देशभक्ति:मप्र हाई कोर्ट के जज ने लिखी चीफ जस्टिस को चिट्ठी
भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम से प्रेरित होकर मप्र हाई कोर्ट की ग्वालियर पीठ में पदस्थ जस्टिस अनिल वर्मा ने देशसेवा के एक अनोखे जज्बे का परिचय दिया है। उन्होंने चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत को पत्र लिखकर निवेदन किया है कि उन्हें सेना या प्रशासनिक सेवा के लिए सीमा पर भेजा जाए। पत्र में लिखा- मैं पूरी तरह फिट, कोर्ट से हटाकर सेना में तैनात करें जस्टिस वर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि वे शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह फिट हैं और देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा रखते हैं। उन्होंने आग्रह किया कि उन्हें बेंच से हटाकर सीमा पर तैनात किया जाए। यह पहला मौका नहीं है जब उन्होंने ऐसी इच्छा जताई है; 1998 में कारगिल युद्ध के दौरान भी उन्होंने सेना की सेवा के लिए आवेदन भेजा था। 23 साल की उम्र में सिविल जजन्यायमूर्ति वर्मा ने शिक्षण काल में 3 साल तक एनसीसी में सैन्य प्रशिक्षण लिया। 1986 में इलाहाबाद में आर्मी बैरक में ग्रुप टेस्टिंग ऑफिसर की परीक्षा और साक्षात्कार पास किया था। 23 वर्ष की आयु में सिविल जज और 2021 में हाई कोर्ट जज बने। उन्होंने भारत के इतिहास और स्वतंत्रता संग्राम पर दर्जनों पुस्तकें भी लिखी हैं। दादा भी स्वाधीनता आंदोलन से जुड़ेजस्टिस वर्मा के पूर्वज भी स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं। उनके बाबा स्व. मोतीलाल वर्मा ने स्वाधीनता आंदोलन में भाग लेकर सन 1931 के जंगल सत्याग्रह और सन 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में 6-6 माह जेल की सजा काटी। कांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के साथ भी देश की आजादी के लिए काम किया था।
पिपलानी में 22 दिन पहले हुई रिटायर्ड भेल अफसर की मौत, हत्या निकली। उन्हें गला घोंटकर मारा गया था। 32 साल की पत्नी बिट्टी कुरियन ने 10 लाख की सुपारी देकर 62 साल के पति जॉर्ज कुरियन की हत्या करवाई। बिट्टी के घर में किराए से रहने वाली रेखा सूर्यवंशी और उसके प्रेमी संजय पाठक (आरटीओ एजेंट) ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। आरोपी संजय ने गमछे से बुजुर्ग का गला घोंटा था। पुलिस को गुमराह करने के लिए पत्नी ने बुजुर्ग पति के बाथरूम में गिरने की झूठी कहानी सुनाई। पिछले शनिवार को आई पीएम रिपोर्ट से हत्या का खुलासा हुआ। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। टीआई अनुराग लाल ने बताया कि घटना 18 अप्रैल की है। आरोपी संजय को पुलिस रिमांड पर लिया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी बिट्टी, पति के पेंशन के पैसे से सुपारी देने का प्लान बनाया था।
पुलिस कमिश्नर के आदेश:उन्माद वाली पोस्ट पर लाइक भी किया तो होगी कार्रवाई
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने और आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर एफआईआर दर्ज होगी। ऐसी पोस्ट को लाइक या शेयर करने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। यह आदेश शनिवार को पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने दिए। उन्होंने कहा कि देश के मौजूदा हालात को देखते हुए ये कदम उठाए गए हैं। कोई भी व्यक्ति धार्मिक, सामाजिक या जातिगत भावना भड़काने वाली पोस्ट नहीं करेगा। हिंसा फैलाने वाले फोटो और वीडियो शेयर करना भी प्रतिबंधित है। आपत्तिजनक पोस्ट को लाइक-शेयर करने वालों पर भी केस दर्ज किया जाएगा। साइबर कैफे में आने वालों को पहचान पत्र दिखाना होगा। धरना-प्रदर्शन की अनुमति अनिवार्य: कोई भी धरना, रैली, जुलूस, पुतला दहन आदि बिना अनुमति के नहीं किया जा सकेगा। धार्मिक भावनाएं भड़काने वाले भाषणों पर सख्त रोक रहेगी। आयोजनकर्ताओं को सभी शर्तों का पालन करना होगा। किसी भी प्रकार के हथियार, विस्फोटक या जनसुरक्षा के लिए खतरा बन सकने वाली वस्तुएं रखना पूरी तरह प्रतिबंधित है। अफवाह फैलाने पर कार्रवाई : कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि किसी भी व्यक्ति या संस्था द्वारा फेसबुक, व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, एक्स आदि पर अफवाह फैलाने वाली सामग्री पोस्ट करना कानून व्यवस्था के लिए खतरा माना जाएगा। उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई होगी।
कटनी में पदस्थ मप्र विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री उमाशंकर पाराशर के निवास पर ईओडब्ल्यू जबलपुर की टीम ने शनिवार को छापेमारी की। आय से अधिक संपत्ति की शिकायत पर हुई इस कार्रवाई में 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति का खुलासा हुआ। प्रारंभिक जांच में 4 कारें, 4 बड़े मकान, एक फैक्ट्री, लाखों के जेवरात और ऐशो-आराम के सामान मिले। छापेमारी नरसिंहपुर जिले के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी और ग्राम बिनैर (तहसील करेली) स्थित संपत्तियों पर की गई। कार्रवाई सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक चली। 9 बैंक खातों का खुलासा : सर्च में आरोपी के पास 1.5 करोड़ के दो मकान, 3 करोड़ की फैक्ट्री, 60 लाख के 5 चार पहिया और 1 दो पहिया वाहन मिले। 18 लाख से अधिक के जेवर, 36 लाख के घरेलू सामान और 9 बैंक खातों का भी खुलासा हुआ, जिनकी जांच जारी है।
सरकार ने काम अच्छा किया है, आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा है। हम तो ये चाहते हैं कि आतंकवाद जड़ से खत्म हो। यदि इसके लिए जंग होती है, तो हो ही जाना चाहिए। हमारे गांव के बच्चे तैयार है जंग लड़ने के लिए। कटैलापुरा गांव के वीरेंद्र सिंह तोमर जब ये कहते हैं तो उनके चेहरे पर न तो कोई डर दिखाई देता है न ही कोई चिंता। जबकि, उनका बेटा इस समय मोर्चे पर तैनात है। उन्हीं के पास बैठे लोकेंद्र सिंह तोमर भी भारत-पाकिस्तान के बीच बन रहे जंग के हालातों से ज्यादा चिंतित नहीं है। दरअसल, मुरैना जिले का कटैलापुरा वो गांव है जहां हर घर में फौजी है। कोई सेना में है तो कोई अर्धसैनिक बलों में अपनी सेवाएं दे रहा है। चंबल अंचल के मुरैना और भिंड ये दो जिले ऐसे हैं जहां सेना में जाने का सबसे ज्यादा क्रेज है। जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक दोनों जिलों से करीब 40 हजार लोग भारतीय सेना में है। इस समय ज्यादातर गांवों के फौजी बॉर्डर पर तैनात है। दैनिक भास्कर ने इनमें से दो गांवों का दौरा कर समझा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के हालातों पर गांव के लोग क्या सोचते हैं? टीवी चैनल और मोबाइल पर निगाह जमाए हुएमुरैना जिला मुख्यालय से 25 किमी दूर है खड़ियाहार गांव। भास्कर की टीम जब इस गांव में पहुंची तो सुबह के करीब 9.30 बज रहे थे। गांव की गलियां सूनी थी। स्कूलों की छुट्टियां हैं, लिहाजा बच्चे गलियों में खेलते दिख रहे थे। हमने बच्चों से पूछा कि बड़े लोग कहां है, तो उन्होंने बताया कि ज्यादातर लोग टीवी या मोबाइल में ही बिजी है। वहां से गुजर रहे एक ग्रामीण ने बताया कि गांव के कई फौजी इस समय मोर्चे पर तैनात है। वहां जो भी कुछ चल रहा है उससे हम लोग सीधे जुड़े हैं। मैं खुद रात 3 बजे तक खबरें देखकर सोया हूं। सुबह पांच बजे से उठकर फिर खबरें ही देख रहा हूं। गांव वाले बोले- डर किस बात का, हमें चिंता नहीं इसी गांव में रहते हैं शिशुपाल सिंह तोमर। परिवार के 30 से 35 लोग सेना में अपनी सेवाएं दे रहे है। उनके दोनों भाई भी सेना में है। शिशुपाल बताते हैं कि एक भाई रिटायर हो चुके हैं और दूसरा अभी जैसलमेर बॉर्डर पर है। उनसे पूछा कि अभी बॉर्डर पर जो हालात है उससे चिंता या डर तो नहीं लग रहा, तो शिशुपाल बोले- डर किस बात का.. जंग के लिए तो हम भी तैयार है। हमें भी बुला लेंगे तो चले जाएंगे। हमारे गांव में तो फौज में जाने के लिए हर युवक तैयार रहता है। यहां का तो एक ही नियम है कि या तो मरेंगे या मारेंगे। हमारे गांव का युवक शहीद हो जाएगा, मगर मोर्चे से हटेगा नहीं। जनपद सदस्य बोला- मेरा भी फौज में जाने का सपना था जितेंद्र सिंह तोमर खड़ियाहार जनपद सदस्य हैं। वे कहते हैं मैं भी फौज में जाना चाहता था। ये मेरी पहली प्राथमिकता थी, लेकिन स्कूल के दिनों में वॉलीबॉल खेलता था जिससे मेरी उंगली टेढ़ी हो गई। मैंने रिटर्न एग्जाम तो क्लियर कर लिया था मगर उंगली टेढ़ी होने से फिजिकल में मामला फंस गया। वे बताते हैं हमारे खड़ियाहार गांव में फौज में जाने की परंपरा है। 5-6 शहीदों के परिवार भी है। जो भी बच्चा 10-12वीं पास करता है उसकी प्राथमिकता देशसेवा की होती है। इस समय मोर्चे पर कम से कम गांव से 20 से 50 लोग तैनात है। उन्हीं के पास खड़े अंकुर सिंह तोमर सेना की तैयारी कर रहे हैं। अंकुर भी कहता है कि हमारे गांव से आर्मी में बहुत से लोग हैं। ग्रामीणों की इच्छा- पाकिस्तान को मुंह तोड़ जवाब मिलेइसी गांव के रहने वाले साहब सिंह तोमर दो साल पहले 2023 में शहीद हुए हैं। उनकी बहू कल्पना तोमर बताती है कि पापा की मणिपुर में पोस्टिंग थी। जिस दिन वो शहीद हुए उसी दिन सुबह उनसे बात हुई थी। दोपहर को 2.30 से 3 बजे कॉल आया कि वो शहीद हो गए। उस समय मणिपुर के हालात बेहद खराब थे। उनकी पत्नी गुड्डी तोमर कहती है कि उनकी मौत की असली वजह क्या थी वो हमें नहीं बताई गई। ऊपरवाले की मर्जी रही होगी। गुड्डी का बेटा भी सीआरपीएफ में है। इस समय नीमच में है। उनसे पूछा इस समय भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति है। गुड्डी के कुछ कहने से पहले उनकी बहू कल्पना कहती है- सेना ने जो किया वो तो मुझे अच्छा लगा। पाकिस्तान बिना कारण भारत के लोगों पर हमला करता है। पिताजी शहीद हुए तब मैं एक साल का थाइसी गांव में रहते हैं सौरभ सिंह तोमर। सौरभ फौज में नहीं है, मगर उनके पिता फौज में रहते हुए शहीद हुए। सौरभ कहते हैं- पिताजी कारगिल युद्ध में शहीद हुए। वो राजपूत रेजिमेंट से थे और चेन वाली गाड़ी( टैंक) चलाते थे। मेरे दादाजी भी फौज में रहे। हमारे घर में शुरू से ही फौज में जाने की परंपरा रही है। वो क्यों नहीं गए फौज में? इस सवाल का जवाब देते हुए सौरभ ने कहा- पिताजी जब शहीद हुए तब मैं केवल 1 साल का था। आज मैं 26 साल का हूं। मां ने अकेले ही मुझे बड़ा किया है। मैंने भी इच्छा जाहिर की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया। सौरभ बताते हैं कि हमारे चाचा-ताऊ के परिवार से भी कई लोग फौज में हैं। अब पाकिस्तान ने जो किया उसे मुंहतोड़ जवाब तो देना ही चाहिए। स्कूल के टीचर बोले- हर दूसरा घर का युवा फौज मेंखड़ियाहार के प्रायमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक देवीराम कटारे के परिवार के लोग भी सेना में है। बताते हैं कि 12 साल पहले मेरा भतीजा विनय कटारे शहीद हो गया था। उसकी 12-13 दिन बाद शादी होने वाली थी। मेरी दो बेटियां हैं। बड़े दामाद सीआरपीएफ में है। छोटी बेटी के पति एयरफोर्स में हैं। इस समय जैसलमेर में तैनात है। कटारे कहते हैं कि हमें गर्व है कि हमारे परिवार के लोग देश की सेवा में जुटे हैं। वैसे भी हमारे गांव का रिकॉर्ड है कि यहां हर कोई फौज में है। उनसे पूछा कि आखिर हर कोई फौज में ही क्यों जाना चाहता है, तो कटारे कहते हैं कि मैंने कहीं पढ़ा है कि चंबल नदी की वजह से यहां के लोगों में फाइटिंग जीन्स हैं। सभी लोग जानते हैं कि चंबल में बागी हुए हैं। यहां के लोगों को बहुत जल्दी गुस्सा आता है। इसी गुस्से का फौज में पॉजिटिव तौर पर इस्तेमाल हो रहा है। गांव के युवा ज्यादा पढ़ते नहीं है। 10वीं-12वीं के बाद क्वालिफिकेशन के हिसाब से फौज का करियर ही बचता है। बच्चे छुट्टी पर आए थे, लेकिन अब चले गएकटैलापुरा गांव खड़ियाहार से 5 किमी दूर है। गांव की आबादी बेहद कम है, मगर घर से फौजी है। गांव के हरेंद्र सिंह कहते हैं। कुछ बच्चे छुट्टी लेकर घर आए थे। छुट्टी खत्म होने से पहले ही वापस मोर्चे पर चले गए। हरेंद्र कहते हैं कि हमारे गांव में फौज में जाने का ट्रेंड शुरू से चला आ रहा है। उन्हीं के पास बैठे रामप्रकाश कहते हैं कि मेरा बेटा फौज में है। उसकी जम्मू में पोस्टिंग है। वो छुट्टी में घर आया था। 11 मई को उसकी छुट्टियां खत्म हो रही थी। उससे पहले 6 मई को ही उसे वापस बुला लिया। रामप्रकाश के साथ बैठे लोकेंद्र कहते हैं कि हमारे घर में ही 8-10 लोग फौज में है। एक भाई और भतीजा जम्मू में पोस्टेड हैं। मेरे बड़े भाई कैप्टन वीरपाल सिंह कारगिल युद्ध लड़कर आए हैं। दो भाई धरमवीर और प्रेमसिंह शहीद हुए हैं। नानी बोली- नाती गया है तो चिंता हो रही हैकटैलापुरा गांव के पुरुष ज्यादा चिंतित दिखाई नहीं देती, लेकिन महिलाओं के चेहरे पर अपने बच्चों को लेकर चिंता साफ नजर आती है। उन्हीं में से एक है किसना। वो अपने बड़े बेटे प्रेमसिंह को खो चुकी है। कहती है- मेरा तो पूरा परिवार ही फौज में था। जेठ वगैरह सब फौज में रहे। बेटे ने 10 साल नौकरी की। जम्मू में उसकी पोस्टिंग थी। उस समय चुनाव हो रहे थे वो वोटिंग के लिए पेटियां लेकर अपने साथियों के साथ जा रहा था उसी वक्त हमला हुआ। उसने बाकी लोगों की जान बचाने के लिए खुद की जान दे दी। अब मेरा नाती भी फौज में है। बेटा मोर्चे पर है- रोजाना बात हो रही हैवीरेंद्र सिंह तोमर का बेटा पंजाब में मोर्चे पर तैनात है। वीरेंद्र कहते हैं कि बेटे के साथ बात हो रही है। उनसे पूछा कि क्या बेटे को लेकर चिंता हो रही है, तो बोले कि कोई चिंता नहीं है। वह देश की सेवा कर रहा है। गांव के और भी बच्चे हैं सभी देशसेवा में जुटे हैं। सरकार ने अच्छा काम किया है। आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा है। हम तो चाहते हैं कि आतंकवाद खत्म हो। इसके लिए जंग भी होती है तो हो जाना चाहिए। हमारे बच्चे तैयार हैं।
भोपाल में प्री मानसून का कोटा हुआ पूरा:भोपाल में 6 दिन पहले हो सकती है मानसून की एंट्री
श्रीमती सीता देवी के पुत्र अनूप दुबोलिया की रिपोर्ट दक्षिण पश्चिम मानसून इस केरल में तय समय 1 जून से 6 दिन पहले 26 मई को एंट्री ले सकता है। मानसून की यही रफ्तार जारी रही तो यह मप्र में 16 जून के बजाय 11 जून को पहुंच सकता है। भोपाल में सामान्य डेट 21 जून से 6 दिन पहले 16 जून दस्तक दे सकता है। एक्सपर्ट एवं वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक रहे एके शुक्ला ने बताया कि मिल रहे संकेतों के मुताबिक-मानसून मप्र में इस बार बंगाल की खाड़ी ब्रांच से सिवनी मंडला या बालाघाट इलाके से एंट्री ले सकता है। मौसम विभाग ने मानसून को लेकर शनिवार को पूर्वानुमान जारी किया है। इस बार मानसून सीजन में सामान्य से अधिक (104 %) बारिश होने की संभावना है। भोपाल जिले में मई की प्री मानसून बारिश का कोटा 14.2 मिमी भी 24 घंटे पहले पूरा हो गया है। खेती पर असर: बोवनी जल्दी होगी, पैदावार भी भरपूरकेंद्रीय कृषि मंत्रालय की विषय से विशेषज्ञ समिति के पूर्व सदस्य एवं एक्सपर्ट योगेश द्विवेदी बताते हैं मानसून के लगभग एक हफ्ते पहले आने का खेती पर सकारात्मक असर होगा। अभी फ्री मानसून बारिश के कारण जमीन में नमी होने लगी है। मानसून जल्दी आएगा तो धन सोयाबीन जैसी फसलों की बोवनी भी जल्दी होगी। बोवनी जल्दी ही तो भरपूर पैदावार भी होगी। 21 जून के बजाय 16 जून को दस्तक दे सकता है मानसून पिछले साल एकसाथ 26 जिलों में पहुंचा... पिछले साल मानसून मप्र के 26 जिलों में 23 जून को दस्तक दी थी। एंट्री के पहले ही दिन भोपाल में 3 इंच बारिश हुई थी। मानसून के आने से पहले ही जून की औसत बारिश (132.8 मिमी) का कोटा पूरा हो गया था। यह रिकॉर्ड बना कि 2024 में भोपाल में बीते 40 सालों में चौथी सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई। कुल 64.35 इंच बारिश हुई। इससे ज्यादा बारिश 2006 में 67.45 इंच, 2019 में 70.62 इंच और 2022 में 75.24 इंच दर्ज की गई थी। भास्कर एक्सपर्ट - बंगाल की खाड़ी वाली ब्रांच से आ सकता है मानसून शुक्ला के मुताबिक, आमतौर पर केरल में मानसून पहुंचने के करीब दो हफ्ते बाद यह मध्यप्रदेश आता है। मप्र में आने के तीन-चार दिन में भोपाल में भी दस्तक देता है। मानसून की दो शाखाएं होती हैं- बंगाल की खाड़ी और अरब सागर। इस बार इसके बंगाल की खाड़ी वाली शाखा से सिवनी, मंडला और बालाघाट के रास्ते आने की संभावना है, क्योंकि यह शाखा ज्यादा सक्रिय रहेगी। अरब सागर की ब्रांच से मानसून मप्र में खंडवा, बुरहानपुर और इंदौर संभाग के रास्ते आता है।
जिस पल तुझे पाया...उस पल मैं दोबारा जन्मी:एक मां ने ही... ऐसे 1500 पलों को कैमरे में कैद किया
श्रीमती रीना देवी की पुत्री निधि सिंह की रिपोर्ट तस्वीर ऑपरेशन थिएटर की है... जहां एक मां ने एक जीवन को रचा है... बच्चे के जन्म के बाद पहली किलकारी और उस पर मां की पहली नजर- इन पलों को सिर्फ महसूस किया जा सकता है, शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। ... लेकिन इन्हीं भावनाओं को अमर बनाने की एक अनोखी कोशिश की है भोपाल की गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. प्रिया भावे चित्तावर ने। उन्होंने इस खास पहल को नाम दिया ‘फर्स्ट क्राय बेबी शूट’, जिसमें नवजात के जन्म के सबसे पहले लम्हों को कैमरे में कैद किया जाता है। बीते दो सालों में उन्होंने 1500 से अधिक डिलीवरी के भावुक पलों को कैमरे में संजोया और 20 हजार से ज्यादा तस्वीरें खींची हैं, जो हर मां-बाप के लिए अनमोल धरोहर बन गईं। खास बात यह है कि डॉ. प्रिया खुद भी एक मां है। एक मां की ख्वाहिश से ही यह आइडिया आया... डॉ. प्रिया बताती हैं- सबसे सुंदर पल वो होता है, जब मां पहली बार अपने बच्चे को छूती है। उन्होंने बताया कि इसकी शुरुआत एक मां की ख्वाहिश से हुई थी। वह चाहती थी कि उसके परिवार वाले बच्चे की पहली किलकारी देख सकें। डॉ. प्रिया ने उस पल को मोबाइल में रिकॉर्ड किया। जब उन्होंने परिवार की आंखों में खुशी देखी, तो उन्हें महसूस हुआ-यह तो हर परिवार का हक है।
हरियाणा के नारनौल में नांगल चौधरी थाना के गांव ढाणी सैनियां के पुल के पास एक युवक को तीन युवाओं द्वारा चाकू व लाठी डंडों से मारने का मामला सामने आया है। इस बारे में युवक के भाई ने थनवास गांव के तीन युवाओं पर आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस को दी गई शिकायत में गांव ढाणी सैनियां वाली निवासी लालाराम सैनी ने बताया कि उसका भाई राम स्वरूप रात को साढ़े दस बजे खाना खाकर बाहर टहलने के लिए निकला था। इस दौरान थनवास बस स्टैंड पुल के पास गांव थनवास के सिचन, मोनू व अरविंद ने उसके भाई रामस्वरूप पर चाकू व लाठी डंडों से हमला कर दिया। इससे उसके भाई को काफी चोटें लगी। मारपीट कर वे उसके भाई को वहीं पर बेहोश छाेड़ भाग गए। उसका भाई कई देर तक घर नहीं आया तो वह उसको देखने के लिए बाहर निकला। इस दौरान उसका भाई लहूलुहान हालत में पुल के पास पड़ा हुआ दिखाई दिया। जिस पर उसने 112 पर कॉल करके पुलिस व एम्बुलेंस को बुलाया। मौके पर पहुंची एम्बुलेंस ने उसके भाई को उपचार के लिए सीएचसी नांगल चौधरी पहुंचाया। जहां पर उसकी गंभीर हालत के चलते रेफर कर दिया गया।
नक्सल ऑपरेशन:लौटने लगी बैकअप फोर्स, कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर कब्जा बनाए रखेंगे
छत्तीसगढ़-तेलंगाना की सीमा पर बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर बीते 19 दिनों से कब्जा जमाए हुए हैं। इसी बीच भारत-पाकिस्तान के बीच चले रहे तनाव के बीच कर्रेगुट्टा से बैकअप फोर्स को बुलाना शुरू कर दिया गया है। हालांकि अधिकृत रूप से अब तक किसी भी बड़े पुलिस अफसर का बयान इस घोषणा के तहत नहीं आया है। सूत्र बताते हैं कि अब धीरे-धीरे जवानों की वापसी के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके साथ ही धीरे-धीरे जवानों की वापसी का सिलसिला भी शनिवार देर शाम से शुरू हो गया। कर्रेगुट्टा में फोर्स का इतना बड़ा अभियान मिशन 2026 को देखते हुए चलाया गया था। सही मायनों में कर्रेगुट्टा अभियान की सफलता ही मिशन 2026 की सफलता की पहली सीढ़ी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद के खात्मे का दावा करते मिशन 2026 शुरू किया था। मिलिट्री बटालियन के कमांडर और सीसी मेम्बर हिड़मा की लोकेशन कर्रेगुट्टा में मिली थी। ऐसे में कर्रेगुट्टा के पहाड़ों को चारों ओर से घेरा गया और उसे जिंदा या मुर्दा पकड़ने के लिए तीन राज्यों की फोर्स ने अभियान चलाया गया। फोर्स ने नक्सलियों के सबसे सुरक्षित पनाहगाह पर तिंरगा फहरा दिया और अब यह पूरा पहाड़ी इलाका फोर्स के कब्जे में है। जानिए, बीते 19 दिनों से जारी ऑपरेशन में कब क्या हुआ 22 अप्रैल- ऑपरेशन शुरू हुआ, जिसमें तीन राज्यों की फोर्स को भेजा गया।23 अप्रैल- ऑपरेशन में शामिल हवानों के लिए हेलीकॉप्टर से रसद भी पहुंचाया गया।24 अप्रैल- ऑपरेशन की पार्टी के साथ नक्सलियों की मुठभेड़, 3 महिला नक्सली ढेर।25 अप्रैल- डिहाइड्रेशन के कारण 40 जवानों को अस्पताल लाए, हेलीकॉप्टर से पानी पहुंचाया।26 अप्रैल- बैकअप पार्टी के जरिए 2000 जवानों को भेजा, तब तक नक्सली नेता हिड़मा भाग गया।27 अप्रैल- जवान कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर पहुंचे और यहां अस्थायी कैंप स्थापित कर दिया।28 अप्रैल- जवानों की कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर घेराबंदी जारी रही और इसी दिन 24 अप्रैल को मारी गई महिला नक्सलियों की शिनाख्त भी हुई।29 अप्रैल- जवानों की घेराबंदी जारी रही, इसी बीच नक्सलियों की तरफ से शांतिवार्ता का प्रस्ताव भी आया।30 अप्रैल- कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर जवान डटे रहे और गृहमंत्री विजय शर्मा ने नक्सलियों के शांतिवार्ता का प्रस्ताव ठुकरा दिया।1 मई- पहाड़ पर तैनात जवानों को राहत देने फिर बैकअप पार्टी रवाना की गई, वहीं रायपुर में बस्तर संभाग के ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री सहित अन्य नेताओं-अफसरों से मिलकर ऑपरेशन बंद न करने की मांग की।2 से 10 मई तक- जवानों की घेराबंदी जारी रही और फोर्स लगातार आगे बढ़ती रह। सुकमा की तरफ फोर्स लॉन्च कर सकती है बड़ा ऑपरेशननक्सलियों की सबसे सुरक्षित पनाहगाह कर्रेगुट्टा अब फोर्स के कब्जे में है। इस पहाड़ के कब्जे में आने के बाद बीजापुर जिले में नक्सलियों के पास छिपने के लिए कोई सुरक्षित ठिकाना नहीं बचा है। ऐसे में अब नक्सलियों को अपना बेस और सुरक्षित ठिकाना दूसरे जिले में बनाना होगा। इधर, जवान बारिश के मौसम तक कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर अपना अस्थायी कैंप बनाए रखेंगे। दूसरी ओर बीजापुर में छिपने की जगह नहीं होने से बीजापुर के अंदरूनी गांवों में नक्सल मूवमेंट में भी कमी आएगी। इलाके के लोग फोर्स से जुड़ेंगे।
गृहमंत्री का आदेश-:बांग्लादेशी घुसपैठियों को खोजने अब हर जिले में बनेगी स्पेशल टास्क फोर्स
बांग्लादेशी घुसपैठियों को खोजने के लिए अब हर जिले में एक स्पेशल टास्क फोर्स बनाई जाएगी। यह फोर्स बिना वैध दस्तावेजों के रहने वाले अनाधिकृत व्यक्तियों खोजकर उन पर कार्रवाई करेगी। इसके आदेश गृहमंत्री विजय शर्मा ने शनिवार को किए हैं। बता दें कि दैनिक भास्कर ने 10 मई के अंक में बताया था कि बांग्लादेशी बंगला से मुंबई के रास्ते ट्रेन से आते हैं। इसमें छत्तीसगढ़ बीच में है, इसलिए यहां भी बड़ी संख्या में संदिग्ध आकर बस गए हैं। ऐसे ही तीन बांग्लादेशी आतंकी बनने बगदाद जा रहे थे। खबर प्रकाशित होने के बाद गृह मंत्री ने पुलिस मुख्यालय को पत्र जारी कर एसटीएफ गठन के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि अवैध दस्तावेज बनाने वाले एवं बिना वैद्य दस्तावेज वाले व्यक्तियों को लाने में संलग्न अनेक ठेकेदार, टेंट व्यवसायी, गार्डन और कबाड़ी का काम करने वाले लोग छोटा लाभ कमाने के लिए इस कृत्य में जो संलग्न है उसके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी। बंगाल से मुंबई ट्रेन रूट से आ रहे बांग्लादेशी, इसमें तीन आतंकी बनने जा रहे थे, खुलासे के बाद एक्शन सभी जिले के एसपी को दिए निर्देशपुलिस मुख्यालय द्वारा जारी पत्र में सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देशित किया गया है कि वे भारत सरकार एवं वरिष्ठ कार्यालयों द्वारा समय-समय पर जारी किए गए निर्देशों पर कार्रवाई सुनिश्चित करें। निर्देशों के अनुसार राज्य के सभी जिलों में बांग्लादेशी नागरिकों सहित अन्य अवैध अप्रवासियों की पहचान एवं वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित करने हेतु स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करने को कहा गया है। इन टास्क फोर्स को कहा गया है कि ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें उनके देश भेजा जाए। कार्रवाई की जानकारी सीधे पुलिस मुख्यालय को देने के निर्देश दिए गए हैं। श्रमिकों पर संदेह पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर बताया जा रहा है कि सबसे अधिक संदेह श्रमिकों पर है। कई इलाकों में बड़ी संख्या में ठेकेदारों के माध्यम से बाहर से आकर श्रमिक काम कर रहे हैं। पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ऐसे श्रमिकों का सत्यापन कराया जाए।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान लगातार राजस्थान सीमा को भी टारगेट कर रहा था। पाकिस्तान ने लगातार चार रात तक 90 घंटे में 100 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल हमले किए। सेना के 3 बडे़ एयरबेस नाल, उत्तरलाई और सूरतगढ़ को निशाने पर लिया। लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी हमले नाकाम किए। इसके 24 घंटे बाद राजस्थान की जमीन से ही पाकिस्तान के 3 एयरबेस पर हमला बोलकर, माकूल जवाब दिया गया। ये हमला इतना जबरदस्त था कि तीनों एयरबेस बुरी तरह तबाह हो गए। भारतीय सेनाओं की जितनी तैयारी थी। उतना ही प्रशासन और जनता भी अलर्ट पर थी। संडे बिग स्टोरी में पढ़िए- कैसे राजस्थान से सटे 1070 किलोमीटर लंबे इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाकिस्तान के अटैक का मुंहतोड़ जवाब दिया गया। ..... ब्लैकआउट में शादी की दावत, आसमान में थे ड्रोन:मेहमानों से कहा- मोबाइल टॉर्च नीचे रखो, जल्दी खाना खाओ, लड़की के पिता बोले-अब कार्यक्रम खत्म भारत-पाकिस्तान बॉर्डर से सटा जैसलमेर का पोकरण कस्बा....गुरुवार की रात करीब 9 बजे थे। जंग के हालातों के बीच शादी के मंगल गीत गाए जा रहे थे। तभी ये इलाका आसमान में ड्रोन अटैक से गूंजने लगा। पूरी खबर पढ़िए...
हरियाणा में मौसम परिवर्तनशील चल रहा है। जिसके तहत आज यानी रविवार को पूरे हरियाणा प्रदेश में बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 7 जिलों में 25 से 50 प्रतिशत और 15 जिलों में 25 प्रतिशत तक बरसात हो सकती है। वहीं शनिवार को भी पानीपत, सोनीपत व अंबाला में बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार, 11 मई को पूरे प्रदेश में बारिश का अलर्ट है। जिसमें से 7 जिलों (सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, पंचकूला, अंबाला व यमुनानगर) में 25 से 50 प्रतिशत तक बरसात होने का अनुमान है। 15 जिलों (पलवल, मेवात, गुरुग्राम, फरीदाबाद, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, चरखी दादरी, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद, करनाल, कैथल व कुरुक्षेत्र) में 25 प्रतिशत तक बरसात की संभावना है। बारिश का अलर्ट12 मई को 7 जिलों (पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, पानीपत व सोनीपत) में 25 प्रतिशत तक बरसात होने की संभावना है, जबकि अन्य जिलों में मौसम खुश्क रहेगा। 13 मई को 4 जिलों (पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर व कुरुक्षेत्र) में 25 प्रतिशत तक बरसात हो सकती है और अन्य जिलों में मौसम खुश्क रहेगा। इसके अलावा 14 मई को 14 जिलों (सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल व मेवात) में 25 प्रतिशत तक बरसात हो सकती है। वहीं अन्य जिलों का मौसम खुश्क रहेगा। 7 जिलों में 50KM की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएंमौसम विभाग ने आगामी चार दिनों (11 से 14 मई तक) का पूर्वानुमान जारी किया है। जिसके तहत 11 मई को छोड़कर अन्य दिनों में पूरे हरियाणा का मौसम सामान्य रहेगा, जबकि 11 मई रविवार को 7 जिलों (पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा व भिवानी) में बादल छाए रहने, गरज व चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। वहीं प्रदेश के अन्य 15 जिलों का मौसम सामान्य रहेगा। हरियाणा का अधिकतम तापमान 1.4 डिग्री गिरावटहरियाणा के अधिकतम तापमान में शनिवार को 1.4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। प्रदेश का अधिकतम तापमान सामान्य से 2.7 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया है। इधर, प्रदेश का सबसे गर्म जिला पलवल रहा। पलवल के वाटर सर्विस डिवीजन (AWS) एरिया का अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस मापा गया। 24 घंटे में बदला तापमानपिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो प्रदेशभर के सभी जिलों के अधिकतम तापमान में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। हरियाणा के अधिकतम तापमान में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी जिला जींद में 2.3 डिग्री सेल्सियस की दर्ज की गई। जिसके बाद जींद का अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। वहीं सबसे अधिक गिरावट पंचकूला के अधिकतम तापमान में 1.7 डिग्री सेल्सियस की दर्ज की। जिसके बाद पंचकूला का तापमान 34.3 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
श्रीमती स्व. विमला ठाकुर के पुत्र विष्णु ठाकुर की रिपोर्ट हाइड्रोजन फ्यूल लॉजिस्टिक ट्रक नए युग के हाइड्रोजन इंटरनल कंबशन इंजन (एच2-आईसीई) और फ्यूल सेल (एच2-एफसीईवी) तकनीकों से लैस है। प्रदेश में ट्रायल के तौर पर 16 एडवांस हाइड्रोजन फ्यूल वाले वाहनों का उपयोग दो साल तक किया जाएगा, जिनकी अलग-अलग कॉन्फ़िगरेशन और पेलोड क्षमताएं होंगी। छत्तीसगढ़ में तैनात हाइड्रोजन चलित ट्रकों का पहले ही 40 टन भार वहन क्षमता के साथ 200 किलोमीटर की रेंज के लिए परीक्षण किया जा चुका है। इनका उपयोग खदानों में खनिज परिवहन के लिए ज्यादा उपयोग किया जाएगा। बता दें कि प्रति लीटर डीजल की कीमत करीब 95 रुपए हैं। इसमें 4 से 7 की औसत से ट्रक चलते हैं। वहीं 1 किलो हाइड्रोजन फ्यूल की कीमत करीब 400 रुपए है, जिसमें से 200 से 250 किलोमीटर तक वाहन चल सकते हैं। हाइड्रोजन-पेट्रोल फ्यूल व बैटरी वाहनों में अंतर हाइड्रोजन फ्यूल और पेट्रोल फ्यूल वाले वाहनों में मुख्य अंतर यह है कि हाइड्रोजन फ्यूल सेल से चलने वाले वाहन बिजली का उत्पादन करते हैं और पानी का उत्सर्जन करते हैं, जबकि पेट्रोल इंजन वाले वाहन जीवाश्म ईंधन को जलाते हैं और कार्बन डाईऑक्साइड का उत्सर्जन करते हैं। दूसरी ओर, इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी को चार्ज करने पर कम से कम 4 से 8 घंटे का समय लगता है। वहीं हाइड्रोजन वाहनों में ईंधन भरना ज्यादा आसान है। फ्यूल स्टेशन पर एक किलो हाइड्रोजन को रिफिल करने में 5-10 मिनट लगते हैं। एक किलो हाइड्रोजन एक किलो लिथियम-आयन बैटरी की तुलना में 200 गुना ज्यादा ऊर्जा स्टोर करने में सक्षम है। क्या हैं हाइड्रोजन चलित वाहनहाइड्रोजन ईंधन-सेल वाहन (एचएफसीवी) पहियों को घुमाने के लिए उसी तरह की इलेक्ट्रिक मोटर का उपयोग करता है, जैसा बैटरी-इलेक्ट्रिक वाहन करते हैं। इसमें शुद्ध हाइड्रोजन (एच2) हवा से ऑक्सीजन (ओ-2) के साथ मिलकर एक झिल्ली से गुजरता है, जिससे बिजली पैदा होती है जो पहियों को घुमाती है। अमेरिका के कैलिफोर्निया में 17 हजार हाइड्रोजन से चलने वाले वाहन हैं। भारत में, छत्तीसगढ़ में पहला हाइड्रोजन फ्यूल ट्रक लॉन्च किया गया है।
सीएम ने सौंपी चाबी:देश का पहला हाइड्रोजन फ्यूल ट्रक सड़कों पर
देश का पहला हाइड्रोजन फ्यूल लॉजिस्टिक ट्रक सड़कों पर दौड़ने लगा है। शनिवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने हस्ताक्षर कर चालक को ट्रक की चाबी सौंपी आैर इस पहल के लिए सीएसपीजीसीएल और अडानी नैचुरल रिसोर्सेस को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि यह पहल छत्तीसगढ़ और देश को हरित ऊर्जा की ओर अग्रसर करने वाला क्रांतिकारी कदम है। सीएम हाउस के बाहर आयोजित कार्यक्रम में साय ने कहा कि प्रदेश लगातार विकास कर रहा है और इसमें आज एक नया आयाम जुड़ा है। भारत के पहले हाइड्रोजन फ्यूलड लॉजिस्टिक ट्रक का शुभारंभ छत्तीसगढ़ में हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने पर विशेष फोकस है और उन्होंने वर्ष 2070 तक भारत को शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला देश बनाने का जो संकल्प लिया है, उसे पाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण है। पर्यावरण संरक्षण और औद्योगिक विकास के बीच संतुलन साधने में भी यह कदम मददगार होगा। अडानी एंटरप्राइजेज के नैचुरल रिसोर्सेस के सीईओ डॉ. विनय प्रकाश ने कहा कि यह खनन क्षेत्र में सतत विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगा। छत्तीसगढ़ स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड द्वारा रायगढ़ जिले के गारे पेल्मा-3 कोल ब्लॉक से राज्य की विद्युत उत्पादन इकाई तक कोयला परिवहन में इसका उपयोग किया जाएगा।
श्रीमती शोभा केशरवानी के पुत्र भूपेश केशरवानी की रिपोर्ट खालसा स्कूल के सामने ऑक्सीजोन के पास बने मेटल से बने वन भैंसे का लोकार्पण का मुहूर्त ही नहीं निकल रहा है। मार्च के पहले सप्ताह में वनभैंस बनकर तैयार हो गया था। उसे ऑक्सीजोन के सामने नई रोटेट्री में स्थापित कर प्लास्टिक के कवर से ढंक दिया गया। 19 मार्च को इसके लोकार्पण की तारीख तय हुई। ई कार्ड तैयार हो गए। फिनिशिंग के लिए प्लास्टिक के कवर को हटाया गया। फिनिशिंग भी कर ली गई, लेकिन ऐन मौके पर मंत्री का कार्यक्रम बदल गया और लोकार्पण टाल दिया गया। एक-दो दिन इंतजार करने के बाद इसे फिर प्लास्टिक के कवर से ढंक दिया। उसके बाद से अब तक कवर ढंका हुआ है। अब इसके लोकार्पण के लिए नगरीय प्रशासन मंत्री अरुण साव से समय मांगा गया है। उनका समय मिलने के बाद ही मेटल के वनभैंसे की आकृति का लोकार्पण किया जाएगा। ऑक्सीजोन के पास बने चौक में मेक इन इंडिया के तहत मेटल से छत्तीसगढ़ के राजकीय पशु वन भैंसे की कलाकृति बनाई गई है। इसमें रेलवे डिपो के वेस्ट मटेरियल का उपयोग किया गया है।
हरियाणा के नारनौल में शिक्षण संस्थान में लेडी टीचर और स्टूडेंट का आपत्तिजनक वीडियो सामने आया है। संस्थान के ही एक खाली क्लासरूम में स्टूडेंट ने यह वीडियो बनाया है। इसके सामने आने के बाद संस्थान प्रबंधन ने स्टूडेंट का नाम काटने और लेडी टीचर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। करीब 1 मिनट 15 सेकेंड के इस वीडियो में दिखाई देने वाली टीचर महेंद्रगढ़ जिले की रहने वाली है। स्टूडेंट भी इसी जिले का है और सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रहा है। वीडियो सामने आने के बाद दोनों के कॉलेज आने पर बैन लगा दिया गया है, ताकि संस्थान की छवि खराब न हो। वीडियो में क्या, 3 पॉइंट में जानिए... संस्थान प्रबंधक ने पहले साधी चुप्पी, फिर बोले-कार्रवाई करेंगेवहीं इस मामले में संस्थान के प्रिंसिपल का पक्ष जानने के लिए संपर्क किया गया। मगर, उन्होंने फोन पर बात करने से इनकार कर दिया। फिर ऑफिस जाकर मुलाकात की गई तो प्रिंसिपल ने कहा कि स्टूडेंट का नाम काट दिया जाएगा और महिला टीचर के खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। कहना था कि संस्थान की छवि धूमिल नहीं होने दी जाएगी। पहले भी रह चुकी विवादों में, नहीं आई ऑफिसबताया जा रहा है कि यह लेडी टीचर पहले भी विवादों में रह चुकी है। पूर्व में भी उनके कई कारनामे उजागर हुए थे, जिनको संस्थान ने दबा दिया। वीडियो वायरल होने के बाद उसे प्रिंसिपल ने जवाब देने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आई। स्टूडेंट को माता-पिता को भी इस मामले से अवगत करा दिया गया है। स्टाफ चुप, नहीं की गई शिकायतलेडी टीचर और स्टूडेंट के इस वीडियो के वायरल होने के बाद शिक्षण संस्थान में कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। यह वीडियो स्टूडेंट के एक ग्रुप में भी तेजी से वायरल हो रहा है। इससे संस्थान की छवि भी धूमिल हो रही है। मगर, इस मामले में कोई भी स्टाफ कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। पुलिस या शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिकायत तक नहीं की गई है।
क्षेत्र के गांव उसरानी में शुक्रवार रात एक शराबी पति ने अपनी पत्नी की गर्दन तोड़कर हत्या कर दी। 35 वर्षीय पत्नी मीना की हत्या करने के बाद 40 वर्षीय पति प्रीतम ने फोन कर अपने बेटे को सुबह नोहरे से घर बुलाया। तब बेटे ने सुबह घर आकर देखा की मां मर चुकी है, जिसके बाद बेटे ने परिजन,ग्रामीण एवं पुलिस को अपनी मां की हत्या की सूचना दी। पुलिस ने आरोपी व्यक्ति को हिरासत मे ले लिया है। वहीं महिला के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार राधेश्याम कुमार ने बताया कि उसके पिता प्रीतम की गांव में ही ई-मित्र की दुकान है। वह शराब पीने के आदी थे। वह रोजाना घर पर शराब पीकर आते थे और सभी से झगड़ते थे। इसलिए राधेश्याम उसके 12 वर्षीय भाई चंद्रमोहन, 10 वर्षीय लोकेंद्र, बहन निधि, निशा अपने बाबा जगदीश प्रसाद के साथ नोहरे में सोते थे। घर पर सिर्फ प्रीतम और उसकी पत्नी मीना 35 सोते थे। कल भी उसके पिता शराब पीकर घर पर आए। जिसके बाद राधेश्याम और उसके भाई बहन अपने बाबा के पास नोहरे में सोने के लिए आ गए। सुबह करीब 5 बजे प्रीतम ने अपने बेटे राधेश्याम को फोन किया और उसे तुरंत घर आने के लिए कहा। बेटा राधेश्याम तुरंत घर पहुंचा। जैसे ही वह कमरे में गया तो, मां मीना जमीन पर पड़ी थी और वहीं पास में प्रीतम खड़ा था। मीना के कपड़े खून से सने हुए थे। डीजे के कारण नहीं सुनी आवाज पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और मीना के शव को अस्पताल पहुंचाया। साथ प्रीतम को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने मीना के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल पुलिस प्रीतम से पूछताछ कर रही है। राधेश्याम ने बताया अगर मेरी मां चिल्लाई भी होगी तो, उसकी आवाज किसी ने सुनी होगी। क्योंकि उनके घर के पास के कार्यक्रम था जहां डीजे बज रहा था। जिसके कारण मेरी आवाज किसी ने नहीं सुनी होगी। ग्रामीणों ने बताया कि प्रीतम ने कमरे का खून रात को ही साफ कर दिया था।
ताजमहल के पास 1 साल में बनकर तैयार होने वाला म्यूजियम 9 साल में भी तैयार नहीं हो सका है। बजट के अभाव में पिछले 5 साल से इसका काम पूरी तरह से ठप है। एक ईंट तक नहीं लगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर उदासीनता का आलम यह है कि 4 महीने पहले प्रदेश सरकार के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने इसके लिए बजट जल्द जारी होने का दावा किया था। मगर, स्थिति ये है कि प्रस्तावित बजट को अब तक वित्तीय स्वीकृति तक नहीं मिली है। 2016 में रखी थी नींवहम बात कर रहे हैं ताजमहल पूर्वी गेट से 1300 मीटर पहले बन रहे छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम की। वर्ष 2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इसके निर्माण के लिए नींव रखी थी। शुरुआत में इसका नाम मुगल म्यूजियम रखा गया। इस प्रोजेक्ट को 2017 में पूरा होना था। मगर, अगले ही साल उनकी सरकार चली गई। प्रदेश में योगी सरकार काबिज हुई। शुरुआत में जितना बजट स्वीकृत हुआ था, उससे 2019 आखिर तक काम चला। बजट के अभाव में वर्ष 2020 में इसका काम बंद हो गया। CM योगी ने बदला था नामवर्ष 2020 में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा भ्रमण के दौरान मुगल म्यूजियम का भी निरीक्षण किया और यहां से जाते-जाते इसका नाम बदलने की घोषणा कर दी। मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम कर दिया गया। मगर, बजट फिर भी जारी नहीं हो सका।98 करोड़ रुपये और चाहिएशिल्पग्राम के नजदीक 5.9 एकड़ भूमि में म्यूजियम के निर्माण को राजकीय निर्माण निगम द्वारा तैयार किए गए 198.84 करोड़ रुपये के रिवाइज्ड एस्टीमेट को शासन की स्वीकृति का इंतजार है। तीन मंजिला छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम में विश्व स्तरीय डिजिटल एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित ऑडिटोरियम बनेगा। म्यूजियम के भवन पर 99 करोड़ रुपये व्यय हो चुके हैं। अभी 98 करोड़ रुपये और मिलने हैं। तब जाकर म्यूजियम का काम पूरा हो सकेगा। 60% ही काम हो सका हैम्यूजियम का बमुश्किल 60% ही काम हुआ है। अभी तक सिर्फ इसका स्ट्रक्चर ही खड़ा हो सका है। इसके अलावा फिनिशिंग और अन्य संसाधनों के सभी काम बाकी हैं। प्रभारी मंत्री ने दिए थे निर्देशबता दें कि 6 जनवरी 2025 को पर्यटन मंत्री व आगरा के प्रभारी मंत्री जयवीर सिंह ने आगरा भ्रमण के दौरान शिवाजी म्यूजियम का भी निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने इस म्यूजियम का काम नवंबर 2025 तक पूरा करने के निर्देश दिए थे। जिससे कि दिसंबर में सीएम योगी आदित्यनाथ इसका लोकार्पण कर सकें। तीन मंजिला होगा म्यूजियमताजमहल के पास निर्माणाधीन छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम 3 मंजिल का होगा। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि इसके बेसमेन्ट में स्थायी प्रदर्शनी हॉल, लाईब्रेरी, दुकानें, बिल्डिंग सर्विसेज, स्टोरेज, भूतल पर रिसेप्शन, आडिटोरियम, स्थायी प्रदर्शनी हॉल, अस्थाई प्रदर्शनी हॉल, एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लाक, एन्ट्रेन्स हॉल आदि। प्रथम तल पर ये होगाप्रथम तल पर रेस्टोरेन्ट, इवेन्ट हॉल एवं यूटिलिटी ब्लाक, द्वितीय तल- पावेलियन के अतिरिक्त हार्टीकल्चर, स्ट्रार्म वाटर ड्रेन, ट्यूबवैल व पम्प हाउस, बाउण्ड्रीवाल, यूजी टैंक, सीसी रोड़, विद्युत कार्य आदि कराए जाएंगे। शिवाजी म्यूजियम में ये होगा खास आंकड़ों की नजर से
श्रीमती बहुरा साहू के पुत्र प्रमोद साहू की रिपोर्ट पाक को 1971 में 1 माह में खदेड़ा, अब उसे तबाह करने में लगेगा 1 घंटा: पुरोहित 1971 में एक माह में हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर उसकी सेना को खदेड़ा दिया था। आज देश इतना ताकतवर है कि पाकिस्तान को तबाह करने में सिर्फ एक घंटा लगेगा। यह कहना है रायपुर के बूढ़ापारा में जन्मे 80 साल के रिटायर्ड कमांडेंट मधुसूदन लाल पुरोहित का। वे 1961 में गोरखा रेजिमेंट में शामिल हुए। सेना में कैप्टन थे। पहले फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ उर्फ सैम बहादुर के साथ काम कर चुके हैं। बीएसएफ कमांडेंट बनकर रिटायर हुए। कमांडेंट पुरोहित ने बताया, ‘1971 में पूर्वी इलाके मेरी बटालियन बाड़मेर में तैनात थी। तभी पाकिस्तान से हमला कर दिया। 200 जवानों के साथ हम जवाब देते हुए आगे बढ़े। पाक की सीमा पार कर 40 किमी अंदर घुस गई। हमारे जवानों के साहस से पाकिस्तानी सैनिक भाग खड़े हुए। एक माह तक पाकिस्तान में घुसे रहे। इसी दौरान सीजफायर हो गया। हमारा वायरलेस बंद था, इसलिए जानकारी नहीं थी। राशन भी खत्म हो गया था। गांव वालों ने हमारे खाने का इंतजाम किया। सरकार ने हमें मिसिंग मान लिया था। एक दिन सेना के जनरल इलाके का हवाई निरीक्षण कर रहे थे। तब उन्हें संकेत दिया। उन्होंने हेलीकॉप्टर उतारा और फोर्स ने हमें तलाश लिया। हम बाड़मेर पहुंचे। मैं पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की सुरक्षा में भी तैनात रहा।’ ऑफेंस इज द बेस्ट डिफेंस... भारत के लिए यही नीति सबसे अच्छी: कक्कड़ ऑफेंस इज द बेस्ट डिफेंस सबसे अच्छी नीति है। भारत जो अभी कर रहा है, वह सही है। 1947 से अब तक कई बार पाकिस्तान से भारत बातचीत कर चुका है। सर्जिकल स्ट्राइक की। 94 हजार सैनिकों को बिना शर्त पाक को लौटा दिए। अगर भारत तब सख्त कदम उठाता तो इन सैनिकों के बदले पूरा कश्मीर ले चुका होता। लेकिन ऐसा नहीं किया। यह कहना है रायपुर के भाठागांव के रहने वाले रिटायर कर्नल शमशेर सिंह कक्कड़ का। वे 1971 के युद्ध में सुरंग विस्फोट में पैर गंवा चुके हैं। सिंह के मुताबिक, ‘मेरा जन्म पाकिस्तान के पेशावर में हुआ। बंटवारे के बाद परिवार भारत आ गया। दादा, पिता दोनों सेना में थे, तो मैं भी सेना में पहुंच गया। 1971 की लड़ाई में राणा सांगा की तरह हमने युद्ध किया। पैर के चिथड़े होने के बाद भी मैं डटा रहा। मेरे नेतृत्व में हमारी टुकड़ी ने उरी पोस्ट को पाक से छीन लिया। इस साहस के लिए उरी पोस्ट का नाम कक्कड़ पोस्ट कर दिया गया। आज पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बॉर्डर पर बड़ी संख्या में मदरसे हैं। यहीं से हजारों आतंकियों को तैयार किया जा रहा है। पाक के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ कह रहे हैं कि जरूरत पड़ने पर मदरसों के छात्रों को भी युद्ध में इस्तेमाल किया जाएगा। वे हमारी सेकेंड डिफेंस लाइन हैं। इससे साफ है कि पाक आतंकियों को पालता रहेगा।’
मथुरा के चौमुंहा ब्लॉक के एक प्राथमिक विद्यालय में ट्रेनी टीचर की शर्मनाक हरकत का मामला सामने आया तो हर कोई स्तब्ध रह गया। थाना पहुंची छात्राओं ने पुलिस के सामने टीचर की शर्मनाक हरकतों की पोल खोल कर रख दी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी टीचर के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पहले जानिए क्या कहा छात्राओं ने थाना छाता पहुंची छात्राओं ने पुलिस से कहा कि अंकल हमारे नए टीचर ने क्लास में बच्चों के सामने किसी से पहले I Love You कहा। इसके बाद दूसरे दिन फोन पर एक लड़की और एक लड़के की किस करते देख रहे थे। वह मोबाइल पर और भी वीडियो देखते थे। छात्राओं की कही बात सुनकर पुलिस भी सकते में आ गई कि आखिर एक टीचर ऐसा कैसे कर सकता है। अब जानिए महिला टीचर ने क्या कहा छात्राओं के साथ थाना छाता पहुंची स्कूल की ही एक महिला टीचर ने भी ट्रेनी टीचर की हरकतों के बारे में बताया। शिक्षा मित्र टीचर ने बताया कि क्लास 7 और 8Th की छात्राओं के साथ दस दिन से छेड़खानी की जा रही है। लेकिन बच्चियों ने इसके बारे में शुक्रवार को बताया। जिसके बाद स्कूल की प्रधान अध्यापक और अन्य टीचर ने बच्चियों के परिजनों को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस को बुलाया। पुलिस स्कूल आई और उस टीचर को पकड़ कर ले आई। अब जानिए क्या है मामला चौमुंहा ब्लॉक के गांव पिलोहरा के उच्च प्राथमिक विद्यालय में ट्रेनी टीचर रवि पर छात्राओं के साथ छेड़खानी का आरोप लगा है। यह आरोप एक दो नहीं बल्कि 10 से ज्यादा छात्राओं ने लगाए हैं। रवि एक महीने के प्रशिक्षण पर पिलहोरा में पढ़ाने जाता था। लेकिन इसी बीच उसने यह हरकत कर दी। आरोप है कि वह एक एक करके छात्राओं को बुलाता और उनके साथ छेड़छाड़ करता था। 9 अप्रैल को भेजा था ट्रेनिंग पर जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान से डी एल एड कर रहे रवि निवासी तरौली जनूवी को 9 अप्रैल को एक महीने की इंटर्नशिप पर पिलहोरा के उच्च प्राथमिक विद्यालय भेजा गया था। जहां 9 मई को ट्रेनिंग पूरी होती उससे पहले ही उस पर यह आरोप लग गया। ट्रेनी टीचर पर लगे आरोप के बाद स्कूल की प्रिंसिपल ने थाना छाता पहुंच कर आरोपी शिक्षक के खिलाफ तहरीर दे दी। जिसमें 6 से ज्यादा छात्राओं ने भी साइन किए। जांच में जुटी पुलिस छात्राओं के साथ स्कूल में हुई छेड़छाड़ के मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस स्कूल पहुंच गई। जहां से आरोपी शिक्षक को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने प्रिंसिपल से तहरीर लेकर आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया और मामले की जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी के अनुसार मामले की जांच की जा रही है जो विधिक कार्यवाही होगी वह की जायेगी।
भारत भूषण आशू ने व्यापारियों पर जीएसटी छापों की निंदा की
लुधियाना| पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार भारत भूषण आशू ने देश में युद्ध की स्थिति के दौरान व्यापारियों पर जीएसटी छापों की निंदा की। पूर्व मंत्री आशू ने एक बयान में खुलासा किया कि चौड़ा बाजार सहित विभिन्न बाजारों के व्यापारियों ने उनसे संपर्क किया था और बताया था कि जीएसटी अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी दंडात्मक कार्रवाई के लिए इससे बुरा समय कोई नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जब देश पाकिस्तान के साथ युद्ध में उलझा हुआ है और समाज के सभी वर्ग अपने-अपने तरीके से इसमें योगदान दे रहे हैं, ऐसे में जीएसटी संबंधी कदम उठाना उचित नहीं है।आशू ने कहा कि संकटपूर्ण एवं आपातकालीन स्थितियों के दौरान आपूर्ति श्रृंखला को बनाए रखने में व्यापारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि उन्हें हमारे समर्थन की जरूरत है, उत्पीड़न की नहीं। उन्होंने जीएसटी विभाग से फिलहाल छापेमारी कार्रवाई रोकने की अपील की। उन्होंने जीएसटी अधिकारियों से आग्रह किया कि भारत-पाक मेंतनाव खत्म होने पर छापेमारी कर सकते हैं, क्योंकि व्यापारी कहीं नहीं जा रहे हैं।
जवद्दी टकसाल में 350वें 3 दिवसीय विश्व सम्मेलन शुरू
भास्कर न्यूज|लुधियाना लुधियाना के गुरुद्वारा गुरु ज्ञान प्रकाश जवद्दी टकसाल में 350वें वार्षिक शहीदी शताब्दी और श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें गुरु दिवस को समर्पित तीन दिवसीय विश्व सम्मेलन की शुरुआत हुई। इस आयोजन का शुभारंभ गुरु शब्द संगीत अकेडमी के भाई भरत सिंह के कीर्तन जत्थे द्वारा शबद कीर्तन से हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. सुलखन सिंह और डॉ. चेतन सिंह ने की, जबकि मंच संचालन डॉ. सुखपाल कौर और हरप्रीत कौर ने संभाला। मुख्य अतिथि गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर के वाइस चांसलर प्रो. करमजीत सिंह ने सिख शहादत की परंपरा और गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान पर गहन विचार रखे। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब का बलिदान न केवल सिख इतिहास में बल्कि मानवता के लिए एक प्रेरणास्रोत है। इस मौके पर डॉ. महिंदर सिंह, डायरेक्टर, भाई वीर सिंह साहित्य सदन, नई दिल्ली ने मुगल साम्राज्य के आध्यात्मिक संकट और गुरु साहिब की शहादत के बीच के संबंध को स्पष्ट किया। विशेष संबोधन में डॉ. अनुराग सिंह ने ऐतिहासिक पुस्तकों और विद्वानों के हवाले से शहादत की गहराई को समझाया। सम्मेलन में डॉ. चेतन सिंह, डॉ. जगमोहन सिंह गिल (डायरेक्टर, भाषा विभाग), डॉ. राजविंदर सिंह जोगा, प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह गिल, डॉ. निर्मल जौड़ा, डॉ. अमरजीत सिंह, सरदार चरणजीत सिंह, सतनाम सिंह कोमल, डॉ. अमृत कौर, डॉ. सुरजीत कौर, रूपिंदर पाल सिंह, प्रो. अंगरीश मुहम्मद सहित कई विद्वानों ने विचार रखे। रामगढ़िया एजुकेशन काउंसिल, लुधियाना के प्रधान सरदार रणजोध सिंह ने सीमित संसाधनों के बावजूद इस भव्य आयोजन के लिए जवद्दी टकसाल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने सम्मेलन में उपस्थित विद्वानों का स्वागत किया और उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर की पूर्व प्रमुख डॉ. मदनजीत कौर को विशेष सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। साथ ही विभिन्न कॉलेजों से आए प्रिंसिपलों को भी सम्मानित किया गया। सम्मेलन के पहले दिन चिंतन और साधना का संगम देखने को मिला, जिसमें सिख इतिहास और शहादत की महान परंपरा पर गहन विचार-विमर्श हुआ। आयोजकों ने बताया कि अगले दो दिन तक विचार गोष्ठियों और संगत के साथ संवाद का दौर जारी रहेगा।
डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन से मिला भाजपा का प्रतिनिधिमंडल
लुधियाना| भारत और पाक में तनाव के बीच भाजपा के शिष्टमंडल ने डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन से मुलाकात कर आपातकालीन स्थिति में हरसंभव मदद की बात कही है। उन्होंने इस संबंध में मेमोरेंडम भी डीसी को सौंपा है। शनिवार को भाजपा लुधियाना के जिला अध्यक्ष रजनीश धीमान के नेतृत्व में भाजपा पदाधिकारियों ने डीसी कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कमिश्नर हिमांशु जैन को ज्ञापन सौंपा। इस पत्र में उन्होंने आग्रह किया कि भारत-पाक में तनाव को देखते हुए अगर शहर में कोई भी आपातकाल स्थिति आती है और वह किसी भी तरह की ड्यूटी लगाए जाने पर भाजपा के कार्यकर्त्ता प्रशासन के साथ सहयोग के लिए तैयार है। भाजपा जिला अध्यक्ष ने अपने कार्यकर्ताओं की लिस्ट भी उन्हें सौंपी। भाजपा अध्यक्ष धीमान ने कहा कि अगर शहर को कोई भी आपातकाल स्थिति आती है चाहे युद्ध हो या बाहरी आक्रमण, उसके लिए भाजपा के कार्यकर्त्ता हमेशा तैयार रहेंगे। इस मौके पर भाजपा के प्रदेश महामंत्री अनिल सरीन, उपाध्यक्ष जतिंदर मित्तल, प्रदेश खजांची गुरदेव शर्मा देबी आदि मौजूद थे।
वित्त मंत्री व सांसद अरोड़ा ने हमले में घायल पीड़ितों से मुलाकात की
भास्कर न्यूज | लुधियाना वित्त मंत्री हरपाल चीमा और सांसद संजीव अरोड़ा ने पाकिस्तान द्वारा किए गए हमले में घायल पीड़ितों से मुलाकात की। उन्होंने हमले की कड़ी निंदा की और प्रभावित परिवारों की हरसंभव मदद की बात कही। वित्त मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा, राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा ने शनिवार को दयानंद मेडिकल कॉलेज (डीएमसी) का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने फिरोजपुर जिले में पाकिस्तान द्वारा किए गए एक हमले में घायल नागरिकों से मुलाकात की। उन्होंने प्रभावित परिवारों के साथ बातचीत कर उनकी बात सुनी और सरकार से हर मदद दिलाने की बात कही।मंत्री चीमा ने बताया कि घायलों को हमले में गंभीर जलन की चोटें आई हैं और वर्तमान में डीएमसी में व्यापक चिकित्सा देखभाल प्राप्त कर रहे हैं। निर्दोष नागरिकों के खिलाफ इस तरह के कायरतापूर्ण कृत्य पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं। पाकिस्तान के कृत्य निंदनीय हैं और कड़ी से कड़ी निंदा के पात्र हैं। सांसद संजीव अरोड़ा ने कहा कि पंजाब सरकार पीड़ितों की सहायता के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। दोनों ने अस्पताल के अधिकारियों से भी मिलकर दी जा रही चिकित्सा देखभाल की समीक्षा की। उन्हें डीएमसी लुधियाना में घायलों को दी जा रही सावधानीपूर्वक चिकित्सा उपचार के बारे में बताया गया। वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। वित्त मंत्री चीमा ने इस चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना करने में जनता से शांति और एकता की अपील भी की।
मॉडर्न गांव:करेली छोटी में परिवार की संख्या के हिसाब से प्लॉटिंग; न अपराध, न ही अतिक्रमण
श्रीमती कांति साहू के पुत्र निर्मल साहू की रिपोर्ट यह भिलाई या किसी बड़े शहर की टाउनशिप नहीं, बल्कि धमतरी जिले का करेली छोटी गांव है। ये व्यवस्थित टाउनशिप का उदाहरण है, जिसमें 40-40 फीट की दो मुख्य सड़कें, 20-20 फीट चौड़ी 5 गलियां हैं। गांव 1958 में बसना शुरू हुआ। जिस परिवार में जितने बेटे थे, उतने प्लॉट अलॉट हुए। -फोटो: अजीत सिंह भाटिया। धमतरी जिले का करेली छोटी गांव। इसमें व्यवस्थित ड्रेनेज सिस्टम है। गांव की अपनी प्रशासनिक और आर्थिक व्यवस्था है। सड़क, नाली, भवन, बिजली के साथ गांव व स्कूल की अन्य छोटी-मोटी जरूरतों के लिए यह गांव शासन पर आश्रित नहीं है। ग्राम विकास समिति करीब एक करोड़ रुपए का विकास अपने बूते कर चुकी है। फंड में आज 27 लाख रुपए जमा है। 50 के दशक में जब भिलाई में टाउनशिप आकार ले रही थी, तब यहां 125 किमी दूर धमतरी जिले के मगरलोड ब्लॉक का 6000 लोगों की आबादी वाला गांव करेली छोटी भी बस रहा था। सरपंच डॉ. परमेश्वर साहू बताते हैं कि मालगुजार दाऊ पवन अग्रवाल ने 1953 में भोपाल से इंजीनियर बुलाकर गांव का मास्टर प्लान बनवाया। जहां गांव बसना था, वहां निजी खेती भूमि थी। इसलिए पहले 32 एकड़ कृषि भूमि अधिग्रहीत की गई। बदले में किसानों को दूसरी जगह जमीन दी गई। इसके बाद हर परिवार में बेटों की संख्या के हिसाब से पांच-पांच डिसमिल की प्लॉटिंग की गई। पांच साल बाद 1958 में गांव बसना शुरू हुआ। जिस परिवार में जितने बेटे थे, उतने प्लॉट अलॉट किए गए। दशरथ गौंटिया, नर्बदेश्वर शर्मा, पंचमलाल, शोभा मंडल, घनाराम, ईश्वर चंद, चतुर गौंटिया, अर्जुन, बालूराम, रामचरण, नन्हाई, श्यामलाल जैसे तब के ग्राम प्रमुखों ने अपने गांव को ऐसे बसाया कि आज भी यहां ग्रामीण जीवन बेहतर, सुखी और समृद्ध है। 75 साल पहले बड़े-बुजुर्गों की बनाई नियमावली का आज भी अक्षरश: पालनशिक्षक वेद कुमार साहू और मोहन राम साहू बताते हैं कि करीब 75 साल पहले बड़े-बुजुर्गों द्वारा बनाई गई नियमावली का आज भी तीसरी-चौथी पीढ़ी के लोग अक्षरश: पालन कर रहे हैं। मसलन यहां कोई एक इंच भी सरकारी जमीन पर अतिक्रमण नहीं कर सकता। मकान निर्माण या मरम्मत करने से पहले ग्राम विकास एवं सुरक्षा समिति की मंजूरी जरूरी है। घर का पानी सड़क पर नहीं बहा सकते। गली को साफ-सुथरा रखने की जिम्मेदारी हर घर की है। खुले में ताश खेलने की मनाही है। नशे में बड़बड़ाता या हंगामा करता है तो ग्राम समिति उसे दंडित करती है। दिव्य आस्था परिवार करता है अंतिम संस्कार का इंतजामयहां 16 वरिष्ठजनों की संस्था दिव्य आस्था परिवार है। इसमें टीचर, डॉक्टर, वकील, किसान सभी शामिल हैं। बीएसपी सीनियर सेकंडरी स्कूल सेक्टर-10 के रिटायर्ड शिक्षक एसआर साहू इसके अध्यक्ष हैं। वे बताते हैं िक गांव में किसी की मौत होने पर अंतिम संस्कार का पूरा इंतजाम व शोकाकुल परिवार को आर्थिक मदद भी यह संस्था करती है। समय-समय पर गांव में मेडिकल कैंप लगाते हैं। सफाई, नशापान और पर्यावरण को लेकर भी लोगों को जागरुक करते हैं। गरीब बेटियों के विवाह और बच्चों की पढ़ाई- लिखाई में भी दिव्य आस्था परिवार और ग्राम विकास समिति मदद करती है। 16 जातियां मिल-जुलकर रहती हैं, धान से उन्नति गांव में 327 साहू परिवार हैं। ब्राह्मण, अग्रवाल, वैष्णव, यादव, निषाद, गोड़, राउत, सतनामी, लोहार, सिदार, नाई, धोबी, नगारची और मुस्लिम सहित 16 जातियों के लोग रहते हैं। दोनों सीजन में महानदी से लगी भूमि धान से लहलहाती है। प्रति एकड़ 30 से 40 क्विंटल धान के उत्पादन ने इस गांव को समृद्ध और खुशहाल बना दिया है। बड़ी संख्या में पढ़- लिखकर युवा खेती कर रहे हैं। थाने में कोई FIR नहीं, आपस में सुलझाते हैं केस बुजुर्ग जनक वैष्णव, शांतनु राम साहू और देवनाथ साहू बताते हैं कि गांव की संस्कृति ऐसी है कि कोई विवाद नहीं होता। कभी अनबन हो भी जाए तो लोग आपस में सुलझा लेते हैं। यही वजह है कि थाने में न एफआईआर दर्ज है, न ही अदालत में मामला। विवाद सुलझाने ग्राम विकास एवं सुरक्षा समिति है। अध्यक्ष अपनी मर्जी से 7 से 15 सदस्य मनोनीत करते हैं। जिसका फैसला सभी को मान्य होता है।
पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी शंभू कुमार ने कहा कि किसी भी दशा में गर्मी में बिजली नहीं कटनी चाहिए। लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इस बात का ध्यान रखा जाए। ऐसी व्यवस्था करें कि ट्रांसफार्मर न जलें। यदि किसी कारण से कोई ट्रांसफार्मर जलता है तो उसके लिए लोगों को लंबे समय तक इंतजार न करना पड़े।एमडी शनिवार को गोरखपुर में बिजली निगम के कार्यों की समीक्षा करने पहुंचे थे। समीक्षा के बाद रात में उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की। एमडी ने कहा कि यदि कहीं ट्रांसफार्मर जलता है तो वहां जल्द से जल्द ट्राली ट्रांसफार्मर लगाकर बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाए। जिससे उपभोक्ताओं को कोई असुविधा न होने पाए।बिजली उपकेंद्रों पर करें सुरक्षा के उपायएमडी ने कहा कि सभी उपकेंद्रों पर सुरक्षा के उपाय किए जाएं। जिससे बिजली की आपूर्ति निर्बाध रूप से होती रहे। उन्होंने कहा कि कमियों को दुरुस्त करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। 100 केवीए या इससे ज्यादा क्षमता के ट्रांसफार्मरों पर टेललेस यूनिट लगाकर जलने के मामले खत्म किए जाएं।हर महीने जमा कराया जाए स्मार्ट मीटर वालों से बिलएमडी ने कहा कि राजस्व वसूली में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सभी बकाएदारों से रुपये जमा कराने ही हैं। जिनके घर स्मार्ट मीटर लगा है, उनसे हर महीने बिजली का बिल जरूर जमा कराया जाए।लक्ष्य पूरा न करने वाले अभियंताओं को लगाई फटकारएमडी ने विकास कार्यों की समीक्षा की। राजस्व वसूली का लक्ष्य पूरा न करने वाले अभियंताओं को फटकार लगाई और लक्ष्य पूरा कराने को कहा। नए कनेक्शनों पर दो वर्ष से बिल न जमा होने पर एमडी ने बहुत नाराजगी जताई। कहा कि ऐसा नहीं चलेगा। बिजली बिल में गड़बड़ी है तो उसे तत्काल ठीक कराएं। उपभोक्ता बिल जमा करना चाहते हैं लेकिन यदि कोई गड़बड़ी रहती है तो वह रुपये नहीं देते। ऐसे उपभोक्ताओं से बात कर बिल सही कराएं। यदि बिल सही है तो उन्हें पूरी जानकारी दें। बैठक में मुख्य अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता शहर लोकेंद्र बहादुर सिंह, अधीक्षण अभियंता ग्रामीण प्रथम डीके सिंह, ग्रामीण द्वितीय रमेश श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
सिलाई सेंटर में चोरी करते दो पकड़े
भास्कर न्यूज | भिवानी एटीडीसी सिलाई सेंटर पालुवास से पानी की मोटर चोरी करते हुए दो चोरों को लोगों ने मौके पर पकड़ लिया। अरोपियों को पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने आरोपियों से चोरी की मोटर बरामद कर ली है। एटीडीसी सिलाई सेंटर की इंचार्ज डिंपल ने थाना औद्योगिक क्षेत्र पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई थी कि 9 मई को दो चोर पानी की मोटर चोरी करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया है। आरोपियों ने पानी की एक मोटर चोरी कर उसे दीवार की दूसरी तरफ फेंक दिया था। आरोपियों की पहचान गांव घुसकानी निवासी सुनील और साहिल के रूप में हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की तथा आरोपियों के खिलाफ त मामला दर्ज किया है।
श्रीमती मनोरमा गुप्ता के पुत्र प्रशांत गुप्ता / स्व. श्रीमती ऊषा दुबे के पुत्र अमिताभ अरुण दुबे की रिपोर्ट भाजपा सरकार ने 36 निगम, मंडल और बोर्ड में अध्यक्षों की नियुक्तियां कर दीं। अध्यक्षों के शपथग्रहण का सिलसिला जारी है। लेकिन आश्चर्य वाली बात ये है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बने 5 बोर्ड बीते 4 साल से जीरो प्रोजेक्ट, जीरो वर्क और जीरो रिजल्ट पर खड़े हैं। यानी इनमें कोई काम नहीं हुआ। स्थिति इतनी दयनीय है कि बोर्ड कार्यालय का ताला तक नहीं खुल रहा। पानी पिलाने, झाड़ू लगाने वाला तक कोई नहीं है। जबकि एक-एक बोर्ड को 36-36 लाख रुपए सालाना स्थापना व्यय जारी हुआ। कई बोर्ड में नियमित सचिव तक नहीं है। सवाल यह है कि क्या सिर्फ नाम के लिए, समाजों को साधने के लिए और नेताओं को संतुष्ट करने के लिए इनका गठन किया गया था। कोई इन बोर्ड से वर्ग विशेष का कोई उत्थान नहीं हुआ। अब नवनियुक्त अध्यक्ष दावा कर रहे हैं कि काम होंगे। भास्कर टीम बीती कांग्रेस सरकार और उसके पूर्व में भाजपा सरकार के कार्यकाल में गठित बोर्ड कार्यालयों तक पहुंची। जो तस्वीरें सामने आईं वे चौकाने वाली हैं। 1. छत्तीसगढ़ चर्म शिल्पकार विकास बोर्ड गठन: 6 अगस्त 2021पता: पुराना पीएससी ऑफिस, सिविल लाइंस रायपुरनवनियुक्त अध्यक्ष : ध्रुव कुमार मिर्धाउद्देश्य : चर्म शिल्पियों की पहचान, पंजीयन, प्रशिक्षण, किट और रोजगार मुहैया करवाना। 2. छत्तीसगढ़ रजककार विकास बोर्ड गठन: 6 अगस्त 2021पता: रवि नगर रायपुरनवनियुक्त अध्यक्ष : प्रहलाद रजकउद्देश्य: रजककारों (कपड़ा धोने व प्रेस वाले) की पहचान, पंजीयन, प्रशिक्षण, किट व रोजगार देना। भास्कर टीम को किराए के 2 कमरों में चल रहे बोर्ड ऑफिस में कोई कर्मचारी नहीं मिला। अध्यक्ष का कमरा धूल से सना हुआ था। दफ्तर में कबाड़ पड़ा था। बोर्ड के गठन के बाद कोई प्रोजेक्ट शासन को नहीं भेजा गया। मौके पर नवनियुक्त अध्यक्ष प्रहलाद रजक मिले। बोले- लक्ष्य युवाओं को ड्राइक्लीनिंग और इससे जुड़े प्रोफेशन में आगे लाना है। स्किल ट्रेनिंग करवाएंगे। मशीनों के लिए लोन मिलेगा। 3. छत्तीसगढ़ तेलघानी विकास बोर्ड गठन: 6 अगस्त 2021पता: राज्य निर्वाचन कार्यालय परिषद, मोतीबाग रायपुरनवनियुक्त अध्यक्ष : जितेंद्र कुमार साहूउद्देश्य: तेल व्यवसाय से जुड़े लोगों की पहचान, पंजीयन, प्रशिक्षण, किट और रोजगार मुहैया करवाना। तेलघानी बोर्ड में प्रभारी सचिव को छोड़ प्यून तक की नियुक्ति नहीं हो पाई। भास्कर टीम यहां लगातार 2 दिन गई, पर ताला लगा मिला। पिछले टर्म में बोर्ड ने तेलघानी व्यावसायियों के पंजीयन के साथ मशीन, स्किल ट्रेनिंग, घानी के अपग्रेडेशन, पैकेजिंग, मार्केटिंग जैसे कामों का प्लान बनाया था। तेलघानी उद्यम में कच्चा माल मिले, इसलिए कृषि विभाग के साथ तिलहन फसलों का उत्पादन बढ़ाने की नीति पर काम हो रहा था, पर फंड न मिलने बंद हो गया। छत्तीसगढ़ लौह शिल्पकार विकास बोर्ड-गठन- 6 अगस्त 2021, पता- रवि नगर रायपुरनवनियुक्त अध्यक्ष- प्रफुल्ल विश्वकर्मा। पूर्व अध्यक्ष- लोचन विश्वकर्मा। उद्देश्य- लौह शिल्पकारों की पहचान, पंजीयन, प्रशिक्षण, किट और रोजगार मुहैया करवाना।28 अप्रैल, दोपहर 2:30 बजे- बोर्ड कार्यालय में सचिव समेत 2 कर्मचारी मिले। बोर्ड कार्यालय किराए के भवन में चलता है, किराया 24 हजार रुपए है। बीते 4 साल से स्थापना व्यय के लिए सालाना 36 लाख रुपए मिले, लेकिन योजना व्यय मद में एक रुपए नहीं मिला। मिलता कैसे, प्रस्ताव ही नहीं बना। महज 8 सामाजिक बैठकें हुईं। नवनियुक्त अध्यक्ष प्रफुल्ल विश्वकर्मा कहते हैं- लौह शिल्पियों की पहचान करेंगे, पंजीयन करवाएंगे और फिर लौह शिल्प को मंच देंगे। जितने भी बजट की आवश्यकता होगी सरकार से मांगेंगे। बदलाव दिखेगा।लोचन विश्वकर्मा, पूर्व अध्यक्ष- फंड नहीं मिला, राज्य मंत्री का दर्जा नहीं मिला। प्यून को 10 हजार रु. मिलते हमारा मानदेय भी 10 हजार रु. था। गाड़ी मैंने अपने पैसे लगवाई। उसका 10 लाख रु. पैमेंट बकाया है। छत्तीसगढ़ केश शिल्पी कल्याण बोर्डगठन- 1 जून 2023, पता- गौतम विहार, अमलीडीह रायपुरनवनियुक्त अध्यक्ष- मोना सेन। वर्तमान अध्यक्ष- नंदकुमार सेन (हाईकोर्ट से स्टे लेकर आए) उद्देश्य- केश शिल्प में संलग्न वर्ग का समग्र उत्थान29 अप्रैल, दोपहर 3 बजे- केश शिल्पी कल्याण बोर्ड का कार्यालय आप ढूंढते रह जाएंगे। करीब 1 घंटे खोजने के बाद पते तक पहुंचे। बोर्ड किराए की बिल्डिंग में चल रहा है। कार्यालय में एक सदस्य, कम्प्यूटर ऑपरेटर, एक प्यून, एक गार्ड मिले। चूंकि बोर्ड का गठन विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के कुछ महीने ही हुआ था, लिहाजा कोई उल्लेखनीय काम नहीं हुआ। सरकार ने मोना सेन की नियुक्ति की है, लेकिन वर्तमान अध्यक्ष नंदकुमार सेन कोर्ट से स्टे पर हैं, क्योंकि उनका कार्यकाल पूरा नहीं हुआ था। अध्यक्ष, सदस्य की कुर्सी को लेकर टकराव बना हुआ है। नंदकुमार सेन, अध्यक्ष- सचिव ने शासन को प्रस्ताव नहीं भेजे। ब्यूटीपार्लर के 2 प्रशिक्षण हुए, लेकिन इससे अतिरिक्त कोई काम नहीं हुआ। बोर्ड का मतलब ही क्या है जब समाजहित में कोई काम ही नहीं हो पा रहा हो। अन्य बोर्ड की स्थिति-खादी एवं ग्राम उद्योग बोर्ड- सालाना 20 करोड़ के बजट वाले इस बोर्ड को 4 साल में केंद्र से फंड नहीं मिला। पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने बताया कि कई प्रपोजल भेजे। अधिकारियों से मिले, लेकिन खादी बोर्ड मुंबई ने स्वीकृति नहीं दी। पोनी प्लांट व छत्तीसगढ़ की खादी के लिए कर्मशियल कॉम्प्लेक्स के लिए मदद नहीं मिली। हस्तशिल्प विकास बोर्ड- हस्तशिल्प विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष चंदन कश्यप ने बताया कि हस्तशिल्प को प्रोत्साहन देने के लिए 20 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाकर केंद्र को भेजा गया था। इस प्रोजेक्ट के जरिए हर एक गांव में शिल्पकारों को बढ़ावा देने के लिए काम होना था। प्रोजेक्ट के माध्यम से छत्तीसगढ़ के शिल्पकारों और उनकी कृतियों को ग्लोबल मार्केट में पहुंचाने का लक्ष्य था। लेकिन तब केंद्र की मदद के बिना ये मुमकिन नहीं हो पाया। अध्यक्षों का दर्द... काम करना चाहते थे, न बजट मिला, न प्रस्तावों को मंजूरी ^सवा साल के कार्यकाल में जितना हो सका उतना काम किया। स्टाफ नहीं, फंड की कमी थी। रीपा के तहत उत्पादन करके, प्रोडक्ट सी-मार्ट तक लाने थे। यह काम नहीं हो पाया।तरूण बिजौर,, पूर्व अध्यक्ष, चर्म शिल्पकार विकास बोर्ड मूल काम रीपा के तहत हुआ, बोर्ड के तहत नहीं। हां, बिल्कुल मैंने केबिनेट मंत्री के दर्जा की मांग की थी मगर नहीं मिला। मिलना चाहिए था।लोकेश कन्नौजे, पूर्व अध्यक्ष, रजककार विकास बोर्ड 20 महीने के कार्यकाल में 4 प्रस्ताव विभाग को भेजे, लेकिन अधिकारियों ने मंजूरी नहीं दी। वे बोर्ड को लेकर गंभीर नहीं थे। बजट के नाम पर स्थापना मद ही था।संदीप साहू, पूर्व अध्यक्ष, तेलघानी विकास बोर्ड बोर्ड के सेटअपराजनीतिक नियुक्तियां- अध्यक्ष, उपाध्यक्ष या 4 सदस्य। कुल- 5प्रशासनिक पद- सचिव समेत 7 स्टाफ। इनके स्थापना मद के लिए पूर्व की कांग्रेस सरकार ने 40 लाख रुपए सालाना का प्रावधान किया था। 36 लाख रु. वेतन में व्यय हो रहे हैं। वर्तमान सरकार ने इसे बढ़ाकर 50 लाख रुपए कर दिया है। राज्य मंत्रियों का दर्जा नहीं मिलने से नाराज थे नेताजीभास्कर पड़ताल में इस बात का भी खुलासा हुआ कि पूर्व की कांग्रेस सरकार में निगम, मंडल, बोर्ड में जिन पार्टी नेताओं की बतौर अध्यक्ष नियुक्तियां हुईं, उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा नहीं दिया गया। इसके चलते इनमें नाराजगी थी। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर पूर्व अध्यक्षों ने इसकी पुष्टि की। अध्यक्ष को 10 हजार रुपए मासिक मानदेय मिलता है। शेष कोई सुविधाएं नहीं। अगर, राज्य मंत्री का दर्जा मिलता है तो वेतन 1 लाख रुपए मासिक, सरकारी गाड़ी और अन्य सुविधाएं मिलती हैं। जो नहीं मिलीं। नाराजगी इतनी थी कि इन्होंने प्रोजेक्ट ही नहीं बनाए।
भास्कर न्यूज | कैथल नगर परिषद शहर के प्रमुख 2 पार्कों चिल्ड्रन पार्क और जवाहर पार्क सहित श्री वृद्ध केदार तीर्थ, साइंस पैनोरमा और म्यूजिकल फाउंटेन की देखरेख पर करीब 35 लाख 49 हजार खर्च करेगी। इसके लिए नप एजेंसी हायर करेगी। एजेंसी उक्त सभी एरिया का ध्यान रखेगी। इसके अलावा पार्कों में पानी का प्रबंध और हरियाली का विशेष ध्यान रखना होगा। क्योंकि उक्त दोनों पार्क शहर के सबसे बड़े पार्क हैं। सुबह व शाम को यहां लोग सैर करने के लिए बच्चों के साथ आते हैं। शहर के बीच में ये पार्क होने से शहरवासियों के लिए ये घूमने के लिए पंसदीदा पार्क हैं। बता दें कि इस समय जवाहर पार्क में लगे फव्वारे खराब हैं। काफी लंबे समय से शहरवासी यहां फव्वारे चलाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक ये फव्वारे ठीक नहीं हुए हैं। वहीं म्यूजिकल फाउंटेन तो ठीक है, लेकिन म्यूजिक सिस्टम यहां काफी समय से खराब है। डॉ. हरगोविंद खुराना साइंस पैनोरमा, अब बंद करीब 12 साल पहले चिल्ड्रन पार्क में शुरू किया गया डॉ. हर गोविंद खुराना साइंस पैनोरमा अब बंद है, क्योंकि यहां थियेटर अपडेट नहीं किया गया। अब बस ये नाम का पैनोरमा है। हालांकि यहां पर ब्रह्मांड पर आधारित फिल्मों के लिए 36 सीटों वाला छोटा थियेटर बनाया गया है। इसके अलावा ग्राउंड फ्लोर पर म्यूजिक इन द एयर, ऊंचाई पर चढ़ने के शंकु के सिद्धांत, चुंबकीय नियम पर आधारित सुस्त नलिका, विडियो रेसिंग, स्वचालित मशीनें सहित अनेक प्रकार के उपकरण रखे गए हैं, जिनमें वैज्ञानिक सिद्धांत छिपे हुए हैं, लेकिन अब इन्हें कोई देखने नहीं आता है। एजेंसी की जाएगी हायर ^जवाहर और चिल्ड्रन पार्क सहित अन्य एरिया की देखभाल के लिए एजेंसी हायर की जाएगी, जो एक साल तक यहां देखरेख करेगी। इसके लिए प्रकिया चल रही है। -सुरभि गर्ग, चेयरपर्सन, नगर परिषद, कैथल।
ओम मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल से एमटीपी किट व डॉक्टर के कमरे से बरामद किए किट के रैपर
भास्कर न्यूज | कैथल शहर के ऋषि नगर स्थित ओम मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल की डॉक्टर के पास से गर्भपात किट व खाली रैपर बरामद हुए। बिना अनुमति अवैध तौर पर गर्भपात किट रखने के आरोप में थाना सिविल लाइन ने आरोपी डॉ. रिचा व अन्य के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। टीम को सूचना मिली थी कि अस्पताल में अवैध तरीके से गर्भपात करवाया जाता है। सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम व ड्रग्स कंट्रोल ऑफिसर मौके पर पहुंचे। जांच की तो अस्पताल में एक कर्मचारी के बैग से 4 एमटीपी किट मिली, जबकि डॉ. रिचा द्वारा किराए पर लिए गए कमरे से एमटीपी किट के 9 रैपर मिले।इन रैपरों में कुछ दवाई इस्तेमाल की जा चुकी थी, जबकि कुछ शेष रहती थी। स्वास्थ्य विभाग की टीम को जांच के दौरान पता चला कि रेड से कुछ समय पहले भी अवैध तौर पर गर्भपात किया गया था। इससे पहले 29 अप्रैल को एंटी नारकोटिक सेल करनाल व ड्रग कंट्रोल ऑफिसर कैथल की संयुक्त टीमों ने कैथल के चंदाना गेट स्थित एक घर पर रेड की थी। जहां से 5805 एमटीपी किट बरामद हुई थी। ओम अस्पताल से जो एमटीपी किट मिली, उनमें से एक का बैच नंबर चंदाना गेट से बरामद हुई एमटीपी किट के साथ मिलान हो रहा है, जिससे संभावना जताई जा रही है कि वहीं से दवाई सप्लाई हुई। डॉ. गौरव पूनिया ने बताया कि डॉ. रिचा बीएमएस है। एमबीबीएस को ही एमटीपी किट रखने की अनुमति होती है। मामले की जांच की जा रही: शिव कुमार ^डॉ. गौरव पूनिया की शिकायत पर ओम मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल की डॉ. रिचा व अन्य के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है। -इंस्पेक्टर शिव कुमार, एसएचओ सिविल लाइन थाना कैथल
पुलिस ने देसी कट्टा सप्लाई करने का आरोपी किया काबू
कैथल | अवैध असलहा सप्लाई करने वालों पर शिकंजा कसते हुए स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट ने एक असलहा सप्लायर को काबू किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 8 मई को स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट के एचसी राजबीर सिंह व सिपाही संदीप की टीम गश्त पर थी। टीम ने गांव मोहना 152डी के पुल के नीचे से गांव कोथ जिला हिसार निवासी आरोपी राजू को काबू किया था, जिसके कब्जे से 2 अवैध देसी कट्टे व एक कारतूस बरामद हुआ था। थाना पूंडरी में दर्ज मामले में आरोपी राजू को गिरफ्तार करके एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आगामी जांच स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट के एचसी राजबीर ने करते हुए जिला फतेहाबाद के गांव समैण निवासी सुशील को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी राजू से पूछताछ में खुलासा हुआ था कि उसको यह असलहा सुशील द्वारा उपलब्ध करवाया गया था। दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
इमरजेंसी से निपटने के लिए सभी वार्डों में लगेंगे सायरन
भास्कर न्यूज | कैथल पाकिस्तान के साथ चल रहे विवाद को लेकर इमरजेंसी के लिए शहर के सभी वार्डों में सायरन लगेंगे, जिससे किसी भी संभावित खतरे से लोगों को अलर्ट किया जा सका। मुश्किल घड़ी का फायदा उठाकर जमाखोर सामान का ज्यादा दाम न वसूले इसके लिए प्रशासन द्वारा नजर रखी जा रही है। जन स्वास्थ्य विभाग पानी के सरकारी व प्राइवेट टैंकरों की सूची तैयार कर रहा है, जिससे किसी आपात स्थिति में पानी सप्लाई करने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े। दमकल विभाग की ओर से आग बुझाने वाले सिलेंडरों को भरवाया गया है। वहीं दूसरी तरफ कई जगह पाकिस्तान की तरफ से आने वाले रॉकेट व ड्रोन गिरने की सूचनाओं के बाद पूंडरी में लोगों ने रात में जागना शुरू कर दिया, जिससे संभावित खतरे के बारे में परिवार व अन्य लोगों को अलर्ट किया जा सके। आपात स्थिति से निपटने के लिए शनिवार को डीसी प्रीति ने भी अधिकारियों के साथ मीटिंग की। डीसी ने कहा कि जिले में स्थिति शांतिपूर्ण है, लेकिन बावजूद इसके हमें आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने स्तर पर तैयारियां पूूरी रखनी है। जिले में फायर ब्रिगेड व एंबुलेंस की गाड़ियां ऐसे स्थान पर खड़ी की जाए, ताकि वे जरूरत पड़ने पर जल्दी से प्रभावित क्षेत्र में पहुंच सके। बिजली निगम की सेवाएं सुचारू रूप से चलती रहे। जैसे ही ब्लैक आउट या अन्य कोई आदेश प्राप्त हो, तुरंत आदेशों का पालन िकया जाए। सायरन और लाउड स्पीकर से पूरा क्षेत्र कवर होना चाहिए। जहां से सायरन संचालित किया जा रहा है, वहां पर रोस्टर अनुसार ड्यूटी लगाई जाए। गांव में ग्राम सचिव या पटवारी अपने गांव के सरपंच, पंच, चौकीदार, सफाई कर्मचारी आदि के साथ तालमेल कर लें। मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि वे सभी अस्पतालों में दवाइयों की उपलब्धता व अन्य मेडिकल संबंधित जरूरतों को पूरा रखें। डीसी ने एसडीएम व खाद्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवश्यक वस्तुओं से संबंधित निगरानी रखें, जमाखोरी या कालाबाजारी न हो सके। नागरिकों को घबराने की आवश्यकता नहीं है, जिले में आवश्यक वस्तुएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए कि वे सुनिश्चित करें कि जनता के बीच विश्वास बना रहे। अफवाहों पर विश्वास न करें : डीसी डीसी प्रीति ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि जनभागीदारी एवं जागरूकता से ही इमरजेंसी रिस्पांस एवं एहतियाती उपाय मजबूत होंगे। इसलिए आमजन पुख्ता सूचनाओं पर विश्वास करते हुए रिस्पॉन्स करे और अफवाहों या फर्जी सूचनाओं पर विश्वास न करे। प्रशासन द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर पर ऐसी फर्जी सूचनाओं की जानकारी सत्यापित करे। मौजूदा हालातों को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी तरह से सजग एवं सतर्क है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए व्यापक प्रबंध किए जा रहे हैं। इस समय जिले में स्थिति पूर्ण रूप से सामान्य है, लेकिन हमें स्वयं भी सजग रहना है। सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर रहे और बिना अनुमति के स्टेशन न छोड़ें।
युवक की हत्या में शामिल आरोपियों को शरण देने वाला युवक किया काबू
भास्कर न्यूज | कैथल बाजार में युवक की हत्या करने के मामले की जांच स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट के एएसआई तरसेम की टीम ने करते हुए गांव करोड़ा निवासी आरोपी अंकित को गिरफ्तार किया है। मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी बीरभान ने बताया कि गांव चौशाला निवासी अमन की शिकायत अनुसार वह एक साल पहले चौशाला निवासी उसके दोस्त कुलबीर, मोहित के साथ कलायत से बस में गांव जा रहा था। उस समय बालु निवासी विक्की, अमन व मिढा के साथ उनका झगड़ा हो गया, जिसके बाद वे उनसे रंजिश रखने लगे। एक मई को वह अपने दोस्त कुलबीर के साथ कैथल बाजार से अपने गांव के लिए जा रहे थे। रेलवे गेट कैथल के पास उनकी बाइक के सामने बालू निवासी अमन, मिढा, विक्की व खरक निवासी साहिल, जयप्रकाश व कर्मजीत ने अपने अन्य साथियों के साथ हाथों में चाकू व पंच लेकर आए। उनका रास्ता रोककर मारपीट करने लगे। वह डरकर साइड में भाग गया। उन्होंने कुलबीर पर चाकुओं से हमला कर दिया, जिसमें कुलबीर की मौत हो गई, जिस बारे थाना शहर में हत्या का केस दर्ज किया गया था। डीएसपी ने बताया कि स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट द्वारा मामले में इससे पूर्व 2 आरोपियों को काबू करके जेल भेजा जा चुका है। 2 अन्य आरोपी गांव खरक पांडवा निवासी कर्मजीत उर्फ काला व साहिल को कोर्ट से पुलिस रिमांड पर लिया गया था। आरोपी सागर द्वारा आरोपी साहिल व कर्मजीत को शरण दी गई थी तथा अन्य सहायता भी की गई थी। तीनों आरोपी कोर्ट के आदेश पर न्यायिक हिरासत में भेज दिए हैं।
कंपनी में लगे जनरेटर से तीन बैटरियां चोरी, केस
जठलाना | चोरों ने कंपनी में लगे जनरेटर से तीन बैटरियां चोरी कर ली। पुलिस ने कंपनी के मैनेजर की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ चोरी का केस दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में प्रफुल परेडा निवासी मॉडल टाउन यमुनानगर ने बताया कि वह जठलाना स्थित जेडीएमसी डेकोर कंपनी में मैनेजर है। पांच मई की रात चोरों ने कंपनी में लगे जनरेटर से तीन बैटरियां चोरी कर ली।
अभिभावकों ने सरकारी स्कूलों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जताया भरोसा, इस बार 12 हजार ज्यादा दाखिले
भास्कर न्यूज | यमुनानगर निजी की बजाय इस साल राजकीय स्कूलों की तरफ बच्चों के कदम बढ़े हैं। अभिभावकों ने भी सरकारी स्कूलों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर भरोसा जताया है। यही कारण है इस साल बीते वर्ष से 12 हजार के लगभग एडमिशन हुए हैं। इसकी वजह हर साल बढ़ रही निजी स्कूलों की फीस भी है। 84 हजार के लगभग एडमिशन हुए, अभी 10वीं का रिजल्ट आना है जिसके बाद यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। इस वर्ष में 10 हजार से अधिक 84 हजार 734 विद्यार्थियों के दाखिले हुए हैं। यह आंकड़ा तो अभी बाल वाटिका से कक्षा 10वीं तक है। क्योंकि 10वीं की बोर्ड परीक्षा का परिणाम भी एक-दो दिन में आने वाला है। रिजल्ट आते ही सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में 11वीं कक्षा में एडमिशन होने शुरू हो जाएंगे। इन विद्यार्थियों के दाखिले होने से जिले में सरकारी स्कूलों में दाखिल विद्यार्थियों के आंकड़े में बढ़ोतरी हो जाएगी। हालांकि कई स्कूलों में अभी कुछ विद्यार्थियों ने 11वीं में प्रोविजनल दाखिले भी लिए हुए हैं, लेकिन यह संख्या ज्यादा नहीं है। फीस ज्यादा नहीं भर पाए तो कराया दाखिला अभिभावक नरेश कुमार, पंकज, देवेंद्र, अनुराग, कृष्णपाल का कहना है कि उनके अपने बच्चे अभी तक निजी में पढ़ रहे थे। अभी उनके बच्चे कोई छठी में आया तो कोई सातवीं में है। निजी स्कूल में जब इन कक्षाओं की फीस पता लगी तो वह 2720 रुपए बताई गई। प्रतिमाह इतनी फीस देना उनके लिए आसान नहीं है। वे नौकरीपेशा लोग हैं। नौकरी में भी मासिक वेतन इतना नहीं है, जिससे वह इनकी फीस को भर सकें। अगर स्कूल में इसको लेकर बात करते हैं तो एक बात कही जाती है अगर नहीं पढ़ा सकते तो बच्चेको दूसरे स्कूल में दाखिल करा सकते हैं। इसलिए इस बार उनकी ओर से अपने बच्चों को विभिन्न सरकारी स्कूलों में दाखिल कराया गया है। सरकार दे रही सुविधाएं: डीईओ ^सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या बढ़ाने को प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए शिक्षकों की ओर से नामांकन अभियान चलाए गए। अभिभावकों को जागरूक किया, स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है। -धर्मेंद्र चौधरी, डीईओ। पढ़ाई के साथ अन्य सुविधाएं एडमिशन के वक्त उनको शिक्षकों ने सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में बताया गया। उनके बच्चों को सरकारी स्कूल में दाखिल हुए अभी तो डेढ़ माह के लगभग ही हुआ है। यहां पढ़ाई के बदले सरकार सुविधाएं भी दे रही हैं, जिनका उनके बच्चों को भविष्य में लाभ होगा।
झज्जर का युद्ध स्मारक: वीर शहीदों की वीरता और बलिदान की अमिट यादगार
झज्जर |झज्जर की पुरानी तहसील रोड स्थित युद्ध स्मारक स्थल उन वीर सैनिकों की गाथा कहता है, जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राण न्योछावर कर दिए। यहां आजादी के बाद लड़े गए सभी युद्धों, खासकर कारगिल युद्ध के शहीदों के नाम अंकित हैं, जो उनकी बहादुरी की मिसाल पेश करते हैं। झज्जर जिला, जिसे सैनिकों की नर्सरी कहा जाता है, यहां ऐसे कई गांव हैं जहां लगभग हर परिवार से कोई न कोई व्यक्ति सेना या अर्धसैनिक बलों में देश सेवा कर रहा है। यही नहीं, झज्जर के बिशहान गांव के दलबीर सिंह सुहाग जैसे वीर पुरुष भारतीय सेना प्रमुख भी रह चुके हैं। यह स्मारक स्थल देशभक्ति और गर्व की भावना से ओतप्रोत है।
दुकानदार से रुपए और मोबाइल लूटा
झज्जर | बादली रोड स्थित शिव मंदिर के पास दो बदमाश दुकानदार से नकदी और अंगूठी लूटकर ले गए। वार्ड 5, दुर्गा वाला तालाब निवासी जगमाल उर्फ जग्गू ने बताया कि बादली रोड पर श्मशान घाट के पास उसकी परचून की दुकान है। रात करीब 8:46 बजे वह दुकान बंद कर घर लौट रहा था। जैसे ही वह शिव मंदिर, दुर्गा तालाब के पास पहुंचा, इसी दौरान पीछे से दो युवक आए। दोनों ने उसे पकड़ लिया और पूछा कि कितने रुपए ले रहा है। उसकी पेंट की पिछली जेब से 2000 रुपए निकाल लिए। साथ ही उसका मोबाइल फोन भी छीन लिया। लुटेरों ने उसके दाहिने हाथ की सोने की अंगूठी भी निकाल ली। वारदात के बाद दोनों युवक सड़क पर खड़ी बाइक से भाग गए। पीड़ित ने क्षेत्र से संबंधित थाना पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है।
झज्जर में हवाई फायर कर दी धमकी, एक दबोचा:जिले के गांव धांधलान में वारदात, घर पर किया हवाई फायर
झज्जर जिले के एक गांव में युवक को जान से मारने के इरादे से आए दो बदमाशों ने घर के बाहर हवाई फायर कर युवक को धमकी देने का मामला सामने आया है। युवक को धमकी देकर भागने पर पड़ोस के ही कुछ युवाओं ने उनमें से एक को वहीं पर दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। जिले के गांव धांधलान निवासी राहुल के घर के बाहर दो युवक बाइक पर सवार होकर आए। घर के बाहर हवाई फायर कर दोनों युवकों ने धमकी दी कि हमारे काम में टांग ना अड़ाए नहीं तो अच्छा नहीं होगा। धमकी दी और हवाई फायर कर दोनों बाइक पर सवार होकर भागने लगे। तभी कुछ ही दूरी पर पड़ोस के युवाओं ने उनमें से एक को दबोच लिया और पुलिस के हवाले कर दिया। ग्रामीणों ने एक को दबोचा गांव धांधलान में शनिवार रात राहुल अहलावत नामक युवक के घर पर फायरिंग करने का मामला सामने आया है। मकान के बाहर से एक फायर किया गया है। दरअसल, राहुल सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सपाटे किंग के नाम से मशहूर है। घटना को अंजाम दो युवकों ने दिया। जो बाइक पर सवार होकर आए थे। ग्रामीणों ने एक युवक को मौके पर पकड़ लिया। जबकि दूसरा भागने में कामयाब हो गया। पुलिस ने नहीं किया खुलासा इसकी सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने घटनास्थल का मौका मुआयना कर साक्ष्य जुटाए और आरोपी को गिरफ्त में लिया। पकड़े गए आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है। अभी पुलिस के स्तर पर इसकी पुष्टि नहीं की गई है कि गोली राहुल के ही मकान पर चलाई गई है। दूसरी ओर ग्राम सरपंच कृष्ण का कहना है कि राहुल के घर पर रात 8 बजे जब गोली चली तो आवाज सुनकर उसका भाई बाहर आया। तब हमलावरों ने उस से कहा कि राहुल को बोल देना इंस्टाग्राम पर रील्स के साथ छेड़खानी न करे। वरना अंजाम बुरा होगा, यह कहकर जब वह भागने लगे तो एक युवक को ग्रामीणों ने दबोच लिया।
फर्जी खबरों से सतर्क रहें, पहले फैक्ट चेक करें
झज्जर । सोशल मीडिया पर झूठी और भ्रामक खबरों के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। प्रशासन ने कहा कि किसी भी संदिग्ध पोस्ट या मैसेज को साझा करने से पहले उसकी सच्चाई की जांच जरूर करें। अफवाहों से बचें और देश की सुरक्षा में अपनी भूमिका निभाएं। किसी भी संदिग्ध या भ्रामक सूचना की पुष्टि पीआईबी फैक्ट चेक से की जा सकती है। इसके लिए व्हाट्सएप नंबर +91 8799711259 पर मैसेज भेजा जा सकता है। इसके अलावा, ईमेल socialmedia@pib.gov. in पर भी सूचना भेजकर उसकी सच्चाई जांची जा सकती है। पीआईबी की टीम उस सूचना की प्रमाणिकता की जांच करती है। जिला प्रशासन ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी संदिग्ध सामग्री पर तुरंत विश्वास न करें। भारतीय सेना या देश से जुड़ी किसी भी संवेदनशील जानकारी को साझा करने से पहले उसकी पुष्टि जरूर करें। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की कि वे सतर्क और जागरूक बनें।
जांच में 1295 पानी के सैंपल फेल, फिर भी विभाग दावा कर रहा- जल स्वच्छ है
भास्कर न्यूज | झज्जर जिले में बढ़ती गर्मी ने जहां लोगों को बेहाल कर दिया है, वहीं बिजली के साथ-साथ पानी की खपत में भी जबरदस्त इजाफा हुआ है, लेकिन अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या लोग जो पानी पी रहे हैं, वह वाकई पीने लायक है? पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग विभाग का दावा है कि वह गांव-गांव जाकर लोगों को स्वच्छ पानी मुहैया कराने में जुटा है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। विभाग ने 1 अप्रैल 2024 से 8 मई 2025 के बीच कुल 10113 पेयजल सैंपल लिए थे, जिनमें से 1295 सैंपल अनफिट मिले। यानी लोग सीधे तौर पर दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। झज्जर, बेरी और बहादुरगढ़ (शहरी क्षेत्र) में 73 मिलियन लीटर पानी भंडारण की क्षमता है। इसके बावजूद पानी की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। विभाग गुरुग्राम रोड स्थित जल परीक्षण प्रयोगशाला में सैंपल की जांच करता है। इसमें फिजिकल-केमिकल और बैक्टोरिजिकल टेस्ट शामिल होते हैं। फिजिकल और केमिकल टेस्ट में जलघर और ट्यूबवेल का पानी जांचा जाता है, जबकि बैक्टोरिजिकल जांच पेयजल की होती है। रिपोर्ट तैयार होने में फिजिकल-केमिकल टेस्ट को एक सप्ताह और बैक्टोरिजिकल टेस्ट को तीन दिन लगते हैं। सैंपलिंग के लिए विभाग ने अलग टीम बनाई है जो लगातार क्षेत्रों में जाकर सैंपल लेती है, ताकि अनफिट क्षेत्रों की पहचान हो सके और सप्लाई सिस्टम में सुधार किया जा सके। घरेलू पानी की जांच के लिए 250 रुपए और व्यवसायिक सैंपल की जांच अब 1000 रुपए में होती है। ये फीस ऑनलाइन ट्रेजरी के माध्यम से जमा करनी पड़ती है। जब खुद विभाग के आंकड़े बता रहे हों कि हजारों सैंपल फेल हो रहे हैं तो 'स्वच्छ जल' का दावा कितना जायज है? यह बड़ा सवाल है। सैंपल से समस्या-क्षेत्र की पहचान कर करते हैं सुधार: कार्यकारी अभियंता पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग विभाग के कार्यकारी अभियंता अश्वनी के मुताबिक, मौजूदा समय में प्रयोगशाला में पेयजल के सैंपलों की जो टेस्टिंग की गई है, उसमें अधिकतर सैंपल फिट पाए गए हैं। जिसका टीडीएस 150 से 200 तक पाया गया। हालांकि, जांच में कुछ अनफिट सैंपल भी मिले हैं। इसका कारण विशेष तौर पर लाइन में आई लीकेज, कनेक्शन का गल जाना, पानी में क्लोरीन का मात्रा का कम होना आदि है। उनका कहना है कि जिन घरों में क्लोरीन की मात्रा कम पाई जाती है, वहां क्लोरीन की मात्रा को पहले से बढ़ा दिया जाता है। इसके बाद उनके दोबारा सैंपल लेकर जांच रिपोर्ट तैयार की जाती है। ^ सैंपल लेने से पानी की गुणवत्ता का पता चलता है। अनफिट सैंपल वाले क्षेत्र में कारणों का पता करके फिर उसमें सुधार किया जाता है, ताकि लोगों को अच्छा पेयजल मिल सके। -अमित शयोकंद, अधीक्षण अभियंता, पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग विभाग।
शिवालिक की पहाड़ियों में भी है श्री केदारनाथ मंदिर, यहां पूजा-अर्चना का विशेष महत्व
यमुनानगर | शिवालिक की पहाड़ियों में भगवान केदारनाथ का मंदिर है। यहां भी पूजा का विशेष महत्व है। काठगढ़ ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले इस मंदिर में हर समय पंडित मिलते हैं, जो कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की मंत्रोच्चारण से पूजा करवाते हैं। इस मंदिर का इतिहास भी पुराना है। मंदिर में काफी संख्या में लोग आकर पूजा कराते हैं। शिवालिक पहाड़ियों की प्राकृतिक मनोरम छटा में स्थित आदि बद्री नारायण मंदिर और श्री केदारनाथ मंदिर स्थित है, इस टीले को स्थानीय रूप में सिंबवाड़ा नाम से जाना जाता है। इस टीले को स्थानीय लोग ईंटों वाली के नाम से भी जानते हैं। आदि केदारनाथ का मंदिर भी यहां मौजूद है और ये भी प्राचीन समय से है, जिसका जिक्र पुराणों में भी किया गया है, आदि केदारनाथ की खास बात ये है कि यहां पर मौजूद शिवलिंग पर श्रद्धालु जितना भी जल चढ़ाते हैं, उसका छठा हिस्सा शिवलिंग अपने में रख लेता है।
भैंस चोरी का आरोपी 3 दिन के रिमांड पर
यमुनानगर | करीब दो महीने पहले बाल छप्पर से चोरी हुई भैंस के मामले में थाना छप्पर पुलिस ने चोर को 3 दिन के प्रोडक्शन रिमांड मांगा है। चोर सहारनपुर का रहने वाला है। आरोपी को 3 दिन के प्रोडक्शन रिमांड पर लिया है। थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि थाना छप्पर क्षेत्र के गांव बाल छप्पर में 2 मार्च को एक ग्रामीण की भैंस चोरी हो गई थी। इस बाबत केस दर्ज किया गया था। जिसकी जांच के दौरान पुलिस टीम ने एक सूचना पर सहारनपुर के थाना मिर्जापुर क्षेत्र के रायपुर निवासी परवेज कुरैशी उर्फ बिल्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
रोड सेफ्टी मीटिंग में 38 ब्लैक स्पॉट पर 8 साल से केवल चर्चा, काम नहीं
जिले में सड़क हादसे रोकने को लेकर दुर्घटना संभावित 38 ब्लैक स्पॉट पर पिछले आठ साल चर्चा खूब हो रही है। इस दौरान डीसी तो बदले, लेकिन अन्य कोई अफसर न के बराबर ही बदला गया, क्योंकि यहां तबादला होता ही नहीं है। बावजूद इसके सड़क सुरक्षा जैसे इस गंभीर विषय पर काम करने को कोई तैयार नहीं। क्योंकि महीने-दो महीने में जब भी रोड सेफ्टी की मीटिंग होती है तो ब्लैक स्पॉट पर काम करने का टारगेट दिया जाता है, जो अगली मीटिंग तक फाइलों में ही होता रहता है। शायद तभी पिछले आठ साल में जिले की सड़कों पर होने वाले हादसों में मरने वालों की संख्या करीब 1327 पहुंच चुकी है। इस साल अब तक करीब साढ़े चार महीने में ही लगभग सौ लोग सिस्टम की नाकामी की भेंट चढ़ चुके हैं। चार राज्यों की सीमा पर बसे यमुनानगर से दो नेशनल तो दो स्टेट हाईवे निकल रहे हैं, जिस पर वाहन चालक सरपट दौड़ रहे हैं। सड़क पर ब्लैक स्पॉट व बेतरतीब तरीके से वाहनों को चलाना भी सड़क दुर्घटनाओं की बड़ी वजह है, तभी तो जिले में हत्या के बजाए सड़क हादसों में ज्यादा जान जा रही है। उम्मीद थी कि इस वर्ष सड़क हादसों में कमी आएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। बीते साल 30 मई तक 94 लोगों ने सड़क हादसों में जान गवाई थी जबकि अभी नौ मई तक ही यह संख्या करीब 100 पहुंच गई है। पिछली रोड सेफ्टी की मीटिंग में भी 38 ब्लैक स्पॉट पर ही चर्चा हुई, डीसी ने अधीनस्थों से नाराजगी जताते हुए एक सप्ताह के भीतर ब्लैक स्पॉट का भौतिक सत्यापन कर रिपोर्ट तलब की थी। सभी पर नए सिरे से काम करने को कहा था, लेकिन हकीकत क्या है, सभी को पता है। रोड सेफ्टी से जुड़े वरिष्ठ अधिवक्ता सुशील आर्य ने बताया सड़क सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषय में सिर्फ रस्म अदायगी होती है, डीसी गंभीर हैं, लेकिन अधीनस्थ उनकी मंशा के अनुरूप काम नहीं करते। जिसकी वजह से ब्लैक स्पॉट भी जस के तस हैं और हादसों में लोगों की जान भी नॉन स्टॉप जा रही है। हादसों की एक वजह संकरी सड़कें व बेतरतीब ढंग से वाहन चलाना भी है। अब तक कई हादसे हो चुके हैं, जिसमें यह वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों का पालन न करना भी पाया गया। हालांकि हादसों को रोकने के लिए हवा-हवाई ट्रैफिक प्लान भी तैयार होता ही रहता है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर हादसों में मौतों का सिलसिला कब रुकेगा, लेकिन फिलहाल इसका जवाब किसी के पास नहीं है। जिले में हैं प्रमुख ब्लैक स्पॉट जिले में थाना छप्पर जंक्शन, भंभौली जंक्शन, कैल स्ट्रेंथ, सुढैल जंक्शन, हरनौल जंक्शन, औरंगाबाद, खंडवा जंक्शन, करेड़ा खुर्द तथा कलानौर जंक्शन हैं। इसके अलावा, महाराणा प्रताप चौक से विश्वकर्मा चौक के बीच बने डिवाइडर सहित इन ब्लैक स्पॉट पर पिछले आठ साल में सैकड़ों दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। हादसों की मुख्य वजह यातायात नियमों का पालन न करना: एएसपी ^हादसों की मुख्य वजह यातायात नियमों का पालन न करना और गलत ढंग से वाहन चलाना है। यातायात के लिए लगातार सुधार किया जा रहा है। - सृष्टि गुप्ता, एएसपी।
संदिग्ध परिस्थितियों में महिला की मौत, होमगार्ड पति सहित ससुरालियों पर केस
भास्कर न्यूज | यमुनानगर थाना रादौर क्षेत्र के गांव छारी में संदिग्ध परिस्थितियों में होमगार्ड की पत्नी की मौत हो गई। महिला के परिजनों ने ससुरालियों पर दहेज के लिए हत्या करने का आरोप लगाया है। हत्या के बाद उन्हें यह सूचना दी कि हार्ट अटैक आया है। पुलिस ने मामले की जांच के बाद होमगार्ड, उसके भाई सहित अन्य के खिलाफ दहेज हत्या का केस दर्ज करा दिया है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। गांव दुबली निवासी उषा रानी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसने अपनी 25 वर्षीय बेटी जीतो उर्फ रेणु की शादी गांव छारी निवासी टोनी कुमार के साथ की थी, टोनी होमगार्ड है। शादी में उन्होंने अपनी हैसियत के अनुसार दान-दहेज दिया था। मगर इससे उसका पति व ससुराल पक्ष के लोग खुश नहीं थे। आरोपी उस पर अधिक दहेज लाने का दबाव बनाने लगे। छह महीने पहले रेणु ने बच्ची को जन्म दिया था, लेकिन इसके बाद भी ससुरालियों का अत्याचार रुक नहीं रहे थे। उन्होंने बताया कि उन्हें देर शाम सूचना मिली थी कि उनकी लड़की को हार्ट अटैक आया, जिससे उसकी तबीयत खराब है। सूचना मिलते ही वह मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि उसकी लड़की मृत हालत में घर में पड़ी थी। उषा रानी ने आरोप लगाया कि टोनी कुमार, जॉनी, कमलेश देवी व गुरमीत कौर ने उसकी लड़की को दहेज के लिए पीट-पीट कर हत्या की है। पुलिस को सूचना दी तो पुलिस भी पहुंच गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। साथ ही उषा की शिकायत पर पति सहित चारों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
70 ग्राम गांजा पत्ती के साथ 2 गिरफ्तार
भास्कर न्यूज | कुरुक्षेत्र पुलिस ने लाडवा रामकुंडी के नजदीक से कार सवार 2 लोगों को 70 ग्राम गांजा पत्ती के साथ पकड़ा है। आरोपियों की पहचान गांव संभालखा कुरुक्षेत्र निवासी बलविंद्र उर्फ टोनी व गुलशन के तौर पर हुई है। थाना लाडवा से एएसआई हरजीत सिंह व सुरेश कुमार की टीम को सूचना मिली थी कि बलिन्द्र उर्फ टोनी व गुलशन गांजा पत्ती बेचते हैं। दोनों कार में संभालखा रोड पर खड़े हैं। सूचना पर पुलिस ने संभालखा रोड पर नाकेबंदी कर कार सवारों बलविंद्र व गुलशन की तलाशी ली तो उनसे 70 ग्राम गांजा पत्ती बरामद हुई। दोनों के खिलाफ थाना लाडवा में नशीला पदार्थ अधिनियम के तहत केस दर्ज कर गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत पर छोड़ा गया।
व्यापारी से 2 करोड़ की मांगी रंगदारी, केस
चरखी दादरी | शहर में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां वार्ड 10 निवासी एक प्रॉपर्टी डीलर प्रवीन से फोन पर 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई है। फिरौती न देने पर उसे और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है। इस घटना के बाद व्यापारी का परिवार दहशत में है। प्रवीन ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि तीन-चार अज्ञात लोगों ने उसे कॉल कर फिरौती की मांग की। कॉल करने वालों ने खुद को जेल से बात कर रहे अपराधी बताया और पिस्तौल लहराते हुए एक धमकी भरा वीडियो भी भेजा। आरोपियों ने वीडियो में दो करोड़ रुपए न देने पर गंभीर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। एसएचओ सन्नी कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता प्रवीन एक प्रॉपर्टी डीलर है। उसकी शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कॉल और वीडियो जेल से ही किए गए या किसी अन्य माध्यम से।
फतेहाबाद| साइबर थाना पुलिस ने 1 लाख 37 हजार 428 रुपए की ठगी का केस दर्ज किया है। ठगी कनाडा की एयर टिकट बुक कराने के नाम पर की गई। गांव जांडवाला बागड़ निवासी संदीप ने शिकायत दी है। उसने बताया कि वह ऑनलाइन मोबाइल खरीदने और बेचने का काम करता है। 20 सितंबर 2024 को उसके दोस्त रविंद्र ने फोन किया। रविंद्र भिवानी का रहने वाला है। उसने कहा कि उसे कनाडा की टिकट बुक करवानी है। संदीप ने यह बात अपने गांव के रोहताश को बताई। रोहताश ने कहा कि वह हिसार जिले के गांव बुगाना निवासी विपुल सूरा को जानता है। विपुल उसका भांजा है। वह विदेश भेजने और टिकट बनवाने का काम करता है। उसका ऑफिस हिसार के डाबड़ा चौक पर है। रोहताश ने कहा कि वह विपुल के साथ काम करता है। दोनों मिलकर टिकट बुक करवा देंगे।
प्रयागराज स्थित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी कर दी गई है। दरअसल, 16 व 17 अप्रैल को यह परीक्षा कराई गई थी। इसके 22 दिन बाद शनिवार देर शाम उत्तरकुंजी जारी कर दी गई। परीक्षा के बाद से अभ्यर्थी उत्तरकुंजी जारी किए जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे, जो कि परीक्षा के बाद 23 वें दिन जारी की गई। इसे वेबसाइट www.upsessb.org एवं www.uphesc.org पर अपलोड किया गया है। 6 शहरों के 52 केंद्रों पर हुई थी यह परीक्षा शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से यह परीक्षा 6 शहरों में हुई थी। वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर, आगरा और लखनऊ के कुल 52 केंद्रों पर परीक्षा हुई थी। परीक्षा 33 विषयों में रिक्त 910 पदों पर भर्ती के लिए हुई। यदि उत्तरकुंजी में कोई आपत्ति होती है तो इसके लिए 19 मई को शाम 5 बजे तक साक्ष्य के साथ ई-मेल पर आवेदन मांगे गए हैं। इसके लिए प्रारूप जारी किया गया है। परीक्षा नियंत्रक देवेंद्र प्रताप सिंह ने सुझाव दिया है कि परीक्षार्थी अपनी-अपनी बुकलेट के अनुसार उत्तरकुंजी का मिलान कर लें। किसी तरह की आपत्ति होने पर शिक्षा सेवा चयन आयोग की ईमेल आइडी uphesc.grievance@gmail.com पर संलग्न प्रारूप में हार्ड कापी (पीडीएफ) एवं साफ्ट कापी (एमएस वर्ड) में तय तिथि तक भेजें। आपत्ति के संबंध में साक्ष्य स्कैन (पीडीएफ) कराकर अपलोड करें।
मेरठ में शनिवार को दिन निकलते ही गर्मी का असर शुरू हो गया। सूरज की तपिश बढ़ने के कारण लोगों को गर्मी का सामना करना पड़ा। दिन का तापमान 37 डिग्री को पार गया। दोपहर को मौसम में बदलाव आया। जिले में कुछ जगह पर हल्की बारिश होने के बाद मौसम का मिजाज बदल गया। गर्मी से कुछ राहत मिली। सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ यूपी शाही के मुताबिक राजकीय मौसम विभाग कार्यालय पर शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 37,6 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 56 एवं न्यूनतम आर्द्रता 36 प्रतिशत दर्ज की गई। हवा की रफ्तार आठ किमी प्रति घंटा रही। मौसम वैज्ञानिक डॉ यूपी शाही के अनुसार मौसम में बदलाव के आसार बने हुए हैं। अभी गर्मी का असर देखने को मिलेगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को हुए सीजफायर के बाद अब हरियाणा में भी इसका असर साफ दिखने लगा है। जंग के हालातों को देखते हुए जहां प्रशासन ने कई जिलों में ब्लैकआउट के साथ अन्य कुछ पाबंदियां लगा रखीं थीं तो अब इन पाबंदियों को हटा लिया गया है। हालांकि बीती रात अंबाला और हिसार में ब्लैकआउट जारी रहा। यहां पर लोगों से घरों की लाइटें बंद करनी की भी अपील की गई। शनिवार को कर्नल सोफिया कुरैशी ने दिल्ली में विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि सिरसा एयरबेस पर अटैक की कोशिश हुई, लेकिन वह पूरी तरह से सेफ है। उन्होंने एयरबेस की तस्वीरें भी जारी कीं। वहीं इससे पहले अंबाला के डीसी ने भी बयान जारी करते हुए कहा था कि उन्हें अंबाला से 70 किमी की दूरी पर पाकिस्तानी ड्रोन दिखे हैं। पाक ने किया झूठा दावा9-10 मई की रात सिरसा में सिरसा में लोगों ने दो बड़े धमाके सुने। लोगों ने रात को आसमान में तेज रोशनी भी देखी। ये विस्फोट सिरसा में स्थित वायुसेना स्टेशन से कुछ दूरी पर हुआ था। उधर पाकिस्तान ने दावा किया कि उसने सिरसा के वायुसेना स्टेशन पर हमला किया है। हालांकि भारतीय सेना ने कहा कि हमला वायुसेना स्टेशन के पास हुआ था इससे स्टेशन को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि इस हमले के बाद से ही प्रशासन और सेनाएं अलर्ट हो गईं। सिरसा में किसी भी तरह के ड्रोन उड़ाए जाने पर पूरी पाबंदी लगा दी गई। जगह जगह चेकिंग शुरू कर दी गई। सीएम ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, दिए कई निर्देशशनिवार सुबह ही चंडीगढ़ में CM सैनी ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। इस मीटिंग में मुख्य सचिव, गृह सचिव सहित तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। साथ ही प्रदेश के सभी कमिश्नर, डीसी, एसपी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के साथ जुड़े थे। इस मीटिंग में हमले या आपदा जैसी स्थिति में जान-माल की सुरक्षा और सेवाओं को बनाए रखने के लिए तैयारी की समीक्षा की गई। सभी प्रशासनिक सचिवों को कहा गया कि वे तत्काल प्रभाव से छुट्टी पर गए कर्मियों को ड्यूटी पर बुलाएं। सभी विभागों को आपात स्थिति से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी रखने के लिए कहा गया। इसके साथ ही सनिक अमले को अलर्ट मोड में रहने का आदेश दिया गया। हरियाणा में आपदा प्रबंधन के लिए 1.10 करोड़ मंजूरहरियाणा सरकार ने आपदा प्रबंधन के लिए 1.10 करोड़ रुपए मंजूर किए। यह फैसला 9 मई 2025 को लिया गया था। प्रत्येक जिला उपायुक्त को 5 लाख रुपए दिए गए हैं, ताकि वे अपने जिले में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित कर सकें। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं वित्तायुक्त राजस्व व आपदा प्रबंधन, डॉ. सुमिता मिश्रा ने निर्देश दिए कि केवल वास्तविक जरूरत के अनुसार ही राशि निकाली जाए। उपायुक्तों को हर महीने की 10 तारीख तक व्यय विवरण NDMIS पोर्टल पर अपलोड करना होगा। यह कदम सुरक्षा और आपात स्थिति से निपटने के लिए उठाया गया है।
गंभीर हालत में किया रेफर, केस दर्ज, पति फरार
भास्कर न्यूज | जाखल गांव कुदनी में पत्नी के विदेश जाने से नाराज पति ने उस पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। महिला पर पांच बार वार किए गए। वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे पहले टोहाना सिविल अस्पताल और फिर अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। वारदात वीरवार रात की है। आरोपी पति कमल चंद घटना के बाद फरार हो गया। पुलिस ने शनिवार को केस दर्ज किया। कमल चंद की शादी 18 साल पहले हिसार जिले के गांव ढंढूर की कविता से हुई थी। दोनों के एक बेटा और एक बेटी हैं। कमल चंद अनाज मंडी में पल्लेदारी करता है। कविता दो साल सिंगापुर में रहकर आई थी। वह वहां जज की कोठी में बेबी केयर का काम करती थी। अगस्त 2024 में वह भारत लौटी थी। शुक्रवार को उसे फिर सिंगापुर जाना था। इसी बात को लेकर वीरवार रात पति-पत्नी में विवाद हुआ। गुस्से में आकर कमल चंद ने कविता पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। बच्चों ने शोर मचाकर दादा को बुलाया। इसके बाद कविता को अस्पताल ले जाया गया। वीरवार को कविता अपने मायके ढंढूर से विदेशी करेंसी और शॉपिंग कर पति के साथ ही कुदनी लौटी थी। रात को जल्दी सो गई थी ताकि सुबह सिंगापुर के लिए निकल सके। मगर उससे पहले ही हमला हो गया। कविता के भाई राजेंद्र कुमार ने बताया कि पांच दिन पहले भी कमल चंद ने बहन से मारपीट की थी। पुलिस को बुलाया गया था। मगर ससुर नारायण चंद के कहने पर मामला सुलझा लिया गया। राजेंद्र ने बताया कि कविता ने विदेश में नौकरी कर लाखों रुपये जोड़े। हाल ही में टोहाना में 12 लाख रुपये में एक प्लॉट खरीदा था। उन्होंने कहा, “हमें नहीं लगा था कि जीजा इस हद तक चला जाएगा।” पुलिस ने आरोपी पति पर केस दर्ज कर लिया है। गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
कुरुक्षेत्र | नरवाना ब्रांच नहर से निकली पबनावा माइनर बदहाल पड़ी थी। 22 किमी लंबी इस नहर पर आखिरी छोर तक पानी ही नहीं पहुंच रहा था। सन 1982 में बनी इस माइनर के दिन अब बदल रहे हैं। 43 साल बाद इसको नए सिरे से तैयार किया जा रहा है। काम लगभग पूरा हो गया है। सिंचाई विभाग के एक्सईएन मुनीश बब्बर के मुताबिक 16 करोड़ से इसका रिपेयर टेंडर किया गया। इस माइनर की क्षमता 70 क्यूसेक है। पबनावा माइनर फरल तक जाती है। 12 से ज्यादा गांवों को इसका पानी मिलता है। 22 किमी लंबी इस माइनर पर 13 पुल भी नए सिरे से बनाए हैं। जल्द पानी सप्लाई शुरू होगी।
केयू में कल से नियमित परीक्षाएं होंगी शुरू
कुरुक्षेत्र | कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा के आदेशानुसार 12 मई, से नियमित रूप से परीक्षाएं फिर से संचालित होंगी। परीक्षा नियंत्रक डॉ. अंकेश्वर प्रकाश ने बताया कि 12 मई से शुरू होने वाली परीक्षाएं नियमित रूप से पूर्व निर्धारित शेड्यूल के अनुसार सुबह व सांय के सत्र में संचालित होंगी। उन्होंने बताया कि 9 व 10 मई को स्थगित हुई परीक्षाओं का शेड्यूल जल्द जारी किया जाएगा।
दिनभर बादलवाई, बारिश का इंतजार
^हरियाणा राज्य में मौसम आमतौर पर 14 मई तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तर पूर्वी हवाएं चलने की संभावना है। राज्य में एक और पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव से बीच-बीच में आंशिक बादल, हल्की से मध्यम गति से हवाएं चलने की संभावना है। '' - डॉ. मदन खीचड़, विभागाध्यक्ष, कृषि मौसम विज्ञान विभाग, चौ. चरणसिंह हकृवि, हिसार। भास्कर न्यूज | भिवानी मौसम में बदलाव से शहर व आसपास के क्षेत्रों में गर्मी की तपिश बादलवाई के सामने फिकी रही। शनिवार को दिन में 14 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चली जिसमें थोड़ी ठंडक रहने से आमजन को गर्मी से राहत मिली। आईएमडी के अनुसार रविवार को आंशिक बादलवाई और सोमवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ एक या दो बार बारिश या गरज के साथ छींटे गिरने की संभावना जताई गई है। बता दें कि भारतीय ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी एक के बाद एक शक्तिशाली वृष्टि कारक योग बन रहे हैं। ऐसे में पूर्वत: जलतत्व राशि (मीन) में भ्रमणशील शनि-शुक्र मौसम की प्रणाली में बदलाव करेंगे अर्थात गर्मी के बीच-बीच में बरसात होने से गर्मी से राहत मिलती रहेगी। शहर का अधिकतम तापमान 37.0 डिग्री व न्यूनतम तापमान 26.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भिवानी। भगत सिंह चौक से लघु सचिवालय रोड पर दोपहर के समय छाए बादल।
मौसम परिवर्तनशील, मई में राहत देती हवाएं व बूंदाबांदी
भास्कर न्यूज | महेंद्रगढ़ पिछले दस दिनों से क्षेत्र में मौसम परिवर्तनशील बना हुआ है। प्रतिदिन दोपहर बाद बादलों की आवाजाही, तेज हवाएं और कहीं-कहीं बूंदाबांदी मौसम को सुहावना बना रही है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्र मोहन, नोडल अधिकारी, पर्यावरण क्लब, राजकीय महाविद्यालय नारनौल के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के चलते आज भी क्षेत्र में मौसम का असर देखने को मिला। जिले में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश व बूंदाबांदी दर्ज की गई है। इन गतिविधियों के कारण अधिकतर स्थानों पर दिन और रात का तापमान सामान्य से नीचे बना हुआ है। मई माह में जहां आमतौर पर भीषण गर्मी और लू का प्रकोप रहता है, वहीं इस बार बादलों की आवाजाही, तेज हवाएं, आंधी व हल्की बारिश ने मौसम को सुहावना बना दिया है। जिले में दोपहर बाद मौसम में परिवर्तन देखा गया। सतनाली, महेंद्रगढ़, कनीना और नांगल चौधरी में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हुई, जबकि नारनौल और अटेली में बादल छाए रहे । शनिवार नारनौल का अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री व न्यूनतम 23.8 डिग्री रहा। वहीं महेंद्रगढ़ में दिन का तापमान 37.1 और रात का 22.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जर्दा फैक्ट्री की शिकायत पर पुलिस व लीगल टीम की छापेमारी, माल पकड़ा
जाखल| छापेमारी में पकड़ा गया नकली माल। भास्कर न्यूज | जाखल जाखल की नई बस्ती में शनिवार को एक जर्दा फैक्ट्री पर विवाद हो गया। टोहाना की अर्चित जर्दा फैक्ट्री के मालिक विनीत कुमार सिंगला ने कॉपीराइट एक्ट के तहत कार्रवाई करवाई। विनीत सिंगला की टीम में लीगल एडवाइजर कमल गर्ग, आयुष राठौर और शोभित जायसवाल शामिल थे। टीम पुलिस प्रशासन के साथ फैक्ट्री पहुंची। न्यायालय के आदेश की प्रति दिखाकर फैक्ट्री में तैयार हो रहे जर्दा को गैरकानूनी बताया गया। फैक्ट्री में ‘अर्भित’ नाम से भारी मात्रा में खुले और बंद जर्दा पैकेट मिले। शिकायतकर्ता पक्ष ने आरोप लगाया कि फैक्ट्री में अर्चित जर्दा की हूबहू नकल की जा रही है। इससे उपभोक्ता भ्रमित हो रहे हैं। लीगल एडवाइजर कमल गर्ग ने कहा कि यह कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन है, इसलिए कार्रवाई जरूरी थी। फैक्ट्री मालिक दीपक सिंगला ने आरोपों को खारिज किया। उन्होंने कहा कि उनका ट्रेडमार्क और रजिस्ट्रेशन अलग नाम से है। लोगो भी अलग है। उन्होंने माना कि पैकिंग शैली अर्चित जर्दा जैसी हो सकती है, लेकिन कॉपीराइट का उल्लंघन नहीं किया गया। दीपक सिंगला ने कार्रवाई को धक्केशाही बताया। कहा अदालत में अपनी लड़ाई लड़ेंगे। मौके पर फैक्ट्री मालिक और शिकायतकर्ता पक्ष में तीखी बहस हुई। फैक्ट्री मालिक ने माल जब्त करने का विरोध किया। दस्तावेज़ देखने के बाद पुलिस ने फैक्ट्री का ताला तोड़ जर्दा के पैकेट जब्त किए। फैक्ट्री को भी सील किया।
किराये पर लाए थे मोहित की कार, चोरी का पता चला तो दिया 1 लाख व सोना
भास्कर न्यूज | चरखी दादरी जिला पुलिस ने मणप्पुरम गोल्ड लोन शाखा से 6 किलो सोना और 14 लाख कैश चोरी मामले में गिरफ्तार आरोपियों से सोना व कैश बरामद किया है। पुलिस ने फरार मुख्य आरोपी विजय कुमार का साला किरण से 2 किलो 631 ग्राम सोना बरामद कर शुक्रवार को ही जेल भेज दिया था। वहीं बाकि चार आरोपियों को तीन दिन के रिमांड पर लेकर उनसे भी गोल्ड और कैश बरामद किया गया है। पुलिस अब तक पांचों आरोपियों से कुल 5 किलो 443 ग्राम सोना और साढ़े 4 लाख रुपये कैश बरामद कर चुकी है। वहीं मुख्य आरोपी को दबोचने के लिए दबिश दी जा रही है। पुलिस द्वारा वारदात में शामिल रोहतक के गांव टिटौली निवासी मोहित को गिरफ्तार किया गया है। मोहित के पास वेन्यू कार है। जिसे विजय रोहतक से तीन हजार रुपये किराये पर दादरी लेकर आया था। चोरी के बाद मोहित को पता चला कि यह गोल्ड चोरी करने आया था। इसके बाद मोहित ने हिस्सा नहीं देने पर विजय को गाडी में ले जाने से मना कर दिया था। ऐसे में विजय ने मोहित को एक लाख रुपये कैश और 903 ग्राम सोना दिया था। जिसे पकड़े जाने के बाद पुलिस ने रोहतक बस स्टैंड के बैक साइड एक दुकान से बरामद कर लिया है। जांच अधिकारी एएसआई कुलदीप सिंह ने कहा कि पांचों आरोपियों से कुल 5 किलो 443 ग्राम सोना और साढ़े 4 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं। वारदात को अंजाम देने के लिए दादरी शाखा का पूर्व ब्रांच हैड विजय और भिवानी शाखा मैनेजर प्रिंस किराये की कार में आए थे। यह कार किराये पर विजय ने की थी। विजय ने कार चालक मोहित टिटौली से मकड़ौली टोल प्लाजा के नजदीक खड़े प्रिंस को बैठाने के लिए कहा। इसके बाद दोनों को बैठाकर मोहित दादरी सीसीआई के कच्चे रास्ते पर छोड़ गया था।
दादरी में बनेगा पहला सरकारी ब्लड बैंक, 32 बार भेजी जा चुकी डिमांड
सुखदीप चाहार | चरखी दादरी पिछले दो साल में 32 बार एनओसी के लिए डिमांड लेटर लिखने के बाद, स्वास्थ्य विभाग ने अब इमरजेंसी हालातों को देखते हुए आखिर ब्लड बैंक की मंजूरी दे दी है। टीम के हरी झंडी देने के बाद राज्य सरकार ने भी तुरंत केंद्र को मंजूरी देने के लिए डिमांड भेज दी है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार एक सप्ताह के अंदर एनओसी मिल जाएगी और दादरी का पहला सरकारी ब्लड बैंक सिविल अस्पताल में शुरू हो जाएगा। ब्लड बैंक शुरू होने के बाद मरीजों व गर्भवती महिलाओं को ब्लड लेने के लिए भिवानी या रोहतक नहीं जाना पड़ेगा। वहीं आपातकालीन परिस्थिति में भी बड़ी राहत मिलेगी। करीब 7 साल पहले पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दादरी में पहला ब्लड बैंक खोलने को मंजूरी दे दी थी। इसके साथ ही उन्होंने उसी समय लाखों रुपयों से खरीदी ब्लड बैंक की मशीनें भेज दी थी। स्वास्थ्य विभाग ने सिविल अस्पताल के पुराने भवन को दुरूस्त करवा कर वहां ब्लड बैंक बना दिया था। पिछले दो साल पहले यहां नियुक्त करने के लिए कर्मचारियों को रोहतक पीजीआई में ट्रेनिंग भी दिलवा दी थी। सभी तैयारियां पूरी होने के बावजूद भी ब्लड बैंक शुरू करने के लिए एनओसी जारी नहीं की जा रही थी। स्वास्थ्य विभाग ने भारत पाकिस्तान के बीच छीड़ी जंग को देखकर ब्लड रिजर्व रखने सहित बैड और दवाइयों का स्टॉक भी रिजर्व रखने के निर्देश जारी किए थे। जिला स्वास्थ्य विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली थी, मगर ब्लड बैंक नहीं होने से परेशानी भी आती दिखाई दे रही थी। इन हालातों में स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को ही ब्लड बैंक शुरू करने के लिए हरी झंडी दिखा दी। वहीं फाइनल एनओसी लेने के लिए तुरंत केंद्र सरकार के पास डिमांड भेज दी गई। फिलहाल दादरी जिले में एक भी सरकारी ब्लड बैंक नहीं है। इन हालातों में सरकारी संस्थानों पर भर्ती मरीजों और गर्भवती महिलाओं के लिए ब्लड की जरूरत पड़ने पर निजी ब्लड बैंक या फिर भिवानी ब्लड बैंक जाना पड़ता है। सिविल अस्पताल में सुविधा नहीं मिलने के कारण ज्यादातर लोग गर्भवती महिलाओं की डिलीवरी भी निजी अस्पतालों में करवाने लगे हैं। जिससे लोगों को परेशानी के साथ साथ आर्थिक नुकसान भी बढ़ रहा है। जिला स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता डॉ राहुल अरोड़ा ने कहा कि ब्लड बैंक शुरू करने के लिए राज्य सरकार से मंजूरी मिल गई है। हमारी तरफ से सभी कमियां पूरी की जा चुकी हैं। आगामी एक सप्ताह के अंदर ही 480 यूनिट ब्लड बैंक शुरू हो जाएगा। भिवानी जाना मरीजों की मजबूरी एक सप्ताह में शुरू होने की संभावना
15 कॉलोनियों में पेयजल की समस्या, 900 मिलीग्राम प्रति लीटर है टीडीएस की मात्रा
भास्कर न्यूज | जींद शहर में जनस्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाने वाली सप्लाई का पानी नमकीन मिल रहा है। विभाग द्वारा इसमें सुधार करना चुनौती बना गया है। शहर की 15 से ज्यादा कॉलोनियों में पीने के पानी की समस्या है। जोगिंद्र नगर निवासी सुमित कुमार का कहना है कि उनकी कॉलोनी में सप्लाई के पानी की गुणवत्ता सही नहीं है। पानी में टीडीएस चेक किया था। इसमें 900 मिलीग्राम प्रति लीटर मिली। जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पानी पीने से बीमार हो जाते हैं। दस्त, उल्टी जैसी समस्या हो जाती है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगह पाइप लाइन लीकेज की समस्या से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। विभाग के पास ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से लाइन लीकेज की शिकायत पहुंच रही है। प्रतिदिन विभाग के पास 4 से 5 शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। 1 अप्रैल से 9 मई तक विभाग के पास पानी संबंधित 140 शिकायतें पहुंची है। विभाग का दावा है कि इनमें से 112 शिकायतें का निपटारा हो चुका हैं। टीडीएस के आधार पर पानी की गुणवत्ता टीडीएस गुणवत्ता 300 मिलीग्राम/प्रति लीटर से कम उत्कृष्ट 300 और 600 मिलीग्राम/लीटर के बीच अच्छा 600 और 900 मिलीग्राम/लीटर के बीच ठीक 900 और 1200 मिलीग्राम/लीटर के बीच खराब 1200 मिलीग्राम/लीटर से ज्यादा अस्वीकार्य शिकायत के बावजूद समाधान नहीं वार्ड नंबर 6 पार्षद संजय कुमार का कहना है कि उनके क्षेत्र में शीतलपुरी कॉलोनी, राजनगर, शिवपुरी कॉलोनी आती है। इन सभी कॉलोनियों में पीने के पानी की समस्या है। कई बार विभाग को शिकायत भी दे चुके हैं लेकिन अब तक समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। ^हमारी ओर से शहर वासियों को शुद्ध पानी दिया जा रहा है। समय-समय पर पानी की लैब मंे जांच की जाती है। उनके पास नमकीन जैसा पानी आने की कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि ऐसी बात है तो इसकी जांच कराई जाएगी। -कर्मबीर सिंह, एडीओ, जनस्वास्थ्य विभाग जींद। इन कॉलोनियों में पानी की दिक्कत न्यू श्याम नगर, अपोलो रोड, शिवपुरी कॉलोनी, राजनगर, शीतलपुरी, जोगिंद्र नगर, धानक मोहल्ला, खटीक बस्ती, वाल्मीकि बस्ती, भिवानी रोड, चंद्रलोक कॉलोनी, राम कॉलोनी, भारत नगर और विजय नगर में लोग पेयजल को लेकर परेशान हैं।
किराए के ढाबा को बेच 2.01 करोड़ की ठगी, चार नामजद
भास्कर न्यूज | जींद किराए की जमीन पर बने ढाबा को फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेचने का मामला सामने आया है। शिकायतकर्ता के मुताबिक ढाबे का सौदा 2 करोड़ एक लाख 50 हजार रुपए में तय हुआ। रकम लेने के बाद पता चला कि जमीन उनकी नहीं थी। ढाबे का कोई लाइसेंस भी नहीं था। सिविल लाइन थाना पुलिस ने चार लोगों को नामजद करते हुए उनके खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया है। इनमें दो पूर्व जिला पार्षद शामिल हैं। डीसी कॉलोनी निवासी ममता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसके देवर प्रदीप की जान-पहचान लोहचब निवासी उमेद, शामलो खुर्द निवासी कपिल, विकास और सुखबीर से थी। चारों ने समालखा में बने केसर ढाबे को बेचने का सौदा तय किया। उन्हें बताया गया कि ढाबा एक एकड़ जमीन में बना है और वे ही इसके मालिक हैं। जबकि जमीन किराए की थी, लेकिन आरोपियों ने उसकी मलकीयत के फर्जी कागज बनवा लिए। इसके बाद फुल पेमेंट एग्रीमेंट करवा दिया और डीड भी रजिस्टर्ड करवा दी। ममता ने बताया कि उन्होंने पूरी रकम दे दी और इसके बाद भी उसे ढाबे में कोई हिस्सा नहीं मिला। बाद में पता चला कि ढाबे का न तो कोई खाद्य सुरक्षा का लाइसेंस है न ही कोई फर्म रजिस्टर्ड है। सिविल लाइन थाना प्रभारी इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने बताया कि पुलिस ने मामले में चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
स्टेडियम के कुछ दूर बन रहे मेडिकल कॉलेज की बड़ी बिल्डिंग से बदल गई शहर की फिजा
जींद. शहर के हुडा सेक्टर-9 में बनाए गए एकलव्य स्टेडियम से कुछ ही दूरी पर मेडिकल कॉलेज का निर्माण हो रहा है। एक ही फोटो में दोनों बड़े प्रोजेक्ट नजर आने से सेक्टर का दृश्य काफी आकर्षक बन गया है। करीब 19 मंजिल मेडिकल कॉलेज भवन दूर से साफ नजर आता है, जिसमें इस वर्ष के अंत में ओपीडी शुरू होने की संभावना है। वहीं स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक बिछाया जाना प्रस्तावित है। ऐसे में शहरवासियों को आगामी समय में खेल और स्वास्थ्य की बेहतरीन सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
एचएसवीपी के पास नए सेक्टर के लिए जमीन नहीं, 10 साल में बनीं 50 अवैध कॉलोनियां
भास्कर न्यूज | जींद हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की नई सेक्टर बसाने की योजना पर पिछले कई सालों से ब्रेक लगा है। विभाग के पास लैंड बैंक नहीं है। पिछले 15 साल से नई जमीन अधिग्रहण की कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी कारण जींद में नए सेक्टरों के प्रपोजल तक नहीं बन पा रहे। इसका फायदा प्रॉपर्टी डीलर उठा रहे हैं। वे कृषि योग्य जमीन सस्ते दामों पर खरीद रहे हैं। फिर अवैध कॉलोनियां काटकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं। जिला नगर योजनाकार विभाग से सीएलयू लेकर प्राइवेट सोसायटियां भी तेजी से फल-फूल रही हैं। ये सोसायटियां जमीन के रेट कई गुना बढ़ाकर लोगों को प्लॉट बेच रही हैं। लेकिन सुविधाओं के नाम पर इनके पास भी कोई ठोस योजना नहीं है। लोगों को शहरी जीवन का सपना पूरा करने के लिए अपनी पूरी उम्र की कमाई प्लॉट खरीदने और मकान बनाने में लगानी पड़ रही है। जिले से 7 नेशनल हाइवे गुजरते हैं। इससे शहर के आसपास की जमीन के रेट आसमान छू रहे हैं। आम आदमी के लिए घर बनाना अब मुश्किल हो गया है। सरकार और प्रशासन जमीन के बढ़ते रेटों पर कोई नियंत्रण नहीं कर पा रहे। इसका सीधा असर आमजन पर पड़ रहा है। प्राधिकरण द्वारा जींद शहर में कुल 6 सेक्टर विकसित किए हुए हैं। इसमें सबसे पहले सेक्टर 10 और 11 बसाया गया था, जिसे अर्बन एस्टेट के नाम से जाना जाता है। वर्ष 1972 में इन सेक्टरों के लिए अवार्ड बांटे गए थे। इसके बाद चार नए सेक्टरों 6, 7, 8 और 9 के लिए 2005 में अवार्ड किए गए। इस तरह से जींद में हुडा ने करीब 848.699 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर कुल 6 सेक्टर बसाए हुए हैं। इनमें रेजिडेंशियल और कुछ कॉमर्शियल साइट काटी गई हैं। इसके बाद जींद में नए सेक्टर के लिए कोई जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया विभाग द्वारा नहीं की गई। वहीं सफीदों में 7, 8 और 9 सेक्टर काटने के लिए हुडा द्वारा 424.641 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया हुआ है, लेकिन सफीदों में अब तक तीनों सेक्टर पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाए हैं। इस तरह से जींद और सफीदों में हुडा ने कुल 1273.34 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था। 2014 में जींद से होकर सात नेशनल हाईवे निकले। इसके बाद जिले में जमीनों के रेट तेजी से बढ़े। बीते दस साल में जींद, नरवाना, सफीदों, जुलाना और उचाना में 50 से ज्यादा अवैध कॉलोनियां बस गईं। जींद बाइपास के साथ दर्जनभर से ज्यादा नई कॉलोनियां काटी जा रही हैं। वहीं, सरकार और विभाग से सीएलयू लेकर डेढ़ दर्जन से ज्यादा प्राइवेट सोसायटी भी बनाई गई हैं। सोसायटी संचालक सुविधाओं के नाम पर प्लॉट के ऊंचे रेट वसूल रहे हैं। इससे आम आदमी महंगे रेट से बचने के लिए अवैध कॉलोनियों की ओर जा रहा है। वहां थोड़े सस्ते प्लॉट मिलने के लालच में लोग फंस रहे हैं। ^एचएसवीपी द्वारा जींद में छह सेक्टर विकसित किए गए हैं और वहां पर रहने वालों को लोगों को सभी मूलभूत सुविधाएं दी जा रही हैं। विभाग के पास नए सेक्टर बसाने के लिए कोई जमीन नहीं बची है। ऐसे में जींद में अभी नए सेक्टर बनाने का कोई प्रपोजल नहीं है। सफीदों में सेक्टरों में प्लॉट अलॉट किए जाने प्रस्तावित हैं। -सत्यवान मान, संपदा अधिकारी, एचएसवीपी, जींद। जिले में 35 अवैध कॉलोनियां चिह्नित ^अवैध कॉलोनियों पर लगातार कार्रवाई करते हुए निर्माण ढहाए जा रहे हैं। जिले में 35 के करीब अवैध कॉलोनियों को चिह्नित किया गया है, जिस पर विभाग की टीम समय समय पर मौके पर जाकर कार्रवाई करती है। बाकायदा उक्त जमीन के खसरा नंबर जारी किए जा रहे हैं। अवैध कॉलोनी में प्लॉट न खरीदें, ताकि भविष्य में परेशानी न झेलनी पड़े। -अंजू, जिला नगर योजनाकार, जींद।
हर गांव में पहरा, जमा खोरी पर रोक
भास्कर न्यूज| रोहतक ऑपरेशन सिंदूर को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा कि रात के समय लाइटिंग, रात्रि विवाह, पटाखों का उपयोग और ड्रोन उड़ाने पर सख्त पाबंदी रहेगी। इसके साथ ही आवश्यक वस्तुओं की जमाखोरी और भंडारण पर भी रोक होगी। इसमें चावल, गेहूं, दालें, चीनी, खाद्य तेल, सब्जियां, दूध उत्पाद, दवाइयां, पेट्रोल और डीजल जैसी वस्तुएं शामिल हैं। जान-माल की सुरक्षा के लिए सभी ग्राम पंचायतों में ठीकरी पहरा लगाने के आदेश दिए। पंचायतों के सक्षम वयस्क पुरुष अब नहरों, नालियों, पुलों, रेलवे पटरियों, बांधों, सरकारी इमारतों और सार्वजनिक परिसरों की निगरानी करेंगे। हवाई हमले के अलर्ट के दौरान नागरिकों को सतर्क रहने और सरकारी एडवाइजरी का पालन करने की अपील की है। दिन में अलर्ट होने पर घर के भीतर रहने, बालकनियों और छतों से दूर रहने की हिदायत दी गई है। रात में ब्लैकआउट अनिवार्य किया गया है। घर की सभी लाइटें बंद करनी होंगी। डीसी ने कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि है। इसलिए हम सबकी जिम्मेदारी है कि ऐसी कोई भी सूचना प्रसार न करें जो राष्ट्र को हानि पहुंचाए। उन्होंने कहा कि मीडिया प्लेटफॉर्म को सकारात्मक भूमिका निभानी होगी। मीडिया को मौजूदा परिस्थितियों में और अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी बहकावे या अफवाह पर ध्यान न दें। डीसी ने निर्देश दिए कि सिविल डिफेंस के लिए स्वयं सेवकों का रजिस्ट्रेशन किया जाए ताकि उन्हें प्रशिक्षण दिया जा सके। सायरन को ऑपरेट करने वाला व्यक्ति भी प्रशिक्षित हो। सोलर लाइट पर विशेष फोकस करते हुए उन्होंने कहा कि ब्लैक आउट के दौरान सोलर लाइट को तुरंत प्रभाव से बंद किया जाए। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को विशेष रूप से दिशा निर्देश जारी किए गए।
लाखनमाजरा के निजी अस्पताल से मिली दो एमटीपी किट,2 काबू
भास्कर न्यूज | रोहतक तीन दिन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दो जगहों से एमटीपी किट बरामद की। शनिवार को टीम लाखनमाजरा के निजी अस्पताल संजीवनी पहुंची यहां पर अलमारी में रखी दो किट बरामद की। जांच में पता चला कि एमटीपी किट जुलाना के संदीप मेडिकोज से सप्लाई हुई थी। देर रात में टीम ने अस्पताल के संचालक और एमटीपी किट की सप्लाई करने वाले केमिस्ट को काबू किया। 8 मई को सिविल सर्जन कार्यालय को सूचना मिली थी कि लाखन माजरा के एक निजी अस्पताल में गर्भवती महिलाओं को एमटीपी किट दी जा रही है। इस पर डॉ. विश्वजीत राठी, पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी, लाखनमाजरा के एसएमओ डॉ. रणबीर सिंह, डॉ. मोहित गिल, एमपीएचडब्ल्यू रणजीत सिंह, डीएसओ मंदीप मान और जोगेंद्र सिहं की टीम ने संजीवनी अस्पताल (चमत्कारी मार्केट लाखन माजरा) में दोपहर 1 बजे छापा मारा। अस्पताल में उस समय अस्पताल के संचालक नरेश व अन्य स्टॉफ मौजूद था। एमआरडी रूम से दो एमटीपी किट बरामद हुईं। पूछताछ में नरेश ने पेटीएम यूपीआई से 1100 रुपए का बिल भी दिखाया।
कार का शीशा तोड़ जेवर और 35 हजार की नकदी चोरी, केस
रोहतक | शहर के सेक्टर-1 में स्थित बैंक के सामने खड़ी कार का शीशा तोड़कर अज्ञात चोर महिला का पर्स चुरा ले गए। घटना 9 मई की शाम की है। पीड़िता परमजीत, जो सेक्टर-35 सनसिटी की निवासी हैं, अपनी दुकान से बैंक आई थीं और कार की कंडक्टर साइड पर पर्स रखा था। बैंक से लौटने पर उन्होंने देखा कि कार का शीशा टूटा हुआ है और पर्स नीचे गिरा पड़ा है। पर्स से 35 हजार रुपए नकद, दो सोने की अंगूठियां, एक मां लिखा लॉकेट, एक कोका, सात सोने के गुगरू और दो चांदी की चुटकी गायब थी। उन्होंने तुरंत डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी। सिविल लाइन थाना पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक चोर का कोई सुराग नहीं लग पाया है।
कैथल | प्रदेश सरकार ने हरियाणा को नशा मुक्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया हुआ है। पुलिस व जिला प्रशासन द्वारा भी लोगों को नशे के नुकसान बताकर इससे दूर रहने को जागरूक किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय परिसर में ही भांग के पौधे खड़े हैं, जिस विभाग पर बच्चों को शिक्षित करके अच्छे नागरिक बनाने की जिम्मेदारी है, वहीं पर नशे के पौधे उगना बड़े सवाल खड़ा कर रहा है। डीजीपी व डीसी द्वारा भी आदेश जारी किए जा चुके हैं कि कहीं भी भांग के पौधे खड़े हैं तो उन्हें उखाड़ा जाए।
तय समय पर होंगी एमडीयू की परीक्षाएं
रोहतक| एमडीयू परीक्षा नियंत्रक प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने बताया कि परीक्षाएं अधिसूचित परीक्षा तिथि के अनुसार ही होंगी। दिसंबर-2024 में हुई एमकॉम डीडीई सेमेस्टर के दूसरे सेमेस्टर की री-अपीयर, तीसरे व चौथे सेमेस्टर की फ्रेश व री-अपीयर, एम. कॉम डीडीई सेमेस्टर ऑनलाइन मोड के तीसरे सेमेस्टर की फ्रेश व री-अपीयर, बीएससी- बायोटेक, केमिस्ट्री, जेनेटिक्स चार वर्षीय के प्रथम सेमेस्टर रेगुलर, बीए पत्रकारिता एवं जनसंचार एनईपी 2020 के प्रथम सेमेस्टर रेगुलर, एमएससी गणित एनईपी प्रथम सेमेस्टर फे्रश, एमएससी-जूलॉजी, केमिस्ट्री एनईपी प्रथम सेमेस्टर फ्रेश की परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। एसोसिएट कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन प्रो. राहुल ऋषि ने बताया कि परिणाम विवि की वेबसाइट पर रहेगा।
जेई, एसडीओ व डीएओ पर रिश्वत मांगने का आरोप, जांच के आदेश
भास्कर न्यूज| रोहतक जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एक ठेकेदार ने विभाग के जेई, एसडीई और डीएओ पर अवैध कटौती, पद का दुरुपयोग और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। ठेकेदार का आरोप है कि जब उसने रिश्वत नहीं दी तो जेई, एसडीई व एडीओ ने सांठगांठ कर उनके जमा की हुई सिक्योरिटी राशि में से 1.28 लाख रुपए काट लिए। उन्होंने विभाग के आयुक्त-सचिव को शिकायत भेजकर इसकी जांच की मांग की है। विभाग के इंजीनियर इन चीफ ने इस पर रोहतक के एसई को जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं। ठेकेदार ललित कुमार ने बताया कि उन्हें ई-टेंडर के जरिए रोहतक के न्यू चिन्योट कॉलोनी में 315 मिमी एचडीपीई पाइप लाइन बिछाने और मैनहोल निर्माण का काम मिला था। इस काम की स्वीकृति 15 मार्च 2024 को मिली थी। लागत 2.20 करोड़ रुपए थी। काम 22 मार्च से शुरू होकर 21 मई 2024 तक पूरा किया गया। काम रेलवे लाइन के पास था, इसलिए तकनीकी रूप से चुनौतीपूर्ण था। स्वीकृति 50 मीटर पाइप बिछाने की थी, लेकिन साइट की स्थिति के अनुसार जेई और एसडीई के मौखिक निर्देश पर 54 मीटर पाइप डाली गई। विभाग ने पूरा 54 मीटर का भुगतान फाइनल बिल में किया, इससे यह स्पष्ट है कि काम स्वीकार किया गया। इसके बावजूद जब ठेकेदार ने 1,95,564 रुपए की सुरक्षा राशि वापसी के लिए 14 जून 2024 को ऑनलाइन आवेदन किया तो 1 लाख 28 हजार रुपए की कटौती कर दी गई। यह कटौती 4 मीटर पाइप को अनधिकृत बताकर की गई, जबकि विभाग ने उसी का भुगतान किया था। ठेके में प्रति मीटर दर 31,500 रुपए थी, लेकिन कटौती 32,000 रुपए प्रति मीटर की दर से की गई। यह दर किसने तय की, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। ये थी टेंडर की स्थिति काम की स्वीकृति: 50 मीटर। काम हुआ : 54 मीटर। कुल लागत : 2.20 करोड़। सिक्योरिटी राशि : 1,95,564 रु.। राशि में कटौती : 1.28 लाख रुपए। तय राशि : 31,500 रु. प्रति मीटर। कटौती : 32000 रुपए प्रति मीटर। ^यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। क्योंकि वे बाहर हैं। यदि आदेश हुए हैं तो फिर जांच कर रिपोर्ट भेजी जाएगी। - एसएस चौहान, एसई जनस्वास्थ्य एवं अभियंत्रकी विभाग रोहतक।
भास्कर न्यूज | करनाल पुंडरक में नीलम देवी की दो बेटियां नेहा व तन्नू देश की सेना में सेवा कर रही हैं। नेहा आर्मी व तन्नू नेवी में है। दोनों पंडित चिरंजीलाल शर्मा राजकीय महाविद्यालय की एनसीसी एयर विंग की कैडेट्स रही हैं। नीलम देवी ने बताया कि मेरी दोनों बेटियों को बचपन से ही सेना में जाने का सपना था। जिसके लिए वे सुबह-शाम गांव पूंडरक के मैदान में प्रैक्टिस के लिए जाती थी। दोनों बेटियां पढ़ने में अव्वल रही हैं, जो सेना की प्रैक्टिस के साथ-साथ पढ़ाई को पूरा समय देती थी। नेहा बैंगलुरु व तन्नू उड़ीसा में सेना कैंप में प्रशिक्षण ले रही हैं। नीलम ने बताया कि वह गृहणी है, लेकिन उन्होंने अपनी बेटियों को पढ़ा लिखाकर देश की सेवा में भेजा। आज उन्हें अपनी दोनों बेटियों पर गर्व है कि वे देश की सेवा में अहम भूमिका निभा रही हैं। तन्नू। नेहा। एनसीसी के दौरान दोनों बहनों ने नंबर-2 हरियाणा एयर स्कवायर्ड एनसीसी करनाल के कमांडिंग ऑफिसर सैनिन भसीर के नेतृत्व में माइक्रो लाइट एयर क्राफ्ट का प्रशिक्षण लिया हुआ है। जिससे दोनों बहनों में देश के प्रति सेवा का जज्बा जागा। नीलम देवी ने बताया कि सेना में जाने के लिए दोनों बहनों ने काफी मेहनत की है, वे सेना में जाकर काफी खुश है।
स्वास्थ्य विभाग मरम्मत करा चला रहा है, नई एंबुलेंस व स्टाफ के लिए भेज चुके हैं डिमांड
भास्कर न्यूज. करनाल अपने देश की आन-बान और शान के लिए सेवानिवृत्त सैनिक आज भी दुश्मन के खिलाफ जंग लड़ने का जज्बा रखते हैं। उनके शरीर में भले ही पहले जैसी ताकत नहीं है, लेकिन उनका जोश व जुनून कम नहीं हुआ है। युद्ध में जहां आमजन पाकिस्तान की करारी हार देखना चाहता है, वहीं पूर्व सैनिक भी करारी हार देने को तैयार हैं। पूर्व सैनिकों का कहना है कि अगर आज भी उनको कहा जाए तो वे सरहदों पर दुश्मन के खिलाफ युद्ध में जाने के लिए तैयार हैं। उनके लिए उनका देश पहले है। पाकिस्तान को पहले भी सबक सिखाया गया था और अब भी भारत की सेना मुंहतोड़ जवाब दिया है। दादूपुर वासी लक्खी राम फौजी ने वर्ष 1971 में भारत पाकिस्तान की लड़ाई की यादों को ताजा करते हुए बताया कि वे उस समय 25 राजपूत यूनिट में थे जो मोटराइज्ड ब्रिगेड थी। उस समय जैसलमेर की तरफ पाकिस्तान की ओर से 7 टैंक आगे बढ़े आ रहे थे। जिनको नहर तोड़कर लोंगेवाला में रोका गया था। जो टैंक आज भी वहीं पर खड़े हैं। उनकी ब्रिगेड ने 25 हजार सैनिकों से आत्मसमर्पण कराया था। वे आज भी अपने देश के लिए कोई भी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। सैनिक जय सिंह लक्खी राम करनाल | ऑपरेशन सिंदूर के बाद स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट मोड में है। डीजी ने शनिवार व रविवार को भी वेयर हाउस खोले रहने के निर्देश दिए है। जिससे जिले के सरकारी अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों सीएचसी व पीएचसी पर दवा का पूरा स्टॉक रहे। स्वास्थ्य विभाग ने 56 प्रकार की दवा की पूरी लिस्ट जारी की है। सरकारी अस्पतालों में दवाइयों का पूरा स्टॉक उपलब्ध है। लेकिन किसी प्रकार की कमी न रहे इसके लिए यह व्यवस्था की गई है। प्रोफार्मा से मांगी उपकरण व संसाधनों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग ने प्रोफार्मा के अनुसार रिपोर्ट मांगी है। इसमें ऑक्सीजन सिलेंडर, व्हीलचेयर, मॉस्क, मल्टी पैरा मॉनिटर अन्य उपकरणों की जानकारी मांगी है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को इमरजेंसी में सुविधाएं देने के लिए पट्टी के प्लास्टर बनाकर रखे हुए हैं। जिससे यदि किसी व्यक्ति को चोट लग जाए तो तुरंत इलाज दिया जा सके। इसके साथ ही अस्पताल में दवाइयों का पूरा स्टॉक रोजाना चेक किया जा रहा है। जिससे दवा व उपकरणों की अस्पताल में आपातकालीन समय में कोई कमी न रहे। ^ स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाइयों व उपकरण की जानकारी मांगी गई है। दवा का पूरा स्टॉक रखने के लिए रविवार को वेयर हाउस खुला रहेगा। स्वास्थ्य केंद्र समय पर दवा का पूरा किया जा रहा है। -डॉ. रेनू चावला, सिविल सर्जन, करनाल। भास्कर न्यूज | करनाल घायलों व गर्भवती महिलाओं को तुरंत इलाज मिल सके, इसके लिए जिले में स्वास्थ्य विभाग की ओर से 29 एंबुलेंस चलाई जा रही हैं। इनमें 18 एंबुलेंस पुरानी चल रही हैं जो 3 लाख किलोमीटर से ऊपर चल चुकी है। हालांकि इनको अभी चलाया जा रहा है। नई एंबुलेंस आने के बाद इसको हटाया जाएगा। इसको लेकर पत्र पहले ही लिखा जा चुका है। हालांकि अभी आईं नहीं हैं। दिक्कत यह है कि इसमें कुछ को कई बार मैकेनिक्स के पास ले जाना पड़ता है। कई बार लोगों को प्राइवेट एंबुलेंस का सहारा लेना पड़ता है। जबकि जिला स्वास्थ्य विभाग हेड ऑफिस में नई एंबुलेंस के लिए डिमांड भेज चुका है। जिले में कुल 36 स्वास्थ्य केंद्र है, जहां एक एंबुलेंस होनी जरूरी है। लेकिन एंबुलेंस स्वास्थ्य केंद्रों के अनुसार पर्याप्त नहीं है। इसके बावजूद भी जिला स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस की सुविधाएं लोगों को दे रहा है। ^ स्वास्थ्य विभाग को डिमांड भेजी हुई है। जिले में 29 एंबुलेंस में से 18 एंबुलेंस पुरानी हैं। जब तक नई एंबुलेंस नहीं आ जाती तब तक पुरानी को ही चलाया जा रहा है। नई एंबुलेंस आते ही पुरानी एंबुलेंस को हटा दिया जाएगा। एंबुलेंस की सुविधाएं पूरे जिले में पूर्ण रुप से दी जा रही है। -डॉ. रेनू चावला, सिविल सर्जन, करनाल।
एटीएम कार्ड बदल एक लाख रु. चुराए
करनाल | एटीएम कार्ड बदलकर एक लाख रुपए की चोरी करने का मामला सामने आया है। पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। सेक्टर-14 वासी रमेश चंद वर्मा ने शिकायत दी कि वह सीनियर सिटीजन है। 7 मई को कैनरा बैंक एटीएम नजदीक मीरा घाटी पर ज़रुरत के अनुसार पैसे निकालने के लिए गया था। साफ दिखाई नहीं देने के कारण वहां से पैसे नहीं निकले। वहां पर खड़े एक व्यक्ति ने सहायता के बहाने उसका एटीएम बदल लिया। उसको कोई दूसरा एटीएम दे दिया। बाद में वहां से चला गया। जब अगले दिन वह एचडीएफसी बैंक गया तो वहां पहुंचकर उसे बैंक के द्वारा ज्ञात हुआ कि उसके खाते से सारा पैसा निकल चुका है। उसके खाते से कुल एक लाख रुपए निकल चुके हैं। सिटी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
बूंदाबादी से मौसम सुहावना, पारा 2.2 डिग्री गिरा
करनाल | आसमान में ढाई बजे घने काले बादल छा गए। तेज हवाओं के साथ आसमान से छिटपुट बूंदों की बौछारें पड़ी। मौसम सुहावना हो गया। जनजीवन को दोपहर में होने वाली तेज गर्मी से राहत मिली रही। अधिकतम तापमान 35.8 और न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव की बात करें तो अधिकतम तापमान सामान्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस कम और न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.8 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकार्ड हुआ। खास बात यह है कि मई माह की शुरुआत से अभी तक तापमान राहतभरा बना हुआ है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 14 मई तक बादल बूंदाबांदी का मौसम बनते रहने की संभावना है। जबकि अगले कई दिनों में आसमान में कहीं-कहीं बादल छाने की संभावना है। कुल मिलाकर मई का महीना फिलहाल तक गर्मी से राहतभरा बना हुआ है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन खीचड़ के अनुसार प्रदेश में मौसम 14 मई तक परिवर्तनशील रहने की संभावना है।
2.60 किलो अफीम के साथ 4 गिरफ्तार
करनाल | निसिंग पुलिस ने शनिवार को 2 किलो 60 ग्राम अफीम के साथ चार आरोपियों को पकड़ा। सूचना मिली थी कि 4 युवक अफीम लेकर सफेद स्विफ्ट कार से बस्तली से निसिंग की ओर आ रहे हैं। एसआई श्याम सुंदर ने टीम के साथ गोगा माड़ी टी-पॉइंट पर नाकाबंदी की। कुछ देर बाद संदिग्ध कार को रोका गया। तलाशी के दौरान कार की डिग्गी में कपड़ों के नीचे छिपाकर रखे दो पॉलिथीन बैग मिले। इनमें 2.60 किलो अफीम बरामद हुई। गिरफ्तार आरोपियों में स्वर्ण सिंह उर्फ लाडी निवासी निसिंग, दिलबाग उर्फ मिन्टा निवासी अमुपुर, गुरजीत सिंह उर्फ बिट्टा निवासी निसिंग और भूपिन्द्र सिंह उर्फ पिन्दा निवासी डाचर शामिल हैं। आरोपियों के पास से नकदी और मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। तहसीलदार सतविंद्र सिंह को मौके पर बुलाया गया। पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कराई गई।
कम नंबर से निराश न हो, स्कूलों में काउंसिलिंग-हेल्प डेस्क शुरू होंगे
भास्कर न्यूज । रोहतक सीबीएसई के 10वीं और 12वीं कक्षाओं के परिणाम जल्द घोषित होने की संभावना है। परिणाम की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे विद्यार्थियों में मानसिक तनाव और चिंता का स्तर भी बढ़ रहा है। इसे देखते हुए शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों के लिए सभी राजकीय विद्यालयों में विशेष काउंसिलिंग सत्र और हेल्पडेस्क शुरू करने का निर्णय लिया है। प्रशिक्षित अध्यापक और काउंसलर छात्रों से संवाद करेंगे और उन्हें बताएंगे कि कम अंक आना किसी भी रूप में असफलता नहीं है। हेल्पडेस्क के माध्यम से छात्र अपने करियर, कोर्स चयन और वैकल्पिक अवसरों पर सलाह ले सकेंगे। मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. अंजलि मलिक का कहना है कि परिणाम का दबाव बहुत से विद्यार्थियों को मानसिक रूप से प्रभावित करता है। जरूरी है कि अभिभावक और शिक्षक मिलकर ऐसा माहौल बनाएं जिसमें छात्र खुद को सुरक्षित महसूस करें। विद्यालयों में काउंसिलिंग सत्र और हेल्पडेस्क बच्चों को अपनी क्षमताओं को समझने और नया रास्ता चुनने में मदद करेगी। उनके लिए बच्चे ज्यादा जरूरी है, माकर्स इतने जरूरी नहीं है। डॉ. अजंलि मलिक।
ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम हुई, दो दिन रद्द रहेंगी चार ट्रेनें
भास्कर न्यूज | हिसार भारत-पाक तनाव के मध्य ट्रेनों में यात्रियों की संख्या कम हो गई। इसके चलते शनिवार बीकानेर मंडल ने हिसार-लुधियाना ट्रेन रद्द कर दी। इसके लिए चलते यात्रियों परेशानी का सामना करना पड़ा। तमाम यात्रा स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार करते रहे। बाद में पता लगने पर यात्री अन्य संसाधनों से रवाना हुए। इसके साथ मंडल की तरफ से आगामी दो दिन 11 मई और 12 मई को चार अन्य ट्रेनों के रद्द किए जाने की सूचना जारी की है। बीकानेर मंडल वरिष्ठ वाणिज्यिक प्रबंधक ने शनिवार को अचानक हिसार से लुधियाना जाने वाली और लुधियाना से हिसार आने वाली ट्रेनें रद्द कर दीं। इस दौरान स्टेशन पहुंचे यात्री ट्रेन का इंतजार करते दिखे। काफी समय बाद यात्रियों को पता लगा कि ट्रेन आज रद्द है। इसके बाद अन्य संसाधनों से गंतव्य को रवाना हुए। जानिए... दो दिन रद्द रहेगी ये ट्रेनें {ट्रेन संख्या 14731, दिल्ली-बठिंडा, दिनांक 11 एवं 12 मई 2025 को रद्द। { ट्रेन संख्या 14525, अंबाला- श्रीगंगानगर, दिनांक 11 एवं 12 मई 2025 को रद्द। { ट्रेन संख्या 14732, बठिंडा-दिल्ली , दिनांक 11 एवं 12 मई 2025 को रद्द। { ट्रेन संख्या 14526, श्रीगंगानगर-अंबाला, दिनांक 11 एवं 12 मई 2025 को रद्द।
रोडवेज पार्किंग का दो माह से टेंडर नहीं, बिना सुरक्षा वाहन चोरी का डर
भास्कर न्यूज | रोहतक रोडवेज बस स्टैंड से प्रतिदिन औसतन 13 से 17000 यात्री आवाजाही करते हैं। इनमें 4 से 5 हजार यात्री ऐसे होते हैं जो शहर के विभिन्न हिस्सों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से बस स्टैंड पर पहुंचते हैं। यहीं से बस पकड़कर वह दूसरी जगहों पर जाते हैं। ऐसे में वह ग्रामीण क्षेत्रों से अपने वाहनों से यहां तक आते हैं। यहां पर बनी पार्किंग में अपना वाहन खड़ा करते हैं। इन्हें सुविधा देने के लिए रोडवेज की ओर से भी स्टैंड पर ही पार्किंग बनाई गई थी। इसमें 20 रुपए देकर 24 घंटे के लिए वाहन खड़ा किया जा सकता था। लेकिन रोडवेज की ओर से जो टेंडर दिया गया वह 15 मार्च को खत्म हो गया। इसके बाद न तो नया ठेकेदार आया और न ही कर्मचारी। अब इस पार्किंग की देखभाल करने वाला कोई नहीं। जबकि यात्रियों की जरूरत बरकरार है। रोजाना सैकड़ों यात्री अपना वाहन पार्किंग में खड़ा करके दूसरी जगह पर बस से जाते हैं। लेकिन उनके वाहनों की निगरानी करने वाला कोई नहीं है। हर समय वाहन चोरी का खतरा बना रहता है। विभाग की नई टेंडर प्रक्रिया भी धीमी है। दो माह बाद भी मुख्यालय ने अभी तक नई टेंडर की तारीख निश्चित नहीं की है। विभाग का दावा है कि जल्द ही टेंडर किया जाएगा। पहले 1 साल तक अटका रहा था टेंडर पिछले साल रोडवेज के पार्किंग की न्यूनतम धनराशि 80 हजार रुपए निर्धारित की थी। लेकिन इस पर भी कोई टेंडर लेने नहीं पहुंचा था। इससे प्रक्रिया लगभग एक साल तक अटकी रही। इससे आए दिन वाहन चोरी की वारदातें होती रहीं। इसके बाद टेंडर की धनराशि बढ़ाकर 1,14000 कर दी गई। इसी पर टेंडर जारी हुआ। इस बार अगर फिर से धनराशि का टेंडर फंसा तो टेंडर में देरी हो सकती है। ^पहले से जारी पार्किंग का टेंडर खत्म हो चुका है। अब नहीं इस टेंडर जारी किया जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही इसके लिए बोली लगाने की प्रक्रिया अपनाई जाने वाली है। हंसराज, रोडवेज डिपो इंचार्ज रोहतक
देश के लिए किसान व जवान सबसे महत्वपूर्ण: श्याम राणा
कुरुक्षेत्र |कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने कहा कि किसी भी देश के लिए किसान व जवान सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। युद्ध कितना भी लंबा चले खेती कम नहीं होनी चाहिए। इस समय देश में अन्न भंडार भरे हुए हैं। किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं है। किसानों द्वारा खेती राष्ट्र के लिए करनी होगी। ऐसा सोचकर किसान यदि कृषि के क्षेत्र में आए तो राष्ट्र की तरक्की होगी। जो व्यक्ति जिस रास्ते पर चलेगा वो उसी राह पर चलते हुए विकसित भारत में सहयोग करेगा। वैश्विक तरीके से खेती करने से अर्थव्यवस्था में सुधार होगा। मंत्री ने कहा कि कुरुक्षेत्र में सृष्टि के लिए सबसे पहले खेती का क्षेत्र ब्रह्माजी ने तय किया था। यहीं से दूसरे क्षेत्र के लोगों को खेती करनी की सीख मिली थी। भारत कृषि प्रधान देश है। पूरी दुनिया से यदि 100 एकड़ का चयन करें तो अच्छी भूमि हमारे देश की मिलेगी।
प्रयागराज की वंशिका बेजुबान जानवरों की 'मां' कहलाने में खुशी महसूस करती हैं। सिर्फ 28 साल की वंशिका ने पिछले 10 सालों में 20 हजार से ज्यादा जानवरों का रेस्क्यू किया। घायल जानवरों की मरहम पट्टी करके उन्हें फिर आजाद कर देना ही उनका डेली रूटीन है। इस वक्त उनके घर की 3 मंजिल के सभी कमरे जानवरों की सेवा के लिए रिजर्व हैं। बेजुबान जानवर की मां बनने के सफर की शुरुआत तब हुई, जब वंशिका सिर्फ 18 साल की थीं। उन्होंने पहली बार एक बीमार पपी (कुत्ते के बच्चे) को रेस्क्यू किया। उसके शरीर पर बाल नहीं थे, स्किन इन्फेक्शन था, हालत बेहद खराब थी। वंशिका कहती हैं- उस वक्त मैंने उसको अपने ही कमरे में रखा, मगर घर के सदस्यों को यह बात पसंद नहीं आई। मां पहले जानवरों को घर में लाने के लिए तैयार नहीं हुई, लेकिन धीरे-धीरे वह मेरी भावनाओं को समझने लगीं। वंशिका क्यों 10 साल से जानवरों की सेवा कर रही हैं, वो खुद क्या करती हैं, इसके लिए फंड कहां से आता है? यह जानने के लिए दैनिक भास्कर ऐप टीम लॉ स्टूडेंट वंशिका के घर पहुंची। उनके घर म्योराबाद पहुंची। पढ़िए रिपोर्ट... जानवरों को लेकर पुलिस केस तक हुआवंशिका से पूछा कि पहली बार आप पपी लेकर आईं, तब क्या समस्याएं सामने आई? वह कहती हैं- मम्मी ने पपी को देखते ही कहा कि इसको घर से बाहर रखो। अब मैं परेशान थी कि उसे दवा, देखभाल और प्यार की जरूरत थी, अब मैं क्या करती। शुरुआत में समय-समय पर घर से बाहर के जानवरों को बचाने पर ऐसे ही एतराज हुआ। कहा जाता कि शाम 6 बजे के बाद घर से बाहर नहीं निकलना है। जानवरों की सेवा करती तो उन्हें रखने की जगह नहीं मिलती। ऐसी ही तमाम समस्याएं मेरे सामने आती थीं। मेरा ये सफर आसान नहीं था। पड़ोसियों ने पहले सिर्फ खाना खिलाने पर एतराज जताया, फिर जानवरों की मौजूदगी पर। कई बार मारपीट तक हुई, पुलिस केस हुआ। सिर्फ इस वजह से कि मैं गली के कुत्तों को खाना क्यों खिला रही हूं। जख्मी जानवरों का इलाज कैसे करती हैं? वंशिका कहती हैं- मेरे पिता होम्योपैथी के डॉक्टर हैं। घर में शुरू से मेडिकल और मेडिसिन की बातें होती थीं। हम सभी लोगों को बेसिक जानकारी थी। पापा-मम्मी खुद भी किसी घायल जानवर को देख लेते तो घर ले आते। मगर जब रेस्क्यू किए गए जानवरों की संख्या बढ़ने लगी तो घर में भी असुविधा होने लगी, तब सब रोक दिया गया। घर की कितनी जगह जानवरों के लिए दी गई? इसपर वंशिका कहती हैं कि हमारा 4 मंजिल का मकान है। आज मेरे रेस्क्यू किए गए जानवरों का घर बन चुका है। सेंसिटिव जानवर मेरे साथ रहते हैं, जिन्हें विशेष देखभाल चाहिए। बाकी फ्लोर्स में हमने केटेगरी वाइज़ जानवरों को रखा है। जैसे एक फ्लोर पर सिर्फ पैरालाइज्ड जानवर हैं, एक में सिर्फ बिल्लियां हैं। क्योंकि वह दूसरे जानवरों के साथ नहीं रह पाती हैं। आपने अभी तक कितने जानवरों का रेस्क्यू किया है? वंशिका कहती हैं- मेरे पास कुत्ते, बिल्ली, गाय, घोड़ा, खच्चर, बकरी, मुर्गी, कबूतर, चील, गिद्ध, सियार, बंदर, यहां तक कि सांप और मछलियों का भी रेस्क्यू किया है। ये जानवर अपनी तकलीफ नहीं कह सकते, उनके लिए हमें बोलना होगा। मैं इनका दर्द महसूस करती हूं। कोशिश करूंगी कि मेरी शादी भी किसी स्ट्रीट एनिमल लवर से हो, ताकि हमारी मैरिज लाइफ पर असर न पड़े। इसके लिए फंड कहां से आता है?वंशिका कहती हैं- पहले अपनी पाकेट मनी से जानवरों की सेवा करती थी। मगर फिर समझ आया कि यह बहुत खर्चे वाला काम है। इसलिए पापा और रिश्तेदारों से मदद ली। बाद में मैंने एक NGO खोल ली। इसके जरिए लोग ही मेरी मदद करते हैं। मैं सिर्फ जानवरों की सेवा करना चाहती हूं। इसलिए मेरा काम आसान करने के लिए बहुत सारे लोग सामने आ रहे हैं। ............. यह भी पढ़ें : यूपी में ढाबे पर रुके सैनिकों पर फूल बरसाए:लखनऊ में चौराहों पर बनाए गए 46 बंकर; नेपाल बॉर्डर पर हाई अलर्ट भारत-पाकिस्तान के बीच करीब 5 बजे सीजफायर की घोषणा होने से पहले यूपी में माहौल गरमाया रहा। पूरे यूपी में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। झांसी और गाजियाबाद में ड्रोन उड़ाने पर रोक लगा दी गई। लखनऊ में भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। 46 जगहों पर अस्थायी बंकर और निगरानी पोस्ट बनाए गए। प्रमुख चौराहों, संवेदनशील इलाकों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ये बंकर बनाए गए। पढ़िए पूरी खबर...
बिना डिग्री के क्लीनिक चलाने पर केस दर्ज
साढौरा (यमुनानगर) | शहर के एक निजी डेंटल क्लिनिक पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा। क्लिनिक संचालक के पास क्लिनिक चलाने के लिए कोई वैध डिग्री व लाइसेंस नहीं मिला। उसने नहीं बताया कि उसने दवाएं कहां से खरीदी थीं। इन सभी आरोपों में डेंटल क्लिनिक संचालक केस दर्ज किया है।सढौरा पुलिस को दी जानकारी में डॉ. शमा परवीन ने बताया कि उन्होंने सीएम विंडो से आई शिकायत के आधार पर एक समिति का गठन कर साढौरा सीएचसी रोड पर स्थित सैनी डेंटल क्लिनिक पर शुक्रवार को पौने 11 बजे छापेमारी की। डेंटल क्लिनिक संचालक मौके पर उपस्थित था। उससे शिक्षा संबंधी दस्तावेज मांगे गए।
जेई, एसडीओ और डीएओ के रिश्वत मांगने की जांच के आदेश
भास्कर न्यूज | रोहतक जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के एक ठेकेदार ने विभाग के जेई, एसडीई और डीएओ पर अवैध कटौती, पद का दुरुपयोग और रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। ठेकेदार का कहना है कि जब उसने रिश्वत नहीं दी तो जेई, एसडीई व एडीओ ने सांठगांठ कर उनके जमा की हुई सिक्योरिटी राशि में से 1.28 लाख रुपए काट लिए। उन्होंने विभाग के आयुक्त-सचिव को शिकायत भेजकर इसकी जांच कर कार्रवाई की मांग की है। विभाग के इंजीनियर इन चीफ ने इस पर रोहतक के एसई को जांच कर 15 दिन में रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं।ठेकेदार ललित कुमार ने दी शिकायत बताया कि उन्हें ई-टेंडर के जरिए रोहतक के न्यू चिन्योट कॉलोनी में 315 मिमी एचडीपीई पाइप लाइन बिछाने और मैनहोल निर्माण का काम मिला था। इसकी काम की स्वीकृति 15 मार्च 2024 को मिली। लागत 2.20 करोड़ रुपए थी। काम 22 मार्च से शुरू होकर 21 मई 2024 तक पूरा किया गया। यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। क्योंकि वे बाहर हैं, यदि आदेश हुए हैं तो फिर जांच कर रिपोर्ट भेजी जाएगी। - एसएस चौहान, एसई जनस्वास्थ्य एवं अभियंत्रकी विभाग रोहतक
जवानों से वसूली करने वाला टीटीई सस्पेंड
सोनीपत| इमरजेंसी कॉल पर ड्यूटी ज्वाइन करने मालवा एक्सप्रेस से जम्मू जा रहे मध्य प्रदेश के ग्वालियर के रहने वाले सूबेदार वीके सिंह से वसूली और बदसलूकी की शिकायत पर रेलवे ने कार्रवाई की है। रेलवे ने शिकायत के आधार पर आरोपी टीटीई दिलजीत सिंह को सस्पेंड कर दिया है। रेलवे द्वारा उच्च अधिकारियों की टीम से मामले की पूरी जांच भी कराई जाएगी। सेना के जवान के साथ हुई बदसलूकी की घटना को दैनिक भास्कर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद हरकत में आए रेलवे विभाग और मंत्रालय के अधिकारियों ने ट्वीट कर सेना के जवान को टीटीई को सस्पेंड करने की जानकारी शेयर की है। सरकारी सेवाओं से जुड़े और अन्य लोगों को भी एक दूसरे के प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए। सेना के जवानों के आरोपों से संबंधित सभी दस्तावेज उच्च अधिकारियों को भेज दिया था। इसके बाद कार्रवाई की गई। मनोज भोरडे , सीएमआई पानीपत
मार्बल व ग्रेनाइट व्यापार प्रभावित होने की आशंका
समुद्र से पाक होकर जाने वाले जहाज हुए बंद मदनगंज किशनगढ़ (अजमेर)| भारत पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव का असर एशिया की सबसे बड़ी मार्बल मंडी पर भी पड़ने लगा है। समुद्र के रास्ते गल्फ देश जाने वाले जहाज पाकिस्तान के रास्ते जाते थे, वे अब पूर्ण रूप से बंद कर दिए गए हैं। साथ ही जो जहाज पहले पाकिस्तान से होकर मुंद्रा बंदरगाह तक जाते थे, उन्हें भी निलंबित कर दिया गया। इसकी वजह से विदेशों में माल पहुंचने में देरी हो रही है। भारतीय बंदरगाहों पर सीमा शुल्क जांच सख्त हो गई है। इससे देरी होने के साथ ही माल ढुलाई की लागत बढ़ गई है। साथ ही पंजाब, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, हिमाचल में मार्बल-ग्रेनाइट की डिमांड तनाव की वजह से कम हो गई है। इन सबकी वजह से मार्बल-ग्रेनाइट इंडस्ट्रीज में व्यापार प्रभावित होने की पूरी संभावना है। मार्बल एरिया के व्यापारियों ने बताया कि भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बाद मार्बल मंडी आने वाले ग्राहकों की संख्या में कमी आई है। विदेश से तो दूर देश के अन्य राज्यों से भी ग्राहक आने में कतरा रहे हैं। व्यापारियों ने बताया कि दोनों देशों के मध्य तनाव बढ़ने से पहले तक जो ऑर्डर थे, वह चल रहा है, लेकिन नए ऑर्डर नहीं आ रहे हैं। हर दिन जो ग्राहक राजस्थान और विशेष रूप से किशनगढ़ आया करते थे, वे अब सुरक्षा कारणों से आने से कतरा रहे हैं। न सिर्फ रिटेल ग्राहक बल्कि नए व्यापारी भी किसी प्रकार का नया निवेश करने से बच रहे हैं। इससे न केवल नई डील्स रुक गई हैं, बल्कि पहले से तय ऑर्डर्स में भी देरी हो रही है। संगमरमर व ग्रेनाइट के परिवहन पर ज्यादा असर : लॉजिस्टिक्स क्षेत्र विशेष रूप से संगमरमर और ग्रेनाइट परिवहन पर काफी व्यवधान का सामना करना पड़ रहा है। पाटनी लॉजिस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के मयूर पाटनी ने बताया कि जो जहाज पहले पाकिस्तान से होकर मुंद्रा पोर्ट तक जाते थे, उन्हें अब निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा भारतीय बंदरगाहों पर सीमा शुल्क जांच अधिक सख्त हो गई है जिससे देरी हो रही है और माल ढुलाई की लागत बढ़ गई है।
शहर की इमारतें न्यूक्लियर अटैक के लिए तैयार नहीं, केवल हैरिटेज भवन ही मोटी दीवार वाले
भारत-पाकिस्तान के बीच सीज फायर होने के बाद हालात सामान्य होने में हालांकि वक्त लगेगा। लेकिन युद्ध के हालात के मद्देनजर अजमेर में भी इमरजेंसी के लिहाज से तमाम सुरक्षा व्यवस्थाओं को परखा गया था। मॉक ड्रिल और प्रशिक्षण कार्यक्रम भी हुए। इन तैयारियों में अजमेर में व्यवस्थाएं ठीक-ठीक रही है, लेकिन एक दिन पहले तक पाकिस्तान की ओर से न्यूक्लियर या कैमिकल अटैक की आशंकाएं भी जताई जा रही थीं। लेकिन वास्तविकता यह है कि इस मामले में अजमेर की सरकारी और निजी इमारतें सुरक्षा देने लायक नहीं हैं। यहां हमलों से बचाव के लिए कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है। इस बात का जिक्र प्रशासन की एक बैठक में जिम्मेदार अधिकारी भी कर चुके हैं। नई शैली के मकानों की दीवारें इतनी पतली हैं कि ऐसे न्यूक्लियर अटैक से बचाव मुश्किल है। ऐसे हमलों के समय बंकर, बेसमेंट या मोटी दीवारों वाली इमारतें ही बचाव में कारगर साबित होती हैं। लेकिन अजमेर में बंकर बनाने की कभी जरूरत ही महसूस हुई नहीं। कोरोना से मॉक ड्रिल तक जोश ने तोड़े नियम | आपदा कोरोना के समय भी थी, लोगों ने प्रशासन की गाइड लाइन को फॉलो नहीं किया। लॉकडाउन को सख्ती से लागू किया गया था, लेकिन लोगों का अतिउत्साह था कि लोगों ने लॉकडाउन तोड़ा। यही स्थिति मॉक ड्रिल के तहत ब्लैकआउट के दौरान भी देखी गई। एमडीएस यूनिवर्सिटी एमडीएस यूनिवर्सिटी के चाणक्य भवन में बेसमेंट बना है जहां कबाड़ रखा गया है। हर बारिश में यहां इतना पानी भर जाता है कि कार्मिक भी जाने से डरते हैं। यहां कई बार पानी में सांप भी तैरते नजर आ चुके हैं। परीक्षा भवन में भी बेसमेंट हैं जहां उत्तरपुस्तिकाओं सहित अन्य दस्तावेज रखे जाते हैं। यहां भी बारिश में पानी भरता है। पिछली बारिश में कई कॉपियां गीली हो चुकी हैं। बेसमेंट की दीवारों से भी पानी रिस कर अंदर आ जाता है। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में भी परीक्षा सामग्री रखने के लिए बेसमेंट बनाया हुआ है, लेकिन यहां भी बारिश का पानी भरता है। आरपीएससी के भी भी कमोपेश यही हाल हैं। हालांकि शहर में कई हैरिटेज बिल्डिंग मौजूद हैं जिनमें कलेक्ट्रेट, नगर निगम, अकबरी किला, ढाई दिन का झोपड़ा जैसी हैरिटेज बिल्डिंग की दीवारें ही इतनी मोटी हैं कि रासायनिक, जैविक हमले के दौरान रेडिएशन को रोक सकती हैं। इनके अलावा शहर में कोई जगह ऐसी नहीं है। पंचशील अपार्टमेंट। शहर के लगभग आधे निजी भवनों में भी बेसमेंट बने हुए हैं। इन बेसमेंट की मजबूती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हर बारिश में ज्यादातर बेसमेंट में पानी भर जाता है। इससे दीवारों में सीलन की समस्या से भी लोग दो-चार हैं। अपार्टमेंट्स के भी यही हाल हैं। ज्यादातर अपार्टमेंट में न फायर फाइटिंग सिस्टम हैं न आग बुझाने के दूसरे साधन पुख्ता। बेसमेंट भी पुख्ता नहीं हैं। दीवारें भी दो से तीन फीट ही मोटी हैं। रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ही राहत | स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एसडीआरएफ) और नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) इस आपातकाल में अहम भूमिका निभाने के लिए भी तैयार है। एनडीआरएफ के असिस्टेंट कमांडेंट योगेश मीणा कहते हैं कि मोटी दीवारों के घर होने चाहिए। पहले 12-13 फीट ऊंचे मकान बनाए जाते थे। अब 8-10 फीट की ऊंचाई ही एक मंजिल की होती है। यहां सप्लाई और डिमांड का अनुपात गड़बड़ है। सामान्य मापदंड } मजबूत निर्माण: मकान की दीवारें मजबूत और टिकाऊ होनी चाहिए ताकि हमले के प्रभाव को सहन कर सकें। } नियमित जांच और रखरखाव: मकान की दीवारों की नियमित जांच और रखरखाव किया जाना चाहिए। केमिकल अटैक से बचाव के लिए }सीलबंद और वातानुकूलित: मकान की दीवारें सीलबंद और वातानुकूलित होनी चाहिए। }वेंटिलेशन सिस्टम: वेंटिलेशन सिस्टम में फिल्टर होने चाहिए जो केमिकल गैसों को फिल्टर कर सकें। न्यूक्लियर हमले से बचाव के लिए } दीवारों की मोटाई और घनत्व: दीवारें मोटी और घने पदार्थों से बनी होनी चाहिए, जैसे कि कंक्रीट या ईंटें, जो विकिरण को अवशोषित कर सकें। } सीलबंद और वातानुकूलित: मकान की दीवारें सीलबंद और वातानुकूलित होनी चाहिए ताकि विकिरण और रेडियोधर्मी कण अंदर न आ सकें। } विकिरण अवशोषक पदार्थ: दीवारों में विकिरण अवशोषक पदार्थों का उपयोग किया जा सकता है, जैसे कि लेड या बोरॉन। निजी भवन; दीवारें 2-3 फीट ही मोटी, कई जगह फायर सिस्टम भी नहीं लगे एमडीएसयू; चाणक्य भवन में बेसमेंट, यहां पानी भरता है, लोग जाने से डरते
सेना के लिए सुंदरकांड का पाठ किया
अजमेर | एमडी कॉलोनी स्थित दक्षिणमुखी बालाजी मंदिर में भाजपा के झलकारी बाई मंडल की ओर से शनिवार शाम 6 बजे भारतीय सेना के लिए सुंदरकांड पाठ किया गया। पार्षद रजनीश चौहान ने बताया कि विधायक अनिता भदेल, संदीप माखीजानी, रोहित सोगरा ,मंडल महामंत्री इंद्रवीर, रेणु शर्मा, मंडल मंत्री, सुन्दर , सीमा गोस्वामी, राजेश घाटे मौजूद रहे।
एनएसयूआई: तिरंगा सम्मान यात्रा
अजमेर | एनएसयूआई की ओर से शनिवार को तिरंगा सम्मान यात्रा निकाली गई। छात्र नेता अंकित घारू व हरीश मारोठिया के नेतृत्व में गवर्नमेंट कॉलेज के मुख्य द्वार से केसर गंज तक यह यात्रा निकाली गई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव डॉ सुनील लारा, लोकेश शर्मा, सागर मीणा, मोहित मल्होत्रा, रोशन गुर्जर, ईश्वर राजोरिया मौजूद रहे।
मेडिकल कॉलेज की 15 से होने वाली परीक्षाएं आगामी आदेश तक स्थगित
अजमेर | आपातकालीन परिस्थितियों को देखते हुए 15 मई से मेडिकल कॉलेज स्तर पर होने वाली परीक्षाएं आगामी आदेशों तक स्थगित कर दी गई। जेएलएन मेडिकल कॉलेज के व्याख्याताओं ने बताया कि राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय जयपुर के कुलसचिव हरफूल पंकज ने इसे लेकर आदेश जारी किए हैं। आगामी आदेश मिलने तक 15 मई से शुरू होने वाली विभिन्न संकायों, मेडिकल, पैरामेडिकल, नर्सिंग संवर्ग सहित अन्य की परीक्षाएं आगामी आदेशों तक निरस्त रहेगी। ये परीक्षाएं निरस्त होने से दूसरे बैच पर इसका सीधा असर रहेगा। कॉलेज में परीक्षाओं को लेकर तैयारियां पूरी हो गई है। अन्य परीक्षाओं को अब होल्ड पर रखेंगे। लंबे स्तर पर परीक्षाएं निरस्त रहती है तो कोविड की तरह विकल्प निकाला जाएगा।
सभी 11 सायरन एक्टिव, 7 के लिए प्रस्ताव भेजे
सरकार सिविल डिफेंस को मजबूत करेगी। इसके लिए साजो सामान और उपकरण खरीदे जाएंगे। सरकार ने जिला प्रशासन के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए करीब 62 लाख रुपए का बजट जारी कर दिया है। खरीदे जाने वाले सामानों के कमेटी गठित की गई है। प्रशासन ने शहर के सभी 11 सायरन एक्टिव कर दिए हैं। महर्षि दयानंद विश्रांति गृह में बंद सायरन भी दुरुस्त कर चालू कर दिया है। आबादी के हिसाब से किशनगढ़ के लिए तीन, केकड़ी के लिए दो सहित अन्य उपखंडों के लिए एक-एक इमरजेंसी सायरन को मंजूरी दी गई है। खोज एवं बचाव कार्य से संबंधित उपकरण खरीद के लिए करीब 60 लाख रुपए मंजूर किए गए हैं। इनमें से आधी राशि पिछले वर्षों की सरेंडर राशि है। 1.79 लाख रुपए फायर सूट की खरीद के लिए मंजूर किए गए हैं। 1.50 लाख रुपए लाइफ जैकेट, बीओबी रोप, गमबूट, स्ट्रेचर, ड्रैगन लाइट, मेगाफोन की खरीद के लिए मंजूर किए गए हैं।
पहले और दूसरे महायुद्ध में अजमेर रेल कारखाने ने बनाए थे हथियार
अजमेर | अजमेर में 1876 में बने रेल कारखाने में प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हथियार निर्माण हुआ था। रेल कारखाने के संग्रहालय के रिकॉर्ड के मुताबिक प्रथम विश्व युद्ध (1914-1918) और द्वितीय विश्व युद्ध (1939-1945) के दौरान अजमेर कारखाने में गोला-बारूद और छोटे हथियार बनाए गए। लोको कार्यशाला ने सेना के लिए हल्के गोले और छर्रे बनाए थे। तोपखाना की आपूर्ति के पूरक के रूप में एनफील्ड राइफलों सहित छोटे हथियारों का भी निर्माण किया गया। युद्धकाल में सैन्य रोलिंग स्टॉक का भी उत्पादन किया गया।
आरपीएससी की परीक्षाओं और इंटरव्यू पर पड़ सकता है असर
भास्कर खास भारत-पाकिस्तान के बीच बन रहे युद्ध के हालात से आरपीएससी की प्रतियोगी परीक्षाओं और इंटरव्यू को लेकर अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति है। आगामी भर्ती परीक्षाओं के भविष्य को लेकर ये अभ्यर्थी चिंतित नजर आ रहे हैं। साथ ही आरएएस 2023 के इंटरव्यू के जारी रहने को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। हालांकि अभी तक आरपीएससी ने किसी भी परीक्षा की तिथि या इंटरव्यू डेट्स में कोई बदलाव नहीं किया है। हालात बिगड़े तो आयोग परीक्षा कार्यक्रम खिसकाने को लेकर कोई निर्णय ले सकता है। 17 मई को पीआरओ के लिए परीक्षा है। इस परीक्षा को आयोग ने अजमेर, जयपुर और उदयपुर में ही रखा है। फिर भी परीक्षा देने आने वाले अभ्यर्थी बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर और बीकानेर सहित विभिन्न जिलों के भी होंगे। इसी महीने में मेडिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट की विभिन्न पदों के लिए भी परीक्षा 12 से 15 मई तक होने जा रही है। हालात पर नजर, समीक्षा करेंगे: मुख्य परीक्षा नियंत्रक निर्धारित है आरएएस 2023 के इंटरव्यू का शेड्यूल | इधर, आरएएस 2023 के इंटरव्यू का दौर जारी है। दूसरे चरण के इंटरव्यू 16 तक हैं और इसके बाद तीसरे चरण के इंटरव्यू 19 से 28 मई तक हैं। असिस्टेंट प्रोफेसर ड्राइंग एंड पेंटिंग के इंटरव्यू भी हो रहे हैं। 19 मई तक ये इंटरव्यू चलेंगे। जून में आरएएस मुख्य परीक्षा- 2024 | इधर, जून में आयोग की आरएएस मुख्य परीक्षा 2024 सहित चार बड़ी भर्ती परीक्षाएं आयोजित होंगी। आरएएस मुख्य परीक्षा का आयोजन 17 व 18 जून को होना है। इस भर्ती परीक्षा में 21 हजार 539 अभ्यर्थी बैठेंगे। आयोग इस परीक्षा को जिला मुख्यालयों पर आयोजित करा सकता है।
अजमेर वॉर फाइटिंग बेस नहीं; इसलिए दूसरे शहरों के मुकाबले में ड्रोन हमलों से सुरक्षित
अजमेर | अजमेर वॉर फाइटिंग बेस नहीं है। चारों ओर से अरावली पर्वत माला से घिरा होने के कारण यह भौगोलिक रूप से भी दूसरे शहरों से सुरक्षित माना जाता है। अलबत्ता नसीराबाद केंट वॉर फाइटिंग बेस है, लेकिन यहां की सैन्य तैयारियां हमें पूरी तरह से सुरक्षित बनाती हैं। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की फौज ड्रोन का दो तरह से इस्तेमाल कर रही है, एक इंटेलिजेंस गेदरिंग के लिए और दूसरा बम गिराने के लिए। हमारे पास इन्हें रोकने के लिए पर्याप्त सिस्टम है। कायनेटिक अटैक और नॉन कायनेटिक अटैक तकनीक से इन ड्रोन को रोका जा रहा है। कायनेटिक अटैक से ड्रोन को हवा में तोड़ने और नॉन कायनैटिक अटैक से ड्रोन का नेविगेशन जाम करके नष्ट किया जा रहा है। सैन्य निगरानी के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं एयरपोर्ट किशनगढ़ हवाई अड्डे से 14 मई तक की सभी उड़ानें रद्द की गई हैं, आम लोगों के लिए एयरपोर्ट बंद है, इसे सैन्य निगरानी के लिए उपयोग में लाया जा रहा है। भारतीय वायुसेना का एयर डिफेंस सिस्टम आसपास के क्षेत्रों में तैनात हैं, जो ड्रोन और मिसाइल खतरों को तुरंत निष्क्रिय करने में सक्षम हैं। ड्रोन हमले से बचाव के लिए गाइडलाइन की पालना करें } रात 9 बजे से सुबह 4 बजे तक ब्लैकआउट का पालन करें, जिसमें घरों और वाहनों की सभी बाहरी लाइट्स बंद रखें। यह ड्रोन के ऑप्टिकल सेंसर को भ्रमित करने में मदद करता है। } ड्रोन या संदिग्ध उड़ान वस्तुओं की सूचना तुरंत पुलिस या सेना को दें। अनावश्यक यात्रा से बचें और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ जमा न करें। } नागरिकों को अपने घरों में आपातकालीन किट तैयार रखना चाहिए। इसमें टॉर्च, प्राथमिक चिकित्सा सामग्री, पानी और सूखा भोजन शामिल हो। } सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें और केवल सरकारी सूत्रों से जानकारी लें। लोग अनुशासित और जागरूक रहेंगे तो किसी भी खतरे का सामना करने के तत्पर रहेंगे। ऐसे समझें क्यों सुरक्षित हैं हम } वायु रक्षा प्रणाली: अजमेर के आसपास भारतीय वायुसेना के एयर डिफेंस सिस्टम तैनात हैं, जो ड्रोन और मिसाइल खतरों को तुरंत निष्क्रिय कर सकते हैं। } हवाई अड्डे का रणनीतिक उपयोग: 14 मई तक बंद किशनगढ़ हवाई अड्डा सैन्य निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया के लिए उपयोग में लाया जा रहा है, जिससे क्षेत्र की सुरक्षा बढ़ी है। } सैन्य और पुलिस की सक्रियता: पुलिस बलों की तैनाती, सेना की सक्रियता आदि विशेष रूप से धार्मिक स्थलों जैसे पुष्कर तीर्थ और दरगाह पर किसी भी संभावित खतरे को रोकने में सक्षम है। } मॉक ड्रिल्स और सिविल डिफेंस: नियमित मॉक ड्रिल्स और सिविल डिफेंस ट्रेनिंग ने नागरिकों और प्रशासन को आपात स्थिति के लिए तैयार किया है, जिससे प्रतिक्रिया समय कम हुआ है।