छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बघेल थाने के बाहर सरेंडर करने पहुंचे थे, लेकिन थाने से 20 मीटर पहले ही पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए उन्हें पकड़ लिया। पुलिस कानूनी तौर इसे गिरफ्तारी बता रही है। लेकिन समर्थकों ने इसका विरोध करते हुए सरेंडर बताया है। गिरफ्तारी के बाद अमित बघेल को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने बघेल को 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। इससे पहले वे पुलिस कस्टडी में मां के अंतिम संस्कार के लिए गांव जाएंगे। बता दें कि शुक्रवार को अमित बघेल की मां का निधन हो गया है। उनके शव को उनके पैतृक गांव पथरी ले जाया गया है, जहां आज शनिवार को अंतिम संस्कार होगा। दूसरी ओर बघेल के समर्थकों ने आमापारा जी रोड को जाम कर दिया। धरना के चलते जी रोड करीब 3 घंटे से ज्यादा समय तक ब्लॉक रहा। एम्बुलेंस पास करने में समस्या हुई। लोगों को भी ट्रैफिक रूट अचानक डायवर्ट होने के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि, पुलिस और समर्थकों दोनों ने आपसी समझ से एंबुलेंस को पास कराया। आपत्तिजनक बयानों से जुड़े मामले में अमित बघेल करीब 26 दिनों से फरार थे। इसके पहले 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने अमित बघेल को कड़ी फटकार लगाते हुए उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। सुनवाई के दौरान अदालत ने कहा था कि, अपनी जुबान पर लगाम रखें। जहां-जहां FIR दर्ज है, वहां की कानूनी प्रक्रिया का सामना करें। कोर्ट ने साफ कहा था कि कोई राहत नहीं दी जाएगी और कानून अपना काम करेगा। वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि अमित बघेल ने कई धर्म, सम्प्रदाय के विषय में गलत टिप्पणी की थी। अलग-अलग जगहों पर FIR हुई थी। अब ये 6 तस्वीरें देखिए... अमित बघेल के खिलाफ 5 राज्यों में 12 FIR 24 नवंबर की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने यह भी स्पष्ट कर दिया था कि, वह FIR क्लबिंग जैसे किसी मुद्दे पर हस्तक्षेप नहीं करेगा। कोर्ट ने टिप्पणी की थी कि, पुलिस आपको अलग-अलग राज्यों में ले जाएगी। पूरे देश की सैर का आनंद लीजिए। बता दें कि अमित बघेल पिछले 26 दिनों से फरार थे, उन पर 5 राज्यों में 12 FIR दर्ज है। अब पढ़िए अमित बघेल ने क्या कहा था ? छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़ने को लेकर 27 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल ने अग्रसेन महाराज, सिंधी समाज के ईष्ट देवता झूलेलाल पर टिप्पणी की थी। अमित बघेल के बयान के बाद अग्रवाल समाज और सिंधी समाज ने प्रदेशभर और देशभर में प्रदर्शन किया था। जानिए क्या है मूर्ति विवाद ? दरअसल, 26 अक्टूबर 2025 को रायपुर के VIP चौक पर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति से तोड़फोड़ की गई। अगले दिन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना मौके पर पहुंची और जमकर हंगामा किया। इस दौरान क्रांति सेना और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प भी देखने को मिली। हंगामे के बाद, छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति दोबारा स्थापित कर दी गई। पुलिस ने अगले दिन सुबह राम मंदिर के पास से आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया था। आरोपी मानसिक रूप से बीमार था और उसने नशे में मूर्ति तोड़ी थी। देशभर में अग्रवाल समाज और सिंधी समाज भड़का अमित बघेल की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद देशभर में अग्रवाल समाज और सिंधी समाज भड़क उठा था। रायपुर, रायगढ़ और सरगुजा समेत कई जिलों में समाज के लोगों ने विरोध जताते हुए FIR दर्ज करने की मांग की थी। वहीं छत्तीसगढ़ सिंधी पंचायत के सलाहकार अनूप मसंद ने बताया था कि अमित बघेल के बयानों से समाज नाराज हुआ है। सिंधी समाज के पदाधिकारियों ने बैठक लेकर पुलिस से शिकायत करने की सहमति बनाई। सिटी कोतवाली थाने में अमित बघेल के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई थी। 2022 में भूपेश सरकार ने लगवाई थी प्रतिमा तेलीबांधा तालाब के पास स्थित छत्तीसगढ़ महतारी उद्यान में छत्तीसगढ़ महतारी की मुख्य प्रतिमा स्थापित है। इसका अनावरण 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था। यहीं से 33 जिलों में इसी तरह की प्रतिमाएं लगाने की घोषणा हुई थी। प्रतिमा में मातृ स्वरूपा महिला को पारंपरिक छत्तीसगढ़ी परिधान-लुगरा और आभूषणों में दर्शाया गया है। उनके एक हाथ में धान की बालियां हैं जो राज्य की कृषि प्रधान संस्कृति का प्रतीक है। दूसरे हाथ में दीपक (दीया) ज्ञान, शांति और समृद्धि का प्रतीक है। सिर पर मुकुट, चेहरे पर तेज और मुद्रा में मातृत्व तथा गौरव की झलक दिखती है। .............................. अमित बघेल से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... अमित बघेल के खिलाफ बेंगलुरु में केस दर्ज: देशभर में 12वीं FIR, अग्रवाल-सिंधी समाज पर की थी टिप्पणी; रायपुर पुलिस ने रखा है 5000 इनाम छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल पर कर्नाटक की बेंगलुरु पुलिस ने केस दर्ज किया है। डिफेंस कॉलोनी इंद्रानगर निवासी रामकृष्ण पी ने अमित बघेल के खिलाफ शिकायत की है। पढ़ें पूरी खबर...
अलीगढ़ में दिल्ली की घटना और 6 दिसंबर को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा होटल, सराय और धर्मशालाओं की ड्रोन से निगरानी करने के निर्देश एसएसपी नीरज कुमार जादौन ने जारी कर दिए हैं। पुलिस अधिकारी पैदल भ्रमण कर हालात पर नजर बनाए हुए हैं। दिल्ली ब्लास्ट के बाद अधिक चौकसी 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा विध्वंस की बरसी को देखते हुए हर साल पुलिस कड़ा पहरा रखती है। इस बार यह सतर्कता और बढ़ा दी गई है, क्योंकि दिल्ली में पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ में सामने आया था कि विवादित ढांचा ढहाए जाने का बदला लेने के लिए आतंकी साजिश रची जा रही थी। 32 कारों में विस्फोट कर देश को दहलाने का प्लान बनाया गया था। इसी इनपुट को देखते हुए अलीगढ़ में भी पुलिस-प्रशासन ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। सोशल मीडिया से लेकर बाजारों तक पुलिस की पैनी नजर संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है, ताकि अफवाह फैलाने की किसी भी कोशिश पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। इसके अलावा शुक्रवार देर रात एसएसपी और अन्य अधिकारियों ने पैदल गश्त की। रेलवे स्टेशन पर भी चौकसी शहरभर में थानों की पुलिस ने प्रमुख चौराहों, बाजारों, मिश्रित आबादी वाले इलाकों, रेलवे स्टेशन, अस्पतालों और होटलों पर पैदल गश्त की। संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करने के साथ वाहनों की भी सघन चेकिंग की गई। बाहरी लोगों पर रखी जा रही नजर 6 दिसंबर को लेकर पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है। अतिरिक्त पुलिस फोर्स भी आ गया है। होटल, सराय और धर्मशालाओं की ड्रोन से निगरानी की जाएगी। इसके अलावा ग्राम सुरक्षा समितियों को अलर्ट करते हुए बाहरी व्यक्तियों के आने पर सूचित करने के लिए कहा गया है।
जयपुर, जोधपुर, उदयपुर और जैसलमेर एयरपोर्ट पर फ्लाइट कैंसिलेशन और देरी से पैसेंजर्स परेशान है। इंडिगो की बढ़ती कैंसिल फ्लाइट की संख्या का असर दूसरी एयरलाइंस के शेड्यूल पर भी हुआ है। शुक्रवार को राजस्थान में कुल 45 फ्लाइट कैंसिल हुई। इनमें से कुछ यात्रियों को शनिवार की टिकट दी गई, लेकिन आज भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अकेले जयपुर में ही पिछले एक सप्ताह में 24 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो चुकी हैं। दरअसल, नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के नए नियम और तकनीकी परेशानियों को फ्लाइट शेड्यूल में गड़बड़ी का कारण बताया जा रहा है। इंडिगो फ्लाइट के लगातार कैंसिल होने से दूसरी एयरलाइंस कंपनियों के टिकट काफी महंगे हो गए हैं। 5 घंटे तक देरी से चल रही फ्लाइट एयरलाइन सूत्रों के मुताबिक जयपुर एयरपोर्ट से संचालित फ्लाइट्स 30 मिनट से लेकर 5 घंटे तक लेट रही है। दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु रूट पर देरी का असर सबसे ज्यादा हो रहा है। देर से चल रहीं और रद्द हो रही फ्लाइट्स के कारण जयपुर एयरपोर्ट पर शुक्रवार को पैसेंजर्स की भीड़ रही। कई पैसेंजर्स ने शिकायत की कि एयरलाइंस की ओर से समय पर अपडेट नहीं मिल पा रहा, जिससे असुविधा बढ़ रही है। एयरपोर्ट पहुंचने के बाद रद्द होने की जानकारी मिल रही फ्लाइट्स संचालन में गड़बड़ी से शुक्रवार को जयपुर एयरपोर्ट पर कई यात्रियों का सामान लापता हो गया। लोग भूखे-प्यासे एयरपोर्ट पर परेशान होते रहे। किसी का एग्जाम छूट गया तो किसी की कनेक्टिंग फ्लाइट छूट गई। सुबह और देर रात के शेड्यूल पर इसका असर सबसे ज्यादा देखने को मिला है। यात्रियों को एयरपोर्ट पहुंचने के बाद ही कैंसिल होने की जानकारी मिल रही है। अचानक फ्लाइट रद्द होने से यात्री न केवल परेशान हुए बल्कि, कई को अपने ट्रैवल प्लान भी बदलने पड़े। दूसरी कंपनियों ने बढ़ाई कीमतें फ्लाइट संचालन में हो रही गड़बड़ी को देखते हुए दूसरी एयरलाइंस ने अपने फ्लाइट किराए में बढ़ोतरी शुरू कर दी है। जो फ्लाइट 8 से 10 हजार रुपए में होती थी। अब उनके लिए 25 हजार रुपए तक ज्यादा चुकाने पड़ रहे हैं। इनमें मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई जैसे प्रमुख शहरों की फ्लाइट शामिल है। .... एयरपोर्ट पर परेशानी से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... भूख से यात्री परेशान, कल एग्जाम, आज फ्लाइट रद्द:जयपुर से मुंबई का 25 हजार रुपए किराया बढ़ाया; हंगामा; पैसेंजर्स का सामान लापता
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने धनौरी वेटलैंड में बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित करने का निर्णय लिया है। यह पार्क धनौरी वेटलैंड के लगभग 112 हेक्टेयर क्षेत्र में ही बनाया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि वेटलैंड नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बेहद करीब है। आसपास के आवासीय सेक्टरों की मौजूदगी के बीच बड़ी संख्या में पक्षियों का जुटना विमान सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। इसलिए वेटलैंड को रामसर टैग के बजाय बायोडायवर्सिटी पार्क के रूप में विकसित करने का फैसला लिया गया है। YEIDA के अनुसार, परियोजना के लिए 25 हेक्टेयर जमीन प्राधिकरण के पास पहले से उपलब्ध है। ग्राम सभा की 12 हेक्टेयर भूमि वापस ली जाएगी और लगभग 30 हेक्टेयर का अधिग्रहण किया जाएगा। मौजूदा 45.6 हेक्टेयर दलदली क्षेत्र को पूरी तरह संरक्षित रखा जाएगा, जहां किसी भी प्रकार के निर्माण पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। वेटलैंड को मास्टर प्लान में शामिल कर दिया गया है ताकि क्षेत्र में कोई अवैध विकास न हो सके। 20 हजार पक्षियों का है घरअधिकारियों ने बताया कि रामसर टैग के लिए कोई अनिवार्यता नहीं थी। केंद्र सरकार ने जून 2019 में उत्तर प्रदेश से धनौरी का नाम प्रस्तावित किया था, लेकिन राज्य सरकार ने नामांकन आगे नहीं बढ़ाया। धनौरी वेटलैंड कम से कम दो रामसर मानकों को पूरा करती है। यह हर साल 20 हजार से अधिक जल पक्षियों की मेजबानी करती है और सारस क्रेन की बायो जियोग्राफिक आबादी के 1% से अधिक का समर्थन करती है। अब योजना के तहत दलदली क्षेत्र को सुरक्षित रखते हुए बाकी हिस्से को बायोडायवर्सिटी पार्क में बदला जाएगा। सलाहकार कंपनी करेगी डिजाइननई योजना के तहत प्राधिकरण इस क्षेत्र को बायोडायवर्सिटी पार्क के रूप में विकसित करेगा। यहां लोगों के घूमने-फिरने के लिए सुविधाएं बनाई जाएंगी, साथ ही मनोरंजन और खान-पान के लिए कियोस्क भी तैयार होंगे, जिससे निर्माण लागत की भरपाई हो सके। प्राधिकरण जल्द ही सलाहकार कंपनी के चयन के लिए आरएफपी जारी करेगा। अधिकारियों का कहना है कि बायोडायवर्सिटी पार्क मॉडल धनौरी की पारिस्थितिक पहचान को सुरक्षित रखते हुए क्षेत्र की शहरी और विमानन जरूरतों के बीच संतुलन स्थापित करेगा।
राज्य सरकार ने रजिस्ट्रेशन एक्ट-2021 में हुए संशोधन को लागू कर दिया है। इसके बाद पूरे प्रदेश में हलचल मच गई है। अकेले जयपुर में सैकड़ों सोसायटी की काटी कॉलोनियां हैं। राजस्थान की बात करें तो ये आंकड़ा हजारों में पहुंच जाएगा। गृह निर्माण या आवासीय सोसायटी में रह रहे लोगों और प्लॉट खरीदने-बेचने वालों के मन में कई तरह के सवाल उठ रहे हैं… भास्कर ने एक्ट में हुए संशोधन के सभी पहलुओं पर सरकार के आला अधिकारियों और एक्सपट्र्स से बात की। उनका कहना है कि ऐसा नहीं है कि सभी तरह की सोसायटियों की ओर से काटी गई कॉलोनियों के पट्टों की रजिस्ट्री नहीं हो सकेगी। संकट सिर्फ उन सोसायटी के लिए हैं, जिन्होंने अवैध कॉलोनियां काटी हुई हैं। ऐसी कॉलोनियों के प्लॉट-मकान खरीद की रजिस्ट्रियों पर रोक लगाई है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… सवाल : आखिर सोसायटी की ओर से बसाई कॉलोनियों को लेकर इतनी गफलत क्यों रहती है? एक्सपर्ट : कुछ सोसायटी की ओर से प्लॉट खरीदारों के साथ लंबे समय से गड़बड़ी की जा रही थी। कुछ सोसायटी बैक डेट में पट्टे जारी कर प्लॉटों की खरीद-फरोख्त में शामिल हो रही थीं। प्रॉपर्टी खरीदने के बाद लोग ठगा महसूस कर रहे थे। लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा था। लगातार शिकायतें आने के बाद 4 साल पहले पिछली सरकार ने सख्त कदम उठाया था। गृह निर्माण सहकारी समितियों की ओर से 17 जून, 1999 के बाद काटे गए भूखंड और पट्टों को कानूनी मान्यता रद्द कर दी थी। इस तारीख के बाद विकसित हुई आवासीय कॉलोनियों में सोसायटी द्वारा जारी पट्टों को मान्यता नहीं दी जाएगी। तब सरकार ने कहा था 2001 तक जिन सोसायटियों के रिकॉर्ड जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) में जमा हो चुके, वे मान्य रहेंगी। सवाल : क्या पिछली सरकार ऐसे फ्रॉड से लोगों के बचाने में सफल रही? एक्सपर्ट : पिछली सरकार के कदम से फ्रॉड काफी कम हो गए, लेकिन थम नहीं रहे थे। 1999 से पहले की तारीखों में खरीदे गए स्टांप के जरिए कई सोसायटी मिलीभगत कर अवैध रूप से प्लॉटों के पट्टे जारी कर रही थीं। एक ही प्लॉट कई लोगों को बेच दिया जाता। सरकार का मानना था कि जब 2001 तक जेडीए में सोसायटी की काटी कॉलोनियों का रिकॉर्ड आ जाएगा, तो सभी प्लॉट धारियों की जानकारी मिल जाएगी। ऐसे में प्लॉटों के अवैध खरीद-बेचान को रोका जा सकेगा। लेकिन कई सोसायटी रोक के बावजूद बैक डेट में पट्टे जारी कर रही थीं। सवाल : संशोधन से किस तरह की सोसायटी या कॉलोनियों पर संकट है? एक्सपर्ट : संशोधन का साफ मतलब है कि बिना भू-रूपांतरण (लैंड यूज चेंज) या भू-राजस्व कानून की धारा 90ए (जमीन का आवासीय में कन्वर्जन) के तहत जमीन का आवासीय में कन्वर्जन करवाए बिना जारी किए गए सोसायटी पट्टों की रजिस्ट्री पर रोक रहेगी। इस रोक के दायरे में कृषि भूमि पर, चारागाह भूमि, नदी-नालों की जमीनों या फिर सरकारी के अधिकार की जमीन पर सोसायटियों की ओर से जारी अवैध पट्टों की रजिस्ट्री नहीं हो सकेगी। सवाल : किस तरह के सोसायटी के प्लॉटों-मकानों की रजिस्ट्रियां हो सकती हैं? एक्सपर्ट : जिन सोसायटी ने अपना रिकॉर्ड विकास प्राधिकरणों, नगर सुधार न्यास में जमा करवा दिया है और उनके रिकॉर्ड को प्रशासन ने सही माना है, उनके प्लॉट और मकानों की रजिस्ट्रियां हो सकेंगी। संबंधित सोसायटी की जमीन का पूरा नक्शा और बसावट तय नियम-कायदों के आधार पर की हुई है, उन्हें कोई दिक्कत नहीं है। ऐसी कॉलोनियों में रहने वालों को भी कोई परेशानी नहीं है। उन्हें अपनी प्रॉपर्टी खरीदने-बेचने में किसी तरह की कोई कठिनाई नहीं होगी। सवाल : सोसायटी की काटी कॉलोनी में प्लाॅट या मकान खरीदते समय ठगी से बचने के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए? एक्सपर्ट : सोसायटी का प्लॉट या मकान खरीदते समय खरीदार अपने स्तर पर 3 तरह से आसानी से जांच कर सकता है। सवाल : यदि किसी के पास वैध सोसायटी के वैध प्लाॅट का पट्टा हो तो खरीदने वाले को रजिस्ट्री के समय क्या करना होगा? एक्सपर्ट : सोसायटी पट्टों के रजिस्ट्रेशन के समय अब प्लाॅट या मकान के खरीदार को बताना होगा कि जहां प्लॉट खरीदा है, उस भूमि का कन्वर्जन हो गया है या वह 90ए में शामिल है। रजिस्ट्री ऑफिस में जेडीए से संबंधित जमीन के दस्तावेज, सोसायटी की ओर से दिए गए 90 एक दस्तावेज और जमाबंदी को पेश कर सकता है। इसके आधार पर रजिस्ट्री हो जाएगी। सवाल : सरकार ने ये आदेश निकाला क्यों? एक्सपर्ट : इस आदेश के पीछे सरकार की मंशा है कि गलत तरीके से सरकारी जमीन, एससी-एसटी की जमीन, कृषि भूमि का बेचान नहीं हो। इसे लेकर कई तरह के विवाद होते रहते हैं। काश्तकारी अधिनियम के तहत एससी-एसटी की जमीन केवल एससी-एसटी के व्यक्ति को ही बेची जा सकती है। लेकिन कई सोसायटी वाले एससी-एसटी की जमीन खरीदकर बिना कन्वर्जन के ही उस पर प्लॉटिंग कर देते थे। इसके बाद उन जमीनों पर विवाद खड़ा हो जाता था। इससे बचने के लिए सरकार ने रजिस्ट्रेशन एक्ट में संशोधन को लागू कर दिया है। ऐसे में उन लोगों की मुसीबत बढ़ गई है, जिन्होंने सोसायटी से प्लॉट खरीद लिए हैं। अगर सोसायटी उन्हें कन्वर्जन और 90ए के दस्तावेज नहीं देती है तो उन्हें अब जिला प्रशासन और जेडीए से कन्वर्जन और 90ए के कागजात लेने होंगे। .... सोसायटी पट्टों की रजिस्ट्री पर रोक से जुड़ ये खबर भी पढ़िए... प्रदेश में अब सोसाइटी पट्टों की नहीं होगी रजिस्ट्री:प्लॉट के लैंड कन्वर्जन का सबूत देना होगा, 90A बिना रजिस्ट्री नहीं प्रदेश में अब बिना कन्वर्जन और 90ए के सोसाइटी पट्टों की रजिस्ट्री नहीं होगी। इसे लेकर राज्य सरकार ने रजिस्ट्रेशन एक्ट-2021 में हुए संशोधन को मंगलवार से लागू कर दिया है। पूरी खबर पढ़िए...
दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी में पिछले दिनों वेबसाइट हैक होने की समस्या सामने आई थी। जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर आ गया। करीब हफ्ते भर से ऑडिट और सर्वर शिफ्टिंग पर काम चल रहा था, जो आज खत्म होने की संभावना है। वेबसाइट की सर्वर शिफ्टिंग की वजह से डीडीयू के काम में बाधा आ रही थी। हालांकि ऑडिट की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद यह समस्या दूर हो जाएगी और वेबसाइट पहले की तरह स्मूद चलने लगेगा। यह जानकारी डीडीयू के वेबसाइट प्रभारी डॉ. अम्बरीष श्रीवास्तव ने दी। उन्होंने बताया कि वेबसाइट का सर्वर शिफ्ट कर दिया गया है। पहले जो सर्वर था उसकी वजह से कोडिंग पर पड़ने वाले प्रभाव को चेक करने के लिए ऑडिट करवाई जा रही है। अभी तक सभी पेज स्कैन हो चुके हैं। डेटा बेस का ऑडिट चल रहा है। उन्होंने बताया कि यह ऑडिट संभवतः शुक्रवार की रात तक समाप्त हो जाएगा। शनिवार से सब कुछ ठीक हो जाएगा। हर पल की अपडेट ली जा रही है। जानिए क्या हुई थी समस्या बताया जा रहा है कि 27 नवंबर की शाम को डीडीयू की ऑफिशियल वेबसाइट www.ddugu.ac.in पर तुर्की की एक कंपनी का डिटेल दिखने लगा। देर रात तक वेबसाइट को खोलने का प्रयास किया गया लेकिन वेबसाइट नहीं खुली। इसे लेकर सर्विस प्रोवाइडर से बात की गई। उन्होंने भी विश्वविद्यालय की डिटेल न दिखने पर हैक किसने की है इसका पता नहीं लगाया। इसकी वजह से सर्च रिजल्ट प्रभावित होने के साथ अन्य समस्याएं भी देखने को मिली। जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने सर्वर शिफ्ट करने की तैयारी की। तभी से यह काम चल रहा था जो लगभग आज पूरा हो जाएगा।
छतरपुर में तेज रफ्तार ट्रक ने कार को सामने से टक्कर मार दी। हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही जान चली गई। हादसे के बाद दैनिक भास्कर की टीम छतरपुर जिला अस्पताल पहुंची। यहां पर मृतकों का रिश्तेदार अजय प्रजापति सदमे में मिला। 10 मिनट तक तो वह कुछ बोल ही नहीं पाया। अजय ने कहा कि कौन-सी लाश किसकी है, मुझे नहीं पता। इसके कुछ देर बात अजय ने हादसे के बारे में जानकारी दी। उसने बताया कि लड़की का भाई महेंद्र गाड़ी चला रहा था। कार परिवार वालों की ही थी। मृतकों में फूफा लछमन, चचेरा भाई दीपक, मौसी का लड़का सुरेन्द्र, और भाई महेंद्र, लालू प्रजापति शामिल है। सागर-कानपुर हाईवे पर हुआ था हादसा अजय प्रजापति ने कहा कि हमारी गाड़ी आगे थी। पीछे आ रही सेंट्रो में सवार लोगों से फोन पर बात हुई थी, तब उन्होंने कहा था कि वे छतरपुर में हैं। हम शाहगढ़ पहुंचे तो पता लगा कि पीछे आ रही सेंट्रो का एक्सीडेंट हो गया है। एक्सीडेंट बड़ामलहरा तहसील के मुंगवारी और चौपरिया सरकार गांव के बीच सागर-कानपुर हाईवे नंबर 34 पर शुक्रवार रात करीब 8 बजे हुआ। सतना से 2 गाड़ियों में निकले थे शुक्ला बर्दाडीह निवासी सचिन प्रजापति ने बताया कि 29 नवंबर को बहन कोमल की शादी हुई थी। शुक्रवार की दोपहर बहन को लेने यहां से 2 वाहन में परिवार और रिश्तेदार निकले थे। पहली गाड़ी में परिवार के 7 लोग थे, इनमें 6 बुजुर्ग लोग बैठे थे जो 12 बजे ही सतना से निकल गए थे। दूसरी कार में 14 लोग गए थे। जो सतना से लगभग डेढ़ बजे निकली थी। जिसमें कोमल का भाई महेंद्र प्रजापति के अलावा भूपेंद्र, जितेंद्र समेत मोहल्ले के लोग भी थे। हादसे के मोहल्ले में पसरा मातम घटना की जानकारी के बाद से ही मोहल्ले में मातम पसरा है। फिलहाल प्रजापति परिवार के घर पर महिलाओं के अलावा और कोई नहीं है। आस पड़ोस के लोग छतरपुर में अपने परिचितों से संपर्क साध कर जानकारी ले रहे हैं। ये जिला अस्पताल में भर्ती देखिए 5 तस्वीरें... ट्रक लेकर भाग निकला था ड्राइवरगुलगंज थाना प्रभारी गुरु दत्त शेषा ने बताया कि ट्रक सागर की तरफ से आ रहा था जबकि कार छतरपुर की तरफ से आ रही थी। तेज रफ्तार ट्रक ने कार नंबर MP19 CA 0857 को सामने से टक्कर मारी। हादसे के बाद ड्राइवर ट्रक को लेकर भाग निकला था। जिसे पुलिस ने पीछा कर बिजावर रोड पर पकड़ लिया। ड्राइवर से पूछताछ कर रही है। ये खबर भी पढ़ें... ऑटो-बाइक भिड़ीं, एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत जबलपुर में ऑटो और बाइक की जोरदार टक्कर में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। हादसा बघराजी पुलिस चौकी क्षेत्र के परियट नदी के पास पिटकुही गांव में हुआ। जानकारी मिलते ही कुंडम थाना और बघराजी चौकी की पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को कुंडम स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया। पढ़ें पूरी खबर...
गोरखपुर महोत्सव की तैयारियां जोरों पर है। बॉलीवुड और भोजपुरी नाइट में कलाकारों के नाम पर मोहर भी लग चुका है। पिछले कुछ दिनों से कलाकारों के फाइनल लिस्ट की प्रक्रिया चल रही थी, जिसके बाद अब यह साफ हो गया है कि बॉलीवुड नाइट में दिग्गज सिंगर बादशाह अपने सुरों से शमां बांधेंगे। वहीं भोजपुरी नाइट में पवन सिंह अपने भोजपुरी गानों से जलवा बिखेरेंगे। जानकारी के मुताबिक उद्घाटन दिवस पर आने वाले कलाकारों का नाम अभी फाइनल नहीं हुआ है, उस पर काम चल रहा है। इस महोत्सव का आयोजन 11 से 17 जनवरी तक नौका विहार स्थित चंपा देवी पार्क में किया जाएगा। जिसमें हर दिन अलग-अलग आयोजनों के माध्यम से जनता को एंटरटेन किया जाएगा। खास बात यह है कि स्थानीय कलाकारों को भी बेहतर मंच मिलेगा। मैथिली ठाकुर को किया जा रहा अप्रोच इस महोत्सव के तीसरे दिन यानि 13 जनवरी को मुख्य अथिति के रूप में उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शिरकत करेंगे। सांस्कृतिक संध्या के लिहाज से यह दिन बेहद खास होने वाला है। इसी दिन सीएम योगी की मौजूदगी में भजन संध्या का आयोजन भी किया जाएगा, जिसके लिए प्रसिद्ध लोक गायिका मैथिली ठाकुर को अप्रोच किया जा रहा है। हालांकि इस महोत्सव में वो शामिल होंगी या नहीं इस बात की अभी पुष्टि नहीं हो पा रही। ऑटो एक्सपो और हॉट एयर बैलून भी होगा महोत्सव में इस बार हॉट एयर बैलून भी रहेगा, जिसका लुफ्त लोग उठा सकते हैं। गोरखपुर महोत्सव में इस बार खास बात यह है कि यहां ऑटो एक्सपो भी देखने को मिलेगा। जहां दुनिया भर की कार और बाइक कंपनियां अपने नए मॉडल, इलेक्ट्रिक गाड़ियां, कॉन्सेप्ट वाहन और लेटेस्ट टेक्नोलॉजी दिखाएंगी। इसके अलावा हर साल कि तरह इस बार भी टैलेंट हंट, बुक फेयर, विज्ञान प्रदर्शनी, तरह-तरह के फूड स्टॉल और तमाम तरह के अन्य घरेलू और जरूरी सामानों के स्टॉल की व्यवस्था भी रहेगी। ऑडिशन की प्रक्रिया भी शुरू इस महोत्सव में बहुत से नए और लोकल कलाकारों की टैलेंट को बेहतरीन मंच भी मिलता है। इसमें प्रतिभाग करने के लिए भी काम शुरू हो चुका है। ऑडिशन के लिए फॉर्म सबमिशन और अन्य प्रक्रियाएं शुरू हो चुकी हैं।
कैनविज कंपनी के मालिक कन्हैया गुलाटी ने लोगों को बड़े-बड़े सपने दिखाकर उनका सबकुछ लूट लिया। उसकी बातों में फंसकर लोगों ने जिंदगी भर की जमा पूंजी कंपनी में लगा दी, लेकिन अब कन्हैया गुलाटी सबके पैसे लेकर फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। बरेली के 770 लोगों ने पुलिस अधिकारियों और सीएम योगी से भी मामले की शिकायत की है। महीने में 5% ब्याज का झांसाकन्हैया गुलाटी लोगों को महीने में 5 प्रतिशत ब्याज देने का लालच देता था। इतना ज्यादा ब्याज सुनकर हर कोई उसकी बातों में आ जाता था। बरेली के वीर सावरकर नगर निवासी योगेंद्र गंगवार ने बताया कि उन्होंने उसकी बातों में आकर 26 लाख रुपये इन्वेस्ट किए, लेकिन जब पैसे लौटाने की बारी आई तो कन्हैया टालने लगा। उसने जो चेक दिए वो भी बाउंस हो गए। योगेंद्र का कहना है कि इस पूरे गोरखधंधे में कन्हैया की पत्नी और बेटा भी शामिल हैं। उन्होंने पुलिस से मांग की है कि पूरे परिवार को अरेस्ट किया जाए। 770 निवेशकों ने लगाए 26 करोड़योगेंद्र ने बताया कि उनके जैसे 770 लोग हैं जिन्होंने कैनविज कंपनी में करीब 26 करोड़ रुपये लगाए हैं। अब सभी लोग अपने ही पैसों के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उनका कहना है कि कन्हैया गुलाटी ने देश भर के 40 हजार से ज्यादा लोगों से निवेश करवाया और 500 करोड़ से ज्यादा की ठगी की है। योगेंद्र ने मांग की कि पुलिस लुकआउट नोटिस जारी करे और उसका पासपोर्ट कैंसिल किया जाए, क्योंकि वह देश छोड़कर भाग सकता है। रिटायरमेंट का पैसा भी डूब गयानिवेशक अरविंद शर्मा ने बताया कि उनकी पत्नी सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल थीं। रिटायरमेंट के बाद मिला पैसा और सभी एफडी तुड़वाकर उन्होंने 35 लाख रुपये कंपनी में लगा दिए थे। अब वे एक-एक पैसे के मोहताज हैं। अरविंद ने बताया कि कन्हैया गुलाटी के पास यूपी समेत कई राज्यों में करोड़ों की संपत्ति है। प्रशासन उसे गिरफ्तार कर लोगों के पैसे वापस दिलाने में मदद करे। यतेन्द्र कुमार और उत्कर्ष शर्मा जैसे कई लोग भी इसी लालच में पैसा लगा बैठे कि वे जल्दी अमीर बन जाएंगे। अनूप गाँधी ने लोन लेकर करीब ढाई लाख रुपया लगाया था अब उन्हें बेटी की शादी करनी है ऐसे में उनका रो-रो कर बुरा हाल है। कुल 26 करोड़ की ठगी का आरोपयोगेंद्र का कहना है कि कैनविज कंपनी के मालिक कन्हैया गुलाटी, पत्नी राधिका गुलाटी और बेटा गोपाल गुलाटी ने मिलकर 26 करोड़ रुपये की ठगी की है। पीड़ितों ने CM योगी और बरेली प्रशासन से लगाई गुहारठगी के शिकार 770 लोगों ने एक साथ प्रार्थना पत्र भेजकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बरेली प्रशासन से FIR दर्ज करने की मांग की है। साथ ही कन्हैया गुलाटी, उसकी पत्नी राधिका और बेटा गोपाल को तुरंत गिरफ्तार कर उनकी संपत्ति व पासपोर्ट जब्त करने और उनके सभी बैंक अकाउंट्स और फॉरेक्स ट्रेडिंग अकाउंट्स की जांच कराने की मांग की है।
गुस्सा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। केशव की मौत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया। एक पल के गुस्से ने कई जिंदगी बर्बाद कर दीं। हर कोई यही कह रहा है कि अगर घरवाले केशव को रात में घर से बाहर जाने से रोक लेते तो शायद वह जिंदा होता। करीब एक वर्ष से केशव व अंश के परिवार के बीच मनमुटाव था। इसकी शुरुआत उस दिन से हुई जब केशव ने अपनी बहन को अंश के साथ देखा। बेटी नाबालिग थी, इसलिए परिवार ने बेटी की निगरानी शुरु कर दी। इस दौरान कई बार टकराव की स्थिति भी बनी। परिवार नहीं जानता था कि जितना अंश उनकी बेटी की ओर आकर्षित है, उतनी ही बेटी भी अंश को पसंद करती है। जनवरी, 2025 में जैसे ही युवती ने 18 वर्ष पूरे किए, उसने घर की दहलीज लांघ दी। कोर्ट मैरिज कर रोहटा रोड पर रहने लगेअंश ने केशव की बहन के साथ शादी की और उसे लेकर रोहटा रोड पर रहने लगा। पिता ने अंश के खिलाफ बेटी के अपहरण का मुकदमा दर्ज करा दिया हालांकि युवती के बयान के आधार पर पुलिस इसमें कोई कार्रवाई नहीं कर पायी। धीरे धीरे युवती का परिवार से संपर्क टूट गया लेकिन मां सोनू इसको बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। वह अभी भी बेटी की घर वापसी चाहती थी लेकिन दोनों परिवारों के पुरुष वर्ग में तनाव बढ़ चुका था। बेटी का फोन आया तो पसीज गया पिताशादी के चार महीने बाद ही अंश व उसका परिवार केशव की बहन को प्रताड़ित करने लगा। एक दिन मौका पाकर युवती ने अपने परिवार को फोन किया और उसे ले जाने की बात कही। इसके बाद पिता राधेश्याम से रहा नहीं गया और वह बेटी को लेने पहुंच गया। हालांकि उसे सफलता नहीं मिली। कई प्रयास के बाद राधेश्याम ने कंकरखेड़ा थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने हस्तक्षेप किया और राधेश्याम के साथ जाकर बेटी को उनकी सुपुर्दगी में दिला दिया। परिवार से अलग रखा बेटी को राधेश्याम अपनी बेटी को घर लेकर आ गए। पता चला कि बेटी गर्भवती है। इसको लेकर घर में तनाव बढ़ने लगा। कभी अंश अपने साले केशव को फोन कर उसकी बहन पर उल्टे सीधे कमेंट करता तो कभी राधेश्याम यानि अपने ससुर को रोककर धमकाता। केशव दबंग था, इसलिए वह अंश के हर वार का जवाब देता था। यह बात अंश को अंदर ही अंदर खटकने लगी और उसने बदला लेने का मन बना लिया। अब जानते हैं क्या हुआ मौत वाली रातराधेश्याम की बेटी ने चार दिन पहले ही बेटे को जन्म दिया है। यह बेटा अंश का है। अंश उससे मिलने का प्रयास कर रहा था लेकिन केशव बीच में बाधा बना था। गुरुवार रात करीब 11 बजे अंश की केशव से फोन पर हाट टाक हुई। पिता राधेश्याम और मां सोनू ने फोन काट दिया और केशव को समझा बुझाकर सुला दिया। मां का दूध पिया है तो आजा घर के बाहरकेशव फोन कट करने के बाद सोने की तैयारी करने लगा। रात करीब 11:30 बजे अंश का फिर फोन आया। केशव ने दो बार फोन कट कर दिया लेकिन जैसे ही 11:40 बजे तीसरा फोन आया तो केशव ने कॉल रिसीव कर ली। राधेश्याम ने बताया कि केशव तेज तेज बात करने लगा। अचानक वह घर से बाहर निकला तो उनकी पत्नी सोनू पीछे पीछे चल दी। दोनों के बीच करीब 10 मीटर का फासला था। अंश और पीयूष स्कूटी लेकर खड़े थे। केशव जैसे ही उनकी स्कूटी के पास पहुंचा, तमंचा निकालकर उन्होंने केशव के सीने में गोली मार दी। एक साथ बर्बाद हो गई कई जिंदगी अंश और केशव के गुस्से ने एक साथ कई जिंदगी तबाह कर दी। राधेश्याम-सोनू से उनका इकलौता बेटा छिन गया तो दोनों बेटियों से उनका भाई। अंश के इस कदम का केशव की बहन की जिंदगी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा, जिसका प्रभाव सीधे सीधे उसके दांपत्य जीवन पर पड़ेगा। पुलिस कार्रवाई करेगी, जिसका असर इन दोनों परिवारों पर पड़ेगा।
करनाल जिला के मुनक गांव में विकास कार्यों को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद ने तूल पकड़ लिया है। पंचायत के कई प्रमुख कामों पर सवाल उठने के बाद अब पंचों ने सरपंच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पंचों का कहना है कि गांव के लिए दिखाए जा रहे विकास कार्य धरातल पर नजर नहीं आ रहे, वहीं आवश्यक बैठकों और प्रक्रियाओं का पालन भी नहीं हो रहा। आरोप यह भी है कि पंचायत से जुड़ा अधिकांश काम नियमों के विपरीत तरीके से हो रहा है, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। पंचों का आरोप-11 करोड़ के विकास कार्य केवल कागजों में पूरे दिखाए पंचों ने कहा कि गांव में लगभग 11 करोड़ रुपए के विकास कार्य दिखाए गए हैं, लेकिन मौके पर कोई ठोस काम पूरा नहीं हुआ। कई काम शुरू तो हुए, पर आज तक पूरे नहीं हो पाए। पंचों के अनुसार पूरा काम कागजों में दिखाकर गबन किया गया है और इससे ग्राम पंचायत के संसाधनों का भारी दुरुपयोग हुआ है। सिर्फ नाम की सरपंच, पूरा काम करते है पति ओमप्रकाश गांव मुनक की सरपंच फूल कुमारी हैं, लेकिन पंचों का आरोप है कि पंचायत का कोई भी काम वह स्वयं नहीं करतीं। पंचों के मुताबिक, सारे प्रोजेक्ट, फाइलें और हस्ताक्षर उनके पति ओमप्रकाश करते हैं। पंचायत कार्यालय से लेकर बैठकों तक, हर जगह उनकी सक्रियता रहती है, जबकि सरपंच शायद ही कभी गांव या कार्यालय में दिखाई देती हैं। महिला पंचों को पूरे दिन कार्यालय में बैठाकर रखा जाता है पंचों ने आरोप लगाया कि महिला पंचों को बिना आवश्यकता बुलाकर कार्यालय में पूरे दिन बैठाया जाता है और बाद में शाम को घर भेज दिया जाता है। इससे कोई भी महिला पंच अपने नियमित कार्य नहीं कर पाती और लगातार परेशान रहती है। पंचों ने लगाए दबाव बनाने और धमकी देने के आरोप पंच सपना, कमला, सुशील कुमार, नीतू, मोहित, पूजा रानी, महेंद्र सिंह, राजकुमार, रेखा देवी, मनदीप सिंह, रीना रानी और कुलदीप ने बताया कि जब प्रस्ताव तैयार होते हैं और साइन करने का समय आता है, तो कोई पंच मना कर दे तो सरपंच या उनका पति धमकी देते हैं कि उन्हें सस्पेंड करा दिया जाएगा। इससे सभी पंचों पर अनुचित दबाव बनाया जाता है। फाइलों और निधि का पूरा नियंत्रण ओमप्रकाश के पास: अविश्वास प्रस्ताव में आरोप पंचों द्वारा डीसी को सौंपे गए अविश्वास प्रस्ताव में लिखा है कि पंचायत की सभी फाइलें और निधि पर नियंत्रण ओमप्रकाश का है। सरपंच फूल कुमारी न तो पंचायत कार्यालय आती हैं और न ही ग्राम सभा की बैठकें बुलाती हैं। ग्रामीण जब उनके घर जाते हैं, तो वहां भी उनसे मुलाकात नहीं हो पाती। पंचायत की किसी भी बैठक की सूचना पंचों को नहीं दी जाती। 19 में से 12 पंच हुए सरपंच के खिलाफ, कार्रवाई की मांग कुल 19 में से 12 पंचों ने संयुक्त रूप से यह अविश्वास प्रस्ताव जिला उपायुक्त को सौंपा है। पंचों ने कहा कि उन्होंने 31 अक्टूबर 2025 को बीडीपीओ मुनक को भी लिखित रूप में अविश्वास प्रस्ताव दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस वजह से अब उन्होंने जिला स्तर पर मामला उठाया है और सरपंच को तत्काल पद से हटाने की मांग की है। पंचों ने कहा-निष्पक्ष जांच हो, पद रिक्त किया जाए अविश्वास प्रस्ताव में स्पष्ट लिखा गया है कि सरपंच फूल कुमारी केवल नाम मात्र की सरपंच हैं और सभी कार्य उनके पति ओमप्रकाश द्वारा करवाना पूर्णतः अवैध है। पंचों का कहना है कि अगर समय रहते कार्रवाई नहीं हुई, तो गांव का विकास पूरी तरह रुक जाएगा। इसलिए उन्होंने मांग की कि सरपंच का पद तत्काल प्रभाव से रिक्त घोषित किया जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाए। ग्रामीणों में भी बढ़ी नाराजगी, डीसी से कार्रवाई की उम्मीद पंचों का कहना है कि गांव के लोग भी लगातार शिकायत कर रहे हैं कि कई काम अधूरे पड़े हैं और फाइलों में ही पूरे दिखाए जा रहे हैं। पंचों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द कार्रवाई करेगा, ताकि गांव में पारदर्शी और सही तरीके से विकास कार्य आगे बढ़ सकें।
मध्य प्रदेश की राजनीति, नौकरशाही और अन्य घटनाओं पर चुटीली और खरी बात का वीडियो (VIDEO) देखने के लिए ऊपर क्लिक करें। इन खबरों को आप पढ़ भी सकते हैं। 'बात खरी है' मंगलवार से रविवार तक हर सुबह 6 बजे दैनिक भास्कर ऐप पर मिलेगा। मामा का शायराना अंदाज, लोगों ने पूछ लिए सवालसंसद में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का शायराना अंदाज दिखा। उन्होंने विपक्ष पर तंज करते हुए कहा- वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती, हम आह भी भरते हैं तो हो जाते हैं बदनाम..। इस पर सदन तालियों से गूंज उठा। शिवराज सिंह चौहान एमएसपी पर उपज खरीदी को लेकर राज्यसभा में विपक्ष के सवालों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि हम रिकॉर्ड मात्रा में किसानों की उपज एमएसपी पर खरीदने का काम कर रहे हैं, जबकि यूपीए सरकार ने तो लागत पर 50% मुनाफा घोषित करने तक से मना कर दिया था। शिवराज सिंह ने राज्यसभा का ये वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी शेयर किया। जिस पर लोगों ने कई तरह के कमेंट किए। इनमें कुछ ये हैं - मंत्री विजयवर्गीय का विधानसभा अध्यक्ष को सुझावमध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र पर शादियों का सीजन भारी पड़ गया। खासकर सत्र के आखिरी दिन सदन में ज्यादातर कुर्सियां खाली नजर आई। कई विधायक आए ही नहीं। आलम ये था कि जिन विधायकों ने सवाल लगाए थे, उनमें से भी कई शादियों के चलते सदन में मौजूद नहीं रह सके। किसी के परिवार में शादी थी, तो किसी के रिश्तेदार की। इस पर संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर को एक सुझाव दे दिया। उन्होंने कहा कि शादी-ब्याह के सीजन में सत्र न बुलाएं। सत्र तय करने से पहले शादी के मुहूर्त देख लिए जाए। विजयवर्गीय की इस बात पर जमकर ठहाके लगे। कई विधायक दबी जुबान ये कहते नजर आए कि मंत्री जी कह तो सही रहे हैं। महिला कांग्रेस नेता ने कर दी कार्यकर्ता की फजीहतदेवास में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की फजीहत हो गई। इसका वीडियो सामने आया है। हुआ यूं कि महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा हाल ही में देवास पहुंची थी। कार्यकर्ता उनसे मिलने पहुंचे। लेकिन वो कार से उतरी ही नहीं। इतना ही नहीं कार के शीशे तक चढ़ा लिए। इससे कार्यकर्ता मायूस नजर आए। महिला नेता से मिलने और उनके साथ फोटो खिंचवाने की उनकी हसरत धरी की धरी रह गई। हालांकि ये बताया गया कि अलका लांबा किसी मीटिंग में ऑनलाइन जुड़ी थी। ये वीडियो सोशल मीडिया पर आने पर यूजर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कोई कह रहा है कि ये कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बेइज्जती है। तो कोई कह रहा है कि कांग्रेस नेताओं के इसी रवैये के कारण पार्टी की आज ये स्थिति हो गई है। .. बता दें कि रीना बोरासी को मप्र महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया है। रीना जब पदभार ग्रहण करने भोपाल आई तो अलका लांबा उनके साथ थी। दोनों नेता उज्जैन से रोड शो के रूप में देवास होते हुए भोपाल पहुंचे थे। इंदौर में सड़क पर आई कांग्रेस पार्टी की गुटबाजीइंदौर में कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई सड़कों पर आ गई है। कुछ कार्यकर्ता गांधी भवन के सामने मौन धरना प्रदर्शन करते नजर आए। इनका कहना है कि पार्टी ऐसे लोगों को तवज्जो दे रही है, जिन्होंने पार्टी को नुकसान पहुंचा। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फूल छाप कांग्रेसी, जिन्होंने पार्टी के प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा ऐसे नेता को कोई पद नहीं दिया जाए। अब पार्टी इनकी कितनी सुनती है, ये तो पता नहीं, लेकिन कांग्रेस की गुटबाजी एक बार फिर सामने आ गई है। बात खरी है सीरीज की ये कड़ी भी पढ़ें...झुकेगा नहीं.. 'पुष्पा' की मोहन सरकार को चुनौती: मंत्री बोले- तो बंद हो जाएगा राशन-पानी मध्य प्रदेश में किसी 'पुष्पा' ने फिर सरकार को चेतावनी दी है। पहले वन विभाग के दफ्तर से चंदन का पेड़ काटकर चुरा ले गए थे। अब विधानसभा परिसर में चंदन का पेड़ काट दिया। चंदन चोरों ने ये दुस्साहस उस वक्त दिखाया, जब विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा था। पूरी खबर पढ़ें..
वृंदावन के कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने हरियाणा की शिप्रा शर्मा के साथ जयपुर में सात फेरे लिए। जयपुर में 101 पंडितों ने फेरे और शादी की रस्में पूरी करवाईं। दुल्हन शिप्रा शर्मा गोल्डन कलर की साड़ी में नजर आईं। पूरे देश से आए संतों ने वर-वधू को आशीर्वाद दिया। धीरेंद्र शास्त्री की शादी को लेकर कुमार विश्वास ने मजाकिया अंदाज में कहा कि- अब इन्हीं का नंबर है। VIDEO देखिए
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कानपुर में गलन वाली ठंड ने दस्तक दे दी है। प्रदेश में ठंडे शहरों की बात करें तो कानपुर की रातें बुधवार व गुरुवार को लगातार दो दिन प्रदेश में सबसे ठंडी रहीं। गुरुवार रात शहर का न्यूनतम तापमान 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 5.4 डिग्री कम है। हालांकि दोपहर में निकलने वाली धूप से अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 1.4 डिग्री कम है। ठंडी हवाएं करा रही गलन का एहसास शहर के मौसम की बात करें तो देर शाम होते ही ठंडी हवाएं आमजन को गलन वाली ठंड का एहसास करा रही हैं। रात होते होते तापमान की बात करें तो दिन से करीब 18-19 डिग्री गिर रहा है जो कि दिन की अपेक्षा रात में सर्दी को बढ़ा रहा है। सर्दी से बचाव के लिए आमजन ने अलाव जलाने के साथ साथ घरों में ब्लोवर व हीटर जलाने शुरु कर दिए हैं। इसके अलावा बाजारों में स्वेटर, जैकेट, मफलर व टोपे की डिमांड को बढ़ा दिया है। अभी और गिरेगा तापमान मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पूरे उत्तर भारत में हिमाचल से लेकर कश्मीर तक तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। आगे भी तापमान गिरने की संभावना है। बारिश ने होने के चलते सर्दी शुष्क रहेंगे। दिन में तेज धूप निकलेगी लेकिन छाया में खड़े होने पर सर्दी का एहसास होगा। यह स्थितियां एक सप्ताह तक बनी रहेंगी। दिसंबर में ऐसा रहा तापमान न्यूनतम तापमान के गिरने की बात करें तो वह एक दिसंबर को 7.7 डिग्री सेल्सियस था। इसके बाद गलन वाली ठंड ने दस्तक दी और तापमान रोजाना गिरना शुरु हो गया। दो दिसंबर को न्यूनतम तापमान 6.7 डिग्री रहा। इसके बाद अचानक तीन दिसंबर को तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई और वह 11 डिग्री पहुंच गया। चार दिसंबर को तापमान घटा जो कि 5.7 डिग्री तक आ गया। वहीं, पांच दिसंबर को और घटकर 4.2 डिग्री रिकार्ड किया गया।
यूपी के गोरखपुर में जीआरपी (GRP) ने 19 नवंबर को 55 लाख रुपए कीमत के 248 मोबाइल उनके मालिकों को लौटाए। मेरठ रेंज की पुलिस इस साल 5 हजार मोबाइल रिकवर करके लोगों को वापस कर चुकी है। ये वो मोबाइल हैं, जो चोरी या खो चुके थे। इन मोबाइलों की रिकवरी संभव हुई है सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) पोर्टल से। प्रदेश में अक्टूबर–2025 में इस पोर्टल पर मोबाइल गुम होने या ब्लॉक करने की करीब पौने 3 लाख शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 57761 मोबाइल बरामद कर लिए गए। आंकड़े बताते हैं कि अब जो मोबाइल रिकवर होते हैं, उसमें 50 फीसदी रिकवरी इसी पोर्टल की वजह से हो पा रही है। केंद्र सरकार का मोबाइल एप ‘संचार साथी’ इसी पोर्टल का ही हिस्सा है जिस पर देशभर में हल्ला मचा। हालांकि, भारी विरोध के बाद इसे सरकार ने ऐच्छिक कर दिया है। आखिर गुम मोबाइल कैसे बरामद होते हैं? गुम मोबाइलों की कंप्लेंट रजिस्टर करने की प्रक्रिया क्या है? पुलिस कैसे उन्हें ढूंढती है? लूट-चोरी के मोबाइलों को खपाने का नेटवर्क क्या है? पढ़िए पूरी रिपोर्ट... सबसे पहले तीन केस स्टडी DIG बोले– मोबाइल चालू होते ही लोकल पुलिस के पास आता है अलर्ट CEIR पोर्टल पर इन मोबाइलों की शिकायत और रिकवरी का प्रोसेस समझने के लिए हमने मेरठ रेंज के DIG कलानिधि नैथानी से बात की। उन्होंने बताया– भारत सरकार के दूरसंचार विभाग का एक पोर्टल सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (ceir.gov.in) है। यदि किसी का मोबाइल कहीं चोरी या गुम हुआ है तो संंबंधित व्यक्ति उस पोर्टल पर कंप्लेंट रजिस्टर कर सकता है। एक प्रावधान तो ये होता है कि व्यक्ति संबंधित पुलिस स्टेशन पर जाकर अपनी शिकायत दे सकता है। दूसरा माध्यम ये पोर्टल है। एफआईआर के साथ–साथ इस पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने से ये फायदा होता है कि भविष्य में कभी भी अगर वो फोन चालू होगा तो एक अलर्ट जारी हो जाता है। उदाहरण के तौर पर महाराष्ट्र से चोरी हुआ फोन अगर मेरठ में चालू होता है तो मेरठ में लोकल पुलिस के पास अलर्ट मैसेज आ जाता है। हर जिले में साइबर सेल को इसका नोडल बनाया गया है। फिर हम लोकल स्तर पर एक टीम गठित करके उस मोबाइल को रिकवर करना सुनिश्चित करते हैं। DIG ने बताया– मैं हाल ही में हापुड़ जिले के एक थाने पर गया। वहां मुझे एक ऐसा व्यक्ति मिला, जिसका मोबाइल दो साल पहले खो गया था और इसी पोर्टल के जरिए अपना मोबाइल पाकर वो काफी खुश था। मेरठ रेंज में इस साल पांच हजार से ज्यादा फोन इसी पोर्टल के जरिए रिकवर हो चुके हैं। यूपी से चीन, दुबई, नेपाल तक बिकने जाते हैं लूट–चोरी के मोबाइल मेरठ पुलिस ने अक्टूबर–2019 में मोबाइल चोरों का इंटरनेशनल गैंग पकड़ा था। करीब एक करोड़ रुपए कीमत के मोबाइल रिकवर हुए थे। ये गैंग मेरठ में ब्रह्मपुरी का शरद गोस्वामी चला रहा था। शरद सहित 7 आरोपी पकड़े गए थे। खुलासा हुआ था कि लूट–चोरी के मोबाइलों की सप्लाई चीन, दुबई, नेपाल तक होती है। शरद गोस्वामी ने ऐसा गैंग तैयार कर रखा था, जो सरेराह लोगों से मोबाइल लूटता था। इसके बाद 100–100 के पैकेट तैयार करके ये मोबाइल विदेश भेजे जाते थे। मेरठ के अलावा भी यूपी के कई शहरों में इसी तरह के गैंग पकड़े गए हैं। दरअसल, भारत के मोबाइल जब विदेश में जाकर बिक जाते हैं तो उन्हें ट्रैक करना संभव नहीं होता। क्योंकि भारत के मोबाइल में जो IMEI नंबर होता है, वो विदेश में रन नहीं हो पाता। इसलिए अगर लूट–चोरी का मोबाइल एक बार विदेश चला गया तो पुलिस उसे कभी ट्रैक नहीं कर सकेगी। संचार साथी एप बताएगा फोन चोरी का है या नहीं? हाल ही में संचार साथी एप का मामला चर्चाओं में है। दरअसल, ये एक साइबर सिक्योरिटी टूल है। ये 17 जनवरी 2025 को मोबाइल एप के रूप में पेश किया गया। सरकार के अनुसार– अगस्त 2025 तक 50 लाख से अधिक बार इस एप को डाउनलोड किया जा चुका है और इस एप के जरिए अब तक 37 लाख गुम मोबाइलों को खोजा जा चुका है। बीते दिनों कुछ मीडिया रिपोर्ट्स आईं कि सरकार इस एप को नए फोन में अनिवार्य रूप से इंस्टॉल कराने जा रही है। विपक्ष ने इसका खूब विरोध किया। जिसके बाद सरकार ने स्पष्ट कहा है कि नए मोबाइल्स में इस एप की अनिवार्यता नहीं है। यूजर्स अपनी इच्छा के मुताबिक इस एप को इंस्टॉल या अन-इंस्टॉल कर सकते हैं। यूजर्स जब इस एप को फोन में खोलते हैं तो सबसे पहले ये मोबाइल नंबर मांगता है। नंबर डालने पर एक OTP आता है। OTP दर्ज करते ही वो फोन इस एप से कनेक्ट हो जाता है। इसके बाद ये एप फोन के IMEI नंबर को पहचान लेता है और उसको दूरसंचार विभाग की सेंट्रल इक्विपमेंट आईडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) के डेटाबेस से जांचता है। इससे ये पता चल जाता है कि मोबाइल कहीं चोरी की तो नहीं, कोई एफआईआर तो नहीं, या चोरी का मामला तो दर्ज नहीं। फोन ब्लैक लिस्टेड तो नहीं है। ये एप हिन्दी और 21 अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध है। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... कफ सिरप का मास्टरमाइंड गिड़गिड़ाया, बोला-बेगुनाह हूं:योगीजी जांच करवाइए...सबूत दूंगा; अखिलेश भ्रम न फैलाएं मैंने कोई जहरीली सिरप नहीं बेची। मेरी द्वारा बेची गई दवाओं से बच्चों की मौत नहीं हुई। मैं क्लियर करना चाहता हूं, ये सभी बातें झूठी हैं। फेंसिडिल (Phensydil) सिरप न तो जहरीली है, न ही प्रतिबंधित है। न ही इससे बच्चों की मौत हुई है। सपा प्रमुख अखिलेश और अन्य नेताओं से मैं कहना चाहता हूं कि ऐसी राजनीति न करें। लोगों को भ्रम में न डालें। मैं सीएम योगी से हाथ जोड़कर कहता हूं कि मैं बेगुनाह हूं। मुझे फंसाया जा रहा है। सीएम जी, हमारी मदद कीजिए। आप जांच करा लीजिए। मेरे पास हर तरह के सबूत हैं। पढ़ें पूरी खबर
'मैंने सूद पर कुछ पैसे लिए थे। कई गुना देने के बाद भी कर्ज खत्म ही नहीं हो रहा। सूदखोर मुझे एक बार पकड़कर मार चुका है और हमेशा जान से मारने की धमकी दिलवाता है। जान बचाने के लिए इधर-उधर भागता रहता हूं। मैं अब अपनी जिंदगी से हार चुका हूं…।' ये दर्द कुशीनगर के शिक्षामित्र अश्विनी मिश्रा के हैं। उन्होंने बुधवार को पडरौना में ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी थी। मौत को गले लगाने के पहले उन्होंने 4 पन्ने की सुसाइड नोट भी लिखा। इसके अलावा उन्होंने एक वॉट्सऐप ग्रुप पर अपनी आर्थिक हालत को बयां करते हुए साथी शिक्षकों से मार्मिक अपील भी की थी। अश्विनी की मौत की सूचना के बाद सैकड़ों शिक्षक उनके अंतिम संस्कार में पहुंचे। एक टीचर तो भावुक हो गए। पढ़िए पूरी रिपोर्ट पहले पढ़िए सुसाइड नोट में क्या लिखा... अश्विनी मिश्रा ने सुसाइड नोट में लिखा: मैंने सूदखोर घनश्याम वर्मा से कुछ पैसे लिए थे। जितना पैसा लिया था उससे ज्यादा ही दे चुका हूं लेकिन वो 10% सैकड़ा के हिसाब से मेरे ऊपर ब्याज चढ़ा रहा है। ब्याज पर ब्याज जोड़ रहा है। मुझे एक बार पकड़कर मार चुका है और अपने दो आदमियों से हमेशा मारने पीटने और जान से मारने की धमकी दिलवाता है। मैं जान बचाने के लिए इधर-उधर भागता रहता हूं। एक बार मुझे जहर देने की बात कर रहा था। लिहाजा मैं सूदखोर के हाथ से मरने से अच्छा है कि आत्महत्या कर लूं। मेरी आत्महत्या करने की वजह घनश्याम वर्मा की है। मैं शासन से प्रार्थना करता हूं कि इन सूदखोर के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ताकि फिर किसी की जान इनकी वजह से न जाए। मेरा मानदेय बढ़ा नहीं लेकिन कर्ज बढ़ता गया। मैं अब अपनी जिंदगी से हार चुका हूं…। शिक्षा मित्र ने सुसाइड लेटर के आखिरी 3 पन्नों पर लिखा– मैं अश्विनी कुमार मिश्रा आप सभी को बताना चाहता हूं कि सुभाष प्रसाद शिक्षा मित्र को उनकी जमीन खरीदने के लिए कई बार में 4 लाख 50 हजार रुपए दे दिए हैं। जिसका गवाह रवि भूषण तिवारी और विक्रम खरवार पखनहां के लोग हैं। आज कई महीनों से न ही मुझे जमीन दे रहे हैं और न ही मेरा पैसा वापस कर रहे हैं। शासन प्रशासन से प्रार्थना है कि सुभाष से मेरे परिवार को पैसा या जमीन दिलाने की कृपा करें। अगले पेज पर लिखा– मेरे साथी केशरी पांडे उर्फ सोनू ने मेरी जमीन लिखाकर भी 3 लाख का चेक देकर उसका पेमेंट नहीं कराया और जब खेत हो गया तो अपना मोबाइल बंद कर लिया। मैंने कई बार कहा लेकिन पैसे नहीं दे रहे हैं। बाद में वो चेक भी बाउंस करा दिया। कृपया उनसे मेरे परिवार को पैसा दिलाने की कृपा करें। वाट्सएप ग्रुप पर भी छलका दर्द अश्विनी ने एक वाट्सएप ग्रुप पर लिखा– मैं अपने जिंदगी से हार चुका हूं, आप लोगों से विनती है कि मेरे परिवार का सहयोग करके मेरे क्रिया कर्म में अपना कुछ सहयोग करें। मेरा साथ देने के लिए श्मशान घाट तक सभी लोग आएं। अब पढ़िए पूरा मामला कुशीनगर मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर अहिरौली बाजार थाना क्षेत्र के बलुआ गांव के अश्विनी मिश्रा (47) 2006 में शिक्षामित्र बने थे। उनके पिता स्व. रामचन्द्र मिश्रा रिटायर्ड शिक्षक थे। कोरोना काल में पिता की मौत हो गई। शुरुआत में अश्विनी अपने ही क्षेत्र के एक प्राइमरी स्कूल में 9 साल तक शिक्षा मित्र रहे। 2015 में सपा सरकार में शिक्षामित्रों का समायोजन किया गया। अश्विनी को उनके गांव से 55 किमी दूर विशुनपुरा ब्लॉक का कंपोजिट विद्यालय परखना दिया गया। उनका वेतन 39 हजार रुपए हो गया। वो अपना गांव छोड़कर यहां किराए पर रूम लेकर रहने लगे। दो साल तक वो पढ़ाते रहे। लेकिन 2017 में सरकार बदलते ही शिक्षा मित्रों को फिर से पुराने वेतन पर तैनात कर दिया गया। उनका मानदेय घटकर 10 हजार रुपए हो गया। अचानक से वेतन कम होने से उनकी आर्थिक स्थिति तंग हो गई। हालांकि, जैसे तैसे वह जीवनयापन कर रहे थे। परिजन बताते हैं कि रोज की भांति, वह बुधवार सुबह स्कूल जाने के लिए निकले थे। लेकिन स्कूल जाने की बजाय वह पडरौना में खड्डा रोड पर रेलवे फाटक के पास गोरखपुर जा रही पैसेंजर ट्रेन के सामने कूद गए। जेब में मिले मोबाइल से पुलिस ने कॉल की तो बेटे ऋषभ और पत्नी सुमन मिश्रा ने पहचान की। पुलिस को मोबाइल में सुसाइड नोट के पन्ने मिले। जिससे सुसाइड का कारण पता चला। साथी टीचर रोते हुए बोले– वो शिक्षामित्र न होता तो जिंदा होता शिक्षा मित्र अश्विनी मिश्रा के अंतिम संस्कार में कप्तानगंज राम जानकी घाट पर सैकड़ों की संख्या में शिक्षा विभाग के कर्मचारी और टीचर पहुंचे। अश्विनी के साथ परखना के कंपोजिट स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर रविभूषण भावुक हो गए। उन्होंने रोते हुए बताया– अश्विनी का 14 साल का बेटा है और 10 साल की बेटी पाखी है। बेटा केंद्रीय आवासीय स्कूल में पढ़ता है। जबकि बेटी एक निजी स्कूल कक्षा 5 में पढ़ती है। कमरे का किराया और बच्चों की पढ़ाई, 10 हजार रुपए में नहीं हो पा रहा था। मानदेय बढ़ने की उम्मीद में उन्होंने कुछ लोगों से ब्याज पर कर्ज ले लिया था। कुछ पैसा उसने जमीन में लगा दिया लेकिन उसके साथ धोखाधड़ी हो गई। अश्विनी की मौत सिर्फ उसकी नौकरी की वजह से हुई है। अगर वह शिक्षामित्र नहीं होता तो आज जिंदा होता। सरकार के शिक्षा मित्रों से जो वादे किए वो झूठे हैं। 24 साल की सेवा के दौरान मानदेय में अठन्नी भी नहीं बढ़ी। 10 हजार भी समय पर नहीं मिलता। समय पर मानदेय नहीं आने की वजह से उसे कर्ज लेना पड़ा ताकि बच्चों की पढ़ाई और रूम का खर्च सब चल सके। उम्मीद थी कि दिन सुधरेंगे... रवि भूषण ने कहा– अश्विनी को उम्मीद थी कि सरकार ध्यान देगी तो दिन सुधरेंगे। स्कूल की रसोइयों तक को वो अपनी जेब से त्योहार पर 2 हजार रुपए दे देता था। मगर हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते चले गए। आलम यह कि इस बार 15 अगस्त को स्कूल आने से पहले वो रोने लगा। कहने लगा कि इस बार मेरे पास अपनी गाड़ी में तेल डलवाने के पैसे नहीं हैं, रसोइयों को कहां से दूंगा। उनको बड़ी उम्मीद होगी कि मैं पैसे दूंंगा, इसलिए मास्टर साहब मैं नहीं आऊंगा। उसकी उम्मीद टूटती जा रही थी। दूसरों को सहारा देने वाला अश्विनी अब अपने ही परिवार को बेसहारा छोड़ गए। साथी शिक्षामित्र को याद करते हुए रवि भूषण फफक कर रो पड़े। मौजूद अन्य साथियों ने रवि भूषण को संभाला। मौजूद लोगों की आंखें नम थीं। दरअसल, अश्विनी परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। राजपूत कॉलोनी में किराए के मकान में परिवार सहित रहते थे। उनकी मौत के बाद पत्नी सुमन बार-बार बेहोश हो रही हैं। बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। बेटा बोला–पापा चाहते थे क्रिकेटर बनूं पिता को मुखाग्नि देने आए बेटे ऋषभ ने कहा– पापा कहते थे कि तुम्हें क्रिकेटर बनाऊंगा, मैं केंद्रीय आवासीय विद्यालय में पढ़ता हूं। एक दिन पहले ही पापा से बात हुई थी तो उन्होंने कुछ ऐसा नहीं बताया। हम लोग को अकेला छोड़कर चले गए। अब पापा का सपना पूरा करूं या परिवार देखूं समझ नहीं आ रहा। इतना कहते हुए ऋषभ का गला भर आया। शिक्षक संघ बोला– सरकार मुआवजा और नौकरी दे यूपी प्राथमिक शिक्षक संघ के मंडल महामंत्री ओमकार नाथ पासवान ने कहा– अब ₹10000 में गुजारा नहीं हो पाता लेकिन सरकार गूंगी बहरी बनी हुई है। नतीजा हर रोज प्रदेश भर में कई शिक्षामित्र काल के गाल में समा रहे हैं। सरकार को सभी शिक्षा मित्रों की सुधि लेनी चाहिए। अश्विनी के परिवार को मुआवजा और नौकरी देनी चाहिए। शिक्षामित्र हरिलाल प्रसाद ने कहा– प्रदेश के लगभग डेढ़ लाख शिक्षामित्रों के साथ सरकार भेदभाव कर रही है। जिले में ही ढाई हजार से अधिक शिक्षामित्र हैं जो 24 सालों से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। अन्य प्रदेशों में 10 साल भी जिन्होंने नौकरी की, उसका वेतन बढ़ा। लेकिन उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं है। ------------------ ये खबर भी पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट: विदा होकर आई दुल्हन, पीछे से आई चाचा–ताऊ की लाशें:कासगंज में दूल्हे का भाई बोला- हत्यारे ने बदला लिया कासगंज में जिस सपा नेता के घर में दुल्हन विदा होकर आई, उसी घर में 10 घंटे बाद दूल्हे के चाचा और ताऊ की लाश पहुंची। लाल जोड़े में आई दुल्हन और दूल्हा खुद को कोसते रहे। वे कहने लगे कि जहां से एक दिन बैंडबाजे के साथ बारात विदा हुई थी, पूरा परिवार खुशियां मना रहा था। अब वहीं से परिवार के 2 लोगों की लाशें उठ रहीं, ये मंजर देखा नहीं जा रहा। हत्यारे ने छोटी सी बात पर चाचा-ताऊ और मौसा को रौंद दिया। इसके बाद तेजी से कार भगाकर फरार हो गया। पूरी खबर पढ़ें
2000 के आसपास का पूर्वांचल। श्रीप्रकाश शुक्ला की मौत से पैदा हुए पावर वैक्यूम ने अमित मोहन वर्मा को खड़ा किया था। पूर्वांचल के डॉक्टरों में इस नाम की इतनी दहशत थी कि शाम ढलने के बाद वे घर से निकलने में कतराते थे। आलम ये था कि अस्पताल और क्लिनिक जल्दी बंद होने लगे। अमित के अपराध का पूरा कारोबार रंगदारी यानी जबरन वसूली पर चलता था, लेकिन तरीका काफी अलग था। इसे पकड़ना इसलिए चुनौती थी क्योंकि सारा काम यानी धमकी से लेकर वसूली तक इसके ‘लड़के’ करते थे। 20-22 साल के गैंग मेंबर जो खबर भी देते और ट्रिगर भी दबाते थे। आज ‘एनकाउंटर’ में कहानी कुख्यात गैंगस्टर अमित मोहन वर्मा की। जिसका मानना था, डॉक्टर बोरियों में पैसा कमाते हैं और रंगदारी के लिए परफेक्ट और आसान टारगेट हैं। वजह, इनके साथ कोई सिक्योरिटी नहीं रहती… किस्सा 1: मरीज बनकर हास्पिटल में घुसा, रंगदारी वसूली छात्रसंघ चौराहे पर राज हॉस्पिटल का ओपीडी हमेशा की तरह भरा हुआ था। आई स्पेशलिस्ट डॉ. अनिल श्रीवास्तव केबिन में मरीज देख रहे थे। दवाइयों की गंध की वजह से कमरे में अजीब सा भारीपन था। तभी एक दुबला-पतला लड़का धीरे से अंदर आया। डॉ. अनिल ने सहजता से पूछा- “हां, क्या परेशानी है?” लड़का कुर्सी पर बैठा और जानबूझकर आवाज भारी करके बोला- “अमित मोहन वर्मा का नाम सुने हो डाक्टर…” डॉ. अनिल ने चश्मा थोड़ा ऊपर किया- “कौन... नहीं… नहीं सुना।” लड़का, डॉक्टर के थोड़ा नजदीक आकर बोला- “तो अब सुन लो। चुपचाप 40 हजार पहुंचा दो… नहीं तो जान से जाओगे।” डॉ. अनिल का गला सूख गया। लड़का खड़ा हुआ और बिना किसी हड़बड़ाहट के दरवाजे की ओर बढ़ा। फिर रुककर पीछे मुड़े बिना बोला- “तीन दिन में इंतजाम कर लेना। हमें पता है तुम्हारा घर, तुम्हारी क्लिनिक… सब कुछ।” उसी शाम डॉ. अनिल अपने घर में सोफे पर बैठे टीवी देख रहे थे, तभी फोन की घंटी बजी। कांपते हाथ से उन्होंने रिसीवर उठाया। “हैलो…” दूसरी तरफ से एक भारी आवाज आई- “अमित मोहन वर्मा बोल रहे हैं। सुना है डाक्टर लोगों की जान बचाता है, लेकिन गोरखपुर में डाक्टरों की जान सिर्फ हम बचा सकते हैं।” डॉ. अनिल को क्लिनिक का वो लड़का याद आया। उन्होंने हकलाते हुए पूछा- “तुम… तुम चाहते क्या हो?” उधर से आवाज आई- “बादाम खाया करो डाक्टर, इतनी जल्दी भूल गए... 40 हजार…” अचानक कॉल कट गया। कमरे में सन्नाटा था। डॉ. अनिल सोफे का हत्था कसकर पकड़े थे। माथे पर पसीना था। काफी देर तक ऐसे ही बैठे सोचते रहे। “पुलिस के पास जाएं या नहीं? किसी को बताएं या नहीं?” 3 दिन बाद, रात 10:30 बजे हॉस्पिटल के बाहर सुनसान कैंट रोड पर एक बाइक रुकी। हेलमेट पहने एक लड़का अंदर आया और सीधे डॉ. अनिल के सामने आकर खड़ा हो गया। “पैसे…” डॉक्टर ने एक पॉलिथीन उसकी ओर बढ़ाई। फिर धीमी आवाज में कहा- “पैसे पूरे हैं, प्लीज अब परेशान मत कीजिएगा।” लड़का मुस्कुराया- “अगर किसी को बताया, इस्पेसली पुलिस को तो जान से जाओगे।” इतना कहकर लड़का बाहर निकला, बाइक स्टार्ट की और अंधेरे में गुम हो गई। किस्सा 2: घर के बाहर चाइल्ड स्पेशलिस्ट को मारी गोली 14 मार्च 2004, शाम का वक्त सूरजकुंड इलाके में चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ. जेपी सिंह की क्लिनिक। चैंबर में फोन की घंटी बजी। डॉ. सिंह ने फोन उठाया- “डाक् साब, काम तो दस लाख का है, लेकिन आपके लिए सिर्फ एक लाख... इतने में सब ठीक हो जाएगा।” डॉ. सिंह को कुछ समझ नहीं आया। उन्होंने हैरानी से पूछा- “किस काम के पैसे, क्या ठीक हो जाएगा?” उधर से हंसी की आवाज आई। “सुरक्षित रहना है तो खर्चा तो करना पड़ेगा डाक् साब।” डॉक्टर समझ गए कि फोन पर कौन है। सख्त आवाज में कहा- “मेरी मेहनत का पैसा है। किसी मवाली को नहीं दूंगा। फोन रखो।” उधर से आवाज आई- “सोच लीजिए… एक लाख, अंजाम अच्छा नहीं होगा।” डॉ. सिंह ने तेज आवाज में कहा- “फोन रखो…” फोन कट गया, दूसरी तरफ अमित मोहन वर्मा था। ऐसे बेखौफ अंदाज में रंगदारी के लिए मना किए जाने से चिढ़ गया था। सिगरेट सुलगाते हुए बोला- “बहुत अकड़ है डाक्टर में…। पता करो कहां आता-जाता है, कब लौटता है।” एक लड़का बोला- “मंगलवार को हनुमान मंदिर जरूर जाता है। उस दिन घर भी जल्दी लौटता है।” अमित ने मेज पर हाथ मारा। “उसी दिन काम कर दो।” 16 मार्च 2004, मंगलवार की शाम डॉ. जेपी सिंह मंदिर में प्रसाद चढ़ाकर लौट रहे थे। गली-मोहल्लों में क्रिकेट कमेंट्री की आवाजें आ रही थीं। भारत-पाकिस्तान मैच में टीम इंडिया जीत रही थी। लेकिन शहर में एक और खेल होना था, जिसकी पिच खून से रंगने वाली थी। डॉ. सिंह की कार घर में अंदर जाने के लिए मुड़ी। तभी हेडलाइट की रोशनी में तीन लोग सामने खड़े नजर आए। एक आदमी मोटरसाइकिल पर बैठा था। दूसरा गेट के नजदीक खड़ा था। तीसरा चादर लपेटे था। डॉ. सिंह ने गाड़ी रोकी तभी एक आदमी खिड़की के पास आकर बोला- “डाक् साब, जरा एक बार देख लीजिए, बच्चा बहुत बीमार है।” डॉक्टर ने हैंडब्रेक लगाते हुए कहा- “क्लिनिक आओ। घर में चेकअप कैसे होगा?” आदमी कागज का एक टुकड़ा आगे बढ़ाकर बोला- “आपने ही आज का समय दिया था। देख लीजिए, बहुत तकलीफ में है बच्चा।” डॉक्टर ने हैरानी के साथ पर्ची देखी- “कौन सा बच्चा? नाम तो बताइए…” इसी समय चादर लपेटे तीसरे आदमी ने बाइक वाले से कहा- “तैयार रहना। एक झटके में निकलना है।” बाइक वाला फुसफुसाया- “जल्दी करो… सड़क एकदम खाली है।” कार के पास खड़ा आदमी फिर बोला- “साब, जल्दी देख लीजिए। बच्चा बहुत रो रहा है।” डॉक्टर ने ध्यान से पर्ची देखी और बोले- “ये मेरी पर्ची नहीं लग…” वाक्य पूरा भी नहीं हुआ था कि तीसरे आदमी ने खिड़की वाले आदमी को धक्का दिया और पिस्टल तान दी। डॉ. सिंह कुछ समझते इससे पहले ही- ताड़, ताड़, ताड़… गोलियों की आवाज ऊपर कमरे तक सुनाई दी। डॉ. सिंह का बेटा इशांत क्रिकेट मैच देख रहा था, बोला- इंडिया के जीतने से पहले ही पटाखे फूटने लगे। तभी डॉ. सिंह की पत्नी रेखा ने आवाज दी- “इशांत, जरा नीचे देखो। शायद तुम्हारे पापा आ गए हैं।” इशांत टीवी से नजर हटाए बिना बोला- “अभी आते होंगे मां। मैच भी तो चल रहा है…” दो-चार मिनट गुजर गए। रेखा ने बेचैनी से कहा- “मैं नीचे देखकर आती हूं।” सीढ़ियां उतरकर देखा, कार खड़ी थी। रेखा पास गईं और कार का दरवाजा खोला। दरवाजा खुलते ही डॉ. सिंह की लाश उनके ऊपर लुढ़क गई। रेखा चीख उठीं- “हे भगवान… ये क्या हो गया।” चीख अंधेरी गली को चीरकर पूरे मोहल्ले में फैल गई। इशांत दौड़ता हुआ ऊपर से आया। मोहल्ले के लोग जुटने लगे। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अचानक क्या हो गया। डॉ. सिंह को तुरंत उनके ही क्लिनिक ले जाया गया। खून काफी बह चुका था। डॉ. सिंह के एक साथी डॉक्टर ने धीमी आवाज में कहा- डॉक्टर सिंह नहीं रहे। किस्सा 3: डॉक्टर की हिम्मत से धरा गया अमित जून, 2004 डॉ. आलोकेश बागची, गोरखपुर के फेमस सर्जन। उम्र करीब 50 साल, दाढ़ी और बाल सफेद हो चले थे लेकिन चाल-ढाल में वही पुराना गुरूर। क्लिनिक से लौटने के बाद घर में बैठे किताब पढ़ रहे थे तभी फोन बजा। दूसरी तरफ से आवाज आई- “20 लाख पहुंचा दो। ज्यादा अकड़ दिखाओगे तो अखबार में छपोगे।” बागची ने हंसते हुए कहा- “ट्रेनिंग लेकर आओ बेटा, आवाज कांप रही है तुम्हारी।” और फोन काट दिया। अगले दिन क्लिनिक में फोन आया। घंटी बजती रही लेकिन बागची ने फोन नहीं उठाया। शाम करीब साढ़े सात बजे एक लड़का डॉ. बागची के कैबिन में घुसा और हाथ बांधकर खड़ा हो गया। मूंछें रुआब से तनी थीं लेकिन चेहरा मरीज जैसा। डॉ. बागची ने पूछा- “क्या बात है?” लड़का वहीं से बोला- “फोन क्यों नहीं उठा रहे? याद रखना, तुम्हारा भी जेपी सिंह वाला हाल होगा।” डॉ. बागची धीरे से खड़े हुए और लड़के के पास जाकर बोले- “किसी की मौत का नाम लेकर मुझे डराओगे? तुम लोगों को लगता है हर आदमी डरकर पैसे दे देगा? मैं उन लोगों में से नहीं हूं।” लड़के ने दांत पीसकर कहा- “फिर सोच लो। अंजाम बहुत बुरा होगा।” डॉ. बागची उसकी आंख में आंख डालकर देखते रहे। लड़का बाहर निकल गया। उन्होंने अपना डर जाहिर नहीं होने दिया लेकिन बात हद से ज्यादा बढ़ चुकी थी। उसी शाम वे SSP ऑफिस पहुंचे। SSP बीबी बक्शी को पूरा किस्सा सुनाया। फिर बोले- “बक्शी साब, एक बात साफ कर दूं। मैं किसी अमित मोहन वर्मा से नहीं डरता। मैंने जिंदगीभर ऑपरेशन थिएटर में मौत की आंखों में झांका है। कोई मवाली मुझे धमकाए, ऐसा न हीं होगा। अब बताइए,मैं क्या करूं?” SSP बक्शी ने मेज पर दोनों हाथ रखे और थोड़ा सा आगे झुककर बोले- “डॉक्टर साब, पहली बार किसी ने हिम्मत दिखाकर अमित के खिलाफ शिकायत दी है। इसे ढूढ़ने में देर नहीं लगेगी।” सिपाही की पिस्टल छीनी, मुठभेड़ में मारा गया SSP बक्शी ने प्लानिंग शुरू कर दी। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) की तीन-चार टीमें बनाई गईं। यूपी, बिहार, नेपाल जहां भी वर्मा की लोकेशन मिलती, पुलिस दबिश डालने में देर नहीं करती। पुलिस लाइन का कंट्रोल रूम रात-दिन बिजी रहता। “कॉल ट्रेसिंग शुरू करो”, “नेटवर्क स्कैनिंग ऑन रखो”, “रात में रेड होगी, पूरी तैयारी रखो” हर रात पुलिस की लाल-नीली बत्तियां चमकतीं। कभी गांव-कभी शहर... अमित मोहन का सुराग जरूर मिलता, लेकिन वो हाथ नहीं आ रहा था। 7 मई 2004 SOG के एक मुखबिर ने खबर दी। “साब… अमित और रामायण उपाध्याय इलाहाबाद में हैं। कल यूनिवर्सिटी के पास दिखे थे।” खबर मिलते ही SSP ऑफिस में हलचल शुरू हो गई। आधे घंटे के अंदर गोरखपुर पुलिस और SOG की तीन गाड़ियां एक साथ रवाना हुईं। ओपी तिवारी, नागेश मिश्रा और शिवपूजन यादव को एक-एक टीम का जिम्मा मिला। इलाहाबाद (अब प्रयागराज) पहुंचने तक शाम हो चुकी थी। खबर थी कि अमित मोहन वर्मा अपने लड़कों से कॉन्टैक्ट करने लिए PCO आता है लेकिन समय और PCO बूथ बदलता रहता है। इलाहाबाद पुलिस की मदद ली गई। शहर के हर बूथ पर अमित की फोटो के साथ खबरी तैनात कर दिया गया। रात करीब 10 बजे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से पास वाले PCO पर दो लोग नजर आए। एक लंबा आदमी फोन पर बात करने लगा और दूसरा बाहर खड़ा इधर-उधर देख रहा था। खबरी ने अपना काम कर दिया, लेकिन पुलिस पहुंचती इससे पहले दोनों वहां से निकल गए। पुलिस पहुंची तो मुखबिर ने बताया कि 2 मिनट पहले ही निकले हैं। पुलिसवाले सादी वर्दी में थे, इसलिए तेज कदमों से पैदल ही चल दिए। कुछ दूर चलकर एक चाय की दुकान पर दोनों नजर आए। SOG टीम आसपास फैल गई। सभी ने पोजिशन ले ली। दारोगा ओपी तिवारी ने इशारा किया, चार-पांच पुलिसवाले दोनों के करीब पहुंचे। कोई कुछ समझ पाता, इससे पहले SOG टीम ने पिस्टल निकाल लीं। अमित मोहन और रामायण उपाध्याय पकड़े गए, लेकिन कहानी यहां खत्म नहीं हुई। SOG टीम जल्द से जल्द दोनों को लेकर गोरखपुर पहुंचना चाहती थे। फिर भी कानूनी लिखा-पढ़ी में रात के 1 बज गए। दारोगा नागेश मिश्रा ने कहा- “अब क्या आराम कीजिएगा, 1 तो बज ही गए हैं। गोरखपुर ही निकला जाए।” गोरखपुर पहुंचते-पहुंचते 7 बज चुके थे। नॉर्मल ग्राउंड के पास पुलिस की जीप रुकी। सभी की आंख में रात भर की थकान दिख रही थी। लेकिन अमित और रामायण के दिमाग में खुराफात चल रही थी। जीप रुकते ही अमित ने धीमी आवाज में कहा- “साब, बाथरूम जाना है।” ओपी तिवारी ने कहा- “जो कुछ करना है थाने चलकर करना, अभी कुछ नहीं।” रामायण बोल पड़ा- “साब बहुत लंबा रस्ता था, बहुत तेज लगी है।” तिवारी ने सिपाहियों की तरफ इशारा किया। अमित और रामायण नीचे उतरे। सिपाही उन्हें पकड़कर टॉयलेट की तरफ लेकर जाने लगे। कुछ दूर चलकर अमित दौड़ पड़ा। सिपाही चिल्लाया- “ए… भाग रहा है।” रामायण ने एक सिपाही की कमर से पिस्टल खींच ली और गोली चला दी। पुलिस और SOG की टीम चारों तरफ फैल गई। हड़बड़ी में अमित और रामायण नॉर्मल ग्राउंड के भीतर घुस गए। दारोगा शिवपूजन यादव ने लाउड स्पीकर पर कहा- “कोशिश बेकार है, तुम दोनों घिर चुके हो। हथियार डाल दो।” लेकिन रामायण ने फिर गोली चला दी। दोनों एक दीवार के पीछे छिपे हुए थे। तिवारी ने चिल्लाकर कहा- “आखिरी बार कह रहा हूं, हथियार नीचे रखो।” अमित हंसा- “हम ऐसे नहीं मरेंगे।” रामायण ने दो गोलियां फिर दाग दीं। SOG ने कवर पकड़ लिया और फिर जवाबी गोलियां चलने लगीं। कुछ ही मिनटों के बाद में दोनों तरफ से फायरिंग रुक गई। मिट्टी खून से लाल हो चुकी थी। सालों का खौफ नॉर्मल ग्राउंड में निढाल पड़ा था। अगली सुबह प्रदेश के सभी बड़े अखबारों की हेडलाइन बनी- “गैंगस्टर अमित मोहन और रामायण ढेर” *** स्टोरी एडिट- कृष्ण गोपाल *** रेफरेंस जर्नलिस्ट- आनंद राय, एसपी सिंह | डॉ इशांत सिंह (डॉ जेपी सिंह के बेटे), डॉ आलोकेश बागची (विक्टिम) भास्कर टीम ने पुलिस, पीड़ितों और जानकारों से बात करने के बाद सभी कड़ियों को जोड़कर ये स्टोरी लिखी है। फिर भी घटनाओं के क्रम में कुछ अंतर हो सकता है। कहानी को रोचक बनाने के लिए क्रिएटिव लिबर्टी ली गई है। ----------------------------------------------------------- 'एनकाउंटर' की ये स्टोरी भी पढ़ें... कालिया के इशारे पर पहली बार लखनऊ में चली AK-47; पूर्व मंत्री को घर में घुसकर मारा, रमेश यादव कैसे बना 'लखनऊ का बाप' 90 का दशक था। लखनऊ का बाघामऊ गांव (चिनहट के पास) बारूद की तरह सुलग रहा था। वर्चस्व की लड़ाई में गांव दो हिस्सों में बंट चुका था। एक तरफ थे अयोध्या प्रसाद यादव और दूसरी तरफ रघुनाथ यादव। एक शाम, अयोध्या प्रसाद घर लौट रहे थे। तभी खेत में छिपे कुछ लोग निकले। धांय… धांय… धांय… पूरी स्टोरी पढ़ें... लखनऊ में बाहुबली को बीच सड़क 126 गोलियां मारीं, जान बचाने के लिए पुलिसवालों को जनेऊ की दुहाई दे रहा था श्रीप्रकाश लखनऊ के पॉश इलाकों में से एक इंदिरानगर। शांत और साफ-सुथरी सड़कें। स्प्रिंगडेल स्कूल के आसपास काफी चहल-पहल थी। तभी ठांय… ठांय… ठां…ठां…ठां… अचानक कान फोड़ देने वाली आवाज आने लगी। लगा जैसे किसी ने पटाखे की लड़ी चला दी हो, लेकिन आवाज पटाखों की नहीं, गोलियों की थी। पूरी स्टोरी पढ़ें...
नमस्कार, कल की बड़ी खबर भारत-रूस के बीच हुए 19 बड़े समझौते से जुड़ी रही। दूसरी बड़ी खबर इंडिगो की 1700 से ज्यादा उड़ानें रद्द होने की रही। यात्रियों को परेशान देखकर सरकार बैकफुट पर आई। ⏰ आज का प्रमुख इवेंट, जिस पर रहेगी नजर... कल की बड़ी खबरें... 1. भारत-रूस में डिफेंस डील नहीं, रूसी नागरिकों को 30 दिन का फ्री वीजा मिलेगा भारत दौरे पर आए रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने PM मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक, प्रेस कॉन्फ्रेंस और बिजनेस फोरम में हिस्सा लिया। भारत-रूस के बीच 19 बड़े समझौते हुए, जिनका लक्ष्य व्यापार और सहयोग बढ़ाना है। भारतीयों के लिए रूस में नौकरी आसान होगी और रूसियों को भारत में 30 दिन का फ्री वीजा मिलेगा। दोनों देश अपनी करेंसी में ट्रेड बढ़ाएंगे और तेल-गैस सप्लाई मजबूत करेंगे। 2030 तक व्यापार 100 अरब डॉलर तक ले जाने का लक्ष्य तय हुआ है। हालांकि, दोनों देशो के बीच डिफेंस डील का ऐलान नहीं हुआ है। मोदी ने रूसी सेना में भर्ती भारतीयों का मुद्दा उठाया: PM मोदी ने रूसी सेना में शामिल भारतीयों का मुद्दा उठाया। उन्होंने पुतिन से भारतीयों की सुरक्षित वापसी की मांग की। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, कम से कम 44 भारतीय रूसी सेना में फंसे हुए हैं। खबर से जुड़े 3 अहम अपडेट्स... पढ़ें पूरी खबर... 2. इंडिगो की 1700+ फ्लाइट रद्द, एयरपोर्ट्स पर मारपीट के हालात; दूसरी फ्लाइट्स का किराया 10 गुना बढ़ा देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो चार दिनों में 1700 से ज्यादा फ्लाइट रद्द कर चुकी है, जिससे यात्रियों में गुस्सा बढ़ गया है। स्टाफ की कमी और DGCA के नए नियमों के कारण हालात बिगड़े। पैसेंजर्स को दूसरी फ्लाइट के लिए 10 गुना तक ज्यादा किराया देना पड़ा। बुकिंग साइट MakeMyTrip के मुताबिक, 6 दिसंबर को दिल्ली-बेंगलुरु फ्लाइट किराया 40 से 80 हजार रुपए रहा। इंडिगो ने कहा कि हालात 15 दिसंबर तक सामान्य होंगे। सरकार ने आदेश वापस लिया: केंद्र सरकार ने पायलटों को हफ्ते में 48 घंटे आराम देने वाला नियम वापस ले लिया। अब पहले की तरह उन्हें 36 घंटे का आराम मिलेगा। नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि सरकार ने संकट की वजह और जिम्मेदारी पता लगाने के लिए हाईलेवल जांच शुरू की है। खबर से जुड़े 4 अहम अपडेट्स... पढ़ें पूरी खबर... 3. कफ सिरप का मास्टरमाइंड गिड़गिड़ाया, बोला- बेगुनाह हूं, योगीजी जांच करवाइए...सबूत दूंगा वाराणसी के कोडीन सिरप तस्करी का मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल शुक्रवार को पहली बार सामने आया। उसने 13 मिनट का वीडियो जारी किया। बोला- योगीजी मैं बेगुनाह हूं। आप मामले की जांच करवाइए।बाहुबली धनंजय सिंह के साथ तस्वीरों पर भी सफाई दी। कहा- मेरे किसी भी नेता और राजनीतिक पार्टी से संबंध नहीं हैं। फोटो-वीडियो कैसे वायरल हो रहे, मुझे नहीं पता। शुभम अभी फरार है। STF उसे तलाश रही है। उसके पिता भोला प्रसाद जायसवाल के मुताबिक, वह दुबई में है। भोला को सोनभद्र पुलिस ने कोलकाता से गिरफ्तार किया है। वह थाईलैंड भागने की तैयारी में था। शुभम के साथी अमित सिंह टाटा और STF से बर्खास्त कॉन्स्टेबल आलोक सिंह को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। कोडीन सिरप का मास्टरमाइंड बोला- अखिलेश अफवाह फैला रहे सपा प्रमुख अखिलेश और अन्य नेताओं से मैं कहना चाहता हूं कि ऐसी राजनीति न करें। लोगों को भ्रम में न डालें। मैं सीएम योगी से हाथ जोड़कर कहता हूं कि मैं बेगुनाह हूं। मुझे फंसाया जा रहा। सीएम जी, हमारी मदद कीजिए। आप जांच करा लीजिए। मेरे पास हर तरह के सबूत हैं। पढ़ें पूरी खबर... 4. पान मसाला-सिगरेट पर नया टैक्स लगेगा, वित्त मंत्री बोलीं- पैसे का इस्तेमाल नेशनल सिक्योरिटी में होगा वित्त मंत्री ने कहा कि टैक्स सिर्फ हानिकारक चीजों पर लगाया जाएगा, जरूरी वस्तुओं पर नहीं। सरकार पान मसाला और सिगरेट पर नया टैक्स लगाएगी। इस टैक्स से आने वाला पैसा नेशनल सिक्योरिटी पर खर्च होगा, ताकि कारगिल जैसे हालात में बजट की कमी न पड़े। लोकसभा में बिल पास हो गया है, जिससे ये प्रोडक्ट महंगे होंगे। वित्त मंत्री ने कहा कि यह टैक्स आम लोगों पर बोझ नहीं डालेगा और सिर्फ हानिकारक वस्तुओं पर ही लगेगा। विपक्ष ने विरोध किया: विपक्षी सांसदों ने सरकार के फैसले का विरोध किया। RLP सांसद हनुमान बेनीवाल ने पूछा कि जब आप पान मसाला महंगा कर रहे हैं, तो सेलेब्रिटी इसके विज्ञापन क्यों कर रहे हैं? इस पर रोक क्यों नहीं है? इसके खिलाफ सरकार क्या कर रही है? पढ़ें पूरी खबर... 5. आजम के बेटे को फिर 7 साल की सजा, आजम के खिलाफ BJP विधायक की नई याचिका सपा नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला को फिर 7 साल की सजा हुई है। रामपुर की MP/MLA कोर्ट ने फर्जी पासपोर्ट मामले में शुक्रवार को अब्दुल्ला को दोषी करार दिया। एक घंटे बाद उनको सजा सुनाई। 50 हजार का जुर्माना भी लगाया। रामपुर जेल में बंद अब्दुल्ला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से कोर्ट में पेश हुए। जन्मतिथि में फर्जीवाड़ा करने के मामले में यह अब्दुल्ला की तीसरी सजा है। 18 दिन पहले फर्जी पैन कार्ड मामले में बाप-बेटे यानी आजम और अब्दुल्ला को 7-7 साल की सजा सुनाई गई थी। 17 नवंबर से दोनों रामपुर जेल में बंद हैं। BJP विधायक ने बढ़ाईं आजम की मुश्किलें इधर, फर्जी पैन कार्ड मामले में सजा बढ़ाने को लेकर भाजपा विधायक आकाश सक्सेना ने रामपुर कोर्ट में याचिका दायर की। आकाश के वकील रोहिताश कुमार पांडेय ने कहा- जिन धाराओं में आजम-अब्दुल्ला को सजा हुई है, उनमें आजीवन कारावास का प्रावधान है। लेकिन 7 साल की सजा दी गई। हमने सजा बढ़ाने की मांग की है। पढ़ें पूरी खबर... 6. जयपुर में हुई कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय की शादी, दूल्हे के पीछे बैठे धीरेंद्र शास्त्री वृंदावन के कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने जयपुर में शिप्रा शर्मा से शादी की। तिरुपति बालाजी मंदिर जैसे बने मंडप में 101 पंडितों ने रस्में कराईं। धीरेंद्र शास्त्री, कुमार विश्वास, देवी चित्रलेखा सहित कई हस्तियां पहुंची। धीरेंद्र शास्त्री की शादी को लेकर कुमार विश्वास ने मजाकिया अंदाज में कहा कि- अब इन्हीं का नंबर है। पढ़ें पूरी खबर... आज का कार्टून ⚡ कुछ अहम खबरें हेडलाइन में… ️ बयान जो चर्चा में है... खबर हटके... बुजुर्गों का अकेलापन दूर कर रही हैं AI गुड़िया दक्षिण कोरिया में कई बुजुर्ग अकेलेपन से जूझ रहे हैं, इसलिए उनके लिए AI वाली रोबोट गुड़िया बनाई गईं। ये 7 साल के बच्चे जैसी आवाज में बात करती हैं, साथी बनती हैं और सेंसर से उनकी सुरक्षा पर नजर रखती हैं। ह्योडोल कंपनी की 12,000 से ज्यादा गुड़िया बुजुर्गों को दी जा चुकी हैं। इससे डिप्रेशन कम होता है, हालांकि कुछ लोग गोपनीयता पर सवाल उठा रहे हैं। फोटो जो खुद में खबर है भास्कर की एक्सक्लूसिव स्टोरीज, जो सबसे ज्यादा पढ़ी गईं… करेंट अफेयर्स ⏳आज के दिन का इतिहास बाजार का हाल ️ मौसम का मिजाज कर्क राशि वालों की इनकम का नया सोर्स बनेगा और दुगना फायदा होने के योग हैं। कुंभ राशि वालों को उम्मीद से ज्यादा फायदा हो सकता है। जानिए आज का राशिफल... आपका दिन शुभ हो, पढ़ते रहिए दैनिक भास्कर ऐप… मॉर्निंग न्यूज ब्रीफ को और बेहतर बनाने के लिए हमें आपका फीडबैक चाहिए। इसके लिए यहां क्लिक करें...
झांसी में पोस्ट ऑफिस के कर्मचारी ने अपनी पत्नी की केयर टेकर महिला से 4 साल तक रेप किया। पत्नी लकवाग्रस्त थी। उनकी देखभाल के लिए महिला को घर पर रखा था। फिर नजदीकी बढ़ाकर 4 साल तक संबंध बनाता रहा। अब आरोपी घर से उसे निकालना चाहता था, मना करने पर मारपीट कर दी। फिर अस्पताल में भर्ती कराकर भाग गया। पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने शुक्रवार को आरोपी डाक कर्मी समेत 3 लोगों पर रिपोर्ट दर्ज की है। 4 माह पहले आरोपी डाक कर्मी रिटायर हो चुका है। पूरा मामला नवाबाद थाना क्षेत्र के शिवाजी नगर का है। 4 साल तक डाककर्मी के घर में रही बरुआसागर कस्बे की रहने वाली एक महिला ने पुलिस को बताया- मैं अपने परिवार के साथ शिवाजी नगर में किराए से रहती थी। मैं सिलाई का काम करती थी और पति बेरोजगार था। एक दिन दुग्गल पाण्डेय आए और बोले कि हमारे मित्र अनूप व्यास पोस्ट ऑफिस में कार्यरत हैं। उनकी पत्नी लकवाग्रस्त है। पत्नी की सेवा करने के लिए एक महिला की जरूरत है। इसके बदले में रहने, खाना के साथ अच्छा वेतन मिलने का लालच दिया। महिला तैयार हो गई। तब दुग्गल पांडेय महिला को शिवाजी नगर में आरटीओ ऑफिस के पास अनूप व्यास के मकान पर ले गया। वहां अनूप ने तीसरी मंजिल पर टीनशेड में रहने के लिए महिला के परिवार की व्यवस्था कर दी। पति को भी पोस्ट ऑफिस में लगवा दिया। 4 साल चला अफेयर महिला ने आगे बताया- कुछ महीने बाद अनूप व्यास ने नजदीकी बढ़ा ली। मुझे और बच्चों को हमेशा साथ रखने का भरोसा देकर वह संबंध बनाने लगा। ये सब 4 साल तक चलता रहा। आरोपी की हरकतों की वजह से उसका बेटा अपने परिवार के साथ दिल्ली में रहने लगा। इस वजह से मैंने संबंध तोड़ना चाहा। मगर आरोपी मुझे धमकाने लगा कि तेरे पति और बच्चों को सब बता दूंगा। इसके बाद भी छोड़कर जाने की कोशिश की, लेकिन आरोपी ने बदनाम करने की धमकी देकर जाने नहीं दिया। एक महीने पहले छोड़ना चाहता तो आरोपी ने बच्चों को सबकुछ बता दिया। इसलिए परिवार बच्चाें को लेकर चला गया। घर से निकालना चाहता था महिला ने आगे बताया- आरोपी ने भरोसा दिया कि प्लाट पर मकान बनवा दूंगा। फिर पत्नी और बच्चों को छोड़कर मेरे साथ रहेगा। मगर अब आरोपी बोला कि मेरे बेटे और बहू आ रहे हैं। इसलिए घर से निकलना होगा। मना करने पर मारपीट की। फिर अस्पताल में छोड़कर भाग गया। आरोपी अनूप व्यास लगभग 4 महीने पहले रिटायर हो चुका है। नवाबाद थाना प्रभारी जेपी पाल ने बताया कि महिला की तहरीर पर अनूप व्यास, दुग्गल पांडेय और मोनू पांडेय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।
उत्तर से आ रही बर्फीली हवा से राजस्थान में हाड़ कंपाने वाली सर्दी शुरू हो गई है। शेखावाटी के इलाकों में रात का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया। ओस जमने से खेतों में पाला पड़ना शुरू हो गया है। इससे फसलों को नुकसान हो रहा है। शुक्रवार को राज्य के 15 से ज्यादा शहरों में ही तापमान सिंगल डिजिट में दर्ज हुआ। जयपुर में इस सीजन पहली बार तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने राज्य में अगले कुछ दिन इसी तरह कड़ाके की सर्दी का अलर्ट जारी किया है। फतेहपुर सबसे सर्द, लगातार गिर रहा तापमान पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य का सबसे ठंडा इलाका सीकर का फतेहपुर रहा। यहां न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं, बीकानेर के लूणकरणसर में 3.2, सीकर में 3, नागौर में 3.1, अलवर में 5.4, दौसा में 4.6, झुंझुनूं में 6.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड हुआ। राजधानी जयपुर में जयपुर में न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। शेखावाटी के चूरू, सीकर, झुंझुनूं के अलावा नागौर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, अलवर समेत कई शहरों में रात में कड़ाके की सर्दी शुरू हो गई है। दिन का अधिकतम तापमान 25 डिग्री से नीचे सर्द हवाओं और तेज सर्दी के कारण दिन में सूरज की चमक भी फीकी पड़ने लगी है। दिन में तेज धूप के बावजूद तापमान कम दर्ज हो रहा है। अलवर, पिलानी, सीकर, उदयपुर, चूरू, बारां, सिरोही, करौली, प्रतापगढ़, झुंझुनूं, पाली में अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। शुक्रवार सिरोही में सबसे ठंडा दिन रहा, जहां अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अब आगे क्या? मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- राज्य के अधिकांश हिस्सों में अगले एक सप्ताह मौसम साफ रहेगा। इस दौरान अब तापमान में कोई खास उतार-चढ़ाव नहीं होगा। शेखावाटी के एरिया में न्यूनतम तापमान 3 से 5 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज होगा और कहीं-कहीं शीतलहर का प्रभाव रहने की संभावना है।
पंजाब में जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनावों को लेकर शिरोमणि अकाली दल एग्रेसिव मोड पर काम कर रहा है। शिअद ने चुनाव जीतने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने इन चुनावों 027 विधानसभा चुनावों की दिशा तय करने वाला अहम राजनीतिक पड़ाव माना है। उन्होंने पार्टी नेताओं को एग्रेसिव अप्रोच के साथ काम करने को कह दिया है। लेकिन चुनावी तैयारियों के बीच बागी अकाली दल और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के अकाली दल वारिस पंजाब दे ने सुखबीर बादल की चिंता बढ़ा दी है। दोनों गुट सीधे तौर पर शिअद के वोट बैंक में सेंधमारी करेंगे। हलका इंचार्जों को 10 से 15 मीटिंग रोज करने का आदेश सुखबीर बादल ने सभी हलका इंचार्जों को रोजाना कम से कम 10 से 15 राजनीतिक मीटिंग्स करने का टारगेट दिया है। इन बैठकों में बूथ कमेटियों, पंच-सरपंच, असरदार परिवारों और कोर टीम को शामिल करने के निर्देश हैं। उन्होंने जोर देकर कहा है कि किसी भी स्तर पर अगर कार्यकर्ताओं को प्रशासनिक दबाव या राजनीतिक दखल का सामना करना पड़े तो हलका इंचार्ज तुरंत मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाले।सुखबीर ने स्पष्ट कहा कि शिअद कार्यकर्ताओं व उम्मीदवारों को कोई धमकायेगा या डराएगा तो पूरी पार्टी उसके साथ खड़ी होगी। तरनतारन उपचुनाव के बाद बढ़ा हौसला तरनतारन उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल के शानदार प्रदर्शन ने पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं में जोश भर दिया है। पार्टी को उम्मीद है कि विधानसभा चुनाव से पहले जिला परिषद व ब्लॉक समिति चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन कर दिया तो 2027 की राह आसान हो जाएगी। कमजोर क्षेत्रों सुखबीर खुद कर रहे दौरा सुखबीर बादल ने जिला परिषद व ब्लॉक समिति चुनाव के लिए जहां हलका इंचार्जों को जिम्मेदारी सौंपी है वहीं उन हलकों में वो खुद भी दौरा कर रहे हैं जहां पर बागी गुट या अमृतपाल की पार्टी के समर्थक ज्यादा हैं। सुखबीर बादल वहां जाकर कार्यकर्ताओं को उत्साहित कर रहे हैं। अयाली के दाखा हलके में सुखबीर बादल दौरा कर चुके हैं। शिअद की परेशानी के ये हैं मुख्य कारण, जानिए: बागी अकाली नेताओं की गतिविधियां: अकाली दल का सबसे बड़ा सिरदर्द उसका अपना ही बागी खेमा बन रहा है। कई जिलों में बागी नेता ने अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतार दिए। यह बागी नेटवर्क अकाली दल के पारंपरिक वोट बैंक को सीधा नुकसान पहुंचा सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां स्थानीय स्तर पर पार्टी के प्रति नाराजगी पहले से मौजूद है। अमृतपाल सिंह की पार्टी ने देहात में दबदबा: अमृतपाल सिंह की पार्टी अकाली दल वारिस पंजाब का ग्रामीण क्षेत्रों में अच्छा प्रभाव है। इसके अलावा कट्टरपंथी समुदाय भी उनकी पार्टी के समर्थन में है। अकाली दल वारिस पंजाब दे कई जगहों पर अपने उम्मीदवार उतार रही है। ऐसे में अमृतपाल की पार्टी भी शिअद के वोट बैंक में सेंधमारी कर सकती है। लुधियाना में अयाली की ‘आजाद चाल’ : लुधियाना जिले में दाखा हलके से विधायक व शिअद के बागी नेता मनप्रीत सिंह अयाली ने अपने समर्थकों को इस बार आजाद उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतार दिया है। अयाली की यह चाल शिअद की चिंता और बढ़ा रही है। अयाली दाखा हलके में अच्छा प्रभाव है। अयाली का कहना है कि उन्होंने दाखा हलके में आजाद उम्मीदवार के तौर पर उम्मीदवार उतारे हैं।
राजस्थान हाईकोर्ट के 39 जजों को विभिन्न जिलों और न्याय क्षेत्रों की गार्जियनशिप (अभिभावकत्व) की जिम्मेदारी पुनर्व्यवस्था की गई है। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल द्वारा जारी इस आदेश के अनुसार- जजों की सेवानिवृत्ति और स्थानांतरण के परिणास्वरूप पिछले आदेश को निरस्त करनते हुए यह नया आवंटन तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। सभी न्यायाधीश संबंधित जिले में न्यायिक अधिकारियों की दक्षता और सत्यनिष्ठा के आकलन के मामले में अपने क्षेत्र की समीक्षा करेंगे। समय-समय पर मुख्य न्यायाधीश को सलाह देंगे। इसके लिए जज अपने क्षेत्र के दौरे की पूर्व सूचना भी मुख्य न्यायाधीश को देंगे। ताकि कोर्ट के मुख्य कार्यों पर कम से कम प्रभाव पड़े। जानें...किसे कहां की जिम्मेदारी मिली- टूर प्रोग्राम की पूर्व सूचना अनिवार्य आदेश में इन जजों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने टूर प्रोग्राम की सूचना मुख्य न्यायाधीश को अपने दौरे पर जाने से पहले दें। अपने दौरों की योजना बनाते समय इनसे अनुरोध किया गया है कि वे इसे इस तरह समायोजित करें कि जहां तक संभव हो कोर्ट का कार्य प्रभावित न हो। गार्जियनशिप क्या है? गार्जियनशिप न्यायक्षेत्र का मतलब होता है कि किसी बड़े न्यायालय (जैसे- हाईकोर्ट) के एक-एक जज को राज्य के अलग-अलग जिलों के कोर्ट की 'देखरेख' और मार्गदर्शन की जिम्मेदारी देना। इसमें गार्जियन जज अदालतों का कामकाज, ईमानदारी और कार्यक्षमता पर नजर रखते हैं। अगर किसी इलाके में अदालतों से जुड़ी कोई समस्या है। न्याय की गुणवत्ता सुधारनी है, दिशा-निर्देश देने हैं। गार्जियन जज वहां के अधिकारियों को सलाह देंगे। जरूरी जानकारी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को भेजेंगे। इससे पूरे राज्य की न्यायिक व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहती है। इन बातों का ध्यान रखेंगे जज
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) ने CET-2025 के रिजल्ट जारी होने के बाद अभ्यर्थियों से आपत्तियां मांगी है। इसको लेकर आयोग की ओर से ग्रीवांस रिज्यूलेशन कमेटी बनाई है। आयोग के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने खुद ये जानकारी साझा की है। चेयरमैन ने लिखा है कि जारी हुए परिणाम को लेकर यदि किसी उम्मीदवार को कोई भी आपत्ति हो तो वे अपनी आपत्ति आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक पर दे सकते है। आयोग द्वारा कल (शुक्रवार) को सीईटी एग्जाम का रिजल्ट जारी किया गया है। करीब 50% अभ्यर्थियों ने एग्जाम पास किया है। हालांकि अभी तक आयोग की ओर से इसको लेकर कोई जानकारी साझा नहीं की गई है। यहां देखिए आयोग के चेयरमैन का ट्वीट... कमेटी एक महीने में देगी रिपोर्ट हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा बनाई गई ग्रीवांस कमेटी अभ्यर्थियों की आपत्तियों पर करीब एक महीने में अपनी रिपोर्ट बनाएगी। इसके बाद वह आयोग को अपनी रिपोर्ट देगी। चेयरमैन हिम्मत सिंह ने कहा है कि सभी अभ्यर्थियों की सुविधा के लिए दिनांक 6 दिसंबर यानी आज और 7 दिसंबर यानी रविवार को भी आयोग कार्यालय में ग्रीवांस हैंडलिंग टीम मौजूद रहेगी। https://hssc.gov.in/file/ac1f23cd-99c4-13a6-819a -ead0eff60014/publicNotice https://cet2025groupc.hryssc.com आयोग ने इसको लेकर नोटिस लिंक भी जारी किए हैं। 12.50 लाख युवाओं ने दिया एग्जाम करीब चार महीने पहले 26 व 27 जुलाई को 12.50 लाख युवाओं ने सीईटी का एग्जाम दिया था।जिसमें से करीब 50% युवाओं ने एग्जाम क्लियर किया है। यानी करीब छह लाख युवाओं ने ये एग्जाम पास किया है। अब सूबे में यदि जब भी सरकारी नौकरी के लिए आवेदन मांगे जाएंगे तब ये युवा उसके लिए अप्लाई करेंगे। अच्छी खबर यह है कि सूबा सरकार 2026 में तृतीय श्रेणी के लिए करीब 30 हजार पदों पर भर्ती निकालने की तैयारी कर रही है।
सहारनपुर में सहायक अध्यापक, प्रशिक्षित स्नातक (TGT) श्रेणी प्रारंभिक का एग्जाम 6 दिसंबर यानी आज होगा। एग्जाम के लिए 16 सेंटर बनाए गए है। जिनमें 9696 अभ्यर्थी एग्जाम देंगे। जिसमें मैथ में 7488 और हिंदी के 2208 अभ्यर्थी है। ये एग्जाम दो शिफ्ट सुबह 9 बजे से 11 बजे और 3 बजे से 5 बजे में होगा। 16 सेंटरों पर 9696 अभ्यर्थी देंगे एग्जाम परीक्षा 16 एग्जाम सेंटर बनाए गए है। जिसमें कुल 9696 अभ्यर्थी शामिल होंगे। गणित में 7488 तथा हिंदी में 2208 परीक्षार्थी है। ये एग्जाम दो पालियों में होगा। पहली शिफ्ट सुबह 9 से 11 बजे तक रहेगी। जिसमें सामान्य अध्ययन एवं गणित का पेपर होगा। जबकि दूसरी पाली के एग्जाम में सामान्य अध्ययन एवं हिंदी का पेपर 3 बजे से 5 बजे तक होगा। एग्जाम के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट, सेंटर व्यवस्थापकों व पर्यवेक्षकों बनाए गए है। जिससे परीक्षा नकलविहीन और शुचितापूर्ण ढंग से कराई जाए। नकल करते पकड़े जाने पर एफआईआर और एक करोड़ का जुर्माना के अलावा आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। सभी एग्जाम सेंटरों पर पुलिस बल तैनात है। वहीं, परीक्षा की निगरानी सीसीटीवी हो रही है। वहीं, एग्जाम में अभ्यर्थियों को कोई परेशान न हो इसके लिए बिना किसी रुकावट के बिजली, पेयजल है। जबकि अभ्यर्थियों के लिए शौचालय और बैठने की उचित व्यवस्था है। अधिकारी एग्जाम से पहले सेंटरों का निरीक्षण करने पहुंचे। महिला अभ्यर्थियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए है। अभ्यर्थियों के बैग रखने की व्यवस्था और परिवहन विभाग द्वारा बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों को राहत दी गई है। एग्जाम सेंटर में मोबाइल फोन, एंड्रॉइड फोन के अलावा कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पूरी तरह प्रतिबंधित है। नकल करते पकड़े जाने पर तुरंत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। प्रश्नपत्र या आंसर शीट को नष्ट करने, ले जाने और दुर्व्यवहार करने पर कठोर कार्रवाई होगी। ये रहेंगे एग्जाम सेंटर
कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) के ग्रीन सिग्नल के बाद अब भोपाल में मेट्रो के कमर्शियल रन की तैयारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को मेट्रो को हरी झंडी दिखा सकते हैं। ये भी संभावना है कि वे वर्चुअली तरीके से लोकार्पण करें। हालांकि, ये तारीख फाइनल नहीं है, लेकिन तैयारी 13 दिसंबर के हिसाब से ही की जा रही है। फिलहाल स्टेशन के 1 गेट से ही एंट्री-एग्जिट होगी। यानी, जो भी यात्री स्टेशन पर पहुंचेंगे, वे स्टेशन के एक तरफ से ही अंदर-बाहर आ-जा सकेंगे। जिन स्टेशनों पर अभी फिनिशिंग या अन्य काम बचे हैं, उन्हें अगले 3 दिन में पूरा करने का टारगेट है। 10 दिसंबर से सभी स्टेशन बंद कर दिए जाएंगे। ये वीआईपी-वीवीआईपी की सिक्योरिटी के चलते होगा। यदि पीएम भोपाल आएं तो पहले यात्री भी बनेंगेमेट्रो सूत्रों के अनुसार, यदि प्रधानमंत्री मोदी भोपाल आकर मेट्रो का लोकार्पण करते हैं तो वे भोपाल मेट्रो के पहले यात्री भी बन सकते हैं। इसलिए स्टेशनों पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। सुभाषनगर मेट्रो स्टेशन पर कार्यक्रम होगा, क्योंकि यही पर डिपो और सबसे ज्यादा स्पेस है। ऐसे में कार्यक्रम को लेकर किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। अक्टूबर 2023 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और तीन महीने पहले वर्तमान मंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी सुभाषनगर स्टेशन से ही मेट्रो में सफर व निरीक्षण किया था। लोकार्पण के दौरान बंद रहेंगे स्टेशनजानकारी के अनुसार, मेट्रो का जब भी कमर्शियल रन होगा, तब सुभाषनगर को छोड़ बाकी सभी स्टेशन बंद रखे जाएंगे। यह सब सुरक्षा के मद्देनजर होगा। वीआईपी-वीवीआईपी के जाने के बाद आम लोगों के लिए स्टेशन खोल दिए जाएंगे। ताकि, वे मेट्रो का सफर कर सके। प्रायोरिटी कॉरिडोर 6.22 किमी लंबा, 8 स्टेशन आएंगेऑरेंज लाइन का प्रायोरिटी कॉरिडोर 6.22 किलोमीटर लंबा है। इनमें कुल 8 स्टेशन- सुभाषनगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स शामिल हैं। इंदौर में वर्चुअली तरीके से किया था लोकार्पणप्रधानमंत्री मोदी ने 31 मई को भोपाल में हुए कार्यक्रम से ही इंदौर मेट्रो का वर्चुअली तरीके से लोकार्पण किया था। तब उन्होंने भोपाल मेट्रो के लोकार्पण के लिए अक्टूबर में आने की बात कही थी। हालांकि, बिहार में विधानसभा चुनाव के चलते मेट्रो का कमर्शियल रन अक्टूबर में नहीं हो सका। नवंबर में सीएमआरएस की टीम ने निरीक्षण किया और हाल ही में एनओसी दी। इसलिए कमर्शियल रन अब दिसंबर में किया जा रहा है। टिकट मैन्युवली सिस्टम से ही मिलेगीखास बात ये है कि मेट्रो के कमर्शियल रन के दौरान टिकट सिस्टम ऑनलाइन न होते हुए मैन्युवली रहेगा। टिकट कलेक्शन करने वाली तुर्किए की कंपनी का ठेका मेट्रो कॉरपोरेशन कैंसिल कर चुका है। नई एजेंसी आने तक मैन्युवली टिकट कलेक्शन सिस्टम रहेगा। इंदौर में भी यही सिस्टम लागू है। साल 2018 से शुरू हुआ था मेट्रो का कामभोपाल में पहला मेट्रो रूट एम्स से करोंद तक 16.05 किलोमीटर लंबा है। इसमें से एम्स से सुभाष नगर के बीच 6.22 किलोमीटर पर प्राथमिकता कॉरिडोर के तौर पर 2018 में काम शुरू किया गया था। सबसे पहले सुभाषनगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर और रानी कमलापति स्टेशन के काम पूरे हुए। इसके बाद रेलवे ट्रैक के ऊपर दो स्टील ब्रिज बनाए गए। वहीं, आगे के 3- डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स स्टेशनों का काम शुरू हुआ। कुछ महीने पहले ही इनका काम भी पूरा हो गया और अब ये यात्रियों के आने का इंतजार कर रहे हैं। दो साल पहले हुआ था पहला ट्रायलराजधानी में पहली बार मेट्रो 3 अक्टूबर 2023 को पटरी पर दौड़ी थी। तब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुभाष नगर से रानी कमलापति स्टेशन तक मेट्रो में सफर किया था। ये खबरें भी पढ़िए.. भोपाल मेट्रो दौड़ने को तैयार, पर पार्किंग कहीं नहीं कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) ने भोपाल मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर के लिए ग्रीन सिग्नल दे दिया है। इसके बाद लोकार्पण की तैयारियां तेज हो गई हैं। हालांकि, भोपाल में 8 में से 1 भी मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग नहीं है। ऐसे में ये स्टेशन 'दूसरों' की पार्किंग के भरोसे ही रहेंगे। भोपाल मेट्रो की ऑरेंज लाइन का प्रायोरिटी कॉरिडोर 6.22 किलोमीटर लंबा है। इसमें कुल 8 स्टेशन- सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी मॉल, एमपी नगर, रानी कमलापति, डीआरएम तिराहा, अलकापुरी और एम्स शामिल हैं। पढ़े पूरी खबर भोपाल में जल्द दौड़ेगी मेट्रो...पहले 7 दिन फ्री में सफर राजधानी भोपाल जल्द ही मध्यप्रदेश की मेट्रो सिटी बनने जा रहा है। दिसंबर में ही मेट्रो का कमर्शियल रन होगा और फिर आम लोग इसमें सफर कर सकेंगे। कमिश्नर मेट्रो रेल सेफ्टी (CMRS) की टीम फाइनल निरीक्षण करके ग्रीन सिग्नल भी दे चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेट्रो को हरी झंडी दिखाने राजधानी आ सकते हैं। इससे पहले किराया भी तय किया जा रहा है। फेयर कलेक्शन कमेटी भी बना दी गई है। अब तक मेट्रो के किराए को लेकर मंथन भी हो चुका है। एमपी नगर स्टेशन पर तो किराया सूची भी चस्पा दी गई है। हालांकि, मेट्रो कॉरपोरेशन ने आधिकारिक रूप से किराए का खुलासा नहीं किया है, लेकिन इंदौर जैसा मॉडल ही अपनाए जाने की बात कही जा रही है। पढ़े पूरी खबर
इंदौर में शनिवार को होमगार्ड का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। होमगार्ड लाइन में परेड का आयोजन होगा। इसके साथ ही यहां पर कई आयोजन भी होंगे। वहीं, एसडीईआरएफ यहां मॉकड्रिल भी करेगा। होमगार्ड तथा नागरिक सुरक्षा का स्थापना दिवस 6 दिसंबर को मनाया जाएगा। बजे होमगार्ड लाईन बिशप हाउस व्हाईट चर्च के पास इंदौर में स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया है। मंत्री विजयवर्गीय होंगे शामिलनगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। वे परेड का निरीक्षण करेंगे और परेड की सलामी लेंगे। इस मौके पर आकर्षक परेड आयोजित की जाएगी। कार्यक्रम में सिविल डिफेंस द्वारा आत्मरक्षा संबंधी नाटिका का प्रस्तुतिकरण किया जाएगा। एसडीईआरएफ द्वारा मॉकड्रिल की जाएगी और उपकरणों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
इंदौर में जैविक महोत्सव का आयोजन होगा। यह तीन दिवसीय 12, 13 और 14 दिसंबर को जैविक मेला इंदौर के ग्रामीण हाट बाजार, ढक्कनवाला कुआं में चलेगा। महोत्सव में जैविक और प्राकृतिक खेती से जुड़े उत्पादों का सीधा विक्रय और प्रदर्शन किया जाएगा। जिससे उत्पादकों और उपभोक्ताओं के बीच प्रत्यक्ष संवाद स्थापित होगा। यह मेला आत्मा परियोजना, किसान कल्याण व कृषि विभाग और मां रेणुका फूड्स, आनंदम ऑर्गेनिक और शगुन नैचुरल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। इस प्रयास का उद्देश्य है कि इंदौर स्वच्छता के साथ–साथ स्वस्थता के क्षेत्र में भी देश में अग्रणी बने। कोदो कुटकी, कंगनी जैसे अनाज प्रदर्शित होंगेमेला चार आकर्षक भागों में विभाजित रहेगा। मेले का पहला भाग मिलेट्स (श्री अन्न) प्रदर्शनी आधारित होगा। इस प्रदर्शनी में कोदो, कुटकी, कंगनी, रागी, सामा जैसे समृद्ध पोषक तत्वों वाले पारंपरिक अनाज प्रदर्शित किए जाएंगे। नागरिकों को श्री अन्न के महत्व, उपयोग और स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इनका विक्रय भी किया जाएगा। मेले का दूसरा भाग तिलहन प्रदर्शनी का होगा। यह तिलहन और स्वास्थ्य का संगम रहेगा। इस खंड में सरसों, तिल्ली, मूंगफली, अलसी, सूरजमुखी जैसे तिलहनों से घानी द्वारा निकाले गए शुद्ध तेल उपलब्ध रहेंगे। आगंतुकों को शुद्ध स्वदेशी तेलों के गुण, उनकी उपयोगिता एवं स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताया जाएगा। तीसरा ज्ञान सत्र (Knowledge Sessions) होगा। इस सत्र में विशेषज्ञों द्वारा स्वदेशी तेलों के स्वास्थ्य लाभ, तिलहन खेती एवं प्रसंस्करण, मिलेट्स आधारित नवाचार, प्राकृतिक और जैविक खेती तकनीक आदि पर मार्गदर्शन दिया जाएगा। किसानों के लिए यह सत्र विशेष रूप से उपयोगी रहेगा। जैविक उत्पादों से बने पारंपरिक व्यंजन उपलब्ध होंगेमेले का सबसे आकर्षक चौथा भाग स्वाद और सेहत से भरपूर रहेगा। यहां जैविक खाद्य स्टॉल लगाकर जैविक उत्पादों से बने पारंपरिक व्यंजन उपलब्ध होंगे, जैसे दाल-पानिया, मिलेट्स की खिचड़ी, मिलेट्स के पोहे, गिर गाय के दूध से बनी जलेबी सहित अन्य स्वास्थ्यवर्धक खाद्य पदार्थों का विक्रय किया जाएगा। इस मेले के माध्यम से प्रयास है कि नागरिकों को जैविक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया जाए? किसानों को उनके उत्पादों का बेहतर बाजार उपलब्ध हो, मिलेट्स और तिलहन के महत्व को जन–जन तक पहुंचाया जाए और इंदौर को स्वच्छता के साथ-साथ स्वस्थता में भी नंबर–1 बनाया जाए।
मध्य प्रदेश में होम गार्ड्स स्थापना दिवस आज:मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप शामिल होंगे
मध्य प्रदेश में होम गार्ड्स और नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस राज्य में आज मनाया जाएगा। राजधानी भोपाल में मुख्य कार्यक्रम की विस्तृत तैयारी की गई है। यह आयोजन सुबह 10 बजे शुरू होगा और इसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री सलामी लेकर होम गार्ड्स और नागरिक सुरक्षा बल के जवानों के उत्साह को बढ़ाएंगे और प्रदेशवासियों को विशेष संदेश देंगे। होम गार्ड्स राज्य में नागरिक सुरक्षा जैसे संगठन राज्य की आंतरिक सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, भीड़ नियंत्रण, दुर्घटना सहायता और संकट के समय राहत कार्य जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अत्यंत प्रभावी भूमिका निभाते आए हैं। स्थापना दिवस मनाने का उद्देश्य इन सेवाओं के महत्व को याद करना, जवानों के साहस और समर्पण को सम्मान देना और नागरिकों में सुरक्षा तथा जागरूकता की भावना बढ़ाना है। कार्यक्रम में उत्कृष्ट सेवा देने वाले अधिकारियों और जवानों को सम्मानित किए जाना है।
उत्तर से आ रही सर्द हवाओं से मध्यप्रदेश फिर से ठिठुरने लगा है। सबसे ज्यादा असर ग्वालियर, चंबल और सागर संभाग में है। यहां कोहरा भी छा रहा है। गुरुवार-शुक्रवार की रात में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर समेत 19 शहरों में पारा 10 डिग्री से नीचे रहा। प्रदेश में रात के तापमान में औसत 2 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ी राज्य- हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के चलते बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है। यहां से सर्द हवाएं भी एमपी में आ रही है। 7-8 दिसंबर को ठंड का असर और बढ़ेगा। पचमढ़ी से ठंडा रीवा, पारा 5.8 डिग्री पर पहुंचाबीती रात रीवा प्रदेश के इकलौते हिल स्टेशन पचमढ़ी से भी ठंडा रहा। यहां पारा सबसे कम 5.8 डिग्री पर पहुंच गया। भोपाल में 8.2 डिग्री, इंदौर में 11 डिग्री, ग्वालियर में 7.5 डिग्री, उज्जैन में 11.7 डिग्री और जबलपुर में 9.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, राजगढ़-कल्याणपुर में 6 डिग्री, पचमढ़ी में 6.7 डिग्री, सतना के चित्रकूट में 6.8 डिग्री, शिवपुरी में 7 डिग्री, उमरिया में 7.1 डिग्री, नौगांव में 8.2 डिग्री, सतना में 8.6 डिग्री, दमोह-खजुराहो में 9 डिग्री, गुना में 9.5 डिग्री, सीधी में 9.6 डिग्री, मलाजखंड में 9.7 डिग्री और धार में तापमान 9.9 डिग्री रहा। दिन भी सर्द हुए...पचमढ़ी-नरसिंहपुर में पारा 23.2 डिग्रीरात के समय दिन भी सर्द हो गए हैं। शुक्रवार को पचमढ़ी-नरसिंहपुर में 23.2 डिग्री, बैतूल में 23.7 डिग्री, शिवपुरी में 24 डिग्री, धार-सिवनी में 24.4 डिग्री, नौगांव में 24.5 डिग्री, श्योपुर में 24.6 डिग्री, रीवा में 24.8 डिग्री, टीकमगढ़ में 25 डिग्री, दतिया-खजुराहो में 25.1 डिग्री, उमरिया, दमोह-सीधी में 25.2 डिग्री, गुना में 25.4 डिग्री, छिंदवाड़ा में 25.6 डिग्री रहा। 5 बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल में 25 डिग्री, उज्जैन में 26.5 डिग्री, इंदौर में 24.8 डिग्री, ग्वालियर में 25.6 डिग्री और जबलपुर में पारा 25.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिसंबर में भी रिकॉर्ड तोड़ेगी सर्दीमौसम विभाग की माने तो इस बार सर्दी का असर तेज रहा है। भोपाल में नवंबर की सर्दी का 84 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है, जबकि इंदौर में 25 साल में सबसे ज्यादा ठंड पड़ी है। ऐसी ही सर्दी दिसंबर में भी रहेगी। नवंबर में रिकॉर्ड तोड़ चुकी है सर्दीइस बार नवंबर में सर्दी रिकॉर्ड तोड़ चुकी है। भोपाल में लगातार 15 दिन तक शीतलहर चली। रिकॉर्ड के अनुसार, साल 1931 के बाद शीतलहर के यह सबसे ज्यादा दिन है। दूसरी ओर, 17 नवंबर की रात में पारा 5.2 डिग्री तक पहुंच गया, जो ओवरऑल रिकॉर्ड भी रहा। इससे पहले 30 नवंबर 1941 में तापमान 6.1 डिग्री रहा था। इंदौर में भी पारा 6.4 डिग्री ही रहा। यहां भी सीजन की सबसे सर्द रात रही। 25 साल में पहली बार पारा इतना लुढ़का। सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन बताती हैं, इस बार उत्तरी राज्यों में नवंबर के पहले ही सप्ताह में बर्फबारी होने लगी। इस वजह से ठंडी हवाएं प्रदेश में पहुंची। आखिरी सप्ताह में हवा की दिशा बदल गई। जिससे ठंड का असर कम रहा है। ठंड के लिए दिसंबर-जनवरी खासमौसम विभाग के अनुसार, जिस तरह मानसून के चार महीने (जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर) में से दो महीने जुलाई-अगस्त महत्वपूर्ण रहते हैं और इन्हीं में 60 प्रतिशत या इससे अधिक बारिश हो जाती है, ठीक उसी तरह दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ती है। इन्हीं दो महीने में प्रदेश में उत्तर भारत से सर्द हवाएं ज्यादा आती हैं। इसलिए टेम्परेचर में अच्छी-खासी गिरावट आती है। सर्द हवाएं भी चलती हैं। पिछले 10 साल के आंकड़े यही ट्रेंड बताते हैं। वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से दिसंबर में मावठा भी गिरता है। इससे दिन में भी सर्दी का असर बढ़ जाता है। सुबह कोहरा...इसलिए गाड़ी संभलकर चलाने की सलाहप्रदेश में ठंड का असर भले ही कम हुआ हो, लेकिन सुबह व रात में कोहरा छा रहा है। इसलिए एक्सपर्ट ने लोगों को सुरक्षित ड्राइविंग करने की सलाह दी है। मौसम विभाग ने हेल्थ और फसलों को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है। अब जानिए दिसंबर में कैसा रहेगी ठंड? मौसम का ट्रेंड देखें तो दिसंबर में स्ट्रॉन्ग वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आते हैं। वहीं, उत्तरी हवाएं आने से दिन-रात के तापमान में गिरावट होती है। इस बार भी यही अनुमान है। इन जिलों में सबसे ज्यादा सर्दी रहेगी 20-22 दिन चल सकती है कोल्ड वेवमौसम एक्सपर्ट की माने तो दिसंबर में प्रदेश के कई शहरों में कोल्ड वेव यानी सर्द हवाएं चलेंगी। जनवरी में यह 20 से 22 दिन तक चल सकती है। इसलिए रहेगा कड़ाके की ठंड का दौर ला नीना ने दिया ठंड को लंबा धक्का पहाड़ों पर जल्दी बर्फबारी, ठिठुरन बढ़ाई ठंडी हवाएं 25% ज्यादा अंदर तक घुसीं पश्चिमी विक्षोभ का लगातार सक्रिय रहना MP के 5 बड़े शहरों में दिसंबर में ऐसा ट्रेंड भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड हो चुका टेम्प्रेचरभोपाल में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है। इंदौर में 5 से 8 डिग्री के बीच रहा है पाराइंदौर में दिसंबर में रात का तापमान 5 से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। पिछले साल तापमान 8.6 डिग्री तक पहुंच गया था। 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो दिन में पारा 28 से 31 डिग्री के बीच ही रहता है। इस महीने इंदौर में बारिश भी होती है। पिछले 4 साल से बारिश हो रही है। 31 दिसंबर 2015 को दिन का सर्वाधिक तापमान 33 डिग्री दर्ज किया गया था। 27 दिसंबर 1936 की रात में टेम्प्रेचर 1.1 डिग्री रहा था। सर्वाधिक कुल मासिक बारिश वर्ष 1967 को 108.5 मिमी यानी 4.2 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक 53 मिमी यानी 2.1 इंच बारिश 17 दिसंबर 2009 को हुई थी। ग्वालियर में सबसे ज्यादा सर्दीग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। वहीं, रात में पारा 1.8 से 6.9 डिग्री दर्ज किया गया। 6 दिसंबर 2006 को दिन का तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। 26 दिसंबर 1961 को न्यूनतम तापमान 0.4 डिग्री पहुंचा था। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 106.6 मिमी यानी 4.1 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश 13 दिसंबर 2013 को 32.1 मिमी यानी 1.2 इंच हुई थी। जबलपुर में तेज रहता है सर्दी का असरजबलपुर में दिसंबर में बारिश होने का भी ट्रेंड है। 28 दिसंबर 1960 को दिन का तापमान 33.2 डिग्री पहुंच चुका है। 28 दिसंबर 1902 की रात में रात का तापमान 0.6 डिग्री रहा था। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वर्ष 1885 में सर्वाधिक मासिक बारिश 125 मिमी यानी 4.9 इंच हुई थी। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड 68.1 मिमी यानी 2.6 इंच 16 दिसंबर 1885 का है। उज्जैन में भी कड़ाके की ठंडउज्जैन में दिन का औसत तापमान 28.2 डिग्री और रात में 9.4 डिग्री सेल्सियस है। इस महीने औसत 4.6 मिमी बारिश होती है। पिछले पांच साल से उज्जैन में दिसंबर में बारिश हो रही है। 18 दिसंबर 2002 को दिन में टेम्प्रेचर 34.9 डिग्री पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 28 दिसंबर 1968 और 29 दिसंबर 1983 को रात में पारा 0.5 डिग्री पहुंच चुका है। वर्ष 1997 में कुल मासिक बारिश 119.4 मिमी यानी 4.7 इंच बारिश हो चुकी है। 24 घंटे में सर्वाधिक बारिश की बात करें तो 11 दिसंबर 1967 को 35.3 मिमी यानी 1.3 इंच बारिश हुई थी।
इंजीनियरिंग कॉलेज में शुक्रवार को एक तरफ जहां सिविल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर डॉ. उमेश पेंढारकर ने प्रभारी प्राचार्य का चार्ज लिया, वहीं पूर्व प्राचार्य डॉ. जेके श्रीवास्तव को रीवा ट्रांसफर के आदेश पर हाईकोर्ट से स्टे मिल गया। इंजीनियरिंग कॉलेज में डॉ. पेंढारकर और डॉ. श्रीवास्तव के बीच कुछ महीनों से विवाद चल रहा है। 12 दिनों के भीतर तीसरी बार प्राचार्य बदलने के आदेश जारी हुए। गुरुवार को तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग ने डॉ. पेंढारकर को प्रभारी प्राचार्य का प्रभार सौंपने के आदेश जारी किए। आदेश में उन्हें संस्था प्रमुख एवं आहरण एवं संवितरण अधिकारी भी घोषित किया गया। इसके बाद शुक्रवार दोपहर डॉ. पेंढारकर ने पदभार ग्रहण कर लिया। इधर, विभाग ने 23 नवंबर को डॉ. श्रीवास्तव को प्रोफेसर पद पर इंजीनियरिंग कॉलेज, रीवा ट्रांसफर का आदेश जारी किया था, जबकि डॉ. श्रीवास्तव केमिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर हैं और उज्जैन के अलावा प्रदेश के किसी भी शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में यह ब्रांच नहीं है। इसके आधार पर डॉ. श्रीवास्तव ने मप्र हाईकोर्ट, इंदौर में याचिका दायर की थी। डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि उच्च न्यायालय से ट्रांसफर पर स्थगन मिला है। इस स्थिति में डॉ. श्रीवास्तव भी अब उज्जैन कॉलेज में रहकर केमिकल इंजीनियरिंग ब्रांच में कार्य करेंगे। एक-दूसरे के खिलाफ जांच और शिकायतों से बढ़ता गया विवाद इंजीनियरिंग कॉलेज में पदस्थ रहते हुए डॉ. पेंढारकर और डॉ. श्रीवास्तव के बीच पुरानी अनबन चली आ रही थी। दोनों के बीच का विवाद तब गहराने लगा, जब डॉ. श्रीवास्तव के प्रभारी प्राचार्य रहते हुए उन्होंने डॉ. पेंढारकर के प्राचार्य कार्यकाल में कॉर्पस फंड से बिना स्वीकृति के 1.80 करोड़ रु. के फेस लिफ्टिंग कार्य को लेकर जांच करवाई। इसमें वित्तीय अनियमितता और दस्तावेजों को नियम विरुद्ध रखने एवं जांच समिति के समक्ष दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाने के संबंध में एफआईआर के लिए एसपी और नानाखेड़ा थाना प्रभारी को पत्र लिख दिए। इधर, जब डॉ. पेंढारकर प्रभारी प्राचार्य बने तो उन्होंने डॉ. श्रीवास्तव के कार्यकाल में हुई आर्थिक अनियमितताओं की एक छात्र संगठन की शिकायत पर जांच करवाई, जिसमें कमेटी की अनुशंसाओं के आधार पर डॉ. श्रीवास्तव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के लिए विभागीय मुख्यालय को भी पत्र भेजा गया। प्राचार्य पद को लेकर दोनों में रस्साकसी भी चलती रही और दोनों न्यायालय तक भी पहुंचे। न्यायालय के निर्णय और याचिका को निरस्त करने के फैसले के बाद डॉ. पेंढारकर प्राचार्य बने और दूसरी बार फिर डॉ. श्रीवास्तव ने प्राचार्य का चार्ज लिया। नवंबर में जब डॉ. श्रीवास्तव प्रभारी प्राचार्य थे, तब आधी रात को डॉ. पेंढारकर ने कुछ फैकल्टी मेंबर के साथ कॉलेज भवन में प्रवेश किया, जिसको लेकर अगले दिन दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ पुलिस को लिखित शिकायत कर एफआईआर की मांग की।
गंदगी करने वालों पर नगर निगम ने 25 हजार से अधिक का जुर्माना लगाया
उज्जैन | नगर निगम स्वास्थ्य अमले ने 25 हजार से अधिक का जुर्माना वसूला। इसमें गंदगी करते पाए जाने पर 17 हजार, खुले में भट्टी जलाने पर 2 हजार, थूकने पर 500, भवन निर्माण सामग्री सड़क पर फैलाने पर 500, प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग करने पर 4 हजार का जुर्माना वसूला गया।
मौसम का हाल:सुबह के साथ देर रात कोहरा, दिन और रात के तापमान में 14.8 डिग्री का अंतर
दिसंबर के पहले सप्ताह में कोहरे का दायरा बढ़ने लगा है। अलसुबह के साथ देररात को भी धुंध दिखाई देने लगी है। दिन और रात के तापमान में अंतर भी बढ़ता जा रहा है। मौसम विभाग ने एक सप्ताह में कड़ाके की ठंड का अनुमान लगाया है। शहर में एक दिन में दो मौसम दिखाई दिए। दिन में हल्की तपन, जबकि शाम ढलने के साथ सर्द हवा का दौर भी शुरू हो गया है। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 26.5 और न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री रहा। ऐसे में दिन और रात के तापमान में 14.8 डिग्री का अंतर आ रहा है। यह एक सप्ताह में सबसे ज्यादा है। आर्द्रता की बात करें तो यह सुबह 78 और शाम को 52 फीसदी रही। हवा की रफ्तार सुबह शून्य और शाम को 6 किलोमीटर दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ, ऊपरी हवा के चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में उत्तर पंजाब और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 3.1 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। जिसके प्रभाव से मैदानी क्षेत्रों में सर्द हवा महसूस की जा रही है। इसी तरह एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ माध्य क्षोभ मंडलीय पश्चिमी पवनों में एक टर्फ के रूप में माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर अवस्थित है। ऐसे में एक सप्ताह में ठंड का दायरा और बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। सुबह-सुबह शहर में कोहरा छाया रहा। इसके बाद दोपहर में तेज धूप निकली, जिससे लोगों को राहत मिली।
दमदमा का क्लीनिक एक साल से सामुदायिक भवन के हॉल में लग रहा
वार्ड 52 के दमदमा का संजीवनी क्लीनिक अब भी सामुदायिक भवन के छोटे हॉल में चल रहा है, क्योंकि उसका पुराना जर्जर भवन एक साल पहले खाली करा दिया था। नए भवन का निर्माण स्वीकृति के अभाव में रुका है, जिससे मरीजों और स्टाफ को लगातार असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। शादी और आयोजनों में क्लीनिक प्रभावित होता है।यहां आने वाले मरीजों और अटेंडरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि भवन निगम की संपत्ति है, इसलिए इसे गिराने के लिए सदन की अनुमति अनिवार्य है। प्रस्ताव सदन में गया भी, लेकिन इस विचार कर वापस प्रस्ताव लाने के निर्देश थे। सीएमएचओ डॉ. अशोक पटेल ने बताया कि निगम भवन हैंडओवर कर देगा, तो हम वहां संचालन शुरू कर देंगे। स्थानीय पार्षद सुलेखा वशिष्ठ ने बताया कि प्रस्ताव सदन तक पहुंच ही नहीं पा रहा है। अधिकारी काम नहीं कर पा रहे, जिसके चलते सामुदायिक भवन में क्लीनिक संचालित करना पड़ रहा है।
जोन कार्यालयों में 13 को नेशनल लोक अदालत
भास्कर संवाददाता |उज्जैन नगर निगम द्वारा शासन के निर्देशानुसार 13 दिसंबर को शहर के सभी जोन कार्यालयों में नेशनल लोक अदालत लगेगी। इस लोक अदालत में शहर के करदाता अपने बकाया संपत्ति कर और जलकर का भुगतान कर निगम द्वारा दी जा रही विशेष छूट का लाभ उठा सकेंगे। नेशनल लोक अदालत के दौरान संपत्ति कर के उन प्रकरणों में, जिनमें कर एवं अधिभार 50 हजार रुपए तक बकाया है, अधिभार पूरी तरह माफ किया जाएगा। 50 हजार से एक लाख रुपए तक के कराया में अधिभार में 50 प्रतिशत छूट मिलेगी। एक लाख रुपए से अधिक बकाया होने पर अधिभार में 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। जलकर/उपभोक्ता प्रभार से जुड़े मामलों में भी इसी तरह विशेष राहत दी गई है। 10 हजार रुपए तक के बकाया पर अधिभार पूरी तरह माफ रहेगा, जबकि 10 हजार से 50 हजार रुपए तक के बकाया में 75 प्रतिशत और इससे अधिक राशि होने पर 50 प्रतिशत अधिभार माफी की सुविधा मिलेगी। यह छूट केवल एक बार ही दी जाएगी।
लाख कोशिशों के बाद भी सरकारी स्कूल के शिक्षक ई-अटेंडेंस लगाने को तैयार नहीं है। उज्जैन संभाग की बात करें तो यहां के 31466 शिक्षकों में से 12 हजार से ज्यादा पोर्टल पर उपस्थिति दर्ज नहीं करते। उज्जैन जिले के 2133 शिक्षक तो ऐसे है जिन्होंने अटेंडेंस के लिए अब तक एक बार भी एप नहीं खोला। इसको लेकर विभाग ने नवंबर का वेतन भुगतान रोक दिया। इधर, तनख्वाह नहीं मिलने पर शिक्षक संगठन पदाधिकारियों ने अफसरों को नियमों का हवाला देते हुए दबाव बनाने का प्रयास किया। इस पर विभाग ने अब दिसंबर माह में ई-अटेंडेंस लगाने का फाइनल अल्टीमेटम देकर होल्ड किया वेतन रिलीज करना शुरू कर दिया है, लेकिन इन्हें यह स्पष्ट किया जा रहा हैं कि दिसंबर माह का वेतन ई-अटेंडेंस के आधार पर ही मिलेगा। सख्ती शुरू होने के बाद ई-अटेंडेंस का आंकड़ा भी 5 दिन में करीब 10% बढ़ गया। नवंबर के अंतिम वर्किंग डे 28 नंवबर को 56.73% रही शिक्षकों की ई-अटेंडेंस 5 दिसंबर को बढ़कर 65.45 प्रतिशत हो गई। ई-अटेंडेंस लगाने वाले संभाग के 17850 शिक्षकों की संख्या अब 20 हजार 593 हो गई है। ई-अटेंडेंस से बचने इस तरह के बहाने 1. स्कूल के दूरस्थ इलाकों में नेटवर्क नहीं मिलता। इस कारण अटेंडेंस नहीं लगती।2. स्कूल पहुंचने के बाद भी कई बार मोबाइल एप सही लोकेशन नहीं बताता।3. एसआईआर सर्वे के कारण फिल्ड में काम करते। वहां से लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाती। शाला प्रभारी भी नहीं मानते शिक्षा विभाग के आदेश उज्जैन संभाग में कुल 8753 स्कूलों में शाला प्रधान, एचएम या प्राचार्य है। इनमें से सिर्फ 54.48 प्रतिशत ने ही नवंबर में ई-अटेंडेंस लगाई। 46.52 प्रतिशत शाला प्रधान ने सरकार का ई-अटेंडेंस आदेश नहीं माना। उज्जैन जिले के कुल 1680 शाला प्रधानों में से नवंबर में सिर्फ 39.11 प्रतिशत (657) ने ही ई-अटेंडेंस लगाई। आगर-मालवा में सबसे अच्छा 69.34 प्रतिशत रहा। सख्ती के बाद 5 दिसंबर की स्थिति में संस्था प्रधान की उपस्थिति 10 प्रतिशत बढ़ते हुए 64.71 प्रतिशत हो गई। यहां भी उज्जैन 49.17 प्रतिशत के साथ संभाग में सबसे पीछे है। रतलाम 77.11 प्रतिशत के साथ सबसे आगे रहा। उज्जैन में पायलेट प्रोजेक्ट हुआ, यहीं फेल: इस साल ई-अटेंडेंस लागू करने से पहले सीएम के ग्रह जिले उज्जैन में इसका पायलेट प्रोजेक्ट हुआ था। यहां सफल होने के बाद ही इसे जुलाई माह से पूरे प्रदेश में लागू कर दिया गया, लेकिन ई-अटेंडेंस में अब उज्जैन जिला ही फिसड्डी हो गया। नवंबर अंत तक यहां के 42.8 प्रतिशत शिक्षक ही ई-अटेंडेंस लगा रहे थे। सख्ती के बाद 5 दिसंबर तो यह आंकड़ा बढ़कर 50.91 प्रतिशत हो गया। हालांकि यह आंकड़ा भी संभाग के 7 जिलों में सबसे कम है। अल्टीमेटम देने के बाद दे रहे वेतन कई बार समझाइश के बाद भी आधे से ज्यादा शिक्षक व संस्था प्रधान ई-अटेंडेंस नहीं लगा रहे है। इन सभी को नोटिस जारी कर दिया है। जिन 2133 ने अब तक एक बार भी मोबाइल से अटेंडेंस नहीं लगाई। उनकी वेतन होल्ड की थी। अब फाइनल अल्टीमेटम के साथ वेतन रिलीज कर रहे है।-महेंद्र खत्री, प्रभारी डीईओ उज्जैन थोड़ी सख्ती के बाद सुधार होने लगा ^ ई-अटेंडेंस को लेकर लगातार निर्देश जारी हो रहे है। जिला स्तरों से अब थोड़ी सख्ती शुरू होने से इसमें सुधार होने लगा है। सबसे ज्यादा रतलाम जिले में तेजी से ई-अटेंडेंश का आंकड़ा बढ़ा है। संभाग में उज्जैन सबसे पीछे चल रहा है। इसमें सुधार के लिए भी प्रयास चल रहे है। नोटिस के बाद एप का उपयोग नहीं करने वाले 147 संस्था प्रधानों की संख्या भी अब घटकर 24 ही बची है।-रमा नाहटे, प्रभारी संयुक्त संचालक संभाग उज्जैन सीख: 9539 अतिथि, 94% लगा रहे ई-अटेंडेंस, इन्हेंकोई परेशानी नहींई-अटेंडेंस को लेकर अतिथि शिक्षक काफी अवेयर है। संभाग के कुल 7 जिलों में कार्यरत 9539 अतिथि है। इनमें से 94% से भी ज्यादा अतिथि शिक्षक ई-अटेंडेंस लगाते है। इसी के आधार पर इन्हें मानदेय का भुगतान होता है। इन्हें न तो नेटवर्क की दिक्कत आती है और न ही लोकेशन आदि की।
इंदौर के रणजीत हनुमान मंदिर में प्रभातफेरी की तैयारियां जोरों पर है। मंदिर में अलग-अलग कामों की जिम्मेदारी भी अलग-अलग लोगों को दी जा चुकी है। रथ को भी मंदिर परिसर से बाहर निकालकर ग्राउंड में लाया जा चुका है। इसे चलाकर देखा जा रहा है कि इसमें कोई परेशानी तो नहीं आ रही है। इसके अलावा प्रभातफेरी में शामिल होने वाली झांकियां भी यहां तैयार की जा रही है। साथ ही ढोल ग्रुप के सदस्य भी रोजाना प्रैक्टिस कर रहे है। बता दें कि प्राचीन रणजीत हनुमान मंदिर में 9 दिसंबर से 4 दिवसीय आयोजन की शुरुआत होगी। 12 दिसंबर को मंदिर से सुबह 5 बजे विशाल प्रभातफेरी निकाली जाएगी। इस आयोजन को लेकर मंदिर में तैयारियां तेज हो गई है। रथ को चलाकर देख रहे, रविवार को बाहर निकाल सकते है मुख्य पुजारी पं. दीपेश व्यास ने बताया कि प्रभातफेरी के लिए रथ को मंदिर से निकालकर ग्राउंड में खड़ा किया गया है। रथ को चलाकर देखा जा रहा है, ताकि कोई दिक्कत हो तो वहीं ठीक की जा सके। शुक्रवार रात इसे बाहर सड़क पर भी चलाकर ट्रायल किया गया। सं ग्राउंड में चल रहा झांकियों का निर्माण बता दे कि इस बार प्रभातफेरी में मंदिर की झांकियां भी शामिल होंगी। जिन्हें बनाने का काम मंदिर के ग्राउंड में किया जा रहा है। दो अलग-अलग झांकियां तैयार की जाएगी। इसे भक्त मंडल के सदस्य ही तैयार करा रहे हैं। पहली झांकी रामायण की थीम पर रहेगी। इसके अलावा दूसरी झांकी में एलईडी लगवाई जाएगी, जिसके माध्यम से मंदिर में चलने वाले सेवा कामों को बताया जाएगा। साथ ही मंदिर में होने विकास कामों को भी बताया जाएगा। ढोल ग्रुप के सदस्य कर रहे प्रैक्टिस प्रभातफेरी में हनुमंत ध्वज पताका ग्रुप के सदस्य ढोल की प्रस्तुतियां देते हुए चलेंगे। इसके लिए ग्रुप द्वारा मंदिर परिसर के ग्राउंड में रोजाना रात में प्रैक्टिस की जा रही है। बड़े-बड़े ढोल के साथ ही अन्य वाद्य यंत्रों के माध्यम से ग्रुप के सदस्य अपनी प्रैक्टिस कर रहे है। इसके अलावा बड़ा रस्सा लेकर प्रभातफेरी में व्यवस्था संभालने वाले भक्त मंडल के सदस्य भी अपनी प्रैक्टिस कर रहे है। बता दें कि इस आयोजन में करीब दो हजार से ज्यादा भक्त मंडल के सदस्य शामिल होकर अपनी सेवाएं देंगे। ये रहेगा प्रभातफेरी का रूट प्रभातफेरी के रूट की बात करें तो प्रभातफेरी सुबह 5 बजे मंदिर परिसर से शुरू होगी, जो मंदिर से द्रविड़ नगर चौराहा, महू नाका चौराहा से अन्नपूर्णा रोड पर दशहरा मैदान, अन्नपूर्णा मंदिर से वापस टर्न लेकर नरेंद्र तिवारी मार्ग से होते हुए वापस मंदिर परिसर तक पहुंचेगी। जहां यात्रा का समापन होगा। ये करीब 4 किमी का रास्ता रहेगा। प्रभातफेरी को ये पूरा रास्ता तय करने में करीब 7 घंटे का समय लगेगा।
यूएसपीसी जैन पब्लिक स्कूल में मॉडल प्रदर्शनी लगाई गई
लुधियाना| यूएसपीसी जैन पब्लिक स्कूल में हिंदी, इंग्लिश, गणित, पंजाबी, साइंस और सोशल साइंस विभागों द्वारा विषय आधारित मॉडल प्रदर्शनी लगाई गई।इसमें विज्ञान के जरिए स्वच्छ, स्वस्थ और विकसित भारत का संदेश दिया गया। सोशल साइंस में पानी और हवा को शुद्ध कर पुनः उपयोग तथा वर्षा जल को सिंचाई में प्रयोग करने की सीख दी गई। गणित में आकृतियों के माध्यम से सूत्र समझाए गए। हिंदी विभाग ने लुप्त होती हिंदी पर चिंतन कर इसके उपयोग को बढ़ाने का संदेश दिया। कॉमर्स ने उद्यमिता और बाजार में क्रय-विक्रय की प्रक्रिया समझाई और पंजाबी विभाग ने पंजाबी की लुप्त होती प्राचीन चीजों को प्रदर्शित किया। प्रदर्शनी का उद्देश्य बच्चों को रचनात्मकता और शिक्षा की ओर प्रेरित करना था। प्रबंधक समिति और प्रिंसिपल विन्नी मल्होत्रा ने सभी मॉडल देखे और छात्रों के कार्य की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि बच्चों ने विषयों को सरल तरीके से समझाने का बेहतरीन प्रयास किया है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें आगे भी ऐसे नवाचार करते रहने की प्रेरणा दी।
मॉडल टाउन में जुआ खिलाते रंगे हाथों पकड़ा
लुधियाना| मॉडल टाउन इलाके के डॉ. अंबेडकर नगर में पुलिस ने जुआ खिलाने वाले एक आरोपी को मौके पर गिरफ्तार किया है। जांच अधिकारी के अनुसार, आरोपी मुरारी कुमार रेलियंस पेट्रोल पंप के पास जुआ खिलाता हुआ मिला। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने तुरंत रेड की और आरोपी को रंगे हाथों काबू कर लिया। मौके से पुलिस ने 2230 रुपये नकद और भारत करेंसी के नोट बरामद किए हैं। आरोपी को हिरासत में लेकर उसका मेडिकल करवाया गया और उसे अदालत में पेश कर दिया गया है। जांच अधिकारी ने बताया कि मामले में आगे की बनती कार्रवाई की जा रही है।
हत्या, फायरिंग,लाश... सुराग के बाद भी पुलिस की सुस्त जांच से तीनों केस अनट्रेस
भास्कर न्यूज |लुधियाना महानगर में लगातार बढ़ रही वारदातें और पुलिस की सुस्त कार्रवाई शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है। बालाजी कॉलोनी में 26 नवंबर की रात संजय वर्मा की लूट की नीयत से हत्या, दुगरी बाइपास के पास 11 नवंबर को बोरी में मिली युवती की लाश और बेगोआना में रियल एस्टेट कारोबारी के घर 30 राउंड फायरिंग—ये तीनों मामले पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। सबसे चिंता की बात यह है कि तीनों घटनाओं में सीसीटीवी फुटेज और कई अहम सुराग मिलने के बावजूद पुलिस न तो आरोपियों की पहचान कर सकी है और न ही अब तक किसी को गिरफ्तार किया गया है। संजय वर्मा हत्याकांड में राम नगर इलाके की फुटेज में दो आरोपी उनका पीछा करते और बाद में उनकी बाइक ले जाते साफ दिखाई दे रहे हैं, फिर भी नौ दिन बाद भी पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्पष्ट है कि संजय की मौत सिर पर धारदार हथियार से हमला और अत्यधिक खून बहने से हुई। दूसरी ओर, दुगरी में बोरी से मिली युवती की पहचान तक नहीं हो पाई, जबकि पुलिस 85 से अधिक फुटेज खंगाल चुकी है। बेगोआना फायरिंग केस में भी 47 दिन बाद तक आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर हैं। इन तीनों मामलों में कार्रवाई की धीमी रफ्तार पुलिस की कार्यप्रणाली और क्राइम कंट्रोल सिस्टम पर सवालिया निशान छोड़ रही है। दुगरी इलाके में 11 नवंबर की सुबह को आलमगीर बाइपास के पास एक युवती की बोरी में लाश मिली थी। सड़क किनारे पड़ी एक बोरी को लोगों नेपहले कूड़ा-कचरा समझा, लेकिन जब किसी ने पास जाकर देखा तो उसमें से एक हाथ बाहर निकला दिखाई दिया। इसके बाद मौके पर भीड़ जमा हो गईऔर तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही दुगरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची। इस मामले में थाना दुगरी की पुलिस अभी तक मृतक महिला कीपहचान ही नहीं कर पाई है कि वह कौन है। इंस्पेक्टर गुलजिंदर पाल का कहना है कि पुलिस ने महिला की पहचान के लिए सभी थानों के लापता लोगों कीलिस्ट मांगी है, इसके साथ ही 85 सीसीटीवी फुटेज देख चुके है, लेकिन अभी तक उन आरोपियों का पता चला जो शव को घटनास्थल पर रखकर गएथे। पुलिस अब दोराहा, मुल्लांपुर, आलमगीर, डेहलों के गावों में लापता लोगों की लिस्ट बनाकर जांच कर रहीं है। मोहल्ला बेगोआना में 19 अक्टूबर की देर रात एक रिटायर्ड फौजी और वर्तमान रियल स्टेट कारोबारी नंदा राम यादव (64) के घर पर गैंगस्टर कौशल चौधरी ग्रुप के 2 मेंबरों ने ताबड़तोड़ 30 बार फायरिंग की। देर रात 2:50 से 3:10 बजे के करीब दो युवक बाइक पर सवार होकर कारोबारी के घर पर पहुंचे और वारदात को अंजाम दिया। इस हमले के 47 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। मराडो पुलिस चौकी इंचार्ज कपिल शर्मा ने बताया कि वारदात के बाद आरोपियों मोगा की तरफ जाते हुए दिखाई दिए है। लेकिन अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
क्रेडिट कार्ड बनाने का झांसा दे 3 अकाउंट से उड़ाए 3.77 लाख
भास्कर न्यूज |लुधियाना माया नगर के रहने वाले कपड़ा कारोबारी से साइबर ठगों ने क्रेडिट कार्ड बनाने का झांसा देकर लाखों रुपये ठग लिए। कारोबारी का फोन हैक कर ठगों ने उनके तीन बैंक खातों से 3.77 लाख रुपये उड़ा दिए। पीड़ित की शिकायत पर थाना साइबर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित भूषण कुमार(60) ने बताया कि उनका होलसेल कपड़ों का कारोबार हैं। 11 अगस्त की सुबह उनके व्हाट्सऐप नंबर पर एक अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को पंजाब नेशनल बैंक का कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड बनाने की बात कही। इसी दौरान ठग ने उनके मोबाइल पर कुछ ओटीपी भेजे और वेरिफिकेशन के नाम पर उन ओटीपी को शेयर करने के लिए कहा। पीड़ित के मुताबिक ओटीपी बताने के कुछ देर बाद उनका फोन अचानक बंद हो गया और सभी कॉल व मैसेज काम करना बंद कर गए। बाद में पता चला कि ठगों ने फोन में कॉल और मैसेज फॉरवार्डिंग एक्टिवेट कर दी थी। इसके बाद उनके तीन अलग-अलग बैंक खातों से 50 हजार, 1,77,877 रुपये और 1.50 लाख रुपये निकाल लिए। भूषण कुमार जब बैंक में लेन-देन की जानकारी लेने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि उनके फोन और अकाउंट पर साइबर फ्रॉड हुआ है। साइबर थाने में दी शिकायत के बाद जांच में सामने आया कि ठगों ने फोन पर कॉल-मैसेज फॉरवर्डिंग लगाकर बिना किसी ओटीपी की जरूरत के बैंक खातों से लेन-देन किया। थाना साइबर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
14 प्रतिभावान विद्यार्थी और 9 शिक्षकों का सम्मान, लोकनृत्य की प्रस्तुतियां दी
भारत विकास परिषद्, जालोर शाखा की ओर से राबाउमावि गोडीजी में गुरु वंदन छात्र अभिनंदन समारोह सेवा भारती के संरक्षक व पूर्व प्रोफेसर डॉ. महावीर प्रसाद भूतड़ा के मुख्य आतिथ्य में हुआ। इस मौके पर डॉ. भूतड़ा ने कहा कि गुरु के प्रति सच्ची श्रद्धा रखने वाले विद्यार्थियों के जीवन में सफलता के द्वार स्वयं खुल जाते हैं। गुरु कृपा से विद्यार्थी मानवोचित गुणों का विकास कर सकता है। उन्होंने ने विद्यार्थियों से अपने गुरुओं के प्रति सम्मान, निष्ठा और विनयशीलता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने सत्यवादिता, परिश्रम और देशप्रेम जैसे चारित्रिक गुणों को जीवन में अपनाने का आग्रह किया। पूर्व प्रांतीय उपाध्यक्ष पदमाराम चौधरी ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों के मन में माता-पिता व गुरुजनों के प्रति सम्मान का भाव विकसित करना व प्राचीन गुरु-शिष्य परम्परा को पुनर्स्थापित करना है। परिषद् के पूर्व सचिव संतोष कुमार दवे ने भारत विकास परिषद् का परिचय दिया। स्कूल की बालिकाओं ने लोकनृत्य से अतिथियों का स्वागत किया। बालिका गरिमा ने गुरु महत्ता पर कविता का पाठ किया। स्कूल स्टाफ व करीब 165 विद्यार्थियों ने भाग लिया कार्यक्रम में स्कूल के 14 प्रतिभावान विद्यार्थियों को शिक्षा, खेलकूद और सांस्कृतिक गतिविधियों में उपलब्धियों के लिए प्रशस्ति पत्र व पारितोषिक देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही स्कूल में कार्यरत 9 शिक्षकों को भी सम्मानित किया। समारोह में मेधावी छात्राओं ने अपने गुरुओं का अभिनंदन किया। कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों व अतिथियों ने माता-पिता, शिक्षकों और बड़ों का सम्मान करेंने, नशे से दूर रहेंने, स्वच्छता व पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग रहते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करने की सामूहिक शपथ ली। विद्यार्थियों को परिषद् की ओर से फल बांटे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार दवे ने किया। इस दौरान शाखा सचिव शंकरलाल सोलंकी, महेंद्र आनंद वैष्णव, कमल किशोर भूतड़ा, भंवरलाल सुथार, मिश्रीमल गर्ग, पदमाराम माली, निलेश सहित विद्यालय स्टाफ व करीब 165 विद्यार्थी मौजूद रहे। अंत में राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
डीसीए जालोर बी-टीम 22 रन से जीती, विकास मैन ऑफ द मैच
जिले में फिलहाल डीसीए की दो एकेडमी में जिला स्तरीय अंडर-14 चैलेंजर प्रतियोगिता 2025-26 का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत जालोर एकेडमी में प्रतियोगिताएं शुरू हो चुकी है, जबकि भीनमाल में शनिवार से शुरू होगी। जालोर में शुरू हुई प्रतियोगिता के तहत जालोर अंडर-14 बी टीम ने टीम-ए टीम को 22 रनों से हराकर जीत हासिल की। डीसीए कोच फिरोज खान ने बताया कि पहले बल्लेबाज़ी करते हुए बी टीम ने निर्धारित 35 ओवर में 152 रन बनाकर 4 विकेट खोए। टीम की शुरुआत संयमित रही और मध्यक्रम के बल्लेबाज़ों ने पारी को संभालते हुए आगे बढ़ाया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी ए-टीम शुरुआत से ही संघर्ष करती दिखाई दी। बी-टीम की गेंदबाज़ी सटीक और अनुशासित रही, जिसके कारण ए-टीम नियमित अंतराल पर विकेट खोती रही। निर्धारित 32.5 ओवर में ए-टीम 9 विकेट पर केवल 130 रन ही बना सकी और 22 रनों से पराजित हो गई। प्रतियोगिता के दौरान ऑलराउंडर के रूप में विकास के अच्छे प्रदर्शन के कारण मैन ऑफ़ द मैच घोषित किया गया। विकास ने 75 गेंदों में 40 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली और गेंदबाज़ी में 4 ओवर डालकर 20 रन देते हुए 2 महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। जालोर के 3 खिलाड़ी राज्य-राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे जालोर में डीसीए एकेडमी 2021 से संचालित हो रही है। ऐसे में जालोर के खिलाड़ियों को मंच मिला और प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए जालोर के 3 खिलाड़ियों ने राज्य व राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे। 2022-23 में जालोर की खिलाड़ी तरन्नुम खान ने आरसीए की महिला अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी व अंडर-23 चैलेंजर ट्रॉफी में चयन हुआ। बीसीसीआई की केरल में नेशनल टी-20 टूर्नामेंट में भाग लिया। वहीं अक्षय वैष्णव ने जालोर से अच्छा प्रदर्शन करते हुए राजस्थान की अंडार-16 टीम से चयनित होकर बीसीसीआई की ओर से आयोजित विजय मर्चेंट ट्रॉपी में भाग लिया। इसके अलावा राजस्थान अंडर-16 चैलेंजर प्रोतियोगिता में गेंदबाज़ी में 25 विकेट लेकर राजस्थान में प्रथम स्थान हासिल किया। इसी तरह अभराज सिंह ने विनोद मैंक्ड ट्रॉफी 2025-26 में राजस्थान अंडर-19 के स्क्वायड में चयनित हुए। आरसीए के नेशनल कैंप में भाग लिया। आरसीए 2024-25 की अंडर-19 के वन-डे प्रतियोगिता में 18 विकेट लेकर चैलेंजर ट्रॉफी में पहला स्थान हासिल किया था।
वीर वीरमदेव कॉलेज में नशा मुक्ति को लेकर हस्ताक्षर अभियान शुरू
जालोर | वीर वीरमदेव राजकीय स्नातकोत्तर कॉलेज में स्थित नई किरण नशा मुक्ति केन्द्र के तत्वावधान में शुक्रवार को नशामुक्ति को बढ़ावा देने के लिए हस्ताक्षर अभियान की शुरूआत की। अभियान के दौरान कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लेते हुए नशा न करने का संकल्प लिया और हस्ताक्षर कर समाज को नशामुक्ति बनाने का संदेश दिया। कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य मनीष अखावत ने युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराया व स्वस्थ जागरूक और सकारात्मक जीवनशैली के लिए प्रेरित किया। एनएसएस प्रभारी डॉ. मनीष सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य युवा वर्ग को बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करना है।
बिछावाड़ी में बाबा उमाकांत महाराज आश्रम का भूमि पूजन
निज़ामवासी बाबा जयगुरुदेव महाराज के आध्यात्मिक उत्तराधिकारी संत बाबा उमाकांत महाराज ने बिछावाड़ी, आहोर मेन रोड स्थित आश्रम का भूमि पूजन और शिलान्यास किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। बाबा ने बताया कि एक ही स्थान पर सभी भक्त नहीं पहुंच पाते, इसलिए चारों दिशाओं में मंदिर स्थापित किए जाएंगे, ताकि लोगों को राहत और आध्यात्मिक ऊर्जा मिल सके। बाबा उमाकांत महाराज ने कहा कि मंदिर सिर्फ ईंट-पत्थर नहीं, बल्कि गुरु की दया का केंद्र होता है। मान्यता प्राप्त स्थान पर भजन-ध्यान से भौतिक और आध्यात्मिक लाभ मिलता है। उन्होंने कहा कि गुरु का चिह्न इसलिए बनाया जा रहा है ताकि गुरु की कृपा से जीवन में और देह त्याग के बाद भी लाभ मिले। निर्माण में सहयोग करने वालों को भी फायदा होगा। उन्होंने आगामी अखंड साधना शिविर में साधना करने का आह्वान किया। कहा कि साधना में मन को एकाग्र कर बैठने से गुरु की दया मिलती है। संकट के समय जयगुरुदेव नाम का उच्चारण करने से कठिनाइयां दूर होती हैं। कार्यक्रम में बाबा उमाकांत महाराज और दादा गुरु की उपस्थिति रही।
कलेक्शन एजेंसी में 15 लाख की धोखाधड़ी, 2 रिकवरी एजेंट व एक की पत्नी पर पर्चा
भास्कर न्यूज | लुधियाना आईडीएफसी बैंक की अधिकृत कलेक्शन एजेंसी सेवियर एजेंसी में बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एजेंसी संचालक यदविंदर सिंह गिल ने दो रिकवरी एजेंट भाइयों सुखदेव सिंह और गुरदेव सिंह पर बैंक ग्राहकों से वसूले गए पैसे को गूगल पे के जरिए अपनी निजी और परिवार के खातों में ट्रांसफर करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने सुखदेव सिंह, बलजीत कौर पत्नी सुखदेव सिंह और भाई गुरदेव सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यदविंदर सिंह ने बयान में बताया कि वह 2007 से आईडीएफसी बैंक की कार, होम और पर्सनल लोन रिकवरी का अधिकृत कार्य संभाल रहे हैं। उनकी एजेंसी में करीब 250 कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें से 200 फील्ड रिकवरी पर नियुक्त हैं। सुखदेव सिंह सुपरवाइजर था और उसका भाई गुरदेव सिंह भी कार लोन रिकवरी एजेंट के रूप में पिछले 8–10 साल से काम कर रहा था। एजेंसी के कर्मचारियों से मिली सूचना के अनुसार दोनों भाइयों ने लोगों से रिकवरी के नाम पर वसूली गई राशि आईडीएफसी बैंक में जमा करने की बजाय गूगल पे के जरिए अपने खातों और सुखदेव की पत्नी बलजीत कौर के खाते में डलवाई। यदविंदर ने बताया कि प्रारंभिक जांच में करीब 15 लाख रुपये की धांधली सामने आई है। उन्होंने पुलिस को गूगल पे ट्रांजैक्शन, बैंक स्टेटमेंट और स्क्रीनशॉट भी सौंपे हैं। शिकायतकर्ता ने कहा कि यदि आगे किसी अतिरिक्त राशि की जानकारी मिली, तो वह पुलिस को सप्लीमेंट्री बयान देगा। साइबर क्राइम थाने के जांच अधिकारी हरिंदरपाल सिंह के अनुसार आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब ट्रांजेक्शन विवरण, खातों की जांच और डिजिटल सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई कर रही है।
एक ही दिन में 12 दुकानों से 125 किलो कैरीबैग जब्त किए
फिलहाल शादियों की सीजन चल रही है, ऐसे में पैंकिंग और सामान ले जाने के लिए शहर के बाजार में प्रतिबंधित पॉलीथिन का उपयोग काफी ज्यादा बढ़ने लगा है। इसकी रोकथाम को लेकर शुक्रवार को नगर परिषद की टीम ने दुकानों पर कार्रवाई कर 125 किलो पॉलीथिन जब्त की है। नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर ने बताया कि प्रतिबंधित पॉलीथिन की रोकथाम के लिए शुक्रवार से अभियान शुरू किया है। इसके तहत पहले दिन नगर परिषद की टीम ने शहर की 30 दुकानों की जांच की। जिसमें से 12 दुकानों से 125 कैरीबेग की जब्ती की गई है। साथ ही सभी दुकानदारों को प्रतिबंधित प्लास्टिक के बारे में जानकारी देकर आगे से उपयोग नहीं करने की सख्त हिदायत दी गई है। अभियान को लेकर आयुक्त के निर्देशन में एक विशेष टीम गठित की है। जिसमें नोडल अधिकारी नरेंद्र, स्वच्छता निरीक्षक महावीर, एमआईएस इंजीनियर राजकुमार, जमादार अश्विन तथा स्वच्छ भारत मिशन टीम के अन्य सदस्य सम्मिलित किए है। टीम ने व्यापारियों व आमजन को सिंगल यूज़ प्लास्टिक एवं पॉलीथिन का उपयोग न करने के लिए जागरुक भी किया। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए वैकल्पिक कपड़ा या जूट की थैलियों के उपयोग का संदेश दिया। मेरे काम की बात : शहर में नालों, नालियों और सीवर ब्लॉक का कारण प्लास्टिक पर्यावरण संरक्षण व प्लास्टिक प्रदूषण रोकने के लिए 2022 में भारत सरकार की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक के बिक्री व उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है, जिसमें पॉलीथिन भी शामिल है। इस प्रतिबंध के तहत 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले पॉलीथिन कैरी बैग के निर्माण, आयात, भंडार, बिक्री और उपयोग पर रोक है। जालोर में नालों और नालियों के सीवरेज ब्लॉक का कारण कचरे में सर्वाधिक पॉलीथिन की उपयोगिता है। साथ ही प्लास्टिक प्रदूषण भी फैलता है। पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 की धारा 19 के तहत सजा और जुर्माने का भी प्रावधान है।
चालक की सूझबूझ से 40 बारातियों की जान बची
देसूरी | चारभुजा घाट सेक्शन में शुक्रवार शाम करीब 5 बजे बारातियों से भरी बस का ब्रेक प्रेशर पाइप अचानक फट गया। ढलान पर बस अनियंत्रित होने लगी, लेकिन समय रहते ड्राइवर ने सूझबूझ दिखाते हुए बस को चट्टान की तरफ रगड़ते हुए खाली जगह पर रोक दिया। ड्राइवर की तत्परता से 40 बारातियों की जान बच गई। बारातियों ने बताया कि वे सिरोही जिले के अर्टवाला गांव से कांकरोली बारात में गए थे और वापसी में देसूरी चारभुजा घाट की ढलान उतरते समय ब्रेक लगाने पर प्रेशर पाइप फट गई।
सामाजिक सुरक्षा विस्तार के लिए कर्मचारी नामांकन योजना शुरू
भास्कर न्यूज | जालोर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की ओर से शुक्रवार को द जालोर सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के सभागार मे कर्मचारी नामांकन योजना 2025, प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना व नई 4 श्रम संहिताओं पर जागरूकता कार्यक्रम किया। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन जोधपुर से डॉ. अजय सिंह चौधरी, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त प्रथम अनिल कुमार तिवारी, सहायक भविष्य निधि आयुक्त पाली की ओर से योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी। डॉ. अजयसिंह चौधरी ने बताया कि 1 नवम्बर 2025 से कर्मचारी नामांकन योजना 2025 को लागू किया है। यह योजना ईपीएफओ के माध्यम से बड़ी संख्या में श्रमिकों को संगठित सामाजिक सुरक्षा के दायरे में लाने की एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना के अंतर्गत 01 जुलाई 2017 से 31 अक्टूबर के दौरान कार्यरत वे कर्मचारी जिन्हें किसी कारणवश कर्मचारी भविष्य निधि योजनाओं में सदस्य नहीं बनाया हैं, जो आज भी जीवित व संस्थान में कार्यरत है। उन कर्मचारियों को नियोक्ता अंशदान, प्रशासनिक प्रभार पर 100 रुपए की क्षति का भुगतान कर सदस्य बनाया जा सकता है। अनिल कुमार तिवारी ने प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पहली बार निजी क्षेत्र में नौकरी पाने वाले युवाओं को 15 हजार तक व नियोक्ताओं को नए रोजगार सृजन पर प्रति कर्मचारी प्रति माह 3 हजार तक का प्रोत्साहन लाभ मिलेगा।
लंबित शिकायतों का मौके पर होगा निस्तारण, 15 दिसंबर तक भेज सकेंगे अपने आवेदन पत्र
भारतीय डाक विभाग पाली मंडल में उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान करने के उद्देश्य से 18 दिसंबर को सुबह 11 बजे अधीक्षक डाकघर कार्यालय में डाक अदालत आयोजित करेगा। अदालत में विभागीय अधिकारी उपभोक्ताओं से सीधा संवाद कर विभिन्न सेवाओं से जुड़ी लंबित शिकायतों का निस्तारण करेंगे। अधिकारियों ने बताया कि अदालत में काउंटर सेवा, स्पीड पोस्ट, ई-एमओ, पार्सल, विदेशी डाक, बचत बैंक, डाक जीवन बीमा, सीएमएस, ट्विटर शिकायतें, डीओपी कॉल सेंटर, एनसीएच सहित सभी डाक सेवाओं पर शिकायतें सुनी जाएंगी। जिन उपभोक्ताओं की शिकायतों का अभी तक समाधान नहीं हुआ है, वे 15 दिसंबर 2025 सुबह 10 बजे तक निर्धारित प्रारूप में अपना आवेदन अधीक्षक डाकघर, पाली मंडल को भेज सकते हैं। आवेदन भेजते समय लिफाफे पर डाक अदालत लिखना अनिवार्य है। डाक विभाग ने पाली मंडल के सभी डाकपालों व उपडाकपालों को निर्देश दिए हैं कि वे इस सूचना को नोटिस बोर्ड पर लगाकर व्यापक प्रचार करें, ताकि अधिक से अधिक उपभोक्ता डाक अदालत का लाभ उठा सकें।
तेज रफ्तार कार ने इनोवा को मारी टक्कर, 6 पुलिसकर्मी हुए घायल
भास्कर न्यूज | लुधियाना वर्धमान लाइट्स चौक पर देर रात एक तेज रफ्तार क्रेटा कार ने चंडीगढ़ क्राइम ब्रांच की सरकारी इनोवा गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में इंस्पेक्टर राम दया मलिक सहित 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि आरोपी कार चालक वाहन मौके पर छोड़कर फरार हो गया। इंस्पेक्टर राम दया मलिक (जिला अपराध शाखा, सेक्टर-24 चंडीगढ़) ने बताया कि वह अपनी टीम संजय कुमार, हरभजन सिंह, नजर सिंह, कांस्टेबल चर्नदास और कांस्टेबल सचिन के साथ इनोवा (CH-01-GA-6114) में फीरोजपुर जिले की एक तफ्तीश पर जा रहे थे। रात करीब 1:30 बजे, जब उनकी गाड़ी वर्धमान लाइट्स चौक के पास पहुंची तो एक सफेद क्रेटा तेज रफ्तार से आई और उनकी गाड़ी में जोरदार टक्कर मारी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि सरकारी इनोवा घूमकर फुटपाथ पर जा टकराई। हादसे में सभी पुलिसकर्मियों को चोटें आईं, जबकि कॉन्स्टेबल सचिन को चेहरे पर गंभीर चोटें लगीं। -बहस करने के बाद धमकी देकर कार चालक फरार- घटना के बाद पुलिसकर्मियों ने मुश्किल से वाहन से बाहर निकलकर देखा कि हादसा करने वाली क्रेटा पास ही रुकी हुई थी। उसमें चालक सहित कई युवक बैठे थे। इंस्पेक्टर ने जब चालक से बात की तो उसने बहस शुरू कर दी और धमकी देते हुए मौके से फरार हो गया, जबकि कार मौके पर ही छोड़ दी गई। पुलिस ने तुरंत कंट्रोल रूम को सूचना दी और सभी घायलों का सिविल अस्पताल लुधियाना में मेडिकल करवाया। थाना मोती नगर पुलिस के अनिल कुमार ने बताया कि दुर्घटना क्रेटा चालक की लापरवाही और तेज़ रफ्तार के कारण हुई है।आरोपी वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब फरार चालक की पहचान कर उसकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है।
भाद्राजून जीएसएस ने मांगा 1400 बैग यूरिया, इफको ने थमा दिया डीएपी, 1 साल के लिए 16.50 लाख रु. ब्लॉक
लेखराज गौड़ आहोर क्षेत्र के किसानों को यूरिया की भयंकर किल्लत झेलनी पड़ रही है। इसी अभाव के बीच भाद्राजून ग्राम सेवा सहकारी समिति की एक बड़ी मांग को इफको कंपनी ने ऐसे सप्लाई के जाल में फंसा दिया कि समिति के करीब 16 लाख रुपए एक वर्ष तक लॉक हो गए। बता दें कि भाद्राजून जीएसएस ने जून में 1400 बैग यूरिया की मांग की थी, लेकिन इफको ने किसानों की बुवाई का सीजन निकल जाने के बाद नवंबर में 1000 बैग डीएपी और नैनो डीएपी भेज दिया, वो भी तब जब क्षेत्र में डीएपी की जरूरत बिल्कुल नहीं थी। भाद्राजून क्षेत्र में भाद्राजून खेती क्षेत्र पूरी तरह बारिश आधारित है। यहां खरीफ और रबी दोनों फसलों की बुवाई बारिश रुकने के साथ जुलाई-अगस्त तक शुरू हो जाती है। ऐसे में डीएपी का प्रमुख उपयोग जुलाई से अगस्त तक होता है, जबकि नवंबर में इसकी जरूरत लगभग समाप्त हो जाती है। लेकिन इफको ने 13 नवंबर को 1000 बैग डीएपी भेज दिया। इस माल के आने तक गेहूं व चना बुवाई का समय समाप्त हो चुका था। समिति ने 19 जून को मांग-पत्र के साथ एडवांस राशि के लिए ब्लैंक चेक जमा करा दिया था। बावजूद इसके डीएपी सप्लाई नहीं दिया गया। बाद में इफको ने नैनो यूरिया की टेंगिंग के बिना यूरिया न देने की शर्त रखी। मजबूरी में 1 सितंबर को 18 लाख रुपए बतौर एडवांस जमा कराए गए। इसके बावजूद जरूरी यूरिया समय पर नहीं मिला और अब बेकार होने वाला डीएपी भेज दिया दिया गया। जबकि इसकी अब जरुरत नहीं है। इस जबरन सप्लाई से 13.50 लाख रुपए डीएपी के और 2.30 लाख नैनो डीएपी के ब्लॉक हो गए। साथ ही 75 हजार 600 रुपए के नैनो यूरिया के 14 कार्टन भी थोंप दिए गए। कुल मिलाकर करीब 16.50 लाख रुपए फंस गए। एडवांस मांगने पर समिति से एक सितम्बर को 18 लाख भेजे गए। इसका फायदा उठाकर जून माह में की गई डिमांड का डीएपी 4-5 माह बाद नवंबर में भेजकर समिति के करीब 15-16 लाख ब्लॉक करवा दिए। बुवाई से पहले डीएपी की जरूरत होती है तब बार-बार कहने के बावजूद नहीं भेजा। - प्रहलादसिंह, व्यवस्थापक, भाद्राजून ग्राम सेवा सहकारी समिति भाद्राजून सहकारी समिति की ओर से जून व सितम्बर से डीएपी की डिमांड की जा रही थी। उस समय पर्याप्त मात्रा में डीएपी उपलब्ध नहीं होने से नवंबर में भेजा। वैसे नवंबर तक गेहूं चने की बुवाई होती है, इसलिए उनके द्वारा की गई डिमांड के आधार पर डीएपी भेजा है। - श्रेयांश गुप्ता, प्रतिनिधि इफको कंपनी जालोर
संस्था के सहयोग से शुरू किया गया ‘मिशन नींव’
राजगढ़ |महिला व बाल विकास विभाग ने रॉकेट लर्निंग संस्था के सहयोग से जिले में मिशन नींव आंगनवाड़ी होमवर्क ग्रुप की शुरुआत की है। इसका उद्देश्य बच्चों की सीखने की नींव को खेल-खेल में मजबूत करना है, ताकि वे आंगनवाड़ी केंद्र के साथ-साथ घर पर भी सहज रूप से सीख सकें। हर आंगनवाड़ी केंद्र के लिए अलग समूह बनाए गए हैं, जिनमें कार्यकर्ता और सभी माता-पिता शामिल हैं। इन ग्रुपों में रोजाना बच्चों के लिए सरल, रोचक और शिक्षण आधारित गतिविधियां भेजी जाती हैं, जिससे उनका , शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक, सामाजिक और भावनात्मक सर्वांगीण विकास सुनिश्चित हो सके। विभाग ने सभी माता-पिता से अपील की है कि वे बच्चों के साथ नियमित रूप से गतिविधियां कराएं, उनकी फोटो/ वीडियो ग्रुप में साझा करें, जिम्मेदार भागीदारी ही नन्हें बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की मजबूत नींव बनेगी।
दिव्यांग विद्यार्थियों ने दिखाया सामर्थ्य, उत्साहित हुए अतिथि
भास्कर संवाददाता | राजगढ़ विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर शुक्रवार को जनपद शिक्षा केंद्र में कक्षा 1 से 8 तक के दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए सामर्थ्य प्रदर्शन के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। समग्र शिक्षा अभियान के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में रंगोली, मेहंदी, 100 मीटर दौड़, कुर्सी दौड़ और चित्रकला जैसी प्रतियोगिताओं में बच्चों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य समावेशी शिक्षा को साकार करना था। मुख्य अतिथि पूर्व विधायक रघुनंदन शर्मा, डीपीसी संदीप दुबे ने प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान कर उनका उत्साह बढ़ाया। इस दौरान विद्यार्थी नितिन ने कलेक्टर बनने की इच्छा व्यक्त की, जिस पर अतिथि ने उसका उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम के सफल संचालन में बीएसी मुकेश शर्मा, अनिल पिपलोटिया और बीआरसी दीपक चौधरी सहित सभी ने सहयोग दिया।
उखड़कर मिट्टी बन गए स्टेडियम दुकानों के सामने लगे पे-वर्स, धूल से परेशानी
राजगढ़| शहर के स्टेडियम के बाहर बनी दुकानों के सामने व्यवस्थित और सुविधायुक्त परिसर बनाने लिए साल 2020-21 में दुकानों के सामने नगरपालिका के माध्यम से पे-वर्स लगवाए गए थे। लेकिन कम गुणवत्ता के पे-वर्स लगाने से कुछ समय बाद ही यहां लगे सारे पेवर्स टूट कर चूरे में बदल गए थे। इससे यहां की दुकानों के सामने किसी कच्ची सड़क जैसा दृश्य दिखाई देता है। दिनभर धूल उड़ती है, जबकि बारिश में कीचड़ मच जाता है। उबड-खाबड पेवर्स के कारण वाहन चालकों भी परेशानी होती है। नगरपालिका को इसे दुरुस्त करवाना चाहिए।
ओवरफ्लो पानी के स्थाई समाधान का प्रोजेक्ट जोधपुर निगम के पास पैंडिंग
भास्कर न्यूज | जालोर शहर के ज्योतिबा फुले कॉलोनी में तालाब के ओवरफ्लो पानी की समस्या के समाधान के लिए शुक्रवार को नगर परिषद की टीम पहुंची। नगर परिषद आयुक्त दिलीप माथुर ने मौके पर पहुंच पानी निकासी के लिए मडपम्प लगाने के निर्देश दिए। उसके बाद मड पंप लगाकर पानी निकासी का कार्य शुरू किया। मौके पर मौजूद लोगों ने समस्या के स्थाई समाधान की मांग की। हालांकि इस दौरान स्थाई समाधान के लिए बने प्रोजेक्ट और उसकी क्रियान्विति की स्थिति के बारे में लोगों को जानकारी दी और बताया कि प्रोजेक्ट बनाकर सरकार को भेजा है। वहां से अनुमति आते ही काम करवाया जाएगा, लेकिन तब तक अस्थाई समाधान के लिए कार्य किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ अस्थाई नाले को भी सही करवाने का कार्य शुरू करवाया। जिससे आने वाला पानी नाले से होते हुए आगे जा सके। शहर के सुंदेलाव तालाब के ओवरफ्लो की ओर बसी कॉलोनियों में पिछले 3 साल से पानी भराव की समस्या बनी हुई है। इसके स्थाई समाधान को लेकर नगर परिषद की ओर से प्रोजेक्ट तैयार करवाया है। इसके तहत करीब 3 किमी लंबा एक पक्का नाला बनवाया जाएगा। जो ओवरफ्लो से 325 बाइपास के पास राई नाडा तक पानी को बाइपास करेगा। जिससे इन कॉलोनियों में ओवरफ्लो का पानी नहीं भरेगा। इस प्रोजेक्ट की स्वीकृति के लिए जोधपुर नगर निगम के पास है। उसके बाद क्वेरी के लिए नगर परिषद के पास पहुंचा और क्वेरी कर वापस भेज दिया गया है। इसकी स्वीकृति आते ही कार्य शुरू करवाया जाएगा।
खाद्य सुरक्षा योजना : 31 तक नाम वापस नहीं लेने वाले अपात्रों से होगी वसूली
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के निर्देशानुसार राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजनान्तर्गत चयनित सक्षम व्यक्तियों से नाम पृथक करवाने के लिए चलाए जा रहे गिव-अप अभियान 31 दिसम्बर तक चलाया जा रहा है। अभियान के तहत जिले में अब तक 11729 परिवारों के 52780 सदस्यों ने अपने नाम खाद्य सुरक्षा योजना से हटवाए हैं। जिला रसद अधिकारी एवं जिला उपभोक्ता संरक्षण अधिकारी आलोक झरवाल ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना में 31 दिसम्बर तक यदि अपात्र लोगों द्वारा स्वेच्छा से नाम नहीं हटवाए जाते हैं तो इसके बाद विभाग की ओर से अभियान चलाया जाएगा। स्वेच्छा से नाम पृथक नहीं करवाने वाले लाभार्थियों के विरूद्ध खाद्यान्न की बाजार दर से वसूली के साथ आवश्यक वस्तु अधिनियम के सुसंगत प्रावधानों के अंतर्गत वसूली की कार्रवाई की जाएगी। अपात्र लाभार्थियों को इस संबंध में नोटिस भी जारी किए जा रहे हैं।
प्रिंसिपल ने रिलीव होने पर भी वेतन के बिल बना दिए
आहोर ब्लॉक के चांदराई राउमावि में पूर्व प्रिंसिपल की ओर से पदमुक्त हो जाने के बाद भी वित्तीय अधिकारों का दुरुपयोग कर वेतन बिल तैयार करने का मामला सामने आया है। चांदराई स्कूल के पूर्व प्रिंसिपल सवाराम चौधरी का चांदराई स्कूल से कोटकास्ता स्कूल के लिए स्थानांतरण हो गया था। 10 अक्टूबर को वे विधिवत रिलीव भी हो चुके थे। उनके रिलीव होने के बाद उस माह की सैलेरी बनने तक उस स्कूल में किसी प्रिंसिपल ने ज्वॉइन नहीं किया। ऐसे में पूर्व प्रिंसिपल चौधरी ने डीडीओ (ड्रॉइंग एंड डिस्बर्सिंग ऑफिसर) पॉवर अपने पास ही रखते हुए 24 अक्टूबर को खुद की आैर पूरे स्कूल स्टाफ के वेतन बिल तैयार कर दिया और सैलेरी जारी कर दी। अब मामले में सीबीईओ कार्यालय एक्शन की तैयारी में है। क्या कहते हैं नियम जालोर ट्रेजरी ऑफिसर भूपेंद्र मकवाना के अनुसार किसी भी कार्यालय से रिलीव होने के बाद संबंधित अधिकारी या कर्मचारी का उस कार्यालय के किसी भी पदभार से कोई संबंध नहीं रहता। वह जहां से रिलीव हुआ है, वहां वेतन बिल नहीं बना सकता। वेतन बिल अगला अधिकारी ही बना सकता है या फिर विभाग उस कार्यालय के किसी वरिष्ठ कार्मिक को डीडीओ पॉवर दे, ताकि वित्तीय काम हो सकें। स्कूल से सूचना मंगवाई, विधिवत कार्रवाई करेंगे रिलीव होने के बाद डीडीओ पॉवर का उपयोग नहीं किया जा सकता है। इस बारे में सैलेरी भुगतान प्रमाण पत्र से पता चला था। अब स्कूल से सूचना मंगवाई है। विधिवत कार्रवाई करेंगे। - रामेश्वर, सीबीईओ, आहोर मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है। मुझसे तो सैलेरी भुगतान सर्टिफिकेट व रिलीविंग आदेश मांगा गया है, वो भेज दिया है। - वचनाराम राठौड़, हाल प्रिंसिपल मैं मेडिकल पर था, बाबू ने कहा तो ओटीपी दे दिया मैं तो रिलीव होने के बाद से ही मेडिकल पर था। नई जगह ज्वॉइन नहीं किया था। बाबू ने कहा कि सबकी सैलेरी बनानी है तो मैंने ओटीपी दे दिया। - सवाराम चौधरी, पूर्व प्रिंसिपल
कॉलेज में सेबी ने सिखाए निवेश के गुर
सुसनेर |नगर के स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय सुसनेर में प्राचार्य डॉ जीसी गुप्ता के निर्देशन में सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा वित्तीय साक्षरता एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों के बीच वित्तीय समझ को बढ़ाना था। सेबी के स्मार्ट ट्रेनर लखन डाबी ने छात्रों को बचत और निवेश के लाभ, वित्तीय धोखाधड़ी से बचाव, साइबर सिक्योरिटी और निवेशकों के अधिकार जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने वित्तीय धोखाधड़ी होने पर शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया भी समझाई।
बरुखेड़ी में कांग्रेस का प्रशिक्षण शिविर, संविधान बचाने दिलाई शपथ
तलेन |जिला कांग्रेस कमेटी राजगढ़ के अध्यक्ष प्रियव्रत सिंह के निर्देश पर, मंडलम स्तर पर चल रहे कांग्रेस पार्टी के प्रशिक्षण एवं संविधान पर चर्चा का आयोजन तलेन ब्लॉक के पाल्ड्या दान मंडलम के ग्राम बरुखेड़ी में किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों ने संविधान के महत्व पर विस्तृत चर्चा की और सभी कार्यकर्ताओं को उसकी रक्षा की शपथ दिलाई गई। इस दौरान पार्टी के बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए ताकि वे संविधान बचाओ अभियान को जन-जन तक पहुंचा सकें। इस अवसर पर गोविंद सिंह गुर्जर, देवेंद्र पाराशर, मुकेश मेघवाल, दिग्वेंद्र सिंह, कैलाश सिंह चौहान, रणवीर सिंह बना सहित ठाकुर प्रसाद पालीवाल, सत्यम राजपूत, हिम्मत सिंह राजपूत व बड़ी संख्या में कार्यकर्ता रहे।
लखनवास: संविधान बचाने की शपथ ली
लखनवास |लखनवास गांव में गादिया मंडल कांग्रेस द्वारा 'संविधान बचाओ अभियान' के तहत एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। गादिया ब्लॉक के सवासी और लखनवास मंडलम की इस संयुक्त बैठक का मुख्य उद्देश्य घर-घर और हर चौपाल पर संविधान के महत्व की जानकारी पहुंचाना था। इसमें अभियान को जन-जन तक ले जाने की रणनीति पर चर्चा की गई। बैठक में ब्लॉक प्रभारी सचिन गिरी मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष गोपाल, मंडलम प्रभारी चंद्रप्रकाश, मंडलम अध्यक्ष प्रेमसिंह गुर्जर लकड़िया, लखनवास मंडलम अध्यक्ष बाबूलाल मीना, युवक कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश दांगी, बबलू गुर्जर सडली, बसन्ती गिर, दीपक पराशर और अन्य कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
भोपाल बायपास पर मध्य प्रदेश सरकार ने दिसंबर 2019 से लेकर अक्टूबर 2025 तक 270.29 करोड़ रुपए का टोल टैक्स वसूला है। नेशनल हाईवे 12 पर स्थित यह 52 किलोमीटर लंबा बायपास निवेशक कंपनी ट्रॉन्सट्राय प्राइवेट लिमिटेड ने बनाया था। खास बात यह है कि रखरखाव नहीं होने के चलते बीते अक्टूबर महीने में यही सड़क धंस गई थी। जिसने जमकर सुर्खियां बटोरी थीं। इससे पहले, टोल का संचालन करने वाली कंपनी ने कलेक्शन को कम दिखाकर स्क्रू अकाउंट में पैसा जमा नहीं किया था। इसके बाद सरकार ने कंपनी को ब्लैक लिस्टेड कर दिया और खुद टोल वसूली शुरू कर दी थी। इसको लेकर विधानसभा के शीतकालीन सत्र में कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल ने सवाल पूछा। पीडब्ल्यूडी विभाग से मिले जवाब पर विधायक प्रताप ग्रेवाल ने विधानसभा में कहा कि भोपाल बायपास पर राज्य सरकार ने अवैध टोल वसूला है। यह बंद होना चाहिए। गड़बड़ी पर कंपनी को किया था ब्लैकलिस्टलोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि यह बायपास निवेशक कंपनी ने बनाया था। कंपनी ने स्क्रू अकाउंट में गंभीर गड़बडियां कीं और प्रतिदिन की टोल आय 10.5 लाख रुपए होने के बावजूद उससे कहीं कम राशि दर्ज की। सरकार ने इस गड़बड़ी पर 11 दिसंबर 2019 को निवेशक से टोल कलेक्शन का अधिकार छीन लिया था। 12 दिसंबर 2019 से सरकार ने स्वयं टोल वसूली शुरू कर दी, जो अक्टूबर 2025 तक जारी रही। इसी पर आपत्ति जताते हुए प्रताप ग्रेवाल ने कहा- सरकार ने किस नियम से टोल वसूला? यह इंडियन टोल एक्ट के विपरीत अवैध वसूली है। 6 साल तक टोल वसूला, रखरखाव नहीं कियाविधायक ग्रेवाल ने आरोप लगाया कि सरकार ने 6 साल तक टोल वसूला, लेकिन 52 किमी बायपास पर रखरखाव का एक भी बड़ा काम नहीं किया। जिसके कारण सड़क जर्जर होती रही और आखिरकार उसका एक पुल धंस गया। कांग्रेस विधायक ने कहा- यह राज्य शुल्क का दुरुपयोग है। टोल बेनामी तरीके से वसूला नहीं जा सकता। सरकार को भोपाल बायपास पर तुरंत टोल वसूली बंद करनी चाहिए। कंपनी ने टोल की राशि छिपाईमध्य प्रदेश सड़क विकास निगम (MPRDC) ने भोपाल बायपास परियोजना में गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, निर्माण में सुस्ती तथा स्क्रू अकाउंट में गड़बड़ी के कारण ट्रॉन्सट्राय प्राइवेट लिमिटेड को 22 फरवरी 2021 को ब्लैकलिस्ट कर दिया था। आदेश में कहा था कि कंपनी ने तय शर्तों का पालन नहीं किया। टोल वसूली की वास्तविक राशि छिपाई। कई नोटिसों के बावजूद न तो जवाब दिया और न ही सुधार के प्रयास किए। आदेश के अनुसार, एक स्वतंत्र एजेंसी ने 17 से 26 जून 2019 तक 7 दिन की टोल मॉनिटरिंग की। जिसमें पाया गया कि कंपनी द्वारा दिखाया गया टोल कलेक्शन वास्तविक वसूली से बहुत कम था। इसके बाद स्क्रू अकाउंट की विस्तृत जांच हुई। जिसमें ‘अंडर रिपोर्टिंग’ और ‘पब्लिक मनी लॉस’ की पुष्टि हुई। अनियमितताएं बढ़ीं, काम बंद पड़ासरकार ने कंपनी को 11 दिसंबर 2019 और 17 जुलाई 2020 को दो नोटिस जारी किए। कंपनी ने न कोई जवाब दिया और न गुणवत्ता या प्रगति में सुधार किया। इसके बाद कंपनी का टोल वसूली अधिकार निलंबित कर दिया गया और अंततः कंसेशन एग्रीमेंट समाप्त हो गया। आदेश में MPRDC ने कहा था कि कंपनी के कारण परियोजना की प्रगति बाधित हुई। सरकारी राजस्व का नुकसान हुआ। एग्रीमेंट की मूल भावनाओं का उल्लंघन हुआ। इन्हीं आधारों पर कंपनी को मध्य प्रदेश में भविष्य में किसी भी सड़क परियोजना या निविदा में भाग लेने से प्रतिबंधित (ब्लैकलिस्ट) कर दिया गया। मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... भोपाल में 100 मीटर सड़क धंसी भोपाल के बिलखिरिया के पास एक सड़क का करीब 100 मीटर का हिस्सा धंस गया। इसके बाद एक तरफ का रास्ता बंद करा दिया गया है। यह सड़क एमपीआरडीसी की है, जो इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर, जयपुर, मंडला, सागर को जोड़ती है। पढ़ें पूरी खबर...
लंबित भुगतान पर ठेकेदारों का सीएमओ के नाम ज्ञापन
सुसनेर| नगर परिषद में कंस्ट्रक्शन और अन्य कार्य करने वाले ठेकेदारों ने लंबे समय से लंबित भुगतान किए जाने की मांग को लेकर सीएमओ ओपी नागर के नाम एक लिखित ज्ञापन सौंपा है। ठेकेदारों ने ये ज्ञापन स्टोर कीपर अकलाख खान को सौंपा। आवेदन में बताया गया है कि नगर परिषद में फंड आने के बावजूद उनका भुगतान बिना किसी कारण के रोका जा रहा है। फर्मों के जिम्मेदारों ने चेतावनी दी है वे अपनी समस्या से कलेक्टर को अवगत कराएंगे।
एटीएम बदल 80 हजार निकाले, आरोपी सीसीटीवी में कैद
भास्कर न्यूज़| लुधियाना एटीएम बदलने कर पैसे ठगने का फ्रॉड बड़ा नहीं है वही इसकी घटनाएं आए दिन आती रहती है। न्यू हरगोबिंद नगर के रहने वाले जसपाल सिंह इसके ताज़ा शिकार बने है जब दो धोखेबाजों ने एटीएम में उनका कार्ड बदलकर उनके अकाउंट से 80 हजार रुपये उड़ा लिए। जसपाल सिंह एक प्राइवेट फैक्टरी में नौकरी करते हैं। उन्होंने मेहनत से जोड़कर करीब डेढ़ लाख रुपये जमा किए थे। नया एटीएम कार्ड मिलने के बाद वह ब्राउन रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक एटीएम में पिन जनरेट करने गए थे। जैसे ही वह मशीन में कार्ड डाल रहे थे, एटीएम के अंदर पहले से मौजूद दो युवक उनकी मदद करने के बहाने पास आ गए। पिन बदलने में अनजान होने का फायदा उठाते हुए आरोपियों ने हाथ की सफाई से जसपाल सिंह का कार्ड बदल दिया और उन्हें दूसरा कार्ड थमा दिया। {एटीएम के अंदर कोई अनजान व्यक्ति मौजूद हो तो अंदर न जाएं, मशीन खाली होने पर ही ट्रांजेक्शन करें। पासवर्ड बदलने या कार्ड लगाने में किसी अजनबी की ‘मदद’ कभी न लें, बैंक कर्मचारी एटीएम के अंदर नहीं होते। {पिन डालते समय कीपैड को हाथ से ढकें, ताकि कोई कैमरा या व्यक्ति देखें नहीं। {कार्ड वापस लेते समय कार्ड का नंबर और नाम ज़रूर चेक करें, बदमाश कार्ड बदलने में सेकंड लगाते हैं। {मोबाइल पर एसएमएस अलर्ट हमेशा चालू रखें, संदिग्ध ट्रांजेक्शन दिखते ही तुरंत कार्ड ब्लॉक करें (कस्टमर केयर/एप के जरिए)। एटीएम से बाहर निकलने के करीब 10 मिनट बाद जसपाल के मोबाइल पर 20 हजार रुपये निकाले जाने का मैसेज आया। शक होने पर वे तुरंत बैंक पहुंचे, जहां पता चला कि धोखेबाज 30-30 हजार रुपये स्वैप मशीन के ज़रिये दो बार और निकाल चुके हैं। उन्होंने तुरंत कार्ड ब्लॉक करवाया, जिससे बाकी बचे 60 हजार रुपये बच गए। कुल मिलाकर उनके खाते से 80 हजार रुपये निकाल लिए गए। थाना प्रभारी इंस्पेक्टर जगदीप सिंह के अनुसार पीड़ित के बयान पर केस दर्ज कर लिया गया है। जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा।
मीणा समाज संगठन ने माना विधायक-सांसद का आभार
भास्कर संवाददाता | झाड़ला सर्व मीणा समाज संगठन जिला राजगढ़ के पदाधिकारियों ने नरसिंहगढ़ विधायक मोहन शर्मा और सांसद रोडमल नागर का जिला विकास समिति राजगढ़ में सलाहकार सदस्य नियुक्त करने के लिए आभार माना। संगठन के अध्यक्ष दिनेश मीणा, जगदीश रुहेला और ज्वाला प्रसाद बुंदेला को ये महत्वपूर्ण पद मिलने पर, समस्त पदाधिकारियों ने नरसिंहगढ़ विधायक के निजी निवास पर पहुंचकर उन्हें फूल माला पहनाई और साफा बांधकर हर्ष जताया। इस मौके पर भाजपा मंडल महामंत्री लाखन सिंह राजपूत, सर्व मीणा समाज उत्थान संगठन के राष्ट्रीय संगठन सचिव मानसिंह मीणा, सह सचिव कल्लूप्रसाद मीणा सहित हेमराज चौधरी, गब्बर मीना, कृष्ण वल्लभ मीना, राकेश मीणा और अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित रहे।
‘हीलिंग ट्रैवल’ छुट्टियां अब मन को संतुलित करने का जरिया
भास्कर न्यूज। लुधियाना पिछले कुछ वर्षों में छुट्टियों की परिभाषा बदल रही है। पहले लोग नई जगहें देखने, एडवेंचर करने या परिवार संग समय बिताने के लिए घूमने जाते थे, लेकिन अब ‘हीलिंग ट्रैवल’ यानी मानसिक संतुलन पाने, भावनात्मक शांति लाने और आत्म-रिफ्रेश होने के लिए यात्रा का चलन तेजी से बढ़ रहा है। छुट्टियों को लोग सिर्फ ब्रेक नहीं, बल्कि माइंडफुलनेस, प्राकृतिक ऊर्जा और भीतर की शांति को पुनः हासिल करने का तरीका बना रहे हैं। यह ट्रेंड खासकर उन युवाओं और कामकाजी लोगों में बढ़ा है जो डिजिटल ओवरलोड, लगातार भागदौड़, काम का दबाव और भावनात्मक थकान महसूस करते हैं। हीलिंग ट्रैवल का सबसे बड़ा आकर्षण शांत माहौल है। शहर का शोर, ट्रैफिक, भीड़ और लगातार बजते नोटिफिकेशंस दिमाग पर लगातार असर डालते हैं। ऐसे में लोग समुद्र किनारे बैठकर लहरों की आवाज सुनना, पहाड़ों में ठंडी हवा का स्पर्श महसूस करना और जंगलों की हरियाली के बीच खुद को शांत करना पसंद कर रहे हैं। कई स्थानों पर डिजिटल डिटॉक्स को बढ़ावा देने वाले रिसॉर्ट्स और होमस्टे भी उपलब्ध हैं, जहां इंटरनेट की उपलब्धता सीमित होती है, ताकि लोग पूरी तरह वर्तमान पल में जी सकें। नेचर थेरेपी : प्रकृति से जुड़ने को मनोविज्ञान में ‘इको थेरेपी’ भी कहा जाता है। हरियाली देखने से चिंता कम होती है, प्रकृति की आवाजें जैसे पानी, पक्षियों की चहचहाहट तनाव को कम कर सकती हैं। इसी वजह से लोग अब ट्रैकिंग, जंगल वॉक, फार्म स्टे, मेडिटेशन हिल्स और रिवर-साइड रिट्रीट पसंद कर रहे हैं। लोग ऐसी ट्रिप्स चुन रहे हैं जहां कुछ घंटे या पूरा दिन ‘साइलेंस प्रैक्टिस’ की जा सके। खुद के साथ रहने, बिना फोन-बातचीत के समय बिताने से मानसिक अव्यवस्था काफी कम होती है। माइंडफुलनेस ट्रैवल : हीलिंग ट्रैवल की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण यह है कि लोग खुद को दोबारा समझना चाहते हैं। इस तरह की ट्रिप्स में कई गतिविधियां शामिल होती हैं जो आत्म-देखभाल को बढ़ावा देती हैं। माइंडफुलनेस का मतलब है कि जो भी करें चलना, बैठना, चाय पीना सबको पूरी जागरूकता के साथ महसूस करना। इसके लिए लोग ऐसे गंतव्य चुनते हैं जहां शोरगुल न हो। कई हिल स्टेशन और स्पिरिचुअल टाउन माइंडफुलनेस पर आधारित रूटीन ऑफर करते हैं, जैसे सुबह ध्यान, शाम की शांत वॉक, ब्रीदिंग सत्र और आर्ट हीलिंग। सर्दियों, गर्मियों या मानसून हर मौसम में योग रिट्रीट अपनी जगह बना रहे हैं। यहां दिन की शुरुआत योग से होती है, फिर साउंड-बाथ, प्राकृतिक उपचार, पौधों से घुलने-मिलने वाली गतिविधियों के जरिए मन-शरीर को रिलैक्स किया जाता है। कई लोग इन रिट्रीट में एक हफ्ते तक बिना किसी स्क्रीन के जीवन जीते हैं, जिससे नींद बेहतर होती है और दिमाग हल्का महसूस करता है। स्लो-ट्रैवल का बढ़ता चलन : अब लोग तेज-तेज घूमकर कई जगहें देखने की बजाय एक ही जगह रुककर वहां की संस्कृति, रूटीन, लोग और वातावरण को महसूस करने में भरोसा कर रहे हैं। स्लो-ट्रैवल में भागदौड़ नहीं होती, इसलिए यह मन को अधिक आराम देता है। इसमें स्थानीय लोगों से बात करना, स्थानीय भोजन पकाना, गांवों में रहना और प्राकृतिक जीवन के करीब रहना शामिल है। कई यात्राएं अब ‘इमोशनल डीक्लटरिंग’ का माध्यम बन रही हैं। लोग मन में जमा हुए तनाव, असुरक्षा और दबाव को प्रकृति के बीच छोड़कर आते हैं। ट्रैवल के दौरान लिखना, मेडिटेशन करना, लंबी वॉक पर जाना और सेल्फ-रिफ्लेक्शन करना इस प्रक्रिया का हिस्सा होता है।
कृषि महाविद्यालय में विश्व मृदा दिवस मनाया, गांवों में संरक्षण की जरूरत बताई
श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के तहत कृषि महाविद्यालय पाथरेड़ी द्वारा शुक्रवार को विश्व मृदा दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. सुशीला ऐचरा, मृदा वैज्ञानिक ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मृदा विज्ञान संघ ने वर्ष 2002 में हर वर्ष 5 दिसम्बर को विश्व मृदा दिवस मनाने की सिफारिश की थी। इस वर्ष विश्व मृदा दिवस 2025 की थीम स्वस्थ शहरों के लिये स्वस्थ मृदा रखा गया हैं। डॉ. ऐचरा ने मृदा के महत्व के बारे में बताया तथा मृदा संरक्षण के प्रति गांवों में जागरुकता फैलाने को कहा। डॉ. पार्वती दीवान, सहायक आचर्य ने मृदा व जलवायु परिवर्तन पर प्रकाश डाला। कृषि महाविद्यालय के डीन डॉ. सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि मृदा हमारी मां है इससे ही जीवन है। रसायनों के अत्यधिक प्रयोग से मृदा बीमार हो रही है। इससे मानव, जानवर व जल के जीवों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस अवसर पर मृदा पर प्रश्नोत्तरी व पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रश्नोत्तरी में छात्र हर्षवर्धन प्रथम व पोस्टर प्रतियोगिता में निकिता शर्मा प्रथम रही। कार्यक्रम के डॉ. सुरेन्द्र कुमार ने धन्यवाद दिया। इस अवसर पर डॉ. पार्वती दीवान, डॉ. नीरज मीना, डॉ. प्रवीण पिलानिया, डॉ. ओमेश कुमार, डॉ. विष्णु मीना, डॉ. प्रवीण कुमार हटवाल, दीपक सैनी, चेतना, कुन्दन, अकिंत, अजय, सुमन, सचिन कुमार, एवं सरजीत आदि उपस्थित रहे।
कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में इंद्राज गुर्जर ने पहले जिला अध्यक्ष का पद ग्रहण किया
भास्कर न्यूज | कोटपूतली कांग्रेस के नवनियुक्त कोटपूतली-बहरोड़ जिला अध्यक्ष, पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर का पदभार ग्रहण समारोह शुक्रवार को शक्ति प्रदर्शन में तब्दील हो गया। भूरी भड़ाज गांव से सैकड़ों गाड़ियों के विशाल काफिले के साथ रवाना हुए कार्यकर्ताओं ने कोटपूतली पहुंचते ही माहौल को जोशीला बना दिया। डाबला रोड स्थित नारायणा मैरिज गार्डन तक पूरे रास्ते में कार्यकर्ताओं और आमजन ने नए जिला अध्यक्ष का अभूतपूर्व स्वागत किया। जगह-जगह फूलमालाओं, साफों और जयघोषों के बीच गुर्जर का काफिला धीमी रफ्तार से शहर में दाखिल हुआ, जिससे यह स्वागत किसी विजय रैली से कम नजर नहीं आया। एक निजी गार्डन में हजारों की संख्या में जुटे समर्थकों की मौजूदगी में इंद्राज गुर्जर ने औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण किया। मंच पर पहुंचते ही कार्यकर्ताओं ने तालियों और नारों की गड़गड़ाहट से पूरा पंडाल गुंजा दिया। गुर्जर ने कहा कि उन्हें कांग्रेस आलाकमान द्वारा दिया गया यह विश्वास जिम्मेदारी का प्रतीक है और वे संगठन को मजबूती देने, कार्यकर्ताओं की भागीदारी बढ़ाने तथा जिले के विकास और जनता की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार सक्रिय रहेंगे। नवनियुक्त जिलाध्यक्ष के ओजस्वी और जोश से भरे भाषण ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भर दी। पदभार ग्रहण समारोह में हजारों की भीड़ के सामने उन्होंने संगठन को मजबूती देने, जन सरोकारों को प्राथमिकता देने और कार्यकर्ताओं के सम्मान को सर्वोपरि रखने की बात कही। गुर्जर ने युवाओं, महिलाओं और ग्रामीण कार्यकर्ताओं को पार्टी की रीढ़ बताते हुए मिशन 2028 की तैयारी अभी से शुरू करने का आह्वान किया। उनके प्रभावी शब्दों और नेतृत्व की दृढ़ता ने कार्यकर्ताओं में उत्साह, विश्वास और जीत का संकल्प जगाया। पूरा पंडाल तालियों और नारों से गूंज उठा। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं की एकजुटता की सराहना करते हुए कहा कि कोटपूतली–बहरोड़ जिला संगठन अब पहले से और मजबूत होकर उभरेगा। कार्यक्रम में विभिन्न समुदायों, सामाजिक संगठनों और युवाओं की भारी उपस्थिति ने इसे एक ऐतिहासिक आयोजन बना दिया। पदभार ग्रहण के दौरान मंच पर कई वरिष्ठ पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता, सभी मंडल अध्यक्ष और बड़ी संख्या में युवा कार्यकर्ता मौजूद रहे। पूरे समारोह में उत्साह, उमंग और संगठनात्मक शक्ति का प्रभावी प्रदर्शन साफ दिखाई दिया। कोटपूतली-बहरोड़ जिले में कांग्रेस संगठन के सामने सबसे बड़ी चुनौती सभी कार्यकर्ताओं को एक जाजम पर लाना है, क्योंकि जिले की चारों विधानसभा सीटों पर वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी के विधायक हैं। ऐसे में संगठनात्मक एकजुटता ही कांग्रेस के पुनरुत्थान का मुख्य आधार बन सकती है। स्थानीय स्तर पर नेतृत्व परिवर्तन के बाद कार्यकर्ताओं में उत्साह तो दिख रहा है, लेकिन राजनीतिक रूप से मजबूत भाजपा इकाइयों के बीच कांग्रेस को जमीन पर सक्रियता, बूथ प्रबंधन और समन्वय बढ़ाने की जरूरत है। नए जिलाध्यक्ष के सामने सभी गुटों को साथ लेकर एक मजबूत और संगठित कांग्रेस खड़ी करने की बड़ी जिम्मेदारी है।
सर्दी का यू टर्न... फिर पश्चिमी मप्र का सबसे सर्द शहर राजगढ़
भास्कर संवाददाता | राजगढ़ जिले में सर्दी ने एक बार फिर यू-टर्न ले लिया है। सर्द उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण शुक्रवार की रात न्यूनतम तापमान 3.4 डिग्री गिरकर 6 डिग्री पर पहुंच गया। इसी के साथ राजगढ़ एक बार फिर पश्चिमी क्षेत्र भोपाल संभाग का सबसे सर्द और पूरे मध्य प्रदेश का दूसरे सबसे ठंडे शहरों की सूची में शामिल हो गया। शुक्रवार की रात राजगढ़ रीवा के बाद सबसे कम तापमान वाला शहर रहा। खास बात यह है कि जिले में मौसम का यह यू-टर्न गुरुवार शाम को अचानक हुआ। गुरुवार दोपहर तक शहर सहित जिले भर में मौसम सामान्य था। शाम करीब 5:00 बजे हवा की गति बड़ी इसी के साथ तापमान में गिरावट शुरू हो गई। शाम को शहर के विभिन्न क्षेत्रों में लोग अलाव तापते नजर आए। रात आते आते तो लोगों को फिर एक बार कंपकपी वाली सर्दी का एहसास होने लगा। अल सुबह न्यूनतम तापमान में गुरुवार के मुकाबले में करीब 3.5 डिग्री की गिरावट हुई, और पारा 6 डिग्री तक लुढ़क गया। इसके बाद पूरे दिन करीब 5-6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली ठंडी हवाओं के कारण दिन मैं भी पारे की रफ्तार थमी रही। अधिकतम तापमान 25 डिग्री दर्ज हुआ लेकिन इसके साथ चली ठंडी हवाओं के कारण सर्दी का अहसास बढ़ गया। दिन में भी लोग गर्म कपड़े पहन कर खुद को सर्दी से बचाते नजर आए। भोपाल मौसम केंद्र की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉक्टर दिव्या ई श्रीधरन ने बताया कि राजगढ़ व आसपास के जिलों में अगले 5 दिन तक मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। दिन और रात का तापमान शुक्रवार की तरह ही बना रहेगा। रात में 5 से 7 डिग्री जबकि दिन में 24 से 26 डिग्री के बीच में तापमान के रहने की संभावना है। इस बीच मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा इससे रात में सर्दी का एहसास बढ़ेगा।
शिव सरस्वती विद्यालय में प्रेरणा-सत्र आयोजित
भास्कर न्यूज | कोटपूतली शहर स्थित शिव सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित प्रेरणा-सत्र में आचार्य बलराम दास महाराज मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने विद्यार्थियों को संस्कारवान, स्वस्थ और सुशिक्षित जीवन जीने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि जीवन में सफलता के लिए निरंतर प्रयास, अनुशासन और आत्मविश्वास आवश्यक हैं। आचार्य ने महाभारत, रामायण और भागवत गीता के प्रसंगों के माध्यम से विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा व चरित्र निर्माण के महत्वपूर्ण सूत्र समझाए। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रतिदिन प्रातःकाल जागरण, योग और व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करने पर जोर दिया। आचार्य ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, बल्कि नियमित परिश्रम और सकारात्मक सोच ही व्यक्ति को ऊंचाइयों तक पहुंचाती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सह निदेशक हृदेश शर्मा ने कहा कि विद्यार्थियों को बताए गए आदर्शों का जीवन में अनुसरण कर लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए। प्रधानाचार्य डॉ. घनेश गौड़ ने आचार्य का माल्यार्पण, प्रतीक चिन्ह और दुपट्टा भेंट कर सम्मान किया। संचालन महेंद्र शर्मा और भूपेंद्र शर्मा ने किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों सहित स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
लोकतांत्रिक तरीके से होगा शहर सदर का चयन, 5 प्रत्याशी मैदान में, कल होगा चुनाव
राजगढ़ | शहर का मुस्लिम समाज अपने नए सदर का चयन पूर्णतः लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत मतदान से करने जा रहा है। अंजुमन इस्लाम कमेटी के अंतर्गत होने वाली इस निर्वाचन प्रक्रिया में शहर के सभी 13 मस्जिदों से नामांकित प्रतिनिधि भाग लेंगे। निर्वाचन प्रक्रिया प्रभारी शहर काजी नाजिम अली और कमेटी सदस्य बबलू खान (आरटीओ) ने बताया कि मतदान कल रविवार सुबह 9:30 से दोपहर 12:00 बजे तक पुरा िस्थत जामा मस्जिद परिसर में संपन्न होगा। मतदान के तुरंत बाद मतगणना कर परिणाम घोषित किए जाएंगे। प्रत्येक मस्जिद से 20-20 सदस्यों को मतदान के लिए अधिकृत किया गया है। शहर सदर के लिए कुल 6 नामांकन आए थे, जिनमें से एक उम्मीदवार ने अपना नाम वापस ले लिया। अब 5 प्रत्याशी मैदान में हैं, जिनमें से एक को शहर सदर चुना जाएगा, जो आगामी कार्यकाल के लिए मुस्लिम समाज का नेतृत्व संभालेगा। चुनाव और मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ये हैं प्रत्याशी { आबिद हसन, निवासी पुरा { अनवर खान (मोनू), पुरा { अनवर अली (राजा), किला { अरशद अली, गंज { राशिद शेख, गंज
जिला अभिभाषक संघ के चुनाव 12 दिसंबर को, पहले दिन अध्यक्ष पद पर 4 नामांकन
जिला अभिभाषक संघ कोटपूतली की कार्यकारिणी के वार्षिक चुनाव 2025–26 के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी एडवोकेट जितेन्द्र रावत ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी करते हुए पूरा चुनाव कार्यक्रम घोषित किया। इस चुनाव में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष पदों के लिए मतदान होगा। अधिसूचना के अनुसार 5 व 6 दिसंबर को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक नामांकन पत्र भरे जाएंगे। नामांकन पत्रों की जांच 6 दिसंबर को 3 से 3:30 बजे तक होगी, इसके उपरांत 3:30 से 4:30 बजे तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। उम्मीदवारों की अंतिम सूची 6 दिसंबर शाम 5 बजे जारी की जाएगी। 12 दिसंबर को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक अधिवक्ता मतदान करेंगे, जिसके बाद मतगणना कर परिणाम घोषित किए जाएंगे। इस वर्ष कुल 527 अधिवक्ता मतदान करेंगे। अध्यक्ष पद हेतु 10 वर्ष का अनुभव और 4 हजार रुपए अमानत राशि, जबकि उपाध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष पद के लिए 7 वर्ष का अनुभव व 3 हजार रुपए अमानत राशि निर्धारित की गई है। सहायक निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार शर्मा ने बताया कि 5 दिसंबर को पहले दिन अध्यक्ष पद के लिए राजेंद्र चौधरी, सुशील यादव, भोजराज यादव और सतीश हाडिया ने नामांकन दाखिल किए। जबकि उपाध्यक्ष पद पर अनिल कुमार आर्य, नीरज कुमार नैनावत और आशीष जोशी, सचिव पद पर मुकेश कुमार यादव और पवन कुमार शर्मा और कोषाध्यक्ष पद पर राजेश कुमार गुर्जर ने नामांकन प्रस्तुत किया।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने कहा कि प्रदेश में अब नए 22 मॉडल संस्कृति कॉलेज बनाए जाएंगे। जो बाद में यूनिवर्सिटी के रूप में तब्दील कर दी जाएगे। हालांकि उन्हीं कॉलेजों को इसमें शामिल किया जाएगा, जिनके विद्यार्थियों की संख्या 3 हजार से अधिक है। इसको लेकर सरकार ने पूरी तैयारी की हुई है। वहीं खेलते समय खिलाड़ियों की मौत को लेकर कांग्रेस द्वारा भाजपा को घेरने पर कहा कि इस पर राजनीति करना ठीक नहीं हैं। इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद लापरवाही स्पष्ट हो जाएगी। वहीं शिक्षा विभाग ने भी अपने यहां खेल ग्राउंड की जांच रिपोर्ट मांगी है। अब पढ़िए दैनिक भास्कर से बातचीत में शिक्षा मंत्री ने क्या कहा... रिपोर्टर: बच्चों को पढ़ाई के लिए अच्छा माहौल देने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?महिपाल ढांडा : तीन-चार बड़े काम किए जाएंगे। जिसके तहत हम 22 मॉडल संस्कृति कॉलेज बनाने जा रहे हैं। ये मॉडल संस्कृति कॉलेज हर तरीके से अपने आप में परिपूर्ण होंगे। जिस भी कॉलेज में 3 हजार से ज्यादा स्ट्रैंथ (विद्यार्थियों की संख्या) होगी। हम उसे स्वायत्तता देना शुरू करेंगे। वह धीरे-धीर यूनिवर्सिटी का दर्जा भी ले लेंगे। यूनिवर्सिटी का दर्जा लेने के बाद अपनी पूरी प्रक्रिया स्वतंत्र रूप से आगे चला सकेंगे। इस पैटर्न पर ऐसे कॉलेज की रचना की है। जो अंतिम पड़ाव होगा। यह न्यू एजुकेशन पॉलिसी के तहत हैं। उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा (हायर एजुकेशन) में यूनिवर्सिटी के साथ-साथ इंडस्ट्री के साथ भी तालुकात और संबंध व एमओयू करने शुरू कर दिए हैं। हमारी दो-तीन यूनिवर्सिटी में कैंपस से ही बच्चों का सिलेक्शन हो जाना, यह काफी तेज गति से बहुत अच्छा उसका रिजल्ट निकल रहा है। हम इस दिशा में और बढ़ रहे हैं। मैं भी काफी इंडस्ट्री के लोगों के साथ बैठा हूं। हमें अपने प्रदेश में यह भी देखना है कि किस तरह की प्रतिभा की आवश्यकता है। किस तरह की इंडस्ट्री है। उनकी इंटर्नशिप उस इंडस्ट्री में करवाएं, उसी विजन के साथ काम किया जा रहा है। युवाओं को उनके पैरों पर खड़ा करने का प्रयास है। स्कूली एजुकेशन की बात करें तो वहां भी अच्छा काम हो रहा है। एक ठीक परिवार के बच्चे की परिवार की तरफ से आठवीं तक हो जाती है। ताकि वह आगे किसी भी कोर्स में जाना चाहे। आठवीं से ही वह तैयारी शुरू करवा देते हैं। 11वीं-12वीं तक वह तैयारी हो जाती है। वहीं गरीब के बच्चों का बच्चा कहां जाए, उसकी परवाह यह सरकार कर रही है। सरकार ने इसके तहत पहले तय किया कि हम बुनियाद सेंटर खेलेंगे। इसके लिए 103 सेंटर हैं। जिसके तहत सुपर-100 में जाते हैं। जिससे जो बच्चा आईटीआई की सोचता था, आज वह बच्चे आईआईटी की तैयारी करता है। इस बार तो 100 में से 72 बच्चों का चयन हुआ है। मैं पूछना चाहूंगा कि जितने भी प्राइवेट इंस्टीट्यूट हैं, जिनके 100 में से 72 बच्चों का चयन हुआ है। रिपोर्टर: स्कूलों का ढांचा और शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे?महिपाल ढांडा : ऑलमोस्ट बहुत पुरानी बिल्डिंग हो गई थी, जो हमारे बाप-दादाओं ने बनाई थी। कांग्रेस ने तो कभी ध्यान नहीं दिया। हम आए और हमने हजारों कमरे बनवाए हैं। फिर भी बहुत कमरों की कमी है। उसके लिए मैंने फंड भी जारी किया है। फंड जारी करके उन पर शीघ्र निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा और शुरू हो भी रहा है। लगातार चल रहा है। अभी भी बहुत सारे ऐसे स्कूल बचते हैं, जो वास्तव में डैमेज हैं। इसके लिए डिपार्टमेंट को मैंने बोला है कि उनको डैमेज दिखाया जाए। जो बिल्कुल जर्जर हालात में हैं। उनको पीड्ब्ल्यूडी से डैमेज दिखाकर उनका एस्टीमेट बनवाकर तुरंत भेजें। ताकि उस पर भी कार्रवाई कर सकें। हम एक भी स्कूल ऐसा नहीं छोड़ेंगे, जिसकी हालत खराब हो और वह ना बने। यह हमारी जिम्मेदारी भी है। मैंने कई स्कूलों को शिफ्ट भी किया है। वह इसलिए किया है कि वह जर्जर हालत में थे। ताकि किसी भी तरह का नुकसान नहीं होना चाहिए।रिपोर्टर: पिछले दिनों खेलते समय दो खिलाड़ियों की मौत हो गई थी, उसको कैसे देखते हैं?महिपाल ढांडा : इसके ऊपर विभाग ने संबंधित अधिकारियों पर एक्शन भी लिया है। चाहे खेल विभाग से हो, चाहे पंचायत विभाग से हो, चाहे एजुकेशन डिपार्टमेंट से हो। शिक्षा विभाग ने तो सभी को कहा है कि जहां-जहां भी इस तरह के ग्राउंड हैं, उनकी एक्चुअल पोजिशन क्या है, उसकी रिपोर्ट बनाकर दें। जो कंडम हैं, उनको तुरंत बदला जाए। रिपोर्टर: इसमें लापरवाही किसकी मानते हैं?महिपाल ढांडा : अभी तो रिपोर्ट आएगी तो कुछ बोला जा सकता है।रिपोर्टर : इस मुद्दे पर कांग्रेस ने भी भाजपा को निशाने पर लिया, उसको कैसे देखते हैं?महिपाल ढांडा : ये तो कुछ भी कह सकते हैं। घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटी है। लेकिन हर चीज में राजनीति ठीक नहीं हैं। अगर भाजपा की सरकार ने भी ध्यान नहीं दिया तो किसने दिया। हमने इतनी नर्सरियां बनाई हैं, हर खिलाड़ी के खानपान व सेहत की चिंता की है। हरियाणा सरकार आने के बाद हमारे प्लेयर ने बहुत अच्छे रिजल्ट दिया हैं। उनको सम्मानित करने में सरकार ने कोई कमी नहीं छोड़ी। ताकि नौजवान और बेहतर प्रदर्शन करें।रिपोर्टर: बच्चों का भविष्य बेहतर बनाने के लिए शिक्षा विभाग क्या कदम उठाएगा?महिपाल ढांडा : नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू किया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में हमने कहा था कि 2025 तक हम लोग लागू करेंगे। हमने 100 प्रतिशत नई शिक्षा नीति को लागू कर दिया है। अब इसके परिणाम आने शुरू होंगे। एकदम नहीं आएंगे। हम 9वीं से 12वीं तक के लिए भी एक ऐसा पाठ्यक्रम बना रहे हैं, कि बच्चा उसमें अपने पैरों पर खड़ा हो। जिसमें 3 महीने की उसकी इंटर्नशिप हो, हर साल। 12वीं पास करके बच्चे को यह नहीं लगे कि मैं क्या करूं। हम लोगों की सोच यह है कि वह नौकरी करे नहीं, करवाने वाला बने। वह और लोगों को नौकरी देने वाला बने। विचार व सोच बड़ी होगी तभी आप कुछ बेहतर दिशा में बढ़ सकते हैं।
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
मानसून की तबाही के बाद मुआवजे की प्रक्रिया पटवारियों के लिए उलझन बन गई। मारकंडा नदी के उफान से शाहाबाद-पिहोवा और इस्माइलाबाद एरिया में धान की फसल बर्बाद होने पर सरकार ने गिरदावरी के सख्त आदेश जारी किए थे। लेकिन प्रक्रिया में कथित लापरवाही पकड़े जाने पर 6 पटवारियों को सस्पेंड कर दिया गया। इनमें कुरुक्षेत्र के शाहाबाद के बोरीपुर गांव के पटवारी जतिन चावला भी शामिल हैं। जांच में पाया गया कि गिरदावरी के दौरान एक ही फोटो को बार-बार अपलोड किया गया। इस प्रक्रिया में कथित लापरवाही होने के मामले में उनको सस्पेंड किया गया। पटवारी एसोसिएशन का विरोध उधर, पटवारी एसोसिएशन ने सरकार की इस कार्रवाई का विरोध किया है। जिला एसोसिएशन के प्रधान डॉ. साहब सिंह सैनी ने इसे व्यवस्था की कमी बताया। उन्होंने कहा कि सरकार ने गिरदावरी के लिए सिर्फ एक सप्ताह का समय दिया, जबकि एक पटवारी के पास कई सर्कल हैं। टाइम कम दिया साहब सिंह सैनी ने कहा कि सॉफ्टवेयर आधारित प्रक्रिया को कम टाइम में निपटाना मुश्किल है। एसोसिएशन ने पहले ही एप को लेकर आपत्ति दर्ज कराई थी, लेकिन उच्च अधिकारियों और सॉफ्टवेयर टीम ने एक ही फोटो से क्षेत्र की गिरदावरी पूरी करने का सुझाव दिया। अधिकारियों की नॉलेज में मामला उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में इस तरीके से गिरदावरी करवाई गई। यह पूरा मामला अधिकारियों की नॉलेज में भी है। यह कार्रवाई अन्यायपूर्ण है। जतिन चावला की किसी सर्कल से कोई शिकायत नहीं आई। फिर भी उन्हें निशाना बनाया गया। एसोसिएशन उनके समर्थन में खड़ी है। सोमवार को लेंगे फैसला साहब सिंह ने कहा कि पूरे प्रदेश में इसी पैटर्न पर काम हुआ है। फिर तो पूरे हरियाणा के पटवारी और अफसर सस्पेंड होने चाहिए। इस मामले को लेकर आज रविवार को DC के साथ मीटिंग होगी। उसमें ही कोई फैसला होगा। अगर कोई निर्णय नहीं हुआ तो स्टेट एसोसिएशन कोई एक्शन लेगी।
बालाजी कॉलेज जाने वाले मार्ग पर बिजली के पोल से हो सकता बड़ा हादसा
हरमाड़ा | न्यू लोहामंडी स्थित बालाजी कॉलेज जाने वाले मार्ग पर सड़क के बीचो बीच खड़ा बिजली का पोल लोगों के लिए खतरा बना हुआ है। इस सड़क से रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं, लेकिन बीच में लगे पोल के कारण वाहन चालकों को लगातार दुर्घटना का जोखिम बना रहता है। लंबे समय से शिकायतों के बावजूद इसे हटाने या स्थानांतरित करने की कोई कार्रवाई नहीं की है। स्थानीय लोगों ने जल्द से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है। नहीं तो यह लापरवाही कभी भी बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकती है। - युवराज सिंह शेखावत, गणेश नगर
करीब 6 महीने पहले एमपी के मंदसौर जिले में एक वीडियो वायरल हुआ। भाजपा नेता मनोहरलाल धाकड़ का बताया गया और उन्हें हाईवे पर अश्लील हरकत करते सीसीटीवी कैमरे में कैद बताया गया। अभी भाजपा इस मामले को संभाल भी नहीं पाई थी कि अनूपपुर जिले में भाजपा के एबीवीपी विंग से जुड़े युवा नेता का बताकर एक वीडियो वायरल किया जाने लगा। इस वीडियो में युवा नेता आशीष राय को खुले में अश्लील हरकत करते दिखाया गया। भाजपा की किरकिरी तो हुई ही आशीष राय की जिंदगी ही बदल गई। कल तक सम्मान की नजरों से देखने वाले लोगों ने उनसे किनारा करना शुरू कर दिया। अब फोरेंसिक की जांच रिपोर्ट से उन्हें राहत मिलती नजर आ रही है। आखिर क्या था उस वीडियो में और कैसे एक वीडियो ने आशीष की जिंदगी में उथल-पुथल मचा दी और अब राहत कैसे मिलती नजर आ रही है… पढ़िए इस रिपोर्ट में… 20 अगस्त को कोतमा के आशीष ने अमरकंटक पुलिस थाने में शिकायत की कि स्थानीय युवक ने अपने वेब पोर्टल और यू ट्यूब चैनल में आशीष का बताकर वीडियो अपलोड किए हैं। वीडियो में उसे अश्लील हरकत करते दिखाया गया है। फेसबुक आईडी चलाने वाले एक युवक रामबाबू चौबे ने भी अपने अकाउंट से पोस्ट कर लिखा- ‘श्रीराम के नाम गमछा बिछाकर अवैध कृत्य किया जा रहा है। हिंदू समाज को आहत कर रहा है।’आशीष ने वीडियो काे फर्जी बताया और पुलिस से जांच और कार्रवाई की मांग की। राजनीतिक दुश्मनी का शिकारआशीष ने पुलिस को बताया कि वह एबीवीपी का जिला संयोजक है। ऐसे में विरोधी राजनीतिक गुट के लोग उससे वैमनस्य रखते हैं। राजनीतिक दुश्मनी निकालने के लिए उन्होंने फर्जी वीडियो का सहारा लिया। फोन करके चेतावनी देने के बाद भी उन्होंने ये वीडियो सोशल मीडिया में पोस्ट किए। ऐसे वीडियो से खुदकुशी कर लेते हैं लोगरिपोर्ट आने के बाद भास्कर ने आशीष से बात की। आशीष ने कहा कि इस डीपफेक वीडियो के कारण मेरी छवि खराब हुई। मैं पत्रकारिता का विद्यार्थी हूं। पीजी कर रहा हूं। मेरी पढ़ाई पर असर पड़ा। मेरे परिवार की सामाजिक छवि खराब हुई। मेरे पिताजी को मानसिक आघात सहना पड़ा। ऐसे फेक वीडियो के कारण कई लोग खुदकुशी कर लेते हैं। इसे सहन करना आसान नहीं है। भारत में डीपफेक के खिलाफ मौजूदा कानूनभारत में अभी तक डीपफेक (AI-जनरेटेड या हेरफेर की गई वीडियो/ऑडियो कंटेंट) के लिए कोई विशिष्ट कानून नहीं बना है, लेकिन मौजूदा कानूनों के तहत इसे अपराध माना जाता है। ये कानून डीपफेक से जुड़े अपराधों जैसे धोखाधड़ी, मानहानि, निजता उल्लंघन, अश्लील सामग्री और गलत सूचना को कवर करते हैं। 2025 में सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 (IT Rules) में संशोधन किया गया है, जो डीपफेक को विशेष रूप से संबोधित करता है। यह संशोधन 15 नवंबर 2025 से प्रभावी है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लेबलिंग, त्वरित हटाने और अनुपालन की सख्ती करता है। डीपफेक हो सकता है वीडियो कुलदीप वर्मा, साइबर फोरेंसिक जांच अधिकारी ने बताया कि धुंधला वीडियो था। कहना मुश्किल था कि ये वीडियो सही है या गलत। हमने इसकी बारीकी से जांच की तो इस बात की पुष्टि नहीं हुई कि ये वही शख्स है जिसका दावा वीडियो को लेकर किया जा रहा था। हालांकि इस बात की पुष्टि हो गई कि ये वीडियो एडिटेड है और डीपफेक भी हो सकता है। ये खबर भी पढ़ें... दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर भाजपा नेता की अश्लील हरकत मंदसौर में भाजपा नेता मनोहर धाकड़ का एक अश्लील वीडियो सामने आया है। वीडियो में वह दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में दिख रहे हैं। मामले में भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश दीक्षित ने वीडियो की जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। जानकारी के मुताबिक मंदसौर के बनी गांव के रहने वाले मनोहर धाकड़ की पत्नी वार्ड क्रमांक-8 से जिला पंचायत सदस्य है। 13 मई की रात के इस वीडियो में मनोहर धाकड़ दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर खड़ी सफेद बलेनो कार (MP14CC4782) में एक महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में दिख रहे हैं। पूरी खबर पढ़ें...
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी इंडिगो में चल रहे संकट का असर चंडीगढ़ और अमृतसर में भी देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को दोनों एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी जैसा माहौल दिखा। चंडीगढ़ में 15 तो अमृतसर में 4 फ्लाइट रद्द कर दी गईं। कुछ उड़ानों ने 1 से लेकर 5 घंटे तक की देरी से लैंडिंग और टेकऑफ किया। फ्लाइट कैंसिल होने से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। यात्री पूरे रात एयरपोर्ट पर ही फंसे रहे। उन्होंने कहा कि न खाने-पीने की व्यवस्था मिली और न ही रहने की। यात्रियों का कहना है कि पहुंचते ही पता चला फ्लाइट कैंसिल है, जबकि पहले कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई थी। कोलकाता से चंडीगढ़ में अपनी मां के अंतिम संस्कार में आईं श्रुति भी फंस गई हैं। उनकी शुक्रवार रात को 8:15 बजे कोलकाता की फ्लाइट थी, जो उनकी तरफ से यहां आने के दौरान ही बुक करवाई थी। मगर फ्लाइट का स्टेट्स ही उन्हें पता नहीं चल रहा था। बाद में पता चला कि वह कैंसिल हो गई है। उनके पति घायल। उन्हें देखने वाला कोई नहीं। महिला श्रुति की 3 अहम बातें.. 10 हजार की टिकट 35 हजार में मिल रहीशुक्रवार को चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंचे युवक पारुख ने कहा कि मेरे दोस्त ने कोलकाता जाना था। लेकिन ऑन द स्पॉट पता लगा कि फ्लाइट कैंसिल है। 10 हजार में टिकट बुक कराई थी। अब दूसरी एयरलाइंस ने वही टिकट 35 हजार की कर दी है। चंडीगढ़ से 35 फ्लाइट्स सभी पर पड़ेगा असरचंडीगढ़ एयरपोर्ट में रोजाना करीबन 35 फ्लाइट्स आती और जाती हैं। आज भी इस तरह के ही हालात रहने के आसार हैं। एयरपोर्ट से सूत्रों के अनुसार इंडिगो की तरफ से अपनी सभी फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है।
हरियाणा के नए पुलिस महानिदेशक (DGP) को लेकर सरकार के द्वारा तैयार 5 आईपीएस अफसरों के नामों का पैनल संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) भेज दिया है। इसके बाद UPSC पैनल में से 3 अफसरों के नामों की छंटनी कर हरियाणा सरकार को वापस भेजेगी। सरकार फाइनल हुए 3 नामों में से अपने पसंदीदा अफसर को पुलिस महानिदेशक की जिम्मेदारी सौंपेगी। फिलहाल, DGP की दौड़ में 3 सीनियर अफसरों के नाम चर्चा में है। इनमें अजय सिंघल, आलोक मित्तल व एएस चावला के नाम हैं। वैसे असली रेस मित्तल व सिंघल के बीच मानी जा रही है। दोनों में से ही किसी की लॉटरी निकलने की बात कही जा रही है। पैनल में छुट्टी पर चल रहे IPS शत्रुजीत कपूर का नाम तो है, लेकिन कुर्सी पर लौटने की संभावना नहीं है। उन्हें बिजली निगम में जिम्मेदारी दी जा सकती है। यह विभाग अनिल विज के पास है। कपूर इससे पहले बिजली निगम में चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरेक्टर रहे हैं। नए DGP को लेकर हरियाणा सरकार जल्दी में है। 31 दिसंबर को DGP का एडिशनल चार्ज देख रहे ओपी सिंह की रिटायरमेंट है। यही वजह है कि 25 दिसंबर तक UPSC मीटिंग कर राज्य सरकार को तीन नाम शॉर्टलिस्ट कर भेज दे। इस मीटिंग में हरियाणा की तरफ से दो सीनियर अफसर भी शामिल होंगे। जिनके नाम चीफ सेक्रेटरी अनुराग रस्तोगी की ओर नामित किए जाएंगे। इनमें एक गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुमिता मिश्रा और अन्य सीनियर अफसर का नाम शामिल होगा। जो आईपीएस अफसर डीजीपी की रेस में आगे, उनके बारे में पढ़िए... 1993 बैच के आईपीएस अफसर आलोक मित्तल अपने पूरे करियर में वह हरियाणा और राष्ट्रीय स्तर पर कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे। एसपी पंचकूला के बाद ही मित्तल को दिल्ली बुला लिया गया। वहीं उन्हें एसपी सीबीआई आर्थिक अपराध शाखा और साइबर अपराध प्रकोष्ठ, केंद्रीय जांच ब्यूरो, नई दिल्ली की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद मित्तल पानीपत, फरीदाबाद, गुड़गांव, रोहतक जिलों की भी जिम्मेदारी दी गई। मित्तल राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के महानिरीक्षक भी रह चुके हैं। यही वजह है कि मित्तल की ग्राउंड और पुलिसिंग की अच्छी समझ है। 1992 बैच के आईपीएस अफसर अजय सिंघलअंबाला पंचकूला पुलिसकमिश्नरी के दौरान वहां के पुलिस कमिश्नर रह चुके हैं। इसके अलावा कई जिलों में एसपी की जिम्मेदारी भी देख चुके हैं। सिंघल हरियाणा सरकार के अलावा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) का नजदीकी माना जाता है। यही वजह रही लंबे समय बाद हाल ही में उन्हें सूबे में विजिलेंस चीफ की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले वह लंबे समय तक महानिदेशक (मानवाधिकार एवं मुकदमेबाजी) के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे। 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी एएस चावला1993 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। हिसार सहित कई जिलों में ग्राउंड पर अच्छा काम कर चुके हैं। इसके अलावा चावला अभी हरियाणा पुलिस अकादमी, मधुबन के निदेशक पद की अभी जिम्मेदारी देख रहे हैं। सबसे अहम बात यह है कि चावला ईमानदार छवि के साथ नायब सैनी और पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के काफी करीबी हैं। इनकी यूएसपी पुलिसिंग की अच्छे जानकार हैं। यहां पढ़ते हैं शत्रुजीत कपूर क्यों पिछड़ रहे हैं... कपूर के नाम पर विवाद1990 बैच के आईपीएस शत्रुजीत कपूर दिवंगत आईपीएस वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस में प्रमुख आरोपी हैं। यही वजह है कि उनके नाम को लेकर विवाद हो रहा है। जब पैनल में कपूर का नाम आया था तब वाई पूरन न्याय मोर्चा कमेटी ने इसको लेकर आपत्ति जताई। कमेटी के सदस्य गुरमेल ढाबी ने हरियाणा के नए DGP के लिए IPS वाई पूरन कुमार की संस्थानिक हत्या मामले में आरोपी IPS शत्रुजीत कपूर का नाम UPSC को भेजे जाने के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई थी। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर सरकार UPSC के माध्यम से शत्रुजीत को दोबारा DGP बनवाती है तो सरकार को अंजाम भुगतने के लिए भी तैयार रहना होगा। ग्राउंड पर एक्टिव कम रहेडीजीपी शत्रुजीत कपूर अपने कार्यकाल के दौरान ग्राउंड पर कम एक्टिव रहे। जबकि उनके मुकाबले वर्तमान में डीजीपी का कार्यभार देख रहे ओपी सिंह ग्राउंड पर काफी एक्टिव हैं। वह लगातार जिलों का दौरा करने के साथ ही मीडिया से भी रूबरू हो रहे हैं। कम समय में ही उन्होंने ऐसे कुछ बड़े ऑपरेशन चलाए हैं, जिनकी सरकार से लेकर जनता के बीच खूब वाहवाही हो रही है। सरकार भी अब ऐसे अफसर को डीजीपी बनाने की पक्षधर है, जो ग्राउंड पर काफी एक्टिव हो। विज के एनर्जी डिपार्टमेंट में कपूर हो सकते हैं फिटडीजीपी शत्रुजीत कपूर को हरियाणा सरकार ऊर्जा विभाग में एडजस्ट करने की तैयारी कर रही है। प्रदेश में ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी अनिल विज के पास है। केंद्र में प्रदेश के पूर्व सीएम मनोहर लाल के पास ये विभाग है। ऐसे में चर्चा है कि कपूर को एनर्जी डिपार्टमेंट में एसीएस के पद पर नियुक्त किया जा सकता है। हालांकि उनकी केंद्र में भी जाने की चर्चाएं थी, लेकिन अभी वहां कोई महत्वपूर्ण पद खाली नहीं है। ऐसे में वह अपनी सर्विस का बचा हुआ कार्यकाल एनर्जी डिपार्टमेंट में ही बिताएंगे। उनकी अक्टूबर 2026 में रिटायरमेंट है। इसकी एक वजह यह भी है कि बिजली महकमे में जब मनोहर लाल खट्टर सरकार के दूसरे कार्यकाल में कपूर चेयरमैन और प्रधान सचिव की जिम्मेदारी देख चुके हैं। उस दौरान उन्होंने बिजली चोरी और लाइन लॉस को लेकर अच्छा काम किया था। डीजीपी कपूर की 13 को खत्म हो रही छुट्टीडीजीपी शत्रुजीत कपूर का नाम आईपीएस वाई पूरन कुमार के सुसाइड में आने के बाद 14 अक्टूबर को दो महीने की छुट्टी पर भेज दिया गया था। अब उनकी 13 दिसंबर को छुट्टियां खत्म हो रही हैं, इसके बाद वह जॉइन कर सकते हैं। हालांकि अभी तक वह कहां जॉइन करेंगे इसको लेकर सरकार की ओर से कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है।
दिल्ली ब्लास्ट के आतंकी मॉड्यूल में शामिल लेडी आतंकी डॉ. शाहीन सईद और डॉ. मुजम्मिल शकील ने जांच एजेंसियों की पूछताछ में पूरे नेटवर्क का सरगना डॉ. उमर नबी को बताया है। आतंकी डॉ. नबी ने 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किला के बाहर विस्फोट से भरी कार के साथ खुद को उड़ा लिया था। फरीदाबाद के फतेहपुरा तगा और धौज में मिले विस्फोटकों और दिल्ली ब्लास्ट से लिंक के मामले में डॉ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल की गिरफ्तारी हुई। करीब 25 दिन से दोनों से नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) पूछताछ कर रही है। जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि दोनों ही अब पूरे नेटवर्क का सरगना सुसाइड बॉम्बर बने डॉ. उमर नबी को बता रहे हैं। दोनों का कहना है कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी में विस्फोटक जुटाने, उसकी टेस्टिंग और फिर दिल्ली ब्लास्ट तक का पूरा काम उमर ने किया था। दोनों ही जांच एजेंसी के सामने बार-बार बयान बदल रहे हैं। दोनों ने एजेंसी को यह भी बताया कि अस्पताल के कर्मचारी और इलाज के लिए आने वाले लोगों को अपने नेटवर्क में शामिल करने का प्लान उमर का था। जिसका मकसद था कि लोकल सपोर्ट पाकर वो आसानी से चीजों को हासिल कर सकते थे और किसी को शक भी नहीं होता। इसके लिए ऐसे लोगों को चुना जाता था, जो बेहद गरीब और जरूरतमंद होते थे। टारगेट तलाशने के बाद पूरी जानकारी डॉ. नबी तक भेजी जाती थीपूछताछ में डॉ. शाहीन औ मुजम्मिल ने बताया है कि लोकल लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए टारगेट तलाश करने के बाद उसकी पूरी जानकारी डॉ. उमर तक भेजी जाती थी। इसके बाद वह तय करता था कि क्या करना है। कौन उनके साथ काम करेगा, किसको कितना पैसा देना है, किसको कहां काम पर लगाना है, इसकी पूरी प्लानिंग उमर द्वारा की जाती थी। उमर विस्फोटक सामग्री को तैयार करने के बाद उसका कुछ हिस्सा जम्मू-कश्मीर लेकर जाना चाहता था। इसकी वह तैयारी कर रहा था, लेकिन जम्मू पुलिस द्वारा मुजम्मिल के पकड़े जाने के बाद वह I20 गाड़ी को लेकर गायब हो गया। सबसे बड़ा हमला करने की साजिश थीएजेंसी सूत्रों के मुताबिक लेडी आतंकी शाहीन ने अपने बयान में बताया कि सुसाइड बॉम्बर डॉ. उमर उल नबी ने देश में अब तक के सबसे बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने की साजिश का प्लान तैयार किया था। इसके लिए उसी ने सारा प्लान तैयार किया था। उमर नबी ने ही अपने प्लान में सभी को शामिल किया था। उमर ने मुजम्मिल के साथ मिलकर विस्फोटक सामग्री एकत्रित की। उमर नूंह और मेवात से फर्टिलाइजर (विस्फोटक बनाने के लिए) लेकर आता था और अल-फलाह यूनिवर्सिटी के कमरा नंबर 4 में उसकी टेस्टिंग करता था। गाड़ी की खरीद उमर नबी ने कीशाहीन के अनुसार दिल्ली ब्लास्ट में जो i20 गाड़ी इस्तेमाल की गई, वह उमर ने ही खरीदी थी। गाड़ी खरीदने के लिए उमर ने उससे पैसे मांगे थे। जिस पर उसने 3 लाख रुपए दिए थे। जांच एजेंसी सूत्रों के मुताबिक शाहीन ने करीब 26 लाख रुपए की फंडिंग इस नेटवर्क को की थी। इन पैसों का उपयोग विस्फोटक खरीदने में किया गया था। अब यहां सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए, क्या नए खुलासे हुए... दोनों जांच में नहीं कर रहे सहयोगपुलिस सूत्रों के मुताबिक डॉ. शाहीन और डॉ. मुजम्मिल दोनों ही अपने बयानों में जांच एजेंसी अधिकारियों को उलझा रहे हैं। अल-फलाह यूनिवर्सिटी में जब शाहीन को हिरासत में लिया गया था, तब उसने अपनी गाड़ी की चाबी नहीं दी। कहा- चाबी गायब है। जब उसके कमरे की तलाशी ली गई तो ब्रेजा गाड़ी की चाबी मिली। बाद में इसी गाड़ी में से हथियार बरामद किए गए। दोनों इस नेटवर्क में अपनी भूमिका को लेकर खुद का बचाव करने की कोशिश में लगे हैं। दोनों इस आतंकी मॉड्यूल का मुखिया उमर को बता रहे हैं। दोनों का कहना है कि सिर्फ उमर के द्वारा दिए गए आदेश का पालन करते थे। ॰॰॰॰॰॰॰ यह खबर भी पढ़ें... साइको किलर की कहानी पति की जुबानी:शादी के बाद 3 साल तक ठीक रही, बेटे के जन्म के बाद बदले हाव-भाव; सुंदर बच्चों से चिढ़ने लगी दो साल में 4 बच्चों को पानी में डुबोकर मारने वाली 32 साल की पूनम के साइको किलर बनने की कहानी काफी अजीब है। पानीपत के सिवाह गांव की पूनम की साल 2019 में सोनीपत के नवीन के साथ शादी हुई। शादी के 2 साल तक सब ठीक रहा। पहला बेटा हुआ। उसके बाद पूनम के हाव-भाव बदलने लगे। उसे सुंदर बच्चों से चिढ़ होने लगी। पूरी खबर पढ़ें...
हरियाणा के नारनौल शहर के सेक्टर–1 में स्थित पार्क इन दिनों अपनी जर्जर हालत को लेकर चर्चा में हैं। बरसात का मौसम गए चार माह हो गए हैं, मगर इन पार्कों से पानी निकलने का कोई इंतजाम नहीं किया गया, जिसके चलते ये पार्क छोटे–छोटे पार्क अब कीचड़ से बदहाल हैं। इनमें लगे पेड़ भी गलकर खत्म हो चुके हैं। शहर के सेक्टर एक में 16 पार्क बने हुए हैं। इन पार्कों के सेक्टर एक के लोगों ने अलग-अलग नाम दिए हैं, मगर इनकी हालत बहुत ही खराब बनी हुई है। बारिश के कारण भरे पानी से इनमें लगे झूले खराब हो गए हें। घास की जगह कीचड़ भरी हुई है। ज्यादा पानी से पेड़ भी गल गए हैं। इसके कारण ये पार्क अब केवल नाम के ही रह गए। पूरे सेक्टर में आधे पार्क भी ठीक नहीं हैं। दूसरी कॉलोनियों का आता पानी सेक्टर निवासियों लेक्चरर नरेश कुमार, अमरजीत सिंह बडेसरा, सुरेश चौधरी, संजय गर्ग के अनुसार, पानी सिर्फ बारिश से नहीं भरता, बल्कि दूसरी कॉलोनियों से बहकर आने वाला पानी भी इन पार्कों में इकट्ठा हो जाता है। ऐसे में पार्कों में न केवल कीचड़ और बदबू फैल चुकी है, बल्कि मच्छरों का प्रकोप भी तेजी से बढ़ गया है। मच्छरों की संख्या इतनी बढ़ गई है कि लोग शाम के समय घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल समझते हैं। पेड़ पौधे गले पार्कों में खड़े पानी के कारण कई पेड़ और पौधे सड़ने लगे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कई पार्कों के पेड़ लगातार कई दिनों तक पानी में डूबे रहने के कारण खराब हो चुके हैं। हरियाली खत्म होती जा रही है और पार्कों की सुंदरता पूरी तरह नष्ट हो गई है। एक बच्चे की हो चुकी मौत स्थिति की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां के उधम सिंह पार्क में भरे पानी के कारण एक बच्चे की डूबकर मौत भी हो चुकी है। इस घटना के बाद क्षेत्रवासियों में रोष बढ़ गया है। लोगों ने बताया कि यह हादसा खराब प्रबंधन और पानी निकासी की व्यवस्था न होने का नतीजा था। अधिकारियों से कर चुके शिकायत सेक्टर–1 आरडब्ल्यूए के प्रधान नरेश चौधरी ने बताया कि वे कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने कहा कि इस मामले को वे जन परिवेदना एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में भी उठा चुके हैं, मगर समाधान नहीं हो पा रहा है। सभी पार्कों की हो मरम्मत सेक्टरवासियों ने प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग की है, ताकि पानी निकासी के बाद बने कीचड़, सफाई और पार्कों की मरम्मत कर उन्हें फिर से उपयोग योग्य बनाया जा सके। लोगों का कहना है कि इतने बड़े सेक्टर में 16 पार्क होना बड़ी बात है, लेकिन उनकी दुर्दशा देखकर लगता है मानो किसी ने उनकी तरफ ध्यान ही नहीं दिया।
दो साल में 4 बच्चों को पानी में डुबोकर मारने वाली 32 साल की पूनम के साइको किलर बनने की कहानी काफी अजीब है। पानीपत के सिवाह गांव की पूनम की साल 2019 में सोनीपत के नवीन के साथ शादी हुई। शादी के 2 साल तक सब ठीक रहा। पहला बेटा हुआ। उसके बाद पूनम के हाव-भाव बदलने लगे। उसे सुंदर बच्चों से चिढ़ होने लगी। यह कहना है कि पूनम के पति नवीन का। दैनिक भास्कर एप से बातचीत में नवीन ने पूरी कहानी साझा की। साल 2019 में नौल्था के रिश्तेदार ने नवीन का रिश्ता पूनम से तय कराया। पूनम एमए पास थी। शादी के बाद सोनीपत से बीएड किया। शादी के बाद ससुराल में बिल्कुल सामान्य जीवन जी रही थी। 2020 में बेटा हुआ। नवीन बताते हैं कि पूनम आम दिनों में मोबाइल पर अपनी मां से घंटों बात करती थी। इस बात को लेकर कभी-कभार घर में मामूली बहस होती थी, लेकिन परिवार का जीवन 2022 तक ठीक-ठाक चलता रहा। पूनम को तब बहुत परेशानी होती थी, जब कोई उसके बेटे की तुलना किसी बच्चे से करता था। इसके बाद उसका व्यवहार बदलने लगा। पहला ट्विस्ट: जलन, वीडियो और 12 जनवरी का दो बच्चों की मौतनवीन जिक्र करते हैं-11 जनवरी 2023 को पूनम ने भांजी इशिका और अपने बेटे शुभम का खेलते हुए का वीडियो बनाया। इसमें दोनों बच्चे बेड पर खेलते हुए बेहद खुश दिख रहे थे। इशिका काफी सुंदर थी, पूनम के बेटे से भी ज्यादा।अगले ही दिन यानी 12 जनवरी को अचानक इशिका और शुभम की डूबने से मौत हो गई। तब परिवार ने इसे हादसा माना। अब खुलासा हुआ कि इशिका की मासूमियत और खूबसूरती की जलन में पूनम ने ही उसे डुबोकर मारा। कोई शक न करे, इसके लिए खुद के बेटे को भी मार दिया। पूनम का व्यवहार बदला, कभी बेसुध होती-कभी चिल्लाती दोनों बच्चों की मौत के बाद पूनम ने ससुराल में ऐसा नाटक किया जैसे वह सदमे में हो। बार-बार बेसुध होना, जोर-जोर से रोना, हालत बिगड़ने का दिखावा करती। पूरे घर को विश्वास हो गया कि वह मानसिक रूप से टूट चुकी है। नवीन उसे जींद और चंडीगढ़ के डॉक्टरों के पास ले गया। डॉक्टरों ने कहा-“सदमा है, धीरे-धीरे ठीक हो जाएगी।” मगर, मायके जाने पर वही पूनम बिल्कुल सामान्य रहने लगी। गांव लौटते ही फिर से सदमे में दिखती। अगली स्क्रिप्ट: घर में आग, तांत्रिक और ‘आत्मा वाले’ ड्रामेनवीन ने बताया कि जैसे ही वह काम पर जाता, पीछे घर में आग लगने की घटनाएं शुरू हो जाती थीं। कभी पर्दे में आग, कभी कपड़ों में। एक बार घर में बने मंदिर में आग लगी। सूट तक में आग लगाकर पूनम खुद को पीड़ित दिखाती रही। इस दौरान उसने घरवालों को यह भी समझाना शुरू किया कि बच्चों की मौत तांत्रिक कारणों से हुई है। उसने गांव भावड़ के किसी मृत युवक की आत्मा का नाम लेकर कहानी को और मजबूत किया। कैराना में तांत्रिक और दोबारा ‘सामान्य’ जिंदगीतंत्र का चक्कर लगने पर नवीन पत्नी पूनम को यूपी के शामली जिले के कैराना ले गया। यहां एक तांत्रिक ने कहा-“अब सब ठीक, अब आत्मा नहीं आएगी।” पूनम के अनुसार चल रही स्क्रिप्ट में सारा खेल वह खुद खेलती रही और तांत्रिक के पास जाने के बाद अचानक सही होने लगी। परिवार खुश था कि शायद सदमे से उभर गई है। इसी बीच पूनम को दूसरे बेटे का जन्म हुआ। घर में फिर खुशियां लौट आईं। फिर से झगड़े, मनमानी और दोबारा मां के घर जानादूसरे बच्चे के बाद पूनम का रवैया बदला। वह बिना बताए मायके चली गई, फिर वापस आई, फिर झगड़ा किया और पिता को बुलाकर दोबारा सिवाह गांव चली गई। पूनम के जेठ संदीप ने भी बताया कि घर में महिलाओं के कपड़े काटे गए थे। एक बार तो संदीप की बेटी विधि के पहनने वाले कपड़े भी उपलों में डाल दिए गए थे। एक शांत महिला का साइको किलर बननापति नवीन अब भी हैरान है कि उसकी पत्नी पूनम ने कब और कैसे यह सब सोचा, प्लान किया और निभाया। उसके लिए यह बात आज भी समझ से परे है कि बच्चों की हत्या के बाद वह महीनों तक ऐसा बर्ताव करती रही जैसे उसके अंदर कोई और हो। जबकि वह सब झूठी कहानी थी, सिर्फ हत्या छुपाने के लिए करती रही। सिलसिलेवार पढ़ें…चार बच्चों की हत्या की खौफनाक कहानी जिसकी बेटी की हत्या की, वहीं संभाल रही बेटे कोपूनम ने जनवरी 2023 में अपने 3 साल के बेटे शुभम को डूबोकर मारा था। उसके बाद उसे जो दूसरा बेटा हुआ तो उसका नाम भी शुभम ही रखा। अब पूनम के जेल जाने पर उसके बेटे को उसी विधि की मां राखी ने पास में रखा है, जिसकी बेटी को पूनम ने मौत के घाट उतार दिया। पूनम के मायके पहुंची पानीपत पुलिस, क्राइम सीन की जांच कीपानीपत पुलिस और FSL टीम प्रभारी डॉ. नीलम आर्या शुक्रवार को साइको किलर पूनम के मायका गांव सिवाह पहुंची। दरअसल, पानीपत के सेक्टर 29 थाने में दो दिन पहले पूनम के खिलाफ तीसरे हत्याकांड की FIR दर्ज हुई थी। इसमें पूनम ने 6 साल की जिया को मारा था। टीमों ने शुक्रवार दोपहर बाद मौके पर जाकर निरीक्षण किया और रिपोर्ट तैयार की। ------------------------ ये खबर भी पढ़ें.......... साइको किलर पर और भी हत्याओं का शक:विधि-शुभम की हत्या से पहले का VIDEO भी सामने आया; पानीपत पुलिस ने क्राइम सीन खंगाला हरियाणा के सोनीपत की 6 साल की बच्ची विधि की मौत के बाद साइको किलर पूनम से जुड़े अलग-अलग मामलों की परतें खुल रही हैं। सोनीपत में दैनिक भास्कर एप की टीम ने उसके परिवार से बातचीत की तो कई बड़े खुलासे किए। (पूरी खबर पढ़ें)
हरियाणा के गुरुग्राम के गांव भौड़ा खुर्द में भात न्योतना खूब सुर्खियां बटोर रहा। इसकी वजह भी खास रही। असल में होने वाले दूल्हे रोहित दहिया की मां पिंकी दहिया अपने भाई प्रदीप पंवार को शादी का न्योता देने हेलिकॉप्टर से पहुंचीं। वो भी तब, जब दोनों के गांव की दूरी महज 25 किलोमीटर है। पिंकी का कहना है कि बस इस मौके को यादगार बनाना था, इसलिए ऐसा किया। शादी 11 दिसंबर को दिल्ली के द निकुंज में होगी। गांव भौड़ा खुर्द में हेलिकॉप्टर उतारने के लिए गेहूं के खेत में विशेष तौर पर हेलीपैड तैयार किया गया। गांव में पहली बार हेलिकॉप्टर उतर रहा था, जिसे देखने के लिए काफी लोग जुट गए। हेलिकॉप्टर के इंतजार में खड़ी महिलाएं सुहाग-शगुन के गीत गाने लगीं। गुरुवार दोपहर जब हेलिकॉप्टर उतरा तो चारों तरफ तालियों, सीटियों और ढोल की गूंज होने लगी। रोहित दहिया अंतरराष्ट्रीय स्तर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी हैं। वह केटीआर फ्रेट कंपनी के सीईओ एवं फाउंडर हैं और उनका बिजनेस भारत ही नहीं, अमेरिका, कनाडा, दुबई समेत कई देशों में फैला हुआ है। उनकी शादी झाड़सा 360 खाप के प्रधान महेंद्र सिंह ठाकरान की पौत्री सृष्टि से हो रही है। महेंद्र ठाकरान क्षेत्र का बड़ा सामाजिक चेहरा है। मां की खुशी के लिए बुक किया हेलिकॉप्टररोहित ज्यादातर प्राइवेट हेलिकॉप्टर और फ्लाइट्स में सफर करते है। मां पिंकी दहिया की खुशी और गांव की इस खास रस्म को यादगार बनाने के लिए उन्होंने हेलिकॉप्टर बुक कर दिया। पिंकी, पति नरेंद्र दहिया के अलावा जेठानी सुनीता दहिया, देवरानी सरिता दहिया और बेटी विशु के साथ धनवापुर से करीब 25 किलोमीटर दूर भौड़ा खुर्द पहुंचीं। लोगों ने फूलों की वर्षा कर स्वागत कियाजैसे ही हेलिकॉप्टर लैंड हुआ और पिंकी बाहर निकली तो ग्रामीणों ने पुष्पवर्षा शुरू कर दी। ढोल की थाप पर महिलाएं नाचने लगीं। परिवार के बुजुर्गों की आंखें खुशी से नम हो गईं। ग्रामीणों ने कहा कि हमने तो फिल्मों में ही देखा था, आज अपनी गांव की बेटी को हेलिकॉप्टर से उतरते देख लिया। भाई-भाभी ने पारंपरिक तरीके से आवभगत कीमामा प्रदीप कुमार पंवार पंचायत समिति पटौदी के पूर्व उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने बहन पिंकी का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया। फूल-मालाएं और आरती की थाली के साथ पूरा परिवार स्वागत के लिए खड़ा था। पिंकी और प्रदीप चार बहन भाई हैं। भाई भी ट्रांसपोर्टर हैप्रदीप पंवार भी बड़े ट्रांसपोर्ट व्यवसायी हैं। वे भावुक होकर बोले कि मेरे भांजे रोहित ने अपनी मां को यह अनमोल तोहफा दिया। आज हमारा तो सारा गांव ही खुश है। ग्रामीणों ने बताया कि भले ही आजकल दूल्हा-दुल्हन हेलिकॉप्टर से बारात या विदाई के लिए आते-जाते दिखते हैं, लेकिन बहन का भात न्योतने हेलिकॉप्टर से आना हरियाणा के गांव में शायद पहली बार हुआ है। भात एक रस्म है, जिसमें भाई अपनी बहन के बच्चों की शादी में उपहार, कपड़े व कीमती सामान लेकर जाते हैं। उससे पहले बहन अपने मायके भाई को शादी का न्योता देने पहुंचती हैं, जिसे भात न्योतना कहते हैं। लॉजिस्टिक्स प्रॉब्लम पर फोकस करती है कंपनीरोहित दहिया की कंपनी KTR एक इंटरनेशनल फ्रेट ब्रोकर है। जो सामान के ट्रांसपोर्टेशन में स्पेशलाइज्ड है। इंटीग्रेटेड ग्लोबल सप्लाई चेन मैनेजमेंट सॉल्यूशन प्रोवाइड करवाती है। KTR फ्रेट दुनिया भर की कंपनियों और सभी इंडस्ट्रीज के लिए लॉजिस्टिक्स की समस्याओं को हल करने पर फोकस करती है, चाहे वे कितनी भी सिंपल या कॉम्प्लेक्स क्यों न हों। इनका मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्टेशन मैनेजमेंट सिस्टम है, जो समुद्र, एयर, रेल और रोड ट्रांसपोर्टेशन में है। ढाई घंटे बाद घर लौटेहेलिकॉप्टर करीब ढाई घंटे गांव में रुका। इस दौरान भात की रस्म पूरी हुई, मिठाइयां बांटी गईं और ढेर सारी फोटो-वीडियो खींची गईं। इसके बाद पिंकी दहिया और उनका परिवार दोपहर करीब 4 बजे फिर हेलिकॉप्टर से वापस धनवापुर लौट गए। जाते-जाते उन्होंने हाथ हिलाकर सबको बाय कहा और पूरा गांव एक बार फिर तालियां बजाता रहा। बच्चों ने ली सेल्फी, दूर दराज से नजारा देखने पहुंचे लोगगांव के बच्चों ने हेलिकॉप्टर के पास सेल्फी लीं, बुजुर्गों ने आशीर्वाद दिया और महिलाओं ने गीत गाकर पूरा माहौल बदल दिया। कई लोग तो दूर-दराज के गांवों से सिर्फ यह नजारा देखने आए थे। इस मौके पर गांव के सरपंच कुलदीप, पूर्व सरपंच धर्मपाल, डॉ. रीतू दहिया, समाजसेवी राजपाल, भीम सिंह, सुंदर, बलवान सिंह, लक्ष्मीनारायण, एडवोकेट ममता राठी सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
अंबाड़ी अयोध्या धाम मंदिर के सामने गड्ढों की मरम्मत
सलामतपुर | सांची विकासखंड के अंबाड़ी अयोध्या धाम मंदिर के सामने लंबे समय से सड़क पर तालाब जैसे गहरे गड्ढे बने हुए थे। इनमें पानी भरने से राहगीरों और दोपहिया चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। कई बाइक चालक इन गड्ढों की वजह से फिसलकर घायल भी हो चुके थे। इस जन समस्या से जुड़े मुद्दे को दैनिक भास्कर ने अपने विशेष जनता की आवाज़ कॉलम में 3 दिसंबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद प्रशासन हरकत में आया। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत शुक्रवार दोपहर 2 बजे इन गड्ढों की मरम्मत कराई गई। गड्ढों को भरने के बाद स्थानीय लोगों और राहगीरों ने राहत की सांस ली और दैनिक भास्कर के विशेष कॉलम जनता की आवाज़ की सराहना की। ठेकेदार का कहना है कि लगभग एक या दो महीने बाद इस स्थान पर 30 मीटर सीसी रोड डाल दिया जाएगा, जिसका प्रस्ताव भेजा गया है। नसीम अली, सलामतपुर
लोगों ने कहा- पटवारी किसी काम से जा रहे हैं तो जिम्मेदार कर्मचारी को नियुक्त करें
भास्कर न्यूज|लुधियाना शुक्रवार को शहर में अजीब हालात देखने को मिले, जब शहर के लगभग सभी पटवार खाने खाली मिले। फर्द, दस्तावेज और जमीन से जुड़े काम कराने पहुंचे लोग पटवारियों की गैरहाजिरी से परेशान रहे। अधिकांश जगहों पर ताला लगा मिला। जहां ताला नहीं था, वहां सिर्फ एक-दो कर्मचारी ही मिले। इन्होंने बताया कि पटवारी साहब दोस्त की शादी में गए हुए हैं। कई पटवारियों ने फोन पर भी यही बात स्वीकार की। इससे कामकाज सुबह से ठप रहा। लोगों को लंबा सफर तय करने के बावजूद खाली हाथ लौटना पड़ा। शनिवार और रविवार की छुट्टियों के कारण अब दो दिनों तक और काम रुकने की आशंका बन गई है। लोगों का कहना है कि ऊंची तनख्वाह पाने वाले पटवारी जिम्मेदारी से गायब रहते हैं और काम करिंदों पर छोड़ देते हैं। आज कारिंदे भी कम संख्या में मिले, जिससे काम पूरी तरह बंद रहा। लोगों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि जमीन संबंधी कार्य करवाने आने वाले नागरिकों को बार-बार परेशानी न उठानी पड़े। शहर के कई इलाकों में सुबह से ही नागरिक अपने काम के लिए अलग-अलग पटवार खाने पहुंचे। सभी जगह हालात एक जैसे मिले। कमरों के बाहर ताले लटके थे। कुर्सियां खाली थीं। सिस्टम पूरी तरह ठप था। दिल गांव की अनीता रानी फर्द लेने आई थीं। लंबा सफर तय किया था। समय और पेट्रोल दोनों खराब हो गए। उन्होंने बताया कि पटवारी के न आने से उन्हें वापस लौटना पड़ा। अब दो दिन और छुट्टी है। सोमवार से पहले काम होना मुश्किल है। लोगों का कहना है कि निजी काम पर जाने से पहले पटवारी कम से कम एक जिम्मेदार कर्मचारी को नियुक्त करके जाएं। इससे जनता को राहत मिले। आज अधिकतर पटवार खानों में कारिंदे भी नदारद रहे। इससे लोगों में रोष बढ़ गया। इस मुद्दे पर जब पटवारी चमकौर सिंह से बात की गई, तो उन्होंने साफ कहा कि वह दोस्त की शादी में गए हैं। दूसरे पटवारी गुरप्रीत सिंह ने भी यही कहा। लोगों का कहना है कि सरकार ऊंची तनख्वाहें देती है, लेकिन जिम्मेदारी का अभाव है। काम करिंदों पर डाल दिया जाता है। आज कारिंदे भी कम दिखे, जिससे काम पूरी तरह रुक गया। शनिवार और रविवार की छुट्टियों के चलते अब दो दिन तक फाइलें अटकी रहेंगी। लोगों को चिंता है कि सोमवार को भारी भीड़ और अफरा-तफरी होगी। नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी लापरवाही पर तुरंत और सख्त कार्रवाई हो, ताकि जनता को बार-बार परेशानी न झेलनी पड़े।
डीसी ऑफिस की बेसमेंट में दो दिन से गंदा पानी: शहर संभालने वाले दफ्तर का ही बिगड़ा हाल
भास्कर न्यूज |लुधियाना डिप्टी कमिश्नर दफ्तर की बेसमेंट में पिछले 2 दिनों से सीवरेज ब्लॉक होने के कारण हालात बद से बदतर हो गई है। बेसमेंट में गंदा पानी जमा होने से आने-जाने वाले लोग परेशान हैं। दफ्तर में रोजाना सैकड़ों लोग अपनी फाइलों और काम के लिए पहुंचते हैं, लेकिन उन्हें गंदे पानी के बीच से गुजरकर ही अंदर जाना पड़ रहा है। हालात यह है कि सफाई कर्मी लगातार पानी को इकट्ठा कर बाहर धकेलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मूल समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा। सुनीता रानी जो किसी काम से डीसी ऑफिस पहुंची थीं, ने स्थिति पर नाराजगी जताते हुए कहा कि जो पूरा शहर संभालते हैं, उनके दफ्तर का यह हाल देखकर हैरानी होती है। बेसमेंट में जमा बदबूदार पानी से गुजरते हुए उनके कपड़ों पर छींटे पड़ गए और चप्पलें पूरी तरह भीग गईं। दस्तावेज के काम से आए राजेश कुमार ने कहा कि डीसी ऑफिस में इस तरह की स्थिति की उम्मीद नहीं थी। जब शहर की प्रशासनिक कमान यहीं से चलती है, तो यहां सीवरेज बंद होना शहर की स्थिति को बयां करता है। दो दिनों से गंदगी की समस्या बनी होने के बावजूद किसी अधिकारी ने मौके का जायजा नहीं लिया। इससे साफ है कि शिकायतों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा और आम जनता को परेशान हो रही है। जब इस बारे में एडीसी (जीए) पायल गोयल से बात की तो उन्होंने कहा कि मामला उनकी जानकारी में नहीं था और न ही कोई शिकायत उनके पास पहुंची है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की तुरंत जांच करवाई जाएगी और सीवरेज को जल्द ठीक करवाया जाएगा।
एचवीएम ग्लोबल स्कूल में एथलेटिक मीट: खेलों को शिक्षा से जोड़ने वाला अनोखा आयोजन
भास्कर न्यूज|लुधियाना एचवीएम ग्लोबल स्कूल सेक्टर-32 में प्री-नर्सरी से कक्षा 7 तक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित एथलेटिक मीट खेल, शिक्षा और रचनात्मक गतिविधियों का अनोखा संगम बना। कार्यक्रम का शुभारंभ माननीय मेयर प्रिंसिपल इंदरजीत कौर ने मुख्य अतिथि के रूप में किया। उनके साथ प्रेसिडेंट डीपी शर्मा, चेयरपर्सन मीना शर्मा, प्रिंसिपल प्रगति कपूर और हर्ष विद्या मंदिर की प्रिंसिपल शैलिका भी मौजूद थीं। मीट की शुरुआत मार्च पास्ट और रंग-बिरंगे गुब्बारों के संयुक्त विमोचन से हुई। इस एथलेटिक मीट की विशेषता यह रही कि इसमें खेलों के साथ शिक्षा को जोड़ा गया। बच्चों ने ऐसी दौड़ों में हिस्सा लिया जिनमें उन्हें रंगों की पहचान करनी थी, भिन्नों के सवाल हल करने थे और ट्रैक पर रखे सही उत्तर चुनते हुए फिनिश लाइन तक पहुंचना था। ध्वनि शब्दों का मिलान और नक्शे पर राज्यों व उनकी राजधानियों को सही स्थान पर लगाने जैसी गतिविधियों ने बच्चों की मानसिक फुर्ती और शारीरिक क्षमता का बेहतरीन संयोजन दिखाया। कार्यक्रम के दौरान अभिभावक लगातार बच्चों का उत्साह बढ़ाते रहे। उनकी मौजूदगी ने पूरे आयोजन को और जीवंत व प्रेरणादायक बनाया। विजेताओं को पदक देकर सम्मानित किया गया। प्री-नर्सरी से कक्षा 2 तक के विद्यार्थियों को सहभागिता पदक देकर उनका आत्मविश्वास बढ़ाया गया। मुख्य अतिथि ने विद्यालय की पहल की प्रशंसा की। प्रिंसिपल प्रगति कपूर ने विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों के सहयोग के लिए धन्यवाद किया।
सफाई के नाम पर ठगी...:5 हजार घरों से हर माह 4 लाख की वसूली, निगम बोला-किसी को ठेका ही नहीं दिया
भास्कर न्यूज| लुधियाना वॉर्ड नंबर 5 कैलाश नगर आमंत्रण कॉलोनी में सफाई के नाम पर बड़े स्तर पर हो रही अवैध वसूली का खुलासा उस समय हुआ, जब पूर्व पार्षद वरिंदर सहगल ने शाम के समय एक प्राइवेट कर्मचारी को घर-घर जाकर 80 रुपये प्रति माह लेते हुए पकड़ लिया। कर्मचारी खुद को नगर निगम का सफाई कर्मचारी बता रहा था, उसके हाथ में रसीद बुक थी, जिस पर नगर निगम लुधियाना, सिटी क्लीनर कंपनी और एक मोबाइल नंबर दर्ज था। सहगल ने पूछताछ की, तो कर्मचारी ठोस जानकारी नहीं दे पाया। उससे उसके हेड का नंबर मंगवाया गया, लेकिन फोन नहीं उठाया गया। सहगल ने खुद भी कॉल की, पर किसी ने रिसीव नहीं किया। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह व्यक्ति महीनों से खुद को निगम कर्मचारी बताकर 80 रुपये वसूली कर रहा है। इलाके में करीब 5,000 घर हैं और हर माह लगभग 4 लाख रुपये की अवैध वसूली की जा रही है। बाद में पता चला कि नगर निगम ने किसी को ठेका नहीं दिया है। मेयर ने इसे गंभीर अपराध बताया और तुरंत पुलिस कार्रवाई की बात कही। सहगल के अनुसार, पूरा मामला पहली नजर में बड़े नेटवर्क की मिलीभगत की ओर इशारा करता है। उनका कहना है कि जिस व्यक्ति को पकड़ा गया, वह लंबे समय से इलाके में घूमकर सफाई शुल्क के नाम पर रकम ले रहा था। लोगों को बताया जाता था कि यह शुल्क नगर निगम की ओर से अनिवार्य है। कई लोगों ने रसीद देखकर बिना सवाल किए पैसे दे दिए। सहगल ने कहा कि जब उन्होंने रसीद बुक को ध्यान से देखा, तो तुरंत शक हुआ। रसीद बुक पर किसी अधिकृत अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं थे। न ही कोई आधिकारिक सील थी। यह साफ था कि पूरा ऑपरेशन अवैध तरीके से चल रहा था।
आईटी विभाग की सीख...:आईटीआर भरते समय दो ईमेल आईडी का इस्तेमाल करें
भास्कर न्यूज | लुधियाना कंज्यूमर प्रोडक्ट डिस्ट्रीब्यूटर संगठन की एक महत्वपूर्ण मीटिंग इनकम टैक्स विभाग में आयोजित की गई, जिसमें कमिश्नर डॉक्टर ऋषि कुमार, केडी सिंह, आईटीओ राजकुमार, आईटीओ केवल, जयकांत, संजीव कुमार और अंकुश मांगो ने भाग लेकर कारोबारियों को टैक्स अनुपालन से जुड़े अहम मुद्दों पर मार्गदर्शन दिया। एसोसिएशन के प्रधान हरकेश मित्तल ने सभी अधिकारियों का स्वागत किया और उनसे व्यापार में आ रही दिक्कत के बारे में बताया कि व्यापारी किस प्रकार इस विभाग में आने से डरता है। बैठक में अधिकारियों ने साफ कहा कि बदलते टैक्स नियमों और बढ़ती डिजिटल मॉनिटरिंग के दौर में हर व्यवसायी के लिए टैक्स अनुपालन को प्राथमिकता बनाना बेहद आवश्यक है। सबसे पहले सदस्यों को सलाह दी गई कि वे ऐप डाउनलोड करें और उसमें दिखने वाला डेटा महीने और तिमाही आधार पर चेक करते रहें। यह ऐप किसी भी गलत या संदिग्ध लेन-देन की तुरंत जानकारी देता है। अधिकारियों ने आईटीआर फाइलिंग को लेकर भी जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आईटीआर भरते समय दो ईमेल आईडी का उपयोग करें ताकि किसी भी तकनीकी समस्या की स्थिति में रिकॉर्ड सुरक्षित रहे। इसके अलावा कम से कम पांच साल का ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड प्रिंट करके सुरक्षित रखने की सलाह दी गई। आईटीआर फाइल करने से पहले कैपिटल गेन स्टेटमेंट, कैश ट्रांजेक्शन, टैक्स-फ्री और टैक्सेबल मैच्योरिटी जैसी सभी जानकारी सही-सही देना अत्यंत आवश्यक बताया गया। बैठक में यह भी कहा गया कि किसी भी डॉक्यूमेंट या आईडी को साझा करने से पहले उसे वेरिफाई, वैलिडेट और साइन करना अनिवार्य है। गलत लेन-देन मिलने पर तुरंत इनकम टैक्स इन्वेस्टिगेशन सेल में शिकायत दर्ज करवाने की सलाह दी गई। साथ ही, जीएसटी संबंधी गड़बड़ियों के लिए जीएसटी विभाग में भी शिकायत भेजी जा सकती है। 15 जून, 15 सितंबर, 15 दिसंबर और 15 मार्च, जिनमें 75% एडवांस टैक्स समय पर जमा करना आवश्यक है। बैठक का समापन इस संदेश के साथ हुआ कि पारदर्शिता, समय पर टैक्स भुगतान और सही दस्तावेज़ीकरण ही किसी भी व्यवसाय को सुरक्षित और नियमों के अनुरूप आगे बढ़ाने की कुंजी है।बैठक में एलसीपीडीए के प्रमुख सदस्य अमित गोयल, नवीन आनंद, योगेश गुप्ता, सुशील खुराना, टिंकू हुडा, सुनील सूद, संदीप जिंदल, अमन डांग, गिरीश गुप्ता, आशीष जुनेजा, गौरव कुमार, अरुण पटिया, पुष्पेंद्र होरा, अभिलेश, अनुज, हरीश अनेजा और दीपक अग्रवाल भी उपस्थित रहे।
मल्हार रोड पर पान की दुकानों में खुलेआम बिक रहा हुक्का
लुधियाना| शहर की विभिन्न निहंग सिंह जत्थेबंदियों ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया है कि मल्हार रोड पर कई पान की दुकानों में खुलेआम हुक्का बेचा जा रहा है, जबकि प्रशासन ने इस पर सख्त पाबंदी लगा रखी है। जत्थेबंदियों ने कहा कि दुकानदार ऑफलाइन के साथ सोशल मीडिया और ऑनलाइन एप्स के जरिए भी हुक्का सप्लाई कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि कुछ दुकानदार नाबालिगों को भी हुक्का उपलब्ध करा रहे हैं, जो गंभीर अपराध है। जत्थेबंदियों ने चेताया कि चार साहिबजादों के शहीदी दिवस के कार्यक्रम शुरू होने वाले हैं और ऐसे पवित्र समय में शहर में नशे का कारोबार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने पुलिस को 2 दिन की मोहलत देते हुए कहा कि यदि इस अवधि में छापेमारी नहीं हुई और हुक्का बेचने वालों पर कार्रवाई नहीं की गई तो वे खुद दुकानों को बंद करवाने के लिए मैदान में उतरेंगे। जत्थेबंदियों ने कहा कि युवाओं का भविष्य सुरक्षित रखना पूरी संगत और समाज की जिम्मेदारी है और हुक्के जैसी लत को फैलने नहीं दिया जा सकता। उन्होंने मांग की कि पुलिस अविलंब सख्त कदम उठाए, ताकि हुक्का बिक्री पर रोक लग सके।

