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कड़ाके की ठंड में बेकाबू हुआ हार्ट:कार्डियक मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा, हाई रिस्क कैटेगिरी में बीपी के मरीज

KGMU और लोहिया संस्थान की ओपीडी में बीपी बढ़ने पर पहुंच रहे मरीज 30% तक ओपीडी मरीजों का दवाओं के बावजूद बीपी गड़बड़ पुरानी दवाओं से ब्लड प्रेशर नहीं आ रह काबू में सर्दी में ब्लड प्रेशर बेकाबू हो रहा है। हार्ट के मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मरीज घबराहट, सीने में भारीपन और दर्द जैसे लक्षणों के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉक्टर जांच के बाद मरीजों की दवाओं में सुधार कर रहे हैं। काफी मरीजों को ब्लड प्रेशर की दवा बढ़ाने की सलाह दी जा रही है। केजीएमयू व लोहिया संस्थान के कॉर्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में दिल के मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत तक का इजाफा हो गया है। रोज पहुंच रहे इतने मरीज इमरजेंसी में भी हार्ट अटैक व हार्ट फेल के मरीजों की संख्या में वृद्धि हो गई है। लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग की ओपीडी में मरीजों की संख्या 400 के पास पहुंच गई है। लोहिया के कॉर्डियोलॉजी विभाग में 300 से अधिक मरीज रोज ओपीडी में पहुंच रहे हैं। इस वजह से बढ़ती है परेशानी लोहिया में कॉर्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने बताया कि सर्दियों में दिल को खून पहुंचाने वाली नसों में सिकुड़न बढ़ जाती है। जिससे ब्लड प्रेशर बेकाबू हो सकता है। दिल पर दबाव बढ़ता है, जिससे ऑक्सीजन की मांग में भी इजाफा होता है। जो दिल के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है। जिससे हार्ट अटैक होने का खतरा बढ़ सकता है। इंफेक्शन का ज्यादा खतरा लारी कॉर्डियोलॉजी विभाग के डॉ.ऋषि सेठी ने बताया सर्दियों में फ्लू और सांस के संक्रमण का खतरा होता है, जिससे बुखार आने पर दिल की धड़कन तेज हो जाती है। ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ जाती है जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। उन्होंने बताया कि ओपीडी में 20 से 30 मरीजों की ब्लड प्रेशर व दूसरी दवाओं की डोज बढ़ाने की जरूरत पड़ रही है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:42 am

नोएडा में निवेश के नाम पर 22 लाख ठगे:ट्रेडिंग करने की दी ट्रेनिंग, पांच बार में पैसा कराया निवेश, पुलिस दर्ज किया मुकदमा

ग्रेटर नोएडा सेक्टर 1 में रहने वाले एक इंजीनियर को साइबर ठगों ने जल्दी से करोड़पति बनने का सपना दिखाकर शेयर ट्रेडिंग के बहाने 22 लाख रुपए ठग लिए। साइबर ठगों टेलीग्राम के माध्यम से पीड़ित से संपर्क करने के बाद उन्हें ट्रेडिंग करने की फर्जी ट्रेनिंग दी। इसके बाद एक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया। ठग झांसे में लेकर उन्हें निवेश कराने के लिए राजी कर लिया। पीड़ित ने 22 लाख 20 हजार रुपए ठगों के बैंक अकाउंट में पांच बार में ट्रांसफर कर दिया। उन्होंने 19 दिसंबर को मुनाफे की रकम निकालने की कोशिश की तो ठगों ने 8 लाख रुपए टैक्स के रूप में जमा करने के लिए बोला। तब जाकर पीड़ित को ठगी के बारे में जानकारी हुई और उन्होंने एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। ग्रेटर नोएडा सेक्टर 1 सब्सिमिस सोसायटी में रहने वाले पीड़ित ने बताया कि वह प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर पद पर तैनात हैं। साथ ही वह शेयर मार्केट में रूचि रखते हैं। इसी साल 5 नवंबर को उनको टेलीग्राम एप्लिकेशन के एक आईडी से मैसेज आया और खुद को सानवी के रूप में पहचान बताकर महिला ने बातचीत शुरू की। टेलीग्राम ग्रुप से जोड़ा एक सप्ताह तक बात करने के बाद महिला ने पीड़ित को शेयर ट्रेडिंग कर डबल मुनाफा कमाने का लालच दिया। इसके बाद इंजीनियर से सावित्री नाम के आईडी से एक महिला बात की। दोनों ने झांसे में लेकर उन्हें गो मार्केट ग्लोबल सीएस टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ लिया। जहां पर उन्हें शेयर मार्केट में निवेश करने की तकनीकी जानकारी दी गई। साथ ही एक उसी ग्रुप के नाम की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराया। आठ लाख रुपए टैक्स के मांगे पीड़ित ठगों के बातों में आने के बाद निवेश शुरू कर दिए। उन्होंने पांच से अधिक बार में कुल 22 लाख 20 हजार रुपए निवेश कर दिए। बदले उन्हें वेबसाइट पर डबल मुनाफे की रकम दिखाई दे रही थी। जिसे पीड़ित ने 19 दिसंबर को निकालने की कोशिश की तो ठगों ने उनसे 8 लाख रुपए टैक्स के रूप में जमा करने लिए बोले। शक होने के बाद पीड़ित ने तुरंत साइबर क्राइम वेबसाइट पर शिकायत दर्ज कराई। मामले में जनपद साइबर थाने की पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। रकम ट्रांसफर बैंक खातों के आधार पर जांच शुरू कर दी है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:26 am

मन की बात का 129वां एपिसोड:2026 की चुनौतियों-संभावनाओं पर चर्चा कर सकते हैं; पिछले कार्यक्रम में वोकल फॉर लोकल की चर्चा की थी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का रविवार को 129वां एपिसोड है। यह इस साल का आखिरी एपिसोड भी है। पीएम आज देश की साल 2025 की उपब्लियों, संघर्षों की चर्चा कर सकते हैं। साथ ही नए साल 2026 की चुनौतियों, संभावनाओं, डेवलपमेंट पर भी चर्चा कर सकते हैं। इससे पहले 20 नवंबर को मन की बात का 128वां एपिसोड टेलिकास्ट किया गया था। पीएम ने इसमें भारत में खेलों की प्रगति, विंटर टूरिज्म, वोकल फॉर लोकल के साथ ही वाराणसी में होने वाले काशी-तमिल संगमम का जिक्र किया था। PM ने कहा था कि भारतीय खेलों के लिए नवंबर महीना शानदार रहा। शुरुआत महिला टीम की ICC महिला वर्ल्ड कप जीत से हुई। भारत को कॉमनवेल्थ खेलों की मेजबानी का भी ऐलान हुआ। टोक्यो में हुए डेफ ओलिंपिक्स में भारत ने रिकॉर्ड 20 मेडल जीते। महिला कबड्डी टीम ने वर्ल्ड कप जीतकर इतिहास रचा और बॉक्सिंग कप में भी भारत ने 20 मेडल हासिल किए। पूरी खबर पढ़ें... 22 भाषाओं में ब्रॉडकास्ट होता है मन की बात कार्यक्रम मन की बात को 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा 11 विदेशी भाषाओं में भी ब्रॉडकास्ट किया जाता है। इनमें फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तो, फारसी, दारी और स्वाहिली शामिल हैं। मन की बात की ब्रॉडकास्टिंग आकाशवाणी के 500 से अधिक ब्रॉडकास्टिंग सेंटर से होती है। पहले एपिसोड की टाइम लिमिट 14 मिनट थी। जून 2015 में इसे बढ़ाकर 30 मिनट कर दिया गया था। 'मन की बात' के पिछले 5 एपिसोड की खबरें पढ़ें... ........................................... पीएम मोदी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... क्रिकेटर वैभव समेत 20 बच्चों को बाल पुरस्कार: सरवण ने ऑपरेशन सिंदूर में जवानों की सेवा की, ब्योमा ने एक को बचाने में जान गंवाई वीर बाल दिवस पर 26 दिसंबर को 20 बच्चों को 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी ने भी विजेता बच्चों से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने बच्चों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जेन जी और जेन अल्फा ही हमें विकसित भारत के लक्ष्य तक ले जाएंगे। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:18 am

कश्मीर में 0 से नीचे पहुंचा तापमान:श्रीनगर में -2.6°C रिकॉर्ड, हिमाचल प्रदेश में -4.2°C पहुंचा; इंडिगो की आज 13 फ्लाइट कैसिंल

कश्मीर घाटी में के मिनिमम तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है। कई इलाकों में पारा शून्य से नीचे दर्ज किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक श्रीनगर में मिनिमम तापमान -2.6C रहा। जम्मू-कश्मीर में सबसे कम तापमान सोनमर्ग का रहा, जहां तापमान -5.8C रिकॉर्ड किया गया। हिमाचल प्रदेश के कुकुमसेरी में भी तापमान 0 से नीचे रहा, जो -4.2C दर्ज किया गया। इधर, खराब मौसम के कारण शनिवार को इंडियो एयरलाइन की देशभर में 57 उड़ाने रद्द रहीं। जिन एयरपोर्ट्स से उड़ाने रद्द रहीं उनमें चंडीगढ़, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद, अमृतसर, बेंगलुरु, कोलकाता, चेन्नई, जयपुर, पुणे और गया शामिल हैं। रविवार को भी 13 फ्लाइट रद् की गई हैं। DGCA ने 10 दिसंबर से 10 फरवरी तक को फॉग विंडो घोषित किया है। इस दौरान कम दृश्यता के कारण उड़ान संचालन प्रभावित हो सकता है। मौसम विभाग ने आज मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश समेत 23 राज्यों में घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, बिहार में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट है। राज्यों से मौसम की तस्वीरें... अगले तीन दिन के मौसम का हाल... 29 दिसंबर: कोहरा और ठंड का असर जारी 30 दिसंबर: कोहरे में हल्की कमी, ठंड बरकरार 31 दिसंबर: मौसम में बदलाव के संकेत

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:17 am

पीबीएम अस्पताल का मामला:बच्चा अस्पताल में बेड नहीं मिलने पर रेजिडेंट डॉक्टर को पीटा, मरीज की फाइल भी ले गए

पीबीएम बच्चा अस्पताल में शुक्रवार देर रात एक बालिका को बेड नहीं मिलने की बात पर खूब हंगामा हुआ। परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात रेजिडेंट डॉक्टर के साथ मारपीट की और मरीज के साथ उसकी मेडिकल फाइल भी ले गए। इस मुद्दे पर गुस्साए रेजिडेंट डॉक्टर्स एक बार हड़ताल पर जाने को तैयार हो गए थे। वरिष्ठ चिकित्सकों के समझाने पर माने। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने शनिवार को एसपी मेडिकल कॉलेज की अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य से आरोपियों के खिलाफ पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। घटना शुक्रवार रात 11 बजे बाद की है। मुक्ता प्रसाद के चार लोग 13 साल की बच्ची को लेकर इमरजेंसी में आए थे। ड्यूटी पर तैनात रेजिडेंट डॉक्टर विकास ने बच्ची को देखा और भर्ती कर लिया। वार्ड में सभी 40 बेड भरे हुए थे। ज्यादातर बेड पर दो-दो बच्चों को लिटा रखा था। परिजनों ने अलग बेड की मांग की, जिस पर डॉक्टर ने असमर्थता जाहिर कर दी। इस बात को लेकर गर्मा-गर्मी हो गई। परिजनों का कहना था कि जब बेड खाली ही नहीं है तो मरीज को भर्ती क्यों किया। डॉक्टर ने समझाने का प्रयास किया तो बात मारपीट तक जा पहुंची। एक महिला ने डॉक्टर पर हाथ उठा लिया। कॉलर पकड़ ली। दोनों के बीच धक्का-मुक्की शुरू हो गई। वार्ड में अफरा-तफरी मच गई। वार्ड में भर्ती अन्य बीमार बच्चे और उनके परिजन दहशत में आ गए। स्टाफ के अन्य लोगों को आते देख बच्ची को लेकर चले गए। डॉक्टरों का कहना है कि वे महिला रेजिडेंट डॉक्टर के हाथ से मरीज की मेडिकल फाइल भी छीन ले गए। डॉक्टरों ने घटना की सूचना देर रात पुलिस चौकी पर दे दी। शनिवार सुबह अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. रेखा आचार्य को ज्ञापन सौंपकर सुरक्षा के इंतजाम करने सहित आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। उन्होंने एसपी ऑफिस में भी ज्ञापन दिया है। डॉक्टर-मरीज के बीच आए दिन विवाद, सुरक्षा की व्यवस्था नहीं पीबीएम में डॉक्टर और मरीज के परिजनों के बीच आए दिन विवाद होता है। बच्चा अस्पताल में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। कहने को कैंपस में 250 सुरक्षा गार्ड हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं के दौरान दूर खड़े तमाशा देखते हैं। बच्चा अस्पताल में रात के समय चार गार्ड रहते हैं। पुरुषों के अंदर जाने पर रोक है। केवल महिलाओं को ही प्रवेश दिया जाता है। उसके बाद भी रात को बच्ची के साथ एक महिला के अलावा तीन पुरुषों को रोका नहीं गया। यह भी पता चला है कि बच्ची के परिजन भाजपा के एक वरिष्ठ नेता का नाम बार-बार ले रहे थे। अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक है। ऐसे में परिजनों को संयम रखना चाहिए। बच्चा अस्पताल की घटना की जांच के लिए कमेटी बनाई जाएगी। — डॉ. संजीव बुरी, कार्यवाहक अधीक्षक, पीबीएम रेजिडेंट डॉक्टर्स पिटने के लिए नहीं हैं। हम मरीज का इलाज करते हैं। अधीक्षक आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं, वरना सामूहिक अवकाश जैसे कदम उठाने पड़ेंगे। — डॉ. सचिन देसाई, अध्यक्ष, आरडीए बच्चा अस्पताल में रोज 800 मरीज आ रहे, सभी बेड फुल बुखार, सर्दी, जुकाम, खांसी यानी वायरल के प्रकोप बढ़ने के कारण बच्चा अस्पताल के आउटडोर में इन दिनों रोज करीब 800 मरीज आ रहे हैं। चार यूनिट हैं। हर यूनिट में 40 बेड हैं। सभी फुल रहते हैं। एक बेड पर दो-दो बच्चों को सुलाना पड़ रहा है। इससे संक्रमण का खतरा बना रहता है। कार्यवाहक एचओडी डॉ. मुकेश बेनीवाल का कहना है कि इन दिनों मरीज ज्यादा आ रहे हैं। बच्ची के परिजनों को स्थिति बताने के साथ ही रेजिडेंट ने कहा था कि एक बार बेड शेयर कर लें। इलाज शुरू होने के बाद दूसरी जगह शिफ्ट कर देंगे, लेकिन परिजन नहीं माने और मारपीट पर उतारू हो गए। सीसीटीवी कैमरे देखे जा रहे हैं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:10 am

गोरखपुर में CM विकास कार्य देखेंगे:आज दोपहर बाद पहुंचेंगे, कल खिलाड़ियों को पुरस्कृत करेंगे

सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार, 28 दिसंबर को गोरखपुर पहुंचेंगे। यहां वह ठंड को देखते हुए जरूरतमंद लोगों में कंबल वितरित करेंगे। इसके साथ ही विकास योजनाओं के निर्माण की प्रगति जानने के लिए वहां का निरीक्षण भी करेंगे। सीएम एनसीसी एकेडमी एवं विरासत गलियारा का निरीक्षण करने जाएंगे। उसके बाद गोरखनाथ मंदिर जाएंगे और खिचड़ी मेले की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। सीएम सोमवार को दोपहर बाद वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज में आयोजित विधायक खेलकूद प्रतियोगिता के विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत करेंगे। सीएम कल दोपहर बाद 3 बजे गोरखपुर पहुंचेंगे। वह खोराबार क्षेत्र में स्थित तालकंदला में निर्माणाधीन एनसीसी एकेडमी का निरीक्षण करेंगे। इसके बाद ट्रांसपोर्टनगर स्थित रैन बसेरा परिसर में असहायों, जरूरतमंदों को कंबल वितरित करेंगे। वहां से सीएम पांडेयहाता पहुंचेंगे। पांडेयहाता से धर्मशाला तक लगभग 3.5 किलोमीटर तक विरासत गलियारा का निरीक्षण करेंगे। सीएम कार्य की प्रगति देखेंगे। उसके बाद गोरखनाथ मंदिर जाएंगे। सोमवार को दोपहर बाद 3 बजे वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज पहुंचकर आयोजित विधायक खेल स्पर्धा के समापन समारोह में शामिल होंगे। सीएम गोरखपुर शहर से विधायक हैं और यह इसी विधानसभा क्षेत्र की खेल स्पर्धा है। तैयारियों में जुटा प्रशासनमुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए प्रशासन तैयारियों में जुटा है। जहां सीएम का कार्यक्रम है, उन स्थानों का अधिकारी निरीक्षण कर रहे हैं। एनसीसी एकेडमी के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भूमि आवंटित करने के निर्देश दिए थे और शिलान्यास भी किया है। यह पूर्वांचल के युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण देगा और इसमें प्रशासनिक भवन, छात्रावास, शूटिंग रेंज जैसी सुविधाएं होंगी, हालांकि शुरुआत में भूमि आवंटन और सीमांकन में कुछ त्रुटियां सामने आई थीं, जिन्हें ठीक कर लिया गया है और कार्य प्रगति पर है। इससे पूर्वांचल के युवाओं के लिए फौज में जाने के अवसर बढ़ेंगे। इसके निर्माण पर 47.88 करोड़ रुपये की लागत आएगी। एनसीसी एकेडमी में होंगी ये सुविधाएं एनसीसी एकेडमी का निर्माण कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज, जल निगम, यूनिट-42, गोरखपुर द्वारा कराया जा रहा है। एकेडमी में प्रशासनिक भवन, 150 छात्रों की क्षमता के बालक छात्रावास, 100 छात्राओं की क्षमता के बालिका छात्रावास, डायनिंग हाल, टायलेट ब्लाॅक, बिजली स्टेशन, आउटडोर मल्टीएक्टिविटिज एरिया, 50 मीटर के आउटडोर शूटिंग रेंज, ड्रिल प्रैक्टिस पथ, फुटबाल फील्ड, आप्टिकल कोर्स एवं पुशप बीम आदि की सुविधा होगी। इसके अलावा 7.17 करोड़ रुपये की लागत से चहारदीवारी के निर्माण, सभी किनारों पर संतरी पोस्ट, गार्ड रूम, हाईमास्ट फ्लड लाइट के कार्य कराए जाएंगे। एकता और अनुशासन आदर्श वाक्य वाले एनसीसी ग्रुप गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के पूर्वी भाग के 11 जिलों का प्रतिनिधित्व करता है। इसमें देवरिया, कुशीनगर, गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, गोंडा, बलरामपुर श्रावस्ती एवं बहराइच शामिल हैं। इससे जुड़े विश्वविद्यालयों, स्कूलों और कालेजों के कैडेटों को प्रशिक्षण देने के लिए प्रति वर्ष औसतन 25 से 30 संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर, थल सेना शिविर, इंटर ग्रुप कंपटीशन, गणत्रंत दिवस परेड की तैयारी और गणेश वासुदेव मावलंकर शूटिंग प्रतियोगिता के आयोजन के साथ ही अनेक सामाजिक गतिविधियां भी इस ग्रुप की तरफ से आयोजित की जाती हैं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:10 am

नए खरीद केंद्र खोलने का मामला:डीआर ने खरीद केंद्रों की पात्रता नहीं जांची मंत्री, विधायक और कलेक्टर पर मढ़ा दोष

एमएसपी पर मूंगफली की खरीद के लिए केंद्र पात्रता को देखकर नहीं बल्कि मंत्री, विधायक और कलेक्टर की सिफारिश पर खोले जा रहे हैं। इस बात का खुलासा सहकारिता विभाग की एक फैक्चुअल रिपोर्ट से हुआ है।जिले में एमएसपी पर मूंगफली की खरीद के लिए आधा दर्जन से अधिक नए खरीद केंद्र खोले गए थे। ये खरीद केंद्र किसानों की सुविधा के लिए खोले गए ताकि उन्हें मूंगफली बेचने दूर न जाना पड़े, लेकिन इसके लिए पात्रता का ध्यान ही नहीं रखा गया। मामला नापासर, पलाना, रुणिया बड़ा बास, रामसर, मेघासर और स्वरूपदेसर खरीद केंद्र से संबंधित है, जिसकी शिकायत सीएम तक पहुंची। सहकारिता विभाग के डिप्टी रजिस्ट्रार कैलाश चंद सैनी ने जांच कर फैक्चुअल रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपी। यह फैक्चुअल रिपोर्ट भास्कर को मिली है, जिसमें मूल शिकायत की बात को नजरअंदाज करते हुए साफ शब्दों में लिखा गया है कि नापासर ग्राम सेवा सहकारी समिति के खरीद केंद्र में भ्रष्टाचार की शिकायतें आने के कारण उसे बंद करके रामसर जीएसएस को खरीद केंद्र के रूप में जोड़ने के निर्देश कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा ने दिए थे। इसी प्रकार मेघासर को खरीद केंद्र के रूप में जोड़ने की सिफारिश कोलायत विधायक अंशुमान सिंह भाटी ने की थी। जिला कलेक्टर ने इन गोदारा और भाटी के पत्रों के आधार पर राजफैड से अनुशंसा की। वर्तमान में नापासर और स्वरूपदेसर दोनों ही कोर्ट स्टे के आधार पर चल रहे हैं। कागजों में खरीद केंद्र, दूसरी जगह तौल रहे मूंगफली एमएसपी पर मूंगफली की खरीद जिले में करीब 45 केंद्रों पर चल रही है। इनमें से कई केंद्र ऐसे हैं, जो केवल कागजों में खोले गए हैं, क्योंकि केंद्र के लिए भवन ही नहीं है। खेत या गांव में ही खुले स्थान पर तुलाई की जा रही है। स्वरूपदेसर और रामसर बड़ा उदाहरण हैं। रामसर खरीद केंद्र की मूंगफली नापासर में तौली जा रही है। नापासर केंद्र की तुलाई किसी दूसरे स्थान पर हो रही है। सहकारिता विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जीएसएस का संचालक मंडल अपने स्तर पर ही तुलाई के लिए स्थान की व्यवस्था करता है। क्या था मामला : बीकानेर क्रय-विक्रय सहकारी समिति के अधीन पलाना, रुणिया बड़ा बास, रामसर, मेघासर और स्वरूपदेसर में नए खरीद केंद्र खोलने की पात्रता पर सवाल खड़े हो गए हैं। नए खरीद केंद्र खोलते समय राजकीय हिस्सा राशि, पूर्णकालिक व्यवस्थापक और आर्थिक स्थिति को नजरअंदाज कर दिया गया। न केवीएसएस की सदस्यता है, न ही ऑडिट हुई। आवश्यक भवन, चारदीवारी और जिंसों के भंडारण की भी व्यवस्था नहीं है। भाजपा के देहात अध्यक्ष श्याम सुंदर पंचारिया और पलाना मंडल अध्यक्ष रामरतन सियाग ने सीएम और सहकारिता विभाग के प्रमुख शासन सचिव से शिकायत की। सहकारिता विभाग के डिप्टी रजिस्ट्रार की जांच रिपोर्ट में इन बिंदुओं को नजरअंदाज कर मंत्री, विधायक, कलेक्टर की अनुशंसा का हवाला दिया गया है और खरीद केंद्र खोलने की प्रक्रिया बताई गई है। हालांकि सहकारिता विभाग के अधिकारी दबी जुबान से मानते हैं कि पूरे नियमों का पालन करें तो एक भी खरीद केंद्र नहीं खुले। खरीद केंद्र खोलने के नियम नापासर जीएसएस पर भ्रष्टाचार की शिकायतें लगातार मिल रही थीं, इसलिए उसे बंद करके रामसर नया केंद्र खुलवाया है। किसानों की सुविधा के लिए ज्यादा से ज्यादा खरीद केंद्र खोले गए हैं। — सुमित गोदारा, कैबिनेट मंत्री कोऑपरेटिव सिस्टम पर लोगों का भरोसा नहीं होने के कारण पहले काफी गड़बड़ियां हुई हैं। अब सुधार की प्रक्रिया चल रही है। राजफैड के पास भी स्टाफ कम है, इसलिए कुछ चीजें रह जाती हैं। — अंशुमान सिंह, विधायक, कोलायत किसानों की मांग के अनुसार केवीएसएस का मैनेजर अपने कार्यक्षेत्र में खरीद केंद्र खोलने की अनुशंसा करता है। पात्रता भी वही चेक करता है। — कैलाश चंद सैनी, डिप्टी रजिस्ट्रार, सहकारिता विभाग

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:06 am

रिश्वत केस में पशुपालन विभाग के कर्मचारी को 4 साल की सजा

श्योपुर| पशुपालन विभाग में रिश्वतखोरी के एक पुराने मामले में अदालत ने सख्त फैसला सुनाया है। उपसंचालक पशुपालन कार्यालय श्योपुर में पदस्थ ग्रेड-2 कर्मचारी संजीव त्रिपाठी को रिश्वत लेने का दोषी पाते हुए विशेष न्यायालय ने चार वर्ष के सश्रम कारावास और 10 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। यह फैसला विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) श्योपुर ने सुनाया। मामला वर्ष 2019 का है। अभियोजन के अनुसार, ग्वालियर निवासी ओमप्रकाश जाटव ने 23 नवंबर 2019 को लोकायुक्त कार्यालय ग्वालियर में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया गया था कि उनके पुत्र के सातवें वेतनमान की दूसरी किश्त जारी कराने के बदले संजीव त्रिपाठी द्वारा 6,500 रुपए रिश्वत की मांग की जा रही है। शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त पुलिस ने ट्रैप की कार्रवाई की। फरियादी के निजी निवास, पुरानी छावनी क्षेत्र ग्वालियर में आरोपी को 5,000 रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। इसके बाद आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया। विवेचना पूरी होने पर अभियोग पत्र विशेष न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। सुनवाई के दौरान अभियोजन की ओर से सहायक निदेशक अभियोजन प्रवीण दीक्षित ने पैरवी की। अदालत ने सभी साक्ष्यों और गवाहों के आधार पर आरोपी को दोषी मानते हुए सजा सुनाई।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:06 am

संदिग्ध परिस्थितियों में बालिका लापता

श्योपुर। देहात थाना क्षेत्र के रामगांवड़ी गांव से एक 13 वर्षीय बालिका संदिग्ध परिस्थितियों में घर से लापता हो गई है। परिजन ने अपहरण का अंदेशा जताते हुए इसकी शिकायत थाने में की है। देहात थाना पुलिस ने बताया कि रामगांवड़ी निवासी संतोष बाई ने शनिवार को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि उनकी 13 वर्षीय बेटी गुरुवार-शुक्रवार की रात घर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गई। उसकी तलाश गांव में और नाते-रिश्तेदारों में की गई, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। परिजन ने अपहरण का अंदेशा जताते हुए संदेही युवक का नाम भी पुलिस को बताया है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:06 am

आम आदमी पार्टी की आम सभा आज

श्योपुर| आम आदमी पार्टी द्वारा रविवार को शहर के हजारेश्वर मेला रंगमंच मैदान पर आम सभा रखी गई है। दोपहर 12 बजे से होने वाली इस सभा को पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं पूर्व कानून मंत्री जितेन्द्र सिंह तोमर, मध्य प्रदेश के सह-प्रभारी विश्वेंद्र सिंह, मीनाक्षी तोमर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विक्रम लोधी प्रमुख रूप से संबोधित करेंगे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:05 am

नए साल में छाए रहेंगे बादल, बरस भी सकते हैं:कानपुर में बर्फीली हवाएं बढ़ा रहीं गलन, 51 ट्रेनें देरी से आईं

नए साल में मौसम में बादल छा सकते हैं। यह बादल दिन के तापमान को घटाने के साथ साथ रात के तापमान को बढ़ाएंगे, जिससे 31 जनवरी की रात का जश्न बेहतर रह सकता है। मौसम विशेषज्ञ बताते हैं कि 28 दिसंबर से एक वेस्टर्न डिस्टबेंस आ रहा है, जिसके चलते नए साल में गलन ‌वाली सर्दी महसूस की जाएगी। इसके अलावा बादल भी छाए रहेंगे। आशंका है कि बादलों के छाने से दिन में बारिश भी हो सकती है। हालांकि धुंध व कोहरा भी रहेगा। बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई गलन मौसम की बात करें तो शनिवार सुबह मौसम साफ रहा। हालांकि, बर्फीली हवाओं से गलन भरी ठंड महसूस हुई। कोहरा भले ही नहीं रहा लेकिन सुबह 11 बजे तक धूप के दर्शन न होने से ठंड महसूस हुई। 11.30 के बाद धूप जरुर निकली लेकिन वह भी सर्दी से राहत देने में नाकाम रही। सीएसए के वेदर डिपार्टमेंट की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 0.7 डिग्री ज्यादा है। वहीं, अधिकतम तापमान 18.7 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 2.6 डिग्री कम है। धुंध व कोहरा बढ़ेगा मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि उत्तर पश्चिमी हवाएं वह दिन में शीतलहर व कोल्ड डे वाली स्थिति बना रही हैं। दिन में बादलों की आ‌वाजाही भी हो रही है। इससे दिन में धूप नरम हो रही, जिससे गलन वाली सर्दी महसूस हो रही है। 28 दिसंबर को एक नया वेस्टर्न डिस्टरबेंस (डब्ल्यूडी) आ रहा है, जिससे हवाओं की गति थमेगी जो कि धुंध व कोहरे को बढ़ाएगी। इसके साथ उत्तर भारत से सपोर्टिंग सिस्टम नमी लेकर आ रहे हैं। जो कि गंगा के मैदानी भागों में बारिश करा सकते हैं। इससे दिन में गलन वाली सर्दी महसूस हो रही है। बंगाल की खाड़ी में हलचल हो रही है, जिससे नार्थ ईस्ट मानसून भी सक्रिय हो सकता है। कानपुर में पाले की स्थिति बन सकती है। बादल आने से रात के तापमान बढ़ेंगे लेकिन दिन के तापमान घटेंगे। नए साल में बारिश की संभावना है। वंदे भारत व राजधानी देरी से आई कोहरे के चलते शनिवार को 51 ट्रेनें तय समय से घंटों देरी से कानपुर सेंट्रल पहुंची।बनारस से अगरतला जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस (20175) 3.55 घंटे, अयोध्या कैंट से आनंद विहार टर्मिनल जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस (22425) 4.26 घंटे, बनारस से नई दिल्ली जाने वाली वंदेभारत एक्सप्रेस (22435) 7.38 घंटे देरी से कानपुर सेंट्रल पहुंची। इसके अलावा राजधानी, संपर्क क्रांति और संपूर्ण क्रांति समेत कई गाड़ियां देरी से पहुंचीं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:05 am

3 साल की बाघिन को बांधवगढ़ से रेस्क्यू कर शिवपुरी में छोड़ा

शिवपुरी| बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से 3 साल की बाघिन का रेस्क्यू कर शिवपुरी लाया गया। माधव टाइगर रिजर्व शिवपुरी की मध्य रेंज में बाघिन को शनिवार सुबह 9:30 बजे छोड़ा गया। पिंजरा खुलते ही बाघिन दौड़ पड़ी। टाइगर रिजर्व प्रबंधन का कहना है कि बाघ पुनर्स्थापना परियोजना के तहत बाघिन को बांधवगढ़ से लाया गया। तीन साल में कुल 6 टाइगर बाहर से लाकर बसाए जा चुके हैं। इनमें 4 मादा और 2 नर टाइगर शामिल हैं। बता दें कि एक साल पहले दो शावक भी जन्म ले चुके हैं। इससे माधव टाइगर रिजर्व में टाइगर का कुनबा बढ़ने लगा है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:05 am

इंदौर-उज्जैन के बीच चलेगी वंदे भारत मेट्रो:160 किमी रफ्तार से दौड़ेगी ट्रेन; सिंहस्थ-2028 के दौरान एक बार में 3,200 यात्री कर सकेंगे सफर

उज्जैन सिंहस्थ-2028 को देखते हुए केंद्र सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इंदौर से उज्जैन के बीच वंदे भारत मेट्रो चलाने की तैयारी कर रही है। यह ट्रेन मौजूदा रेलवे ट्रैक पर ही चलेगी। इसके लिए अलग से नया ट्रैक बिछाने की आवश्यकता नहीं होगी। यह ट्रेन इंदौर से उज्जैन के बीच में 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी। खास बात यह है कि वंदे भारत मेट्रो को शटल सेवा के रूप में इंदौर-उज्जैन रूट पर चलाया जाएगा। बता दें कि रेलवे पहले ही इस मार्ग पर 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रैक का सफल ट्रायल कर चुका है। वंदे भारत मेट्रो वर्तमान रेलवे ट्रैक पर ही चलेगी इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि आगामी सिंहस्थ में यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए रेल विभाग ने व्यापक तैयारियां की हैं। इंदौर, उज्जैन और आसपास के स्टेशनों से 300 से अधिक ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इंदौर और उज्जैन के बीच शटल सेवा के रूप में वंदे भारत मेट्रो चलाई जाएगी। सांसद लालवानी ने बताया कि वंदे भारत मेट्रो वर्तमान रेलवे ट्रैक पर ही चलेगी। आमतौर पर मेट्रो के लिए अलग ट्रैक की जरूरत होती है, लेकिन इस सेवा के लिए नया ट्रैक बिछाने की आवश्यकता नहीं होगी। इंदौर से उज्जैन के बीच वंदे भारत मेट्रो का सफर लगभग 40 से 45 मिनट का रहेगा। यह ट्रेन एसी और नॉन-एसी सहित आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। बता दें कि इंदौर–उज्जैन रूट पर चलने वाली वंदे भारत मेट्रो को ‘नमो भारत ट्रेन’ के नाम से भी जाना जाएगा। स्पेशल कोच हो रहे तैयार रेलवे सूत्रों के अनुसार, वंदे भारत मेट्रो ट्रेन वर्ल्ड क्लास 12 कोच की होगी। इसके कोच विशेष रूप से डिजाइन किए जा रहे हैं, जिनमें मेट्रो जैसी सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। पहली ट्रेन काशी में शुरू होगी। इसके बाद यह सुविधा इंदौर से उज्जैन को मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक, यह ट्रेन मात्र 5 सेकेंड में 50 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार पकड़ने में सक्षम होगी। करीब दो हजार यात्री खड़े होकर भी कर सकेंगे सफर रेलवे अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, सिंहस्थ से पहले इंदौर-उज्जैन रूट पर चलने वाली वंदे भारत मेट्रो ट्रेन में 12 कोच होंगे। इसमें 1150 से अधिक यात्रियों के बैठने की क्षमता रहेगी, जबकि लगभग दो हजार यात्री खड़े होकर भी सफर कर सकेंगे। अधिकारियों के मुताबिक, वंदे भारत मेट्रो ट्रेन को विशेष रूप से तेज गति के लिए डिजाइन किया गया है। कुछ मार्गों पर इसकी अधिकतम डिजाइन स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा है, जबकि परिचालन गति 160 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित की गई है। सिंहस्थ के लिए तैयार हो रहा लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन को करीब 55 करोड़ रुपए की लागत से विकसित किया जा रहा है। इसमें 45 करोड़ रुपए से स्टेशन के विकास कार्य और 10 करोड़ रुपए की लागत से फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। सिंहस्थ-2028 को ध्यान में रखते हुए इस स्टेशन का उन्नयन किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, जनवरी 2026 तक लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन का निर्माण काम पूरा हो जाएगा, जबकि फरवरी से स्टेशन के पूरी तरह ऑपरेशनल होने की संभावना है। सिंहस्थ-2028 में 3 शाही स्नान और 7 पर्व स्नान होंगे 27 मार्च से 27 मई 2028 तक चलने वाले इस महापर्व में 3 शाही स्नान और 7 पर्व स्नान निर्धारित हैं। अनुमान है कि उज्जैन इस बार 30 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की आस्था का संगम बनने जा रहा है। दो महीने के इस आयोजन को संभालने के लिए 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। 2016 के सिंहस्थ में जहां 5 से 7 करोड़ श्रद्धालु पहुंचे थे, वहीं इस बार संख्या लगभग छह गुना बढ़ने की उम्मीद है। इसी वजह से तैयारियों की रफ्तार और पैमाना, दोनों पहले से कहीं अधिक भव्य नजर आ रहे हैं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:05 am

भारत भवन में 10 कलाकारों की मॉडर्न आर्ट एग्जीबिशन:25 इलाकों में 4 से 6 घंटे तक गुल रहेगी बिजली; जानिए भोपाल में आज कहां-क्या खास

आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:05 am

मौसम का हाल:72 घंटे में 3.4 डिग्री लुढ़का रात का पारा, सामान्य से 3 डिग्री नीचे

माह के अंतिम सप्ताह में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। उत्तर से आ रही सर्द हवाओं के कारण पिछले 3 दिनों की बात करें तो रात का तापमान 3.4 डिग्री गिरावट के साथ सामान्य से 3 डिग्री नीचे आ गया है। तापमान में आई इस गिरावट के कारण रात के साथ दिन में भी तेज धूप होने के बाद भी ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को शहर का अधिकतम तापमान 25.7 डिग्री व न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज किया गया। पूर्वानुमान के अनुसार एक नया पश्चिमी विक्षोभ 30 दिसंबर को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित करेगा, जिसके बाद नए साल की शुरूआत कड़ाके की ठंड के साथ होगी। पिछले पूरे सप्ताह में तापमान में उतार-चढ़ाव चलता रहा। सोमवार 22 दिसंबर को दिन का तापमान 23.2 डिग्री व रात का तापमान 8.9 डिग्री दर्ज किया गया, जो इस माह का सबसे कम दिन-रात का पारा था। वहीं अगले 24 घंटों में अधिकतम तापमान 6.4 डिग्री बढ़कर 29.6 पर पहुंच गया। इसका असर रात के तापमान पर भी आया। हालांकि अगले ही दिन से दिन-रात के पारे में गिरावट शुरू हो गई, जो अब भी जारी है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:04 am

महिला ने पति को दांतों से काटा, समझाने आई सास को ईंट मारी

उज्जैन | चिंतामण थाना क्षेत्र में घरेलू विवाद में एक महिला ने अपने पति और सास के साथ मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया। मामले में पति की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी महिला के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामले को जांच में लिया है। चिंतामण थाना पुलिस ने बताया ग्राम राणाबड़ निवासी 26 वर्षीय जितेंद्र पिता शिवनारायण बागवान की शिकायत पर पत्नी तन्नू के खिलाफ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। जितेंद्र ने पुलिस को बताया घर पर रहकर गेहूं साफ करने की बात पर नाराज होकर तन्नू उससे झगड़ा करने लगी। समझाने आई जितेंद्र की मां शांतिबाई के साथ भी तन्नू अभद्रता कर विवाद करने लगी। विवाद बढ़ने पर तन्नू ने मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान तन्नू ने पति जितेंद्र की बांह पर दांतों से काटकर उसे घायल कर दिया। वहीं सास शांतिबाई पर भी ईंट से वार किया। इससे शांतिबाई के हाथ में चोट आई। पुलिस ने जितेंद्र की शिकायत पर तन्नू के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:03 am

उज्जैन-मक्सी फोरलेन : एबी रोड से जोड़ने बायपास की जरूरत, सरकार से मांगी मदद

सिंहस्थ के लिए बनाई जा रही उज्जैन-मक्सी रोड में नई अड़चन सामने आ गई। मक्सी रेलवे फाटक के बाद बनाई जा रही ब्रिज के कारण वर्तमान स्थान पर उज्जैन रोड को कनेक्ट नहीं किया जा सकता। एबी रोड के बायपास से जोड़ने के लिए विभाग को अलग से मशक्कत करना पड़ेगी, क्योंकि उज्जैन रोड को सीधे देवास की तरफ वाले हिस्से के बायपास से कनेक्ट करने के लिए एमपीआरडीसी के पास जमीन ही नहीं है। 273 करोड़ का उज्जैन-मक्सी हाईवे फोरलेन प्रोजेक्ट भी लोन स्कीम से बनने के कारण इसमें जमीन अधिग्रहण का प्रावधान भी नहीं है। ऐसे में विभाग ने मक्सी बायपास के लिए जमीन अधिग्रहण की मांग सरकार के सामने रख दी। करीब ढाई किमी तक फोरलेन निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण करने की अनुमति के साथ सरकार से बजट भी मांगा है। मक्सी-उज्जैन फोरलेन ​अभी पुरानी सड़क को ही चौड़ा कर बनाया जा रहा है। 38.95 किमी यह सड़क मक्सी में रेलवे फाटक के पास जुड़ती है। यहां एबी रोड के लिए ब्रिज बनाया जा रहा है। इस कारण उज्जैन जोड़ अब ब्रिज के नीचे हो जाएगा और वाहनों का दबाव बढ़ जाएगा। एमपीआरडीसी के ईई विजय सिंह के अनुसार सरकार से जमीन के लिए पत्राचार चल रहा है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:03 am

दो दिन में चांदी में 29 हजार रुपए बढ़े

उज्जैन | दिसंबर 2025 के आखिरी दिनों में सोना-चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी आई है। दो दिन में चांदी में 29 हजार और सोने में 4300 रुपए बढ़े हैं। सराफा व्यापारियों के अनुसार इस तरह की तेजी पहली बार देखी गई है। इसे खुलकर सट्टेबाजी का असर बताया जा रहा है। विदेशी बाजार 25 दिसंबर से बंद हैं। इसके बावजूद हांगकांग और लंदन के बाजारों में भी तेज उछाल देखा गया है। कारोबारी विजय सर्राफ ने कहा यह तेजी व्यापारिक आपदा जैसी है। चांदी में रोज 10 हजार रुपए की बढ़त घरेलू व्यापार के लिए नुकसानदायक बन रही है। शनिवार को 24 कैरेट सोना 1,44,500 रुपए प्रति 10 ग्राम और चांदी 2,51,000 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गई।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:03 am

स्क्रैप कारोबारियों पर जीएसटी का छापा चार फर्म सील, गड़बड़ी का अंदेशा

स्टेट जीएसटी विभाग की एंटी - इवेजन ब्यूरो ने शनिवार को ग्वालियर की चार फर्म्स पर कार्रवाई की। दोपहर चार बजे के लगभग डीडवाना ओली स्थित दो फर्म, कसेरा ओली और डबरा स्थित एक-एक फर्म पर कुल दो दर्जन अधिकारी पहुंचे। मुख्यालय से प्राप्त आदेश के आधार पर हुई कार्रवाई में फिलहाल तो सभी फर्म को सील कर दिया गया है। कार्रवाई में बड़ी गड़बड़ी के खुलासे का अंदेशा है। दस्तावेज खंगालने और उनसे संबंधित जानकारी लेने का क्रम इसके बाद शुरू होगा। ज्वाइंट कमिश्नर रवि मोहन पटेल के निर्देशन में डिप्टी कमिश्नर जीएस वाधवा ने कार्रवाई की अगुवाई की। कुल चार फर्म पर कार्रवाई की गई है, जिसमें से दो फर्म पिता-पुत्र की हैं। सभी फर्म स्क्रैप और वायर सहित अन्य चीजों के व्यापार से जुड़ी हुई हैं। चारों फर्म का एक दूसरे से व्यापारिक लेन-देन होने के कारण ही इन पर एक साथ कार्रवाई की गई है। माल लेकर ट्रक पहुंचा, टीम ने जब्त किया: डीडवाना ओली में कार्रवाई के दौरान ही एक फर्म पर ट्रक माल लेकर पहुंचा। टीम ने तत्परता दिखाते हुए ट्रक में रखे हुए माल को फर्म के कार्यालय में रखवाया और उसे भी सील कर दिया। सूत्रों के अनुसार, ट्रक में 60 से अधिक बंडल माल था। प्रत्येक बंडल का वजन 20 किलोग्राम से अधिक बताया गया। बता दें कि जिन प्रोडक्ट्स में ये फर्म व्यापार करती हैं, उन पर 18 प्रतिशत जीएसटी वसूला जाता है। इन फर्म्स पर कार्रवाई

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:02 am

ट्रैफिक का बढ़ता दबाव...:मास्टर प्लान के अनुसार चौड़ी होंगी 14 सड़कें, सर्वे में कम मिली चौड़ाई

शहर में बढ़ रहे ट्रैफिक के दवाब को कम करने के लिए प्रमुख सड़कों की चौड़ाई मास्टर प्लान के अनुसार बढ़ाई जाएगी। निगम ने सबसे पहले उन सड़कों पर काम करना शुरू करा दिया है, जिनके आस-पास सरकारी जमीन का हिस्सा ज्यादा है। पिछले दिनों निगमायुक्त संघ प्रिय ने 190 सड़कों का सर्वे करने निर्देश दिए थे। सर्वे की प्राथमिक रिपोर्ट में मौके पर सड़कों की चौड़ाई दो मीटर से 12 मीटर तक कम मिली है। निगम इन सड़कों की चौड़ाई का प्लान तैयार कर सरकारी जमीन पर अतिक्रमण को हटाने और निजी जमीन के संबंध में चर्चा बाद फैसला लिया जाएगा। पहले चरण में नाका चंद्रवदनी चौराहे से विक्की फैक्ट्री तिराहे तक, दूसरी आदर्श मिल-कटी घाटी रोड की सड़क पर काम शुरू कर दिया है। आयुक्त ने कहा- मास्टर प्लान 2035 के अनुसार चौड़ीकरण को लेकर सर्वे का काम पूरा हो चुका है। अब कार्रवाई सिटी प्लानर के साथ चर्चा कर करेंगे। लक्कड़खाना पुल चौड़ीकरण का काम शुरू, रूट डायवर्ट प्लान जारी लक्कड़खाना पुल को भविष्य में ट्रैफिक लोड को ध्यान में रखकर निगम ने चौड़ीकरण का काम शुरू कर दिया है। ट्रैफिक एसआई राधाभल्लव गुर्जर ने बताया कि इसका रूट डायवर्ट प्लान जारी कर दिया है। पुल पर काम के चलते बेटी बचाओ चौराहे से नाले के बगल वाले रास्ते को बंद कर दिया है। हनुमान टॉकीज से माधौगंज जाने वाले ट्रैफिक को पुल से उतरकर रॉक्सी की तरफ जाना होगा। भास्कर एक्सपर्ट - वीके शर्मा, पूर्व संयुक्त संचालक टाउन एंड कंट्री प्लानिंग सड़कों को चौड़ा करने के साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट जरूरी शहर की सड़कों की चौड़ाई बढ़ाना जरूरी है। इस दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। लेकिन सिर्फ सड़कों की चौड़ाई बढ़ाकर बढ़ते ट्रैफिक के दवाब को लंबे समय के लिए कम नहीं किया जा सकता। इसके लिए जरूरी है कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुविधा शीघ्रता से शुरू की जाए। ​सिटी बस चलाने का प्लान पुराना है लेकिन इस पर अब तक ठीक से अमल नहीं हो पाया है। जब लोगों को यह भरोसा होगा कि उन्हें घर से निकलने के बाद आने-जाने के लिए सिटी बस मिल जाएगी तो वे अपने वाहनों की बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करेंगे, इससे सड़कों पर ट्रैफिक का लोड स्थायी रूप से कम होने लगेगा।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:01 am

गोरखपुर में MBBS छात्र का हैरान करने वाला मामला:BRD मेडिकल कॉलेज में 11 साल से एक ही क्लास में पढ़ता, एग्जाम भी नहीं देता, कॉलेज प्रशासन परेशान

गोरखपुर के BRD मेडिकल कॉलेज से एक हैरान कर देना वाला मामला सामने आया है। MBBS का एक छात्र जो पिछले 11 साल से फर्स्ट ईयर में ही पढ़ाई कर रहा है। 2014 में एससी कैटेगरी में उसने एडमिशन लिया। पहले साल ही एग्जाम दिया और सभी सब्जेक्ट्स में फेल हो गया। तबसे किसी भी वर्ष एग्जाम नहीं दिया। कॉलेज में एडमिशन लेने के बाद से ही उसे हॉस्टल भी अलॉट हुआ था। पिछले 11 साल से वह उस हॉस्टल में रहकर एक ही क्लास में पढ़ाई करता है। हर साल एग्जाम छोड़ता और फिर से उसी क्लास में एडमिशन लेकर पढ़ाई करता। कॉलेज प्रशासन इस बात को लेकर काफी ज्यादा परेशान है। उस छात्र के वजह से दूसरे बच्चों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि 2014 से वह हॉस्टल के एक कमरे पर कब्जा जमाएं हुए है। अब तक कुल 6 नोटिस कॉलेज प्रशासन को दिए बताया जा रहा है कि हॉस्टल की वार्डेन ने इस मामले से संबंधित अब तक कुल 6 नोटिस कॉलेज प्रशासन को दिए हैं। इसके अलावा उसके पैरेंट्स से भी बात की गई। लेकिन किसी भी चीज का उस छात्र पर असर नहीं पड़ रहा है। न तो वह स्पेशल क्लास लेने को तैयार है और न ही एग्जाम देने को। स्पेशल क्लास अटेंड करने से इंकार किया कॉलेज प्रशासन के अनुसार उस छात्र को कई बार स्पेशल क्लास अटेंड करने के लिए कहा गया है। लेकिन उस प्रस्ताव को भी उसने मानने से इंकार कर दिया। हर साल एग्जाम से दूर भागता है। छात्र आजमगढ़ का रहने वाला है और उसके पिता दरोगा हैं। CBME के नियमों का उल्लंघन किया ​​​​​ बताया जा रहा है कि वह क्लास भी अटेंड नहीं करता। जबकि कॉम्पटेन्सी बेस्ड मेडिकल एजुकेशन (Competency-Based Medical Education) के नियमों के हिसाब से किसी भी छात्र के लिए 75 प्रतिशत थ्योरी और 80 प्रतिशत प्रैक्टिकल में अटेंडेंस जरूरी है। इस नियम का भी उस छात्र ने पालन नहीं किया है। MBBS के पहले वर्ष की परीक्षा के लिए अधिकतम अटेम्प्ट वहीं नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन रूल (जीएमईआर) 2023 के अनुसार, MBBS के पहले वर्ष की परीक्षा के लिए अधिकतम अटेम्प्ट ही मिलते हैं। छात्र को चार साल के अंदर इसे पास करना होता है। जबकि पूरे कोर्स को नौ साल के अंदर पूरा करना अनिवार्य है, जिसमें इंटर्नशिप शामिल नहीं होता। इसके अलावा CBME गाइडलाइन के 75 प्रतिशत थ्योरी और 80 प्रतिशत प्रैक्टिकल में अटेंडेंस को भी जरुरी है। जबकि इस मामले में छात्र ने इन नियमों का घोर उल्लंघन किया है। एनएमसी के एफएक्यू में स्पष्ट है कि चार प्रयासों में सप्लीमेंट्री परीक्षा भी गिनी जाती है। समय सीमा लांघने पर कोर्स जारी रखने की अनुमति नहीं नेशनल मेडिकल कमीशन ने साफ निर्देश दिए हैं कि फेल छात्रों को जूनियर बैच के साथ अतिरिक्त कक्षाएं देकर उपस्थिति पूरी करानी चाहिए। पहले वर्ष फेल होने पर दूसरे वर्ष की कक्षाओं में शामिल नहीं करने का नियम है। इसके लिए कॉलेजों को सख्ती बरतनी चाहिए। छात्र को हॉस्टल से हटाना, कोर्स से निष्कासित करना और नए प्रवेश के लिए आवेदन की सलाह देना, कॉलेज की जिम्मेदारी है। कालेज प्रशासन व अभिभावक को छात्र न के मानसिक स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। नेशनल मेडिकल कमीशन चेतावनी देता है कि समय सीमा लांघने पर कोर्स जारी रखने की अनुमति नहीं है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:00 am

रेवाड़ी में हाईवे बनाने के लिए तोड़ दिया पेट्रोल पंप:शख्स बोला-मुआवजा नहीं दिया, आर्बिट्रेटर का फैसला हमारे हक में, जमीन वापस मांगी

रेवाड़ी में एनएच-11 (रेवाड़ी-नारनौल) का निर्माण एक बार फिर विवाद में आ गया है। NHAI पर बिना मुआवजा दिए पेट्रोल पंप तोड़कर जमीन कब्जाने और हाईवे बनाने का आरोप लगाया है। पीड़ित ने अब प्रशासन को चेतावनी पत्र लिखा है। जिसमें उसने आर्बिट्रेटर के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि अब वह अपनी जमीन पर कब्जा लेने पर स्वतंत्र है। इतना ही नहीं इससे होने वाले नुकसान और कब्जा लेने पर होना वाले खर्च के लिए भी NHAI ही जिम्मेदार होगा। पंप तोड़कर जबरदस्ती लिया कब्जा ढाणी सान्तों निवासी प्रताप सिंह यादव ने बताया कि खोरी के पास उनका पेट्रोल पंप था। NHAI ने रेवाड़ी-नारनौल हाईवे के लिए जमीन का अधिग्रहण किया। हमारी कॉमर्शियल भूमि को एग्रीकल्चर का अवॉर्ड घोषित कर दिया। जबकि उन्होंने सीएलयू लेकर पेट्रोल पंप लगाया हुआ था। जिसे कोर्ट में केस होते हुए जबरदस्ती जुलाई 2022 में तोड़ दिया। आर्बिट्रेटर के आदेश भी नहीं माने प्रताप सिंह यादव ने बताया कि आर्बिट्रेटर एवं उपायुक्त ने 11 फरवरी 2025, 1 जुलाई 2025 और 6 अगस्त 2025 को कॉमर्शियल माना। राजस्व विभाग को उसी अनुसार ब्याज सहित मुआवजा देने के आदेश दिए। इसके बावजूद अभी तक उन्हें मुआवजा नहीं मिल रहा। नोडल अधिकारी देंगे मुआवजा प्रताप सिंह यादव ने कहा कि उन्होंने NHAI से आर्बिट्रेटर के आदेश अनुसार मुआवजा मांगा। हमें जवाब मिला कि मुआवजा NHAI को नहीं, बल्कि नोडल अधिकारी को देना है। NHAI का दावा है कि उसने मुआवजा नोडल अधिकारी को जारी कर दिया है और आर्बिट्रेटर के फैसले को कोर्ट में भी चुनौती दी है। डेढ़ करोड़ से अधिक बनती है राशि प्रताप सिंह यादव ने बताया कि उनकी आर्बिट्रेटर के आदेशानुसार उनकी मुआवजा राशि 1 करोड़ 59 लाख 65 हजार 966 रुपए बनती है। जिसे राजस्व विभाग और NHAI ने जारी नहीं किया है। बिना मुआवजा दिए जमीन का अधिग्रहण करना गैरकानूनी है। हमें अपनी जमीन वापस लेने का अधिकार है। कानूनी रूप से जमीन हमारी- प्रताप प्रताप सिंह यादव ने बताया कि उन्होंने 23 दिसंबर को चेतावनी पत्र लिखा है। जिसमें आर्बिट्रेटर के 11 फरवरी 2025 के आदेश का हवाला दिया है। प्रशासन आठ साल से हमारी जमीन पर अवैध कब्जा किए हुए है। हमने डीसी रेवाड़ी, कमिश्नर गुरुग्राम, डीजीपी, मुख्य सचिव और गृह सचिव को पत्र लिखकर अपनी बात रख दी है। जिसमें स्पष्ट किया है कि कानूनी रूप से जमीन अब हमारी है। हम कभी भी उसका कब्जा ले सकते हैं। जिससे होने वाले नुकसान व कब्जा कार्रवाई का पूरा खर्च उठाने के लिए प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 6:00 am

मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ:आडवाणी के पैरों में बैठे दिखे मोदी; चांदी एक हफ्ते में ₹27,771 महंगी, अंगीठी जलाकर सो रहे UP के अफसर के बच्चों की मौत

नमस्कार, कल की बड़ी खबर पीएम मोदी की पुरानी तस्वीर से जुड़ी है जिसमें वे आडवाणी के पैरों के पास बैठे हैं। वहीं, दूसरी खबर UP के PCS अफसर के बच्चों की मौत से जुड़ी है। ⏰ आज के प्रमुख इवेंट्स, जिन पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. खड़गे बोले- मोदी को गांधी सरनेम से दिक्कत, राहुल ने कहा- पीएम वन मैन शो चला रहे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मोदी को गांधी सरनेम से दिक्कत है, इसलिए मनरेगा का नाम बदला गया। ये कानून गरीबों को कुचलने और उन्हें दबाने के लिए है। खड़गे ने ये बातें शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक से निकलने के बाद कहीं। राहुल बोले- मोदी अपने मन की करते हैं: बैठक में राहुल गांधी भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मनरेगा का नाम बदलने का फैसला कैबिनेट-राज्यों से बिना पूछे लिया गया। मोदी वन मैन शो चल रहे हैं, वे जो चाहे करते हैं। इसका पूरा फायदा 2-3 अरबतियों को मिल रहा है। नुकसान ग्रामीण इलाकों को हो रहा है। जी राम जी के खिलाफ कांग्रेस प्रदर्शन करेगी: कांग्रेस मनरेगा का नाम 'VB-जी राम जी' करने का देशव्यापी विरोध करेगी। 5 जनवरी से इसके खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। केंद्र सरकार ने शीतकालीन सत्र में 'VB-जी राम जी' बिल पेश किया था। राष्ट्रपति की मुहर लगने के बाद यह कानून बन गया है। जो मनरेगा की जगह लेगा। पूरी खबर पढ़ें... 2. 'ब्राह्मण विधायकों ने दोबारा मीटिंग की तो एक्शन लूंगा', पंकज चौधरी की दूसरी बार चेतावनी यूपी में भाजपा के ब्राह्मण विधायकों की बैठक से पार्टी में खलबली मची है। नए यूपी अध्यक्ष पंकज चौधरी ने 48 घंटे में दूसरी बार विधायकों को चेताया। कहा, “भाजपा सर्व समाज की पार्टी है। हमारा संविधान अनुमति नहीं देता कि भाजपा के जनप्रतिनिधि जातीय आधार पर बैठक करें। इसलिए आगे ऐसी बैठक कतई न करें, जो पार्टी के खिलाफ हो। यूपी BJP अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश यात्रा पर निकले हैं चौधरी पंकज चौधरी यूपी भाजपा अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार प्रदेश की यात्रा पर निकले हैं। शनिवार सुबह सबसे पहले मथुरा पहुंचे। कार्यकर्ताओं ने शॉल ओढ़ाकर और माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद वह बांके बिहारी मंदिर पहुंचे और दर्शन-पूजन किए। पूरी खबर पढ़ें... 3. दिग्विजय ने मोदी की फोटो पोस्ट की, लिखा- नेताओं के चरणों में बैठने वाला सीएम-पीएम बना मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया X पर पीएम मोदी की एक फोटो पोस्ट की। जिसमें मोदी आडवाणी के पैरों के पास बैठे दिख रहे हैं। यह तस्वीर काफी पुरानी है। दिग्विजय ने लिखा- जमीनी नेता पीएम बना: दिग्विजय ने पोस्ट में लिखा- यह फोटो बहुत ही प्रभावशाली है। किस प्रकार RSS का जमीनी स्वयंसेवक व जनसंघ का कार्यकर्ता नेताओं की चरणों में फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री व देश का प्रधानमंत्री बना। यह संघटन की शक्ति है। जय सिया राम। दिग्विजय ने फोटो पर सफाई दी: उन्होंने कहा कि मैं शुरू से RSS की विचारधारा के खिलाफ हूं। लेकिन मैं उनकी संगठनात्मक क्षमता की तारीफ करता हूं क्योंकि एक ऐसा संगठन जो रजिस्टर्ड भी नहीं है, वह इतना शक्तिशाली हो गया है कि प्रधानमंत्री लाल किले से कहते हैं कि यह दुनिया का सबसे बड़ा NGO है। पूरी खबर पढ़ें... 4. नितिन नबीन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं, 20 जनवरी को ऐलान होगा भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नबीन को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। इसका ऐलान 20 जनवरी को किया जा सकता है। नितिन को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाता है तो वे इस पद पर पहुंचने वाले सबसे युवा होंगे। नितिन नबीन एकमात्र उम्मीदवार: सूत्रों का दावा है कि नितिन नबीन ही एकमात्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले हैं, इसलिए भाजपा के मुख्य चुनाव अधिकारी के. लक्ष्मण नामांकन पत्रों की जांच के बाद उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़ें... 5. सेंगर की सजा पर SC में सोमवार को सुनवाई, उन्नाव रेप पीड़ित का हाईकोर्ट जज पर आरोप सुप्रीम कोर्ट उन्नाव रेप केस में दोषी पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की सजा सस्पेंड करने के खिलाफ 29 दिसंबर को सुनवाई करेगा। CBI ने दिल्ली दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है। सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच सुनवाई करेगी। इससे पहले शनिवार को भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर की जमानत के खिलाफ रेप पीड़ित दिल्ली में CBI ऑफिस पहुंची। पीड़ित ने कहा- इस केस इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर (IO) ने मेरे साथ गलत किया है। वो कुलदीप सेंगर और जज से मिल गए हैं। जिसके चलते ही बेल मिली है ताकि रेप विक्टिम हार सके। उसकी हिम्मत टूट जाए। केस में आगे न बढ़ सके। अब जानिए उन्नाव रेप केस के बारे में: उत्तर प्रदेश के उन्नाव में कुलदीप सेंगर और उसके साथियों ने 2017 में नाबालिग को अगवा कर रेप किया था। मामले की जांच सीबीआई ने की थी। दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट ने दोषी सेंगर को 20 दिसंबर, 2019 को उम्रकैद की सजा सुनाते हुए उसे मृत्यु तक जेल में रखने के आदेश दिए थे। हालांकि दिल्ली हाईकोर्ट ने 23 दिसंबर को जमानत दे दी। पूरी खबर पढ़ें... 6. वाराणसी के PCS अफसर के बेटा-बेटी, सास समेत 4 की मौत, कमरे में अंगीठी जलाकर सोए थे वाराणसी के PCS अफसर के मासूम बेटे, बेटी, सास और साढ़ू के बच्चे की मौत हो गई। उनकी पत्नी और साले-साली की हालत गंभीर है। अफसर की पत्नी छुट्टियां मनाने बच्चों के साथ बिहार के छपरा गई थीं। ठंड से बचने के लिए परिवार शुक्रवार रात अंगीठी जलाकर सो रहा था। एक को छटपटाहट हुई तो पता चला: देर रात दम घुटने के बाद परिवार के एक सदस्य को छटपटाहट महसूस हुई। उन्होंने किसी तरह कमरे का दरवाजा खोला। बाहर निकलकर घरवालों को बुलाया। घरवाले आए तो बाकी लोगों को जगाने की कोशिश की। देखा तो 4 लोगों में कोई हलचल नहीं हो रही थी। घरवाले सभी को छपरा के सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने 4 को मृत घोषित कर दिया। पूरी खबर पढ़ें... 7. एक हफ्ते में चांदी ₹27,771 महंगी हुई: 1 किलो चांदी का भाव ₹2.28 लाख पहुंचा चांदी की कीमत में पिछले एक हफ्ते में 27,771 रुपए का इजाफा हुआ है। 19 दिसंबर को एक किलो चांदी की कीमत 2,00,336 रुपए थी जो 26 दिसंबर को 2,28,107 रुपए/किलोग्राम पर पहुंच गई है। सोना भी ऑलटाइम हाई पहुंचा: पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी 19 दिसंबर को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 1,31,779 रुपए का था। एक हफ्ते में 6,177 रुपए महंगा होकर 26 दिसंबर को 1,37,956 रुपए पर पहुंच गया। ये सोने का सबसे ऊंची कीमत है। आने वाले दिनों में और बढ़ सकते हैं दाम: एक्सपर्ट के मुताबिक चांदी की डिमांड में अभी तेजी है। ऐसे में 2026 में चांदी की कीमत 2.75 लाख रुपए किलो पहुंच सकती है। वहीं सोना अगले साल तक 1.50 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है। पूरी खबर पढ़ें... आज का कार्टून ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... लड़कों के हाफ पैंट पहनने पर रोक, खाप पंचायत बोली- घर में बहन-बेटी होती हैं खाप चौधरियों ने निर्णय लिया कि अगर जागरूकता और कड़े नियम बनाए जाएंगे, तब ही इस पर रोक लगाई जा सकती है। समाज को सुधारा जा सकता है। यूपी के बागपत की खाप पंचायत ने शनिवार को लड़कों के हाफ पैंट पहनने पर रोक लगा दी। तय हुआ कि लड़कों पर भी सामाजिक नियम लागू हों। उनका हाफ पैंट पहनकर घूमना ठीक नहीं है, वहां बहन-बेटियां भी होती है। पूरी खबर पढ़ें... फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… 1. आज का एक्सप्लेनर- मैच जिताने पर कोहली को 10 हजार नकद इनाम; करोड़ों कमाने वाले विराट-रोहित क्यों खेल रहे विजय हजारे टूर्नामेंट 2. गुडबाय 2025- 31 दिसंबर तक निपटा लें 4 काम:आधार-पैन लिंक के लिए आखिरी 5 दिन; गाड़ी खरीदें, स्मॉल सेविंग्स शुरू करें 3. भास्कर इन्वेस्टिगेशन- ‘4500 टका दिए, एजेंट ने भारत पहुंचा दिया’: बांग्लादेश से आए घुसपैठिए, पुलिस में सिपाही; SIR के बाद भी वोटर लिस्ट में नाम 4. ग्राउंड रिपोर्ट- ‘कुलदीप सेंगर हमें 5 हजार किमी दूर से मरवा देगा’: रेप विक्टिम बोली- उसकी बेटी CBI अफसर से मिली, बृजभूषण ने सस्पेंड कराई सजा 5. ग्राउंड रिपोर्ट- अरावली के इसी पहाड़ से दिल्ली-नोएडा बने, टावरनुमा चट्टानें बचीं: एक लाख करोड़ के खनिज पत्थर निकाले, 50-50 फीट गहरे गड्‌ढे, VIDEO 6. जरूरत की खबर- CDC ने कहा, टमाटर है बेस्ट फ्रूट: न्यूट्रिशनिस्ट से जानें टमाटर के हेल्थ बेनिफिट्स और किसे नहीं खाना चाहिए 7. बेउर जेल से ऊंची लालू के नए घर की बाउंड्री: सिक्योरिटी को भी एंट्री नहीं; लोग बोले- आसपास की जमीनें भी खरीदने की तैयारी है 8. सलमान खान@60; बड़ी अम्मी ने कुएं में धक्का दिया था: रेखा का पीछा करते थे, ₹10 लाख कमाना था सपना, आज ₹2900 करोड़ के मालिक करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास ️ मौसम का मिजाज मेष राशि वालों के लिए आर्थिक लेन-देन के लिहाज से अच्छा दिन है। तुला राशि वालों के प्रॉपर्टी से जुड़े अटके काम पूरे हो सकते हैं। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:56 am

इंदौर-अहमदाबाद हाईवे:160 करोड़ टोल वसूली, फिर भी हर जगह गड्‌ढे, 1 लाख वाहन चालक रोज परेशान

वाहन चालकों से सालाना 160 करोड़ रुपए टोल वसूलने वाला 155 किमी लंबा इंदौर-अहमदाबाद हाईवे जर्जर हो चुका है। सड़क का पैचवर्क पूरी तरह से उखड़ चुका है, जगह-जगह बड़े-बड़े गड्‌ढे हो गए हैं। इस कारण यहां से प्रतिदिन गुजरने वाले 1 लाख से ज्यादा वाहन चालकों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गड्‌ढों के कारण यहां आए दिन हादसे हो रहे हैं। पैचवर्क की जिम्मेदारी एनएचएआई की, लेकिन वह अनदेखी कर रही है। इधर, 200 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया माछलिया घाट का एक हिस्सा भी पानी रिसने के कारण सड़क धंसने से लंबे समय से बंद है, जिससे भी वाहन चालकों को परेशानी उठाना पड़ रही है। हाईवे पर वाहन चालकों को अमानक स्पीड ब्रेकर, डिवाइडर व जगह-जगह से यू टर्न लेने वालों के कारण भी दिक्कत हो रही है। हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। यहां भी गणेश घाट जैसी स्थिति बन रही है। पैचवर्क पूरी तरह उखड़ चुका एनएचएआई ने 2024 में टोल संचालक के खर्च पर हाईवे की मरम्मत के लिए 100 करोड़ रुपए का टेंडर निकाला था। हालांकि पिछले साल किया गया पैचवर्क पूरी तरह से उखड़ चुका है। सड़क की मरम्मत का काम टोल संचालक- आईवीआरसीएल का है, लेकिन उनके द्वारा अनदेखी की जा रही है। सबसे ज्यादा टोल इसी रूट पर हैरान करने वाली बात यह है कि सबसे ज्यादा टोल वसूली इसी रूट पर होती है। इंदौर से अहमदाबाद के रास्ते में यात्रियों को तीन जगह टोल देना होता है- मेठवाडा, दत्तीगांव और माछलिया घाट पर, जो अन्य हाईवे पर लिए जाने वाले टोल से दोगुना के करीब है। इंदौर-देवास-ब्यावरा के बीच आने वाले तीन टोल- मांगलिया, मक्सी और राजगढ़ पर गाड़ियों से 100, 145 और 105 रुपए यानी 350 रु. का टोल चुकाना पड़ता है, जिसमें 200 किमी का सफर तय हो जाता है। वहीं इंदौर से गुजरात हाईवे का सफर सिर्फ 155 किमी का है, कुल 355 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। डीपीआर में लागत 160 करोड़, लेकिन ठेका दिया 103 करोड़ रुपए मेंधार और इंदौर जिलों की सीमा में आने वाले इंदौर-गुजरात हाईवे पर एनएचएआई द्वारा 7 अंडरपास का निर्माण शुरू किया गया है। इसमें पीथमपुर जंक्शन, बेटमा जंक्शन, घाटाबिल्लौद, धार, चिकलिया, मनगौड़ और कुक्षी जंक्शन पर नए स्ट्रक्चर बनेंगे। खास बात ये है कि डीपीआर बनाते समय इसकी कुल लागत 160 करोड़ रुपए आंकी गई थी, लेकिन ठेका 103 करोड़ रुपए का ही दिया गया है। इससे अंडरपास निर्माण की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है। ये ठेके दिल्ली की कंपनी को दिए हैं। डिवाइडर के पौधे जानवर खा गएहाईवे की बदहाली को लेकर शहर के आरटीआई कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह ने मंत्रालय के समक्ष शिकायत की है। इसमें यू टर्न, अमानक रम्बल स्ट्रिप, डिवाइडर के पौधे कम होने जैसे मुद्दे उठाए हैं। एनएचएआई द्वारा कुछ शिकायतों के तर्कहीन जवाब दिए गए। डिवाइडर से पौधे चोरी हो जाने की शिकायत पर एनएचएआई ने जवाब दिया है कि अकसर ये पौधे जानवर खा जाते हैं या स्थानीय रहवासी चुरा ले जाते हैं, जबकि गाइडलाइन के अनुसार डिवाइडर में ऐसे पौधे लगाने का प्रावधान है, जिन्हें जानवर न खा सकें या कटीले हों। रखरखाव की जिम्मेदारी टोल एजेंसी की इंदौर-अहमदाबाद हाईवे के रखरखाव का काम टोल वसूल रही एजेंसी का है। पिछले साल उनके खर्च पर ही मरम्मत का ठेका दिया गया था। जल्द ही मरम्मत कराएंगे। वहीं माछलिया घाट को फिर से बना रहे हैं। कुछ दिनों में उसका काम भी पूरा हो जाएगा। अंडरपास निर्माण का काम 2027 तक पूरा करने का टारगेट है। - प्रवीण यादव, एनएचएआई, प्रोजेक्ट डायरेक्टर

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:56 am

पुलिस की जादूगरी:25 से 31 दिसंबर के बीच रोज औसतन 10 मुकदमे, कई दिन तो पूरे जिले में एक भी केस नहीं

दिसंबर अंत में कोर्ट, स्कूलों के साथ अपराधी भी सर्दियों की छुटि्टयों पर चले जाते हैं। इससे क्राइम का ग्राफ एकदम से नीचे गिर जाता है। जनवरी की शुरुआत के साथ ही वे वापस लौटते हैं और आपराधिक मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। चौंकिए मत, यह हकीकत नहीं, बल्कि पुलिस का अपना कमाल है। ऐसा हम नहीं, पुलिस में दर्ज मुकदमों के आंकड़े बता रहे हैं। दिसंबर अंत में 25 से 31 तारीख तक रोजाना औसतन 10 मुकदमे ही दर्ज हो रहे हैं। इनमें एक-दो दिन तो ऐसे भी रहते हैं, जिनमें एक भी केस दर्ज नहीं होता है। ऐसे में साल के अन्य महीनों की तुलना में दिसंबर में दर्ज होने वाले मामलों में 90% तक गिरावट आ जाती है। इसका कारण यह है कि पुलिस सालभर के पेंडिंग मामलों का निपटारा करने में लगी रहती है। दिसंबर में आए मामलों को जनवरी में ही दर्ज कर किया जाएगा। ताकि, नए मामलों की वजह से पेंडेंसी में बढ़ोतरी न हो। ऐसे में दिसंबर आखिरी में आए मामले परिवाद में अटके रहते हैं। जादू कैसे... 25 से 31 दिसंबर के बीच रोज औसतन 10 मुकदमे, कई दिन तो पूरे जिले में एक भी केस नहीं जादू क्यों... पेंडेंसी खत्म करने के चक्कर में केस दर्ज नहीं करती पुलिस, जनवरी शुरुआत में भरमार साल के अंत में 10% केस ही पेंडिंग रखने की छूट सालभर अपराधियों पर नकेल कसने वाली पुलिस का दिसंबर में अपराध नियंत्रण का यह अनूठा तरीका है। पीड़ित थानों में चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें जनवरी माह तक के लिए टाल रही है। पुलिस को मुख्यालय से साल के अंत में 10 फीसदी मामले ही पेंडिंग रखने की छूट है। ताकि, क्रेडिट स्कोर और प्रोग्रेस रिपोर्ट दोनों ही नए साल में खराब न हो। भास्कर ने साल के आखिरी दिनों के आंकड़ों की पड़ताल की, जिनमें धोखाधड़ी, चोरी और ठगी जैसे कई मामले पुलिस दर्ज नहीं कर रही है। उन्हीं मामलों को दर्ज किया जाता है, जिनमें आरोपी की पहचान साफ हो और उसे तुरंत पकड़ा जा सके। ताकि मामला इसी साल निस्तारित हो जाए। इनमें मारपीट, जानलेवा हमला, हत्या और सड़क हादसों के मामले शामिल रहते हैं। दिसंबर के 7 दिनों में 51, जनवरी के 3 दिन में 85 केस भास्कर ने साल 2023, 2024 और 2025 के दिसंबर और जनवरी तक के आंकड़े खंगाले तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। साल 2023 में 25 से 31 दिसंबर के बीच पूरे जिले में महज 51 मामले दर्ज हुए। साल 2024 में इन्हीं 7 दिनों में 28 केस दर्ज हुए। इस साल 25 दिसंबर को मात्र 1 और 26 को तो एक भी केस दर्ज नहीं हुआ। इसके उलट जनवरी की बात करें तो साल 2024 में 1 से 3 जनवरी के बीच 62 और साल 2025 के शुरुआती 3 दिन में 85 मामले दर्ज हुए। पेंडेंसी की बात करें तो पिछले साल प्रदेश में कुल 2.13 लाख केस दर्ज हुए। इनमें से 27 हजार पेंडिंग रहे। यानी पिछले साल 13.01% मामले पेंडिंग रह गए। पुलिस हर पीड़ित को सुनती है, ये पेंडेंसी घटाने का आसान तरीका पुलिस दिसंबर माह में पेंडिंग केसों के निपटारे में लगी रहती है। पेंडेंसी और न बढ़े, इसलिए अमूमन नए केस दर्ज नहीं किए जाते हैं। ये पेंडेंसी घटाने का सबसे आसान तरीका है। एएसपी से लेकर एसपी तक पेंडेंसी पर बराबर मॉनिटरिंग रखी जाती है। हालांकि, पुलिस हर पीड़ित को सुनती है और केस दर्ज करने के बजाय मामला परिवाद में ले लिया जाता है। इसे जनवरी में दर्ज किया जाता है। इसी कारण जनवरी के शुरुआती दिनों में दर्ज प्रकरणों की संख्या बढ़ जाती है। -भास्कर एक्सपर्ट- घनश्याम शर्मा, सेवा निवृत्त पुलिस उप अधीक्षक

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:55 am

क्रिमिनल की पूरी कुंडली तैयार कर रही राजस्थान पुलिस:मामूली अपराध भी पड़ सकता है भारी, बदमाशों के एड्रेस-फोटो से लेकर पूरा रिकॉर्ड डिजिटल होगा

चोरी, डकैती, लूट या मर्डर कर भागे बदमाशों की पूरी क्राइम कुंडली पलभर में स्क्रीन पर होगी। बदमाश के घर का पता, लेटेस्ट फोटो, मोबाइल नंबर से लेकर उसके बिहेवियर का भी पता चल जाएगा। वो कितना गुस्सैल है? नशा करता है या नहीं? पहले भी कहीं मर्डर या क्राइम कर चुका है या नहीं? यह सब संभव होगा नेशनल ऑटोमैटिक फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम यानी नेफिस (NAFIS) से। राजस्थान पुलिस प्रदेशभर में गिरफ्तार अपराधी का फिंगर प्रिंट, हाथों के निशान, फुट प्रिंट इंप्रेशन, फोटो, आइरिस और रेटिना स्कैन, डीएन से लेकर सिग्नेचर, हैंड राइटिंग जैसे डाटा को डिजिटलाइज कर रही है। खास सॉफ्टवेयर में अपलोडिंग चल रही है। खास बात यह है कि इस सिस्टम के जरिए पुलिस कई ब्लाइंड केस सुलझा चुकी है। अब नए साल से अपराधियों के बिहेवियर डेटा रिकॉर्ड किया जाएगा। खासतौर से ब्रूटल मर्डर और नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के आरोपियों की मानसिकता का। NAFIS प्रदेशभर में जिला पुलिस मुख्यालय सहित 54 लोकेशन पर इंस्टॉल किया जा चुका है। अगले साल तक प्रदेश के हर थाने में इसे लगाया जाएगा। यह सिस्टम कैसे काम करता है? अबतक पुलिस को कितनी सफलता मिली है? पढ़िए संडे बिग स्टोरी में.... सबसे पहले कुछ मामले से जानते हैं कि कैसे बदमाशों को पकड़ने में NAFIS सिस्टम काम कर रहा है…. केस-1 : जयपुर में वारदात, आरोपी UP से पकड़ा गयाजयपुर कमिश्नरेट के चित्रकूट थाना इलाके में एक घर में चोरी हुई। आरोपी घर से लाखों के जेवरात और कैश लेकर फरार हो गया था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। चोरी की जानकारी मिलते ही टीम ने मौके से फिंगर प्रिंट लिए। इसका डेटा NAFIS सिस्टम में अपलोड कर राष्ट्रीय डेटाबेस में सर्च करना शुरू किया। नेशनल फिंगर प्रिंट नंबर (NFN) UP00190691 के साथ यह मैच हुआ। यह फिंगर प्रिंट उत्तर प्रदेश के इटावा थाना इक्डिल (IKDIL) में रहने वाले अभिषेक का निकला। पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। अभिषेक के खिलाफ वर्ष 2022 में एक एफआईआर दर्ज हुई थी। उस दौरान यूपी पुलिस ने आरोपी का फिंगर प्रिंट लिया था। इसी वजह से वह पकड़ा जा सका। केस-2 : डकैती कर भागा, रिकॉर्ड खंगाला तो सामने आई कुंडलीझालावाड़ जिले में वर्ष 2023 में एक डकैती हुई थी। कोतवाली थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज की। बदमाशों ने लाखों रुपए के जेवरात-कैश पर हाथ साथ किया था। क्राइम सीन पर पहुंची टीम ने मौके से फिंगर प्रिंट लेकर NAFIS में अपलोड कर डेटाबेस में चेक किया। फिंगर प्रिंट बृजेश, पुलिस थाना मोहना, जिला ग्वालियर (MP) का निकला। झालावाड़ पुलिस एमपी पहुंची और आरोपी को गिरफ्तार किया। इसके बाद डकैती में शामिल अन्य बदमाशों को भी पुलिस ने पकड़ा। डकैती का माल भी बरामद किया। केस 3 : चित्तौड़गढ़ में वारदात के बाद हरियाणा जाकर छिपा थाचित्तौड़गढ़ जिले के बेगूं थाना पुलिस ने डकैती केस में एफआईआर दर्ज की। वारदात के बाद पुलिस ने मौके पर फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट को बुलाया और बारीकी से जांच कराई। टीम को मौके से फिंगर प्रिंट मिले, जिसे NAFIS पोर्टल पर अपलोड कर नेशनल डेटा में सर्च किया गया। पता चला कि यह फिंगर प्रिंट सोनू नाम के किसी व्यक्ति का है। उसके खिलाफ हरियाणा में भी एफआईआर दर्ज है। पुलिस ने आरोपी के घर का पता लेकर दबिश दी और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने कई राज्यों में डकैती की वारदात करना कबूल किया। क्या है नेशनल ऑटोमैटिक फिंगरप्रिंट आइडेंटिफिकेशन सिस्टम?अपराधियों का रिकॉर्ड रखने के लिए ‘क्रिमिनल प्रोसीजर आईडेंटीफिकेशन एक्ट 2022’ लागू किया गया था। इसके बाद से सभी राज्यों सहित राजस्थान पुलिस गिरफ्तार हर अपराधी का क्राइम रिकॉर्ड ऑनलाइन अपलोड कर रही है। इसके लिए खास सॉफ्टवेयर बनाया गया है। किसी भी गिरफ्तार आरोपी का फिंगर-इंप्रेशन, हथेली-प्रिंट इंप्रेशन, फुटप्रिंट इंप्रेशन, फोटोग्राफ, आइरिस और रेटिना स्कैन कर इस सिस्टम में अपलोड किया जाता है। फिर उस डेटा को राष्ट्रीय डेटाबेस (नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो NCRB) में अटैच किया जाता है। अपराधी देश के किसी भी कोने में वारदात करता है, तो उसके फिंगर प्रिंट, आइरिस या कोई भी छोटी से बड़ी पहचान का सुराग मिलते ही सिस्टम में डालकर सर्च करते हैं तो पूरी डिटेल आ जाती है। किसी भी राज्य की पुलिस इस सिस्टम को ओपन कर अपराधी का रिकॉर्ड चेक कर सकती है। दूसरे राज्यों से राजस्थान आकर क्राइम करने वाले या राजस्थान से दूसरे राज्यों में जाकर अपराध करने वाले बदमाश भी अपनी पहचान छिपा नहीं सकते। इस साल नवंबर में कुल गिरफ्तार बदमाशों में से 78.35 प्रतिशत का डेटा ऑनलाइन अपलोड हो चुका है। कैसे रिकॉर्ड रखा जा रहा? वर्तमान समय में NAFIS की सुविधा केवल जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालयों में ही है। स्कैन में गड़बड़ी, इसलिए हर थाने में होगा NAFIS सिस्टमकई बार फोटो या फिंगर प्रिंट सही नहीं आता है। कई बार सही ढंग से स्कैन नहीं हो पाने से कई अपराधियों का रिकॉर्ड ऑनलाइन अपलोड नहीं हो पाता है। यही कारण है कि अब नए साल 2026 से हर थाने में NAFIS लगाने का प्लान चल रहा है। इससे गिरफ्तारी के बाद आरोपी की सही से मैपिंग होगी। अपराधी की लाइव फोटो खिंचेगी और स्कैनर के जरिए उससे जुड़ी पहचान से पूरा डेटा राष्ट्रीय डेटा में अपलोड कर दिया जाएगा। 7 साल या ज्यादा सजा वाला क्राइम तो डीएनए-ह्यूमन बिहेवियर का ब्योरा जरूरीनए कानून क्रिमिनल प्रोसीजर आईडेंटीफिकेशन के तहत प्रदेश के 24 जिलों में काम शुरू हो चुका हैं। मशीनों के इंस्टॉलेशन का काम लगभग पूरा हो चुका है। NAFIS में हर प्रकार के अपराधी का रिकॉर्ड ऑनलाइन किया जाएगा। सात साल या उससे अधिक सजा वाले अपराधों में आरोपी का डीएनए और ह्यूमन बिहेवियर इस में लगाना अनिवार्य होगा। महिलाओं और बच्चों के साथ अपराध करने वाले क्रिमिनल का डीएन रिकॉर्ड रखा जाएगा। इसका मुख्य कारण यह है कि अपराधी ने अगर पूर्व में भी इस प्रकार का अपराध किया हुआ है तो वह भी सामने आ जाएगा। अगर अपराधी की मौत हो भी जाती है तो उस का डेटा हमेशा के लिए ऑनलाइन दिखाई देगा। इससे पेंडिंग केसों में मदद मिलेगी। ब्रूटल मर्डर करने वालों के ह्यूमन बिहेवियर का डेटा होगा रिकॉर्डह्यूमन बिहेवियर की जांच उन अपराधियों की होगी जो ब्रूटल मर्डर, मर्डर, नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म, महिलाओं के साथ अत्याचार के मामले में पकड़े गए हैं। इससे उन अपराधियों की मनोदशा का रिकॉर्ड रहेगा। पता चलेगा कि गुस्सा आने पर कंट्रोल कैसा रहता है, आपा खोने पर क्या कर सकता है? महिलाओं और नाबालिगों के प्रति उस की सोच कैसी है? अगर उसे नशे की लत है तो नशे के बाद वो किस तरह की हरकतें करता है, कौन सा नशा करता है वगैरह। ह्यूमन बिहेवियर की जांच के दौरान एक डॉक्टर, पुलिस अधिकारी मौजूद रहेंगे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:54 am

कोबरा नाग को शराब दुकान पर छोड़ गया शराबी सपेरा:भाजपा संगठन की तारीफ, फिर ऐसा दौड़े दिग्विजय कि जूता खुला; विजयवर्गीय बने 'कैलाश सिंह'

मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो (VIDEO) देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। भाजपा संगठन की तारीफ, दिग्विजय का मकसद क्या?मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कुछ ऐसा कर दिया, जो उनके नेचर के बिल्कुल उलट है। हां, भाजपा संगठन की तारीफ कर दी। वो भी पीएम मोदी और भाजपा के पितृ पुरुष लालकृष्ण आडवाणी की एक पुरानी तस्वीर शेयर करके। दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा- Quora site पर मुझे यह चित्र मिला। बहुत ही प्रभावशाली है। किस प्रकार RSS का जमीनी स्वयं सेवक व जनसंघ (अब भाजपा) का कार्यकर्ता नेताओं के चरणों में फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री व देश का प्रधानमंत्री बना। यह संगठन की शक्ति है। जय सिया राम। कांग्रेस नेता की ये बात जंगल में आग की तरह फैली। संघ और भाजपा के घोर विरोधी दिग्विजय सिंह के मुंह से भाजपा संगठन की तारीफ किसी को नहीं पची। फिर क्या था, कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दौरान नजर आए तो मीडिया ने घेर लिया। मीडिया सवाल पूछता रहा। दिग्विजय सिंह पीछा छुड़ाने के लिए तेजी से चलते रहे। इस दौरान उनका जूता तक खुल गया। हालांकि बात में उन्होंने रुक कर मीडिया से बात की। उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि मैंने तो संगठन की तारीफ की। मैं आरएसएस और मोदी का घोर विरोधी हूं। दिग्विजय के इसी ट्वीट पर लोग तरह-तरह के कमेंट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- क्या बात है सर, हृदय परिवर्तन। एक दूसरे यूजर ने लिखा- पर भाजपा नहीं लेगी। खूब प्रशंसा कर लो चाहे। एक ने लिखा अंतर आत्मा जाग रही है क्या। खरी बात ये है कि दिग्विजय सिंह राजनीति के अनुभवी और मंझे हुए खिलाड़ी हैं। वे जो भी करते हैं, यूं ही नहीं करते, उसके पीछे कोई न कोई मकसद छिपा होता है। भई लोग तो दबी जुबान में ये भी कह रहे हैं कि भाजपा संगठन की तारीफ कर दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपनी राज्यसभा की सीट पक्की करने की जुगाड़ में तो नहीं है। विजयवर्गीय ने भाजपा जिला अध्यक्ष से करवाया बड़ा त्याग मंत्री कैलाश विजयवर्गीय कुछ न कुछ ऐसा करते हैं कि सुर्खियों में आ ही जाते हैं। इंदौर में बाल वीर दिवस पर भी उन्होंने कुछ ऐसा किया कि सब हैरान रह गए। दरअसल, भाजपा दफ्तर में बाल वीर दिवस पर विशेष आयोजन किया गया था। यहां विजयवर्गीय ने मंच पर अपने संबोधन के दौरान भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित मिश्रा की ओर इशारा करते हुए कहा कि सिख बनना है तो तंबाकू-गुटखा छोड़ना ही पड़ेगा। गुटखा, तंबाकू, पाउच बंद आज से। फिर क्या था, सुमित मिश्रा थोड़े से असहज तो दिखे, लेकिन बताया जा रहा है कि वे कैलाश विजयवर्गीय की बात पर राजी हो गए। विजयवर्गीय ने इस आयोजन के लिए भाजपा जिला अध्यक्ष सुमित मिश्रा की जमकर तारीफ भी की। और हां, इस कार्यक्रम में विजयवर्गीय समेत तमाम नेताओं ने पगड़ी पहनी थी। ऐसे में विजयवर्गीय ने खुद को 'कैलाश सिंह' कहकर संबोधित किया। जिस पर ठहाके भी गूंजे। नशे में नाग को शराब दुकान पर भूलकर चला गया सपेराजबलपुर के पाटन में एक शराबी सपेरे का कारनामा जिसने भी सुना हैरान रह गया। सपेरा टोकरी में बंद कोबरा नाग को लेकर शराब दुकान पर पहुंचा। उसने शराब खरीदी और वहीं बैठकर पीने लगा। शराब के नशे में सपेरा मदहोश हो गया। उसे कुछ भी होश नहीं रहा। वह नाग को वहीं छोड़कर चला गया। नाग शराब दुकान के पास ही फन फैलाकर बैठ गया। जिसे देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई। नाग के डर से लोग शराब खरीदने दुकान तक भी नहीं जा रहे थे। बाद में दुकान मालिक ने सर्प विशेषज्ञ को बुलाया और नाग का रेस्क्यू कर उसे जंगल में छोड़ दिया। सपेरा कौन था, अभी इसका पता नहीं चला है। मंत्री कृष्णा गौर ने गाया- संदेशे आते हैं, हमें तड़पाते हैं..मध्य प्रदेश की डॉ. मोहन यादव सरकार में टैलेंट की कमी नहीं है। विधायक से लेकर मंत्री तक सब एक से एक धुरंधर हैं। अब मंत्री कृष्णा गौर ने गायकी में हाथ आजमाया। एक कार्यक्रम के दौरान मंत्री कृष्णा गौर ने माइक थामा। उन्होंने बॉर्डर फिल्म का गाना- संदेशे आते हैं, हमें तड़पाते हैं.. सुनाया। मंत्री के गाने पर लोगों ने जमकर तालियां बजाई। मंत्री ने इसका वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। इनपुट सहयोग - अभिषेक दुबे (इंदौर), सुनील विश्वकर्मा (जबलपुर) ये भी पढ़ें -कांग्रेस का दर्द- 'दीपक जोशी एक लुगाई और ले गया': चर्च गए दिग्विजय, राम मंदिर पर कहा- अहं ब्रह्मास्मि पूर्व मंत्री दीपक जोशी की शादी को लेकर आई खबरों पर कांग्रेस का दर्द सामने आया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी मुकेश नायक ने दीपक जोशी को लेकर कहा कि हमारी पार्टी में वैसे ही कार्यकर्ताओं की कमी थी। एक लुगाई और ले गया इधर से। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:54 am

जीत का जुनून:डेढ़ माह बेड रेस्ट के बाद लौटीं और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्डन हैट्रिक लगाई

शहर की एक गोताखोर पलक शर्मा ने स्पर्धा के दौरान गंभीर चोट आने के बाद भी हार नहीं मानी। जूनियर चैंपियनशिप में गोता लगाने के दौरान पैर फिसलने से चार मंजिल की ऊंचाई से वे पानी में गिर गई थीं। कंधे में गंभीर चोट आने पर उन्हें एक महीने का बेड रेस्ट लेना पड़ा। इसके बाद उन्होंने फिर वापसी की और ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में गोल्डन हैट्रिक लगाई। चेन्नई में खेली गई स्पर्धा में उन्होंने हाई बोर्ड, 3 मीटर स्प्रिंग बोर्ड और 1 मीटर स्प्रिंग बोर्ड में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने पहली बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया और लगातार तीन पदक जीतकर रिकॉर्ड बनाया। 2025 में जीते 11 पदक पलक ने 2025 में 11 पदक अपने नाम किए। इनमें 8 स्वर्ण पदक शामिल हैं। उत्तराखंड में हुई स्पर्धा में 2 स्वर्ण, 1 रजत पदक जीता। सिंगापुर में हुई स्पर्धा में 3 स्वर्ण, 1 रजत और 1 कांस्य पदक जीता। इसके अलावा साल के अंत में 3 स्वर्ण पदक हासिल किए। चोट के बाद एयरलिफ्ट करना पड़ा था अगस्त में चेन्नई में आयोजित जूनियर चैंपियनशिप में पलक शामिल हुई थीं। हाई बोर्ड स्पर्धा में गोता लगाने के दौरान जैसे ही उन्होंने पोजिशन ली, उनका पैर बोर्ड से फिसल गया और वे करीब चार मंजिल की ऊंचाई से पानी में गिर गईं। कंधे में गंभीर चोट लगने पर उन्हें एयरलिफ्ट कर हॉस्पिटल पहुंचाया गया। 15 दिन उनका इलाज चला और उसके बाद एक महीने तक बेड रेस्ट करना पड़ा। चोट के कारण उन्हें राष्ट्रीय स्पर्धा से भी बाहर रहना पड़ा। पलक ने चोट से उबरने के बाद लगातार प्रैक्टिस करते हुए रिकॉर्ड पदक अपने नाम किए। पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए एशियन चैंपियनशिप में मौका मिला- चोट के कारण पलक एशियन चैंपियनशिप के ट्रायल्स में भाग नहीं ले सकीं, लेकिन उनके पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए स्विमिंग एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने उन्हें एशियन स्पर्धा में भाग लेने का मौका दिया। बिना प्रैक्टिस किए ही पलक ने स्पर्धा में भाग लिया।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:52 am

एकीकृत स्वास्थ्य प्रबंधन:हर मरीज का ई-हेल्थ रिकॉर्ड बनेगा, प्रदेश के किसी भी सरकारी अस्पताल में एक क्लिक पर खुलेगी स्वास्थ्य कुंडली

प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से लागू एकीकृत स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली (आईएचएमएस) से अब हर मरीज का ई-हेल्थ रिकॉर्ड (आभा आईडी) बनेगा। इसे हॉस्पिटल में सहेजा जाएगा। एक क्लिक करते ही रोगी की पूरी स्वास्थ्य कुंडली खुलकर सामने आ जाएगी। इस योजना में हर सरकारी हॉस्पिटल को जोड़ा जाएगा। ताकि, रोगी आभा आईडी के जरिये प्रदेश के किसी भी हॉस्पिटल में अपने पुराने रिकाॅर्ड के साथ उपचार ले सके। इसमें रोगी की बीमारी, किस डॉक्टर ने क्या दवा लिखी इसकी जानकारी होगी। जिले में 45 अस्पतालों को योजना से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए सरकार की ओर से 1.21 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया है। आरएनटी मेडिकल कॉलेज में प्रारंभिक प्रयोग शुरू किया जा चुका है। पंजीकरण से लेकर, जांच-भर्ती और डिस्चार्ज तक ये रहेगी प्रक्रिया उप-जिला व सैटेलाइट का बजट भींडर (उप-जिला) 11,44,800 मावली (उप-जिला) 9,93,600 बड़गांव (सैटेलाइट) 6,93,600 वल्लभनगर (सैटेलाइट) 6,62,400 ब्लॉक-वार अस्पतालों में ये बजट मावली (6 हॉस्पिटल) 14,50,800 शहर (11 हॉस्पिटल) 23,96,400 झाड़ोल 7,42,800 ऋषभदेव 4,84,800 फायदा...फाइलों का बोझ नहीं, कतारों से मुक्ति

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:51 am

तीसरे दिन भी महाजाम:सात पॉइंट पर फंस रहीं गाड़ियां, डायवर्शन नहीं होने से दिक्कत

खंडवा रोड पर तीसरे दिन भी महाजाम ने लोगों की सांसें अटका दीं। शनिवार सुबह 10 बजे शुरू हुआ जाम। सिमरोल से भेरूघाट तक करीब 7–8 किमी लंबा जाम लग गया, जो रात तक खुल पाया। रोड पर सात ऐसे पॉइंट हैं, जहां से रोज जाम लग रहा है। पुलिस अफसरों का कहना है कि जब तक भारी वाहनों का दिन में डायवर्शन नहीं होगा, तब तक राहत मिलना मुश्किल है। ट्राला खराब…, सिमरोल से जाम की शुरुआतशनिवार को सिमरोल गांव के पास एक ट्राला खराब होने के बाद जाम लगा। आधे घंटे में दोनों तरफ गाड़ियों की कतार लग गई। ट्राला हटा तो भेरूघाट में गाड़ियां फंस गईं। जिन सात पाॅइंट पर जाम लग रहा है उनमें, कोल्ड स्टोरेज, सिमरोल तहसील चौक, तलाई नाका, भेरूघाट मोड़, पुलिस चौकी की पुलिया व यादव ढाबा क्षेत्र शामिल है। 2 जनवरी तक भारी वाहनों का डायवर्शन जरूरी पुलिस का सुझाव है कि 2 जनवरी तक भारी वाहनों को दिन में रोड से डायवर्ट किया जाना चाहिए। इसके लिए तेजाजी नगर और सनावद रूट का इस्तेमाल किया जाए तो काफी राहत मिल सकती है। जाम लगने वाले सभी पाॅइंट पर 15–20 पुलिसकर्मी, ग्राम रक्षा समिति व एनएचएआई की टीम तैनात करने की तैयारी है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:49 am

मुस्कान की बेटी हुई तो साहिल ने कहा- पार्टी दूंगा:बंदियों से बोला- तुम चाचा बने; 18 दिन जेल में रहे छात्र नेता ने बताई अंदर की कहानी

नीले ड्रम में पति सौरभ को काटकर सीमेंट से जमा देने वाली मुस्कान और साहिल 10 महीने से जेल में हैं। मुस्कान ने 24 नवंबर को हॉस्पिटल में बेटी ‘राधा’ को जन्म दिया। साहिल को जिस बैरक में रखा गया है, उसके साथ सजा काट रहे छात्र नेता अक्षय बैंसला को हाल में जमानत मिली। 18 दिन जेल में रहे अक्षय ने साहिल को बताया कि मुस्कान को बेटी हुई है। तब उसने कहा कि तुम सब चाचा बन गए हो। जेल से निकलने दो, तुम सबको पार्टी दूंगा। ​​​​​दैनिक भास्कर ने अक्षय से बात की। पढ़िए रिपोर्ट… छात्र नेता बोले- साहिल को देखकर जेल में डर गया थाअक्षय बैंसला मेरठ शहर से 15Km दूर खानपुर गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ मेरठ यूनिवर्सिटी में गोली चलाने के आरोप हैं। वो 6 नवंबर को जेल गया, 24 नवंबर को जमानत पर बाहर आ गया है। इन 18 दिनों में अक्षय को जिस बैरक में रखा गया, उसमें सौरभ की लाश को 4 टुकड़ों में काट देने वाला साहिल शुक्ला भी था। अक्षय कहते हैं- स्टूडेंट पॉलिटिक्स करते हुए मैं पहले भी जेल गया, मगर इस बार डरा हुआ था। जिस बैरक में रखा गया, वहां मैंने साहिल को देखा, उसके बारे में अखबारों में पढ़ चुका था। मेरी हालत ऐसी नहीं थी कि ज्यादा लोगों से बातचीत करूं। मगर साहिल की उम्र कम थी, इसलिए हम जल्दी एक दूसरे से बात करने लगे। एक दिन मैंने उससे पूछा कि तुमसे कोई मिलने नहीं आता है। उसने कहा- नहीं, कोई नहीं है। मुझे दूसरे बंदियों ने बताया कि साहिल का भाई और उसकी बुजुर्ग नानी सिर्फ उससे जेल में आकर मिली हैं। साहिल को जेल का नाश्ता, चाय पसंद नहीं, कैंटीन में खाता था जेल में डेली हम दोनों का रूटीन बंदियों की गिनती से शुरू होता था। साथ में वार्डन को गिनती करवा देते थे, फिर चाय पीने जाते थे। साहिल को जेल की चाय और नाश्ता पसंद नहीं था, इसलिए जो उसको खाने को मिलता था, वो लेता नहीं था। हम दोनों कैंटीन में जाकर चाय और नाश्ता करते थे। इन दिनों सर्दियां हैं, इसलिए चाय पीने के बाद हम दोनों बरामदे में टहल लेते थे। बंदी पूछते- सौरभ को कैसे मारा, मुस्कान को लेकर कहां घूमेसाहिल जेल में कैसे रहता है? अक्षय कहते हैं- वो अक्सर अकेला रहता है, ज्यादा किसी से बातचीत नहीं करता है। ऐसा इसलिए भी हो सकता है, क्योंकि वो एक दिन बता रहा था कि जेल आने के बाद बंदी उससे पूछते थे कि सौरभ को कैसे मारा? मुस्कान के साथ कहां-कहां घूमे? इन सवालों का साहिल जवाब नहीं देता था, इसलिए बंदियों के साथ बातचीत से बचता था। हालांकि, जब भी मैंने साहिल को बाकी बंदियों से बातचीत करते हुए देखा, उसका व्यवहार बहुत नार्मल रहता था। जेल में उसको सब्जियां उगाने के काम पर रखा गया है। साहिल अक्सर एक हुडी पहनकर रहता अक्षय कहते हैं- मैं साहिल की बैरक में था, इसलिए हमारी अक्सर बातचीत होने लगी। उसको जैसा खबरों में देखा-पढ़ा, वहां वो उससे बिल्कुल अलग था। जेल में उसके दाढ़ी और बाल छोटे हो गए थे। वो बाहर की दुनिया को जानने के लिए अक्सर अखबार पढ़ता दिखता था। जेल में उसको नार्मल कपड़े पसंद नहीं थे, अक्सर एक हुडी पहने दिखता था। छात्र नेता बोले- मुझे पेशी में पता चला मुस्कान को बेटी हुई 24 नवंबर को मेरी वीडियो कान्फ्रेंसिंग से पेशी थी। वहां मुझे जेल के हवलदार लेकर गए थे। मुझे पता चला कि मुस्कान ने एक बेटी को जन्म दिया है। मैं शाम को 5 बजे अपनी बैरक में वापस लौटकर आ गया। साहिल बैरक में टहलते हुए मिला, मैंने उसको खुश होते हुए बताया कि मुस्कान के बच्चा हुआ है, वो हॉस्पिटल में है। तुमको कुछ पता चला। साहिल ने कहा- नहीं… मुझे तो किसी ने कुछ नहीं बताया। इसके बाद वो मुझसे पूछने लगा कि मुस्कान कैसी है? मगर ये मुझे भी नहीं पता था। इसके बाद हम दोनों अपनी बैरक में सो गए। बंदी साहिल से बोले- तुम पापा बन गए25 नवंबर की सुबह 8 बजे जेल में हमें अखबार मिला। उसमें पढ़ा कि मुस्कान मेडिकल हॉस्पिटल में एडमिट है, उसने बेटी को जन्म दिया है। ये खबर पढ़कर साहिल खुश हो गया। बंदियों ने कहा- बड़ी खबर है, तुम तो पापा बन गए हो, दावत देनी होगी। साहिल ने कहा- तुम लोग भी चाचा बन गए हो। जेल से निकलने दो, मैं सबको पार्टी दूंगा। अक्षय कहता है- साहिल हर रोज अखबार में सौरभ मर्डर केस की कवरेज जरूर पढ़ता था, पेशी पर कौन पहुंचा? गवाही क्या हुई? वो इन खबरों को पढ़कर अक्सर कहता था- इतने दिन बाद भी मेरी खबरें लिखना बंद नहीं की गई है। अक्षय बैंसला को जानिए छात्र राजनीति में कई बार जेल गया अक्षय बैंसला चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में छात्र नेता है, वो पिछले दिनों चर्चा में रहा। अक्षय के खिलाफ छात्र राजनीति में सड़क को जाम करना, बिना अनुमति महापंचायत करना, सरकारी काम में बांधा डालने की FIR लिखी गई है। इस मामले से पहले कुलपति ने अक्षय को कई बार कैंपस में बैन किया है। जब उसके समर्थन में छात्रों ने प्रदर्शन किया, तब एंट्री दोबारा दी गई। अक्षय राजनीति करते हुए पहले भी जेल जा चुका है। 14 गवाह कोर्ट में पेश हुए, साहिल-मुस्कान के खिलाफ बयान दिएइस केस में अब तक 14 गवाहों की गवाही हो चुकी है। इसमें सौरभ के बड़े भाई राहुल, मां रेणू, केस का पहला विवेचक, ड्रम काटने वाले मजदूर, पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर, दवा विक्रेता, ड्रम विक्रेता, सीमेंट रेत विक्रेता, चाकू विक्रेता, कैब चालक, मुस्कान को दवा लिखने वाले डॉक्टर, दोस्त सौरभ, केस का दूसरा विवेचक की गवाही हो चुकी है। दूसरे विवेचक रमाकांत पचौरी की गवाही पर जिरह चल रही है। अगली तारीख 5 जनवरी को है। इस दिन केस के विवेचक रमाकांत पचौरी के बयानों पर जिरह होगी। जांच अधिकारी के बयानों पर यह दूसरी जिरह है। .......... ये पढ़ें - जेल में मुस्कान बेटी को टूटे खिलौने से बहला रही, बैरक में पलंग, पतला गद्दा और कंबल; जानिए डिलीवरी के बाद क्या बदला नीले ड्रम में पति सौरभ को काटकर सीमेंट से जमा देने वाली मुस्कान 10 महीने से जेल में है। 24 नवंबर को उसने बेटी राधा को जन्म दिया। पहले वो कॉमन बैरक में थी, जिसमें 30 महिला बंदी थीं। हॉस्पिटल से डिस्चार्ज के बाद मुस्कान को क्वारैंटाइन बैरक में रखा गया है। जेल में पहले वह सिलाई-बुनाई के काम करती थी, मगर अब वह सिर्फ बेटी की देखभाल करती है। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:44 am

राजा भैया ने की बृजभूषण की बराबरी:डेढ़ करोड़ का घोड़ा गिफ्ट लेकर दिखाया रुतबा; VIDEO में देखिए यूपी के बाहुबलियों की कहानी

प्रतापगढ़ के कुंडा से विधायक राजा भैया को भी डेढ़ करोड़ का घोड़ा गिफ्ट में मिल गया। घोड़ा महाराष्ट्र से आया। अपने किले में राजा भैया ने घोड़े का तिलक लगाया और हाथ से गुड़ खिलाया। मारवाड़ी नस्ल का घोड़ा विजयराज अपनी मजबूत कद-काठी, चमकदार शरीर और राजसी चाल के लिए जाना जाता है। इसका पासपोर्ट भी बना है। इससे पहले 15 दिसंबर को पूर्व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को भी डेढ़ करोड़ का घोड़ा गिफ्ट में मिला था। आखिर, यूपी के बाहुबलियों को इतने महंगे तोहफे क्यों मिल रहे? क्या इनका डर है या फिर जलवा है? VIDEO में देखिए बाहुबलियों के रुतबे की कहानी...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:44 am

यूपी के PCS अफसर बोले-यूनिफॉर्म पहनानी थी, कफन उठा रहा:बच्चों के एडमिशन की तैयारी कर रहा था; 2 बच्चे खोने वाले पिता का दर्द

‘अभी तीन दिन पहले ही उन्हें नानी के यहां छोड़कर गया था। जब जाने लगा तो बेटा बोला कि पापा मुझे चिप्स खाना है। मैंने कहा था कि अब आऊंगा तो चिप्स लेकर आऊंगा, लेकिन मैं अपने बच्चे को चिप्स भी नहीं खिला सका।’ यह कहते-कहते तेजस और अध्याय के पिता PCS अफसर विजय सिंह फफक कर रो पड़े। वह रोते हुए कहते हैं- मेरा सब कुछ उजड़ गया। बच्चे ही नहीं रहे, तो हम जिंदा रहकर क्या करेंगे। मैं तो दोनों बच्चों के स्कूल में एडमिशन की तैयारी कर रहा था। आज ड्रेस की जगह कफन उठा रहा हूं…। यही कहते हुए पिता बार-बार कफन हटाकर बच्चों का चेहरा देखते हैं और आंसुओं से भर जाते हैं। फिर रुंधे हुए गले से कुछ-कुछ बुदबुदाने लगते हैं। यह दृश्य देखकर वहां मौजूद हर किसी की आंखें नम हो जाती हैं। विजय कुमार सिंह वाराणसी के जिला सहकारी पदाधिकारी हैं। उनकी ससुराल बिहार के छपरा में 3 बच्चों समेत 4 लोगों की मौत अंगीठी के धुंए से दम घुटने से हुई है। पहले अस्पताल में गम में डूबे पिता की तस्वीरें... अब समझिए कैसे धुआं जहर बनकर मौत की वजह बनाछपरा में अंगीठी जलाकर सोए एक परिवार में धुंए से दम घुटने से 3 बच्चों और उनकी नानी की मौत हो गई। 3 लोगों की स्थिति गंभीर बनी है। सभी वेंटिलेटर पर हैं। इन चारों का पटना के रुबन हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। इस हादसे में मरने वालों में 3 साल के तेजस, 4 साल की अध्याय, 7 महीने की गुड़िया और 70 साल की कमलावती देवी शामिल हैं। तेजस और अध्याय सगे भाई बहन है, जबकि गुड़िया मौसेरी बहन है। कमलावती देवी इनकी नानी है। जिनकी स्थिति गंभीर है उनमें अमीषा देवी, अंजलि देवी, अमित कुमार और अमृता देवी हैं। अमीषा, अंजलि और अमित सगे भाई-बहन हैं। अमृता इनकी भाभी है। तेजस और अध्याय, अमीषा और विजय सिंह के बच्चे थे, जबकि गुड़िया अंजलि देवी की बेटी थी। घरवालों की जुबानी घटना वाली रात की कहानी पटना हॉस्पिटल में अमित के भाई मंटू सिंह से हमने बात की। मंटू सिंह ने बताया- अमीषा वाराणसी में रहती हैं। उनके पति वाराणसी में ही जिला सहकारी पदाधिकारी हैं। 3 दिन पहले बच्चों और अमीषा को लेकर छपरा आए थे। फिर वह वापस चले गए थे। मेरी बहन अंजलि छपरा में ही रहती हैं, तो वह भी आ गई थीं। अमीषा के बच्चों को थोड़ी ठंड लग गई थी। उन्हें फीवर आ गया था। छपरा में ही एक डॉक्टर से चेकअप कराया था। डॉक्टर ने कुछ दवाएं लिखीं और ठंड से बचने की सलाह दी थी। 26 दिसंबर की शाम खाना खाने के बाद सभी सोने जाने लगे। तभी ठंड से बचाव के लिए मां ने अंगीठी जला दी। उसमें धान का भूसा और गोबर के उपले जला दिए, ताकि देर तक आग जलती रहे। घर में एक बड़ा सा हॉल है। उसमें हम सभी इन बच्चों के साथ बैठे थे। यह कमरा पूरी तरह से एयर ब्लॉक था। रात 10 बजे मैं और मेरी पत्नी दूसरे कमरे में सोने चले गए। वहीं, मेरे भाई अमित, मां, मेरी दोनों बहनें और उनके बच्चे उसी हॉल में सो गए। अगले दिन सुबह काफी देर तक कोई नहीं उठा। मैंने सोचा कि आज ठंड ज्यादा है, तो नींद आ गई होगी। सभी कंबल में छिपे होंगे। जब काफी देर तक कोई नहीं उठा, तो पहले मैंने अपने भाई को फोन किया। लेकिन, किसी ने फोन नहीं उठाया। इस पर मेरी पत्नी कमरा खोलने गई। पूरा कमरा धुंए से भरा था। उन्हें लगा कि घर में आग लग गई है। जब दरवाजा खुला तो धुआं बाहर निकलने लगा और मेरी पत्नी भी बेहोश हो गई। पड़ोसी की मदद से पहुंचाया अस्पताल, फिर पटना रेफरघटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे पड़ोसी नीरज गंभीर हालत में सभी को इलाज के लिए पटना लेकर आए थे। नीरज ने हमें बताया कि जैसे ही हमें घटना की सूचना मिली, हम भागे-भागे पहुंचे। जब घर पर पहुंचे तो अमित के बड़े भाई मंटू कन्फ्यूज थे। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि क्या हुआ है और क्या करना है? नीरज ने आगे बताया कि हमने घर के अंदर घुसकर देखा तो बच्चों और अमित की मां की मौत हो चुकी थी। हम जल्दी-जल्दी में अमित, उनकी भाभी और उनके दोनों बहनों को छपरा सदर अस्पताल में ले गए। वहां से डॉक्टरों ने सभी को पटना रेफर कर दिया। फिलहाल पटना में इन सभी का इलाज चल रहा है। तीनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है और सभी वेंटिलेटर पर है। बच्चों का शव देख फफक कर रो पड़े पिताइधर, घटना की सूचना मिलने पर वाराणसी से विजय सिंह छपरा सदर अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में अपने बच्चों की लाश देखकर विजय फफक कर रोने लगे। बार-बार कफन हटाकर अपने बच्चों का चेहरा देखते रहे। रोते हुए उन्होंने बताया कि अभी तीन दिन पहले ही उन्हें यहां छोड़कर गया था। जब जाने लगा तो बेटा मेरा बैग देखकर कहने लगा कि इसमें चिप्स रखा है। पापा मुझे चिप्स खानी है। मैंने मना किया कि चिप्स नहीं खाया जाता है, तो वह जिद करने लगा। फिर मैंने कहा कि अब आऊंगा तो चिप्स लेकर आऊंगा। वहीं गुड़िया के पिता दीपक छपरा में ही एक ऑर्नामेंट की दुकान में मैनेजर का काम करते हैं। वह भी अस्पताल में अपने बच्ची को देख-देखकर लगातार रोते रहे। छपरा सदर अस्पताल में कमलावती देवी के शव का पोस्टमॉर्टम हुआ। जबकि, बच्चों का परिवारवालों ने पोस्टमॉर्टम नहीं कराया। तीनों बच्चों का शनिवार शाम छपरा में ही अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, कमलावती का आज अंतिम संस्कार होगा। गहरी नींद से घुटन महसूस नहीं हुईअंगीठी से निकलने वाली कार्बन मोनोआक्साइड (CO) गैस रंगहीन और गंधहीन होती है। यह गैस धीरे-धीरे पूरे कमरे में फैलती जा रही थी। सोते हुए लोगों को इसका एहसास नहीं हो रहा था। जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, अंगीठी सुलगती रही। कमरे की ऑक्सीजन धीरे-धीरे कम होती चली गई और जहरीली गैस हवा में घुलती रही। आधी रात के बाद बच्चे गहरी नींद में थे। 7 महीने की गुड़िया मां के पास सो रही थी। तेजस और अध्याय बिस्तर के दूसरे हिस्से में थे। नानी पास ही लेटी थीं। किसी को खांसी नहीं आई और न ही किसी ने बेचैनी महसूस की, क्योंकि CO गैस पहले दिमाग पर असर करती है। फिर इंसान सुस्त होता चला जाता है और गहरी नींद में चला जाता है। नानी के घर आए थे PCS अधिकारी के मासूम बच्चेअंजलि की शादी बक्सर में विजय सिंह से हुई थी। विजय सिंह उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जिला सहकारी पदाधिकारी हैं। ठंड की छुट्टियों में बच्चों को ननिहाल लाने का मकसद यही था कि बच्चे नानी के साथ समय बिता सकें। अंगीठी की वजह 6 परेशानी हो सकती हैं ----------------------- ये खबर भी पढ़ेंगोरखपुर में इंस्टाग्राम स्टेटस के लिए छात्र की हत्या:जिसे मारने की धमकी दी, उसने ही कॉलेज में घुसकर मारी गोली गोरखपुर में 11वीं के स्टूडेंट सुधीर भारती का मर्डर इंस्टाग्राम स्टेट्स के झगड़े में हुआ। सुधीर ने 26 दिसंबर को इंस्टाग्राम पर लिखा- अपने जीजा के दम पर कूदते हो। घर में घुसकर मारेंगे। दम है तो मुकाबला करो। पढ़िए पूरी खबर

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:44 am

यूपी में बच्चों-युवाओं को लगी रुतबे की बीमारी:इंस्टाग्राम स्टेटस लगाने पर मारी गोली, Gen-Z में खतरनाक ट्रेंड बढ़ा

गोरखपुर में 11वीं के स्टूडेंट सुधीर भारती का मर्डर कर दिया गया। सुधीर ने 26 दिसंबर को इंस्टाग्राम पर लिखा- ‘अपने जीजा के दम पर कूदते हो। घर में घुसकर मारेंगे। दम है तो मुकाबला करो।’ इंस्टाग्राम स्टेटस की लड़ाई इस कदर बढ़ी कि गांव के ही 4 लड़कों ने कोऑपरेटिव इंटर कॉलेज के कैंपस में घुसकर सुधीर को गोली मार दी। हालांकि, ये पहला मामला नहीं है। आजकल के युवाओं (जेन-जी) में यह ट्रेंड चल निकला है। ऐसे में सवाल है कि ऐसा क्यों? कौन इसके लिए जिम्मेदार है? क्या सोशल मीडिया जिम्मेदार है या फिर बदलता जमाना? छोटी-छोटी बातों पर हत्या, क्या यह नई क्राइम ट्रेंड लाइन है? इन सारे सवालों के जवाब इस रिपोर्ट में पढ़िए… पहले गोरखपुर वाला मामला समझिए 25 नवंबर, 2025 को मेरठ में राजू की गर्लफ्रेंड पर उसके दोस्त हनी ने कमेंट कर दिया। इस बात से हनी इतना नाराज हो गया कि राजू की हत्या कर दी। उसने राजू को बुलाया और उसे ईंट से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। इसको हादसा दिखाने की कोशिश भी की गई, लेकिन पुलिस की जांच के बाद पूरा सच सामने आ गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में आरोपी हनी ने बताया कि राजू ने डेढ़ साल पहले उसकी गर्लफ्रेंड पर कमेंट किया था। इस वजह से उसने फैसला कर लिया था कि वो बदला लेगा। इतने खतरनाक क्यों हो रहे Gen-Zपूर्व डीजीपी विक्रम सिंह कहते हैं- सोशल मीडिया उतना ही यूज करना चाहिए, जितनी जरूरत है। जब वो व्यक्ति के ऊपर हावी होने लगे, तो उससे दूरी बनाएं। दरअसल, आजकल एक शब्द है फोमो फियर ऑफ मिसिंग आउट यानी कुछ छूट जाने का डर। जब लगता है कि दूसरे लोग कुछ मजेदार, रोमांचक या जरूरी चीज कर रहे हैं और आप उससे बाहर रह गए हैं। ये डर युवाओं को दीमक की तरह खा रहा है। उन्हें डर है कि वो पिछड़ रहे हैं। फॉलोअर्स और सब्सक्राइबर को लेकर लड़ाई होती है। युवाओं को लगता है कि अगर मैंने जवाब नहीं दिया तो लोग मुझे कमजोर समझेंगे। अगर ऑनलाइन मेरी इज्जत गई, तो जमीन पर भी मैं कुछ नहीं। इसलिए आजकल के युवा इग्नोर नहीं करते, रिपोर्ट नहीं करते, बल्कि बदले की भावना रखते हैं। आज का युवा मरने से नहीं डरता, क्रिमिनल बनने से नहीं डरता। भविष्य की नहीं सोचता कि लोग क्या कहेंगे। सोचना ये है कि कहीं मैं कमजोर न लग जाऊं, कहीं मेरा रुतबा ना घट जाए। यही सोच युवाओं को हिंसक और आक्रामक बना रही है। क्या सोशल मीडिया युवाओं को हिंसक बना रहा?गोरखपुर के जिला अस्पताल के साइकैट्रिस्ट डॉ. अमित शाही के अनुसार, सोशल मैच्योरिटी में स्पष्ट रूप से गिरावट आई है। आज के युवाओं की दुनिया काफी हद तक वर्चुअल हो चुकी है। पहले समाज में होने वाले अन्याय, संघर्ष और अनुभवों से व्यक्ति को यथार्थ की समझ मिलती थी। वही सीख का आधार बनती थी। लेकिन, आज की डिजिटल दुनिया में मार्गदर्शन करने वाले लोग कम होते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर लाइक, कमेंट या स्टेटस भले ही वास्तविक रूप से कुछ न बिगाड़े, लेकिन इससे बच्चों और युवाओं में सहनशीलता विकसित नहीं हो पा रही। छोटी-छोटी बातों पर क्रोध, चिड़चिड़ापन और आक्रामकता बढ़ रही है। ऐसे में वे भूल जाते हैं कि उनके स्वयं के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए क्या सही है। गुस्से और कुंठा की स्थिति में वे अक्सर होश खो बैठते हैं। बिना सोचे-समझे नए-नए, कई बार गलत प्रयोग करने लगते हैं। इसलिए आज के युवाओं के लिए सबसे जरूरी है कि वे केवल आभासी प्रतिक्रिया नहीं, बल्कि वास्तविक ज्ञान, धैर्य और विवेक को बढ़ाने पर ध्यान दें। यही उन्हें संतुलित और स्वस्थ जीवन की ओर ले जा सकता है। क्या कहता है मेडिकल साइंस?गोरखपुर के जिला अस्पताल के साइकैट्रिस्ट डॉ. अमित शाही के अनुसार, दिमाग में भावनाओं का नियंत्रण विभिन्न न्यूरोट्रांस मीटरों के आपसी तालमेल और संतुलित क्रिया से होता है। इनमें मुख्य रूप से सीरोटोनिन, डोपामीन, एपिनेफ्रिन और नॉरएपिनेफ्रिन शामिल होते हैं। जब इन रसायनों का संतुलन बना रहता है, तो व्यक्ति की भावनाएं नियंत्रित और स्थिर रहती हैं। लेकिन अगर किसी कारण से इनका स्तर कम या अधिक हो जाए, तो मनोदशा में बदलाव, चिड़चिड़ापन, बेचैनी, उदासी या अत्यधिक उत्तेजना जैसे भाव उत्पन्न होने लगते हैं। सोशल मीडिया पर किस तरह की हिंसा दिख रही?युवा, खासकर टीनएजर्स, इंस्टाग्राम और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादा समय बिताते हैं। 2024 की एक यूके रिसर्च के मुताबिक, ज्यादातर टीनएजर्स ने अपने सोशल मीडिया फीड्स में हिंसक वीडियो देखे हैं। ये वीडियो स्कूल में होने वाली लड़ाइयों, चाकूबाजी, युद्ध की फुटेज या आतंकी हमलों तक के हो सकते हैं। ये सीन इतने रॉ और अचानक सामने आते हैं कि देखने वाले को संभलने का मौका तक नहीं मिलता। बच्चों और युवाओं पर इसका कैसा असर होता है? ऐसे वीडियो देखने का युवाओं पर गहरा असर पड़ता है। कुछ बच्चे इतना डर जाते हैं कि घर से बाहर निकलने से कतराने लगते हैं। रिसर्च बताती है कि हिंसक कंटेंट देखने से ट्रॉमा जैसे लक्षण हो सकते हैं। खासकर अगर यह हिंसा उनकी जिंदगी से जुड़ी हुई लगे। सोशल मीडिया न सिर्फ हिंसा को दिखाता है, बल्कि यह बुलिंग, गैंगवार, डेटिंग में हिंसा और यहां तक कि खुद को नुकसान पहुंचाने जैसे मामलों को भी बढ़ावा देता है। इसके अलावा, बार-बार हिंसा देखने से युवाओं में 'डिसेंसिटाइजेशन' हो सकता है, यानी वे दूसरों के दुख-दर्द के प्रति कम संवेदनशील हो जाते हैं। छोटी बातों पर हत्या… क्या यह नई क्राइम ट्रेंडलाइन है?आज का युवा अक्सर अपराध को अपराध की तरह नहीं, बल्कि अपनी इज्जत, रुतबे और ऑनलाइन पहचान की रक्षा के तौर पर देखने लगा है। उसे लगता है कि अगर उसने जवाब नहीं दिया, अगर अपमान सह लिया, तो वह कमजोर समझा जाएगा। यही सोच छोटी बात को बड़ा बना देती है। बहस को हिंसा में बदल देती है। इस ट्रेंड की सबसे खतरनाक बात यह है कि इसमें डर का अभाव है। न कानून का डर, न भविष्य की चिंता। नतीजा यह कि हत्या जैसी गंभीर वारदातें अब योजनाबद्ध दुश्मनी से नहीं, बल्कि तुरंत भड़कने वाले गुस्से और अहंकार से हो रही हैं। पूर्व डीजीपी विक्रम सिंह का कहना है- एकदम नया ट्रेंड है। पहले हत्या प्रेम, जमीन जायदाद को लेकर होती थी। अब इंस्टा, फेसबुक और वॉट्सऐप पर स्टेटस और मैसेजेस को लेकर होती है। पुलिस को चाहिए कि वो सोशल मीडिया की पेट्रोलिंग करे और इस पर रोक लगाए। ऐसे युवाओं के लिए आगे चलकर सरकारी सेवाओं, निजी क्षेत्र की नौकरियों, ठेकों, लाइसेंसों और यहां तक कि बैंक से लोन लेना भी बेहद कठिन या असंभव हो जाता है। कई मामलों में व्यक्ति जीवनभर के लिए ब्लैकलिस्ट हो जाता है। सोशल मीडिया को लेकर देश में क्या है नियम?मद्रास हाईकोर्ट ने 26 दिसंबर को केंद्र सरकार को सुझाव दिया कि ऑस्ट्रेलिया की तरह भारत में भी 16 साल से कम उम्र वालों के लिए सोशल मीडिया पर रोक लगाई जाए। कोर्ट ने कहा कि इस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए। हाईकोर्ट की मदुरै बेंच ने यह बात नाबालिगों को ऑनलाइन पोर्नोग्राफी कंटेंट आसानी से मिल जाने के मुद्दे पर दायर जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान कही। याचिकाकर्ता एस. विजयकुमार के वकील केपीएस पलानीवेल राजन ने ऑस्ट्रेलिया के नए कानून का हवाला दिया था। कोर्ट ने कहा कि इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISP) पर और सख्त नियम लागू किए जाएं। उन्हें अनिवार्य रूप से पेरेंटल विंडो सर्विस (पेरेंटल कंट्रोल) देने के लिए कहा जाए। जिससे माता-पिता अपने बच्चों की ऑनलाइन एक्टिविटी को फिल्टर और कंट्रोल कर सकें। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें... गोरखपुर में इंस्टाग्राम स्टेटस के लिए छात्र की हत्या, जिसे मारने की धमकी दी, उसने ही कॉलेज में घुसकर मारी गोली गोरखपुर में 11वीं के स्टूडेंट सुधीर भारती का मर्डर इंस्टाग्राम स्टेट्स के झगड़े में हुआ। सुधीर ने 26 दिसंबर को इंस्टाग्राम पर लिखा-अपने जीजा के दम पर कूदते हो। घर में घुसकर मारेंगे। दम है तो मुकाबला करो। इसके बाद 4 लड़कों ने कोआपरेटिव इंटर कॉलेज के कैंपस में घुसकर सुधीर पर गोली चला दी। पहला निशाना चूकने के बाद 2 आरोपियों ने सुधीर का हाथ पकड़ लिए, इसके बाद उसके सीने पर 1 गोली मारी गई। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:43 am

उन्नाव रेप पीड़ित का अपनी मां-चाचा से भी हुआ झगड़ा:कुलदीप सेंगर के खिलाफ 9 साल कानूनी लड़ाई लड़ी; पति ने सबसे ज्यादा मदद की

उन्नाव के बहुचर्चित रेप केस में दिल्ली हाईकोर्ट ने कुलदीप सेंगर की सजा सस्पेंड कर दी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि कुलदीप ने अपनी पावर और पैसे का इस्तेमाल करके यह सब कराया है। सबको पैसे खिलाए हैं। दूसरी तरफ कुलदीप के पक्ष के लोग कहते हैं कि कोर्ट का फैसला तथ्यों के साथ आया है। तथ्यों को झुठलाया नहीं जा सकता। पीड़िता इसे अपने साथ अन्याय बताते हुए दिल्ली में धरने पर बैठ गई। न्याय की मांग करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी से मिली। आगे भी कानूनी लड़ाई लड़ने की बात कही। पीड़िता का यह दर्द नया नहीं है। पिछले 9 सालों में उसने खूब संघर्ष किया। कभी कुलदीप से, तो कभी अपनों से। एक समय तो मां और चाचा से ही झगड़ा हो गया। मामला केस दर्ज करवाने तक पहुंच गया। इस बार संडे बिग स्टोरी में पीड़िता के संघर्ष की बात करते हैं... रेप और पिता की हत्या से शुरू हुआ संघर्षउन्नाव के जिला मुख्यालय से 18 किलोमीटर दूर माखी गांव है। यही पीड़िता का गांव और घर है। उसी से महज 100 मीटर की दूरी पर पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर रहता है। पीड़िता के साथ 4 जून, 2017 को कुलदीप सेंगर ने रेप किया था। पीड़िता लंबे वक्त तक पुलिस अधिकारियों के पास चक्कर लगाती रही, लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई। इस बीच उसकी आवाज दबाने के लिए उसके पिता को पेड़ में बांधकर पीटा गया। पिटाई करने वालों में कुलदीप के भाई अतुल सिंह और उनके लोग शामिल थे। पीड़िता को जब न्याय के लिए कुछ नहीं सूझा तो वह लखनऊ पहुंची और 8 अप्रैल, 2018 को सीएम योगी के आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया। सुरक्षाकर्मियों ने जैसे-तैसे उसे बचा लिया। इसके अगले ही दिन खबर आई कि पीड़िता के पिता की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम हुआ तो शरीर पर 14 चोटों के निशान मिले। इस मामले में कुलदीप, उसके भाई, माखी थाने के एसएचओ समेत 10 लोग आरोपी बने और बाद में इन्हें सजा हुई। चाची-मौसी को खोया, चाचा जेल गएतत्कालीन बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर की संलिप्तता और पिता की मौत ने इस केस को बड़ा बना दिया। 12 अप्रैल, 2018 को केस सीबीआई को ट्रांसफर हो गया। कुलदीप सेंगर के खिलाफ मामला दर्ज हुआ और उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया। इसी बीच पीड़िता के चाचा, जो इस केस में उसकी मदद कर रहे थे, उन्हें एक 19 साल पुराने मामले में सजा हो गई। वह 10 साल के लिए जेल भेज दिए गए। इस तरह से पीड़िता अकेले हो गई। संघर्ष की यह कहानी यहीं खत्म नहीं होती। 28 जुलाई, 2019 को पीड़िता अपनी मौसी-चाची और वकील के साथ जा रही थी, तभी एक ट्रक ने टक्कर मार दी। इस हादसे में उसकी मौसी और चाची की मौके पर ही मौत हो गई। पीड़िता की जैसे-तैसे जान बची। इस मामले में कुलदीप के खिलाफ साजिश का मामला दर्ज हुआ। सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने इस मामले को गंभीरता से लिया। पूरा केस दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में शिफ्ट करवाया। पीड़िता को दिल्ली में ही रहने के लिए राज्य सरकार को व्यवस्था करने के लिए कहा। हर दिन सुनवाई हुई और कुलदीप को सजा मिलीसुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस के आदेश के बाद इस मामले की सुनवाई लगातार शुरू हुई। 45 दिन तक लगातार मामले को सुनने के बाद तीस हजारी कोर्ट के जज धर्मेश शर्मा ने कुलदीप सेंगर को दोषी पाया। 21 दिसंबर, 2019 को आजीवन कारावास की सजा सुनाई। मार्च, 2019 को कोर्ट ने पीड़िता के पिता की हत्या के मामले में कुलदीप सेंगर को दोषी पाया और 10 साल की सजा सुनाई। 10 लाख रुपए का जुर्माना लगाया। कुलदीप को रेप मामले में जरूर राहत मिल गई, लेकिन पीड़िता के पिता की मौत के मामले में कोई राहत नहीं मिली। उस मामले में अभी करीब 3 साल की सजा बाकी है। शादी के बाद अपनी मां ही खिलाफ हो गईपीड़िता ने 2021 में एक लड़के से शादी कर ली। मां इस शादी से खुश नहीं थी। पति दिल्ली में ही एक प्राइवेट नौकरी करता है। पीड़िता को जो मकान मिला, उसी में रहता है। मां को आपत्ति थी। वह चाहती थी कि पति अपने घर पर रहे, लेकिन पीड़िता ऐसा नहीं चाहती थी। मां-बेटी के बीच विवाद बढ़ने लगा। इसके बाद मां ने यूपी सरकार से गुहार लगाई। उन्हें भी रहने के लिए अलग व्यवस्था की गई। 2022 में कांग्रेस ने पीड़िता की मां को विधानसभा का टिकट दिया। इस चुनाव में पीड़िता ने भी प्रचार किया था। हालांकि, पीड़िता की मां चुनाव हार गई थी। उन्नाव की सदर सीट पर डेढ़ हजार ही वोट मिले थे। इसके बाद मां अक्सर उन्नाव वाले घर पर रहती या फिर दिल्ली में अलग मिले घर में रहती थीं। उनके साथ पीड़िता की बड़ी बहन रहती थीं। मां-चाचा ने पैसा हड़प लिया, मामला पुलिस तक पहुंचाइस मामले में 2023 के आखिर में नया मोड़ आ गया। एक तरफ दिल्ली हाईकोर्ट में मामला चल रहा था, दूसरी तरफ पीड़िता के परिवार में ही बवाल मच गया। पीड़िता ने उन्नाव के एसपी को एक शिकायत दी। उसमें परिवार पर प्रताड़ित करने और बेईमानी करने का आरोप लगाया। पीड़िता ने कहा था- मैं इस वक्त 8 महीने की गर्भवती हूं, लेकिन अपने ही परिवार के लोगों के षड्यंत्र में फंसकर दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हूं। मेरे भगवान समान पति जिन्होंने ऐसे समय पर मेरा हाथ थामकर मुझे धन्य कर दिया, अब मेरे आपराधिक प्रवृत्ति के लालची चाचा पैसे के लिए मेरे और मेरे पति के दुश्मन बन गए हैं। पीड़िता ने अपने पत्र में लिखा था- मुझे सरकार की तरफ से और गैर सरकारी संगठनों ने पैसा दिया था। मैंने ये पैसा अपने चाचा से मांगा तो उन्होंने कहा कि केस के मैनेजमेंट में 7 करोड़ रुपए खर्च हुआ है। जो पैसा मिला है, वह कम है। मुझे तुमसे और पैसा चाहिए। यह बात समझ से परे है, क्योंकि मेरा केस सरकार लड़ रही। किसी भी तरह से 7 करोड़ रुपए खर्च नहीं हो सकता। यह मेरे पैसे हड़पने की सोची समझी साजिश एवं षड्यंत्र है। पीड़िता ने कहा- मेरे चाचा और मेरी मां ने मिलकर मुझे और मेरे पति को घर से धक्का मारकर निकाल दिया। यह घर मुझे सरकार की तरफ से रहने के लिए मिला था। मेरे पति ने वीडियो बनाकर मदद मांगी तो मेरी ही बड़ी बहन पति पर फर्जी रेप केस में फंसाने की धमकी देने लगी। इन लोगों ने मेरे नाबालिग होने का फायदा उठाकर सरकार से मिली मदद को अपने खाते में मंगवा लिया था। अब ये लोग पैसे के चलते ही मेरा जीवन नर्क बनाने पर तुले हैं। मेरे चाचा का तो आपराधिक इतिहास रहा है। मां का राजनीतिक रसूख रहा है। वह उन्नाव से चुनाव लड़ चुकी हैं। मेरी विनती है कि मामले की जांच की जाए और मेरा पैसा मुझे दिलवाया जाए। पति ने साथ दिया, उनकी नौकरी चली गईपीड़िता कहती हैं- मेरी इस लड़ाई में मेरे पति हमेशा मेरे साथ रहे। वह कुलदीप के खिलाफ लड़ाई में भी हमेशा साथ रहे। परिवार में भी जब विवाद हुआ, तब भी उन्होंने साथ दिया। वह दिल्ली में ही प्राइवेट नौकरी करते हैं। जब उनके ऑफिस में पता चला कि उन्होंने हमसे शादी की है, तब उनकी नौकरी भी चली गई। हालांकि, उन्होंने इसके लिए मुझे कभी कुछ नहीं कहा। वह हमेशा मेरे साथ खड़े रहे। मेरी जो लड़ाई चल रही है, उसमें मेरे पति के अलावा मीडिया का और एक्टिविस्ट लोगों का बहुत साथ मिला। वर्ना हम यह लड़ाई कभी न लड़ पाते। कुलदीप सिंह सेंगर इतना पावरफुल है कि उसके खिलाफ कौन ही लड़ पाएगा। कितनी ही धमकियां मिलीं, केस वापस लेने से लेकर जान से मार देने तक की धमकी। लेकिन मुझे भरोसा था कि इस देश में न्याय होता है, इसलिए मैं कुलदीप जैसे पावरफुल व्यक्ति के खिलाफ भी लड़ी और तीस हजारी कोर्ट ने मेरे साथ न्याय किया। कुलदीप का खौफ ऐसा कि शिकायत दर्ज कराने से डरते हैंपीड़िता कहती हैं- उन्नाव में कुलदीप से ज्यादा पावरफुल कोई नहीं था। उसके खिलाफ कोई शिकायत हो ही नहीं सकती थी। माखी थाना भी गांव में था, पुलिस वाले तो इनसे पूछते थे। जब भी इनके खिलाफ कोई शिकायत की सोचता भी, तो उसे ठिकाने लगा दिया जाता था। इनके दो भाई थे, आप इलाके में जाएंगे तो पता चलेगा कि वह लोगों को कितना परेशान करते हैं। मेरे पिता को इन लोगों ने पुलिस थाने में पीटा और फिर जान ले ली। पीड़िता कहती हैं, हम लगातार इस लड़ाई में लगे रहे। कितनी कुर्बानियां दी फिर मुकदमा दर्ज हुआ। कुलदीप जैसे लोग गिरफ्तार हुए। कोर्ट में मुझसे अजीब-अजीब सवाल पूछे गए, लेकिन मैंने सबका जवाब दिया। अब दिल्ली कोर्ट में भी जब मुझसे जो पूछा गया, उसके बारे में मैंने सब कुछ बताया। इन्होंने 3 महीने पहले फैसला सुरक्षित कर लिया, फिर 3 महीने बाद फैसला सुनाया। असल में इस तीन महीने में इन्होंने सेटिंग कर ली। जज और सीबीआई अफसरों को पैसा खिला दिया। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें... रेप पीड़ित परिवार ने कुलदीप को बनाया था प्रधान, बाद में घर छोड़ना पड़ा, दोस्ती से दुश्मनी तक उन्नाव केस की कहानी उन्नाव का बहुचर्चित रेप केस...। बीजेपी के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को आजीवन कारावास की सजा हुई। वह करीब 7 साल जेल में रहा। अब दिल्ली हाईकोर्ट ने सजा सस्पेंड कर दी है। इस फैसले के बाद पीड़ित दिल्ली में इंडिया गेट के सामने अपनी मां के साथ धरने पर बैठ गई। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:43 am

राजस्थान में पारा 3.1 पर आया, ओस की बूंदें जमीं:8 शहरों में सीजन की सबसे सर्द रात, 4 जिले शीतलहर की चपेट में

राजस्थान में भी कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। शनिवार को करौली में न्यूनतम तापमान 3.1 पर आ गया। चूरू, सीकर, झुंझुनूं और अलवर में तेज शीतलहर की चेतावनी जारी की गई है। कई शहरों में सुबह-सुबह ओस की बूंदें जम जा रही हैं। उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं ने शनिवार को प्रदेश के 8 शहरों में सीजन का सबसे कम तापमान दर्ज कराया। शेखावाटी और आसपास के जिलों में शीतलहर का सबसे ज्यादा असर रहा। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने अगले दो-चार दिन तक राज्य में इसी तरह कड़ाके की सर्दी की आशंका जताई है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश के उत्तर-पूर्वी जिलों में हल्के बादल और धुंध छाई रही। कमजोर धूप और सर्द हवाओं के कारण दिन में भी ठिठुरन महसूस हुई। शनिवार को सभी शहरों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा सर्द इलाका करौली, पाली का रहा। यहां का न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.1 और 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। दौसा में न्यूनतम तापमान 4.7, बारां में 4.5, वनस्थली (टोंक) 4.8, अलवर में 5.2, सीकर में 5, भीलवाड़ा में 6.5, पिलानी (झुंझुनूं) में 6.6, कोटा में 7, चूरू में 6.8, श्रीगंगानगर में 8.2, नागौर में 5.3, सिरोही में 6.2, फतेहपुर (सीकर) में 5.4 और अजमेर में 7.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इन शहरों में रही सीजन की सबसे सर्द रातमौसम केन्द्र जयपुर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, शनिवार को पाली, भीलवाड़ा, टोंक, कोटा, उदयपुर, बारां, करौली, प्रतापगढ़ में सीजन का सबसे कम तापमान दर्ज हुआ। इन शहरों में शुक्रवार की इस पूरे सीजन की सबसे सर्द रात रही। दिन में गलन, पारा 30 डिग्री से नीचेउत्तरी हवाओं के कारण शनिवार सुबह-शाम के अलावा दिन में कुछ शहरों में तेज धूप रहने के बावजूद भी गलन रही। बाड़मेर में शनिवार को अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। जैसलमेर में 28, जोधपुर में 26.7, बीकानेर में 26.8, चूरू में 26.6, जालोर में 27, दौसा में 25.6, पाली में 27.2, चित्तौड़गढ़ में 26.8 और जयपुर में 24.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:42 am

झांसी में होटल द क्राउन में बड़ा जुआ पकड़ा:17 जुआरी अरेस्ट, 7.11 लाख रुपए कैश बरामद, IG ने डलवाई रेड

झांसी में शनिवार रात पुलिस ने होटल द क्राउन में बड़ा जुआ पकड़ा है। कमरा नंबर 103 में ताश के पतों पर हार-जीत की बाजी लगा रहे 17 जुआरियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनसे 7.11 लाख रुपए कैश, 18 मोबाइल और ताश के पत्ते बरामद हुए है। होटल मालिक अजय यादव अभी फरार है। होटल में काफी समय से बड़े लेवल पर जुआ खिलाया जा रहा था। यहां झांसी के अलावा मध्य प्रदेश और यूपी के अन्य जिलों से भी लोग बाजी लगाने आते थे। होटल मालिक कभी नेता तो कभी पुलिस अफसर का करीबी बताकर लोगों को हड़काता भी था। वह लोगों से पैसे लेकर होटल के अंदर जुआ खिलवाता था। शनिवार शाम को आईजी आकाश कुलहरि तक जुआ की सटीक सूचना पहुंच गई। आईजी के आदेश पर सीपरी बाजार पुलिस ने दबिश देकर जुआरियों को गिरफ्तार कर लिया। 17 में से 14 आरोपी मध्य प्रदेश के दतिया के रहने वाले हैं। दांव पर लगे थे 6.88 लाख रुपए एसपी सिटी प्रीति सिंह ने बताया- शनिवार रात को मुखबिर ने सूचना दी कि सीपरी बाजार स्थित होटल द क्राउन के अंदर कमरा नंबर 103 में जुआ खेला जा रहा है। इस पर सीपरी बाजार पुलिस ने होटल में दबिश दी। कमरा नंबर 103 से 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जो ताश के पत्तों पर हार-जीत की बाजी लगा रहे थे। दांव पर 6 लाख 88,500 रुपए लगे थे। वहीं, तलाशी में आरोपियों के पास से 22720 रुपए, 18 मोबाइल और ताश की 7 गड्‌डी बरामद हुई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया- होटल द क्राउन का मालिक अजय यादव अपने होटल में बाहरी जुआरियों को कमरा देता है व उनको पैसा देकर जुआ खिलवाता है। अजय यादव कोतवाली थाना क्षेत्र के नई बस्ती का रहने वाला है। अभी वो फरार है। सभी के खिलाफ सीपरी बाजार थाने में केस दर्ज किया गया है। इन 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया 1. विजय यादव पुत्र लाल सिंह यादव उम्र करीब 31 वर्ष, निवासी- 1165 नई बस्ती, थाना- कोतवाली,जनपद- झाँसी 2. सचिन शर्मा पुत्र जगदीश शर्मा उम्र करीब 30 वर्ष, निवासी- बडोनकला, थाना- गोराघांट, जिला- दतिया(म0प्र0) 3. शेर सिंह पुत्र स्व० रोशन सिंह उम्र करीब 44 वर्ष, निवासी- महेबा, थाना- सोनागिर, जिला- दतिया (म0प्र0) 4. जबर यादव पुत्र श्री रामकुमार यादव उम्र करीब 38 वर्ष, निवासी- मारूती नगर कालोनी, थाना- कोतवाली, जिला- दतिया(म0प्र0) 5. धीरेन्द्र शर्मा पुत्र रामवीर शर्मा उम्र करीब 32 वर्ष, निवासी- चू नगर फाटक, म0न0-78, थाना- कोतवाली, जिला- दतिया(म0प्र0) 6. पवन चौरसिया पुत्र श्रीनिवास चौरसिया उम्र करीब 35 वर्ष, निवासी बुन्देला कालोनी थाना कोतवाली दतिया (म0प्र0) 7. संतोष कुशवाहा पुत्र रामसेवक कुशवाहा उम्र करीब 34 वर्ष,निवासी- मोहल्ला पठाईपुरा, उन्नाव रोड़, थाना- सि०ला०, जिला- दतिया(म0प्र0) 8. पवन यादव पुत्र कल्याण यादव उम्र करीब 30 वर्ष, निवासी- हाउसिंग बोर्ड, थाना- कोतवाली, जिला- दतिया(म0प्र0) 9. हरदेश यादव पुत्र कप्तान सिंह यादव उम्र 22 वर्ष, निवासी- मंमजू कालोनी, उन्नाव रोड़, थाना- कोतवाली जिला- दतिया(म0प्र0) 10. अरून यादव पुत्र कमलेश यादव उम्र करीब 32 वर्ष, निवासी- बालाजी नगर, थाना- सि०ला०,जिला दतिया(म0प्र0) 11. अंकित शर्मा पुत्र बृजेश शर्मा उम्र करीब 24 वर्ष, निवासी- बडोनकला, थाना- गोराघांट, जिला- दतिया(म0प्र0) 12. राजेन्द्र पाल पुत्र सुन्दर पाल उम्र करीब 30 वर्ष, निवासी- होलीपुरा रिंगरोड़, थाना- कोतवाली, जिला- दतिया (म0प्र0) 13. हरिदास सोनी पुत्र बाबूराम सोनी उम्र करीब 49 वर्ष, निवासी- तहसील के पीछे, अकबरपुर, थाना- भाण्डेर, जिला- दतिया(म0प्र0) 14. सौरभ यादव पुत्र भगत सिंह यादव उम्र करीब 32 वर्ष, निवासी- बालाजी रोड बूढा, थाना- सीपरी बाजार,जनपद- झाँसी 15. शैलेन्द्र यादव पुत्र मैथली शरण यादव उम्र करीब 38 वर्ष, निवासी- ग्राम पिसनारी, थाना- सि०ला०, जिला- दतिया (म0प्र0) 16. सुरेन्द्र यादव पुत्र पर्वत यादव उम्र करीब 35 वर्ष, निवासी- लक्ष्मनपुरा, थाना- इन्दरगढ़, जिला- दतिया(म0प्र0) 17. जफर पुत्र अब्दुल रेहमान उम्र करीब 35 वर्ष, निवासी- लाजपत नगर, कस्बा व थाना- कोच, जनपद- जालौन

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:39 am

नर्मदापुरम की सिक्योरिटी पेपर मिल का मामला:फर्जी मेडिकल ​बिल लगा एसपीएम के 10 कर्मचारियों ने 30 लाख निकाले

नर्मदापुरम सिक्यूरिटी पेपर मिल (एसपीएम) के एक संविदा डॉक्टर और 10 कर्मचारियों सहित बाजार के दो मेडिकल संचालकों पर सीबीआई ने फर्जी मेडिक्लेम मामले में केस दर्ज किया है। मामला 13 दिसंबर 2025 को दर्ज हुआ। जांच डीएसपी, सीबीआई, एसीबी, भोपाल के आकाश कुमार मीना कर रहे हैं। केस एसपीएमसीआईएल नई दिल्ली के सीवीओ पार्थ प्रतीम दास की शिकायत पर दर्ज किया गया। सिक्योरिटी पेपर मिल के अधिकारियों और कर्मचारियों ने 2022-23 में मेडिकल क्लेम के रूप में 6 करोड़ 4 लाख 20 हजार 654 रुपए निकाले। सतर्कता जांच में 10 कर्मचारियों से जुड़े 29 लाख 82 हजार 909 रुपए के बिल संदिग्ध पाए गए। सीबीआई ने मामला दर्ज कर लिया है। एसपीएम के दोषी कर्मचारियों में जलील खान, वरिष्ठ ऑपरेटर (4,18,153 रु.), सिद्धेश्वर महापात्रा, वरिष्ठ तकनीशियन (2,75,052 रु.), मुकेश कुमार उइके, वरिष्ठ तकनीशियन (2,78,219 रु.), राजेश कुमार मालवीय, पर्यवेक्षक (2,64,936 रु.), कुंदन कुमार सुमन, ऑपरेटर (3,18,915 रु.), मुकेश बग्गन, ऑपरेटर (96,227 रु.), दीपक मेहर, वरिष्ठ तकनीशियन (5,11,993 रु.), जोगेश साहू, फोरमैन (1,98,409 रु.), जगदीश प्रसाद, संचालक (2,03,835 रु.), मुरारी लाल मेहर, तत्कालीन फोरमैन (4,17,170 रु.), डॉ. जितेंद्र मालवीय, मेसर्स मुकेश मेडिकोज और मेसर्स सांवरिया मेडिकल सहित अन्य अज्ञात व्यक्ति शामिल हैं। संविदा डॉक्टर की भूमिका संदिग्ध बड़ी मात्रा में मेडिकल क्लेम एक ही डॉक्टर डॉ. जितेंद्र मालवीय ने जारी किए थे, जो 23 दिसंबर 2019 से 22 दिसंबर 2022 तक एसपीएम नर्मदापुरम में संविदा आधार पर चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत थे। इसके अलावा, अधिकांश फार्मेसी बिल केवल दो दवा विक्रेताओं, मुकेश मेडिकोस और सांवरिया मेडिकल, नर्मदापुरम से जारी किए गए हैं। अक्सर नकद में और बढ़ी हुई कीमतों पर, जिनमें से कुछ बिल जीएसटी नियमों का उल्लंघन करते हैं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:33 am

बोला-पत्नी ससुराल नहीं आ रही थी, इसलिए मारने आया:सुबह बच्चों से मिलने वापस पाली आया तो पुलिस ने दबोचा, पत्नी, सास-ससुर को तलवार से किया था घायल

पत्नी और सास-ससुर को तलवार से कई वार कर घायल करे वाले सिरफिरे दामाद को पुलिस ने पाली से गिरफ्तार किया। आरोपी अपने बच्चों से मिलने के लिए शनिवार सुबह वापस आया था। जिसे देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने रेण (मेड़ता सिटी) निवासी 37 साल के आरोपी अजय पुत्र रामनिवास को गिरफ्तार और उसके कब्जे से तलवार और बाइक बरामद की। पत्नी ससुराल नहीं आ रही थी इसलिए मारना चाहता थासीओ सिटी मदन सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसकी पत्नी पिछले करीब तीन-चार महीने से ससुराल नहीं आ रही थी और उस पर केस भी कर रखा था। इससे परेशान होकर वह शुक्रवार को पत्नी को मारने के लिए तलवार अपने साथ लेकर आया। इस दौरान बचाने आए अपने सास-ससुर पर भी तलवार से वार किए। यह भी पढ़े - ससुर का सिर फाड़ा,सास-पत्नी को भी तलवार से काटा, VIDEO:दिनदहाड़े मोहल्ले में तीनों परहमला, दहशत से घरों में छुपे पड़ोसी रात को जोधपुर में रहा शनिवार सुबह बच्चों से मिलने पाली आयाकोतवाल जसवंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह रात को जोधपुर में रहा। बच्चों की याद आई तो उनसे मिलने के लिए शनिवार सुबह वापस पाली आया। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे सिंधी कॉलोनी क्षेत्र से गिरफ्तार किया। उसके कब्जे से बाइक और तलवार भी बरामद की। आरोपी अपने जैकेट में तलवार साथ छुपाकर लाया था। यह है मामला बता दे कि आरोपी अजय शुक्रवार शाम को पाली शहर के रामदेव रोड गांधी नगर में अपने ससुराल बाइक लेकर आया था। तलवार से वार कर उसने अपने 58 साल के ससुर जगदीश जोशी 54 साल की सास दुर्गा देवी और 36 साल की अपनी पत्नी आशा पर तलवार से कई वार कर घायल कर दिया था। गंभीर हालत में जगदीश और दुर्गादेवी को जोधपुर रेफर किया गया था। आरोपी की शादी आशा से करीब 8 साल पहले हुई थी। दोनों के तीन बच्चे भी है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:31 am

जिस नाली पर विवाद, उसका 6 माह पहले हुआ समझौता:व्यास दंपती मामले में नया खुलासा; तहसीलदार बदलते ही पड़ाेसियों ने फिर कर दी शिकायत

देवास जिले के सतवास में 24 दिसंबर को व्यास दंपती ने पेट्रोल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। फिलहाल पति-पत्नी संतोष व्यास और जयश्री व्यास का इंदौर में इलाज चल रहा है। जयश्री की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। इस बीच दैनिक भास्कर को कुछ अहम दस्तावेज मिले हैं। इनमें सामने आया है कि जिस नाली को लेकर पड़ोसियों मोहन और ओमप्रकाश बैरागी से विवाद था, उसका छह माह पहले ही समझौता हो चुका था। उस समय तत्कालीन तहसीलदार हरिओम ठाकुर ने व्यास और बैरागी परिवार के दस्तावेज जांचे थे और मौके की स्थिति देखने के बाद दोनों पक्षों के बीच विधिवत समझौता कराया था। यह भी सामने आया है कि नए तहसीलदार अरविंद दिवाकर के आने के बाद उन्होंने समझौते के विपरीत बैरागी परिवार का साथ दिया। इसी के चलते घटना के दिन व्यास दंपती ने अपने मकान पर जेसीबी चलने से पहले जोरदार विरोध किया और फिर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। पाइपलाइन डालकर हो चुका था निराकरणसंतोष व्यास के भतीजे शोभित ने बताया कि 21 जून 2025 को पुलिस थाना सतवास में तहसीलदार के समक्ष आयोजित कैंप में मोहन बैरागी और चाचा संतोष व्यास के बीच राजीनामा हुआ था। इसमें मोहन बैरागी ने घर से निकल रहे पानी की निकासी के लिए पाइपलाइन डालने के लिए नगर परिषद में 5 हजार रुपए जमा किए थे। नगर परिषद ने इसकी रसीद भी जारी की थी। इसके बाद नगर परिषद के कर्मचारियों ने घर के साइड से पानी की पाइपलाइन डालकर 3 जुलाई को समस्या का निराकरण कर दिया था। फिर पलटे पड़ोसी, की शिकायतइसके बाद सितंबर 2025 में मोहन बैरागी और ओमप्रकाश बैरागी ने एसडीएम कन्हैयालाल तिलवारी को संतोष व्यास के खिलाफ एक आवेदन दिया। इसमें कहा गया कि नाली बंद होने से पानी सड़क पर जमा हो रहा है, जिससे बीमारी और संक्रमण फैलने की आशंका है। जब संतोष व्यास की दूसरी छत डालने का काम चल रहा था, तब एसडीएम ने 16 दिसंबर को स्टे लगाया, जो 18 दिसंबर तक प्रभावी था। इस आदेश में नाली पर निर्माण कार्य से रोक लगाई गई थी। मामले में संतोष व्यास ने दस्तावेजों के साथ अपना पक्ष भी रखा था। मकान निर्माण पर रोक का कोई आदेश नहींभतीजे का कहना है कि खास बात यह है कि मकान निर्माण पर किसी भी कोर्ट द्वारा कोई रोक का आदेश नहीं दिया गया था। इसके बावजूद तहसीलदार अरविंद दिवाकर ने नगर परिषद सतवास के सीएमओ से मिलीभगत कर मकान का काम रुकवाने की कार्रवाई की। बिना किसी सूचना या नोटिस के दो जेसीबी लेकर अतिक्रमण हटाने के नाम पर टीम के साथ मकान तोड़ने पहुंच गए। तहसीलदार ने कहा- लगा लो आग, फर्क नहीं पड़ताभतीजे शोभित ने बताया कि 24 दिसंबर को मौके पर संतोष व्यास ने तहसीलदार से कहा कि उन्हें किसी तरह की सूचना या नोटिस नहीं मिला है कि कहां और किसका अतिक्रमण है। उन्होंने हाथ जोड़कर निवेदन किया कि मकान उनकी पूरी पूंजी है और इसे न तोड़ा जाए। इस पर तहसीलदार ने कहा कि आज चाहे मुझे फांसी क्यों न लगा दे, मैं तोड़कर जाऊंगा। एसडीएम बोले थे- सहायता नहीं कर पाएंगेघटना से पहले संतोष व्यास ने एसडीएम कन्नौद को कार्रवाई रोकने की मांग को लेकर आवेदन दिया था। एसडीएम ने आवेदन लेकर उसकी प्राप्ति दे दी थी, लेकिन यह भी कहा था कि वे कार्रवाई रोकने में सहायता नहीं कर पाएंगे। यह खबर भी पढ़ें... सतवास में पेट्रोल की बोतल फेंकने वाली महिला तनाव में देवास के दंपती संतोष और जयश्री व्यास के आत्मदाह मामले में नया मोड़ आ गया है। घटना से जुड़ा एक और वीडियो सामने आने के बाद पूरे मामले को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। फिलहाल, जयश्री व्यास की हालत गंभीर बनी हुई है और इंदौर में उनका इलाज चल रहा है। पूरी खबर यहां पढ़ें... नया VIDEO...दूसरी महिला के हाथ में पेट्रोल, जिंदा जले पति-पत्नी देवास जिले के सतवास कस्बे में एक दंपती के कथित तौर पर आग लगाने के मामले में एक नया वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में दंपती तहसीलदार से बहस करने के साथ माचिस जलाने की कोशिश कर रहे हैं। तभी एक महिला उन पर बोतल में रखा पदार्थ फेंकती है और अचानक आग लग जाती है। पूरी खबर पढ़ें

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:30 am

गोरखपुर में रील बनी स्टूडेंट मर्डर की वजह:घर से दूर एंबुलेंस में लाश आई, मां बोलीं- 17 साल पाला, 10 मिनट में बेटे को विदा कर दिया

उम्र मत देखिए जनाब, जिगर पूरा सिस्टम हिलाने का रखते हैं...कुछ इस अंदाज में इंस्टाग्राम पर रील पोस्ट करते समय डायलॉग सुधीर भारती लिखता था। उसे भी नहीं पता था कि एक दिन यही रील मौत की वजह बन जाएगी। गोरखपुर के पिपराइच में शुक्रवार को कोआपरेटिव इंटर कॉलेज में 11वीं के स्टूडेंट सुधीर भारती की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना के 28 घंटे बाद शनिवार शाम 5 बजे पोस्टमार्टम कराकर एंबुलेंस से पुलिस लाश लेकर घर से 200 मीटर दूर पहुंची। हंगामे के डर से गढ़वा वार्ड स्थित घर से पहले ही सड़क पर पुलिस ने एंबुलेंस रूकवा दिया। परिवार के लोगों को भी यहीं पर बुलाया गया। इस दौरान अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। रोते हुए मां राजकुमारी एंबुलेंस के पास पहुंची। उन्हें सुधीर का आखिरी बार चेहरा दिखाया गया। इसके बाद चीख पुकार मच गई। करीब 10 मिनट में ही पुलिस लाश लेकर पिपराइच स्थित घाट के लिए रवाना हो गई। इस दौरान चींखते हुए मां राजकुमारी देवी बोलीं- जिस बेटे को 17 साल सीने से लगाकर पाला, उसे 10 मिनट में हमेशा के लिए विदा कर दिया गया। घर की चौखट तक भी उसकी लाश नहीं लाई गई। सभी ने नम आंखों से सुधीर को आखिरी विदाई दी। पिपराइच स्थित रामघाट पर पिता राजेश कुमार ने जवान बेटे को मुखाग्नि दी। सुधीर उर्फ भोला की हत्या ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। सुधीर दिन भर रील बनाता था। इंस्टाग्राम पर 100 से अधिक रील्स उसने बनाकर शेयर की थी। वहीं रील उसकी हत्या का कारण बन गई। ग्रामीणों का कहना था कि इंस्टाग्राम की रील की वजह से सुधीर की हत्या कर दी गई। घर के पास रहने वाला आरोपी ही उसकी जान का दुश्मन बन बैठा। अंतिम दर्शन के लिए भाई पहुंचा मृतक सुधीर भारती (17) पिता राजेश कुमार, मां राजकुमारी का सबसे छोटा बेटा था। पिता राजेश कुमार परिवार के साथ गांव में रहते हैं, जबकि बड़ा भाई अजीत बाहर रहकर कारपेंटर का काम करता है। भाई की हत्या की सूचना मिलते ही अजीत बदहवास हालत में घर पहुंचा। जैसे ही उसने छोटे भाई का चेहरा देखा, वह फफक-फफक कर रो पड़ा। बुआ श्यामा देवी सुधीर के शव से लिपटकर बार-बार यही कहती रहीं, भोला, तू किसी का क्या बिगाड़ा था। शाम करीब साढ़े पांच बजे पुलिस एंबुलेंस से शव लेकर गांव पहुंची। हनुमान चौराहे पर परिजनों को अंतिम दर्शन कराए गए। मां बेटे के शव से लिपटकर बेसुध हो गईं। महिलाओं की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो उठा। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने शव को सीधे रामघाट ले जाकर भारी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार कराया। पिपराइच के गढ़वा वार्ड में सुबह से ही 5 थाने की फोर्स लगाई गई थी।काॅलेज की छत पर टहल रहे एक अन्य छात्र पर भी चलाई थी गोली कॉलेज में साथ पढ़ने वाले छात्र और प्रत्यक्षदर्शी राज ने बताया कि वारदात के समय लंच का वक्त था। मैं कॉलेज की छत पर टहल रहा था। ग्राउंड में सुधीर एक लड़के को बाइक चलाना सिखा रहा था। तभी एक बाइक से चार लड़के आए, जिन्हें मैं पहचानता हूं। उनमें से दो ने अचानक फायरिंग शुरू कर दी। मैं सब कुछ अपनी आंखों से देख रहा था। जब मैं घबराकर नीचे देखने लगा, तभी एक आरोपी ने मेरे ऊपर भी गोली चला दी। किसी तरह मैं बच गया। इसके बाद सभी आरोपी असलहा लहराते हुए भाग निकले।गांव के ही रहने वाले शख्स ने दिया था असलहाएसपी नार्थ ज्ञानेंद्र प्रसाद ने बताया कि दो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी को असलहा देने वाले की भी पहचान हो गई है। जो उसी गांव का ही रहने वाला है। आरोपी के परिजनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। अब सिलसिलेवार पढ़ें हत्या की पूरी कहानी गोरखपुर में शुक्रवार दोपहर करीब 1:30 बजे 11वीं के स्टूडेंट सुधीर भारती का मर्डर इंस्टाग्राम स्टेट्स के झगड़े में हुआ। सुधीर ने 26 दिसंबर को इंस्टाग्राम पर लिखा- अपने जीजा के दम पर कूदते हो। घर में घुसकर मारेंगे। दम है तो मुकाबला करो। इसके बाद 4 लड़कों ने कोआपरेटिव इंटर कॉलेज के कैंपस में घुसकर सुधीर पर गोली चला दी। पहला निशाना चूकने के बाद 2 आरोपियों ने सुधीर का हाथ पकड़ लिए, इसके बाद उसके सीने पर 1 गोली मारी गई। लहूलुहान होकर सुधीर वहीं पर गिर पड़ा, फिर तमंचे लहराते हुए लड़के भाग निकले। इसके बाद परिवार और गुस्साए गांव के लोगों ने 2.30 घंटे हंगामा किया। सुधीर के घर से महज 100 मीटर दूर 17 वर्षीय आरोपी का घर है, परिजन उसके घर के गेट पर लाश रखकर रोने बिलखने लगे। मां का कहना था- जान का बदला जान होना चाहिए। आधी रात तक लाश का पोस्टमॉर्टम नहीं हो सका। परिवार के लोग थाने में डटे रहे। FIR में 17 वर्षीय मुख्य आरोपी के अतिरिक्त, विनय, रोशन और ऋषभ को नामजद किया गया है। इनके परिवारों से पुलिस ने थाने में पूछताछ की। पढ़िए रिपोर्ट... गांव में लड़कों के गुट, हावी होने के लिए होते थे झगड़ेपुलिस जांच में सामने आया कि 3 दिन पहले सुधीर का गांव के इन नाबालिग लड़कों के साथ विवाद हुआ था। दरअसल, गांव में लड़कों के कई गुट हैं, एक दूसरे पर हावी होने के लिए उनके बीच झगड़े भी होते हैं। गांव के ही बड़े-बुजुर्ग इन लड़कों के बीच समझौता करवाते थे। मगर इस बार इन लड़कों के बीच इंस्टाग्राम पर सोशल वार भी चल रही थी। दोनों पक्ष न सिर्फ एक-दूसरे से झगड़ रहे थे, बल्कि एक दूसरे के लिए सोशल मीडिया पर स्टेट्स और पोस्ट भी कर रहे थे। नतीजा ये हुआ कि 26 दिसंबर की सुबह भी सुधीर ने एक स्टेट्स लगाया था। इसमें गालियां लिखी गई, लिखा कि हिम्मत है तो आकर मुकाबला करो। पुलिस अभी तक हत्यारोपियों तक पहुंची नहीं है, लेकिन यही माना जा रहा है कि इस स्टेट्स के बाद ही आरोपियों ने मर्डर का प्लान कर लिया। शुक्रवार रात को पुलिस ने 17 वर्षीय मुख्य आरोपी, विनय, रोशन और ऋषभ के परिवारों को बुलाकर पूछताछ की। अब इन परिवारों की सुरक्षा भी पुलिस कर रही है, क्योंकि अंदेशा जताया जा रहा है कि सुधीर के परिवार और गुस्साए गांव के लोग आरोपियों के परिवारों पर हमला कर सकते हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने 17 साल के आरोपी और विनय के घरों पर अपनी मौजूदगी में ताले लगवा दिए हैं। उन्हें थाने में रखा गया है। गढ़वा वार्ड में भी पुलिस लगाई गई है, ताकि आरोपियों के घर पर तोड़फोड़ न हो जाए। भोला नाम से ID, हर दिन 4-5 रील करता था अपलोडसुधीर को उसके दोस्त भोला कहकर बुलाते थे। भोला नाम से ही सुधीर ने इंस्टाग्राम पर ID बनाई थी। 1 दिन में वो 4-5 रील अपलोड करता था। मगर यही रील उसकी मौत का कारण बन गई। पहले परिवार को हमले की बात मजाक लगीसुधीर की बुआ श्यामा देवी ने आरोप लगाए- मेरा भतीजा आज सुबह गांव के लड़के को बाइक चलाना सिखाने गया था। इसी दौरान सामने से एक युवक आया और उस पर गोली चला दी, लेकिन पहली गोली चूक गई। इसके बाद दो अन्य युवक मौके पर पहुंचे और सुधीर का हाथ पकड़ लिया, तभी एक और युवक ने उसके सीने पर गोली मार दी, जिससे सुधीर वहीं गिर पड़ा। जिस युवक को सुधीर गाड़ी चलाना सिखा रहा था, वह डर के मारे मौके से भागकर मोहल्ले में पहुंचा और हम लोगों को घटना की जानकारी दी। पहले हमें लगा कि वह मजाक कर रहा है, लेकिन जब सभी लोग खेत की ओर दौड़े तब पता चला कि सच में गोली मार दी थी। परिजन बोले- 3 दिन पहले झगड़े के बाद डांटकर शांत करायापिपराइच के वार्ड नंबर एक गढ़वा में सुधीर भारती अपने पिता राजेश कुमार और मां राजकुमारी के साथ रहता था। बड़ा भाई अजीत बाहर रहकर कार पेंटर का काम करता है। पिता राजेश लोहे बेचने का काम करते हैं। राजकुमारी ने बताया कि घर से 100 मीटर दूरी पर नाबालिग आरोपी का घर है। 3 दिन पहले मेरे बेटे सुधीर का आरोपी से घर के पास ही विवाद हो गया था। तब मैंने बेटे को डांटकर घर के अंदर भेजा था। बोला कि गंदे लोगों के मुंह नहीं लगा जाता है। सुबह अपने एक परिचित को लेकर सुधीर कॉलेज ग्राउंड में बाइक सिखाने गया था। कॉलेज 200 मीटर दूरी पर है। खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए... कॉलेज के लंच में हुआ गोलीकांड कॉलेज में पढ़ने वाले प्रत्यक्षदर्शी राज ने बताया कि लंच हुआ था, मैं छत पर था। ग्राउंड में सुधीर बाइक सीखा रहा था। तभी एक बाइक से चार लड़के आए। जिनको मैं पहचानता हूं। उनमें से दो लड़के गोली चलाने लगे। सुधीर के सीने के पास गोली लगी। मैं देख रहा था। तभी आरोपी ने मेरे ऊपर भी गोली चला दिए। इसके बाद असलहा लहराते हुए भाग गए। सुधीर की मौके पर ही मौत हाे गई। घटना के बाद कॉलेज के 50 से अधिक छात्र एकत्रित हो गए। सभी छात्र सुधीर को कंधे पर लादकर कुछ दूर ले गए। इसके बाद बाइक से उसे गढ़वा वार्ड उसके घर ले जाया गया। जहां से सुधीर की मां को सूचना दी गई। सुधीर की मां राजकुमारी ने बताया कि शाहपुर इलाके के बिछिया स्थित बाल शिशु गृह में काम करती हूं। ठंड की वजह से दोपहर में गोरखपुर काम पर जा रही थी। करीब 1.40 बजे कॉल आई कि जल्दी से घर आ जाओ। मैंने पूछा क्या हो गया, तब किसी ने कुछ नहीं कहा। मैं दूसरा ऑटो पकड़कर घर आई। यहां मेरे बेटे की लाश दिखाई गई। वह खून से लथपथ था। आरोपी के घर नाराज लोगों ने किया हमलाघटना के बाद नाराज परिजन और ग्रामीण बगल में रहने वाले नाबालिग आरोपी के घर लाश लेकर पहुंच गए। इसके बाद घर में घुसकर तोड़फोड़ शुरू कर दिया गया। इसी बीच आरोपी की मां घर पर मिल गई। भीड़ ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया। तभी पिपराइच पुलिस भी वहां पहुंच गई। इसके बाद काफी मशक्कत के बाद आरोपी की मां को छुड़ाकर पुलिस ने अपनी गाड़ी में बैठाया। इसके बाद नाराज लोग गाड़ी घेर लिए। एक युवक पुलिस की गाड़ी के नीचे लेट गया। करीब आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा। तभी एसएसपी राज करन नय्यर घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने परिवार को समझाना शुरू किया। लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं था। मामला बढ़ता देखकर पांच थाने की पुलिस टीम बुलाई गई। इसके अलावा पुलिस लाइन से भी फोर्स बुलाई गई। ढाई घंटे हंगामा के बाद पुलिस ने लाश को कब्जे में ले लिया। इसके बाद एक ऑटो में लाश रखवाई। जिसमे परिवार के सदस्य भी बैठ गए। ऑटो घर से कुछ ही दूर निकली थी, तभी रामलीला मैदान के पास भारी भीड़ ने रास्ता रोक लिया। ग्रामीणों ने गाड़ी रोकने के लिए सड़क पर ईंट पत्थर बिछा दिया था। यहां भी करीब 20 मिनट तक पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, तब जाकर गाड़ी आगे बढ़ी। इसके बाद लाश पिपराइच थाने लाई गई। यहां पर सुधीर के पिता राजेश कुमार की शिकायत पर हत्या का मुकदमा चार लोगों के खिलाफ लिखा गया है- ---------------------------ये पढ़ें - गोरखपुर के कॉलेज में घुसकर 11वीं के छात्र की हत्या, SSP के पैरों में गिरी मां, रोते हुए बोली- जान के बदले जान चाहिए गोरखपुर के कोऑपरेटिव इंटर कॉलेज में घुसकर 11वीं के छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। छात्र सुधीर दोपहर 1:30 बजे कॉलेज के मैदान में दोस्तों के साथ खड़ा था। इसी दौरान चार बदमाश पहुंचे। सुधीर को देखते ही उन्होंने फायरिंग कर दी। एक गोली सुधीर के गले को चीरती हुई निकल गई। वह मौके पर ही गिर पड़ा। गोलियों की आवाज सुनकर कॉलेज के छात्र दौड़ पड़े। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:30 am

करनाल में बाइक सवार ने बच्चे को कूचला:​​​​​​​चार अज्ञात युवकों ने टक्कर मारकर 20 फुट तक घसीटा, 6 साल के मासूम की हालत गंभीर

करनाल में घरौंडा क्षेत्र के गांव डिंगर माजरा में तेज रफ्तार और लापरवाही से मोटरसाइकिल चलाने का गंभीर मामला सामने आया है। करियाना की दुकान से सामान लेने जा रहे 6 वर्षीय बच्चे को मोटरसाइकिल सवारों ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बच्चा सड़क पर गिर गया और मोटरसाइकिल उसे कुचलते हुए करीब 15 से 20 फुट तक घसीटती ले गई। घटना के बाद बच्चे को गंभीर चोटें आईं। परिजन पहले उसे सरकारी अस्पताल घरौंडा ले गए, जहां से हालत गंभीर होने पर करनाल रेफर किया गया। फिलहाल बच्चे का इलाज करनाल के बालाजी अस्पताल में चल रहा है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने शनिवार देर रात परिजनों की शिकायत के आधार पर मामला दर्जकर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। देर शाम हुआ हादसा, चार युवक मोटरसाइकिल पर सवार गांव डिंगर माजरा के निवासी कर्ण ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि घटना 21 दिसंबर देर शाम की है। जहां उनका बेटा नक्ष उम्र 6 साल करियाना की दुकान से सामान लेने जा रहा था। इसी दौरान तेज गति और गलत तरीके से मोटरसाइकिल चलाते हुए चार नामपता नामालुम युवक वहां पहुंचे और सीधी टक्कर मार दी। टक्कर के बाद बच्चा मोटरसाइकिल के आगे गिर गया, लेकिन आरोपी रुके नहीं और बच्चे को कुचलते हुए आगे ले गए। पहले घरौंडा, फिर करनाल रेफर, निजी अस्पताल में इलाज हादसे के तुरंत बाद परिजन बच्चे को सरकारी अस्पताल घरौंडा लेकर पहुंचे। प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने ज्यादा चोटें होने के कारण उसे करनाल रेफर कर दिया। इसके बाद परिजनों ने बच्चे को बालाजी अस्पताल करनाल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। परिजनों के अनुसार, बच्चे की हालत अब भी गंभीर है और लगातार डॉक्टरों की निगरानी में है। इलाज में व्यस्त रहने से नहीं दे पाए तुरंत शिकायत कर्ण ने बताया कि घटना के बाद उन्होंने अपने स्तर पर आरोपियों की काफी तलाश की, लेकिन उनका कोई सुराग नहीं लगा। बेटे की गंभीर हालत और इलाज में व्यस्त रहने के कारण वह तुरंत थाना में शिकायत दर्ज नहीं करवा पाए। बाद में उन्होंने थाना घरौंडा पहुंचकर पूरी घटना की लिखित दरखास्त दी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। थाना घरौंडा में केस दर्ज, जांच में जुटी पुलिस थाना घरौंडा में पीएसआई विपिन ने बताया कि शिकायत के आधार पर शनिवार को आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज पर जांच शुरू कर दी गई है। आरोपियों को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:30 am

गुरुग्राम में क्राइम ब्रांच पर आसिफ की हत्या का आरोप:मामला रफा-दफा करने के लिए मांगे 4 लाख, नहीं देने पर एनकाउंटर की दी थी धमकी

गुरुग्राम में आसिफ नाम के आरोपी की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में परिजनों ने फर्रुखनगर क्राइम ब्रांच पर उसकी हत्या करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करवाई है। परिजनों का आरोप है कि 24 दिसंबर को जब उसे पकड़ा गया तो मामला रफा-दफा करने के लिए चार लाख रुपए की डिमांड की गई। जब तक डिमांड पूरी नहीं की गई, तब तक उसे अवैध रूप से हिरासत में रखा गया। इतना ही नहीं परिजनों से ये भी कहा गया कि चार लाख नहीं दे सकते तो दो लाख भिजवा दो, नहीं तो आसिफ का एनकाउंटर कर देंगे। मृतक आसिफ के चाचा अलीजान की शिकायत पर फर्रुखनगर थाने में एफआईआर दर्ज कर क्राइम ब्रांच में तैनात एक एएसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर हंगामा इससे पहले शनिवार को आसिफ के परिवार वाले तिजारा से पूर्व विधायक इमरान खान के साथ गुरुग्राम पहुंचे। यहां परिजनों ने आसिफ की मौत के जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग पर अड़ गए और शव लेने से इंकार कर दिया। कई घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। मामला बिगड़ता देख पुलिस के उच्च अधिकारियों ने हत्या की एफआईआर और चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया। इसके बाद परिजनों ने शव लिया। मजिस्ट्रेट के सामने पोस्टमॉर्टम, वीडियोग्राफी करवाई मॉर्च्युरी में मजिस्ट्रेट के समक्ष तीन डाक्टरों के पैनल ने पोस्टमाॅर्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई। सूत्रों के अनुसार पोस्टमॉर्टम के दौरान हल्की चोट के निशान पाए गए हैं। हालांकि यह साफ नहीं है कि यह ताजे हैं या पुराने। डाक्टरों ने बिसरा को जांच के लिए मधुबन लैब भेज दिया है। दो एसीपी और चार थानों के एसएचओ पहुंचे पोस्टमॉर्टम हाउस के बाहर परिजनों के विरोध को देखते हुए दो एसीपी और चार थानों के एसएचओ पूरे दल बल के साथ मौके पर पहुंचे। इनमें एसीपी क्राइम ललित दलाल, एसीपी पटौदी सुखबीर सिंह, फर्रुखनगर, सिविल लाइंस, उद्योग विहार और सिटी थाने के प्रभारी मौजूद रहे। पुलिस पर मौत की जानकारी नहीं देने का आरोप इस दौरान भी परिवार वालों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने शुरुआत में बातें छिपाई। सही तरीके से परिवार वालों को मौत के बारे में जानकारी नहीं दी गई थी। उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच की एक टीम शुक्रवार रात में ही आसिफ के घर पहुंची थी और परिवार वालों से उसका आधार कार्ड ले गई। उस दौरान भी आसिफ की मौत के बारे में जानकारी नहीं दी गई। गिरफ्तारी पर कन्ट्रोवर्सी आसिफ इकबाल की गिरफ्तारी को लेकर भी कन्ट्रोवर्सी सामने आ रही है। परिजनों का कहना है कि 24 दिसंबर को खैरथल के करेंडा गांव से पकड़ा गया था। जबकि आसिफ की मौत के बाद गुरुग्राम पुलिस पीआरओ की तरफ से बताया गया कि चोरी के मामले में आरोपी आसिफ को फर्रुखनगर मोड से गिरफ्तार किया। अलीजान द्वारा बताई आसिफ की गिरफ्तारी की पूरी कहानी............. 24 दिसंबर को पकड़ा: शाम करीब चार बजे चार पुलिसकर्मी रामपुरा गांव स्थित उनके भाई इकबाल के घर सादे कपड़ों में आए। उन्होंने अपने आप को फर्रुखनगर क्राइम ब्रांच से बताया। पुलिसकर्मियों ने उनके एक भतीजे इसरार को एक मोबाइल नंबर मिलाने के लिए कहा। इसरार ने जब नंबर लगाया तो वह आसिफ का था। आसिफ को बुलाया गया। जैसे ही आसिफ घर से बाहर आया तो पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ लिया। चार लाख रुपए की डिमांड की: पुलिसकर्मी आसिफ से पूछताछ करने लगे। पुलिसकर्मियों ने कहा कि उसके खिलाफ एक चोरी की एफआईआर दर्ज है, जिसमें आसिफ के सिम का इस्तेमाल हुआ है। कुछ देर बाद चारों पुलिसकर्मियों ने परिवार से चार लाख रुपए मांगे। कहा कि वह यह मामला यहीं रफा दफा कर देंगे और आसिफ को भी यही छोड़ जाएंगे। मारपीट नहीं करने के दो लाख मांगे: जब परिवार ने गरीब बताते हुए चार लाख देने से मना किया और कहा कि इतने पैसे नहीं हैं। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने दो लाख रुपए की डिमांड की और कहा कि वह आसिफ के साथ मारपीट नहीं करेंगे और न ही पुलिस रिमांड लेंगे। एनकाउंटर की धमकी दी: परिवार वालों ने जब पैसे देने से मना कर दिया, तो पुलिसकर्मियों ने धमकी दी कि यदि उन्होंने दो लाख नहीं पहुंचाए तो वह आसिफ को गंभीर चोट पहुंचाएंगे तथा खाने कमाने लायक भी नहीं छोड़ेंगे। कहीं पर भी एनकाउंटर करके मार देंगे। पुलिस पर हत्या करने का आरोप: इसके बाद पुलिसकर्मी आसिफ को लेकर चले गए। 26 दिसंबर को आसिफ के फांसी लगाकर सुसाइड की जानकारी दी गई। परिजनों का आरोप है कि क्राइम ब्रांच के कर्मचारियों ने जानबूझकर आसिफ की हत्या की है और इसे आत्महत्या बना दिया गया। अब पांच प्वाइंट में जानिए पुलिस द्वारा बताई कहानी..................... 26 दिसंबर को अरेस्ट किया: क्राइम ब्रांच फर्रुखनगर की टीम द्वारा केस नंबर 266/2025, धारा 305, 331(4) BNS, थाना फर्रुखनगर में वांटेड आरोपी आसिफ (उम्र-22 वर्ष) निवासी रामपुरा, भिवाड़ी (राजस्थान) को फर्रुखनगर मोड, गुरुग्राम से नियमानुसार गिरफ्तार किया गया था। शाम को 3:45 बजे फांसी ली: गिरफ्तारी के बाद आरोपी को क्राइम ब्रांच फर्रुखनगर में रखा गया। इसी दौरान शाम करीब 03.45 बजे आरोपी ने सर्दी में ओढ़ने के लिए दी गई रजाई का कवर फाड़ कर रोशनदान के जंगले में फांसी लगा ली। पुलिस तुरंत आरोपी को अस्पताल लेकर गई तो डाॅक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। तुरंत मजिस्ट्रेट जांच शुरू की: सुसाइड की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को अवगत कराया गया तथा मौके पर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करते हुए मजिस्ट्रेट जांच के लिए सक्षम प्राधिकारी को सूचना दी गई। पंचनामा की कार्रवाई नियमानुसार की गई और मृतक के परिजनों को सूचित किया गया। एसओपी के अनुसार कार्रवाई जारी: नियुक्ति न्यायिक जज द्वारा घटना से संबंधित सभी पहलुओं की गहन जांच की जा रही है। इस घटना को लेकर मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुरूप कार्रवाई हो रही है। जांच पूरी होने के पश्चात आवश्यक तथ्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत: पुलिस की तरफ से दावा किया गया है कि डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा किए गए पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट में कोई भी संदिग्ध तथ्य सामने नहीं आया है। पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण Hanging मिला है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:30 am

कुंभ से फिल्मों और सोशल मीडिया से बिग बॉस तक:2025 में वायरल एमपी की तीन गर्ल्स, एक पल ने बदल दी जिंदगी

उनकी जिंदगी बिल्कुल आम थी और पहचान सीमित, लेकिन 2025 में वह तीनों सोशल मीडिया सेंसेशन बनीं और दूसरे ही पल उनकी जिंदगी बदल गई और वह सेलिब्रिटी बन गईं। यहां बात कर रहे हैं प्रयागराज महाकुंभ की भीड़ से लेकर टीवी के सबसे चर्चित रियलिटी शो बिग बॉस तक अपनी अलग पहचान बनाने वाली हर्षा रिछारिया, मोनालिसा और तान्या मित्तल की। अब साल 2025 खत्म हो रहा है, तो आने वाले साल को तीनों कैसे देखती हैं? भविष्य की क्या योजना है। इसे लेकर भास्कर ने तीनों से बात की। पढ़िए रिपोर्ट…. ग्लैमर का रास्ता छोड़कर अध्यात्म का रास्ता अपनायाभोपाल की रहने वाली 31 वर्षीय हर्षा रिछारिया की कहानी आस्था और आधुनिकता के संगम की एक जटिल तस्वीर पेश करती है। उत्तर प्रदेश के झांसी में जन्मी हर्षा का परिवार भोपाल में रहता है, जहां उनके पिता दिनेश बस कंडक्टर और मां किरण एक बुटीक चलाती हैं। ग्लैमर की दुनिया से हर्षा का पुराना नाता रहा है। अध्यात्म के रास्ते पर आने से पहले वह एक सफल स्टेज एंकर, मॉडल और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर थीं। इंस्टाग्राम पर उनकी अच्छी-खासी फैन फॉलोइंग थी, जहां वह खुद को मेकअप आर्टिस्ट, सोशल एक्टिविस्ट और ट्रैवल ब्लॉगर के रूप में प्रस्तुत करती थीं। हर्षा की जिंदगी में एक आध्यात्मिक मोड़ तब आया जब लगभग दो साल पहले उनकी मुलाकात निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि से हुई। उनसे प्रभावित होकर हर्षा ने दीक्षा ग्रहण कर ली। हालांकि, उन्होंने अपनी प्रोफेशनल जिंदगी को पूरी तरह नहीं छोड़ा था। कैसे सुर्खियों में आईंउनकी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ 2025 के प्रयागराज महाकुंभ में आया। 4 जनवरी को जब निरंजनी अखाड़े की भव्य पेशवाई निकली, तो हर्षा संतों के साथ एक रथ पर आसीन नजर आईं। कैमरों की नजर जब उनके आकर्षक चेहरे पर पड़ी, तो तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर महाकुंभ की सबसे सुंदर साध्वी के नाम से वायरल हो गए। रातों-रात वह इंटरनेट पर चर्चा का केंद्र बन गईं। यह प्रसिद्धि अपने साथ एक बड़ा विवाद लेकर आई। उनके पहनावे और एक साध्वी के रूप में रथ पर बैठने को लेकर संत समाज का एक बड़ा वर्ग नाराज हो गया। शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा, यह उचित नहीं है। इससे समाज में गलत संदेश फैलता है। धर्म को प्रदर्शन का हिस्सा बनाना खतरनाक है। वहीं, शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने भी कहा कि जिस व्यक्ति ने यह तय नहीं किया है कि उसे संन्यास लेना है या विवाह, उसे भगवा वस्त्रों में शाही रथ पर बैठाना सर्वथा अनुचित है। विवाद इतना बढ़ा कि हर्षा मानसिक रूप से परेशान हो गईं और उन्होंने बीच में ही महाकुंभ छोड़ दिया। वह उस दौर को याद करते हुए बताती हैं, मैं बहुत परेशान हो गई थी। सोशल मीडिया पर अब सनातन का प्रचार करती हैमहाकुंभ के बाद हर्षा की जिंदगी पूरी तरह बदल गई। उन्होंने ग्लैमर की दुनिया को अलविदा कह दिया और पूर्ण रूप से साध्वी का जीवन अपना लिया। अब वह अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल केवल सनातन संस्कृति और धर्म से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए करती हैं। वह कहती हैं, मैं पहले से सोशल मीडिया पर सक्रिय थी, कुंभ ने मुझे और बड़ा मंच दे दिया। अब मैं धर्म से जुड़े मुद्दों को वोकल होकर उठाती हूं, जिसकी वजह से मुझे आए दिन धमकियां भी मिलती हैं, पर अब मुझे इसकी आदत हो गई है। प्रसिद्धि के बाद उन्हें कई फिल्मों के ऑफर भी आए, लेकिन हर्षा ने साफ कर दिया है कि उनका लक्ष्य अब अभिनय नहीं, बल्कि धर्म का प्रचार करना है। वह एक साधारण परिवार से आकर असाधारण प्रसिद्धि और विवादों का सामना करते हुए अपने चुने हुए रास्ते पर आगे बढ़ रही हैं। कुंभ में रुद्राक्ष की माला बेचने से सुर्खियों में आईंमध्यप्रदेश के खरगोन जिले के पवित्र शहर महेश्वर की गलियों से निकलकर फिल्मी दुनिया के सेट तक पहुंचने वाली 17 वर्षीय मोनालिसा भोंसले की कहानी किसी सपने के सच होने जैसी है। एक बेहद गरीब परिवार में जन्मी मोनालिसा का परिवार पीढ़ियों से मेलों और धार्मिक आयोजनों में रुद्राक्ष की माला बेचकर गुजारा करता है। अपने भाई-बहनों में सबसे बड़ी होने के कारण परिवार की जिम्मेदारी उन पर जल्दी आ गई। वह बताती हैं, मैं सिर्फ एक दिन स्कूल गई थी। वापस आकर मैंने घरवालों से कहा कि मुझे पढ़ाई नहीं करनी है, क्योंकि अगर मैं नहीं कमाऊंगी तो मेरे छोटे भाई-बहनों का खर्च कौन उठाएगा। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई का विचार हमेशा के लिए त्याग दिया। फेमस हुई तो खुशी से ज्यादा डर लगा2025 का प्रयागराज महाकुंभ उनके लिए भी बस एक काम का जरिया था। वह अपने परिवार के साथ माला बेच रही थीं, जब एक कंटेंट क्रिएटर ने उनकी मंत्रमुग्ध कर देने वाली खूबसूरत आंखों और मासूम मुस्कान को अपने कैमरे में कैद कर लिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही वायरल हो गया। लोगों ने उन्हें 'महाकुंभ की मोनालिसा' का नाम दिया और देखते ही देखते वह एक नेशनल सेंसेशन बन गईं। इस अचानक मिली प्रसिद्धि से उनका परिवार अनजान और भयभीत था। मोनालिसा बताती हैं, एक रात मैं टेंट में सो रही थी। अगली सुबह उठी तो बाहर सैकड़ों मीडिया वाले कैमरे लेकर खड़े थे। मुझे लगा कि कोई नेता आने वाला है या हमारा टेंट हटाया जाएगा। जब उन्हें पता चला कि यह भीड़ उनके लिए है, तो खुशी से ज्यादा डर का एहसास हुआ। फिल्मों और मॉडलिंग के मिले ऑफरकुंभ से लौटने के बाद मोनालिसा को फिल्मों और मॉडलिंग के अनगिनत ऑफर आने लगे। शुरुआत में उनके परिवार ने साफ इनकार कर दिया, क्योंकि वे इस ग्लैमर की दुनिया से परिचित नहीं थे। लेकिन मोनालिसा ने अपनी मां को समझाया, 'मैं बार-बार वायरल हो रही हूं, लगातार ऑफर आ रहे हैं। यह भगवान की ही इच्छा है, मेरी किस्मत बदलने वाली है।' आखिरकार, परिवार मान गया और फिल्म डायरेक्टर सनोज मिश्रा ने उन्हें उनकी पहली फिल्म ऑफर की। आज मोनालिसा 3 फिल्में कर चुकी हैं और हैदराबाद में अपनी अगली तेलुगु फिल्म की शूटिंग कर रही हैं। हालांकि, इस नई दुनिया में भी उन्होंने अपनी शर्तें रखी हैं। उनकी पहली शर्त होती है कि वह किसी भी फिल्म में वेस्टर्न कपड़े नहीं पहनेंगी। डायरेक्टर के मानने पर ही वह फिल्म साइन करती हैं। कभी स्कूल का मुंह न देखने वाली मोनालिसा अब हिंदी पढ़ना सीख रही हैं। उनका सपना है कि वह अपने गांव में एक स्कूल बनवाएं ताकि उनके जैसी कोई और लड़की पढ़ाई से वंचित न रहे। अपनी पहली फिल्म के डायरेक्टर पर लगे शोषण के आरोपों पर वह कहती हैं, मैं इन आलोचनाओं पर ध्यान नहीं देती। मेरा परिवार मेरे हर फैसले में मेरे साथ है और मैं जहां भी शूटिंग पर जाती हूं, वे मेरे साथ होते हैं। 19 साल की उम्र में शुरू किया स्टार्टअपग्वालियर की 25 वर्षीय तान्या मित्तल उस युवा पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करती हैं जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। चंडीगढ़ से आर्किटेक्चर की पढ़ाई करने वाली तान्या ने 2018 में 'मिस एशिया टूरिज्म' का खिताब जीतकर ग्लैमर की दुनिया में कदम रखा। 19 साल की उम्र में उन्होंने 'हैंडमेड लव बाय तान्या' नाम से अपना ब्रांड शुरू किया। तान्या की असली पहचान एक सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के रूप में बनी। उन्होंने भारत के प्राचीन मंदिरों पर 60-एपिसोड की एक सीरीज बनाई, जिसमें वह मंदिरों के इतिहास, मान्यताओं और कहानियों को बताती थीं। इस सीरीज को दर्शकों ने खूब पसंद किया और वह एक स्टार इन्फ्लुएंसर बन गईं। बिग बॉस शो की मास्टरमाइंड बनींउनकी जिंदगी में सबसे बड़ा उछाल तब आया जब उन्हें 2025 में भारत के सबसे बड़े रियलिटी शो 'बिग बॉस' में हिस्सा लेने का मौका मिला। शो में उन्होंने अपनी अमीरी और शाही जीवनशैली के किस्से इतने बढ़ा-चढ़ाकर सुनाए कि दर्शक उनके बारे में जानने के लिए उत्सुक हो गए। उन्होंने ग्वालियर स्थित अपने घर को 'महल' और 'स्वर्ग' जैसा बताया, जिसके आगे 7-स्टार होटल भी फीके हैं। अपने तेज दिमाग और रणनीतिक खेल के कारण उन्हें 'बिग बॉस की मास्टरमाइंड' कहा जाने लगा। वह शो तो नहीं जीत पाईं, लेकिन फाइनलिस्ट बनकर उन्होंने करोड़ों लोगों का दिल जीत लिया। शो से बाहर आने के बाद उनकी लोकप्रियता आसमान छू रही है। मीडिया इंटरव्यू में तान्या खुद को एक 'सेल्फ-मेड' महिला बताती हैं। उनका दावा है कि उन्होंने अपना बिजनेस महज 500 रुपए से शुरू किया था और आज वह करोड़ों की कंपनी की मालिक हैं। आज तान्या एक सफल उद्यमी, एक टॉप इन्फ्लुएंसर और एक यूथ आइकॉन हैं। वह ब्रांड प्रमोशन, इवेंट्स और मोटिवेशनल स्पीकिंग के जरिए लाखों कमा रही हैं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:30 am

खनन का मामला:डाबी-बरुंधन स्टेट हाइवे किनारे खोद दी खानें, इनमें बारिश का पानी भरा, वाहनों के आवागमन में खतरा

जिले के डाबी-बरुंधन स्टेट हाइवे-115 पर डाबी कस्बे से चार किलोमीटर पहले सड़क के दोनों किनारों पर खनन हो रहा है। नाला के माताजी मंदिर के पास स्टेट हाइवे पर दोनों ओर दो किलोमीटर तक खानें हैं। सड़क के किनारों पर 150 से 200 फुट गहरी खानें हैं। इस बार बारिश अधिक होने से इन खानों में पानी भरा हुआ है। खननकर्ताओं द्वारा सड़क के किनारों तक खनन करने से सड़क की चौड़ाई भी कम हो गई है। स्टेट हाइवे पर क्षेत्रीय 18 से 20 गांवों का आवागमन है। यही सड़क डाबी क्षेत्र के गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ती है। सैकड़ों वाहन आते-जाते हैं। सड़क के किनारों पर सुरक्षा के लिहाज से व्यवस्था नहीं होने से दुर्घटना का खतरा रहता है। किसी भी बंद या चालू खान के चारों ओर 1.5 मीटर ऊंची पक्की दीवार या कटीले तारों की फेंसिंग होना अनिवार्य है। इसके बाद भी खनिज विभाग व पीडब्ल्यूडी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।खनिज विभाग के एमई सहदेव सारन का कहना है कि सड़क के मध्य से 25 मीटर छोड़ने का प्रावधान है। सड़क के किनारे वाला एरिया यदि खान का हिस्सा भी है तो भी सड़क के मध्य से निर्धारित दूरी के बाद ही खनन किया जा सकता है। ऐसे मामलों में खननकर्ताओं को नोटिस दिया जाता है। पेनल्टी भी लगाई जाती है और माइन कैंसिल करने का भी प्रावधान है। यह एरिया बूंदी प्रथम व द्वितीय में आता है, यह पता करना पड़ेगा। हम इसको दिखवाते हैं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:29 am

रिश्वतखोरी:स्कूल शिक्षा में 2.87 करोड़ का घोटाला, 150 खाते सीज

रिश्वतखोरी के 25 से ज्यादा मामले सामने आने के बाद अब स्कूल शिक्षा विभाग में बड़ा गबन सामने आया है। इंदौर के ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) कार्यालय में साल 2018 से अब तक स्कॉलरशिप और अन्य मदों के 2.87 करोड़ निजी खातों में ट्रांसफर किए गए। स्थानीय स्तर पर इसकी भनक तक नहीं लगी। फर्जीवाड़ा तब पकड़ में आया, जब भोपाल ट्रेजरी मुख्यालय और ऑडिटर की रिपोर्ट आई। कलेक्टर शिवम वर्मा ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। वर्मा ने बताया कि गबन से जुड़े करीब 150 बैंक खाताों को सीज कराया गया है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी और पूरी राशि की वसूली भी की जाएगी। पूरे मामले की जांच संयुक्त संचालक कोष एवं लेखा करेंगे। जिला पंचायत सीईओ सिद्धार्थ जैन को भोपाल से दो दिन पहले ही पूरी रिपोर्ट भेजी गई। इसके बाद उन्होंने शिक्षा विभाग के अफसरों को तलब किया और गबन से जुड़े भारी-भरकम दस्तावेज मंगवाए। जैन ने बताया- कई संदेहजनक ट्रांजेक्शन हुए हैं। एसओपी के अनुसार जांच होगी। 3 साल पहले कलेक्टोरेट में भी हुआ था ऐसा ही गबन: तीन साल पहले कलेक्टोरेट में भी इसी तरह का घोटाला सामने आया था। अनुकंपा नियुक्ति पर लगे बाबू मिलाप चौहान ने हितग्राहियों की राशि को अपने, अपने साथियों, पत्नी और अन्य परिचितों के 30 खातों में ट्रांसफर किया था।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:28 am

पश्चिमी बायपास:जानवरों के अंडरपास 870 मी. घटाए, लागत 300 करोड़ रुपए कम

भोपाल के पश्चिमी बायपास के रूट में प्रस्तावित करीब 1480 मीटर के बॉयडक्ट (जंगली जानवरों के आवागमन के लिए बनने वाले अंडर पास) को 870 मीटर तक घटा दिया गया है। इससे लागत 300 करोड़ के करीब कम हो जाएगी। पूर्व में प्रस्तावित बॉयडक्ट को आधे से भी कम करने के बाद बने नए प्रस्ताव को स्टेट लेवल इंपावर्ड कमेटी (एसएलईसी) के रिव्यू के लिए दो दिन पहले भेज दिया गया। मुख्य सचिव (सीएस) अनुराग जैन की अध्यक्षता वाली एसएलईसी जनवरी के पहले पखवाड़े में इसका रिव्यू करेगी। इसी के बाद भू-अर्जन के लिए धारा-11 का प्रकाशन होगा। रातापानी के बफर क्षेत्र के किनारे प्रस्तावित थे जिन लोगों की जमीन बायपास के रूट पर आ रही है, उनकी अधिसूचना जारी करने के बाद आपत्तियां ली जाएंगी। यह बॉयडक्ट रातापानी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र के किनारे प्रस्तावित थे। हाल में जब पीडब्ल्यूडी की मीटिंग हुई थी, तब उच्च स्तर पर बॉयडक्ट पर सवाल उठे थे कि कलियासोत की तरफ शहरी क्षेत्र लगता है। जंगल से जानवर या टाइगर शहर की तरफ आए, इसके लिए इतने बड़े बॉयडक्ट की जरूरत क्यों है। जंगली जानवरों को तो शहर की तरफ आने से रोकना है। इसी के बाद एमपी आरडीसी व फॉरेस्ट के अधिकारियों का ज्वाइंट सर्वे हुआ और नया प्रस्ताव बनाकर एसएलईसी को भेजा गया है। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि नए प्रस्ताव में हर एक किमी पर 100 मीटर का अंडरपास बनेगा। यानि कुल 6 किमी बफर से सटे मार्ग पर 610 मीटर का अंडर पास बनेगा। साथ ही सड़क के दोनों ओर फेंसिंग भी होगी। पहले बॉयडक्ट व अन्य कामों को जोड़ने की वजह से प्रोजेक्ट की लागत करीब 1600 करोड़ बढ़ गई थी, यह अब कम हो जाएगी। सैंद्धांतिक सहमति मिली - अधिकारियों का कहना है कि 4 अगस्त 2025 को एमपी-आरडीसी के बोर्ड में पश्चिमी बायपास को चेयरमैन व सीएम डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में सैद्धांतिक सहमति मिल गई है। नए प्रस्ताव को एसएलईसी की मंजूरी के बाद फिर अनुमोदन कराया जाएगा। ग्रीन फील्ड का पार्ट होगा पश्चिमी बायपास भोपाल के रतनपुर (11 मील के पास) से शुरू होकर कोलार-रातीबड़ होते हुए भोपाल-देवास रोड पर फंदा गांव से मिलने वाला पश्चिमी बायपास आगे जाकर इंदौर-भोपाल-जबलपुर हाई स्पीड ग्रीनफील्ड 6-लेन हाइवे की कनेक्टिविटी का हिस्सा होगा। इसकी कुल लंबाई 35.6 किमी प्रस्तावित है। भू-अर्जन के लिए भोपाल कलेक्टर को संकेत दे दिए गए हैं। नए प्रस्ताव में ग्रीन बेल्ट नए प्रस्ताव में दोनों ओर 15-15 मीटर की ग्रीन बेल्ट बनेगी। प्रोजेक्ट में भोपाल जिले की कोलार एवं हुजूर तहसील के 23 गांव की 416.25 हेक्टेयर जमीन प्रभावित होगी। इसमें निजी भूमि 309.08 हे., सरकारी जमीन 62.17 हे. और वन भूमि 45 हे. होगी।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:25 am

मॉनिटरिंग के लिए अब गायों पर लगाई जाएगी चिप:मंत्री ने माना- सड़क पर हैं 10 लाख गायें, दो साल लगेंगे गोशाला भेजने में

पशुपालन विभाग जल्द मप्र में 50 स्वावलंबी गोशालाएं खोलेगा और लक्ष्य है कि अगले दो सालों में सड़कों पर बेसहारा गायें भटकती न दिखाई दें। 20 गौशालाओं के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। इन आधुनिक स्वावलंबी गोशालाओं में न्यूनतम 5 हजार गायों को रख सकेंगे। पशुपालन व डेयरी विभाग राज्य मंत्री लखन पटेल ने शनिवार को अपने विभाग की दो सालों की उपलब्धियां साझा कीं। मंत्री से सवाल हुआ कि मप्र में 10 लाख बेसहारा गायें हैं। विभाग के मुताबिक सिर्फ 4.75 लाख गोशालाओं में हैं। बाकी सड़कों पर हैं। मंत्री ने कहा कि गोशालाएं बनाकर दो सालों में सुनिश्चित करेंगे कि गायें सड़कों पर न भटकें। 50 गोशालाओं के लिए हाइटेक सिस्टम एक सवाल हुआ कि स्वावलंबी गोशालाओं की योजना अच्छी है। कई बार सब्सिडी ले लेते हैं पर गोशाला कागज पर चलती हैं और गायें सड़कों पर घूमती हैं। इस पर मंत्री ने कहा कि अभी 3 हजार गोशालाएं हैं, मॉनिटरिंग थोड़ी मुश्किल है। पर 50 आधुनिक गोशालाओं के लिए हाई टेक सिस्टम बनेगा। यहां रखी गायों में चिप लगेगी जिससे उन गायों की रोजाना मॉनिटरिंग होगी कि वो कहां पर हैं। चूंकि सिर्फ 50 गोशालाएं होंगी तो मंत्री -अफसर लगातार जाकर देख भी सकेंगे। कैसे लगेगी चिप विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मेटेलिक चिप गाय के कंधे में इंजेक्ट होगी। इसमें नस्ल, उम्र, गौशाला आने की तारीख आदि सब जानकारी होगी। हैंड हेल्ड डिवाइस से अफसर जानकारी सॉफ्टवेयर में अपलोड कर मुख्यालय भेज देंगे। ज्यादातर अज्ञात नस्ल एसीएस उमाकांत उमराव ने कहा कि गोशालाओं में ज्यादातर अज्ञात नस्ल की गायें रहती हैं। इनकी संख्या नियंत्रित करने के लिए अज्ञात नस्ल के बैलों का बंध्याकरण करेंगे, ऐसी नस्लों की गायों की ब्रीडिंग उच्च नस्ल से करवाकर नस्ल सुधार भी करेंगे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:23 am

नए साल तक शीतलहर से नहीं मिलेगी राहत:झारखंड में शीतलहर और कोहरे का रहेगा असर, रांची समेत कई जिलों में ठंडी होगी रात

झारखंड में फिलहाल मौसम का मिजाज स्थिर बना हुआ है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची के अनुसार राज्य पर किसी बड़े मौसमी सिस्टम का असर नहीं है, इसलिए आने वाले दिनों में बारिश की कोई संभावना नहीं जताई गई है। हालांकि उत्तर-पश्चिम से पश्चिमी दिशा में चल रही निचले स्तर की हवाओं के कारण सुबह और शाम ठंड का असर लगातार बना हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। राज्य के अधिकांश हिस्सों में तापमान में अधिकतम 2 डिग्री सेल्सियस तक का उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। रात का तापमान कई जिलों में सामान्य से नीचे बना रहेगा, जिससे ठिठुरन महसूस की जाएगी। रांची समेत कई जिलों में ठंडी होगी रात पिछले 24 घंटे में रांची का अधिकतम तापमान 20.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से कम है। वहीं न्यूनतम तापमान काफी नीचे चला गया, जिससे रात और सुबह कड़ाके की ठंड पड़ी। डालटेनगंज, चाईबासा, बोकारो और जमशेदपुर जैसे शहरों में भी रात का तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। सुबह के समय राज्य के कई हिस्सों में हल्का कोहरा और धुंध छाई रही। ग्रामीण इलाकों और खुले क्षेत्रों में दृश्यता कम होने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि दिन चढ़ने के साथ धुंध छंट गई और धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिली। अगले पांच दिन शुष्क रहेगा मौसम मौसम विभाग के अनुसार 31 दिसंबर तक राज्य के अधिकांश हिस्सों में मौसम शुष्क बना रहेगा। सुबह के समय हल्का से मध्यम कोहरा और बाद में आसमान साफ रहने की संभावना है। नए साल की शुरुआत यानी 1 और 2 जनवरी को भी मौसम में खास बदलाव नहीं होगा। ठंडी हवाओं के कारण सुबह और देर शाम ठिठुरन बढ़ेगी, जबकि दिन में धूप निकलने से हल्की राहत मिल सकती है। विभाग ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी झारखंड में कहीं-कहीं शीतलहर चलने की संभावना है, जिसे लेकर अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर-पश्चिमी झारखंड में ज्यादा पड़ेगा ठंड पलामू, गढ़वा, लातेहार, चतरा और आसपास के इलाकों में न्यूनतम तापमान 6 से 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। यहां ठंडी हवाओं का असर ज्यादा रहेगा। मध्य झारखंड के रांची, हजारीबाग, बोकारो और रामगढ़ में भी सुबह-शाम ठंड बनी रहेगी। पूर्वी और उत्तर-पूर्वी झारखंड में दिन का तापमान 23 से 25 डिग्री के बीच रह सकता है, लेकिन रातें ठंडी होंगी। मौसम विभाग ने लोगों को खासकर बच्चों और बुजुर्गों को ठंड से बचाने, सुबह-शाम गर्म कपड़े पहनने और सतर्क रहने की सलाह दी है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:23 am

13.85 लाख का घोटाला: डाक सहायक को 5 साल की सजा

भोपाल कोर्ट ने पोस्ट ऑफिस में 13.85 लाख रुपए के घोटाले के आरोपी रजनीश तिवारी को 5 साल की सजा और 14 हजार रुपए जुर्माना सुनाया है। फैसला विशेष न्यायाधीश (सीबीआई) नीलम शुक्ला ने सुनाया। रजनीश तिवारी ग्वालियर के लश्कर पोस्ट ऑफिस में पोस्टल असिस्टेंट के पद पर तैनात था। उसने अपने पद का दुरुपयोग कर 17 ग्राहकों के आरडी (रेकरिंग डिपॉजिट) खातों से पैसे निकालकर अपने तीन बचत खातों में ट्रांसफर किए और एटीएम कार्ड से रकम निकाल ली। इसके लिए उसने कंप्यूटर में आरडी खातों में अपनी और सुपरवाइजर की आईडी लगाई। घटना 19 अप्रैल 2022 की है। सीनियर सुप्रींटेंडेंट ऑफ पोस्ट ऑफिस एसके ठाकरे ने सीबीआई भोपाल को शिकायत की थी। जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश किया गया। कोर्ट ने जांच में पेश दस्तावेज़ों और साक्ष्यों के आधार पर रजनीश को दोषी पाया। कोर्ट ने पाया कि आरोपी ने ग्राहकों के पैसों का गलत इस्तेमाल कर गंभीर धोखाधड़ी की। आरोपी पर 14 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया। यह मामला सरकारी पद का दुरुपयोग और बैंक खातों से पैसे निकालने की गंभीर धोखाधड़ी का उदाहरण है, जिससे ग्राहक और संस्था दोनों प्रभावित हुए। कोर्ट ने कड़ा संदेश देते हुए सजा सुनाई।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:21 am

भोपाल कोर्ट ने एडीएम कोर्ट का दो लाख जुर्माने का आदेश किया खारिज

9 क्विंटल पनीर और 20 किलो घी अमानक पाए जाने पर एडीएम कोर्ट के 2 लाख रुपए जुर्माने के आदेश को भोपाल कोर्ट ने खारिज कर दिया है। फैसला प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश मनोज कुमार श्रीवास्तव ने सुनाया है। कोर्ट ने आदेश में लिखा है कि एडीएम कोर्ट द्वारा आरोपियों को पनीर और घी अमानक होने की रिपोर्ट नहीं भेजी गई थी। साथ ही भेजी गई नोटिस की कोई भी पोस्टल रसीद कोर्ट में पेश नहीं की गई है। जिससे यह साबित हो सके कि नमूना अमानक होने पर शासन ने आरोपियों को नोटिस भेजा था। एडवोकेट सौरभ अग्रवाल ने बताया कोर्ट ने माना कि शासन द्वारा बनाए गए आरोपी सैंपल की जांच सेंट्रल फूड लैब से करवाने से वंचित रहे। उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की गई। कोर्ट ने उनपर लगे 2 लाख रुपए जुर्माने के आदेश को खारिज कर उनको बरी कर दिया। 2022 में हुई थी कार्रवाई बता दे कि 26 जनवरी 2022 को खाद्य सुरक्षा अधिकारी भोजराज सिंह धाकड़ पुलिस बल के साथ रात 11:15 बजे दुर्गा मंदिर के पीछे राजीव नगर पहुंचे थे। यहां दीपक ठाकुर के मकान पर गए। जहां उन्होंने मकान के आंगन में और दो कमरों में पनीर और घी रखा होना पाया। मकान में उपस्थित जितेन्द्र जाटव और राहुल सिंह ने जानकारी दी कि यह पनीर और घी दिग्विजय सिंह जादौन द्वारा बेचा जाएगा। वो दोनों उसके ही कर्मचारी हुआ। इस दौरान 09 क्विंटल पनीर तथा 20 किलोग्राम घी का संग्रहण होना पाया गया। इसके बाद पनीर के एक एक किलो ग्राम के चार नमूने कुल 4 किलो नमूना लेकर जांच के लिए लैब भेजा गया। अमानक पाए जाने पर दिग्विजय सिंह जादौन, जितेन्द्र जाटव और राहुल सिंह के खिलाफ जुर्माना लगाया था। इस जुर्माने को भी खारिज किया भोपाल कोर्ट ने ऐसे ही एक मामले में 448 किलो अमानक मावा के मामले में एडीएम कोर्ट के 2 लाख रुपए जुर्माने के फैसले को खारिज कर दिया। कोर्ट ने इस मामले में शासन द्वारा बनाए गए आरोपियों को एकपक्षीय कार्रवाई और साक्ष्य पेश करने के मौके नहीं देना पाया है। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए खाद्य विभाग को जानकारी दी थी। क्राइम ब्रांच ने ग्वालियर से भोपाल मावा बेचने ला रहे सुरेश कुमार कन्नौजिया को पकड़ा था। इम्यून सिस्टम होता है कमजोर खराब गुणवत्ता वाले पनीर और मावा के सेवन से सबसे गंभीर असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता है। हाजमे की परेशानी होती है। उल्टी, पेट दर्द, गैस, एसिडिटी और फूड पॉइजनिंग का खतरा बना रहता है। साथ ही टाइफाइड भी होने का खतरा रहता है। सिंथेटिक दूध से बने पनीर और मावा से आंतों और किडनी को नुकसान होता है। इम्यून सिस्टम भी कमजोर होता है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:21 am

यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण:औद्योगिक विकास में रोल मॉडल बना नीमराना जापानी जोन, अब यूपी में इसी तर्ज पर बसेगी सिटी

राजस्थान के नीमराना में स्थित जापानी जोन की सफलता अब पूरे देश के लिए मॉडल बन गई है। उत्तर प्रदेश सरकार अब राजस्थान की तर्ज पर ही अपने राज्य में इंडस्ट्रियल जापानी सिटी विकसित करने की तैयारी कर रही है। यूपी का यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) नोएडा एयरपोर्ट के पास राजस्थान की तर्ज पर ही जापानी सिटी विकसित करने जा रहा है। इसके अध्ययन के लिए यीडा के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने हाल ही में नीमराना का दौरा किया और रीको के अधिकारियों से बारीकियां समझीं। इस दौरान रीको अधिकारियों ने नीमराना जापानी इंडस्ट्रियल पार्क के विकास की पूरी यात्रा, योजना प्रक्रिया और संचालन ढांचे पर विस्तृत जानकारी दी। बताया गया कि किस प्रकार जापानी निवेशकों की आवश्यकताओं के अनुरूप भूमि आवंटन, जोनिंग, आधारभूत ढांचे और यूटिलिटी सेवाओं को विकसित किया गया। अधिकारियों ने विशेष प्रोत्साहन नीतियों, प्रशासनिक सहूलियतों और निवेशकों के लिए तैयार किए गए अनुकूल इकोसिस्टम के बारे में भी बतायाप्रदेश के कोटपूतली-बहरोड़ जिले में रीको द्वारा विकसित नीमराना जापानी जोन देश का पहला ऐसा औद्योगिक क्षेत्र है, जो किसी विशेष देश के लिए समर्पित है। 2007 में शुरू हुआ यह जोन आज जापानी निवेश का सबसे बड़ा केंद्र है। नीमराना में करीब 1161.47 एकड़ में जापानी जोन फैला है। यहां 46 से ज्यादा बड़ी जापानी कंपनियां संचालित हैं।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:21 am

वाहनों में मॉडिफिकेशन ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए खतरा:बसें ही नहीं... ट्रक-डंपर सब मॉडिफाइड, तिगुना भार ढो रहे

बॉडी में मनमाने मॉडिफिकेशन से बसें तो आग का गोला बन ही रही हैं, माल वाहन भी इससे अछूते नहीं हैं। 90% ट्रक, डंपर, पिकअप, 407, बोलेरो व छोटे लोडिंग वाहन आज मॉडिफिकेशन व ओवरलोडिंग के साथ सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इससे न सिर्फ दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं, बल्कि सड़क, पुल- पुलियाओं की उम्र भी आधी हो रही है। सबसे ज्यादा मॉडिफिकेशन कमानी में किया जा रहा है। यह भोपाल सहित मप्र के अधिकांश शहरों-हाईवे पर मौजूद कमानी मेकर्स कर रहे हैं। कमानी मॉडिफिकेशन से वाहन तय क्षमता से 2-3 गुना अधिक वजन ढोने लगते हैं। वाहन मालिकों के लिए ये आय बढ़ाने का जरिया है, लेकिन इस मॉडिफिकेशन ने ट्रांसपोर्ट सिस्टम के लिए गंभीर खतरा पैदा कर दिया है। ऐसे ओवरलोडेड वाहनों में कई सरकारी कामकाज से जुड़े वाहन भी हैं, लेकिन उनकी ओवरलोडिंग और मनमाना बॉडी स्ट्रक्चर जांचने वाला कोई नहीं है। राज्यसभा में पेश सरकारी आंकड़े बताते हैं कि मप्र में बीते सात साल में ओवरलोडिंग के कारण 35,650 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 8,896 लोगों (करीब 9 हजार) की मौत हुई। बावजूद हालात जस के तस हैं। ये खेल; 9 टन क्षमता वाले ट्रक की कमानी मजबूत कर 27 टन तक माल भरा जा रहा एक्सपर्ट बोले: 8 kg/cm लोड के लिए डिजाइन होती हैं रोड, ज्यादा भार से धंस रही राज्यसभा में खुलासा: हर साल मप्र में करीब 5 हजार दुर्घटनाएं ओवरलोडिंग के कारण कमानी मॉडिफिकेशन में ओवरलोडिंग का मैकेनिज्म (जैसा पुराने शहर में कमानी का काम करने वाले धर्मेंद्र ने बताया) सरकारी कागजों में भी भेद भास्कर की पड़ताल में खनन से जुड़े ट्रक-डंपरों के इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजिट पास (e-TP) में गंभीर विसंगतियां सामने आईं।मप्र में 15 टन क्षमता वाले ट्रक को 30 घन मीटर का परिवहन पास जारी किया गया। यानी ओवरलोडिंग को वैध बना दिया।परिवहन विभाग और पुलिस स्तर पर यह सब अनदेखा किया जा रहा है, जबकि ट्रक-डंपर बॉडी में मॉडिफिकेशन साफ दिखाई देता है। इस तरह के मोडिफिकेशन मालिकों के लिए आय का जरिया 407 लोडिंग के मालिक विक्रम बताते हैं कि उन्होंने गाड़ी की कमानी में चार-चार पत्ते बढ़वाए हैं।पहले गाड़ी करीब 3.5 टन उठाती थी, अब 6 टन भर लेते हैं। भास्कर एक्सपर्ट - विजय कुमार अमर, रिटायर्ड चीफ इंजीनियर पीडब्ल्यूडी ओवरलोडिंग से आधी हो रही सड़कों की उम्र सड़कों का डिजाइन आमतौर पर 8 kg/cm लोड क्षमता के आधार पर मानकर किया जाता है। इसी हिसाब से सड़क की मोटाई और परतें तय होती हैं।जब इन सड़कों पर कंपनी की तय क्षमता से डेढ़-तीन गुना वजन ढोने वाले वाहन चलते हैं, तो सड़क की ऊपरी सतह और बेस लेयर पर असामान्य दबाव पड़ता है।इससे सड़कों की उम्र करीब 50% तक घट जाती है। समय से पहले गड्ढे, दरारें और कई जगह पुल-कल्वर्ट धंसना इसी ओवरलोडिंग का नतीजा है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:19 am

एम्स में शास्त्रों से विज्ञान तक की स्टडी:दिमाग, दिल और सांसों को स्वस्थ रखते हैं राग

आधुनिक जीवन में लोग तेजी से अपनी पुरानी सांस्कृतिक धरोहरों से दूर होते जा रहे हैं। इसका असर अब शरीर और मन दोनों पर दिखाई देने लगा है। तनाव, मानसिक असंतुलन और शारीरिक बीमारियां बढ़ रही हैं। लेकिन इन समस्याओं का समाधान भारतीय शास्त्रीय संगीत के रागों में छिपा है। एम्स भोपाल के फिजियोलॉजी विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. वरुण मल्होत्रा की समीक्षा आधारित स्टडी में यह सामने आया है कि भारतीय क्लासिकल राग दिमाग को शांत और सक्रिय रखने के साथ दिल और सांसों पर भी सकारात्मक असर डालते हैं। इस अध्ययन में 28 शोधपत्रों और 6 विशेषज्ञों के सहयोग से यह निष्कर्ष निकाला गया। स्टडी के अनुसार राग सुनने से शरीर में ऐसे हार्मोन सक्रिय होते हैं जो दर्द कम करते हैं और मन को संतुलन में रखते हैं। डॉ. वरुण मल्होत्रा बताते हैं कि राग की परिभाषा ही यही है कि जो मन को आनंद से भर दे, वही राग है। हर राग का अपना प्रभाव और व्यक्तित्व होता है। कुछ राग मन को शांति देते हैं, कुछ ऊर्जा बढ़ाते हैं और कुछ दिमाग के गहरे हिस्सों को सक्रिय कर हीलिंग की प्रक्रिया तेज करते हैं। रागों के स्वर दिमाग के उन हिस्सों को प्रभावित करते हैं जो मूड, हार्मोन, याददाश्त, फोकस और दर्द नियंत्रण से जुड़े होते हैं। स्वर कंपन ब्रेन सेल्स को सक्रिय करता है, जिससे शरीर की प्राकृतिक हीलिंग प्रक्रिया तेज हो जाती है। दिल पर भी दिखते हैं इसके बेहतर रिजल्ट डॉ. मल्होत्रा बताते हैं कि संगीत सुनते समय दिल की धड़कन (हार्ट रेट) स्वाभाविक रूप से ऊपर-नीचे होती है। यह बदलाव दिल की “एक्सरसाइज” की तरह काम करता है। यदि पल्स लगातार एक समान रहे तो सडन कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ता है, लेकिन संगीत सुनने पर रिदमिक बदलाव दिल को मजबूत बनाते हैं। राग से होने वाले असर

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:10 am

महिला एवं बाल विकास परियोजना विभाग का मामला:प्रदेश की इकलौती ऐसी परियोजना जिसका हो रहा है निजी संचालन

डीग जिले के कुम्हेर महिला एवं बाल विकास परियोजना कार्यालय का संचालन पिछले तीन दशकों यानी 1994 से सरकारी कर्मचारियों के बजाय एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है। सबसे दिलचस्प और हैरानी की बात यह है कि पूरे राजस्थान में यह एकमात्र परियोजना है, जिसे निजी व्यक्तियों द्वारा चलाया जा रहा है, जबकि खर्च का पूरा वहन सरकार कर रही है। कार्यालय में आरएस स्तर के सीडीपीओ पद से लेकर अकाउंटेंट, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, चपरासी और चारों एलएस पदों तक सभी पर एनजीओ के लोग ही तैनात हैं। नियमों के अनुसार यह कार्यालय सीधे सरकार द्वारा संचालित होना चाहिए और सभी पदों पर सरकारी अधिकारी-कर्मचारी नियुक्त होने चाहिए। ऐसे में जब खर्च सरकार उठा रही है तो विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों को नियुक्त कर सीधे संचालन किया जाना चाहिए। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या सरकार अपनी ही परियोजना को चलाने में असमर्थ है, जिसके चलते एनजीओ पर खर्च कर उनसे संचालन कराया जा रहा है। 1994 से चली आ रही इस व्यवस्था सवालों के घेरे में है। राज्य सरकार और एनजीओ के बीच हुए एमओयू के अनुसार 1994 से कुम्हेर महिला एवं बाल विकास परियोजना का संचालन एनजीओ के माध्यम से किया जा रहा है। -सीकाराम चोयल, उपनिदेशक, महिला बाल विकास विभाग

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:06 am

स्मार्ट बनेगी पुलिस:ट्रैफिक, साइबर ठगी से सुरक्षा सिखाने के लिए मैनिट में बनेगा रिसर्च सेंटर

अब भोपाल में पुलिस की कामकाज शैली और ज़्यादा स्मार्ट होने वाली है। मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) और मध्य प्रदेश पुलिस मिलकर मैनिट परिसर में ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर पब्लिक सेफ्टी’ शुरू करेंगे। यह सेंटर पुलिस को तकनीक के जरिए ज्यादा तेज, सटीक और भरोसेमंद बनाने पर काम करेगा। यहां पुलिस के लिए रिसर्च, ट्रेनिंग और नए तरीके तैयार किए जाएंगे, ताकि सड़क, ट्रैफिक, भीड़, साइबर ठगी और सुरक्षा से जुड़े मामलों को बेहतर तरीके से संभाला जा सके। इसकी घोषणा डीजीपी कैलाश मकवाणा ने शनिवार को मैनिट में आयोजित ग्लोबल एलुमनाई मीट-2025 में की। इस मौके पर मैनिट और पुलिस के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर भी हुए। मैनिट के प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर विभाग के डॉ. राहुल तिवारी इस सेंटर का नेतृत्व करेंगे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:06 am

सर्द हवा से ठिठुरा MP...भोपाल-इंदौर समेत 5 जिलों में अलर्ट:उज्जैन संभाग सबसे ठंडा, मंदसौर में पारा 2.9 डिग्री; उत्तरी हिस्से में घना कोहरा

पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी से मध्यप्रदेश ठिठुर गया है। भोपाल, इंदौर समेत 5 जिलों में शीतलहर का असर है। वहीं, मंदसौर में पारा 2.9 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है। बीती रात प्रदेश के 30 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। आज भी ठंड का असर है। उत्तरी हिस्से में घना कोहरा छाया हुआ है। मौसम विभाग ने रविवार को भोपाल, इंदौर, शाजापुर, सीहोर और राजगढ़ में कोल्ड वेव यानी, शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। यहां दिन का पारा 25 डिग्री से नीचे रहेगा। यानी, लोगों को दिन में भी ठंड का एहसास होगा। ऐसे में लोगों को गर्म कपड़े पहनकर ही घर से बाजार निकलने की सलाह दी गई है। प्रदेश का मालवा सबसे ठंडाइस समय सर्दी का सबसे ज्यादा असर मालवा और निमाड़ में है। इनमें इंदौर और उज्जैन संभाग के कुल 15 जिले शामिल हैं। इनमें से मंदसौर प्रदेश में सबसे ठंडा बना हुआ है। यहां पारा 2.9 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका है। वहीं, दूसरा बसे ठंडा शहर शाजापुर रहा और पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया। प्रदेश के 5 बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 4.6 डिग्री, इंदौर में 6.2 डिग्री, ग्वालियर में 6.7 डिग्री, उज्जैन में 7.3 डिग्री और जबलपुर में 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कोहरे से ट्रेनों पर भी असरइससे पहले शनिवार को ग्वालियर, भिंड, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, उमरिया, शहडोल और अनूपपुर में घना कोहरा रहा। अन्य शहरों में भी कोहरे का असर देखा गया। इस वजह से दिल्ली से आ रही ट्रेनें लेट हो गईं। दूसरी ओर, भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, मंदसौर, इंदौर, सिवनी, शहडोल और अनूपपुर में सर्द हवाएं चली। मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार-शनिवार की रात में शहडोल के कल्याणपुर में 3.2 डिग्री, राजगढ़ में 3.8 डिग्री, नौगांव में 4.6 डिग्री, उमरिया में 4.7 डिग्री, पचमढ़ी में 4.8 डिग्री, खजुराहो में 5 डिग्री, मलाजखंड में 5.6 डिग्री और रीवा में तापमान 5.8 डिग्री रहा। वहीं, रायसेन, शिवपुरी, दमोह, मंडला, दतिया, सतना, गुना, श्योपुर, धार, रतलाम समेत करीब 30 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे दर्ज किया गया। इधर, 16 से ज्यादा जिलों में कोहरे का असर भी देखा गया। इस वजह से दिल्ली से भोपाल, इंदौर और उज्जैन आने वाली ट्रेनें लेट हो गईं। हिमालयी क्षेत्र में सिस्टम, बढ़ेगी ठंडमौसम विभाग के अनुसार, 30 दिसंबर को एक वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है। इसका असर एमपी में भी देखने को मिलेगा। सर्द हवाओं की वजह से ठंड का मिजाज और भी बढ़ सकता है। जेट स्ट्रीम की रफ्तार 222 किमी प्रतिघंटावर्तमान में जेट स्ट्रीम भी चल रही है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में जेट स्ट्रीम का असर है। शनिवार को यह जमीन से 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 222 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से बही। रविवार को भी इतनी ही रफ्तार रहने का अनुमान है। क्या होती है जेट स्ट्रीम?मौसम एक्सपर्ट की माने तो प्रदेश में ठंड बढ़ने की वजह खास वजह जेट स्ट्रीम भी है। यह जमीन से लगभग 12 किमी ऊंचाई पर चलने वाली तेज हवा है। इस बार रफ्तार 262 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई है। यह देश के उत्तरी हिस्से में सक्रिय है। पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवा के अलावा ये ऊंची हवा सर्दी बढ़ा रही है। उत्तर के मैदानी इलाकों से जब ठंडी हवा और पहाड़ी इलाकों से बर्फीली हवा हमारे यहां आती है, तब तेज ठंड पड़ती है। यह सब उत्तर भारत में पहुंचने वाले मौसमी सिस्टम वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण होता है। ऐसे में यदि जेट स्ट्रीम भी बन जाए तो सर्दी दोगुनी हो जाती है। इस बार यही हो रहा है। लोगों के लिए यह अलर्ट.... नवंबर-दिसंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी है सर्दीइस बार नवंबर के बाद दिसंबर में भी सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। नवंबर में भोपाल में लगातार 15 दिन तक शीतलहर चली। रिकॉर्ड के अनुसार, साल 1931 के बाद शीतलहर के यह सबसे ज्यादा दिन है। दूसरी ओर, 17 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो ओवरऑल रिकॉर्ड भी रहा। इससे पहले 30 नवंबर 1941 में तापमान 6.1 डिग्री रहा था। इंदौर में भी पारा 6.4 डिग्री ही रहा। यहां भी सीजन की सबसे सर्द रात रही। 25 साल में पहली बार पारा इतना लुढ़का। दूसरी ओर, दिसंबर में इंदौर में पारा सबसे कम रहा। भोपाल में भी यह 5 डिग्री से नीचे पहुंच चुका है। ठंड के लिए दिसंबर-जनवरी खासमौसम विभाग के अनुसार, जिस तरह मानसून के चार महीने (जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर) में से दो महीने जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण रहते हैं और इन्हीं में 60 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाती है, ठीक उसी तरह दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इन्हीं दो महीने में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं। इसलिए टेम्प्रेचर में अच्छी-खासी गिरावट आती है। सर्द हवाएं भी चलती हैं। पिछले 10 साल के आंकड़े यही ट्रेंड बताते हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से दिसंबर में मावठा भी गिरता है। इससे दिन में भी सर्दी का असर बढ़ जाता है। अब जानिए दिसंबर में कैसी रहती है ठंड? मौसम का ट्रेंड देखें तो दिसंबर में स्ट्रॉन्ग वेस्टर्न डिस्टरबेंस आते हैं। वहीं, उत्तरी हवाएं आने से दिन-रात के तापमान में गिरावट होती है। इस बार भी यही हो रहा है। शुरुआत से अब तक कई वेस्टर्न डिस्टरबेंस उत्तर भारत को प्रभावित कर चुके हैं। इस वजह से एमपी में कड़ाके की ठंड के साथ शीतलहर का असर है। इन जिलों में सबसे ज्यादा सर्दी MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचरभोपाल में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। हालांकि, इस बार अब तक बारिश नहीं हुई है। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है। इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा है पाराइंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 8.6 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है। हालांकि, इस बार अब तक बारिश नहीं हुई है। 31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी। ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दी, इस बार कोहरे का असरग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। इस बार तेज ठंड है। साथ ही घना कोहरा भी छा रहा है। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी। जबलपुर में तेज रहता है सर्दी का असरजबलपुर में 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 में सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 का है। इस बार भी कड़ाके की ठंड का दौर है। बारिश नहीं हुई है। उज्जैन में भी कड़ाके की ठंडउज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री सेल्सियस है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है, लेकिन अबकी बार एक भी दिन बारिश नहीं हुई है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी। मौसम के पल-पल के अपडेट के लिए नीचे लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:05 am

सहायक प्राध्यापक परीक्षा में बड़ी चूक:गलत एडमिट कार्ड जारी, MPPSC ने बंद की विंडो

मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) फिर अपनी कार्यप्रणाली को लेकर सवालों के घेरे में है। सहायक प्राध्यापक कम्प्यूटर विज्ञान परीक्षा-2025 के लिए शुक्रवार शाम आयोग ने एडमिट कार्ड जारी किए, लेकिन एक घंटे बाद एडमिट कार्ड की विंडो (लिंक) को बंद कर दिया। इसके बाद शनिवार को आयोग ने सूचना जारी कर एडमिट कार्ड में त्रुटि होने की बात स्वीकार की, लेकिन शनिवार शाम तक संशोधित एडमिट कार्ड दोबारा जारी नहीं किए जा सके। दरअसल, शुक्रवार को जारी किए गए एडमिट कार्ड में परीक्षा पैटर्न से जुड़ी बड़ी गलती सामने आई। एडमिट कार्ड के निर्देशों में निगेटिव मार्किंग का उल्लेख कर दिया गया। इसमें लिखा था कि एक प्रश्न गलत होने पर एक अंक काटा जाएगा और सही उत्तर पर तीन अंक मिलेंगे। जबकि सहायक प्राध्यापक कम्प्यूटर साइंस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का कोई प्रावधान नहीं है और प्रत्येक प्रश्न चार अंक का होता है। एडमिट कार्ड में यह निर्देश देखकर अभ्यर्थियों में भ्रम और चिंता की स्थिति बन गई। 4 जनवरी को है परीक्षा...सूचना के बावजूद शनिवार शाम तक संशोधित एडमिट कार्ड उपलब्ध नहीं कराए जा सके। सहायक प्राध्यापक कम्प्यूटर साइंस परीक्षा 4 जनवरी 2026 को दो सत्रों में आयोजित की जानी है। परीक्षा में अब कुछ ही दिन शेष हैं, ऐसे में एडमिट कार्ड को लेकर बनी अनिश्चितता से अभ्यर्थियों की परेशानी बढ़ गई हैं। इसके लिए संभावित परीक्षा शहर इंदौर बताया गया था। इसको लेकर भी उम्मीदवार परेशान हैं। सभी दोबारा डाउनलोड कर सकेंगे... एमपीपीएससी ने कहा कि प्रवेश पत्र के बिंदु क्रमांक-03 में ऋणात्मक मूल्यांकन का उल्लेख त्रुटिवश हो गया है। आयोग ने स्पष्ट किया कि लिंक प्रकाशित होने पर सभी अभ्यर्थी संशोधित एडमिट कार्ड वेबसाइट से डाउनलोड कर सकेंगे, जिन्होंने पहले डाउनलोड कर लिए हैं वे भी दोबारा डाउनलोड कर पाएंगे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:05 am

हाईटेक स्लाटर हाउस:ग्रीन मिडोज व आसपास के लोग दर्ज कराएंगे विरोध

मेट्रो डिपो के पास स्लाटर हाउस का संचालन शुरू होते ही इलाके में बदबू और नाले में लाल पानी की शिकायतों को लेकर आसपास की कालोनियों के रहवासी एक बार फिर आंदोलन की राह पर जाएंगे। अरेरा हिल्स स्थित ग्रीन मिडोज कॉलोनी के रहवासी पूर्व में भी इस इलाके में स्लाटर हाउस संचालन के खिलाफ आंदोलन कर चुके हैं। ग्रीन मिडोज रेसीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह ने कहा कि जब प्रशासन ने यहां जीरो डिस्चार्ज स्लाटर हाउस की बात कही थी, उस समय हमने जो आशंकाएं जताईं थीं, वह सही साबित हो रहीं हैं। अभी एसोसिएशन के पदाधिकारी शहर से बाहर हैं, उनके लौटने के बाद आसपास के लोगों को साथ लेकर आंदोलन की रूपरेखा तैयार होगी। तब तक वे इसका तकनीकी अध्ययन करा रहे हैं। इसके आधार पर एनजीटी में भी केस दर्ज कराया जाएगा। जीरो डिस्चार्ज स्लाटर हाउस में पूरा पानी कैंपस में उपयोग होना चाहिए। स्लॉटर हाउस के लिए बिजली कंपनी से 1200 केवीए का कनेक्शन लिया गया है। पर जानकार बताते हैं कि 435 केवीए का अधिकतम उपयोग हो रहा है। आशंका है कि जीरो डिस्चार्ज के लिए लगे इक्विपमेंट रात में बंद कर दिए जाते हों। ईटीपी में तीन चरणों में होना चाहिए सफाईमप्र प्रदूषण नियंत्रण मंडल के रीजनल ऑफिसर बृजेश शर्मा ने बताया कि जीरो डिस्चार्ज स्लॉटर हाउस में तरल अपशिष्ट बाहर न जाए, इसके लिए ईटीपी में तीन चरणों में सफाई होती है। स्लॉटर हाउस से निकलने वाला खून और पानी एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट में ट्रीट किया जाता है। यहां पानी को बैक्टीरिया फ्री करने के बाद रिवर्स ऑस्मोसिस और मल्टी इफेक्ट इवैपोरेटर से गुजारा जाता है, जिससे पूरा पानी रिकवर हो जाता है। यह पानी फर्श सफाई, पशु शेड और कूलिंग सिस्टम में उपयोग होता है। एक-दो दिन में पीसीबी टीम जांच करेगी।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:03 am

जो छूट गए हैं, उन्हें भरना होगा फार्म 6:2003 की मतदाता सूची का विवरण देना जरूरी

विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के तहत गणना प्रपत्र भरने, उन्हें जमा करने एवं डिजिटाइजेशन का काम पूरा हो चुका है। लोगों को लंबा समय दिया गया कि वे अपना फार्म भर दें लेकिन अब भी जो लोग किसी कारण से छूट गए होंगे, उन्हें फार्म 6 के जरिए मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने का अवसर मिलेगा। यह फार्म 6 भरने का क्रम जारी है। हालांकि इसके जरिए जो लोग वोटर लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराना चाहते हैं, उनके नाम 31 दिसंबर को प्रकाशित होने वाली ड्राफ्ट सूची में नहीं दिखेगा। ये नाम सीधे अंतिम मतदाता सूची में ही नजर आएंगे। यदि किसी ने 2003 की मतदाता सूची का विवरण न होने के चलते अपना गणना प्रपत्र नहीं भरा है तो उसे फार्म 6 के तहत नया मतदाता बनने में भी दिक्कतें आएंगी। क्योंकि इसके लिए भी 2003 का विवरण देना जरूरी है। बिना इसके मतदाता सूची में नाम नहीं जोड़ा जाएगा। यानी यदि कोई इस तैयारी में होगा कि SIR की जगह फार्म 6 से नाम शामिल करा लेंगे तो उसे निराशा ही हाथ लगेगी। पहले जानिए घोषणा पत्र में क्या भरना होगा फार्म 6 के तहत जो घोषणा पत्र भरना है, उसमें आवेदक का नाम, मोबाइल नंबर, पता देना होगा। इसके साथ ही माता/पिता, पति/पत्नी का नाम एवं उनका विवरण देना होगा। यदि आवेदक पिछली SIR यानी 2003 की मतदाता सूची से जुड़ा है तो उसका विवरण भी देना होगा। यदि उस समय वह मतदाता नहीं था तो उसे अपने अभिभावक, माता, पिता का 2003 की मतदाता सूची का विवरण भरना होगा। इसके बिना उसका नाम मतदाता के रूप में नहीं जोड़ा जाएगा। बीएलओ से प्राप्त कर सकते हैं फार्मनए मतदाता के रूप में नाम शामिल कराने के लिए संबंधित बीएलओ से बात करनी होगी। उनसे फार्म 6 एवं घोषणा प्रपत्र प्राप्त करना होगा। इसके बाद इसे भरकर अपना हस्ताक्षर करके बीएलओ के पास जमा करना होगा। यह फार्म आनलाइन भी भरा जा सकता है। उसके बाद बीएलओ की ओर से उसकी जांच की जाएगी। उप जिला निर्वाचन अधिकारी विनीत कुमार सिंह ने बताया कि फार्म 6 भरकर भी लोग अपना नाम शामिल करा सकते हैं। इसके साथ ही घोषणा पत्र भी भरना होगा। फार्म 6 से जो लोग नाम जोड़वाना चाहते हैं, उनके नाम ड्राफ्ट सूची में नजर नहीं आएंगे। इसे अंतिम सूची में शामिल किया जाएगा। अब जानिए SIR में कितने मतदाताओं के नाम कट रहेSIR के तहत जिले में लगभग 6 लाख 47 हजार मतदाताओं के नाम काटे जा रहे हैं। इनमें से लगभग 1 लाख 33 हजार मतदाता मृत हो चुके हैं। 3 लाख से अधिक मतदाता स्थायी रूप से कहीं और शिफ्ट हो चुके हैं। इसके साथ ही 70 हजार से अधिक ऐसे मतदाता हैं, जिनका नाम कहीं और भी शामिल हो चुका है। इन मतदाताओं का नाम कटने के बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची में लगभग 30 लाख मतदाताओं का नाम ही रह जाएगा। जानिए जनपद में क्या रहा SIR का आंकड़ा कुल मतदाता- 36,66,533डिजिटाइज्ड हुए-30,20,908- 82.39 प्रतिशतमृतक मतदाता-1,32970-3.63 प्रतिशतअनुपस्थित मिले- 1,05,411-2.87 प्रतिशतशिफ्टेड मतदाता- 3,20,218- 8.73 प्रतिशतअन्य मतदाता- 8,186- 0.22 प्रतिशतकुल मतदाता जिनके नाम कटेंगे- 6,45,634- 17.61 प्रतिशत

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:03 am

आग लकड़ियों में नहीं, ‘सिस्टम’ में लगी है...!:आरा मशीन में 48 दिन में दूसरी बार लगी आग

पातरा पुल इलाके के टिंबर मार्केट की आरा मशीन में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात 2:30 बजे भीषण आग लग गई। आग इतनी भयानक ​थी कि 15 मिनट में ही पूरी आरा मशीन जलकर खाक हो गई। आग की लपटें करीब 50 फीट तक ऊपर उठ रही थीं और धुआं कई किलोमीटर दूर से नजर आ रहा था। हड़बड़ी में सामान उठाते समय दीवार गिरने से दो कर्मचारी घायल हो गए। सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड और डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची। 48 दिनों में यह आग दूसरी की घटना है। इस बार रात 2:30 बजे लगी आग सुबह 8 बजे तक बुझाई जा सकी। 16 फायर ब्रिगेड (13 दमकलें, 2 वाटर बाउजर और 1 फोम टेंडर) ने करीब 6 घंटे बाद आग पर काबू पाया। जिस आरा मशीन में आग लगी, वह 9 नवंबर को जली आरा मशीन से करीब 300 मीटर दूर है। टिंबर मार्केट में 108 आरा मशीनें हैं, जिनमें करीब 2160 टन लकड़ी रखी हुई है। यहां थिनर और पॉलिश में इस्तेमाल होने वाले ज्वलनशील केमिकल भी रहते हैं, जिन पर पानी का भी असर नहीं होता। ऐसे में पूरा इलाका बारूद के ढेर जैसा बन चुका है। यह वही इलाका है, जहां हर साल आग लगती है और हर बार सिस्टम शॉर्ट सर्किट बताकर मामला खत्म कर देता है। बार-बार एक ही जगह पर आग लगना बताता है कि समस्या आग की नहीं, सिस्टम की है। सबसे चिंताजनक स्थिति यह है कि टिंबर मार्केट रहवासी इलाके, पेट्रोल पंप और रेलवे ट्रैक से सटा हुआ है। साल 1975 से इन मशीनों की शिफ्टिंग की कवायद चल रही है, लेकिन हर बार मामला अटक जाता है। आग से उठे 4 बड़े सवाल 1. जब हर साल इसी टिंबर मार्केट में आग लगती है, तो अब तक स्थायी फायर सेफ्टी प्लान क्यों नहीं बनाया गया?2. आरा मशीनों में 2160 टन लकड़ी, थिनर और केमिकल होने के बावजूद सुरक्षा मानकों की जांच क्यों नहीं हुई?3. 18 एकड़ जमीन और 5.85 करोड़ रुपए मिलने के बावजूद इनकी शिफ्टिंग 50 साल से क्यों अटकी हुई है?4. रहवासी इलाका, पेट्रोल पंप और रेलवे ट्रैक से सटे इलाके में हर बार आग पर प्रशासन शॉर्ट सर्किट या आशंका पर मामला क्यों खत्म कर देता है? शनिवार दोपहर हटाए गए बैरिकेडपुलिस ने रात 3 बजे भारत टॉकीज से आरा मशीन जाने वाली मेन रोड को बैरिकेड से बंद कर दिया। इससे लोगों को गलियों से होकर जाना पड़ा। शनिवार 2 बजे के बाद रास्ता खोला गया। शिफ्टिंग में अभी भी अड़चन... इन मशीनों की शिफ्टिंग के लिए छोटा रातीबड़ में 18 एकड़ जमीन अलॉट है। बुनियादी सुविधाओं के लिए मेट्रो कंपनी ने 5.85 करोड़ दिए है। लघु उद्योग निगम के जीएम रवींद्र वर्मा के बताया कि सड़क-नाली बन चुकी है। बिजली का काम चल रहा है। एसडीएम दीपक पांडेय ने बताया कि डेढ़ महीने में शिफ्टिंग शुरू होगी। आशंका... अलाव से लगी थी आगमौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने बताया कि आग शॉर्ट सर्किट से नहीं लगी है। आरा मशीनों के कर्मचारी रात में अलाव जलाकर सोते हैं। आग बुझाते समय आसपास की आरा मशीनों में तगारी में जलते हुए अलाव मिले हैं। ऐसे में यह आशंका जताई जा रही है कि ऐसे ही किसी अलाव के कारण यहां आग लगी हो। फायर ऑफिसर सौरभ पटेल ने बताया कि आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:02 am

हरियाणा में साल के आखिरी में ठंड का डबल अटैक:12 जिलों में घना कोहरा छाने की चेतावनी, 10 में चलेगी शीत लहर

हरियाणा में मौसम विभाग ने आज रविवार के लिए ठंड को लेकर ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। विभाग के अनुसार प्रदेश के करीब 12 जिलों में घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है, जबकि 10 जिलों में घने कोहरे के साथ शीत लहर चलने का अनुमान जताया गया है। साल के अंतिम दिनों में प्रदेश में ठंड का डबल अटैक देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग के मुताबिक, एक ओर घना कोहरा छाया रहेगा, वहीं दूसरी ओर न्यूनतम तापमान में गिरावट के साथ ठंडी हवाएं चलने की संभावना है। इसके चलते रविवार को ठंड के तेवर और अधिक तल्ख रहेंगे, जिससे लोग घरों में दुबकने को मजबूर हो सकते हैं। इन जिलों में पड़ेगा गहरा कोहरा मौसम विभाग ने प्रदेश के उत्तरी जिलों तथा जीटी बेल्ट के साथ लगते अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सोनीपत, पानीपत व जींद के अलावा रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद में घना से बहुत घना कोहरा पड़ने का अनुमान लगाया है। इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि पंचकूला, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात (नूंह), पलवल, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी व चरखी दादरी में भी घना कोहरा पड़ने का अनुमान लगाया है। इन जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में चलेंगी ठंडी हवाएं मौसम विभाग की मानें तो प्रदेश के दस जिलों में ठंडी हवाएं भी चलेंगी। इन जिलों में महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, हिसार, जींद, भिवानी व चरखी दादरी शामिल हैं। ऐसे में यहां ठंड का डबल अटैक देखा जाएगा। तीसरे दिन भी पलवल का सबसे अधिक तापमान मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, लगातार तीसरे दिन भी प्रदेश में पलवल का सबसे अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पलवल का अधिकतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं गुरुग्राम सबसे ठंडा रहा। यहां का न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:00 am

न्यू ईयर तक सूखी ठंड और फॉग:हरियाणा में 31 दिसंबर तक बारिश के चांस नहीं; 20 साल का रिकॉर्ड टूटने के आसार

हरियाणा में न्यू ईयर सेलिब्रेशन सूखी ठंड के बीच ही करना पड़ सकता है। हालांकि, 30 व 31 दिसंबर को वेस्टर्न डिस्टरबेंस के आसार हैं, लेकिन इससे मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना नहीं। पहाड़ों पर भी ऊंचे इलाकों में ही बर्फबारी का अनुमान है। दिसंबर सूखा निकला तो यह 20 साल बाद ऐसा मौका होगा, जब आखिरी महीने में एक बूंद पानी नहीं बरसा। अंतिम बार 2005 में दिसंबर में एक बार भी बारिश नहीं हुई थी। बारिश न होने से दिन का तापमान दिसंबर के अंत में भी 20 से 23 डिग्री के आसपास चल रहा है। वहीं न्यूनतम तापमान 5 से 8 डिग्री के बीच बना हुआ है। दिन और रात के तापमान में अंतर बढ़ने से मौसम सामान्य बना है। खासकर दिन में सूर्य की तपिश से ठंड महसूस नहीं की जा रही। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि नए साल पर हरियाणा में घना कोहरा देखने को मिल सकता है। 1 और 2 जनवरी को पहाड़ों पर बर्फबारी और बारिश से मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ सकती है। फिलहाल दिसंबर तक मौसम सामान्य रहेगा। इस दौरान सुबह और रात के समय पश्चिमी इलाकों को छोड़कर बाकी जगहों पर घना कोहरा देखने को मिल सकता है। शून्य तक जाता है दिसंबर में पारामौसम विभाग के आंकड़ों को देखें तो हरियाणा में नारनौल, महेंद्रगढ़ और हिसार जैसे राजस्थान से सटे इलाकों में दिसंबर के आखिरी सप्ताह तक 0 डिग्री तक पारा चला जाता है। इस बार न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री तक ही औसत देखने को मिला है। 2020 में 31 दिसंबर को हरियाणा में तापमान -1.2 डिग्री हिसार में दर्ज किया गया था। 2021 में 20 दिसंबर को 0.2 डिग्री दर्ज किया। पिछले साल दिसंबर में हिसार में न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री तक रह गया था। पिछले साल तक दिसंबर के अंत तक न्यूनतम तापमान 3 डिग्री से नीचे जाता रहा है। रातों के साथ इस बार दिन में भी कम ठंडहरियाणा में 2023 में 5 दिसंबर को अधिकतम तापमान 26.6 डिग्री दर्ज किया गया। 2022 में 12 दिसंबर को 26.7 डिग्री, 2021 में एक दिसंबर 25.8 और 2020 में 5 दिसंबर 28 डिग्री तापमान था। मगर इस बार ऐसा 5 सालों में पहली बार हुआ है जब तापमान लगातार 20 से 25 डिग्री तक बना रहा। 23 दिसंबर से पहले तक अधिकतम तापमान 23 से 25 डिग्री तक बना रहा, जो अमूमन दिसंबर के पहले या दूसरे सप्ताह तक रहता है। एक्सपर्ट बोले- बारिश नहीं होने से ऐसा हुआहरियाणा में मौसम विज्ञान विभाग के एक्सपर्ट सुरेंद्र पाल का कहना है कि दिसंबर में बारिश नहीं होने का असर मौसम पर साफ दिख रहा है। इस बार पहले जैसी ठंड अब तक नहीं पड़ी है। दिन में तापमान अब भी सामान्य से ऊपर जा रहा है। पूरे दिसंबर बारिश के चांस नहीं है। एक जनवरी को एक पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर सक्रिय होगा, जिससे ऊंचे स्थानों पर बर्फबारी और बारिश देखने को मिलेगी। इसका असर हरियाणा और पंजाब दोनों पर दिखेगा जिससे ठंड बढ़ेगी। क्यों नहीं हो रही बरसात, आगे संभावनाअभी तक जो भी पश्चिम विक्षोभ आ रहे हैं, वो काफी कमजोर हैं। उनका पहाड़ों में भी ज्यादा असर नहीं हो रहा। मजबूत पश्चिम विक्षोभ यदि आएगा तो इसका असर मैदानी इलाकों में भी दिखेगा। 30-31 को पहाड़ों में पश्चिम विक्षोभ असर दिखाएगा, इससे ऊपर इलाकों में बर्फबारी हो सकती है, मैदानों में बरसात के आसार काफी कम हैं। नए साल पर बर्फबारी देखनी है तो ऊंचे इलाकों में विकल्पहरियाणा के बहुत से लोग नया साल मनाने हिमाचल के हिल स्टेशनों पर जाते हैं। हालांकि शिमला-मनाली जैसे फेमस डेस्टिनेशन पर बर्फबारी नहीं हुई है। हिमाचल में 30 और 31 दिसंबर को ऊंचे इलाकों में हल्की बर्फबारी की संभावना जताई गई हैं। बर्फ न होने के बावजूद तापमान सामान्य से 2 से 4 डिग्री अधिक रहने से मौसम पर्यटकों के लिए सुहावना बना हुआ है। अभी केवल कुछ हिल स्टेशन पर ही बर्फअभी केवल लाहौल-स्पीति जिले के रोहतांग पास और शिंकुला दर्रे में ही बर्फ देखी जा सकती है। शिमला, मनाली, कुफरी, नारकंडा, धर्मशाला, डलहौजी, कसौली समेत किसी भी फेमस टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर बर्फ नहीं है। बर्फ देखने इन जगहों पर जाएं...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:00 am

रोहतक में ब्यूटी पार्लर संचालिका के अंतिम पलों की कहानी:चश्मदीद हेल्पर बोली- भाई ने गला घोटा, सिसकी निकली तो चाकू से गर्दन रेती

हरियाणा के रोहतक में माया ब्यूटी पार्लर की संचालक माया की गला रेतकर हत्या करने के मामले में इकलौती चश्मदीद गवाह सामने आई है। 19 साल की गवाह लक्ष्मी ने पुलिस व मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज करवा दिए हैं। लक्ष्मी ने आखिरी पलों की जो कहानी बताई है, वो रोंगटे खड़े करने वाली है। माया के भाई ज्वाला प्रसाद ने पार्लर में घुसते ही बहन का गला पकड़ लिया। वह तक तक गला घोटता रहा, जब तक वह बेसुध नहीं हुई। फिर उसे मरी समझ फर्श पर पटक दिया। इससे अचानक माया की आखिरी सिसकी निकली। कहीं वह बच न जाए इस अंदेशे के चलते ज्वाला प्रसाद ने चाकू से गर्दन रेत दी। ओल्ड सब्जी मंडी पुलिस ज्वाला प्रसाद को 3 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। रविवार को पुलिस आरोपी को ब्यूटी पार्लर ले जाकर सीन री-क्रिएट करेगी। सिलसिलेवार पढ़ें…चश्मदीद की जुबानी आखिरी खौफनाक पलों की कहानी पिता को लिपटकर बेहोश हुई लक्ष्मीआंखों के सामने माया की हत्या होते देखकर लक्ष्मी काफी डर गई। इसके बाद घबराई हुई लक्ष्मी ब्यूटी पार्लर से निकलकर सीधे अपने घर खोखराकोट पहुंची। पिता कर्मबीर से लिपटकर बोली- माया की गला काटकर हत्या कर दी। इतना कहते ही लक्ष्मी बेहोश हो गई। उसे जनता क्लिनिक ले जाया गया। 28 घंटे बाद लक्ष्मी ने खाया खानागुरुवार सुबह हुए मर्डर को देखने के बाद लक्ष्मी काफी डरी हुई थी। उसे खाना तक नहीं खाया। शुक्रवार को थाने में जब लक्ष्मी पहुंची तो काफी घबराई हुई थी। इसके बाद पुलिस ने कई घंटे लक्ष्मी की काउंसलिंग की और उसे खाना खिलाया। मर्डर के करीब 28 घंटे बाद लक्ष्मी ने खाना खाया। पुलिस ने उसके बयान दर्ज किए। काम सीखने ब्यूटी पार्लर जाती थी लक्ष्मीलक्ष्मी एक साधारण परिवार से संबंध रखती है, जिसके पिता कर्मबीर हलवाई का काम करते हैं। माया के ब्यूटी पार्लर में लक्ष्मी को काम सीखते हुए करीब 6 महीने हुए थे। इसके लिए लक्ष्मी के परिवार ने माया को पैसे भी दे रखे थे। क्राइम सीन रीक्रिएट करवाएगी पुलिसओल्ड सब्जी मंडी थाना की जांच अधिकारी एसआई मीनाक्षी दहिया ने बताया कि पुलिस मामले में जांच कर रही है। मजिस्ट्रेट के सामने लक्ष्मी के बयान करवाए गए हैं। 3 दिन के रिमांड पर आरोपी ज्वाला प्रसाद से पूछताछ चल रही है। पुलिस मामले में क्राइम सीन रीक्रिएट करवाकर सबूतों की तलाश करेगी। साथ ही आसपास के सीसीटीवी फुटेज की तलाश भी कर रहे हैं। ॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें... रोहतक में आंखों के सामने मर्डर देख सहमी लक्ष्मी:पुलिस से कहा- मैडम की गर्दन काटी; लिवइन से नाराज ब्यूटी पार्लर संचालिका को भाई ने मारा हरियाणा के रोहतक में माता दरवाजा चौक पर माया ब्यूटी पार्लर के अंदर घुसकर संचालिका माया के मर्डर केस में उसके बड़े भाई ज्वाला प्रसाद की गिरफ्तारी हो चुकी है। ज्वाला ने कबूला कि बहन ने बिना घर बताए तलाक लिया। फिर बिना बताए ही बॉयफ्रेंड के साथ लिव-इन रिलेशन में रहने लगी। इसी बात का गुस्सा था। पूरी खबर पढ़ें...

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 5:00 am

दुष्कर्म केस में 10 साल की सजा रद्द:सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हमें सिक्स्थ सेंस से लगा- दोनों को साथ लाया जा सकता है

सुप्रीम कोर्ट ने सागर से जुड़े एक दुष्कर्म केस में आरोपी की 10 साल की दोषसिद्धि और सजा को रद्द कर दिया। कोर्ट ने कहा कि यह ऐसा मामला है, जिसमें आपसी सहमति से बने रिश्ते को गलतफहमी के कारण आपराधिक रूप दे दिया गया। जस्टिस बीवी नागरत्ना और जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा की बेंच ने कहा कि परिस्थितियों को देखते हुए यह एक दुर्लभ मामला है। यहां सजा देने के बजाय संबंधों को सुलझाने से न्याय पूरा हुआ। बेंच ने फैसले में कहा कि जब मामला सुप्रीम कोर्ट के सामने आया, तो तथ्यों को देखकर अदालत को एक तरह की ‘छठी इंद्री (सिक्स्थ सेंस)’ से महसूस हुआ कि यदि दोनों पक्ष चाहें, तो वे विवाह के जरिए दोबारा एक हो सकते हैं। कोर्ट ने माना कि आरोपी और शिकायतकर्ता महिला के बीच संबंध सहमति पर आधारित थे। संभव है कि शादी की तारीख आगे बढ़ने से महिला में असुरक्षा की भावना पैदा हुई, जिससे मामला आपराधिक रूप ले बैठा। कोर्ट ने कहा कि रिश्ते में आई अस्थायी दरार और गलतफहमी को अपराध में बदल देना उचित नहीं था। काेर्ट के कहने पर आरोपी और महिला शादी कर चुके

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:57 am

कांग्रेस में मतभेद...:मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने दिया इस्तीफा

मप्र कांग्रेस में मीडिया और कम्युनिकेशन विभाग को लेकर विवाद सामने आया है। शनिवार को प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभागाध्यक्ष मुकेश नायक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को पत्र लिखकर कहा कि नए नेताओं को मौका मिलना चाहिए, इसलिए वे पद छोड़ रहे हैं। नायक के इस्तीफे से संगठन में हलचल मच गई। थोड़ी देर बाद प्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री डॉ. संजय कामले ने उनका इस्तीफा अस्वीकार कर दिया। बावजूद इसके, नायक अपने फैसले पर अड़े हैं और इस्तीफा वापस नहीं लेंगे। इस मामले में कांग्रेस के कम्युनिकेशन हेड अभय तिवारी से संपर्क की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:55 am

वन्यजीवों की सुरक्षा खतरे में:एयरपोर्ट के लिए ब्लास्टिंग को वन विभाग ने NOC नहीं दी, फिर भी कलेक्टर की स्वीकृति

कोटा-बूंदी ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का काम करवा रही फर्म के लिए बूंदी जिला प्रशासन ने नियम तोड़ते हुए वन्यजीवों की सुरक्षा को खतरे में डाल दिया। जिला प्रशासन ने रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व से 0 किलोमीटर पर स्थित बफर क्षेत्र में केसीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड को ब्लास्टिंग करने की अनुमति दे दी। जबकि वन विभाग ने इसकी स्वीकृति अभी तक नहीं दी है। इसी रिजर्व क्षेत्र में पेंच से लाई गई बाघिन 22 दिसंबर काे शिफ्ट की गई है। भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि बूंदी वन विभाग ने ब्लास्टिंग के मामले में गंभीर तकनीकी सवाल (टाइगर रिजर्व की असुरक्षा और केंद्र की अनुमति का अभाव) बताकर 1-2 दिसंबर 2025 को आपत्ति की थी। स्थानीय अधिकारियों ने मुख्यालय से मार्गदर्शन मांगा था। जिला प्रशासन ने उन सवालों का जवाब मिलने का इंतजार किए बिना 9 दिन बाद ही 11 दिसंबर को ब्लास्टिंग के लिए अनुमति जारी कर दी। ब्लास्टिंग वन विभाग की जमीन पर तुलसी केथूदा, देवरिया, बालापुरा गांव में होनी है। एक्सपर्ट के अनुसार ब्लास्टिंग से जो ध्वनि, कंपन पैदा होती है, वह वन्यजीव व्यवहार को प्रभावित करती है। वन​ विभाग- एयरपोर्ट टाइगर रिजर्व के समीप, वन मंत्रालय के पत्र में ब्लास्टिंग का जिक्र नहीं ब्लास्टिंग की स्वीकृति अभी नहीं दी है। अधिकारियों से भी मार्गदर्शन मांगा था, जिसका जवाब नहीं आया है। -डॉ. एएन गुप्ता, उप वन संरक्षक, बूंदी वन विभाग की एनओसी अनिवार्य नहीं है। कंट्रोल ब्लास्टिंग की अनुमति दी है। -अक्षय गोदारा, कलेक्टर, बूंदी

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:55 am

भाजपा पार्षद के पति पर दुष्कर्म का आरोप:कैमरे पर बोला– किसी में औकात नहीं, फंसा दे

चाकू की नोक पर दुष्कर्म, आपत्तिजनक वीडियो बनाकर पीड़िता को ब्लैकमेल करने और दोबारा शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर करने जैसे गंभीर आरोपों के बावजूद पुलिस ने कार्रवाई में पांच दिन लगा दिए। हालांकि शनिवार को मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। मामला रामपुरबघेलान जिला पंचायत की भाजपा पार्षद रेखा सिंह के पति अशोक सिंह से जुड़ा है। आरोपी का धमकाने वाला वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसमें वह कहता नजर आ रहा है कि उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। पीड़िता ने 22 दिसंबर को आरोपी के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत दी थी। एसपी ने जांच की जिम्मेदारी डीएसपी (हेडक्वार्टर) मनोज त्रिवेदी को सौंपी है। 6 माह पहले घर में घुसकर किया दुष्कर्म, बनाया वीडियो पीड़िता के मुताबिक, 6 महीने पहले आरोपी जबरन उसके घर में घुसा और चाकू की नोक पर दुष्कर्म किया। इस दौरान आपत्तिजनक वीडियो बना लिया। पीड़िता ने बताया कि 20 दिसंबर को आरोपी दोबारा उसके पास पहुंचा और छेड़छाड़ की। पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड : पीड़िता ने आरोप लगाया है कि अशोक सिंह आपराधिक प्रवृत्ति का है, पूर्व में जिला बदर रह चुका है। जेल भी जा चुका है। पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा पर गंभीर खतरा बना हुआ है। वीडियो में पुलिस को दी चुनौतीशुक्रवार को वायरल हुए वीडियो में आरोपी पीड़िता की शिकायत को खुली चुनौती देता नजर आता है। वह कहता है कि किसी में औकात नहीं है कि उसे फंसा सके। वीडियो में वह थाने के टीआई के लिए भी अपशब्दों का इस्तेमाल करता सुनाई दे रहा है। पीड़िता की सुरक्षा भी बढ़ाई रामपुर बाघेलान पुलिस ने आरोपी अशोक सिंह को भारतीय न्याय संहिता की धारा 74, 75(2), 79, 296(1) एवं 351(3) के तहत गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित कर दी गई है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:54 am

अब नहीं कटेंगे पेड़:कल तक फाइलों में नहीं थे पेड़, अब पांच विभागों के अफसर मौके पर पहुंचे, कहा- यहां 13 एकड़ में जंगल

जो पेड़ सरकारी फाइलों में कल तक मौजूद नहीं थे, वे अचानक जमीन पर नजर आने लगे...और वो भी पूरे 13 एकड़ में। मामला भोपाल से 15 किमी दूर बैरसिया के मस्तीपुरा गांव का है, जहां मुरम-कोपरा खदान को नियमों को दरकिनार कर मंजूरी दे दी गई। दैनिक भास्कर द्वारा मामला उजागर किए जाने के बाद प्रशासन हरकत में आया। खनिज, वन, राजस्व, पर्यावरण और स्थानीय प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। निरीक्षण के दौरान अफसरों को भी मानना पड़ा कि क्षेत्र में हजारों की संख्या में सागौन सहित अन्य प्रजातियों के पुराने पेड़ मौजूद हैं। अनुमान के मुताबिक यहां 6 हजार से अधिक पेड़ खड़े हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि जब मौके पर इतना घना जंगल मौजूद था, तो फिर 17 एकड़ जमीन पर खनन की अनुमति कैसे दे दी गई? क्या खदान की सभी एनओसी सिर्फ कागजों पर जारी कर दी गईं? क्या वास्तव में कभी मौके मुआयना हुआ भी था या फाइलों में ही जंगल ‘गायब’ कर दिया गया? हैरानी की बात यह है कि राजस्व विभाग की रिपोर्ट में पहले ही पेड़ों की मौजूदगी का स्पष्ट उल्लेख था, इसके बावजूद संबंधित विभागों ने आंख मूंदकर एनओसी जारी कर दी। इन्हीं रिपोर्टों के आधार पर कलेक्टर से अनुमति ली गई, ऐसे में यह सवाल भी खड़ा होता है कि क्या उन्हें जमीनी सच्चाई से अवगत कराया गया था या नहीं। सूत्रों के मुताबिक इस पूरे मामले में खनिज विभाग और सिया की भूमिका सबसे ज्यादा संदिग्ध मानी जा रही है। कदम-कदम पर लापरवाही... सबके सामने सच था, लेकिन किसी ने सही जानकारी नहीं दी खनिज विभाग पर्यावरण विभाग वन विभाग पंचायत विभाग राजस्व विभाग अनुमति निरस्त करने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा। एक भी पेड़ नहीं कटने दिए जाएगा। रिपोर्ट के आधार ये कार्रवाई की जा रही है।-कौशलेंद्र विक्रम सिंह, कलेक्टर

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:50 am

चांदी की ‘सुनामी’:1 दिन में 17 हजार की छलांग, मप्र के 3 बड़े शहरों में 2.50 लाख

चांदी के दामों में जबरदस्त उछाल जारी है। शनिवार को चांदी एक ही दिन में 17 हजार रुपए प्रति किलो तक महंगी हो गई। ग्वालियर में चांदी के भाव 2.52 लाख रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए। भोपाल में दाम 2.49 लाख रुपए और इंदौर में 2.50 लाख रुपए प्रति किलो दर्ज किए गए। सराफा कारोबारियों के अनुसार वर्ष 2025 चांदी के लिए ऐतिहासिक साबित हो रहा है। पूरे साल में अब तक चांदी के दाम 1.63 लाख रुपए प्रति किलो बढ़ चुके हैं। इतनी तेज़ तेजी ने बाजार विशेषज्ञों के अनुमान भी पीछे छोड़ दिए हैं और निवेशकों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। 88 हजार से ढाई लाख तक का सफरजनवरी 2025 में चांदी की कीमत 88,500 रुपए प्रति किलो थी। साल के अंत तक पहुंचते-पहुंचते चांदी ने करीब 184% की रिकॉर्ड बढ़त दर्ज कर ली है। इस दौरान दामों में कुल 1,63,500 रुपए की तेजी आई है। महीने-दर-महीने ऐसे बढ़े दाम

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:44 am

पावणों का लक्खी मेला:रोजाना 1 लाख पर्यटक पहुंच रहे, अगले 5 दिन में 13 लाख से ज्यादा पावणे पधारेंगे

नववर्ष और पर्यटन सीजन के चलते राजधानी में देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या दो दिन में अचानक बढ़ गई। शनिवार को परकोटे में 1 लाख ज्यादा से पर्यटक पहुंच गए। सबसे ज्यादा हवा महल, जंतर-मंतर व सिटी पैलेस में आए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अब ईयर एंड से लेकर 1 जनवरी तक करीब 13 पर्यटक आएंगे। इस बार पुलिस ने शहर को जाम फ्री रखने के लिए कुछ बदलाव किए थे। जिनमें सबसे महत्वपूर्ण हैं कि परकोटे के स्थानीय लोगों से समझाइश कर गलियों से निकाला, ताकि मुख्य मार्गों पर पर्यटक आराम से निकल सके। क्योंकि बाहरी लोग मैप या पब्लिक एड्रेस सिस्टम के सहारे चलते हैं। हवामहल में रिकॉर्ड टूटा 23 दिसंबर 2023 15022 पर्यटक आए थे।27 दिसंबर 2025 15607 आमेर18938अल्बर्ट हॉल9422हवामहल15607जंतर-मंतर13570पर्यटक पहुंचे हैं। 45000 के करीब पर्यटक जलमहल, परकोटा बाजार सहित अन्य जगह पहुंचे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:30 am

जीतो 1 करोड़ QUIZ:27 दिसंबर, 2025 की QUIZ में 'जूक ब्लूटूथ साउंडबार' जीतने वाले 50 विनर्स

दैनिक भास्कर एप के 27 दिसंबर, 2025 के ‘जीतो 1 करोड़ QUIZ’ में सभी सवालों के सही जवाब देकर “जूक ब्लूटूथ साउंडबार” जीतने वाले 50 विनर्स की लिस्ट सामने आ गई है। अभी खेलें>> रोज खेलें ‘जीतो 1 करोड़ QUIZ’ और डेली प्राइज जीतने के साथ ही बंपर प्राइज जीतने का चांस भी बढ़ाएं। अभी खेलें>>

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:30 am

भ्रष्टाचार:बिना कॉलम बनाए मकान, ठेकेदार बोला...क्योंकि सब ऐसे ही बना रहे

सरगुजा जिले में पहाड़ी कोरवाओं के लिए प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बनवाए जा रहे मकानों की नींव ही कमजोर है। जिला पंचायत के इंजीनियरों की नायाब इंजीनियरिंग का नमूना यह है कि दो लाख रुपए से पहाड़ी इलाकों में बिना कॉलम का मकान खड़ा कर दिया गया है। मकान के ऊपर छत भी ढाल दी गई, है जो कभी भी गिर सकती है। घर बनाने में बरती गई लापरवाही के बाद भी विभाग के अफसर रिपोर्ट में ओके लिखकर पूरा भुगतान कर चुके हैं। दो कमरे का आवास बनाने में ठेकेदार की मनमानी चली है और निगरानी करने वाले विभाग के इंजीनियर और ग्राम सचिव मूकदर्शक बने हुए है। सरगुजा जिले में पीएम जनमन के तहत 2565 घर बनने हैं, जिनमें से 1260 घर बन चुके हैं। मैनपाट के पिडिया ग्राम पंचायत के घोराघाट में ठेकेदार शंकर यादव और राजेश यादव ने 30 मीटर के एरिया में तीन घरों को एक-दूसरे की दीवार से सटाकर बना दिया है। ठेकेदार ने संतोष कोरवा और सूखल कोरवा के घर के बीच में ढुढीबाई का घर सिर्फ इसलिए बनवाया है ताकि दो तरफ से दीवार न बनानी पड़े और लागत बच जाए। हैरानी की बात यह है कि संतोष और सूखल के मकान में एक भी कॉलम नहीं है। कलेक्टर को निरीक्षण में नहीं दिखी गड़बड़ी‎अधिकांश पहाड़ी कोरवा पहाड़ी‎ इलाकों में ही बसे हैं। इनका मकान‎ भी पहाड़ी इलाके में बन रहा है। ऐसे‎ में अगर बिना कॉलम के घर बनते‎ हैं, तो भूकंप आने पर ये घर गिर भी‎ सकते हैं। मकान बनाने और नींव‎ खुदवाने के दौरान भी कलेक्टर के‎ साथ दूसरे अफसरों ने निरीक्षण‎ किया था, लेकिन निर्माण में‎ किसी को नहीं दिखी और‎ न ही किसी ने ठेकेदार को ठीक तरह‎ के मकान बनाने कहा।‎ किसी अधिकारी ने नियम-‎ कानून नहीं बताया: ठेकेदार‎ठेकेदार राजेश यादव से मकान बनाने में 12 की जगह 8 एमएम सरिया लगाने के संबंध में पूछा गया, उसका कहना है कि सभी लोग तो 8 एमएम का ही‎ सरिया लगा रहे हैं। 12 एमएम का सरिया लगाना है, हमको पता ही नहीं था। आज तक किसी अधिकारी ने नियम-कानून बताया ही नहीं, तो हम क्या करें।‎ जैसे सब बना रहे हैं, वैसे ही हम भी बना रहे हैं।‎

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:19 am

5.70 करोड़ की ठगी करने वाले 8 साइबर ठग अरेस्ट:कानपुर के 3 डॉक्टरों से की थी जालसाजी, इंडोनेशिया भाषा में करते थे बात

क्राइम ब्रांच ने अंतर्राष्ट्रीय साइबर ठगों के गैंग का राजफाश करते हुए साइबर ठगी गैंग के सरगना समेत 8 ठगों को गिरफ्तार किया है। गैंग के ठग पुराना कानपुर सेंट्रल स्टेशन रोड, लोको कालोनी क्षेत्र में एक कार में बैठकर साइबर अपराध से संबंधित गतिविधियां का प्लान बना रहे थे। पुलिस को जानकारी मिलने पर टीम ने घेराबंदी कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर कानून व्यवस्था आशुतोष कुमार ने बताया कि इस गैंग का लीडर फतेहपुर का रहने वाला शिवम पटेल है, जिसके इंडोनेशिया में बात करने के वीडियो भी मिले हैं। उन्होंने बताया कि डा. प्रवीण सारस्वत ने 5.70 करोड़ की साइबर ठगी का मुकदमा दर्ज कराया था। क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में आए आरोपियों के बैंक खातों में 55.44 लाख रुपये फ्रीज कराए गए हैं। इस तरह से देते थे वारदात को अंजाम शेयर मार्केट एवं आइपीओ में ज्यादा मुनाफे दिलाने का झांसा देकर साइबर ठग क्रिमिनल्स ने पीड़ित को “ लांच क्लब एच-49” नामक वाट्सएप ग्रुप में जोड़ा, जिसमें शेयर ट्रेडिंग से जुड़े टिप्स और विश्लेषण शेयर किए जाते थे। ग्रुप में शामिल लोग खुद को सेबी से रजिस्टर्ड कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए निवेश के लिए कहते थे। साइबर ठगों के भेजे गए लिंक के माध्यम से एक फर्जी ट्रेडिंग एप “वेंच्यूरा ग्लोबल” डाउनलोड कराया जाता था, जिसमें एप पर मुनाफा दिखाकर व कुछ रकम निकलवा कर विश्वास जीत लिया जाता था इसके बाद ग्रुप के सदस्य ज्यादा से ज्यादा निवेश करने का दबाव बनाते है। जिसके बाद पीड़ित से अपने बैंक खातों से अलग-अलग तारीख में करोड़ों रुपये निवेश करा दिए। शहर के डाक्टरों के साथ इसी पैटर्न पर निवेश कराया गया। आरोपियों ने यह कहकर भय पैदा किया कि एक कथित व्यक्ति की इनसाइडर ट्रेडिंग में गिरफ्तारी हुई है। सभी खातों पर 20 प्रतिशत का जुर्माना लगाया गया है। खाते अनफ्रीज कराने के लिए अतिरिक्त राशि की मांग की गई। जिसके बाद डाक्टरों को अपने साथ हुई ठगी का पता चला। इस पर डाक्टर प्रवीण सारस्वत,डा.राजीव रंजन और डा. कीर्ति निधि ने क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों ने अपना नाम सलमान, अश्विनी, शिवकुमांर उर्फ शिवाय, निखिल वर्मा, अभय मिश्रा, योगेंद्र सिंह, आलोक कुमार गुप्ता, शिवम पटेल बताया है। बताया कि साइबर ठग ठगी सारी रकम म्यूल अकाउंट में मंगाते थे। बाइनेंस एप का प्रयोग करके इस धनराशि को यूएस डालर में बदला जाता था। यू-होम चाइनीज एप का प्रयोग करके करके यूएस डालर को कहीं से कहीं भेज सकते हैं। इस मामले में रकम इंडोनेशिया की करेंसी में बदलकर वहीं भेज दी गई थी। ठगी के मास्टरमाइंड शिवम पटेल के इंडोनेशिया में बात करते हुए वीडियो भी क्राइम ब्रांच को मिले हैं। मामले का खुलासा करने पर क्राइम ब्रांच की टीम की जांच म्यूल अकाउंट तक जाकर रुक जाती थी। इसके बाद भी टीम ने हार नहीं मानी और लगातार लगी रही। शिवम के गैंग का सुराग लगा और उनकी धरपकड़ कर ली। साइबर ठगों से ये हुआ बरामद साइबर ठगों से 13 मोबाइल फोन, सिमकार्ड, डिजिटल दस्तावेज, बैंकिंग विवरण, डेबिट कार्ड, क्यूआर कोड, क्रिप्टो करेंसी वालेट विवरण, टेलीग्राम और वाट्सएप चैट, यूएसडीटी ट्रांजेक्शन रिकार्ड आदि बरामद हुए है। डिजिटल साक्ष्य की जांच में ये तथ्य सामने आया कि आरोपित संगठित रूप से शेयर मार्केट और आइपीओ में निवेश के नाम पर लोगों को वाट्सएप एवं टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर, फर्जी ट्रेडिंग एप व फर्जी प्रोफाइल के माध्यम से विश्वास में लेते थे। शुरू में लाभ दिखाकर पीड़ितों को निवेश हेतु प्रेरित किया जाता था। बाद में भय एवं दबाव बनाकर बड़ी धनराशि की ठगी की जाती थी।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:18 am

मिशन कर्मयोगी प्लेटफार्म 2.0:साफ-सफाई, पेयजल की परेशानी होगी दूर, जरूरी दस्तावेज आसानी से मिलेंगें

प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को हाईटेक बनाने के लिए वहां के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी आधुनिक तकनीक सिखाई जाएगी। इसके तहत उन्हें डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल गवर्नेंस, नेतृत्व क्षमता और आपदा प्रबंधन के गुर सिखाए जाएंगे। इससे निकायों में होने वाली साफ़-सफ़ाई, पेयजल व्यवस्था से लेकर जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज़ आसानी से मिलने लगेंगे। मिशन कर्मयोगी प्लेटफार्म 2.0 के माध्यम से विभागीय सचिव की अध्यक्षता में बनाई गई पांच सदस्यीय कमेटी में नगरीय प्रशासन विभाग के संचालक को सदस्य सचिव तथा सूडा के सीईओ, विभाग के उपसचिव और सूडा के डिप्टी सीईओ को सदस्य बनाया गया है। बताया गया है कि इसके तहत नगरीय निकाय के अफसरों को उनके संबंधित कार्यों को प्रभावी ढंग से करने के लिए आवश्यक दृष्टिकोण, कौशल और ज्ञान के एक विशिष्ट संयोजन से लैस किया जाएगा। यह एक व्यापक पहल है जिसका उद्देश्य शहरी प्रशासन को अधिक नागरिक-केंद्रित, पारदर्शी और भविष्य के लिए तैयार बनाना है। इस तरह की जाएगी कैपेसिटी बिल्डिंग क्षमता निर्माण केवल पारंपरिक प्रशिक्षण सत्रों तक ही सीमित नहीं है। यह एक समग्र दृष्टिकोण है जो व्यक्तिगत, संगठनात्मक और संस्थागत स्तर पर काम करता है। इससे अधिकारियों और कर्मचारियों को हर प्लेटफार्म पर कैपेसिटी बिल्डिंग में मदद मिलेगी। कभी भी-कहीं भी ले सकते हैं प्रशिक्षण: इसके तहत कर्मचारियों को एक निश्चित स्थान पर जाना पड़ता था, लेकिन कर्मयोगी प्लेटफार्म 2.0 के माध्यम से अब नगरीय प्रशासन के कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी, कहीं भी ऑनलाइन पाठ्यक्रम पूरे कर सकते हैं। यह प्लेटफॉर्म वीडियो, क्विज़ और इंटरैक्टिव मॉड्यूल के माध्यम से शिक्षा प्रदान करता है। भूमिका-आधारित प्रशिक्षण: इसकी सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह “नियम-आधारित” होने की बजाय “भूमिका-आधारित” प्रशिक्षण पर केंद्रित है। इसका मतलब है कि एक कर्मचारी जो विशिष्ट कार्य कर रहा है (जैसे ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, शहरी नियोजन या जल आपूर्ति), उसे उसी विशिष्ट कार्य से संबंधित उन्नत कौशल सिखाए जाते हैं। नई शहरी समाधानों की जानकारी: विभाग के अधिकारी इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से स्मार्ट सिटी मिशन, अमृत योजना, स्वच्छ भारत मिशन और शहरी परिवहन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर वैश्विक मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। इससे उन्हें नई समस्याओं के लिए नए और तकनीकी समाधान खोजने में मदद मिलती है। व्यवहार में ऐसे लाएंगे बदलाव: कैपेसिटी बिल्डिंग का एक प्रमुख लक्ष्य लोक सेवकों के व्यवहार में बदलाव लाना है। इसका उद्देश्य उन्हें अधिक नागरिक-केंद्रित, विनम्र और पारदर्शी बनाना है, ताकि वे जनता की समस्याओं का समाधान अधिक संवेदनशीलता के साथ कर सकें। डिजिटल उपयोग को बढ़ावा देने पर ज़ोर कर्मयोगी प्लेटफार्म 2.0 पर उपलब्ध पाठ्यक्रम केवल तकनीकी कौशल तक सीमित नहीं हैं, बल्कि इसमें डेटा एनालिटिक्स, डिजिटल गवर्नेंस, नेतृत्व क्षमता और आपदा प्रबंधन जैसे विविध विषय भी शामिल हैं। जब एक नगर निगम का कर्मचारी इन कौशलों को सीखता है, तो उसका सीधा लाभ शहर के लोगों को मिलता है। सभी नगरीय निकायों में होगा प्रशिक्षण बताया गया है कि प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में कैपेसिटी बिल्डिंग का काम किया जाएगा। इसके तहत 14 नगर निगम, 54 नगर पालिका और 124 नगर पंचायतों में यह ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए जल्द ही मास्टर ट्रेनर्स की व्यवस्था भी की जाएगी, ताकि सरकारी सेवाओं की डिलीवरी की गुणवत्ता में सुधार हो और भ्रष्टाचार की गुंजाइश कम रहे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:17 am

भारतीय बॉल बैडमिंटन टीमों में राजस्थान के दीपक व निकिता

दक्षिण एशियाई बॉल बैडमिंटन चैम्पियनशिप का आयोजन 27 से 29 दिसंबर तक पटना में किया जा रहा है। इस चैम्पियनशिप के लिए सलेक्ट हुई भारतीय टीम में राजस्थान के दीपक सिंह (करौली) का और निकिता कंवर (जयपुर) को शामिल किया गया है। राजस्थान बॉल बैडमिंटन संघ के सचिव शौकत अली मंसूरी भारतीय टीम का कोच होंगे। राजस्थान बॉल बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष डॉ. राजपाल शर्मा ने यह जानकारी दी। लक्ष्मीकांत टूर्नामेंट समिति के सदस्य राजस्थान राज्य बॉल बैडमिंटन संघ के कोषाध्यक्ष लक्ष्मीकांत शर्मा को उक्त प्रतियोगिता के सफल आयोजन हेतु टूर्नामेंट समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। जयपुर के शौकत खिलाड़ी, कोच और संघ के सचिव भी भूमिका निभा रहे जयपुर के शौकत बॉल बैडमिंटन में तिहरी भूमिका निभा रहे हैं। वे खुद ही कोच हैं, कभी-कभी खिलाड़ी के रूप में भी खेल लेते हैं और राजस्थान बॉल बैडमिंटन संघ के सचिव की भूमिका भी बखूबी निभा रहे हैं। उनसे कोचिंग लेकर कई खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य और भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। महिला टीम : निकिता कंवर, चेतना, रिया तिवारी, सी. शशिकला, जेनिफर, सुसन्ना, एम. जाननी, जोशना जोन, जूरेड्डी, जय लक्ष्मी, साक्षी कुमारी, प्रज्ञा भारती, रेणुका। पुरुष टीम : वैभव दीक्षित, दीपक सिंह, महेश कुमार, पी.जे. वशिष्ठ, एस सहयराज, अरुण कुमार, आर. दिनेश, गोविंद, जीवी दुर्गा प्रसाद, पी. संबा शिवा, धीरज रेड्डी, दीपक प्रकाश, अनुज यादव, अफजल खान, अक्षय रामदास, विनय जितेन्द्र कोवे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:12 am

अरावली बचाने के लिए कांग्रेस का विरोध-प्रदर्शन:कांग्रेस का आरोप- प्रदेश में अरावली का सौदा करने वाली ‘गूंगी-बहरी’ सरकार

सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर बनी अरावली की नई परिभाषा के विरोध में शनिवार को कांग्रेस ने अलवर में अपने अभियान की शुरुआत कर दी। प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसियों ने कटी घाटी स्थित नगर वन की पहाड़ियों पर चढ़कर अरावली बचाने का संदेश दिया। कांग्रेसियों ने एक सुर में कहा कि सरकार खनन माफिया के सामने झुक चुकी है। इसका सीधा सा प्रमाण है सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही आनन-फानन में 52 लीज देने का टेंडर निकाल दिया। इससे पहले सभी कांग्रेसी अपने दोपहर 2:30 बजे के प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत कटी घाटी मोड़ पर एकत्रित हुए। 3:25 बजे पहाड़ी पर चढ़े। विरोध करने वालों में शामिल एआईसीसी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह सहित नेता व कार्यकर्ताओं ने कटी घाटी से मिनी सचिवालय तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान युवाओं और आदिवासी महिलाओं ने गीतों और नृत्यों के माध्यम से अरावली बचाने का संदेश दिया। भ्रष्टाचार के आरोपों पर जूली के तीखे प्रहार जूली ने आरोप लगाया कि 6 माह पहले प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत की गई थी कि खनन माफिया 5 करोड़ की रिश्वत मांग रहे हैं। यही शिकायत सीबीआई, सीआईडी और एसीबी को भी दी गई, लेकिन 5 माह बीत जाने के बाद भी जांच तक शुरू नहीं हुई। यह स्पष्ट करता है कि सरकार खनन माफियाओं को संरक्षण दे रही है। बीजेपी नेताओं के धंधे के लिए जनता की जान खतरे में डोटासरा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ‘खनन माफिया का नाश’ का नारा देते हुए भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार किया। डोटासरा ने कहा- भाजपा के नेताओं के निजी व्यापार और 'धंधे' के लिए आम जनता की जीवन रेखा (अरावली) को खतरे में नहीं डाला जा सकता। सरकार अरावली को टारगेट कर रही है। यह ‘गूंगी, बहरी और निकम्मी’ सरकार के खिलाफ सिर्फ शुरुआत है, अंजाम अभी बाकी है। अजमेर : डीजे बजने पर सीआई के साथ विवाद अजमेर | पर्यावरण संरक्षण को लेकर शहर कांग्रेस की ओर से शनिवार को पैदल मार्च निकाला गया। पैदल मार्च प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर निकाला गया। अरावली बचाओ जन आंदोलन व मनरेगा को लेकर डीजे की तेज आवाज में निकल रही रैली को सीआई शंभूसिंह ने रोक दिया। सीआई का कहना था कि डीजे की आवाज काफी तेज है। इसे कम करो। इसे लेकर माहौल गरमा गया। शहर अध्यक्ष डॉ. राजकुमार जयपाल ने इसे लेकर विरोध जताया। समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। इसके बाद नारेबाजी करते हुए कांग्रेसी ज्योतिबा फुले सर्किल से कचहरी रोड होते हुए गांधी भवन पहुंचे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:11 am

प्रति​बंध के बावजूद बिक रहा मांझा:संक्रांति से पहले दुकानों से 4 किलो चायनीज मांझा जब्त

मकर संक्रांति से पहले निगम प्रशासन ने राजधानी के 4 पतंग दुकानों का औचक निरीक्षण कर साढ़े चार किलो चायनीज मांझा जब्त किया है। पर्यावरण संरक्षण मंडल और निगम की टीम ने 4 दुकानों का निरीक्षण किया, जिसमें से 3 में यह मांझा मिला, जिन्हें जब्त करके सिर्फ समझाईश देने की कार्रवाई की गई है। बता दें कि मकर संक्रांति पर्व के समय बड़ी संख्या में पतंगबाजी का आयोजन होता है। इसमें खपाने के लिए दुकानदारों ने यह मांझा दुकानों में रखा था। चायनीज मांझा से रायपुर सहित छत्तीसगढ़ में कई घटनाएं घट चुकी हैं। देशभर के अलग-अलग क्षेत्रों में भी गंभीर घटनाओं के बाद इसे प्रतिबंधित कर दिया गया था। बावजूद इसके दुकानों में इसकी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। निगम की जोन-4 की टीम और पर्यावरण विभाग ने मिलकर 4 पतंग दुकानों का औचक निरीक्षण किया। इसमें सिटी पतंग भंडार बूढ़ातालाब से 2 किलो, मोती पतंग भंडार बूढ़ातालाब से 1 किलो और संजय पतंग भंडार सदर बाजार से डेढ़ किलो प्रतिबंधित चाइनीज मांझा मिलने पर जब्त की। वहीं गोलबाजार के संगम काइट सेंटर का भी औचक निरीक्षण किया। सभी पतंग दुकानदारों को भविष्य में ऐसा नहीं करने की समझाईश दी गई। इस दौरान उपअभियंता हिमांशु चंद्राकर, फायरमैन जीतेन्द्र यादव, अनिल मांडगे, सुनील क्षत्री मौजूद रहे। एक्सपर्ट व्यू - विपिन अग्रवाल, एडवोकेट 5 साल सजा, 1 लाख जुर्माने का प्रावधान उल्लंघन पर 5 साल की सजा और 1 लाख तक जुर्माना एनजीटी ने 2017 में चायनीज व नायलोन मांझा पर प्रतिबंध लगाया था। उल्लंघन पर पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 15 के तहत कार्रवाई की जाती है। इसमें 1 लाख रुपए तक का जुर्माना और 5 साल तक की सजा या फिर दोनों से दंडित होने का प्रावधान है। अभी जब्ती की कार्रवाई, फाइन भी लगाएंगे औचक निरीक्षण कर प्रतिबंधित मांझे को जब्त किया है। आगे इन दुकानदारों पर फाइन और विधिक कार्रवाई के लिए पर्यावरण संरक्षण मंडल की टीम के साथ मिलकर चर्चा कर निर्णय लेंगे। - अरुण ध्रुव, कमिश्नर, जोन-4

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:11 am

सांभर फेस्टिवल; 5 दिन दिखेगा कला व संस्कृति का संगम

महोत्सव के मुख्य आकर्षण; पैरा सेलिंग, पैरा ग्लाइडिंग और बैलून राइड आर्ट और क्राफ्ट के साथ शिल्प स्टॉल्स, फोटोग्राफ एग्जीबिशन, फूड कोर्ट, पतंग प्रदर्शनी एवं विशेष पतंगबाजी गतिविधियां फेस्ट का खास आकर्षण हैं। टूरिस्ट यहां घोड़े व ऊंट और ऊंटगाड़ी की सवारी जैसी एक्टिविटीज का भी आनंद ले सकेंगे। मेले में पर्यटकों के लिए जीप/कार एडवेंचर रैली, नमक प्रसंस्करण यात्रा, बर्ड वॉचिंग वॉक, नमक की झील का दौरा, ट्रेन से नमक अभियान, रात में तारों को देखने, देवयानी तीर्थ सरोवर पर दीपोत्सव, महाआरती और दुर्गा झांकी मुख्य आकर्षण हैं। रविवार को मोती खान और सोमवार को रैपरिया बालम की प्रस्तुति होगी। वहीं, 30 दिसंबर को महावीर नाथ द्वारा राजस्थानी फोक इवनिंग और 31 को हेरिटेज वॉक सांभर टाउन, फैंसी पतंगबाजी कला का प्रदर्शन एडवेंचर गतिविधियां-पैरा सेलिंग पैरा मोटरिंग, पैरा ग्लाइडिंग, जीप सफारी, एटीवी, बैलून राइड, साइकिलिंग और लोक कलाकारों की स्ट्रीट परफॉर्मेंस होंगी। प्राकृतिक सौंदर्य सांभर की पहचान : दिया कुमारी दिया कुमारी ने कहा कि सांभर अब ग्लोबल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनता जा रहा है। यहां की विशिष्ट पहचान प्राकृतिक सौंदर्य है। सर्दी में यूरोप और उत्तरी एशिया से आने वाले विभिन्न प्रजाति के पक्षी विशेषकर ग्रेटर फ्लेमिंगो, इसे वैश्विक पहचान बनाते हैं। उन्होंने जयपुर सहित सभी पर्यटन प्रेमियों से आग्रह किया कि वे सांभर फेस्टिवल में अधिक से अधिक भाग ले। जयपुर | झपोक में शनिवार से पांच दिवसीय सांभर फेस्टिवल की शुरुआत हुई। जयपुर जिला प्रशासन व सांभर नगर पालिका के सहयोग से होने वाले इस फेस्ट का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी और पूर्व विधायक निर्मल कुमावत ने किया। इस दौरान उन्होंने पोस्टल कार्ड्स भी लॉन्च किए। उद्घाटन मौके पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयपुर आशीष कुमार, सांभर एसडीएम ऋषि राज कपिल और पर्यटन विभाग के उपनिदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत भी मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:11 am

जयपुर का स्टार्टअप रोक रहा करोड़ों के प्रॉपर्टी फ्रॉड, गांगुली बने ब्रांड एंबेसडर

जयपुर | भारत का रियल एस्टेट सेक्टर लंबे समय से पारदर्शिता और कानूनी जटिलताओं से जूझ रहा है। इसी चुनौती का समाधान लेकर आया है जयपुर का स्टार्टअप प्रॉपर्टी सिबिल, जो संपत्ति विश्वसनीयता सूचकांक के जरिए खरीदारों को जोखिम से पहले सतर्क करता है। इसकी शुरुआत संस्थापक भुवनेश गुप्ता के उस अनुभव से हुई, जिसमें उन्हें एक गलत प्रॉपर्टी डील में 10 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ। यह प्लेटफॉर्म कानूनी दस्तावेज़ों, ज़मीनी तथ्यों और खरीदारों की फीडबैक के आधार पर प्रोजेक्ट्स का मूल्यांकन करता है। अब तक 82 करोड़ से अधिक के संभावित फ्रॉड रोके जा चुके हैं। भरोसे को मजबूती देने के लिए पूर्व क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली को इसका ब्रांड एंबेसडर बनाया गया है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:11 am

जोकर क्लब में मारपीट मामला; बाउंसर अभी पुलिस पकड़ से दूर

जयपुर | मालवीय नगर स्थित जोकर क्लब इन दिनों मारपीट की घटनाओं को लेकर चर्चा में है। क्लब में आयोजित एक बर्थडे पार्टी के दौरान एमबीबीएस छात्रों के साथ बाउंसरों और क्लब स्टाफ द्वारा की गई मारपीट का मामला सामने आया है। घटना में कई छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पुलिस ने 5 आरोपियों को चिह्नित किया है, जो फरार चल रहे हैं। जवाहर सर्किल थाना पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस अभी बाउंसरों को पकड़ नहीं पाई है। एएसआई रामराज ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं और जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। इस संबंध में गोविंदपुरा कालवाड़ निवासी हरेंद्र कुमार गढ़वाल ने जोकर क्लब के मालिक और कर्मचारियों के खिलाफ जवाहर सर्किल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। गौरतलब है कि आरयूएचएस में फाइनल ईयर के छात्र ईशान का जन्मदिन था। इस मौके पर उसके साथी छात्रों ने जोकर क्लब में डांस पार्टी आयोजित की थी। पार्टी के दौरान रात करीब 11:15 बजे झगड़ा हो गया था।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:10 am

तुलसी नगर भ्रमण; शाही लवाजमे के साथ तुलसी के पौधे लेकर चली महिलाएं

जयपुर | विराज फाउंडेशन के तत्वावधान में तुलसी नगर भ्रमण कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सीताराम जी के मंदिर, गढ़ परिसर से प्रदेशाध्यक्ष भुवनेश तिवाड़ी के नेतृत्व में हुआ। इस अवसर पर परम पूज्य संत गिरधारीदासज महाराज, हरिकिशनदास महाराज एवं सागरपुरी महाराज का सान्निध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में पंडित ईश्वर दास शर्मा एवं पंडित अरुण कुमार शर्मा द्वारा विधिवत पूजा-अर्चना कर कार्यक्रम को संपन्न कराया गया। मुख्य अतिथि आर. लाल साधवानी तथा विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक रामलाल शर्मा रहे। नगेन्द्र वशिष्ठ ने बताया की नगर भ्रमण के दौरान बड़ी संख्या में महिलाओं ने शाही लवाजमे के साथ तुलसी के पौधे लेकर सहभागिता की। कार्यक्रम के पश्चात तुलसी माता एवं शालिग्रामजी का सहस्त्रार्चन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:10 am

भगवान केवल भाव के भूखे हैं : आचार्य राजेश्वर महाराज

मंदिर श्री गीता गायत्री जी पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में श्रीमद् भागवत कथा में व्यासपीठ से आचार्य डॉ. राजेश्वर महाराज ने विदुर के भक्ति प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि भगवान भाव के भूखे हैं। भगवान कहते हैं कि मुझे अन्न, वस्त्र व आभूषण कुछ नहीं चाहिए। यदि आप मेरे पास हो तो एक पुष्प भी मुझे स्वीकार है। भक्तों के प्रेम के कारण बढ़ा हुआ प्रेम की जंजीरों में बंद होने के कारण मैं बार-बार इस धरा पर अवतार लेता हूं। कथा में सृष्टि की रचना व विस्तार, कुंति प्रसंग, भीष्म पितामह, बैकुंठ गमन का प्रसंग सुनाया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:09 am

जीतो जयपुर पिकलबॉल लीग टूर्नामेंट का समापन

जयपुर | जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन जयपुर चैप्टर की ओर से पिकलबॉल लीग टूर्नामेंट का समापन हुआ। 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। चैप्टर की चेयरपर्सन सलोनी जैन एवं चीफ सेक्रेटरी हितेश भांडिया ने कहा जीतो का उद्देश्य खेल, स्वास्थ्य और समाज को जोड़ने वाले मंचों का निर्माण करना है। राजस्थान पिकलबॉल एसोसिएशन अध्यक्ष भाव्य विश्नोई ने विजेताओं को सम्मानित किया। फीमेल डबल्स में तान्या कासलीवाल एवं नीति कासलीवाल, सिंगल्स वर्ग में नेहम बैद, नितिन जैन, राहुल रांका, सौरभ सेठी एवं सम्यक रांका, जबकि मेल डबल्स में तन्मय भांडिया एवं नेहम बैद, दिवित जैन एवं तनिष्क मुसल तथा शशांक एवं नमन विजयी रहे।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:09 am

जोनल रेलवे मनमर्जी से चला रहे थे ट्रेन ऑन डिमांड, अब तय अवधि के हिसाब से चलेंगी, पहले अनुमति लेना जरूरी

उत्तर पश्चिम सहित विभिन्न जोनल रेलवे रेगुलर ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट और अतिरिक्त यात्रीभार को देखते हुए चलाई जाने वाली ‘ट्रेन ऑन डिमांड’ स्पेशल ट्रेनों को लेकर रेलवे बोर्ड ने सख्ती बरते हुए नए निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड का कहना है कि कई जोनल रेलवे मनमाने तरीके से इन स्पेशल ट्रेनों को नोटिफाई और संचालित कर रहे थे, बिना रास्ते में पड़ने वाली (एनरूट) और अंतिम (टर्मिनेटिंग) रेलवे जोन की सहमति लिए। इससे ट्रेनों में असामान्य देरी हो रही थी, जिसके कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही शिकायतें बढ़ रही थीं। हाल ही में इंडिगो एयरलाइंस की बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसिलेशन के दौरान रेलवे ने इस तरह की ट्रेनें चलाकर यात्रियों की मदद की थी, लेकिन उसमें भी बोर्ड ने विशेष छूट दी थी। अब बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि सामान्य परिस्थितियों में ऐसी कोई छूट नहीं दी जाएगी। त्योहार, परीक्षा या अन्य मौसमों में भीड़ पहले से अनुमानित होती है, इसलिए संबंधित जोन को पहले से प्लानिंग करनी होगी। अब प्लानिंग कर पहले बताना होगा दूसरे जोन को रेलवे बोर्ड के नए निर्देशों के अनुसार, कोई भी ट्रेन ऑन डिमांड स्पेशल ट्रेन नोटिफाई करने से पहले एनरूट और टर्मिनेटिंग रेलवे की अनिवार्य सहमति लेनी होगी। यह सहमति कोचिंग ऑपरेशंस इंफॉर्मेशन सिस्टम (सीओआईएस) के जरिए ली जाएगी और प्रस्तावों का जवाब जल्द से जल्द दिया जाना अनिवार्य है। बोर्ड ने निर्देश दिया है कि ट्रेन ऑन डिमांड की प्लानिंग के दौरान रास्ते में चल रहे नॉन-इंटरलॉकिंग कार्यों को ध्यान में रखा जाए। ऐसे रूटों पर जहां बड़े इंजीनियरिंग कार्य चल रहे हों, सामान्यतः इस तरह की ट्रेन नहीं चलाई जाएगी, क्योंकि इससे नियमित ट्रेनों की पंक्चुअलिटी प्रभावित होती है। अन्य जोन भी प्रभावित सबसे बड़ी समस्या यही थी कि ट्रेन चलाने वाला रेलवे जोन बिना सूचना के स्पेशल ट्रेन चला देता था, जिससे अन्य जोन को अचानक तैयारी करनी पड़ती थी। इससे ट्रेनों को मूल स्टेशन पर ही लंबी देरी हो जाती थी और यात्री प्लेटफॉर्म पर घंटों इंतजार करते रहते थे। एक मामले में तो एक स्पेशल ट्रेन को इतनी देरी हुई कि यात्रियों ने बड़े पैमाने पर शिकायतें दर्ज कराईं। अब बोर्ड ने साफ कहा है कि रिजर्व्ड स्पेशल ट्रेनों के लिए किसी भी हाल में एनओसी के बिना नोटिफिकेशन नहीं होगा। अनरिजर्व्ड सेवाओं के लिए अचानक अप्रत्याशित भीड़ बन जाए और सीओआईएस से एनओसी लेने का समय न हो, तो फोन पर सभी संबंधित जोन से अनुमति ली जा सकती है। पुरानी मंजूरी खत्म होंगी, नए क्लासिफिकेशन से चलेंगी एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह देखा गया है कि अभी ट्रेन ऑन डिमांड अलग-अलग कैटेगरी में चल रही हैं, जैसे क्लोन, एक्स्ट्रा रश, त्योहारों के लिए खास (होली, दिवाली, पूजा आदि)। इतने सारे क्लासिफिकेशन से एमआईएस में दिक्कतें आ रही हैं। रेलवे बोर्ड ने तय किया है कि 28 फरवरी, 2026 के बाद सभी ट्रेन ऑन डिमांड के लिए रेलवे बोर्ड की मंजूरी स्वत: खत्म हो जाएगी। फिर 1 मार्च, 2026 के बाद की अवधि के लिए जोनल रेलवे को नई मंजूरी लेनी होगी। अब इन ट्रेनों को अवधि के आधार पर क्लासिफाई किया जाएगा। होली के लिए मार्च, गर्मी के लिए 15 अप्रैल से 15 जुलाई, पूजा स्पेशल अक्टूबर व नवंबर, सर्दी में 15 दिसंबर से 10 जनवरी और अतिरिक्त यात्रीभार के लिए किसी दूसरी अवधि में इन्हें चलाया जा सकेगा। यात्री हो रहे थे परेशान यात्रियों की परेशानी का मुख्य कारण ट्रेनों की देरी और अनियोजित संचालन था। बोर्ड का मानना है कि बेहतर को-ऑर्डिनेशन से न केवल ट्रेन ऑन डिमांड सुचारू चलेंगी, बल्कि नियमित ट्रेनों की समयबद्धता भी बनी रहेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि ये निर्देश रेलवे की कार्यप्रणाली में अनुशासन लाएंगे और यात्रियों को राहत देंगे। रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे के प्रिंसिपल चीफ ऑपरेशंस मैनेजर को इन निर्देशों का सख्ती से पालन करने को कहा है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:09 am

जयपुरिया अस्पताल में इलाज का ‘लचर सिस्टम’: ऑडियोमेट्री और स्पीच थैरेपी रूम पर ताला, स्टाफ बोला- जांच करानी है तो 10 दिन बाद आओ

भास्कर ग्राउंड रिपोर्ट आरयूएचएस कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज से जुड़े जयपुरिया अस्पताल में आने वाले मरीज मर्ज से ज्यादा इलाज के लचर सिस्टम से पीड़ित है। अस्पताल में सुनने की क्षमता की ऑडियोमेट्री ओर बेरा की जांच के लिए एक ही व्यक्ति है। वो भी सप्ताह में तीन दिन जांच करते है, जिससे बधिर सिस्टम से दर्द बढ़ रहा है। इसी माह में बेरा जांच के लिए मूक-बधिर दंपत्ति को अगले साल की 26 मार्च 2026 की तिथि दी है। ऑडियोमेट्री और स्पीच थैरेपी के ताला लगा मिला। स्टाफ ने कहा कि जांच करानी है तो 10 दिन बाद आना। दवा वितरण केंद्र पर प्रसूताओं की कतार। ये खामियां मिली; जहां देखो वहां लंबी कतारें 3. गेस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट की सेवाएं उपलब्ध नहीं: अस्पताल में गेस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट और दिल के लिए कार्डियोलोजिस्ट जैसे डॉक्टरों की सेवाएं मरीजों को नहीं मिल रही। 1. परिजनों के लिए बनी वाटिका के ताला: ट्रॉमा सेन्टर में आने वाले मरीजों के परिजनों के बैठने के लिए अशोक स्मृति वाटिका बनी है, लेकिन इसके भी ताला लगा मिला, जहां पर साफ-सफाई भी नहीं थी। हालांकि परिजनों के लिए बैठने के लिए अच्छा वातावरण विकसित कर रखा है। 2.निजी संस्थान का बोर्ड: पार्किंग के ऊपर ग्लोबल इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग का पिछले 6 माह से बोर्ड लगा है। जिससे यहां पर आने जाने वाले सभी असमंजस की स्थिति में है। जबकि यह बिल्कुल खाली पड़ा है और ताला लगा है। इस तरफ किसी का ध्यान क्यों नहीं गया।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:09 am

चौमूं उपद्रव; दूसरे दिन बाजार खुले, लोग घरों से नहीं निकले, पुलिस का फ्लैग मार्च

जयपुर | चौमूं में मस्जिद के बाहर रेलिंग लगाने के दौरान हुए उपद्रव के बाद शनिवार को भी इंटरनेट सेवाएं बंद रही। दूसरे दिन बाजार में कई व्यापारियों ने दुकानें तो खोली, लेकिन लोग घरों से नहीं निकले। पुलिस टीमें अलग-अलग इलाके में बार-बार फ्लैग मार्च करती रही। उपद्रव वाले एरिया में रावण गेट, पठान मोहल्ला, नया बाजार, थाना मोड सहित अन्य एरिया में भारी पुलिस जाब्ता तैनात रहा। दूसरी तरफ पुलिस ने ​शनिवार को दिन में कई सामाजिक संगठनों के साथ बैठक कर शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने उपद्रव के बाद 125 संदिग्धों को पकड़ा था, जिनसे पूछताछ के बाद 110 को गिरफ्तार किया था। शनिवार को जमानत मिलने के बाद 19 आरोपियों पुलिस की तरफ से दर्ज किए गए राजकार्य में बाधा डालने और पुलिस पर हमला करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों की वीडियो और फोटो से पहचान की गई थी।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:09 am

पहले घटिया खेल सामग्री की सप्लाई, अब स्कूलों से मांगा जा रहा क्वालिटी सही होने का प्रमाण पत्र

प्रदेश में 20 हजार स्कूलों में भेजी गई थी खेल किट शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी स्कूलों के लिए खरीदी गई स्पोर्ट्स किट का विवाद अभी थमा नहीं है। सरकारी स्कूलों ने इस किट की क्वालिटी पर सवाल उठाया था। उनका आरोप था कि घटिया क्वालिटी की यह किट बाजार भाव से दुगुने रेट पर खरीदी गई थी। अब उन्हीं स्कूलों से लिखित में मांगा जा रहा है कि इसकी क्वालिटी संतोषजनक है। दरअसल स्कूलों ने जब किट की क्वालिटी पर सवाल उठाया तो शिक्षामंत्री ने इसकी जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद से ही किट खरीद का कुछ भुगतान अटका हुआ था। प्रदेश के करीब 20 हजार स्कूलों में किट पहुंच गया तो अब फर्म भुगतान मांग रही है। मामला 78 करोड़ का था। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी खेल किट की जांच की मांग उठा चुके हैं। उनका कहना था कि स्कूलों में बिना खेल मैदान व बिना जरूरत की सामग्री भेज दी गई। इसकी क्वालिटी भी घटिया थी। एक ही सामग्री की दो-दो रेट थी। उधर, विभाग के अधिकारियों ने भुगतान के लिए रास्ता निकाला है। स्कूलों को एक फार्मेट भेजा गया है, जिसमें स्कूलों को लिखना है कि किट संतोषजनक है या अंसतोषजनक। अधिकांश स्कूल किसी विवाद में पड़ना नहीं चाहते। इस कारण वे संतोषजनक लिखकर ही दे रहे हैं। स्कूलों से प्राप्त किट के संतोषजनक होने के इस फार्मेट के आधार पर विभाग भुगतान की तैयारी में है। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का कहना है कि खेल किट की जांच कराई तो कई स्कूलों में उसकी क्वालिटी सही नहीं थी। इसके बाद उसका भुगतान रोका गया था और 4.50 करोड रुपए की गारंटी राशि भी जब्त की गई थी। अब स्कूलों से क्या लिखवाया जा रहा है, इसकी जानकारी की जाएगी। आधी रेट में किट देने को तैयार थे दुकानदार, भुगतान के लिए निकाला रास्ता कई जगह तो स्कूलों में पहुंची इस किट को आधी रेट पर भी उपलब्ध कराने को तैयार हो गए थे। कई शारीरिक शिक्षकों ने बताया कि किट 24 हजार रुपए की बताई गई थी, जिसको दुकानदार 12 से 14 हजार रुपए तक में देने को तैयार थे। इसमें बेट, बॉलीबाल, फुटबॉल, स्टंप, टेनिस बॉल सहित कई सामग्री थी जिसकी रेट बाजार भाव से अधिक थी। साथ ही कुछ सामग्री तो इसमें घटिया क्वालिटी की थी। सामग्री पर मूल्य भी लिखा हुआ नहीं था। पहले स्कूल खरीदते थे, इस बार एक साथ खरीद हुई: पहले यह खेल किट स्कूल अपनी जरूरत के अनुसार खरीदते थे। यह खरीद एसडीएमसी के अधिकार क्षेत्र में आती थी। इस बार प्रदेश स्तर पर एक साथ खरीद हुई। खेल किट जब स्कूलों में पहुंची थी तो कई स्कूलों ने क्वालिटी पर सवाल उठाया था। इसे बाजार भाव से अधिक बताया था। स्कूलों के विरोध को रोकने लिए स्कूल शिक्षा परिषद ने स्कूलों द्वारा तीन साल में खरीदी गई सामग्री की जांच के आदेश निकाल दिए। अब कोई भी स्कूल विवाद में पड़ना नहीं चाहता।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:09 am

जूडो चैंपियन योगिता को राष्ट्रपति ने किया सम्मानित:दो-दो दिन तक भूखी रही, चक्कर भी आया और डर भी लगा लेकिन मैट पर सामने वाले को पता भी नहीं लगने दिया

नक्सल प्रभावित बस्तर के कोंडागांव जिले के फरसगांव से निकली 13 साल की योगिता मंडावी...नई दिल्ली में शुक्रवार को उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। शनिवार को वे रायपुर पहुंचीं और कोंडागांव अपने परिवार के पास जा रहीं थीं। इस दौरान उन्होंने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। वो बताती हैं कि पुरस्कार मिलने से लेकर घंटों बीत चुके हैं लेकिन उनकी घर में अब तक किसी से बात नहीं हुई है। चाचा को ये पता है कि योगिता ने कुछ बहुत बड़ा जीता है, जो कि उन्हें योगिता की टीचर मणि शर्मा ने बताया। दरअसल योगिता जब कुछ ही सालों की थी तब पिता को खो चुकी थी, 4 साल की उम्र में सर्पदंश की वजह से मां भी नहीं रहीं। तब से नानी के पास पली बढ़ी। कुछ दिनों में चाचा-चाची ने बालगृह में डाल दिया। अनाथ होने का असर ऐसा था कि वहां डरी-सहमी योगिता दिनभर चुप-चाप बैठी रहती। न किसी से बोलती न ज्यादा बात करती। बालगृह में ही उसे मणि शर्मा अभिभावक के रूप में मिल गईं। वो बताती हैं कि योगिता छुप-छुपकर रोया करती थी। और इसी चीज ने उसे अपनी डर छिपाने का हुनर सिखा दिया। योगिता कहती हैं कि प्रतियोगिता के दौरान थोड़ा भी वजन बढ़ा होता है तो बाहर कर दिए जाते हैं। हैदराबाद में जब नेशनल के लिए खेलने गई तब वजन थोड़ा ही ज्यादा था। इसे कम करने के लिए 2 दिन तक कुछ नहीं खाया। रनिंग और एक्सरसाइज की। चार किलो वजन घट गया। चक्कर भी आने लगे और डर भी लगने लगा। लेकिन जब मैट पर पहुंची तब ये सबकुछ बाहर ही छोड़ दिया। सामने वाले को इस चीज का जरा भी अंदाजा नहीं होने दिया।...बातचीत में योगिता ने अपने संघर्ष और उपलब्धियों के बारे में बताया। जिसके कुछ अंश ये हैं... Q. बालिका गृह में आने के बाद जिंदगी कैसे बदली?- 25 जनवरी 2021 को चाचा-चाची मुझे बालिका गृह लेकर आए। शुरू में वहां भी मन नहीं लगता था। मैं बहुत चुप रहती थी। धीरे-धीरे माहौल बदला, पढ़ाई और एक्टिविटी शुरू हुईं। वहीं से मेरी जिंदगी ने नई दिशा ली। Q. खेलों से जुड़ाव कैसे हुआ?- मणि शर्मा मैम हमें अलग-अलग खेल ट्राई करवाती थीं। पहले टेबल टेनिस खेली, लेकिन मन नहीं लगा। फिर जूडो खेली। जूडो खेलते ही मुझे अंदर से ताकत महसूस हुई। लगा कि यही मेरा खेल है। Q. पहला बड़ा मुकाबला कब खेला?- पहला राज्य स्तरीय मुकाबला खेला, उसमें सिल्वर मेडल आया। उसी के बाद मैंने ठान लिया कि और मेहनत करूंगी। फिर स्टेट ओपन में गोल्ड आया। Q. अब तक की प्रमुख उपलब्धियां?- तीन साल में सात नेशनल खेले हैं। 2023 में ओपन नेशनल और खेलो इंडिया में पांचवां स्थान मिला। 2024 में खेलो इंडिया में सिल्वर और 2025 में ब्रॉन्ज मेडल मिला। लखनऊ में खेलो इंडिया में प्रदर्शन के बाद मेरा एसएआई में चयन हुआ। Q. अभी दिनचर्या कैसी है?- बहुत सख्त। सुबह 5 बजे उठना पड़ता है। रनिंग, जिम और फिर जूडो की ट्रेनिंग। शाम को दोबारा जूडो। कई बार बहुत थकान होती है, लेकिन रुकने का ऑप्शन नहीं होता। Q. जूडो में सबसे बड़ी चुनौती क्या होती है?- वजन कंट्रोल करना। कई बार मैच से पहले दो-दो दिन भूखा रहना पड़ता है। प्रैक्टिस के दौरान चक्कर भी आते हैं, लेकिन फाइट में पूरी ताकत झोंकनी होती है। Q. पहली बार नेशनल खेलने का अनुभव?- केरल गई थी। पहली बार इतनी दूर ट्रेन से गई। बहुत खुशी हो रही थी। वहां पांचवां स्थान आया, लेकिन आत्मविश्वास बहुत बढ़ा। Q. कम उम्र में अंडर-19 खेलने का अनुभव?- मैं 13 साल की थी और अंडर-19 में खेल रही थी। बड़े खिलाड़ियों को देखकर डर लगा था, लेकिन मैंने सोचा—मैट पर उतर गई हूं तो पूरा दम लगाऊंगी। वहां भी फिफ्थ रैंक आई। Q. प्रधानमंत्री से मुलाकात हुई?- मैं हैदराबाद में एक प्रतियोगिता खेलने गई थी। वहीं हमें बताया गया कि सम्मान समारोह के लिए बुलाया गया है। समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि ‘ऐसे ही खेलते रहो, मेहनत करते रहो और इंडिया का नाम रोशन करो।’ Q. राष्ट्रपति से मुलाकात का अनुभव?- राष्ट्रपति जी से ज्यादा बातचीत का मौका नहीं मिला, लेकिन उन्होंने पुरस्कार देने के दौरान मुस्कुराकर शाबाशी दी। इतना कहना ही मेरे लिए बहुत बड़ी बात थी। Q. जूडो ने आपको क्या सिखाया?- जूडो ने मुझे डर से बाहर निकाला। अपने से बड़े और भारी खिलाड़ी को गिराने से जो आत्मविश्वास आता है, वही जिंदगी में भी काम आता है। Q. घर और परिवार की याद आती है?- हां, बहुत आती है। नानी और भाई से फोन पर बात हो जाती है। फोन ज्यादा नहीं मिलता, लेकिन बात हो जाए तो मन हल्का हो जाता है। Q. आगे का लक्ष्य क्या है?- देश के लिए मेडल लाना है। साथ ही पढ़ाई जारी रखकर कलेक्टर बनना चाहती हूं। जूडो कभी नहीं छोड़ूंगी। Q. अपने जैसे बच्चों के लिए क्या संदेश देंगी?- हालात चाहे जैसे हों, मेहनत और अनुशासन से रास्ता जरूर निकलता है। बड़ों की बात मानिए, टाइम का पालन कीजिए और हार मत मानिए।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:08 am

बैकडेट में लाइसेंस बहाली, बिना सत्यापन प्रमाणपत्र जारी

ऊर्जा विभाग के वरिष्ठ विद्युत निरीक्षक गौरीशंकर जीनगर के खिलाफ हाल ही में हुई विभागीय जांच में कई गंभीर और चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। जांच में पाया गया कि निलंबित विद्युत ठेकेदार फर्मों के लाइसेंस नियमों की अनदेखी करते हुए फर्जी तरीके से बहाल किए गए। शिकायत मिलने के बाद ऊर्जा विभाग ने दो सदस्यीय जांच समिति गठित की थी। समिति की अध्यक्षता आरवीपीएन की सचिव (प्रशासन) अल्का मीणा ने की, जबकि सदस्य के रूप में जयपुर डिस्कॉम के संभागीय मुख्य अभियंता आर.के. जीनवाल को शामिल किया गया। समिति ने पांच पेज की विस्तृत जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपी है। जांच एडवोकेट विशाल टांक की शिकायतों, वरिष्ठ विद्युत निरीक्षक कार्यालय के रिकॉर्ड, स्पष्टीकरण, दस्तावेजों और व्यक्तिगत सुनवाई के आधार पर की गई। रिपोर्ट के अनुसार, अमर इंटरप्राइजेज (अनूपगढ़) का लाइसेंस 21 जून 2022 को निलंबित किया गया था। नियमों के तहत एक माह के भीतर नए विद्युत सुपरवाइजर का भौतिक सत्यापन अनिवार्य था, लेकिन यह प्रक्रिया 34 माह तक पूरी नहीं की गई। इसके बावजूद फर्म को पहले 3 अप्रैल 2025 को बहाल दिखाया गया और बाद में शुद्धिपत्र जारी कर बैकडेट में 4 जून 2024 से बहाली दर्शाई गई। समिति को पिछली तारीख में बहाली से जुड़ा कोई वैध नियम या दस्तावेज नहीं मिला। छह माह से अधिक अवधि के निलंबन के बाद बहाली को विभागीय नियम 14(6) का उल्लंघन माना गया। जांच में सुपरवाइजर बाबूलाल शर्मा की नियुक्ति भी संदिग्ध पाई गई। शिकायत के अनुसार, वे एक ही अवधि में दो अलग-अलग फर्मों में कार्यरत दर्शाए गए, जबकि उनके भौतिक सत्यापन का कोई रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं मिला। इसी तरह, मैसर्स शेखावाटी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड, सीकर के मामले में भी अनियमितताएं सामने आईं। फर्म का लाइसेंस 8 मई 2024 को निलंबित हुआ, जबकि बहाली 27 जून 2025 को की गई, जो तय समय सीमा के विपरीत है। रेलवे को भेजे गए पत्रों में वरिष्ठ विद्युत निरीक्षक के जवाबों में भी भिन्नता पाई गई। समिति ने स्पष्ट किया कि दोनों मामलों में निलंबन–बहाली प्रक्रिया, सुपरवाइजर नियुक्ति, सत्यापन और रिकॉर्ड प्रबंधन में गंभीर अनियमितताएं हुई हैं, जिन पर आगे विभागीय कार्रवाई आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि जीनगर के खिलाफ 14 साल पुराने आय से अधिक संपत्ति मामले में हाल ही में अभियोजन स्वीकृति भी मिल चुकी है।

दैनिक भास्कर 28 Dec 2025 4:08 am