बरेली में पुलिस ने ऐसे शातिर जेबकतरों को गिरफ्तार किया है। जो पलक झपकते ही जेब काट लेते थे। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर ये जेबकतरे अपना शिकार तलाशते थे। जिस वजह से आए दिन लोगों की जेब कट जाती थी। बरेली की बारादरी पुलिस की कार्यवाही के बाद अब लोगों को राहत मिलेगी। 13 नवंबर को बहेड़ी के युवक की कटी थी जेब13 नवंबर को बहेड़ी निवासी शादाब ने बारादरी थाने में तहरीर दी कि सुरेश शर्मा नगर चौराहे पर किसी अज्ञात व्यक्ति ने उनकी जेब काटकर पैसे निकाल लिए। इसी शिकायत पुलिस एक्शन में आई और शातिर जेबकतरों को गिरफ्तार किया। मुखबिर की सूचना पर दबिश, दो बदमाश दबोचे13/14 नवंबर की रात चौकी जोगीनवादा प्रभारी उपनिरीक्षक मुनेन्द्र पाल, उपनिरीक्षक सत्येन्द्र सिंह और चीता मोबाइल पर तैनात सुमित कुमार व पवन कुमार गश्त पर थे। तभी मुखबिर ने सूचना दी कि जेबकटी करने वाले दो आरोपी आज फिर किसी वारदात की फिराक में डोहरा रोड पर खड़े हैं और उनके पास अवैध असलहे भी हैं। पुलिस टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और दोनों को पकड़ लिया। इनके कब्जे से 315 बोर का एक तमंचा, एक जिंदा कारतूस, एक नाजायज चाकू, अपाचे मोटरसाइकिल (UP25 DM 0401) और 8,000 रुपये नकद बरामद हुए। पूछताछ में दोनों ने स्वीकार किया कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों, रोडवेज, रेलवे स्टेशन, टैम्पो और मैरिज लॉन में जेब काटते हैं और बैग भी चाकू से काटकर पैसे निकाल लेते हैं। आरोपी जनपद बदलकर करते थे वारदातगिरफ्तार आरोपियों ने पुलिस को बताया कि यह जेबकटी इनके परिवार का पुराना धंधा है। उनके गैंग के सदस्य टैम्पो और बसों में सवारी बनकर बैठते हैं और वहीं लोगों की जेब व बैग काट लेते हैं। वारदात के बाद वे तुरंत नया जनपद बदल लेते थे, ताकि पहचान न हो सके। असलहे इसलिए रखते थे कि पकड़ में आने पर पुलिस से बचकर भाग सकें। बरामद 8,000 रुपये उन्होंने दो दिन पहले सैटेलाइट के पास एक व्यक्ति की जेब काटकर निकाले थे। शातिरों का लंबा आपराधिक इतिहासगिरफ्तार अजीत कुमार (36 वर्ष) और आकाश उर्फ मनी (30 वर्ष), दोनों फर्रुखाबाद जिले के रहने वाले हैं। पुलिस रिकॉर्ड बताता है कि अजीत के खिलाफ भोजीपुरा, कोतवाली, प्रेमनगर और लखनऊ कमिश्नरेट में हत्या प्रयास, चोरी, धोखाधड़ी और आर्म्स एक्ट के कई केस दर्ज हैं। वही आकाश भी पुराना क्रिमिनल है और उस पर कोतवाली, इज्जतनगर और बारादरी में जेबकटी व अवैध असलहे रखने के कई मुकदमे दर्ज हैं। दोनों ने पुलिस को बताया कि उनके गांव के कई अन्य लोग भी इसी गैंग का हिस्सा हैं और अलग-अलग जिलों में जेबकटी करते हैं। यह लोग अक्सर यात्रियों को निशाना बनाते हैं, क्योंकि ज्यादातर लोग सफर में शिकायत नहीं करते। गिरफ्तारी करने वाली टीमइस पूरी कार्रवाई में प्रभारी बारादरी थाने के इंस्पेक्टर प्रभारी निरीक्षक धनंजय पांडे, उपनिरीक्षक मुनेन्द्र पाल सिंह, उपनिरीक्षक सत्येन्द्र सिंह, हेड कांस्टेबल सुमित कुमार और कांस्टेबल पवन कुमार की संयुक्त टीम ने अहम भूमिका निभाई। यही टीम पिछले कई दिनों से जेबकतरों के गैंग की मूवमेंट पर लगातार नजर बनाए हुए थी।
भारत और इंग्लैंड के बीच एक बार फिर महाजन फिल्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास होगा। इस संयुक्त युद्धाभ्यास की शुरुआत 17 नवम्बर से हो रही है, जिसमें दोनों देशों के जवान अपने-अपने मॉडर्न हथियारों के साथ पहुंच रहे हैं। भारत-यूके संयुक्त अभ्यास अजय वारियर का ये 8वां एडिशन है। जो सोमवार को महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (एमएफएफआर) में शुरू होगा। अगले कुछ दिनों तक दोनों देशों के जवान अपनी-अपनी तकनीक के साथ युद्ध का अभ्यास करेंगे। आतंकवाद सहित सीमा पर सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर दोनों देश अपने अपने अनुभव शेयर करेंगे। लगातार चल रहा है अभ्यासबीकानेर में सोमवार से शुरू हो रहे अभ्यास से पहले भी पश्चिमी राजस्थान में कई जगह युद्धाभ्यास जोरों पर है। पश्चिमी राजस्थान के किसी हिस्से में रुद्र ब्रिगेड ने जमीनी अभियानों, विशेष हेलीबोर्न अभियान के तहत अभ्यास किया। इसी तरह सेना आर्मी एविएशन से समन्वित हमलावर हेलिकॉप्टर मिशन का अभ्यास कर रही है। साथ ही मशीनीकृत और पैदल सेना युद्धाभ्यासों का समन्वय किया जा रहा है। हाल ही में एक युद्धाभ्यास में सभी आर्म्स और सर्विसेज के एकीकृत उपयोग के माध्यम से कोणार्क कोर की पूर्ण-स्पेक्ट्रम युद्ध तत्परता को साबित किया गया। थल और वायुसेना साथ दिखे हाल ही में हुए अभ्यास के दौरान भारतीय थल सेना और भारतीय वायु सेना के बीच सहज तालमेल देखा गया। इसमें पैदल सेनाओं के फाइटर ग्राउंड अटैक मिशन भी शामिल थे। यह अभ्यास भविष्य की युद्ध आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अगली पीढ़ी की स्वदेशी तकनीकों के इस्तेमाल पर आधारित है। स्वदेशी ड्रोन, मानवरहित सिस्टम, ड्रोन-रोधी सिस्टम और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध ग्रिड का उपयोग भी बताया जा रहा है।
पंजाब के न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी है। गुरुवार भी अधिकतम और न्यूनतम तापमान में 0.3 डिग्री की गिरावट देखने को मिली। वहीं, राज्य के अधिकतर शहरों का न्यूनतम तापमान 10C के करीब रहा। मौसम में बदलाव के बीच राज्य में पराली जलाने के मामले में बढ़ रहे हैं और प्रदूषण भी सांसें घोंट रहा है। सख्ती के बाद भी सीएम मान के गृह जिले में पराली जलाने के मामले सबसे अधिक सामने आए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार राज्य का तापमान 0.3 डिग्री गिरा है। गुरुवार सभी शहरों का अधिकतम तापमान 30 डिग्री के करीब रहा। अमृतसर का तापमान 25.7 डिग्री, लुधियाना का 26.5 डिग्री, पटियाला का 27 डिग्री, पठानकोट का 26.5 डिग्री, बठिंडा का 29.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। वहीं, पंजाब का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री बना हुआ है, जो फरीदकोट में दर्ज किया गया। पंजाब में पराली जलाने के मामले 4662 दर्ज वहीं प्रदेश में 15 सितंबर से 12 नवंबर तक इस सीजन में पराली जलाने के 4 हजार 662 मामले सामने आए हैं। हैरानी की बात है कि इनमें से 3 हजार 20 मामले नवंबर महीने में ही सामने आए। इनमें भी सबसे अधिक 402 संगरूर जिले से हैं, जो सीएम भगवंत मान का गृह जिला है। वहीं, फिरोजपुर से 327, तरनतारन से 288, मोगा से 280, मुक्तसर से 278, मानसा से 294 और फाजिल्का से 178 मामले पराली जलाने के सामने आए हैं।
राजस्थान की पश्चिमी सीमा इन दिनों युद्ध का मैदान बनी हुई है। ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना ने युद्धाभ्यास का तरीका भी बदला है। अब सेना सीमावर्ती गांवों में युद्धाभ्यास कर रही है। इसी कड़ी में एक गांव में छिपे दुश्मन को मारने के लिए हेलिबोर्न ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। सूत्रों के अनुसार पश्चिमी सीमा के जैसलमेर से लेकर बीकानेर और श्रीगंगानगर तक सेना युद्धाभ्यास के जरिए अपनी ताकत और कौशल को परख रही है। पाकिस्तान से सटे बीकानेर के सीमावर्ती गांवों में इन दिनों सेना का अभ्यास ग्रामीणों के लिए कौतूहल का केंद्र बना हुआ है। हेलिबोर्न ऑपरेशन के दौरान हेलीकॉप्टर से रस्सी के सहारे गांव के बीच उतरते सेना के कमांडोज़ को गन पोज़िशन लेते देख ग्रामीणों में जोश भर रहा है। दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के बाद सेना ने रात के समय युद्धाभ्यास की तकनीक शुरू कर दी है। किसी भी तरह के ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए सेना ने केवल चार महीने में रुद्र और भैरव ब्रिगेड तैयार की है, जिसमें 83 फीसदी सैनिक राजस्थान मूल के रहने वाले हैं। यह ब्रिगेड इन्फैंट्री, आर्मर्ड, आर्टिलरी, इंजीनियरिंग, मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री, एयर डिफेंस आर्टिलरी का बड़ा संगम है। इन दोनों ब्रिगेड ने हाल ही में जैसलमेर में युद्धाभ्यास ‘अखंड प्रहार’ में अद्भुत कौशल दिखाया है। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि टैक्टिकल लेवल पर मल्टी-डोमेन टास्क को अंजाम देने के लिए यह ब्रिगेड हर प्रकार के ऑपरेशन के लिए सक्षम है। सीमा पार पाकिस्तान में युद्धाभ्यास की तैयारी राजस्थान की पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना के युद्धाभ्यास को देखते हुए सीमा पार पाकिस्तान में भी युद्धाभ्यास होने जा रहा है। बॉर्डर से 50 से 100 किमी की दूरी पर पाकिस्तानी फौज का जमावड़ा होने के संकेत खुफिया तंत्र को मिले हैं। खास बात यह है कि पाक सेना के जमावड़े और भारत में चल रहे युद्धाभ्यास के कारण पिछले काफी दिनों से ड्रोन से मादक पदार्थों की तस्करी भी बंद है। दिल्ली में कार में बम विस्फोट की घटना के बाद बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। सीमावर्ती क्षेत्र में तीन किलोमीटर तक शाम को छह बजे के बाद आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
India US Air Force Exercise : भारत-अमेरिका वायुसेना का द्विपक्षीय अभ्यास 'कोप इंडिया' आज 13 नवंबर को समाप्त; बी-1बी लांसर बमवर्षक की घातक क्षमता ने चमत्कार दिखाया। 10 नवंबर से चले इस अभ्यास में स्ट्राइक मिशन, इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर और हवा में रिफ्यूलिंग पर फोकस। नौसेना प्रमुख की अमेरिका यात्रा ने रक्षा साझेदारी को मजबूत किया। हिंद-प्रशांत में सुरक्षा का नया संदेश!
कतरास थाना क्षेत्र के नवागढ़ में एक व्यक्ति का शव पेड़ से लटका मिला, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। मृतक की पहचान नवागढ़ निवासी जीतन रवानी (50) के रूप में हुई है। उन्होंने अपने घर के पीछे स्थित जंगल में रस्सी के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और तुरंत पुलिस को सूचित किया। स्थानीय निवासी गुड्डू रवानी ने बताया कि उन्हें अचानक सूचना मिली थी कि जंगल में किसी ने फांसी लगा ली है। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने जीतन रवानी का शव पेड़ से लटका देखा। गुस्से में घर छोड़कर दो-तीन दिन तक बाहर रहते थे गुड्डू रवानी के अनुसार, जीतन पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में थे। वह कई बार गुस्से में घर छोड़कर दो-तीन दिन तक बाहर रहते थे। बताया जा रहा है कि आत्महत्या करने से पहले भी वह एक दिन से घर नहीं लौटे थे। मृतक जीतन रवानी शादीशुदा थे और उनके तीन बच्चे हैं। सूचना मिलने के बाद कतरास थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस फिलहाल पूरे मामले की जांच कर रही है।
‘एक्सरसाइज मरु ज्वाला’: जैसलमेर में भारतीय सेना का रणनीतिक शक्ति परीक्षण, युद्ध की सफल परीक्षा
जैसलमेर के थार मरुस्थल में भारतीय सेना ने ‘एक्सरसाइज मरु ज्वाला’ के तहत शानदार युद्धाभ्यास किया। ‘ट्रिशूल’ श्रृंखला का हिस्सा रही इस कार्रवाई में थलसेना और वायुसेना ने संयुक्त रूप से भाग लिया, जिसमें टैंक, ड्रोन, रोबोटिक सिस्टम और पैराट्रूपर्स की अद्भुत समन्वय क्षमता प्रदर्शित हुई।
भारत-पाक युद्ध एवं बाढ़ के बाद व्यापार में मंदी की लहर : अनेजा
भास्कर न्यूज | अमृतसर भारतीय व्यापार मंडल की अगुवाई में शिष्टमंडल ने आबकारी व कराधान विभाग की सहायक आयुक्त राजविंदर कौर से मुलाकात की। व्यापार मंडल के साथ अग्रवाल सभा के प्रदेश प्रधान डा. अजय कांसल भी थे। इस मौके पर एटीसी प्रगति सेठी भी मौजूद थीं। भारतीय व्यापार मंडल के पंजाब प्रधान राजीव अनेजा की अगुवाई में कारोबारियों ने राजविंदर कौर को व्यापारियों को जीएसटी टैक्स संबंधी समस्याओं से अवगत करवाया। अनेजा ने कहा कि भारत पाक के बीच हुए युद्ध और बाद में प्रदेश में आई बाढ़ के कारण कारोबारियों के लिए मौजूदा दौर में कारोबार करना बहुत मुश्किल हो गया है। अनेजा ने बताया कि केंद्रीय सरकार द्वारा संशोधित जीएसटी दरों के चलते भी व्यापारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 22 सितंबर को जीएसटी की दरों में हुई कटौती से पहले व्यापारियों ने उच्च जीएमसी स्लैब पर वस्तुओं की खरीद की हुई थी यानि कई वस्तुओं पर जीएसटी 18 प्रतिशत थी लेकिन सरकार द्वारा 22 सितंबर से इसी टैक्सटाइल की कई आइटमों पर जीएसटी 18 से घटाकर 5 प्रतिशत कर दी गई। जबकि व्यापारियों के पास 18 प्रतिशत की दर पर खरीदा गया माल का स्टाक अभी भी मौजूद है। नतीजन अब इन वस्तुओं को घाटे पर बेचना पड़ रहा है। अनेजा ने कहा कि विभाग के अधिकारियों से बाजार में मंदी की लहर के चलते भी कारोबारियों से टैक्स वसूली प्रति नरम रुख अपनाने की गुहार भी लगाई है। राजविंदर एवं प्रगति सेठी ने आश्वासन दिया कि कारोबारियों से कोई धक्केशाही नहीं की जाएगी। इस समस्या को जल्द से जल्द हल करवाने के लिए कहा। उन्होंने अनेजा व अन्य कारोबारियों को आश्वासन दिया कि व्यापारियों का उक्त संदेश आप सरकार तक भी पहुंचाया जाएगा। इस संबंधी आप सरकार के संबंधित विभाग से बातचीत भी की जाएगी।
नगर के अधिकतर बैंकों की एटीएम में सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात नहीं
भास्कर न्यूज| सीतामढ़ी बैंकों के एटीएम में लगातार चोरी की घटनाएं होती रहती है। बाबजूद बैंक, एजेंसी एवं पुलिस एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल देते हैं। एटीएम में रखे रुपए की सुरक्षा की जिम्मेवारी कोई लेने को तैयार नहीं होता है। वही कई ऐसे बैंकों के एटीएम हैं, जहां 24 घंटों गार्ड की प्रतिनियुक्ति की गई है। तो वही कई ऐसे बैंक हैं, जहां गार्ड की प्रतिनियुक्ति ही नहीं है। जैसे तैसे एटीएम में रखे पैसे एवं उस मशीन की सुरक्षा होती है। खास बात यह है कि ज्यादातर राष्ट्रीयकृत बैंकों में गार्ड की मौजूदगी ही नहीं है। जैसे तैसे एटीएम का संचालन हो रहा है। शहरी क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक राष्ट्रीयकृत बैंकों के एटीएम के साथ निजी बैंकों के एटीएम लगाए गया है, जहां न तो सुरक्षा के कोई इंतजाम किए गए है, न ही उसका कोई देखभाल करने वाला है। ग्रामीण इलाके को छोड़ दिया जाए तो शहरी क्षेत्रों में भी स्थिति ठीक नहीं है। अधिकतर ऐसे एटीएम मिलते है, जहां गार्ड ही नजर नहीं आते है। किसी एटीएम में आवारा पशुओं का जमावड़ा रहता है, तो किसी एटीएम में मशीन पर धूल की परत तक जमी होती है। 24 घंटे उस कमरे की लाइट उसमें लगे एसी चलते रहते है। न तो उसका कोई मेंटेनेंस करने वाला होता है। स्थानीय रंजन कुमार बताते हैं कि शहरी क्षेत्र के ज्यादातर बैंकों में सुरक्षा गार्ड है ही नहीं। इससे समस्या यह होती है कि कभी कभी पैसे निकालने के दौरान बिजली कट जाती है, वही मशीन में लगा कार्ड फंस जाता है, तब मदद करने वाला कोई नहीं होता है। कभी कभी ऐसा होता है कि पैसा निकालने के दौरान पैसा फंस जाता है। स्थिति ऐसी होती है कि बिजली आने का इंतजार करते रहिए। गार्ड की प्रतिनियुक्ति नहीं होने से समस्या होती है। गार्ड के रहने पर मदद मिल जाती है। ग्राहक सुरक्षित महसूस करते हैं। ^एटीएम की सुरक्षा की जिम्मेवारी बैंकों एवं स्थानीय थानों की है। कुछ एटीएम में सुरक्षा गार्ड की प्रतिनियुक्ति की गई है। वही कुछ बैंकों के एटीएम में गार्ड की प्रतिनियुक्ति नहीं है। वरीय अधिकारी के निर्देशानुसार बैंकों के द्वारा सुरक्षा को लेकर निर्णय लिया जाता है। - अनिल कुमार, एलडीएम, सीतामढ़ी।
सऊदी अरब में मूसलाधार बारिश और तूफान, सड़कों पर भरा पानी, रेंगती दिखी गाड़ियां
सऊदी अरब एक सूखा इलाका है, लेकिन यहां पर आई तूफानी बारिश ने अचानक माहौल बदल दिया. सड़कों पर बारिश का पानी भर गया, जिससे ट्रैफिक की आवाजाही पर असर पड़ा.
राजस्थान के रेगिस्तान में बने दुश्मन के ठिकानों पर बुधवार को भारतीय सेना के जवानों ने हेलिकॉप्टर से उतरकर तबाही मचाई। ध्रुव, रुद्र, चेतक और चीता हेलिकॉप्टर ने जवानों को कवर दिया। इसके बाद जवानों ने अचूक निशाना लगाया और दुश्मन का खात्मा कर दिया। देश की पश्चिमी बॉर्डर पर तीनों सेनाओं का सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास 'ऑपरेशन त्रिशूल' बुधवार को अखंड प्रहार के तहत ‘हेलिबोर्न ऑपरेशन’ के साथ पूरा हुआ। इस दौरान वायु सेना और थल सेना ने जैसलमेर में अभ्यास किया, वहीं गुजरात के कच्छ में नौसेना ने युद्धाभ्यास किया। 13 दिनों तक चले युद्धाभ्यास में करीब 30 हजार सैनिक शामिल हुए। युद्धाभ्यास में DRDO और निजी भारतीय कंपनियों की बनाई मशीनरी और ड्रोन्स का उपयोग किया गया, जिनसे आत्मनिर्भर भारत की झलक दिखाई दी। इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ (जीओसी-इन-सी, सदर्न कमांड) ने कहा- भारतीय सेना फ्यूचर के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमने एक रूद्र ब्रिगेड तैयार की हैं। इसमें इंजीनियर, साइबर एक्सपर्ट, ड्रोन एक्सपर्ट सभी तरह से वैल मेकेनाइज्ड है। यह दुश्मन से अकेले ही निपटने में सक्षम होगी। पहले देखिए ‘हेलिबोर्न ऑपरेशन’ की तस्वीरें सैटेलाइट की रियल टाइम तस्वीरों के आधार पर अटैककमांड पोस्ट से हर यूनिट पर नजर रखी गई। ड्रोन और सैटेलाइट से रियल-टाइम तस्वीरें स्क्रीन पर रही। सेना के अधिकारियों ने कहा- सभी कुछ एकदम सटीक किया गया, एक गलती की भी गुंजाइश नहीं रखी गई। नेटवर्क, सेंसर और सटीक समन्वय से हमला किया गया। पहली बार नेक्स्ट लेवल की टेक्नोलॉजी का उपयोग टैंक में आगे बढ़ी सुदर्शन चक्र और कोणार्क कोर की यूनिट्सऑपरेशन के तहत धोरों में टैंक और बख्तरबंद गाड़ियों में ‘सुदर्शन चक्र’ और ‘कोणार्क कोर’ की यूनिट्स तेजी से आगे बढ़ी। ऊपर से हेलिकॉप्टर्स ने उन्हें कवरेज दी। कौन-सा टैंक कहां जाएगा, हेलिकॉप्टर किस ऊंचाई पर रहेगा, और कब सैनिकों को उतरना है। सब कुछ घड़ी की सुई की तरह तय समय पर सटीकता के साथ किया गया। सेना के अधिकारियों के अनुसार- जमीन, हवा, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबर जैसे अलग-अलग क्षेत्रों में एक साथ तालमेल बिठाते हुए दुश्मन को किसी भी दिशा से जवाब देने की तैयारी को परखा गया। सीमा पार से संभावित घुसपैठ, ड्रोन और मिसाइल हमले, साइबर रुकावटें, और त्वरित जवाबी कार्रवाई को टारगेट पर रखकर जवाबी कार्रवाई की गई। मेड इन इंडिया टेक्नोलॉजी का उपयोगइस अभ्यास में मेड इन इंडिया तकनीक का उपयोग किया गया। इनमें स्वदेशी ड्रोन, रडार, काउंटर-ड्रोन सिस्टम और कम्युनिकेशन उपकरणों का उपयोग किया। DRDO और निजी भारतीय कंपनियों द्वारा बनाए गए इन उपकरणों ने दिखाया कि भारत अब विदेशी तकनीक पर निर्भर नहीं है। सेना ने बताया- इन उपकरणों में कई ऐसे सिस्टम शामिल थे जो AI और मशीन लर्निंग पर आधारित हैं। ये न सिर्फ निगरानी और हमले में मददगार हैं, बल्कि दुश्मन के ड्रोन को निष्क्रिय करने की क्षमता भी रखते हैं। मल्टी-डोमेन कैटेगरी में शामिल हुई इंडियन फोर्ससेना के अनुसार- ‘अखंड प्रहार’ ने भारतीय सेना को अमेरिका, रूस और चीन जैसी वैश्विक सेनाओं की श्रेणी में ला खड़ा किया है, जो पहले से ही मल्टी-डोमेन ऑपरेशन पर काम कर रही हैं। इसमें भूमि, वायु, समुद्र, अंतरिक्ष और साइबर पांचों क्षेत्रों में एक साथ लड़ाई की रणनीति अपनाई जाती है। ................................. ये खबर भी पढ़ें....पाकिस्तान बॉर्डर पर टैंक-फाइटर जेट एक साथ गरजे:युद्धाभ्यास मरू ज्वाला में आर्मी और एयरफोर्स ने दिखाई ताकत, आतंकवादियों के ठिकानों को किया ध्वस्त पाक बॉर्डर पर जैसलमेर के रेगिस्तानी इलाके में 12 दिन चलने वाले ऑपरेशन त्रिशूल के 11वें दिन मरू ज्वाला का युद्धाभ्यास हुआ। आर्मी और एयरफोर्स के जवानों ने आतंकवादियों के ठिकानों और दुश्मन की अग्रिम चौकियों पर साथ मिलकर अटैक किए।(ये खबर पढ़ें)
बालाघाट के रेंगाटोला में 7 नवंबर की रात रेत को लेकर हुए विवाद के मामले में ग्रामीणों ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर निष्पक्ष जांच की मांग की। इस विवाद में कंपनी एजेंट नरेंद्र राजपूत अभी भी गोंदिया के एक निजी अस्पताल में घायल अवस्था में भर्ती हैं। क्षेत्रीय युवा नेता मनोज टेंभरे के साथ एसपी कार्यालय पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि रेत ठेकेदार के लगभग 40 से 50 लोग चार फोर-व्हीलर और आठ से दस मोटरसाइकिलों पर आए थे। ये लोग शराब के नशे में थे और उनके पास धारदार हथियार थे। ग्रामीणों का आरोप है कि इन लोगों ने मेला समिति की बैठक से लौट रहे ग्रामीणों के साथ गाली-गलौज करते हुए हमला किया, जिसमें कई ग्रामीण घायल हुए। मनोज टेंभरे ने बताया कि घटना के दौरान गांव के लोग डरे हुए थे और उन्होंने 112 पर कॉल कर शिकायत की थी। पुलिस की गाड़ी गांव पहुंची भी थी, लेकिन जिन ग्रामीणों के साथ मारपीट हुई, जब वे वारासिवनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे तो उनकी शिकायत नहीं ली गई। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में एकतरफा कार्रवाई की है और उनकी शिकायत पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। उल्लेखनीय है कि 7 नवंबर की रात करीब 11 बजे वारासिवनी थाना क्षेत्र के रेंगाटोला चौक पर हुए इस विवाद में घायल नरेंद्र राजपूत की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। वारासिवनी पुलिस ने 24 घंटे के भीतर इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने शुभम बिसेन, शुभम टेंभरे, कुलदीप शरणागत, शरद बिसेन सहित लगभग आठ अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
INDvsSA टॉस के दौरान सिक्के के एकतरफ गांधी तो दूसरी तरफ होंगे मंडेला
बंगाल क्रिकेट संघ (CAB ) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बताया कि इस ऐतिहासिक श्रृंखला के उपलक्ष्य में टॉस के लिए दोनों तरफ महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला की तस्वीर वाला एक विशेष सिक्का जारी किया गया है। सीएबी मैच की पूर्व संध्या पर डालमिया स्मृति ...
जॉर्जिया विमान दुर्घटना में तुर्की के सभी 20 सैनिकों की मौत
अंकारा। तुर्की के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि जॉर्जिया में दुर्घटनाग्रस्त सी-30 मालवाहक विमान में सवार सभी 20 सैनिकों की मौत हो गई है। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि दुर्घटना की सूचना मिलने के तुरंत बाद तुर्की और जॉर्जिया के अधिकारियों ने समन्वित खोज और बचाव अभियान शुरू कर दिया। जॉर्जिया के गृह मंत्रालय के […] The post जॉर्जिया विमान दुर्घटना में तुर्की के सभी 20 सैनिकों की मौत appeared first on Sabguru News .
तुर्की वायुसेना का कार्गो विमान जॉर्जिया में क्रैश
तुर्की वायुसेना का मालवाहक विमान जॉर्जिया में दुर्घटना का शिकार हो गया। राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि अजरबैजान से वापस तुर्की लौट रहा एयर फोर्स का सी-130 मिलिट्री कार्गो विमान जॉर्जिया में दुर्घटना का शिकार हो गया
पेंशनर बोले- वीसी मिलने से कतरा रहे, संवाद नहीं हुआ तो करेंगे संघर्ष
रांची यूनिवर्सिटी मुख्यालय स्थित कैंपस में मंगलवार को रांची विवि रिटायर्ड टीचर्स एसोसिएशन की बैठक हुई, जिसमें लंबित समस्याओं समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के बाद महासचिव डॉ हरिओम पांडेय ने कहा कि कुलपति प्रो. डीके सिंह से मिलने के लिए लिखित आवेदन दिया गया था। इसके बाद स्मार पत्र भी दिया। इसके बाद भी वीसी नहीं मिले। इस पर रिटायर्ड शिक्षकों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए एक स्वर से भर्त्सना की है। शिक्षकों ने कुलपति के कार्य करने के तौर-तरीकों पर असंतोष व्यक्त किया है। कहा कि वीसी से संवाद नहीं हुआ और उपेक्षा जारी रही तो उम्र के अंतिम पड़ाव में वे आंदोलन को बाध्य होंगे। कहा कि 80 और 85 वर्ष के शिक्षकों की पेंशन में सुधार नहीं किया गया है। बैठक की अध्यक्षता प्रो. जगत नंदन प्रसाद ने की। इस मौके पर महासचिव डॉ. हरिओम पांडेय, डॉ. इकबाल तिवारी, डॉ. ओएन श्रीवास्तव, डॉ कुंदन कुमार ठाकुर, डॉ. एसएन पॉल, डॉ सुनील झा, डॉ टुलू सरकार समेत अन्य शिक्षक मौजूद थे। बैठक में डॉ एसएन पॉल को कोषाध्यक्ष पद का दायित्व दिया गया। वहीं पूर्व कोषाध्यक्ष अभय चांदरी के कार्यों की सराहना की गई। 27 और 28 जनवरी को महाराष्ट्र में चौथा कांफ्रेंस होगा, जिसमें रिटायर्ड प्रतिनिधि शामिल होंगे।
पाक बॉर्डर पर जैसलमेर के रेगिस्तानी इलाके में 12 दिन चलने वाले ऑपरेशन त्रिशूल के 11वें दिन मरू ज्वाला का युद्धाभ्यास हुआ। आर्मी और एयरफोर्स के जवानों ने आतंकवादियों के ठिकानों और दुश्मन की अग्रिम चौकियों पर साथ मिलकर अटैक किए। पहले ड्रोन से दुश्मन के ठिकानों का पता लगाया गया। इसके बाद ड्रोन के जरिए अनाउंसमेंट कर गांवों को खाली कराया गया। भारतीय सैनिक के घायल होते ही रोबोटिक डॉग फर्स्ट एड बॉक्स लेकर पहुंचे। थल सेना से मैकेनाइज्ड और आर्मर्ड कोर (टैंक रेजिमेंट) ने इसमें हिस्सा लिया। वहीं लड़ाकू हेलीकॉप्टरों और हवाई पेट्रोलिंग प्लेटफॉर्म बनाया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य यह साबित करना है कि भारतीय सेना रेगिस्तान में किसी भी परिस्थिति में तेजी से दुश्मन के खिलाफ एक्शन लेने में सक्षम है। इसका नेतृत्व दक्षिणी कमान (Southern Command) ने किया। दक्षिणी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ (PVSM, AVSM) ने खुद युद्ध क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने कोणार्क कोर और बैटल एक्स डिवीजन द्वारा किए गए संयुक्त युद्धाभ्यास की सराहना की। ले. जनरल सेठ ने कहा- यह अभ्यास भारतीय सेना के JAI मंत्र Jointness (संयुक्तता), Atmanirbharta (आत्मनिर्भरता) और Innovation (नवाचार) का सजीव उदाहरण है। सेना केवल सीमाओं की रक्षा नहीं करती, बल्कि वह तकनीक और नवाचार में आत्मनिर्भर भारत का नेतृत्व कर रही है। तस्वीरों में देखें युद्धाभ्यास ड्रोन ने पहुंचाए युद्ध में हथियार युद्धाभ्यास मरू ज्वाला में पाक बॉर्डर के पास भारतीय सेना ने दुश्मन पर आसमान और जमीन दोनों तरफ से हमला किया। सेना के हेलीकाप्टर ने टी-90 टैंक को कवर फायर देते हुए आगे बढ़ने में मदद की, वहीं थल सेना के जांबाज सिपाहियों को मॉडर्न ड्रोन ने हथियारों की आपूर्ति की। इस दौरान युद्ध के मैदान में घायल हुए सैनिकों को रोबोटिक म्यूल डॉग रेगिस्तान में तेज गति से चलते हुए फर्स्ट एड मुहैया करवाई। रेत के समंदर में टैंक, तोपें, हेलिकॉप्टर और फाइटर जेट्स एक साथ समन्वित प्रहार करते नजर आए। यह सिर्फ शक्ति का प्रदर्शन नहीं था, बल्कि आधुनिक युद्ध में ‘संयुक्तता’ की वास्तविक परीक्षा थी। सेना ने पुराने Tactics, Techniques and Procedures (TTPs) को आधुनिक परिस्थितियों में परखा और सुधार किया। AI और ड्रोन की ताकत “मरु ज्वाला” को एक ‘रीयल-टाइम टेस्टबेड’ के रूप में उपयोग किया गया, जहां सेना ने हाल ही में अपनाए गए स्वदेशी हथियारों, संचार प्रणालियों और वाहनों को कठोर रेतीली परिस्थितियों में परखा। दुश्मन की निगरानी और टारगेट पर सटीक प्रहार के लिए विभिन्न प्रकार के ड्रोन तैनात किए गए। साथ ही, भारतीय रक्षा उद्योग में विकसित काउंटर-ड्रोन सिस्टम ने दुश्मन के ड्रोन हमलों को निष्क्रिय करने की क्षमता प्रदर्शित की। AI-सक्षम क्वाड कॉप्टर और रोबोटिक म्यूल निगरानी के लिए AI-सक्षम क्वाड कॉप्टर का उपयोग किया गया, जो वास्तविक समय में डेटा ट्रांसफर कर सकते हैं। वहीं, रोबोटिक म्यूल ने दुर्गम इलाकों में सैनिकों के लिए भारी सामान ढोने की क्षमता दिखाई। भारत निर्मित उपकरणों और हथियारों को मैदान में आजमाया गया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि वे वास्तविक युद्ध की परिस्थितियों में प्रभावी ढंग से काम कर सकें। ‘मरु ज्वाला’ में तैनात रहे ये हथियार सेना के युद्धाभ्यास से जुड़ीं ये खबरें भी पढ़िए... 1. इंडो-पाक बॉर्डर पर भारतीय सेना का अखंड प्रहार:ऑपरेशन सिंदूर के बाद सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होगा; दुश्मन के इलाके में घुसकर ठिकाने उड़ाएगी ऑपरेशन सिंदूर के बाद इंडियन आर्मी का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास होने जा रहा है। इसमें तीनों सेनाएं एक साथ दुश्मन के ठिकानों पर हमला करेगी। आर्मी, नेवी और एयरफोर्स की यूनिट आतंकी ठिकानों त्वरित कार्रवाई को अंजाम देने का प्रदर्शन करेगी। पढ़िए पूरी खबर 2. राजस्थान में बॉर्डर पर ड्रोन ने खोजे दुश्मनों के ठिकाने:रेत के धोरों पर दहाड़ रहे टैंक, आसमान से राफेल ने टारगेट हिट किया धूल का गुबार। हवा को चीरते हुए टी-90 भीष्म टैंकों की दहाड़... और उस शोर के बीच आसमान में राफेल की गड़गड़ाहट... यह कोई हॉलीवुड की फिल्म का सीन नहीं, बल्कि भारत की पश्चिमी इलाके की इंटरनेशनल बॉर्डर के पास चल रहा भारतीय सेना का सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन है। इसका नाम 'ऑपरेशन त्रिशूल' है। पढ़िए पूरी खबर 3. राजस्थान में 28000 फीट की ऊंचाई से मिसाइलें दागीं:रेत के धोरों में गरज रहे टैंक, आर्मी-नेवी और एयरफोर्स ने दुश्मनों के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया रेत के धोरों में टैंक गरज रहे हैं। 28 हजार फीट तक की ऊंचाई से लड़ाकू विमानों ने मिसाइलें दागीं। सेना के जांबाज चुन-चुनकर दुश्मन के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद तीनों सेनाओं की ये सबसे बड़ी एक्सरसाइज है। पढ़िए पूरी खबर 4. पाकिस्तान बॉर्डर पर आज से गरजेगा 'त्रिशूल':भारत की तीनों सेनाओं का सबसे बड़ा संयुक्त युद्धाभ्यास शुरू, पाकिस्तान में नोटम पाकिस्तान से सटी भारत की पश्चिमी सीमा पर युद्ध जैसे हालात का अभ्यास करने के लिए भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने गुरुवार 30 अक्टूबर से 11 नवंबर तक 13 दिवसीय मेगा युद्धाभ्यास 'त्रिशूल' शुरू कर दिया है। पढ़ें पूरी खबर
ऑपरेशन सिंदूर के बाद जैसलमेर में सबसे बड़ा युद्धाभ्यास ऑपरेशन त्रिशूल चल रहा है। इसके तहत मंगलवार को बाड़मेर के गांधव (बाखासर) में एयरफोर्स का महा गजराज युद्धाभ्यास किया जा रहा है। यह एक्सरसाइज एक्सप्रेसवे 925A पर गांधव इलाके में बनी 3 किलोमीटर लंबी और 33 मीटर चौड़ी आपातकालीन एयर स्ट्रिप पर हो रही है। आज यहां सबसे पहले फाइटर जेट C-295 ग्लोबमास्टर हवाई पट्टी पर टच एंड गो करके निकला। रन का पूरा ट्रायल भी किया। तेजस, जगुआर और सुखोई भी उतरेंगे। यह एयर स्ट्रिप भारत-पाकिस्तान तारबंदी बॉर्डर से महज 40 किमी. दूरी पर बनाई गई है। इस एक्सप्रेसवे पर यह तीसरी एक्सरसाइज है, जब फाइटर प्लेन को उतारा गया है। युद्धाभ्यास शुरू होने से पहले हाईवे पर आवाजाही बंद कर गई थी।
फोकल पॉइंट में पुलिस की ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ बैठक, युवाओं को जागरूक करने पर जोर
भास्कर न्यूज | लुधियाना कमीश्नरेट पुलिस लुधियाना की ओर से चल रही ‘युद्ध नशे विरुद्ध’ मुहिम के तहत फोकल पॉइंट क्षेत्र में संपर्क बैठक बुलाई गई। मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करना और उन्हें इस बुराई से दूर रहने के लिए प्रेरित करना था। मौजूद पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय युवाओं, व्यापारियों और समाजिक प्रतिनिधियों से साफ कहा कि नशे के खिलाफ जंग केवल पुलिस की नहीं, बल्कि समाज के हर व्यक्ति की साझा जिम्मेदारी है। अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे अपने इलाकों में जागरूकता फैलाएं और यदि कहीं भी नशे से जुड़ी कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। पुलिस ने भरोसा दिलाया कि नशा तस्करी और नशे के कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी कीमत पर उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। लुधियाना पुलिस ने दोहराया कि नशों के खिलाफ यह लड़ाई लंबी है, लेकिन समाज और पुलिस की साझेदारी से इसे जीता जा सकता है। पुलिस आने वाले दिनों में ऐसे और भी सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित करेगी, ताकि एक सुरक्षित, स्वस्थ और नशामुक्त लुधियाना का निर्माण किया जा सके। युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करते।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजस्थान में सबसे बड़ा युद्धाभ्यास ऑपरेशन त्रिशुल चल रहा है। मंगलवार को बाड़मेर-जालोर सीमा पर गांधव-बांकासर एयर स्ट्रीप फाइटर प्लेन उतरेंगे। एयर स्ट्रीप पर इमरजेंसी लैडिंग करेंगे। इसको लेकर एयरफोर्स ने पूरी तैयारी कर दी है। वहीं हाईवे को सुबह दोनों तरफ से बंद किया जाएगा। युद्धाभ्यास करीब सुबह 9 बजे शुरू होगी। करीब डेढ़ घंटे तक बॉर्डर के पास फाइटर प्लेन गर्जना पड़ोसी मुल्क तक सुनाई देगी। दरअसल, इस एयर स्ट्रीप पर पहली बार अगस्त 2021 में फाइटर प्लेन का ट्रायल हुआ था। उस में टच एंड गो ऑपरेशन हुआ था। उस समय केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी आए थे। यह एयर स्ट्रीप पर जगुआर, सुखोई-30, मिग, एएम-32 , हरक्युलिस, एसयू-30 एमकेआई समेत कई फाइटर प्लेन का ट्रायल हो चुका है। एयर स्ट्रिप पर आधा दर्जन फाइटर प्लेन का ट्रायल हो चुका भारत-माला प्रोजेक्ट के तहत बॉर्डर के अगड़ावा में एनएच- 925ए पर हवाई पट्टी बनी है। आम दिनों पर इस पर हाइवे का ट्रेफिक दौड़ेगा, लेकिन युद्ध जैसे हालात बने तो इसे मिनी हवाई अड्डे के रूप में इस्तेमाल करेंगे। वायुसेना इसको कवर करेगी और यहां से फाइटर प्लेन उड़ान भरेंगे। भारत की यह पहली हवाई पट्टी है, जबकि जर्मनी, स्वीडन, दक्षिण कोरिया, ताइवान, फिनलैड, स्विजरलैंड, सिंगापुर समेत कई देशों में पहले से ही इमरजेंसी हवाई पट्टी है।
रूस और यूक्रेन में अभी तक जंग जारी रही है। वहीं रूस में पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के कई युवक फंसे हुए हैं। हाल ही में रूस में फंसे जालंधर के मोहल्ला गोबिंदगढ़ में रहने वाले हरमिंदर सिंह का वीडियो सामने आया था। जिसमें उसने केंद्र सरकार और इंडियन एंबेसी से रूस से निकालने की गुहार लगाई थी। वहीं अब हरमिंदर सिंह की एक और वीडियो सामने आई है, जिसमें उसने पूरी दास्तां बताई है। वीडियो में हरमिंदर सिंह बता रहा है कि खाने के नाम पर सिर्फ रोजाना दो ब्रेड के पीस देते हैं। जिस जगह पर उन लोगों को रखा गया है, वहां ड्रोन गिरते हैं, जिनसे उनकी जान को खतरा है। इन लोगों ने अपने स्तर पर इंडियन एंबेसी और रशियन एंबेसी से भी संपर्क किया है, लेकिन सुनवाई नहीं हो रही। पासपोर्ट और कागजात भी उनके पास हरमिंदर सिंह ने बताया कि 5 माह पहले एक एजेंट के माध्यम से वह टूरिस्ट वीजा पर रूस गया था। उसे कहा गया था कि उसको एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में नौकरी के साथ पीआर (स्थायी नागरिकता) भी मिल जाएगी। करीब दो माह बाद उसे बताया गया कि रूस की सेना के ट्रेनिंग सेंटर में निर्माण का काम है, जिसमें काम करने के लिए उन लोगों से जबरन एक साल का करार कर हस्ताक्षर करवा लिए। बाद में उसे ट्रेनिंग देने का काम शुरू किया गया। उनका पासपोर्ट और कागजात भी रख लिए हैं। 20 दिन की ट्रेनिंग के बाद ही उसके ग्रुप को मोर्चे पर लड़ने भेज दिया हरमिंदर सिंह के मुताबिक, पूछने पर कहा गया कि सेल्फ डिफेंस के लिए उसे यह ट्रेनिंग दी जा रही है। करीब 20 दिन की ट्रेनिंग के बाद ही उसके ग्रुप को मोर्चे पर लड़ने के लिए भेज दिया गया, जहां भीषण गोलीबारी हो रही थी। विरोध करने पर उनको एक जगह पर रखा गया है, जहां उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। हरमिंदर सिंह के दोस्त ने बताया कि हरमिंदर के माता-पिता की मौत हो चुकी है। एक छोटा भाई है और बहन की शादी हो चुकी है। हरमिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री से गुहार लगाई है कि उन लोगों को यहां से निकालकर वापस भारत लाया जाए।
उत्तर प्रदेश एटीएस ने ग्रेटर नोएडा के कासना में बड़ी कार्रवाई की है। टीम ने एक निजी कंपनी का भंडाफोड़ किया है। एटीएस ने इसके मुख्य कर्ता-धर्ता फरहान नबी को गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो मोबाइल, तीन लैपटॉप और हिंदी, उर्दू, अरबी व बांग्ला भाषा की 12 किताबें बरामद की गई हैं। पूरे मामले की जांच जारी है। बताया गया कि इस कंपनी में धार्मिक वैमनस्य और विभिन्न समूहों के बीच नफरत फैलाने वाली किताबों का प्रकाशन किया जा रहा था। इन किताबों को लोगों के बीच प्रचार-प्रसार के लिए बांटा जाता था। जांच में पता चला कि किताबों के प्रकाशन के लिए विदेश से हवाला और अन्य माध्यमों से धन भेजा जा रहा था। फरहान नबी सिद्दीकी और नासी तोर्बा नाम के व्यक्तियों ने कई कंपनियां बनाकर यह नेटवर्क तैयार किया था। यहां तुर्की, जर्मनी और बांग्लादेश के नागरिकों को भी शरण दी जा रही थी। हवाला से आए पैसों से अमरोहा और पंजाब में करीब 11 करोड़ रुपए की जमीन खरीदी गई थी। धार्मिक वैमनस्य फैलाने की मिली थी सूचना उत्तर प्रदेश एटीएस को सूचना मिली थी कि ग्रेटर नोएडा के कासना क्षेत्र में कुछ लोग एक निजी कंपनी के जरिये धार्मिक वैमनस्य फैलाने वाली किताबों का प्रकाशन कर रहे हैं। इन किताबों का वितरण लोगों में प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से किया जा रहा था। बताया गया कि कंपनी में विदेश से हवाला और अन्य माध्यमों से भारी मात्रा में धन भी आ रहा था। इन कंपनियों के नाम पर चलता था नेटवर्क एटीएस की जांच में सामने आया कि फरहान नबी, नासी तोर्बा और कुछ अन्य लोगों ने M/S Istanbul International Pvt. Ltd., M/S Hakikat Vakfi Foundation और M/S Real Global Express Logistic Pvt. Ltd. नाम से कंपनियां खोली थीं। इन्हीं कंपनियों के माध्यम से हकीकत प्रिंटिंग पब्लिकेशन, कासना में किताबों का प्रकाशन किया जा रहा था। विदेशी नागरिकों को दी जा रही थी शरण जांच में यह भी पता चला कि इन कंपनियों में तुर्की और जर्मनी के नागरिकों को फरहान नबी द्वारा बिना किसी सूचना के रुकवाया जाता था। साथ ही, अवैध रूप से भारत आए बांग्लादेशी नागरिकों को भी उसने शरण दी थी। हवाला से खरीदी गई 11 करोड़ की संपत्ति फरहान नबी और नासी तोर्बा ने हवाला और अन्य माध्यमों से आए करोड़ों रुपये से उत्तर प्रदेश के अमरोहा और पंजाब में मदरसा, मस्जिद और कंपनियों के नाम पर करीब 11 करोड़ रुपये की जमीन खरीदी। एटीएस ने मामले में कार्रवाई करते हुए M/S Istanbul International Pvt. Ltd. के सह-निदेशक फरहान नबी सिद्दीकी को कासना (गौतमबुद्ध नगर) से गिरफ्तार किया है। लैपटॉप और 12 किताबें बरामद एटीएस टीम ने फरहान के पास से दो मोबाइल फोन, तीन लैपटॉप और हिंदी, उर्दू, अरबी और बांग्ला भाषाओं में प्रकाशित 12 किताबें बरामद की हैं। एटीएस ने इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
चंडीगढ़ के सुखना लेक पर शनिवार को वेस्टर्न कमांड की ओर से लगाई गई हथियार प्रदर्शनी में देश की सैन्य ताकत का प्रदर्शन देखने को मिला। इस प्रदर्शनी में भारतीय सेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले कई आधुनिक और ऐतिहासिक हथियारों को आम जनता के लिए प्रदर्शित किया गया। इस प्रदर्शनी में छोटे बच्चे सेना की ड्रेस पहन कर आए हुए थे। यहां पर लाइट मशीन गन (LMG) को भी दिखाया गया, जिसे 1965 में चीन के साथ भारत की जंग में भी इस्तेमाल किया गया था। उस दौरान चाइना की डीप फोर्स जिसमें 2000 सैनिक होते हैं उसे रोकने में ये हथियार कारगर साबित हुआ था। प्रदर्शनी में ये हथियार दिखाए गए... पाक-चीन जंग में इस्तेमाल हथियार भी दर्शाए सिख रेजिमेंट के मेजर शौर्य राय ने बताया कि इनमें से कई हथियारों ने 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध, तथा 1962 की भारत-चीन जंग में अपनी जबरदस्त क्षमता दिखाई थी। अधिकारियों के अनुसार, इन हथियारों की मदद से भारतीय सेना ने दुश्मन की “डीप फोर्स” को आगे बढ़ने से रोक दिया था, जिनमें करीब 2000 सैनिक शामिल थे। इसके अलावा प्रदर्शनी में लाइट मशीन गन (LMG), नाइट विजन डिवाइस, मॉडर्न कम्युनिकेशन सिस्टम, और ड्रोन डिटेक्शन उपकरण भी प्रदर्शित किए गए हैं। लोग इन हथियारों को करीब से देखकर उनके बारे में जानकारी ले रहे हैं। स्कूली बच्चे व अन्य पहुंचे इस मौके पर बड़ी संख्या में स्कूल-कॉलेज के छात्र, एनसीसी कैडेट, पर्यटक और स्थानीय लोग पहुंचे। सभी ने भारतीय सेना की ताकत और तकनीकी प्रगति को देखकर गर्व महसूस किया। वेस्टर्न कमांड के अधिकारियों का कहना है कि इस प्रदर्शनी का उद्देश्य आम नागरिकों को सेना की ताकत, तकनीकी क्षमता और “मेक इन इंडिया” के तहत विकसित रक्षा उपकरणों से अवगत कराना है। प्रदर्शनी की PHOTOS.....
युद्ध और शांति के खेल में नोबेल
वैश्विक राजनीति में किस तरह नोबेल पुरस्कार जैसे प्रतिष्ठित सम्मान की आड़ में नए खेल रचे जा रहे हैं
असहिष्णुता है, 'टैरिफ युद्ध' की वजह
भारत पर अधिकतम 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के अलावा अमेरिका ने दुनिया के लगभग 67 देशों पर 'व्यापार टैरिफ' लगाया है
War 2 रिव्यू: लचर स्क्रिप्ट और निर्देशन के कारण रितिक और एनटीआर हारे युद्ध, पढ़ें पूरी समीक्षा
रितिक रोशन और एनटीआर स्टारर War 2 ‘स्पाई यूनिवर्स’ की बड़ी पेशकश मानी जा रही थी, लेकिन कमजोर स्क्रिप्ट और औसत निर्देशन ने इसे निराशाजनक बना दिया। शानदार एक्शन सीक्वेंस और एनटीआर के दमदार परफॉर्मेंस के बावजूद फिल्म का सेकंड हाफ बिखर गया। कहानी में ...
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'नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं, यह उनका एक व्यक्तित्व है
बॉलीवुड एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला अपनी खूबसूरती से हर किसी का दिल जीत लेती हैं। उर्वशी ने बेहद ही कम समय में एक अलग मुकाम हासिल किया है। वह दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों के साथ 'मिलने और अभिवादन' के क्षणों में संलग्न रहती है। ऐसा ही एक क्षण था जब ...
सलमान खान की सिकंदर के आखिरी गाने में दिखेगा जबरदस्त जलवा, तुर्की से बुलाए गए 500 डांसर्स!
बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की 'सिकंदर' इस साल की सबसे बड़ी फिल्म मानी जा रही है, जिसका दर्शक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसके एक्शन-पैक्ड टीजर ने इसकी भव्य एंट्री के लिए एकदम परफेक्ट माहौल तैयार कर दिया है। भव्य पैमाने पर बनाई गई इस फिल्म में ...
केसरी वीर के लिए सूरज पंचोली ने की कड़ी ट्रेनिंग, ऐसे सीखा युद्ध कौशल
बॉलीवुड एक्टर सूरज पंचोली अपनी पहली बायोपिक में वीर हामीरजी गोहिल के ऐतिहासिक किरदार को जीवंत करने जा रहे हैं। सुनील शेट्टी, विवेक ओबेरॉय और सूरज पंचोली अभिनीत फिल्म 'केसरी वीर : लीजेंड्स ऑफ सोमनाथ' का टीजर हाल ही में रिलीज हुआ है। सोमनाथ मंदिर की ...
Adil Hussain: दुनियाभर में इन दिनों पेरिस ओलंपिक 2024 की धूम मची हुई है। पेरिस ओलंपिक में दुनियाभर के खिलाड़ियों ने भाग लिया है। भारत के कई खिलाड़ी भी इसमें हिस्सा लेने पहुंचे हुए हैं। हाल ही में तुर्की के शूटर यूसुफ डिकेक ने सिल्वर मेडल जीता।
बॉर्डर की 27वीं सालगिरह पर, अभिनेता सनी देओल ने एक घोषणा वीडियो के ज़रिए फ़्रैंचाइज़ी के दूसरे संस्करण की पुष्टि की है। अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर सनी ने बॉर्डर 2 में अपनी वापसी की आधिकारिक घोषणा करते हुए एक वीडियो शेयर किया और इसे 'भारत की सबसे बड़ी युद्ध फिल्म' बताया। उन्होंने पोस्ट के कैप्शन में लिखा, ''एक फौजी अपने 27 साल पुराने वादे को पूरा करने के बाद, आ रहा है फिर से। भारत की सबसे बड़ी युद्ध फिल्म, बॉर्डर 2।'' इस फिल्म का निर्माण भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, जेपी दत्ता और निधि दत्ता करेंगे। आगामी युद्ध फिल्म का निर्देशन अनुराग सिंह करेंगे। इसे भी पढ़ें: Bollywood Wrap Up | पति से तकरार के बीच केन्या लौट गई हैं Dalljiet Kaur? शादी को बचाने की कर रही कोशिश सनी द्वारा घोषणा वीडियो शेयर किए जाने के तुरंत बाद, सोशल मीडिया यूज़र्स ने अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए कमेंट सेक्शन में बाढ़ ला दी। एक यूज़र ने लिखा, ''वाह, यह बहुत बढ़िया घोषणा है सर जी, जय हिंद।'' दूसरे ने लिखा, ''बहुत उत्साहित हूँ।'' तीसरे यूजर ने टिप्पणी की, ''बॉर्डर 2 के लिए बहुत उत्साहित हूं।'' इसे भी पढ़ें: NDA पर इमोशनल बयान, काले सूट में ली मंत्री पद की शपथ और शर्मिला अंदाज, Tripti Dimri की तरह रातों रात भारत के Sensation बन गये Chirag Paswan सनी देओल की अन्य परियोजनाएं उन्हें आखिरी बार अमीषा पटेल के साथ गदर 2 में देखा गया था। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बहुत सफल रही और इसे ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर घोषित किया गया। गदर 2 की सफलता के बाद, सनी ने लाहौर 1947 सहित कई फिल्में साइन कीं, जिसे आमिर खान के प्रोडक्शन बैनर के तहत बनाया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन राजकुमार संतोषी ने किया है, जिन्होंने आमिर को कल्ट क्लासिक अंदाज़ अपना अपना (1994) में निर्देशित किया था। View this post on Instagram A post shared by Sunny Deol (@iamsunnydeol)
Kalki 2898 AD: शुरू हो गया नया युद्ध, पूरे ट्रेलर की अहम कड़ी हैं अमिताभ, प्रभास करेंगे इम्प्रेस
Kalki 2898 AD के ट्रेलर को देखें तो, फिल्म कल्कि 2898 एडी के मेकर्स ने विश्वास दिलाया है कि ये फिल्म लोगों को बांधने में कामयाब होगी. टफ सीक्वेंस, क्लियर एडिटिंग और बैकग्राउंड स्कोर आपका ध्यान खींचते हैं. वीएफएक्स पर भी अच्छा काम किया गया है.
आशुतोष राणा ने डीपफेक वीडियो को बताया 'माया युद्ध', बोले- ये सालों से चल रहा
आशुतोष ने कहा कि ऐसी बातों में खुद को डिफेंड करने का कोई फायदा नहीं है. उन्होंने कहा कि जो लोग आपको जानते हैं वो सवाल करेंगे ही नहीं. और जो नहीं जानते, उन्हें किसी रिस्पॉन्स से फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि वो दिमाग में आपकी एक छवि बना चुके होते हैं.
रानीति बालाकोट एंड बियॉन्ड: जिमी शेरगिल की नई सीरीज भारत की आधुनिक युद्ध की ऐतिहासिक कहानी को प्रदर्शित करेगी। जिमी शेरगिल दो मिनट के ट्रेलर की शुरुआत पुलवामा हमले की झलक से होती है। एनएसए प्रमुख की भूमिका निभाने वाले आशीष कहते हैं, ये एक नया रण है या इसे जीतने के लिए एक नई रणनीति की जरूरत है। इसे भी पढ़ें: नक्सलियों के खिलाफ 'ऑपरेशन प्रहार', कमांडर शंकर राव समेत अब तक 79 हुए ढेर, हिट लिस्ट में और भी कई नाम शामिल आगामी वेब शो आधुनिक युद्ध को डिकोड करता है जो केवल भौतिक सीमाओं पर नहीं लड़ा जाता है बल्कि सोशल मीडिया, डिजिटल रणनीति और गुप्त राजनीतिक चालों के क्षेत्र से परे है जो भू-राजनीति को नया आकार देने की शक्ति रखता है। वेब श्रृंखला उन वास्तविक घटनाओं से प्रेरित है जिन्होंने 2019 में देश को हिलाकर रख दिया था। शो में कुछ हवाई दृश्य, शानदार प्रदर्शन और एक शक्तिशाली कथा है जो युद्ध के मैदान के अंदर और बाहर हर पहलू को चतुराई से पकड़ती है। इसे भी पढ़ें: Biden को सोचना पड़ेगा फिर एक बार, Iran पर प्रहार तो रूस करेगा पलटवार, रक्षा मंत्रायल ने चिट्ठी लिखकर जता दी मंशा आगामी वेब श्रृंखला के बारे में बात करते हुए, जिमी ने कहा: यह मेरे द्वारा अतीत में की गई किसी भी भूमिका से भिन्न है। कम से कम यह कहना चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन भारत की पहली वॉर-रूम केंद्रित वेब-श्रृंखला का हिस्सा बनना बेहद संतोषजनक भी है। वास्तविक जीवन की घटनाओं से प्रेरित जिसने देश को हिलाकर रख दिया। एनएसए प्रमुख के रूप में अपनी भूमिका के बारे में बात करते हुए, आशीष ने कहा, एनएसए प्रमुख की भूमिका निभाना चुनौतीपूर्ण रहा है, लेकिन रक्षा बलों के कुछ सदस्यों के साथ बैठकों ने मुझे अपने चरित्र की बारीकियों को समझने में मदद की। तैयारी कार्य और कार्यशालाएं मुझे वापस ले गईं मेरे एनएसडी के दिनों में। संतोष सिंह द्वारा निर्देशित, श्रृंखला का निर्माण स्फीयरओरिजिन्स मल्टीविजन प्राइवेट लिमिटेड के सुंजॉय वाधवा और कॉमल सुंजय डब्ल्यू द्वारा किया गया है। इसमें प्रसन्ना भी हैं। शो का प्रीमियर 25 अप्रैल को JioCinema पर होगा।
दर्शक काफी समय से रैपर बादशाह और हनी सिंह के बीच जुबानी जंग देख रहे हैं। दोनों का रिश्ता सालों से विवादों से भरा रहा है। हालांकि करियर के शुरुआती दिनों में बादशाह और हनी सिंह के बीच अच्छी दोस्ती हुआ करती थी। हालाँकि, ऐसा लगता है कि सफलता और पैसे ने धीरे-धीरे इस दोस्ती को पूरी तरह से खत्म कर दिया। अब दोनों अक्सर एक दूसरे पर तंज कसते नजर आते हैं। हाल ही में हनी सिंह एक होली पार्टी में शामिल हुए, जहां उन्होंने बादशाह के 'पापा कमबैक' वाले कमेंट का करारा जवाब दिया। रैपर का ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसे भी पढ़ें: Punjab Kings के खिलाफ जीत के बाद इंटरनेट पर Virat Kohli का Anushka Sharma के साथ वीडियो कॉल, FLY KISS देते नजर आये खिलाड़ी हनी सिंह ने बादशाह पर किया पलटवार बादशाह कुछ दिनों पहले हनी सिंह पर अपनी टिप्पणी को लेकर चर्चा में थे, जिसमें उन्होंने हनी सिंह की वापसी पर कटाक्ष किया था। अब सिंगर और रैपर हनी सिंह ने एक कमेंट के जरिए बादशाह को करारा जवाब दिया है और कहा है कि उन्हें बादशाह को जवाब देने के लिए मुंह खोलने की जरूरत नहीं है। उनके फैन ही काफी हैं जो हर चीज पर बात कर सकते हैं। उन्होंने अपने गाली वाले अंदाज में अपने फैंस से बात करते हुए बादशाह का जवाब दिया। हनी सिंह को सोमवार को मुंबई में एक होली पार्टी में परफॉर्म करते देखा गया और यहीं उन्होंने बादशाह पर कटाक्ष किया। बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा, हर कोई कहता है, रिप्लाई करो, रिप्लाई करो... मैं क्या रिप्लाई करूं... आप लोग तो उनके सारे कमेंट्स का बहुत अच्छे से रिप्लाई कर चुके हैं। मुझे मुंह खोलने की जरूरत है। ऐसा नहीं होता है। जैसे ही भीड़ ने उनके लिए तालियां बजाईं, गायक ने कहा, मुझे बोलने की जरूरत नहीं है। आप लोग खुद पागल हैं। हनी सिंह पागल हैं और उनके प्रशंसक भी पागल हैं। इसे भी पढ़ें: Taapsee Pannu के पति Mathias Boe आखिर कौन है? जब सफल भी नहीं थी एक्ट्रेस तब से उन्हें प्यार करते थे बैडमिंटन खिलाड़ी रैपर बादशाह ने क्या कहा? आपको बता दें कि हाल ही में बादशाह ने हनी सिंह पर कमेंट करते हुए कहा था, ''मुझे एक पेन और कागज दो। मैं तुम्हारे लिए एक गिफ्ट लाया हूं। मैं कुछ गाने लिखूंगा और तुम्हें दूंगा। पापा की वापसी तुम्हारे साथ होगी।'' Kalesh Controversy B/w Honey Singh and Badshah (Honey Singh Replied to Badshah) pic.twitter.com/o74t423bgS — Ghar Ke Kalesh (@gharkekalesh) March 25, 2024 Kalesh Between Badshah & Honey Singh Fans on Stage during Live Concert pic.twitter.com/M4VqSqLSc3 — Ghar Ke Kalesh (@gharkekalesh) March 19, 2024
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'सावरकर' रिव्यू: खोखली, एकतरफा फिल्म में एकमात्र अच्छी चीज है रणदीप हुड्डा का काम
आज के दौर में 'गुमनाम' हो चुके एक स्वतंत्रता नायक की कहानी कहने निकली ये फिल्म, एक अनजान कहानी बताने से ज्यादा अपने हीरो विनायक दामोदर सावरकर को बाकियों के मुकाबले अधिक 'वीर' बताने पर फोकस करने लगती है.

