भिवानी के विद्या नगर निवासी पैरा एथलीट मुस्कान श्योराण ने दुबई में आयोजित एशियन यूथ पैरा गेम्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए 2 कांस्य पदक जीते। सोमवार को मुस्कान के घर लौटने पर लोगों उसका स्वागत किया और भीम स्टेडियम से लेकर विद्या नगर तक एक भव्य विजयी जुलूस निकाला गया। इसके उपरांत विद्या नगर में क्षेत्रवासियों द्वारा सम्मान किया। बता दे कि दुबई में 7 से 14 दिसंबर तक एशियन यूथ पैरा गेम्स का आयोजन किया गया था। इस अंतरराष्ट्रीय स्पर्धा में 45 देशों के युवा पैरा एथलीटों ने हिस्सा लिया। मुस्कान श्योराण ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए दो अलग-अलग स्पर्धाओं में मेडल हासिल किए। जिसमें शॉटपुट में कांस्य पदक तथा डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक मुस्कान ने हासिल किया। इस सफलता के साथ मुस्कान ने न केवल भिवानी बल्कि पूरे हरियाणा और देश को गौरवान्वित किया है। मुस्कान की यह सफलता रातों-रात नहीं मिली है, बल्कि यह उनकी निरंतर कड़ी मेहनत का परिणाम है। इससे पूर्व इसी वर्ष 2025 में ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में आयोजित नेशनल पैरा गेम्स में भी शॉट पुट और डिस्कस थ्रो, दोनों ही स्पर्धाओं में दो स्वर्ण पदक जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित की थी। इसके अलावा वे खेलो इंडिया खेलो इंडिया-2025 में गोल्ड मेडल, नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2025 में गोल्ड मेडल तथा नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप-2024 में भी गोल्ड मेडल हासिल कर चुकी है। मैदान में जो जज्बा दिखाया है, वह काबिले तारीफडीपीई बलवान ने कहा कि मुस्कान की यह जीत उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और अनुशासन का परिणाम है। शारीरिक चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए उसने खेल के मैदान में जो जज्बा दिखाया है, वह काबिले तारीफ है। पहले ग्वालियर में नेशनल गोल्ड और अब दुबई में एशियन यूथ गेम्स में दो मेडल जीतना यह साबित करता है कि मुस्कान का भविष्य उज्ज्वल है। यह बेटी आने वाले समय में पैरा ओलिंपिक जैसे बड़े मंचों पर भी देश का नाम रोशन करेगी। माता-पिता बोले- बेटी भविष्य में ऐसे ही प्रदर्शन करेगीवहीं मुस्कान के पिता रमेश श्योराण व माता सरोज बाला ने भी अपनी बेटी की उपलब्धि पर गर्व जताया तथा कहा कि उन्हे पूरा विश्वास है कि वे भविष्य में भी इसी प्रकार से अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करेगी। वही मुस्कान के दादा धन्नाराम जेलदार ने कहा कि मुस्कान श्योराण की यह उपलब्धि भिवानी की खेल परंपरा में एक और सुनहरा अध्याय है। उनका यह सफर क्षेत्र के अन्य दिव्यांग बच्चों और युवा खिलाडिय़ों के लिए एक बड़ी प्रेरणा बनकर उभरा है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता। इस अवसर पर अधिवक्ता राकेश नेहरा, अधिवक्ता संजीव श्योराण, डा. रामलाल मुंड, डा. विजय सनसनवाल, डा. जयपाल, डा. नरेंद्र देशवाल, देवेंद्र नकीपुर, राजेश बड़ेसरा, लाजपत जाखड़, कृष्ण लांबा, दीपक लौर, राजेश सांगवान, खेताराम घणघस, अधिवक्ता अजय यादव, अधिवक्ता मोहर सिंह, अनुप बड़ेसरा, रूपेंद्र पटौदी, अजय श्योराण, संजय श्योराण सहित अन्य खेलप्रेमी मौजूद रहे।
गाजियाबाद के साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र में एक अधूरा पुल सैकड़ों मजदूरों, महिलाओं और बच्चों के लिए खतरा बन गया है। कड़कड़ गांव और झंडापुर के निवासी रोज़गार, स्कूल और अन्य आवश्यक कार्यों के लिए हर दिन जान जोखिम में डालकर एक खतरनाक नाले को पार करने को मजबूर हैं। नाले पर पक्का पुल न होने के कारण लोग पानी की एक पाइपलाइन के ऊपर से होकर औद्योगिक क्षेत्र तक पहुंचते हैं। यह पाइपलाइन गोल, संकरी और फिसलन भरी है, जिस पर चलना बेहद खतरनाक है। सुबह और शाम के समय इस रास्ते पर भारी भीड़ रहती है। स्थानीय निवासी लक्ष्मी ने बताया कि वे कई महीनों से इसी जोखिम भरे रास्ते का उपयोग कर रही हैं। उन्होंने कहा कि सुबह और शाम लगभग 50 से अधिक लोग एक साथ पाइपलाइन पर चढ़ जाते हैं, जिससे धक्का लगने और गिरने का डर बना रहता है। एक अन्य स्थानीय निवासी दया के अनुसार, इस रास्ते से प्रतिदिन लगभग 1500 लोग गुजरते हैं। दया ने बताया कि एक बार चलते समय उनका मोबाइल फोन नाले में गिर गया था, जिसके बाद उन्हें नया फोन खरीदना पड़ा। उनकी मासिक आय 7,000 रुपये है। यदि वे इस रास्ते का उपयोग नहीं करते, तो उन्हें रोज़ाना 40 रुपये किराया देना पड़ता है और यात्रा में लगभग आधा घंटा अतिरिक्त समय भी लगता है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र में नाले पर पुल निर्माण का कार्य UPSIDA और सेतु निगम द्वारा कई महीनों से चल रहा है, लेकिन अब तक पूरा नहीं हो सका है। इस मामले में UPSIDA के डीजीएम आर.एस. यादव ने बताया कि उक्त पुल का निर्माण कार्य अप्रैल 2025 में शुरू किया गया था और यह लगभग मार्च 2026 तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि सुरक्षा के लिहाज से पानी की पाइपलाइन के ऊपर से न जाने के लिए चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं। आर.एस. यादव के अनुसार, विभाग की कोशिश है कि काम में तेजी लाकर जल्द से जल्द पुल तैयार कर लोगों को सुरक्षित आवागमन की सुविधा दी जाए।
हापुड़ में भाजपा जिला कार्यालय में कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नितिन नबीन और प्रदेश अध्यक्ष पद पर पंकज चौधरी के निर्वाचन पर सोमवार शाम जश्न मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी व्यक्त की। जिलाध्यक्ष कविता माधरे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने समर्पित और अनुभवी नेताओं को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह कदम भाजपा को और अधिक मजबूत बनाएगा। संगठन कार्यकर्ताओं की रीढ़ कविता माधरे ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और प्रत्येक कार्यकर्ता संगठन की रीढ़ है। उन्होंने संकल्प लिया कि सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर केंद्र और प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा, नितिन नबीन और पंकज चौधरी के नेतृत्व में संगठन नई ऊंचाइयों को छुएगा। हम सभी कार्यकर्ता उनके मार्गदर्शन में पूरी निष्ठा और ईमानदारी से पार्टी की नीतियों को आगे बढ़ाने का संकल्प लेते हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम का नेतृत्व जिला अध्यक्ष कविता माधरे ने किया। जिला कार्यालय में बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी, वरिष्ठ कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद रहे। सभी ने शीर्ष नेतृत्व के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि नितिन नबीन और पंकज चौधरी के नेतृत्व से संगठन को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। इस दौरान 'भारतीय जनता पार्टी जिंदाबाद' के नारे भी लगाए गए। कार्यक्रम का समापन मिठाई वितरण और आपसी शुभकामनाओं के साथ हुआ। इस दौरान जिला महामंत्री पुनीत गोयल, मोहन सिंह, पायल गुप्ता, कुणाल चौधरी समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।
भोपाल के अरनव अस्पताल का CMHO कार्यालय की टीम ने निरीक्षण कर रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें अस्पताल को क्लीन चिट दी गई थी। अब यह रिपोर्ट ही सवालों के घेरे में है। दरअसल, अस्पताल में कई ऐसे नर्सिंग स्टाफ के नाम दर्ज हैं, जिन्होंने कभी अरनव अस्पताल में काम ही नहीं किया है। इस मामले में तीन नर्सिंग ऑफिसर्स ने अलग-अलग शिकायतें पुलिस कमिश्नर से की थीं, जिनमें आरोप लगाया गया कि उनका नर्सिंग सर्टिफिकेशन अरनव अस्पताल ने बिना उनकी जानकारी के इस्तेमाल किया है। इन्हीं शिकायतों के आधार पर NSUI ने CMHO डॉ. मनीष शर्मा से शिकायत की कि अरनव अस्पताल की फर्जी रिपोर्ट तैयार की गई है। अब इसी शिकायत के बाद CMHO ने अस्पताल के निरीक्षण में शामिल अपनी ही टीम के दो डॉक्टरों को नोटिस दिया है, जिसमें उनसे इन शिकायतों के बाद रिपोर्ट से जुड़े प्रूफ और स्पष्टीकरण की मांग की गई है। इन दो डॉक्टरों को मिला नोटिसडॉ. मनीष शर्मा द्वारा जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. रितेश रावत और यूपीएचसी सांई बाबा नगर में पदस्थ डॉ. अभिषेक सेन को नोटिस जारी कर निरीक्षण रिपोर्ट में की गई गंभीर त्रुटियों और तथ्यों को लेकर तत्काल स्पष्टीकरण तलब किया गया है। NSUI ने किया था प्रदर्शनइस मामले को लेकर गुरुवार को एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार और जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं द्वारा सीएमएचओ कार्यालय का घेराव कर दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। एनएसयूआई का आरोप है कि अरनव अस्पताल की निरीक्षण रिपोर्ट जानबूझकर कूटरचित तैयार की गई, जिससे शासन एवं प्रशासन को गुमराह किया गया। जांच… यह लापरवाही या जानबूझकर किया फर्जीवाड़ाएनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष रवि परमार ने कहा कि यह मामला केवल प्रशासनिक लापरवाही नहीं, बल्कि गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने दोषी अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की, साथ ही पूरे प्रकरण में एफआईआर दर्ज कर आपराधिक कार्रवाई किए जाने की भी मांग उठाई। जिला अध्यक्ष अक्षय तोमर ने कहा कि यदि इस तरह के मामलों में कठोर कार्रवाई नहीं की गई तो स्वास्थ्य व्यवस्था में भ्रष्टाचार और फर्जीवाड़े को बढ़ावा मिलेगा, जिसका सीधा असर मरीजों और नर्सिंग शिक्षा की गुणवत्ता पर पड़ेगा। आगे उन्होंने कहा कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, संगठन इस मामले को लगातार उठाता रहेगा।
जालौन में फर्जी थानाध्यक्ष ने सेल्समैन को धमकाया:ऑडियो वायरल होने पर पुलिस ने जांच शुरू, टीम गठित
जालौन के माधौगढ़ थाना क्षेत्र अंतर्गत बंगरा कस्बे में शराब की दुकान पर पहुंचकर एक युवक द्वारा स्वयं को रेंढर थाने का थाना इंचार्ज बताकर सेल्समैन को फोन कर धमकी दिए जाने का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल ऑडियो सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है और अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए जांच शुरू कर दी है, साथ ही जिस युवक ने फर्जी थाना इंचार्ज बनकर सेल्समैन को धमकाया है, उसकी गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने टीम गठित कर दी है, जिससे उसको गिरफ्तार किया जा सके। लेकिन वायरल ऑडियो की दैनिक भास्कर पुष्टि नहीं करता है। जानकारी के अनुसार, धमकी देने वाला युवक खुद को रेंढर थाना प्रभारी बताता हुआ शराब के ठेके पर काम करने वाले सेल्समैन को फोन पर डराने-धमकाने की कोशिश करता है। ऑडियो में युवक दबंगई भरे लहजे में बात करते हुए अपने आप को रेंढर थाने का SHO बताता है और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देता सुनाई दे रहा है। बताया जा रहा है कि धमकी देने वाला युवक किरवाहा गांव का निवासी है और ऑडियो में अपने आपको डॉक्टर प्रेमचंद, रेंढर थाने का SHO बता रहा है। वही जिस युवक को धमकी दी जा रहे है उ युवक की पहचान मोहित यादव के रूप में हुई है, जो बंगरा कस्बे में शराब के ठेके पर सेल्समैन का काम देख रहा है। मोहित यादव का आरोप है कि उसे फोन पर थाना इंचार्ज बनकर लगातार धमकाया गया, जिससे वह मानसिक रूप से भयभीत हो गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित ने पूरे घटनाक्रम की शिकायत उच्च पुलिस अधिकारियों से की, साथ ही वायरल ऑडियो भी साक्ष्य के रूप में उपलब्ध कराया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधिकारियों ने तत्काल मामले का संज्ञान लिया है। प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि धमकी देने वाला युवक किसी भी प्रकार से पुलिस विभाग से संबंधित नहीं है। अधिकारियों ने इसे पुलिस की छवि धूमिल करने और कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाला गंभीर अपराध बताया है। वही पुलिस कॉल डिटेल्स और ऑडियो की सत्यता की तकनीकी जांच की जा रही है। साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि आरोपी ने पहले भी इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है या नहीं। जालौन के एसपी डॉक्टर दुर्गेश कुमार का कहना है कि जल्द ही आरोपी को चिह्नित कर उसके खिलाफ सख्त विधिक कार्रवाई की जाएगी
ब्यावर शहर में सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए सम्राट हेरिटेज म्यूजियम का ऐतिहासिक शुभारंभ किया गया। म्यूजियम का उद्घाटन मुख्य मेहमान द्वारा संपन्न हुआ। उद्घाटन समारोह में म्यूजियम के संस्थापक गोपाल सम्राट ने मुख्य मेहमान का माला और साफा पहनाकर स्वागत किया। इसके बाद फीता काटकर म्यूजियम का विधिवत उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में अतिथियों को तिलक लगाकर मिठाई भी खिलाई गई। संस्थापक गोपाल सम्राट ने बताया कि म्यूजियम में वर्षों से संग्रहित की गई दुर्लभ और ऐतिहासिक वस्तुओं का एक व्यवस्थित संग्रह प्रदर्शित किया गया है। इनमें पुराने बर्तन, हथियार, ताले, मनोरंजन के साधन जैसे पुराने टेलीविजन, रेडियो, ट्रांजिस्टर, संचार के लिए उपयोग होने वाले टेलीफोन, विभिन्न कालखंडों की तस्वीरें, घड़ियां और सिक्के सहित अनेक विरासत पूर्ण वस्तुएं शामिल हैं। म्यूजियम का मुख्य उद्देश्य ब्यावर के नागरिकों, विशेषकर युवाओं को अपने अतीत से परिचित कराना और उन्हें ऐतिहासिक ज्ञान प्रदान करना है। इस अवसर पर मांगीलाल चवदिया, पुष्पेन्द्र, शशिकान्त, पृथ्वीराज चौहान, हरी प्रसाद, सुगन चन्द, भरत, गौरव जोशी, अशोक सोलंकी, भागचन्द, कमल शर्मा, राजेन्द्र सिंह जादौन, भरत भाटी, गौरव चौहान, राजू वैष्णव, लोकेश बोहरा, राहुल बन्ना, भूरालाल सोनी, आकाश चौहान, जतिन गहलोत, नितेश, भागचंद, लोकेन्द्र सिंह, प्रदीप सिंह सहित शहर के कई गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।
पन्ना टाइगर रिजर्व में दो साल पुराने एक वीडियो के मामले में वन बल प्रमुख ने जांच के आदेश दिए हैं और सात दिन में रिपोर्ट मांगी है। दिसम्बर 2023 के इस वीडियो के आधार पर पन्ना टाइगर रिजर्व के अधिकारियों ने नवंबर 2025 में टाइगर रिजर्व के गाइड और ड्राइवरों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की। इसके लिए कोई जांच की कार्रवाई नहीं की गई। बिना किसी जांच के हुई इस कार्रवाई पर अब वन विभाग के अफसरों से जवाब तलब किया गया है। क्योंकि पन्ना टाइगर रिजर्व ने इस वीडियो को 2 साल तक छिपाए रखा। दरअसल जो वीडियो वायरल हुआ है। उसमें गाइडों द्वारा अपने निजी मोबाइल फोन का उपयोग कर नियमों की अनदेखी की गई। पर्यटकों को जिप्सी वाहन से बाहर उतरवाकर बाघ दिखाया गया। यह न केवल खतरनाक था, बल्कि इससे किसी भी अप्रिय घटना की संभावना भी बन सकती थी। इसकी जानकारी सामने आने के बाद वाइल्ड लाइफ आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने इस मामले की शिकायत दो दिन पहले वन बल प्रमुख वीएन अंबाड़े और एनटीसीए के सदस्य सचिव से लिखित में की थी। इसमें कहा गया है कि पन्ना टाइगर रिजर्व में विस्थापित समुदाय के गाइड और ड्राइवर मेहनत कर रोजगार हासिल करते हैं, इन पर टाइगर रिजर्व के अफसरों ने दमनात्मक कार्रवाई की है। सुनवाई बगैर कार्रवाई पर आपत्ति आरटीआई एक्टिविस्ट दुबे के अनुसार, पन्ना टाइगर रिजर्व के प्रभारी फील्ड डायरेक्टर नरेश यादव और डिप्टी डायरेक्टर मोहित सूद द्वारा दिसम्बर 2023 में वायरल वीडियो के आधार पर 29 नवम्बर 2025 को कुछ गाइड और जिप्सी ड्राइवर पर आर्थिक दंड लगाकर एक माह के लिए उन्हें प्रतिबंधित कर दिया है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि टाइगर 151 रेडियो कॉलर पहने 4 बच्चों के साथ है और वर्तमान में यह बाघिन 2 बच्चों के साथ बिना रेडियो कॉलर के देखी जाती है। इस मामले में गाइड और ड्राइवर को सुनवाई बगैर कार्रवाई की गई है। अफसरों ने इस पुराने वीडियो की समय पर जांच नहीं की है और अब कार्रवाई कर किसी साजिश को अंजाम दिया जा रहा है। सात दिन में मांगी रिपोर्ट शिकायत में कहा गया है कि वायरल वीडियो की फोरेंसिक जांच कराई जाए और समय पर जांच और कार्रवाई नहीं करने वाले अफसरों पर कार्रवाई की जाए। इस शिकायत के बाद प्रधान मुख्य वन संरक्षक और वन बल प्रमुख वीएन अंबाड़े ने सोमवार को प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) और मुख्य वन्य प्राणी अभिरक्षक को मामले की जांच कर घटना में लिप्त कर्मचारियों, अधिकारियों पर कार्रवाई करके वन बल प्रमुख कार्यालय को सात दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। इन पर की गई कार्रवाई पन्ना टाइगर रिजर्व के अफसरों ने गाइड और चालक संतोष कुमार शिवहरे, मोहम्मद नेहाल, जिलानी मोहम्मद, विक्रमादित्य सिमह परमार, अजय तिवारी, रामदास रैकवार, पुष्पा सिंह, साक्षी राय और घनश्याम तिवारी के खिलाफ यह कार्रवाई की है। जो आदेश जारी कर कार्रवाई की गई है। उसमें कहा गया है कि सोशल मीडिया पर 27 नवंबर 2025 को वायरल हुए एक वीडियो के आधार पर यह कार्रवाई की गई है। वीडियो में गाइड एवं वाहन चालकों द्वारा पर्यटकों की सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए पार्क प्रबंधन और NTCA के नियमों का उल्लंघन किया गया। पर्यटकों से 10 से 20 फीट दूर से निकले बाघ पार्क प्रशासन द्वारा जांच में पाया गया कि गाइडों द्वारा अपने निजी मोबाइल फोन का उपयोग कर नियमों की अनदेखी की गई। पर्यटकों को जिप्सी वाहन से बाहर उतरवाकर बाघ दिखाया गया। बताया जाता है कि यह दूरी दस से बीस फीट की ही रही। यह न केवल खतरनाक था, बल्कि इससे किसी भी अप्रिय घटना की संभावना भी बन सकती थी। इस मामले में संबंधित पर्यटक वाहनों के मालिकों एवं गाइडों को दोषी मानते हुए वन विभाग ने एक माह के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही हर व्यक्ति पर 2000 रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। अफसरों ने माना, विभाग की छवि धूमिल हुई वन परिक्षेत्र अधिकारी, पन्ना टाइगर रिजर्व, मडला द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि इस प्रकार का व्यवहार अत्यंत अनुचित है और इससे पन्ना टाइगर रिजर्व की छवि धूमिल हुई है। भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त निगरानी और कार्रवाई जारी रहेगी। वन विभाग ने सभी गाइडों और वाहन चालकों को पर्यटन नियमों का कड़ाई से पालन करने की चेतावनी भी दी है।
उज्जैन-जावरा एक्सिस कंट्रोल रोड के विरोध में किसानों ने सोमवार को एमपीआरडीसी कार्यालय का घेराव कर दिया। इससे पहले पिछले सोमवार को भी किसान प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे थे। 15 तारीख तक का अल्टीमेटम खत्म होने के बाद किसानों ने प्रदर्शन करते हुए मांगे पूरी नहीं होने तक अनिश्चित कालीन धरने पर बैठने की चेतावनी दी है। दोपहर करीब 1 बजे से किसान यहां डटे हुए हैं। किसानों ने नारेबाजी करते हुए एमपीआरडीसी कार्यालय गेट के बाहर धरने पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन में 62 गांव के करीब 150 किसान एकत्रित होकर कार्यालय पहुंचे। यहां किसानों ने हनुमान चालीसा का पाठ किया। किसानों ने नए बनने वाले रोड के लिए बाजार भाव से अपनी जमीन देने और रोड की ऊंचाई कम करने की मांग रखी। किसान लगातार इस एक्सिस कंट्रोल रोड का विरोध कर रहे हैं। एक हफ्ते पहले भी किसानों ने उज्जैन ऑफिस पहुंचकर विरोध दर्ज कराया था। मांग नहीं मानी तब तक प्रदर्शन खत्म नहींकिसान मुकेश धानक ने बताया कि उज्जैन जावरा एक्सेस कंट्रोल हाईवे से किसान बर्बाद हो रहा है। मुआवजा राशि प्रति बीघा 50 लाख रुपए है सरकार 2 लाख रुपए ही दे रही है। रोड की ऊंचाई 15 से 16 फुट है, सर्विस रोड नहीं है। खेत पर ले जाने के लिए हम ट्रैक्टर, हार्वेस्टर व अपने वाहन नहीं ले जा पाएंगे।हमने सरकार से इसे देवास बदनावर हाईवे की तरह बनाने और उचित मुआवजा देने की मांग की है। जब तक मांग नहीं मानी तब तक धरना-प्रदर्शन खत्म नहीं करेंगे। सड़क का निर्माण भी नहीं होने देंगे। सोमवार को करीब 50 से अधिक किसान शहर के फ्रीगंज स्थित एमपीआरडीसी के कार्यालय पहुंचे। यहां किसानों ने नारेबाजी करते हुए बाजार रेट से मुआवजा देने और सड़क की ऊंचाई कम करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। 2500 करोड़ का रोडजावरा उज्जैन ग्रीन एक्सिस रोड करीब 2500 करोड़ रुपए से बनाया जा रहा है। जिसमें करीब 62 गांव किसान की 4000 किसान की जमींन अधिग्रहण की जा रही है। जल्द ही रोड काम शुरू हो जाएगा। रूस की कम्पनी को टेंडर दिया गया है। कंपनी दो साल में रोड बनाकर सरकार को सौंपेगी।SDM पवन बारिया ने कहा- बीते सोमवार को भी किसान दफ्तर पहुंचे थे इस बार फिर आए हैं। भोपाल उच्च अधिकारियों को दो विशेष मांगों से अवगत करवाया गया है। जल्द ही हम नतीजे पर पहुंचेंगे और किसानों को जो संभव होगा राहत देंगे। अभी धरना-प्रदर्शन को लेकर किसानों से बात की जा रही है।
भोपाल और आसपास के इलाकों में मोबाइल टावरों से महंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण चोरी करने वाले एक संगठित गिरोह को मिसरोद पुलिस ने पकड़ लिया है। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 50 लाख रुपए का चोरी का सामान, दो कारें और वारदात में इस्तेमाल किए गए औजार जब्त किए हैं। पुलिस के मुताबिक, यह गिरोह भोपाल के साथ-साथ राजगढ़ और रायसेन जिलों में भी मोबाइल टावरों को निशाना बना रहा था। अब तक आधा दर्जन से ज्यादा चोरी के मामलों का खुलासा किया गया है। अलार्म बजा, तभी खुली चोरी की परतें मामला 14 जून 2025 का है, जब समरधा मरघट के पास लगे मोबाइल टावर से अलार्म बजा। कंपनी के टेक्नीशियन मौके पर पहुंचे तो केबिनेट से कीमती बेस बैंड मशीन गायब मिली। इसके बाद मिसरोद थाने में केस दर्ज किया गया। CCTV और मुखबिर से मिली लीड लगातार हो रही चोरियों को देखते हुए पुलिस ने विशेष टीम बनाई। CCTV फुटेज, तकनीकी सबूत और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने 11 दिसंबर को शैलू त्यागी, विनीत त्यागी और रामकुमार शर्मा को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने अपने साथियों आकाश अहिरवार और प्रदीप यादव के नाम बताए। दोनों को 13 दिसंबर को सागर के सुरखी रोड से पकड़ लिया गया। 50 लाख का सामान बरामद पुलिस ने आरोपियों के पास से इन इलाकों की चोरियां सुलझीं पुलिस ने भोपाल के मिसरोद, चूनाभट्टी, हबीबगंज के अलावा राजगढ़ के नरसिंहगढ़ और रायसेन के सांची, बरेली व औबेदुल्लागंज में हुई चोरियों का खुलासा किया है। गिरफ्तार आरोपी पुलिस अब गिरोह से जुड़े अन्य मामलों की भी जांच कर रही है।
एटा में प्रशासन ने रुकवाया बाल विवाह:परिजनों को दी हिदायत, शादी में शामिल एक पक्ष नाबालिग
एटा में जिला प्रशासन की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक बाल विवाह को समय रहते रोक दिया गया। डीएम प्रेम रंजन सिंह के निर्देश पर बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत प्रोबेशन कार्यालय और संबंधित विभागों की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की। यह कार्रवाई अलीगंज थाना क्षेत्र के ग्राम कलिंजर में एक सूचना के आधार पर की गई। चाइल्ड हेल्पलाइन से जानकारी मिलने के बाद प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर ज्योति शर्मा, केस वर्कर सूर्यप्रताप, वन स्टॉप सेंटर एटा से सेंटर मैनेजर जागृति चतुर्वेदी और अलीगंज पुलिस प्रशासन से एसआई विपिन कुमार की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची। सत्यापन के बाद टीम ने पाया कि विवाह में शामिल एक पक्ष नाबालिग था। इसके बाद कानून के प्रावधानों के तहत विवाह को तत्काल स्थगित करा दिया गया। जिला प्रोबेशन अधिकारी अजयपाल सिंह ने बताया कि बाल विवाह कानूनन अपराध होने के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए भी हानिकारक है। उन्होंने समाज से इस कुप्रथा को समाप्त करने में प्रशासन का सहयोग करने की अपील की। अजयपाल सिंह ने बताया कि कार्रवाई के दौरान दोनों पक्षों के परिजनों को बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम, 2006 के प्रावधानों से अवगत कराया गया। उन्हें भविष्य में ऐसी गलती न दोहराने की सख्त हिदायत दी गई। आवश्यकतानुसार काउंसलिंग भी कराई गई और बालक-बालिका के हितों को ध्यान में रखते हुए उन्हें सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। जिला प्रोबेशन कार्यालय ने यह भी स्पष्ट किया कि बाल विवाह की सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। नागरिक बाल विवाह से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए चाइल्ड हेल्पलाइन 1098, महिला हेल्पलाइन 181 या नजदीकी पुलिस थाने से संपर्क कर सकते हैं। जिला प्रशासन और प्रोबेशन कार्यालय बाल अधिकारों की रक्षा तथा बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
राजगढ़ जिले के खिलचीपुर नगर में हर सोमवार लगने वाला सोमवारिया हाट अब गंभीर अव्यवस्था का कारण बन रहा है। झालावाड़ नाके से लेकर जीन तक का महज 300 मीटर का सड़क हिस्सा हर सप्ताह भीषण जाम में तब्दील हो जाता है, जिससे इस छोटे से रास्ते को पार करने में लोगों को करीब आधा घंटा लग जाता है। सोमवार को आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग साप्ताहिक बाजार में खरीदारी के लिए नगर पहुंचे। बाजार लगते ही सड़क के दोनों ओर दुकानों की कतारें लग गईं, जिससे वाहनों के निकलने के लिए जगह बेहद कम रह गई। देखते ही देखते दोपहिया और चारपहिया वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं और यातायात पूरी तरह ठप हो गया। परेशान लोग नाराजगी जताते नजर आएआज दोपहर के समय स्थिति और बिगड़ गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, करीब 500 से अधिक बाइक और कई चारपहिया वाहन जाम में फंसे रहे। जाम में फंसे लोग अपनी नाराजगी जताते नजर आए। चिंताजनक बात यह है कि इस जाम में कई बार एम्बुलेंस भी फंस जाती है, जिससे आपात स्थिति में मरीजों की जान पर खतरा बन जाता है। जाम की स्थिति को संभालने के लिए मौके पर केवल दो पुलिसकर्मी तैनात थे। वे भीड़ और अव्यवस्थित दुकानों के बीच यातायात को सुचारु करने की कोशिश करते रहे। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या हर सोमवार की है, बावजूद इसके प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्थायी समाधान नहीं किया गया है। नागरिकों ने मांग की है कि या तो सोमवारिया हाट के लिए वैकल्पिक स्थान तय किया जाए, या फिर बाजार के दौरान अलग से यातायात व्यवस्था लागू की जाए, ताकि आम लोगों को इस साप्ताहिक जाम से राहत मिल सके।
रोहतक के गांव बनियानी में पूर्व सीएम व वर्तमान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर की पंचायत को दी गई पुस्तैनी जमीन पर लाइब्रेरी का काम शुरू कर दिया है। गांव की बुजुर्ग महिला मूर्ति देवी ने लाइब्रेरी का शिलान्यास किया। वहीं, लाइब्रेरी का नाम शांति देवी के नाम से रखा जाएगा। मनोहर लाल खट्टर के छोटे भाई चरणजीत खट्टर ने बताया कि मनोहर लाल ने 29 जनवरी 2024 को अपनी पुस्तैनी 200 गज जमीन लाइब्रेरी के लिए पंचायत को दान कर दी थी। इस जमीन पर अब पंचायत की तरफ से लाइब्रेरी बनाई जाएगी, जिसका शिलान्यास किया गया है। जल्द ही लाइब्रेरी का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। गांव की बुजुर्ग ने किया शिलान्यासचरणजीत खट्टर ने बताया कि लाइब्रेरी का शिलान्यास गांव की बुजुर्ग 92 वर्षीय मूर्ति देवी ने किया है। मूर्ति देवी ने उनकी माता शांति देवी के साथ काफी साल काम किया है। अब लाइब्रेरी बनने के बाद गांव के युवाओं को इसका लाभ होगा। यह प्रोजेक्ट गांव वालों के लिए लाभदायक होगा। जमीन देने से पहले मनोहर लाल हुए थे भावुक मनोहर लाल खट्टर जब जनवरी 2024 में गांव बनियानी पहुंचे तो भावुक हो गए। मनोहर लाल ने कहा कि मैंने अपना बचपन इसी गांव में बिताया है। मेरा पैतृक घर मुझे मेरे माता-पिता की याद दिलाता है। मेरे चाचा के बेटे और मैंने स्थानीय समुदाय के कल्याण के लिए 200 वर्ग गज में बने अपने घर को दान करने का फैसला किया है। बच्चों को शिक्षित करने के लिए बनेगी लाइब्रेरीचरणजीत खट्टर ने कहा कि गांव के बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों के लाभ के लिए परिसर में ई-लाइब्रेरी स्थापित की जाएगी। यह घर एक नेक उद्देश्य की पूर्ति करेगा। इसे एक ऐसे केंद्र में परिवर्तित किया जाएगा, जहां बच्चे शिक्षा प्राप्त करने और उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने के लिए एकत्रित होंगे।
गुजैनी में भारत हैवी इलेक्टिकल्स लिमिटेड (भेल) में तैनात वरिष्ठ इंजीनियर की पत्नी को साइबर ठगों ने शेयर और आईपीओ में निवेश का झांसा देकर करीब 46 लाख रुपए कर ठगी कर ली। ठगों ने कॉल कर निवेश में बेहतर रिटर्न का भरोसा दिया, फिर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा। इसके बाद एप इंस्टॉल कराया। उसी के माध्यम से 3 महीने में रूपए निवेश कराए। पीड़िता ने गुजैनी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। स्टॉक मार्केट एडवाइजरी कंपनी का प्रतिनिधि बताया तात्या टोपे नगर फेस-3 निवासी जसवंत कुशवाहा भेल में वरिष्ठ इंजीनियर के पद पर तैनात हैं। उनकी पत्नी उर्मिला कुशवाहा के पास अगस्त में अंजान नंबर से एक महिला ने कॉल की और खुद को एक प्रोफेशनल स्टॉक मार्केट एडवाइजरी कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए शेयर और आईपीओ में निवेश कराने का झांसा दिया। आरोपी महिला ने एक मोबाइल ट्रेडिंग एप के माध्यम से निवेश करने को कहा और दावा किया कि यह प्लेटफॉर्म सेबी रजिस्टर्ड और पूरी तरह सुरक्षित है। आरोप है कि झांसे में आकर पीड़िता ने अपने और अपने पति जसवंत के बैंक खातों से अलग-अलग ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और बैंक ट्रांसफर के जरिए कुल 45,88,133 रुपए बताए गए बैंक खातों और यूपीआई आईडी में भेज दिए। 8 दिसंबर 2025 को बंद हुआ ट्रेडिंग एप शुरुआत में एप पर मुनाफा दिखाया जाता रहा, जिससे भरोसा और बढ़ गया। 8 दिसंबर 2025 को अचानक वह ट्रेडिंग एप पूरी तरह बंद हो गया और लॉग-इन नहीं हो पाया। इसके साथ ही जिस व्यक्ति द्वारा निवेश की ट्रेनिंग और गाइडेंस दी जा रही थी, उसका मोबाइल भी बंद हो गया। जिस व्हाट्सएप ग्रुप से निवेश संबंधी सलाह दी जाती थी, वह भी पूरी तरह खत्म हो गया। इसके बाद ठगी का अहसास हुआ, तो पुलिस से शिकायत की। गुजैनी थाना प्रभारी अमरनाथ विश्वकर्मा ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर खातों में पड़ी धनराशि को होल्ड करने का प्रयास किया जा रहा है।
सिलवानी क्षेत्र में अघोषित बिजली कटौती और गंभीर वोल्टेज समस्या से परेशान किसानों ने सोमवार को स्टेट हाईवे-44 (सिलवानी–भोपाल मार्ग) पर चक्का जाम कर दिया। यह प्रदर्शन एमपीईबी कार्यालय के सामने किया गया, जिससे सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात प्रभावित हुआ। किसानों ने बताया कि नगपुरा, नगझिरी, सेमराखारा, महुआखेड़ा, जामनपानी, घोघरी, सोनपुरा, रायपानी सहित करीब 20 गांवों में अधिक विद्युत भार के कारण वोल्टेज की गंभीर समस्या बनी हुई है। कम वोल्टेज के चलते कृषि कार्यों में उपयोग होने वाली मोटरें और घरेलू विद्युत उपकरण ठीक से नहीं चल पा रहे हैं। नए फीडर लगाने और पावर हाउस की क्षमता बढ़ाने की मांगप्रदर्शन कर रहे किसानों की प्रमुख मांगों में क्षेत्र में नवीन विद्युत फीडर की स्थापना, पुराने और कमजोर तारों व खंभों को बदलना तथा प्रतापगढ़ पावर हाउस की क्षमता 3000 केवी से बढ़ाकर 5000 केवी करने की मांग शामिल है। किसानों ने बताया कि नए फीडर के लिए वन विभाग की अनापत्ति भी जरूरी है। पहले भी दी थी शिकायत, नहीं हुआ समाधान किसानों का आरोप है कि वे पहले भी बिजली विभाग को समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं किया गया, जिससे उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। अधिकारियों के आश्वासन पर खुला जाम चक्का जाम की सूचना पर एसडीएम हर्षल चौधरी, बिजली कंपनी के एजीएम पराग धाबड़े और एसडीओपी अनिल मौर्य मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने किसानों से चर्चा कर उनकी मांगों पर गुरुवार तक समाधान का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसानों ने चक्का जाम समाप्त कर दिया। प्रदर्शन के दौरान की तस्वीरें
राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी पर बैठक:न्यायिक अधिकारियों ने सफल आयोजन पर की चर्चा
राष्ट्रीय लोक अदालत (21 दिसंबर 2025) के सफल आयोजन की तैयारियों को लेकर जिला एवं तालुका मुख्यालयों के न्यायिक अधिकारियों की एक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक आज शाम हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष ने की। इस दौरान राष्ट्रीय लोक अदालत के प्रभावी और सफल आयोजन पर विस्तृत चर्चा हुई। अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि अधिक से अधिक राजीनामा योग्य प्रकरणों की पहचान कर उन्हें लोक अदालत में भेजा जाए। उन्होंने मामलों के त्वरित और सौहार्दपूर्ण निपटारे के लिए प्री-काउंसलिंग को प्रभावी ढंग से आयोजित करने पर विशेष जोर दिया। इसका उद्देश्य लोक अदालत की मूल भावना के अनुरूप अधिकतम मामलों का समाधान सुनिश्चित करना है। न्यायिक अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि वे आम जनता को लोक अदालत के लाभों के बारे में जानकारी दें। इससे न्याय सुलभ, सरल और त्वरित रूप से उपलब्ध हो सकेगा।
किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के डॉक्टरों ने 11 महीने के बच्चे की जटिल सर्जरी करके उसे नया जीवन दिया है। रायबरेली निवासी यह बच्चा जन्म से ही सांस फूलने की समस्या से ग्रसित था। इसकी वजह से उसे एक अन्य सरकारी अस्पताल में वेंटिलेटर पर भी रखना पड़ा। KGMU में पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने बच्चे की सर्जरी की है। जांच में एक फेफड़ा मिला खराब पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. जेडी रावत ने बताया कि रायबरेली के सिक्काखेड़ा निवासी राम अचल मौर्य के 11 महीने के बच्चे विराट मौर्य को जन्म से ही सांस फूलने की समस्या थी। एक महीने पहले खांसी और बुखार की वजह से सांस लेने की समस्या बढ़ गई और वह दूध भी नहीं पी पा रहा था। ऐसे में घरवाले उसे लेकर रायबरेली के प्रमुख चिकित्सा संस्थान लेकर गए। वहां बच्चे के आठ दिनों तक वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। जांच करने पर डॉक्टरों ने फेफड़े में समस्या होने की बात बताई। सर्जरी की जरूरत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे KGMU रेफर कर दिया। यहां एक्सरे और एमआरई जांच में पता चला कि बच्चे का बायां फेफड़ा खराब है। इसके बाद तीन दिसंबर को दूरबीन विधि से बच्चे की सर्जरी की गई। ऑपरेशन के बाद वेंटिलेटरी देखभाल बाल रोग विभाग के डॉ.एसएन सिंह और डॉ.शालिनी त्रिपाठी के मार्गदर्शन में की गई। तीन घंटे चली सर्जरी प्रो.जेडी रावत ने बताया कि ऑपरेशन तीन घंटे चला। इतने छोटे बच्चे की सर्जरी करना काफी चुनौतीपूर्ण था। जरा सी असावधानी होने पर बच्चे की जान को खतरा था। सर्जरी करके फेफड़े का खराब हिस्सा निकाला गया। सर्जरी के बाद बच्चे को तीन दिनों तक वेंटिलेटर पर रखना पड़ा। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ है। सोमवार को उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने ऑपरेशन करने वाली पूरी टीम को बधाई दी है। इस टीम ने किया ऑपरेशन प्रो. जेडी रावत, डॉ. गुरमीत सिंह, डॉ. कृति पटेल, डॉ.मनीष राजपूत, एनेस्थीसिया से डॉ. सतीश वर्मा, नर्सिंग स्टाफ अंजू वर्मा, संजय और डॉली गौतम।
बैतूल में खाद्य विभाग ने परेड ग्राउंड स्थित चौपाटी पर कार्रवाई करते हुए साफ-सफाई में लापरवाही बरतने वाले दुकानदारों को नोटिस जारी किए हैं। यह कार्रवाई चलित खाद्य प्रयोगशाला द्वारा की गई जांच के दौरान सामने आई स्वच्छता संबंधी कमियों के आधार पर की गई। कार्रवाई के दौरान टीम ने चौपाटी की दुकानों से पनीर के नमूने लेकर मौके पर जांच की। जांच में सभी नमूने मानकों पर खरे पाए गए और किसी भी तरह की मिलावट नहीं मिली। स्वच्छता सुधारने के दिए निर्देश हालांकि कुछ दुकानों पर साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक नहीं पाई गई। इस पर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने संबंधित दुकानदारों को नोटिस जारी कर तय समय में व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश दिए। पांच दिन तक चलेगा जांच अभियान खाद्य विभाग ने बताया कि चलित खाद्य प्रयोगशाला अगले पांच दिनों तक बैतूल में ही रहेगी। इस दौरान शहर के अन्य इलाकों में भी खाद्य पदार्थों की जांच की जाएगी। कार्रवाई के बाद उपभोक्ताओं ने राहत जताई है। लोगों का कहना है कि नियमित जांच और सख्त कार्रवाई से मिलावट और लापरवाही पर रोक लगेगी। जांच टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी संदीप पाटिल, केमिस्ट हेमंत कीर, सहायक योगेश देवगया और ब्रजेश पटेल शामिल रहे। देखें निरीक्षण के दौरान की तस्वीरें
भोपाल के करीब 40 इलाकों में मंगलवार को 2 से 6 घंटे तक बिजली कटौती होगी। इन इलाकों में बिजली कंपनी मेंटेनेंस करेगी। इसके चलते सप्लाई पर असर पड़ेगा। जिन इलाकों में बिजली बंद रहेगी, उनमें ट्रांसपोर्ट नगर, अनंतपुर, कोकता, शाहपुरा, बड़वई, बैरागढ़ चिचली, गेहूंखेड़ा, अमराई, बाग मुगालिया एक्सटेंशन, अरविंद विहार, लहारपुर समेत कई बड़े इलाके भी शामिल हैं। ऐसे में बिजली संबंधित जरूरी काम पहले से निपटा लें। ताकि परेशानी का सामना न करना पड़े। इन इलाकों में पड़ेगा असर
बोगस फर्म का रजिस्ट्रेशन कराकर फर्जी इनवायस के जरिए इनपुट टैक्स क्रेडिट लेकर करोड़ों का राजस्व नुकसान पहुंचाने वाले पांच लोगों को नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। इसमें से पांच लोगों की गिरफ्तारी नोएडा और एक बिहार से की गई है। इनके नाम बिदेश्वर प्रसाद , बबलू कुमार, प्रिंस पांडे, दिपांशू शर्मा ये चारो गाजियाबाद के रहने वाले है। जबकि इनकी निशानदेही पर जयकिशन को वैशाली बिहार से गिरफ्तार किया गया। एसटीएफ ने बताया कि 12 दिसंबर को जानकारी मिली कि एक ऐसा गिरोह गाजियाबाद में सक्रिय है जो फर्जी फर्म का रजिस्ट्रेशन कराकर इनवायस के जरिए इनपुट टैक्स क्रेडिट ले रहा है साथ ही बड़े स्तर पर राजस्व को नुकसान पहुंचा रहा है। मुखबीर की जानकारी पर एसटीएफ यूनिट ने चार लोगों को गाजियाबाद से पकड़ लिया और नोएडा इकाई ले आए। पूछताछ में जानकारी मिली कि बिंदेश्वर प्रसाद ने गाजियाबाद में हिन्दुस्तान कोचिंग सेंट नाम से एकाउंटेंसी संबंधित कार्यों की जानकारी के लिए साल 2011 में एक कोचिंग सेंटर शुरू किया था। जिसमें एकाउंटेंसी के अलावा टैली, बीजी आदि साफ्टवेयर के संबंध में प्रशिक्षण देकर फ़र्मो की इनवाइस ई वे बिल एवं जीएसटी रिटर्न भरना सिखाया जाता था। दीपांशू और जय किशन कोचिंग के स्टूडेंट थे। पहले प्रशिक्षण देता फिर अपने साथ मिलातापूछताछ में बताया कि बिंदेश्वर शुरू से ही बोगस फर्में तैयार कर उनके जरिए सेल्स इनवाइस बेचने का काम करता था। साथ ही प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद अपने साथ ही स्टूडेंट को भी लगा लेता था। ये लोग मिलकर फर्जी फर्म तैयार करना फर्जी इनवायस बनाकर पोर्टल पर अपलोड कर जीएसटी रिटर्न फाइल करने लगे। यही नहीं कई वास्तविक कंपनियों के भी ये डेटा लेकर उनके फर्जी बिल बनाकर रिटर्न फाइल करते थे। साथ ही वास्तविक फर्म की ओटीपी और पासवर्ड इनके पास रहता था इसलिए आसानी से सारा काम होता था। 50 से अधिक ई मेल आईडीइनके मोबाइल फोन से करीब 50 से अधिक ईमेल आईडी लॉगिन थी। जिनके जरिए बोगस फर्म रजिस्ट्रेशन, इनवाइस , ई वे बिल काटने, जीएसटी रिटर्न फाइलिंग और बैंक ट्रांजैक्शन के लिए ओटीपी प्राप्त किया जाता है। अब तक करोड़ों रुपए के राजस्व की नुकसान की बात सामने आ चुकी है।
लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र में सोमवार को ग्रामीणों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-39 (रांची-मेदिनीनगर मुख्य मार्ग) को जाम कर दिया। यह प्रदर्शन बनहरदी गांव निवासी एक लापता युवक की सकुशल बरामदगी की मांग को लेकर किया गया। सिकनी के पास हुए इस जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे यात्रियों को लगभग चार घंटे तक भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। लापता युवक की पहचान मनोज उरांव के रूप में हुई है, जो बीते 3 दिसंबर से लापता है। उसकी पत्नी सोनी उरांव ने बताया कि उन्होंने अपने पति की काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। उन्होंने चंदवा थाना में गुमशुदगी की लिखित शिकायत भी दर्ज कराई है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीण और परिजन नाराज हैं। तीन दिनों के भीतर मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा: पुलिस जाम की सूचना मिलते ही लातेहार के एसडीपीओ अरविंद कुमार और चंदवा थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक रणधीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी ग्रामीणों से बातचीत की और मामले की गंभीरता को समझते हुए जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लापता युवक के मामले में सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है और तीन दिनों के भीतर मामले का उद्भेदन कर लिया जाएगा। पुलिस अधिकारियों के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने सड़क जाम हटा लिया, जिसके बाद एनएच-39 पर यातायात बहाल हो सका। हालांकि, जाम के कारण यात्री बसें और मालवाहक वाहन घंटों फंसे रहे, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर मनोज उरांव की सकुशल बरामदगी नहीं हुई, तो वे इससे भी उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। गौरतलब है कि इस मामले को लेकर लातेहार विधायक प्रकाश राम ने भी विधानसभा में सवाल उठाया था, इसके बावजूद युवक की बरामदगी अब तक नहीं हो सकी है।
सरकार के दो साल पूरे होने पर प्रतापनगर स्थित आरयूएचएस हॉस्पिटल परिसर में हुए राज्य स्तरीय आरोग्य शिविर के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कांग्रेसियों को लुटेरा बताया। उन्होंने कहा कि वो लुटेरे हमसे बात क्या करेंगे, जो भ्रष्टाचार के जननायक है। इससे पहले सीएम भजनलाल शर्मा ने अपने 2 साल के कार्यकाल और कांग्रेस के 5 साल के कार्यकाल में हुए कामों का जिक्र किया। भ्रष्टाचार की नींव पर काम करने वाली पार्टी को बोलने का अधिकार नहीं उन्होंने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की नींव पर काम करने वाली पार्टी को बोलने का अधिकार नहीं है। एक-दो लोग तो केवल बोलते ही बोलते हैं- भजनलाल उन्होंने कांग्रेस के नेताओं पर हमला करते हुए कहा, कि एक-दो लोग तो ऐसे हैं जो केवल बोलते ही बोलते हैं। एक-दो ऐसे हैं जिनके पास कहने को तो कुछ नहीं होता, वो केवल ट्वीट करते हैं। हमारे कार्यकाल में एक भी पेपर लीक नहीं- सीएम भजनलाल युवाओं के मुद्दे पर भी मुख्यमंत्री ने कांग्रेस को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासन में युवाओं का भविष्य पेपर लीक की भेंट चढ़ता रहा, लेकिन भाजपा सरकार के दो साल के कार्यकाल में एक भी पेपर लीक नहीं हुआ। युवाओं को पारदर्शी भर्तियां और रोजगार के अवसर दिए जा रहे हैं और आने वाले समय में और भर्तियां होंगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बिना नाम लिए पूर्व सीएम गहलोत पर हमला बोलते हुए कहा कि दो साल में भाजपा सरकार ने वह काम कर दिखाया, जो कांग्रेस पांच साल में भी नहीं कर सकी। कांग्रेस के समय मिली लूट की छूट मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान योजनाओं में जमकर गड़बड़ियां हुईं, जिनकी कीमत आमजन को चुकानी पड़ी। आरजीएचएस योजना में सामने आई अनियमितताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार में निजी अस्पतालों को खुली लूट की छूट मिली हुई थी, लेकिन भाजपा सरकार ने ऐसे हॉस्पिटलों और डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की है और आगे भी कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।
राजस्थान सरकार के दो वर्ष पूरे होने और जनस्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से 15 दिसंबर को झालावाड़ जिले में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में कुल 625 यूनिट रक्त एकत्र किया गया। जिलेभर में कुल 8 स्थानों पर रक्तदान शिविर आयोजित किए गए। जिला स्तरीय शिविर का उद्घाटन जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़, एसपी अमित कुमार बुढ़ानिया, जिला अध्यक्ष हर्षवर्धन शर्मा, नगर परिषद सभापति प्रदीप सिंह राजावत, पूर्व उपजिला प्रमुख भागचंद दांगी, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शंभुदयाल मीणा और पीटीएस प्रभारी गोपीचंद मीणा की मौजूदगी में हुआ। कलेक्टर, एसपी ने रक्तदाताओं को प्रशस्ति पत्र से किया सम्मानित, देखें फोटोज... इन शिविरों में 115 नए रक्तदाता रक्तदान अभियान से जुड़े। सुबह से ही रक्तदान के लिए पंजीकरण शुरू हो गया था। महिला कार्मिकों ने भी रक्तदान में सक्रिय रूप से भाग लिया। शिविरों में झालरापाटन से मुकेश चेलावत, पूर्व मंडल अध्यक्ष महेश बटवानी, मंडल अध्यक्ष दीपक शर्मा, नितेश परमार, भानु खत्तरी सहित नर्सिंग कॉलेज (केजीएन, संजीवनी, एसएमएस), एएनएम एसोसिएशन, निजी अस्पताल (बालाजी ऑर्थोपेडिक, संजीवनी व्यास, नारायण मल्टीस्पेशियलिटी, सरदार पटेल), झालावाड़ ट्रॉमा सेंटर, केमिस्ट एसोसिएशन, सामर्थ्य सेवा संस्थान, एएनएम टीसी छात्राएं, आईएमए अध्यक्ष डॉ. मुकेश शर्मा, रेड क्रॉस सोसाइटी के चेयरमैन भूपेंद्र दुबे, वाइस चेयरमैन गिरिराज पाटीदार, विनय जैन, पीयूष बटवानी, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन, जिला खेल अधिकारी, पशुपालन अधिकारी, जीतमल नागर, एएनएम, सीएचओ, एलएचवी, लैब व एक्स-रे एसोसिएशन, विकलांग संघ और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने सक्रिय सहयोग किया और रक्तदान भी किया। पुलिसकर्मियों ने भी बढ़-चढ़कर किया रक्तदान, देखें फोटोज... रक्तदाताओं को मंच पर मौजूद अधिकारियों द्वारा मेडल (जिस पर 'गर्व से कहो मैं रक्तदाता हूं' अंकित था), प्रशस्ति-पत्र और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। इस दौरान जिला सीपीआर टीम के डॉ. शुभम पाटीदार ने मंच पर सीपीआर का प्रशिक्षण भी दिया। रक्तदान शिविर में प्रशासन संग कई संगठनों ने दिया सहयोग, देखें फोटोज... जिले के 8 चिकित्सा संस्थानों पर आयोजित रक्तदान शिविरों में खेल संकुल में 274, एसआरजी अस्पताल ब्लड बैंक में 29, सीएचसी मनोहरथाना में 90, रटलाई में 80, डग में 101, रक्तिमा ब्लड सेंटर भवानीमंडी में 7, हॉर्टिकल्चर कॉलेज झालरापाटन में 32 और हनुमान मंदिर के पास बस स्टैंड अकलेरा में 12 यूनिट रक्तदान हुआ। सीएमएचओ डॉ. साजिद खान ने इस पुनीत कार्य में सहयोग देने वाले सभी संगठनों का आभार व्यक्त किया। मिनी सचिवालय परिसर में 50 पौधे लगाए झालावाड़ में राजस्थान सरकार के दो साल पूरे होने और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के 115वें स्थापना दिवस के अवसर पर पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान मिनी सचिवालय परिसर में 50 पौधे लगाए गए। कार्यक्रम में जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ और अग्रणी बैंक प्रबंधक महेश सिसोदिया मौजूद रहे। सरकारी कर्मचारियों और बैंक कर्मियों ने मिलकर यह पौधरोपण किया। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा प्रबंधक मनोज चौधरी, तरुण शर्मा, एफ.एल.सी.सी. के अजाज अहमद अंसारी और अन्य स्टाफ सदस्य भी इस अवसर पर मौजूद थे।
आगरा में रिटायर दरोगा ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर बेटी की ऑनर किलिंग कर दी। इसके बाद पत्नी के साथ शव को कार में रखकर इटावा के जसवंतनगर स्थित अपनी ससुराल पहुंचा। यहां साले के बेटे को साथ लेकर शव को यमुना नदी में फेंक दिया। हत्या को छिपाने के लिए बेटी की झूठी गुमशुदगी दर्ज करा दी। आगरा पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा किया है। आरोपी माता-पिता और मामा को गिरफ्तार किया है। अन्य लोग अभी फरार हैं। डीसीपी वेस्ट अतुल शर्मा ने बताया कि आगरा के थाना मलपुरा के विनायक गार्डन में रिटायर्ड दरोगा रणवीर सिंह (65) अपने परिवार के साथ रहते हैं। उन्होंने इसी साल 30 अक्टूबर को बेटी अंशु यादव (33) की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। पुलिस को बताया था बेटी घर से कहीं चली गई है। आगरा पुलिस कई दिनों से युवती की तलाश कर रही थी। जांच के दौरान पुलिस का शक रिटायर्ड दरोगा पर था, क्योंकि घटना से कुछ दिन पहले युवती ने मां-बाप पर हत्या की आशंका जताते हुए एक वीडियो बनाया था। वीडियो और सर्विलांस के आधार पर पुलिस ने पिता को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से आरोपी पिता ने खुद ही बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस का कहना है कि परिवार के अन्य छोटे भाई-बहनों की शादी में इस रिश्ते को बाधा माना जा रहा था, जिससे तंग आकर माता-पिता और भाई ने इस घटना को अंजाम दिया। गुमशुदगी को लेकर लगातार परेशान था प्रेमी अंशु का अपने ही रिश्ते में लगने वाले भतीजे से अफेयर था। परिवार इस रिश्ते से नाराज था। 30 अक्टूबर से पहले ही परिवार के लोगों ने अंशु की हत्या कर दी थी। युवती का प्रेमी उसकी गुमशुदगी को लेकर लगातार परेशान था।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कोडीन सिरप कांड के दो आरोपियों की याचिका खारिज कर दी है। यह आदेश न्यायमूर्ति अजय भनोट एवं न्यायमूर्ति गरिमा प्रसाद की खंडपीठ ने अखिलेश प्रकाश उर्फ सिंटू व आकाश मौर्य की याचिका को खारिज करते हुए दिया है।याचिका में दोनों आरोपियों ने जौनपुर कोतवाली में अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की थी। दोनों को कोडीन कफ सिरप मामले में आरोपी बनाया गया है।दोनों के विरुद्ध जौनपुर के कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज है। याचिका में एफआईआर को चुनौती देते हुए उसे रद्द करने और गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की गई थी।हाईकोर्ट ने अपराध की गंभीरता को देखते हुए याचिका खारिज कर दी।
आलीराजपुर जिले में कथित अवैध धर्मांतरण के विरोध में सोमवार को आदिवासी समाज ने रैली निकाली। सैकड़ों की संख्या में आदिवासी ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों से एकत्रित हुए और प्रशासन से अवैध धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। आंदोलनकारी भगवान बिरसा मुंडा और छींतू किराड़ की प्रतिमा स्थल पर जमा हुए। यहां से उन्होंने नगर में लगभग 5 किलोमीटर का पैदल मार्च करते हुए बस स्टैंड चौराहा तक रैली निकाली। इस दौरान पारंपरिक ढोल-मांदल बजाए गए और धर्मांतरण के खिलाफ नारेबाजी की गई। प्रदर्शनकारियों ने धर्मांतरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और प्रशासन को चेतावनी देने का संदेश दिया। सभा को संबोधित करते हुए आजम सिंह अवासिया, भदू पचाया, नरीन मोरी और कमरू अजनार सहित अन्य वक्ताओं ने आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जिले में लंबे समय से ईसाई मिशनरियां ग्रामीणों को शिक्षा, इलाज, रोजगार और आर्थिक सहायता जैसे प्रलोभन देकर धर्मांतरण करा रही हैं। वक्ताओं ने चिंता व्यक्त की कि इन गतिविधियों से आदिवासी समाज की संस्कृति, परंपराएं, रीति-रिवाज और पहचान खतरे में पड़ रही है। उन्होंने मांग की कि बाहरी तत्वों और पादरियों को गांवों में प्रवेश न दिया जाए और अवैध चर्चों पर तत्काल कार्रवाई की जाए। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए, तो आने वाले वर्षों में आदिवासी संस्कृति समाप्त हो सकती है। एसडीएम को सौंपा ज्ञापन रैली के समापन पर आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों ने एसडीएम तपिश पांडेय को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19(5) और 19(6) का उल्लंघन करते हुए जिले में कई वर्षों से अवैध चर्च संचालित हो रहे हैं। इन चर्चों के माध्यम से 'चंगाई मीटिंग' और प्रार्थना सभाओं के नाम पर धर्मांतरण की गतिविधियां चलाई जा रही हैं। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि आदिवासी समाज के गरीब और भोले-भाले लोगों को झूठे प्रलोभन देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके साथ ही प्रशासन को कुछ पादरियों और पास्टरों की सूची भी सौंपी गई, जिन पर पूर्व में भी अवैध धर्मांतरण के मामले दर्ज होने का उल्लेख है।
बड़वानी जिले के अंजड़ नगर में सफला एकादशी पर सोमवार को श्री श्याम मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी। इस अवसर पर नांगलवाड़ी से 11 महिलाओं का एक जत्था 55 किलोमीटर की पदयात्रा कर 12 घंटे में मंदिर पहुंचा और श्याम बाबा को निशान अर्पित किए। नांगलवाड़ी की इन 11 महिलाओं ने, जिनमें बुजुर्ग भी शामिल थीं, सोमवार को तड़के 3 बजे अपनी यात्रा शुरू की। 55 किलोमीटर का सफर तय कर वे दोपहर 3 बजे श्याम मंदिर पहुंचीं। श्याम समिति ने इन महिलाओं का स्वागत किया और उन्हें स्वल्पाहार भी कराया गया। जत्थे में शामिल पायल गहलोत ने बताया कि यह उनकी तीसरी निशान यात्रा थी। उन्होंने कहा कि श्याम बाबा में उनकी गहरी आस्था है और उनका लक्ष्य है कि एक बार पूरा नांगलवाड़ी गांव इस निशान यात्रा में शामिल हो। यह यात्रा आगे भी जारी रहेगी, इस विश्वास के साथ कि बाबा सबकी मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे। मंदिर में सुबह से देर शाम तक भक्तों का आना-जाना लगा रहा। श्रद्धालुओं ने श्याम बाबा के सामने शीश नवाकर मत्था टेका। बाबा का आकर्षक फूलों से श्रृंगार किया गया था। मंदिर प्रांगण में महिलाओं ने श्याम बाबा के भजन गाकर उन्हें रिझाया। समीपस्थ ग्राम चकेरी से एक दिव्यांग भक्त शैलेंद्र भी बाबा के दरबार में मत्था टेकने पहुंचे। पंडित बसंत शर्मा ने अल सुबह 5 बजे से ही वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्याम बाबा, भगवान पशुपतिनाथ महादेव, श्री सालासर बालाजी, श्रीराम और श्रीकृष्ण दरबार का पूजन-अर्चन किया। सेवादारों द्वारा सभी देवी-देवताओं का आकर्षक फूलों से श्रृंगार किया गया।
सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट विरासत गलियारा का निरीक्षण करने सोमवार को DM दीपक मीणा एवं SSP राजकरन नैय्यर पहुंचे। जलकल एवं पीडब्ल्यूडी अभियंताओं के साथ दोनों अधिकारियों ने पांडेयहाता से धर्मशाला तक लगभग 3.5 किलोमीटर पैदल चलकर वहां हो रहे कार्य देखे। सड़क व नाले की जद में आए मकानों को तोड़ने के कारण भारी मात्रा में वहां मलबा पड़ा था। DM ने वहां से मलबा हटाने का निर्देश दिया। संभावना जताई जा रही है कि अपने अगले दौरे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विरासत गलियारे के निर्माण कार्यों की प्रगति जान सकते हैं। दोनों अधिकारी दोपहर लगभग 1 बजे पांडेयहाता पहुंचे। वहां से वे पैदल ही निरीक्षण करते हुए आगे बढ़ने लगे। साथ मौजूद पीडब्ल्यूडी एवं जल निगम के अभियंताओं को उन्होंने काम तेज करने को कहा। उन्होंने कहा कि नीचे पड़ा मलबा तुरंत हटाया जाए। उसके बाद काम शुरू कराया जाए। मलबा हटाए बिना काम प्रभावित होगा। DM ने कहा कि जल्द ही पूरे मार्ग से मलबा हटा लिया जाए। पानी की पाइपलाइन कटने की आ रही थी शिकायतइस क्षेत्र में खोदाई के चलते पानी की पाइप लाइन कटने की शिकायत भी आ रही थी। पीडब्ल्यूडी व जलकल के अधिकारियों में सामंजस्य की कमी भी नजर आयी। DM ने दोनों विभागों को आपसी सामंजस्य बैठाकर काम करने को कहा। उन्होंने कहा कि जिनकी रजिस्ट्री हो चुकी है, उनके मकानों के प्रभावित हिस्से को तोड़कर निर्माण कार्य शुरू कराया जाए। दोनों ओर नाले का निर्माण तेजी से करें। बिजली के खंभे शिफ्ट करन के दिए निर्देशDM ने निर्माण कार्य में बाधा बन रहे बिजली के खंभे शिफ्ट करने का निर्देश बिजली निगम के अधिकारियों को दिया। उन्होंने कहा कि इस काम को जल्द किया जाए। मौके पर यह भी देखा गया कि कुछ लोगों ने प्रभावित हिस्सा नीचे तो तोड़ लिया था लेकिन प्रथम एवं द्वितीय तल पर आगे की ओर बरजा निकाल लिया था। DM ने इसे भी दिखवाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के बरजे निकले तो निर्माण कार्य में दिक्कत आएगी। पिछले दौरे पर स्थगित हो गया था दौरासीएम योगी आदित्यनाथ अपने पिछले दौरे पर ही विरासत गलियारा का निरीक्षण करने वाले थे। लेकिन भारी मात्रा में मलबा होने के कारण वहां से गाड़ियों के काफिले का गुजरना संभव नहीं था। इसलिए दौरा अंतिम समय पर स्थगित कर दिया गया। उन्होंने उस दिन रैन बसेरों का निरीक्षण किया था।
भिवानी ऑपरेशन हॉटस्पॉट डोमिनेशन के तहत सीआइए स्टाफ प्रथम रोहित (बॉडी बिल्डर) हत्या मामले में 4 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। रोहतक के गांव हुमायुपुर निवासी सरोज ने थाना सदर भिवानी में शिकायत दर्ज करवाई गई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उनका बेटा रोहित 27 नवंबर को अपने दोस्त चरखी दादरी के गांव बौंद कलां निवासी जतिन के साथ एक शादी समारोह में भिवानी के गांव रेवाड़ी खेड़ा में कन्यादान डालने आया था। रात करीब 10 बजे बारात में आए कुछ व्यक्तियों द्वारा महिलाओं पर अश्लील टिप्पणी किए जाने पर रोहित द्वारा विरोध किया गया। जिस पर कहासुनी व झगड़ा हो गया। इसके पश्चात जब रोहित अपने दोस्त जतिन के साथ स्कॉर्पियो गाड़ी में सवार होकर रात करीब 11 बजे घर लौट रहे थे। इसी दौरान रेवाड़ी खेड़ा से बामला रोड रेलवे फाटक के पास बारात में आए व्यक्तियों ने उनकी गाड़ी को पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद आरोपियों ने रोहित के सिर व शरीर पर जान से मारने की नीयत से गंभीर चोटें पहुंचाईं। उपचार के दौरान रोहित की मृत्यु हो गई। शिकायत के आधार पर थाना सदर भिवानी में धारा 109(1), 115, 126, 190, 191(2), 191(3), 324(4), 351(2) व 103 भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया था। चार आरोपी गिरफ्तारमामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सुमित कुमार ने अपराध यूनिट, थाना सदर पुलिस व साइबर पुलिस को आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी के निर्देश दिए। टीमों ने 12 दिसंबर को सीआईए स्टाफ प्रथम भिवानी के उप निरीक्षक आनंद के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। जिनकी पहचान गांव तिगड़ाना निवासी वरुण, तरुण व दीपक को गिरफ्तार किया था। वहीं अब सीआईए स्टाफ प्रथम के उप निरीक्षक बलजीत सिंह द्वारा चौथे आरोपी को गुजारनी रोड, भिवानी से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान गांव तिगड़ाना निवासी बिट्टू के रूप में हुई है। पुलिस टीम ने चारों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें 4 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से पूछताछ की जाएगी।
महोबा जिला अस्पताल में व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। जिलाधिकारी गजल भारद्वाज के निर्देश पर एक विशेष जांच टीम ने अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। यह कार्रवाई दो दिन पहले डीएम के निरीक्षण में सामने आई साफ-सफाई, व्यवस्थाओं और ड्यूटी सिस्टम की खामियों के बाद की गई। जांच टीम ने अस्पताल परिसर की साफ-सफाई, वार्डों की स्थिति और भर्ती मरीजों का हाल-चाल जाना। टीम ने मरीजों से बातचीत कर उपचार, साफ-सफाई और सुविधाओं के संबंध में फीडबैक लिया। इस दौरान सीएमएस को अस्पताल परिसर, वार्डों और बगीचे की नियमित साफ-सफाई सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही, ड्यूटी पर तैनात सफाई कर्मियों को रोस्टर के तहत नियमित रूप से तैनात किए जाने और लापरवाही बरतने वालों पर सख्ती के संकेत भी दिए गए। निरीक्षण का नेतृत्व कर रहे एसडीएम आदेश सिंह सेंगर ने बताया कि पहले की तुलना में जिला अस्पताल की साफ-सफाई व्यवस्था में सुधार देखने को मिला है, जिस पर संतोष व्यक्त किया गया। हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि सुधार की प्रक्रिया को निरंतर बनाए रखना आवश्यक है। नवागत एसडीएम आदेश सिंह सेंगर ने जिला अस्पताल पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका परिषद अवधेश कुमार और सीएमएस सुरेश कुमार के साथ करीब एक घंटे तक अस्पताल से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गहन मंथन किया। बैठक में साफ-सफाई, मरीजों की सुविधा, स्टाफ की तैनाती और व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने पर चर्चा हुई। एसडीएम आदेश सिंह सेंगर ने कहा कि शासन की मंशा है कि आम जनमानस और मरीजों को जिला अस्पताल में हर संभव इलाज की सुविधा आसानी से उपलब्ध हो और वार्डों में भर्ती होने के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी न उठानी पड़े। उन्होंने विशेष रूप से सफाई कर्मियों को रोस्टर के अनुसार नियमित किए जाने पर जोर दिया।
काशी तमिल संगमम् 4.0 के अंतर्गत वाराणसी में आयोजित शैक्षणिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला ने उत्तर और दक्षिण भारत की साझा सभ्यतागत विरासत को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। इस क्रम में 15 दिसंबर को काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) तथा नमो घाट पर आयोजित कार्यक्रम विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। वाराणसी में आज इसका समापन भी हो गया। दिव्य संबंध विषय पर हुई संगोष्ठी बीएचयू के पं. ओंकारनाथ ठाकुर सभागार में “दिव्य संबंध” विषय पर आयोजित शैक्षणिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम में तमिलनाडु एवं काशी से आए विद्वानों, कलाकारों और विद्यार्थियों की सक्रिय सहभागिता रही। कार्यक्रम का शुभारंभ महामना पं. मदन मोहन मालवीय को पुष्पांजलि अर्पित कर एवं बीएचयू कुलगीत के सस्वर गायन के साथ हुआ। स्वागत संबोधन में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता प्रो. राजाराम शुक्ल ने काशी तमिल संगमम् के माध्यम से उत्तर-दक्षिण भारत के सांस्कृतिक संवाद को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया। संगीत और सांस्कृतिक पर हुई चर्चा मुख्य अतिथि प्रख्यात वायलिन वादक प्रो. वी. बालाजी ने तमिलनाडु और काशी के बीच शास्त्रीय संगीत की ऐतिहासिक यात्रा, गंगा और कावेरी के प्रतीकात्मक संगम तथा आध्यात्मिक परंपराओं की समानता पर प्रकाश डाला। प्रो. संगीता पंडित ने काशी की समृद्ध स्वर-संगीत परंपरा पर व्याख्यान दिया। लेखक अक्षत गुप्ता ने काशी को सनातन संस्कृति की भूमि बताते हुए राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया। नमो घाट पर गायन वादन की हुई प्रस्तुति सायंकाल नमो घाट स्थित मुक्ताकाशी प्रांगण में आयोजित सांस्कृतिक संध्या दर्शकों के लिए अविस्मरणीय रही। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज और दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तंजावूर के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में भजन गायन, कथक नृत्य, तमिलनाडु के ओइलियट्टम एवं करगम लोक नृत्य सहित काशी और दक्षिण भारत की लोक प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। 17 दिसंबर को तमिलनाडु जायेंगे काशी से 300 स्टूडेंट्स काशी तमिल संगमम् 4.0 का औपचारिक समापन काशी में हुआ, जिसके अंतर्गत 17 दिसंबर को काशी से लगभग 300 विद्यार्थी दक्षिण भारत की सांस्कृतिक यात्रा पर प्रस्थान करेंगे। समग्र रूप से यह आयोजन भारत की साझा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को सशक्त रूप से अभिव्यक्त करता है।
भरतपुर के कोतवाली थाना इलाके का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें एक बाइक सवार व्यक्ति जमीन पर पड़े व्यक्ति के ऊपर बाइक चढ़ाने की कोशिश कर रहा है। जब आसपास के लोग इस घटना को देखते हैं तो, वह मौके पर पहुंचते हैं और जमीन पर पड़े युवक को बचाते हैं। यह वीडियो वहां मौजूद एक युवक ने अपने मोबाइल में कैद किया है। 13 दिसंबर की है घटना अंसार निवासी बड़ा मोहल्ला ने बताया कि घटना 13 दिसंबर की है। मैं अपने दोस्त मनोज खंडेलवाल के साथ घर के किसी काम से गया था। देर शाम जब मैं अपने घर का काम ख़त्म कर करीब 8 बजे वापस आ रहा था तो, तभी कुम्हेर गेट मुझे और मेरे दोस्त को दो लोगों ने पकड़ लिया। दोनों ने शराब पी हुई थी। दोनों बेवजह हम दोनों दोस्तों से गालियां देने लगे। बाइक चढ़ाकर मारने की कोशिश जब अंसार ने उन्हें गाली देने से रोका तो, उसमें से एक व्यक्ति ने मुझे पकड़ लिया। दूसरे व्यक्ति ने मेरी गर्दन दबाने की कोशिश की इतने में अंसार को दोनों शराब पिए हुए व्यक्तियों ने नीचे गिरा दिया। तभी दोनों व्यक्तियों ने अंसार की पिटाई करना शुरू कर दिया। उसके बाद उसमें से एक व्यक्ति ने अंसार के ऊपर बाइक चढ़ाने की कोशिश कि दोनों ने अंसार के ऊपर आत्मघाती हमला किया है। हमले करने वाले व्यक्तियों का नाम बबलू और सिद्धू है। पुलिस कर रही मामले की जांच कोतवाली थाना इलाके के थाना अधिकारी हरलाल ने बताया कि यह मामला संज्ञान में आया है उसकी जांच की जा रही है। पीड़ित द्बारा FIR देने के बाद नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश व्यापारी एकता समिति प्रदेश अध्यक्ष विजय गुप्ता के नेतृत्व में एशिया चैंपियन स्वर्ण पदक विजेता खुशबू निषाद का जोरदार स्वागत किया गया। खुशबू के घर करेलाबाग में व्यापारियों ने शाल एवं बुके के साथ सम्मान पत्र दिया। कारोबारियों ने विजेता खुशबू को फूल मालाओं से लाद दिया। स्वागत समारोह में विजय गुप्ता ने कहा कि प्रयागराज की बेटी खुशबू निषाद नन्दा ने लेबनान की धरती पर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मिक्स मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन कर इतिहास रच दिया। स्वर्ण पदक प्राप्त करके देश को गौरवान्वित किया है। यह प्रयागराज के लिए गर्व की बात है। महामंत्री प्रमिल केसरवानी ने कहा कि हम सभी व्यापारी इस बेटी के साहस पर उसे शुभकामनाएं देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं। विश्वास करते हैं कि यह बेटी सदैव प्रगति पर बढ़ती रहे। बृजेश निषाद, मनीष गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, जीतू सोनकर, अभिलाष केसरवानी, दीपक जायसवाल, राहुल अग्रवाल, इमरान अली ने स्वागत सत्कार किया।
दिल्ली से जयपुर आने-जाने वाले यात्रियों के लिए अहम अपडेट है। दिल्ली सराय-जयपुर डबल डेकर ट्रेन के संचालन समय में बदलाव किया गया है। इस बदलाव के तहत ट्रेन अब दिल्ली सराय स्टेशन से तय समय से 10 मिनट पहले रवाना होगी। साथ ही दिल्ली कैंट और गुरुग्राम (गुड़गांव) स्टेशन पर भी इसके आगमन और प्रस्थान समय में आंशिक परिवर्तन किया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया- ट्रेन संख्या 12986, दिल्ली सराय-जयपुर डबल डेकर ट्रेन 1 जनवरी 2026 से बदले हुए समय के अनुसार चलेगी। अभी तक यह ट्रेन दिल्ली सराय स्टेशन से शाम 5.35 बजे रवाना होती थी, लेकिन अब परिवर्तित समय के अनुसार यह ट्रेन शाम 5.25 बजे प्रस्थान करेगी। दिल्ली कैंट और गुरुग्राम पहुंचने के समय में भी बदलाव हुआ उन्होंने बताया कि बदले हुए शेड्यूल के अनुसार ट्रेन दिल्ली कैंट स्टेशन पर पहले जहां 5.50 बजे पहुंचती थी और 5.52 बजे रवाना होती थी, अब वहां 5.40 बजे पहुंचेगी और 5.42 बजे आगे के लिए रवाना होगी। इसी तरह गुरुग्राम स्टेशन पर भी समय में बदलाव किया गया है। ट्रेन अब पहले की तरह 6.08 बजे पहुंचने और 6.10 बजे रवाना होने के बजाय 5.58 बजे आगमन और 6.00 बजे प्रस्थान करेगी। रेलवे की ओर से यात्रियों को सलाह दी गई है कि सफर से पहले ट्रेन का अपडेटेड टाइम टेबल जरूर देख लें, ताकि स्टेशन पर किसी तरह की असुविधा न हो। समय में यह बदलाव नियमित संचालन को बेहतर बनाने के उद्देश्य से किया गया है।
लखनऊ में युवक पर चाकू से हमला:1500 रुपए के लेनदेन का विवाद, कंधे-हाथ पर किए कई वार
लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र बदमाशों ने एक युवक पर चाकू से हमला कर दिया। युवक के हाथ और कंधे पर गहरे घाव हो गए। पीड़ित ने गुडंबा थाने में तहरीर दी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मड़ियांव रामलीला मैदान निवासी कृष्णा राजपूत पुत्र राम दयाल ने बताया कि शनिवार को शाम 7 बजे अपने रिश्तेदार के घर छुइया पुरवा पानी टंकी के पास मिलने गया था। कृष्णा अपने भाई लकी के साथ पानी टंकी के पास खड़े होकर बातचीत कर रहा था। इस दौरान फैजल अपने 4-5 साथियों के साथ पहुंचा और चाकू से हमला कर दिया। अचानक हुए हमले से घायल होकर वह जमीन पर गिर गए। जिससे उसे गंभीर चोटें आई। शोर शराबा सुनकर परिवार व मोहल्ले के लोग एकत्रित हो गए। भीड़ को देखकर आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। इसके बाद 112 को सूचना दी गई। परिजनों ने कृष्णा को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया। मामले में इंस्पेक्टर गुडंबा प्रभतेश श्रीवास्तव का कहना है कि आरोपियों का लकी से 1500 रुपए का लेनदेन था। जिसके चलते विवाद चल रहा था। पीड़ित की शिकायत पर जांच की जा रही है।
पंजाब में दुल्हन इंतजार करती रह गई लेकिन बारात नहीं आई। शादी के लिए बनाया खाना भी बर्बाद हो गई। बारात लुधियाना से होशियारपुर के मुकेरियां आनी थी, लेकिन दूल्हे वालों ने कहा कि आपकी हैसियत दहेज देने की नहीं है, इसलिए बारात लेकर नहीं आ रहे। इससे पहले भी 2 बार शादी की तारीख आगे बढ़ाई गई थी। इसके बाद अब 14 दिसंबर को शादी तय हुई तो बारात लाने से मना कर दिया। उनको रिश्तेदारों से फोन कर सूचना दी गई। बारात न आने के पिता ने बताए कारण रिश्तेदार बोला- हमने जो खर्च किया वो पुलिस दिलवाएरोशन दीन ने बताया कि हमारी बेटी की जिंदगी खराब कर दी गई है। हमारी इज्जत भी समाज में नहीं रही। अब बेटी की दूसरी शादी करना भी मुश्किल हो जाएगा। बेटी के होने वाले ससुर से बात हुई तो कहने लगा कि हम बारात लेकर नहीं आ रहे। हमें जितना दहेज चाहिए आपके पास उनका दहेज देने की गुंजाइश ही नहीं है। हमने पुलिस से मांग की है कि लड़की का तलाक करवाकर उनको उनका खर्च दिलवा दिया जाए। मौलवी बोला-मैं बच्ची की शादी करवाने आया थामौलवी शकील उर्र रहमान ने बताया कि इस्लाम में जब लड़की का निकाह हो जाता है तो तलाक लेना जरूरी होता है। निकाह के बाद दूसरा निकाह नहीं हो सकता। मैं भी निकाह पढ़ने के लिए ही आया था। मेरी मांग है कि बच्ची का तलाक दिलवाया जाए।
शाजापुर में कांग्रेस का प्रदर्शन:मंत्री विजय शाह के बयान का विरोध, बर्खास्तगी की मांग
शाजापुर शहर में सोमवार शाम को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने बस स्टैंड पर भाजपा मंत्री विजय शाह के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन रतलाम में लाड़ली बहना योजना को लेकर विजय शाह द्वारा दिए गए कथित विवादित बयान के विरोध में किया गया। कांग्रेस ने मंत्री शाह की तत्काल बर्खास्तगी की मांग की है। प्रदर्शनकारी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर के बस स्टैंड क्षेत्र में एक राउंड लगाते हुए नारेबाजी की। उन्होंने विजय शाह के पोस्टर पर प्रतीकात्मक रूप से स्याही डाली और बाद में पोस्टर जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान कार्यकर्ता लाड़ली बहनों के सम्मान में कांग्रेस मैदान में और विजय शाह को बर्खास्त किया जाए जैसे संदेश वाले बैनर लेकर सड़कों पर उतरे। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष इरशाद खान ने कहा कि भाजपा मंत्री विजय शाह लगातार महिलाओं का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि रतलाम में शाह ने लाड़ली बहनों को धमकी दी और योजना की राशि को राजनीतिक शर्तों से जोड़ने का बयान दिया, जबकि यह राशि मध्य प्रदेश शासन की है। खान ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मांग की कि यदि सरकार महिलाओं के सम्मान को लेकर गंभीर है, तो विजय शाह पर तत्काल कार्रवाई कर उन्हें मंत्री पद से हटाया जाए। गौरतलब है कि रतलाम में आयोजित जिला विकास सलाहकार समिति की बैठक में प्रभारी मंत्री डॉ. विजय शाह ने लाड़ली बहना योजना को लेकर मंच से एक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर सरकार करोड़ों रुपए दे रही है, तो लाड़ली बहनों को मुख्यमंत्री का सम्मान करने आना चाहिए। मंत्री ने यह भी कहा कि जो बहनें नहीं आएंगी, उनकी जांच पेंडिंग कर दी जाएगी।
एटा के पिलखतरा में हनुमान प्रतिमा खंडित:प्रशासन ने नई मूर्ति स्थापित कर स्थिति संभाली, जांच शुरू
एटा के जलेसर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पिलखतरा में रविवार रात अज्ञात असामाजिक तत्वों ने वर्षों पुरानी हनुमान प्रतिमा खंडित कर दी। इस घटना के बाद गांव में तनाव फैल गया, जिसके बाद प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नई प्रतिमा स्थापित कराई और स्थिति को संभाला। यह प्रतिमा लगभग 50-60 वर्ष पूर्व युवाओं द्वारा स्थापित की गई थी। इसे 'अखाड़ा पहलवानी' के नाम से भी जाना जाता है, जहां स्थानीय युवा सुबह-शाम व्यायाम करते हैं। प्रतिमा खंडित होने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में चिंता व्याप्त हो गई। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। इनमें क्षेत्राधिकारी (CO) ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह, उप जिलाधिकारी (SDM) भावना विमल और कोतवाली प्रभारी अमित कुमार शामिल थे। अधिकारियों ने ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली और शांति बनाए रखने की अपील की। ग्राम प्रधान सज्जन पाल ने बताया कि यह प्रतिमा कई वर्षों पुरानी थी, जिसे अज्ञात तत्वों ने खंडित कर दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है और नई प्रतिमा स्थापित की जा रही है। थाना प्रभारी अमित कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस और प्रशासन ने ग्रामीणों से संवाद कर स्थिति को संभाला है। उन्होंने पुष्टि की कि नई प्रतिमा स्थापित की जा रही है और शांति व्यवस्था कायम है। ग्रामीणों को इस पर कोई आपत्ति नहीं है। इस दौरान प्रधान सज्जन पाल सिंह, भगवान सिंह, विकास भारद्वाज, सचिन कुमार, रामवीर सिंह, राजवीर कश्यप, वीरेश कुमार, शेरपाल सिंह, पप्पू सिंह, ओमवीर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह, गहरी सिंह, अंकित ठाकुर, वीरपाल सिंह, सोनू ठाकुर और विनोद कुमार सहित कई गणमान्य व्यक्ति और युवा मौके पर मौजूद रहे। पुलिस ने अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। गांव में किसी भी तरह के तनाव को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है।
कानपुर देहात के पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय माती, अकबरपुर में 63वां केन्द्रीय विद्यालय स्थापना दिवस और वार्षिक खेलकूद दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कानपुर देहात के जिलाधिकारी कपिल सिंह मुख्य अतिथि रहे, जिन्होंने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। विद्यालय के प्राचार्य एएच अंसारी ने अपने संबोधन में केन्द्रीय विद्यालय संगठन की 63 वर्षों की यात्रा और विद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में शिक्षा और खेलों की भूमिका पर जोर दिया। कार्यक्रम के दौरान छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, योगाभ्यास और विभिन्न आकर्षक प्रदर्शन किए। मुख्य अतिथि जिलाधिकारी कपिल सिंह ने विद्यार्थियों को अनुशासन, निरंतर परिश्रम और स्वस्थ खेल भावना अपनाने का संदेश दिया। वार्षिक खेलकूद दिवस के तहत विभिन्न दौड़ और खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। इन प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का समापन उपप्राचार्य के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें शिक्षक, अभिभावक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता वसुंधरा राजे सोमवार को जोधपुर एयरपोर्ट पहुंची। यहां से ओसिया के लिए रवाना हुईं। एयरपोर्ट पर विधायक अतुल भंसाली, भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेंद्र पालीवाल, जगत नारायण जोशी, घनश्याम वैष्णव सहित सहित कई नेताओं ने उनका स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत, विधायकों के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले पर कुछ नहीं बोलींवसुंधरा यहां से ओसियां लिए रवाना हुई। एयरपोर्ट पर उनके आने पर कई कार्यकर्ता भी पहुंचे। उन्होंने वसुंधरा का साफा और माला पहनाकर स्वागत किया। उनके साथ रामनारायण डूडी, कमसा मेघवाल, मेघराज लोहिया सहित कई भाजपा नेता भी मौजूद रहे। इस दौरान सरकार के 2 साल पूरे होने और विधायकों के भ्रष्टाचार से जुड़े मामले को लेकर सवाल का वसुंधरा राजे ने कोई जवाब नहीं दिया।
बलरामपुर के जरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत मचड़ी गांव के पास सोमवार दोपहर जंगल से निकलकर आए एक तेंदुए ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी। तेंदुआ कुछ समय के लिए वन विभाग द्वारा जंगल की सीमा पर लगाई गई सुरक्षा जाली में फंस गया था। ग्रामीणों ने तेंदुए को जंगल की ओर आते देखा और उसकी दहाड़ सुनते ही भयभीत हो गए। उन्होंने तत्काल वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलते ही जनकपुर रेंजर अमरजीत प्रसाद अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन तब तक तेंदुआ जाली से निकलकर वापस जंगल की ओर भाग चुका था। रेंजर अमरजीत प्रसाद ने बताया कि घटना के बाद क्षेत्र में वन विभाग की गश्त बढ़ा दी गई है। ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि तेंदुए की मौजूदगी को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कई दिनों से जंगल में तेंदुए की मौजूदगी की चर्चाएं चल रही थीं। लेकिन सोमवार को पहली बार लोगों ने उसे प्रत्यक्ष देखा। ग्रामीणों ने वन विभाग से गांववासियों की जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
कुरियर वाला लिफाफा सड़क पर फेंका:एड्रेस स्लिप से घर पहुंची निगम की टीम ने किया 13,401 का चालान
सॉलेड वेस्ट मैनेजमेंट (एमएसडब्ल्यू) नियमों के उल्लंघन और सार्वजनिक स्थान पर कूड़ा फेंकने के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए नगर निगम चंडीगढ़ ने सेक्टर 15-बी के एक निवासी पर 13,401 रुपए का चालान जारी किया है।नियमित निरीक्षण के दौरान एमसीसी की सफाई टीम को खुले में पड़े मिश्रित कचरे के बीच एक पार्सल मिला। जांच करने पर पार्सल स्लिप पर दर्ज पते के आधार पर उल्लंघन कर्ता की पहचान की गई, जिससे यह स्पष्ट होता है कि गैर-जिम्मेदाराना कचरा निपटारा पर रोक लगाने के लिए एमसीसी की निगरानी और जवाबदेही व्यवस्था सख्त है। उल्लंघन को गंभीरता से लेते हुए एमएसडब्ल्यू नियमों के प्रावधानों के तहत चालान जारी किया गया। एमसीसी आयुक्त ने दोहराया कि कूड़ा फैलाने और खुले में कचरा डालने को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।आम जनता से अपील करते हुए आयुक्त ने नागरिकों से खुले स्थानों पर कचरा न फेंकने और गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करके नगर निगम के निर्धारित संग्रह वाहनों को सौंपने का आग्रह किया। शहर की स्वच्छता बनाए रखने और चंडीगढ़ को स्वच्छता में नंबर-1 शहर बनाने के सामूहिक प्रयासों में जन सहयोग अत्यंत आवश्यक है।कचरे से सबूत ढूंढ लोगों तक पहुंच रहा निगमनगर निगम की तरफ से शहर में सड़क पर कूडा फेंकने वालों के खिलाफ सबूत ढूंढकर कार्रवाई की जा रही है। कभी कचरे से दर्जी की पर्ची मिलने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है तो कभी कूडे से मिली पर्ची से मालिकों को ढूंढा जा रहा है। बहरहाल नगर निगम किसी भी तरह से कूडा फेंकने वालों को छोड़ने के मूड नहीं दिख रहा है।
पानीपत में करंट लगने से युवती की मौत:फ्रिज साफ करते वक्त चपेट में आई, इलाज के दौरान तोड़ा दम
पानीपत जिले के मतलौड़ा थाना अंतर्गत गांव नौल्था में फ्रिज साफ करते समय करंट लगने से 24 वर्षीय युवती की मौत हो गई। युवती की पहचान प्रदीप की बेटी नीलम उर्फ निक्की के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार, नीलम घर की साफ-सफाई कर रही थी। इसी दौरान उसने घर में रखे फ्रिज को साफ करना शुरू किया। फ्रिज खोलकर अंदर सफाई करते ही उसे अचानक तेज करंट लगा और वह अचेत हो गई। परिजनों ने तुरंत नीलम को एनसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। प्राथमिक उपचार के बाद उसे पानीपत के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां 14 दिसंबर की शाम इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। परिजनों ने आज किया अंतिम संस्कार घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। युवती के शव को पानीपत सिविल अस्पताल के मॉर्च्युरी हाउस में रखवाया गया। 15 दिसंबर को शव का मेडिकल परीक्षण करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया, जिसके बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस को दिए बयान में परिजनों ने बताया कि करंट लगने से नीलम की आकस्मिक मौत हुई है। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले इसी परिवार के घर में आग लगने की घटना भी हुई थी।
बैतूल जिले के गंज थाना क्षेत्र के ओझा ढाना गांव में एक बेटे ने अपने पिता पर हमला कर दिया। शराब के नशे में धुत एक युवक ने अपने ही पिता पर बेरहमी से हमला कर दिया। घटना रविवार देर रात की है, जिसमें पिता गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार घायल पिता सूरज पटेल (उम्र लगभग 35 वर्ष) ने पुलिस को बताया कि उनका बेटा अरविंद पटेल (25 वर्ष) शराब के नशे में घर पहुंचा था। युवक की प्रेमिका की बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ, जो कुछ ही देर में हिंसक झगड़े में बदल गया। गर्म पानी डाला, फिर ईंट और लकड़ी से किया हमला गुस्से में आकर आरोपी बेटे ने पहले पिता पर गर्म पानी डाल दिया। इसके बाद ईंट और लकड़ी से उनके सिर पर ताबड़तोड़ वार किए। हमले में सूरज पटेल के सिर में गंभीर चोटें आईं और वे खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े। आसपास के लोगों ने पुलिस को बुलाया घटना के बाद चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोगों ने तत्काल 112 पर कॉल कर पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। मौके पर पहुंची गंज थाना पुलिस ने घायल को एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल बैतूल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। पीड़ित पिता ने बताया कि आरोपी बेटा पहले भी शराब के नशे में घर में झगड़ा करता था और माता-पिता के साथ मारपीट करता रहा है। इस बार उसने सारी हदें पार कर दीं। गंज थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी बेटे की तलाश शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
धमतरी जिले के रुद्री थाना क्षेत्र के बेन्द्रानवागांव में उस समय हड़कंप मच गया जब एक ग्रामीण के घर के पीछे बाड़ी में जलाऊ लकड़ी के ढेर में एक जहरीला रसेल वाइपर सांप मिला। ग्रामीणों ने इसे अजगर का बच्चा समझा था, लेकिन बाद में यह रसेल वाइपर निकला, जिससे पूरे गांव में दहशत फैल गई। यह घटना बेन्द्रानवागांव के एक रहवासी क्षेत्र में हुई, जहां बाड़ी में रखे ईंधन के लिए इस्तेमाल होने वाली लकड़ियों के बीच विशालकाय सांप छिपा हुआ था। सांप के अचानक सामने आने से परिवार के सदस्य और आसपास के लोग घबरा गए। उन्होंने तत्काल स्थानीय सर्प मित्रों से संपर्क किया। स्नेक कैचर ने रसेल वाइपर को सुरक्षित पकड़ा सूचना मिलते ही सर्प मित्र सूर्यकांत साहू मौके पर पहुंचे। उन्होंने सावधानीपूर्वक रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और काफी मशक्कत के बाद, बिना किसी को नुकसान पहुंचाए, लकड़ियों के बीच से रसेल वाइपर को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया। इसके बाद सांप को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया, जिससे गांव वालों ने राहत की सांस ली। सबसे खतरनाक सांपों में से एक है रसेल वाइपर रसेल वाइपर को दुनिया के सबसे खतरनाक सांपों में गिना जाता है और यह भारत में भी पाया जाता है। इसका जहर इतना खतरनाक होता है कि यदि यह किसी इंसान को काट ले तो कुछ ही देर में व्यक्ति के खून में थक्के बनने शुरू हो जाते हैं और कई अंग काम करना बंद कर देते हैं।
अलवर के सरिस्का टाइगर रिजर्व के काला कुआं वाटर पॉइंट के पास पर्यटकों को टाइगर युवराज ST-21 की शानदार साइटिंग देखने को मिली। सोमवार की इवनिंग की पारी में दिल्ली-गुरुग्राम से आए करीब 60 पर्यटकों ने बाघ को बेहद नजदीक से देखा। इस दौरान पर्यटकों ने अपने मोबाइल फोन में वीडियो भी रिकॉर्ड किए। टाइगर युवराज ST-21 काला कुआं वाटर पॉइंट पर पानी पीता हुआ नजर आया। पानी पीने के बाद वह आगे की ओर बढ़ा। कुछ क्षण के लिए रुका और पर्यटकों को एक झलक दिखाई, फिर जंगल की ओर बढ़ गया। बाघ को देखकर मौके पर मौजूद पर्यटक रोमांचित हो उठे। पर्यटक बोले- यादगार अनुभव बन गयाकरीब आधे पर्यटकों ने कहा- उन्होंने पहली बार जंगल में आंखों के सामने टाइगर को इतने करीब से देखा है। इससे उनका सफारी अनुभव यादगार बन गया। बताया जा रहा है कि टाइगर युवराज ST-21 करीब एक महीने बाद दिखाई दिया है। लंबे समय बाद हुई इस साइटिंग से न केवल पर्यटक, बल्कि वन विभाग के कर्मचारी भी उत्साहित नजर आए। युवराज टाइगर बाकी टाइगरों से खतरनाक बताया जाता है।
सीधी नगर पालिका ने सोमवार शाम शहर में अतिक्रमण के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की। नगर पालिका कर्मचारियों ने सड़क किनारे संचालित छह मीट दुकानों पर छापा मारा और वहां से जिंदा मुर्गे, मछलियां तथा अन्य सामान जब्त कर नगर पालिका परिसर ले गए। यह कार्रवाई शाम करीब 4 बजे की गई। कार्रवाई के दौरान कर्मचारियों द्वारा जिंदा मुर्गों को उठाकर ले जाने के दृश्य स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहे। जब्त किए गए सामान में जिंदा मुर्गे और मछलियां शामिल थीं, जिन्हें अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत हटाया गया। स्थानीय मीट व्यापारी शहाबुद्दीन खान ने नगर पालिका की इस कार्रवाई पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि वे दोपहर से दुकान लगाए हुए थे, जहां कुछ जिंदा मुर्गियां और कुछ कटे हुए मीट बिक्री के लिए रखे थे। उनके अनुसार, नगर पालिका के कर्मचारी अचानक पहुंचे और उनकी कोई बात नहीं सुनी, सारा सामान जब्त कर लिया गया। शहाबुद्दीन खान का दावा है कि जब्त किए गए मुर्गों को न तो पानी मिला और न ही चारा, जिससे करीब आठ मुर्गियों की मौत हो गई। इसके अलावा, कटे हुए मीट के पीस भी खराब हो गए, जिससे उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। व्यापारियों का आरोप है कि नगर पालिका ने बिना किसी लिखित सूचना या वैकल्पिक व्यवस्था के यह कार्रवाई की, जिससे उनका रोजगार प्रभावित हुआ है। मौके पर मौजूद कुछ स्थानीय लोगों ने भी पशुओं के साथ हुए व्यवहार पर सवाल उठाए। इस पूरे मामले पर नगर पालिका सीधी की सीएमओ मिनी अग्रवाल ने मौखिक बयान दिया। उन्होंने कहा कि शहर में अतिक्रमण हटाने को लेकर संबंधित व्यापारियों को कई बार पहले ही चेतावनी दी जा चुकी थी। नियमों का पालन न करने के कारण इस बार ठोस कदम उठाना पड़ा। सीएमओ मिनी अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि नगर पालिका शहर को व्यवस्थित और स्वच्छ रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अन्य व्यापारी भी नियमों का उल्लंघन करते हैं, तो उनके खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।
चूरू के खींवासर गांव निवासी लक्ष्यवर्धन सिंह निर्बाण ने मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित अंडर-17 राइफल-पिस्टल प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। इस प्रतियोगिता में उनकी टीम ने अखिल भारतीय स्तर पर चौथा स्थान प्राप्त किया। लक्ष्यवर्धन सिंह चूरू की एक निजी स्कूल में पढ़ते हैं। स्कूल प्रबंधन के अनुसार, लक्ष्यवर्धन राजस्थान के शीर्ष तीन खिलाड़ियों में शामिल होकर इंदौर में आयोजित इस प्रतियोगिता में भाग लेने गए थे। उन्होंने अंडर-17 नेशनल राइफल शूटिंग प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया था, जिसके बाद उनका चयन इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए हुआ। लक्ष्यवर्धन की इस उपलब्धि पर उनकी निजी स्कूल में उनका और उनके दादा, खींवासर के पूर्व सरपंच करणी सिंह का स्कूल प्रबंधन ने माला और साफा पहनाकर स्वागत किया। गांव के लाडले की इस सफलता पर ग्रामीणों ने भी लक्ष्यवर्धन सिंह का अभिनंदन किया।
बलरामपुर में पूर्व सांसद रिजवान जहीर के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमे की सुनवाई सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में नहीं हो सकी। अधिवक्ताओं द्वारा न्यायिक कार्य के बहिष्कार के चलते सुनवाई टाल दी गई। अब इस मामले की अगली सुनवाई 20 दिसंबर को निर्धारित की गई है। यह मुकदमा करीब डेढ़ वर्ष पूर्व तुलसीपुर थाना में दर्ज किया गया था। तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार सिंह द्वारा 21 जुलाई 2024 को गैंगस्टर एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। विवेचना पूरी होने के बाद पुलिस ने 30 जुलाई 2025 को एमपी-एमएलए कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया। मामला एमपी-एमएलए कोर्ट में 6 दिसंबर को सूचीबद्ध हुआ था। इसके बाद 15 दिसंबर 2025 को सुनवाई प्रस्तावित थी, लेकिन उस दिन भी अधिवक्ताओं के न्यायिक कार्य बहिष्कार के कारण सुनवाई नहीं हो सकी। इस प्रकरण की सुनवाई दीवानी न्यायालय परिसर स्थित कोर्ट नंबर छह में अपर सत्र न्यायाधीश (तृतीय) प्रदीप कुमार द्वारा की जानी है। पूर्व सांसद रिजवान जहीर वर्तमान में ललितपुर जेल में निरुद्ध हैं।
डबल ओलिंपिक पदक विजेता व खेल रत्न अवार्डी मनु भाकर ने डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में शानदार प्रदर्शन करते हुए 68वीं नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता (एनएससीसी) के तहत आयोजित महिला 25 मीटर स्पोर्ट्स पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है। इससे पहले मनु भाकर दोहा में आयोजित हुए ISSF वर्ल्ड कप में 10 मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में 5 वें स्थान पर रह गई थी। सीनियर महिला फाइनल में मनु भाकर ने 36 हिट्स के साथ स्वर्ण पदक जीता और कर्नाटक की दिव्या टी.एस. को चार हिट्स से पीछे छोड़ दिया, जिन्होंने 32 के स्कोर के साथ रजत पदक हासिल किया। वहीं मनु भाकर के साथ ही झज्जर की बेटी पलक गुलिया ने भी जूनियर महिला शूटिंग में 20 हिट्स के साथ कांस्य पदक जीता है। पलक गुलिया झज्जर जिले के गांव निमाना की बेटी है पलक गुलिया इससे पहले एशियन चैंपियशिप में भी मेडल जीत चुकी है। ओलिंपिक में दो कांस्य पद विजेताहरियाणा के झज्जर जिले के गोरिया गांव की बेटी मनु भाकर ने भारतीय खेल इतिहास में स्वर्णिम अध्याय जोड़ दिया है। पेरिस ओलिंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए मनु ने निशानेबाजी में दो कांस्य पदक जीतकर न केवल देश को गौरवान्वित किया, बल्कि कई नए कीर्तिमान भी स्थापित किए। मनु भाकर ओलिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज हैं। इसके साथ ही वह एक ही ओलिंपिक खेलों में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। पेरिस ओलिंपिक में ऐतिहासिक उपलब्धि मनु भाकर ने पेरिस ओलिंपिक में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक अपने नाम किया। इसके बाद उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम स्पर्धा में भी कांस्य पदक जीतकर भारत की झोली में दूसरा पदक डाला। यह उपलब्धि भारतीय निशानेबाजी के लिए मील का पत्थर मानी जा रही है।
मिर्जापुर में शास्त्री सेतु से युवक गंगा में कूदा:एसडीआरएफ टीम तलाश में जुटी, पहचान नहीं
मिर्जापुर। चील्ह थाना क्षेत्र की ओर से आए एक अज्ञात युवक ने सोमवार को शास्त्री सेतु से गंगा नदी में छलांग लगा दी। इस घटना से इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम ने तलाश अभियान चलाया, लेकिन देर शाम अंधेरा होने के कारण अभियान रोकना पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, युवक अचानक पुल पर रुका और देखते ही देखते गंगा नदी में कूद गया। घटना के बाद राहगीरों में अफरा-तफरी मच गई और शास्त्री सेतु पर भारी भीड़ जमा हो गई। इससे पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यातायात प्रभावित हुआ। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय नाविकों ने युवक की तलाश में गंगा नदी में उतरकर खोजबीन शुरू की। काफी देर तक प्रयास करने के बावजूद युवक का कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया और चील्ह थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जिसने स्थिति को संभाला और तलाश अभियान शुरू कराया। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीम को भी बुलाया गया। एसडीआरएफ ने नदी में गहन सर्च ऑपरेशन चलाया, लेकिन कई घंटों के प्रयास के बाद भी युवक का पता नहीं चल सका। अंधेरा घिरने के कारण एसडीआरएफ टीम को देर शाम अपना अभियान स्थगित करना पड़ा। पुलिस के अनुसार, प्रकाश की कमी और नदी के तेज बहाव के कारण तलाश में बाधाएं आईं। फिलहाल युवक की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में अभी तक थाने में कोई तहरीर प्राप्त नहीं हुई है। कई राहगीरों ने युवक को नदी में कूदते देखा था, जिनकी सूचना पर ही पुलिस मौके पर पहुंची थी। पुलिस ने जानकारी दी है कि मंगलवार को पुनः तलाश अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही युवक की पहचान और घटना के कारणों का पता लगाने के लिए आसपास के थाना क्षेत्रों में भी सूचना भेज दी गई है।
रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और बेहतर यात्रा अनुभव को ध्यान में रखते हुए जोधपुर-बेंगलुरु एक्सप्रेस का कलोल स्टेशन पर ठहराव तय किया है। वहीं, साबरमती-जम्मूतवी-साबरमती एक्सप्रेस को एलएचबी रैक से संचालित करने का निर्णय लिया है। उत्तर पश्चिम रेलवे जोधपुर के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी के अनुसार, ट्रेन संख्या 19223/19224 साबरमती से 1 जनवरी और जम्मूतवी से 3 जनवरी 2026 से एलएचबी रैक के साथ चलाई जाएगी। इस ट्रेन में एलएचबी रैक के अंतर्गत 1 सेकेंड एसी, 4 थर्ड एसी, 10 सेकेंड स्लीपर, 3 साधारण श्रेणी, 1 पावरकार और 1 गार्ड डिब्बा सहित कुल 20 डिब्बे शामिल होंगे। 15 फरवरी को साबरमती से और 17 फरवरी को जम्मूतवी से इस ट्रेन की कोच संरचना में आंशिक परिवर्तन किया जाएगा। 15 फरवरी से बदलेगी कोच संरचना बदली हुई संरचना में 1 सेकेंड एसी, 4 थर्ड एसी, 9 सेकेंड स्लीपर, 4 साधारण श्रेणी, 1 पावरकार और 1 गार्ड डिब्बा सहित कुल 20 डिब्बे संचालित किए जाएंगे। एलएचबी रैक के संचालन से यात्रियों को अधिक सुरक्षा, बेहतर सवारी गुणवत्ता और आधुनिक सुविधाओं का लाभ मिलेगा। जोधपुर-बेंगलुरु को कलोल में ठहराव रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा बढ़ाते हुए जोधपुर-बेंगलुरु एक्सप्रेस का कलोल स्टेशन पर ठहराव सुनिश्चित किया है। जोधपुर मंडल के सीनियर डीसीएम हितेश यादव ने बताया कि ट्रेन संख्या 16507 जोधपुर-बेंगलुरु द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस 18 दिसंबर से कलोल स्टेशन पर दोपहर 12:55 बजे पहुंचेगी और 12:57 बजे रवाना होगी। वापसी में ट्रेन संख्या 16508 बेंगलुरु-जोधपुर द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस का भी 15 दिसंबर से कलोल स्टेशन पर ठहराव शुरू हो गया है। यह ट्रेन कलोल पर सुबह 6:19 बजे आगमन और 6:21 बजे प्रस्थान करेगी। इस सुविधा से कलोल और आसपास के क्षेत्रों के रेल यात्रियों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा।
शिवपुरी जिले के नरवर क्षेत्र के जंगलों में लकड़ी की अवैध कटाई लगातार जारी है। नरवर नगर से सटे वन परिक्षेत्र में दख्खनी माता मंदिर के पीछे हरे-भरे पेड़ों को काटा जा रहा है। वन विभाग की ओर से प्रभावी कार्रवाई न होने के कारण लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, रविवार रात भी माफियाओं ने इस क्षेत्र में कई पेड़ों की कटाई की। इसकी जानकारी वन विभाग को नहीं मिली। इसी बीट में वन रक्षक कपिल शर्मा तैनात हैं। नागरिकों का कहना है कि जब नगर से सटे इलाके में खुलेआम पेड़ काटे जा रहे हैं, तो घने जंगलों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। गौरतलब है कि पिछले माह इसी वन क्षेत्र से वन विभाग ने लगभग 10 से 12 ट्रॉली कटी हुई लकड़ी बरामद की थी। हालांकि, उसके बाद लकड़ी काटने वालों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। कार्रवाई में ढिलाई का ही नतीजा है कि एक बार फिर जंगलों में अवैध कटाई शुरू हो गई है। सूत्रों का आरोप है कि बीट गार्ड कपिल शर्मा की मिलीभगत से ही लकड़ी माफिया जंगल को नुकसान पहुंचा रहे हैं। दख्खनी माता मंदिर के पीछे से लगातार हरे-भरे पेड़ों को काटा जा रहा है और वन विभाग को इसकी जानकारी होने के बावजूद अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस मामले में डिप्टी रेंजर कमल किशोर शर्मा ने बताया कि उन्हें अवैध कटाई की जानकारी मिली है। उन्होंने बीट गार्ड को चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं और वे स्वयं भी रात्रि में क्षेत्र का निरीक्षण करेंगे। शर्मा ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति अवैध रूप से पेड़ काटते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बलिया में देव सेवा समिति द्वारा संचालित देवाश्रम की जनपद शाखा ने सोमवार शाम एक अज्ञात हिंदू पुरुष के शव का अंतिम संस्कार किया। यह अंतिम संस्कार अवधूत संत निबहना बाबा मुक्ति धाम गढ़मलपुर में पूरे विधि-विधान से संपन्न हुआ। इसकी जानकारी देवाश्रम के जिला संरक्षक डॉ. कुंवर अरुण सिंह ने दी। डॉ. अरुण सिंह ने बताया कि कोतवाली बांसडीह पुलिस ने दोपहर 1:30 बजे देवाश्रम की बलिया शाखा को अंतिम संस्कार के लिए यह अज्ञात शव निःशुल्क उपलब्ध कराया था। इसके बाद, देवाश्रम के अंतिम संस्कार दल बलिया के अध्यक्ष दीप नारायण सिंह की अध्यक्षता में पोस्ट मार्टम हाउस बलिया से लावारिस शव यात्रा निकाली गई। 'जय शिव जय शव' और 'राम नाम सत्य है' के उद्घोष के साथ यह यात्रा अवधूत संत निबहना बाबा मुक्ति धाम गढ़मलपुर पहुंची। शाम को देवाश्रम के प्रबंध निदेशक पी.एन. सिंह ने पूरे विधि-विधान से शव को मुखाग्नि दी। इस लावारिस शव यात्रा में देवाश्रम के अंतिम संस्कार दल के अध्यक्ष दीप नारायण सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल प्रताप नारायण सिंह उर्फ भगत सिंह, महामंत्री गणेश प्रसाद, मंत्री भरत प्रसाद, अखिलेश कुमार उर्फ भक्कू, अनुज प्रताप सेंगर, बब्बन प्रसाद, हरिंद्र यादव और रमेश राम सहित पी.एन. सिंह भी शामिल रहे। देवाश्रम की बलिया इकाई ने बताया कि अज्ञात शव का अस्थि कलश उनके पास संरक्षित रहेगा। यदि भविष्य में परिजनों की पहचान होती है, तो यह अस्थि कलश उन्हें निःशुल्क सौंप दिया जाएगा।
मुजफ्फरनगर जनपद के चरथावल थाना क्षेत्र में बीते शनिवार को कक्षा 1 का 9 वर्षीय छात्र अफनान स्कूल के अन्य बच्चों के साथ सड़क पार कर रहा था। तभी पास से तेज रफ्तार बाइक ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक सवार और बच्चा लगभग 20 फीट दूर तक जा गिरे। हादसे के बाद अफनान और बाइक सवार दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने तुरंत घायल छात्र को और बाइक सवार को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। अफनान की हालत अभी गंभीर बनी हुई है। यह पूरा हादसा पास के एक मदरसे में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। बाद में यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोग हादसे की भयावहता देखकर चिंतित हैं और प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताई घटना की पूरी कहानी प्रत्यक्षदर्शी मोहम्मद महताब ने बताया कि हादसा लगभग 4 बजे हुआ। मदरसे से बच्चे बाहर निकल रहे थे, जिसमें अफनान जल्दी निकल गया। तभी तेज रफ्तार बाइक आ गई और टक्कर लगने से बच्चा और बाइक सवार गिर गए। उन्होंने प्रशासन से सड़क सुरक्षा बढ़ाने और बच्चों के लिए उचित सुविधा देने की मांग की। प्रत्यक्षदर्शियों और परिजनों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि सड़क पर सुरक्षा और बच्चों के स्कूल जाने आने की सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।
कैथल में डकैती के दोषी को 10 साल कैद:50 हजार रुपए जुर्माना लगाया, फरवरी 2022 का है मामला
कैथल में एडीजे मोहित अग्रवाल ने डकैती के एक मामले में दोषी को 10 साल की कैद और 50 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। जुर्माना न देने पर 6 महीने की अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी। इस बारे में संजय तंवर निवासी कैथल ने 19 फरवरी 2022 को सिविल लाइन थाने में मुकदमा नंबर 61 कायम करवाया था। सरकार की ओर से मुकदमे की पैरवी एडीए बलिंदर सिंह ने की। शादी में चंडीगढ़ गया परिवार बलिंदर ने बताया कि शिकायतकर्ता संजय तंवर के पास रूप सिंह निवासी नेपाल करीब 20-25 साल से घरेलु नौकर का काम करता था। करीब 15 दिन पहले गौतम मिगलानी निवासी मॉडल टाउन के नौकर अर्जुन वासी नेपाल ने संजय के पास प्रवीन नाम का एक लडक़ा वासी नेपाल को घर नौकरी पर रखवाया था। वे 18 फरवरी 2022 को अपने चाचा राव सुरेन्द्र सिह के लड़के की शादी में चंडीगढ़ गए हुए थे। घर की देख रेख के लिए रूप सिंह, प्रवीन व कमला को घर पर छोड़ा था। नौकर घायल व बेहोशी की हालत में पाया अगली सुबह जब संजय शादी से लौटा तो देखा कि घर का दरवाजा खुला हुआ था। जब वह अन्दर गया तो देखा कि अलमारी टूटी हुई है जिसमें से कपड़े व जेवरात के खाली डिब्बे बैड पर मिले। बाथरूम में उसका नौकर घायल व बेहोशी की हालत में पाया गया। दूसरे कमरे में देखा तो वहां पर भी अलमारी टूटी मिली व उसमें से पैसे व जेवरात भी गायब थे। उपरी मंजिल पर भी कमरे की अलमारी टूटी हुई मिली व उसमे से भी गहने व पैसे गायव थे। घर के दोनों कुत्तों को भी कुछ खिलाकर बेहोश किया हुआ था। पता चला कि प्रवीन व उसको नौकरी पर रखवाने वाला अर्जुन रात से ही गायब हैं। ये सामान गायब मिला संजय के मुताबिक प्रवीन व अर्जुन ने अन्य 4-5 साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। उसने अनुमान जताया कि आरोपी करीब 39.25 लाख रुपए की डायमंड ज्वैलरी, 68.90 लाख रुपए के सोने के गहने व 20 लाख रुपए कैश लेकर गए। शिकायत मिलने पर पुलिस ने केस दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और चालान बनाकर अदालत को सौंप दिया। अदालत ने दोनों पक्षों को सुनने के बाद अपने 69 पेज के फैसले मेंं योगेंद्र को डकैती और मारपीट का दोषी पाया तथा 10 साल की कैद और 50000 रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। मामले में कुल 18 गवाह पेश किए गए। अन्य आरोपी फिलहाल फरार बताए गए हैं।
हरदा कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने अधिकारियों को सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों का समय सीमा में संतुष्टिपूर्ण समाधान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सोमवार को आयोजित समयावधि अंकित पत्रों की समीक्षा बैठक में यह बात कही। बैठक में खिरकिया में नल कनेक्शनों पर टोंटी न लगाने वाले उपभोक्ताओं पर पेनाल्टी लगाने और पटवारियों को सार्थक एप पर ई-अटेंडेंस लगाने के निर्देश भी दिए गए। कलेक्टर ने खिरकिया नगरीय क्षेत्र में पेयजल उपभोक्ताओं द्वारा घरेलू नल कनेक्शनों में टोंटी न लगाने और पेयजल का दुरुपयोग करने संबंधी शिकायत मिलने पर यह निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को ऐसे उपभोक्ताओं पर पेनाल्टी लगाने के लिए पाबंद किया। बैठक में निर्देश दिए गए कि पटवारी सोमवार और गुरुवार को अपने संबंधित ग्राम पंचायत मुख्यालय पर सार्थक एप पर ई-अटेंडेंस लगाएंगे। इसके अतिरिक्त, कलेक्टर ने संबंधित एसडीएम और नगर पालिका अधिकारियों को रैनबसेराओं में गीजर लगाकर ठंड के मौसम में मुसाफिरों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने शहरी क्षेत्रों में आवासीय मकानों का व्यवसायिक उपयोग करने वालों से नगर पालिका द्वारा व्यवसायिक संपत्ति कर वसूलने के निर्देश भी दिए। बैठक में शिक्षकों की ई-अटेंडेंस का प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए। वृंदावन ग्राम योजना, नर्मदा परिक्रमा पथ और मां की बगिया सहित विभिन्न विभागों की योजनाओं की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा भी की गई। बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंजली जोसेफ जोनाथन, अपर कलेक्टर पुरुषोत्तम कुमार, संयुक्त कलेक्टर सतीश राय व रजनी वर्मा, सभी एसडीएम सहित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
हनुमानगढ़ में राज्य सरकार के दो साल पूरे होने के उपलक्ष्य में जिलेभर में रक्तदान शिविर, हेल्थ चेकअप और गोपूजन जैसे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में, भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के सहयोग से सोमवार को गोपूजन कार्यक्रम का आयोजन किया। यह जिलास्तरीय कार्यक्रम जंक्शन स्थित अबोहर बाइपास पर गोविंद धाम गोशाला में गोपालन विभाग के सहयोग से संपन्न हुआ। इसमें प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव थे। विशिष्ट अतिथियों में विधायक गणेश राज बंसल, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू, भाजपा नेता अमित चौधरी और निवर्तमान सभापति सुमित रणवां शामिल थे। गोशाला सेवा समिति अध्यक्ष इंद्र हिसारिया ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवेंद्र पारीक, भाजपा मंडल अध्यक्ष प्रकाश तंवर, बजरंग दल से आशीष पारीक, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. आनंद स्वरूप, डिप्टी डायरेक्टर डॉ. राकेश गांधी, जिला गोशाला विकास समिति अध्यक्ष बजरंग सिंह शेखावत और उपाध्यक्ष मनोहर लाल बंसल भी मौजूद रहे।
बूंदी में मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के तहत सोमवार को 10 दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरित की गई। यह वितरण सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में किया गया। यह कार्यक्रम वर्तमान सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। दिव्यांगजनों को उनकी आवश्यकतानुसार 'स्कूटी विद रेट्रोफिटमेंट' (दिव्यांग स्कूटी) प्रदान की गई। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी ने स्कूटी प्राप्त करने वाले सभी दिव्यांगजनों से यातायात नियमों का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने विशेष रूप से स्कूटी चलाते समय नियमित रूप से हेलमेट पहनने की अपील की, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। स्कूटी मिलने के बाद, दिव्यांगजनों और उनके परिवारों ने इस योजना को उपयोगी बताया। उन्होंने सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया, क्योंकि इससे उन्हें आवागमन में सुविधा मिलेगी।
देवरिया में श्री राधा माधव रसामृत कथा शुरू:शुभम वाटिका में पहले दिन उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब
देवरिया के साकेत नगर स्थित शुभम वाटिका में सोमवार को जय जागृति फाउंडेशन के तत्वावधान में श्री राधा माधव रसामृत कथा का भव्य शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत विधिवत पूजन-अर्चन के साथ की गई। व्यासपीठ पूजन का सौभाग्य भारत सरकार के अधिवक्ता और मुख्य यजमान संतोष तिवारी को प्राप्त हुआ। इस दौरान वैदिक मंत्रोच्चार और भक्ति संगीत से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। वृन्दावन से पधारीं कथा व्यास परम पूज्या देवी महेश्वरी श्री जी ने अपनी मधुर वाणी में श्री राधा-माधव की प्रेरणादायी जीवनी का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधा रानी की बाल लीलाएं प्रेम, भक्ति और अलौकिक आनंद से परिपूर्ण हैं। देवी महेश्वरी श्री जी ने कहा कि श्रीकृष्ण की लीलाएं गोप-गोपियों, ब्रजवासियों और विशेष रूप से श्रीराधा रानी के साथ जुड़ी हुई हैं, जो भक्तों के हृदय को भाव-विभोर कर देती हैं। कथा व्यास ने भगवान श्रीकृष्ण के मथुरा के कारागार में जन्म लेने और पिता वसुदेव द्वारा उन्हें गोकुल में नंद बाबा व माता यशोदा के संरक्षण में पहुंचाने का प्रसंग सुनाया। वहीं, श्रीराधा रानी का जन्म बरसाना में वृषभानु जी और माता कीर्ति के यहां दिव्य ज्योति स्वरूप होने की मान्यता बताई। उन्होंने श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रथम मिलन का भी सुंदर वर्णन किया। उन्होंने बताया कि जब श्रीकृष्ण ने पहली बार वृन्दावन में प्रवेश किया, तब यमुना तट पर खेल रहीं श्रीराधा अपनी सखियों सहित उन्हें देखकर आकर्षित हो गईं। इसी क्षण से उनके बीच प्रेम और भक्ति का दिव्य संबंध स्थापित हुआ। कथा के प्रथम दिवस आयोजन समिति के नित्यानंद उपाध्याय, चंद्रशेखर दीक्षित, आनंद द्विवेदी, विजय तिवारी, राजेश त्रिपाठी, सौरभ तिवारी, आशुतोष मणि और सुमन मालवीय सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त, भाजपा क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय, पूर्व राज्यमंत्री नीरज शाही, ब्लॉक प्रमुख पिंटू जैसवाल और सौम्य वत्सल मिश्र समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कथा का रसपान किया। कथा स्थल पर भक्ति, श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। आयोजन समिति ने बताया कि आगामी दिनों में भी कथा के दौरान श्रीराधा-माधव की लीलाओं का विस्तृत वर्णन किया जाएगा।
बुरहानपुर में वन विभाग द्वारा प्रतिवर्ष वन मंडल स्तरीय कूप सीमांकन, मार्किंग और वनों के विदोहन से संबंधित प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाती है। इसी क्रम में सोमवार को नावरा रेंज की बीट मजगांव के कम्पार्टमेंट नंबर 288 में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में वनकर्मियों को कूप का सीमांकन करने, वन क्षेत्र में कौन से पेड़ काटे जाएंगे और उन्हें कैसे काटा जाएगा, इसकी विस्तृत जानकारी दी गई। डीएफओ विद्याभूषण सिंह, नेपानगर एसडीओ विक्रम सुलिया, बुरहानपुर एसडीओ अजय सागर और उत्पादन वन मंडल बुरहानपुर की टीम ने वनकर्मियों को प्रशिक्षित किया। नेपानगर एसडीओ विक्रम सुलिया ने बताया कि सुबह 11 बजे से आयोजित इस प्रशिक्षण के दौरान डीएफओ की उपस्थिति में वनकर्मियों को वन मंडलीय स्तरीय कूप सीमांकन, मार्किंग और विदोहन की प्रक्रिया समझाई गई। मझगांव में हुए इस प्रशिक्षण में वनकर्मियों को प्रक्रिया का प्रदर्शन (डेमो) भी करके दिखाया गया। खकनार रेंजर के अलावा, उत्पादन वन मंडल बुरहानपुर से नंदकिशोर अग्निहोत्री ने फील्ड में प्रदर्शन के माध्यम से वन विदोहन की जानकारी दी। वन अधिकारियों के अनुसार, इस प्रशिक्षण का उद्देश्य वन क्षेत्रों के भीतर और आसपास जल स्रोतों की सही पहचान, चिह्नांकन, सीमाओं का निर्धारण और वन भूमि के उचित उपयोग की जानकारी देना भी है। वन संरक्षण के लक्ष्य के साथ, आधुनिक उपकरणों का उपयोग करके क्षेत्र की मैपिंग की जाती है। इससे वन भूमि पर अतिक्रमण को रोकने और वन प्रबंधन को प्रभावी ढंग से संचालित करने में मदद मिलती है।
चित्रकूट जिलाधिकारी पुलकित गर्ग ने परिक्रमा मार्ग में पर्यटन विभाग द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों और सार्वजनिक शौचालयों के संचालन की समीक्षा की। इस बैठक में पर्यटन विभाग, नगर पालिका और यूपीपीसीएल सहित कई विभागों के अधिकारी शामिल हुए। बैठक के दौरान, परिक्रमा मार्ग में बन रहे नाले के निर्माण पर चर्चा हुई। इसमें घरों से निकलने वाले पानी और बारिश के पानी की निकासी को व्यवस्थित तरीके से सुनिश्चित करने तथा पानी के आउटलेट को सही रखने पर जोर दिया गया। इसके अतिरिक्त, पर्यटन विभाग द्वारा निर्मित सार्वजनिक शौचालयों में पानी और अन्य आवश्यक सुविधाओं की व्यवस्था पर भी बात की गई। जिलाधिकारी ने इन शौचालयों को किसी संस्था के माध्यम से संचालित करने का निर्देश दिया। इस पर पर्यटन अधिकारी ने बताया कि शौचालयों के संचालन के लिए निजी संस्थाओं से बातचीत की गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही इन शौचालयों का नियमित संचालन संस्थाओं के माध्यम से शुरू कर दिया जाएगा। वहीं बैठक में प्रभारी अधिकारी स्थानीय निकाय, अपर जिलाधिकारी न्यायिक अरुण कुमार और संबंधित विभागों के अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
महराजगंज के भिटौली थाना क्षेत्र अंतर्गत डेरवा गांव का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक बुजुर्ग महिला के साथ मारपीट की जा रही है। मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। वीडियो में एक युवक बुजुर्ग महिला को लाठी-डंडों से पीटता हुआ दिखाई दे रहा है। जबकि पास खड़ी एक महिला भी उन्हें चप्पलों से मारती नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि यह घटना पुरानी रंजिश के चलते हुई है। वीडियो में बुजुर्ग महिला खुद को बचाने का प्रयास करती हुई दिख रही हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार, गांव में पहले से चले आ रहे विवाद के कारण यह घटना हुई है। वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद भिटौली थाना पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठने लगे हैं। हालांकि, पुलिस ने वीडियो के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। भिटौली थाना प्रभारी मदन मोहन मिश्रा ने बताया कि इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है। वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है तथा आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
महाराष्ट्र पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल (ANC) ने राजस्थान में (MD) ड्रग्स बनाने वाली फैक्ट्री पकड़ी है। यह फैक्ट्री एक मुर्गी फार्म में लगाई गई थी। यहां से ANC ने ड्रग्स और उपकरणों समेत 100 करोड़ की सामग्री जब्त की है। मामला झुंझुनूं के धनूरी थाना इलाके के नांद का बास गांव का रविवार का है। मुर्गी फार्म पर बनाई फैक्ट्री पुलिस कमिश्नर निकेत कौशिक ने बताया- मीरा भायंदर-वसई विरार (MBVV) पुलिस की एंटी-नारकोटिक्स सेल ने रविवार को इनपुट के आधार पर इस मुर्गी फार्म में बनी इस फैक्ट्री पर छापा मारा था। यहां से एक अनिल विजयपाल सिहाग को गिरफ्तार किया है। अनिल ही यहां MD ड्रग्स बना रहा था। इस कार्रवाई में पुलिस टीम ने फैक्ट्री से करीब 10 किलोग्राम MD ड्रग्स, इसके केमिकल और मशीनें जब्त की है। इन सभी की कीमत करीब 100 करोड़ आंकी गई है। कार्रवाई में मिला था राजस्थान में फैक्ट्री होने का इनपुट कौशिक ने बताया- यह ऑपरेशन 4 अक्टूबर को शुरू हुआ था। ANC टीम ने एक कार्रवाई के दौरान तलाशी में राजस्थान में MD ड्रग होने का इनपुट मिला था। इसके बाद इसी कार्रवाई में पकड़े गए आरोपी ने राजस्थान में फैक्ट्री होने की बात कबूली थी। इसके बाद ये कार्रवाई की गई। राजस्थान की ड्रग फैक्ट्री से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर ड्रग्स की फैक्ट्री पकड़ी:धोरों में सुनसान इलाके में चल रहा था अवैध कारोबार, 2 तस्कर पकड़े बाड़मेर में बॉर्डर पर 420 करोड़ की हेरोइन पकड़ी:BSF, राजस्थान-पंजाब पुलिस का जॉइंट ऑपरेशन; इंटरनेशनल ड्रग सिंडिकेट से जुड़े 9 लोग गिरफ्तार 40 करोड़ की ड्रग्स बननी थी, मुंबई से लाए मशीनें-केमिकल:भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बनाई फैक्ट्री, शुरू होने के एक दिन पहले ही रेड
श्योपुर में खाद वितरण को लेकर किसानों की परेशानी लगातार बढ़ रही है। सोमवार सुबह से ही बड़ी संख्या में किसान खाद लेने के लिए वितरण केंद्रों पर लाइन में लगे रहे, लेकिन दिनभर इंतजार के बावजूद उन्हें खाद नहीं मिल सकी। विभाग द्वारा केवल टोकन ही वितरित किए गए। जानकारी के अनुसार, एक ही दिन में करीब 1500 किसानों को टोकन बांटे गए हैं। किसानों का कहना है कि इस समय फसलों को पानी देने के लिए खाद की सख्त जरूरत है। खाद समय पर नहीं मिलने से फसल खराब होने की आशंका बढ़ गई है। कई किसानों ने बताया कि वे पांच-पांच घंटे तक लाइन में लगे रहे, लेकिन अंत में सिर्फ टोकन थमा दिया गया। किसानों की नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि खाद मिलने की कोई तय तारीख उन्हें नहीं बताई गई है। इस पूरे मामले पर जिला विपणन अधिकारी (DMO) सत्येंद्र सिंह ने बताया कि किसानों को टोकन वितरित किए जा चुके हैं और शीघ्र ही चार से पांच दिनों के भीतर खाद उपलब्ध करा दी जाएगी। विभाग का यह भी कहना है कि पूर्व में ही स्पष्ट कर दिया गया था कि 15 दिसंबर को केवल टोकन ही दिए जाएंगे। हालांकि, किसानों का कहना है कि टोकन से उनकी तत्काल जरूरत पूरी नहीं हो सकती। खाद में देरी होने से खेतों की सिंचाई और फसल की बढ़वार प्रभावित हो रही है। ऐसे में किसान जल्द से जल्द वास्तविक खाद वितरण शुरू करने की मांग कर रहे हैं, ताकि उनकी फसल सुरक्षित रह सके।
नमस्कार, कानपुर में आज (सोमवार) की बड़ी खबर आशा वर्कर्स के हंगामा की रही। CMO ऑफिस में सैकड़ों आशा वर्कर्स नेअपनी मांगों को लेकर धरना देकर नारेबाजी की। वहीं अन्य खबरों में भूमाफिया लाली शुक्ला के बेटे और भतीजे का एक और वीडियो सामने आया है। इसमें एक युवक पर 48 सेकेंड में 17 बेल्टें मारते दिख रहे हैं। मौत से पहले गर्लफ्रेंड ने एक वीडियो बनाया। कहा- मेरा बॉयफ्रेंड और उसके घर वाले बेकसूर हैं। अगर मैं जिंदा रही तो अपने प्यार के साथ ही रहूंगी। ऐसी ही 10 बड़ी खबरों से गुजरने के लिए ऊपर वीडियो पर क्लिक करें…।
राजगढ़ जिले में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लेकर प्रशासन अब और सख्ती के मूड में है। भोपाल संभाग कमिश्नर संजीव सिंह ने समीक्षा बैठक में साफ कहा कि आने वाले दो दिन निर्णायक हैं और इस दौरान किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में बताया गया कि जिले में फील्ड स्तर पर बीएलओ लगातार दिन-रात काम कर रहे हैं। जनप्रतिनिधियों ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि एसआईआर कार्यों को सफल बनाने में सभी राजनीतिक दल प्रशासन के साथ समन्वय बनाए रखेंगे। कमिश्नर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पलायन कर चुके मतदाताओं की पहचान कर आवश्यकतानुसार फॉर्म-6 और फॉर्म-8 भरवाए जाएं। उन्होंने यह भी कहा कि नो-मैपिंग क्षेत्रों में नोटिस जारी कर सुनवाई की प्रक्रिया पूरी की जाए, ताकि कोई भी पात्र मतदाता सूची से बाहर न रह जाए। जहां भी गड़बड़ी या विसंगति नजर आए, उसका तुरंत समाधान किया जाए। उन्होंने एईआरओ को स्वयं मैदान में उतरकर एसआईआर कार्यों की निगरानी करने और कम से कम 15 से 20 बूथों का क्रॉस-चेक करने के निर्देश दिए। स्थायी पलायन वाले क्षेत्रों पर विशेष नजर रखने के साथ रिकॉर्ड और दस्तावेजों की गहन जांच पर भी जोर दिया गया। बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि शुद्ध और भरोसेमंद मतदाता सूची तैयार करना प्राथमिकता है। इसके लिए ईआरओ और एसडीएम को पुनः जांच, सही दस्तावेजीकरण और पुख्ता डेटा एंट्री सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। बैठक में कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. गिरीश कुमार मिश्रा सहित विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। देखिए तस्वीरें...
जालौन में एक गैंगरेप पीड़िता को न्याय मिलने से पहले ही धमकियां मिलने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी और उनके समर्थक लगातार उसे डरा-धमका रहे हैं और समझौते का दबाव बना रहे हैं। जानमाल के खतरे की आशंका जताते हुए पीड़िता सोमवार को अपने परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंची और एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार से सुरक्षा व आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। रेढ़र थाना क्षेत्र के एक गांव की निवासी पीड़िता ने अपने शिकायती पत्र में बताया कि बीते माह कुछ दबंग किस्म के लोगों ने उसके घर में घुसकर मारपीट की और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया था। इस संबंध में पीड़िता की तहरीर पर रेढ़र थाने में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़िता का कहना है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद से आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और उनके हौसले बुलंद हैं। उसने आरोप लगाया कि आरोपी और उनके करीबी लोग उसके घर के आसपास मंडराते रहते हैं और उसे बार-बार फोन व अन्य माध्यमों से समझौता करने का दबाव बना रहे हैं। समझौता न करने पर उसे और उसके परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जा रही है, जिसमें अगवा कर जान से मारने की धमकी भी शामिल है। इससे पीड़िता और उसका परिवार भय के साये में जीने को मजबूर है। एसपी कार्यालय में दी गई शिकायत में पीड़िता ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि समय रहते आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई तो उसके साथ कोई भी अप्रिय घटना हो सकती है। उसने पुलिस से अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की अपील की है। एसपी डॉ. दुर्गेश कुमार ने पीड़िता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच कर आवश्यक कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। उन्होंने संबंधित थाना प्रभारी को निर्देश दिए हैं कि पीड़िता की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और मामले में त्वरित कार्रवाई की जाए।
प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल की बेटी प्रतिज्ञा पटेल ने सोमवार को अनूपपुर जिले के अमरकंटक से नर्मदा परिक्रमा शुरू की है। यह परिक्रमा लगभग 3600 किलोमीटर लंबी होगी, जिसमें वह नर्मदा तट के दोनों ओर का चित्रण भी करेंगी। 'बजरंग परिक्रमा' करेंगी प्रतिज्ञा पटेल की यह परिक्रमा 'बजरंग परिक्रमा' कहलाती है। इस प्रकार की परिक्रमा में नर्मदा तट के दोनों ओर यात्रा की जा सकती है। सामान्यतः नर्मदा परिक्रमा के दौरान नदी को पार नहीं किया जाता है और बजरंग परिक्रमा नर्मदा की पांच प्रकार की परिक्रमाओं में से एक है। माता-पिता से मिली परिक्रमा की प्रेरणा प्रतिज्ञा पटेल ने बताया कि उनके माता-पिता ने भी नर्मदा परिक्रमा की थी, जिससे उन्हें भी यह परिक्रमा करने की प्रेरणा मिली। उन्होंने सोमवार से अपनी परिक्रमा शुरू की है और इस दौरान वे पूरे नर्मदा के स्वरूप का चित्रण भी करती जाएंगी। उन्होंने बताया कि उन्होंने मां नर्मदा परिसर का चित्रण किया है। प्रतिज्ञा अगले पांच दिनों तक अमरकंटक में ही रहेंगी। इस दौरान वे कपिलधारा, दूधधारा, माई की बगिया सहित अन्य प्रमुख स्थलों और मंदिरों का दर्शन कर उनकी पेंटिंग भी बनाएंगी।
बिलासपुर में जनपद पंचायत तखतपुर के अंतर्गत चार ग्राम पंचायतों के औचक निरीक्षण के दौरान पंचायत कार्यालय बंद पाए गए या सचिव नदारद मिले। इस मामले में जनपद सीईओ ने बिना सूचना के अनुपस्थित पाए गए पंचायत सचिवों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की है। यह निरीक्षण सोमवार को कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल के निर्देश पर जनपद पंचायत तखतपुर के सीईओ सत्यव्रत तिवारी ने किया। इसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतों के कामकाज की निगरानी और आम लोगों की सुविधा सुनिश्चित करना था। ग्राम पंचायत कार्यालयों में सचिव नदारद पाए गए निरीक्षण के दौरान ग्राम पंचायत परसदा के सचिव ब्रजेश साहू बिना पूर्व सूचना के कार्यालय में अनुपस्थित पाए गए। इसी तरह, ग्राम पंचायत भरनी का कार्यालय बंद मिला और सचिव वीरेंद्र ध्रुव भी अनुपस्थित थे। ग्राम पंचायत चोरभट्टीकला का कार्यालय भी कार्यालयीन समय में बंद पाया गया, जहां सचिव कु. मनीता कश्यप मौजूद नहीं थीं। ग्राम पंचायत चोरभट्टीखुर्द में भी पंचायत कार्यालय बंद मिला और सचिव प्रीति ध्रुव अनुपस्थित रहीं। जनपद सीईओ ने इन सभी अनुपस्थित सचिवों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए जिला पंचायत सीईओ को प्रकरण भेजा है।
दतिया में तेज रफ्तार कार ने ठेले को टक्कर मारी:ड्राइवर फरार, फास्ट फूड संचालक को 20 हजार का नुकसान
दतिया शहर के लिंक रोड स्थित भैरव मंदिर के पास रविवार रात तेज रफ्तार कार ने फास्ट फूड के ठेले को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ठेला क्षतिग्रस्त हो गया, वहीं कार का अगला हिस्सा बुरी तरह टूट गया और आगे का टायर भी बस्ट हो गया। कार में तीन लोग सवार बताए जा रहे हैं, जो हादसे के बाद कार को करीब 300 मीटर दूर सीता सागर के पास छोड़कर मौके से फरार हो गए। फास्ट फूड संचालक कृष्ण पाल ने बताया कि घटना रविवार रात करीब 11 बजे की है। घटना के समय वह ठेला बंद कर घर लौट चुका था, जिससे किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। हादसे में ठेले और सामान को करीब 20 हजार रुपए का नुकसान हुआ है। पीड़ित ने कोतवाली थाने में शिकायती आवेदन दिया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके का मुआयना कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि कार सवार नशे की हालत में थे। पुलिस फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
उदयपुर में सिटी पैलेस म्यूजिम और इलाहाबाद म्यूजिम के संयुक्त तत्वाधान में प्रेमार्पण प्रदर्शनी का आगाज हुआ। उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने पैलेस के फतेह निवास गैलरी में इसका उद्वाटन किया। इस मौके पर राज्यपाल पटेल ने स्कूली बच्चियों को संबोधित करते हुए मन से पढ़ाई करने और मोबाइल से दूर रहने की हिदायत भी दी। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया जैसे विकसित देश भी मोबाइल को बंद कर दिया गया है। भारत में भी अब पेरेन्ट्स को अपने बच्चों से मोबाइल बचाने की जरूरत है। उन्होंने प्रदर्शनी में पेटिंग्स देखकर मेवाड़ के महाराणाओं की कला के प्रति गहरी रूचि पर खुशी जताई। इस मौके पर उत्तरप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बच्चियों की शिक्षा पर सबसे पहले गुजरात सरकार ने काम किया था। यूपी में राज्यपाल बनने के बाद ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले है, जहां बच्चियां अपने घर को छोड़कर किसी के साथ चली गई, वे अब काफी परेशान रहती है। इस दौरान आनंदीबेन पटेल ने सरकारी स्कूल की बालिकाओं को स्मृति चिह्न भेंट किये। उन्होंने कहा कि ये चित्र मात्र आकृतियां ही नहीं बल्कि उस काल में महाराणाओं और उन कलाकारों की भावनाएं है, जिन्हें चित्रों के माध्यम से जीवंत भाव भरें हुए है। पूर्व राजपरिवार सदस्य लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने बताया कि यह भारतीय चित्रकला के एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक अध्याय को उद्घाटित करती है। प्रेमार्पण दो गूढ़ शब्द प्रेम और समर्पण अर्थात अर्पण का काव्यमय संगम है। ये भाव भक्ति, निःस्वार्थता और आत्मसमर्पण की आंतरिक अवस्थाओं को अभिव्यक्त करते हैं। इस प्रदर्शनी में इन्हीं भावनाओं को पौराणिक कथाओं, लोक कथाओं और मेवाड़ के महाराणाओं के जीवन प्रसंगों के माध्यम से उकेरा गया है, जो उनके अमर प्रेम और समर्पण को उजागर करते हैं। यह प्रदर्शनी 18वीं से 20वीं शताब्दी तक के उत्कृष्ट चित्रों को एक साथ प्रस्तुत करती है। चित्रों की यह प्रदर्शनी 15 जून तक दर्शकों के लिए खुली रहेगी। पूर्व राजपरिवार सदस्य लक्ष्यराजसिंह मेवाड़ ने बताया कि इलाहाबाद संग्रहालय ने 48 तथा सिटी पैलेस संग्रहालय, उदयपुर ने 36 मेवाड़ शैली के ऐसे चित्र साझा किए हैं, जिनमें 18वीं सदी ईस्वी से लेकर 21वीं सदी के कलाकारों द्वारा रचित भगवान श्रीकृष्ण और राधा जी के प्रेम भाव और ढोला मारू की कथाओं के माध्यम से प्रेम और समर्पण की भावनाओं का सशक्त चित्रण किया गया है। प्रदर्शनी में रसिकप्रिया, बिहारी सतसई, गीत गोविंद और सूरसागर के पृष्ठों पर आधारित थीम्स भी शामिल हैं। प्रसिद्ध मेवाड़ विद्यालय की सूक्ष्म चित्रकला 17वीं सदी ईस्वी से आगे कई पीढ़ियों के महाराणाओं के संरक्षण में फली-फूली, जिनकी उत्कृष्टता की निरंतर साधना इन दुर्लभ चित्रों में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।
फलोदी इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र व्यास ने मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को ज्ञापन भेजकर नए औद्योगिक क्षेत्र के लिए आवंटित खसरा नंबर 188 की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की है। व्यास ने बताया कि रीको विभाग ने चार साल पहले फलोदी नगर परिषद से नए औद्योगिक क्षेत्र के लिए जमीन आवंटित करने की मांग की थी। रीको ने इसके लिए राशि भी जमा करवा दी थी और नगर परिषद ने खसरा नंबर 188 की जमीन आवंटित कर दी थी। हालांकि, रीको ने इस जमीन का कब्जा लेने से इनकार कर दिया है क्योंकि इस पर जगह-जगह अतिक्रमण है। जमीन संबंधी लीज डीड का निष्पादन भी हो चुका है। नगर परिषद ने जमीन को जल्द अतिक्रमण मुक्त कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी यह जमीन अतिक्रमण से मुक्त नहीं हो पाई है। व्यास ने ज्ञापन में बताया कि 'राइजिंग राजस्थान' योजना के तहत एमओयू के माध्यम से निवेशकों को रीको की डीएलसी दर पर सीधे भूखंड आवंटित करने की योजना लागू की गई है। फलोदी से मात्र 2 किलोमीटर की दूरी पर होने के कारण कई निवेशक छोटे उद्योग लगाने के इच्छुक हैं। लेकिन, पिछले चार साल से प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा अतिक्रमण हटाने के संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। व्यास ने मांग की है कि जमीन को अतिशीघ्र अतिक्रमण मुक्त किया जाए ताकि औद्योगिक क्षेत्र का विकास तेजी से हो सके।
राजस्थान हाईकोर्ट जोधपुर की एकलपीठ ने विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी के एक 36 साल पुराने मामले में सजा बढ़ाने की अपील और रिविजन याचिका दोनों को खारिज कर दिया है। जस्टिस फरजंद अली ने अपने रिपोर्टेबल जजमेंट में कहा कि ट्रायल कोर्ट ने जो सजा दी है, वह कानून के दायरे में है और उसमें कोई अनियमितता नहीं है। मामला 1985 से चल रहा था और 1989 व 1993 से हाईकोर्ट में लंबित था। यह मामला नागौर जिले के बड़ी खाटू निवासी अजीज अली की शिकायत पर दर्ज हुआ था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि आरोपी चंद्र अवतार (गाजियाबाद, यूपी निवासी) और अब्दुल सलीम (मुरादाबाद के गजरौला निवासी) ने उन्हें विदेश भेजने का झांसा देकर 13,000 रुपए ठग लिए। FIR में कहा गया कि आरोपियों ने पासपोर्ट, वीजा और विदेश यात्रा का सारा इंतजाम करने का भरोसा दिलाया, लेकिन न तो काम पूरा हुआ और न ही पैसे वापस किए गए। 13 अन्य लोगों के साथ भी धोखाधड़ी का आरोप FIR में यह भी आरोप लगाया गया कि इसी तरह की धोखाधड़ी 13 अन्य लोगों के साथ भी की गई, जिससे उन्हें भी आर्थिक नुकसान हुआ। शिकायत में कहा गया कि कुछ रकम और सामान जबरन लिया गया, जिससे आरोपों की गंभीरता और बढ़ गई। इस संबंध में धोखाधड़ी, डकैती, और आपराधिक षड्यंत्र के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने जांच के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर चार्जशीट दाखिल की। ट्रायल के दौरान अभियोजन पक्ष ने 26 गवाहों की गवाही दी और कई दस्तावेज पेश किए, जबकि बचाव पक्ष ने दो गवाह पेश किए। 1988 में सुनाई गई थी 3 साल की सजा नागौर की एसीजेएम कोर्ट ने 8 नवंबर 1988 को फैसला सुनाते हुए दोनों आरोपियों को दोषी करार दिया। अब्दुल सलीम को 3 साल की सश्रम कारावास और कुल दो हजार रुपए जुर्माना की सजा दी गई। इसी तरह, चंद्र अवतार को 3 साल की सश्रम कारावास और एक हजार रुपए जुर्माना की सजा दी गई। राज्य और शिकायतकर्ता दोनों ने की सजा में बढ़ोतरी मांग इस फैसले से नाखुश होकर राजस्थान सरकार ने 1993 में अपील दायर की और शिकायतकर्ता अजीज अली ने 1989 में रिविजन याचिका दाखिल की। दोनों ने सजा बढ़ाने की मांग की। राज्य ने तीन मुख्य आधारों पर सजा बढ़ाने की मांग की हाईकोर्ट ने कहा- सजा कानून के दायरे में है जस्टिस फरजंद अली ने अपने फैसले में कहा कि सजा देने का मूल सिद्धांत यह है कि सजा अपराध के अनुरूप होनी चाहिए। कोर्ट ने कहा कि विधायिका ने दोषसिद्धि करने वाली अदालत को CrPC की धारा 235 और 255 के तहत आरोपी को सुनवाई का प्रभावी अवसर देने के बाद उचित सजा तय करने का व्यापक विवेक दिया है। शिकायतकर्ता को सजा बढ़ाने का स्वतंत्र अधिकार नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि शिकायतकर्ता को सजा की अपर्याप्तता को चुनौती देने का कोई स्वतंत्र वैधानिक अधिकार नहीं है। हालांकि, उचित मामलों में रिविजनल कोर्ट सजा की शुद्धता और उचितता की जांच कर सकती है। कोर्ट ने कहा कि राज्य को parens patriae (समाज का संरक्षक) के रूप में सजा बढ़ाने का अधिकार है, लेकिन यह तभी, जब दी गई सजा अपराध की गंभीरता के स्पष्ट रूप से अनुपातहीन हो या ट्रायल कोर्ट ने महत्वपूर्ण बातों की उपेक्षा की हो। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि सजा बढ़ाने की शक्ति का उपयोग संयम और सावधानी से किया जाना चाहिए। अपीलीय अदालत को केवल राय के अंतर के आधार पर हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। सजा बढ़ाना तभी उचित है, जब सजा में विकृति, स्पष्ट अवैधता हो या प्रासंगिक कारकों पर विचार न करने के कारण यह स्पष्ट रूप से अपर्याप्त हो। न राज्य, न शिकायतकर्ता ठोस आधार पेश कर सके कोर्ट ने कहा कि इस मामले में जिन अपराधों के लिए आरोपियों को दोषी ठहराया गया है, उनमें से किसी में भी न्यूनतम सजा का प्रावधान नहीं है। इसलिए ट्रायल कोर्ट के पास नाममात्र की सजा से लेकर अधिकतम सजा तक देने का व्यापक विवेक था। रिकॉर्ड में कोई ऐसी सामग्री नहीं है जो यह बताए कि मजिस्ट्रेट ने यह विवेक लापरवाही या असावधानी से इस्तेमाल किया। इसके विपरीत, दी गई सजा कानूनी ढांचे के भीतर है। चूंकि न राज्य और न ही शिकायतकर्ता हस्तक्षेप के लिए कोई ठोस आधार स्थापित करने में सफल नहीं हुए, इसलिए सजा बढ़ाने की अपील और रिविजन याचिका दोनों खारिज की जाती हैं।
करौली के राजकीय महाविद्यालय में सात दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का विधिवत शुभारंभ हुआ। उद्घाटन सत्र में डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलगुरु प्रोफेसर आशु रानी मुख्य मेहमान रहीं, जबकि जय मीनेष विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर टीकम चंद्र लोया मुख्य वक्ता रहे। आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा के संयुक्त निदेशक प्रोफेसर श्रीमन रावत और सहायक निदेशक (एचआरडी) डॉ. रामस्वरूप मीना विशिष्ट मेहमान के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत छात्राओं द्वारा स्वागत गीत और सांस्कृतिक नृत्य प्रस्तुति से हुई। महाविद्यालय के प्रिंसिपल रफीक अहमद ने सभी अतिथियों का माला, साफा और शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया तथा उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किए। कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ. प्रीतम सिंह मीना ने सात दिवसीय कार्यशाला की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए इसके उद्देश्यों और उपयोगिता से प्रतिभागियों को अवगत कराया। वहीं, संयोजक राम सिंह मीना ने कार्यशाला की भूमिका, उद्देश्य और साप्ताहिक कार्ययोजना पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि प्रोफेसर आशु रानी ने अपने संबोधन में लैब तकनीकों को दैनिक जीवन से जोड़ने, उनकी उपयोगिता, नवीन प्रविधियों और प्रयोगधर्मिता पर जोर दिया। उन्होंने स्वरोजगार से जुड़े छोटे-छोटे उपकरणों और नवाचारों को अपनाने तथा प्राकृतिक प्रयोगशालाओं की स्थापना की आवश्यकता बताई।मु ख्य वक्ता प्रोफेसर टीकम चंद्र लोया ने प्रयोगशालाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़कर जीवन को सरल बनाने की आवश्यकता पर बल दिया और विद्यार्थियों को सतत नवाचार के लिए प्रेरित किया। विशिष्ट मेहमान प्रोफेसर श्रीमन रावत ने शिक्षण में प्रायोगिक कार्यों के महत्व को रेखांकित किया, जबकि डॉ. रामस्वरूप मीना ने सभी शैक्षिक धाराओं में प्रयोग आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्यक्रम का मंच संचालन सहायक आचार्य शुचि मीणा, डॉ. सोनम बामनिया और विश्राम सिंह मीना द्वारा किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के अनेक प्राध्यापक, कर्मचारी और प्रतिभागी मौजूद रहे।
मेरठ के लालकुर्ती में हुई स्कूटी चोरी का पुलिस ने 12 घंटे में ही खुलासा कर दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए उनके पास से स्कूटी भी बरामद कर ली है। दावा किया जा रहा है कि दोनों आरोपी स्कूटी खपाने निकले थे, उससे पहले ही दबोच दिए गए। खास बात यह है कि दोनों इसी होटल के शेफ हैं, जहां से स्कूटी चोरी हुई थी। देर शाम दोनों को न्यायालय में पेश कर दिया गया। पहले एक नजर डालते हैं वारदात परसुभाष नगर गली नंबर 9 निवासी अमित अग्रवाल की पत्नी संगीता अग्रवाल रविवार दोपहर लालकुर्ती क्षेत्र के होटल ओलिविया में आई थी। स्कूटी खड़ी कर वह अंदर चली गई। वापस लौटी तो देखा स्कूटी चोरी हो चुकी थी। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दे दी। कुछ ही देर में डायल 112 और लालकुर्ती थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई। CCTV में कैद हुए थे दोनों आरोपीस्कूटी चोरी की CCTV फुटेज कुछ देर में वायरल हो गई। इस फुटेज में दो युवक स्कूटी ले जाते साफ दिखाई दिए। महत्वपूर्ण बात यह थी की 6 सेकंड में स्कूटी का हैंडल लॉक खोल दिया और 31 सेकंड के अंदर वह स्कूटी लेकर वहां से चले गए। पुलिस ने इस फुटेज को ही जांच का आधार बनाया और सोमवार सुबह बुचरी रोड से गिरफ्तार कर लिया। स्कूटी मालिक ने पहुंचकर की पहचानदोनों आरोपियों के पकड़े जाने और स्कूटी के बरामद होने के बाद लालकुर्ती पुलिस ने स्कूटी की मालकिन संगीता अग्रवाल को सूचना दी। स्कूटी बरामद होने की सूचना मिलते ही संगीता अग्रवाल भी लालकुर्ती थाने आ गई। उन्होंने न केवल अपनी स्कूटी बल्कि CCTV कैमरे की फुटेज में दिख रहे दोनों आरोपियों की भी पहचान कर ली। इसी होटल में काम करते हैं आरोपीपुलिस ने दोनों आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने अपने नाम अजय कुमार पुत्र राजेंद्र राम निवासी अल्मोड़ा और कुशल मगर पुत्र बहादुर मगर निवासी गांव देवी स्थान जिला पयुठान नेपाल बताये। छानबीन में खुलासा हुआ कि दोनों आरोपी इसी होटल की किचन में काम करते हैं। इनमे से एक शेफ है। होटल संचालक को जब इसका पता चला तो वह भी हैरान रह गई। कोर्ट में पेश किए गए दोनों आरोपीएसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि स्कूटी चुराने वाले इसी होटल के कर्मचारी थे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके पास से स्कूटी बरामद कर ली गई है। स्कूटी मालिक को भी सूचना दे दी गई है। कोर्ट के माध्यम से स्कूटी रिलीज होगी।
एशिया के सबसे बड़े स्टील प्लांट, भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के कर्मचारी बाइक चोरी की समस्या से जूझ रहे हैं। एक साल में 31 बाइक चोरी हो गईं। इनमें से 23 BSP की ऑथराइज्ड पार्किंग से चोरी हुईं। हर महीने 3-4 बाइक चोरी हो रही हैं। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस सिर्फ FIR दर्ज तक ही सीमित है। 7 नवंबर को BSP के RTS में कॉन्ट्रैक्ट वर्कर विपिन साहू की बाइक मेन गेट की पार्किंग से चोरी हो गई। उन्होंने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। एक महीने से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी न तो बाइक मिली है और न ही आरोपी। पुलिस को चोरी का CCTV फुटेज भी दिया, लेकिन पुलिस चोरों तक नहीं पहुंच पाई। भट्टी पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से हमने BSP प्रबंधन को पत्र लिखा है। वहीं BSP प्रबंधन का कहना है कि ठेका श्रमिक अपनी गाड़ियां गेट के सामने खड़े करते हैं। उन्होंने बाइक पास नहीं बनवाया है। ऐसे में चोरी की वारदात के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। देखिए पहले ये तस्वीरें... 19 बाइक मेन गेट के बाहर पार्किंग से गायब BSP कर्मचारियों के अनुसार, प्लांट परिसर और उसके आसपास दोपहिया वाहनों और साइकिल चोरी का सिलसिला लंबे समय से जारी है। दैनिक भास्कर डिजिटल ने BSP की पार्किंग से पिछले एक साल में हुई चोरी की वारदात की पड़ताल की, जिसमें कई तथ्य सामने आए। 1 जनवरी से 14 दिसंबर 2025 के बीच कुल 31 बाइक की चोरी हुई। इनमें सबसे ज्यादा 19 बाइक बीएसपी के मेन गेट के बाहर बनी पार्किंग से चोरी हुई हैं, जबकि 4 बाइक बीएसपी के बोरिया गेट की पार्किंग से गायब हुए। इसके अलावा गणेश पूजा के दौरान गणेश पंडाल से 2 बाइक चोरी हुईं। सेक्टर-1 गार्डन से भी 2 बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। वहीं, प्लांट के अंदर बिलेट यार्ड कंट्रोल रूम के बाहर से 1 बाइक, सेक्टर-3 के चाइना मार्केट से 1 बाइक चोरी हुई। बीटीआई भवन की पार्किंग से 1 बाइक और आईआर विभाग कार्यालय के गेट के बाहर से 1 बाइक चोरी होने की जानकारी सामने आई है। इन बाइक के बारे में पुलिस सिर्फ FIR तक ही सीमित है। गाड़ियां बाइक मालिकों को वापस नहीं मिली। औसतन हर महीने 3 से 4 बाइक चोरी आंकड़ों के अनुसार, इस साल जनवरी में 8 बाइक चोरी हुईं। फरवरी में 2, मार्च में 4, अप्रैल में 2, जून में 3, जुलाई में 2, अगस्त में 1, सितंबर में 2, अक्टूबर में 1, नवंबर में 4 और 14 दिसंबर 2025 तक 2 बाइक चोरी की घटनाएं दर्ज की जा चुकी हैं। भिलाई स्टील प्लांट की पार्किंग से चोरी हुए इनके वाहन- भिलाई के भट्टी थाना क्षेत्र में जनवरी माह के दौरान कुल 8 बाइक चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया। इनमें से 6 बाइक बीएसपी की पार्किंग से चोरी हुईं, जबकि एक बाइक चाइना मार्केट, सेक्टर-3 से और एक बाइक घर के बाहर से चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई गई है। फरवरी-2025 भट्टी थाना क्षेत्र में फरवरी माह के दौरान कुल 3 चोरी के मामले दर्ज किए गए। इनमें एक मामला बीएसपी मेन गेट के बाहर पार्किंग से बाइक चोरी का है, जबकि दो मामलों में घरों से चोरी की घटनाएं दर्ज की गई हैं। वहीं 26 फरवरी को हुई स्कूटी चोरी की रिपोर्ट 1 मार्च को थाने में दर्ज कराई गई। मार्च 2025 में भिलाई के भट्टी थाना क्षेत्र में दोपहिया वाहन चोरी के कुल 6 मामले दर्ज किए गए। इनमें से 5 वाहन बीएसपी के अधिकृत पार्किंग क्षेत्र से चोरी हुए, जबकि 1 वाहन बोरिया मार्केट के पास सड़क किनारे से चोरी हुआ। अप्रैल–2025 अप्रैल 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 4 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 मामले बीएसपी के अधिकृत क्षेत्र से बाइक चोरी के, 1 मामला प्लांट के भीतर स्क्रैप कॉपर केबल चोरी का और 1 मामला घर के बाहर से स्कूटी चोरी का दर्ज किया गया। जून 2025 में भट्टी थाने में बाइक चोरी के कुल 2 मामले दर्ज किए गए। 30 जून को हुई बाइक चोरी की रिपोर्ट 4 जुलाई को दर्ज कराई गई। जुलाई–2025 जुलाई 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 3 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 बाइक चोरी बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से और 1 बाइक चोरी सेक्टर-1 के गार्डन से हुई। अगस्त–2025 अगस्त 2025 में थाने में चोरी का केवल 1 मामला दर्ज किया गया। 29 अगस्त को हुई स्कूटी चोरी की रिपोर्ट 2 सितंबर को दर्ज कराई गई। सितंबर–2025 सितंबर 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 6 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 बाइक चोरी गणेश पंडाल क्षेत्र से, 3 मामले घरों से चोरी के और 1 मामला बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से चोरी का दर्ज किया गया, जिसकी रिपोर्ट 2 सितंबर को दर्ज हुई। अक्टूबर–2025 अक्टूबर 2025 में भिलाई के भट्टी थाने में चोरी के कुल 4 मामले दर्ज किए गए। इनमें 1 बाइक चोरी सेक्टर-1 के गार्डन से हुई, जबकि शेष 3 मामलों में घरों से चोरी की घटनाएं दर्ज की गईं। दिसंबर–2025 5 दिसंबर: पावर प्लांट-1 (दक्ष पावर) में ठेका श्रमिक मनोज सोनी की बाइक मेन गेट पार्किंग से चोरी हो गई। 10 दिसंबर: आरसीएल विभाग में ठेका श्रमिक विनय बंछोर की बाइक मेन गेट पार्किंग से चोरी हो गई। दिसंबर 2025 में 14 दिसंबर तक चोरी के कुल 3 मामले दर्ज किए गए। इनमें 2 मामले बीएसपी पार्किंग क्षेत्र से बाइक चोरी के और 1 मामला पार्क में घूमने आए मयंक साहू के वाहन चोरी का दर्ज किया गया। पुलिस बोली- BSP प्रबंधन को लिखा पत्र भिलाई भट्टी थाना प्रभारी राजेश कुमार साहू ने बाइक चोरी के मामलों पर कहा कि शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर कार्रवाई की जाती है। कुछ लोगों के वाहन पुलिस ने खोज कर भी दिए हैं। सभी मामलों पर अभी जांच की की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से हमने BSP प्रबंधन को पत्र लिखा है। BSP प्रबंधन से कहा गया है कि परिसर में CCTV कैमरे लगाए और सुरक्षा सुनिश्चित करें। ताकि मजदूरों और कर्मचारियों के वाहनों की चोरी ना हो। CISF प्लांट की सुरक्षा के लिए- प्रबंधन वहीं भिलाई स्टील प्लांट के PRO प्रशांत तिवारी ने कहा कि ठेका श्रमिक अपनी गाड़ियां गेट के सामने खड़े करते हैं। उन्होंने बाइक पास नहीं बनवाया है। ऐसे में चोरी के वारदात के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है। उन्हें वहां बाइक पार्क नहीं करने के लिए भी कहा जा चुका है। बावजूद ठेका श्रमिक वहां बाइक पार्किंग कर रहे हैं। CISF प्लांट की सुरक्षा के लिए हैं। देश के बड़े प्रोजेक्ट्स में BSP का अहम योगदान बता दें कि जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल के निर्माण में BSP का बड़ा योगदान है। एशिया महाद्वीप के सबसे बड़े कारखाने, भिलाई इस्पात संयंत्र सहित स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) के इस्पात संयंत्रों ने 16,000 टन स्टील की आपूर्ति की है। इसके अलावा BSP में उत्पादित स्टील का उपयोग बांद्रा-वर्ली सी-लिंक, मुंबई में अटल सेतु, अरुणाचल प्रदेश में सेला सुरंग, हिमाचल प्रदेश में अटल सुरंग और राष्ट्रीय महत्व की कई अन्य इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के निर्माण में किया गया है। भिलाई में उत्पादित स्टील का उपयोग युद्ध-पोतों और आईएनएस विक्रांत के निर्माण में भी किया गया है। बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए भी बड़ी मात्रा में टीएमटी बार्स की आपूर्ति की गई है। .............................. भिलाई स्टील प्लांट से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... छत्तीसगढ़ के स्टील से मिजोरम में बना 114-मीटर ऊंचा रेलवे-ब्रिज: देश में दूसरा सबसे ऊंचा, BSP के मटेरियल से बन चुके चिनाब ब्रिज,स्टैच्यू-ऑफ-यूनिटी, INS विक्रांत छत्तीसगढ़ का स्टील दुनिया के सबसे ऊंचे चिनाब रेलवे ब्रिज, स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, INS विक्रांत बनाने के बाद मिजोरम की राजधानी आइजोल में नया इतिहास रचा है। भिलाई के BSP से भेजा गया 30-35 हजार टन लोहे से पियर ब्रिज बना है, जो देश का दूसरा सबसे बड़ा ब्रिज है। जिसकी ऊंचाई 114 मीटर है। जबकि चिनाब रेलवे ब्रिज 359 मीटर ऊंचा है। पढ़ें पूरी खबर
मंदसौर में सोमवार को साप्ताहिक अंतरविभागीय समीक्षा बैठक सुशासन भवन स्थित सभागृह में आयोजित की गई। बैठक में अपर कलेक्टर एकता जायसवाल और जिला पंचायत सीईओ अनुकूल जैन सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान, शेष ई-केवाईसी कार्य को शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों को सीएम हाउस, सीएम मॉनिटरिंग और सीएम हेल्पलाइन से प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करने को कहा गया। अपर कलेक्टर ने शिकायतों के जांच प्रतिवेदन तत्काल भेजने तथा उनका संतोषजनक निराकरण करने पर विशेष जोर दिया। खाद वितरण व्यवस्था पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि जिले में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसे सुचारु और प्रभावी ढंग से वितरित करने के निर्देश दिए गए, ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। कृषि विकास समिति के भ्रमण के लिए कृषि विभाग को समय पर आवश्यक तैयारियां पूरी करने के निर्देश भी दिए गए। इसके अतिरिक्त, भू-अर्जन से संबंधित प्रस्तावों का गंभीरता से परीक्षण करने के निर्देश दिए गए। जीआईएस पोर्टल पर सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से दो प्रशिक्षण प्राप्त करने के निर्देश भी जारी किए गए।
डीग में 31 दिव्यांगों को स्कूटी वितरित:राज्य सरकार ने 18 अन्य को सहायक उपकरण भी दिए
डीग में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल की गई है। मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के तहत 31 दिव्यांगों को स्कूटी वितरित की गईं। इसके अतिरिक्त, 18 अन्य दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर और बैसाखी जैसे सहायक उपकरण प्रदान किए गए। यह वितरण राज्य सरकार की बजट घोषणा संख्या 43 के अंतर्गत निदेशालय विशेष योग्यजन द्वारा किया गया। यह कार्यक्रम राज्य सरकार के सफल दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित किया गया। इन सहायक उपकरणों का उद्देश्य दिव्यांगजनों की दैनिक गतिविधियों में आत्मनिर्भरता और सुगमता सुनिश्चित करना है। लाभार्थियों ने स्कूटी और उपकरण प्राप्त कर प्रसन्नता व्यक्त की और राज्य सरकार का आभार जताया। जिला समाज कल्याण अधिकारी कुलदीप सिंह ने बताया कि राज्य सरकार दिव्यांगजनों के कल्याण, सम्मान और समावेशन के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने इस वितरण को दिव्यांगों के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
जयपुर नगर निगम की व्यवस्थाओं में आज से बड़ा बदलाव हुआ है। अब जयपुर शहरी क्षेत्र (नगर निगम एरिया) में आने वाले तमाम सरकारी हॉस्पिटल में होने वाले जन्म और मृत्यु के केस में प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा। इसके लिए अब जोन ऑफिसों में भी जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने की प्रक्रिया शुरू की है। अब तक तमाम सरकारी हॉस्पिटल में होने वाले केस में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए टोंक रोड स्थित नगर निगम मुख्यालय आना पड़ता था। नगर निगम जयपुर कमिश्नर डॉ. गौरव सैनी ने बताया- ये सुविधा नगर निगम के सभी 13 जोन ऑफिसों में आज से शुरू की है। अब मुख्यालय के स्तर पर केवल 6 सरकारी हॉस्पिटल में होने वाले केस में ही जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। यह कदम आमजन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। उन्होंने बताया- कई सीएचसी और सरकारी हॉस्पिटल मुख्यालय से 10 से 15 किलोमीटर या उससे भी ज्यादा दूरी पर है। इस कारण वहां जन्म लेने वाले बच्चों के माता-पिता को जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए मुख्यालय आना पड़ता था। उन्होंने बताया मैरिज रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट पहले की तरफ जोन ऑफिसों और नगर निगम मुख्यालय दोनों जगहों पर बनाए जा सकेंगे। प्राइवेट हॉस्पिटल के बनते है जोनवार प्रमाण-पत्र वर्तमान में नगर निगम के जोन ऑफिसों में केवल प्राइवेट हॉस्पिटल के केस में ही जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाते हैं, लेकिन अब शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल के साथ-साथ इन जोन ऑफिसों के क्षेत्राधिकार में आने वाले सरकारी हॉस्पिटलों में जन्मे बच्चों और मृत्यु के केस के प्रमाण पत्र भी जारी किए जाएंगे। मुख्यालय में केवल इन्हीं हॉस्पिटल के जारी होंगे प्रमाण पत्र नगर निगम जयपुर के रजिस्ट्रार (जन्म-मृत्यु) विक्रम सिंह के मुताबिक अब नगर निगम मुख्यालय ऑफिस में केवल सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (एसएमएस), सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक (SSB) एसएमएस, स्टेट कैंसर हॉस्पिटल प्रताप नगर, जेके लॉन हॉस्पिटल, RUHS हॉस्पिटल और मनोचिकित्सालय आदर्श नगर। इन हॉस्पिटल में अगर कोई जन्म या मृत्यु का केस होता है तो उनके रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के लिए लोगों को नगर निगम मुख्यालय जाना पड़ेगा।
अशोकनगर जिले के शाढौरा क्षेत्र में हुई 20 लाख रुपए की लूट के मामले में पुलिस ने सोमवार को एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी तकनीकी साक्ष्यों और विश्वसनीय मुखबिर सूचना के आधार पर की गई। गिरफ्तार व्यक्ति पर फरार आरोपियों को संरक्षण और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, गोविंद मीना पिता ओमप्रकाश मीना (37 वर्ष), निवासी बरखेड़ा, थाना चांचैड़ा, जिला गुना ने लूट के आरोपी सोनू उर्फ दशरथ मीना (जो उसका मुंहबोला साला है) को अपने घर पर ठहराया था। गोविंद ने मोबाइल हॉटस्पॉट के माध्यम से सोनू को इंटरनेट सुविधा भी उपलब्ध कराई थी। पूछताछ में गोविंद ने यह भी स्वीकार किया कि घटना के बाद इनामी फरार आरोपी सोनू उर्फ दशरथ मीना अपनी पत्नी के साथ जालपा माता मंदिर, राजगढ़ घूमने गया था। गोविंद मीना को अपराधियों को संरक्षण देने और सुविधाएं उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जा रहा है। 3 दिसंबर को हुई थी लूट की घटनायह गंभीर लूट की घटना 3 दिसंबर को थाना शाढौरा अंतर्गत गुना-अशोकनगर रोड स्थित नगऊखेड़ी तिराहा और रेलवे फाटक के बीच हुई थी। फरियादी नीरज साहू (33 वर्ष), पिता भगवान सिंह साहू, निवासी नईसराय रोड, शाढौरा के साथ चार अज्ञात व्यक्तियों ने 20 लाख रुपए की लूट की थी। इस संबंध में थाना शाढौरा में प्रकरण दर्ज कर विवेचना की जा रही है। घटना की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस अधीक्षक राजीव कुमार मिश्रा ने अज्ञात आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी और लूटे गए माल की बरामदगी के लिए 10 हजार रुपए का नकद इनाम घोषित किया था। एसडीओपी विवेक शर्मा के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया था। विशेष टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए कुछ समय पहले मुख्य आरोपी राजा पिता रामसिंह भदौरिया, निवासी भरसाबाबड़ी, शाढौरा और अनिकेत मीना पिता छतर सिंह मीना (25 वर्ष), निवासी ग्राम उमरिया कला, थाना कुंभराज, जिला गुना को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है। मामले में अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।
खंडवा जिले के नगर परिषद छनेरा के राजस्व उपनिरीक्षक किशनलाल चेतमल को भ्रष्टाचार के मामले में 3 साल की जेल और 20 हजार रुपए का जुर्माना सुनाया गया है। यह फैसला खंडवा जिला कोर्ट के विशेष न्यायाधीश (भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम) अरविंदसिंह टेकाम ने सुनाया। मामले की जांच लोकायुक्त इंदौर ने की थी। इस केस में करीब 6 साल बाद न्यायालय ने फैसला दिया। नामांतरण के बदले मांगे थे पैसे फरियादी आत्माराम, निवासी श्रीकृष्णपूरम कॉलोनी खंडवा, ने 2007 और 2014 में क्रमशः 400 वर्गफुट और 280 वर्गफुट के दो भूखंड खरीदे थे। मकान निर्माण के लिए नगर परिषद से प्लाट नामांतरण और अनुमति आवश्यक थी। 27 मार्च 2018 को उसने आवेदन दिया। किशनलाल चेतमल ने काम रोकने और शिकायत वापस कराने की कोशिश की। इसके बाद फरियादी ने सीएम हेल्पलाइन और कलेक्टर को शिकायत की। किशनलाल ने अनुमति देने के लिए 23 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। लोकायुक्त की कार्रवाई में रंगेहाथ पकड़ाया लोकायुक्त इंदौर ने 11 जून 2018 को फरियादी को नगर परिषद के कक्ष में भेजा। इस दौरान किशनलाल चेतमल ने फरियादी से 15 हजार रुपए की रिश्वत ली, जिसे लोकायुक्त ने रंगेहाथ पकड़ लिया। आरोपी ने राशि अपनी पेंट की जेब में रखी थी। रंगेहाथ पकड़े गए मामले की प्रतिवेदन और चालान कोर्ट में पेश किया गया। अब कोर्ट ने आरोपी को 3 साल की जेल और 20 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई। इस निर्णय के बाद भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई का संदेश दिया गया है।
मंडला पार्षद उपचुनाव के लिए तीन नामांकन जमा:कांग्रेस-भाजपा प्रत्याशियों ने अंतिम तिथि पर भरे फॉर्म
मंडला जिले में नगरपालिका और पंचायतों के उप-चुनाव 2025 के तहत सोमवार को नामांकन फॉर्म जमा करने की अंतिम तिथि थी। इस दौरान मंडला नगर पालिका के वार्ड नंबर 08 (श्रीराम वार्ड) के लिए तीन प्रत्याशियों ने अपने नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए। कांग्रेस और भाजपा के उम्मीदवारों ने भी अपने समर्थकों के साथ फॉर्म जमा किए। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस वार्ड से पूर्व पार्षद स्वर्गीय ज्योति चौरसिया की बेटी कृतिका चौरसिया 'शानू' को अपना प्रत्याशी बनाया है। कृतिका ने कलेक्ट्रेट में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे। भाजपा की ओर से भारती चौरसिया ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया है। भाजपा नगर अध्यक्ष रानू राजपूत ने बताया कि कृतिका चौरसिया पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी हैं। भारती चौरसिया ने डमी प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरा है। उधर, कांग्रेस ने वार्ड नंबर 08 के लिए ममता चौरसिया को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। ममता चौरसिया ने कांग्रेस शहर अध्यक्ष रजनीश रंजन उसराठे के नेतृत्व में और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। जिले में मंडला नगर पालिका के एक पार्षद पद के अलावा ग्राम पंचायतों के लगभग 47 पंचों के लिए भी उपचुनाव होने हैं। चुनाव कार्यक्रम के अनुसार, 15 दिसंबर नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि थी। 16 दिसंबर को फॉर्म की जांच की जाएगी, जबकि 18 दिसंबर नाम वापसी की अंतिम तिथि है। इसी दिन अभ्यर्थियों की सूची जारी की जाएगी और चुनाव चिह्न आवंटित किए जाएंगे। मतदान 29 दिसंबर को होगा। पंच पद के लिए मतों की गणना बूथ पर ही 29 दिसंबर को होगी और परिणाम की घोषणा 5 जनवरी को की जाएगी। वहीं, नगर पालिका पार्षद पद के लिए मतगणना और परिणाम की घोषणा 31 दिसंबर को होगी।
राज्य सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में डूंगरपुर नगर परिषद परिसर में शहरी समस्या समाधान शिविर का आयोजन किया जा रहा है। यह शिविर 16 से 24 दिसंबर तक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक चलेगा। इसका उद्देश्य निकाय से जुड़े विभिन्न कार्यों का रियायती दरों पर समाधान करना है। सभापति अमृत कलासुआ और आयुक्त प्रकाश डूडी ने बताया कि वार्ड संख्या 1 से 40 तक के सभी निवासियों के लिए यह शिविर आयोजित किया जा रहा है। इसमें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, धारा 69ए के तहत आवेदन, भू-रूपांतरण, पट्टा निर्माण, मकान व वाणिज्यिक निर्माण अनुमति, फायर सेफ्टी एनओसी, शहरी आजीविका से जुड़े ऋण और प्रधानमंत्री आवास योजना के आवेदन सहित सभी प्रकार के कार्य रियायती दरों पर किए जाएंगे। पात्र व्यक्तियों को अपने आवश्यक दस्तावेज के साथ घर बैठे या ई-मित्र कियोस्क के माध्यम से एसएसओ आईडी से ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन नगर परिषद की आईडी पर प्राप्त होने के बाद, एक टीम मौके पर जाकर ऑनलाइन रिपोर्टिंग करेगी। इसके बाद सीधे प्रार्थी के पास डिमांड नोटिस भेजा जाएगा। नगर परिषद के बैंक खाते में ऑनलाइन भुगतान करने के बाद आवेदक का कार्य पूर्ण कर दिया जाएगा। आयुक्त ने बताया कि पूर्व में आयोजित ऐसे शिविरों से सैकड़ों लोग लाभान्वित हुए थे। इस शिविर में सड़क निर्माण, नाली सफाई, स्ट्रीट लाइट सहित अन्य समस्याओं का भी समाधान किया जाएगा। शिकायतें सादे कागज पर लिखकर लाई जा सकती हैं। शिविर में डिस्कॉम, चिकित्सा, राजस्व, पुलिस, आईसीडीएस और पीडब्ल्यूडी के अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे, जिससे शहरवासियों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान हो सकेगा।
खैरथल-तिजारा जिले में सोमवार को मुख्यमंत्री दिव्यांगजन स्कूटी योजना के तहत दिव्यांगजनों को राहत और सुविधा प्रदान करने का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान 30 पात्र दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरित की गई, जबकि संयुक्त सहायता योजना के अंतर्गत 7 अन्य सहायक उपकरण भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में आयोजित समारोहों की श्रृंखला का हिस्सा रहा, जिसकी थीम ‘नव उत्थान–नई पहचान, बढ़ता राजस्थान–हमारा राजस्थान’ रखी गई। प्रशासन और सामाजिक न्याय विभाग की संयुक्त पहल जिला प्रशासन और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से आयोजित इस समारोह में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शिवपाल जाट और जिला अध्यक्ष महासिंह चौधरी ने लाभार्थियों को स्कूटी की चाबियां सौंपी। अधिकारियों ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना और उनकी दैनिक आवाजाही को आसान करना है, ताकि वे शिक्षा, रोजगार और सामाजिक गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा सकें। संयुक्त सहायता योजना के तहत उपकरण वितरण कार्यक्रम के दौरान संयुक्त सहायता योजना के अंतर्गत जरूरतमंद दिव्यांगजनों को 7 सहायक उपकरण भी दिए गए। इन उपकरणों से दिव्यांगजनों को दैनिक जीवन में सहूलियत मिलने के साथ उनकी कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद मिलेगी। अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी समारोह में जिला परिवीक्षा एवं समाज कल्याण अधिकारी रमेश दहमीवाल, सामाजिक सुरक्षा अधिकारी गजराज, नीरज भडाना, अंकित महावर, सौरभ सिंह और नवीन यादव सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान लाभार्थियों से योजनाओं का सही उपयोग करने और अन्य पात्र लोगों को भी सरकारी योजनाओं की जानकारी देने की अपील की गई।
देवस्थान विभाग के आदेश के बावजूद आज विश्वविख्यात श्रीखाटूश्यामजी मंदिर की 'श्री श्याम मंदिर कमेटी' के चुनाव हो गए। शक्ति सिंह चौहान को नया अध्यक्ष चुन भी लिया गया। इस बीच ही देवस्थान विभाग ने एक आदेश जारी कर दिया। आदेश में मंदिर कमेटी को कहा गया कि प्रावधानों के तहत मेले के बाद समय पर चुनाव हो। अब समझिए, क्या है विवादमंदिर कमेटी की 9 दिसंबर को भी एक बैठक हुई थी। बैठक में कमेटी के 7 में से 4 सदस्य अनुपस्थित थे। जबकि कमेटी के विधान में स्पष्ट निर्देश है कि कोरम चार सदस्यों का होगा। इसके बावजूद भी मीटिंग में 15 दिसंबर को चुनाव करवाना प्रस्तावित कर दिया गया। कमेटी अध्यक्ष ने देवस्थान विभाग को लिखा लेटरमंत्री ने मनमर्जी से करवाया चुनाव 10 दिसंबर को मंदिर कमेटी के अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान, सदस्य गोपाल सिंह चौहान और सदस्य इंदर सिंह ने देवस्थान विभाग को एक लेटर लिखा था। लेटर में लिखा था कि 9 नवंबर को कमेटी की बैठक में मंदिर कमेटी के चुनाव 4 मार्च 2026 को करवाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है। बैठक में 7 में से 6 सदस्य उपस्थित थे। मानवेंद्र सिंह चौहान (मंत्री) भी मौजूद थे। इसके बावजूद मानवेंद्र चौहान (मंत्री) और मोहन सिंह 15 दिसंबर को अपनी मर्जी से चुनाव करवा रहे है। कमेटी सदस्य को बना दिया चुनाव अधिकारीलेटर में बताया- मंत्री मानवेंद्र सिंह चौहान कमेटी पर एकाधिकार करने के उद्देश्य से कमेटी विरोधी गतिविधियां कर रहा है। चुनाव करवाने का जो नोटिस जारी किया गया,उसमें चुनाव अधिकारी मोहन सिंह (दास) को बनाया गया, जो कि सदस्य है और मतदाता भी है। विधि का यह सिद्धांत है कि चुनाव अधिकारी निष्पक्ष होना चाहिए लेकिन चुनाव अधिकारी मोहन सिंह चौहान और मानवेंद्र सिंह चौहान ने आपस में मिलकर चुनाव 15 दिसंबर करवाने का नोटिस प्रकाशित किया। इसके अलावा अध्यक्ष पृथ्वी सिंह चौहान, कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान, सदस्य गोपाल सिंह चौहान और सदस्य इंदर सिंह को 9 दिसंबर को हुई मीटिंग को शून्य माना क्योंकि उस मीटिंग में चारों लोगों से ही कोई चर्चा नहीं की गई। न ही मीटिंग का कोई कारण था। इसके बाद भी आज मंदिर कमेटी के चुनाव हुए। देवस्थान विभाग ने मेले बाद चुनाव कराने का दिया आदेशदेवस्थान विभाग को श्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारी और सदस्यों ने चुनाव के संबंध में लेटर लिखा था। उन्होंने मानवेंद्र सिंह चौहान और चुनाव अधिकारी मोहन सिंह चौहान की ओर से बिना कोरम बैठक आयोजित करवाने, चुनाव अधिकारी से मिलीभगत करके चुनाव करवाए जाने के उल्लेख किया था। ऐसे में आज परिणाम आने से पहले ही देवस्थान विभाग ने आदेश जारी कर दिया। आदेश में लिखा कि प्रावधानों के तहत कार्रवाई हो और मेले के बाद समय पर चुनाव हो। कोरम पूरा नहीं,फिर भी आज करवा दिए चुनावश्री श्याम मंदिर कमेटी के चुनाव आज हो गए। देवस्थान विभाग के आदेश के बाद भी मंदिर कमेटी ने चुनाव का परिणाम भी जारी कर दिया, जिसमें अध्यक्ष शक्ति सिंह चौहान बने। उन्हें 7 में से 4 वोट मिले। मंत्री पद पर मानवेंद्र सिंह चौहान और कोषाध्यक्ष पद पर रवि सिंह चौहान निर्वाचित हुए। दोनों को ही 7 में से 4 मत मिले।
कानपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में सोमवार को आवास विकास की जमीन कब्जा मुक्त कराने गई टीम को लोगों का जमकर विरोध सहना पड़ा। बुजुर्ग और महिलाएं जेसीबी के आगे लेट गए और टीम को वापस जाने को कहा। लगभग एक घंटे तक अभियान भी रोकना पड़ा। जिसके बाद भारी मात्रा में पुलिस और पीएसी बल के साथ अभियान को आगे बढ़ाया गया। महिला फोर्स ने विरोध कर रही महिलाओं को वहां से हटाया, जिसके बाद जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। आवास विकास ने यह जमीन पेट्रोलियम विभाग को बेची है और उन्हीं के लिए खाली कराई है। पौने चार बीघा जमीन कराई गई मुक्त कल्याणपुर आवास विकास-3 में कम्युनिटी सेंटर के पास सोमवार को करोड़ों की पौने चार बीघे जमीन को कब्जा मुक्त कराने के लिए आवास विकास परिषद पहुंची थी। टीम के साथ भारी संख्या में पुलिस बल और पीएसी भी मौजूद रही। जिसके बाद इस जमीन पर काबिज परिवार को हटाया गया। वहीं जमीन में काबिज परिवार का कहना था कि यह उनकी पुश्तैनी जमीन है और अधिकारी अवैध रूप से उन्हें हटा रहे हैं। इसी के विरोध में पहले महिलाएं जेसीबी के आगे बैठ गई। जिसके कारण एक घंटे तक अभियान रुका रहा। वहीं जब महिलाओं को हटाया गया तो परिवार के बुजुर्ग जेसीबी के आगे कूद गए। लेकिन जैसे-तैसे करके जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया। लोग बोले, कोर्ट में चल रहा है मामला आवास विकास निवासी सूरज प्रसाद शुक्ला ने बताया कि उनकी जमीन पर अवैध रूप से बुलडोजर चलाया गया है। यह उनकी पुश्तैनी जमीन है। जो उनके और उनके दो भाई स्व. भगवती प्रसाद और राधे श्याम शुक्ला के नाम हैं। वर्तमान में जमीन पर उनके परिवार का कब्जा है। उन्होंने आवास विकास पर आरोप लगाया कि परिषद उन्हें सर्किल रेट से भी कम मुआवजा दे रहा था। जब उन्होंने मुआवजा लेने से मना कर दिया, तो आवास विकास ने यही जमीन पेट्रोलियम विभाग को करीब 27 करोड़ रुपये में बेच दी। जिसके बाद उनका परिवार कोर्ट की शरण में गया और वर्तमान में यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। 16 को सुनवाई, एक दिन पहले हुई कार्रवाई परिवार के लोगों ने बताया कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है और 16 दिसंबर 2025 को इसकी सुनवाई होनी है। लेकिन इससे पहले ही अधिकारियों ने 15 दिसंबर को बुलडोजर की कार्रवाई कर दी। गोपाल शुक्ला ने बताया कि मामला हाईकोर्ट फास्ट ट्रैक कोर्ट में चल रहा है। उन्होंने आवास विकास परिषद पर जबरन जमीन हथियाने का आरोप लगाया। परिवार बोला, कर लेंगे आत्महत्या पुलिस और पीएसी की मौजूदगी में काफी देर गरमा गरमी और झपड़ के बाद आवास विकास ने जमीन को खाली करा लिया। जिसके बाद परिवार के लोगों ने अधिकारियों और विभाग पर गंभीर आरोप लगाए। इसके साथ ही लोगों का कहना था कि अगर उन्हें न्याय न मिला तो परिवार आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी शासन की होगी। वहीं कल्याणपुर थाना प्रभारी राजेंद्र कांत शुक्ला ने बताया कि आवास विकास परिषद ने जमीन खाली कराने के लिए फोर्स मांगी थी, जो भेज दी गई थी। कुछ लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया, लेकिन उन्हें समझा बुझाकर शांत करा दिया गया था।
अजमेर में एक व्यापारी के घर में चोरी की वारदात हो गई। व्यापारी दुकान पर गया था। चोरों ने घर में पालतू कुत्ते को बेहोश कर वारदात को अंजाम दिया। शहर के हरिभाऊ उपाध्याय नगर थाना क्षेत्र स्थित प्रगति नगर कोटड़ा में सोमवार को यह घटना हुई। चोर करीब 3 लाख रुपए और ज्वेलरी चोरी कर फरार हो गए। सूचना पर पहुंची हरिभाऊ उपाध्याय नगर थाना पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच शुरू कर दी है। सुबह 10:30 बजे दुकान पर गया व्यापारी, 4 बजे लौटा तो मिले टूटे तालेपीड़ित लवलेश अलवानी ने बताया- वह सुबह 10:30 बजे चूड़ी बाजार स्थित अपनी दुकान पर चला गया था। जब वापस दोपहर 4 बजे पालतू कुत्ते को घुमाने के लिए घर आया तो ताले टूटे हुए थे। डॉग बेहोशी की हालत में था। पीड़ित ने बताया कि उसने पिता को इसकी सूचना दी। घर के अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था। अलमारी के ताले टूटे हुए थे। चोर 3 लाख रुपए और ज्वेलरी लेकर फरार हो गए। पीड़ित ने बताया- परिवार पिता के चेकअप के लिए जयपुर गया था। वह यहां रेंट पर रह रहे हैं। पुलिस ने मौका मुआयना कर जांच की शुरूहेड कॉन्स्टेबल मुश्ताक अहमद ने बताया- पीड़ित ने कंट्रोल रूम के जरिए सूचना दी थी। पीड़ित दुकान पर गया और पीछे से वारदात को अंजाम दिया गया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मौका मुआयना किया। पीड़ित की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है।
हरदा में रानी लक्ष्मीबाई मिडिल स्कूल मैदान पर 4 से 13 जनवरी तक आयोजित होने वाले स्वदेशी मेला का भूमि पूजन सोमवार को हुआ। स्वर्णिम भारत फाउंडेशन के तत्वावधान में आयोजित इस मेले का भूमि पूजन मध्य प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री और स्वदेशी मेला आयोजन के संरक्षक कमल पटेल ने किया। इस अवसर पर कमल पटेल ने स्वदेशी अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जहां पूरा विश्व हथियारों की लड़ाई से तीसरे विश्व युद्ध की ओर बढ़ रहा है, वहीं व्यापारिक कूटनीति से भी युद्ध जारी हैं। ऐसे में स्वदेशी क्रय-विक्रय और रोजगार की भावना 'ब्रह्मोस मिसाइल' का कार्य करती है, जो आर्थिक युद्ध में विजय दिलाती है। उन्होंने स्वदेशी मेले को इस भावना को जन-जन तक पहुंचाने का श्रेष्ठ माध्यम बताया। स्वदेशी मेला सह-संयोजक डॉ. एल.एन. पाराशर ने बताया कि इस वर्ष मेले को बहुत विस्तृत स्वरूप में आयोजित करने की रूपरेखा बनाई गई है। इसमें बच्चों के लिए आकर्षक झूले, वरिष्ठ और नेत्र रोगियों के लिए व्यापक स्तर पर स्वास्थ्य मेला तथा स्थानीय एवं प्रांतीय स्तर की सांस्कृतिक झलकियां देखने को मिलेंगी। स्वदेशी मेला आयोजन के लिए निर्मित ब्रोशर का विमोचन केंद्रीय मंत्री एवं सांसद दुर्गादास उइके की उपस्थिति में हुआ। उइके ने कहा कि यह मेला 'स्व' के भाव को जागृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और इससे स्वदेशी भावना को मजबूती मिलेगी। आयोजकों ने बताया कि स्वदेशी मेला पूर्ण अनुशासन और गरिमा के साथ आयोजित किया जाएगा। भूमि पूजन कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष दर्शन सिंह गेहलोत, नगर पालिका उपाध्यक्ष अंशुल गोयल, मार्गदर्शक नरेंद्र राठी, नरेंद्र भांबू, बनवारीलाल यादव, ओपी राठौर, श्याम छपरवाल, बसंत राजपूत, योगमाया शर्मा, त्रिलोक शर्मा, राजेश कपूर सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और समाज सेवी उपस्थित रहे।
डीग जिले के जनूथर थाना क्षेत्र के मवई गांव में 6 दिसंबर को पानी निकासी को लेकर हुए विवाद में एक बुजुर्ग की मौत हो गई। परिजनों ने इस मामले में जनूथर थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है। जानकारी के अनुसार 6 दिसंबर को मवई गांव में मानक चंद (69) और तेजसिंह पक्ष के बीच रास्ते में नाली के पानी की निकासी को लेकर विवाद हो गया था। इस झगड़े में मानक चंद को चोटें आईं थीं। चोट लगने के बाद मानक चंद को जनूथर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें आरबीएम अस्पताल भरतपुर रेफर कर दिया गया। भरतपुर में उनकी तबीयत में सुधार हुआ और 10 दिसंबर को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। हालांकि, सोमवार को अचानक मानक चंद की तबीयत फिर बिगड़ गई। उन्हें पहले नगर अस्पताल ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद डीग अस्पताल रेफर कर दिया गया। डीग अस्पताल में डॉक्टरों ने जांच के बाद मानक चंद को मृत घोषित कर दिया। मृत घोषित होने के बाद उनके शव को अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखवाया गया। पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। जनूथर थाना प्रभारी रामभरोसी मीणा ने बताया कि 6 दिसंबर को पानी निकासी को लेकर हुए झगड़े की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। मानक चंद को चोट लगी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके।

