राय और ब्लॉग्स / नया इंडिया
पर्यावरण प्रेमी उचित ही उत्तराखंड में गणेशपुर-देहरादून सड़क को बनाए जाने की अनुमति दिए जाने से निराश हैं। The post ये विनाश कौन रोकगा? appeared first o
तमिलनाडु में राजनीति में आए अभिनेता कमल हासन ने वादा किया है कि उनकी पार्टी सत्ता में आई तो वह गृहणियों के काम को मान्यता देगी और इसके बदले उन्हें तनख
भारत में महिलाओं के प्रति सोच बदलने का नाम नहीं ले रही है। प्रगति के तमाम दावों और बेटी पढ़ाओ- बेटी बचाओ जैसे सरकारी अभियानों के बावजूद महिलाओं पर हिं
दुनिया भर के मानव अधिकार और अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थकों ने राहत की सांस ली है। मशहूर वेबसाइट विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज को अमेरिका प्रत्यर
लोकतंत्र में कोर्ट के अवमानना और मानहानि की धारणाएं वैसे भी विवादास्पद हैं। The post उदारता की जरूरत है appeared first on Naya India .
भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत पश्चिम बंगाल में झोंक दी है। चुनावों की जिस तरह पार्टी तैयारी करती है और उसके लिए उसकी जो खास शैली अब तक दिखी है,
कोरोना महामारी से परेशान देश में एक इलाके में सीमित किसी एक नई बीमारी पर ज्यादा ध्यान देने की फुरसत शायद नहीं है। वरना, आंध्र प्रदेश के एलुरु इलाके मे
कोरोना महामारी से पैदा हुई हालत और उससे उबरने के तरीकों पर विचार के लिए संयुक्त राष्ट्र का विशेष अधिवेशन बुलाना एक स्वागतयोग्य कदम है। ये अधिवेशन पिछल
पहले वास्तविक नियंत्रण रेखा से आगे बढ़ कर भारतीय इलाके पर कब्जा किया। वहां से उसके लौटने का कोई संकेत नहीं है। अब उसने भारत के पूर्वोत्तर इलाके की जल
क्या सीसीटीवी कैमरा लगाने से पुलिस की यातनाओं पर लगाम लगाई जा सकती है? सुप्रीम कोर्ट की राय से ऐसा लगता है कि यह संभव है। लेकिन जब यातनाएं सरकार की नी
नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के प्रति बेरहमी दिखाने और आंदोलन को बदनाम करने के लिए प्रचार अभियान छेड़ने वाली केंद्र सरकार के पास क्या इस
पिछले हफ्ते आई इस खबर ने कई भ्रम तोड़ दिए। इसका मतलब यह है कि प्राकृतिक मामलों में बहुत कुछ हमें जो दिखता या जिसका प्रत्यक्ष अनुभव होता है, वैसा वास्त
मेन होल्स में मौतों को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने जो एलान किया है, वह स्वागतयोग्य है। फिलहाल, उससे उम्मीद भी जोड़ जा सकती है। लेकिन समस्या यह है कि
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होने में अब एक हफ्ते से भी कम वक्त है। कोरोना महामारी के बावजूद प्रचार जोरों पर है। राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप
भारत में अक्सर महिलाओं की बदहाली की चर्चा होती है, जो वाजिब भी है। मगर बाकी दुनिया में भी अभी हालत कोई बहुत बेहतर नहीं है। कुछ देशों को छोड़ कर दुनिया
असम में जब विधान सभा चुनाव में एक साल से भी कम समय बचा है, तो भारतीय जनता पार्टी उस रास्ते पर चल निकली है, जो उसकी अकेली उम्मीद है। विकास और जन कल्याण
लगता नहीं है कि हाउदी मोदी और नमस्ते ट्रंप जैसे कार्यकर्मों से वर्तमान चुनाव में राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप को कोई खास फायदा हो रहा है। तमाम चुनाव सर्वेक
इस वक्त भारत का क्या हाल हो गया है, ये घटना उसकी एक मिसाल है। यहां सत्ताधारी दल की विचारधारा कोई अलग राय या समझ रखना लगातार जोखिम भरा होता जा रहा है।
सोशल मीडिया स्त्रियों के लिए एक प्रतिकूल जगह है, ऐसी शिकायतें पहले भी आई थीं। अब एक ताजा सर्वे से यह सामने आया है कि ऑनलाइन दुर्व्यवहार और उत्पीड़न के