत छोड़ो आंदोलन में भाग नहीं लिया कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा- वंदे मातरम् का मूल उद्देश्य था- ब्रिटिश हुकूमत का विरोध करना। आपने (बीजेपी) इस मंशा को कब पूरा किया। 1942 में जब ब्रिटिशर्स के खिलाफ भारत छोड़ो आंदोलन हुआ, तब आपके राजनीतिक पूर्वज (RSS) कहां थे? उन्होंने खुद कहा था कि भारत छोड़ो आंदोलन में भाग नहीं लेना चाहिए। सच्चाई क्या है? ------- ये खबर भी पढ़िए... नेहरू क्यों नहीं चाहते थे 'वंदे मातरम्' राष्ट्रगान बने:गांधी ने अल्लाहू अकबर से तुलना की; क्या इसमें मुसलमानों को मारने का आह्वान भारत के राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम् पर लोकसभा में 10 घंटे की बहस हुई। शुरुआत पीएम मोदी ने की। पिछले महीने मोदी ने कहा था कि 1937 में कांग्रेस ने वंदे मातरम् के टुकड़े कर दिए थे, इसी ने भारत-पाक विभाजन के बीज बोए। पूरी खबर पढ़िए...
'मैं फिल्म का प्रोमो शूट करने जा रही थी। तभी 5 लोगों ने मेरी कार रोकी और जबरदस्ती अंदर बैठ गए। चलती कार में मुझे छूने लगे। मेरा वीडियो बनाने लगे। ये सब करीब 2 घंटे तक चलता रहा। इसके बाद वो मुझे एक डायरेक्टर के घर छोड़कर चले गए।' 17 फरवरी 2017 को हुई इस घटना की शिकायत मलयालम फिल्मों की एक्ट्रेस देवकी ने दर्ज कराई थी। आरोप इंडस्ट्री के सुपरस्टार एक्टर दिलीप पर लगा था। दिलीप को अरेस्ट किया गया, लेकिन महज दो महीने में उसे बेल मिल गई। मामले की जांच की गई और अप्रैल 2017 में पहली चार्जशीट दायर की गई। अब करीब 9 साल बाद केरल के एर्नाकुलम सेशन कोर्ट ने एक्टर दिलीप को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। बरी होने के बाद दिलीप ने कहा कि ये साजिश तब शुरू हुई जब उनकी पूर्व पत्नी मंजू वारियर ने 'क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी' की बात उठाई। 8 नवंबर को कोर्ट ने मुख्य आरोपी 'पल्सर सुनी' सहित छह लोगों को आपराधिक साजिश, अपहरण, हमले और गैंगरेप के आरोपों में दोषी ठहराया है। ट्रायल में 261 गवाहों ने बयान दर्ज कराए। कोर्ट में 109 दिनों तक बहस चली। दिलीप के खिलाफ बयान देने वाले ज्यादातर गवाह बाद में पलट गए। अब 12 दिसंबर को कोर्ट सजा का ऐलान करेगा। मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के ऐसे ही मामलों की जांच के लिए जुलाई 2017 में हेमा कमेटी बनाई गई थी। अगस्त 2024 में इसकी रिपोर्ट सामने आई, जिसमें देवकी की ही तरह 30 एक्ट्रेस और आर्टिस्ट ने अपने बुरे अनुभव दर्ज कराए थे। इसके बाद दैनिक भास्कर ने देवकी के करीबियों और दोस्तों से बात की और कोर्ट में फाइल डॉक्यूमेंट की पड़ताल कर पूरा मामला समझा था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सबसे पहले देवकी की कहानी...रास्ते से एक्ट्रेस की किडनैपिंग, चलती कार में सेक्शुअल असॉल्टकोर्ट में सब्मिट देवकी के केस से जुड़े डॉक्यूमेंट्स में घटना की पूरी प्लानिंग के बारे में लिखा है। इसके मुताबिक, 17 फरवरी, 2017 को शाम 7 बजे देवकी त्रिशूर में घर से कोचीन जाने के लिए निकली थीं। उन्हें सेट पर पहुंचने के लिए प्रोडक्शन यूनिट वालों ने कार भेजी थी। ड्राइवर का नाम मार्टिन अंटोनी था। रात 9 बजे देवकी की कार एक वैन से टकरा गई। ड्राइवर ने जैसे ही कार रोकी, वैन से उतरे दो लोग देवकी की कार में बैठ गए। इनका नाम मणि और विजेश था। ये उन पांच लोगों में से थे, जो देवकी की कार का पीछा कर रहे थे। देवकी की कार का ड्राइवर इनसे मिला हुआ था और उसी ने खबर देकर इन्हें बुलाया था। कुछ दूर गुंडों ने कार रोकी और मणि ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। यहां प्रदीप, सलीम और सुनील नाम के तीन और लोग कार में आ गए। सुनील पीछे की सीट पर देवकी के बगल में बैठा। गाड़ी लॉक कर दी। सुनील ने मास्क पहन रखा था, इसलिए चेहरा साफ नहीं दिखा। मणि ने कार चलाते हुए जब सुनील का नाम लिया, तब देवकी ने उसे पहचाना। सुनील को ही एक महीने पहले गोवा में शूटिंग के दौरान उसके लिए अपॉइंट किया गया था। सुनील चलती कार में देवकी को सेक्शुअली असॉल्ट करने लगा। उसने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया। देवकी लगातार खुद को बचाने की कोशिश करती रही और सुनील कहता रहा कि उसे 'कोटेशन' पर भेजा गया है। मलयालम इंडस्ट्री में सुपारी क्राइम को 'कोटेशन' कहते हैं। हालांकि उसने किसी का नाम नहीं बताया। एक्ट्रेस ने छोड़ने की गुहार लगाई तो गैंगरेप की धमकी मिलीपुलिस को दिए गए बयान में देवकी ने बताया था कि उसने सुनील से छोड़ने की गुहार लगाई तो उसे धमकाया गया। सुनील ने कहा कि ज्यादा हंगामा किया, तो तुम्हें एक अपार्टमेंट में ले जाएंगे। वहां लोग तुम्हारे साथ गैंगरेप करने के लिए तैयार बैठे हैं। रात 11 बजे तक टॉर्चर और असॉल्ट चलता रहा। इसके बाद सुनील गाड़ी से उतर गया। मणि देवकी को डायरेक्टर लाल के घर ड्रॉप करके निकल गया। डायरेक्टर बोले- देवकी घर आई, तब बहुत डरी हुई थीदेवकी के साथ हुई घटना के सिलसिले में हम डायरेक्टर लाल से भी मिले थे। बिना कैमरे पर आए उन्होंने बताया, 'देवकी मेरे घर आई थी तो बहुत डरी हुई थी। वो रो रही थी। कुछ समय तक मैं समझ नहीं पाया कि उसे क्या हुआ है।' 'मैंने प्रोड्यूसर एंटो जोसफ को कॉल किया। ये सब हुआ, तब तक एंटो जोसफ और MLA पीटी थॉमस मेरे घर आ गए थे। अगले ही दिन मजिस्ट्रेट के सामने CrPC की धारा 164 के तहत उसका बयान भी दर्ज किया गया था।' लाल ने बताया था, 'सबसे पहले ड्राइवर मार्टिन, सलीम और प्रदीप को गिरफ्तार किया गया। इसके तुरंत बाद मणि, सुनील और विजेश को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया। एक हफ्ते के अंदर सभी अपराधी अरेस्ट कर लिए गए थे।' दिलीप को अफेयर सामने आने का डर थामलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी एक एक्ट्रेस ने बताया था, '2014 में दिलीप अपनी पत्नी मंजू वारियर से तलाक ले रहा था। बेटी पैदा होने के बाद से दोनों का रिश्ता ठीक नहीं चल रहा था। देवकी और मंजू दोस्त थे। दिलीप और एक्ट्रेस काव्या के बीच बढ़ती नजदीकियों के बारे में देवकी को पता था।' 'देवकी एक शो के लिए अमेरिका गई थी। तब दिलीप और काव्या भी वहीं थे। देवकी ने इन्हें बहुत करीब से देखा था। दिलीप को शक था कि देवकी ने मंजू को इस बारे में बताया है।' 2015 में देवकी को इंडस्ट्री से बैन कर दिया गया। साथ मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन, यानी AMMA से भी वो बैन की जा रही थी। देवकी को शक था कि ये सब दिलीप करवा रहा है। पूर्व पत्नी मंजू ने दिलीप के खिलाफ दी थी गवाहीइस केस में 21 जून, 2017 को दिलीप की पूर्व पत्नी मंजू वारियर ने पुलिस के सामने गवाही दी थी, जिसमें कहा गया कि देवकी ने उसे दिलीप और काव्या माधवन के बीच के रिश्ते के बारे में बताया था। यही दिलीप के लिए दिक्कत की वजह बनी। दूसरे आरोपियों के बयानों के साथ, मंजू की गवाही ने दिलीप को इस मामले में 8वें नंबर का आरोपी बना दिया। हालांकि इंडस्ट्री में कई लोगों ने बाद में कोर्ट में अपने बयान वापस ले लिए, लेकिन मंजू टिकी रहीं। तब दिलीप ने आरोपों पर जवाब नहीं दिया 10 जुलाई, 2017 को घंटों पूछताछ के बाद एक्टर दिलीप को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा था कि उनके पास देवकी के अपहरण और यौन उत्पीड़न की साजिश में शामिल होने के सबूत हैं। एक्टर पर केस दर्ज हुआ और उसे अरेस्ट भी किया गया। गिरफ्तारी के एक दिन बाद AMMA ने भी उसे एसोसिएशन से हटा दिया। जांच में बताया गया कि दिलीप ने ही पूरा प्लान बनाया था। वो मुख्य आरोपी सुनील से होटल में पांच अलग-अलग जगहों पर मिला था। जब हमने दिलीप से इस बारे में बात करने की कोशिश की, तब उनका कोई जवाब नहीं आया। ऐसे शुरू हुआ मलयालम इंडस्ट्री में मी-टू मूवमेंटजनवरी, 2020 में देवकी के केस का ट्रायल शुरू हुआ। उनकी दोस्त और WCC की को-फाउंडर रीमा कलिंगल ने बताया, 'तब इंडस्ट्री के लोग या मीडिया, कोई भी देवकी के सपोर्ट में नहीं था। मुझे लगा कि अब समय है कि महिलाएं एक साथ आएं और इस शोषण के खिलाफ आवाज उठाएं।’ 'पहले भी कुछ एक्ट्रेसेस ने अपने अनुभव शेयर किए, लेकिन देखा गया कि खुलकर सामने आ जाने के बाद उनका करियर खत्म कर दिया गया। देवकी मेरी करीबी दोस्त है। ये घटना हुई, तब उसे मीडिया ट्रायल के जरिए मेंटली परेशान किया जा रहा था।' 'एक दिन देवकी हमारी दोस्त और एक्ट्रेस रम्या नबीसन के घर पर बैठी थी। मैंने स्क्रीन राइटर डीडी दामोदरन और अर्चना को कॉल कर मिलने बुलाया। इसके बाद हमने 14 महिलाओं का एक ग्रुप बनाया। ये वो महिलाएं थीं, जो देवकी को जानती थीं। कुछ वो महिलाएं थीं, जो मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कई साल से काम कर रही हैं। इनमें आशा जोसफ, वीना पॉल, सजीथा मदगिल थीं।' 'हमने मिलकर वुमन इन सिनेमा कलेक्टिव, यानी WCC बनाया, जो अपनी तरह का पहला संगठन है। इसका मकसद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की बेहतरी और सेफ्टी से जुड़ी बातों पर ध्यान दिलाना है।' हमने WCC की मेंबर और देवकी की दोस्त एक्ट्रेस पूजा (बदला गया नाम) से भी मुलाकात की थी। उन्होंने बताया, 'जब केस की इन्वेस्टिगेशन शुरू हुई, तब देवकी को 15 दिन तक स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने के लिए बुलाया गया। उसे सब कुछ याद था और उसने सब बताया भी।' 'जब मामला मीडिया में सामने आया, तब मलयालम मीडिया चैनलों में देवकी की फोटोज वायरल होने लगीं। उसकी पहचान का ख्याल नहीं किया गया।' केस की जांच होती रही और दिलीप आजाद रहाहमने देवकी की वकील टीबी मिनी से भी बात की थी। मिनी ने बताया था, '2022 में फिल्म डायरेक्टर बालचंद्र कुमार ने दावा किया कि 2017 में एक्ट्रेस के सेक्शुअल असॉल्ट और अपहरण से लगभग दो महीने पहले दिलीप के घर पर उनकी मुलाकात सुनील से हुई थी। इसके बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया।' 'हालांकि दिलीप ने 22 जनवरी, 2022 में एक याचिका के जरिए तर्क दिया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। बालचंद्र कुमार और पुलिस ने मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं। सुनील ने भी इसे मानने से इनकार कर दिया था।' 'फर्स्ट लेवल की इन्वेस्टिगेशन में दिलीप का नाम सामने आया। उसने DGP केरल को लेटर लिखकर कहा कि सुनील उसे ब्लैकमेल कर रहा है। दिलीप ने इन्फॉर्म किया था कि सुनील के लोगों ने उसके करीबी नादिर शाह को कॉन्टैक्ट कर 1.5 करोड़ रुपए की डिमांड की है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो सुनील इस केस में उनका नाम घसीटेगा।' 'उस याचिका को इन्वेस्टिगेशन के लिए फॉरवर्ड कर दिया गया। सुनील से पूछताछ हुई तो दिलीप का इन्वॉल्वमेंट समझ आया और उसे गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दिलीप सुप्रीम कोर्ट तक गए और सबूत न होने के आधार पर उन्हें बेल मिल गई। फैसले पर एक्टर दिलीप बोले- 9 साल तक चली साजिश बेनकाब हुईइस केस में एक्टर दिलीप आरोपी नंबर 8 बनाए गए थे। उन्हें जुलाई 2017 में गिरफ्तार किया गया था। अब फैसला आने के बाद एक्टर दिलीप ने कहा कि उनके खिलाफ 9 साल तक चलाई गई साजिश आखिरकार बेनकाब हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये साजिश तब शुरू हुई जब उनकी पूर्व पत्नी मंजू वारियर ने 'क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी' की बात उठाई। दिलीप के मुताबिक, इसके बाद एक सीनियर पुलिस अफसर और उनकी टीम ने जेल में आरोपियों को मिलाकर एक झूठी कहानी गढ़ी और मीडिया के जरिए फैलाया। पुलिस की ये कहानी कोर्ट में टिक नहीं सकी और उनका मकसद एक्टर की छवि खराब करना था। केस के दो गवाहों की मौत हुईट्रायल में 261 लोगों की गवाही हुई, जिनमें कई फिल्मी हस्तियां भी शामिल थीं। मामले से संबंधित 834 दस्तावेज कोर्ट में पेश किए गए। जांच अधिकारी की जिरह ही 109 दिनों तक चली। इस दौरान दो अहम गवाह पूर्व विधायक पीटी थॉमस और निर्देशक बालचंद्र का निधन हो गया। मामले में जिन लोगों को दोषी पाया गया है, उनकी सजा का ऐलान 12 दिसंबर को किया जाएगा।.........................ये खबर भी पढ़ें... प्रेमी की लाश से शादी, बोली-जयभीम वाला था, इसलिए मारा ‘मैं और सक्षम 3 साल से रिश्ते में थे। सक्षम दूसरी जाति का था, इसलिए मेरे पापा को हमारा रिश्ता पसंद नहीं था। वे मुझसे कहते थे, कोई भी दूसरा लड़का बताओ, उससे तुम्हारी शादी करवा दूंगा, लेकिन इससे नहीं होने दूंगा। पापा और मेरे भाइयों ने सक्षम को कई बार धमकी दी थी। आखिरकार उसे मार डाला।’ 19 साल की आंचल मामीडकर ये बात बताते हुए रोने लगती हैं। महाराष्ट्र के नांदेड़ में रहने वाली आंचल अनुसूचित जाति से आने वाले सक्षम से प्यार करती थी। पढ़िए पूरी खबर...
'उस दिन लगा मैं जिंदा नहीं लौट पाऊंगी। मैं रायबरेली के पाल्हीपुर गांव में SIR फॉर्म भरवाने गई थी। गांव के प्रधान दीपक यादव और उनके पिता कृष्णा यादव आए और फॉर्म छीन लिए। बोले कि तुम लोग गांव के वोट काट रहे हो।' 'प्रधान ने फॉर्म फाड़ दिया, गालियां दीं और मुझे मारने के लिए दौड़े। गांव वाले मुझे बचाने लगे। इससे प्रधान और भड़क गया। घर से बंदूक लाया और मेरे ऊपर तान दी। मैं डर से कांप रही थी। लोगों की मदद से जान बचाकर निकल पाई।' 35 साल की बूथ लेवल ऑफिसर यानी बीएलओ आरती यादव खुद को खुशकिस्मत मानती हैं कि जान बच गई। राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में 4 नवंबर से SIR यानी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन चल रहा है। लगातार फील्ड वर्क, देर रात तक डेटा अपलोड करना और प्रेशर की वजह से देशभर में 8 दिसंबर तक 30 बीएलओ की मौत हो चुकी है। इनमें 9 सुसाइड हैं। सबसे ज्यादा 9 बीएलओ की मौत मध्यप्रदेश में हुई है। यूपी में 7, गुजरात में 6, बंगाल में 4, राजस्थान में 2 और तमिलनाडु-केरल में एक-एक मौत हुई है। मौत की वजह सुसाइड, ब्रेन हेमरेज और हार्ट अटैक सामने आई हैं। आरती यादव के मामले ने सिक्योरिटी का मसला उजागर कर दिया। दैनिक भास्कर ने SIR के दौरान मरने वाले बीएलओ के परिवारों से बात की। उनसे जाना कि वे किस तरह का प्रेशर झेल रहे थे। परिवार के लोग इससे भी नाराज हैं कि बीएलओ प्रेशर में सुसाइड कर रहे हैं और चुनाव आयोग डांस के वीडियो पोस्ट कर रहा है। सर्वेश सिंह भगतपुर टांडा इलाके के गांव जाहिदपुर-सिकंदरपुर कंपोजिट स्कूल में सहायक अध्यापक थे। बहेड़ी गांव में पत्नी बबली और चार बेटियों कनिष्का, नैंसी, माही और रूही के साथ रहते थे। सर्वेश 7 अक्टूबर को BLO बनाए गए थे। 29 नवंबर की रात सर्वेश ने परिवार के साथ खाना खाया और सोने चले गए। सुबह पत्नी बबली की आंख खुली, तो सर्वेश घर पर नहीं थे। उनकी डेडबॉडी भूसे की कोठरी में फंदे से लटकती मिली। एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें लिखा था, 'मैं जीना तो चाहता हूं, पर क्या करता, मुझे बहुत बेचैनी और घुटन हो रही है। डरा महसूस कर रहा हूं। मेरी बेटियां बहुत मासूम हैं, उनका ख्याल रखना। मैं पहली बार BLO बना था। अगर समय ज्यादा होता तो शायद इस काम को पूरा कर देता।' सर्वेश की पत्नी बबली कहती हैं, ‘मेरे पति स्कूल के हेड मास्टर थे, लेकिन उन्हें BLO बना दिया गया। उन पर SIR के काम का बहुत लोड था। वे देर रात तक काम करते थे। फिर भी अधिकारी लगातार प्रेशर बना रहे थे।’ 4 नवंबर से SIR की प्रक्रिया शुरू होने के बाद यूपी में अब तक 7 BLO की मौत हो चुकी है। इनमें 3 सुसाइड, तीन हार्ट अटैक और एक ब्रेन हेमरेज की वजह से हुई है। जाहिदा बेगम 19 नवंबर की शाम दिनभर डोर-टु-डोर SIR वेरिफिकेशन का काम करके घर लौटीं। पति मुबारक के साथ खाना खाया। थोड़ी देर बाद फॉर्म अपलोडिंग का काम शुरू किया। इसी बीच मुबारक काम से बाहर चले गए। लौटे तो जाहिदा की डेडबॉडी छत से लटकी थी। कमरे में SIR फॉर्म बिखरे पड़े थे। मुबारक बताते हैं, ‘जाहिदा को फंदे पर लटका देख मैंने रिश्तेदारों और पुलिस को खबर दी। जाहिदा नवंबर की शुरुआत से SIR वेरिफिकेशन का काम कर रही थी। उसे 4 दिसंबर तक 800 फॉर्म अपलोड करने का टारगेट मिला था। घर पर स्लो इंटरनेट की वजह से सिर्फ 80 फॉर्म जमा कर पाई थी।’ मुबारक के मुताबिक, जाहिदा ने बताया था कि वो इस काम से परेशान हो चुकी है। उस पर इतना प्रेशर था कि वो न ठीक से खाना खा पा रही थी, न सो पा रही थी। दो से तीन घंटे ही सो पाती थी। अधिकारी काम में तेजी लाने का दबाव बना रहे थे। इससे परेशान होकर उसने सुसाइड कर लिया। पश्चिम बंगाल में SIR प्रोसेस शुरू होने के बाद रिंकू तरफदार को BLO का काम दिया गया था। परिवार का आरोप है कि रिंकू पर काम समय से पूरा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इससे वे परेशान रहने लगी थीं। इसी दबाव के कारण उन्होंने फांसी लगा ली। सुसाइड नोट में रिंकू ने मौत के लिए इलेक्शन कमीशन को जिम्मेदार बताया है। रिंकू के बेटे अरिक्तो कहते हैं, ‘मम्मी 2 महीने पहले ही बीएलओ बनी थीं। ये काम पढ़ने-पढ़ाने से एकदम अलग था। वे परेशान रहती थीं। इलेक्शन कमीशन की ओर से कोई भी नया नोटिफिकेशन आने पर घबरा जाती थीं। मम्मी ने इतने साल एक सेट पैटर्न में बच्चों को पढ़ाया था। इस उम्र में आकर कुछ नया सीखना थोड़ा मुश्किल था। उन्होंने फील्ड का सारा काम लगभग कर लिया था। उन्हें बस डेटा अपलोड करने में परेशानी हो रही थी।' ‘SIR के काम के लिए मम्मी को रोज 18 किमी दूर जाना पड़ता था। उन्होंने ऑनलाइन फॉर्म अपलोडिंग में आ रही दिक्कत के बारे में BDO से शिकायत की थी, ताकि उन्हें काम से हटा दिया जाए। वे नहीं माने और नौकरी छोड़ने के लिए कहने लगे।' 'मम्मी इतना थक चुकी थीं कि उन्होंने तुरंत नौकरी छोड़ने के लिए हामी भर दी, लेकिन उन्हें कहा गया कि नौकरी छोड़ने से पहले काम पूरा करके देना पड़ेगा।’ अनीश जॉर्ज केरल के 25 हजार से ज्यादा BLO में से थे, जिन पर SIR के फॉर्म भरवाने और उनका डेटा फीड करने की जिम्मेदारी थी। कन्नूर जिले के एट्टुकुडुक्का गांव में रहने वाले 41 साल के अनीश जॉर्ज पय्यान्नूर के एक स्कूल में हेल्पर थे। 16 नवंबर को घर में उनकी डेडबॉडी मिली थी। अनीश के पिता जॉर्ज बताते हैं, ‘मेरे बेटे ने BLO का काम अच्छी तरह से किया। वो सुबह-सुबह फॉर्म भरवाने के लिए निकल जाता और देर शाम तक घर आता। उसे हर दिन 100 फॉर्म भरवाने के लिए कहा गया था। इसके लिए दूर-दूर गांवों में जाकर लोगों को ढूंढने में दिक्कत हो रही थी। इसी तनाव में उसने खुद को खत्म कर लिया।’ अनीश की मौत के अगले दिन 17 नवंबर को केरल के सभी BLO ने काम बंद कर मुख्य निर्वाचन अधिकारी के ऑफिस के सामने धरना दिया। उनकी मांग थी कि डेली टारगेट 100 फॉर्म से घटाया जाए, ताकि काम का बोझ कम हो। SIR प्रक्रिया के दौरान BLO की मौत का पहला मामला मध्यप्रदेश में हुआ था। 6 नवंबर को BLO श्याम सुंदर शर्मा फील्ड विजिट पर निकले थे। सड़क हादसे में उनकी मौत हो गई। अब तक राज्य में 9 मौतें हो चुकी हैं। श्याम सुंदर शर्मा की मौत के कुछ दिन बाद 23 नवंबर को नर्मदापुरम जिले के पिपरिया में गर्ल्स स्कूल में सहायक अध्यापक सुजान सिंह रघुवंशी ट्रेन की चपेट में आ गए। वे SIR सर्वे करके घर लौट रहे थे। उनके दोनों पैर जख्मी हो गए। घायल हालत में उन्हें भोपाल के बंसल हॉस्पिटल ले जाया गया। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। सुजान सिंह के परिवार का आरोप है कि SIR का काम करते हुए सुजान काफी परेशान रहते थे। हर दिन टारगेट पूरा करने का दबाव रहता था। काम अधूरा रह जाता था तो BDO और सीनियर अधिकारी सस्पेंड करने की धमकी देते थे। चुनाव आयोग मौतों और मुआवजे पर चुप, डांस करते BLO के वीडियो पोस्ट किए नवंबर के पहले हफ्ते से 12 राज्यों में चल रही SIR प्रक्रिया में देशभर से 5,32,828 BLO और 12,43,201 BLA यानी बूथ लेवल एजेंट काम कर रहे हैं। 30 BLO की मौत और राज्यों में हो रहे विरोध-प्रदर्शन पर अब तक चुनाव आयोग ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। आयोग ने सोशल मीडिया पर कई वीडियो जारी किए हैं, जिसमें BLO अपने बिजी शेड्यूल में डांस ब्रेक लेते दिख रहे हैं। केरल का एक वीडियो 30 नवंबर को शेयर किया गया था। इस वीडियो पर बीएलओ आरती यादव के पति दीप सिंह यादव कहते हैं, ‘चुनाव आयोग SIR में लगे बीएलओ के मौज-मस्ती वाले वीडियो डाल रहा है। ये अच्छी बात है, लेकिन उसे दूसरे पक्ष को भी समझना होगा।' बीएलओ किस तरह डिप्रेशन से गुजर रहे हैं। लोगों से फॉर्म भरवाने के लिए घरों से लेकर खेतों तक जाना पड़ता है। इतना ज्यादा काम है कि घर लौटते-लौटते रात के 11 बज जाते हैं। 2 अगस्त 2025 को चुनाव आयोग ने नोटिफिकेशन जारी किया कि BLO का वेतन 6 हजार रुपए से बढ़ाकर 12 हजार रुपए कर दिया है। सुपरवाइजर का मेहनताना 12 हजार रुपए से बढ़ाकर 18 हजार रुपए कर दिया है। हालांकि BLO की मौत और उनके परिवार की दी जा रही मदद पर आयोग ने कुछ नहीं कहा है। SIR प्रक्रिया के दौरान BLO-BLA की मौत पर हमने 5 और 6 दिसंबर को चीफ इलेक्शन कमिश्नर के ऑफिस में कॉन्टैक्ट किया। हमें बताया गया कि आप सवाल ईमेल कर दीजिए। दैनिक भास्कर ने 5 सवाल चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार को मेल के जरिए भेजे हैं। फिलहाल, उनकी तरफ से जवाब नहीं आया है। जवाब आते ही खबर में अपडेट किया जाएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त से सवाल 1. SIR प्रक्रिया के दौरान 30 BLO-BLA कर्मचारियों की मौत हुई है, क्या आयोग पीड़ित परिवारों को मुआवजा देगा?2. वर्कलोड को देखते हुए क्या BLO-BLA का वेतन और बढ़ाया जाना चाहिए?3. BLO दूरदराज के इलाकों में अकेले फॉर्म भरवा रहे हैं, इनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी किसकी है?4. आगे ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए चुनाव आयोग क्या कर रहा है, क्या वर्कलोड मैनेजमेंट के लिए कोशिश की जा रही है?5. SIR पर विपक्ष हमलावर है, कई राज्यों में इसका बहिष्कार भी हो रहा है। क्या आने वाले समय में आयोग SIR को लेकर नई गाइडलाइन जारी कर सकता है? एक्सपर्ट बोले- जल्दबाजी ठीक नहीं, हर 10 साल पर SIR करवाए आयोगदेशभर में चल रही SIR प्रक्रिया पर पॉलिटिकल एनालिस्ट कुमार भवेश चंद्र कहते हैं, ‘चुनाव से पहले SIR करवाने का कोई मतलब नजर नहीं आता। इसे हर 10 साल में करवाना चाहिए। इस प्रोसेस को जितना टाइम दिया जाएगा, उतनी ही इसकी विश्वसनीयता बढ़ेगी। इसके दो फायदे होंगे।’ पहला: पूरी पारदर्शिता के साथ बिना जल्दबाजी किए वोटर वैरिफिकेशन हो सकेगा।दूसरा: BLO और ग्राउंड पर काम कर रहे कर्मचारियों पर दबाव कम होगा। ‘चुनाव आयोग ये जानता है कि उसके पास ऐसी प्रक्रिया करवाने के लिए पर्याप्त स्टाफ नहीं है। इसे देखते हुए वो सरकारी कर्मचारियों खासकर टीचरों को ये काम सौंपता है। इससे स्कूलों पर भी असर पड़ता है। पढ़ाई रुक जाती है। ये सब ध्यान में रखकर ऐसी प्रक्रिया लागू करनी चाहिए।’ तनाव बढ़ाने वाले काम के लिए 2 घंटे की ट्रेनिंग काफी नहींसीनियर जर्नलिस्ट शरत प्रधान कहते हैं, ‘राज्यों में फिलहाल SIR की कोई खास जरूरत नहीं दिखती। यूपी में 2027 में चुनाव है, लेकिन यहां अभी से SIR प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। BLO पर इतना दबाव है कि देशभर से सुसाइड के मामले सामने आ रहे हैं। उन पर बेवजह प्रेशर डालने के लिए FIR तक दर्ज हो रही हैं। ये एक तरह से शोषण है।’ SIR पर पॉलिटिकल पार्टियां क्या कह रहीं…कांग्रेस: SIR कोई सुधार नहीं, थोपा गया जुल्मSIR को लेकर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग ने ऐसा सिस्टम बनाया है, जिसमें नागरिकों को खुद को तलाशने के लिए 22 साल पुरानी मतदाता सूची के हजारों स्कैन पन्ने पलटने पड़ें। मकसद साफ है, सही मतदाता थककर हार जाए और वोट चोरी बिना रोक-टोक जारी रहे। SIR के नाम पर देशभर में अफरा-तफरी मचा रखी है। SIR कोई सुधार नहीं, थोपा गया जुल्म है। सपा: BLO पर जानलेवा दबाव हटाए चुनाव आयोगसपा प्रमुख अखिलेश यादव कहते हैं, ‘यूपी में कितने प्रतिशत SIR हुआ है, इसका आंकड़ा पब्लिश किया जाए। BLO पर जानलेवा दबाव हटाकर अतिरिक्त लोगों को डेडलाइन देकर इस काम में लगाया जाए। यूपी में SIR फॉर्म भरवाने के दौरान हर विधानसभा में PDA समाज के कितने लोगों को वोटर लिस्ट से हटाने की साजिश की जा रही है, हर हाल में इसकी जांच-पड़ताल होनी चाहिए। BJP: SIR ने गलत वोटिंग नेटवर्क खत्म कियाBJP के नेशनल स्पोक्सपर्सन राजीव चंद्रशेखर कहते हैं, ‘बिहार विधानसभा चुनाव में NDA की जबरदस्त जीत से साफ हो गया है कि SIR ने फर्जी वोटर्स हटाने में बड़ा काम किया है। SIR की वजह से गलत वोटिंग नेटवर्क खत्म हुआ है, पहले जिन फेक वोटरों की मदद से कांग्रेस और दूसरे दल चुनाव जीतते थे। उनका इस प्रक्रिया ने पर्दाफाश किया है।’ SIR से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें...पश्चिम बंगाल SIR में 39 मौतों की वजह क्या पश्चिम बंगाल में मार्च-अप्रैल में चुनाव होने हैं। इसलिए यहां SIR की वजह से ज्यादा कंट्रोवर्सी है। सरकार चला रही TMC का दावा है कि SIR के दौरान राज्य में 39 मौतें हो चुकी हैं। इनमें 4 बीएलओ हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने SIR पर तुरंत रोक लगाने की मांग की है। कोलकाता के धर्मतल्ला में पार्टी की रैली में ममता ने कहा कि SIR के डर से लोग जान न दें, किसी का भी नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटेगा। पढ़िए पूरी खबर...
DNA: ट्रंप के 'सीजफायर' पर एयर स्ट्राइक हो गई, बस 2 महीने में Expire हो गया
डीएनए के इस विश्लेषण की शुरुआत हम एक सवाल से करना चाहते हैं और ये सवाल है आजकल दुनिया में सबसे अस्थिर चीज क्या है? सवाल हमने पूछा है तो जवाब भी हम ही देंगे. इस समय दुनिया में सबसे अस्थिर चीज है- अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा करवाया गया सीजफायर. कैसे आइए बताते हैं.
Radar Lock: रडार लॉक को लेकर भड़का जापान, चीनी राजदूत को किया तलब, क्या और बिगड़ेंगे दोनों के संबंध?
China-Japan Radar Lock:उपविदेश मंत्री ताकेहिरो फुनाकोशी ने चीनी राजदूत वू जियांगहाओ को बुलाया और इस बात पर कड़ा एतराज जताया कि ऐसे खतरनाक काम बहुत अफसोसजनक हैं. ताकाइची ने कहा कि जापान शांति से और मजबूत इरादे से जवाब देगा.
Corona Virus News:ली-मेंग यान तब सुर्खियों में आई थीं जब उन्होंने दावा किया था कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि यह जानलेवा वायरस वुहान लैब में बनाया गया था. कहा जाता है कि 2020 में इस मामले में व्हिसलब्लोअर बनने के बाद वह चीन से भाग गई थीं.
भूकंप से कांपा जापान, सुनामी का खतरा मंडराया
जापान के उत्तरी एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र में सोमवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये
कभी रूस ने बचाई थी जान, सीरिया के उस पूर्व राष्ट्रपति ने पुतिन पर कर दी अभद्र टिप्पणी, वीडियो वायरल
Bashar al Assad: वायरल हो रहा वीडियो इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि, एक साल पहले असद सीरिया छोड़कर रूस भाग गया था. उस वक्त सीरिया के नए राष्ट्रपति अहमद अल शरा की अगुवाई में विद्रोहियों ने दमिश्क पर कब्जा कर असद के शासन को उखाड़ फेंका था.
India Russia Ties: भारत रूस के मजबूत रिश्तों के 70 साल पुराने इतिहास में ऐसी नई कहानी लिख जा रही है, जो डॉलर को बाईपास करके दिल्ली-मॉस्को के व्यापारिक संबंधों के सुनहरे अध्याय की नींव का काम करेगी.
Nepal Biggest Corruption Case:कमीशन फॉर द इन्वेस्टिगेशन ऑफ अब्यूज ऑफ अथॉरिटी (CIAA) ने रविवार को नेपाल की स्पेशल कोर्ट में केस फाइल किया. इसमें 55 लोगों के नाम हैं, जिनमें पांच पूर्व मंत्री और 10 पूर्व सेक्रेटरी शामिल हैं.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच दक्षिण कोरिया में 26 अक्टूबर 2025 को सीजफायर समझौता करवाया था, जो फिर से टूट गया है। थाईलैंड ने कंबोडिया पर भीषण एयरस्ट्राइक कर दी है। एयरस्ट्राइक के बाद दोनों देश एक-दूसरे पर हमला करने का आरोप लगा रहे हैं
बांग्लादेश में आम चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। इस हफ्ते किसी भी दिन बांग्लादेश चुनाव को लेकर शेड्यूल जारी हो जाएगा। इस बीच अवामी लीग पर चुनाव में बैन लगाए जाने को लेकर एक बड़े अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने चिंता जताई है
Who is Sunny Reddy?अमेरिका के मिशिगन राज्य में भारतीय-अमेरिकी बिजनेसमैन और कम्युनिटी लीडर सनी रेड्डी को मिशिगन रिपब्लिकन पार्टी का सह-अध्यक्ष (को-चेयरमैन) चुना गया है. वे मिशिगन में रिपब्लिकन पार्टी की किसी भी बड़ी पोस्ट पर चुने गए पहले भारतीय-अमेरिकी हैं. पार्टी चेयरमैन ने उनकी मेहनत, ईमानदारी और भारतीय समुदाय में लोकप्रियता की जमकर तारीफ की है.
कौन है सनी रेड्डी ! जिसे मिशिगन रिपब्लिकन पार्टी का सह अध्यक्ष चुना गया
भारतीय अमेरिकी उद्यमी और कम्युनिटी लीडर सनी रेड्डी को मिशिगन रिपब्लिकन पार्टी का सह अध्यक्ष चुना गया है। यह अमेरिका की कड़ी राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के बीच भारतीय समुदाय के लिए एक बड़ी कामयाबी है
चुनाव से पहले ही दो-फाड़ हुई बांग्लादेश की ये पार्टी, नामांकन भरने के दौरान हुआ विवाद
बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) में गुटीय संघर्ष के चलते गाजीपुर जिले में गंभीर हिंसा की घटना सामने आई है. रविवार शाम कालियाकैर उपजिला में BNP के उम्मीदवार मुजीबुर रहमान के समर्थकों और पूर्व स्थायी समिति सदस्य चौधरी तनवीर अहमद सिद्दीकी के बेटे इशराक सिद्दीकी के समर्थकों के बीच झड़प हुई, जिसमें कम से कम 10 लोग घायल हुए.
ऑस्ट्रेलिया के तस्मानिया द्वीप राज्य में लगी भीषण आग से 30 से अधिक घर जल गए या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। जिन लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा था, उन्हें अभी लौटने की अनुमति नहीं दी गई है, क्योंकि हालात सुरक्षित नहीं हैं
'बहुत तेजी से फैलती है...', फिलीपींस ने लगाई मांस के आयात पर रोक, किस बीमारी से खौफ में है देश?
Philippines News: फिलीपींस ने स्पेन से सूअर मांस के आयात पर अस्थायी रोक लगा दी है. यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि स्पेन में अफ्रीकन स्वाइन फीवर (एएसएफ) के मामले तेजी के साथ बढ़ रहे हैं.
अमेरिकी कांग्रेस के नेताओं ने वित्त वर्ष 2026 के नेशनल डिफेंस ऑथराइजेशन एक्ट (एनडीएए) का समझौता मसौदा जारी किया। जिससे इस सप्ताह होने वाले महत्वपूर्ण वोट का रास्ता साफ हो गया है। यह वार्षिक विधेयक पिछले छह दशकों से अमेरिकी रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का मजबूत आधार रहा है।
50 साल बाद कंक्रीट के तहखाने से निकली 'बदनाम वेगा'! 1975 में क्यों छिपा दी गईं थी 5000+ चीजें
Chevrolet Vega Time Capsule: नेब्रास्का के सेवार्ड शहर में 4 जुलाई 2025 को दुनिया का सबसे बड़ा टाइम कैप्सूल खोला गया, जिसमें 50 साल बाद एक बदनाम 1975 शेवरले वेगा कार जीरो माइलेज के साथ हैरान कर देने वाली बेहतरीन हालत में निकाली गई है.
कैंसर की सर्जरी के बाद, कंधे का टैटू सीधे जुबान पर! 21 साल की लड़की के साथ हुआ 'असंभव' चमत्कार
Tattoo Transferred to Tongue: कैंसर के इलाज के लिए हुई रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी के दौरान हैरियट ट्रेविट की बांह का टैटू ज़ुबान पर ट्रांसफर हो गया था. जिसको देखकर लोग हैरान हो रहे हैं.
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और जिमी किमेल के बीच तकरार बढ़ती ही जा रही है. अब ट्रंप ने शो होस्ट जिमी किमेल का मजाक उड़ाया और उन्हें काफी खराब बताया, इसके अलावा क्या कुछ कहा जानते हैं.
Donald Trump Jr Ukraine Warning: डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन शांति की दिशा में कदम नहीं उठाता, तो अमेरिका अपनी मदद वापस ले सकता है. उनके मुताबिक युद्ध अब सत्ता और पैसे का खेल बन गया है, और अमेरिका में भी यूक्रेन को मिल रही मदद पर सवाल बढ़ते जा रहे हैं.
Ukraine Peace Talks: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से मैं थोड़ा निराश हूं क्योंकि जेलेंस्की ने अभी तक उनका शांति प्रस्ताव नहीं पढ़ा. उन्होंने हाल ही में कीव की कूटनीतिक पहल पर भी अपनी निराशा व्यक्त की.
ढाका में व्यापारियों और छात्रों का विरोध प्रदर्शन, राजधानी में यातायात जाम
बांग्लादेश के मोबाइल फोन व्यापारियों और छात्रों ने रविवार को राजधानी ढाका में विरोध प्रदर्शन किया
पाकिस्तान: सिंधी कल्चर डे रैली का रास्ता बदलने से मचा बवाल, कइयों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पाकिस्तान के कराची में सिंधी कल्चर डे रैली में आए लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने डंडे बरसाए और कइयों को हिरासत में भी लिया
कई घरेलू मोर्चों पर पिछड़ने के बावजूद बीते कई दशकों से अमेरिका दो चीजों के दमपर सुपरपावर बना हुआ है. अमेरिकी 'ईगल' की ताकत का पहला मजबूत हथियार ये है कि दुनिया का आधा व्यापार आज भी उसकी करेंसी 'डॉलर' में होता है.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास सैन्य कार्रवाई करने की शक्ति है : पीट हेगसेथ
कैरेबियन सागर में अमेरिका का ऑपरेशन जारी है। अमेरिका वेनेजुएला पर लगातार आरोप लगाता रहा है कि कैरेबियन के रास्ते से ड्रग्स यूएस में लाया जा रहा है
बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई, 12 की मौत का दावा
बलूचिस्तान से आए दिन लोगों की हत्या की खबरें सामने आ रही हैं। इस बीच बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सेना का ऑपरेशन भी लगातार जारी है
‘पश्चिम बंगाल में जब लेफ्ट की सरकार थी और बुद्धदेव भट्टाचार्य मुख्यमंत्री थे, तब उस मकान को लाइब्रेरी बना दिया गया। तभी उसकी मरम्मत भी की गई थी और लाइब्रेरी भी रेगुलर चलती थी। ममता सरकार के आने के बाद से हालत बदतर हो गई है। लाइब्रेरी बंद पड़ी है। हम आज तक वहां जब भी गए, बंद ही मिली। इस सरकार में न हमें कोई पूछने वाला है और न हमारी विरासत को।‘ राष्ट्रगीत ‘वंदे मातरम‘ लिखने वाले बंकिम चंद्र चटोपाध्याय की पांचवी पीढ़ी से आने वाले सजल चट्टोपाध्याय सरकार की बेरुखी से नाराज हैं। वो कोलकाता में मौजूद बंकिम चंद्र के घर की जर्जर हालत के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं। उनका कहना है कि जिस मकान को धरोहर मानकर लिया, उसे ही उसके हाल पर छोड़ दिया गया। 7 नवंबर को वंदे मातरम् गीत को 150 साल पूरे होने पर BJP ने देश भर में प्रोग्राम किए थे। इसी दौरान कोलकाता में बंकिम चंद्र के लाइब्रेरी बन चुके मकान के रखरखाव के मामले ने भी तूल पकड़ा। अब 8 दिसंबर यानी आज संसद के दोनों सदनों में वंदे मातरम् पर विशेष चर्चा होनी है। इससे पहले दैनिक भास्कर कोलकाता में 5-प्रताप चटर्जी स्ट्रीट पर मौजूद बंकिम चंद्र के घर पर पहुंचा। हमने घर का हाल देखा। साथ ही उनके वंशजों और आस-पास रहने वालों से बात कर पूरा मामला समझा। पढ़िए ग्राउंड रिपोर्ट… मकान को धरोहर बनाया लेकिन मरम्मत और साफ-सफाई भूलेसबसे पहले हम कोलकाता में बंकिम चंद्र के मकान पहुंचे, जिसके रखरखाव को लेकर सारा विवाद है। सड़क के एक तरफ मेडिकल कॉलेज और दूसरी ओर गली है। पश्चिम बंगाल में रही लेफ्ट की सरकार ने मकान का अधिग्रहण कर लिया था। इसे लाइब्रेरी में तब्दील कर 2006 में शुभारंभ भी कर दिया गया था। इसके बाहर लगे बोर्ड में लिखा है- ‘साहित्य सम्राट स्मृति लाइब्रेरी’ पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित। रविवार होने के कारण हमें लाइब्रेरी बंद मिली। साफ-सफाई भी नहीं दिखी। गेट के बाहर कचरे का ढेर लगा था। गेट पर ही हमारी मुलाकात पास में रहने वाले धर्मेंद्र यादव से हुई। वे बताते हैं कि इस गली में बंगाली और बिहारी दोनों रहते हैं। लाइब्रेरी के साथ ही आसपास की बिल्डिंग काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी है। लाइब्रेरी की हालत के बारे में पूछने पर धर्मेंद्र कहते हैं, ‘यहां साफ-सफाई का हाल आप खुद ही देख लीजिए। सोमवार से शनिवार तक एक शख्स आकर लाइब्रेरी खोल देता है। हालांकि ज्यादा कोई आता-जाता नहीं है। बाहर की हालात देखकर ही समझ आता है कि अंदर क्या हाल होगा। सरकार की तरफ से तो कोई नहीं आता, लेकिन आसपास के लोग इसे मौका पड़ने पर साफ कर देते हैं।‘ इसे लेकर हो रही सियासत के बारे में पूछने पर धर्मेंद्र कहते हैं, ‘हां, ‘वंदे मातरम्’ को 150 साल पूरे होने पर कुछ दिन पहले BJP ने यहां प्रोग्राम रखा था। उसमें नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी आए थे। उस दिन उन्हें लाइब्रेरी का गेट नहीं खोलने दिया गया था।’ हम आगे बढ़े गली में हमें कार्यक्रम के लिए लगाए गए BJP के झंडे अब भी लगे दिखे। मकान को लेकर हो रही सियासत पर एक लोकल शख्स नाम न लिखने की शर्त पर बताते हैं, ‘यहां आस-पास ज्यादातर TMC समर्थक रहते हैं। ये ज्यादातर बंगाली हैं। जिस दिन शुभेंदु अधिकारी को आना था, उससे एक रात पहले जानबूझकर ये सड़क तोड़ दी गई। उसके बाद से ये अभी एक रात पहले ही बनी है।‘ BJP को चुनाव के वक्त बंकिम बाबू याद आएइसी गली में नरेंद्र बारिक दुकान चलाते हैं। बंकिम चंद्र के मकान को लेकर हो रही सियासत पर वे कहते हैं, ‘बंकिम बाबू का पैतृक घर नैहाटी में था। यहां प्रताप चटर्जी रोड में वो पढ़ने आते थे। मैं यहां लंबे समय से रह रहा हूं। 2005 में लेफ्ट की सरकार के वक्त इसे रेनोवेट किया गया।‘ ‘तब मोहम्मद सलीम सांसद थे। उन्होंने सांसद निधि से खर्च कर इसकी मरम्मत कराई थी। मुझे आज भी याद है, तब मुख्यमंत्री रहे बुद्धदेव भट्टाचार्य यहां बनी लाइब्रेरी का उद्घाटन करने आए थे। उसके बाद से इस भवन में कोई काम नहीं हुआ। भवन की हालत देखकर भी इसका अंदाजा आप भी लगा सकते हैं। आस-पास के लोग ही थोड़ी बहुत साफ-सफाई करते हैं। इस लाइब्रेरी में भी कोई आता-जाता नहीं है।‘ नरेंद्र आगे बताते हैं, ‘लेफ्ट की सरकार के दौरान इसमें दो लाइब्रेरियन आते थे। तब कुछ लोग पढ़ने भी आते थे। कुछ विदेशी भी आते थे, लेकिन अब ऐसा कुछ नहीं है। कहने को लाइब्रेरी है और सोमवार से शुक्रवार तक खुलती भी है लेकिन कोई आता-जाता नहीं दिखता है। एक लाइब्रेरियन है वो भी मनमर्जी का मालिक है।‘ बंकिम के वंशज बोले- जब भी मकान देखने गए ताला लगा मिलाहमने इस मामले में बंकिम चंद्र की पांचवी पीढ़ी से आने वाले सजल चट्टोपध्याय से भी मुलाकात की। उनके वंशज कोलकाता के शोभा बाजार में रहते हैं। वे पिछले कई सालों से बंकिम चंद्र की धरोहर के रख-रखाव को लेकर सवाल उठा रहे हैं। सजल बताते हैं, ‘बंकिम बाबू की ज्यादातर संपत्ति आजादी के बाद से ही देश की धरोहर में शामिल कर ली गई। लेकिन आज ये स्थिति है कि उनके वंशजों को कोई पूछने वाला नहीं है।‘ ‘हम जिस राज्य में हम रहते हैं, वहां की सरकार न हमें जानती है और न ही हमें कभी याद किया जाता है। अगर बंकिम चंद्र के परिवार में कोई जिंदा है तो कौन है, कहां रहता है, इस सरकार ने कभी ये भी जानने की कोशिश नहीं की। ममता बनर्जी ने भी कभी हमें याद नहीं किया। हमें इस बात का बहुत दुख है।‘ घर के रख रखाव पर बात करते हुए वे कहते हैं, ‘जब लेफ्ट की सरकार थी और बुद्धदेव भट्टाचार्य मुख्यमंत्री थे, तब लाइब्रेरी भी रेगुलर चलती थी और मरम्मत भी होती थी। ममता सरकार के आने के बाद से हालात बिगड़ गए। लाइब्रेरी बंद पड़ी है। जब जाओ तब बंद ही मिलती है। साफ-सफाई भी नहीं होती है। हमने कई बार इसके रख-रखाव के लिए सरकारी विभागों में चक्कर लगाए लेकिन हासिल कुछ नहीं हुआ।‘ हमें आस-पास के लोगों ने बताया कि हफ्ते में कुछ दिन लाइब्रेरी खुलती है। इस पर सजल कहते हैं, ‘पिछले महीने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी वहां गए थे और लाइब्रेरी खुलवाने के लिए कहा था आखिर तब क्यों नहीं खोली गई। बंकिम चंद्र देश की विरासत हैं लेकिन फिर भी नहीं खोली। हो सकता है कि इस विवाद के बाद खोली जाने लगी होगी।‘ संसद में वंदे मातरम् गाया जाए, बंकिम दादा के नाम पर विश्वविद्यालय खुले अपनी मांगों को लेकर सजल कहते हैं, ‘BJP कई सालों से वंदे मातरम् का मुद्दा उठा रही है, लेकिन अब ये हाईलाइट हुआ है। इस गीत का इस्तेमाल हर कोई कर रहा है। हालांकि हो सकता है कि आने वाली पीढ़ी बंकिम बाबू को न जाने। इसलिए इस पर आज ही बात होनी चाहिए।‘ ‘हमारी मांग है कि जिस तरह देश के अलग-अलग हिस्सों में रवींद्र भवन बने हैं, उसी तरह से बंकिम भवन बनाए जाएं। देश में जैसे विद्यासागर के नाम पर विश्वविद्यालय है, वैसे ही बंकिम चंद्र के नाम पर विश्वविद्यालय क्यों नहीं, जबकि वो देश के पहले ग्रेजुएट थे। इसलिए अब मेरी केंद्र सरकार से गुजारिश है। उनके नाम पर एक विश्वविद्यालय जरूर बनाया जाए।‘ अब जान लीजिए इस विवाद पर पॉलिटिकल पार्टियों की राययहां मजदूर सोते और आसपास के लोग कपड़े सुखातेBJP के प्रदेश अध्यक्ष सौमित्र भट्टाचार्य इस मुद्दे को लेकर कहते हैं, ‘फिलहाल ये मकान कोलकाता कॉर्पोरेशन की देख-रेख में है। जहां एक लाइब्रेरी है लेकिन वहां कोई नहीं आता है। हां, बाहर कुछ मजदूर सोए मिलते हैं और आसपास के लोग कपड़े सुखाते हैं। मकान बहुत ही खराब हालात में है। वंदे मातरम् को लेकर हो रहे विवाद पर वे कहते हैं, ‘BJP वंदे मातरम् की 150वीं सालगिरह के दौरान राज्य के अलग-अलग हिस्सों में गई। उन इलाकों में भी गए, जहां बंकिम बाबू रहे थे। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी उनके घर जाने लगे तो पहले रास्ते तोड़ दिए गए। फिर वहां पहुंचने पर गेट में ताला लगा मिला। इन सब से साफ नजर आता है कि TMC बांग्ला के इतने बड़े उपन्यासकार के साथ कैसा व्यवहार कर रही है। इस आरोपों को लेकर हमने TMC लीडर्स से भी बात करने की कोशिश की लेकिन ऑन रिकॉर्ड कोई सामने नहीं आया। एक लीडर ने नाम न लिखने की शर्त पर कहा कि BJP वंदे मातरम् पर सिर्फ राजनीति कर रही है। जहां तक घर की बात है, वो हमारी धरोहर है, जिसकी देखरेख हो रही है। वहीं पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने मीडिया से कहा, ‘BJP विभाजनकारी सियासत करती है। हिंदुओं और मुसलमानों, ब्राह्मणों और दलितों के बीच विभाजन पैदा करती है। अब वो दो महान बंगालियों रवींद्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र के बीच दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है।‘ बंकिम चंद्र ने 1870 के दशक में लिखा था वंदे मातरम्'वंदे मातरम' को 1950 में भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में अपनाया गया था। इसे 1870 के दशक में बंकिम चंद्र ने संस्कृत निष्ठ बंगाली में लिखा था। ये उनके बंगाली उपन्यास आनंदमठ का ही हिस्सा है, जिसे पहली बार 1882 में प्रकाशित किया गया था। इसके 150 साल पूरे होने पर केंद्र सरकार ने विशेष स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया था। ........................ये खबर भी पढ़ें... '24 साल टीचर रहीं, BLO बनाकर मां को मार डाला' ‘मां के मरने के बाद लोगों ने तरह-तरह की बातें कहीं। बहुत बुरा लगा, जब उन्हें फाकीबाज (कामचोर) कहा गया। वे स्कूल में बायोलॉजी पढ़ाती थीं। उम्र 53 साल थी। कुछ साल में रिटायर हो जातीं। दो महीने पहले ही उन्हें बीएलओ बनाया गया था। 24 साल की नौकरी में पहली बार ये काम कर रही थीं। SIR के काम की वजह से प्रेशर में थीं। 22 नवंबर की रात उन्होंने सुसाइड कर लिया।’ पश्चिम बंगाल में नादिया जिले के कृष्णानगर में रहने वाले अरिक्तो रिंकू तरफदार के बेटे हैं। पढ़िए पूरी खबर...
बांग्लादेश : शेख हसीना के खिलाफ एक और मामले में 9 दिसंबर को आईसीटी करेगा सुनवाई
बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ दो फैसले कोर्ट ने सुना दिए हैं
Mossad: दुनिया के सबसे खतरनाक सीक्रेट ग्रुप मोसाद को नया कमांडर मिल गया है. मोसाद के भावी चीफ को नेतन्याहू का करीबी बताया जाता है. मोसाद के कमांडरों का इतिहास शानदार रहा है. मोसाद के नए चीफ को लेकर बड़ी खबर ये है कि वो हमास के लिए किसी डरावने सपने से कम नहीं है. कौन है मोसाद का नया चीफ आइए आपको भी बताते हैं.
Russia Ukraine war: क्या रूस-यूक्रेन युद्ध अब पूरे यूरोप को अपनी चपेट में लेने वाला है. दरअसल बीते चार दिनों से कुछ ऐसे संकेत मिल रहे हैं जो नए विनाश की आहट का इशारा कर रहे हैं.
अफ्रीकी देश में तख्तापलट की LIVE घोषणा! सुबह होते ही कहानी में आया नया ट्विस्ट
Benin coup News: अफ्रीका के बेनिन में सुरक्षाबलों ने रविवार को सरकार समाचार चैनल के जरिए तख्तापलट की घोषणा कर दी. इस दौरान उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पैट्रिस टैलोन को पद से हटा दिया है. लेकिन इस पर राष्ट्रपति के साथियों ने कहा कि वो बिल्कुल सुरक्षित हैं और कोई तख्तापलट नहीं हुआ है और मुख्य आर्मी नियंत्रण वापस ले रही है. इस पूरे नाटकीय घटनाक्रम के पीछे की कहानी बड़ी रोचक है.
'ये अपनी तबाही के लिए तैयार होने जैसा', अलग फिलिस्तीनी मुल्क पर क्या बोले नेतन्याहू?
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जर्मन चांसलर मर्ज से स्पष्ट कहा कि वो फिलिस्तीनी स्टेट के पक्ष में नहीं हैं. यरुशलम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मर्ज के साथ नेतन्याहू ने कहा, 'जाहिर है, हमारा नजरिया अलग है, क्योंकि फिलिस्तीनी देश का मकसद सिर्फ और सिर्फ यहूदी देश को खत्म करना है.'
Pakistan 27th Constitutional Amendment: पाकिस्तान में 13 नवंबर को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने संसद के दोनों सदनों की मंजूरी मिलने के बाद 27वें संशोधन पर साइन किए थे. इसमें राष्ट्रपति, एयर फोर्स के मार्शल और फ्लीट के एडमिरल को आपराधिक मामलों और गिरफ्तारी से जिंदगी भर की छूट मिलने की बात कही जा रही है.
पूर्वी अफगानिस्तान के नांगरहार प्रांत में पिछले युद्धों से बचे एक डिवाइस के फटने से तीन मजदूरों की मौत हो गई। प्रांतीय पुलिस प्रवक्ता सईद तैयब हमाद ने रविवार को यह जानकारी दी
मैक्सिको में पुलिस स्टेशन के बाहर हुआ जोरदार धमाका, 3 की मौत, 6 घायल
मैक्सिको में पुलिस स्टेशन के बाहर जोरदार धमाके की खबर सामने आई है। इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और छह लोग घायल हो गए। घायलों को आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया
चांसलर मैर्त्स की पहली इस्राएल यात्रा, दो-राष्ट्र समाधान भी एजेंडा में
जर्मनी के चांसलर मैर्त्स पद संभालने के बाद पहली बार इस्राएल गए हैं. दो-राष्ट्र समाधान को बढ़ावा देना भी उनके प्रमुख एजेंडा में शामिल है
Heathrow Airport: घटना की जानकारी मिलने पर लंदन एम्बुलेंस सर्विस मौके पर पहुंची और पीड़ितों को अस्पताल ले जाया गया. हालांकि, हमले में घायल हुए लोगों की चोट जानलेवा नहीं मानी जा रही है. हमले की वजह से अभी भी इलाके में ट्रैफिक की कुछ रुकावट है लेकिन टर्मिनल 3 खुला हुआ है.
Love Affair News in Hindi: कहते हैं कि रोमांस का अपना ही मजा होता है. इसके लिए इंसान कई बार खतरनाक कदम भी उठा लेता है. ऐसी ही एक घटना में पति अपनी गर्भवती पत्नी को 'बिजनेस ट्रिप' बताकर गर्लफ्रेंड को थाईलैंड लेकर पहुंच गया. हालांकि एक चूक से 4 दिनों बाद उसका भंडा फूट गया.
जंग के हालात के बीच चीन ने किया जापानी फाइटर प्लेन को रडार लॉक, रक्षा मंत्री ने दे दी खुली चेतावनी
China Japan Tension: टोक्यो में ऑस्ट्रेलियाई रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्लेस के साथ जापानी रक्षा मंत्री की बैठक हुई, जिसके दौरान उन्होंने कहा कि जापान में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए वो चीन के बर्ताव का पूरी मजबूती के साथ जवाब देंगे.

