रिश्वत केस में पंजाब के DIG हरचरण सिंह भुल्लर के साथ उनके बिचौलिए कृष्नु शारदा को भी CBI ने गिरफ्तार किया है। दोनों को 31 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। कृष्नु हॉकी का नेशनल स्तर का खिलाड़ी रहा है। करीब 3 साल पहले हॉकी छोड़कर पुलिस अफसरों के लिए काम करना शुरू किया था। काम जैसा भी हो, उसके बाएं हाथ का खेल था। फिर भले FIR में नाम डलवाना या निकलवाना हो या जांच को प्रभावित करना हो, वह तरह की सेंटिंग करवा पाने का दावा करता था। उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स पर कई बड़े अफसरों के साथ नेताओं के साथ भी फोटो हैं। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू के साथ भी कृष्नु काम कर चुका है। उनके साथ कृष्नु ने फोटो भी शेयर किए हैं। 16 अक्टूबर को उसे स्क्रैप कारोबारी से 8 लाख रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। CBI उसे कभी भी दोबारा रिमांड पर लाकर पूछताछ कर सकती है। उससे पूछताछ के बाद कई और खुलासे होने की उम्मीद है। अब विस्तार से पढ़िए कौन है कृष्नु... कृष्नु की गिरफ्तार के बाद परिवार गायब CBI ने जब से कृष्नु को गिरफ्तार किया है, तब से परिवार के सदस्य गायब हैं। उसके घर पर ताला लटक रहा है। उसके बारे में इलाके के लोग ज्यादा बात करने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने बस इतना कहा कि पिछले 2 साल में उसका रुतबा काफी बड़ा था। वह पुलिस विभाग में हर तरह के काम करवा देने की बात कहता था। कई काम उसकी तरफ से करवाए भी गए थे। कृष्नु ने DIG भुल्लर को कारोबारी के बारे में जानकारी दी थीCBI को शिकायत देने वाले फतेहगढ़ साहिब के मंडी गोबिंदगढ़ के आकाश बत्ता बताते हैं कि वह कृष्नु को पहले से जानते थे। कृष्नु को उनके खिलाफ सरहिंद पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के बारे में पता था। उसने ही DIG हरचरण सिंह को उसके बारे में जानकारी दी थी। आकाश ने बताया कि उसने ही हरचरण सिंह भुल्लर से उनकी बात भी करवाई थी। उन्होंने बताया कि कई ऐसे लोग उनसे संपर्क कर रहे हैं, जिनका वह शिकार रहे हैं।
सोनीपत में कुछ अज्ञात युवकों ने दो व्यक्तियों पर डंडों और तेज धार हथियार से हमला किया। आरोपियों को गाली गलौज देने से रोका तो बाद में आकर हमला कर दिया। जिसका एक सीसीटीवी भी सामने आया है। आरोपी तेज धार हथियार और डंडों के साथ घर में एंट्री कर रहे हैं। फिलहाल घायलों का निजी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। पुलिस को शिकायत दी गई है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। गाली-गलौज से शुरू हुआ विवाद सोनीपत के देवड़ू रोड के रहने वाले सुरेंद्र ने बताया कि स्क्रैप का कारोबार है। उनके पास कई ड्राइवर काम करते हैं और उनके अलग-अलग गोदाम बने हुए हैं। शुभम गार्डन के सामने गली में स्थित उनके एक गोदाम के सामने खाली प्लॉट में कुछ बिहारी मजदूर रहते हैं। रात के समय दो युवक शराब पीकर वहां गाली-गलौज कर रहे थे। इसी दौरान गोदाम पर मौजूद ड्राइवर नवीन ने उन्हें गालियां देने से रोका, क्योंकि आस-पास महिलाएं और छोटी लड़कियां मौजूद थी। इसी बात पर कहा-सुनी हो गई और नवीन वहां से चला गया। रात में 10 से 12 युवक हथियारों के साथ लौटे थोड़ी देर बाद नवीन की जगह पर ड्यूटी पर आए ड्राइवर सुनील और संजीव गोदाम पर मौजूद थे। संजीव और सुनील खाना खाकर घर के अंदर सो रहे थे। कुछ देर बाद अचानक ही युवक लौट आए। संजीव के अनुसार, रात करीब 10:30 बजे अचानक 10 से 12 युवक वहां आए और उन्होंने हॉकी स्टिक, डंडों और धारदार हथियारों से दोनों पर हमला बोल दिया। इस हमले में संजीव और सुनील गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को तुरंत एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार दोनों की हालत अब स्थिर है। हमले की अलग-अलग तस्वीर देखिए... सीसीटीवी में कैद हुए हमलावर हमले की यह वारदात पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में आरोपी तेजधार हथियारों और डंडों के साथ घर में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं। कमरे में घुसकर जमकर मारपीट की और इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। हमलावरों को पहचान नहीं पाई है। हालांकि पुलिस को शिकायत दी गई है।घायल ड्राइवर संजीव ने बताया कि घटना से पहले भी यही युवक गोदाम के सामने घर शराब पीते हुए गाली-गलौज कर चुके हैं। जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने बदतमीजी की और धमकी दी। पुलिस जांच में जुटी, फुटेज के आधार पर होगी पहचान घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जांच शुरू की। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार किया जाएगा।फिलहाल पुलिस ने घायलों के बयान दर्ज कर लिए हैं और आरोपियों की तलाश जारी है।
खेलो इंडिया 24 नवंबर से राजधानी को छोड़ उदयपुर में होंगे प्रदेश के सबसे ज्यादा 4 खेल
स्पोर्ट्स रिपोर्टर | उदयपुर उदयपुर को अब प्रदेश में राजधानी जयपुर को छोड़कर सबसे ज्यादा चार खेलों के आयोजन का जिम्मा सरकार ने सौंपा है। खास बात ये है कि पहले उदयपुर को दो खेल ही सौंपे गए थे, लेकिन जयपुर में बैठक के बाद सरकार ने उदयपुर जिले को कयाकिंग, केनोइंग, जूडो, बीच वालीबॉल के मुकाबलों का काम सौंपा है। प्रदेश में पहली बार 24 नवम्बर से 3 दिसम्बर तक होने वाले खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी खेलों को लेकर उदयपुर ने तैयारियां शुरू कर दी है। जूडो के ऑब्जर्वर उदयपुर पहुंच चुके हैं। कई स्थान देखने के बाद उन्होंने यह प्रतियोगिता अटल बिहारी वाजपेयी इनडोर स्टेडियम में करवाने का तय किया है। कायाकिंग व केनोइंग का आयोजन फतहसागर पर होगा। बीच वॉलीबॉल के लिए जगह तलाशी जा रही है। इसके लिए प्रस्तावित महाकालेश्वर मंदिर के पीछे वाले हिस्से में आयोजन करने पर मंथन चल रहा है। जिला खेल अधिकारी डॉ. महेश पालीवाल ने बताया कि व्यवस्था के लिए जिला कलेक्टर नमित मेहता एक कमेटी का गठन करेंगे, जो संपूर्ण व्यवस्थाओं को देखेगी। खास बात ये है कि शासन सचिव नीरज के पवन ने खिलाडिय़ों के लिए आवास और सभी दर्शनीय स्थल िन:शुल्क रखने को लेकर आदेश जारी किए हैं। जब भी ये खिलाड़ी किसी भी पर्यटन स्थल पर जाएंगे, तो उनकी टिकट नहीं लगेगी। कमेटी पहले से ही इसकी व्यवस्था करके रखेगी। एमएलएसयू रहेगा मेजबान की भूमिका में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय (एमएलएसयू) को इस प्रतिष्ठित आयोजन के अंतर्गत कुछ खेलों की मेजबानी सौंपी गई है। विश्वविद्यालय परिसर में स्थित इंडोर स्टेडियम और अन्य खेल मैदानों का निरीक्षण भारतीय खेल प्राधिकरण, नई दिल्ली एवं संबंधित खेल महासंघ के विशेषज्ञों द्वारा किया गया है। निरीक्षण के आधार पर तैयार विस्तृत रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जा चुकी है। आयोजन के दौरान 21 विभिन्न खेलों में 4000 से अधिक खिलाड़ी, 2000 प्रशिक्षक, मैनेजर, रेफरी एवं अन्य सहायक स्टाफ भाग लेंगे। खेलों के सफल आयोजन के लिए विश्वविद्यालय में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जा रही हैं। कॉलेज डिजाइन प्रा. लि. को खेल मैदानों की मरम्मत, रंग-रोगन, बिजली, पानी, साफ-सफाई एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने का कार्य सौंपा गया है। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को जरूरी सहयोग एवं समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए खेल प्राधिकरण एवं संबंधित महासंघ के विशेषज्ञ जल्द ही विश्वविद्यालय का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे, ताकि देशभर से आने वाले खिलाड़ियों को सर्वोत्तम सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सकें। खेलों इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 न केवल खेल प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगा, बल्कि राजस्थान को राष्ट्रीय खेल मानचित्र पर एक नई पहचान भी दिलाएगा। अजमेर : रग्बी व खो खो प्रतियोगिता पटेल स्टेडियम में होगी। 504 प्रतिभागी शामिल होंगे। भरतपुर : इनडोर स्टेडियम में कुश्ती और बॉक्सिंग के मुकाबले होंगे। 540 खिलाड़ी भाग लेंगे। बीकानेर : महाराजा गंगासिंह विवि में कबड्डी और भारोत्तोलन मुकाबले होंगे। 468 प्रतिभागी भाग लेंगे। जोधपुर : योगा और टेबल टेनिस की स्पर्धाएं चैनपुरा स्टेडियम में होंगी। 346 खिलाड़ी-अधिकारी शामिल होंगे। कोटा : मीनार इंद्र स्टेडियम में तलवारबाजी और वालीबॉल के मुकाबले नयापुरा इनडोर स्टेडियम में होंगे। 539 प्रतिभागी शामिल होंगे। जयपुर : एथलेटिक्स, फुटबॉल, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, तीरंदाजी, टेनिस, मलखम्भ, शूटिंग, हॉकी और साइकलिंग के मुकाबले विभिन्न स्टेडियमों में होंगे। 3915 प्रतिभागी भाग लेंगे।
ग्वालियर में शिकायत से नाराज बिल्डर ने अपने साथियों के साथ मिलकर युवक को बीच सड़क पर घेर लिया और हॉकी, डंडों व सरियों से पीट-पीटकर उसके दोनों पैर तोड़ दिए। यह घटना शनिवार शाम तानसेन नगर रेलवे ओवरब्रिज के पास हुई। घटना के बाद घायल युवक पुल पर तड़पता रहा। राहगीरों ने जब उसे देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी और उसे अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल युवक की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बैंक से लौटते समय किया हमला घायल युवक की पहचान नागेंद्र सिंह के रूप में हुई है। वह न्यू पीएनटी कॉलोनी, जीवाजी नगर का रहने वाला है। नागेंद्र शनिवार शाम तानसेन नगर स्थित एक बैंक में अपने काम से गया था। बैंक से काम निपटाने के बाद जैसे ही वह तानसेन नगर रेलवे ओवरब्रिज के पास पहुंचा, तभी बिल्डर राहुल शर्मा और पारस सप्रा ने अपने साथियों के साथ उसे घेर लिया। नागेंद्र कुछ समझ पाता, उससे पहले ही उन पर लाठी, सरिए और हॉकी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया गया। हमलावरों ने सिर से लेकर पैरों तक बेरहमी से वार किए। पीटते समय वे बार-बार कह रहे थे “अब कर शिकायत” और विशेष रूप से पैरों को निशाना बनाते हुए डंडों से मारा, जिससे दोनों पैरों में मल्टीपल फ्रैक्चर हो गया। राहगीरों ने बचाई जान, पुलिस को दी सूचना हमला करने के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। पुल से गुजर रहे राहगीरों ने घायल नागेंद्र को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। इसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। अवैध निर्माण की शिकायत से नाराज था बिल्डर अस्पताल में घायल नागेंद्र ने पुलिस को बताया कि बिल्डर राहुल शर्मा और पारस सप्रा उसके घर के पास एक मल्टीस्टोरी बिल्डिंग (मल्टी) का निर्माण करा रहे हैं। इस निर्माण में अनाधिकृत रूप से छज्जे और बालकनियां निकाली जा रही थीं, जिसकी शिकायत नागेंद्र ने नगर निगम, जिला प्रशासन और कोर्ट में की थी। कोर्ट ने निर्माण हटाने का आदेश भी जारी कर दिया था। इसी बात से नाराज होकर बिल्डर ने उस पर हमला किया, ताकि उसकी आवाज को दबाया जा सके। पुलिस ने दर्ज किया मामला पुलिस ने नागेंद्र सिंह की शिकायत पर राहुल शर्मा, पारस सप्रा और उनके अन्य साथियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
शिक्षा के क्षेत्र में मिसाल साबित होगा सेंट सोल्जर स्कूल : डा. किशनपुरी
अमृतसर| सेंट सोल्जर ग्रुप ऑफ स्कूल 44 वर्षों की निरंतर सफलता के बाद गुरु नगरी में विद्या का मंदिर खोला जा रहा है। जो जल्दी ही सीजन 2025-26 शुरू हो रहा है। इसकी जानकारी स्कूल के चैयरमेन डॉ. मंगल सिंह किशनपुरी और उनके साथ प्रमोद भाटिया चैयरमेन स्पोर्ट्स सैल पंजाब ने दी। उन्होंने कहा 3 एकड़ जमीन में फैला हुआ खूबसूरत केंपस में शानदार बिल्डिंग के साथ-साथ वातानुकुलित कक्षाएं होगी। बच्चों के लिए खेलों का विशेष प्रबंध होगा। बच्चों को हॉकी फुटबॉल क्रिकेट वॉलीबॉल के साथ दूसरी खेलों के लिए मैदान उपलब्ध करवाया जाएंगे। प्रमोद भाटिया ने कहा कि डॉ. मंगल सिंह किशन पुरी के प्रतिनिधित्व में संस्था अपनी प्रतिभा अनुसार कार्य करेगा। डॉ. मंगल सिंह ने कहा हमारे स्कूल से ही भारत की हॉकी का कैप्टन हरमनप्रीत सिंह पढकर वर्ल्ड कप जीता, जज आसदीप सिंह वर्मा के साथ-साथ सैकड़ों 1 क्लास ऑफिसर इंजीनियर तथा डॉक्टर और सिविल सर्विस के पद पर स्टूडेंट्स कार्यरत है।
हॉकी स्पर्धा में बारगांव के खिलाड़ियों ने जीता कांस्य
भास्कर न्यूज | बारगांव कोरबा में 12 से 15 अक्टूबर तक स्कूल शिक्षा विभाग ने 25वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल हॉकी प्रतियोगिता कराई। इसमें बेमेतरा जिले के बेरला ब्लॉक के खेलगांव बारगांव से 8 खिलाड़ियों ने दुर्ग संभाग की टीम से हिस्सा लिया। जिनमें 4 बालक और 4 बालिकाएं शामिल थीं। बालक वर्ग में बारगांव के खिलाड़ियों ने टीमवर्क, फिटनेस और खेल भावना का प्रदर्शन करते हुए दुर्ग संभाग की टीम को प्रतियोगिता में तीसरा स्थान दिलाया और कांस्य पदक अपने नाम किया। खिलाड़ी चिंताराम पटेल ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने सरगुजा के खिलाफ 1 गोल, रायपुर के खिलाफ 2 गोल और बस्तर के खिलाफ 1 गोल दागकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही करण लाल, ओमकार निषाद और कुलदीप कुमार ने भी बेहतर प्रदर्शन किया। बालिका वर्ग में लोकेश्वरी साहू, ममता पाल, कावेरी साहू और खुशी कुर्रे शामिल रही। कोच तुलसी साहू ने कहा कि यह हमारे विद्यालय के लिए स्वर्णिम क्षण है। बालक वर्ग की टीम ने राज्य स्तरीय शालेय हॉकी प्रतियोगिता में प्रदर्शन कर कांस्य पदक हासिल किया। चिंता राम पटेल ने अपने चार गोलों से पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल का परिचय दिया। प्राचार्य तीक्ष्ण साहू ने कहा कि विद्यालय के खिलाड़ियों ने राज्य स्तर पर कांस्य पदक जीतना जिले के लिए गर्व का विषय है।
सुल्तान जोहोर कप : भारत ने मलेशिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई
भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने शुक्रवार को खेले गए अंतिम पूल-स्टेज मैच में मलेशिया को 2-1 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में भारतीय टीम का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया से होगा
तीन बयान पढ़िए… तीन पूर्व कप्तानों के ये बयान ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट की फिलोसॉफी बताते हैं। खेलो ऐसे जिसमें हारना कोई विकल्प ही न हो। टीम उतारो ऐसी जिससे प्रतिद्वंद्वी खौफ खाएं। और जीतो इस तरह कि उसकी गूंज भविष्य में होने वाले मुकाबलों में भी सुनाई दे। पूरे ऑस्ट्रेलिया में करीब-करीब उतने ही लोग रहते हैं जितने दिल्ली या मुंबई जैसे हमारे एक शहर में। इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट की दुनिया का डॉन है। इस समय भारतीय टीम क्रिकेट के डॉन को उसके डैन में चैलेंज करने गई है। दौरे पर तीन वनडे और पांच टी-20 मैच खेले जाने हैं। पहला मैच कल खेला जाएगा। आज पढ़िए क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के डोमिनेंस की पूरी कहानी। इस कहानी को तीन हिस्सों में जानेंगे। पार्ट-1: ऑस्ट्रेलिया का डोमिनेंस 27 ICC ट्रॉफी, नंबर-2 के पास इससे आधीयह जानने से पहले कि ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में इतना डोमिनेंट क्यों है, इसकी थाह लगाना जरूरी है कि आखिर ऑस्ट्रेलिया कितना डोमिनेंट है। देखिए ऑस्ट्रेलिया के पास मौजूद ICC ट्रॉफी की लिस्ट ऑस्ट्रेलियन मेंस टीम ने 1100 से ज्यादा मैच जीतेमेंस क्रिकेट में सिर्फ ऑस्ट्रेलिया की टीम ही अब तक एक हजार से ज्यादा मैच जीत पाई है। ऑस्ट्रेलिया की टीम जितने मैच हारती है, उससे करीब दोगुना जीतती है। विमेंस क्रिकेट में भी सबसे ज्यादा जीत ऑस्ट्रेलिया के नाममेंस की तरह विमेंस इंटरनेशनल क्रिकेट में भी ऑस्ट्रेलिया के नाम सबसे ज्यादा जीत है। ऑस्ट्रेलिया की महिलाओं ने अब तक तीनों फॉर्मेट मिलाकर 469 मैच जीते हैं। हार सिर्फ 131 मिली है। यानी ऑस्ट्रेलियन विमेंस टीम हर 1 हार पर 3 मैच जीतती है। पार्ट-2: ऑस्ट्रेलिया के डोमिनेंस के पीछे 3 वजहें वजह-1: मेंटालिटी, माइंडसेट और लिगेसी कंगारुओं की विन एट एनी कॉस्ट (किसी भी कीमत पर जीतना) वाला रवैया मैदान पर उनके कॉन्फिडेंस को दिखाता है। डॉन ब्रैडमैन और रिकी पोंटिंग जैसे खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के 'DNA' में बस गए हैं। सर डॉन ब्रैडमैन ने टेस्ट क्रिकेट 99.94 की औसत से 6996 रन बनाए। 2000 के शुरुआती दौर में स्टीव वॉ ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट को जुझारू और कभी हार न मानने वाला तेवर दिया। रिकी पोंटिंग क्रिकेट में अटैकिंग अप्रोच लेकर आए। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने लगातार 2 वर्ल्ड कप और 2 चैंपियंस ट्रॉफी जीती। टीम ने टेस्ट में लगातार 16 मैच जीतने का रिकॉर्ड भी बनाया। वजह-2: स्पॉर्टिंग कल्चर- रग्बी, हॉकी में भी वर्ल्ड चैंपियनऑस्ट्रेलिया एक स्पॉर्टिंग नेशन है। यहां स्कूलों में क्रिकेट के साथ हॉकी, रग्बी, बास्केटबॉल, स्विमिंग, टेनिस और फुटबॉल जैसे दुनिया के टॉप स्पॉर्ट्स का क्रेज भी रहता है। इन खेलों में एथलीट तैयार करने के लिए देश के हर बड़े शहर में वर्ल्ड क्लास स्टेडियम और मॉडर्न इंफ्रास्ट्रक्चर मौजूद है। जिनमें ट्रेनिंग लेकर एथलीट्स ऑस्ट्रेलिया को कॉमनवेल्थ और ओलिंपिक लेवल पर भी हर बार मेडल दिलाते हैं। कॉमनवेल्थ- 1001 गोल्ड के साथ नंबर-1 72 देशों के बीच हर 4 साल में एक बार होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में ऑस्ट्रेलिया नंबर-1 टीम है। यह ओलिंपिक के बाद सबसे बड़ा मल्टिनेशन टूर्नामेंट है। इसमें ऑस्ट्रेलिया के नाम 832 सिल्वर और 763 ब्रॉन्ज मिलाकर कुल 2596 मेडल हैं। ओलिंपिक- 188 गोल्ड, टॉप-10 में शामिल 206 देशों में होने वाला दुनिया का सबसे बड़ा मल्टिनेशन एथलीट टूर्नामेंट ओलिंपिक गेम्स है। इसमें भी ऑस्ट्रेलिया टॉप-10 टीमों का हिस्सा है। समर ओलिंपिक्स में 182 गोल्ड समेत 600 मेडल जीतकर देश 9वें नंबर पर है। वहीं विंटर ओलिंपिक्स मिलाकर ऑस्ट्रेलिया ने 188 गोल्ड समेत 619 मेडल जीते हैं। वजह-3: डोमेस्टिक स्ट्रक्चरशेफील्ड शील्ड (फर्स्ट क्लास), मार्श कप (वनडे) और बिग बैश लीग (टी-20) जैसे डोमेस्टिक टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलिया के प्लेयर्स की फैक्टरी हैं। ऑस्ट्रेलिया में बचपन से ही क्रिकेट और बाकी स्पोर्ट्स में आगे बढ़ने के लिए स्कॉलरशिप भी मिलती हैं। स्टीवन स्मिथ, पैट कमिंस और उस्मान ख्वाजा जैसे खिलाड़ी न्यू साउथ वेल्स क्रिकेट की बेसिल सेलर्स प्रोग्राम से निकले। इन प्रोग्राम में प्लेयर्स को स्कॉलरशिप के साथ रहने, खाने और प्रैक्टिस के सारे इंतजाम मिलते हैं। जबकि भारत में इस तरह के स्कॉलरशिप प्रोग्राम स्टेट या नेशनल लेवल पर पहुंचने के बाद ही मिलने शुरू होते हैं। पार्ट-3: 21वीं सदी में भारत ही दे रहा चैलेंज 21वीं सदी के मेंस क्रिकेट में टीम इंडिया ने सबसे ज्यादा 651 मैच जीते। ऑस्ट्रेलिया 633 जीत के साथ दूसरे नंबर पर है, लेकिन इसमें भी 66.35 के विनिंग परसेंटेज के साथ ऑस्ट्रेलिया टॉप पर आ जाता है। भारत ने 1 जनवरी 2001 के बाद से 64.39% मुकाबले जीते हैं। 21वीं सदी में ऑस्ट्रेलिया तो उतनी ही मजबूत है, जितनी पहले थी, लेकिन टीम को अब भारत से कड़ी चुनौती मिलने लगी है। टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में 2 बार टेस्ट सीरीज जीत चुकी है और उन्हें उन्हीं के घर में टी-20 और वनडे सीरीज भी हराई है। इन सबके बावजूद ऑस्ट्रेलिया टीम 6 में से 4 वनडे वर्ल्ड कप जीत चुकी है। इतना ही नहीं, टीम के पास 1 टी-20 वर्ल्ड कप, 1 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप और 2 चैंपियंस ट्रॉफी भी हैं। दूसरी ओर भारत ने 1 वनडे वर्ल्ड कप, 2 टी-20 वर्ल्ड कप और 3 चैंपियंस ट्रॉफी जीती हैं। ओवरऑल भारत से कम जीत के बावजूद 21वीं सदी में ऑस्ट्रेलिया ने 8 और ICC टाइटल जीत लिए हैं। इनमें भी 2 बार तो ऑस्ट्रेलिया ने भारत को ही फाइनल हराकर टाइटल जीता, जबकि टीम इंडिया एक बार भी ऑस्ट्रेलिया को फाइनल नहीं हरा सकी। विमेंस क्रिकेट में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराना जरूर शुरू कर दिया, लेकिन बड़े टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया से आगे आज भी कोई नहीं। कनक्लूजन: इमोशंस कम, गेम पर फोकस ज्यादा ऑस्ट्रेलिया और भारत के स्पॉर्टिंग कल्चर में सबसे बड़ा अंतर इमोशंस का है। ऑस्ट्रेलिया ने जब 2023 में भारत को भारत में फाइनल हराकर वनडे वर्ल्ड कप जीता था तो इंडियन फैंस का दिल टूट गया। कंगारू कप्तान पैट कमिंस जब ट्रॉफी लेकर ऑस्ट्रेलिया पहुंचे तो एयरपोर्ट पर उन्हें रिसीव करने के लिए गिने-चुने फैंस ही आए। दूसरी ओर, भारत ने जब 2024 का टी-20 वर्ल्ड कप जीता तो टीम को एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए हजारों दर्शक पहुंच गए। इतना ही नहीं, 2 साल में एक बार होने वाले वर्ल्ड कप की जीत सेलिब्रेट करने के लिए BCCI ने ओपन बस परेड तक करा दी। जिसमें शामिल होने के लिए लाखों दर्शक मुंबई की सड़कों पर उतर आए। ऐसा ही कुछ 2025 में पहली बार IPL जीतने वाली RCB के विक्ट्री सेलिब्रेशन में भी हुआ। स्पॉर्ट्स में चैंपियन बनने पर जीत सेलिब्रेट करने का कल्चर बहुत पुराना है, लेकिन एक ओर ऑस्ट्रेलिया है, जहां वनडे वर्ल्ड कप जीतना भी आम बात है। दूसरी ओर, भारत है, जहां 20 ओवर का वर्ल्ड कप जीतने पर भी सेलिब्रेशन में इमोशंस हावी हो जाते हैं। ऑस्ट्रेलियंस इमोशंस से ज्यादा अपने गेम पर फोकस करते हैं, इसीलिए ज्यादातर मामलों में आगे हैं। टीम इंडिया इमोशंस दर्शाने में तो आगे हैं, लेकिन जब तक यहां के फैंस और प्लेयर्स इमोशंस को पीछे नहीं करेंगे, तब तक क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया की बराबरी कर पाना मुश्किल ही रहेगा।
इंदौर में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत:13 दिन पहले पड़ोसी ने हॉकी से पीटा था, इलाज के दौरान तोड़ा दम
इंदौर के राजेंद्र नगर के भीमनगर में रहने वाले एक बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हो गई। वह पिछले 13 दिनों से एमवाय अस्पताल में भर्ती थे। परिवार ने बताया कि 4 अक्टूबर को उनके साथ मारपीट हुई थी। मारपीट पड़ोसी रोशन खराटे ने की थी। इसके बाद वह मौके से भाग गया था। मृतक का नाम दिलीप तायडे (उम्र 52 साल) है। वह समाज सेवा से जुड़े हुए थे। गुरुवार रात एमवाय अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। दिलीप के भांजे प्रकाश ने बताया कि घटना वाले दिन उनका बेटा पतंग उड़ा रहा था। दिलीप ने बच्चे को समझाया कि पतंग की डोर से किसी को चोट लग सकती है। हॉकी-डंडा से किया हमला यह बात पास में बैठे रोशन को बुरी लगी। उसने कहा – तुम्हें इससे क्या लेना? इसी बात पर दोनों में कहासुनी हो गई। थोड़ी देर बाद रोशन घर से हॉकी और डंडा लेकर आया। उसने दिलीप पर अचानक हमला कर दिया। सिर और शरीर पर कई जगह चोटें आईं। परिवार बोला- सुनवाई नहीं हो रही घटना के बाद दिलीप को अस्पताल ले जाया गया। इलाज चलता रहा, लेकिन हालत नहीं सुधरी। गुरुवार रात उन्होंने दम तोड़ दिया। परिवार का आरोप है कि पुलिस ने अब तक आरोपी को नहीं पकड़ा। वे कई बार थाने गए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाया है। अब आगे की कार्रवाई की बात कही है।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रहीं रामपाल चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) की रानी बनेंगी। पद्मश्री रानी रामपाल अगले महीने 2 नवंबर को कुरुक्षेत्र के CA पंकज के साथ शादी के बंधन में बधेंगी। वे कुरुक्षेत्र में हिंदू रीति-रिवाज से अरेंज मैरिज करेंगी। शादी की सभी रस्में रानी रामपाल के कोच रहे बलदेव सिंह निभाएंगे। शाहाबाद के मॉडल टाउन की रहने वालीं रानी रामपाल के घर शादी की तैयारियां चल रही हैं। हालांकि, परिवार के लिए थोड़ी-सी चिंता की लकीर भी है। रानी के पिता रामपाल कैंसर की बीमारी से जूझ रहे हैं। रानी रामपाल का परिवार, समर्थक, रिश्तेदार और फेन्स उनके पिता के स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। सीएम से लेकर पीएम तक काे भेजा न्योता SGNP स्टेडियम के कोच गुरप्रीत सिंह ने बताया कि रानी रामपाल की पिपली के पाल प्लाजा में ग्रैंड शादी होगी। इस शादी में खिलाड़ी, राजनेता से लेकर बॉलीवुड तक के कलाकारों को न्योता दिया जा रहा है। इस शादी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, हरियाणा के सीएम नायब सैनी भी शामिल हो सकते हैं। परिवार की ओर से उनको निमंत्रण दिया गया है। रानी राम की सगाई की 2 PHOTOS... रानी रामपाल की शादी के बारे में दो अहम बातें... यहां जानिए तांगा चालक की बिटिया की सफलता का सफर... पिता की मेहनत से हॉकी की शुरुआतरानी रामपाल के संघर्ष की कहानी उनके पिता की मेहनत के साथ शुरू हुई थी। रानी के पिता तांगा चलाया करते थे और अक्सर महिला हॉकी खिलाड़ियों को आते-जाते देखते थे। बस यहीं से पिता के दिल में बेटी को खिलाड़ी बनाने की चाह जाग उठी। उन्होंने अपनी 6 वर्षीय बेटी को हॉकी मैदान में कोच बलदेव सिंह के पास छोड़ दिया। बस यहां से उनके हॉकी करियर की शुरुआत हुई। 14 की उम्र की में इंटरनेशनल डेब्यूरानी रामपाल 14 साल की उम्र में इंटरनेशनल लेवल पर डेब्यू करने वालीं सबसे छोटी उम्र की खिलाड़ी हैं। जब वह 15 साल की थीं, 2010 में वह विश्व महिला कप की सबसे छोटी खिलाड़ी थीं। उन्होंने क्वाड्रिलियन टूर्नामेंट में 7 गोल दागकर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ निर्णायक गोल दागा था, जिसकी बदौलत भारत ने हॉकी जूनियर विश्व कप में कांस्य पदक जीता था। टोक्यो में चौथे स्थान पर रही टीमरानी रामपाल की अगुआई में भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो 2020 ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रही थी। ओलिंपिक में टीम का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। रानी रामपाल को अर्जुन व भीम अवॉर्ड से नवाजा जा चुका है। फिलहाल रानी रामपाल गर्वमेंट हॉकी नर्सरी पटियाला में खिलाड़ियों को कोचिंग देती हैं। नहीं हो पाई फिर टीम में वापसीटोक्यो ओलिंपिक के बाद से रानी टीम से बाहर चल रही हैं। टोक्यो ओलिंपिक के बाद तत्कालीन कोच श्योर्ड मरीन्ये अपने पद से हट गए थे और उनकी जगह यानेक शॉपमैन ने जिम्मेदारी संभाली थी। ऐसा माना जाता है कि यानेक और रानी के बीच रिश्तों सही नहीं थे। उस दौरान रानी रामपाल चोट से भी जूझ रही थीं। इसी वजह से साल 2022 में गुजरात में हुए राष्ट्रीय खेलों में 6 मुकाबलों में 18 गोल करने के बावजूद उनकी टीम इंडिया में वापसी नहीं हुई। पिछले साल जूनियर वीमेंस टीम का बनाया गया था कोचरानी रामपाल को दो साल पहले वीमेंस टीम का कोच नियुक्त किया गया था। तब से ही माना गया था कि उनकी वापसी मुश्किल है। वहीं, हॉकी इंडिया के विमेंस लीग में उन्हें सूरमा क्लब ने बतौर मेंटर और हॉकी कोच चुना गया। इसके एक साल बाद रानी रामपाल ने संन्यास की घोषणा कर दी। रानी ने कहा- यह एक शानदार यात्रा रही है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत के लिए इतने लंबे समय तक खेलूंगी। मैंने बचपन से बहुत गरीबी देखी है लेकिन मेरा ध्यान हमेशा देश का प्रतिनिधित्व करने पर था।
खेलों में भी आरजीपीवी आउट', प्राइवेट कॉलेजों को सौंप दीं सभी प्रतियोगिताएं
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) आज खेलों के मोर्चे पर अव्यवस्था और नाकामी की मिसाल बन गया है। करोड़ों की लागत से बने स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चार साल से ताले लटके हैं। अब सत्र 2025-26 की सभी राज्य और नोडल स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं निजी कॉलेजों को सौंप दी गई हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस आरजीपीवी ने खेलों पर 23.52 करोड़ रुपए खर्च कर आधुनिक सुविधाएं खड़ी कीं, वह अब खुद ही एक भी स्पर्धा आयोजित नहीं करेगा। वहीं, जिन सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में पहले शानदार आयोजन होते थे, उन्होंने भी हाथ खींच लिए हैं। नतीजा यह है कि पूरा आयोजन निजी कॉलेजों के भरोसे है। खर्च का बोझ अब भी आरजीपीवी के सिर है। आक्रोश: कॉम्प्लेक्स हमारे लिए बना या शोपीस के लिए इस मामले को लेकर छात्रों में जबरदस्त नाराजगी है। उनका कहना है कि जब आरजीपीवी ने इतना बड़ा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया, तो आयोजन निजी कॉलेजों को क्यों दे दिए? कॉम्प्लेक्स हमारे लिए बना या सिर्फ दिखाने के लिए। चार साल से मैदान बंद, अब आयोजन भी छीन लिया गया। हम भाग कैसे लें, तैयारी कहां करें। 13 स्पर्धाएं भोपाल में होंगी राज्य स्तरीय 23 प्रतियोगिताओं में से 13 भोपाल में आयोजित होंगी, लेकिन सभी की मेजबानी निजी कॉलेजों को दी गई है। 4 नवंबर से नोडल और 14 नवंबर से राज्य स्तरीय स्पर्धाएं शुरू होंगी। यह आयोजन भी पूरी तरह निजी संस्थानों के भरोसे है। स्पोर्ट्स ऑफिसर ही नहीं आरजीपीवी के डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. केटी चतुर्वेदी ने बताया कि सभी कॉलेजों से आयोजन के लिए प्रस्ताव मांगे गए थे। जिनके प्रस्ताव मिले, उन्हें आयोजक बनाया गया। डॉ. चतुर्वेदी ने खुद माना कि आरजीपीवी के यूआईटी और यूटीडी में स्पोर्ट्स ऑफिसर नहीं हैं। स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बना शोपीस, 4 साल से छात्रों के लिए बंद 2019 में शुरू हुआ आरजीपीवी का स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स प्रोजेक्ट 2021 तक पूरा होना था। दावा था कि इसमें अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं होंगी- हॉकी मैदान, एथलेटिक्स ट्रैक, 6 बास्केटबॉल कोर्ट, स्वीमिंग पूल और जिम। लेकिन 2025 आ गया, न मैदान तैयार हैं, न ट्रैक। स्वीमिंग पूल की जगह आज भी गड्ढा है। कोर्ट भी छह के बजाय सिर्फ चार बने हैं।
जालोर में होटल के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो में तोड़फोड़:पिकअप में भरकर आए थे बदमाश, कार-स्कूटी भी डैमेज की
शहर के थर्ड फैस में आपसी विवाद को लेकर कुछ बदमाशों ने एक होटल के सामने खड़ी दो कार व स्कूटी को तोड़ दिया। जिसके बाद तोडफोड़ करने वाले आरोपी मौके से भाग गए। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जा कर रही हैं। स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ जालोर में जितेन्द्र पुत्र हंजाराराम माली शाम करीब 3.30 बजे 4 बजे के बीच होटल में खाना खा रहा था। इस दौरान उनकी स्कॉर्पियो होटल के बाहर खड़ी थी। 2 पिकअप में सवार होकर आए बदमाशों ने स्कार्पियो में तोड़फोड़ कर दी। पिकअप से SUV को टक्कर मारी। सरियों और हॉकी से वार कर डैमेज कर दिया। इसके बाद बदमाश होटल में बैठे जितेन्द्र माली को मारने के लिए बढ़े लेकिन इस दौरान वह मौके से भाग गया। इस दौरान घटना में स्कॉर्पियो के पास खड़े अन्य लोगों की एक कार और एक स्कूटी को भी तोड़ दिया। इसके बाद फरार हो गए थे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौका रिपोर्ट बनाकर जांच शुरू की। जालोर डीएसपी ने बताया कि घटना में वाहनों की तोड़फोड़ हुई है। जिसके अलावा कोई फायरिंग व मारपीट नहीं हुई हैं। यह दोनों पक्ष साथ ही है कोई आपसी बातचीत को लेकर घटना हुई है। जितेन्द्र की रिपोर्ट पर नामजद मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है। घटना स्थल पर मौजूद कुछ लोगों ने बताया कि दोनों पक्ष में बजरी विवाद को लेकर झगड़ा हुआ हैं। जिसमें जीतू माली के कार को तोड़ दिया। वही दोनों पक्ष में 14 अक्टूबर की रात को लेटा में भी दोनों पक्षों के बीच विवाद होने की जानकारी है।
राजनांदगांव के स्टेट हाई स्कूल ग्राउंड में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह के जन्मदिन पर गायक कैलाश खेर का कार्यक्रम आयोजित किया गया। बुधवार देर रात तक चले इस कार्यक्रम में अव्यवस्था का आलम रहा। आरोप है कि यह कार्यक्रम एक 'व्यक्तिगत' या 'परिवार विशेष' का होकर रह गया। कार्यक्रम के दौरान पुलिस प्रशासन की निष्क्रियता के कारण राष्ट्रीय खिलाड़ियों का अपमान हुआ। प्रदेश हॉकी संघ के अध्यक्ष फिरोज अंसारी को पुलिस ने कार्यक्रम स्थल से धक्के मारकर बाहर निकाल दिया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे खिलाड़ियों में आक्रोश है। चोरी की बिजली से कार्यक्रम कार्यक्रम स्थल पर चारों ओर अव्यवस्था बनी रही। गेट नंबर चार पर पुलिस अधिकारी मूकदर्शक बने रहे, जबकि बाहर जिला क्रिकेट संघ के सचिव योगेश बागड़ी और उनकी टीम प्रवेश का इंतजार कर रही थी। वहां मौजूद इंस्पेक्टर विजय मिश्रा ने लोगों को गेट नंबर एक से जाने को कहा। लेकिन पुलिस ने गेट नंबर चार खोलने से इनकार कर दिया। कई महिलाएं और पुरुष दीवार फांदकर अपने घरों को गए। कार्यक्रम में पर्याप्त कुर्सियों की व्यवस्था नहीं थी, जिससे लोग खड़े होकर देखने को मजबूर हुए। प्रोग्राम में बिजली के तार पोल से जोड़कर चोरी की बिजली से रोशनी की जा रही थी।
कोरबा में 25वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता के समापन के बाद जांजगीर और कोरबा के खिलाड़ियों के बीच विवाद हो गया। ट्रॉफी अपने पास रखने को लेकर हुए इस विवाद में एक खिलाड़ी हॉकी स्टिक से घायल हो गया, जिसके सिर में 14 टांके आए हैं। यह घटना बुधवार दोपहर विद्युत गृह स्कूल क्रमांक-1 में हुई। पहले सीएसईबी मैदान में ट्रॉफी को लेकर जांजगीर और कोरबा के खिलाड़ियों में बहस हुई थी, जिसे किसी तरह शांत कराया गया। इसके बाद दोनों टीमों के खिलाड़ी विद्युत गृह स्कूल पहुंचे, जहां विवाद फिर भड़क गया। सिर पर किए कई वार विवाद के दौरान जांजगीर टीम के खिलाड़ी हेमंत ने कोरबा टीम के खिलाड़ी आयुष मानिकपुरी पर हॉकी स्टिक से हमला कर दिया। आयुष के सिर पर कई वार किए गए, जिससे उनका सिर फट गया और खून बहने लगा। घटनास्थल पर भीड़ जमा हो गई। कैजुअल्टी में किया गया भर्ती साथी खिलाड़ियों ने तुरंत घायल आयुष को मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया। कैजुअल्टी में भर्ती आयुष के सिर पर गंभीर चोट के कारण 14 टांके लगाने पड़े। अस्पताल से घटना की सूचना पुलिस चौकी को दी गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। बयान दर्ज कर की जा रही कार्रवाई जिला अस्पताल चौकी प्रभारी विश्व नारायण चौहान ने बताया कि बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना के बाद खेल प्रभारी सहायक खेल अधिकारी केआर टंडन और अन्य अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल नहीं उठाया।
बैतूल जिले में खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने और युवाओं में खेल भावना जगाने के उद्देश्य से बुधवार को सांसद खेल महोत्सव का क्लस्टर स्तरीय शुभारंभ पुलिस परेड ग्राउंड में हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं विधायक हेमंत खंडेलवाल तथा केंद्रीय जनजातीय कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने किया। आयोजन का उद्देश्य खिलाड़ियों को अवसर देना है, लेकिन मैदान पर हकीकत कुछ और ही दिखी। जिले में खेल सुविधाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है। खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों का कहना है कि अगर यही हाल रहा तो बड़े स्तर के खिलाड़ी तैयार होना मुश्किल है। ग्राउंड की कमी, खिलाड़ी अभ्यास को तरस रहे जिले में न तो क्रिकेट का समुचित मैदान है, न फुटबॉल का। हॉकी के लिए जो मेजर ध्यानचंद हॉकी स्टेडियम बना है, उसकी टर्फ खराब हो चुकी है। स्टेडियम में पानी की मोटर भी पिछले कई दिनों से बंद है, जिससे खिलाड़ी अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं।हॉकी, जो देश का राष्ट्रीय खेल है, उसकी हालत यह है कि जिले में केवल एक ही टीम सक्रिय है — वह भी खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रशिक्षण केंद्र की। प्रशिक्षण केंद्रों में विशेषज्ञ कोच नहीं ट्राइबल विभाग के अंतर्गत जिले में दो खेल परिसर संचालित हैं — जिनमें प्रमुख खेल एथलेटिक्स और सॉफ्टबॉल हैं। लेकिन यहां भी एनआईएस प्रशिक्षित कोच नहीं हैं। केवल एक-दो खेल अधिकारियों के भरोसे खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। खिलाड़ियों का कहना है कि पिछले तीन वर्षों से खेल सामग्री तक नहीं बांटी गई है, जिससे प्रशिक्षण बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। इस मामले में ट्राइबल विभाग के खेल प्रभारी केके कहार का कहना है कि बच्चों को सामग्री तीन साल से क्यों नहीं मिली उन्हें नहीं पता यह वरिष्ठ अधिकारी ही बता पाएंगे वरिष्ठ खिलाड़ी नरेंद्र ठाकुर ने कहा कि “जिस तरह की खेल संरचना और तैयारी की जरूरत है, वह धरातल पर दिखाई नहीं देती। प्रशिक्षक योग्य नहीं हैं, और सुविधाओं का अभाव बहुत है।” ट्राइबल विभाग में जूडो का प्रशिक्षण केंद्र भी है, लेकिन वहां भी प्रशिक्षक नहीं है। खेल समन्वयकों की निष्क्रियता पर सवालखेल एवं युवा कल्याण विभाग के ग्रामीण और शहरी खेल समन्वयक अपने स्तर पर किसी भी खेल की टीम तैयार नहीं कर पा रहे हैं। ये अधिकारी विकासखंडों में पदस्थ होने के बावजूद जिला मुख्यालय पर ही रहते हैं।शिकायत है कि इनकी उपस्थिति का कोई निश्चित स्थान तय नहीं है, और जिला खेल अधिकारी द्वारा मुख्यालय में उपस्थिति दर्ज कराई जाती है। इस लापरवाही का असर ग्रामीण स्तर पर खेल प्रतिभाओं की पहचान और प्रशिक्षण पर पड़ रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग भी सुस्त स्कूल शिक्षा विभाग के अधीन आने वाले पीटीआई (शारीरिक शिक्षक) भी अपने स्कूलों या ब्लॉक स्तर पर खेल टीम तैयार करने में विफल हैं। अधिकांश पीटीआई केवल कार्यालयीन कार्यों तक सीमित हैं, जिससे स्कूलों में खेलों का वातावरण खत्म होता जा रहा है। कबड्डी का प्रशिक्षण केंद्र नहीं जिले में कबड्डी सबसे लोकप्रिय खेल है, लेकिन खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने अब तक इसके प्रशिक्षण केंद्र नहीं खोले हैं। फिलहाल केवल हॉकी और कराटे के प्रशिक्षण केंद्र संचालित हैं।खेल प्रेमियों का कहना है कि यदि कबड्डी के प्रशिक्षण केंद्र खेल विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग और ट्राइबल विभाग मिलकर खोलें, तो बैतूल के खिलाड़ी राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर नाम कमा सकते हैं। सांसद खेल महोत्सव में उमंग, पर सवाल भी सांसद खेल महोत्सव में जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों — दनोरा, बडोरा, खंडारा, भोगीताड़ा, खडला, मलकापुर, टेमनी, बरसाली आदि से सैकड़ों खिलाड़ी कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, फुटबॉल, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, योगासन सहित विभिन्न खेलों में भाग लेने पहुंचे।खिलाड़ियों का उत्साह तो दिखा, लेकिन मैदान, प्रशिक्षक और सामग्री की कमी ने पूरे आयोजन पर सवाल खड़े कर दिए। कई खिलाड़ियों ने कहा — “खेल महोत्सव जैसे आयोजन तो होते हैं, लेकिन मूलभूत सुविधाओं की कमी हमेशा बनी रहती है।” भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का आश्वासन कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने कहा कि “हम चाहते हैं कि बैतूल में हर खेल को बढ़ावा मिले। प्रदेश में बैतूल को खेल का हब बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है। जिले में राष्ट्रीय स्तर की एस्ट्रो टर्फ ही नहीं, बल्कि अब हम ऐसे ग्राउंड बनायेंगे जो देश के नक्शे पर बैतूल को नई पहचान देंगे।” खिलाड़ियों की मांग : मैदान सुधरे, प्रशिक्षक मिले महोत्सव के दौरान की तस्वीरें
राजनांदगांव में आज विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जा रहा है। जिला भाजपा अध्यक्ष कोमल सिंह राजपूत ने बताया कि डॉ. रमन सिंह दोपहर 3 बजे स्थानीय स्पीकर हाउस पहुंचेंगे, जहां उन्हें बधाई देने के लिए प्रदेशभर से प्रबुद्ध नागरिक और वरिष्ठ भाजपा नेता उपस्थित रहेंगे। इसके अलावा मठपारा स्थित शिवनाथ वाटिका में भी भाजपा कार्यकर्ताओं की ओर से डॉ. रमन सिंह के सम्मान में एक समारोह आयोजित किया जा रहा है, जिसमें राजनांदगांव सहित अन्य जिलों के कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री गजेंद्र यादव की उपस्थिति रहेगी। स्पीकर हाउस में आयोजित रात्रि भोज में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सहित मंत्रिमंडल के अन्य मंत्री भी शामिल होंगे। डॉ. रमन सिंह रात्रि 9 बजे स्टेट स्कूल में आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में भाग लेने के लिए रवाना होंगे। कोमल राजपूत ने जानकारी दी कि जन्मदिन के अवसर पर डॉ. रमन सिंह दो दिनों तक नगर प्रवास पर रहेंगे और कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। 51 वार्डों में स्वच्छता अभियान जिला महामंत्री सौरभ कोठारी ने बताया कि डॉ. रमन सिंह के जन्मदिन की शुरुआत 51 वार्डों में स्वच्छता अभियान और 71 गांवों में वृक्षारोपण के वृहद कार्यक्रम से होगी। 16 अक्टूबर को डॉ. रमन सिंह दिव्यांग बच्चों और स्वच्छता दीदियों के साथ भी अपना जन्मदिन मनाएंगे। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय हॉकी स्टेडियम में निर्मित जिम का उद्घाटन और गौरव पथ पर नवनिर्मित प्रयास विद्यालय का शुभारंभ भी डॉ. रमन सिंह के हाथों होगा। डॉ. रमन सिंह के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित 'संगीत सरिता' कार्यक्रम में प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर अपनी प्रस्तुति देंगे। आयोजन समिति के अध्यक्ष भावेश बैद ने बताया कि पद्मश्री से सम्मानित कैलाश खेर आज राजनांदगांव पहुंचेंगे और रात्रि में अपनी गायकी से दर्शकों का मनोरंजन करेंगे। 15 अक्टूबर को कैलाश खेर का कार्यक्रम राजनांदगांव स्थित स्टेट स्कूल में 15 अक्टूबर को प्रख्यात पार्श्व गायक कैलाश खेर का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होने जा रहा है। इस कार्यक्रम में शहर एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक एडवायजरी जारी की है। कार्यक्रम के दौरान शहर के भीतर भारी एवं मध्यम वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। विभिन्न दिशाओं से आने वाले भारी वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया गया है। डायवर्जन रूट इस प्रकार हैं: बालोद की ओर से आने वाले भारी वाहन – मोहारा बायपास से डायवर्ट किए जाएंगे। खैरागढ़ की ओर से आने वाले भारी वाहन – गठुला से डायवर्ट होंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग-53 से गुजरने वाले भारी वाहन – ट्रांसपोर्ट नगर एवं सीआईटी बायपास से निकाले जाएंगे। इन सभी रूटों पर भारी वाहनों का शहर में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। दर्शकों के लिए प्रवेश गेट और पार्किंग व्यवस्था गेट नंबर 01 – बल्देव बाग (सबेरा संकेत कार्यालय के सामने) प्रवेश: VIP पासधारी दर्शकों का पार्किंग: सबेरा संकेत कार्यालय के पास और महारानी स्कूल मैदान गेट नंबर 02 – खैरागढ़ रोड प्रवेश: फैमिली पासधारी दर्शकों का पार्किंग: दिग्विजय क्लब एवं नगर निगम कार्यालय गेट नंबर 03 – लॉ कॉलेज के बाजू स्टेट स्कूल गेट प्रवेश: VVIP एवं मेम्बर फैमिली पासधारी वाहन पार्किंग: स्टेट स्कूल मंच के पीछे गेट नंबर 04 – लॉ कॉलेज के पास तहसील रोड प्रवेश: गोल्डन पासधारी एवं मेम्बर फैमिली पास वाहन पार्किंग: तहसील कार्यालय परिसर जनरल पार्किंग की व्यवस्था नया बस स्टैंड एबीएस पार्किंग, बल्देव बाग फ्लाईओवर के नीचे महाराणा प्रताप गार्डन (नया बस स्टैंड के पास) म्यूनिसिपल स्कूल मैदान पुत्री शाला पार्किंग म्यूनिसिपल स्कूल के पीछे इन पार्किंग स्थलों पर आम नागरिक अपने वाहन पार्क कर कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं। वाहन प्रवेश प्रतिबंध खैरागढ़ की ओर से आने वाले चारपहिया वाहन – देशमुख होटल, चिखली से आगे शहर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे। ऐसे वाहन पुराना ढाबा, मोतीपुर मार्ग से शहर में प्रवेश कर सकते हैं। प्रशासन की अपील प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे ट्रैफिक व्यवस्था में सहयोग करें और निर्धारित रूट और पार्किंग स्थलों का ही उपयोग करें, ताकि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सुगम तरीके से संपन्न हो सके।
साइंस कॉलेज हॉस्टल में छात्रों पर हमले में 6 आरोपी गिरफ्तार, जागा प्रबंधन, लगाए कैमरे
राजधानी के साइंस कॉलेज हॉस्टल में छात्रों से मारपीट करने वाले 6 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अन्य आरोपी फरार हैं, जिनकी तलाश पुलिस कर रही है। वहीं दूसरी ओर अब कॉलेज प्रशासन भी घटना के बाद जागा है। प्रबंधन ने तीनों हॉस्टल के गेट पर एक-एक कैमरा लगाया है। वहीं गार्ड की भी तैनाती की गई है। मारपीट की घटना के बाद से छात्र डरे हुए हैं। दरअसल, साइंस कॉलेज के उमादास मुखर्जी हॉस्टल नंबर 3 के परिसर में रविवार रात करीब 10 बजे कुछ युवक यूरीन कर रहे थे। छात्रों ने मना किया तो वे विवाद करने लगे। इसके बाद वे वहां से चले गए। करीब 11.40 बजे 30-40 युवक हॉस्टल में घुसे। सभी के हाथ में डंडे, हॉकी स्टीक, रॉड और तलवार थे। इन्होंने बिना कुछ पूछे छात्रों से मारपीट शुरू कर दी। घटना में 7-8 छात्रों को गंभीर चोट आई है। उनका इलाज जारी है। इसी दौरान हमलावरों ने वीडियो बना रहे हॉस्टल के एक छात्र को देख लिया। आरोपियों ने उसको भी मारा, फिर उसका मोबाइल छीनकर ले गए। घटना के बाद छात्र सरस्वती नगर थाने गए। देर रात तक छात्र वहीं डटे रहे, लेकिन पुलिस के अधिकारी रात 2 बजे पहुंचे। चूंकि हॉस्टल में कैमरे और सुरक्षा के इंतजाम नहीं थे, इसलिए पुलिस को आरोपियों को पकड़ने में काफी मशक्कत हुई। फिलहाल घटना के 2 दिन बाद पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें फूलचौक निवासी मोनेश उर्फ मोन्टू केसरकर, धर्मांशु सोनपिपरे, गेबिन यादव, प्रतीक यादव, कोटा निवासी आकाश गुप्ता उर्फ बाबू व पुरानी बस्ती निवासी थानेश्वर उर्फ सोनू साहू का नाम शामिल है। सभी ने 25-30 युवकों के साथ वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की है। आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। अन्य फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
गुरु गोविंद सिंह स्कूल के 2 छात्रों का राज्य स्तर पर चयन
उदयपुर▌| चेतक सर्किल स्थित राजकीय गुरु गोविंद सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने हाल ही में हुई 69वीं जिला स्तरीय प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य स्तर पर चयन प्राप्त किया। छात्र कुश्ती अंडर-17 में देवाराम गरासिया और जिम्नास्टिक अंडर-19 में रणवीर भील को राज्य स्तर पर चुना गया। रणवीर ने 1 से 7 अक्टूबर तक राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, स्वरूपगंज में हुई स्पर्धा में दूसरा स्थान पाया था। इसके साथ ही विद्यालय की पीटीआई सुशीला राठौड़ को धोलासर (फलोदी) में होने वाली राज्य स्तरीय हॉकी प्रतियोगिता के लिए निर्णायक बनाया गया है। स्कूल की उप प्राचार्य डॉ. भारती शर्मा ने बताया कि प्रधानाचार्य विनयकांत जोशी ने चयनित छात्रों व पीटीआई को इस उपलब्धि के लिए स्कूल स्तर पर सम्मानित किया।
पंजाब में फरीदकोट जिले की थाना सिटी कोटकपूरा पुलिस ने लूट की वारदात की फिराक में बैठे एक गिरोह के 6 सदस्यों को वारदात से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी डीएसपी (इन्वेस्टिगेशन) फरीदकोट अवतार सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दी। आरोपियों की पहचान आकाशदीप सिंह, दविंदर सिंह, आकाश सिंह, जगसीर सिंह, संदीप सिंह और गुरपिंदर सिंह के रूप में हुई है। सभी आरोपी कोटकपूरा निवासी हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से एक गरारी लगी लोहे की पाइप, एक कृपाण, एक लकड़ी का डंडा (कही का दस्ता), एक हॉकी स्टिक, एक नलके का हैंडल और एक कापा बरामद किया है। DSP ने क्या बताया? डीएसपी अवतार सिंह ने बताया कि एसएसपी डॉ प्रज्ञा जैन की दिशा निर्देश पर डीएसपी कोटकपूरा संजीव कुमार व एसएचओ सिटी इंस्पेक्टर चमकौर सिंह की निगरानी एएसआई सुखदेव सिंह अपनी टीम सहित बत्तियां वाला चौक कोटकपूरा पर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग कर रहे थे। इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि कुछ आरोपी, जो पहले भी आपराधिक वारदातों में शामिल रह चुके हैं, मोगा रोड लक्कड़ मंडी के पास कच्चे रास्ते पर तेजधार हथियारों से लैस होकर लूट की योजना बना रहे हैं। सूचना के आधार पर तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस पार्टी ने मौके पर पहुंचकर इन छह आरोपियों को तेजधार हथियार समेत गिरफ्तार किया। अदालत से रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी पुलिस-डीएसपी डीएसपी अवतार सिंह ने बताया कि पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ थाना सिटी कोटकपूरा में मामला दर्ज किया है। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि इस गिरोह के सदस्यों के खिलाफ पहले भी नशा तस्करी, लूटपाट, संगठित अपराध और अन्य गंभीर धाराओं के तहत 6 मामले दर्ज हैं। अब आरोपियों को अदालत में पेश कर रिमांड लिया जा रहा है ताकि उनसे आगे की पूछताछ की जा सके।
जहीर खान और उनकी पत्नी सागरिका घाटगे ने ‘Akutee’ ब्रांड की शुरुआत की
बेंगलुरु। पल्लू, दुपट्टे और जैकेट पर खूबसूरत रंगों में की गई कढ़ाई और पेंटिंग घाटगे शाही परिवार का एक रहस्य रहा होगा, जिसका इस्तेमाल प्रियजनों के कपड़ों को प्यार से सजाने के लिए किया जाता था। हालांकि क्रिकेटर जहीर खान की व्यावसायिक समझ से अब यह एक ब्रांड अकुती में तब्दील हो गया है। अभिनेत्री, मॉडल एवं राष्ट्रीय स्तर की पूर्व हॉकी चैंपियन सागरिका घाटगे अकुती ब्रांड को अपनी मां उर्मिला घाटगे के साथ चलाती हैं। सागरिका घाटगे ने कहा, “हाथ से पेंटिंग मेरे बचपन का हिस्सा रहे हैं। मेरी मां लंबे समय से यह करती रही हैं। हालांकि शुरू में मैं इसे उतनी गंभीरता से नहीं लेती थी, लेकिन मेरे पति (जहीर खान) ने मुझे इसे एक विशेष कलेक्शन बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मां-बेटी की जोड़ी ने बेंगलुरु में ‘फोर सीजन्स’ में अपने कलेक्शन की शुरुआत की। सोलह मई को होटल में एक दिन के लिए साड़ियों, दुपट्टों और ब्लेजर का संग्रह प्रदर्शित किया गया। घाटगे ने कहा कि जब उन्होंने लगभग एक साल पहले इसकी शुरुआत करने का फैसला किया, तो एक ब्रांड नाम के लिए ‘अकुती’ एक स्वाभाविक पसंद बन गई, जिसका मराठी में अर्थ राजकुमारी होता है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival में दिखाई गई श्याम बेनेगल की फिल्म मंथन, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह मौजूद खान ने कहा, ‘‘हां, वह एक राजकुमारी है। घाटगे ने कहा कि यह नाम सिर्फ उनके खानदान का संकेत नहीं है, बल्कि उनके परिवार की सभी महिलाओं के लिए एक सम्मान भी है। घाटगे ने कहा, अकुती समय में पीछे ले जाता है। उन्होंने कहा कि डिज़ाइन की प्रेरणा सीधे कोल्हापुर के शाही घाटगे परिवार के बगीचों से आती है। घाटगे ने कहा, मेरी मां वास्तव में बागवानी में रुचि रखती हैं और हमारे बगीचे में खिलने वाले फूल हमारे कपड़ों पर हाथ से पेंट की गई डिजाइन में तब्दील हो जाते हैं।