चेन्नई के मेयर आर.आर. स्टेडियम में रविवार को खेले गए मेन्स जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में डिफेंडिंग चैंपियन जर्मनी ने भारत को 5-1 से हराकर फाइनल में जगह बना ली। मैच दुनिया की नंबर-1 और नंबर-2 जूनियर टीमों के बीच था, लेकिन खेल में जर्मनी ने शुरुआत से अंत तक बढ़त बनाए रखी। अब भारत 10 दिसंबर को ब्रॉन्ज मेडल के लिए अर्जेंटीना से भिड़ेगा। जर्मनी ने शुरुआती 13 मिनट बाद बढ़त बनाईमैच की शुरुआत में भारत ने कुछ समय तक मजबूती दिखाई। गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह ने शुरुआती मिनटों में तीन अहम सेव किए। 13वें मिनट में जर्मनी को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला। ड्रैग फ्लिक भारतीय खिलाड़ी अंकित पाल से टकराने के बाद अंपायर ने पेनल्टी स्ट्रोक दिया, जिसे लुकास कोसेल ने गोल में बदलकर जर्मनी को 1-0 की बढ़त दिलाई। सिर्फ 68 सेकंड बाद टाइटस वेक्स का शॉट भारतीय डिफेंडर सुनील पालक्षप्पा के पैर से लगकर गोल में चला गया और स्कोर 2-0 हो गया। दूसरे और तीसरे क्वार्टर में मैच जर्मनी के पक्ष में झुक गयादूसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही कोसेल ने एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर बढ़त 3-0 कर दी। तीसरे क्वार्टर में जोनास वॉन गर्सम और बेन हासबाख ने दो और गोल दागे, जिसके बाद स्कोर 5-0 हो गया। भारत ने अंतिम क्वार्टर में एक गोल कियाचौथे क्वार्टर में लगभग 10 मिनट शेष रहते भारत को पहला पेनल्टी कॉर्नर मिला।अनमोल एक्का ने इसे गोल में बदलते हुए भारत के लिए एकमात्र गोल किया। मुकाबला भारत की 1-5 से हार के साथ समाप्त हुआ। फाइनल में जर्मनी का मुकाबला स्पेन सेजर्मनी अब स्पेन के खिलाफ फाइनल खेलेगा। दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में लगातार प्रभावी प्रदर्शन किया है। भारत 2016 के बाद फाइनल में नहीं पहुंचाभारत ने जूनियर वर्ल्ड कप आखिरी बार 2016 में लखनऊ में जीता था। तब से टीम फाइनल तक नहीं पहुंच सकी है और जर्मनी से लगातार तीसरी बार सेमीफाइनल में हार झेलनी पड़ी है। ____________ स्पोर्ट्स की यह खबर भी पढ़ें... ISSF वर्ल्ड कप फाइनल में भारत को तीन मेडल:सिमरनप्रीत कौर ने 25 मीटर पिस्टल में गोल्ड जीता; ऐश्वर्य तोमर को सिल्वर दोहा में चल रहे ISSF वर्ल्ड कप फाइनल 2025 में भारत की युवा शूटर सिमरनप्रीत कौर ने 25 मीटर पिस्टल इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा। रविवार को हुए फाइनल में उन्होंने 41/50 स्कोर करते हुए जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की। पूरी खबर
घर में टूटा सपना... वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में हारी टीम इंडिया, फाइनल में पहुंचीं ये दो टीमें
FIH Mens Junior Hockey World Cup 2025:एफआईएच हॉकी मेंस जूनियर वर्ल्ड कप 2025 के सेमीफाइनल में भारतीय टीम हार गई. रविवार को खेले गए मैच में उसे जर्मनी ने हरा दिया. इसके साथ ही घरेलू मैदान पर चैंपियन बनने का सपना भी टूट गया. जर्मनी ने मैच को 5-1 से जीतकर फाइनल में अपना स्थान पक्का कर लिया. उसका मुकाबला अब बुधवार खिताब के लिए स्पेन से होगा.
कानपुर के ऐतिहासिक ग्रीनपार्क स्टेडियम को अधिक मैच और राष्ट्रीय–अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट दिलाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। स्टेडियम की ज्यादा फीस लंबे समय से खेल आयोजनों में रुकावट बन रही थी। इसी समस्या के समाधान के लिए शासन ने 4 सदस्यीय कमेटी गठित की है, जो स्टेडियम की शुल्क संरचना का तुलनात्मक अध्ययन कर संशोधन की सिफारिश करेगी। ग्रीनपार्क स्टेडियम की वर्तमान फीस लखनऊ के इकाना स्टेडियम की तुलना में काफी अधिक है। क्रिकेट बोर्ड और अन्य खेल संस्थाओं ने कई बार इस कारण मैच देने में कठिनाई जताई है। सांसद रमेश अवस्थी व खेल प्रेमियों का कहना है कि अगर फीस को प्रतिस्पर्धी स्तर पर लाया जाए तो यहां लगातार अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन की संभावना बढ़ेगी। सांसद रमेश अवस्थी ने हाल ही में मुख्यमंत्री और खेल सचिव से मुलाकात कर इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद शासन ने कार्रवाई करते हुए कमेटी गठित की है, जो जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। उम्मीद की जा रही है कि फीस में महत्वपूर्ण कटौती की जाएगी। नए सिरे से तैयार होगी स्टेडियम उपयोग शुल्क सूची ग्रीनपार्क की संशोधित शुल्क दरें तय की जाएंगी। इससे क्रिकेट के अलावा फुटबॉल, हॉकी व अन्य खेलों के बड़े आयोजन भी संभव हो सकेंगे। अधिकारियों का कहना है कि उचित शुल्क निर्धारण से न केवल मैचों की संख्या बढ़ेगी बल्कि स्टेडियम की आय में भी इजाफा होगा। 750 करोड़ के बजट प्रस्ताव में होगी कमी ग्रीनपार्क स्टेडियम के पुनर्विकास के लिए पहले लगभग 750 करोड़ रुपए का विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया गया था, जिसमें बड़े पैमाने पर संरचनात्मक परिवर्तन, नई दर्शक दीर्घाएं, आधुनिक सुविधाएं और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कई नए निर्माण शामिल थे। हालांकि, अब शासन इस प्रस्ताव की समीक्षा कर यह सुनिश्चित करेगा कि खर्च को व्यावहारिक स्तर पर लाया जाए। नए प्लान में जरूरी कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी और अनावश्यक व्यय को कम किया जाएगा, ताकि परियोजना जल्द धरातल पर उतर सके। डीपीआर में शामिल प्रमुख कार्य नए प्रस्ताव में इन प्रमुख कार्यों पर जोर दिए जाने की संभावना है। दर्शक क्षमता को 27,400 से बढ़ाकर 51,500 करना। नए पेवेलियन स्टैंड, वीआईपी बॉक्स, मीडिया सेंटर और पार्किंग एरिया का विस्तार करना। एथलीटों के लिए आधुनिक चेंजिंग रूम, हाई-टेक लाइटिंग और ड्रेनेज सिस्टम, प्रैक्टिस ग्राउंड और इंडोर ट्रेनिंग एरिया, इन सुविधाओं के पूरा होने के बाद ग्रीनपार्क उत्तर भारत का प्रमुख अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्थल बन सकता है।
Sagar News सागर के युवा खिलाड़ी हसनैन खान का 69वीं एसजीएफआई राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में चयन
सागर के हॉकी फीडर सेंटर के खिलाड़ी हसनैन खान का 69वीं एसजीएफआई राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता के लिए मध्य प्रदेश राज्य टीम में चयन। कोच मोहम्मद नफीस खान के मार्गदर्शन में मिली सफलता।
मेंस हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप: अर्जेंटीना को 2-1 से शिकस्त देकर स्पेन ने फाइनल में जगह बनाई
स्पेन ने एफआईएच मेंस हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में जगह बना ली है
पीड़िता ने माना-:सिलेक्शन न होने पर लगाया था अश्लील हरकत का आरोप, खेल अधिकारी बरी
वर्ष 2019 में स्टेट जूनियर हॉकी टीम के जनरल मैनेजर रहे भारत सिंह सिकरवार को भोपाल कोर्ट ने बरी किया है। वे घटना के समय श्योपुर में जिला क्रीड़ा कल्याण निरीक्षक और जिला खेल अधिकारी थे। उन पर घटना 6 सितंबर 2019 को नाबालिग हॉकी खिलाड़ी से अश्लील हरकत का आरोप था। पीड़िता ने अदालत में बयान दिया कि उसका टीम में चयन नहीं हुआ था और उसने नाराजगी में आरोप लगाए। विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो) कुमुदिनी पटेल ने फैसला सुनाया। कोर्ट ने एफआईआर, न्यायालयीन बयान और पूर्व कथनों यानी तीनों बयानों में विरोधाभास पाए, जिसके आधार पर बरी किया। भोपाल में स्टेट जूनियर हॉकी चैम्पियनशिप के दौरान पीड़िता ने झूठी शिकायत दर्ज कराई। उसने बताया कि वह गुना से आई छह लड़कियों में शामिल थी। सभी खिलाड़ी राजा भोज स्कूल में ठहरे थे। भारत सिंह सिकरवार, चैम्पियनशिप के जनरल मैनेजर थे। पीड़िता ने कहा कि तबीयत खराब होने के कारण वह मेस में खाना नहीं खा सकी और वापस लौटने लगी। इस दौरान गेट पर भारत सिंह ने उसके साथ अश्लील हरकत की। गुस्से में चिल्लाने पर वह वहां से चले गए। पीड़िता ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया। किसी काे फंसाने अदालत में झूठा बयान देने को परजुरी कहा जाता है बयान से पलटना और झूठी रिपोर्ट लिखाना कानून का दुरुपयोग है। जिन मामलों में पीड़ित पक्ष अपने बयानों से पलट रहा है या किसी और विवाद के चलते झूठी रिपोर्ट कर रहा है, उनमें न्यायालय को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। ऐसे मामलों को न्यायालय में परजुरी कहते हैं। इसका मतलब किसी नीयत के साथ झूठे साक्ष्य पेश करते हुए फंसाना। ऐसे केस में फैसले के बाद आरोपी के पास शिकायत करने का अधिकार है। दीपक अग्रवाल, रिटायर्ड जस्टिस मध्य प्रदेश हाईकोर्ट
भिवानी के भीम स्टेडियम में जारी सांसद खेल महोत्सव का रविवार को समापन हो गया। जिसमें भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि खिलाड़ी हमेशा नशे से दूर रहता है। सांसद खेल उत्सव के तहत उन खिलाड़ियों को भी आगे लाया गया है, जो प्रतियोगिता से दूर रह जाते हैं। इस खेल उत्सव में अनपढ़ खिलाड़ियों को भी प्रतिभा दिखाने का एक ओर प्लेट फार्म मुहैया करवाया गया है। खेल हमेशा युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करता है। विजेता टीमों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान की ट्रॉफी, मेडल के साथ-साथ प्रमाण पत्र और प्रत्येक टीम को देसी घी से बने 10 किलो लड्डू प्रदान किए गए। सांसद खेल महोत्सव में भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के भिवानी, तोशाम, लोहारू, दादरी, बाढड़ा, महेंद्रगढ़, नांगल चौधरी, नारनौल व अटेली विधानसभा क्षेत्र की विधानसभा क्षेत्र वाइज खेलों की विजेता टीमों के लगभग 3200 खिलाड़ियों ने भाग लिया। बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल से जोड़ना जरूरीसांसद धर्मबीर सिंह ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल से जोड़ना जरूरी है। खेलों से शरीर स्वस्थ रहता है और स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास है। हर बच्चे को एक होनहार खिलाड़ी के तौर पर भी तैयार करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि फीट इंडिया में प्रत्येक बच्चा स्वस्थ हो और खेलों से देश और दुनिया में अपना नाम रोशन करें। इसी के चलते सांसद खेल महोत्सव के तहत ग्रामीण अंचल स्तर तक खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान किया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि खिलाड़ियों को पर्याप्त और समुचित खेल सुविधाएं मिलेंसांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि सरकार का हर संभव प्रयास है कि खिलाड़ियों को पर्याप्त और समुचित खेल सुविधाएं मिलें। जिसके लिए आधारभूत ढांचे को मजबूत किया जा रहा है। ग्रामीण अंचल तक खेले जाने वाली खेल प्रतियोगिताओं में जो खिलाड़ी भाग लेते हैं, वे ही खिलाड़ी आगे चलकर कॉमनवेल्थ, ओलिंपिक और एशियाई जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं। ऐसे में खिलाड़ियों को अधिक से अधिक खेलने के अवसर प्रदान करने जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसी के चलते ही फिट इंडिया के नाम पर युवाओं को प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री के फिट इंडिया मिशन के तहत देश भर की सभी संसदीय क्षेत्र में इस प्रकार के खेल उत्सव करवाए जा रहे हैं। डिस्कस थ्रो में सौरभ रहा प्रथमसांसद खेल महोत्सव के तहत आयोजित खेल स्पर्धाओं के तहत आयोजित डिस्कस थ्रो में सौरभ भिवानी प्रथम, रवि तोशाम द्वितीय, विनीत तोशाम तृतीय स्थान पर रहा। लड़कियों में पलक भिवानी प्रथम स्थान, मुनेश तोशाम दूसरे तथा साक्षी तोशाम तीसरे स्थान पर रही। सर्कल कबड्डी में लड़कियों में डीसी कॉलोनी प्रथम रही। झोझू टीम दूसरे तथा द्वारका टीम तीसरे स्थान पर रही। सर्कल कबड्डी में सांगवान के लड़कों की टीम प्रथम, राजीव कॉलोनी दूसरे और विद्यानगर की टीम तीसरे स्थान पर रही। 100 मीटर दौड़ में दादरी से स्नेहा प्रथम, सीमा तोशाम द्वितीय, भिवानी से नैंसी तीसरे तथा भारती बहल से चौथे स्थान पर रही। लड़कों में हॉकी की टीम बौंद कला प्रथम, भिवानी भीम स्टेडियम द्वितीय, प्रेम नगर की टीम तृतीय स्थान पर रही। लड़कों की हाई जंप में नारनौल से लकी प्रथम, लोहारू से सौरभ द्वितीय, तोशाम से रवि तृतीय स्थान पर रहा। ट्रिपल जंप में विवेक रहा प्रथमइस दौरान एथलेटिक्स में लड़कियों में बाबा भैरवनाथ एकेडमी प्रथम, चरखी दादरी द्वितीय और भिवानी तृतीय स्थान पर रही। एथलेटिक्स में लड़कों की टीम में भिवानी प्रथम , बाबा भैरूनाथ एकेडमी तोशाम द्वितीय स्थान पर रही और चरखी दादरी की टीम तृतीय स्थान पर रही। ट्रिपल जंप में लड़कों में विवेक भिवानी प्रथम, सचिन भिवानी दूसरे स्थान पर, सुमित तोशाम से तीसरे स्थान पर रहे। लंबी कूद में लड़कों में तोशाम से सुमित प्रथम, भिवानी से विवेक दूसरे स्थान पर, सचिन भिवानी तीसरे स्थान पर रहा। जैवलिंग थ्रो में लड़कों में विक्रांत प्रथम, अमन द्वितीय और पृथ्वी तृतीय स्थान पर रहा। लड़कियों में मुनेश प्रथम, साक्षी द्वितीय और गोरा तृतीय स्थान पर रही। गरिमा भिवानी चौथे स्थान पर रही। 200 मीटर स्विमिंग बॉयज में रुद्राक्ष प्रथम, दिव्यांशु द्वितीय तथा अर्णव तृतीय स्थान पर रहे। 50 मीटर तैराकी में लड़कियां में रिद्धि प्रथम, नायरा द्वितीय तथा प्रगति तृतीय स्थान पर रही। 50 मीटर तैराकी में लड़कों में पहले स्थान पर आदित्य, दूसरे स्थान पर तुषार तथा शिवम शर्मा तीसरे स्थान पर रहे। रिले रेस में बहल प्रथम रहा और भिवानी दूसरे स्थान पर रहा।
कभी माओवादी प्रभाव वाले कोंडागांव जिले का मर्दापाल क्षेत्र अब खेल के माध्यम से अपनी नई पहचान बना रहा है। यहां की बेटियां हॉकी के मैदान में अपनी मेहनत और लगन से जिले का नाम रोशन कर रही हैं। ये खिलाड़ी अब संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक में अपना हुनर दिखाने को तैयार हैं। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला मर्दापाल और प्री-मैट्रिक कन्या छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही संगीता कश्यप पिछले तीन सालों से हॉकी खेल रही हैं। ग्राम कुदुर की संगीता बताती हैं कि हॉकी ने उन्हें अनुशासन और लक्ष्य के प्रति समर्पण सिखाया है।इसी स्कूल की रमली कश्यप ने पांचवीं कक्षा में हॉकी खेलना शुरू किया था। अब टीम की उभरती हुई खिलाड़ी हैं। कांति बघेल (ग्राम बड़े कुरुशनार) और दीपा कश्यप (ग्राम कुदुर) भी नियमित अभ्यास कर टीम को मजबूत कर रही हैं। राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचने का लक्ष्य ग्राम दिगानार की सुनीता नेताम पहले भी राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं और अब राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का लक्ष्य रखती हैं। कक्षा 12वीं की सुलंती कोर्राम (ग्राम बोरगांव) चार बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में खेल चुकी हैं। राष्ट्रीय प्रतियोगिता का अनुभव झारखंड में राष्ट्रीय हॉकी प्रतियोगिता में जिले का प्रतिनिधित्व भी कर चुकी हैं। उनका मानना है कि खेल ने उन्हें आत्मविश्वास दिया है। इसी कक्षा की प्रिया नेताम (ग्राम कबेंगा) भी कई बार राज्य स्तर पर खेल चुकी हैं और भारतीय महिला हॉकी टीम में जगह बनाने का सपना देखती हैं। भारतीय महिला हॉकी टीम में जगह बनाने का सपना राजन्ती कश्यप (कक्षा 9वीं) और खेमेश्वरी सोढ़ी (कक्षा 10वीं) भी आगामी प्रतियोगिताओं की तैयारी में जुटी हैं। बस्तर ओलंपिक ने सुदूर ग्रामीण अंचलों की खेल प्रतिभाओं को एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान किया है। कभी माओवादी भय से प्रभावित रहे इन क्षेत्रों में अब शिक्षा, खेल और विकास नई पहचान बन रहे हैं। स्कूलों में उपलब्ध कराई गई खेल सामग्री, प्रशिक्षक और छात्रावास जैसी सुविधाओं ने बच्चों में नया उत्साह भर दिया है।
राजगीर खेल अकादमी के हॉकी ग्राउंड पर आज से राज्यस्तरीय स्कूल हॉकी प्रतियोगिता का आगाज हो रहा है। इस चार दिवसीय प्रतियोगिता का शुभारंभ बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार करेंगे। यह आयोजन बिहार में हॉकी के बढ़ते क्रेज और युवा प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर निखारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। प्रतियोगिता में प्रदेश के 17 जिलों से कुल एक हजार खिलाड़ी भाग लेंगे, जिनमें बालक और बालिका वर्ग के 500-500 खिलाड़ी शामिल हैं। इस आयोजन की खास बात यह है कि यहां तीन अलग-अलग आयु वर्गों अंडर-14, अंडर-17 और अंडर-19 में मुकाबले होंगे। जो विभिन्न स्तरों पर प्रतिभाओं को उभरने का मौका देंगे। जिला खेल पदाधिकारी शालिनी प्रकाश ने बताया कि प्रतियोगिता को दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। पहले चरण में 7 से 10 दिसंबर तक बालक वर्ग के मुकाबले होंगे, जबकि दूसरे चरण में 15 से 18 दिसंबर तक बालिका वर्ग की प्रतियोगिता संपन्न होगी। खिलाड़ी अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे बालक वर्ग में 7-8 दिसंबर को अंडर-14 और अंडर-19 वर्ग के मुकाबले खेले जाएंगे, जबकि 9-10 दिसंबर को अंडर-17 वर्ग के खिलाड़ी अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगे। इसी तरह बालिका वर्ग में 15-16 दिसंबर को अंडर-14 व अंडर-19 के मैच होंगे, और 17-18 दिसंबर को अंडर-17 वर्ग की प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। 17 जिलों के खिलाड़ी आजमाएंगे किस्मत इस प्रतिस्पर्धा में पटना, बक्सर, कैमूर, रोहतास, भोजपुर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, पूर्णिया, खगड़िया, भागलपुर, सीवान, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, मुंगेर, बेगूसराय और नालंदा जिलों के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। इन जिलों में से कई पारंपरिक रूप से हॉकी के गढ़ रहे हैं और यहां से निकले खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय स्तर पर बिहार का नाम रोशन किया है। राजगीर की खेल अकादमी पिछले कुछ वर्षों में बिहार के खेल विकास का एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरी है। यहां की अत्याधुनिक सुविधाएं और बेहतर बुनियादी ढांचा युवा खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त करने में मदद कर रहा है।
जूनियर हॉकी विश्व कप 2025: क्वार्टरफाइनल में नाटकीय जीत से भारत सेमीफाइनल में
भारत ने जूनियर हॉकी विश्व कप 2025 के क्वार्टरफाइनल में बेल्जियम को पेनाल्टी शूट-आउट में 4-3 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। प्रिंस दीप सिंह, शरद नंद तिवारी और अंकित पाल के शानदार प्रदर्शन ने टीम को जीत दिलाई। अब भारत का सामना जर्मनी से होगा।
भिवानी के भीम स्टेडियम स्थित नवनिर्मित बैडमिंटन हाल में जिला स्तरीय बैडमिंटन स्पर्धा का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि डीसी साहिल गुप्ता पहुंचे। इस दौरान डीसी ने कहा कि जिला भिवानी बैडमिंटन सहित बॉक्सिंग, हॉकी सहित विभिन्न खेलों में खिलाड़ियों की खान है। जिला भिवानी के खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक लाकर देश विदेश में हरियाणा प्रदेश का नाम रोशन कर रहे है। अग्रणी भूमिका निभाता है। हरियाणा सरकार व जिला प्रशासन खिलाड़ियों के हित में सभी कदम उठाने के लिए हमेशा तत्पर रहता है। उन्होंने कहा कि हमें अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए प्रतिदिन किसी ना किसी खेल गतिविधि में भाग लेना चाहिए ताकि हमारा शरीर निरोगी व स्वस्थ रहे। 30 लाख से बैडमिंटन कोर्ट का पुनरुद्धारजिला वेलफेयर बैडमिंटन एसोसिएशन भिवानी के जिला प्रधान सुरेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पहले इस बैडमिंटन कोर्ट का बहुत बुरा हाल था जिस पर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी प्रैक्टिस करते थे। जहां हमेशा चोट लगने का खतरा रहता था। इस पर बैडमिंटन खिलाड़ियों की परेशानियों को देखते हुए जिला बैडमिंटन वेलफेयर एसोसिएशन भिवानी ने डीसी से बैडमिंटन कोर्ट का पुनरुद्धार करने का अनुरोध किया। जिस पर जिला प्रशासन द्वारा भीम स्टेडियम स्थित बैडमिंटन कोर्ट का पुनरुद्धार किया गया है। जिस पर लगभग 30 लाख रुपए का खर्च आया है। विभिन्न खेल स्पर्धाएं आयोजितजिला सचिव व रेलवे कोच सतविंद्र ने कहा कि जिला स्तरीय बैडमिंटन स्पर्धा के विभिन्न आयु वर्ग जैसे अंडर-11, अंडर-13, अंडर-17, मेंस सिंगल्स, डबल्स, मिक्स डबल का आयोजन किया गया है, जो 5 से 7 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहे हैं। खेलों के अंतिम दिन खिलाड़ियों को आकर्षक इनाम, ट्रॉफी बैडमिंटन किट और स्मृति चिह्न आदि देकर सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम में मंच संचालन एसोसिएशन के जिला प्रेस सचिव व सिविल सर्जन ऑफिस भिवानी से हेल्थ इंस्पेक्टर जगदीश प्रसाद जांगड़ा ने किया। जिला कमेटी ने स्टेडियम में उपस्थित सभी सम्मानित जनता और उपस्थित सभी खिलाड़ियों का यहां पहुंचने पर हार्दिक अभिनंदन किया। कार्यक्रम में नेशनल खिलाड़ी अनिल सांगवान, डेफ ओलिंपिक के स्वर्ण पदक विजेता एवं अर्जुन अवार्डी रोहित भाकर, डेफ ओलिंपिक खेलों के स्वर्ण पदक विजेता महेश सिंहमार, स्टैंडर्ड फर्नीचर के मालिक गंगा बिशन जांगड़ा, सुमित नेशनल बैडमिंटन प्लेयर, क्रितेश, सुरेश कुमार अरोड़ा, द्रोणाचार्य बैडमिंटन एकेडमी के संचालक गौरव जैन, ब्रिडे बैडमिंटन एकेडमी के संचालक महेश कुमार काकू सहित काफी बैडमिंटन खिलाड़ी और अभिभावक उपस्थित रहे।
16 टीमें खेलेंगी टूर्नामेंट, 6 बेस्ट प्लेयर्स को मिलेगी किट
भास्कर न्यूज | जालंधर माता प्रकाश कौर कप के लिए 19वां ऑल इंडिया बलवंत सिंह कपूर हॉकी टूर्नामेंट (अंडर 19 बॉयज) 7 से 14 दिसंबर तक ओलिंपियन सुरजीत हॉकी स्टेडियम, जालंधर में होगा। टूर्नामेंट कमेटी मैनेजर हरभजन सिंह कपूर ने बताया कि टूर्नामेंट नॉक-आउट कम लीग बेसिस पर खेला जाएगा। टूर्नामेंट की विनिंग टीम को 1.50 लाख रुपए कैश और विनर को कप दिया जाएगा, जबकि रनर-अप टीम को 1 लाख रुपए कैश प्राइज दिया जाएगा। टूर्नामेंट के दौरान फेयर प्ले ट्रॉफी दी जाएगी। टूर्नामेंट के दौरान 6 बेस्ट खिलाड़ियों की घोषणा की जाएगी, इसमें बेस्ट गोलकीपर, बेस्ट फुल बैक, बेस्ट हाफ बैक, बेस्ट फॉरवर्ड और बेस्ट स्कोरर और इमर्जिंग प्लेयर शामिल हैं। इन खिलाड़ियों का चयन ओलिंपियन अजीत पाल सिंह पर आधारित कमेटी करेगी। टूर्नामेंट के सभी मैचों के दौरान बेस्ट खिलाड़ियों की घोषणा की जाएगी और उन्हें बैग, बूट और ट्रॉफी दी जाएंगी। इस बार देश भर से 16 टीमें हिस्सा ले रही हैं। ओलिंपियन संजीव कुमार चीफ ऑब्जर्वर होंगे। उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर को सांसद संत बलबीर सिंह सीचेवाल टूर्नामेंट का उद्घाटन करेंगे, जबकि 14 दिसंबर को लेफ्टिनेंट जनरल अजय चनपुरिया विजेताओं को इनाम बांटेंगे। टूर्नामेंट में हिस्सा लेने वाली टीमों में राउंड ग्लास हॉकी एकेडमी, एसजीपीसी एकेडमी, एसएआई इंफाल, घुम्मन हीरा राइजर्स एकेडमी दिल्ली, ओडिशा नवल टाटा एकेडमी, आर्मी बॉयज बेंगलुरु, एसएआई लखनऊ, शाहबाद हॉकी एकेडमी हरियाणा, एसएआई सोनीपत, सुरजीत हॉकी एकेडमी जालंधर, एसएआईएल एकेडमी राउरकेला, जरखड़ हॉकी एकेडमी, बॉयज हॉस्टल लखनऊ, नवल टाटा एकेडमी जमशेदपुर, नामधारी एकेडमी और हॉकी हिमाचल एकेडमी शामिल हैं। यहां हरभजन सिंह कपूर, गुरशरण सिंह कपूर, तीर्थ सिंह कपूर, मनजीत सिंह कपूर के अलावा ओलिंपियन हरप्रीत सिंह मंदर, ओलिंपियन बलजीत सिंह ढिल्लों, ओलिंपियन संजीव कुमार, जगदीप सिंह गिल, दलजीत सिंह, रिपुदमन कुमार सिंह, राम सरन, महाबीर सिंह, भूपिंदर सिंह, कुलजीत सिंह रंधावा, नरिंदर विग और अवतार सिंह हॉकी कोच मौजूद थे।
भारत दौरे पर पुतिन की ‘ऑरस सीनेट’ कार सुर्खियों में रही। ये दुनिया की सबसे महंगी कार मानी जाती है। जो बुलेट, ग्रेनेड के साथ केमिकल अटैक भी झेल सकती है। इसमें प्रीमियम लेदर-वुड इंटीरियर, मसाज वाली सीटें, मल्टिपल स्क्रीन और फ्रिज कम्पार्टमेंट जैसी लग्जरी है। 5 दिसंबर की रात वो अपने 'फ्लाइंग क्रेमलिन' विमान में सवार होकर रूस लौट गए। भास्कर एक्सप्लेनर में पुतिन की लग्जरी-सीक्रेट लाइफ की रोचक कहानी… क्रेमलिन के ऑफिशियल डॉक्यूमेंट्स के मुताबिक, पुतिन की एनुअल सैलरी 1 लाख 40 हजार डॉलर है यानी करीब 1 करोड़ 26 लाख भारतीय रुपए। पुतिन के पास 800 स्क्वायर फुट का अपार्टमेंट और तीन कार हैं। ये वो ऑफिशियल डेटा है जिसे उन्होंने सार्वजनिक किया है। हालांकि, कुछ एक्सपर्ट मानते हैं कि पुतिन दुनिया के सबसे अमीर राष्ट्रपति हैं। अमेरिकी मूल के ब्रिटिश फाइनेंसर और जाने माने पॉलिटिकल एक्टिविस्ट बिल ब्राउनर के मुताबिक, पुतिन की नेटवर्थ 200 बिलियन डॉलर यानी लगभग 18 लाख करोड़ रुपए तक हो सकती है। ब्राउनर पहले रूस में सबसे बड़े फॉरेन इन्वेस्टर थे। उन्होंने 2017 में बताया कि पुतिन ने ये दौलत तब बनानी शुरू की, जब रूसी ओलिगार्क मिखाइल खोदोरकोव्स्की को 2003 में धोखाधड़ी और टैक्स चोरी के मामले में जेल भेजा गया। पुतिन का आधिकारिक आवास मॉस्को का ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस है, जिसे रूस की सत्ता का प्रतीक माना जाता है। 1990 के दशक में इस पैलेस को रेनोवेट किया गया था, जिसमें उस समय करीब 1 बिलियन डॉलर यानी 8 हजार करोड़ रुपए खर्च हुए थे। ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस करीब 25,000 स्क्वायर मीटर में फैला है और इसमें 700 से ज्यादा कमरे हैं। इस पैलेस के इंटीरियर को सोने और महंगे क्रिस्टल से सजाया गया है, जिनका वजन कई टन तक है। इसके अंदर 5 शाही हॉल हैं जिनमें से सेंट एंड्रयू हॉल को सबसे ज्यादा लग्जरी माना जाता है। इस हॉल में सोने के तीन शाही सिंहासन रखे हैं। इस पैलेस के नीचे और दीवारों के भीतर सोवियत काल के सुरक्षित बंकर और सुरंगें हैं, जो इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित इमारतों में से एक बनाते हैं। इसके अलावा पुतिन के कई सीक्रेट पैलेस भी हैं। ब्लैक सी के किनारे बना सीक्रेट ‘पुतिन पैलेस’ रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी ने साल 2021 में एक वीडियो जारी कर दावा किया कि ब्लैक सी के किनारे बना पुतिन का जेलेंडजिक सीक्रेट पैलेस मोनाको देश से 39 गुना बड़ा है। मोनाको का एरिया 2 स्क्वायर किमी है और पुतिन के सीक्रेट पैलेस का एरिया करीब 77-78 किमी स्क्वायर हो सकता है। तब विपक्षी नेता ने कहा था कि ये भ्रष्टाचार से बना है। हालांकि, तब पुतिन ने उस वीडियो और एलेक्सी नवलनी के दावे को भी खारिज कर दिया था। बाद में नवलनी को जेल हुई और 2024 में उनकी मौत हो गई। नवलनी के मुताबिक इस पैलेस की कीमत लगभग 1.35 बिलियन डॉलर यानी करीब 11 हजार करोड़ रुपए है। पूरी तरह से इटैलियन शैली में बना ये महल लग्जरी फीचर्स के लिए जाना जाता है। इस पैलेस एरिया में स्वीमिंग पूल, हुक्का बार या स्ट्रिप क्लब, कसीनो, थिएटर, आइस पैलेस जैसे ढेरों सुविधाएं मौजूद हैं। पैलेस के इंटीरियर को इटैलियन ब्रैंड्स के फर्नीचर से सजाया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस सीक्रेट पैलेस के नीचे 16 मंजिला अंडरग्राउंड कंस्ट्रक्शन है। जिसे मांद कहते हैं। पुतिन पैलेस को नो-फ्लाई जोन है, जहां किसी भी विमान के उड़ने की परमिशन नहीं है। पैलेस के चारों तरफ लगभग 7,000 हेक्टेयर का सिक्योरिटी बफर जोन है जिसे रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (FSB) कंट्रोल करती है. पैलेस के नीचे से कई सुरंगें भी हैं जो अलग-अलग दिशा में खुलती हैं। चारो तरफ से ऊंची दीवारों से घिरा नोवो-ओगार्योवो- 'द रियल होम' पुतिन जिस घर में सबसे ज्यादा रहते हैं वो है मॉस्को के बाहरी इलाके 'रूबलियोवका' में बना नोवो-ओगार्योवो। पुतिन साल 2000 से यहां रह रहे हैं। उन्होंने क्रेमलिन ऑफिस जाने के बजाय इस जगह को इसलिए चुना ताकि रास्ते के ट्रैफिक से बचा जा सके। वैसे तो ये आलीशान घर साल 1950 में ही बन चुका था, लेकिन पुतिन के लिए इसे पूरी तरह से रिनोवेट किया गया। इंग्लिश गॉथिक स्टाइल में बना ये लग्जरी हाउस अपनी सुविधाओं के लिए भी काफी मशहूर है। नोवो-ओगार्योवो में एक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स है जिसमें एक बड़ा स्विमिंग पूल, जिम और अस्तबल है। यहां पुतिन के पसंदीदा घोड़े रहते हैं। इस घर के अंदर एक छोटा चर्च भी है। इसके अलावा आधिकारिक मुलाकातों के लिए 'रिसेप्शन हाउस', सिनेमा हॉल, हेलिपैड और सीक्रेट बंकर भी मौजूद है। रूस की इंडिपेंडेंट इन्वेस्टिगेटिव मीडिया आउटलेट के मुताबिक, पुतिन के नोवो-ओगार्योवो ऑफिस की तरह ही बाकी के पैलेस में भी हूबहू ऑफिस बनाए गए हैं। जिससे किसी भी स्थिति में दुश्मन को कन्फ्यूज किया जा सके। जंगलों में बना पुतिन का सबसे सुरक्षित फॉरेस्ट पैलेस पुतिन का एक ठिकाना मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग के बीच घने जंगलों और झील के बीच भी है। इसे फॉरेस्ट पैलेस कहा जाता है। पुतिन यहां जाने के लिए हवाई जहाज या कार की जगह सीक्रेट आर्मर्ड ट्रेन का इस्तेमाल करते हैं। डोजियर सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस पैलेस के पास सीक्रेट रेलवे स्टेशन भी है, जो आम नागरिकों के लिए नहीं है। यह स्टेशन चारों तरफ से ऊंची फेंसेस और सुरक्षा गार्ड्स से घिरा है। इस घर में रेसिंग ट्रैक, बड़ा खेल का मैदान, स्विमिंग पूल, मड बाथ और क्लिनिक भी मौजूद है। माना जाता है कि पुतिन के बच्चे भी यहीं रहते हैं। पुतिन की सबसे ज्यादा दिलचस्पी मार्शल आर्ट में है- खासकर जूडो और सांबो में। 11 साल की उम्र में ही उन्होंने जूडो की ट्रेनिंग शुरू कर दी थी। 1975 में उन्होंने लॉ की पढ़ाई के लिए ‘लेनिनग्राद स्टेट यूनिवर्सिटी’ में एडमिशन लिया। इस दौरान पुतिन जूडो में लेनिनग्राद के चैंपियन बने। 1978 में उन्हें ‘मास्टर ऑफ स्पोर्ट्स’ का खिताब मिला। उन्होंने जूडो पर किताब भी लिखी, जिसका नाम है- जूडो: हिस्ट्री, थ्योरी, प्रैक्टिस। पुतिन इस किताब के को-ऑथर हैं। इसके अलावा जूडो पर उन्होंने कई वीडियोज भी बनाए हैं। जूडो की ट्रेनिंग पर, पुतिन के करीबी और कोच इजिओ गाम्बा कहते हैं- ‘पुतिन ट्रेनिंग ऐसे करते हैं जैसे कोई बच्चा लेगो (ब्लॉक्स से खेला जाने वाला क्रिएटिव गेम) से खेल रहा हो। पुतिन पूरी गंभीरता से जूडो खेलते थे।’ आज भी पुतिन फिटनेस के लिए जू़डो खेलते हैं। डायरेक्टर ओलिवर स्टोन की डॉक्यूमेंट्री ‘द पुतिन इंटरव्यूज’ में बताया गया कि वे सप्ताह में सातों दिन एक्सरसाइज करते हैं। वे पहले जिम जाते हैं, फिर स्विमिंग करते हैं। सर्दियों में पुतिन अल्पाइन स्कीइंग करते हैं। पुतिन इसको एक्टिव रहने और फिटनेस बनाए रखने का बेहतरीन तरीका बताते हैं। 60 साल की उम्र में पुतिन पहली बार स्केट्स पर चढ़े। एक इंटरव्यू में इसे याद करते हुए पुतिन कहते हैं- मैं पहले से ही एक बूढ़ा अंकल था। सच कहूं तो, मैंने सोचा कि उन्हें तुरंत फेंक देना चाहिए। क्योंकि स्केट्स को रोकना मुश्किल हो रहा था, मैं सीधे किनारे से टकरा जाता था। बाद में हॉकी खिलाड़ी अलेक्सी कसातोनोव ने पुतिन को ट्रेनिंग दी, जिसके बाद वे रेगुलर तौर पर आइस-हॉकी खेलने लगे। वे कभी नाइट हॉकी लीग के मैचों में खेलते, तो कभी सुरक्षा सेवा (FSO) के कर्मचारियों के साथ। पुतिन ने कई बार गाला आइस हॉकी के मैच खेले हैं और कई गोल भी किए हैं। एक मैच में उन्होंने 8 गोल दागे थे। 2016 में एक आइस हॉकी मैच के दौरान पुतिन फिसलकर गिर गए थे। ये मैच रूस के नाइट हॉकी लीग के गाला में हुआ था। आइस हॉकी मैच पर पुतिन कहते हैं- एक मैच में मेरा 1.5-2 किलो वजन कम हो जाता है। यह बहुत स्ट्रेसफुल खेल है। पुतिन को एक्सट्रीम एक्टिविटीज का भी शौक है। वे कई बार नदियों में राफ्टिंग कर चुके हैं उन्होंने खुद को फॉर्मूला-1 ड्राइवर के रूप में भी आजमाया। पुतिन ने कई बार तो 240 किमी/घंटा की स्पीड से रेसिंग कार चलाई। वे बाथिस्काफ यानी छोटी पनडुब्बी जैसी मशीन में बैठकर बैकाल झील की गहराइयों में भी उतर चुके हैं। कई बार वे टीयू-160 और टीयू-160एम जैसे मिलिट्री बॉम्बर्स के कॉकपिट में बैठकर उड़ान भर चुके हैं, जहां सिर्फ प्रोफेशन पायलट्स बैठते हैं। 2009 में कहा जाने लगा कि पुतिन अब बूढ़े और कमजोर हो चुके हैं। वह राजनीतिक रूप से थका हुआ महसूस कर रहे हैं। लेकिन तभी अगस्त 2009 में पुतिन की कुछ तस्वीरें सामने आईं, जिनमें वह दक्षिणी साइबेरिया के तुवा रीजन में बिना शर्ट के घोड़े की सवारी करते हुए, मछली पकड़ते हुए और स्विमिंग करते हुए दिखे। मॉस्को टाइम्स के मुताबिक, इन तस्वीरें के जरिए पश्चिमी देश के नेताओं को ये दिखाया गया कि पुतिन मानसिक और शारीरिक रूप से बिल्कुल फिट हैं। यह तस्वीर दुनिया भर में खूब वायरल हुई। 2017 में भी पुतिन ब्लागोवेशचेन्स्क जाते हुए अचानक दक्षिणी साइबेरिया में रुक गए थे। इसको रोमांचकारी बताते हुए पुतिन कहते हैं - मैं मुश्किल पहुंच वाली ताइगा में गया, पहाड़ी झीलों में मछली पकड़ी, धूप में लेटा, पहाड़ी नदियों और रैपिड्स से नीचे उतरा, नहरों में मोटरबोट और राफ्ट चलाए, हाइकिंग की और एटीवी चलाते हुए पहाड़ों से गुजरा। इसके बाद भी पुतिन कई बार साइबेरिया आते रहे। इसके अलावा पुतिन अक्सर बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ वलाम भी जाते हैं। वलाम मठ को पुतिन ‘रूस का मिरर’ कहते हैं, एक ऐसी जगह जहां उन्हें आध्यात्मिक सुकून मिलता है। पुतिन को किताबों का भी शौक है। वे बताते हैं कि उन्होंने यंग एज में जैक लंदन, जूल्स वर्न और अर्नेस्ट हेमिंग्वे जैसे राइटर्स की किताबें पढ़ीं। पुतिन रुसी, जर्मन और अंग्रेजी भाषाएं जानते हैं. उनके प्रेस सेक्रेटरी दिमित्री पेस्कोव बताते हैं कि इन भाषाओं में खुद को एक्सिलेंट बनाए रखने के लिए पुतिन जर्मन और अंग्रेजी टीवी चैनल्स देखते हैं और अखबार पढ़ते हैं। उनकी बेडसाइड वाली टेबल पर अक्सर इतिहास की किताबें और संस्मरण रखे होते हैं। फिक्शन में उनके पसंदीदा लेखक रूसी साहित्यकार लेर्मोनतोव हैं। इसके अलावा पुतिन को बचपन से ही रुडयार्ड किपलिंग भी पसंद है। कई बार वे पॉलिटिक्स या इंटरनेशनल सिचुएशन को समझाने के लिए किपलिंग के किरदारों- जैसे शेर खान का उदाहरण देते हैं। पुतिन रूसी, जर्मन और अंग्रेजी भाषाएं बोलते हैं। उनके प्रेस सेक्रेटरी दिमित्री पेस्कोव बताते हैं- जर्मन और अंग्रेजी भाषा में पकड़ बनाए रखने के लिए वे जर्मन और अंग्रेजी टीवी चैनल्स देखते हैं। हफ्ते में कई बार वे अंग्रेजी अखबार पढ़ते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि वे अपना शब्द-भंडार कम नहीं होने देना चाहते। खाने में पुतिन को ऑर्गेनिक और पारंपरिक रूसी खाना पसंद है। मछली उनका सबसे फेवरेट फूड है। वे कम शुगर वाली आइसक्रीम खाना भी पसंद करते हैं। पुतिन अपनी फिटनेस पर काफी ध्यान देते हैं.. इसलिए वे कई तरह के सलाद भी खाते हैं। इसके अलावा रूस के राष्ट्रपति कभी-कभी खाना भी बनाते हैं। 2018 में एक मीडिया फोरम में उन्होंने कहा कि, ‘मैं सलाद बनाता हूँ, बहुत स्वादिष्ट बनता है।’ एक बार पुतिन ने सीक्रेट मैरीनेट में बने रुसी कबाब तैयार किए थे, जिसकी तारीफ तुवा गणराज्य के पूर्व प्रमुख, शोल्बान कारा-ओल ने की थी।---------पुतिन से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए-पुतिन का 60 साल में तलाक, 31 साल छोटी गर्लफ्रेंड: बच्चों को ब्रिटेन से पढ़ाने आते हैं टीचर; रूसी राष्ट्रपति की सीक्रेट फैमिली रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 2 दिन के दौरे पर भारत आए। उनके साथ करीब 100 लोगों की टीम है, लेकिन इसमें परिवार का एक भी सदस्य नहीं है। 2012 में आखिरी बार पुतिन अपनी पत्नी के साथ दिखे थे। इसके बाद विदेश दौरे तो क्या रूस में भी पुतिन का परिवार कहीं नहीं दिखा। पूरी खबर पढ़िए...
झुंझुनूं जिले की ग्राम पंचायत लंबी अहीर की सरपंच, नीरू यादव एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्हें UN Women India ने अपनी खास राष्ट्रीय नेतृत्व कार्यशाला 'SheLeads III' में शामिल होने के लिए विशेष तौर पर बुलाया है। सरपंच नीरू यादव को जिन्हें लोग 'हॉकी वाली सरपंच' के नाम से भी जाना जाता है। यह कार्यशाला 4 और 5 दिसंबर 2025 को नई दिल्ली में हो रही है। इस कार्यशाला के लिए पूरे देश से सिर्फ 30 महिला नेताओं को चुना गया है, और उनमें नीरू यादव का नाम शामिल है। UN Women India का यह प्लेटफॉर्म जमीनी स्तर पर काम कर रही महिला नेताओं को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी बात रखने का मौका देता है। नवाचार की पहचान: बर्तन बैंक से KBC तक * 'बर्तन बैंक' मॉडल: यह उनका सबसे बड़ा और सफल नवाचार है। उन्होंने गांव में डिस्पोज़ेबल प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के लिए 'बर्तन बैंक' शुरू किया। इससे सामाजिक आयोजनों में प्लास्टिक का उपयोग बंद हुआ और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला। * ऐतिहासिक उपलब्धि: उनके इस मॉडल को राजस्थान सरकार ने वर्ष 2025–26 के बजट में पूरे प्रदेश में लागू करने की घोषणा की है। यह किसी पंचायत प्रतिनिधि के लिए बहुत बड़ी सफलता है। * राष्ट्रीय मंच पर पहचान: वे Sony TV के प्रसिद्ध कार्यक्रम 'कौन बनेगा करोड़पति (KBC) Season 15' में भी सेलिब्रिटी गेस्ट के रूप में आ चुकी हैं। यहां उन्होंने अपने बर्तन बैंक, ग्रामीण हॉकी अकादमी और 'मेरा पेड़ मेरा दोस्त' जैसे अभियानों को पूरे देश के सामने रखा था। * संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO): साल 2024 में, उन्होंने UNO, न्यूयॉर्क में हुई UNFPA की 57वीं Commission on Population and Development (CPD) बैठक में भारत के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनकर देश का प्रतिनिधित्व किया था। वहां उन्होंने महिलाओं के नेतृत्व और ग्रामीण विकास के अपने मॉडलों को दुनिया के सामने रखा। * ग्रामीण हॉकी टीम: उन्होंने गांव की बेटियों के लिए एक ग्रामीण हॉकी टीम बनाई। संसाधनों की कमी के बावजूद, उनकी पहल से कई लड़कियों को खेल के माध्यम से आत्मविश्वास और अवसर मिले हैं। कई खिलाड़ियों ने जिला और राज्य स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। * अन्य विकास कार्य: उन्होंने गांव में डिजिटल लाइब्रेरी बनवाई, 21,000 से अधिक पेड़ लगाए, 50 से ज्यादा ट्यूबवेल लगाकर पानी की सुविधा दी, और पक्षियों के संरक्षण के लिए 70 फीट ऊंचा सात-मंजिला बर्ड हाउस भी तैयार करवाया है।
जिंदगी से जंग लड़ते-लड़ते गोल्डन गर्ल बनीं निकिता
‘ज़िंदगी इस बात पर नहीं चलती कि आप कितनी बार गिरते हैं, बल्कि इस पर चलती है कि आप कितनी बार उठते हैं।’ KIIT की महिला हॉकी टीम की कप्तान निकिता टोप्पो, अमेरिकी शिक्षक जेमी एस्कालांटे की इस सोच का सजीव उदाहरण हैं। 22 वर्षीय निकिता ने पांच साल की उम्र में अपने माता-पिता को खो दिया था। तीन साल पहले जब वे आयरलैंड में होने वाले अंडर-23 फाइव नेशंस कप में हिस्सा लेने जा रही थीं, तभी उनके बड़े भाई की एक दुर्घटना में मौत हो गई। भाई के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाई थी। एक वर्ष बाद उन्हें करियर को खत्म करने वाली चोट लगी और इसके तुरंत बाद उनके दूसरे भाई को भी एक दुर्घटना में गंभीर सिर की चोट लगी, जिससे वह आज तक पूरी तरह उबर नहीं पाया है। लेकिन इन लगातार झटकों से टूटने के बजाय निकिता ने हॉकी को अपना सहारा बनाया और केआईआईटी को राजस्थान में आयोजित खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स (KIUG) 2025 में महिला हॉकी टीम स्पर्धा का पहला स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। केआईआईटी पहली बार केआईयूजी में हिस्सा ले रही है। निकिता ने कहा, ‘इसके पहले हम ज़ोन ही क्लियर नहीं कर पाते थे क्योंकि ओडिशा में कई मज़बूत यूनिवर्सिटी टीमें हैं। लेकिन पिछले साल से मैं और मेरे कोच मिलकर एक मजबूत टीम बनाने पर काम कर रहे थे। अच्छे खिलाड़ियों को यूनिवर्सिटी में एडमिशन दिलाया। जब यहां पहुंचे, तो गोल्ड जीतने का ही लक्ष्य था।’
हरियाणा के नूंह जिले के तावडू खंड के गांव जौरासी के दो सगे भाइयों ने राजस्थान के जयपुर में आयोजित हालिया खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में परचम लहराया है। दोनों भाइयों ने हॉकी में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीतकर न केवल अपने गांव का, बल्कि पूरे मेवात क्षेत्र का नाम रोशन कर दिया है। वहीं चिराग धारीवाल ने अपने अद्भुत खेल कौशल के दम पर टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ गोल स्कोर खिलाड़ी बनने का गौरव भी हासिल किया। इस उपलब्धि से पूरा जौरासी गांव और मेवात क्षेत्र गौरव से भर उठा है। दोनों खिलाड़ियों के पिता धर्मेंद्र धारीवाल और माता अनीता धारीवाल ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि उनके बेटों ने जो मेहनत, समर्पण और अनुशासन दिखाया है, वह वाकई गर्व करने योग्य है। पहले भी दोनों भाई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुके है चिराग और विनय पहले भी कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर अपने खेल कौशल का लोहा मनवा चुके है। खिलाड़ियों के परिवार वालों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। इस सुनहरे पल पर अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी कोच अजय धामीवाल ने कहा कि गांव में खुशी का माहौल है, बच्चों और युवाओं में नए उत्साह का संचार हुआ है और हर कोई इन दोनों खिलाड़ियों को भविष्य में अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का परचम लहराते देखने की कामना कर रहा है। गांव जौरासी के ये दो सितारे आज युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके है। अजय धामीवाल ने कहा कि यदि लगन हो, लक्ष्य स्पष्ट हो और परिवार व समाज का आशीर्वाद साथ हो, तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता।
ढाबें में चाकू व हॉकी स्टीक लहराने वाले दो गिरफ्तार
भास्कर न्यूज | राजनांदगांव सोमनी इलाके के हाईवे ढाबा में चाकू व हॉकी स्टीक लहराने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामले के फरार अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस टीम जुटी हुई है। सोमनी पुलिस ने बताया कि हाईवे ढाबा के संचालक ने मामले की शिकायत दर्ज कराई थी। दुर्ग निवासी आरोपी शाहरूख, इजू इरानी, मुंसिफ खान उर्फ अद्दू पटेल व मुकेश उसके ढाबे में पहुंचे। सभी ढाबा संचालक से गाली गलौज करते हुए धारदार चाकू व हॉकी स्टीक लहराने लगे। मौजूद लोगों को भी धमकाया। शिकायत के बाद पुलिस टीम ने आरोपी शाहरुख और मुंसिफ खान उर्फ अद्दू पटेल को गिरफ्तार कर लिया है। फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स राजस्थान 2025 के 10वें दिन चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने कैनोइंग और कयाकिंग स्पर्धाओं में दबदबा दिखाते हुए 10 में से 9 गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिए। साथ ही यूनिवर्सिटी के खिलाड़ियों ने बुधवार को कुल 10 मेडल जीतकर कुल पदक संख्या 33 कर ली। ओवरऑल टैली में शीर्ष स्थान पर पहुंच गई है। गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी 33 गोल्ड, 13 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज के साथ दूसरे स्थान पर खिसक गई। इसके साथ ही सवाई मानसिंह स्टेडियम के एथलेटिक्स ट्रैक पर चार और मीट रिकॉर्ड टूटे। ऐसे में अब तक KIUG एथलेटिक्स में कुल 9 मीट रिकॉर्ड बन चुके हैं। वहीं बुधवार को जयपुर की राजस्थान यूनिवर्सिटी में एक खिलाड़ी के चोटिल होने के बाद जब एम्बुलेंस उसे लेने के लिए पहुंची। तो एम्बुलेंस ग्राउंड की मिट्टी में ही फंस गई। इसकी वजह से खिलाड़ी को काफी परेशान होना पड़ा। एथलेटिक्स में चार नए मीट रिकॉर्डबुधवार को महिलाओं की ट्रिपल जंप, पुरुषों की 110मी हर्डल्स, महिलाओं की डिस्कस थ्रो और पुरुषों की 4x400मी रिले में नए KIUG मीट रिकॉर्ड बने। मुंबई यूनिवर्सिटी रेस में लगभग पूरा समय आगे रही, लेकिन पंजाब यूनिवर्सिटी के लोकेश सिंह गुर्जर ने अंतिम 100 मीटर में यश जोशी को पीछे छोड़कर टीम को 3:12.40 सेकेंड के समय के साथ गोल्ड दिलाया। मुंबई की 3:12.73 सेकेंड की टाइमिंग भी पिछले मीट रिकॉर्ड से बेहतर रही। शिंटोमोन सीबी ने तोड़ा 110 मीटर का रिकॉर्डमहात्मा गांधी यूनिवर्सिटी के शिंटोमोन सीबी ने शुरुआत से अंत तक बढ़त बनाए रखी और 14.32 सेकेंड के साथ नया रिकॉर्ड बनाया। पिछले रिकॉर्डधारी विकास खोड़के ने 14.516 सेकेंड के साथ सिल्वर जीता। वहीं गुरु काशी यूनिवर्सिटी की सान्या यादव ने महिलाओं की डिस्कस थ्रो में 50.73 मीटर फेंककर नया मीट रिकॉर्ड बनाया। अलीना टी साजी ने ट्रिपल जंप रिकॉर्ड तोड़ामहात्मा गांधी यूनिवर्सिटी की अलीना ने 13.09 मीटर की जंप लगाकर रिकॉर्ड तोड़ा। पंजाब यूनिवर्सिटी की अर्शदीप कौर ने 12.80 मीटर के साथ सिल्वर जीता। कैनोइंग और कयाकिंग में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का जलवाउदयपुर में आयोजित स्पर्धाओं में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने महिलाओं में C-1, C-2, K-1, K-2 और K-4 के साथ पुरुषों में K-1, K-2, K-4 व C-2 में गोल्ड जीते। केवल पुरुषों की C-1 स्पर्धा में गुरु काशी यूनिवर्सिटी के टोंगब्रम रोशन सिंह ने गोल्ड जीतकर CU का क्लीन स्वीप रोका। सरबजोत–पलक की जोड़ी ने जीता गोल्डजगतपुरा शूटिंग रेंज में ओलिंपिक ब्रॉन्ज मेडलिस्ट सरबजोत सिंह और पलक ने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम में केएलईएफ यूनिवर्सिटी को 17-15 से हराकर गोल्ड जीता। फुटबॉल और हॉकी में रोमांचक फाइनलमहिला फुटबॉल मुकाबले चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी भिवानी ने गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी को 2-0 से हराकर गोल्ड जीता। जबकि महिला हॉकी में केआईआईटी ने इतिहास रचते हुए अपना पहला हॉकी गोल्ड जीता। आईटीएम यूनिवर्सिटी को 1-0 से हराया। जबकि पुरुष हॉकी में गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ को 5-1 से हराकर खिताब जीता। टेबल टेनिस में जोधपुर में खेले गए फाइनल में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी ने 0-2 से पिछड़ने के बावजूद चितकारा यूनिवर्सिटी को 3-2 से हराया। वहीं महिलाओं में चितकारा यूनिवर्सिटी ने गोल्ड जीता। KIUG का पांचवां एडिशन राजस्थान के सात शहरों में हो रहा है। इसमें 222 यूनिवर्सिटी के 4448 खिलाड़ी 23 खेलों में हिस्सा ले रहे हैं। गेम्स का आयोजन स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल मिलकर कर रहे हैं, जबकि मेजबानी पूर्णिमा यूनिवर्सिटी कर रही है।
फरीदाबाद जिले के आदर्श नगर थाना क्षेत्र में सगाई के कार्यक्रम के दौरान डीजे बजाने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। जो बाद में मारपीट में बदल गया। इस घटना में तीन से चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें पुलिस ने तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़ित परिवार ने थाना आदर्श नगर में लिखित शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना 2 दिसंबर की रात की है। सुभाष कॉलोनी हरी विहार के रहने वाले महावीर कुमार के घर उनके बेटे शिवम की सगाई का कार्यक्रम चल रहा था। यह कार्यक्रम आदर्श नगर के गुर्जर चौक स्थित बाबा उदय वाटिका में रात करीब 8 बजे तक सब कुछ सामान्य था और डीजे भी चल रहा था। महावीर के अनुसार अचानक करीब 15 से 20 युवक कार्यक्रम में घुस आए। उन्होंने आते ही कार्यक्रम रुकवाने की धमकी दी और कहा कि यह समारोह नहीं होने देंगे। इन लोगों ने आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते हुए डीजे बंद करा दिया। रिश्तेदारों को भी लाठी-डंडों से मारा महावीर ने बताया कि जब परिवार और रिश्तेदारों ने इसका विरोध किया तो हमलावरों ने पूरी सगाई में हंगामा शुरू कर दिया। उन्होंने कार्यक्रम में रखे खाने को उलट-पलट दिया और हलवाइयों के साथ मारपीट की। रिश्तेदारों को भी लाठी-डंडों से मारा गया। बीच बचाव करने आए गुलशन, श्यामलाल और शिवम को गंभीर चोटें आईं। इसी दौरान महिलाओं से भी धक्का-मुक्की की गई और एक महिला के कानों से सोने के कुंडल छीनकर आरोपी फरार हो गए। हाथों में लाठी, डंडे और हॉकी लेकर आए हमलावर पीड़ित परिवार के अनुसार युवक पूरी योजना बनाकर आए थे और उनके हाथों में लाठी, डंडे और हॉकी थी। जैसे ही पुलिस को फोन किया गया, तभी सभी आरोपी मौके से भाग गए। पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ घायलों का इलाज जारी है जबकि कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। आरोपियों की पहचान करने में जुटी पुलिस घटना की जानकारी मिलने पर आदर्श नगर थाना के प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह घटना रात करीब 12 बजे की है। पुलिस ने मौके का मुआयना किया था और घायलों को अस्पताल पहुंचाया था। मनोज कुमार ने यह भी बताया कि आरोपियों की पहचान की जा रही है और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज (एसकेएमसीएच) में बुधवार सुबह एक मरीज की मौत के बाद परिजनों और डॉक्टरों के बीच जमकर मारपीट हुई। इस दौरान गाड़ी में भी तोड़फोड़ की गई। घटना के बाद डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवा के साथ-साथ ओपीडी सेवा ठप कर दी थी। हालांकि घटना के दो घंटे बाद पहले इमरजेंसी सेवा शुरू की गई, फिर दोपहर 3 बजे तक ओपीडी सेवा भी शुरू कर दी गई। डॉक्टरों और मृतक मरीज के परिजन ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। दरअसल, अहियापुर थाना क्षेत्र के चकमहमद गांव निवासी 60 साल के राजगीर पासवान को तबीयत बिगड़ने पर उनके बेटे प्रकाश कुमार और अविनाश कुमार अपनी मां के साथ कार से एसकेएमसीएच लाए थे। डॉक्टरों ने इमरजेंसी में उनका इलाज शुरू किया और कई जांच की बात कही। मृतक के परिजन बोले- बिना जांच के 7 से 8 इंजेक्शन लगाए मृतक राजगीर पासवान के बेटों, प्रकाश और अविनाश कुमार ने आरोप लगाया है कि डॉक्टरों ने बिना पूरी जांच किए उनके पिता को सात-आठ इंजेक्शन लगा दिए, जिससे उनकी मौत हो गई। प्रकाश ने बताया कि मंगलवार रात करीब 1 बजे अचानक मेरे पिता को कमर से नीचे पैर तक दर्द हुआ। इसके बाद मैं अपने भाई अविनाश के साथ पिता को लेकर एसकेएमसीएच आया। यहां डॉक्टरों से कहा कि प्लीज अच्छे से जांच कर लीजिएगा। इसके बाद डॉक्टर ने जांच तो लिखा, लेकिन बिना जांच किए ही एक के बाद एक 7 से 8 इंजेक्शन लगा दिया। प्रकाश ने कहा कि इंजेक्शन लगने के 10 मिनट बाद ही मेरे पिता की मौत हो गई। इसके बाद हम लोगों ने जब डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया तो पहले जातिसूचक गालियां दी गई, फिर हम दोनों भाइयों को डॉक्टर अपने केबिन में वहां ले गया, जहां सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा था। फिर हम दोनों भाइयों की पिटाई कर दी। हम दोनों भाइयों को करीब 25-25 लोगों की पिटाई की। मारपीट करने वालों में अस्पताल का गार्ड और हॉस्टल के लड़के भी थे। फिर हमारी गाड़ी में भी तोड़फोड़ की। मृतका का बेटा बोला- इंजेक्शन देने का कारण पूछा तो गालियां दी बेटों ने बताया कि जब उन्होंने बिना जांच इतने इंजेक्शन देने का कारण पूछा, तो डॉक्टरों ने उन्हें जातिसूचक गालियां दीं। इसके बाद डॉक्टर और गार्ड उन्हें अपने केबिन में खींचकर ले गए, जहां लाठी-डंडों और हॉकी स्टिक से बुरी तरह मारपीट की गई। प्रकाश कुमार ने यह भी आरोप लगाया कि मारपीट के दौरान उनके भाई का करीब डेढ़ लाख रुपए का मोबाइल छीन लिया गया और उनकी कार को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि जिस कमरे में मारपीट हुई, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था। इस घटना के विरोध में डॉक्टरों ने एसकेएमसीएच में ओपीडी सेवा बंद कर दी। इससे अस्पताल में इलाज के लिए आए अन्य मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। मृतक पति को लेकर बैठी पत्नी, दोनों बेटे की चल रही थी पिटाई मृतक राजगीर पासवान के बेटे अविनाश ने बताया कि पिताजी की मौत हो जाने के बाद मां शव के साथ बाहर बैठकर रो रही थी। इसी दौरान हम लोगों ने पिता की मौत को डॉक्टरों की लापरवाही बताया, जिसके बाद रूम में ले जाकर हम दोनों भाइयों की जमकर पिटाई की गई। मेडिकल कॉलेज के पुलिस चौकी में की शिकायत डॉक्टर से मारपीट में घायल दोनों भाई अपने पिता राजगीर पासवान की लाश को लेकर मां के साथ मेडिकल कॉलेज के पुलिस चौकी पहुंचे और घटना की पूरी जानकारी दी। दोनों भाइयों को सिर में चोट लगी थी और कपड़े भी फटे थे। शरीर पर कई जगह मारपीट के भी निशान थे। डॉक्टर ने मारपीट का आरोप लगाकर बंद की ओपीडी सेवा वहीं, दूसरी और मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की ओर से मारपीट का आरोप लगाया गया और इमर्जेंसी के साथ-साथ ओपीडी सेवा भी बंद करके हड़ताल पर चले गए। घटना के बाद करीब सुबह 9 बजे मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से लगातार डॉक्टरों से बातचीत कर इमर्जेंसी सेवा शुरू कराई गई, जबकि करीब 6 घंटे बाद ओपीडी सेवा शुरू की गई। डॉक्टरों की ओर से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है। अहियापुर के SHO बोले- शिकायत के बाद पुलिस कार्रवाई करेगी पूरे मामले में पूछे जाने पर अहियापुर थाना के थानेदार रोहन कुमार ने कहा कि सुबह में मेडिकल कॉलेज में मरीज के परिजन और डॉक्टर के बीच मारपीट की घटना हुई है। पूरे मामले में लिखित शिकायत के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी।
सिंधिया स्वर्ण कप हॉकी: आज होंगे दो मुकाबले:महाराष्ट्र इलेवन,लखनऊ ने जीते शुरुआती मैच
अखिल भारतीय सिंधिया स्वर्ण कप हॉकी प्रतियोगिता मंगलवार को शुरू हो गई। पहले दिन दो मुकाबले खेले गए, जिनमें महाराष्ट्र इलेवन और एक्सीलेंस स्पोर्ट्स सेंटर लखनऊ ने जीत दर्ज की। यह प्रतियोगिता ग्वालियर नगर निगम द्वारा आयोजित प्रतियोगिता के पहले मैच में महाराष्ट्र इलेवन ने नवल टाटा जमशेदपुर को 4-0 से हराया। महाराष्ट्र की ओर से कार्तिक ने दो गोल किए, जबकि अनिकेत और वेंकटेश ने एक-एक गोल दागा। ग्वालियर पर भारी पड़ा लखनऊ दूसरा मुकाबला एक्सीलेंस स्पोर्ट्स सेंटर लखनऊ और डीएचए ग्वालियर के बीच खेला गया। निर्धारित समय में दोनों टीमें 5-5 गोल के साथ बराबरी पर रहीं। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट में लखनऊ ने ग्वालियर को 3-1 से हराकर मैच जीत लिया। ग्वालियर के लिए निखिल ने दो, चिराग और शैलेंद्र ने एक-एक गोल किया। लखनऊ की टीम से प्रशांत और उज्ज्वल ने महत्वपूर्ण गोल किए। आज होंगे दो मुकाबले प्रतियोगिता के दूसरे दिन का पहला मैच सुबह 11:30 बजे स्पोर्ट्स हॉस्टल पनपोश और साई मणिपुर के बीच होगा। दूसरा मुकाबला दोपहर 2 बजे साई राउरकेला, ओडिशा और एएससीबी जालंधर के बीच खेला जाएगा। इस प्रतियोगिता में कुल 18 टीमें भाग ले रही हैं, जिनमें सीटीसी मुंबई, आर्मी इलेवन नई दिल्ली, झारखंड 11, सेंट्रल रेलवे मुंबई, नेवी मुंबई और साई मणिपुर जैसी टीमें शामिल हैं।
ग्वालियर में 84वीं अखिल भारतीय सिंधिया स्वर्ण कप हॉकी प्रतियोगिता शुरू हो गई है। प्रतियोगिता का उद्घाटन रेलवे हॉकी स्टेडियम में नगर निगम ने रंगीन गुब्बारे छोड़कर किया। इस प्रतियोगिता में देशभर की कुल 18 टीमें इसमें हिस्सा ले रही हैं। टीम को चार पूलों में बांटा गया है। पूल ए में सीटीसी मुंबई, आर्मी 11 नई दिल्ली, एक्सीलेंस स्पोर्ट्स हॉस्टल लखनऊ और डीएचए ग्वालियर शामिल हैं। पूल बी में नवल टाटा जमशेदपुर, महाराष्ट्र 11, झारखंड 11 रांची, सेंट्रल रेलवे मुंबई और नॉर्थ सेंट्रल रेलवे हैं। ट्रॉफी के साथ दिया जाएगा 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार पूल सी में साउथ सेंट्रल रेलवे, नेवी मुंबई, विजय ग्रुप एसीडी, साइ राउरकेला उड़ीसा और एएससीबी जालंधर को रखा गया है। जबकि पूल डी में उत्तर प्रदेश 11 लखनऊ, साईं मणिपुर, आरसीएफ और पेट्रोलियम की टीमें शामिल हैं। इस प्रतियोगिता में विजेता टीम को ट्रॉफी के साथ 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाएगा। उपविजेता टीम को ट्रॉफी और 3 लाख रुपये का नकद इनाम मिलेगा। इसके अतिरिक्त, दोनों टीमों के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से भी सम्मानित किया जाएगा। नोडल अधिकारी खेल सत्यपाल सिंह ने बताया कि 'इस बार 18 टीमों ने टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है। यह प्रतियोगिता 2 दिसंबर से शुरू होकर 10 दिसंबर तक खेली जाएगी।'
जहीर खान और उनकी पत्नी सागरिका घाटगे ने ‘Akutee’ ब्रांड की शुरुआत की
बेंगलुरु। पल्लू, दुपट्टे और जैकेट पर खूबसूरत रंगों में की गई कढ़ाई और पेंटिंग घाटगे शाही परिवार का एक रहस्य रहा होगा, जिसका इस्तेमाल प्रियजनों के कपड़ों को प्यार से सजाने के लिए किया जाता था। हालांकि क्रिकेटर जहीर खान की व्यावसायिक समझ से अब यह एक ब्रांड अकुती में तब्दील हो गया है। अभिनेत्री, मॉडल एवं राष्ट्रीय स्तर की पूर्व हॉकी चैंपियन सागरिका घाटगे अकुती ब्रांड को अपनी मां उर्मिला घाटगे के साथ चलाती हैं। सागरिका घाटगे ने कहा, “हाथ से पेंटिंग मेरे बचपन का हिस्सा रहे हैं। मेरी मां लंबे समय से यह करती रही हैं। हालांकि शुरू में मैं इसे उतनी गंभीरता से नहीं लेती थी, लेकिन मेरे पति (जहीर खान) ने मुझे इसे एक विशेष कलेक्शन बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। मां-बेटी की जोड़ी ने बेंगलुरु में ‘फोर सीजन्स’ में अपने कलेक्शन की शुरुआत की। सोलह मई को होटल में एक दिन के लिए साड़ियों, दुपट्टों और ब्लेजर का संग्रह प्रदर्शित किया गया। घाटगे ने कहा कि जब उन्होंने लगभग एक साल पहले इसकी शुरुआत करने का फैसला किया, तो एक ब्रांड नाम के लिए ‘अकुती’ एक स्वाभाविक पसंद बन गई, जिसका मराठी में अर्थ राजकुमारी होता है। इसे भी पढ़ें: Cannes Film Festival में दिखाई गई श्याम बेनेगल की फिल्म मंथन, अभिनेता नसीरुद्दीन शाह मौजूद खान ने कहा, ‘‘हां, वह एक राजकुमारी है। घाटगे ने कहा कि यह नाम सिर्फ उनके खानदान का संकेत नहीं है, बल्कि उनके परिवार की सभी महिलाओं के लिए एक सम्मान भी है। घाटगे ने कहा, अकुती समय में पीछे ले जाता है। उन्होंने कहा कि डिज़ाइन की प्रेरणा सीधे कोल्हापुर के शाही घाटगे परिवार के बगीचों से आती है। घाटगे ने कहा, मेरी मां वास्तव में बागवानी में रुचि रखती हैं और हमारे बगीचे में खिलने वाले फूल हमारे कपड़ों पर हाथ से पेंट की गई डिजाइन में तब्दील हो जाते हैं।

