राय और ब्लॉग्स / बूमलाइव
बूम ने जांच में पाया कि यह वीडियो जनवरी 2025 में पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में हुए एक भीषण सड़क हादसे के दौरान का है. इसका प्रयागराज महाकुंभ
बूम ने पाया कि दोनों वायरल वीडियो में दिख रही महिलाएं रेखा गुप्ता नहीं हैं. पहले वीडियो में डांस करती महिला संगीता मिश्रा हैं. वहीं दूसरे वीडियो में आ
बूम को न्यूजीलेंड क्रिकेट टीम के मीडिया मैनेजर विली निकोल्स ने बताया कि रचिन रविंद्र के आईफोन चोरी हो जाने का दावा गलत है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि महाकुंभ में जाने के दावे से वायरल वीडियो शाहरुख खान की तिरुपति स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर की यात्रा का है.
बूम ने पाया कि पेरिस में फेमिनिस्ट ग्रुप FEMEN ने यह प्रदर्शन बुर्के या हिजाब के विरोध में नहीं बल्कि महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में किया
बूम ने पाया कि प्रयागराज जाने वाली ट्रेन के दावे से वायरल वीडियो असल में बांग्लादेश का है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है. इसे हर्ष राजपूत नाम के डिजिटल क्रिएटर ने बनाया है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो क्लिप फरवरी 2020 की है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में कोरोनावायरस पर मीडिया को संबोधित कर रहे थे.
बूम ने पाया कि दिलजीत दोसांझ ने नवबंर 2024 में लखनऊ में आयोजित हुए उनके लाइव कॉन्सर्ट के लिए यूपी प्रशासन की तारीफ की थी.
दिल्ली मेट्रो कॉरपोरेशन ने एक्स पर किराया बढ़ने से संबंधित अफवाहों काखंडनकियाहै.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान मई 2021 का है.
बूम ने पाया कि हाथी के अचानक से आक्रामक होने के चलते उसके महावतों ने उसे बांधकर पीटा था. इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल था.
बूम ने पाया कि आम आदमी पार्टी द्वारा शेयर किया गया यह वायरल वीडियो पीएम मोदी के असली आवास का नहीं है. इसे एआई की मदद से बनाया गया है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो महाकुंभ का एक ड्रोन शॉट है जिसे वीडियो क्रिएटर अन्वेष पटेल ने शूट किया है. साथ ही वीडियो में इस्तेमाल की गई आवाज के AI जनर
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में जमीन विवाद संबंधी मामले पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई का है.
बूम ने पाया कि कॉमेडियन समय रैना का अमिताभ बच्चन से रेखा को लेकर जोक करने वाला यह वीडियो एआई जनित है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो जनवरी 2025 में झारखंड के धनबाद में हुई एक घटना का है. इसका प्रयागराज में जारी महाकुंभ मेले से कोई संबंध नहीं है.
बूम ने पाया कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की यह तस्वीर 1 फरवरी 2020 की है, तब राजीव कुमार वित्त सचिव के पद पर थ
बूम ने अपनी जांच में पाया कि अरविंद केजरीवाल द्वारा शेयर किया गया हरियाणा सीएम का वीडियो क्रॉप्ड है. यमुना का पानी पीते नायब सिंह सैनी के विजुअल को वी
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि केजरीवाल को मुसलमानों का मसीहा बताने वाला पैम्फलेट 2020 के चुनाव के दो दिन पहले सामने आया था जब दिल्ली निवासियों को अखबार
बूम ने पाया कि सोशल मीडिया पर युवकों की नारेबाजी का वीडियो 27 जनवरी की सुबह साढ़े पांच बजे का है, जबकि महाकुंभ में भगदड़ मचने की घटना 28 जनवरी की रात
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर AI जनरेटेड है. डीपफेक डिटेक्टर टूल के मुताबिक, इसके AI जनरेटेड होने की संभावना 95 प्रतिशत से अधिक है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि महाकुंभ में गंगा स्नान करते हुए फिल्म अभिनेता प्रकाश राज की तस्वीर एआई द्वारा बनाई गई है. प्रकाश राज ने अपने एक्स अकाउंट
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या का नहीं है, वीडियो स्वतंत्रता दिवस 2024 के मौके पर रिलीज हुआ था.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि महाकुंभ में पहुंचने के दावे से शेयर की जा रही WWE रेसलर्स की तस्वीरें AI निर्मित हैं.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश के वाराणसी में शंखनाद किए जाने का है, जब फरवरी 2023 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू काशी के दशाश्वमेध घाट पर गं
बूम ने पाया कि डिजिटली क्रिएट किए गए वीडियो को वास्तविक मानकर शेयर किया जा रहा है.
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर महाकुंभ मेले में पकड़े गए किसी अयूब खानकीनहीं है. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से क्रिएट किया गया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि सैफ अली खान एवं सलमान खान की वायरल की जा रही तस्वीरें एआई से बनाई गई हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा काली स्याही से लिखे चेक पर प्रतिबंध लगाने का दावा गलत और आधारहीन है
बूम ने पाया कि लॉस एंजिलिस की आग के लिए FBI द्वारा एक कंंपनी के सीईओ को गिरफ्तार करने के दावे से वायरल वीडियो कई पुराने, अलग-अलग और असंबंधित विजुअल्स
बूम ने पाया कि एक आम विदेशी नागरिक की गलत पहचान की गई है. गेट्स फाउंडेशन के एक प्रतिनिधि ने बूम से पुष्टि की कि वीडियो में दिखाई दे रहे शख्स बिल गेट्स
बूम ने पाया कि अमेरिकी शहर टेक्सास के मैन्सफील्ड में इस ड्रोन शो का आयोजन हुआ था.
बूम ने पाया कि बीजेपी द्वारा शेयर किए गए वीडियो में दिख रही खस्ताहाल सड़कें भाजपा शासित हरियाणा के फरीदाबाद की हैं.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 27 दिसंबर 2024 को प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में बने एक अस्थायी अस्पताल में फायर सर्विस विभाग द्वारा की गई एक मॉक ड्रि
बूम ने पाया कि यह तमिलनाडु के तंजावुर के एक साधु 'रामभाऊ स्वामी' पर बनी डॉक्युमेंट्री 'द फायर योगी' की एक वीडियो क्लिप है. इसका महाकुंभ से कोई लेना-दे
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर 22 दिसंबर 2024 की यानी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन से पहले की है. तब राहुल गांधी परिवार संग दिल्ली के क्वॉलिटी
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो साल 2022 का है. आंध्रप्रदेश के तिरुपति में आर्थिक तंगी की वजह से एक शख्स एंबुलेंस का खर्चा नहीं उठा सका था, जिसके चलते उसे
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर एडिटेडहै. तिहाड़ जेल की फाइल फोटो में केजरीवाल के बैनर को अलग से जोड़ा गया है.
बूम ने पाया कि आरोपी का नाम राहुल है. बूम को यूपी की अमरोहा पुलिस ने बताया कि पीड़िता और आरोपी दोनों एक ही जाति और धर्म से हैं.
बूम ने पाया कि वीडियो उत्तर प्रदेश का है. इसे क्रिएटर ब्रजेश मिश्रा ने लखनऊ के आशियाना चौराहे के पास रिकॉर्ड किया था.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो थाईलैंड में आयोजित हुए 'खोन महोत्सव 2024' का है. इसमें एक हाथी के चेहरे पर दो मुखौटे लगे हुए हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि शिखर धवन-हुमा कुरैशी, हार्दिक पांड्या-सारा अली खान और मोहम्मद शमी-सानिया मिर्जा की तस्वीरें एआई जनरेटेड हैं.
यह वीडियो एआई वॉयस क्लोनिंग करके एडिट किए गए हैं. बूम ने पंचायत सीरीज के एक्टर फैसल मलिक से भी संपर्क किया, जिन्होंने दिल्ली चुनाव में AAP का समर्थन क
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो में बाइक की सीट कवर पर ब्लेड चलाने वाले शख्स का नाम धीरज अग्रवाल है.
बूम ने पाया कि छात्रा से छेड़खानी का सीसीटीवी वाला वीडियो महाराष्ट्र के परभणी जिले में हुई एक घटना का है, वहीं युवक की पुलिस से पिटाई का वीडियो मध्यप्
बूम ने पाया कि एबीपी न्यूज या न्यूज 18 ने दिल्ली चुनाव से जुड़ी ओपिनियन पोल वाली वायरल बुलेटिन नहीं चलाई है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो फरवरी 2020 से ही इंटरनेट पर मौजूद है. न्यूज रिपोर्ट में इसे CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के खुरेजी खास
बूम ने पाया कि वीडियो इसी साल अगस्त में बांग्लादेश के सिराजगंज में हुए एक सूफी दरगाह पर हमले का है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो त्रिपुरा के कदमतला बाजार मस्जिद का है. यहां बीते 7 अक्टूबर को भड़की हिंसा में तोड़फोड़ की घटना सामने आई थी.