मिसलेनियस / अजमेरनामा
-भाजपा के भागीरथ चौधरी ने गांवों में पकड़ बनाई है, तो कांग्रेस के रामचंद्र चौधरी की अच्छी पकड़ है -दोनों दलों के प्रत्याशी खेती-किसानी वाले धरतीपुत्र, अ
हालांकि विधानसभा चुनाव में अजमेर नगर की दोनों सीटों पर कांग्रेस पराजित हुई है, मगर लोकसभा चुनाव में नए समीकरण बनते दिखाई दे रहे हैं। आम धारणा है कि का
जैसे ही कांग्रेस ने रामचंद्र चौधरी को अजमेर संसदीय क्षेत्र का टिकट दिया, सबसे पहली प्रतिक्रिया थी कि वे चाहे कितने भी लोकप्रिय क्यों न हों, भीड जुटाने
अजमेर संसदीय क्षेत्र में पिछली बार चार लाख से अधिक वोटों से जीतने के कारण इस बार भी भाजपा के भागीरथ चौधरी को बेहतर स्थिति में माना जाता है। वह स्वाभाव
-राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ भामसं ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिया ज्ञापन -माध्यमिक शिक्षा निदेशक से भी पदोन्नति चयन सूचियां जारी करने की मांग, अ
हालांकि स्मार्ट सिटी योजना के तहत आनासागर की जमीन को पाट कर सेवन वंडर्स बनाए जाने को गलत मानते हुए उसे तोडने के आदेश हो चुके हैं, मगर यह एक दिलचस्प तथ
भाजपा-कांग्रेस दोनों के नेता बराबर जिम्मेदार हैं झील की दुर्दशा के लिए* अगर आप अजमेर लोकसभा क्षेत्र के मतदाता हैं और वाकई अजमेर से आपको प्यार है, तो इ
आखिऱकार अजमेर कांग्रेस ने अपना प्रधान चुनाव कार्यालय पटेल मैदान के पास राजहंस वाटिका में दो अप्रैल मंगलवार को लोकसभा चुनाव से 24 दिन पहले खोल लिया। पह
हाल ही जब बसपा प्रदेश महासचिव वाजिद खान चीता और पूर्व विधायक डॉ श्रीगोपाल बाहेती की कांग्रेस में वापसी हुई तो राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा भी उठी है
कुछ लोग यह मुद्दा उठा रहे हैं कि मौजूदा भाजपा सांसद भागीरथ चौधरी को चुनाव प्रचार के दौरान अपनी उपलब्धियां गिनानी होंगी। बात सैद्धांतिक रूप से ठीक प्रत
जैसे ही लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट षुरू हुई, भाजपा में टिकट के अनेक दावेदार उभर कर आ गए। उनमें से अधिसंख्य ने केवल औपचारिक दावेदारी के लिए दावेदारी की,