राय और ब्लॉग्स / अजमेरनामा
अटल बिहारी वाजपेयी की101वींजन्म-जयंती-25दिसम्बर 2025 भारत के आधुनिक इतिहास में कुछ व्यक्तित्व ऐसे होते हैं, जो केवल सत्ता या पद से नहीं, बल्कि अपने वि
श्रीमती संतोष शर्मा स्वतंत्र पत्रकार, साकेत नगर भारतीय संस्कृति के अनेक रूप है। जिनमें धार्मिक आस्था का रंग भी एक है। कोई भी धर्म, सम्प्रदाय हो उनके त
(युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जयंती 25 दिसम्बर 2025 पर विशेष आलेख) भारत माँ के सच्चे सपूत, राष्ट्रपुरुष, राष्ट्रमार्गदर्शक और निष्ठावान दे
(युगपुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी की 101वीं जयंती 25 दिसम्बर 2025 पर विशेष कविता) भारत माँ का सपूत अटल, हिमालय-सा ऊँचा भाल, जनता के मन का प्रधानमंत्री,
वाक्य चातुर्य के धनी राष्ट्र भक्त मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की संकल्प शक्ति, योगीराज भगवान श्रीकृष्ण की राजनीतिक कुशलता चातुर्य एवं कूटनीति और आचार्य
राजस्थान के जालोर जिले के जसवंतपुरा क्षेत्र के गाजीपुरा गांव में आयोजित एक सामाजिक पंचायत के पंच-पटेलों ने महिलाओं और बेटियों के लिए कैमरा युक्त मोबाइ
अरावली पर्वत शृंखला की नई परिभाषा को लेकर उठा विवाद अब जन-आन्दोलन का रूप ले रहा है। इसी के अन्तर्गत अरावली बचाओ की चिन्ता-यह केवल भावनात्मक आह्वान नही
आज की दुनिया गहन और बहुआयामी स्वास्थ्य संकटों से गुजर रही है। एक ओर जीवनशैली से जुड़ी बीमारियाँ, मानसिक तनाव, अवसाद, चिंता और असंतुलन तेजी से बढ़ रहे है
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस – 24 दिसम्बर, 2025 राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस केवल एक उपभोक्ताओ से जुड़ी तिथि मात्र नहीं है, बल्कि यह उस मौलिक सत्य की स्मृति है क
त्योहार हमारे सामाजिक जीवन को प्रतिबिंबित करते हैं। वे विभिन्न वर्ग और मतावलंबियों में आपसी सौहार्द और भाईचारे को मजबूती भी देते हैं। क्रिसमस या बड़ा द
एक ही स्थान पर मिल जाती रोगी को सब सुविधाएं, दिन-रात सेवाएं देकर जहां चिकित्सक ले रहें दुआएं। अनुभवी डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की है यहां पर टीम, कई रोगो
*अरावली पर्वतमाला में खनन का असर तो नहीं?* ब्यावर जिले के खरवा क्षेत्र में करीब दो दशकों से अरावली पर्वतमाला में में बेरोकटोक खनन कार्य जारी है। इस क्
बचपन से एक कहानी हम सब पढ़ते सुनते आए हैं।- देवता ने अभावों से जूझते किसी व्यक्ति को एक विशेष मुर्गी दी की जो प्रतिदिन सोने का अंडा देती थी। व्यक्ति क
बांग्लादेश में बीते कुछ समय से जो घटनाक्रम सामने आ रहे हैं, वे किसी एक देश की आंतरिक समस्या भर नहीं रह गए हैं, बल्कि दक्षिण एशिया की समूची भू-राजनीतिक
दिल्ली की हवा अब केवल प्रदूषित नहीं है,वह हमारे समय की सबसे बड़ी चुपचाप फैलती हुई आपदा बन चुकी है। यह संकट अचानक नहीं आया,बल्कि वर्षों की लापरवाही,गलत
राम वी. सुतार का शतायु जीवन केवल वर्षों की गणना नहीं था, वह भारतीय मूर्ति-कला की सदियों लंबी साधना का सजीव विस्तार था। सौ वर्ष की उम्र में उनका जाना ऐ
अंतर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस -20 दिसंबर, 2025 अंतर्राष्ट्रीय मानव एकजुटता दिवस हर साल 20 दिसंबर को मनाया जाता है, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2
देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली आज जिस घातक पर्यावरण संकट से गुजर रही है, वह केवल एक शहर की समस्या नहीं, बल्कि पूरे देश के लिये चेतावनी है। विडंबना यह
इच्छा मृत्यु यानी व्यक्ति की अपनी इच्छा के अनुसार जीवन का अंत, भारत में लंबे समय से सामाजिक, नैतिक और कानूनी विमर्श का विषय रही है। यह प्रश्न केवल मृत
जयपुर, 15दिसंबर2025:सर्दियों में दिल के दौरे (हार्ट अटैक) के मामले बढ़ जाते हैं। ठंडा मौसम दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है,खासकर उन लोगों के लिए जिनमें
राजस्थान की राजनीति एक बार फिर उस सवाल के कटघरे में खड़ी है,जो भारतीय लोकतंत्र को भीतर से खोखला करता रहा है-क्या जनप्रतिनिधि जनता की सेवा के लिए चुने ज
जरूरी न था रोटी लाना। जो हाथ यूं कटवा आया।। एक दिन अगर मैं नहीं खाता, मुझको राम रखता भाया।। देख दशा भील बालक की, राणा का हृदय भर आया। मैं केसे ऋण मुक्
पिछले एक दशक में जिस सोशल मीडिया को आधुनिकता की उपलब्धि, अभिव्यक्ति की आजादी और वैश्विक संपर्क का सबसे बड़ा माध्यम माना गया था, उसी सोशल मीडिया ने अब अ
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के हालात पर उठती चिंताएँ कोई नई बात नहीं हैं, पाक में हिन्दू-सिख अल्पसंख्यकों पर किस कदर अत्याचार हो रहे हैं और यह समस्या द
भारतीय समाज विविधताओं से भरा हुआ है, लेकिन इस विविधता के बीच कुछ समुदाय ऐसे भी हैं जिन्हें लंबे समय से उपेक्षा, भेदभाव और सामाजिक बहिष्कार का सामना कर
यूनेस्को द्वारा दीपावली को अमूर्त विश्व धरोहर घोषित किया जाना भारत की सांस्कृतिक चेतना का ऐसा महत्त्वपूर्ण क्षण है, जो न केवल भारतीयों को गौरवान्वित क

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