अधिवक्ता से दुर्व्यवहार के मामले में एसआई, पांच पुलिस कर्मी निलंबित
बिना हेलमेट दोपहिया वाहन पर सफर कर रहे एक अधिवक्ता पर हमला करने और दुर्व्यवहार के आरोप में पुलिस अधीक्षक विक्रम अमाठे ने चिकमगलूरु टाउन पुलिस स्टेशन के एक उप-निरीक्षक (पीएसआई) सहित पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। गुरुवार को हुई घटना के तूल पकड़ने के बाद पीएसआई महेश पुजारी और पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित करने के साथ ही पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी को जांच का कार्य सौंपा गया है। बताया जाता है कि रात्रि गश्त पर निकली पुलिस टीम ने मार्केट रोड पर अधिवक्ता प्रीतम को बिना हेलमेट पहने बाइक चलाने पर रोका। पुलिस कर्मियों ने बाइक की चाबी ली तो अधिवक्ता से पुलिस कर्मियों की बहस हो गई। प्रीतम का दावा है कि पुलिस उसे थाने के अंदर ले गई और इतना पीटा कि वह बेहोश हो गया। प्रीतम को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना की जानकारी मिलते ही कई अधिवक्ता थाने पहुंचे और दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर ने थाने के सामने धरना दिया। मामले की जानकारी मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने थाने का दौरा किया और अधिवक्ताओं को दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। शुक्रवार को जिला पुलिस अधीक्षक विक्रम अमाठे ने कहा कि पीएसआई और एक सहायक एसआई सहित छह पुलिस कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और उन्हें विभागीय जांच लंबित रहने तक निलंबित कर दिया गया है। हाई कोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान उधर, शुक्रवार को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया। मुख्य न्यायाधीश प्रसन्ना बी. वराले और न्यायाधीश कृष्ण एस. दीक्षित की खंडपीठ ने इस मामले को लेकर बेंगलूरु अधिवक्ता संघ की ओर से लिखे गए पत्र को जनहित याचिका मानते हुए आदेश पारित किया और घटना के संबंध में की गई कार्रवाई की स्थिति मांगी। महाधिवक्ता शशि किरण शेट्टी ने पीठ को बताया कि मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। बाद में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) आर. हितेंद्र व्यक्तिगत तौर पर अदालत में उपस्थित हुए और महाधिवक्ता के माध्यम से अदालत को मामले की प्रगति के बारे में बताया। घटना पर नाराजगी जताते हुए पीठ ने मौखिक टिप्पणी की कि अगर अधिवक्ताओं को पुलिस के इस तरह की क्रूरता का सामना करना पड़ता है तो आम आदमी की क्या दुर्दशा होगी। पीठ ने बार एसोसिएशन के सदस्यों से यह भी कहा कि अदालती कार्यवाही से दूर रहना कोई मायने नहीं रखता। सरकार ने त्वरित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
यह विचार शनिवार सुबह पगारिया हाऊस में आयोजित धर्मसभा में शांत क्रांति संघ के आचार्यश्री विजयराज महाराज ने कही। महाराज ने कहा कि मानवता के निकट होने के तीन सूत्र संवेदनशीलता, नम्रता और उदारता है। ये तीन सूत्र जिसके जीवन में होते है, वह मानवता के निकट होता है। मानवता की पूजा होनी चाहिए आचार्यश्री ने कहा कि मानव ही अपने जीवन में मानवता प्राप्त कर सकता है। मानवता की अपेक्षा आज की नहीं, हर युग की और हर देश, समाज और राष्ट्र की होती है। मानवता की पूजा होनी चाहिए। जब मानव मानवता धारी बन जाता है, जो उसमें दूसरों के दु:खों के प्रति संवेदनशीलता पैदा हो जाती है। संवेदनशील मानव नम्र और उदार बनकर हर दु:खी मानव की जरूरत को पूरा करने में अपना तन, मन, धन लगा देता है, जो उसे महानता की प्रतिष्ठा प्रदान करती है। धर्म कल नहीं, वह आज और अभी के लिए होता आचार्यश्री ने कहा कि सभी धर्म और सभी धर्म गुरु मानवता का संदेश देते है, इसीलिए आज थोड़ी बहुत मानवता बची हुई है। मानवता का दीप जब तक जलता रहेगा, तब तक सृष्टि सुरक्षित रहेगी। उपाध्याय प्रवरश्री जितेन्द्रमुनि महाराज ने कहा कि मौत के साथ जिसकी दोस्ती होती है, वही धर्म को कल पर छोड़ता है। धर्म कल के लिए नहीं, वह आज के लिए और अभी के लिए होता है। प्रमाद में जीने वाले ही धर्म करने में बहाने बनाते है। आचार्यश्री के प्रवचन रविवार को भी पगारिया हाऊस में होंगे। प्रवचन की स्वीकृति देने पर स्टेशन रोड, जैन संघ में हर्ष की लहर छा गई।
लेकसिटी में फिर पलट सकता है मौसम, दो दिन बारिश के आसार, बढ़ेेगी सर्दी
लेकसिटी में पश्चिमी विक्षोभ की बारिश के बाद से ही मौसम बिगड़ा हुआ है। पिछले तीन दिन से लगातार सुबह और शाम कोहरा छा रहा है। वहीं, शुक्रवार से आसमान में बादल भी छाए रहे शनिवार की सुबह भी कोहरे में लिपटी रही। बादलों और ठंडी हवाओं ने सर्दी बढ़ा दी। दिन भर सूर्य देव ने दर्शन नहीं दिए और बादलों के कारण बारिश के आसार बने रहे। वहीं, मौसम विभाग जयपुर के अनुसार, कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उदयपुर सहित कुछ अन्य संभाग में कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है। आगामी 2 से 3 दिन राज्य में कहीं-कहीं घना कोहरा छाने व न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट होने की संभावना है। सर्दी से बचाव के लिए जले अलाव शनिवार को उदयपुर में सुबह से कोहरा छाया रहा, जिसका प्रभाव पूरे दिन बना रहा। बादलों के कारण धूप भी नहीं निकली और ठंडी हवाओं ने सर्दी का प्रभाव बढ़ा दिया। स्कूली बच्चे सर्दी से बचाव के लिए कोट, स्वेटर, ऊनी कैप्स, ग्लव्ज आदि पहनकर निकले। वहीं, ठंडी हवाओं के कारण लोगों ने भी जैकेट्स, शॉल, मफलर आदि से बचाव किया। दिन में भी शाम सा नजारा दिखा। कई लोगों ने दिन में ही अलाव तापे। शाम ढलते ही सर्दी का प्रभाव और बढ़ गया। लोग घरों में रजाइयों में रहे। मौसम केंद्र डबोक के अनुसार, अधिकतम तापमान 21.5 डिग्री से. और न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री से. दर्ज किया गया। अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 0.4 डिग्री की मामूली बढ़त हुई।
इटारसी में दो घरों के ताले टूट:चोरों ने चुराएं जेबर, नगद रुपए और मोबाइल
मध्यप्रदेश के मुफ्ती ए आज़म का इंतकाल:डॉक्टर हामिद अहमद सिद्दीकी लंबे समय से थे बीमार
काउंटिंग से पहले कांग्रेस का प्लान B एक्टिव, आखिर क्या है रणनीति ?
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में महज कुछ ही घंटों का समय बचा है। आज की रात वो अंतिम रात है जो प्रत्याशियों की नींद उड़ाने वाली है। 3 दिसंबर का सूरज उगते ही अगले पांच साल के लिए प्रदेश की सत्ता की तस्वीर साफ होने लगेगी । लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस पूरी तरह से एक्टिव मूड में नजर आ रही है और काउंटिंग से पहले ही कांग्रेस ने अपने प्लान B पर अमल करना शुरु कर दिया है। तो चलिए आखिर जानते हैं कि आखिर क्या है कांग्रेस का प्लान बी... कांग्रेस का प्लान B एक्टिव ! मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आने में भले ही अभी कुछ घंटों का वक्त बचा है लेकिन इससे पहले ही कांग्रेस अपना प्लान बी एक्टिव कर दिया है। कांग्रेस सांसद नकुलनाथ ने बताया है कि कांग्रेस के सभी विधायक जीत का सर्टिफिकेट मिलने के बाद सीधे भोपाल जाएंगे। वो खुद पिता कमलनाथ का सर्टिफिकेट लेकर भोपाल पहुंचेगें। कोई भी विधानयक जीत दर्ज करने के बाद अपने क्षेत्र में न रुकते हुए सीधे भोपाल पहुंचेगा। भोपाल में खुद पीसीसी चीफ कमलनाथ काउंटिंग के दिन दिनभर एक्टिव रहेंगे और जीतने वाले विधायकों से संपर्क रखेंगे । यह भी पढ़ें- काउंटिंग से ठीक पहले बैलेट पेपर में गड़बड़ी, मचा बवाल, देखें वीडियो आखिर क्यों बनाया प्लान B ? जीत दर्ज करने के बाद कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों को भोपाल बुलाने के पीछे कांग्रेस की एक बड़ी रणनीति है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस एग्जिट पोल के संकेतों से सतर्क है और जोड़-तोड़ की सियासत को रोकने के लिए वो जल्द से जल्द अपने विधायकों को एक जगह पर एकत्रित करना चाहती है। इतना ही नहीं कमलनाथ खुद पूरी नजर इस पर बनाए हुए हैं और बताया गया है कि कांग्रेस की लीगल टीम भी दिग्विजय के साथ पूरी तरह से जोड़-तोड़ को रोकने के लिए एक्टिव रहेगी। देखें वीडियो- नया विवाद : वोटिंग के बाद बदल गईं EVM !
वाराणसी में डोसे में निकला कीड़ा, फिर हुई हाथापाई, अब खाद्य विभाग करेगा जांच
वाराणसी। शहर बनारस में इन दिनों सैंकड़ों रेस्टुरेंट चलाए जा रहे हैं। सभी अपनी गुणवत्ता का गुणगान करते हैं। ऐसे में कई नामचीन रेस्टोरेंट्स में भी खाने की गुणवत्ता पर ध्यान दिया जा रहा है पर शुक्रवार की शाम गोदौलिया-दशाश्वमेध मार्ग पर दोसे के लिए फेमस रेस्टुरेंट में डोसे के अंदर कीड़ा मिलने से हड़कंप मच गया। ग्राहक का आरोप है कि इस दैरान जब रेस्टुरेंट के मैनेजर (मालिक) से शिकायत की तो उसने कहा कि हो गया होगा आप नया डोसा ले लें लेकिन जब गुणवत्ता का सवाल किया तो उसने कहा जो करना है कर लीजिए। वहीं इस दौरान रेटोरेन्ट कर्मियों कर ग्राहक के साथ हुई हाथापाई और कीड़ा निकलने का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। फिलहाल इस मामले में पुलिस और फ़ूड सेफ्टी डिपार्टमेंट में ग्राहक ने लिखित शिकायत की है। डोसे में निकला कीड़ा, शिकायत पर रेस्टुरेंट मैनेजर ने की अभद्रता इस संबंध में भुक्तभोगी वाराणसी महिला व्यापार मण्डल अध्यक्ष सुनीता सोनी ने बताया कि वह अपने बच्चों और मित्रों एक साथ गोदौलिया-दशाश्वमेध रोड स्थित द केसरी रेस्टुरेंट में डोसा खाने गई थी। हमने डोसा मंगाया जिसमें खाने के समय बीच में से कीड़ा निकला। इसकी शिकायत रेस्टुरेंट के मालिक (मैनेजर) से की तो उन्होंने कहा हो गया हो गया होगा गलती से आप दूसरा डोसा ले लीजिए, जब मैंने इसपर सवाल उठाया तो उन्होंने कहा कि जो करना है कर लीजिए। इस दौरान हमसे अभद्रता की। भांजे से की हथापाई सुनीता सोनी ने आरोप लगाते हुए बताया कि कीड़े और उनकी अभद्रता का वीडियो बना रहे मेरे भांजे राज सोनी का मोबाइल छीनकर रेस्टुरेंट संचालक के लड़के और उसके वर्कर्स ने हाथापाई की। इसपर मैंने पुलिस बुलाई पर वो पुलिस के सामने ही मेरे भांजे को मारने लगे। सुनीता सोनी ने इस मामले में दशाश्वमेध थाने में लिखित शिकायत की है और फूड सेफ्टी ऑफिसर से शिकायत की है। जांच के बाद होगी कार्रवाई इस संबंध में जिला फूड ऑफिसर संजय कुमार ने बताया कि हम जिले में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के लिए कटिबद्ध हैं। ऐसे में लगातार हमें शिकायतें मिलती हैं जिसपर कार्रवाई की जाती है। आज भी एक शिकायत मिली है। इसपर सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है। जांच के बाद संबंधित धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।
बेटी की गला दबाकर लटका दिया था फांसी पर
इतना ही नहीं खुदकुशी की रिपोर्ट लिखाने के लिए थाना भी पहुंच गया। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में राज खुल गया। पुलिस ने हत्या के आरोपी पिता व मां को गिरफ्तार कर जेल दाखिल कर दिया है। एएसपी अनिल सोनी के अनुसार 29 नवंबर की सुबह मृतिका के पिता विजय कुमार विजय 38 द्वारा सिटी कोतवाली में सूचना दिया कि इसकी नाबालिक पुत्री 28 नवंबर की रात्रि 10 बजे से सुबह 4 बजे के मध्य घर में पड़ी रस्सी से अपने कमरे के पंखे में रस्सी फंसाकर आत्महत्या कर ली है। रस्सी टूटने से वह पर गिर गई है। सूचना पर थाना जांजगीर में मर्ग कायम कर जांच पंचनामा कार्रवाई की गई। डॉक्टर द्वारा पीएम रिपोर्ट में मृतिका की मृत्यु गला घोटने से दम घुटने से हत्यात्मक प्रवृति का होना लेख किया। मर्ग जांच दौरान एवं पीएम रिपोर्ट के आधार पर हत्या का अपराध पाए जाने से थाना जांजगीर में धारा 302 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। आरोपी से पूछताछ की गई। जिसमें वह अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने पति पत्नी को धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। गुनाह सिर्फ इतना कि वह एक लड़के से प्यार करती थी विवेचना दौरान मृतिका के पिता विजय कुमार विजय एवं सौतेली मां रेखा विजय से पूछताछ करने पर अपनी पुत्री का किसी अन्य लड़के के साथ संबंध होना बताया। पता चलने के बाद बार-बार मना करने पर भी नहीं मानने पर हमेशा लड़ाई झगड़ा होते रहता था। जिस कारण से माता पिता ने अपनी पुत्री की हरकत से छुटकारा पाने के लिए गले दबाकर हत्या कर रस्सी से पंखे से लटकाना बताए। महिला की दूसरी शादी तो पुरूष की तीसरी विजय कुमार कुछ आशनाई प्रवृत्ति का आदमी है। उसकी तीसरी शादी है। उसकी दोनों पहली पत्नी उसे छोड़कर भाग निकले थे। तो वह रेखा को चूड़ी पहनाकर लाया था। वहीं रेखा की भी दूसरी शादी है। दोनों के 5 बच्चे हैं। जिसमें एक नाबालिग जो मरी है वह है। सबसे छोटा चार साल का बेटा है। अब बेटे को छोड़कर महिला जेल की सलाखों में रहेगी।
बार एसो. चुनाव स्थगित कराने का मामला, अब उत्तर की अदालत में होगी सुनवाई
जिला व सैशन न्यायालय परिसर िस्िात बार एसोसिएशन के चुनाव आनन फानन में घोषित कराना अब मुश्किलों भरा हो रहा है। मामले में एक वकील कुणाल शर्मा ने वकील कृष्ण कुमार दाधीच के जरिए याचिका दायर की थी। याचिका को क्षेत्राधिकार के बिन्दु पर शनिवार को कोइ्र प्रभावी सुनवाई नहीं हुई। अब सोमवार को सिविल न्यायाधीश उत्तर की अदालत में सुनवाई होगी। इसमें कार्यकारिणी सदस्य के चुनाव लड़ने में 3 साल का अनुभव व चुनाव घोषित करने की तिथि से मतदानत तक 21 दिन का अंतराल होना चाहिए। याचिका कर्ता कुनाल शर्मा ने बताया कि उसने गत मार्च में कार्यकारिणी का चुनाव लड़ा था इसके लिए उनने के पास कोई अनुभव की शर्त नहीं थी। जबकि इस बार चुनाव में कार्यकारिणी सदस्यों के लिए 3 वर्ष की अनुभव की अनिवार्यता रखी गई है। याचिकाकर्ता का कहना है कि चुनाव तिथि की घोषणा भी 30 नवम्बर को की गई जबकि चुनाव की घोषणा के एक माह या 21 दिन बाद चुनाव होने चाहिए। इस आधार पर भी चुनाव स्थगित होकर नए सिरे से तारीखों का ऐलान करने की मांग की गई। प्रकरण में सोमवार को सिविल न्यायाधीश उत्तर की अदालत में सुनवाई होगी।
इस बार दोनों जिलों के विधानसभा चुनाव के परिणाम को लेकर लोगों में भारी उत्सुकता है क्योंकि लगभग सभी सीटों में कांटे की टक्कर रही है और किसके पक्ष में परिणाम गया है इसको लेकर राजनैतिक पंडित भी सटिक जवाब नहीं दे पा रहे। ऐसे में किसको हार मिली और कौन जीत, यह जानने के लिए लोग ब्रेसबी से इंतजार कर रहे हैं जो इंतजार अब चंद घंटे बाद ही खत्म होने वाला है। यह भी कहा जा रहा है कि कोई भी जीते, हार-जीत का अंतर ज्यादा नहीं रहेगा। दोनों जिले के छहों विधानसभा के लिए मतगणना सुबह 8 बजे से शुरु होगी और सुबह 9 बजे से रुझान भी आना शुरु हो जाएगा। शाम तक स्थिति भी क्लीयर हो जाएगी। जांजगीर-चांपा जिले में पॉलिटेक्निक भवन में तो सक्ती जिले के लिए काउंटिंग कृषि उपज मंडी नंदेलीभाठा में मतगणना होगी। इसके लिए जिला प्रशासन ने चाक-चौबंद इंतजाम किए हैं। जांजगीर-चांपा विधानसभा प्रदेश का यह हाईप्रोफाइल सीट है। इस सीट के परिणाम क्या होगा, इसको लेकर सबसे ज्यादा चर्चा है। क्योंकि नेताओं का कैरियर भी चुनाव से तय होगा। एक ओर जहां भाजपा के दिग्गज नेता और छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रहे नारायण चंदेल की साख दांव पर लगी हुई है तो दूसरी ओर कांग्रेस के व्यास कश्यप है। बीजेपी को यहां जीत मिलती है तो एक नया रिकार्ड बन जाएगा क्योंकि अब तक यहां किसी दल को लगातार दोबारा जीत नहीं मिली है। वहीं कांग्रेस को जीत मिलती है तो एक बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी की जीत का इतिहास फिर से दोहराएगा। पामगढ़ विधानसभा एससी वर्ग के आरक्षित पामगढ़ विधानसभा सीट भी चर्चा में है। एक ओर जहां बसपा की सीटिंग एमएलए इंदू बंजारे की साख दोबारा दाव में है तो बसपा के गढ़ कहे जाने वाले इस सीट को भेदने इस बार कांग्रेस ने शेषराज हरवंश पर दांव लगाया है, जिन पर बाहरी होने की बात उठी थी और विरोध भी सामने आया था। वहीं बीजेपी प्रत्याशी के पिछडऩे की बात सामने आई। खैर जनता ने किसे चुना है इसका आज फैसला हो जाएगा। बता दें, जांजगीर-चांपा जिले के इसी विधानसभा सीट में सबसे कम मतदान भी हुआ है। पामगढ़ विधानसभा का परिणाम भी सबसे पहले आने की बात सामने आ रही है। अकलतरा विधानसभा जिले का अकलतरा सीट इस बार काफी चर्चा में है क्योंकि इस बार यहां चुनाव मैदान में चाचा और भतीजा आमने सामने रहे हैं। बीजेपी विधायक सौरभ सिंह जीतते हैं तो लगातार तीसरी बार जीतने का रिकार्ड बनाएंगे। वहीं कांगे्रेस के राघवेन्द्र सिंह अगर जीते तो यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि जनता ने इस बार नए चेहरे पर भरोसा जताया। छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस जे से ऋचा जोगी, आप से आनंद प्रकाश मिरी और बसपा से डॉ. विनोद शर्मा के चुनाव मैदान में उतरने से पंचकोणीय मुकाबला के आसार दिख रहे थे जो चुनाव के दिन नजर नहीं आए। सक्ती विधानसभा जांजगीर-चांपा जिला से अलग होकर बने सक्ती जिले का सक्ती विधानसभा सीट प्रदेश का हाट-सीट बन गया है। यहां से छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष और क्षेत्रीय विधायक डॉ. चरणदास महंत दूसरी बार मैदान में है और सत्तासीन होने के कारण यह सीट कांग्रेस के लिए जीतना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां से डॉ. महंत जीतते है तो प्रदेश में एक मिथक भी तोड़ देंगे कि विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद कोई दोबारा चुनाव नहीं जीतते हैं। वहीं बीजेपी से डॉ. खिलावन साहू जीतते हैं तो सक्ती क्षेत्र से दूसरी बार एमएलए बनेंगे। जैजैपुर विधानसभा बसपा के यह सीट काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि प्रदेश के 90 विधानसभा सीट में से पिछले चुनाव में केवल दो सीटें ही बसपा के खाते में गई थी। इनमें से एक सीट जैजैपुर विधानसभा भी थी जिसे केशव प्रसाद चंद्रा ने बसपा की झोली में डाला था। ऐसे में वे जीतते हैं तो लगातार तीसरी बार जनता का प्यार उन्हें मिलेगा। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस से यहां नया चेहरा बालेश्वर साहू है जिन्होंने क्षेत्र में कड़ी टक्कर दी थी। वे जीते तो पहली बार विधायक बनेंगे। चंद्रपुर विधानसभा चंद्रपुर विधानसभा में कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही सीधा मुकाबला रहा है। ऐसे में कांग्रेस को यहां से जीत मिलती है तो लगातार दूसरी बार रामकुमार यादव यहां से विधायक बनेंगे। पिछले चुनाव में जनता का प्यार उन्हें मिला था। वहीं बीजेपी के पूर्व विधायक स्व. युद्धवीर सिंह जूदेव की धर्मपत्नी बहूरानी संयोगिता सिंह जूदेव जीतती है तो पहली बार विधायक बनेंगी। पिछली बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। होटल-लॉज सब बुक, आतिशबाजी की तैयारी चुनाव परिणाम को लेकर शहर के होटल-लॉज सब बुक हो चुके हैं। राजनैतिक दलों के पदाधिकारी और समर्थक अपने-अपने स्तर पर जीत का जश्न मनाने की तैयारी में जुट गए हैं। आतिशबाजी, फूल माला, अजगरमाला, रथ आदि की तैयारी की जा रही है ताकि जैसे ही चुनाव परिणाम आएगा, विजेता दल धूमधाम से विजय रैली निकालेंगे और जमकर आतिशबाजी होगी। हालांकि तैयारी गुपचुप हो रही है क्योंकि कभी हार मिल गई तो किरकिरी हो जाएगी। पामगढ़ का सबसे पहले, अंत में जांजगीर-चांपा का परिणाम बताया जा रहा है कि पामगढ़ सीट का रिजल्ट पहले आएगा। यहां जिले में सबसे कम 214 बूथ हैं और 1 लाख 48 हजार 669 वोट डले हैं। ऐसे में यहां की गिनती पहले हो जाएगी। दूसरे क्रम में अकलतरा और सबस अंत में जांजगीर-चांपा सीट का रिजल्ट आएगा। यहां तीनों विधानसभा में सबसे ज्यादा 220 बूथ हैं।
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के नतीजे रविवार 3 दिसंबर को आएंगे। इससे पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सभी प्लेटफार्मों पर महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। प्रधानमंत्री मोदी को लिखे अपने पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल के दिनों में ऑनलाइन सट्टेबाजी और गेमिंग के माध्यम से अवैध जुआ और सट्टेबाजी का कारोबार देशभर में फैल गया है और इसके संचालक और मालिक विदेशों से उक्त अवैध कारोबार चला रहे हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने इस बात का भी जिक्र किया है कि छत्तीसगढ़ सरकार और उनकी राज्य पुलिस इस अवैध कारोबार के संबंध में शुरू से ही सख्त कार्रवाई कर रही है। मार्च 2022 से अब तक इस संबंध में 90 से अधिक आपराधिक मामले छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा दर्ज किए गए हैं। इसमें 450 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। बैंक खातों में लगभग 16 करोड़ रुपए फ्रीज कर दिए गए हैं, कई लैपटॉप, मोबाइल जब्त कर लिए गए हैं। प्ले स्टोर से महादेव ऐप' को हटाया बघेल ने यह भी बताया कि राज्य पुलिस ने 80 प्लेटफॉर्म, यूआरएल, लिंक, ऐप्स को प्रतिबंधित और अक्षम करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को लिखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गूगल के साथ पत्राचार के माध्यम से अवैध कारोबार में शामिल 'महादेव ऐप' को प्ले स्टोर से हटा दिया गया है। हाल ही में, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा महादेव बुक सहित 22 अवैध सट्टेबाजी ऐप्स और वेबसाइटों पर प्रतिबंध लगा दिया है। केंद्र सरकार अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए इस दिशा में उचित कार्रवाई करे बघेल ने कहा कि अब तक की जांच से इन अवैध कारोबारियों की पूरी कार्यप्रणाली एजेंसियों के संज्ञान में आ गई है, इसलिए इनके कारोबार और बैंक खातों के अवैध संचालन को रोकने के लिए हर स्तर पर निवारक उपाय करने की सख्त जरूरत है। आरोपियों द्वारा उपयोग किया जाना तुरंत बंद किया जाना चाहिए। इसे रोकने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए, जो केंद्रीय स्तर पर किया जा सकता है। केंद्र सरकार अपनी शक्तियों का उपयोग करते हुए इस दिशा में उचित कार्रवाई करे और इन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाए ताकि देश के करोड़ों लोगों को इस अवैध कारोबार के चंगुल में फंसने से बचाया जा सके।
भूमाफियाओं ने नकटिया नदी पर बना डाला अवैध पुल, 110 बीघा में काट रहे थे कॉलोनी
इन स्थानों पर बसाई जा रही थी अवैध कॉलोनियां बीडीए उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने बताया कि प्राधिकरण की प्रवर्तन टीम द्वारा महानगर के पास ग्राम पहाड़गंज पर अवैध कालोनियों पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की है। श्मशान भूमि के पास 10 बीघा क्षेत्रफल में वीरेश गुर्जर द्वारा अवैध कालोनी का निर्माण किया जा रहा था। पीर बहोड़ा बैरियर टू के पीछे एयरफोर्स बाउंड्री के पास 60 बीघा जमीन पर अहमद मियां, आरिफ पहाड़गंज में 20 बीघा जमीन पर मनोज और 20 बीघा जमीन पर रामवीर, राजवी द्वारा अवैध कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा था। पुल को लेकर लोगों ने जताई हादसा होने की आशंका नकटिया नदी पर अवैध पुल का निर्माण भी कई जगह किया गया है। इस संबंध में सिंचाई विभाग को चिट्ठी लिखी है। मामले की रिपोर्ट शासन को भी भेजी जा रही है। उसमें साफ लिखा है कि भूमाफियाओं ने अवैध कॉलोनी बनाने के लिए नकटिया नदी पर प्राइवेट पुल बना दिया है। वहीं क्षेत्र के लोगों का कहना है कि नकटिया नदी पर बनाया गया पुल मानकों के विपरीत और कमजोर है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
मेरे पिता विधायक और CM के खास हैं, धमकी देकर कश्मीर के सेब व्यापारी के साथ कर दिया ये कांड
गोरखपुर । सीएम का खास बताकर सेब कारोबारी ने कश्मीर के युवक के साथ 29 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर डाली। पीड़ित के पैसा वापस मांगने पर आरोपी उसे पिता के विधायक होने का हवाला देते हुए धमकी देने लगा। परेशान युवक ने मुख्यमंत्री से जनता दरबार में मिलकर शिकायत की, इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलवामा का रहने वाला है पीड़ित अब्दुल सलाम जम्मू कश्मीर के पुलवामा के रहने वाले अब्दुल सलाम वाट सेब का व्यापार करते हैं। उन्होंने पुलिस को दी गयी तहरीर में बताया कि गोरखपुर के बिछिया मोहल्ले के रहने वाले कृष्णा यादव ने उनसे 69,62,033 रुपए का सेब व्यापार करने के लिए खरीदा। भुगतान माल के गोरखपुर पहुंचने की शर्त पर तय हुआ। कृष्णा यादव ने माल पहुंचने के बाद उन्हें 40,20,000 रुपए बैंक से ट्रांसफर कर दिए। लेकिन बाकी के 29,42,033 रुपए देने में आनाकानी करने लगे। पैसा मांगने पर आरोपी ने धमकी देना शुरू कर दिया और कृष्णा ने कहा मेरे पिता विधायक हैं और योगी जी के बहुत खास हैं। किसी की हिम्मत नहीं है जो मुझसे पैसा निकलवा सके। आरोपी ने उसके भतीजे को भी फोन करके धमकी दी। घर जाने पर नही मिला आरोपी कृष्णा पीड़ित अब्दुल ने बताया कि वह किसानों से उधारी पर माल लेकर व्यापार करता है। इतनी बड़ी रकम फंस जाने से व्यापार चौपट हो रहा है। ऐसे में वह अपने रुपये लेने के लिए आरोपी कृष्णा के घर गया तो वह नहीं मिला। घर आने की जानकारी होने के कुछ देर बाद आरोपी कृष्णा ने फोन कर धमकी दी कि मेरे घर आने का अंजाम तुम्हें भुगतना पड़ेगा। अब तुम जानोगे कि मैं कौन हूं। उसने जनता दरबार में जाकर मुख्यमंत्री से शिकायत की। जिसके बाद सीएम योगी के निर्देश पर शाहपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर शाहपुर शशि भूषण राय ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
SURAT KAPDA MANDI: आढ़तिया व ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के बीच पेमेंट मामले में सहमति बनी
सूरत. सूरत कपड़ा मंडी के दो व्यापारिक संगठनों के बीच शनिवार को एक बैठक में पेमेंट समेत अन्य मुद्दों पर सहमति बनी है। रिंगरोड कपड़ा बाजार िस्थत इंपिरीया मार्केट में आयोजित बैठक में आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत और सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी शामिल थे। आकास के अध्यक्ष प्रह्लाद अग्रवाल ने बताया कि देसावर मंडियों में सूरत कपड़ा मंडी के आढ़तिया, सप्लायर्स (व्यापारी) व एजेंट का पैमेंट अटक जाता है, उनकी व्यापारिक सहूलियत के लिए शनिवार को हुई बैठक में सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के साथ जरूरी सहमति बनाई गई है। एसोसिएशन में बाहरी मंडी के खरीदार कपड़ा व्यापारी के विरुद्ध दो या इससे अधिक आढ़तिया, सप्लायर्स व एजेंट लिखित में आढ़तिया कपड़ा एसोसिएशन सूरत के समक्ष शिकायत दर्ज करवाते हैं, तो ऐसे व्यापारियों को सूरत मंडी से अन्य व्यापारियों के यहां से जाने वाले माल की बुकिंग पर रोक लगाने का पत्र ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन को जारी किया जाएगा। दोनों एसोसिएशन की सहमति से इस तरह के निर्णय लिए जाने से स्थानीय मंडी के आढ़तिया, सप्लायर्स व एजेंट की अटकी रकम समय पर मिलने की संभावना बढ़ेगी और व्यापार में सुधार होगा। बैठक में आढ़तिया एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रह्लाद अग्रवाल, उपाध्यक्ष केदारनाथ अग्रवाल, मंत्री महेश जैन, सहमंत्री सुदर्शन मातनहेलिया, राजीव ओमर, अजय अग्रवाल, अनूप अग्रवाल, सत्यपाल जैन और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष युवराज देसले, नीरज सिंह समेत अन्य पदाधिकारी व सदस्य ट्रांसपोर्ट्स मौजूद थे। - व्यापार सुधार की बढ़ेगी गुंजाइश : सूरत कपड़ा मंडी के व्यापारियों से देसावर मंडियों के व्यापारी माल तो मंगवा लेते हैं, लेकिन पैमेंट चुकाने में लंबी अवधि लेते हैं। कई जगहों पर बिके माल का ही पैमेंट स्थानीय व्यापारियों को मिलता है और बिकने से रह गया माल रिटर्न गुड्स के रूप में वापस भेज दिया जाता है। आढ़तिया व ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के बीच सहमति बनने से अब बाहरी मंडियों के व्यापारियों को अपनी व्यापारिक छवि साफ और दुरुस्त बनाए रखने के लिए स्थानीय व्यापारी, आढ़तिया, एजेंट को समय से पैमेंट चुकाना पड़ेगा। इस स्थिति में सूरत कपड़ा मंडी के व्यापार में सुधार की गुंजाइश भी बढ़ेगी। - ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन का माल का बीमा करवाने पर जोर : बैठक में सूरत टेक्सटाइल गुड्स ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के पदाधिकारियों व अन्य व्यवसायियों ने सूरत कपड़ा मंडी से देसावर मंडियों में भेजे जाने वाले माल का इंस्युरेंस (बीमा) अवश्य करवाकर ट्रांसपोर्ट बुकिंग में भेजने पर जोर दिया। इस संबंध में पदाधिकारियों ने बताया कि जिन व्यापारियों व आढ़तियों ने इंस्यूरेंस पॉलिसी की सुविधा नहीं ले रखी है, उन्हें इसकी व्यवस्था करनी चाहिए। देसावर मंडियों में बीमा रहित माल भेजने का जोखिम लेने से कपड़ा व्यापारी बचे। इसके अलावा वे कैरियर रिस्क की बिल्टी ट्रांसपोर्ट से बनवाएं ताकि ट्रांसपोर्ट्स माल को सुरक्षित पहुंचा सके।
दर्दनाक : 50 फीट नीचे नहर में गिरा वाहन, पिता-पुत्र की मौके पर मौत, 5 लोग घायल
ट्रैफिक डिपार्मेंट की ओर से लगातार चलाए जा रहे सड़क सुरक्षा और जागरूकता अभियानों के बावजूद मध्य प्रदेश में रफ्तार का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालही में सूबे के धार जिले से दर्दनाक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। जिले के धामनोद थाना इलाके के अंतर्गत आने वाले कालीबावड़ी मार्ग पर सेमल्दा के पास ओंकारेश्वर की बड़ी नहर में मजदूरों से भरा टेम्पों वाहन अनियंत्रित होकर गिर गया। इस हादसे में पिता-पुत्र की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि 5 अन्य सवार घायल हुए हैं। घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। इस दौरान आसपास के खेत में काम कर रहे किसान दौड़कर नहर के पास पहुंचे और एकाएक नहर में कूदकर डूबने वाले लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। यह भी पढ़ें- 20 दिन से 45 फीट गहरे कुएं में फंसा था सांप, सर्प मित्र जान पर खेलकर बचाया, देखें रेस्क्यू पिता-पुत्र की मौत बताया जा रहा है कि विजय काशीराम कुशवाह भारतीय जीवन बीमा निगम में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी था जो वाहन से मजदूरों को खेत में ले जा रहा था। इस दौरान वाहन की रफ्तार तेज होने के चलते अचानक वो अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरा। हादसे में विजय काशीराम कुशवाहा और उसके पुत्र 7 वर्षीय रुद्राक्ष निवासी सेमल्दा की मौत हो गई। जबकि एक युवक और 4 महिलाओं को ग्रामीणों द्वारा बाहर निकाल लिया। हालांकि, घटना में ये सभी घायल हुए हैं। हादसे में ये लोग हुए घायल घायलों में यश पिता धर्मेंद्र कुशवाहा उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम सेमल्दा, ज्योति पति अशोक उम्र 30 वर्ष निवासी सेमल्दा, गायत्री पति विजय कुशवाह उम्र 30 वर्ष निवासी ग्राम सेमल्दा, कालीबाई पति जीवन और एक 50 वर्षीय महिला जिन्हें एंबुलेंस से धामनोद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है। बताया जा रहा है कि दुर्घटना का शिकार हुए वाहन में कुल 7 लोग सवार थे। फिलहाल पुलिस ने दोनों शवों के पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंप दिया है। साथ ही मामले जांच भी शुरु कर दी है।
25 हजार वर्ष पुराना भूमिगत पिरामिड खोजा, दावा-यह किसी इंसान ने नहीं बनाया
जकार्ता. इंडोनेशिया के पश्चिम जावा में गुनुंग पडांग के निकट मिले भूमिगत पिरामिड का निर्माण जितना अद्भुत है, उतना ही चौंकाने वाला है वैज्ञानिकों का दावा। आर्कियोलॉजिकल प्रॉस्पेक्ट में हाल ही प्रकाशित एक पेपर के मुताबिक यह पिरामिड 27 हजार वर्ष से भी ज्यादा पुराना हो सकता है, जो सबसे पुराने ज्ञात पिरामिड से भी 22 हजार वर्ष पुराना है। शोधकर्ताओं के मुताबिक पिरामिड को देखकर लगता है कि जिस सभ्यता ने भी भी इसे बनाया होगा, उसकी समझ काफी उन्नत रही होगी, जो वर्तमान सभ्यता के अनुरूप नहीं लगती। तो क्या इसे किसी एलियन्स ने बनाया था? इस दावे पर कार्डिफ विश्वविद्यालय के पुरातत्त्वविद फ्लिंट डिब्बल तो यहां तक कहते हैं कि इंसान भूमिगत पिरामिड कैसे बना सकते हैं? इसके अलावा जिस कालखंड में इस भूमिगत पिरामिड का निर्माण हुआ, उस दौरान किसी इंसान की उपस्थिति के प्रमाण नहीं हैं। जैसे हड्डियों के टुकड़े या चारकोल के अवशेष, जो यह साबित करते हों कि मनुष्य 27 हजार वर्ष पहले गुनुंड पडांग पर रहे होंगे। कैसे बने होंगे? जहां तक उन्नत चिनाई तकनीकों के दावों का सवाल है, डिब्बल का अनुमान है कि प्राकृतिक अपक्षय ने चट्टानों को इस तरह आकार दिया होगा कि उनकी संरचनाएं नियोजित दिखेंगी। दूसरे शब्दों में, वर्षों के क्षरण और परतों के माध्यम से जमीन स्वाभाविक रूप से एक भूमिगत पिरामिड के आकार में घूमने लगी। इस सिद्धांत को इस तथ्य से बल मिलता है कि भूमिगत पिरामिड एक उभरे हुए पृथ्वी स्थल के पास स्थित है, जिससे पता चलता है कि संरचना किसी बिंदु पर जमीन के ऊपर थी और समय के साथ स्वाभाविक रूप से भूमिगत हो गई थी।
SURAT POLITICAL NEWS: चुनाव परिणाम आज : बजाएंगे ढोल, मनाएंगे खुशी
सूरत. राजस्थान समेत चार राज्य मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व तेलंगाना विधानसभा चुनाव के परिणाम रविवार को आएंगे। इन चुनाव परिणाम पर पूरे देश की नजरें लोकसभा चुनाव 2024 के सेमिफाइनल के तौर पर टिकी है, वहीं सूरत समेत बसे प्रवासी राजस्थानी समाज में चुनाव परिणाम को लेकर उत्सुकता बनी हुई है। प्रवासी समाज के कार्यकर्ताओं ने पसंदीदा पार्टी व प्रत्याशियों की जीत के जश्न की तैयारियां शुरू कर दी है। गत 25 नवंबर को राजस्थान विधानसभा की 199 सीटों पर चुनाव संपन्न हुए। इस दौरान सूरत समेत दक्षिण गुजरात में बसे प्रवासी समाज के बीच भाजपा-कांग्रेस के कई प्रत्याशी व नेता प्रचार सिलसिले में पहुंचे थे। बाद में चुनाव से ठीक पहले प्रवासी राजस्थानी समाज के लोग बड़ी संख्या में बस, ट्रेन व कार से राजस्थान के मारवाड़, मेवाड़, शेखावाटी अंचल की विभिन्न विधानसभा में मतदान के लिए पहुंचे थे। अब इन सभी प्रवासी मतदाताओं को रविवार को घोषित होने वाले चुनाव परिणाम का विशेष इंतजार है। उधर, सूरत से करीब डेढ़ हजार कार्यकर्ता भी राजस्थान की अलग-अलग विधानसभा में पार्टी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार करने पहुंचे थे। इन सभी कार्यकर्ताओं ने रविवार को जीत का जश्न मनाने की तैयारियां की है। - दोपहर तक टीवी सैट व मोबाइल पर रहेंगे व्यस्त : रविवार सुबह आठ बजे से राजस्थान समेत मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व तेलंगाना विधानसभा चुनाव के मतों की गिनती शुरू होगी। मतगणना के दौरान सूरत समेत दक्षिण गुजरात में ज्यादातर लोग टीवी सैट व मोबाइल में चुनाव परिणाम देखने में व्यस्त रहेंगे। दोपहर होते-होते चुनाव परिणाम की तस्वीर साफ होने लगेगी और इसके साथ ही शहर में भाजपा, कांग्रेस व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी समेत अन्य दल व निर्दलीय प्रत्याशियों के समर्थक परवत पाटिया, गोडादरा, कुंभारिया, उधना, पुणागांव, टीकमनगर, भटार, सिटीलाइट, अलथान, वेसू आदि क्षेत्र में आतिशबाजी व मिठाई खिलाकर जीत का जश्न का मनाएंगे। - इन सीट व प्रत्याशियों की जीत-हार पर रहेगी नजरें : राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान सूरत व दक्षिण गुजरात में आने वाले प्रत्याशियों के परिणाम पर रविवार को प्रवासियों की विशेष नजरें टिकी रहेगी। इनमें बायतू सीट के बालाराम मूंड, बाड़मेर सीट के मेवाराम जैन, सिरोही के संयम लोढ़ा व ओटाराम देवासी, लक्क्ष्मणगढ़ सीट के सुभाष महरिया, धोद सीट के गोवर्धन वर्मा, परबतसर सीट से मानसिंह किनसरिया, पोकरण सीट से महंत प्रतापपुरी, रानीवाड़ा सीट से नारायणसिंह देवल, सांचोर सीट से देवजी पटेल, गोगुंदा सीट से प्रताप गमेती, कुंभलगढ़ सीट से सुरेंद्रसिंह राठौड़, सोजत सीट से शोभा चौहान, नोखा सीट से कन्हैयालाल झंवर आदि प्रत्याशी शामिल रहेंगे।
MYSTERY : तो क्या मेक्सिको की संसद में दिखाए गए कंकाल सचमुच एलियंस के थे
मेक्सिको सिटी. पिछले दिनों मेक्सिको की संसद में दिखाए गए ममीकृत कंकाल की डीएनए जांच के बाद वैज्ञानिकों ने यह कहकर फिर चौंका दिया कि ये शव किसी इंसान के नहीं हैं। इनका डीएनए इंसानों से बिल्कुल मेल नहीं खाता। संसद में दो ममीकृत कंकालों को लेकर यूएफओ विशेषज्ञ जैमे मौसन ने दावा किया था कि उन्हें पेरू में ममीकृत एलियन के अवशेष मिले हैं, जो दूसरे ग्रह से आया था। डीएनए परीक्षण के बाद पता चला कि 30 फीसदी डीएनए अज्ञात है और किसी जीव से मेल नहीं खाता, जबकि 70 फीसदी का खुलासा नहीं किया गया। मौसन का दावा है कि ये निष्कर्ष इन अवशेषों के लिए सबूत हैं कि ये दूसरी प्रजाति है, जो किसी दूसरे ग्रह से आए हैं। एक हजार वर्ष पुराने हैं कंकाल नेशनल ऑटोनॉमस यूनिवर्सिटी ऑफ मेक्सिको (यूएनएएम) की ओर से की गई कार्बन डेटिंग में पता चला है कि ये अवशेष एक हजार वर्ष पुराने हैं। क्लारा और मौरिसियो नाम के इन ममीकृत कंकालों के तीन अंगुलियों वाले हाथ हैं और दांत भी नहीं हैं। मौसन ने तब बताया था कि ये प्रजाति पृथ्वी की नहीं है। ये पेरू की डायटम खदानों में मिले थे, जो बाद में जीवाश्म बन गए। मौसन ने कहा, वे एलियंस हैं या नहीं, हम नहीं जानते, लेकिन वे बुद्धिमान थे। वैज्ञानिकों ने खारिज किया मौसन का दावा दूसरी ओर, कुछ वैज्ञानिकों ने इसे सिर्फ एक ‘पब्लिसिटी स्टंट’ करार दिया है। शव दिखाए जाने पर इन वैज्ञानिकों ने कहा, यह प्राचीन डमी हो सकती है, जो किसी खास प्रयोजन के लिए जानवरों के शव और अल्पाका खोपड़ी को मिलाकर बनाई गई है।
SURAT DHARMA NEWS: गौशाला के सेवार्थ होगी भागवत कथा
सूरत. प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी धनुर्मलमास में ज्ञान, भक्ति और वैराग्य की त्रिवेणी सूरत नगरी में बहेगी। इस दौरान आयोजित होने वाले धार्मिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जाने लगी है। इसी श्रृंखला में श्रीजडखोर गोधाम सेवा समिति की ओर से श्रीजड़खोर गोधाम गौशाला के सेवार्थ श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। कथा आयोजन के सिलसिले में जरूरी व पहली बैठक शनिवार को रिंगरोड कपड़ा बाजार स्थित त्रिविध चेम्बर में आयोजित की गई। बैठक में समिति ने बताया कि धनुर्मलमास के दौरान आगामी 8 से 14 जनवरी तक शहर के सिटीलाइट में सूर्यप्रकाश रेजिडेंसी के पीछे श्रीसुरभि धाम प्रांगण में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इसमें मलूक पीठाधीश्वर स्वामी राजेंद्रदास देवाचार्य महाराज वृंदावन धाम व्यास पीठ से प्रतिदिन दोपहर 3.30 से सायं 7 बजे तक हजारों श्रद्धालुओं को श्रीमद् भागवत कथा का रसपान कराएंगे। बैठक के दौरान कथा आयोजन के लिए विभिन्न समितियों का गठन किया गया और सभी समितियों के पदाधिकारियों का चयन कर आगामी दिनों में उन्हें जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। बैठक में समिति के राकेश कंसल, कैलाश अग्रवाल, प्रमोद कंसल, सज्जन महर्षि सहित अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। धर्मसभा होगी आज राष्ट्रोत्कर्ष अभियान यात्रा के तहत रविवार को शहर में धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा। धर्मसभा को गोवर्धन मठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज संबोधित करेंगे। धर्मसभा का आयोजन रविवार शाम पांच बजे से डुमस स्थित कंसल फार्म पर किया जाएगा। इससे पूर्व शंकराचार्य के सानिध्य में सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक सत्संग संगोष्ठी के आयोजन लाल दरवाजा स्थित नारायण मठ सन्यास आश्रम, पांडेसरा में श्रीमाधव गौशाला व वेसू में शांतम हॉल में किए जाएंगे। नंदिनी-1 में श्रीश्याम जन्मोत्सव आज नंदिनी परिवार सेवा समिति की ओर से हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी बाबा श्याम का जन्मोत्सव रविवार को वेसू स्थित नंदिनी-1 के प्रांगण में मनाया जाएगा। इस मौक़े पर बाबा श्याम का दरबार सजाकर शाम सवा छह बजे अखंड ज्योत प्रज्ज्वलित की जाएगी। इसके बाद भजन संध्या का आयोजन होगा। जिसमें स्थानीय गायक जुगल अग्रवाल, अजीत दाधीच एवं सुमित शेरेवाला भजनों की प्रस्तुति देंगे । इस मौक़े पर बाबा श्याम को छप्पन भोग एवं चूरमा का भोग लगाया जाएगा। रानी सती दादी मंगलपाठ 6 दिसंबर को श्रीशक्तिधाम सेवा समिति की ओर से रानी सती दादी के जन्मोत्सव पर 6 दिसंबर को मंगल पाठ का आयोजन सिटीलाइट स्थित रानी सती मंदिर परिसर में किया जाएगा। दोपहर दो बजे से आयोजित कार्यक्रम में पाठवाचक सुरेश जोशी दादी के जीवन चरित्र पर आधारित मंगल पाठ का वाचन करेंगे। इस मौके पर श्रृंगारित दरबार, अखंड ज्योत, पुष्पवर्षा समेत अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का भण्डाफोड़, स्मार्ट तरीके से चुराते थे वाहन
मऊ: थाना कोतवाली पुलिस को उस वक्त अहम सफतला हाथ लगी जब चेकिंग के दौरान मुखब रोज गार्डन सिकटिया पुल के पास से एक स्कार्पियो सवार तीन अभियुक्तों प्रदीप सिंह, अनीस तथा राहुल उर्फ हेडन तथा एक स्वीफ्ट कार सवार दो अभियुक्तों गोपाल कुमार, अभिषेक कुमार को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से दो अवैध तमंचा व तीन अदद जिंदा कारतूस 315 बोर, 65 हजार रूपये नगद व स्कार्पियो में अन्दर रखा हुआ एक काला बैग जिसमे वाहन चोरी में प्रयुक्त होने वाले उपकरण थे बरामद किया गया। आर्डर बुक होने पर करते थे चोरी पुलिस ने बताया कि यह वाहन चोर गिरोह यूपी और बिहार तक कार चोरी और बेचने का काम करता है। सबसे बड़ी बात यह है चोर कोई भी गाड़ी तभी चुराते थे जब उस गाड़ी के खरीदार मिल जाते। गिरोह के सदस्य किसी चार पहिया वाहन को चोरी के लिए नजर में रखते उस दौरान गाड़ी की तस्वीर बिहार में खरीदार को दिखाया जाता जब खरीदार को गाड़ी पसंद आता तब गिरोह चोरी की घटना को अंजाम देता उसे यूपी से बिहार ले जाकर बेच दिया जाता। वहीं पुलिस ने बताया कि इन चोरों के पास स्मार्ट डिवाइस थी जो कार के स्मार्ट लाक को भी खोल देता था। गिरफ्तारी पर क्या बताए चोर इस दौरान जब कड़ाई से पूछताछ किया गया तो उक्त लोगो द्वारा बताया गया हम लोगो का एक गिरोह से जिसमें प्रदीप सिंह, अनीस तथा राहुल उर्फ हेडन द्वारा फिल्ड से वाहनो को चुराया जाता है तथा गोपाल कुमार तथा अभिषेक कुमार द्वारा इसको पटना में जयप्रकाश उर्फ सोनू बाबा व मैनुद्दीन उर्फ खान के पास पहुचाया जाता है वही से हम सभी को रूपये मिलते है यह बरामद रूपये वाहन बेच कर ही प्राप्त हुए है। इस दौरान वाहन को ले जाने में हम लोगा फर्जी नम्बर प्लेट का उपयोग करते है। जब और कडाई से पूछताछ किया गया तो उनके द्वारा बताया गया कि हम लोगो द्वारा 1. दिनांक 25.11.2023 को निजामुद्दीनपुरा थाना कोतवाली से एक स्कार्पियो चोरी किया गया था। 2. यह स्वीफ्ट डिजायर कार दिनांक 18.11.2023 को पटना से चोरी किये थे। 3. इसके अलावा एक माह पूर्व रसड़ा से दो स्कार्पियो वाहन चोरी किये थे। 4. मुहम्मदाबाद मऊ से दिनांक 31.10.23 को एक स्कार्पियो वाहन चोरी किये थे। 5. दिनांक 01.09.23 को शिक्षक भवन भीटी से एक स्कार्पियो चोरी किये थे। 6. दिनांक 03.09.23 को परदहा मील रोड से एक स्कार्पियो चोरी किये थे। इस सम्बन्ध में उक्त अभियुक्तों के विरूद्ध थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 432/23 धारा 411,413,414,420,467,468,461 भादवि0 व धारा 3/25 आयुद्ध अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कर चालान न्यायालय किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तगण- 1. प्रदीप सिंह पुत्र सुभाष सिंह निवासी कुसमौर पखईपुर थाना सरायलखन्सी मऊ। 2. अनीस पुत्र राम किशोर निवासी सिधौली थाना भागवानपुर जनपद सिवान बिहार। 3. राहुल उर्फ हेडन पुत्र रामरतन जाट निवासी जटपुरा थाना सलेमपुर जनपद बुलन्दशहर। 4. गोपाल कुमार पुत्र बनारस तांती निवासी मदारी थाना शेखपुरा जनपद शेखपुरा बिहार। 5. अभिषेक कुमार श्रीवास्तव पुत्र अनिल कुमार श्रीवास्तव निवासी अमनौरा थाना अमनौरा जनपद छपरा बिहार। बरामदगी- 1. एक स्वीफ्ट डिजायर कार। 2. एक स्कार्पियो वाहन। 3. 65 हजार रूपये नगद। 4.02 अवैध तमंचा व कारतूस 5. वाहन चोरी करने में प्रयुक्त उपकरण (एक्स टूल डिवाइस, एक अदद रेती, पेचकर, रम्मी, वायर कैची, छेनी, पांच अदद चाभी, ब्लेड, स्कू्र, 02 अदद फर्जी नम्बर प्लेट व अन्य सामान।
#MP Election-23 : बस कुछ घंटे, किसी के खिलेंगे तो किसी के चेहरे मुरझाएंगे
रतलाम. 3 दिसंबर को होने वाली मतगणना में अब महज कुछ ही घंटे बचे हैं। प्रत्याशियों की धडक़ने बढ़ गई है तो उनके समर्थक भी बेचैन है कि कल क्या होगा। दूसरी तरफ प्रशासन मतगणना को लेकर पूरी तरह अलर्ट है। शनिवार को दिनभर तैयारियों को अंंतिम रूप दिया जाता रहा। पुलिस अधिकारियों ने ड्यूटी पर लगाए कर्मचारियों के साथ रिहर्सल की। कहां किसे ड्यूटी करना है हर एक पाइंट पर पुलिसकर्मियों के साथ उनके अधिकारियों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई। दोपहर में कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार, एसपी राहुल कुमार लोढ़ा, एएसपी राकेश खाखा ने तैयारियों का जायजा लिया। दोनों अधिकारियों ने हर एक मतगणना कक्ष, उनकी तैयारियों, कर्मचारियों की ड्यूटी आदि के बारे में जानकारी लेकर निर्देश दिए। विधानसभावार रिटर्निंग अधिकारियों से भी चर्चा कर हर स्तर पर सुरक्षा पुख्ता रखने के निर्देश दिए। देर रात से लगा दिए बेरिकेड्स कॉलेज के सामने की सडक़ पर रविवार को आवाजाही प्रतिबंधित करने के लिए देर रात बेरिकेड्स लगा दिए गए। सुबह 5 बजे से आवागमन बंद कर दिया जाएगा। ऐसे होगी मतगणना की शुरुआत - कर्मचारियों का प्रवेश - 5 बजे से - प्रत्याशियों व अभिकर्ता का प्रवेश - 6 बजे से - ईवीएम को निकालना - 7 बजे से - बैलेट मतपत्रों की गणना - 8 बजे से - ईवीएम से मतों की गणना - 8.30 बजे से ये रहेगा प्रतिबंध - बिना वैध अनुमति कोई प्रवेश नहीं कर पाएगा - प्रत्याशी या अभिकर्ता किसी तरह का इलेक्ट्रानिक डिवाइस नहीं ले जा पाएंगे - सुरक्षा घेर में हर एक की जांच होगी, मिलने पर जमा करवाया जाएगा - मीडियाकर्मियों को मोबाइल व इलेक्ट्रानिक डिवाइस ले जाने की अनुमति - यह अनुमति भी केवल मीडिया सेंटर तक ही रहेगी, इससे आगे नहीं - अभ्यर्थी को सुरक्षा गार्ड के साथ जाने की अनुमति नहीं होगी
अभी-अभी : काउंटिंग से ठीक पहले बैलेट पेपर में गड़बड़ी, मचा बवाल, देखें वीडियो
मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की मतगणना से ठीक कुछ घंटे पहले डाक मत पत्रों के साथ गड़बड़ी का मामला सामने आने से सियासी बवाल मच गया है। मामला उज्जैन का है जहां कोठी स्थित जिला कोषालय में रखी बैलेट पेपर की पेटी निकालने के दौरान उस वक्त हंगामा हो गया जब कई पेटियों पर लगी सील गीली मिली। कांग्रेसियों ने मौके पर ही हंगामा करते हुए आरोप लगाया है कि बैलेट पेपर के साथ छेड़छाड़ की गई है। गीली मिली बैलेट पेपर की पेटियों की सील मतगणना के लिए स्ट्रॉन्ग रूम से बैलेट पेपर की पेटियों को निकालकर मतगणना स्थल के ले जाया जा रहा था। इसी दौरान कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जब पेटियों पर लगी सील को देखा तो वो गीली थी। इसे लेकर हंगामा हो गया। मौके पर मौजूद महेश परमार ने प्रशासन को चुनौती देते हुए कहा कि कल यदि बैलेट पेपर के कारण स्थिति बिगड़ी तो माहौल खराब हो जाएगा जिसका जिम्मेदार प्रशासन रहेगा। अरुण यादव ने वीडियो किए ट्वीट वहीं बैलेट पेपर की पेटियों की सील गीली मिलने के वीडियो भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं ने बनाए हैं जो वायरल हो रहे हैं। इन वीडियो को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अरुण यादव ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर भी किया है। वीडियो शेयर करते हुए अरुण यादव ने लिखा है बालाघाट के बाद अब उज्जैन में भी डाक मतपत्रों की गड़बड़ी का मामला सामने आया। उज्जैन के कोठी पैलेस के स्ट्रांग रूम में रखे महिदपुर विधानसभा क्षेत्र के डाक मतपत्रों की पेटी की सील टूटी मिली।
लखनऊ में LDA का बाबू निलंबित:नाम बदलने के लिए आवंटी से लिया पैसा, फाइलें भी गायब कर दीं
एग्जिट पोल: MP में BJP सरकार! धुआंधार प्रचार से शिवराज ने बदली हवा?
मध्य प्रदेश चुनाव के एग्जिट पोल नतीजों में बीजेपी फिर से सरकार बनाती नजर आ रही है. एग्जिट पोल अनुमान अगर नतीजों में बदलते हैं तो मध्य प्रदेश मामा पर मेहरबान है. श्वेता सिंह के साथ देखें स्पेशल रिपोर्ट.
ध्यान रखें! मतगणना के लिए यह रहेगी व्यवस्था
मतगणना स्थल एसबीके राजकीय महाविद्यालय में सुबह 6 बजे से यह व्यवस्था की जाएगी मतगणना सुव्यवस्थित शांतिपूर्ण सम्पन्न करवाने के लिए निम्नानुसार व्यवस्था रहेगी। -मतगणना परिसर में जाने लिए केवल वैध पासधारक जैसे पोलिंग एजेंट, अधिकारी-कर्मचारी, मीडियाकर्मी आदि को ही अनुमति रहेगी। -मतगणना के दिन बाड़मेर तिराहा से यूनियन चौराहा तक आवागमन के लिए रोड़ पूर्ण रूप से बंद रहेगी। इसके लिए जोधपुर रोड से वाहनों का आवागमन जारी रहेगा। -मतगणना के दिन यूनियन चौराहा पर वाहनों का पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। -म्याजलार रोड से शहर को आने वाले वाहन बबर मगरा के अन्दर से होकर होटल फोर्ट रजवाड़ा के आगे से जोधपुर रोड़ में मिलेंगे। -शहर से बाड़मेर की तरफ जाने व आने वाले वाहन भी बाड़मेर रोड से जाएंगे। -मतगणना में भाग लेने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों एवं अन्य संबंधित विभाग के कर्मचारियों के वाहनों की सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था कॉलेज गेट नम्बर 02 से कॉलेज ग्राउंड में रहेगी। -मतगणना में पोलिंग एजेंट इत्यादि के वाहनों की पार्किंग व्यवस्था आरसीपी कॉलोनी जैसलमेर के भीतर रहेगी। -मतगणना में मीडियाकर्मियों के वाहनों के लिए सुव्यवस्थित पार्किंग व्यवस्था आरसीपी कॉलोनी जैसलमेर में रहेगी। -मतगणना स्थल में मोबाइल फोन, स्मार्ट वॉच व अन्य किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रिक सामान ले जाने की अनुमति नहीं है। -मतगणना के दिन राज्य सरकार की ओर से सूखा दिवस घोषित किया गया है। -मतगणना के दिन धारा 144 लगी होने के कारण विजय जुलूस प्रतिबंधित रहेगा और कहीं पर अनावश्यक भीड़ भाड़ किए जाने पर कानूनी कार्रवाई होगी।
weather update today: यूपी में मौसम एक बार फिर करवट लेने की संभावना है। IMD ने Fog को लेकर yellow alert जारी किया है। कोहरे की चादर से ढकने के कारण दृश्यता 50 मीटर तक हो सकती है। ऐसे में वाहन चलाते समय सावधान रहने की जरूरत है। 48 घंटे बाद यानी 4 दिसंबर को पूर्वी और पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है।पश्चिमी विक्षोभ के एक बार फिर सक्रिय होने से मौसम में बड़े बदलाव होंगे। up weather update: नया पश्चिमी पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से अगले 48 घंटे में मौसम एक बार फिर करवट लेगा। मौसम विभाग ने जबरदस्त कोहरा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया। समूचा यूपी कोहरे की चादर से ढकने की संभावना है। अगले 48 घंटे में पूर्वी और पश्चिमी यूपी में मौसम की फुहारें पड़ सकती हैं। यानी 4 दिसंबर को मौसम विभाग ने बारिश होने का अनुमान जताया है। हालांकि इससे पहले मौसम विभाग ने यूपी में 2 दिसंबर को बारिश होने की चेतावनी जारी किया था। इस दौरान यूपी के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी होने से ठंड में इजाफा हुआ है। अगले दो दिनों में तापमान में भारी गिरावट होने की संभावना है। 4 दिसंबर के बाद तापमान में 4 से 5 डिग्री तक की गिरावट हो सकती है। इस समय रबी की प्रमुख फसल गेहूं की बुवाई चल रही है। अधिकांश किसानों ने नमी के लिए खेतों की सिंचाई कर दिया था। यदि बारिश होती है, तो इस बार गेहूं की बुवाई काफी प्रभावित होने की संभावना है। शनिवार को दिन में मौसम साफ रहा लेकिन शाम ढलते ही ठंड बढ़ने के साथ जबरदस्त कोहरा गिरने लगा। अयोध्या में सबसे कम 11.5℃ न्यूनतम तापमान रिकार्ड किया गया है। जबकि बरेली में 11.7℃, नजीबाबाद में 11.8℃, मुजफ्फरनगर और बहराइच में 12.6℃, मेरठ में 12.8℃ न्यूनतम तामपान दर्ज किया गया है। जानिए यूपी के जिलों में तापमान गोंडा में अधिकतम 28 न्यूनतम 15, हवा 6kmph बलरामपुर 28 न्यूनतम 15, हवा 6kmph बहराइच अधिकतम 26 न्यूनतम 12.6 हवा 8kmph श्रावस्ती अधिकतम28 न्यूनतम 16 हवा 5kmph वाराणसी अधिकतम28 न्यूनतम 14 हवा 7kmph जौनपुर अधिकतम29 न्यूनतम 20 हवा 8 भदोही अधिकतम29 न्यूनतम 15 हवा 6kmph मिर्ज़ापुर अधिकतम 28 न्यूनतम 14 हवा 6kmph गाज़ीपुर अधिकतम 28 न्यूनतम 15 हवा 3kmph गोरखपुर अधिकतम28 न्यूनतम 13 हवा 4kmph कुशीनगर अधिकतम 27 न्यूनतम 13 हवा 5kmph देवरिया अधिकतम 29 न्यूनतम 16 हवा 6kmph इसके अलावा यूपी के इन जिलों में 21 डिग्री सेल्सियस से लेकर 29 डिग्री सेल्सियस के बीच में अधिकतम रहा जबकि न्यूनतम तापमान 9 से 16 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा। इनमें मेरठ, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, संभल, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, इटावा, औरैया और फर्रुखाबाद
मतगणना स्थल पर प्रवेश पास के बिना अंदर जाने की अनुमति नहीं
जैसलमेर जिले में दोनों विधानसभा क्षेत्रों के लिए रविवार को प्रात: 8 बजे एसबीके राजकीय महाविद्यालय जैसलमेर में ़होने वाली मतगणना के अवसर पर रिटर्निंग अधिकारी जैसलमेर व पोकरण की ओर से जारी प्रवेश पास के बिना किसी भी व्यक्ति को मतगणना स्थल पर प्रवेश नहीं दिया जाएगा। उप जिला निर्वाचन अधिकारी गोपाललाल स्वर्णकार ने बताया कि मतगणना स्थल पर किसी भी कर्मचारी- अधिकारी के साथ ही मतगणना से जुड़े व्यक्तियों को प्रवेष पास के बिना अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जावेगी। उन्होंने बताया कि नियुक्त अधिकारियों व कार्मिकों के साथ ही अभ्यर्थियों व उनके गणक अभिकर्ताओं को प्रवेश पास संबंधित रिटर्निंग अधिकारी द्वारा जारी किए जाएंगे। उन्होंने मतगणना कार्य से जुड़े सभी अधिकारी एवं कार्मिकों को निर्धारित समय पर मतगणना स्थल पर पहुंचने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि किसी भी व्यक्ति को अधिकृत पास के बिना मतगणना स्थल पर प्रवेश नहीं मिलेगा। मतगणना के समय नहीं रख सकेंगे मोबाइल फोन विधानसभा क्षेत्र जैसलमेर एवं पोकरण के लिए रविवार को एसबीके राजकीय महाविद्यालय जैसलमेर में प्रात: 8 बजे से प्रारम्भ होने वाली मतगणना के समय मतगणना स्थल में कोई भी व्यक्ति, चुनाव एजेंट व अभ्यर्थियों के साथ ही मतगणना कार्य के लिए नियुक्त सभी अधिकारी व कर्मचारी भी अपने साथ मोबाइल फोन नहीं रख सकेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी आशीष गुप्ता ने बताया कि मतगणना स्थल पर मोबाइल फोन पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के लिए अधिग्रहित किए गए निर्धारित परिधि में पेरामिल्ट्री फोर्स की ओर से प्रवेश के समय प्रत्येेक व्यक्ति की जांच की जाएगी तथा किसी भी व्यक्ति को मोबाइल फोन अंदर नहीं ले जाने दिया जाएगा।
MP Election 2023 : मुंगावली विधानसभा में 79.3% मतदान, यहां 3 साल में 3 बार हो चुके चुनाव, जाने वजह
मध्यप्रदेश के ग्वालियर संभाग में आने वाले अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा सीट बीते कुछ वर्षों के दौरान प्रदेशभर में चर्चा का विषय बनी रही है। फिलहाल इस सीट पर भाजपा का कब्जा है। मौजूदा समय में यहां से बृजेंद्र यादव विधायक हैं। बृजेंद्र लगातार तीन बार से इस सीट पर चुनाव जीत रहे हैं। वजह है कि इस सीट पर 2013 से करीब 4 बार चुनाव हो चुके हैं। फिर फरवरी 2018 में उपचुनाव, 2018 चुनाव और 2020 में फिर उपचुनाव। मजेदार बात ये है कि आखिरी तीन चुनाव में बृजेंद्र यादव को जीत मिली। हालांकि, इस दौरान पार्टी जरूर बदली। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में मुंगावली विधानसभा सीट पर 79.3 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 75.02 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 77.54 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा उपचुनाव के समीकरण मुंगावती विधानसभा सीट 2020 में उस वक्त काफी चर्चा में रही, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ विधायक बृजेंद्र यादव ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उपचुनाव में बृजेन्द्र सिंह यादव को 83 हजार 153 मत मिले, जबकि कांग्रेस के कन्हईराम लोधी को 61 हजार 684 मत मिले। भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने ये सीट 21 हजार 469 मतों से जीत ली थी। आखिरी उपचुनाव में इस सीट पर 55.20 फीसदी मतदान हुआ था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा से 33 साल बाद कांग्रेस जीत पाई थी अशोकनगर सीट, 2020 में फिर छिन गई, अब कौन जीतेगा ? विधानसभा का जातिगत समीकरण मुंगावली विधानसभा क्षेत्र यादव मतदाता बाहुल्य क्षेत्र है। इसके अलावा 47 हजार से ज्यादा एससी-एसटी वोट, 18 हजार से ज्यादा लोधी, 9 हजार से ज्यादा कुशवाह, 12 हजार से ज्यादा दांगी, 6 हजार से ज्यादा गुर्जर, 7 हजार से ज्यादा मुस्लिम और 5 हजार से ज्यादा ब्राह्मण वोटर्स भी निर्णायक स्थिति में हैं। इसके अलावा अन्य समाजों के वोट भी 1 से 3 हजार के बीच में हैं जो इस चुनाव के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : भिंड विधानसभा में इस बार रोचक है मुकाबला, भाजपा-कांग्रेस ने बागियों पर खेला दांव भाजपा के ब्रिजेंद्र सिंह यादव भाजपा के टिकट पर दोबारा मुंगावली सीट से चुनावी मैदान में उतरने वाले ब्रिजेंद्र सिंह यादव को सिंधिया समर्थक नेता माना जाता है। यही कारण है कि साल 2018 के फरवरी में इस सीट पर हुए उपचुनाव और 2018 के मुख्य चुनाव में जीतने के बाद उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बाजपा ज्वाइन कर ली थी। यही नहीं 2020 के उपचुनाव में भी क्षे6 की जता ने उन्हीं को जिताकर विदानसभा पहुंचाया। मौजूदा समय में ब्रिजेंद्र सिंह यादव इस सीट पर विधायक भी हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : अंबाह सीट पर एससी का आरक्षण पर राजपूतों का होल्ड, तगड़ा होगा घमासान कांग्रेस के राव यादवेंद्र सिंह कांग्रेस पार्टी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में मुंगावली सीट पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए राव यादवेंद्र सिंह को टिकट दिया है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : सुमावली विधानसभा में इस बार कांटे की टक्कर, पुराने प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने मुंगावली विधानसभा के मतदाता अशोकनगर जिले की मुंगावली का विधानसभा क्रमांक 34 हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 14 हजार 743 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 12 हजार 287 है। जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 2 हजार 251 है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : 2008 से भितरवार सीट पर कांग्रेस का दबदबा, क्या भाजपा इस बार दिखा सकेगी दम ? मुंगावली विधानसभा की जनता की आवाज - मुंगावली विधानसभा के बिल्हेरू गांव के लोगों में प्रशासनिक तंत्र को लेकर नाराजगी देखने को मिली। ग्रामीणों का कहना है 20 हजार रुपए देकर तहसील से जमीन का नामांतरण करा पाए और एक साल में भी नक्शा दुरुस्त फाइल पर अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं हो सके। - मौकम आदिवासी नाम के ग्रामीण का कहना है कि यहां के कूपन पर इंदौर में राशन मिल जाता है, लेकिन तहसील के एक गांव का कूपन दूसरे गांव में नहीं चलता। इस व्यवस्था के कारण बड़ी आबादी राशन से वंचित है। - गर्भवतियों को पोषण आहार की राशि और प्रसव के बाद की रकम न मिलने पर लोगों में नाराजगी है। - हर साल बाढ़ से प्रभावित होने वाले ढि़चरी गांव के लोगों में भी नुकसान का सही मुआवजा न मिलने पर नाराजगी नजर आई। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : कोलारस सीट पर एससी-आदिवासी मतदाता चुनेंगे प्रत्याशी का भविष्य, होगी कांटे की टक्कर इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
बार चुनाव की नामांकन प्रक्रिया शुरू, पहले दिन 32 ने लिए आवेदन फॉर्म
जिला बार एसोसिएशन के आगामी 8 दिसम्बर को होने वाले चुनाव को लेकर शनिवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई। चुनाव अधिकारी शशि प्रकाश इंदौरिया, सहायक चुनाव अधिकारी हेमेन्द्र सिंह राठौड़ बस्सी व मंजूर अली ने शनिवार को सदस्यता शुल्क जमा होने के बाद अंतिम रूप से 1645 वैध मतदाताओं की सूची जारी की है। इस बार न्यूनतम अंतराल में चुनावचार दिसम्बर को नाम वापसी के बाद अंतिम रूप से उम्मीदवारों की सूची का ऐलान किया जाएगा। प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार व संपर्क करने के लिए सिर्फ चार दिन मिलेंगे। बार एसोसिएशन के चुनावों के मामले में संभवत यह पहला मौेका होगा जब उम्मीदवारों को कन्वेसिंग आदि के लिए मात्र चार दिन की मोहलत मिलेगी। नामांकन जमा कराएपहले दिन विभिन्न पदों के लिए 32 नामांकन पत्र बिके। इनमें कई पदों के लिए नामांकन भर कर पुन: निर्वाचन अधिकारी को जमा करा दिए गए। इनमें अध्यक्ष पद के लिए समीर काले, उपाध्यक्ष पद के लिए गुलाब सिंह राजावत, सचिव पद के लिए कपिल शर्मा, संयुक्त सचिव तेजेन्द्र सिंह तथा कार्यकारिणी के लिए योगेश कुमार, अक्षय कुमार गौरा, हेमंत कुमार जैन, कुणाल शर्मा, सुनील दत्त ने आवेदन प्रस्तुत कर दावेदारी जताई। आज भी खुलेगा चुनाव कार्यालय चुनावी कार्यक्रम की अवधि कम होने के कारण उम्मीदवारों की सुविधार्थ चुनाव समिति ने रविवार को भी चुनाव कार्यालय खोले जाने का निर्णय किया है। रविवार सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक नामांकन फॉर्म दिए जाने के साथ ही जमा भी किए जाएंगे।
MP Election 2023 : चंदेरी विधानसभा कांग्रेस का गढ़, इस बार 79% हुआ मतदान
मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग के अंतर्गत आने वाले अशोकनगर जिले की चंदेरी विधानसभा सीट पर मौजूदा समय में कांग्रेस का कब्जा है। यहां अब तक 3 बार चुनाव हुए हैं, जिसमें 2 बार कांग्रेस ने बाजी मारी है। इस सीट को सिंधिया के प्रभाव वाली सीट माना जाता है। फिलहाल, चंदेरी विदानसभा में उतारे गए प्रत्याशियों पर गौर करें तो यहां भाजपा ने इस सीट पर जगन्नाथ रघुवंशी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस की ओर से अपने दो बार के विधायक गोपाल सिंह चौहान पर ही फिर से भरोसा जताया है। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में चंदेरी विधानसभा सीट पर 79 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 76.07 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 75.35 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के समीकरण 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर कुल 1, 31, 463 मतदाताओं ने वोट किया था, जिसमें कांग्रेस के गोपाल सिंह चौहान (दिग्गी राजा) को 45, 106 वोट मिले थे। जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी बीजेपी प्रत्याशी भूपेंद्र द्विवेदी को 40, 931 वोट मिले थे। इस सीट पर हार जीत का अंतर 4, 175 रहा था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : चाचौड़ा विधानसभा में मुकाबला त्रिकोणीय, भाजपा-कांग्रेस और आप के बीच कांटे की टक्कर चंदेरी विधानसभा का जातिगत समीकरण चंदेरी विधानसभा सीट में अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के मतदाता सबसे अधिक संख्या में हैं। इसके अलावा रघुवंशी, लोधी और यादव वोटर यहां निर्णायक भूमिका में हैं। बता दें कि विधानसभा में अनुसूचित जाति वर्ग के 26 हजार मतदाता, यादव समाज के 26 हजार मतदाता, 17 हजार मतदाता रघुवंशी समाज और अनुसूचित जनजाति वर्ग के 28 हजार वोटर हैं। साथ ही ब्राह्मण समाज और मुस्लिम समाज निर्णायक भूमिका में हैं। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : भांडेर विधानसभा सीट पर भाजपा का विजय रथ रोकना कांग्रेस के लिए चुनौती, जानें सियासी समीकरण भाजपा के जगन्नाथ रघुवंशी भारतीय जनत पार्टी ने चंदेरी विधानसभा सीट पर जगन्नाथ रघुवंशी को उम्मीदवार बनाया है। जगन्नाथ सिंह रघुवंशी अशोकनगर विधानसभा से पूर्व विधायक रह चुके हैं। 2003 से 2008 तक उन्होंने विधायक का कार्यकाल पूर्ण किया। इसके बाद 15 वर्षों तक उन्होंने भाजपा के लिए काम किया। हालांकि इस बीच भाजपा पार्टी से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। लेकिन 2019 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ वो दोबारा भाजपा में आ गए। वहीं, पिछले साल हुए चुनाव में जगन्नाथ सिंह रघुवंशी जिला पंचायत अद्यक्ष बनाए गए। मौजूदा समय में वो इसी पद पर पदस्थ हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : मेहगांव विधानसभा में भाजपा ने बागी को तो कांग्रेस ने पूर्व अफसर पर खेला दांव, जोरदार है टक्कर कांग्रेस के गोपाल सिंह चौहान कांग्रेस ने चंदेरी सीट पर अपने दो बार के विधायक गोपाल सिंह चौहान को उम्मीदवार बनाया है। गोपाल सिंह चौहान 2018 और 2013 में इस सीट पर विधायक रह चुके हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : मुंगावली विधानसभा पर सिंधिया का प्रभाव, इस सीट पर 3 साल में 3 बार हुए चुनाव, जाने क्यों ? चंदेरी विधानसभा के मतदाता अशोकनगर जिले की चंदेरी का विधानसभा क्रमांक 33 है। विधानसभा में कुल 1 लाख 98 हजार 469 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 3 हजार 409 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 95 हजार 55 है। इनमें 5 थर्ड जेंडर भी हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा से 33 साल बाद कांग्रेस जीत पाई थी अशोकनगर सीट, 2020 में फिर छिन गई, अब कौन जीतेगा ? चंदेरी विधानसभा की जनता की आवाज - चंदेरी विधानसभा क्षेत्र के रुसल्ला बुजुर्ग गांव में पहले और अब की सुविधाओं में गांव में कोई बदलाव नहीं हुआ है। शिक्षा का स्तर गांव में बदतर अवस्था में है। यहां के लोगों को मजबूरन अपने बच्चों को बाहर पढ़ने भेजना पड़ता है। - बीसोर गांव में सड़के कच्ची हैं। कहीं कही मुरम डालकर रास्ते बनाए गए हैं। लोगों का कहना है कि पहले कीचड़ में से निकलते थे, लेकिन अब गांव में अदिकतर जगहों पर खरंजा हो गया है। - शौचालय और आवास मिल गए, इससे ग्रामीण जीवन में काफी सुधार और बदलाव आया है लेकिन शिक्षा से उनका पूरा गांव वंचित है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : ज्योतिरादित्य सिंधिया का कमलनाथ और दिग्विजय पर बड़ा हमला, बोले- 'कुर्सी की चिंता उस जोड़ी को है' इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
किशोरों को सही मार्ग से भटकने न दें: मुनि दीप कुमार
बेंगलूरु. न्यू गुडदल्ली में मुनि दीप कुमार ठाणा-2 के सान्निध्य में तेरापंथ किशोर मंडल की इस सत्र की प्रथम संगोष्ठी का आयोजन राष्ट्रीय प्रभारी अरविंद पोखरणा की उपस्थिति में हुआ। मुनि दीप कुमार ने कहा कि आज के युग में किशोरों को सही मार्ग से भटकाने के लिए बहुत सारे दोराहे हैं। इससे हमें उनको बचाने का प्रयास करना है। उनका सही मार्गदर्शन जरूरी है। किशोरों को संगठन से जोड़ना कठिन कार्य है, पर अथक परिश्रम एवं सटीक कार्यशैली से यह संभव है। विजयनगर के किशोरों ने चातुर्मास का अच्छा लाभ लिया। मुनि ने नव मनोनीत प्रभारी अरविंद पोखरणा के सफल प्रभार की आध्यात्मिक मंगल कामना की। मुनि काव्य कुमार ने किशोरों की रूचियों को ध्यान में रखकर, उनकी ऊर्जा को संगठित करने के लिए निरंतर संवाद एवं कार्यक्रमों की आवश्यकता बताई।इस अवसर पर तेयुप विजयनगर, किशोर मंडल की ओर से अभातेयुप, टीकेएम राष्ट्रीय प्रभारी अरविंद पोखरणा का स्वागत किया गया। पोखरणा ने विजयनगर में किशोरों को घर घर पहुंच कर उनको किशोर मंडल से जोड़ने की बात कही। स्वागत वक्तव्य तेयुप विजयनगर अध्यक्ष राकेश पोखरणा ने दिया। इस अवसर पर जैन संस्कार विधि के राष्ट्रीय सह प्रभारी विकास बांठिया, टीकेएम संयोजक विशाल श्यामसुखा, नमन चावत ने विचार रखे। आभार सह संयोजक दर्शन बाबेल ने जताया। संचालन तेयुप मंत्री कमलेश चोपड़ा ने किया।
कमिश्नर-आईजी के रडार पर आए अवैध कब्जा करने वाले बारातघर, फहम लॉन समेत नौ के अस्थायी निर्माण तोड़े
नौ बारातघरों के अतिक्रमण हटाए, 11 को 24 घंटे में अस्थायी अतिक्रमण हटाने के निर्देश तीनों संयुक्त टीमों ने पीलीभीत रोड, बदायूं रोड और रामपुर रोड के बीस बारातघरों का जायजा लिया। नौ बारातघरों के सामने शादी के द्वारचार के लिए अवैध गेट सजाकर खड़े किए गए थे। प्रशासनिक टीम ने उन सभी अवैध अस्थायी अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया। 11 बारातघर संचालकों को 24 घंटे में अस्थायी अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं। अतिक्रमण न हटाने वालों पर एफआईआर दर्ज कराने और सीलिंग की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। बारातघर से सौ मीटर की सर्किल में चढ़ेगी बारात, जगह चिन्हित वैवाहिक आयोजनों के दौरान अवैध पार्किंग, मैरिज होम के बाहर बनाए जा रहे प्रवेश द्वार जो अतिक्रमण की वजह बने हैं। लोग घंटों जाम में फंस जाते हैं। सिटी मजिस्ट्रेट रेनू सिंह और सीओ श्वेता यादव के नेतृत्व में सिविल लाइंस एरिया में नगर निगम की टीम ने अतिक्रमण हटवाया, जबकि अपर नगर मजिस्ट्रेट, सीओ तृतीय की अगुवाई में सेटेलाइट से पीलीभीत रोड तक और तीसरा अपर नगर मजिस्ट्रेट और सीओ द्वितीय की अगुवाई में बदायूं रोड से सुभाषनगर तक टीम बारातघरों के बाहर अतिक्रमण को हटाने के लिए अभियान की शुरूआत कर दी गई है। सभी बारातघर संचालकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने बारातघर से 100 मीटर की दूरी चिन्हित कर लें। बारात चढ़ने के दौरान वहीं से जाकर वापस घूमकर आएगी। इसके अलावा बारात घर संचालक तीन से चार कर्मचारियों के नंबर प्रशासन और पुलिस से साझा करेंगे। वह कर्मचारी सुनिश्चत कराएंगे कि बारातघर से बारात 100 मीटर की दूरी पर जाकर 30 मिनट में वापस आ जाए। बारातघरों से वसूलेगा नगर निगम चार्ज, पंजीकरण शुरू नगर निगम में बिना पंजीकरण शुल्क जमा किए संचालित बारातघरों पर एक्शन लिया जा रहा है। कमिश्नर सौम्या अग्रवाल ने बताया कि बारातघर संचालक अपने यहां पार्किंग की व्यवस्था करें। इसके अलावा कैंपस में ही बारात के द्वारचार और खानपान सीमित करें। सड़क पर बारात के निकलने की वजह से आने जाने वाले लोगों को काफी असुविधा होती है। उनका कहना है कि बारातघरों का पंजीकरण कराया जा रहा है। उन्हें हिदायत दी जा रही है कि बारातघरों के बाहर न तो सरकारी संपत्ति पर पार्किंग बनाएंगे और न अतिक्रमण होगा। ऐसा करने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। बरेली में करीब 72 रजिस्टर्ड बारातघर संचालक हैं। सभी को निर्देश जारी किए गए हैं। बारातघरों और होटलों के अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा। फहम लॉन समेत नौ बारातघरों का अस्थायी निर्माण ध्वस्त कॉलोनाइजर फाइक एंक्लेव के मालिक आरिफ के फहम लॉन, होटल स्काई लार्क, मान्या पैलेस, होटल गैलेक्सी, सोना लॉन, सत्यम पैलेस, त्रिमूर्ति मैरिज होम, शिव स्वयंवर मैरिज होम और चंद्रवती मैरिज होम का अस्थायी निर्माण ध्वस्त किया गया। इसके अलावा किंग्स हेरिटेज, फहम लॉन, होटल स्काई लार्क, आरिश लॉन, फ्लोरा गार्डन, जलसा ग्रीन, मन्नत, मान्या पैलेस, होटल गैलेक्सी, सावरिया मैरिज होम, सोना लॉन, सत्यम पैलेस, त्रिमूर्ति मैरिज होम, शिव स्वयंवर पैलेस, दिव्यानी लॉन, कुंवर रिसोर्ट, चंद्रवती मैरिज होम, आजाद पैलेस और बाबा बर्फानी का निरीक्षण किया गया।
कहर बरपाता कोहरा बढ़ाता है हादसे
नागौर. बदलते मौसम में कोहरा सड़क हादसों में तेजी से इजाफा कर रहा है। सुबह ही नहीं देर रात में छाई धुंध वाहन चालकों के लिए मुसीबत बन रही है। सर्दी में सड़क हादसे करीब तेरह फीसदी बढ़ जाते हैं, यही नहीं मरने वालों की संख्या में भी गर्मी की तुलना में करीब सत्रह फीसदी बढ़ोत्तरी होती है। सूत्रों के अनुसार पिछले सात साल में नागौर जिले में हुए सड़क हादसों की पड़ताल में कमोबेश यही सामने आया। करीब 57 फीसदी बड़े हादसे (बड़े वाहन-मरने वाले अधिक) सर्द मौसम में ही हुए। इनमें 32 फीसदी हादसों का मुख्य कारण कोहरा बना। वाहन चालकों की समझाइश अब तक रंग नहीं ला पा रही है। सात साल में करीब 2764 जने सड़क हादसे में काल का शिकार हुए हैं, जबकि घायलों की संख्या छह हजार से अधिक रही। असल में बार-बार सर्दी के मौसम में वाहन चालकों को सुरक्षित वाहन चलाने का पुलिस आग्रह करती रही, लेकिन ऐसा नहीं होने से कमी नहीं आ सकी। कोहरे में एक मीटर की दूरी पर ही देखना मुश्किल हो जाए तो ऐसे में तेज गति से चलते वाहन कभी सामने से भिड़ जाते हैं तो कभी खड़े वाहन में घुस जाते हैं। वाहन चालक ना गाड़ी धीरे चलाते हैं ना ही बेवजह ओवरटेक से बचते हैं। पुलिस ने कई बार वाहन चालकों को कहा गया कि वे कोहरे में गाड़ी चलाते समय दिन में भी पार्किंग लाइट जलाकर चलें , ताकि दूसरे वाहन चालकों को गाड़ी दिख सके। बावजूद इसके कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा। ना वाहन चलाते समय फोग लाइट का इस्तेमाल कर रहे हैं और ना ही सामने वाली गाड़ी से आवश्यक दूरी बनाकर चलते हैं। हाई-वे पर सड़क किनारे पट्टी का ध्यान रखने के साथ रियर व्यू मिरर पर ध्यान देने की भी नसीहत दी जा चुकी है। यह भी रखें ध्यान - सभी यात्री सीट बेल्ट अवश्य लगाएं -लिंक रोड से आने वाली गाडिय़ों पर ध्यान देकर बचाव करें। -फ्लाईओवर, हाईवे पर गाड़ी कभी न रोकें। -मोबाइल फ ोन का इस्तेमाल न करें। बाहर की आवाज सुनने के लिए शीशा थोड़ा नीचे रखें। - लो बीम पर रखें लाइट। कोहरे में गाड़ी ड्राइविंग करते समय हेडलैम्प्स को हाई बीम पर न रखें, इससे कोहरे में रोशनी फैल जाती है और सामने कुछ नजर नहीं आता। -ऐसे कपडे पहनें जिनसे लाइट रिफ्लेक्ट करे। रिफ्लेक्टिव जैकेट का यूज करें। 40 फीसदी तोड़ देते हैं दम एक अनुमान के मुताबिक तीस से चालीस फीसदी घायल समय पर उपचार नहीं मिलने की वजह से दम तोड़ देते हैं। हादसे के बाद भागी गाडिय़ां पकड़ पाने में पुलिस को कामयाबी कम ही मिल पाती है। करीब छह साल पहले नाकाबंदी के दौरान श्रीबालाजी थाना प्रभारी पूर्णमल मीणा को कुचलने वाली गाड़ी का अब तक पता नहीं चल पाया है। अधिकांश सड़क हादसों में घायलों की मौत का सबसे बड़ा कारण यही है कि वे समय पर अस्पताल तक नहीं पहुंच पाते। घायल लहूलुहान पड़े रहते हैं, खून का बहना बंद नहीं होता और उनकी मौत हो जाती है। हादसे के साथ जान जाने के कारण और भी बढ़ते सड़क हादसे में लापरवाही अथवा शराब पीना भी मुख्य कारणों में माना जाता है तो बिना हेलमेट पहने वाहन चलाते समय घायलों में से 35 फीसदी की मौत हो जाती है। टूटी सड़कों पर चलना दूभर हो रहा है, कई बार यह भी दुर्घटना की वजह बनती हैं। कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी हादसों में हो रही मौतों को पचास फीसदी से कम करने के आदेश दिए थे। बावजूद इसके ये रुक नहीं रहे। ऐसा भी नहीं है कि सड़क सुरक्षा सप्ताह नहीं मन रहा या फिर जागरूकता की कोई कमी है। बावजूद इसके वाहन चालक नियमों को ताक पर रखकर चल रहे हैं। कुछ ब्लैक स्पॉट चिन्हित तो हैं पर यातायात सुगम करने की दृष्टि से यहां कुछ नहीं हो पा रहा। सड़क हादसों से संबंधित एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सड़क हादसों में चालीस फीसदी उन घायलों की मौत हो जाती है जो बिना हेलमेट के वाहन चलाते हैं। यह भी बताया जाता है कि अधिकांश सड़क हादसों में दुपहिया वाहन चालक के सिर पर चोट आती है। हेलमेट इसका बचाव करता है। ऐसे में माना जाता है कि हेलमेट लगाकर सभी गाड़ी चलाएं तो इनमें कमी आ सकती है। मदद का इनाम बस पांच को हादसे के गंभीर घायल को समय पर अस्पताल पहुंचाने वाले मददगारों को पांच हजार रुपए का इनाम व प्रशस्ति पत्र देने की योजना लोगों को भा नहीं रही है। लगभग तीन साल में जीवन बचाने वाले सिर्फ पांच मददगार के नाम इनाम-प्रशस्ति-पत्र के लिए सामने आ पाए, बढ़ते सड़क हादसों में हो रही मौत को कम करने के लिए जीवन रक्षक योजना (जेआरवाय) का गठन कर गंभीर घायल को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उसका जीवन बचाने वाले को पांच हजार का इनाम व प्रशस्ति-पत्र देने की घोषणा हुई थी। हादसों में हो रही मौत पचास फीसदी करने के सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ने निर्देश दिए तो राज्य सरकार ने गंभीर घायल व्यक्ति के मददगार (गुड सेमेरिटन) को पांच हजार का नकद पुरस्कार व प्रशंसा पत्र देने की शुरुआत की गई। इसमें मददगार को जल्द से जल्द सिर्फ नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाना होता है, इसके बाद वो कोई बयान ना भी दे तो इसके लिए भी उसे छूट है। इन मददगारों को पुलिस की तमाम झंझटों से मुक्त रखा गया, फिर भी इसका कोई खास असर देखने को नहीं मिल रहा। इनका कहना सर्दी में कोहरे का कहर वाहन चालकों पर टूटता है। वाहन चालक अनावश्यक लापरवाही करते हैं, नियमों की गाइड लाइन का भी पालन नहीं करते। हादसों में कमी तब ही आएगी जब चालक जागरूक हों। -रवींद्र बोथरा, सीओ ट्रेफिक नागौर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग में आने वाले गुना जिले की राघोगढ़ विधानसभा सूबे की सबसे ज्यादा चर्चित विधानसभा सीटों में से एक है। इस सीट पर बीते 46 वर्षों से सिर्फ कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। प्रदेश के एक बड़े राजघराने के कब्जे वाली सीट पर इतना प्रभाव है कि यहां से एक बार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी चुनाव हार चुके हैं। इस सीट पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके परिवार का कब्जा है। बता दें कि इस सीट पर 1977 में दिग्विजय सिंह ने पहली बार चुनाव जीता था, तब से लेकर अबतक ये सीट कांग्रेस का गढ़ बनी हुई है। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में राघोगढ़ विधानसभा सीट पर 82.04 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 77.14 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 76.57 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के राजनीतिक समीकरण मौजूदा समय में राघोगढ़ सीट से दिग्विजय सिंह के बेटे और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह विधायक हैं। जयवर्धन सिंह यहां से दो बार चुनाव जीत चुके हैं। आखिरी चुनाव में जयवर्धन ने भाजपा के भूपेंद्र रघुवंशी को रिकॉर्ड 46,697 वोटों से हराया था। वहीं, 2018 में इस सीट पर रिकॉर्ड 76.68% मतदान हुआ था। इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने हीरेंद्र सिंह बंटी बन्ना को इस सीट पर प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह के बेटे, पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक जयवर्धन सिंह को ही तीसरी बार मैदान में उतारा है। शिवराज भी हार चुके हैं यहां से चुनाव 1977 से राघोगढ़ सीट दिग्विजय सिंह के परिवार या फिर उनके समक्थित उम्मीदवारों के पास ही रही है और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी ने बाद के पांच चुनावों में एक को छोड़कर सभी अवसरों पर यहां अपनी जमानत तक खो दी थी। दिलचस्प बात ये है कि राघोगढ़ विधानसभा सीट से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी 2003 में चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन यहां उनका भी हार का मुंह ही देखना पड़ा था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : ग्वालियर विधानसभा में पुराने चेहरे फिर चुनावी मैदान में, दाव पर सिंधिया की साख कांग्रेस के जयवर्धन सिंह पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के पुत्र हैं और दो बार राघोगढ़ से विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं. पिछले चुनाव में जयवर्धन ने भाजपा के भूपेंद्र रघुवंशी को रिकॉर्ड 46,697 वोटों से हराया था। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : जौरा विधानसभा में उपचुनाव के प्रतिद्वंदी फिर आमने-सामने, इस बार किसका पलड़ा भारी ? हीरेंद्र सिंह बंटी बन्ना भाजपा की ओर से प्रत्याशी घोषित किए गए हीरेंद्र सिंह बंटी बन्ना ने साल 2021 में कांग्रेस से बागी होकर भाजपा में आए थे। कांग्रेस में आंतरिक कलह की वजह से हीरेंद्र दिग्विजय सिंह का साथ छोड़कर ज्योतिरादित्य सिंधिया के कुटुंभ में शामिल होकर भाजपा के सदस्य बन गए थे। अब इस बार पार्टी ने हीरेंद्र सिंह को इस सीट पर अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : 20 साल से भाजपा का गढ़ है दतिया विधानसभा, नरोत्तम के सामने कांग्रेस ने बीजेपी के बागी को उतारा राघोगढ़ विधानसभा के मतदाता राघोगढ़ का विधानसभा क्रमांक 31 है। विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 36 हजार 580 है। इनमें पुरुष मतदाता 1 लाख 23 हजार 228 है। जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 13 हजार 347 है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : मुरैना विधानसभा में गुर्जरों के बीच मुकाबला, भाजपा-कांग्रेस में से किसका पलड़ा भारी? राघोगढ़ विधानसभा की जनता की आवाज - राघोगढ़ विधानसभा क्षेत्र की जनता रोजगार को लेकर संतुष्ट नजर आई। सूकेट गांव में एनएफएल और गेल जैसे बड़े औद्योगिक संस्थान हैं, जिससे क्षेत्र को लोगों को रोजगार मिला है, लेकिन विकास कुछ नहीं है। - सूकेट गांव में न तो बिजली है और न पानी है। ग्राम के लोगों को चौपेट नदी से पीने का पानी लाना पड़ता है। - गांव के अधिकतर लोगों को राशन भी नहीं मिल रहा है। कुटीर न बनने से भी लोग चिढ़े हुए हैं। - रूठियाई क्षेत्र के नारोनी मोहल्ले में नल-जल योजना के बुरे हाल हैं। - सारसवेह गांव में पक्की सड़कें नहीं हैं। यहां लोगों को कीचड़ भरे रास्तों से गुजरना पड़ता है। नालियां भी न होने से अकसर घरों से निकलने वाले पानी से रास्तों पर कीचड़ बनी रहती है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : नरेंद्र सिंह तोमर के चुनाव में आते ही दिमनी बन गई हॉट सीट, भाजपा-कांग्रेस के बीच यहां कांटे की टक्कर इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
अयोध्या में सरयू नदी में मिला युवती का शव:घर से टहलने के लिए निकली थी लड़की, आत्महत्या की आशंका
VIDEO सुबह खुलेगा पिटारा, किसकी किस्मत जागी,किसकी सोई
देवास. रविवार की सुबह मतगणना शुरू होगी। प्रत्याशियों में जहां कल का इंतजार किया जा रहा है तो प्रशासन ने पूरी तैयारियां की ली है। गणना बीएनपी स्थित केंद्रीय विद्यालय में होगी। सुबह आठ बजे डाक मत पत्रों की गणना होगी। इसके बाद इवीएम में बंद प्रत्याशियों के भाग्य खुलेंगे। रविवार का दिन प्रत्याशियों की खुशी और उदासी तय करने वाला रहेगा। विधानसभा बागली की मतगणना 22 राउंड, देवास, सोनकच्छ व खातेगांव की मतगणना 21-21 राउंड व हाटपीपल्या की मतगणना 18 राउंड में पूरी होगी । सीधे प्रसारण की व्यवस्था प्रशासन ने परिणाम जानने के लिए व्यवस्था की है। सयाजी द्वार, जवाहर चौक व भोपाल चौराहा पर बडी एलइडी स्क्रीन लगाकर मतगणना के परिणाम प्रदर्शित किए जाएंगे। मतगणना को लेकर शनिवार शाम कलेक्टर ऋषव गुप्ता व एसपी संपत उपाध्याय ने मतगणना स्थल का निरीक्षण किया व आवश्यक निर्देश दिए। सभी प्रत्याशी कर रहे है जीत का दावा जिले में पांच विधानसभा सीटें है। हर विधानसभा पर कांटे की टक्कर बताई जा रही है। जीत से आश्वस्थ कई प्रत्याशियों ने मिठाई,ढोल, ताशे, फ्लेक्स तक बनवा लिए है। जिले में मतदान कुल मतदाता-1212620 कुल प्रत्याशी-38 मतदान-987266 पुरुष-518357 महिला-468901 अन्य-8 कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए फूलपगारे को जिम्मेदारी देवास. देवास शहर में मतगणना के दौरान एवं मतगणना के पश्चात कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी ऋषव गुप्ता ने अपर कलेक्टर प्रवीण फूलपगारे को नोडल अधिकारी बनाया है । डिप्टी कलेक्टर एवं कार्यपालिक दंडाधिकारी संजीव सक्सेना तथा तहसीलदार नजुल एवं कार्यपालिक दंडाधिकारी ज्योति जाटव की ड्यूटी कानून एवं व्यवस्था के लिए लगाई है। जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कलेक्टर गुप्ता ने अनुविभागीय दंडाधिकारियों को अपने.अपने क्षेत्र में आवश्यक व्यवस्थाओं के निर्देश दिए। इनमें है मुकाबला देवास भाजपा गायत्री राजे पंवार कांग्रेस प्रदीप चौधरी सोनकच्छ भाजपा राजेश सोनकर कांग्रेस सज्जनसिंह वर्मा खातेगांव भाजपा आशीष शर्मा कांग्रेस दीपक जोशी बागली भाजपा मुरली भंवरा कांग्रेस गोपाल भौंसले हाटपीपल्या भाजपा मनोज चौधरी कांग्रेस राजवीरसिंह बघेल
SMC : बीआरसी-यूआरसी और सीआरसी की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू
- नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू : इस पद को पाने के लिए उम्मीदवारों को परीक्षा देनी पड़ेगी। प्रदेश के अनुदानित और सरकारी स्कूलों, शिक्षकों और विद्यार्थियों का मॉनिटरिंग करने के लिए ब्लॉक रिसोर्स सेंटर को-ओर्डिनेटर (बीआरसी), अर्बन रिसोर्स सेंटर को-ऑर्डिनेटर (यूआरसी) और क्लस्टर रिसोर्स सेंटर को-ओर्डिनेटर (सीआरसी) की नियुक्ति की जाती है। इनका काम नियमों का अमल करवाना, शिक्षा का स्तर मूल्यांकन, शिक्षकों व विद्यार्थियों की समस्या दूर करने के साथ सरकार से मिले प्रशिक्षण के अनुसार शिक्षकों को प्रशिक्षित करना है। हाल प्रदेश में बीआरसी-यूआरसी के 293 पदों के सामने 238 भरे और 25 रिक्त पड़े हैं। सीआरसी के 3,240 पदों में से 2,402 भरे और 838 खाली है। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत प्रदेश में रिक्त पड़े बीआरसी-यूआरसी और सीआरसी के कुल 850 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए 10 दिसम्बर तक पंजीकरण करने का निर्देश दिया गया है। - मूल्यांकन कर मेरिट जारी होगा : पंजीकृत आवेदनों के अनुसार परीक्षा का आयोजन कर पदों पर नियुक्ति की जाएगी। नए नियमों के अनुसार पांच साल के अनुभव वाले शिक्षक उम्मीदवार पंजीकरण करवा सकेंगे। 10वीं से लेकर उच्च शिक्षा के प्रमाणपत्रों के आधार पर उम्मीदवार का 50 अंकों में से मूल्यांकन होगा। 100 अंकों के परीक्षा ली जाएगी। दोनों मिलाकर 150 अंकों में से मूल्यांकन कर मेरिट जारी होगा। अब तक इस पद के लिए पीएचडी के दो अंक गिने जाते थे। इसमें अब नेट-स्लेट की योग्यता भी गिनती की जाएगी।
MP Election 2023 : चाचौड़ा सीट पर 81.23% मतदान, भाजपा-कांग्रेस और आप के बीच कांटे की टक्कर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग के अंतर्गत आने वाले गुना जिले की चाचौड़ा विधानसभा सीट प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है। इस सीट पर दिग्विजय सिंह के परिवार का होल्ड रहता है। इसी के चलते दिग्विजय परिवार का कोई सदस्य या फिर इस परिवार का समर्थक नेता ही इस सीट पर चुनाव जीतता है। फिलहाल, इस सीट पर दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह विधायक हैं। इस बार भी कांग्रेस ने उन्हीं को यहां से उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा है। लेकिन इस बार इस सीट पर भाजपा और आम आदमी पार्टी द्वारा उतारे गए उम्मीदवार कांग्रेस के लक्ष्मण के लिए कड़ी चुनौती साबित हो सकते हैं। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में चाचौड़ा विधानसभा सीट पर 81.23 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 80.91 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 74.26 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के समीकरण इस बार लक्ष्मण सिंह कठिन मुकाबले में फंसे हैं। भले ही 2018 में वो चुनाव जीत चुके हों, लेकिन इस सीट पर मीणा समाज का बड़ा होल्ड है, जो कांग्रेस के लिए मुसीबत साबित हो सकता है। भाजपा ने इस सीट पर प्रियंका मीणा को उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है, जिससे खफा होकर बीजेपी नेता और पूर्व विधायक ममता मीणा ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर ली और अब इसी के टिकट पर एक बार फिर मैदान में उतर गई हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो प्रियंका और ममता मीणा के एक सात मैदान में आने से लक्ष्मण सिंह का वोट बैंक डगमगा सकता है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भांडेर विधानसभा सीट पर भाजपा का विजय रथ रोकना कांग्रेस के लिए चुनौती, जानें सियासी समीकरण जानें चाचौड़ा का राजनीतिक इतिहास इस विधानसभा सीट के राजनीतिक इतिहास पर गौर करें तो ये सीट 1951 से अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर अमूमन कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 1994 में चाचौड़ा सीट से उपचुनाव में विधायक चुनकर ही विधानसभा पहुंचे थे। फिर वो प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। दिग्विजय सिंह के लिए तब के विधायक शिवनारायण मीणा ने ये सीट छोड़ दी थी। शिवनारायण मीणा चाचौड़ा सीट पर 4 बार (1993, 1998, 2003 और 2008) चुनाव जीत चुके हैं। 1990 में बीजेपी को इस सीट से पहली बार जीत मिली थी। इसके बाद 2013 के चुनाव में बीजेपी को जीत मिली। उस चुनाव में ममता मीणा ने कांग्रेस के 4 बार के विधायक शिवनारायण मीणा को 34,901 वोटों के बड़े अंतर से चुनाव हराया था। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : मेहगांव विधानसभा में भाजपा ने बागी को तो कांग्रेस ने पूर्व अफसर पर खेला दांव, जोरदार है टक्कर कांग्रेस के लक्ष्मण सिंह कांग्रेस पार्टी की ओर से इस बार रके विधानसभा चुनाव में मौजूदा विधायक और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह को ही उम्मीदवार बनाया गया है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : अंबाह सीट पर एससी का आरक्षण पर राजपूतों का होल्ड, तगड़ा होगा घमासान भाजपा की प्रियंका मीणा कांग्रेस से पूर्व राज्य मंत्री और विधायक रहे हरभजन सिंह मीणा की बहू प्रियंका मीणा इसी साल फरवरी महीने में अपने साथ करीब 450 कार्यकर्ताओं को लेकर भाजपा में शामिल हो गईं थी। प्रियंका मीणा का भाजपा में शामिल होना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका माना गया था। अब भाजपा ने इस सीट पर प्रियांका मीणा को ही अपना उम्मीदवार बनाया है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भिंड विधानसभा में इस बार रोचक है मुकाबला, भाजपा-कांग्रेस ने बागियों पर खेला दांव चाचौड़ा विधानसभा के मतदाता चाचौड़ा का विधानसभा क्रमांक 30 है। विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 37 हजार 107 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 23 हजार 820 है। वहीं, महिला मतदाता 1 लाख 13 हजार 284 हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा से 33 साल बाद कांग्रेस जीत पाई थी अशोकनगर सीट, 2020 में फिर छिन गई, अब कौन जीतेगा ? चाचौड़ा विधानसभा की जनता की आवाज - रीवा का मऊगंज, छिंदवाड़ा का पाढूर्णा सतना के मैहर नया जिला बनाया जा चुका है। वहीं, उज्जैन के नागदा को भी नया जिला बनाने की घोषणा हो गई है। वहीं, दूसरी तरफ पिछले कई वर्षों से गुना जिले का चाचौड़ा को भी नया जिला बनाने की मांग की जा रही है। - विधानसभा का ज्यादातर हिस्सा कुंभराज, मधुसूदनगढ़, बीनागंज और चांचौड़ा के आसपास गांवों में ही बसता है। यहां विकास में तेजी न आने की वजह लोग चांचौड़ा के जिला न बनने को मानते हैं। - चांचौड़ा वासियों का आरोप है कि क्षेत्र का सबसे बड़ा मुद्दा बताते हुए कहा कि, कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा राजस्थान से नशीली सामग्री लाकर यहां खपाई जाती है। इससे युवा पीढ़ी बर्बादी की कगार पर आती जा रही है। क्षेत्र के जिम्मेदार को इसपर एक्शन लेना चाहिए। - खटकिया के लोगों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि 'चौमासा है, हमारे गांव में श्मशान घाट तक नहीं है। खुले में शव जलाना पड़ता है। - गांव में पीने के पानी तक के लिए नल-जल योजना तक नहीं हैं। कुएं और हेंडपम्प से पानी भरकर गुजारा करने को मजबूर हैं। - कुटीर न मिलने से भी लोग काफी परेशान हैं। - चाचौड़ा क्षेत्र में एक बड़ा मुद्दा जल संकट भी है। बीनागंज इलाके की पेयजल संकट के निजात के लिए बिछाई जाने वाली मुख्यमंत्री पेयजल योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गईं। - चाचौड़ा का बायपास अभी तक नहीं बना है। मधुसूदनगढ़ की बड़ी समस्या बस स्टैंड न होना है। - कुंभराज में रोजगार की सबसे बड़ी समस्या है। विधानसभा में रोजगार का अभाव होने के कारण लोगों को अहमदाबाद, सूरत और दिल्ली जाना पड़ता है। - बेरोजगारी दूर हो, इसके लिए बड़ा प्रोजेक्ट सरकार को यहां शुरू करना चाहिए। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : मुंगावली विधानसभा पर सिंधिया का प्रभाव, इस सीट पर 3 साल में 3 बार हुए चुनाव, जाने क्यों ? इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
मध्य प्रदेश ग्वालियर संभाग के अंतर्गत आने वाले गुना जिले की आरक्षित गुना विधानसभा सीट प्रदेश की सबसे चर्चित सीटों में से एक है। इस सीट की सियासी हलचल पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर की निगाहें टिकी रहती हैं। गुना विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व है। गुना सीट पर भाजपा के गोपाल जाटव विधायक हैं। वहीं, मौजूदा समय की बात करें तो भाजपा ने इस सीट पर अपने पूर्व विधायक पन्ना लाल शाक्य को उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर पंकज कनेरिया को उम्मीदवारी सौंपी है। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में गुना विधानसभा सीट पर 71.52 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 71.21 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 68.41 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के समीकरण 2018 के विधानसभा चुनाव में गुना सीट पर 14 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला हुआ था। हालांकि, भाजपा और कांग्रेस उस चुनाव में मुख्य प्रतिद्वंदी थे। उस बार भाजपा के गोपीलाल जाटव को 84,149 वोट मिले तो कांग्रेस के चंद्र प्रकाश अहिरवार को 50,482 वोट आए। एकतरफा मुकाबले में गोपीलाल ने 33,667 मतों के अंतर से चुनाव जीते थे। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : बमोरी विधानसभा सीट पर इस बार कांटे की टक्कर, जानें समीकरण भाजपा के पन्नालाल शाक्य इस सीट पर भाजपा ने मौजूदा विधायक गोपीलाल जाटव का टिकट काटकर पूर्व विधायक 72 वर्षीय पन्नालाल शाक्य को टिकट दिया है। सिंधिया के गढ़ वाली इस सीट पर टिकट को लेकर मूल भाजपा और सिंधिया भाजपा के नेताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई देखने को मिली थी। लेकिन लंबी जद्दोजहद के बाद आखिरकार टिकट मूल भाजपा कार्यकर्ता को मिला। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : पिछोर विधानसभा सीट पर मुकाबला लोधी vs लोधी, जानें समीकरण कांग्रेस के पंकज कनेरिया कांग्रेस पार्टी ने इस बार चुनाव में गुना विधानसभा सीट पर अपने युवा चेहरे 35 वर्षीय पंकज कनेरिया को चुनावी मैदान में उम्मीदवार बनाकर उतारा है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : धाकड़ vs ब्राह्मण है पोहरी विधानसभा सीट, 10 साल में ऐसे बदले समीकरण गुना विधानसभा के मतदाता गुना का विधानसभा क्रमांक 29 है। विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 35 हजार 296 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 21 हजार 245 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 14 हजार 41 है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : क्या सेवड़ा विधानसभा में वर्चस्व कायम रख पाएगी कांग्रेस या भाजपा तोड़ेगी मिथक ? जाने समीकरण गुना विधानसभा की जनता की आवाज - गुना विधानसभा के लोग शहरी क्षेत्र की गुना नगर पालिका को नगर निगम बनाए जाने का इंतजार कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि गुना नगर पालिका को नगर निगम में बदल दिया जाए तो यहां का विकास की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। - शहर की ज्वलंत समस्या यातायात व्यवस्था की है। चौराहों पर भी सिग्नल का अभाव है। शहरभर में सिर्फ हनुमान चौराहे पर सिग्नल है, लेकिन वो भी महीने में बीस दिन बंद रहता है। - सड़कों पर अतिक्रमण और आवारा मवेशियों के सड़क पर घूमने और बैठे रहने की समस्या भी बहुत बड़ी है। ये रोजाना के हादसों का कारण बन रहे हैं। - हाट रोड पर चल रहे सीवर प्रोजेक्ट के कारण सड़कें जर्जर हो गई हैं। जरा सी बारिश होने पर गड्डे नुमा सड़कें पानी से लबालब हो जाती हैं। - गुना में सबसे बड़ी जरूरत मेडिकल कॉलेज और रिंग रोड की है। मेडिकल कॉलेज के अभाव में लोगों को अच्छा इलाज कराने के लिए इंदौर, भोपाल और ग्वालियर जाना पड़ता है। - बजरंगगढ़ में बीस भुजी माता मंदिर है, जहां कॉरिडोर बनाए जाने की कवायद चल रही है। बजरंगगढ़ किले को पर्यटन के हिसाब से विकसित किए जाने की दरकार है। - हिलगना में बिजली की केबल जैसी पाइप लाइन से पानी सप्लाई होता है। इसका गांव वालों से दबंग पैसा वसूलते हैं। - यहां एक बड़ी समस्या रेलवे अंडर ब्रिज भी है। बारिश के समय खेजरा, बांसखेड़ी जैसे अंडर ब्रिज पानी से भर जाते हैं जहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। - लाड़ली बहना योजना को लेकर महिलाओं में खुशी है। लेकिन महिलाओं को अब किस्त के तीन हजार रुपए मिलने का इंतजार है। महिलाओं का ये भी कहना है कि वैसे सरकार को बिजली बिल और सिलेंडर के दाम घटाने चाहिए। - गुना शहर में बिजली आती जाती रहती है। सरकार को इस समस्या का निराकरण करना चाहिए। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा ने बगावत की वजह से गवाई ग्वालियर दक्षिण विधानसभा, यहां देखें आंकड़े इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
VNSGU : वीएनएसजीयू ने बताए ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के 14 तरीके
इसमें वेबसाइट पर हो रहे 14 तरह के फ्रॉड बताते हुए उससे सावधान रहने को चेताया है। पढ़ाई में भी तकनीक का भरपूर उपयोग हो रहा है। कोरोना के बाद पढ़ाई का एक नया मोड ऑनलाइन प्रणाली तेजी से सभी ने अपना लिया है। प्रवेश, पढ़ाई, परिणाम, फीस भरना सभी कुछ ऑनलाइन होने लगा है। इस कारण विद्यार्थी मोबाइल, लैपटॉप व कम्प्यूटर का ज्यादा उपयोग करने लगे हैं। ऐसे में ऑनलाइन रोजगार, शॉपिंग, डेबिट-क्रेडिट कार्ड गिफ्ट व लोन की कई ललचाने वाली स्कीम के मैसेज मिलते हैं। ऐसे में आकर्षक स्कीम देख कई धोखे का शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा डाटा व फोटो का भी दुरुपयोग हो सकता है। इसलिए वीएनएसजीयू ने अपनी वेबसाइट पर 14 तरीके से होने वाले ऑनलाइन फ्रॉड की जानकारी साझा की है। - जानकारी भी विस्तार से : कई तरह की धोखाधड़ी की दी जानकारीवीएनएसजीयू की वेबसाइट पर जॉब फ्रॉड, लोन फ्रॉड, डेबिट-क्रेडिट कार्ड फ्रॉड, ई-मेल ऑफेन्स, वेबसाइट फ्रॉड, टावर इंस्टॉलेशन फ्रॉड, मेट्रिमोनियल फ्रॉड, सोशल मीडिया फ्रॉड, डाटा थेफ्ट, ट्रैवल फ्रॉड, हैकिंग अटैक, ऑनलाइन शॉपिंग और प्राइस फ्रॉड कैसे होता है, इसकी की विस्तृत जानकारी जारी की गई है। ऐसे संदेश आए तो कैसे बचा जाए, कैसे फ्रॉड संदेश को पहचाना जाए, फ्रॉड होने का संदेह होने पर क्या कदम उठाए जाए, यह जानकारी भी विस्तार से दी गई है।
MP Election 2023 : बमोरी विधानसभा में 79.98% मतदान, यहां है कांटे की टक्कर
मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग में आने वाले गुना जिले की बमोरी विधानसभा प्रदेश की चर्चित सीटों में से एक है। कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली बमोरी सीट पर साल 2020 में बड़ा उलटफेर हुआ, जिसके चलते यहां की जनता ने उम्मीदवार को बदले बिना पार्टी को बदल दिया। मौजूदा समय में ये सीट भाजपा के पाले में है। वहीं, इस बार भारतीय जनता पार्टी ने बमोरी सीट पर मौजूदा विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने ऋषि अग्रवाल को उम्मीदवारी सौंपी है। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में बमोरी विधानसभा सीट पर 79.98 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 79.63 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 77.56 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के समीकरण 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिला था। 17 प्रत्याशियों के बीच इस सीट पर हुए मुकाबले में उस समय कांग्रेस के टिकट पर महेंद्र सिंह सिसोदिया को 64,598 वोट मिले थे। वहीं, बीजेपी ने बृजमोहन सिंह आजाद को मैदान में उतारा था। उनके खाते में 36,678 वोट आए थे। इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी कन्हैयालाल रामेश्वर अग्रवाल ने बीजेपी का खेल बिगाड़ते हुए 28,488 वोट हासिल कर लिया जिस वजह से बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस ने 27,920 वोटों से 2018 का विदानसभा चुनाव जीत लिया था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : पिछोर विधानसभा सीट पर मुकाबला लोधी vs लोधी, जानें समीकरण सियासी उलटफेर से भाजपा के खाते में गई सीट हालांकि, 2020 में मध्य प्रदेश में हुए सियासी फेरबदल के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ इस सीट के विधायक महेंद्र सिंह सिसोदिया भी कांग्रेस छोड़कर भाजपा में चले गए थे। फिर इस सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा ने महेंद्र सिंह सिसोदिया को अपना उम्मीदवार बनाया। दूसरी तरफ पिछले चुनाव में निर्दलीय खड़े हुए कन्हैयालाल रामेश्वर सिसोदिया कांग्रेस में शामिल हो गए। पार्टी ने उन्हें उपचुनाव में टिकट दे दिया। लेकिन, 2020 के उपचुनाव में भाजपा के महेंद्र सिसोदिया को 1,01,124 वोट मिले जबकि कांग्रेस के कन्हैयालाल रामेश्वर अग्रवाल को 47,971 वोट मिले। यानी उस चुनाव में सिसोदिया को रिकॉर्ड 53,153 वोटों से जीत हासिल हुई। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : धाकड़ vs ब्राह्मण है पोहरी विधानसभा सीट, 10 साल में ऐसे बदले समीकरण बमोरी सीट का राजनीतिक इतिहास बमोरी विधानसभा के राजनीतिक इतिहास की बात करें तो ये सीट 2008 में अस्तित्व में आई थी तब से लेकर अब तक हुए 4 चुनावों में बीजेपी को 2 तो कांग्रेस को 2 बार जीत हासिल हुई है। 2008 में बीजेपी के कन्हैयालाल रामेश्वर अग्रवाल को इस सीट पर जीत मिली थी। लेकिन 2013 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर महेंद्र सिंह सिसोदिया ने जीत मिली। उन्होंने कन्हैयालाल को हराया। उनकी जीत का सिलसिला 2018 में भी जारी रहा, लेकिन 2020 में दलबदल हो गया और महेंद्र सिंह सिसोदिया ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में आ गए। इस बार के उपचुनाव में महेंद्र सिंह सिसोदिया को ही जीत मिली, लेकिन इस बार टिकट भाजपा से मिला था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : क्या सेवड़ा विधानसभा में वर्चस्व कायम रख पाएगी कांग्रेस या भाजपा तोड़ेगी मिथक ? जाने समीकरण भाजपा के महेंद्र सिंह सिसोदिया भाजपा की ओर से इस सीट पर उम्मीदवार बनाए बनाए गए महेंद्र सिंह सिसोदिया 2008 में हुए इस सीट के गठन के समय से ही यहां सक्रीय हैं। पहले 2008, 2013 और 2018 के चुनाव में वो कांग्रेस के सदस्य रहकर इस सीट पर चुनाव में उतरे। लेकिन, ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाने वाले महेंद्र सिंह सिसोदिया 2019 के मध्य प्रदेश के राजनीतिक उलटफेर में सिंधिया के साथ भाजपा में आ गए। इसके बाद भाजपा ने उन्हें 2020 के उपचुनाव में टिकट भी दिया, जिसपर भी उन्हें भारी मतों से जीत मिली। अब भाजपा ने इस बार भी उन्हीं को अपना उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा ने बगावत की वजह से गवाई ग्वालियर दक्षिण विधानसभा, यहां देखें आंकड़े कांग्रेस के ऋषि अग्रवाल कांग्रेस की ओर से बमोरी सीट पर ऋषि अग्रवाल को उम्मीदवार बनाकर उतारा गया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के सर्वे में इस बार सबसे ऊप ऋषि अग्रवाल का नाम रहा था। आपको बता दें कि, ऋषि अग्रवाल प्रदेश के दिग्गज नेता और इस सीट के पूर्व विधायक और भाजपा सरकार में राज्यमंत्री रहे कन्हैयालाल अग्रवाल के पुत्र हैं। कन्हैयालाल अग्रवाल 2008 में बमोरी विधायक रहे हैं। इसके बाद वो 2013, 2018 और 2020 के उपचुनाव में महेंद्र सिंह सिसोदिया से हार गए थे। फिलहाल, इस सीट पर महेंद्र सिंह सिसोदिया के सामने ऋषि अग्रवाल को उम्मीदवारी सौंपना कांग्रेस का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा का गढ़ कही जाती थी ग्वालियर पूर्व विधानसभा, अब लहराता है कांग्रेस का परचम, जानें समीकरण बमोरी विधानसभा के मतदाता बमोरी का विधानसभा क्रमांक 28 है। विधानसभा में कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 25 हजार 174 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 15 हजार 958 है। जबकि महिला मतदाता 1 लाख 9 हजार 216 हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : गोहद विधानसभा में जनता सर्वेसर्वा, 25 साल में अबतक लगातार 2 बार नहीं रहा किसी पार्टी का वर्चस्व बमोरी विधानसभा की जनता की आवाज - बमौरी विधानसभा क्षेत्र के लोगोंको अच्छी सड़कों और पुल-पुलिया का इंतजार है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि ऐसा हो जाएगा, तो बारिश के दिनों में आसपास के इलाकों से संपर्क कट जाने का दंश जो हर साल भोगना पड़ता है, उससे मुक्ति मिल जाएगी। - राजस्थान जाने वाला स्टेट हाईवे जर्जर है और बारिश के समय कट जाता है। इससे राजस्थान और मध्यप्रदेश के लोगों का आने-जाने का और 200 से अधिक गांवों का आपस में सम्पर्क कट जाता है। - महुगढ़ा फाटक भी बड़ी समस्या है। अच्छी बात ये कि जनता को इस समस्या से मुक्ति मिलने वाली है, क्योंकि यहां अंडर ब्रिज का काम शुरू हो गया है। कुछ समय बाद फाटक खुलने का वाहन चालकों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा। - बमौरी तहसील में भवन होने के बावजूद एसडीएम और एसडीओपी नहीं बैठ रहे हैं। - 'यहां औद्योगिक इकाइयां न होने से बेरोजगारी चरम पर है। लोग रोजगार की तलाश में राजस्थान और गुजरात चले जाते हैं। - म्याना को तेजी से विकास के लिए नगर पंचायत बनाने की घोषणा जल्द पूरी होनी चाहिए। - झागर के अंतर्गत आने वाले भौंरा, बरसाती और मगरोड़ा की पुलिया का निर्माण न होने से आमजन को खासा परेशानी का सामना करना पड़ता है। - ग्वाल टोरिया, छतरपुरा और रबड़ी पन्हेटी तालाबों का निर्माण 40 साल बाद भी नहीं हो पाया है। - झुमका गांव में के लोगों का कहना है कि गांव में कोई विकास नहीं हुआ। यहां की ज्वलंत समस्या पेयजल है। नल-जल योजना कई गांवों में बंद पड़ी है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : करैरा विधानसभा सीट पर जनता रिपीट नहीं करती विधायक, सिंधिया का दाव भी पड़ चुका है उल्टा इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
मतपत्र की पेटी पर नहीं लगा मिला नकूचा:प्रत्याशियों के एजेंट ने देखा; आरओ ने बंद कराई पेटी
Big news: स्कूल में शराब पीकर आने वाला शिक्षक निलंबित
छिंदवाड़ा. शराब पीकर स्कूल आना एक शिक्षक को भारी पड़ गया। जांच के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। दरअसल शिक्षक का शराब पीकर स्कूल आने का वीडियो वायरल हो गया था। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया। कलेक्टर मनोज पुष्प द्वारा दिए गए निर्देशों के परिपालन में जिला शिक्षा अधिकारी जीएस बघेल ने तीन सदस्यीय टीम गठित की और उसी के आधार पर कार्यवाही की। मामला विकासखंड चौरई के ग्राम धौलपुर की शासकीय प्राथमिक शाला की है। स्कूल में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक श्रीपाल धुर्वे शनिवार को शराब पीकर लडखड़़ाते हुए स्कूल पहुंचे। पूरी घटना का वीडियो किसी ने बना लिया और सोशल साइट पर वायरल कर दिया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जानकारी मिलने पर तीन सदस्यीय जांच दल से इस प्रकरण की जांच कराई गई। जांच प्रतिवेदन में जांच दल द्वारा उल्लेखित किया गया है कि निरीक्षण के दौरान शाला दोपहर 2.30 बजे बंद पाई गई, लेकिन ग्रामिणों और विद्यार्थियों के बयान के अनुसार प्राथमिक शिक्षक 2 दिसंबर को सुबह 11.45 बजे शराब के नशे में शाला प्रांगण में उपस्थित हुए थे और शराब का अधिक सेवन करने के कारण लगभग दोपहर एक बजे स्कूल बंद करके चले गए। वे अधिकांश दिन शाला में शराब पीकर आते हैं और उनके द्वारा अध्यापन कार्य भी सही तरीके से नहीं कराया जाता है। शराब के नशे में शाला में उपस्थित होना शासकीय सेवक द्वारा किया गया अवांछनीय व अशोभनीय कृत्य है। उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है ।
अवैध निर्माण के खिलाफ LDA चलाएगा अभियान:लखनऊ में VC ने अतिक्रमण हटाने के लिए टीम गठित
Weather forecast /strong> दिसंबर महीने की शुरुआत भी मध्यप्रदेश में बेमौसम बारिश के साथ हुई है। शनिवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई है जिसके कारण तापमान में गिरावट आई है और ठंड बढ़ गई हैं। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने से बेमौसम बारिश अभी बनी रहेगी और 5-6 दिसंबर के बाद प्रदेश के मौसम में कुछ बदलाव हो सकता है। बेमौसम बारिश के कारण दिन में भी सर्द हवाएं चल रही हैं और कई जगहों पर कोहरा छाया रहा। पश्चिमी विक्षोभ, चक्रवात और ट्रफ लाइन के चलते 2 दिसंबर को 21 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में अलर्ट जारी YELLEO ALERT: भोपाल, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगरमालवा, मंदसौर, नीमच, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, दमोह और सागर जिलों में गरज चमक व बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में कोहरा पड़ने की संभावना मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 24 घंटे में गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, नर्मदापुरम, सिंगरौली, सीधी, रीवा,मऊगंज, सतना, जबलपुर, मंडला, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, विदिशा, सीहोर, रायसेन, भोपाल, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगरमालवा, मंदसौर और नीमच जिलों में घना से मध्यम कोहरा होने की संभावना जताई है इन जिलों में कोहरे के कारण दृश्यता 1 हजार मीटर से कम रह सकती है। यह भी पढ़ें- बेटे से परेशान थी बहू तो ससुर ने अलग दिला दिया किराए का कमरा, फिर एक रात... क्या कहते हैं मौसम विज्ञानी वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास सक्रिय है, इसके साथ ही एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन राजस्थान के मौसम में सक्रिय है। इस चक्रवात से लेकर दक्षिण-पश्चिमी मप्र तक एक द्रोणिका बनी हुई है। उत्तरी महाराष्ट्र पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है , इन सभी मौसम प्रणालियों के चलते अभी 4-5 दिसंबर तक मध्यप्रदेश में मौसम इसी तरह बने रहने की संभावना है। देखें वीडियो- नया विवाद : वोटिंग के बाद बदल गईं EVM !
कब है उत्पन्ना एकादशी हिंदू पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष एकादशी की शुरुआत 8 दिसंबर सुबह 8.36 बजे से हो रही है और यह तिथि 9 दिसंबर को सुबह 10.01 बजे तक है। लेकिन उत्पन्ना एकादशी की तारीख पर पुरोहितों के दो मत हो गए हैं। इसके अनुसार कुछ लोग आठ तारीख को और कुछ लोग नौ तारीख को उत्पन्ना एकादशी व्रत रखेंगे तो आइये जानते हैं दोनों तारीख पर एकादशी व्रत का महत्व और वजह.. आठ दिसंबर को उत्पन्ना एकादशी व्रत, महत्व और पारण समय हिंदू पंचांग में तिथि निर्धारण पद्धति के अनुसार तिथि, सूर्योदय व्यापिनी होनी चाहिए और अगले दिन कम से कम तीन प्रहर तक व्याप्त रहे। जबकि नौ दिसंबर शनिवार को सुबह दस बजे के बाद ही द्वादशी लग जा रही है (कुछ कैलेंडर में एकादशी की शुरुआत 8 दिसंबर सुबह 5.06 बजे और समापन 9 दिसंबर सुबह 6.31 बजे बताया गया है) और तीन प्रहर के नियम का पालन नहीं हो पा रहा है, इस कारण इस मत के गृहस्थ और स्मार्त लोग आठ दिसंबर शुक्रवार को ही उत्पन्ना एकादशी व्रत रखेंगे। जबकि अगले दिन नौ दिसंबर को वैष्णव लोग व्रत रखेंगे। इस दिन बेहद शुभ सौभाग्य योग भी बन रहा है। इस समय किया गया शुभ कार्य जरूर सफल होता है। गृहस्थ जनों के लिए उत्पन्ना एकादशीः शुक्रवार 8 दिसंबर गृहस्थ जनों के लिए पारण समयः नौ दिसंबर 2023 वैष्णव उत्पन्ना एकादशीः 9 दिसम्बर 2023 शनिवार वैष्णव एकादशी के लिए पारण (व्रत तोड़ने का) समयः सुबह 07:01 बजे से 07:13 बजे तक 9 दिसंबर को उत्पन्ना एकादशी व्रत, महत्व और पारण समय कुछ कैलेंडर के अनुसार एकादशी की शुरुआत 8 दिसंबर सुबह 8.36 बजे हो रही है और 9 दिसंबर को 10.01 बजे यह तिथि संपन्न हो रही है। कुछ लोग उदयातिथि में ही व्रत की तिथि तय मानते हैं और इनके अनुसार ये नौ दिसंबर शनिवार को मार्गशीर्ष कृष्ण एकादशी यानी उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखेंगे। इन लोगों के लिए पारण समय 10 दिसंबर को सुबह 6.59 से 8.58 के बीच होगा, जबकि इस दिन द्वादशी संपन्न होने का समय 10.43 बजे तक है। इस दिन ही वैष्णवजन (संन्यासी, विधवा) भी उत्पन्ना एकादशी व्रत रखेंगे। 9 दिसंबर को शुभ योग शोभनः 10 दिसंबर से सुबह 03:07 बजे तक द्विपुष्कर योगः नौ दिसंबर को सुबह 10:01 बजे से दोपहर 02:13 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योगः नौ दिसंबर दोपहर 02:13 बजे से 10 दिसंबर सुबह 06:59 बजे तक दो दिन एकादशी होने पर क्या करें धार्मिक ग्रंथों के अनुसार लगातार दो दिन इस तरह एकादशी होने पर स्मार्त-परिवारजनों को पहले दिन एकादशी व्रत करना चाहिए और दूसरे दिन यानी दूजी एकादशी को वैष्णवजन सन्यासियों, विधवाओं और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक श्रद्धालुओं को व्रत रखना चाहिए। जब-जब एकादशी व्रत दो दिन होता है तब-तब दूजी एकादशी और वैष्णव एकादशी एक ही दिन होती हैं।
मुरादाबाद में युवक का शव मिला पेड़ से लटका, पशुओं का चारा लेने की बात कहकर घर से निकला था
Moradabad Murder News: बतादें कि अगवानपुर निवासी युवक पशुओं का चारा लेने की बात कहते हुए घर से निकला था। इसके बाद वापस नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी तलाश कई जगहों पर की। लेकिन पता नहीं चल सका। देर रात गांव के लोग जब जंगल की तरफ गए तो वहां उसका शव बरामद हुआ। जुमे की नमाज के बाद युवक चारा लेने गया था नगर के मोहल्ला ततारपुर निवासी युवक आजम पुत्र हाजी शराफत किसान हैं। वह जुमे की नमाज के बाद दोपहर लगभग तीन बजे बाइक से जंगल से पशुओं का चारा लेने गया था। शाम छह बजे तक जंगल से घर नहीं लौटने पर परिजन परेशान हो गए। परिवार के लोगों ने फोन पर कॉल किया। लेकिन संपर्क नहीं हो सका। परिवार के लोगों ने युवक की तलाश शुरू कर दी। यह भी पढ़ें: भीषण सड़क हादसे में वृद्ध की मौत, महिलाओं सहित आठ घायल, बंदर बना हादसे का कारण खेत में पड़ी थी बाइक पहले तो युवक के परिवार ने उसकी ससुराल जाकर पूछताछ की। पता नहीं चलने पर लोग जंगल की तरफ निकल पड़े। रात होने के बावजूद नगर के सैकड़ों लोग जंगल पहुंच गए। काफी दूर जाकर देखा तो एक खेत में युवक की बाइक पड़ी थी। लेकिन युवक नहीं मिल रहा था। युवक का शव पेड़ पर लटका मिला टार्च की रोशनी में लोगों ने खोजना शुरू किया तो युवक का शव पेड़ पर लटका मिला। लोगों ने शव को नीचे उतारा और उसे घर लेकर आए। इस बारे में चौकी प्रभारी मेघराज सिंह ने बताया पीड़ित परिवार की तरफ से कोई सूचना नहीं दी गई है। पीड़ित की तरफ से प्रार्थनापत्र मिलने पर पुलिस जांच पड़ताल करेगी।
नागौर. कूटरचित दस्तावेज से एक-दो नहीं दो दर्जन से अधिक सिम जारी करने का मामला सामने आया है। इन सिम को आपराधिक वारदात के काम लेने की आशंका के चलते विजय वल्लभ चौराहा स्थित लक्ष्मी एसीटीडी मोबाइल के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है। इसके अलावा भी ग्राहकों को मोबाइल सिम जारी करने में अधिकांश रिटेलर दूरसंचार विभाग की निर्धारित प्रक्रिया का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं। बदमाश दूसरों के नाम पर उठाई गई सिम का उपयोग करते हैं। सूत्रों के अनुसार किसी के दस्तावेज पर सिम जारी करने का खेल खुलेआम जारी है। कई बार अपराधियों के काम में लिए गए मोबाइल की सिम दूसरे राज्य के किसी व्यक्ति के नाम निकली है। नागौर से ही जारी कई सिम बड़े गिरोह के गुर्गों के पास मिली। गैंगस्टर आनंदपाल की फरारी के दौरान पकड़े गए गुर्गों के पास मिली अधिकांश सिम किसी महिला अथवा अन्य के नाम थी। इसके अलावा अपहरण, हत्या ही नहीं लूट समेत अन्य आपराधिक वारदात में पकड़े गए बदमाशों के पास मिली सिम भी किसी अन्य के नाम पाई गई। सूत्र बताते हैं कि एयरटेल कम्पनी के कुछ सिम कूटरचित दस्तावेज के जरिए जारी होने की सूचना मिलने पर हड़कम्प मच गया। कम्पनी को दूरसंचार विभाग के जरिए कराई गई जांच में मोबाइल कनेक्शन की पहचान से प्रतीत हुआ कि कुछ सिम कूट रचित दस्तावेज के जरिए जारी किए गए हैं। मिलीभगत जानबूझकर की गई। ग्राहकों को भी इसकी जानकारी थी, इससे लगता है कि सिम का दुरुपयोग हुआ अथवा हो सकता है। इसके चलते एक ही नहीं नागौर शहर समेत जिलेभर में कई मोबाइल सिम की दुकान वालों पर शिकंजा कसने वाला है। यह थी रिपोर्ट भारती हेक्सॉम लिमिटेड (एयरटेल) के नोडल अधिकारी दीपक सिंह ने इस संबंध में कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया है। इसमें कहा कि उनकी कम्पनी दूरसंचार विभाग की अनुमति से ही ग्राहकों को मोबाइल सेवा प्रदान करती है। इसके लिए डिस्ट्रीब्यूटर/वितरक की ओर से स्थानीय स्तर पर सिम के वितरण एवं अन्य सेवाओं के लिए रिटेलर/पॉइंट ऑफ सेल की नियुक्ति की जाती है। विजय वल्लभ चौराहा स्थित लक्ष्मी एसटीडी मोबाइल में इस संबंध में फर्जीवाड़े की सूचना मिली है। फर्जी दस्तावेज के जरिए 25 सिम इधर-उधर बेची व काम में ली जा रही है। ग्राहकों से मिलीभगत कर यह गड़बड़ी की गई है। इस संबंध में मामला दर्ज कराया गया है। इसमें अन्य ऐसे रिटेलर व पॉइंट ऑफ सेल वालों की भी जांच की बात कही है जो नियमों की अवहेलना कर रहे हैं। पूरे कुएं में भांग दूरसंचार विभाग की ओर से जारी निर्देश में कहा गया है कि मोबाइल कनेक्शन उसी व्यक्ति को जारी किया जाए जो दुकानदार के समक्ष अपने दस्तावेज के साथ उपस्थित हो। निर्धारित प्रक्रिया पूरी करे। बावजूद इसके ऐसा कुछ हो नहीं रहा। फर्जी दस्तावेज के जरिए सिम उठाई जा रही है। कई बार तो जिसके नाम सिम जारी है वो लापता अथवा जेल में मिला है। असल में सिम अपराधियों के वारदात को अंजाम देने में सहयोग तो करती ही है, उसे पकड़वा भी सकती है। कई अपराधी सिम के चलते ही पकड़ में आए। अधिकांश अपराधियों ने दूसरे के नाम फर्जी तरीके से सिम जारी करवाने का काम शुरू कर दिया। इनका कहना मामला दर्ज कर लिया है। किसके दस्तावेज से किसको सिम जारी हुई, सिम का दुरुपयोग तो नहीं हुआ, ऐसी तमाम जानकारियां जुटाई जा रही है। यह सही है कि बदमाश दूसरों के नाम की सिम का उपयोग करते हैं। -रमेंद्र सिंह हाड़ा, सीआई, कोतवाली, नागौर।
MP Election 2023 : 20 साल से भाजपा का गढ़ है दतिया विधानसभा, इस बार पड़े 79.26% वोट
ग्वालियर संभाग में आने वाले दतिया जिले की दतिया विधानसभा सीट देशभर में दो चीजों के लिए खास पहचान रखती है। पहली है यहां का प्रसिद्ध पीतांबरा पीठ मंदिर और दूसरी ये कि इस सीट को बीजेपी के कद्दावर नेता और मध्य प्रदेश गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का गढ़ माना जाना। इस विधानसभा सीट पर पिछले 20 साल से बीजेपी और नरोत्तम मिश्रा का कब्जा है। 1993 के बाद से इस सीट पर कांग्रेस एक बार भी नहीं जीत सकी है। फिलहाल, कांग्रेस ने यहां पर राजेंद्र भारती को ही उम्मीदवार बनाया है। हालांकि इससे पहले नरोत्तम मिश्रा से ही बगावत कर भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए अवधेश नायक को उम्मीदवार बनाया गया था, लेकिन उनकी उम्मीदवारी का विरोध कांग्रेस के भीतर ही हो गया और आखिर में कांग्रेस को अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा, जिसके कारण फिर से राजेंद्र भारती मैदान में आ गए हैं। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में दतिया विधानसभा सीट पर 79.26 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 77.35 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 75.20 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के पिछले समीकरण साल 2018 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी। नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के राजेंद्र भारती को सिर्फ 2,656 वोटों से हराया था। मजेदार बात ये है कि इस सीट पर तीसरा स्थान NOTA को मिला था। वहीं पिछले चुनाव में इस सीट पर कुल 49 फीसदी ही मतदान हुआ था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : नरेंद्र सिंह तोमर के चुनाव में आते ही दिमनी बन गई हॉट सीट, भाजपा-कांग्रेस के बीच यहां कांटे की टक्कर विधानसभा का चुनावी मिजाज दतिया विधानसभा सीट पर जातिगत समीकरण की बात करें यहां कुशवाहा समाज और ब्राह्मण समाज निर्णायक स्थिति में है। यहां करीब 30 हजार से ज्यादा ब्राह्मण वोटर्स हैं, जबकि करीब इतने ही कुशवाह समाज के मतदाता हैं। यहां पिछले कुछ सालों में ब्राह्मण चेहरे के तौर पर नरोत्तम मिश्रा को अच्छा खासा सपोर्ट मिलता आया है। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : अटेर विधानसभा सीट पर दिखती है यूपी की सियासी झलक, ऐसे तय होती है हार-जीत भाजपा के नरोत्तम मिश्रा 2003 में दतिया विधानसभा सीट पर बीजेपी के रामदयाल प्रभाकर कांग्रेस के महेंद्र बौद्ध के खिलाफ विजयी हुए थे। इसके बाद 2008 में ये सीट सामान्य हुई तब यहां बीजेपी की जीत हुई। इस चुनाव के दौरान नरोत्तम मिश्रा, डबरा सीट से दतिया पहुंचे और उन्होंने राजेंद्र भारती को 11,233 वोटों के अंतर से हराया। मिश्रा ने 2013 में भी राजेंद्र भारती पर 11,000 से अधिक वोटों से हराया। इसके बाद 2018 में मिश्रा ने लगातार तीसरी बार भी जीते थे। हालांकि, उस दौरान जीत का अंतर काफी कम था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : मुरैना विधानसभा में गुर्जरों के बीच मुकाबला, भाजपा-कांग्रेस में से किसका पलड़ा भारी? कांग्रेस के राजेंद्र भारती कांग्रेस ने दतिया सीट पर एक बार फिर राजेंद्र भारती को ही चुनावी मैदान में उतारा है। आपको याद दिला दें कि ये तीसरी बार है, जब कांग्रेस पार्टी ने राजेंद्र भारती को ही नरोत्तम मिश्रा के सामने टिकट दिया है। इससे पहले दोनों बार राजेंद्र भारती नरोत्तम से चुनाव हार चुके हैं। अब देखना ये है कि क्या इस बार राजेंद्र भारती भाजपा के गढ़ को भेदने में सफल होते हैं या नहीं? यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : लहार विधानसभा में रोचक मुकाबला, क्या 38 साल बाद कांग्रेस के किला भेद पाएगी भाजपा ? दतिया विधानसभा के मतदाताओं का विवरण मतदाताओं की बात करें तो मौजूदा समय में दतिया विधानसभा में कुल 2 लाख 20 हजार 505 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 16 हजार 230 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 14 हजार 260 है। इसके अलावा इस विधानसभा में कुल 15 ट्रांसजेंडर हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : सबलगढ़ सीट पर बीजेपी की सरला के सामने हैं कांग्रेस के बैजनाथ, इस बार महा मुकाबला दतिया विधानसभा की जनता की आवाज - दतिया विधानसभा में जहां औद्योगिक इकाइयों की कमी होने के कारण क्षेत्र में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। इसपर ध्यान देना चाहिए। - यही कारण है कि जिले की बड़ी आबादी को रोजगार की तलाश में जिले, प्रदेश और देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक जाना पड़ता है। - जिले के अंतर्गत आने वाले अकसर ग्रामीण क्षेत्रों सड़कें नहीं हैं या कमी है। इसके चलते जिले की बड़ी आबादी को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर किसी इमरजेंसी के दौरान स्थानीय ग्रामीणों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाती है। - जो गांव शिवपुरी से दतिया में शामिल हुए हैं उनकी विधानसभा करेरा है इस विधानसभा में पेयजल एक बड़ी समस्या है। - अच्छे तकनीकी कॉलेजों की कमी होने के कारण जिले के बच्चों को बाहर पढ़ने जाना पड़ता है। - भांडेर में सड़क और पानी की समस्या है। यहां बेरोजगारी भी युवाओं के लिए बड़ी चुनौती है। - सेंवढ़ा विधानसभा में किसानों को सिंचाई की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
MP Election 2023 : भांडेर विधानसभा में 73.07% मतदान, भाजपा का विजय रथ रोकना कांग्रेस के लिए चुनौती
मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग के अंतर्गत आने वाले दतिया जिले की भांडेर विधानसभा सीट पर इस बार मुकाबला बेहद रोचक होने जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने जहां एक तरफ इस सीट पर घनश्याम पिरोनिया को अपना उम्मीदवार बनाकर उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने फूल सिंह बरैया को यहां से चुनावी मैदान में उतारा है। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में भांडेर विधानसभा सीट पर 73.07 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 69.55 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 61.97 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के समीकरण 2018 के चुनाव में इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी रक्षा संतराम सिरोनिया ने जीत हासिल की थी। जबकि बीजेपी की रानी प्रजापति दूसरे स्थान पर रही थी, लेकिन साल 2020 में हुए उपचुनाव में भाजपा ने रक्षा संतराम सिरोनिया को कंडीडेट बनाया और उन्होंने जीत हासिल की। ये भी बता दें कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी रक्षा संतराम सिरोनिया 73,578 वोट पाकर विजयी हुए थे। वहीं बीजेपी की रानी प्रजापति 33, 682 वोट ही मिले थे। यहां हार जीत का अंतर 39, 896 वोटों का यानी 34.04 फीसद था। जबकि 2020 के उपचुनाव में रक्षा संतराम सिरोनिया बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की थी। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : मेहगांव विधानसभा में भाजपा ने बागी को तो कांग्रेस ने पूर्व अफसर पर खेला दांव, जोरदार है टक्कर जातिगत समीकरण भांडेर विधानसभा का अगर हम जातीय समीकरण पर गौर करें तो यहां यादवों की संख्या 16.50 फीसद है, जबकि दांगी की संख्या 15.10 फीसद है। ठाकुर क्षत्रिय यहां पर 4 फीसद हैं। इसके अलावा मुस्लिम और ब्राह्मण की संख्या 9.50 फीसद है। वहीं अन्य समाज के लोग भी इसमें शामिल हैं। बता दें कि यहां पर एससी, ओबीसी जाट और कौरव सबसे ज्यादा है। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : मुंगावली विधानसभा पर सिंधिया का प्रभाव, इस सीट पर 3 साल में 3 बार हुए चुनाव, जाने क्यों ? भाजपा के घनश्याम पिरोनिया भारतीय जनता पार्टी ने भांडेर विधानसभा सीट से घनश्याम पिरोनिया को अपना उम्मीदवार बनाया है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा से 33 साल बाद कांग्रेस जीत पाई थी अशोकनगर सीट, 2020 में फिर छिन गई, अब कौन जीतेगा ? कांग्रेस के फूल सिंह बरैया वहीं, कांग्रेस पार्टी ने भांडेर सीट से फूल सिंह बरैया को अपना उम्मीदवार बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भिंड विधानसभा में इस बार रोचक है मुकाबला, भाजपा-कांग्रेस ने बागियों पर खेला दांव भांडेर विधानसभा के मतदाता भांडेर विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 3 लाख 14 हजार 135 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 66 हजार 359 है। जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 47 हजार 776 है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : अंबाह सीट पर एससी का आरक्षण पर राजपूतों का होल्ड, तगड़ा होगा घमासान विधानसभा की जनता की आवाज - दतिया विधानसभा में जहां औद्योगिक इकाइयों की कमी होने के कारण क्षेत्र में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। इसपर ध्यान देना चाहिए। - यही कारण है कि जिले की बड़ी आबादी को रोजगार की तलाश में जिले, प्रदेश और देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक जाना पड़ता है। - जिले के अंतर्गत आने वाले अकसर ग्रामीण क्षेत्रों सड़कें नहीं हैं या कमी है। इसके चलते जिले की बड़ी आबादी को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर किसी इमरजेंसी के दौरान स्थानीय ग्रामीणों के सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाती है। - जो गांव शिवपुरी से दतिया में शामिल हुए हैं उनकी विधानसभा करेरा है इस विधानसभा में पेयजल एक बड़ी समस्या है। - अच्छे तकनीकी कॉलेजों की कमी होने के कारण जिले के बच्चों को बाहर पढ़ने जाना पड़ता है। - भांडेर में सड़क और पानी की समस्या है। यहां बेरोजगारी भी युवाओं के लिए बड़ी चुनौती है। - सेंवढ़ा विधानसभा में किसानों को सिंचाई की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : सुमावली विधानसभा में इस बार कांटे की टक्कर, पुराने प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
हत्या के आरोपी को आजीवन कारावास:वृद्धा महिला पर पेट्रोल छिड़कर लगा दी थी आग; 5 हजार रूपए से दंडित
सोशल मीडिया पर लाइक करो पैसा कमाओ, इस लालच में आए तो बैंक खाता हो जाएगा खाली
सोशल मीडिया प्लेटफार्म जैसे- यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम पर नया फर्जीवाड़ा कर साइबर जालसाज आपका बैंक खाता खाली करने वाले हैं। आपको आपके ही सोशल मीडिया एकाउंट पर घर बैठे पोस्ट लाइक करने का ऑफर देकर बैंक खाते में पैसा कमाई का ऑफर मिलेगा। आप लाइक करेंगे और पैसा आपके खाते में आने भी लगेगा। लालच बढ़ाने के लिए जालसाज आपको कुछ रूपए डिपॉजिट कर ज्यादा पोस्ट प्राप्त करने का ऑफर देंगे। आप खातों में पैसा जमा कराते चले जाएंगे और पोस्ट लाइक करने के नाम पर पैसा भी आता रहेगा। अचानक ये सब कुछ बंद हो जाएगा। जैसे ही आप अपना पैसा विड्रा करने का प्रयास करेंगे तो खाता फ्रीज बताएगा। इस प्रकार आपको पता चलेगा की आप फ्रॉड के शिकार हुए हैं। साइबर क्राइम सेल ने इसे टास्क फ्रॉड नाम देकर बचने की एडवाइजरी जारी की है। ऐसे रहे टास्क फ्रॉड से सावधान - सोशल मीडिया पर दिखने वाले जॉब संबंधी विज्ञापन की सत्यता की जांच कर ले। - यदि आपको इन्वेस्टमेंट हेतु किसी टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ दिया जाता है तो उस ग्रुप से तत्काल लेफ्ट कर दें। - किसी भी अननॉन व्यक्ति को जिसको आप जानते नहीं है. यदि उसके द्वारा आपको मैसेज के माध्यम से जॉब करने हेतु अप्रोच किया जाता है तो आप उसे रिस्पांस न करें। - यदि आपको जॉब का फार्म भरने हेतु कोई एपीके फाईल भेजी जाती है तो उसको इंस्टाल न करें। उसके तत्काल डिलीट कर दे। - व्हाट्सएप के माध्यम से अननॉन खासतौर पर विदेशी कॉल को इग्नोर कर दें। - सायबर क्राईम हेल्पलाईन नंबर 1930 , भोपाल सायबर क्राईम हेल्पलाईन नंबर 9479990636 पर शिकायत दर्ज करें। वर्जन------- टास्क फ्रॉड के नाम पर शहर में लोगों को शिकार बनाया जा रहा है। एडवाइजरी का पालन कर जालसाजों से इससे बचा जा सकता है।श्रुतकीर्ती सोमवंशी, डीसीपी, साइबर क्राइम
मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग में आने वाले दतिया जिले की सेवड़ा विधानसभा सीट पर बीते तीन चुनावों के दौरान अलग-अलग पार्टियों ने बाजी मारी है। साल 2018 के चुनाव में कांग्रेस के घनश्याम सिंह यहां से चुनाव जीते थे, जबकि दूसरे पायदान पर भाजपा के राधे लाल बघेल रहे थे। इस बार भारतीय जनता पार्टी ने इसी सीट पर अपने पूर्व विधायक प्रदीप अग्रवाल को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने इस सीट पर अपने मौजूदा विधायक घनश्याम सिंह को ही प्रत्याशी बनाया है। राजनीतिक जानकारों की मानें इस बार के चुनाव में सेवड़ा सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। 17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में सेवड़ा विधानसभा सीट पर 72.96 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 71.60 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 72.21 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है। यह भी पढ़ें- मतदान के बाद कमलनाथ और शिवराज ने जताया जनता का आभार, इस तरह दोनों ने कर दिया जीत का दावा विधानसभा के समीकरण सेवड़ा विधानसभा के अगर हम राजनीतिक इतिहास की बात करें तो अब तक के हुए 11 विधानसभा चुनावों में 6 बार यह सीट कांग्रेस के खाते में गई। जबकि 3 बार इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की और 1 बार ये सीट जनता दल के खाते में गई और 1 बार बहुजन समाज पार्टी के कब्जे में भी रही है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : भाजपा ने बगावत की वजह से गवाई ग्वालियर दक्षिण विधानसभा, यहां देखें आंकड़े कांग्रेस के घनश्याम सिंह सेवड़ा कांग्रेस पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक कुंवर घनश्याम सिंह को एक बार फिर सेवड़ा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है। 2018 के विधानसभा चुनाव में घनश्याम सिंह ने भाजपा के राधे लाल बघेल को 33, 268 वोटों से हराया था। यह भी पढ़ें- mp election 2023 : भाजपा का गढ़ कही जाती थी ग्वालियर पूर्व विधानसभा, अब लहराता है कांग्रेस का परचम, जानें समीकरण भाजपा के प्रदीप अग्रवाल सेवड़ा भाजपा की ओर से सेवड़ा विधानसभा सीट पर उम्मीदवार बनाए गए प्रदीप अग्रवाल 2013 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से विधायक रह चुके हैं। उन्होंने कांग्रेस के मौजूदा विधायक कुंवर घनश्याम सिंह को 8, 809 मतों से हराया था। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : गोहद विधानसभा में जनता सर्वेसर्वा, 25 साल में अबतक लगातार 2 बार नहीं रहा किसी पार्टी का वर्चस्व सेवड़ा विधानसभा के मतदाता मतदाताओं की बात करें तो मौजूदा समय में सेवड़ा विधानसभा में कुल 3 लाख 8 हजार 794 मतदाता हैं। इनमें 1 लाख 63 हजार 519 पुरुष मतदाता हैं। जबकि 1 लाख 45 हजार 275 महिला मतदाता हैं। इनमें 4 ट्रांसजेंडर भी हैं। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : करैरा विधानसभा सीट पर जनता रिपीट नहीं करती विधायक, सिंधिया का दाव भी पड़ चुका है उल्टा विधानसभा की जनता की आवाज - विधानसभा क्षेत्र समेत जिलेभर में रोजगार का अभाव है। यही कारण है कि यहां से खासकर युवाओं की बड़ी आबादी को रोजगार की तलाश में प्रदेश और देश ही नहीं, बल्कि विदेशों तक जाना पड़ता है। रोजगार के अवसर पैदा करने चाहिए। - अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कें नहीं हैं या सड़कों की कमी है। इसके चलते बड़ी आबादी को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। खासतौर पर किसी इमरजेंसी के दौरान बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाती है। - विधानसभा में पेयजल एक बड़ी समस्या है। - अच्छे तकनीकी कॉलेजों की कमी होने के कारण जिले के बच्चों को बाहर पढ़ने जाना पड़ता है। - सेंवड़ा विधानसभा में किसानों को सिंचाई की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यह भी पढ़ें- MP Election 2023 : चंदेरी विधानसभा सीट पर कांग्रेस का कब्जा, जानें सियासी समीकरण इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर 6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।
वाराणसी में लगेगा सांसद रोजगार मेला, 200 से अधिक कंपनियां करेंगी प्लेसमेंट
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के साथ ही साथ वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्ग दर्शन में सांसद सांस्कृतिक महोत्सव और सांसद खेलकूद प्रतियोगिता का सफल आयोजन किया जा चुका है। ऐसे में अब आने वाली 12 दिसंबर को वाराणसी में सांसद रोजगार मेले का आयोजन होने जा रहा है। इस आयोजन की तैयारी शुरू कर दी गई है। जिलाधिकारी एस राजलिंगम के अनुसार इस रोजगार मेले में 200 से अधिक कंपनियां युवाओं को रोजगार देने के लिए आ रही हैं। यह आयोजन आईआईटी करौंदी के परिसर में होगा। 4966 अभ्यर्थी अभी तक करवा चुके हैं रजिस्ट्रेशन जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री और काशी के सांसद नरेंद्र मोदी की पहल पर 12 दिसंबर को सांसद रोजगार मेले का आयोजन किया जा रहा है। इस मेले में जनपद के अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसमें करीब 221 से अधिक बड़ी कंपनियां आ रही हैं। अब तक इस मेले में 4966 अभ्यर्थी अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा चुके हैं। अभ्यर्थी सेवायोजन विभाग के पोर्टल www.sewayojan.up.nic.in लिंक के माध्यम से तथा क्यूआरकॉड के माध्यम से अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। छात्रों को किया जा रहा है जागरूक डीएम ने बताया कि शिक्षण संस्थाओं में व्यक्तिगत रूप से जाकर अध्ययनरत छात्र छात्राओं को सांसद रोजगार में प्रतिभाग करने हेतु जागरूक किया जा रहा है। सांसद रोजगार मेला के आयोजन के पूर्व शनिवार 02 दिसंबर को सेवायोजन विभाग द्वारा कार्यालय परिसर चौकाघाट में लगभग 45 कम्पनियों को आमंत्रित कर सेवायोजित कराया गया। सांसद रोजगार मेला के आयोजन के पूर्व ही कौशल विकास मिशन द्वारा भी प्री-प्लेसमेंट कराया जा रहा हैं।
मतगणना की तैयारियां पूरी:500 स्टॉफ व 800 जवान रहेंगे, मतगणना में शामिल,ढाई हजार लोगों का बन रहा भोजन
ताजुल मसाजिद परिसर में लगेगा बाजार, खुलेंगी 500 दुकानें
बताया गया कि इसका आयोजन तो आठ दिसम्बर से शुरू होगा,लेकिन बाहर से आने वालों के खानपान और खरीदारों के लिए बाजार छह दिसम्बर से यहां शुरू हो जाएगा। शनिवार को लोग आवंटित हुई जगह पर दुकान तैयार करने में जुटे हुए थे। यह बाजार तीन महिनें तक यहां लगता है। इज्तिमा की दुआ आयोजन भले ईटखेड़ी के पास होता है, लेकिन उसके नाम से दुआ के बाद शुरू होने वाली कपड़े, मुरादाबादी बर्तन, खानपान की दुकानें ताजुल मसाजिद परिसर के अंदर लगती। इसमें लाखों लोग देश-विदेश से यहां दुआ के लिए आते है। जिसके चलते पूरे शहर में जाम की स्थिति बन जाती है। यूं तो खानपान की दुकानें पुराने शहर में सभी ओर लगती है,लेकिन 500 से अधिक दुकानें सिर्फ ताजुल समाजिद परिसर में लगती है। जिसकी तैयारियां तेजी से यहां हो रही है। दुकानें की तैयारी कर रहे दुकानदारों का कहना है कि इत्जिमा चार दिन का रहेगा, जो आठ दिसम्बर से 11 दिसम्बर तक होगा,लेकिन छह दिसम्बर से यहां दुकानें व बाजार पूरा खुल जाएगा। ठंड के चलते गर्म कपड़ों का शहर का सबसे बड़ा बाजार यहां लगता है। जिसमें खरीदारी के लिए भोपाल लगे अन्य जिलों से भी खरीदार आते हैं। पुराने परिसर में बाजार तीन माह के लिए खुलता है। जिसका आवंटन वहीं की कमेटी करती है। नगर निगम और पुलिस की ओर से सफाई व्यवस्था और सुरक्षा के इंतजाम किए जाते है। राजेश घेंघट, एएचओ, जोन-दो
खाली प्लाटों में भरे पानी, गंदगी से पनप रहे मच्छर
वहीं कचरा फेंके जाने से यहां से उठने वाली बदबू और गंदगी के कारण लोगों को घरों के सामने बैठना मुश्किल हो रहा है। इससे स्थानीय रहवासियों को सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। लोगों ने बताया कि अहमदपुर से कटारा हिल्स बर्राई की ओर जाने वाली नहर में बागसेवनिया बस्ती के लोग घरों की सीवेज लाइन नहर में डाल रखी है, जिससे पूरा सीवेज नहर में डाला जा रहा है। इससे गंदगी फैल रही है। इन कॉलोनियों में खाली प्लॉटों में भरा है गंदा पानी बता दें कि भेल क्षेत्र की कई कॉलोनियों में खाली पड़े प्लॉटों में गंदा पानी और सीवेज भरा हुआ है। इसके कारण लोगों को बीमारियां होने के साथ ही बदबू और गंदगी के बीच रहना पड़ रहा है। इसमें कटरा हिल्स की स्वर्णकुंज कॉलोनी, बागमुगालिया अरविंद विहार की कॉलोनी, बागसेवनिया की गुलाबी नगर कॉलोनी, शिक्षक कांग्रेस कॉलोनी, बीडीए कॉलोनी, पिपलिया पेंदे खां, शास्त्री नगर सहित कई अन्य कॉलोनियां हैं, जहां प्लॉटों में पानी भरा हुआ है। कॉलोनी के पीछे खाली पड़े प्लॉटों में दूसरी कॉलोनियों का सीवेज छोड़ा जा रहा है। इसके कारण मच्छर पनप रहे हैं और लोगों में विभिन्न तरह की मच्छर जनित बीमारियां फैल रही हैं। वहीं कचरा फेंके जाने से गंदगी और बदबू के कारण घर के बाहर बैठना मुश्किल हो जाता है। गिट्टी, रेत के दुकानदारों ने नालियों पर ही सामग्री डंप कर रखी है जिसके कारण कॉलोनी की नालियां चोक पड़ी हैं। कॉलोनी की सडक़ जर्जर हो चुकी है। धीरेंद्र श्रीवास्तव, रहवासी, शिक्षक कांग्रेस कॉलोनी नर्मदापुरम रोड के अहमदपुर से कटारा हिल्स, बर्राई की ओर जाने वाली नहर में लोगोंं द्वारा जगह-जगह पाइप डालकर घरों का सीवेज छोड़ा जा रहा है। यहां बनाई गई 80 फीट सडक़ किनारे मांस- मछली का बाजार लगता है। दुकानदार बाजार खत्म होने के बाद बचे अवशेष को नहर में डाल देते हैं। इसके कारण यहां से उठने वाली बदबू से यहां से निकलना मुश्किल होता है। सामने कॉलोनी में रहने वाले लोगों को भी भारी परेशानी होती है। हरीश कुमार राम, रहवासी, आदर्श नगर, बागमुगालिया पिपलिया पेंदे खां में जगह-जगह खाली प्लॉट पड़े हैं। इनमें घरों से निकलने वाला गंदा पानी और सीवेज भरता है। आसपास के लोग यहीं पर रात के अंधेरे में घरों से निकलने वाला कचरा सहित अन्य सामग्री फेंक जाते हैं। इसके कारण यहां मच्छर पनपने के साथ ही गंदगी और बदबू के कारण रहना मुश्किल होता है। नालियों की साफ-सफाई नहीं होने से चोक हो रही हैं। इससे घरों के सामने गंदगी और बदबू रहती है। इससे भारी परेशानी हो रही है। प्रदीप मालवीय, रहवासी, पिपलिया पेंदे खां कॉपरेटिव का नियम है कि तीन से पांच साल के भीतर खाली पड़े प्लॉट पर निर्माण किया जाना चाहिए, लेकिन लोग कॉलोनियों में प्लॉट लेने के बाद कई वर्षों तक खाली रखते हैं। बाद में मूल्य बढऩे पर बिक्री कर देते हैं। खाली पड़े प्लाटों के मालिकों पर नगर निगम को जुर्माना लगाना चाहिए, ताकि ऑनर इससे सबक ले सकें और रहवासियों हो होने वाली विभिन्न तरह की बीमारियों से परेशानियों से निजात मिल सके। आशुतोष निगम, रहवासी, शिक्षक कांग्रेस कॉलोनी
हमें बदनाम करने की हताशा में सीएम मान ने पूरे सिख समुदाय को बदनाम किया : बिक्रम सिंह मजीठिया
पंजाब के पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वरिष्ठ नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज कहा कि मानसिक रूप से परेशान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मजीठिया परिवार को बदनाम करने की हताशा में पूरे सिख समुदाय को चोर कहकर बदनाम किया है। बिक्रम मजीठिया ने कहा, मैं अपनी बहन मनप्रीत और पत्नी डॉ गुरप्रीत की निहंगों के एक विशेष गुट के साथ निकटता को ध्यान में रखते हुए गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब पर सशस्त्र पुलिस हमले का आदेश देने के लिए बेनकाब होने पर मुख्यमंत्री की हताशा को समझ सकता हूं। लेकिन मुझे और मेरे परिवार को बदनाम करने की कोशिश करते हुए उन्हें पूरे सिख समुदाय की प्रतिष्ठा को धूमिल नहीं करना चाहिए। मुख्यमंत्री से सिखों और उनकी आस्था की वस्तुओं का अपमान करना बंद करने को कहते हुए अकाली नेता ने कहा, पहले भी मुख्यमंत्री विधानसभा में सिखों की आस्था की वस्तुओं का अपमान कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नशे की हालत में सिखों के धार्मिक स्थलों में प्रवेश कर उनका अनादर करने के अलावा 'दस्तार' को 'टोपी' के रूप में इस्तेमाल करने के लिए भी जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री द्वारा उन पर लगाये गये आरोपों के बारे में मजीठिया ने कहा कि ये न केवल बेतुके हैं बल्कि अविश्वसनीय भी हैं।