राय और ब्लॉग्स / लाइव हिन्दुस्तान
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के समाप्त होने के बाद कई रिपोर्टों ने बताया कि मुसलमान इस चुनाव में रणनीतिक चुप्पी बरत रहे हैं। इसमें ध्रुवीकरण को रोकने के ल
पंजाबी लोक गायक अमर सिंह चमकीला के बहाने सही मुद्दे पर चर्चा का समय आ गया है। यह तय करना होगा कि हमारे लिए जरूरी क्या है और हमारी सीमाएं क्या होनी चाह
पहले चरण में तमिलनाडु में मतदान संपन्न होने के साथ ही अब ध्यान पड़ोसी राज्य केरल और कर्नाटक पर केंद्रित हो गया है। इन दोनों राज्यों में 26 अप्रैल को मत
पृथ्वी दिवस के इतिहास को खंगालते हुए हम अगर पीछे की ओर जाएं, तो हमारी मुलाकात रचेल कार्सन से होती है। कार्सन वहां खड़ी हैं, जहां से आधुनिक दौर की पर्या
सड़क से सर्वोच्च न्यायालय तक ईवीएम और वीवीपैट की चर्चा है, पर एक वह भी समय था, जब लोग मतपत्र मतदान केंद्र से बाहर लाकर बेच देते थे और साल 1960 में चुना
सड़क से सर्वोच्च न्यायालय तक ईवीएम और वीवीपैट की चर्चा है, पर एक वह भी समय था, जब लोग मतपत्र मतदान केंद्र से बाहर लाकर बेच देते थे और साल 1960 में चुना
सर्वेक्षणों की गुणवत्ता के लिए प्रयास किए जा सकते हैं। हार-जीत वाले सारे सर्वेक्षणों पर प्रतिबंध भले न लगाया जाए, पर पारदर्शिता को अवश्य अनिवार्य बनाय
किसी भी परिस्थिति में भगवान राम असत्य नहीं बोलते हैं। सत्य के बल से असत्य पर विजय प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। वे विजयी हैं। वे कभी भी पलायन नहीं
आम चुनाव में माओवादियों के सशस्त्र हस्तक्षेप की अब तक कोई उल्लेखनीय घटना नहीं घटी है, जिससे उम्मीद बंधती है कि उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में पूरा चुन
ईरान ने आखिर इजरायल पर हमला कर ही दिया। इसकी आशंका विगत सप्ताह से जताई जा रही थी और इसके साथ ही पहले से जारी युद्धों से दुखी लोगों की दुनिया में चिंता
पूरा देश चुनावमय है। विचारों की भरमार है। निष्पक्षता, चंदा और आयोग पर रह-रहकर बहस हो रही है। 25 अप्रैल, 1986 को लोकसभा में चुनाव सुधार पर बहस हुई थी औ
पूरा देश चुनावमय है। विचारों की भरमार है। निष्पक्षता, चंदा और आयोग पर रह-रहकर बहस हो रही है। 25 अप्रैल, 1986 को लोकसभा में चुनाव सुधार पर बहस हुई थी औ
मध्य प्रदेश और केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा का चुनावी आधार मजबूत दिख रहा है। दिल्ली, भोपाल में बैठे भाजपा नेताओं का पूरा फोकस यहां कांग्रेस के नीचे से जा
लोकसभा सीटों के लिहाज से तीसरे सबसे बड़े राज्य में दोनों बड़े दावेदारों यानी तृणमूल व भाजपा पर अपनी पुरानी सीटों को बचाने और उनकी तादाद बढ़ाने की गंभीर च
राजस्थान के इस लोकसभा चुनाव में तीन बातें साफ-साफ दिखाई देती हैं। एक, यह एक लहर विहीन चुनाव है, हालांकि माहौलबंदी जरूर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के एक प्रमुख अखबार ने अपने 31 मार्च के संस्करण में बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा सन् 1974 में कच्चातिवु नाम
जब विचारधाराओं की मियाद खत्म हो चुकी हो और उनके प्रति प्रतिबद्धता यदि हमें कहीं नहीं ले जा पाती, तो वैचारिकता से तलाक ले चुकी राजनीति भी हमें कहीं नही
अमेरिका की भारत विरोधी टिप्पणी और इस पर भारत का तीखा जवाब आजकल चर्चा में है। सवाल-जवाब का यह शगल पुराना है। साल 1985 में भी 18 अप्रैल को लोकसभा में अम
अमेरिका की भारत विरोधी टिप्पणी और इस पर भारत का तीखा जवाब आजकल चर्चा में है। सवाल-जवाब का यह शगल पुराना है। साल 1985 में भी 18 अप्रैल को लोकसभा में अम
यहां 2019 के बाद से सब कुछ बदल गया है। शिव सेना और एनसीपी के दो-दो समूहों में बंटने के बाद, 2024 के चुनाव में चार स्थानीय दल अपने वर्चस्व के लिए लड़ रह
पूर्वोत्तर में न तो चुनावी बॉन्ड पर चर्चा हो रही है और न आम आदमी पार्टी की। यहां भ्रष्टाचार मुद्दा ही नहीं है। इसके उलट, यहां स्थानीय समस्याओं पर लोग
सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर इजरायल के कथित हमले में सात लोगों की मौत ने हमास-इजरायल जंग को एक नया मोड़ दे दिया है, वहीं दूसरी तरफ, प्रधानमंत्
पूर्वी उत्तर प्रदेश के माफिया गैंगस्टर मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में हुई मृत्यु से जितने प्रश्न सुलझे, उससे ज्यादा खड़े हो गए हैं। यदि यह रॉबिनहुड की
अमृतकाल के अंत में, यानी 15 अगस्त 2047 तक क्या भारत एक विकसित राष्ट्र हो जाएगा? क्या हम चीन और अमेरिका को पछाड़ने या कम से कम बराबर की टक्कर देने में क
आज देश न्याय की स्वीकार्यता को लेकर एकजुट है, क्योंकि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली शराब घोटाले में शामिल होने के लिए प्रवर्तन निदेश
तारीख 21 मार्च, राजधानी दिल्ली में रात का पहर है। सिविल लाइंस के एक आवास के अंदर केंद्र सरकार के इशारे पर काम करती हुई एक संस्था के करीब दर्जन भर अधिक
लोकसभा चुनाव के महापर्व की भागदौड़ के बीच एक ऐसी खबर आई, जिसने मन-मस्तिष्क में कुछ पल के लिए एक ठहराव सा ला दिया। भारत की आध्यात्मिक चेतना के प्रखर व्य
आम चुनाव का आगाज हुआ और महिलाओं के खिलाफ बदजुबानी तेज होती दिख रही है। दो-ढाई दशक पहले तक महिलाओं के खिलाफ ऐसे ‘सेक्सिस्ट रिमार्क’, यानी अशोभनीय टिप्प
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले फरवरी और मार्च महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तमिलनाडु के कम से कम पांच दौरे से भाजपा कार्यकर्ताओं का उत्साह चरम पर था
हर किसी को त्योहार मनाने का संस्कार अपने परिवार से मिलता है। मैं भाग्यशाली हूं कि मेरी मां और पिताजी, दोनों खूब होली खेला करते थे। बेशक, आजकल लोग सूखी
एक अंग्रेजी कहावत है कि सबसे कामयाब वह होता है, जो अपने ऊपर फेंकी गई ईंटों से अपना मकान बना लेता है। भारतीय राजनीति में फिलहाल कामयाबी का यही रास्ता अ
पुरानी तकनीक और सिमित संसाधनों के चलते सरकारी अधिकारियों को बड़े पैमाने पर उपलब्ध आंकड़ों का विश्लेषण करने में कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ता
आसिफ अली जरदारी ने हाल ही में एक बार फिर पाकिस्तान के राष्ट्रपति का पद संभाला है। उनकी बेगम बेनजीर भुट्टो की हत्या हुई थी और उन्हें सुपुद-ए-खाक हुए 17
पर्यावरण वह जूं है, जो राजनीति के कान पर कभी रेंग ही नहीं पाती। तीन दशक से यह साफ है कि हमारे शहरों की हवा सांस लेने लायक नहीं है। मगर राजनीति इस समस्