बागबेड़ा में 23 से नेत्र जांच शिविर
जमशेदपुर। रेडक्रॉस सोसाईटी द्वारा बागबेड़ा स्थित राम मनोहर लोहिया नेत्रालय में 23 से 25 मार्च तक नि:शुल्क नेत्र जांच मोतियाबिंद का ऑपरेशन और लैंस...
Lok sabha Chunav 2024 : निर्वाचन की घोषणा तिथि से आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील हो चुकी है। (Lok sabha chunav 2024) लोकसभा निर्वाचन की कार्यवाही सम्पन्न होने तक जिले में स्थित सभी शासकीय, अर्द्धशासकीय, केन्द्रीय कार्यालयों एवं भारत सरकार के उपक्रमों में कार्यरत, अधिकारियों एवम कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश को प्रतिबंधित किया गया है। (Lok sabha Election 2024) यह भी पढ़ें : CG Weather Update : कश्मीर नहीं छत्तीसगढ़ का मरवाही है ये... जोरदार बारिश के साथ हुई जमकर बर्फबारी, देखें VIDEO Lok sabha Election 2024 : निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान जिले में पदस्थ कोई भी अधिकारी कर्मचारी बिना कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी बिपिन मांझी अथवा उनके द्वारा अधिकृत अधिकारी के अनुमति के बिना किसी प्रकार के अवकाश पर प्रस्थान नहीं करेंगे, और न ही मुख्यालय परित्याग करेंगे। (Lok sabha chunav 2024) यह भी पढ़ें : Breaking : बीजापुर-दंतेवाड़ा में नक्सलियों और जवानों के बीच जमकर फायरिंग, 1 नक्सली का एनकाउंटर, सर्चिंग जारी यह भी पढ़ें : कांग्रेस के एक-एक वोट अपने पक्ष में करने भाजपा ने बनाई रणनीति... अब तक 15 हजार लोग BJP में हुए शामिल
शिक्षक हत्या के विरोध में मूल्यांकन का बहिष्कार:मुआवजा देने और मृतक आश्रित नौकरी देने की उठाई आवाज
अवैध शराब परिवहन को लेकर टांडा पुलिस की कार्रवाई:आयशर वाहन से 950 पेटी शराब जब्त, एक आरोपी गिरफ्तार
राजस्थान के किसानों को ठगने के लिए हो रही थी 'एडवांस बुकिंग', भंडाफोड़ होने पर सामने आया सच
राजस्थान के किसानों को उच्च गुणवत्ता के बीज बताकर हल्के बीज देकर ठगने का मामला सामने आया है। हालांकि समय रहते किसानों को इस ठगी का आभास हो गया और उन्होंने ऐसा करने वाली कंपनी के कर्मचारियों को पुलिस के हवाले कर दिया। मामला हनुमानगढ़ का है। गोलुवाला पुलिस थाना क्षेत्र के गोलूवाला एवं चक 33 एलएलडब्ल्यू में सोमवार को गुलाबी सुंडी रोधी बीज होने का दावा कर बीजों की एडवांस बुकिंग कर रहे एक कंपनी के कुछ कर्मचारियों को ग्रामीणों ने पकड़ कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। सूचना मिलने पर हनुमानगढ़ से सहायक निदेशक कृषि (विस्तार) बीआर बाकोलिया भी मौके पर पहुंचे तथा गोलूवाला थाने में संबंधित कंपनी व उसके कर्मचारियों के खिलाफ भ्रामक प्रचार कर किसानों को ठगने का प्रयास करने पर बीज नियंत्रण आदेश 1983 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अन्तर्गत मामला दर्ज करने को लेकर परिवाद सौंपा। गौरतलब है कि बीटी 2 के अलावा वैज्ञानिकों ने अन्य कोई बीटी बीज अब तक विकसित ही नहीं किया है। इसके अलावा बीटी 2 बीज भी कृषि विभाग की देखरेख में लाइसेंसधारी विक्रेता केन्द्र सरकार की ओर से तय मूल्य पर ही विक्रय कर सकता है। यह भी पढ़ें : आखिर दक्षिण भारत पहुंचकर वोट क्यों मांग रहे कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत? पिता अशोक गहलोत भी दे रहे साथ किसानों ने पकड़ा, दिया परिवाद परिवाद में कृषि अधिकारी बाकोलिया ने पुलिस को बताया कि गोलुवाला क्षेत्र के कृषकों से सूचना मिली कि यहां पुलकित बायो फर्टीलाईजर्स प्राइवोट लिमिटेड, ओल्ड दिल्ली गुरुग्राम रोड, निहाल भवन के सामने डुण्डाहेड़ा, गुरुग्राम -122017 कम्पनी के दो जने घर-घर घूमकर बीटी कपास के गुलाबी सुंडी रोधी बीज की बुकिंग कर रहे हैं। आरोपी सुखवीर मोबाइल नम्बर 9050553787 एवं चन्द्रमोहन मोबाइल नम्बर 9929937839 किसानों से अमानत राशि 100 रुपए से 700 रुपए लेकर गुलाबी सुण्डी प्रतिरोधी किस्म का बीज बताकर बीज की बुकिंग कर रहे हैं। कृषकों को गुमराह कर रहे हैं कि उनको 4 जी लाइफ बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। इसके साथ ही कंपनी प्रतिनिधि पम्फलेट भी दे रहे हैं जिसमें बीटी कपास के किस्म के बारे में काफी भ्रामक जानकारियां लिखी हुई हैं। यह भी पढ़ें : राजस्थान के पूर्व डीजी बीएल सोनी का 'ऑडियो मैसेज' वायरल, पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर लगा डाले ये 5 संगीन आरोप बीज ही विकसित नहीं तो काहे की बुकिंग? परिवाद में कृषि अधिकारी बाकोलिया ने पुलिस को बताया कि आज की तारीख तक बीटी-2 के अलावा किसी भी प्रकार का अन्य बीटी बीज वैज्ञानिकों ने विकसित ही नहीं किया है। इस वर्ष भी बीटी-2 बीज ही कृषकों को विभागीय अनुमति जारी होने के बाद ही अनुज्ञाधारी विक्रेताओं के माध्यम से केन्द्र सरकार की ओर से निर्धारित दरों पर उपलब्ध रहेगा। क्षेत्र के जागरूक कृषकों ने उक्त व्यक्तियों को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया है। बिना वैध अनुज्ञापत्र के बीज को बेचान करना या बेचने के लिए प्रस्तुत करना बीज नियंत्रण आदेश 1983 एवं आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के अन्तर्गत दण्डनीय अपराध है। इसके साथ-साथ इन व्यक्तियों ने कृषकों को गुमराह कर एडवांस बुकिंग के नाम पर आर्थिक नुकसान भी पहुंचाया है। अत: उपरोक्त कम्पनी एवं उनके जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाए। गुलाई ठंड ने रुलाया, फिर नहीं पड़े रोना बीते साल हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले में गुलाबी सुंडी से कॉटन की फसल बर्बाद हो गई थी। कई किसानों ने खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलवा दिया था। हजारों किसानों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ था। इन हालात का मुनाफाखोर कंपनियां व ठग किस्म के लोग लाभ उठाना चाहते हैं। वे किसानों को सुंडी रोधी बीज बताकर अपनी जेबें भरना चाहते हैं। इस मामले की पुलिस व कृषि विभाग को मिलकर गहन पड़ताल करनी चाहिए। जिला प्रशासन भी हस्तक्षेप कर मामले पर नजर रखे ताकि किसानों को फिर नहीं रोना पड़े। पुलिस कर रही पड़ताल, आज आएगी टीम कृषि अधिकारी के परिवाद के आधार पर जांच की जा रही है। ग्रामीणों ने जिन दो जनों को पुलिस के हवाले किया तो उनसे भी पूछताछ कर रहे हैं। मंगलवार सुबह कृषि विभाग की टीम आएगी, उसके बाद पुलिस आगामी कार्यवाही करेगी। -- रमेश पन्नू, थाना प्रभारी गोलुवाला
बिहार सक्षमता परीक्षा की आंसर की आंसर की जारी, 21 मार्च तक करें ऑब्जेक्शन
BSEB Sakshamta Pariksha Answer Key 2024: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने सक्षमता परीक्षा की आंसर की जारी कर दी है. बिहार सक्षमता परीक्षा का आयोजन 26 फरवरी से 6 मार्च तक दो शिफ्ट में किया गया था. पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 12.30 तक और दूसरी शिफ्ट की शाम तीन बजे से 5.30 तक हुई थी.
पंडोखर सरकार का दावा, इस एक तरीके से 24 घंटे में ठीक हो जाएगा ब्रेन ट्यूमर
Pandokhar Sarkar Claim to treat Brain Tumor: कथा वाचक पंडोखर सरकार पंडित गुरुशरण शर्मा के दरबार में हजारों भक्त अर्जी लगाने पहुंचते हैं। वे अर्जियां सुनते हैं और उनके भूत-वर्तमान और भविष्य की दशा दिशा देखते हुए उन्हें उपाय बता देते हैं। उनके भक्त इसीलिए उन्हें बाबा त्रिकालदर्शी कहते हैं। हाल ही में पंडोखर सरकार ने अपने एक भक्त की ब्रेन ट्यूमर की समस्या पर उसे 24 घंटे में खत्म करने का उपाय बताया है। ब्रेन ट्यूमर को 24 घंटे में खत्म करने के दावे वाला पंडोखर सरकार का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। बाबा पंडोखर सरकार के पास पहुंचे भक्त की ब्रेन ट्यूमर की पीड़ा सुनकर पंडोखर सरकार ने उसे 24 घंटे में ब्रेन ट्यूमर को खत्म करने का आसान उपाय बताया। उन्होंने बताया कि कैसे और क्या करना होगा। करना होगा ये उपाय 1. 1 मुट्ठी उड़द 2. 1 मुट्ठी चावल 3. 1 मुट्ठी गेहूं 4. 1 मुट्ठी चना 5. एक मुट्ठी कोई भी अनाज 1. इन पांचों अन्नों की पांच मुट्ठी को सात बार पीड़ित के सिर से उसारना है। 2. फिर इस अनाज को 5 किसी चौराहे पर आधा फुट नीचे जमीन में दबा देना है। 3. पंडोखर सरकार ने कहा कि इस उपाय को जैसे बताया है वैसे ही किया गया, तो 24 घंटे में उनकी सारी बाधा परेशानी दूर हो जाएगी। ये भी पढ़ें : MP Girl Kidnapping Case: शिवपुरी के निजी स्कूल संचालक की बेटी का कोटा राजस्थान से अपहरण, लव एंगल से भी जांच ये भी पढ़ें : MPPSC 2024 को लेकर आया बड़ा अपडेट 28 अप्रेल को नहीं होगी परीक्षा, यहां जाने कब होगी Prelims परीक्षा
कृष्ण जन्मभूमि मामले में मुस्लिम पक्ष को बड़ा झटका, सु्प्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका
Shri Krishna Janmabhoomi: मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह विवाद में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद कमेटी की याचिका खारिज कर दी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा- यह विषय हाईकोर्ट में ही रखें। मस्जिद कमेटी ने इलाहाबाद HC के उस आदेश को चुनौती दी थी, जिसमें HC ने इस विवाद से जुड़े 15 मुकदमों को एक साथ जोड़कर सुनवाई करने का फैसला लिया था। मुकदमों का एक साथ हो सुनवाई 23 मई 2023 को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि ये सभी मुकदमे एक ही तरह के हैं, जिनमें एक ही तरह के सबूतों के आधार पर फैसला होना है। लिहाजा, कोर्ट का समय बचाने के लिए ये बेहतर होगा कि इन मुकदमों पर एक साथ सुनवाई हो। इस आदेश के खिलाफ मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में SLP दाखिल की थी। इसमें मांग की थी कि सभी मुकदमों को अलग-अलग सुना जाए। हिंदू पक्षकार महेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि मुस्लिम पक्ष चाहता था कि मामले की सुनवाई अलग-अलग हो। मगर सुप्रीम कोर्ट ने उनकी SLP खारिज कर दी। वो चाहते हैं कि यह मामला लटका रहे।
UP-बिहार और दिल्ली के लिए 30 होली स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, देखें लिस्ट और पूरा शेड्यूल
Holi Special Trains : होली की वजह से लगभग सभी नियमित ट्रेनों में सीट फुल हो चुकी है। ऐसे में कई यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच यात्रियों को राहत देने के लिए रेलवे ने 30 होली विशेष ट्रेनों के संचालन की घोषणा की है। यह ट्रेनें 20 मार्च से एक अप्रैल तक अलग-अलग तारीखों में चलेंगी। यहां देखें ट्रेनाें की लिस्ट और शेड्यूल टनकपुर से 22 मार्च को चलने वाली 05097 टनकपुर-दौराई विशेष ट्रेन की AC सेकेंड क्लास में 23, AC थर्ड क्लास में 83 सीटें उपलब्ध हैं। इस ट्रेन में 25 मार्च को AC सेकेंड क्लास में 28, AC थर्ड क्लास में 121, स्लीपर क्लास में 153 और सेकेंड क्लास चेयरकार में 27 सीटें उपलब्ध हैं। 27 मार्च को AC सेकेंड क्लास में 25, AC थर्ड क्लास में 109 और स्लीपर क्लास में 113 सीटें, 29 मार्च को AC सेकेंड क्लास में 28, AC थर्ड क्लास में 117, स्लीपर क्लास में 217 सीटें उपलब्ध हैं। लालकुआं से 24 मार्च को चलने वाली 05045 लालकुआं-राजकोट विशेष ट्रेन की AC सेकेंड क्लास में 40, AC थर्ड क्लास में 273, स्लीपर क्लास में 403, चेयरकार में 60 सीटें उपलब्ध हैं। 31 मार्च को इस ट्रेन में AC सेकेंड क्लास में 44, AC थर्ड क्लास में 252, स्लीपर क्लास में 375 और चेयरकार में 55 सीटें उपलब्ध हैं। छपरा से 20 मार्च को चलने वाली 05115 छपरा-आनंद विहार विशेष ट्रेन की AC सेकेंड क्लास में 53 और एसी AC थर्ड क्लास में 180 सीटें उपलब्ध हैं। 27 मार्च को इस ट्रेन की AC सेकेंड क्लास में 18 सीटें उपलब्ध हैं। यह भी पढ़ें: श्रद्धालु अब बांके बिहारी के साथ नहीं खेल पाएंगे होली, मंदिर में गुलाल ले जाने पर लगी रोक गोरखपुर से 24 मार्च को चलने वाली 05023 गोरखपुर-आनंद विहार विशेष ट्रेन की AC सेकेंड क्लास में 79, AC थर्ड क्लास में 614, स्लीपर क्लास में 173 और सेकेंड क्लास चेयरकार में 180 सीटें उपलब्ध हैं। इसी ट्रेन में 31 मार्च को AC सेकेंड क्लास में 39, AC थर्ड क्लास में 480, सेकेंड क्लास चेयरकार में 154 सीटें उपलब्ध हैं। वाराणसी से 26 मार्च को चलने वाली 05047 बनारस-आनंद विहार विशेष ट्रेन की एसी AC थर्ड क्लास में 730 सीटें उपलब्ध हैं। गोरखपुर से 20 मार्च को चलने वाली 05005 गोरखपुर-अमृतसर विशेष ट्रेन की AC सेकेंड क्लास में 21, AC थर्ड क्लास में 256, सेकेंड क्लास चेयरकार में 445 सीटें उपलब्ध हैं। इसी ट्रेन में 27 मार्च को AC सेकेंड क्लास में आठ, AC थर्ड क्लास में 216, सेकेंड क्लास चेयरकार में 464 सीटें उपलब्ध हैं। छपरा से 22 मार्च को चलने वाली 05049 छपरा-अमृतसर विशेष ट्रेन की एसी AC थर्ड क्लास में 86, सेकेंड क्लास चेयरकार में 481, 29 मार्च को एसी AC थर्ड क्लास में 14, सेकेंड क्लास चेयरकार में 521 सीटें उपलब्ध हैं।
आचार संहिता के कारण जनसुनवाई स्थगित:फिर भी शिकायतें लेकर पहुंचे कईं लोग, वापस लौटे
SI recruitment paper leak case update: एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक करने, नकल करने और अन्य अनुचित साधनों से परीक्षा पास करने वाले चौदह ट्रेनी थानेदारों को आज कोर्ट में पेश किया जाना है। तीन बार इन थानेदारों का रिमांड लिया जा चुका है और आज इन सभी को जेल होने की बात सामने आ रही है। केस की जांच कर रही एसओजी के अफसरों का कहना है कि तेरह दिन की रिमांड पूरी होने के बाद थानेदारों के पास से कई दस्तावेज और अन्य सामग्री बरामद हुई है, जिससे यह केस काफी मजबूत हुआ है। इस मामले में अभी जांच का दायरा कम नहीं किया गया है। ट्रेनिंग ले रहे कई और थानेदार भी अभी जांच के दायरे में हैं। इनमें से कुछ से जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। इनमें से कुछ से जल्द ही पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। एसओजी एडीजी वीके सिंह ने बताया कि गिरफ्तार थानेदारों के घरों से उनके अलावा अन्य अभ्यर्थियों के नाम, रोल नंबर की ओएमआर सीट, परीक्षाओं के पेपर, एडमिट कार्ड, परीक्षाओं में गिरोह व एसआई के बीच में रुपए ट्रांजेक्शन के दस्तावेज मिले हैं। साथ ही जिन एसआई को पेपर पढ़वाया है, उन हैंडलर की जानकारियां भी मिली हैं। उन्हें भी जांच के दायरे में लिया गया हैं । हांलाकि इनमें से कईयों के फोन नंबर बंद आ रहे हैं। नकल कर पास होने वाले थानेदारों में नरेश कुमार, सुरेन्द्र कुमार, राजेश्वरी कुमारी, मनोहर लाल , गोपीराम जांगे, श्रवण कुमार, नारंगी कुमारी, प्रेम सुखी, चंचल विश्नोई, करणपाल, राजेन्द्र यादव समेत अन्य लोग शामिल हैं।
सीजनल सब्जियों की खेती ने बदली इस महिला की तकदीर, 5 लाख हो रही सालाना कमाई
शांति देवी ने बताया कि 5 वर्ष से मौसम अनुकूल खेती कर रहे हैं. एक एकड़ में अलग-अलग तरह की सब्जियों की खेती करते हैं. जिसमें मुख्य रूप सेआलू, गोभी, धनिया, मिर्च, लहसुन, भिंडी, बैगन सहित अन्य सब्जी शामिल है.
पंछियों के आवास के लिए टीलों का निर्माण
पक्षी अभयारण्य में जोरों से चल रहा कार्य बल्लारी. रामसर नाम से जानेजाने वाले हगरिबोम्मनहल्ली तालुक के अंकसमुद्र पक्षी अभयारण्य में देश विदेशों से आने वाले प्रवासी पक्षियों के जीवन की रक्षा करने और घोंसले बनाकर प्रजनन की सुविधा के लिए वन विभाग ने उपजाऊ मिट्टी से टीलों का निर्माण शुरू किया है। 244 एकड़ क्षेत्र में करिजाली (काली कीकर) के पेड़ों पर बसे पक्षियों के लिए लगातार पानी जमा रहने के कारण पेड़ सड़ कर जमीन पर गिर रहे हैं, कुछ जमीन पर पड़े हुए हैं। इसके कारण झील क्षेत्र में जमा पानी सूखने के समय में ही टीलों का निर्माण किया जा रहा है ताकि पक्षियों की जैव विविधता में खलल न पड़े। हाल ही में पक्षी विज्ञानियों की ओर से की गई गणना में स्थानीय तथा देशी-विदेशी 168 प्रजातियों के 48,825 पक्षी पाए गए थे। यहां डेरा डाल चुके निवासी पक्षी भोजन के लिए तुंगभद्रा बैकवाटर में चले जाने के बाद मशीन से कार्य शुरू किए जा रहे हैं, पक्षियों के दोबारा अपने गंतव्य तक पहुंचने से पहले मशीन का कार्य बंद किया जा रहा है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बसे पेंटेड स्टॉर्क और ओपन-बिल स्टॉर्क के प्रजनन के लिए किसी प्रकार की कोई समस्या न हो इसे ध्यान में रखते हुए मजदूर टीलों का निर्माण कर रहे हैं। उन्होंने पानी सूखने के समय का उपयोग किया है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कीकर के बीजों को टीलों के केंद्र में बोकर पानी देकर जतन किया जा रहा है। सात दिन में 6 टीलों को 30 मीटर की दूरी पर बनाया गया है। तीन साल पहले 40 से ज्यादा 6 टीलों को बनाया गया था। आगामी दिनों में 54 और 6 टीले बनाने का लक्ष्य है। इसके बाद पक्षियों को हर जगह रहने और प्रजनन करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। पर्यावरण विशेषज्ञों की सलाह पर किए जा रहे हैं कार्य वरिष्ठ अधिकारियों और पर्यावरण विशेषज्ञों की सलाह लेने के बाद टीलों का निर्माण किया गया। 60 टीलों का निर्माण करने की सलाह दी है। अब 6 पूरे हो चुके हैं और 56 बनाए जाएंगे। टीलों के चारों ओर तिल के बीज रखे जाएंगे मिट्टी का रिसाव न हो इसके लिए पौधे लगाए जाएंगे। हरी घास उगाई जाएगी, तो यह कठोर हो जाएगी। -रेणुकम्मा , क्षेत्रीय वन अधिकारी
लोस चुनाव:होली मिलन, जन्मदिन आदि पार्टियों पर भी आयोग की नजर
लोस चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही देश में चुनावी माहौल गर्मा गया है। देश में चुनाव की आचार संहिता ऐसे मौके पर लगी है जहां एक ओर होली का त्योहार सामने है और दूसरी ओर रजमान का पवित्र माह चल रहा है। ऐसे हालात में होली, जन्मदिन और इफ्तार पार्टी आदि कार्यक्रमों पर भी चुनाव आयोग की नजर रहेगी। उत्तराखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम के मुताबिक आयोग ने होली मिलन, इफ्तार पार्टी, जन्मदिन आदि आयोजनों की छूट दे रखी है। लेकिन इसका राजनीतिक मंच के तौर पर इस्तेमाल करने पर चुनाव खर्च का हिस्सा बन जाएगा। लिहाजा ऐसे सभी कार्यक्रमों पर चुनाव आयोग की पूरी निगरानी रहेगी। आचार संहिता उल्लंघन की यहां करें शिकायत अक्सर देखने को मिलता है कि चुनाव के दौरान राजनैतिक दल अथवा कार्यकर्ता आचार संहिता का कई प्रकार से उल्लंघन करते हैं। लिहाजा लोगों को आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत दर्ज कराने के लिए अपने मोबाइल पर चुनाव आयोग का सी-विजिल एप डाउनलोड करनी होगा। इस एप में शिकायत दर्ज होने के सौ घंटे के भीतर कार्रवाई का प्रावधान है। इसके अलावा उत्तराखंड में आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत हेल्पलाइन नंबर 0135-2664302, 2664303, 2664304, 2664305, 2664306 पर भी दर्ज कराई जा सकती है। आचार संहिता में जब्त कैश ऐसे छुड़ाएं आचार संहिता के दौरान कोई भी व्यक्ति एक लाख रुपये या इससे अधिक कैश लेकर नहीं जा सकता है। यदि एक लाख रुपये या इससे ज्यादा कैश किसी को ले जाना है तो उसे इस कैश को लाने और ले जाने से संबंधित जरूरी दस्तावेज अपने साथ रखने होंगे। अन्यथा कैश सीज किया जा सकता है। हालांकि वैध कागजात दिखाने के तुरंत बाद वह कैश वापस भी मिल जाता है।
सीवरेज के पानी में डूबे पानी की लाइनों के वाल्व:बच्चे हो रहे बीमार, पार्षद और महिलाएं विरोध में उतरी
भाई बहन के प्यार को दर्शाई जाएगी 'Nanad', होली पर होगा वर्ल्ड TV प्रीमियर
रिंकू घोष और काजल राघवानी स्टारर भोजपुरी फिल्म 'ननद' का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर पर प्रसारण किया जाएगा. ननद भाभी की कहानी पर बनी बेजोड़ ये फिल्म एक भाई और बहन के बीच के प्रेम को भी दिखाने वाली है.
पांढुर्ना पुलिस ने तीन व्यापारियों से जब्त किए 18 लाख रुपए
छिंदवाड़ा। लोकसभा चुनाव की आगाज के साथ जिला प्रशासन व पांढुर्ना पुलिस ने एसएसटी बेरियर स्थापित कर वाहनों की जांच शुरु कर दी है। पांढुर्ना जिले में लोधीखेड़ा थाना अंतर्गत महाराष्ट्र सीमा पर सतनूर में बनाए गए एसएसटी जांच नाके पर लोधीखेड़ा पुलिस व एसएसटी टीम ने छिंदवाड़ा के तीन व्यापारियों के पास से 18 लाख पांच हजार 790 रुपए जब्त किए है। विनय (53) पिता विमलचंद जैन निवासी गोलगंज छिंदवाड़ा थाना कोतवाली से तीन लाख रुपए, मनीष (40) पिता पवन जैन निवासी राजनगर छिंदवाड़ा से पांच लाख पांच हजार 790 रुपए तथा सुमित (35) पिता घासीलाल जैन निवासी जैन मंदिर गुलाबरा छिंदवाड़ा से 10 लाख रुपए बरामद किए गए है। तीनों व्यापारियों के पास से मिली 18 लाख पांच हजार 790 रुपए की राशि वह एक चौपहिया वाहन से छिंदवाड़ा ला रहे थे। पुलिस ने वाहन चैकिंग के दौरान यह पैसा जब्त किया है तीनों व्यापारी इन रुपयों का कोई हिसाब व बिल मौके पर प्रस्तुत नहीं कर पाए है जिसके बाद आगे की कार्रावाई की गई है। पांढुर्ना एसपी राजेश कुमार त्रिपाठी व एएसपी नीरज सोनी ने जिले भर में एसएसटी बेरियर पर पुलिस को वाहनों की जांच के सख्त निर्देश दिए है। इसी क्रम में सोमवार की सुबह 11 बजे लोधीखेड़ा पुलिस वाहनों की जांच में लगी थी तभी यह राशि पुलिस को कार में मिली है। लोधीखेड़ा थाना प्रभारी जितेंद्र यादव के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई की है जिसमें आरक्षक चंद्रकिशोर रघुवंशी, सियालाल उइके, रोहित, संदीप सहित एसएसटी टीम की मुख्य भूमिका रही है। पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार त्रिपाठी तथा कलेक्टर अजय देव शर्मा पांढुर्ना के सभी एसएसटी बेरियरों पर जांच करने पहुंच रहे है।
रेप के आरोपी को पकड़ा, युवती की शादी भी तुड़वाई:बात करने के बहाने बुलाया और पकड़कर पुलिस को सौंपा
12th Fail वाले मनोज शर्मा अब बनें IG, जानें इस पद का महत्व
12th Fail IPS Manoj Sharma Success Story: आज के समय में सिविल सेवा के अधिकारी सेलिब्रिटी से कम नहीं होते हैं। हाल ही में ऐसे ही एक IPS अधिकारी पर फिल्म बनी थी। हम बात कर रहे हैं मनोज शर्मा की, जिनके ऊपर ‘12th Fail’ फिल्म बनाई गई थी। एक बार फिर मनोज शर्मा खबरों में हैं। दरअसल, मनोज शर्मा का प्रमोशन हुआ, जिसे लेकर वो खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। उन्हें इंस्पेक्टर जनरल (IG) बना दिया गया है। इससे पहले मनोज डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) थे। सोशल मीडिया पर जाहिर की खुशी (Manoj Sharma Social Media) प्रमोशन के मौके पर मनोज शर्मा ने सोशल मीडिया पर अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने लिखा, ASP से शुरू हुई यात्रा आज भारत सरकार के ऑर्डर से IG बनने तक जा पहुंची है। इस लंबी यात्रा में साथ देने के लिए मन से सभी का आभार। मनोज शर्मा की प्रदोन्नति न केवल उनकी व्यक्तिगत जीत है बल्कि उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो देश की सेवा करना चाहते हैं। शुरुआती सफर कैसा था? (12th Fail Manoj Sharma) फिल्म 12th Fail देखने वाले लोगों को पता ही होगा कि आईपीएस मनोज शर्मा का जीवन काफी संघर्ष भरा रहा। उनका जन्म मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में एक बेहद गरीब परिवार में हुआ था। वो कक्षा 9 वीं और 10वीं में तृतीय श्रेणी से पास हुए थे। वहीं 12वीं कक्षा में वे हिंदी को छोड़कर अन्य सभी विषय में फेल हो गए थे। इसी दौरान उन्हें सच्चाई के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिली और उन्होंने सिविल सेवा के क्षेत्र में आने का फैसला कर लिया। यह भी पढ़ें- बिना कोचिंग पहले प्रयास में IAS बनीं श्रद्धा, बचपन से किया है टॉप IPS मनोज के लिए इस सपने को पूरा करना इतना आसान नहीं था। वो बेहद गरीब परिवार से आते थे, पढ़ने और कोचिंग की फीस देने तक के पैसे नहीं थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। लाइब्रेरी, आटा-चक्की और भी कई ऐसे छोटे-मोटे काम किए और पढ़ने का खर्च निकाला। यह भी पढ़ें- लगातार 5 बार असफल होने के बाद आखिरी प्रयास में बनीं IAS अधिकारी दिन-रात की मेहनत से बनें IPS मनोज शर्मा ने चार बार CSE (Civil Service Exams) परीक्षा दी थी और अपने चौथे प्रयास में सफल हुए। उन्होंने ऑल ओवर इंडिया में 121 रैंक हासिल किया था, जिसके बाद उन्हें 2005 में IPS बनाया गया। क्या होता है IG का पद? IG (Inspector general) का पद पुलिस विभाग में उच्च पदों में शामिल है, जिसे हिंदी में महानिरीक्षक कहते हैं। आईजी पुलिस विभाग के वो अधिकारी होते हैं जिनकी जिम्मेदारी होती है जांच व निरीक्षण करना। IG की वर्दी पर दो तलवारों के साथ एक स्टार होता है।
बाल-बाल बचे सुपरस्टार थलापति विजय, कार का टूटा शीशा हुई बुरी हालत, वीडियो वायरल
विजय थलपती (Vijay Thalapathy) अपने फिल्म GOAT (ग्रेटेस्ट ऑफ ऑल द टाइम) के प्रमोशन के लिए केरला पहुंचे थे। एक्टर यहां 14 साल के बाद पहुंचे थे। विजय को एयरपोर्ट पर देखते ही भीड़ बेकाबू हो गई। हजारों फैंस की भीड़ एक्टर की एक झलक देखने के लिए इस कदर उतावली हुई कि सुरक्षा में तैनात पुलिस वालों के भी पसीने छूट गए। इस दौरान हालात हुड़दंग जैसे हो गए। कुछ फैंस एक्टर की कार की बोनट पर चढ़ गए। जैसे-तैसे एक्टर की कार को वहां से निकाला गया, लेकिन इस पूरी घटना में उनकी कार का शीशा टूट गया। फैंस ने मचाया हुड़दंग सोमवार को विजय का तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) में जमकर स्वागत किया गया। लोग एक्टर की झलक पाने के लिए बेताब थे। हालात ऐसी हो गई कि एक्टर को एयरपोर्ट से होटल ले जाना मुश्किल हो गया। लोगों ने विजय की गाड़ी को चारों तरफ से घेर लिया और कार की बोनट पर चढ गए। सोशल मीडिया पर इसके कई वीडियोज सामने आए हैं जिसमें लोग विजय को एक बार देखने के लिए उतावले नजर आ रहे हैं। इस पूरी घटना में विजय थलापति विजय की कार शीशे टूट गए हैं और कार पर कई जगहों पर डेंट भी दिखाई दिए।
AAP नेता संजय सिंह ने ली राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ, कोर्ट से मिली थी अनुमति
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने मंगलवार को लगातार दूसरी बार उच्च सदन के सदस्यता की शपथ ली। संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह ने कहा कि वह निश्चित रूप से उन सभी जिम्मेदारियों को पूरा करेंगे जो दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल जी ने जो उन्हें सौंपी है, उसका निवर्हन करने में वो पूरी तरह से सफल होंगे। आबकारी घोटाले से जुड़े मनी लॉन्डिंग मामले में अदालत ने आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को राज्यसभा सदस्य के तौर पर शपथ लेने के लिए संसद में पेश होने की अनुमति मिल गई थी। राउज एवेन्यू कोर्ट के विशेष न्यायाधीश एमके नागपाल ने तिहाड़ जेल अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश था कि आरोपित को पर्याप्त सुरक्षा के तहत संसद ले जाया जाए। केजरीवाल ने निभाई अभिभावक की तहर जिम्मेदारी संजय सिंह की पत्नी अनीता सिंह ने कहा कि मैं उन्हें दोबारा राज्यसभा के लिए मनोनीत करने के लिए अरविंद केजरीवाल का दिल से आभार व्यक्त करती हूं। उन्होंने एक अभिभावक के रूप में काम किया। वह अभिभावक की सारी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं। ये भी पढ़ें: Lok Sabha Elections 2024: पशुपति पारस का मोदी कैबिनेट से इस्तीफा, कहा- मेरे साथ नाइंसाफी हुई
Utkrist college: छिंदवाड़ा एवं पांढुर्ना के कॉलेज में उत्कृष्ट विद्यार्थी हो ही मिलेगा दाखिला
छिंदवाड़ा. उच्च शिक्षा विभाग ने चयनित किए गए उत्कृष्ट कॉलेजों के लिए बजट एवं पद भी स्वीकृत कर दिए हैं। जिले के लीड कॉलेज को ‘प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस’ के रूप में विकसित किया जाएगा। कॉलेजों को बहुसंकायी बनाने के साथ ही स्नातकोत्तर कक्षाएं भी प्रारंभ की जाएंगी। छिंदवाड़ा में शासकीय पीजी कॉलेज एवं पांढुर्ना जिले में शासकीय कॉलेज को एक्सीलेंस कॉलेज बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कैबिनेट की पहली बैठक में ही मध्य प्रदेश के सभी जिलों में पीएम एक्सीलेंस कॉलेज खोले जाने का प्रस्ताव पारित किया था। इसके बाद प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई है। जिसे लेकर विद्यार्थी काफी उत्साहित हैं। उनका मानना है कि गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए एक्सीलेंस कॉलेज काफी महत्वपूर्ण साबित होंगे। कम खर्चे में अच्छी शिक्षा उपलब्ध होगा। एक्सीलेंस कॉलेज के जरिए विद्यार्थियों के आवागमन के लिए कॉलेज की बस, कम खर्चे में अधिक सुविधा, गुणवत्ता युक्त लाइब्रेरी, विद्यार्थियों को पढ़ाई का अच्छा माहौल सहित कई सुविधा उपलब्ध होगी। उत्कृष्ट विद्यार्थियों को ही मिलेगा दाखिला एक्सीलेंस कॉलेज में दाखिले के लिए भी एक मानक तय होगा। इसके अलावा सीट भी निर्धारित रहेगी। इसमें कम या ज्यादा नहीं होगा। अभी तक 35 प्रतिशत अंक प्राप्त विद्यार्थियों को भी दाखिला मिल जाया करता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बताया जाता है की एक्सीलेंस कॉलेज में 12वीं में कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त विद्यार्थियों को ही दाखिला मिलेगा। हालांकि अभी इस पर अंतिम निर्णय होना शेष है। इसके अलावा एक्सीलेंस कॉलेज में आधुनिक सेमिनार हॉल, रीडिंग सेक्शन, ब्वॉयज हॉस्टल, गल्र्स हास्टल, ऑडोटोरियम, इंडोर एवं आउटडोर स्टेडियम, खेल सुविधाएं, प्रर्याप्त स्टॉफ सहित अन्य सुविधाएं होंगी। इसके अलावा सभी प्रकार के कोर्स की पढ़ाई, नई शिक्षा नीति के तहत आधुनिक शिक्षा व्यवस्था, बेहतर बुनियादी ढांचा और सुविधाएं, योग्य और अनुभवी शिक्षकों की नियुक्ति, छात्रवृत्ति और अन्य वित्तीय सहायता, कौशल विकास और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। पांढुर्ना जिला बनने का मिला फायदा पहले छिंदवाड़ा जिले के अंतर्गत ही पांढुर्ना आता था, लेकिन विधानसभा चुनाव से पहले शासन ने पांढुर्ना जिला बना दिया। उच्च शिक्षा विभाग में संभवत: पहली बार पांढुर्ना जिला को बड़ा फायदा मिला है। पांढुर्ना जिले के शासकीय कॉलेज को एक्सीलेंस कॉलेज बनाया गया है। इससे पांढुर्ना में निवासरत मेधावी विद्यार्थियों को काफी फायदा मिलेगा। पीजी कॉलेज में 22 एवं पांढुर्ना में 49 पद स्वीकृत शासन ने एक्सीलेंस कॉलेज(पीजी कॉलेज) छिंदवाड़ा के लिए भूगोल एवं संस्कृत, वनस्पति शास्त्र, प्राणीशास्त्र विषय में एक-एक सहायक प्राध्यापक के पद स्वीकृत किए हैं। वहीं कम्प्यूटर साइंस में पांच, भूगर्भ शास्त्र में तीन, बायोटेक्नॉलाजी में पांच पद स्वीकृत किए हैं। वहीं आउटसोर्स से पांच तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पद स्वीकृत किए गए हैं। कुल 22 पद स्वीकृत हुए हैं। जबकि पांढुर्ना कॉलेज के लिए 44 शैक्षणिक पद, पांच तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पद स्वीकृत हुए हैं।
एंटीबायोटिक दवाओं पर ये चौंकाने वाला खुलासा! उम्र और जेंडर बढ़ाते हैं दवाओं का कम असर
हाल ही में हुए एक अध्ययन में पाया गया है कि एंटीबायोटिक दवाओं के प्रतिरोधक रक्त संक्रमण होने की संभावना उम्र और जेंडर से जुड़ी हुई है। दुनिया भर में रोगाणुरोधी प्रतिरोध (AMR) स्वास्थ्य के लिए एक बड़ी चिंता है। यह समझना महत्वपूर्ण है कि उम्र और जेंडर के साथ प्रतिरोध कैसे बदलता है क्योंकि दोनों इस बात को प्रभावित करते हैं कि एंटीबायोटिक दवाओं का उपयोग कैसे किया जाता है और हमारा शरीर संक्रमणों का कैसे जवाब देता है। लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन का अध्ययन लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (LSHTM) के शोधकर्ताओं ने 2015 से 2019 के बीच 29 यूरोपीय देशों के आंकड़ों को देखा। उन्होंने अध्ययन किया कि किन बैक्टीरिया से संक्रमण हुआ और किन एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल किया गया। उन्होंने पाया कि पूरे यूरोप में प्रतिरोध का पैटर्न उम्र के अनुसार अलग-अलग था। ज्यादातर बैक्टीरिया के लिए, प्रतिरोध सबसे कम उम्र और सबसे अधिक उम्र में सबसे ज्यादा था। लेकिन कुछ अपवाद भी थे, जैसा कि PLOS मेडिसिन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार है। उम्र के साथ बढ़ता है बैक्टीरिया के लिए प्रतिरोध कुछ बैक्टीरिया के लिए प्रतिरोध उम्र के साथ बढ़ता है, जबकि अन्य कम हो जाते हैं। आमतौर पर पुरुषों को महिलाओं की तुलना में प्रतिरोध का खतरा अधिक होता है। मेथिसिलिन-प्रतिरोधी स्टैफिलोकोकस ऑरियस (MRSA) की घटना उम्र के साथ बढ़ी और एस्cherichia कोलाई में अमीनोपेनिसिलिन प्रतिरोध की घटना उम्र के साथ कम हुई। कुछ रोगाणुरोधी प्रतिरोध प्रोफाइल मध्यम आयु में चरम पर पहुंच गए। लगभग 30 वर्ष की आयु में स्यूडोमोनास एरुगिनोसा कई एंटीबायोटिक दवाओं के लिए प्रतिरोधी होने की सबसे अधिक संभावना थी और महिलाओं के लिए, ई. कोलाई के कारण होने वाले रक्त संक्रमण की घटना 15 से 40 वर्ष की आयु के बीच चरम पर थी। एंटीबायोटिक दवाओं के प्रतिरोध उम्र और जेंडर के आधार पर भिन्न हो सकते हैं एलएसएचटीएम की डॉ. ग्वेन नाइट ने कहा, हमारा अध्ययन बताता है कि एंटीबायोटिक दवाओं के प्रतिरोध उम्र और जेंडर के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। यह जानना महत्वपूर्ण है ताकि हम एंटीबायोटिक प्रतिरोध से निपटने और लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए बेहतर तरीके खोज सकें। इन पैटर्नों को समझने से हमें रोगाणुरोधी प्रतिरोध से लड़ने और लोगों को उन संक्रमणों से सुरक्षित रखने के लिए बेहतर रणनीति विकसित करने में मदद मिलती है जिनका इलाज एंटीबायोटिक दवाओं से करना मुश्किल है।
सफेद चावल का 'काला धंधा'... सरकार के गोदाम से रोज हो रही करोड़ों की कालाबाजारी, ऐसे कर रहे हेराफेरी
Bhilai News: दुर्ग जिले में गरीबों के चावल की जमकर कालाबाजारी हो रही है। रोज औसतन 100 टन चावल की कालाबाजारी हो रही है। (CG Rice Scam) यह सब जिम्मेदार अफसरों की नाक के नीचे हो रहा है। (Government rice scam) सफेद चावल का काला धंधा करने वालों ने ऐसा चक्र रचा है कि चावल सरकार के गोदाम से निकलकर फिर से सरकारी गोदाम में पहुंच जाता है। (Rice Scam Crime) जिले में रोज करीब ढाई करोड़ कीमत का चावल कालाबाजारी करने वाले हजम कर रहे हैं। कोचिए चावल को 25 रुपए प्रतिकिलो की दर से मिलर्स को बेच रहे समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी से लेकर मिलिंग और परिवहन आदि खर्च को मिलाकर एक किलो चावल की कीमत सरकार को करीब 40 रुपए पड़ता है। सरकार यह चावल गरीबों को मुफ्त में प्रति राशन कार्ड 35 किलो दे रही है। उसी चावल की कालाबाजारी कर कोचिए 25 रुपए प्रति किलो की दर से कुछ मिलर्स को बेच रहे हैं। मिलर्स उसी चावल को दोबारा पेकिंग कर नान (नागरिक आपूर्ति निगम) के गोदाम में जमा कर देते हैं। इससे उनको बड़ा मुनाफा हो रहा है। क्योंकि समर्थन मूल्य के धान की मिलिंग कर मिलर्स को चावल जमा करना पड़ता है। कालाबाजारी के चावल जमा करने से वे मिलिंग का खर्च बचा लेते हैं। इधर समर्थन मूल्य के धान की मिलिंग कर चावल को खुले बाजार में बेचकर अधिक मुनाफा कमाते हैं। यह भी पढ़ें: Electoral Bonds: कांग्रेस का BJP पर बड़ा आरोप, कहा- केंद्रीय जांच एजेंसियों का खुलेआम दुरुपयोग किया, रद्द हो मान्यता जानकारी के मुताबिक दुर्ग-भिलाई में रोज औसतन 100 टन चावल की हेराफेरी की जा रही है। इस तरह देखें तो 25 रुपए प्रति किलो के हिसाब से ढाई करोड़ रुपए का चावल की कालाबाजारी रोज की जा रही है। जिले के जिम्मेदार प्रशासक ठोस कार्रवाई के बजाय लीपापोती कर मामला रफा-दफा कर देते हैं। ऐसे पकड़ी जा सकती है गड़बड़ी नान के गोदामों से जिन दुकानों में चावल भेजा जाता है, उस दुकान में अचानक खाद्य विभाग के अधिकारी दबिश देकर स्टॉक की जांच करें। इसके साथ ही खाद्य विभाग एक टीम बनाकर उस परिवहनकर्ता की गाड़ियों की जांच करें, जब वे खाली होने जाती है। इससे दुकान संचालक की चोरी पकड़ा जाएगी। इस तरह की जा रही कालाबाजारी एक राइस मिलर्स ने नाम न प्रकाशित करने के आग्रह पर पीडीएस चावल की हेराफेरी के बार में पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकारी दुकानों तक चावल परिवहन करने के लिए टेंडर होता है। जिस ट्रांसपोर्टर को टेंडर मिलता है, वह सार्वजनिक वितरण प्रणाली लिखे गाड़ियों में लोडकर चावल उचित मूल्य की दुकान में पहुंचाते हैं। फिर सुपेला के दो कोचिए खेल यहां से शुरू करते हैं। गोदाम से जैसे ही गाड़ी निकलती है कोचिए उसके पीछे लगे रहते हैं। दुकान संचालक से मिलीभगत कर स्टॉक कम उतारते हैं। उसी चावल को दलालों के माध्यम से राइस मिलर्स के पास खपा देते हैं। कोचिए खपा रहे हैं 95 टन पीडीएस चावल दुर्ग एवं भिलाई के कोचिए चावल की कालाबाजारी में लगे हैं। दुर्ग क्षेत्र के कोचिए करीब 60 टन और भिलाई क्षेत्र से 35 टन पीडीएस चावल की रोज हेराफेरी होती है। इसे जेवरा स्थिति मिलों में खपाए जा रहे हैं। ऐसा नहीं है कि खाद्य विभाग को इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन मिलर्स के खिलाफ कार्रवाई तो दूर जांच भी नहीं करते हैं। इसका फायदा कोचिए, दलाल और मिलर्स उठा रहे हैं। यह भी पढ़ें: CG Weather Update : कश्मीर नहीं छत्तीसगढ़ का मरवाही है ये... जोरदार बारिश के साथ हुई जमकर बर्फबारी, देखें VIDEO एक दिन में 5 टन की हेराफेरी परिवहनकर्ता से दलाल मिलकर दुकानदारों को चावल कम देते हैं। उसी चावल को राइस मिलों में खाली कर हेराफेरी करते हैं। रोज कम से कम 5 टन की हेराफेरी की जा रही है। यदि दुकानदारों के यहां भेजे गए चावल की वजन कराई जाए तो वास्तविक स्थिति साफ हो जाएगी। मिलिंग का खर्च बचाने मिलर्स लेते हैं चावल राइस मिलर्स पीडीएस के चावल को दलालों और कोचिए से खरीदते है। उस चावल की रिसाइकिलिंग कर नान में जमा करा देते है। इससे उनको मिलिंग का खर्च बच जाता है। कई मिलर्स अन्य प्रांतों में भी उसकी सप्लाई करते हैं। पीडीएस की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ खाद्य विभाग को सतत और सख्त कार्रवाई के निर्देश दे दिए गए हैं। किसी प्रकार से अधिकारियों की लापरवाही मिली तो उनके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा। -ऋचा प्रकाश चौधरी, कलेक्टर दुर्ग
CG Crime News: सर्वमंगला मंदिर चौक से कनबेरी के रास्ते उरगा की तरफ सड़क मार्ग से होने वाले कोयला परिवहन को लेकर ग्रामीण और ट्रांसपोर्टर आमने-सामने आ गए हैं। ग्रामीण कोयला परिवहन का विरोध कर रहे हैं। सड़क पर खंभा गाड़ने की मांग कर रहे हैं तो ट्रांसपोर्टर इसके खिलाफ एकजुट हो गए हैं। सोमवार को सर्वमंगला मंदिर के पीछे ग्राम सोनपुरी पुल के पास सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई। नाराज ग्रामीणों ने सड़क पर आधे घंटे तक प्रदर्शन किया। इस मार्ग से भारी वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की। इसी विवाद की शुरुआत हुई। ग्रामीणों की मांग थी कि प्रशासन अपना वादा पूरा करे और सर्वमंगला चौक पर रेल फाटक के पास बीच सड़क पर खंभा गाड़े ताकि कोयला परिवहन करने वाली गाड़ियां सर्वमंगला मंदिर नहर मार्ग होकर कनबेरी-उरगा की तरफ नहीं जा सके। ग्रामीणों की मांग पर पुलिस की उपस्थिति में प्रशासन की ओर से यहां खंभा गाड़ा जा रहा था। इसी बीच कोल ट्रांसपोर्टर पहुंच गए। उन्होंने प्रशासन के इस कदम का विरोध किया। प्रशासन के साथ ट्रांसपोर्टरों की बातचीत चल ही रही थी कि ग्रामीण भी सर्वमंगला चौक पर पहुंच गए। पुलिस की उपस्थिति में ही दोनों के बीच खंभा गाड़ने और नहीं गाड़ने को लेकर तीखी बहस हुई। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। पुलिस की मौजूदगी में ही दोनों पक्षों ने एक-दूसरे की पिटाई शुरू कर दी। यह देखकर कुसमुंडा थानेदार रूपक शर्मा ने अपनी टीम के साथ बीच-बचाव किया। दोनों पक्षों को खींचकर हटाया। यह भी पढ़े: Electoral Bonds: कांग्रेस का BJP पर बड़ा आरोप, कहा- केंद्रीय जांच एजेंसियों का खुलेआम दुरुपयोग किया, रद्द हो मान्यता पुलिस के तेवर देखकर दोनों पक्ष शांत हो गए। ग्रामीण सर्वमंगला रेल फाटक के दूसरी ओर खड़ी हो गए जबकि कोल ट्रांसपोर्टरों ने यह कहते हुए गाड़ी सर्वमंगला पुल के पास खड़ी कर दी कि सड़क पर खंभा लगाया जाना उन्हें बर्दाश्त नहीं है। दोनों पक्षों के बीच घंटे भर से अधिक समय तक खंभा गाड़ने और नहीं गाड़ने को लेकर विवाद चलता रहा, तब पुलिस कोल ट्रांसपोर्टरों को लेकर सर्वमंगला चौकी गई। काफी समझाईश के बाद ट्रांसपोर्टर अपनी गाड़ियों को सड़क से हटाने के लिए तैयार हुए। इसमें दो घंटे से अधिक का समय लगा। तब तक सर्वमंगला चौक से लेकर बरमपुर और इमलीछापर तक गाड़ियों की लंबी लाइन लग गई। इससे सड़क एक साइड से जाम हो गया। वन-वे पर ही दोनों साइड से गाड़ियां आने-जाने लगी। इससे वन-वे भी जाम हो गया। काफी कोशिश के बाद चारपहिया गाड़ियां धीरे-धीरे आगे की ओर निकल रही थी। जाम में फंसने से दोपहिया वाहन चालकों को भी परेशानी हुई। कानून व्यवस्था बनाने जूझती रही पुलिस चुनाव के लिए आचार संहिता लागू है। पूरे जिले में धारा 144 प्रभावशील है। इसके बाद भी सोमवार को पुलिस दिन भर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए जूझती रहे। देर शाम तक अफसर सर्वमंगला चौकी में मौजूद थे। दोनों पक्षों के बीच तनाव जारी सर्वमंगला चौक पर खंभा गाड़ने और नहीं गाड़ने को लेकर दोनों पक्षों में गतिरोध बना हुआ है। हालांकि पुलिस इसे संभालने की कोशिश कर रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पिछले हफ्ते आंदोलन किया था। इस मार्ग पर कोयला लोड वाहनों का परिचालन बंद करने की मांग की थी, तब प्रशासन और एसईसीएल प्रबंधन ने उनकी मांगों को स्वीकार किया था और खंभा गाड़ने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन अभी तक खंभा नहीं गाड़ा गया है, इसी को लेकर ग्रामीण नाराज हैं। मृतक की नहीं हो सकी पहचान सड़क हादसे में मारे गए युवक के शव को मर्च्यूरी में रखवाया गया है। उसकी पहचान नहीं हो सकी है। बताया जाता है कि युवक सीजी-16सीक्यू-2277 बाइक पर सवार होकर जा रहा था। इस बीच सोनपुर पुल के पास तेज रफ्तार झारखंड पासिंग की कार जेएच-01सीई-4252 के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए बाइक को ठोकर मार दिया। युवक मौके पर ही मौत हो गई। यह भी पढ़े: कोरबा में मधुमक्खियों के हमले से 15 बच्चे हुए घायल, इस हाल में पहुंचे अस्पताल...मची चीख-पुकार
हरदोई में किसान की गोली मारकर हत्या:पेट और सीने में लगी, दुकान में पड़ा मिला शव
6 जून तक जारी रहेगी आदर्श आचार संहिता
जिला निर्वाचन अधिकारी भूबालन ने दी जानकारी विजयपुर. जिलाधिकारी एवं जिला चुनाव अधिकारी टी. भूबलन ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा आम चुनाव 2024 के लिए अधिसूचना जारी कर दी है और आदर्श आचार संहिता 6 जून तक जारी रहेगी। जिलाधिकारी कार्यालय सभाभवन में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर पत्रकारों को जानकारी देते हुए भूबलन ने कहा कि चुनाव की अधिसूचना 12 अप्रेल को जारी की जाएगी। नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख 19 अप्रेल है। 20 अप्रेल को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 22 अप्रेल को नामांकन पत्र वापस लेने का आखिरी दिन है। 7 मई को मतदान और 4 जून को मतगणना होगी। उन्होंने कहा कि जिले में सुचारू रूप से चुनाव संपन्न कराने के लिए 9 सहायक निर्वाचन पदाधिकारी नियुक्त किए गए हैं। जिले में कुल 2085 मतदान केंद्र हैं और 19,19,048 मतदाता हैं। इनमें 9,42,757 महिला, 9,4,2757 पुरुष और 218 अन्य मतदाता हैं। 1,7159 लोग 85 साल से ऊपर के मतदाता हैं, 21,569 विकलांग मतदाता हैं। 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को घर से मतदान करने का मौका दिया गया है। डाक मतपत्रों के वितरण के संबंध में भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी निर्देश के अनुरूप जांच एवं कार्रवाई की जाएगी। जिला चुनाव अधिकारी ने कहा कि जिले में 27 चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं, जिनमें 11 अंतरराज्यीय चेकपोस्ट और 16 अंतरजिला चेकपोस्ट हैं। चुनाव प्रक्रिया को शांतिपूर्ण एवं व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए 8 डीवाईएसपी, 26 पीएस, 90 पीएसआई, 118 एएसआई, 1888 पीसी, 976 होम गार्ड सहित कुल 3106 जवान नियुक्त किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जिला स्तर और विधानसभा क्षेत्रों में शिकायत प्रबंधन कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां जनता जिला नोडल अधिकारी के मोबाइल नंबर 9945354447 पर कॉल करके चुनावी मामलों पर शिकायत दर्ज कर सकती है। चुनाव से संबंधित आचार संहिता के उल्लंघन का कोई मामला होने पर सी-विजिल एप के माध्यम से शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। संवाददाता सम्मेलन में जिला पुलिस अधीक्षक ऋषिकेश सोनावने, जिला पंचायत मुख्य कार्यकारी अधिकारी ऋषि आनंद, अपर जिलाधिकारी महादेव मुरगी आदि उपस्थित थे।
भोपाल। सेज इंटरनेशनल स्कूल अयोध्या नगर भोपाल में सोमवार दिनांक 18.03 .2024 को कक्षा के.जी.-2 के बच्चों का ग्रेजुएशन सेरेमनी आयोजित किया गया।
गांजा बेचता एक एक गिरफ्तार:25.9 हजार सहित मोबाइल और गांजा जब्त, ससुराल में कर रहा था अवैध धंधा
झारखंड में INDI गठबंधन के बीच इस फॉर्मूले पर हो सकता है सीटों का बंटवारा
Lok Sabha Elections 2024: गठबंधन के बीच अभी भी प्रेशर पॉलिटिक्स जारी है. सीटों पर विवाद खत्म होते ही फिर प्रेशर शुरू हो जाता है जिसके चलते प्रत्याशियों और सीटों को लेकर गठबंधन में उहापोह की स्थिति बनी हुई है. सूत्रों के अनुसार राजद झारखंड में दो सीटों की मांग कर रही है.
प्रयागराज में दुकानदार की गोली मारकर हत्या:रात में की थी पार्टी, शव के पास से बाइक और तमंचा बरामद
स्ट्रॉन्ग रूम का अधिकारियों ने किया निरीक्षण:साफ-सफाई सहित पानी की व्यवस्था रखने के दिए निर्देश
अरविंद सिंह शक्तावत Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव कई नेताओं के लिए चर्चा का विषय बन गया है। पार्टी बदलने से कई सियासी समीकरण ऐसे बदले हैं कि पिछले चुनावों या विधानसभा चुनावों में खिलाफ काम कर रहे थे। ऐसे नेता अब साथ काम करने को मजबूर हो गए हैं। कांग्रेस ने भाजपा छोड़कर आए सांसद राहुल कस्वां को टिकट दिया है। यहां पिछली बार राहुल कस्वां के सामने कांग्रेस से रफीक मंडेलिया लोकसभा चुनाव लड़े थे। अब बदली हुई परििस्थति में मंडेलिया को कस्वां का सहयोग करना होगा। यदि बाड़मेर लोकसभा सीट से आरएलपी से कांग्रेस में शामिल हुए उम्मेदाराम को टिकट दिया जाता है तो कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी को उनका सहयोग करना होगा है। विधानसभा चुनाव में उम्मेदाराम ही हरीश चौधरी के सामने ताल ठोक कर खड़े थे। चौधरी कुछ ही वोटों से चुनाव जीते थे। उम्मेदाराम दूसरे नम्बर पर रहे थे। बांसवाड़ा-डूंगरपुर : अब कृष्णा को करना है समर्थन कुछ ऐसी ही स्थिति कांग्रेस सहित अन्य दलों से भाजपा में आने वालाें के साथ हुई है। भाजपा ने कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे महेन्द्रजीत सिंह मालवीया को बांसवाड़ा-डूंगरपुर से टिकट दिया है। मालवीया बागीदौरा सीट से चुनाव लड़े थे। यहां भाजपा प्रत्याशी कृष्णा कटारा तीसरे नम्बर पर रही थीं। अब कृष्णा कटारा को लोकसभा चुनाव में मालवीया का समर्थन करना है। सीकर : महरिया करेंगे प्रचार सीकर लोकसभा सांसद और वर्तमान भाजपा प्रत्याशी सुमेधानन्द सरस्वती के लिए अब भाजपा में शामिल हुए सुभाष महरिया काम करेंगे। महरिया ने 2019 में कांग्रेस के सिम्बल पर सुमेधानन्द के खिलाफ चुनाव लड़ा था। महरिया ने विधानसभा चुनावों में भाजपा जॉइन की थी और लक्ष्मणगढ़ से कांग्रेस विधायक गोविन्द सिंह डोटासरा के खिलाफ चुनाव लड़ा, लेकिन जीत नहीं सके। चित्तौड़गढ़ : आक्या की नाराजगी दूर, करेंगे सहयोग चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट पर भी कुछ ऐसे ही समीकरण बन रहे हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के नेतृत्व में लड़े गए विधानसभा चुनाव में चित्तौड़गढ़ विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या का टिकट काट दिया गया। आक्या ने लोकसभा चुनाव लड़नेे की घोषणा कर दी, लेकिन सीएम के दखल के बाद अब आक्या की नाराजगी दूर हाे गई है और वे अब सीपी जोशी का सहयोग करेंगे। अलवर : करण सिंह समर्थन में करेंगे काम 2018 में अलवर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस के सिम्बल पर लोकसभा चुनाव जीते डाॅ. करण सिंह अब भाजपा में शामिल हो गए हैं। लम्बे समय से कांग्रेस की राजनीति करते आए करण सिंह अब भाजपा प्रत्याशी भूपेन्द्र यादव के समर्थन में काम करेंगे। यह भी पढ़ें- राजस्थान की 10 सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार फाइनल, इन सीटों पर डेमेज कट्रोल में जुटी BJP-कांग्रेस
पूर्व छात्रों का योगदान, किम्स को दिया नया रूप
किम्स एलुमनी नेटवर्क का गठन किया गठन पूर्व छात्रों से जुटाया चंदा संस्थान को नया रूप देने के साथ बने रोल मॉडल हुब्बल्ली. कर्नाटक विश्वविद्यालय के कौसली इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (किम्स) के पूर्व छात्रों ने संस्थान को एक नया रूप देने के साथ रोल मॉडल बने हैं। यह संस्था अपने स्वयं के भवन और सुविधाओं के बिना खस्ताहाल थी, अब पुनर्जीवित हो गई है। जिस संस्थान में पढ़ाई की है उसके बेहद खराब स्थिति में होने के बारे में जानकर इसे बेहतर संस्थान बनाने के लिए वरिष्ठ छात्रों ने कमर कस ली है। वे चंदा देकर खुद आगे खड़े होकर कार्यों की निगरानी कर अत्याधुनिक सुविधाएं मुहैया करा रहे हैं। 1976 में शुरू हुई किम्स संस्था अब अपनी स्वर्ण जयंती की दहलीज पर है। अब तक लगभग चार हजार छात्र डिग्री प्राप्त कर चुके हैं। संस्था शुरू हुए 48 वर्ष बीत जाने के बावजूद न तो अपना भवन था और न ही आवश्यक सुविधाएं। प्राच्य वस्तु (ओरिएंटल) संग्रहालय भवन में अध्ययन विभाग में कार्यरत थी। संस्थान के पूर्व छात्रों ने किम्स एलुमनी नेटवर्क (केएएन) का गठन है। संस्थान में हर वर्ष दर्पण कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। दो वर्ष पहले दर्पण कार्यक्रम में प्राध्यापक ने वरिष्ठ विद्यार्थियों को संस्थान की स्थिति से अवगत कराया था। पूर्व छात्रों ने संस्था को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया और सक्रिय हो गए। केएएन अध्यक्ष नरेश शाह, संजीव घनाटे, प्रमोद झलकीकर, ज्योतिराज, मंजुनाथ का जिम्मेदारी ली। प्रमोद ने धन इक_ा करने की जिम्मेदारी ली, संजीव घनाटे भवन निर्माण कार्य की... इस प्रकार हर एक ने जिम्मेदारी ली और काम करना शुरू कर दिया। उनकी इच्छा है कि उन्होंने जिस संस्थान से शिक्षा प्राप्त की है, उसमें उत्कृष्ट सुविधाएं प्रदान की जाएं और इसे प्रबंधन अध्ययन के सर्वोत्तम केंद्रों में से एक बनाया जाए। अधिकतम 10 लाख रुपए तक का दान दिया सबसे पहले उन्होंने संस्थान के लिए अपना भवन बनाने पर ध्यान केंद्रित किया और शिक्षकों के साथ कुलपति को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने प्राच्य वस्तु संग्रहालय के बगल में स्थित निर्माणाधीन भवन को संस्थान को देने की कार्रवाई की। प्रमोद झलकीकर ने विभिन्न जगहों पर स्थित संस्थान के छात्रों से संपर्क किया। लगभग 400 छात्रों 1.35 करोड़ रुपए चंदा जुटाया। कम से कम 5 हजार, अधिकतम 10 लाख रुपए तक का दान दिया है। कनाडा में सासद चंद्र आर्य भी किम्स के पूर्व छात्र इस संस्थान से पढ़ाई करने वाले कई लोग विदेशों में कार्यरत हैं। कुछ आईआईटी और आईआईएम में प्राध्यापक हैं। कई अन्य लोग अपने स्वयं के व्यवसाय और उद्योग में जुटे हुए हैं। कनाडा में सासद चंद्र आर्य भी किम्स के पूर्व छात्र हैं। बुनियादी ढांचा तैयार करने का पहला चरण पूरा संजीव घाटे ने सामने खड़े होकर काम की निगरानी की। उच्च तकनीक सुविधाओं के साथ भवन (34 हजार वर्ग फुट क्षेत्र) का नवीनीकरण किया गया। डिजिटल बोर्ड सुविधा वाली कक्षाएं, पुस्तकालय, रोजगार मार्गदर्शन केंद्र, कंप्यूटर प्रयोगशाला, प्राध्यापकों के लिए कमरे, सभागार, मैदान उपलब्ध कराए गए हैं। पूर्व छात्रों की टीम ने बुनियादी ढांचा तैयार करने का पहला चरण पूरा कर लिया है। हाई-टेक सुविधाएं प्रदान की केआईएम के एलुमनी नेटवर्क के अध्यक्ष नरेश शाह ने खुशी से बताया कि हमने कुलपति के साथ किम्स की गंभीर स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने ओरिएंटल संग्रहालय के बगल में भवन उपलब्ध किया। उन्होंने अनुदान की कमी के बारे में बताया। हम खुद पैसा इक_ा कर हाई-टेक सुविधाएं प्रदान की है। उन्नत कौशल में प्रशिक्षण शुरू किया उन्होंने बताया कि बहुत से लोग संस्था के विकास के लिए धन देने के इच्छुक हैं। धारवाड़-हुब्बल्ली में रहने वाले पूर्व छात्रों ने जिम्मेदारी ली है। सिविल कार्य, धन संग्रह, प्रबंधन इस प्रकार हर एक जिम्मेदारी को हर एक ने ली है। दूसरे चरण में हमने सभी छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और रोजगार प्रदान करने की योजना बनाई है। उनके समूह ने सॉफ्ट स्किल, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन भाषा जैसे उन्नत कौशल में प्रशिक्षण शुरू किया है। सर्वश्रेष्ठ योगदान किम के पूर्व छात्रों का यह कदम अनुकरणीय है। जिस संगठन से आपने सीखा है, उसमें कुछ योगदान देना एक अच्छा विचार है। इस मॉडल को अन्य अध्ययन विभागों को भी अपनाना चाहिए। संस्थान के पूर्व छात्र, तेलंगाना राज्य परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक विश्वनाथ सी. सज्जनवर ने 3 मार्च को नए भवन का उद्घाटन किया। यह प्रशंसनीय है कि अगली पीढ़ी के छात्रों को जिस संस्थान से उन्होंने पढ़ाई की है, उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देकर उनके जैसा स्थान पाना चाहिए। - प्रो. केबी गुडसी , कुलपति, कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़ विभाग के विकास के लिए हाथ मिलाया दर्पण कार्यक्रम में हर साल 100 से 150 वरिष्ठ छात्र भाग लेते हैं। इस कार्यक्रम में हमने वरिष्ठ छात्रों से संस्था के विकास को लेकर चर्चा की। वरिष्ठ छात्रों ने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया है। बहुतों ने मदद की है। विभाग के विकास के लिए हाथ मिलाया है। - प्रो. एन. रमांजनेयलु , निदेशक, किम्स, कर्नाटक विश्वविद्यालय, धारवाड़
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर चुनावी बिगुल बज चुका है। वहीं जम्मू-कश्मीर में सीट बंटबारे को लेकर पेंच फंसा हुआ है। आईएनडीआईए का गठन पूरे देश में भाजपा विरोधी दलों को एक मंच पर लाने के लिए किया था। लेकिन नेकां ने पांच में से तीन सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने और दो सीटें सिर्फ कांग्रेस के लिए छोड़ने का एलान कर गठबंधन के अस्तित्व पर सवाल पैदा कर दिया।
RJD Reaction On Pashupati Paras केंद्रीय मंत्रिमंडल से पशुपति पारस के इस्तीफे पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की पहली प्रतिक्रिया सामने आ गई है। राजद के प्रवक्ता ने अपने बयान से संकेत देने के साथ भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला भी बोला है। बहरहाल वर्तमान राजनीतिक घटनाक्रम ने बिहार में चुनावी माहौल के बीच सियासी हलचल तेज कर दी है।
CG Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों में चुनावी चंदे को लेकर घमासान मचा हुआ है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने इस मामले में बीजेपी कई बड़े आरोप लगाते हुए हमला बोला।(Electoral Bond case ) कहा कि बीजेपी ने ही सबसे बड़ा घोटाला किया है। ऐसे में बेनकाब हो चुकी बीजेपी की मान्यता रद्द कर देनी चाहिए। चुनाव आयोग से इसकी मांग की है। चुनावी चंदा पर आयोजित प्रेसवार्ता में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद देता हूँ। कोर्ट की मदद से चुनावी चंदा की जानकारी सार्वजनिक हो पाई। केंद्र सरकार की मिलीभगत चुनावी चंदा में है। भाजपा की पोल इससे खुल गई है। आगे कहा कि चुनावी चंदा में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। भाजपा की सरकार इस घोटाला में शामिल है। केंद्रीय जाँच एजेंसियों का खुलेआम दुरुपयोग किया है। वसूली का टारगेट केंद्रीय जांच एजेंसियों को दिया गया। चुनावी चंदा का घोटाला अब तक सबसे बड़ा घोटाला है।
यह है नया नियम : बगैर अनुमति बना सकेंगे 2000 वर्ग फीट का मकान
मध्यप्रदेश में घर बनाने के लिए आर्किटेक्ट के साथ ही नगर निगम और नगर पालिका से परमिशन के लिए बार-बार चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। प्लाट मालिक निर्धारित मापदंड के हिसाब से शुल्क जमा करके भवन बना एंगे तो अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। सरकार के नए नियमों के मुताबिक अब 2000 वर्ग फीट तक का मकान बगैर बिल्डिंग परमिशन लिए बनाया जा सकता है। मध्यप्रदेश की मोहन सरकार ने हाल ही में यह बड़ा फैसला लेते हुए लोगों को बड़ी राहत दी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने बताया कि सरकार के इस फैसले से मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक एक हजार वर्ग फीट के मकान के लिए परमिशन लेने की जरूरत नहीं है। गौरतलब है कि इस सुविधा के लिए मध्यप्रदश सरकार ने मध्यप्रदेश भूमि विकास नियम 2012 में संशोधन किया है। इसके तहत डीम्ड परमिशन के प्रावधान में इजाफा प्लाट साइज को 105 वर्गमीटर बढ़ाकर 186 वर्गमीटर तक कर दिया गया है। सरकार की ओर से इसकी अधिसूचना जारी करते हुए लोगों से 15 दिन में सुझाव और आपत्तियां मांगी गई है। यह सुविधा शुरू होने से भोपाल जैसे शहर में बिल्डिंग परमिशन शाखा का 90 फीसदी काम खत्म हो जाएगा। एक नजर पहले 105 वर्गमीटर यानि एक हजार स्क्वायर फीट से ज्यादा के प्लाट पर घर बनाने के लिए डिम्ड अनुमति मिलती थी। डीम्ड अनुमति यानी आर्टिकेट ही अपने स्तर पर दस्तावेजों के आधार पर नियमों के तहत अनुमति दे देता था। अब इसका प्लाट साइज का आकार बढ़ा दिया है। अब 105 वर्गमीटर को बढ़ाकर 186 वर्गमीटर कर दिया गया है। यानी अब दो हजार स्क्वायर फीट से ज्यादा का प्लाट है तो डीम्ड मंजूरी लेना होगी। आर्किटेक्ट ही दे देगा अनुमति अब तक लोगों को एक हजार स्क्वायर फीट से अधिक बड़े प्लाट पर अनुमति लेने के लिए नगर निगम, नगर पालिका और नगर परिषद में तमाम दस्तावेजों के साथ आवेदन करना पड़ता है। इसके बाद संबंधित निरीक्षण अधिकारी दस्तावेजों का परीक्षण करते हैं और उसके बाद अनुमति मिलती है। अब 186 वर्गमीटर प्लाट पर भी आवास बनाने के लिए डीम्ड अनुमति मिल जाएगी। अब 186 वर्ग मीटर प्लाट के मालिक को सभी दस्तावेज किसी भी आर्किटेक्ट को देना होंगे। आर्किटेक्ट दस्तावेजों के आधार पर घर का नक्शा जारी कर देगा और आपको सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई राजधानी भोपाल के सरकारी रिकॉर्ड में 576 अवैध कॉलोनियां हैं। वहीं इंदौर में भी 900 अवैध कॉलोनियां हैं। अब नए कानून के बाद इन्हें वैध नहीं किया जा सकता है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने उन्हें वैध करने की घोषणा 1 दिसंबर 2022 को की थी। आदेश भी जारी हुआ था। इनके अलावा भोपाल में 256 कालोनियों पर एफआईआर भी दर्ज हो चुकी है। कई पॉश इलाकों में जहां बस्तियों जैसी अवैध बसाहट है। इन कालोनियों में बिजली, पानी, सड़क और ड्रेनेज जैसी मूलभूत सुविधाएं भी नहीं हैं।
समर्पण या साजिश? छोटा राजन का ये शूटर बनना चाहता है संन्यासी!
प्रकाश पांडे उर्फ पीपी कभी अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का दाहिना हाथ हुआ करता था. उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे देश में उसका खौफ था. मुंबई बम धमाकों में दाऊद इब्राहिम का हाथ था. दाऊद की हत्या करने के लिए पीपी पाकिस्तान भी गया था.
स्टंटबाज गर्ल, हैरतअंगेज करतब देखकर हैरान हुए पुलिस वाले, होगी ये कार्रवाई
एक्स पर की शिकायत, कार्रवाई के निर्देश भीम आर्मी के सेम मैसी ने एक्स पर शिकायत की है। उन्होंने लिखा कि बरेली के रामगंगानगर कॉलोनी में स्टंटबाजी हमेशा से आगे रहती है लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने की वजह से यहां स्टंट होते रहते है। उन्होंने एक वीडियो और दो फोटो साझा करते हुए लिखा इस वीडियो में एक युवती स्टंट करती साफ नजर आ रही है। इस स्टंट में बहुत खतरा है। सेम मैसी ने संज्ञान लेकर कार्रवाई की मांग की है। अधिकारियों ने ट्रैफिक पुलिस को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। आई एम योर लेडी गाने पर बनाई रील 16 सेकेंड की इस वीडियो में युवती ने आई एम योर लेडी गाने पर रील बनाई है। इसमें वह हाथ छोड़कर स्पोर्ट्स बाइक चलाती हुई दिख रही है। साथ ही दूसरी बाइक भी दिख ही है। दोनों जान जोखिम में डालकर स्टंट करते नजर आ रहे है। बिथरी इंस्पेक्टर संजय तोमर के मुताबिक वीडियो की जांच की जा रही है।
लीलासेवड़ी में देर रात महंत पर चाकू से हमला कर लूटपाट
अजमेर.(Ajmer News). लीलासेवड़ी में श्रीअटल छत्र हनुमान मंदिर के महंत ओमप्रकाश शर्मा उर्फ पप्पू पर सोमवार रात नकाबपोश बदमाशों ने धारदार हथियार से हमलाकर लूट की वारदात अंजाम दे गए। नकाबपोश हमलावर महंत के गले से 28 तोला वजनी सोने की 4 चेन तोड़कर ले गए। पुष्कर थाना पुलिस ने प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया। पुलिस के अनुसार पुष्कर नागपहाड़ की तलहटी में लीलासेवड़ी स्थित श्री अटल छत्र हनुमान मंदिर के महंत ओमप्रकाश शर्मा उर्फ पप्पू पर सोमवार देर रात नकाबपोश बदमाशों ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। महंत शर्मा ने बताया कि रात पौने 12 बजे वह सो गया। कुछ देर बाद अचानक 3-4 युवक हनुमान मंदिर में दाखिल हुए। उन्होंने उस पर धारदार हथियार से ताबड़तोड़ हमला कर दिया। अचानक हुए हमला में बचाव के प्रयाव के प्रयास करते हुए हमलावरों से मुकाबला की कोशिश की लेकिन आरोपी उसके गले में पहनी सोने की 4 चेन तोड़ने के बाद फरार हो गए। हमलावर सम्भवत: लूट के इरादे से मंदिर में दाखिल हुए। सूचना मिलते ही पुष्कर थाने के कार्यवाहक थानाधिकारी प्रशिक्षु आईपीएस कामले शरण गोपीनाथ पुलिस जाप्ते के साथ में घटनास्थल पहुंचे। जख्मी महंत ओमप्रकाश शर्मा को देर रात जेएलएन अस्पताल की आपात कालीन इकाई में भर्ती कराया। पुलिस ने जानलेवा हमला व लूट का मामला दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया। ...मदद के लिए पुकारा महंत ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि वारदात के वक्त उसके विश्वस्त मनोज कुमार मंदिर के दूसरे कमरे में सो रहे थे। उसने मदद के लिए उनको खूब आवाज दी लेकिन गहरी नींद में होने के चलते उसकी आवाज उन तक नहीं पहुंची। आरोपियों के भागने के बाद उसने मनोज को जगाया। फिर मनोज ने पुष्कर थाने में वारदात की सूचना दी। एफएसएल टीम ने उठाए नमूने वारदात के बाद फोरेंसिक साइंस लेब की टीम ने घटनास्थल के साक्षय जुटाए। मंदिर में महंत के बिस्तर के पास बड़ी मात्रा में खून फैला हुआ मिला। पुलिस की एमओबी व एफएलएस टीम ने मंदिर के दरवाजे समेत घटनास्थल पर मिले साक्ष्यों जुटाए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज से महंत पर हमले के आरोपी लुटेरों की तलाश में जुटी है। डीएसटी तलाश में जुटी पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई के आदेश पर वृत्ताधिकारी रामचन्द्र चौधरी जिला स्पेशल टीम महंत पर हमला व लूट के आरोपियों की तलाश में जुटी गई। स्पेशल टीम ने अस्पताल में भर्ती महंत से लूटपाट के आरोपियों के हुलिया के संबंध में पड़ताल की। पुलिस अफसरों का दावा है कि जल्द वारदात का खुलासा किया जाएगा। इनका कहना है... महंत पर हमला कर लूटपाट की वारदात अंजाम दी गई है। वृत्ताधिकारी और थानाधिकारी ने घटनास्थल का जायजा लिया है। पीडि़त की शिकायत पर मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया है। सीसीटीवी फुटेज के आधार अपराधियों की तलाश की जा रही है। जल्द प्रकरण का खुलासा किया जाएगा। दीपक कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण
Agra Crime News In Hindi आगरा में बम की सूचना के बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और राहगीरों को वहां से दूर कराया। खाेखा पर बोरियों के बीच बम जैसी वस्तु पुलिस को दिखी थी। इसके बाद बम निराेधक दस्ता को सूचना दी। मौके पर पहुंची टीम ने सबसे पहले जांच पड़ताल की तो संदिग्ध वस्तु बम जैसी लगी है।
चिराग हाजीपुर से लड़े तो जमुई से कौन होगा कैंडिडेट, इन 2 नामों की हो रही चर्चा
Bihar NDA News: बिहार एनडीए में दलीय आधार पर सीटों की हिस्सेदारी सामने आ गई है, लेकिन हाजीपुर और जमुई सीट को लेकर लगातार चर्चा जारी है. दरअसल, कहा जा रहा है कि हाजीपुर से अगर चिराग पासवान चुनाव लड़ते हैं तो जमुई से कौन उम्मीदवार होगा. ऐसे में दो नामों की खूब चर्चा हो रही है, लेकिन... पढ़िये पूरी रिपोर्ट.