क्या भारत के इस मित्र देश बैन हो जाएगा WhatsApp? जानिए पॉपुलर मैसेजिंग ऐप पर क्यों बढ़ा खतरा
WhatsApp Ban Risk: व्हाट्सएप एक ऐसा मोबाइल ऐप्लिकेशन है जो आज मैसेजिंग को लेकर बेहद पॉपुलर है, लेकिन रूस में इसके बैन का खतरा बढ़ गया है.
हाल ही में दक्षिण अफ्रीका ने जी20 समिट की मेजबनी की है, लेकिन इसमें डोनाल्ड ट्रंप शामिल नहीं हुए. इसको लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति ने वजह बताई है.
अमेरिका ने रूस के साथ पीस प्लान किया शेयर, क्रेमलिन ने की पुष्टि
क्रेमलिन ने पुष्टि की कि अमेरिका ने हाल ही में जिनेवा में हुए अमेरिका-यूक्रेन वार्ताओं के बाद रूस को शांति योजना के महत्वपूर्ण विवरण सौंपे हैं
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के करीबी का इस्तीफा, घर में पड़ी रेड, भ्रष्टाचार के आरोप में फंसे
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को तगड़ा झटका लगा है, उनके करीबी एंड्री यरमक के घर एंटी-करप्शन डिपार्टमेंट की रेड पड़ी, जिसके कारण उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.
रोमानिया: बॉयोडाटा में लिखा था एक झूठ, रक्षा मंत्री की चली गई कुर्सी
Romania news: रोमानिया के रक्षा मंत्री इयोनुत मोस्टेनु ने शुक्रवार को अचानक इस्तीफा दे दिया. मोस्टेनु ने कहा, 'बायोडाटा में यूनिवर्सिटी एजुकेशन के बारे में गलत इनफॉर्मनेशन होने के चलते इस्तीफा देता हूं.' CV में झूठ को लेकर तगड़ा विवाद छिड़ गया है.
नौसेना के MH-60R हेलीकॉप्टरों को मिलेगी सुपर सपोर्ट पावर, भारत-अमेरिका के बीच 7995 करोड़ में डील
India US deal: रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 7995 करोड़ रुपए का प्रस्ताव और एलओए फॉलो ऑन सपोर्ट और फॉलो ऑन सप्लाई सपोर्ट के माध्यम से 60आर हेलीकॉप्टर के बेड़े के लगातार सहयोग के लिए किया गया है.
Sri Lanka News in Hindi: भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका एक बार फिर संकट में है. इस बार चक्रवात तूफान ने इस द्वीपीय देश में तबाही मचाई है. संकट की इस घड़ी में भारत ने बड़े भाई की भूमिका निभाते हुए उसके लिए राहत सामग्री से भरे युद्धपोत भेजने शुरू कर दिए हैं.
मासूम जानवर बनी इस देश की दुश्मन! सरकार ने बनाई 25 लाख बिल्लियों को खत्म करने की योजना
New Zealand Ferel Cats: न्यूजीलैंड अपनी सुंदरता और अनोखी जैव विविधता के लिए दुनिया भर में मशहूर है. लेकिन बीते कुछ सालों में यहां एक ऐसी समस्या आ गई है जिसने पूरे देश को परेशान कर दिया है. जंगली यानी फेरल बिल्लियों का तेजी से बढ़ता आतंक देश के लिए काफी बड़ा खतरा बन गया है.
अफगानिस्तान के दावे के बाद से पाकिस्तान में इन दिनों पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान को लेकर चिंताजनक खबरें सामने आ रही हैं। बीते कुछ दिनों से पाकिस्तान में ये अटकलें तेज हो गई हैं कि जेल में बंद इमरान खान की हत्या कर दी गई है। हालांकि, बीते दिनों जेल अधिकारियों की ओर से इन सभी अटकलों से साफ इनकार कर दिया गया। इस बीच इमरान खान के बेटे ने अपने ताजा बयान से एक बार फिर इस संदेह को मजबूत कर दिया है।
Bangladesh poll clash between BNP Jamaat:बांग्लादेश में फरवरी 2026 के चुनाव से पहले जो माहौल गरम है, उसमें एक नया बवाल सामने आया है. पाबना जिले के चार गरगरी गांव में जमात-ए-इस्लामी की महिला कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर वोट मांग रही थीं और कह रही थीं कि “जमात को वोट दो, जन्नत का टिकट फ्री में मिलेगा. लोगों को यह बात इतनी नागवार गुजरी कि पहले बहस हुई, फिर हाथापाई और देखते-देखते पूरी मारपीट शुरू हो गई. जानें पूरी खबर.
4-5 दिसंबर को भारत आएंगे रूसी राष्ट्रपति पुतिन, राष्ट्रपति मुर्मू स्वागत में डिनर का करेंगी आयोजन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो दिवसीय भारत दौरे पर आने वाले हैं। विदेश मंत्रालय के अनुसार, राष्ट्रपति पुतिन राजकीय दौरे पर 4-5 दिसंबर को भारत आएंगे। इस दौरान वे 23वें भारत-रूस वार्षिक सम्मेलन में शामिल होंगे।
Green Card:अमेरिका में वॉशिंगटन डीसी में हुई फायरिंग की घटना के बाद हड़कंप मच गया है. इस घटना में वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड की सदस्य सारा बेकस्ट्रोम की मौत हो गई. इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान समेत कई देशों के ग्रीन कार्ड होल्डर्स की कड़ी जांच का आदेश दिया है.
हाल ही में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद अमेरिका दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात की। ट्रंप से मुलाकात के पहले क्राउन प्रिंस को ईरान की एक चिट्ठी मिली थी। इस चिट्ठी को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि इस चिट्ठी में अमेरिका के लिए एक मैसेज था। हालांकि, ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने इन सभी दावों को मनगढ़ंत बताया है
Worlds Largest Producer of Fresh Water: दुनिया भर में साफ पीने वाले पानी की किल्लत देखने को मिल रही है. ऐसे में एक ऐसा देश है, जो रेगिस्तान होने के बाद भी दुनिया भर में सबसे ज्यादा मीठा पानी बना रहा है. इस खबर में हम आपको उस देश के बारे में बताएंगे.
Iran Khamenei reject rumors For Saudi-mediated US:सऊदी क्राउन प्रिंस के अमेरिका दौरे से पहले ईरान ने उन्हें चिट्ठी दी थी.कुछ मीडिया ने दावा किया कि ये चिट्ठी अमेरिका के लिए मैसेज थी. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली ख़ामेनेई ने इन खबरों को लेकर सफाई दी है.
Third World Countries:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज से आने वाले लोगों की इमिग्रेशन अमेरिका में हमेशा के लिए रोक दी जाएगी. आइए जानते है कि आखिर ये थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज क्या होती है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है...
नेशनल गार्ड पर अफगानी युवक के हमले के बाद ट्रंप सरकार का बहुत एक्शन सामने आया है.अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने थर्ड वर्ल्ड कंट्रीज से सभी इमिग्रेशन को हमेशा के लिए रोकने का ऐलान किया. आइए जानते हैं क्या हैथर्ड वर्ल्ड कंट्री. इसमें कौन-कौन हैं देश शामिल.
Washingtondc shooting:व्हाइट हाउस के पास अफगान संदिग्ध रहमानुल्लाह लकनवाल ने नेशनल गार्ड सैनिकों पर फायरिंग की, जिसमें सारा बेकस्ट्रॉम की मौत हो गई। ट्रंप ने बाइडेन की वेटिंग पॉलिसी को जिम्मेदार ठहराया, संदिग्ध को 'पागल' कहा। रिपोर्टर के वेटिंग चेक वाले सवाल पर भड़के, 'तुम स्टूपिड हो' बोल डाला। 500 और गार्ड तैनात, अफगान मामलों की रिव्यू का ऐलान। (56 शब्द)
मॉस्को। यूक्रेन में शांति स्थापित करने की कवायदों के बीच रूस ने फिर से अपनी कुछ शर्तें दोहरा दी हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने हालिया बयान में कहा कि यूक्रेन के साथ सीजफायर समझौता तभी हो सकता है, जब वह अपने सैनिकों को हटा दे।
ट्रंप और साउथ अफ्रीका के बीच तनातनी में है एलन मस्क का बड़ा रोल; G20 बैन का क्या है साइड एंगल?
Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि साउथ अफ्रीका को G-20 2026 सम्मेलन से बाहर रखा जाएगा. दोनों देशों के बीच एक बार फिर तकरार छिड़ गई है. इस तकरार में एलन मस्क का क्या रोल है समझते हैं.
World Largest Cities 2025 UN List: UN की ओर से 'वर्ल्ड अर्बनाइजेशन प्रॉस्पेक्ट्स 2025' की एक रिपोर्ट में दुनिया के सबसे बड़े शहरों की लिस्ट का खुलासा किया गया है.
एलियन आएंगे, सोना होगा सस्ता… बाबा वेंगा ने 2026 को लेकर की ये डरावनी भविष्यवाणियां
Baba Vanga Predictions For 2026: वर्ष 2026 के बारे में बाबा वेंगा की भविष्यवाणियां एक बार फिर चर्चा का विषय बन गई हैं. बता दें बाबा वेंगा द्वारा दी गई भविष्यवाणियां अक्सर सटीक मानी जाती हैं. उनकी सबसे प्रसिद्ध भविष्यवाणियों में से कई का संबंध ऐतिहासिक घटनाओं से था जैसे कि प्रिंसेस डायना और इंदिरा गांधी की मौत. अब बाबा वेंगा की 2026 के लिए कुछ चौंकाने वाली और डरावनी भविष्यवाणियां सामने आई है.
What is Islamic Revolutionary Guard Corps: इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स यानी IRGC इस वक्त चर्चा में है. जिसे लेकर ईरान और ऑस्ट्रेलिया दोनों आमने-सामने हैं. ऐसे में आपको ये जानना जरूरी है कि ऑस्ट्रेलिया ने जिस इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स यानी IRGC को 'आतंकवाद का समर्थक' घोषित किया है, वो ईरान के लिए क्या काम करता है, कितनी ताकवर है?
Nepal 100 Rupee Note: नेपाल और भारत के बीच एक बार फिर सीमा विवाद को लेकर बहस छिड़ गई है. नेपाल 100 रुपए की एक नई नोट प्रचलन में लाया है, जिसमें कालापानी, लिपुलेख और लिम्पियाधुरा को दर्शाया गया है, ये वो जगह हैं जो भारत देश के नक्शे में है.
Hong Kong Residential Building Fire: हांगकांग के ताई पो में बुजुर्गों की इमारत वांग फुक कोर्ट(Wang Fuk Court) में लगी भीषण आग अब तक 94 की मौत, 76 घायल, 300 से अधिक लोग लापता. तीसरे दिन भीआग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है. जानें ताजा पूरी डिटेल्स.
White House: अमेरिका में व्हाइट हाउस के पास हुी गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड घायल हुए थे, जिसमें एक गार्ड की जान चली गई है. उनके दुखद निधन के बाद राष्ट्रपति ने कहा कि वो बहुत इज्जतदार, जवान, शानदार इंसान थीं.
Chen Zi crypto scam: आज हम क्रिप्टो घोटाले का मास्टरमाइंड बताए जा रहे चेन जी के बारे में बताएंगे, जिनपर 14 अरब डॉलर की धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी के आरोप लगे हैं.
मध्य प्रदेश के आगर-मालवा में काजू, बादाम, पिस्ता, प्याज और टीवी, यहां तक कि एंटिना तक वोट डालते हैं.आखिर पारधी समुदाय के लोगों के इतने अजीबोगरीब नाम की कहानी क्या है,ये लाइमलाइट में क्यों और कब आया, पूरी जानकारी के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो
'मुझे या मेरे बेटे को कभी कोई धमकी नहीं मिली। न आज तक कभी उसका किसी से झगड़ा हुआ। वो न किसी तरह का नशा करता था और न ही गलत आदतों का आदी था। फिर पता नहीं क्यों निशाने पर आ गया?' पंजाब के फिरोजपुर में रहने वाले RSS कार्यकर्ता बलदेव अरोड़ा बेटे नवीन की मौत के गम से अब भी उबर नहीं पा रहे हैं। 15 नवंबर की शाम जब 38 साल के नवीन अपने बच्चों को स्कूल से लाने जा रहे थे, तभी मोची बाजार में दो बाइक सवारों ने उन पर गोलियां बरसा दीं। पिता बलदेव का कहना है कि पंजाब में हालात बहुत खराब हैं। कब, कौन, किसे गोली मार दे पता नहीं। यहां प्रशासन जैसी कोई चीज नजर नहीं आती है। पंजाब पुलिस के मुताबिक, अब तक की जांच में लूटमार, फिरौती या आपसी रंजिश का कोई एंगल सामने नहीं आया है। पुलिस टारगेट किलिंग के एंगल से जांच कर रही है। पुलिस में हमारे सोर्स ने बताया कि नवीन के हत्यारों के निशाने पर आने की वजह उसका RSS का बैकग्राउंड है। हत्या के तार पाकिस्तान से भी जुड़ते दिख रहे हैं। पंजाब में पहले भी इंटरनेशनल टारगेट किलिंग और अटैक हो चुके हैं। जिसमें पाकिस्तान के साथ कई और देश इन्वॉल्व थे। जांच पूरी होने के बाद ही साजिश की पूरी तस्वीर साफ होगी। दैनिक भास्कर ने नवीन के पिता और पुलिस में अपने सोर्स से बात कर पूरा मामला समझा। पंजाब के हालात बहुत खराब, कौन-किसे मार दे पता नहींफिरोजपुर के रहने वाले बलदेव अरोड़ा RSS कार्यकर्ता हैं। नवीन उनका अकेला बेटा था। एक बेटी भी है, वो चंडीगढ़ में रहती है। बलदेव 15 नवंबर का दिन याद करते हुए कहते हैं, ‘मैं घटना से 10 मिनट पहले ही दुकान पहुंचा था। नवीन ने कहा कि पापा अब मैं घर जाता हूं। बच्चों को घुमाने ले जाऊंगा। वो निकला ही था और खबर आ गई कि उसे किसी ने गोली मार दी। नवीन का 2 साल का बेटा और 8 साल की बेटी है।' पुलिस की जांच के बारे में कुछ पता चला क्या? 'नहीं, पंजाब का हाल बहुत खराब है। कौन, किसे और कब मार देगा, पता नहीं। इन्हें सजा देने वाला भी कोई नहीं है।' क्या RSS का बैकग्राउंड हत्या की वजह बना? ये तो पता नहीं। निशाने पर तो हम रहते ही हैं। मैं ही नहीं मेरे पिता दीनानाथ अरोड़ा भी RSS के सीनियर कार्यकर्ता थे। 'कांग्रेस के समय जब इमरजेंसी लगी थी। तब मेरे पिता ने सत्याग्रह किया था। लोगों ने समझाया जेल में डाल दिए जाओगे तो कहते थे- मैं यही तो चाहता हूं। मैं भी बचपन से संगठन से जुड़ा हूं। अभी मुझे प्रौढ़ कार्य प्रमुख की जिम्मेदारी मिली है। 40 साल या उससे ऊपर के लोगों के साथ विचार बांटना और उनके साथ बैठकें करना मेरा काम है।' क्या संघ को रोकना हमलावरों का मकसद हो सकता है? इस पर बलदेव अरोड़ा कहते हैं, '1989 में मोगा में शाखा के वक्त हमला हुआ था। अंधाधुंध गोलियां चलीं थीं और 25 कार्यकर्ता मार दिए गए थे। उसमें मेरे पिता के कई साथी भी मारे गए थे। तब भी दूसरे दिन शाखा लगी थी। मेरे पिताजी उसमें गए भी थे। पंजाब में संगठन पर हमलों का पुराना इतिहास है, लेकिन संघ अपना काम करता रहता है।' आपसी रंजिश-खालिस्तानी लेटर से कनेक्शन दोनों थ्योरी खारिजघटना को लेकर पुलिस सोर्स ने बताया, 'हत्या की प्लानिंग प्रोफेशनल तरीके से हुई। इसलिए आपसी रंजिश की थ्योरी डिसमिस कर दी गई। फिर खालिस्तानी संगठन होने का दावा करते हुए सोशल मीडिया में एक पोस्ट सामने आई। जब उसकी जांच हुई तो वो फर्जी निकली।' क्या खालिस्तानी संगठन होने का दावा करने वाले लेटर की जांच हुई? 'हां, लेटर में 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लूस्टार का जिक्र है। लिखा गया है कि इस लड़के (नवीन) के परिवार वालों ने तब सिखों के अकाल तख्त पर हुए हमले के बाद जश्न मनाया था। ये सब काफी अनौपचारिक तरीके से लिखा गया है। आमतौर पर संगठन इस तरह के तर्क या वजहें नहीं देते हैं। ये पूरी तरह से फर्जी है।' वे आगे कहते हैं 'मृतक नवीन 38-39 साल का है। ऑपरेशन ब्लूस्टार 41 साल पहले हुआ। अगर वजह 1984 के दंगे थे तो हत्या के लिए निशाना उसे बनाते जो उस वक्त था न कि उसे जो तब पैदा भी नहीं हुआ था। जिस अकाउंट से लेटर पोस्ट हुआ, उसकी भी जांच हो चुकी है। वो फर्जी है।' पाकिस्तान से कनेक्शन की थ्योरी पर जांच जारीपंजाब पुलिस ने हत्या के मामले में अब तक 3 लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि 2 लोग फरार बताए जा रहे हैं। इनमें कनव, हर्ष और जतिन को एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया। 2 साथी फरार हैं। जतिन को एनकाउंटर के दौरान दो गोली लगी और वो अस्पताल में भर्ती है। हालांकि जतिन को पैसा कहां से मिला, किसने नवीन की हत्या करवाई, ये पूछताछ की जा रही है। पाकिस्तान कनेक्शन की भी पड़ताल की जा रही है।' क्या पाकिस्तान के किसी संगठन ने RSS पर निशाना साधा है? इस पर पुलिस सोर्स ने बताया, 'देखिए अब तक की जांच में आपसी रंजिश और खालिस्तान कनेक्शन की बात डिसमिस हो चुकी है।' हालांकि फिर भी आरोपियों से खालिस्तानी लिबरेशन फ्रंट (KLF) संगठन के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। पाकिस्तान से कनेक्शन की थ्योरी पर जांच हो रही है। हत्या के तार पाकिस्तान से भी जुड़ते दिख रहे हैं। 'ये बात बिल्कुल साफ है कि निशाने पर हिंदूवादी संगठन था। अब जांच पूरी होने के बाद ही सब कुछ क्लियर होगा। इसके पीछे पंजाब को अस्थिर करने की कोशिश नजर आ रही है। नवीन के निशाने पर आने की वजह उसका RSS बैकग्राउंड है। किसी आम आदमी या फिर व्यापारी को मारकर वो संदेश नहीं दिया जा सकता था, जो संदेश RSS बैकग्राउंड के व्यक्ति को मारकर दिया जा सकता है।' पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि हत्या का प्लान कनव की बर्थडे पार्टी में बना। हत्या का मास्टरमाइंड जतिन है। उसने दूसरे साथियों को पैसों का लालच देकर काम कराया। हर्ष और कनव इसमें सहयोगी रहे। नवीन पर गोली चलाने वाला आरोपी बादल फरार है। इस काम में इस्तेमाल की गई बंदूक पंजाब के बाहर से मंगाई गई थी। हालांकि कहां से मंगाई गई, अभी ये पता नहीं चला है? केस में NIA की होगी एंट्री पुलिस सोर्स की मानें तो 2-3 दिन के अंदर पुलिस को रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। पुलिस की जांच की अपनी कुछ सीमाएं हैं। केस की जांच में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) की एंट्री लगभग तय है। पहले भी कई हिंदूवादी संगठनों और व्यक्तियों पर हमलों की जांच NIA कर चुकी है। अब तक जो पैटर्न सामने आ रहा है, वो 2016 से 2017 के बीच हुई टारगेट किलिंग और अटैक की मोडस ऑपरेंडी जैसा लग रहा है। RSS ने कहा- संगठन पर हमले के लिए चुना सॉफ्ट टारगेटइस मामले को लेकर हमने RSS कार्यकर्ता प्रमोद से भी बात की। वे कहते हैं, 'पहले भी पंजाब में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर हमले हुए हैं। इसलिए इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि ये हमला भी RSS को टारगेट करके किया गया है।' 'दरअसल संघ के 100 साल पूरे हुए हैं। पूरे देश में कार्यक्रम किया जा रहा है। पंजाब में घर-घर संपर्क कर संघ लोगों को संगठन से जोड़ने की कोशिश कर रहा है। हो सकता है ये हमला संघ के प्रसार को रोकने के लिए हो। हालांकि जांच पूरी होने के बाद ही पक्के तौर पर कुछ कहा जा सकता है।' 10 साल में 9 टारगेट किलिंग- एक सा पैटर्न नवीन का मर्डर ऐसा कोई पहला केस नहीं है। 6 अगस्त 2016 को जालंधर में RSS की पंजाब इकाई के उपाध्यक्ष रिटायर्ड ब्रिगेडियर जगदीश गगनेजा की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में NIA ने 2019 में रिपोर्ट सौंपी थी। जांच रिपोर्ट में हत्या की साजिश रचने वाले 11 लोगों का नाम शामिल था। रिपोर्ट के मुताबिक ये प्लानिंग पाकिस्तान में हुई थी। हालांकि फंडिंग से लेकर टारगेट किलिंग में कई देशों के लोग शामिल थे। एजेंसी की जांच में कहा गया था कि ये हत्या खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) की टॉप लीडरशिप ने रची और ये एक अंतरराष्ट्रीय साजिश का हिस्सा थी। इस रिपोर्ट में 2016 से लेकर 2017 तक मारे गए खास संगठन और कम्युनिटी के लोगों की जांच को भी शामिल किया गया था। सभी हत्याओं का पैटर्न और मकसद एक ही था। इस हत्या में पाकिस्तान, इटली, यूके, ऑस्ट्रेलिया के नेटवर्क का इस्तेमाल किया गया था। रिपोर्ट में इन हत्याओं को ‘इंटरनेशनल कॉन्स्पिरेसी‘ कहा गया। साफ कहा गया कि फंडिंग से लेकर प्लानिंग तक इसमें कई देश शामिल थे। पाकिस्तान इसमें प्रमुख भूमिका में था। जालंधर के जगदीश गगनेजा, लुधियाना के रविंदर गोसाईं और अमृतसर के विपिन शर्मा समेत सबकी टारगेट किलिंग के पैटर्न और फंडिंग पर डिटेल में तथ्य दिए गए थे। फिर वही पैटर्न- मास्क लगाए दो बाइक सवार आए, टारगेट पर निशाना पंजाब पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर हमसे बात की। उन्होंने बताया, 'RSS पदाधिकारी बलदेव अरोड़ा के बेटे नवीन अरोड़ा की हत्या में भी पैटर्न बाकी टारगेट किलिंग की तरह ही है। वहीं भीड़ से भरे बाजार में दो बाइक सवारों ने टारगेट पर गोलियों की बौछार की।' वे आगे कहते हैं, ‘आप देखिए शाखाओं पर जो हमले हुए, वो भी इसी पैटर्न पर हुए। पंजाब में ऐसा नहीं कि सिर्फ हिंदूवादी संगठन ही निशाने पर आए हैं, पादरी और नामधारी भी हैं। पर ये इक्का-दुक्का ही हैं। खालिस्तानी हों या फिर पाकिस्तानी, RSS से उनकी दुश्मन नंबर-1 है।........................ ये खबर भी पढ़ें... RSS ऑफिस, मंदिर और मार्केट पर केमिकल-अटैक की साजिश ‘मैं ऐसी दवा बना रहा हूं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा।’ हैदराबाद के राजेंद्रनगर में रहने वाले डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन ने ये बात अपने भाई उमर फारूकी से कही थी। 13 नवंबर को गुजरात ATS ने मोइनुद्दीन के घर छापा मारा, तो पता चला अमीर बनाने वाली वो दवा खतरनाक केमिकल रिसिन है, जिसे आतंकी संगठन ISIS लोगों को मारने के लिए इस्तेमाल करता है। पढ़िए पूरी खबर...
अमेरिका के अलास्का में भूकंप के तेज झटके, रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.0, जानिए कितना हुआ नुकसान
Earthquake in Anchorage: अमेरिका का अलास्का राज्य एक बार फिर भूकंप के तेज झटके से दहल गया है, हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं मिली है.
'यूक्रेन से जंग तभी खत्म होगी...', अमेरिका के पीस प्लान पर ये क्या बोले पुतिन?
रूस और यूक्रेन के बीच काफी वक्त से जंग जारी है. जिसको खत्म करने के लिए अमेरिका ने प्रपोजल भी दिया है. आइए जानते हैं इसको लेकर व्लादिमीर पुतिन का क्या कहना है.
ईरान के ये गार्ड्स 'आतंकवाद का स्टेट स्पॉन्सर' घोषित, ऑस्ट्रेलिया सरकार ने क्यों उठाया ऐसा कदम?
ईरान का इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को ऑस्ट्रेलियन सरकार ने आधिकारिक तौर पर आतंकवाद का स्टेट स्पॉन्सर घोषित कर दिया है. पिछले कुछ वक्त से ऐसी घटनाएं हुईं हैं, जिसके कारण ये फैसला लिया गया.
रावलपिंडी जेल अधिकारियों ने इमरान खान की मौत की ख़बरों का किया खंडन, कहा- वो बिलकुल ठीक
इस्लामाबाद, 27 नवंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की हिरासत में मौत की अफवाहों पर रावलपिंडी के अदियाला जेल अधिकारियों का एक बयान गुरुवार को सामने आया। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान की सेहत अच्छी है और उन्हें जेल से शिफ्ट नहीं किया गया है ।
शेख हसीना से जुड़े हैं भारत-बांग्लादेश संबंधों के तार
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर भारत-बांग्लादेश के आपसी संबंधों में तनाव बढ़ता जा रहा है. अब तीन अन्य मामलों में उनके साथ उनके पुत्र और पुत्री को भी सजा सुनाई गई है
इस देश में ट्रेन की चपेट में आ गए 13 रेलवे कर्मचारी, 11 की मौत ; दो घायल
11 People Killed in Train Accident: सरकारी ब्रॉडकास्टर ने बताया कि रेलवे और स्थानीय अधिकारियों ने तुरंत आपातकालीन कार्रवाई शुरू की. रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टीमों को भेजकर राहत अभियान शुरू किया. हालांकि, कुछ ही घंटों में स्टेशन पर काम फिर से शुरू हो गया. घायल कर्मचारियों को अस्पताल ले जाया गया.
नेपाल तक पहुंचे दिल्ली धमाकों के तार, तुर्किए से हो रही फंडिंग; आतंक के नए माड्यूल का खुलासा
Delhi Blast Case Update: आतंकी संगठन 'शहादत' का मुख्य काम जिहादियों को भर्ती करना और उन्हें ट्रेनिंग देना.'शहादत'सीरिया, कतर, ब्रिटेन और यहां तक कि अमेरिका में भी आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहा है. यह आतंकी मॉड्यूल अंसार अल इस्लाम के कार्यकर्ताओं से जुड़ा हुआ पाया गया है
Baba Vanga Volacnic Eruption Prediction: इथिओपिया में ज्वालामुखी फटने की घटना को बाबा वेंगा की भविष्यवाणी से जोड़ा जा रहा है. कई लोगों का कहना है कि यह बाबा वेंगा की सच हुई भविष्यवाणी है.
ढाका, 27 नवंबर (आईएएनएस)। बांग्लादेश में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। आए दिन यहां प्रदर्शन या फिर हिंसा देखने को मिलती है। एक तरफ अवामी लीग का विरोध प्रदर्शन जारी है, तो दूसरी ओर बाउल कलाकार अबुल सरकार की रिहाई की मांग को लेकर डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स अलायंस के कई सदस्य सड़कों पर उतर आए।
Nepal Controversial Map on Note: नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मई 2020 में कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा इलाकों को नेपाल में शामिल करते हुए नक्शा अपडेट किया था. केपी शर्मा ओली ने नेपाल के नक्शे को अपडेट करने के लिए पार्लियामेंट से मंजूरी भी ली थी.
Jakarta overtakes Tokyo as world most populous city:वो टोक्यो, जो दशकों से दुनिया का सबसे बड़ा शहर का तमगा थामे हुए था, अब तीसरे नंबर पर खिसक गया. जगह ली है इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता ने. संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट World Urbanization Prospects 2025 जब आई तो सब हैरान हो गए. आइए जानते हैं आखिर जकार्ता क्यों बना दुनिया का सबसे बड़ा आबादी वाला शहर.
Passenger Opens Flight Emergency Door: अटलांटा की एक फ्लाइट में दिमागी रूप से कमजोर शख्स ने विमान का इमरजेंसी डोर खोलकर हंगामा मचाया.
इंडोनेशिया में बरस रहा कुदरत का कहर; बाढ़-लैंडस्लाइड के बाद भूकंप के तेज झटकों ने लोगों को हिलाया
Indonesia Earthquake: इंडोनेशिया में इन दिनों कुदरत का कहर बरस रहा है. पहले लैंडस्लाइड ने लोगों को परेशान किया था, वहीं अब भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए हैं. जिसकी वजह से लोग घरों से निकलकर बाहर दौड़ पड़े.
फांसी के बाद अब शेख हसीना को 21 साल, बेटी-बेटा को 5-5 साल की जेल की सजा, जानें क्या है मामला?
Sheikh Hasina Corruption Case:ढाका की एक स्पेशल कोर्ट ने भ्रष्टाचार मामलों में बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 21 साल की कैद सुनाई है. तीन प्लॉट घोटाला मामलों में यह सजा दी गई है. इस मामले में बेटे सजीब वाज़ेद और बेटी साइमा वाज़ेद को भी 5-5 साल की सजा मिली है. इससे पहले इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल उन्हें मानवता के खिलाफ अपराधों में फांसी की सजा सुना चुका है.
शेख हसीना को जमीन घोटाले मामले में मिली 21 साल कैद की सजा, बेटे और बेटी को भी 5 साल की जेल
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को 21 साल की जेल की सजा सुनाई गई। अदालत ने यह फैसला ढाका के पुर्बाचल प्लॉट घोटाले में दर्ज तीन मामलों में सुनाया है
Rahmanullah LakanwalShot 2 National Guard:व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड पर गोली चलाकर अफगान मूल के रहमानुल्लाह नेअपने ही लोगों का बहुत नुकसान कर डाला है. अब अमेरिका में अफगान शरणार्थियों पर संकट गहरा गया है. ट्रंप प्रशासन ने तुरंत अफगानों की वीजा और रिलोकेशन प्रक्रिया रोक दी. 2021 के ‘Operation Allies Welcome’ कार्यक्रम को अब बंद किए जाने के संकेत मिले हैं. इससे हजारों अफगान परिवारों का भविष्य अधर में लटक गया है. जानें पूरी खबर.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने वॉशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास हुई फायरिंग की निंदा की
Russia frozen assets over Ukraine peace deal:ट्रंप का 28-पॉइंट पीस प्लान रूस-यूक्रेन जंग रुकवाने का दावा करता है, लेकिन इसके पीछे अमेरिका की बहुत बड़ी चाल है. आइए जानते हैं कि आखिररूस-यूक्रेन में जंग थम जाए तो इससेअरबों-खरबों डॉलर के फायदा कैसे होगा. जानें पूरा मामला.
Noor Inayat khan: फ्रांस ने भारतीय मूल की एक महिला मुस्लिम जासूस के सम्मान में डाक टिकट जारी किया है. जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा है, जानते हैं उस महिला जासूस के बारे में विस्तार के साथ.
हांगकांग की बहुमंजिला इमारत में भीषण आग : 44 की मौत, 279 लापता, तीन गिरफ्तार
हांगकांग की एक 8 मंजिला इमारत में आग लगने के बाद भारी तबाही मची है
Afghan Dreamers: AFG vs PAK के संघर्ष के बीच रोया महबूब की जुबानी, अफगान ड्रीमर्स की रोचक कहानी
Afghan dreamers roya mahboob inspiring story: AFG–PAK सीमा तनाव के बीच अफगानिस्तान की पहली महिला टेक उद्यमी रोया महबूब का खास मिशन जारी है. वो उन अफगान लड़कियों के लिए भविष्य लिख रही हैं, जिनकी किताबें छीन ली गईं, स्कूल बंद कर दिए गए और सपनों पर ताले जड़ दिए गए. टेक्नोलॉजी को हथियार बनाकर रोया महबूब ये साबित करने में जुटी हैं कि अगर इरादा मजबूत हो, तो बंद दरवाजों के पीछे भी उम्मीद की रोशनी जगाई जा सकती है.
Increasing Urbanization UN Report: संयुक्त राष्ट्र की हाल ही में सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक दुनियाभर में तेजी से शहर में लोगों की आबादी बढ़ रही है.
अमेरिका के वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड्समैन गंभीर रूप से घायल हो गए। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस हमले को 'आतंकवादी कृत्य' बताया
व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी से सनसनी, ट्रंप के दो नेशनल गार्ड्समैन गंभीर रूप से घायल, शूटर गिरफ्तार
अमेरिका के वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के पास गोलीबारी की घटना सामने आई। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वाशिंगटन के डाउनटाउन में हुई इस गोलीबारी में दो नेशनल गार्ड्समैन को गोली लग गई
who is Rahmanullah Lakanwal:29 साल का अफगान रहमानुल्लाह लकानवाल जो 2021 में बाइडेन के 'ऑपरेशन एलाइज वेलकम' के तहत अमेरिका में आया था. उसने व्हाइट हाउस के पास दो नेशनल गार्ड सैनिकों पर हमला कर घायल करके पूरे देश में बवाल मचा दिया है. ट्रंप ने इसे 'आतंक' की घटना बताते हुए 500 अतिरिक्त सैनिक तैनात करने का आदेश दिया है. जानें पूरी खबर.
Hong Kong apartment fires:हांगकांग के ताई पो में बुजुर्गों की इमारत वांग फुक कोर्ट(Wang Fuk Court) में लगी भीषण आग अब तक 44 लोगों की मौत, 279 अभी भी लापता है. 16 घंटे बाद भी आग पर पूरी तरह काबू नहीं पाया जा सका है.इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, और स्थानीय चुनाव स्थगित होने की संभावना है. जानें पूरी डिटेल्स.
दुनिया का पहला शहर कौन सा? जहां 50000 लोग और 9.5 किमी की विशाल दीवारें थीं, जानकर नहीं होगा यकीन
First City in the World: दुनिया में कई शहर मौजूद हैं जो अपनी सभ्यताओं, परंपराओ और कई अन्य वजहों से जाने जाते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया का सबसे पहला शहर कौन सा है. आज हम आपको उस शहरे के बारे में बताने वाले हैं साथ ही आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे.
White House Shooting: व्हाइट हाउस के पास हुई गोलीबारी में एक अफगान प्रवासी को हिरासत में लिया गया है. इस घटना ने पूरे अमेरिका को हिला दिया है. राष्ट्रपति ट्रंप भी काफी गुस्से में हैं.
आसिम मुनीर के नेतृत्व में पाकिस्तान की हालत चिंताजनक: रिपोर्ट
पाकिस्तान के हुक्मरान सेना को तो ताकतवर बनाने की कोशिश में जुटे हैं लेकिन स्थानीय बलों या अर्धसैनिक बलों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है
बांग्लादेश आईसीटी के मुख्य अभियोजक पर बचाव पक्ष के वकील को धमकी देने का आरोप
एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने बुधवार को बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) के मुख्य अभियोजक ताजुल इस्लाम द्वारा जबरन गायब किए जाने के मामलों की सुनवाई के दौरान एक आरोपी के बचाव पक्ष के वकील के खिलाफ हाल ही में दी गई सार्वजनिक धमकियों की कड़ी निंदा की
हांगकांग की गगनचुंबी इमारतों में भीषण आग, 44 की मौत, 279 लापता, 3 आरोपी गिरफ्तार
Hong Kong News: हांगकांग की की लपटों को देखरकर किसी का भी दिल दहल जाएगा. फिलहाल इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
नवजात के लिए मां का दूध सबसे सुरक्षित माना जाता है, लेकिन एक स्टडी में बिहार की कई महिलाओं के ब्रेस्ट मिल्क में रेडियोएक्टिव यूरेनियम मिला है। जो कैंसर, ऑर्गन फेलियर और DNA डिसॉर्डर जैसी गंभीर बीमारियां पैदा कर सकता है। आखिर ये खतरनाक तत्व ब्रेस्ट मिल्क तक कैसे पहुंचा और बच्चों पर इसका क्या असर पड़ सकता है, जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक कर देखें वीडियो...
‘पांच साल पहले मेरे पति की मौत हो गई। आज तक मुझे उनकी जगह नौकरी नहीं मिली। अब दो बच्चे और कैंसर से जूझ रही सास की जिम्मेदारी मेरे ऊपर है। घर चलाने के लिए गहने-जेवर और अपनी कार तक बेच दी। ये सब बेचकर भी आखिर कितने दिन खर्च चलेगा। अधिकारियों से नौकरी की बात करने के लिए दफ्तरों के चक्कर काटती रहती हूं, लेकिन मुझे मिलने तक नहीं दिया जाता। बार-बार ऑफिस से वापस भेज दिया जाता है।’ ब्लैकबोर्ड में इस बार कहानी उनकी, जिनके पति या पिता की मौत के बाद अनुकंपा नियुक्ति यानी नौकरी देने का वादा किया गया, लेकिन नौकरी नहीं मिली। नौकरी के इंतजार में लोग सालों से केवल दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं… 39 साल की पूजा 85% हैंडीकैप्ड हैं और नेशनल लेवल की टेबल टेनिस प्लेयर रह चुकी हैं। आंखों में उम्मीद लिए कहती हैं कि ‘मेरे पति 70% हैंडीकैप्ड होने के बावजूद इंटरनेशनल टेबल टेनिस प्लेयर थे। स्पोर्ट्स कोटे से उन्हें ईएसआईसी हॉस्पिटल में नौकरी मिली थी। पांच साल पहले पति की मौत हो गई, तब मुझे नौकरी देने का वादा किया गया था।’ आंखों में भर आए आंसू पोंछते हुए पूजा कहती हैं, ‘मेरे दो बच्चे हैं। एक 6 साल का और एक 16 साल का। 70 साल की बीमार सास भी साथ रहती हैं, उन्हें कैंसर है। उनके पेट में पानी भर जाता है, जिसे महीने में दो बार निकलवाना पड़ता है। इलाज का खर्च इतना है कि रात भर सो नहीं पाती। पैसे कहां से लाएं, कैसे मैनेज करें। पति के जाने के बाद घर चलाना रोज की लड़ाई बन गया है।’ खुद को संभालते हुए पूजा बताती हैं कि पहले तो ऑफिस के लोग उनसे अच्छे से बात करते थे, भरोसा दिलाते थे कि नौकरी लग जाएगी, लेकिन पिछले एक साल से वही लोग उन्हें टालने लगे हैं। अब तो वो कहते हैं कि बार-बार ऑफिस आने से नौकरी थोड़े ही मिल जाएगी। फोन पर ही बात कर लिया करो, ऑफिस क्यों आती हो। मेरे सारे डॉक्यूमेंट पूरे हैं, फिर भी मेरी नौकरी की फाइल कहीं न कहीं अटकी पड़ी है। न कोई जवाब, न कोई कॉलबैक, बस हर बार नई तारीख, नया बहाना।’ इतना कहते-कहते पूजा की आंखों से आंसू गिरने लगते हैं। कुछ देर रुक कर वो कहती हैं कि क्या मेरे पति की जगह नौकरी मांगना मेरा हक नहीं है क्या? बड़ी बेटी पढ़ना चाहती है, लेकिन ट्यूशन के पैसे नहीं हैं। वो जैसे-तैसे घर पर ही पढ़ती है। दोनों बच्चों को टेबल टेनिस खेलते देखना चाहती हूं। बड़ी बेटी अच्छा खेलती है, लेकिन उसे वो मौका नहीं मिल पा रहा, जो उसे मिलना चाहिए।’ पूजा कुछ सोचते हुए कहती हैं, ‘जितनी पेंशन मिलती है उससे राशन, स्कूल की फीस, दवाई, सास का इलाज सबकुछ नहीं हो पाता। रिश्तेदार मदद करते हैं तो घर चलता है, वर्ना एक दिन निकालना भी मुश्किल हो जाता है। मैं हर महीने ऑफिस के दो-दो चक्कर लगाती हूं, लेकिन जवाब वही मिलता है फाइल में सिग्नेचर बाकी है। जब पूछती हूं किसके सिग्नेचर बचे हैं, तो बोलते हैं कि ये नहीं बता सकते।’ पूजा एक गहरी सांस लेकर कहती हैं, ‘मुझे बस अपने पति की जगह नौकरी चाहिए, ताकि मेरा घर चल सके। उनके जाने के बाद मेरा खेल भी छूट गया। मैं अब प्रैक्टिस कहां से करूं? बच्चों की जिम्मेदारी भी है, घर भी चलाना है। खेल खेलने के लिए प्रैक्टिस चाहिए, डाइट चाहिए, कोच चाहिए, आने-जाने का खर्च चाहिए। अगर मेरे पास पैसे होते तो मैं आगे खेल सकती थी, लेकिन अब तो घर चलाना ही भारी पड़ रहा है।’ पूजा अचानक अपने पति को याद करने लगती हैं। भारी गले से वो कहती हैं कि मेरे पति को पता चल गया था कि उनका लिवर डैमेज हो गया है। वो नहीं बच पाएंगे, लेकिन उन्होंने कभी अपना दर्द हमें नहीं बताया। उन्होंने मुझे घर के बाहर निकलकर काम करना सिखाया। मैं तो घर का काम भी ठीक से नहीं करती थी, लेकिन उन्होंने बड़ी बेटी को भी खाना बनाना सिखाया। मैं नहीं चाहती थी कि बच्ची इतना जल्दी काम सीखे, लेकिन आज समझ आता है कि वो ऐसा क्यों कर रहे थे। पूजा याद करती हैं और कहती हैं, ‘उन्होंने मुझे स्कूटी दिलवाई, मुझे ड्राइविंग सिखाई। वो कहते थे तुम्हें खुद ही सब संभालना पड़ेगा। उस समय समझ नहीं आया कि वो ये सब क्यों कह रहे हैं। उनकी तबीयत बिगड़ती गई, लेकिन उन्होंने छिपाए रखा। आखिरी वक्त में हमें पता चला कि वो इतने बीमार थे। जाते-जाते भी उन्होंने हमें हिम्मत दी।’ पूजा जैसी ही कहानी है 36 साल के उमेश पाल सिंह की। उनके पिताजी डीटीसी में काम करते थे। उमेश धीरे-धीरे अपने शब्दों को साधते हुए कहते हैं, ‘2015 में हार्ट फेल होने से उनकी मौत हो गई। उस दिन के बाद से मेरा जीवन जैसे रुक ही गया। पिताजी डीटीसी में डेस्क जॉब करते थे, केबिन में बैठकर टिकट पास करने का काम। मैं उसी कुर्सी पर बैठने का हक मांग रहा हूं। अपने पिता के नाम पर बनी वह जगह जो कानून के हिसाब से मुझे मिल सकती थी।’ उमेश रुंधे गले से कहते हैं, ‘हक मांगना भी आसान नहीं होता खासकर तब जब आप डिसएबल्ड हों। मैं एक पैर से दिव्यांग हूं, लेकिन मेरा दूसरा पैर बिल्कुल ठीक है, दोनों हाथ ठीक हैं, दिमाग बिल्कुल ठीक है। मैं पढ़ा-लिखा ग्रेजुएट हूं। केबिन में बैठकर काम कर सकता हूं। फिर भी हर बार मेरी डिसेबिलिटी का मजाक उड़ाया जाता है। वो लोग कहते हैं कि डीटीसी में आपकी नौकरी नहीं बनती। मुझे समझ नहीं आता आखिर क्यों नहीं बनती।’ उमेश कहते हैं- ‘पहली-दूसरी विजिट में ऑफिस वाले अच्छे से बात करते थे, लेकिन तीसरी-चौथी विजिट ने सब बदल दिया। अब वो लोग मुझसे ऐसे बात करते हैं जैसे मैं किसी चीज के लायक ही नहीं हूं। वो रूखे अंदाज में कहते हैं कि आपकी कोई नौकरी नहीं बनती। बार-बार क्यों आते हो, क्या मिलेगा यहां।’ उमेश पैरा पावर लिफ्टर रह चुके हैं। वो कहते हैं, ‘मेरे पास तीन स्टेट और दो नेशनल मेडल हैं। मैं 2026 ओलिंपिक में ट्रायल देना चाहता था। मैं देश के लिए मेडल जीतना चाहता था, लेकिन खेलना गरीबों का काम नहीं है। इसके लिए डाइट, सप्लीमेंट, कोच, ट्रैवल का खर्च चाहिए… सब कुछ चाहिए। मेरे पास… कुछ भी नहीं है, इसलिए मैं खेल छोड़ चुका हूं। पिता की मौत के बाद मेरी दुनिया अचानक से बदल गई। कमाई रुक गई। खर्च बढ़ गए। मैं पिछले 5-6 सालों से डिप्रेशन की दवाई ले रहा हूं। रात को नींद नहीं आती। कभी-कभी झटके आते हैं। मेरे दिमाग में अजीब-अजीब ख्याल आते हैं।’ कुछ देर सोचकर उमेश कहते हैं, ‘एक हादसा हुआ। मेरी बैसाखी फिसल गई और मैं गिर गया, कूल्हे की हड्डी टूट गई। ऑपरेशन और इलाज पर 72,000 रुपए खर्च आ रहा था और मेरे पास इतने रुपए नहीं थे। उस वक्त एक एनजीओ ने मेरा इलाज करवाया। वर्ना मैं आज भी बिस्तर पर पड़ा होता।’ उमेश की मां, मायादेवी रोते हुए कहती हैं, ‘मेरे मरने के बाद इसका क्या होगा। न इसकी नौकरी लगी, न शादी हुई। पैसे नहीं हैं, इलाज नहीं हो पाता, खेल छोड़ दिया अब इसका सहारा कौन बनेगा। मैं भी इसके साथ डीटीसी ऑफिस गई थी। कितनी बार चक्कर लगाए। पर कहीं सुनवाई नहीं। अगर बैठने वाली कोई नौकरी दे देते तो भी चलेगा, पर वो भी नहीं दी गई। क्या मेरा बेटा बोझ है इस समाज पर।’ अपनी मां के आंसू पोंछते हुए उमेश कहते हैं कि मां को मेरी शादी की चिंता रहती है, लेकिन मैं किसी की बेटी क्यों लाऊं, जब मैं खुद ही ठीक से नहीं खा पा रहा। एक तो मैं दिव्यांग हूं, दूसरा कमाई भी नहीं है। कौन अपना रिश्ता करेगा। अब तो बस इतना चाहता हूं कि मुझे पापा की जगह नौकरी मिल जाए, ताकि मां को दवाई मिल सके, मैं ठीक से खा सकूं, मैं अपने पैरों पर खड़ा हो सकूं। मैं भी दूसरों की तरह इंसान हूं, मुझे भी जीने का हक है। ------------------------------------------ 1- ब्लैकबोर्ड- बेटी ने मारा तो घर छोड़ा:बस के नीचे मरने पहुंचे, भाई ने फर्जी साइन से पैसे हड़पे, वृद्धाश्रम में रोज सुबह सोचते हैं- कोई लेने आएगा मेरे बच्चे नहीं हैं। पत्नी की मौत के बाद अकेला हो गया था। मुझे आंख से दिखाई नहीं देता। एक रिश्तेदार के यहां रहने चला गया। वहां बहुत जलील हुआ तो एक दूसरे रिश्तेदार के यहां रहने पहुंचा, लेकिन उन्होंने अपने यहां रखने से साफ मना करा दिया। उस दिन मन में विचार आया कि सब खत्म कर दूं। सोचा कि यमुना में कूद जाऊं। फिर मरने के लिए एक बस डिपो पर गया। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें 2- ब्लैकबोर्ड-पत्नी को लोग कोठेवाली समझते हैं:जीबी रोड का पता देख बच्चों को एडमिशन नहीं मिलता; दोस्त कहते हैं चलो तुम्हारे घर मौज करते हैं हलचल भरी दिल्ली में शाम ढलने लगी थी। मैं शहर के जीबी रोड पहुंची। इसे रेड लाइट एरिया भी कहा जाता है। यह इलाका सेक्स वर्क के लिए बदनाम है। दूर से ही सेक्स वर्कर्स के कोठे नजर आ रहे थे, जिनकी खिड़कियों से सजी-संवरी महिलाएं झांक रही थीं। एक-एक करके ग्राहक बाहर बनी सीढ़ियों से उन कोठों पर जा रहे थे। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
जम्मू–कश्मीर में गैर कश्मीरियों का जमीन खरीदना अब भी मुश्किल है। भास्कर ने खरीददार बनकर कश्मीर के तीन एजेंट, चार अफसरों का स्टिंग किया। सभी ने एक ही जवाब दिया कि, ‘बिना डोमिसाइल के आउटसाइडर जमीन नहीं खरीद सकता।’ पड़ताल में कड़ियां दिल्ली के ब्लास्ट से भी जुड़ीं। 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के पास ब्लास्ट हुआ था। इसके पहले श्रीनगर के बनपोरा इलाके में JeM (जैश-ए-मोहम्मद) की तारीफ वाले पोस्टर मिले थे। इनमें लिखा था कि, ‘बाहरियों को शरण न दें’ और ‘शरिया के खिलाफ काम न करें’, वरना सख्त एक्शन लिया जाएगा। ये पोस्टर कमांडर हंजला भाई के नाम से 17 अक्टूबर को साइन किए गए थे। इस पोस्टर के बाद ही जम्मू–कश्मीर पुलिस हरकत में आई थी, और जांच शुरू की थी। कश्मीर की जमीनी हकीकत जानने के लिए भास्कर रिपोर्टर ने जमीन खरीददार बनकर वहां के प्रॉपर्टी एजेंट्स, पटवारी और तहसीलदार से मुलाकात। हिडन कैमरे में बातचीत रिकॉर्ड हुई। पढ़िए और देखिए ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट। पहली मुलाकात : शाह मुतयैब, रियल एस्टेट ब्रोकर कश्मीरी रियल्टर शाह मुतयैब और रिपोर्टर के बीच हुई बातचीत रिपोर्टर: मैं जयपुर से हूं, श्रीनगर में रेसिडेंशियल प्लॉट लेना चाहता हूं? मुयतैब: आउटसाइडर अपने नाम पर जमीन रजिस्टर नहीं करा सकता। डोमिसाइल जरूरी है। रिपोर्टर: बिना डोमिसाइल नहीं खरीद सकता? मुतयैब: नहीं। एग्रीकल्चर लैंड तो बिल्कुल नहीं। रेसिडेंशियल भी तभी जब डोमिसाइल हो। रिपोर्टर: अगर मैं किसी और के नाम पर लूं और बाद में अपने नाम कर दूं? मुतयैब: नहीं। अपने नाम पर तभी जब डोमिसाइल हो। हां किसी लोकल दोस्त या रिलेटिव के नाम पर लिया जा सकता है, लेकिन रिस्क आपका है। रिपोर्टर: डोमिसाइल का रास्ता क्या है? मुतयैब: आप सरकारी कर्मचारी हैं, 10 साल से यहां पोस्टेड हैं, तो डोमिसाइल मिल सकता है। या फिर सरकारी लीज ले सकते हैं, 10, 20, 99 साल तक। लेकिन प्राइवेट लैंड पर नहीं। रिपोर्टर: मतलब मेरे नाम पर रजिस्ट्री नहीं हो सकती? मुतयैब: बिन डोमिसाइल के नहीं। रिपोर्टर: कुछ लोग कहते हैं आसानी से हो जाती है। मुतयैब: बहुत लोग धोखा देते हैं। टोकन लेकर गायब हो जाते हैं। DC ऑफिस में रजिस्ट्रेशन तभी होगा जब डोमिसाइल वैध हो। रिपोर्टर: बड़ी कंपनियां कैसे ले रही हैं? मुतयैब: वो कंपनी के नाम पर लेती हैं और उनकी पकड़ होती है, इसलिए उनके प्रोजेक्ट चल रहे हैं। दूसरी मुलाकात : अरैब भट, रियल्टर अरैब: आप रेसिडेंशियल प्लॉट खरीदना चाहते हैं? रिपोर्टर: हां अरैब : बाहर वालों के लिए यह मुश्किल है। डॉक्यूमेंटेशन जरूरी है। शहरी क्षेत्र में डोमिसाइल और ग्रामीण क्षेत्र में एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट (आपके/पिता के नाम पर जमीन) होना चाहिए। रिपोर्टर: तो मैं क्या कर सकता हूं अरैब: आप लीज ले सकते हैं, 5, 10, 40 या 99 साल की। यह सेल नहीं, सिर्फ लीज। डोमिसाइल की जरूरत नहीं। रिपोर्टर: समझ गया। अरैब : कुछ ग्रुप जैसे संघानिया या बंसल ले सकते हैं, लेकिन इंडिविजुअल आउटसाइडर के लिए अब कोई रूम नहीं है। रिपोर्टर: डोमिसाइल बनवाना संभव है क्या? अरैब : हां, तहसीलदार या अफसर को पैसे देकर बनाया जा सकता है। मैं ऐसा नहीं करता। फर्जी डोमिसाइल तो अब तक लगभग 82 हजार बन चुके हैं। रियल एस्टेट के दोनों कारोबारियों से मिलने के बाद हमने सरकारी सिस्टम को जांचने के मकसद से मुतयैब से कहा कि, ‘हमें एक भरोसेमंद कश्मीरी मिल गया है। हम उसके नाम पर जमीन खरीदना चाहते हैं। यह सुनकहर मुतयैब ने हमें ऑफिस में बुलाया।’ मुलाकात पर मुतयैब ने कहा कि, ‘मैंने आपके लिए जमीन देख ली है, लोकेशन पर आपको एजेंट मिल जाएगा, बस आप जाकर पहले जमीन पसंद कर ले, फिर पेपर आपको मिल जाएंगे, जिन्हें आप चेक कर सकते हैं।’ प्रॉपर्टी दिखाने के दौरान शाह मुतयैब और रिपोर्टर के बीच बातचीत हुई मुतयैब: आपके पास बंदा कौन है ? रिपोर्टर: नोएडा से है। हमने उससे फ्लैट लिया था। मुतयैब: अच्छा, नाम? रिपोर्टर: इरफान। मुतयैब: ठीक, मैं आपको कुछ प्रॉपर्टी दिखा सकता हूं। रिपोर्टर: हां, दिखाइए। मुतयैब: बंदे ने आपके लिए प्रॉपर्टीज शॉर्टलिस्ट की हैं। आप लोकेशन पर जाएंगे, वह आपको सारी प्रॉपर्टी दिखा देगा। रिपोर्टर: क्या मेरे नाम पर रजिस्ट्री हो सकती है, या किसी कश्मीरी के जरिए ही लेना पड़ेगा? मुतयैब: दो ऑप्शन हैं, अगर आप 10 साल से कश्मीर में रह रहे हैं और बिजनेस किया है, तो डोमिसाइल के लिए एलिजिबल हैं। अगर किसी जान-पहचान वाले कश्मीरी से मदद लें, डोमिसाइल निकलवाना भी संभव है। रिपोर्टर: अगर इरफान के नाम पर हूं, कोई डॉक्यूमेंट नहीं चाहिए? मुतयैब: नहीं, बस उसके साथ एक अलग एग्रीमेंट बना सकते हैं कि यह मेरे लिए है, मालिक वह नहीं है। रिपोर्टर: यह लीगल होगा? मुतयैब: हां, एग्रीमेंट नोटरी और ई-स्टाम्प के साथ लीगल माना जाएगा। रिपोर्टर: पेपर्स ठीक होंगे? मुतयैब: हां, सभी क्लियर हैं। आपको केवल टोकन देना होगा। रिपोर्टर: लोकेशन कहां है? मुतयैब: हारवन, दाचीगाम नेशनल पार्क के ऊपर वाले साइड। हारवन में प्लॉट विजिट, चट्टेरहमा रिपोर्टर की एजेंट रियाज से मुलाकात रिपोर्टर: कौन सा प्लॉट है रियाज़: यह है, डेढ़ कनाल, पूरी तरह रेसिडेंशियल रिपोर्टर: लोकेशन रियाज़: चट्टेरहमा, Harvan। तहसील – हज़रतबल रिपोर्टर: महबूबा मुफ्ती का घर पास है रियाज़: हां, गेट के पास रिपोर्टर: बाकी प्रॉपर्टीज रियाज: यहां बड़े-बड़े बिजनेसमैन के प्लॉट हैं, सारे पेपर क्लियर हमने रियाज को बताया कि हमें यह प्लॉट पसंद आ गया है हम अगले ही दिन हजरतबल तहसील ऑफिस जाकर पटवारी से मिले। हमारा मकसद प्लॉट की जांच नहीं, बल्कि पटवारी से यह साफ-साफ जानना था कि क्या कोई बाहरी व्यक्ति इस तरह की रेसिडेंशियल जमीन खरीद भी सकता है या नहीं। रिपोर्टर और पटवारी बिलाल के बीच हुई बातचीत रिपोर्टर: सर, मैं दिल्ली से हूं। बिलाल अहमद: ठीक है। रिपोर्टर: यहां रियल्टर ने जमीन दिखाई, कौन सी जगह है? रियाज़ (एजेंट): चट्टेरहमा, महबूबा मुफ्ती के घर के सामने। बिलाल अहमद: अगर मिल्कियत ठीक है, तो कोई परेशानी नहीं। रिपोर्टर: मैं अपने नाम से खरीद सकता हूं? बिलाल अहमद: नहीं, उसके लिए परमीशन चाहिए। आप यहां के सिटिजन नहीं हैं, इसलिए DC से परमीशन लेनी होगी। रिपोर्टर: परमीशन का नाम क्या है? बिलाल अहमद: बस, आउटसाइडर के लिए परमीशन। रिपोर्टर: किसी आउटसाइडर ने यहां खरीदी है? बिलाल अहमद: जिसका डोमिसाइल रहेगा, वह आउटसाइर नहीं। बाकी को परमीशन चाहिए। रिपोर्टर: जमीन ठीक है ना? बिलाल अहमद: मुझे नहीं पता, आपने कौन सी देखी है। मिल्कियत अगर सही है, फर्द कटेगी। रिपोर्टर: 2 कनाल खरीदना चाह रहा हूं। बिलाल अहमद: मिल्कियत सही होगी तो ठीक। लेकिन आउटसाइडर को परमीशन जरूरी है, बिना इसके फर्द अमान्य होगी। रिपोर्टर: कई लोगों से सुना था, परमीशन की जरूरत नहीं होती। बिलाल अहमद: नहीं, परमीशन होनी चाहिए। वरना लीगल इश्यू या फ्रॉड हो सकता है। रिपोर्टर: तो आउटसाइडर के लिए खरीदना मुश्किल है? बिलाल अहमद: मुश्किल नहीं, लेकिन परमीशन लेना जरूरी है। रिपोर्टर: ठीक, मतलब SDM ही कर सकता है। बिलाल अहमद: हां, मैं सिर्फ पेपर देखता हूं। बाकी SDM हैंडल करेगा। पटवारी बिलाल अहमद से मिलने के बाद हमने एक और बड़ी रियल एस्टेट कंपनी के हैरिस मंजूर से बात की। उसने खुद को हलाल रियल एस्टेट का मैनेजिंग डायरेक्टर बताया। हलाल रियल एस्टेट – श्रीनगर रिपोर्टर: मैं नोएडा से हूं। फैमिली ने कहा कि जमीन देख लें। हैरिस : जमीन रेसिडेंशियल के लिए चाहिए या किसी और मकसद के लिए? रिपोर्टर: रेसिडेंशियल। हैरिस: हाईवे के पास चाहते हैं? रिपोर्टर: हां, दो कनाल। हैरिस: जमीन मिलेगी। रजिस्ट्री हो सकती है, लेकिन पहले मैं जमीन वाले से कन्फर्म करूंगा। रिपोर्टर: क्या कोई बाहर वाला (आउटसाइडर) ले सकता है? हैरिस: हां, लेकिन डोमिसाइल होना चाहिए। बिना डोमिसाइल के रजिस्ट्री नहीं होगी। जमीन तो ले सकते हैं, मकान भी बना सकते हैं, लेकिन नाम पर रजिस्ट्री नहीं होगी। रिपोर्टर: डोमिसाइल कैसे बनेगा? हैरिस: आधार और एड्रेस अपडेट करना पड़ेगा। आसानी से नहीं होता। अगर कोई भरोसेमंद स्थानीय बंदा हो, तो वह नाम पर कर सकता है, तब रजिस्ट्री आसान है। रिपोर्टर: श्रीनगर में कितनी जमीन है, रेसिडेंशियल/कमर्शियल/एग्रीकल्चर? हैरिस : रेसिडेंशियल काफी है। कमर्शियल भी है। एग्रीकल्चर बहुत कम, ज्यादातर रेसिडेंशियल में कन्वर्ट हो चुका है। डॉक्यूमेंट पर जो रेसिडेंशियल दिखता है, वही वैलिड है। रिपोर्टर: क्या सच में कोई भी बाहर वाला जमीन ले सकता है? हैरिस: ऑफिशियल तौर पर ऐसा कहा जाता है, लेकिन जमीनी हकीकत में बड़े जमींदार बाहर वालों को जमीन नहीं बेचते। सिर्फ लोकल कश्मीरी को बेचते हैं। रिपोर्टर: तो रजिस्ट्री के लिए डोमिसाइल जरूरी है।हैरिस: हां, रेसिडेंशियल हो या कमर्शियल, डोमिसाइल जरूरी है अगर नाम पर रजिस्ट्री करनी है। रिपोर्टर: कौन मदद कर सकता है? हैरिस: मेरा एडवोकेट, जो जमीन के कागजात बनवाता है। रजिस्ट्री अलग एडवोकेट करता है। नोट: फोन पर हैरिस ने अपने एडवोकेट से कन्फर्म किया कि बाहर वाले को बिना डोमिसाइल के रजिस्ट्री नहीं मिलेगी। अब तक की पड़ताल से जो बातें सामने आई थीं, उनमें डॉमिसाइल का जिक्र सबसे ज्यादा था। फोन पर तहसीलदार ने डॉमिसाइल की शर्त बताई थी, कश्मीर रियलटर के शाह मुतयैब और अरैब भट ने भी यही बात दोहराई थी। हलाल रियल एस्टेट के हैरिस मंजूर ने भी वही बात दोहराई। इसके बाद हमने कश्मीर के रियल एस्टेट से जुड़े कारोबारी नूर मोहम्मद से मुलाकात की। उनसे पूछा कि क्या आउटसाइडर कश्मीर में जमीन खरीद सकता है। नूर मोहम्मद ने बताया, हाल ही में उनके पास पंजाब से एक पार्टी आई थी, जो 25 कनाल जमीन खरीदना चाहती थी, लेकिन स्थानीय SDM ने उन्हें अनुमति नहीं दी। उन्होंने बताया कि उनका एक परिचित है, वो उसी सब-रजिस्ट्रार के ऑफिस मे काम करता है, जिस जमीन का जिक्र वो कर रहे है, उसके पास सही जानकारी होगी। हम नूर मोहम्मद के साथ पूर्वी श्रीनगर के सब-रेजिस्ट्रार के दफ्तर पहुंचे और रजिस्ट्रार के बगल के कमरे में बैठे रीडर आसिफ से मिले। हमने आसिफ से पूछा कि, क्या कोई आउटसाइडर कश्मीर में जमीन खरीद सकता है। रिपोर्टर : क्या मैं यहां रेसिडेंशियल प्लॉट या कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीद सकता हूं? आसिफ : थोड़ी सी लिमिटेशन है अभी। रिपोर्टर : लिमिटेशन है? आसिफ : हां, एक तो डोमिसाइल होना चाहिए आपका। रिपोर्टर : डोमिसाइल चाहिए ही चाहिए। आसिफ : हां, दूसरी कंडीशन यह है कि अगर कलेक्टर देना चाहे। रिपोर्टर : कलेक्टर? आसिफ : कलेक्टर ऑर्डर देना चाहे कि यह खरीद सकता है। रिपोर्टर : तो हो जाएगा। आसिफ : हां। बिलाल अहमद, नायब तहसीलदार (ईदगाह) बिलाल ने कहा ‘डोमिसाइल जरूरी है, रिकॉर्डेड एग्रीकल्चर लैंड के लिए एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट चाहिए और नॉन-एग्रीकल्चर प्लॉट के लिए भी डोमिसाइल चाहिए।’ ज्यादा पूछताछ करनेे पर बिलाल ने दो बार रजिस्ट्रेशन ऑफिस में कॉल किया फिर कहा कि, नॉन-एग्रीकल्चर प्लॉट बिना डोमिसाइल के खरीदा जा सकता है, सिर्फ आधार व फोटो चाहिए। रिपोर्टर: मैं दिल्ली का हूं, क्या बिना डोमिसाइल के रेसिडेंशियल प्लॉट ले सकता हूं? बिलाल: डोमिसाइल जरूरी है। अगर जमीन रिकॉर्ड में एग्रीकल्चर है, तो एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट भी चाहिए। रिपोर्टर: लेकिन मैं नॉन-एग्रीकल्चर प्लॉट देख रहा हूं। बिलाल: फिर भी डोमिसाइल जरूरी है… लेकिन मैं चेक कर लेता हूं।(फोन पर रजिस्ट्रेशन ऑफिस से बात) बिलाल (बाद में): नॉन-एग्रीकल्चर के लिए डोमिसाइल नहीं चाहिए। एग्रीकल्चर के लिए एग्रीकल्चर सर्टिफिकेट चाहिए। आधार और फोटो काफी हैं। फयाज खान, नायब तहसीलदार (नरबल/मागम) फयाज खान ने कहा, ‘डोमिसाइल जरूरी है, डोमिसाइल उन लोगों को मिलता है, जो 15 साल से यहां रह रहे हैं। रिपोर्टर ने पूछा क्या कोई आउटसाइडर आवासीय जमीन ले सकता है। फयाज ने कहा, बिना डोमिसाइल के नहीं। अखबारों में जो लिखा है कि कोई भी खरीद सकता है—वह सही नहीं। रिपोर्टर: क्या मैं, एक बाहर का व्यक्ति, यहां रेसिडेंशियल प्लॉट खरीद सकता हूं? फयाज़: नहीं, डोमिसाइल जरूरी है। पूरे JK में यही नियम है। रिपोर्टर: लेकिन कई डीलर कह रहे हैं कि खरीद सकते हैं। फयाज़: गलत बता रहे हैं। लीगली वही खरीद सकता है जिसके पास डोमिसाइल हो। चाहे वह मूल निवासी हो या यहां 15 साल से रह रहा हो। हामिद उल्लाह, नायब तहसीलदार (नंदपोरा) बाहर का व्यक्ति तभी जमीन खरीद सकता है जब वह 15 साल की रेसिडेंसी के आधार पर डोमिसाइल ले ले। रिपोर्टर: मैं टूरिस्ट हूं, क्या डोमिसाइल बिना जमीन ले सकता हूं? हामिद उल्लाह: नहीं। डोमिसाइल जरूरी है। रिपोर्टर: सरकार कहती है कोई भी ले सकता है। हामिद: पहले नहीं ले सकते थे, अब ले सकते हैं, लेकिन शर्त यह है कि आपके पास डोमिसाइल हो, जो 15 साल की रेसिडेंसी से मिलता है। पड़ताल के दौरान हमारी श्रीनगर वेस्ट के SDM इरफान बहादुर, पट्टन के SDM डॉ गुलजार अहमद से भी मुलाकात हुई, जिन्होंने साफ कहा कि, आप बिना डोमिसाइल के रेसिडेंशियल जमीन खरीद सकते हैं। कश्मीर में हालात अब भी ठीक नहीं… कश्मीरी एक्टिविस्ट अहमद अयाज कहते हैं, ‘631 लोगों ने ही अब तक जमीन खरीदी। कश्मीर में तो बहुत कम ने खरीदी है। क्योंकि स्थिति अब तक सामान्य नहीं है।’ सुप्रीम कोर्ट के सीनियर एडवोकेट अभिषेक कृष्णा कहते हैं कि, अगर जम्मू-कश्मीर में कोई सरकारी अधिकारी, जैसे तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी या भूमि विभाग से जुड़े अन्य अधिकारी किसी दूसरे राज्य के व्यक्ति को जमीन खरीदने के बारे में गलत जानकारी देता है, ताकि वह व्यक्ति जमीन न खरीदे, तो यह भारतीय कानून के तहत अपराध माना जाता है। मिलिटेंट्स ने आउटसाइडर को मुद्दा बनाया जम्मू–कश्मीर के एक्स डीजीपी एसपी वैद्द के मुताबिक, ‘370 हटने के बाद कश्मीर की डेमोग्राफी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। जो भी यह कह रहा है, वह बिल्कुल गलत है।’ ‘मिलिटेंट्स हमेशा कोई न कोई नया मुद्दा ढूंढते रहते हैं, और अब इन्होंने आउटसाइडर को अपना नया मुद्दा बना लिया है।’ ‘हां, इस तरह की विचारधारा वाले लोग सिस्टम में या यूं कहें कि हर जगह मौजूद हैं, जो नहीं चाहते कि कोई आउटसाइडर यहां आकर बसे।’ ‘अगर कोई तहसीलदार या अधिकारी किसी गेम प्लान के तहत आउटसाइडर को जमीन खरीदने से संबंधित सही जानकारी नहीं देता, तो उनके ऊपर बैठे अफसर—डिवीजन कमिश्नर, डिप्टी कमिश्नर, सेक्रेटरी रेवेन्यू डिपार्टमेंट को चाहिए कि ऐसे अधिकारियों को चिन्हित करें और उनके खिलाफ कार्रवाई करें।’ ‘लैंड और रेवेन्यू डिपार्टमेंट को चाहिए कि आउटसाइडर के लिए जमीन से जुड़े तमाम कानूनों को लेकर अलग से एक डेस्क बनाएं।’ ‘LG साहब और सीनियर अधिकारियों को चाहिए कि आउटसाइडर के लिए एक ऐसी सुविधा तैयार करें कि उन्हें पटवारी के चक्कर में भटकना न पड़े।’ नोट : भास्कर ने इस मामले में सरकार का पक्ष जानने के लिए सवाल होम मिनिस्ट्री को ईमेल किए हैं। जैसे ही जवाब आएगा, हम खबर में अपडेट करेंगे। .............................................. आप ये इन्वेस्टिगेटिव रिपोर्ट भी पढ़ सकते हैं विदेशी लड़कियों को हाथ–पैर बांध, पीटकर बना रहे सेक्स वर्कर:बॉस के चंगुल में फंसाते हैं; उज्बेक, तुर्कमेनिस्तान की लड़कियां टारगेट पर ‘मैं उज्बेकिस्तान की रहने वाली हूं। नौकरी की तलाश में थी। इंस्टाग्राम पर एक लड़की से दोस्ती हुई। उसने दुबई आने को कहा। बोली– एक गर्भवती महिला है, उसके बच्चे को संभालने का काम है।’ ‘मैं उस पर यकीन कर दुबई पहुंची। फिर कहा गया कि, आपको किसी दूसरे शहर में रहना होगा। यह बोलकर मुझे नेपाल ले गए। फिर एक आदमी नेपाल से भारत ले आया।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें...।
भारत के पूर्वोत्तर राज्य अरुणाचल प्रदेश को लेकर चीन फिर से पुराना राग अलाप रहा है। चीन ने मनमाने तरीके से भारतीय नागरिक को हिरासत में ले लिया, जिसके बाद जमकर बवाल मचा
व्हाइट हाउस के पास शूटिंग की वारदात, 2 यूएस नेशनल गार्ड के जवानों समेत कई लोग घायल
व्हाइट हाउस अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास और दफ्तर है, यहां के आसपास सुरक्षा बेहद कड़ी होती है, ऐसे में इस इलाके में शूटिंग होना बेहद चौंकाने वाला है.
Pakistan Afghanistan News: पाकिस्तान की मुनीर सेना पर अफगानिस्तान के पश्तूनों का गुस्सा इस बार भयंकर तरीके से फूटने वाला है. मुनीर सेना की एक कायर हरकत के बाद भड़के पश्तूनों ने अपनी आमद सरहद की ओर बढ़ाने शुरू कर दी है.
11 बच्चे मरे, 1644 संक्रमित, इजरायल में फिर 'दबे पांव' लौट आया खसरा! आखिर क्यों आई ये आफत
Measles increased in Israel: दुनिया के आधुनिक देशों में गिने जाने वाले इजरायल इन दिनों स्वास्थ्य से जुड़ी बड़ी समस्या से जूझ रहा है. वहां पर लगभग मिट चुका खसरा फिर 'दबे पांव' लौट आया है.
'रणनीति का हिस्सा नहीं थी टिप्पणी', ताइवान पर जापानी PM ताकाइची को क्यों देनी पड़ रही है अपनी सफाई?
Japanese PM Sanae Takaichi News: ताइवान पर जापानी पीएम ताकाइची की हालिया टिप्पणी उनके लिए खुद परेशानी का सबब बन गई है. इस मुद्दे पर उन्हें जापानी संसद में सफाई देनी पड़ रही है.
Hong Kong Fire:हांगकांग के ताईपो में बुधवार दोपहर भीषण आग लग गई, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए. दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हुई हैं. आग की लपटें कई किलोमीटर दूर से देखी जा सकती हैं. ताजा जानकारी के अनुसार, एक दमकल कर्मी समेत चार लोगों की मौत हुई है.
ममदानी को व्हाइट हाउस में खटक गई ये बात! मुलाकात के बाद ट्रंप और जोहरान में फिर बढ़ सकती है दूरी
Mamdani-Trump Meeting:न्यूयॉर्क शहर के मेयर जोहरान ममदानी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात के लिए व्हाइट हाउस की अपनी हालिया यात्रा के दौरान देखी गई सबसे अजीब चीज का खुलासा किया है. ममदानी के मुताबिक, उन्हें ओवल ऑफिस में व्हाइट हाउस में UFC शीर्षक वाला एक दस्तावेज दिखाई दिया, जिसमें अगले वर्ष व्हाइट हाउस परिसर में संभावित मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स (MMA) आयोजन की रूपरेखा थी.
First to Get Sun Rise on Earth: सूर्योदय का समय क्षेत्र के साथ बदलता है. ऐसे में कभी आपने सोचा है कि सबसे पहले सूर्योदय कहा होती है. इस खबर में हम इस सवाल का जवाब देंगे.
दुनिया का सबसे लंबा समुद्री तट, पूरा घूमने में लग सकता है 18 साल का समय; 3 महासागरों वाला है ये देश
Worlds Longest Beach: ऐसे बहुत से लोग हैं जिन्हें समुद्री बीच पसंद होते हैं और वे तरह-तरह के बीच घूमना पसंद करते हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि दुनिया का सबसे लंबा बीच कौन सा है?
ब्राज़ील सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश एलेक्ज़ैंडर डी मोसियस ने पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो और उनके छह करीबी सहयोगियों को तख्तापलट की कोशिश मामले में दोषी पाये जाने पर 27 साल की जेल की सजा काटने का आदेश दिया है। ग्लोबो अखबार ने यह जानकारी दी है
बांग्लादेश में जैसे-जैसे चुनाव की सुगबुगाहट तेज हो रही है, वैसे-वैसे हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। यूनुस की सरकार के आने के बाद से देश में अराजकता की स्थिति बनी हुई है
ये दो बड़े 'मुर्गे' कटने वाले थे, अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति ने कैसे बचा लिया? फिर होटल में ठहराया गया
टर्की पक्षी या दो बड़े मुर्गे कह लीजिए. अमेरिका में इन्हें माफी दे दी गई. वजह भी दिलचस्प है. माफी देते समय ट्रंप की घोषणा पर जैसे इस मुर्गे ने जवाब दिया वो देखकर हंसी छूट जाएगी. समझिए पूरा मामला.
नेपाल में फिर हुआ बवाल, सड़को पर उतरे जेन-जी, पीएम कार्की के पर्सनल सेक्रेटरी के इस्तीफे की उठी मांग
नेपाल में जेनरेशन जेड (जेन-जी) प्रोटेस्ट के दौरान भड़की हिंसा के बाद केपी ओली की सरकार गिरा दी गई थी। हालांकि, अगले साल की शुरुआत में वहां आम चुनाव होने वाला है, लेकिन अभी भी हालात स्थिर नहीं हैं
100 किलोमीटर की नॉन-स्टॉप वॉक! इस देश के रोबोट ने रचा इतिहास, गिनीज बुक में दर्ज हुआ नाम
Humanoid Robot Agibot A2: टेक्नोलॉजी की दुनिया में आजकल बहुत से देश तरह-चरह के प्रयोग करने पर यकी करते हैं. एक ऐसा ही देश है जिसके रोबोट ने सीधे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा लिया है. आज हम आपको बताएंगे आखिर कौन से देश ने इस रोबोट को बनाया है और ये क्यो इतना खास है.
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध समाप्ति की कवायद तेज होती नजर आ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 28 सूत्रीय समझौते को लेकर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ चर्चा के लिए अपने खास दूत को मास्को भेजा है
Italy man his dead mother pension: इटली में एक 57 साल के शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जो अपनी मृत मां का रूप धारण कर सालों से उनकी पेंशन ले रहा था. वह मेकअप, विग और बुजुर्ग महिला के कपड़े पहनकर आईडी कार्ड रिन्यू कराने पहुंचा, जहां अधिकारी ने उसकी गर्दन और हाथों पर उगे काले बाल देखकर धोखाधड़ी का शक जताया जिसके बाद इस फ्रॉड का खुलासा हुआ है.
USA के 'ड्रोन मैन' ड्रिस्कॉल को मिला नया काम! यूक्रेन पर दबाव बढ़ाने उतरे ट्रंप के टॉप नेगोशिएटर
Russia Ukraine War: बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सेना सचिव डैन ड्रिस्कॉल को अचानक यूक्रेन भेजा है. यह यात्रा रूस क साथ समानांतर बैठकों के साथ हो रही है जो युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका के उच्च-दांव वाले प्रयासों का संकेत है.
History of 26 November: 26 नवंबर 1922 को तूतनखामेन की कब्र को खोला गया था, जैसे ही कब्र का द्वार खुला लोगों के होश उड़ गए. इसके बाद ब्रिटिश पुरातत्वविदों ने दुनिया को प्राचीन मिस्र की अनमोल विरासत से रूबरू कराया.
Jair Bolsonaro Arrest: ब्राजील की सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति Jair Bolsonaro को 27 साल की सजा सुना दी है. यह कदम 2022 के चुनाव हारने के बाद सत्ता पर बने रहने की उनकी कोशिशों से जुड़े मामले में दोषी पाए जाने के बाद उठाया गया है.
जमीन पर तोप और आसमान से... ये कहानी है 'पवन' की, जब विदेशी धरती पर भारतीय सेना ने चलाया ऑपरेशन
कुछ लोग तत्कालीन भारत सरकार का गलत कदम मानते हैं. बाद में इसी एक फैसले के कारण पूर्व पीएम को जान गंवानी पड़ी. भारत ने एक लाख सैनिकों को विदेशी धरती पर ऑपरेशन के लिए भेज दिया था. बाकायदे समझौता हुआ था दोनों सरकारों में लेकिन बड़ी संख्या में भारतीय सैनिक ऑपरेशन में शहीद हुए. आखिर क्या था ऑपरेशन पवन.
Belarus News: बेलारूस में अक्सर राजनीति उथल-पुथल देखा जाता है. अब बेलारूस के पॉलिटिशियन मिकोला स्टेटकेविच को U.S. की मध्यस्थता वाली डील में रिहा किए जाने के बाद वापस जेल भेज दिया गया है, उन्होंने घंटों बेलारूस और लिथुआनिया बॉर्डर पर इंतजार किया.
Trump के दूत ने पुतिन को दी थी सीक्रेट सलाह! यूक्रेन शांति योजना पर लीक कॉल से मचा बवाल
Ukraine Peace Plan: पिछले महीने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य प्रतिनिधि ने व्लादिमीर पुतिन के एक बड़े अधिकारी को सलाह दी कि पुतिन को अमेरिका के राष्ट्रपति को यूक्रेन शांति योजना कैसे बतानी चाहिए.
हाल ही में हुई उदयपुर शाही शादी में ट्रंप जूनियर से लेकर जस्टिन बीबर तक 60 से ज्यादा ग्लोबल स्टार्स की मौजूदगी रही। लेकिन आखिर कौन हैं राम राजू मंटेना, जिनकी बेटी की शादी इंटरनेशनल सुर्खियों में है? जानने के लिए ऊपर दी गई इमेज पर क्लिक करें.
‘मैं ऐसी दवा बना रहा हूं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा।’ हैदराबाद के राजेंद्रनगर में रहने वाले डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन ने ये बात अपने भाई उमर फारूकी से कही थी। 13 नवंबर को गुजरात ATS ने मोइनुद्दीन के घर छापा मारा, तो पता चला अमीर बनाने वाली वो दवा खतरनाक केमिकल रिसिन है, जिसे आतंकी संगठन ISIS लोगों को मारने के लिए इस्तेमाल करता है। ATS के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक, मोइनुद्दीन ISIS के टेरर मॉड्यूल का हिस्सा है और देश में बड़े केमिकल अटैक की तैयारी कर रहा था। इसके लिए रिसिन नाम का केमिकल बना रहा था, जो अरंडी के बीज से निकलता है। ATS ने 8 नवंबर को गुजरात के बनासकांठा से मोइनुद्दीन के साथ यूपी के शामली में रहने वाले आजाद सुलेमान शेख और लखीमपुर खीरी के मोहम्मद सुहैल सलीम खान को पकड़ा था। दोनों की उम्र सिर्फ 20 और 23 साल है। मोइनुद्दीन ने चीन से मेडिकल की पढ़ाई की है। वो केमिकल एक्सपर्ट है। ATS के मुताबिक, आजाद सुलेमान और सुहैल बीते 7 महीनों में लखनऊ में RSS मुख्यालय, अहमदाबाद की नरोदा फल मंडी, दिल्ली की आजादपुर मंडी और हरिद्वार के मंदिरों की रेकी कर चुके थे। दोनों के पाकिस्तान में कॉन्टैक्ट मिले हैं। वे राजस्थान में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के पास ड्रोन से गिराए गए हथियार और पैसे जुटाकर मोइनुद्दीन तक पहुंचाते थे। रिसिन से अटैक के दुनिया में 40 मामले, भारत में पहली बार खुलासा ATS को 7 नवंबर का CCTV फुटेज मिला था, जिसमें डॉ. मोइनुद्दीन आजाद सुलेमान और मोहम्मद सुहैल के साथ अहमदाबाद के होटल ग्रैंड एम्बियंस से बाहर निकलता दिखा था। इसी फुटेज के आधार पर तीनों का कनेक्शन पता चला। टेरर मॉड्यूल का मास्टरमाइंड मोइनुद्दीन है। बताया जा रहा है कि वो अहमदाबाद हथियार लेने गया था, वहीं ATS ने उसे गिरफ्तार कर लिया। तेलंगाना की साइबराबाद पुलिस और गुजरात ATS को हैदराबाद में मोइनुद्दीन के फ्लैट से बक्सों में स्टोर किया मटेरियल मिला, जिससे रिसिन केमिकल बनाया जाना था। दुनिया भर में रिसिन का इस्तेमाल 1978 से लेकर 2025 तक 40 बड़ी साजिशों में हो चुका है। भारत में अब तक इसका कोई केस नहीं आया था। ये पहली बार है, जब इसे पकड़ा गया है। इस केमिकल वेपन का इस्तेमाल इस्लामिक स्टेट से जुड़े संगठन करते आए हैं। लिहाजा, सुरक्षा एजेंसियां ISIS से जुड़े ISKP और ISHP मॉड्यूल की भी जांच कर रही हैं। अब तीनों संदिग्ध आतंकियों के बारे में जान लीजिए डॉ. अहमद सैयद मोइनुद्दीन जनरल फिजिशियन है। वो हैदराबाद के राजेंद्रनगर में फोर्ट व्यू कॉलोनी के असद मंजिल अपार्टमेंट में रहता था। मोइनुद्दीन ने चीन से MBBS की पढ़ाई की थी। वो किसी हॉस्पिटल या क्लिनिक से नहीं जुड़ा है और मरीजों को इंटरनेट पर फ्री हेल्थ एडवाइस देता था। गुजरात ATS के सोर्स बताते हैं, ‘मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वो संदिग्ध आतंकी गिरोह का हिस्सा है और घातक बायो-केमिकल सब्सटेंस का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर केमिकल अटैक करने की फिराक में था। उसे अफगानिस्तान में रह रहे अबू खलेजा से निर्देश मिल रहे थे, जो आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस से जुड़ा है।’ ‘ATS को मोइनुद्दीन और उसके हैंडलर की सोशल मीडिया पर की गई चैट और ChatGPT पर खतरनाक केमिकल बनाने के तरीके सर्च करने से जुड़े सबूत मिले हैं।’ जांच एजेंसी के मुताबिक, मोइनुद्दीन 2007 में MBBS करने चीन गया। 2012–13 में भारत लौटा और कुछ समय परिवार के साथ तेलंगाना के खम्मम में रहा। इसके बाद राजेंद्रनगर में रहने लगा। उसकी आखिरी लोकेशन अहमदाबाद में मिली थी। मोइनुद्दीन के भाई उमर फारूकी से उसके गुजरात जाने के बारे में पूछा गया, तो उसने बताया कि वो बिजनेस के सिलसिले में गया था। ATS के मुताबिक, मॉड्यूल में शामिल मोहम्मद सुहैल और आजाद सुलेमान ने मोइनुद्दीन को हथियारों से भरा बैग पहुंचाया था। एक पार्सल में डेढ़ लाख रुपए भी थे, जो पाकिस्तानी एजेंट के कहने पर भेजे गए थे। मोइनुद्दीन के भाई फारूकी ने पुलिस को बताया कि फ्लैट पर आने वाले पार्सल के बारे में पूछने पर मोइनुद्दीन कहता था कि वो ऐसी दवा बना रहा हैं, जिससे पूरा घर अमीर हो जाएगा। सुरक्षा एजेंसी से जुड़े सोर्स बताते हैं, ‘मॉड्यूल में शामिल आजाद सुलेमान शेख टेरर अटैक के मकसद से जम्मू-कश्मीर के बारामूला गया था। वहां उसे कोई टारगेट नहीं मिला, तो वो दिल्ली लौट आया। दिल्ली में रहते हुए उसने हरिद्वार जाकर बड़े मंदिरों की रेकी की थी। वहीं, सुहैल के घर से ISIS का लिटरेचर और झंडे मिले हैं। गुजरात ATS के DIG सुनील जोशी कहते हैं, ‘8 नवंबर को ATS के SP के. सिद्धार्थ की टीम ने अहमदाबाद-मेहसाणा हाईवे पर अडालज टोल प्लाजा के पास से डॉ. मोइनुद्दीन को गिरफ्तार किया था। इसके बाद रिसिन अटैक की साजिश का खुलासा हुआ। इनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से लिंक मिले हैं।’ 'तीनों ने बताया कि वे कैस्टर ऑयल के जरिए रिसिन नाम का टॉक्सिन बना रहे थे। उन्होंने हमले का तरीका तय नहीं किया था। रिसिन तैयार हो जाता, तब हमले का प्लान बनाते। ATS अब इस मॉड्यूल के दूसरे सदस्यों को तलाश रही है। उसकी टीमें अब उन सभी जगहों पर जाएंगी, जहां मोइनुद्दीन, सुहैल और आजाद मिले थे। कुछ अधिकारियों को सबूत जुटाने के लिए लखीमपुर खीरी और शामली भी भेजा गया है।' जानलेवा रिसिन का कोई इलाज नहीं, हमलों में इस्तेमाल की हिस्ट्रीरिसिन की खोज 1888 में जर्मन वैज्ञानिक पीटर हर्मन स्टिलमार्क ने की थी। पहले विश्व युद्ध में जर्मनी की सेना ने इसे हथियार के तौर पर आजमाया। इसे साइनाइड से भी ज्यादा घातक माना जाता है। आखिर ये कितना खतरनाक है, ये जानने के लिए हमने लखनऊ के केमिकल एक्सपर्ट आनंद अस्थाना से बात की। आनंद बताते हैं कि रिसिन एक तरह से पोटेंट टॉक्सिन यानी बहुत खतरनाक जहर है। इसे अरंडी के छोटे बीजों को रिफाइन करके तैयार किया जाता है। ये सफेद पाउडर होता है। इसे जितना ज्यादा महीन किया जाएगा, उतना ही खतरनाक बन जाता है। ये दो तरीके से तबाही मचा सकता है।पहला: अगर इलाके में डस्ट (महीन धूल) है और रिसिन के पाउडर को वहां फैला दिया जाए, तो ये उस एरिया में रहने वाली बड़ी आबादी पर असर कर सकता है। इसका असर तुरंत नहीं, लेकिन दो-तीन दिन में दिखने लगता है। केमिकल रिएक्शन होने से जान जा सकती है। दूसरा: रिसिन को पानी में मिलाकर या सिरिंज के जरिए इंजेक्ट करके घातक बनाया जा सकता है। ये पानी में आसानी से घुल सकता है। इंजेक्शन के जरिए तुरंत खून के संपर्क में आ जाता है। अगर इसे पानी के जरिए इनटेक किया गया है, तो कुछ घंटों बाद इसका असर दिखना शुरू हो जाता है। वहीं, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बॉटनी डिपार्टमेंट के सीनियर प्रोफेसर आरएन खरवार कहते हैं, ‘रिसिन की टॉक्सिसिटी साइनाइड से भी ज्यादा होती है। डॉ. मोइनुद्दीन के पास 3 किलो कैस्टर पल्प मिला है। अगर ये शुद्ध कैस्टर पल्प है, तो इससे 100 ग्राम से ज्यादा रिसिन बनाया जा सकता था। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इतनी मात्रा में रिसिन का मिलना कितनी बड़ी आबादी को प्रभावित कर सकता था।’ अमेरिका, भारत और UN ने बैन लगायामनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक, US सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने रिसिन को कैटेगरी B बायोटेररिज्म एजेंट के तौर पर क्लासिफाई किया है। यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल रेजोल्यूशन यानी UNSCR ने इस केमिकल पर बैन लगाया हुआ है। भारत के वेपंस ऑफ मॉस डिस्ट्रक्शन एक्ट-2005 में भी ऐसे किसी बॉयोटॉक्सिन के प्रोडक्शन या इसे जमा करने पर बैन लगाया गया है। इसके बावजूद रिसिन आसानी से मिल जाता है। इसे प्रोसेस करना भी आसान है। मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक, रिसिन टॉक्सिन का इस्तेमाल शीत युद्ध यानी कोल्ड वॉर में हुआ था। इसके अलावा अल-कायदा और ISIS जैसे आतंकी संगठन इसका इस्तेमाल करते आए हैं। हालांकि अब तक कोई भी आतंकवादी संगठन हथियार में इस्तेमाल होने लायक रिसिन बनाने में कामयाब नहीं हुआ है। पत्रकार की हत्या, ओबामा को भेजे रिसिन वाले लेटर रिसिन का पहला केस कोल्ड वॉर के दौरान 1978 में आया था। इसे रूस की खुफिया एजेंसी KGB ने अंजाम दिया था। रिसिन का इस्तेमाल एक मॉडिफाइड छाते में किया गया था। इसके जरिए बुल्गारिया के पत्रकार जॉर्जी मार्कोव की लंदन में हत्या कर दी गई थी। उसी साल पेरिस में भी एक हत्या में रिसिन का इस्तेमाल हुआ था। 1980 के दशक में इराक के बायोलॉजिकल वेपन प्रोग्राम में रिसन टॉक्सिन मिलने का दावा किया गया था। 2013 में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और कुछ अधिकारियों को रिसिन वाले लेटर भेजे गए थे। हालांकि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ था। 2018 में ISIS ने ट्यूनिशिया में इसे इस्तेमाल किया था। 2025 में जर्मनी में होम लैब में रिसिन बनाने की जानकारी मिली है। अब तक की जांच में दावा है कि हैदराबाद में गिरफ्तारी से पहले भारत में रिसिन से जुड़ी आतंकी साजिश का कोई केस नहीं आया है। आतंकी मॉड्यूल की जांच से जुड़े अधिकारी बताते हैं कि इस्लामिक स्टेट से जुड़े ग्रुप जैसे ISKP और उसकी भारतीय सब-यूनिट इस्लामिक स्टेट-हिंद प्रोविंस काफी समय से ऐसे केमिकल या बायोलॉजिकल टेरर अटैक की फिराक में हैं। इसलिए ये केस काफी अहम हो गया है। ................................... आतंकी साजिश से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें दिल्ली ब्लास्ट की साजिश का अड्डा अल-फलाह का रूम नंबर 13, 200 बम बनाने का प्लान डॉ. मोइनुद्दीन की गिरफ्तारी के दो दिन बाद 10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास एक कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 15 लोग मारे गए। इसमें फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े डॉक्टरों का नाम सामने आया था। इनमें से एक डॉ. उमर ब्लास्ट के वक्त कार में था। इस मॉड्यूल का प्लान 200 बम बनाकर देश भर में ब्लास्ट करने का था। पढ़ें पूरी खबर...
Vivek Ramaswamy Net Worth:भारतीय मूल के अमेरिकी नेता और बिजनेस मैन विवेक रामास्वामी की कुल संपत्ति में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दर्ज की गई है. फोर्ब्स के अनुसार, बीते 9 महीनों में उनकी नेटवर्थ 80% बढ़कर 1.8 अरब डॉलर तक पहुंच गई है.
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