त्योहारी सीजन में यात्रियों की सुविधा के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा संचालित जोधपुर-गोरखपुर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन गुरुवार, 6 नवंबर को जोधपुर रेलवे स्टेशन से रवाना होगी। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि ट्रेन संख्या 04829 जोधपुर-गोरखपुर साप्ताहिक फेस्टिवल स्पेशल 6 नवंबर शाम 4.15 बजे जोधपुर से रवाना होकर 7 नवंबर रात 8.50 बजे गोरखपुर पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन संख्या 04830 गोरखपुर-जोधपुर साप्ताहिक फेस्टिवल स्पेशल शुक्रवार 7 नवंबर को रात 11.25 बजे गोरखपुर से चलेगी और रविवार सुबह 4 बजे जोधपुर पहुंचेगी। इन स्टेशनों पर ट्रेन के ठहराव सीनियर डीसीएम विकास खेड़ा ने बताया कि यह ट्रेन मेड़ता रोड, डेगाना, छोटी खाटू, डीडवाना, लाडनूं, सुजानगढ़, रतनगढ़, चूरू, सादुलपुर, लोहारू, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुड़गांव, दिल्ली कैंट, दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, शाहजहांपुर, हरदोई, बरेली, लखनऊ, अयोध्या कैंट, अयोध्या धाम, मनकापुर, बस्ती एवं खलीलाबाद स्टेशनों पर ठहरेगी। ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए 2 सेकंड एसी, 4 थर्ड एसी, 8 स्लीपर और 2 जनरल कोच लगाए गए हैं।
मेरठ का LLRM मेडिकल अस्पताल जो पश्चिम उत्तर प्रदेश का हायर सेंटर भी कहा जाता है, यहां मेरठ के साथ साथ दूर दराज से भी लोग इलाज के लिए पहुंचते है। लगातार इस अस्पताल से अमानवीयता के व्यवहार और स्टाफ की लापरवाही के वीडियो वायरल होते रहते हैं। हम आपको पिछले तीन महीनों के कुछ बड़े मामलों के द्वारा दिखाएंगे मेडिकल अस्पताल की हकीकत । पिछले तीन महीनों को कुछ बड़े मामले केस1- फाेन की रोशनी में इलाज 21 जुलाई को मेरठ मेडिकल की इमरजेंसी में लाइट न होने के कारण स्टाफ मोबाइल की टॉर्च जलाकर काम करता दिखा , इस दौरान भारती मरीज और तीमारदार भी एक दूसरे को मोबाइल से लिखते जलाते दिखे । काफी देर बाद जब लाइट आई तो जाकर इमरजेंसी का हालात सामान्य हुए। केस2- तड़पते मरीज के सामने सोते रहे डाॅक्टर 28 जुलाई को अस्पताल की इमरजेंसी से एक मरीज के तीमारदार ने भी वीडियो बनाया था जिसमें रात के समय पहुंचा एक्सीडेंट का मरीज लहूलुहान हालत में पड़ा दिखाई दे रहा है और स्टाफ उसके सामने ही सोता दिख रहा है। इस मरीज की अगले दिन मौत होने के बाद परिजनों ने डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप भी लगाया था उसमें भी कोई ठोस और उचित कारवाई नहीं होनी चाहिए केस3 - व्हील चेयर के लिए जोड़ने पड़े हाथ 30जुलाई को ओपीडी के दौरान अपने भाई को नेत्र रोग विभाग में लेकर आई एक महिला ने बताया था कि उसको अपने भाई जो देख नहीं सकता है के लिए व्हील चेयर चाहिए थी जिसके उससे पैसे भी लेकर गए और डेढ़ घंटे इंतजार करने के बाद उनकी कुर्सी मिली। इसके बाद उन्होंने अन्य मरीज और तीमारदारों से हाथ जोड़ते हुए अपने मरीज को ऊपर नेत्र रोग तक लेकर गई इस दौरान सी वार्ड बॉय ने उनकी कोई मदद नहीं की। केस4- बेड खाली लेकिन कुर्सी पर ही लगा दी ऑक्सीजन 30 सितंबर में बुलंदशहर से भर्ती होने आए मरीज को मेडिकल में लगभग 45 मिनट तक भर्ती करने के लिए कागजी कार्रवाई की बात करते रहे। । इस दौरान बेड खाली होने के बाद भी मरीज को लगभग 45 मिनट तक कुर्सी पर बैठाकर ही ऑक्सीजन लगा दी। केस5 बेड न होने पर मरीज को निकाला बाहर अपनी मां को भर्ती कराने पहुंचे एक युवक ने इमरजेंसी में बेड की बात कही तो वहां मौजूद जूनियर डॉक्टर ने कहा कि मैं क्या घर से बेड लेकर आऊं। इस बात पर तीमारदारों ने विरोध किया तो उसको प्राईवेट में इलाज कराने की बात कही लगभग दो घंटे चले इस हंगामे के बाद महिला को इलाज मिला। केस6- चार घंटे तक नहीं मिला इलाज मरीज लक्ष्मी ने बताया कि मैं मेडिकल में इलाज के लिए आई तो चार घंटे तक इलाज नहीं मिला। बीमार हालत में महिला ओपीडी और इमरजेंसी के चक्की काटती रही , इस दौरान ओपीडी में भर्ती के लिए लिख दिया और इमरजेंसी पहुंची तो उन्होंने ओपीडी में फिर से भेज दिया।
यमुनानगर में ट्रेन की चपेट में आने से मौत का शिकार हुए व्यक्ति की तीन दिन बाद शिनाख्त हो गई है। बुधवार देर शाम उसके परिजन जीआरपी थारे में पहुंचे और मृतक की पहचान बनाई। मृतक की शिनाख्त विजय(35) पुत्र कुबेर निवासी शांति कॉलोनी के रूप में हुई है। विजय पांच बच्चों का पिता था और बरतन पॉलिश का काम किया करता था। विजय के परिजनों ने बताया कि वह भी नहीं जानते ही वह रेलवे ट्रैक पर क्या करने के लिए गया था। वह रविवार की सुबह से ही घर से लापता था, जिसकी वे लगातार तीन दिन से तलाश कर रहे थे। रविवार की शाम को ट्रेन से हुआ हादसा जीआरपी थाना से मामले के जांच अधिकारी एसआई बोधराज ने बताया कि रविवार की शाम करीब पांच बजे उन्हें स्टेशन मास्टर की तरफ से सूचना प्राप्त हुई थी, कि खजूरी गांव के नजदीक गाल गाड़ी की रेलवे लाइन पर एक युवक की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई है। सूचना मिलते ही वे टीम के साथ मौके पर पहुंचे, तो देखा कि एक युवक का शव कटी फटी हालत में ट्रैक पर पड़ा है। तलाशी लेने पर उसके पास से ऐसा कोई दस्तावेज नहीं मिला था, जिससे उसकी शिनाख्त हो पाए। देखने में मृतक की उम्र करीब 30 वर्ष लग रही थी। शिनाख्त का किया जा रहा प्रयास पूछताछ में आसपास के लोगों ने बताया कि युवक रेलवे ट्रैक को क्रॉस कर रहा था, उसी समय यह हादसा हुआ है। युवक के शव को कब्जे में लेकर कब्जे में लेकर सिविल अस्पताल के पोस्टमॉर्टम कक्ष में रखवा दिया था और उसकी शिनाख्त के लिए आसपास के क्षेत्र में प्रयास किया जा रहा था। ऐसे में बुधवार को उनके पास कुबेर कॉलोनी से कुछ लोग पहुंचे, जिनके परिवार का एक सदस्य रविवार से लापता था। उन्होंने ने उक्त लोगों को शव की फोटो दिखाई और पहचान बताई। उसके बाद शिनाख्त के लिए सिविल अस्पताल की मोर्चरी मे ंरखे शव को दिखाकर शिनाख्त कराई। पोस्टमार्टम के बाद सौंपा जाएगा शव मृतक की पहचान विजय के रूप में हुई। फिलहाल परिजनों से पूछताछ की जा रही है। वहीं पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को शव सौंपा जाएगा, ताकि मौत का असल कारण पता लगाया जा सके। विजय पांच बच्चों का पिता था और बरतन पॉलिश का काम किया करता था
पानीपत में 100 रुपये का बिजली बिल अपडेट किया:रिफाइनरी कर्मचारी के खाते से 1.93 लाख रुपये की ठगी
पानीपत के सेक्टर 18 में रहने वाले एक युवक से साइबर ठगों ने बिजली बिल अपडेट करने के नाम पर करीब 1 लाख 93 हजार 200 रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर क्राइम थाना पानीपत में दर्ज कराई, जिसके आधार पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़ित पंकज कुमार ने बताया कि वह रिफाइनरी में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर तैनात है। उसके मोबाइल नंबर पर फोन आया जिसमें फोन करने वाले व्यक्ति ने खुद को बिजली विभाग का कर्मचारी बताते हुए कहा कि उनका बिजली बिल अपडेट नहीं हुआ है और बिल बंद होने से पहले उन्हें 100 रुपये का रिचार्ज करना होगा ताकि सिस्टम में अपडेट हो सके। 100 रुपये का भुगतान की 1.93 लाख खाते से पार पीड़ित ने बताया कि फोन पे ऐप से 100 रुपये का भुगतान किया लेकिन, उसी समय उनके एसबीआई बैंक खाते से क्रमवार 1,93,200 रुपये निकल गए। जब उन्हें ठगी का एहसास हुआ तो उन्होंने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई और बाद में थाना साइबर क्राइम पानीपत पहुंचकर लिखित शिकायत दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ तहत मामला दर्ज किया है। साइबर ठग सक्रिय, लोग रखे ध्यान थाना साइबर सेल प्रभारी अजय ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है। ठग ने बिजली बिल अपडेट करने के बहाने पीड़ित को जाल में फंसाया और उसके खाते से रुपये ट्रांसफर कर लिए। पुलिस ने संबंधित बैंक और फोनपे कंपनी से लेनदेन का ब्योरा मांगा है। जल्द ही साइबर ट्रेल के आधार पर आरोपी की पहचान की जाएगी।
राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर में राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम (आरएसआरटीसी) के पांच रिटायर्ड परिचालकों ने हायर सैलेरी के आधार पर पेंशन से वंचित किए जाने के खिलाफ रिट याचिका पर न्यायमूर्ति मुन्नूरी लक्ष्मण की कोर्ट ने RSRTC को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। कोर्ट ने तीन सप्ताह में नोटिस का जवाब देने के निर्देश दिए हैं। मामले की अगली सुनवाई 5 दिसंबर 2025 को निर्धारित की गई है। याचिकाकर्ताओं में कुचामन सिटी निवासी सीताराम रांकावत (63 वर्ष), सुजानगढ़ निवासी भंवरलाल जाट (64 वर्ष), किकराल्या निवासी सज्जन कुमार पारीख (65 वर्ष), आलोदा निवासी सुभाष चंद्र पारीख (65 वर्ष) और सांवलोदा निवासी दीनदयाल जांगिड़ (68 वर्ष) शामिल हैं। ये सभी आरएसआरटीसी के अजमेर और सीकर डिपो में परिचालक के पद पर कार्यरत थे। इनकी तरफ से अधिवक्ता हरि प्रसाद रांकावत और राजेंद्र सिंह ने कोर्ट में बताया कि याचिकाकर्ताओं ने पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ सेवानिवृत्ति तक अपनी सेवाएं दीं। उन पर कभी किसी प्रकार का कोई आरोप नहीं लगा। वकील ने बताया कि कर्मचारी भविष्य निधि एवं विविध प्रावधान अधिनियम 1952 में वर्ष 1995 में पेंशन योजना जोड़ी गई थी। भारत सरकार ने 22 अगस्त 2014 की अधिसूचना द्वारा कर्मचारी पेंशन योजना 1995 में संशोधन किया, जिसके तहत उच्चतर वेतन पर पेंशन का प्रावधान किया गया। संयुक्त विकल्प पत्र भरे, फिर भी मिली अस्वीकृति वकील ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने उच्चतर वेतन पर पेंशन का लाभ प्राप्त करने हेतु संयुक्त विकल्प पत्र (Joint Option Form) भरे और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में जमा करवाए। EPFO ने 18 नवंबर 2024 को आरएसआरटीसी के मुख्य प्रबंधक/निदेशक को पत्र लिखकर कर्मचारियों का विवरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था, ताकि उन्हें उच्चतर वेतन पर पेंशन का लाभ दिया जा सके। मुख्य प्रबंधक निदेशक के कार्यालय ने 22 जनवरी 2025 को EPFO पेंशन कमिश्नर को सूचित किया कि मांगी गई आवश्यकताएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं। EPFO के निर्देश के बावजूद अस्वीकृति वकील ने बताया कि EPFO ने 23 मई के अपने पत्र में सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश दिए थे कि उच्चतर वेतन पर पेंशन के आवेदनों की अस्वीकृति दर असाधारण रूप से अधिक पाई गई है। संगठन ने स्पष्ट किया था कि आवेदनों को मामूली तकनीकी त्रुटियों के आधार पर अस्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। इसके बावजूद याचिकाकर्ताओं के आवेदन पत्र अस्वीकृत कर दिए गए। याचिकाकर्ताओं ने 11 जुलाई को विधिक नोटिस जारी किया, लेकिन EPFO ने 23 जुलाई को जवाब में बताया कि आवेदन अस्वीकार कर दिए गए हैं। एक कर्मचारी को मिला लाभ, बाकियों को नहीं वकील ने कोर्ट का ध्यान इस ओर आकर्षित किया कि EPFO के जोधपुर क्षेत्रीय कार्यालय ने कर्मचारी भंवरलाल विश्नोई के संबंध में 23 अप्रैल को मांग पत्र जारी किया और उन्हें उच्चतर वेतन पर पेंशन का लाभ दे दिया। यह भेदभावपूर्ण रवैया है। जब एक कर्मचारी को लाभ दिया जा सकता है, तो याचिकाकर्ताओं को क्यों नहीं? निगम ने स्वीकार किया वास्तविक वेतन पर अंशदान वकील रांकावत ने बताया कि आरएसआरटीसी ने 27 अप्रैल 2023 के अपने पत्र में EPFO पेंशन कमिश्नर को सूचित किया था, कि निगम ने वास्तविक वेतन के आधार पर भविष्य निधि में अंशदान दिया है और 8.33 प्रतिशत EPFO में जमा करवाया है। इस स्थिति में EPFO द्वारा याचिकाकर्ताओं के संयुक्त विकल्प पत्रों को अस्वीकार करने का कोई आधार नहीं था। याचिकाकर्ताओं को केवल इसलिए दंडित नहीं किया जा सकता क्योंकि विभागों के बीच समन्वय की कमी है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए बताया कि याचिकाकर्ता इस लाभ के पात्र हैं। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय, भारत सरकार ने 21 अप्रैल 2025 को केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त को निर्देश दिया था कि उच्चतर वेतन पर पेंशन के मामलों का निपटारा सुनिश्चित किया जाए और 9.58 लाख अपात्र आवेदनों की पुनः जांच CAG सूचीबद्ध CA फर्मों के पैनल से करवाई जाए।
कांग्रेस सांसद एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ‘वोट चोरी’ को लेकर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में होडल व पलवल के कुछ मकान नंबरों का जिक्र किया। इनमें क्रमशः 66, 101 और 500 से ज्यादा वोट बताए। इन्हीं में से एक है होडल के गांव गुदराना का मकान नंबर-150, जिसमें 66 वोट दिखाए गए हैं। यह घर भाजपा से जुड़े जिला परिषद के उपाध्यक्ष उमेश गुदराना का है। इस संबंध में दैनिक भास्कर एप की टीम जब गांव में इस पते पर पहुंची तो पाया कि यहां कुल 5 से 6 कमरे हैं। हालांकि, जिस परिसर में ये कमरे बने हैं वे करीब एक एकड़ में फैले हैं। मौके पर पता चला कि यहां 8-9 जन रहते हैं। दूसरी तरफ, भाजपा नेता उमेश गुदराना ने एप टीम से बातचीत में दावा किया कि राहुल गांधी गलत जानकारी दे रहे हैं। उनके परिवार में 66 वोट नहीं, बल्कि 150 के करीब वोट हैं। ये उनके कुनबे के वोट हैं। कुनबे के लोग आसपास ही रहते हैं, हालांकि वोट पुराने पते पर ही बने हुए हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके घर के पते पर किसी बाहरी का वोट नहीं है। भाजपा नेता ने ये दावे भी किए... बीएलओ की सफाई- पुराने समय से एक ही पता चला आ रहागांव गुदराना में बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) थान सिंह एक ही पते पर इतने वोट बनने के सवाल पर कहते हैं- नए वोट में पुराने घर का रेफरेंस नंबर डाला गया है। पुराने समय से ही वोटर लिस्ट में मकान का एक ही नंबर चलता आ रहा है। हमें कभी ऐसी कोई जानकारी नहीं दी गई है कि एक हाउस पर हम 10 से ज्यादा वोट नहीं बना सकते या फिर फिजिकल वेरिफिकेशन करनी होती है। अगर हमें बोला जाता तो हम नया हाउस नंबर जनरेट कर देते। थान सिंह गांव के सरकारी स्कूल में टीचर हैं। वह कहते हैं- हम वोट बनाते समय सरकारी प्रोसेस को फॉलो करते हैं। सरकार बोलती है घर जाकर वोट बनाओ तो घर जाकर बनाते हैं। अगर वोट बूथ पर बैठकर बनाने के लिए बोला जाता है, तो वहां पर बनाते हैं। स्कूल में भी वह वोट बनाते हैं जहां पर ओरिजिनल कागजात देखे जाते हैं। कांग्रेस नेता बोले- 10 से ज्यादा वोट एक पते पर तो वेरिफिकेशन जरूरीवहीं, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष नेत्रपाल अधाना के अनुसार जिला परिषद पलवल के वाइस चेयरमैन उमेश गुदराना के निवास मकान नंबर पर 66 वोट दर्शाए गए हैं। ऐसे ही होडल शहर में एक घर के पते पर 501 वोट हैं, यह संभव नहीं है। चुनाव आयोग का नियम है कि अगर किसी घर में 10 से ज्यादा वोटर्स हों, तो जाकर फिजिकल वेरिफिकेशन की जानी चाहिए। यहां कोई जांच नहीं हुई है। यह एक सुनियोजित फर्जीवाड़ा है। यह मामला केवल तकनीकी त्रुटि का नहीं, बल्कि चुनाव की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाने वाला है।
जोधपुर के खेड़ापा में धमाके के बाद लगी आग में मंगलवार की शाम 16 लोग झुलस गए थे। यह हादसा सिलेंडर फटने से नहीं बल्कि घर में रखे विस्फोटक में धमाके से हुआ था। टीन शेड में वेल्डिंग के दौरान चिंगारियां लोहे के ड्रम में रखे विस्फोटक तक पहुंच गईं, जिससे किसी बम ब्लास्ट जैसा तेज धमाका हुआ। घर की खिड़कियों के कांच के टुकड़े 200 मीटर दूर तक पड़े मिले हैं। विस्फोटक भी इतनी ज्यादा मात्रा में था कि धमाके के बाद घर से सटे स्कूल की दीवार टूट कर बिखर गई। पत्थरों के टुकड़े 2-3 क्लासरूम के अंदर पहुंच गए थे। स्कूल में 800 बच्चे पढ़ते हैं। गनीमत यह रही कि आधा घंटा पहले ही स्कूल में छुट्टी के चलते बच्चे सकुशल घर पहुंच गये थे। वरना बड़ा हादसा हो सकता था। भास्कर रिपोर्टर हादसे वाले घर पहुंचीं। हमारी पड़ताल में सामने आया कि माइनिंग में इस्तेमाल होने वाला विस्फोटक घर में रखा हुआ था। FSL टीम ने भी शुरुआती जांच में बारूद होने की पुष्टि की है। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… घर में चौंकाने वाली तस्वीरें, ड्रम में भरा था बारूद यह हादसा मंगलवार की शाम 5 बजे के करीब बावड़ी पंचायत समिति के हरढाणी गांव में विरमाराम के घर हुआ। हादसे के बाद खबर आई कि शादी वाले घर में सिलेंडर फटने से 16 लोग झुलस गए। अगले दिन जब भास्कर टीम जब घटनास्थल पर पहुंची तो तस्वीरें चौंकाने वाली थी। लोहे के ड्रम के टुकड़े हर कहीं फैले हुए थे। बारुद फटने वाली जगह पर एक बड़ा सा गड्ढा (क्रेटर) बन गया था। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि विरमा राम के घर में पीछे की ओर खुले स्थान पर लोहे का टीन शेड लगाने का काम चल रहा था। टीन शेड के लोहे के ऐंगल को वेल्डिंग से जोड़ा जा रहा था। उस जगह के पास में ही एक लोहे के ड्रम में विस्फोटक रखा हुआ था, जहां तक वेल्डिंग की चिंगारी पहुंच गई। विस्फोटक सामग्री में धमाके के बाद पास में मौजूद लोहे की हर चीज छर्रे में बदल गई। इससे धमाके की तीव्रता और बहुत बढ़ गई। घर में दरवाजे टूट गए और दीवारों में दरारें तक आ गईं। मौके पर पहुंच एफएसएल टीम भी प्रारंभिक तौर पर बारुद विस्फोट को ही इस हादसे का कारण मान रही हैं। घटनास्थल से जुटाए गए सैंपल से पता चलेगा कि बारूद कितनी मात्रा में था और कौनसा था। आधा घंटा पहले छुट्टी के कारण बची 800 बच्चों की बची जान विरमाराम के घर में जहां यह विस्फोट उस हिस्से की दीवार एक प्राइवेट स्कूल से लगती है। यहां पहली से लेकर दसवीं तक कुल 800 बच्चे पढ़ते हैं। हादसा 5 बजे के करीब हुआ जबकि 4.30 बजे स्कूल की छुट्टी हो गई थी। इससे बड़ा हादसा टल गया। क्योंकि इस विस्फोट से स्कूल के पहली व दूसरी क्लास के क्लासरूम की दीवार टूट गई। वहीं, पत्थरों के टुकड़े कई क्लास रुम में बिखर गए। सभी गांव वाले इस बात से निश्चिंत थे कि हादसा बच्चों के निकलने के बाद हुआ। एक बात चौंकाने वाली यह भी सामने आई कि घर में हुए धमाके के बाद खिड़कियों के कांच के टुकड़े 200 मीटर दूर तक मिले हैं। एक नहीं कई धमाके, देखने गए लोगों को भी लगे छर्रे विरमाराम के घर के पास मौजूद एक शिक्षक गणेशराम ने बताया कि एक दम आग लगने से वेल्डिंग करने वाले 5 लोग ही झुलसे थे। उन्हें वहां से अस्पताल पहुंचाया गया। लेकिन धमाके की आवाज सुनकर जब गांव वाले पहुंचे तब भी बारुद में विस्फोट हुआ और लोहे के ड्रम के परखच्चे उड़ गए। उसके टुकडे़ वहां मौजूद ग्रामीणों के शरीर में चुभ गए और लोग घायल हो गए। सबसे बड़ा सवाल, घर में कहां से आया इतनी बड़ी मात्रा में बारूद? विरमाराम का सोलर प्लांट लगाने का काम है। सोलर प्लांट लगाने के बाद बचा हुए सामान को विरमा राम अपने घर पर लाकर रख देता था। उसी सामान को कवर करने के लिए घर में टीन शेड बनाया जा रहा था। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि घर में बारूद कहां से आया? भास्कर रिपोर्टर ने आस-पास लगे सोलर प्लाट का जायजा लिया, तब सामने आया कि बावड़ी क्षेत्र की जमीन पथरीली है। वहां सोलर प्लांट का स्ट्रक्चर खड़ा करने के लिए जमीन को खोदकर लोहे के पाइप डालने पड़ते हैं। जमीन पथरीली होने के कारण ड्रिल से गड्ढा करना आसान नहीं है। ऐसे में ठेकेदार माइनिंग में इस्तेमाल होने वाले बारूद से विस्फोट कर गड्ढा करते हैं। विरमाराम ने बारुद घर के पीछे एक ड्रम में रख हुआ रखा था और यही हादसे का कारण बना। महिलाएं गैस सिलेंडर का बोल कर गुमराह कर रही थी विरमाराम की पत्नी नैनी देवी ने बताया कि उनके बेटे महेन्द्र व बेटी यशोदा की शादी 15 नवंबर को होनी है। बेटा महेन्द्र मिठाई की दुकान चलाता है और वहां यूज होने वाले सिलेंडर पीछे रख रहते हैं। अचानक धमाका हुआ तो सबको यही लगा कि सिलेंडर फट गया होगा। नैना देवी ने बताया कि वे धमाके की आवाज सुनकर बाहर रोड पर चली गई इसलिए बच गई। लेकिन भाई पीछे की तरफ गया था, इसलिए घायल हुआ। एफएसएल डायरेक्टर अजय शर्मा ने बताया कि टीम ने सैंपल ले लिए हैं। मौके से बारुद की स्मैल व बारूद फटने के सबूत मिले हैं। हालांकि सैंपल की जांच के बाद स्थिति साफ होगी। खेड़ापा थानाधिकारी लाखाराम ने बताया कि अभी तक किसी ने भी एफआईआर दर्ज नहीं करवाई। मौके पर जांच कर रहे हैं कि कहीं और तो विस्फोटक नहीं रखा हो। ये लोग हुए हादसे के शिकार छोटू सिंह,अजमाल सिंह, दिनेश, राकेश, निवासी सेवकी कल्ला, बुधाराम निवासी हरढाणी, अजमाल सिंह निवासी हरढाणी, गणपत राम निवासी हरढाणी, ओमाराम निवासी हरढाणी, रामदास, सुनील निवासी पूसाराम हरढाणी, महिपाल निवासी हरढाणी घायल हुए हैं। तीन घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी। .... जोधपुर में धमाके से जुड़ी ये खबर भी पढ़िए... शादी वाले घर में सिलेंडर फटा, 14 लोग झुलसे:2 की हालत गंभीर, बावड़ी के हरढाणी में हुआ हादसा बावड़ी क्षेत्र के हरढाणी गांव में मंगलवार 04 नबंवर शाम एक घर में शादी की तैयारियों के दौरान गैस सिलेंडर फट गया। इस हादसे में 14 लोग झुलस गए। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर रेफर किया गया है...(CLICK कर पढ़ें)
सिरसा पुलिस मालखाने से नशीले पदार्थों के पलंदे गायब होने का मामला चर्चाओं का विषय बना हुआ है। इसमें पुलिसकर्मी पर ही मिलीभगत से रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप लगा है। इस मामले में सीआईए रिटायर्ड पुलिसकर्मी को जांच में शामिल कर उसे मालखाने में लेकर पहुंची। उसकी मौजूदगी में मालखाने से रिकॉर्ड को जांचा गया। कुछ रिकॉर्ड मिला है, पर कुछ रिकॉर्ड नहीं मिल पाया है। इससे पुलिस का शक बढ़ गया है, उससे पूछताछ जारी है। अब पुलिस ने मालखाने में 17 नए सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए हैं। पुराने कैमरों की डीवीआर कब्जे में ले ली है। डीवीआर को भी जांचा जाएगा। इसकी वीडियोग्राफी करवाई गई है। इसकी जांच एएसपी फैजल खान, डीएसपी राज सिंह व दो अन्य डीएसपी जांच कर रहे हैं। सिविल लाइन थाना प्रभारी प्रदीप कुमार भी मौके पर मौजूद रहे। अब सवाल है कि मालखाने में सीसीटीवी कैमरे भी लगे थे। इसके बावजूद रिटायर्ड पुलिसकर्मी ने मालखाने में गबन कर दिया और किसको आगे बेचा है। मालखाने से ज्यादातर नशीला पदार्थ ही गायब होने की सूचना है। नशा तस्करी मामले में आरोपियों से बरामद किया गया मादक पदार्थ जैसे अफीम, डोडा पोस्त, हेरोइन, गांजा आदि के पलंदे के साथ गड़बड़ी की। इन पलंदों को रिकॉर्ड में खाली दिखा गया। एक साल पहले कुलदीप को बनाया था मालखाना का इंचार्ज इससे पहले ईएएसआई कुलदीप सिरसा के सदर थाना, शहर थाना, चौपटा, डबवाली में भी पोस्टिंग पर रहा चुका है। इसके अलावा सिरसा कोर्ट में नायब कोर्ट रह चुका है। करीब सालभर पहले ही उसे मालखाने का इंचार्ज बनाया गया था। अब एसआई सुरेंद्र सिंह काे मालखाने का इंचार्ज बनाया गया है। रिकॉर्ड में मिली गड़बड़ी, मिलान के बाद चलेगा पता इस जिला मालखाने में बरामद किए गए नशीले पदार्थ, प्रतिबंधित दवाएं या गोलियां, शराब, अवैध हथियार, कारतूस व जब्त किए वाहन भी यहीं पर रखे हुए हैं। जब मालखाने का नया इंचार्ज बनाया गया तो सारा रिकॉर्ड चेक किया गया। उसी दौरान रिकॉर्ड में काफी अनियमिताएं और गड़बड़ी पाई गई। रिकॉर्ड मिलाने के बाद ही पता चलेगा कि कितना सामान गायब है। इस पर एसपी ने संज्ञान लेते हुए उसे पकड़ने के लिए सीआईए को आदेश दिए। इसके बाद उससे पूछताछ जारी है। साथ ही सिविल लाइन थाना पुलिस को ईएएसआई कुलदीप के खिलाफ केस दर्ज किया गया। कुलदीप के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू करवा दी है, जिसके लिए कमेटी बनाई है।
लुधियाना के समराला में गांव मानकी के गुरविंदर सिंह की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई। ग्रामीणों ने समराला में प्रदर्शन कर कबड्डी खिलाड़ी गुरविंदर सिंह के लिए इंसाफ मांगा। ग्रामीण धरने में हाथों पर कबड्डी खिलाड़ी को इंसाफ दो के स्लोगन लिखकर लाए थे। वहीं खन्ना की एसएसपी ज्योति यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह रही थी कि गुरविंदर कबड्डी खिलाड़ी नहीं था, उसके गांव जाकर पूछ लो, वह कबूतर पालने का शौकीन था। अब सवाल यह उठता है कि गुरविंदर कबड्डी खिलाड़ी नहीं था तो उसके गांव के लोग कबड्डी खिलाड़ी को इंसाफ दो के स्लोगन लिखकर क्यों लाए? अगर वो कबड्डी खिलाड़ी था तो पुलिस इससे इनकार क्यों कर रही है? गुरविंदर सिंह के परिजन शुरू से कह रहे हैं कि उनका बेटा ग्रामीण स्तर पर होने वाले कबड्डी टूर्नामेंटों में खेलता था। उसे कबूतर पालने का शौक जरूर है और उसने कबूतर पाले भी हुए हैं। आज 12 बजे तक नहीं दिया पॉजिटिव रिस्पोंस तो फिर लगाएंगे धरना हत्या के बाद पुलिस ने उसका शव सिविल अस्पताल समराला में रख दिया था। परिजनों ने पुलिस को साफ कह दिया था कि जब तक हत्यारे नहीं पकड़े जाएंगे तब तक वो संस्कार नहीं करेंगे। बुधवार को ग्रामीणों ने समराला में धरना दिया। पुलिस ने ग्रामीणों को 24 घंटे का समय दिया था जिसकी समय सीमा आज दिन में 12 बजे खत्म हो जाएगी। परिजनों ने साफ कर दिया कि अगर 12 बजे तक पुलिस ने कोई रिस्पोंस नहीं दिया तो वो फिर से धरना लगाने को मजबूर हो जाएंगे। आरोपियों को पकड़ने के लिए अब तक पुलिस ने क्या क्या किया, जानिए: आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए बनाई टीमें खन्ना की एसएसपी डॉ. ज्योति यादव ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पांच विशेष टीमों का गठन किया है। इन टीमों में एसपी (इन्वेस्टिगेशन) पवनजीत, डीएसपी (इन्वेस्टिगेशन) मोहित सिंगला, डीएसपी समराला तरलोचन सिंह, सीआईए स्टाफ प्रभारी नरपिंदरपाल सिंह और समराला थाना एसएचओ पवित्र सिंह शामिल हैं। स्पेशल ब्रांच व साइबर ब्रांच कर रही टेक्निकल सपोर्ट आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल ब्रांच, टेक्निकल ब्रांच और साइबर थाना की टीम टेक्निकल सपोर्ट कर रही है। पुलिस ने अब तक उन 12 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने वारदात के बाद मुख्य आरोपियों की किसी भी तरह से मदद की थी। सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम से आरोपियों का पीछा कर रही पुलिस पुलिस ने सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम की मदद लेकर आरोपियों के भागने की दिशा का पता किया और उसके बाद सीसीटीवी कैमरों की चेन के जरिए उन लोगों तक पहुंची जिन्होंने हत्या के बाद आरोपियों को पनाह दी। पुलिस आगे भी सीसीटीवी फुटेज जुटाकर आरोपियों का पीछा कर रही है। पुलिस अब तक 50 किलोमीटर से ज्यादा एरिया में CCTV कैमरे खंगाल चुकी है। मुख्य आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर गोली मारकर कबड्डी खिलाड़ी गुरविंदर सिंह की हत्या के मामले की मुख्य आरोपी आरोपी तेजी चक सराय और करण मादपुर अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं, जिससे परिवार में रोष बना हुआ है। रवनीत सिंह बिट्टू बोले, पुलिस खुद डलवाती है फेक पोस्ट केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कानून व्यवस्था पर सरकार व पुलिस को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि पुलिस खुद गैंगस्टरों के नाम से पोस्ट डलवाती है ताकि लोग डर जाएं और जांच से पीछे हट जाएं। पुलिस पर फिर आरोपियों को पकड़ने का प्रेशर न रहे। जगराओं और समराला में कबड्डी खिलाड़ियों की हत्या में मिलती जुलती बातें 1. पुलिस पुरानी रंजिश बताती रही, मृतक के परिवार नकारते रहे। तेजपाल के मामले में पुलिस कहती रही पुरानी रंजिश के कारण हत्या हुई। यहां भी पुलिस रंजिश के कारण हत्या बता रही है। दोनों जगह परिवार रंजिश बताने से इनकार करती रही। 2. साथ वाले को मारना था, दूसरा मारा गया: जगराओं में तेजपाल के दोस्त प्रलाभ की रंजिश बताई गई और उसे मारना था। यहां गुरविंदर के दोस्त धर्मा की रंजिश बताई गई। यहां भी निशाना गुरविंदर नहीं धर्मा था यह बता जा रहा है। 3. शुरू में तेजपाल को कबड्डी खिलाड़ी मानने से इनकार किया, यहां भी पुलिस गुरविंदर को कबड्डी खिलाड़ी मानने से इनकार कर रही। 4. परिजनों ने वहां भी आरोपियों को पकड़ने तक संस्कार न करने की चेतावनी दी, यहां भी परिजनों ने यही चेतावनी दी है। ------ लॉरेंस के साथी अनमोहल विश्नोई व रवि राजगढ़ पर मामला दर्ज पंजाब के लुधियाना में समराला के गांव मानकी में कबड्डी खिलाड़ी गुरविंदर सिंह उर्फ किंदा की हत्या के दो दिन बाद पुलिस ने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के सहयोगी अनमोल बिश्नोई और उसके रवि राजगढ़ पर मामला दर्ज किया है। यह कार्रवाई बिश्नोई गिरोह द्वारा सोशल मीडिया पर हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद की गई। पुलिस द्वारा रवि राजगढ़ को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर जेल से लाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। पुलिस रवि राजगढ़ को पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर जेल से लाएगी। पुलिस लॉरेंस बिश्नोई को भी इस केस में नामजद करेगी। कौन है रवि राजगढ़ राजवीर रवि A कैटागिरी का कुख्यात गैंगस्टर है। लुधियाना के कस्बा दोराहा के गांव राजगढ़ का रहने वाला है। राजवीर रवि ही वह शख्स है, जिसने लॉरेंस के भाई अनमोल को दुबई भेजने के लिए 25 लाख रुपए लुधियाना के एक ट्रांसपोर्टर को दिए थे। ट्रांसपोर्टर ने ही जयपुर में लॉरेंस के भाई अनमोल को जाली पासपोर्ट बनवा कर दिया और दुबई भेजा था। 3 साल पहले पुलिस जांच में सामने आया था कि अनमोल 3 साल पहले नवंबर महीने में दुबई गया था। राजवीर रवि पर अभी तक 10 से 15 आपराधिक मामले दर्ज हैं। मूसेवाला की हत्या के बाद करीब 4 महीने तक पुलिस रवि की तलाश में जुटी रही थी। रवि को लॉरेंस गैंग की मजबूत कड़ी माना जाता है। लुधियाना जेल में करता रहा मारपीट गैंगस्टर रवि राजगढ़ जब 2013 में लुधियाना सेंट्रल जेल में बंद था तो उसने जेल अधिकारियों के साथ भी उसने मारपीट की थी। उसके खिलाफ थाना डिवीजन नंबर 7 में भी मामला दर्ज हुआ था। वह 2011 की हत्या के एक मामले में दोषी है। इस मामले में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी। अधिकारियों के मुताबिक, रवि राजगढ़ की विक्की गौंडर गैंग से रंजिश थी। सितंबर 2016 में दोनों गिरोह रोपड़ जेल में भिड़ गए थे। रवि राजगढ़ पर 10 से 15 है मामले दर्ज गैंगस्टर रवि राजगढ़ पर पहली FIR थाना पायल में 1 जनवरी 2007, 323 IPC के तहत दर्ज हुई थी। दूसरी FIR 22 जून 2010 थाना जोधेवाल में इरादा-ए-कत्ल की दर्ज हुई थी। तीसरी FIR 2 अप्रैल 2011 को पायल थाना में दर्ज हुई। इस मामले में गैंगस्टर रवि पर 302 कत्ल का मामला दर्ज हुआ था। चौथा मामले भी थाना पायल में ही 22 नवंबर 2011 को इरादा-ए-कत्ल का दर्ज हुआ था। 5वें मामले में 23 नवंबर 2011 को थाना डिवीजन नंबर 7 में दर्ज हुआ। लुधियाना जेल में गैंगस्टर रवि से पुलिस को मोबाइल फोन बरामद हुआ था। 6वां मामला 26 जुलाई 2013 को थाना डिवीजन नंबर 7 में 302 कत्ल का दर्ज है। 7वां मामला गैंगस्टर रवि पर 25 जुलाई 2014 को थाना दाखा में इरादा-ए-कत्ल का दर्ज है। 8वां मामला थाना 7 जुलाई 2017 होशियार पुर में 353,186,506 और 511 के तहत दर्ज है। 9वां मामला गैंगस्टर रवि पर दोराहा में ही 9 दिसंबर 2018 को दर्ज किया गया था। 10वां मामला आर्म्स एक्ट के तहत लुधियाना में दर्ज हुआ। इसके अलावा कुछ मामले अभी सार्वजनिक नहीं हो पाए। कौन है अनमोल बिश्नोई NIA ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी के लिए 2024 में 10 लाख रुपए का इनाम भी रखा था। अनमोल पर 2022 में दर्ज दो NIA मामलों में आरोपपत्र दाखिल किया हुआ है। अनमोल बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के आवास के बाहर हुई गोलीबारी की घटना के सिलसिले में भी वांछित है। अधिकारी अनमोल बिश्नोई के ठिकाने के बारे में जानकारी रखने वाले किसी भी व्यक्ति से आगे आने का आग्रह कई बार कर चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार,अनमोल कई आपराधिक गतिविधियों से जुड़ा हुआ है और उसे संगठित अपराध में एक अहम व्यक्ति माना जाता है। अधिकारियों का मानना है कि उसकी गिरफ्तारी से पूरे क्षेत्र में अवैध गतिविधियों में शामिल व्यापक नेटवर्क के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है। बिश्नोई गैंग का नेटवर्क कई सनसनीखेज अपराधों में शामिल रह चुका हैं, जैसे कि लोकप्रिय पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या, साथ ही प्रदीप कुमार जैसे धार्मिक और सामाजिक नेताओं की हत्या तथा व्यापारियों और पेशेवरों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली करना। अनमोल बिश्नोई एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या में भी शामिल था। वह स्नैपचैट पर बाबा के शूटरों के संपर्क में था। अनमोल बिश्नोई जिसे 'भानु' के नाम से भी जाना जाता है। अनमोल पर 11 से 15 के करीब मामले दर्ज है। अब तक क्या क्या हुआ: 3 नवंबर: देर रात को कबड्डी प्लेयर गुरविंदर सिंह किंदा और उसके दोस्त धर्मपाल सिंह धर्मा को गोलियां मारी। गुरविंदर सिंह किंदा की मौत हो गई थी और शव सिविल अस्पताल समराला में रखा। देर रात पुलिस के आला अधिकारी मौके पर आए और आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगाली। 4 नवंबर: परिजनों ने पोस्टमार्टम व संस्कार करवाने से मना किया। साफ कह दिया कि जब तक हत्या आरोपी नहीं पकड़े जाते तब तक संस्कार नहीं करेंगे। परगट सिंह ने कबड्डी खिलाड़ियों की हो रही हत्याओं पर पोस्ट की। पुलिस ने उसके बाद गुरिंदर सिंह के कबड्डी खिलाड़ी न हाेने की बात कही। पुलिस परिजनों से मिली और पोस्टमार्टम करवाने के लिए बात करती रही। परिजन नहीं माने। पुलिस ने आरोपियों को ट्रेस करने के लिए टीमों का गठन किया और जांच शुरू की। 5 नवंबर: परिजनों ने समराला में सड़क पर बैठकर धरना दिया। पुलिस ने 12 बजे 24 घंटे का समय देकर परिजनों को धरने से उठाया। फेसबुक पर लॉरेंस गैंग के लोगों ने हत्या की जिम्मेदारी ली। पुलिस ने पनाह देने वाले 12 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने फेसबुक पोस्ट को फर्जी बताया और कहा कि यह पुलिस जांच को भटकाने के लिए की जा रही है। शाम को केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू उनके घर पहुंचे, सांत्वना दी और लॉ एंड ऑर्डर के हालात पर सवाल खड़े किए।
गोरखपुर के मंडलायुक्त सभागार में बुधवार को प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव (लोक निर्माण विभाग) अजय सिंह चौहान ने शहर में चल रहे विभिन्न विकास परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि गोरखपुर के चौमुखी विकास के लिए जो निर्माण कार्य चल रहे हैं, जैसे फ्लाईओवर, नाला निर्माण, विरासत गलियारा, गोडधोइया नाला और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएं, उन्हें समय पर और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाए। इस दौरान उन्होंने विशेष रूप से विरासत गलियारा परियोजना की प्रगति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह परियोजना गोरखपुर की पहचान को निखारने और शहर को नया स्वरूप देने में अहम भूमिका निभाएगी। उन्होंने कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि निर्माण की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आम जनता को न हो असुविधा प्रमुख सचिव ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी निर्माण कार्य के दौरान आम जनता को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों का उद्देश्य जनता को बेहतर सुविधाएं देना है। इसलिए कार्य शुरू करने से पहले प्रभावित लोगों की समस्याओं का समाधान किया जाए और उनकी सहमति और सुविधा को प्राथमिकता दी जाए। बैठक में शहर के विभिन्न विकास कार्यों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। निर्माण स्थलों की नियमित निगरानी करेंप्रमुख सचिव ने कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि हर परियोजना में जनसहभागिता और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निर्माण स्थलों की नियमित निगरानी करें और जहां भी बाधाएं आ रही हों, उन्हें तुरंत दूर किया जाए। अजय सिंह चौहान ने यह भी कहा कि गोरखपुर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण नगर है और यहां की परियोजनाएं अन्य जिलों के लिए मॉडल के रूप में स्थापित हो सकती हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें ताकि विकास कार्यों का लाभ समय पर जनता तक पहुंच सके। अंत में उन्होंने सभी अधिकारियों से कहा कि गोरखपुर के नागरिकों की अपेक्षाओं के अनुरूप विकास कार्यों को गति दें और शासन की मंशा के अनुरूप शहर को एक आधुनिक, सुंदर और सुलभ नगरीय स्वरूप प्रदान करें समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी दीपक मीणा, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल, जीडीए उपाध्यक्ष आनंद वर्धन, डीएफओ विकास यादव, एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह, एसडीएम सदर दीपक गुप्ता, डिप्टी कलेक्टर/ तहसीलदार सदर ज्ञान प्रताप सिंह, पीडब्ल्यूडी नोडल अधिकारी ए.के. सिंह, जलकल विभाग के अधिकारी सहित संबंधित सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
अब भगवद्गीता के संदेश को पूरी दुनिया में फैलाने की तैयारी है। हरियाणा के कुरुक्षेत्र में 15 नवंबर से शुरू हो रहे 10वें अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव (IGM) में ऐतिहासिक मोड़ आ गया है। पहली बार 51 देशों में महोत्सव के रंगारंग व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। महोत्सव में मध्य प्रदेश को स्टेट पार्टनर बनाया गया है। इनका लाइव प्रसारण दुनिया भर के दर्शकों तक पहुंचेगा। यह पहल विदेश मंत्रालय (MEA) की ओर से की गई है, जो महोत्सव में पार्टनर की भूमिका निभाएगा। पहली दफा MEA महोत्सव में पार्टनर के तौर पर सहयोग कर रहा है। MEA ने 51 कंट्रीस को जोड़ने के साथ स्कॉलर्स और क्राफ्टमैन को महोत्सव में आने न्योता दिया है। 21 दिन चलेगा आयोजन पहले 18 दिनों तक चलने वाला यह महोत्सव इस बार 21 दिनों तक धूमधाम से चलेगा। 5 दिसंबर को समापन के साथ विराम लेगा। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड (KDB) के मानद सचिव उपेंद्र सिंघल ने बताया कि यह महोत्सव न केवल गीता के दर्शन को जीवंत करेगा, बल्कि वैश्विक एकता का प्रतीक बनेगा। MEA के सहयोग से हम दुनिया के कोने-कोने तक गीता का संदेश पहुंचा रहे हैं। 16 देशों के विद्वान खोलेंगे पिटारा सिंघल ने बताया कि 16 देशों से आए 25 प्रख्यात स्कॉलर्स महोत्सव का आकर्षण रहेंगे। थाईलैंड, अमेरिका, रूस, जापान, कजाकिस्तान, हंगरी, पोलैंड, चीन, स्पेन, ऑस्ट्रेलिया, फिजी, लिथुआनिया, श्रीलंका, मलेशिया, बहरीन और नेपाल के ये विद्वान गीता पर अपनी गहन रिसर्च प्रस्तुत करेंगे। अपनी रिसर्च से करेंगे मार्गदर्शन उन्होंने कहा कि 3 दिवसीय 24 से 26 नवंबर तक आयोजित इस सत्र में ये स्कॉलर्स गीता पर अपनी रिसर्च के बारे में बताएंगे। इन स्कॉलर्स की रिसर्च गीता के संदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। इन स्कॉलर्स में दुनिया की यूनिवर्सिटी के कई प्रोफेसर शामिल हैं, जो अपना अनुभव और रिसर्च सबके साथ शेयर करेंगे। 100 भाषाओं की गीता की प्रदर्शनी पहली बार फिजी और त्रिनिदाद एंड टोबेगो से पंडितों का आगमन होगा। ये पंडित 29 नवंबर को होने वाले संत सम्मेलन और 30 नवंबर के देवस्थानम कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इन सत्रों में गीता पर आधारित भव्य प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें MEA के सहयोग से दुनिया भर की 100 से अधिक भाषाओं में गीता ग्रंथों को प्रदर्शित किया जाएगा। 7 देशों के शिल्पकार भरेंगे रंग महोत्सव में पहली बार 7 देशों के शिल्पकार (क्राफ्टमैन) अपनी अनूठी कला का प्रदर्शन करेंगे। ये कलाकार पारंपरिक हस्तशिल्प, चित्रकला और सजावटी वस्तुओं के जरिए महोत्सव की शोभा बढ़ाएंगे। महोत्सव में श्रीलंका, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, थाईलैंड, ईरान, इजिप्ट, तुर्कमेनिस्तान और युगांडा की शिल्पकला देखने को मिलेंगी। 25 को PM होंगे शामिल 24 नवंबर से महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम शुरू होंगे और 1 दिसंबर तक चलेंगे। इस बीच 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरु तेगबहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस को समर्पित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। अब यह कार्यक्रम ज्योतिसर यानी गीता उपदेश स्थली पर होगा।
हापुड़ से देहरादून जाते समय एक प्रॉपर्टी डीलर अपने परिवार सहित संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गए हैं। परिजनों की सूचना पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को उनकी दोनों कारें हरिद्वार की एक पार्किंग में खड़ी मिली हैं, लेकिन परिवार का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है। ऐसे हुआ खुलासा... जानकारी के अनुसार, मूलरूप से गाजियाबाद निवासी शास्वत गर्ग पिछले करीब 10 वर्षों से देहरादून के रजापुर थाना क्षेत्र की उषा कॉलोनी में रहते हैं। वह प्रॉपर्टी डीलिंग का व्यवसाय करते हैं। उनकी ससुराल हापुड़ नगर कोतवाली क्षेत्र के रेलवे रोड स्थित मोहल्ला राधापुरी में है। बताया गया है कि शास्वत गर्ग हाल ही में अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दो कारों में सवार होकर ससुराल आए थे। एक दिन रुकने के बाद 17 अक्टूबर को उन्होंने देहरादून लौटने की बात कहकर ससुराल से प्रस्थान किया। जब वह अपने देहरादून स्थित घर नहीं पहुंचे, तो उनके साले ने हापुड़ कोतवाली पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) निकलवाई, जिससे दोनों वाहनों की लोकेशन हरिद्वार की एक पार्किंग में मिली। हरिद्वार में पार्किंग में खड़ी मिलीं दोनों कार परिजन हरिद्वार पहुंचे तो दोनों कारें पार्किंग में खड़ी मिलीं। लेकिन शास्वत गर्ग और उनका परिवार वहां नहीं था। घटना से परिवार में चिंता और भय का माहौल है। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र सिंह बिष्ट ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर की गाड़ियां हरिद्वार तक पहुंचने की पुष्टि फोन लोकेशन से हुई है। पुलिस विभिन्न बिंदुओं पर मामले की जांच कर रही है।
लखनऊ के 3 बड़े सरकारी अस्पतालों में रोजाना 60 से ज्यादा लोगों की डेंगू और टाइफाइड की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। सबसे बड़ी बात है कि जिन मरीजों को डेंगू है उनमें से 90% में टाइफाइड की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ रही है। ऐसे में एक्सपर्ट्स इस समय बेहद सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। हमने सिविल, बलरामपुर और लोकबंधु अस्पताल की OPD का लेखा-जोखा लिया तो पता चला कि बीते 10 दिनों से डेंगू के मरीज बढ़े हैं। समस्या यह आ रही है कि इन मरीजों को हाई-ग्रेड फीवर के साथ टाइफाइड भी है। पढ़िए तीनों अस्पताल से सिलसिलेवार रिपोर्ट और जानिए डॉक्टरों ने क्या कहा... सबसे पहले बात डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल की... यहां रोजाना औसतन 3 हजार से ज्यादा मरीज OPD में इलाज के लिए आ रहे हैं। यहां बुखार और वायरल के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। लगातार कई दिनों से बुखार की चपेट में रहने वाले मरीजों की डॉक्टर जांच करने की सलाह दे रहे हैं। गंभीर मरीजों को किया जा रहा एडमिट सिविल अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.देवेश पांडेय कहते हैं कि रोजाना 200 से ज्यादा मरीजों के ब्लड सैंपल की जांच हो रही है। इनमें औसतन 40 से 45 मरीजों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है। इन मरीजों को गंभीर लक्षण होने पर बिना देर किए एडमिट भी किया जा रहा है। डबल अटैक के केस ज्यादा डॉ. देवेश पांडेय कहते हैं कि डेंगू पॉजिटिव आने वाले मरीजों की टाइफाइड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ रही है। इन डबल अटैक के मामलों में मरीज की कंडीशन और ज्यादा बिगड़ रही है। हालांकि, इस बार डेंगू मरीजों की संख्या बेहद कम रही है। साथ ही क्रिटिकल मरीजों की संख्या लगभग न के बराबर है। डेंगू और टाइफाइड पॉजिटिव इन मरीजों में हर उम्र और वर्ग के लोग है। बच्चों, बुजुर्गों के अलावा महिलाएं भी इसकी चपेट में आ रही हैं। कई गंभीर मरीजों को भर्ती कर इलाज देकर स्वस्थ भी किया जा चुका है। अब बात राजनारायण लोकबंधु अस्पताल की... लोकबंधु में डेंगू के 30, टाइफाइड के 60 मरीज लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि 9 दिन में करीब 996 मरीज ने डेंगू की जांच कराई। इनमें से 33 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इस दौरान 1000 से ज्यादा मरीज के टाइफाइड की जांच की गई। इनमें से 60 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। बुखार उतरने में 20 से 22 दिन लग गए सिविल अस्पताल में अपने बड़े भाई का इलाज कराने पहुंचे पवन मिश्रा कहते हैं लगातार चार-पांच दिनों से बुखार आ रहा था। पहले मेडिकल स्टोर से लेकर दवा दे रहे थे पर जब फायदा नहीं हुआ तो सिविल अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर को दिखाया, दो दिन दवा देने के बाद उन्होंने ब्लड जांच कराने को कहा। जांच में टाइफाइड पॉजिटिव आया। इसके बाद फिर डॉक्टर को दिखाया। दवा से आराम मिला पर पूरी तरह से ठीक होने में 20-22 दिन लग गए अभी भी उनके शरीर में कमजोरी है। परिवार में कई लोगों को फीवर नरही निवासी करण कहते हैं कि 2 दिन से लगातार बुखार आ रहा था। इसके बाद सिविल अस्पताल में दिखाने आए थे। दवा लेने से बुखार उतर गया। इस समय वायरल फीवर का प्रकोप चल रहा है। परिवार में और भी लोगों को बुखार है। अब पढ़िए डॉक्टरों की सलाह... रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद देर न करें डॉ. देवेश ने बताया कि डेंगू मरीजों के लक्षण इस बार बहुत गंभीर नहीं है पर लापरवाही करने से कंडीशन बिगड़ रही है। टाइफाइड से ज्यादा डेंगू के मरीजों को परेशानी हो रही है इन्हें लगातार हाई-ग्रेड फीवर रह रहा है। ऐसे मरीजों को बेहद सजग रहना चाहिए। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बिना देर किए इलाज शुरू किया जाना चाहिए करना चाहिए। सेल्फ मेडिकेशन करना ठीक नहीं डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी कहते हैं कि डेंगू के ज्यादातर मरीज इस बार सामान्य लक्षण के हैं। अच्छी बात यह है कि दवा देने पर इन्हें राहत मिल जा रही। जिन मरीजों की कंडीशन थोड़ी बिगड़ती है उन्हें बिना देर किए भर्ती करने के हिदायत दी जाती है। समय रहते उनका सही इलाज हो जाता है और स्थिति बिगड़ने से बचा ली जाती है। हालांकि, बुजुर्गों के अलावा बच्चों में भी डेंगू के मामले आ रहे हैं। अगले कुछ दिनों तक अलर्टनेस बेहद जरूरी है। सबसे अहम यह है मरीज को सेल्फ मेडिकेशन से बचना चाहिए मेडिकल स्टोर से दवा लेकर खुद का इलाज न करें। एक्सपर्ट डॉक्टर की निगरानी में ही इलाज कराए। अचानक से बिगड़ती है डेंगू मरीज की तबीयत KGMU के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रमुख और डेंगू शॉक सिंड्रोम के वर्ल्ड लेवल के एक्सपर्ट डॉ. राजेश वर्मा कहते हैं कि डेंगू से कंडीशन बेहद बिगड़ सकती है। डेंगू के इलाज में लापरवाही ठीक नहीं है। कंडीशन अचानक से बिगड़ जाती है और हल्की सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। इस बार डेंगू का प्रकोप को कई गुना कम है। ऐसे में हर साल की अपेक्षा हालत बेहतर है पर इस नियंत्रण को काबू में रखना है। बदलते मौसम के इस सीजन में डेंगू के केस मामलों में अचानक इजाफा होता है। महज कुछ दिनों के अंदर ही मरीज आईसीयू और वेंटिलेटर पर चला जाता है। जान पर बन आती है और फिर बचना बेहद मुश्किल हो जाता है। डेंगू मरीज को पेन किलर देना ठीक नहीं है। इसलिए डेंगू का इलाज एक्सपर्ट डॉक्टर से ही कराना चाहिए।
मेरी पत्नी और उसका प्रेमी मेरी हत्या करना चाहते थे। हाथ-पैर बांध दिए, मुंह बंद कर दिया। मेरे शरीर पर हथौड़े मारे। CCTV कैमरे तक बंद कर दिए ताकि साजिश पकड़ी न जाए। मेरी जान को खतरा है। ये कहना है बरेली के BDA कालोनी निवासी डॉ विशाल सक्सेना का.... पत्नी-प्रेमी ने की डॉक्टर की हत्या की साजिश बरेली के सुभाषनगर में 28 अक्तूबर की रात एक रिटायर्ड नेत्र रोग विशेषज्ञ की जान लेने की कोशिश की गई। डॉक्टर विशाल सक्सेना ने आरोप लगाया है कि उनकी 57 साल की पत्नी शिखा और 45 वर्षीय प्रेमी सौरभ सक्सेना ने मिलकर उनकी हत्या की साजिश रची थी। डॉक्टर का कहना है, “मेरी पत्नी और उसका प्रेमी मेरी हत्या करना चाहते थे। उन्होंने मेरे हाथ-पैर बांधे, मुंह बंद किया, शरीर पर हथौड़े से वार किए और घर के सीसीटीवी बंद कर दिए।” घर से रस्सी, टेप और चाकू बरामद मामले की पड़ताल में पुलिस ने घर से रस्सी, टेप और चाकू बरामद किए हैं। पड़ोसियों के घर के बाहर लगे कैमरे में कैद हुआ जिसमें रस्सी बंधे होने के बावजूद डॉक्टर घर से बाहर भागते दिखाई देते हैं। डाक्यूमेंट्स पर जबरन सिग्नेचर करवाने के लिए चाकू का उपयोग करने की जानकारी भी मिली है। दूध में नशीली दवा मिलाकर पिलाया डॉक्टर का आरोप है कि पत्नी ने दूध में नशीली गोलियाँ मिलाकर उन्हें पिलाई। बेहोशी के असर में पत्नी-प्रेमी ने घर के अंदर उन्हें बंधक बनाकर मारने की कोशिश की, लेकिन गला घोंटते समय प्रेमी सौरभ खुद बेहोश होकर नीचे गिर पड़ा। इसी दौरान शिखा बाथरूम गयी और डॉक्टर ने हिम्मत करके रस्सी छुड़ाकर घर से बाहर भागकर मदद मांगी। CCTV बंद, पड़ोसियों के कैमरों ने बचाई जान घटना से पहले आरोपियों ने घर में लगे CCTV कैमरे बंद कर दिए थे ताकि साजिश उजागर न हो, लेकिन पड़ोसियों के कैमरों में घटना रिकॉर्ड हो गईं। घटना के बाद पत्नी ने बेटी के घर ली शरण डॉक्टर का परिवार स्थानीय तौर पर प्रभावशाली है। बेटी और दामाद भी डॉक्टर हैं जबकि बेटा सॉफ्टवेयर इंजीनियर है। बताया जाता है कि पत्नी रात में बेटी के घर शरण लेने चली गई थी, लेकिन जब सच्चाई पता चली तो बेटी ने मां को अपने घर से जाने को कह दिया। चार साल से था प्रेम संबंध, डेढ़ साल पहले शिकायत भी हुई थी सौरभ चार साल से घर आ-जा रहा था और पत्नी के साथ संबंधों के चलते घटनाक्रम बढ़ा। डेढ़ साल पहले भी परिवार ने पुलिस से शिकायत की थी, लेकिन तब कार्रवाई नहीं होने से मामला पहले टाला गया। डॉक्टर का कहना है कि उस समय थाने ने परिवार को कहा था कि रिपोर्ट करने से बदनामी होगी। पुलिस का पक्ष एसपी सिटी मानुष पारीक ने कहा है कि मामले के सबूत मिले हैं, आरोपियों की तलाश जारी है और दोषियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी। परिवार ने सुरक्षा की मांग की डॉक्टर के बेटे ने कहा कि परिवार सुरक्षा चाहता है क्योंकि उन्हें दोबारा किसी हमले का डर है। मोहल्ले में तनाव की स्थिति है।
गोरखपुर के सूरजकुंड के तालाब में लगातार मछलियों के मरने के कारण का पता चल गया है। गीडा की नारायण लेबोरेटरी एंड कंसल्टेंसी में जांच के बाद इसका खुलासा हुआ है। पता चला कि तालाब की पानी में तेल और जैविक प्रदूषण फैलने से ऑक्सीजन की कमी हो गई। जिसकी वजह से मछलियों की मौत हुई। एक तरफ जहां छोटी मछलियां ऑक्सीजन की कमी के वजह से दम घुटने से मरी तो वहीं बड़ी मछलियां तेल वाला पानी पीने या दूषित छोटी मछलियों को खाने से मरी। गौरतलब है कि सूरजकुंड मंदिर सरोवर पर दीपोत्सव और छठ महापर्व पर सार्वजनिक पूजन हुआ था। ऐसे में पूजन सामग्री, तेल और घी काफी मात्रा में तालाब में श्रद्धालुओं ने जाने-अनजाने बहा दिया। जिसके बाद मछलियों के मौत का सिलसिला शुरू हुआ। मामले के संज्ञान लेते हुए हेरिटेज फाउंडेशन की संरक्षिका डॉ. अनिता अग्रवाल ने गीडा की नारायण लेबोरेटरी एंड कंसल्टेंसी से जांच कराई। जिसके लिए लेबोरेटरी के इंजीनियर सौरभ दुबे ने शुक्रवार को 11 बजे सरोवर से नमूने एकत्र किए। तब सरोवर में ताला पानी मिलाया जा रहा था। जांच रिपोर्ट में स्थित खराब मिली लेबोरेटरी के इंजीनियर सौरभ दुबे के मुताबिक 31 अक्टूबर की सुबह 11 बजे सरोवर के पानी का नमूना लिया गया। जिसमें पीएच 7.61 सामान्य, घुलित आक्सीजन 05.6 मिलीग्राम प्रति लीटर (सामान्य) मिला। यह छठ महापूजा के बाद की सरोवर के जल की रिकवरी को दर्शाता हैं। लेकिन बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड 4.50 मिली ग्राम प्रति लीटर और केमिकल ऑक्सीजन डिमांड 120 मिलीग्राम प्रति लीटर था। जो तेल और जैविक पदार्थो की अधिकता का संकेत है। इसके अलावा तेल और चिकनाई की मात्रा 04 मिली ग्राम प्रति लीटर से कम मिली, जोकि यह सामान्य से चार गुना अधिक है। ऑक्सीजन का पानी में प्रवेश रुका इस मामले में डीडीयू के इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी के डॉ. साहिल महफूज और इंजीनियर सौरभ दुबे का मानना है कि पूजा के दौरान तेल, घी, फूल और प्रसाद पानी में डाले जाने से सतह पर पतली परत बन गई थी। इस वजह से हवा से ऑक्सीजन का पानी में प्रवेश रुक गया। सरोवर की छोटी मछलियों ने सबसे पहले ऑक्सीजन की कमी का असर झेला और कुछ ही घंटों में दम तोड़ दिया। इस बीच बारिश और ताला पानी डालने से सरोवर में आक्सीजन की उपस्थिति में सुधार हुआ। लेकिन बड़ी मछलियां तेलयुक्त पानी में तैरते हुए या दूषित छोटी मछलियों को खा कर तेल और हाइड्रोकार्बन पदार्थों का सेवन कर बैठीं। चूंकि तेल उनका नेचुरल आहार नहीं, लिहाजा धीरे-धीरे जिगर, गिल्स और गुर्दे को प्रभावित करता गया। इस कारण शुक्रवार, शनिवार और रविवार को बड़ी मछलियां मरी। दोनों विशेषज्ञों का मानना है कि यह ऑक्सीजन शॉक और आयल प्वॉइजनिंग का परिणाम है। तेल और घी जैसी चीजें पानी की सतह पर परत बना, आक्सीजन को नीचे जाने से रोका, जिससे जलीय जीवों का श्वसन तंत्र प्रभावित हुआ। उन्होंने यह संभावना व्यक्त किया कि बुधवार को घुलित आक्सीजन 2 मिली ग्राम प्रति लीटर से नीचे चला गया होगा।
लोहा कारोबारी हाजी सईद की फर्म अल जैद स्टील प्राइवेट लिमिटेड पर सीजीएसटी की कार्रवाई एक शिकायत के बाद शुरु हुई थी। करीब तीन महीने पहले यह शिकायत की गई थी, जिस पर सीजीएसटी की SIB ने गोपनीय जांच शुरु कर दी। जांच में गड़बड़ी के संकेत मिले, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। फिलहाल जवाब दाखिल करने के लिए 90 दिन का समय फर्म मालिक को दिया गया है। आइए एक नजर डालते हैं कार्रवाई परस्टेट जीएसटी टीम ने मंगलवार को लोहा कारोबारी हाजी सईद की फर्म अल जैद स्टील प्राइवेट लिमिटेड पर रेड की। दोपहर 12:30 बजे टीम वहां पहुंची और ऑफिस में मौजूद दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए। कार्रवाई को गोपनीय रखा गया। करीब पांच से ज्यादा ठिकानों पर रेड की गई, जहां जीएसटी टीम ने दस्तावेज खंगाले। करीब आठ घंटे की छानबीन के बाद नोटिस थमाकर टीम लौट गई। तीन महीने तक एक ही चीज की निगरानीजीएसटी डिपार्टमेंट सूत्रों की मानें तो शिकायत आने के बाद तीन महीने तक एक ही चीज पर काम किया गया। इसमें सेल-परचेज सबसे महत्वपूर्ण था। टीम ने फर्म के अलग अलग ठिकानों के खाते खंगाले जिसमें शिकायत की पुष्टि हो गई। मामला शहर की एक बड़ी फर्म से जुड़ा था, इसलिए पुख्ता साक्ष्य जुटाकर टीम ने रेड की रणनीति तैयार की। ऑनलाइन व स्टॉक रजिस्टर में मिली खामी फर्म की तरफ से ऑनलाइन जो जानकारी डाली गई थी, वह संदिग्ध थी। कई तरह से इसकी जांच कराई जा रही थी। सभी की रिपोर्ट एक जैसी थी। इसकी पूरी रिपोर्ट तैयार कर उच्चाधिकारियों को भेजी गई, जिसके बाद रेड की कार्रवाई की गई। करीब 11 करोड़ का मिला स्टॉक में अंतर स्टॉक की जांच के दौरान जीएसटी टीम के सामने चौकाने वाली चीज सामने आई। फर्म की तरफ से ऑनलाइन जो विवरण दर्ज कराया गया था, वह स्टॉक से मेल ही नहीं खा रहा था। टीमों ने सभी छह ठिकानों से रिकार्ड जुटाया और मिलान किया। फर्म के गोदामों में जो माल मौजूद था, उसका रिकार्ड ही नहीं था। जबकि उनकी कीमत 11 करोड़ रुपये से ज्यादा थी। 90 दिन में दाखिल करना होगा जवाब स्टेट जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-2 सुशील कुमार सिंह के अनुसार- करीब 11 करोड़ रुपये का अंतर स्टॉक में मिला है। माल की सेल अधिक है और बिक्री बहुत कम। रिकार्ड भी सभी का नहीं मिला है। फर्म के डायरेक्टर मोहम्मद जावेद को 90 दिन के भीतर जवाब दाखिल करने का समय दिया गया है। जवाब नहीं मिलता है तो एफआईआर दर्ज कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बरेली में SIR अभियान में लापरवाही पर डीएम का एक्शन:36 BLO की सैलरी रोकी जाएगी, FIR भी दर्ज होगी
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिलेभर में चल रहे विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) अभियान में लापरवाही करने वाले बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) पर जिला प्रशासन ने बड़ा एक्शन लिया है। जिलाधिकारी अविनाश सिंह के आदेश पर विधानसभा क्षेत्र 124-बरेली के 36 BLO की सैलरी रोकने और उनके खिलाफ FIR दर्ज कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है। चुनाव आयोग के निर्देशों की अवहेलना बर्दाश्त नहीं DM अविनाश सिंह ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों की अवहेलना किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन अधिकारियों को मतदाता सूची पुनरीक्षण का जिम्मा सौंपा गया है, उन्हें पूरी निष्ठा से कार्य करना होगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जो BLO तय समय में घर-घर सर्वे नहीं कर रहे हैं या गणना प्रपत्र वितरित नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ-साथ सुसंगत धाराओं में FIR दर्ज की जाएगी। इन BLO पर कार्रवाई 124-बरेली विधानसभा के जिन BLO पर कार्रवाई की जा रही है, उनमें डॉ. सुशीला गिरिश, राकेश कुमार, विरेन्द्र कुमार, वीरेन्द्र कुमार मौर्य, विजय पाल सिंह, ललिता देवी, लखनलाल मिश्रा, हाफिज सिद्दीकी, मुकेश कुमार, जगदीश प्रसाद, सुरेश कुमार, रामकुमार यादव, दिनेश कुमार, हरीश कुमार, रूपा तिवारी, अमनदीप कौर, मनोज कुमार, फैज़ान खान, अर्चना चौहान, जितेंद्र वर्मा, हरिकृष्ण गौतम, अंजलि सिंह, प्रीति गुप्ता, मोहम्मद रईस, नवीन कुमार, फरजाना अंसारी, सविता यादव, प्रमोद कुमार, सविता सिंह, सौरभ श्रीवास्तव, विनोद शर्मा, भावना सक्सेना, हरीश गौतम, रमेश मिश्रा, नीलम यादव और सुनील कुमार शामिल हैं। भारत निर्वाचन आयोग की विशेष पहल DM ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग की यह विशेष पहल 22 साल बाद दोबारा शुरू की गई है। 1951 से अब तक कुल 8 बार गहन पुनरीक्षण हुआ है, पिछली बार यह प्रक्रिया वर्ष 2003 में हुई थी। इस बार देश के 12 राज्यों में एक साथ SIR अभियान चल रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा अभियान अभियान के तहत BLO को निर्देश दिए गए हैं कि वे 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक घर-घर जाकर मतदाताओं के फॉर्म भरवाएं और पावती पत्र दें। इसके बाद 9 दिसंबर को आलेख्य मतदाता सूची प्रकाशित होगी, जबकि 9 दिसंबर से 8 जनवरी तक दावे और आपत्तियां ली जाएंगी। अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी। राजनैतिक दलों से भी सहयोग की अपील डीएम अविनाश सिंह ने राजनीतिक दलों से भी अपील की है कि वे अपने बूथ लेवल एजेंट (BLA) नियुक्त करें और BLO के साथ समन्वय बनाकर कार्य करें ताकि कोई भी पात्र नागरिक मतदाता सूची से वंचित न रह जाए। उन्होंने कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, क्योंकि सही मतदाता ही लोकतंत्र की नींव को मजबूत करता है। अधिकारियों ने घर-घर जाकर SIR की शुरुआत की इस बीच सिटी मजिस्ट्रेट अलंकार अग्निहोत्री, ADM सिटी सौरभ दुबे, SDM बहेड़ी, SDM निधि शुक्ला और SDM फरीदपुर ने अपने-अपने क्षेत्रों में BLO के साथ अभियान की शुरुआत की। अधिकारियों ने घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरण का जायजा लिया और चेतावनी दी कि किसी भी तरह की लापरवाही सीधे FIR में तब्दील होगी।जिला प्रशासन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि SIR अभियान में ढिलाई करने वाले किसी भी BLO को बख्शा नहीं जाएगा।
प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व ज्वाॅइंट रजिस्ट्रार अशोक कुमार वर्मा के खाते से करीब 15 लाख 67 हजार रुपये रहस्यमय तरीके से गायब हो गए। उनके निधन के करीब सात साल बाद जब पत्नी मधुबाला श्रीवास्तव कानूनी प्रक्रिया पूरी कर खाते की रकम निकालने उप डाकघर हाई कोर्ट शाखा पहुंचीं, तो पासबुक एंट्री देखकर हैरान रह गईं। पता चला कि पूरी रकम पहले ही निकाली जा चुकी थी। 25 जून 2018 को हुआ था निधन न्याय नगर कंधईपुर धूमनगंज निवासी अशोक कुमार वर्मा इलाहाबाद हाईकोर्ट में ज्वाइंट रजिस्ट्रार पद पर कार्यरत थे। उनका निधन 25 जून 2018 को हुआ था। उनके नाम से इलाहाबाद हाईकोर्ट डाकघर शाखा में एक बचत खाता था, जिसमें कुल 15,67,669 रुपये जमा थे। उनकी पत्नी मधुबाला श्रीवास्तव ने बताया कि खाते में किसी का नाम नाॅमिनी के रूप में दर्ज नहीं था। 26 सितंबर को जारी हुआ सक्सेशन सर्टिफिकेट पति के निधन के बाद लंबी कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए मधुबाला ने उत्तराधिकार प्रमाणपत्र (Succession Certificate) प्राप्त किया, जो 26 सितंबर 2025 को उनके नाम पर जारी हुआ। इसके बाद वे 24 अक्टूबर को पोस्ट ऑफिस हाईकोर्ट शाखा पहुंचीं ताकि खाते की राशि अपने नाम ट्रांसफर करा सकें। पासबुक एंट्री में खुला बड़ा राज वहां पासबुक अपडेट कराने पर मधुबाला स्तब्ध रह गई। दरअसल खाते का बैलेंस जीरो था और पूरी रकम पहले ही निकाली जा चुकी थी। यह भी मालूम हुआ कि खाते से अलग-अलग दिनांक में अलग-अलग रकम नकद व चेक के जरिए निकाली गई। निकासी इस प्रकार से हुई... 04 जुलाई 2024: तीन बार में ₹4 लाख, ₹3 लाख, और ₹3 लाख नकद निकाले गए 08 जुलाई 2024: ₹5,67,000 रुपये चेक द्वारा 13 सितंबर 2025: ₹15,500 रुपये नकद निकाले गए पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों पर साजिश का शक मधुबाला श्रीवास्तव का आरोप है कि उनके पति के निधन के बाद किसी अन्य व्यक्ति द्वारा खाते से पैसे निकालना पोस्ट ऑफिस के अधिकारियों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं। उनके बेटे विकास सागर ने बताया कि जब उन्होंने अधिकारियों से जवाब मांगा तो उन्हें कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई और अधिकारी मामले को टालते रहे। अब न्याय की लड़ाई मधुबाला ने इस पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने डाक विभाग के अफसरों से लेकर कैंट थाने तक में शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने मांग की है कि पोस्ट ऑफिस के संबंधित अधिकारियों पर गबन और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया जाए तथा पूरी रकम ब्याज समेत वापस दिलाई जाए। प्रभारी बोले, जांच कराई जा रही इस मामले में हाई कोर्ट उप डाकघर शाखा के प्रभारी मनोज कुमार का कहना है कि मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में है और इसमें जांच शुरू करा दी गई है। निकासी के समय जो भी अफसर व कर्मचारी तैनात थे, उनसे पूछताछ की जाएगी। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे कार्रवाई के संबंध में अफसर ही निर्णय लेंगे। फिलहाल उन्होंने यह बताने से इनकार किया कि मामले की जांच कौन से अधिकारी कर रहे हैं।
शाहजहांपुर के पुवायां थाना क्षेत्र में देर रात एक ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर एक घर में घुस गई। इस हादसे में घर में सो रहे पति-पत्नी की मौके पर मौत हो गई। उनकी तीन पोतियां भी घायल हुई हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह हादसा पुवायां थाना क्षेत्र के सुनारा गांव में देर रात करीब 11 बजे हुई। 50 वर्षीय रामशंकर अपनी पत्नी तारावती के साथ घर में सो रहे थे। उनकी पोतियां वंदना, सोमिन और तृषा भी उसी मकान में थीं।घर के बाहर एक कार खड़ी थी, जिसे तेज रफ्तार ट्रैक्टर-ट्रॉली ने पहले टक्कर मारी। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रैक्टर-ट्रॉली सीधे घर के अंदर जा घुसी। हादसे में रामशंकर और उनकी पत्नी तारावती की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी तीनों पोतियां घायल हो गईं। घटना के बाद इलाके में चीख-पुकार मच गई और आसपास के लोग मौके पर जमा हो गए। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को तत्काल राजकीय मेडिकल कॉलेज भेजा, जहां उनका इलाज चल रहा है। पुलिस ट्रैक्टर-ट्रॉली को घर से बाहर निकालने की कार्रवाई कर रही है।
डीडीयू में आयोजित गोरखपुर पुस्तक महोत्सव के पांचवें दिन बाल मंडप में कहानियों, नए कौशल और रचनात्मकता का माहौल रहा। 14 स्कूलों के लगभग 500 विद्यार्थियों ने इस उत्सव में हिस्सा लिया। इसके अलावा कल्चरल इवनिंग में 'बाप बड़ा न भैय्या, सबसे बड़ा रूपइया' विषय पर नाटक प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया। साथ ही कवि सम्मेलन में शम्भू शिखर और पद्मिनी शर्मा जैसे कलाकारों ने दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित किया। इंटरएक्टिव स्टोरी सेशन से शुरुआत हुई दिन की शुरुआत रंजीता सचदेवा के नेतृत्व में 'कहानी के पंखों पर' नामक इंटरएक्टिव स्टोरी सेशन से हुई। यहां छोटे बच्चों ने अपनी कल्पना की उड़ान भरते हुए एक जादुई दुनिया की यात्रा की। यहां, वे एक राजकुमारी और जैक से मिले। जिसे ‘जैक द फूल’ कहा जाता है। इस कहानी के माध्यम से बच्चों ने सीखा कि कैसे चतुराई और त्वरित विवेक से किसी भी समस्या का समाधान किया जा सकता है। अगला सेशन, 'फ्रॉम वेस्ट टू वॉउ', बिसलेरी के शुभम मिश्रा की ओर से आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों को प्लास्टिक कचरा प्रबंधन और रीसाइक्लिंग के महत्व के बारे में सिखाया गया। इसके बाद 2 नवंबर को आयोजित 'बुक कवर डिज़ाइन वर्कशॉप' के विजेताओं के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यहां 15 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को प्रमाण पत्र और पुस्तकों से सम्मानित किया गया। बाल मंडप की बुधवार की गतिविधियों का समापन बच्चों की लोक नृत्य प्रस्तुति से हुआ। इसमें सात स्कूलों के विद्यार्थियों ने विभिन्न राज्यों का प्रतिनिधित्व करते हुए वहां के लोक नृत्य के सुंदर प्रदर्शनों के साथ मंच पर जादू बिखेरा। जिसमें उत्तर भारत से लेकर दक्षिण तक सभी प्रांतों को एक मंच पर दर्शाया गया। दर्शकों को दिया गहरा संदेश इसके बाद पांचवें दिन की सांस्कृतिक संध्या का आगाज सांस्कृतिक संगम की ओर से प्रस्तुत नाटक 'बाप बड़ा न भैय्या सबसे बड़ा रूपइया' के साथ हुई। जिसे विजय कुमार ने लिखा था l व्यंग्यात्मक और मार्मिक अंदाज में प्रस्तुत इस नाटक ने दर्शकों को गहराई से सोचने पर मजबूर कर दिया। इस नाटक की परिकल्पना और निर्देशन मानवेंद्र त्रिपाठी ने किया। कवि सम्मेलन में खूब ठहाके लगे इसके बाद आयोजित कवि सम्मेलन में देश के जाने-माने कवि शंभू शिखर के साथ पद्मिनी, राजेश अग्रवाल, कमल अग्नियां और आशीष कवि गुरु ने भी अपनी कविताएं पढ़ीं। विभिन्न स्वरों की इन कविताओं ने लोगों को खूब गुदगुदाया।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा की आने वाले दिनों में मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में दायर इलेक्शन पिटीशन पर कोर्ट ने सुनवाई शुरू कर दी है। आरोप है कि मंत्री ने लुधियाना चुनाव में धनबल का इस्तेमाल किया था। कोर्ट ने संजीव अरोड़ा व उनके खिलाफ चुनाव लड़ने वाले 13 उम्मीदवारों को नोटिस जारी किया था। जिसमें से संजीव अरोड़ा समेत कुल 11 उम्मीदवार कोर्ट में अपीयर हो गए। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में इस मामले में अगली सुनवाई 14 नवंबर को होनी है। प्रमुख उम्मीदवारों में से शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार परोपकार सिंह घुम्मन, कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु के वकील कोर्ट में अपीयर भी हो गए हैं। वहीं भाजपा उम्मीदवार ने अब कोर्ट का नोटिस रिसीव किया है। चार उम्मीदवार ने सम्मन रिसीव किए भाजपा उम्मीदवार जीवन गुप्ता समेत चार उम्मीदवारों ने नोटिस रिसीव कर दिए लेकिन अभी उनका प्रतिनिधि कोर्ट में पेश नहीं हुआ जबकि तीन निर्दलीय उम्मीदवारों के नोटिस अब भी अनसर्व हैं। 31 अक्तूबर को कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई करते हुए तीनों को फिर से नोटिस जारी कर 14 नवंबर को पेश होने को कहा है। जून में हुआ था उपचुनाव लुधियाना पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए दो जून से नामांकन प्रक्रिया शुरू हुई थी। 19 जून को मतदान हुआ था। 23 जून को मतगणना हुई और उसके बाद चुनाव परिणाम घोषित किए गए। तरनतारन इलेक्शन में भी ध्यान रखे चुनाव आयोग पब्लिक एक्शन कमेटी के सदस्य जसकीरत सिंह ने चुनाव आयोग से अपील की है कि तरनतारन चुनाव में भी धन बल का इस्तेमाल हो रहा है। उसे रोकने के लिए चुनाव आयो ध्यान दे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सख्ती से नियमों का पालन करवाए। क्या थी इलेक्शन याचिका? लुधियाना पश्चिमी विधानसभा क्षेत्र के विधायक गुरप्रीत सिंह गोगी की मौत के बाद जून में इस सीट पर उपचुनाव हुए। उपचुनाव में आम आदमी पार्टी ने संजीव अरोड़ा को उम्मीदवार बनाया। पब्लिक एक्शन कमेटी की तरफ से जसविंदर सिंह मल्ली ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की कि संजीव अरोड़ा ने धनबल के आधार पर चुनाव जीता है इसलिए इसे रद्द किया जाए। 22 अगस्त को हुई थी याचिका पर सुनवाई शुरू चुनाव परिणाम के बाद पब्लिक एक्शन कमेटी ने इलेक्शन कमिशन को शिकायत दी लेकिन इलेक्शन कमिशन ने इस पर कार्रवाई नहीं की। इसके बाद उन्होंने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में एक इलेक्शन पिटीशन दायर की। 22 अगस्त को कोर्ट में पहली बार सुनवाई हुई। पीएसी ने लगाए थे ये आरोप पब्लिक एक्शन कमेटी के सदस्य जसकीरत सिंह ने बताया कि उपचुनाव में चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों की उल्लंघना हुई। उन्होंने बताया कि चुनाव में धनबल का प्रयोग किया गया। जसकीरत सिंह ने बताया कि उन्होंने पूरे तथ्यों के साथ इलेक्शन याचिका कोर्ट में दायर की और याचिका के साथ लगाए गए तथ्यों को देखते हुए कोर्ट ने उसे स्वीकार किया और सुनवाई शुरू की। शिअद उम्मीदवार बोले, डटकर केस की पैरवी करेंगे शिअद उम्मीदवार एडवोकेट परोपकार सिंह घुम्मन ने बताया कि उन्हें हाईकोर्ट से इस मामले में नोटिस मिला था। उनके वकील कोर्ट में अपीयर हो गए। उन्होंने बताया कि इस केस में वो पार्टी बनेंगे और अपनी तरफ से भी पूरे केस की पैरवी करेंगे। उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान उन्होंने भी इलेक्शन कमिशन को शिकायतें दी थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। नोटिस मिलने पर अपीयर हो गए कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु ने कहा कि ये मामला उनकी लीगल टीम देख रही है। वही इस बारे में बता सकते हैं। उनके लीगल मामले देखने वाले एडवोकेट तेजस ने बताया कि उन्हें नोटिस मिला था। इस मामले में उनके वकील पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में अपीयर हो गए। उन्होंने बताया कि याचिका पढ़ने के बाद देखेंगे कि उसमें क्या तथ्य एड कर सकते हैं। उम्मीदवार ने चुनाव आयोग को दिए खर्च का ब्योरा जानिए: संजीव अरोड़ा, आम आदमी पार्टी: संजीव अरोड़ा ने अपने चुनाव पर 27 लाख 50 हजार 344 रुपए खर्च किए हैं। जिसमें से 15 लाख 48 हजार 843 रुपए उन्होंने अपने अकाउंट से खर्च किए। उन्हें पार्टी ने कोई पैसा चुनाव लड़ने के लिए न हीं दिया। जीवन गुप्ता, भारतीय जनता पार्टी: जीवन गुप्ता ने अपने चुनाव पर कुल 24 लाख 86 हजार 271 रुपए खर्च किए। अपने अकाउंट से सिर्फ 51 हजार रुपए खर्च किए। उन्हें पार्टी ने चुनाव लड़ने के लिए 30 लाख रुपए दिए थे। भारत भूषण आशु, कांग्रेस: आशु ने अपने चुनाव पर 27 लाख 67 हजार 509 रुपए खर्च किए। जिसमें से 3 लाख 92 हजार 116 रुपए अपने अकाउंट से खर्च किए। पार्टी ने उन्हें 15 लाख रुपये दिए। परउपकार सिंह घुम्मन, शिअद: एडवोकेट परउपकार सिंह घुम्मन ने अपने चुनाव पर 10 लाख 79 हजार 956 रुपए खर्च किए। अपने अकाउंट से 4 लाख 92 हजार 674 रुपए खर्च किए जबकि पार्टी ने उन्हें कोई फंड नहीं दिया।
चार किसानों को बैंक करेगी बीमा राशि का भुगतान
भास्कर संवाददाता | हरदा उपभोक्ता आयोग ने सेवा में कमी मानते हुए चार किसानों को बीमा राशि के भुगतान का आदेश दिया है। अधिवक्ता दिनेश यादव ने बताया बैंकों ने पहले फसल बीमा प्रीमियम की राशि काट ली। कुछ माह बाद वापस किसानों के खाते में जमा करा दी। इसके कारण किसान फसल बीमा का लाभ नहीं ले सके। उपभोक्ता मामला आयोग के समक्ष पेश हुआ। इसमें आयोग ने किसी प्रकार की कोई लापरवाही या त्रुटि के कारण किसानों को हुए नुकसान के लिए बैंक भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होगा। इस आदेश के तहत भारतीय स्टेट बैंक द्वारा रूंदलाय के किसान कैलाश पिता केशवराव जाट को 35064 रुपए, ओमप्रकाश पिता मोहनलाल जाट को 43770 रुपए, सांगवामाल के किसान लक्ष्मीनारायण पिता शिवकरण मौर्य को 25415 रुपए तथा एचडीएफसी बैंक द्वारा बेड़ियाखुर्द के किसान अमित ओमप्रकाश मीणा को 50204 रुपए भुगतान किया जाएगा। इसमें मानसिक संत्रास व वाद व्यय की राशि भी शामिल है।
मेरठ के सौरभ हत्याकांड के बाद 8 महीने से मुस्कान और उसका बॉयफ्रेंड जेल में हैं। मुस्कान का मायका ब्रह्मपुरी के इंद्रानगर में है। 5 नवंबर को घर पर लिखा गया ‘मकान बिकाऊ है’। मुस्कान के पिता प्रमोद रस्तोगी यहां अपनी पत्नी कविता, बेटे और बेटी के साथ रहते हैं। वो इस घर को बेचने के बाद कहां शिफ्ट होंगे। इसके जवाब में वह कहते हैं- अब मेरठ में हम नहीं रहेंगे, ये शहर छोड़ देंगे। इसके साथ हमारी बुरी यादें जुड़ी हैं। वो ये मकान क्यों बेच रहे हैं? इसका जवाब देने से उन्होंने मना कर दिया। इस मामले को समझने के लिए दैनिक भास्कर की टीम ने सौरभ के परिवार से बातचीत की। उन्होंने जो कुछ कारण बताएं, वो उनके बेटे की हत्या के बाद पूरे देश में हुई चर्चाओं से जुड़ा हुआ था। क्योंकि इस परिवार से सभी ने संबंध खत्म कर दिए हैं। रिपोर्ट पढ़िए... सौरभ के बड़े भाई राहुल ने कहा- मुझे मुस्कान के मां और पिता के शहर छोड़ने के फैसले के पीछे 4 कारण समझ आते हैं- यहीं वो कारण है, जिनकी वजह से अब मुस्कान का परिवार मेरठ शहर को छोड़कर कहीं और बसने की प्लानिंग कर रहा है। मर्डर केस को रिकॉल करने के बाद भाई राहुल और मां रेनू क्या कहते हैं, पढ़िए... भाई बोले- जिस मकान को वो बेच रहे, वो सौरभ के पैसों से बनाराहुल उर्फ बबलू कहते हैं- मुस्कान का परिवार अब कहां मुंह छिपाएगा? जब उनकी बेटी ने ऐसा काम किया है। अब वो लोग कहां जाएंगे। जो हुआ है, उसका खामियाजा तो उनको भुगतना ही पड़ेगा। मुस्कान के पिता का मकान उनका नहीं है। ये मकान मुस्कान के परिजनों के पैसों से नहीं बना है, बल्कि ये मकान तो सौरभ के पैसों से बना हुआ है। सौरभ लंदन से मुस्कान के घर पर जो पैसे भेजता था, उससे ही मुस्कान के घरवालों ने ये मकान बनाया है। बबलू का आरोप है कि सौरभ लंदन में अच्छी जॉब में था। वहां से लाखों रुपए की सैलरी लेता था। उसने आज तक हमें एक पैसा नहीं दिया। अपना सारा पैसा वो मुस्कान के परिवार को देता था। उसी पैसे से मुस्कान के परिजनों का ये घर बना है। वहीं सौरभ की मां रेणू देवी का कहना है- मुस्कान ने जो किया वो किसी से छिप नहीं रहा है। मुस्कान के परिवार को ये सारी बातें पहले से पता थीं, लेकिन उन्होंने हमसे कभी कुछ नहीं बताया। अब पढ़िए 3 मार्च की घटना... मुस्कान ने बॉयफ्रेंड साहिल के साथ मिलकर पति सौरभ की हत्या कर दी थी। खाने में नींद की दवा मिलाने के बाद जब सौरभ सो गया, तब उसके सीने में चाकू घोंप दिया था। फिर साहिल ने लाश को 4 टुकड़ों में काटकर एक नीले ड्रम में सीमेंट के घोल से जमा दिया था। हत्या कर लाश को प्लास्टिक के नीले ड्रम में सीमेंट के घोल में डाल दिया था। इसके बाद साहिल और मुस्कान हिमाचल और उत्तराखंड में घूमने चले गए। 17 मार्च को वह लोग मेरठ वापस लौटकर आए थे। 18 मार्च को प्रमोद रस्तोगी अपनी बेटी को लेकर थाने गए और सौरभ की लाश उसके घर से बरामद कराई गई। 19 मार्च से मुस्कान और साहिल दोनों मेरठ की जिला जेल में बंद हैं। मुकदमे की सुनवाई जिला जज की कोर्ट में चल रही है। मुस्कान जेल में गर्भवती, बच्चा किसका? ये पता नहीं पति सौरभ की हत्या की आरोपी मुस्कान 19 मार्च, 2025 से मेरठ जिला जेल में है। मुस्कान गर्भवती भी है। सौरभ के परिवार का कहना है कि मुस्कान जब बच्चे को जन्म देगी, तो पहले उस बच्चे का डीएनए कराएंगे। रिपोर्ट में अगर बच्चा सौरभ का निकला, तब वो उस बच्चे को स्वीकार करेंगे, अन्यथा उन्हें उस बच्चे से मतलब नहीं होगा। वहीं, साहिल भी जेल में बंद है। जेल में खेती कर रहा है। जेल में साहिल के बाल भी कट चुके हैं। उससे मिलने उसकी नानी और भाई ही जेल में आए थे। जबकि मुस्कान से मिलने आज तक कोई नहीं गया। उसका परिवार उससे कोई ताल्लुक नहीं रखना चाहता। ------------------------------- ये भी पढ़ें - रातभर पार्टी चली, सुबह फंदे से लटका मिला इंजीनियर, गाजियाबाद के होटल में 3 दिन से रुका था, चाचा बोले- लड़की टॉर्चर कर रही थी गाजियाबाद में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने होटल में सुसाइड कर लिया। उसका शव रूम में फंदे से लटकता मिला। युवक ने मंगलवार की रात चार दोस्तों के साथ रूम में पार्टी की। वह तीन दिन से OYO होटल में रुका हुआ था। स्टाफ कर्मी से मिली सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।अब, पुलिस जानने में जुटी है कि युवक से होटल में कौन-कौन मिलने आया? मेरठ का रहने वाला युवक नोएडा में नौकरी करता था। पढ़िए पूरी खबर...
फुलेर मेले में बुंदेली लोकनृत्य दिवारी आज
सागर| नरयावली विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भापेल स्थित भगवान शंकर बाबा फूलनाथ मंदिर परिसर में लगने वाले ऐतिहासिक फुलेर मेले का बुधवार को शुभारंभ हुआ। बुंदेलखंड की सांस्कृतिक विरासत और लोक कलाओं को बढ़ावा देने विधायक प्रदीप लारिया इस मेले में बुंदेली लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन कराते आ रहे हैं। गुरुवार को भापेल में मेला अवसर पर बुंदेली लोक नृत्य दिवारी महोत्सव में स्थानीय कलाकारों की विभिन्न मंडलियों के बीच बुंदेली लोक नृत्य प्रतियोगिता का रंगारंग आयोजन होगा।
सिंधी समाज कलेक्टर व एसपी को आज सौंपेगा ज्ञापन
सागर | पूज्य सिंधी समाज सागर एवं भारतीय सिंधु सभा के तत्वावधान में सागर का सिंधी समाज अमित बघेल द्वारा भगवान श्री झूलेलाल के विषय में गलत भाषा का उपयोग करने के विरोध में गुरुवार को सुबह 11 बजे कलेक्टर एवं एसपी को ज्ञापन सौपेंगा। यह जानकारी भारतीय सिन्धु सभा के संभाग प्रभारी चंद्रभान बुधवानी ने दी।
मध्य प्रदेश बीजेपी की प्रदेश कार्यकारिणी और फिर इंदौर नगर कार्यकारिणी की हालिया घोषणा के बाद प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में एक नई बहस छिड़ गई है। ये बहस इस बात को लेकर है कि क्या मालवा की राजनीति में दशकों से चली आ रही ताई और भाई की राजनीति कमजोर पड़ रही है? क्या पार्टी अब नई पीढ़ी को आगे बढ़ा रही है? दरअसल, जब प्रदेश कार्यकारिणी में गौरव रणदिवे को जगह मिली तो कैलाश विजयवर्गीय का एक बयान सुर्खियों में रहा। उन्होंने कहा- मैं जो पौधा लगाता हूं, उसे काटता नहीं हूं। जानकारों के मुताबिक, प्रदेश कार्यकारिणी में गौरव रणदिवे को शामिल करना इंदौर से एक नए पावर सेंटर की शुरुआत माना जा रहा है। इसके बाद जब इंदौर नगर कार्यकारिणी का ऐलान हुआ तो उसमें भी ताई और भाई गुट के चेहरे लगभग गायब थे। इस कार्यकारिणी में नए चेहरों को आगे बढ़ाया गया है। इस बदलाव के बाद असंतोष के सुर भी सुनाई दिए हैं, मगर बीजेपी ने जैसे-तैसे डैमेज कंट्रोल किया है। ताई और भाई के गुट को तवज्जो न देकर नए गुटों के नेताओं को आगे बढ़ाकर पार्टी क्या मैसेज देना चाहती है? क्या 2028 के विधानसभा चुनाव के लिहाज से नई लीडरशिप तैयार हो रही है? भास्कर ने इसे लेकर एक्सपर्ट्स से बात की। पढ़िए, रिपोर्ट... ताई-भाई के युग से हटकर युवाओं की नई खेमेबंदीइंदौर की बीजेपी में दशकों तक सत्ता के दो ही केंद्र माने जाते रहे- 'भाई' यानी कैलाश विजयवर्गीय और 'ताई' यानी सुमित्रा महाजन। संगठन से लेकर टिकट वितरण तक, हर फैसला इन्हीं दो ध्रुवों के इर्द-गिर्द घूमता था। लेकिन अब यह तस्वीर बदल रही है। एक नया युवा नेतृत्व आकार ले रहा है, जो इन दोनों के साये से बाहर अपनी पहचान बना रहा है। शहर की राजनीति में अब दो नए शक्ति केंद्र उभरते दिख रहे हैं। 1. नया युवा गुट: इस गुट का नेतृत्व गौरव रणदिवे, विधायक मनोज पटेल, एकलव्य गौड़ और सावन सोनकर कर रहे हैं। ये चारों नेता अक्सर एक साथ पोस्टरों और कार्यक्रमों में नजर आते हैं। यह गुट सोशल मीडिया पर बेहद सक्रिय है और राजनीति के नए तौर-तरीकों पर जोर देता है। 2. पुराना संरचनात्मक गुट: इस गुट का नेतृत्व विधायक रमेश मेंदोला, विधायक गोलू शुक्ला और नवनियुक्त नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा के हाथ में माना जा रहा है। नगर टीम में इनके समर्थकों को ज्यादा पद मिले हैं, जिससे संगठन के भीतर इनका प्रभाव स्पष्ट दिखता है। पुराने गुटों को नई कार्यकारिणी में ज्यादा तवज्जो नहींपूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन (ताई) के समर्थकों को इस कार्यकारिणी में कोई स्थान नहीं मिला है। पूर्व पार्षद सुधीर देड़गे और उनके दो अन्य समर्थकों के नामों पर चर्चा थी, लेकिन उन्हें भी शामिल नहीं किया गया। सांसद शंकर लालवानी खेमे से कंचन गिदवानी को मंत्री बनाया गया है, जबकि महापौर के करीबी भरत पारख को उपाध्यक्ष पद मिला है। सूत्रों के अनुसार, सांसद शंकर लालवानी ने नगर टीम के लिए चार नाम सुझाए थे, जिनमें से केवल एक नाम (कंचन गिदवानी) को जगह मिली। इसमें भी वरिष्ठता का ध्यान नहीं रखा गया। मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के गुट के नेताओं को भी कार्यकारिणी में अपेक्षित स्थान नहीं मिला। विजयवर्गीय समर्थक भूपेंद्र केसरी को महामंत्री पद की चर्चा के बाद उपाध्यक्ष पद से ही संतोष करना पड़ा। वहीं, गोविंद पंवार को सह कार्यालय मंत्री बनाया गया है। जब सतह पर आई अंदरूनी कलहनई कार्यकारिणी के ऐलान को बीजेपी में बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है, लेकिन ये बदलाव शांतिपूर्ण नहीं है। हाल की कुछ घटनाओं ने संगठन के भीतर की खींचतान को सार्वजनिक कर दिया है। 1. खाती समाज ने शहर अध्यक्ष की नेम प्लेट पर पोती कालिखइंदौर शहर कार्यकारिणी के ऐलान के बाद खाती समाज के लोगों ने शहर अध्यक्ष सुमित मिश्रा की नेम प्लेट पर कालिख पोतकर अपना विरोध जताया था। दरअसल, राऊ विधानसभा क्षेत्र खाती समाज बाहुल्य इलाका माना जाता है। यहां से जीतू जिराती विधायक रह चुके हैं। इस बार कार्यकारिणी में जीतू समर्थक नीलेश चौधरी और रोहित चौधरी के नाम प्रस्तावित किए गए थे, लेकिन दोनों को शामिल नहीं किया गया। उधर, खुद जीतू जिराती भी प्रदेश कार्यकारिणी से बाहर हैं। कार्यकर्ताओं ने सुमित मिश्रा के पोस्टर पर भी कालिख पोती थी। संगठन ने पूरे घटनाक्रम को गंभीरता से लिया था और संबंधित कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए थे। इसके बाद संगठन ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की और विरोध करने वाले नेताओं को माफी मांगने के लिए कहा। 2. स्वाति काशिद को मंत्री बनाया तो हुआ विवादइसके अलावा स्वाति काशिद को नगर मंत्री बनाने पर भी सवाल उठे हैं। दरअसल, उनके पति युवराज काशिद की पृष्ठभूमि आपराधिक है। वैसे यह पहली बार नहीं है, जब स्वाति काशिद चर्चा में हैं। इससे पहले उन्हें वार्ड 56 से पार्षद का टिकट मिला था, लेकिन बाद में पार्टी ने उसे वापस ले लिया था। भास्कर ने स्वाति से बात की तो वह बोलीं- जो लोग मुझे लेकर सवाल खड़े करते हैं, उन्हें ये जानना चाहिए कि मैं व्यक्तिगत रूप से क्या कर रही हूं, मैंने कौन से सामाजिक काम किए हैं? मैं जिजाऊ और पंढरपुर की यात्रा को लेकर हमेशा से सक्रिय हूं। बच्चों और महिलाओं के लिए आत्मरक्षा का शस्त्र कला प्रशिक्षण भी हमने शुरू किया है। 3. रणदिवे की नियुक्ति और विजयवर्गीय का बयानगौरव रणदिवे के प्रदेश महामंत्री बनने के बाद सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेज हो गई कि मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के विरोध के बावजूद उन्हें यह पद मिला। इस पर विजयवर्गीय को सार्वजनिक रूप से सफाई देनी पड़ी। उन्होंने कहा, ‘मैं जो पौधा लगाता हूं, उसे कभी काटता नहीं हूं।' वे बोले- मुझे 8 दिन पहले ही मालूम था कि गौरव उपाध्यक्ष और निशांत (निशांत खरे) महामंत्री बनने वाले हैं। फर्क सिर्फ इतना हुआ कि वह महामंत्री बन गए और निशांत उपाध्यक्ष। संगठन की मर्यादा इसी में है।’ एक तरह से ये बयान ये बताने के लिए काफी था कि नई कार्यकारिणी के ऐलान से पहले अंदरूनी तौर पर बीजेपी के खेमों के बीच खींचतान चल रही थी। नई पीढ़ी को कमान सौंपने की तैयारीवरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक मुकेश तिवारी कहते हैं, ‘इंदौर बीजेपी में जो हो रहा है, वह स्वाभाविक है। यह किसी से छिपा नहीं है कि नगर अध्यक्ष सुमित मिश्रा, विधायक रमेश मेंदोला और गोलू शुक्ला के करीबी हैं, इसलिए उनकी टीम में इस खेमे का दबदबा है। दूसरी ओर, गौरव रणदिवे, सावन सोनकर, मनोज पटेल और एकलव्य गौड़ के एक साथ पोस्टर-बैनर लगना यह साबित करता है कि शहर में एक नया गुट तैयार हो चुका है। गौरव रणदिवे के महामंत्री बनने पर जिस तरह जश्न मनाया गया, वह एक शक्ति प्रदर्शन और नया संदेश देने की कोशिश थी। बीजेपी अब पार्टी नहीं, कॉर्पोरेट संगठनवरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश हिंदुस्तानी कहते हैं, ‘बीजेपी अब एक राजनीतिक पार्टी से ज्यादा कॉर्पोरेट संगठन बन गई है, जहां हर किसी का अपना हित और प्रभाव क्षेत्र है। इंदौर में 'ताई-भाई' का वर्चस्व अब खत्म हो रहा है और जब नई पीढ़ी चुनौती देती है, तो मतभेद स्वाभाविक हैं।’ वे कहते हैं, बीजेपी में अब दूसरी और तीसरी पीढ़ी मैदान में है। ये सिर्फ दरी बिछाने वाले कार्यकर्ता नहीं, बल्कि निर्णय की टेबल पर अपनी कुर्सी चाहते हैं। ताई वरिष्ठ हो चुकी हैं। सांसद शंकर लालवानी को बहुत सोच-विचार कर टिकट दिया गया। कैलाश विजयवर्गीय यहां तक कह चुके थे कि नए व्यक्ति को टिकट मिलेगा। बीजेपी में गुट तो हैं लेकिन वे गुट अंदर ही अंदर हैं। पार्टी ये समझती है कि अब अगली पीढ़ी तैयार करना है, ताकि भविष्य में पार्टी पर कोई संकट न आए। बीजेपी की युवा कार्ड खेलने की वजहइंदौर में हो रहे इस बदलाव के पीछे बीजेपी की एक सोची-समझी राष्ट्रीय रणनीति है, जिसका लक्ष्य 2028 का विधानसभा चुनाव है। ये खबर भी पढ़ें... एमपी बीजेपी की कार्यकारिणी घोषित; लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी समेत 4 महामंत्री, 9 उपाध्यक्ष एमपी बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल की टीम का ऐलान हो गया है। गुरुवार को भाजपा केंद्रीय मुख्यालय से सूची जारी की गई है। टीम हेमंत में लता वानखेड़े, सुमेर सोलंकी, गौरव रणदिवे और राहुल कोठारी बने प्रदेश महामंत्री बनाया गया है। खंडेलवाल के अध्यक्ष बनने के 3 महीने 21 दिन बाद टीम घोषित की गई है। पढ़ें पूरी खबर...
वृंदावन बाग मठ बनेगा सनातन संस्कृति का केंद्र : जगदगुरु बालकदास
सागर | पातालपुरी पीठ के पीठाधीश्वर जगदगुरु बालकदास महाराज ने कहा कि धार्मिक मठ और मंदिर सनातन संस्कृति के केंद्र होते हैं, जो समाज और राष्ट्र को दिशा देते हैं। सागर का श्री वृंदावन बाग मठ रामानंदी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए धर्म, समाज और राष्ट्र सेवा में निरंतर कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को सनातन संस्कृति से जोड़ना आज की आवश्यकता है। इस अवसर पर मठ के महंत नरहरिदास महाराज ने बताया कि मठ परिसर की संपत्ति पर अतिक्रमण हटाकर उसे सेवा प्रकल्पों से जोड़ा जाएगा। गरीब बच्चों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रारंभ की जाएंगी। तिली चौराहे के पास 20 एकड़ भूमि पर वेद-मानस अध्ययन केंद्र स्थापित होगा। वृंदावन बाग मठ को सनातन संस्कृति का जीवंत केंद्र बनाना ही लक्ष्य है। महंत नरहरिदास को मिला वैष्णव गौरव सम्मान : श्री देव वृंदावन बाग मठ में आयोजित पांच दिवसीय श्री रामचरित मानस सम्मेलन के समापन अवसर पर मठ के महंत नरहरिदास महाराज को वैष्णव गौरव की उपाधि से सम्मानित किया गया। काशी से पधारे जगदगुरु बालक देवाचार्य महाराज और मारुति किंकर महाराज ने उन्हें शाल, श्रीफल और सम्मान पत्र भेंट किया। बालक देवाचार्य ने कहा कि नरहरिदास महाराज ने अल्प समय में वृंदावन बाग मठ को भव्य स्वरूप प्रदान किया और साधु-संत, गौसेवा, भक्तनिवास सहित कई विकास कार्य किए। कार्यक्रम में तीन सौ से अधिक संतों को विदाई दी गई।
भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा अब 21 को
सागर | अखिल विश्व गायत्री परिवार हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित होने वाली भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा, जो पहले 7 नवंबर को प्रस्तावित थी, अब 21 नवंबर को आयोजित की जाएगी। परीक्षा का समय पूर्ववत दोपहर 12 से 1 बजे तक रहेगा। परीक्षा संयोजक जीपी सक्सेना और डीपी साहू ने बताया कि अपरिहार्य कारणों से परीक्षा स्थगित की गई है। उन्होंने बताया कि जिन विद्यालयों को परीक्षा सामग्री नहीं मिली है, वे गायत्री शक्तिपीठ सागर से संपर्क कर सामग्री एवं अध्ययन पुस्तकें प्राप्त कर सकते हैं। गायत्री परिवार ने परीक्षा तिथि परिवर्तन से हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हुए प्रतिभागियों से सहयोग की अपील की है।
आज इंदिरा कॉलोनी, पुलिस लाइन में बिजली रहेगी बंद
सागर | बिजली कंपनी ने शहर में एक बार फिर से पोस्ट मानसून मेंटेनेंस की शुरूआत कर दी है। मेंटेनेंस के चलते सुबह 9 से दोपहर 1 बजे तक संबंधित फीडर की बिजली सप्लाई बंद रहेगी। काम के अनुसार इस समय को घटाया-बढ़ाया भी जा सकता है। मेंटेनेंस प्रभारी मोहम्मद अजीज खान ने बताया कि गुरुवार को अशोक रोड व एफएसएल 11 केवी फीडर में मेंटेनेंस कार्य किया जाएगा, जिसके चलते इंदिरा कॉलोनी, पुलिस लाइन, एफएसएल कॉलोनी, सिंधी कॉलोनी, पम्मा साहू कॉम्प्लेक्स आदि क्षेत्र प्रभावित होंगे।
झूलेलाल भगवान पर गलत टिप्पणी से आक्रोश
उज्जैन | छत्तीसगढ़ के नेता अमित बघेल द्वारा भगवान झूलेलाल पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से इंदिरानगर सिंधी समाज में आक्रोश है। समाज के वरिष्ठ गिरधारीलाल जेठवानी, डॉ. जितेंद्र जेठवानी, नारायणदास कोटवानी, झामनदास साहितानी, हेमनदास चेतनानी, अशोक पमनानी, देवीदास नाजकानी आदि आक्रोश व्यक्त करते हुए बघेल से सिंधी समाज से माफी मांगने की मांग की।
राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी में कालिदास के साहित्य पर किया विमर्श
उज्जैन | अखिल भारतीय कालिदास समारोह के तहत राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस सत्र में कालिदास के साहित्य पर व्यापक विमर्श हुआ। सत्र की अध्यक्षता पूर्व कुलपति डॉ. बालकृष्ण शर्मा ने की। उन्होंने कहा कि कालिदास का काव्य सुकृति दृश्य काव्य है, जो विश्वरूप देखने की दृष्टि प्रदान करता है। पद्मश्री डॉ. भगवतीलाल राजपुरोहित ने कहा कि चमत्कार का अभाव ही कालिदास की कृतियों का चमत्कार है। उनके साहित्य में शोध की व्यापक संभावना निहित है। प्रो. कौशलेंद्र पांडेय ने कहा कि कालिदास के साहित्य में परिवार चिंतन, स्वबोध, आध्यात्मिकता और भौतिकता के तत्व पर्याप्त मिलते हैं। इस अवसर पर विभिन्न विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए और कालिदास के साहित्य पर शोध की दिशा पर चर्चा की। सत्र में कई महत्वपूर्ण शोध पत्रों का वाचन भी किया गया।
रोटरी क्लब ने किया कैलिफोर्निया आरएफई टीम का स्वागत
उज्जैन | रोटरी क्लब ने कैलिफोर्निया डिस्ट्रिक्ट 5330, अमेरिका से भारत की 12 दिवसीय यात्रा पर आई रोटरी मैत्री आदान-प्रदान (आरएफई) टीम का स्वागत किया। क्लब प्रेसिडेंट ईश्वर चंद्र दुबे और अन्य सदस्यों ने टीम का स्वागत किया और महाकाल के दर्शन करवाए। इसके बाद दीपावली मिलन समारोह में भाग लिया गया, जहां टीम ने अपने अनुभव साझा किए। संचालन मेघना गोयल ने किया। आभार क्लब सचिव उरूसा हाशमी ने व्यक्त किया।
लखनऊ में ट्रैफिक नियमों का लगातार उल्लंघन कर रहे लोगों पर पुलिस ने आखिरकार शिकंजा कस दिया है। बुधवार को राजधानी की सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए नियम तोड़ने वालों पर चालान की बौछार कर दी। पुलिस के अनुसार, शहर में बिना हेलमेट चलने वाले 815 दुपहिया वाहनों का चालान किया गया। वहीं नो पार्किंग जोन में गाड़ी खड़ी करने वाले 209 वाहन चालकों पर भी कार्रवाई की गई। इसके अलावा गलत नंबर प्लेट लगाने वाले 91, बिना बीमा के 21, रॉन्ग साइड चलने वाले 54, और ट्रिपलिंग करने वाले 200 वाहन चालकों पर भी जुर्माना लगाया गया। सड़क सुरक्षा को लेकर बढ़ी सख्ती ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रोज़ाना अलग-अलग इलाकों में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। जिन वाहनों पर बार-बार चालान हो रहे हैं, उनके खिलाफ आगे वाहन सीज़ करने और लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई भी की जा सकती है। नियमों का पालन ही सुरक्षा की गारंटी पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें। बिना हेलमेट, रॉन्ग साइड ड्राइविंग और नो पार्किंग जैसी लापरवाहियां न सिर्फ चालान की वजह बनती हैं, बल्कि जानलेवा हादसों का कारण भी बन सकती हैं।
नृसिंह मंदिर पर हुई कलश स्थापना
तनोड़िया| बुधवार को नगर के अति प्राचीन नृसिंह मंदिर में स्वर्ण कलश की स्थापना एवं ध्वजारोहण कार्यक्रम हुआ। स्वर्ण कलश एवं ध्वजारोहण का सौभाग्य महू के सोना-चांदी व्यापारी संतोष सोनी एवं स्वर्णकार मेढ क्षत्रिय समाज को प्राप्त हुआ। नगर के ग्रामीणजनों द्वारा स्थानीय स्तर पर जनसहयोग से प्राचीन नरसिंह मंदिर जो जीर्ण शीर्ण हो चुका था, का जीर्णोद्धार पिछले वर्ष किया गया था, जिसके शिखर पर कलश स्थापित किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन मौजूद रहे।
ट्रक से टकराकर खंती में उतरी कार, कोई हताहत नहीं
शाजापुर | नेशनल हाईवे स्थित नैनावद घाटी पर बुधवार सुबह करीब 9 बजे इंदौर से नलखेड़ा जा रही कार (एमपी 09 डब्ल्यूबी 9149) आगे चल रहे ट्रक से टकराकर खंती में उतर गई। कार में सवार इंदौर निवासी ऋषभ याग्निक, राजेश याग्निक और एक महिला मां बगलामुखी के दर्शन करने जा रहे थे। हालांकि किसी को चोट नहीं लगी लेकिन कार आगे की तरफ से क्षतिग्रस्त हो गई। सूचना पर लालघाटी थाने की डायल-112 के पायलट किरण और पुलिसकर्मी मिथुन मौके पर पहुंचे और घटनास्थल पर यातायात को सुचारू किया।
मध्यप्रदेश में भी वोट चोरी की सरकार बनी है: गुर्जर
शाजापुर | मप्र में मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसको लेकर राजनीतिक दलों ने अपने-अपने प्रभारी बनाए हैं। कांग्रेस ने एसआईआर का प्रभारी देवकरण गुर्जर को बनाया है। इस प्रक्रिया को लेकर जागरुकता बढ़े और कोई धांधली ना हो, इसके चलते शाजापुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। बैठक को संबोधित करते हुए प्रभारी गुर्जर ने कहा हर बूथ पर कांग्रेस का एक बीएलए नियुक्त करने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कार्यभार दिया गया है। इस दौरान गुर्जर ने कहा प्रशासन की मिलीभगत से बीजेपी वोट चोरी और झूठे वोट डालकर जीतती है। इस साजिश को राहुल गांधी ने उजागर किया। मध्यप्रदेश में भी वोट चोरी की सरकार बनी है, आगे फिर से ऐसी स्थिति ना बने, इसलिए कार्यकर्ताओं को और जनता को जागृत करना पड़ेगा, जिसमें मतदाताओं को अपना परिगणना फॉर्म भरकर बीएलओ को जमा करवाना अनिवार्य है।
गुना|कैंसर रोग की प्रारंभिक पहचान और उपचार संबंधी परामर्श के लिए 6 को सुबह 9 बजे से रेडक्रॉस भवन में निशुल्क कैंसर परामर्श एवं जांच शिविर आयोजित किया जाएगा। इस शिविर में मुंबई के प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ डॉ. दिनेश पेंढारकर एवं मप्र शासन के कैंसर नोडल अधिकारी डॉ. सीएम त्रिपाठी रोगियों की जांच कर परामर्श देंगे।
क्रिकेट टीम चयन ट्रायल 8 को होगा
गुना|ग्वालियर संभागीय क्रिकेट एसोसिएशन के निर्देशन में अंडर-22 गुना जिला क्रिकेट टीम के चयन के लिए ट्रायल का आयोजन 8 नवंबर को किया जाएगा। जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव सौरभ रघुवंशी ने बताया कि ट्रायल का आयोजन इंदिरा सिसोदिया क्रिकेट क्लब पीजी कॉलेज के इंडोर हॉल के सामने दोपहर 12 बजे से प्रारंभ होगा। उन्होंने बताया कि जिन खिलाड़ियों की जन्मतिथि 1 सितंबर 2003 के बाद की है, वे ट्रायल में भाग ले सकते हैं। खिलाड़ियों को अपने मूल दस्तावेज पिछले तीन वर्षों की अंकसूची, जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, आधार कार्ड अपडेट हिस्ट्री एवं समग्र आईडी साथ लाना अनिवार्य होगा। इन दस्तावेजों के सत्यापन के बाद ही खिलाड़ियों का चयन डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन टीम में किया जाएगा।
खाटू श्याम जन्मोत्सव पर होगी भजन संध्या
भास्कर संवाददाता| गुना श्री श्याम लखदातार मित्र मंडल गुना के तत्वावधान में आगामी 13 नवंबर, गुरुवार को श्री खाटू श्याम के जन्मोत्सव के अवसर पर एक भव्य भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन शाम 6 बजे से प्रभु इच्छा तक स्थानीय लक्ष्मीगंज में होगा। कार्यक्रम में श्याम नाम के मधुर भजनों की अमृत वर्षा होगी, जिसमें श्याम भक्त भाव विभोर होकर झूमेंगे और भक्ति रस में डूब जाएंगे।
नेत्रदान: स्व. अशोक चौधरी बने दो लोगों की रोशनी
गुना|पूर्णिमा के पावन अवसर पर शहर में 31वां नेत्रदान सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। बुधवार को स्वर्गीय अशोक कुमार चौधरी ने जीवन के बाद भी दो लोगों की जिंदगी में उजाला भर दिया। 5 नवंबर 2025 को उनके निधन के उपरांत, सरकारी अस्पताल में पदस्थ डॉ. यशराज गुप्ता की प्रेरणा से उनके पुत्र अभिषेक चौधरी ने अपने पिता की आंखें दान करने का निर्णय लिया। अभिषेक चौधरी ने यह पावन कार्य पूर्ण करने के लिए लायंस नेत्र चिकित्सालय, गुना के चेयरमैन लायन आलोक अग्रवाल से संपर्क किया। उनकी इच्छा के सम्मान में चिकित्सालय की टीम पूजा राजपूत, ईश्वरी जादोन और तरुण योगी ने तत्परता से नेत्रदान की प्रक्रिया पूरी की। दान की गई आंखें तुरंत इंदौर अस्पताल भेजी गईं, जहां इन्हें दो जरूरतमंद व्यक्तियों में प्रत्यारोपित किया जाएगा। अब तक 31 पुण्यात्माओं द्वारा किए गए नेत्रदान से 62 व्यक्तियों को नई दृष्टि मिल चुकी है।
28 युवाओं को मिला स्थायी रोजगार
बीनागंज| कार्ड संस्था के एबीएफ परियोजना के तहत संचालित स्किल सेंटर ने चांचौड़ा क्षेत्र के युवाओं के लिए रोजगार का नया रास्ता खोला है। स्किल सेंटर पर लॉजिस्टिक क्षेत्र में तीन माह का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद 28 युवाओं का चयन टाटा ट्रेंट, जयपुर में स्थायी नौकरी के लिए किया गया। इन सभी को 5 नवम्बर को जयपुर के लिए रवाना किया गया। परियोजना प्रबंधक हेमंत श्रीवास्तव ने बताया कि चांचौड़ा विकासखंड और आसपास के गांवों के कई युवा पढ़ाई बीच में छोड़ चुके थे। वे लंबे समय से बेरोजगारी से परेशान थे। संस्था ने उन्हें प्रशिक्षण देकर आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया। संस्था का उद्देश्य युवाओं को कौशल विकास से जोड़कर रोजगार दिलाना है।
करणी सेना जिला अध्यक्ष ने संभाला पद
गुना| राजपूत समाज के प्रमुख संगठन मां करणी सेना के नव-नियुक्त जिला अध्यक्ष जितेंद्र सिंह चौहान ने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में पदभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने संगठन की कार्यप्रणाली, उद्देश्य एवं समाजसेवा से जुड़े मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की। जितेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि करणी सेना केवल राजपूतों का नहीं, बल्कि हर वर्ग की आवाज उठाने वाला संगठन है। कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता विश्वनाथ सिंह सिकरवार के नेतृत्व में सर्व समाज के सैकड़ों लोगों ने श्रीफल, पुष्पहार और अंगवस्त्र पहनाकर नव-नियुक्त अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया। इस अवसर पर वरिष्ठ भाजपा नेता रामप्रताप सिंह सिकरवार, बार एसोसिएशन अध्यक्ष भूपनारायण सोलंकी, महेंद्र सिंह चौहान, मनोज भदौरिया, नवनीत लांबा, एडवोकेट कुलदीप तोमर, एडवोकेट योगेंद्र भार्गव, शेरा राजावत, मनोज पवैया सहित अनेक नागरिक मौजूद रहे।
न्यू बोर्न बेबी के गर्भनाल (प्लेसेंटा) से 13 मरीजों की एम्स में आंख की रोशनी लौटाई गई है। गर्भनाल वह हिस्सा होता है जो गर्भस्थ शिशुओं के लिए झिल्लियों (एमनियोटिक मेम्ब्रेन) का एक कवच होता है। पहले इसे डिलीवरी के बाद वेस्ट मानी जाती थी। लेकिन, अब यह आंखों की गंभीर समस्या में रामबाण इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। खास बात यह है कि इस तरह के इलाज में निजी अस्पताल में 40 से 70 हजार तक का खर्च आता है। वहीं, एम्स में यह प्रक्रिया आयुष्मान के मरीजों में मुफ्त और गैर-आयुष्मान वाले मरीजों में इस झिल्ली का खर्च 250 रुपए आया। एम्स से मिली जानकारी के अनुसार, यह सभी मरीज कार्बाइड गन से घायल हुए थे। इनमें से दो मरीजों को बुधवार को डिसचार्ज किया गया है। वहीं, अब तक कुल 12 मरीज डिस्चार्ज हो चुके हैं। चिंताजनक… एक केस बीते सप्ताह ही पहुंचा अस्पतालएम्स में एक 12 साल का बच्चा बीते सप्ताह ही इलाज के लिए एम्स भोपाल पहुंचा है। यह चिंताजनक है, क्योंकि राज्य में कार्बाइड गन पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा हुआ है। एम्स के नेत्र विभाग के डॉक्टरों ने बताया कि नर्मदापुरम निवासी 11 वर्षीय राजा 29 अक्टूबर को अस्पताल पहुंचा था। उसकी आंख में भी कार्बाइड गन की वजह से इंजरी हुई थी। स्थिति को देखते हुए बच्चे में एमनियोटिक मेम्ब्रेन बच्चे में लगाई गई। 15 दिन में लौटा 80% विजनजिन मरीजों का एम्स में अब तक इलाज हुआ है उनमें लगभग ज्यादातर को लगे 15 दिन हो चुके हैं। समय पर सही इलाज मिलने से उनका विजन अब 80% से अधिक लौट आया है। ज्यादातर मामलों में एक तरह का ही केस सामने आया है कि कार्बाइड गन आकर्षक लगी तो उसे खरीद लिया। इसके बारे में सोशल मीडिया पर देखा था। पहले गन ठीक चली, लेकिन कुछ देर बाद बंद हो गई। जब गन के मुहाने की ओर देखा तो वह अचानक चल पड़ी और आंख में चोट लग गई। मां के गर्भ की झिल्ली से बची आंखों की रोशनीएमनियोटिक मेम्ब्रेन वही झिल्ली होती है, जो प्रसव के दौरान गर्भ से निकलती है। यह अब आंखों की रोशनी बचाने की नई उम्मीद बन गई है। डॉक्टरों का कहना है कि यह ‘जीवित पट्टी’ घाव भरने और आंख की पारदर्शिता बनाए रखने में मदद करती है। क्या है एमनियोटिक मेम्ब्रेनजीएमसी की नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अदिति दुबे के अनुसार, एमनियोटिक मेम्ब्रेन (Amniotic Membrane) प्लेसेंटा (गर्भनाल) की सबसे अंदरूनी झिल्ली होती है। यह बेहद पतली, पारदर्शी और लचीली परत होती है, जिसमें ग्रोथ फैक्टर, एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रोटीन और हीलिंग एजेंट प्राकृतिक रूप से मौजूद रहते हैं। प्रसव के बाद इसे सुरक्षित रूप से लिया जाता है और स्टेराइल प्रक्रिया से संरक्षित किया जाता है ताकि जरूरत पड़ने पर सर्जरी में उपयोग किया जा सके। यह झिल्ली आंख की सतह पर एक प्राकृतिक पट्टी (Biological Bandage) की तरह काम करती है। इसे तब लगाया जाता है जब आंख का ऊपरी हिस्सा यानी कॉर्निया या कंजंक्टाइवा गंभीर रूप से घायल, संक्रमित या जल चुका हो। स्टेम सेल से भी इलाजरिसर्च के तहत जो मरीज देरी से इलाज के लिए पहुंचते हैं या फिर आंख अधिक प्रभावित होने से एमिनियोटिक मेमब्रेन ग्राफ्टिंग से उन्हें फायदा नहीं मिलता है। ऐसे मरीजों का सिंपल लिम्बल एपिथेलियल ट्रांसप्लांटेशन प्रोसेस से ट्रीटमेंट किया जाता है इसमें जो आंख ठीक होती है, उससे स्टेम सेल निकाला जाता है और जिस आंख में चोट लगी होती है, उसमें लगाया जाता है। इससे मरीजों को कॉर्निया ट्रांसप्लांट की जरूरत भी नहीं पड़ती है। ये खबरें भी पढ़ें... 1. मां के गर्भ की झिल्ली से बची आंखों की रोशनी भोपाल में देसी पटाखा गन की चपेट में आए पहले बच्चे की रोशनी लौटने लगी है। सालसा खेड़ी का रहने वाला 13 वर्षीय अक्षत 8 अक्टूबर को कार्बाइड गन चलाते समय घायल हुआ था। इसमें उसकी बाईं आंख की पुतली पर सफेद परत जम गई थी। इलाज के लिए बच्चा 9 अक्टूबर को गांधी मेडिकल कॉलेज के नेत्र विभाग पहुंचा। स्थिति को देखते हुए नेत्र विशेषज्ञ डॉ. भारती आहूजा ने सर्जरी करने का फैसला लिया, जिसके बेहतर परिणाम सामने आए हैं। पूरी खबर पढ़ें 2. 300 लोगों की आंखों को नुकसान के बाद जागा प्रशासन एमपी में कार्बाइड गन से करीब 300 लोगों की आंखों को नुकसान होने के बाद जिम्मेदार जागे हैं। भोपाल में कार्बाइड पाइप गन बेचने, खरीदने और स्टॉक पर रोक लगा दी गई है। यदि ऐसा करते हुए कोई पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी।एडीएम प्रकाश नायक ने गुरुवार रात में यह आदेश जारी किए। पूरी खबर पढ़ें
गाजियाबाद में सॉफ्टवेयर इंजीनियर रजत प्रताप भाटी (27 साल) की मौत के मामले में अब नोएडा की युवती की तरफ पुलिस की जांच बढ़ने लगी है। परिजनों यह बात बताई कि रजत सुसाइड नहीं कर सकता था, कोई युवती या महिला उसे टॉर्चर कर रही होगी। इसी से परेशान होकर शायद उसने सुसाइड किया। पुलिस की जांच और होटल में कर्मचारियों से पूछताछ में यह सामने आया है कि 3 नवंबर को एक युवती जो नोएडा की रहने वाली है वह इंदिरापुरम के होटल में पहुंची, इसी होटल में रजत भी रुका हुआ था। कमरा नंबर 203, दोस्तों के साथ मयखाना मेरठ के गंगानगर थाना क्षेत्र के मवाना रोड निवासी रजत रजत प्रताप सिंह पुत्र संजीव भाटी नोएडा की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। रजत की शादी नहीं हुई थी। 2 नवंबर को वह गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाना क्षेत्र के शक्ति खंड 3 स्थित वन माल होटल में पहुंचा। 5 नवंबर की सुबह जब होटल कर्मचारियों के पहुंचने पर दरवाजा अंदर से नहीं खुला तब होटल के मैनेजर को सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस को बुलाया गया। होटल का दरवाजा अंदर से लॉक था। जिसके बाद पुलिस ने देखा तो रजत का शव पंखे से लटका था। चादर का फंदा बनाया हुआ था। पुलिस को कमरा नंबर 203 से एक शराब की बोतल, मोबाइल फोन, लैपटॉप, बैग मिला। परिजन लड़की के नाम पर चुप्पी साध रहे रजत के सुसाइड पर चाचा इंद्रपाल सिंह ने कहा- मेरा भतीजा 3 दिन से इस होटल में रुका हुआ था। वह नोएडा में सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। हमें पता चला है कि कोई लड़की उसे लगातार टॉर्चर कर रही थी। हमारा बेटा ऐसा कदम नहीं उठा सकता। युवती कौन इस बारे में पूछने पर वह चुप्पी साध गए। उनका कहना है कि पुलिस जांच करे, सीसी टीवी कैमरे से जांच होगी। मोबाइल की कॉल डिटेल निकाले। अपने आप पता चल जाएगा। हमें अंदाजा है कि रजत किसी से तंग या परेशान था, जिसके चक्कर में आकर उसने ऐसा कदम उठाया है। मंगलवार शाम को ही उससे बात हुई थी। उस समय तक वो बिल्कुल नॉर्मल था। बुधवार सुबह इंदिरापुरम पुलिस ने सूचना दी। इसके बाद हम लोग मेरठ से गाजियाबाद आए। पुलिस होटल के सीसीटीवी के साथ भतीजे के मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकलवाए। परिजन शादी के लिए पूछते थे रजत का सालाना पैकेज 15 लाख रुपए था। वह कई महीने से अपनी सैलरी का हिस्सा परिवार को नहीं दे रहा था। कोई उसे आर्थिक या मानसिक दबाव में रखकर ब्लैकमेल कर रहा था। उसकी अभी शादी नहीं हुई थी। घर वाले जब भी उससे शादी के लिए कहते तो वो बाद में करने के लिए बोलकर टाल देता था। पुलिस की जांच में आया कि 4 नवंबर को रजत के साथ दोस्त भी आए थे। इन्हीं दोस्तों के साथ होटल के कमरे में पार्टी हुई। इससे पहले 3 नवंबर को एक युवती जो नोएडा की रहने वाली बताई गई है वह होटल में आई, जिसकी एंट्री भी होटल में नहीं मिली। यह 203 कमरा नंबर में रजत के साथ रही, उसके बाद रात में युवती चली गई। पुलिस मान रही है कि युवती ही पूरे मामले में बता सकेगी कि आखिर मौत की वजह क्या है। दोस्तों से भी पूछताछ की जायेगी। रजत के मोबाइल की सीडीआर आने के बाद पता चल सकेगा कि किस नंबर पर बात होती थीं, कौन कौन संपर्क में थे। DCP का बयान डीसीपी ट्रांस हिंडन जोन निमिष पाटील का कहना है कि युवक की मौत सुसाइड है। जांच में आया है कि 3 नवंबर को एक युवती होटल में पहुंची थी। पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है। मोबाइल की भी जांच की जा रही है।
बिल्डरों के पास बकाया जमा करने की डेडलाइन पूरी हो गई है। सीईओ लोकेश एम ने बताया कि प्राधिकरण ने 43 बिल्डर परियोजनाओं के डेवलपर को रिमाइंडर नोटिस जारी किया है। शासन से बोर्ड मिनट्स आते ही इनसे राहत वापस ले ली जाएगी। इसके अलावा जिन बिल्डर परियोजनाओं के डेवलपर ने रुपए जमा नहीं किए है उनके खिलाफ आरसी जारी की जाएगी। दरअसल, अमिताभ कांत की सिफारिश के तहत बिल्डर को राहत पैकेज दिया गया था। इसकी समय सीमा को पहले भी बढ़ाया गया था। प्राधिकरण चेयरमैन ने 31 अक्टूबर की लास्ट डेड दी थी। जिसकी मियाद पूरी हो चुकी है। प्राधिकरण ने बताया कि जिओ में बदलाव या राहत का वापस लेने का फैसला शासन स्तर पर ही होगा। ऐसे में बोर्ड मिनट्स आने के बाद ही निर्णय लिया जाएगा। अमिताभ कांत समिति की सिफारिश लागूनोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों के तहत यूपी सरकार ने 21 दिसंबर 2023 को शासनादेश जारी किया था। इसके बाद प्राधिकरण ने पहले चरण में उन 57 बिल्डर परियोजनाओं को शामिल किया, जिनका किसी न्यायालय में मामला विचाराधीन नहीं था। मार्च-अप्रैल 2024 से बिल्डरों ने बकाया जमा करवाना शुरू कर दिया था। 5.50 हजार करोड़ का है बकायाअधिकारियों ने बताया कि 57 में से जिन 35 बिल्डरों ने कुल बकाया में से 25 प्रतिशत राशि जमा की है, वह आगे किस्तें नहीं दे रहे, जबकि 100 करोड़ रुपए तक के बकायादार को एक साल में पूरी राशि जमा करनी थी। इनके अलावा 12 परियोजना के बिल्डरों ने कुछ-कुछ बकाया राशि जमा की है। 10 परियोजना के बिल्डरों ने कोई बकाया जमा नहीं किया। इन 57 परियोजना के बिल्डरों पर प्राधिकरण के करीब 5.5 हजार करोड़ रुपए बकाया हैं। बोर्ड में लिया गया था निर्णयइस महीने हुई बोर्ड बैठक में प्राधिकरण के चेयरमैन दीपक कुमार ने आदेश दिया था कि बिल्डरों को बकाया जमा करने के लिए 31 अक्टूबर तक का अंतिम समय दिया गया था। अगर इस दौरान भी बिल्डर बकाया जमा नहीं करते हैं तो उनको दिया राहत पैकेज समाप्त कर दिया जाए। प्राधिकरण ने राहत पैकेज के अंतर्गत कोविड काल के दौरान दो साल का जीरो पीरियड और एनजीटी के आदेश के तहत अलग भी जीरो पीरियड का लाभ दे रखा है।
उत्तर भारत से वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर खत्म होने के साथ ही राजस्थान में मौसम साफ हो गया। बुधवार को राज्य के सभी शहरों में आसमान साफ रहा और दिन में धूप निकली। तापमान में उतार-चढ़ाव रहा। बीकानेर, चूरू, गंगानगर, पिलानी समेत कुछ शहरों में दिन के अधिकतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक गिर गया। जबकि डूंगरपुर, बारां, सिरोही, करौली, दौसा समेत अन्य शहरों के अधिकतम तापमान बढ़ोतरी हुई। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने राज्य में अगले एक सप्ताह अब मौसम साफ रहने और उत्तरी हवाएं चलने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के सभी शहरों में आसमान साफ रहा। डूंगरपुर, दौसा, करौली, सिरोही और जयपुर में धूप निकलने से पारा चढ़ा और अधिकतम तापमान कल 30 डिग्री सेल्सियस या उससे ऊपर दर्ज हुआ। वहीं बीकानेर संभाग के चूरू, गंगानगर, पिलानी, बीकानेर के एरिया में कल भले ही आसमान साफ रहा, लेकिन उत्तरी हवाओं के असर से यहां दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हुई। चूरू, गंगानगर में कल अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। बुधवार को दिन में सबसे अधिक तापमान बाड़मेर में 34.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं जैसलमेर में 33, जोधपुर में 32.6, कोटा में 31.2, जयपुर में 30.6, अलवर में 30.5, टोंक में 30.8, बीकानेर में 30.6, नागौर में 30.9, करौली में 30.3 और डूंगरपुर में अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। रात में सर्दी बढ़ी, पारा 8 डिग्री तक लुढ़काइधर आसमान बादल हटने के साथ ही न्यूनतम तापमान में भी बड़ी गिरावट हुई। कल नागौर में रात का न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री गिरकर 12.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। बीकानेर में (6.2 डिग्री गिरकर) 16, जोधपुर में (4.7 डिग्री गिरकर) 18, उदयपुर में (6.2 डिग्री गिरकर) 15.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इनके अलावा चूरू में कल न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 13.6, फतेहपुर में 13.3, प्रतापगढ़ में 16.4, अलवर में 15.6, भीलवाड़ा में 16.4, जयपुर में 20.1, कोटा में 19.6, चित्तौड़गढ़ में 17.6 और गंगानगर में 15.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। अगले एक सप्ताह में सर्दी और बढ़ेगीमौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया- राजस्थान में अब अगले एक सप्ताह मौसम साफ रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तर भारत से ठंडी हवाएं चलेगी, जो राजस्थान के कई इलाकों को प्रभावित करेंगी। इससे अगले 24 से 48 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट दर्ज होने की संभावना है। इससे सुबह-शाम की सर्दी में और बढ़ोतरी होगी।
काशी में बुधवार को देव दिवाली मनाई गई। 84 घाट 25 लाख दीयों से जगमगा उठे। ‘हर हर महादेव’ के जयकारों के बीच गंगा तट पर दीपों से बनी अद्भुत आकृतियां ने भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। आतिशबाजी से आसमान रंगीन हो उठा तो गंगा की लहरों पर तैरते दीपों ने ऐसा दृश्य रचा, मानो धरती पर स्वर्ग उतर आया हो। इस नजारे को भास्कर के ड्रोन कैमरे ने कैद किया। देखिए 400 फीट ऊंचाई से काशी की देव दिवाली...
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300 साल से ज्यादा के मुगलिया इतिहास में बाबर के बाद औरंगजेब दूसरा सबसे क्रूर बादशाह हुआ। हिंदुस्तान के सैकड़ों छोटे-बड़े मंदिर तबाह करने के बाद उसकी नजर श्रीकृष्ण की लीलाभूमि पर थी। ऐसा कोई दिन न बीतता था, जब ब्रज का कोई न कोई मंदिर खंडित न होता हो। वृंदावन के लोग अपनी आंखों के सामने अपने ‘ठाकुर’ का स्थान उजड़ते देख रहे थे। इनमें कुछ ऐसे भी थे, जो जान की बाजी लगाकर अपने ‘नाथ’ के विग्रह बचाने में जुटे थे। दूसरे एपिसोड में आज पढ़िए, श्रीनाथ जी की गोवर्धन से नाथद्वारा तक की यात्रा। 2 साल, 4 महीने, 7 दिन का रोमांचक सफर... भगवान ने कैसे मेवाड़ की राजधानी उदयपुर की जगह सिहाड़ गांव में रहना चुना… कहानी से पहले ये जानना जरूरी है... रात का समय। हरिनाम कीर्तन से गूंजने वाले गोवर्धन के आसपास के गांवों में सन्नाटा था। हवाओं में खौफ था। गोवर्धननाथ जी (कैसे बने श्रीनाथ, सबसे नीचे स्लाइड में देखें) के सेवायत (पुजारी) सुकुमार तिलकायत दामोदर, उनके काका गोविंद, बालकृष्ण और वल्लभ महाराज गंभीर चर्चा कर रहे थे। वल्लभ महाराज ने कहा- “कई विग्रह तो पहले ही निकल चुके हैं। हमें भी कुछ करना चाहिए।” काका गोविंद परेशान थे। बुझी हुई आवाज में बोले- “ये इतना आसान नहीं है दामोदर। हर मोड़ पर खतरा है। मुगल फौज को भनक भी लगी तो सब गड़बड़ हो जाएगा।” बालकृष्ण ने धीरे से कहा- “कुछ लोग पकड़े गए हैं। उनके साथ क्या हुआ, सब जानते हैं। कहीं हम भी कहानी बनकर न रह जाएं।” इन चर्चाओं के बीच तिलकायत दामोदर चुप थे। सभी की नजरें एक साथ उनकी तरफ मुड़ीं। जैसे सभी पूछना चाह रहे हों- “आपकी राय…?” दामोदर जी ने सांस छोड़ते हुए कहा- “ठाकुर जी सुरक्षित रहें, इसके लिए विस्थापन ही सही। मुश्किलें तो आएंगी, लेकिन गोवर्धननाथ जी साथ हैं तो डर कैसा?” बालकृष्ण ने उत्सुकता से पूछा, “प्रभु बैलगाड़ी से जाएंगे क्या… मैं प्रबंध करूं?” काका गोविंद ने सुझाव दिया, “मंदिर के पड़ोस वाले ग्वाले के पास बैल हैं। हमें उसकी बैलगाड़ी मांगनी चाहिए।” बालकृष्ण और वल्लभ रात के सन्नाटे में ग्वाले के घर पहुंचे। दीये की टिमटिमाती रोशनी में उनके चेहरों पर चिंता साफ दिख रही थी। दोनों ने पूरी योजना ग्वाले को बताई। आखिर में वल्लभ ने कहा, “भइया, म्लेच्छों को इसकी कानों-कान खबर नहीं होनी चाहिए।” ग्वाले की आंख में आंसू थे। वो हाथ जोड़कर बोला- “महराज, लंका तक पुल बनाने के लिए गिलहरी ने अपने हिस्से के पत्थर जोड़े थे। आज गोवर्धननाथ जी लीला कर रहे हैं। मेरा बस चले तो मैं खुद बैलगाड़ी में जुतकर गोवर्धननाथ जी को यहां से ले चलूं। खैर, मैं न सही मेरे बैल ये काम करेंगे।” ग्वाले की बात सुनकर बालकृष्ण और वल्लभ में एक नई ताकत भर गई। दोनों ने पूरी बात जाकर दामोदर जी को बताई। उन्होंने कहा- “अब हमें देर नहीं करनी चाहिए। बैलगाड़ी तैयार करो।” गोवर्धन से निकलना… 10 अक्टूबर, 1669… शरद पूर्णिमा थी, लेकिन चंद्रमा की किरणें उदास मालूम हो रही थीं। द्वापर में यह रात राधा-कृष्ण के ‘महारास’ की साक्षी थी। वही रात आज कलियुग में गोवर्धननाथ का विस्थापन देख रही थी। दामोदर जी, काका गोविंद, बालकृष्ण और वल्लभ मंदिर पहुंचे। गोवर्धन पर्वत पर उजाला बिखरा हुआ था, लेकिन इन सबके मन में उदासी का अंधेरा था। शयन आरती हुई, भोग लगाया गया। दामोदर जी ने मन ही मन प्रार्थना की- “आपका ब्रज बंजर हो चला है प्रभु…। घंटे-घड़ियाल शांत हैं। म्लेच्छ हर जगह नजर गड़ाए बैठे हैं। कोई नहीं जानता कब, कौन अगला निशाना बन जाए। प्रभु, आपकी आज्ञा से हम आपके विग्रह को यहां से निकालना चाहते हैं, ताकि आस्था की ज्योति हमेशा जलती रहे। हमें विश्वास है, आप हमारे साथ हैं।” ठंडी और अलसाई रात में पेड़ों की पत्तियां पीली होकर गिर रही थीं। ऐसा लगता था, मानो ब्रज की सांसें टूट रही हों। उदास चांदनी में गोवर्धननाथ जी ब्रज से विदा ले रहे थे। बैलगाड़ी पर दो केसरिया ध्वज फहरा रहे थे। उसके पीछे दूसरी बैलगाड़ियों में सेवायत और कुछ अन्य भक्त बैठे थे। आंखों में आंसू और मन में एक ही धुन- ‘जय गोवर्धननाथ जी… जय-जय गोवर्धननाथ जी…।’ बैलगाड़ी धीरे-धीरे चलने लगी। ब्रज की गलियां पीछे छूट रही थीं, मानो यशोदा मइया टेर लगा रही हों- “जल्दी लौटना लल्ला…”, लेकिन बैलगाड़ी उस रास्ते पर चल पड़ी थी, जिसकी मंजिल तय नहीं थी। आगरा पहुंचने का संघर्ष… सुनसान जंगलों के बीच बैलगाड़ी चली जा रही थी। किसी को पता नहीं था कि प्रभु कहां विराजेंगे। रास्ते में तमाम रुकावटें आईं, लेकिन गोवर्धननाथ जी का भोग-राग नहीं रुका। सेवायतों को सिर्फ रात में आराम मिलता। जंगलों और वीरान रास्तों से गुजरते गोवर्धननाथ जी मुगल जासूसों की आंखों से दूर थे। फिर भी अनहोनी का डर हमेशा बना रहता। दामोदर जी हमेशा बेचैन रहते। रात में भी चैन न मिलता। बस गोवर्धननाथ जी की बैलगाड़ी के पास बैठकर गोविंद-गोविंद का जाप करते रहते। ऐसी ही एक रात वे ध्यान लगाए बैठे थे तभी कोई आहट हुई। पहले धीमी, फिर एकदम साफ… कुछ लोग उसी तरफ चले आ रहे थे। हर बीतते पल, आवाज तेज हो रही थी। दामोदर जी ने आसपास नजरें घुमाईं। दूर खेतों में मशालों की झिलमिलाहट साफ दिख रही थी। उन्होंने हड़बड़ाकर सभी को जगाया। सब एक ही आवाज में उठ बैठे। जैसे सैनिक नींद में भी सावधान रहते हैं। काका गोविंद ने कहा, “क्या हुआ दामोदर?” दामोदर जी बोले- “लगता है कुछ अनर्थ होने वाला है। आपको आवाजें सुनाई नहीं दे रहीं? जल्दी निकलना होगा यहां से…।” दामोदर जी बात पूरी करते उससे पहले ही बैलगाड़ी चल पड़ी। बालकृष्ण तेजी से गाड़ी हांक रहे थे। सबके माथे पर पसीना था। खुले आसमान में करोड़ों तारे जासूस की तरह आंख गड़ाए हुए थे। आवाजें लगातार तेज हो रही थीं। वल्लभ ने हड़बड़ाकर कहा- “मशालें बुझा दो। उन्हें भनक लग चुकी है।” भीड़ अभी भी पीछा कर रही थी। कुछ देर बाद भीड़ से आवाज आई- “रोको… गाड़ी रोको…।” बालकृष्ण और जोर से बैलगाड़ी हांकने लगे। दौड़ने की आवाज भी तेज होती गई। तभी एक सुर में उद्घोष उठा- “प्रभु गोवर्धननाथ की… जय, प्रभु गोवर्धननाथ की… जय।” काका गोविंद ने चौंककर कहा- “ये मुगल सैनिक नहीं हो सकते। उनकी जुबान पर ठाकुर जी का नाम कभी नहीं आ सकता।” दामोदर जी बोले- “शायद ये आसपास के ग्वाले और किसान हैं। मुगल सैनिकों के पास तो घोड़े भी होते हैं। वे होते तो अब-तक हमें पकड़ लिया होता। ये लोग तो भागते हुए ही आ रहे हैं।” बैलगाड़ी रोक दी गई। दामोदर जी की बात सही निकली। गांववालों को पता लग गया था कि गोवर्धननाथ जी उनके गांव से गुजर रहे हैं। गांववाले बैलगाड़ी के नजदीक आए। सबकी सांसें फूल रही थीं, लेकिन गोवर्धननाथ के दर्शन करके सबकी थकान उतर गई। लोग खुशी से फूले न समा रहे थे। गांव का एक बुजुर्ग बोला- “महराज, आपसे एक निवेदन है। हमारी इच्छा है कि आज मंगला आरती हमारे गांव में हो।” दामोदर जी मना न कर सके। मंगला आरती हुई। ठाकुर जी को भोग चढ़ा और बैलगाड़ी आगे बढ़ गई। सम-विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए गोवर्धननाथ जी का विग्रह आगरा पहुंचा। दीपावली के बाद अन्नकूट हुआ। आसपास के गांव में कुछ लोगों को पता चला। जिसके घर में जो था ठाकुरजी के लिए ले आया। प्रभु को भोग चढ़ा और सभी में बांटा गया। सब खुश थे, लेकिन दामोदर जी परेशान थे। मन में एक ही सवाल था- “आगरा तो मुगलों की छावनी जैसा है। क्या प्रभु यहां सुरक्षित हैं?” उन्होंने बालकृष्ण से कहा- “कल मंगला आरती के बाद हम यहां से निकल जाएंगे। आगरा सुरक्षित नहीं है।” आगरा में 16 दिन रुकने के बाद गोवर्धननाथ जी का काफिला फिर किसी अनजान मंजिल की ओर चल पड़ा। रास्ता मुश्किल था, लेकिन सेवायतों को सब सरल लगता। ठिठुरती रातें, घना कोहरा, सुनसान जंगलों के बीच से गोवर्धननाथ जी की बैलगाड़ी आगे बढ़ रही थी। कभी किसी गांव में दो-चार दिन, किसी पहाड़ी की तलहटी में हफ्ता-दस दिन के लिए सब रुकते। खाने-पीने का सामान इकट्ठा करके सभी फिर चल पड़ते। 8 महीने का सफर, कोटा पहुंचे… सर्दियां बीतीं, बसंत आया। हवाओं में सरसों के फूलों की महक थी। जंगलों में पलाश के बिखरे फूल यूं लगते मानो गोवर्धननाथ जी के आने की खबर सुनकर वनदेवी रास्ते में फूल बिछा गई हों। जगह बदलने के साथ मौसम भी बदल रहे थे। गर्मियां शुरू हुईं। जेठ-बैशाख की तपती दोपहर भी कृष्ण भक्तों का रास्ता न रोक पाई। आठ महीने का सफर करके गोवर्धननाथ जी राजस्थान में कोटा पहुंचे। बूंदी नरेश अनिरुद्ध सिंह को इसकी सूचना मिली। खबर सुनते ही उनकी आंखें चमक उठीं। नगर में मुनादी हुई- “गोवर्धननाथ जी कोटा पधारे हैं। कल महाराज उनके दर्शन करने जाएंगे। नगरवासी भी चल सकते हैं।” दिन चढ़ने तक अनिरुद्ध सिंह और नगरवासी कोटा पहुंच गए। सभी भावविभोर थे। भगवान ब्रज की धरती से खुद दर्शन देने आए थे। अनिरुद्ध सिंह ने सभी सेवायतों का हालचाल जानने के बाद पूछा- “महराज, कितने दिन का निवास है?” सब चुप थे। बालकृष्ण ने हंसते हुए कहा- “जब तक ठाकुर जी का मन यहां लगे।” राजा ने दामोदर जी से कहा- “महराज, सावन शुरू होने वाला है। ऐसे में यात्रा ठीक नहीं। बरसात के चार महीने ठाकुर जी को यहीं विराजमान कीजिए। ठाकुरजी यहीं चातुर्मास करें। हम तो सेवक हैं, जो बन पड़ेगा प्रभु की सेवा के लिए तैयार करेंगे।” दामोदर जी को राजा का प्रस्ताव ठीक लगा। वह हड़ौती राजपूतों का इलाका था। वहां मुगलों का खतरा भी कम था। तय हो गया कि भगवान कुछ महीने यहीं रहेंगे। मौसम बदलते ही यात्रा फिर शुरू हुई। सर्दियां आ चुकी थीं। कुनकुनी धूप में सफर करते और बर्फीली रातों में खुले आसमान के नीचे सूर्य देवता के निकलने का इंतजार होता। अलाव जलाकर सब उसके आसपास लेट जाते। ठीक से नींद न आती। सुबह ठिठुरन से पैर जमे होते, लेकिन भाव में कोई कमी नहीं थी। ध्येय वैसा ही अडिग, ‘प्रभु के लिए सुरक्षित जगह ढूंढ़ना…।’ महाराणा का वचन… दो महीने चलने के बाद प्रभु अजमेर के पास किशनगढ़ पहुंचे। वहां के राजा मानसिंह ने खूब आवभगत की। आसपास के इलाकों में राजपूत राजाओं का शासन था। फिर भी औरंगजेब का डर बना हुआ था। तीन महीने वहां रुकने के बाद सभी गोवर्धननाथ जी को लेकर मारवाड़ की ओर चल पड़े। राजस्थान की गर्मी में खून, पसीना बनकर बह रहा था। सभी नदी, नाले, तालाब सूखे पड़े थे। आसमान से आग बरसती थी। ऐसे में सभी सेवायत ठाकुर जी की सेवा में लगे रहते। चंवर डुलाकर प्रभु को गर्मी से बचाने की कोशिश करते। बरसात शुरू होने से पहले गोवर्धननाथ जी जोधपुर के करीब चांपासनी गांव पहुंचे। जोधपुर के महाराज जसवंत सिंह उस वक्त अपने ननिहाल में थे। ब्रज छोड़ने के दो साल बाद भी कोई ऐसी जगह नहीं मिली थी, जहां श्रीनाथ जी सुरक्षित हों। एक दिन सभी सेवायत बातचीत कर रहे थे। बालकृष्ण ने कहा- “हम किशनगढ़ में क्यों नहीं रुके?” वल्लभ ने कहा- “वहां के राजा मान सिंह मुगलों के साथ हैं।” काका गोविंद तुरंत काटते हुए बोले- “मान सिंह की पहचान पहले एक सनातन की है। मुगलों के साथ होते हुए भी उन्होंने खबर नहीं होने दी कि ठाकुर जी उनकी रियासत में हैं। मुगलों का वहां आना-जाना लगा रहता था, इसलिए वहां रुकना ठीक नहीं था।” वल्लभ ने निराशा होकर कहा- “ठाकुरजी सात साल के बालक हैं। कब तक हम एक बालक को लेकर इधर-उधर भटकते रहेंगे?” एक अन्य सेवायत बोला- “महाराज जसवंत सिंह जोधपुर में नहीं हैं। ठाकुर जी को ज्यादा दिन यहां रखना ठीक नहीं।” दामोदर जी ने गंभीर आवाज में कहा- “अब सिर्फ मेवाड़ के महाराणा राज सिंह से उम्मीद है।” फिर काका गोविंद की ओर देखकर बोले- “काका आप खुद जाकर महाराणा से बात कीजिए।” काका गोविंद, महाराणा राज सिंह के दरबार में पहुंचे और पूरी बात कही। महाराणा ने वचन दिया- “आप गोवर्धननाथ जी को लेकर उदयपुर आ जाइए। मैं वचन देता हूं, जब तक मैं और मेरे एक लाख सैनिकों के अंदर खून की एक भी बूंद बाकी रहेगी, म्लेच्छ ठाकुरजी को हाथ भी नहीं लगा पाएंगे।” मेवाड़ में गोवर्धननाथ जी का स्वागत… काका गोविंद ने चांपासनी लौटकर महाराणा की कही बात सभी को बताई। तिलकायत दामोदर पहली बार निश्चिंत लग रहे थे। विक्रम संवत 1728, कार्तिक पूर्णिमा के दिन श्रीनाथ जी चांपासनी से मेवाड़ की राजधानी उदयपुर की ओर चल दिए। पहाड़ी इलाके पार करते हुए गोवर्धननाथ जी मेवाड़ रियासत की सीमा, घाणेराव (अब पाली जिले में) के नजदीक पहुंचे। ठाकुरजी पहली बार मेवाड़ राज्य पधार रहे थे। यह खबर वहां के रावल गोपीनाथ के जरिए महाराणा राज सिंह तक पहुंची। महाराणा खुशी से भर गए। उन्होंने पूरे उत्साह से आदेश दिया- “सभी नागरिक गोवर्धननाथ जी के स्वागत में शामिल होंगे। 20 हजार धनुषधारी भील लड़ाके, 5 हजार घुड़सवार, एक हजार ऊंट और हाथी प्रभु की अगुआई के लिए घाणेराव भेजे जाएं।” पूरे शहर में हलचल मच गई। ढोल, नगाड़े, तुरही की आवाजें गूंज उठीं। सभी के चेहरे श्रद्धा और उत्साह से दमक रहे थे। हर गली, हर छत, हर रास्ता प्रभु के स्वागत में सजाया जा रहा था। महाराणा के भाई अरि सिंह, बेटे जय सिंह और भीम सिंह, महाराणा अमर सिंह के बेटे राणावत भाव सिंह घाणेराव पहुंचे। जैसे ही गोवर्धननाथ जी की बैलगाड़ी आती दिखी, लाखों की भीड़ जय-जयकार करने लगी। करताल और ढोल की लयबद्ध ताल आसमान में गूंज उठी। बैलगाड़ी करीब आई। तिलकायत दामोदर, काका गोविंद, बालकृष्ण और वल्लभ चंवर डुला रहे थे। लोग बैलगाड़ी के भीतर झांककर प्रभु के दर्शन करने की कोशिश कर रहे थे। ठाकुरजी की एक झलक पाने को सब आतुर थे। बैलगाड़ी धीरे-धीरे महाराणा के सामने पहुंची। महाराणा ने गोवर्धननाथ जी को साष्टांग दंडवत प्रणाम किया। ठाकुरजी को 51 तोपों की सलामी दी गई। महाराणा ने सोने के एक हजार सिक्के प्रभु को अर्पित किए। रात वहीं गुजारने के बाद सभी राजधानी उदयपुर की ओर चल पड़े। सिहाड़ गांव बना नाथद्वारा… महाराणा राज सिंह और अन्य लोग आगे चले गए। गोवर्धननाथ जी गांव-गांव अपने भक्तों को निहाल करते हुए बढ़ रहे थे। कुछ दिनों बाद गोवर्धननाथ जी राजसमंद से आगे सिहाड़ गांव पहुंचे। गावंवालों ने उत्साह और भक्ति से प्रभु का स्वागत किया। अगले दिन मंगला आरती के बाद बैलगाड़ी आगे बढ़ी। कुछ दूर चलते ही बैलगाड़ी का पहिया जमीन में धंस गया। काफी कोशिशों के बाद भी जब गाड़ी आगे नहीं बढ़ी तो बालकृष्ण ने हैरानी से कहा- “दो साल की यात्रा में कभी कोई संकट नहीं आया। भयंकर से भयंकर नदी-नाले पार करते चले आए। मगर यहां बैलगाड़ी ऐसे फंसी है कि निकलने का नाम नहीं ले रही।” दामोदर जी ने मुस्कुराते हुए कहा- “सब ठाकुर जी की लीला है। शायद उन्होंने अपने रहने की जगह चुन ली है।” पूरे गांव में बात फैल गई। ‘ठाकुर जी यहीं सिहाड़ गांव में विराजमान होंगे, उदयपुर नहीं जाएंगे।’ पूरा गांव खुशी से नाच उठा। ग्रह-नक्षत्र और शुभ मुहूर्त देखकर छोटा सा मंदिर बन गया। गोवर्धननाथ जी विराजमान हुए। दिन था फाल्गुन के कृष्ण पक्ष की सप्तमी, विक्रम संवत 1728 (20 फरवरी, 1672)। 2 साल, 4 महीने और 7 दिन के बाद खुद गोवर्धननाथ जी ने सिहाड़ में रहना चुना था। महाराणा राज सिंह को खबर भेजी गई। उन्होंने भी हरि इच्छा के सामने सिर झुका दिया। महाराणा ने पूरे मेवाड़ में उत्सव मनाने का आदेश दिया। रियासत के सभी लोग खुश थे। उदयपुर में भी उत्सव था, लेकिन मन के किसी कोने में एक उदासी भी थी। गोवर्धननाथ जी उदयपुर नहीं आए। लोग महीनों से ठाकुर का इंतजार कर रहे थे, लेकिन निर्मोही ने फिर एक बार सभी को इंतजार करता छोड़ दिया। स्टोरी एडिट- कृष्ण गोपाल ग्राफिक्स- सौरभ कुमार **** रेफरेंस सुधाकर उपाध्याय, वरिष्ठ सेवायत- श्रीनाथ मंदिर, नाथद्वारा। डॉ परेश नागर, राजपुरोहित- श्रीनाथ मंदिर, नाथद्वारा। उमाबेन, अध्यक्ष- श्रीनाथ मंदिर, नाथद्वारा। महर्षि व्यास, सेवायत- श्रीनाथ मंदिर, नाथद्वारा। लक्ष्मी नारायण तिवारी, सचिव- ब्रज संस्कृति शोध संस्थान, वृंदावन। ब्रज विभव: संपादक गोपाल प्रसाद व्यास। श्रीनाथ जी की प्राकट्य वार्ता: गोस्वामी हरिहर राय। मथुरा-वृंदावन के वृहद हिंदू मंदिर: डॉ चंचल गोस्वामी। द कंट्रीब्यूशन ऑफ मेजर हिंदू टेंपल्स ऑफ मथुरा एंड वृंदावन: डॉ चंचल गोस्वामी। औरंगजेबनामा: संपादक डॉ अशोक कुमार सिंह। ब्रज के धर्म संप्रदायों का इतिहास: प्रभुदयाल मीतल। सनातन के संरक्षण में कछवाहों का योगदान: डॉ सुभाष शर्मा-जितेंद्र शेखावत। जयपुर इतिहास के जानकार- जितेंद्र शेखावत, संतोष शर्मा, प्रो देवेंद्र भगत (राजस्थान यूनिवर्सिटी) (श्रीनाथ जी के गोवर्धन से सिहाड़ पहुंचने तक की पूरी कहानी क्रमवार ढंग से किसी एक किताब में नहीं मिलती। भास्कर टीम ने कई दस्तावेजों और इतिहास के जानकारों से बात करने के बाद सभी कड़ियों को जोड़कर यह स्टोरी लिखी है। फिर भी घटनाओं के क्रम में कुछ अंतर हो सकता है। कहानी को रोचक बनाने के लिए क्रिएटिव लिबर्टी ली गई है।)
मिर्जापुर के करजी गांव के आलोक और प्रतिभा का इकलौता बेटा विनायक 13 महीने का है। दिल्ली AIIMS के डॉक्टरों ने कहा कि उसे 9 करोड़ का एक इंजेक्शन नहीं लगा, तो अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता। विनायक को स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) नाम की दुर्लभ बीमारी है। यह बीमारी 10 लाख बच्चों में से किसी एक को होती है। विनायक को देखकर माता-पिता सिर्फ रो लेते हैं। दोनों घर का खर्च ही मुश्किल से चला पाते हैं, फिर 9 करोड़ कहां से लाएं। वह मदद के लिए अपील कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह है कि स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) क्या होती है? क्या यह इंजेक्शन लगने के बाद बच्चे की जान बच सकती है? यह इंजेक्शन इतना महंगा क्यों है? अब तक भारत में कितने बच्चों को यह इंजेक्शन लगाया जा चुका? क्या सरकार मदद करती है? भास्कर एक्सप्लेनर में पढ़िए इन सारे सवालों के जवाब… पहले पढ़िए मैनपुरी का केस फरवरी, 2025 में मैनपुरी के माधुपुरी गांव के एयरफोर्स कर्मी प्रशांत यादव की 13 महीने की बेटी जैशवी को SMA जैसी दुर्लभ बीमारी थी। इलाज के लिए अमेरिका से 14 करोड़ का जोलगेंस्मा (Zolgensma) इंजेक्शन मंगाना था, जिसे एक साल के भीतर लगाना जरूरी था। क्राउड-फंडिंग और मेडिकल सपोर्ट की मदद से दवा उपलब्ध हुई। फिर कंपनी ने कीमत घटाकर 9 करोड़ कर दी। एम्स की टीम की देख-रेख में जैशवी को इंजेक्शन लगाया गया और उसकी हालत में सुधार हुआ। सवाल: स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी (SMA) क्या होती है? जवाब: बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर के पीडियाट्रिक्स विभाग के डॉ. भूपेंद्र शर्मा बताते हैं- SMA एक दुर्लभ न्यूरो-मस्क्यूलर जेनेटिक बीमारी है। इसमें बच्चे की मांसपेशियां धीरे-धीरे कमजोर होने लगती हैं। दिमाग और स्पाइनल कॉर्ड से मसल्स तक जाने वाले सिग्नल कम हो जाते हैं। इस बीमारी में स्पाइनल कॉर्ड की मोटर नर्व सेल्स डैमेज होने लगती हैं। दिमाग मसल्स को हिलाने-डुलाने के लिए संदेश भेज नहीं पाता। इसलिए बच्चा शरीर पर कंट्रोल खोने लगता है। शुरुआत में हाथ-पैर और शरीर हिलाने में कमजोरी दिखती है। लेकिन, समय के साथ बच्चा बैठना-चलना, यहां तक कि सांस लेना और निगलना भी मुश्किल हो सकता है। इस बीमारी के चलते शरीर की मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है। गंभीर स्थिति में लकवा या मौत भी हो जाती है। सवाल: ऐसा क्यों होता है? जवाब: SMA एक जेनेटिक बीमारी है, जो माता-पिता से बच्चे में जाती है। अगर माता-पिता के जीन में गड़बड़ी हो, तो यह अगली पीढ़ी में पहुंच सकती है। अभी तक इसका स्थायी इलाज नहीं है। लेकिन, कुछ दवाएं और थेरेपी बीमारी की प्रोग्रेस धीमी कर सकती हैं और लाइफ क्वालिटी बेहतर करती हैं। सवाल: जोलगेंस्मा (Zolgensma) क्या है? जवाब: जोलगेंस्मा एक जीन-थेरेपी आधारित दवा है। जिसे स्विस फार्मा कंपनी नोवार्टिस ने स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी के इलाज के लिए विकसित किया है। यह दवा 2 साल से कम उम्र के बच्चों को दी जाती है। जोलगेंस्मा शरीर में एक स्वस्थ SMN जीन की कॉपी पहुंचाती है। इससे मांसपेशियों को नियंत्रित करने वाली मोटर न्यूरॉन कोशिकाएं ठीक से काम करने लगती हैं। इसे एक बार में लगभग 1 घंटे की इन्फ्यूजन के रूप में दिया जाता है, बार-बार लेने की जरूरत नहीं होती। सवाल: इतना महंगा क्यों है ये इंजेक्शन? जवाब: सवाल: कैसे काम करता है यह इंजेक्शन? जवाब: स्पाइनल मस्क्यूलर अट्रॉफी जिस जीन की खराबी के कारण होती है, जोलगेंस्मा इंजेक्शन उसे नए जीन से रिप्लेस करता है। ऐसा होने के बाद शरीर में दोबारा यह बीमारी नहीं होती, क्योंकि बच्चे के DNA में नया जीन शामिल हो जाता है। सवाल: जोलगेंस्मा का इंजेक्शन विकल्प क्या है? जवाब: ड्रग डॉटकॉम वेबसाइट के मुताबिक, जोलगेंस्मा का इंजेक्शन एक विकल्प है Spinraza। इसे एक साल में 4 बार लगवाया जाता है। पहले साल इसके लिए करीब 5 करोड़ रुपए चुकाने पड़ते हैं। इसके बाद हर साल करीब 2 करोड़ रुपए के इंजेक्शन लगते हैं, जो ताउम्र लगते हैं। सवाल: ये इंजेक्शन कितने लोगों को भारत में लगाया जा चुका? जवाब: मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस इंजेक्शन को भारत में 90 से अधिक बच्चों को दिया जा चुका है। यह भी तब, जब इसे बीमारी को पूरी तरह ठीक करने के लिए उपयुक्त भी नहीं माना जा रहा। एक्सपर्ट की मानें, तो अगर इस इंजेक्शन को सही समय पर लगा दिया गया तो बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। पश्चिमी देशों में एसएमए की वजह बनने वाले जीन 50 में से एक व्यक्ति में हैं। लेकिन, भारत में यह 38 में से एक व्यक्ति में ये मिले हैं। वहीं, उत्तर भारत में हुए एक अध्ययन में इसे 30 में से 1 बताया गया है। लेकिन, दुनिया भर में हर 10 हजार में 1 बच्चा एसएमए के साथ जन्म ले रहा है, जो चिंताजनक है। यह शिशु मृत्यु दर की बड़ी वजह भी है। सवाल: सरकार की तरफ से कितनी मदद मिलती है? जवाब: मोस्टली केसेज में क्राउड-फंडिंग के जरिए पैसे जुटाए जाते है। साथ ही सरकार से मदद मांगी जाती है। हालांकि, दुर्लभ रोगों के लिए समर्पित “राष्ट्रीय कोष” (National Fund for Rare Diseases) भी बनाया गया है। लेकिन, इसके दायरे और बजट सीमित हैं। केंद्र सरकार का भी मानना है कि SMA जैसे इलाज सबको मुफ्त देना संभव नहीं। सरकार ने कहा कि देश में लगभग 3,500 SMA पीड़ित बच्चों के लिए अप्रमाणित जीन थेरेपी उपलब्ध कराने पर हर साल 35 से 40 हजार करोड़ रुपए का खर्च आएगा, जो व्यावहारिक नहीं। हालांकि, केंद्र ने यह भी स्पष्ट किया कि दुनिया के किसी भी देश में SMA के लिए पूरी तरह मुफ्त जीन थेरेपी उपलब्ध नहीं है। विशेषज्ञ इसे अभी चिकित्सकीय रूप से पूरी तरह प्रमाणित और प्रभावी नहीं मानते। -------------------------- ये खबर भी पढ़ें... 14 साल बाद होमगार्ड के पदों पर होगी भर्ती, हर दिन लगती है ड्यूटी, सिलेक्शन के बाद कितनी मिलेगी सैलरी? यूपी में 41 हजार से ज्यादा होमगार्ड पदों पर भर्ती शुरू होने जा रही है। सरकार ने इसका आदेश जारी करते हुए यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड को प्रक्रिया शुरू करने की जिम्मेदारी सौंपी है। प्रमुख सचिव होमगार्ड राजेश कुमार सिंह के अनुसार, जिलों से खाली पदों की डिटेल मिलने के बाद एनरोलमेंट (रजिस्ट्रेशन) की प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद लिखित परीक्षा होगी और मेरिट के आधार पर सिलेक्शन किया जाएगा। पढ़िए पूरी खबर...
छठ महापर्व खत्म होते ही यात्रियों की वापसी के लिए पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने पूर्वांचल, बिहार और मुंबई-दिल्ली रूट पर यात्रियों की भीड़ को देखते हुए कई पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। इन ट्रेनों से लखनऊ और आसपास के यात्रियों को भी राहत मिलेगी, क्योंकि ज्यादातर ट्रेनें गोरखपुर होकर गुजरेंगी। तीन दिन तक सहरसा से दिल्ली के बीच स्पेशल ट्रेनें छठ के बाद दिल्ली लौटने वालों के लिए सहरसा से आनंद विहार टर्मिनल तक लगातार तीन दिन विशेष ट्रेनें चलाई जाएंगी। - पहली ट्रेन (05511/05512) – सहरसा से 7 नवम्बर और आनंद विहार से 8 नवम्बर को। - दूसरी ट्रेन (05513/05514) – सहरसा से 8 नवम्बर और आनंद विहार से 9 नवम्बर को। - तीसरी ट्रेन (05517/05518) – सहरसा से 9 नवम्बर और आनंद विहार से 10 नवम्बर को। इन सभी ट्रेनों का ठहराव गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बाराबंकी, बादशाहनगर, ऐशबाग और कानपुर सेंट्रल सहित लखनऊ के प्रमुख स्टेशनों पर रहेगा। गोरखपुर से ये ट्रेनें रात 8 से 9 बजे के बीच गुजरेंगी। छपरा से दिल्ली-मुंबई रूट पर भी मिलेगी सुविधा छपरा से आनंद विहार टर्मिनल के बीच अनारक्षित विशेष ट्रेन (05089/05090) 6 नवम्बर को चलेगी। यह ट्रेन गोरखपुर, बस्ती, गोंडा और लखनऊ होकर दिल्ली पहुंचेगी। वापसी यात्रा 7 नवम्बर को होगी। इसी तरह छपरा से मुंबई (लोकमान्य तिलक टर्मिनस) के लिए भी 7 नवम्बर को स्पेशल ट्रेन (05587/05588) रवाना होगी। यह ट्रेन भी गोरखपुर और लखनऊ होकर जाएगी, जिससे मुंबई लौटने वालों को आसानी होगी। 6 नवम्बर को कई रूटों में चलेंगी स्पेशल ट्रेनें पूर्वोत्तर रेलवे ने 6 नवम्बर को 13 अलग-अलग रूटों पर पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। इनमें कई ट्रेनें गोरखपुर से होकर लखनऊ, पुणे, मुंबई, बहराइच, कोलकाता और डिब्रूगढ़ तक जाएंगी। - 01416 गोरखपुर–पुणे स्पेशल शाम 5.30 बजे रवाना होगी, लखनऊ और कानपुर होकर जाएगी। - 01080 गोरखपुर–सीएसएमटी मुंबई स्पेशल दोपहर 2.30 बजे चलेगी। - 05131 गोरखपुर–बहराइच स्पेशल सुबह 5.25 बजे शुरू होगी, आनंदनगर और गोंडा होकर जाएगी। - 05060 लालकुआं–कोलकाता स्पेशल गोरखपुर के रास्ते चलेगी। रेलवे ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए सभी स्पेशल ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं ताकि सफर में कोई परेशानी न हो। भीड़ प्रबंधन और सुविधाजनक सफर पर जोर लखनऊ और आसपास के रेलवे स्टेशनों पर छठ पर्व के बाद भारी भीड़ की आशंका को देखते हुए इन ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया, पिछले वर्षों की तुलना में इस बार अधिक ट्रेनें चलाई जा रही हैं ताकि यात्रियों को टिकट या सीट की दिक्कत न हो।
बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 7 नवंबर से 16 नवंबर तक दिल्ली से वृंदावन तक पदयात्रा करेंगे। दिल्ली के कात्यायनी देवी मंदिर से शुरू होने वाली इस पदयात्रा में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 10 दिन में डेढ़ सौ किलोमीटर का सफर तय करेंगे। इस दौरान उनके साथ दो लाख से ज्यादा लोगों के साथ चलने की संभावना जताई जा रही है। सनातन हिंदू एकता पदयात्रा के 13 नवंबर को मथुरा की सीमा में प्रवेश करने को लेकर पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने के लिए आला अधिकारियों के साथ बैठक की। वहीं इस पदयात्रा में मुस्लिम समाज के व्यक्तियों के चलने को लेकर हिंदूवादियों ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि वह उनको ब्रज में घुसने नहीं देंगे। होटल में अधिकारियों ने की बैठक सनातन हिंदू एकता पदयात्रा को लेकर बुधवार को वृंदावन के एक होटल में पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों ने एक हाई लेबल मीटिंग की। इस मीटिंग में कमिश्नर आगरा शैलेंद्र सिंह,DIG शैलेश पांडे,DM चंद्र प्रकाश सिंह,MVDA उपाध्यक्ष श्याम बहादुर सिंह,SSP श्लोक कुमार,SP सिटी राजीव कुमार सिंह सहित विभिन्न सुरक्षा एजेंसी से जुड़े अधिकारी मौजूद रहे। भारी भीड़ और सुरक्षा के मद्देनजर अधिकारियों ने यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखने के निर्देश दिए। यात्रा में सादा वर्दी में पुलिस कर्मी तैनात रहेंगे तो ड्रोन कैमरे से भी नजर रखी जाएगी। पड़ाव स्थलों का किया निरीक्षण मीटिंग करने के बाद अधिकारी मथुरा में पड़ने वाले यात्रा के पड़ाव स्थलों का निरीक्षण करने पहुंचे। यात्रा 13 नवंबर को कोसी मंडी में रुकेगी। इसके बाद 14 नवंबर को यात्रा का पड़ाव छाता के पास बिलौठी गांव में होगा। 15 नवंबर को यात्रा जैंत गांव के पास राधा गोविंद मंदिर में रुकेगी। 16 नवंबर को यात्रा दोपहर में चार धाम मंदिर पहुंचेगी इसके बाद बांके बिहारी दर्शन कर यात्रा ख़त्म हो जाएगी। अधिकारियों ने इन सभी जगहों का निरीक्षण किया और चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। यात्रा में मुस्लिमों को ब्रजभूमि में नही घुसने देंगे: दिनेश फलाहारी बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रही है जिसमें उन्होंने 300 मुसलमानों को यात्रा में शामिल करने की बात कही है। इस पर ब्रजभूमि में हिंदूवादी और साधु संतों में आक्रोश दिखाई दे रहा है। श्री कृष्ण जन्म भूमि मंदिर केस के याचिका कर्ता दिनेश फलाहारी ने ऐलान कर दिया है कि इस ब्रजभूमि में गैर सनातनी को यात्रा में नहीं घुसने देंगे। साधु संतों ने नारेबाजी कर गैर सनातनियों का बागेश्वर यात्रा में शामिल होने का विरोध किया। विष्णु धाम वृंदावन में स्थित साधु संतों की बैठक में यात्रा में मुसलमानों को शामिल करने का विरोध किया गया। इस मौके पर महा मंडलेश्वर रामदास महाराज, महामंडलेश्वर राधा नंद गिरी, इंदुलेखा,समाज सेवी राजेश पाठक ,अनिल कृष्ण शास्त्री ,अंकित शास्त्री, वल्लभाचार्य ,कन्हैया कौशिक, नरेश ठाकुर ,राहुल गौतम, मृदुल शास्त्री, बालमुकुंद शास्त्री मनोहर शास्त्री, गोविंद शास्त्री आदि उपस्थित रहे। धर्म रक्षा संघ ने की बैठक धर्म रक्षा संघ की एक धर्म संगोष्ठी स्वामी अतुल कृष्ण दास महाराज की अध्यक्षता में भागवत मंदिरम, गोपाल खार परिक्रमा मार्ग, वृन्दावन में आयोजित की गई। धर्म संगोष्ठी में दिल्ली से वृन्दावन तक पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के नेतृत्व में 7 नवंबर से 16 नवंबर तक आयोजित होने वाली सनातन हिंदू एकता पदयात्रा को सफल बनाने के बारे में विचार विमर्श किया गया। हिंदू राष्ट्र बनाने के आंदोलन का उद्घोष धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सौरभ गौड़ ने कहा कि यह केवल एक सामान्य पदयात्रा नहीं है बल्कि यह सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा करने एवं हिंदू राष्ट्र बनाने के आंदोलन का उद्घोष एवं शंखनाद है | यह यात्रा सनातन धर्म संस्कृति एवं राष्ट्र गौरव का संदेश लेकर जा रही है। स्वामी अतुल कृष्णदास महाराज ने कहा कि सनातन एकता पदयात्रा समाज में समरसता स्थापित करने और भारत को एक गौरवशाली हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए अद्भुत प्रयास है।आचार्य बद्रीश ने कहा कि हम सभी को इस ऐतिहासिक पद यात्रा में शामिल होकर सनातन धर्म की एकता के दूत बनकर हिंदू राष्ट्र का शंखनाद करना चाहिए। महंत मोहिनी बिहारी शरण महाराज ने कहा कि सनातन एकता पदयात्रा में उन सभी मत पंथ मजहब के अनुयायियों का सम्मान किया जाएगा जो सनातन धर्म में और हिंदू राष्ट्र में आस्था रखते हैं।
मध्यप्रदेश में आंधी, बारिश और गरज-चमक का दौर अब थम जाएगा। जबकि रात में ठंड का असर बढ़ेगा। मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि अगले 5 दिन तक आसमान साफ रहेगा। यानी, बारिश नहीं होगी। इस दौरान रात में पारा 2 से 3 डिग्री तक लुढ़केगा। सबसे ज्यादा असर ग्वालियर-चंबल में दिखाई देगा। उत्तरी हवा का असर यही पर पहले देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के अनुसार, पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो गई है। जिसका असर अगले 48 घंटे के अंदर एमपी में भी देखने को मिल जाएगा। उत्तरी हिस्से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग समेत नीमच, मंदसौर, निवाड़ी टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, गुना, राजगढ़, आगर-मालवा, शाजापुर आदि जिलों में तेज ठंड रहेगी। नमी की वजह से नहीं लुढ़का पारामौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार अक्टूबर के आखिरी हफ्ते में बने सिस्टम के कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों तरफ से नमी आई। जिससे बादल छाए रहे। इस वजह से दिन का तापमान नहीं बढ़ सका। वर्तमान में हरियाणा के पास एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन (चक्रवात) बना हुआ है। इस वजह से यह प्रदेश में ठंडी हवा आने से रोक रहा है। अगले 24 में यह चक्रवात उत्तर भारत में सक्रिय वेस्टर्न डिस्टरबेंस में समाहित हो जाएगा। इसके बाद ही हमारे यहां ठंड का असर शुरू होगा। रात में 20 डिग्री के नीचे पाराबता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर, अशोकनगर, गुना, बैतूल, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर और छिंदवाड़ा जिलों में हल्की बारिश हुई। इसके साथ दिन के तापमान में भी गिरावट हुई। नरसिंहपुर में एक ही रात में पारा 5.4 डिग्री लुढ़ककर 17.2 डिग्री पर आ गया। छिंदवाड़ा-मंडला में 17.6 डिग्री, नौगांव में 15 डिग्री, रीवा में 15.8 डिग्री, सिवनी में 17.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 16.8 डिग्री, उमरिया में 17.3 डिग्री, मलाजखंड में 16.7 डिग्री, भोपाल में 18.8 डिग्री, इंदौर में 18.2 डिग्री, उज्जैन में 18.3 डिग्री, ग्वालियर में 20.1 डिग्री, खंडवा-शिवपुरी में 17 डिग्री, खरगोन में 17.8 डिग्री, पचमढ़ी में 17.2 डिग्री रहा। इधर, बुधवार को दिन में पचमढ़ी सबसे ठंडा रहा। यहां अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री रहा। रायसेन में 27 डिग्री, बैतूल में 26.7 डिग्री, श्योपुर में 29.6 डिग्री, छिंदवाड़ा-दमोह में 29.5 डिग्री, नरसिंहपुर में 29.6 डिग्री, सिवनी में 28 डिग्री, सीधी में 28.8 डिग्री, उमरिया में 29.9 डिग्री और मलाजखंड में पारा 26.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अक्टूबर में 121% बारिश ज्यादा, नवंबर में तेज ठंड का ट्रेंडप्रदेश में नवंबर महीने में पिछले 10 साल से ठंड के साथ बारिश का ट्रेंड भी है। अबकी बार भी ऐसा ही मौसम रहेगा। वहीं, बारिश के लिहाज से अक्टूबर का महीना उम्मीदों पर खरा उतरा है। औसत 2.8 इंच पानी गिर गया, जो सामान्य 1.3 इंच से 121% ज्यादा है। वहीं, भोपाल में दिन ठंडे रहे। 30 अक्टूबर को दिन का तापमान 24 डिग्री रहा। मौसम विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार, पिछले 25 साल में अक्टूबर का यह सबसे ठंडा दिन रहा। उज्जैन, छतरपुर, नरसिंहपुर समेत कई शहरों में पारा 24 डिग्री के नीचे ही रहा। इंदौर में 10 साल में दूसरी बार सबसे ज्यादा बारिशअक्टूबर में बारिश के रिकॉर्ड की बात करें तो दो साल बाद प्रदेश में सबसे ज्यादा पानी गिरा। भोपाल में 2.8 इंच, जबलपुर में 3.3 इंच, ग्वालियर में 4.2 इंच और उज्जैन में 2.1 इंच बारिश दर्ज की गई। साल 2022 में इससे ज्यादा बारिश हुई थी। वहीं, इंदौर में 3.4 इंच पानी गिरा। यहां 10 साल में दूसरी बार अक्टूबर में इतनी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई। ओवरऑल सबसे ज्यादा बारिश वाले जिले में श्योपुर नंबर-1 पर है। यहां 6.52 इंच, झाबुआ में 5.52 इंच, सिंगरौली में 5.35 इंच, सीधी में 5 इंच, उमरिया में 4.14 इंच, अनूपपुर में 4.82 इंच, बड़वानी में 4.21 इंच और भिंड में 4.36 इंच बारिश हो गई। प्रदेश का खंडवा ही एक मात्र ऐसा जिला रहा, जहां सामान्य से कम पानी गिरा। बाकी 53 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। इस बार मानसून भी बेहतर रहाइस बार प्रदेश में मानसून की भी 'हैप्पी एंडिंग' रही। भोपाल, ग्वालियर समेत 30 जिले ऐसे रहे, जहां 'बहुत ज्यादा' बारिश दर्ज की गई। ओवरऑल सबसे ज्यादा बारिश वाला जिला गुना है। जहां पूरे सीजन 65.7 इंच पानी गिर गया, जबकि श्योपुर में 216.3% बारिश हुई। एक्सपर्ट की माने तो अच्छी बारिश होने से न सिर्फ पेयजल बल्कि सिंचाई के लिए भी भरपूर पानी है। भू-जल स्तर भी बढ़ा रहेगा। हालांकि, शाजापुर ऐसा जिला रहा, जहां सबसे कम 28.9 इंच (81.1%) ही बारिश हुई है। अब जानिए नवंबर में कैसा रहेगा मौसममौसम विभाग के अनुसार, नवंबर के दूसरे सप्ताह से ठंड का असर बढ़ेगा। खासकर ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में, जहां उत्तरी हवाएं सीधी आती हैं, वहां पारा लुढ़केगा। ग्वालियर में 56 साल पहले नवंबर में रात का टेम्प्रेचर रिकॉर्ड 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है। उज्जैन में 52 साल पहले न्यूनतम पारा रिकॉर्ड 2.3 डिग्री तक जा चुका है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर में इस महीने बारिश का ट्रेंड है। इस बार नवंबर के पहले सप्ताह में ही बारिश होने के आसार है। तीसरे और चौथे सप्ताह में सिस्टम एक्टिव होने से भी बारिश हो सकती है। एमपी में अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम... जानिए, नवंबर में 5 बड़े शहरों का मौसम... भोपाल: 10 साल में 3 बार बारिश हो चुकीनवंबर में राजधानी में रात का तापमान 9 से 12 डिग्री सेल्सियस पहुंच जाता है। पिछले 10 साल से ऐसा ही ट्रेंड रहा है। इस बार भी दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से लुढ़केगा। मौसम विभाग के अनुसार, भोपाल में नवंबर में रात का तापमान 6.1 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह 30 नवंबर 1941 को दर्ज किया गया था। इस महीने बारिश होने का ट्रेंड भी है। 10 साल में तीन बार बारिश हो चुकी है। साल 1936 में महीने में साढ़े 5 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। इंदौर: 5.6 डिग्री तक जा चुका न्यूनतम पाराइंदौर में ठंड का असर रहता है। खासकर दूसरे सप्ताह से पारा तेजी से गिरता है। इस वजह से रातें ठंडी हो जाती हैं और टेम्प्रेचर 10 से 12 डिग्री के बीच रहता है। हालांकि, 25 नवंबर 1938 को पारा 5.6 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। कभी-कभार बारिश भी हो जाती है। दिन में 31 से 33 डिग्री के बीच तापमान रहता है। ग्वालियर: 1927 में 3 इंच पानी गिरा थापिछले 10 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो ग्वालियर में पारा 8 डिग्री तक पहुंच चुका है। 54 साल पहले वर्ष 1970 में टेम्प्रेचर 3 डिग्री तक पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। 2 नवंबर 2001 को दिन का तापमान 37.3 डिग्री तक पहुंच चुका है, जबकि यह सामान्य तौर पर 33 से 35 डिग्री के बीच रहता है। इस महीने बारिश भी होती है। 1927 में पूरे महीने 3 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में 3 बार ऐसा ही मौसम रह चुका है। जबलपुर: 1946 में 6 इंच से ज्यादा बारिशपिछले 10 साल में 2022 में न्यूनतम पारा 7.8 डिग्री तक जा चुका है। ओवरऑल रिकॉर्ड 12 नवंबर 1989 को दर्ज किया गया था, तब टेम्प्रेचर 3.9 डिग्री तक पहुंच गया था। 1946 में पूरे महीने 6 इंच से ज्यादा पानी गिरा था। 10 साल में दो बार बारिश हो चुकी है। दिन में 30 से 33 डिग्री के बीच तापमान रहता है। उज्जैन: न्यूनतम तापमान 10-11 के बीच रहता हैयहां 30 नवंबर 1974 को रात का तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस पहुंच चुका है। यह ओवरऑल रिकॉर्ड है। वहीं, 6 नवंबर 2008 को दिन का तापमान 36.5 डिग्री रहा था। पिछले 10 साल की बात करें तो न्यूनतम तापमान 10-11 डिग्री के बीच रहा है, जबकि दिन में यह 33 से 35 डिग्री के बीच पहुंच चुका है।
हरियाणा के कुरुक्षेत्र में डिप्टी स्पीकर की हाई लेवल मीटिंग के बाद SDM दफ्तर अचानक जंगल में तब्दील हो गया। यहां फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के 2 कर्मियों ने अपने सीनियर अधिकारी (रेंजर) को थप्पड़ जड़ दिए। इन कर्मियों ने अधिकारी के साथ गाली-गलौज करते हुए कुर्सी से हमला कर जख्मी कर दिया। यह घटना 30 अक्टूबर को पिहोवा के SDM दफ्तर के ऊपर बने कमरे में हुई। रेंजर ने मामले की शिकायत पुलिस को दी थी। उनकी शिकायत पर पुलिस ने 4 अक्तूबर को गार्ड और महिला दरोगा के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। दोनों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी हुई। डिप्टी स्पीकर ने बुलाई थी बैठक रेंजर वीरेंद्र सिंह ने पुलिस को बयान दिया कि 30 अक्टूबर को पिहोवा के SDM ऑफिस में डिप्टी स्पीकर डॉ. कृष्ण मिड्ढा ने सभी विभागाध्यक्षों की बैठक बुलाई थी। इसमें हरियाणा सरकार की तमाम घोषणाओं पर तेजी से काम के निर्देश दिए गएथे। इसमें फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के कई लंबित कार्यों पर गहन चर्चा हुई और उनका जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए गए। अचानक अंदर आ गए बैठक खत्म होने के बाद वे दरोगा धर्म सिंह, पंकज, टेकचंद व अन्य के साथ CM विंडो और अन्य विभागीय कार्यों पर चर्चा कर रहे थे। इसी दाैरान गार्ड राजू और दरोगा राजबाला अचानक दफ्तर में घुस आए और पर्सनल मिलने की बात कहकर धर्म सिंह को बाहर खींच लिया। गाली-गलौज करते हुए हमला किया अंदर आते ही दोनों कर्मी उनके साथ गाली-गलौज करने लगे। उन्होंने उन्हें समझाने की कोशिश की तो राजबाला ने उनको थप्पड़ जड़ दिए। राजू भी उनके साथ हाथापाई करने लगा और कुर्सी उठाकर मार दी। अंदर मौजूद स्टाफ ने उनको उन दोनों से बचाया। दोनों कर्मियों ने उनको झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी। वे पहले भी उनके खिलाफ झूठी शिकायतें दे चुके हैं। पुलिस ने केस दर्ज किया थाना सिटी पिहोवा के SHO नरेश कुमार ने बताया कि रेंजर की शिकायत पर पुलिस ने गार्ड राजू और दरोगा राजबाला के खिलाफ BNS की धारा 115, 121(1), 132, 3(5) और 351(3) के तहत FIR दर्ज कर ली। अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोनों कर्मियों को किया सस्पेंड उधर, दोनों कर्मियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की गई। जिला वन अधिकारी (DFO) ऋषि राज ने बताया कि रेंजर के साथ मारपीट करने के आरोप में अधिकारियों ने कर्मी राजू और राजबाला को सस्पेंड कर दिया है। कर्मियों की ओर से रेंजर के खिलाफ भी शिकायत दी गई है। जिसकी जांच चल रही है और जांच के बाद कार्रवाई होगी।
कैथल के रहने वाले हरियाणवी सिंगर रॉकी मित्तल एक बार फिर अपने विवादित गानों की वजह से चर्चा में हैं। पहले गाने में ईश्वर-अल्लाह को अलग बताने के बाद अब उन्होंने हिंदू और मुस्लिम समाज पर गाना गाया है। इस गाने में केवल धार्मिक अनेकता नहीं बल्कि महात्मा गांधी पर भी उन्होंने टिप्पणी की है। गाने में उन्होंने हिंदुओं को गांधीगिरी छोड़ने के लिए कहा है और साथ में यह भी कहा है कि हमें भगत सिंह बनना है न कि महात्मा गांधी। रॉकी गाने में कह रहे हैं कि अगर कोई हमारे एक गाल पर थप्पड़ मार दे तो हमें दूसरा गाल आगे नहीं करना है। ये हैं गाने के बोल गाने के बोल हैं कि] गांधीगिरी को छोड़ दो हिंदुओ, भगत सिंह हमें बनना है, एक गाल पर थप्पड़ खाकर दूसरा ना आगे करना है। सर तन से जुदा के नारे लगते, हिंदुओं के देश में, औरंगजेब बनकर घूमें हिंदुओं के देश में। कहा- गांधी परिवार ने हमेशा समरसता के विपरीत काम किया गाने को लेकर जब रॉकी मित्तल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि देश में केवल हिंदू धर्म है, जहां सामाजिक समरता है, लेकिन गांधी परिवार ने हमेशा इसके विपरीत काम किया है। उन्होंने केवल और केवल मुस्लिम समाज का हित सोचा। ऐसे में हिंदुओं से उनकी मांग है कि वे महात्मा गांधी की बजाय भगत सिंह जैसे शहीदों को आदर्श मानें। आगे भी गाते रहेंगे गाने रॉकी ने कहा कि वे इसी प्रकार गाने गाते रहेंगे। भले ही उन पर कोई केस हो या उन्हें जेल हो जाए। वे अपने गानों में उन चीजों को शामिल करते रहेंगे, जिन्होंने देश को बिखेरने का काम किया और लोगों से अपील करते रहेंगे कि अपने धर्म के महत्व को समझें। साथ ही उन लोगों को भी जानें जिन्होंने कभी देशहित नहीं सोचा। दो दिन पहले भी हुए थे ट्रोल बता दें कि, रॉकी मित्तल ने दो दिन पहले ईश्वर- अल्लाह को अलग- अलग बताने संबंधित गाना गाया था। उस गाने को लेकर उन्हें सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल भी किया गया। लोगों ने यहां तक कह दिया कि, क्यों देश में आग लगा रहे हो। अब रॉकी ने फिर से इसी प्रकार दूसरा गाना गाया है। रॉकी ने कहा कि अब वे लगातार इस प्रकार के गाने बनाएंगे।
राजधानी भोपाल में 4 साल की उम्र से बड़े पिलियन राइडर (पीछे बैठने वाले) के लिए भी अनिवार्य किए गए हेलमेट को लेकर आज से सख्ती शुरू हो कर दी गई है। भोपाल ट्रैफिक पुलिस चौराहा-तिराहों पर हेलमेट न पहनने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करेगी। डीसीपी जितेंद्र सिंह पंवार के मुताबिक चेकिंग के लिए पुलिस के चारों जोन में 20 पॉइंट बनाए गए हैं। इन सभी पाइंट्स में करीब 100 जवानों की तैनाती रहेगी। चलित टीम भी करेगी निगरानी डीसीपी ट्रैफिक जितेंद्र सिंह पंवार ने बताया कि स्थायी चेकिंग पॉइंट्स के साथ हर जोन में एक चलित टीम भी सक्रिय रहेगी, जो ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नजर रखेगी। सभी चालान पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनों के माध्यम से ही बनाए जाएंगे। जो लोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करते, उन्हें मौके पर ही पीओएस से चालान रसीद दी जाएगी। जानकारी के मुताबिक एक-एक चलित टीम भी हर जोन में ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों के खिलाफ चालानी कार्रवाई करेगी। पुलिस की कोशिश है कि सभी चालान पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन से बनाए जाएं। जो लोग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन नहीं करते उन्हें भी चालान की रसीद पीओएस से ही दी जाएगी। हर महीने 20 लाख रुपए समन शुल्क बता दें कि भोपाल की ट्रैफिक पुलिस हेलमेट नहीं पहनने वालों पर कार्रवाई करती है। हेलमेट न लगाने पर 250 रुपए का समन शुल्क वसूला जाता है। आईटीएमएस के जरिए हर महीने तकरीबन 5 हजार चालान बनाए जाते हैं, जबकि चेकिंग पॉइंट से 3 हजार। यानी बगैर हेलमेट वाहन चलाने वाले 8 हजार लोग हर महीने करीब 20 लाख रुपए समन शुल्क भर देते हैं। पुलिस के पास 70 पीओएस मशीन भोपाल पुलिस के पास करीब 70 पीओएस मशीनें हैं। डीसीपी ट्रैफिक जितेंद्र पंवार ने लोगों से अपील की है कि यह अभियान सड़क हादसों में होने वाली जनहानि को कम करने के लिए चलाया जा रहा है। इसलिए वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का पालन करें। करीब एक पखवाड़े से चौराहों-तिराहों पर लोगों को हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने के अलावा ट्रैफिक नियमों का पालन करने की समझाइश दी जाती रही है। स्कूल-कॉलेजों में जाकर युवाओं को भी जागरूक किया गया, क्योंकि सड़क हादसों में एक बड़ा आंकड़ा युवाओं का ही है।
पूर्वोत्तर रेलवे के अपर महाप्रबंधक विनोद कुमार शुक्ल ने लखनऊ जंक्शन और गोमतीनगर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया। इस दौरान मंडल रेल प्रबंधक गौरव अग्रवाल, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ्रा) भुवनेश सिंह, अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) नीतू, आरएलडीए के मुख्य परियोजना प्रबंधक पावस यादव और अन्य अधिकारी मौजूद रहे। लखनऊ जंक्शन पर यात्री सुविधाओं का जायजा निरीक्षण की शुरुआत लखनऊ जंक्शन से हुई, जहां एजीएम ने स्टेशन पोर्टिको, सर्कुलेटिंग एरिया, कानकोर्स एरिया, प्रतीक्षालयों, टीटी लॉबी और प्लेटफॉर्म नंबर 6 पर चल रहे विकास कार्यों को देखा। इसके बाद आरएलडीए के मुख्य परियोजना प्रबंधक पावस यादव ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए लखनऊ जंक्शन और लखनऊ (उत्तर रेलवे) स्टेशन पर चल रहे एकीकृत पुनर्विकास कार्यों की जानकारी दी। गोमतीनगर स्टेशन पर फ्लाईओवर और एयर कॉनकोर्स का निरीक्षण अपर महाप्रबंधक शुक्ल गोमतीनगर रेलवे स्टेशन का भी दौरा किया। यहां उन्होंने पहले प्रवेश द्वार पर बने फ्लाईओवर, एयर कॉनकोर्स, सर्कुलेटिंग एरिया और पार्किंग की स्थिति का निरीक्षण किया। साथ ही द्वितीय प्रवेश द्वार पर साफ-सफाई व्यवस्था का भी अवलोकन किया। इसके बाद उन्होंने स्टेशन के लेआउट प्लान और पहले प्रवेश द्वार पर चल रहे रिटेल ब्लॉक व कॉमर्शियल ब्लॉक की संरचनात्मक प्रगति की समीक्षा की। आरएलडीए के अधिकारी पावस यादव ने गोमतीनगर स्टेशन पर चल रहे आधारभूत संरचना के विकास कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि स्टेशन को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने के लिए तेजी से काम चल रहा है।
26 दिन बाद 150 तक पहुंचा मेरठ का AQI:सुबह के समय छाई रही स्मॉग, दोपहर में मौसम साफ हुआ
मेरठ में दीपावली से 10 दिन पहले से बढ़ना शुरू हुए प्रदूषण के स्तर में बुधवार का दिन राहत भरा रहा। 26 दिनों के बाद शहर की हवा में सुधार दर्ज किया गया और एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) घटकर 150 के करीब पहुंच गया। हालांकि सुबह के समय हल्की स्मॉग की परत छाई रही, लेकिन दोपहर में धूप निकलने से मौसम साफ नजर आया। 400 के करीब पहुंचा AQI 10 अक्तूबर के बाद पहली बार शहर का AQI 150 के आसपास दर्ज किया गया। इससे पहले एक्यूआई का स्तर लगातार 200 से 350 के बीच बना हुआ था। दीपावली के बाद से शहरवासी प्रदूषण की मार झेल रहे थे। आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ और अस्थमा के मरीजों की संख्या अस्पतालों में बढ़ी थी। बुधवार को हवा की गुणवत्ता सुधरने के बाद लोगों ने राहत महसूस की। मेरठ में AQI का स्तर गंगानगर: 137 जयभीम नगर: 164 पल्लवपुरम: 181 बेगमपुल: 177 दिल्ली रोड: 178 NCR में AQI का स्तर गाजियाबाद: 207 बागपत: 142 मुजफ्फरनगर: 154 शामली: 151 तापमान में आने लगी गिरावट चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मौसम वेधशाला के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान 30.4C और न्यूनतम तापमान 15.6C दर्ज किया गया। सुबह और शाम के समय हल्की ठंड महसूस की गई। मौसम वैज्ञानिक डॉ. यू.पी. शाही ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। आने वाले दिनों में हल्की बारिश की संभावना है, जिससे तापमान में गिरावट आएगी और वायु गुणवत्ता में और सुधार देखने को मिल सकता है। बारिश से धूल के कण नीचे बैठने के कारण प्रदूषण के स्तर में कमी आ सकती है।
शाम 4 बजे का वक्त था। सूरज ढलने को था। एक जोरदार धड़ाम की आवाज आई। डिब्बे में चीखें गूंज रही थी। बोगी के अंदर खून से सने बच्चे थे, माताएं तड़प रहीं थीं। किसी के पेट से खून बह रहा था, किसी का सिर फट गया था, किसी का पैर, तो किसी का हाथ टूट चुका था। किसी का चेहरा पिचक गया था। बोगी से खून रिस-रिसकर गिर रहा था। ये बातें लाल खदान निवासी विजय सूर्यवंशी, प्रत्यक्षदर्शी सत्येंद्र भास्कर और ढेका पंचायत के सरपंच मनीष घोरे ने भास्कर डिजिटल के साथ साझा कीं। सूर्यवंशी ने बताया पटरी खून से लहूलुहान थी, जो जिंदा बचे थे, वह बोगी से कूदकर भाग रहे थे। मदद की गुहार लगा रहे थे। खून से सीटें सन गई थीं। हमने लोगों को निकालने में मदद की। विजय बताते हैं किसी ने पानी दिया, तो किसी ने किसी को थामा। पूरा मंजर ऐसा था कि सांस लेना भी मुश्किल लग रहा था। हर तरफ सिर्फ सिसकियां और लोग बिखरे पड़े थे। मैंने जिंदगी की सबसे दर्दनाक तस्वीर देखी। पढ़िए इस रिपोर्ट में और क्या, कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने देखा, 20 फोटोज में बताएंगे, ट्रेन हादसे की दर्द भरा मंजर... अब जानिए कैसे हुआ हादसा ? दरअसल, तेज रफ्तार कोरबा पैसेंजर ट्रेन कोरबा से बिलासपुर जा रही थी। करीब 77 किलोमीटर की दूरी तय कर ली थी। बिलासपुर पहुंचने के लिए 8 किलोमीटर तय करना बाकी था। 4 बजे के आसपास कोरबा पैसेंजर ट्रेन गतौरा रेलवे स्टेशन के लाल खदान के पहुंची। इसी बीच जिस रूट से पैसेंजर ट्रेन गुजरने वाली थी, उसी रूट पर सामने एक मालगाड़ी खड़ी थी। तेज रफ्तार से बिलासपुर की ओर बढ़ रही पैसेंजर ट्रेन ने टक्कर मार दी। हादसा इतना भयंकर था कि पैसेंजर ट्रेन का इंजन मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया। इस दौरान हादसे में 11 लोगों की मौत हुई है, जबकि 20 लोग घायल हैं। इनमें 5 लोग बिलासपुर के रहने वाले हैं, जबकि बाकी यात्री रायपुर-भिलाई और जांजगीर-चांपा के रहने वाले हैं। हादसे में सभी 11 मृतक और घायलों की पहचान हो गई है, जो बिलासपुर जिले के साथ ही सक्ती जिले के रहने वाले हैं। रेलवे के मुताबिक 5 घायलों को सिम्स अस्पताल, 2 लोगों को अपोलो हॉस्पिटल और बाकी 6 लोगों को रेलवे अस्पताल के साथ ही प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई लोगों की हालत गंभीर है।हालांकि इनके अलावा कई लोगों को छुट्टी मिल चुकी है। अब पढ़िए प्रत्यक्षदर्शी और लोगों की जान बचाने में जुटे लोगों से हादसे की कहानी, उन्हीं के जुबानी... जयराम नगर के परसदा गांव के सत्येंद्र भास्कर ने बताया कि वो इंजन के ठीक पीछे वाली डिब्बे में बैठे थे, जो बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। अचानक जोरदार धमाके की आवाज आई और बोगी में जोर से झटका लगा, जिससे डिब्बा हिल गया। सामने का हिस्सा और एंगल अंदर तरफ घुस गया था। सत्येंद्र ने बताया कि बोगी के अंदर भयावह मंजर था। लोग चीख-पुकार मचा रहे थे। कई लोग बेहोशी की हालत में खून से लथपथ पड़े थे। वहीं, कुछ लोग सीट और एंगल से चिपक गए थे। सभी मदद के लिए गुहार लगा रहे थे। अब 20 फोटोज में देखिए बिलासपुर ट्रेन हादसे की पूरी कहानी ..................................................... बिलासपुर ट्रेन हादसा...11 यात्रियों की मौत, 20 घायल: गेवरा मेमू मालगाड़ी से टकराई, बोगी काटकर शव-घायलों को निकाला, मृतकों में बिलासपुर के लोग ज्यादा छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में हुए भीषण ट्रेन हादसे में अब तक 11 यात्रियों की मौत हो चुकी है। मंगलवार तक यह आंकड़ा 8 था। वहीं 20 से अधिक यात्री गंभीर रूप से घायल हैं, जिनमें कई की हालत नाजुक बनी हुई है। मृतकों में बिलासपुर के लोग ज्यादा हैं। हादसा मंगलवार को उस समय हुआ, जब गेवरा मेमू लोकल ट्रेन बिलासपुर स्टेशन के आउटर पर अपनी रफ्तार से आगे बढ़ रही थी। इसी दौरान सामने मालगाड़ी खड़ी थी और दोनों ट्रेनों में टक्कर हो गई। पढ़ें पूरी खबर...
पीएम से मिलने वाला वैज्ञानिक डेलिगेशन में शामिल हुए सिसई के डॉ. मनोज कुमार
टंडवा| सीएसआईआर इंस्टीट्यूट ऑफ मिनरल्स एंड मेटेरियल्स टेक्नोलॉजी आईएमएमटी भुवनेश्वर में वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत डॉ. मनोज कुमार को देश के चुनिंदा युवा वैज्ञानिकों के विशेष डेलिगेशन में शामिल होने पर भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष एवं सिमरिया विधानसभा के पूर्व विधायक किशुन कुमार दास समेत भाजपा कार्यकर्ताओं ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनोज कुमिर को प्रधानमंत्री से मिलने वाले युवा वैज्ञानिक डेलिगेशन में शामिल होना चतरा जिले के लिए गर्व का विषय है। सिसई जैसे ग्रामीण इलाके से वैज्ञानिक शोध में आगे बढ़कर देश स्तर पर पहचान बनाना अत्यंत प्रेरणादायक है। यह उपलब्धि क्षेत्र के युवाओं के लिए मार्गदर्शक बनेगी। उन्होंने आगे कहा कि डॉ. मनोज ने अपने परिवार, गांव, प्रखंड, जिला और राज्य का नाम रोशन किया है। यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि प्रतिभाएं गांव की मिट्टी में भी फलती-फूलती हैं और अवसर मिलने पर विश्व मंच पर अपनी पहचान साबित कर सकती हैं। हर्ष व्यक्त करने वालो में सांसद प्रतिनिधि ईश्वर दयाल पांडेय प्रेम विकास उर्फ मंटू सिंह अक्षयवट पांडेय बबलू गुप्ता विकास मालकार रंजीत गुप्ता सुनील चौरसिया महेंद्र यादव समेत दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं का नाम शामिल है। चतरा | भगवान बिरसा मुंडा की जयंती (15 नवंबर) एवं वंदे मातरम गीत के 150वें वर्ष कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर भाजपा जिला कार्यालय में प्रदेश नेतृत्व के निर्देशानुसार गुरुवार को एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई है।भाजपा जिला महामंत्री डॉ. मृत्युंजय सिंह ने बताया कि कार्यशाला का आयोजन दिनांक 06 नवंबर को दोपहर 01 बजे से भाजपा जिला कार्यालय में किया जाएगा।उन्होंने बताया कि इस कार्यशाला में प्रदेश सदस्य, पूर्व जिला अध्यक्ष, जिला पदाधिकारी, सभी मोर्चा जिला अध्यक्ष, मोर्चा प्रदेश पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, महामंत्री एवं भाजपा परिवार के सभी अपेक्षित सदस्य उपस्थित रहेंगे।डॉ. सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं से समय पर पहुंचकर कार्यक्रम को सफल बनाने का आह्वान किया।
निशुल्क मध्यस्थता शिविर का आयोजन
कुन्दा|जिला विधिक सेवा प्राधिकार जिला सचिव के निर्देशानुसार कुंदा थाना में निःशुल्क मध्यस्थता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कई आवेदन आए, जिनमें मारपीट, घरेलू मामले, जमीनी विवाद और गाली-गलौज जैसे कई मामले शामिल थे। इन मामलों का मध्यस्थता के माध्यम से निष्पादन किया गया। अधिकार मित्र अजित कुमार ने शिविर में उपस्थित लोगों को बाल मजदूरी, नशा उन्मूलन और नारी उत्पीड़न की रोकथाम के लिए जागरूक किया। विधिक शिविर में एएसआई श्रीकांत पांडे,एवं पंचायत भवन मे अमलेश यादव, किरण कुमारी, मुन्ना दास, संजय चौधरी समेत कई अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।
सेक्रेड हार्ट ने ग्रिजली पब्लिक स्कूल को 318 रन से हराया
भास्कर न्यूज| कोडरमा जिला क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से आयोजित रोटरी कोडरमा इंटर स्कूल क्रिकेट टूर्नामेंट का शुभारंभ बुधवार को सी.एच. हाई स्कूल मैदान में हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन रोटरी क्लब कोडरमा के अध्यक्ष संतोष सिन्हा, सचिव संदीप सिन्हा, प्रोजेक्ट डायरेक्टर नवीन आर्य, संरक्षक सुरेश जैन तथा जिला क्रिकेट एसोसिएशन के वरीय पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटन मैच सेक्रेड हार्ट स्कूल और ग्रिजली पब्लिक स्कूल के बीच खेला गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सेक्रेड हार्ट स्कूल ने 30 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 355 रन बनाए। टीम की ओर से दिव्यम ने शानदार 174 रन की शतकीय पारी खेली, जबकि सोनू ने 53 और आशुतोष ने 46 रन का योगदान दिया। गेंदबाजी में ग्रिजली की ओर से यश जैन ने दो, जबकि मधुसूदन और दक्ष आनंद ने एक-एक विकेट लिया। जवाब में ग्रिजली पब्लिक स्कूल की टीम 19.5 ओवर में मात्र 37 रन पर सिमट गई। टीम की ओर से आरव बजाज ने सर्वाधिक आठ रन बनाए। सेक्रेड हार्ट स्कूल के रजनीश ने घातक गेंदबाजी करते हुए छह विकेट झटके, जबकि आशुतोष ने दो और शुभम ने एक विकेट लिया। शानदार प्रदर्शन के लिए दिव्यम को “मैन ऑफ द मैच” चुना गया। मैच में अंपायर की भूमिका आदित्य झा और विजय कुमार ने निभाई, जबकि स्कोरर कृष रहे। उद्घाटन के अवसर पर संतोष सिन्हा, सुरेश जैन और संदीप सिंह ने कहा कि कोडरमा जिला क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा बच्चों के लिए तैयार किया गया यह मंच प्रतिभाओं को निखारने का उत्तम अवसर है। रोटरी क्लब कोडरमा क्रिकेट के विकास के लिए हर संभव सहयोग करेगा। रोटरी के पूर्व अध्यक्ष अमित कुमार, उपाध्यक्ष अनिल सिंह तथा संयुक्त सचिव विनोद विश्वकर्मा ने कहा कि अनुशासन हर खेल की बुनियाद है और यही व्यक्ति को सफलता की ऊंचाइयों तक ले जाता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता केडीसीए के सचिव दिनेश सिंह ने की तथा संचालन कोषाध्यक्ष सह समाजसेवी मनोज सहाय ‘पिंकू’ ने किया।
कार्तिक पूर्णिमा पर उतरवाहिनी शिव मंदिर में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, जलाभिषेक व मेले का आयोजन
भास्कर न्यूज| जयनगर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को प्रखंड के सतडीहा स्थित शिव मंदिर उत्तरवाहिनी बराकर घाट बाबा धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। सुबह से ही श्रद्धालु उत्तर वाहिनी बराकर नदी में स्नान कर सुख-समृद्धि की कामना के साथ मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना और जलाभिषेक करते नजर आए। धार्मिक आस्था से जुड़े इस पर्व पर एक दिवसीय मेले का भी आयोजन किया गया, जिसमें जयनगर, मरकच्चो, चलकुशा, कोडरमा और बरकट्ठा सहित आसपास के कई प्रखंडों के श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचे। मेले में विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए गए थे, जिनसे क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल बना रहा। श्रद्धालुओं ने बताया कि उतरवानी शिव मंदिर बाबा धाम अब जयनगर, मरकच्चो, चलकुशा और बरकट्ठा क्षेत्र का एक प्रमुख धार्मिक स्थल बन चुका है। पिछले वर्ष यहां लाखों रुपये की लागत से भव्य महायज्ञ और शिव प्राण प्रतिष्ठा कराई गई थी। इसके बाद से यह स्थान उत्तर वाहिनी बराकर घाट के रूप में प्रसिद्ध हो गया है। कार्तिक पूर्णिमा के अलावा सावन और महाशिवरात्रि के अवसर पर भी यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। उत्तर वाहिनी होने के कारण लोग यहां अपने परिजनों के पिंडदान के लिए भी आते हैं। समिति सदस्य बताया कि कार्तिक पूर्णिमा स्नान में लगभग 10 हजार श्रद्धालु उत्तरवाहिनी घाट पर स्नान किया। इधर, कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर खरियोडीह बाबा धाम में भी श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। वहां भी जलाभिषेक और मेले का आयोजन किया गया । भास्कर न्यूज | चतरा कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को स्थानीय हेरू नदी में स्नान ध्यान व पूजा के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। नदी तट पर मेला का भी आयोजन किया गया। मेला में काफी संख्या में लोग पहुंचे। मेला में पहुंचे लोगों ने पहले हेरू नदी में डुबकी लगाई और फिर नदी तट पर स्थित शिवालय में पूजा अर्चना की। कार्तिक पूर्णिमा पर शिव मंदिर में पूजा अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद नदी तट पर लोगों ने भगवान सत्यनारायण की कथा भी सुनी। पूजा के बाद लोगों ने नदी तट पर बैठकर वनभोज का भी आनंद लिया। मेले में बर्तन, कपड़ा, खिलौने और श्रृंगार की दुकानें लगी थीं। इन दुकानों पर खरीदारी को लेकर बच्चों व महिलाओं की भीड़ लगी रही। मेले में चार्ट व पकौड़ी की दुकान भी लगी थी। मेले मे आएं लोगों ने चार्ट व पकौड़ी का भी आनंद उठाया। हेरू नदी शहर से मात्र एक डेढ़ किमी की दूरी पर स्थित है। शहर के अलावा आसपास के गांवों से भी लोग यहां कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान ध्यान करने पहुंचे थे। पूर्णिमा पर यहां हर साल हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।
गुरु पूर्णिमा पर पुरोहित को किया सम्मानित
कोडरमा| पर्यावरण संरक्षण और हरित अभियान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इनरव्हील क्लब कोडरमा द्वारा ब्लॉक रोड स्थित पार्क में पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सिटी मैनेजर लिमांशु कुमार के मार्गदर्शन में क्लब की सदस्याओं ने मिलकर 45 अमरूद के पौधे लगाए। क्लब अध्यक्ष ज्योति झा ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य पर्यावरण को स्वच्छ, हरियाली से भरपूर और बेहतर बनाने की दिशा में योगदान देना है। उन्होंने कहा कि पेड़ जीवन के आधार हैं और उनका संरक्षण हर नागरिक की जिम्मेदारी है। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की कि हर व्यक्ति कम से कम एक पौधा अवश्य लगाए और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी भी निभाए।कार्यक्रम में उपस्थित सदस्याओं ने पौधों की नियमित देखभाल और सुरक्षा का संकल्प भी लिया।मौके पर क्लब की सचिव आरती आर्य, पूर्व अध्यक्ष सरिता विजय, मुक्ता बरह पुरिया, अनीता सेठ, आशा खेतान समेत अन्य सदस्य मौजूद थे।
राशि की कमी के कारण नहीं हुआ सर्वे, 168 आदर्श गांव बनाने का सपना अधूरा
जफर परवेज | चतरा सर्वे का कार्य नहीं होने के कारण प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जिले के 168 गांवों को आदर्श गांव बनने का सपना अधूरा है। ये सभी अनुसूचित बहुल गांव हैं। पीएम आदर्श ग्राम योजना के तहत इन गांवों में आर्थिक एवं सामाजिक विकास की परिकल्पना की गई है। ताकि इन्हें आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जा सके। योजना के दिशा-निर्देश के अनुसार इन गांवों में व्यापक सर्वे कराया जाना है। ताकि गांव की वास्तविक स्थिति का आकलन कर विकास का खाका तैयार किया जा सके। इसके लिए विभाग ने टेंडर जारी किया था, लेकिन इस टेंडर में एक भी संवेदक (कंसल्टेंसी एजेंसी) ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। बताया गया कि सर्वे के लिए प्रति गांव 5,000 रुपये का प्रावधान किया गया है। इतनी कम राशि के कारण किसी भी एजेंसी ने टेंडर में रुचि नहीं दिखाई। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि सर्वे कार्य में फील्ड विजिट, डाटा कलेक्शन, स्वास्थ्य ,पोषण, शिक्षा, सड़क, पेयजल, स्वच्छता, सामाजिक-आर्थिक स्थिति का विश्लेषण जैसी विस्तृत प्रक्रियाएं शामिल हैं, जिसके लिए यह राशि बेहद अपर्याप्त है। अब विभाग ने राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजकर सर्वे की राशि बढ़ाने का अनुरोध किया है। राशि बढ़ाए जाने के बाद पुनः टेंडर निकालने की योजना है। अधिकारी उम्मीद जता रहे हैं कि उचित पारिश्रमिक तय होने के बाद एजेंसियां आगे आएंगी और सर्वे का कार्य जल्द प्रारंभ हो सकेगा। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि यह योजना धरातल पर उतरती है तो गांवों में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं में बड़ा सुधार देखने को मिलेगा। फिलहाल, योजना कागजों में ही सीमित है और ग्रामीण विकास की उम्मीदें प्रशासनिक अड़चनों में अटकी हुई हैं।
कार्तिक पूर्णिमा पर 25 हजार श्रद्धालुओं ने की मां भद्रकाली की पूजा
भास्कर न्यूज | इटखोरी कार्तिक पूर्णिमा के पावन मौके पर मां भद्रकाली की पूजा-अर्चना के लिए बुधवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की जनसैलाब मंदिर प्रांगण में उमड़ी। इस वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर यहां रिकॉर्ड तोड़ भीड़ हुई है। यहां लगभग 25000 से ऊपर श्रद्धालुओं ने माता रानी की दर्शन-पूजन कर सुख समृद्धि की कामना की। यहां 5 बजे सुबह से लेकर 1 बजे दिन तक श्रद्धालुओं की गहमा-गहमी भीड़ मंदिर प्रांगण में जुटी रही। मंदिर के पीछे से गुजरी यु आकार की उत्तर एवं दक्षिण वाहिनी नदी में 5 नवंबर की अहले सुबह 3 बजे से हीं भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ श्रद्धा एवं आस्था की डुबकी लगाने पहुंची। मुहाने नदी में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाकर दीपदान किए। इसके बाद सीधा माता रानी की मंदिर प्रवेश कर मां की श्रृंगार पूजन में शामिल हुए। मां की श्रंगार पूजन के बाद माता रानी की विधिवत आरती उतारी गई। इसके बाद श्रद्धालुओं के पूजा पाठ के लिए मंदिर का कपाट खोल दिया गया। इस बीच 5 सुबह से लेकर 12 बजे दिन तक श्रद्धालुओं ने माता रानी की गर्भगृह में पहुंचकर श्रद्धा और भक्ति के साथ पूजा पाठ की। इसके बाद 12 दिन माता रानी के भोग के लिए एक घंटा तक मंदिर का कपाट बंद कर दिया गया। फिर 1 बजे दिन पुनः भोग के बाद मंदिर का कपाट श्रद्धालुओं के पूजा पाठ के लिए खोल दिया गया।
अवैध शराब भट्ठी ध्वस्त किया, दो को भेजा जेल
भास्कर न्यूज | प्रतापपुर प्रतापपुर पुलिस ने अवैध देशी शराब निर्माण के विरूद्ध कार्रवाई करते हुए थाना क्षेत्र के नेभी गांव में संचालित शराब भट्ठी को ध्वस्त कर दिया। इस अभियान का नेतृत्व थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी ने किया। इस दौरान बिहार से सटे नेभी नाला के किनारे चार अलग-अलग शराब भट्ठी को ध्वस्त किया गया। मौके पर पुलिस ने दर्जनों लीटर देशी शराब व जावा महुआ को नष्ट कर दिया। ड्राम व अन्य उपकरण को तोड़-फोड़ बर्बाद कर दिया।मौके से प्लास्टिक में बंद 55 लीटर देशी शराब जब्त किया गया। निर्माण कार्य में लगे दो व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। इनमें नेभी गांव निवासी दिनेश यादव व समुदित दास का नाम शामिल है। दोनों गिरफ्तार व्यक्ति को बुधवार को मेडिकल जांच के बाद जेल भेज दिया गया है ।इस संबंध में थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी ने बताया कि पुलिस अधीक्षक चतरा को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहार से सटे सीमावर्ती गांव नेभी में अवैध रूप से भट्ठी संचालित कर शराब निर्माण किया जा रहा है। उक्त शराब को बिहार विधानसभा चुनाव में खपाया जा रहा है। सूचना के आलोक में पुलिस ने विशेष अभियान चलाकर संचालित सभी अवैध शराब को नष्ट कर दिया है। वही दो लोगो को गिरफ्तार किया गया। आगे बताया कि देशी शराब भट्ठी संचालन में पांच अलग-अलग लोगो पर प्रतापपुर थाना में केस दर्ज किया गया है। यह अभियान बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चलाया जा रहा है। इस अभियान में सअनि श्री राम,जयकुमार सिंह समेत जिला बल के जवान शामिल थे।
समग्र शिक्षा अभियान के तहत विद्यार्थियों के लिए आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम होगा शुरू
भास्कर न्यूज | कोडरमा झारखंड के हजारों छात्र लगातार तीसरे साल ई-कल्याण पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए संघर्षरत हैं। यह छात्रवृत्ति दसवीं के बाद आगे की पढ़ाई कर रहे आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को दी जाती है, परंतु शैक्षणिक सत्र 2022-23 से अब तक केंद्र सरकार ने अपना 60% फंड जारी नहीं किया, जिससे पूरे राज्य में छात्रवृत्ति वितरण ठप पड़ा हुआ है। 2 वर्षों तक राज्य खंड से दी गई थी छात्रवृत्ति राज्य सरकार ने पहले दो वर्षों तक तत्कालीन आदिवासी कल्याण आयुक्त अजय नाथ झा के प्रयास से राज्य फंड से राशि दी थी, लेकिन उनके प्रमोशन के बाद विभाग की सक्रियता कम हो गई है। वर्तमान में कल्याण मंत्री चमरा लिंडा और आयुक्त कुलदीप चौधरी दोनों ने स्पष्ट किया है कि केंद्र से फंड आने के बाद ही भुगतान संभव है। 12,000 से अधिक आवेदन पड़े हैं लंबित कोडरमा जिले में सत्र 2024-25 के लिए कुल 23,946 आवेदन आए, जिनमें से 23,153 को संस्थान के नोडल अधिकार द्वारा स्वीकृति मिली। जिला स्तरीय समिति 15,137 आवेदनों को अंतिम स्वीकृति दी है। अब तक सिर्फ 2,442 छात्रों को भुगतान हुआ है। जिले में कुल 15.25 करोड़ रुपये फंड प्राप्त हुए, लेकिन केवल 3.048 करोड़ रुपये ही वितरित किए जा सके हैं। कोडरमा| जिले में समग्र शिक्षा अभियान के तहत संचालित विद्यालयों के मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए एक विशेष आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। यह प्रशिक्षण उन विद्यार्थियों के लिए है जो 10वीं और 12वीं कक्षा में विज्ञान संकाय से अध्ययनरत हैं और आगे आईआईटी, आईटीआई, मेडिकल नर्सिंग, क्लैट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करना चाहते हैं। जिला शिक्षा परियोजना पदाधिकारी-सह-जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अविनाश राम की ओर से जारी निर्देश में बताया गया है कि यह प्रशिक्षण निःशुल्क होगा और इसका आयोजन दिसंबर 2025 से जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा। इसके लिए छात्रों का चयन ऑनलाइन आवेदन के माध्यम से किया जाएगा। इच्छुक छात्र-छात्राएं 4 नवंबर 2025 तक गूगल फॉर्म ऑन लाईन के जरिए आवेदन कर सकते हैं। इस दौरान छात्रों को अपने स्कूल, कक्षा, पिता का नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर और पैन नंबर जैसी आवश्यक जानकारी देनी होगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी प्रधानाध्यापकों से कहा है कि वे अपने विद्यालय के पात्र विद्यार्थियों को इस योजना की जानकारी दें। जिससे कि अधिक से अधिक छात्र इसका लाभ उठा सकें। कार्यक्रम का उद्देश्य जिले के प्रतिभावान विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए सशक्त बनाना है।इस पहल से सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन और आवासीय प्रशिक्षण का अवसर प्राप्त होगा।
डेंटल क्लिनिक में महिला की मौत मामले में जांच कमेटी गठित
भास्कर न्यूज | चतरा शहर के गुदरी बाजार स्थित डेंटल क्लिनिक में इलाज के बाद हुई एक महिला की मौत के मामले में उपायुक्त ने तीन सदस्यीय जांच कमिटी का गठन किया है। कमिटी में सदर अनुमंडल पदाधिकारी जहूर आलम, सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी हरिनाथ महतो व सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार उत्तम शामिल हैं। उपायुक्त ने जांच कमिटी को एक सप्ताह के अंदर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। यहां बताते चले कि बीते 10 अक्टूबर को सदर थाना क्षेत्र के लोवागड़ा गांव निवासी गोमती देवी नामक वृद्ध महिला की मौत दांत का इलाज के दौरान हो गई थी। महिला का इलाज शहर के गुदरी बाजार स्थित ज्या डेंटल क्लिनिक में चल रहा था। मृतक के परिजन ज्या डेंटल क्लिनिक के संचालक डॉ ज्या पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। मृतक के पुत्र पंकज मिश्रा ने उपायुक्त को दिए आवेदन में बताया है कि डॉ ज्या ने इलाज में लापरवाही बरतते हुए उसकी मां को गलत इंजेक्शन दे दिया, जिससे उसकी मां की मौत हो गई। हालांकि डॉ. ज्या ने इंजेक्शन लगाने के आरोप को निराधार बताया था।
खेल से शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास होता है : समीर
सेन्हा| प्रखंड क्षेत्र के सेरेंगहातु पंचायत अंतर्गत सीठियो ग्राम में आदिवासी अखड़ा समिति सीठियो के बैनर तले 19वां कार्तिक उरांव ग्रामीण फुटबॉल टूनामेंट का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य पुलिस उपाधीक्षक समीर तिर्की व सांसद सुखदेव भगत के निजी सचिव आलोक कुमार साहू के द्वारा खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया गया। वहीं पुलिस उपाधीक्षक ने कहा कि खेल से शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास होता है। फुटबॉल खेल लोहरदगा, गुमला और रांची जिला का लोकप्रिय खेल है। वहीं ग्रामीण स्तर पर खेल प्रतियोगिता आयोजित होने से बच्चे बच्चियों का खेलने में रुचि बढ़ती है। वहीं सांसद के निजी सचिव ने कहा कि प्रत्येक वर्ष कार्तिक उरांव फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन करना इस बात का प्रतीक है कि इस गांव के लोग अनुशासित और खेल प्रेमी हैं। वहीं प्रतियोगिता का उद्घाटन मैच कमल ब्रदर्स बनाम करचाटोली लोहरदगा के बीच खेला गया। जिसमें कमल ब्रदर्स टीम ने एक गोल से जीत दर्ज कर अगले चक्र में प्रवेश की। मौके पर अध्यक्ष फूलदेव उरांव, नेमचंद भगत, गौरव उरांव, परमेश्वर उरांव, रविन्द्र साहू, रोशन टोप्पो, शनिया उरांव सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
त्रिवेणी कान्वेंट और टाइनी टास्क में मनाई गुरु नानक जयंती और देव दीपावली
भास्कर न्यूज|लोहरदगा जिले में कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान ध्यान और पूजन के बाद प्रसाद ग्रहण की परंपरा कायम रही। बुधवार को अहले सुबह से ही विभिन्न नदियों व तालाबों में सनातन धर्मावलंबी ठंड के बावजूद स्नान ध्यान में जुट गए। इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। परंतु लोहरदगा में कोयल व शंख नदियों को ही गंगा मान डूबकी लगायी। शहर से निकट होने की वजह से भक्सो कोयल नदी व मंदिर में श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ देखी गई। यहां बच्चों, युवाओं से लेकर बुजूर्गों तक ने स्नान ध्यान और पूजन की परंपरा को कायम रखा। सभी स्नान के बाद यहां स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की। जिसके बाद प्रसाद ग्रहण करने के बाद ही सभी ने अन्न ग्रहण किया। यहां उपस्थित पुरोहित ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान, दीप दान, हवन, यज्ञ आदि का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि इस दिन दान का फल दोगुना या इससे अधिक भी मिलता है। कार्तिक पूर्णिमा का दिन सिख धर्म के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन सिख संप्रदाय के संस्थापक गुरू नानक देव का जन्म हुआ था। उन्होंने बताया कि सृष्टि के आरंभ से ही एक तिथि बड़ी ही खास रही है। यह तिथि है कार्तिक पूर्णिमा की रही। इसका महत्व सिर्फ वैष्णव भक्तों के लिए ही नहीं शैव भक्तों के लिए भी है। पुराणों की कथा के अनुसार भगवान शिव ने त्रिपुरासुर नामक महाबलशाली असुर का वध इसी दिन किया था। यहां कई भक्तों ने सामूहिक रूप से हवन भी किया। यहां लगे मेले में लोगों ने स्नान ध्यान के बाद मिठाईयों सहित अन्य व्यंजनों का आनंद भी उठाया। इसी बीच सेल्फी का दौर यहां देखने को मिला। वहीं दूसरी ओर लगे मेले में बच्चों ने खेल खिलौने तो लोगों ने चाट, मिठाई का आनंद उठाया। वहीं दूसरी ओर सेन्हा प्रखंड अंतर्गत कोरांबे महाप्रभु मंदिर के भी पूजा-अर्चना को लेकर भीड़ हुई। लोहरदगा|त्रिवेणी कान्वेंट और टाइनी टास्क में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को गुरु नानक जयंती और देव दीपावली मनाया गया। इस दौरान कार्यक्रम का शुभारंभ टाइनी टास्क के एडमिनिस्ट्रेटर रघुवीर शर्मा ने गुरु नानक जी के चित्र पर पुष्प अर्पित व दीप प्रज्वलित कर किया। वहीं उन्होंने कहा कि गुरु नानक सिक्खों के प्रथम गुरु थे। इनके अनुयायी इन्हें नानक, नानक देव जी, बाबा नानक और नानकशाह नामों से संबोधित करते हैं। वे अपने व्यक्तित्व में दार्शनिक, योगी, गृहस्थ, धर्मसुधारक, समाज सुधारक, कवि, देशभक्त और विश्वबंधु सभी गुणों को समेटे हुए थे। उनका जन्म स्थान गुरुद्वारा ननकाना साहिब पाकिस्तान और समाधि स्थल करतारपुर साहिब पाकिस्तान में स्थित है। वहीं बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम और भाषण प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सभी शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
फोटो खींचकर कहानी लिखने और अपनी बातों को लोगों तक पहुंचाने के लिए दिया प्रशिक्षण
लोहरदगा|जिले के सदर प्रखंड अंतर्गत रामपुर पंचायत के सामुदायिक भवन में किशोरियों को फोटो खींचकर कहानी लिखने और अपनी बातों को लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रशिक्षण होप तथा टीडीएच, कोलकाता के द्वारा आयोजित कर दी गई। कार्यक्रम की शुरुआत कोलकाता से आए श्रेया दास व तनवी ने पौधरोपण कर किया। उसके पश्चात आए अतिथियों का स्वागत किशोरियों ने किया। उपस्थित किशोरियों व अतिथियों को संबोधित करते हुए होप संस्था की मैनेजिंग ट्रस्टी मनोरमा एक्का ने सभी किशोरियों और कोलकाता से आए श्रेया दास व तन्वी का स्वागत करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में फोटोग्राफी के माध्यम से हम अपनी आवाज को कैसे लोगों तक पहुंचाए ये एक अहम सवाल है। हमारे गांव और उसके मुद्दे के समाधान के लिए आवाज कैसे बुलंद हो। कोलकाता से आयी श्रेया और तन्वी ने किशोरियों को विस्तृत रूप से प्रकिया को बतलाया और कैसे फोटो को कहानी के माध्यम से अवगत कराना। एक बदलाव की पहल शुरुआत की जा सकती है। मौके पर लगभग 24 किशोरियों ने भाग लिया और फोटोग्राफी के तरीके सीखे व आसपास व्याप्त समस्याओं को कैसे उजागर कर उसके समाधान के लिए प्रयास किया। मुख्य फोकस घरेलू वायु प्रदूषण स्वास्थ्य पर इसका प्रभाव पर किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में ऊषा उरांव, यशोदा उरांव व अरविंद वर्मा के साथ साथ 24 किशोरियों ने अहम भूमिका निभाई। लोहरदगा| दुमका के गांधी मैदान में दुमका जिला महिला हैंडबॉल संगठन की देखरेख में 8 व 9 नवंबर को आयोजित झारखंड स्टेट महिला हैंडबॉल सिनियर प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जिले की 15 सदस्यीय टीम कोच अमरजीत उरांव व टीम मैनेजर झीला उरांव के नेतृत्व में 6 नवंबर को दुमका के लिए प्रस्थान करेगी। टीम में कप्तान अनुराधा लकडा, सुमिता उरांव, संस्कृति टोप्पो, पूजा उरांव, सुनैना कुजूर, सुष्मिता मिंज, प्रिया टोप्पो, अनुष्का, रूपा मिंज, अर्पिता कुमारी, अनोखी, सीमा टोप्पो, अंशु भगत, अर्पिता व साक्षी कुमारी शामिल हैं। ज्ञात हो कि 15 सदस्य टीम में 13 खिलाड़ी ग्रेटर त्रिवेणी पब्लिक स्कूल की हैं। वहीं प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए विद्यालय के अध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह, प्रबंधक अजातशत्रु, शिक्षण निर्देशिका जाह्नवी सिंह, प्राचार्य एसके झा सहित सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और अभिभावकों ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए अच्छे परिणाम की उम्मीदें जताई। लोहरदगा|भारतीय जनता पार्टी नगर मंडल के नगर अध्यक्ष सचिन कुमार साहू की अध्यक्षता में बुधवार को अटल भवन में आत्मनिर्भर भारत हर घर स्वदेशी, घर-घर स्वदेशी विषय पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के सक्रिय सदस्य चंदन गोयल उपस्थित हुए। वहीं उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत मिशन के माध्यम से विश्व में एक प्रमुख निर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है।
पिरामल फाउंडेशन टीम और सीएचसी ने किया रात्रि चौपाल
डुमरी|फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सीएचसी डुमरी क्षेत्र के जारी प्रखंड के ग्राम कटिम्बा एवं ग्राम बंझार में 4 नवम्बर 2025 की रात्रि को नाइट ब्लड सर्वे (रात्रि रक्त पट संग्रह अभियान) का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पंचायत मेराल की मुखिया श्रीमती चाजरेन कुजूर के कर-कमलों द्वारा किया गया। इस अभियान के तहत कुल 300 रक्त पटों का संग्रह किया गया। सर्वे से पूर्व पिरामल फाउंडेशन टीम, गुमला द्वारा गांव में सघन जनजागरूकता एवं व्यवहार परिवर्तन अभियान चलाया गया, जिसमें रात्रि चौपाल के माध्यम से ग्रामीणों को फाइलेरिया रोग, उसके लक्षण, संक्रमण से बचाव और उपचार के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई। टीम ने स्थानीय सहिया नेटवर्क के सहयोग से आईईसी सामग्री, प्रोजेक्टर आधारित सत्र और संवादात्मक गतिविधियों के माध्यम से समुदाय में सकारात्मक जागरूकता का वातावरण बनाया।
नि:शुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन को लेकर लायंस क्लब में लगेगा शिविर
भास्कर न्यूज|गुमला लायंस क्लब गुमला की रेगुलर बैठक अध्यक्ष मुरली मनोहर प्रसाद की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि नि:शुल्क मोतियाबिंद शिविर के िलए आंखों की जांच प्रत्येक मंगलवार को 11 बजे से 2 बजे तक की जाएगी। जिन लोगों को मोतियाबिंद या किसी प्रकार की आंखों में तकलीफ है, वे लायंस क्लब में आकर नि:शुल्क जांच करवा सकते हैं। जांच के बाद ऑपरेशन की तिथि भी बताई जाएगी, जो 30 दिनों के भीतर होगी। बैठक में सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कई बिंदुओं पर चर्चा की गई। लायंस क्लब आने वाले समय में कई महत्वपूर्ण कार्य करेगा। बैठक में अध्यक्ष मुरली मनोहर प्रसाद, रीजन चेयरपर्सन अशोक कुमार जायसवाल, जॉन चेयरपर्सन शंकरलाल जाजोदिया, निवर्तमान अध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, मनमोहन केसरी, प्रथम उपाध्यक्ष पदम कुमार साहू, संजय अग्रवाल, सत्येंद्र प्रसाद गुप्ता, पवन कुमार अग्रवाल, विजय गाड़िया, शशि किरण जयसवाल, सरस्वती प्रसाद इत्यादि उपस्थित थे।
मन की बुराइयां को त्याग दो, अहंकार चला जाएगा : हरजीत
भास्कर न्यूज | लातेहार सिख समाज व सीआरपीएफ 11वीं बटालियन द्वारा गुरुनानक जयंती पर बुधवार को प्रखंड कार्यालय लातेहार स्थित सीआरपीएफ कैंप में अखंड पाठ के साथ अरदास हुआ। इसके बाद लंगर का आयोजन किया गया। प्रकाश पर्व पर 11 वीं बटालियन के कमांडेंट याद राम बुनकर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरु गुरुनानक देव का जन्म कार्तिक पूर्णिमा के दिन हुआ था। गुरु नानक देव भाईचारा, एकता और जातिवाद को मिटाने के लिए कई उपदेश दिए। अरदास करते हुए ग्रंथी हरजीत सिंह ने कहा कि मन की बुराइयां का त्याग करने से अहंकार चला जाएगा। गुरमीत सिंह ने बताया कि गुरु नानक जी ने कहा था कि जैसे नाव पर बैठकर नदी पार की जाती है। ठीक ज्ञान और भक्ति से इस संसार में ईश्वर के निकट जाया जा सकता है। ईश्वर को पाना इतना आसान नहीं है, क्योंकि उनकी शरण में जाने से पहले अहंकार को पूरी तरह से त्यागना पड़ता है। मौके पर द्वितीय कमान अधिकारी रतिन्द्र चंद मिश्रा, द्वितीय कमान अधिकारी पितवासा पंडा, उप कमांडेंट मुकेश कुमार सिंह, निरीक्षक वतन चंद, अरमिंदर सिंह समेत कई लोग मौजूद थे।
ट्राइबल सब प्लान के तहत नर्सरी किट का वितरण
गुमला|कृषि विज्ञान केंद्र व विकास भारती बिशनपुर द्वारा ट्राइबल सब प्लान 2025-26 के अंतर्गत नर्सरी किट का वितरण किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता विकास भारती बिशनपुर के संयुक्त सचिव महेंद्र भगत ने की। महेंद्र भगत ने बताया कि नर्सरी कट के माध्यम से जहां किसानों के द्वारा बड़े पैमाने पर सब्जी पौध का उत्पादन किया जाएगा। वही आने वाले दिनों में ग्रामीण स्तर पर उन्नत पर भेद के बौधशाला के द्वारा किसानों को पौध उपलब्ध हो सकेगा। इस कार्यक्रम में किसानों को प्रशिक्षण दे रहे सुनील कुमार ने बताया कि प्रो ट्रे के माध्यम से सत प्रतिशत बीज का अंकुरण होता है। साथ ही साथ इसके माध्यम से स्वस्थ व रोग मुक्त बहुत तैयार होती है जिसके माध्यम से परंपरागत ढंग से तैयार पौध की अपेक्षा 25% अधिक उत्पादन होता है। इस कार्यक्रम मैं कृषि विज्ञान केंद्र के बारे में वैज्ञानिक सावधान डॉक्टर बृजेश पांडे ने बताया कि इस जलवायु परिवर्तन के परिवेश में प्रो ट्रे के माध्यम से अधिक से अधिक नर्सरी का उत्पादन होता है। साथ ही साथ अधिक वर्षा तापमान धूप का भी प्रभाव कम पड़ता है जिससे स्वस्थ पौध का उत्पादन होता है जिससे आने वाले दिनों में किस स्वरोजगार से जोड़कर ज्यादा से ज्यादा आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। इस कार्यक्रम में बुद्धेश्वर उरांव, दुर्गा देवी, मुन्नी देवी, कुर्मी देवी, कृष्ण लालदेव, फुलमनी देवी, इतिहास किसानों ने भाग लिया।
प्रकाश पर्व पर गुरु नानक देव जी के भक्ति और सेवा का संदेश दिया
भास्कर न्यूज|गुमला गुमला शहर में सिख धर्म के संस्थापक श्री गुरु नानक देव जी के 556वें प्रकाश पर्व पर पूरे सप्ताह श्रद्धा, भक्ति और उत्साह का अद्भुत माहौल रहा। 5 दिन तक प्रभातफेरी और नगर कीर्तन से पूरा शहर वाहे गुरु के जयकारों से गूंजता रहा। मुख्य समारोह जशपुर रोड स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में आयोजित हुआ, जहां विशेष पाठ, शब्द-कीर्तन दरबार और सामूहिक गुरु का लंगर संपन्न हुआ। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। पुरुष, महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग सभी ढोलक की थाप पर भक्ति-भाव से कीर्तन गाते नजर आए। संगत ने गुरु-वाणी का श्रवण किया और लंगर में गुरु प्रसाद ग्रहण किया। विशेष बात यह रही कि सभी जाति और धर्म के लोगों ने एक साथ एक पंक्ति में बैठकर लंगर ग्रहण किया। गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के अनुसार 5 दिन तक प्रभात फेरियां शहर के विभिन्न मार्गों से निकाली गईं। वहीं जशपुर रोड गुरुद्वारा से पालकोट रोड गुरुद्वारा तक विशाल नगर कीर्तन का आयोजन हुआ। सजे हुए पालकी साहिब के साथ कीर्तन जत्थे और सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भक्ति गीतों के माध्यम से गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का प्रचार किया। गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान सरदार जगजीत सिंह ने बताया कि प्रकाश पर्व का मुख्य आयोजन पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ संपन्न हुआ।
बिशुनपुर के रेहेकुबाटोली में चावरचंडी मेला लगा, पूर्णिमा की शुभकामनाएं दी
गुमला|कार्तिक पूर्णिमा पर जवाहर नगर में बुधवार को धार्मिक माहौल के बीच 24 घंटे का रामायण पाठ आरंभ हुआ। इस वार्षिक परंपरा में स्थानीय भक्तगण बड़ी संख्या में शामिल हुए। सुबह मुहूर्त में पुजारी प्रोफेसर बीएन पांडेय व पुरोहितों सतीश कुमार द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विधि-विधान से पूजा-अर्चना की गई। पूजा संपन्न होने के बाद 24 घंटे का रामायण पाठ आरंभ किया गया। रामायण पाठ में महिला-पुरुष और बुजुर्ग सभी भक्तों ने बारी-बारी से रामायण के विभिन्न कांडों का पाठ किया। पूरे परिसर में भक्तिमय वातावरण बना रहा और मंत्रों तथा चौपाइयों की गूंज से वातावरण पवित्र हो उठा। पूर्व वार्ड पार्षद अजीत त्रिपाठी ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर हर वर्ष रामायण पाठ का आयोजन किया जाता है। बिशुनपुर|बिशुनपुर प्रखंड अंतर्गत रेहेकुबाटोली स्थित ऐतिहासिक चावरचंडी पूजा स्थल पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर विशाल मेला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आस्था और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला। मेले में उमड़ी भारी भीड़ ने पारंपरिक उत्साह और भक्तिभाव का प्रदर्शन किया। मेले के मुख्य आकर्षण के रूप में आयोजित रंगारंग ठेठ नागपुरी सांस्कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कल्याण पदाधिकारी गणेश राम महतो, बिशुनपुर थाना प्रभारी अर्जुन कुमार यादव, संरक्षक रामजतन साहू और हेलता पंचायत के मुखिया सुशील मुंडा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। कल्याण पदाधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि यह मेला हमारी ग्रामीण संस्कृति और परंपरा को जीवंत रखता है। कुडू|प्रखंड के स्टूडेंट पब्लिक स्कूल, डोरोटोली में चल रहे स्पोर्ट्स वीक के दूसरे दिन स्कूली बच्चे और बच्चियों के बीच फुटबॉल, कब्बडी, बैडमिंटन, लॉन्ग जम्प, हाई जम्प, रंगोली, चेस, कैरम खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग के फुटबॉल में प्रगति ग्रुप, जूनियर में फुटबॉल संसाकृति ग्रुप, बैडमिंटन में आफिया अरफ़ात, आरुचि कुमारी, शतरंज के जूनियर बालक ग्रुप में आदित्य लोहरा, कैरम के सीनियर बालक ग्रुप में अलमाज आलम, निखली यादव शामिल हुए। लॉन्ग जम्प में बिनीत उरांव, हाइ जम्प में प्रहलाद उरांव शामिल हुए।
तीन लोगों को बोलेरो ने मारी टक्कर, िकशोरी का पैर टूटा
भरनो| प्रखंड के मठ तुरीअंबा गांव निवासी लक्षण उरांव ने अपनी 23 वर्षीय पत्नी उर्मिला उरांव की गुमशुदगी को लेकर भरनो थाना में आवेदन देकर उसे ढूंढने की गुहार लगाई है। थाना में दिए गए आवेदन के अनुसार बीते 3 नवंबर के अहले सुबह पत्नी शौच के लिए कहीं बाहर निकली और पति लक्ष्मण धान काटने के लिए खेत चला गया। जब दोपहर में वह घर लौटा तो पत्नी गायब थी। और उसके दो छोटे छोटे बच्चे दादी के पास थे। उसका एक बच्चा ढाई और दूसरा बच्चा ग्यारह महीने का है। लक्ष्मण अपने जान पहचान सगे संबंधियों के खोज खोज कर परेशान है। थक हारकर उसने थाने में आवेदन देकर पत्नी को ढूंढने की गुहार लगाई है। गुमला|सदर थाना क्षेत्र के करौदी चेकनाका के समीप बुधवार की शाम 5:30 बजे बोलेरों के टक्कर से बाइक सवार तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में हंसलता तिर्रा निवासी महेश्वर सिंह 22, प्रतिमा कुमारी 17 व पालकोट सेमरा निवासी काजल कुमारी 17 शामिल है। जिसमें काजल का पैर टूट गया है। घटना के बाद तीनों घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से टेम्पो में लाद कर गुमला सदर अस्पताल लाया गया है। जहां तीनों का इलाज चल रहा है। तीनों घायल एक बाइक में सवार होकर करौदी चौमिन खाने के लिए जा रहे थे।
पालकोट प्रखंड के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण कराने की प्रशासन से मांग की
भास्कर न्यूज|गुमला पालकोट प्रखंड अंतर्गत कोलेंग पंचायत के सेंटर से लेकर खास कोलेंग गांव का सड़क की स्थिति जर्जर हो गई है। उक्त सड़क की दूरी लगभग ढाई किमी है। सड़क से कोलेंग पंचायत सचिवालय, स्वास्थ्य केंद्र कोलेंग के अलावे, नावाडीह, सुमड़ू, चिरोडीह, खरवाडीह समेत अन्य गांव जाने का रास्ता है। पंचायत अंतर्गत उक्त गांव की आबादी दो से 3 हजार है। सड़क को नावाडीह गांव के समाजसेवी कमल साहू व पंचायत की मुखिया सुषमा केरकेट्टा अपने निजी पैसा से करम दोइन सरना पुल का श्रमदान कर कई बार सड़क की मरम्मति करा चुके है। मगर बार-बार मिट्टी का कटाव होने से चार पहिया वाहन पार करने में ग्रामीणों को परेशानी होती है। ऑटो चालक को सवारी लेकर जाने में व स्कूली छात्र-छात्राओं को भी काफी परेशानी होती है। समाजसेवी कमल साहू ने कहा कि दो बार मुखिया के सहयोग से श्रमदान कर मिट्टी भरकर सड़क को ठीक करने का प्रयास किया था। परंतु बार-बार मिट्टी का कटाव हो रहा है। चार पहिया छोटा वाहन लेकर जाने से चेंबर सटने का डर लगा रहता है। उक्त सड़क से प्रत्येक दिन 50 वाहनों का आवाजाही होता है। डीसी जल्द से जल्द सड़क का निर्माण कराएं।
पटेल चौक में विक्षिप्त युवक ने लड़कियों पर किया हमला, छात्राओं ने लगाई मदद की गुहार
गुमला|कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर बुधवार को पुग्गु पंचायत के बड़का टोली गांव के मैदान में कार्तिक पूर्णिमा मेला सह जतरा का भव्य आयोजन किया गया। इस पारंपरिक आयोजन में आसपास के गांवों समेत दूर-दराज के इलाकों से हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। दिनभर मेला मैदान में खरीदारी और पारंपरिक उत्सव का माहौल बना रहा। सुबह से ही मेला स्थल पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। ग्रामीणों ने बर्तन, खिलौने, लकड़ी के सामान, घरेलू उपयोग की वस्तुएं और स्थानीय हस्तशिल्प की जमकर खरीदारी की। मेला में झूले, दुकानें, मिठाइयां और बच्चों के मनोरंजन के कई साधन मौजूद रहे।मेला के साथ-साथ आयोजित कार्तिक जतरा में आदिवासी संस्कृति की झलक देखने को मिली। लगभग 90 से अधिक खोड़हा दलों की महिला और पुरुष ने मांदर, नगाड़ा और बोत की थाप पर पारंपरिक गीतों और नृत्यों की शानदार प्रस्तुति दी। गुमला|शहर के पटेल चौक में मंगलवार की सुबह एक विक्षिप्त युवक ने उत्पात मचा दिया। युवक अचानक सड़क से गुजर रही कालेज जाने वाली लड़कियों पर हमला करने लगा। बताया जा रहा है कि युवक पिछले कुछ माह से क्षेत्र में ही घूमता नजर आ रहा था, परंतु मंगलवार को उसने अचानक आक्रामक व्यवहार अपना लिया। उसके हमले से वहां मौजूद छात्राएं घबरा गईं और आसपास मौजूद लोगों से मदद की गुहार लगाने लगीं। घटना के दौरान स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए युवक को दौड़ा कर हटाया और लड़कियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। हालांकि इस घटना से कुछ समय के लिए इलाके में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विक्षिप्त है। ऐसे विक्षिप्त व्यक्तियों पर नगर प्रशासन और पुलिस को ध्यान देना चाहिए, ताकि किसी बड़ी घटना को रोका जा सके। लोगों ने मांग की है कि ऐसे असामान्य व्यवहार वाले व्यक्तियों का इलाज सुनिश्चित किया जाए और उन्हें सुरक्षित केंद्रों में ले जाया जाए, ताकि आमजन विशेषकर महिलाएं और छात्राएं भयमुक्त होकर आवागमन कर सकें।
डायमंड क्रिकेट क्लब लोहरदगा ने 7 विकेट से जीता उद्घाटन मैच
भास्कर न्यूज|लोहरदगा लोहरदगा जिला क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा आयोजित ए डिवीजन क्रिकेट लीग का शुरूआत बुधवार को बीएस कॉलेज क्रिकेट स्टेडियम में हुआ। जिसका विधिवत शुभारंभ जिले के एसपी सादिक अनवर रिजवी ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर किया। ज्ञात हो कि ए डिविजन लीग में कुल 8 टीमें हिस्सा ले रही है। प्रत्येक ग्रुप से दो टीम सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी व फाइनल मैच 22 नवंबर को खेला जाएगा। उद्घाटन मैच में डायमंड क्रिकेट क्लब ने कुडू राइडर को 7 विकेट से पराजित किया। निर्धारित 40 के मैच में टॉस जीतकर कुडू राइडर ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। कुडू राइडर की टीम 35.4 ओवर में 186 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। टीम की ओर से शुभम कुमार 40, विशेष कुमार 18 तथा राहुल लोहरा ने 39 रनों का योगदान दिया। गेंदबाजी करते हुए अमन कुमार ने 3, आशुतोष ने 2 तथा जलेश्वर मुंडा ने 4 विकेट प्राप्त किया। जवाबी पारी खेलते हुए डायमंड क्रिकेट क्लब लोहरदगा ने 37.4 ओवर में तीन विकेट के नुकसान पर 189 रन बनाकर 7 विकेट से मैच जीत लिया।
हम आपको बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
11 नवंबर तक मौसम रहेगा साफ और शुष्क, सुबह और शाम में लगेगी ठंड
भास्कर न्यूज|गिरिडीह मौसम विभाग के अनुसार जिले में आगामी 11 नवंबर तक मौसम पूरी तरह साफ और शुष्क रहने वाला है। इस अवधि में आसमान एकदम खुला रहेगा और दिनभर तेज धूप निकलेगी। दिन का तापमान सामान्य रहेगा, लेकिन शाम ढलते ही ठंड महसूस होने लगेगी। मौसम वैज्ञानिक मधुकर कुमार ने बताया कि इस दौरान जिले के किसी भी प्रखंड में बारिश की संभावना नहीं है। आने वाले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जाएगी। सुबह और देर शाम सर्दी का एहसास होगा। अधिकतम तापमान 26 से 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13 से 19 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली ठंडी हवाएं ही तापमान में गिरावट का मुख्य कारण हैं। 8 नवंबर तक न्यूनतम तापमान 13 से 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मौसम में यह परिवर्तन उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के कारण हो रहा है । कृषि वैज्ञानिक मधुकर कुमार ने किसानों को सलाह दी है कि वे अपने खेतों में पककर तैयार धान की फसल की शीघ्र कटाई कर सुरक्षित स्थान पर संग्रहित कर लें ताकि ओस या नमी से नुकसान न हो। साथ ही रबी फसलों की बुआई का कार्य तेजी से आरंभ करें। उन्होंने कहा कि आलू की फसल के लिए आवश्यकतानुसार सिंचाई (पटवन) करते रहें।
जिला फुटबॉल लीग में गिरिडीह कॉलेज फुटबॉल क्लब जीता, खिलाड़ी उत्साहित
भास्कर न्यूज |गिरिडीह गिरिडीह स्टेडियम में गिरिडीह जिला फुटबॉल लीग का भव्य उद्घाटन किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड फुटबॉल एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी गुलाम रब्बानी थे। गिरिडीह जिला फुटबॉल संगठन के आयोजन अध्यक्ष नुरुल हुदा, रघु राज, दीपक कुमार एवं मोहम्मद कैफ सहित कई खेलप्रेमी उपस्थित थे। इस लीग में गिरिडीह जिले की कुल 6 टीमों ने भाग लिया है। उद्घाटन मुकाबला तेलोडीह फुटबॉल स्टेडियम क्लब और गिरिडीह कॉलेज फुटबॉल क्लब के बीच खेला गया। रोमांचक मुकाबले में गिरिडीह कॉलेज फुटबॉल क्लब ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 4-2 से जीत दर्ज की। मैच के दौरान गिरिडीह कॉलेज की टीम ने बेहतरीन तालमेल और रणनीति का प्रदर्शन किया। मुख्य अतिथि गुलाम रब्बानी ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जिले में खेल प्रतिभा की कमी नहीं है।
आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम 18 से
भास्कर न्यूज | गिरिडीह झारखण्ड सरकार की जनकल्याणकारी पहल ‘आपकी योजना – आपकी सरकार – आपके द्वार’ कार्यक्रम का पांचवां चरण 18 नवम्बर से जिलेभर में शुरू होने जा रहा है। यह कार्यक्रम 28 नवम्बर तक चलेगा, जिसके तहत जिले के 13 प्रखंडों के 344 पंचायतों में विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों के माध्यम से आम जनता को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मौके पर ही उपलब्ध कराया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना है, ताकि कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं से वंचित न रहे। शिविरों में सामाजिक सुरक्षा पेंशन, राशन कार्ड, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, किसान सम्मान निधि, स्वास्थ्य बीमा योजना आदि से संबंधित कार्य मौके पर ही निपटाए जाएंगे। साथ ही, लोगों को योजनाओं की जानकारी देने और आवेदन स्वीकृति की प्रक्रिया भी वहीं पूरी की जाएगी। महत्त्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन गिरिडीह ने व्यापक तैयारी शुरू कर दी है। उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों तथा विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक पंचायत में कम-से-कम एक शिविर का आयोजन सुनिश्चित किया जाए। शिविरों को सफल बनाने हेतु विभागीय कर्मियों, जनप्रतिनिधियों और पंचायत प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। राज्य सरकार ने निर्देश दिया है कि सभी व्यक्तिगत लाभ की योजनाओं को सैचुरेशन मोड में लागू किया जाए, ताकि कोई भी पात्र नागरिक लाभ से वंचित न रह जाए। जिला प्रशासन ने जनता से अपील की है कि वे शिविरों में अधिक से अधिक संख्या में पहुँचकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं।
माहुरी गांव में ट्रांसफॉर्मर में लगी आग, बिजली गुल
बगोदर |बगोदर प्रखंड के माहुरी गांव में बुधवार को बिजली ट्रांसफार्मर में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटें ऊंची उठने लगीं। ट्रांसफार्मर में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी है। ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। आग लगने की सूचना मिलने के बाद बिजली विभाग को सूचित किया गया और बिजली काटने के बाद धीरे-धीरे आग बुझाई गई। आग लगने के कारण माहुरी गांव का एक टोला और सोनतुरपी का भंडार टोला अंधेरे में डूब गए, क्योंकि इन दोनों टोलों में बिजली उसी ट्रांसफार्मर से आपूर्ति होती थी। बिजली विभाग ने घटना की जानकारी लेते हुए कहा है कि दो दिन के भीतर 200 केवीए का नया ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराकर समस्या का समाधान किया जाएगा।
रफ़्तार घटाओ, सुरक्षा बढ़ाओ अभियान के तहत जागरूकता कार्यक्रम
गिरिडीह | बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए परिवहन विभाग, रांची के निर्देशानुसार बुधवार को रफ़्तार घटाओ,सुरक्षा बढ़ाओ अभियान के तीसरे दिन जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार एवं मोटर यान निरीक्षक गौरी शंकर कुमार रवि के संयुक्त नेतृत्व में गिरिडीह-डुमरी मार्ग पर पीरटांड़ थाना के पास सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया गया। अधिकारियों ने बताया कि वाहन हमेशा निर्धारित गति सीमा के अंदर चलाना चाहिए,ताकि आवश्यकता पड़ने पर वाहन को नियंत्रित किया जा सके। गति सीमा का उल्लंघन करने पर मोटरयान अधिनियम 2019 की धारा 183 के तहत जुर्माना लगाया जा सकता है। चालक को पांच हजार रुपये तक जुर्माना या तीन माह का कारावास या दंडित किया जा सकता है।
विधायक का जनता दरबार प्रखंड मुख्यालय में आज
बगोदर| बगोदर प्रखंड सह अंचल सभागार में बगोदर के भाजपा विधायक नागेंद्र महतो गुरुवार को जनता की समस्याएं सुनेंगे। जनता दरबार के आयोजन की तैयारी भाजपा की ओर से पूरी की गई है। इलाके के लोग जन समस्या जनता दरबार में लेकर पहुंचें। समस्या समाधान करने की दिशा में विधायक के स्तर पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। मईंया सम्मान योजना के तहत लोगों को पैसे नहीं मिलने,दाखिल खारिज में विलंब होने समेत विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रखंड के लोग प्रखंड अंचल मुख्यालय का आए दिन चक्कर काटते रहते हैं। बावजूद इसके समस्या का समाधान आसानी से नहीं हो पाता है। समझा जाता है कि विधायक ने यदि जन समस्याओं को गंभीरता से लिया है और जनता दरबार आयोजित की है तो निश्चित रूप से लोगों को इसका लाभ मिलेगा।
श्रमदान से क्रांति क्लब ने चलने लायक बनाई सड़क
बगोदर| मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी बगोदर-जरमुने सड़क पर उभरे हुए गड्ढों को बुधवार को क्रांति क्लब ने श्रमदान के जरिए दुरुस्त किया। क्रांति क्लब के सदस्य संजय महतो ने बताया कि समाज सेवा के उद्देश्य से क्लब का गठन किया गया है।जरूरत के मुताबिक क्लब समाज सेवा से जुड़े कार्यों को लेकर निर्णय लेती है। बताया कि जरमुने-बगोदर रोड तकरीबन 5 साल पूर्व बनी थी। कई जगहों पर गड्ढे उभर आए थे। लोगों को आवागमन में भारी परेशानी हो रही थी। दुर्घटना की आशंका बनी हुई थी। क्रांति क्लब ने सड़क पर उभरे गड्ढे की मरम्मत का निर्णय लिया और फिर बुधवार को सीमेंट गिट्टी और बालू के जरिए गड्ढों में ढलाई कर सड़क को दुरुस्त कर डाला गया। मौके पर क्लब के सदस्य संजय महतो, कृष्णदेव महतो, मनीष साव, टहलचंद साव, रविंद्र विश्वकर्मा, जगदीश महतो, मुकेश महतो, दिनेश साव, रवि साव, रंजीत साव थे।

