राष्ट्रीय कांग्रेस के आवाहन पर अजमेर शहर कांग्रेस की ओर से बुधवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया। कांग्रेसियों ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को झूठे मुकदमे में फंसाने के मामले में न्यायालय द्वारा मुकदमा खारिज कर एड को फटकार लगाने पर प्रधानमंत्री का पुतला फूंका। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता तैनात किया गया। बैरिकेट्स लगाकर कार्यकर्ताओं को भी रोका गया। प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री रघु शर्मा, नसीम अख्तर के साथ ही विधायक विकास चौधरी और जिला अध्यक्ष डॉ राजकुमार जयपाल के साथ ही कई कांग्रेसी पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। सबसे पहले देखें प्रदर्शन की 2 PHOTO'S...... विधायक विकास चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें फसाना चाहती है। जिसे न्यायालय ने पर्दाफाश कर दिया है। मोदी सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर कांग्रेस को परेशान कर रही है। लेकिन इससे कांग्रेस और मजबूत होकर मैदान में उतरेगी। बीजेपी गवर्नमेंट हर मोर्चे पर विफल शहर जिला अध्यक्ष डॉ राजकुमार जयपाल ने कहा कि आज केंद्र सरकार का पुतला कलेक्ट्रेट पर फूंका गया। इस दौरान कांग्रेस ने प्रदर्शन कर बताया कि किस तरह जनता के साथ देशभर में खिलवाड़ किया जा रहा है, जिसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मनरेगा के तहत कांग्रेस सरकार में कई लोगों को रोजगार देने का काम किया। लेकिन वर्तमान सरकार उनसे रोजगार जीना चाहती है और कई लोगों को बेरोजगार करना चाहती है। यह जनता के सामने आ चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है।
मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (MMAFI) द्वारा मुंबई में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की एमएमए फाइट प्रतियोगिता में सलूंबर स्थित फौजी स्पोर्ट्स एंड एजुकेशनल एकेडमी के छात्रों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राजस्थान का नाम रोशन किया। प्रतियोगिता में देश के विभिन्न राज्यों कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के खिलाड़ियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में फौजी स्कूल के 7 होनहार खिलाड़ियों ने दमखम दिखाते हुए 3 गोल्ड और 4 सिल्वर मेडल अपने नाम किए। बच्चों के इस उत्कृष्ट प्रदर्शन से विद्यालय, अभिभावकों एवं क्षेत्र में हर्ष का माहौल है। ये रहे पदक विजेता खिलाड़ी गोल्ड मेडल विजेता कुलदीप सिंह सिसोदिया, जिज्ञांश जैन, ओम सिंह सिसोदिया सिल्वर मेडल विजेता दर्पण नाथ, लक्षित साल्वी, क्रिश जैन, कृतिका जैन वहीं, कोच रितेश सिंह (बॉक्सर सर ) के कुशल मार्गदर्शन में खिलाड़ियों ने यह उपलब्धि हासिल की। विद्यालय प्रबंधन ने सभी खिलाड़ियों को बधाई देते हुए कहा कि यह सफलता निरंतर अनुशासन, कठोर प्रशिक्षण और बच्चों के जज़्बे का परिणाम है। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने खिलाड़ियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि फौजी स्पोर्ट्स एंड एजुकेशनल एकेडमी का उद्देश्य बच्चों को खेलों के माध्यम से राष्ट्र सेवा के लिए तैयार करना है।अगर आप चाहें तो मैं इसे
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी आज केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में हो रहे प्रदर्शन में जयपुर सहित कई जिलों के कार्यकर्ता शामिल होंगे। गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में कार्यकर्ता पैदल मार्च करते हुए भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय की ओर कूच करेंगे। घेराव कर केंद्र सरकार के विरुद्ध अपनी नाराजगी व्यक्त की जाएगी। ईडी के दुरुपयोग का विरोधप्रदर्शन केंद्र सरकार की ओर से संवैधानिक संस्थाओं, विशेषकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के कथित दुरुपयोग और विपक्षी नेताओं को परेशान करने के विरोध में किया जा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि केंद्र सरकार ने कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को राजनीतिक प्रतिशोध के आधार पर ईडी की ओर से लंबी पूछताछ कर परेशान किया गया है। हालांकि, न्यायालयों ने ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेना भी उचित नहीं समझा है।
हांसी पुलिस की मानवीय पहल:एसपी ने अनाथ आश्रम में किया कंबल वितरण, बुजुर्गों और बच्चों को परोसा भोजन
हरियाणा के जिले हांसी पुलिस ने सामाजिक दायित्व निभाते हुए एक सराहनीय पहल की है। एसपी अमित यशवर्धन के नेतृत्व में बुधवार को हांसी के शिव शक्ति अनाथ आश्रम में कंबल वितरण और सामूहिक भोजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह आश्रम बाईपास स्कूल के नजदीक, बरवाला रोड पर स्थित है। इस कार्यक्रम में थाना शहर हांसी के प्रभारी इंस्पेक्टर सुखजीत भी उपस्थित रहे। आश्रम में रह रहे बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाने के उद्देश्य से कंबल वितरित किए गए। इसके बाद पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने स्वयं बुजुर्गों और बच्चों को भोजन परोसा। पुलिस अधीक्षक ने आम जनता से भी अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों को जरूरतमंदों को भोजन, राशन और गर्म कपड़े उपलब्ध कराने पर ध्यान देना चाहिए। इससे मानवता की भावना मजबूत होती है और जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जा सकती है। जरूरतमंद लोगों की सेवा करना पुलिस का दायित्व पुलिस अधीक्षक अमित यशवर्धन ने इस अवसर पर कहा कि समाज के कमजोर, बेसहारा और जरूरतमंद वर्ग की सेवा करना पुलिस का सामाजिक दायित्व है। उन्होंने जोर दिया कि पुलिस केवल कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के हर वर्ग के साथ खड़े रहना भी उसकी जिम्मेदारी है। उन्होंने यह भी बताया कि भविष्य में भी ऐसे जनकल्याणकारी कार्यक्रम जारी रखे जाएंगे। आश्रम प्रबंधन और उपस्थित लोगों ने पुलिस प्रशासन की इस पहल की सराहना की। उन्होंने इसे समाज के लिए प्रेरणादायी बताया। एसपी ने की लोगों से की अपील एसपी ने आम जनता से भी अपील की। उन्होंने कहा कि लोगों को जरूरतमंदों को भोजन, राशन और गर्म कपड़े उपलब्ध कराने पर ध्यान देना चाहिए। इससे मानवता की भावना मजबूत होती है और जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जा सकती है।
जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने बुधवार को झालरापाटन और पिपलिया सहित विभिन्न स्थानों पर आयोजित ग्रामीण एवं शहरी सेवा शिविरों का औचक निरीक्षण किया। राज्य सरकार के दो वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के उपलक्ष्य में ये शिविर आमजन से जुड़े कार्यों के प्रभावी क्रियान्वयन और समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए आयोजित किए जा रहे हैं। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने अतिक्रमण और लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया। नगर पालिका झालरापाटन में अव्यवस्थाओं पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। नगर पालिका झालरापाटन में आयोजित शहरी सेवा शिविर में कलेक्टर ने शहर में सफाई, विद्युत और पेयजल व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस दौरान नगर पालिका परिसर में गंदगी और दीवार तोड़कर किए गए अतिक्रमण को लेकर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की। जिला कलेक्टर ने अधिशासी अधिकारी को तत्काल परिसर की सफाई करने, अतिक्रमण हटाने, संबंधित अतिक्रमी पर जुर्माना लगाने और एफआईआर दर्ज कराने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने शिविर से जुड़े कार्यों में अपेक्षित प्रगति लाने पर भी जोर दिया। पंचायत समिति झालरापाटन में आयोजित ग्रामीण सेवा शिविर के निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने शिविर प्रभारी को महत्वपूर्ण निर्देश दिए। इनमें सभी सरकारी कार्यालयों से संबंधित पट्टे जारी करना, शेष किसानों की फार्मर रजिस्ट्री आईडी तैयार करना और अन्य लंबित कार्यों का सरल एवं सुचारु क्रियान्वयन सुनिश्चित करना शामिल है। विद्युत-पेयजल अधिकारियों को फील्ड में जाने के निर्देश इसके बाद जिला कलेक्टर पंचायत समिति भवानीमंडी की ग्राम पंचायत पिपलिया पहुंचे। भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केंद्र में आयोजित शिविर में उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और संबंधित ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। विद्युत एवं पेयजल विभाग के अधिकारियों को फील्ड में जाकर विद्युत पोल, ढीले तारों को दुरुस्त करने तथा पेयजल लाइनों की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए गए। निरीक्षण के दौरान जिला कलेक्टर ने शिविर प्रभारियों को निर्देश दिए कि शिविरों में प्राप्त प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए तथा पात्र व्यक्तियों को जनकल्याणकारी योजनाओं की समुचित जानकारी देकर अधिक से अधिक लाभान्वित किया जाए। इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी अभिषेक चारण, उपखण्ड अधिकारी भवानीमंडी श्रद्धा गोमे, तहसीलदार नरेन्द्र मीणा, नगर पालिका अधिशासी अधिकारी पुखराज मीणा, विकास अधिकारी महेश मीणा तथा अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
बुलंदशहर में अवैध घुसपैठियों की बढ़ती संख्या पर जागरूक नागरिक सेवा समिति ने गंभीर चिंता व्यक्त की है। समिति ने इस समस्या को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संभावित खतरा बताया है, विशेषकर जनपद की तहसील और नगर पंचायतों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में। समिति ने अपनी जांच, स्थानीय नागरिकों की शिकायतों और एकत्रित जानकारी के आधार पर कई गंभीर चिंताएं सामने रखी हैं। इनमें सबसे प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा को संभावित खतरा है, क्योंकि इन व्यक्तियों का कोई पुलिस सत्यापन या वैध पहचान-पत्र नहीं है। समिति ने यह भी आशंका जताई है कि कई संदिग्ध व्यक्तियों ने फर्जी आधार कार्ड, वोटर आईडी और राशन कार्ड बनवा लिए हैं। समिति के अनुसार, इन अवैध घुसपैठियों के कारण अपराध और असामाजिक गतिविधियों में वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय जनता में भय का माहौल है। इन व्यक्तियों द्वारा स्थानीय संसाधनों पर अनधिकृत दबाव डाला जा रहा है, और अवैध कब्जों के कारण मूल निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। इन गंभीर चिंताओं के मद्देनजर, जागरूक नागरिक सेवा समिति ने प्रशासन से कई प्रमुख मांगें की हैं। समिति ने बुलंदशहर जिले में सघन जांच अभियान चलाने और LIU, स्पेशल ब्रांच तथा स्थानीय पुलिस को विशेष रूप से सक्रिय करने की अपील की है। इसके साथ ही, सभी संदिग्ध व्यक्तियों के दस्तावेजों का गहन सत्यापन करने की मांग भी की गई है। समिति ने मांग की है कि फर्जी दस्तावेज पाए जाने पर भारतीय दंड संहिता (IPC), विदेशी अधिनियम (Foreigners Act) और पासपोर्ट अधिनियम (Passport Act) के तहत सख्त कार्रवाई की जाए। इसके अतिरिक्त, नागरिकता संदिग्ध व्यक्तियों को निर्वासन (Deportation) की प्रक्रिया में लाने, पूरे जिले में किरायेदारों का अनिवार्य पुलिस सत्यापन अभियान चलाने और संवेदनशील क्षेत्रों में सतत पेट्रोलिंग व इंटेलिजेंस मॉनिटरिंग की व्यवस्था करने की भी मांग की गई है।
लखनऊ भयानक कोहरे की चपेट में है। इसका असर आज भारत और साउथ अफ्रीका के टी-20 मैच पर भी पड़ सकता है। मंगलवार रात और बुधवार सुबह कोहरा इतना घना था कि शहर में विजिबिलिटी घटकर 50 मीटर हो गई थी। मौसम विभाग ने आज शाम 7 बजे से ही कोहरा छाने का अनुमान जताया है। कोहरा स्टेडियम के अंदर भी आ सकता है। मौसम विभाग के वैज्ञानिक अतुल सिंह का कहना है कि शाम 7 बजे से रात 11 बजे तक जिस वक्त मैच होना है, उस वक्त शहर में 200-800 मीटर तक विजिबिलिटी रह सकती है। इसके अलावा ओस की बूंदें भी गिरेंगी। चूंकि इकाना स्टेडियम गोमती नदी के किनारे है। वो पूरा इलाका खुले मैदान जैसा है, वहां कोहरा और घना हो सकता है। क्योंकि जहां नमी अच्छी होती है, वहां कोहरा ज्यादा पड़ता है। वहीं, क्रिकेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि मैच में थोड़ा व्यवधान हो सकता है। हालांकि ऐसी स्थिति में ग्राउंड्स मैन फ्लड लाइट्स को पहले जला देते हैं और ओस को कम करने के लिए केमिकल का छिड़काव करते हैं। पहले गेंदबाजी करने वाली टीम को फायदा होगा। दूसरी इनिंग्स में बॉलिंग करना मुश्किल होगा। खासकर स्पिनर्स के लिए, क्योंकि गेंद पर ग्रिप बनाना मुश्किल होगा। क्रिकेट और मौसम एक्सपर्ट्स से जानिए, संभावनाएं- रात 11 बजे 800 मीटर हो सकती है स्टेडियम में विजिबिलिटी मंगलवार शाम जब टीम इंडिया प्रैक्टिस कर रही थी, तब भी पूरा स्टेडियम कोहरे की जद में था। उस दौरान ओस भी गिर रही थी। ऐसे में आज के मैच में मैदान पर बहुत ड्यू होने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि आज शाम से ही इकाना के आसपास कोहरे और धुंध का असर बना रहेगा। वहां विजिबिलिटी 800 मीटर तक रहने की संभावना है। मैच डिले और ओवर कम हो सकते हैं एक पूर्व भारतीय क्रिकेटर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया किया दिसंबर के समय में लखनऊ में पहली बार इंटरनेशनल मैच हो रहा है। ऐसे में सर्दी का समय है तो कोहरा और धुंध होना स्वाभाविक है। बीसीसीआई को मैच शेड्यूल करने से पहले इसका ध्यान रखना चाहिए था। वैसे लग रहा है कि मैच हो जाएगा, थोड़ा बहुत दिक्कत तो आएगी ही। BCCI से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि अगर कोहरा अधिक रहा तो मैच पर असर पड़ सकता है। इस दौरान स्टेडियम के स्टाफ की तरफ से सुपर सोपर मशीन में लगे बड़े स्पंज को मैदान पर चलाकर अतिरिक्त पानी (ओस) को सुखाने का काम किया जाएगा। बड़ी रस्सियों को ग्राउंड पर चलाकर भी ओस सुखाने का काम होता है। एंटी-ड्यू रसायन का छिड़काव मैदान पर होगा। इससे घास के गीले होने की प्रक्रिया धीमे हो सकती है। टाइम फिक्स होने की वजह से उसमें बदलाव तो मुश्किल है, लेकिन मैच थोड़ा बहुत डिले हो सकता है। ओवर भी कम हो सकते हैं। मैच का टिकट 500 रुपए से 25 हजार तक दर्शकों को ऐसे मिलेगी स्टेडियम में एंट्री-गेट नंबर 1 और 2 : नार्थ पवेलियन और जनरल स्टैंड के दर्शकों के लिए।गेट नं. 3 : सिर्फ वीआईपी, खिलाड़ियों और साउथ हॉस्पिटैलिटी पास धारकों के लिए।गेट नं. 4 और 5 : साउथ पवेलियन, प्रेसिडेंशियल गैलरी दर्शकों के लिए। शहीद पथ पर डायवर्जन रहेगा, 2 लाख आबादी प्रभावित होगी ऐसी रहेगी सुरक्षा व्यवस्थास्टेडियम को 3 सुपर जोन, 6 जोन और 16 सेक्टर में बांटा गया है। स्टेडियम के अंदर-बाहर 2 हजार सुरक्षाबल तैनात रहेंगे। इनमें 200 एसआई हैं। सुपर जोन के प्रभारी एसपी, जोन के प्रभारी एडिशनल एसपी, और सेक्टर के प्रभारी डिप्टी एसपी स्तर के अधिकारी होंगे। पीएसी, एलआईयू, बम डिस्पोजल स्क्वॉड, एंटी-माइन और एंटी-ड्रोन टीमें तैनात की गई हैं। सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी की जा रही। लोगों के लिए मेडिकल और एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। पार्किंग की व्यवस्था- पी-1: मीडिया और नॉर्थ हॉस्पिटैलिटी पास वालों के वाहनों के लिए। पी-2: साउथ हॉस्पिटैलिटी मेहमानों के वाहनों के लिए। पी-3 और पी-3ए : वीआईपी और टीम मालिकों के वाहनों के लिए आरक्षित। 1400 से 2100 गाड़ियां रहने की संभावना मैच के कारण शाम 5 बजे से रात 12 बजे तक एक वक्त में शहीद पथ पर 1400 से 2100 के बीच वाहनों का दबाव रहने की संभावना है। दर्शकों के अतिरिक्त कानपुर नगर, एक्सप्रेस-वे, बाराबिरवा, अमौसी की तरफ जाने वाले सारे वाहन चालक भीड़ में फंसने से बचने के लिए शहीद पथ का इस्तेमाल करने से बचें। डायवर्जन वाले रास्तों का इस्तेमाल करें। इकाना स्टेडियम के पार्किंग में जाने वाले बड़े वाहन, बस, कॉमर्शियल वाहन को अहिमामऊ चौराहा से होकर जाना पड़ेगा। इकाना स्टेडियम के आवागमन के लिए ट्रैफिक दबाव से बचने के लिए शहीदपथ के स्थान पर अर्जुनगंज, कैंट मार्ग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बुधवार रात में भारी, बड़े वाहनों का डायवर्जन, नो-एंट्री का समय रात 11 बजे से न होकर क्रिकेट मैच खत्म होने के बाद चालू होगी। इसके लिए ट्रैफिक कंट्रोल रूम नंबर- 9454405155 पर संपर्क किया जा सकता है। मैच से पहले इकाना में टीम इंडिया की प्रैक्टिस... ऑफ स्टंप की गेंदों पर कई बार बीट हुए गिल इकाना स्टेडियम में मंगलवार को टीम इंडिया और साउथ अफ्रीका टीम के खिलाड़ियों ने जमकर अभ्यास किया। टीम इंडिया से तेज गेंदबाजों ने दूरी बनाए रखी। शुभमन गिल ऑफ स्टंप की गेंद पर कई बार बीट हुए। तेजी से बाहर निकलने वाली गेंदों को खेलने के लिए 11 गज से ही वह थ्रो डाउन कराते रहे। इसमें भी कई गेंद बीट हुए। करीब 45 मिनट तक बैटिंग करते रहे। कप्तान सूर्य कुमार यादव ने भी करीब एक घंटे तक पसीना बहाया। हालांकि, कई बार वह क्लीन शॉट्स नहीं लगा सके और कई लंबे शॉट्स भी लगाए। जीतेश शर्मा और संजू सैमसन भी बैटिंग करते हुए दिखाई दिए। वरुण चक्रवर्ती ने भी काफी समय तक नेट पर पसीना बहाया। साउथ अफ्रीका की टीम में सबसे अधिक समय तक डेविड मिलर पॉप ने प्रेक्टिस की। वह लखनऊ से खेले हुए हैं। ऐसे में उन्हें इसका फायदा मिलेगा। डेवाल्ड ब्रेविस ने शुरू के 15 मिनट सीधे बल्ले से खेला। 2 तस्वीरें देखिए...
डूंगरपुर जिले में नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पीसीसी के आह्वान पर किया गया, जब एक अदालत ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पांच अन्य के खिलाफ दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोप पत्र पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया। जिलाध्यक्ष व विधायक गणेश घोगरा के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार का पुतला फूंका और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। डूंगरपुर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष गणेश घोगरा ने कहा कि दिल्ली की एक अदालत ने नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी, सोनिया गांधी और पांच अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी के मनी लॉन्ड्रिंग आरोप पत्र पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया है। उन्होंने इसे 'सत्य की जीत' बताया। घोगरा ने आरोप लगाया कि केंद्र की भाजपा सरकार संवैधानिक संस्थाओं, विशेषकर ईडी का दुरुपयोग कर विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्लियामेंट्री पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी को ईडी द्वारा 'राजनीतिक प्रतिशोध' के आधार पर लंबी पूछताछ कर परेशान किया गया। उन्होंने आगे कहा कि अदालत ने ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेना उचित नहीं समझा, जिससे इस मामले में कांग्रेस और सत्य की जीत हुई है। घोगरा के अनुसार, इस घटना ने केंद्र सरकार द्वारा संवैधानिक संस्थाओं के कथित दुरुपयोग की सच्चाई को उजागर कर दिया है।
बुरहानपुर में इंदौर की जीएसटी विभाग की टीम ने चार दिन तक चले सर्वे के बाद दो फर्मों में टैक्स की गड़बड़ी पकड़ी है। यह कार्रवाई शुक्रवार शाम शुरू हुई थी, जो सोमवार देर रात तक चली। जीएसटी अधिकारियों ने शहर के प्रतिष्ठित सराफा व्यवसायी गोविंद दास सराफ और हार्डवेयर कारोबारी बादशाह स्टील्स के यहां सर्वे किया। जांच में सामने आया कि दोनों फर्मों ने जीएसटी से जुड़े लेनदेन में अनियमितता की है और टैक्स सही तरीके से जमा नहीं किया गया। राशि का खुलासा नहीं, असेस्टमेंट प्रक्रिया शुरू जीएसटी विभाग ने फिलहाल टैक्स गड़बड़ी की रकम सार्वजनिक नहीं की है। अधिकारियों के अनुसार, इंदौर कार्यालय में असेस्टमेंट (कर निर्धारण) की प्रक्रिया पूरी की जा रही है, जिसके बाद प्रकरण बुरहानपुर वाणिज्यिक कर कार्यालय भेजा जाएगा। इसके बाद बकाया टैक्स की वसूली की कार्रवाई होगी। अभी कार्यालय को नहीं मिला प्रकरण बुरहानपुर वाणिज्यिक कर सहायक आयुक्त मोहम्मद यूसुफ खान ने बताया कि इंदौर से तैयार किया गया असेस्टमेंट प्रकरण अभी उनके कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है। प्रकरण मिलने के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
गोरखपुर में रामनगर बाईपास रोड पर 17 दिसंबर 2025 को एक सड़क दुर्घटना हुई। दिल्ली से आ रही एक यात्री बस ने आगे चल रहे ट्रक में टक्कर मार दी, जिससे बस में सवार छह यात्री घायल हो गए। टक्कर इतनी भीषण थी कि बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और मौके पर अफरा-तफरी मच गई। सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं सक्रिय हो गईं। खोराबार क्षेत्र से 108 एंबुलेंस सेवा की दो एंबुलेंस तत्काल घटनास्थल पर पहुंचीं। एंबुलेंस में तैनात ईएमटी श्रीलाल और प्रेमचंद्र ने घायलों को प्राथमिक उपचार दिया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को स्थिर करने के लिए आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। एंबुलेंस पायलट वीरेंद्र और मुकेश ने सभी छह घायलों को सुरक्षित रूप से एम्स अस्पताल पहुंचाया। त्वरित कार्रवाई के कारण सभी मरीजों को समय पर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
बलिया DM ने गौशालाओं के लिए दिए निर्देश:ठंड से बचाव, वाई-फाई और केयरटेकर सुविधाओं पर जोर
बलिया के जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में गोवंश संरक्षण हेतु गठित जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इसमें जनपद के गो आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं, मुख्यमंत्री सहभागिता योजना के अंतर्गत सुपुर्द किए गए गोवंशों के भरण-पोषण तथा डीबीटी के माध्यम से किए गए भुगतान की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान भविष्य में संरक्षित किए जाने वाले गोवंशों की संख्या के अनुरूप गो आश्रय स्थलों पर शेड विस्तार एवं अवस्थापना निर्माण पर चर्चा हुई। गो आश्रय स्थलों व सहभागिता योजना में दिए गए गोवंशों का समय से सत्यापन एवं फंड रिक्वेस्ट भेजने पर भी बात की गई। इसके अतिरिक्त, पशु क्रूरता अधिनियम के अंतर्गत बरामद गोवंशों को संबंधित गो आश्रय स्थलों में प्रतिस्थापित करने, ठंड से बचाव के उपायों तथा गो आश्रय स्थलों के सतत निरीक्षण पर विशेष जोर दिया गया। केयरटेकरों के मानदेय भुगतान एवं पराली संग्रहण के एजेंडे की भी समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी गौशालाओं में पशुओं को ठंड से बचाने की समुचित व्यवस्था, पर्याप्त चारा, साफ-सफाई, स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता तथा पानी के टैंकरों की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। डीएम ने निर्देश दिए कि सभी गौशालाओं में सीसीटीवी कैमरे और कंट्रोल रूम सक्रिय रहें तथा सभी गोवंशों की जियो-टैगिंग अनिवार्य रूप से सुनिश्चित हो। साथ ही, उन्होंने सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों को संबंधित विकासखंड के बीडीओ के माध्यम से सभी गौशालाओं में वाई-फाई सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बैठक में अवगत कराया कि 26 गौशालाओं में तैनात केयरटेकरों के लिए स्थल पर ही रहने हेतु व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। इस पर जिलाधिकारी ने सभी गौशालाओं में केयरटेकरों के लिए शौचालय, बिजली एवं रहने के कमरों की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ओजस्वी राज, जिला विकास अधिकारी आनंद प्रकाश, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
बांदा में धान खरीद में हेराफेरी:बिना लाइसेंस खरीद और कम तौल पर 20 हजार का जुर्माना
बांदा के बबेरू तहसील स्थित आहार गांव में धान खरीद में बड़े पैमाने पर हेराफेरी का मामला सामने आया है। व्यापारियों पर इलेक्ट्रॉनिक तराजू में गड़बड़ी कर किसानों से कम धान खरीदने और बिना लाइसेंस के खरीद करने का आरोप है। इस मामले में दुकानदारों पर 20 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है और किसानों को उनका बकाया भुगतान सुनिश्चित किया गया है। किसानों ने आरोप लगाया कि दुकानदार प्रति बोरी 8 से 10 किलोग्राम धान कम तौल रहे थे। यह धोखाधड़ी तब उजागर हुई जब कुछ किसानों ने मंडी लाने से पहले अपने घर पर धान का वजन किया। किसानों का कहना है कि इस प्रकार दर्जनों किसानों को लाखों रुपये का चूना लगाया जा चुका था। धोखाधड़ी का पता चलने पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर नायब तहसीलदार मनोहर सिंह और मंडी सचिव अखंड प्रताप सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने व्यापारियों की दुकानों में रखे धान को जब्त कर दोबारा तौलवाया, जिससे किसानों के आरोप सही साबित हुए। जांच में सामने आया कि व्यापारी ऊंची कीमत बताकर कम धान तौल रहे थे, जिससे छोटे और बड़े दोनों तरह के किसानों को खुलेआम धोखा दिया जा रहा था। जांच के दौरान अधिकारियों को यह भी पता चला कि दुकानदारों के पास धान खरीद का लाइसेंस नहीं था। इसके बाद, मंडी सचिव ने यह सुनिश्चित किया कि कम तौले गए धान के लिए दर्जनों किसानों को उनका बकाया पैसा वापस मिले, जिसके बाद किसान शांत हुए। सही तौल के बाद किसानों को उनका पूरा भुगतान कर दिया गया। मामले की जांच के बाद आगे की विभागीय कार्रवाई की जा रही है। हालांकि, किसानों ने मंडी सचिव और स्थानीय विभागीय प्रशासन पर व्यापारियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मौसम की मार के साथ-साथ व्यापारी इस तरह की धोखाधड़ी से उनकी मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।
सलूम्बर जिले में चोरी की बढ़ती वारदातों, सहकारी समितियों में खाद-डीएपी की कमी और केंद्र सरकार द्वारा योजनाओं के नाम बदले जाने के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी सलूम्बर ने प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपा है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि इन समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ तो 31 दिसंबर को जिला स्तरीय आंदोलन किया जाएगा। जिले में रबी फसलों की बुवाई के बीच यूरिया व डीएपी खाद की भारी किल्लत से किसान परेशान हैं। सहकारी समितियों पर पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं होने के कारण किसानों को दर-दर भटकना पड़ रहा है। इस गंभीर समस्या को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी सलूम्बर ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र समाधान की मांग की है। जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष परमानन्द मेहता (एडवोकेट) ने बताया कि वर्तमान में गेहूं, चना सहित अन्य रबी फसलों की बुवाई चल रही है, लेकिन किसानों को समय पर यूरिया और डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है। इससे फसलों को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। उन्होंने यह भी बताया कि 8 दिसंबर को भी इस समस्या को लेकर ज्ञापन दिया गया था, लेकिन अब तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। कांग्रेस कमेटी का कहना है कि सलूम्बर जिले की अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है। खाद की आपूर्ति बाधित होने से किसानों की आजीविका पर सीधा असर पड़ रहा है। यदि सरकारी स्तर पर अतिरिक्त खाद की आपूर्ति शीघ्र सुनिश्चित नहीं की गई तो हालात और बिगड़ सकते हैं। ज्ञापन में यह भी बताया गया कि रबी फसल की बुवाई के समय सहकारी समितियों में यूरिया और डीएपी उपलब्ध नहीं है। किसान सुबह से शाम तक लाइनों में खड़े रहने को मजबूर हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रही है। कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र खाद की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की गई तो किसान आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।
देवरिया में बीएड तृतीय सेमेस्टर की परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। इस दौरान चार परीक्षा केंद्रों पर कुल 28 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे, जबकि नकल के आरोप में चार छात्राओं को रेस्टिकेट कर दिया गया। तीसरे दिन हिस्ट्री और मैथमेटिक्स विषयों की परीक्षा आयोजित की गई। जनपद के 29 महाविद्यालयों के बीएड तृतीय सेमेस्टर के छात्रों के लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्र के चार केंद्रों पर परीक्षा सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित की गई। इन केंद्रों में बाबा राघव दास स्नातकोत्तर महाविद्यालय (बीआरडी पीजी कॉलेज), संत विनोबा पीजी कॉलेज, स्वामी देवानंद पीजी कॉलेज, मठ लार और मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज, भाटपाररानी शामिल थे। बीआरडी पीजी कॉलेज में 9 महाविद्यालयों के 343 परीक्षार्थी उपस्थित रहे, जबकि 3 अनुपस्थित थे। संत विनोबा पीजी कॉलेज में 7 महाविद्यालयों के 284 परीक्षार्थी शामिल हुए और 8 ने परीक्षा छोड़ दी। स्वामी देवानंद पीजी कॉलेज, मठ लार में 7 महाविद्यालयों के 228 परीक्षार्थी उपस्थित हुए। मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज, भाटपाररानी में 8 महाविद्यालयों के 783 परीक्षार्थी उपस्थित रहे, वहीं 17 परीक्षार्थी अनुपस्थित पाए गए। परीक्षा के दौरान आंतरिक उड़ाका दल ने सघन जांच की। संत विनोबा पीजी कॉलेज के कक्ष संख्या 7 में बहादुर यादव मेमोरियल महाविद्यालय, नगर पंचायत भटनी की दो छात्राएं (एक हिस्ट्री और एक मैथमेटिक्स विषय में) नकल करते पकड़ी गईं। इसी कॉलेज के कक्ष संख्या 9 में राजेश्वरी देवी रामसुभग सिंह महाविद्यालय, कुर्मीपट्टी पथरदेवा की दो छात्राओं को हिस्ट्री विषय में नकल करते हुए पकड़ा गया। तलाशी के दौरान इन छात्राओं के पास से चिट और गाइड बरामद हुए। इसके बाद केंद्राध्यक्ष प्रो. अर्जुन मिश्र ने चारों छात्राओं को तत्काल प्रभाव से रेस्टिकेट कर दिया। उल्लेखनीय है कि इससे पहले परीक्षा के पहले दिन भी बीआरडी पीजी कॉलेज में प्रिंसिपल एंड मेथड्स ऑफ टीचिंग विषय की परीक्षा के दौरान एक छात्रा नकल करते हुए पकड़ी गई थी, जिसे भी रेस्टिकेट किया गया था। प्रशासन ने परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए सख्त निगरानी जारी रखने की बात कही है।
बलिया में मालवीय मुरली मनोहर की जयंती मनाई:सागरपाली में बच्चों को किताबें, कलम और मिठाई बांटी
बलिया के प्रथम सांसद, स्वतंत्रता सेनानी और 'बलिया के मालवीय' कहे जाने वाले स्वर्गीय बाबू मुरली मनोहर की जयंती मनाई गई। उनकी जन्मस्थली सागरपाली स्थित प्राइमरी पाठशाला नंबर दो में यह आयोजन हुआ, जहाँ बच्चों को पाठ्यपुस्तकें, कलम और मिठाइयां वितरित की गईं। यह कार्यक्रम सोशल वर्कर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जाकिर हुसैन द्वारा आयोजित किया गया। जाकिर हुसैन ने कहा कि बाबू मुरली मनोहर द्वारा जलाई गई शिक्षा की चिंगारी आज एक मशाल बन चुकी है। उन्होंने बलिया के बच्चों को शिक्षित करने का सपना देखा था, ताकि गाँव, जिला और प्रदेश का मान-सम्मान बढ़े। हुसैन ने बताया कि मुरली मनोहर ने बलिया में शिक्षा की जो नींव रखी थी, आज उनके स्थापित किए गए स्कूलों से 50,000 से अधिक लोग लाभान्वित हो रहे हैं। इन संस्थानों से पढ़कर निकले विद्यार्थी देश-विदेश में सरकारी नौकरियों में कार्यरत हैं। उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षा के बिना मानव समाज का कोई अर्थ नहीं है। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता राशिद कमाल, अरुण श्रीवास्तव, कमला शंकर शर्मा, प्रभाकर सिंह, रसोईया संघ की जिला अध्यक्ष रेनू शर्मा, प्रधानाध्यापक सुनील कुमार पांडेय, सहायक अध्यापक परमात्मा पांडेय और सहायक अध्यापिका पूनम सिंह सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
प्रतापगढ़ के हथुनिया थाना क्षेत्र में 14 वर्षीय बालिका भावना मेघवाल की उपचार के दौरान मौत हो गई। परिजनों ने सेमली गांव के एक झोलाछाप चिकित्सक पर गलत इंजेक्शन लगाने और लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एक साल पहले लगाया था इंजेक्शन मृतका के दादा राधेश्याम मेघवाल ने हथुनिया थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि सेमली गांव का मुकेश मालवीय, जिसने नर्सिंग का प्रशिक्षण ले रखा है, गांव में घूम-घूमकर मरीजों का प्राथमिक उपचार करता है। करीब एक वर्ष पहले मुकेश ने भावना को एक इंजेक्शन लगाया था, जिसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। अहमदाबाद ले जाते वक्त दम तोड़ा राधेश्याम मेघवाल ने बताया- इंजेक्शन लगने के बाद से ही भावना का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ता चला गया और उसका विभिन्न जगहों पर इलाज चल रहा था। परिजनों का आरोप है कि गलत इंजेक्शन के कारण ही बच्ची की हालत बिगड़ती गई। मंगलवार को उसकी हालत गंभीर होने पर उसे अहमदाबाद रेफर किया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस कर रही जांच हथुनिया थाना पुलिस के जांच अधिकारी नरपाल सिंह ने बताया- बुधवार सुबह करीब 11:30 बजे मृतका के दादा की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया। मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमॉर्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है।
मंडला जिला अस्पताल में एक मेल नर्सिंग ऑफिसर के साथ मरीज के परिजनों ने मारपीट की। घटना के बाद अस्पताल के सभी स्टाफ ने काम रोक दिया और सिविल सर्जन कार्यालय पहुंच गए। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना प्रभारी शफीक खान स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। घटना बुधवार सुबह करीब 10 बजे की है। पुलिस से की शिकायत, अस्पताल में सुरक्षा की मांग नर्सिंग ऑफिसर राकेश सिंह राजपूत ने पुलिस को शिकायत पत्र सौंपकर कार्रवाई और अस्पताल में सुरक्षा की मांग की है। इस घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जिसमें अस्पताल स्टाफ के साथ कुछ लोग धक्का-मुक्की करते दिख रहे हैं। मरीज के साथ आए परिजनों ने की अभद्रता राकेश सिंह राजपूत ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 10 बजे आपातकालीन कक्ष में मरीज विशाल ठाकुर को लाया गया था। मरीज के साथ आए गोलू ठाकुर, शेरा ठाकुर और अन्य परिजनों ने महिला डॉक्टर के साथ अभद्रता की और अनुचित शब्दों का इस्तेमाल किया। जब नर्सिंग ऑफिसर राकेश सिंह राजपूत ने इसका विरोध किया, तो उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज की गई। बीच-बचाव करने आए अन्य डॉक्टरों और स्टाफ के साथ भी गाली-गलौज और मारपीट की गई। उन्होंने पुलिस से इस मामले में तत्काल कार्रवाई करने और अस्पताल में आए दिन होने वाली ऐसी घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है। टीआई बोले-मामले की हो रही है जांच कोतवाली थाना प्रभारी शफीक खान ने बताया कि मेल नर्स और अस्पताल स्टाफ के साथ मरीज विशाल ठाकुर के परिजनों द्वारा हाथापाई की नौबत आई है। अस्पताल स्टाफ द्वारा उन्हें आवेदन दिया गया है, जिसकी जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।
धनबाद के तोपचांची थाना क्षेत्र अंतर्गत नारकोपी बस्ती निवासी ओम प्रकाश महतो (30) की मंगलवार की रात उसके कमरे में फंदे से लटका शव बरामद किया गया। घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ओम प्रकाश महतो दूसरे राज्य में एक निजी कंपनी में फिटर का काम करता था और पांच दिन पहले ही अपने घर तोपचांची लौटा था। मंगलवार को वह एक बर्थडे पार्टी में शामिल होकर घर वापस आया। घर पहुंचने के बाद उसने अपनी पत्नी से खाने के लिए पूछा। इसके बाद पति-पत्नी और उनका बच्चा खाना खाकर सो गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची देर रात अचानक परिजनों ने देखा कि ओम प्रकाश पंखे से साड़ी के सहारे लटका हुआ है। आनन-फानन में उसे नीचे उतारा गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही तोपचांची थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए धनबाद स्थित शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SNMMCH) भेज दिया। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाने का प्रयास कर रही है। मृतक के मामा मनोज महतो ने बताया कि मंगलवार सुबह उनकी भांजे से बातचीत हुई थी। उसने मुझे घर आने का निमंत्रण भी दिया था और उस समय सब कुछ सामान्य लग रहा था। मनोज महतो के अनुसार, शाम में बर्थडे पार्टी में जाने की जानकारी मिली और बाद में देर रात आत्महत्या की खबर आई। उन्होंने कहा कि समझ में नहीं आ रहा है कि ओम ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया। वह अपने पीछे पत्नी और एक छोटे बच्चे को छोड़ गया है। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
पीलीभीत में रोडवेज बस खड़े ट्रक से टकराई:दो यात्री घायल, कोहरे के कारण हादसा, लखनऊ से आ रही थी
पीलीभीत जनपद के पीलीभीत-पूरनपुर मार्ग पर मंगलवार और बुधवार की मध्य रात्रि को एक सड़क हादसा हुआ। थाना गजरौला क्षेत्र के पिपरिया मोड़ के पास घने कोहरे के कारण एक खराब ट्रक में पीछे से आ रही रोडवेज बस जा घुसी। इस टक्कर में बस का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और चालक समेत दो लोग घायल हो गए। यह घटना तड़के करीब 3:30 बजे हुई। पीलीभीत डिपो की रोडवेज बस (संख्या UP 78 LN 0362) लखनऊ से यात्रियों को लेकर पीलीभीत आ रही थी। गजरौला थाना क्षेत्र में सीमेंट ईंट प्लांट के पास एक गन्ने से लदा ट्रक (संख्या UP 22 T 5131) खराब होने के कारण सड़क किनारे खड़ा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घना कोहरा होने के कारण दृश्यता काफी कम थी। इसी वजह से बस चालक खड़े ट्रक को देख नहीं पाया और बस पीछे से ट्रक में जा टकराई। हादसे के समय बस में लगभग 7 से 8 यात्री मौजूद थे। टक्कर के कारण बस चालक दयाराम (40 वर्ष), पुत्र अगनलाल, निवासी ग्राम चिरौरा (बरखेड़ा) के सिर में चोटें आईं। बस में सवार यात्री आयुष शर्मा, पुत्र दीपक शर्मा, निवासी आवास विकास कॉलोनी, पीलीभीत भी घायल हो गए। सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची। पुलिस ने एम्बुलेंस की मदद से दोनों घायलों को जिला अस्पताल पीलीभीत पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है। अन्य यात्रियों को सुरक्षित रूप से दूसरी बस से उनके गंतव्य तक भेजा गया। थाना अध्यक्ष ब्रजवीर सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि हादसा घने कोहरे और कम दृश्यता के कारण हुआ। सड़क किनारे खड़े खराब ट्रक से बस टकरा गई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य किया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। क्षतिग्रस्त वाहनों को मार्ग से हटाकर यातायात सुचारु कर दिया गया है।
झांसी की रिहायशी कॉलोनी में 25 दिन से गायब युवक का शव नाले में मिला है। कॉलोनी के निवासियों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी तो शव को नाले से निकलवाया गया। साथ ही युवक की पहचान कर उसके पिता को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे मृतक के पिता का आरोप है कि बेटे की किसी ने हत्या कर शव नाले में फेंक दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र के पारीछा थर्मल पावर प्लांट में जमुना प्रसाद मजदूरी करते हैं। उनके दो बेटे हैं, जिसमें छोटा बेटा 28 साल का सुनील बीते 25 दिन से घर से गायब था। परिजनों ने काफी तलाश किया लेकिन उसकी कोई जानकारी नहीं मिल रही थी। बुधवार की दोपहर लगभग 1 बजे लापता सुनील के पिता को पुलिस ने सूचना दी कि पारीछा कॉलोनी के नाले में एक युवक का शव मिला है आकर उसकी पहचान करें। इसके बाद मौके पर पहुंचे जमुना प्रसाद ने युवक को पहचानते हुए बताया कि ये उनके लापता बेटे सुनील का शव है। जमुना प्रसाद का आरोप है कि किसी ने उनके बेटे को हत्या कर यहां फेंक दिया है। उन्होंने पुलिस से जांच कर इंसाफ की मांग की है।साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि सुनील को मिर्गी की बीमारी थी। अक्सर वह मिर्गी के दौरे आने के चलते बेहोश होकर गिर जाया करता था। यहां पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। बड़ागांव थाना प्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों ने सूचना दी थी कि एक युवक का शव नाले में उतरा रहा है। मौके से शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। मौत की सही वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगी। फिलहाल हर पहलू पर जांच की जा रही है।
पाली में कांग्रेस की ओर से बुधवार को कलेक्ट्रेट पर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान कांग्रेसियों ने केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला जलाया। बोले- ED को लगाई फटकार कांग्रेस जिलाध्यक्ष शिशुपाल सिंह राजपुरोहित ने कहा कि मोदी-शाह की सरकार ED और अन्य संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है। उसके विरोध में यह आयोजन किया गया। न्यायालय की ओर से सोनिया गांधी, राहुल गांधी पर लगाए गए झूठे मुकदमों को खारिज करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ED) को फटकार लगाई है। जो साफ इशारा करता है कि राजनीतिक षड्यंत्र के तहत ED व अन्य संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है। इसके विरोध में राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के आदेशानुसार विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। रैली के रूप में पहुंचे कलेक्ट्रेट इससे पहले कांग्रेसी नारेबाजी करते हुए कांग्रेस भवन से रवाना हुए। वे पैदल कलेक्ट्रेट पहुंचे। और केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
हापुड़ बार एसोसिएशन ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग को लेकर बुधवार को हापुड़ बंद का आह्वान किया है। एसोसिएशन ने इस बंद के लिए विभिन्न राजनैतिक, गैर राजनैतिक, व्यापारिक संघों, सामाजिक संगठनों और आम जनता से सहयोग मांगा है। एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय कंसल और सचिव वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हापुड़ सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों का क्षेत्राधिकार इलाहाबाद हाईकोर्ट में है। यह दूरी लगभग 700 किलोमीटर है, जिससे न्याय प्राप्त करने में लोगों को कठिनाई होती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिवक्ता पिछले करीब 50 वर्षों से हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस संबंध में, हाईकोर्ट बेंच की स्थापना के लिए 17 दिसंबर को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 22 जिलों में भी बंद और जन जागरण प्रदर्शन का आह्वान किया गया है। इन जिलों में भी राजनैतिक, गैर राजनैतिक, व्यापारिक संघों, सामाजिक संगठनों और आम जनता के सहयोग से बाजारों को पूर्ण रूप से बंद रखा जाएगा।
फरीदाबाद की डबुआ सब्जी मंडी में दुकान के सामने फड़ (रेहड़ी) लगाने को लेकर हुए विवाद में कुछ युवकों ने एक दुकानदार के साथ जमकर मारपीट कर दी। यह पूरी घटना मंडी में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हो गई। मारपीट में घायल दुकानदार को इलाज के लिए बीके अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच डबुआ थाना पुलिस कर रही है। दुकान के सामने फड़ लगाने को लेकर चल रहा था विवाद बीके अस्पताल में घायल हालत में दुकानदार कपिल को लेकर पहुंचे परिजनों ने बताया कि डबुआ सब्जी मंडी में उनकी खुद की फलों की दुकान है, जिसे कपिल संभालता है। दुकान के ठीक सामने कुछ लोग फड़ लगाते थे, जिसको लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चल रहा था। परिजनों का कहना है कि कपिल कई बार फड़ लगाने वालों से कह चुका था कि वे दुकान के सामने से फड़ थोड़ा हटाकर लगाएं, ताकि उनकी दुकान पर ग्राहकों को आने में परेशानी न हो। दर्जनभर युवकों ने मिलकर की पिटाई परिजनों ने आरोप लगाया कि मंडी प्रधान रंधीर पहलवान ने अपने साथियों को बुलाकर कपिल के साथ मारपीट करवाई। साजिश के तहत कपिल को मंडी में बुलाया गया, जिसके बाद दर्जनभर से ज्यादा युवकों ने उसे घेरकर पीटना शुरू कर दिया। इस मारपीट में कपिल को शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस जांच में जुटी डबुआ थाना प्रभारी रंधीर ने बताया कि सब्जी मंडी में मारपीट की सूचना मिली है। घायल का मेडिकल पुलिस की मौजूदगी में बीके अस्पताल में कराया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर रही है। पीड़ित की शिकायत के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस प्रदर्शन करेगी। पंडरी इलाके में बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता इकट्ठा हो चुके हैं। विधानसभा से कांग्रेस विधायकों के पहुंचते ही प्रदर्शन की शुरुआत की गई। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता नारेबाजी करते हुए भाजपा के एकात्म परिसर की ओर बढ़ेंगे। कांग्रेस कार्यकर्ता केंद्र सरकार और भाजपा के खिलाफ जमकर नारे लगा रहे हैं। यह प्रदर्शन नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर किया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि नेशनल हेराल्ड मामले में राजनीतिक द्वेष के तहत कार्रवाई की जा रही है और लोकतांत्रिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है। प्रदर्शन को देखते हुए इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पुलिस बल तैनात है और प्रदर्शनकारियों पर नजर रखी जा रही है। फिलहाल प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से जारी है। क्या है नेशनल हेराल्ड केस BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एक याचिका दाखिल करते हुए सोनिया, राहुल और कांग्रेस के ही मोतीलाल वोरा, ऑस्कर फर्नांडीज, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे पर घाटे में चल रहे नेशनल हेराल्ड अखबार को धोखाधड़ी और पैसों की हेराफेरी के जरिए हड़पने का आरोप लगाया था। आरोप के मुताबिक, कांग्रेसी नेताओं ने नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों पर कब्जे के लिए यंग इंडियन लिमिटेड ऑर्गेनाइजेशन नाम की संस्था बनाई, जिसकी अधिकतर हिस्सेदारी गांधी परिवार के पास है। यंग इंडियन के जरिए नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन करने वाली AJL का अवैध अधिग्रहण कर लिया। स्वामी का आरोप था कि ये सब दिल्ली के बहादुर शाह जफर मार्ग स्थित हेराल्ड हाउस की ₹2000 करोड़ की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया था। आरोप है मुताबिक, ₹2000 करोड़ की कंपनी को केवल ₹50 लाख में खरीदा गया। सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया, राहुल समेत केस से जुड़े कांग्रेस के अन्य नेताओं के खिलाफ आपराधिक मुकदमा चलाने की मांग की थी। आरोपियों में से मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज की अब मौत हो चुकी है। ED दोबारा चार्जशीट दाखिल करेगा ED ने इस मामले में दोबारा चार्जशीट दाखिल करने की बात कही है। ED सूत्रों के मुताबिक, कोर्ट ने यह फैसला तकनीकी आधार पर दिया है। उसने मामले के मैरिट पर कोई टिप्पणी नहीं की है। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने इस मामले में नई FIR दर्ज कर ली है, लेकिन ED भी अपनी जांच जारी रखेगा। दिल्ली पुलिस जैसे ही अपनी कानूनी प्रक्रिया पूरी करेगी, ED दोबारा चार्जशीट दाखिल करेगा। साल 2022: सोनिया-राहुल से घंटों पूछताछ हुई थी नेशनल हेराल्ड मामले में ED ने साल 2022 में राहुल गांधी और सोनिया गांधी को अपने दफ्तर कई बार बुलाकर पूछताछ की है। ED ने 13 जून 2022 से 17 जून 2022 तक राहुल से लगातार 5 दिनों तक, कई चरणों में करीब 50 घंटे पूछताछ की थी। सोनिया गांधी से 21 जुलाई 2022 से पूछताछ शुरू हुई। 3 दिन के दौरा, कई चरणों में 12 घंटे पूछताछ हुई थी। ED ने इस दौरान उनसे 100 से ज्यादा सवाल किए।
राजधानी रायपुर में मुख्यमंत्री के ओएसडी (OSD) बनकर एक व्यक्ति को फोन पर धमकी देने का मामला सामने आया है। इस संबंध में सिविल लाइन्स थाना पुलिस ने अज्ञात मोबाइल नंबर यूजर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। प्रार्थी चिंतामणी पंडा (40 वर्ष) निवासी शिवानंद नगर रायपुर है।उन्होंने पुलिस को बताया कि वे आंजनेय यूनिवर्सिटी नरदहा में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। 15 दिसंबर की दोपहर करीब 3:20 बजे उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया, जिसमें कॉलर ने स्वयं को मुख्यमंत्री के ओएसडी रवि मिश्रा बताकर धमकी दी। प्रोफेसर ने बताया कि कॉल करने वाले व्यक्ति ने उनकी पत्नी से चल रहे पारिवारिक विवाद का हवाला देते हुए कहा कि यदि उन्होंने आपसी सुलह नहीं की, तो उनकी पत्नी के आवेदन को बड़े अधिकारियों और कॉलेज प्रबंधन तक भेजा जाएगा। कॉलर ने उन्हें सबक सिखाने की धमकी भी दी। इस धमकी के बाद चिंतामणी पंडा भयभीत हो गए, लेकिन बाद में उन्हें एहसास हुआ कि कॉल करने वाला व्यक्ति फर्जी पहचान का उपयोग कर मुख्यमंत्री कार्यालय की छवि को धूमिल करने की कोशिश कर रहा है। पुलिस ने दर्ज की FIR पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज किया है। प्रार्थी ने कॉल लॉग और ट्रू कॉलर की फोटो भी पुलिस को सौंपी हैं, जिन्हें डिजिटल साक्ष्य के रूप में जांच में शामिल किया गया है।थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस अब संबंधित मोबाइल नंबर की तकनीकी जांच, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और साइबर साक्ष्यों के आधार पर आरोपी की पहचान कर रही है।
कांकेर जिले में कलेक्टर निलेश कुमार महादेव क्षीरसागर ने साप्ताहिक समय-सीमा बैठक में लंबित प्रकरणों और कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्धारित समय-सीमा में गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले में निर्माणाधीन सड़कों, पुल-पुलियों, भवनों और अन्य अधोसंरचना कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अधिकारियों को इन कार्यों को जल्द पूरा करने के लिए निर्देशित किया। बैठक में SIR, वर्तमान में धान खरीदी की स्थिति और ई-ऑफिस में प्रगति लाने के निर्देशों पर भी चर्चा हुई। SIR कार्यों की समीक्षा कलेक्टोरेट सभाकक्ष में 16 दिसंबर की सुबह साढ़े 10 बजे आयोजित इस बैठक में कलेक्टर ने भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार एसआईआर की प्रगति की जानकारी ली। अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र कुर्रे ने बताया कि बीएलओ द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे कार्य अंतिम चरण में है और इसे 18 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि बीएलओ और बीएलए स्तर की कार्यवाही अभी जारी है। वहीं, ई-ऑफिस के माध्यम से कार्यालयीन कार्रवाई के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। बताया गया कि ब्लॉक और तहसील स्तर पर कार्य में तेजी आने से जिले की रैंकिंग में सुधार होगा। धान खरीदी की प्रगति की समीक्षा धान खरीदी की प्रगति के संबंध में कलेक्टर द्वारा पूछे जाने पर खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में अब तक 01 लाख 27 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी पूर्ण हो चुकी है, जो पिछले साल की तुलना में 105 प्रतिशत अधिक है। वर्तमान में जिले में बारदाना पर्याप्त मात्रा में है। उन्होंने बताया कि जिले में 01 लाख 01 हजार 203 पंजीकृत किसान हैं, जिनके द्वारा 01 लाख 39 हजार 728 हेक्टेयर पर ली गई धान की फसल का विक्रय किया जा रहा है। यह भी बताया गया कि जिले के 149 धान खरीदी केंद्रों में लगभग 23 प्रतिशत धान की खरीदी की जा चुकी है। वहीं जिले के 04 हजार 640 किसानों के द्वारा 948.450 हेक्टेयर रकबे का समर्पण किया गया है। जिले के किसानों द्वारा टोकन लिमिट बढ़ाए जाने की मांग पर कलेक्टर ने कहा कि 31 जनवरी 2026 तक के लिए किसानों को टोकन जारी किया जा रहा है। यदि इसके बाद भी किसानों का धान बच जाता है तो इस संबंध में शासन स्तर पर किसानों के हित में यथोचित निर्णय लिया जाएगा।
हापुड़ में बुधवार को जिला कांग्रेस कमेटी ने मनरेगा योजना रद्द करने के केंद्र सरकार के कथित कदम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस पदाधिकारियों ने नगरपालिका परिषद स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना दिया और भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश त्यागी ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को निरस्त करने के लिए विधेयक पेश करने का कार्यक्रम एक चिंताजनक और सुनियोजित कदम है। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक,अधिकार-आधारित जन कानून को कमजोर करने और भारत के सबसे पहचाने जाने वाले कल्याणकारी कानून से महात्मा गांधी का नाम और मूल्यों को मिटाने की राजनीतिक चाल बताया। कांग्रेस सरकार के दौरान मनरेगा योजना में हर हाथ को काम दो, काम का पूरा दाम दो का वादा था। उन्होंने कहा कि मनरेगा ने ग्रामीण भारतीयों को काम मांगने का कानूनी अधिकार दिया, पूरे ग्रामीण भारत में 100 दिनों के रोजगार की गारंटी दी और महिलाओं व भूमिहीन लोगों को सशक्त बनाया। पूर्व विधायक गहराज सिंह ने कहा कि मनरेगा का नाम बदलना भाजपा और आरएसएस की गांधी जी के मूल्यों के प्रति लंबे समय से चली आ रही असहजता और अविश्वास को दर्शाता है। उन्होंने इसे राष्ट्रपिता के नाम को एक जन-केंद्रित कल्याणकारी कानून से मिटाने का प्रयास बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार इस अधिनियम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के मजदूर भाइयों को काम के अधिकार से वंचित कर उन्हें केंद्र-नियंत्रित दया और दान की व्यवस्था पर निर्भर कराना चाहती है, जिसे कांग्रेस पार्टी कभी बर्दाश्त नहीं कर सकती। प्रदर्शन के बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार स्वाति गुप्ता को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान पूर्व शहर अध्यक्ष दिनेश चंद शर्मा, पूर्व पीसीसी सदस्य नवरत्न त्यागी, पूर्व प्रदेश सचिव डॉक्टर शोएब, सभासद सुशील शास्त्री, जकरिया मनसबी, जिला महासचिव इकबाल प्रधान, कपिल शर्मा, आई सी शर्मा, मेजर शौकीन चौधरी, ओमवीर नागर, गौरव गर्ग, विक्की शर्मा, भरतलाल शर्मा, अनुज कुमार एडवोकेट, रवींद्र गुर्जर, कुसुम लता, सुबोध शास्त्री, लोकपाल सागर, यशपाल सिंह ढिलोर, निसार अहमद, शहजाद मेवाती, जितेंद्र नागर, सुबोध शास्त्री, संजय छाबड़ा, अनूप कर्दम सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
धौलपुर ने बीकानेर को 10 विकेट से हराया:अंडर-14 क्रिकेट टूर्नामेंट में समर प्रताप चौहान ने जड़े 69 रन
जयपुर में आयोजित राजस्थान अंडर-14 क्रिकेट टूर्नामेंट में धौलपुर की टीम ने अपने पहले मुकाबले में बीकानेर को 10 विकेट से करारी शिकस्त दी। यह मैच राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के देखरेख में खेला गया। 40 ओवर के इस मैच में बीकानेर की टीम 131 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। धौलपुर के गेंदबाज पंकज ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 7 ओवर में 29 रन देकर 4 विकेट हासिल किए। बीकानेर के लिए अनुपम बिश्नोई ने सर्वाधिक 40 गेंदों पर 32 रन का योगदान दिया। 132 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए धौलपुर की टीम ने 21.1 ओवर में बिना कोई विकेट खोए 132 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया। धौलपुर के सलामी बल्लेबाज समर प्रताप चौहान ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए 70 गेंदों पर 13 चौकों की मदद से 69 रन बनाए। यह प्रतियोगिता जयपुर में राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (RCA) के देखरेख में जारी है। धौलपुर की टीम अपना अगला मैच गुरुवार को चूरू के विरुद्ध खेलेगी।
हरदा जिला अस्पताल में कार्यरत सफाई कर्मचारियों, सुरक्षा गार्डों और वार्डबॉय ने बुधवार को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन किया। कर्मचारियों ने ठेकेदार पर वेतन कटौती और शोषण के आरोप लगाते हुए कलेक्टर से सीधे मिलने की मांग की, जिस पर हालात तनावपूर्ण हो गए और पुलिस बल बुलाना पड़ा। प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों का कहना है कि अस्पताल में सेवा दे रही ठेका एजेंसी ज्यूस इंटरप्राइजेज, भोपाल द्वारा उनके मासिक मानदेय में लगातार कटौती की जा रही है। कर्मचारियों के मुताबिक उन्हें तय 16 हजार रुपए के बजाय सिर्फ 8 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। इसके अलावा ओवरटाइम का भुगतान नहीं किया जा रहा, पीएफ की सुविधा नहीं मिल रही और चार दिन की छुट्टी का प्रावधान भी लागू नहीं किया जा रहा है। कलेक्टर से मिलने पर अड़े कर्मचारी कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन के दौरान अपर कलेक्टर कर्मचारियों से मिलने पहुंचे, लेकिन कर्मचारी कलेक्टर से ही बातचीत की मांग पर अड़े रहे। इसी दौरान कर्मचारियों और पुलिस के बीच गहमागहमी हो गई। कलेक्ट्रेट के भीतर नारेबाजी की गई, जिसके बाद महिला पुलिसकर्मियों की मदद से कर्मचारियों को बाहर निकाला गया। इसके बाद भी कर्मचारी कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर धरना देकर बैठे रहे। अस्पताल में सफाई व्यवस्था प्रभावित प्रदर्शन का असर जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर भी दिखा। कर्मचारियों के अनुसार सुबह से अस्पताल में सफाई का काम नहीं हो पाया, जिससे वार्डों और परिसर में गंदगी की स्थिति बन गई। मरीजों और उनके परिजनों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा। शिकायत करने पर हटाने की धमकी कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि वेतन कटौती की शिकायत करने पर सुपरवाइजर द्वारा ठेकेदार से शिकायतकर्ता को हटाने की धमकी दी जाती है। कुछ कर्मचारियों को अज्ञात लोगों द्वारा गाली-गलौज और पैसे लेने के झूठे आरोप लगाकर नौकरी से निकालने की चेतावनी भी दी गई है। स्थिति को संभालने के लिए एएसपी अमित कुमार मिश्रा और एडीएम पुरुषोत्तम कुमार मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों को समझाने का प्रयास किया। प्रशासन ने उनकी मांगों पर चर्चा का आश्वासन दिया है, हालांकि कर्मचारी लिखित और ठोस कार्रवाई की मांग पर अड़े हुए हैं।
नेशनल हेराल्ड मामले में जिला कांग्रेस कमेटी ने हनुमान चौराहे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका। इस मौके पर हनुमान चौराहे पर ही पुलिस ने कलेक्ट्रेट जा रहे कांग्रेसियों को रोक दिया। कांग्रेसियों को कलेक्ट्रेट जाने से रोका तो पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद गुस्सा हो गए। सालेह मोहम्मद ने सरकार पर तानाशाही करने व शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने का आरोप लगाया। पुलिस के अधिकारियों द्वारा समझाने पर पूर्व मंत्री माने और इसके बाद सभी ने हनुमान चौराहे पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और नारेबाजी की। इस मौके पर पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरदीन फकीर, पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, पूर्व उप जिला प्रमुख डॉ BK बारूपाल समेत तमाम कांग्रेसी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। ईडी के दुरूपयोग का लगाया आरोप जिला मुख्यालय जैसलमेर में कांग्रेस पार्टी की ओर से जिलाध्यक्ष अमरदीन फकीर के नेतृत्व में बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया गया। अमरदीन फकीर ने बताया कि मोदी शाही सरकार द्वारा प्रवर्तन निदेशालय सहित अन्य संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग, लोकतंत्र को कमजोर करने एवं विपक्षी दलों की आवाज दबाने की साजिश के विरोध में बुधवार को जिला मुख्यालय पर कांग्रेस पार्टी की ओर से विरोध प्रदर्शन किया। जिसके तहत हनुमान सर्किल पर सुबह 11 बजे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया गया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरदीन फकीर ने बताया कि भाजपा सरकार जांच एजेंसियों का राजनीतिक दुरुपयोग कर लोकतंत्र के स्तंभों को कमजोर कर रही है। इस मौके पर पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद, पूर्व जिला प्रमुख अंजना मेघवाल, पूर्व उप जिला प्रमुख डॉ BK बारूपाल समेत तमाम कांग्रेसी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। गुस्सा हुए पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद इस मौके पर हनुमान चौराहे पर ही पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को रोक दिया। इस दौरान कांग्रेसियों को कलेक्ट्रेट जाने से रोका तो पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद गुस्सा हो गए। सालेह मोहम्मद ने सरकार पर तानाशाही करने व शांतिपूर्ण प्रदर्शन को रोकने का आरोप लगाया। इसके बाद सभी ने हनुमान चौराहे पर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूंका और नारेबाजी की। इस मौके पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरदीन फकीर और पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा- मोदी शाही सरकार द्वारा प्रवर्तन निदेशालय सहित अन्य संवैधानिक संस्थाओं के दुरुपयोग, लोकतंत्र को कमजोर करने एवं विपक्षी दलों की आवाज दबाने की साजिश कर रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अमरदीन फकीर ने बताया कि भाजपा सरकार जांच एजेंसियों का राजनीतिक दुरुपयोग कर लोकतंत्र के स्तंभों को कमजोर कर रही है।
गाजीपुर के सूरज राय को राष्ट्रीय सम्मान मिला:QSR इंडस्ट्री में 'राइजिंग स्टार' अवार्ड से नवाजा गया
गाजीपुर के युवा उद्यमी सूरज कुमार राय को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया है। उन्हें नई दिल्ली में आयोजित इंडियन ग्लोरी अवार्ड्स (IGA) समारोह में Rising Star Brand CEO Excellence Award – QSR Industry से नवाजा गया। यह समारोह 14 दिसंबर 2025 को होटल रेडिसन ब्लू प्लाज़ा में हुआ। सूरज कुमार राय को यह प्रतिष्ठित सम्मान QSR (Quick Service Restaurant) उद्योग में उनके ब्रांड निर्माण, प्रभावी नेतृत्व और सतत विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। इंडियन ग्लोरी अवार्ड्स देशभर में व्यवसाय, नवाचार और नेतृत्व के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित करता है। सीमित संसाधनों से शुरुआत कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना सूरज राय की दृढ़ संकल्प, दूरदर्शी सोच और निरंतर परिश्रम का परिणाम है। गाजीपुर शहर से निकलकर राष्ट्रीय मंच पर यह सम्मान प्राप्त करना जिले के लिए गर्व का क्षण है।
होमगार्ड पर शख्स को डंडे से पीटने का आरोप, VIDEO:पुरानी रंजिश में हमला, एसपी से की शिकायत
सुलतानपुर में एक होमगार्ड पर पुरानी रंजिश के चलते एक व्यक्ति पर डंडे से हमला करने का आरोप लगा है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि कोतवाली नगर पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की और न ही मेडिकल कराया। इस मामले में पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है। यह घटना 16 दिसंबर को दोपहर करीब 1:50 बजे जेल मोड़ गभड़िया के पास हुई। अमेठी निवासी राजेंद्र कुमार शर्मा ने पुलिस अधीक्षक सुलतानपुर को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि वह अपने घर से सुल्तानपुर आ रहे थे। जेल मोड़ गभड़िया के पास होमगार्ड जगदंबा प्रसाद उर्फ जे.पी. सिंह ने उन्हें रोका। राजेंद्र शर्मा के अनुसार, जगदंबा प्रसाद ने पुरानी रंजिश के कारण उन्हें मां-बहन की गालियां दीं, जान से मारने की धमकी दी और डंडे से पीटना शुरू कर दिया। राजेंद्र शर्मा किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। घटना के बाद राजेंद्र शर्मा कोतवाली नगर थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराने का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि थाने पर उनकी रिपोर्ट नहीं लिखी गई और न ही उनके शरीर पर आई चोटों का मेडिकल परीक्षण कराया गया। राजेंद्र शर्मा ने दावा किया है कि उनके पास इस घटना का वीडियो और सीसीटीवी फुटेज साक्ष्य के रूप में मौजूद है। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया है कि उनके प्रार्थना पत्र पर संज्ञान लेते हुए प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर को प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज करने का आदेश दिया जाए।
बलरामपुर में जब दवा से जरूरी हो गई हंसी:CDO ने कहा- आप मत खाइए, नहीं तो नुकसान हो जाएगा
बलरामपुर जिला प्रशासन ने महिलाओं और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए'प्रोजेक्ट संवर्धन' नामक एक महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है।17 दिसंबर 2025 को शुरू हुए इस अभियान के तहत,जनपद के 300 पंचायत भवनों में एक साथ वीएचएसएनडी (ग्राम स्वास्थ्य,स्वच्छता और पोषण दिवस) पोषण सत्र आयोजित किए गए।इसका उद्देश्य हर बच्चे तक पहुंचना और पोषण सुनिश्चित करना है। इस अभियान के तहत,कलवारी ग्राम पंचायत भवन में आयोजित सत्र उस समय खास बन गया जब मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु गुप्ता स्वयं मौके पर पहुंचे।उन्होंने एक बच्चे को पोलियो ड्रॉप पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया और धात्री महिलाओं को पोषण किट वितरित की। कार्यक्रम के दौरान एक रोचक घटना सामने आई। सीडीओ एक महिला को दवा दे रहे थे,तभी उसकी सास ने दवा अपने हाथ में ले ली।यह देखकर वहां मौजूद प्रधान प्रतिनिधि ने तुरंत टोका,यह दवा बहू के लिए है।इस पर सीडीओ भी मुस्कुराते हुए बोले, आप मत खाइए,नहीं तो नुकसान हो जाएगा। इस बात पर पूरे पंचायत भवन में ठहाके गूंज उठे, जिससे माहौल हल्का हो गया और स्वास्थ्य संदेश प्रभावी ढंग से लोगों तक पहुंचा। सीडीओ ने जब महिलाओं से आंगनबाड़ी से मिलने वाली सामग्री के बारे में पूछा,तो भीड़ में खड़े एक व्यक्ति ने सवाल उठाया।उसने कहा कि शहरों में महिलाओं को चना दाल,दलिया,तेल और अन्य दालें मिलती हैं,लेकिन गांवों में केवल दलिया ही उपलब्ध होता है। इस पर सीडीओ हिमांशु गुप्ता ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय शासन स्तर पर होता है।उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे को जिलाधिकारी के साथ साझा करेंगे और गांवों में भी शहर जैसी पोषण सामग्री उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे। इन सत्रों का मुख्य उद्देश्य केवल औपचारिकता पूरी करना नहीं है,बल्कि गर्भवती महिलाओं,धात्री माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य का वैज्ञानिक मूल्यांकन करना है।बच्चों का वजन,लंबाई और अन्य माप लेकर गंभीर और मध्यम कुपोषित बच्चों की पहचान की गई,ताकि उन्हें तुरंत सरकारी योजनाओं से जोड़ा जा सके। सीडीओ ने बताया कि सभी 300 सत्रों की निगरानी 300 नामित अधिकारी कर रहे हैं,जो गुणवत्ता सुनिश्चित करने वाले सुविधा-प्रदाता की भूमिका निभा रहे हैं।प्रत्येक पंचायत भवन में दवाइयां, टीकाकरण, कोल्ड चेन और आवश्यक उपकरण जैसे वजन मशीन और इन्फेंटोमीटर उपलब्ध कराए गए हैं।
झालावाड़ जिले के खानपुर में राष्ट्र सेविका समिति खंड खानपुर द्वारा 21 दिसंबर को पहली बार पथ संचलन का आयोजन किया जाएगा। इस आयोजन को लेकर तैयारियाँ तेज कर दी गई हैं। इसी क्रम में समिति की सेविकाओं को गणवेश वितरित की गई। इसका उद्देश्य पथ संचलन की व्यवस्थित और अनुशासित तैयारी सुनिश्चित करना है। समिति ने इस संचलन में लगभग 500 महिला सेविकाओं को शामिल करने का लक्ष्य रखा है। गणवेश वितरण कार्यक्रम के दौरान समिति के कार्यकर्ताओं ने पथ संचलन के उद्देश्य, महत्व और अनुशासन के नियमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह संचलन राष्ट्रभक्ति, सांस्कृतिक चेतना और नारी शक्ति के संगठनात्मक स्वरूप का प्रतीक है, जिसके माध्यम से समाज में सकारात्मक संदेश दिया जाएगा। इस अवसर पर सभी सेविकाओं में विशेष उत्साह देखा गया। मीडिया प्रभारी शिल्पा नागर ने बताया कि पथ संचलन को सफल बनाने के लिए सभी को समयपालन, एकरूपता और अनुशासन का पालन करने का संकल्प दिलाया गया है। राष्ट्र सेविका समिति का यह पथ संचलन सामाजिक समरसता, राष्ट्र सेवा और संस्कारों के प्रसार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
नेशनल हेराल्ड केस में दिल्ली की अदालत ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत 5 अन्य लोगों के खिलाफ ईडी की चार्जशीट पर संज्ञान लेने से इनकार कर दिया। इसको कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी जीत बताते हुए भाजपा पर ED के इस्तेमाल करने का आरोप लगाकर लखनऊ में प्रदर्शन किया। सैकड़ों कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए अपने मुख्यालय से भाजपा मुख्यालय की ओर कूच कर दिया। पुलिस ने उन्हें 5 लेयर बैरिकेडिंग कर रोक दिया। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा- इतने दिनों से ED का भाजपा सरकार गलत इस्तेमाल कर रही थी। उसी का नतीजा है कि आज चार्जशीट नहीं मानी गई। पहले प्रदर्शन की 3 तस्वीरें... खबर अपडेट की जा रही है...
बाबर के नाम पर निर्माण रोकने की मांग:हनुमान दल ने कासगंज कलेक्टर को दिया ज्ञापन
कासगंज में हनुमान दल ने जिलाधिकारी प्रणय सिंह को एक ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आक्रमणकारी बाबर के नाम पर किसी भी निर्माण या संरचना का नामकरण रोकने का आग्रह किया गया है। यह ज्ञापन बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में अधिकारियों को दिया गया। हनुमान दल ने विशेष रूप से पश्चिम बंगाल के मुस्तफाबाद में बाबर के नाम से मस्जिद बनाने का विरोध किया। संगठन ने अपनी मांग को राष्ट्रीय भावना पर आधारित बताया है। ज्ञापन में कहा गया है कि भारत के इतिहास में बाबर और उसके बाद के शासकों ने भारतीय समाज, संस्कृति, धार्मिक स्थलों और मंदिरों को भारी क्षति पहुंचाई थी। इस क्षति का दर्द आज भी करोड़ों भारतीयों और सनातनी समाज की भावनाओं को आहत करता है। संगठन का मानना है कि भारत ने अनेक मंदिरों के विध्वंस, सांस्कृतिक उत्पीड़न और सामाजिक विभाजन का सामना किया है। हनुमान दल ने तर्क दिया कि भारत में बाबर जैसे विदेशी आक्रमणकारी के नाम को किसी भी रूप में पुनर्जीवित करने का प्रयास रोका जाना चाहिए। हनुमान दल ने अपनी मांग को राष्ट्रहित, सामाजिक तालमेल और ऐतिहासिक न्याय तीनों के अनुकूल बताया है।
अलवर के अखेपुरा थाना पुलिस ने दुकान में चोरी कर नकदी पार करने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाने के एएसआई घनश्याम शर्मा ने बताया कि परिवादी महेंद्र जैन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि अशोका टॉकीज से पुलिस लाइन की ओर जाने वाले रास्ते पर स्थित उनकी दुकान व गोदाम, जो नवकार ट्रेडर्स के नाम से है, उसमें अज्ञात चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। परिवादी के अनुसार सोमवार रात चोर दुकान के पीछे छत पर चढ़े और सीढ़ियों का ताला तोड़कर नीचे उतरे। इसके बाद दराज से 65 हजार रुपये नकद और एक आधार कार्ड चोरी कर ले गए। परिवादी ने मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे थाने में शिकायत दी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। सूचना के आधार पर कांस्टेबल विक्रम और कांस्टेबल गिर्राज की टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों—लोकेश कुमार निवासी नवाबपुरा मोहल्ला, राहुल बैरवा निवासी गाय वाला मोहल्ला और राहुल कोली निवासी ज्योति नगर, 200 फुट रोड—को मंगलवार शाम को ही डिटेन कर थाने ले आए।और बुधवार को खुलासा कर दिया। पुलिस ने महज सात घंटे में नकबजनी की वारदात का खुलासा कर दिया है। फिलहाल वारदात में चोरी गई नकदी की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। मामले की जांच जारी है।
उन्नाव में युवक ने सुसाइड किया:सुबह गांव के शख्स से झगड़ा हुआ था, परिवार को मारने की धमकी मिली थी
उन्नाव के सदर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मगरवारा चौकी के गलगलाहा गांव में शौच को लेकर हुए विवाद के बाद एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार सुबह हुई इस घटना से गांव में सनसनी फैल गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मृतक की पहचान राम शंकर (40 वर्ष) पुत्र स्वर्गीय मुन्नीलाल के रूप में हुई है। उनके परिवार में पत्नी विमला देवी और चार बेटे कौशल (30), विशाल (28), शिवम (25) और शिवाजीत (20) हैं। राम शंकर छह भाइयों में से एक थे, जिनमें रामरतन, गंगा रतन और छोटेलाल जीवित हैं। वह पहले ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करते थे, लेकिन कुछ समय से घर पर ही रह रहे थे। परिजनों ने बताया कि राम शंकर शौच के लिए घर से निकले थे। इसी दौरान गांव के अरुण, पुत्री और उनके बेटे से रास्ते में शौच को लेकर उनकी कहासुनी हो गई। विवाद इतना बढ़ गया कि आरोप है कि उक्त लोगों ने राम शंकर और उनके पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद वे लोग मौके से चले गए। गमछे के सहारे लगाया फंदा परिजनों के अनुसार, इस घटना से राम शंकर मानसिक रूप से बेहद आहत हुए। धमकी और अपमान से परेशान होकर उन्होंने गांव के बाहर स्थित चपरवा बाग में, शिवम भट्ठा के पास एक नीम के पेड़ से अंगौछे के सहारे फांसी लगा ली। कुछ समय बाद ग्रामीणों ने पेड़ से शव लटका देखा, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने तत्काल परिजनों और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलते ही सदर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर पंचनामा भरने की कार्रवाई की और पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। इस संबंध में पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का प्रतीत हो रहा है। घटना के बाद मृतक के घर में मातम पसरा हुआ है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर संबंधित लोगों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी। गांव में किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पुलिस सतर्कता बनाए हुए है।
राजनांदगांव जिले में अवैध शराब के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई की गई है। 16 दिसंबर को आबकारी विभाग ने एक स्कॉर्पियो वाहन से 180 बल्क लीटर मध्य प्रदेश निर्मित विदेशी व्हिस्की जब्त की। इस कार्रवाई में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। जब्त शराब और वाहन की कुल कीमत लगभग 5.20 लाख रुपए है। यह कार्रवाई आबकारी जांच चौकी बोरतलाब में की गई। वहीं, एक दूसरी कार्रवाई में 4 लीटर हाथ भट्ठी कच्ची महुआ शराब भी पकड़ाया है। दोनों मामलों के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 1000 पाव गोवा व्हिस्की बरामद आबकारी उप निरीक्षक अनिल सिंह और राजकुमार कुर्रे के नेतृत्व में टीम ने सफेद रंग की महिंद्रा स्कॉर्पियो (MP 09 BC-3962) से 20 पेटियों में रखी 1000 पाव गोवा व्हिस्की बरामद की। यह शराब 'केवल मध्य प्रदेश राज्य में विक्रय हेतु वैध' लेबल के साथ अवैध रूप से ले जाई जा रही थी। आरोपियों के खिलाफ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(2), 36 और 59(क) के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया गया। ये आरोपी गिरफ्तार दूसरी कार्रवाई में 4 लीटर महुआ जब्त इसी अभियान के तहत, सोमवार (15 दिसंबर) को आबकारी उप निरीक्षक तुलेश्वरी देवांगन की टीम ने ग्राम चिखलाकसा में एक और कार्रवाई की। टीम ने आरोपी रूपलाल निषाद (निवासी चिखलाकसा) के कब्जे से 4 लीटर हाथ भट्ठी कच्ची महुआ शराब जब्त की। रूपलाल निषाद के खिलाफ आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34(1) के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया। कलेक्टर जितेंद्र यादव के निर्देशानुसार और प्रभारी सहायक आयुक्त आबकारी अभिषेक तिवारी के मार्गदर्शन में यह अभियान लगातार चलाया जा रहा है। अवैध मदिरा विक्रय की रोकथाम के लिए होटल, ढाबों और मदिरा दुकानों का नियमित निरीक्षण किया जा रहा है। प्रभारी सहायक आयुक्त आबकारी ने सभी वृत्त प्रभारियों को होटल-ढाबों की नियमित जांच करने और अवैध मदिरा विक्रय के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
ग्वालियर के माधवगंज थाना क्षेत्र स्थित मामा का बाजार इलाके में पड़ोसियों के बीच हुए विवाद में एक बुजुर्ग महिला गंभीर रूप से घायल हो गईं। घर पर पत्थर फेंकने का विरोध करने पर पड़ोसी ने महिला पर हमला कर दिया। जिससे उसे सिर और हाथ में गंभीर चोट आई हैं। पीड़िता की शिकायत पर माधवगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक अंशु शर्मा ने पहले अपनी पड़ोसी अनीता झा के घर पर पत्थर फेंके। जब बुजुर्ग महिला अनीता झा इस हरकत का विरोध करने के लिए उसके पास पहुंचीं, तो आरोपी ने उनके साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट शुरू कर दी। हमले में अनीता झा के सिर और उंगली में गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद परिजन उन्हें तत्काल इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे। जान से मारने की धमकी देने का आरोप पीड़िता और उनके परिजनों का आरोप है कि मारपीट के दौरान आरोपी ने जानलेवा हमला करने के साथ-साथ जान से मारने की धमकी भी दी। बताया जा रहा है कि आरोपी अंशु शर्मा आपराधिक प्रवृत्ति की हैं और उसके खिलाफ पहले से भी थाने में कई मामले दर्ज हैं। माधवगंज पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
अमरोहा में वकीलों ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच स्थापित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने अमरोहा-जोया रोड पर उतरकर सरकार से अपील की। इस प्रदर्शन के कारण न्यायिक कामकाज प्रभावित हुआ। वकीलों का कहना है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निवासियों को न्याय के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट जाने में काफी परेशानी होती है। इसलिए, क्षेत्र में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना आवश्यक है। वकीलों ने सरकार से जल्द से जल्द पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच स्थापित करने की मांग की है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
घने कोहरे में हादसों का खतरा:एटा परिवहन विभाग ने जारी की एडवाइजरी; चालकों से सतर्क रहने की अपील
एटा में बढ़ते कोहरे और शीत ऋतु के चलते सड़क दुर्घटनाओं की आशंका को देखते हुए परिवहन विभाग ने वाहन चालकों के लिए विस्तृत सुरक्षा एडवाइजरी जारी की है। जिलाधिकारी प्रेम रंजन सिंह के निर्देश पर और सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी सत्येंद्र कुमार के मार्गदर्शन में जारी इस एडवाइजरी में साफ कहा गया है कि कोहरे में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। विभाग ने चालकों से विशेष सतर्कता बरतने और यातायात नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की है। परिवहन विभाग ने चेतावनी दी है कि कोहरे के कारण दृश्यता बेहद कम हो जाती है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में सभी वाहन चालकों को निर्धारित गति सीमा में ही वाहन चलाने और तेज रफ्तार से बचने की सलाह दी गई है। एडवाइजरी में ओवरटेक न करने और आगे चल रहे वाहन से सुरक्षित दूरी बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया है। लाइट का सही इस्तेमाल जरूरी एडवाइजरी में हेडलाइट, फॉग लाइट, टेल लाइट और इंडिकेटर के सही उपयोग को अनिवार्य बताया गया है। घने कोहरे में दिन के समय भी लो-बीम हेडलाइट जलाकर वाहन चलाने की सलाह दी गई है, ताकि सामने से आने वाले वाहन चालकों को चकाचौंध न हो। अचानक ब्रेक लगाने से बचने और सड़क किनारे खड़े वाहनों, पैदल यात्रियों तथा पशुओं के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। भारी वाहनों के लिए खास निर्देश भारी वाहनों, बसों और मालवाहक वाहनों के चालकों से विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। उन्हें केवल निर्धारित विश्राम स्थलों पर ही वाहन रोकने के निर्देश दिए गए हैं। कोहरे में सड़क किनारे अनाधिकृत रूप से वाहन खड़ा करना दुर्घटना का कारण बन सकता है। साथ ही, रिफ्लेक्टर, रिफ्लेक्टिव टेप और चेतावनी संकेतों का अनिवार्य रूप से प्रयोग करने को कहा गया है। यात्रा से पहले वाहन की जांच जरूरी परिवहन विभाग ने चालकों को यात्रा शुरू करने से पहले वाहन की तकनीकी स्थिति की जांच करने की सलाह दी है। खासतौर पर ब्रेक, लाइट, वाइपर और टायरों की जांच अनिवार्य बताई गई है। दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट और चारपहिया वाहन चालकों को सीट बेल्ट का उपयोग हर हाल में करने के निर्देश दिए गए हैं। अत्यधिक कोहरे में अनावश्यक यात्रा से बचें परिवहन विभाग ने आम नागरिकों से अपील की है कि अत्यधिक कोहरे की स्थिति में अनावश्यक यात्रा से बचें। यदि यात्रा करना बेहद जरूरी हो, तो पूरी सतर्कता और सावधानी के साथ वाहन चलाएं। विभाग का कहना है कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन कर ही अपनी और दूसरों की जान बचाई जा सकती है। कोहरे में वाहन चलाने के 12 जरूरी नियम (एडवाइजरी के मुख्य बिंदु) परिवहन विभाग ने दो टूक कहा है कि थोड़ी सी सावधानी बड़ी दुर्घटना को टाल सकती है। नियमों का पालन ही सुरक्षित यात्रा की सबसे बड़ी गारंटी है।
करनाल जिले के गांव कालरो में पंचायती भूमि पर प्रस्तावित मिट्टी खनन को लेकर सवाल खड़े हो गए है। गांव की कृषि योग्य पंचायती जमीन से बड़े स्तर पर मिट्टी निकालने की तैयारी की जा रही है। खनन की गहराई, इसकी जरूरत और इससे होने वाले नुकसान को लेकर ग्रामीणों और प्रशासनिक स्तर पर सवाल उठने लगे हैं। मामला सामने आने के बाद उच्च अधिकारियों ने पंचायत से जुड़े रिकॉर्ड तलब कर लिए हैं और खनन की अनुमति प्रक्रिया की जांच शुरू कर दी गई है। 57 एकड़ कृषि योग्य भूमि से खनन की योजना गांव कालरो की पंचायती भूमि करीब 57 एकड़ 6 कनाल 1 मरला है। यह जमीन अब तक कृषि कार्य के लिए ठेके पर दी जाती रही है, जिससे पंचायत को हर साल करीब 70 लाख रुपए की आमदन होती है। पंचायत ने इस जमीन को ऊबड़-खाबड़ बताते हुए समतल करने का प्रस्ताव पास किया है। प्रस्ताव के तहत जमीन से मिट्टी निकालकर बेचने की योजना बनाई गई है, जिससे पंचायत को 5 से 6 करोड़ रुपए की आमदन होने का दावा किया जा रहा है। 5 फीट की अनुमति, 20 फीट खुदाई की तैयारी सरपंच प्रतिनिधि दीपेंद्र का कहना है कि पंचायत को गांव में विकास कार्यों के लिए बड़े स्तर पर धन की जरूरत है। इसी उद्देश्य से मिट्टी बेचने का फैसला लिया गया। उन्होंने बताया कि 5 फीट तक मिट्टी खुदाई की अनुमति मिल चुकी है, जबकि इससे अधिक गहराई तक खुदाई के लिए फाइल पंचकुला मुख्यालय भेजी गई है। पंचायत की मंशा 20 फीट तक खुदाई कराने की बताई जा रही है। अधिकारियों ने तलब की रिपोर्ट जिला पंचायत एवं विकास अधिकारी कंचनलता ने बताया कि पंचायत की ओर से दिए गए प्रस्ताव की रिपोर्ट खंड कार्यालय से मांगी गई है। साथ ही यह भी जांच की जाएगी कि मिट्टी खनन के लिए खनन विभाग से ली गई अनुमति नियमों के अनुसार है या नहीं। विभाग की टीम मौके पर जाकर खनन की स्थिति और गहराई की भी जांच करेगी। खनन को लेकर उठे बड़े सवाल पंचायती भूमि पर मिट्टी खनन को लेकर कई अहम सवाल सामने आए हैं। पहला सवाल यह है कि जब इसी जमीन से पंचायत को हर साल करीब 50 से 70 लाख रुपए की स्थायी आमदन हो रही है, तो अचानक मिट्टी बेचने की जरूरत क्यों पड़ी। दूसरा सवाल 20 फीट तक गहरी खुदाई को लेकर है, जिससे भूमि की भविष्य की उपयोगिता पर असर पड़ सकता है। तीसरा सवाल यह है कि सरकार की ओर से गांवों में विकास कार्यों के लिए लाखों रुपए की ग्रांट दी जाती है, फिर करोड़ों रुपए जुटाने के लिए मिट्टी खनन का रास्ता क्यों चुना गया। चौथा बड़ा सवाल खनन से निकलने वाली मिट्टी की कीमत को लेकर है, जिसे लेकर सरपंच की ओर से अब तक स्पष्ट जवाब सामने नहीं आया है। जांच के बाद होगा अगला फैसला फिलहाल पूरा मामला जांच के घेरे में है। प्रशासनिक रिपोर्ट और खनन अनुमति की स्थिति स्पष्ट होने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय होगी। गांव कालरो में पंचायती जमीन से जुड़े इस फैसले पर अब पूरे जिले की नजर बनी हुई है।
मथुरा हादसे के बाद सीएम योगी एक्शन में हैं। उन्होंने NHAI और स्टेट हाईवे के अधिकारियों के साथ बैठक की। कहा- अफसर फील्ड में उतरें। एक्सप्रेस-वे पर पेट्रोलिंग बढ़ाई जाए। हर ब्लैक स्पॉट पर टीमें तैनात रहें। जरूरत के हिसाब से रिफ्लेक्टर लगाए जाएं। खराब विजिबिलिटी होने पर एक्सप्रेस-वे पर यातायात का सुरक्षित प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए। सुरक्षित यात्रा के लिए जनता से एडवाइजरी का सख्ती से पालन कराने को कहा गया है। एक्सप्रेस-वे पर क्रेन और एम्बुलेंस 24x7 तैनात रहें। टोल प्लाजा पर लाउडस्पीकर के जरिए चालकों को कोहरे की स्थिति की जानकारी दी जाए। कोहरे में ओवर-स्पीडिंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। धुंध के दौरान वाहन की गति निर्धारित सीमा से कम रखें। फॉग लाइट का प्रयोग करें और हेडलाइट लो-बीम पर रखें। इमरजेंसी इंडिकेटर चालू रखें। आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाए रखें। एक्सप्रेस-वे पर बार-बार लेन बदलने से बचें और ओवरटेकिंग बिल्कुल न करें। अगर कोहरा बहुत घना हो, तो जोखिम न लें। वाहनों के पीछे रिफ्लेक्टर टेप जरूर लगवाएं। योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर, आईजी, जिलाधिकारी, पुलिस और ट्रैफिक बल को निर्देश दिए हैं। कहा- घने कोहरे में समुचित इंतजाम सुनिश्चित किए जाएं। सड़कों और गलियों की लाइटिंग को लगातार चेक किया जाए। अगर कहीं लाइट खराब है तो उसे तुरंत ठीक कराया जाए। कोई व्यक्ति खुले में सोता न मिले, इसके लिए अफसर निरीक्षण करें। शीतलहर के दौरान निराश्रितों के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। निराश्रितों को रैन बसेरों तक पहुंचाया जाए। जरूरतमंदों को लगातार कंबल वितरित किए जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था रहे। रैन बसेरों का नियमित निरीक्षण किया जाए और हीटर व अलाव की व्यवस्था में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई की जाए। गोशालाओं में भी अलाव जलाने और गोवंश को ठंड से बचाने की समुचित व्यवस्था की जाए। मथुरा हादसे पर भावुक हो गए थे योगी यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते हादसा, 13 जिंदा जल गए थेइससे पहले मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते 8 बसें और 3 कारें भिड़ गई थीं। टक्कर होते ही गाड़ियों में आग लग गई। भाजपा नेता समेत 13 लोगों की जलकर मौत हो गई थी। 70 लोग घायल हुए थे। लाशों के टुकड़ों को पुलिस 17 पॉलिथीन बैग में भरकर ले गई है। अब डीएनए टेस्ट से इनकी पहचान की जाएगी। हादसा थाना बलदेव क्षेत्र में माइलस्टोन 127 पर हुआ था। पुलिस, फायर ब्रिगेड और SDRF के 50 जवानों और 9 थानों की पुलिस ने 6 घंटे में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया था। हादसे के चलते एक्सप्रेस-वे पर 3 किमी लंबा जाम लग गया था। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। ADM प्रशासन अमरेश जांच का नेतृत्व करेंगे। मजिस्ट्रेट जांच में 2 सदस्यों को जोड़ा गया था। कैसे हुआ था हादसा?एक्सप्रेस-वे पर घना कोहरा था। माइलस्टोन 127 पर अचानक स्लीपर बस के सामने धुंध आ गई। इसके चलते ड्राइवर ने ब्रेक मारकर स्पीड धीमी की। इसके बाद पीछे चल रही 6 बसें और 4 कारें आकर भिड़ गईं। टक्कर से एसी बस में आग लग गई। लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला। यूपी में कोहरे का कहर, कई जगह विजिबिलिटी शून्ययूपी में शीतलहर और कोहरे का कहर जारी है। हालात ऐसे हैं कि ओस की बूंदें रिमझिम बारिश जैसी पड़ रही हैं। आज लखनऊ, अयोध्या, प्रयागराज, समेत 50 जिले कोहरे की चपेट में हैं। कई जगहों पर विजिबिलिटी शून्य रिकॉर्ड की गई। सड़कों पर कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। चार दिनों में 30 से ज्यादा हादसे, 28 लोगों की मौतप्रदेश में कोहरे की वजह से पिछले चार दिनों में 30 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं। इस दौरान 150 से ज्यादा वाहन टकराए। 28 लोगों की मौत हो गई। बुधवार को अंबेडकरनगर में कोहरे की वजह से डीसीएम और ट्रॉली की टक्कर हो गई। 3 लोगों की मौत हो गई, जबकि 5 घायल हो गए। मऊ में ट्रेलर की टक्कर से ट्रैक्टर ड्राइवर की मौत हो गई। गाजीपुर में स्कूल बस और ट्रक की टक्कर हो गई। गनीमत रही कि बस खाली थी और कोई घायल नहीं हुआ। --------------------- ये खबर भी पढ़ें पंचायत चुनाव से पहले बनेगी UP BJP की नई टीम:क्षेत्रीय-अग्रिम मोर्चों के अध्यक्ष बदलेंगे, जातीय समीकरण साधेंगे नए कैप्टन यूपी भाजपा को लंबे इंतजार के बाद नया अध्यक्ष मिल चुका है। अब पार्टी की नई प्रदेश टीम के गठन की हलचल शुरू हो गई है। पार्टी के अग्रिम मोर्चों के अध्यक्षों के साथ क्षेत्रीय अध्यक्षों में भी बदलाव होगा। जानकारों का मानना है, क्षेत्रों से लेकर प्रदेश तक टीम आगामी पंचायत और विधानसभा चुनाव में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को देखकर ही बनाई जाएगी। टीम में कुछ नए चेहरों को जगह मिलेगी, कुछ पुराने चेहरों को बाहर किया जा सकता है। पूरी खबर पढ़िए
सलूंबर जिले के ग्रामीण इलाकों में चोरी की लगातार बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी सलूंबर ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने इन वारदातों पर तत्काल प्रभावी कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि सलूंबर क्षेत्र के ग्राम सेरिया और आसपास के गांवों में हाल के दिनों में लगभग 20 जगहों पर चोरी की घटनाएं हुई हैं। इन वारदातों में लाखों रुपए के जेवरात और कीमती सामान चोरी हो गए हैं। इससे ग्रामीणों की वर्षों की जमा पूंजी का नुकसान हुआ है। कांग्रेस कमेटी ने यह भी आरोप लगाया कि सराडा थाना क्षेत्र के ग्राम सगतड़ा में चोरों के एक गिरोह ने तीन बार चोरी की वारदातों को अंजाम दिया है, जिससे लाखों रुपए का नुकसान हुआ है। समिति ने कहा कि अब तक ठोस कार्रवाई न होने के कारण चोरों के हौसले बुलंद हैं और ग्रामीण रातभर जागकर पहरा देने को विवश हैं। ज्ञापन में मांग की गई कि सलूंबर जिले में पर्याप्त पुलिस बल उपलब्ध होने के बावजूद चोरी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। कांग्रेस ने प्रभावी रात्रि गश्त, विशेष पुलिस टीमों का गठन कर गांव-गांव निगरानी करने की मांग की। इसके अलावा, ग्रामीणों के सहयोग से सतर्कता दल बनाकर चोरी की घटनाओं को रोकने का सुझाव भी दिया गया। इस मौके पर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में समस्त कार्यकर्ता उपस्थित रहे
कुंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की हत्या की साजिश रचने वाले बलविंदर सिंह डोनी बल के खिलाफ चंडीगढ़ में आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि शहर के शराब कारोबारी से उसके नाम से 1 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई है। ठेकेदार को वॉट्सऐप पर बार-बार धमकी भरे कॉल आए, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को कुख्यात गैंगस्टर बलविंदर सिंह उर्फ डोनी बल बताया। शिकायत के बाद चंडीगढ़ पुलिस ने फिरौती का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।अंतरराष्ट्रीय नंबर से आई धमकीएफआईआर के अनुसार, सेक्टर 37-बी निवासी 40 वर्षीय ठेकेदार फेज-1 इंडस्ट्रियल एरिया में ठेकेदारी का काम करता है। 13 नवंबर की शाम करीब 7.45 बजे उसे एक अंतरराष्ट्रीय नंबर से वॉट्सऐप कॉल आई। कॉल करने वाले ने उसके कारोबार, घर और परिवार की पूरी जानकारी होने का दावा करते हुए ₹1 करोड़ की मांग की और रकम न देने पर गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी। पुलिस के पास जाने पर भी धमकीपीड़ित ने बताया कि 14 नवंबर को उसी नंबर से दोबारा कॉल आई, जिसमें फिरौती की मांग दोहराई गई और कहा गया कि पुलिस के पास जाना बेकार होगा। इसके बाद पीड़ित ने फेज-1 इंडस्ट्रियल एरिया थाना पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। FIR दर्ज, नंबर ट्रेस करने में जुटी पुलिसशिकायत की पुष्टि के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ BNS की धारा 308(4) (फिरौती) के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अंतरराष्ट्रीय नंबर को ट्रेस करने और धमकी की गंभीरता का आकलन करने में जुटी है। पीड़ित की सुरक्षा को लेकर भी कदम उठाए जा रहे हैं। कबड्डी प्रमोटर हत्याकांड से भी जुड़ रहा नामउधर, मोहाली पुलिस ने सेक्टर-79 में कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान मारे गए कबड्डी प्रमोटर कंवर दिग्विजय सिंह उर्फ राणा बलाचौरिया की हत्या में शामिल दो शूटरों की पहचान कर ली है। जांच एजेंसियों का कहना है कि यह हत्या कबड्डी टूर्नामेंटों में दबदबा कायम करने के लिए डोनी बल गैंग द्वारा करवाई गई थी। राणा के जेल में बंद गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया से करीबी संबंध बताए जा रहे हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।डोनी बल पर पहले भी रंगदारी मांगने के कई केस पुलिस सूत्रों के मुताबिक, डोनी बल पंजाब और विदेशों में सक्रिय संगठित अपराध नेटवर्क से जुड़ा हुआ है। फरवरी 2025 में अमृतसर पुलिस ने उसे एक डेयरी संचालक से फिरौती मांगने के मामले में नामजद किया था। तब आरोपी ने पैसे न देने पर व्यवसाय को उड़ाने की धमकी दी थी। यह मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 308(4) के तहत दर्ज किया गया था। पुलिस उसे बंबीहा–राणा कंडोवालिया गैंग से जुड़ा मानती है।
डीग जिले के झीतरेडी गांव में गर्म पानी से झुलसने के बाद एक 3 वर्षीय बच्ची अलीशा की मौत हो गई। बच्ची के दादा हनीफ खान ने समून उर्फ कालू पक्ष पर बच्ची की हत्या का आरोप लगाया है। जालुकी पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए नगर उपजिला अस्पताल मोर्चरी में रखवाया है। बच्ची के दादा हनीफ खान ने बताया कि 11 दिसंबर को उनका गांव झीतरेडी में समून उर्फ कालू पक्ष से विवाद हुआ था, जिसके बाद जालुकी पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया था। अगले दिन 12 दिसंबर को समून पक्ष के लोगों ने उनकी पोती अलीशा पर खौलता हुआ पानी फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। अलीशा को तुरंत नगर अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। इस मामले में परिवार ने आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में इस्तगासा दायर किया। 16 दिसंबर को बच्ची अलीशा ने दम तोड़ दिया। वहीं, दूसरे पक्ष समून ने इन आरोपों को निराधार और झूठा बताया है। उनका कहना है कि इस बच्ची की मौत से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि हनीफ खान पक्ष उनके खिलाफ दर्ज 307 के एक मुकदमे में आरोपी है और उन पर दबाव बनाने के लिए यह झूठा आरोप लगा रहा है। जालुकी पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कराकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
बालेर में यूरिया खाद की किल्लत लगातार जारी:सहकारी समिति परिसर में खाद के लिए लगी लंबी लंबी कतारें
सवाई माधोपुर जिले के खंडार उपखंड क्षेत्र के बालेर कस्बे में यूरिया खाद की किल्लत लगातार बनी हुई है। मंगलवार को ग्राम सेवा सहकारी समिति लि. बालेर में यूरिया खाद आने के साथ ही किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध होने की आस जगी थी। यहां बुधवार सुबह 7 बजे से ही ग्राम सेवा सहकारी समिति बालेर परिसर में किसानों की कतार लग गई। किसानों की कतार बालेर-खंडार सड़क मार्ग तक पहुंच गई। खाद के लिए लगी लंबी कतारें बालेसर में खाद आने की सूचना पर ज्यादा भीड़ जमा हो गई। जिसके चलते बहरावंडा कला पुलिस की मौजूदगी में खाद का वितरण किया गया। यहां सुबह से ही खाद लेने के लिए किसान खेतीबाड़ी का कामकाज छोड़ खाद लेने के उमड़ पड़े। इस दौरान बहरावंडा कला पुलिस के एएसआई मीठालाल मीना, मुकेश कुमार कॉन्स्टेबल द्वारा भीड़ को नियंत्रित किया गया। जिसके बाद ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक गौरीशंकर शर्मा, नारायण लाल जाट कृषि पर्यवेक्षक, महेश बैरवा सहायक उपव्यवस्थापक, बनवारी सैन ने किसानों को एक आधार कार्ड पर प्रति किसान दो-दो यूरिया के कट्टे वितरण किए गए। इस दौरान खाद मिलने से किसानों को क्षेत्र में हो रही कालाबजारी से राहत मिली। कृषि पर्यवेक्षक नारायण लाल जाट ने बताया कि मंगलवार, बुधवार को भी यूरिया उचित मूल्य पर यूरिया खाद का वितरण किया गया। उचित मूल्य पर खाद का वितरण होने से किसानों को यूरिया खाद की कालाबजारी से काफी हद तक राहत मिलेगी। इनपुट- हल्कू गुर्जर बालेर।
देवास जिले की ग्राम पंचायत अजीतखेड़ी के ग्रामीण बुधवार को रेलवे अंडरब्रिज की सालों पुरानी मांग को लेकर रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए। रेल रोकने की आशंका को देखते हुए पहले से ही रेलवे और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए और ग्रामीणों को समझाइश देकर आंदोलन शांत कराया। ग्रामीणों ने एक दिन पहले मंगलवार को जनसुनवाई में अंडरब्रिज की मांग को लेकर आवेदन दिया था। साथ ही चेतावनी दी थी कि यदि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे रेलवे ट्रैक पर आंदोलन करेंगे। इसी कड़ी में बुधवार को ग्रामीण ट्रैक के पास एकत्र हुए। गांव दो हिस्सों में बंटा, खेतों तक नहीं रास्ता ग्राम पंचायत अजीतखेड़ी के सरपंच प्रभु सिंह सोलंकी ने बताया कि देवास-मक्सी रेलवे लाइन गांव की आबादी के बीच से गुजरती है, जिससे गांव दो हिस्सों में बंट गया है। रेलवे लाइन के दूसरी ओर किसानों की कृषि भूमि है, लेकिन वहां पहुंचने के लिए न तो सुरक्षित अंडरब्रिज है और न ही कोई ऑप्शनल मार्ग। 10-11 साल से बंद पड़ा पुराना पुल सरपंच के अनुसार, पहले बना पुल पिछले 10–11 वर्षों से बंद है। पुल के नीचे गंदे नाले का पानी भरा रहता है, जिससे आवागमन संभव नहीं है। रेलवे लाइन के उस पार करीब 70–80 सर्वे नंबरों की कृषि भूमि है, जहां पहुंचने के लिए किसानों को 20-21 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ता है। खेती और अंतिम संस्कार में परेशानी ग्रामीणों ने बताया कि लंबा चक्कर लगाने के कारण कई किसान खेती छोड़ने को मजबूर हो गए हैं। इसके अलावा श्मशान घाट भी रेलवे लाइन के उस पार है, जिससे अंतिम संस्कार के समय भी भारी दिक्कत होती है। रेलवे लाइन के कारण प्रधानमंत्री सड़क योजना की सड़क भी आधी-अधूरी रह गई है। ग्रामीणों का कहना है कि इस समस्या को लेकर वे दो बार रेलवे विभाग रतलाम, कलेक्टर, सांसद और विधायक को अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है। रेलवे का आश्वासन- स्वीकृति के बाद होगी कार्रवाई रेलवे के सीनियर इंजीनियर शुशांत भारती ने बताया कि ग्रामीण रेलवे ट्रैक के नीचे अंडरपास की मांग कर रहे हैं। सरपंच और विधायक के माध्यम से आवेदन रतलाम मंडल भेजा गया है, जहां से प्रस्ताव आगे बढ़ाया गया है। उन्होंने कहा कि स्वीकृति मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी और फिलहाल ऑप्शनल व्यवस्था पर भी विचार किया जा रहा है।
उन्नाव में उर्वरक दुकानों पर छापेमारी:एक लाइसेंस निलंबित, 11 को कारण बताओ नोटिस जारी
उन्नाव में किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उचित मूल्य पर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उर्वरक दुकानों पर सघन छापेमारी की गई। इस अभियान के तहत एक दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया, जबकि 11 अन्य को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं। यह कार्रवाई प्रमुख सचिव (कृषि) के आदेश पर जिलाधिकारी के निर्देशानुसार गठित तीन संयुक्त टीमों द्वारा की गई। जिलाधिकारी ने जिले की सभी तहसीलों को कवर करने के लिए तीन टीमें गठित की थीं। पहली टीम में उप कृषि निदेशक रविचंद्र प्रकाश और संबंधित उप जिलाधिकारी शामिल थे, जिन्होंने सदर और बीघापुर तहसील की दुकानों का निरीक्षण किया। दूसरी टीम में जिला कृषि अधिकारी शशांक और संबंधित उप जिलाधिकारी ने बांगरमऊ व सफीपुर तहसील की दुकानों की जांच की। तीसरी टीम में वरिष्ठ प्राविधिक सहायक (ग्रुप ए) अनुराग कुमार और संबंधित उप जिलाधिकारी ने हसनगंज व पुरवा तहसील क्षेत्रों में छापेमारी की। संयुक्त टीमों ने जनपद में कुल 34 उर्वरक दुकानों का निरीक्षण किया। इस दौरान कई दुकानों पर अनियमितताएं सामने आईं। संदिग्ध स्टॉक मिलने पर कुल 8 उर्वरक नमूने जांच के लिए लिए गए हैं, जिन्हें परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजा जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। अभियान के दौरान नियमों का उल्लंघन करने वाले 11 प्रतिष्ठानों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए। इसके अतिरिक्त, सौम्या खाद भंडार, दीवारा कलां सिरोसी का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि किसानों के साथ किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कृषि विभाग ने सभी उर्वरक विक्रेताओं को सख्त निर्देश दिए हैं कि उर्वरकों का वितरण केवल पीओएस मशीन के माध्यम से खतौनी के अनुसार ही किया जाए। प्रत्येक दुकान पर स्टॉक बोर्ड, रेट बोर्ड, स्टॉक एवं वितरण रजिस्टर तथा कैश मेमो का होना अनिवार्य है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि ओवररेटिंग, टैगिंग, कालाबाजारी या दुकान बंद पाए जाने की स्थिति में संबंधित के विरुद्ध उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
अयोध्या में खंड शिक्षाधिकारी की कथित मनमानी के कारण 16 शिक्षकों को ढाई माह तक उनके मूल विद्यालयों में कार्यभार ग्रहण नहीं कराया गया। यह मामला तब सामने आया जब शिक्षकों के समायोजन के बाद उन्हें वापस भेजने के विभागीय मुख्यालय के आदेश का पालन नहीं किया गया। कुछ माह पहले जिले में परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों का एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक में समायोजन किया गया था। इस प्रक्रिया के बाद 91 विद्यालय एकल शिक्षक वाले हो गए थे, जिस पर काफी हंगामा भी हुआ था। शिक्षकों के प्रत्यावेदन पर विभागीय मुख्यालय ने उन्हें तुरंत उनके मूल विद्यालयों में वापस भेजने का आदेश जारी किया था। इसके बावजूद, हरिग्टनगंज के खंड शिक्षाधिकारी ने 16 शिक्षकों को उनके मूल विद्यालयों में जॉइनिंग नहीं कराई। शिकायतें मिलने पर कुछ शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण कराया गया, लेकिन सभी को नहीं। इस मामले की शिकायत मिलने पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षाधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है। लगभग ढाई माह पहले बीएसए ने भी मुख्यालय के निर्देश पर सभी खंड शिक्षाधिकारियों को शिक्षकों को उनके मूल विद्यालयों में तुरंत जॉइन कराने का निर्देश दिया था। बीएसए लालचंद ने हरिग्टनगंज ब्लॉक का निरीक्षण किया और शिक्षक संगीता मिश्रा को कार्यभार ग्रहण कराया। इस श्रेणी के केवल दो अन्य शिक्षकों, राम केवल यादव और आशुतोष यादव, को पहले ही कार्यभार ग्रहण कराया गया था। बीएसए ने खंड शिक्षाधिकारी से यह स्पष्ट करने को कहा है कि एक ही पत्रांक से अलग-अलग दो पत्र क्यों जारी किए गए, जबकि सूची में तीन शिक्षक थे। बीएसए ने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समयावधि में संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों से संस्तुति की जाएगी। उन्होंने प्रभारी प्रधानाध्यापक की भी जांच कराने की बात कही। वहीं, बीईओ राम सुयश वर्मा ने शिक्षकों के चयन वेतनमान की फाइल जिले को न भेजने पर नाराजगी व्यक्त की।
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक विशालकाय अजगर मिलने से हड़कंप मच गया। कोतवाली गुन्नौर क्षेत्र के अकबरपुर गांव में सड़क किनारे 10 फीट लंबा और 50 किलोग्राम वजनी अजगर देखा गया। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे ग्रामीणों ने अजगर को रेंगते हुए देखा, जिसके बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई। अजगर नदी की ओर से निकलकर सड़क पार करते हुए गांव की दिशा में बढ़ रहा था। इसे देखते ही ग्रामीणों में दहशत फैल गई। राहगीरों ने सूझबूझ दिखाते हुए तत्काल वन विभाग को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। टीम ने ग्रामीणों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने की अपील की और सावधानीपूर्वक बचाव अभियान शुरू किया। रेस्क्यू के दौरान अजगर कुछ समय के लिए सड़क किनारे झाड़ियों में घुस गया, जिससे ग्रामीणों का भय और बढ़ गया। हालांकि, वन विभाग की टीम ने धैर्य और सतर्कता के साथ उसे काबू में कर लिया। करीब तीन घंटे चले इस अभियान के बाद अजगर को सुरक्षित पकड़ लिया गया। वन विभाग के रेंजर मनमोहन ने बताया कि पकड़ा गया अजगर लगभग 10 फीट लंबा और 50 किलोग्राम वजनी था। अजगर को सुरक्षित रूप से प्लास्टिक के बोरे में बंद कर प्राकृतिक जंगल में ले जाया गया, जहां उसे उसके आवास में छोड़ दिया गया।
हरियाणा के झज्जर जिले में तीन महीने पहले इटालियन पिस्टल और 6 कारतूस के साथ गिरफ्तार हुए युवक को लेकर पुलिस सुशील पहलवान को प्रोडक्शन वारंट पर झज्जर लेकर आई। जहां बीते दिन सुशील से पुलिस ने पूछताछ की। वहीं पुलिस ने गहन पूछताछ के लिए कोर्ट में पेश कर रिमांड लेने के लिए अपील लगाई गई, लेकिन सुशील का रिमांड पुलिस को नहीं मिला। झज्जर जिले के गांव बिरोहड़ के एक युवक को इटालियन ब्रेटा पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया गया। वहीं आरोपी से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ था कि वह पिस्टल उसे सुशील कुमार ने ही उपलब्ध करवाई थी। हालांकि उसे यह नहीं बताया गया था कि इस पिस्टल का उसे करना क्या है। सुशील ने उसे आगे के लिए कोई निर्देश नहीं दिए थे। सुशील से पूछताछ के लिए पुलिस बीते दिन मंगलवार को प्रोडक्शन वारंट पर झज्जर लाई थी, लेकिन झज्जर पुलिस को सुशील का रिमांड समय नहीं मिला और गहन पूछताछ नहीं हो पाई। पुलिस को जजमेंट का इंतजार आरोपी विशाल सहरावत ने पुलिस रिमांड पर खुलासा किया था कि उसी दौरान उससे पूछताछ हुई, तो उसने कुछ खुलासे किए थे। विशाल ने बताया था कि वह सागर हत्याकांड के आरोपी पहलवान सुशील कुमार का शागिर्द है, जो इटालियन पिस्टल उससे बरामद हुई, वह सुशील के कहने पर उसे मिली थी। डीसीपी क्राइम अमित दहिया ने बताया कि कोर्ट से 5 दिन का रिमांड मांगा गया था, लेकिन नहीं मिला और अभी जजमेंट की कॉपी नहीं आई है, आते ही दोबारा से फिर वारंट के लिए अपील लगाई जाएगी। सुशील के इशारे पर पिस्टल-कारतूस मिले पुलिस के मुताबिक, आरोपी विशाल ने बताया कि मई 2025 में सुशील कुमार को बेल मिली थी। इस दौरान वह सुशील से मिला था। सुशील की कोर्ट में पेशी के दौरान विशाल उससे मिला। इसी दौरान सुशील ने इशारा कर विशाल को बताया था कि उस गाड़ी से तुझे माल मिल जाएगा। विशाल गाड़ी के पास गया और वहां से उसे पिस्टल और कारतूस मिले। आरोपी ने पुलिस को बताया कि सुशील कुमार ने उसे पिस्टल को दे दी थी, लेकिन उसने यह नहीं बताया था कि उस पिस्टल का उसे करना क्या है। वह पिस्टल लेकर सुनील के निर्देशों का इंतजार कर रहा था। पिस्टल से वह कुछ कर पाता, इससे पहले पुलिस ने उसे पकड़ लिया। सुशील की पत्नी के गोत्र का आरोपी पुलिस के अनुसार, आरोपी ने बताया कि छत्रसाल स्टेडियम में सुशील से उसकी नजदीकियां सुशील की पत्नी सावी सहरावत के गोत्र के कारण बढ़ी थी। दोनों का एक ही गोत्र होने के चलते विशाल और सुशील में भाईचारा बना। इसके बाद दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना होने लगा था। जेल जाने के बाद भी सुशील के संपर्क में रहा आरोपी के मुताबिक, भाईचारा बनने के बाद ही सुशील ने उसे कुश्ती के दांव-पेंच सिखाने शुरू किए थे। दोनों ने 2014 से साल 2021 तक दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में एक साथ रेसलिंग की प्रेक्टिस की। हत्या के केस में सुशील के जेल जाने के बाद भी विशाल उसके संपर्क में रहा और जेल में मिलता रहा।
ओंकारेश्वर ट्रस्ट के प्रबंधक ट्रस्टी को लेकर चल रहे विवाद पर खंडवा की सेशन कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। कोर्ट ने मांधाता राजपरिवार के राव पुष्पेंद्रसिंह को ओंकारेश्वर ट्रस्ट का प्रबंधक ट्रस्टी नियुक्त कर दिया है। इसी पद के लिए उनके चाचा के बेटे (चचेरे भाई) विनय प्रताप सिंह ने भी दावा किया था, लेकिन कोर्ट ने ज्येष्ठता (Seniority) के आधार पर पुष्पेंद्रसिंह के पक्ष में फैसला सुनाया। वे अपने पिता के ट्रस्टी पद से हटने के 32 साल बाद उत्तराधिकारी बने हैं। विपक्ष ने दलील दी थी कि पुष्पेंद्रसिंह के पिता (राव शिवशरण सिंह) को गबन के आरोप में ट्रस्टी पद से हटाया गया था, इसलिए उनके बेटे को यह पद नहीं मिलना चाहिए। इस पर द्वितीय जिला न्यायाधीश अनिल चौधरी ने कहा कि पिता की अयोग्यता का असर पुत्र के अधिकारों पर नहीं पड़ेगा। अयोग्यता व्यक्तिगत होती है, यह 'रक्त को कलंकित' नहीं करती। ट्रस्ट के संविधान के मुताबिक ज्येष्ठता के आधार पर राव पुष्पेंद्रसिंह ही पद के हकदार हैं। 25% हिस्सेदारी का है मामला, 4 साल में 15 गुना बढ़ी आय दरअसल, 1967 के एक आदेश के मुताबिक, प्रबंधक ट्रस्टी राजपरिवार का ही होगा और उसे मंदिर की आय का 25% हिस्सा मिलेगा। यह फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि मंदिर की आय में जबरदस्त उछाल आया है। चाचा ने छोटे बेटे को बनाना चाहा था वारिस 1999 में गबन के आरोप में बड़े भाई राव शिवशरण सिंह को हटाकर उनके छोटे भाई राव देवेंद्र सिंह को ट्रस्टी बनाया गया था। 33 साल तक वे ट्रस्टी रहे। 4 सितंबर 2025 को देवेंद्र सिंह का निधन हो गया। अपनी बीमारी के दौरान उन्होंने अपने बड़े बेटे धर्मेश की जगह छोटे बेटे विनय प्रताप सिंह को ट्रस्टी बनाने की सिफारिश की थी। लेकिन कोर्ट ने ज्येष्ठता के नियम को मानते हुए बड़े भाई (शिवशरण) के बेटे पुष्पेंद्रसिंह को चुना। जनपद अध्यक्ष बनकर की ट्रस्ट में एंट्री राव पुष्पेंद्रसिंह ने ट्रस्ट में अपनी जगह बनाने के लिए पहले राजनीतिक रास्ता चुना। ट्रस्ट के 7 सदस्यों में एक पद 'जनपद पंचायत अध्यक्ष' का होता है। पुष्पेंद्रसिंह ने चुनाव लड़ा, जीते और पदेन सदस्य के रूप में ट्रस्ट में एंट्री ली। इसके बाद पुजारियों और परिवार का विश्वास जीता। बोले- श्रद्धालुओं से अभद्रता बर्दाश्त नहीं फैसले के बाद राव पुष्पेंद्रसिंह ने भास्कर से कहा, मेरे पिता पर लगे आरोप कभी सिद्ध नहीं हुए। अब मैं व्यवस्थाएं सुधारूंगा। मंदिर के कर्मचारी श्रद्धालुओं से अभद्रता करते हैं, मैं खुद इसका भुक्तभोगी रहा हूं। इसे रोका जाएगा, ताकि दर्शनार्थी खुश होकर जाएं।
हाथरस में आज बुधवार को तहसील सदर में राज्य महिला आयोग की सदस्य रेनू गौड़ ने महिला उत्पीड़न से संबंधित मामलों की जनसुनवाई की। इस दौरान कई महिलाओं ने अपनी समस्याएं बताईं। जनसुनवाई के दौरान कुछ महिलाओं की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण के निर्देश दिए। हालांकि, कुछ थानों से संबंधित अधिकारी और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं थे। इस पर राज्य महिला आयोग की सदस्य ने नाराजगी व्यक्त की और मुख्य विकास अधिकारी को इसकी जानकारी दी। मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए रेनू गौड़ ने बताया कि वर्तमान में पति द्वारा पत्नी के साथ मारपीट करने और धोखे से तलाक देने जैसे मामलों में वृद्धि हुई है। एक सवाल के जवाब में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान महिला का हिजाब उतारने की घटना पर उन्होंने कहा कि इसमें मुख्यमंत्री की कोई गलत मंशा नहीं थी, क्योंकि उम्र के हिसाब से वह महिला नीतीश कुमार की बेटी जैसी थी। गौड़ ने आगे कहा कि सनातन संस्कृति में हिजाब की आवश्यकता ही नहीं है। हमारी संस्कृति कहती है कि आखिर चेहरा छिपाना क्यों। उन्होंने यह भी कहा कि कभी-कभी चेहरा छिपाने वाले व्यक्ति पर यह शक भी पैदा होता है कि कहीं वह आरोपी तो नहीं है। राज्य महिला आयोग की सदस्य ने स्पष्ट कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री की मंशा गलत नहीं थी।
सिंदुरिया में अज्ञात वाहन की टक्कर से अधेड़ की मौत:ब्रह्मभोज से लौटते समय सिंदुरिया में हुआ हादसा
सिंदुरिया थाना क्षेत्र में मंगलवार देर रात एक सड़क हादसे में 45 वर्षीय अधेड़ की मौत हो गई। यह घटना सिंदुरिया-झनझनपुर मार्ग पर कसमरिया स्थित बाल्मीकि चौराहे के पास रात करीब 10 बजे हुई। मृतक को एक अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जानकारी के अनुसार, मृतक की पहचान मुजहना बुजुर्ग निवासी दिलीप मिश्र पुत्र ध्रुवनारायण मिश्र के रूप में हुई है। दिलीप मिश्र मंगलवार को कोतवाली क्षेत्र के सिसवनिया गांव में अपने साढ़ू के यहां आयोजित ब्रह्मभोज कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। कार्यक्रम से वापस लौटते समय, जब वह कसमरिया बाल्मीकि नगर चौराहे के पास पहुंचे, तभी सिंदुरिया की ओर से आ रहे एक तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने से दिलीप मिश्र सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें जिला अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। दिलीप मिश्र अपने तीन भाइयों में मंझले थे। उनके परिवार में आठ वर्षीय पुत्र और छह वर्षीय पुत्री हैं। थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक परिजनों की ओर से कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है और पुलिस अज्ञात वाहन की तलाश कर रही है।
खैरागढ़ में 24 करोड़ से ज्यादा बिजली बिल बकाया:सरकारी दफ्तरों का भुगतान धीमा, आमजन पर कार्रवाई
खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में बिजली बिल बकाया एक बड़ी समस्या बन गई है। यहां सरकारी विभागों पर 20 करोड़ रुपए से अधिक का बिजली बिल लंबित है, जबकि निजी उपभोक्ताओं पर भी 4 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि बकाया है। आम उपभोक्ताओं का कहना है कि बिल भुगतान में देरी पर कनेक्शन काटने जैसी सख्त कार्रवाई होती है, लेकिन सरकारी दफ्तरों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। खैरागढ़ संभाग के लगभग 50 शासकीय विभागों पर कुल 20 करोड़ रुपए से अधिक का बिजली बिल बकाया है। यह स्थिति कई सालों से बनी हुई है, लेकिन इन विभागों के न तो मीटर रुके हैं और न ही बिजली लाइन काटी गई है। सरकारी विभागों में बिजली काटने का नियम लागू नहीं विभागवार आंकड़ों के मुताबिक, नगरीय निकायों पर लगभग 8 करोड़ 33 लाख रुपए और ग्राम पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग पर 10 करोड़ 50 लाख रुपए का बिजली बिल लंबित है। इसके अलावा शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण, आदिम जाति कल्याण, वन और जल संसाधन जैसे अन्य विभागों पर भी छोटी-बड़ी राशियां बकाया हैं। दूसरी ओर, खैरागढ़ क्षेत्र के लगभग 33 हजार निजी उपभोक्ताओं पर भी 4 करोड़ रुपए से अधिक का बिजली बिल बकाया है। बिजली विभाग आम उपभोक्ताओं से समय पर भुगतान की अपेक्षा करता है और एक-दो महीने का बिल बकाया होने पर कनेक्शन काट देता है। हालांकि, सरकारी विभागों के मामले में यह नियम लागू नहीं होता। संबंधित विभागों को भेजा गया नोटिस बिजली विभाग का कहना है कि वे संबंधित विभागों से लगातार संपर्क में हैं, नोटिस भेजे जा रहे हैं और वसूली के प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, बीते 1 साल में शासकीय विभागों के बकाया में कोई खास कमी नहीं आई है, जिससे वसूली के प्रयासों की प्रभावशीलता पर सवाल उठते हैं। जानकारों का मानना है कि यदि सरकारी विभागों से समय पर बकाया राशि वसूल नहीं की गई, तो इस नुकसान की भरपाई अंततः उन उपभोक्ताओं से की जाएगी जो नियमित रूप से अपने बिलों का भुगतान कर रहे हैं।
लखीमपुर खीरी में दुष्कर्म के एक मामले में पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने थाना प्रभारी दयाशंकर, चौकी इंचार्ज संदीप यादव और बीट सिपाही राजबली को निलंबित कर दिया है। यह कार्रवाई घटना को लेकर पुलिस की लापरवाही पाए जाने पर की गई है। घटना रविवार सुबह की है, जब दो नाबालिग छात्राएं कोचिंग पढ़ने जा रही थीं। आरोप है कि बाइक सवार तीन युवकों ने उन्हें रास्ते में रोक लिया। युवकों ने छात्राओं को जबरन गन्ने के खेत में खींचकर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया और जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई। स्वयं एसपी संकल्प शर्मा ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और पीड़िताओं से बातचीत की।जांच के दौरान एसपी ने बताया कि पूछताछ में एक छात्रा ने अपने साथ दुष्कर्म से इनकार किया है, जबकि दूसरी छात्रा के साथ जबर्दस्ती शारीरिक संबंध का मामला सामने आया है। मेडिकल रिपोर्ट में किसी प्रकार की गंभीर चोट नहीं पाई गई है। पुलिस फिलहाल आरोपी युवकों की तलाश कर रही है और टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।इस पूरे मामले में थाना स्तर पर लापरवाही सामने आने पर थाना प्रभारी, चौकी इंचार्ज और बीट सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने स्पष्ट किया कि इस तरह की घटनाओं में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बस्ती में गैर इरादतन हत्या के मामले में चार अभियुक्तों को 10-10 साल की सजा सुनाई गई है। पुलिस की सशक्त पैरवी और प्रभावी विवेचना के कारण यह संभव हो सका। 'ऑपरेशन कन्विक्शन' के तहत पैरवी सेल और थाना नगर पुलिस ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह मामला थाना नगर क्षेत्र का है। 24 दिसंबर 2022 को थाना नगर पुलिस ने शेषनाथ यादव, रामबेलास यादव, अभिमन्यु यादव और प्रदुम्न यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। ये सभी कटरुआ वीर सिंह दामोदरपुर, थाना नगर, जनपद बस्ती के निवासी हैं। आरोप था कि इन अभियुक्तों ने गैरकानूनी रूप से एकत्र होकर एक घटना को अंजाम दिया, जिसके परिणामस्वरूप एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। विवेचना के दौरान, जांच अधिकारी ने साक्ष्य संकलित कर विवेचना पूरी की और आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। इसके बाद, पुलिस अधीक्षक बस्ती के निर्देश पर पैरवी सेल और थाना नगर पुलिस ने मामले की लगातार निगरानी की। उन्होंने साक्ष्यों और गवाहों की प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की। इस प्रभावी पैरवी के परिणामस्वरूप, एएसजे/स्पेशल/ईसी एक्ट कोर्ट, बस्ती ने चारों अभियुक्तों को दोषी ठहराया। न्यायालय ने प्रत्येक अभियुक्त को 10 वर्ष के कठोर कारावास की सजा सुनाई। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक पर 11-11 हजार रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया, जिससे कुल 44 हजार रुपए का जुर्माना हुआ।
गाजीपुर जिले में मनरेगा मजदूर संघ ने ग्रामीण बेरोजगारों को उनके अधिकारों से जोड़ने के लिए एक पहल की है। बुधवार को संघ ने गाजीपुर के सरजू पांडे पार्क में जिलाधिकारी को एक पत्रक सौंपा। इसमें बताया गया कि 21 जनवरी 2026 से एक व्यापक जागरूकता और सर्वेक्षण अभियान शुरू किया जाएगा। इस अभियान का उद्देश्य मनरेगा के तहत 100 दिन के रोजगार के अधिकार समय पर काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ता, मजदूरी दर, सामाजिक अंकेक्षण और पारदर्शिता जैसे महत्वपूर्ण प्रावधानों की जानकारी देना है। इसके अतिरिक्त, निष्क्रिय पड़े जॉब कार्ड धारकों को फिर से सक्रिय करने और नए पात्र ग्रामीणों के जॉब कार्ड आवेदन में भी सहायता प्रदान की जाएगी। संघ के अनुसार, जिले में मनरेगा के प्रति जागरूकता की कमी के कारण रोजगार की मांग में गिरावट आई है, जिससे ग्रामीण बेरोजगारों को आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस स्थिति को सुधारने के लिए अभियान के तहत गांव-गांव जाकर श्रमिकों से संपर्क किया जाएगा। अभियान के दौरान रोजगार मांग पत्र भरवाए जाएंगे और जॉब कार्ड का नवीनीकरण कराया जाएगा। श्रमिकों को यह भी सूचित किया जाएगा कि यदि उन्हें 15 दिनों के भीतर रोजगार नहीं मिलता है, तो वे बेरोजगारी भत्ता प्राप्त करने के हकदार हैं। मनरेगा मजदूर संघ ने जिला प्रशासन से इस अभियान में सहयोग की अपील की है, ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण परिवारों को मनरेगा योजना का लाभ मिल सके। संघ का मानना है कि जागरूकता बढ़ने से रोजगार की मांग में वृद्धि होगी और मनरेगा के तहत चल रहे कार्यों में पारदर्शिता व जवाबदेही भी मजबूत होगी। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण बेरोजगारों को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें उनके वैधानिक अधिकार दिलाना है।
रतलाम ग्रामीण कांग्रेस जिलाध्यक्ष हर्षविजय गेहलोत ने बुधवार सुबह अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना त्यागपत्र प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी को भेजा है। इसमें उन्होंने इस्तीफे की वजह पारिवारिक कारण और सैलाना विधानसभा की जिम्मेदारी न निभा पाना बताया है। हालांकि, इसे ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति से जोड़कर देखा जा रहा है। गेहलोत को जिलाध्यक्ष बने अभी महज 4 महीने ही हुए थे। मंगलवार रात प्रदेश कांग्रेस ने ब्लॉक अध्यक्षों की सूची जारी की थी। इसके ठीक अगली सुबह गेहलोत का इस्तीफा सामने आ गया। सूत्रों के मुताबिक, जावरा और आलोट विधानसभा में ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति होल्ड पर है। चर्चा है कि जिलाध्यक्ष ने जो नाम आगे बढ़ाए थे, उन पर सहमति नहीं बन पाई। इसी बात से नाराज होकर उन्होंने इस्तीफा दिया है। भास्कर ने उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क किया, लेकिन मोबाइल स्विच ऑफ मिला। नाराजगी का असर- आज होने वाला धरना कैंसिल इस्तीफे का असर पार्टी के कार्यक्रमों पर भी पड़ा। बुधवार दोपहर मनरेगा योजना का नाम बदलने के विरोध में जिला और शहर कांग्रेस का संयुक्त धरना प्रदर्शन होना था। इसके निवेदक खुद हर्षविजय गेहलोत थे। सोशल मीडिया पर मैसेज भी चल रहे थे, लेकिन इस्तीफे के बाद यह धरना कैंसिल कर दिया गया। पार्षद से विधायक तक का सफर, पूर्व मंत्री के बेटे हैं हर्षविजय गेहलोत पूर्व मंत्री प्रभुदयाल गेहलोत के बेटे हैं। इंजीनियरिंग छोड़कर 1994 में पार्षद का चुनाव जीतकर राजनीति शुरू की थी। वे 2018 से 2023 तक सैलाना के विधायक रहे। वे दिग्विजय सिंह गुट के माने जाते हैं, लेकिन जीतू पटवारी की टीम के भी अहम सदस्य थे। अचानक इस्तीफे ने कांग्रेस की गुटबाजी फिर उजागर कर दी है। इन्हें बनाया गया है ब्लॉक अध्यक्ष मंगलवार रात जारी सूची में इनकी नियुक्तियां हुई हैं...
बांसवाड़ा में यूरिया खाद की किल्लत किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गई है। मंगलवार को तलवाड़ा पंचायत समिति के घलकिया लैम्प्स में खाद वितरण के दौरान भारी भीड़ उमड़ पड़ी। आलम यह रहा कि सुबह 8 बजे से ही किसान और महिलाएं कतारों में लग गए, लेकिन लंबी लाइन के अंतिम छोर पर खड़े सैकड़ों लोगों को घंटों इंतजार के बाद भी खाली हाथ ही लौटना पड़ेगा। लंबी लाइनों में लगे किसान भीड़ और हंगामे की स्थिति को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की मौजूदगी में खाद का वितरण किया गया। लैम्प्स परिसर में महिलाओं और पुरुषों की अलग-अलग लंबी लाइनें लगवाई गई थीं। कतार में खड़े किसानों ने बताया कि वे सुबह से ही इस आस में खड़े हैं कि उन्हें अपनी फसल के लिए खाद मिल जाएगा, लेकिन खाद की कम मात्रा और लोगों की भारी तादाद को देखते हुए आधे लोगों को भी खाद मिलना मुश्किल लग रहा है। इतनी भीड़ आई कि पुलिस बुलानी पड़ी इधर, लैम्प्स प्रबंधन द्वारा यूरिया के साथ नैनो खाद की बोतल भी अनिवार्य रूप से दी जा रही है। व्यवस्था के अनुसार प्रत्येक किसान को दो बोरी खाद पर एक नैनो खाद का वितरण किया जा रहा है। वहीं मंगलवार को भी खाद वितरण के लिए लैम्प्स खोली गई थी लेकिन भारी तादाद में लोगों की भीड़ पहुंचने से पुलिस बुलानी पड़ी और वितरण नहीं हो पाया। बुधवार सुबह फिर से वितरण शुरू किया गया। बोले- 900 खाद ही उपलब्ध लैम्प्स व्यवस्थापक राजकुमार ने बताया कि सुबह से ही किसानों की भारी भीड़ जमा हो गई है। वर्तमान में केवल 900 बोरी खाद ही उपलब्ध हुआ है, जबकि मांग करने वाले किसानों की संख्या इससे कहीं अधिक है। उन्होंने कहा कि विभाग को और खाद की डिमांड भेज रखी है, स्टॉक आने पर ही बाकी किसानों को वितरण किया जा सकेगा। फिलहाल सीमित स्टॉक के कारण कई किसानों को बिना खाद के ही वापस जाना पड़ेगा। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक दलीप सिंह से जिले में हो रहीं ऐसी स्थिति की चर्चा पर उन्होंने शाम को पूरे जिले के आंकड़े उपलब्ध करवाना बताया।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में दिनदहाड़े स्कूटी की डिक्की से 2 लाख रुपए चोरी होने का मामला सामने आया है। अज्ञात चोरों ने उस वक्त वारदात को अंजाम दिया, जब एक बुजुर्ग महिला अपने बेटे के साथ बैंक से पेंशन की राशि निकालकर घर लौट रही थी और रास्ते में सामान खरीदने रुकी थी। यह घटना खरसिया चौकी क्षेत्र की है। जानकारी के अनुसार, अंजोरीपाली डभरा रोड निवासी 65 वर्षीय नोनीबाई दीवान को उनके पति की पेंशन मिलती है। पारिवारिक जरूरतों के चलते मंगलवार को वह अपने बेटे कौशल प्रसाद दीवान के साथ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, खरसिया शाखा पहुंचीं। बैंक से उन्होंने 2 लाख रुपए निकाले और रकम स्कूटी की डिक्की में रखकर उसे लॉक कर दिया। इसके बाद मां-बेटे स्कूटी से घर के लिए निकले। रास्ते में रायगढ़ चौक से पहले एक साहू किराना दुकान पर सामान खरीदने के लिए रुके। इसी दौरान अज्ञात युवक स्कूटी के पास पहुंचा और मौका देखकर डिक्की खोलकर उसमें रखे 2 लाख रुपए निकाल लिए। इसके बाद वह अपने एक अन्य साथी के साथ रायगढ़ चौक की ओर फरार हो गया। चोरी कर आरोपी मौके से फरार जब चोरी की जानकारी कौशल प्रसाद को हुई तो उसने शोर मचाया, लेकिन तब तक दोनों आरोपी भाग चुके थे। घटना की सूचना मिलते ही आसपास के लोग मौके पर एकत्र हो गए। पीड़िता नोनीबाई दीवान ने खरसिया चौकी पहुंचकर मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच कर आरोपियों की पहचान में जुटी हुई है।
छतरपुर में एम्बुलेंस ने मासूम को कुचला, मौत:घर के सामने खेलते वक्त हुआ हादसा, ड्राइवर मौके से फरार
छतरपुर जिले के महाराजपुर थाना क्षेत्र के कुसमा गांव में बुधवार सुबह 108 एम्बुलेंस ने 3 साल के मासूम को कुचल दिया। हादसे में मासूम की मौत हो गई, जबकि चालक वाहन लेकर फरार हो गया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक की पहचान निशांत कुशवाहा के रूप में हुई है। निशांत अपनी मां के साथ कुसमा गांव अपनी नानी के घर आया हुआ था। बुधवार सुबह करीब 8 बजे वह नानी के घर के सामने खेल रहा था, तभी महाराजपुर डुमरा तिगैला की ओर से आ रही तेज रफ्तार 108 एम्बुलेंस ने उसे कुचल दिया। निशांत के मामा राजेश कुशवाहा ने बताया कि एम्बुलेंस ने बस को बचाते समय गलत साइड से क्रॉसिंग की और उनके भांजे को टक्कर मारी, जिससे दोनों पहिए उसके ऊपर से निकल गए। ग्रामीणों ने चालक का पीछा किया और घटना का वीडियो बनाया। राजेश के अनुसार, एम्बुलेंस ने डुमरा तिगैला पर एक समोसे की दुकान और बाइक सवार को भी टक्कर मारी और फिर राजनगर की ओर भाग गया। फरार एम्बुलेंस ड्राइवर की तालाश जारी हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मासूम के शव को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां पोस्टमॉर्टम कराया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर फरार एम्बुलेंस चालक की खोज शुरू कर दी है।
गुना के धरनावदा में शुक्रवार को हुए सड़क हादसे में नया मोड़ आया है। जांच में पता चला है कि जिस वक्त केले से भरे ट्रक की कंटेनर से भिड़ंत हुई, उस समय स्टीयरिंग ड्राइवर के हाथ में नहीं, बल्कि कंडक्टर के हाथ में थी। हादसे में कंडक्टर की मौत हो गई थी, जबकि असली ड्राइवर घायल है। पुलिस ने मंगलवार को कंटेनर चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हादसा शुक्रवार शाम को धरनावदा थाने की रुठियाई चौकी क्षेत्र में हुआ। घायल ड्राइवर जितेंद्र (35) ने पुलिस को बताया कि वह और कंडक्टर माता प्रसाद (55) निवासी आगरा, पिछले 8 साल से साथ काम कर रहे थे। वे महाराष्ट्र के शाहबाद से ट्रक (RJ11GA9790) में केले भरकर गोरखपुर जा रहे थे। देहरी गांव के पास हाईवे पर मरम्मत के चलते सिर्फ एक साइड का ट्रैफिक चालू था। कंडक्टर चला रहा था गाड़ी, 12 तारीख को तोड़ा दम जितेंद्र ने बताया कि उस समय ट्रक कंडक्टर माता प्रसाद चला रहा था। तभी सामने से आए कंटेनर (HR38 Z3098) ने लापरवाही से टक्कर मार दी। दोनों को 1033 एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान 12 दिसंबर को माता प्रसाद की मौत हो गई। आगरा का रहने वाला था मृतक मृतक कंडक्टर माता प्रसाद और घायल ड्राइवर जितेंद्र दोनों आगरा (यूपी) के रहने वाले हैं। पुलिस ने घायल के बयानों के आधार पर अब कंटेनर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है।
वर्दी की कदर करते हैं, ध्यान रखना तुम… चिल्ला नहीं रहे हैं... बता रहे हैं तुमको...औकात में रहना तुम… क्या यही सिखाया है यूपी पुलिस ने, झूठ मक्कारी कर रहा है, मिला हुआ है उन लोगों से… इससे बार-बार कह रहे कि उन लोगों को बुलाओ यहां पर, क्यों नहीं बुला रहा है। 12 बजे तक हमारे साथ थे और ये जाकर वहां सेटिंग कर रहा है। इसका नाम क्या है देखो जरा, ये कल से ही हमसे बोल रहा था। पूरी रात हम लोग परेशान रहे, तब उसका बाप नहीं दिखाई पड़ा। कोई सामने नहीं आया…। यह कहना था भाजपा महिला मोर्चा की दक्षिण जिलाध्यक्ष अनीता त्रिपाठी का। अनीता नवाबगंज में 9वीं मंजिल से कूदे प्रखर त्रिपाठी की मामी हैं। पोस्टमॉर्टम के दौरान नवाबगंज पुलिस पंचायतनामा में मृतक के पिता समेत अन्य लोगों के साइन लेकर पहुंची तो वो भड़क गईं। पुलिस पर लगाए मिलीभगत के आरोपअनीता त्रिपाठी ने थाने में तैनात सिपाही अमित कुमार को हड़काना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि हम लोग सुबह (मंगलवार) 7 बजे से पोस्टमॉर्टम में मौजूद हैं। सिपाही दो घंटे से बेवकूफ बना रहा है। कल (सोमवार) रात में बच्चे की बॉडी देखी थी, उसका शव उधड़ा हुआ पड़ा था। वो मेरे बच्चे जैसा था। कल सोमवार रात को हम लोग 12.30 बजे तक रुके थे। कोई पोस्टमॉर्टम हाउस नहीं आया। मैंने सिपाही अमित कुमार से बच्चे के पिता और दादी, बाबा के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि सब लोग इधर-उधर हैं। मैंने विरोध कि तो सिपाही ने कहा कि विवाद न हो, इसलिए वो लोग नहीं आ रहे हैं। कहा- पुलिस ने बुलाने के बावजूद नहीं कराए साइनअनीता त्रिपाठी ने कहा कि सिपाही अमित कुमार ने मंगलवार सुबह 5 लोगों को थाने पर आकर साइन करने को कहा। सुबह जागेश्वर मंदिर चौकी इंचार्ज राहुल कुमार का फोन आया। हम लोग नवाबगंज थाने पहुंचे तो पता चला कि ये लोग पोस्टमॉर्टम हाउस आ गए। हम लोग दोबारा वापस आए तो पुलिसवाले नहीं मिले। मैं बार-बार कॉल कर रही तो, पुलिस वाले कह रहे कि दो मिनट में आ रहे। जब आए तो कागज कम्पलीट करके आए, इसका क्या मतलब है। कल सोमवार देर रात हमारी बात हुई थी। पंचायतनामा में साइन करने के लिए हम लोगों को बुलाया था, तो फिर हमारे साइन क्यों नहीं कराए। उनके (बच्चे के पिता) साइन क्यों कराए। अगर साइन कराने थे तो दोनों पक्षों के कराने चाहिए थे। मां और नाना के साइन के बाद शुरू हुआ पोस्टमॉर्टमअनीता त्रिपाठी ने कहा- हम लोगों ने पूछा तो सिपाही ने कहा कि वो लोग (बच्चे के पिता, दादी, बाबा) चाय पी रहे हैं। भाजपा नेता अनीता ने सिपाही पर मृतक के पिता, बाबा से मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। इसके बाद चौकी प्रभारी राहुल कुमार ने पंचायतनामा पर मृतक की मां बोस्की और नाना डॉ आरएन त्रिपाठी ने साइन किए। इसके बाद मृतक प्रखर के पोस्टमॉर्टम प्रक्रिया शुरू हुई। प्रखर की मौत पर मां का पोस्टमॉर्टम हाउस में रो–रोकर बुरा हाल था। उन्होंने बिलखते हुए कहा कि मेरे बच्चे को पति ने मार डाला है। वह आखिरी बार दो नवंबर को बेटे से बात हुई थी, सुसरालीजनों के दबाव के कारण वह कुछ कह नहीं पाता था। मां बोली- पांच लोग घर में मौजूद तो बेटा कैसे कूदाउन्होंने सवाल उठाया कि घरवालों की मौजूदगी में बच्चा कैसे कूद गया, मुझे तो पता ही नही की कौन ट्यूशन टीचर उसे पढ़ाने आती थी। पति सुधांशु त्रिवेदी नशे के लती था, जब मैं उसे भेजने को कहती थी, तो वह टालमटोल कर देता था। आज आलम यह है कि मैं अपने बच्चे का पोस्टमॉर्टम करा रही हूं। मेरे साथ वह लोग मारपीट करते थे, जिस कारण मैं उनसे अलग हो गई थीं, वह लोग कहते थे प्रापर्टी मेरे नाम कर दो, सब सही हो जाएगा। मेरे बेटे से बात तक नहीं करने देते थे, मुझे उससे मिलने के लिए स्कूल जाना पड़ता था। बच्चा इतना डरा रहता था कि वह किसी से कुछ कहने की हिम्मत नहीं जुटा पाता था। नवाबगंज इंस्पेक्टर केशव तिवारी ने बताया कि मृतक की मां की ओर से पति समेत ससुरालीजनों के खिलाफ तहरीर मिली है, कार्रवाई की जा रही है।
गुमला सदर थाना क्षेत्र के चौली नवा टोली गांव में 13 दिसंबर की रात रमेश साहू की हत्या के मामले में पुलिस ने उनकी 35 वर्षीय पत्नी राधा देवी को गिरफ्तार कर लिया है। रमेश साहू की हत्या कुल्हाड़ी और पत्थर से पुवाल के गांज के पास की गई थी। आरोपी पत्नी को बुधवार को दोपहर 1 बजे जेल भेज दिया गया। एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि थाना में दर्ज कांड संख्या 413/25 के तहत एक टीम गठित की गई थी। छापेमारी और पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि घटना को पत्नी ने ही अंजाम दिया था। पति ने दो बोरी धान बेचकर शराब पी ली थी आरोपी पत्नी ने पुलिस को बताया कि घटना वाले दिन वह अपने छोटे बेटे रोहन कुमार को परीक्षा दिलाने गुमला गई थी। शाम को लौटने पर उसने अपने पति रमेश साहू और दूसरे बेटे राकेश साहू को नशे की हालत में देखा। पूछने पर पता चला कि पति ने दो बोरी धान बेचकर शराब पी ली थी। जब राधा देवी ने इसका विरोध किया, तो रमेश ने उसे कुल्हाड़ी से मारने के लिए दौड़ाया। इसके बाद रमेश पुवाल के गांज में जाकर सो गया। पत्नी ने देर रात घात लगाकर उसकी हत्या कर दी और साक्ष्य छिपाने का प्रयास किया। अक्सर शराब पीने को लेकर दोनों के बीच विवाद होता रहता था। कड़ाई से पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकारा शुरुआत में रमेश की हत्या का मामला अज्ञात के खिलाफ दर्ज किया गया था। एसडीपीओ के नेतृत्व में गठित टीम में महिला पुलिसकर्मी हेमा देवी ने राधा देवी से कड़ाई से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान राधा देवी ने अपना जुर्म कबूल करते हुए पूरी घटना का विवरण दिया। इसके बाद उसे बुधवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा बुधवार को जयपुर पहुंचीं। जयपुर एयरपोर्ट पर सौरभ प्रजापत और वरुण बंसल ने उनका स्वागत किया। सुनीता शूटिंग के सिलसिले में जयपुर आई हैं। सुनीता जयपुर के जगतपुरा स्थित अक्षयपात्र मंदिर में शूटिंग करेंगी। इसके बाद गुरुवार को वे खाटूश्यामजी मंदिर के दर्शन के लिए रवाना होंगी। गोविंदा और उनके परिवार का खाटूश्यामजी से विशेष आस्था और पुराना जुड़ाव रहा है। उल्लेखनीय है कि सुनीता आहुजा अब यूट्यूब और सोशल मीडिया पर भी सक्रिय हो गई हैं और नियमित रूप से ब्लॉग बना रही हैं। जयपुर यात्रा और खाटूश्यामजी मंदिर दर्शन को लेकर वे अपने चैनल के लिए विशेष ब्लॉग तैयार करेंगी। साथ ही, वे अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म की सफलता के लिए मंदिर में आशीर्वाद भी लेंगी। भास्कर उत्सव में शामिल होने आए वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी भास्कर उत्सव जयपुर के तहत 17 दिसंबर को एक विशेष मीडिया सेमिनार का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार सुधीर चौधरी मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होंगे। मीडिया और पत्रकारिता से जुड़े समसामयिक विषयों पर यह सेमिनार युवाओं और पत्रकारों के लिए खास माना जा रहा है। मीडिया सेमिनार में भाग लेने के लिए सुधीर चौधरी मंगलवार को जयपुर पहुंचे। जयपुर एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया गया। सेमिनार में बड़ी संख्या में मीडिया स्टूडेंट्स, पत्रकार और आम पाठक शामिल होंगे।
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में दो पक्षों के बीच हुई मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह घटना रविवार (14 दिसंबर) को अर्जुनी थाना क्षेत्र के ग्राम बंजारी में हुई, जहां कोटवार और गांव के कुछ लोगों के बीच विवाद बढ़ गया था। वीडियो में दिख रहा है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे को गाली-गलौज करते हुए लात-घूंसे बरसा रहे हैं। कुछ लोगों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन वे एक-दूसरे का कॉलर पकड़कर खींचते नजर आए। बताया जा रहा है कि यह मारपीट करीब आधे घंटे तक चली। विवाद का कारण अज्ञात ग्रामीणों के अनुसार, यह विवाद कोटवार और ग्रामीणों के बीच किसी बात को लेकर शुरू हुआ था, जो जल्द ही गाली-गलौज और फिर मारपीट में बदल गया। घटना के बाद ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस को सूचना दी। फिलहाल, अर्जुनी थाना पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है।
प्रतापगढ़ नगर परिषद ने शहर में बढ़ते अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू की है। परिषद के कर्मचारियों ने गांधी चौराहा और आसपास के क्षेत्रों में दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने की चेतावनी दी और निर्देश जारी किए। नगर परिषद आयुक्त जितेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि सार्वजनिक मार्गों, फुटपाथों और चौराहों पर अतिक्रमण के कारण आमजन का आवागमन बाधित हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस स्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आयुक्त मीणा ने कहा कि दुकानदारों को अतिक्रमण हटाने के लिए पर्याप्त समय दिया जा रहा है। यदि नियमों का पालन नहीं किया गया, तो नगर परिषद कानूनी कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटाएगी। आयुक्त ने बताया कि ये कार्रवाई शहर की सुव्यवस्था, यातायात सुरक्षा और नागरिक सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद का उद्देश्य शहर को व्यवस्थित और स्वच्छ बनाना है, न कि किसी को अनावश्यक रूप से परेशान करना। नगर परिषद की टीम ने मौके पर निरीक्षण कर दुकानदारों को समझाइश दी और अभियान में सहयोग करने का संदेश दिया। परिषद ने ये भी बताया कि भविष्य में पूरे शहर में अवैध अतिक्रमण के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा। इस कार्रवाई के माध्यम से नगर परिषद ने शहरवासियों और दुकानदारों को स्पष्ट संदेश दिया है कि अव्यवस्था और नियमों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी को नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।
इंदौर के लसुड़िया इलाके में सिंघानिया परिवार की बहू के खिलाफ उनके ससुर ने मारपीट का मामला दर्ज कराया है। खास बात यह है कि यह बहू के खिलाफ दर्ज की गई तीसरी एफआईआर है। इससे पहले दो बार सास शिकायत कर चुकी है। लसुड़िया पुलिस के अनुसार, शांति निकेतन निवासी 70 वर्षीय विनोद सिंघानिया ने अपनी बहू रुचि शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। विनोद का आरोप है कि सोमवार को रुचि ने उनके बेटे नितेश और पत्नी कनकलता के साथ मारपीट की। शिकायत में बताया गया कि रुचि बंगले के एक कमरे में जबरन रह रही है और घर के अन्य सदस्यों से लगातार विवाद कर रही है। आरोप है कि वह टिफिन में सामान रखकर बाहर भेजती है, जिस पर सास कनकलता ने आपत्ति जताई तो रुचि ने गाली-गलौज शुरू कर दी। 14 दिसंबर को भी इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। विनोद के मुताबिक, उन्होंने बेटे नितेश को फोन कर घर बुलाया। जैसे ही नितेश घर पहुंचा, रुचि ने उस पर और सास पर हमला कर दिया। आरोप है कि कनकलता को सीढ़ियों से धक्का दे दिया गया, जिससे उनके सिर, हाथ और पैर में चोट आई। नितेश ने जब बीच-बचाव किया तो रुचि ने उसके हाथ पर काट लिया। इसके बाद पुलिस को मौके पर बुलाया गया। सोशल मीडिया वीडियो से बढ़ा विवाद इससे एक दिन पहले रविवार को रुचि शर्मा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। वीडियो में वह अपने बेटे के साथ नजर आई थी और पति व सास-ससुर पर आरोप लगाया था कि वे बाउंसरों की मदद से उसे जबरन घर से निकालना चाहते हैं। रुचि का दावा था कि कोर्ट का फैसला उसके पक्ष में है। इस मामले में पुलिस ने रुचि की ओर से आवेदन लेकर जांच शुरू करने की बात कही थी। विनोद सिंघानिया ने बताया कि उनकी पत्नी कनकलता को गंभीर चोटें आने के कारण बॉम्बे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि रुचि की बहन मिया शर्मा ने घर आकर उन्हें धमकाया। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। घटनाक्रम से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... कारोबारी परिवार की बहू पर घर में घुसने पर FIR:पुलिस पर लगाए साठगांठ के आरोप इंदौर के लसूड़िया क्षेत्र में गाजियाबाद से आई महिला और उसके ससुराल पक्ष के बीच चल रहे विवाद में नया मोड़ आ गया है। मंगलवार को महिला की सास ने बहू के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, वहीं बहू ने एक वीडियो वायरल कर पुलिस पर ससुराल पक्ष से साठगांठ करने का आरोप लगाया है। पढ़ें पूरी खबर
सीधी के रामपुर नैकिन तहसील स्थित बघवार धान खरीदी केंद्र में बुधवार को प्रशासनिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। तहसीलदार आशीष मिश्रा और नायब तहसीलदार महेंद्र द्विवेदी के औचक निरीक्षण में धान खरीदी प्रक्रिया में बड़ी लापरवाही और संभावित भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ। प्रशासन ने धान से भरे दो ट्रैक्टरों को किया जब्त निरीक्षण के दौरान खरीदी केंद्र परिसर में दो ट्रैक्टर खड़े मिले, जिनमें भारी मात्रा में धान लदी हुई थी। जांच में पता चला कि इन ट्रैक्टरों में रखे धान का कोई वैध रिकॉर्ड न तो किसानों के पास था और न ही समिति प्रबंधक के पास। इसके बाद प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दोनों ट्रैक्टरों को जब्त कर लिया। 120 क्विंटल धान का नहीं मिला रिकॉर्ड इन दोनों ट्रैक्टरों में कुल 280 बोरी धान लदी थी, जिसका वजन लगभग 120 क्विंटल आंका गया है। जब्त किए गए धान और ट्रैक्टरों को फिलहाल समिति प्रबंधक पुष्पेंद्र सिंह की सुपुर्दगी में सौंपा गया है, ताकि जांच पूरी होने तक धान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस मामले की जानकारी खाद्य विभाग के अधिकारियों को भी दे दी गई है। समिति प्रबंधक पर अवैध गतिविधियों का आरोप स्थानीय ग्रामीण तेजभान लुनिया ने आरोप लगाया कि समिति प्रबंधक के इशारे पर लंबे समय से ऐसी गतिविधियां चल रही हैं। उन्होंने बताया कि जिन किसानों के नाम समिति की सूची में दर्ज नहीं हैं, उनसे भी धान खरीदकर उसे बाद में अवैध रूप से बेचा जाता है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि ऐसी शिकायतें पहले भी प्रशासन को दी गई थीं, लेकिन इस बार ठोस कार्रवाई हुई है। तहसीलदार ने सख्त कार्रवाई की दी चेतावनी तहसीलदार आशीष मिश्रा ने स्पष्ट किया कि जनता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तत्काल जांच की गई। जांच में अनियमितता पाए जाने पर दोनों ट्रैक्टर जब्त किए गए हैं और नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई भी व्यक्ति धान खरीदी में अनैतिक या अवैध कार्य करते पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
हरियाणा महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने पलवल एसपी कार्यालय में विभिन्न शिकायतों की सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें पहले स्वयं संस्कारवान बनना होगा, तभी वे विद्यार्थियों को अच्छे संस्कार दे पाएंगे। चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने कहा कि, स्कूल-कॉलेज बच्चों का भविष्य होते हैं। उन्होंने सवाल किया कि शिक्षक बच्चों को पढ़ाने जाते हैं या आपस में लड़ने। उन्होंने जोर दिया कि जब शिक्षक स्वयं संस्कारवान नहीं होंगे, तो वे बच्चों को क्या संस्कार देंगे। उन्होंने दुख व्यक्त किया कि आयोग को शिक्षकों और बच्चों से संबंधित मामलों की सुनवाई करनी पड़ रही है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी और जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को सख्त निर्देश दिए कि वे मामलों का पूरा विवरण रखें और विद्यालयों में चल रही गतिविधियों व मामलों की निगरानी करें। यह टिप्पणी उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों से जुड़े एक मामले पर चर्चा के दौरान की। महिलाओं के अधिकारों की रक्षा को आयोग तत्पर : रेनू सुनवाई के दौरान महिलाओं ने घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, संपत्ति विवाद और कार्यस्थल पर उत्पीड़न जैसी विभिन्न समस्याएं चेयरपर्सन के समक्ष रखीं। इस अवसर पर लगभग तीन दर्जन शिकायतों की सुनवाई करते हुए 12 शिकायतों का मौके पर निपटारा किया गया। चार शिकायतें कोर्ट को स्थानांतरित करने पर सहमति बनी, जबकि पांच शिकायतों की पुनः सुनवाई सहित कई मामलों में उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए। महिलाओं से संबंधित मामलों की सुनवाई करते हुए रेनू भाटिया ने कहा कि आयोग महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि महिलाओं के खिलाफ अन्याय किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को निष्पक्ष और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए ताकि पीड़िताओं को न्याय मिल सके। उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को तलाक या अन्य मामलों से संबंधित एफआईआर दर्ज करने से पूर्व काउंसलिंग करने का भी निर्देश दिया। गुड्डे-गुड़ियों का खेल नहीं है शादी- रेनूचेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बेटियों और माता-पिता के केस की सुनवाई करते हुए निर्देश दिए कि बेटियां जब तक उनकी पढ़ाई पूरी नहीं हो जाती तब तक पढ़ें। उन पर किसी की कोई पाबंदी नहीं है। उन्होंने बेटियों और माता-पिता से कहा कि आपसी झगड़ा घर में ही सुलझा लेते यहां आने की क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि माता-पिता को भी चाहिए कि वे बेटों व बेटियों की अच्छी परवरिश करके उन्हें संस्कारवान बनाएं, शिक्षा पूरी करवाकर उन्हें स्वावलंबी बनाए। उन्होंने कहा कि शादी-विवाह गुड्डे-गुड़ियों का खेल या कोई मजाक नहीं है। दंपतियों को तलाक का केस दर्ज कराने से पहले थोड़ा सब्र रखना चाहिए और मिलकर आपसी सुलह से झगड़े का सुलझा लेना चाहिए। तलाक किसी समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने लिव-इन रिलेशनशिप कानून में बदलाव की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इस अवसर पर केसों से संबंधित व्यक्ति, अधिवक्ता व पुलिस अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
नर्मदापुरम के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (STR) के देनवा बफर रेंज में पदस्थ 28 वर्षीय वनरक्षक अर्जुन सिंह रायपुरिया की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजन शव लेकर भिंड रवाना हो गए। युवा वनरक्षक की अचानक मौत से विभाग में शोक है। फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा ने इसे दुखद बताया है। घटना मंगलवार दोपहर 3 बजे की है। वनरक्षक अर्जुन अपनी बीट (छातीआम) से भौंरा आए हुए थे। तभी उनके सीने में तेज दर्द उठा। साथी बीट गार्ड राजकुमार कौरव और ऑपरेटर निशांत सिंह उन्हें तुरंत सरकारी अस्पताल ले गए। हालत नाजुक होने पर उन्हें शाहपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया। पिता की भी हार्ट अटैक से गई थी जान, 2019 में मिली थी नौकरी अर्जुन को यह नौकरी अपने पिता की मौत के बाद अनुकंपा आधार पर मिली थी। उनके पिता केदार सिंह रायपुरिया भी एसटीआर के चूरना में डिप्टी रेंजर थे और उनकी मौत भी हार्ट अटैक से हुई थी। पिता के निधन के बाद जनवरी 2019 में अर्जुन वन विभाग में भर्ती हुए थे। वह मूल रूप से भिंड के रहने वाले थे। विवाद और जांच का तनाव: मजदूर से मारपीट के बाद हुआ था ट्रांसफर अर्जुन सिंह पिछले कुछ समय से विवादों में थे। 31 अक्टूबर को सीता डोंगरी बीट में पार्टी के दौरान एक मजदूर प्रकाश यादव से मोबाइल को लेकर उनका विवाद और मारपीट हुई थी। मजदूर ने पुलिस में शिकायत की थी। इसके बाद अर्जुन को वहां से हटाकर छातीआम बीट भेजा गया था। मामले में उन्हें और दो अन्य कर्मचारियों को आरोप पत्र जारी किए गए थे और विभागीय जांच प्रस्तावित थी।
कुशीनगर जिले में रेड हिल्स ग्रुप पर आयकर विभाग की छापेमारी 24 घंटे से अधिक समय से जारी है। मंगलवार सुबह आयकर विभाग की लगभग नौ गाड़ियां कुशीनगर पहुंचीं। इनमें से चार गाड़ियां कसया स्थित रेड हिल्स ग्रुप के कार्यालय और पांच गाड़ियां एमडी आलमगीर अंसारी के आवास पर पहुंचीं। आयकर टीम में गोरखपुर, बनारस और कानपुर के अधिकारी शामिल हैं। ग्रुप के कार्यालय और एमडी के आवास की गहन जांच की जा रही है। ग्रुप के खातों, आय-व्यय के ब्योरे और एमडी आलमगीर अंसारी व उनके रिश्तेदारों के खातों की पड़ताल की जा रही है। रेड हिल्स ग्रुप के मैनेजर से भी पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, घर और कार्यालय की तलाशी के बाद अब तक 2 लाख रुपए नकद मिले हैं। सूत्रों ने यह भी बताया कि किसी ने सूचना दी थी कि 5 करोड़ रुपए से अधिक नकद रखे गए हैं। आयकर अधिकारी घर और कार्यालय के हर कोने की गहन तलाशी ले रहे हैं। टीम रात भर यहीं रुकी रही और जांच-पड़ताल जारी रखी। हालांकि, अब तक की जांच में कोई विशेष जानकारी सामने नहीं आई है और अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बताने से बच रहे हैं। टीम ने मंगलवार देर रात तक छापेमारी और पूछताछ की। अब तक क्या मिला है और यह कार्रवाई कब तक चलेगी, इस पर कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बिहार के रहने वाले हैं अंसारी आलमगीर अंसारी मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के निवासी हैं। उन्होंने 2019 में कुशीनगर में रेड हिल्स ग्रुप बनाकर प्रॉपर्टी डीलिंग का काम शुरू किया था। सात वर्षों में उन्होंने करोड़ों का कारोबार खड़ा किया है। उनका नाम कई विवादों में भी आ चुका है। रेड हिल्स ग्रुप का कार्यालय कसया के दीनदयाल नगर में स्थित है।
प्रधानमंत्री मोदी का पुतला फूंका:धौलपुर में नेशनल हेराल्ड मामले में जिला कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
धौलपुर जिला कांग्रेस कमेटी ने बुधवार को स्थानीय गांधी पार्क में केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला जलाकर अपना विरोध जताया। यह प्रदर्शन दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से जुड़े नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुए ताजा घटनाक्रम के बाद किया गया। कांग्रेस नेताओं ने इसे न्याय के समर्थन और लोकतांत्रिक संस्थाओं के दुरुपयोग के विरोध में आयोजित बताया, ताकि आम जनता तक पार्टी का पक्ष स्पष्ट रूप से पहुंचाया जा सके। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं का आरोप था कि ईडी का इस्तेमाल राजनीतिक दबाव बनाने के लिए किया जा रहा है। पुतला दहन के माध्यम से कांग्रेस ने यह संदेश देने की कोशिश की कि वह किसी भी दबाव से डरने वाली नहीं है और सड़कों पर उतरकर लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखती रहेगी। यह कार्यक्रम प्रदेश और देशभर में दिए गए आह्वान के तहत आयोजित किया गया था। जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष संजय जाटव ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं राहुल गांधी और सोनिया गांधी के खिलाफ ईडी द्वारा दायर शिकायत को अदालत ने खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि अदालत ने ईडी की ओर से की गई कार्रवाई का कोई ठोस आधार नहीं माना। जाटव ने स्पष्ट किया कि यह प्रदर्शन अदालत के फैसले के समर्थन और ईडी की कार्रवाई के विरोध में किया गया। उन्होंने कहा कि कम समय के नोटिस पर भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं का पहुंचना दर्शाता है कि कांग्रेस कार्यकर्ता अपने नेताओं के साथ मजबूती से खड़े हैं। गांधी पार्क में हुए इस प्रदर्शन में जिलाध्यक्ष संजय जाटव, संगठन महासचिव धनेश जैन, पूर्व जिला अध्यक्ष साकेत बिहारी, दुर्गा दत्त शास्त्री, प्रधान प्रतिनिधि नागेश कुशवाहा, राजकुमार तोमर और पूर्व प्रधान लाखन सिंह खिडौरा सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
इंदौर में बुधवार को एनआरआई महापर्व के चौथे संस्करण की शुरुआत हुई। इस आयोजन में 27 देशों के 220 से ज्यादा प्रवासी भारतीय शामिल हो रहे हैं। इंदौर एनआरआई फोरम की ओर से आयोजित इस महापर्व की अध्यक्षता महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने की। सुबह की शुरुआत यशवंत क्लब में हुई, जहां एनआरआई मेहमानों के लिए पारंपरिक भारतीय खेलों का आयोजन किया गया। गिल्ली-डंडा, कबड्डी, पतंग उड़ाना, लट्टू और लंगड़ी जैसे देसी खेलों में एनआरआई पूरे जोश के साथ शामिल हुए। महापौर पुष्यमित्र भार्गव भी इन खेलों में शामिल हुए और प्रवासियों के साथ खूब मस्ती की। खेलों के साथ-साथ एनआरआई मेहमानों ने इंदौर के मशहूर नाश्ते का भी स्वाद लिया। इस पूरे आयोजन में भारतीय संस्कृति और परंपराओं की झलक साफ नजर आई। हॉन्गकॉन्ग, स्वीडन, जापान, यूके, ऑस्ट्रेलिया, दुबई, अमेरिका, स्पेन, शारजाह और जर्मनी सहित कई देशों से आए इंदौरी प्रवासी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने। शाम को डेली कॉलेज में आयोजन शाम को डेली कॉलेज परिसर में बिजनेस समिट का आयोजन किया जाएगा। इसमें इंदौर के विकास, भविष्य और निवेश की संभावनाओं पर चर्चा होगी। समिट के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जहां भारतीय कला और संस्कृति की प्रस्तुति दी जाएगी। कार्यक्रम के समापन पर सभी विदेशी मेहमानों का पारंपरिक मालवी भोजन से स्वागत किया जाएगा, ताकि वे इंदौर की सांस्कृतिक विरासत और स्वाद को करीब से महसूस कर सकें।
राज्य सरकार की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर भाजपा नेता और पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस और बीएपी पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा को विधानसभा में खुली बहस की चुनौती दी। राठौड़ ने कहा कि भाजपा सरकार ने अपने दो साल के कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए हैं। राठौड़ ने दावा किया कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में की गई 70 प्रतिशत से अधिक घोषणाओं को मात्र दो साल में पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि महिला अपराध, रोजगार, किसान और विद्यार्थियों के लिए भाजपा सरकार ने उत्कृष्ट कार्य किए हैं। पूर्व मंत्री राठौड़ ने कहा कि भाजपा सरकार हर साल अपने कामों का हिसाब देती है, जबकि पिछली अशोक गहलोत सरकार केवल अंतिम वर्ष में हिसाब देती थी। उन्होंने डोटासरा को चुनौती देते हुए कहा कि कांग्रेस पांच साल के शासन में जो काम नहीं कर सकी, वह भजनलाल सरकार ने दो साल में कर दिखाए हैं। इस पर डोटासरा बहस करके देख लें। राठौड़ ने बताया कि प्रदेश अब ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है, जिसका उदाहरण बांसवाड़ा में 4500 करोड़ रुपए का एटॉमिक पावर प्लांट है। उन्होंने कांग्रेस और बीएपी पर विकास के बजाय विनाश, जाति आधारित राजनीति और युवाओं को गुमराह करने का आरोप लगाया। राठौड़ ने जोर दिया कि भाजपा ने हमेशा गरीब और पिछड़े तबके के विकास के लिए काम किया है। उन्होंने आगामी पंचायतीराज और नगर निकाय चुनावों में भाजपा की रिकॉर्ड जीत की भविष्यवाणी की। इस दौरान सर्किट हाउस में भाजपा पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने राठौड़ का स्वागत किया। संभाग प्रभारी महेंद्रजीत मालवीया, सभापति अमृत कलासुआ, भाजपा जिला महामंत्री पंकज जैन, उपसभापति सुदर्शन जैन, बिछीवाड़ा प्रधान देवराम रोत और हर्ष शर्मा सहित कई नेता मौजूद रहे। बीएपी पर निशाना, जाति के नाम पर वोट मांगे ओर फिर रिश्वत लेते पकड़े गए राठौड़ ने बीएपी पर जमकर निशाना साधा। राठौड़ ने कहा कि आदिवासी क्षेत्र में बीएपी अराजकता फैलाने का काम कर रही है। पहले जाति के नाम पर वोट मांगे। जितने के बाद विधानसभा में प्रश्न पूछने के लिए बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल रंगे हाथों पकड़े गए, लेकिन उनके सांसद कार्रवाई करने की बजाय कहते है कि ऐसा तो होना चाहिए। ये कैसी राजनीति है। बीएपी केवल यहां के युवाओं को गुमराह करने का काम कर रही है, जबकि भाजपा की सरकार ने आदिवासियों ओर इस क्षेत्र के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। भास्कर के स्टिंग पर सीएम ने तुरंत एक्शन लिया, विधायक निधि रोकी भाजपा समेत 3 विधायकों के स्टिंग में कमीशनखोरी के सवाल पर राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जैसे ही भास्कर में स्टिंग आया। मुख्यमंत्री ने तुरंत ही एक्शन लिया। उनकी विधायक निधि को रोक लिया, जबकि उसमें एक भाजपा का विधायक भी है। बावजूद उन्होंने पूरे मामले को विधानसभा की सदाचार कमेटी को जांच के लिए सौंप दिया। विधायक को भी नोटिस जारी किया गया। जांच में अगर विधायक दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
छतरपुर के सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र में बुधवार सुबह प्रशासन ने हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के हुसैन मस्जिद के पीछे अतिक्रमण हटाने के लिए बड़ी कार्रवाई की। बुलडोजर की मदद से करीब 22 मकानों को गिराया गया। प्रभावित परिवारों ने ठंड और अचानक कार्रवाई को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए। सुबह नगर पालिका, राजस्व विभाग और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं। भारी पुलिस बल के साथ कार्रवाई की गई और पूरे घटनाक्रम की निगरानी ड्रोन कैमरों से की गई। लोग बोले- हमें सिर्फ 24 घंटे का समय मिला प्रभावित लोगों ने कार्रवाई पर सवाल उठाए। मोहम्मद साहिब ने बताया कि उन्हें मंगलवार शाम को नोटिस मिला और बुधवार सुबह ही मकान तोड़ दिए गए। उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ 24 घंटे का समय मिला, यह असंवैधानिक है। पहले तो आवास दिया गया था, अब हम कहां जाएं? महिला निवासी संजू ने बताया कि उनका पति बीमार है और वह पांच घरों में झाड़ू लगाकर चार बच्चों का पालन-पोषण करती है। उन्होंने चिंता जताई कि ठंड के मौसम में हमें कहां रहना है? प्रशासन ने हमारी स्थिति का कोई ध्यान नहीं रखा। एसडीएम बोले- तीन बार नोटिस दिया था हालांकि एसडीएम अखिल राठौर ने बताया कि सभी संबंधित लोगों को तीन बार नोटिस दिए गए थे। उन्हें सड़क चौड़ीकरण की कार्रवाई के बारे में सूचित किया गया था और अपने निर्माण हटाने को कहा गया था। उन्होंने बताया कि लगभग 20 मकान तोड़े जा रहे हैं। एसडीएम ने स्पष्ट किया कि यदि किसी को आवास मिला है, तो भी वे शासकीय जमीन पर अतिक्रमण नहीं कर सकते। अतिक्रमण हटाने के दौरान की तस्वीरें...
पाइपलाइन के लिए सड़क खोदी, हादसे हो रहे:मटेरियल से फिसल रहे वाहन; लापरवाही से जा चुकी 2 भाइयों की जान
खरगोन जिले के सनावद में नर्मदा जल लाने के लिए डाली जा रही पाइपलाइन राहगीरों के लिए मुसीबत बन गई है। सनावद नगर पालिका ने मोरटक्का से सनावद तक इंदौर-इच्छापुर हाईवे को खोद डाला है। ठेकेदार ने खुदाई के बाद मटेरियल और मलबा हाईवे पर ही छोड़ दिया है, जिससे अब रोज हादसे हो रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस खुदाई के लिए हाईवे अथॉरिटी (NHAI) से कोई परमिशन भी नहीं ली गई है। इंदौर-खंडवा रोड पर खेड़ीघाट से मोरटक्का चौकी तक डामर की सड़क खोद दी गई है, जो NHAI के अधीन है। NHAI अधिकारियों का साफ कहना है कि उन्होंने सनावद नगर पालिका को परमिशन नहीं दी है। वहीं, मोरटक्का ग्राम पंचायत ने भी अनुमति देने से इनकार कर दिया है। सरपंच का कहना है कि एक साल पहले ही 75 लाख रुपए की लागत से नई सड़क बनी थी। ग्रामीण इसका विरोध कर रहे हैं, इसलिए सड़क खोदने की अनुमति नहीं दी जा सकती। लापरवाही ने ली थी दो सगे भाइयों की जान ग्रामीणों ने बताया कि नगर पालिका की ऐसी ही लापरवाही पहले भी जानलेवा साबित हो चुकी है। सालभर पहले भी पाइपलाइन के लिए सड़क खोदी गई थी और मलबा वैष्णवी होटल के सामने बीच हाईवे पर छोड़ दिया गया था। उस वक्त बाइक फिसलने से दो सगे भाई ट्रक की चपेट में आ गए थे और उनकी दर्दनाक मौत हो गई थी। इसके बावजूद जिम्मेदार कोई सबक नहीं ले रहे हैं। दुकानों-घरों के सामने मलबे का ढेर मोरटक्का स्टेशन के रहवासियों दादू पटेल, अजय मिश्रा, आनंद राम पटेल और अन्य ने बताया कि बिना अनुमति सड़क खोदकर मटेरियल हमारे घरों और दुकानों के सामने पटक दिया गया है। ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों का यहां भारी दबाव रहता है। मलबे के कारण दोपहिया वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं।
नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी के आरोप पत्र को दिल्ली की स्थानीय अदालत द्वारा लेने से इनकार किए जाने के बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय (लखनऊ) का घेराव करने जा रहे कांग्रेस नगर ग्रामीण जिलाध्यक्ष संदीप शुक्ला सहित कई कांग्रेसियों को जाजमऊ पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जाजमऊ चौराहे पर चकेरी और जाजमऊ थाना पुलिस ने कांग्रेसियों की तीन गाड़ियों को रोक लिया। इसके बाद सभी कांग्रेसियों को गाड़ियों से उतारकर जाजमऊ थाने लाया गया, जहां उन्हें कुछ देर तक हिरासत में रखा गया। बाद में जिलाध्यक्ष संदीप शुक्ला को चकेरी थाने की जीप से कचहरी स्थित कांग्रेस कार्यालय भेज दिया गया। इस दौरान पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच माहौल तनावपूर्ण बना रहा। जमकर हुई नारेबाजी हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेसियों ने थाने ले जाते समय जमकर नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष संदीप शुक्ला ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के निर्देश पर वे सभी लखनऊ स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय का घेराव करने जा रहे थे, तभी जाजमऊ पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की निरंकुश सरकार ईडी, सीबीआई और पुलिस का दुरुपयोग कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ना चाहती है, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता इससे डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब सड़कों पर उतर चुकी है और इस दमनकारी नीति का डटकर विरोध करेगी। संवैधानिक अधिकारों के हनन का आरोप जाजमऊ चौराहे के पास चकेरी और जाजमऊ थाने की पुलिस ने जिलाध्यक्ष संदीप शुक्ला समेत 17-18 कांग्रेसियों को हिरासत में लिया। हालांकि कुछ देर बाद सभी को रिहा कर दिया गया। हिरासत के दौरान कांग्रेस नेताओं ने मौके पर एसीपी चकेरी से बातचीत की और कार्रवाई को संवैधानिक अधिकारों का हनन बताया। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करना उनका अधिकार है, जिसे दबाने का प्रयास किया गया।
चूरू के रतनगढ़ अभिभाषक संघ की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी का गठन और सम्मान समारोह बुधवार को कोर्ट परिसर में आयोजित किया गया। इस दौरान न्यायालय परिसर को अन्यत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने और मिनी सचिवालय की स्थापना पर भी चर्चा हुई। कार्यक्रम के मुख्य मेहमान एडीजे सुरेंद्र कौशिक थे। समारोह में एसडीएम मिथिलेश कुमार, अपर लोक अभियोजक डॉ. जयाकांत बिंवाल, वरिष्ठ एडवोकेट रामावतार पारीक, सांवरमल चमड़िया, रोहिताशसिंह राठौड़, महावीर सिहाग, राजकुमार चोटिया और टेकचंद कटारिया विशिष्ट मेहमान के रूप में उपस्थित रहे। मंचस्थ अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया गया। चुनाव अधिकारी जगदीशप्रसाद स्वामी और सहायक चुनाव अधिकारी शशिकांत शर्मा का भी अभिनंदन किया गया। नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रमोद इंदौरिया को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम के दौरान एडवोकेट लक्ष्मण प्रजापत और महावीरसिंह ने न्यायालय परिसर को अन्यत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में और गति लाने की आवश्यकता पर बल दिया। इसके साथ ही, मिनी सचिवालय की स्थापना पर भी जोर दिया गया, ताकि न्यायिक और प्रशासनिक कार्यों में सुगमता आ सके। नवनिर्वाचित अध्यक्ष प्रमोद इंदौरिया ने इस अवसर पर अपनी कार्यकारिणी का गठन किया। संरक्षक मंडल में कमलकांत शर्मा, रामावतार पारीक, सांवरमल चमड़िया, रोहिताशसिंह राठौड़, टेकचंद कटारिया, भंवरलाल प्रजापत, महावीरसिंह राठौड़ को शामिल किया गया। अनिल सोनी और निरणाराम बिस्सू वरिष्ठ उपाध्यक्ष, जबकि लक्ष्मण प्रजापत, मोहम्मद रियाज और आशुतोष पुरोहित उपाध्यक्ष मनोनीत किए गए। संजय कटारिया को महासचिव, गोविंदप्रसाद कठौड़ को सचिव, पंकज मंडार को सह सचिव, रजनीकांत सोनी को कोषाध्यक्ष, रमेश पारीक को पुस्तकालय मंत्री, गौतम नाथोलिया को प्रवक्ता, रज्जा मुराद अलवी और सुरेंद्र जायसवाल को मीडिया प्रभारी, भवानीसिंह चारण को वेलफेयर मंत्री, संतोष गुरावा को महिला प्रकोष्ठ, राहुल देव को भवन व्यवस्था मंत्री और मोहनलाल महर्षि को प्रचार प्रसार मंत्री बनाया गया है। इन सभी मनोनीत सदस्यों का भी अतिथियों द्वारा माला पहनाकर स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट संजय कटारिया ने किया।
मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल आज (बुधवार) रीवा के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। वे अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय (APSU) के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे। प्रशासन ने उनके आगमन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली हैं। तय कार्यक्रम के मुताबिक, राज्यपाल सुबह 10.45 बजे भोपाल से रवाना होंगे और 11.30 बजे रीवा एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से वे सीधे 11.50 बजे यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचेंगे। यहां वे सबसे पहले नवनिर्मित रिसर्च, इनोवेशन और इन्क्यूबेशन सेंटर का उद्घाटन करेंगे। 12 बजे दीक्षांत समारोह, छात्रों को मिलेगी उपाधि इसके बाद दोपहर 12 बजे दीक्षांत समारोह शुरू होगा। राज्यपाल मेधावी छात्र-छात्राओं को उपाधियां (डिग्रियां) प्रदान करेंगे। कार्यक्रम खत्म होने के बाद वे दोपहर 1.30 बजे सर्किट हाउस पहुंचेंगे। 3 बजे भोपाल के लिए होंगे रवाना सर्किट हाउस में कुछ देर रुकने के बाद राज्यपाल दोपहर 3 बजे रीवा एयरपोर्ट से वापस भोपाल के लिए उड़ान भरेंगे। वीआईपी मूवमेंट को देखते हुए एयरपोर्ट से लेकर यूनिवर्सिटी तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
ट्रक-ट्रैक्टर भिड़ंत में एक की मौत:सारंगढ़ के बंदारी के पास हादसा; जांच में जुटी पुलिस
छत्तीसगढ़ के सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में एक सड़क हादसे में ट्रैक्टर चालक की मौत हो गई। 16 दिसंबर की रात बंदारी के पास ट्रक और ट्रैक्टर के बीच जोरदार भिड़ंत हुई। हादसे में ट्रैक्टर चला रहे ड्राइवर की जान चली गई। मामला भटगांव थाना क्षेत्र का है। घटना की सूचना मिलते ही भटगांव पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं, घटना के बाद ट्रक ड्राइवर को हिरासत में लिया गया है। मृतक राजू साहू (38 साल) मधुबनकला का रहने वाला था। हिरासत में ट्रक ड्राइवर, जांच जारी भटगांव थाना प्रभारी राजेश चंद्रवंशी ने बताया कि मंगलवार (16 दिसंबर) रात बंदारी के पास सड़क हादसे की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचने पर ट्रैक्टर चालक की मौत की पुष्टि हुई। मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने ट्रक चालक को हिरासत में ले लिया है और दुर्घटनाग्रस्त ट्रक (क्रमांक CG 11 AE 9100) को भी जब्त कर लिया गया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है। मृतक की पहचान मधुबनकला निवासी राजू साहू (38 साल) के रूप में हुई है। बुधवार को शव का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।
जोधपुर के कायलाना झील में बुधवार सुबह युवक ओर युवती का शव मिला। पुलिस और गोताखोरों की टीम ने करीब आधे घंटे में शवों को बाहर निकाला। मंगलवार शाम को झील किनारे एक एक्टिवा और बैग मिला था। सूचना पर कायलाना पुलिस चौकी के सिपाही दिनेश सोडा और गोताखोर भरत चौधरी ने देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया। सुबह पानी के किनारे मोबाइल और जैकेट मिलने पर गोताखोरों को फिर बुलाया गया। दाऊलाल मालवीय के नेतृत्व में टीम ने झील में सर्च ऑपरेशन चलाकर दोनों शव बाहर निकाले। पुलिस ने शवों को एमडीएम अस्पताल के मॉर्च्युरी में रखवाया में है। मामला आत्महत्या या किसी अन्य कारण से डूबने का है, इसकी जांच की जा रही है। पड़ोसी युवक-युवती के कायलाना मिले शव राजीव गांधी नगर थाने के ASI रावल राम ने बताया- हर्ष परिहार (21) पुत्र राजेश परिहार और चेष्टा धोला (20) पुत्री विकास धोला मंगलवार को खांडा फलसा थाना क्षेत्र स्थित अपने घरों से निकले थे। आत्महत्या का कारण अभी अज्ञात है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है। ASI रावल राम ने बताया- दोनों मृतक एक ही जाति के थे और आपस में पड़ोसी थे। दोनों के घर से गुम होने की सूचना मंगलवार को सिटी पुलिस थाने में दर्ज कराई गई थी। उसी दिन, शाम करीब पांच बजे, पुलिस को कायलाना झील के आगे तखतसागर के पास दोनों की स्कूटी और बैग संदिग्ध परिस्थितियों में मिले। इसके बाद पुलिस ने गोताखोरों को सूचित किया और तलाशी अभियान शुरू किया गया। गहरे पानी में फंसे मिले शवजितेंद्र मालवीय ने बताया कि मंगलवार शाम को दाऊ लाल मालवीय, भरत चौधरी, भरत मालवीय, इंद्र और वेलाराम ने तलाशी अभियान शुरू किया, लेकिन रात होने के कारण दोनों के शव नहीं मिल सके। सुबह फिर से अभियान शुरू किया गया और लगभग 10:30 बजे दोनों के शव गहरे पानी में फंसे हुए मिले। इसके बाद राजीव गांधी नगर थाना पुलिस को शव सौंप दिए गए। मौके पर परिजन भी मौजूद थे।
सरगुजा जिले के जिला मजिस्ट्रेट ने आदतन बदमाश अंश पंडित के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) 1980 के तहत सख्त कार्रवाई की है। उसे सेंट्रल जेल अंबिकापुर में रखा जाएगा। इससे पहले भी अंश पंडित के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की जा चुकी है। जानकारी के अनुसार, पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल ने आदतन अपराधी जय आदित्य तिवारी उर्फ अंश पंडित (21) पिता बाबा पंडित निवासी जरहागढ़ अंबिकापुर के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 3(2) के तहत कार्रवाई की अनुशंसा की थी। प्रकरण की जांच के बाद जिला मजिस्ट्रेट विलास भोस्कर ने अनुशंसा को स्वीकार किया है। दो महीने पहले हुई थी गिरफ्तारी अंश पंडित के खिलाफ पहले भी जिला बदर की कार्रवाई की जा चुकी है, लेकिन उसके व्यवहार में कोई सुधार नहीं आया। दो महीने पहले उसने अपने साथियों के साथ बौरीपारा क्षेत्र में एक उप निरीक्षक के निवास पर घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की थी। बताया गया है कि एसआई राकेश मिश्रा के भतीजे प्रखर मिश्रा से विवाद के बाद देर रात अंश पंडित और उसके साथियों ने उत्पात मचाया था। इस मामले में अंश पंडित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था। जेल भेजे जाने के दौरान जेल परिसर में मोबाइल पर बातचीत करते हुए उसका वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस अधीक्षक ने ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। पुलिस के अनुसार, अंबिकापुर के विभिन्न थानों में अंश पंडित के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। जिला बदर जैसी कार्रवाई के बावजूद लगातार अपराध में संलिप्त रहने और कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बने रहने के कारण उसके खिलाफ NSA के तहत कार्रवाई करना आवश्यक समझा गया।
बीमार बेटी को खाने देने जा रही महिला की मौत:सड़क क्रॉस करते वाहन ने मारी टक्कर, ड्राइवर भागा
अलवर में सड़क पार करते बुजुर्ग महिला (64) को एक वाहन ने टक्कर मार दी। घायल को जिला हॉस्पिटल लेकर गए, जहां से जयपुर रेफर किया गया। इस दौरान बुजुर्ग ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। हादसा मंगलवार शाम करीब 5 बजे सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत छठी मील के पास झारखेड़ा कट का है। पुलिस ने आज पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा। जिला हॉस्पिटल जा रही थी,वाहन ने मारी टक्करहादसे में चंद्रा पत्नी मोरमल ( 64) निवासी झारखेड़ा गांव की मौत हुई है। परिजन हाकम खान ने बताया कि चंद्रा की बेटी समीना पिछले तीन दिनों से बीमार होने के कारण जिला हॉस्पिटल में भर्ती थी। चंद्रा उसे हर दिन गांव से खाना लेकर देने आती थी। मंगलवार शाम भी वह खाना लेकर हॉस्पिटल आ रही थी। झारखेड़ा गांव से निकलकर अलवर–तिजारा हाईवे पर पहुंची। सड़क पार करने लगी। तब ही किसी अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी। जयपुर लाते समय रास्ते में तोड़ा दमहादसे के बाद आसपास मौजूद लोगों ने उसे जिला हॉस्पिटल पहुंचाया। परिवार को छठी मील के पास एक सब्जी विक्रेता से हादसे की सूचना मिली, जिसके बाद परिजन पहुंचे। डॉक्टरों प्राथमिक इलाज के बाद महिला को जयपुर रेफर किया लेकिन राजगढ़ के पास रास्ते में ही दम तोड़ दिया। फिलहाल अज्ञात वाहन का कोई सुराग नहीं लग पाया है। मृतका के परिवार में पांच बच्चे हैं, जिनमें एक बेटा और चार बेटियां शामिल हैं सभी की शादी हो चुकी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हरियाणा के नए हांसी जिले के प्रशासनिक ढांचे को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। उपायुक्त (डीसी) कार्यालय के स्थान और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। विधायक विनोद भयाना ने बताया कि फिलहाल उपायुक्त उपमंडल कार्यालय में ही बैठेंगे और जल्द ही उनके लिए एक स्थायी कार्यालय तैयार किया जाएगा। विधायक विनोद भयाना ने बताया कि जिला बनने के साथ ही प्रशासनिक ढांचे को चरणबद्ध तरीके से मजबूत किया जाएगा। डीसी कार्यालय के साथ-साथ आने वाले समय में अन्य आवश्यक विभागों के कार्यालय भी हांसी में स्थापित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आम लोगों को जिला स्तर की सभी सुविधाएं यहीं उपलब्ध हो सकें। सामान्य अस्पताल में बढ़ेगी बेड की संख्या हेल्थ सुविधाओं के मोर्चे पर भी बड़ी राहत की खबर है। विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार हांसी के सामान्य अस्पताल को 50 बेड से बढ़ाकर 100 बेड तक अपग्रेड करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। यह कार्यवाही जल्द ही पूरी कर ली जाएगी। नए जिले के निवासियों को बेहतर हेल्थ सेवाओं का फायदा मिल सकेगा और उन्हें इलाज के लिए हिसार या अन्य शहरों की ओर नहीं जाना पड़ेगा। बवानी खेड़ा क्षेत्र के 22 गांव होंगे शामिल जिले की सीमाओं के विस्तार को लेकर भी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। विधायक विनोद भयाना ने बताया कि 1 जनवरी 2026 से शुरू होने वाली जनगणना पूरी होने के बाद बवानी खेड़ा विधानसभा क्षेत्र के 22 गांवों को हांसी जिले में शामिल किया जाएगा। ये वही गांव हैं, जिन्होंने पहले मुख्यमंत्री को हांसी जिले में शामिल किए जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा था। क्षेत्रीय विस्तार की तैयारियां हुई तेज हांसी जिले के गठन के बाद प्रशासनिक, हेल्थ और क्षेत्रीय विस्तार को लेकर सरकार की तैयारियां तेज हो गई हैं। आने वाले समय में हांसी न केवल प्रशासनिक रूप से मजबूत होगी, बल्कि जिला बनने का सीधा फायदा आम नागरिकों तक पहुंचता नजर आएगा।
झालावाड़ जिले के झालरापाटन विधानसभा क्षेत्र में राशन डीलर आवंटन सलाहकार समितियों का गठन नहीं होने से उपभोक्ता एक साल से परेशान हैं। करीब 10 राशन दुकानों का आवंटन रुका हुआ है, जिससे 3,000 से अधिक उपभोक्ताओं को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। रसद विभाग ने नई दुकानों के लिए आवेदन ले लिए हैं, लेकिन राज्य सरकार की ओर से आवंटन समितियां नहीं बनाई गई हैं। इसके कारण ये आवेदन केवल कागजी कार्रवाई बनकर रह गए हैं और आवंटन प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है। झालावाड़ शहर में पांच, भवानीमंडी शहर में दो, झालरापाटन शहर में एक और पिड़ावा तहसील में दो राशन दुकानों के लिए समितियों का गठन नहीं हुआ है। इसके अलावा रायपुर और सुनेल तहसील के कई क्षेत्रों में भी यही स्थिति है, जिससे उपभोक्ताओं को खाद्यान्न लेने के लिए दूर जाना पड़ रहा है। राजस्थान के अन्य जिलों में रिक्त और नवसृजित दुकानों का आवंटन चल रहा है। झालावाड़ जिले के मनोहरथाना, डग और खानपुर जैसे अन्य तीन विधानसभा क्षेत्रों में आवंटन समितियों का गठन हो चुका है, लेकिन झालरापाटन में यह प्रक्रिया लंबित है। प्रवर्तन अधिकारी गोविंद देथा ने बताया कि आवंटन समितियां बनते ही दुकानों का आवंटन कर दिया जाएगा। समितियों के गठन और दुकानों के आवंटन में देरी के कारण उपभोक्ता फिलहाल अपनी नजदीकी दूसरी राशन दुकानों से खाद्य सुरक्षा योजनाओं के तहत मिलने वाला गेहूं प्राप्त कर रहे हैं।
कोटा के रामगंजमंडी विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर भजनलाल सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर नरेगा कार्यस्थल पर पहुंचे। वहां काम कर रही महिलाओं के बीच पहुंच सरकार की योजनाओं की जमीनी हकीकत जानी। वही नरेगा महिलाओं के बीच जमीन पर बैठ खाना भी खाया। मंत्री दिलावर ने महिलाओं से संवाद करते हुए पूछा कि क्या सभी को मुफ्त गेहूं मिल रहा है या नहीं। साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना और मुफ्त शौचालय निर्माण की स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं की इज्जत और सम्मान के लिए घर-घर इज्जत घर बनवाए हैं, ताकि हर महिला को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन मिल सके। नरेगा महिलाओं के टिफिन का खाया खाना संवाद के दौरान मंत्री ठेठ देशी अंदाज में बोले अरी बणा, मुंह तो रोटी खाबा आयो छू री रोटी खुआओगी के? इस पर नरेगा महिलाओं ने भी मंत्री को बाजरे की रोटी और आलू-पालक की सब्जी खिलाई। महिलाओं ने गीत गुनगुनाते हुए कहा बाजरा की रोटी खा लो श्याम, चूरमा भूल जावेला गीत गाकर मंत्री को सुनाया और भोजन कराया। मंत्री दिलावर ने नरेगा मजदूरों के बीच जमीन पर बैठकर भोजन किया और पानी पीते हुए मुस्कराकर बोले घणी चौकी सांग बनाई री बाई मारी घरवाली ने भी सिखाओगी के।

