रूस और यूक्रेन युद्ध के अंत की ट्रम्प की 28 सूत्रीय योजना
Trumps 28 proposal for Ukraine: अमेरिका ने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के अपने प्रस्ताव के सभी 28 बिंदुओं से यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की को अवगत करा दिया है। यह योजना, जिसकी कई पर्यवेक्षकों द्वारा 'रूस के लिए अत्यधिक अनुकूल' होने ...
देश की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, C3iHub, आईआईटी कानपुर ने मुख्यालय सेंट्रल कमांड, भारतीय सेना के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया है। इसके तहत सेना की यूनिट्स और फॉर्मेशन्स के लिए एडवांस साइबर सिक्योरिटी प्रोग्राम शुरू किया जाएगा। इसमें सेना के अधिकारियों व जवानों को दुश्मन देशों की ओर से किए जाने वाले साइबर अटैक्स दूसरी भाषा में कहें तो डिजिटल युद्ध के लिए तैयार किया जाएगा। तीन महीने का विशेष प्रशिक्षणयह प्रशिक्षण C3iHub द्वारा प्रदान किया जाएगा। इस प्रोग्राम में दो तीन-महीने के विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल शामिल हैं। इसका उद्देश्य सेना के जवानों में आधुनिक साइबर खतरों की समझ को बढ़ाना, साइबर हमलों से निपटने की क्षमता विकसित करना और डिजिटल क्षेत्र में संचालन संबंधी तैयारी को और मजबूत बनाना है। सेना के औपचारिक प्रशिक्षण में होगा शामिल इस सहयोग के माध्यम से साइबर सुरक्षा तकनीकों को सेना के औपचारिक प्रशिक्षण में शामिल किया जाएगा, जिससे सेंट्रल कमांड के पूरे क्षेत्र में डिजिटल सुरक्षा को अधिक सुदृढ़ किया जा सकेगा। एमओयू पर हस्ताक्षर कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा, चीफ ऑफ स्टाफ, मुख्यालय सूर्य कमांड, और प्रो. सोमित्र सनाध्या, प्रोग्राम डायरेक्टर, C3iHub, उपस्थित रहे। दस्तावेज पर डॉ. तनीमा हाजरा, सीईओ, C3iHub ने संस्थान की ओर से हस्ताक्षर किए। डिजिटल रक्षा को नई दिशा प्रो. सोमित्र सनाध्या ने कहा कि यह सहयोग C3iHub के मिशन को मजबूत करता है, जिसके तहत उन्नत साइबर शोध को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण कौशलों में बदला जा रहा है। उन्होंने कहा कि सेना को डिजिटल युद्ध के क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए आवश्यक ज्ञान और प्रशिक्षण प्रदान करना हमारे लिए गर्व की बात है। यह साझेदारी डिजिटल रक्षा को नई दिशा प्रदान करती है और यह दर्शाती है कि भारतीय सेना आधुनिक सूचना युद्ध के दौर में हमेशा एक कदम आगे रहने के लिए प्रतिबद्ध है।
गौरव साहू भारतीय सीनियर पावरलिफ्टिंग टीम में चयनित, 7 दिसंबर को तुर्की में होगा मुकाबला
उदयपुर के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी गौरव साहू का भारतीय सीनियर पावरलिफ्टिंग टीम में चयन, 7 दिसंबर को तुर्की में एशियन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। राजस्थान राज्य पावरलिफ्टिंग संघ और खेल पदाधिकारियों ने गौरव साहू को बधाई दी, यह उपलब्धि प्रदेश की खेल प्रतिभाओं के लिए प्रेरणा बनी।
कौशांबी में एक युवक ने एकतरफा प्यार में अपनी मौसी की बेटी की गोली मारकर हत्या कर दी। युवती घर में सुबह झाड़ू लगा रही थी। मौसेरा भाई आया, घर में घुसा और गोली मार दी। गोली मारने के बाद वह सीधे थाने पहुंचा। तमंचा लेकर थाने पहुंचे युवक को देख कोतवाली में हड़कंप मच गया। उसने हत्या की बात बताई। पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में ले लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम को भेज दिया। वारदात गुरुवार सुबह की मंझनपुर सदर कोतवाली की है। युवक की पहचान ओसा गांव के रहने वाले अजीत मिश्रा के रूप में हुई है। दोनों के घर के बीच की दूरी लगभग 10 किमी है। वह अपनी मौसी की बेटी से एकतरफा प्यार करता था। पढ़िए पूरा मामला.... ऊनो गांव के राम मनोहर पांडे की बेटी दीपिका तिवारी (25) की शादी मई 2023 में लखनऊ के दुबग्गा चौराहे निवासी शिवम तिवारी से हुई थी। दीपिका का डेढ़ साल का बेटा मृदुल मायके में ही पैदा हुआ था। इसी मनौती के चलते दीपिका 18 नवंबर 2025 को बेटे के साथ मायके आई थी। शुक्रवार को उसे वापस ससुराल लौटना था। गुरुवार सुबह दीपिका की सगी मौसी सुमन का बेटा अजीत उर्फ नान भैय्या घर पहुंचा था। परिजन ने बताया- सुबह करीब 6 बजे वह मौसी के घर पहुंचा और भांजे मृदुल को बाइक पर बैठाकर घुमाने ले गया। कुछ देर बाद वापस लौटा और फिर चला गया। करीब 8 बजे अजीत दोबारा पहुंचा। वह सीधे घर में दाखिल हुआ। मौसेरी बहन दीपिका झाड़ू लगा रही थी। उसने बिना देर किए तमंचा निकालकर दीपिका के सिर में गोली मार दी। दीपिका जमीन पर गिर पड़ी। आसपास खून पसर गया। घरवाले कुछ समझते इसके पहले वह फरार हो गया। मौसेरी बहन से करता था एकतरफा प्यार मां सुषमा ने बताया कि सुबह घर के बाहर बर्तन साफ कर रही थी। बेटी घर में झाड़ू लगा रही थी। सुबह 6 बजे बहन का बेटा नान भैय्या आया था। बेटी के बेटे मृदुल को अपनी बाइक पर बैठाकर घूमा रहा था। फिर चला गया। दोबारा सुबह 8:00 बजे घर आया, तमंचा निकालकर दीपिका के सिर में गोली मारी और फिर फरार हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी अजीत, दीपिका से एकतरफा प्यार करता था। परिवार ने दीपिका की शादी 2 साल पहले लखनऊ में कर दी। इससे वह नाराज रहता था। इसी वजह से उसने दीपिका की हत्या कर दी। अपर पुलिस अधीक्षक कौशाम्बी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि मंझनपुर के ऊनौ गांव में एकतरफा प्यार में मौसेरे भाई ने युवती की गोली मारकर हत्या की। इस मामले में आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी के पास से तमंचा बरामद कर लिया गया हैं। ----------------------- ये भी पढ़ें... रील बनाने पर माफिया अतीक के छोटे बेटे पर FIR:गाना बजाया था- तूफान और हम जब भी आते हैं... फाड़ के जाते हैं प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के सबसे छोटे बेटे अबान अहमद (20) पर पहला मुकदमा दर्ज हुआ है। भड़काऊ REEL को लेकर बुधवार देर रात धूमनगंज थाने में केस दर्ज किया गया। दरअसल, एक शादी समारोह में शामिल हुए अबान का एक भड़काऊ वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया। इसमें एक धमकी भरा डायलॉग भी जोड़ा गया। पढ़ें पूरी खबर...
सिवनी में भारतीय सेना से प्राप्त टी-55 टैंक का लोकार्पण 26 नवंबर को शौर्य चौक पर बड़े सम्मान के साथ किया गया। मातृ शक्ति संगठन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम की तैयारियां एक दिन पहले से चल रही थीं। संगठन की अध्यक्ष सीमा चौहान ने बताया कि यह आयोजन जिले के लिए गौरव का क्षण है। राष्ट्रगान के साथ शहीदों को श्रद्धांजलि, परिजनों का सम्मान कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रगान और शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ हुई। इस दौरान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले शहीदों के परिजनों को मंच पर सम्मानित किया गया। सिवनी कलेक्टर शीतला पटले ने कहा कि जिले में टी-55 टैंक की स्थापना सम्मान और शौर्य का प्रतीक है। उन्होंने मातृभक्ति संगठन की पहल की प्रशंसा की। पुलिस अधीक्षक सुनील मेहता ने कहा कि टैंक का अनावरण सेना के शौर्य की याद दिलाता है, क्योंकि साधन भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं जितने साधक। 17 ऑपरेशन और 3 युद्धों में निभाई थी अहम भूमिका मातृभक्ति संगठन की अध्यक्ष सीमा चौहान ने बताया कि यह टी-55 टैंक केवल सिवनी नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश की शान बन गया है। उन्होंने बताया कि टैंक ने 17 ऑपरेशन और 3 युद्धों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस टैंक का निर्माण सोवियत संघ में हुआ था और यह वर्ष 2011 तक भारतीय सेना की सेवा में रहा। 1971 के भारत-पाक युद्ध सहित ऑपरेशन ट्राइडेंट, ऑपरेशन रक्षक, ऑपरेशन विजय और ऑपरेशन पराक्रम में भी इसने अहम भूमिका निभाई थी। लोकार्पण में कई जनप्रतिनिधि हुए शामिल लोकार्पण समारोह में ढाना सागर स्थित कमांडेंट एनसीओ एकेडमी के ब्रिगेडियर ललित शर्मा मुख्य अतिथि रहे। इस अवसर पर सिवनी कलेक्टर शीतला पटले, एसपी सुनील मेहता, रिटायर्ड कर्नल अमरेन्द्र कुमार दास, रिटायर्ड कर्नल रामसिंह, विधायक दिनेश राय और पूर्व जिला अध्यक्ष सुजीत जैन सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। ‘शौर्य का सम्मान’ कार्यक्रम हुआ लोकार्पण के बाद शाम को मातृ शक्ति संगठन ने शुक्रवारी में ‘शौर्य का सम्मान’ कार्यक्रम आयोजित किया, जो देर रात तक चला। इस वार्षिक आयोजन में ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन पराक्रम में शहीद हुए सैनिकों के परिजनों को सम्मानित किया गया। देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे शहीद परिवारों को मंच पर विशेष सम्मान दिया गया। सिवनी तक ऐसे पहुंचा टी-55 टैंक जिला प्रशासन और मातृशक्ति संगठन के प्रयासों के बाद दिल्ली स्थित भारतीय सेना मुख्यालय ने सिवनी को यह टैंक देने की अनुमति दी थी। इसके बाद यह टैंक पुणे की खड़की छावनी से 28 अप्रैल 2024 को सिवनी लाया गया था। अब यह शौर्य चौक पर जिले की शान के रूप में स्थापित किया गया है। देखें आयोजन की तस्वीरें
सऊदी अरब में बूंदी के रहने वाले 19 वर्षीय भारतीय युवक रमेश कुमार मेघवाल की संदिग्ध परिस्थितियों में 13 नवंबर को मौत हो गई। लेकिन 14 दिन बीत जाने के बाद भी उनका शव भारत नहीं भेजा गया है, जिसके बाद परिजनों व सामाजिक संगठनों में भारी आक्रोश है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए राजस्थान बीज निगम के पूर्व निदेशक और कांग्रेस नेता चर्मेश शर्मा ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम राष्ट्रपति सचिवालय में याचिका दायर कर त्वरित हस्तक्षेप की मांग की है। 19 साल की उम्र में सपनों को साथ लेकर गया था सऊदी अरब रमेश कुमार मेघवाल राजस्थान के बालोतरा जिले की गिड़ा तहसील के सोहड़ा, मेघवालों की ढाणी का निवासी था। वह 11 अक्टूबर 2025 को एक एजेंट के माध्यम से रोजगार के लिए सऊदी अरब गया था।परिवार का कहना है कि 13 नवंबर की सुबह उसकी आखिरी बात घरवालों से हुई, उसके बाद मोबाइल बंद हो गया।चार दिन बाद 17 नवंबर को विदेश से फोन पर मौत की जानकारी मिली। रमेश की मौत के सही कारणों का अभी तक खुलासा नहीं हो पाया है। गरीब परिवार का सहारा था रमेश परिवार के लोगों ने बताया कि रमेश पढ़ाई में बेहद तेज था।हायर सेकेंडरी विज्ञान वर्ग में लगभग 90% अंक हासिल करने के बाद भी आर्थिक हालात कमजोर होने के कारण नौकरी के लिए विदेश जाना पड़ा।वह वृद्ध माता-पिता व चार बहनों का सहारा था।परिजन कह रहे हैं कि शव को भारत लाने में देरी होने से हर पल भारी पीड़ा में गुजर रहा है, बेटे के अंतिम दर्शन तक नसीब नहीं हुए।” 14 दिन से शव नहीं भेजा, अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बूंदी निवासी चर्मेश शर्मा से रमेश के रिश्तेदार धनराज मेघवाल ने मदद मांगी, जिसके बाद शर्मा ने नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय से संपर्क किया और राष्ट्रपति सचिवालय में याचिका दायर की।उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को भी शिकायत भेजी और राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग में भी मामला दर्ज करवाया है। शर्मा ने कहा कि 14 दिन तक शव को भारत नहीं भेजना अंतरराष्ट्रीय कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है। सऊदी सरकार को तुरंत शव भारत भेजना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए और मौत के कारणों की पारदर्शी जांच की जाए।
Galapagos Tortoise: अमेरिका के सैन डिएगो जू में रहे रही मनमोहक और शर्मीली कछुए का 141 साल की उम्र में निधन हो गया. आइए आज आपको बताते है वो अपने जीवनकाल में क्या-क्या देख चुकी है.
कब खत्म होगा रूस-यूक्रेन युद्ध, जेलेंस्की ने लगाई समझौते पर मोहर, क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
Russo-Ukrainian War Case : उम्मीदें लगाई जा रही है कि यूक्रेन-रूस के बीच जारी संघर्ष जल्द ही खत्म हो जाएगा। यूक्रेन ने रूस के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए एक प्रस्तावित शांति समझौते के ढांचे पर अपनी सहमति दे दी है। यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ...
छतरपुर में विशेष गहन पुनरीक्षण (SR) काम में लापरवाही सामने आने पर कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी पार्थ जैसवाल ने मंगलवार को सख्त कार्रवाई की। समीक्षा में काम प्रगति कम मिली और गणना प्रपत्रों का डिजिटलाइजेशन लक्ष्य के अनुसार पूरा नहीं हुआ। इसी आधार पर जिले के 6 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए। नोटिस नायब तहसीलदार छतरपुर शशांक जैन, प्रभारी तहसीलदार बड़ामलहरा विशंभर सिंह मरावी, लवकुशनगर महिला बाल विकास विभाग के परियोजना अधिकारी विक्रम सिंह, विकासखंड स्रोत समन्वयक सरस्वती तिवारी (छतरपुर), प्रमोद राजपूत (बड़ामलहरा) और चंद्र विजय सिंह बुंदेला (बकस्वाहा) को जारी किया गया है। लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के उल्लंघन का उल्लेख कलेक्टर पार्थ जैसवाल ने नोटिस में साफ लिखा है कि संबंधित अधिकारी एसआईआर कार्य में अपेक्षित रुचि नहीं ले रहे हैं। यह व्यवहार लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 13(2) का उल्लंघन है। कलेक्टर ने इसे गंभीर मामला बताते हुए पूछा है कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए। 3 दिनों में जवाब नहीं देने पर एकतरफा कार्रवाई अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि नोटिस मिलने के तीन दिनों के भीतर उपस्थित होकर अपना लिखित जवाब दें। निर्धारित समय में जवाब न देने या असंतोषजनक स्पष्टीकरण मिलने पर उनके खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए वे स्वयं जिम्मेदार होंगे।
भिंड जिले के अटेर थाना क्षेत्र के अहरौली घाट में जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर मारपीट हुई। रविवार को हुए इस विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक पक्ष के लोग लाठी-डंडों से महिलाओं और परिवार के सदस्यों को पीटते दिख रहे हैं। पुलिस ने आरोपी विवेक भदौरिया और गणेश भदौरिया के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, पीड़ित पक्ष ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि किस तरह एक पक्ष के लोग लाठी-डंडों से दूसरे पक्ष पर हमला कर रहे हैं। वीडियो में महिलाओं पर भी बर्बरता से लाठियां बरसाई जा रही हैं। घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। लंबे समय से चल रहा था जमीनी विवादसूत्रों के अनुसार, भरत प्रजापति के परिवार और दूसरे पक्ष के लोगों के बीच लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। रविवार को यह विवाद अचानक बढ़ गया। आरोप है कि विवेक भदौरिया और गणेश भदौरिया ने भरत प्रजापति के परिजनों के साथ मारपीट की। पुलिस ने 2 नामजद आरोपियों पर किया केसघटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। पुलिस ने आरोपी विवेक भदौरिया और गणेश भदौरिया के खिलाफ मारपीट और अन्य संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर लिया है। फरियादी पक्ष का आरोप- पुलिस दबाव में कर रही कामवहीं, फरियादी पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने कार्रवाई एकतरफा की है। उनका कहना है कि उनकी शिकायतों पर उचित ध्यान नहीं दिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें न्याय दिलाने के बजाय पुलिस आरोपियों के दबाव में काम कर रही है। ग्रामीणों में नाराजगी, पुलिस बोली- निष्पक्ष होगी जांचइस मामले को लेकर ग्रामीणों में भी नाराजगी है। वे दोनों पक्षों की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस प्रशासन सक्रिय हो गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किसी भी पक्ष के साथ अन्याय नहीं होगा और जांच के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ में मंगलवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सिविल डिफेंस की ट्रेनिंग का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री धर्मवीर सिंह और डीजी डीके ठाकुर शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे चीफ वार्डन अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य की सिविल डिफेंस के तमाम वार्डन को प्रशिक्षित किया जाए। कार्यक्रम में ट्रेनिंग कार्य के साथ आपदा के अवसर में सिविल डिफेंस की क्या भूमिका होती है इस पर विस्तार से चर्चा हुई। डीजी डीके ठाकुर ने कहा कि सिविल डिफेंस की भूमिका हमारे समाज में बेहद महत्व पूर्ण है। चीन से युद्ध के दौरान सिविल डिफेंस की स्थापना हुई। जिस का अहम काम यह होता था युद्ध के समय में नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना उन्हें मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराना और युद्ध प्रबंधन में मदद करना। यूपी में सिविल डिफेंस एक्टिव मंत्री धर्मवीर सिंह ने कहा कि आपदा-विपदा के समय सिविल डिफेंस निस्वार्थ सेवाएं देता है। इसमें कार्य करने वालों की जितनी भी सराहना की जाए कम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिविल डिफेंस के महत्वता को समझा और और इससे सक्रिय किया। पूर्व की सरकारों ने सिविल डिफेंस जैसी महत्वपूर्ण सामाजिक अंग को निष्क्रिय कर दिया था। मगर एक बार पुनः सिविल डिफेंस अपनी भूमिका निभा रही है। पहले उत्तर प्रदेश के मात्र 17 जनपदों में ही सक्रिय कार्य देखने को मिलता था। मगर अब प्रदेश के 75 जनपदों में सिविल डिफेंस सक्रिय हो गई है और नागरिक सेवा , सुरक्षा से सभी लोगों को बड़े स्तर पर जोड़ा जा रहा है। तमाम वार्डन्स कि यह जिम्मेदारी है वह अपने विभाग की और अपनी पहचान जहां जाए छोड़ कर आए और लोगों को बताएं कि सिविल डिफेंस क्या है। 360 लोगों को मिलेगी ट्रेनिंग चीफ वार्डन अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि सरकार से सिविल डिफेंस को बढ़ाने में पूरा सहयोग मिल रहा है। सिविल डिफेंस में जो नई भर्ती हुई है उनके साथ पुराने वार्डन्स के लिए ट्रेनिंग सेशन आयोजित किया जा रहा है । लखनऊ जनपद में 360 लोगों को ट्रेनिंग दी जाएगी। 90 व्यक्ति एक सप्ताह के लिए ट्रेनिंग सेशन में शामिल होंगे। सिविल डिफेंस शांति व्यवस्था स्थापित करने में और आपदा के समय में नागरिकों की सहायता के लिए अहम भूमिका निभाता है । समाज को सुरक्षित बनाना लक्ष्य अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि लखनऊ में तमाम धार्मिक और सामाजिक आयोजनों में सिविल डिफेंस पहली पंक्ति में नजर आता है । इसके अलावा जब कोई भी मुसीबत का समय आता है तो उसमें भी लोगों की सहायता करता है उन्होंने बताया कि हाल ही में जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति हुई तो सिविल डिफेंस के द्वारा दर्जनों स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में मॉक ड्रिल करवाया गया समाज को सशक्त , जागरूक और सुरक्षित बनाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
अलवर के इंदिरा गांधी स्टेडियम में आयोजित आर्मी मेले में भारतीय सेना ने अपना कौशल दिखाया। मेले में सेना की आधुनिक तकनीक, साहस और युद्धक क्षमता का भव्य प्रदर्शन किया गया। इस दौरान ऑपरेशन सिंदूर में उपयोग किए गए हथियारों, तकनीकों और लाइव डेमोंस्ट्रेशन ने युवाओं और आमजन में उत्साह भर दिया। केंद्रीय वन मंत्री भूपेंद्र यादव ने पराक्रम, अनुशासन, बुद्धिमत्ता और त्याग को भारतीय सेना की पहचान बताया। मेले के मुख्य आकर्षण में पिनाका मल्टी बैरल लॉन्चर सिस्टम रहा, जिसकी वर्तमान रेंज 60 किलोमीटर है और भविष्य में इसे बढ़ाकर 300 किलोमीटर तक करने की तैयारी है। यह पूरी तरह भारत में स्वदेशी तकनीक से विकसित किया गया है। इसकी क्षमता को देखते हुए फ्रांस सहित अन्य देशों ने भी इसमें रुचि जताई है। ऑपरेशन सिंदूर में इस रॉकेट सिस्टम का सफल उपयोग किया गया था। बोफोर्स गन सिस्टम का 30 किलोमीटर तक अचूक निशाना इसके साथ ही बोफोर्स गन सिस्टम की भी प्रदर्शनी की गई, जो 30 किलोमीटर तक अचूक निशाना लगाने की क्षमता रखता है। यह सिस्टम दुश्मन के टैंकर, बंकर और ड्रोन तक को सटीक निशाना बनाकर तबाह करने में सक्षम है। डेमो के दौरान पहले सेना की ओर से तीन ड्रोन भेजे गए, जिन्होंने दुश्मन की मौजूदगी की सूचना भेजी और इसके बाद बोफोर्स सिस्टम से उन्हें मार गिराया गया। इसी के साथ प्रदर्शनी में ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम अलग-अलग गन AK47 जिनको हाथों में लेकर फोटो खिंचवाने का मौका भी मिला। जवानों का स्टंट, डॉग स्क्वॉड और आग के गोले में प्रदर्शन इस मेले में सेना के जवानों ने मोटर बाइक स्टंट, बैलेंसिंग कौशल और युद्धाभ्यास का आकर्षक प्रदर्शन किया। डॉग स्क्वॉड की प्रस्तुति भी विशेष रही, जिसमें प्रशिक्षित डॉग्स ने अतिथियों को सलामी दी और आग के गोले से निकलकर युद्ध कौशल दिखाया। केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा- ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना का गौरव केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि पराक्रम, अनुशासन, बुद्धिमत्ता और त्याग भारतीय सेना की पहचान है। आज गुरु तेग बहादुर का बलिदान दिवस और अलवर दिवस भी है, इसलिए यह दिन और अधिक प्रेरणादायक है। सेना ने दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ दिया मजबूत संदेश उन्होंने कहा कि इस वर्ष पूरे देश ने देखा कि भारतीय सेना ने भारत की सुरक्षा और सम्मान के लिए ऑपरेशन सिंदूर में दुश्मन को 100 किलोमीटर अंदर जाकर सटीक निशाना साधकर जवाब दिया और दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ मजबूत संदेश दिया। भूपेंद्र यादव ने कहा कि पूरे भारत को भारतीय सेना पर गर्व है। 'नो योर आर्मी' कार्यक्रम विशेष रूप से युवाओं के लिए आयोजित किया गया है, ताकि वे देश की सेना को करीब से समझ सकें। आज का समय तकनीक का समय है। ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) और स्वदेशी हथियारों के क्षेत्र में भारत ने तेजी से प्रगति की है। भारतीय सेना का तकनीकी ढांचा अब पूरी तरह मजबूत हो चुका है। भारत मजबूत होगा तभी विकसित भारत अभियान पूरा होगा उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने ‘विकसित भारत’ का जो अभियान शुरू किया है, वह तभी पूरा होगा जब भारत मजबूत होगा और उस मजबूती में भारतीय सेना का बहुत बड़ा योगदान है। युवाओं और छात्रों में जोश, देशभक्ति के नारों से गूंजा स्टेडियम मेले में बड़ी संख्या में युवा, स्कूल छात्र और स्थानीय नागरिक शामिल हुए और आधुनिक हथियारों व सेना के साहस को करीब से देखने का अवसर मिला। कार्यक्रम के दौरान कई बार स्टेडियम भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से गूंज उठा।
83 वर्षीय रिटायर्ड सूबेदार भूदेव शर्मा आज उस दर्द से गुजर रहे है, जहां एक बॉर्डर सैनिक अपने ही शहर में भूमाफियाओं का शिकार बन रहा है। सूबेदार भूदेव ने कहा- “आधी जिंदगी देश की सीमाओं पर देश की सेवा में गुजार दी, अब जिंदगी के आखिरी पड़ाव पर अपने ही हक़ के लिए दर-दर भटक रहा हूं।” बरेली के करगैना में रहने वाले रिटायर्ड सूबेदार ने तीन युद्ध लड़े, दुश्मनों की गोलियां झेली, पर कभी सोचा नहीं था कि अपने ही घर की जमीन बचाने के लिए उन्हें ऐसे संघर्ष से गुजरना पड़ेगा। जमीन पर कब्जा, तीन झूठे मुकदमे और दो जानलेवा हमलेसूबेदार भूदेव शर्मा की जमीन पर कब्जे की कोशिश इतनी सुनियोजित थी कि पहले उनके खिलाफ तीन झूठी FIR करवाई गईं। जब इससे बात नहीं बनी तो उन पर जानलेवा हमले करवाए गए। पहले उन्हें गोली मारी गई-कई दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे। जब ठीक होकर लौटे तो दुबारा हमला हुआ और उन्हें गाड़ी से कुचलने की कोशिश की गई। 1. SC/ST एक्ट का मुकदमासूबेदार, कृष्ण गोपाल और वाचस्पति शर्मा पर झूठी FIR दर्ज कराई गई। विवेचना में सूबेदार और कृष्ण गोपाल पूरी तरह निर्दोष पाए गए और FIR से निकाल दिए गए।केवल वाचस्पति शर्मा का नाम कोर्ट में विचाराधीन है। 2. नई FIR थाना कोतवालीजमीन को लेकर फिर दबाव बनाने के लिए सुमित भारद्वाज ने 11 अप्रैल 2024 को एक और मामला दर्ज करा दिया। ये विवेचना में लंबित है। तीसरी एफआईआर थाना सुभाषनगर में करवाई सूबेदार का कहना है कि सिविल और चकबंदी के पुराने केसों को छुपाकर भूमाफियाओं ने उन पर एक और झूठी FIR दर्ज करा दी। यह मामला वर्तमान में इलाहाबाद हाईकोर्ट में लंबित है। धारा 145 का वाद-खारिजऋषि गुप्ता की ओर से चलाया गया धारा 145 का केस उप-जिला मजिस्ट्रेट सदर द्वारा पहले ही खारिज किया जा चुका है। सूबेदार की जमीन पर दो बैनामे 23 अगस्त 2024 को गुरकीरत और उनके साथियों ने सूबेदार की जमीन के 331.342 वर्ग मीटर और 247.954 वर्ग मीटर के दो बैनामे ऋषि गुप्ता और उनकी पत्नी रुवी गुप्ता के नाम कर दिए।इसके बाद 14 दिसंबर 2024 को कब्जा करने के लिए एक बड़ा गैंग मौके पर आया। भूदेव शर्मा ने बताया कि “फर्जी नायब तहसीलदार, कानूनगो, लेखपाल और होमगार्ड बनाकर 40–50 लोग हथियारों के साथ आए। उनके साथ JCB भी थी। अगर मैंने 112 पर कॉल न किया होता तो गोलीकांड तय था।”पुलिस मौके पर पहुंची, कब्जा नहीं होने दिया, लेकिन आरोपियों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। चकबंदी आदेश भी एकतरफा - निगरानी वाद लंबितसूबेदार ने बताया कि संजीव खंडेलवाल ने चकबंदी विभाग में एक मुकदमा दायर किया जिसमें आरोप लगाया गया कि खसरा–खतौनी में दर्ज नाम फर्जी हैं।मुझे और मेरे बेटों को पक्षकार भी नहीं बनाया गया और उनके विरुद्ध एकतरफा आदेश पास करा लिया गया। यह आदेश उप संचालक चकबंदी बरेली में चुनौती दी गई है, मामला विचाराधीन है। सिविल जज सीनियर डिवीजन में भी वाद लंबित है। अमीन की रिपोर्ट कोर्ट में पेश हो चुकी है। सूबेदार बोले- 20–25 प्रार्थनापत्र देने के बाद भी कार्रवाई नहीं भूदेव शर्मा का आरोप है कि यह पूरा गिरोह झूठी FIR दर्ज कराकर लोगों पर दबाव डालता है और फिर जमीन पर कब्जा कर लेता है।उन्होंने कहा- “मैंने अब तक 20–25 शिकायतें कीं, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी वजह से इनके हौसले बढ़ते जा रहे हैं। मैं बस न्याय चाहता हूं।” सूबेदार भूदेव शर्मा ने 3 बार मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की लेकिन उन्हें आज तक न्याय नहीं मिला। थक हारकर सोमवार को वो एसपी सिटी मानुष पारीक के ऑफिस पहुंचे और उन्हें प्रार्थना पत्र दिया। सूबेदार ने कहा कि एसपी सिटी से उन्हें काफी उम्मीदें है क्योंकि वो पहले एक बड़े जमीन घोटाले का खुलासा कर चुके है। उसमें उन्होंने लेखपाल समेत कई भूमाफियाओं को जेल भेजा था। इसलिए मुझे भी वो इंसाफ जरूर दिलाएंगे। एसपी सिटी बोले निष्पक्ष कार्रवाई होगीएसपी सिटी मानुष पारीक का कहना है कि भूदेव शर्मा हमारे पास आए थे। उन्होंने एक प्रार्थना पत्र दिया है। हमने सीओ सिटी को जांच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा मामले में निष्पक्ष कार्यवाही होगी। जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जायेगा।
चंडीगढ़ ललित कला अकादमी द्वारा आयोजित 15वें चंडीगढ़ नेशनल क्राफ्ट्स मेला में इस बार राजस्थान से एक खास कलात्मक उपस्थिति होने जा रही है। जयपुर के प्रसिद्ध चित्रकार एवं इंस्टॉलेशन आर्टिस्ट विनय शर्मा, जिन्हें दुनिया भर में पेपरमैन के नाम से जाना जाता है, अपनी अनूठी और विचारोत्तेजक इंस्टॉलेशन कॉल फ्रॉम द पास्ट के साथ मेले में शिरकत कर रहे हैं। यह इंस्टॉलेशन 28 नवंबर से 7 दिसंबर 2025 तक मनाइमाजरा स्थित कला ग्राम में दर्शकों के लिए प्रदर्शित होगी। विनय शर्मा का यह इंस्टॉलेशन दर्शकों को उन पुराने दिनों में ले जाता है, जब तकनीक का उपयोग सहज, संयमित और अधिक मानवीय जुड़ाव के साथ किया जाता था। इसमें पोस्ट-वर्ल्ड वॉर-II टेलीफोन, पारंपरिक साउंड डिवाइस, 1890 के दशक से 1990 तक के एनालॉग कैमरे शामिल है। इन पुराने संचार और फोटोग्राफी उपकरणों के संग्रह के जरिए यह इंस्टॉलेशन एक जीवंत “लिविंग आर्काइव” बन जाती है, जो यादों, मानव व्यवहार और तकनीकी विकास की यात्रा को कलात्मक रूप में प्रस्तुत करती है। तकनीक ने बदल दिया संवाद का स्वरूप कलाकार विनय शर्मा का कहना है कि उन्होंने तकनीक के बदलावों को करीब से जिया है। पुराने उपकरणों का उपयोग व्यक्ति में संयम, ध्यान, सहजता और बेहतर संवाद को प्रोत्साहित करता था। उन्होंने बताया कि आंख, कान और मुंह मानव के तीन अहम इंद्रिय माध्यम हैं। पुराने कैमरों और टेलीफोनों को मैंने इसी प्रतीकवाद से जोड़ा है। कैमरा आंख की तरह और टेलीफोन बोलने व सुनने के उपकरण के रूप में सामने आता है। यह इंस्टॉलेशन ‘बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो और बुरा मत बोलो’ का संदेश भी देती है। टेलीफोन्स सेक्शन में यह रहेगा आकर्षण 50 से अधिक पुराने टेलीफोन प्रदर्शित होंगे, जिनमें द्वितीय विश्व युद्ध के युग के टेलीफोन भी शामिल हैं। रेलवे से संपर्क करने वाले दुर्लभ टेलीफोन भी प्रदर्शनी का हिस्सा होंगे। भारत, इंग्लैंड, पोलैंड, जर्मनी, अमेरिका और इजिप्ट से संग्रहित टेलीफोन यहां डिस्प्ले होंगे। हिटलर द्वारा नाजी सेना को दिया गया एक बेहद दुर्लभ कोर्डलेस टेलीफोन, जिसे पोलैंड से प्राप्त कर इसमें शामिल किया गया है। विनय पिछले 40 वर्षों से इन उपकरणों को संग्रह कर रहे हैं। कैमरों का अनोखा संगम—100 से अधिक दुर्लभ कैमरे - 1890 से लेकर 2000 तक के कैमरों का विशाल संग्रह - बॉक्स कैमरा, फुल प्लेट, पिनहोल कैमरा, 120MM, 135MM, 110MM और 35MM रील वाले कैमरे - मैनुअल से लेकर ऑटोमैटिक वर्किंग कैमरों का संग्रह - जर्मनी, पोलैंड, दोहा, मलेशिया और सिंगापुर से वर्षों में जुटाए गए दुर्लभ कैमरे - 100 साल पुराने स्लाइड प्रोजेक्टर और पुरानी स्टूडियो लाइट्स भी इस इंस्टॉलेशन का हिस्सा - 1982 से फोटोग्राफी कर रहे विनय ने 1989 में इंग्लैंड से पहला कैमरा संग्रह किया था फोटोग्राफ्स में झलकेगा बीते दौर का वैभव - 100 वर्ष पुराने से लेकर 90 के दशक तक के फोटोज की अनोखी प्रदर्शनी - हैंड-पेंटेड ब्लैक एंड व्हाइट फोटोग्राफ्स - पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई, ब्रिटेन की महारानी,सवाई मान सिंह द्वितीय, सवाई भवानी सिंह, महारानी गायत्री देवीसहित कई राजनेताओं व प्रसिद्ध हस्तियों की दुर्लभ तस्वीरें पेपरमैन से इंस्टॉलेशन आर्टिस्ट तक का सफर दुनियाभर में पेपरमैन के नाम से प्रसिद्ध विनय शर्मा कागज पर अपनी उत्कृष्ट कलाकृतियों के लिए जाने जाते हैं। “कॉल फ्रॉम द पास्ट” उनका एक ऐसा प्रयास है जो कला, इतिहास, तकनीक और मानवीय भावनाओं को एक मंच पर प्रस्तुत करता है। यह इंस्टॉलेशन दर्शकों को आधुनिक डिजिटल दुनिया से हटकर एक संवेदनशील और मौलिक अनुभव प्रदान करेगी।
सेज से निर्यात 26% बढ़ा:अमेरिका, मिडिल ईस्ट, ऑस्ट्रेलिया से मांग जारी
इंदौर से हुए निर्यात के आंकड़ों ने नई उम्मीद जगाई है। ट्रंप टैरिफ की अनिश्चितताओं के बीच शुरुआती 7 महीनों में सेज (विशेष आर्थिक प्रक्षेत्र) से निर्यात में 26.5 फीसदी की वृद्धि हुई है। मल्टी प्रोडक्ट में यह बढ़त 32 प्रश और आईटी व आईटी सर्विसेज में यह 11 प्रश रही। विशेषज्ञों के मुताबिक अमेरिका से मांग कमजोर नहीं हुई है, वहीं मिडिल ईस्ट, ऑस्ट्रेलिया और यूरोपियन देश भी इंदौर पर भरोसा बनाए हुए हैं। परंपरागत फार्मा के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के टेलेंट ने कमाल दिखाते हुए इंदौर को यह बढ़त दिलाई है। तकनीकी, उत्पादन, सेवा-इंजीनियरिंग, फूड प्रोसेसिंग में भी अच्छा काम हो रहा है। आईटी-आईटीएस के साथ अब एआई, क्लाउड कम्प्यूटिंग, ऑटोमेशन के लिए सॉफ्टवेयर-हार्डवेयर के मिश्रित कौशल से काफी काम मिल रहा है। अप्रैल से जुलाई बीच मामला बराबरी पर रहने के बाद अगस्त, सितंबर, अक्टूबर में यह ग्रोथ दोगुनी हो गई। बढ़त के प्रमुख कारण 1. आईटी व आईटीएस के साथ व्यवसाय प्रबंधन, फाइनेंशियल सर्विसेस, फिनटेक के साथ डिजिटल समाधान में हमारे पास अच्छा टैलेंट है।2. एफडीआई मानकों के अनुरूप सरकार काम कर रही है। कंपनियों को आकर्षित करने के लिए ईको सिस्टम तैयार किया जा रहा है। अमेरिका की आपदा से भारत के लिए नए गेट-वे भी खुले विकास आयुक्त द्वारा 7 महीने के जो आंकड़े जारी किए गए हैं, उनके अनुसार मल्टी प्रोडक्ट इकाइयों से 10,542 करोड़ का निर्यात किया गया। यह पिछले साल इसी अवधि के निर्यात 8,337 करोड़ रुपए से 26 फीसदी अधिक है। केंद्र सरकार की रिपोर्ट बता रही है कि आईटी, तकनीकी, व्यापार प्रबंधन व इंजीनियरिंग सेवा क्षेत्र में 8.6 फीसदी ग्रोथ मिली है। क्लाउड कम्प्यूटिंग में डिवोक्स आदि में अच्छा काम आ रहा है। हांगकांग, दुबई, ऑस्ट्रेलिया, सऊदी अरब, जर्मनी, यूके से अच्छे अवसर हमारे हाथों में हैं। जानकारों के मुताबिक अमेरिका की आपदा से भारत के लिए एक्सपोर्ट के नए गेट-वे भी खुले हैं। सॉफ्टवेयर एसोसिएशन के अखिलेश गांधी का कहना है, एआई से सबकुछ बदल रहा है। ऑटोमेशन तेजी से आकार ले रहा है। इसलिए सॉफ्टवेयर के साथ हार्डवेयर के क्षेत्र में भी क्रांति आ रही है।
CMS में विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 26वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के समापन पर रविवार को न्यायविदों और कानूनविदों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में सुधार करने पर सहमति जतायी। देशों के बीच आपसी युद्ध और हिंसा को रोके। संयुक्त राष्ट्र संघ युद्ध, आतंकवाद और उग्रवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाए। सम्मेलन में शामिल 52 देशों के 160 से अधिक न्यायाधीशों और कानूनविदों के साथ विभिन्न देशों से आए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, संसद के अध्यक्ष व प्रतिष्ठित हस्तियों ने मेयर सुषमा खर्कवाल की अगुवाई में सर्वसम्मति से लखनऊ में घोषणा पत्र जारी किया। घोषणा पत्र में न्यायविदों व कानूनविदों ने संयुक्त राष्ट्र संघ में तत्काल सुधार का आह्वान किया है। सभी ने भावी पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण एवं शान्तिपूर्ण विश्व व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिये दुनिया के सभी देश एकजुट होकर ठोस कदम उठाने की अपील की। गोमतीनगर के विशाल खण्ड स्थित सीएमएस में रविवार की शाम न्यायविद और कानून विदों के सम्मान में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए। मेयर ने जारी किया घोषणा पत्र मेयर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि मुख्य न्यायाधीशों व अन्य अतिथियों ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावना के अनुरूप सारे विश्व में एकता एवं शांति स्थापना के लिये सर्वसम्मति से जो लखनऊ घोषणा पत्र जारी किया है। इसके माध्यम से भावी पीढ़ी को सुरक्षित भविष्य का अधिकार अवश्य ही मिलेगा। एकता, शान्ति व समता की भावना आधारित नवीन विश्व व्यवस्था का निर्माण होगा। विश्व एकता व विश्व शान्ति के लिये ठोस कदम उठाएं सभी ने एक स्वर से कहा कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य संयुक्त राष्ट्र में अविलम्ब सुधार की तत्काल आवश्यकता है। एक नई विश्व व्यवस्था के गठन तक हमारा प्रयास निरन्तर जारी रहेगा। घोषणा पत्र में सभी ने विश्व एकता व विश्व शान्ति के लिये ठोस कदम उठाने की जरूरत बतायी। साथ ही मूलभूत अधिकारों, सभी धर्मों का आदर करने एवं विद्यालयों में नागरिक शिक्षा, शान्ति शिक्षा और अन्तर सांस्कृतिक समझ की शिक्षा देने के लिए भी कहा। न्यायविदों ने संकल्प व्यक्त किया कि वे अपने-अपने देश जाकर अपनी सरकार के सहयोग से इस मुहिम को आगे बढायेंगे। जिससे विश्व के सभी नागरिकों को नवीन विश्व व्यवस्था की सौगात मिल सके। 20 से 23 नवम्बर तक सीएमएस कानपुर रोड में आयोजित विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 26वां अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को खत्म हुआ। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 पर आधारित यह सम्मेलन विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं विश्व के ढाई अरब से अधिक बच्चों के सुन्दर एवं सुरक्षित भविष्य को समर्पित था। सीएमएस प्रबन्धक प्रो. गीता गांधी किंगडन ने कहा कि परिचर्चा में दुनिया भर के न्यायविदों व कानूनविदों ने विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं भावी पीढ़ी के सुरक्षित भविष्य की जो अलख जगाई है। विभिन्न देशों के बीच संवाद कायम करने, गरीबी, अशिक्षा, आतंकवाद, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक समस्याओं के समाधान प्रस्तुत करने एवं संयुक्त राष्ट संघ में रचनात्मक बदलाव के साथ ही आने वाली पीढ़ियों को न्याय आधारित विश्व व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु सभी देशों को प्रेरित करेगा। सीएमएस के हेड कम्युनिकेशंस ऋषि खन्ना ने बताया कि सम्मेलन के तहत रविवार को बिल्डिंग टुमारोज लीगल आर्किटेक्चर: इन्हैन्स्ड आर्बिट्रेशन एण्ड ज्यूडिशियल कार्पोरेशन विषय पर चर्चा हुई। मांग पत्र में ये रहे मुख्य बिन्दु 1-संयुक्त राष्ट्र संघ युद्ध, आतंकवाद और उग्रवाद रोकने के प्रभावी कदम उठाएं। 2-विश्व संसद की स्थापना पर विचार करें। 3-भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाएं और अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार न्यायालय की स्थापना पर विचार करें। 4-जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में किये गए समझौतों के अनुसार ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिये त्वरित कदम उठाएं। 5-इंसान और पृथ्वी के हित में सामूहिक विनाश के हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाएं
लखनऊ की वजीरगंज पुलिस ने सऊदी अरब की करेंसी के नाम पर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी बंग्लादेश से पश्चिम बंगाल के रास्ते भारत में घुसकर अलग-अलग राज्यों में लोगों से ठगी करते थे। पिछले आठ साल से दिल्ली, मुंबई और लखनऊ में कई घटनाएं कर चुके हैं। पुलिस अन्य राज्यों से जानकारी जुटा रही है। निशातगंज सब्जी मंडी स्थित पांचवीं गली निवासी गुल्लू सोनकर पुल के नीचे कॉस्मेटिक की दुकान चलाते हैं। गुल्लू ने बताया कि 14 नवंबर को एक युवक दुकान पर आया और सामान खरीदने के बाद बातचीत में बताया कि वह कूड़ा बीनने का काम करता है और कूड़े में उसे सऊदी अरब की करेंसी मिली है। युवक ने 50-50 रियाल के दो नोट दिखाते हुए भारतीय करेंसी के बदले इसे बेचने की बात कही। करेंसी एक्सचेंज शॉप पर दिखाया गुल्लू ने नोटों की जांच के लिए अमीनाबाद के करेंसी एक्सचेंज शॉप पर दिखाया। दुकानदार ने नोटों को बदलकर 2200 रुपए दिए। असली नोट मिलने पर गुल्लू ने युवक से फोन करके बातचीत की। अगले दिन युवक ने बताया कि उसके पास 300 और नोट हैं और सौदा तय करने के लिए एसएसपी ऑफिस के पीछे मिलने को कहा। गुल्लू तय समय पर 2 लाख रुपए लेकर मौके पर पहुंचा। वहां युवक अपने साथी के साथ मिला और कपड़े में बंधा नोटों का बंडल गुल्लू को थमा दिया। जैसे ही गुल्लू बंडल खोलना लगा। दोनों युवक उनका पैसों से भरा बैग लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने पीछा करने की कोशिश की लेकिन दोनों आरोपी फरार हो गए। गुल्लू ने कपड़े में बंधा बंडल खोला तो उसमें अखबार के रोल मिले। पीड़ित ने दोनों मोबाइल नंबरों पर संपर्क किया मगर नंबर बंद मिले। इसके बाद पीड़ित ने वजीरगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई। पश्चिम बंगाल रास्ते भारत में घुसे आरोपी आरोपियों की पहचान गोपालगंज बंग्लादेश निवासी हसन शेख (29) और उमर शेख (26) के रूप में हुई। दोनों इस वक्त दिल्ली की जेजे कॉलोनी में रह रहे थे। ठगी करने के लिए लखनऊ आए थे। हसन शेख पूछताछ में बताया कि पिछले 8 सालों से भारत की सीमा मे पश्चिम बंगाल के रास्ते से प्रवेश कर दिल्ली, मुम्बई, लखनऊ में अलग अलग स्थानों में रहकर लोगों के साथ धोखाधड़ी का कार्य करता था। आरोपियों ने पूछताछ बताया कि विदेशी करेंसी (सऊदी अरब) के लालच में लोगों को फंसाकर बुलाते थे। उनसे भारतीय रूपए लेकर उनको एक कपड़े में अखबार को रोलकर बंडल बना कर ऊपर से विदेशी करेंसी 7-9 नोटों को रख देते थे। भारतीय रुपए मिलने के बाद अखबार का बंडल थमाकर फरार हो जाते। मामले में राजेश त्रिपाठी का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ अन्य राज्यों से आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।
गोरखपुर के कमिश्नर अनिल ढींगरा ने शनिवार को गोड़धोइया नाला निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। शहर से जलनिकासी को लेकर यह काफी महत्वपूर्ण परियोजना है। उन्होंने कहा कि युद्ध स्तर पर काम करके पूरी गुणवत्ता के साथ समय से निर्माण पूरा करें। उन्होंने रेलवे कालोनी शाहपुर, मैत्रीपुर कालोनी, आदित्यपुरी कालोनी तथा फातिमा अस्पताल रोड का निरीक्षण किया।कमिश्नर ने नाले के निर्माणाधीन हिस्सों, स्लैब निर्माण, बेसमेंट स्ट्रक्चर, जलनिकासी चैनल एवं मार्ग विस्तार कार्य को मौके पर जाकर देखा। उन्होंने कार्य की प्रगति के बारे में इंजीनियरों से बात भी की। मैत्रीपुरम कालोनी के निरीक्षण के दौरान कार्यदायी संस्था जल निगम की ओर से बताया गया कि काम तेजी से किया जा रहा है। पाइप लाइन बिछायी गई है। कमिश्नर ने इंजीनियरों को निर्देश दिया कि दिन-रात लगकर युद्ध स्तर पर काम किया जाए। उन्होंने कहा कि पाइप लाइन डालने से क्षतिग्रस्त हुई रोड को पूरी गुणवत्ता के साथ ठीक किया जाए। उन्होंने श्रमिकों की संख्या, उनकी कार्यशैली के बारे में भी जानकारी ली। मशीनरी की उपलब्धता एवं कार्यस्थल पर सुरक्षा व्यवस्था का भी निरीक्षण किया। कमिश्नर ने कहा कि श्रमिकों की संख्या एवं मशीनरी बढ़ाकर कार्य में तेजी लायी जाए। उन्होंने कहा कि गोड़धोइया नाला शहर के प्रमुख जल निकासी मार्गों में से एक है। इसके निर्माण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परियोजना को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। निर्माणाधीन पार्क का भी किया निरीक्षणगोड़धोइया नाला निर्माण के निरीक्षण के बाद कमिश्नर ने सुभाष चंद्र बोस नगर बिलंदपुर खत्ता में निर्माणाधीन पार्क का भी निरीक्षण किया। कार्यदायी संस्था नगर निगम से भौतिक स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी विभागों से समन्वय बनाकर कार्य किया जाए। इस काम को जल्द से जल्द पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। विरासत गलियारा से शीघ्र हटाया जाए मलबाकमिश्नर अनिल ढींगरा ने अंत में विरासत गलियारा परियोजना का भी निरीक्षण किया। उन्होंने सड़क व नाली के लिए ध्वस्त किए गए मकानों के मलबों को वहां से हटाने को कहा। कमिश्नर ने कहा कि युद्ध स्तर पर मलबे को हटाया जाए, जिससे आवागमन में कोई बाधा न हो।
रोहतक में रूस आर्मी में फंसे युवकों को वापस लाने की मांग करते हुए विभिन्न जिलों से आए परिवार के लोगों ने नवीन जयहिंद से मुलाकात की और अपनी बात रखी। नवीन जयहिंद ने आश्वासन दिया कि उनकी आवाज को उठाने के लिए सड़क से लेकर संसद तक विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही विपक्ष से भी उनकी आवाज उठाने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के करीब 60 परिवारों के बच्चे स्टडी वीजा पर रूस में गए हुए हैं, जिनके परिवार ने लाखों रुपए कर्ज उठाकर एजेंट के माध्यम से उन्हें भेजा था। लेकिन रूस के एजेंटों ने उन्हें धोखे से आर्मी में भर्ती करवा दिया, जिसके बाद उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेल दिया। यूक्रेन की रूस द्वारा कब्जाई गई जगह पर उन्हें बंकरों में भेजा हुआ है, जिनके बारे में परिवार को कोई जानकारी नहीं है। परिवार के लोगों ने बताया कि हरियाणा के दो युवकों के शव अब तक आ चुके हैं, जबकि अन्य युवकों के बारे में भी उनके परिवार को कोई सूचना नहीं है। उन्हें बच्चों के बारे में यह भी नहीं पता कि वह ठीक हैं या युद्ध में मर चुके हैं। भारत सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए युवकों को वापस भारत लाने के लिए परिवार की मदद करे। स्टडी वीजा पर गया, वापस शव लौटा हिसार के गांव मदनहेड़ी से आए विकास ने बताया कि उसका भाई सोनू स्टडी वीजा पर 2024 में रूस गया था। करीब साढ़े 7 लाख रुपए लोगों से उधार लेकर रूप भेजा था, लेकिन 3 सितंबर को उन्हें फोन आया कि सोनू ने रूस की आर्मी ज्वाइन कर ली है। सोनू को एजेंट ने यह कहकर आर्मी ज्वाइन करवाई कि उसे कुक का काम करना है। विकास ने बताया कि ढाई लाख रुपए सैलरी पर रूस आर्मी ज्वाइन करने के बाद करीब 10 दिन की ट्रेनिंग दी गई और उन्हें युद्ध में धकेल दिया। 3 सितंबर के बाद उनकी सोनू से कोई बात नहीं हुई। 19 अक्टूबर को फोन आया कि सोनू की युद्ध में मौत हो गई है। इसके बाद 29 अक्टूबर को सोनू का शव भारत आया। विकास ने बताया कि शुरू में सोनू की पहचान नहीं हो सकी, क्योंकि उसका चेहरा जला हुआ था। बाद में बैच नंबर से सोनू की पहचान हुई। उन्होंने सरकार से मांग की कि जो युवा रूस में फंसे हुए हैं, उन्हें भारत लाया जाए, क्योंकि हरियाणा के युवाओं को धोखे से आर्मी ज्वाइन करवाकर युद्ध में मरने के लिए छोड़ा जा रहा है। झूठ बोलकर रशियन आर्मी में भर्ती किया गांव तैमूर पुर निवासी श्रीभगवान ने बताया कि उसका भांजा 23 सितंबर 2024 को स्टडी वीजा पर रूस गया था और पढ़ाई के साथ रेस्टोरेंट में नौकरी भी करता था। करीब 10 महीने नौकरी करने के बाद उसे एजेंट मिला, जिसने झूठ बोलकर उसे रशियन आर्मी में भर्ती करवा दिया। संदीप को एजेंट ने ढाई लाख रुपए सैलरी व 10 लाख रुपए का एग्रीमेंट बताकर ज्वाइन करवा दिया। श्रीभगवान ने बताया कि संदीप को कुक की नौकरी बताई थी। रशियन भाषा में एग्रीमेंट था, जिस पर हस्ताक्षर करवाए गए। 3 महीने की ट्रेनिंग कही थी और 10 दिन में ही बंकरों में भेज दिया। बंकरों में 20 सितंबर से एक सप्ताह तक बात हुई, जिसमें संदीप ने बताया कि रोजाना एक आदमी को बाहर भेजा जाता है, जंगल पार करके जाना पड़ता है। श्रीभगवान ने बताया कि संदीप ने फोन पर कहा कि नीचे लैंड माइन और ऊपर ड्रोन का खतरा है। रोशनी भी नहीं कर सकते। खाने के लिए एक समय दलिया या खिचड़ी मिलती है। एक अक्टूबर को फोन आया कि उसे बाहर भेज रहे हैं और मना करने पर पिस्तौल अड़ा दी जाती है। संदीप को भारत वापस लाने के लिए सीएम विंडो, पीएम, रक्षा मंत्रालय जा चुके हैं। श्रीभगवान ने बताया कि 3 नवंबर को जंतर मंतर पर धरना दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। हमारी मांग है कि संदीप जीवित भारत लौटे। संदीप के साथ जितने भी लोग रूस में फंसे हुए हैं, उन्हें भी भारत सरकार सुरक्षित वापस लाने के लिए प्रयास करे। जब शवों को भारत लाने का प्रबंध हो सकता है, तो जीवित लोगों को भी लाने का प्रबंध करें। पक्ष-विपक्ष के साथ सांसदों को उठानी चाहिए आवाज समाजसेवी नवीन जयहिंद ने कहा कि हरियाणा के 60 युवा हैं, जो स्टडी वीजा पर रूस आर्मी में फंसे हुए हैं। पुतिन भी इंडिया में आए हुए हैं और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी फैसला करवा देते हैं, उनसे मदद ली जा सकती है। अगर रूस को आर्मी में युवाओं की जरूरत है, तो हरियाणा में आकर भर्ती कर लें। धोखाधड़ी से क्यों भर्ती किया जा रहा है। नवीन जयहिंद ने कहा कि अमेरिका में तो युवाओं को भेड़ बकरियों की तरह ठूंसा हुआ है। हरियाणा के सीएम नायब सैनी व विपक्ष के नेता भूपेंद्र हुड्डा के साथ हरियाणा के सभी 15 सांसदों को आवाज उठानी चाहिए, ताकि सभी युवाओं को सुरक्षित भारत लाया जा सके।
बीकानेर के महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में एक बार फिर सुबह से शाम तक धमाकों की आवाज आ रही है। भारत और इंग्लैंड की सेनाएं एक-दूसरे के साथ मिलकर अपने-अपने हथियारों का न सिर्फ प्रदर्शन कर रही है, बल्कि इनकी ट्रेनिंग भी रहे हैं। आतंकवाद से लड़ने के लिए दोनों देशों की सेनाओं का ये युद्धाभ्यास काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें भारत पूरी तरह से स्वदेश में बने हथियारों का उपयोग कर रही है। इससे पहले जैसलमेर और बीकानेर दोनों जगह हुए युद्धाभ्यासों में भी स्वदेशी हथियारों का ही उपयोग किया गया। सेमी-अर्बन एरिया में काउंटर-टेरर ट्रेनिंगइस एक्सरसाइज का मुख्य फोकस सेमी-अर्बन इलाके में काउंटर-टेररिज्म ऑपरेशन पर है। ट्रेनिंग के दौरान दोनों सेनाएं ऐसा माहौल तैयार करेंगी, जो वास्तविक ऑपरेशन जैसा होगा। इसमें जॉइंट मिशन प्लानिंग के माध्यम से दोनों देश मिलकर साथ में प्लान तैयार करके दुश्मन पर हमला करेंगे। इससे दोनों देशों में युद्ध की प्लानिंग का स्किल बढ़ेगा। युद्ध में तकनीकी साधनों के उपयोग के लिए इंटीग्रेटेड टैक्टिकल ड्रिल्स होगी। सिमुलेशन-बेस्ड सिनैरियो के माध्यम से किसी वास्तविक स्थिति को कंप्यूटर, मशीन, डिजिटल मॉडल या कृत्रिम वातावरण में बनाकर वैसा ही अनुभव कराया जाएगा। काल्पनिक युद्ध में वास्तविक युद्ध जैसा अनुभव दिया जाएगा। इसके अलावा कंपनी-लेवल फील्ड ट्रेनिंग कार्यक्रम भी अजेय वॉरियर का हिस्सा है। युद्ध से पहले संयुक्त प्लानिंग भारतीय और ब्रिटिश सैनिक मिलकर ब्रिगेड स्तर पर मिशन प्लानिंग करेंगे। इसके बाद टैक्टिकल ड्रिल्स की जाएंगी, जिनमें इन्फैंट्री, आर्टिलरी और एयर सपोर्ट का एक साथ इस्तेमाल दिखाया जाएगा। इसी तरह सिमुलेशन तकनीक का उपयोग कर रीयल-टाइम फैसले लेने की क्षमता का अभ्यास भी कराया जाएगा। अभ्यास के अंतिम दिनों में 29 व 30 नवम्बर को काल्पनिक दुश्मन के ठिकानों पर बम वर्षा भी होगी और सेना के जवान मौके पर पहुंचकर दुश्मनों को मारने का अभ्यास भी करेंगे। इन्फैंट्री हथियारों का हो रहा उपयोग अभ्यास “कंपनी-स्तरीय फील्ड ट्रेनिंग” और “टैक्टिकल ड्रिल्स” में इन्फैंट्री के हथियारों का उपयोग किया जा रहा है। ब्रिटिश सैनिक L85 (SA80) राइफल का उपयोग कर रही है। इससे पहले इंग्लैंड में हुए युद्धाभ्यास में ब्रिटिश सेना ने ब्लैंकों (प्रैक्टिस राउंड) के साथ MILES लेजर-टैग सिस्टम का उपयोग किया था। इस बार महाजन में भी इन्हीं हथियारों का उपयोग हो सकता है। अभ्यास में अक्सर ब्रिटिश पिस्टल, राइफल और अन्य छोटी हथियार प्रणाली शामिल होते रहे हैं। भारतीय सेना आर्टिलरी (तोपखाना), टैंक, हेलीकॉप्टर और ड्रोन के साथ युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रही है। भारत में ही बने टैंक का उपयोग इस दौरान किया जा सकता है। हर एक्शन में दोनों देशों के जवान साथ युद्धाभ्यास के दौरान हर एक्शन में दोनों देशों के 240 जवान हिस्सा लेंगे। इस दौरान हर टीम में दोनों देशों के जवानों को संयुक्त रूप से शामिल किया जाएगा। दोनों देशों के हथियारों का उपयोग जवान मिलकर करेंगे ताकि एक दूसरे का संचालन भी सीख सकें। शहरी युद्ध की ट्रेनिंग अजेय वॉरियर नाम से हो रहे इस युद्धाभ्यास में, ब्रिटिश और भारतीय सैनिकों को संयुक्त उच्च-टेंप ऑपरेशन, सब-कन्वेंशनल ऑपरेशन और शहरी युद्ध पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का एक हिस्सा है। सिख रेजिमेंट कर रही भारत का नेतृत्व भारतीय सेना की ओर से सिख रेजिमेंट इस युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रही है। सिख रेजिमेंट के 120 जवान भोर से देर रात तक युद्ध के मैदान में नई तकनीक के साथ अपना युद्ध कौशल बढ़ा रही है। साल 2011 से लगातार दोनों देशों का संयुक्त युद्धाभ्यास होता है। इसमें एक बार ब्रिटेन में और एक बार भारत में ये युद्धाभ्यास किया जाता है। आठवीं बार हो रहे इस युद्धाभ्यास में ब्रिटेन से भी 120 जवान और सैन्य अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
बाड़मेर जिले के बालोतरा क्षेत्र के एक 19 वर्षीय युवक की सऊदी अरब में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक की बॉडी भारत लाने और मौत के कारण की जांच के लिए बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। सांसद का कहना है कि परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। विदेश जाकर कोई कानूनी या प्रशासनिक कार्रवाई नहीं करने में असमर्थ है। मौत का कारण स्पष्ट नहीं है। 11 अक्टूबर को गया था रोजगार के लिए बालोतरा, गिड़ा मेघवालों की ढाणी सोहड़ा निवासी रमेश कुमार पुत्र खम्माराम 11 अक्टूबर 2025 को रोजगार के लिए सऊदी अरब गया था। 13 नवंबर को परिजनों से उसकी आखिरी बातचीत हुई, जिसके बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को चिट्ठी लिखकर इसमें हस्तक्षेप कर बॉडी को भारत लाने की मांग की है। परिवार आर्थिक रूप से है कमजोर सांसद ने चिट्ठी में लिखा है कि परिवार आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण विदेश जाकर कोई कानूनी या प्रशासनिक कार्यवाही करने में पूरी तरह असमर्थ है। शव को भारत लाने की लागत भी वहन करने की स्थिति में नहीं है। इस विकट परिस्थिति में परिजनों ने स्थानीय सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल से मदद की गुहार लगाई। मामले का संज्ञान लेते हुए सांसद बेनीवाल ने तुरंत विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर को पत्र लिखकर तथा उनके कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों से फोन पर भी चर्चा की। पत्र में भारत सरकार के व्यय पर भारतीय दूतावास, रियाद के माध्यम से शव को शीघ्रातिशीघ्र स्वदेश लाने और शोक संतप्त परिवार को हरसंभव मानवीय सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया। दूतावास को भेजी कॉपी सांसद बेनीवाल ने चिट्ठी की एक कॉपी भारतीय दूतावास रियाद तथा यूएई दूतावास, नई दिल्ली को भी भेजी है। ताकि सभी संबंधित एजेंसियां समन्वय से कार्रवाई कर सके। बेनीवाल ने कहा विदेश में काम करने वाले हमारे मजदूर भाईयों की सुरक्षा और उनके परिवारों को समय पर सहायता मिलना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।
अंबिकापुर के गांधीनगर थाने में पदस्थ हेड कॉन्स्टेबल और एक वकील के बेटे के बीच गाड़ी मोड़ने को लेकर विवाद हो गया। विवाद के दौरान मारपीट भी हुई। जब बीच-बचाव के लिए वकील आए, तो उनके साथ भी मारपीट हुई। इस मामले को लेकर ब्राहमण समाज और कश्यप समाज आमने-सामने हैं। ब्राहमण समाज ने हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं, कश्यप समाज ने आरोप लगाया कि हेड कॉन्स्टेबल के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने शुक्रवार को एसपी को ज्ञापन देकर निष्पक्ष कार्रवाई की मांग की। जानकारी के मुताबिक, शनिवार की रात करीब 11 बजे फुंदुरडिहारी निवासी वकील राजेश तिवारी का बेटा अपनी कार पटेलपारा तिराहे पर मोड़ रहा था। उसी समय गांधीनगर थाने के हेड कॉन्स्टेबल संतोष कश्यप अपनी गाड़ी से वहां आए। कार को साइड करने को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और इसके बाद मारपीट शुरू हो गई। संतोष कश्यप ने अपने भाई को फोन किया, जिसके बाद उसका भाई और साथी मौके पर पहुंच गए। दोनों पक्षों में मारपीट हुई, वकील हुए घायल दोनों पक्षों में कथित रूप से मारपीट हो गई। इस दौरान वकील राजेश तिवारी मौके पर पहुंचे, लेकिन उनके साथ भी मारपीट हुई और उनके पैरों में चोटें आईं। मामले को लेकर ब्राहमण समाज और अधिवक्ता संघ ने कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सरगुजा एसपी को सौंपा था। इसके बाद एसपी राजेश अग्रवाल ने पहले हेड कॉन्स्टेबल को लाइन अटैच किया और बाद में सस्पेंड कर दिया। हेड कॉन्स्टेबल बोले-काउंटर रिपोर्ट तक नहीं लिखी मामले को लेकर शुक्रवार को कश्यप समाज ने सरगुजा एसपी को ज्ञापन देकर निष्पक्ष जांच की मांग की। संतोष कश्यप ने बताया कि वे ड्यूटी से लौट रहे थे और कार मोड़ रहे राहुल तिवारी से साइड देने के लिए कहा। इसी दौरान हड़बड़ी में राहुल की कार का चक्का नाली में घुस गया। इसके बाद राहुल कार से उतरा और गाली-गलौज करने लगा। इसी बीच वकील राजेश तिवारी भी मौके पर आए और उन्होंने दो थप्पड़ मारे। संतोष कश्यप ने कहा कि पहले मेरे साथ मारपीट हुई, अब मुझे ही फंसाया जा रहा है। संतोष कश्यप ने बताया कि वे रात में ही रिपोर्ट दर्ज कराने गांधीनगर थाने पहुंचे। टीआई के कहने पर राजेश तिवारी की रिपोर्ट लिखी गई। संतोष कश्यप ने अपनी रिपोर्ट दर्ज कराने का आवेदन दिया, लेकिन टीआई प्रदीप कुमार जायसवाल ने उन्हें काउंटर रिपोर्ट दर्ज करने का निर्देश दिया। थाने में ड्यूटी पर तैनात एसआई नवल किशोर दुबे ने यह कहकर रिपोर्ट दर्ज नहीं की कि मुझे समाज से निकाल देंगे। इस मामले में कश्यप समाज ने निष्पक्ष जांच की मांग की है। एएसपी बोले-की जा रही है मामले की जांच सरगुजा एएसपी अमोलक सिंह ने कश्यप समाज का आवेदन लिया और भरोसा दिलाया कि मामले की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद निष्पक्ष कार्रवाई होगी। मामले को लेकर दो समाजों के आमने-सामने होने से तनाव बढ़ने की आशंका को देखते हुए पुलिस मामले को सुलझाने में जुटी है।
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केसरी वीर के लिए सूरज पंचोली ने की कड़ी ट्रेनिंग, ऐसे सीखा युद्ध कौशल
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फरहान अख्तर लेकर आ रहे भारत-चीन युद्ध पर आधारित फिल्म 120 बहादुर, निभाएंगे मेजर शैतान सिंह का रोल
Movie 120 Bahadur : रितेश सिधवानी और फरहान अख्तर की एक्सेल एंटरटेनमेंट, ट्रिगर हैप्पी स्टूडियोज के साथ मिलकर '120 बहादुर' को पेश करने के लिए उत्साहित हैं। यह फिल्म मेजर शैतान सिंह (पीवीसी) और चार्ली कंपनी, 13 कुमाऊं रेजिमेंट के सैनिकों की कहानी कहती ...
बॉर्डर की 27वीं सालगिरह पर, अभिनेता सनी देओल ने एक घोषणा वीडियो के ज़रिए फ़्रैंचाइज़ी के दूसरे संस्करण की पुष्टि की है। अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर सनी ने बॉर्डर 2 में अपनी वापसी की आधिकारिक घोषणा करते हुए एक वीडियो शेयर किया और इसे 'भारत की सबसे बड़ी युद्ध फिल्म' बताया। उन्होंने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ''एक फौजी अपने 27 साल पुराने वादे को पूरा करने के बाद, आ रहा है फिर से। भारत की सबसे बड़ी युद्ध फिल्म, बॉर्डर 2।'' इस फिल्म का निर्माण भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, जेपी दत्ता और निधि दत्ता करेंगे। आगामी युद्ध फिल्म का निर्देशन अनुराग सिंह करेंगे। इसे भी पढ़ें: Bollywood Wrap Up | पति से तकरार के बीच केन्या लौट गई हैं Dalljiet Kaur? शादी को बचाने की कर रही कोशिश सनी द्वारा घोषणा वीडियो शेयर किए जाने के तुरंत बाद, सोशल मीडिया यूज़र्स ने अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए कमेंट सेक्शन में बाढ़ ला दी। एक यूज़र ने लिखा, ''वाह, यह बहुत बढ़िया घोषणा है सर जी, जय हिंद।'' दूसरे ने लिखा, ''बहुत उत्साहित हूँ।'' तीसरे यूजर ने टिप्पणी की, ''बॉर्डर 2 के लिए बहुत उत्साहित हूं।'' इसे भी पढ़ें: NDA पर इमोशनल बयान, काले सूट में ली मंत्री पद की शपथ और शर्मिला अंदाज, Tripti Dimri की तरह रातों रात भारत के Sensation बन गये Chirag Paswan सनी देओल की अन्य परियोजनाएं उन्हें आखिरी बार अमीषा पटेल के साथ गदर 2 में देखा गया था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बहुत सफल रही और इसे ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर घोषित किया गया। गदर 2 की सफलता के बाद, सनी ने लाहौर 1947 सहित कई फिल्में साइन कीं, जिसे आमिर खान के प्रोडक्शन बैनर के तहत बनाया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन राजकुमार संतोषी ने किया है, जिन्होंने आमिर को कल्ट क्लासिक अंदाज़ अपना अपना (1994) में निर्देशित किया था। View this post on Instagram A post shared by Sunny Deol (@iamsunnydeol)
Kalki 2898 AD: शुरू हो गया नया युद्ध, पूरे ट्रेलर की अहम कड़ी हैं अमिताभ, प्रभास करेंगे इम्प्रेस
Kalki 2898 AD के ट्रेलर को देखें तो, फिल्म कल्कि 2898 एडी के मेकर्स ने विश्वास दिलाया है कि ये फिल्म लोगों को बांधने में कामयाब होगी. टफ सीक्वेंस, क्लियर एडिटिंग और बैकग्राउंड स्कोर आपका ध्यान खींचते हैं. वीएफएक्स पर भी अच्छा काम किया गया है.
आशुतोष राणा ने डीपफेक वीडियो को बताया 'माया युद्ध', बोले- ये सालों से चल रहा
आशुतोष ने कहा कि ऐसी बातों में खुद को डिफेंड करने का कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि जो लोग आपको जानते हैं वो सवाल करेंगे ही नहीं. और जो नहीं जानते, उन्हें किसी रिस्पॉन्स से फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि वो दिमाग में आपकी एक छवि बना चुके होते हैं.
रानीति बालाकोट एंड बियॉन्ड: जिमी शेरगिल की नई सीरीज भारत की आधुनिक युद्ध की ऐतिहासिक कहानी को प्रदर्शित करेगी। जिमी शेरगिल दो मिनट के ट्रेलर की शुरुआत पुलवामा हमले की झलक से होती है। एनएसए प्रमुख की भूमिका निभाने वाले आशीष कहते हैं, ये एक नया रण है या इसे जीतने के लिए एक नई रणनीति की जरूरत है। इसे भी पढ़ें: नक्सलियों के खिलाफ 'ऑपरेशन प्रहार', कमांडर शंकर राव समेत अब तक 79 हुए ढेर, हिट लिस्ट में और भी कई नाम शामिल आगामी वेब शो आधुनिक युद्ध को डिकोड करता है जो केवल भौतिक सीमाओं पर नहीं लड़ा जाता है बल्कि सोशल मीडिया, डिजिटल रणनीति और गुप्त राजनीतिक चालों के क्षेत्र से परे है जो भू-राजनीति को नया आकार देने की शक्ति रखता है। वेब श्रृंखला उन वास्तविक घटनाओं से प्रेरित है जिन्होंने 2019 में देश को हिलाकर रख दिया था। शो में कुछ हवाई दृश्य, शानदार प्रदर्शन और एक शक्तिशाली कथा है जो युद्ध के मैदान के अंदर और बाहर हर पहलू को चतुराई से पकड़ती है। इसे भी पढ़ें: Biden को सोचना पड़ेगा फिर एक बार, Iran पर प्रहार तो रूस करेगा पलटवार, रक्षा मंत्रायल ने चिट्ठी लिखकर जता दी मंशा आगामी वेब श्रृंखला के बारे में बात करते हुए, जिमी ने कहा: यह मेरे द्वारा अतीत में की गई किसी भी भूमिका से भिन्न है। कम से कम यह कहना चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन भारत की पहली वॉर-रूम केंद्रित वेब-श्रृंखला का हिस्सा बनना बेहद संतोषजनक भी है। वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित जिसने देश को हिलाकर रख दिया। एनएसए प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए, आशीष ने कहा, एनएसए प्रमुख की भूमिका निभाना चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन रक्षा बलों के कुछ सदस्यों के साथ बैठकों ने मुझे अपने चरित्र की बारीकियों को समझने में मदद की। तैयारी कार्य और कार्यशालाएं मुझे वापस ले गईं मेरे एनएसडी के दिनों में। संतोष सिंह द्वारा निर्देशित, श्रृंखला का निर्माण स्फीयरओरिजिन्स मल्टीविजन प्राइवेट लिमिटेड के सुंजॉय वाधवा और कॉमल सुंजय डब्ल्यू द्वारा किया गया है। इसमें प्रसन्ना भी हैं। शो का प्रीमियर 25 अप्रैल को JioCinema पर होगा।
दर्शक काफी समय से रैपर बादशाह और हनी सिंह के बीच जुबानी जंग देख रहे हैं। दोनों का रिश्ता सालों से विवादों से भरा रहा है। हालांकि करियर के शुरुआती दिनों में बादशाह और हनी सिंह के बीच अच्छी दोस्ती हुआ करती थी। हालाँकि, ऐसा लगता है कि सफलता और पैसे ने धीरे-धीरे इस दोस्ती को पूरी तरह से खत्म कर दिया। अब दोनों अक्सर एक दूसरे पर तंज कसते नजर आते हैं। हाल ही में हनी सिंह एक होली पार्टी में शामिल हुए, जहां उन्होंने बादशाह के 'पापा कमबैक' वाले कमेंट का करारा जवाब दिया। रैपर का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसे भी पढ़ें: Punjab Kings के खिलाफ जीत के बाद इंटरनेट पर Virat Kohli का Anushka Sharma के साथ वीडियो कॉल, FLY KISS देते नजर आये खिलाड़ी हनी सिंह ने बादशाह पर किया पलटवार बादशाह कुछ दिनों पहले हनी सिंह पर अपनी टिप्पणी को लेकर चर्चा में थे, जिसमें उन्होंने हनी सिंह की वापसी पर कटाक्ष किया था। अब सिंगर और रैपर हनी सिंह ने एक कमेंट के जरिए बादशाह को करारा जवाब दिया है और कहा है कि उन्हें बादशाह को जवाब देने के लिए मुंह खोलने की जरूरत नहीं है। उनके फैन ही काफी हैं जो हर चीज पर बात कर सकते हैं। उन्होंने अपने गाली वाले अंदाज में अपने फैंस से बात करते हुए बादशाह का जवाब दिया। हनी सिंह को सोमवार को मुंबई में एक होली पार्टी में परफॉर्म करते देखा गया और यहीं उन्होंने बादशाह पर कटाक्ष किया। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा, हर कोई कहता है, रिप्लाई करो, रिप्लाई करो... मैं क्या रिप्लाई करूं... आप लोग तो उनके सारे कमेंट्स का बहुत अच्छे से रिप्लाई कर चुके हैं। मुझे मुंह खोलने की जरूरत है। ऐसा नहीं होता है। जैसे ही भीड़ ने उनके लिए तालियां बजाईं, गायक ने कहा, मुझे बोलने की जरूरत नहीं है। आप लोग खुद पागल हैं। हनी सिंह पागल हैं और उनके प्रशंसक भी पागल हैं। इसे भी पढ़ें: Taapsee Pannu के पति Mathias Boe आखिर कौन है? जब सफल भी नहीं थी एक्ट्रेस तब से उन्हें प्यार करते थे बैडमिंटन खिलाड़ी रैपर बादशाह ने क्या कहा? आपको बता दें कि हाल ही में बादशाह ने हनी सिंह पर कमेंट करते हुए कहा था, ''मुझे एक पेन और कागज दो। मैं तुम्हारे लिए एक गिफ्ट लाया हूं। मैं कुछ गाने लिखूंगा और तुम्हें दूंगा। पापा की वापसी तुम्हारे साथ होगी।'' Kalesh Controversy B/w Honey Singh and Badshah (Honey Singh Replied to Badshah) pic.twitter.com/o74t423bgS — Ghar Ke Kalesh (@gharkekalesh) March 25, 2024 Kalesh Between Badshah & Honey Singh Fans on Stage during Live Concert pic.twitter.com/M4VqSqLSc3 — Ghar Ke Kalesh (@gharkekalesh) March 19, 2024
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आज के दौर में 'गुमनाम' हो चुके एक स्वतंत्रता नायक की कहानी कहने निकली ये फिल्म, एक अनजान कहानी बताने से ज्यादा अपने हीरो विनायक दामोदर सावरकर को बाकियों के मुकाबले अधिक 'वीर' बताने पर फोकस करने लगती है.
अस्तित्व और बदले के लिएब्रह्मांड में शुरू होने वाला है महायुद्ध, एक्शन और रोमांच से भरपूर हैRebel Moon 2 का धांसू ट्रेलर

