श्री रामायण लाइट एंड साउंड शो' और वेहड़ा शगनां दा' ने बिखेरे सांस्कृतिक रंग
भास्कर न्यूज | अमृतसर भारतीय विद्या भवन अमृतसर केंद्र में ‘16वीं ऑल इंडिया कॉन्फ्रेंस फॉर प्रिंसिपल्ज ऑफ भवन्ज स्कूल्ज’ का आयोजन हुआ। 6 से 9 नवंबर तक भवन्ज एसएल पब्लिक स्कूल, अमृतसर में आयोजित इस कॉन्फ्रेंस में देशभर के भवन्स स्कूलों के प्रिंसिपलों ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने नवीन रुझानों, संस्थागत विकास और साझा मूल्यों पर विचार-विमर्श किया। कॉन्फ्रेंस का विषय ‘अपनी जड़ों से जुड़े रहते हुए क्षितिज का विस्तार’ था। सम्मेलन के अंतिम दिन, स्कूल के स्टूडेंट्स ने भगवान शिव के दिव्य नृत्य ‘शिव तांडव’ का मनमोहक और ऊर्जावान प्रदर्शन किया। यह प्रस्तुति नकारात्मक ऊर्जा के विनाश तथा एक नई, शुद्ध और पावन जीवन की शुरुआत का प्रतीक थी। स्टूडेंट्स द्वारा इस दिव्य प्रस्तुति ने संपूर्ण वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा और शक्ति से भर दिया। इसके अतिरिक्त, स्टूडेंट्स ने देशभक्ति तथा भारत के विभिन्न राज्यों की समृद्ध संस्कृति को दर्शाते हुए विविध लोक नृत्यों की एक मनमोहक श्रृंखला प्रस्तुत की। इन प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मानो संपूर्ण भारत की सांस्कृतिक यात्रा पर ले लिया। पूरे सभागार में उत्साह का माहौल छा गया और दर्शकों ने छात्रों के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर जोरदार तालियों से उनका उत्साहवर्धन किया। इसके पश्चात भारतीय विद्या भवन, मुंबई के निर्देशक पॉली मेनाचेरी ने उपस्थित प्राचार्य गणों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय विद्या भवन एक विशाल शैक्षणिक संस्था है, जो देशभर में 1.46 लाख से अधिक स्टूडेंट्स को शिक्षा प्रदान कर रही है। उन्होंने गर्व व्यक्त किया कि सभी भवन्ज़ संस्थान उत्कृष्ट कार्य कर रहे हैं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ मूल्यों को जोड़ने की परंपरा को प्रभावी रूप से निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भवंस सदा से मूल्य-आधारित शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहा है, जिसका उद्देश्य स्टूडेंट्स में भारतीय मूलभूत मूल्य-व्यवस्था का समावेश करना है। उन्होंने प्राचार्य गणों का आह्वान किया कि वे अपने-अपने संस्थानों को उत्कृष्टता की दिशा में निरंतर अग्रसर रखें तथा स्टूडेंट्स के कल्याण और शिक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। भवन्ज अमृतसर केंद्र के अध्यक्ष अविनाश महेंद्रू ने अपना संबोधन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के इस प्रेरक कथन से आरंभ किया इन चार दिवसीय कार्यक्रम के दौरान पहले दिन स्टूडेंट्स ने श्री रामायण लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया। कांफ्रेंस के दौरान अध्यापकों की ओर से ‘वेहड़ा शगनां दा’ का आयोजन किया गया, जिसमें समूह अध्यापकों ने इस लघु नाटिका में पंजाबी विवाह से जुड़ी समृद्ध परंपराओं, रंग-बिरंगे परिधानों और जोशीले संगीत का प्रदर्शन किया।
हीरामंडी को लेकर संजय लीला भंसाली ने खोले ये राज़
संजय लीला भंसाली की बहुप्रतीक्षित सीरीज़ हीरामंडी नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ हो गई है, जिसमें सोनाक्षी सिन्हा, अदिति राव हैदरी, और मनीषा कोईराला जैसे सितारों की कास्ट शामिल है। इस श्रृंखला ने काफी ध्यान आकर्षित किया है, हालांकि भंसाली ने खुलासा किया कि उनकी प्रारंभिक कास्टिंग विकल्प फाइनल कास्ट से अलग थे। उन्होंने बताया कि उन्होंने मूल रूप से हीरामंडी को रेखा, करीना कपूर और रानी मुखर्जी के साथ एक फिल्म के रूप में देखा था। हालांकि, स्टोरी के बड़े होनेके कारण इसे फिल्म के बजाय एक सीरीज़ में बदल दिया गया। भंसाली ने बताया कि वह पिछले 18 वर्षों से हीरामंडी के कॉसेप्ट पर काम कर रहे थे। श्रृंखला स्वतंत्रता से पहले के लाहौर में स्थित हीरा मंडी जिले में दरबारऔर नवाबों पर है। शुरू में, कास्टिंग ने वर्षों में कई बदलावों का सामना किया, जिसमें माहिरा खान, इमरान अब्बास, और फवाद खान जैसे नाम विभिन्न समयों पर विचार किए गए। अंततः, प्रोडक्शन ने एक नई कास्ट पर फैसला किया । हीरामंडी एक पीरियड ड्रामा है जिसका निर्देशन संजय लीला भंसाली और मिताक्षरा कुमार ने किया है। कहानी लाहौर के हीरा मंडी जिले में तवायफों के जीवन पर है, फिल्म की कहानीब्रिटिशकाल के दौरान की कहानी है, जहां एक वैश्यालय की महिलाएं आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लड़ रही होती हैं।। प्रमुख अभिनेताओं के साथ, श्रृंखला में मनीषा कोईराला, ऋचा चड्ढा, संजीदा शेख, महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। फरदीन खान, शेखर सुमन और अध्ययन सुमन भी नवाबों की भूमिका में हैं। जियो फाइबर को कड़ी टक्कर दे रहा है एयरटेल एक्सट्रीम फाइबर, जानिए सभी फ्री ओटीटी प्लान्स की लिस्ट ₹10,000 से कम में मिलेंगे ये 5 बेहतरीन स्मार्ट टीवी, पूरा दिन देखने का मन करेगा जियो सिनेमा के दो नए प्रीमियम प्लान लॉन्च, सिर्फ ₹29 में मिलेंगे इतने फायदे

