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यूपी में आम का दिनदहाड़े एनकाउंटर, झोलाभर ढेर:DM का जॉली लुक से अफसरों में जलन, मैडम की बिटिया के लिए दौड़ पड़े सर्जन

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दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:43 am

हमीदिया में जटिल सर्जरी:इलाज में देरी से दोनों पैरों में लकवा होना तय था, 19 दिन में उठकर खड़ी हुई बच्ची

15 साल की इशरा खान रीढ़ की हड्डी की टीबी से ग्रसित थी। बीमारी इतनी बढ़ चुकी थी कि एक हड्डी पूरी तरह गल चुकी थी और पीठ में कूबड़ उभर आया था। इलाज में देरी होती तो दोनों पैरों में लकवा होना तय था। बच्ची के पिता रईस खान एक निजी कंपनी में काम करते हैं। निजी अस्पतालों में इलाज नहीं मिल रहा था। वह बेटी को लेकर हमीदिया के अस्थिरोग विशेषज्ञ डॉ. सुनीत टंडन के पास पहुंचे। 14 जून को डॉ. टंडन ने इशरा को हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया। 23 जून को दिल्ली से मशीन मंगाकर जटिल सर्जरी की। हड्‌डी में भरी एक लीटर मवाद निकाली गई और इसे सीधा किया गया। गुरुवार को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया तो वह अपने पैरों पर खड़ी थी। सीमित संसाधनों में जो इलाज मिला, वह चमत्कार से कम नहीं हम बिल्कुल निराश हो चुके थे, लेकिन हमीदिया ने हमारी बेटी को नई जिंदगी दी। सीमित संसाधनों में जो इलाज मिला, वह चमत्कार से कम नहीं है। -रईस खान, इशरा के पिता इसलिए बड़ी चुनौती थी : सर्जरी में बड़ी चुनौती यह थी कि हड्डी को सीधा करते वक्त रीढ़ की नसों पर दबाव न आए, वरना लड़की पैरों से लाचार हो सकती थी। इसके लिए दिल्ली से मल्टी मोडल सिस्टम फॉर इन्ट्रा-ऑपरेटिव मॉनीटरिंग मशीन मंगाई। पहले बच्ची को मुंबई भेजने की बात हुई, लेकिन हमीदिया ने इसे स्वीकारा। 23 जून को सर्जरी कर करीब एक लीटर मवाद निकाला गया। टेढ़ी हो चुकी हड्डी को पेडिकल स्क्रू और रॉड से सीधा किया गया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:42 am

खाटू श्याम का नाम लेकर सांस रोकी, तब बची जान:औरैया में मां को फांसी की सजा दिलाने वाला बच्चा बोला- मुझे मरा समझ लिया था

औरैया में 3 बच्चों की हत्या करने वाली मां को फांसी की सजा दिलाने में उसके बड़े बेटे की ही भूमिका रही। जब मां अपने सभी बेटों को डुबो-डुबोकर मार रही थी, तो बड़ा बेटा सोनू खाटू श्याम का नाम लेकर सांस रोककर लेट गया। मां को लगा कि बेटा मर गया और वह चली गई। इसके बाद बेटे सोनू ने गांव के प्रधान और पुलिस को बता दिया, जिससे मुकदमा दर्ज हुआ। 10 साल के सोनू की ही गवाही को प्रमुख मानकर कोर्ट ने मां प्रियंका को फांसी और प्रेमी आशीष को उम्रकैद की सजा सुनाई। दोनों पर एक-एक लाख का जुर्माना भी लगाया। औरैया कोर्ट से अब तक 5 लोगों को फांसी की सजा दी गई, लेकिन पहली बार किसी महिला को फांसी की सजा दी गई है। कोर्ट ने मामले को रेयरेस्ट ऑफ रेयर की श्रेणी में रखा है। पूरे मामले पर गवाही देने वाले बच्चे और मायके वालों ने क्या कहा? जेल और कोर्ट में महिला का व्यवहार कैसा रहा? इस रिपोर्ट में पढ़िए... पहले पूरा मामला जानिए 27 जून, 2024 को मां ने प्रेमी के ताने से परेशान होकर 4 बच्चों को नदी में डुबो दिया। इसमें से 3 बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि एक को गांव वालों ने बचा लिया था। जो बच्चा बचा था, उसने ही मां के खिलाफ कोर्ट में गवाही दी। कोर्ट ने जब महिला को फांसी की सजा सुनाई तो वह चुपचाप खड़ी रही। उसके चेहरे पर न शिकन थी, न ही किसी तरह का पछतावा। उसने अपनी सफाई में सिर्फ इतना कहा कि पति की मौत के बाद ससुराल वालों ने मुआवजे के 5 लाख रुपए और भैंस भी ले ली। वह बच्चों का गुजर-बसर नहीं कर पा रही थी। वहीं, प्रेमी देवर ने कहा- मुझे फंसाया गया है। अब बच्चे का वह बयान, जिसने मां को फांसी दिलाईकोर्ट में जज के सामने बेटे सोनू ने बताया कि वह पहले इटावा में अपनी बुआ के यहां के रहकर पढ़ाई कर रहा था। अचानक एक दिन पिता की करंट से मौत हो गई। इसके बाद कुछ दिन तो मां ससुराल में रही, फिर हम सबको लेकर नाना- नानी के घर ले गई। यहां आशीष उर्फ डैनी अंकल का आना-जाना शुरू हो गया। मेरी मां और डैनी अंकल घंटों बात करते थे। कभी-कभी मुझे खाना नहीं देती थी, मारती भी थी। मेरे भाई-बहन बहुत छोटे थे। उन्हें भी खाना नहीं मिलता था, तो वो रोते रहते थे। इसके बाद मां बोली कि तुम सबको लेकर डैनी के घर चलेंगे। हम लोगों को अंकल बिल्कुल अच्छे नहीं लगते थे। लेकिन, मां नहीं मानी और हमें वहीं ले गई। कुछ दिन सब सही चला इसके बाद मां और अंकल के बीच झगड़ा शुरू हो गया। डैनी अंकल काम पर जाया करते थे, जब लौटते तो मां से झगड़ते थे। अंकल कहते थे कि इन बच्चों को इनकी नानी के घर पर छोड़कर आओ। कई बार वो भी हम लोगों को पीटते। उनका गुस्सा भी मां हम पर ही निकालती थी और पीटती थी। जिस दिन घटना हुई, उस रात को भी मां और अंकल का बहुत झगड़ा हुआ। इसके बाद हम सब सो गए थे। तैयार करके नानी के घर ले जा रही थीसुबह उठे, तो मम्मी ने हम सबको तैयार किया और कहा कि नानी के यहां चलेंगे। इसके बाद मम्मी हम चारों भाइयों को लेकर ऑटो से चल दीं। नदी आने पर वह हम सबको लेकर उतर गई। इसके बाद पैदल हमें पानी के पास ले गई। अचानक से वह मेरे भाइयों के मुंह पानी में डुबाने लगीं। मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। थोड़ी देर में मेरे भाई आदित्य, माधव और मंगल की मौत हो गई। मुझे भी वह डुबा रही थी। मुझे अचानक से पता नहीं क्या सूझा... मैंने खाटू श्याम बाबा का नाम लिया और अपनी सांस रोक ली। पीछा करके मुझे मारना चाहती थीमम्मी हम सबको मरा समझकर जाने लगी। जैसे वह थोड़ा आगे गई, मैं निकलकर भागा। मम्मी ने पीछे मुड़कर देखा, तो मेरा पीछा करने लगी। लेकिन, मैं दौड़ते हुए सीधे प्रधान के घर चला गया तो मम्मी वहां से निकल गई। प्रधान के जरिए पुलिस और चाचा को घटना सूचना दी। इसके बाद सब लोग नदी के पास गए और मेरे भाइयों के शव निकाले। कोर्ट में बच्चे की तरफ नहीं देखामामले की सुनवाई के दौरान बच्चे की पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग से की गई। कोर्ट ने इसे भी अपने आदेश में अहम माना। गवाही के दौरान प्रियंका के चेहरे पर किसी भी प्रकार की ममता या ग्लानि नहीं दिखाई दे रही थी। उसने न अपने बेटे से मिलने की इच्छा जाहिर की और न ही उससे बात करना चाहा और न ही उससे कोई प्रश्न किया। उसका यह आचरण साफ करता है कि उसे अपने किए का कोई पछतावा नहीं है। कोर्ट ने बच्चे की समझ जांचीकुल 7 गवाहों की पेशी में 9 साल (अब 10 साल) का सोनू इसका प्रमुख गवाह था। उम्र कम होने के कारण कोर्ट ने उसका मानसिक क्षमता जांची। उसने मोबाइल चलाकर दिखाया। तारीख और साल के अलावा कोर्ट में लगे एसी और पंखे देखकर कंपनी के नाम सहित बताए। इससे कोर्ट ने माना प्रमुख गवाह की समझ ठीक है। प्रियंका के मायके में सन्नाटाप्रियंका के मायके अटा बरुआ गांव में सन्नाटा पसरा है। गांव के लोग चुप्पी साधे हैं। गांव में मिली प्रियंका की चाची गीता देवी ने बताया कि प्रियंका को उसने ही पाला-पोसा है। जब वह डेढ़ साल की थी, तभी उसकी मां की मौत हो गई थी। एक 8 साल का भाई पवन था। उसकी बीमारी से मौत हो गई थी। चाची ने बताया कि वह एक बार प्रियंका से मिलने इटावा गई थी। उसे पछतावा है। उसने बताया था कि यह कैसे हो गया, वह खुद नहीं जानती। चाचा कन्हैयालाल ने बताया कि उन लोगों ने पैरवी नहीं की। लेकिन क्या बताएं कैसे ऐसा हो गया? फैसले के बाद सब लोग सन्नाटे में हैं। पैरवी न करने पर मिला सरकारी वकीलप्रियंका और आशीष के घर वालों ने कोई पैरवी नहीं की। इस कारण शासन की ओर से पैरवी के लिए सरकारी वकील दिया गया। करीब 1 साल दोनों जेल में रहे, लेकिन दोनों के घर से कभी कोई मिलने नहीं आया। जेल में दोनों का व्यवहार शांत ही रहा। प्रियंका को अपने किए पर कोई पछतावा नहीं दिखता था। जबकि आशीष जरूर जेल में असहज रहा। कोर्ट में भी उसने फंसाने की बात कही। कोर्ट ने कहा- समाज में डर का माहौल बनेगाकोर्ट ने ये कोट किया कि पिता की मौत के बाद बच्चे मां के ही सहारे थे। वो अपनी मां पर पूरा भरोसा करते थे। वो कभी ऐसा नहीं सोच सकते थे कि मां उन्हें मार सकती है। महिला का अपराध इसलिए क्षमा के योग्य नहीं है, क्योंकि उसने ठंडे दिमाग से पूरा सोच-समझकर ऐसा किया। वहीं, कोर्ट ने ये भी माना कि औरैया एक छोटा जिला है। यहां सभी लोग एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं और पहचानते हैं। इस तरह की घटना बहुत दिनों तक याद रखेंगे। मां ने अपने फायदे के लिए बच्चों को मारा है, जो समाज में डर का माहौल बनाएगी। कोई दावे से नहीं कह पाएगा कि बच्चा अपनी मां के साथ सुरक्षित है। ऐसी सजा जरूरी है, जिससे भविष्य में कोई ऐसा अपराध करने की न सोचे। अब तक फांसी के 5 मामले, महिला को पहली बार फांसी की सजा केस - 1फफूंद थाना क्षेत्र में 2005 में हुए तिहरे हत्याकांड के मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें करीब 2 साल तक सुनवाई चली थी। 2007 में सुनवाई पूरी होने पर तत्कालीन एडीजे फास्ट ट्रैक एससी मिश्रा ने आरोपी को तिहरे हत्याकांड का दोषी मानते हुए फांसी की सजा सुनाई थी।केस - 2ऐरवाकटरा थाना क्षेत्र के एरवाटीकुर में साल-2014 में एकतरफा प्यार में युवक ने नाबालिग लड़की की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में तत्कालीन जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुशील कुमार ने 4 अप्रैल, 2019 को घटना के दोषी को फांसी की सजा से दंडित किया था।केस - 3बिधूना कोतवाली क्षेत्र में 20 अक्टूबर, 2021 को 3 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने की घटना में पुलिस ने आरोपी प्रेम नरेश के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट मनराज सिंह ने कोर्ट में 11 महीने की सुनवाई के बाद दोषी धनबाली बिधूना निवासी प्रेम नरेश को 14 फरवरी, 2023 को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। पांच लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था।केस - 4दिबियापुर थाना क्षेत्र के रोहित कुमार ने 2023 में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी थी। 2024 के औरैया न्यायालय ने फांसी की सजा सुनाई थी। केस - 5अयाना थाना क्षेत्र निवासी नाबालिग के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में विशेष न्यायाधीश पॉक्सो एक्ट मनराज सिंह ने गौतम सिंह को दोषी ठहराया था। इसमें कोर्ट ने साक्ष्यों के आधार पर दोषी को 28 जून को फांसी और 5 लाख रुपए अर्थदंड की सजा से दंडित किया। यह घटना 24 मार्च को हुई थी। ------------------- यह खबर भी पढ़ें... 3 बच्चों को मारने वाली मां को फांसी की सजा, यूपी में प्रेमी को भी उम्रकैद; कोर्ट बोला- ऐसी मां को जीने का हक नहीं यूपी के औरैया में 3 बच्चों को नदी में डुबोकर मारने वाली मां को फांसी की सजा हुई है। जिला कोर्ट ने उसके प्रेमी को भी उम्रकैद की सजा सुनाई है। दोनों पर 1-1 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। कोर्ट ने इसे रेयर ऑफ रेयरेस्ट क्राइम मानते हुए कहा- जो महिला अपने बेटों को मार सकती है, उसे समाज में जीने का अधिकार ही नहीं है। पढ़ें पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:40 am

दिसंबर से शुरुआत:आदमपुर छावनी के कचरे से बनेगा कोयला, निगम को हर साल ‌4.86 करोड़ रुपए का फायदा

भानपुर खंती में इनर्ट वेस्ट का 27 मीटर ऊंचा पहाड़ भी हट सकता है आदमपुर छावनी में बने कचरे के पहाड़ से सूखे कचरे का निष्पादन दिसंबर से जोर पकड़ सकता है। चार साल पहले सूखे कचरे से टोरिफाइड चारकोल (कोयला) बनाने को लेकर एनटीपीसी से अनुबंध हुआ था। 400 मीट्रिक टन क्षमता वाला यह प्लांट अगले चार महीने में तैयार हो जाएगा, दिसंबर में यहां प्रोडक्शन शुरू हो सकता है। बताया जा रहा है कि मार्च तक प्लांट पूरी क्षमता से काम करने लगेगा। वाराणसी के बाद भोपाल दूसरा ऐसा शहर होगा, जहां कचरे से टोरिफाइड चारकोल बनेगा। टोरिफाइड चारकोल का उपयोग पॉवर प्लांट में बिजली उत्पादन के लिए होता है। आदमपुर छावनी में लगभग 4 लाख टन कचरा डम्प है। इसमें से लगभग डेढ़ लाख टन सूखा कचरा है। इस पुराने कचरे की कैलोरिफिक वैल्यू की जांच कराई जा चुकी है और एनटीपीसी ने इसे टोरिफाइड चारकोल के लिए उपयुक्त पाया है। भोपाल में रोजाना इकट्ठा होने वाले कुल 800 टन कचरे में से 400 टन सूखा कचरा होता है। इस प्लांट से टोरिफाइड चारकोल का उत्पादन शुरू होने पर नगर निगम को कम से कम 4.86 करोड़ रुपए की बचत होगी। निगम अभी ड्राय वेस्ट के निष्पादन पर 4.86 करोड़ खर्चा करता है। एनटीपीसी के अफसरों ने किया साइट का निरीक्षण एनटीपीसी के अफसरों ने गुरुवार को आदमपुर छावनी में प्लांट की साइट का निरीक्षण किया। निगम ने एनटीपीसी को 15 एकड़ जमीन दी है। एनटीपीसी इस पर 220 करोड़ रुपए खर्चा करेगा। निगम कमिश्नर हरेंद्र नारायण ने कहा कि एनटीपीसी यहां तीन मशीनें लगाएगी। पहली मशीन दिसंबर में इंस्टॉल होगी। बाकी दो मार्च तक इंस्टॉल होंगी। अयोध्या बायपास निर्माण में इस्तेमाल होगा इनर्ट वेस्ट अयोध्या बायपास निर्माण में एनएचएआई 15 लाख टन इनर्ट वेस्ट का उपयोग करेगा। आदमपुर की साइंटिफिक लैंडफिल साइट से वेस्ट लिया जा रहा है। साथ ही भानपुर खंती में 15.87 एकड़ में बने 27 मीटर ऊंचे कचरे के पहाड़ को लेने पर भी एनएचएआई राजी है। भोपाल के प्रोजेक्ट ऑफिसर देवांश नुवाल ने कहा कि सीपीसीबी की अनुमति मिलने पर इसका उपयोग संभव है। कमिश्नर हरेंद्र नारायण ने बताया कि अनुमति मिली तो मियावाकी पद्धति से जंगल भी बनेगा।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:40 am

लखनऊ से कहा गया-समझाओ...नहीं तो कुर्सी से उठा दो:कानपुर में DM से भिड़ने वाले CMO बोले- एडमिनिस्ट्रेशन के दबाव में कुर्सी छोड़ी

कानपुर के सीएमओ कार्यालय में 15 घंटे के ड्रामे के बाद कुर्सी की खींचतान थम गई। एडीएम, एसीपी और पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे डॉ. उदयनाथ आखिरकार सीएमओ की कुर्सी पर काबिज हो गए। डॉ उदयनाथ ने दैनिक भास्कर से कहा- मेरी ज्वॉइनिंग के बाद कोई बीच में कुर्सी पर आकर बैठ गया, ये गलत है। आज मैंने लखनऊ में चीफ सेक्रेटरी और प्रिंसिपल सेक्रेटरी से बात की। साफतौर पर कहा गया कि उनको समझाओ, नहीं तो कुर्सी से उठा दो। वहीं, कमरे से बाहर आए डॉ. हरिदत्त नेमी गुस्से में दिखे। उन्होंने कहा- मुझ पर एडमिनिस्ट्रेशन का दबाव बनाया गया, इसलिए कुर्सी छोड़नी पड़ी। वहीं, शासन से बैठी जांच पर उन्होंने कहा- 18 जुलाई को कोर्ट में पेश होने के लिए कुछ तो दिखाना ही था, इसलिए जांच ही बैठा दिया। उसमें कुछ खास नहीं है। गुरुवार शाम को 4 से 6 बजे तक डॉ. उदयनाथ ने सिर्फ उन फाइलों को देखा, जिन्हें डॉ. हरिदत्त नेमी ने साइन करके आगे बढ़ाया है। अब पढ़िए कानपुर के दोनों CMO से खास बातचीत... पहले DM से भिड़ने वाले डॉ. हरिदत्त नेमी से बात… सवाल : आज आपने सीएमओ ऑफिस छोड़ा है, आगे की रणनीति क्या रहेगी?डॉ. नेमी : अब देखेंगे कि हमें आगे क्या करना है। आगे की रणनीति अभी तैयार नहीं की है। आज जो कुछ भी शासन-प्रशासन ने किया है, वह सभी ने देखा है। अब जहां (कोर्ट) पर रिलीफ मिलती है, आदमी वही जाता है। आगे भी वहीं जाऊंगा, जहां से मुझे रिलीफ मिलने की उम्मीद होगी। सवाल : बंद कमरे में आप, डॉ. उदयनाथ और पुलिस थी? क्या बात हुई?डॉ. नेमी : बंद कमरे में मेरे ऊपर शासन और प्रशासन ने प्रेशर बनाया। उन्होंने कहा कि जब तक शासन का आदेश नहीं आता है, आपको कुर्सी छोड़नी पड़ेगी। इसलिए मैंने अपनी कुर्सी छोड़ दी है। सवाल : आपके खिलाफ जांच बैठा दी है, क्या कहेंगे?डॉ. नेमी : आज जो जांच बैठाई गई है, यह जांच तो निलंबित करने से पहले होनी चाहिए थी। अब 18 अगस्त को कोर्ट की तारीख लगी हुई है। वहां कुछ ना कुछ तो दिखाना है, इसलिए यह जांच बैठा दी गई है। इसमें कुछ खास नहीं है। सवाल : क्या आप सरकारी आवास भी छोड़ देंगे?डॉ. नेमी : अगर ट्रांसफर होता है, तो सरकारी आवास छोड़ने के लिए 3 महीने का समय मिलता है, लेकिन अभी मैं कानपुर में ही पोस्टेड हूं, इसलिए यह सरकारी आवास तो मेरे पास ही रहेगा। सवाल : कोर्ट में अब आगे कैसे मामले को लेकर जाएंगे?डॉ. नेमी : अभी इसके बारे में कुछ नहीं सोचा है, लेकिन जहां से रिलीफ मिलेगी वहां जरूर जाऊंगा। कोर्ट में अगली तारीख पर अभी तक के घटनाक्रम को भी रखा जाएगा। सवाल : क्या आपके पास लखनऊ से या कानपुर DM का फोन आया था?डॉ. नेमी : नहीं…मेरे पास किसी का भी फोन नहीं आया है, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने ही तो मेरे ऊपर प्रेशर बनाया है। अब पढ़िए सीएमओ डॉ. उदयनाथ ने चार्ज लेने के बाद क्या कहा…. सवाल : आप अब कानपुर के सीएमओ हैं, डिपार्टमेंट कैसे रन करेंगे?डॉ. उदयनाथ : मैंने 20 जून को ज्वाइन किया था। तभी से मैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी हूं। कोई बीच में आकर जबरदस्ती बैठ जाए, यह तो गलत है न…। मैं शुरू से ही जिलाधिकारी के आदेश पर रोज फील्ड में काम कर रहा हूं। सीएचसी की व्यवस्था के सुधार के लिए काम कर रहा हूं। सवाल : क्या ज्वॉइनिंग से पहले उम्मीद थी कि इतनी कन्ट्रोवर्सी होगी?डॉ. उदयनाथ : हां…जब आदेश आया था, तभी मैं समझ गया था कि यहां पर समस्याएं बहुत हैं। पास बैठने वालों से भी जूझना पड़ेगा और बाहर वालों से भी जूझना पड़ेगा। यह मुझे पहले से ही पता था और 9 जुलाई को मैंने हर चीज देख भी ली। सवाल : जब डॉ. नेमी कुर्सी पर थे, तब आपने लखनऊ बात की थी क्या?डॉ. उदयनाथ : हां, मैंने चीफ सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी से बात की, इसके बाद जिलाधिकारी के पास जो निर्देश आए उसका पालन किया। मुझे निर्देश मिले कि आप लोग जाओ उनको समझाओ, ना समझे तो उनको उठा दो कुर्सी से। अब CMO कार्यालय के 2 दिन का घटनाक्रम जानिए… पहला दिन : अचानक डॉ. नेमी ऑफिस पहुंचे, कुर्सी पर कब्जा कियाब्यूरोक्रेसी के इस ड्रामे की शुरुआत 9 जुलाई की सुबह 9.30 बजे हुई। डॉ. हरि दत्त नेमी कार्यालय में पहुंचे। वह सीधे सीएमओ ऑफिस में अपनी टेबल पर पहुंचे और कुर्सी खींचकर बैठ गए। इधर घड़ी में 10 बजे, उधर डॉ. उदयनाथ की कार भी कार्यालय पहुंच गई। वह लोगों के बीच से अपनी टेबल की तरफ बढ़े, मगर वहां पहले से डॉ. नेमी बैठे हुए थे। उन्होंने टेबल के दूसरी तरफ रखी एक कुर्सी को खींचकर डॉ. उदयनाथ के बगल में लगा ली। डॉ. नेमी ने कहा- मैं स्टे लेकर आया हूं, उसमें आपका भी स्टे है। अब आपकी जहां पर ज्वॉइनिंग थी, वही पर जाना पड़ेगा। आप चाहे तो शासन से एक बार बात कर लीजिए। इसके बाद डॉ. उदयनाथ ने कहा- मुझे शासन ने भेजा है, तो वहीं बात कर लूंगा। करीब 10.20 बजे तक वह फोन पर बात करते रहे। माना गया कि वह लखनऊ में प्रमुख सचिव हेल्थ को पूरा घटनाक्रम बता रहे थे। इसके बाद 10.40 बजे चकेरी थाने की फोर्स ऑफिस पहुंची। डॉ. नेमी ने पूछा- आपको किसने भेजा है? जवानों को लीड कर रहे दरोगा ने बताया कि हमारे पास अधिकारियों का ऑर्डर था। इसके बाद डॉ. नेमी अलग-अलग मामलों की फाइलें देखते रहे। दोपहर में 2 बजे अचानक डॉ. उदयनाथ अपनी कुर्सी से उठे और लोगों के बीच से ऑफिस से बाहर आ गए। ड्राइवर ने तेजी से कार लगा दी। वह दो स्टाफ के साथ कार में बैठ गए। मीडिया ने पूछा- आप कहां जा रहे हैं, डॉ. उदयनाथ ने कहा कि मैं फील्ड में निरीक्षण करने के लिए जा रहा हूं। बुधवार शाम करीब 4 बजे अचानक डॉ. नेमी ने स्टाफ को बुलाकर डॉ. उदयनाथ की नेम प्लेट को उखाड़ दिया। शाम को करीब 6 बजे डॉ. नेमी अपने ऑफिस से बाहर आए और गाड़ी में बैठकर अपने आवास चले गए। दूसरा दिन : दोपहर में डॉ. उदयनाथ पुलिस फोर्स के साथ आए, चार्ज लिया सुबह 9.30 बजे डॉ. नेमी ऑफिस पहुंचे और कामकाज शुरू कर दिए। दोपहर में करीब साढ़े 3 बजे वर्तमान सीएमओ डॉ. उदयनाथ ऑफिस पहुंचे। उनके साथ एसीपी और एडीएम भी थे। दोनों अफसरों की मौजूदगी में करीब आधे घंटे तक मीटिंग चली। इस दौरान अंदर पुलिस फोर्स मौजूद रही और ऑफिस का मेन गेट लॉक कर दिया गया। डॉ. नेमी को पुलिस अफसरों ने समझाया कि आपने कोर्ट से अपने ट्रांसफर पर स्टे लिया है, लेकिन शासन से कोई पत्राचार नहीं हुआ है। डॉ. उदयनाथ के लिए शासन का आदेश है। इसलिए जब तक आपको शासनादेश नहीं आता, तब तक आप कुर्सी छोड़ दें। इसके बाद पुलिस डॉ. नेमी को लेकर ऑफिस से बाहर आई। बाहर थोड़ी देर किसी से फोन पर बात करने के बाद डॉ. नेमी कार से वहां से चले गए। डॉ. हरिदत्त नेमी के खिलाफ जांच होगीप्रमुख सचिव चिकित्सा पार्थ सारथी ने बताया कि डॉ. हरिदत्त नेमी को कानपुर से हटाकर महानिदेशक ऑफिस से अटैच किया गया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दिए गए हैं। निदेशक (प्रशासन), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, लखनऊ को जांच अधिकारी बनाया गया है। इसकी स्वीकृति राज्यपाल की ओर से भी मिल चुकी है। उत्तर प्रदेश शासन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं द्वारा रिक्त पदों की चयन प्रक्रिया में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के दिशा-निर्देशों अनुपालन नहीं किया गया? वित्तीय अनियमितता और नियम के खिलाफ ट्रांसफर करने, अधीनस्थों पर लचर और कमजोर प्रशासनिक नियंत्रण था। जांच अधिकारी को एक महीने के अंदर जांच रिपोर्ट शासन को देना होगी। साथ ही डॉ. हरिदत्त नेमी को निर्देश दिया गया है कि वह जांच अधिकारी को पूरा सहयोग करेंगे। कैसे शुरू हुआ दो CMO का विवादकानपुर के CMO हरिदत्त नेमी को डीएम की संस्तुति पर शासन ने 19 जून को सस्पेंड कर दिया। श्रावस्ती के ACMO डॉ. उदयनाथ को उनकी जगह नया सीएमओ बनाया। नए सीएमओ ने आकर जॉइन कर लिया। सस्पेंड होने के आदेश के खिलाफ हरिदत्त नेमी हाईकोर्ट चले गए। वहां से निलंबन के खिलाफ स्टे ऑर्डर ले आए। स्टे मिलने के बाद वह बुधवार को सीधे सीएमओ ऑफिस पहुंच गए। वहां कुर्सी पर बैठ गए। जब नए सीएमओ ने उन्हें कुर्सी पर बैठा देखा तो कहा- उठिए यहां से। इसके बाद दोनों में हल्की बहस हुई। लेकिन, डॉ. नेमी कुर्सी से नहीं हटे। उन्होंने कमरे के बाहर अपनी नेम प्लेट भी लगवा दी। कुर्सी के लिए हुए इस विवाद के बीच आखिरकार उदयनाथ ऑफिस से चले गए।.............................. यह भी पढ़ें : कानपुर पुलिस ने निलंबित CMO को ऑफिस से निकाला:नए CMO को कुर्सी पर बैठाया, 2 दिन से चल रहा था हाई वोल्टेज ड्रामा कानपुर के सीएमओ ऑफिस में करीब साढ़े 7 घंटे तक हाईप्रोफाइल ड्रामा चला। यह निलंबित सीएमओ डॉ. हरिदत्त नेमी को ऑफिस से बाहर करने के साथ खत्म हुआ। दोपहर करीब साढ़े 3 बजे वर्तमान सीएमओ डॉ. उदयनाथ ऑफिस पहुंचे। उनके साथ एसीपी और एडीएम भी थे। दोनों अफसरों की मौजूदगी में करीब आधे घंटे तक मीटिंग चली। पढ़िए पूरी खबर....

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:40 am

छांगुर की PMO तक शिकायत पहुंची, तब शुरू हुई कार्रवाई:जिगरी दोस्त से दुश्मन बना ठेकेदार वसीउद्दीन, उजागर किए धर्मांतरण के काले कारनामे

बलरामपुर में गिरफ्तार किए गए धर्मांतरण के मास्टरमाइंड जलालुद्दीन शाह उर्फ छांगुर बाबा की प्रशासन में अच्छी पकड़ थी। इसलिए स्थानीय स्तर पर उसके खिलाफ शिकायतों के बाद भी कार्रवाई नहीं होती थी। लेकिन, जब उसका जिगरी दोस्त ठेकेदार वसीउद्दीन खान उर्फ बब्बू चौधरी ही दुश्मन बन गया तो एक-एक कर काले कारनामे उजागर होने लगे। वसीउद्दीन खान उसके अवैध जमीन और धर्मांतरण की लिस्ट लेकर पीएमओ तक पहुंच गया। तब अफसर चौंके और फिर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू हुई। जब तक छांगुर के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो रही थी, तब तक वह धर्मांतरण करवाता रहा। औरैया से तो एक ऐसा मामला भी सामने आया, जिसमें लड़की को इस्लाम में कंवर्ट करवाया। उसका निकाह करवाया। इसके बाद जो कुछ हुआ, वह हैरान करने वाला है। दैनिक भास्कर की टीम इस वक्त बलरामपुर में मौजूद है। आज हम जानेंगे छांगुर की असलियत कैसे सामने आई? छांगुर का जन्म गरीबपुर गांव में हुआ। यह गांव बलरामपुर जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर दूर है। बचपन में पिता करीमुल्ला की मौत के बाद छांगुर की मां बच्चों के साथ अपने मायके रेहरामाफी लौट आई। यहीं छांगुर का पूरा जीवन बीता। शुरुआत में गांव-गांव कपड़े की फेरी की, फिर अंगूठी और नग बेचने लगा। बीच-बीच में वह मुंबई की हाजी अली दरगाह के पास भी नग बेचने का काम करता था। 2011 में पत्नी कुतबुनिशा को प्रधानी का चुनाव लड़वाया और चुनाव जीत गया। इसके बाद उसका जीवन बदल गया। प्रधान बन जाने के बाद भी छांगुर ने नग बेचने का अपना धंधा बंद नहीं किया। वह व्यापारियों और अधिकारियों को नग देता था। अधिकारियों-व्यापारियों के जीवन में कुछ भी अच्छा हो तो उन्हें लगता था कि यह नग की वजह से ही है। इसी तरह से उसने मुंबई में नवीन रोहरा और उसकी पत्नी नीतू रोहरा को भी नग दिया था। इसके बाद उनके जीवन में बदलाव हुआ और दोनों छांगुर के खास बन गए। खास भी इतना कि छांगुर 2015 के बाद जब भी मुंबई गया, वह ब्लू माउंटेन योगी हिल्स मुलुंड वेस्ट स्थित नवीन के घर पर ही रुका। 2020 में नवीन और नीतू ने तय कर लिया कि अब छांगुर के साथ उसके घर पर ही रहना है। इसलिए बलरामपुर में बड़ा निवेश करने आ गए। दोनों ने मधेपुर में करोड़ों रुपए खर्च करके 3 बीघा जमीन खरीदी। यह जमीन नीतू उर्फ नसरीन के नाम पर खरीदी गई। जमीन इलाके की एक मशहूर चांद मिया की मजार के एकदम बगल थी। इस मजार का सीधा कोई मालिक नहीं था, छांगुर की इस पर भी नजर थी। इसलिए यहां जो कुछ भी निर्माण होता, उसमें भी छांगुर चंदा देता था। छांगुर ने कोठी-कॉलेज बनवाने के लिए 12 करोड़ का ठेका दियाछांगुर ने उस 3 बीघा जमीन पर निर्माण के लिए थाना गैड़ास के बांक भावनी गांव के वसीउद्दीन खान उर्फ बब्बू चौधरी से संपर्क किया। बब्बू की मां इस वक्त जिला पंचायत सदस्य हैं। 3 साल पहले बब्बू की छांगुर से अच्छी बनती थी। इसलिए पूरे निर्माण की जिम्मेदारी छांगुर ने बब्बू को दे दी। यह पूरी डील 12 करोड़ रुपए में तय हुई थी। इस पैसे में कोठी और फिर डिग्री कॉलेज का निर्माण करवाना था। काम शुरू हो गया। 2021 में पैसों को लेकर शुरू हुआ विवाद2021 में जब निर्माण का काम आधे से ज्यादा पूरा हो गया, तब छांगुर और बब्बू के बीच पैसे को लेकर विवाद हो गया। नीतू को शक हो गया कि जितना पैसा बब्बू ले रहा है, उतना खर्च नहीं हो रहा। यहां कुल बेईमानी ढाई करोड़ रुपए की थी। छांगुर ने भी इसके बाद आपत्ति जताई और बब्बू के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया। इसके बाद दोनों के बीच की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। बब्बू के खिलाफ एक के बाद एक कुल 7 एफआईआर करवाईं। बब्बू ने छांगुर के कारनामों को इकट्ठा कियापिछले 4 साल से छांगुर और बब्बू के बीच मुकदमेबाजी शुरू हो गई। बब्बू ने छांगुर, उसके बेटे महबूब, नवीन और नीतू से जुड़े जमीनों के कागज निकालना शुरू किया। धर्मांतरण के मामलों से जुड़े सबूत जुटाए। कई अहम जानकारियां मिलीं। बब्बू ने पहले स्थानीय थानों में शिकायती पत्र दिया, फिर बलरामपुर में अफसरों के पास कागज लेकर पहुंचा। लेकिन, कहीं से भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। कुछ लोग यह भी कहते हैं कि छांगुर की अधिकारियों से इतनी पहचान थी कि अफसर कार्रवाई करने से बचते थे। बब्बू शांत नहीं बैठा। उसने सबूतों के साथ पीएमओ को शिकायत दी। जब पीएमओ से आदेश मिला तो एटीएस सक्रिय हुई और फिर कार्रवाई की शुरुआत हुई। यूपी में जांच एसटीएफ को सौंपी गई। एसटीएफ ने पूछताछ के लिए छांगुर बाबा को नोटिस दिया, छांगुर,नवीन-नीतू और महबूब एसटीएफ के सामने हाजिर नहीं हुए और कार्रवाई रुकवाने के लिए हाईकोर्ट पहुंच गए। हाईकोर्ट ने कार्रवाई रोकने से मना कर दिया। एसटीएफ ने इसके बाद FIR दर्ज की। उस एफआईआर के खिलाफ भी छांगुर गैंग हाईकोर्ट गया, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। बब्बू ठेकेदार ने जानबूझकर फंसायाहमें छांगुर के गांव रेहरामाफी के मस्तान मिले। वह कहते हैं- बब्बू ठेकेदार से इनका पहले से लफड़ा चल रहा था। उसके चलते ही बब्बू ने बाबा को फंसाया। वह मुंबई का डॉन था। पहले से कोई दुश्मनी नहीं थी। लेकिन, उसके बाद पता नहीं उसके दिल में क्या आया कि वह बाबा के साथ ऐसा करने लगा। हमें इतना दो, उतना दो। जबकि आप गांव में किसी से भी पूछ लीजिए, कोई भी नहीं कहेगा कि बाबा खराब हैं। बाबा तो मुंबई में रहते थे। वहां कपड़े की दुकान थी उनकी। वह बीच-बीच में यहां आते थे। गांव में हमने कई लोगों से बात की। ज्यादातर का यही कहना है कि बब्बू और छांगुर का शुरुआती कोई विवाद नहीं था। दोनों एक-दूसरे को अच्छे से जानते और समझते थे। इसीलिए छांगुर ने बब्बू को पूरी जिम्मेदारी दी थी। छांगुर की कोठी को फिलहाल 8 बुलडोजर लगाकर 3 दिन में गिरा दिया गया है। अब उसके बाकी के ठिकानों की जांच की जा रही है। दूसरी तरफ, जब से कार्रवाई शुरू हुई, तब से बब्बू अंडरग्राउंड है। वह किसी से कोई बात नहीं कर रहा। 300 करोड़ की संपत्ति, 106 करोड़ का ट्रांजैक्शन​​​​​​छांगुर, उसके बेटे महबूब, नवीन और नीतू के पास कुल मिलाकर करीब 300 करोड़ रुपए की संपत्ति है। नवीन का एक खाता स्विस बैंक में है। इसकी ब्रांच शारजाह में थी। ज्यादातर ट्रांजैक्शन इसी अकाउंट से किए गए हैं। छांगुर गैंग के पास कुल 8 फर्म थीं, इससे जुड़े कुल 40 अकाउंट थे। करीब 106 करोड़ रुपए के ट्रांजैक्शन के इनपुट ईडी के अधिकारियों को मिले हैं। इन सबकी जांच की जा रही है। फिलहाल छांगुर और नीतू उर्फ नसरीन को एटीएस ने 7 दिन की रिमांड पर लिया है। यह रिमांड 10 जुलाई की सुबह 10 बजे से शुरू हो गई है, 16 जुलाई की शाम 6 बजे तक रहेगी। दूसरी तरफ बलरामपुर पुलिस ने छांगुर के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए जिलाधिकारी से अनुमति मांगी है। ---------------------------- ये खबर भी पढ़ें... छांगुर बाबा ने मुंबई से दुबई तक करवाया धर्मांतरण, डिग्री कॉलेज बनवा रहा था, मजार की 5 बीघा जमीन पर थी नजर; पढ़ें पूरी कहानी बलरामपुर में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा बड़े लेवल पर धर्मांतरण करने की प्लानिंग में था। इसके लिए वह बलरामपुर में बंगले से लगे जमीन पर डिग्री कॉलेज बनवा रहा था। जमीन कम न पड़े, इसलिए पास की 5 बीघा मजार की जमीन पर भी उसकी नजर थी। वहीं, बलरामपुर के बाद आजमगढ़ को अपना दूसरा मुख्यालय बना रहा था। ATS सूत्रों के मुताबिक, छांगुर बाबा बड़े स्तर पर धर्मांतरण की प्लानिंग कर रहा था। इसलिए, वह कॉलेज भी बनवा रहा था। वह कई सालों से धर्मांतरण के काम में लगा हुआ था। ATS इन सब चीजों को लेकर एक विस्तृत रिपोर्ट बनाकर ED को देगी। ED प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज करके इस पूरे नेटवर्क के पैसे के लेनदेन का पता लगाएगी। छांगुर बाबा आगे की क्या प्लानिंग कर रहा था। पढ़िए पूरी खबर...

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:40 am

100 यूनिट का बिजली बिल 840 रुपए लेने की तैयारी:यूपी में अभी तक लगते हैं 640 रुपए, उपभोक्ता बोले- कंपनियां फेल, सजा जनता को

उत्तर प्रदेश के 3.45 करोड़ बिजली उपभोक्ताओं को जल्द ही बड़ा झटका लग सकता है। बिजली कंपनियों ने दरों में रिकॉर्ड 45% तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव विद्युत नियामक आयोग के सामने रखा है। बुधवार को इस पर पहली जनसुनवाई कानपुर के केस्को मुख्यालय में हुई। इसमें उपभोक्ताओं, कारोबारी संगठनों और परिषदों ने मीटर रीडिंग से लेकर बिलिंग गड़बड़ी, ट्रिपिंग और ओवर चार्जिंग तक के मुद्दे गिनाते हुए विरोध दर्ज कराया। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने आरोप लगाया कि प्रदेश में उपभोक्ताओं का 33,122 करोड़ रुपए का सरप्लस है। फिर भी कंपनियां दरों में बढ़ोतरी कर जनता पर बोझ डाल रही हैं। प्रस्ताव के लागू होते ही घरेलू उपभोक्ताओं के बिल 30 से 45% तक बढ़ सकते हैं। नई दरों में प्रति यूनिट रेट 8 से 12 रुपए तक पहुंच जाएगा। आयोग टैरिफ याचिका पर आपत्तियों की सुनवाई जुलाई में पूरी कर लेगा। सितंबर तक नई दरों के लागू होने की बात कही जा रही है। आखिर क्यों बिजली की दरों में बढ़ोतरी को प्रदेश की एक ट्रिलियन इकॉनामी तक पहुंचने में सबसे बड़ा बाधा बताया जा रहा है? पढ़िए ये रिपोर्ट… कानून भी नहीं करता दर वृद्धि का समर्थनराज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद की दलील है कि जब किसी राज्य में उपभोक्ताओं का बिजली कंपनियों पर 33,122 करोड़ सरप्लस निकल रहा है। तब कोई भी कानून दरों में बढ़ोतरी की इजाजत नहीं देता। इसे लौटाने पर कोई बात नहीं हो रही। उलटे 45% तक दरों में वृद्धि कर सीधे आम आदमी पर भारी बोझ डाला जा रहा है। विद्युत नियामक आयोग के सामने उपभोक्ताओं, कारोबारियों ने एक स्वर में केस्को के 18 से 40 फीसदी तक टैरिफ बढ़ाने के प्रस्ताव का विरोध किया। आपत्तियों में घरेलू उपभोक्ताओं और कारोबारियों कहा कि टैरिफ लगाने से बिजली के रेट में कई गुना इजाफा हो जाएगा। इससे महंगाई बढ़ने के साथ ही उद्योग भी प्रभावित होंगे। दलील दी जा रही है कि एक तरफ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की औद्योगिक व्यवस्था को एक ट्रिलियन करने का लक्ष्य रखा है, जबकि टैरिफ लगाने से बिजली की 9 से 10 रुपए यूनिट हो जाएंगी। इसका असर सीधे आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। नियामक आयोग में इस तरह है बढ़ोतरी का प्रस्तावपावर कॉर्पोरेशन की ओर से विद्युत नियामक आयोग में याचिका दाखिल की गई है। इसके मुताबिक, बिजली दरों में 40-45 फीसदी बढ़ोतरी का प्रस्ताव पेश किया गया है। इसमें ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के लिए अधिकतम फिक्स चार्ज 8 और शहरी के लिए 9 रुपए प्रति प्रति यूनिट का प्रस्ताव है। इसी तरह अधिकतम फिक्स चार्ज के साथ प्रति किलोवाट फिक्स चार्ज, विद्युत कर और दूसरे शुल्क जोड़कर प्रति यूनिट 12 से 13 रुपए चुकाने होंगे। राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद का आरोप है- पावर कॉर्पोरेशन ने फिक्स चार्ज में बड़ा खेल किया है। एक तरफ भाजपा के संकल्प पत्र में गरीबों को 100 यूनिट तक 3 रुपए प्रति यूनिट देने की बात कही गई है। प्रस्तावित टैरिफ याचिका लागू हुआ तो ये भी 4 रुपए प्रति यूनिट हो जाएगा। पहले बिजली दरों के 4 स्लैब थे, जिन्हें 3 कर दिया गया है। कुछ स्लैब में बिजली दरों में 50 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी की गई है। फिक्स चार्ज पर इस तरह बढ़ोतरी का प्रस्तावउपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने बताया कि प्रस्तावित याचिका के अनुसार फिक्स चार्ज भी बढ़ाया गया है। शहरी फिक्स चार्ज 110 से बढ़ाकर 190 रुपए प्रति किलोवाट और ग्रामीण क्षेत्र में फिक्स चार्ज 90 से बढ़ाकर 150 रुपए प्रति किलोवाट प्रस्तावित है। अगर यह प्रस्ताव लागू हो गया तो आम घरेलू उपभोक्ताओं का मासिक बिजली बिल 100 यूनिट खपत पर 660 से बढ़कर 840 रुपए हो जाएगा। इससे हर वर्ग पर सीधा असर पड़ेगा- चाहे वो घरेलू हो या औद्योगिक उपभोक्ता। वर्मा ने केस्को के आंकड़ों को भ्रामक बताया, नियामक आयोग के सदस्यों को कंपनियों की संदिग्ध कार्यशैली के दस्तावेज सौंपे। आरोप लगाए कि केस्को कानपुर में काम कर रही दो बड़ी कंपनियां, जिन्हें 100 करोड़ से ज्यादा का काम मिल है, वह साल-2023 और 2024 में दूसरे राज्यों में ब्लैक लिस्ट हो चुकी हैं। निजीकरण होने पर सबसे अधिक प्रभावित केस्को कानपुर के उपभोक्ता होंगेजनसुनवाई में उपभोक्ता परिषद की ओर से बताया गया कि दक्षिणांचल-पूर्वांचल का निजीकरण होने की दशा में सबसे ज्यादा असर केस्को कानपुर के उपभोक्ता पर पड़ेगा। अभी तक जो बल्ब सप्लाई टैरिफ है, उसके आधार पर पावर परचेज एग्रीमेंट बिजली कंपनियों को अलॉट है। उसके आधार पर बीएसटी (बल्क सप्लाई टैरिफ) का अलॉटमेंट चल रहा है। इसमें सबसे सस्ती बिजली दक्षिणांचल और पूर्वांचल को अलॉट है। सबसे महंगी 7.18 रुपए प्रति यूनिट बीएसटी दर केस्को को अलॉट है। अभी पूरे प्रदेश में बिजली दर समान है। निजीकरण हो जाने के बाद सभी कंपनियों की बिजली दर अलग-अलग होगी। उस दशा में सबसे ज्यादा बिजली दर में बढ़ोतरी का प्रभाव केस्को कानपुर के विद्युत उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। स्मार्ट प्रीपेड मीटर का जो ओपेक्स खर्च दिखाया गया है, उसे खारिज किया जाएवर्तमान में प्रदेश में लग रहे स्मार्ट प्रीपेड मीटर के अंदर जो कंपोनेंट है, वह चीनी है। इससे मीटर रीडिंग जंप कर रही है। भार जंप कर रहा है। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। मल्टी स्टोरी परिसर में रहने वाले विद्युत उपभोक्ताओं को बिजली बिल का डिटेल नहीं मिलता। इसके लिए आयोग ने वेबसाइट बनाकर पूरा डिटेल डालने के लिए आदेशित किया है। लेकिन, इसे कंपनियों की ओर से अभी तक लागू नहीं किया गया। इस पर सख्त कदम उठाया जाए। 1 किलोवाट तक के जो घरेलू विद्युत उपभोक्ता अपनी जीविका चलाने के लिए घर में दुकान खोल लेते हैं, उन्हें घरेलू टैरिफ की व्यवस्था दी जाए। पिछले दिनों में 65 फीसदी तक बिजली चोरी में छूट दी गई। इसका खामियाजा प्रदेश की जनता पर ना डाला जाए। 87 करोड़ की बिजली चोरी आज भी केस्को कानपुर में हो रहीउपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने कहा कि नई वर्टिकल व्यवस्था केस्को कानपुर के विद्युत उपभोक्ताओं के लिए पावर क्रिटिकल व्यवस्था बन गई है। केस्को कानपुर में लगभग 4872 मिलियन ड्यूटी बिजली की आवश्यकता होती है। आज भी 3% बिजली चोरी हो रही है। इस तरह केस्को कानपुर में साल में लगभग 87 करोड़ की बिजली चोरी होती है। मतलब, हर महीने लगभग 7 करोड़ 25 लाख की बिजली चोरी हो रही है। बिजली रुकेगा, तो फायदा भी होगा और बिजली दरों में कमी भी आएगी। पहली सुनवाई में इस तरह की आपत्तियां पेश की गईं आयोग ने केस्को को ये निर्देश दिए ---------------------- ये खबर भी पढ़ें... छांगुर बाबा ने मुंबई से दुबई तक करवाया धर्मांतरण, डिग्री कॉलेज बनवा रहा था, मजार की 5 बीघा जमीन पर थी नजर; पढ़ें पूरी कहानी बलरामपुर में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा बड़े लेवल पर धर्मांतरण करने की प्लानिंग में था। इसके लिए वह बलरामपुर में बंगले से लगे जमीन पर डिग्री कॉलेज बनवा रहा था। जमीन कम न पड़े, इसलिए पास की 5 बीघा मजार की जमीन पर भी उसकी नजर थी। वहीं, बलरामपुर के बाद आजमगढ़ को अपना दूसरा मुख्यालय बना रहा था। जिला प्रशासन ने 8 और 9 अगस्त को बुलडोजर लगवाकर उसकी आलीशान कोठी के अवैध हिस्से को जमींदोज कर दिया। अब प्रशासन छांगुर बाबा और उससे जुड़े लोगों की संपत्तियों की जांच कर रहा है। वहीं, ATS उन लोगों की तलाश कर रही है, जो कभी छांगुर बाबा के सहयोगी रहे हैं। पढ़ें पूरी खबर

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:39 am

पिछले साल से 22.75 एमएम ज्यादा बारिश:सावन आज से... अबतक 212.62 एमएम बरसात, पिछले साल 189.97 हुई थी

सावन की महीना 11 जुलाई से शुरू हो रहा है। सावन के महीने से एक दिन पहले ही जिले में कई स्थानों पर झमाझम बरसात से हुई, जिससे मौसम खुशनुमा हो गया। माना जाता है कि आने वाले सावन और भादों के महीनों में अच्छी बारिश होती है। जिले की औसत बारिश 542.43 एमएम है और 1 जून से 10 जुलाई तक 212.62 एमएम बरसात हुई है। वहीं पिछले साल इसी अवधि के दौरान 189.87 एमएम ही हुई थी। ऐसे में इस साल अभी बरसात का कोटा पूरा नहीं है, लेकिन अच्छी बात ये है कि पिछले साल से अधिक बरसात दर्ज हुई है। जिले में इस साल एक ही दिन में सर्वाधिक बरसात एक जुलाई को बयाना में 111 एमएम दर्ज हुई है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि इन दिनों धान, बाजरा, तिलहन और अन्य खरीफ फसलों की बुवाई का समय है। जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता बनै सिंह के अनुसार भरतपुर जिले(नवसृजित डीग जिले सहित) की औसत बरसात 542.43 एमएम है। इधर जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार पिछले 10 सालों की औसत वर्षा की बात करें तो जिले में सर्वाधिक भरतपुर में 814.40 एमएम हुई है, इस साल भी अभी तक कुल 340 एमएम बरसात दर्ज हुई है। भूकंप के झटके भरतपुर में भी हुए महसूस भूकंप के झटके गुरुवार सुबह राजस्थान के वि​भिन्न इलाकों सहित भरतपुर में भी महसूस किए गए। सुबह करीब 9.04 मिनट पर भरतपुर ध​रती हिली, जिससे लोगों को ऊपरी मंजिल पर रहने वाले लोगों को ज्यादा महसूस हुए। गिरीश विहार में अपने मकान में तीसरी मंजिल पर बैठे जयप्रकाश का कहना है कि भूकंप के झटके की वजह से खिड़कियों के दरवाजे हिलने लगे और आवाज आने लगी। वह घबरा गए, लेकिन ज्यादा देर तक नहीं होने से राहत ली। लोगों का कहना है कि एनसीआर के कई एरिया में 10 सेकेंड तक धरती हिली। मौसम केन्द्र के मुताबिक भूकंप की ​तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 4.4 रही। वहीं अनुसंधान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस दिन अधिकतम तापमान में 4.2 डिग्री की और न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री की गिरावट आई है। अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री और न्यूनतम 25.5 डिग्री दर्ज किया गया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:39 am

नई व्यवस्था:सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर बिना परीक्षा के मेडिकल टीचर बन सकेंगे

खाली पद भरने के लिए एनएमसी ने की व्वस्था मप्र के सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज कर रहे अनुभवी डॉक्टर अब मेडिकल कॉलेजों में टीचर बन सकेंगे- वह भी बिना परीक्षा और इंटरव्यू के। नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी की भारी कमी को देखते हुए यह व्यवस्था लागू की है। इसके तहत 220 से ज्यादा बेड वाले सरकारी गैर-शिक्षण अस्पताल अब टीचिंग अस्पताल माने जाएंगे और वहीं के डॉक्टर मेडिकल स्टूडेंट्स को पढ़ा सकेंगे। अब तक मेडिकल टीचर बनने के लिए एमपीपीएससी या डायरेक्ट इंटरव्यू पास करना जरूरी था। नई व्यवस्था में डॉक्टरों को उनके अनुभव के आधार पर ही प्रोफेसर या असिस्टेंट प्रोफेसर बनाया जा सकेगा। उदाहरण के लिए, 10 साल का अनुभव रखने वाले डॉक्टर एसोसिएट प्रोफेसर और 2 साल का अनुभव रखने वाले विशेषज्ञ असिस्टेंट प्रोफेसर बन सकेंगे। शर्तें क्या होंगी? असर क्या पड़ेगा?इस साल श्योपुर व सिंगरौली में मेडिकल कॉलेज शुरू होंगे। बुदनी, मंडला व राजगढ़ में अगले सत्र से 150-150 सीटों के साथ कॉलेज खुलेंगे। यानी कुल 750 नई सीटें जुड़ेंगी, पर पढ़ाने के लिए फैकल्टी की कमी है। अभी प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसर, एसो. प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर के 50% से ज्यादा पद खाली हैं। नियमों के अनुसार, हर 100 एमबीबीएस सीटों पर कम से कम 9 से 10 फैकल्टी जरूरी होती हैं।स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव संदीप यादव ने कहा कि अधिसूचना का अध्ययन कर आगे की प्रक्रिया तय की जाएगी। नई भर्तियों की तैयारी भी जारी है। एक्सपर्ट व्यू - डॉ. पंकज शुक्ला, पूर्व डायरेक्टर, NHM डॉ. पंकज शुक्ला, पूर्व डायरेक्टर, NHM फैसले से गुणवत्ता पर असर पड़ेगा। सरकारी अस्पतालों में पहले से डॉक्टरों पर ओपीडी, सर्जरी और इमरजेंसी का भार है। अब उन्हें पढ़ाने का जिम्मा भी मिल जाएगा। इससे न मरीजों पर फोकस हो पाएगा और न स्टूडेंट्स को क्वालिटी टीचिंग मिल पाएगी। सीनियर रेजिडेंसी और रिसर्च अनुभव की अनदेखी से एमडी/एमएस जैसे विशेषज्ञ डॉक्टरों की मेहनत और योग्यता का अवमूल्यन होगा। डिप्लोमा होल्डर्स को छह साल के अनुभव पर असिस्टेंट प्रोफेसर बनाया जा रहा है, जबकि कई कॉलेजों में आज भी डेमो रूम, डिजिटल लैब जैसी बुनियादी सुविधाएं ही नहीं हैं। सुझाव: जिला अस्पतालों के अनुभवी डॉक्टरों को मेडिकल कॉलेजों से अटैच किया जाए। फैकल्टी तैयार करने के लिए रिसर्च और एकेडमिक ट्रेनिंग जरूरी हो।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:38 am

बहन की अश्लील तस्वीरें भाई को भेज युवक ने की ब्लैकमेलिंग, केस दर्ज

लुधियाना| एक युवती को पुरानी दोस्ती निभाना भारी पड़ गया। युवक ने दोस्ती का गलत फायदा उठाते हुए उसकी अश्लील फोटो वायरल कर दी और ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। थाना जोधेवाल की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। आरोपी की पहचान सत्येंद्र मोरिया उर्फ शुभम, निवासी ईस्ट मुंबई के रूप में हुई है। एसएचओ जसबीर सिंह ने बताया कि पीड़िता ने शिकायत में कहा कि कुछ साल पहले वह अपने गांव में एक पारिवारिक समागम में गई थी। वहीं उसकी मुलाकात आरोपी युवक से हुई और दोनों में दोस्ती हो गई। धीरे-धीरे बातों का सिलसिला फोन और सोशल मीडिया पर शुरू हो गया। इस दौरान दोनों ने आपस में फोटो भी शेयर किए। शिकायत के मुताबिक, बाद में युवक ने ब्लैकमेलिंग शुरू कर दी और पीड़िता की अश्लील तस्वीरें उसके भाई को भेज दीं। यही नहीं, आरोपी ने पीड़िता के भाई को भी धमकाना शुरू कर दिया। मामला गंभीर होते देख परिजन पुलिस के पास पहुंचे, जिसके बाद केस दर्ज किया गया। फिलहाल आरोपी फरार है, और पुलिस की टीम गिरफ्तारी के लिए मुंबई में छापेमारी कर रही है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:37 am

मॉडल टाउन मार्केट में ऑटो में बैठी महिला से झपटा पर्स, गिरने से लगी चोटें

लुधियाना| मॉडल टाउन मेन मार्केट में वीरवार रात झपटमारी की वारदात हुई। ऑटो में बैठी एक महिला से बाइक सवार लुटेरे पर्स छीनकर फरार हो गए। पर्स छीनने के दौरान महिला सड़क पर गिर पड़ी और उसे हाथ-पैर में चोटें आईं। घायल महिला की पहचान जसवीर कौर (39) निवासी डाबा रोड के रूप में हुई है। पीड़िता ने बताया कि वह किसी निजी काम से ऑटो में जा रही थीं, तभी एक्टिवा पर सवार दो युवकों ने झपट्टा मार उनका पर्स छीन लिया। अचानक झटके से जसवीर कौर ऑटो से नीचे गिर गईं, जिससे हाथ-पैर में खरोंचें और सूजन आ गई। उन्होंने बताया कि पर्स में करीब 6000 नकद, दो मोबाइल फोन और सोने की बालियां थीं। घटना के बाद महिला ने थाना मॉडल टाउन पुलिस को शिकायत दी है। पुलिस ने केस दर्ज कर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:37 am

सेटलमेंट का झांसा देकर 4.18 लाख हड़पे, आरोपी पर केस दर्ज

भास्कर न्यूज|लुधियाना निजी बैंक से मकान की सेटलमेंट करवाने का झांसा देकर 4.18 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। डिवीजन-5 थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता अंकित जैन, निवासी न्यू माधोपुरी, ने बताया कि उन्होंने 2019 में अपने माता-पिता से विरासत में मिले मकान को गिरवी रखकर एक निजी बैंक से 23 लाख का लोन लिया था। लोन की किस्तें समय पर न चुकाने के चलते बैंक ने मकान पर कब्जा कर लिया। इसी दौरान आरोपी करण कुमार, निवासी लुधियाना, ने 15 अगस्त 2024 को बैंक से सेटलमेंट कराने का झांसा देकर 4.18 लाख ले लिए। लेकिन न तो सेटलमेंट हुई और न ही आरोपी ने पैसे लौटाए। लंबे समय तक इंतजार के बाद पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी करण कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी मलकीत राम के अनुसार, फिलहाल आरोपी फरार है और उसकी तलाश में छापेमारी जारी है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:37 am

करंट लगने से लाइनमैन की मौत

लुधियाना| साहनेवाल थाना क्षेत्र में करंट लगने से एक प्रवासी बि भास्कर न्यूज|लुधियाना है।जली मिस्त्री की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा उस वक्त हुआ जब वह निजी तौर पर बिजली का काम कर रहा था और उसने सुरक्षा के लिए जरूरी उपकरण नहीं पहने थे। मृतक की पहचान संजय शाह (45) पुत्र गुड्डर शाह, निवासी समस्तीपुर (बिहार), हाल बरोटा रोड, जेड मॉल के पास के रूप में हुई है। वह प्राइवेट लाइनमैन का काम करता था। बिजली विभाग के कर्मचारी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि हादसे के समय फीडर बंद था, लेकिन लाइन में जमा (स्टोर) बिजली के कारण संजय को करंट लग गया। हादसे के समय संजय ने सेफ्टी ग्लव्स और सुरक्षा सूट नहीं पहन रखा था, जो उसकी जान बचा सकते थे। गंभीर हालत में उसे फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:36 am

जनाना अस्पताल में बड़ी लापरवाही:रेफर करते समय बच्ची की जगह बच्चे को भेज दिया जयपुर, मां ने डायपर बदला तो पता चला

राजकीय जनाना अस्पताल में स्टाफ की लापरवाही से नवजात लड़के-लड़की बदल दिए गए। अस्पताल के नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट (एनआईसीयू) वार्ड से लड़की की जगह लड़के को रैफर करके भेज दिया गया। लड़की का डायपर बदलने पर पता चला तो परिजनों के होश उड़ गए और फिर हंगामा किया। वहीं जयपुर पहुंचने पर लड़की वालों को लड़का देखकर होश उड़ गए, बाद में लड़की को भी जयपुर रैफर कर दिया और दोनों ही जयपुर में एक ही अस्पताल जेके लोन में पहुंच गए। गुरुवार सुबह फिर यहां जनाना अस्पताल में हंगामा हो गया, लड़की के परिजनों ने ये कहकर हंगामा कर दिया कि दोनों बच्चे जयपुर हैं या नहीं क्या पता। बाद में एनआईसीयू वार्ड प्रभारी डॉ. हिमांशु गोयल ने जयपुर से दोनों ही बच्चों का वीडियो मंगाकर दिखाया, तब मामला शांत हुआ। एनआईसीयू प्रभारी डॉ. गोयल का कहना है कि नवजात लड़का-लड़की दोनों को ही जयपुर रैफर करना था, जिसमें कर्मचारी से गलती हुई और रैफर टिकट ही बदले, बच्चे नहीं बदले गए। जबकि दोनों ही बच्चों के परिजनों की वीडियो भास्कर के पास है, जिसमें उन्होंने बच्चों के बदलने की बात कही है। हालांकि बाद जयपुर में परिजनों को दोनों बच्चों को एक-दूसरे को दिखा दिया और वहां इलाज जारी है। नवजात लड़की को सांस लेने में थी परेशानी अछनेरा की रहने वाली प्रियंका ने 6 जुलाई को लड़की को जन्म दिया था। उसको इसके सांस लेने में तकलीफ थी। एनआईसीयू वार्ड में नवजात लड़की को भर्ती कराया गया। हालात गंभीर होने पर उसे बुधवार शाम 6 बजे जयपुर के जेके लोन हॉस्पिटल में रेफर करना था, लेकिन कर्मचारियों ने परिजनों को लड़की की जगह लड़का दे दिया। 19 जून को हुई थी डिलीवरी, 7 माह के लड़के ​को दिया था जन्म असल में नदबई निवासी छोटे लाल की पत्नी डॉली की 19 जून की जनाना अस्पताल में डिलीवरी हुई थी। डॉली ने 7 महीने के लड़के को जन्म दिया। जिसकी नाजुक हालत के चलते उसे एनआईसीयू में भर्ती किया गया और तभी से उसका उपचार चल रहा था, जबकि उसकी मां डोली को 24 जून को डिस्चार्ज कर दिया गया था। रोजाना लड़के के चेकअप होते थे। मां को दो बार एनआईसीयू वार्ड में लड़के को दूध पिलाने के लिए बुलाया जाता था। बुधवार को जब वो शाम को बच्चे को दूध पिलाने पहुंची और डायपर चेंज करने लगी तो बच्चा बदलने का पता लगा। जहां लड़के की जगह लड़की भर्ती मिली। इसी वार्ड में अछनेरा निवासी प्रियंका पत्नी दीनदयाल की नवजात लड़की भी भर्ती थी। जिसकी हालत गंभीर होने पर उसे चिकित्सकों ने बुधवार शाम को जयपुर रेफर कर दिया। रेफर की गई लड़की की जगह लड़के को जयपुर के जेके लॉन अस्पताल भेज दिया गया। वहीं लड़के को जयपुर लेकर पहुंचे लड़की के पिता अछनेरा निवासी दीनदयाल को भी जयपुर पहुंच कर पता चला कि उसके साथ गलती से लड़के को भेज दिया गया है। मामले की गंभीरता के चलते दोनों जगह हड़कंप मच गया। डॉ. शेर सिंह ने कहा- लिखित में शिकायत किसी ने नहीं दी, फिर भी जांच करके कार्रवाई करेंगे किसी भी पक्ष की ओर से कोई शिकायत लिखित में नहीं दी गई है, फिर भी मामले की जांच करके कार्रवाई करेंगे। -डॉ. शेर सिंह, प्रभारी, राजकीय जनाना अस्पताल भरतपुर

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:36 am

1300 किलो कपड़ा लेकर फरार, व्यापारी के साथ धोखा, आरोपी पर मामला दर्ज

लुधियाना| कपड़ा व्यापारी के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। सिलाई के लिए दिया गया भारी मात्रा में कपड़ा न तो वापस मिला और न ही उससे बने नाइट सूट। फेज-6 निवासी जुगेश कुमार ने शिकायत दर्ज करवाई है कि जमालपुर निवासी जावेद इकबाल ने उनसे करीब 1200 से 1300 किलो कपड़ा नाइट सूट बनाने के लिए लिया था। जुगेश कुमार ने बताया कि प्रति पीस 2500 की दर से नाइट सूट तैयार करने का सौदा तय हुआ था। लेकिन न तो कपड़ा लौटा और न ही पूरी तरह से तैयार माल मिला। जो कुछ माल मिला, उसमें भी गंभीर खराबी थी, जिससे भारी नुकसान हुआ। व्यापारी का आरोप है कि जावेद ने जानबूझकर कपड़ा रोक लिया और नुकसान पहुंचाने की नीयत से ही खराब माल तैयार किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए फोकल पॉइंट थाना पुलिस ने जावेद इकबाल के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:35 am

शादी टूटी, दहेज में दिया सोना-नकद भी नहीं लौटाया, चार लोगों पर मामला दर्ज

लुधियाना| शादी का रिश्ता तय होने के बाद दहेज में दिए गए लाखों रुपए और सोना वापस न करने का मामला सामने आया है। थाना डिवीजन-8 पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। शिकायतकर्ता अवनीश कुमार, निवासी सिविल लाइंस ने बताया कि साल 2019 में उन्होंने अपनी बेटी का रिश्ता बहादुर-के रोड निवासी एक परिवार में तय किया था। उस समय आरोपियों को 1140 ग्राम सोना और 26.13 लाख रुपए दिए गए थे। मगर कोरोना काल में रिश्ता टूट गया, जिसके बाद शिकायतकर्ता ने दहेज में दिया गया सारा सामान वापस मांगा। आरोप है कि आरोपियों ने न सिर्फ पैसे और सोना लौटाने से मना कर दिया, बल्कि बदले में एक दुकान देने का इकरारनामा करवा लिया। अब वे उस वादे से भी मुकर गए हैं। इस मामले में पुलिस ने विजय कुमार, संदीप कुमार, अनीश कुमार और अशोक कुमार चारों निवासी बहादुर-के रोड के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जांच अधिकारी राज कुमार ने बताया कि दोनों पक्षों को बुलाकर बयान लिए जाएंगे। दस्तावेजों और बयान के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:35 am

फोन लूटने वाले सगे भाई काबू, 6 फोन व चोरी की बाइक बरामद

लुधियाना| मोबाइल चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले दो सगे भाइयों को थाना डिवीजन-6 की पुलिस ने काबू कर लिया है। दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर सवार होकर झपटमारी कर रहे थे। जांच अधिकारी दविंदर सिंह ने बताया कि पुलिस पार्टी शेरपुर चौक के पास गश्त पर थी, तभी सूचना मिली कि दो युवक झपटमारी की फिराक में हैं। पुलिस ने मिलिट्री कैंप रोड पर घेराबंदी कर दोनों को पकड़ लिया। आरोपियों की पहचान कृष्णा शर्मा और विशाल शर्मा, पुत्र नंदू शर्मा, निवासी गुरपाल नगर के रूप में हुई है। तलाशी लेने पर पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी की मोटरसाइकिल और 6 मोबाइल फोन बरामद किए हैं। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह मोबाइल कहां से और किनसे छीने गए हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:35 am

नीट यूजी:एनटीए का तर्क- दोबारा परीक्षा कराना संभव नहीं

नीट यूजी मामले में गुरुवार को हाई कोर्ट की डिविजन बेंच ने सुनवाई की। एनटीए ने सिंगल बेंच के दोबारा परीक्षा के आदेश को चुनौती दी थी। जस्टिस विवेक रूसिया और जस्टिस बिनोदकुमार द्विवेदी की खंडपीठ ने फैसला सुरक्षित रख लिया। छात्रों की ओर से कहा गया कि दोबारा परीक्षा ही एकमात्र विकल्प है, जबकि एनटीए का तर्क था कि 1 जुलाई से काउंसलिंग शुरू हो चुकी है। ऐसे में फिर से परीक्षा संभव नहीं। इधर, 13 और छात्रों ने 3 जून के बाद याचिका दायर की है। सिंगल बेंच ने 3 जून से पहले याचिका लगाने वालों को फिर परीक्षा का पात्र माना था। छात्रों ने मेहनत की, उनसे सहानुभूति: कोर्टडिविजन बेंच ने मौखिक रूप से कहा कि छात्रों की परेशानी पर कोई विवाद नहीं है। हम उनका तनाव समझते हैं। पूरी सहानुभूति रखते हैं। कई छात्रों ने ड्रॉप भी लिया है। लेकिन 22 लाख छात्रों ने परीक्षा दी थी, सभी का चयन संभव नहीं। कोर्ट ने उदाहरण देते हुए कहा कि एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, पर रोज हजारों विमान उड़ते हैं। एक लड़की की फ्लाइट छूट गई और वह बच गई। ऐसी घटना होती रहती हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:34 am

नदबई का सबसे बड़ा धार्मिक मेला:न्योठा में पांच सौ साल पुरानी बाबू बाबा की प्रतिमा वार्षिक मेले में यूपी और हरियाणा से आते हैं श्रद्धालु

नदबई-हलैना सड़क मार्ग पर स्थित न्योठा गांव समीपवर्ती क्षेत्र में बाबू बाबा धाम के नाम से जाना जाता है। बाबू बाबा मन्दिर होने के चलते गांव न्योठा समीपवर्ती क्षेत्र ही नहीं बल्कि, हरियाणा व दिल्ली के श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र बना हुआ। ग्रामीणों की मान्यता है कि, मन्दिर में आयोजित हवन की राख से चर्मरोग (सफेद दाग), मस्सा, कुष्ठ रोग का उपचार होता। बाबू बाबा के मन्दिर पर प्रतिमाह द्योज को हवन किया जाता। बाद में प्रतिदिन, श्रद्वालु हवन की राख को लगाते हुए चर्मरोग को उपचार करते। प्रत्येक माह की द्योज पर मन्दिर परिसर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहती। निसंतान दंपत्ति को भी बाबू बाबा के दर्शन कर, चीनी का भोग लगाने से संतान प्राप्ति होने की मान्यता के चलते भी मन्दिर परिसर में महिला श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती। जमीन से निकली बाबू बाबा की प्रतिमा... न्योठा निवासी रामकिशन गुर्जर ने बताया कि, करीब पांच सौ साल पहले जमीन की खुदाई के दौरान बाबू बाबा की प्रतिमा निकली। ग्रामीणों ने जमीन से प्रतिमा निकलने पर चबूतरे पर प्रतिमा को स्थापित कर दिया। बाद में जैसे-जैसे श्रद्धालुओं की आस्था पूरी होने लगी व श्रद्धालुओं की भीड़ होता देख, आमजन व भामाशाहों के सहयोग से करीब 1995 में मन्दिर का जीर्णोद्धार किया गया। हालांकि, बाबू बाबा मन्दिर परिसर की जगह कम होने व श्रद्धालुओं की हजारों की संख्या में भीड़ रहने के चलते श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना भी करना पडता। गांव का लेखा-जोखा जनसंख्या - 3500 साक्षरता दर - 85% जिला मुख्यालय से दूरी - 38 किमी कनेक्टिविटी : निजी वाहन प्रमुख उत्पादन - गेहूं और सरसों बाबू बाबा को लगता चीनी भोग रिटा. शिक्षक पुरुषोत्तम सिंह ने बाबू बाबा की प्रतिमा को सिर्फ चीनी का भोग लगाने व श्रद्धालुओं को अन्नकूट प्रसादी वितरित होने के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि, प्रत्येक माह की दोज पर मन्दिर में बाबू बाबा की विशेष पूजा-अर्चना होती। जबकि, भादो माह की शुक्ल पक्ष द्वितीया को वार्षिक मेले का आयोजन होता। जिसमें नदबई, भरतपुर सहित प्रदेश के अन्य जिले व हरियाणा, यूपी के श्रद्धालुओं की भीड़ रहती।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:33 am

2011 में मप्र की आबादी 7.26 करोड़ थी, अब यह करीब 9 करोड़ तक... अगले दशक में जनसंख्या स्थिर होनी शुरू हो जाएगी

आज... मध्य प्रदेश की आबादी हर साल 14.5 लाख तक बढ़ रही, यह ग्वालियर शहर जितनी मप्र में आबादी हर साल औसतन 14.49 लाख बढ़ रही है। यह ग्वालियर शहर की जनसंख्या के बराबर है। यह वृद्धि राज्य की नेचुरल ग्रोथ रेट (जन्म और मृत्यु के अंतर) के आधार पर है, जो हर 1000 लोगों पर 16.1 है। अभी प्रदेश की आबादी 9 करोड़ मानी जा रही है। इस हिसाब से प्रति लाख पर 1610 और प्रति करोड़ पर 1.61 लाख की सालाना वृद्धि हो रही है। 2013 में यह ग्रोथ रेट 14.4 थी और तब हर साल करीब 10.8 लाख लोग आबादी में जुड़ते थे। हाल ही में जारी सैंपल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (एसआरएस)-2022 में ये आंकड़े सामने आए हैं। रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में औसत जन्म दर 23.3 है। ग्रामीण क्षेत्र में यह 25.1 और शहरों में 18.2 है। वहीं, औसत मृत्यु दर 7.1 है। ग्रामीण क्षेत्र में यह 7.5 और शहरों में 6.2 है। इन आंकड़ों के आधार पर ही प्रदेश की नेचुरल ग्रोथ रेट 16.1 निकली है। कोविड महामारी के बाद प्रदेश में बढ़ी जन्मदर, मृत्युदर भी 7 के लाख के पारएसआरएस रिपोर्ट-2022 के मुताबिक प्रदेश में कोविड से पहले जन्म और मृत्यु पंजीयन के आंकड़ों में मामूली उतार-चढ़ाव के साथ प्रदेश में सालाना औसत बर्थ रजिस्ट्रेशन 14 से 15 लाख के आसपास ही रहे हैं। वहीं, मृत्यु पंजीयन 3.5 से 4.5 लाख के बीच ही था। लेकिन कोविड में प्रदेश में डेथ रजिस्ट्रेशन 7 लाख के पार चला गया था। जो कोविड के पहले और बाद के दोनों सालों में सामान्य से 2 लाख अधिक था। कोविड के बाद के प्रदेश में बर्थ रजिस्ट्रेशन में फिर बढ़ा है। यह बढ़ोतरी 2024 तक जारी रही। जनसंख्या में देश का 5वां बड़ा राज्य.. आबादी के मामले में यूपी, महाराष्ट्र, बिहार, बंगाल के बाद मप्र का नंबर आता है। वहीं क्षेत्रफल में सिर्फ राजस्थान ही मप्र से बड़ा है। कल... 35 साल में आधी हुई प्रति महिला बच्चों की प्रजनन दर; आबादी बढ़ने की रफ्तार थमेगी भास्कर एक्सपर्ट - आलोक बाजपेई, नॉलेज हेड, पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया मप्र जनसंख्या के मामले में उस मोड़ पर आ गया है, जहां से आने वाले वर्षों में उसकी रफ्तार थमने लगेगी। राज्य की कुल प्रजनन दर (टीएफआर) अब 2.0 पर आ चुकी है। यह रिप्लेसमेंट रेट 2.1 से भी कम है। रिप्लेसमेंट रेट वो स्तर है, जिस पर एक पीढ़ी की आबादी अगली पीढ़ी में बनी रहती है। यानी अब प्रदेश की महिलाएं, अगली पीढ़ी की आबादी को बनाए रखने के लिए जरूरी संख्या में भी संतानें नहीं जन्म दे रहीं। जनसंख्या स्थिरता की ओर बढ़ना सकारात्मक संकेत है, पर कई दीर्घकालिक चुनौतियां भी हैं। बुजुर्ग बढ़ेंगे... उनके स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा की तैयारी करनी होगी मध्य प्रदेश में हर महिला औसतन अब दो बच्चों को ही जन्म दे रही 1990 में औसत प्रजनन दर 4.0 बच्चे प्रति महिला थी। यानी 35 वर्षों में यह आधी हो गई। ट्रेंड बताता है कि परिवार छोटे हो रहे हैं। जनसंख्या बढ़ने की रफ्तार धीमी हो रही है। हालांकि, अभी प्रदेश की युवा और कामकाजी आबादी का अनुपात अधिक है। लेकिन डेमोग्राफिक डिविडेंड (युवाओं का लाभ) हमेशा नहीं रहेगा। सवाल यह नहीं है कि हमारी जनसंख्या कितनी होगी, बल्कि यह है कि हम इस जनसंख्या को कैसे दिशा देंगे। नीतिगत तैयारी... शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाएं देना जरूरी है पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया के नॉलेज हेड आलोक बाजपेई का कहना है कि अब दो बातों पर फोकस करना होगा।1. युवाओं में निवेश... अच्छी शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाएं देना जरूरी है, ताकि वे तरक्की में मददगार बनें।2. बुजुर्गों की बढ़ती संख्या के लिए तैयारी... जन्म दर होने के साथ बुजुर्गों की संख्या भी बढ़ने लगी। ऐसे में उनके लिए स्वास्थ्य, देखभाल और सामाजिक सुरक्षा की जरूरत बढ़ेगी। शहरीकरण का असर... प्रदेश के 40% लोग शहरों में रहते हैं। तमिलनाडु जैसे राज्यों में 70% लोग रहते है। यदि गांवों के लोग का शहर आते हैं तो आबादी भी तेजी से बढ़ेगी। -जैसा सुनील बघेल को बताया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:32 am

करनाल के बड़ा गांव में फायरिंग का मामला:फुटेज के आधार पर CIA-2 पुलिस ने चार आरोपियों को किया गिरफ्तार

करनाल के बड़ा गांव में दो पक्षों के बीच हुए झगड़े के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना के बाद सामने आए एक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई थी। वीडियो में हमलावरों को गाड़ियों से आते और हमला करते हुए देखा गया था। इसी के आधार पर पीड़ित पक्ष की ओर से दर्ज शिकायत के बाद पुलिस ने जांच तेज की और चारों आरोपियों को काबू में लिया। गुप्त सूचना पर दबोचे चार आरोपी, सभी सोनीपत के रहने वालेसीआईए-2 करनाल की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर चारों आरोपियों को करनाल क्षेत्र से दबोचा। जांच अधिकारी मुकेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान सोनीपत निवासी राहुल उर्फ नंबरदार पुत्र दलबीर, निखिल उर्फ कुनाल पुत्र सुनील, हिमांशु पुत्र जयपाल (निवासी टेकराम कॉलेज के पास) और कुलकीत उर्फ लाकड़ा पुत्र राजेश (निवासी साईपुरम कॉलोनी) के रूप में हुई है। राहुल और निखिल ककरोई रोड के रहने वाले हैं। सभी आरोपियों को पकड़कर करनाल के सरकारी अस्पताल में मेडिकल करवाया गया और फिर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने चारों को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। रिमांड में पूछताछ से खुलेगा फायरिंग और पिस्टल का राजचार दिन के पुलिस रिमांड में अब सीआईए-2 की टीम सभी आरोपियों से गहनता से पूछताछ करेगी। पुलिस का फोकस इस बात पर है कि झगड़े के दौरान जो फायरिंग की गई थी, उसमें इस्तेमाल पिस्टल कहां से लाई गई। साथ ही हथियारों की रिकवरी भी प्राथमिकता में है। पुलिस यह भी पता लगाएगी कि घटना में और कौन-कौन लोग शामिल थे और हमलावर इतने बड़े ग्रुप में कैसे पहुंचे। गाड़ी के टायर से पैर दबने के बाद भड़का विवादपूरा मामला 6 जुलाई की रात से जुड़ा है, जब बड़ा गांव का युवक पिंटू अपनी गाड़ी से गली में आया और वहीं खड़े सौरभ के पैर पर गाड़ी का टायर चढ़ गया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई थी, जो बाद में बढ़ गई। अगली दोपहर यानी 7 जुलाई को सौरभ गांव की सड़क पर खड़ा था, तभी पिंटू करीब 30-40 लोगों के साथ सात-आठ गाड़ियों में सवार होकर मौके पर पहुंचा। इस दौरान सौरभ के भी छह-सात साथी वहां पहुंच गए। दोनों पक्षों के बीच जमकर झगड़ा हुआ और इस दौरान एक पक्ष की ओर से तीन राउंड फायरिंग भी की गई। फुटेज में दिखे हमलावर, पुलिस ने बढ़ाई जांच की रफ्तारघटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली गई। एक फुटेज में हमलावरों को गाड़ियों से उतरकर हमला करते हुए साफ देखा गया। इसी आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया और फुटेज के आधार पर पहचान करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। अब पुलिस हथियार बरामदगी के साथ-साथ बाकी हमलावरों की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस की रिमांड पूछताछ में कई और नाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:32 am

नाबालिग से तीन युवकों ने कुकर्म किया

लुधियाना| एक नाबालिग के साथ कुकर्म करके उसकी वीडियो बनाने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार कोचर मार्केट इलाके में एक नाबालिग के साथ कुकर्म करके इलाके के ही तीन युवकों ने उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। इसके बाद वीडियो वायरल होने पर कुछ लोगों ने एक युवक को पकड़ लिया। पुलिस चौकी कोचर मार्केट लेकर गई, जहां फिलहाल पुलिस आगे की जांच कर रही है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:30 am

पब्लिक एक्शन कमेटी ने प्रदूषण फैलाने के आरोप में पीपीसीबी पर निशाना साधा

भास्कर न्यूज|लुधियाना पब्लिक एक्शन कमेटी ने प्रदूषण फैलाने के आरोप में डाइंग इंडस्ट्रीज को बचाने के लिए पीपीसीबी पर हमला बोला। कमेटी ने इसे लेकर एनजीटी में अवमानना ​​याचिकाएं दायर कीं हैं। उन्होंने कहा कि एनजीटी को 20 मार्च तक अनुपालन रिपोर्ट पेश की जानी थी, जो पेश नहीं की गई है। पब्लिक एक्शन कमेटी (पीएसी) के सदस्यों ने पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) पर आरोप लगाया कि वह रंग उद्योगों के साथ बार-बार मिलीभगत कर रहा है ताकि उन्हें अपने-अपने कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट्स (सीईटीपी) से पर्यावरण में अवैध और निरंतर प्रदूषकों के निर्वहन के लिए कानूनी जवाबदेही से बचाया जा सके। कुलदीप सिंह खैरा और जसकीरत सिंह ने कहा कि डाइंग इंडस्ट्रीज द्वारा सीईटीपी को रोकने के पीपीसीबी के आदेशों के खिलाफ अपील दायर करने के बाद पीएसी ने एनजीटी के समक्ष तीन अलग-अलग आवेदन दायर किए। न्यायाधिकरण ने पीपीसीबी को पर्यावरण मंजूरी (ईसी) की शर्तों के अनुसार कार्य करने और बुड्ढा दरिया में अपशिष्ट जल के निर्वहन को रोकने का निर्देश दिया। शुरुआत में डाइंग इंडस्ट्रीज और सरकार ने दावा किया कि वे एनजीटी के आदेशों को समझ नहीं पा रहे हैं, फिर उद्योग ने लोअर बुड्ढा दरिया ड्रेन के निर्माण में विफलता के लिए पंजाब सरकार को दोषी ठहराया। उन्होंने अपना रुख बदलते हुए दावा किया कि 2018 की केंद्र सरकार की अधिसूचना के बाद अब पर्यावरण मंजूरी की आवश्यकता नहीं है और फिर उन्होंने दावा किया कि 2013 की पर्यावरण मंजूरी भी उनकी नहीं है। आरोप लगाया कि पीपीसीबी ने ऐसी बदलती व्याख्याओं का समर्थन किया और समय बर्बाद करने और बुड्ढा दरिया में अवैध निर्वहन जारी रखने के लिए वकील बदलते रहे। डॉ. अमनदीप सिंह बैंस, इंजीनियर कपिल अरोड़ा और गुरप्रीत सिंह ने कहा कि लुधियाना को सीपीसीबी द्वारा भारत के अत्यधिक प्रदूषित शहरों में से एक घोषित किया गया है। पीएसी सदस्यों ने कहा कि पीपीसीबी ने अदालती शिकायतों में जानबूझकर अधूरे पते लिखे, जिससे अदालतों के लिए समन जारी करना असंभव हो गया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:30 am

किदवई नगर स्कूल ऑफ एमिनेंस का काम 2 महीने में पूरा होगा, विधायक और डीसी ने समीक्षा की

भास्कर न्यूज|लुधियाना किदवई नगर स्कूल ऑफ एमिनेंस का काम दो महीने में पूरा होगा। विधायक और डिप्टी कमिश्नर ने किदवई नगर स्कूल ऑफ एमिनेंस परियोजना की प्रगति की समीक्षा कर काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। लुधियाना सेंट्रल के विधायक अशोक पाराशर पप्पी और डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन ने शिक्षा विभाग, लुधियाना सुधार ट्रस्ट (एलआईटी) और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारियों के साथ किदवई नगर में चल रहे स्कूल ऑफ एमिनेंस (एसओई) के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। समीक्षा के दौरान विधायक और डीसी ने घोषणा की कि किदवई नगर एसओई में सभी निर्माण कार्य अगले दो महीनों में पूरा होने के लिए तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने रैंप, सुरक्षा गार्ड रूम और विद्युत प्रतिष्ठानों सहित प्रमुख घटकों पर तेजी से प्रगति देखी। परियोजना के दायरे में बदलाव के लिए आवश्यक धनराशि और अनुमोदन प्राप्त कर लिए गए हैं। एलआईटी के अधिकारियों को समय सीमा को पूरा करने के प्रयासों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। विधायक और डीसी ने कहा कि स्कूल ऑफ एमिनेंस में अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जिनमें स्मार्ट क्लासरूम, आधुनिक बुनियादी ढांचा, उन्नत प्रयोगशालाएं, सीसीटीवी निगरानी और विभिन्न खेलों के लिए सुसज्जित खेल के मैदान शामिल हैं। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार द्वारा संचालित एसओई पहल का उद्देश्य समग्र छात्र विकास को बढ़ावा देकर और एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करके शिक्षा क्षेत्र में बदलाव लाना है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे सभी लंबित कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:29 am

लैंड पूलिंग का नोटिफिकेशन तुरंत रद्द करें, नहीं तो आंदोलन होगा : भारतीय किसान यूनियन पंजाब

भास्कर न्यूज|लुधियाना भारतीय किसान यूनियन पंजाब की मासिक बैठक में लैंड पूलिंग नीति का विरोध किया गया। इस दौरान किसानों के हितों से जुड़े कई अहम मुद्दों पर सरकार के रवैये पर आक्रोश जताया गया। किसानों ने लैंड पूलिंग नीति और अमेरिका के साथ संभावित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के खिलाफ एकजुट होकर मोर्चा खोल। वीरवार को आयोजित मीटिंग के दौरान भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश प्रधान हरिंदर सिंह लखोवाल और सरपरस्त अवतार सिंह महलों ने पंजाब सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि लैंड पूलिंग नीति किसानों की बर्बादी का कारण बन रही है। उन्होंने सरकार को चेताया कि यदि जल्द से जल्द इस नीति का नोटिफिकेशन रद्द नहीं किया गया, तो इसके खिलाफ व्यापक संघर्ष छेड़ा जाएगा और किसी भी कीमत पर लैंड पूलिंग नहीं होने दी जाएगी। लखोवाल ने सवाल उठाया कि पिछले 20 वर्षों में जिन कॉलोनियों को काटा गया है, उनका विकास आज तक अधूरा है। जब पहले से मौजूद प्लॉट नहीं बिक रहे, तो हजारों एकड़ नई जमीन कैसे बिकेगी? उन्होंने मांग की कि सरकार खेतीबाड़ी की जमीन से छेड़छाड़ न करते हुए प्रोजेक्ट बेआबाद जमीन पर शुरू करे और किसानों को मुआवजा या जमीन के बदले जमीन दी जाए। परशोत्तम सिंह गिल और हरमंदर सिंह खेरा ने अमेरिका के साथ संभावित फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को खतरनाक बताते हुए कहा कि इससे देश का खेती और डेयरी सेक्टर पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा और बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियों के कब्जे में चला जाएगा, जिससे आम किसान का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा। परमिंदर सिंह पालमाजरा और निर्मल सिंह ने नहरों में पानी की कमी और गन्ने की सब्सिडी के भुगतान में देरी को लेकर सरकार की उदासीनता पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि बिजाई का समय खत्म हो रहा है और किसान परेशान हैं। सरकार तुरंत गन्ने की 61 रुपए प्रति क्विंटल की सब्सिडी किसानों के खातों में डाले। सिमरनजीत सिंह और बलदेव सिंह पुनिया ने राज्य में भैंसों की घटती संख्या और नकली दूध की कालाबाजारी पर चिंता जताई। उन्होंने सरकार से मांग की कि नकली दूध के कारोबार पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि किसान डेयरी व्यवसाय से विमुख न हों। बैठक में आवारा पशुओं से होने वाले एक्सीडेंट और पेड़ों को नुकसान की घटनाओं पर भी चिंता जताई गई और सरकार से इस पर तुरंत एक्शन लेने की मांग की गई।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:29 am

अशोक नगर की गली में अज्ञात युवक का शव मिला

भास्कर न्यूज|लुधियाना अशोक नगर (सी), गली नंबर-4, ट्यूबवेल के पास वीरवार सुबह एक अज्ञात युवक का शव संदिग्ध हालात में पड़ा मिला। मौके पर पहुंचे थाना सलेम टाबरी के जांच अधिकारी हरमेश लाल व बलबीर सिंह ने बताया कि सुबह करीब 8 बजे इलाके के लोगों ने गली में शव पड़े होने की सूचना दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को शव के सिर पर चोट के निशान मिले हैं, जबकि युवक का चेहरा नीला पड़ा हुआ था, जिससे नशे की ओवरडोज की आशंका भी जताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि मृतक की उम्र लगभग 30 से 40 वर्ष के बीच लग रही है। फिलहाल शव की पहचान नहीं हो पाई है। यदि 72 घंटों के भीतर उसके परिवार का पता चल जाता है, तो पोस्टमार्टम करवा कर शव सौंपा जाएगा।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:28 am

चुनावों के बाद एनओसी की रफ्तार थमी, लोग अब गलाडा ऑफिस के चक्कर लगा कर परेशान हो रहे

भास्कर न्यूज|लुधियाना वेस्ट हलके में विधानसभा चुनावों से पहले जिस रफ्तार से गलाडा की ओर से एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) देने के कैंप लगाए जा रहे थे, वही प्रक्रिया अब पूरी तरह से ठप हो गई है। हालत यह है कि बीते एक महीने से आम लोग गलाडा कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन न एनओसी मिल रही और न ही किसी अधिकारी से स्पष्ट जवाब। चंडीगढ़ रोड के रहने वाले प्रताप सिंह पिछले 30 दिनों से एनओसी के लिए गलाडा दफ्तर के चक्कर काट रहे हैं। वे बताते हैं कि जब भी हेल्प डेस्क पर जाते हैं, कर्मचारी सिर्फ यही कहते हैं कि ‘मैडम को नया चार्ज मिला है, पासवर्ड नहीं मिला, जैसे ही मिलेगा काम शुरू हो जाएगा। प्रताप सिंह यहां रोज आना-जाना कर रहे हैं, जिससे समय और पैसों दोनों का नुकसान हो रहा है। इसी तरह रंजीत सिंह भी नक्शा और एनओसी के लिए रोज गलाडा दफ्तर आ रहे हैं। उनका कहना है कि हर बार यही सुनने को मिलता है कि मैडम नहीं आईं, वही आएंगी तो फाइल आगे बढ़ेगी। शहर निवासी सन्नी, जिन्हें चुनाव से पहले गलाडा कैंप में एनओसी मिली थी। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले अधिकारी खुद फोन कर कैंप में बुलाते थे। सोशल मीडिया पर तस्वीरें डालकर प्रचार करते थे कि कितनी एनओसी जारी हुईं। लेकिन अब वही अफसर फोन नहीं उठाते, न ही दफ्तर में मिलते हैं। वहीं, गलाडा की इस सुस्त प्रक्रिया को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है। उनका कहना है कि चुनाव से पहले जिस काम को प्राथमिकता दी जा रही थी, वही अब धीमी गति से हो रहा है। गलाडा में अफसर कुछ, स्टाफ कुछ और बोल रहा: इस पूरे मामले पर जब गलाडा के एस्टेट ऑफिसर डॉ. अमन गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। जिसकी फाइल पेंडिंग है, वो मेरे पास सीधे लेकर आए। एनओसी नियमित रूप से जारी की जा रही हैं। हालांकि, ग्राउंड पर मौजूद स्टाफ अब भी यह कहता रहा कि सिस्टम एक्टिव नहीं हुआ है, पासवर्ड नहीं मिला है। इससे साफ है कि या तो अधिकारी सच नहीं बता रहे या स्टाफ सही जानकारी नहीं दे रहा। गलाडा की नवनियुक्त असिस्टेंट चीफ एडमिनिस्ट्रेटर शिखा भगत ने बताया मुझे एक हफ्ते पहले ही सिस्टम का पासवर्ड मिला है। जो भी फाइलें मेरे पास आईं, उन्हें अप्रूव किया और उनके प्रिंट भी निकलवा दिए हैं। उन्होंने कहा कि मेरे पास दो अलग-अलग चार्ज हैं, बावजूद इसके अब तक करीब 100 एनओसी अप्रूव कर चुकी हूं। मैं सोमवार और बुधवार को गलाडा कार्यालय में मौजूद रहती हूं। अगर किसी को दिक्कत है, तो वह मुझसे सीधे मिल सकता है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:28 am

नियम बगैर स्वीकृति:नर्सिंग के बाद अब पैरामेडिकल कॉलेज की मान्यता खतरे में

बहुचर्चित नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा की तरह अब प्रदेश के पैरामेडिकल कॉलेजों की मान्यता पर भी सवाल उठाए गए हैं। हाई कोर्ट में लंबित नर्सिंग मामले में एक नया आवेदन प्रस्तुत कर पैरामेडिकल कॉलेजों की मान्यता को भी कठघरे में रखा गया है। गुरुवार को सुनवाई के दौरान आवेदन में कहा गया कि प्रदेश में संचालित कई पैरामेडिकल कॉलेजों को भी नियमों को ताक पर रखकर मान्यता दी गई है। और यह एक बड़ा फर्जीवाड़ा है। इस आवेदन पर शुक्रवार को जस्टिस अतुल श्रीधरन और जस्टिस दिनेश कुमार पालीवाल की युगलपीठ सुनवाई करेगी। जांच; गंभीर खामियां मिलीं लॉ स्टूडेंट्स एसोसिएशन अध्यक्ष विशाल बघेल ने नर्सिंग कॉलेजों में फर्जीवाड़े को लेकर याचिका दायर की थी। कोर्ट ने सीबीआई जांच कराई। पहली जांच में 74 कॉलेजों में कमियां और दूसरी जांच में 129 कॉलेजों में गंभीर खामियां पाई गईं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:27 am

बसंत नगर में देर रात चोरी की कोशिश

लुधियाना| शिमलापुरी इलाके के बसंत नगर में बुधवार देर रात एक घर में चोरी की कोशिश का मामला सामने आया है। आरोपी पाइप के सहारे घर में चढ़ा और कमरे में सो रही महिला को कुछ सुंघाकर बेहोश करने की कोशिश करने लगा। महिला के शोर मचाने पर आरोपी मौके से फरार हो गया। पीड़िता किट्टू ने बताया कि वह माता के साथ रात करीब 3 बजे घर पर सो रही थी। तभी अचानक घर की बालकनी की ओर से एक अज्ञात युवक पाइप के सहारे चढ़कर सीधे उनके कमरे में घुस आया। आरोपी ने एक रुमाल निकालकर उन्हें कुछ सुंघाने की कोशिश की, लेकिन तभी उनकी आंख खुल गई। महिला के मुताबिक, उन्होंने शोर मचाना शुरू कर दिया, जिससे घबराकर आरोपी ने उन्हें धक्का दिया और मौके से फरार हो गया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:27 am

स्वच्छ सर्वेक्षण का रिजल्ट 17 जुलाई को:भोपाल को तीसरी रैंकिंग की उम्मीद, अभी 5वीं है

स्वच्छ सर्वेक्षण-2024 का रिजल्ट 17 जुलाई को घोषित किया जाएगा। दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू विजेता शहरों को अवार्ड देंगी। स्वच्छ भारत मिशन- अर्बन की मिशन डायरेक्टर ज्वाइंट सेक्रेटरी रूपा मिश्रा ने देश भर के नगर निगम कमिश्नरों और अन्य संबंधितों को पत्र भेजकर इसकी सूचना दी है। इस बार स्वच्छ सर्वे में सुपर स्वच्छता लीग की नई कैटेगरी जोड़ी गई है। इस कैटेगरी में 2021 से 2023 यानी पिछले तीन सालों में कम से कम दो बार शीर्ष 3 में स्थान बनाने वाले 12 शहरों को शामिल किया गया है। इसमें लगातार नंबर 1 आ रहा इंदौर शामिल है। भोपाल को शेष शहरो‌ं में कम से कम तीसरी रैंक आने की उम्मीद है। पिछले सर्वे में भोपाल 5वें नंबर पर था। कचरे की प्रोसेसिंग में सुधार व डोर टू डोर कचरा कलेक्शन की व्यवस्था को और पुख्ता कर भोपाल ने दावा मजबूत किया है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:25 am

जमालपुर कॉलोनी में अवैध इमारतों का निर्माण होने पर लोगों का धरना

भास्कर न्यूज| लुधियाना गलाडा की अनदेखी के चलते जमालपुर कॉलोनी में अवैध इमारतों का निर्माण होने पर लोगों ने रोष जताया। आरोप लगाया कि लोगों की शिकायत पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती। वीरवार सुबह जमालपुर की एचएम कॉलोनी के निवासियों ने सुबह 11 बजे गलाडा दफ्तर के गेट पर धरना दिया और गलाडा व मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी भी की। शिकायतकर्ता उषा गुप्ता ने बताया कि जमालपुर की एचएम कॉलोनी में स्थित उनके घर के साथ एक महिला घर को तोड़कर दोबारा बना रही है। इसके कारण उनके घर की मुख्य दीवार नीचे धंस गई है। इससे उनका काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। परंतु वह इसको ठीक करने को तैयार नहीं है। इस अवैध निर्माण की लिखित शिकायत अप्रैल महीने में गलाडा के मुख्य अधिकारी संदीप कुमार को दी गई थी। अधिकारी स्वयं मौके पर आकर काम बंद करवाकर गए थे। उसके बाद कुछ दिन काम बंद रहा परंतु फिर से जोर-शोर से शुरू हो गया। गलाडा में इलाका निवासियों द्वारा अलग-अलग समय पर तीन बार शिकायत दोबारा की गई। परंतु गलाडा ने मौके पर काम बंद नहीं करवाया। अब इमारत मलिक द्वारा दूसरा लेन्टर डाला जा रहा है। इसके रोष स्वरूप मजबूरी में इलाका निवासियों को गलाडा दफ्तर के बाहर धरना लगाना पड़ा। इस अवसर पर गुरनाम सिंह घई, सनी गुप्ता, दीपक सानंन, अरुण शर्मा, विकास शर्मा, दविंदर वाधवा, गुरप्रीत सिंह राजू, राजेंद्र कुमार, रणजीत सिंह, पवन गोयल, चेतन गोयल, मनीष अग्रवाल, अंकित गुप्ता, हैप्पी जैन,उषा गुप्ता, विट्टी वाधवा, सोनिया गुप्ता, रीमा सानंन, कनिका सोबती, मोनिका गोयल उपस्थित थे। वहीं, स्टेट ऑफिसर अमन गुप्ता ने धरना देने वाले लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी शिकायत पर जांच कर तुरंत कार्रवाई की जाएगी और अवैध निर्माण को बंद करवा दिया जाएगा। उनके आश्वासन के बाद इलाका निवासियों ने धरना समाप्त कर दिया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:24 am

बिहार के बाद अब मप्र में फर्जीवाड़ा:मप्र में 1696 पते ऐसे, जहां एक घर में 100-100 वोटर रजिस्टर्ड

अब फर्जी नामों का वेरिफिकेशन होगा बिहार की वोटर लिस्ट रिवीजन पर उठे विवाद के बीच मध्यप्रदेश में भी चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। राज्य निर्वाचन आयोग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में 1,696 पते ऐसे मिले हैं, जहां एक ही घर में 50 से ज्यादा वोटर रजिस्टर्ड हैं। इनमें से 917 पते नगरीय निकाय क्षेत्रों में हैं, जबकि बाकी पंचायतों से जुड़े हैं। यह गड़बड़ी तब उजागर हुई जब उपचुनाव की तैयारी के चलते राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची का डेटा अपडेट करवाया। एमपी स्टेट इलेक्ट्रॉनिक डवलपमेंट कॉरपोरेशन (एमपीएसईडीसी) के सॉफ्टवेयर से जब मतदाता सूचियों का मिलान हुआ तो ये पते चिह्नित हुए। आयोग ने एक ही पते पर रजिस्टर्ड मतदाताओं की संख्या के आधार पर उन्हें पांच श्रेणियों में बांटा है। सबसे अधिक फर्जी पते चंबल संभाग में सामने आए हैं, जहां नगर पालिकाओं और पंचायतों में एक ही मकान में दर्जनों मतदाता रजिस्टर्ड पाए गए। आगे क्या? आयोग घर-घर जाकर देखेगा, फर्जी नाम हटाएगाराज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि जिन पते पर जरूरत से ज्यादा मतदाता दर्ज हैं, उनकी फील्ड वेरिफिकेशन कराई जाएगी। जांच के बाद यदि फर्जी नाम पाए गए तो उन्हें सूची से डिलीट कर दिया जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अभिषेक सिंह का कहना है कि संदेहास्पद पते चिह्नित किए जा चुके हैं। सत्यापन के बाद नाम हटाए जाएंगे। अब यह प्रक्रिया निरंतर चलेगी।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:24 am

मानसून में बीमारियों का खतरा बढ़ा, डेंगू - मलेरिया से बचाव को जागरूक किया

बरसात के मौसम में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, डायरिया, टाइफाइड, पीलिया, वायरल बुखार और फ्लू जैसी बीमारियों के खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग का मास मीडिया विंग जागरूकता अभियान चला रहा है। सिविल सर्जन डॉ. रमनदीप ने बताया कि मानसून के दौरान वातावरण में बढ़ी नमी से मच्छरों के पनपने और पानी जनित बीमारियों का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि घरों के कूलर, फ्रिज की ट्रे, ड्रम और गमलों में पानी जमा न होने दें। बरसात का पानी तुरंत निकालें और आसपास सफाई रखें। डॉ. रमनदीप ने कहा कि टाइफाइड, हैजा, डायरिया और हेपेटाइटिस से बचाव के लिए पानी उबालकर या फिल्टर कर पिएं और स्टोर किया गया पानी ढककर रखें। दस्त लगने पर शरीर में पानी की कमी से बचने के लिए ओआरएस का घोल लें। बुखार आने पर नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही दवा लें। स्वास्थ्य विभाग के मास मीडिया विंग ने सरकारी कन्या हाई स्कूल, लकड़ बाजार में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस दौरान जिला मास मीडिया व सूचना अधिकारी परमिंदर सिंह और जिला बीसीसी कोऑर्डिनेटर बरजिंदर सिंह बराड़ ने छात्राओं को मानसून में होने वाली बीमारियों से बचाव के उपाय बताए। उन्होंने मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने और घर के आसपास गंदगी न फैलाने की सलाह दी। स्कूल की हेडमिस्ट्रेस मोनिका शर्मा और अन्य शिक्षक भी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने और बरसाती बीमारियों से बचाने के लिए जिलेभर में अभियान जारी रहेगा। स्वास्थ्य विभाग ने साफ पानी का सेवन और मच्छरजनित रोगों के लिए एहतियात बरतने की अपील की।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:23 am

दुकानों के आसपास कूड़ेदान व सफाई व्यवस्था सुनिश्चित न करने वालों के चालान होंगे

भास्कर न्यूज|लुधियाना नगर निगम ने स्वास्थ्य और तहबाजारी शाखाओं को रेहड़ी-पटरी वालों के लिए जारी स्वच्छता नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। अगर रेहड़ी-पटरी वाले अपनी दुकानों के आसपास कूड़ेदान और सफाई व्यवस्था सुनिश्चित नहीं करते हैं, तो उनके खिलाफ चालान/एफआईआर दर्ज की जा सकती है। नगर निगम के जॉइंट कमिश्नर विनीत कुमार और अंकुर महेंद्रू ने वीरवार को सराभा नगर स्थित नगर निगम जोन डी कार्यालय में इस संबंध में हेल्थ ब्रांच और तहबाजारी शाखा के अधिकारियों के साथ बैठक की। संबंधित अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि रेहड़ी-पटरी वाले अपनी दुकानों के आसपास गीले और सूखे कचरे के लिए कूड़ेदान/पात्र रखें और खुले में, खासकर दुकानों के आसपास, कोई भी कचरा/अपशिष्ट न फेंका जाए। उन्हें रात में दुकान बंद करने के बाद ही कचरा संग्रहकर्ताओं को सौंपना चाहिए या निर्धारित स्थानों (ट्रांसफर स्टेशनों) पर डालना चाहिए। विक्रेताओं को कचरा जलाने, सार्वजनिक स्थानों पर थूकने, पेशाब करने या प्रतिबंधित एकल-उपयोग वाली प्लास्टिक वस्तुओं का उपयोग करने से भी बचना होगा। निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल ने आदेश जारी कर कहा कि उल्लंघन करने वालों के खिलाफ 2000 रुपए तक का चालान और बार-बार नियम तोड़ने पर एफआईआर दर्ज की जा सकती है। स्वास्थ्य और तहबाजारी शाखा को समन्वय से काम करने और नियमित निरीक्षण के निर्देश दिए गए हैं। नियमों का पालन न करने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। अवैध स्लॉटरिंग करने वालों पर एक्शन लें : जॉइंट कमिश्नर जॉइंट कमिश्नर वनीत कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य शाखा के अधिकारियों को अवैध वध के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं। चालान जारी करने और अवैध रूप से काटे गए मांस को नष्ट करने के अलावा, अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अगर मालिक अवैध वध रोकने में विफल रहते हैं, तो मांस की दुकानों को सील किया जाए। मांस की दुकान के मालिकों को निर्देश दिया जाना चाहिए कि वे हंब्रान रोड स्थित नगर निगम के आधुनिक बूचड़खाने से मांस कटवाएं। बैठक में सहायक आयुक्त गुरपाल सिंह, तहबाजारी अधीक्षक, निगम स्वच्छता अधिकारी (सीएसओ), मुख्य स्वच्छता निरीक्षक (सीएसआई), स्वच्छता निरीक्षक आदि उपस्थित थे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:23 am

श्रद्धा व भक्ति से सराबोर हुआ विद्यालय परिसर

लुधियाना| ग्रीन लैंड कॉन्वेंट स्कूल सेक्टर-32 में वीरवार को गुरु पूर्णिमा का आयोजन श्रद्धापूर्वक मनाया गया। प्रधानाचार्या ने गुरु संत कृपाल सिंह महाराज के चरणों में पुष्प अर्पित कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। कार्यक्रम की शुरुआत विशेष प्रातःकालीन सभा से हुई। आठवीं के छात्रों ने गुरु की महत्ता पर मनमोहक नाट्य प्रस्तुत किया। 7वीं के विद्यार्थियों के लिए गुरु-शिष्य परंपरा पर आधारित एक प्रेरणादायक डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई, जिसने उन्हें भारतीय संस्कृति में गुरु के अद्वितीय स्थान से परिचित करवाया। आठवीं के छात्र ने अंग्रेजी में प्रभावशाली भाषण प्रस्तुत कर आधुनिक युग में गुरु के योगदान की प्रासंगिकता को उजागर किया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:22 am

स्टूडेंट्स ने गुरु के महत्व पर प्रभावी भाषण प्रस्तुत किया

लुधियाना| श्री शालिग राम जैन पब्लिक स्कूल, बहादुर के रोड, दाना मंडी में गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया गया। विद्यालय परिसर भक्ति रस में डूबा नजर आया। विद्यार्थियों ने गुरु की महिमा में भजन गायन किया , जिससे वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से भर गया। इसके बाद एक छात्रा ने गुरु की महत्ता पर प्रभावी भाषण प्रस्तुत किया। प्रधानाचार्या डॉ. दीप्ति शर्मा ने कहा कि गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति संभव नहीं है। संयुक्त सचिव विशाल जैन ने कहा कि गुरु न केवल इस संसार में मार्गदर्शन करते हैं, बल्कि भवसागर पार कराने की शक्ति भी प्रदान करते हैं। इस अवसर पर समस्त स्टाफ और छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:22 am

सेवादार विजय बाबा को फूल माला अर्पित की

लुधियाना| टिब्बा रोड न्यू प्रीत नगर में पुराना अग्रवाल पीरखाना के मुख्य सेवादार विजय बाबा जी का गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में संगत ने फूल माला पहना कर सम्मान किया। विजय बाबा ने कहा कि हर मनुष्य जीवन में गुरू की अहम भूमिका होती है हर इंसान को अपने गुरू के मार्ग दर्शक पर चल कर अपने जीवन को आसान बनाना चाहिए। इस मौके पर शेख बाबा मस्त शाह, सेवादार मोनू बाबा,सेवादार किरना रानी,सेवादार अनीता रानी,शिल्पी गोयल,सेवादार टिंकू कुमार ,सेवादार कमला रानी आदि मौजूद थे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:21 am

गुरु दक्षता तक पहुंचने के लिए प्रेरित करता हैं

लुधियाना| भारतीय विद्या मंदिर स्कूल किचलू नगर ने गुरु पूर्णिमा का उत्सव बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया। विद्यार्थियों ने गुरु वंदना और विशेष प्रस्तुतियों के माध्यम से अपने गुरुओं के प्रति हार्दिक आभार प्रकट किया। छात्रों ने सही मार्ग पर निर्देशित करने में शिक्षकों के समर्थन और मार्गदर्शन का धन्यवाद किया। प्रधानाचार्या रंजू मंगल ने कहा कि एक सच्चा गुरु न केवल ज्ञान प्रदान करता है, बल्कि छात्रों को दक्षता तक पहुंचने के लिए प्रेरित भी करता है, तथा उनमें उद्देश्य और दिशा की भावना को बढ़ावा देता है। गुरु अंधकार से रोशनी की ओर लेकर जाने का रास्ता है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:21 am

20 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट:12 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, नर्मदा समेत उफान पर आए नदी-नाले

मध्यप्रदेश में बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने शुक्रवार के लिए 20 जिलों में अति भारी बारिश और 12 जिलों में भारी बारिश होने की चेतावनी दी है। जिन जिलों में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, उनमें जबलपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी, सिंगरौली, मैहर, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, बालाघाट, सिवनी, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल और नर्मदापुरम जिले शामिल है। ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर में भारी बारिश का यलो अलर्ट है। भोपाल, इंदौर समेत अन्य जिलों में भी हल्की बारिश का दौर जारी रह सकता है। गुरुवार को 15 जिलों में हुई बारिशगुरुवार को प्रदेश के 15 जिलों में बारिश हुई। जिससे नदी-नाले उफान पर आ गए। मंडला समेत कई जिलों में नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इस वजह से कई गांवों में बाढ़ के हालात है। गुरुवार को ग्वालियर और रीवा में 9 घंटे में ढाई इंच पानी गिर गया। दतिया में पौन इंच, टीकमगढ़, सतना और छतरपुर के खजुराहो में आधा इंच पानी गिरा। सीधी, गुना, सागर, उमरिया, दतिया, मऊगंज, दमोह, सिवनी, मऊगंज में भी बारिश का दौर जारी रहा। अगले 2 दिन में सिस्टम और भी स्ट्रॉन्ग होगा। जिससे भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर-चंबल में भी तेज बारिश का दौर चलेगा। दमोह में पुल पर लटक गई बसबारिश के बीच दमोह में बस ड्राइवर ने उफनते नाले से बस को पार कराने की कोशिश की। यूपी के जालौन जा रही बस अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे लटक गई। बस में सवार 6 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। गुरुवार को हुई बारिश की तस्वीरें... अगले 2 दिन ऐसा रहेगा मौसम... इन सिस्टम की वजह से तेज बारिशसीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में 3 टर्फ का असर है। वहीं, लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) की एक्टिविटी भी सामने आई है। इसके चलते बारिश का दौर बना हुआ है। एमपी में इतना रहा तापमान... 10 साल में बारिश का ट्रेंड, पहले भोपाल के बारे में जानिएभोपाल में जुलाई में खूब बारिश होती है। यहां एक ही महीने में 1031.4 मिमी यानी 41 इंच के करीब बारिश होने का रिकॉर्ड है। यह साल 1986 में हुई थी। 22 जुलाई 1973 को एक ही दिन में 11 इंच बारिश हुई थी, जो अब तक का रिकॉर्ड है। साल 2024 में पूरे जुलाई महीने में 15.70 इंच बारिश हुई थी। भोपाल में जुलाई महीने में एवरेज 15 दिन बारिश होती है यानी हर दूसरे दिन पानी बरसता है। महीने की एवरेज बारिश 367.7 मिमी यानी 14.4 इंच है। बारिश के चलते दिन का तापमान 30 और रात में पारा 25 डिग्री सेल्सियस से कम रहता है। इंदौर में इस बार 40% ज्यादा बारिशइंदौर की बात करें तो 24 घंटे में 11.5 इंच बारिश होने का रिकॉर्ड है, जो 27 जुलाई 1913 को हुई थी। वर्ष 1973 में पूरे महीने 30.5 इंच पानी गिरा था। बारिश के चलते यहां भी तापमान में गिरावट देखने को मिलती है। इंदौर में महीने की एवरेज बारिश 12 इंच है। एवरेज 13 दिन यहां बारिश होती है। पिछले साल इंदौर में पूरे महीने 8.77 इंच बारिश हुई थी। जबलपुर में जुलाई में गिर चुका 45 इंच पानीचारों बड़े शहरों में जबलपुर ऐसा है, जहां सबसे ज्यादा बारिश होती है। वर्ष 1930 में यहां करीब 45 इंच पानी बरसा था जबकि 30 जुलाई 1915 को 24 घंटे की सर्वाधिक 13.5 इंच बारिश हुई थी। 2013 और 2016 में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई थी। जबलपुर में जुलाई की सामान्य बारिश 17 इंच है। महीने में 15 से 16 दिन पानी बरसता है। ग्वालियर में कम बारिश का ट्रेंडभोपाल, इंदौर और जबलपुर की तुलना में ग्वालियर में जुलाई के महीने में सबसे कम बारिश होती है। पिछले 10 साल में 6 बार ऐसा हुआ, जब 8 इंच से कम पानी गिरा हो जबकि यहां की एवरेज बारिश 9 इंच के करीब है। ग्वालियर में वर्ष 1935 में महीने की सबसे ज्यादा बारिश हुई थी। तब 623.3 मिमी यानी 24.5 इंच बारिश दर्ज की गई थी। इस बार बारिश के अच्छे संकेत हैं। मानसून की दस्तक के साथ यहां तेज बारिश का दौर जारी है। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश की बात करें तो 12 जुलाई 2015 को 190.6 मिमी यानी साढ़े 7 इंच पानी बरसा था। ग्वालियर में जुलाई के महीने में एवरेज 11 दिन बारिश होती है। उज्जैन में 36 इंच बारिश का रिकॉर्डउज्जैन में पूरे जुलाई महीने में 36 इंच बारिश का ओवरऑल रिकॉर्ड है। इतनी बारिश साल 2015 में हुई थी। 2023 में 21 इंच से ज्यादा पानी गिर गया था। 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश 19 जुलाई 2015 को 12.55 इंच हुई थी। उज्जैन में जुलाई की औसत बारिश 13 इंच है। महीने में 12 दिन पानी बरसता है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:20 am

श्री दंडी स्वामी मेरे साथ हैं, डरने की क्या बात है

लुधियाना| सिविल लाइंस स्थित श्री सिद्ध पीठ श्री दंडी स्वामी मंदिर में गुरु पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया। पं. राज कुमार शर्मा की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम की शुरुआत प्रातः झंडा रस्म के साथ हुई। इसके बाद गढ़दीवाला से पं. सुदेश शर्मा ने पूजन करवाया। इस मौके शव जोशी, विशाल अरोड़ा, हरिपाल आहूजा, बृजमोहन ढींगरा, आत्म प्रकाश, अश्वनी ग्रोवर और संदीप लांबा ने श्री दंडी स्वामी मेरे साथ हैं, फिर डरने की क्या बात है जैसे भजन प्रस्तुत किए।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:18 am

ऑटो से पीछा कर युवक को लूटा, लुटेरों में 2 महिलाएं भी

लुधियाना | टिब्बा क्षेत्र में ऑटो सवार गिरोह ने युवक का पीछा कर नकदी और मोबाइल लूट लिया। जाते वक्त पीड़ित ने आरोपियों के वाहन का नंबर नोट कर लिया, जिसके आधार पर पुलिस ने 5 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों में महिलाएं भी शामिल हैं। मोहल्ला विशाल विहार निवासी राज ने शिकायत में बताया कि 4 जुलाई की रात वह बाइक से घर लौट रहे थे। टिब्बा चौक के पास एक ऑटो में सवार 5 लोगों ने उसका पीछा किया और सत्संग भवन के पास उसे घेर लिया। हथियारों के बल पर उससे नकदी और मोबाइल लूट लिया और विरोध करने पर मारपीट भी की। थाना टिब्बा पुलिस ने वाहन नंबर से आरोपियों सूरज, सादक, शौकीन, निशा और लाली को गिरफ्तार किया। जांच अधिकारी कमलजीत सिंह ने बताया कि गिरोह की पहले की वारदातों की जांच की जा रही है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:18 am

खून नहीं मिला, 4 साल के मासूम की मौत:पिता बोले- ब्लड बैंक में कहा गया कि एक घंटे बाद आना

इंदौर के एमवाय अस्पताल में समय पर खून नहीं मिलने से पीथमपुर के एक मासूम की मौत हो गई। पिता पवन राय का आरोप है कि गुरुवार सुबह जब डॉक्टर ने बेटे के लिए खून लाने को कहा, तो वह ब्लड बैंक पहुंचे, लेकिन वहां मौजूद गार्ड ने कहा- ‘ब्लड बैंक साढ़े नौ बजे खुलेगा’। वे बाहर इंतजार करते रहे और इस बीच बेटे ने दम तोड़ दिया। दरअसल, 4 साल के जुड़वां भाई आकाश और विकास बुधवार शाम घर की छत पर खेल रहे थे। तभी विकास ने सरिया उठा ली, जो ऊपर से गुजर रही हाइटेंशन लाइन से टकरा गई। दोनों झुलस गए। एमवाय में भर्ती कराया गया, जहां रात में आकाश की मौत हो गई। विकास की हालत सुबह बिगड़ी, तब खून मांगा गया। खून नहीं मिला तो उसने भी दम तोड़ दिया।एमवाय अधीक्षक डॉ. अशोक यादव ने कहा- ‘ब्लड बैंक 24 घंटे खुला रहता है, ग्रुपिंग में 1.5 से 2 घंटे लगते हैं, प्रक्रिया शुरू हो गई थी, लेकिन बच्चे की पहले ही मौत हो गई।’ पिता पवन मूलत: बिहार के हैं। दो साल पहले इंदौर आए थे और पीथमपुर की एक साबुन फैक्ट्री में काम करने लगे। 25 मई को दोनों बेटे चार साल के हुए थे। उनका स्कूल में दाखिला करवाने की तैयारी थी।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:17 am

पेटी में पट्टे:सरकार बदलने के बाद से ही थम गई पट्टे बनाने की रफ्तार, बीकानेर समेत कई निगम ऐसे जहां एक भी पट्टा नहीं बना

सरकार बदलते ही मौजूदा सरकार में पट्‌टाें का काम लगभग बंद हो गया। सरकार बदलने से अब तक प्रदेश भर के निकायों में सिर्फ 25 प्रतिशत आवेदनों का ही निस्तारण हुआ। अब तक 162682आवेदन जमा हुए। इसमें से मंजूर 41038 हुए। यानी सिर्फ प्रतिशत 25 पट्‌टों का काम हुआ। हैरानी की बात ये है कि 122544 आवेदन पेंडिंग पड़े हुए हैं। बीकानेर, उदयपुर और जोधपुर नॉर्थ नगर निगम ऐसे हैं जिन्होंने एक भी पट्‌टा नहीं बना। कुछ निगमों से कहीं एक तो कहीं 6 पट्‌टे बने। प्रदेश के 13 नगर निगमों में 38802 आवेदन जमा हुए। 9065 आवेदन पर ही काम हुआ। यानी सिर्फ 23 प्रतिशत पट्‌टे बने। सबसे ज्यादा सीएम भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर में 52 पट्‌टे बने। नगर परिषदों में 65186 आवेदन जमा हुए। 17943 मंजूर हुए। यानी यहां 27 प्रतिशत काम हुआ। नगर पालिकाओं में 58694 आवेदन जमा हुए। 13130 पट्‌टे बने। यानी सिर्फ 22 प्रतिशत लोगों का काम हुआ। बीकानेर निगम-नोखा पालिका दोनों फिसड्डीपट्टा बनाने में बीकानेर नगर निगम ताे फिसड्डी है ही साथ ही नोखा नगर पालिका के भी प्रदेश भर की निकायों में से सबसे बुरे हालात हैं। नोखा में 2378 आवेदन आए। 245 पट्टे बने। अभी 2122 आवेदन पेंडिंग हैं। जाे आदेश नोखा के लिए वही झुंझुनूं के लिए फिर झुंझुनूं ने 69 प्रतिशत पट्टे कैसे बना दिए। बीकानेर नगर निगम में 419 आवेदन पेंडिंग हैं मगर एक भी पट्टा जारी नहीं हुआ। 31 मार्च 2024 तक पैसे जमा हैं तो अगस्त तक पट्‌टे जारी कर देंगे। मार्गदर्शन मांगा है कि हम पट्‌टा जारी कर सकते हैं या नहीं। अगर हां आ जाएगी तो मुझे पट्‌टा देने में कोई दिक्कत नहीं है। रही बात इन आंकड़ों की तो आंकड़े ऑनलाइन जारी जरूर अभी किए गए मगर इसमें कुछ पट्‌टे चढ़े नहीं। यानी बन गए मगर इसमें जोड़े नहीं गए तो आंकड़ों में कुछ फेरबदल संभव है।-मयंक मनीष, आयुक्त नगर निगम

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:16 am

इंश्योरेंस कंपनी ने मेडिक्लेम की पूरी रकम नहीं दी, उपभोक्ता फोरम का आदेश- पूरा भुगतान हो

लुधियाना | जिला उपभोक्ता फोरम ने आंखों के ऑपरेशन को लेकर हुए खर्च में कटौती करने पर इंश्योरेंस कंपनी को फटकार लगाई है। फोरम ने कंपनी को पीड़ित पक्ष को बकाया 27,829 रुपए अदा करने के आदेश दिए हैं। पीड़ित के वकीन ने बताया कि साउथ मॉडल ग्राम निवासी हरिकिशन पुन्नी और उनकी प|ी सुषमा रानी ने 6 लाख की कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी ली थी। दंपती ने 2020 में आंखों का ऑपरेशन कराया। बिल 81,829 रुपए था, लेकिन कंपनी ने 54,000 रुपए मंजूर कर 27,829 रुपए काट लिए। शिकायत पर फोरम ने 30 दिन में भुगतान के आदेश दिए।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:16 am

ठगी का मामला:स्टार्टअप के नाम पर महिला से 3.28 लाख की ठगी, तीन पर केस

स्टार्टअप के नाम पर 40 साल की महिला से 3.28 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। आरोपियों में महिला की सहकर्मी पूर्णिमा पटेल, उसका पति रवि कुमार पटेल और फहरीन खान शामिल हैं। आरोपियों ने महिला को अच्छे मुनाफे और वर्चुअल ऑफिस का झांसा देकर भरोसे में लिया। कहा गया कि उसका ऑफिस माइक्रोसॉफ्ट डिजाइन करेगा और उसे 103 साल तक का वैध लाइसेंस मिलेगा, जिससे वह घर बैठे ट्रेडिंग कर सकेगी। शुरुआत में महिला से 1.50 लाख रुपए लिए गए, फिर 80 हजार और बाद में 98 हजार रुपए और वसूले गए। कुछ समय बाद महिला को शंका हुई और उसने खुद जांच शुरू की। पता चला कि यह स्टार्टअप फर्जी है और इसमें लोगों को जोड़ने पर कमीशन दिया जाता है। जब पीड़िता ने रुपए वापस मांगे तो आरोपियों ने उसे धमकाना शुरू कर दिया। आखिरकार 8 जुलाई को महिला ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने पूर्णिमा पटेल, रवि कुमार पटेल और फहरीन खान के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक तीनों एक संगठित ठगी गिरोह से जुड़े हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:15 am

स्टेट डेंटल काउंसिल की एडवाइजरी...:डेंटिस्ट, होम्योपैथ कर रहे हेयर ट्रांसप्लांट, ये पात्र नहीं

सावधान रहें - भोपाल में बिना स्पेशलिस्ट चल रहे 50 हेयर व स्किन क्लीनिक हेयर ट्रांसप्लांट करने की पात्रता मैक्सिलोफेशियल सर्जन को ही है अगर आप हेयर ट्रांसप्लांट कराने की सोच रहे हैं तो सावधान हो जाइए। भोपाल में ऐसे कई क्लीनिक चल रहे हैं, जहां न कोई स्किन स्पेशलिस्ट है, न कोई प्लास्टिक सर्जन फिर भी धड़ल्ले से सर्जरी हो रही है। शहर में कुछ डेंटिस्ट, होम्योपैथ, आयुर्वेदाचार्य, टेक्नीशियन और कॉस्मेटोलॉजिस्ट बाल उगाने का दावा कर रहे हैं। बता दें कि हेयर ट्रांसप्लांट करने की पात्रता सिर्फ मैक्सिलोफेशियल सर्जन को है। दो माह पहले प्रशासन ने ऐसे चार फर्जी क्लीनिक बंद करवाए, जो बिना योग्य डॉक्टर के हेयर और स्किन ट्रीटमेंट कर रहे थे। उनके पास ना रजिस्ट्रेशन था, ना विशेषज्ञ। दरअसल राजधानी में करीब 2000 से ज्यादा दंत चिकित्सक है, और मप्र में करीब 15 हजार डेंटिस्ट रजिस्टर्ड है। इसमें से 200 से ज्यादा लोग अपने आप को विशेषज्ञ बताकर हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं। शहर में बिना स्पेशलिस्ट डॉक्टर के करीब 50 हेयर और स्किन क्लीनिक चल रहे हैं। हर महीने 100 से ज्यादा शिकायतें मिल रही स्टेट डेंटल काउंसिल को हर महीने 100 से ज्यादा शिकायतें मिल रही हैं। सोशल मीडिया के जरिए लोगों को फंसाया जा रहा है। कई डॉक्टर फर्जी डिग्री दिखाकर इलाज कर रहे हैं। कुछ कंपनियां तो मरीजों के घर जाकर भी हेयर ट्रीटमेंट कर रही हैं, जो डेंटल एक्ट 1948 और आचार संहिता 2014 का सीधा उल्लंघन है। पहले ये जांच लें... डॉक्टर एमडीएस (ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जन) है या नहीं, क्लीनिक में कोई प्लास्टिक सर्जन या स्किन स्पेशलिस्ट मौजूद है या नहीं, क्लीनिक सीएमएचओ से रजिस्टर्ड है या नहीं, इमरजेंसी की स्थिति में आईसीयू और क्रिटिकल केयर सुविधा है या नहीं, डॉक्टर की डिग्री रजिस्टर्ड और मान्य है या नहीं? ​​​​​​​ ...तो पंजीकरण रद्द होगा स्टेट डेंटल काउंसिल ने कहा है कि जो डेंटिस्ट गैरकानूनी रूप से हेयर ट्रांसप्लांट कर रहे हैं, उनका पंजीकरण रद्द किया जा सकता है। बिना अनुमति के ट्रेनिंग, वर्कशॉप या कोर्स कराना भी अपराध है। गंभीर मामलों में जान का जोखिम: हैदराबाद और यूपी में ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जहां डेंटिस्ट से ट्रांसप्लांट कराने के बाद मरीज की मौत हुई। ​​​​​​​ गलत हाथों की सर्जरी से इंफेक्शन का खतरा सिर में इंफेक्शन व सूजन,बाल नहीं उगना या खराब होना , चेहरे की बनावट बिगड़ना, री-ट्रांसप्लांट की जरूरत। हेयर ट्रांसप्लांट सिर्फ ये लोग कर सकते हैं : एमडीएस इन ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जन,प्लास्टिक सर्जन, स्किन स्पेशलिस्ट (जिन्होंने पीजी में हेयर ट्रांसप्लांट की पढ़ाई की हो)। ​​​​​​​ अयोग्य घोषित किया जा सकता है... ^परिषद में रजिस्टर्ड सभी दंत चिकित्सक नियमों का ईमानदारी से पालन करें। नियम तोड़ने पर उन्हें दंत रजिस्टर में बने रहने के लिए अयोग्य घोषित किया जा सकता है। भ्रामक विज्ञापन जारी कर जनता को भ्रमित न करें। सही सलाह देकर पेशे के साथ न्याय करें। -डॉ. चंद्रेश शुक्ला, अध्यक्ष, स्टेट डेंटल काउंसिल ​​​​​​​

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:14 am

अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर:5 करोड़ की जमीन मुक्त कराई; सोहेल अहमद ने यहां कब्जा कर कराया था निर्माण

जिला प्रशासन ने गुरुवार को अनंतपुर में बड़ी कार्रवाई की। यहां सरकारी जमीन पर बना अवैध निर्माण तोड़ा गया। बुलडोजर ने कुछ ही समय में अवैध निर्माण जमींदोज किया। अतिक्रमण से मुक्त कराई गई जमीन की कीमत करीब 5 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा। एसडीएम विनोद सोनकिया ने बताया कि तहसील हुजूर में आने वाले अनंतपुर की सरकारी जमीन पर सोहेल अहमद ने कब्जा कर पक्का निर्माण करवाया था, जिसे हटाने के लिए 8 जुलाई को नोटिस जारी किया गया था। नोटिस में साफ कर दिया गया था- अवैध निर्माण न हटाने पर 10 जुलाई को कार्रवाई की जाएगी। सोहेल इस सरकारी जमीन का व्यवसायिक उपयोग कर रहा था। इस संबंध में कई शिकायत भी मिल चुकी थीं। बता दें कलेक्टर ने अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:12 am

मासूम से दुष्कर्म, सौतेले पिता को कोर्ट ने सुनाई 20 साल की सजा

10 साल की मासूम के साथ दुष्कर्म करने वाले सौतेले पिता को विशेष न्यायाधीश (पॉक्सो) कुमुदिनी पटेल ने 20 साल की सजा सुनाई है। घटना के समय पीड़िता चौथी कक्षा में पढ़ती थी। उसके भविष्य को देखते हुए कोर्ट ने पीड़िता को 4 लाख रुपए की प्रतिकार राशि भी दिलाई है। पहले पति के छोड़ जाने के बाद पीड़िता के बेहतर भविष्य के लिए उसकी मां ने दूसरी शादी की थी। लेकिन, जिस पिता को पीड़िता की देखभाल करनी थी, उसी ने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। आरोपी दुष्कर्म करने के बाद पीड़िता को धमकी देता था कि अगर किसी को बताया तो वह पीड़िता और उसकी मां को चूहा मार दवा देकर मार देगा। इस मामले में शासन की ओर से विशेष लोक अभियोजक दिव्या शुक्ला और ज्योति कुजूर ने पैरवी की है। घटना 6 मई 2020 कोहेफिजा थाना क्षेत्र की है। पीड़िता ने बताया कि उसकी मां दूसरे घरों में झाड़ू-पोछा का काम करती है। वह रोजाना दिन के 12 बजे काम पर चली जाती थी और शाम 5 बजे आती थी। उस समय लॉकडाउन लगा हुआ था। इसके चलते उसका सौतेला पिता घर पर ही रहता था। पीड़िता के अकेलेपन का फायदा उठाकर आरोपी पिता उसके साथ दुष्कर्म करता था। इसके बाद वह पीड़िता को जान से मारने की धमकी देता था।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:10 am

अनदेखी:2 दिन से महापौर हेल्पलाइन नंबर तक नहीं लग रहा

20 मिनट में 40 से ज्यादा कॉल किए, लेकिन नहीं दर्ज हो सकी शिकायत तुलसी नगर के संस्कृत संस्थान के सामने अचानक बाइक सवार पर स्ट्रीट डॉग के झुंड ने हमला कर दिया। उनसे बचने के प्रयास में बाइक सवार डिवाइडर से टकराते-टकराते बचे। हादसे के दौरान युवक अपनी बेटी को स्कूल ले जा रहा था। युवक ने जब महापौर हेल्पलाइन में शिकायत करने के लिए कॉल लगाया, तो हेल्पलाइन नंबर लगातार व्यस्त आता रहा। युवक ने आरोप लगाया कि दो दिन से महापौर हेल्पलाइन का नंबर लगातार व्यस्त ही आ रहा है। इस कारण शिकायत भी नहीं कर पा रहे हैं। पंचशील नगर में रहने वाले रवि कुमार प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। उन्होंने बताया कि वे गुरुवार सुबह 12 साल की अपनी बेटी को स्कूल छोड़ने जा रहे थे। अभी वे तुलसी नगर स्थित संस्कृत संस्थान तक पहुंचे ही थे कि डॉग ने उन पर हमला कर दिया। अचानक हुए हमले के कारण वे घबरा गए और गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया। जैसे-तैसे गाड़ी को संभाला। खुद को और बेटी को डिवाइडर से टकराने से बचाया। उन्होंने आरोप लगाया कि उसके बाद वह लगातार महापौर हेल्पलाइन पर कॉल करते रहे, लेकिन कॉल व्यस्त आता रहा। उन्होंने करीब 15 से 20 मिनट में 40 से ज्यादा बार कॉल किया, लेकिन फोन नहीं लगा। रवि ने आरोप लगाया कि एक दिन पहले भी उन्होंने महापौर हेल्पलाइन में कॉल किया था, लेकिन लाइन व्यस्त आती रही थी। उन्होंने बुधवार को इलाके में नाली जाम होने की शिकायत करने के लिए कॉल किया था। पूरे इलाके में कुत्तों का आतंक रवि ने आरोप लगाया कि यहां पूरे इलाके में डॉग का आतंक है। सड़क पर लाइन से डॉग बैठे रहते हैं। वे कभी भी अचानक हमला कर देते हैं। इसके पहले भी उन पर कई बार डॉग झपट्टा मार चुके हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:09 am

रात को सैर पर निकले व्यक्ति की चाकुओं से गोदकर हत्या

मेहरबान थाना क्षेत्र में गुज्जर भवन के पास वीरवार रात एक्टिवा सवार दो युवकों ने पत्नी के साथ सैर पर निकले नेपाली मूल के तिलक राज (40) की चाकुओं से हत्या कर दी। वारदात रात करीब 8:30 बजे हुई। चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायल को सिविल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मूल रूप से नेपाल निवासी तिलक राज पिछले चार महीने से परिवार के साथ लुधियाना में रह रहा था। थे। मिर्गी की बीमारी के कारण वे काम पर नहीं जाता था। जानकारी के अनुसार, तिलक की पत्नी कमला उसके साथ थी। वह दरवाजे पर चप्पल पहनने के लिए रुकी और तिलक कुछ आगे निकल गया। इसी दौरान एक्टिवा पर आए दो युवक तिलक पर टूट पड़े और चाकुओं से हमला कर फरार हो गए। पड़ोसी जगजीत सिंह ने घायल तिलक को ऑटो में अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। परिजनों का कहना है कि उनकी किसी से कोई रंजिश नहीं है। हालांकि, मृतक के बड़े बेटे का एक साल पहले इलाके के कुछ लोगों से विवाद हुआ था। उस समय बेटे को हरियाणा भेज दिया गया था, लेकिन हाल ही में वह दोबारा लुधियाना आ गया है। परिजनों को आशंका है कि उसी विवाद के चलते यह हमला हुआ है। एसएचओ परमदीप ने बताया कि पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही हमलावरों को गिरफ्तार किया जाएगा। मृतक के तीन बेटे और दो शादीशुदा बेटियां हैं। बेटे भी फैक्टरियों में काम करते हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:08 am

जल गंगा संवर्धन पर आधारित पुस्तक सदानीरा का विमोचन

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रालय में जल संसाधन विभाग की पुस्तिका सदानीरा जल संसाधन- बहती रहे जल की धारा का विमोचन किया। यह पुस्तिका 30 मार्च से 30 जून तक चले जल गंगा संवर्धन अभियान पर आधारित है। कार्यक्रम में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट सहित अन्य मंत्री उपस्थित रहे। डॉ. यादव ने अभियान को जन-आंदोलन बताते हुए कहा कि नदियों, तालाबों और जल स्रोतों का संरक्षण जीवन रक्षा का आधार है। मंत्री सिलावट ने बताया कि अभियान से प्रदेश में जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार, नहरों की सफाई, अतिक्रमण मुक्ति और वृक्षारोपण जैसे कार्य युद्ध स्तर पर हुए। 55 जिलों में 2,444 में से 2,190 संरचनाएं संवर्धित की गईं। उज्जैन, इंदौर, रीवा, सागर और नर्मदापुरम जैसे क्षेत्रों में विशेष प्रगति हुई।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:08 am

जॉइनिंग को पहुंचा तो पता चला नियुक्ति पत्र फर्जी है

नौकरी के नाम पर 7.30 लाख ठगे बचिंतर एन्क्लेव, भामिया रोड के शास्वत पांड्य से पोस्ट ऑफिस में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 7.30 लाख रुपए ठग लिए गए। आरोपियों ने पोस्ट ऑफिस से जुड़ी जानकारी देकर भरोसा दिलाया और रुपये लेने के बाद फर्जी जॉइनिंग लेटर और आईडी कार्ड भी दे दिया। जब शास्वत जॉइनिंग के लिए पहुंचा तो ठगी का खुलासा हुआ। शिकायत पर थाना जमालपुर पुलिस ने गुरुग्राम निवासी अखिल दुब्बे के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज किया है। जांच अधिकारी साहिब सिंह ने बताया कि आरोपी की तलाश जारी है और जल्द गिरफ्तारी की जाएगी।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:08 am

कार्रवाई:ब्रांडेड कंपनियों का डुप्लीकेट यूरिया बेचने वाले के खिलाफ एफआईआर

राजधानी के सूखी सेवनिया इलाके में पुलिस ने डीजल वाहनों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए इस्तेमाल होने वाले यूरिया का बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ने में सफलता हासिल की है। यहां एक गोदाम में नकली यूरिया को ब्रांडेड कंपनियों की पैकिंग में भरकर बाजार में सप्लाई किया जा रहा था। पुलिस ने 13 लाख रुपए से अधिक कीमत का डुप्लीकेट यूरिया जब्त किया है। इस मामले में धोखाधड़ी और कॉपीराइट एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। 9 जुलाई को लुब्रिकेंट कंपनी के रीजनल मैनेजर डीएन भगवतकर (साकेत नगर निवासी) ने पुलिस को जानकारी दी थी कि सैनी चौराहा स्थित एक मकान में नकली यूरिया का अवैध कारोबार चल रहा है। इसके बाद सूखी सेवनिया पुलिस मौके पर पहुंची और गोदाम की तलाशी ली। तलाशी में पुलिस को गल्फ एएल, टाटा मोटर्स, आयशर, महिंद्रा, भारत बैंज जैसी नामचीन कंपनियों के नाम से भरे गए यूरिया की सैकड़ों बाल्टियां मिलीं। गोदाम में मिला कर्मचारी और मालिक फरार मौके से पुलिस ने रतन कॉलोनी, करोंद निवासी कर्मचारी हिम्मत सिंह जाटव से पूछताछ की। उसने पुलिस को बताया कि वह करीब दो साल से गोदाम मालिक जगदीश कुमार वसंतानी के गोदाम में काम कर रहा है। जगदीश डुप्लीकेट यूरिया लेकर आता था। वह ही ब्रांडेड कंपनियों के स्टीकर प्रिंट कराता। उन्हें बाल्टियों में चिपकाता। इस प्रकार डुप्लीकेट यूरिया की पैकिंग करके उसे मार्केट में खपाता था। जब्त किया गया माल गल्फ एएल: 175 बाल्टियां, टाटा मोटर्स: 479 बाल्टियां, भारत बैंज: 172 बाल्टियां, महिंद्रा: 28 बाल्टियां, आयशर: 23 बाल्टियां और 1000 लीटर वाले 10 आईबीसी टैंक। 13 लाख का माल जब्त: पुलिस ने बताया कि जब्त माल की कीमत लगभग 13 लाख रुपए है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:07 am

मास्टर प्लान में जंगल, असल में प्लॉट-भवन

लुधियाना मास्टर प्लान में दर्ज 50 से ज्यादा ‘फॉरेस्ट जोन’ अब सिर्फ कागजों में बचे हैं। जमीन पर या तो प्लॉट की बाउंडरी वॉल लगी हैं या सरकारी इमारतें हैं। खेती की भी जा रही है। ये कब्जे किसके हैं? कब हुए? कैसे हुए? ये जानकारी किसी भी विभाग के रिकॉर्ड में नहीं है। सभी सरकारी रिकॉर्ड में इस जमीन पर जंगल हैं। मास्टर प्लान में 500 एकड़ वन भूमि बताई गई है, जो एक दशक में ‘गायब’ हो गई। जिन जगहों को जंगल घोषित किया गया है, वहां आज तहसील दफ्तर, डॉग हॉस्पिटल, प्लॉट्स, दुकानें और खेत हैं। जंगल विभाग के अफसरों ने पिछले 15 साल में जमीन की डीमार्केशन कभी नहीं करवाई, न ही अतिक्रमण हटाने के लिए कोई कदम उठाए। साफ है कि वन विभाग और स्थानीय प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद वन भूमि को संरक्षित नहीं किया। शहर में सिर्फ 1.47% वन क्षेत्र बचा है, जबकि पर्यावरणीय संतुलन के लिए न्यूनतम 33% होना जरूरी है। अब राजेश गुलाटी, डीएफओ पहले पहले पहले भास्कर फोटो इन्वेस्टिगेशन सैटेलाइट इमेज सैटेलाइट इमेज सैटेलाइट इमेज सैटेलाइट इमेज अब अब अब पहले पहले पहले पहले वन क्षेत्र पर प्लॉट बनना मिलीभगत और सिस्टम की चूक.... मास्टर प्लान में दर्शाए गए फॉरेस्ट जोन को बदला नहीं जा सकता। इसके बावजूद लुधियाना में वन भूमि पर प्लॉट काटे जा रहे हैं। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल पहले भी ऐसी कई कार्रवाइयां कर चुका है, जैसे- सराभा नगर की सरकारी बिल्डिंग तुड़वाना, रखाबग के कमर्शियल प्रोजेक्ट गिरवाना आदि। यानी, ये साफ है कि फॉरेस्ट जोन पर कोई भी निर्माण सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का उल्लंघन है। दरअसल, अधिकारियों को जंगल की जमीन की लोकेशन संबंधी पूरी जानकारी होती है। फिर भी वहां कॉलोनी बन जा ती है, ये बिना मिलीभगत संभव नहीं है। वन विभाग रोपड़, होशियारपुर में सबसे ज्यादा पौधरोपण करता है, क्योंकि लुधियाना में अब ‘प्लांटेबल’ फॉरेस्ट जमीन ही नहीं बची। आने वाले सालों में शहर का तापमान, जल संकट और वायु प्रदूषण और भी गंभीर हो जाएगा। 2011 में पूरा ग्रीन कवर था। बीच में दो सरकारी इमारतें थीं। यहां अब तहसील ऑफिस, डॉग हॉस्पिटल और पक्की दुकानें बन चुकी हैं। ​कंडी कनेक्शन ने बिजली चल रही है। पेड़ खत्म कर दिए गए हैं। सड़कों पर कंक्रीट डाला गया है। 10 साल पहले यहां घना जंगल और सिर्फ एक सरकारी इमारत थी। आधा जंगल साफ कर दिया गया है। नई इमारतें बन चुकी हैं। यहां भी जिनकी इमारतें हैं, उनके नाम भी न तो नगर निगम के रिकॉर्ड में है, न ही रजिस्ट्री किसी के नाम है। आधी जमीन पर गेहूं है। बाकी पर प्लॉट काटे गए हैं। गूगल मैप से वेरीफाई करने पर पता चला कि प्लॉट 2024 से पहले नहीं थे। पिछले डेढ़ साल में ही प्लॉट बन गए। स्थानीय व्यक्ति ने बताया कि ये सब एक वन अधिकारी की मिलीभगत से हुआ है। प्लान में फॉरेस्ट जोन है। लेकिन, ग्राउंउ पर 8 प्लॉट्स की चारदीवारियां हैं। निर्माण भी जारी है। स्थानीय निवासी कहते हैं- 2016 के बाद पेड़ कटने शुरू हो गए थे। यहां जिन लोगों के कब्जे हैं, उनके नाम किसी सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है। जीएनई कॉलेज के आगे, लोगों ने दुकानें बना दीं जीएनई कॉलेज के सामने: पेड़ गायब, इमारतें बन गईं भामियां कलां-साहिबाना रोड: प्लॉट कटे, खेत भी गांव झांडे रोड: प्लॉट कट गए, निर्माण भी हो चुका है ग्राउंड रियलिटी: 500 एकड़ में जंगल थे, अब कहीं नहीं शहर में फॉरेस्ट जोन गायब, कब्जाधारी किसी भी सरकारी रिकॉर्ड में नहीं {क्या आपको पता है कि लुधियाना में फॉरेस्ट जोन पर कब्जे हो चुके हैं? -हां, विभाग को शिकायतें मिली हैं। {तो फिर कार्रवाई क्यों नहीं की? -कार्रवाई होती रही है। {कार्रवाई की होती तो जंगल में प्लॉट कैसे कटते, खेती कैसे होती? -फिर से डीमार्केशन करवाई जाएगी।{डीमार्केशन पहले क्यों नहीं की? इतने साल चुप क्यों रहे? -हम डिप्टी कमिश्नर को पत्र लिखेंगे और साथ मिलकर सर्वे कराया जाएगा।{क्या एक्शन होगा? -डीमार्केशन रिपोर्ट पर निर्णय होगा। डॉ. अजय शर्मा, पर्यावरण योजना विशेषज्ञ

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:06 am

रोडवेज नेशनल हाईवे पर 2 हजार 261 निजी बसें चलवाएगा:उदयपुर में 65 रूट; रोज 10 हजार से ज्यादा फेरे करेंगी, 37 से 50 सीटर

प्रदेश में करीब एक माह पहले 2 हजार लोक परिवहन बसों को चलाने की मंजूरी के बाद अब सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़े 476 रूटों पर निजी बसों के संचालन की अनुमति दे दी। इन राजमार्गों पर प्रदेशभर में 2261 बसें चलाई जाएंगी। ये बसें रोज़ 10,190 फेरे करेंगी और 37 से 50 सीटर होंगी। उदयपुर आरटीओ क्षेत्र में राजमार्गों से जुड़े 65 मार्गों को शामिल किया गया है। हालांकि, यहां कितनी बसें चलाई जाएंगी, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है। उदयपुर रीजन में उदयपुर सहित बांसवाड़ा, राजसमंद, डूंगरपुर, सलूंबर जिले आते हैं। प्रदेश में रोडवेज की करीब 3700 बसों का संचालन हाईवे और ग्रामीण रूटों पर किया जा रहा है। अब हाईवे पर निजी बसें शुरू करने के लिए परिवहन विभाग ने आवेदन मांगे हैं।आवेदन स्थानीय कार्यालयों में करने होंगे। इसके बाद जयपुर मुख्यालय को रिपोर्ट भेजी जाएगी। परमिट मुख्यालय से जारी होंगे।विभाग के अधिकारियों के अनुसार प्रदेश के बड़े शहरों को जोड़ने के लिए इन बसों को अनुमति दी जा रही है। इससे यात्रियों को भी पर्याप्त संख्या में आवागमन के साधन उपलब्ध हो सकेंगे। प्रदेश में लोक परिवहन की बसें भी निजी ही होती हैं। इसी साल जनवरी में खरीदी गई बसों को मिलेगी अनुमति, 16 जुलाई तक आवेदन कर सकेंगेप्रादेशिक परिवहन अधिकारी ज्ञानदेव विश्वकर्मा ने बताया कि अधिसूचना में बताए गए मार्गों पर बसों के संचालन की अनुमति दी जाएगी। इसमें बसों के मॉडल, कंडीशन, जरूरी शर्तें, आवेदन पत्र का प्रारूप, प्राथमिकता का आधार और दस्तावेजों की चेकलिस्ट विभाग के पोर्टल पर मौजूद है। इसमें उन्हीं वाहनों को अनुमति मिलेगी, जिनका पंजीकरण 1 जनवरी 2025 या उसके बाद का होगा। अनुमति मिलने के बाद दो साल तक बसों का संचालन करना होगा। आवेदन के साथ यह शपथ पत्र देना होगा कि आवेदक के खिलाफ ऐसी कोई एफआईआर या मुकदमा दर्ज नहीं है, जिसमें दो वर्ष या उससे अधिक की सजा का प्रावधान हो। आवेदन 16 जुलाई को शाम 6 बजे तक जमा होंगे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:05 am

नर्मदा बचाओ आंदोलन:हाइकोर्ट ने एसीएस को नोटिस दिया, जवाब मांगा

हाइकोर्ट ने नर्मदा बचाओ आंदोलन की याचिका पर नोटिस जारी करते हुए एसीएस डॉ. राजेश राजौरा से जवाब मांगा है। सुनवाई जस्टिस द्वारकाधीश बंसल के समक्ष हुई। यह अवमानना याचिका ओंकारेश्वर बांध से प्रभावित किसानों के बच्चों के अधिकारों को लेकर है। राज्य सरकार ने 7 जून 2013 को ओंकारेश्वर बांध प्रभावितों के लिए एक विशेष पैकेज देने का आदेश दिया था। इसमें भूमिहीन किसानों और उनके बच्चों को ढाई लाख रुपए दिया जाना था। लेकिन कई बार मांग करने के बाद भी किसानों के बच्चों को लाभ नहीं मिला। इसे देखते हुए हाईकोर्ट में नर्मदा आंदोलन द्वारा याचिका लगाई गई थी। 29 जुलाई 2024 को हाइकोर्ट ने आदेश जारी करते हुए कहा था कि अतिरिक्त मुख्य सचिव और उपाध्यक्ष, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण इस विषय में नर्मदा आंदोलन द्वारा दिए गए ज्ञापन पर 8 हफ्ते में निर्णय लें। लेकिन, इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद अवमानना याचिका लगाई गई है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:05 am

एसीएस तक जाएगी अब एपीसीसीएफ की एसीआर‎:डीएफओ, सीएफ-सीसीएफ के बारे में अब कलेक्टर-कमिश्नर की राय अहम

अखिल भारतीय वन सेवा (आईएफएस) के मैदानी अधिकारियों के साथ मुख्यालय में बैठे अफसरों की गोपनीय चरित्रावली (एसीआर) या कार्यनिष्पादन एवं मूल्यांकन रिपोर्ट (पीएआर) मंजूर करने के नए चैनल का आदेश जारी हो गया है। नए आदेश में डीएफओ, वन संरक्षक और मुख्य वन संरक्षक की एसीआर मंजूर करने का अधिकार वन बल प्रमुख तक रहेगा। डीएफओ, वन संरक्षक और मुख्य वन संरक्षक की एसीआर लिखी जाएगी, तब संबंधित कलेक्टर और डिवीजनल कमिश्नर की राय को तवज्जो देनी होगी। कलेक्टर और डिवीजनल कमिश्नर अलग से एक शीट पर अपनी टिप्पणियों को दर्ज करेंगे। इसे एसीआर की मंजूरी की प्रक्रिया से जुड़े प्रथम अधिकारी के पास भेजा जाएगा। वे इसे अपनी टीप में शामिल करें या नहीं, इसका निर्णय लेंगे। वन विभाग का कहना है कि यह व्यवस्था सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर की गई है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (एपीसीसीएफ) की एसीआर भी अब शासन स्तर तक जाएगी। यानी मौजूदा व्यवस्था में अपर मुख्य सचिव ही एपीसीसीएफ की एसीआर मंजूर करेंगे। पहले यह वन बल प्रमुख और प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) के स्तर पर ही मंजूर होती थी। पीसीसीएफ की एसीआर पूर्व की तरह मुख्यमंत्री तक जाएगी। आईएफएस ने खटखटाया ​था अदालत का दरवाजा पुराने आदेश का विवाद पूर्व में 29 जून 2024 को शासन स्तर से एसीआर को निकले आदेश में कहा गया था कि तमाम आईएफएस अधिकारियों (मैदानी पोस्टिंग और मुख्यालय में बैठे) की एसीआर में कलेक्टर, डिवीजनल कमिश्नर से लेकर शासन में अपर मुख्य सचिव तक का चैनल होगा। इसको लेकर आईएफएस अधिकारियों ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। सुप्रीम कोर्ट ने इस आदेश को रोक दिया था। इसी के बाद मंगलवार को नए आदेश जारी हो गए। पुराने आदेश को निरस्त कर दिया गया है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:03 am

बड़ी कामयाबी:जेल में बंद गैंगस्टर अब्दुल रज्जाक का बेटा-भाई गिरफ्तार, दुबई भाग गए थे

{ मर्सिडीज-बीएमडब्ल्यू और पिस्टल जब्त { हवाला, अवैध वसूली, सट्‌टेबाजी समेत कई अपराध दर्ज जेल में बंद कुख्यात हिस्ट्रीशीटर अब्दुल रज्जाक के बेटे, भाई सहित अन्य आरोपियों को जबलपुर पुलिस ने सिवनी जिले से गिरफ्तार किया है। रज्जाक के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्जनों केस दर्ज हैं। पुलिस ने उसे तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन उसका बेटा,भाई और भतीजा सहित अन्य गुर्गे फरार हो गए थे। फरार आरोपियों पर इनाम भी घोषित किया गया था लेकिन सूत्रों के मुताबिक सभी आरोपी देश छोड़कर दुबई भाग निकले थे। सूत्रों के अनुसार, अभी आरोपी एक पारिवारिक निकाह में शामिल होने आए थे और बुधवार देर रात पेंच टाइगर रिजर्व के पास रिसॉर्ट में पार्टी मना रहे थे, तभी पुलिस को इनकी भनक लग गई और जबलपुर पुलिस ने दबिश डालकर सभी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक मुख्य आरोपी अब्दुल रज्जाक का बेटा सरफराज, भाई मोहम्मद महमूद, भतीजा अजहर सहित मोहम्मद सज्जाद को पिस्टल, गोली और मर्सिडीज-बीएमडब्ल्यू कार के साथ गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों पर 50 हजार से ज्यादा का इनाम था। जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय के निर्देश पर यह कार्रवाई एडिशनल एसपी आनंद कलादगी की टीम ने की है। सभी आरोपियों के खिलाफ दर्जनों गंभीर अपराध दर्ज हैं। हत्या, जमीनों पर अवैध कब्जे, अवैध माइनिंग, अवैध वसूली सहित ऑनलाइन सट्टेबाजी, हवाला कारोबार तक में इनका नाम शामिल है। अब्दुल रज्जाक करीब 2 साल से जेल में बंद है। कभी दूध बेचता था रज्जाक, ​फिर माफिया बनकर करोड़ों कमाए कभी दूध और आइसक्रीम बेचने वाला व्यक्ति अब्दुल रज्जाक और उसके भाई जबलपुर के मुस्लिम बहुल आबादी वाले इलाके नए मोहल्ले में रहते थे । खास बात यह है कि क्राइम से जुड़ा ऐसा कोई गलत धंधा नहीं है, जो अब्दुल रज्जाक और उसके परिवार ने नहीं किया। प्रॉपर्टी पर कब्जा करना, हवाला कारोबार, अवैध हथियारों का धंधा, यहां तक कि अवैध माइनिंग के जरिए रज्जाक ने करोड़ों रुपए कमाए। सिहोरा और जबलपुर से सटी मार्बल की खदान से आरोपी रज्जाक ने करोड़ों रुपए का कारोबार किया। जिला प्रशासन और पुलिस ने साल 2009 और 2010 में ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी। लेकिन राजनीतिक लोगों से आरोपी की गहरी पहचान भी सामने आ चुकी है। बावजूद इसके अब जाकर सख्त कार्रवाई देखने मिली है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:01 am

पूरे प्रदेश में होगी बारिश:3 जिलों में यलो अलर्ट, 15 जुलाई तक जारी रहेगी बारिश; तापमान में 4.4 डिग्री गिरावट

मौसम विभाग ने आज (शुक्रवार, 11 जुलाई) पूरे हरियाणा में बारिश होने की संभावना जताई है। 11 जिलों के अधिकतर एरिया में बरसात होगी। वहीं 11 जिलों में कहीं-कहीं बरसात हो सकती है। 3 जिलों रेवाड़ी, पलवल व मेवात में मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। जहां गरज-चमक के साथ तेज बारिश हो सकती है। बारिश के कारण प्रदेश का अधिकतम तापमान 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे गिर गया। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग विभागाध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ ने बताया कि 15 जुलाई तक मौसम में बदलाव रहने की संभावना है। 11 से 13 जुलाई तक राज्य के ज्यादातर क्षेत्रों में हवाओं व गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। वहीं 14 व 15 जुलाई को उत्तरी जिलों के ज्यादातर स्थानों पर हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और दक्षिण-पश्चिमी जिलों में कहीं-कहीं हल्की बारिश की संभावना है। इस दौरान कुछ स्थानों पर तेज बारिश की संभावना है। आगे कैसा रहेगा मौसम अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री गिराहरियाणा के अधिकतम तापमान में गुरुवार को 4.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। अधिकतम तापमान सामान्य से 4.6 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया है। प्रदेश का सबसे गर्म जिला महेंद्रगढ़ का नारनौल रहा। नारनौल का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस मापा गया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:00 am

हरियाणा में खट्‌टर के ड्रीम प्रोजेक्ट पर दुविधा में सरकार:अरावली में दुनिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी बनाने और संचालन खर्च से फंसा पेंच

साढ़े 9 साल तक हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्‌टर के ड्रीम प्रोजेक्ट पर हरियाणा की नायब सरकार बैकफुट पर दिख रही है। ये ड्रीम प्रोजेक्ट अरावली की पहाड़ियों में 10 हजार एकड़ में बनने वाली दुनिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी का है। इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल लगातार सक्रिय हैं। पिछले दिनों उन्होंने सीएम नायब सैनी और वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर के साथ गुजरात के वनतारा का दौरा किया। इससे पहले साल 2022 में मुख्यमंत्री रहते वह शारजाह (दुबई) सफाई के दौरे पर गए थे। तब उनके साथ केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव थे। गुजरात के वनतारा दौरे के बाद हरियाणा सरकार अब इस प्रोजेक्ट को लेकर बैकफुट पर नजर आ रही है। इसकी बड़ी जंगल सफारी बनाने और फिर उसके संचालन के लिए हर महीने खर्च होने वाला मोटा खर्च है। संभावना ये भी है कि यह प्रोजेक्ट पीपीपी मोड पर निजी हाथों को भी सौंपने पर विचार हो सकता है। हालांकि सरकार की ओर से इस पर फैसला नहीं हुआ है। सरकार की बैकफुट पर आने की ये 3 बड़ी वजहें... 1. बनाने में 5000 करोड़ रुपए का खर्चहरियाणा के गुरुग्राम में अरावली में बनने वाले जंगल सफारी के निर्माण में करीब 5000 करोड़ रुपए का खर्च आने का अनुमान है। इस राशि को खर्च करने की स्थिति में अभी हरियाणा सरकार नहीं है। इसकी वजह यह है कि 2026-26 के बजट में इसको लेकर कोई भी राशि आवंटित नहीं की गई है। ऐसे में यदि सरकार इस प्रोजेक्ट में हाथ डालती है तो मुश्किलें आ सकती हैं। 2. हर महीने जंगल सफारी पर 100 करोड़ का खर्चहरियाणा सरकार के आकलन के अनुसार जंगल सफारी में आने वाले जानवरों, पक्षियों के खाने और उनके रखरखाव के लिए रखे जाने वाले स्टाफ पर करीब 100 करोड़ रुपए का मासिक खर्च होगा। जबकि जंगल सफारी से शुरू के दिनों में हर महीने 20 से 30 करोड़ रुपए ही आने की संभावना है। हालांकि छह महीने के बाद यह राशि बढ़कर करीब 50 करोड़ रुपए हो सकती है, लेकिन 100 करोड़ रुपए की आमदनी होना बहुत की मुश्किल है। 3. विपक्ष इस जंगल सफारी को मुद्दा न बना देहरियाणा सरकार को आशंका है कि इस जंगल सफारी को विपक्ष बड़ा मुद्दा बना सकता है। प्रदेश पर करीब 4 लाख करोड़ रुपए का कर्ज है। यदि सरकार जंगल सफारी पर हजारों करोड़ रुपए खर्च करती है तो विपक्ष मुद्दा बना सकता है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा पहले से ही कर्ज को लेकर सरकार को घेरते रहते हैं। विधानसभा के विंटर सेशन में भी कर्ज को लेकर काफी हंगामा हुआ था, जिसकी सीएम नायब सैनी ने खुद सदन में सफाई दी थी। अब जानते हैं क्या है अरावली की जंगल सफारी योजना... 2022 को खट्‌टर ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का ऐलान कियाहरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस ड्रीम प्रोजेक्ट का 6 अक्टूबर 2022 को ऐलान किया। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था हरियाणा में दुनिया की सबसे बड़ी जंगल सफारी 10 हजार एकड़ में बनेगी। उन्होंने यह भी खुलासा किया था कि 28 और 29 सितंबर को वह इस प्रोजेक्ट के लिए गुपचुप तरीके से दो बार गुरुग्राम और फरीदाबाद जिले का भ्रमण कर चुके हैं। उनके इस दौरे का उद्देश्य ये था कि वह इस प्रोजेक्ट के लिए 6 हजार एकड़ गुरुग्राम और 4 हजार एकड़ जमीन फरीदाबाद जिले की लेंगे। जानिए सरकार ने प्रोजेक्ट के क्या फायदे गिनाए… 1. BIG कैट्स के होंगे 4 जोनसफारी में एक बड़ा हर्पेटेरियम, एवियरी, बर्ड पार्क, बिग कैट्स के 4 जोन, शाकाहारी जानवरों के लिए एक बड़ा क्षेत्र, विदेशी पशु पक्षियों के लिए एक क्षेत्र, एक अंडरवाटर वर्ल्ड, नेचर ट्रेल्स, विजिटर, टूरिज्म जोन, बॉटनिकल गार्डन, बायोमेस, इक्वाटोरियल, ट्रॉपिकल, कोस्टल, डेजर्ट पार्क का हिस्सा होंगे। 2. होम स्टे पॉलिसी से लोगों को लाभसरकार का दावा है कि सफारी पार्क बनने से अरावली पर्वत श्रृंखला को संरक्षित करने में काफी मदद मिलेगी। स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के साथ-साथ आसपास के गांवों में ग्रामीणों को होम स्टे पॉलिसी के तहत भी काफी लाभ होगा। 3. वन्यजीवों कॉरिडोर बन सकेगाअरावली में कोई राष्ट्रीय उद्यान नहीं है। यदि इस क्षेत्र में जंगल सफारी आती है तो यह दिल्ली में असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य से राजस्थान में सरिस्का वन्यजीव अभयारण्य तक वन्यजीव कॉरिडोर की रक्षा करने में मदद करेगा। 4. अफ्रीका के बाहर शारजाह में सबसे बड़ी सफारीवर्तमान में अफ्रीका के बाद सबसे बड़ी जंगल सफारी दुबई के शारजाह में है। यह करीब 200 एकड़ में फैली है और साल 2022 में शुरू हुई। जबकि अरावली में करीब 10 हजार एकड़ में जंगल सफारी बनाने की योजना है। प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ अहम बिंदू... वन मंत्री नरबीर बोले- अभी जंगल सफारी का मासिक खर्च वहन करने की स्थिति नहींवन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर ने कहा कि हरियाणा सरकार जंगल सफारी में हर महीने खर्च होने वाली राशि वहन करने की स्थिति में नहीं है। इस प्रोजेक्ट को केंद्र के सहयोग के बिना बना पाना मुश्किल है। गुजरात के वनतारा में हमने देखा कि हर महीने कितना खर्च होता है। अब सरकार आगे ये कर रही विचार...केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्‌टर के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को लेकर हरियाणा सरकार ने आगे की योजना पर काम शुरू कर दिया है। सरकार की ओर से संकेत दिए गए हैं कि इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप (PPP) पर भी विचार करना शुरू कर दिया है। ऐसे संकेत सूबे के वन मंत्री राव नरबीर सिंह ने भी दिए हैं। उनका कहना है कि इस प्रोजेक्ट को पीपीपी मोड के जरिए भी पूरा किया जा सकता है। अब जानिए क्या है अनंत अंबानी का वनतारा प्रोजेक्टवनतारा एक महत्वाकांक्षी वन्यजीव संरक्षण परियोजना है। इसकी स्थापना मुकेश अंबानी के बेटे अनंत अंबानी ने की है। यह रिलायंस इंडस्ट्रीज और रिलायंस फाउंडेशन द्वारा समर्थित है। गुजरात में जामनगर रिफाइनरी कॉम्प्लेक्स के भीतर स्थित वनतारा 3000 एकड़ में फैला है। यह घायल, संकटग्रस्त और लुप्तप्राय जीवों का आश्रयस्थल है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वनतारा प्रोजेक्ट पर करीब 1200 करोड़ रुपए खर्च हुए।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:00 am

हरियाणा के शहीद पायलट की पूरी कहानी:ब्रिगेडियर से मिले तो पहले अटेंप्ट में NDA क्रैक किया; पहले मौत को मात दी, अब गांव बचाने के लिए जान गवां दी

राजस्थान के चूरू में हुए जगुआर फाइटर जेट क्रैश हादसे में शहीद हुए हरियाणा के रोहतक के स्क्वॉड्रन लीडर लोकेंद्र सिंह सिंधु का सपना शुरू से ही फौज में जाने का था। दादा बलवान सिंह सिंधु आर्मी में हवलदार रहे चुके है, जबकि बहन अंशी भी एयरफोर्स से रिटायरमेंट ले चुकी है। परिवार में हमेशा से ही देश सेवा करने का माहौल मिला तो लोकेंद्र ने भी सेना में जाने का रास्ता चुना। जब पहली बार NDA का फॉर्म भरा तो दादा ने ब्रिगेडियर से मुलाकात कराकर उसका हौसला मजबूत किया। यहीं वजह थी कि लोकेंद्र ने पहले ही अटेंप्ट में सफलता पाई और एयरफोर्स को चुना। लोकेंद्र को फाइटर जेट उड़ाने में महारत हासिल थी। परिजन बताते है कि एक बार जगुआर उड़ाते वक्त उसके साथ हादसा हो गया था। मगर, उस वक्त मौत को मात देते हुए लोकेंद्र ने फाइटर जेट को सुरक्षित लैंड कराया था। भाई ज्ञानेंद्र सिंधु के मुताबिक, इस हादसे के बाद परिजन उससे मिलने गए थे। उस वक्त लोकेंद्र ने बताया था कि जेगुवार में एक कमी यही बताई जा रही है कि जब वह 500 फुट से नीचे आ जाता है तो उसे टेकऑफ करना मुश्किल होता है। राजस्थान में हुए हादसे में भी लोकेंद्र ने शहीद होकर 1200 परिवारों को बचा लिया। जिन गांवों भानुदा विदावतान और भानुदा चारनान में यह हादसा हुआ, वहां करीब 1200 परिवार रहते हैं।अगर फाइटर इन दोनों गांवों पर गिरता तो ज्यादा लोग हताहत होते। लोकेंद्र और उनके को-पायलट ऋषिराज आखिरी वक्त तक प्लेन को गांव पर क्रैश नहीं होने दिया। शहीद लोकेंद्र सिंह सिंधु की जिंदगी से जुड़े किस्सों पर पढ़िए दैनिक भास्कर की रिपोर्ट... 1992 में हुआ जन्म, 2015 में पायलट के तौर पर कमीशन प्राप्तलोकेंद्र सिंधु का जन्म 9 नवंबर 1992 को जोगेंद्र सिंधु के घर हुआ। लोकेंद्र के दादा आर्मी एजुकेशन में हवलदार रहे चुके है। आर्मी के बाद एक्साइज टेक्सेशन ऑफिसर पद से रिटायर हुए है। 2010 में 12वीं कक्षा पास करने के साथ ही एनडीए की परीक्षा दी। पहले ही प्रयास में परीक्षा पास करते हुए चयनित हो गया। 3 साल एनडीए की ट्रेनिंग की और एक साल बंगलौर में ट्रेनिंग करने के बाद 2015 में पायलट के तौर पर कमीशन प्राप्त हुआ। 2024 में ही लोकेंद्र की पोस्टिंग राजस्थान के सूरतगढ़ में हुई थी। 2020 में हुई शादी, एक माह पहले ही बेटे का हुआ जन्मलोकेंद्र सिंधु की शादी डॉ. सुरभि के साथ 25 नवंबर 2020 को हुई थी। वे एक जून को एक महीने की छुट्टी पर आए थे। इसी दौरान उसकी मां अनीता देवी की रिटायरमेंट भी थी और 10 जून को लोकेंद्र की पत्नी सुरभि की डिलीवरी भी। रिटायरमेंट पार्टी के बाद बेटा होने की खुशी से पूरा घर महक रहा था। लोकेंद्र के ड्यूटी ज्वाइन करने से 10 दिन पहले यानि 1 जुलाई को ही बेटे का कार्यक्रम भी था। इसमें पूरे परिवार में जश्न मनाया था। 9 जुलाई 2025 की दोपहर मिली मनहूस खबरलोकेंद्र सिंधु के भाई ज्ञानेंद्र सिंधु ने बताया कि हादसे की सूचना परिवार को दोपहर करीब अढाई बजे मिली। इसमें बताया गया कि लोकेंद्र बुधवार को एयरफोर्स का प्लेन जेगुवार लेकर राजस्थान के चुरु क्षेत्र में को-पायलट ऋषिराज सिंह देवड़ा को ट्रेनिंग दे रहा था। इसी दौरान प्लेट में कुछ तकनीकी खराबी हुई, जिसके कारण प्लेट क्रैश हो गया और इस हादसे में लोकेंद्र सिंधु और को-पायलट दोनों शहीद हो गए। यह सूचना मिलते ही परिवार मेंं छाई खुशियां मातम में बदल गई। अब जानिए जगुआर फाइटर जेट कैसे हुआ हादसे का शिकार... को-पायलट ऋषि को ट्रेनिंग दे रहे थे लोकेंद्रज्ञानेंद्र सिंधु ने बताया कि के अनुसार लोकेंद्र सिंधु जेगुवार में एक को-पायलेट को ट्रेनिंग दे रहे थे। यह जगुआर फाइटर जेट श्रीगंगानगर के पास सूरतगढ़ एयरबेस से उड़ा था। यह जेट टू सीटर था, ट्रेनिंग के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इसी दौरान जेगुवार 500 फुट से नीचे आ गया। इसके बाद उसे टेकऑफ करना मुश्किल हो गया, जिस कारण वे हादसे का शिकार हो गए। जिस गांव के ऊपर जेगुवार उड़ रहा था, उस गांव को बचाने के लिए लोकेंद्र ने अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया। प्लेन जल रहा था, 100 मीटर में शरीर के टुकड़े पड़े थेप्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कि हादसे के बाद सारा इलाका धुएं के गुबार में था। 100 से 200 मीटर के दायरे में दोनों पायलट के शरीर के टुकड़े पड़े थे। जहां भी नजर जा रही थी, सिर्फ तबाही का मंजर था। प्लेन का मलबा आसपास के 500 मीटर के दायरे में पड़ा हुआ था। सूचना मिलते ही आधे घंटे में पुलिस और प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंच गए थे। एक घंटे में आर्मी भी हादसे वाली जगह पहुंच गई थी। हेलिकॉप्टर, एम्बुलेंस, दमकल समेत कई टीमें पहुंचीं। बुधवार देर रात तक एयरफोर्स, आर्मी और पुलिस के जवान मौके पर मलबा इकट्‌ठा करने में व्यस्त रहे थे। ऐसा लगा जैसे कोई बम फटा होप्लेन क्रैश होने के बाद सबसे पहले मौके पर पहुंचने वाले मनोज प्रजापत बताते हैं- जब हादसा हुआ, मैं गांव में ही था। मैंने देखा एक प्लेन हवा में दाएं–बाएं हो रहा है। हवा में लहराते हुए प्लेन अचानक पेड़ से टकराया। टक्कर के बाद प्लेन 100 मीटर से ज्यादा घिसटता रहा। उसमें आग लग गई। प्लेन के गिरने का धमाका इतना तेज था कि लगा कोई बम फटा हो। धमाका सुनकर मौके पर पहुंचे 16 साल के धोनी चारण का कहना है कि हम जब मौके पर पहुंचे तो प्लेन के पहिए में आग लगी देखी। चारों ओर मलबा पड़ा हुआ था। जहां प्लेन क्रैश हुआ, वहां घास–फूस, पेड़ पौधे राख में बदल गए थे। भानुदा विदावतान के मोहित शर्मा बताया- दोनों पायलट ने शहीद होकर हमारे गांव के 1200 परिवारों को बचा लिया। दोनों ने आखिरी समय तक अपना फर्ज याद रखा। रोहतक में हुआ शहीद का अंतिम संस्कार... बड़े भाई ज्ञानेंद्र सिंधु ने उन्हें मुखाग्नि दीहरियाणा में रोहतक के शहीद पायलट लोकेंद्र सिंह सिंधु (32) गुरुवार (10 जुलाई) को पंचतत्व में विलीन हो गए। गुरुवार को करीब 6 बजे उनकी पार्थिव देह घर पहुंची। इसके बाद पत्नी डॉ. सुरभि ने एक महीने के बेटे के साथ शहीद पति के अंतिम दर्शन किए। इसके बाद श्मशान घाट में वायुसेना ने उन्हें तिरंगा और कैप सौंपी, जिसे सुरभि ने माथे से लगाया। सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। बड़े भाई ज्ञानेंद्र सिंधु ने उन्हें मुखाग्नि दी। अंतिम विदाई देने पहुंचे लोगों ने जय हिंद के नारे लगाए। -------------------------- शहीद लोकेंद्र सिंह सिधु से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... हरियाणा के शहीद पायलट को बड़े भाई ने दी मुखाग्नि:पत्नी ने एक महीने के बेटे के साथ अंतिम दर्शन किए; जय हिंद के नारे लगाए हरियाणा में रोहतक के शहीद पायलट लोकेंद्र सिंह सिंधु (32) गुरुवार (10 जुलाई) को पंचतत्व में विलीन हो गए। सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। (पूरी खबर पढ़ें)

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 5:00 am

इंदौर:भारी या असामान्य कचरा भी उठेगा एक क्लिक पर

इंदौर में अब टूटी खिड़की, पुराना बिस्तर या ई-वेस्ट जैसा भारी और असामान्य कचरा भी एक क्लिक पर उठेगा। इंदौर नगर निगम ने एक नई ऑन-डिमांड सेवा शुरू की है- क्विक साफ। यह सुविधा खासतौर पर तब काम आएगी जब डोर-टू-डोर कचरा गाड़ी काम नहीं आएगी। सिर्फ एक मोबाइल एप के ज़रिए इस सेवा को बुक कर सकते हैं और निगम की गाड़ी कचरा उठाकर ले जाएगी। गुरुवार को हुई एमआईसी की बैठक में ऑन डिमांड कचरा संग्रहण सहित कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी मिली है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:58 am

खंडवा के गुढ़ी रेंज में पौधे उखाड़कर बोवनी शुरू की:वन भूमि पर कब्जा, रोका तो गोफन चलाए, डिप्टी रेंजर को बंधक बनाया

​गुड़ी रेंज के जंगल में अतिक्रमणकारियों ने गुरुवार सुबह फिर वन भूमि पर कब्जा करने का दुस्साहस किया है। उन्होंने वहां एक पौधा मां के नाम अभियान के तहत वन कर्मचारियों द्वारा रोपे गए पौधों सहित 1 हजार पौधों को उखाड़ फेंका और हाथ से बोवनी शुरू कर दी। इस दौरान डिप्टी रेंजर दीपेंद्र श्रीवास अमले के साथ हादु टांडा रामपुरी इलाके के पास जंगल में गश्त कर रहे थे। उन्होंने अतिक्रमणकारियों को रोका तो वे विवाद करने लगे। इन्होंने वहां 50-60 महिला-पुरुषों को इकट्ठा कर लिया। इनमें लाल सिंह बारेला, पप्पू बारेला, बा​टी बाई बारेला आदि शामिल थे। सभी ने घेरकर वन अमले पर गोफन चलाकर पथराव किया। अमला जान बचाने के लिए जंगल से बाहर भागा। डिप्टी रेंजर श्रीवास आरोपियों की वारदात को मोबाइल कैमरे में कैद कर रहे थे। ये देख अतिक्रमणकारियों ने उन्हें घेर लिया। झूमाझटकी की। आधे घंटे तक उन्हें बंधक बनाकर रखा। हमलावरों ने उनका मोबाइल छीन लिया और वीडियो डिलीट कर दिए। आरोपियों ने उन्हें उसी शर्त पर छोड़ा कि अब जंगल में गश्त करते हुए दिखाई नहीं देना चाहिए। दिखाई दिए तो मारकर गाढ़ देंगे। इसके बाद वे अपनी जान बचाकर जंगल से बाहर आए। 10 दिन के अंदर गुड़ी रेंज में ही अतिक्रमणकारियों का ये तीसरा हमला ​है। पुलिस ने बोवनी करने वाले आरोपियों सहित अन्य पर शासकीय कार्य में बाधा डालने व पथराव करने का केस दर्ज किया है। वनकर्मी बोले- गश्त नहीं करेंगे गुड़ी के टाकलखेड़ा इलाके में 10 दिन में वन अमले पर तीन बार हमला हो चुका है। इस घटना के बाद अमले ने अधिकारियों से जंगल में गश्त करने से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि अतिक्रमणकारियों को डंडा दिखाने का हमें अधिकार नहीं। जबकि वे हमें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। ऐसे में हम जान अपनी जोखिम में नहीं डाल सकते। ड्रोन की बैटरी हो जाती है डाउन वन विभाग को निगरानी के लिए जो ड्रोन दिया है वह निम्न दर्जे का निकला। न तो उसकी कैमरा क्वालिटी अच्छी है। न ही वह ना​इट विजन का था। ड्रोन को उड़ान भरते 5 मिनट भी नहीं होता कि उसकी बैटरी डाउन हो जाती थी। ऐसे में विभाग ने उस ड्रोन को वापस कर दिया है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:55 am

बदमाश बेखौफ:युवकों को छेड़छाड़ से रोका तो पुलिसकर्मी पर हमला किया

द्वारकापुरी के गुरु शंकर नगर में बुधवार रात कुछ युवक एक युवती को पीट रहे थे। सूचना मिलने पर डायल-100 के हेड कांस्टेबल मदद करने पहुंचे तो युवकों ने उन पर ही जानलेवा हमला कर दिया। बदमाशों ने एक युवक की कार भी फोड़ दी। थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और कुछ ही घंटे में 7 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। एसीपी शिवेंदु जोशी के अनुसार, इनके नाम पवन राठौर, विकास गुजराल, अक्षय बामने, पीयूष राठौर सभी निवासी ऋषि पैलेस, रोहित, किशन सिंह और करण चौहान सभी निवासी गुरु शंकर नगर हैं। रात 12.30 बजे डायल-100 घटना स्थल पर पहुंची। हेड कांस्टेबल मुन्नालाल मिश्र ने देखा कुछ लोग एक लड़की के साथ छेड़छाड़ कर मारपीट कर रहे थे। मुन्नालाल आरोपियों को समझाने लगे तो युवकों ने उन पर डंडों और पत्थरों से हमला कर घायल कर दिया। घटना के तीन वीडियो सामने आए हैं। एक में हेड कांस्टेबल पिट रहे हैं, बचने के लिए उन्होंने दौड़ लगा दी। जान बचाकर भागे मिश्र ने थाने को सूचना दी। इसके बाद टीआई अपनी टीम लेकर मौके पर पहुंचे तो बदमाश भाग निकले। पुलिस ने घेराबंदी कर युवकों को दबोच लिया। पथराव के दौरान पवन शर्मा की कार वहां खड़ी थी, जिसमें उपद्रवियों ने तोड़फोड़ कर दी।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:52 am

पति गोवर्धन परिक्रमा में गया था; पत्नी-बच्चों के शव कुएं में​ मिले

बैराड़ के जोराई गांव निवासी पिंकी (28) पत्नी रामनिवास बघेल, उनकी 4 साल की बेटी रुचिका व 8 माह के बेटे आनंद का शव घर से कुछ दूर पर एक कुएं में मिला। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक महिला की सास विपत्ति बाई ने बताया कि वह सुबह भैसों के चारे के लिए उठीं तो देखा कि पिंकी और दोनों बच्चे नहीं थे। कुछ देर तलाशने पर कुएं के पास पिंकी की चप्पल मिलीं। कुएं में झांकने पर आनंद के पैर दिखे। ​जिसके बाद पुलिस को सूचना दी। रामनिवास बघेल ने बताया कि वह अपने साले और साढ़ू के साथ परिक्रमा लगाने गोवर्धन गया था। बुधवार को देर रात लौटा तो शिवपुरी में साले के घर पर रुक गया। सुबह घटना की जानकारी मिलने पर गांव पहुंचा। दो दिन पहले पिंकी से बात हुई थी तो वह सामान्य थी।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:51 am

मुनि सुधा सागर महाराज पहुंचे अशोकनगर:शहर ने की भव्य अगवानी, जुलूस के साथ कलेक्टर-एसपी भी पैदल चले

गुरुवार को जैन धर्म के बड़े संत सुधा सागर महाराज अशोकनगर पहंुचे। गुरुवर को निहारने मप्र सहित आसपास के 5-6 प्रदेश से हजारों समाजजन जुटे। 6 किमी पैदल यात्रा करते शहर पहुंचे जैन मुनि के स्वागत में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। 33 साल बाद शहर आए मुनिश्री का स्वागत करने रास्ते में 33 जेसीबी से पुष्प के रूप में रंग बिरंगे कागज, गुब्बारे उड़ाए। चांदी की 151 थाली में पाद प्रक्षालन कराया तो 5 हाइड्रा मशीन से रत्न वृष्टि कराई। यह पहला मौका है जब प्रदेश में किसी जैन संत की अगवानी इतनी भव्य तरीके से हुई। कलेक्टर आदित्य सिंह और एसपी विनीत कुमार जैन पूरे समय जुलूस के साथ रहे। अब अगले 4 माह तक शहर को गुरुवर को सानिध्य मिलेगा। मुनि सुधा सागर महाराज 33 साल बाद फिर चातुर्मास के लिए अशोकनगर आए हैं। इसको लेकर जिले के पूरे जैन समाज में काफी उत्साह है। करीब एक माह पहले से ही गुरुवर की भव्य अगवानी की तैयारी शुरू कर दी थी। बुधवार को शहर से करीब 6 किमी दूर एक निजी स्कूल भवन में रात्रि विश्राम के बाद सुबह 7 बजे गुरुवर शहर के लिए पैदल रवाना हो गए। स्कूल भवन से ही हजारों समाजजन गुरुवर के साथ नाचते गाते भक्ति गीतों में झूमते हुए करीब 10 बजे शहर पहुंचे। करीब डेढ़ घंटे शहर में जुलूस निकाला गया। करीब 11.30 बजे जैन मुनि गंज स्थित पंडाल में पहुंचे। इसके बाद गुरु पूर्णिमा उत्सव के चलते धार्मिक आयोजन हुए। अब पूरे वर्षाकाल के दौरान मुनि अशोकनगर में रहेंगे। 61 ट्रकों को साइड में खड़े कर स्वागत किया गया इस दौरान प्रतिदिन शहरवासियों को धर्म उपदेश के रूपमें आशीर्वाद मिलता रहेगा। दिगंबर जैन पंचायत के मंत्री संजीव जैन भारिल्ल ने बताया कि इतने भव्य तरीके से पहली बार किसी जैन संत की अगवानी हुई है, जिसमें रास्ते भर 33 जेसीबी लगाकर स्वागत किया गया हो। इतना ही नहीं 61 ट्रकों को साइडमें खड़े कर स्वागत किया। 5 हाइड्रा मशीन से रत्नवृष्टि की गई। भारिल्ल ने बताया कि चातुर्मास के दौरान जैन मुनि से आर्शीर्वाद लेने देशभर के समाजजन शहर पहुंचेंगे। पहले दिन भी मप्र सहित अन्य प्रदेशों से समाजजन शहर पहुंचे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:48 am

स्वास्थ्य विभाग:आरजीएचएस : 38 लाख कर्मचारी, पेंशनर्स व परिजनों का इलाज संकट में, एक हजार करोड़ पहुंचा बकाया

राजस्थान के करीब 13.52 लाख कर्मचारी, पेंशनर्स और उनके 25 लाख से अधिक परिजनों को चिकित्सा सुविधा देने वाली आरजीएचएस स्कीम पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। हर कोई चिंतित है कि कहीं यह योजना बंद तो नहीं होने जा रही है। वसुंधरा राजे सरकार में 29 जून 2018 व दूसरी बार 2021 में गहलोत राज में आरजीएचएस के नाम से यह योजना फिर शुरू हुई। लेकिन 7 साल में यह स्कीम उधारी की भेंट चढ़ गई है। मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना (मां) का पूरी बजट की 1700 से 1800 करोड़ है। इसी वजह से आरजीएचएस का पेमेंट भी होता है। फिलहाल प्राइवेट 701 अस्पतालों का ही करीब 1000 करोड़ रुपए बकाया होने से 38 लाख लोगों से जुड़ी आरजीएचएस योजना पर खतरा बना हुआ है। स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों का कहना है कि आरजीएचएस बंद नहीं की है। योजना के कड़े प्रावधान लागू करने की तैयारी के कारण प्राइवेट अस्पतालों का दबाव है। वहीं प्राइवेट अस्पतालों की एसोसिएशन ने खुली चेतावनी दी है कि 15 जुलाई के बाद से आरजीएचएस के तहत इलाज बंद कर देंगे। सात साल पहले 774 प्राइवेट अस्पतालों को साथ लेकर शुरू हुई थी योजना तत्कालीन वसुंधरा राजे के राज में 774 प्राइवेट अस्पतालों में 29 जून 2018 को केशलैस इलाज की योजना शुरू की थी। 2021 में गहलोत राज में आरजीएचएस के नाम से फिर शुरू हुई। 3 नवंबर 2022 को कर्मचारियों और पेंशनर्स और उनके परिवार जनों को केशलैस और आउटडोर उपचार की ऑनलाइन और पेपरलेस सुविधा प्रदान करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया। 13.52 लाख राजस्थान में कर्मचारी और पेंशनर्स हैं योजना के लाभार्थी।38.5 लाख कुल लोग एलिजिबल आरजीएचएस में इलाज के लिए।2.19 करोड़ कुल आयुष्मान कार्ड्स हैं8200 मरीजों को आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत इलाज हो रहा है रोज। गहलोत, डोटासरा और जूली का आरोप... सरकार इस योजना को बंद करना चाहती है पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आरजीएचएस स्कीम को लेकर सरकार पर हमला बोला है। गहलोत ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों को आरजीएचएस का भुगतान नहीं होने पर आरजीएचएस का इलाज बंद करने की चेतावनी दी है। दूसरी तरफ जूली ने सीएम को पत्र लिखा है। वहीं इन नेताओं का आरोप है कि सरकार जानबूझकर इस योजना को बंद करना चाहती है वार्ता के लिए 7 की टीम बनाई: सरकार को चेतावनी के बाद गुरुवार को प्राइवेट हास्पिटल एसोसिएशन ने सरकार से वार्ता के लिए 7 सदस्यों की टीम बनाई है। आमंत्रण आने पर यह टीम वार्ता करेगी। हम शांति से काम करना चाहते हैं। पैसे नहीं मिल रहे हैं और फायनेंस प्राब्लम सामने आ रही है। हम कोई धमकी नहीं दे रहे हैं, लेकिन यदि पैसा ही नहीं आ रहा तो काम करना मुश्किल हो गया है। सरकार बकाया पैसा दे और आगे के रास्ते सुगम बनाए।-डॉ. विजय कपूर, प्रेसीडेंट, प्राइवेट हॉस्पिटल एसो.

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:45 am

छत्तीसगढ़ में 1.25 करोड़ ओबीसी:लाभ के कारोबार से दूर हैं जातियां, इसलिए पिछड़ी

छत्तीसगढ़ में ओबीसी की गिनती के लिए पिछली सरकार ने क्वांटिफायबल डाटा आयोग का गठन किया था। आयोग ने सभी जिलों की जांच-पड़ताल के बाद एक बड़ी रिपोर्ट तैयार कर तत्कालीन सरकार को सौंप दिया था। लेकिन इसकी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई है। लेकिन यह रिपोर्ट भास्कर के हाथ लगी है जिसमें इस बात का खुलासा हुआ है कि प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी वर्ग के 1.25 करोड़ लोग यहां रह रहे हैं। यह प्रदेश की अनुमानित जनसंख्या का 42.41 प्रतिशत है। इसमें 95,17,136 व्यक्ति ग्रामीण और 29,90,033 लोग शहरी क्षेत्रों में रहते हैं। इसी तरह राज्य में आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति 10,26,731 मिले हैं। ये प्रदेश की कुल आबादी का 3.48 प्रतिशत हैं। इसमें से 40.72 प्रतिशत यानी 4,18,437 व्यक्ति गांवों और 6,08,294 व्यक्ति (59.24%) शहरी क्षेत्रों में रहते हैं। आयोग के मुताबिक राज्य की जनसंख्या 2.94 करोड़ है। आयोग की रिपोर्ट में जिक्र है कि 2011 में प्रदेश की आबादी 2,55,44,198 थी। 2021 में जनगणना नहीं हुई। आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय के आर्थिक सर्वेक्षण में राज्य की अनुमानित जनसंख्या 2,94,92,999 मानी गई है। इसे आधार बनाकर शासन के राजपत्र में अनुसूचित ओबीसी की 95 उप जातियों को सर्वे में शामिल किया गया। ओबीसी एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के आंकड़े संभागवार, जिलेवार, ब्लॉकवार और पंचायतवार एकत्र किए गए हैं। नगरीय क्षेत्र में निकाय और वार्डवार डेटा जुटाए गए। इसके अनुसार प्रदेश में 1,25,07,169 ओबीसी हैं। आर्थिक, सामाजिक व शैक्षणिक रूप से पिछड़े: रिपोर्ट में उल्लेख है कि ओबीसी का मैदानी इलाकों में घनत्व अधिक है। दूसरी ओर अनुसूचित क्षेत्रों में अपेक्षाकृत संख्या कम है। इस प्रकार नगरीय क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में ओबीसी ज्यादा हैं। इनके आंकड़ों का अध्ययन करने से यह पता लगता है कि प्रदेश के ओबीसी वर्ग के लोग आर्थिक, सामाजिक व शैक्षणिक रूप से पिछड़े हैं। इसकी वजह है कि देश के अन्य राज्यों की तुलना में यहां के ओबीसी की जातियां परंपरागत रूप से अलाभकारी कारोबार में लगी हैं। आयोग ओबीसी पर रिसर्च: भाजपा सरकार ने भी ओबीसी की गिनती के लिए छत्तीसगढ़ पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का गठन किया है। उसने भी ओबीसी गिनती कर राज्य सरकार को रिपोर्ट सौंप दी है। इसी के आधार पर नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव में आरक्षण तय कर चुनाव कराए गए हैं। आयोग ने ओबीसी की गिनती करने के बाद उन पर रिसर्च करने का ब्लूप्रिंट बनाया है। राजनीति में प्रभावी तबका: ओबीसी वर्ग प्रदेश की राजनीति में सरकार तय करने वाला निर्णायक वर्ग है। पहले इसे 14 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा था। बाद में भूपेश सरकार ने इसे 27 प्रतिशत कर दिया था। लेकिन यह मसला कोर्ट में जाने के बाद इस वर्ग की गिनती के आदेश दिए गए थे। हर राज्य में इसी तरह आंकड़े जुटाने कहा गया है। इसी आधार पर कई राज्य गिनती करा रहे हैं। इन सबका होगा रिसर्च: ओबीसी को लेकर बनाई केंद्र की नीति ही लागू कर दें तो काफी है: साहू अन्य पिछड़ा वर्ग मामलों के विशेषज्ञ प्रोफेसर घनाराम साहू ने कहा कि केंद्र व राज्य की डबल इंजन की सरकारें हैं। प्रदेश में केंद्र सरकार की ओबीसी को लेकर बनाई 2021-22 की नीति ही लागू कर दें काफी है। अगर कुछ कमियां रह जाती हैं तो इसे पूरा कर लिया जाए। इससे ओबीसी का कल्याण हो जाएगा। एसटी-एससी-ओबीसी की केंद्रीय नीति में शर्तें व पात्रता तय हैं। हालांकि इसमें एससी-एसटी-ओबीसी के लिए छात्रवृत्ति की दरें अलग हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:40 am

अच्छी पहल:191 करोड़ रुपए खर्च होने के बाद खंडहर बन चुके चोंप स्टेडियम का काम फिर शुरू होगा

चोंप में बनने वाले दुनिया के तीसरे और देश के दूसरे सबसे ज्यादा दर्शक क्षमता वाले क्रिकेट स्टेडियम का काम पिछले दो साल से बंद पड़ा है। आरसीए में नई एडहॉक कमेटी बनी है। इसलिए हर तरफ माहौल अभी पूरी तरह से फीलगुड जैसा है। यही कारण है कि चोंप स्टेडियम को लेकर भी सकारात्मक खबर सामने आ रही है। कन्वीनर डीडी कुमावत से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘जल्द ही चोंप स्टेडियम का काम मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में फिर से शुरू करेंगे। हम चाहते हैं कि राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अपना खुद का स्टेडियम हो। हम पूरी कोशिश करेंगे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के कार्यकाल में ही चोंप स्टेडियम पूरी तरह से बनकर तैयार हो।’ हिंदुस्तान जिंक ने किया था 300 करोड़ का करारचोंप स्टेडियम पर अब तक 191 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। लेकिन यह खंडहर बन चुका है। इस स्टेडियम को अनिल अग्रवाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम नाम दिया जाना था। इसके लिए हिंदुस्तान जिंक ने आरसीए से पहले फेज के लिए 300 करोड़ रुपए का करार भी किया था और लगभग 60 करोड़ रुपए हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड आरसीए को दे भी चुका था। कुछ दिन पहले अनिल अग्रवाल की सीएम और आरसीए एडहॉक कमेटी के कन्वीनर से मुलाकात भी हुई थी। इसलिए भी स्टेडियम का काम फिर से शुरू होने को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। मिराज ग्रुप ने नाथद्वारा स्टेडियम का ऑफर दिया यह भी जानकारी मिली है कि मिराज ग्रुप ने नाथद्वारा में 30 हजार दर्शक क्षमता का जो अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम बनाया है उसके करार के लिए भी आरसीए को ऑफर दिया है। आरसीए कन्वीनर ने भी इस बात की पुष्टि की। उन्होंने कहा, ‘हां, ऑफर मिला है। उन्होंने क्या शर्तें रखी हैं और हमें किन शर्तों पर करार करना है, इस बारे में अभी विचार-विमर्श चल रहा है।’ जो चला रहे एकेडमी, वे चयन समिति में नहीं होंगे कन्वीनर ने कहा कि जल्द ही हम विभिन्न चयन समितियों का भी गठन कर देंगे। लेकिन उन्होंने साफ-साफ कहा कि जो भी लोग एकेडमियां चला रहे हैं उन्हें किसी भी चयन समिति में शामिल नहीं किया जाएगा। जम्बो कमेटी की मीटिंग आज आरसीए एडहॉक कमेटी ने 14 पूर्व क्रिकेटरों की जो जम्बो कमेटी बनाई है उसकी पहली मीटिंग शुक्रवार को आयोजित की जाएगी। इस मीटिंग में 2025-26 के कैलेंडर के साथ-साथ कैम्प वगैरह के बारे में डिस्कशन होगा। कन्वीनर ने कहा, जो भी अच्छे सुझाव आएंगे हम उन पर अमल करेंगे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:40 am

विश्व जनसंख्या दिवस आज:राजस्थान अब 8.31 करोड़ लोगों का परिवार; कामकाजी आबादी 63% हुई, अगले साल तक बुजुर्ग 2.7% बढ़ेंगे, 14 साल तक के बच्चे 7.7% घट जाएंगे

नीति आयोग के तकनीकी समूह की हालिया रिपोर्ट को मानें तो 1 जुलाई 2025 को राजस्थान की जनसंख्या 8.31 करोड़ के पार पहुंच गई है। इसमें कामकाजी आबादी जनसंख्या का 63 फीसदी से ज्यादा हाे गई, जाे 15 साल पहले 58.1 फीसदी थी। बुजुर्ग आबादी 9.8 फीसदी हाे गई है जाे 2011 में 7.1 फीसदी थी। 2025 में 8.72 लाख आबादी बढ़ने का अनुमान है जो जनसंख्या वृद्धि के लिहाज से दूसरे राज्यों की तुलना में 5वीं सबसे अधिक संख्या है। आंकड़ों के लिहाज से राजस्थान भारत का छठा सबसे अधिक आबादी वाला राज्य बन गया है। 2036 तक प्रदेश की जनसंख्या 9.08 करोड़ पहुंचने की संभावना है, जो जर्मनी की जनसंख्या के बराबर होगी। 123 साल में 8 गुना हुई जनसंख्या कुल आबादी में 26.83% शहरी जनसंख्या 2036 तक 9 करोड़ आबादी का विजन लेकर अभी से काम होप्रदेश की जनसंख्या 2036 तक 9.08 करोड़ पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। युवा कार्यबल का प्रभावी उपयोग, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास और बुजुर्ग आबादी के लिए पर्याप्त सहायता प्रणाली विकसित करने की चुनौती सरकार के सामने होगी। इन अनुमानों के आधार पर भविष्य की नीतियों और योजनाओं का खाका तैयार करना होगा। 2036 तक 9 करोड़ आबादी का विजन लेकर अभी से काम होप्रदेश की जनसंख्या 2036 तक 9.08 करोड़ पहुंचने का अनुमान है। ऐसे में स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। युवा कार्यबल का प्रभावी उपयोग, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, कौशल विकास और बुजुर्ग आबादी के लिए पर्याप्त सहायता प्रणाली विकसित करने की चुनौती सरकार के सामने होगी। इन अनुमानों के आधार पर भविष्य की नीतियों और योजनाओं का खाका तैयार करना होगा। स्रोत- नीति आयोग द्वारा जनगणना 2011 को आधार रख फरवरी 2025 में जारी अनुमानित आंकड़ों की रिपोर्ट पर आधारित।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:33 am

महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने मारा छापा:एमपी-यूपी के मजदूरों को बंधक बनाकर 4-5 माह से करवा रहे थे काम, खरोरा से बच्चे समेत 97 को ​छुड़ाया

जिले के खरोरा स्थित एक मशरूम कंपनी से बड़ी संख्या में महिला-पुरुष व बच्चों को महिला बाल विकास विभाग ने रेस्क्यू किया है। कंपनी के संचालकों ने इन मजदूरों को 4-5 माह से बंधक बनाकर रखा था। उन्हें मजदूरी भी नहीं दे रहे थे ना ही उन्हें घर जाने दे रहे थे। बीते दिनों कुछ मजदूर वहां से किसी तरह बाहर निकले और शिकायत की। शिकायत पर महिला बाल विकास विभाग ने कुल 97 लोगों को कंपनी से रेस्क्यू किया। सभी को बूढ़ापारा के इंडोर स्टेडियम में लाकर रखा गया। इसके बाद मजदूरी के पैसे दिलवाकर उन्हें वापस घर रवाना किया गया। फिलहाल इस मामले में कंपनी संचालक के खिलाफ आगे की कार्रवाई जारी है। महिला बाल विकास विभाग रायपुर डीपीओ शैल ठाकुर ने बताया कि, खरोरा स्थित उमाश्री राइस मिल के अंदर मोजो मशरूम फैक्ट्री संचालित है। हमें सूचना मिली थी कि यहां यूपी और एमपी के कुछ मजदूरों को बंधक बनाकर रखा गया है। टीम ने पुलिस की मदद से वहां छापा मारा। देखा कि वहां सैकडों मजदूर अपने बच्चों के साथ दयनीय स्थिति में रह रहे थे। सभी को रेस्क्यू कर इंडोर स्टेडियम में लाया गया। कंपनी के संचालकों को भी यहां बुलाकर उनसे मजदूरों के पैसे दिलाए गए। सभी मजदूरों को उनके घर भेज दिया जाएगा। छुड़ाए गए मजदूरों की आपबीती... काम ना करो तो मारते थेजौनपुर से आई सीता ने बताया कि, वह 4-5 माह पहले जौनपुर से काम करने आई थी। लेकिन यहां 24 घंटे सिर्फ उनसे काम करवाया जाता था। थककर कुछ देर बैठ जाओ तो संचालक आकर मारपीट करते थे। पैसे मांगे तो गाली गलौच देकर भगा देते थे। खाना भी नसीब नहींजौनपुर के सोनू ने बताया कि हमें बताया कुछ और गया था, लाकर यहां कुछ और ही काम करवा रहे थे। 1 बार खाना देते थे। समय निकल गया तो वो भी नसीब नहीं होता था। हमसे जानवरों जैसा बरताव किया जाता था। पैसे मांग लो तो मारपीट और गाली गलौच करते थे। बेल्ट-डंडे से भी मारते थेकाजल ने बताया कि, एक टाइम खाना देते थे और सभी से किसी भी समय उठाकर काम करवाते थे। काम ना करो तो कंपनी के मालिक डंडों और बेल्ट से मारते थे। मेरे साथ मेरी मां, भाई और बच्चे भी हैं, उनके सामने मारपीट करते थे। एसएसपी से कर चुके हैं शिकायत कंपनी में ही काम करने वाले जौनपुर निवासी रवि ने रायपुर एसएसपी से इसकी शिकायत की थी। रवि ने शिकायत में बताया था कि, वह करीब 1 माह से उस फैक्ट्री में काम कर रहा है। जौनपुर निवासी विपिन तिवारी, विकास तिवारी और नितेश तिवारी जो अपने आप को मशरूम कंपनी के संचालक कहते थे, उन्होंने गोलू, उसकी बहन समेत 8 लोगों को यह बोलकर लाया था कि यहां ज्यादा मेहनत वाला काम नहीं है, सिर्फ खाना बनाना है और घरेलू काम करना है। जब वे कंपनी पहुंचे तो उनसे कभी भी किसी भी समय मशरूम लगाने, काटने, सामान उठवाने, मशीन चलवाने आदि बेहद कठिन काम करवाता था। रात को नहीं उठते तो उनसे मारपीट की जाती थी। सभी का मोबाइल और पहचान पत्र आदि भी छीन लिया गया था। काम के बाद पैसे की मांग की जाती थी तो मारपीट करने लगते थे। 2 जुलाई को किसी तरह बचकर भागे और जैसे तैसे पुलिस के पास पहुंचे। रवि ने बताया कि, उसकी बहन लक्ष्मीना, रिनका, सीमा, बबलू, सुनील और दो अबोध बच्चों समेत अन्य कई लोगों को वहां बंधक बनाकर रखा गया है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:30 am

रेडी टू ईट:भूपेश सरकार ने महिला समूहों से छीना था काम, साय सरकार ने दोबारा सौंपा

भूपेश सरकार ने महिला समूहों से काम छीन लिया था, उसी काम को साय सरकार ने दोबारा सौंप दिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को रायगढ़ से रेडी टू ईट योजना की शुरुआत की। इस मौके पर उन्होंने 10 समूहों को रेडी टू ईट बनाने और बांटने का अनुबंध पत्र सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन समूहों की बहनें अब आंगनबाड़ी के बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के साथ-साथ इस कार्य से अपनी आमदनी भी बढ़ाएंगी। जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकेंगी। सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और गारंटी को पूरा कर दिया है। वित्तमंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। पूरे देश में तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य रखा गया है, उसके अनुरूप छत्तीसगढ़ सरकार योजनाबद्ध तरीके से काम कर रही है। इसी दिशा में रेडी टू ईट योजना प्रारंभ की जा रही है, जिसके प्रथम चरण में 6 जिलों को शामिल किया गया है। सीएम ने कहा कि सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए पूरक पोषण आहार के निर्माण एवं वितरण का काम महिला स्व-सहायता समूहों को सौंपने का निर्णय लिया है। यह काम प्रारंभिक चरण में 6 जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रारंभ किया जाएगा। रायगढ़ इस पहल का पहला जिला बना है, जहां 10 महिला स्व-सहायता समूहों को अनुबंध पत्र वितरित किए गए हैं। यह योजना महिलाओं को स्वरोजगार के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में भी एक सार्थक पहल है। यहां की समूहों का मिला काम : रायगढ़ की 10 महिला समूहों का चयन किया गया है। इन समूहों को रेडी टू ईट यूनिट की स्थापना हेतु प्रधानमंत्री फॉर्मेलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइज़ योजना के अंतर्गत उद्योग विभाग द्वारा सब्सिडी प्रदान की जाएगी। रायगढ़ जिले की रायगढ़ शहरी, रायगढ़ ग्रामीण, पुसौर, खरसिया, घरघोड़ा, तमनार, लैलूंगा, मुकड़ेगा, धरमजयगढ़ एवं कापू परियोजनाओं के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट वितरण हेतु महिला समूहों का चयन किया गया है। भास्कर इनसाइट - 2009 से महिलाएं बना रही थीं आहार, कांग्रेस ने 2022 में दिया निजी कंपनी को, 20 हजार समूहों को साधने नया दांव कौशल स्वर्णबेर की रिपोर्ट . रेडी टू ईट की शुरुआत कर सरकार ने प्रदेश की 20 हजार महिला समूहों को साधने बड़ा कदम उठाया है। दरअसल, 2009 में तत्कालीन रमन सरकार द्वारा महिलाइओं को रेडी टू ईट बनाने काम सौंपा गया था, लेकिन 2018 में कांग्रेस सरकार आने के बाद इसे महिला समूहों से छीनने की तैयारी की गई और 2022 में यह काम निजी कंपनी को सौंप दिया गया। इसका काफी विरोध भी हुआ, कुछ महिलाएं कोर्ट भी गईं। विपक्ष में रहते हुए भाजपा ने कई बार तत्कालीन भूपेश सरकार को कठघरे में भी खड़ा​ किया था। वहीं, राज्य में 2023 में सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार ने विधानसभा में घोषणा की थी कि कांग्रेस सरकार की गलती को सुधार कर फिर से रेडी टू ईट का काम महिला समूहों को दिया जाएगा। बताया गया है कि एक अप्रैल से छह जिलों बस्तर, दंतेवाड़ा, सूरजपुर, कोरबा, रायगढ़ और बलौदबाजार की महिला स्व-सहायता समूह रेडी-टू-ईट की जिम्मेदारी संभाल लेंगे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:26 am

झांसी की बरसीम अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में भी उगेगी:ग्रासलैंड के वैज्ञानिकों ने विकसित किया है चारा, अनुबंध के आधार पर जाएगी विदेश

झांसी की बरसीम अब आस्ट्रेलिया और अमेरिका में भी उगाई जाएगी। झांसी के भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान (ग्रासलैंड) में तैयार किए गए बरसीम और ओट्स के उच्च गुणवत्ता वाले बीजों को खरीदने के लिए देश की दो बड़ी कंपनियां आगे आई हैं। भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान ने अपने अनुसंधानों की उपलब्धियों में बड़ा अध्याय जोड़ा है। ग्रासलैंड ने अपने यहां बरसीम और ओट्स (जई) की ऐसी प्रजाति विकसित की है, जो सामान्य बरसीम और जई की तुलना में मवेशियों के लिए कई गुना लाभकारी है। इसका परिणाम है कि झांसी ग्रासलैंड के चारे की मांग भारत के साथ ही अब अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फिनलैंड, टर्की जैसे देशों में भी बढ़ गई है। अब भारत की बड़ी बीज कंपनी झांसी से बीज ले जाकर अपने फार्म में तैयार करेंगी और अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया सहित अन्य देशों को बेचेंगी। विदेशों में पहुंचने पैकेजिंग पचने वाले बीज को जिस पर झांसी ग्रासलैंड का भी नाम होगा। दुधारू पशुओं और व्यापारियों के लिए बूस्टर जिस बरसीम के लिए कंपनियों ने ग्रासलैंड से अनुबंध किया है, वह दुधारू पशुओं और दूध-घी का व्यापार करने वालों के लिए हितकारी है। इसमें एसएनएफ (सॉलिड-नॉट-फैट) की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। इसे ऐसा समझा जा सकता है कि दूध से दो प्रोडक्ट मिलते हैं। पहला खोआ और दूसरा घी। इस बरसीम को खाने वाले मवेशी में एसएनएफ (सॉलिड-नॉट- फैट) अधिक बनता है, जिससे खोआ की मात्रा बढ़ जाती है। वहीं, प्रोटीन और फैट होने से घी भी अधिक बनता है। प्रजनन क्षमता में भी हो रहा इजाफा ग्रासलैंड में विकसित हाइब्रिड बरसीम और जई की प्रजाति किसानों के लिहाज से तो लाभकारी है ही, साथ में यह मवेशियों के स्वास्थ्य के लिए भी वरदान है। ग्रासलैंड में विकसित दोनों प्रजातियों से दुधारू पशुओं की प्रजनन क्षमता में भी सुधार होता है। भदावरी भैंसों पर हो चुका है शोध ग्रासलैंड के अनुसंधान फार्म पर रखी गई भदावरी भैंस ग्रासलैंड के अनुसंधान का जीता जागता उदाहरण है। वहां 140 भैंसों को हाइब्रिड बरसीम और जई खिलाई गई। इसके बाद जब इनकी वार्षिक रिपोर्ट आई तो नतीजे उत्साहित करने वाले थे। इन भैंसों में अन्य भदावरी भैंसों के मुकाबले आठ प्रतिशत अधिक फैट पाया गया। इस शोध के बाद देश की बड़ी कंपनियों ने ग्रासलैंड से बीज के लिए संपर्क किया। फूड प्रोटीन अधिक और कम फाइबर वाली है बरसीम ग्रासलैंड की सीइस प्रोडक्शन यूनिट के नोडल अधिकारी डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि हाइब्रिड बरसीम और जई सामान्य के मुकाबले मवेशियों के लिए बहुत अधिक लाभदायक हैं। जहां आम बरसीम और जई में 15 गुना फूड प्रोटीन होता है, वहीं हाइब्रिड बरसीम में इसकी 17 गुना से अधिक मात्रा पाई जाती है। इसमें फाइबर की मात्रा कम पाई जाती है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:26 am

पेड़ कटाई पर बंट गई कांग्रेस की राजनीति, भूपेश और बैज गुट में खींचतान

हाईकमान से शिकायत के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष खरगे ने कहा-हमें गुटों में नहीं बंटना है, सब मिलकर काम करें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे बीते 7 जुलाई को रायपुर आए थे तो उन्होंने आमसभा के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक के दौरान स्थानीय नेताओं को नसीहत दी- हमें गुटों में नहीं बंटना है, एक साथ मिलकर काम करना है। उनकी बातों से यह स्पष्ट हो गया कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पहले की तरह फिर प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में खींचतान शुरू हो गई है। और हकीकत में ऐसा चल भी रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के बीच खींचतान इस कदर होने लगी है कि इस मामले में कांग्रेस नेतृत्व को हस्तक्षेप करना पड़ रहा है। प्रदेश कांग्रेस का वर्तमान विवाद रायगढ़ क्षेत्र में चल रही पेड़ों की कटाई के मामले में शुरू हुआ है। पिछले दिनों भूपेश बघेल करीब 19 विधायकों के साथ पेड़ों की कटाई का विरोध करने पहुंच गए। इस विरोध की योजना उन्होंने खुद बनाई और उनके सहयोगियों ने ही विधायकों को फोन कर वहां पहुंचने का आमंत्रण दिया। कुछ लोगों से भूपेश ने खुद ही बात की। उसके बाद भूपेश के नेतृत्व में वहां विरोध प्रदर्शन हुआ। ऐसा दावा किया जा रहा है कि इस विरोध प्रदर्शन के बारे में प्रदेश कांग्रेस कमेटी को कोई सूचना नहीं दी गई। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज को भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही जा रही है। इसके बाद बाकायदा प्रदेश कांग्रेस की ओर से इस तरह के कार्यक्रम आयोजन की शिकायत कांग्रेस नेतृत्व से की गई। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट को भी इस बारे में बताया गया। दावा तो यह भी किया जा रहा है कि प्रदेश कांग्रेस ने बाकायदा एक पत्र लिखकर कांग्रेस नेतृत्व को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी है। प्रदेश कांग्रेस का तर्क है कि हमारे सामने ऐसी अभी कोई परिस्थिति नहीं है कि हम अलग-अलग बंटकर अपना कोई शक्ति प्रदर्शन करें या पार्टी में ऐसा कोई मैसेज दें जिससे कार्यकर्ताओं में भ्रम हो। इस तरह की स्थिति को पार्टी की एकता के लिए अच्छा नहीं होने का तर्क देते हुए नेतृत्व से हस्तक्षेप का आग्रह किया गया। यही वजह है कि खरगे ने रायपुर प्रवास के दौरान गुटबाजी का जिक्र किया। महत्वपूर्ण बात यह है कि भूपेश सरकार के कार्यकाल में मोहन मरकाम को हटाने के बाद दीपक बैज को प्रदेश कांग्रेस की कमान दी गई। कहा जाता है कि भूपेश की सहमति के बाद बैज को प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। उसके बाद विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार हुई। बाद में नगरीय निकाय चुनाव में भी कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। भूपेश बघेल कुछ दिनों तक पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर काम करते रहे। कुछ महीने पहले उन्हें कांग्रेस महासचिव बनाकर पंजाब का प्रभारी बनाया गया है। अब प्रदेश कांग्रेस की ओर से विरोध-प्रदर्शन होगापेड़ों की कटाई के मामले में भूपेश बघेल द्वारा विरोध करने के बाद अब प्रदेश कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें प्रदेश कांग्रेस अलग कार्यक्रम बनाने जा रही है। प्रदेशभर के कांग्रेसी वहां जाकर पेड़ों की रक्षा के लिए आंदोलन करेंगे। यह एक प्रकार से संदेश देने का प्रयास होगा कि अब जो विरोध प्रदर्शन होगा, वह पार्टी की ओर से अधिकृत विरोध होगा। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के ये हैं चर्चित विवाद मुख्यमंत्री रहते भूपेश बघेल और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के बीच ढाई-ढाई साल को लेकर विवाद। तत्कालीन सीएम भूपेश बघेल और तत्कालीन पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के बीच शीत युद्ध। पार्टी अध्यक्ष खरगे ने कहा-सब मिलकर रहेंगे: बैजप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से पूरे मामले में बात की गई तो उन्होंने कहा कि पार्टी एकजुट है। इसमें कोई दो राय नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष खरगे ने सारे नेताओं को मिलकर काम करने के लिए कहा है। इसमें कोई विरोधाभास नहीं होना चाहिए।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:24 am

3200 करोड़ के शराब घोटाले में 22 अफसर सस्पेंड:88 करोड़ रुपए कमीशन कमाया, इतने पैसे 60 साल की नौकरी में भी न मिलते

ईओडब्ल्यू की चार्जशीट पेश होने के बाद सरकार की कार्रवाई पिछली सरकार में हुए 3200 करोड़ के शराब घोटाले में करीब 88 करोड़ रुपए का कमीशन पाने वाले 22 आबकारी अफसरों को निलंबित कर दिया गया। कोर्ट में ईओडब्ल्यू की चार्जशीट पेश होने के 85 घंटे के बाद सरकार ने इनका निलंबन आदेश जारी कर दिया। इतना ही नहीं इन सभी अफसरों की जगह नए अधिकारियों की भी नियुक्ति कर दी गई है। इनमें ज्यादातर अफसर परिवीक्षाधीन हैं। सभी से कहा गया है कि 24 घंटे के भीतर जहां तबादला हुआ है, वहां पहुंचकर कामकाज संभाल लें। प्रदेश के सबसे बड़े आबकारी घोटाले में 4 उपायुक्त, 13 सहायक आयुक्त, 9 जिला अधिकारी, 3 सहायक जिला आबकारी अधिकारी शामिल हैं। इन सभी को प्रति पेटी में औसतन 3.36% कमीशन मिलता था। इसमें सात अफसर ऐसे भी हैं जो रिटायर हो गए हैं और एक ही मौत हो गई है। दैनिक भास्कर की पड़ताल में पता चला कि आबकारी उपायुक्त को हर महीने लगभग 2 लाख, सहायक उपायुक्त को 1.50 लाख, जिला आबकारी अधिकारी को 1.25 लाख और सहायक आबकारी अधिकारी को 1 लाख रुपए सैलरी मिलती है। ईओडब्ल्यू ने जो चार्जशीट पेश की है, उसके अनुसार इन अफसरों को जितना कमीशन मिला है, वे आने वाले 60 साल तक भी काम करते तो उन्हें इतनी सैलरी नहीं मिलती। चालान के अनुसार आबकारी उपायुक्त नोहर ठाकुर को सबसे ज्यादा कमीशन 11.55 करोड़ मिला है। उन्होंने 3 साल में इतना कमीशन पा लिया जितना उन्हें 60 साल नौकरी करने के बाद भी इतना वेतन नहीं मिलता। नीतू नोतानी का कमीशन 42 साल के वेतन के बराबर है। महिला अफसर भी कमीशन लेने में पीछे नहीं,निरीक्षकों को गवाह बनाया : आबकारी विभाग में पुरुष ही नहीं महिला अफसर भी जमकर कमीशन लेती थीं। तीन महिला अधिकारी के नाम चार्जशीट में दर्ज हैं। इसमें नीतू नोतानी उपायुक्त को 7.78 करोड़, सोनल नेताम सहायक आयुक्त को 53 लाख और मंजुश्री कसेर जिला आबकारी अधिकारी को 1.63 करोड़ रुपए कमीशन मिला है। आबकारी निरीक्षकों को भी कमीशन का हिस्सा जाता था। क्योंकि दुकानों से कैश कलेक्शन करने का काम प्लेसमेंट एजेंसी के कर्मचारियों के साथ वही करते थे। ईओडब्ल्यू ने इन आबकारी निरीक्षकों को आरोपी बनाने के बजाय उन्हें सरकारी गवाह बना लिया। यही वजह है कि एक भी आबकारी निरीक्षक बतौर आरोपी चार्जशीट में शामिल नहीं है। कार्रवाई... इन अफसरों को किया गया निलंबितविभाग की ओर से जारी आदेश के अनुसार आबकारी आयुक्त अनिमेष नेताम, अरविंद कुमार पाटले, नीतू नोतानी, नोहर सिंह ठाकुर और विजय सेन शर्मा सहित आबकारी अधिकारी मोहित कुमार जायसवाल, गरीबपाल सिंह दर्दी, इकबाल अहमद खान, जनार्दन सिंह कौरव, नितिन खंडूजा, प्रमोद कुमार नेताम, विकास कुमार गोस्वामी, नवीन प्रताप सिंह तोमर, राजेश जायसवाल, मंजुश्री कसेर, दिनकर वासनिक, आशीष कोसम, सौरभ बख्शी, प्रकाश पाल, रामकृष्ण मिश्रा, अलेख राम सिदार और सोनल नेताम को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत निलंबित किया गया है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:21 am

जून में जयपुर का क्राइम मैप:शिवदासपुरा में वाहन चोरी के सबसे ज्यादा 16 मामले, करधनी में सर्वाधिक नकबजनी, 10 केस

जयपुर कमिश्नरेट में जून माह में स्नैचिंग, वाहन चोरी, नकबजनी, सायबर क्राइम व दुर्घटनाओं सहित कुल 2029 मामले दर्ज हुए हैं, जिनमें एरिया वाइज देखे तो शिवदासपुरा में सबसे ज्यादा वाहन चोरी की 16 वारदातें हुई हैं। इसके अलावा करधनी में नकबजनी की 10 और स्नैचिंग की सांगानेर सदर में 3 वारदातें हुई हैं। भास्कर टीम ने स्नैचिंग, हत्या, दुष्कर्म, छेड़छाड़, वाहन चोरी व नकबजनी के 548 मामलों का एनालिसिस किया है। साइबर क्राइम- कुल 41 मामले दर्ज हुए हैं इनमें से 20 केस कमिश्नरेट के साइबर थाने में दर्ज हुए हैं, बाकी केस संबंधित पुलिस थानों में अलग-अलग जगह दर्ज हुए हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:17 am

तरबतर छत्तीसगढ़:अब तक 353 मिमी बारिश ये औसत से 15 फीसदी ज्यादा

कठीन रास्ता... जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे ग्रामीण, गांवों का संपर्क कटा कांकेर. ये तस्वीर मेढ़की नदी पर बने एनीकट की है। कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। कहलानदी, मन्हाकाल और तिरकाघाट में जलस्तर बढ़ने से अंदरूनी गांवों का संपर्क ब्लॉक मुख्यालय से टूट गया है। मेढ़की नदी में पानी एनीकट के ऊपर से बह रहा है। इसके बावजूद लोग मजबूरी में जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं। ठेकेदार की लापरवाही कांकेर जिले के मेढ़की नदी पर कई वर्षों से पुल निर्माण अधूरा है। ठेकेदार की लापरवाही से काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है। जुलाई के पहले दस दिनों में मानसून ने पूरे छत्तीसगढ़ को इस कदर तरबतर किया है कि 10 जुलाई तक मानसून की बारिश औसत से अधिक पहुंच चुकी है। 1 जून से 10 जुलाई तक प्रदेश में 309.7 मिमी बारिश होनी चाहिए। इसके विपरीत अब तक 353.7 मिमी पानी गिर चुका है। यह औसत से 15 फीसदी ज्यादा है। अभी मानसून की गतिविधियां जारी हैं। इससे बारिश की मात्रा में वृद्धि होगी। वहीं, रायपुर में गुरुवार को तीन घंटे में ही 8.4 मिमी पानी बरस गया। माना में 56 मिमी बारिश हुई। 30 जून तक प्रदेश में बारिश की मात्रा औसत से करीब 26 फीसदी तक कम थी। पूरे प्रदेश में करीब 200 मिमी के आसपास की बारिश हुई थी। 30 जून के बाद मानसून की गतिविधियों में वृद्धि शुरू हुई। पिछले दस दिनों में ही प्रदेश में डेढ़ सौ मिमी से ज्यादा पानी बरस गया। राज्य के सभी संभाग और जिलों में जमकर वर्षा हुई। यही वजह है कि अधिकांश जिले सामान्य या उससे अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में शामिल हो गए हैं। अभी सिर्फ दो जिले बेमेतरा और सुकमा में ही थोड़ी कम बारिश हुई है। बेमेतरा में 166.4 मिमी पानी गिरा है। यह औसत से 40 फीसदी कम है, जबकि सुकमा में 205.6 मिमी वर्षा हुई। 13 जिलों में ज्यादा हो गई बरसात14 जिलों में सामान्य बारिश हो चुकी है। 13 जिलों में सामान्य से ज्यादा तथा चार जिलों में सामान्य से बहुत ज्यादा बारिश हो चुकी है। बारिश का वितरण पूरे प्रदेश में लगभग एक समान रहा है। आने वाले एक-दो दिनों में बारिश की गतिविधियां बनी रहेंगी। इससे राज्य के कुछ-कुछ इलाकों में अच्छी वर्षा होगी। आज भी तेज बारिश की संभावनामौसम विभाग का कहना है कि उत्तरी छत्तीसगढ़ के एक-दो जगहों पर भारी बारिश होने की संभावना है। अगले चार-पांच दिनों में वर्षा की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है। शुक्रवार 11 जुलाई को रायपुर में आसमान में हल्के बादल रहने के साथ एक-दो बार बारिश होने की संभावना है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:16 am

अब सीएम आईटी फैलोशिप:एआई एंड डेटा साइंस में कर सकेंगे एमटेक

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा साइंस की पढ़ाई करने पर छत्तीसगढ़ सरकार हर महीने 50 हजार रुपए देगी। ट्रिपलआईटी में इस शैक्षणिक सत्र से एआई एंड डाटा साइंस (डीएसएमआई) में एमटेक प्रोग्राम शुरू होगा। यह विशेष प्रोग्राम मुख्यमंत्री आईटी फैलोशिप योजना के अंतर्गत शुरू किया जा रहा है। इसमें चयनित युवाओं की ट्यूशन फीस छत्तीसगढ़ सरकार देगी। इसके साथ ही प्रतिमाह 50 हजार रुपए का स्टाइपेंड भी मिलेगा। इस कोर्स में सिर्फ छत्तीसगढ़ के ही युवा शामिल हो सकेंगे। प्रोग्राम शुरू करने का मकसद छत्तीसगढ़ के युवाओं को एआई, डेटा साइंस जैसे क्षेत्र में दक्ष बनाना और भविष्य के लिए इंजीनियर्स तैयार करना है। तकनीकी में यह पहला प्रोग्राम होगा। बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री सुशासन फैलोशिप के तहत आईआईएम रायपुर में एमबीए इन पब्लिक पॉलिसी एंड गवर्नेंस शुरू किया गया था। चिप्स के साथ जुड़कर काम करेंगे: ट्रिपलआईटी में यह नया प्रोग्राम छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसाइटी (चिप्स) की साझेदारी से शुरू होगा। छत्तीसगढ़ सरकार इसमें सहायता प्रदान करेगी। आईटी फैलोशिप योजना में शामिल होने वालों को ट्रिपलआईटी के एक्सपर्ट प्रोफेसर थ्योरी सिखाएंगे। वहीं सरकार के आईटी प्रोजेक्ट में अटैच किया जाएगा। कोर्स में सीटों की संख्या, आवेदन और चयन प्रक्रिया की तैयारी की जा रही है। ई-गवर्नेंस में काम करेंगे एआई इंजीनियर्स सरकार की ओर से छत्तीसगढ़ को ई-गवर्नेंस की दृष्टि से मॉडल राज्य बनाने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए विधानसभा के बजट में छत्तीसगढ़ सेंटर फॉर स्मार्ट गवर्नेंस की स्थापना की बात कही गई थी। साथ ही बजट में सभी विभागों में आईटी के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक उपकरण व आधुनिक सॉफ्टवेयर इत्यादि की व्यवस्था के लिए 266 करोड़ का प्रावधान किया गया था। डिजिटल और एआई आधारित इको सिस्टम के माध्यम से शिक्षा की व्यवस्था बजट में शामिल थी। आईआईएम में पब्लिक पॉलिसी एंड गवर्नेंस प्रोग्राम आईआईएम रायपुर में पिछले साल 2024 में पब्लिक पॉलिसी एंड गवर्नेंस में दो वर्षीय एमबीए प्रोग्राम शुरू किया गया था। मुख्यमंत्री सुशासन फैलोशिप (सीएमजीजीएफ) योजना के तहत इस प्रोग्राम में स्टूडेंट्स को क्लासरूम के साथ विभिन्न विभागों और कलेक्टोरेट जैसे प्रशासनिक कार्यालयों में काम करने का मौका मिलता है। पॉलिसी मेकिंग, शासन परामर्श, और सरकारी व निजी क्षेत्र में नेतृत्व के पदों पर उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञता और नेटवर्क मिलता है। एआई को डिजाइन करने के लिए भी एआई इंजीनियर की जरूरत होती है। चिप्स के साथ साझेदारी हो चुकी है। इस कोर्स के जरिए भविष्य के लिए एआई इंजीनियर्स तैयार करेंगे। कोर्स करने वाले इंजीनियर्स की कार्यदक्षता और कुशलता बेहतर होगी। -प्रो. ओपी व्यास, डायरेक्टर- ट्रिपलआईटी, नवा रायपुर

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:14 am

सेलिब्रिटी ने बताया तेल से बाल आएंगे, यूज किया तो गंजे हो गए

स्किन ग्लो क्रीम, हेयर फॉल ट्रीटमेंट ऑयल, शैंपू और सप्लीमेंट्स जैसी चीजें लोग बिना डॉक्टर की सलाह के खरीद रहे हैं। कई लोग इन्हें देखकर खुद ही इलाज शुरू कर रहे हैं। कुछ दिनों बाद उन्हें साइड इफेक्ट्स का सामना करना पड़ रहा है। स्किन एलर्जी, रिएक्शन और बाल झड़ने जैसी समस्याओं के कारण उन्हें क्लीनिक जाना पड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि हर व्यक्ति की स्किन और बॉडी टाइप अलग होती है। जो प्रोडक्ट किसी एक पर असर करता है, वह दूसरे के लिए नुकसानदेह हो सकता है। शहर के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने सलाह दी है कि इलाज हमेशा डॉक्टर की देखरेख में शुरू करें। किसी ऑनलाइन ट्रेंड या सेलिब्रिटी की सलाह को फॉलो न करें। केस 1: आंखों में एलर्जी शुरू हो गईएक दंपती ने सोशल मीडिया पर एक मशहूर अभिनेता को हेयर ऑयल का प्रचार करते देखा। दावा था कि यह तेल बालों की ग्रोथ बढ़ाएगा और झड़ना रोकेगा। ऑनलाइन तेल मंगवाया और रात को लगाया, लेकिन सुबह आंखों में जलन, सूजन और एलर्जी हो गई। तुरंत डॉक्टर के पास गए तो पता चला कि तेल ने रिएक्शन कर दिया है। इलाज में पूरा एक हफ्ता लगा।केस 2: हेयर केयर पैकेज से सिरदर्द होने लगा... 35 वर्षीय पुरुष ने सोशल मीडिया पर कई सितारों को ​एक ही ब्रांड का शैंपू, सीरम और विटामिन सप्लीमेंट्स प्रमोट करते देखा। उसने पैकेज ले लिया। कुछ दिन बाद चक्कर, सिरदर्द और बाल तेजी से झड़ने लगे और उल्टा गंजापन आ गया। जब डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि उसमें मौजूद केमिकल्स उसे सूट नहीं कर रहे। अब इलाज चल रहा है। कई हफ्तों से परेशानी बनी हुई है। इलाल में खर्च ज्यादा हो गया है।केस 3: फेयरनेस क्रीम से चेहरा लाल हुआ... 32 साल की महिला ने गोरी त्वचा पाने के लिए एक एक्ट्रेस द्वारा प्रचारित की जा रही फेयरनेस क्रीम लगानी शुरू की। सुबह-शाम नियमित इस्तेमाल के बाद चेहरा लाल होने लगा और तेज जलन शुरू हो गई। कुछ दिनों बाद पह स्किन स्पेशलिस्ट के पास पहुंची तो तुरंत वह क्रीम बंद करवाई गई और ट्रीटमेंट शुरू किया। ठीक होने में पूरा एक महीना लग गया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:10 am

बहू के चरित्र पर शक था, ससुर ने गला दबाया, सास ने पैर पकड़े

डिविजन-8 की पुलिस ने महिला की हत्या कर शव बोरी में फेंकने के मामले का खुलासा किया। ससुर को बहू के चरित्र पर शक था। महिला मंगलवार रात देर से घर लौटी, तो कहा-सुनी हो गई। इसके बाद ससुर ने बहू गला दबाकर हत्या की थी, जबकि सास ने बहू के पैर पकड़कर वारदात को अंजाम दिया। अकसर देर रात घर आने की वजह इस हत्या का कारण बनी। आरती चौक पर 9 जुलाई की सुबह 9:45 बजे महिला का शव बोरी में मिला था। इस दौरान 2 लोगों ने आरोपियों को बोरी फेंकते हुए वीडियो बनाई थी। विरोध के बाद आरोपी बाइक छोड़कर फरार हो गए। पुलिस मौके पर पहुंची और बोरी को कब्जे में लिया। जांच के बाद मृतका की पहचान 25 वर्षीय रेशमा के रूप में हुई। डीसीपी रूरल रूपिंदर सिंह बराड़ ने बताया कि रेशमा की हत्या में शामिल सास, ससुर और एक सहयोगी को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दुलारी (सास), कृष्ण (ससुर) और अजय कुमार (सहयोगी व बाइक चालक) के रूप में हुई। दरअसल, सास-ससुर को रेशमा के चरित्र पर शक था, इसी वजह से विवाद होता था। रेशमा का पति लखनऊ में रहता है। लखनऊ में भी रेशमा का परिवार से विवाद हुआ था, जिसके बाद वे लुधियाना शिफ्ट हुए थे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:08 am

मारपीट मामले में गवाही देने पर युवक को पीटा

बालोद| नयापारा में खिलेश्वर पटेल ने गुलशन निषाद की पिटाई कर दी। बालोद थाने में खिलेश्वर पटेल के खिलाफ धारा 115(2), 296, 351(3) के तहत अपराध दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार ग्राम टेकापार आबादीपारा निवासी गुलशन निषाद ने जानकारी दी है कि 9 जुलाई को दोपहर 3.45 बजे ऑटो पार्ट्स की दुकान में कार की रिपेयरिंग करा रहा था। इस दौरान खिलेश्वर पटेल आया और मेरे खिलाफ गवाही दिया है कहकर गाली गलौज की। जिसके बाद जान से मारने की धमकी देकर हाथ-मुक्का से मारपीट की। गर्दन में नाखून से खरोच आया है। दोस्त शीत कुमार सोरी ने बीच बचाव किया। खिलेश्वर ने पिछले साल दीपावली पर्व में गोवर्धन पूजा के दिन सतीश कुमार यादव के साथ मारपीट की थी। इस मामले का गवाह हूं। इसी को लेकर विवाद कर मारपीट की।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

बैठक . किसी पूर्व सरपंच ने काम नहीं कराया या खर्च ज्यादा पाया गया तो वसूली होगी

भास्कर न्यूज | डौंडी जनपद पंचायत डौंडी की सामान्य सभा की बैठक बुधवार को जनपद अध्यक्ष मुकेश कौडो की अध्यक्षता में हुई। वर्ष 2022 से अब तक सांसद, विधायक निधि, खनिज न्यास, जनपद विकास निधि और 15वें वित्त आयोग से जुड़े निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई। कई कार्य अब तक शुरू नहीं हो सके या अधूरे हैं। इस पर सदस्यों ने नाराजगी जताई। आगामी बैठक में सभी कार्यों की पूरी जानकारी के साथ प्रतिवेदन पेश करने के निर्देश दिए गए। मनरेगा के तहत स्वीकृत कार्यों की भी समीक्षा हुई। इसमें भी कई कार्य स्वीकृति के बाद भी शुरू नहीं हुए। जो कार्य शुरू हो चुके हैं, उनकी समीक्षा की जाएगी। जो कार्य योग्य हैं, उन्हें बारिश के बाद शुरू किया जाएगा। अन्य कार्य निरस्त कर नए प्रस्ताव मंगाने का निर्णय लिया गया। कई पंचायतों में अधूरे पड़े पुराने कार्यों को जल्द पूरा करने का निर्णय लिया गया। यदि किसी पूर्व सरपंच ने कार्य नहीं कराया या मूल्यांकन में कार्य कम और खर्च ज्यादा पाया गया, तो अंतर की राशि संबंधित से वसूली की जाएगी। सभी सब इंजीनियरों को अपने क्षेत्र में जाकर कार्यों का मूल्यांकन कर रिपोर्ट अगली बैठक में प्रस्तुत करने को कहा गया। ठेमाबुजुर्ग में ब्लॉक स्तरीय कबड्डी स्पर्धा कराई जाएगी अगस्त में सरपंचों, ग्राम सभा अध्यक्षों और जनपद सदस्यों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इसमें कार्यशाला भी होगी। स्वामी विवेकानंद युवा प्रोत्साहन योजना के तहत स्वास्थ्य शिविर और खेलकूद का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य शिविर कुसुमकसा, घोटिया, आमाडुला और कोटागांव में होंगे। सभी विभागों के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। ठेमा बुजुर्ग में ब्लॉक स्तरीय कबड्डी प्रतियोगिता कराने पर विचार हुआ। नशा, सामाजिक कुरीतियों, स्वास्थ्य और पर्यावरण पर जागरूकता कार्यक्रम भी होंगे।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

शहीद रितेश की स्मृति में रक्तदान शिविर 12 को

देवरीबंगला| शहीद रितेश वैष्णव की स्मृति में 12 जुलाई को ग्राम सुरसुली में प्रेरणादायक कार्यक्रम होगा। संकल्प जन सेवा समिति देवरी के तत्वावधान में सुरसुली, नाहंदा, मार्री और देवरी के लोगों के सहयोग से कार्यक्रम होगा। इसका उद्देश्य शहीद की गाथा को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है। सामाजिक चेतना जगाना और जनहित सेवाएं एक मंच से उपलब्ध कराना है। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे होगी। इसमें निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, रक्तदान शिविर, खेल प्रतियोगिता, सम्मान समारोह और देशभक्ति से जुड़ी सांस्कृतिक प्रस्तुति होगी। रक्तदान करने वालों को प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिह्न के साथ रक्त वीर के रूप में सुरक्षा और सेवा संकल्प पत्र भी दिया जाएगा। युवाओं को जोड़ने के लिए दौड़, रिले रेस, रस्साकशी जैसी पारंपरिक खेल प्रतियोगिता होगी। इससे उनकी प्रतिभा को मंच मिलेगा।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

ट्रेन में युवतियों का वीडियो बनाने वाले युवकों को पीटा

भास्कर न्यूज | बालोद रायपुर से ताड़ोकी इलेक्ट्रिक मेमू ट्रेन में सफर कर रही युवतियों का वीडियो बनाने वाले युवकों से रेलवे स्टेशन बालोद में झूमाझटकी, मारपीट का मामला सामने आया है। घटना बुधवार रात 9 बजे के बाद की है। जब रायपुर से ट्रेन बालोद पहुंचा। परिजनों का कहना है कि दुर्ग से लेकर बालोद तक कई युवक मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। मना करने के बावजूद दुर्व्यव्यहार कर रहे थे। जब ट्रेन बालोद पहुंची, तब हंगामे की स्थिति रही। ट्रेन में उतरकर लोगों ने दोनों युवक से झूमाझटकी की। इस दौरान मारपीट हुई। रेलवे जीआरपी प्रभारी टीएस ध्रुव का कहना है कि जब रात 9 बजे के बाद मैं मौके पर पहुंचा तब हंगामा हो रहा था। ट्रेन रूकने के बाद कई लोग दो युवक को मारो ऐसा कह रहे थे। अंधेरा था। मैंने जाकर बीच बचाव किया। दोनों युवक का उम्र 20 से 25 साल के आसपास है। परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। युवक का मोबाइल खंगाला हूं तो उसमें फोटो व वीडियो नहीं मिला। जब भी ट्रेन रेलवे स्टेशन पहुंचती है, टीम तैनात रहती है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

युक्तियुक्तकरण के विरोध में आप का प्रदर्शन आज

भास्कर न्यूज | महासमुंद आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष राकेश झाबक ने छत्तीसगढ़ में सरकार के युक्तियुक्तकरण से बदहाल शिक्षा व्यवस्था पर कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने युक्तियुक्तकरण लागू करके इतने सालों पुरानी शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त कर दिया है और बच्चों का भविष्य अंधकारमय कर दिया है। आम आदमी पार्टी आगामी 11 जुलाई को युक्तियुक्तकरण के विरोध में सभी जिलों में प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि आरटीई की भर्ती में गड़बड़ी हो रही है। पाठ्यपुस्तक निगम के सरकारी और निजी स्कूलों में फ्री में वितरित की जाने वाली स्कूलों को पुस्तकों को शिक्षा सत्र चालू होने के डेढ़ माह बाद भी उपलब्ध नहीं करा पाया। महासमुंद सहित पूरे प्रदेश में डीईओ और प्राइवेट स्कूल संचालकों की मिलीभगत के चलते छात्रों को निशुल्क पाठ पुस्तक नहीं मिल पा रही है, जिस कारण उन्हें महंगे और अतिरिक्त सिलेबस वाले गुणवत्ता विहीन पुस्तक खरीदने को मजबूर होना पड़ रहा है। छग की भाजपा सरकार शिक्षा नीति के मोर्चे पर विफल रही है। युक्तियुक्तकरण के नाम पर हज़ारों स्कूलों को बंद कर देने के बाद कई स्कूल शिक्षक विहीन हो गए हैं। छत्तीसगढ़ के युवाओं को नौकरी नहीं देना पड़े इसलिए युक्तियुक्तकरण किया गया है। अन्याय के खिलाफ आम आदमी पार्टी विरोध जताती है।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

एनबीआईएस बोरी के बच्चों का शानदार प्रदर्शन

भास्कर न्यूज | राजनांदगांव नीरज बाजपेयी इंटरनेशनल स्कूल बोरी के बच्चों ने विगत दिनों माइंड मेमोरी एजुकेशन संस्था द्वारा मलेशिया के जेंन्टिंग हाईलैंड पहांग में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मैथ्स अबेकस ओलंपियाड 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए अनेक पुरस्कार प्राप्त किए। मलेशिया में हुई इस प्रतियोगिता में 12 देशों के लगभग 4000 बच्चों ने भाग लिया, जिसमें शाला के पांच बच्चों ने शानदार प्रदर्शन कर अपने-अपने स्तर में टॉप थ्री में अपना स्थान सुनिश्चित कर सफलता प्राप्त की। शाला के कक्षा पांचवीं के छात्र अचिंत्य श्रीवास्तव प्रथम, अनय मोटवानी, अरनव रामटेके दोनों द्वितीय, प्रियल दिनेश विघने तथा साहिल जैन कक्षा आठवीं ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। छात्र अचिंत्य श्रीवास्तव ने दो मिनट पचास सेकंड में ही 120 सवालों के जवाब देकर प्रथम स्थान प्राप्त किया। शाला के डायरेक्टर नीरज बाजपेयी ने बच्चों की शानदार प्रदर्शन पर शुभकामनाएं देते हुए, परिजनों को भी बधाई दी। बाजपेयी ने कहा कि छोटी उम्र में बच्चों की बढ़ती प्रतिभा को पहचानने की आवश्यकता होती है। सही दिशा और सही मार्गदर्शन सफलता की पहली सीढ़ी है। शाला के अबेकस शिक्षक रमाकांत साहू का मार्गदर्शन बच्चों को हमेशा मिलता रहा है। शाला की प्राचार्या एकता गांधी ने बच्चों की इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए आगामी प्रतियोगिता के लिए शुभकामनाएं दी। साथ ही आशीष देते हुए कहा कि शाला के लिए बड़े ही हर्ष का विषय है, बच्चों से आगे भी इसी तरह की उपलब्धि की अपेक्षा है। इस अवसर पर शाला की डायरेक्टर सोनल बाजपेयी, एडमिन नितिन चौहान, शिक्षक तथा सभी कर्मचारियों ने अबेकस शिक्षक एवं बच्चों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

मंदिरों व आश्रम में गुरु, संत-महंतों को नमन करने पहुंचे श्रद्धालु, चरण भी पूजे

चित्तौड़गढ़ | गुरू पूर्णिमा पर्व गुरूवार को शहर सहित जिलेभर में हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। इस दौरान संत, महंतों ने कहा कि जीवन में अंधकार को दूर करने का मार्ग गुरू ही बताते हैं। गुरू का सानिध्य, आशीर्वाद पापों को दूर करता है। पूरे साल के 364 दिन में से एक दिन गुरू का होता है। ऐसे में इस दिन का बड़ा महत्व होता है। ये दुर्लभ संयोग रहा कि गुरूवार के दिन गुरू पूर्णिमा हुई। दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर में महंत रामनारायण पुरी के निर्देशन में सुबह से लेकर देर शाम तक गुरू पूर्णिमा महोत्सव मनाया गया। सैकडों की संख्या में पहुंचे भक्तों व श्रद्वालुओं ने महंत रामनारायण पुरी की गुरू वंदना की। व्यवस्था सहयोगी नाथूलाल भंडारी ने बताया कि सुबह साढ़े सात बजे रूद्राभिषेक के बाद इस दौरान भंडारे का आयोजन भी हुआ। दुर्ग पर ही स्थित नीलकंठ महादेव मंदिर में भी गुरू पूर्णिमा पर महादेव का विशेष श्रंगार के बाद अभिषेक किया गया। महंत जगन्नाथ भारती की वंदना करने के लिए सुबह से लेकर शाम तक भक्त पहुंचते रहे। शहर के हजारेश्वर महादेव मंदिर में भी गुरू वंदना महोत्सव हुआ। सुबह महादेव की विशेष आरती, अभिषेक के बाद भजन संध्या की शुरूआत हुई। शहर सहित जिले व अन्य राज्यों से पहुंचे सैकडा़ें भक्तों ने श्रीमहंत चंद्र भारती महाराज की चरण पूजन की। मंदिर को फूलों से सजाया गया। सुराणा मोहल्ला स्थित उपासरे में विनोद यति महाराज के निर्देशन में भी कार्यक्रम हुआ। भक्त गुरू पूजन करने पहुंचे। इसी तरह शहर के रामद्वारा में संत रमताराम महाराज व दिग्गविजयराम महाराज की चरण वंदना भी की। इन संतों का राज्य सरकार के देवस्थान विभाग की ओर से भी सम्मान किया गया। एसडीएम बीनू देवल सहित अन्य अधिकारी भी सम्मान करने पहुंचे। वही विधायक चंद्रभानसिंह आक्या ने संत, महंतों के पास पहुंच कर सम्मान कर आशीर्वाद लिया। आक्या ने कहा कि भव सागर पार करने के लिए गुरू ही माध्यम होते हैं। प्रधान देवेंद्रकंवर, भाजपा नगर अध्यक्ष सागर सोनी, भरत जागेटिया, अनिल ईनाणी, ओमप्रकाश शर्मा, शैलेंद्र झंवर, सुधीर जैन, विनित तिवारी, फतहलाल भडकत्या आदि साथ रहे। भूमि विकास बैंक चेयरमैन बद्रीलाल जाट सहित अन्य जनप्रतिनिधि भी संतों का सम्मान करने पहुंचे। इधर मानपुरा सूरजपोल रोड पर सृष्टि जेतवन आश्रम में योग ध्यान साधना के साथ ही सत गुरूओं प्रवचन सुने गए। कार्यक्रम संयोजक मेवालाल बराला तथा भंवरलाल ने बताया कि प्रथम बार गुरू पूर्णिमा पर अध्यात्म व ध्यान विषय पर प्रदीप दामानी, विरेन्द्र पटवा, बाबूलाल जीनवाल, तेजराम सालवी, श्याम सालवी, मदन सालवी ओजस्वी, गीता बुनकर, कमला बराला, सोनल टांक, रतनलाल सालवी आजोलिया का खेड़ा, मोहन सालवी बंबोरी, संतोष आदि ने अध्यात्म और जीवन विषय पर विचार रखे। ध्यान केन्द्र की स्थापना करने पर प्रोफेसर बाबूलाल जीनवाल तथा पूर्व बैंक प्रबंधक भंवरलाल को सम्मान किया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

यात्रियों के लिए बाबा बर्फानी के दर 34 साल से लंगर चला रहे बस्सी के भक्त

भास्कर न्यूज़ | चित्तौड़गढ़ शिव भक्त हिमालय पर्वत में बाबा बर्फानी के नाम से विख्यात अमरनाथ गुफा के दर्शन कर आने में ही खुद को धन्य समझते हैं। वहां चित्तौड़गढ़ जिले के बस्सी निवासी परिवार सहित कुछ भक्त हजारों दर्शनार्थियों के लिए बेहद कठिन परिस्थिति में भी लंगर चलाते हैं। जो 34 साल से हर अमरनाथ यात्रा में अनवरत है। इसके लिए यहां से युवाओं के जत्थे पहुंचकर कई दिन सेवाएं देते हैं। इस साल भी अब तक चार जत्थे पहुंच चुके हैं। इस लंगर की शुरुआत 1991 में बस्सी मूल के अमृतसर निवासी पवन साबू मालू ने की थी। अब इसमें बस्सी निवासी रतन जागेटिया का सबसे बड़ा योगदान हैं। वे खुद अपनी पत्नी पिंकी के साथ हर साल वहां जाकर सेवा देते हैं। पूर्व उपप्रधान सीपी नामधरानी के अनुसार पवन मालू ने बेगूं निवासी वीरेंद्र व्यास के साथ जोगणियामाताजी के नाम से लंगर की शुरुआत की थी। तब व्यास के भाई आईएएस भारत भूषण वहां कलेक्टर थे। उनके सहयोग से अनुमति मिल गई। वर्ष 1997 से रतन जागेटिया इस लंगर से जुड़े तो धीरे-धीरे बस्सी के 20-30युवा बतौर सेवादार हर साल 10-10 दिन सेवा के लिए जाने लगे। श्रीबर्फानी बाबा जोगणियामाता समिति अमृतसर, बस्सी-बेगूं के नाम से ये लंगर अमरनाथ गुफा से 200-300 मीटर नीचे ही चल रहा है। हर साल यात्रा के 15 दिन पहले शुरू हो जाता है। इससे वहां तैनात सेना के जवानों को भी भोजन मिलता है। सुबह का भोग भी इस लंगर से जाता है। बस्सी निवासी ओम नामधरानी के अनुसार अमरनाथ में एक-डेढ माह तक लगातार लंगर चलाना आसान नहीं है। भक्तों को सुबह 6 बजे चाय-बिस्किट, 7 बजे पराठा, खीर, पोहा, नमकीन, 11 बजे चावल, दाल, रोटी, मिठाई, राजमा आदि दी जाती है। देर शाम तक भोजन चलता रहता है। लंगर स्थल तक खाद्य सामग्री पहुंचाना आसान नहीं है। बालटाल बेस केप के पास बने स्टोर से 16 किमी की दूरी है। पैदल या घोडे से ही सामान ले जाया जा सकता है। गैस की एक टंकी घोडे पर ले जाने के लिए ढाई हजार का चार्ज लगता है। अमरनाथ दर्शनार्थियों को थाली कटोरी में भोजन परोसा जाता है। हिमाचल के अश्विनी भाई के निर्देशन में औसत रोज चार से पांच हजार लोगों का भोजन बनता है। लंगर इस बार 9 अगस्त तक लंगर चलेगा। बस्सी निवासी जागेटिया व नामधरानी परिवार के बहुत कम लोग ही होंगे जो वहां सेवा देने नहीं जो पाए हो। अभी पवन मालू, ओमप्रकाश नामधरानी, भैरूलाल मालू, दिलीप गटानी, सुमन मूंदडा, पिंकी जागेटिया, विशाल सोनी, प्रणय मूंदडा,गुजरात के रवि व विक्रम भाई सेवाएं दे रहे हैं। हिमपात में गुम माता-पिता 10 दिन बाद मिल गए, तब से अमरनाथ के अनन्य भक्त हो गए रतन जागेटिया ... बस्सी निवासी रतन जागेटिया के लिए हर साल अरमनाथ यात्रा और वहां लंगर में योगदान के पीछे गहरी कहानी है। इनकी मां शांतादेवी व पिता लक्ष्मीनारायण बस्सी से साथी दल के साथ1996 में पहली बार अमरनाथ गए थे। तब हिमपात की आपदा में सैकडों लोगों की मौत हो गई या लापता हो गए। उसमें रतन के माता-पिता व साथी भी शामिल थे। रतन के अनुसार वे लाशों के बीच पहुंच कर माता-पिता की पहचान करता रहा, लेकिन कुछ पता नहीं चला। आज जैसी संचार सुविधा भी नहीं थी। मन में सोच लिया कि अगर माता-पिता व उनके साथी नहीं मिले तो कभी अमरनाथ नहीं आएंगे न परिचितों को आने देंगे। रतन भावुक होकर बोले कि ये बफार्नी बाबा का चमत्कार ही था कि 10 दिन बाद रक्षाबंधन के दिन पहलगांव बेस केंप में माता-पिता व अन्य लोग सही सलामत मिल गए। एकाएक तो इस बात पर यकीन ही नहीं हुआ। तब संकल्प लिया कि जब तक सामर्थ्य रहेगा, अमरनाथ आते रहेंगे। तब से हर साल अमरनाथ दर्शन के साथ लंगर की सेवा भी कर रहे हैं।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

3 स्थानों पर 3 कार्रवाई में 3 आरोपी गिरफ्तार

बाड़मेर | जिले में पुलिस ने विभिन्न आरोपों में फरार चल रहे तीन इनामी आरोपियों को अलग-अलग थानों में गिरफ्तार किया। जिसमें 25 हजार रुपए के इनामी के साथ साथ 10-10 हजार के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन भौकाल के तहत रीको पुलिस ने मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले 25 हजार रुपए के इनामी व जिले की टॉप-10 में चिह्नित आरोपी भरत मेनारिया को चित्तौड़गढ़ से गिरफ्तार किया। वह कार में 1.101 किलो अफीम का दूध परिवहन के मामले में फरार था। आरोपी के खिलाफ कुल 3 मामले दर्ज है। जिसमें से 2 मामले मारपीट के चित्तौड़गढ़ में व एनडीपीएस एक्ट का 1 मामला पुलिस थाना रीको बाड़मेर में दर्ज है। इसी प्रकार ऑपरेशन धरकरभर के तहत रीको पुलिस ने मादक पदार्थ की तस्करी के मामले में थाना स्तर के टॉप-10 लिस्ट में 10 हजार रुपए के आरोपी मांगीलाल को गिरफ्तार किया। वह 70 ग्राम एमडी जब्त के मामले में फरार था। आरोपी मांगीलाल नीमच मध्यप्रदेश राज्य में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में गिरफ्तार होकर मंदसौर, मध्यप्रदेश जेल में होने की जानकारी मिली थी। इस पर रीको पुलिस को मंदसौर मध्यप्रदेश भेजा और आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया। आरोपी मादक पदार्थ का तस्कर है। जिसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत अजमेर में 1, बाड़मेर में 1 तथा मध्यप्रदेश में 7 मामले दर्ज है। इसके साथ ही कोतवाली पुलिस ने ऑपरेशन धरकरभर के तहत कार्रवाई करते हुए 2 मामलों में वांछित आरोपी उम्मेदसिंह को गिरफ्तार किया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am

50 कर्टन अवैध शराब भरी गाड़ी जब्त, एक गिरफ्तार

बाड़मेर | जिले में अवैध शराब का परिवहन को लेकर पुलिस ने एरिया डोमिनेशन अभियान चलाया है। जिसके तहत धोरीमन्ना पुलिस ने बोलेरो कैंपर में परिहवन करते हुए 50 कर्टन अंग्रेजी शराब व बीयर को जब्त किया। पुलिस वाहनों की तलाशी के दौरान सऊओं की बेरी मीठड़ा खुर्द सरहद में बोलेरो कैम्पर की जांच करने पर वाहन में अंग्रेजी शराब व बीयर के 50 कर्टन पाए गए। शराब को जब्त कर आरोपी हरजीराम निवासी दुधू को गिरफ्तार किया।

दैनिक भास्कर 11 Jul 2025 4:00 am