आध्यात्मिक / अमर उजाला
Chaitra Mah Vrat Tyohar 2024: आज यानी 26 मार्च 2024 से चैत्र का महीना शुरू हो रहा है। इस माह का समापन 23 अप्रैल 2024 को होगा। हिंदू कैलेंडर के अनुसार
फाल्गुन माह साल का आखिरी और चैत्र माह नए साल का पहला महीना होता है। चैत्र का महीना 23 अप्रैल तक चलेगा। चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से नया विक्
चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा के इन 6 मंत्रों का जरूर करें जाप
09 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू होगी। कलश स्थापना के लिए 09 अप्रैल को सुबह 06 बजकर 11 मिनट से 10 बजकर 23 मिनट तक का शुभ मुहूर्त रहेगा।
कुंवारी कन्याओं के लिए कई ऐसी बाते हैं जिनके लिए उन्हें अक्सर घर के बड़े बुजुर्ग रोकते हैं और कहते हैं कि यह काम कुंवारी कन्याओं को नहीं करना चाहिए दो
जिस तरह से दिवाली के बाद भाई दूज मनाकर भाई की लंबी उम्र के लिए कामना की जाती है और उसे नर्क की यातनाओं से मुक्ति दिलाने के लिए उसका तिलक किया जाता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, होलिका दहन में कुछ चीजों को अर्पित करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है और परिवार के लोगों के बीच सद्भाव बना रहता है।
होलिका दहन के दिन इस विधि से करें पूजा, नोट करें पूजन सामग्री
फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथि पर होलिका दहन किया जाता है। इस बार यह तिथि 24 मार्च को है। इस दिन होलिका दहन किया जाएगा। होलिका दहन के अलावा यह दिन हनुमा
रंगों का यह पर्व हर साल फाल्गुन मास में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। होली का त्योहार होलिका दहन के साथ ही शुरू होता है, फिर इसके अगले दिन रंग-गुलाल
होलिका दहन के दिन कुछ बातों को ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। इस दिन भूलकर भी कुछ गलतियां नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में कई तरह की स
मान्यता के अनुसार होली दहन के बाद जो राख होती है उसको बहुत ही शुभ माना जाता है। मान्यता है कि होली की राख को पानी में मिलाकर स्नान करने से ग्रहों के क
इस समय फाल्गुन माह चल रहा है और फाल्गुन माह का दूसरा और आखिरी प्रदोष व्रत 22 मार्च को रखा जा रहा है। प्रदोष व्रत शिव जी को समर्पित है। मान्यता है कि ज
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन क्या करें और क्या नहीं
व्रज में होली का उत्सव मनाने के लिए हर साल देश-विदेश से लोग पहुंचते हैं। फुलेरा दूज के दिन मथुरा में होली के उत्सव का प्रारंभ हो जाता है। इसके बाद यहा
भाई दूज के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और फल, मिठाई आदि चीजें देकर उसकी लंबी आयु की कामना करती हैं। वहीं भाई भी बदले में अपनी बहन को
लाल रंग से होली खेलने से माना जाता है कि स्वास्थ्य और यश में वृद्धि होती है। भूमि से जुड़े कार्य करने वालों को विशेष रूप से लाल रंग से होली खेलनी चाहि
होलिका दहन के समय सरसों के कुछ दानें होलिका को अर्पित कर माँ लक्ष्मी को याद करें। ऐसा करने से देवी लक्ष्मी घर पर कृपा करती हैं।
इस साल 20 मार्च को आमलकी एकादशी है। सभी एकादशियों में आमलकी एकादशी को सर्वोत्तम स्थान पर रखा गया है। आमलकी एकादशी को कुछ लोग आंवला एकादशी या आमली ग्या
होलिका दहन पर लोग अलग-अलग उपाय करते हैं परंतु इस खास दिन पर कुछ धार्मिक उपाय हैं जिनको करने से सुख-समृद्धि आती है वहीं इस दिन कुछ काम ऐसे हैं जिनको कर
Parsi New Year 2024: आज यानी 20 मार्च को नवरोज है। आज से ही पारसी नववर्ष की शुरुआत मानी जाती है। ऐसे में आज के दिन पारसी समुदाय के लोग नए साल का जश्न
होलिका दहन पर करें ये सरल उपाय, सभी बाधाएं होंगी दूर
रंगभरी एकादशी के दिन भगवान शिव मां पार्वती को पहली बार काशी में लेकर आए थे, इसलिए यह एकादशी काशी के लोगों के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को गोविन्द द्वादशी का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह पर्व 21 मार्च को मनाया जाएगा। द्वादशी तिथि के देवता भगवा
आमलकी एकादशी में आंवले के वृक्ष के पास जाकर वहां रात्रि में दीप शृंखला प्रज्वलित करके रात्रि जागरण करते हुए हरि कीर्तन करना चाहिए। इससे मनुष्य सब पापो
होलाष्टक फाल्गुन शुक्ल पक्ष अष्टमी से शुरू होकर फाल्गुन शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तक रहता है। इसी दिन से होली उत्सव के साथ-साथ होलिका दहन की तैयारियां भी शु
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को 'आमलकी' या 'रंगभरी' एकादशी के नाम से जाना जाता है। जो इस वर्ष 20 मार्च को मनाई जाएगी।
Holika Dahan 2024: इस साल 24 मार्च को होलिका दहन है। वहीं 25 मार्च को होली का पावन पर्व मनाया जाएगा। होली के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। हिंद
स्वास्तिक बनाते वक्त न करें ये गलती, जानें सही नियम
Holashtak 2024: होलाष्टक के दौरान विवाह, ग़ृहप्रवेश, मुंडन, नामकरण और विद्यारंभ आदि सभी मांगलिक कार्य या कोई नवीन कार्य प्रारम्भ करना शास्त्रों के अनुस
करियर में सफलता पाने के लिए याद रखें आचार्य चाणक्य की ये बातें
शास्त्रों में खरमास के शुरू होने पर शुभ और मांगलिक आयोजन जैसे विवाह, सगाई, गृहप्रवेश, मुंडन और जनेऊ जैसे मांगलिक और धार्मिक संस्कार नहीं होते हैं।
फाल्गुन माह की विनायक चतुर्थी आज यानी 13 मार्च को है। विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखा जाता है और विधि-विधान से गौरी पुत्र गणेश की पूजा की जाती है। गणेश
अमावस्या के दिन पूजा-पाठ, जप-तप और दान करने से सभी देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। इस दिन शिव खप्पर पूजा भी होती है। खप्पर पूजा महाशिवरात्रि के
होली 2024: मनोकामना पूर्ति के लिए लड्डू गोपाल को अर्पित करें इस तरह के गुलाल
MahaShivratri 2024: इस साल 8 मार्च 2024 को महाशिवरात्रि है। हिन्दू धर्म में इस पर्व का बहुत ज्यादा महत्व है। यह पर्व भगवान शिव माता पार्वती को समर्पित
महाशिवरात्रि के दिन देशभर के सभी शिव मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहता है। इस दिन भोलेनाथ के दर्शन करके और शिवलिंग का अभिषेक करके लोग अपने आप को धन
8 मार्च को महाशिवरात्रि का पावन पर्व मनाया जा रहा है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह हुआ था। साथ ही कहा जाता है कि इस दिन भोल
हर साल फाल्गुन माह में चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस बार महाशिवरात्रि 8 मार्च 2024 को है। इस दिन माता पार्वती और भगवान शिव क
हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस तिथि पर ही
महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव ने वैराग्य जीवन त्यागकर गृहस्थ जीवन अपनाया था। मान्यता है कि इस दिन विधिवत शिव परिवार की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामन
हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष महाशिवरात्रि चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 08 मार्च को रात 09 बजकर 47 मिनट से होगी, जिसका समापन 09 मार्च को शाम 06 बजकर 17 मि
Mahashivratri 2024: आज यानी 8 मार्च को महाशिवरात्रि है। शिव भक्तों के लिए महाशिवरात्रि का पर्व सबसे महत्वपूर्ण होता है।
पहली बार रख रहे हैं महाशिवरात्रि व्रत तो जानिए इस दिन क्या खाएं और क्या नहीं
Mahashivratri and shukra pradosh vrat 2024: इस साल महाशिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक साथ है। ये दोनों ही पर्व भगवान भोलेनाथ को समर्पित है। वैसे तो दोनों
महाशिवरात्रि इस साल 8 मार्च, दिन शुक्रवार को मनाई जाएगी। पंचांग के अनुसार इस बार महाशिवरात्रि पर कई शुभ योग एक साथ बने हैं, इसलिए इस साल यह त्योहार बह
फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल विजया एकादशी 6 मार्च 2024, बुधवार के दिन है। इस दिन व्रत रखा जाता ह
फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है। विजया एकादशी को लेकर मान्यता है कि इस व्रत को रखने से व्यक्ति को सर्वत्र व
Mahashivratri 2024: शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शक्कर, शहद, घी, भांग, पुष्प, धतूरा, चंदन, फल अर्पित किए जाते हैं। लेकिन कुछ द्रव्य ऐसे है जिन्हें शिवलिंग
MahaShivratri 2024: सभी देवों में शिवजी का स्वरूप सबसे निराला है। उनकी वेशभूषा जितनी रहस्यमय और विचित्र है, उतना ही आकर्षक भी है। वे अपने शरीर पर भस्म