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राष्ट्रपति भवन में सेकंड फेज के पद्म पुरस्कारों का वितरण:लोक गायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण; साध्वी ऋतंभरा को पद्मभूषण सम्मान

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में दूसरे फेज के पद्म अवॉर्ड्स दे रही हैं। इनमें लोकगायिका स्वर्गीय डॉ. शारदा सिन्हा समेत 68 हस्तियों को सम्मानित किया जा रहा है। इस दौरान पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद हैं। मंगलवार को हुई अवॉर्ड सेरेमनी में बिहार की दिवंगत लोक गायिका डॉ. शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। वहीं, राम मंदिर आंदोलन में शामिल रहीं साध्वी ऋतंभरा को सामाजिक कार्य के लिए पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। इससे पहले 28 अप्रैल को पहले चरण की अवॉर्ड सेरेमनी में 71 हस्तियों को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। इनमें 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री पुरस्कार दिए गए। सरकार ने गणतंत्र दिवस से पहले 2025 के लिए 139 पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया था। इनमें शारदा सिन्हा, ओसामु सुजुकी समेत 13 हस्तियों को मरणोपरांत पुरस्कार दिए जा रहे हैं। 19 हस्तियों को पद्म भूषण के लिए चुना गया है। 113 हस्तियों को इस बार पद्म श्री से सम्मानित किया जाना है। पद्म पुरस्कार विजेताओं में 23 महिलाएं हैं। इनमें 10 विदेशी/NRI/PIO/OCI कैटेगरी के लोग भी हैं। पद्म अवॉर्ड की तस्वीरें... पहले फेज के पद्म अवॉर्डी... पहले चरण के पद्म पुरस्कारों में कला के क्षेत्र में साउथ फिल्मों के एक्टर अजीत और फिल्म डायरेक्टर शेखर कपूर को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। वहीं गजल गायक पंकज उधास को मरणोपरांत पद्म भूषण सम्मान दिया गया। अवॉर्ड उनकी पत्नी फरीदा ने लिया। क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री, हॉकी खिलाड़ी श्रीजेश को पद्म भूषण दिया गया। वहीं कुवैत की योग टीचर शेखा अली को भी चिकित्सा क्षेत्र में पद्मश्री से सम्मानित किया गया। पढ़ें पूरी खबर... ये खबर भी पढ़ें... बहादुरी-बलिदान के लिए जवानों को मिले गैलेंट्री अवॉर्ड्स: राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र, 33 शौर्य चक्र दिए; डाइस से उतरीं, शहीदों की मांओं को गले लगाया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 मई का राष्ट्रपति भवन में पहले चरण के गैलेंट्री अवॉर्ड्स दिए। ये अवॉर्ड ड्यूटी के दौरान असाधारण बहादुरी, समर्पण और बलिदान देने वालों के सम्मान में दिए गए। राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र प्रदान किए। इनमें 4 मरणोपरांत दिए गए। इस दौरान 33 शौर्य चक्र भी प्रदान किए गए। इनमें 7 मरणोपरांत दिए गए। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 27 May 2025 6:40 pm

प्रो लीग के जरिए भारत के पास विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने का अच्छा मौका : हार्दिक सिंह

नई दिल्ली, 26 मई . एफआईएच हॉकी प्रो लीग 2024–25 (पुरुष वर्ग) के यूरोपीय चरण की शुरुआत करते हुए भारतीय टीम अंक तालिका में तीसरे स्थान पर मजबूती से बनी हुई है. टीम के उपकप्तान हार्दिक सिंह ने कहा कि इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट को जीतकर खत्म करना बहुत जरूरी है. हार्दिक ने कहा, “हमने टीम ... Read more

डेली किरण 26 May 2025 5:38 pm

भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने चार देशों के टूर्नामेंट में उरुग्वे को 3-2 से हराया

नई दिल्ली, 26 मई . भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने अर्जेंटीना के रोसारियो में खेले जा रहे फ्रेंडली फोर नेशंस टूर्नामेंट में अपने दूसरे मुकाबले में उरुग्वे को 3-2 से हरा दिया. भारत की ओर से सोनम ने 21वें मिनट में गोल किया, जबकि कनिका सिवाच ने 46वें और 50वें मिनट में दो अहम ... Read more

डेली किरण 26 May 2025 11:38 am

हॉकी प्रो लीग में चमक बिखेरेंगे काशी के ललित उपाध्याय:यूरोपीय शृंखला के लिए इंडियन टीम में हुआ चयन, गाजीपुर के राजकुमार भी सेलेक्ट

वाराणसी के हॉकी ओलिंपियन ललित उपाध्याय का चयन हॉकी प्रो लीग यूरोपीय शृंखला के लिए हुआ है। इसके अलावा गाजीपुर के करमपुर स्टेडियम के राजकुमार पाल भी इस प्रतियोगिता के लिए टीम इंडिया में स्थान बनाने में कामयाब हुए हैं। आठ मैचों की यह शृंखला सात जून से बेल्जियम में शुरू होगा। इस चयन पर हॉकी पेयर ललित उपाध्याय ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने कहा देश के लिए खेलना हमेशा से सुखद रहा और देश के लिए खेलते हुए हमेशा बस जीत ही दिल में दौड़ती है। पहला मैच 7 जून को हॉकी वाराणसी के अध्यक्ष डॉ एके सिंह ने बताया- हॉकी इंडिया ने यूरपीय शृंखला प्रो हॉकी लीग के लिए ललित और राजकुमार का चयन टीम इंडिया में किया है। ललित और राजकुमार ने ओलिंपिक में जो प्रदर्शन किया था। जिसे बरकरार रखा है। प्रो हॉकी लीग योरोपियन शृंखला इस वर्ष बेल्जियम में होगी। टीम इंडिया अपना पहला मैच नीदरलैंड से 7 जून को होगा। वहीं दूसरा मैच 9 जून को नीदरलैंड के खिलाफ ही होगा। अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया और बेल्जियम से भी दो-दो मैच एके सिंह ने बताया- इस शृंखला में टीम इंडिया 11 और 12 जून को अर्जेंटीना, 14 और 15 जून को आस्ट्रेलिया और 21 और 22 जून को मेजबान बेल्जियम से भिड़ेगा। इसमें भारतीय टीम के फारवर्ड खिलाड़ी वाराणसी के ललित और गाजीपुर के मिडफील्डर राजकुमार पाल भी खेलेंगे। दो लगातार ओलिंपिक का अनुभव ललित उपाध्याय ने लगातार दो ओलिंपिक में भारत और वाराणसी के लिए पदक जीता है। वो लगातार दो ओलिंपिक में भारतीय टीम के हिस्सा रहे। भारतीय टीम ने दोनों बार कांस्य पदक जीता है। ललित ने बताया- प्रो हॉकी लीग यूरोपीय शृंखला में जा रही भारतीय टीम बहुत मजबूत है और हम प्रतियोगिता हर हाल में जीतेंगे।

दैनिक भास्कर 26 May 2025 7:33 am

स्वस्थ व फिट रहने के लिए पूरे उत्साह संग चला​ई साइकिल

भास्कर न्यूज| राजनांदगांव भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) ने खेलो इंडिया फिट इंडिया अंतर्गत स्वास्थ्य एवं फिटनेस के प्रति जागरूकता लाने के लिए रविवार को हॉकी स्टेडियम गौरव पथ में सुबह मीडिया प्रतिनिधियों के लिए फिट इंडिया संडे साइकिलिंग रैली िनकाली। इसमें मीडिया प्रतिनिधि एवं साई हॉस्टल के बच्चे शामिल रहे। इस अवसर पर संयुक्त संचालक जनसंपर्क डॉ. उषा किरण बड़ाईक ने साइकिल रैली को झंडी दिखाकर रवाना किया। उत्साह एवं ऊर्जा के साथ मीडिया प्रतिनिधियों के साथ बच्चों एवं युवाओं ने भी साइकिल रैली में भाग लिया। खुशी जाहिर करते हुए सभी ने सेल्फी जोन में सेल्फी ली। संयुक्त संचालक जनसंपर्क डॉ. बड़ाईक ने कहा कि मीडिया प्रतिनिधि कठिन परिश्रम करते हैं और उनकी दिनचर्या थोड़ी अव्यवस्थित होती है। ऐसे में स्वास्थ्य का ध्यान रखना उनके लिए चुनौतीपूर्ण होता है। इसे ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य के प्रति ध्यान देना बहुत जरूरी है। इस साइकिल रैली के माध्यम से मीडिया के प्रतिनिधियों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने का प्रयास किया गया है, ताकि वे अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहते हुए फिजिकल एक्टीविटी को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। साई हॉस्टल के प्रभारी एवं बास्केटबाल कोच पंकज पाण्डेय ने कहा कि स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए प्रयास किया गया। राजनांदगांव. साइकिल रैली को संयुक्त संचालक ने झंडी दिखाकर रवाना किया। हर रविवार को आयोजन उन्होंने बताया कि हर रविवार को डॉक्टर, नर्स, पुलिस, बार काउंसलिंग के साथ साइकिल रैली का आयोजन किया गया है। कार्य के बावजूद अपने स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए समय निकालकर प्रतिदिन साइकिल चलाने एवं अन्य गतिविधियों को अपनाना चाहिए। वरिष्ठ पत्रकार संदीप साहू ने कहा कि साइकिल रैली के माध्यम से पत्रकार साथियों को इस आयोजन से जोड़ा गया है। सुबह उठकर साइकिल या कोई भी एक फिजिकल एक्टिविटी जरूर अपनाएं, जिससे आप स्वस्थ महसूस करेंगे। मीडिया प्रतिनिधि परमानंद रजक ने कहा कि साइकिल चलाने पर स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।

दैनिक भास्कर 26 May 2025 4:36 am

केंद्रीय मंत्री ने फूलमालाओं की जगह लीं किताबें, इन्हें स्कूल की लाइब्रेरी में दे दी

भास्कर न्यूज | अलवर केन्द्रीय पर्यावरण व वन मंत्री व अलवर सांसद भूपेंद्र यादव ने रविवार को गांव लिली के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल लिली में गांव कलसाडा, लिली व मालाखेड़ा व ग्राम बिणजारी के स्कूल में पाटन, छिलोडी, बिलेटा व राजपुर छोटा के लिए अपने अभिनव नवाचार ‘सांसद सम्पर्क संवाद यात्रा’ के तहत ग्रामीणों से संवाद उनका मौके पर ही निस्तारण किया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल आदि विषयों पर समन्वित प्रयास करने के साथ विकास को गति प्रदान की जाएगी। डेयरी को भ्रष्टाचार मुक्त करने की दिशा में काम किया जा रहा है। यादव ने उनके स्वागत में फूलमाला व साफे की जगह उपयोगी पुस्तकें स्वीकार करने की अभिनव पहल के तहत ग्रामीणों से पुस्तकें लेकर सरकारी स्कूल की लाइब्रेरी के लिए विभिन्न प्रधानाचार्यों को दी। उन्होंने ग्रामीणों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि मांगलिक आयोजनों के अवसर पर सरकारी स्कूल के पुस्तकालय के लिए पुस्तकें या उसके लिए राशि भेंट करें ताकि इनका लम्बे समय तक ज्ञान अर्जन के लिए इनका उपयोग हो सके। केंद्रीय मंत्री यादव ने ग्राम पंचायत लिली के मिनी सचिवालय, इंटर लॉकिंग सडक निर्माण कार्य अधूरी इंटर लॉकिंग सड़क से सोता का बास स्कूल की ओर एवं इंटर लॉकिंग सडक निर्माण कार्य झारिया जाटव के घर से सोता का आस स्कूल की ओर का लोकार्पण किया। उन्होंने ग्राम बिणजारी से काठवाडी होकर पिनान मिसिंग लिंक सडक बनवाने की घोषणा की। उन्होंने लाभार्थियों को इंडेक्शन कूकर एवं दिव्यांगजनों को इलेक्ट्रिक व्हील चेयर दी। उधर, केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव एवं वन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने रविवार को कठूमर विधायक रमेश खींची के कठूमर के गांव अखैगढ़ स्थित निवास स्थान पर जाकर उनकी माता के निधन पर शोक जताया। केंद्रीय मंत्री ने भाजपा कार्यालय पर कार्यकर्ताओं के साथ प्रधानमंत्री के मन की बात को सुना। यादव ने ‘मन की बात’ के बाद संवाद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का यह कार्यक्रम देश के जन-जन को जोड़ने व सकारात्मक सोच को प्रोत्साहित करने का एक सशक्त माध्यम बन गया है। इस अवसर पर वन मंत्री संजय शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष सहित वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित रहे। साई हॉकी का सेंटर अलवर में ही रहने के लिए हॉकी खिलाड़ियों ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया।

दैनिक भास्कर 26 May 2025 4:33 am

तीन हॉकी खिलाड़ियों का चयन पंजाबकी श्रेष्ठ खेल अकादमियों में हुआ

भास्कर न्यूज| बधानीपंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड(पीएसईबी) की 10वीं और 12वीं कक्षा में टॉप करने वाले छात्रों को सम्मान देने हेतु कैबिनेट मंत्री लाल चंद कटारूचक शनिवार कोसरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल बधानी पहुंचे। यहां कैबिनेट मंत्रीका स्वागत स्कूल की प्रिंसिपलरघुवीर कौर सहित स्टाफ ने फूलोंके गुलदस्ते भेंट करके किया। इसके बाद कैबिनेट मंत्री ने टॉपररहे 13 विद्यार्थियों से भेंट की।उन्होंने कहा कि पंजाब में नशे केखिलाफ चल रही जंग में अब10वीं और 12वीं की परीक्षा टॉपकरने वाले युवा रोल मॉडल बनेंगे।उन्होंने मेडिकल विषय गवर्नमेंटसीनियर सेकेंडरी स्कूल बधानी की98.20 फीसदी अंक लेकर स्टेटमेरिट में 9वां स्थान प्राप्त करनेवाली तथा जिला पठानकोट में टॉपकरने वाली कामिनी शर्मा कोसम्मान के रूप राशि भेंट की।उन्होंने जिला में टॉपर 12छात्र-छात्राओं में बारहवीं साइंसकी रिया शर्मा, शगुन, प्रिया, कामर्सकी संजना, पलक, तनु देवी,आर्ट्स की नैंसी, प्रेरणा देवी औरदसवीं की जानवी, कशिश वयुवराज को सम्मान सहित स्मृतिचिह्न भेंटकर सम्मानित किया। मंत्रीने राज्य में टॉपर रहे विद्यार्थियों को3100 रुपए और जिला में टॉपर रहेविद्यार्थियों को 1100-1100 रुपएभेंटकर सम्मानित किया। इस मौकेपर आप पार्टी के ब्लाक प्रधानसौरभ बहल, हिन्दू कोआप्रेटिवबैंक के चेयरमैन सतीश महेन्द्रु,समाज सेवक बिक्कर ठाकुरशामिल थे। कैबिनेट मंत्री लाल चंदकटारूचक ने पंजाब में भगवंतमान की सरकार हेल्थ औरएजुकेशन को बढ़ाने देने में अहमरोल अदा कर रही है। स्कूलों कोमॉडल बनाने के लिए करोड़ों रुपएखर्च किए जा रहे हैं। नतीजनपठानकोट जिला में भी करोड़ों रुपएखर्च किए जा चुके हैं। विद्यार्थियोंकी सुविधा के लिए हाल ही मेंविधानसभा हलका भोआ के नरोटमेहरा व झाखोलाहड़ी स्कूलों में40 लाख रुपए की इनवेस्टमेंट कीगई है। जिसके तहत सरकारीस्कूलों का बेहतर महौल बन रहाहै। उनके हलका भोआ केबमियाल सरकारी स्कूल के दोविद्यार्थी 98 प्रतिशत के करीब अंकप्राप्त कर टाप हुए हैं,जबकि उनकेगांव कटारूचक की दो बेटियांमेरिट में आई हैं। मंत्री लाल चंद कटारूचक नेकहा कि अभी तक हमरा बेटियों केप्रति नजरिया बदला नही है। आजभी हम बेटों के मुकाबले बेटियों कोबराबर करके नही देख पा रहे।परन्तु जिस घर में धी और किताबहोगी वही घर खुशहाल होगा,वहीघर रौशन मिनार होगा। यंग ब्लू क्लब के अध्यक्ष चमेल ठाकुर, महासचिव डॉ. अर्जुन सिंहने बताया कि क्लब के तीनखिलाड़ी रमन कुमार अंडर -19वर्ग में, लक्ष्य कुमार और हर्षमन्हास अंडर-14 आयु वर्ग मेंपंजाब सरकार द्वारा चलाए जा रहेसर्वोच्च खेल अकादमियों जरखड़हॉकी अकादमी और पीएयू हॉकीअकादमी, लुधियाना में चयनितहुए हैं। डॉ. अर्जुन सिंह ने बतायाकि हमें इन खिलाड़ियों के चुनावकी बेहद खुशी है। गौरतलब है किहर वर्ष इस क्लब के 3 से 4खिलाड़ी भिन्न भिन्न खेलअकादमियों में चुने जाते हैं और 7से 8 खिलाड़ी पठानकोट जिलेकी तरफ से ही स्टेट लेवलमुकाबलों में चुने जाते हैं। उन्होंनेने बताया कि हमें इन खिलाड़ियोंपर गर्व है और यह खेलों मेंअच्छा प्रदर्शन करके अपने शहरऔर जिले का नाम रोशन कर रहेहैं। इस मौके पर चमेल सिंह, परसराम, बलदेव राज शर्मा, दीपकठाकुर, अर्जुन सिंह, घनशाम सिंहनारू, सुरिंदर शर्मा, हरभजन सिंह,प्रेम शर्मा, अशोक जसरोटिया,कृष्ण गोपाल गुप्ता, सुरिंदर सिंह,सुमन ठाकुर, नंद लाल, प्रदीपठाकुर, सुरिंदर कुमार, नीरजमहाजन, कमल किशोर, राजवीरसिंह, सर्वजीत सिंह, रविन्द्र शर्मा,सुदर्शन जगदीप जसरोटिया,रणजोध जसरोटिया, मुनीश वर्मा,गुरुदेव सिंह, रिकी जसरोटिया,हरीश शर्मा, योगेश शर्मा, विक्रम,राहुल, हुकम, तरुण महाजन,साहिल सलारिया, सुनील कुमार,राजन जसरोटिया, आकाशपठानिया, मुकुल शर्मा, सनम,मिंटू, मुकेश, मन्नू, मोहित आदिउपस्थित थे।

दैनिक भास्कर 25 May 2025 4:00 am

श्रीबजरंग व्यायामशाला के दो पहलवानों ने जीता रजत पदक:अंडर 17 कुश्ती प्रतियोगिता में 61 किलोग्राम में हर्षित 53 किलोग्राम दिव्या शर्मा ने जीता

बारां जिले में तीन दिवसीय आयोजित राज्य स्तरीय अंडर 17 कुश्ती प्रतियोगिता में कोटा के श्री बजरंगबली व्यायाम शाला के दो पहलवानों ने जीता रजत पदक। 20 मई से 22 मई तक बारां जिले में कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित हुई थी। राज्य के अलग-अलग जिलों से 300 से अधिक पहलवानों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। राजस्थान कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता भी मौजूद रहे। अंतरराष्ट्रीय पहलवान एवं रेफरी रविंद्र कुमार ने बताया कि हमारे श्री बजरंग व्यायामशाला के दो पहलवानों ने रजत पदक जीतकर कोटा का नाम रोशन किया है। 61 किलोग्राम में हर्षित ने रजत पदक जीता है और 53 किलोग्राम महिला वर्ग में दिव्या शर्मा ने रजत पदक जीता यह दोनों ही पहलवान 3 घंटे सुबह 3 घंटे शाम को बजरंग व्यायाम शाला में लगातार अभ्यास करते आ रहे हैं। श्री बजरंग व्यायाम शाला अध्यक्ष मादाराम चौधरी ने इस मौके पर व्यायाम शाला के वरिष्ठ पहलवान अमित यादव, विजय जैन, कैलाश जैन, सुरेंद्र प्रजापत, राकेश मीणा ,अविनाश चौधरी, गगन चौधरी, भीमराज बेरवा, सोहनलाल मीणा, इंद्रजीत शर्मा समाजसेवी चेतन पांडे व्यायाम शाला के सदस्य विनेंद्र यादव हरकीरत अटवाल अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी कबूल सिंह एथलेटिक्स के राष्ट्रीय खिलाड़ी अशोक पूनिया वॉलीबॉल के राष्ट्रीय खिलाड़ी भोला सिंह अमित शर्मा प्रवीण शर्मा सभी ने पहलवान को माला पहनाकर आशीर्वाद दिए और उज्जवल भविष्य की कामना की।

दैनिक भास्कर 24 May 2025 5:14 pm

बच्चे छुट्टियों में खेल खेलें, इसलिए कुश्ती, वॉलीबॉल खिला रहे:विदिशा में ग्रीष्मकालीन शिविर में एसपी भी पहुंचे

पुलिस विभाग और जिला खेल विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ग्रीष्मकालीन शिविर ‘उमंग 2025’ का आयोजन विदिशा में किया जा रहा है। शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों से आए 700 से अधिक बच्चे इस समर कैंप में पूरे उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं। शिविर का उद्देश्य बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में रचनात्मक व खेल गतिविधियों से जोड़कर उनके शारीरिक और मानसिक विकास को प्रोत्साहित करना है। कैंप में बच्चों को इंडोर और आउटडोर दोनों प्रकार की गतिविधियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही रचनात्मक कार्यों में भी उनकी सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है। पारंपरिक खेलों से बढ़ रही टीम भावनाशिविर में वॉलीबॉल, दौड़, कुश्ती और हॉकी जैसी पारंपरिक खेल प्रतियोगिताएं कराई जा रही हैं, जिनमें बच्चे बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। इन खेलों के माध्यम से बच्चों में टीम भावना, अनुशासन और आत्मविश्वास का विकास हो रहा है। एसपी ने किया दौरा, बच्चों को दिए प्रोत्साहन के संदेशपुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने शिविर का निरीक्षण किया और बच्चों से बातचीत कर उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर रक्षित निरीक्षक भूरसिंह चौहान, सूबेदार मेघा शर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारी भी उपस्थित रहे। एसपी काशवानी ने खेल गतिविधियों का अवलोकन किया और प्रतिभागियों को उपयोगी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा, ऐसे शिविर बच्चों को अपनी प्रतिभा को पहचानने और निखारने का अवसर प्रदान करते हैं। विदिशा पुलिस भविष्य में भी इसी प्रकार के आयोजन करती रहेगी। यह शिविर बच्चों के व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ उन्हें पुलिस विभाग और समाजसेवा की ओर प्रेरित करने का काम भी कर रहा है। देखिए तस्वीरें...

दैनिक भास्कर 24 May 2025 12:11 pm

दादा मोयों गेंदा (हॉकी) खेलबों...भाइयों ने ट्रेनिंग दी और असिंता बन गई हॉकी इंडिया की कप्तान

कुंदन कुमार चौधरी . रांची | जीवन में भाई का रिश्ता खूबसूरत और पवित्र होता है। यह वह बंधन है जो जन्म से लेकर जीवन के अंतिम क्षण तक साथ निभाता है। भाई कभी ताकत बन उत्साह बढ़ाता है तो कभी ढाल बन रक्षा करता है। भाइयों के अद्भुत रिश्तों को सेलिब्रेट करने के लिए हर साल 24 मई को ब्रदर्स डे मनाया जाता है। तीन कहानियों से जानिए कैसे भाइयों के इंस्पिरेशन ने सफलता दिलाई। दीदी डॉक्टर बन सबका इलाज करना, दोनों बने डॉक्टर रांची के डॉ. तारिक अमीन व उनकी बड़ी बहन डॉ. सना अंजुम हक एक-दूसरे के लिए प्रेरणा साबित हुए हैं। पिता डॉ. शमशुल हक रांची वेटनरी कॉलेज के पूर्व चेयरमैन व मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष थे। मां अंजुम हक गृहिणी हैं। बचपन में जब दोनों साथ में पढ़ाई करते थे तब डॉ. तारिक हमेशा सना से कहते रहते कि दीदी तुम बड़ी होकर ज़रूर डॉक्टर बनना। तब घर में किसी के बीमार होने पर हमें कहीं बाहर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। बचपन की इस मासूम सी बात का असर डॉ. सना पर गहरा पड़ा और वो सचमुच बड़ी होकर एक सफल गहन चिकित्सा विशेषज्ञ बनीं। वहीं, बाद में अपनी बहन की मेहनत व सफलता से प्रेरणा पाकर खुद डॉ. तारिक भी एक डॉक्टर बने। आज वो हड्डी रोग विशेषज्ञ बनने की पढ़ाई कर रहे हैं। घर के बर्तन बजाकर संगीत सीखा, 1500 गाने बना चुके बड़े श्रीकांत व छोटे जयकांत को बचपन से ही संगीत से लगाव था। दोनों भाई गाने के साथ साथ घर के बर्तन, मसालों के डब्बे, सिलाई मशीन के ऊपर का ढक्कन, बाल्टी आदि बजाकर संगीत बनाते। नागपुरी गानों के प्रति दोनों की रुचि बहुत थी, आधुनिक गीतों का दौर शुरू हहो रहा था। 1992 में श्रीकांत ने अपना छोटा कीबोर्ड लेकर एक म्यूजिक क्लब में रिहर्सल के लिए जाना शुरू किया। जयकांत को भी ऑफर मिला। फिर एक नागपुरी फिल्म ‘सजनी’ के लिए संगीत देने का मौका मिला। इसके 8 गाने खूब चले। रेलगाड़ी चलेला हवा लगेला, कहां से मैं लाऊंगा छापा साड़ी, मोर अठरह साल होय गेलक... जैसे कई गाने इन्होंने बनाए। दोनों भाइयों की जोड़ी झॉलीवुड में 32 नागपुरी फिल्मों और 1500 नागपुरी गीतों में संगीत दे चुके हैं। घर के आंगन में 3 भाइयों ने हॉकी सिखाई सिमडेगा के केरसई प्रखंड के नोनगाड़ा गांव के रहने वाले स्व. ​विनय लकड़ा ने हॉकी खेलना शुरू किया था। फिर उनसे प्रभावित होकर उनसे बड़े भाई विमल लकड़ा व उनसे छोटे वीरेंदर लकड़ा भी हॉकी खेलने लगे। अंसुता लकड़ा तीनों से छोटी थीं। तीनों सेंट्रल में खेलते थे व छुट्टियों में गांव आते थे। पिता मार्कुस लकड़ा संग हॉकी की खूब बाते करते। वे महिला खिलाड़ियों सुमराय टेटे, मसीरा सोरेन, कांति बा, एडलिन केरकेट्टा की बातें करते कि वे हॉकी खेलती हैं। अंसुता ने बताया कि मैंने महिला खिलाड़ियों की तस्वीर देखी कि वे टीशर्ट पहनती हैं। गांव में लड़कियां टीशर्ट नहीं पहनती थीं, मुझे बड़ा शौक था कि मैं भी टीशर्ट पहनूं। मैं विनय भैया के पास गई और सादरी में बोली, ‘दादा, मोयों गेंदा खेलबों’। वे कुछ नहीं बोले और मुस्कुराए। फिर भाइयों ने मेरी ट्रेनिंग शुरू कर दी। घर के आंगन में उनके साथ हॉकी खेलने लगी। सभी मुझे गाइड करते। फिर कोच नरेंद्र सिंह सैनी से उन्होंने बात की। मैं हॉकी कैंप में शामिल हुई। 2011-12 में इंडियन हॉकी टीम की कप्तान बनी। डॉ. सना अंजुम हक-डॉ. तारिक अमीन श्रीकांत-जयकांत इंदवार, म्यूजिक डायरेक्टर अंसुता लकड़ा-विमल लकड़ा, हॉकी प्लेयर

दैनिक भास्कर 24 May 2025 4:00 am

ऑपरेशन सिंदूर में शौर्य गौरव यात्रा कल

जांजगीर| जिला स्वाभिमान मंच 25 मई को शाम 5 बजे ऑपरेशन सिंदूर-शौर्य गौरव यात्रा निकालेगा। यात्रा कचहरी चौक से शुरू होकर यात्रा हॉकी मैदान भाटापारा में समाप्त होगी। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में शामिल होंगी। बच्चे सैनिक वेश में रहेंगे। मंच ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर से सेना ने मातृशक्ति के सम्मान की रक्षा की। वीर जवानों के शौर्य को नमन और वीरांगनाओं को स्मरण करने का अवसर होगा। देशभक्ति गीत गूंजेंगे। मंच ने युवाओं, संगठनों और मातृशक्ति से शामिल होने का आह्वान किया। कहा- महिलाएं ही परिवार में देशभक्ति का संस्कार भरती हैं।

दैनिक भास्कर 24 May 2025 4:00 am

स्पोर्ट्स सिटी में एजुकेशन विभाग का एक भी रेजिडेंशियल विंग नहीं, हॉकी, जूडो और एथलेटिक्स के विंग हो चुके बंद

वारिस मलिक| जालंधर खेल सिटी जालंधर में एजुकेशन विभाग का कोई भी रेजिडेंशियल विंग नहीं चल रहा है। एजुकेशन विभाग की तरफ से इन दिनों रेजिडेंशियल विंग को लेकर ट्रायलों के शेड्यूल मुताबिक काम किया जा रहा है। लेकिन इसमें जालंधर शामिल नहीं है क्योंकि इस साल भी किसी भी स्कूल की तरफ से रेजिडेंशियल खेल विंग लेने के लिए अप्लाई ही नहीं किया। एजुकेशन विभाग की तरफ से अलग-अलग स्कूलों में अंडर-14, 17, 19 लड़के और लड़कियों को रेजिडेंशियल खेल विंग के तहत ट्रेनिंग दी जाती है। जालंधर में 163 मिडल, 122 हाई, 153 सीनियर सेकेंडरी स्कूल है लेकिन हैरानी की बात है कि किसी भी स्कूल प्रिंसिपल, हेड मास्टर, फिजिकल एजुकेशन लेक्चरर और डीपी की तरफ से खेल विंग के लिए आवेदन ही नहीं किया गया है। जबकि जालंधर में किसी समय जूडो, हॉकी और एथलेटिक्स सहित अन्य गेम्स के विंग चलते रहे है। कोविड के बाद से लाडोवाली रोड स्कूल की तरफ से जूडो का रेजिडेंशियल विंग नहीं लिया गया और नेहरू गार्डन स्कूल की तरफ से भी साल 2023 से जूडो का रेजिडेंशियल विंग बंद कर दिया गया है, जबकि नेहरू गार्डन में ही हॉकी और एथलेटिक्स का रेजिडेंशियल विंग भी बंद हो चुका है। लाडोवाली रोड स्थित सरकारी स्कूल में साल 1978 से जूडो का सेंटर चल रहा है। जिसे आरकेएस धवन टीचर व सुरिंदर राजपूत कोच की तरफ से शुरू किया गया था। 1988 से सुरिंदर कुमार ने पढ़ाई के दौरान ही यहां पर कोचिंग शुरू की थी। यहां से हरप्रीत कौर, राजविंदर कौर, रवनीत कौर, हैप्पी, दविंदर सिंह, सुशील कुमार, नरेश कुमार, गौतम, बलविंदर कुमार जैसे दिग्गज इंटरनेशनल खिलाड़ी देश में जालंधर का नाम रोशन कर चुके है। यहां से हर साल 15 से 20 खिलाड़ी स्कूल नेशनल, ओपन नेशनल, खेलो इंडिया, फेडरेशन नेशनल में हिस्सा लेते है। पंजाब की बात करें तो जालंधर और गुरदासपुर जिले में जूडो के बेहतरीन सेंटर चल रहे है। जालंधर में 20 रेजिडेंशियल लड़कों की सीटें थी। जालंधर का रेजिडेंशियल विंग बंद करने के पीछे कारण वर्ष 2011 की करीब पांच लाख रुपए पेमेंट का जारी न होना भी बताया जा रहा है। जिन स्कूलों में विंग बंद उनके प्रिंसिपल से बात की जाएगी ^जालंधर में रेजिडेंशियल विंगों के लिए सबसे पहली प्राथमिक्ता स्कूल प्रिंसिपल की होनी चाहिए। इसके लिए हेड ऑफिस की तरफ से डिमांड की जाती है। पिछले सालों जिन स्कूलों ने विंग बंद किए है उनके प्रिंसिपल के साथ बात की जाएगी ताकि इस सेशन या फिर अगले सेशन से रेजिडेंशियल विंग दोबारा से शुरू हो सकें। - डॉ. गुरिंदरजीत कौर, जिला खेल अधिकारी। विंग बंद करने की मुख्य वजह- खेल विभाग कोच मुहैया करवाता है, जबकि एजुकेशन डिपार्टमेंट नहीं एजुकेशन विभाग में खेल विंग के साथ जुड़े एक्सपर्ट बताते है कि विंग बंद करने का मुख्य कारण है कि खेल विभाग अपने विंगों में कोच भी मुहैया करवाता है जबकि एजुकेशन विभाग कोच नहीं देता। विंग की सारी जिम्मेदारी फिजिकल एजुकेशन लेक्चरर और डीपी के ऊपर होती है। सुबह 5 बजे और शाम को 5 बजे खेल विंग चलाने के साथ सुबह 9 बजे स्कूल में भी ड्यूटी होती है। एक व्यक्ति के कंधों पर अतिरिक्त बोझ हो जाता है और पर्सनल जिंदगी भी खराब हो जाती है। विभाग को चाहिए कि जिन स्कूलों में रेजिडेंशियल विंग है उन्हें स्कूल की ड्यूटी से फ्री करना चाहिए ताकि सुबह-शाम विंग को चलाया जा सके। इसके अलावा वार्डन के लिए सिर्फ 5 हजार मिलते है जबकि ड्यूटी 24 घंटे की होती है। स्कूलों की तरफ से जो बिल भेजा जाता है उस पर बार-बार आब्जेक्शन का लगना भी मुख्य कारण है। विंग सिर्फ सरकार की तरफ से 200 रुपए डाइट देने से नहीं चलता इसके लिए पर्सनल एफर्ट होते है, एनआरआई, सोसायटी और पॉलिटिकल लोगों से भी मदद लेनी पड़ती है फिर खिलाड़ी तैयार होते है। रेजिडेंशियल विंग के लिए आवेदन न करना हैरानी की बात ^हम पॉलिसी के मुताबिक हर साल पंजाब के स्कूलों से खेल विंग की डिमांड करते है। रेजिडेंशियल विंग के लिए सबसे पहले प्रिंसिपल की इच्छा होती है। जालंधर खेल सिटी और हमारी मुख्य प्राथमिक्ता है लेकिन यहां से किसी की तरफ से आवेदन न करना भी हैरानी की बात है। जबकि आम लोग भी विंग के लिए खिलाड़ियों की मदद के लिए तैयार रहते है। - -सुनील कुमार, डिप्टी डायरेक्टर खेल, एजुकेशन विभाग।

दैनिक भास्कर 23 May 2025 4:00 am

हॉकी एसोसिएशन ऑफ बेगूसराय का गठन:सुमित सन्नी को दी गई अध्यक्ष की जिम्मेदारी, खेल के विकास के लिए सुझाव सदस्यों के बीच रखा

टाउनशिप आहार उत्सव में आज हॉकी एसोसिएशन ऑफ बेगूसराय की वार्षिक बैठक हुई। बैठक में हॉकी खेल के विकास से संबंधित कई महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की गई। इस दौरान हॉकी खेल संघ से संबंधित महत्वपूर्ण व्यक्ति बिंदुओं को भी बैठक में प्रस्तुत किया गया। बैठक में संगठन के विस्तार पर विशेष रूप से विचार किया गया और इसमें संबंधित आवश्यक निर्णय लिए गए। इस दौरान सुमित सन्नी को हॉकी एसोसिएशन ऑफ बेगूसराय का अध्यक्ष बनाया गया। यह घोषणा हॉकी एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव राणा प्रताप सिंह की ओर से की गई। ऑफिस इंचार्ज प्रेम कुमार को बनाया संगठन के उपाध्यक्ष अनुपमा कुमारी व रूपेश कुमार, सचिव सूरज कुमार, संयुक्त सचिव रीना कुमारी व अरविंद कुमार, कंवेनर शुभम कुमार, आयोजन सचिव सत्यम कुमार, एग्जीक्यूटिव मेंबर, काजल कुमारी, कोषाध्यक्ष बाबुल कुमार, मीडिया इंचार्ज सूरज कुमार और ऑफिस इंचार्ज प्रेम कुमार को बनाया गया है। अध्यक्ष ने खेल के विकास के लिए एवं महत्वपूर्ण सुझाव सभी सदस्यों एवं खेल क्लब के सदस्यों के बीच में रखा। उपाध्यक्ष अनुपमा कुमारी ने कहा कि अभी मध्य विद्यालय बीहट में 15 बालक और 15 बालिका खिलाड़ियों को हॉकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, यह प्रशिक्षण निरंतर 15 दिनों तक चलेगा। आगे और जिस भी प्रशिक्षण की व्यवस्था हो। संयुक्त सचिव अरविंद कुमार ने कहा कि सबसे पहले बेगूसराय में बालिका की टीम तैयार की थी। टीम ने राजगीर जाकर खेल दिखाया, उस समय से हमारी बालिकाएं निरंतर प्रैक्टिस कर रही है। यह टीम आने वाले समय में अव्वल स्थान पर आएगी।

दैनिक भास्कर 22 May 2025 10:00 pm

बहादुरी-बलिदान के लिए जवानों को मिले गैलेंट्री अवॉर्ड्स:राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र, 33 शौर्य चक्र दिए; डाइस से उतरीं, शहीदों की मांओं को गले लगाया

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में पहले चरण के गैलेंट्री अवॉर्ड्स दिए। ये अवॉर्ड ड्यूटी के दौरान असाधारण बहादुरी, समर्पण और बलिदान देने वालों के सम्मान में दिए गए। राष्ट्रपति ने 6 कीर्ति चक्र प्रदान किए। इनमें 4 मरणोपरांत दिए गए। इस दौरान 33 शौर्य चक्र भी प्रदान किए गए। इनमें 7 मरणोपरांत दिए गए। कीर्ति चक्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा शांतिकालीन वीरता पुरस्कार है। राष्ट्रपति भवन के गणतंत्र मंडप में हुए समारोह में पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह मौजूद रहे। इस दौरान मेजर आशीष ढोंचक (सेना मेडल) और द सिख लाइट इन्फैंट्री 19 राष्ट्रीय राइफल्स सिपाही प्रदीप सिंह को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान दो बार राष्ट्रपति मुर्मू डाइस से नीचे उतरकर आईं। जब शहीद जवानों की मां और पत्नियां अवॉर्ड लेने पहुंचीं। राष्ट्रपति ने उन्हें गले लगाकर सांत्वना दी। राष्ट्रपति ने कीर्ति चक्र और शौय चक्र दिए शौर्य चक्र पाने वालों में स्क्वॉड्रन लीडर दीपक कुमार, राजपूत रेजिमेंट 44वीं बटालियन राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर विजय वर्मा, डिप्टी कमांडेंट विक्रांत कुमार, सीआरपीएफ के जेफरी हमिंगचुल्लो, इंस्पेक्टर (जीडी), जम्मू और कश्मीर पुलिस के स्पेशल पुलिस ऑफिसर अब्दुल लतीफ, पैराशूट रेजिमेंट के लेफ्टिनेंट कर्नल सीवीएस निखिल, आर्मी सर्विस कोर के मेजर तृप्तप्रीत सिंह का नाम शामिल है। इनके अलावा जम्मू और कश्मीर राइफल्स 5वीं बटालियन के सूबेदार संजीव सिंह जसरोटिया, लेफ्टिनेंट कमांडर कपिल यादव, कर्नल पवन सिंह, 666 आर्मी एविएशन स्क्वॉड्रन, विंग कमांडर वर्नोन डेसमंड कीन, स्क्वाड्रन लीडर दीपक कुमार, द आर्टिलरी रेजिमेंट के सूबेदार पी. पबिन सिंगा, मेजर साहिल रंधावा को शौर्य चक्र दिया गया। लेफ्टिनेंट कमांडर कपिल यादव, AEO INS विशाखापट्टनम को शौर्य चक्र प्रदान किया है। आर्मी सर्विस कोर्प्स 34 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर तृप्तप्रीत सिंह को शौर्य चक्र प्रदान किया गया। ये खबर भी पढ़ें... क्रिकेटर आर अश्विन को पद्मश्री: हॉकी खिलाड़ी श्रीजेश को पद्म भूषण मिला; कुवैत की योग टीचर शेखा अली पद्मश्री से सम्मानित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में 28 अप्रैल को 2025 के लिए पद्म अवॉर्ड्स दिए। साल की पहली पद्म सेरेमनी में 71 हस्तियों को पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री से सम्मानित किया गया। जबकि बाकी हस्तियों को जल्द ही एक अलग समारोह में सम्मानित किया जाएगा। सोमवार को हुई सेरेमनी में 4 पद्म विभूषण, 10 पद्म भूषण और 57 पद्म श्री पुरस्कार दिए गए। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 22 May 2025 6:41 pm

सीकर की गीता सामोता ने माउंट एवरेस्ट पर फहराया तिरंगा:बोलीं- पहाड़ लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं करते, CISF की पहली महिला विजेता बनी

राजस्थान के सीकर जिले की बेटी और CISF की उप-निरीक्षक गीता समोता ने 19 मई को 8,849 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर इतिहास रच दिया। गीता CISF की पहली महिला अधिकारी बनीं, जिन्होंने 'दुनिया की छत' को फतह किया। साधारण परिवार में जन्मी गीता ने चार बहनों के बीच पारंपरिक ग्रामीण परिवेश में अपना बचपन बिताया। एक होनहार हॉकी खिलाड़ी रहीं गीता को चोट ने खेल से दूर कर दिया, लेकिन उनके हौसलों ने पर्वतारोहण की राह दिखाई। CISF में शुरू हुआ पर्वतारोहण का सफर: 2011 में CISF में शामिल होने के बाद गीता ने पर्वतारोहण को अपने जुनून का हिस्सा बनाया। 2015 में ITBP के औली प्रशिक्षण संस्थान में वे एकमात्र महिला प्रतिभागी थीं। 2017 में उन्नत पर्वतारोहण प्रशिक्षण पूरा कर वे CISF की पहली कर्मी बनीं। 2019 में उन्होंने माउंट सतोपंथ और माउंट लोबुचे फतह कर CAPF की पहली महिला पर्वतारोही का खिताब हासिल किया। चार महाद्वीपों की चोटियां फतह: गीता ने 'Seven Summits' चुनौती में छह महीने 27 दिनों में चार महाद्वीपों की सर्वोच्च चोटियां फतह कीं। इनमें ऑस्ट्रेलिया का माउंट कोसियस्ज़को, रूस का माउंट एल्ब्रस, तंजानिया का माउंट किलिमंजारो और अर्जेंटीना का माउंट एकॉनकागुआ शामिल हैं। सम्मान और भविष्य की योजना: उन्हें दिल्ली महिला आयोग का अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पुरस्कार 2023 और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का 'Giving Wings to Dreams Award 2023' मिला है। गीता का मानना है कि पहाड़ लिंग के आधार पर भेदभाव नहीं करते। केवल मेहनत और जुनून शिखर तक ले जाता है। उनकी इस उपलब्धि से प्रेरित होकर CISF ने 2026 में एवरेस्ट के लिए एक समर्पित पर्वतारोहण दल भेजने की योजना बनाई है। तूफानों ने रोका रास्ता, हार नहीं मानी पांच बहनों में तीसरे नंबर की गीता के पिता किशनाराम सामोता भी एयरफोर्स से रिटायर्ड है। इसके बाद वे खाचरियावास पंचायत में कनिष्ठ सहायक बन गए। गीता की दोनों बड़ी बहनें भी बीएड कर चुकी हैं और उनकी शादी हो चुकी है। 35 साल की गीता का सपना है कि विश्व के सात सबसे ऊंचे पहाड़ों की चोटी फतह करे। गीता पहली बार 2019 में हिमालय रेंज के माउंट सतोपंथ की चोटी पर पहुंची। यह चोटी 23 हजार फीट ऊंची है। इसके बाद गीता ने माउंट एवरेस्ट की चोटी पर फतह करने की कोशिश की लेकिन दो बार तूफानों ने रास्ता रोक लिया। पिता किशनाराम बताते हैं- गीता शुरू से ही पढ़ाई में तेज थी। गांव से आठवीं तक पढ़ाई करने के बाद दसवीं खाचरियावास से की। फिर सीकर से 11वीं और 12वीं की पढ़ाई की। दोनों बोर्ड में अच्छे अंक लाने के चलते गीता गार्गी पुरस्कार के लिए चयनित हुई। इसके बाद जयपुर के महारानी कॉलेज में बीएससी बायोलॉजी पढ़ने गई थी। वहां एनसीसी की एयर विंग में सी-सर्टिफिकेट हासिल किया। यहीं से गीता की नौकरी सीआईएसफ में लग गई। नौकरी में रहते हुए गीता ने एमए किया। बड़ी बहन को देख छोटी बहन अमिता समोता भी सरकारी टीचर बन गई।

दैनिक भास्कर 21 May 2025 7:51 am

जहीर खान और उनकी पत्नी सागरिका घाटगे ने ‘Akutee’ ब्रांड की शुरुआत की

बेंगलुरु। पल्लू, दुपट्टे और जैकेट पर खूबसूरत रंगों में की गई कढ़ाई और पेंटिंग घाटगे शाही परिवार का एक रहस्य रहा होगा, जिसका इस्तेमाल प्रियजनों के कपड़ों को प्यार से सजाने के लिए किया जाता था। हालांकि क्रिकेटर जहीर खान की व्यावसायिक समझ से अब यह एक ब्रांड अकुती में तब्दील हो गया है। अभिनेत्री, मॉडल एवं राष्ट्रीय स्तर की पूर्व हॉकी चैंपियन सागरिका घाटगे अकुती ब्रांड को अपनी मां उर्मिला घाटगे के साथ चलाती हैं। सागरिका घाटगे ने कहा, “हाथ से पेंटिंग मेरे बचपन का हिस्सा रहे हैं। मेरी मां लंबे समय से यह करती रही हैं। हालांकि शुरू में मैं इसे उतनी गंभीरता से नहीं लेती थी, लेकिन मेरे पति (जहीर खान) ने मुझे इसे एक विशेष कलेक्शन बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मां-बेटी की जोड़ी ने बेंगलुरु में ‘फोर सीजन्स’ में अपने कलेक्शन की शुरुआत की। सोलह मई को होटल में एक दिन के लिए साड़ियों, दुपट्टों और ब्लेजर का संग्रह प्रदर्शित किया गया। घाटगे ने कहा कि जब उन्होंने लगभग एक साल पहले इसकी शुरुआत करने का फैसला किया, तो एक ब्रांड नाम के लिए ‘अकुती’ एक स्वाभाविक पसंद बन गई, जिसका मराठी में अर्थ राजकुमारी होता है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival में दिखाई गई श्याम बेनेगल की फिल्म मंथन, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह मौजूद खान ने कहा, ‘‘हां, वह एक राजकुमारी है। घाटगे ने कहा कि यह नाम सिर्फ उनके खानदान का संकेत नहीं है, बल्कि उनके परिवार की सभी महिलाओं के लिए एक सम्मान भी है। घाटगे ने कहा, अकुती समय में पीछे ले जाता है। उन्होंने कहा कि डिज़ाइन की प्रेरणा सीधे कोल्हापुर के शाही घाटगे परिवार के बगीचों से आती है। घाटगे ने कहा, मेरी मां वास्तव में बागवानी में रुचि रखती हैं और हमारे बगीचे में खिलने वाले फूल हमारे कपड़ों पर हाथ से पेंट की गई डिजाइन में तब्दील हो जाते हैं।

प्रभासाक्षी 18 May 2024 4:50 pm