पश्चिमी दिल्ली के द्वारका में PM, जानें अन्य इवेंट्स
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को पश्चिमी दिल्ली के द्वारका में एक रैली को संबोधित कर सकते हैं. जानें, अन्य इवेंट्स.
खालिस्तानी अर्श डाला समेत 4 पर एनआईए का आरोपपत्र
नयी दिल्ली, 21 मई (एजेंसी) एनआईए ने कनाडा में रह रहे खालिस्तान समर्थक आतंकवादी अर्शदीप सिंह डाला और उसके तीन सहयोगियों के खिलाफ पंजाब और दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी हमले करने की साजिश में शामिल होने के आरोप में आरोपपत्र दायर किया है। एजेंसी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इसने कहा है [...] The post खालिस्तानी अर्श डाला समेत 4 पर एनआईए का आरोपपत्र appeared first on dainiktribuneonline.com .
Bhopal News: साइबर ठगों के निशाने पर कैब चालक, यूपीआइ से रिश्तेदार को रकम भेजने का दे रहे झांसा
साइबर क्राइम के एसीपी सुजीत तिवारी ने बताया कि ऐसे ठगों से सावधान रहने की जरूरत है।
मालीवाल का ‘चरित्र हनन’ कर रही है आप : भाजपा
नयी दिल्ली, 21 मई (एजेंसी) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) पर आरोप लगाया कि वह राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल से कथित तौर पर मारपीट करने के आरोपी बिभव कुमार के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय महिला नेता का ही ‘चरित्र हनन’ कर रही है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु [...] The post मालीवाल का ‘चरित्र हनन’ कर रही है आप : भाजपा appeared first on dainiktribuneonline.com .
रामदेव के खिलाफ याचिका पर फैसला सुरक्षित
नयी दिल्ली, 21 मई (एजेंसी) दिल्ली हाईकोर्ट ने योग गुरु रामदेव के खिलाफ कई चिकित्सक संघों की याचिका पर अपना आदेश मंगलवार को सुरक्षित रख लिया। यह याचिका ‘कोरोनिल’ के बारे में रामदेव के उस कथित ‘अप्रमाणित’ दावे के खिलाफ दायर की गई थी कि यह केवल प्रतिरक्षा बढ़ाने वाली औषधि नहीं, बल्कि कोविड-19 का [...] The post रामदेव के खिलाफ याचिका पर फैसला सुरक्षित appeared first on dainiktribuneonline.com .
Pune Accident: आयुक्त अमितेश कुमार ने जानकारी दी है कि आरोपी नाबालिग का पहले पब Cosie में 48 हजार रुपये बिल बना था। यहां आरोपी और उसके दोस्त शनिवार की रात करीब 10 बजकर 40 मिनट पर पहुंचे थे।
सत्र 2024-25 प्रदेश की उच्च शिक्षा के लिए पहली बार होगा जब स्नातक पाठ्यक्रम में चौथे वर्ष की पढ़ाई प्रारंभ होगी।
दोषी नहीं तो दोष स्वीकार क्यों करूं : बृज भूषण
नयी दिल्ली, 21 मई (एजेंसी) दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख और 6 बार के लोकसभा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा दायर एक आपराधिक मामले में यौन उत्पीड़न, धमकी और महिलाओं की गरिमा को ठेस पहुंचाने के आरोप तय किए। बृज भूषण [...] The post दोषी नहीं तो दोष स्वीकार क्यों करूं : बृज भूषण appeared first on dainiktribuneonline.com .
त्रिसा-गायत्री मलेशिया मास्टर्स के दूसरे दौर में
कुआलालंपुर, 21 मई (एजेंसी) भारत की त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला युगल के दूसरे दौर में पहुंच गई । राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता भारतीय जोड़ी ने चीनी ताइपै की हुआंग यू सुन और लियांग जिंग यू को 21-14, 21-10 से हराया। पुरूष एकल [...] The post त्रिसा-गायत्री मलेशिया मास्टर्स के दूसरे दौर में appeared first on dainiktribuneonline.com .
रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एनआईए के छापे
नयी दिल्ली, 21 मई (एजेंसी) बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए विस्फोट के मामले की जांच के संबंध में एनआईएने कई राज्यों में छापेमारी की। एक अधिकारी ने बताया कि अपराध में शामिल लोगों के साथ कुछ संदिग्धों के संबंधों की जानकारी के आधार पर छापेमारी की गई। जिन जगहों पर छापेमारी की गई उनमें [...] The post रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एनआईए के छापे appeared first on dainiktribuneonline.com .
ओलंपिक कोटा विजेताओं को मिली ट्रायल से छूट
नयी दिल्ली, 21 मई (एजेंसी) भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने मंगलवार को ओलंपिक कोटा विजेता सभी छह पहलवानों को चयन ट्रायल से छूट दे दी लेकिन उनके फॉर्म और फिटनेस का आकलन आगामी रैंकिंग सीरिज टूर्नामेंट और हंगरी में अभ्यास शिविर में होगा । डब्ल्यूएफआई ने कहा कि यह विशेष परिस्थितियों में लिया गया फैसला [...] The post ओलंपिक कोटा विजेताओं को मिली ट्रायल से छूट appeared first on dainiktribuneonline.com .
बीमा पालिसी की मेच्योर रकम को दोगुना करने का झांसा देकर साइबर ठगों ने कुछ पालिसी धारकों से लाखों रुपये की ठगी कर ली।
22 May Ka Panchang : आज शाम से लग जाएगी वैशाख पूर्णिमा तिथि, नोट कर लें सभी शुभ मुहूर्त
Aaj Ka Panchang 22 May 2024 : हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण।
चंद्रू जी ने जीता डब्ल्यूबीसी इंडिया राष्ट्रीय खिताब
हैदराबाद, 21 मई (एजेंसी) तमिलनाडु के उभरते हुए मुक्केबाज चंद्रू जी ने पंजाब के जसकरण सिंह को चौथे दौर में नॉकआउट करते हुए डब्ल्यूबीसी इंडिया क्रूजरवेट चैंपियनशिप खिताब जीता। इस मुकाबले में 10-0 के जीत-हार के रिकॉर्ड के साथ उतरे चंद्रू उम्मीद के मुताबिक जीत दर्ज करने में सफल रहे। उन्होंने हालांकि धीमी की शुरुआत [...] The post चंद्रू जी ने जीता डब्ल्यूबीसी इंडिया राष्ट्रीय खिताब appeared first on dainiktribuneonline.com .
दिल्ली हाईकोर्ट से सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज
नयी दिल्ली (एजेंसी) : दिल्ली हाईकोर्ट ने धनशोधन और भ्रष्टाचार के मामलों में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की जमानत याचिका मंगलवार को खारिज कर दी। जस्टिस स्वर्णकांता शर्मा ने अपने आदेश में कहा कि सिसोदिया कथित तौर पर इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य सहित महत्वपूर्ण सबूतों को नष्ट करने में शामिल थे। हाईकोर्ट ने कहा कि सिसोदिया दिल्ली [...] The post दिल्ली हाईकोर्ट से सिसोदिया की जमानत याचिका खारिज appeared first on dainiktribuneonline.com .
मीन राशि वाले लेनदेन में रखें सावधानी, जानें अन्य राशियों का हाल
संपर्क संवाद बढ़ेगा. पारिवारिक मामलों में रुचि लेंगे. सदव्यवहार रखेंगे. वाद संवाद पर जोर रहेगा. आलस्य का त्याग करेंगे. व्यर्थ चर्चाओं से बचेंगे. संकोच दूर होगा. कामकाजी स्थिति संवरेगी. तेजी रखेंगे.
प. बंगाल राजभवन के तीन अफसरों को अग्रिम जमानत
कोलकाता, 21 मई (एजेंसी) राजभवन के तीन अधिकारियों को मंगलवार को मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) अदालत ने एक मुकदमे में अग्रिम जमानत प्रदान की। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर कथित तौर पर छेड़छाड़ करने का आरोप लगाने वाली एक महिला को गलत तरीके से रोकने के आरोप में यहां राजभवन के तीन [...] The post प. बंगाल राजभवन के तीन अफसरों को अग्रिम जमानत appeared first on dainiktribuneonline.com .
हरियाणा की चुनावी जमीन पर बेहद सक्रिय आरएसएस
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू चंडीगढ़, 21 मई चुनाव की तिथि नजदीक आते-आते हरियाणा की चुनावी जमीन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आएसएस) बेहद सक्रिय हो गया है। भाजपा की ‘मदर आर्गनाइजेशन’ माने जाने वाले इस संगठन की प्रदेशभर में छोटी-बड़ी करीब सवा दो लाख बैठकें हो चुकी हैं। सबसे अधिक बैठकें रोहतक और सिरसा संसदीय क्षेत्र में हुई [...] The post हरियाणा की चुनावी जमीन पर बेहद सक्रिय आरएसएस appeared first on dainiktribuneonline.com .
Indore Weather Update: इंदौर में 42.8 डिग्री तापमान, रात भी हुई गर्म, आज ऐसा रहेगा मौसम
मंगलवार को शहर में अधिकतम तापमान 42.8 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से तीन डिग्री अधिक था। वहीं न्यूनतम तापमान 29 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से चार डिग्री अधिक था।
ये तो अभी ट्रेलर है! गर्मी की भट्ठी में जल रही दिल्ली, IMD ने जारी किया लू का अलर्ट
Delhi Today Weather Update: दिल्ली-एनसीआर में बीते कुछ दिनों से प्रचंड गर्मी पड़ रही है। मौसम विभाग ने भी अगले दो दिनों तक लू का अलर्ट जारी किया है। पूर्वानुमान के अनुसार बुधवार को आसमान साफ रहेगा। कुछ जगहों पर लू चलेगी। गर्म और शुष्क तेज हवाएं चलेंगी ...
चंडीगढ़, 21 मई (ट्रिन्यू) मौसम की जिस तपिश को इन दिनों हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ समेत अनेक इलाकों के लोग झेल रहे हैं, उससे फिलहाल राहत के कोई संकेत नहीं हैं। अलबत्ता पहाड़ी इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने पर आसपास के इलाकों की झुलसन में कुछ कमी आ सकती है। मौसम विभाग की [...] The post सावधान ! अभी और बढ़ेगी तपिश appeared first on dainiktribuneonline.com .
थिएटर कमांड की रूपरेखा तैयार, सरकार की मंजूरी बाकी
अजय बनर्जी/ट्रिन्यू नयी दिल्ली, 21 मई भारत के सबसे बड़े सैन्य सुधार ‘थिएटर कमांड’ की रूपरेखा तैयार हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक प्रस्ताव को अब मंजूरी के लिए सरकार के पास भेजा जाएगा। थिएटर कमांड के तहत साइबर, अंतरिक्ष, भूमि, वायु और समुद्र जैसे सभी तत्वों को एकीकृत करना है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ [...] The post थिएटर कमांड की रूपरेखा तैयार, सरकार की मंजूरी बाकी appeared first on dainiktribuneonline.com .
हवा के दबाव से 6000 फुट नीचे आया विमान, एक की मौत
बैंकॉक, 21 मई (एजेंसी) लंदन से सिंगापुर के लिए उड़ान भरने वाले सिंगापुर एयरलाइंस के एक विमान को मंगलवार को वायुमंडलीय विक्षोभ (टर्बुलेंस) का सामना करना पड़ा और कुछ ही मिनटों के अंदर यह 6,000 फुट नीचे आ गया, जिसके चलते एक बुजुर्ग ब्रिटिश व्यक्ति की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक यात्रियों [...] The post हवा के दबाव से 6000 फुट नीचे आया विमान, एक की मौत appeared first on dainiktribuneonline.com .
वृश्चिक राशिफल 22 मई: आज बदलेगी आपकी किस्मत, बड़े बदलावों के लिए हो जाइए तैयार
Scorpio Horoscope today vrishchik Rashi ka Rashifal Today: राशि चक्र की यह आठवीं राशि है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा वृश्चिक राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि वृश्चिक मानी जाती है।
मोदी अपने काम बताएं, कांग्रेस को गाली देना छोड़ें : खड़गे
चंडीगढ़, 21 मई (टि्रन्यू) कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मंगलवार को भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी पर बरसे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कांग्रेस को गालियां देना छोड़ें और अपने काम बताएं। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री लोगों को डरा रहे हैं कि कांग्रेस की सरकार आएगी तो तुम्हारा मंगलसूत्र छीन लेगी, आरक्षण छीन लेगी, अगर दो भैंस [...] The post मोदी अपने काम बताएं, कांग्रेस को गाली देना छोड़ें : खड़गे appeared first on dainiktribuneonline.com .
लू और भीषण गर्मी से दिल्लीवाले परेशान, वोटिंग के दिन कैसा रहेगा मौसम का हाल; IMD ने बताया
भीषण गर्मी से दिल्ली के लोगों का बुरा हाल है। मौसम विभाग ने लू का रेड अलर्ट जारी किया है। इसी बीच शनिवार को मतदान होने हैं। लोगों को गर्मी और लू से बचाने के लिए मौसम विभाग ने इंतजाम किए हैं।
बाबा साहेब नहीं होते तो नेहरू आरक्षण न मिलने देते : पीएम
मोतिहारी/महाराजगंज, 21 मई (एजेंसी) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर नहीं होते तो पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) को आरक्षण नहीं मिलने देते। प्रधानमंत्री ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण की राजनीति और सनातन विरोधी सोच के [...] The post बाबा साहेब नहीं होते तो नेहरू आरक्षण न मिलने देते : पीएम appeared first on dainiktribuneonline.com .
प्रशांत किशोर ने कहा कि राज्यों के पास वर्तमान में राजस्व के तीन प्रमुख स्रोत हैं है। पेट्रोलियम, शराब और भूमि। ऐसे में मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर पेट्रोलियम को जीएसटी के दायरे में लाया जाए।
Narad Jayanti 2024 Date: नारद जयंती कब मनाई जाएगी, जानें शुभ मुहू्र्त व महत्व
Narad Jayanti 2024 Date: नारद जयन्ती को देवर्षि नारद मुनि के जन्मदिवस की वर्षगाँठ के रूप में मनाया जाता है. भगवान विष्णु के भक्त नारद जी का जन्म ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को हुआ था.
हेमंत के समर्थन में झारखंड पहुंचे केजरीवाल
लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण के मतदान से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल झारखंड पहुंचे। The post हेमंत के समर्थन में झारखंड पहुंचे केजरीवाल appeared first on Naya India .
गोली मैंने नहीं चलाई, न चलवाई, करवाओ FIR... अनिल विज को किसानों ने घेरा तो जोड़े हाथ, कह दी ये बात
एक किसान ने विकास कार्य पर भी सवाल उठाए तो इस पर अनिल विज ने कहा कि मेरे संज्ञान में नहीं हैं। विज ने कहा कि आपने रोका मैं भागा तो नहीं। दूसरे नेताओं की तरह मैं भागा तो नहीं, आप हम एक ही हैं। हमारे मुद्दे अलग-अलग हो सकते हैं, मगर हम एक हैं।
सुडौल शरीर के लिए लाइट एक्सरसाइज
विवेक कुमार ज़्यादा सर्दियों की तरह ज्यादा गर्मियों में भी हम अकसर एक्सरसाइज से कन्नी काट जाते हैं। अगर आप बुजुर्ग हैं या टीनएजर हैं, तो आपको इस सबके लिए पूरी तरह से तो नहीं पर किसी हद तक छूट भी मिल सकती है। लेकिन अगर युवा हैं तो यह छूट लेने से खुद ही [...] The post सुडौल शरीर के लिए लाइट एक्सरसाइज appeared first on dainiktribuneonline.com .
किसानों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष दिया धरना
संगरुर, 21 मई (निस) मालेरकोटला जिले के विभिन्न गांवों के किसान सरहिंद-साहिना एक्सप्रेस-वे के लिए अधिग्रहित जमीनों के कारण आ रही समस्याओं को लेकर डीसी कार्यालय मालेरकोटला पहुंचे, लेकिन उन्हें बैठक के लिए वहां कोई प्रशासनिक अधिकारी नहीं मिला। इस मौके पर प्रेस को जारी बयान में किरती किसान यूनियन मालेरकोटला के जिला नेता रूपिंदर [...] The post किसानों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष दिया धरना appeared first on dainiktribuneonline.com .
झाड़ू लगाने पर दरवाजे पर धूल उड़ी तो दादा-पोते को मार दी गोली, पिता और 3 बेटों पर केस
संतकबीरनगर के महुली क्षेत्र के मुखलिसपुर में झाड़ू लगाने के दौरान दरवाजे पर धूल उड़ने से मनबढ़ों ने एक बुजुर्ग और उसके पोते को गोली मार दी। गंभीर रूप से घायल दादा-पोते अस्पताल में भर्ती हैं।
अंकुरित अनाज का प्याला सेहत का रखवाला
शिखर चन्द जैन हमारे यहां अंकुरित अनाज खाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। कई दूसरे देशों में भी पुराने जमाने से अंकुरित अनाज के सेवन के चिकित्सकीय महत्व का बखान किया गया है। प्राकृतिक चिकित्सा में अंकुरित आहार को जीवित भोजन के रूप में स्वीकार किया गया है क्योंकि इसकी प्रकृति [...] The post अंकुरित अनाज का प्याला सेहत का रखवाला appeared first on dainiktribuneonline.com .
गजनी एक्टर प्रदीप रावत, जो बॉलीवुड के कई सेलेब्स, जिनमें शाहरुख खान से लेकर सलमान खान के साथ काम कर चुके हैं. उन्होंने भाईजान के सोमी अली और संगीता बिजलानी से ब्रेकअप पर अपना रिएक्शन दिया है.
क्या राजेश खन्ना के नाती आरव रखेंगे बॉलीवुड में कदम! बेटे की एंट्री पर अक्षय कुमार का आ गया जवाब
बॉलीवुड में इन दिनों स्टारकिड्स की एंट्री देखने को मिल रही है, जिनमें शाहरुख खान की बेटी सुहानी खान से लेकर दिवंगत श्रीदेवी की बेटी खुशी कपूर का नाम शामिल है.
एहतियात और देखभाल से लिवर होगा रोगमुक्त
हेपेटाइटिस ए यानी पीलिया रोग हमारे लिवर को प्रभावित करता है। वजह है वायरस संक्रमण। जो हाइजीन की कमी खासकर खाने से पूर्व हाथ न धोने, दूषित खानपान के चलते होता है। हेपेटाइटिस की पहचान, इसके कारणों व उपचार व वैक्सीन को लेकर नई दिल्ली स्थित एक अस्पताल की चीफ गेस्ट्रोएंट्रोलोजिस्ट डॉ. मोनिका जैन से [...] The post एहतियात और देखभाल से लिवर होगा रोगमुक्त appeared first on dainiktribuneonline.com .
अमरनाथ यात्रा में भंडारे के लिए शिव गौरी मंडल की बैठक
बीबीएन, 21 मई (निस) ऐतिहासिक अमरनाथ यात्रा में बद्दी की शिव गौरी सिद्ध सेवा मंडल बद्दी इस बार यात्रा में 24वां भंडारा लगाने जा रही है। 29 जून से शुरू होने वाली ऐतिहासिक अमरनाथ यात्रा में यात्रा शुरू होने से लेकर समाप्ति तक भंडारे को और चलाने के लिए आज संस्था ने बद्दी के रुचि [...] The post अमरनाथ यात्रा में भंडारे के लिए शिव गौरी मंडल की बैठक appeared first on dainiktribuneonline.com .
सीपीएस नियुक्ति मामला दूसरे दिन भी बहस पूरी नहीं
शिमला, 21 मई (हप्र) हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट में सीपीएस की नियुक्तियों को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी। कोर्ट ने कहा था कि 20 और 21 मई को सरकार का पक्ष सुना जायेगा जिसके बाद यदि जरूरत पड़ी तो 22 मई को भी सरकार की बहस को सुना जायेगा। प्रतिवादियों [...] The post सीपीएस नियुक्ति मामला दूसरे दिन भी बहस पूरी नहीं appeared first on dainiktribuneonline.com .
श्रेयस अय्यर ने IPL में रचा इतिहास, कप्तानी के मामले में एमएस धोनी और रोहित शर्मा का रिकॉर्ड तोड़ा
श्रेयस अय्यर ने IPL में एक इतिहास रच दिया है। वे कप्तानी के मामले में एमएस धोनी और रोहित शर्मा से आगे निकल गए हैं। उन्होंने दो टीमों को फाइनल तक का सफर तय कराया है। कोई अन्य कप्तान ऐसा नहीं कर पाया।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने इस महीने की शुरुआत में इस अभ्यास का आदेश दिया था। रूस ने इसे अमेरिका और पश्चिमी देशों की यूक्रेन को लेकर धमकियों के जबाव में शुरू किया है। यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्रों में हो रहे इस अभ्यास में परमाणु हथियार में ले जाने में सक्षम मिसाइलें और बमवर्षक शामिल हैं।
कुछ समय पहले तक हिंदी के अलावा भोजपुरी और पंजाबी गाने सुनना लोग काफी पसंद करते थे. लेकिन अब हरियाणवी गाने भी जबरदस्त धमाल मचाने लगे हैं. यूट्यूब पर एक हरियाणवी गाने ने धमाल मचा रखा है.
कोलकत्ता में जानकारों की माने तो दक्षिण बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के तमामविरोधी लेफ्ट, भाजपा उम्मीदवारों का यह प्रमुख संकट है जो वे अपने को मतदाताओं के बीच नहीं पहुंचा पाए है। The post सोच लीजिए यहां किसकी हवा है! appeared first on Naya India .
शाहरुख खान की 23 साल पहले आई फिल्म अशोका सुपरहिट साबित हुई थी. इस फिल्म में उनके साथ करीना कपूर, राहुल देव, डैनी डेन्जोंगपा और ऋषिता भट्ट अहम किरदार निभाते नजर आए थे.
Gwalior News: मुठ्ठी भर स्कूलों में 15 लाख की ' ठगी ' पूरे 1370 की जांच कब होगी
जिला शिक्षा विभाग इनकी मनमानी की ओर से आंखें बंदकर बैठा है। यही कारण है कि स्कूल संचालकों, अभिभावकों से मनमानी ट्यूशन फीस वसूली से लेकर निर्धारित दुकानों से सामान खरीदने के लिए मजबूर करते हैं। इसको लेकर अभिभावक कई बार शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से कर चुके हैं
दुनिया के अरबपतियों में अडानी का बढ़ा रुतबा, अब अंबानी के बहुत करीब पहुंचे
Adani Ki Kamai: दुनिया के अरबपतियों की मंगलवार की कमाई में अडानी दूसरे नंबर पर रहे। उनकी संपत्ति में मंगलवार को 3.17 अरब डॉलर का इजाफा हुआ। जबकि, एलन मस्क ने 8.33 अरब डॉलर की कमाई की।
संजीव शर्मा, पंचकूला: पंजाब के पटियाला से पंचकूला आकर बसे भारत भूषण जिंदल ने अपने बच्चों की शादियां इसी शहर में कीं। नैशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड से रिटायर्ड जिंदल के बेटे ऑस्ट्रेलिया में बस गए हैं। बेटी शिवांगी बंसल और दामाद अमित बंसल पंचकूला में रहते हैं। अमित बंसल ड्राई फ्रूट्स …
धनु राशिफल 22 मई : आज दोपहर तक का समय उतार-चढ़ाव से भरा, शाम होते-होते मिलेंगे शुभ समाचार
Sagittarius Horoscope Rashifal 22 May 2024 Future Predictions: राशि चक्र की यह 9वीं राशि है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा धनु राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि धनु मानी जाती है।
इंडिया गंठबंधन की सरकार बनने पर भाजपा के कई नेता और ईडी के अफसर जाएंगे जेल - आतिशी
आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने कहा है कि 4 जून के बाद इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर
सपना चौधरी अब सिर्फ हरियाणा नहीं पूरे बॉलीवुड में छा चुकी हैं. वो रियलिटी शो बिग बॉस का हिस्सा बनी थीं. जिसके बाद से उनकी पॉपुलैरिटी में बहुत इजाफा हुआ था.
केजरीवाल के पीए को दिल्ली पुलिस मुंबई ले गई
दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई कथित मारपीट के मामले को मिशन बना लिया है। The post केजरीवाल के पीए को दिल्ली पुलिस मुंबई ले गई appeared first on Naya India .
केजरीवाल ने मोदी पर लगाया आप व झामुमो को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप
Arvind Kejriwal called Narendra Modi anti tribal : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) को आदिवासी विरोधी बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने जमशेदपुर (झारखंड) में मंगलवार को उन पर आम आदमी पार्टी (आप) और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की चुनी हुई सरकारों को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने मोदी पर देश के सबसे बड़े आदिवासी नेता को जेल में डालने का भी आरोप लगाया। ALSO READ: केजरीवाल का दावा, 4 जून को मोदी सरकार की विदाई 'भगवान जगन्नाथ मोदी के भक्त हैं' वाली टिप्पणी पर साधा निशाना : केजरीवाल ने 'भगवान जगन्नाथ मोदी के भक्त हैं' वाली टिप्पणी के लिए भाजपा और उसके प्रवक्ता संबित पात्रा पर भी तीखा हमला किया और लोगों से उनके अहंकार को कुचलने का आग्रह किया। यहां एक रैली को संबोधित करते हुए आप प्रमुख केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आप और झामुमो को खत्म करने की साजिश रची, लेकिन हम मजबूत हुए और वे दिल्ली, पंजाब और झारखंड सरकार को नहीं गिरा सके। ALSO READ: मालीवाल मामले पर बोले LG, केजरीवाल की चुप्पी का राज क्या है? केजरीवाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने मुझे जेल में रखने के लिए पूरी ताकत लगा दी लेकिन मैं बजरंगबली का भक्त हूं और चमत्कार हो गया। मैं जमानत पर हूं। जल्द ही हेमंत सोरेन जिन्हें उन्होंने (मोदी ने) जेल में बंद कर रखा है, बाहर आ जाएंगे। सोरेन की पत्नी कल्पना झांसी की रानी की तरह मोदी को चुनौती दे रही हैं। किसी भी अदालत ने हेमंत सोरेन या अरविंद केजरीवाल को दोषी नहीं पाया है। ALSO READ: कौन दे रहा है अरविंद केजरीवाल को हमले की धमकी, बौखलाई AAP ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी आदिवासियों से नफरत करते हैं। आप सुप्रीमो ने मतदाताओं से अपील की कि वे भाजपा को वोट न दें क्योंकि यह झारखंड और आदिवासियों के साथ विश्वासघात होगा। उन्होंने कहा कि अगर आप कमल (भाजपा का चुनाव चिन्ह) के निशान वाला बटन दबाएंगे तो हेमंत सोरेन जेल में रहेंगे। केजरीवाल ने लोगों से प्रधानमंत्री मोदी को हटाने और देश को बचाने का आग्रह किया क्योंकि अगर मोदी दोबारा चुने गए तो संविधान और आरक्षण नष्ट हो जाएंगे।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta
आज Info Edge समेत इन शेयरों में दिख रही तेजी, क्या लगाएंगे दांव?
Stock Market Prediction: दलाल स्ट्रीट में मंगलवार को मिलाजुला रुख देखने को मिला था। निवेशकों ने शेखरों में लिवाली से हाथ खींचकर रखे। इससे बंबई शेयर बाजार (BSE) का सेंसेक्स 53 अंक टूटकर 73,953.31 अंक पर पहुंच गया था। इसके उलट नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 27 अंक की बढ़त के साथ 22,529.05 अंक पर बंद हुआ था।
Aaj Ka Love Rashifal 22 May 2024: आज का दिन आपके और पार्टनर के लिए विशेष हो सकता है। आप दोनों मिलकर भरपूर मनोरंजन करेंगे।
Maroon Color Sadiya Fasal Movie Song: यूट्यूब पर यह गाना 8 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुका है. इंस्टाग्राम रील्स पर ट्रेंडिंग में नंबर वन पर बना हुआ है. दिलचस्प यह है कि ये गाना ना तो बॉलीवुड का है और ना ही हॉलीवुड का. हम बात कर रहे हैं उस भोजपुरी गाने की जिसने यूट्यूब पर इन दिनों गर्दा उड़ा रखा है.
ट्रैफिक एडवाइजरी: द्वारका में PM मोदी की रैली आज, दिल्ली की इन सड़कों पर जाने से बचें
अगर आप द्वारका में रहते हैं या फिर द्वारका की तरफ जाने वाले हैं तो घर से निकलने से पहले एक बार ट्रैफिक अपडेट जरूर पढ़ लें। दरअसल आज द्वारका में पीएम मोदी रैली करने वाले हैं। जिसको लेकर ट्रैफिक पुलिस की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है। जिसमें बताया गया है कि कुछ रूट को डायवर्ट किया जाएगा।
अमिताभ बच्चन बॉलीवुड के उन कलाकारों में से एक हैं, जिन्होंने एक से बढ़कर एक ब्लॉकबस्टर फिल्में दी हैं. हालांकि वह भी कई बार बॉक्स ऑफिस पर असफलता का स्वाद चख चुके हैं. अमिताभ बच्चन की कई फिल्में सिनेमाघरों में सुपर फ्लॉप रही हैं.
भयंकर गर्मी से हरियाणा वालों को आज भी नहीं मिलेगी राहत, जानिए अगले 5 दिन कैसा रहेगा मौसम
Haryana Weather Update: लोकसभा चुनाव के छठे चरण के तहत हरियाणा में 25 मई को मतदान होना है और मतदान के दिन जहां एक तरफ चुनावी पारा चरम पर होगा, वहीं गर्मी भी मतदाताओं की परीक्षा लेगी। मौसम विभाग की वेबसाइट के अनुसार 25 मई को अधिकतम तापमान 46 व न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।
21 जनवरी 1986 को जन्मे सुशांत सिंह राजपूत ने टेलीविजन से अपने करियर की शुरुआत की और उनका पहला शो पवित्र रिश्ता ही इतना सुपरहिट रहा कि उन्होंने बुलंदियों को छू लिया.
बिहार, यूपी में मोदी की धुआंधार रैली
मोतिहारी में प्रधानमंत्री मोदी ने दावा किया कि पांच चरण के मतदान में इंडी गठबंधन परास्त हो गया है। The post बिहार, यूपी में मोदी की धुआंधार रैली appeared first on Naya India .
केजरीवाल को '2 जून की रोटी' जेल में ही नसीब होगी - शिवराज सिंह चौहान
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को दिल्ली में भाजपा उम्मीदवारों के
Swati Maliwal Assault Case: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मालीवाल की सीएम हाउस में पिटाई को लेकर केजरीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। आप ने इसपर पलटवार करते हुए स्वाति को बीजेपी का मोहरा बताया।
जम्मू-कश्मीर के आईएएस अधिकारी मीरवाइज उमर फारूक पर अवैध भूमि आवंटन का मामला दर्ज
जम्मू-कश्मीर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने अवैध और अनधिकृत कस्टोडियन भूमि आवंटन मामले में
पंजाब में मतदान आखिरी चरण में है।
उत्तराखंड में गर्मी का सितम कम होने का नाम नहीं ले रहा है। मैदानी इलाकों में अभी भी सूरज की तपिश लोगों को बेहाल कर रही है। हालांकि पर्वतीय क्षेत्र में बौछारें पड़ने से तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है लेकिन फिलहाल गर्मी से कोई राहत नहीं है।
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद कब होगा चुनाव? क्या हैं प्रक्रिया, जाने सबकुछ
फ्रांस की तरह ईरान में भी हर 4 साल में चुनाव होता है. पिछला चुनाव 2021 में हुआ था, इसलिए अगला चुनाव 2025 में प्रस्तावित था, लेकिन इब्राहिम रईसी की मौत के बाद जल्द ही चुनाव करवाया जाएगा,
बतौर उद्यमी अमित बंसल का मानना है कि केंद्र और राज्य सरकारों को इंस्पेक्टरी राज खत्म करके सिंगल विंडो सिस्टम को मजबूती से लागू करना चाहिए। अमित बंसल की पत्नी शिवांगी बंसल भी उद्यमी हैं और सामाजिक संगठनों के साथ जुड़कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सक्रिय हैं।
जो धोनी-रोहित ना कर सके, वोअय्यर ने कर दिखाया, IPL में ऐसा करने वाले बने इकलौते कप्तान
कोलकाता नाइटराइडर्स ने 21 मई की रात को अहमदाबाद में सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हराकर फाइनल का टिकट कटा लिया है। इसी के साथ कप्तान श्रेयस अय्यर ने भी बड़ा रिकॉर्ड बना डाला।
Iran President: कल सुपुर्दे-खाक होंगे रईसी और सभी मृतक, धनखड़ करेंगे भारत का प्रतिनिधित्व
Iran President: कल सुपुर्दे-खाक होंगे रईसी और सभी मृतक, धनखड़ करेंगे भारत का प्रतिनिधित्वIran President Raisi and all deceased laid to rest tomorrow Dhankhar will represent India
Delhi Weather: भीषण लू और चिलचिलाती गर्मी से दिल्ली-एनसीआर के लोगों का बुरा हाल है। झुलसाने वाली गर्मी और भीषण लू की यह स्थिति 25 मई तक बनी रहेगी। मंगलवार को अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री रहा।
यूपी में आने वाले दिनों में लू का अलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही पूर्वी यूपी में कहीं-कहीं पर बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना जताई गई है। वहीं मथुरा, हाथरस, आगरा और उसके आसपास के इलाकों में लू को लेकर रेड अलर्ट जारी हुआ है।
Stock market capitalization crosses five trillion dollars for first time after PM Modi statement
‘मुझे तो कुछ याद भी नहीं। मां बताती हैं बमुश्किल से 6 महीने की रही होगी। वह मुझे टीका लगवाने के लिए ले गई थी। शायद उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि अनजाने में इतनी बड़ी गलती हो जाएगी। मैं विकलांग ही हो जाऊंगी। टीका लगने के बाद से ही मेरे दोनों पैर बेजान होने लगे। मुझे पोलियो हो गया। इसके बाद भी घरवालों को पता भी नहीं चला कि अब मैं विकलांग हो गई हूं। कुछ दिनों बाद,जब मैं दूसरे बच्चों की तरह चल-फिर नहीं पाती थी, तब उन्हें पता लगा कि यह तो पोलियो के लक्षण हैं। यहां-वहां, शहर के कई डॉक्टरों से दिखाया, लेकिन कुछ हुआ नहीं। शायद सही समय पर बीमारी का पता चलता, सही डॉक्टर से इलाज भी मिलता। मैं थोड़ी-बहुत ठीक हो सकती थी। चार बहन और एक भाई के बीच मैं तीसरे नंबर की थी। बहुत बड़ा परिवार। अब ऐसे में मैं विकलांग हो गई, तो कौन खोज खबर लेता।’ बैसाखी को अपनी कोहनी के सहारे बगल में रखकर कुर्सी पर 33 साल की शिखा सिंह बैठी हैं। अपनी कहानी बता रही हैं। शिखा के पैर बेड के सहारे नीचे की तरफ झूल रहे हैं, मानो बेजान पड़े हों। वह कहती हैं, ‘सिर्फ कहने के लिए ही पैर हैं। इससे कुछ हो नहीं सकता। इस वजह से कभी मैं परिवार के लिए बोझ थी। आज दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल में स्पेशल टीचर हूं। महीने की डेढ़ लाख रुपए सैलरी है। खुद पढ़ी, अपने भाई-बहनों को पढ़ाया। एक समय लोग मुझ अपाहिज से दोस्ती तक नहीं करना चाहते थे, आज लोग पैसे देखकर मुझसे दोस्ती करते हैं।’ अक्सर महिलाएं कैमरे पर आने से पहले सजने-संवरने की बात करती हैं। थोड़ा समय लेती हैं, लेकिन शिखा से जब मैं दिल्ली के दक्षिण पुरी इलाके में मिलने के लिए पहुंचता हूं, तो वह जैसे बैठी होती हैं, वैसे ही बातचीत करने के लिए बैठ जाती हैं। बिखरे बाल, मलिन पड़ा चेहरा। पूछने पर कहती हैं, ‘मेरी तो बचपन में ही सारी इच्छाएं मर गईं। खत्म हो गई। अब कुछ भी मन नहीं करता। जब इच्छा थी, तो कुछ था नहीं। बेसहारा, बेबस महसूस करती थी। आज सब कुछ है, तो इच्छाएं ही नहीं है। कभी सजने-संवरने का भी मन नहीं करता। किसके लिए सजना-संवरना।' शादी करने का मन नहीं करता? ' मैं तो अब शादी भी कभी नहीं करूंगी। कॉलेज के दिनों में एक लड़का था, जिसके साथ लगा कि जिंदगी अच्छी गुजारी जा सकती है। जब शादी की बात कही, तो उसने सीधे कहा- तुम लंगड़ी हो। मैं कैसे तुमसे शादी कर सकता हूं। अब मुझे भी लगता है कि मैं लोगों के उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाऊंगी इसलिए शादी का ख्वाब देखना भी छोड़ दिया। पहले हमेशा अपनी विकलांगता, खुद की बेबसी पर मां से कह देती थी- अच्छा होता कि तुम मुझे जहर का ही टीका लगवा देती। कम से कम यह दिन तो नहीं देखने पड़ते। अब तो लगता है, जो है, जैसा है, सब ठीक है।’ अपने मम्मी-पापा की इकलौती तस्वीर दिखाते हुए शिखा की आवाज तेज होती जा रही है, लेकिन उनके चेहरे पर खीझ साफ नजर आ रही है। वह कहती हैं, ‘जब मुझे पोलियो हुआ, तो हर किसी ने मेरा अपमान किया। हमेशा नजरअंदाज किया गया। मुझे लेकर कटौती घर से ही शुरू हुई। कोई भी चीज घर में आती, तो सबसे आखिर में मुझे मिलता। कभी नहीं भी मिलता। सबको यही लगता कि यह लंगड़ी-लूली कहां ही जाएगी। घर से बाहर तो कभी निकलेगी नहीं, क्यों ही इसके लिए कुछ लाना, देना। पहली से आठवीं तक मैं एक ही शर्ट पहनकर स्कूल जाती थी। उसी को धोती, सुखाती और फिर पहनकर दीदी के साथ जाती। मुझे तो कोई पढ़ाना भी नहीं चाहता था। वह तो शुक्र है मेरी बड़ी बहन का, जिसने मुझे पढ़ने में मदद की। मेरी सबसे बड़ी दीदी मुझे हर रोज अपनी पीठ पर लादकर किसी बस्ते की तरह स्कूल ले जाती थी। वहां बच्चे मेरे पहुंचते ही चिल्लाने लगते - देखो-देखो! लंगड़ी आ गई। अरे, ओ लंगड़ी ! तुम कैसे चलोगी। तुम तो पीछे ही रह जाओगी। मैं हाथ के सहारे रेंग-रेंगकर भी चलती थी।’ व्हीलचेयर नहीं था क्या? मैं पूछता हूं। शिखा एक तस्वीर दिखाकर कहती हैं, ‘यह 2000 से पहले की बात है। उस वक्त मार्केट में व्हीलचेयर नहीं मिलता था। मैं बहुत छोटी भी थी, तो आज की तरह इलेक्ट्रिक या कुछ एडवांस टेक्नोलॉजी वाला व्हीलचेयर उस वक्त मौजूद नहीं था। यह व्हीलचेयर भी राज्य सरकार की तरफ से दिया गया था, जब मैंने 10वीं की परीक्षा पास की थी। जैसे कि पहले बताया कि उससे पहले तक दीदी (बड़ी बहन) ही मुझे स्कूल ले जाती थी। पैदल दो-ढाई किलोमीटर। कई बार वह भी थक जाती थीं, तो मुझे नीचे उतार देती थी। कहती थीं- अब खुद से चलो। मैं कुछ नहीं बोलती थी। सिर झुकाए रहती थी। घर में बाकी सभी बच्चों को पहले तैयार किया जाता, फिर मुझे। घर पर ऐसा भी बोला जाता कि अगर तुम स्कूल नहीं जाओगी, तो क्या हो जाएगा। मेरी दादी तो अक्सर कहती थीं- तुम्हें कौन-सा बड़ी होकर कलेक्टरी करनी है। घरवाले बाजार जाते, तो मुझे नहीं लेकर जाते। किसी शादी-ब्याह में भी नहीं कोई ले जाता था। आप माने या न माने लेकिन यह सच है कि आज तक मैंने एक भी शादी नहीं देखी है। जब दूसरों काे देखती, तो खुद पर तरस आता। सोचती कि काश ! मैं भी इनकी तरह खड़ी हो पाती। चल पाती।’ कहते-कहते शिखा ठहर जाती हैं। दो-तीन बार टोकने पर कहती हैं, ‘2003 के आसपास पापा की बहुत कम उम्र में ही डेथ हो गई। दो साल बाद दादा भी चल बसे। वह सरकारी नौकरी से रिटायर थे। उन्हीं के पेंशन से घर चलता था। अब न दादा थे, न पापा। पैसों की तंगी आ गई। इधर दीदी जब 11वीं में थीं, तो उनकी शादी हो गई। अब मुझे कौन स्कूल ले जाए। बगल के एक चाचा थे, मुझे पहुंचाने के लिए उन्हें एक साइकिल दी गई। स्कूल मेरे घर से 7 किलोमीटर की दूर था। मैं रेगुलर क्लास भी नहीं कर पाई। फिर भी 10वीं, 12वीं में अव्वल आई। पढ़ने में शुरू से तेज थी। दरअसल एक मेरे दादा ही थे जिन्होंने बचपन से मेरा साथ दिया। दादा एक बात मुझसे हमेशा कहते थे- पढ़ोगी नहीं, तो कोई तुम्हें भीख भी नहीं देगा। यह बात मेरे मन में घर कर गई थी। सोचती थी कि ऐसे में तो जिंदगी सड़क पर भीख मांगकर भी नहीं कट पाएगी। घरवाले, रिश्तेदार, आस पड़ोस के यही सोचते थे कि हाय ! ये बेचारी ! कैसे अपनी जिंदगी काटेगी। कैसे ये कहीं जाएगी।’ आप दिल्ली से ही हैं? ‘उत्तर प्रदेश के मऊ की रहने वाली हूं। जब पापा-दादा, दोनों नहीं रहे, तो मुझे समझ में आ गया कि पढ़कर ही कुछ कर सकती हूं। मैं 12वीं के बाद साइंस से बैचलर करना चाहती थी, लेकिन मां ने पैसे होते हुए भी नहीं दिए। शायद उनके मन में था कि यह विकलांग लड़की पढ़-लिखकर भी क्या ही कर लेगी। मुझे उस वक्त एडमिशन के लिए 5 हजार रुपए की जरूरत थी, लेकिन मां ने नहीं दिए। आप भी जानकर हैरान होंगे कि मां ने वह पैसा मेरे चाचा को दे दिया। घरवालों को लगता था कि मैं कभी बाहर नहीं जाऊंगी, हमेशा चारदीवारी के बीच रहूंगी। जब मां ने पैसा नहीं दिया, उसी के बाद मैंने ठान लिया कि अब एक रुपया अपने घर से नहीं लूंगी। मैंने बीए में एडमिशन लिया, फिर बीएड की। चित्रकुट में एक स्पेशल कॉलेज है, वहां से मैंने पूरी पढ़ाई की। तब तक मैं एक NGO के साथ पढ़ाने लगी थी, लेकिन सच कहूं तो मैं कभी टीचर नहीं बनना चाहती थी। हमेशा एक अधिकारी बनना चाहती थी। अभी भी मैं UPSC की तैयारी कर रही हूं।’ दिल्ली कब आईं? ‘2014 में दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल के लिए वैकेंसी आई थी। मेरा बीएड पूरा हो चुका था। उसके बाद घर से पैसे कमाने का दबाव बनने लगा। मैंने खुद तो पढ़ाई की ही, अपनी बहनों और भाई को भी पढ़ाया। पढ़ाई पूरी होने के बाद मां अक्सर कहती थीं- अब पढ़-लिख ली हो, तो काम करो। घर कैसे चलेगा। मैंने दिल्ली के लिए अप्लाई कर दिया। संयोग देखिए कि जॉब हो भी गई। पहले गेस्ट टीचर, फिर 2017 में परमानेंट टीचर। 2014 की बात है। मैं दिल्ली आ गई थी। जिस स्कूल में मैं टीचर थी, विकलांग और लड़की होने की वजह से आसपास कोई रूम नहीं दे रहा था। दो दिनों तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सोना पड़ा।’ शिखा मानसिक रूप से बीमार और फिजिकली चैलेंज बच्चों को पढ़ाती हैं। अपनी सैलरी का एक हिस्सा वह इन बच्चों पर खर्च करती हैं। शिखा कहती हैं, ‘2014 से पहले तक जब मेरे पास कुछ भी नहीं था, तो कोई नाते-रिश्तेदारी नहीं थी। आज पैसा है, तो सब हैं। पहले कोई मुझसे बोलना भी नहीं चाहता था। एक भी दोस्त नहीं थे। आज गांव में कुछ भी होता है, तो मेरे पास फोन आता है। अब सब बोलने लगे हैं। कभी मेरी अपने ही घर में नहीं सुनी जाती थी, आज सब कुछ है। गांव में तो मैं एक सेलिब्रेटी की तरह जाती हूं। अब मान-सम्मान होने लगा है। मैं अब यही चाहती हूं कि आगे की अपनी पूरी लाइफ, अपनी कमाई मुझ जैसे बच्चों के लिए दूं। 2025 तक का टारगेट है, अधिकारी बनूंगी और फिर एक अनाथालय खोलूंगी। अगर अधिकारी नहीं भी बनी, फिर भी अनाथालय तो खोलूंगी ही। मेरे काम को देखते हुए 2021 में ही जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने पुरस्कार से नवाजा था। जिस शिखा को कोई जानता नहीं था। लोग लंगड़ी-लूली कहकर बुलाते थे। घरवालों के लिए मैं बोझ थी। आज उसे राज्यपाल से अवॉर्ड मिला। फिजिकली चैलेंज बच्चों के लिए कुछ करती हूं, तो लगता है- अब मैं किसी पर बोझ नहीं। बस एक बार अब अधिकारी बन जाऊं…!’
Delhi High Court : जैश के पांच आतंकियों की सजा में कमी, उम्रकैद की जगह अब 10 वर्ष का कारावास
दिल्ली हाईकोर्ट ने जैश -ए-मोहम्मद के पांच आतंकियों की आजीवन कारावास की सजा घटाकर दस साल कारावास में बदल दी।
एक दौर में उत्तर प्रदेश कांग्रेस का सबसे मजबूत गढ़ हुआ करता था। 33 साल UP में कांग्रेस की सरकार रही। पंडित नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक, पूरा नेहरू-गांधी कुनबा UP से चुनाव लड़ता और जीतता रहा। 1984 में पार्टी ने 85 में से 83 लोकसभा सीटें जीत ली थीं। उस साल कांग्रेस को 51% वोट मिले थे। तब उत्तराखंड यूपी का हिस्सा था। आज 2024 में सोनिया गांधी के राजस्थान से राज्यसभा जाने के बाद UP में कांग्रेस का एक भी सांसद नहीं बचा। ना लोकसभा में ना राज्यसभा में। 403 विधानसभा सीटों वाली UP में कांग्रेस के सिर्फ 2 विधायक हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में 6.4% और विधानसभा चुनाव में महज 2.3 % वोट मिले थे। इस बार UP में कांग्रेस महज 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जो आजादी के बाद सबसे कम है। आज का ‘यक्ष प्रश्न’- UP में कांग्रेस क्यों खत्म हो गई... 12 अप्रैल 1987, रक्षा मंत्री वीपी सिंह राष्ट्रपति भवन से देर शाम घर लौटे। उन्होंने कुर्ता बदला और बेटे अभय से कहा- 'गाड़ी निकालो।' एक मारुति वैन घर के बाहर खड़ी थी, जो अभय के एक दोस्त की थी। वीपी सिंह ने पत्नी से कहा कि वे प्रधानमंत्री से मिलने जा रहे हैं। तब रेड क्रॉस रोड पर 5 और 7 नंबर में प्रधानमंत्री राजीव गांधी रहते थे। कार साधारण थी, इसलिए सुरक्षाकर्मियों ने रोक लिया, लेकिन अगली सीट पर बैठे वीपी सिंह को वे पहचान गए। वहां मौजूद कर्मचारी को वीपी सिंह ने एक लिफाफा दिया, जिस पर 'प्रधानमंत्री' लिखा था। कर्मचारी ने लिफाफा लेते हुए सवाल की मुद्रा में उनकी तरफ देखा। इस पर वीपी सिंह ने कहा- ‘इसमें मेरा इस्तीफा है।’ उस रोज राजीव गांधी अपने आवास में नहीं थे। वे देर रात लौटे, तो उन्हें वीपी सिंह का इस्तीफा मिला। राजीव ने उसे पढ़ा और सीधे राष्ट्रपति के पास भेज दिया। उन्होंने ना तो वीपी सिंह को फोन किया और ना ही बुलाकर इस्तीफा देने की वजह पूछी। 4 दिन बाद यानी, 16 अप्रैल 1987, स्वीडन रेडियो ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया- ‘बोफोर्स सौदे के लिए भारत की टॉप लीडरशिप और रक्षा अधिकारियों को रिश्वत दी गई है।’ सियासी गलियारों में हड़कंप मच गया। राजीव गांधी की सरकार घिर गई। तब वीपी सिंह के रक्षा मंत्री पद से इस्तीफे को बोफोर्स सौदे से जोड़कर देखा गया। एक महीने बाद यानी, 16 मई 1987 को कांग्रेस ने दिल्ली में एक बड़ी रैली की। मंच पर प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे और नीचे कार्यकर्ताओं के बीच वीपी सिंह। राजीव ने कहा- ‘भारत की आजादी कब छिनी, जब मीरजाफर और राजा जयचंद जैसे गद्दारों ने विदेशी ताकतों से हाथ मिलाया। आप ऐसे लोगों से सतर्क रहें। यह लोग विदेशी ताकतों से हाथ मिलाकर देश के हितों को बेच रहे हैं।’ बिना नाम लिए राजीव की ये लाइनें वीपी सिंह के लिए थीं। इससे वीपी सिंह काफी निराश हुए और सभा से उठकर बाहर चले गए। उन्होंने तय कर लिया कि अब वे राजनीति से दूर चले जाएंगे, लेकिन नियति ने कुछ और ही लिखा था। 22 मई 1987, वीपी सिंह, बेटे को MBBS की डिग्री मिलने की खुशी में परिवार के साथ दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में डिनर के लिए जा रहे थे। वे कार में बैठे ही थे कि प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया- 'प्रधानमंत्रीजी तत्काल आपसे मिलना चाहते हैं।' वीपी ने पत्नी से कहा- ‘आप चली जाओ, मैं बाद में डिनर में शामिल हो जाऊंगा।’ वीपी सिंह सीधे राजीव गांधी के घर पहुंचे। उन्हें देखते ही राजीव ने मुस्कुराते हुए पूछा- ‘आजकल तुम्हारी बहुत जयजयकार हो रही है, तुम्हारी इच्छाएं बढ़ गई हैं, क्या करने का इरादा है?’ उन्होंने जवाब दिया- ‘मैं कांग्रेस में हूं। आप कहेंगे तो राजनीति छोड़कर इलाहाबाद चला जाऊंगा। चुपचाप पढ़ूंगा-लिखूंगा। आपको यकीन नहीं हो, तो मैं हरिद्वार चला जाता हूं। अगर आप काम देना चाहते हैं, तो मुझे आंध्र प्रदेश या कर्नाटक भेज दीजिए। दोनों राज्य आपके हाथ से निकल गए हैं। मैं उन्हें लाकर आपको दे दूंगा।’ राजीव गांधी ने कहा- ‘तुम तीन महीने टिक नहीं पाओगे।’ इस पर वीपी ने कहा- ... ‘अगर आपका यही चैलेंज है, तो मैं स्वीकार करता हूं और इसे पूरा करके दिखाऊंगा।’ राजीव ने गुस्से से मेज पर घूंसा मारा। वीपी सिंह को लगा कि अब यहां रुकना ठीक नहीं है। वे उठे और सीधे घर चले आए। इस किस्से का जिक्र वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और पूर्व सांसद संतोष भारतीय ने अपनी किताब ‘वीपी सिंह, चन्द्रशेखर, सोनिया गांधी और मैं’ में किया है। बागी हुए वीपी सिंह, UP उपचुनाव में 3 सीटें हार गई कांग्रेस राजीव गांधी से मुलाकात की घटना के बाद वीपी सिंह ने बागी तेवर अपना लिए। उन्होंने गांधी परिवार के करीबी रहे अरुण नेहरू और आरिफ मोहम्मद खान जैसे कांग्रेसी नेताओं के साथ मिलकर जनमोर्चा बनाया। इधर राजीव के साथ बोफोर्स घोटाले में इलाहाबाद से सांसद रहे अमिताभ बच्चन का नाम भी जुड़ गया। अमिताभ की छवि खराब हो रही थी। दबाव में आकर उन्होंने इस्तीफा दे दिया। जून 1988 में इलाहाबाद सीट पर उपचुनाव की घोषणा हुई। जनमोर्चा की तरफ से वीपी सिंह और कांग्रेस की तरफ से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे सुनील शास्त्री मैदान में उतरे। राज परिवार से आने वाले वीपी सिंह के पास भले ही पॉलिटिकल कैडर नहीं था, लेकिन UP की सियासत में उनकी मजबूत पैठ थी। वे 1980 से 1982 तक मुख्यमंत्री रह चुके थे। इससे पहले 1977 में वे जनता पार्टी की लहर के दौरान भी इलाहाबाद सीट से लोकसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन करीब 90 हजार वोटों से हार गए थे। इलाहाबाद उपचुनाव, राजीव गांधी के लिए साख का सवाल था। उन्होंने पूरी ताकत झोंक दी थी। UP की कांग्रेस सरकार भी पूरी कोशिश कर रही थी, लेकिन जीत मिली वीपी सिंह को। तब फैजाबाद और मेरठ जिले में हुए उपचुनाव भी कांग्रेस हार गई थी। वीपी सिंह ने कहा- मेरे पास राजीव गांधी के स्विस बैंक का अकाउंट नंबर है, दबाव में आ गए राजीव 11 अक्टबूर 1988, वीपी सिंह ने जन मोर्चा, लोकदल और कांग्रेस के एक धड़े को मिलाकर 'जनता दल' बनाया। तब मंडल कमीशन का गठन हो चुका था। यूपी में मुलायम सिंह और मायावती OBC-दलित नेता के रूप में उभर रहे थे। इसी बीच 3 नवंबर 1988 को वीपी सिंह ने पटना में एक रैली की। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी का स्विस बैंक में खुफिया खाता है। अगले दिन सीनियर जर्नलिस्ट सुरेंद्र किशोर ने जनसत्ता में लिखा, 'स्विस बैंक कॉर्पोरेशन के इस खाते का नंबर 99921 पीयू है। इसमें बोफोर्स सौदे के कमीशन से मिले करीब 8 करोड़ रुपए जमा हैं। ये खाता लोटस के नाम पर है।' वीपी ने चुनौती दी कि लोटस और राजीव का मतलब एक ही है। अगर यह बात गलत निकली, तो वो संन्यास लेने को तैयार हैं। वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैय्यर अपनी किताब ‘एक जिंदगी काफी नहीं’ में लिखते हैं, ‘वीपी ने बोफोर्स के मुद्दे को देश की जनता के सामने ऐसे पेश किया कि ये भ्रष्टाचार का पर्याय बन गया।’ राजीव गांधी ने राम मंदिर का ताला खुलवाया, मुस्लिम कांग्रेस से दूर हो गए इलाहाबाद उपचुनाव में हार के बाद राजीव गांधी दबाव में थे। बोफोर्स को मुद्दा बनाकर वीपी ने उनकी मुसीबत और बढ़ा दी थी। 1989 लोकसभा चुनाव में एक साल से भी कम वक्त बचा था। जनता दल पूरी ताकत से कैंपेन कर रही थी। इसकी काट निकालने के लिए राजीव गांधी ने फरवरी 1989 में राम मंदिर का ताला खुलवा दिया। उन्हें लगा कि शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट का फैसला पलटने से नाराज हिंदू इससे खुश हो जाएंगे। दरअसल 1985 में सुप्रीम कोर्ट ने तलाक के बाद गुजारा भत्ता के एक मामले में इंदौर की शाहबानो के हक में फैसला दिया था। मुस्लिम उलेमाओं ने इसे अपने पर्सनल लॉ में दखल मानते हुए पूरजोर विरोध किया था। दबाव में राजीव गांधी ने मई 1986 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया। इसके बाद उन पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप लगने लगे। हिंदू संगठनों विरोध में सड़कों पर उतर गए थे। हालांकि राम मंदिर का ताला खोलने का दांव राजीव के लिए उल्टा पड़ा। इस फैसले से मुस्लिम वोटर्स कांग्रेस से दूर हो गए। नवंबर 1989, देश में लोकसभा चुनावों के साथ ही UP में विधानसभा चुनाव हुए। दोनों ही चुनावों यानी, केंद्र और यूपी में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा। 1984 के लोकसभा में UP में 83 सीटें जीतने वाली कांग्रेस 15 सीटों पर सिमट गई। जबकि विधानसभा में 269 से 94 सीटों पर सिमट गई। राजीव गांधी को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। जनता दल के वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने और यूपी में उन्होंने मुलायम सिंह को मुख्यमंत्री बनवाया। यानी, केंद्र और यूपी दोनों जगह जनता दल की सरकार बनी। मंडल बनाम कमंडल, कांग्रेस की सोशल इंजीनियरिंग ढह गईप्रधानमंत्री बनने के करीब 10 महीने बाद अगस्त 1990 में वीपी सिंह ने OBC आरक्षण के लिए मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू करने का ऐलान कर दिया। दस साल से धूल खा रही बीपी मंडल की रिपोर्ट ने सियासी गलियारों में हड़कंप मचा दिया। तब वीपी सिंह की सरकार लेफ्ट और BJP के समर्थन पर टिकी थी। दोनों ही उसे बाहर से समर्थन दे रहे थे। रणनीति के तहत BJP ने मंडल कमीशन का विरोध नहीं किया, लेकिन कांग्रेस ने आपत्ति जता दी। राजीव गांधी ने वीपी सिंह की तुलना जिन्ना से कर दी। इससे OBC वोटर्स कांग्रेस से नाराज हो गए। BJP भांप गई थी कि मंडल कमीशन की वजह से उसे नुकसान होगा, इसलिए विरोध करने के बजाय वह इसकी काट निकालने में जुट गई। 25 सितंबर 1990 को BJP नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुजरात के सोमनाथ से अयोध्या के लिए राम रथयात्रा की शुरुआत की। इसे मंडल बनाम कमंडल की राजनीति कहा गया। बाद में आडवाणी ने कहा भी था कि मंडल कमीशन नहीं आता, तो हम रथयात्रा नहीं करते। 23 अक्टूबर 1990 को रथयात्रा के दौरान बिहार के समस्तीपुर में लालकृष्ण आडवाणी को गिरफ्तार कर लिया गया। अगले दिन लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेयी गिरफ्तार हो गए। इसके बाद BJP ने समर्थन वापस लेकर वीपी सिंह की सरकार गिरा दी। 30 नवंबर 1990 को अयोध्या में गोलीकांड हुआ और 11 कारसेवकों की जान चली गई। BJP ने मुलायम सिंह पर तुष्टिकरण के आरोप लगाए। वो, उन्हें मुल्ला मुलायम कहकर प्रचारित करने लगी। दरअसल आजादी के बाद से ही ब्राह्मण, मुस्लिम और दलित कांग्रेस के कोर वोटर्स माने जाते थे। सियासी भाषा में इसे कांग्रेस की सोशल इंजीनियरिंग कहा जाता था। इसी के बल पर कांग्रेस ने लंबे समय तक UP में राज किया। लेकिन मंडल और कमंडल ने कांग्रेस की सोशल इंजीनियरिंग को ध्वस्त कर दिया। रथ यात्रा की वजह से ब्राह्मण BJP के पाले में चले गए। मुस्लिम वोटर्स सपा के पास और दलित वोटर्स मायावती की तरफ शिफ्ट हो गए। इसके बाद कांग्रेस UP में फिर कभी वापसी नहीं कर पाई। साल-दर-साल उसकी सीटें और वोट शेयर घटता गया। आज कांग्रेस के पास एक सांसद और दो बिधायक बचे हैं। कांग्रेस के हाथ से यूपी फिसलने की कुछ वजहें और भी हैं- 1. कांग्रेस के पास भी RSS जैसा संगठन था, लेकिन उसे बचाया नहीं पॉलिटिकल एनालिस्ट नवीन जोशी बताते हैं- ‘कांग्रेस की हार का सबसे बड़ा कारण है कि उसने वक्त के साथ खुदको नहीं बदला। इंदिरा और राजीव गांधी के बाद कोई डायनेमिक लीडर कांग्रेस में नहीं हुआ। कांग्रेस के पास पहले कैडर हुआ करता था। जैसे आज BJP के लिए RSS काम करता है, वैसे ही कांग्रेस सेवा दल, कांग्रेस के लिए काम करता था। इस कैडर के बल पर ही गली-मोहल्लों में कांग्रेस की सभाएं होती थीं। जमीन से जुड़े कार्यकर्ता पार्टी के लिए काम करते थे, लेकिन कांग्रेस लीडरशिप की अनेदखी की वजह से कांग्रेस सेवा दल धीरे-धीरे खत्म हो गया। अब गांवों-कस्बों में कांग्रेस का नाम लेने वाला कोई बचा ही नहीं। 2. दिल्ली से UP की राजनीति करना कांग्रेस की सबसे बड़ी भूल पॉलिटिकल एनालिस्ट रशीद किदवई बताते हैं- ‘कांग्रेस ने कभी भी UP की राजनीति नहीं की। पंडित नेहरू से लेकर राहुल-प्रियंका गांधी तक, सभी ने UP को दिल्ली से मैनेज करने की कोशिश की। यह कांग्रेस की सबसे बड़ी भूल थी। जैसे-जैसे UP में क्षेत्रीय दलों का उभार होता गया, कांग्रेस का जनाधार खत्म होता गया।’ क्या UP में कांग्रेस की वापसी मुश्किल है...इस सवाल के जवाब के लिए हमने सियासी गणित और ग्राउंड पर लोगों से बातचीत का सहारा लिया। गणित के हिसाब से कांग्रेस, UP में लोकसभा और विधानसभा, दोनों ही चुनावों में सबसे खराब दौर से गुजर रही है। कांग्रेस ने 1952 के UP विधानसभा में 388 सीटें जीती थीं। उसे 1980 में 309 और 1985 में 269 सीटें मिलीं, लेकिन उसके बाद कांग्रेस कभी तीन अंक के आंकड़े को पार नहीं कर पाई। 2022 में तो कांग्रेस सिंगल डिजिट में सिमट गई। ग्राउंड पर कांग्रेस की क्या स्थिति है, इसे जानने के लिए हमने लखनऊ, अमेठी और रायबरेली का रुख किया... लखनऊ स्टेशन से विधानसभा भवन की ओर बढ़ने पर PM मोदी के बड़े-बड़े पोस्टर नजर आते हैं, जिस पर मोदी की गारंटी लिखी हुई है। दीवारों पर BJP के समर्थन वाले स्लोगन लिखे हैं, लेकिन इधर-उधर नजर दौड़ाने पर भी कांग्रेस का कोई पोस्टर नजर नहीं आता। यहां के लोगों से जब हमने सवाल पूछा, तो जवाब मिला- 'UP में BJP और सपा ही चुनाव में है, कांग्रेस का माहौल क्या ही दिखेगा।' हालांकि, अमेठी में लोगों का झुकाव कांग्रेस की तरफ दिखता है। यहां लोग गांधी परिवार और BJP दोनों को पसंद करते हैं। किसी तीसरे दल का दबदबा यहां नहीं है। अमेठी के फुर्सतगंज इलाके में रहने वाले शीतला प्रसाद कहते हैं, ‘अब UP में तो कांग्रेस नहीं बची। कोई नेता जमीन पर दिखता ही नहीं। कुछ नेता चुनाव के वक्त आते हैं और फिर चले जाते हैं। अमेठी के लोग कांग्रेस को चाहते हैं, लेकिन 5 साल में राहुल-प्रियंका यहां कितनी बार आए, मैंने तो उन्हें यहां नहीं देखा।’ अमेठी की तरह रायबरेली में भी कांग्रेस के प्रति लोगों का झुकाव है। लोगों का कहना है कि गांधी परिवार की वजह से ही रायबरेली की देश में पहचान है। कठवारा पंचायत के रहने वाले विष्णु दयाल शुरू से ही कांग्रेस को वोट देते आ रहे हैं, लेकिन कांग्रेस की कैंपेनिंग को लेकर उनकी नाराजगी साफ झलकती है। वे बताते हैं- 'जिस तरह कांग्रेस पार्टी अभी चुनाव लड़ रही है, उससे तो लगता है कि उसने खुद ही झोली भर के UP की सीटें BJP को दे दी हैं। सिर्फ चुनाव के वक्त रायबरेली की चर्चा होती है। इंदिरा और राजीव गांधी ने जो काम किया है, उसी फसल को कांग्रेस आखिर कब तक काटेगी।’ आपको बता दें कि ऐन मौके पर नॉमिनेशन के आखिरी दिन यानी 3 मई को कांग्रेस ने अमेठी और रायबरेली के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा की। रायबरेली से राहुल गांधी और अमेठी से केएल शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश तो है, लेकिन कांग्रेस को कितना फायदा होगा, यह तो 4 जून को नतीजे आने के बाद ही पता चलेगा। 'यक्ष प्रश्न' सीरीज का ये एपिसोड भी पढ़िए... BJP दक्षिण में उत्तर जैसी कामयाब क्यों नहीं:यहां हिंदू-मुस्लिम नहीं चलता, गरीबी भी कम; जानिए 5 बड़ी वजह 'यक्ष प्रश्न' सीरीज के तीसरे एपिसोड में 24 मई यानी, शुक्रवार को पढ़िए- क्या मायावती यूपी से खत्म हो गईं... साल 2007, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों का बिगुल बज चुका था। नीले रंग की दीवारों पर हाथी के साथ लिखा था- सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय। तब यूपी के शहरों में, गलियों में एक नारा जोर से उछाला गया- ‘ब्राह्मण शंख बजाएगा, हाथी चलता जाएगा… हाथी नहीं गणेश है, ब्रह्मा विष्णु महेश है।’ पूरी कहानी 'यक्ष प्रश्न' के तीसरे एपिसोड में पढ़िए... ग्राफिक्स : अजीत सिंह
‘मोदी न अपने लिए जन्मा है, न अपने लिए जिया है। मोदी आपके लिए खप रहा है। न मोदी का कोई वारिस है। वारिस हैं तो आप, देश की 140 करोड़ जनता।’ नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के करतारनगर में 18 मई को PM नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली कर BJP सरकार के काम गिनाए थे। भीषण गर्मी के बावजूद PM को सुनने वालों से मैदान भरा था। यहीं मिली विमला कहती हैं, 'हम तो BJP को वोट देते रहे हैं और आगे भी देंगे। मोदी जी जैसा नेता होना मुश्किल है, जिसने राम मंदिर बनवा दिया। हां, मोदी जी से शिकायत भी है। वे दूसरे देशों में जा रहे हैं, कभी हमारी कॉलोनी में भी आकर देखें कि यहां हमारा क्या हाल है।' दिल्ली के लाजपत नगर में रहने वाली कुलविंदर कौर की राय विमला से अलग है। वे कहती हैं, 'मुद्दे पर कोई आता ही नहीं, सब बेवजह की बड़ी- बड़ी बातें करते हैं। डिक्टेटरशिप आ गई है। कोई बोलने नहीं देता। जो बोलता है, उसे चुप करा देते हैं।' बगल में खड़ी कमलजीत कौर कहती हैं, 'राइट टू स्पीच होना चाहिए। जो बोल रहा है, वो पकड़ा जा रहा है।' दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर 25 मई को वोटिंग होनी है। दैनिक भास्कर की टीम ने अलग-अलग इलाकों में जाकर हवा का रुख जाना। इससे ये 3 पॉइंट्स समझ आए… 1. दिल्ली में पिछली बार मुकाबला त्रिकोणीय था और हार-जीत का फर्क दोगुने से ज्यादा था। इस बार विपक्ष एकजुट है। इससे हार-जीत के अंतर में फर्क जरूर आएगा, लेकिन नतीजा बदलता नहीं दिख रहा। 2. करप्शन केस में फंसे CM अरविंद केजरीवाल समेत AAP के बड़े नेताओं की गिरफ्तारी का फायदा AAP से ज्यादा BJP को मिलता दिख रहा है। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई बदसलूकी के बाद AAP के खिलाफ माहौल बन रहा है, जिसका पार्टी को नुकसान होगा। 3. BJP सांसदों के टिकट कटने को लेकर AAP एंटी इनकम्बेंसी का मुद्दा उठा रही है। हालांकि, इसका असर जमीन पर नहीं दिख रहा। इससे ये मैसेज जरूर जा रहा कि BJP जीते हुए कैंडिडेट को भी जनता की खातिर बदल सकती है। BJP का 6 नए चेहरों पर दांव, AAP ने चुनाव में विधायक उतारेदिल्ली में BJP ने 2014 और 2019 में क्लीन स्वीप किया था। इसके बावजूद पार्टी ने जीत दिलाने वाले 6 कैंडिडेट को इस बार टिकट नहीं दिया। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से सिर्फ मनोज तिवारी ही ऐसे उम्मीदवार हैं, जिन पर पार्टी ने फिर भरोसा जताया है। बाकी 6 नए कैंडिडेट्स उतारे हैं। इनमें से 3 पूर्व मेयर और एक विधायक हैं। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रही हैं। 4 सीट पर AAP ने कैंडिडेट उतारे हैं, जबकि 3 सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवार खड़े किए हैं। AAP ने तीन विधायकों के साथ ही एक पूर्व विधायक को टिकट दिया है। कांग्रेस ने दो सीटों पर पूर्व सांसद और एक सीट पर युवा चेहरे के तौर पर कन्हैया कुमार को उतारा है। अब वोटों का समीकरण समझिए2019 के लोकसभा चुनाव में BJP का वोट शेयर 57% से ज्यादा था। कांग्रेस को 22.5% और AAP को 18.1% वोट मिले थे। हार-जीत का सबसे ज्यादा फर्क वेस्ट दिल्ली में था। यहां जीतने वाले BJP कैंडिडेट प्रवेश वर्मा को 60.05% और हारने वाले कांग्रेस कैंडिडेट महाबल मिश्रा को 20% वोट मिले थे। 2019 में दिल्ली की चांदनी चौक सीट पर हार-जीत का अंतर सबसे कम रहा। यहां जीतने वाले BJP कैंडिडेट डॉ. हर्षवर्धन को 44.60% वोट मिले थे। दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार जेपी अग्रवाल का वोट शेयर 29.67% था। पार्टियों, कैंडिडेट और पिछले चुनाव के जीत के समीकरण समझने के बाद हमने एक्सपर्ट्स से कुछ सवालों के जवाब तलाशे। पढ़िए इनके जवाब... सवाल: AAP-कांग्रेस का गठबंधन कितना मजबूत है?जवाब: सीनियर जर्नलिस्ट प्रदीप सिंह कहते हैं, 'गठबंधन से कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला। जनता स्प्लिट वोटिंग का पैटर्न जितनी अच्छी तरह जानती है, उतने अच्छे से राजनीतिक पार्टियां भी नहीं जानतीं। उन्हें पता है कि राज्य के लिए किसे चुनना है और देश के लिए किसे।' वे आगे कहते हैं, 'आम आदमी पार्टी को टेक्निकली राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिल गया है, लेकिन व्यवहारिक तौर पर जनता उसे राष्ट्रीय पार्टी नहीं मानती। पंजाब और दिल्ली दोनों जगह विधानसभा चुनाव में पार्टी बहुमत के साथ आती है, लेकिन लोकसभा चुनाव में फिसड्डी साबित होती है।' सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज, यानी CSDS के को-डायरेक्टर और पॉलिटिकल एनालिस्ट प्रो. संजय कुमार डेटा के जरिए इसे समझाते हैं। वे कहते हैं, 'पिछली बार मुकाबला त्रिकोणीय था, लेकिन इस बार बाइपोलर हो गया है। इसके बावजूद गठबंधन बहुत कमजोर है। पिछली बार कांग्रेस और AAP के वोट मिला दें, तो भी BJP के बराबर नहीं पहुंच रहे।' संजय आगे कहते हैं, 'इसे ऐसे समझिए कि वोटरों में एक हिस्सा सबसे मजबूत पार्टी को सिर्फ इसलिए वोट देता है ताकि वोट बर्बाद न हो। इस बार विकल्प मिलने के बाद ऐसा वोटर स्विंग करेगा, इसलिए BJP को मिलने वाले वोट शेयर में कुछ कमी आ सकती है।' सवाल: BJP ने अपने 6 कैंडिडेट बदल दिए, क्या एंटी इनकम्बेंसी का डर था?जवाब: पॉलिटिकल एनालिस्ट प्रो. संजय कुमार कहते हैं, 'जितना बड़ा चुनाव, पार्टी का उतना ज्यादा महत्व। PM मोदी का भी फैक्टर है और बड़ी संख्या में लोग उनके नाम पर ही वोट करेंगे।’ वे आगे कहते हैं, ‘देखिए विधानसभा चुनाव में लोग कुछ हद तक लोकल कैंडिडेट देखते हैं। पंचायत और निकाय चुनाव में वोटिंग इसी आधार पर होती है, लेकिन लोकसभा में नहीं होती। लिहाजा, नए कैंडिडेट लाने के पीछे एंटी इनकम्बेंसी का फैक्टर तो कहीं नहीं दिखता। चुनाव लोकल कैंडिडेट के नाम पर नहीं, बल्कि PM मोदी के नाम पर हो रहा है।' सीनियर जर्नलिस्ट प्रदीप सिंह इसे BJP का सुपर मैनेजमेंट बताते हैं। वे कहते हैं,‘दिल्ली में अपने कैंडिडेट बदलकर BJP ने मैसेज दे दिया कि वो जनभावना का सम्मान करती है। उसके लिए कैंडिडेट से ऊपर जनता है। वो जनता की खातिर पुराने जीते हुए कैंडिडेट को भी बदल सकती है।' प्रो. संजय का भी यही मानना है। वे कहते हैं,'कैंडिडेट्स बदलना मोदी की छवि को और मजबूत करता है। इससे साफ मैसेज जाता है कि BJP के लिए जनता ही सबसे ऊपर है।' CSDS की ग्राउंड पर रिसर्च के हवाले से वे बताते हैं, ‘2014 में BJP को मिले वोट में से एक चौथाई वोट PM मोदी के नाम पर मिले थे। 2019 में ये आंकड़ा एक तिहाई था। विधानसभा चुनाव में ये आंकड़ा थोड़ा कम हो जाता है, क्योंकि वहां लोकल पार्टियां और फैक्टर भी आ जाते हैं।' सवाल: इस चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?जवाब: प्रो. संजय कुमार कहते हैं, 'BJP भ्रष्टाचार के मुद्दे पर AAP को घेर रही है। वहीं, AAP और कांग्रेस का गठबंधन लोकतंत्र पर खतरा और फ्रीडम ऑफ स्पीच के मुद्दे पर BJP को घेर रहा है। AAP इसके साथ ही अपनी योजनाएं भी जनता के बीच लेकर जा रही है।' सीनियर जर्नलिस्ट प्रदीप सिंह भी इस बात से सहमत हैं। वे कहते हैं, 'BJP दिल्ली ही नहीं, पूरे देश का चुनाव भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लड़ रही है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर जिस तरह से दूसरी पार्टियां साथ आईं, उसके BJP ने उन सभी पार्टियों को एक बाड़े में लाकर खड़ा कर दिया।' वे आगे कहते हैं, ‘देखिए भारतीय राजनीति में और खासतौर पर इलेक्टोरल पॉलिटिक्स में परसेप्शन की बहुत अहमियत है। PM ईमानदार हैं, केजरीवाल की गिरफ्तारी से ये परसेप्शन और मजबूत हुआ है। PM मोदी कहते आए हैं कि भ्रष्टाचारियों को नहीं छोड़ूंगा। केजरीवाल की गिरफ्तारी से ये साबित हो गया है।’ सवाल: CM अरविंद केजरीवाल के जेल से छूटने का कितना और क्या असर होगा?जवाब: इंडियन एक्सप्रेस की पूर्व एडिटर और कॉलमिस्ट नीरजा चौधरी कहती हैं, ‘चुनाव के दौरान सिटिंग CM को बिना चार्जशीट और बिना कन्विक्शन के जेल में डाल देना लोगों को अच्छा तो नहीं लगा। ये चुनाव से पहले कर सकते थे या बाद में भी कर सकते थे।' 'जेल से छूटने के बाद केजरीवाल की शुरुआती 2-3 रैली में भीड़ भी इकट्ठा हुई और मोमेंटम भी बनने लगा था, लेकिन फिर स्वाति मालीवाल का मुद्दा आ गया। अब देखना होगा कि पब्लिक इसे कैसे लेती है।’ वे आगे कहती हैं, ‘अरविंद केजरीवाल के जेल जाने पर सिंपैथी थी, लेकिन अब स्वाति मालीवाल के आरोप के बाद ये देखना है कि पुलिस क्या सबूत इकट्ठे करती है। चुनाव के दिन तक इस मुद्दे पर डेवलपमेंट होगा, इसलिए अभी कुछ कहना मुश्किल होगा।' 'लोग AAP को विक्टिम की तरह देखते हैं या फिर लिकर स्कैम और स्वाति मालीवाल केस से केजरीवाल पर भरोसा खो देते हैं, ये देखने वाली बात होगी।’ सवाल: दिल्ली की सातों सीटों पर हवा का रुख किस तरफ है?जवाब: सीनियर जर्नलिस्ट प्रदीप सिंह इसका एक लाइन में जवाब देते हुए कहते हैं, 'चुनाव बिल्कुल एकतरफा है। पिछले दो चुनावों में वोटों का गैप इतना ज्यादा था कि उसे पाटना मुश्किल है। AAP ने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।' 'उसी आंदोलन का नतीजा था कि कांग्रेस सत्ता से गई और अरविंद केजरीवाल की पार्टी काबिज हुई। अब दोनों पार्टियां हाथ मिला रही हैं। ये हार का डर है और जनता इसे खूब समझती है, इसलिए गठबंधन से कम ही असर पड़ेगा।' प्रो. संजय कुमार भी इस बात से इत्तेफाक रखते हैं। वे कहते हैं, ’गठबंधन की वजह से कुछ पर्सेंट वोट स्विंग होंगे, जिसका असर BJP के वोट शेयर पर पड़ सकता है।’ हालांकि, गठबंधन से किसी तरह की चुनौती की बात से वे भी इनकार करते हैं। वहीं, सीनियर जर्नलिस्ट नीरजा चौधरी का कहना है, ‘मुकाबला तो कड़ा होगा, ये दिखता है। हालांकि जीत-हार के बारे में अभी कहना इसलिए मुश्किल है, क्योंकि दिल्ली में रोज कुछ नया घटनाक्रम हो रहा है।’ अब बात पॉलिटिकल पार्टीज के दावों कीBJP: मोदी जी के नाम पर नहीं, काम पर सारी सीटें जीतेंगेBJP की जनरल सेक्रेटरी और वेस्ट दिल्ली से कैंडिडेट कमलजीत सहरावत दिल्ली में पार्टी की जीत को लेकर आश्वस्त हैं। वो सातों सीटों पर जीत का दावा कर रही हैं। चुनाव के वक्त केजरीवाल की गिरफ्तारी पर वे कहती हैं, ‘केजरीवाल की गिरफ्तारी BJP ने नहीं की। उनकी गिरफ्तारी एजेंसी की जांच पर हुई थी। उन्हें तो 9 समन गए, पर वे हाजिर नहीं हुए। अगर समय पर हाजिर हो जाते, तो पहले ही सबकुछ साफ हो जाता। ये सब केजरीवाल जी ने खुद चुना, इसमें BJP ने कुछ नहीं किया।’ AAP का दावा: दिल्ली में BJP को बड़े अंतर से हराएंगे आम आदमी पार्टी के सीनियर लीडर और वेस्ट दिल्ली से उम्मीदवार महाबल मिश्र कहते हैं, 'पिछले दो चुनावों में जनता BJP के अच्छे दिन और 15 लाख रुपए के झांसे में आ गई। अब लोगों को पता चल गया कि BJP झूठ बोलती है और केजरीवाल जो कहते हैं, वो करते हैं।' केजरीवाल की गिरफ्तारी पर महाबल कहते हैं, ‘केजरीवाल के नाम का असर देश की 50 से ज्यादा सीटों पर पड़ रहा था। जैसे-गुजरात, गोवा, पंजाब, दिल्ली समेत कुछ और जगहों AAP का प्रभाव बढ़ रहा था। BJP ने इसीलिए चाल चली और ED को उनके पीछे लगा दिया।’ कांग्रेस का दावा: राहुल गांधी की यात्राओं का असर चुनाव में दिखेगादिल्ली कांग्रेस प्रेसिडेंट अनिल चौधरी कहते हैं, 'बेरोजगारी, महंगाई के मुद्दे की चर्चा ही नहीं हो रही। देश में 850 किसान जान दे देते हैं, लेकिन PM बोलते तक नहीं। मणिपुर में दो समुदाय लड़ रहे हैं, फिर भी चुप्पी है। जो बोल रहा है उसे चुप करा दिया जा रहा है।' वे कहते हैं, 'पिछले 10 साल से BJP अपनी सोच लोगों पर थोप रही है। BJP सरकारी विभागों को कंट्रोल में ले रही है। शिक्षा संस्थानों की सोच और आइडियोलॉजी को कन्वर्ट किया जा रहा है।' वे राहुल गांधी की यात्राओं का जिक्र करते हुए कहते हैं, ‘मुझे लगता है कि उनकी यात्राएं सफल रहीं। चुनाव में इसका असर दिखेगा।’ ................................................... स्टोरी में सहयोग: रोहित श्रीवास्तव................................................... देश के दूसरे राज्यों में क्या है हवा का रुख, पढ़िए ये स्टोरीज
19 मई को ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी का बेल-212 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। हादसे में रईसी के अलावा हेलिकॉप्टर में सवार ईरान के विदेश मंत्री सहित सभी 9 लोग मारे गए। भारत में भी अब तक कई बड़े नेताओं और सेना के अधिकारियों की हेलिकॉप्टर क्रैश में मृत्यु हो चुकी है। कुछ नेता ऐसे भी हैं जो भयंकर हेलिकॉप्टर क्रैश में बाल-बाल बचे। इन हादसों की बड़ी तादाद के बावजूद आज भी हेलिकॉप्टर भारतीय नेताओं के लिए सबसे पसंदीदा सवारी बना हुआ है। भास्कर एक्सप्लेनर में जानेंगे कि अब तक देश में किन बड़े नेताओं और सेना के अधिकारियों का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ, क्यों हेलिकॉप्टर वाकई नेताओं की सबसे पसंदीदा सवारी है और हेलिकॉप्टर की सवारी वाकई कितनी खतरनाक है... सबसे पहले भारत के 9 हाई प्रोफाइल हेलिकॉप्टर क्रैश के किस्से… 1. 1963: टेलीग्राफ लाइन से टकराकर हेलिकॉप्टर क्रैश, एयरफोर्स के बड़े अधिकारियों की मौत 23 नवंबर 1963 को कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सेना का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। इसमें लेफ्टिनेंट जनरल विक्रम सिंह, एयर वाइस मार्शल एर्लिक पिंटो, फ्लाइट लेफ्टिनेंट एसएस सोढ़ी के अलावा 3 और लोग सवार थे। पुंछ में बिजली और पानी की सप्लाई की दिक्कत थी, काम चल रहा था, जिसके निरीक्षण के लिए ये लोग गए हुए थे। वापस आते समय पुंछ नदी के पास टेलीग्राफ लाइन में टकराने के चलते हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. सभी 6 सैन्य अधिकारियों की जान चली गई। 2. 1965ः गुजरात के सीएम के विमान को पाक फाइटर प्लेन ने गिराया सितंबर 1965 में हिंदुस्तान और पाकिस्तान का युद्ध चल रहा था। गुजरात के तब के सीएम बलवंत राय मेहता और अन्य चार लोगों को लेकर एक बीचक्राफ्ट क्लास के हेलिकॉप्टर ने मीठापुर इलाके से उड़ान भरी। कुछ देर बाद गुजरात में कच्छ के रन के आसपास हेलिकॉप्टर को एक पाकिस्तानी फाइटर प्लेन ने इंटरसेप्ट किया और मार गिराया। इस हमले में हेलिकॉप्टर में सवार बलवंत राय समेत सभी 8 लोग मारे गए। पाकिस्तानी लड़ाकू विमान चलाने वाले कैस हुसैन ने बाद में इसके लिए माफी भी मांगी थी। 3. 1993: लेफ्टिनेंट जनरल जमील महमूद का हेलिकॉप्टर क्रैश साल 1993 में सेना का MI-8 हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ था। इस हेलिकॉप्टर में आर्मी की पूर्वी कमान के जीओसी जमील महमूद के अलावा उनकी पत्नी और सेना के कुछ अन्य अधिकारी- कर्नल एमएन अहमद, लेफ्टिनेंट लक्षमण त्यागी, जी त्यागराजन, हवलदार एस वासुदेवन और फ्लाइट पायलट सवार थे। सभी लोग इस हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए। 4. 2002: लोकसभा स्पीकर बालयोगी का हेलिकॉप्टर क्रैश 3 मार्च 2002 को लोकसभा के स्पीकर और तेलुगु देशम पार्टी के नेता रहे जीएमसी बालयोगी बेल-206 नाम के हेलिकॉप्टर से सफर कर रहे थे। खराब विजिबिलिटी के चलते पायलट ने जमीन समझकर हेलिकॉप्टर की तालाब में लैंडिंग करा दी। आंध्रप्रदेश के पश्चिमी गोदावरी जिले में कैकालुर नाम की जगह पर हुए इस हादसे में बालयोगी गंभीर रूप से घायल हो गए, उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। 5. 2004: मेघालय के मंत्री आर संगमा का हेलिकॉप्टर क्रैश 22 सितंबर 2004 को खराब मौसम के चलते मेघालय के मंत्री साइप्रियन आर संगमा का हेलिकॉप्टर लैंड होने से कुछ मिनट पहले क्रैश हो गया था। पवन हंस नाम के इस हेलिकॉप्टर को गुवाहाटी से शिलांग तक कुल 25 मिनट की उड़ान भरनी थी, लेकिन मेघालय से 40 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद ही हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया। इसमें संगमा और दो विधायक अद्येंदु चौधरी और हिल्टन मराक समेत सवार सभी दस लोग मारे गए थे। 6. 2005: हरियाणा के मंत्री ओपी जिंदल का हेलिकॉप्टर क्रैश 31 मार्च 2005 की तारीख थी। हेलिकॉप्टर में इस्पात व्यवसायी और हरियाणा के तब के ऊर्जा मंत्री ओपी जिंदल के साथ तब के कृषि मंत्री सुरेंद्र सिंह सवार थे। तकनीकी खराबी के चलते उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के पास हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इसमें सवार सभी लोग मारे गए। किंग कोबरा नाम का ये हेलिकॉप्टर जिंदल ग्रुप ने कुछ ही समय पहले लिया था। 7. 2009: आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री YSR रेड्डी का हेलिकॉप्टर क्रैश 2 सितंबर 2009 को वाईएस राजशेखर रेडी का हेलिकॉप्टर नल्लामाला के जंगल में लापता हो गया था। अगले दिन करनूल से 74 किलोमीटर दूर रूद्रकोंडा की पहाड़ी पर उनका शव मिला। अमेरिकन तकनीक वाले इस डबल इंजन चॉपर में रेड्डी के अलावा 4 और लोग सवार थे। क्रैश में सभी की मौत हो गई थी। कहा जाता है कि इस लापता चॉपर की तलाशी के लिए एयरफोर्स ने सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन चलाया था। YSR के निधन के बाद आंध्रप्रदेश में लोग सदमे में चले गए थे। चंद दिनों में आंध्रप्रदेश से 300 लोगों के हार्ट-अटैक से मरने की खबरें आई थीं। 8. 2011: अरुणाचल प्रदेश के सीएम दोरजी खांडू का हेलिकॉप्टर क्रैश मई 2011 में तब के अरुणाचल प्रदेश के सीएम दोरजी खांडू के अलावा अन्य 4 लोग सिंगल इंजन वाले पवनहंस ASB-350 B3 हेलिकॉप्टर में सवार हुए। हेलिकॉप्टर ने सुबह 9 बजकर 56 मिनट पर अरुणाचल प्रदेश के तवांग से उड़ान भरी, लेकिन कुछ ही देर बाद क्रैश हो गया। सैटेलाईट तस्वीरों और सुखोई-30 प्लेन की इन्फ्रारेड इमेजेज के जरिए हेलिकॉप्टर के मलबे का पता चला। इस हादसे में खांडू सहित सभी 5 लोग मारे गए थे। 9. 2021: CDS जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश 8 दिसंबर 2021 को भारतीय सेना के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत अपनी पत्नी मधुलिका रावत और 12 अन्य लोगों के साथ MI-17 हेलिकॉप्टर से सफर कर रहे थे। खराब मौसम के चलते तमिलनाडु के कुन्नूर में उनका हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया। इसमें बिपिन रावत और मधुलिका समेत 12 अन्य सैन्य अधिकारियों की भी मौत हो गई थी। वो भाग्यशाली नेता जो हेलिकॉप्टर क्रैश में बाल बाल बचे कई नेता ऐसे भी हैं, जिनका हेलिकॉप्टर तो क्रैश हुआ, लेकिन ये नेता भाग्यशाली रहे और उनकी जान बच गई… नेताओं के लिए पहली पसंद हेलिकॉप्टर क्यों हैं? हेलिकॉप्टर क्रैश के मामलों की बड़ी तादाद के बावजूद हवाई सफर के लिए यही सवारी देश-विदेश के नेताओं की पहली पसंद है। एक्सपर्ट्स इसके पीछे चार प्रमुख वजहें मानते हैं… 1. दुर्गम इलाकों तक आसान पहुंचः हेलिकॉप्टर उन इलाकों तक आसानी से पहुंच जाते हैं जहां सड़क या बड़े हवाई जहाजों के जरिए पहुंचना या तो मुमकिन नहीं होता या बहुत मुश्किल होता है। एयरक्राफ्ट्स और दूसरे बड़े हवाई जहाजों को लैंड और टेक-ऑफ के लिए रनवे की जरूरत होती है। जबकि हेलिकॉप्टर के मामले में ऐसा नहीं है। ये किसी भी सपाट जगह पर आसानी से उतर सकते हैं। 2. समय की बचतः हेलिकॉप्टर के बजाय किसी एयरक्राफ्ट के ऑपरेशन की प्रक्रिया कुछ ज्यादा जटिल होती है। इसलिए इसमें समय भी ज्यादा लगता है। जबकि हेलिकॉप्टर जल्दी से उड़ान के लिए तैयार किए जा सकते हैं। इनके जरिए सफर में कम समय में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा जा सकता है। 3. कम खर्च में ज्यादा सवारी ले जाने की क्षमताः एक सिंगल इंजन हेलिकॉप्टर 6 से 7 लोगों को और डबल इंजन हेलिकॉप्टर 10 से 12 लोगों को एक साथ सफर करवा सकता है। हालांकि एयरक्राफ्ट्स एक साथ कम से कम 20 लोगों को सफर पर लेकर जाता है, लेकिन इसकी एक उड़ान में आने वाला खर्च हेलिकॉप्टर की तुलना में कहीं ज्यादा होता है। 4. उड़ान के लिए किसी शेड्यूल की जरूरत नहीं होतीः जिन कंपनियों के पास हेलिकॉप्टर होते हैं वह नॉन शेड्यूल्ड ऑपरेटर्स (NSOPs) की कैटेगरी में आती हैं। इन्हें कमर्शियल एयरलाइंस की तरह उड़ान के लिए किसी टाइम-टेबल की जरूरत नहीं होती। ये सबसे खास वजह है कि नेताओं के चुनावी दौरों के लिए हेलिकॉप्टर सबसे पसंदीदा ट्रांसपोर्ट का जरिया है। भारत में दिसंबर 2023 तक 112 नॉन शेड्यूल्ड ऑपरेटर्स (NSOPs) थे। यह वह संस्थाएं हैं जो बिना किसी तय समय या शेड्यूल के, सिर्फ जरूरत के हिसाब से उड़ानें ऑपरेट कर सकती हैं। NSOPs के पास अलग-अलग सीटिंग कैपेसिटी वाले एयरक्राफ्ट्स और हेलिकॉप्टर होते हैं। इन हवाई जहाजों में खास तौर पर फाल्कन 2000, बॉम्बार्डियर ग्लोबल 5000, ट्विन ओटर डीएचसी-6-300, हॉकर बीचक्राफ्ट , गल्फस्ट्रीम जी -200 और सेसना साइटेशन 560XL जैसे हवाई जहाज शामिल हैं। क्या हेलिकॉप्टर वाकई ट्रांसपोर्ट का सबसे असुरक्षित वाहन है? हेलिकॉप्टर की सुरक्षा पर हमेशा ही सवाल उठाए गए हैं। इसके सेफ्टी फीचर्स की आलोचना करने वाले जानकार कहते हैं कि 1930 में हेलिकॉप्टर के आविष्कार के बाद से अब तक इसकी गुणवत्ता हमेशा चुनौतीपूर्ण रही है। हेलिकॉप्टर की सबसे बड़ी खासियत यह मानी जाती है कि यह ऊपर-नीचे, आगे-पीछे और बाएं-दाएं सभी दिशाओं में सुरक्षित तरीके से उड़ सकता है। आलोचक कहते हैं कि यह मशीन अपने इस दावे पर खरी नहीं उतरती। हालांकि कई एविएशन एक्सपर्ट हेलिकॉप्टर को बाकी हवाई जहाजों की तुलना में ज्यादा सुरक्षित मानते हैं। अमेरिका की हेलिकॉप्टर सेफ्टी टीम के आंकड़े के मुताबिक, साल 2018 में अमेरिका में हेलिकॉप्टर की हर 1 लाख घंटे की उड़ानों में फेटल एक्सीडेंट (जानलेवा हादसा) का आंकड़ा 0.72 था, जबकि इसी साल दूसरे नॉन कमर्शियल और छोटे प्राइवेट प्लेनों की हर 1 लाख घंटे की उड़ान में फेटल एक्सीडेंट का आंकड़ा 1.029 था। इंटरनेशनल हेलिकॉप्टर सेफ्टी टीम के आंकड़ों के मुताबिक, यूरोप में हेलिकॉप्टर क्रैश होने के मामले साल 2013 में 103 थे जो साल 2017 में घटकर 43 हो गए। द टेलीग्राफ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हेलिकॉप्टर इसलिए भी ज्यादा दुर्घटनाग्रस्त होते हैं क्योंकि इनका इस्तेमाल रिस्की ऑपरेशंस, वॉर जोन और कई बार खराब मौसम के इलाकों में किया जाता है। फर्स्ट पोस्ट की एक खबर के मुताबिक, अमेरिका के नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के पूर्व सदस्य जॉन गोगलिया कहते हैं कि हेलीकॉप्टर अपने आप में सुरक्षित हैं। खास दिक्कत इसको उड़ाने वाले पायलट्स या फिर इसके ऑपरेशन से जुड़ी है। वे कहते हैं, 'ज्यादातर मामलों में हेलिकॉप्टर काफी भरोसेमंद होता है। कुछ ऐसे उदाहरण भी हैं जहां हेलिकॉप्टर से जुड़ी समस्या सामने आई। लेकिन असली मुद्दा पायलटों का ही है।' जॉन आगे कहते हैं कि हेलीकॉप्टरों को बहुत ज्यादा फोकस के साथ ऑपरेट करने की जरूरत होती है। एयरक्राफ्ट्स में ऑटोमैटिक मोड के चलते पायलट्स को बहुत ज्यादा फोकस की जरूरत नहीं होती, लेकिन हेलीकॉप्टर उड़ाते वक़्त पायलट्स को शुरू से आखिर तक लगातार ध्यान बनाए रखना होता है। पायलट अपना ध्यान खो दें तो, गंभीर हादसे की आशंका बढ़ जाती है।
‘पुलिस ने मुझे 24 घंटे की रिमांड पर लिया था। 16 नवंबर की रात करीब 12 बजे पुलिसवालों ने मुझे जगाया। उनके साथ वन विभाग वाले भी थे। एक नहर के रास्ते मुझे जंगल की तरफ ले गए। रास्ते में उतारते और कहते कि सांप पकड़ो। मैंने कहा कि मुझे सांप पकड़ना नहीं आता। कुछ देर बाद वन विभाग के स्टाफ ने वहीं दो सांप ढूंढ लिए। सांपों को बोरे में डाला और मुझसे कहा कि इसे पकड़ लो, वीडियो बनाना है।’ ‘फिर मेरे फोटो खींचे और वीडियो बना लिए। अगले दिन मुझे कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने कहा कि ये सांप मैंने रखे थे। मैं दो हफ्ते से जेल में था। आप खुद सोचिए कि अगर सांप मैंने रखे होते तो इतने दिन तक वे जिंदा कैसे रहते। ये सवाल कोर्ट में हुआ, तो जज साहब भी हंसने लगे। यही वजह है कि इस केस में सबसे पहले मुझे जमानत मिली थी।’ ये राहुल नाथ है। राहुल पर आरोप है कि वो यूट्यूबर एल्विश यादव को सांप और स्नेक वेनम सप्लाई करता था। नोएडा पुलिस ने 2 नवंबर, 2023 को इस केस में 5 सपेरों को पकड़ा था। पुलिस ने 32 साल के राहुल को मुख्य आरोपी बनाया है। 3 हफ्ते में ही सभी सपेरों को जमानत मिल गई। पुलिस ने 17 मार्च, 2024 को एल्विश को भी अरेस्ट किया था। 22 मार्च को उसे भी जमानत मिल गई। ये कार्रवाई BJP नेता मेनका गांधी की संस्था पीपल फॉर एनिमल्स, यानी PFA की ओर से दर्ज FIR पर की गई थी। FIR में लिखा था कि एल्विश जिंदा सांपों के साथ दिल्ली-NCR के फार्म हाउस में वीडियो शूट करता है। दैनिक भास्कर ने आरोपी राहुल के अलावा सपेरों और एल्विश के बीच की कड़ी ईश्वर यादव को खोजा और उनसे पूरी कहानी समझी। एल्विश के वकील से बात कर उनका पक्ष भी सुना। पुलिस ने 1200 पन्नों की चार्जशीट में क्या लिखा है और एल्विश यादव की गिरफ्तारी से पहले पूछे 121 सवालों के एल्विश ने क्या जवाब दिए थे, ये भी जाना। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… नोएडा पुलिस की चार्जशीट के अहम पॉइंट्स नोएडा के सेक्टर-51 में शेवरॉन बैंक्वेट हॉल के पास से पुलिस ने 2 नवंबर, 2023 को 5 सपेरे पकड़े थे। उनके पास 9 सांप और 20 ML स्नेक वेनम मिला था। इस केस में PFA के गौरव गुप्ता की शिकायत पर FIR दर्ज हुई थी। सपेरों से मिले जहर की जयपुर फॉरेंसिक लैब में जांच कराई गई। इसमें कोबरा, करैत, रसेल और सॉ-स्केल्ड वाइपर का जहर होने की पुष्टि हुई। इन सांपों और जहर का इस्तेमाल दिल्ली-NCR में होने वाली रेव पार्टियों में होता था। जांच में पता चला कि ऐसी पार्टियां ऑर्गेनाइज करने में एल्विश यादव भी शामिल है। पुलिस के मुताबिक, एल्विश सीधे सपेरों से बात नहीं करता था। वो अपने दोस्त विनय यादव से और विनय उसके दोस्त ईश्वर यादव से बात करता था। ईश्वर यादव आगे सपेरे राहुल नाथ से कॉन्टैक्ट करता था। एल्विश यादव बातचीत के लिए वर्चुअल नंबर 1251301**** यूज करता था। पुलिस ने केस में राहुल के बयान को आधार बनाया है। चार्जशीट के मुताबिक, राहुल ने माना कि वो एल्विश की पार्टियों में स्नेक वेनम सप्लाई करता है। चार्जशीट में पुलिस मुखबिर का भी जिक्र है, जिसने दावा किया है कि राहुल सांपों का जहर निकलवाकर पार्टियों में सप्लाई करता है। पुलिस की केस डायरी में गुरुग्राम के फाजिलपुर गांव का जिक्र है। लिखा है फाजिलपुर में ईश्वर यादव का ‘द अनंता’ नाम से बैंक्वेट हॉल है। यहां सपेरों को बुलाकर सांपों के जहर की गोलियां बनाई जाती थीं। सपेरा राहुल बोला- सपेरों की बस्ती में रहता हूं, लेकिन सांप नहीं रखतादैनिक भास्कर ने पूरे मामले में राहुल से बात की। राहुल ने बताया, ‘मैं शादियों या पार्टियों में बीन और ढोल बजाता हूं। मेरे पास बुकिंग के लिए फोन आया था। कहा कि नोएडा में बच्चे के बर्थडे की पार्टी है। पहले ढोल बुक कराया, फिर फोन आया कि ढोल के साथ बीन पार्टी भी चाहिए।’ ‘कॉल करने वाले ने कहा कि आप तो यादव भाई के लिए करते रहते हो। मैंने पूछा कि कौन यादव। वो बोला- वही एल्विश यादव भाई।’ ‘मुझे नहीं पता था कि एल्विश यादव कौन है, लेकिन उसके नाम पर काम मिल रहा था, इसलिए मैंने झूठ कह दिया कि अच्छा हां, आपको मेरा नंबर उनसे ही मिला क्या।’ ‘मुझसे यही गलती हुई कि पैसे कमाने के लिए उसकी हां में हां मिला दी। 2 नवंबर, 2023 को मैं पार्टी वाली जगह गया था। साथ में 7 साल का बेटा, 17 साल का दिव्यांग भाई, पिता, चाचा, 70 साल के एक बुजुर्ग समेत कुल 8 लोग गए थे।’ ‘हमारे पास सिर्फ बीन और ढोल थे, सांप नहीं थे। सांप तो हम रखते ही नहीं। वहां हमें पकड़ लिया। कहा कि एल्विश यादव का नाम ले लो, तो तुम्हें सजा नहीं कराएंगे।’ ‘FIR में लिखा है कि PFA के लोगों को मेरा नंबर एल्विश यादव ने दिया था। अगर ऐसा है तो उसकी कॉल रिकॉर्डिंग और सबूत दिखाएं। अगर एक भी एविडेंस दिखा दें, तो मैं केस की जिम्मेदारी ले लूंगा। एल्विश यादव क्या, उसके किसी दोस्त को भी जानता हूं या मिला हूं, तब भी जिम्मेदारी ले लूंगा।’ ‘जिस बोतल में जहर होने की बात कही है, वो मेरे बैग में PFA वालों ने डाली थी। जबरन बोतल हाथ में लेकर फोटो खिंचाने के लिए कहा गया, तो मैंने दो उंगली से ढक्कन पकड़कर बोतल उठाई थी। अगर मैंने उसमें जहर डाला होगा, तो ढक्कन के साथ बोतल पर मेरे फिंगरप्रिंट मिलेंगे। फॉरेंसिक जांच में साबित हो जाए कि बोतल पर ढक्कन के अलावा मेरे निशान हैं, तो मुझे हर सजा मंजूर है।’ ईश्वर और एल्विश का दोस्त विनय एक ही गांव के, इसलिए लोकेशन साथ मिलीपुलिस ने ईश्वर यादव और विनय को एल्विश और सपेरों के बीच कड़ी बताया है। दैनिक भास्कर ने ईश्वर से भी बात की। हालांकि, ईश्वर इससे साफ इनकार करते हुए कहते हैं, ‘मैं और विनय यादव एक ही गांव फाजिलपुर के हैं। पुलिस की बस यही बात सही है, बाकी सब गलत है।’ ‘मेरा टेंट का काम है। विनय ने हमसे कई बार टेंट का सामान लिया है। वो इसके लिए फोन करता था। हम दोनों रिश्तेदार भी हैं। इसलिए किसी कार्यक्रम में मिल जाते हैं। पुलिसवाले इसी पर हमारी लोकेशन एक बताने लगे।’ एल्विश ने पुलिस को बताया, किसी सपेरे को नहीं जानता9 मार्च, 2024 को नोएडा के सेक्टर-20 थाने में पुलिस ने एल्विश यादव से पूछताछ की थी। इस दौरान कुल 121 सवाल पूछे। इनमें से कुछ अहम सवाल और उनके जवाब... सवाल नंबर 32: आपसे पूछताछ क्यों की जा रही है, क्या आपको केस की जानकारी है?एल्विश का जवाब: मेरे खिलाफ नोएडा में केस लिखा गया है। कुछ सपेरे पकड़े गए थे। उनके पास से जहरीले सांप और जहर मिला था। उन्होंने मेरा नाम लिया था। मेरे ऊपर आरोप है कि मैं रेव पार्टी करता हूं और पार्टी में सांपों के जहर का इस्तेमाल नशे के लिए करता हूं, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। मुझ पर रेव पार्टी में सांप सप्लाई करने का आरोप है। ये आरोप गलत है, लेकिन ये सच है कि मैंने कुछ वीडियो सांपों के साथ शूट किए थे। सवाल नंबर 69 : आपको पता है कि सांपों का जहर निकालना और उसे पार्टी में नशे के तौर पर बेचना या इस्तेमाल करना गलत है? एल्विश का जवाब: हां, गलत है। सवाल नंबर 70 : अगर गलत है, तो पार्टी में सांप क्यों मंगाए?एल्विश का जवाब: मैंने नहीं मंगाए। सांप कहां से आए और क्यों आए, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। सवाल नंबर 79 : आप वीडियो में बोल रहे हैं कि पिछली बार भाई ने छिपकली मंगाई थी। ये क्या मामला है?एल्विश का जवाब: हां, एक वीडियो में बड़ी छिपकली मंगाई थी। उसके साथ मेरा फोटो शूट हुआ था। छिपकली कौन लाया था, मुझे जानकारी नहीं है। सवाल नंबर 92: आपको पार्टी में राहुल सांप उपलब्ध कराता था या कोई और? एल्विश का जवाब : मैं डायरेक्ट किसी सपेरे को नहीं जानता हूं। सवाल नंबर 93 : एक वीडियो में आप बॉक्स में रखा सांप देख रहे हैं। ये कहां का और कब का वीडियो है?एल्विश का जवाब : इस समय मुझे कुछ याद नहीं है। पुलिस का सवाल : आप क्या काम करते हैं, इनकम का सोर्स क्या है, महीने में कितनी कमाई कर लेते हैं?एल्विश का जवाब : मैं वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डालता हूं। यदि कहीं प्रोग्राम हो, तो उसमें जाता हूं और वीडियो बनाकर डालता हूं। मेरी इनकम को सोर्स यूट्यूब है। इससे महीने में 35-40 लाख रुपए मिलते हैं। कुल मिलाकर महीने की इनकम 50 लाख से ऊपर है। पुलिस का दावा- विनय और एल्विश अच्छे दोस्तपुलिस ने चार्जशीट में लिखा है कि एल्विश यादव सीधे सपेरे राहुल से संपर्क नहीं करता था। वो अपने दोस्त विनय यादव और ईश्वर यादव के जरिए कनेक्ट होता था। इसलिए राहुल के मोबाइल की लोकेशन की जांच की गई। राहुल और ईश्वर वॉट्सऐप कॉल से बात करते थे। नॉर्मल कॉल के सबूत भी मिले हैं। अलग-अलग तारीखों पर ईश्वर और राहुल की लोकेशन एक ही जगह मिली है। 2023 में 23 जून, 23 अगस्त, 24 अगस्त, 6 सितंबर और 21 अक्टूबर को दोनों के मोबाइल फोन की लोकेशन गुरुग्राम के एक ही टावर एरिया में थी। ये भी पता चला कि ईश्वर और विनय अच्छे दोस्त हैं। ईश्वर के पास बैंक्वेट हॉल कम रेस्टोरेंट है। इसी रेस्टोरेंट में राहुल, विनय और ईश्वर मिलकर प्लान बनाते थे। कॉल डिटेल रिपोर्ट से पता चला है कि ईश्वर और विनय के बीच 15 बार बात हुई थी। विनय और एल्विश दोस्त हैं। एल्विश विनय के जरिए ईश्वर से कॉन्टैक्ट करता था। फिर ईश्वर जरिए राहुल से बात होती थी। पुलिस ने चार्जशीट में एल्विश के वीडियो का भी जिक्र किया है। लिखा है कि एल्विश यादव ऐसे खतरनाक सांपों के साथ खेल रहा है, जो घातक साबित हो सकते हैं। एल्विश यादव के केस में पुलिस ने NDPS एक्ट की धाराएं लगाई हैं। हालांकि, NDPS एक्ट में स्नेक वेनम नहीं आता है। इस पर पुलिस ने मुंबई के सेठ जीएस मेडिकल कॉलेज के डिपार्टमेंट ऑफ फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी के 6 एक्सपर्ट्स की राय ली। एक्सपर्ट्स ने एक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया कि कोबरा का जहर मॉर्फिन की तरह होता है। इसलिए पुलिस ने केस में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 और IPC की धारा 284, 289, 120 के साथ NDPS एक्ट की धारा 8/22/27/27A/29/30/32 जोड़ी थी। बाद में NDPS एक्ट की धारा 27 और 27A हटा ली गई। पुलिस ने कुल 8 लोगों को आरोपी बनाया है। पहले एल्विश यादव और 5 सपेरों समेत कुल 6 आरोपी थे। नोएडा के DCP विद्या सागर मिश्र बताते हैं कि एल्विश मामले में पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें पहले 6 आरोपी थे। बाद में दो और आरोपी (विनय और ईश्वर) बढ़ाए गए हैं। एल्विश के वकील बोले - दोषी साबित करने लायक सबूत नहींदैनिक भास्कर ने एल्विश यादव के वकील प्रशांत कुमार राठी से भी बात की। वे बताते हैं कि पुलिस ने एल्विश के खिलाफ 8 अप्रैल, 2024 को चार्जशीट कोर्ट में फाइल की है। सवाल : FIR में लिखा है कि एल्विश ने राहुल का नंबर दिया था। क्या एल्विश और राहुल की बात हुई थी?प्रशांत कुमार राठी: FIR में राहुल के नंबर का जिक्र है। एल्विश के नंबर का तो कहीं जिक्र नहीं है। PFA वालों ने एल्विश का कोई नंबर ही नहीं दिया कि हमने इस पर बात की। सवाल : एल्विश के खिलाफ कैसे सबूत हैं, जिससे वो दोषी साबित हो सकते हैं?प्रशांत कुमार राठी : ऐसा कोई एविडेंस नहीं है, जिससे एल्विश दोषी साबित हों। आगे कोर्ट में प्रक्रिया चलेगी। पुलिस का दावा- राहुल ने एल्विश के लिए काम करने की बात कबूलीपुलिस के मुताबिक, राहुल के पास एक डायरी मिली थी, जिसमें एल्विश यादव के सहयोगी ईश्वर यादव का नंबर मिला है। पुलिस ने रिमांड के दौरान राहुल की निशानदेही से दो सांप बरामद किए थे। दैनिक भास्कर ने इस पर राहुल से बात की। कोर्ट में ट्रायल शुरू होना है, इसलिए राहुल ने ऑन-कैमरा बात नहीं की। पुलिस ने दावा किया है कि राहुल ने एल्विश के लिए काम करने की बात मानी है। हालांकि, ये बयान नहीं माना जाता, जब तक कि मजिस्ट्रेट के सामने न दिया गया हो। पुलिस के मुताबिक, राहुल ने कहा था कि मैं बचपन से सांप पकड़ने का काम करता हूं। मेरा बीन पार्टी नाम से चैनल है। इसी के जरिए एल्विश यादव से जुड़ा और उसके प्रोग्राम में कई बार जहरीले सांप और सांप का जहर लेकर गया था। बदले में अच्छा पैसा मिलता है। मैं एल्विश यादव के कहने पर काम करता हूं। 2 नवंबर, 2023 को भी एल्विश यादव का नाम लेकर बुलाया गया था, इसलिए मैं चला गया था। पुलिस के सामने का कबूलनामा और राहुल के दावे अलग 1. बुकिंग रजिस्टर में ईश्वर का नाम, राहुल ने कहा जबरदस्ती लिखवाए पुलिस ने केस डायरी में राहुल के फोन की कॉल डिटेल, मोबाइल की लोकेशन और एक रजिस्टर का जिक्र किया है। ये रजिस्टर नोएडा पुलिस ने 16 नवंबर को कब्जे में लिया था, जब राहुल 24 घंटे की रिमांड पर था। केस डायरी के मुताबिक, पुलिस राहुल को लेकर दिल्ली के मोहड़बंद गांव की सपेरे बस्ती गई थी। वहां तलाशी के दौरान सांप नहीं मिले। राहुल ने अपनी दुकान से नीले रंग का एक रजिस्टर दिया। इसी में वो बड़ी पार्टियों की बुकिंग लिखता था। पुलिस ने रजिस्टर की जांच की तो उसमें पेज नंबर-9 पर लिखा मिला- ईश्वर निवासी फाजिलपुर 989988****। 11वें पेज पर लिखा था विनय यादव, 981017****। दैनिक भास्कर ने इन नंबरों की पड़ताल की। इसमें लिखा ईश्वर यादव का नंबर असल में उसके रेस्टोरेंट का है। विनय यादव के नाम के साथ लिखा नंबर ईश्वर यादव का है। हमने राहुल से रजिस्टर के बारे में पूछा। उसने कहा कि पुलिस ने जबरदस्ती नाम और नंबर लिखवाए थे। राहुल ने बताया कि मेरे पास ऐसा कोई रजिस्टर नहीं है। मैं पुलिस कस्टडी में था, तब एक दरोगा आए थे। उन्होंने कहा कि रजिस्टर पर नाम और नंबर लिखते जाओ। मना करने पर टॉर्चर किया। मैं लिखने के लिए तैयार हो गया तो कुछ नंबर मेरे फोन से और कुछ उनके पास से लिखवा दिए। हर पन्ने पर कुछ न कुछ लिखवाते रहे। वे बोलते गए, मैं लिखता गया। इस तरह ये रजिस्टर तैयार किया। ऐसे मेरे खिलाफ सबूत बनाए गए। 2. पुलिस ने सांप बरामद कराए, राहुल ने कहा- वन विभाग की टीम ने पकड़े थे16 नवंबर को ही पुलिस ने नहर किनारे से दो सांप बरामद किए थे। इसके बारे में केस डायरी में लिखा है कि तिलपत गांव से करीब 1 किमी नहर के किनारे राहुल ने गाड़ी रुकवाई। उसने बताया कि नहर के किनारे जंगल में बोरे में सांप बंद करके रखे हैं। करीब 1:30 बजे राहुल ने एक बंद बोरी दिखाई और बोला कि इसी में हमने दो सांप रखे हुए थे। वन विभाग की टीम की मौजूदगी में बोरे को खोलकर देखा गया तो उसमें अंडे के छिलके दिखाई दिए। राहुल ने बताया कि बोरी में दो कोबरा सांप और उनके खाने के लिए अंडे रखे थे। इस पर राहुल ने बताया कि पुलिस ने रिमांड के दौरान रात करीब 12 बजे के बाद मुझे जगाया। दो अलग-अलग गाड़ियों में सभी लोग निकल गए। रास्ते में गाड़ी से उतारकर हाथ में स्टिक पकड़ा देते और कहते सांप पकड़ो। इसके बाद वन विभाग वाले सांप ढूंढ लाए और बोरे में डाल दिए। उसी के साथ मेरी फोटो ली और बरामदगी दिखा दी। पुलिस के सामने का कबूलनामा और ईश्वर यादव के दावे केस की दूसरी कड़ी ईश्वर यादव के बारे में पुलिस केस डायरी में लिखा है कि ईश्वर विनय और राहुल के साथ मिलकर सांपों का जहर निकालते थे। पुलिस के मुताबिक, ईश्वर यादव ने बताया कि सपेरा राहुल मेरा दोस्त है। मेरा टेंट का काम है। मैं पार्टियों में टेंट लगवाता हूं। वहीं राहुल मिलता था। वो जहरीले सांप लाता था। उन्हीं पार्टियों में एल्विश यादव भी आता था। इससे पहले पुलिस की केस डायरी में ही लिखा है कि ईश्वर यादव का बैंक्वेट हॉल है। उसी में ये लोग मिलते थे। वहीं राहुल, विनय और ईश्वर मिलकर सांपों से जहर निकालते थे। ईश्वर यादव बोला- एल्विश से कभी नहीं मिला, टीवी पर एक बार देखा थादैनिक भास्कर से बातचीत में ईश्वर यादव कहते हैं, ‘मेरा कोई बैंक्वेट हॉल नहीं है। मैं टेंट का काम करता हूं। कभी एल्विश से नहीं मिला, न मेरे पास एल्विश का नंबर है। उसे टीवी पर एक बार देखा था। मैं तो राहुल को भी नहीं जानता।’ ‘इतना जरूर है कि मेरे फोन में ढोल वाले के नाम से कई नंबर सेव हैं। उसका नंबर भी मिला होगा, कभी किसी शादी में ढोल बजाने आया होगा। लोग काम मांगने के लिए अपना नंबर दे देते हैं और मेरा कार्ड भी ले लेते हैं। अगर बात हुई होगी, तो भी मुझे नहीं पता कि ये राहुल है या कोई और।’ शिकायत करने वालों को धमकियां मिल रहींपीपल फॉर एनिमल्स, यानी PFA ने स्टिंग कर एल्विश के सांप कनेक्शन का खुलासा किया था। संस्था से जुड़े लोगों का दावा है कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रहीं हैं। PFA से जुड़े सौरभ गुप्ता बताते हैं कि हमें नोएडा समेत NCR में होने वाली रेव पार्टियों में स्नेक वेनम के इस्तेमाल की जानकारी मिली थी। उसी पर हमने शिकायत की। मेरे भाई भी PFA से जुड़े हैं। अब दोनों को धमकियां मिल रहीं हैं। हम पर दबाव है कि केस वापस ले लें। इस बारे में हमने नोएडा पुलिस में शिकायत दी है। PFA से जुड़े लोग स्नेक वेनम और पार्टियों के कनेक्शन के बारे में बताते हैं- 1. सपेरों के लिए सांप के जहर की कोई कीमत नहीं होती। वे 20 से 25 हजार रुपए में जहर बेच देते हैं। इन्हें खरीदने वाले जहर को पाउडर फॉर्म में बदलकर लाखों रुपए में बेचते हैं। 2. स्नैक वेनम की मुंबई, दिल्ली, चंडीगढ़, नोएडा की रेव पार्टियों में काफी डिमांड है। स्नेक वेनम ज्यादातर यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर के जरिए पार्टियों में पहुंचाया जाता है। 3. वेनम को डायल्यूट करने के बाद ड्रिंक में मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है। स्नैक वेनम ले रहे लोग धीरे-धीरे स्नेक बाइट लेने लगते हैं। इससे उनके शरीर में एंटीबॉडी बन जाती हैं। स्नेक बाइट आसान नहीं है। बहुत कम लोग ही ये ले पाते हैं, लेकिन जहर को दूसरे फॉर्म में लेकर ड्रिंक के जरिए लिया जा रहा है। 4. इस खेल में एल्विश यादव ही शामिल नहीं है। इसमें कई यूट्यूबर मिले हैं। रेव पार्टियों में ये लोग नशे के साथ गैंबलिंग ऐप के जरिए पैसे कमा रहे हैं। धीरे-धीरे डोज बढ़ाते हैं, इसलिए जहर से जान नहीं जातीआम तौर पर जहरीले सांप के काटने से मौत हो जाती है। तब नशे के हाई डोज के लिए लोग सांप से डसवाते हैं तो उनकी मौत क्यों नहीं होती। इसका जवाब नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की एक रिपोर्ट में मिला। ये रिपोर्ट 29 नवंबर, 2021 को ऑनलाइन जर्नल में आई थी। रिपोर्ट में लिखा है कि पहली बार में लोग जहरीले सांपों से नहीं डसवाते हैं। पहले कम जहरीले या कम मात्रा में स्नेक वेनम का डोज लेते हैं। छोटे और कम जहरीले सांपों से पैर की उंगली में डसवाते हैं। इससे शरीर में जहर का असर काफी कम होता है। हमारा शरीर उस कम मात्रा वाले जहर के खिलाफ एंटीबॉडी विकसित कर लेता है। इसके बाद धीरे-धीरे स्नेक बाइट या जहर का डोज धीरे-धीरे बढ़ाते हैं। इससे शरीर में एंटीबॉडी बन जाती है। यही वजह है कि स्नेक बाइट से जान नहीं जाती। एंटीबॉडी बनने के बाद ही लोग जीभ पर स्नेक बाइट लेते हैं। PFA मेंबर और दो आरोपियों का बयान दर्ज कर चुकी EDएल्विश यादव मामले में ED को मनी लॉन्ड्रिंग का शक है। नोएडा में स्नेक वेनम मामले में लखनऊ में ED ने मामला दर्ज किया है। शक है कि एल्विश यादव की आमदनी का जरिया सिर्फ सोशल मीडिया ही नहीं है, बल्कि इनकम के कई सोर्स हैं, जिनकी जानकारी सामने नहीं आई है। नोएडा में दर्ज FIR को ही आधार बनाकर ED ने केस दर्ज किया था। शिकायत करने वाले गौरव गुप्ता के अलावा एल्विश यादव, विनय यादव और ईश्वर यादव को समन भेजा गया है। इनमें से विनय यादव और ईश्वर यादव ने लखनऊ ED ऑफिस में बयान दर्ज करा दिया है। गौरव गुप्ता ने सिक्योरिटी का हवाला देकर ED के दिल्ली ऑफिस में बयान दर्ज कराया है।
अनुप्रिया पटेल के राजा भैया पर दिए तीखे बयान के बाद से यूपी में सियासत एक बार फिर गरमा गई है। किसी भी दल को सपोर्ट न करने का ऐलान करने वाले राजा भैया ने ऐसा इशारा किया है, जिससे बीजेपी परेशान हो गई है। इस बीच लोगों के मन में सवाल है कि आखिर अनुप्रिया पटेल राजा भैया के खिलाफ अचानक आक्रामक क्यों हो गईं।
चारधाम की सुगम यात्रा के लिए शासन-प्रशासन की कोशिशें रंग नहीं ला पा रही हैं।
ये किस जिद पर अड़ गए सूरज चाचा? अगले 5 दिनों तक दिल्ली समेत इन शहरों में गर्मी से छूटेंगे पसीने
North India Weather Today: दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर-भारत में इस समस्या आसमान से आग बरस रही है। गर्मी ने लोगों का जीवन बेहाल कर रखा है। आलम यह है कि दोपहर के वक्त सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। आने वाले 5 दिनों तक गर्मी का कहर लोगों की हालत खराब करेगा।
KKR vs SRH Turning Point: खराब शुरुआत के बाद कर ली थी वापसी, फिर एक गलती और हैदराबाद के हाथ से निकल गया मैच NBT नवभारत टाइम्स (Navbharat Times) फाइनल में चौथी बार पहुंची कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम, सनराइजर्स हैदराबाद को रौंदा India TV Hindi स्टार्क डंडे उखाड़ अपने ही साथी की बहुत बड़ी कमी बता गए! The Lallantop
योगी ने साधा इंडिया गठबंधन पर निशाना, कहा- यह जाति और धर्म में बांटकर देश को लूटना चाहता है
बलरामपुर/सिद्धार्थनगर/बस्ती (यूपी)। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इन्क्लूसिव अलायंस (India) गठबंधन पर आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि यह जनता को जाति और धर्म में बांटकर देश को लूटना चाहता है। सपा चारों खाने चित हो गई है : सभाओं में योगी ने कहा कि अबकी बार-400 पार के नारे को सुनकर सपा चारों खाने चित हो गई है। सपा कुल 63 सीट पर चुनाव लड़ रही। इन सभी सीट पर इनकी जमानत जब्त होने वाली है, इसलिए 2 लड़कों (सपा व कांग्रेस) का गठबंधन इंडिया षड्यंत्र और गुमराह कर झूठ-अफवाह फैला रहा है। ALSO READ: अचानक मंच पर गिर गए BJP उम्मीदवार जगदंबिका पाल, योगी ने पूछा हालचाल मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मंगलवार को श्रावस्ती लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार साकेत मिश्र और गैसड़ी विधानसभा उपचुनाव के प्रत्याशी शैलेश कुमार सिंह शैलू के लिए बलरामपुर में, डुमरियागंज से निवर्तमान सांसद एवं प्रत्याशी जगदंबिका पाल के लिए सिद्धार्थनगर में और निवर्तमान सांसद एवं पार्टी के प्रत्याशी हरीश द्विवेदी के लिए बस्ती में अलग-अलग जनसभाओं को संबोधित किया। योगी ने कहा कि इंडिया जनता को जाति और धर्म में बांटकर देश को लूटना चाहता है। गैसड़ी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित जनसभा में योगी ने कहा कि भाजपा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में जनता जनार्दन की सेवा कर रही है। हम भेदभाव नहीं करते बल्कि सबका साथ, सबका विकास के भाव के साथ काम कर रहे हैं, वहीं विपक्षी दलों का गठबंधन इंडिया जनता को जाति और धर्म में बांटकर देश को लूटना चाहता है जिसे हम होने नहीं देंगे। ALSO READ: केजरीवाल का दावा, भाजपा जीती तो सीएम नहीं रहेंगे योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता भी उनके मंसूबों को जान गई है इसलिए वे एक स्वर में कह रही है कि एक बार फिर मोदी सरकार और अब की बार 400 पार। जनता इन्हें जवाब दे रही है कि जो राम को लाए हैं हम उन्हें लाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस गठबंधन के लोग राम विरोधी, देश विरोधी और गरीब विरोधी हैं और वे अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति के लोगों के हक पर सेंधमारी का कुत्सित प्रयास कर रहे हैं। योगी ने कहा कि सपा और कांग्रेस गठबंधन सत्ता हासिल करने के लिए तरह-तरह के गुल खिला रहा है और उनके कारनामे जनता से छिपे नहीं हैं। यह (गठबंधन) देश से गरीबी हटाने के लिए हमारे पूर्वजों की संपत्ति का सर्वेक्षण कराने की बात कह रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हमें इनसे सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि ये देश से गरीबी तो नहीं हटाएंगे बल्कि संपत्ति का सर्वेक्षण कराकर विरासत कर जरूर लगा देंगे। इनका यह विरासत कर औरंगजेब का जजिया कर है। उसने यह कर हिंदुओं के धर्मांतरण करने के लिए लगाया था। इसे हम कतई स्वीकार नहीं कर सकते। ALSO READ: राहुल-अखिलेश को लेकर CM योगी का दावा, बोले- जीते तो मिलकर लूटेंगे और हारे तो फिर टूटेंगे आपकी संपत्ति घुसपैठियों को बांटने का काम करेंगे : योगी ने कहा कि इतना ही नहीं, ये आपकी संपत्ति को बांग्लादेश एवं पाकिस्तान समेत अन्य देशों से आए मुसलमान घुसपैठियों को बांटने का काम करेंगे, लेकिन भारतीय जनता पार्टी उनके मंसूबों को पूरा नहीं होने देगी। सिद्धार्थनगर में जगदंबिका पाल के समर्थन में आयोजित जनसभा में सपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए योगी ने कहा कि यह लोग आतंकियों के आका और माफिया के सरपरस्त हैं। उन्होंने कहा कि हमें माफिया के सहयोगी-सरपरस्त, आतंकियों के आकाओं को सत्ता पर काबिज नहीं होने देना है। योगी ने डुमरियागंज से सपा उम्मीदवार एवं संतकबीरनगर के पूर्व सांसद भीष्म शंकर तिवारी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस माफिया को गोरखपुर, संतकबीरनगर की जनता ने लात मारकर भगाया है, उसे यहां के लोग महात्मा बुद्ध की धरती सिद्धार्थनगर में नहीं पनपने देंगे। माफिया पनपेंगे तो गरीबों की संपत्ति पर कब्जा करेंगे। बस्ती में निवर्तमान सांसद एवं पार्टी के प्रत्याशी हरीश द्विवेदी के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि अबकी बार-400 पार की बात पर सपा के लोगों को चक्कर आने लगता है, क्योंकि सरकार के लिए 273 सांसद चाहिए और सपा 63 सीट पर भी चुनाव नहीं लड़ पा रही है। उन्होंने कहा कि इनके मन में आपके प्रति नहीं, बल्कि माफिया के प्रति संवेदना है। वहीं दूसरी तरफ रामभक्त हैं, जिन्होंने मोदी जी के नेतृत्व में अयोध्या में रामलला को विराजमान किया। रामभक्त देश को सम्मान दिला रहे हैं। डुमरियागंज, बस्ती और श्रावस्ती लोकसभा तथा गैसड़ी विधानसभा उपचुनाव के लिए 25 मई को मतदान होना है।(भाषा) Edited by: Ravindra Gupta
खराब शुरुआत के बाद कर ली थी वापसी, फिर एक गलती और हैदराबाद के हाथ से निकल गया मैच
KKR vs SRH Turning Point: सनराइजर्स हैदराबाद को आईपीएल 2024 के पहले क्वालीफायर में हार मिली है। केकेआर ने गेंद से दमदार शुरुआत की थी लेकिन फिर हैदराबाद के बल्लेबाजों ने राहुल त्रिपाठी की अगुवाई में कमबैक किया। इसके बाद एक गलती ने हैदराबाद की मैच में हार पक्की कर दी।
Ground Report: प्रधान भाजपा तो प्रणव बीजद से मैदान में, संबलपुर में पटनायक के करीबी ने बढ़ाई सियासी गर्मी Ground Report Lok Sabha Elections 2024 Political atmosphere of Sambalpur Lok Sabha seat of Odisha
क्या बिना रजिस्ट्रेशन सड़क पर दौड़ रही थी लक्जरी कार? 1758 रूपये की फीस का नहीं किया भुगतान
पुणे शहर में जिस लक्जरी कार दुर्घटना में दो आईटी प्रोफेशनल्स की मौत हुई, उस कार का रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया गया था. कार के पास रजिस्ट्रेशन के लिए सिर्फ आईरटीओ तक आने-जाने की इजाजत थी. महाराष्ट्र में इस कार को रजिस्ट्रेशन के लिए भेजा गया था लेकिन फीस का भुगतान नहीं करने की वजह से रजिस्ट्रेशन पेंडिंग था.
चेन्नई : डॉक्टरों ने आइब्रो के जरिए होने वाले ब्रेन ट्यूमर के लिए ऐस वर्ल्ड की पहली कीहोल सर्जरी की
टीम ने खोपड़ी के आधार घावों के लिए कीहोल सर्जरी के अपने पूर्व अनुभव का लाभ उठाते हुए भौंह से लेकर इंसुला तक एक छोटे से चीरे के माध्यम से नए कीहोल दृष्टिकोण को चुना.उन्होंने कहा कि नया दृष्टिकोण न केवल गहरे बैठे मस्तिष्क ट्यूमर को हटाने का एक और विकल्प प्रदान करता है
Mahakal Temple Ujjain: 32 फीट ऊंचाई से श्रद्धालु देख सकेंगे ‘श्री महाकाल महालोक’, धर्मधानी का नजारा
इंतजार अब सिर्फ काम शुरू करने के लिए कागजी अनुबंध और जमीन आवंटित होने का है। कहा गया है कि ढाई साल में प्रोजेक्ट पूरा होगा। 2027 में श्रद्धालु 132 फीट ऊंचाई से ‘श्री महाकाल महालोक’ सहित संपूर्ण शहर का नजारा देख सकेंगे।
वर्ष 2024 का प्रतिष्ठित माइक्रो इलेक्ट्रानिक इंजीनियरिंग जर्नल मिडिल कैरियर इन्वेस्टिगेटर अवार्ड और लेक्चरशिप पाने वाले देश के एकमात्र विज्ञानी।