प्रयागराज में एक मुस्लिम डॉक्टर का मामला सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंचा है। आरोप है कि मेजा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) के अधीक्षक डॉ. शमीम अख्तर जातिवाद, धर्मवाद करते हैं। हिंदुओं के प्रति दुर्व्यवहार करते हैं। साथ ही सीएचसी में तैनात आयुष चिकित्सक डॉ. रेशमा खान की एडवांस में हाजिरी रजिस्टर पर सिग्नेचर करा देते हैं। रेशमा खान अस्पताल माह में सिर्फ 8 दिन ही पहुंचती हैं जबकि वेतन पूरा दिया जाता है। सीएम के जनता दरबार में मामला पहुंचा तो जांच के आदेश हुए। जांच कमेटी बनी। जांच में सीएचसी अधीक्षक डॉ. शमीम अख्तर और रेशमा खान को दोषी पाया गया। शिकायतकर्ता इंजीनियर अजयकांत ओझा का कहना है कि जांच में दोषी पाए जाने के बाद डॉक्टर शमीम को कार्रवाई से बचा लिया गया जबकि रेशमा को मेजा से हटाकर फूलपुर भेज दिया गया। अब वह इस मामले को लेकर फिर से सीएम के यहां जाने की तैयारी में हैं। क्या है पूरा मामला जानिये मेजा के रहने वाले सर्वेश कुमार पांडेय की पत्नी साक्षी पांडेय गर्भवती थीं। अल्ट्रासाउंड कराने के बाद सर्वेश पत्नी को लेकर सीएचसी में तैनात आयुष चिकित्सा रेशमा खान को दिखाने पहुंचे। वह अस्पताल में मौजूद नहीं थीं। इसके बाद रिपोर्ट लेकर सर्वेश अधीक्षक डॉ. शमीम अख्तर के पास पहुंचे तो उन्होंने रिपोर्ट फेंक दी। यहां से मामला तूल पकड़ गया। सर्वेश ने इसकी ऑन लाइन शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद अधीक्षक डॉ. शमीम अख्तर ने रेशमा के पक्ष में रिपोर्ट लगा दी। सर्वेश ने मेजा के रहने वाले समाजसेवी अजयकांत ओझा से पूरा मामला बताया। वे सीएचसी पहुंचे तो शिकायत के बाद लोगों से बात की। अजय कांत ओझा सीधे इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में पहुंच गए। सीएम ने मुख्य सचिव को आदेश दिया। स्वस्थ विभाग के अपर चिकित्सा अधिकारी (एसीएस ) को इसकी जांच सौंपी गई। एसीएस ने प्रयागराज के सीएमओ अरुण कुमार तिवारी से रिपोर्ट मांगी। जांच टीम डा. बी के पाण्डेय उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रयागराज। डा. श्याम कन्हैया सिंह जिला कार्यक्रम प्रबन्धक (नेत्र) प्रयागराज। डा. निशा सोनकर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रयागराज। रिपोर्ट 1. शिकायतकर्ता अजय कान्त ओझा द्वारा अपने लिखित बयान में अवगत कराया है कि डा. रेशमा खान आयुष चिकित्सक (संविदा) महीने में मात्र 08 दिन ही चिकित्सालय में उपस्थित रहती है। महिला मरीजो के आवश्यकतानुरूप उपचार की आवश्यकता पर यह उपलब्ध नही रहती है। 2. सर्वेश कुमार पाण्डेय ने अपने बयान में उल्लिखित किया है कि डा. रेशमा खान सप्ताह में 2 से 3 दिन आती है तथा ओपीडी रजिस्टर अपने साथ ले जाती हैं। उन्होने यह भी अवगत कराया कि अपनी पत्नी को डा. रेशमा को दिखाए जाने पर वे उपस्थित नही थी, लेकिन उनके द्वारा उक्त के सम्बन्ध में कोई साक्ष्य प्रस्तुत नही किया जा सका। अधीक्षक डा. शमीम अख्तर ने बताया कि डा. रेशमा प्रतिदिन चिकित्सालय आती हैं। 3. उपस्थिति पंजिका में डा. रेशमा खान के कालम में एडवांस सिग्नेचर एवं उस पर लगाए गए सफेदा से इस बात कि पुष्टि होती है कि डा. रेशमा खान अपने कार्य के प्रति लापरवाह हैं। इसमें संदेह प्रतीत होता है। ये अपना ओ.पी.डी रजिस्टर अपने साथ रखती हैं जो कि नियमाविरूद्ध है। कार्यों के प्रति ईमानदार नहीं अधीक्षक डा. शमीम अख्तर तथा आयुष महिला चिकित्साधिकारी डा. रेशमा खान दोनो के द्वारा अपने पदेन दायित्वों का सम्यक एवं समयबद्ध सम्पादन में लापरवाही प्रतीत होती है। इन दोनों चिकित्सकों द्वारा ऐसा प्रतीत होता है कि ये जानबूझकर अपने कार्यों के प्रति ईमानदार नहीं हैं। डॉ. शमीम अख्तर पर कार्रवाई नहीं की गई। उनकी गतिविधियां संदिग्ध हैं। वे सीएचसी में धर्मवाद करते हैं। कई हिंदू मरीजों से उनका व्यवहार ठीक नहीं रहा। सीएम ने जांच कर कार्रवाई को कहा था। मैं फिर से सीएम के जनता दरबार में अपनी बात रखूंगा। - अजयकांत ओझा, शिकायतकर्ता साजिशन आरोप लगाकर बदनाम किया गया। हिंदू भाइयों से रिश्ते बहुत ही अच्छे हैं, क्षेत्र की जनता से पूछा जा सकता है। बाहरी तत्व अस्पताल में अपना मतलब हल करना चाहते हैं, उन्हें रोकने पर यह साजिश की गई। जांच में ऐसे आरोप सही नहीं पाए गए। मामले की जांच किसी भी एजेंसी से करा ली जाए। आला अफसरों को सच्चाई पता है। मैं जहां जहां भी पोस्ट रहा कहीं कोई आरोप नहीं लगे। डॉ. शमीम अख्तर, अधीक्षक मेजा सीएचसी गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। लीव (छुट्टी) की तिथि गलत अंकित होने की वजह से सफेदा लगाया गया था। अस्पताल अनुपस्थित रहने की बात गलत है। अन्य आरोप भी साजिश के तहत लगाए गए। सीएमओ को आख्या उपलब्ध कराया गया है। साक्ष्य भी दिए गए हैं। डा.रेशमा खान, आयुष चिकित्सा
कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (CLAT) 2025 का परिणाम जारी कर दिया गया। देश के टॉप नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज में दाखिले की इस परीक्षा में लखनऊ के मेधावियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। टॉप-100 में शहर के कई मेधावियों ने स्थान हासिल किया है। इनमें UG और PG एग्जाम दोनों के स्टूडेंट्स शामिल है। इस वर्ष CLAT परीक्षा के आयोजन की जिम्मेदारी कंसोर्टियम ऑफ NLU द्वारा जिम्मेदारी लखनऊ की डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय को सौंपी गई थी। कुल 173 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। CLAT में इस बार देशभर से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी शामिल हुए। UG पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए 75,008 और PG पाठ्यक्रम के लिए 17,336 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इस बार कट ऑफ में जबदस्त उछाल CLAT एक्सपर्ट नितिन राकेश ने बताया कि इस बार कट ऑफ में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। उनके अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में इस बार बेहतर रैंक के लिए अधिक अंक आवश्यक रहे, जिससे कम्पटीशन और अधिक टफ हो गया था।
यूपी की बड़ी खबरें:देवरिया में पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर की जमानत अर्जी खारिज; जमीन धोखाधड़ी का मामला
देवरिया जिला कारागार में बंद पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर को मंगलवार को बड़ा झटका लगा। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) न्यायालय ने धोखाधड़ी के मामले में उनकी जमानत अर्जी खारिज कर दी है। अब उनके वकील हाईकोर्ट में जमानत के लिए आवेदन दाखिल करने की तैयारी कर रहे हैं। मामला वर्ष 1999 से जुड़ा है। आरोप है कि लखनऊ के गोमतीनगर स्थित विराम खंड निवासी अमिताभ ठाकुर ने देवरिया में एसपी पद पर तैनाती के दौरान अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के नाम एक प्लॉट आवंटित कराया था। जांच में सामने आया कि प्लॉट आवंटन के दस्तावेजों में पत्नी का नाम 'नूतन ठाकुर' की जगह 'नूतन देवी' और पति का नाम 'अमिताभ ठाकुर' की जगह 'अभिजात' दर्ज कराया गया था। पढ़ें पूरी खबर कानपुर में SC-ST आयोग के सदस्य बोले- मैं वाल्मीकि हूं, इसलिए अपमान हुआ; महापौर ने बेइज्जती की उत्तर प्रदेश SC/ST आयोग के सदस्य रमेश चंद कुंडे ने कानपुर पहुंचे। उन्हें यहां नगर निगम में अधिकारियों के साथ बैठक करनी थी। मंगलवार को जब वह नगर निगम पहुंचे तो उन्हें कोई रिसीव करने नहीं आया। इस पर वह भड़क गए। उन्होंने कहा- मैं वाल्मीकि समाज से हूं। इसलिए मेरे साथ ऐसा किया गया। ये अधिकारी सपा की मानसिकता वाले हैं। मेरा अपमान हुआ है। इसे मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। इसमें महापौर का भी रोल है। उन्हें हम आयोग तलब कर लेंगे। मेरे पास इतना पावर है। वो महापौर हैं तो क्या किसी का अपमान कराएंगी। बेइज्जती कराएंगी किसी को पानी नहीं पिलाएंगी। पढ़ें पूरी खबर किराएदार के बॉयफ्रेंड ने ठेकेदार का सिर फोड़ा, लखनऊ में 3 साथियों संग घर में घुसा, तमंचा सटाया; 5 लाख नगद-गहने लखनऊ में किराएदार के बॉयफ्रेंड ने साथियों के साथ घर में घुसकर ठेकेदार पर जानलेवा हमला किया। तमंचे के बट से उनका सिर फोड़ दिया। हमलावर ठेकेदार को गोली मारने की धमकी देकर 5 लाख नगद और लाखों के गहने लूटकर फरार हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की है। घटना पारा थाना क्षेत्र के बुद्धेश्वर स्थित आदर्श विहार कॉलोनी की है। आदर्श कॉलोनी निवासी जल निगम के ठेकेदार पिंटू शर्मा ने बताया- 15 दिसंबर की रात करीब 8:30 बजे घर में अकेले थे। इस बीच किराएदार का बॉयफ्रेंड अपने साथियों के साथ घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। पूरी खबर पढ़ें एक्टर सोनू सूद और रेसलर खली को दूसरा नोटिस, दुबई से कानपुर पहुंचे 6 लोगों ने ठगी गैंग पर कराई FIR कानपुर की कोतवाली पुलिस ने इंटरनेशनल ठग रवींद्र नाथ सोनी और उसके गैंग के खिलाफ सोमवार देर रात 6 और FIR दर्ज की है। ये सभी दुबई के रहने वाली भारतीय NRI हैं। इन सभी ने बताया कि शातिर ठग की ब्लूचिप कंपनी और फिल्म अभिनेता सोनू सूद के झांसे में फंसकर कंपनी में लाखों-करोड़ों रुपए इन्वेस्ट करते चले गए। यह भी आरोप लगाया कि अभिनेता ने ठगी की रकम से ही साइबर क्राइम पर आधारित फतेह फिल्म बनाई थी। पुलिस कमिश्नर के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने सभी 6 ठगी के शिकार NRI की तहरीर पर ठग रवींद्र नाथ सोनी और उसकी गैंग के खिलाफ FIR दर्ज की है। वहीं, एक्टर सोनू सूद और रेसलर खली को पूछताछ के लिए दूसरा नोटिस जारी किया है। पढ़ें पूरी खबर...
मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार को हादसे में 13 यात्रियों की जिंदा जलकर मौत हो गई। 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए। इनमें कई की हालत गंभीर है। उनमें भी कई झुलसे हुए हैं। यह हादसा कई परिवारों को जिंदगीभर न भुलाने वाले जख्म दे गया। सुबह सूरज उगने से पहले घने कोहरे के बीच हुए हादसे ने सभी को दहला दिया। हादसे के फौरन बाद राहत और बचाव का काम शुरू हुआ। हादसे के बाद पहुंची पुलिस और प्रशासन की टीम ने रेस्क्यू किया। लोगों को निकालकर मथुरा और आगरा के अलग-अलग अस्पतालों में भेजा। मुश्किल यहां खत्म नहीं हुई। प्रशासनिक राहत और बचाव के काम के बीच बड़ी समस्या आई, हादसे में जान गंवाने वालों की शिनाख्त में। प्रशासनिक अमला सभी की शिनाख्त नहीं कर सका है। बस में जो सलामत बच गए, वो अपने साथ सफर करने वालों की तलाश में जुटे दिखे। कई ऐसे भी थे, जो हादसे का पता चलते ही अपने परिजनों की तलाश में दोपहर होते-होते घटनास्थल पर पहुंच गए। वो कभी घटनास्थल पर तो कभी अस्पताल की दौड़ लगाते दिखे। वह इस बात को लेकर आशंकित दिखे कि जिसकी तलाश में भटक रहे हैं, वह जीवित है भी या नहीं। अपनों के सकुशल होने की उम्मीद में वह अस्पताल में भर्ती कराए गए यात्रियों के पास जाकर तलाशते रहे। वहां पता नहीं चलने पर भारी मन से उस ओर देखते रहे, जहां मृतकों के अवशेष रखे हैं। दैनिक भास्कर ने ऐसे ही एक परिवार से बात की। उनकी परेशानी समझी। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पहले 4 तस्वीरें देखिए... भतीजे बच गए, भाभी का पता नहीं चल रहा...अलग-अलग अस्पताल से लेकर पोस्टमॉर्टम हाउस और वहां से घटनास्थल तक की दौड़ लगाते हुए हमें गुलजारी लाल मिले। हमीरपुर के राठ के रहने वाले गुलजारी लाल अपने मोबाइल में एक तस्वीर को देखकर भावुक हुए जा रहे थे। वह बार-बार उस तस्वीर को दिखाकर उनसे जुड़ी जानकारी चाह रहे थे। उनकी परेशानी यह थी कि उन्हें कहीं से कोई जानकारी मिल नहीं पा रही थी। गुलजारी लाल कहते हैं- मेरी भाभी पार्वती (45) और उनके 2 बच्चे हमीरपुर से दिल्ली जा रही बस में सवार थीं। यहां हुए हादसे के बाद भतीजे तो बच गए, लेकिन भाभी का पता नहीं चल सका। भतीजों ने किसी के मोबाइल से मुझे यह सब बताया, तब मैं यहां आया हूं। हम घंटों से परेशान हैं। कहीं पता नहीं चल रहा कि भाभी कहां और किस हाल में हैं? इसी बीच वह अपने मोबाइल में भाभी की तस्वीर दिखाकर रुआंसे हो गए। भतीजों को बचा लिया गया, भाभी की गर्दन में शीशा फंसा थापोस्टमॉर्टम हाउस पर पहुंचे गुलजारी लाल ने बताया कि उनके भाई दिल्ली में काम करते हैं। भाई की पत्नी पार्वती देवी 2 बच्चों के साथ दिल्ली जा रही थीं। जिस बस में यह तीनों सवार थे, वह भी यहां हुए हादसे का शिकार हो गई। हादसे के बाद दोनों भतीजों को कांच तोड़कर बाहर निकाल लिया गया। भाभी बस में ही फंस गईं। फिर निकल नहीं पाईं। यहां आने पर दोनों भतीजों ने बताया कि मम्मी का सिर खिड़की में फंसा था। इसी बीच उनके सिर पर शीशा गिर गया। वह कैसे बाहर निकाली गईं या नहीं, इसका पता नहीं चला सका। कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें बाहर निकाल लिया गया था। घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया। वहां गया था, लेकिन नहीं मिलीं। गुलजारी लाल ने बताया कि भारी मन से पोस्टमॉर्टम हाउस गया, वहां तो पहचान ही नहीं हो पा रही। प्रशासन से जुड़े लोग भी अभी कुछ नहीं बता पा रहे। अपने आंसू को पोछते हुए गुलजारी लाल ने कहा कि बहुत दुखद हादसा हो गया। पता नहीं भाभी कहां और किस हाल में होंगी? उनकी आंखों में आशंका दिख रही थी, लेकिन उस पर कुछ बोलने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। डीएम बोले- 13 की मौत हुई, उनमें 5 की ही शिनाख्तयमुना एक्सप्रेस-वे पर हुए हादसे में गाड़ियों और बसों से जब यात्रियों के शव निकाले गए तो हर किसी की रूह कांप उठी। शवों की यह हालत थी कि लोग देखने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। इस कदर जले कि कोई भी अंग ऐसा नहीं था, जिससे उनकी शिनाख्त की जा सके। प्रशासन ने सभी शवों को पॉलीथिन में पैक कर पोस्टमॉर्टम हाउस भिजवा दिया। DM चंद्र प्रकाश सिंह ने बताया कि 13 लोगों की मौत हो गई है। उनमें 5 की शिनाख्त हो चुकी है। बाकी की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। अब सिलसिलेवार पढ़िए पूरा हादसा मंगलवार सुबह मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते 8 बसें और 3 कारें भिड़ गईं। टक्कर होते ही गाड़ियों में आग लग गई। भाजपा नेता समेत 13 लोगों की जलकर मौत हो गई। 70 लोग घायल हैं। मरने वालों का आंकड़ा और बढ़ सकता है, क्योंकि बसों में कटे हुए अंग मिले हैं। पुलिस इन्हें 17 पॉलिथीन बैग में भरकर ले गई है। अब डीएनए टेस्ट से इनकी पहचान की जाएगी। हादसा थाना बलदेव क्षेत्र में माइलस्टोन 127 पर हुआ। पुलिस, फायर ब्रिगेड और SDRF के 50 जवानों और 9 थानों की पुलिस ने 6 घंटे में रेस्क्यू किया। हादसे के चलते एक्सप्रेस-वे पर 3 किमी लंबा जाम लग गया था। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। ADM प्रशासन अमरेश जांच का नेतृत्व करेंगे। मजिस्ट्रेट जांच में 2 सदस्यों को जोड़ा गया है। टक्कर के बाद राहगीर ने पुलिस को फोन कर सूचना दी। पुलिस के पहुंचने से पहले आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। प्रत्यक्षदर्शी भगवान दास ने बताया कि टक्कर के बाद ऐसा लगा जैसे बम फटा हो। लोग बसों के शीशे तोड़कर बाहर कूद रहे थे। थोड़ी देर में बसें जलकर राख हो गईं। हमने बस से 8-9 लाशें निकालीं। आरोप है कि रेस्क्यू करीब एक घंटे बाद शुरू हुआ। घायलों को 11 एम्बुलेंस से मथुरा जिला अस्पताल और वृंदावन संयुक्त जिला अस्पताल भेजा गया। गंभीर घायलों को आगरा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। बसों से पुलिस ने खुरच-खुरच कर शवों को उठाया। वहीं, सीएम योगी ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2 लाख रुपए के मुआवजे का ऐलान किया। हादसे की जांच के लिए 4 सदस्यीय टीम बनाई गई। टीम में ADM प्रशासन के अलावा एसपी देहात, अधिशासी अभियंता PWD और ARTO प्रवर्तन को भी टीम में शामिल किया गया है। उसके बाद इस टीम में 2 सदस्य और बढ़ा दिए गए। इसमें यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण के परियोजना महाप्रबंधक राजेंद्र सिंह भाटी और जेपी इंफ्रा लिमिटेड महाप्रबंधक (ऑपरेशन) आनंद सिंह को भी शामिल किया गया है। कोहरा सामने आने पर ड्राइवर ने ब्रेक लगाया, पीछे से आ रही गाड़ियां भिड़ीं एक्सप्रेस-वे पर घना कोहरा था। माइलस्टोन 127 पर अचानक स्लीपर बस के सामने धुंध आ गई। इसके चलते ड्राइवर ने ब्रेक मारकर स्पीड धीमी की। इसके बाद पीछे चल रही 6 बसें और 4 कारें टकरा गईं। टक्कर से एसी बस में आग लग गई। लोगों को भागने तक का मौका नहीं मिला। हादसे में इन 5 मृतकों की शिनाख्त हुई...-सुल्तान अहमद (64) पुत्र नामालूम, निवासी छविया, जिला गोंडा-अखलेंद्र प्रताप यादव, पुत्र वंशीधर यादव, निवासी प्रयागराज-रामगोपाल पुत्र पड़ोहरी, निवासी महाराजगंज-रामपाल (75) पुत्र पुरोहित राम, निवासी महावीर इंक्लेव, वेस्ट दिल्ली-मोहम्मद शमील(50), पुत्र इसरार हुसैन, निवासी डूडीबरी-डेरापुर, कानपुर देहात -------------------------------- यह खबर भी पढ़िए... मथुरा में 8 बसें-3 कारें टकराईं, 13 जिंदा जले, शरीर के टुकड़े 17 पॉलीथिन में ले गए मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते 8 बसें और 3 कारें भिड़ गईं। टक्कर होते ही गाड़ियों में आग लग गई। भाजपा नेता समेत 13 लोगों की जलकर मौत हो गई। 70 लोग घायल हुए। मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, क्योंकि बसों में कटे हुए अंग मिले हैं। पुलिस इन्हें 17 पॉलिथीन बैग में भरकर ले गई। अब डीएनए टेस्ट से इनकी पहचान की जाएगी। हादसा थाना बलदेव क्षेत्र में मंगलवार सुबह साढ़े 3 बजे माइलस्टोन 127 पर हुआ। पुलिस, फायर ब्रिगेड और SDRF के 50 जवानों और 9 थानों की पुलिस ने 6 घंटे में रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा किया। हादसे के चलते एक्सप्रेस-वे पर 3 किमी लंबा जाम लग गया था। हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पूरी खबर पढ़ें
कानपुर में छाया घना कोहरा, विजिबिलिटी 30 मीटर:न्यूनतम पारा 9 डिग्री पहुंचा, सर्द हवा बढ़ा रही ठिठुरन
कानपुर में बुधवार सुबह घना कोहरा छाया रहा। विजिबिलिटी करीब 30 मीटर रह गई। यूपी के 5 सबसे ठंडे शहरों में कानपुर दूसरे नंबर पर रहा। न्यूनतम तापमान 9.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अधिकतम तापमान 21.9 डिग्री दर्ज हुआ। डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (डब्ल्यूडी) इस बार भारत पर कम असर कर रहे हैं। अरब सागर से मिलने वाला सहयोग इस बार नहीं मिल रहा है। ऐसे में धूप निकलने के कारण दिन की सर्दी नहीं पड़ रही है। पूरे उत्तर भारत में बारिश नहीं हो रही है। बंगाल की खाड़ी व अरब सागर से आने वाली नमी के कारण दिन व रात की धुंध व कोहरा बना रहेगा। 3 तस्वीरें देखिए- हवाएं मौसम को ठंडा करेंगी मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि पिछले दिनों आए डब्ल्यूडी के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है। जिसके कारण आने वाली हवाएं मौसम को ठंडा करेंगी, जिसके कारण तापमान गिर सकता है। दिन में निकलने वाली धूप भी बीते दिनों की अपेक्षा कमजोर होगी, जिससे दिन का तापमान (अधिकतम) भी गिरने की संभावना है। कानपुर की हवा आज सुबह मध्यम रहीबुधवार सुबह 6 बजे कानपुर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 135 रिकॉर्ड किया गया। ये हवा की मध्यम स्थिति है। इस समय हवा की स्थिति 11 किमी/घंटे रही। ज्यादा बाहर न रहें सांस के रोगी, बच्चे और बुजुर्गमौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि हवा की धीमी गति, वातावरण में बढ़ी हुई नमी और जमीन से उड़े धूलकण मिलकर स्मॉग की स्थायी परत बना रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा परिस्थितियों में अस्थमा रोगियों, हृदय और फेफड़ों की समस्याओं से जूझ रहे लोगों, बच्चों और बुजुर्गों को सावधानी रखनी चाहिए। सुबह और शाम में घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
3 अक्टूबर ...दिन शुक्रवार...। सुबह के 9 बजकर 59 मिनट हो रहे थे। कानपुर के रहने वाले रिटायर्ड इंजीनियर रमेश चंद्र एक प्राइवेट हॉस्पिटल में पत्नी नीलम का डायलिसिस करा रहा रहे थे। तभी उनके फोन पर कॉल आई। उन्होंने कॉल उठाई तो दूसरी तरफ युवक था। उसने अपना नाम गौरव बताया। कहा- मेरे नाम से सिम निकालकर महाराष्ट्र की एक लड़की को परेशान किया गया। उसने सुसाइड कर लिया है। कोलाबा पुलिस स्टेशन मुंबई से कॉल आ रही है। उसे उठाओ। तुम्हारे खिलाफ केस दर्ज हो गया है। फिर फोन कट गया। 30 सेकेंड बाद दूसरे नंबर से कॉल आई। उसने कहा- मैं कोलाबा पुलिस स्टेशन से उमेश मछिन्दर बोल रहा हूं। आप अपनी पूरी डिटेल भेज दें। फिर उसने वीडियो कॉल कर दी। कहा- तुम्हारे खिलाफ मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज है। तुम्हें जेल भेजा जाएगा। पत्नी और बच्चे घर में नजरबंद रहेंगे। बचना चाहते हो तो जैसा हम लोग कहें, वैसा करो। रमेश चंद्र इस फोन कॉल से डिजिटल अरेस्ट हो चुके थे। 70 दिन तक वह एक कमरे में डिजिटल अरेस्ट रहे। ठग कहते बाहर निकले तो मार दिए जाओगे। अब उनके खाते में मात्र 11 हजार रुपए बचे हैं। ठगी का अहसास होने पर इंजीनियर ने 15 दिसंबर को केस दर्ज कराया। वह कैसे ठगी का शिकार हुए? पत्नी की डायलिसिस कैसे हुई? 70 दिन उनके कैसे बीते? यह सब उन्होंने दैनिक भास्कर के साथ शेयर किया। पढ़िए पूरी रिपोर्ट... पहले पढ़िए कैसे हुए डिजिटल अरेस्ट ठग बोला- मुंबई में मेरे खिलाफ केस दर्ज हो गया है रानीघाट थाना क्षेत्र के कोहना के उपवन सोसायटी निवासी रमेश चंद्र केस्को से सुपरिटेंडेंट इंजीनियर के पद से रिटायर्ड हैं। वह अपनी पत्नी के साथ रहते हैं। जबकि उनके बच्चे अमेरिका व नोएडा में नौकरी करते हैं। उन्होंने बताया कि मैं 3 अक्टूबर को मल्टी स्पेशियलिटी गुर्जर हस्पिटल, लाजपत नगर में पत्नी की डायलिसिस कराने गया था। मेरे पास एक फोन आया। उसने कहा कि तुम्हारे नाम से सिम ली गई है। उस नंबर से फोन कर महाराष्ट्र की रहने वाली 19 साल की लड़की को टॉर्चर किया। परेशान होकर उसने सुसाइड कर लिया। मैंने कहा- मैं अस्पताल में हूं बाद में बात करूंगा। फिर मैंने फोन काट दिया। एक घंटे बाद फिर मेरे पास दूसरे नंबर से कॉल आई। उसने भी वही बात दोहराई। मैंने कहा- मेरी तबियत ठीक नहीं है। मैंने फोन काट दिया। डयलिसिल कराने के बाद मैं घर पहुंचा। दोपहर डेढ़ बजे तीसरे नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा- मैं गौरव बोल रहा हूं। कोलाबा पुलिस स्टेशन मुम्बई से बात करो। उनकी कॉल उठाओ, तुम्हारे खिलाफ केस दर्ज हो गया है। फोन कटने के 30 सेकेंड बाद कॉल आई। उसने कहा मैं कोलाबा पुलिस स्टेशन से उमेश बोल रहा हूं। तुम पर केस दर्ज हो गया है। अपनी पूरी पर्सनल डिटेल मुझे भेज दो। जैसे ही मैंने डिटेल भेजी, उधर से उमेश ने वीडियो कॉल कर दी। उसके पीछे खड़ा एक युवक चिल्लाया। खुद को CBI अफसर बताने वाले ने कहा- जैसा मैं कहूं वैसा करो तो बच जाओगे बोला- इसके खिलाफ और केस हैं क्या? उमेश ने बताया कि इनके खिलाफ मनी लॉड्रिंग का केस है। जिसमें जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल ने सुप्रीम कोर्ट के सामने लिखित देकर कहा है कि रमेश ने 538 करोड़ का 10 प्रतिशत लेकर अपना खाता नंबर, चेक बुक और एटीएम प्रयोग करने को दी थी। इसके बाद फोन कट गया। दोपहर करीब 02:42 बजे एक और कॉल आई। उसने कहा मैं एस के जैसवाल हूं और CBI अफसर हूं। उसने मुझसे कहा कि आपको मुंबई जेल लाया जाएगा। आपके दोनों बच्चों और पत्नी को आपके घर में ही नजरबंद किया जाएगा। उसने कहा कि आपकी पूरी संपत्ति, बैंक खातों को सीज किया जा रहा है। सभी के नंबर सर्विलांस पर लगे हैं। उसने कहा कि बैंक डिटेल भेजो। मैंने वो भेज दी। अगले दिन 4 अक्टूबर को पीपीएफ खाते में जमा 1531781 रुपए अलीगढ़ स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से एसबीआई के कानपुर वाले खाते में ट्रांसफर करने को कहा। बोला- शेयर को सेल करो। म्यूचुअल फंड को रिडीम कराकर अपने खाते में क्रेडिट कराओ। इस संपत्ति की जांच सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया की देखरेख में रिजर्व बैंक आफ इंडिया करेगा। मैंने 9 अक्टूबर को यह सब करवा दिया। इसी दिन से मुझे और मेरी पत्नी को 24 घंटे निगरानी में रखने लगे। ठगों ने 53 लाख रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करा लिए एक भी पल वीडियो कॉल नहीं कटने दी। 24 घंटे मोबाइल चार्जिंग में लगा रहता था। किसी से बात नहीं करने देते थे। मुझसे कहा कि जेल जाने से बचना चाहते हो तो मेरे बताए गए खाते में 20 लाख रुपए डाल दीजिए। मैंने आरटीजीएस कर दिए। फिर पीएफ और म्यूचुअल फंड के पैसे भी ट्रांसफर करा लिए। 21 नवंबर को एसके जैसवाल ने फर्जी सुप्रीम कोर्ट के के जज से 2 मिनट तक बात कराई। फर्जी जज ने कहा आपका पैसा 48 से 72 घंटे में वापस आ जाएगा। आपको बेल सिक्योरिटी बॉड के 10 लाख जमा करने होंगे। 11 दिसंबर को मैंने ये रुपए उनके बताए खाते में ट्रांसफर कर दिए। ठगों ने 53 लाख रुपए अपने खातों में ट्रांसफर करा लिए। रमेश ने बताया कि उन्होंने 9 अक्टूबर को एसबीआई की मेनब्रांच से 2 लाख रुपए थानवी इलेक्ट्रिकल एंड मैकेनिकल के बैंक ऑफ बड़ौदा के केटी ब्रांच तिरुपति में ट्रांसफर किए। 20 नवंबर को म्युचुअल फंड का पैसा रिफंड करार कर 23 लाख रुपए कर्री जगदीश बाबू के नाम से इंडसइंड बैंक की आंध प्रदेश शााखा में ट्रांसफर किए। इसके बाद पत्नी नीलम के आईसीआईसीआई खाते से 11 दिसंबर को 10 लाख रुपए आकांक्षा कामर्शियल के पारालेखमुंडी ब्रांच में ट्रांसफर किए। अब पढ़िए 70 दिन तक कैसे टॉर्चर किया पहले दिन खाना नहीं खाने दिया, 5 दिन नौकरानी को नहीं आने दिया रमेश ने बताया कि पहले दिन ठगों ने 6 घंटे टॉर्चर किया। मुझसे कहा कि तुम और तुम्हारी पत्नी खुद को एक कमरे में बंद कर लो। कुर्सी पर फोन रखवा दिया और मैं सामने बेड पर बैठ गया। ठग वीडियो कॉल पर पूछताछ करते रहे। मैंने कहा- भूख लगी है खाना खा लूं। ठग बोला- जेल जाना है तो खा लो जाकर। फिर मैं डर गया और वहीं बेड पर बैठा रहा। पानी तक नहीं पीया। फ्लैट में 5 दिनों तक नौकरानी को नहीं आने दिया। दीपावली पर बेटा घर आया, तो ठग नाराज हो गए। बोले- बेटा घर नहीं आएगा। उसे वापस भेजो। मैंने हाथ जोड़क मिन्नतें कीं। एसके जैसवाल बोला- कि बेटे को कुछ नहीं बताओगे। बताया तो सभी को जेल भेज दूंगा। दूसरे कमरे में नहीं जाने दिया। कमरे में लगे टीवी नहीं चलाने दी। वॉशरूम जाने और खाना बनाने के लिए इजाजत लेनी पड़ती थी। अगर बाथरूम में 20- मिनट से अधिक से समय हो जाता तो पत्नी को डराने लगते। कॉल पर धमकाते थे। एक दिन पत्नी घर में मोबाइल छोड़ कर चुपचाप घर से निकल गई। वापस आने पर एसके जैसवाल ने डांटा। कहा कि आप बाहर क्यों गई थी? हमारे आदमी आप पर पूरी निगरानी कर रहे हैं। बताया कि इन 70 दिनों में जेल भेजने और बेटों के करियर बर्बाद करने की धमकी देते रहे। शादी पार्टी में भी वीडियो कॉल से करते थे निगरानी नीलम ने बताया कि हम जब बैंक से पैसे निकालने जाते थे तो साइबर ठग एक मोबाइल से वीडियो कॉल के जरिए निगरानी करते थे। वहीं दूसरे मोबाइल पर वाट्सएप चैट करते रहते थे। बाहर जाने पर उन्हें बताना पड़ता था, कि हम दोनों ने किस रंग के कपड़े पहने हुए हैं। किस आदमी से मिलने जा रहे हैं। कहा कि यूएस में रहने वाले एक क्लासमेट की बेटी में शादी में जाने के लिए हमे ठगों से इजाजत लेनी पड़ी। शादी समारोह में भी हम दोनों लोग वीडियो कॉल के जरिए उनकी निगरानी में ही रहे थे। रमेश बोले- अब मेरे पास महज 11 हजार रुपए रमेश ने कहा कि मैंने जिंदगी में एक रुपए भी रिश्वत के नहीं लिए। मेरी मेहनत की कमाई वो लोग ले गए। बताते-बताते वह रोने लगे। रमेश के हाथों में बैंडेज लगे हुए थे। जिन्हें दिखाते हुए बोले- मेरे खाते में सिर्फ 14 हजार रुपए ही बचे हैं। इसमें भी 3 हजार रुपए डायलिसिस में लग गए। बताया कि 70 दिनों तक हम किसी को कुछ इसलिए नहीं बता सके, क्योंकि ठगों ने कहा था कि तुम्हारे दोनों बेटों की निगरानी के लिए अल्फा टीम लगी है। अगर कुछ भी बताया कि बेटों की जिंदगी बर्बाद कर देंगे। बेटे को अमेरिका से डिपोर्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने हमे धमकाया कि नरेश गोयल के बारे में पूछताछ के लिए हमने एक दंपती को बुलाया था। जिसे नरेश के लोगों ने मार डाला था। पूछताछ पूरी होने तक तुम लोग घर से बाहर नहीं निकलोगे। पत्नी बोली- आज तक खुद का घर नहीं खरीद पाए नीलम ने बताया कि मेरी दोनो किडनियां खराब हैं। सप्ताह में 2 बार डायलिसिस होता है। अब तो इलाज के भी पैसे नहीं हैं। देखते हैं कितने दिनों तक डायलिसिस हो पाती है। कहा कि आज तक हम खुद का मकान नहीं खरीद पाए। हमने सोचा था कि बेटे पढ़ लिख जाएं, फिर मकान खरीदेंगे, लेकिन बदमाश मेरे पति की जीवन भर की कमाई खा गए। यह कहते हुए नीलम के आंखों से आंसू बहने लगे। रमेश ने उन्हें संभाला। बताया कि मेरा बड़ा बेटा अमेरिका से एमबीए कर रहा है। जबकि छोटा बेटा नोएडा से बीटेक कर रहा है। बड़े बेटे को हर महीने करीब 1500 डॉलर और छोटे को 15 हजार रुपए भेजती हूं।
संगम की रेती पर 3 जनवरी से माघ मेले की शुरूआत हो जाएगी। अभी मेले की तैयारियां बहुत पीछे चल रही हैं। नवंबर में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद प्रयागराज पहुंचे थे तो उन्हाेंने मेला प्राधिकरण कार्यालय में संबंधित अधिकारियों की साथ समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया था कि 15 दिसंबर तक माघ मेले का कार्य पूरा करा लिया जाए। CM की यह डेडलाइन बीत चुकी है लेकिन मेला क्षेत्र में तैयारियां अभी बहुत पीछे चल रही हैं। जबकि अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद ने ‘दैनिक भास्कर’ से विशेष बातचीत में दावा किया है कि माघ मेले का ओवरऑल काम 95% पूरा हो चुका है बाकी कार्य दिसंबर के आखिरी तक पूरे कर लिए जाएंगे। हकीकत तो यह है कि अभी तक मेला क्षेत्र में कई जगहों पर जमीन दलदल है। समतलीकरण कार्य कार्य चल ही रहा है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि तीन जनवरी से पहले कार्य पूरा हो पाएगा या स्थिति यूं ही बनी रहेगी। जानिए, कौन सा काम कितना हुआ 800 हेक्टेयर में बसेगा माघ मेला वर्ष 2024 के माघ मेले की अपेक्षा इस बार के माघ मेले का दायरा ज्यादा बड़ा होने वाला है। 32 हेक्टेयर ज्यादा जमीन पर यह मेला बसने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इसकी घोषणा की है। 2024 का माघ मेला करीब 768 हेक्टेयर में बसा था लेकिन इस बार यह बढ़ाकर 800 कर दिया गया है। यही कारण है कि इस बार मेले को 7 सेक्टर में बांटा जा रहा है। मेले में 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई गई है। माघ मेले में इस तरह की होगी व्यवस्था जानिए, कब है प्रमुख स्नान पर्व
पंजाब के लुधियाना की सेंट्रल जेल में बीती रात दो गैंग के कैदियों में खूनी झड़प हुई। दोनों गुटों को जब छुड़वाने के लिए जेल सुपरिटेडेंट कुलवंत सिंह और अन्य पुलिस बल वहां पहुंची तो बदमाशों ने जेल की क्यारी में पड़ी ईंटें उखाड़ कर बरसानी शुरू कर दी। ये ईंटें जेल सुपरिटेडेंट के लगी। वहीं एक DSP जगजीत सिंह भी घायल हो गए जिनके घुटने पर चोट आई है। दोनों अधिकारियों को घायल अवस्था में प्राइवेट अस्पताल दाखिल करवाया गया। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि तेजी और करण नाम के बदमाशों के दो गैंग है। ये दोनों बदमाश हत्या के मामले में जेल में बंद है। जेल में आपस में एक दूसरे को घूरने के कारण इनमें हाथापाई हुई थी। दोनों गुटों में पुरानी रंजिश रह चुकी है। दोनों गैंग मंगलवार पहले दिन के समय भी आपस में लड़े थे। शाम को जब अधिकारी चैकिंग पर गए और इनमें से कुछ बदमाशों को चक्कियों में बंद किया जा रहा था। इतने में दोनों गैंग फिर से हिंसक हो गए। इन्होंने जेल अधिकारियों पर ही ईंटें बरसानी शुरू कर दी। जेल में हालात बिगड़ने पर सुरक्षा कर्मियों ने हूटर बजा दिए। यहां बता दें कि जेल में ये झड़प का कोई पहला मामला नहीं है। अक्सर जेल में खूनी झड़प होती है। जेल में अधिकारियों की ढीली कार्यशैली का नतीजा है कि आज बदमाश जेल में पुलिस अधिकारियों पर भारी पड़ रहे है। पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्म बोले-क्यारियों से ईंटें उखाड़ दो गुटों ने आपस में मारी इस मामले में पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने कहा कि दो गुटों की झड़प हुई है। दोनों तरफ 5 से 7 कैदी थे। जिन्होंने जेल में बनी क्यारियों से ईंटें निकाल कर बरसानी शुरू कर दी। पुलिस कमिश्नर स्वपन शर्मा ने कहा कि हालात का जायजा लिया गया है। जेल अधिकारियों पर हमला करने वाले कैदियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है। घटना के बाद जेल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
लखनऊ में सुबह से घना कोहरा:चल रही शीतलहर, दो दिन भारी कोहरे का अलर्ट, तीन इलाकों का AQI खराब
लखनऊ में सुबह से घना कोहरा छाया हुआ है। विजिबिलिटी सिर्फ 100 मीटर रह गई है। सड़क पर आवाज ही करने वाले लोग हेड लाइट जलाकर निकल रहे हैं। ठंडी हवा के चलने से गलन की स्थिति बनी हुई है। मौसम विभाग का अनुमान है कि आज राजधानी का अधिकतम तापमान 23 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के आसपास दर्ज किया जाएगा। मंगलवार देर रात से ही कोहरे का असर बना रहा। वहीं मंगलवार को दिन में भी पूरी तरीके से कोहरा साफ नहीं हुआ। दिन का अधिकतम तापमान 19.1 डिग्री दर्ज किया गया। यह सामान्य तापमान से 4.8 डिग्री कम रहा है। न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री रहा। यह सामान्य से एक डिग्री अधिक रहा। अधिकतम आर्द्रता 95 फ़ीसदी और न्यूनतम आर्द्रता 78 फ़ीसदी दर्ज की गई। लखनऊ में मंगलवार शाम 4 बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सीपीसीबी की तरफ से जारी आंकड़े के मुताबिक लखनऊ का AQI 168 रहा। जबकि देर रात से AQI का स्तर लालबाग में 246, अलीगंज 245 और तालकटोरा में 222 के साथ में खराब श्रेणी में बना रहा। गोमतीनगर का AQI 155 के साथ में मॉडरेट लेवल में रहा। अंबेडकर यूनिवर्सिटी 93 और कुकरैल का AQI 95 के साथ संतोष जनक श्रेणी में रहा। ठंडी हवा के साथ बढ़ेगी ठंड मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि आने वाले दो दिनों तक लखनऊ समेत इसके आसपास के इलाकों में सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरे का असर बना रहेगा। इसके चलते विजिबिलिटी कम रहेगी। इस दौरान शीतलहर की स्थिति भी बनेगी, जिससे गलन बढ़ने के साथ न्यूनतम और अधिकतम तापमान के बीच का अंतर काफी कम हो जाएगा। ठंडी हवा के चलने से आफत बढ़ेगी। पांच दिनों का संभावित तापमान दिनांक। अधिकतम न्यूनतम 17 दिसंबर 24 11 18 दिसंबर 25 11 19 दिसंबर 25 11 20 दिसंबर 25 11 21 दिसंबर 25 10
कैथल में बीपीएल परिवारों को अपना राशन लेने के लिए केवल एक बार नहीं, बल्कि तीन-तीन बार डिपो पर जाना पड़ रहा है। इसके लिए राशन डिपो के बाहर उपभोक्ताओं की कतारें लग रही हैं। उन्हें राशन लेने के लिए कई कई घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है। राशन कार्ड धारक सुबह ही डिपो पर पहुंच जाते हैं और राशन लेते हुए उन्हें दोपहर हो जाती है। उसके बाद भी डिपो पर मिलने वाले उत्पादों में से केवल एक ही उन्हें मिल पाता है। ऐसे में उपभोक्ताओं में रोष है। अनाज, चीनी व खाद्य तेल वितरित किए जाते हैं बता दें कि गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों को खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की ओर से हर माह अनाज, चीनी व खाद्य तेल वितरित किए जाते हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं को तीन बार अलग-अलग फिंगरप्रिंट स्कैन करवाने पड़ते हैं। कई बार तो हालात ऐसे हो जाते हैं कि केवल अनाज के लिए फिंगरप्रिंट स्कैन होने के बाद दोबारा स्कैनर उनके प्रिंट को नहीं उठाता। लाइनों में करना पड़ता है इंतजार ऐसे में अन्य सामान लेने के लिए उनको दोबारा डिपो में जाना पड़ता है। फिर उन्हें चीनी अथवा खाद्य तेल लेने के लिए फिर से डिपो पर पहुंच कर लाइनों में लगना पड़ता है। ऐसे में उपभोक्ताओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ता विभाग से मांग कर रहे हैं कि एक ही बार फिंगरप्रिंट स्कैन करवा कर उन्हें सभी आवश्यक वस्तुएं वितरित की जाएं। दोबारा डिपो पर आई देवीगढ़ रोड स्थित डिपो पर राशन लेने पहुंची केलो देवी ने कहा कि वह राशन व अन्य सामान लेने के लिए डिपो पर आई थी। पहले दिन अनाज दिया गया और उसके बाद प्रिंट स्कैन नहीं हुए आज चीनी के लिए दोबारा डिपो पर आई है। राशन से ज्यादा मजदूरी गंवा रहे उपभोक्ता मांगेराम ने कहा कि राशन एक साथ मिले तो उनका समय बच जाता था। अब राशन लेने के लिए दो से तीन बार डिपो पर आना पड़ता है। इतने का राशन नहीं मिलता, जितने की उनकी मजदूरी खराब हो जाती है। इस संबंध में जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक निशांत राठी ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है। कुछ डिपो पर यह बात सामने आई है। इसके समाधान का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही समाधान किया जाएगा।
शहर में निकलने का मन बना रहे हैं तो ठहर जाएं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बैंच की मांग को लेकर आज मेरठ बंद रहेगा। ऐसे में अगर आप बाहर निकलते हैं तो कई तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है। करीब एक हजार से ज्यादा संगठनों ने मेरठ बंद को समर्थन देते हुए चार दशक से अधिक समय से चले आ रहे इस आंदोलन को जन आंदोलन का रूप देने का काम किया है। शांतिपूर्ण तरीके से इस आंदोलन को चलाया जाएगा, जिसके लिए टीमों का गठन किया गया है। पहले एक नजर डालते हैं आंदोलन पर जनता को सस्ता और सुलभ न्याय दिलाने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले 50 वर्षों से हाईकोर्ट बेंच की मांग उठ रही है। यहां की जनता को न्याय के लिए 700 किलोमीटर से अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। समय-समय पर आंदोलन भी हुए लेकिन पश्चिम को हाईकोर्ट बेंच नहीं मिली। सरकारें बदलती रहीं लेकिन किसी ने बेंच की मांग को पूरा नहीं किया। अब यह आंदोलन जन-जन का आंदोलन बन गया है और इसके तहत आज मेरठ बंद का आह्वान किया गया है। हनुमान मंदिर से रवाना होंगी टोलियां मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय शर्मा का कहना है कि सुबह अधिवक्ताओं की टोलियां कचहरी स्थित हनुमान मंदिर पर एकत्र होंगी। यहीं से संघर्ष समिति के पदाधिकारी व वरिष्ठ अधिवक्ता टोलियों को रवाना करेंगे। युवाओं, महिलाओं, वरिष्ठ अधिवक्ताओं की अलग टोलियां बनाई गई हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता हनुमान मंदिर के सामने ही कचहरी गेट के बाहर धरने पर बैठेंगे। 35 टोली, 20 मोबाइल वैन सड़कों पर हाईकोर्ट बैंच स्थापना केंद्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर बुलाए गए इस मेरठ बंद को सफल बनाने के लिए 35 टोलियां तैयार की गई हैं। यह टोलियां निर्धारित प्वाइंट पर मौजूद रहकर बंदी को सफल बनाने का करेंगी। इनके अलावा 20 मोबाइल वैन भी सड़कों पर दौड़ती दिखेंगी। इनमें भी अधिवक्ता मौजूद रहकर जनता का समर्थन जुटाएंगे। 1000 से ज्यादा संगठनों ने दिया समर्थन मेरठ बंद को सफल बनाने की जिम्मेदारी ना केवल अधिवक्ताओं बल्कि सामाजिक, व्यापारिक व राजनीतिक संगठनों ने भी संभाली है। यह लोग भी अपने निर्धारित प्वाइंट अथवा क्षेत्रों में घूमकर मेरठ बंद की सफलता के लिए काम करेंगे। देर शाम तक यह टोलियां सड़कों पर डटी दिखाई देंगी। बेगमपुल चौराहे पर महिला अधिवक्ता महिला अधिवक्ताओं की टोलियां भी मेरठ बंद में सहयोग करेंगी। मुख्य रूप से यह टोली बेगमपुल चौराहे पर जिम्मेदारी संभालेंगी। दो टोली आस पास के क्षेत्रों में मोबाइल वैन की मदद से घूम घूमकर बाजारों का समर्थन जुटाएंगी। साथ ही जनता को भी आंदोलन के उद्देश्यों से रूबरू कराएंगी।
जोधपुर जिले के भोपालगढ़ में सड़क निर्माण के आदेश की अनदेखी प्रशासनिक अधिकारियों को भारी पड़ सकती है। भोपालगढ़ सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट ने एक सख्त आदेश जारी करते हुए जोधपुर जिला कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार और नगर पालिका ईओ को चेतावनी दी है कि यदि 24 दिसंबर तक सड़क नहीं बनाई गई, तो उनकी संपत्ति कुर्क की जाएगी और उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है। सिविल न्यायाधीश ने स्थायी लोक अदालत के पंचाट (लोक अदालत या ट्रिब्यूनल द्वारा दिया गया फैसला) की पालना नहीं होने को गंभीरता से लेते हुए यह नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने स्पष्ट किया है कि आदेश की अवहेलना अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्थायी लोक अदालत से मिली थी जीत याचिकाकर्ता के अधिवक्ता मोहन जाखड़ ने बताया कि भोपालगढ़ निवासी रामकिशोर और अन्य ने एक सार्वजनिक रास्ते को लेकर स्थायी लोक अदालत में परिवाद पेश किया था। लोक अदालत ने सुनवाई के बाद 27 सितंबर 2023 को वहां सड़क निर्माण का आदेश दिया था। अधिवक्ता जाखड़ ने बताया कि लंबा समय बीत जाने के बाद भी अधिकारियों ने उस आदेश की पालना नहीं की। इसके बाद पीड़ित पक्ष ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश, जोधपुर जिला के समक्ष अवमानना याचिका पेश की और स्थायी लोक अदालत की डिक्री (फैसले) की पालना करवाने की मांग की। 24 दिसंबर तक का दिया अल्टीमेटम जिला न्यायाधीश ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सिविल न्यायाधीश भोपालगढ़ को डिक्री की पालना (Execution) सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में अब सिविल न्यायाधीश ने चारों जिम्मेदार अधिकारियों - ईओ नगर पालिका भोपालगढ़, तहसीलदार भोपालगढ़, एसडीएम भोपालगढ़ और जिला कलेक्टर जोधपुर को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने निर्देश दिया है कि आगामी 24 दिसंबर तक आदेश की पालना कर रिपोर्ट पेश करें। यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो अप्रार्थीगणों (अधिकारियों) की संपत्ति कुर्क करने और गिरफ्तारी वारंट जारी कर डिक्री की पालना सुनिश्चित की जाएगी। प्रशासन ने कहा- पालना सुनिश्चित करेंगे इस संबंध में कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से जो कदम उठाए जाने थे, वो पूरे किए जा चुके हैं। अब वहां पर सड़क बनाने का काम है, जो सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा किया जाना है। कोर्ट के आदेश की पालना सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है।
यमुनानगर की नवाब कॉलोनी में पुरानी रंजिश के चलते एक परिवार पर जानलेवा हमला हुआ। आरोप है कि हमलावरों ने लोहे की रॉड से सिर पर वार किया, महिलाओं के साथ मारपीट की, मोटरसाइकिल को डंडों से तोड़ दिया और जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें गंभीर चोटें लगने पर इलाज देकर डिस्चार्ज कर दिया। गांधी नगर थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर आरोपी जीजा-साला प्रदीप व आशु के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यूपी का रहने वाला है परिवार शिकायतकर्ता जय प्रकाश पुत्र मनसा राम, मूल रूप से सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) ने बताया कि वह अपनी बेटी आशा, दामाद कर्णपाल और अन्य परिवारजन के साथ पिछले कई वर्षों से यमुनानगर की नवाब कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे हैं। जय प्रकाश और उनका दामाद पत्थर-टाइल का काम करते हैं। शिकायत के अनुसार शाम के समय दामाद कर्णपाल और छोटी बेटी मुन्नी आटा पिसवाकर लौट रहे थे, तभी आरोपी आशु (साला), उसके जीजा प्रदीप और उनके साथियों ने रास्ते में मारपीट शुरू कर दी। सूचना मिलते ही जय प्रकाश मौके पर पहुंचा, लेकिन मामला शांत होने के बाद सभी घर लौट आए। अस्पताल जाते समय किया हमला घर पहुंचते ही आरोपी प्रदीप, आशु और उनके अन्य साथी फिर घर पर पहुंच गए। जब परिवार इलाज के लिए अस्पताल जाने लगा, तो हमलावरों ने जय प्रकाश के सिर पर लोहे की रॉड से वार किया, दामाद कर्णपाल और बेटियों के साथ मारपीट की, रास्ता रोका और मोटरसाइकिल को तोड़ दिया। जाते-जाते धमकी दी कि आज बच गए, अगली बार जान से मार देंगे। घायलों का सिविल अस्पताल यमुनानगर में इलाज हुआ। जय प्रकाश को सिर में फ्रैक्चर सहित चार चोटें लगीं, जबकि कर्णपाल को छह चोटें आईं। कई चोटें गंभीर बताई गईं हैं। पुलिस ने जांच के बाद विभिन्न धाराओं के तहत आरोपी प्रदीप, आशु के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस का कहना है कि घटना की गहन जांच की जा रही है और जल्द आरोपी गिरफ्तार किए जाएंगे।
जोधपुर जिला अपर सेशन कोर्ट ने पुलिस टीम पर हमला करने के 11 साल पुराने एक मामले में फैसला सुनाते हुए आरोपी पिता और दो पुत्रों को दो-दो साल की साधारण कारावास की सजा सुनाई है। जबकि, तीन अन्य आरोपियों को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया गया। पीठासीन अधिकारी नेहा शर्मा ने अपने फैसले में स्पष्ट टिप्पणी करते हुए कहा कि पुलिस टीम पर हमला करने और सरकारी काम में बाधा डालने वाले अपराधियों के प्रति नरमी बरती गई तो समाज में गलत संदेश जाएगा और अपराधियों के हौसले बुलंद होंगे। वारंट के तहत वांछित को गिरफ्तार करने गए थे घटना 9 जुलाई 2014 की है। जोधपुर जिले के पीपाड़ शहर थाना क्षेत्र के गांव जालखां में पुलिस टीम किशोर न्याय बोर्ड, जोधपुर के आदेश पर अभियुक्त चेतनराम उर्फ शैतानराम को पकड़ने गई थी। उस समय पीपाड़ शहर थाने में तैनात सिपाही मनोज कुमार और सिपाही हरकेश को चेतनराम के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट की तामील की जिम्मेदारी दी गई थी। वारंट की तामील के लिए दोनों सुबह 7:15 बजे चेतनराम के जालखां स्थित घर पहुंचे, जहां पुलिस ने जब आरोपी के पिता सुखाराम को वारंट की जानकारी दी और चेतनराम को साथ ले जाने लगे, तो सुखाराम ने कांस्टेबल की वर्दी का कॉलर पकड़ लिया। परिवार के सदस्यों ने गिरफ्तारी का विरोध किया और देखते ही देखते कहासुनी हाथापाई में बदल गई। पुलिसकर्मियों का आरोप था कि चेतनराम के परिजनों ने उन्हें घेरकर मारपीट की, उनकी वर्दी फाड़ दी, मोबाइल फोन और सरकारी बेल्ट छीन लिए और सरकारी कामकाज में बाधा डाली। घटना के बाद पीपाड़ शहर थाने में एफआईआर दर्ज की। इसमें दंगा, लोकसेवक को चोट पहुंचाना, सरकारी ड्यूटी में बाधा, गिरफ्तार व्यक्ति को छुड़ाना और डकैती की धाराएं लगाई गईं। पुलिस ने मेडिकल रिपोर्ट, बरामदगी मेमो, मौके का नक्शा और गवाहों के बयान के आधार पर प्रकाश पुत्र सुखाराम, चेतनराम उर्फ शैतानराम पुत्र सुखाराम, सुखाराम पुत्र मोडाराम, गुड्डी पत्नी चेतनराम, इंदू पत्नी प्रकाश और मोरकीदेवी पत्नी सुखाराम के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र पेश किया। दोनों पक्षों की दलीलें यह मामला जोधपुर जिला मुख्यालय स्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (शासन) नेहा शर्मा की अदालत में चला। राज्य सरकार की ओर से अपर लोक अभियोजक मयंक रांकावत ने पैरवी की, जबकि अभियुक्त पक्ष की ओर से अधिवक्ता कान सिंह ओढ, चेतन प्रकाश, नरेश नागौरी और अमित दैया ने बचाव रखा। अभियोजन पक्ष ने कहा कि पुलिसकर्मी वारंट लेकर विधि-सम्मत तरीके से पहुंचे थे और उन पर सामूहिक हमला कर सरकारी कार्य में बाधा डाली गई, जो गंभीर अपराध है। कोर्ट का फैसला: 3 दोषी करार, 3 बरी लंबी सुनवाई और साक्ष्यों पर विचार के बाद कोर्ट ने 12 दिसंबर को फैसला सुनाया। अदालत ने माना कि मुख्य हमलावरों के रूप में इन तीनों की भूमिका साक्ष्यों से प्रमाणित होती है। कोर्ट ने गवाहों और सबूतों के आधार पर माना कि आरोपियों ने लोक सेवक के साथ मारपीट कर उन्हें अपनी ड्यूटी करने से रोका है। इस पर कोर्ट ने सुखाराम (67) और उसके दोनों बेटों प्रकाश (36) व चेतनराम उर्फ शैतानराम (34) को दोषी करार दिया। जबकि अन्य के खिलाफ अभियोजन पर्याप्त और पुख्ता सबूत पेश नहीं कर सका। इस पर आरोपी गोरधनराम पुत्र मोडाराम और परिवार की महिलाएं (गुड्डी व इन्दु) को सबूतों के अभाव और संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया गया। एक आरोपी मोरकी देवी की ट्रायल के दौरान मृत्यु हो चुकी है। डकैती की धारा हटाई: पुलिस ने जांच के बाद चार्जशीट में लूट/डकैती का भी मामला बनाया था, लेकिन कोर्ट ने माना कि बरामदगी खुले स्थान से हुई थी और कोई स्वतंत्र गवाह नहीं था, इसलिए डकैती का आरोप साबित नहीं हुआ। कोर्ट ने तीनों दोषियों को अलग-अलग धाराओं में सजा सुनाई है, जो साथ-साथ चलेंगी: अभियुक्त सुखाराम और प्रकाश: लोक सेवक को चोट पहुंचाना, राजकार्य में बाधा पहुंचाने और अपराधी को छुड़ाने के लिए दो-दो साल साधारण कारावास और कुल पांच-पांच हजार रुपए जुर्माना से दंडित किया। अभियुक्त चेतनराम उर्फ शैतानराम: लोक सेवक को चोट पहुंचाना, राजकार्य में बाधा पहुंचाने और गिरफ्तारी में प्रतिरोध के लिए दो साल साधारण कारावास और कुल पांच हजार रुपए जुर्माना से दंडित किया। कोर्ट ने आदेश दिया है कि यदि दोषी अर्थदंड (जुर्माना) नहीं भरते हैं, तो उन्हें अतिरिक्त कारावास भुगतना होगा।
संभल के बहुचर्चित गैंगरेप और हत्या मामले में न्यायालय ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया है। इस मामले में पांच आरोपी शामिल हैं। घटना के सात साल बाद, न्यायालय का निर्णय 17 दिसंबर को सुनाया जाएगा। यह घटना जनपद संभल की तहसील गुन्नौर के थाना रजपुरा क्षेत्र के एक गांव में 13 जुलाई 2018 की रात करीब ढाई बजे हुई थी। पीड़िता के पति ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि वह मजदूरी के लिए गाजियाबाद गए हुए थे, जबकि घर पर उनकी पत्नी और सात वर्षीय बेटी मौजूद थीं। तहरीर के अनुसार, उस रात आराम सिंह, महावीर, चरन सिंह, गुल्लू और भोना उर्फ कुमरपाल घर में घुस आए और उनकी पत्नी के साथ दुष्कर्म किया। आरोपियों के जाने के बाद, पीड़िता ने अपने ममेरे भाई को घटना की जानकारी दी। हालांकि, इससे पहले कि मदद पहुंच पाती, आरोपी दोबारा मौके पर आ गए। उन्होंने पीड़िता को घर से लगभग 20 मीटर दूर स्थित मंदिर की झोपड़ी में ले जाकर बंद कर दिया और उसमें आग लगा दी। जब परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे, तो घर पर बेटी सो रही थी और पत्नी गायब थी। आसपास देखने पर मंदिर की झोपड़ी में आग लगी हुई मिली। पुलिस ने दुष्कर्म सहित संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की थी। यह मामला न्यायाधीश (पॉक्सो एक्ट) अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अवधेश कुमार सिंह के न्यायालय में चल रहा है। अभियोजन पक्ष के सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता ने बताया कि मामले में बहस पूरी हो चुकी है। जांच के दौरान, आरोपियों के कपड़े बरामद कर विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजे गए थे। प्रयोगशाला रिपोर्ट भी न्यायालय को सौंपी गई, जिसमें आरोपियों के कपड़ों पर सीमेन के निशान पाए गए। पुलिस ने घटनास्थल से पीड़िता का मोबाइल भी बरामद किया था और पीड़िता व उसके ममेरे भाई के बीच हुई बातचीत की ऑडियो-रिकॉर्डिंग भी ली थी। घटना के समय संभल के पुलिस अधीक्षक आर. एम. भारद्वाज थे, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं के साथ हो रहे अपराधों को लेकर सख्त थे, एसपी को सस्पेंड कर दिया गया था और तेजतर्रार आईपीएस यमुना प्रसाद को नया पुलिस अधीक्षक बनाया था।
गोरखपुर में पूजा- पाठ कराने के नाम पर एक लड़की से 2 लाख 36 हजार का साइबर फ्रॉड हुआ। जालसाज ने टेलीग्राम के जरिए एस्ट्रोलॉजर बन कर लड़की को अपने जाल में फंसाया फिर इस फ्रॉड को अंजाम दिया। हालांकि चिलुआताल थाने की साइबर सेल टीम की मदद से यह पूरा पैसा पीड़िता के खाते में फिर से वापस करवा दिया गया। जानिए पूरा मामला...दरअसल कुछ दिनों पहले बरगदवा की रहने वाली धिरोनिक उपाध्याय के घर में कुछ दिक्कत चल रही थी। उन्होंने इसके समाधान के लिए एस्ट्रोलॉजी का सहारा लेना चाहा। इसी बीच टेलीग्राम पर डिवाइन नाम के एस्ट्रोलॉजर से संपर्क हुई। जालसाज ने उनकी समस्या को दूर करने के लिए पूजा-पाठ करने का उपाय बताया। उसने धिरोनिका को अपने जाल में फंसाया और समाधान के नाम पर धीरे-धीरे करके 2 लाख 36 हजार रुपए ऐंठ लिए। कुछ दिनों बाद धिरोनिका को जब पता चला कि उनके साथ फ्रॉड हुआ है तो वह घबरा गई। सबसे पहले चिलुआताल थाना जाकर साइबर क्राइम में इसकी शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के बाद एक्शन में आई साइबर सेल टीमधिरोनिका की शिकायत के बाद साइबर सेल टीम थाना चिलुआताल ओर से त्वरित कार्यवाही करते हुए राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कर उनका पैसा होल्ड कराया गया। उसके बाद आवश्यक समन्वय स्थापित कर धिरोनिका के खाते में ₹ 2,36,000 (दो लाख छत्तीस हजार) रुपए वापस कराया गए। यह कार्रवाई गोरखपुर पुलिस की जनता के प्रति तत्परता को दर्शाती है। इस कार्रवाई में चिलुआताल थानाध्यक्ष सूरज सिंह, वरिष्ठ उप निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार, उप निरीक्षक सच्चिदानन्द पांडेय, कम्प्यूटर आपरेटर ग्रेड बी अभिराम, कांस्टेबल सत्येन्द्र चौधरी विशेष योगदान रहा।
हॉकी एकेडमी संगरूर ने लुधियाना को 3-1 से हराया
लुधियाना| आठवीं ऑल इंडिया जगतार सिंह मेमोरियल हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन प्रितपाल सिंह हॉकी स्टेडियम में मंगलवार से शुरू हुआ। टूर्नामेंट का उद्घाटन डीजीपी पीपी अमरदीप सिंह राय, डॉ. सतबीर सिंह गोसल वीसी पीएयू ने किया। पहले मैच में हॉकी एकेडमी संगरूर ने लुधियाना को 3-1 से हराया। मैन ऑफ द मैच हॉकी अकादमी संगरूर के जपनीत सिंह रहे। दिन के दूसरे मैच में हॉकी ट्रेनिंग सेंटर रामपुर ने चंडीगढ़ इलेवन को 6-1 से हराया। इसमें मैन ऑफ द मैच हॉकी ट्रेनिंग सेंटर रामपुर के हरप्रीत रहे। तीसरे मैच में साई कुरुक्षेत्र ने नामधारी स्पोर्ट्स एकेडमी को 2-1 से हराया।
वीर शहीदों को अर्पित की भावपूर्ण श्रद्धांजलि
लुधियाना| ग्रीन लैंड कॉन्वेंट स्कूल सिविल सिटी में विजय दिवस के अवसर पर देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने अपनी सशक्त प्रस्तुतियों के माध्यम से वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कक्षा तीसरी से पांचवीं तक के विद्यार्थियों द्वारा एक प्रभावशाली वन एक्ट प्ले प्रस्तुत किया गया। जिसमें 1971 के युद्ध में भारतीय सेना की वीरता, त्याग और अदम्य साहस को जीवंत रूप में दर्शाया गया। नन्हे कलाकारों की सशक्त अभिनय क्षमता और भावपूर्ण संवादों ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया। कक्षा छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों द्वारा कार्यक्रम में देशभक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। विद्यालय के अध्यक्ष डॉ. राजेश रुद्रा ने विजय दिवस के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह दिन हमें भारतीय सेना के शौर्य, बलिदान और राष्ट्रभक्ति की याद दिलाता है।
कुत्ते को बचाने के प्रयास में बेकाबू इनोवा पिलर से टकराई; दो घायल
लुधियाना| बीआरएस नगर डी-ब्लॉक इलाके में मंगलवार तड़के एक तेज रफ्तार इनोवा कार हादसे का शिकार हो गई। यह दुर्घटना सुबह करीब 5 से 5:30 बजे के बीच हुई, जब सड़क पर अचानक आए एक कुत्ते को बचाने के प्रयास में चालक ने कार से नियंत्रण खो दिया। अनियंत्रित इनोवा सीधे फ्लाईओवर के पिलर से जा टकराई। कार गुरमीत सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड थी। वाहन में गुरमीत सिंह का भतीजा और उसका एक दोस्त सवार थे। जानकारी के मुताबिक कार दोस्त चला रहा था। अचानक सामने कुत्ता आ जाने के कारण चालक ने ब्रेक और स्टीयरिंग पर नियंत्रण खो दिया, जिससे यह गंभीर हादसा हो गया। राहत की बात ये रही कि कार किसी अन्य वाहन से नहीं टकराई, जिससे बड़ा नुकसान टल गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि इनोवा का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और गाड़ी करीब 70 प्रतिशत तक टूट गई। हादसे में गुरमीत सिंह के भतीजे के हाथ में फ्रैक्चर हो गया, जबकि दूसरा युवक भी घायल हो गया। दोनों घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। एक घायल को इलाज के लिए दीप अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। दुर्घटनाग्रस्त इनोवा को क्रेन की मदद से सड़क से हटवाया गया, ताकि यातायात सामान्य हो सके।
एक रात में 6 दुकानों के शटर तोड़े, नकदी व कपड़े चुराए
भास्कर न्यूज |लुधियाना शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में शामिल घंटा घर के नजदीक स्थित बत्रा कॉम्प्लेक्स में चार चोरों ने एक के बाद एक 6 दुकानों के शटर तोड़ कर चोरी की वारदात को अंजाम दे दिया। वारदात सोमवार देर रात 1:30 बजे के करीब हुई है। इनमें से दो दुकानों से 5 लाख से अधिक की नकदी और सामान चोरी कर लिया गया। चोरों ने सबसे पहले कपड़े और चश्मे की दुकानों को निशाना बनाया। जानकारी के अनुसार एक दुकान से करीब 5 लाख कैश, जबकि दूसरी दुकान से 7000 नकद और कई महंगी जैकेट चोरी हुई हैं। सुबह दुकान खोलने पहुंचे दुकानदारों को वारदात का पता चला। पीड़ित दुकानदार विशाल अरोड़ा वासी सरूप नगर, सलेम टाबरी ने बताया कि उनकी बत्रा काम्प्लैक्स में लेंस ऑप्टिकल की 2 दुकानें हैं। दोनों का शट्टर तोड़कर 5 लाख की नकदी चुराई गई। वहीं, कपड़ों की दुकान के मालिक शिवा बिंद्रा ने बताया कि उनकी दुकान का शटर बीच से मुड़ा हुआ था। अंदर जाकर देखा तो पता चला कि 7000 रुपये और कीमती कपड़े चुराए गए हैं। आसपास की अन्य दुकानों के शटर भी इसी तरह क्षतिग्रस्त मिले। कॉम्प्लेक्स में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर चार चोर साफ दिखाई दिए। फुटेज के मुताबिक, चारों आरोपी रात 1:30 बजे कॉम्प्लेक्स पहुंचे। एक चोर ने लोहे की रॉड से मेन शटर को टेढ़ा किया, जिसके बाद शटर आसानी से ऊपर उठा लिया गया। इसके बाद तीन चोर बेसमेंट में दाखिल हुए, जबकि एक बाहर सड़क पर खड़ा होकर निगरानी करता रहा। अंदर जाकर चोरों ने दुकानों के ताले तोड़े और चोरी की वारदात को अंजाम दिया। मामले में एसएचओ डिवीजन-1 बलविंदर सिंह ने बताया कि शिकायत दर्ज करते हुए अज्ञात पर केस दर्ज किया है। दो आरोपियों ने निहंगों के कपड़े पहने हुए थे।
करोड़ों का काम, 30 दिन का टाइम, टेंडरों में खेल की आशंका
भास्कर न्यूज | लुधियाना नगर निगम द्वारा बीएंडआर के ई-टेंडर 22 दिसंबर शाम 5 बजे खोलने और 31 दिसंबर शाम 5 बजे बंद करने की तैयारी ने शहर में नया विवाद खड़ा कर दिया है। इन टेंडरों में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि 10 करोड़ से 26 करोड़ तक के 17 बड़े टेंडरों को महज तीन महीने में पूरा करने की शर्त रखी गई है, जबकि जनवरी और फरवरी में शहर के सभी हॉट मिक्स प्लांट बंद रहते हैं और वे मार्च में जाकर चालू होते हैं। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि करोड़ों की लागत से बनने वाली सड़कें आखिर कैसे समय पर पूरी होंगी। लुधियाना को मजबूत सड़कें मिलेंगी या फिर जल्दबाजी में बने ये प्रोजेक्ट भविष्य में बड़े गड्ढों और भ्रष्टाचार की कहानी बनेंगे। जानकारों का कहना है कि एक सड़क के निर्माण में ही कम से कम एक महीना जाली बिछाने और गटका डालने में लग जाता है। इसके बाद हॉट मिक्स का काम होता है, जो सर्दियों में संभव ही नहीं। ऐसे में सड़क बनना तो मुश्किल है, लेकिन निगम समय सीमा के भीतर बिल बनाकर पास करने में जरूर सक्षम नजर आता है। इससे जनता के करोड़ों रुपये के नुकसान और गुणवत्ता से समझौते की आशंका जताई जा रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस पूरे टेंडर प्रोसेस के पीछे कुछ खास ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने की योजना चल रही है। आरोप है कि जानबूझकर ऐसी शर्तें रखी गई हैं कि अच्छी क्वालिटी में सड़क बनाने वाले ठेकेदार मुकाबले से बाहर हो जाएं और सस्ती बिडिंग के जरिए चुनिंदा ठेकेदारों को काम मिल सके। इन टेंडरों में सबसे ज्यादा काम नॉर्थ और आत्म नगर हलके में प्रस्तावित है। नॉर्थ जोन में 7 सड़कें, आत्म नगर में 5, सेंट्रल एरिया में 2, साउथ में 2 और वेस्ट व ईस्ट जोन में 1-1 सड़क शामिल है। इस मुद्दे को लेकर लुधियाना हॉट मिक्स प्लांट वेलफेयर सोसाइटी की लोधी क्लब में 24 सदस्यों की बैठक हुई। सोसाइटी के प्रधान विनोद जैन ने कहा कि नगर निगम आमतौर पर 60 लाख से 1 करोड़ रुपये के काम के लिए 6 महीने का समय देता है, लेकिन यहां 10 करोड़ से 26 करोड़ रुपये के काम को एक महीने में पूरा करने की शर्त रखी गई है, जो किसी भी हाल में संभव नहीं। उन्होंने मांग की कि टेंडरों की समय-सीमा बढ़ाकर कम से कम एक साल की जाए, ताकि शहर की सड़कें मजबूत और टिकाऊ बन सकें। इस बारे में एसई शाम लाल गुप्ता का कहना है कि यह पंजाब सरकार का फैसला है, इसमें नगर निगम कुछ नहीं कर सकता। वहीं, गुणवत्ता को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि जब सड़क बनेगी, तब देखा जाएगा।
चुनाव ड्यूटी दौरान जान गंवाने वाले शिक्षकों के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर प्रदर्शन
भास्कर न्यूज | लुधियाना जिला परिषद और ब्लॉक समिति चुनाव ड्यूटी के दौरान हादसों में जान गंवाने वाले और घायल हुए शिक्षकों को इंसाफ दिलाने की मांग को लेकर लुधियाना में शिक्षकों ने मिनी सेक्रेटेरिएट में पंजाब सरकार और राज्य चुनाव आयोग के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम एक मांग पत्र सौंपा। यह विरोध मोगा में 14 दिसंबर को चुनाव ड्यूटी पर जाते समय कार के नहर में गिरने से शिक्षक जसकरण भुल्लर और उनकी पत्नी कमलजीत कौर की मौत और संगरूर (मूनक) व पटियाला (पातड़ां) सहित अन्य जगहों पर शिक्षकों के घायल होने की घटनाओं के बाद किया गया। {चेतावनी : न्याय नहीं मिला तो आगे की कार्रवाई की जाएगी: शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि उन्हें न्याय नहीं मिला तो जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस मौके पर फाइनेंस सेक्रेटरी गुरबचन सिंह, प्रेस सेक्रेटरी होशियार सिंह, वाइस प्रेसिडेंट गुरदीप सिंह हेरा, जोगिंदर आजाद, सुखविंदर लील, अमनदीप सिंह, राजिंदर चौहान, हरपिंदर शाही, अरविंदर भंगू, गुरप्रीत माही, हरदीप सिंह रसूलपुर, जसकरन सिंह, प्रदीप सिंह, अश्वनी, बलदेव सिंह मौजूद थे। मृतक शिक्षकों के बच्चों के लिए 2-2 करोड़ रुपये मुआवजा, बच्चों की पढ़ाई का खर्च और सरकारी नौकरी। {घायल शिक्षकों (जैसे राजवीर कौर) के लिए 20 लाख मुआवजा, पूरा इलाज खर्च और ठीक होने तक ड्यूटी पर माना जाना।--चुनाव ड्यूटी शिक्षकों के आवासीय/कार्यशील ब्लॉकों में लगाई जाए।बीएलओ और अन्य गैर-शैक्षणिक ड्यूटी को सरकार के वादे के अनुसार रद्द किया जाए।
बस में नशीला पेय पिलाकर यात्री से मोबाइल और 7 हजार रुपए लूटे , फरार
भास्कर न्यूज | लुधियाना समाना से लुधियाना आ रहे एक व्यक्ति को बस में नशीला पेय पिलाकर लूट लिया गया। पीड़ित की पहचान हरप्रीत सिंह भुल्लर के रूप में हुई है। पीड़ित ने बताया कि वह बस में सफर कर रहा था, तभी दो अज्ञात युवक आकर उसके पास बैठ गए और बातचीत में उलझा लिया। कुछ देर बाद उन्होंने उसे लिम्का पीने को दी। पेय पीते ही हरप्रीत की हालत बिगड़ गई और वह बेसुध हो गया जिसके बाद वह लोग उसे अपने साथ लेकर जाते रहे। पीड़ित के मुताबिक, आरोपी उसे गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब के पास छोड़कर फरार हो गए। राहगीरों ने उसकी हालत देखकर एम्बुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद उसे सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। उसकी जेब से करीब 7 हजार रुपये नकद और मोबाइल फोन गायब मिला। पीड़ित ने बताया कि वह एक पूर्व इंस्पेक्टर का बेटा है और उसके परिवार में अन्य पुलिस अधिकारी भी रह चुके हैं। पुलिस का कहना है कि इस मामले की अभी तक उन्हें कोई लिखित सूचना नहीं मिली है।
विजय दिवस पर देशभक्ति का माहौल
लुधियाना। आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के तत्वावधान में गुरु नानक खालसा कॉलेज फॉर विमेन, गुजरखां कैंपस, मॉडल टाउन, लुधियाना के एनसीसी विंग द्वारा महाविद्यालय परिसर में विजय दिवस मनाया गया। यह दिवस 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारतीय सशस्त्र बलों की ऐतिहासिक जीत की स्मृति में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बताया गया कि 16 दिसंबर, 1971 भारतीय इतिहास का एक स्वर्णिम दिन है, जब मात्र 13 दिनों में बांग्लादेश की मुक्ति संभव हुई। यह विजय भारतीय सशस्त्र बलों के अद्वितीय शौर्य, दृढ़ संकल्प और उच्च व्यावसायिकता का प्रतीक है। लेफ्टिनेंट सुखजीत कौर और आशा ने एनसीसी कैडेट्स को इस ऐतिहासिक दिवस के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि विजय दिवस अन्याय पर मानवता और शांति की जीत का प्रतीक है और यह हमें राष्ट्र के प्रति कर्तव्य और समर्पण की भावना से जोड़ता है। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. मनीता काहलों ने अपने संबोधन में कहा कि 1971 की जीत केवल एक सैन्य सफलता नहीं थी, बल्कि यह न्याय, साहस और शांति की सशक्त पुष्टि थी। उन्होंने छात्राओं से भारतीय सशस्त्र बलों के अटूट साहस और बलिदान से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान देशभक्ति का माहौल रहा और छात्राओं में राष्ट्र के प्रति गर्व और सम्मान की भावना स्पष्ट रूप से दिखाई दी।
बाइकर और पास्टर संगठन की यूनिटी राइड ने एकता का संदेश दिया
लुधियाना| क्रिसमस के अवसर पर लुधियाना में बाइकर और पास्टर संगठनों ने मिलकर भाईचारे और सामाजिक एकता की अनूठी मिसाल पेश की। शहर के विभिन्न चर्चों और प्रमुख मार्गों से गुजरते हुए यूनिटी राइड का आयोजन किया गया, जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने भाग लेकर यह संदेश दिया कि एकता में ही सबसे बड़ी ताकत है। यूनिटी राइड का नेतृत्व शहर के बाइकर राजदीप सिंह ने किया। उनके साथ अल्बर्ट दुआ (मसीही नेता) और पास्टर अलीशा सुल्तान (टेंपल ऑफ चर्च, सलीम टाबरी) विशेष रूप से शामिल रहे। राइड की शुरुआत एमएलए मदनलाल बग्गा और एमएलए पप्पी पाराशर ने हरी झंडी दिखाकर की। शांतिपूर्ण ढंग से निकाली गई यह राइड सराभा नगर स्थित कैथोलिक चर्च तक पहुंची, जहां सभी प्रतिभागियों ने साहबजादों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस यूनिटी राइड में समीर प्रकाश, जोएल जॉन्सन, विजय रंधावा, नोएल जॉन्सन, रॉयलेंस मसीह और रिचर्ड रॉक्सवेल सहित कई बाइकर शामिल हुए। सभी ने अनुशासन और शांति के साथ राइड पूरी की और शहर में सौहार्द का संदेश फैलाया। आयोजकों ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम समाज में आपसी सहयोग और सद्भाव को मजबूत करते हैं। क्रिसमस के इस जश्न ने न सिर्फ धार्मिक भावनाओं को उजागर किया, बल्कि शहरवासियों के बीच मेलजोल और भाईचारे की भावना को भी और सशक्त किया।
हैबोवाल के जोशी नगर में 20 से 25 आरोपियों ने की वारदात
भास्कर न्यूज |लुधियाना हैबोवाल में पुरानी रंजिश में एक घर पर एक ही रात में 5 बार हमला किया गया। वारदात रविवार रात को जोशी नगर में हुई है। जिसमें करीब 20–25 बदमाश ने बाइक, एक्टिवा और कारों में सवार होकर एक प्रॉपर्टी कारोबारी के घर पर तलवारें, कृपाण, ईंट-पत्थर और शराब की बोतलों से की गई इस तोड़फोड़ में दो मकान और एक दुकान को भारी नुकसान पहुंचा, जबकि एक महिला के पैर में गंभीर चोट आई और फ्रैक्चर हो गया। पीड़ित महिला बलजिंदर कौर ने बताया कि दो महीने पहले आरोपियों का विवाद उनके बेटे अमन और कन्नू के साथ हुआ था। उसी बात को लेकर पहले भी कई बार बहसबाजी हुई। फिर 14 दिसंबर की शाम को पहले साधारण बहस हुई। उसके बाद अन्य साथियों को लेकर आया फिर अलग-अलग समय पर 9:30, 11:30, 12:40, 2:35 और 3:15 बजे आए और हर बार उनका इरादा और ज्यादा खतरनाक होता गया। पहली बार गेट तोड़ने की तेज आवाज से वह घबरा गईं। ऊपर पहुंचते ही बदमाशों ने तेजधार हथियारों, कांच की बोतलों और ईंटों से हमला शुरू कर दिया। महिला के साथ गाली-गलौज की गई और जान से मारने की धमकियां दी गईं। बलजिंदर कौर ने बताया कि जिन दो मकानों को निशाना बनाया गया, उनमें एक उनका अपना है और दूसरा किराए पर दिया हुआ है, जहां छोटे-छोटे बच्चे रहते हैं। इसके बावजूद हमलावरों ने पत्थरबाजी और बोतलें फेंकना जारी रखा। घटना के दौरान पीड़ित परिवार ने 100 नंबर पर कई बार कॉल की। पुलिस टीमें मौके पर आईं और गश्त भी हुई, लेकिन स्थानीय लोगों का सवाल है कि जब एक ही परिवार पर पूरी रात हमला होता रहा, तो थाना प्रभारी खुद मौके पर क्यों नहीं पहुंचे? पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने राजा गिरी उर्फ छोटू, एस गिल, मनी नाहर, बॉबी नाहर, गैरी नाहर, आसू, कन्नू, मनी, कृष्णा, कन्नू पेपी, राहुल मोटा, नेपाली, चीनी, मानव सहोता, ऋषव, नितिन, पेपी समेत 1–2 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
ट्रैफिक एएसआई सड़क हादसे में जख्मी
लुधियाना| पंजाब पुलिस की ट्रैफिक शाखा में तैनात एक एएसआई सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल पुलिसकर्मी की पहचान 50 वर्षीय महिंद्र कुमार, निवासी जालंधर बाईपास, जस्सियां (लुधियाना) के रूप में हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार महिंद्र कुमार जगराओं में ट्रैफिक ड्यूटी पर तैनात हैं और रोजाना ड्यूटी समाप्त होने के बाद मोटरसाइकिल से जगराओं से लुधियाना स्थित अपने घर लौटते हैं। इसी दौरान रास्ते में उनका मोटरसाइकिल हादसे का शिकार हो गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस हादसे के कारणों की जांच कर रही है।
पेंशनर्स एसोसिएशन पावरकॉम व ट्रांसको पंजाब ने बिजली संशोधन बिल के खिलाफ अर्थी फूंकी
भास्कर न्यूज |लुधियाना पेंशनर्स एसोसिएशन पावरकॉम और ट्रांसको पंजाब द्वारा लिए गए फैसले के अनुसार बिजली संशोधन बिल 2025, श्रम कानूनों में प्रस्तावित बदलाव, पावरकॉम की जमीनों की बिक्री और अन्य लंबित मांगों के विरोध में मंडल स्तर पर अर्थी फूंक प्रदर्शन किए गए। सर्कल पश्चिम के प्रधान हरजीत सिंह ने बताया कि राज्य स्तरीय फैसले के तहत मॉडल टाउन डिवीजन और सिटी सेंटर डिवीजन में अर्थी फूंकी गई। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बिजली संशोधन बिल 2025, बीज संशोधन बिल और चार लेबर बिलों को लोकसभा व विधानसभा में पेश कर पारित करना चाहती है, जो कर्मचारियों, किसानों और आम जनता के हितों के खिलाफ हैं। इन प्रस्तावित बिलों के विरोध में सभी किसान संगठनों, बिजली कर्मचारियों की यूनियनों और मजदूर संगठनों ने एकजुट होकर तीखा संघर्ष छेड़ने का फैसला किया है। आंदोलनकारियों का कहना है कि ये कानून बिजली क्षेत्र के निजीकरण को बढ़ावा देंगे व कर्मियों के अधिकारों पर सीधा हमला हैं। लुधियाना| पीएसपीसीएल और पीएसटीसीएल में कार्यरत इंजीनियरों का असंतोष अब खुलकर सामने आ गया है। लंबित मांगों और गंभीर मुद्दों पर प्रबंधन की ओर से ठोस कार्रवाई न होने से नाराज़ पीएसईबी इंजीनियर्स एसोसिएशन ने आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है। एसोसिएशन के अनुसार 18 दिसंबर 2025 से पूरे पंजाब में आंदोलन का नया चरण शुरू होगा। एसोसिएशन ने बताया कि सरकार और प्रबंधन के प्रति विरोध दर्ज कराने के लिए पहले ही राज्यभर के इंजीनियर सभी आधिकारिक वॉट्सएप ग्रुप्स से बाहर आ चुके हैं। अब आंदोलन के तहत इंजीनियर रोज़ाना शाम 5 बजे से सुबह 9 बजे तक अपने आधिकारिक मोबाइल फोन स्विच ऑफ रखेंगे। शिफ्ट ड्यूटी पर तैनात इंजीनियर ऑफ-ड्यूटी अवधि में मोबाइल बंद रखेंगे। इसके साथ ही सभी जनरेटिंग स्टेशनों में ‘वर्क-टू-रूल’ लागू किया जाएगा और वॉट्सएप ग्रुप्स से बाहर रहने का निर्णय जारी रहेगा। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष देव राज और पूर्वी सर्कल के प्रधान बलदेव राज जोशी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि इन बिलों को पेश करने या पास करने की दोबारा कोशिश की गई तो सरकार को कड़े और व्यापक आंदोलन का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि पावर सेक्टर की संपत्तियों की बिक्री और कर्मचारियों–पेंशनर्स के हितों से समझौता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन में रछपाल सिंह, हरमिंदर सिंह चावला, शमिंदर सिंह लोंगोवाल, बलविंदर सिंह, चैनपाल, महिंदर सिंह, महिंदर सिंह सरोआं, जगतार सिंह, वरयाम प्रकाश, रमन गुगलानी, प्रदीप कुमार, राम सिंह, वरयाम सिंह, शिया राम, हरीश चंद्र, दलजीत सिंह, गुरबख्श सिंह, करण बहादर, सुरिंदर सिंह, चरणजीत सिंह सहित अन्य नेता और सदस्य शामिल थे।
भारत-पाक बॉर्डर पर स्थित कृष्ण का तला गांव में एक ऐसी सड़क बन रही है कि इसको बनाने का कोई औचित्य नहीं हैं। जिस जगह यह सड़क पूरी हो रही हैं, वहां पर भारत-पाक बॉर्डर पर तारबंदी पर बीएसएफ का गेट है। इस पर करीब अस्सी लाख रुपए खर्च होंगे। अस्सी लाख रुपए खर्च करने के बावजूद यह किसी के उपयोग में नहीं आएगी क्योंकि इस रोड से एक भी ढाणी या घर नहीं जुड़ेगा। यहां पर पहले जानू की बावड़ी नाम से गांव था। 1990 में अतिवृष्टि और फिर 1994 में तारबंदी के दौरान गांव को खाली करवा दिया था। यह गांव तारबंदी के बीच आ रहा था। तारबंदी के के दौरान दोनों तरफ आबादी थी। इधर वाले भारत में दूसरी जगह बस गए और उधर के लोग पाकिस्तान चले गए। अब यह जमीन राजस्व रेकार्ड में आबादी भूमि है, लेकिन यहां पर अवैध खेती हो रही है। मुख्यमंत्री राजस्व गांव जोड़ने की योजना के तहत सड़कों के प्रस्ताव मांगे थे, इस पर पीडब्ल्यूडी अधिकारियों ने कृष्ण का तला से अमरपुरा राजस्व गांव जोड़ने के लिए 5 किमी.रोड का प्रस्ताव बनाकर भेज दिया। प्रस्ताव मंजूर हो गया और इस सड़क की अंतिम ढाणी को डामरीकृत सड़क से जोड़ दिया। यह करीब तीन से साढ़े तीन किमी. है। आगे करीब डेढ़ किमी. रोड बनाने को लेकर दो साल से विवाद है। कारण यह है कि आगे न तो कोई ढाणी है और न ही खेत हैं। फिर भी पीडब्ल्यूडी अधिकारी सड़क बनाने पर आमादा हैं। दूसरी तरफ बॉर्डर की अंतिम ढाणी का निवासी लूणाराम इसका विरोध कर रहा है क्योंकि यहां सड़क बनने के बाद लोगों की आवाजाही ज्यादा होगी और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी उचित नहीं हैं तथा आगे के कुछ भाग का मुरड़ा कटाण की जगह उसके खेत में कर दिया है। 1.5 किमी. लंबी रोड बनी तो बॉर्डर तारबंदी के गेट तक पहुंचेगी, सुरक्षा को खतरा अभी सड़क तारबंदी से डेढ़ किलोमीटर पीछे तक है। अब यदि आगे पीडब्ल्यूडी सड़क बनाती है तो सामने तारबंदी के गेट पर जाकर पूरी होगी। तारबंदी के पार दो सौ मीटर आगे पाक की चौकी है। यहां पर कोई अवांछित व्यक्ति प्रवेश करता है तो रोड के कारण न तो उसके पद चिन्ह मिलेंगे और न ही सुराग मिल पाएगा। दूसरी तरफ से भारत की बीओपी को जोड़ने के लिए एक सड़क पहले ही बनी हुई है। यह सड़क डेढ़ किमी. में न तो किसी खेत को जोड़ रही है और न ही कोई ढाणी है। भू अभिलेख निरीक्षक मुरारदान के अनुसार पुराना जानू की बावड़ी गांव बाढ़ के दौरान खाली हो गया था, यह बॉर्डर पर है। यह जमीन आबादी भूमि है, यदि यहां कोई काश्त कर रहा है तो 91 की कार्रवाई करके उसको बेदखल किया जाएगा। सीधी बात - अनिल मीणा, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी भास्कर: अमरपुरा राजस्व गांव को जोड़ने वाली सड़क पर क्या विवाद है? एक्सईएन: तीन से साढ़े तीन किमी. सड़क बन गई है। आगे बॉर्डर के पास एक खेत को जोड़ने के लिए सड़क बनानी है।भास्कर: आगे आबादी भूमि है, जहां पुराना गांव था, अब वहां किसी का खेत या ढाणी नहीं है।एक्सईएन: कटाण रास्ते से एक व्यक्ति लोगों को आने जाने नहीं दे रहा हैं, इसलिए आगे तक रोड बना रहे हैं।भास्कर: आगे न खेत है और न ही ढाणी, बॉर्डर का गेट है तो लोगों को आगे कहां जाना है?एक्सईएन: ऐसी मेरी जानकारी में नहीं है, दो साल से सड़क बंद ही पड़ी है।भास्कर: क्या कोई राजनीतिक प्रेशर है रोड बनाने का या कुछ और कारण?एक्सईएन: ऐसा नहीं हैं, तहसीलदार ने कहा था कि आगे रोड बनानी है।
आईआईजीएलएस इंस्टीट्यूट दिल्ली में ग्लोबल रनवे फैशन इवेंट में भाग लेगा
लुधियाना| आईआईजीएलएस इंस्टीट्यूट 21 दिसंबर को दिल्ली में आयोजित प्रतिष्ठित फैशन इवेंट इवॉल्व द ग्लोबल रनवे में भाग ले रहा है। यह अवसर संस्थान और उसके छात्रों के लिए गौरव का विषय है। इस कार्यक्रम में देश की प्रसिद्ध फैशन डिजाइनर अंजू मोदी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। आईआईजीएलएस इंस्टीट्यूट की ओर से इस मंच पर दो विशेष थीम प्रस्तुत की जा रही हैं। पहली थीम एम्पावर्ड एलिगेंस है, जो आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास और आधुनिक सोच को दर्शाती है। इस कलेक्शन में कॉपर लाइक्रा, लेपर्ड प्रिंट और ऑर्गेंजा जैसे फैब्रिक का रचनात्मक उपयोग किया गया है। दूसरी थीम देसी तड़का है, जो पारंपरिक और समकालीन फैशन का खूबसूरत मेल प्रस्तुत करती है। इस कलेक्शन की प्रेरणा राजस्थान और गुजरात की समृद्ध लोकसंस्कृति से ली गई है, जिसमें डेनिम और मिरर फैब्रिक का प्रभावशाली प्रयोग देखने को मिलेगा। इस फैशन आयोजन में कुल बीस छात्रों ने भाग लिया है, जिनमें से पंद्रह छात्र दिल्ली जाकर अपने डिजाइनों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों की इस रचनात्मक यात्रा में फैकल्टी सदस्य मनीषा सोढ़ी और तरनप्रीत कौर का विशेष योगदान रहा है। इस उपलब्धि के पीछे संस्थान की डायरेक्टर गीता नागरथ का निरंतर सहयोग, विश्वास और प्रोत्साहन भी अहम भूमिका निभा रहा है।
टैलेंट हंट में स्टूडेंट्स ने किया प्रतिभा का प्रदर्शन
भास्कर न्यूज | लुधियाना पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल में कक्षा दूसरी के विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए टैलेंट हंट का आयोजन किया। इस प्रदर्शनी में विद्यार्थियों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना के कारण उनकी छिपी प्रतिभाओं का पता चला। प्रदर्शनी को तीन श्रेणियों में बांटा गया था। जिसमें नृत्य, गायन और विशेष छिपी प्रतिभाएं थी। विद्यार्थियों ने प्रसिद्ध नृत्यों पर प्रस्तुतियां दी। कुछ विशेष कलाकारों ने वाद्य यंत्रों के साथ सुंदर प्रदर्शन किया और योगासन भी किए। कलाकारों के प्रदर्शन ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्कूल की प्रिंसिपल डॉ. अनु वर्मा ने बच्चों के उत्साह की सराहना की। सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए विद्यार्थियों को इस तरह की गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया।
पुरानी रंजिश में ढाबा संचालक और बेटे पर चाकू से हमला
भास्कर न्यूज | लुधियाना राम नगर, सिविल लाइन इलाके में एक ढाबे पर काम कर रहे पिता-पुत्र पर चार युवकों ने चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में पुत्र नीरज गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि पिता दानिशाह को भी चोटें आई हैं। पीड़ित दानिशाह के अनुसार, यह घटना 14 दिसंबर की सुबह करीब 9:45 बजे हुई, जब चार युवक ढाबे पर आए और नीरज के साथ मारपीट शुरू कर दी। एक आरोपी ने नीरज के चेहरे और गर्दन पर चाकू से वार किया। जब दानिशाह ने बचाने की कोशिश की, तो दूसरे आरोपी ने उन पर भी हमला किया। राहगीरों को आता देख चारों आरोपी हथियार लेकर फरार हो गए। नीरज को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मेडिकल रिपोर्ट में धारदार हथियार से गंभीर चोटें आने की पुष्टि हुई है। पीड़ित पक्ष ने बताया कि हमलावर उनके पैतृक गांव बिहार के रहने वाले हैं और पुरानी रंजिश के चलते यह हमला किया गया। पुलिस ने दानिशाह के बयान और मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर चारों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
काम पर निकला बुजुर्ग संदिग्ध हालात में लापता
लुधियाना| घर से काम पर निकला एक बुजुर्ग संदिग्ध हालातों में लापता हो गया। मामले में गुरु हरगोविंद नगर निवासी रोबिन बत्रा ने बताया कि उनके पिता सतीश बत्रा (70) एक होजरी फैक्ट्री में काम करते थे। कुछ दिन पहले वह रोज़ की तरह घर से काम के लिए निकले, लेकिन शाम तक वापस नहीं लौटे। परिजनों ने जब होजरी फैक्ट्री में जाकर जानकारी ली तो पता चला कि उस दिन सतीश बत्रा फैक्ट्री में काम पर पहुंचे ही नहीं थे। इसके बाद रिश्तेदारों और परिचितों के घरों में भी उनकी तलाश की गई, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला।
इंदौर के लसूडिया क्षेत्र में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला ने अपनी बेटी और दामाद के खिलाफ धोखाधड़ी और धमकी देने का मामला दर्ज कराया है। महिला का आरोप है कि उसने बेटी की मदद के लिए लाखों रुपए के जेवर दिए थे, जिन्हें बेटी ने बैंक में गिरवी रखकर मकान के लिए लोन ले लिया। बाद में बेटी अपने पति के साथ महाराष्ट्र चली गई और अब जेवर लौटाने के बजाय दामाद जान से मारने की धमकियां दे रहा है। लसूडिया थाना पुलिस के अनुसार, पीड़िता रजनी गढ़वाल ने शिकायत में बताया कि वह अपने पति के साथ इंदौर में रहती हैं। उनका बेटा कर्नाटक में नौकरी करता है। उनकी बेटी अंकिता ने वर्ष 2022 में प्रेम विवाह किया था। पहले दामाद धीरेन्द्र उर्फ राहुल तिवारी उज्जैन में रहते थे, जो वर्ष 2023 में इंदौर के विनायक टावर में रहने आए। उस दौरान बेटी अंकिता इंदौर आती-जाती रहती थी। पीड़िता के अनुसार, फरवरी 2025 में बेटी अंकिता ने फ्लैट खरीदने के लिए लोन की जरूरत बताई और इसके लिए ज्वेलरी मांगी। भरोसे में आकर महिला ने लाखों रुपए के जेवर दे दिए। आरोप है कि बेटी और दामाद ने जेवर बैंक में गिरवी रखकर लोन ले लिया और जल्द ही जेवर वापस करने का आश्वासन दिया। कुछ समय बाद बेटी अपने पति और बच्चे के साथ महाराष्ट्र चली गई। इसके बाद ज्वेलरी को लेकर कोई बातचीत नहीं की गई। जब पीड़िता ने जेवर लौटाने की बात की तो दोनों के बीच मोबाइल पर कहासुनी होने लगी। कई बार संपर्क करने के बावजूद बेटी और दामाद टालमटोल करते रहे। पीड़िता ने बताया कि 8 अक्टूबर को पति और बेटे के कहने पर उन्होंने बेटी को कॉल किया, जिस पर फिर से ज्वेलरी को लेकर विवाद हुआ। उसी रात दामाद राहुल तिवारी ने कॉल कर पति और बेटे को 15 दिन के भीतर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद से लगातार धमकियां मिल रही हैं। पीड़िता ने मामले की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से की, जिसके बाद मंगलवार को वह लसूडिया थाने पहुंचीं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर दामाद के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने यह भी बताया कि उनकी बेटी की पहली शादी टूट चुकी थी। इसके बाद उसने राहुल तिवारी से दूसरी शादी की थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और परिवार की मर्जी के बिना प्रेम विवाह किया गया था।
कानपुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (केआईटी), रूमा ने दो सालों तक छात्रों का दाखिला आटोनॉमस संस्थान के रुप में लिया। जबकि संस्थान ने यूजीसी से अनुमोदन के बाद यूनिवर्सिटी से एनओसी नहीं ली थी। बीते दिनों हुए हंगामे के बाद एकेटीयू की टीम ने आकर मौके पर जांच पड़ताल की। अब पूरे साल ऑटोनॉमस संस्थान द्वारा तैयार पाठ्यक्रम को लेकर पढ़ाई करने वाले छात्रों को अब एकेटीयू द्वारा तैयार सिलेबस के आधार पर एग्जाम देना पड़ेगा। केवल इतना ही नहीं पहले साल संस्थान द्वारा तैयार पाठ्यक्रम के आधार पर परीक्षा पास कर चुके छात्रों के भविष्य पर एकेटीयू की रिपोर्ट के आधार फैसला लिया जाएगा। केआईटी ने छात्रों को फीस वापसी का विकल्प दिया है। लेकिन छात्रों का कहना है कि उनका जो साल बर्बाद हुआ उसकी भरपाई कैसे होगी। छात्र कर रहे हंगामाकेआईटी में पिछले काफी समय से ऑटोनॉमस को लेकर विवाद चल रहा है। छात्रों ने बीते दिनों संस्थान में हंगामा, तोड़फोड़ व आगजनी की थी। छात्रों का कहना था कि उन्होने ऑटोनामस संस्थान जानकर एडमिशन लिया। अब पता चल रहा है कि ऑटोनामस होने में कुछ पेंच फंसा है। उनकी अब दो साल की मेहनत एकेटीयू के फैसले पर निर्भर करती है। बतात चलें कि तोड़फोड़ व आगजनी वाले मामले की जांच पुलिस कर रही है। यह हुई गलती बताते चलें कि केआईटी को यूजीसी की ओर से 10 साल एकेडमिक ऑटोनॉमस का अनुमोदन मिल गया। नियमानुसार किसी भी संस्थान को अगर यूजीसी से ऑटोनॉमस का अनुमोदन मिलता है तो उसे एकेटीयू (या संबद्ध विवि) से एनओसी लेनी होती है। केआईटी ने एकेटीयू ने एनओसी लिए बिना अपना कामकाज शुरु कर दिया और हंगामा खड़ा हो गया। आटोनामस में एडमिशन, परीक्षा का पैटर्न भी बदला केआईटी में एडमिशन प्रक्रिया की बात करें तो एकेडमिक सेशन 2024-25 में आईटी ने ऑटोनाॅमस संस्थान के तहत ही दाखिला लिया। संस्थान ने प्रैक्टिकल 70 और थ्योरी 30 अंक की तय कर परीक्षा कराई गई। जबकि एकेटीयू में 30 अंक के प्रैक्टिकल और 70 अंक की थ्योरी होती है। जिसके आधार पर छात्रों का परिणाम जारी हुआ और उन्होंने दूसरे साल प्रवेश ले लिया। हाईकोर्ट से हार गए केसएकेटीयू से एनओसी न लेने पर इस प्रक्रिया को रद्द माना गया। तब संस्थान कोर्ट गया। इसके बाद 2025-26 सेशन में भी एडमिशन ऑटोनॉमस संस्थान के रूप में ही लिए गए। हाईकोर्ट में केस हार जाने के बाद संस्थान को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने 2025-26 बैच के छात्रों का एकेटीयू से पंजीकरण करा दिया, जिसके बाद छात्रों का सेंटर दूसरे संस्थान में गया। सेंटर दूसरी जगह जाने पर मामले का खुलासा हुआ। छात्रों का नहीं होगा नुकसान एकेटीयू के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि छात्रों का नुकसान नहीं होगा, लेकिन छात्रों के मन में अभी संशय है।केआईटी के जिम्मेदारों का कहना है कि कुछ छात्रों ने फीस वापस मांगी है। हालांकि यह छात्र पहले से ही आवेदन कर चुके थे।
वेस्टर्न डिस्टरबेंस खत्म होने के साथ ही राजस्थान में हवा चलनी शुरू हो गई हैं। रात के न्यूनतम तापमान में गिरावट होने से सर्दी तेज हो गई। घने कोहरे के कारण बीकानेर संभाग और उसके आसपास के जिलों में आवाजाही प्रभावित हो रही है। कोहरे के कारण गंगानगर में मंगलवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा, जहां का अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने राज्य में आज भी घना कोहरा रहने का अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे के दौरान बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, जैसलमेर के एरिया में घना कोहरा रहा। इस कारण गंगानगर में मंगलवार अधिकतम तापमान 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, ये इस सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। फतेहपुर में पारा 4 डिग्री पहुंचा उत्तरी हवाओं के चलने से शेखावाटी समेत दूसरे शहरों में रात की सर्दी तेज होने लगी। यहां न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू हो गई। मंगलवार को फतेहपुर में सबसे ठंडी रात रही, जहां का न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। करौली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.9, दौसा में 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। आज इन जिलों में कोहरे का यलो अलर्ट मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने 17 दिसंबर को गंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ़ के एरिया में घना कोहरा रहने का यलो अलर्ट जारी किया है। जबकि 18 दिसंबर से प्रदेश में मौसम साफ रहेगा और कोहरे का प्रभाव कम रहेगा। 18 दिसंबर के बाद एक नया वेस्टर्न डिर्स्टबेंस एक्टिव होगा, जिसके प्रभाव से राज्य के बीकानेर, जैसलमेर के एरिया में 19 से 22 दिसंबर के बीच आसमान में हल्के बादल छा सकते हैं।
केंद्र सरकार के महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण घरों में नल से जल पहुंचाने की योजना में राजस्थान पिछड़ गया है। 34 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सूची में प्रदेश 31वें स्थान पर है। सिर्फ केरल (54.76%), झारखंड (55.09%) और पश्चिम बंगाल (56.45%) ही उससे नीचे हैं। देश में कुल ग्रामीण परिवारों में से 81.37% घरों में नल जल की आपूर्ति की जा रही है। राजस्थान में यह आंकड़ा 57.67% ही है। यह राष्ट्रीय औसत से लगभग 24% कम है। यह आंकड़े लोकसभा में जल शक्ति मंत्री की ओर से बताए गए हैं। सरकार ने जल जीवन मिशन अगस्त 2019 में शुरू किया था। तब प्रदेश के 107.74 लाख ग्रामीण परिवारों में से केवल 11.74 लाख (10.90%) के पास ही नल जल कनेक्शन थे। अगस्त 2019 से लेकर दिसंबर 2025 के पहले सप्ताह तक 46.64 लाख नए कनेक्शन दिए हैं। बावजूद इसके कुल 107.74 लाख परिवारों में से 62.13 लाख परिवारों को ही नल से जल की आपूर्ति मिल रही है। यह कुल ग्रामीण परिवारों का 57.67% है। लगभग 42% ग्रामीण परिवार अभी भी कनेक्शन की प्रतीक्षा में है। आंकड़ों के अनुसार किसी भी जिले ने अब तक 100% ग्रामीण परिवारों को नल जल कनेक्शन देने का लक्ष्य पूरा नहीं किया है। नवीनतम आंकड़ों के अनुसार राज्य के कुल 1 करोड़ 7 लाख 74 हज़ार 308 ग्रामीण परिवारों में से 62 लाख 13 हज़ार 106 को नल से जल का कनेक्शन मिला है। जिससे राज्य का समग्र कवरेज 57.67% हो पाया है। हालांकि राष्ट्रीय औसत 81.37% से काफी पीछे है। मगर पांच जिलों का प्रदर्शन लक्ष्य के नजदीक है। इनमें हनुमानगढ़ सर्वाधिक 90.21% कवरेज के साथ राज्य में पहले स्थान पर है। जबकि भीलवाड़ा 87.65%, श्रीगंगानगर 87.10%, डीडवाना-कुचामन 84.17% व पाली में पाली 83.80% घरों में जल कनेक्शन किए गए हैं। जबकि 65% से 75% वाले जिलों में झालावाड़ 73.32%, चूरू 67.39%, राजसमंद 67.13% और टोंक 66.47% शामिल है। दूसरी ओर अजमेर, जोधपुर, सिरोही, बीकानेर और झुंझुनू जैसे कई जिले 50 से 58 प्रतिशत के बीच चल रहे हैं। 8 जिलों में 40 प्रतिशत से भी कम कनेक्शन सबसे बड़ी चुनौती उन जिलों से आ रही है जहां प्रगति की दर बहुत धीमी है। सबसे निचले पायदान पर पश्चिमी राजस्थान में बाड़मेर है। जहां केवल 21.16% ग्रामीण परिवारों को ही नल कनेक्शन मिला है। जबकि यह सूखा प्रभावित क्षेत्र है और पानी की सबसे ज्यादा जरूरत है। इसी तरह डीग 26.83%, चित्तौड़गढ़ 28.91%, डूंगरपुर 32.09%, प्रतापगढ़ 34.26%, बांसवाड़ा 36.55%, उदयपुर 36.40% और बूंदी में 36.34% कनेक्शन हो पाए हैं।
जानलेवा हमले का आरोपी गिरफ्तार:दो नाबालिगों को भी पकड़ा, घर में घुसकर की थी मारपीट
प्रतापनगर सदर थाना पुलिस ने जानलेवा हमला एवं के प्रयास की वारदात में कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के भीतर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। घटना में शामिल दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है। ये है मामला सोमवार ने प्रियंका (35) पत्नी सुनील, निवासी लाला लाजपत राय कॉलोनी ने प्रतापनगर सदर ने थाने में रिपोर्ट देकर बताया कि रविवार शाम संजय, विनीत, हरीश सहित अन्य व्यक्तियों ने एकराय होकर उनके घर में घुसकर गाली-गलौच की, उनकी पुत्रियों सानिया, शालू व संगीता के साथ मारपीट की तथा लज्जाभंग का प्रयास किया। बीच-बचाव करने पर परिवार के सदस्यों के साथ लोहे के पाइप से मारपीट की गई। वाहन के शीशे तोड़े गए और घर पर पथराव किया गया। पीड़िता की पुत्री सानिया को गले व पीठ पर गंभीर अंदरूनी चोटें आईं। रिपोर्ट पर थाना प्रतापनगर सदर में प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया। आरोपी के साथ दो नाबालिग भी पकड़ेघटना की गंभीरता को देखते हुए थाना स्तर पर विशेष टीम गठित की गई। घटनास्थल का निरीक्षण कर एफएसएल टीम से साक्ष्य संकलन कराया गया तथा पीड़ितों का मेडिकल परीक्षण करवाया गया। जांच के दौरान आरोपी देवेन्द्र (33) पुत्र जोराराम निवासी लाला लाजपत राय कॉलोनी प्रतापनगर सदर को दस्तयाब कर पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। साथ ही घटना में शामिल दो नाबालिगों को भी पकड़ा गया है। प्रकरण में आगे की जांच जारी है।
जोधपुर में कांग्रेस की तरफ से भाजपा सरकार द्वारा मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) को कमजोर करने, महात्मा गांधी के नाम को हटाने तथा रोजगार के कानूनी अधिकार को समाप्त करने के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया जाएगा । जोधपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता संजय गौड ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार आज शाम 4 बजे मेडिकल कॉलेज के बाहर महात्मा गांधी की मूर्ति के पास जोधपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ओमकार वर्मा और वरिष्ठ कांग्रेसजन के नेतृत्व में शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा जोधपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ओंमकार वर्मा ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक तरफ राजस्थान में अपने 2 साल पूरे करने का झूठा श्रेय लेना चाह रही है। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम को इस प्रकार से राष्ट्रीय योजनाओं से हटकर उनका जो अपमान कर रही है वह कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर सहन नहीं करेगी और उसका पुर् विरोध करेगी प्रदर्शन में ये होंगे शामिल विरोध प्रदर्शन में सभी वरिष्ठ कांग्रेसी, जिला कांग्रेस कमेटी के निवर्तमान पदाधिकारी, सांसद प्रत्याशी, विधायक प्रत्याशी, पूर्व विधायक, निवर्तमान महापौर, निवर्तमान पार्षद, पार्षद प्रत्याशी, पूर्व पार्षद, ब्लॉक अध्यक्ष और कार्यकारिणी, मंडल अध्यक्ष और कार्यकारिणी, अग्रिम संगठन के अध्यक्ष और कार्यकारिणी, प्रकोष्ठ और विभाग के अध्यक्ष और कार्यकारिणी, बूथ अध्यक्ष व सभी सम्मानित कांग्रेसजन उपस्थित होकर इस विरोध प्रदर्शन में भाग लेंगे और अपना विरोध जताएंगे।
यूपी में शीतलहर और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में साफ दिखने लगा है। ठंडी हवाओं की वजह से तापमान तेजी से गिरा है। 16 दिसंबर की सुबह न्यूनतम तापमान (6.6 डिग्री सेल्सियस) इटावा में दर्ज किया गया। वहीं, आगरा, प्रयागराज, बरेली और मुरादाबाद में विजिबिलिटी लगभग शून्य दर्ज की गई। इसके चलते सड़कों पर 10 मीटर तक देख पाना भी मुश्किल हो गया। मौसम विभाग के मुताबिक, 6 जिलों में जीरो विजिबिलिटी और 10 जिलों में 50 से कम विजिबिलिटी दर्ज की गई। घने कोहरे के चलते सड़क हादसों में भी इजाफा हुआ है। 16 दिसंबर को ही मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के कारण भीषण सड़क दुर्घटना हुई। इसमें 7 बसें और 3 कारें आपस में टकरा गईं। इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग जिलों में कोहरे की वजह से 6 और सड़क हादसे सामने आए। यूपी में अचानक कोहरा (धुंध) बढ़ने का कारण क्या है? कोहरा बनता कैसे है? एक्सप्रेस-वे पर कोहरे की स्थिति क्या है? विजिबिलिटी मापने का तरीका क्या है? क्या हादसों की मुख्य वजह कोहरा ही है? इन सारे सवालों के जवाब पढ़िए... सबसे पहले जानिए कोहरा-धुंध क्या है? हवा में मौजूद पानी की भाप जब जमीन के पास ही बहुत छोटी बूंदों में बदल जाती है और बादल की तरह फैल जाती है, तो उसे कोहरा कहते हैं। यह जमीन की सतह के ठीक ऊपर रहता है। जब कोहरा बहुत घना होता है, तो सामने की चीजें साफ दिखाई नहीं देतीं। ऐसी स्थिति में दृश्यता एक किलोमीटर से भी कम हो जाती है। दूर की वस्तुएं धुंधली नजर आने लगती हैं। कोहरा-कुहासा में अंतर, विजिबिलिटी होती क्या है? मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश के अनुसार, कोहरा और कुहासा दोनों ही हवा में नमी से बनते हैं। लेकिन इनकी घनता और असर अलग-अलग होता है। कोहरा बहुत घना होता है। सामने की चीजें साफ दिखाई नहीं देतीं। कुहासा हल्का होता है। इसमें धुंधली-धुंधली चीजें दिखाई देती हैं। जहां तक विजिबिलिटी की बात है, तो आसान शब्दों में कहें तो ये बस उतना ही है कि आप कितनी दूर तक देख पा रहे हैं। लेकिन, इसकी वैज्ञानिक भाषा भी है, जो मौसम विभाग ने तय कर रखी है। मौसम विभाग के मुताबिक, विजिबिलिटी का मतलब है, दिन के समय कोई व्यक्ति खुली आंखों से कितनी दूर तक डार्क ऑब्जेक्ट को देख पा रहा। इसी तरह रात के समय कोई व्यक्ति खुली आंखों से कितनी दूर तक कितने लाइट ऑब्जेक्ट को देख पा रहा। विजिबिलिटी मापने का तरीका क्या है? एक्सपर्ट्स बताते हैं- विजिबिलिटी कितनी है, इसको मापने के लिए एक खास तरह का इंस्ट्रूमेंट होता है। मौसम विभाग दृष्टि नाम की डिवाइस का इस्तेमाल करता है। इसे एयरपोर्ट पर लगाया जाता है। इसके जरिए होरिजेंटल विजिबिलिटी मापी जाती है, यानी सामने की तरफ। इससे पता लगाया जाता है कि सामने की तरफ कितनी दूर तक देख पा रहे। यूपी में कोहरे की मौजूदा स्थिति क्या है? स्काईमेट वेदर के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. महेश पलावत के मुताबिक, 13 और 14 दिसंबर को पूर्वी हवाएं चल रही थीं। भले ही इनकी रफ्तार कम थी, लेकिन इनके प्रभाव से वातावरण में नमी काफी बढ़ गई। उस दौरान तापमान भी कम था और हवाएं कमजोर थीं। कम तापमान, ज्यादा नमी और कमजोर हवाएं- ये तीनों कोहरा बनने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं। इसी वजह से 15 दिसंबर को कोहरा काफी घना देखने को मिला। 16 दिसंबर को हवाओं की दिशा बदल गई। अब वे पश्चिम दिशा से चल रही हैं। हवाओं की रफ्तार भी बढ़कर करीब 14 से 15 किलोमीटर प्रति घंटा हो गई है। इसके चलते राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली की ओर बना कोहरा अब खिसककर उत्तर प्रदेश, खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश की तरफ शिफ्ट हो गया है। मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश बताते हैं- यूपी में इस समय कोहरे का असर तेजी से बढ़ा है। सुबह और देर रात के घंटों में कई जिलों में घना से बहुत घना कोहरा देखने को मिल रहा है। हालांकि, सुबह के समय ज्यादातर इलाकों में हल्के से मध्यम कोहरे की स्थिति है। पश्चिमी और मध्य यूपी के कई जिलों में घना कोहरा, कहीं-कहीं विजिबिलिटी बेहद कम है। कुछ शहरों में विजिबिलिटी 10-50 मीटर तक सिमट रही है वहीं सड़क, रेल और हवाई यातायात पर असर पड़ रहा है। साथ ही मौसम शुष्क बना हुआ है, बारिश की कोई संभावना नहीं है। एनवायरमेंट एक्सपर्ट प्रो. अजय आर्य बताते हैं- अभी जो दिख रहा है, वो फॉग और प्रदूषण का मिश्रण है। इसे कुहासा नहीं कहा जा सकता। फिलहाल तापमान इतना कम नहीं हुआ कि इसे प्राकृतिक कुहासा माना जाए। अभी ओस भी ज्यादा नहीं गिर रही। अनुमान है, 25 दिसंबर के बाद ओस गिरनी शुरू होगी। वहीं थोड़ी हवा चलने पर यह धुंध कम हो जाएगी और मौसम धीरे-धीरे साफ होने लगेगा। मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, 16 से 20 दिसंबर के बीच यूपी में मौसम शुष्क रहने की संभावना है। इस दौरान सुबह के वक्त हल्के से मध्यम, जबकि कुछ जगहों पर घना कोहरा देखने को मिल सकता है। बारिश की फिलहाल कोई संभावना नहीं जताई गई है। यूपी में क्यों होता है इतना है कोहरा? मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश बताते हैं- राज्य के मैदानी इलाकों में नमी अधिक, तापमान कम और हवाएं धीमी होने की वजह से कोहरा लगातार बढ़ रहा। गंगा-यमुना के मैदान, नदियों की नमी और हिमालय से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण प्रदेश के कई जिलों में सुबह के समय विजिबिलिटी बेहद कम हो रही है। कई इलाकों में विजिबिलिटी 10-50 मीटर तक सीमित है। वहीं, भारी वाहनों और ट्रैफिक के चलते सड़क हादसों की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा। पश्चिमी विक्षोभ और प्रदूषण भी कोहरे को और घना बना रहे। प्रदेश के कई जिलों में यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। यलो अलर्ट तब जारी किया जाता है, जब दृश्यता 200 से 500 मीटर के बीच होती है। वहीं, ऑरेंज अलर्ट तब जारी होता है, जब कोहरा खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है। विजिबिलिटी 50 से 200 मीटर या उससे कम होती है। एक्सप्रेस-वे पर कोहरा ज्यादा नजर क्यों आता है? स्काईमेट वेदर के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. महेश पलावत बताते हैं- यूपी में एक्सप्रेस-वे और खुले मैदानों में कोहरे का असर आम इलाकों की तुलना में ज्यादा देखा जा रहा। खुले क्षेत्रों में जमीन जल्दी ठंडी हो जाती है और उसके ऊपर की हवा भी ठंडी हो जाती है। हवा में मौजूद नमी ठंडी सतह के संपर्क में आते ही संघनित होकर घना कोहरा बनाती है। वहीं, हवा की गति भी कोहरे की घनता पर असर डालती है। जहां हवा तेज चलती है, वहां नमी फैल जाती है और कोहरा हल्का रहता है। जबकि धीमी या शांत हवा वाले क्षेत्रों में नमी जमीन के पास जमा होकर कोहरा ज्यादा घना बनाती है।इस वजह से प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में कोहरे की स्थिति अलग-अलग देखी जा रही है। गाड़ी चलाने के लिए कितनी विजिबिलिटी होनी चाहिए? डॉ. महेश पलावत बताते हैं- कि सुरक्षित गाड़ी चलाने के लिए कम से कम 100-200 मीटर विजिबिलिटी होनी चाहिए। हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर यह दूरी 200-300 मीटर तक होनी जरूरी है। अगर विजिबिलिटी 50-100 मीटर से कम हो, तो वाहन चालकों को धीरे चलाने या सुरक्षित स्थान पर गाड़ी रोकने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, कोहरे में लो बीम हेडलाइट और फॉग लाइट का इस्तेमाल करना भी जरूरी है। हाई बीम लाइट से बचना चाहिए। अभी घना कोहरा क्यों पड़ रहा? एक्सपर्ट बताते हैं, हाल के दिनों में चली पूर्वी हवाओं के चलते वातावरण में नमी काफी बढ़ गई है। वहीं, रात और सुबह के समय तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके साथ ही हवाओं की रफ्तार कमजोर रहने से नमी एक जगह जमा हो गई, जिससे कोहरा और घना हो गया। खुले इलाकों और एक्सप्रेस-वे पर जमीन तेजी से ठंडी हो रही है। इससे जमीन के पास की हवा भी ठंडी होकर नमी को सूक्ष्म बूंदों में बदल रही है, जो घने कोहरे का कारण बन रही है। इसके अलावा हवा में मौजूद धूल और प्रदूषण के कण भी कोहरे को और गाढ़ा बना रहे हैं। मौसम विभाग का कहना है कि जब तक नमी बनी रहेगी और हवाओं की गति कम रहेगी, तब तक सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। नागरिकों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। कोहरे में सड़क हादसे क्यों बढ़ जाते हैं? घने कोहरे के दौरान सड़क हादसों में बढ़ोतरी की सबसे बड़ी वजह विजिबिलिटी का अचानक कम हो जाना है। जब सामने का रास्ता साफ नजर नहीं आता, तो वाहन चालकों को समय पर ब्रेक लगाने या दिशा बदलने का मौका नहीं मिल पाता। कोहरे में कई बार 10-20 मीटर से आगे कुछ दिखाई नहीं देता। इसके बावजूद कुछ चालक सामान्य रफ्तार से वाहन चलाते हैं, जिससे खतरा बढ़ जाता है। वहीं, हेडलाइट का गलत इस्तेमाल- खासकर हाई बीम लाइट- रोशनी को कोहरे से टकराकर आंखों में वापस भेज देती है, जिससे देखने की क्षमता और घट जाती है। इसके अलावा, सड़क के डिवाइडर, लेन मार्किंग और साइन बोर्ड धुंधले हो जाते हैं। सुबह के समय नींद या थकान की स्थिति में ड्राइविंग करना भी हादसों की आशंका बढ़ा देता है। हाईवे और एक्सप्रेस-वे पर अचानक ब्रेक लगने से एक के बाद एक कई वाहन टकरा जाते हैं, जिससे बड़े हादसे हो जाते हैं। मोहम्मद दानिश बताते हैं कि कोहरे में धीमी गति, सुरक्षित दूरी और सही लाइट का इस्तेमाल ही सड़क हादसों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। यूपी में एक्सप्रेसवे पर कोहरे की स्थिति क्या है? मौसम वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश बताते हैं- यूपी में घने कोहरे का असर लगभग सभी प्रमुख एक्सप्रेस-वे पर देखने को मिल रहा। सुबह और देर रात के समय दृश्यता बेहद कम होने से यातायात प्रभावित है। अधिकतर एक्सप्रेस-वे पर सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा मिल रहा। वहीं कई हिस्सों में विजिबिलिटी 10 से 50 मीटर तक सिमटी है। खुले और समतल इलाके होने के कारण एक्सप्रेस-वे पर कोहरा ज्यादा देर तक टिक रहा। ----------------------------- ये खबर भी पढ़ें... मथुरा में 8 बसें-3 कारें टकराईं, 13 जिंदा जले, शरीर के टुकड़े 17 पॉलिथीन में ले गए; एक्सप्रेस-वे पर हादसा मथुरा में यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते 8 बसें और 3 कारें भिड़ गईं। टक्कर होते ही गाड़ियों में आग लग गई। भाजपा नेता समेत 13 लोगों की जलकर मौत हो गई। 70 लोग घायल हैं। मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है, क्योंकि बसों में कटे हुए अंग मिले हैं। पुलिस ने इन्हें 17 पॉलिथीन बैग में भरकर ले गई है। अब डीएनए टेस्ट से इनकी पहचान की जाएगी। पढ़िए पूरी खबर...
यूपी भाजपा को लंबे इंतजार के बाद नया अध्यक्ष मिल चुका है। अब पार्टी की नई प्रदेश टीम के गठन की हलचल शुरू हो गई है। पार्टी के अग्रिम मोर्चों के अध्यक्षों के साथ क्षेत्रीय अध्यक्षों में भी बदलाव होगा। जानकारों का मानना है, क्षेत्रों से लेकर प्रदेश तक टीम आगामी पंचायत और विधानसभा चुनाव में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन को देखकर ही बनाई जाएगी। टीम में कुछ नए चेहरों को जगह मिलेगी, कुछ पुराने चेहरों को बाहर किया जा सकता है। भाजपा के तत्कालीन अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने मार्च, 2025 में प्रदेश टीम बनाई थी। चौधरी को प्रदेश टीम बनाने में करीब 7 महीने का समय लगा था। भाजपा के पदाधिकारी मानते हैं कि नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी को पार्टी की नई प्रदेश और क्षेत्रीय टीमों का गठन पंचायत चुनाव से पहले करना होगा। नई टीम में अग्रिम मोर्चों के मौजूदा प्रदेश अध्यक्षों के साथ क्षेत्रीय अध्यक्षों को भी जगह मिल सकती है। पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी बताते हैं कि अगर कुछ क्षेत्रीय अध्यक्षों को हटाने से नाराजगी बढ़ती है, तो उन्हें क्षेत्र से हटाकर प्रदेश टीम में जगह दी जा सकती है। पढ़िए खास खबर... स्वतंत्र देव की टीम काम कर रहीभाजपा के अग्रिम मोर्चों के साथ मीडिया विभाग, आईटी एवं सोशल मीडिया सहित अन्य विभागों और प्रकोष्ठों में अभी तक पूर्व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की टीम ही काम कर रही है। भूपेंद्र चौधरी के साढ़े 3 साल के कार्यकाल में निकाय चुनाव, लोकसभा चुनाव, उपचुनाव सहित संगठनात्मक कार्यक्रमों के कारण नई टीमें नहीं बनाई जा सकीं। पंकज चौधरी की पसंद से बनेगी टीमभाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष पंकज सिंह अपनी पसंद से टीम बनाएंगे। जानकार मानते हैं, पंकज अपने भरोसेमंद और अनुभवी कार्यकर्ताओं को टीम में जगह देंगे। इसके चलते कुछ मौजूदा पदाधिकारी बाहर हो सकते हैं या उनकी भूमिका बदली जा सकती है। टीम बनाने के लिए पहले दौर में पंकज चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह बैठक करेंगे। उसके बाद टीम के पैनल पर प्रदेश की कोर कमेटी और आरएसएस से चर्चा की जाएगी। कोर कमेटी की ओर से तैयार पैनल को पीएम नरेंद्र मोदी, कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन नवीन, महामंत्री संगठन बीएल संतोष तक भेजा जाएगा। वहां से हरी झंडी मिलने के बाद टीम घोषित होगी। अग्रिम मोर्चों को मिले दो कार्यकालभाजपा के 7 अग्रिम मोर्चों का गठन तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने साल-2021 में किया था। उसके बाद पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा उठाने वाले भूपेंद्र चौधरी का साढ़े 3 साल का कार्यकाल बीत गया। लेकिन, अग्रिम मोर्चों के अध्यक्ष नहीं बदले गए। भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष गीता शाक्य, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशुदत्त द्विवेदी, अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह, ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप, एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र कनौजिया और अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष संजय गोंड ने 2 कार्यकाल पूरे कर लिए हैं। राजनीति के जानकारों का मानना है, अग्रिम मोर्चों में भी अध्यक्ष सहित पूरी टीम बदली जाएगी। युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष के लिए बिलग्राम मल्लावां से विधायक आशीष कुमार सिंह आशू, युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री वरुण गोयल, हर्षवर्धन सिंह प्रबल दावेदार हैं। युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पद पर ठाकुर या वैश्य की नियुक्ति होने पर महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पद किसी ब्राह्मण महिला कार्यकर्ता को मिल सकता है। हारे हुए घोड़े सिखाते हैं चुनावी दौड़भाजपा की मौजूदा प्रदेश टीम में बड़ी संख्या में ऐसे पदाधिकारी हैं, जो या तो खुद चुनाव नहीं लड़े या हारे हुए हैं। उसके बाद भी प्रदेश से लेकर जिलों तक चुनावी दांव-पेंच सिखाने जाते हैं। प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य 2022 में ऊंचाहार से सपा के मनोज पांडेय से चुनाव हारे थे। उसके बाद उन्हें राज्यसभा भेजा गया। प्रदेश उपाध्यक्ष सलिल विश्नोई 2017 में कानपुर की सीसामऊ से चुनाव हार गए थे, लेकिन उन्हें विधान परिषद भेजा गया। विश्नोई 2022 लगातार दूसरी बार कानपुर की सीसामऊ सीट से चुनाव हार गए थे। प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक भी 2002 में निजामाबाद से चुनाव हार गए थे। नीलम सोनकर भी लालगंज से चुनाव हार चुकी हैं। टिकट काटकर बनाया प्रदेश पदाधिकारी लंबे समय से प्रदेश टीम के सदस्यभाजपा की प्रदेश टीम में प्रदेश उपाध्यक्ष और महामंत्री पद पर कई ऐसे पदाधिकारी हैं, जो बीते 7 से 11 साल से बने हुए हैं। जातीय समीकरण और लखनऊ से दिल्ली तक आरएसएस, सरकार और भाजपा के बड़े नेताओं का वरदहस्त होने से टीम में लगातार जगह बनाए हैं। इनमें से ज्यादातर विधान परिषद और राज्यसभा में भी पहुंच गए हैं। क्षेत्रीय अध्यक्ष बदले जाएंगेभाजपा सूत्रों के मुताबिक, अवध, काशी, ब्रज, पश्चिम, गोरखपुर और कानपुर में भाजपा की क्षेत्रीय टीमों में भी बदलाव होगा। काशी क्षेत्र के अध्यक्ष सहजानंद राय नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष पंकज चौधरी के करीबी हैं। ऐसे में उन्हें एक मौका और दिया जा सकता है। अवध के क्षेत्रीय अध्यक्ष कमलेश मिश्रा को भी बदलकर अवध में किसी ब्राह्मण या पिछड़े चेहरे को मौका दिया जाएगा। कमलेश को पार्टी की प्रदेश टीम में जगह मिल सकती है। काशी के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल को लेकर लखनऊ से लेकर दिल्ली तक शिकायतें पहुंची हैं। ऐसा माना जा रहा है कि दिलीप पटेल को हटाकर किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है। वहीं पश्चिम के क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया पूर्व प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी के करीबी हैं। उन्हें क्षेत्र से हटाकर प्रदेश में जिम्मेदारी दी जा सकती है। कानपुर के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल को एक मौका और मिल सकता है। ब्रज के क्षेत्रीय अध्यक्ष दुर्विजय शाक्य को भी बदले जाने की पूरी संभावना है। जानकार मानते हैं, जिलाध्यक्षों के चुनाव के दौरान कुछ क्षेत्रीय अध्यक्षों के खिलाफ शिकायतें लखनऊ से दिल्ली तक पहुंची थीं। आने वाले समय में नए क्षेत्रीय अध्यक्षों के चयन और वर्तमान क्षेत्रीय अध्यक्षों के संगठन में समायोजन में उन शिकायतों के आधार पर विचार किया जाएगा। राजनाथ के बेटे पंकज की जगह ले सकते हैं नीरजरक्षामंत्री राजनाथ सिंह के बड़े बेटे पंकज सिंह लगातार 11 साल से पार्टी की प्रदेश टीम में हैं। दूसरी बार नोएडा से विधायक भी हैं। ऐसा माना जा रहा है कि पंकज चौधरी की नई टीम में पंकज सिंह की जगह राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह को जगह मिल सकती है। नीरज सिंह भाजपा में काफी सक्रिय हैं। लखनऊ में होने वाले पार्टी के कार्यक्रमों को सफल बनाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। बीते दिनों पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष ने भी एक कार्यक्रम में उनकी प्रशंसा की थी। वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक आनंद राय कहते हैं- जाहिर सी बात है, नई टीम में कुछ लोगों की छुट्टी होती है, कुछ नए चेहरों को मौका दिया जाएगा। पंकज चौधरी सकारात्मक राजनीति करते हैं। लिहाजा नई टीम बनाने में सरकार और संघ से भी समन्वय करेंगे। नई टीम बनाने में समय लगेगा, इसकी लंबी प्रकिया है। अभी खरमास चल रहा है, इसलिए 14 जनवरी के बाद ही कमेटी बनाने की कवायद शुरू होगी। कुर्मी समाज से पंकज चौधरी प्रदेश अध्यक्ष हो गए हैं। इसलिए काशी के क्षेत्रीय अध्यक्ष दिलीप पटेल की छुट्टी होगी। उनकी जगह किसी अन्य पिछड़ी जाति के चेहरे को मौका दिया जाएगा। ----------------------- ये खबर भी पढ़ें... यूपी में फरवरी तक होगा मंत्रिमंडल विस्तार, भूपेंद्र चौधरी समेत 3-4 नए मंत्री बनाए जाएंगे, जानिए रेस में कौन? यूपी में भाजपा अध्यक्ष बनाने के बाद अब योगी सरकार 2.0 के दूसरे मंत्रिमंडल विस्तार की बारी है। सूत्रों के मुताबिक, फरवरी- 2026 तक मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, एमएलसी डॉ. महेंद्र सिंह, रामपुर के विधायक आकाश सक्सेना समेत कई नेताओं को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। पढ़ें पूरी खबर
MP-UP में आज घने कोहरे की चेतावनी:कर्नाटक के ऊटी में बर्फ जमी; श्रीनगर में रात का तापमान -1.8°C दर्ज
देश के सर्दी बढ़ने के साथ मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान जैसे मैदानी राज्यों में घना कोहरे का असर दिखने लगा है। मंगलवार को यूपी के मथुरा समेत अलग-अलग जगहों पर कोहरे के कारण वाहन आपस में टकराए। यमुना एक्सप्रेस वे पर कोहरे के चलते 8 बसें और 3 कारें टकराईं। हादसे में 13 लोगों की जलकर मौत हो। 5 घटनाओं में 25 लोगों की मौत हुई। 70 से ज्यादा घायल भी हुए। मंगलवार को मध्य प्रदेश में भोपाल सबसे ज्यादा ठंडा रहा। यहां तापमान 4.5C रिकॉर्ड किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान रहा। इधर, राजस्थान के ज्यादातर जिलों में मिनिमम तापमान 10C से नीचे दर्ज किया गया है। श्रीगंगानगर में कोहरे के कारण विजिविलिटी 10 मीटर से भी कम रही। तमिलनाडु में कोल्ड वेव का अलर्ट है। हिल स्टेशन ऊटी में भी कारों पर बर्फ की परत जम गई। यहां मंगलवार सुबह का तापमान 13C रिकॉर्ड किया गया। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में रात का तापमान गिरकर -1.8C पहुंच गया। साथ ही यहां घना कोहरा भी छाया। वहीं कोकरनाग में न्यूनतम -0.6C रहा। गुलमर्ग घाटी में तापमान -0.5C के साथ फ्रीजिंग पॉइंट के ऊपर दर्ज किया गया।
तात्कालिक भाषण में बेनी निबंध में पीयूष विजेता
शिवपुरी| शहर के सरस्वती विद्यापीठ स्कूल में मंगलवार को देवपुत्र बाल महोत्सव का आयोजन किया गया, जिसमें पांच प्रतियोगिताओं का आयोजन हुआ। निबंध प्रतियोगिता में सेवा भारती छात्रावास के पियूष जाटव प्रथम और दीपक आदिवासी द्वितीय रहे। तात्कालिक भाषण में बेनी माधव राठौर ने बाज़ी मारी। इसके अलावा चित्रकला, सुनो कहानी और सुनो कविता प्रतियोगिताओं में भी विजेताओं का चयन किया गया। चित्रकला में सत्यम खटीक प्रथम, हार्दिक शर्मा द्वितीय और हर्षिता रावत तृतीय रही। सुनो कहानी में प्रेक्षा श्रीवास्तव प्रथम और सुनो कविता में विकास धाकड़ ने पहला स्थान प्राप्त किया। सेवा भारती छात्रावास में 70 जरूरतमंद आदिवासी और जाटव छात्रों को मुफ्त शिक्षा दी जा रही है। कार्यक्रम में चार स्कूलों के लगभग 1,000 बच्चों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि एसपी अमनसिंह राठौड़ और प्रांत संगठन मंत्री निखिलेश माहेश्वरी ने विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
डीन ने बैटिंग तो अधीक्षक ने की बॉलिंग
भास्कर संवाददाता | शिवपुरी मेडिकल कॉलेज में पहली बार डॉक्टर खिलाड़ी के रूप में मैदान में नजर आए। श्रीमंत राजमाता विजयाराजे सिंधिया चिकित्सा महाविद्यालय में वार्षिकोत्सव 2025 का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ हुआ। डीन डॉ. डी. परमहंस और आयोजन समिति अध्यक्ष अधीक्षक डॉ. आशुतोष चौऋषि ने मशाल प्रज्ज्वलित कर रैली निकाली। लिटरेरी, फाइन आर्ट्स, स्पोर्ट्स और सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। खेल मैदान में डीन ने बैटिंग की और अधीक्षक ने गेंदबाजी कर छात्रों का उत्साह बढ़ाया। डीन ने खेलों को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक विकास के लिए आवश्यक बताया। छात्रों ने मार्गदर्शन के लिए कॉलेज प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया। खेल के महत्व को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता मेडिकल कॉलेज वार्षिकोत्सव- खेल गतिविधियों से हुई शुरुआत अधीक्षक डॉ. आशुतोष चौऋषि ने कहा कि खेल शारीरिक और पेशेवर विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं, जो लड़कों और लड़कियों दोनों के लिए फायदेमंद हैं। सहायक पीआरओ राहुल अष्टाना ने बताया कि वार्षिकोत्सव मंगलवार से 20 दिसंबर तक चलेगा। शुभारंभ के पहले दिन डॉक्टरों और एमबीबीएस 2021 छात्रों के बीच मैच हुआ, जिसमें एमबीबीएस छात्रों ने जीत हासिल की।
आरोप: प्लॉट दिलाने के नाम पर 1.27 लाख रुपए की ठगी
भास्कर संवाददाता | शिवपुरी जिला मुख्यालय पर आयोजित जनसुनवाई में जमीनी धोखाधड़ी के तीन गंभीर मामले सामने आए। पीड़ितों ने अपने ही परिजनों और प्रभावशाली व्यक्तियों पर जमीन हड़पने, फर्जी दस्तावेज तैयार कराने और ठगी जैसे आरोप लगाए। उन्होंने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से निष्पक्ष जांच, दस्तावेजों के निरस्तीकरण और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पहला मामला शिवपुरी रेलवे स्टेशन माल गोदाम के पास रहने वाली विनीता परिहार का है। विनीता ने उत्तर प्रदेश में पदस्थ महिला आरक्षक पर आरोप लगाया कि उनके पति स्व. पूरन सिंह की पहली पत्नी ने पद का दुरुपयोग कर जमीन अपने नाम करवा ली और बाद में अपराधी प्रवृत्ति के लोगों को बेच दी। 2005 में दोनों का विवाह विच्छेद हो चुका था, और 2012 में पूरन सिंह ने विनीता से विवाह किया था। 2017 में पति की मृत्यु के बाद भी जमीन पर कब्जा कर लिया गया। दूसरा मामला ग्राम ईटमा की वृद्ध महिला रामश्री बाल्मीकी का है। उन्होंने अपने बेटे घनश्याम पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज बनवाने का आरोप लगाया। तीसरे मामले में इंद्रा कॉलोनी निवासी महाराज सिंह कुशवाह ने प्लॉट दिलाने के नाम पर 1.27 लाख रुपये ठगने का आरोप लगाया। पीड़ित ने एसपी से रकम वापस दिलाने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
छेड़छाड़ के आरोपी को 1 साल की सश्रम कैद
शिवपुरी| न्यायालय प्रथम श्रेणी खनियाधाना ने छेड़छाड़ के आरोपी हरिराम (34) पुत्र काशीराम जाटव को भादंसं की धारा 354 में 1 साल के सश्रम कारावास और 1 हजार रु. के अर्थदंड से दंडित किया है। अभियोजन के अनुसार, पीड़िता ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 20 अप्रैल 2023 की शाम 7 बजे वह अपनी गौशाला में भैंस का दूध निकालने गई थी। पीछे से आकर हरिराम जाटव ने उसे पकड़ लिया। वह छूटकर घर की तरफ भागी तो हरिराम पीछे-पीछे आ गया और दरवाजे पर आकर गालियां देने लगा। उसी दौरान सास आई तो वह भाग गया। इसके बाद बामौरकलां थाने में केस दर्ज कराया गया। पुलिस ने विवेचना के बाद कोर्ट में चालान पेश किया। सहायक जिला लोक अभियोजन अधिकारी कल्याण सिंह के तर्कों से सहमत होते हुए कोर्ट ने आरोपी को सजा सुनाई है।
मौसम : रात के पारे में 1 डिग्री गिरावट दर्ज की
शिवपुरी| बीते चौबीस घंटे में रात का तापमान 1 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है। वहीं, दिन के पारे में मामूली उछाल आया है। जानकारी के मुताबिक, शिवपुरी शहर का मंगलवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम 9 डिग्री सेल्सियस रहा। जबकि सोमवार को अधिकतम तापमान 25.2 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस था। यानी चौबीस घंटे में दिन के पारे में 0.8 डिग्री का उछाल आया है और रात के पारे में 1 डिग्री की गिरावट आई है। बता दें कि 11 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। अगले दो दिन, 12 और 13 दिसंबर को, न्यूनतम पारा 8-8 डिग्री और 14 और 15 दिसंबर को 10-10 डिग्री रहा था।
600 बीघा वनभूमि पर अवैध खेती के आरोप
शिवपुरी | पोहरी के भैंसरावन गांव के ग्रामीण मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और जंगल उजाड़कर वनभूमि पर अवैध खेती करने के आरोप लगाए। उन्होंने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर भूमाफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो साल से लगभग 600 बीघा वनभूमि पर अवैध खेती की जा रही है। हरे-भरे पेड़ काटकर पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया गया है। वन विभाग के अधिकारी जानबूझकर अतिक्रमण नहीं हटा रहे हैं। शंभु सिंह राजावत, माखन शिवहरे, गजानंद गोस्वामी और भोला गोस्वामी पर आरोप लगाए गए हैं। ग्रामीणों ने उनके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की है।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार झारखंड में आने वाले दिनों में मौसम का मिजाज लगभग स्थिर बना रहेगा। अगले पांच से सात दिनों तक राज्य में किसी बड़े मौसम बदलाव की संभावना नहीं है। बीते 24 घंटे में भी पूरे झारखंड में मौसम शुष्क रहा। अधिकतम तापमान में सामान्य से कोई खास उतार-चढ़ाव दर्ज नहीं किया गया। चाईबासा में राज्य का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि रांची के कांके में न्यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार निचले वायुमंडल में उत्तर-पश्चिमी से उत्तरी हवाएं चल रही हैं, जिससे ठंड का असर बना हुआ है। सुबह कोहरा, दिन में साफ रहेगा आसमान पूर्वानुमान के मुताबिक 20 दिसंबर तक मध्य, दक्षिण, उत्तर-पश्चिमी और उत्तर-पूर्वी झारखंड के अधिकांश जिलों में सुबह के समय हल्के से मध्यम दर्जे का कोहरा छाने की संभावना है। हालांकि दिन चढ़ने के बाद आसमान साफ रहेगा और धूप निकलने से लोगों को कुछ राहत मिलेगी। रांची, बोकारो, गुमला, हजारीबाग, खूंटी, रामगढ़, लोहरदगा, कोडरमा और धनबाद समेत कई जिलों में यही स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान राज्य में कहीं भी बारिश की संभावना नहीं जताई गई है। मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा और ठंड का असर सुबह और देर रात ज्यादा महसूस होगा। उत्तर और मध्य झारखंड में ठंड ज्यादा असरदार जिलावार पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर-पश्चिमी झारखंड के कोडरमा, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा और पलामू में न्यूनतम तापमान 7 से 9 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। गुमला में 18 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 6 डिग्री तक गिर सकता है, जो राज्य में सबसे कम रहेगा। रांची, बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग और खूंटी में अधिकतम तापमान 23 से 25 डिग्री और न्यूनतम 8 से 10 डिग्री के आसपास रह सकता है। 17 और 18 दिसंबर को हल्की गिरावट के बाद तापमान फिर स्थिर हो जाएगा। दक्षिण झारखंड के पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला और सिमडेगा में अधिकतम तापमान 26 से 27 डिग्री और न्यूनतम 8 से 11 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है। वहीं उत्तर-पूर्वी झारखंड के देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज में दिन का तापमान 26 से 27 डिग्री तथा रात का तापमान 10 से 14 डिग्री के बीच रह सकता है। मौसम विभाग ने किसी तरह की चेतावनी जारी नहीं की है, लेकिन सुबह कोहरे के कारण वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
उमा की गला काटकर हत्या करने के बाद बिलाल ने 2 काम किए। सबूत मिटाने के लिए उमा और अपने मोबाइल को फार्मेट कर दिया। बिलाल के मोबाइल में उमा की तस्वीर-VIDEO और मैसेज थे। बिलाल 14 दिसंबर को निकाह करने से पहले अपनी जिंदगी से उमा के सारे पन्ने फाड़कर फेंक देना चाहता था। आधी रात को घर वापस आने के बाद वह सो गया। सुबह परिवार के लोगों के साथ शादी की शॉपिंग करने गया। वो पकड़ा भी नहीं जाता, मगर पेशे से टैक्सी ड्राइवर बिलाल के खिलाफ स्विफ्ट कार ही पहला क्लू बन गई। दरअसल, बिलाल अपने गांव से स्विफ्ट कार किराए पर लेकर आया था, उसके पहियों में लाइट लगी हुई थी। पुलिस मर्डर केस के खुलासे के लिए यूपी-हरियाणा रूट के CCTV देख रही थी। 6 दिसंबर की रात को करीब 11.34 बजे अराइयांवाला में टाइल फैक्ट्री के CCTV में यह कार जाते हुए दिखी। इसके 6 मिनट के बाद यही कार हथिनीकुंड बैराज से यूपी की तरफ जाते हुए दोबारा दिखी। मंगलवार को बिलाल को रिमांड पर लेकर पुलिस सहारनपुर में उसके घर आई। अब पुलिस के सामने 2 टारगेट हैं। पहला- जिस कार में गला घोंटकर उमा की हत्या हुई, वो गाड़ी बरामद करना। दूसरा- जिस मीट काटने के चाकू से उमा का गला काटा गया, वो चाकू बरामद करना। यूपी और हरियाणा को हिला देने वाले इस मामले में 16 दिसंबर यानी मंगलवार को हरियाणा पुलिस बिलाल को सफेद गाड़ी में लेकर नकुड़ के टिडोली गांव आई। यहीं पर बिलाल का घर है। पढ़िए रिपोर्ट… हरियाणा पुलिस टिडोली गांव में पहुंची। यहां बिलाल का परिवार पहले ही घर छोड़कर जा चुका था। पुलिस जिन 2 टारगेट को लेकर यूपी के सहारनपुर आई थी, वो उन्होंने पूरे किए। 1.30 घंटे तक जांच एजेंसी की 2 टीमों ने घर से थोड़ी दूर जंगल और घर के अंदर तलाशी ली। पुलिस टीम 1. घर से उमा का मोबाइल, कपड़े मिले हत्या के दौरान पहने कपड़े मिले- बिलाल की मौजूदगी में पुलिस ने वो कपड़े बरामद किए, जिन्हें बिलाल उमा की हत्या करने के दौरान पहने हुए था। हत्या के लिए इस्तेमाल चाकू मिला- पुलिस ने कलेसर के जंगल से एक चाकू बरामद किया। बिलाल ने स्वीकार किया कि इसी से उसने उमा की गर्दन काटी थी। उमा का मोबाइल मिला- हत्या करने के बाद बिलाल ने उमा का मोबाइल स्विच ऑफ करके अपने पास रख लिया था। वो भी पुलिस को बिलाल के घर से मिल गया। उमा का आधार कार्ड मिला- उमा को दिए गए कुछ गिफ्ट भी पुलिस टीम को बिलाल के घर के अंदर से मिले हैं। जिन्हें उसने बेड के नीचे छिपाकर रखा था। घर के कमरे से उमा का आधार कार्ड मिला। पुलिस टीम 2. स्विफ्ट कार बरामद की पुलिस की दूसरी टीम ने बिलाल के घर से कुछ दूरी पर पेड़ों के झुरमुट से एक सफेद स्विफ्ट कार बरामद की। इसमें ही उमा की गला काटकर हत्या की गई थी। अब इस कार की फोरेंसिक जांच होगी। फोरेंसिक सबूतों की मदद से पुलिस केस को और मजबूत करने की तैयारी कर रही है। हरियाणा की टीम ने लोकल सहारनपुर पुलिस से मदद नहीं ली थी। गांव के लोगों से भी उन्होंने बता करने का प्रयास किया, मगर कोई खास इनपुट नहीं जुटा सके। सहारनपुर में उमा के सिर का अंतिम संस्कार वहीं, सहारनपुर से यमुनानगर पहुंचे उमा के पिता पवन, भाई टिंकू कुमार को पुलिस ने उमा का सिर दिखाकर पहचान कराई। पोस्टमॉर्टम पूरा होने के बाद सिर को परिवार के सुपुर्द कर दिया। DNA के लिए सैंपल भी डॉक्टर्स ने लिया हैं। हरि पॉलीथिन में सिर को लेकर जाते हुए परिजन दिखे। सहारनपुर में सिर का अंतिम संस्कार अलग से किया गया। पिता से जब सवाल पूछे गए, उन्होंने कहा- 15 साल पहले जब ये घर से भागी थी, तभी हम लोगों के लिए मर गई थी। अब इंसानियत की खातिर हम यहां पर आए हैं। ये हमारा फर्ज है। बता दें कि हरियाणा में उमा की सिर कटी लाश मिलने के बाद 4 दिन तक पहचान के लिए रखी रही, फिर सामाजिक संस्था शिव सेवा समिति ने अंतिम संस्कार किया था। उमा भागी तो मामा की बेटी की शादी करवाकर इज्जत बचाई उन्होंने कहा- उमा 6 भाई-बहनों में सबसे छोटी थी, इसलिए उसको सब प्यार भी करते थे। 3 मार्च, 2012 की रात हमारे घर (हलालपुर) पर उमा की शादी की तैयारियां चल रही थीं। मेहंदी का कार्यक्रम था। अगले दिन कुरुक्षेत्र के शाहाबाद से उसकी बारात आने वाली थी। उस रात उमा मेहंदी की सभी रस्मों से फुरसत पाकर रात करीब 9 बजे सोने के लिए चली गई। 10 बजे जब उसकी बहन ने कमरे में जाकर देखा तो उमा वहां पर नहीं थी। यह बात सभी रिश्तेदारों में तुरंत फैल गई। उमा को रातभर तलाशा लेकिन वह नहीं मिली। सुबह पता चला कि वह गांव के ही एक लड़के जॉनी के साथ चली गई थी। सुबह उमा के मामा ने अपनी बेटी को उसकी जगह दुल्हन बनाया। उसको विदा किया। उस दिन से हमने उसका चेहरा नहीं देखा। बिलाल कर रिश्ता टूटा, छाया मातमकार के क्लू का पीछा करते हुए पुलिस ने 13 दिसंबर को बिलाल को अरेस्ट किया। 14 दिसंबर को उसका निकाह लंढौरा (सहारनपुर) की एक लड़की से होना था। जब ससुराल वालों को पता चला कि बिलाल उमा के साथ 2 साल लिव इन में रहा। फिर उसने हत्या कर दी है, तो उन्होंने रिश्ता तोड़ लिया। हालांकि, जिस घर में निकाह की तैयारियां हो चुकी थी, वहां पर मातम छा गया। रोमांस के बहाने कपड़े उतरवाए, फिर गला घोटा बिलाल ने कहा- मैंने उमा से रोमांस करने के बहाने कार में कपड़े उतरवाए। फिर इसके बाद गला घोंटा। उसने सोचा था कि कपड़े और सिर नहीं मिलेंगे तो लाश की शिनाख्त नहीं होगी। रिमांड पर आए बिलाल ने बताया- 6 दिसंबर को मुझे ऐसी जगह की तलाश थी, जो मर्डर के लिए परफेक्ट हो। सहारपुर के टिडोली गांव से उमा को कार में बैठाया। कहा कि चलो घूमकर आते हैं। फिर 100 Km गाड़ी चलाता रहा। हम लोग यमुनानगर में नेशनल हाईवे पर प्रतापनगर एरिया में पहुंचे। मैंने हाईवे से नीचे कार उतार दी। उमा से कहा कि रोमांस कर सकते हैं। उमा ने भी हामी भर दी। हम शारीरिक संबंध बनाने की तैयारी करने लगे। मैंने उमा के अंडर गार्मेंट को छोड़कर सारे कपड़े उतरवा दिए। फिर मैं बहाने से पीछे की सीट पर चला गया और सीट बेल्ट उसकी गर्दन में फंसाकर गला घोंट दिया। फिर उसकी लाश को पॉपुलर की नर्सरी में लेकर गया। उसकी गर्दन को चाकू से काट दिया। फिर कटा सिर और उतारे गए कपड़ों को करीब 12 Km दूर लाल ढांग खाई में फेंक दिया। यमुनानगर के क्राइम ब्रांच के इंचार्ज राकेश कुमार ने कहा- हमने बिलाल को रिमांड पर लिया था। आज उसको सहानपुर लेकर आए थे। कलेसर के जंगल से चाकू, उसके घर से कपड़े, कुछ और सबूत बरामद किए हैं। यह सब कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। इन सबूतों की जांच फोरेंसिक टीम भी करेगी। फोरेंसिक रिपोर्ट भी अहम साक्ष्य बनेगी। ….......................... ये पढ़ें -उमा का सिर बिलाल ने काटा...भाई बोला-मंडप से भागी थी: सहारनपुर में पहले पति ने कहा- मुझे लवमैरिज के बाद पीटती थी हरियाणा में उमा की सिर कटी न्यूड लाश मिलने के बाद मर्डर मिस्ट्री से पर्दा उठ चुका है। 15 साल की शादी को छोड़कर उमा ने जिस बिलाल का हाथ थामा, उसने दूसरी लड़की से निकाह के लिए उसका गला घोंटकर सिर काट दिया। उमा ने जिस पति जॉनी को छोड़ा था, वो सहारनपुर में 13 साल के बेटे के साथ रहते हैं। कहते हैं- उमा ने तय कर लिया था कि मेरे साथ नहीं रहेगी। पढ़िए पूरी खबर...
प्रीमियम जमा कर फसल बीमा करा सकेंगे किसान
हरदा| जिले के लिए इस साल रबी फसल 2025-26 के लिए गेहूं, चना और सरसों फसल को अधिसूचित किया है। डीडीए जवाहर लाल कास्दे ने बताया किसान 31 दिसंबर तक तीनों अधिसूचित फसलों का बीमा करवा सकेंगे। किसानों को गेहूं का प्रीमियम 675 रुपए, चना का प्रीमियम 594 रु. और सरसों का प्रीमियम 510 रु. प्रति हेक्टेयर देना होगा। ऋणी किसान बैंक से लिंक नया आधार कार्ड, बोई फसल के बारे में बैंक को अवगत कराएं। अऋणी किसानों को बैंक से केसीसी नहीं लेने पर बैंक या सीएससी सेंटर और डिफॉल्टर किसान भी सीएससी सेंटर से फसल का बीमा करवा सकेंगे। बीमा करवाने के लिए आधार कार्ड, बैंक पासबुक, ऋण पुस्तिका, बुवाई का प्रमाण पत्र किसान द्वारा सत्यापित और किसान आईडी बतानी होगी।
सर्द हवाओं से दिन का तापमान दो दिन में चार डिग्री सेल्सियस गिरा
हरदा | पश्चिमी विक्षोभ से उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में जमकर बर्फबारी हो रही है। इसके बाद सर्द हवाएं मैदानी क्षेत्रों से होते हुए जिले में आ रही है। इसका असर पिछले दो दिनों में नजर आया है। दो दिनों में दिन का पारा 4 डिग्री गिरा। वहीं सुबह हलका कोहरा भी छाया रहा। मौसम वैज्ञानिक विवेक छलोत्रे ने बताया सर्द हवाओं के कारण जिले में दो दिनों से शीतलहर की स्थिति बन रही है। सुबह हल्का कोहरा और कड़ाके की ठंड का असर है। सोमवार रात न्यूनतम पारा 8 डिग्री रिकॉर्ड किया, वहीं मंगलवार को अधिकतम तापमान 25 डिग्री रिकॉर्ड किया, जो कि सोमवार को 27 डिग्री और रविवार को 29 डिग्री था। वहीं आने वाले दिनों में ठंड का असर और भी बढ़ेगा। कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने सभी नगर पालिका अधिकारियों को रेन बसेराओं में लोगों की सुविधा के लिए गीजर लगाकर गर्म पानी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।
आरोपी को नहीं पकड़ पाई पुलिस, कोर्ट में किया सरेंडर
भास्कर संवाददाता | हरदा सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के भाट परेटिया में आरोपी प्रथम शर्मा ने पहले भांजे से मारपीट की। बचाने आए मामा को चाकू मारकर फरार हो गया। परिजनों के आक्रोश के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की, लेकिन एक माह में उसे नहीं पकड़ सकी। इसके बाद आरोपी ने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इससे आक्रोशित घायल के परिजनों ने पुलिस पर मिलीभगत करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एक माह में भी पुलिस आरोपी को नहीं पकड़ सकी। मालूम हो कि 17 नवंबर को प्रथम शर्मा ने रात करीब 9 बजे सरस्वती गौर के पति रोहित पिता कमलदास गौर के साथ मारपीट की। आरोपी ने चाकू से हमला कर घायल कर दिया। आरोपी का दो दिन पहले उनके भांजे सोहित गौर के साथ विवाद हुआ था। मारपीट के बाद भांजे ने मामा को बुलाया। वे पहुंचे तो आरोपी ने उन्हें धमकाया। इसके बाद आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ घर आकर जान से मारने की धमकी दी। वहीं घायल को भोपाल रेफर किया था। परिजनों का आरोप है कि सोहित को भी आरोपी ने चाकू से मारने की कोशिश की थी, लेकिन गांव वालों ने बचा लिया। सिटी कोतवाली में शिकायती आवेदन दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद आरोपी ने उसके मामा मोहित को चाकू मारकर घायल कर दिया। इसके एक दिन बाद 18 नवंबर को एफआईआर दर्ज की। वहीं आरोपी प्रथम शर्मा को एक माह के बाद भी पुलिस पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम रही। उसने मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इस संबंध में सिटी कोतवाली थाना प्रभारी आरएल भारती ने कहा आरोपी को पीआर पर लिया गया है।
मक्तापुर- सोनपुरा मार्ग आज तक कच्चा, बनाने की मांग
भास्कर संवाददाता | हरदा जिले के खिरकिया विकासखंड में मक्तापुर से सोनपुरा के बीच 4 किमी की सड़क आजादी के बाद से अब तक पक्की नहीं बन पाई है। इस कारण ग्रामीणों को सालभर कीचड़ के बीच ही आवागमन करते हुए परेशान होना पड़ रहा है। परेशान ग्रामीणों ने मंगलवार को कलेक्टर सिद्धार्थ जैन से शिकायत कर समस्या के समाधान की मांग की है। ग्रामीण पवन गुर्जर, दिलीप गुर्जर, राजेश गुर्जर ने बताया कि आज भी कच्ची सड़क से ही मक्तापुर से सोनपुरा के बीच आवागमन करना पड़ रहा है। आजादी के बाद से अब तक रास्ता कच्चा ही है। इस सड़क का डामरीकरण नहीं हुआ है। सड़क की खराब स्थिति के कारण ग्रामीण परेशान हैं। मजबूरी में इसी मार्ग से गुजरना पड़ रहा है। सड़क की हालत यह है इस पर ट्रैक्टर चलाना भी मुश्किल है। ऐसे में पैदल और बाइक चालक तो परेशान होते ही रहते हैं। खिरकिया तहसील को सीधे जोड़ने वाले 4 किमी के मार्ग का निर्माण जल्द से जल्द किया जाए। ग्रामीणों ने मिलकर कुछ समय पहले अस्थाई मरम्मत कार्य किया था, लेकिन अब हम सभी पक्की सड़क का निर्माण चाहते हैं। जैसे अन्य गांवों में सड़कें बनाई जा रही हैं, ठीक उसी प्रकार मक्तापुर- सोनपुरा सड़क का भी जल्द निर्माण कराया जाए, ताकि ग्रामीणों को आवागमन में आसानी रहे। वहीं कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने अधिकारियों को ग्रामीणों की समस्या के समाधान के निर्देश दिए हैं।
कभी रैन बसेरे में भूखे पेट रात गुजारने वाले भरतपुर के 19 साल के युवा बल्लेबाज कार्तिक शर्मा आज आईपीएल के नए स्टार बन गए हैं। आईपीएल-2026 के मिनी ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें 30 लाख की बेस प्राइस से सीधे 14.20 करोड़ रुपए में खरीद लिया। यह रकम बेस प्राइस से करीब 47 गुना ज्यादा है। आईपीएल इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब किसी अनकेप्ड भारतीय खिलाड़ी पर इतनी बड़ी बोली लगी हो। इसी ऑक्शन में 20 साल के प्रशांत वीर भी संयुक्त रूप से सबसे महंगे अनकेप्ड भारतीय खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं। कार्तिक अब आईपीएल-2026 में सीएसके की पीली जर्सी में नजर आएंगे। उनकी बल्लेबाजी शैली की तुलना केविन पीटरसन से की जाती है। आक्रामक शॉट्स खेलने और बड़े छक्के लगाने में माहिर कार्तिक की इसी काबिलियत ने फ्रेंचाइजी को उन पर बड़ा दांव लगाने के लिए मजबूर किया। संघर्षों से निकलकर करोड़ों की बोली तक पहुंची कार्तिक की यह कहानी आज भरतपुर ही नहीं, पूरे देश के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बन गई है। चोट की वजह से पिता ने क्रिकेट छोड़ा तो शादी से पहले ही बच्चों को क्रिकेटर बनाने की ठानी भरतपुर जैसे छोटे शहर से आईपीएल तक पहुंचने का कार्तिक शर्मा का सफर संघर्ष भरा रहा है। आमतौर पर युवा खिलाड़ी बड़े अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को अपना आइडियल मानते हैं, लेकिन कार्तिक के लिए उनके पिता ही उनके हीरो और सबसे बड़ी प्रेरणा रहे हैं। कार्तिक के पिता मनोज बताते हैं कि उन्हें बेटे की काबिलियत पर भरोसा था, लेकिन 14.20 करोड़ रुपए की बड़ी बोली की उम्मीद नहीं थी। चेन्नई सुपर किंग्स ने कार्तिक पर भरोसा जताया, यही हमारे लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है,” मनोज शर्मा ने अपने संघर्षों को याद करते हुए बताया कि वर्ष 1995 में गांव के एक क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान उनके कंधे में गंभीर चोट लग गई थी। वह मीडियम पेसर थे, लेकिन मार के डर से घर पर चोट के बारे में नहीं बताया। इलाज न मिलने से चोट बढ़ गई और उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा। उसी दिन उन्होंने मन में ठान लिया था कि शादी के बाद बेटा हो या बेटी, उसे क्रिकेटर जरूर बनाएंगे। करीब 30 साल बाद उनका यह सपना पूरा हुआ। मनोज शर्मा बताते हैं कि पांच साल पहले वह कार्तिक को लेकर ग्वालियर में एक क्रिकेट टूर्नामेंट खेलने गए थे। वहां रुकने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए पिता-पुत्र ने रैन बसेरे में भूखे पेट रात गुजारी। अगले दिन मैच जीतने पर मिली इनामी राशि से दोनों घर लौट सके। भरतपुर ही नहीं राजस्थान क्रिकेट के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। मुझे उम्मीद है कि आईपीएल में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में भी खेलेंगे। कार्तिक क्रिकेट के प्रति समर्पित रहे हैं। इससे पहले भी अपनी शानदार परफॉर्मेंस की बदौलत दिल जीतते आए हैं। जिला क्रिकेट संघ हमेशा प्रतिभाओं के साथ खड़ा है। -शत्रुधन तिवारी, सचिव, जिला क्रिकेट संघ
संबल योजना के 64 हितग्राहियों को मिली डेढ़ करोड़ की सहायता
भास्कर संवाददाता | टीकमगढ़ जिले में संबल योजना 2.0 के तहत 64 हितग्राहियों के खातों में 1 करोड़ 50 लाख रुपए की अनुग्रह सहायता राशि ट्रांसफर की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भोपाल मंत्रालय से सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश के 7,227 प्रकरणों में 160 करोड़ रुपए की राशि का अंतरण किया। जिले में एनआईसी कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए। कार्यक्रम में अपर कलेक्टर शिवप्रसाद मंडराह सहित अधिकारी और हितग्राही मौजूद रहे। हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र वितरित किए।
तेज रफ्तार डंपर ने दो लोगों को मारी टक्कर, दोनों गंभीर घायल
भास्कर संवाददाता | फतेहपुर अजब धाम में राजपुरा-हटा मार्ग पर मंगलवार दोपहर हटा की ओर जा रहे तेज रफ्तार डंपर एमपी 34 एच 0545 ने दो लोगों को अलग-अलग जगह टक्कर मार कर घायल कर दिया। जिसमें बस स्टैंड के पास पैदल चल रहे कल्लन रजक एवं मस्जिद के पास दल्लू अहिरवार जो अपने घर जा रहा था दोनों को जोरदार टक्कर मार दी। जिससे दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों का कहना है तेज रफ्तार वाहन चला रहा था घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस चौकी पहुंचकर कार्रवाई की मांग की। घटना स्थल पर पुलिस पहुंची निरीक्षण कर डंपर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे, अब बढ़ रही ठंडक
रतलाम | दिसंबर के दूसरे पखवाड़े के साथ ही ठंड और बढ़ने लगी है। मंगलवार को अधिकतम तापमान में 0.2 डिग्री की गिरावट आई और दिन का तापमान 25 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि सोमवार को यह 25.2 डिग्री था। वहीं रात का तापमान भी 9.8 डिग्री पहुंच गया जो एक दिन पहले 10 डिग्री था। मौसम विभाग के अनुसार ठंड का यह असर पश्चिमी विक्षोभ (वेस्टर्न डिस्टरबेंस) के कारण और बढ़ सकता है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बुधवार की रात से पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र प्रभावित होगा और अगले दो-तीन दिनों में इसका असर रतलाम में महसूस होने लगेगा। इसके बाद एक और वेस्टर्न डिस्टरबेंस आ रहा है, जिससे सर्दी का असर और बढ़ेगा। विशेषज्ञों के अनुसार इन परिस्थितियों के चलते लोग दिनभर धूप का लाभ लेने के साथ ही रात में घरों में अतिरिक्त गर्म कपड़े और हीटिंग का इस्तेमाल करें।
योजनाओं का लाभ लेने कराएं ई-केवाईसी
रतलाम | पीएम किसान सम्मान निधि योजना में लाभ लेने के लिए पंजीकृत हितग्राही पीएम किसान पोर्टल पर ई-केवाईसी व बैंक खाता स्वयं के आधार से लिंक कराएं। ई-केवाईसी के लिए सीएससी से बायोमेट्रिक या पीएम किसान एप से फेस रिकग्निशन द्वारा ई-केवाईसी कर सकते हैं। समय पर यह प्रक्रिया पूरी नहीं करने पर किस्त जारी होने में देरी या लाभ रोका जा सकता है।
वृद्धाश्रम के सोलंकी को दिया गॉर्ड ऑफ ऑनर
रतलाम | डॉ. लक्ष्मीनारायण पाण्डेय मेडिकल कॉलेज में सोमवार को वयोवृद्ध ओमप्रकाश (72) पिता बाबूलाल सोलंकी का निधन हो गया था। विरियाखेड़ी स्थित भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा संचालित वृद्धाश्रम में रहने वाले ओमप्रकाश सोलंकी ने नेत्रदान के साथ ही देहदान का संकल्प लिया था। इसी के चलते मंगलवार को उनके पार्थिव शरीर को मेडिकल कॉलेज को सौंपा गया। शासन द्वारा जारी आदेश अनुसार गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान मेडिकल कॉलेज की डीन डॉ. अनिता मूथा, रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन प्रीतेश गादिया, गोविंद काकानी, वृद्धाश्रम के कुलदीपसिंह चौहान, पद्मश्री डॉ. लीला जोशी सहित जिला प्रशासन, विभागीय अधिकारी, समाजसेवी उपस्थित रहे।
आधार अपडेट करने में जिला टॉप-10 में
रतलाम | जिला प्रदेश स्तर पर जॉब कार्ड ई-केवाईसी, आधार कार्ड अद्यतन एवं शिक्षकों की ई-अटेंडेंस में टॉप-10 में बना हुआ है। कलेक्टर मिशा सिंह के मार्गदर्शन में जिला पंचायत की सीईओ वैशाली जैन द्वारा शासकीय योजनाओं की प्रगति की सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके फलस्वरूप वर्तमान में जिले ने प्रदेश स्तर पर महात्मा गांधी नरेगा योजनांतर्गत जॉब कार्डधारी श्रमिकों के सत्यापन में नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के माध्यम से ई-केवाईसी में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। वहीं शिक्षकों की ई-अटेंडेंस में जिले को छठा स्थान तथा अनिवार्य आधार अद्यतन में नौवां स्थान मिला है।
आईटीआई में 25 को युवा संगम रोजगार मेला
रतलाम | सज्जन मिल रोड स्थित शासकीय आईटीआई में 25 दिसंबर को युवा संगम मेला लगेगा। जिला रोजगार अधिकारी यूपी अहिरवार ने बताया कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम विभाग और तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग के निर्देश पर जिला प्रशासन एवं रोजगार कार्यालय मेला सुबह 10 बजे से शुरू करेगा। इसमें बेरोजगार युवाओं को निजी कंपनियों में अप्रेंटिसशिप और रोजगार के अवसर मिलेंगे। 8वीं से स्नातक तथा आईटीआई उत्तीर्ण और 18 से 40 वर्ष के युवा शामिल हो सकेंगे।
भरतपुर के कार्तिक शर्मा को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मिनी ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने 14.20 करोड़ में खरीदा है। सिलेक्शन के बाद से भरतपुर में जश्न का माहौल है। कार्तिक अब महेंद्र सिंह धोनी के साथ खेलेगा। DCA सचिव शत्रुघ्न तिवारी बताते हैं- कार्तिक अटैकिंग खेलता है, वो टी-20 फॉर्मेट का खिलाड़ी है। वो हमेशा मशीन पर प्रैक्टिस करता तो हर बॉल पर सिक्स मारने की सोचता था। पिता मनोज शर्मा ने उसे यहां तक पहुंचाने के लिए दुकान बेच डाली, कर्ज लिया। उसे प्रैक्टिस के लिए बॉलिंग मशीन भी दिलाई। कोल्ड ड्रिंक और पानी की बोतल सप्लाई की। उसके पिता ट्यूशन भी पढ़ाते हैं। खुद कार्तिक अपनी क्रिकेट किट के लिए ट्यूशन पढ़ाता था। दैनिक भास्कर में पढ़िए कार्तिक की कहानी… पिता ने कोल्ड ड्रिंक बेची, पर बेटे का सपना जिंदा रखा DCA के सचिव शत्रुघ्न ने बताया कि कार्तिक (19) दारापुर इलाके में पेट्रोल पंप के पास रहता है। वह बेहद गरीब परिवार से है। उसके पिता मनोज शर्मा प्राइवेट ट्यूशन पढ़ाते हैं। वहीं कार्तिक भी घर चलाने के लिए ट्यूशन पढ़ाता था। उसे खेलने का बहुत शौक था इसलिए पिता ने उसे कभी नहीं टोका। कार्तिक की मां राधा शर्मा हाउस वाइफ हैं। उसके पिता को उसका टेलेंट मालूम था ऐसे में, उन्होंने कभी उसे मना नहीं किया। कार्तिक के पिता छोटी-छोटी मजदूरी कर अपने बेटे को क्रिकेट खेलने के लिए रुपए जुटाते थे। देखिए भरतपुर में जश्न की तस्वीरें… बेटे को प्रैक्टिक्स करवाते हैं पिता शत्रुघ्न तिवारी ने बताया कि कार्तिक के पिता ने उसके लिए बॉलिंग मशीन खरीदी, बल्कि 500 बॉल भी खरीद रखी है। जिसकी मदद से वह कार्तिक को हर दिन 150 की स्पीड से बॉल फेंक सिक्स लगाने की प्रैक्टिस करवाते हैं। उन्हें यकीन था कि कार्तिक एक दिन बड़ा खिलाड़ी बनेगा। कार्तिक के दो भाई और हैं जिसमें प्रिंस (15) कोटा में पढ़ाई करता है। अनमोल (13) भी क्रिकेट खेलता है। वह दोनों हाथों से बॉलिंग करता है। इसी फॉर्मेट के लिए बना कार्तिक सचिव ने बताया- साल 2014 में वह DCA में आया था तब उसकी परफॉरमेंस देखकर DCA ने उसे खेलने में सपोर्ट किया। आप उसे प्रैक्टिस करते हुए देखेंगे तो लगेगा कि वह हर बॉल पर सिक्स मारना चाह रहा है। कार्तिक अंडर-14, अंडर-16 खेल चुका है साथ ही अंडर-19 राजस्थान की टीम का कप्तान भी रह चुका है। इसके अलावा कार्तिक इंडिया-C टीम के लिए भी खेला है। कार्तिक ने 12वीं तक पढ़ाई की है। .... IPL ऑक्शन से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... 1. केविन पीटरसन की तरह शॉट्स लगाते हैं कार्तिक शर्मा:IPL में CSK से खेलेंगे, 14.20 करोड़ में खरीदा; लंबे छक्के मारने में महारत भरतपुर (राजस्थान) के 19 साल के कार्तिक शर्मा इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के मिनी ऑक्शन में 14.20 करोड़ में बिके हैं। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने उन्हें 30 लाख की बेस प्राइस से 47 गुना ज्यादा कीमत देकर खरीदा। (पढ़ें पूरी खबर) 2. IPL में राजस्थान के कार्तिक शर्मा 14.20 करोड़ में बिके:राहुल चाहर पहले अनसोल्ड रहे, फिर 5.2 करोड़ में चेन्नई ने खरीदा; रवि बिश्नोई RR से खेलेंगे अबु धाबी में मिनी ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने राजस्थान के राहुल चाहर को 5.20 करोड़ रुपए में खरीदा। राहुल पहले अनसोल्ड रहे थे। झुंझुनूं के मुकुल चौधरी को लखनऊ सुपर जायंट्स ने 2 करोड़ 60 लाख रुपए में खरीदा। पूरी खबर पढ़िए...
300 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न के लालच में एक इंजीनियर को ऑनलाइन ट्रेडिंग में लाखों रुपए गंवा बैठा। ट्रेडिंग का सपना दिखाकर साइबर ठगों ने इंजीनियर को 51 लाख रुपए से ज्यादा का चूना लगा दिया। ठगों ने पहले फर्जी रिटर्न दिखाए, फिर ग्रुप चैट में कमाई के स्क्रीनशॉट शेयर कर भरोसा दिलाया। धीरे-धीरे इंजीनियर हेमराज निवासी जवाहर नगर को यकीन हो गया कि यह सच है और उसने लाखों रुपए निवेश कर दिए। लेकिन जब रकम निकालनी चाही तो पैसे फंसे रह गए। 26 अक्टूबर को इंजीनियर को वाट्सएप पर ए16 एंड स्मॉल इन्वेस्टर यूनियन डिस्कशन ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप में 250–300 लोग शामिल थे। ग्रुप एडमिन ने खुद को अरूणाभ ठाकुर बताया और दावा किया कि उसने 5 बिलियन अमेरिकी डॉलर का फंड मैनेज किया है और 300 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न हासिल किया है। ग्रुप में लोग उसके सुझावों पर स्टॉक ट्रेडिंग कर रहे थे और अपनी कमाई के स्क्रीनशॉट शेयर कर रहे थे। यही माहौल देखकर इंजीनियर को भरोसा हो गया। उसे Maverik CAP नामक एप डाउनलोड कराया गया। ग्रुप में सेबी की वेबसाइट का लिंक भी साझा किया गया, जिसमें एप का पंजीकरण होना बताया गया। सब कुछ इतना व्यवस्थित था कि पीड़ित को लगा यह असली निवेश प्लेटफॉर्म है। करीब एक महीने तक ग्रुप की गतिविधियों को देखने के बाद इंजीनियर ने सबसे पहले 50 हजार रुपए जमा कराए। इसके बाद अलग-अलग कुल 12 ट्रांजेक्शनों में कुल 51.50 लाख रुपए निवेश कर दिए। लेकिन जब उसने रकम निकालनी चाही तो पैसे नहीं निकले। तभी उसे समझ आया कि यह पूरा खेल ठगी का था। मुनाफे के लालच में लिया लोन, वो रकम भी फंसी गई इंजीनियर को लगा कि बैंक से लिए गए 41 लाख रुपए के पर्सनल लोन पर जो ब्याज देना होगा, उससे कहीं ज्यादा उसे ऑनलाइन ट्रेडिंग से मुनाफा मिलेगा। ठगों ने 300 प्रतिशत वार्षिक रिटर्न का दावा किया था, जो किसी भी बैंक के ब्याज दर से कई गुना ज्यादा था। इसी तुलना ने इंजीनियर को यकीन दिलाया कि वह आसानी से लोन चुकता कर देगा और ऊपर से भारी कमाई भी कर लेगा। लेकिन हकीकत यह रही कि रिटर्न के नाम पर उसके साथ साइबर ठगी हो गई।
रेवाड़ी में सोमवार की देर रात ड्राइवर को गोली मारकर कार लूटने वाले दोनों आरोपी हाई क्वालीफाई है। शुभम पीएचडी कर रहा है तो दूसरा आरोपी नेट-जेआरएफ पास है। दोनों आरोपियों में एक अजमेर और दूसरा अलीगढ़ का रहने वाला है। पुलिस को आरोपियों की हिस्ट्री जानने के लिए अब राजस्थान और यूपी पुलिस को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है। सोमवार-मंगलवार आधी रात ड्राइवर को गोली मारकर कार, नकदी और मोबाइल छीनने वाला शुभम वर्मा अलीगढ़ यूपी और देवांशु अजमेर राजस्थान का रहने वाला है। देवांशु ने नेट-जेआरएफ क्वालीफाई किया हुआ है। शुभम वर्मा पीएचडी का छात्र है। पुलिस ने दोनों के पास से छीनी गई कार के अलावा 2 पिस्टल, 3 मैगजीन, जीपीएस ट्रैकर, जैमर और 4 मोबाइल फोन बरामद किए। हिस्ट्री खंगालने के लिए राजस्थान व यूपी पुलिस का सहारा पुलिस गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की हिस्ट्री खंगालने के लिए राजस्थान और यूपी पुलिस से संपर्क साध रही है। आरोपियों ने दिल्ली के युवक के माध्यम से सोमवार को जयपुर के लिए टैक्सी बुक की थी। आधी रात बनीपुर चौक पर ड्राइवर को जांघ में गोली मारकर टैक्सी, 20 हजार रुपए और मोबाइल छीनकर फरार हो गए थे। चंद घंटों में पुलिस ने आरोपियों को दबोचा पुलिस को मंगलवार सुबह 6 बजे वारदात की जानकारी मिली। इसके बाद एसपी ने रामपुरा थाना पुलिस और सीआईओ को काम पर लगाया। पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मंगलवार दोपहर तक दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लूटी गई गाड़ी और अन्य सामान बरामद कर लिया था। गुरुग्राम से करने लगे थे परेशान डीएसपी सुरेंद्र श्योराण ने बताया था कि दोनों आरोपियों ने ड्राइवर संजय को गुरुग्राम से परेशान करना शुरू कर दिया। जब संजय ने गाड़ी छीनने का विरोध किया तो बनीपुरी चौक के पास आरोपियों ने संजय को गोली मार दी। जांघ में गोली लगने के बाद गाड़ी, 20 हजार रुपए और मोबाइल छीना और संजय को धक्का देकर फरार हो गए थे। संजय ओला कंपनी में गाड़ी चलाता है और किश्त भरने के लिए पैसे साथ लिए हुआ था। डीएसपी ने बताया कि संजय काफी देर तक लिफ्ट मांगता रहा परंतु किसी से लिफ्ट नहीं मिली। इसके बाद किसी तरह उसने पुलिस को कॉल किया। इसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस कंट्रोल रूम को मंगलवार सुबह 6 बजे सूचना मिली थी।
चोइथराम चेरिटेबल ट्रस्ट (CCT) से जुड़ी 21 हजार करोड़ की संपत्तियों की जांच अब जल्द शुरू हो होगी। दरअसल, रजिस्ट्रार की जांच के खिलाफ लगी याचिका खारिज के बाद अब जांच का रास्ता साफ हो गया है। हालांकि, इस जांच में काफी समय लग सकता है क्योंकि CCT, चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन (CIF) से संबद्ध है। हालांकि जांच में दस्तावेजी पेचीदगियां रहेंगी लेकिन पूरी होने के बाद संपत्तियों को लेकर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। मामले हाईकोर्ट ने पूर्व ट्रस्टियों की सभी आपत्तियों को खारिज कर कहा है कि कहीं भी कार्यरत ट्रस्टी को आवेदन देने से नहीं रोका है। किसी भी व्यक्ति द्वारा आवेदन किया जा सकता है। आवेदन में लगाए आरोप प्रथम दृष्टया कार्रवाई और सुनवाई योग्य कारण प्रस्तुत करते हैं। चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन (CIF) की ट्रस्ट डीड की व्याख्या का मुद्दा विचारणीय नहीं है। इसे अंतिम सुनवाई में देखा जा सकता है। कोर्ट ने पगरानी का नाम शिकायत से हटाने की मांग यह कहते हुए खारिज कर दी कि CCT का ट्रस्टी होने के कारण उन्हें पार्टी से हटाने का आधार नहीं है। अब जांच में सच्चाई और तथ्य खास रहेंगे जिन पर आगे की कार्यवाही पर विचार होगा। पहले जानिए क्या है मामला 1972 से इंदौर में स्कूल, कॉलेज और अस्पताल का संचालनदरअसल, चोइथराम चेरिटेबल ट्रस्ट 1972 से इंदौर में स्कूल, कॉलेज और अस्पताल संचालित कर रहा है। साथ ही सालों से अपनी वैधानिक फंडिंग को लेकर संघर्ष कर रहा था। ट्रस्ट के संस्थापक ठाकुरदास चोइथराम पगारानी ने विदेश में चोइथराम इंटरनेशनल फाउंडेशन (CIF) की स्थापना ट्रस्टों को वित्तीय सहायता देने के लिए की थी। शिकायत के अनुसार CIF के फंड और निवेश अरबों रुपए के हैं। इनमें CCT का लगभग एक-चौथाई (₹21,000 करोड़ अनुमानित) हिस्सा बताया है। CCT के चेयरमैन एवं मैनेजिंग ट्रस्टी सतीश मोतीयानी ने आरोप लगाया कि यह राशि कभी CCT तक नहीं पहुंचाई गई। 4 व्यक्तियों लेखराज पगारानी, किशोर पगारानी, रमेश थानवानी और दयाल दतवानी ने अपने CCT के ट्रस्टी/पूर्व ट्रस्टी के पद पर रहते हुए CIF से संबंधित सूचनाएं और और महत्वपूर्ण ट्रेडमार्क विदेशी कंपनियों में दर्ज कराए हैं। इन चारों ने इंदौर के रजिस्ट्रार, लोक न्यास द्वारा की जा रही कार्रवाई को चुनौती देते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। उनका दावा था कि यह मामला विदेशी संपत्तियों से जुड़ा होने के कारण रजिस्ट्रार की सीमा से बाहर है और कार्यवाही अमान्य है। इस मामले में हाईकोर्ट ने 5 दिसंबर के विस्तृत आदेश में इन सभी आपत्तियों को खारिज कर दिया था। अब आगे का रास्ता है साफ... ट्रस्टी का शिकायत करना विधि सम्मतमोतियानी के एडवोकेट अमोल श्रीवास्तव ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद स्पष्ट है कि कार्यवाही एमपी पब्लिक ट्रस्ट्स एक्ट, 1951 की धारा 26 के तहत पूरी तरह वैध और बनाए रखने योग्य है। एक कार्यकारी ट्रस्टी द्वारा शिकायत दायर करना विधि सम्मत है। आरोप गंभीर हैं और रजिस्ट्रार को अपनी वैधानिक प्रक्रिया आगे बढ़ानी चाहिए। विदेशी संपत्ति का तर्क प्रारंभिक जांच को नहीं रोकता। इस आदेश के बाद अब मामला धारा 26 और 27 के तहत रजिस्ट्रार द्वारा आगे बढ़ेगा और आवश्यक होने पर विस्तृत सुनवाई के लिए जिला कोर्ट भेजा जा सकता है। ट्रस्ट संपत्तियों की पारदर्शिता और संरक्षण की दिशा में यह निर्णय अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अब रजिस्ट्रार पब्लिक ट्रस्ट शिकायत के आधार पर मामले और CIF की संपत्तियों की जांच कर पाएंगे। मामले में जिला कोर्ट को कार्रवाई के लिए भी भेज सकेंगे। रजिस्ट्रार ने खारिज किया था आवेदनमोतीयानी की याचिका के पहले इसके खिलाफ पूर्व ट्रस्टियों ने रजिस्ट्रार को शिकायत खारिज करने का आवेदन दिया था। रजिस्ट्रार द्वारा आवेदन खारिज करने पर हाईकोर्ट में केस दायर किया था। इसमें कहा था कि मोतियानी ट्रस्टी हैं और वे आवेदन नहीं दे सकते। CIF का ट्रस्ट जर्सी (अमेरिका) में रजिस्टर्ड है, इसलिए उसका परीक्षण सिर्फ वहीं की अदालत कर सकती है। रजिस्ट्रार को सुनवाई का अधिकार नहीं है।
आपको हम बता रहे हैं, भोपाल शहर में आज कहां-क्या हो रहा है। यहां हर वो जानकारी होगी, जो आपके काम आएगी। संगीत-संस्कृति, आर्ट, ड्रामा के इवेंट से लेकर मौसम, सिटी ट्रैफिक, बिजली-पानी की सप्लाई से जुड़ा हर अपडेट मिलेगा। काम की जरूरी लिंक्स
हरियाणा में 9 साल बाद 23वां जिला बनने जा रहा है। इससे पहले चरखीदादरी को 2016 में जिला बनाया गया था। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंगलवार को हांसी की विकास रैली में इसकी घोषणा करते हुए कहा कि एक सप्ताह के अंदर इसका नोटिफिकेशन जारी हो जाएगा। हांसी संभवत पहला ऐसा जिला है जिसकी दूरी दूसरे जिले महज 25 किमी दूर है। दूरी के मामले में चरखी दादरी का नंबर दूसरा है। दादरी की भिवानी से दूरी करीब 27 किमी दूर है। इसी तरह हांसी तीसरा ऐसा जिला होगा जहां महज दो विधानसभा होगी। इसमें हांसी और नारनौंद शामिल हैं। इसके अलावा चरखी दादरी में दादरी और बाढ़डा विधानसभाएं हैं वहीं पंचकूला में पंचकूला और कालका विधानसभा आती है। अब तक हिसार विधानसभा के मामले में नंबर एक पर था। हिसार में 7 विधानसभा है। विभाजन के बाद हिसार में 5 सीटें रह जाएंगी इसमें आदमपुर, उकलाना, बरवाला, हिसार और नलवा शामिल हैं। नारनौंद और हांसी का क्षेत्र बनाकर बना जिला... आबादी में 22वें नंबर पर होगा हांसीअगर हांसी को पुलिस जिला मानकर आबादी से तुलना करें तो हांसी की आबादी 2011 की जनगणना के अनुसार 5,40,994 होगी। वहीं इससे कम चरखीदादरी की जनसंख्या 502,276 है। वहीं तीसरा सबसे जनसंख्या वाला जिला पंचकूला है। यहां आबादी 5,58,879 लाख है। हांसी जिले का एरिया 1272 वर्ग किमी होगा। जिला बनने के लिए कम से कम 800 वर्ग किमी एरिया का होना जरूरी है। ये होगा हांसी का स्वरूपनए हांसी जिले में 2 उपमंडल- हांसी व नारनौंद और तीन तहसील- हांसी, नारनौंद व बास होगी। खेड़ी चोपड़ा उपतहसील भी नए जिले का हिस्सा होगी। हांसी जिले में 97 राजस्व गांव और 110 पंचायतें शामिल रहेंगी। हिसार DC को मिल सकता है चार्ज हांसी के जिला बनने के बाद कई चीजें बदल जाएंगी। हांसी के लोगों को अब प्रशासनिक कामों और DC से मिलने के लिए हिसार नहीं आना होगा। हांसी में ही DC बैठेंगे। संभवत इसके लिए सबसे पहले हिसार डीसी को ही हांसी का अतिरिक्त चार्ज दिया जा सकता है। इसके साथ ही मुकदमों की पैरवी के लिए हिसार जिला कोर्ट भी नहीं आना पड़ेगा। हांसी में जिला एवं सत्र न्यायालय का गठन होगा। जिला न्यायाधीश भी बैठेंगे। इसके अलावा हांसी के जिला बनने से इलाके का विकास तेजी से हो सकेगा। सरकार जिले के विकास के लिए नई योजनाएं लाएगी, जिससे लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे और जीवन स्तर में सुधार होगा। हरियाणा बनने के बाद यूं बंटता गया हिसार....
हरियाणा में हांसी को 23वां नया जिला बनाए जाने के बाद डबवाली को भी अलग जिला बनने का मामला भी गरमा गया है। हांसी को नया जिला बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री नायब सैनी ने की है और डबवाली के लोगों को निराशा हाथ लगी है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों का आरोप है कि डबवाली को जिला बनाने को लेकर सरकार की तरफ से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं आई है, न ही इस संबंध में कोई आधिकारिक रिपोर्ट मंगवाई गई। जनप्रतिनिधियों का कहना है कि सिर्फ हांसी को जिला बनाने की रिपोर्ट मांगी थी। डबवाली को लेकर ऐसा कुछ नहीं किया गया, जबकि डबवाली हर फिजिबिलिटी पूरी कर रहा है। इसके बावजूद डबवाली के लोगों से भेदभाव किया गया। जिला प्रशासन भी सरकार के रिस्पांस के बिना कुछ नहीं कर पाया। जिला प्रशासन के अनुसार, यह सरकार के लेवल का मामला है। इसे लेकर डबवाली की अलग से जानकारी या रिपोर्ट नहीं मांगी गई। लोग बोले- डबवाली जिला बनाने की इसलिए मांग स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें आज भी जिला मुख्यालय सिरसा के लिए 90 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। इससे प्रशासनिक कामों में न केवल देरी होती है, बल्कि आम जनता को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है। पंजाब और राजस्थान की सीमा पर स्थित होने के कारण डबवाली एक संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्र भी है। बढ़ते अपराध और नशा तस्करी पर नियंत्रण के लिए सरकार ने 14 मई 2023 को डबवाली को पुलिस जिला घोषित किया था। लोगों का मानना है कि यदि इसे पूर्ण जिला बनाया जाए तो कानून व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी और विकास में तेजी आएगी। जिला बनने से सड़क, बिजली, सिंचाई और प्रशासनिक ढांचे में बड़े स्तर पर सुधार की उम्मीद है। प्रस्तावित डबवाली-पानीपत एक्सप्रेस-वे जैसे प्रोजेक्ट भी क्षेत्र की कनेक्टिविटी को नई रफ्तार दे सकते हैं। हरियाणा का सबसे बड़ा उपमंडल है डबवाली बता दें कि, डबवाली हरियाणा का सबसे बड़ा उपमंडल है, जिसका क्षेत्रफल करीब 1,058 वर्ग किलोमीटर है। अनुमानित जनसंख्या 3 लाख से अधिक हो चुकी है और इसमें 71 गांव शामिल हैं। आंकड़ों के लिहाज से देखें तो डबवाली कई मौजूदा जिलों से बड़ा है और एक स्वतंत्र जिले के सभी मापदंड पूरे करता है। प्रशासन की ओर से भेजा जाता है प्रस्ताव स्थानीय प्रशासन, निर्वाचित प्रतिनिधियों या लोगों द्वारा एक नया जिला बनाने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भेजा जाता है। इसके लिए राज्य का राजस्व विभाग एक कमेटी बनाता है, जो नए जिले के लिए जरूरी क्षेत्रफल, जनसंख्या और प्रशासनिक जरूरतों का अध्ययन करती है। इसके बाद विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर नोटिफिकेशन जारी होता है। किसी अन्य जिला मुख्यालय से 25-40 किमी की दूरी होना, 80,000 हेक्टेयर क्षेत्रफल व चार लाख से अधिक आबादी होनी चाहिए। डबवाली को जिला बनाने की मांग कोई नई नहीं है : पूर्व विधायक सिहाग डबवाली से कांग्रेस के पूर्व विधायक अमित सिहाग का कहना है कि, डबवाली को जिला बनाने की नई मांग नहीं है। तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से चंडीगढ़ में मुलाकात कर यह मुद्दा उठाया था। इसके बाद कई सामाजिक संगठन, राजनीतिक दल और मौजूदा विधायक आदित्य देवीलाल लगातार इस मांग को दोहराते रहे हैं। पूर्व विधायक अमित सिहाग ने हरियाणा सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि डबवाली सभी मापदंड पूरे करता है। इसके बावजूद इसे नजरअंदाज किया जा रहा है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि चाहे विपक्ष हो या सत्ता पक्ष, यहां का राजनीतिक नेतृत्व इस मुद्दे को उतनी मजबूती से नहीं उठा पाया जितनी जरूरत थी। विशेष रूप से जुलाई 2024 में दिग्विजय चौटाला और अभय चौटाला ने इसे राज्य स्तर पर जोरदार तरीके से उठाया। वहीं, 27 दिसंबर 2024 को विधायक आदित्य देवीलाल ने सरकार को औपचारिक ज्ञापन सौंपकर डबवाली को जिला बनाने की मांग रखी। बीजेपी ने जिला अध्यक्ष बनाया, जल्द होगा ड्राफ्ट तैयार : बीजेपी नेता बीजेपी नेता और मार्केटिंग चेयरमैन सतीश जग्गा का कहना है कि डबवाली को जिला बनाने की प्रक्रिया चल रही है। उनके अनुसार, डबवाली राज्य के एक कोने पर स्थित है, जबकि हांसी और गोहाना भौगोलिक रूप से बीचोंबीच हैं। सभी पंचायतों और ब्लॉकों को साथ लाने की कवायद जारी है और जल्द ही ड्राफ्ट तैयार हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसी कारण बीजेपी ने संगठन विस्तार कर यहां जिला अध्यक्ष भी नियुक्त किया है। जहां प्रशासनिक ढांचा मजबूत, उन्हें प्राथमिकता दे रही सरकार : रवि मोंगा जिला बनाओ समिति डबवाली के प्रतिनिधि रवि मोंगा का कहना है कि, पूर्ण जिला बनने की दौड में डबवाली बहुत मजबूत दावेदार है। सरकार द्वारा पहले पुलिस जिला हांसी को पूर्ण जिला बनाया जाना यह संकेत देता है कि जिन क्षेत्रों में प्रशासनिक ढांचा पहले से मजबूत है, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है। डबवाली भी पुलिस जिला है और यहां सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पहले से मौजूद हैं। इसलिए डबवाली को लेकर लोगों की उम्मीदें और मजबूत हुई हैं। हमें पूरा भरोसा है कि सरकार जल्द ही डबवाली को भी पूर्ण जिला घोषित कर क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग और प्रतीक्षा को समाप्त करेगी। डबवाली के साथ अन्याय हुआ : छाबड़ा नगर परिषद चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा ने सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि डबवाली के साथ अन्याय हुआ है। यदि नए जिले बनाने थे तो सभी को एक साथ बनाना चाहिए था। अगर चरणबद्ध तरीके से बनाना था तो डबवाली सबसे पहले जिला बनना चाहिए था। डबवाली-सिरसा क्षेत्र में एक भी बड़ा उद्योग या फैक्ट्री नहीं है, जिससे युवाओं को रोजगार मिल सके, जबकि हांसी हिसार से महज 25 किलोमीटर दूर है और हिसार में उद्योगों की भरमार है। ऐसे में वास्तविक जरूरत डबवाली को जिला बनाने की थी। डबवाली की जनता को काफी उम्मीदें : संजीव शाद जिला बनाओ समिति डबवाली के प्रतिनिधि संजीव शाद का कहना है कि, डबवाली जिला बनने के सभी तय मानकों पर खरा उतरता है। जनसंख्या, भौगोलिक स्थिति, प्रशासनिक इकाइयों और आधारभूत ढांचे की दृष्टि से डबवाली पहले ही जिला बनने के योग्य है। हांसी को पहले पूर्ण जिला घोषित किए जाने से डबवाली क्षेत्र के लोगों को आश्चर्य जरूर हुआ है, लेकिन वर्षों से चली आ रही इस मांग को लेकर जनता की उम्मीदें आज भी कायम हैं। डबवाली के लोगों में रोष : नरेश सेठी जिला बनाओ समिति डबवाली से प्रतिनिधि नरेश सेठी बोले, डबवाली को पूर्ण जिला घोषित किए जाने से क्षेत्र के लोगों में रोष है। डबवाली का भौगोलिक विस्तार और सभी तय मानकों को पूरा करना, इसे पूर्ण जिला बनाने की पूरी क्षमता देता है।
मेरठ के गन्ना भवन में भाकियू टिकैत के जिला अध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया । सोमवार दोपहर तीन बजे से यह धरना शुरू हुआ। इस दौरान किसानों ने अधिकारियों को भी वहीं बंधक बना कर रखा और मनोरंजन के भी अलग अलग प्रकार के इंतजाम किये। नीचे 10 तस्वीरों में देखिए धरने के दौरान क्या कुछ रहा..............
हरियाणा में नए पुलिस महानिदेशक (DGP) की नियुक्ति की प्रक्रिया में तेजी आ गई है। राज्य सरकार ने 30 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके आईपीएस अधिकारियों के एक नए पैनल को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) को भेज दिया है। सबसे अहम बात यह है कि इस नए पैनल में फिर से पूर्व डीजीपी शत्रुजीत कपूर का नाम शामिल किया गया है। यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब कार्यवाहक डीजीपी ओपी सिंह 31 दिसंबर को रिटायर होने वाले हैं, साथ ही दो अन्य सीनियर ऑफिसर 1989 बैच के मोहम्मद अकील और 1991 बैच के आलोक कुमार रॉय भी रिटायर हो रहे हैं।डीजी जेल को वर्तमान में तीन महीने का अतिरिक्त कार्यकाल दिया गया है। उनकी रिटायरमेंट को लेकर पुलिस के शीर्ष पद के लिए सीनियर आईएएस ऑफिसर्स के बीच जोरदार पैरवी शुरू हो गई है।सरकार के द्वारा यूपीएससी को भेजे गए नए पैनल में फिर से शत्रुजीत कपूर का नाम शामिल किया गया है। इनके अलावा अजय सिंघल, आलोक मित्तल, एएस चावला और संजीव जैन का नाम शामिल है। इसलिए भेजा गया नया पैनल यूपीएससी ने सरकार द्वारा भेजा गया डीजीपी पैनल वापस लौटा दिया था। पैनल यह कहते हुए लौटाया गया था कि वर्तमान में डीजीपी का पद खाली नहीं है। यूपीएसएसी के द्वारा बताया गया था कि आईपीएस वाई पूरन कुमार सुसाइड केस में नाम आने के बाद शत्रुजीत कपूर छुट्टी पर चल रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में डीजी रैंक के आईपीएस ओपी सिंह को डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। ओपी सिंह 31 दिसंबर को रिटायर होंगे, ऐसे में जब तक कपूर का अन्य जगह ट्रांसफर नहीं किया जाता तब तक पैनल नहीं भेजा जा सकता। DGP की रेस में ये 3 आईपीएस दावेदार डीजीपी पद के लिए प्रमुख दावेदारों में 1992 बैच के अधिकारी अजय सिंघल, जो वर्तमान में सतर्कता और भ्रष्टाचार विरोधी ब्यूरो के महानिदेशक हैं; 1993 बैच के अधिकारी आलोक मित्तल, जो हरियाणा पुलिस आवास निगम के प्रबंध निदेशक हैं; और 1993 बैच के अधिकारी अर्शिंदर सिंह चावला, जो मधुबन स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी के निदेशक हैं, शामिल हैं। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अजय सिंघल अभी डीजीपी की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। नाम में देरी पर बन सकता है कार्यवाहक डीजीपी इस महीने के अंत में तीन वरिष्ठ अधिकारियों की सेवानिवृत्ति को देखते हुए, सरकार चयन प्रक्रिया को शीघ्रता से पूरा करके वर्ष के अंत से पहले नए डीजीपी की नियुक्ति करना चाहती है। हालांकि, यदि प्रक्रिया में देरी होती है, तो अंतिम नियुक्ति होने तक कार्यवाहक डीजीपी का प्रभार किसी अन्य वरिष्ठ अधिकारी को सौंपा जा सकता है।इन सेवानिवृत्तियों के बाद नए साल में हरियाणा पुलिस के शीर्ष नेतृत्व में बड़े फेरबदल की भी उम्मीद है। ओपी सिंह को नहीं मिली एक्सटेंशन डीजीपी शत्रुजीत कपूर का नाम आईपीएस वाई पूरन कुमार के सुसाइड में आने के बाद उनके स्थान पर आईपीएस अफसर ओपी सिंह को डीजीपी का एडिशनल चार्ज दिया गया था। हालांकि उनका रिटायरमेंट भी 31 दिसंबर को रहा है। उनके छह महीने के एक्सटेंशन को केंद्र सरकार ने सहमति नहीं दी है, जिसके कारण उनके स्थान पर 1 जनवरी 2026 को डीजीपी पद पर नए आईपीएस अधिकारी की नियुक्ति तय मानी जा रही है।
सीजन का पहला कोहरा:90 मीटर विजिबिलिटी पारा 3.7 डिग्री गिरा
सीजन का पहला कोहरा मंगलवार को छाया। रात ढाई बजे से कोहरे ने चादर बिछानी शुरू की और सुबह तक पूरे शहर को अपने आगोश में लपेटे रहा। बिजिविलिटी 90 मीटर तक रही। यानी सुबह 9 बजे तक रात जैसे हालात रहे और लोगों को वाहनों की लाइट जलाकर चलना पड़ा। दरअसल एक दिन पहले ही उत्तरी हवा चलनी शुरू हुई। सोमवार की शाम ही हवा सांय-सांय चलने लगी थी। हवा में ठंडक थी। इसलिए सर्दी बढ़ने के आसार तो थे मगर कोहरे की संभावना नहीं थी मगर आधी रात के बाद कोहरे ने पांव पसारे। इस कारण मंगलवार को दिन का तापमान 3.7 डिग्री गिर गया। अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री रिकार्ड किया गया। बीती रात का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले 3 दिनों तक ऐसे ही हालात रहेंगे।
मध्यप्रदेश विधानसभा ने अपने स्थापना के 69 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस अवसर पर आज 17 दिसंबर को विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र आयोजित किया गया है। सत्र में प्रदेश के विकास, आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और विकसित भारत के संकल्प पर विस्तार से चर्चा होगी। यह वही ऐतिहासिक तिथि है जब 17 दिसंबर 1956 को मध्यप्रदेश विधानसभा की पहली बैठक हुई थी। विधानसभा सत्र के लिए आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। आत्मनिर्भर और विकसित भारत पर मंथनविशेष सत्र में सरकार द्वारा अपने रोडमैप को प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने और विकसित भारत के लक्ष्य में मध्यप्रदेश की भूमिका पर चर्चा होगी। पक्ष और विपक्ष के सदस्य बिना प्रश्नकाल के इस विषय पर विचार रखेंगे। ‘विधानसभा की सात दशक की यात्रा’ प्रदर्शनीविधानसभा परिसर में ‘विधानसभा की सात दशक की यात्रा’ विषय पर आधारित चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन राज्यपाल मंगू भाई पटेल करेंगे। यह प्रदर्शनी विधानसभा की ऐतिहासिक यात्रा, महत्वपूर्ण उपलब्धियों और विभिन्न कालखंडों के संसदीय कार्यों को चित्रों के माध्यम से प्रस्तुत करती है। प्रदर्शनी में प्रथम विधानसभा से लेकर वर्तमान 16वीं विधानसभा तक के अहम क्षणों को दर्शाया गया है। आम नागरिकों के लिए खुली रहेगी प्रदर्शनीविधानसभा सचिवालय के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रदर्शनी में कुल 136 चित्र लगाए गए हैं, जो विधानसभा के विकासक्रम को रेखांकित करते हैं। यह प्रदर्शनी 18 दिसंबर से 25 दिसंबर तक आम नागरिकों के लिए खुली रहेगी। कोई भी नागरिक विधानसभा परिसर में प्रवेश पत्र बनवाकर इस प्रदर्शनी को देख सकेगा। एंट्री का पास बनवाने के लिए आधार कार्ड, स्कूल या कॉलेज का परिचय पत्र लाना जरूरी होगा। लोकतांत्रिक यात्रा का स्मरणविधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश विधानसभा ने बीते सात दशकों में प्रदेश के विकास, जनकल्याण और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है। विधानसभा केवल कानून बनाने का मंच नहीं, बल्कि जनता की आवाज को शासन तक पहुंचाने की सशक्त संस्था रही है। इन हस्तियों को दी जाएगी श्रद्धांजलिविशेष सत्र की शुरुआत में निधन संबंधी उल्लेख के तहत सदन में शोक प्रस्ताव रखे जाएंगे। इसमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज वी. पाटिल, मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल, पूर्व लोकसभा सदस्य डॉ. रामविलास वेदांती तथा 10 दिसंबर 2025 को नेशनल हाईवे-44 पर बम डिस्पोजल स्क्वॉड के वाहन की कंटेनर से भिड़ंत में शहीद हुए जवान को श्रद्धांजलि दी जाएगी। धारा 163 लागू, सुरक्षा व्यवस्था कड़ी विधानसभा सत्र को लेकर राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। लोकशांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस आयुक्त भोपाल ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। यह आदेश 17 दिसंबर को सुबह 6 बजे से रात 12 बजे तक अथवा सत्रावसान तक (जो पहले हो) प्रभावी रहेगा। हथियार और भारी वाहनों पर सख्तीआदेश में सार्वजनिक स्थानों पर शस्त्र, लाठी, डंडा, भाला, पत्थर, चाकू, धारदार हथियार या आग्नेय शस्त्र लेकर चलने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। विधानसभा परिसर के 5 किलोमीटर के दायरे में ट्रक, ट्रैक्टर-ट्रॉली, डंपर जैसे भारी वाहनों तथा यातायात बाधित करने वाले तांगा, बैलगाड़ी आदि के आवागमन पर भी रोक रहेगी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को सदन में तीखी बहस के आसार हैं। आज मनरेगा, पंचायत, स्कूल शिक्षा, उद्योग और पर्यावरण से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। प्रश्नकाल और ध्यानाकर्षण के दौरान इन विभागों से संबंधित सवालों पर भाजपा-कांग्रेस विधायकों और मंत्रियों के बीच टकराव देखने को मिल सकता है। जानकारी के अनुसार कांग्रेस विधायक मनरेगा भुगतान में देरी, जॉब कार्डधारियों को काम नहीं मिलने और पंचायत स्तर पर भ्रष्टाचार के मुद्दे को जोरशोर से उठाएंगे। वहीं भाजपा विधायक पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुई अनियमितताओं का जिक्र करते हुए वर्तमान योजनाओं की स्थिति स्पष्ट करेंगे। पंचायतों में वित्तीय अधिकार, विकास कार्यों की रफ्तार और जनप्रतिनिधियों की भूमिका को लेकर भी सवाल पूछे जाने की संभावना है। वहीं तीसरे दिन यानी मंगलवार को वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सदन में 35,000 करोड़ का सप्लीमेंट्री बजट पेश किया। उद्योग और पर्यावरण से जुड़े विषयों होगी बहस उद्योग और पर्यावरण से जुड़े विषयों पर भी बहस तेज रहने की उम्मीद है। विपक्ष औद्योगिक निवेश, पर्यावरणीय मंजूरी और स्थानीय रोजगार को लेकर सवाल उठाएगा। वहीं सत्ता पक्ष राज्य में नए उद्योगों के आगमन, निवेश प्रस्तावों और पर्यावरण संतुलन के दावों के साथ जवाब देगा। सत्र के चौथे दिन शून्यकाल में भी कई स्थानीय और जनहित के मुद्दे उठने की संभावना है। सत्ता और विपक्ष दोनों के तेवर सख्त रहने के संकेत हैं। ऐसे में आज सदन में जोरदार बहस और तकरार देखने को मिल सकती है। तीसरे दिन 35,000 करोड़ का सप्लीमेंट्री बजट पेश शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सदन में 35,000 करोड़ का सप्लीमेंट्री बजट पेश किया। वित्तीय वर्ष खत्म होने से ठीक तीन महीने पहले पेश किए गए इस बड़े सप्लीमेंट्री बजट पर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई। इस दौरान वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि इससे प्रदेश के विकास को गति मिलेगी। विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि छत्तीसगढ़ के इतिहास का सबसे बड़ा अनुपूरक बजट है। राजस्व व्यय को बढ़ाने की शुरुआत पूर्ववर्ती भूपेश बघेल सरकार ने की थी। कांग्रेस सरकार ने धान खरीदी को राजनीतिक विषय बना दिया। वहीं कांग्रेस विधायक राघवेंद्र सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ लगातार कर्ज में डूबता जा रहा है। ऐसे में वित्तीय वर्ष के आखिरी तीन महीनों में 35 हजार करोड़ रुपए का अनुपूरक बजट क्यों लाया गया, यह समझ से परे है। इस बजट में कोई ठोस विजन नजर नहीं आता। राघवेंद्र सिंह ने कहा कि महिलाओं को महतारी वंदन योजना के तहत एक हजार रुपए दिए जा रहे हैं, लेकिन बिजली बिल के नाम पर उससे ज्यादा राशि वसूली जा रही है। सरकार का फोकस काम से ज्यादा इवेंट मैनेजमेंट पर है। राघवेंद्र सिंह ने कहा कि नए पदों पर भर्ती, नियमितीकरण और किसानों को समय पर भुगतान जैसे वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं। सड़कों, धान, आदिवासी, किसान, युवा और महिलाओं के विकास के लिए स्पष्ट लक्ष्य तय कर काम करने की जरूरत बताई। सुशांत शुक्ला ने राशन कार्ड के मुद्दे पर खाद्य मंत्री को घेरा इससे पहले भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला ने APL से BPL राशन कार्ड परिवर्तन के मुद्दे पर खाद्य मंत्री को घेरा। सुशांत शुक्ला ने अपनी ही सरकार पर गलत जानकारी देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि एपीएल कार्ड डिलीट कर बीपीएल कार्ड बनाए गए। इस संबंध में FIR भी दर्ज हुई है। खाद्य मंत्री दयालदास बघेल ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि कोई परिवर्तन नहीं हुआ। जांच में सिर्फ 19 राशन कार्ड में गड़बड़ी मिली, जिनमें से 4 मामलों में जोन क्रमांक-4 के जोन कमिश्नर की अनुशंसा पर कार्रवाई की गई है और जांच जारी है। सुशांत शुक्ला ने फिर आपत्ति जताई, जबकि पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने आधे घंटे की चर्चा की मांग की। विधायक इंद्र कुमार साहू ने जैतूसाव मठ की जमीन बेचे जाने का मामला उठाया। पर्यटन मंत्री राजेश अग्रवाल ने माना कि रायपुर में भू-माफियाओं 10 जमीनें बेचीं। उनके मुताबिक दो मामले हाईकोर्ट से पेडिंग है, आठ मामलों में एफआईआर करवा रहे हैं। विधायक ने सचिव स्तर समिति द्वारा जांच कराने की मांग की। वहीं धरमलाल कौशिक ने जल जीवन मिशन के मुद्दे पर डिप्टी सीएम अरुण साव को घेरा। राजस्व मंत्री ने माना, बस्तर में बाढ़ से 12 लोगों की जान गई इस दौरान, सदन में बस्तर में आई बाढ़ से बर्बादी का मुद्दा भी उठा, कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के सवाल का जवाब देते हुए राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने माना कि, बाढ़ में 12 लोगों की जान गई थी। सड़क मरम्मत के मुद्दे पर बहस इधर, प्रश्नकाल के दौरान ही सड़क मरम्मत को लेकर सदन में तीखी बहस हुई। कांग्रेस विधायक हर्षिता बघेल ने डोंगरगढ़ क्षेत्र सहित राजनांदगांव और खैरागढ़ जिलों की मरम्मत योग्य सड़कों पर कार्रवाई को लेकर लोक निर्माण मंत्री अरुण साव के जवाब पर सवाल उठाए। मंत्री ने बताया कि दोनों जिलों में 48 सड़कें चिह्नित हैं, जिनमें 39 के टेंडर हो चुके हैं, 4 का काम पूरा हो गया है और 5 पर कार्य शुरू होना बाकी है। इस पर हर्षिता बघेल ने आरोप लगाया कि जमीनी स्तर पर किसी भी सड़क पर काम शुरू नहीं हुआ और मंत्री ने सदन को गलत जानकारी दी है। विवाद बढ़ने पर आसंदी ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि मंत्री की ओर से दी गई जानकारी रिकॉर्ड में ली जाएगी और वही आधिकारिक मानी जाएगी, इसके बाद कार्यवाही आगे बढ़ी। सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल निर्माण का मुद्दा उठा जगदलपुर विधायक किरण सिंह देव ने महारानी अस्पताल में प्रस्तावित कैंसर क्लिनिक और सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल के निर्माण में हो रही देरी का मुद्दा उठाया। उन्होंने बताया कि 12 जून 2025 को स्वीकृति मिलने के बावजूद अब तक सिर्फ टेंडर प्रक्रिया ही चल रही है। इस पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि डीपीआर निजी एजेंसी से तैयार कराई जाती है और ईएनसी के माध्यम से स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। मंत्री ने यह भी बताया कि पूर्व प्रवास के दौरान माताओं के लिए एमआरडी भवन की मांग के बाद उसमें भी स्वीकृति जोड़ी गई। दोबारा सवाल पर मंत्री ने सदन में आश्वासन दिया कि कैंसर क्लिनिक और सुपर स्पेशियालिटी हॉस्पिटल दोनों का निर्माण कार्य जनवरी से शुरू कर दिया जाएगा। विधानसभा में दूसरे दिन क्या-क्या हुआ जानने के लिए ग्राफिक्स से गुजर जाइए... ............................ इससे जुड़ी ये खबर पढ़ें... मंत्री खुशवंत बोले-प्रदेश में 15 लाख बेरोजगार: कहा-14 हजार लोगों को जल्द देंगे रोजगार, भूपेश बोले-युवाओं को भत्ता न देना धोखा, धरमलाल ने भी घेरा छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बेरोजगारी भत्ता और रोजगार के मुद्दे पर सदन का माहौल गरमा गया। सदन में भूपेश बघेल ने बेरोजगारी और युवाओं को भत्ते के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरा। मंत्री के स्पष्ट जवाब न देने पर नाराज विपक्ष ने हंगामा कर दिया। सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच तीखी नोक-झोंक हुई। पढ़ें पूरी खबर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा के करीब चार माह बाद गृह विभाग ने प्रदेश में पुलिस भर्ती बोर्ड के गठन का प्रस्ताव सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) को भेजा है। इसके बाद अब वित्त और विधि विभाग के परीक्षण के बाद इस मामले को कैबिनेट में लाए जाने की कवायद होगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 15 अगस्त को पुलिस भर्ती बोर्ड के गठन की घोषणा की थी। पुलिस भर्ती बोर्ड का प्रस्ताव दक्षिण के राज्यों के साथ यूपी और गुजरात के भर्ती बोर्ड की स्टडी के आधार पर तैयार किया गया है। प्रदेश में पुलिस भर्ती बोर्ड के गठन को लेकर लंबे समय से चल रही कवायद में तब तेजी आने के संकेत मिले थे जब मुख्यमंत्री डॉ यादव ने स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) पर सीएम निवास में हुए कार्यक्रम में पुलिस भर्ती बोर्ड के गठन का ऐलान किया था। इसके पहले यह प्रस्ताव पीएचक्यू में तैयार होकर रोक दिया गया था क्योंकि तब प्रशासनिक तौर पर इसे मंजूरी मिलने के संकेत नहीं मिले थे लेकिन जब सीएम ने घोषणा की तो इसके लिए बंद फाइल को फिर नए सिरे से खोलकर प्रस्ताव तैयार किया गया। बताया जाता है कि इस प्रस्ताव पर 100 दिन के विचार मंथन के बाद गृह विभाग ने अब इसे जीएडी को भेजा है। इसमें भर्ती बोर्ड के संरचनात्मक प्रक्रिया और उसके कार्य दायित्व की जानकारी दी गई है। गृह विभाग के प्रस्ताव पर जीएडी विधि विभाग और वित्त विभाग से भी सुझाव ले सकता है क्योंकि आमतौर पर यह प्रक्रिया अपनाई जाती है। इसके बाद भर्ती बोर्ड के गठन का प्रस्ताव कैबिनेट की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी मिलने के बाद पुलिस भर्ती बोर्ड के गठन की औपचारिक घोषणा की जाएगी।प्रदेश में वर्ष 2012 में शिवराज सिंह चौहान सरकार के दौरान पुलिस कॉन्स्टेबल और उप निरीक्षक भर्ती की प्रणाली में बदलाव किया गया था। इसके पहले पुलिस मुख्यालय की भर्ती एवं चयन शाखा के अंतर्गत हर जिले में समिति गठित की जाती थी। इसमें सबसे पहले शारीरिक परीक्षा होती थी, जिसमें से लगभग 10 प्रतिशत अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए चुना जाता था। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता था। इन तीनों परीक्षाओं के लिए अलग-अलग समितियां गठित की जाती थीं। बाद में सरकार ने लिखित परीक्षा की जिम्मेदारी व्यापम (अब कर्मचारी चयन मंडल) को सौंप दी। साउथ और गुजरात, यूपी के भर्ती बोर्ड की स्टडी पीएचक्यू अफसरों के अनुसार पुलिस भर्ती बोर्ड के गठन के मामले में एमपी से आगे दक्षिण भारत के राज्य हैं। दक्षिण भारत के तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में बीते कई दशकों से पुलिस भर्ती बोर्ड कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश और गुजरात में भी पहले ही पुलिस भर्ती बोर्ड का गठन किया जा चुका है। इन पुलिस भर्ती बोर्ड के माध्यम से अब तक लाखों पुलिस कर्मियों की भर्ती की जा चुकी है। श्यामला हिल्स में बन रहा पुलिस भर्ती बोर्ड के लिए भवन निर्माण मुख्यमंत्री द्वारा पुलिस भर्ती बोर्ड के गठन की घोषणा से एक वर्ष पहले ही पुलिस मुख्यालय ने अपनी ओर से तैयारियां शुरू कर दी थीं। पुलिस भर्ती बोर्ड के लिए श्यामला हिल्स क्षेत्र में मुख्यालय भवन का निर्माण कार्य जारी है। इस भवन का निर्माण पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन द्वारा किया जा रहा है। भवन निर्माण जुलाई 2026 तक पूर्ण होने की संभावना है। भवन निर्माण पर कुल 19.88 करोड़ की लागत आएगी। भवन का कुल निर्मित क्षेत्रफल 6,748 वर्ग मीटर से अधिक होगा।
12 साल के बच्चे को जीवनदान:पेट के ऊपर से गुजरा ट्रैक्टर, कई अंग फटे, डॉक्टरों ने बचा ली जान
पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल भीलों का बेदला के चिकित्सकों की टीम ने कई अंगों के जटिल ऑपरेशन कर 12 साल के बच्चे की जान बचा ली। मदार निवासी जितेंद्र के ऊपर से ट्रैक्टर का पहिया गुजर गया था। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया था, जिससे उसके कई अंग क्षतिग्रस्त हो गए। परिजन उसे तत्काल पीएमसीएच लेकर पहुंचे। बाल एवं नवजात शिशु सर्जरी, एनेस्थीसिया विभाग और सहयोगी स्टाफ के साझे प्रयासों से आखिरकार मासूम की जान बचा ली गई। पेसिफिक हॉस्पिटल के चेयरमैन राहुल अग्रवाल ने बताया कि बच्चे की हालत अब स्थिर और सामान्य है। विशेषज्ञों की टीम लगातार उसकी निगरानी कर रही है। हालत सुधरते ही उसे छुट्टी दे दी जाएगी। फेफड़े-डायफ्राम समेत 7 से ज्यादा अंगों की मरम्मत घायल जितेंद्र के फेफड़े, डायफ्राम, तिल्ली, आमाशय और छोटी आंत फट गई थीं। बाएं गुर्दे की रक्त वाहिनियां और बायां पैर भी जख्मी था। उसे तुरंत ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया। यहां शिशु सर्जन डॉ. प्रवीण झंवर के नेतृत्व में सर्जरी शुरू की गई। फटे फेफड़े और डायफ्राम की मरम्मत की गई, क्षतिग्रस्त तिल्ली को हटाया गया, आंतों की सिलाई की गई और आंतरिक रक्तस्राव को नियंत्रित किया गया। बाएं गुर्दे की चोटों को स्थिर कर पैर के गहरे जख्मों की भी आपातकालीन सर्जरी की गई। काम की बात-पहला घंटा बेहद निर्णायक डॉ झंवर ने बताया कि ऐसे मामलों में पहला एक घंटा बेहद निर्णायक होता है। समय पर उपचार मिलने से अंगों के नुकसान को नियंत्रित किया जा सकता है। घायल बच्चे के पिता अर्जुन सिंह ने भावुक होकर कहा कि उनके लिए डॉक्टर ही भगवान बनकर आए। उन्होंने बताया कि बच्चे का संपूर्ण उपचार बिना किसी शुल्क के किया जा रहा है। इस जटिल ऑपरेशन में कंसलटेंट पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. प्रवीण झंवर के साथ एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. समीर गोयल, डॉ. विजय, डॉ. केजी और डॉ. इशिता की अहम भूमिका रही। सहयोगी स्टाफ में सुभाष, विष्णु, फूलशंकर, विवेक और लीला का सहयोग रहा।
अब्बास-मस्तान निर्देशित फिल्म ‘किस-किस को प्यार करूं 2’ रिलीज हो चुकी है। फिल्म में कपिल शर्मा मुख्य भूमिका में हैं। भोपाल की रंगमंच कलाकार और शिक्षिका रश्मि गोल्या का कहना है कि यह फिल्म पूरी तरह से हेल्दी और फैमिली कॉमेडी है। पार्ट-वन जहां दर्शकों को खूब हंसाने में कामयाब रहा था, वहीं पार्ट-टू उससे भी ज्यादा कॉमिक और मनोरंजक है। रश्मि ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि कपिल शर्मा और उनकी टीम के साथ काम करने का अनुभव रश्मि के लिए बेहद खास रहा। शूटिंग के दौरान बातचीत में कपिल शर्मा ने खुद कहा कि प्रिंसिपल मैम के रोल के लिए उनका सिलेक्शन बिल्कुल परफेक्ट है। रश्मि बताती हैं कि वह असल जिंदगी में भी टीचिंग से जुड़ी हैं, इसलिए यह किरदार उनके रियल कैरेक्टर के बेहद करीब था और उसे निभाना उनके लिए स्वाभाविक हो गया। प्रिंसिपल का किरदार, इंटरवल के बाद बढ़ती है कहानीरश्मि गोल्या फिल्म में स्कूल की प्रिंसिपल की भूमिका निभा रही हैं। वह बताती हैं कि उनका रोल इंटरवल के बाद शुरू होता है और स्कूल से जुड़े सीन कहानी में नया मोड़ लाते हैं। इन सीन्स में कई ऐसे मौके हैं, जहां सच्चाई सामने आते-आते रह जाती है। प्रिंसिपल के किरदार में डायलॉग्स और रिएक्शंस दर्शकों को खूब पसंद आएंगे। भोपाल के थिएटर कलाकारों को मिल रहा बड़ा मंच रश्मि कहती हैं कि जब भोपाल में शूटिंग होती है और यहां के थिएटर कलाकारों को ऑडिशन का मौका मिलता है, तो यह शहर के कलाकारों के लिए बड़ी बात होती है। उन्होंने भी इसी प्रक्रिया के तहत ऑडिशन दिया। कई राउंड की स्क्रीनिंग के बाद उनका चयन हुआ। उनके अनुसार, सालों तक थिएटर करने के बाद यह रोल मिलना उनकी मेहनत का नतीजा है। रश्मि बताती हैं कि इससे पहले वह आशुतोष राणा के साथ फिल्म ‘डरन छू’ में नजर आई थीं, लेकिन वह फिल्म ज्यादा समय तक सिनेमाघरों में नहीं चल पाई। इसके उलट ‘किस-किस को प्यार करूं 2’ देश ही नहीं, विदेशों में भी एक साथ रिलीज हुई है, जिससे उन्हें खास संतोष है। भोपाल में इस अंदाज में दिखे थे कपिल भोपाल की लोकेशन्स बनीं फिल्म की पहचान फिल्म की शूटिंग पूरी तरह भोपाल में हुई है। रश्मि बताती हैं कि दर्शक बड़े तालाब, डीबी मॉल, चौक बाजार, 10 नंबर इलाका और आइकोनिक स्कूल जैसी जगहों को स्क्रीन पर आसानी से पहचान सकेंगे। उनका पूरा हिस्सा स्कूल परिसर में शूट किया गया। रश्मि के अनुसार फिल्म की तीनों अभिनेत्रियां—त्रिधा चौधरी, आयशा और पारुल गुलाटी—बेहद प्रोफेशनल और डाउन टू अर्थ हैं। पारुल गुलाटी एक सफल एंटरप्रेन्योर भी हैं, इसके बावजूद सेट पर उनका व्यवहार बेहद सरल रहा। एक्ट्रेस के साथ-साथ शिक्षिका भी रश्मि गोल्या अभिनय के साथ-साथ शिक्षण क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। वह इंडियन आर्म्ड फोर्स के रीसैटलमेंट प्रोग्राम में फैकल्टी हैं, जहां रिटायरमेंट से पहले जवानों को मार्केटिंग मैनेजमेंट और एचआर जैसे विषय पढ़ाती हैं। इसके अलावा वह एमपी पुलिस डिपार्टमेंट में सॉफ्ट स्किल ट्रेनर भी हैं। रश्मि कहती हैं कि थिएटर उनका पहला प्यार है, लेकिन काम की व्यस्तता के चलते अब साल में दो या तीन नाटक ही कर पा रही हैं। वह कंटेंट क्रिएशन में भी सक्रिय हो गई हैं। थिएटर से दूरी का उन्हें दुख है, लेकिन फिलहाल जिम्मेदारियों के बीच संतुलन बनाना जरूरी है। ये खबर भी पढ़ेंमूवी रिव्यू- ‘किस किसको प्यार करूं 2’ कपिल शर्मा की बहुप्रतीक्षित कॉमेडी फिल्म 'किस किसको प्यार करूं 2' कल यानी कि 12 दिसंबर 2025 को रिलीज हो रही है। यह 2015 की हिट फिल्म का सीक्वल है, जहां कपिल एक आम आदमी की भूमिका में तीन अलग-अलग धर्मों की पत्नियों के जंजाल में फंस जाते हैं और चौथी 'ट्रू लव' की तलाश करते हैं।पढ़ें पूरी खबर
नई परिभाषा:100 मीटर या इससे ऊंची पहाड़ी ही अरावली, डर- 90 प्रतिशत संरक्षण दायरे से बाहर होंगी
उदयपुर की पहचान सिर्फ पर्यटन नहीं, बल्कि आसपास फैली अरावली की पहाड़ियों से जुड़ी है। यही पहाड़ियां शहर को भूकंपों, गर्म हवाओं, धूल भरी आंधियों और अनियंत्रित शहरी फैलाव से बचाने की प्राकृतिक ढाल हैं। लेकिन इसी साल 20 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट द्वारा अरावली पहाड़ियों की नई परिभाषा को मंजूरी देने के बाद उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, भीलवाड़ा, सिरोही समेत 15 जिलों यानी करीब आधे राजस्थान में पर्यावरण को लेकर चिंता गहरा गई है। यह नई परिभाषा कहती है कि आसपास की जमीन से 100 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाली भू-आकृति को ही अरावली पहाड़ी माना जाएगा। इस मानक से अरावली की 90% से ज्यादा पहाड़ियां संरक्षण के दायरे से बाहर हो जाएंगी, जिसका सीधा असर खनन, रियल एस्टेट और निर्माण गतिविधियों पर पड़ेगा। नतीजे में भविष्य में मेवाड़ के रेगिस्तान में बदलने का खतरा होगा। उदयपुर में छोटे-छोटे टीले, रिज क्षेत्र और पहाड़ियों के बीच झीलों का नेटवर्क ही पर्यावरण संतुलन बनाए रखता है। जानकारों का ये भी कहना है कि अरावली की यही छोटी पहाड़ियां हवा के भारी प्रवाह को रोकने, भूजल रिचार्ज करने और तापमान नियंत्रित रखने में अहम भूमिका निभाती हैं। यदि इन्हें कानूनी संरक्षण से बाहर कर दिया तो आने वाले वर्षों में उदयपुर का पारिस्थितिक संतुलन भी डगमगा सकता है। भास्कर एक्सपर्ट- डॉ. अनिल मेहता, पर्यावरण विशेषज्ञ व झील संरक्षण समिति के पूर्व सदस्य इन पहाड़ियों को अरावली न माना तो मेवाड़ से लेकर दिल्ली तक का इलाका रेगिस्तान में बदल जाएगा 100 मीटर वाली परिभाषा ‘पहाड़ियों को काटने वालों के लिए एक वैध हथियार’ बन जाएगी और इतिहास, संस्कृति और प्रकृति की धुरी अरावली नष्ट हो जाएगी। क्योंकि इस मानक से लगभग 90% पहाड़ियां अरावली से बाहर हो जाएंगी। मेवाड़ पर इसका गंभीर प्रभाव आएगा। अरावली एक सतत भूवैज्ञानिक शृंखला है, जिसे मनमाने ऊंचाई मानकों से नहीं मापा जा सकता। भारतीय वन सर्वेक्षण के आकलन के मुताबिक प्रदेश के 15 जिलों में मौजूद 12 हजार 81 अरावली पहाड़/टीले 20 मीटर या उससे अधिक ऊंचे हैं, लेकिन इनमें से केवल 1 हजार 48 ही ऐसे हैं जो 100 मीटर से ज्यादा ऊंचे हैं। यानी 11 हजार 33 संरचनाएं अरावली नहीं कहीं जा सकेंगी। 20 मीटर ऊंचाई का मानक इसलिए अहम माना जाता रहा है, क्योंकि इतनी ऊंचाई की पहाड़ियां भी हवा के प्रवाह को रोकने वाली प्राकृतिक दीवार का काम करती हैं। उदयपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ जैसे क्षेत्रों में अधिकांश पहाड़ियां इसी श्रेणी में आती हैं। यदि इन्हें ही अरावली नहीं माना गया तो मेवाड़ से लेकर दिल्ली तक का इलाका रेगिस्तान में बदल जाएगा, क्योंकि खनन, सड़क-कॉलोनियों के निर्माण के रास्ते खुल जाएंगे। इससे झीलों में गाद भरने, भूजल स्तर गिरने और तापमान बढ़ने जैसी समस्याएं होंगी। यदि राजस्थान सहित एनसीआर रीजनल प्लान 2041 और अन्य मास्टर प्लान में इसी परिभाषा को लागू किया गया तो प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र (एनसीजेड) लगभग खत्म हो जाएंगे।
भूमिका ने सोफिया कुरैशी का किरदार निभाकर हासिल किया द्वितीय पुरस्कार
भास्कर न्यूज | लुधियाना ग्रीन लैंड कॉन्वेंट स्कूल सिविल सिटी के विद्यार्थियों ने मिलेनियम स्कूल में आयोजित एलएसएससी फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को अपनी रचनात्मकता, आत्मविश्वास एवं सामाजिक जागरूकता प्रदर्शित करने का सजीव मंच मिला। कक्षा प्रथम के छात्र हारून ने रॉबिन हुड के रूप में मंच पर अपनी प्रभावशाली प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। न्याय तथा वंचितों की सहायता पर आधारित उनका सशक्त संदेश सभी पर गहरी छाप छोड़ गया। इसी प्रकार कक्षा चौथी की छात्रा भूमिका ने सोफिया कुरैशी का किरदार अत्यंत आत्मविश्वास और गरिमा के साथ निभाया। साहस, नेतृत्व और महिला सशक्तिकरण पर आधारित उनकी प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए उन्हें द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। विद्यालय ने समग्र रूप से द्वितीय स्थान की ट्रॉफी अपने नाम की। ग्रीन लैंड स्कूल श्रृंखला के अध्यक्ष डॉ. राजेश रुद्रा ने इन नन्हे विजेताओं को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि ऐसी उपलब्धियां इस संस्था के उस दृढ़ विश्वास को सुदृढ़ करती हैं कि समग्र शिक्षा ही आत्मविश्वासी, उत्तरदायी एवं मूल्यों से परिपूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण करती है। विद्यालय की डायरेक्टर डा. विजेता रुद्रा ने पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी।
यमुनानगर जिले में एक सड़क हादसे में 23 वर्षीय युवक हर्ष की मौत हो गई। हादसा 15-16 दिसंबर की रात करीब ढाई बजे औरंगाबाद बाइपास से गुजरते हुए रादौर रोड पर जोड़ियों गुरुद्वारा के पास हुआ। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ लापरवाही से मौत का कारण बनने का मुकदमा दर्ज किया है। मृतक हर्ष पुत्र राजकुमार मूल रूप से दिल्ली के मंगोलपुरी का रहने वाला था, लेकिन हाल ही में जगाधरी के गांधीनगर कॉलोनी में अपने मामा के पास रह रहा था। वह यमुनानगर की माटा शूज शॉप में नौकरी करता था। परिजनों के अनुसार हर्ष कभी-कभी शराब का सेवन करता था। शराब पीकर हरिद्वार जा रहे थे मृतक की बहन मुस्कान (25 वर्ष) निवासी सिटी सेंटर रोड ने फर्कपुर थाना पुलिस को दिए बयान में बताया कि 15 दिसंबर को हर्ष की उसके बुआ के लड़के संदीप निवासी अंबाला कैंट से फोन पर बात हुई। संदीप अपनी बाइक पर जगाधरी आया और दोनों ने बुड़िया चौक के पास शराब पी। इसके बाद वे हरिद्वार जाने की योजना बनाकर निकले, लेकिन सहारनपुर पहुंचकर प्लान बदल दिया और वापस यमुनानगर लौटे। रास्ते में संदीप बाइक चला रहा था और हर्ष पीछे बैठा था। दोनों शराब के नशे में थे। इस दौरान बाइक डिवाइडर से टकरा गई, जिससे हर्ष उछलकर सड़क पर गिर गया। तभी किसी अज्ञात वाहन का पहिया उसके सिर पर से गुजर गया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। संदीप को भी गंभीर चोटें आईं और वह बेहोश हो गया। होश आने पर संदीप ने डायल 112 पर कॉल कर सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू कर वाहन की तलाश एम्बुलेंस ने दोनों को सिविल अस्पताल यमुनानगर के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने हर्ष को मृत घोषित कर दिया। संदीप ने बाद में मुस्कान को पूरी घटना बताई। मुस्कान ने अपने भाई के शव की शिनाख्त की और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस थाना फर्कपुर के एएसआई इरशाद अली ने मामले की जांच की और अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इरशाद ने कहा कि पुलिस पुलिस अज्ञात वाहन और चालक की तलाश कर रही है, जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में बुधवार से 11वें अंतरराष्ट्रीय वन मेले की शुरुआत होगी। इसमें लोग दाल-पानिया, गोंडी जैसी कई डिशेज का लुत्फ भी उठा सकेंगे। 24 राज्य के जड़ी-बुटियों समेत अन्य करीब 350 स्टॉल लगेंगे। किड्स जोन भी यहां रहेगा। वन मेले का शुभारंभ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव करेंगे। इस बार मेला 'समृद्ध वन खुशहाल वन' की थीम पर हो रहा है, जो 23 दिसंबर तक चलेगा। मेले में 350 स्टॉल लगाए जा रहे हैं। मेले में प्रदेश के जिला यूनियन, वन, वन धन केंद्र, जड़ी-बूटी संग्राहक, उत्पादक, आयुर्वेदिक औषधि निर्माता, परंपरागत भोजन सामग्री के निर्माता एवं विक्रेता गण अपने उत्पादों का प्रदर्शन और विक्रय करेंगे। इनके स्टॉल लगेंगेमेले में 10 शासकीय स्टॉल, 24 अन्य राज्यों के स्टॉल, 16 प्रदर्शनी के स्टॉल, 136 प्राइवेट स्टॉल, 26 फूड स्टॉल, जिनमें अलीराजपुर का दाल पनिया, बांधवगढ़ की गोंडी व्यंजन का स्वाद मिलेगा। इसके अलावा 50 ओपीडी स्टॉल और एक किड्स जोन भी होगा। 200 आयुर्वेद चिकित्सक, विशेषज्ञ देंगे परामर्शवन मंत्री दिलीप अहिरवार ने बताया, वन मेले में 200 आयुर्वेदिक पद्धति के चिकित्सक एवं विशेषज्ञ नि:शुल्क चिकित्सीय परामर्श देंगे। प्रबंध संचालक राज्य वनोपज संघ डॉ. समिता राजौरा ने बताया, मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे। जिसमें ऑर्केस्ट्रा, नुक्कड़ नाटक, लोक नृत्य, स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला, फैंसी ड्रेस और गायन के कार्यक्रम होंगे। ये कार्यक्रम होंगे अंतरराष्ट्रीय कार्यशालाएं भी होंगेमंत्री अहिरवार ने बताया, वन मेले में 19 एवं 20 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के 17, नेपाल के 2 एवं भूटान के एक प्रतिनिधि भाग लेंगे। कार्यशाला आईआईएफएम के समन्वय से आयोजित होगी।
रोहतक जिले के गांव हमायुंपुर निवासी बॉडी बिल्डर रोहित धनखड़ की हत्या से पहले आरोपियों के साथ शादी समारोह के बाहर झगड़ा होने की बात सामने आई। झगड़े के दौरान मारपीट भी हुई और जतिन द्वारा गाड़ी रिवर्स करने पर एक आरोपी की टक्कर भी हुई है। इसके बाद जतिन ने गाड़ी भगाई और आरोपियों ने उसका पीछा किया। बॉडी बिल्डर रोहित धनखड़ अपने दोस्त गांव बौंदकला निवासी जतिन के साथ 28 नवंबर को उसकी बहन की ननद की शादी में शगुन डालने भिवानी गया था। शादी समारोह के दौरान तिगड़ाना से बारात आई, जिसमें कुछ युवकों के साथ कहासुनी और बाद में उन्हीं युवकों ने रास्ता रोककर रोहित के साथ मारपीट करते हुए अधमरा कर दिया। रोहित ने इलाज के दौरान पीजीआई में दम तोड़ दिया। वरमाला के बाद बाहर आरोपियों ने किया कमेंट शादी समारोह के दौरान जब वरमाला चल रही थी तो आरोपियों ने महिलाओं के साथ छींटाकशी की, जिसका रोहित धनखड़ ने विरोध किया। इस दौरान आरोपियों के साथ रोहित की कहासुनी हुई, जिसे बाद में शांत करवाया गया। जब रोहित और जतिन घर जाने के लिए निकले तो बाहर खड़े 5-6 आरोपियों ने कमेंट किए, जिसके बाद उनका झगड़ा हो गया। गाड़ी रिवर्स करते हुए एक आरोपी को लगी टक्कर सूत्रों के अनुसार जब जतिन और रोहित गाड़ी में बैठकर घर जाने के लिए निकले तो आरोपियों के साथ उनका झगड़ा हो गया। आरोपियों ने शराब पी रखी थी। झगड़े के दौरान जब रोहित और जतिन गाड़ी में बैठे और गाड़ी निकालने के लिए रिवर्स की तो एक आरोपी को टक्कर लग गई, जो नीचे गिर गया। घबराकर जतिन ने गाड़ी भगा ली। आरोपियों ने दोस्तों को फोन करके जतिन की गाड़ी का किया पीछासूत्रों के अनुसार जब रोहित और जतिन का आरोपियों के साथ झगड़ा हुआ, तब आरोपी 5-6 ही थे। लेकिन जब जतिन ने टक्कर मारते हुए गाड़ी को भगाया तो आरोपियों ने अपने दोस्तों को फोन करके बुला लिया और जतिन की गाड़ी का पीछा किया। पीछा करते हुए जब फाटक बंद होने पर जतिन ने गाड़ी रोकी तो आरोपियों ने उन्हें घेर लिया। जतिन भागने में कामयाब हो गया, जबकि रोहित फंस गया। जतिन ने 6 आरोपियों की पुलिस को बताई पहचानरोहित धनखड़ के चाचा सतीश ने बताया कि जतिन ने पकड़े गए 4 आरोपियों के अलावा 6 अन्य आरोपियों की पहचान करके सीआईए वन टीम को बताया है। आरोपियों में वरना गाड़ी वाला पुलिसकर्मी का लड़का है, जबकि एक फौजी और एक शिक्षक भी शामिल है। जतिन द्वारा आरोपियों को पहचानने के बाद भी पुलिस अब तक उन्हें पकड़ नहीं पाई है। आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही पुलिस रोहित धनखड़ हत्याकांड में बनाई गई कमेटी के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है। आरोपियों में पुलिसकर्मी का लड़का और फौजी होने के कारण कार्रवाई में ढिलाई बरती जा रही है। जल्द ही इस मामले में सीएम से मुलाकात करके कार्रवाई की मांग की जाएगी।
बोलेरो ने बाइक सवार को कुचला, मौत
लुधियाना| लोहारा चौक के नजदीक सोमवार देर रात तेज रफ्तार बोलेरो ने बाइक सवार व्यक्ति को टक्कर मार दी। हादसे में युवक की मौत हो गई। हादसे का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। हादसा रात करीब 8:05 बजे हुआ। मृतक की पहचान शिमलापुरी निवासी सोहन सिंह के रूप में हुई है। वह एक फैक्ट्री में फोरमैन के पद पर कार्यरत था। मृतक के भाई मनजिंदर सिंह ने बताया कि सोहन सिंह साहनेवाल के पास स्थित फैक्ट्री से काम खत्म कर स्प्लेंडर बाइक पर घर लौट रहे थे। इसी दौरान उन्हें फोन पर सूचना मिली कि उनके भाई का एक्सीडेंट हो गया है। मौके पर पहुंचकर उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया, हालत गंभीर देखते हुए डीएमसी रेफर कर दिया, लेकिन रास्ते में ही दम तोड़ दिया।
सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने पर आईजी ने बैठक ली
अंबिकापुर | बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिए आईजी दीपक झा ने मंगलवार को सभी इकाईयों के नोडल अधिकारियों एवं आईआरएडी, ईडीएआर के डी.आर.एम के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में एक्सीडेंट वाले ब्लैक स्पॉट स्थानों पर होने वाले कारणों पर चर्चा की गई। आईजी ने दुर्घटनाओं में कमी लाने हेतु चौक-चौराहों और ब्लैक स्पॉट वाले स्थानों का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने वाहन चालकों द्वारा सीट बेल्ट न लगाने, हेलमेट न पहनने, शराब या नशे की हालत में वाहन चलाने और अन्य यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा। इसके साथ ही जिलों में स्कूल, कॉलेज, भीड़भाड़ वाले बाजार और प्रमुख स्थानों पर यातायात जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
राशन कार्ड बनाने के नाम पर अनियमितता, शिकायत
बलरामपुर | ग्राम पंचायत शंकरपुर के ग्रामीणों ने कलेक्टर को लिखित ज्ञापन देकर राशन कार्ड बनाने के दौरान हो रही अनियमितताओं की शिकायत की है। ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच के पति सुरेश कुमारिया और उदित ने प्रत्येक राशन कार्ड के लिए 2000 रुपए वसूले। 11 दिसंबर को ग्रामीणों को बताया गया कि यदि यह राशि नहीं दी गई तो राशन कार्ड नहीं बनेगा। शासन की योजना के अनुसार राशन कार्ड बनाने के लिए किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाना चाहिए, लेकिन सरपंच के पति द्वारा पैसे वसूले जा रहे हैं। ग्रामीणों ने कलेक्टर से तत्काल जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या केवल शंकरपुर तक सीमित नहीं है, बल्कि जिले की सैकड़ों पंचायतों में राशन कार्ड और केवाईसी बनाने के नाम पर जनप्रतिनिधियों द्वारा अवैध वसूली की शिकायतें आती रहती हैं।
सड़क किनारे फेंकी जा रही गंदगी, बदबू से लोग परेशान
कोरबा| शहर से मुड़ापार की ओर जाने वाले रोड पर बायपास मोड़ से पहले नाला के पास लंबे समय से नगर निगम द्वारा कचरा फेंका जा रहा है। वहीं मटन-मुर्गा व्यापारियों द्वारा अपने दुकानों में बचने वाले मांस के टुकड़े व गंदगी को भी उक्त स्थान पर फेंक दिया जाता है। जिस कारण से वहां पर तेज दुर्गंध उठता है।
बस्तर ओलंपिक : कोंडागांव के खिलाड़ियों ने जीते पदक
कोंडागांव | जगदलपुर में 11 दिसंबर से शुरू संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक का समापन 13 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मुख्य आतिथ्य में हुआ। जिसमें संभाग स्तरीय प्रतियोगिता के विजेताओं को मुख्य अतिथि के हाथों सम्मान मिला, जिसमें जिले की कृतिका मरकाम और सुशीला नेताम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर जिले का मान बढ़ाया और यूथ आईकान घोषित किए गए। वरिष्ठ खेल अधिकारी ने बताया कि संभाग स्तरीय आयोजन में जिले के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कुल 51 पदक हासिल किया है, जिसमें 16 स्वर्ण, 14 रजत और 21 कांस्य पदक शामिल हैं। प्रतियोगिता में भाग लेने वाली सुशीला नेताम ने बताया कि उन्होंने आर्चरी में 50 और 30 मीटर की प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक प्राप्त किया, वहीं नेशनल गेम्स में तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार ग्राम पीढ़ापाल माकड़ी ब्लाक की रहने वाली कृतिका मरकाम ने बताया था कि पिछले तीन वर्ष से खेलती आ रही हैं।
रकबा दिखा रहा शून्य, दोड़दे के किसान धान नहीं बेच पा रहे
भास्कर न्यूज | दुर्गूकोंदल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू होने के साथ ही दुर्गूकोंदल क्षेत्र के किसानों की परेशानी बढ़ गई है। क्षेत्र के कई किसानों का धान का रकबा ही सरकारी रिकॉर्ड में शून्य दिखा रहा है। इसके चलते किसान अपनी उपज बिक्री नहीं कर पा रहे हैं। इस सुधारने किसान अब लैंपस, धान खरीदी केंद्र और तहसील कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, पर अब तक समाधान नहीं हो पाया है। ग्राम पंचायत खुटगांव की किसान श्यामाबाई, दुर्गा राम साहू और परदेशी साहू ने बताया वे वर्षों से दोड़दे क्षेत्र में खेती करते आ रहे हैं और हर साल समर्थन मूल्य पर धान की बिक्री करते थे। इस वर्ष अचानक ऑनलाइन रिकॉर्ड में उनका धान का रकबा शून्य दिखा रहा है। किसानों ने कहा खेत में धान की फसल तैयार है, लेकिन कागजी त्रुटि के कारण वे अपनी मेहनत की उपज बेच नहीं पा रहे हैं। किसानों ने बताया वे कई बार लैंपस समिति और तहसील कार्यालय में आवेदन दे चुके हैं, लेकिन अब तक त्रुटि सुधार नहीं हुआ है। धान खरीदी की समय-सीमा सीमित होने के कारण किसानों में चिंता बढ़ती जा रही है। यदि समय रहते रकबा सुधार नहीं हुआ, तो उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। उन्होंने तत्काल राजस्व रिकॉर्ड की जांच कर रकबा त्रुटि में सुधार किया जाए, ताकि वे बिना किसी बाधा के समर्थन मूल्य पर धान बेच सकें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसी समस्याएं न हों, इसके लिए रिकॉर्ड अद्यतन करने की प्रक्रिया को पारदर्शी और समयबद्ध बनाया जाए। क्षेत्र के किसानों को अब प्रशासनिक पहल का इंतजार है, ताकि उनकी समस्या का शीघ्र समाधान हो सके।
अभियान से जुड़े लोगों ने अनुभव साझा किए
बीजापुर| नई चेतना 4.0 जेंडर कैंपेन थीम पर आधारित रेडियो कार्यक्रम दीदी के गोठ का सीधा प्रसारण जिला पंचायत के सभाकक्ष में किया गया। इस दौरान महिलाओं के संघर्ष से सफलता तक की कहानी प्रस्तुत की गई। इसके साथ ही महिला समूहों के कार्य, आत्मनिर्भरता, आजीविका संवर्धन और जेंडर समानता पर चर्चा की गई। इस दौरान जिपं सीईओ नम्रता चौबे सहित अन्य अफसर-कर्मी मौजूद थे। कार्यक्रम के दौरान अफसरों ने नई चेतना अभियान के उद्देश्य, महिलाओं में जागरूकता, समान अधिकार, क्षमता विकास और आत्मनिर्भरता के बारे में जानकारी दी। आखिर में कार्यक्रम से जुड़ी महिलाओं ने अपने अनुभव भी साझा किए।
विद्यार्थियों को योजनाओं की जानकारी दी
सुकमा| महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में “हर बेटी को समान अधिकार मिले” विषय पर शपथ कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान, लिंग चयन निषेध, मानव अधिकार, शिक्षा का अधिकार सहित मिशन शक्ति के अंतर्गत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं मिशन वात्सल्य योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही बाल विवाह उन्मूलन एवं बेटियों को समान अधिकार दिलाने की शपथ दिलाई गई।

