राय और ब्लॉग्स / बूमलाइव
बूम ने पाया कि एबीपी न्यूज या न्यूज 18 ने दिल्ली चुनाव से जुड़ी ओपिनियन पोल वाली वायरल बुलेटिन नहीं चलाई है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो फरवरी 2020 से ही इंटरनेट पर मौजूद है. न्यूज रिपोर्ट में इसे CAA विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली के खुरेजी खास
बूम ने पाया कि वीडियो इसी साल अगस्त में बांग्लादेश के सिराजगंज में हुए एक सूफी दरगाह पर हमले का है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो त्रिपुरा के कदमतला बाजार मस्जिद का है. यहां बीते 7 अक्टूबर को भड़की हिंसा में तोड़फोड़ की घटना सामने आई थी.
मुरादाबाद एसपी सिटी ने बूम से इसकी पुष्टि की कि पीड़ित कॉन्स्टेबल हिंदू नहीं बल्कि मुस्लिम समुदाय से आती हैं.
बूम ने जांच में पाया कि मुलायम सिंह यादव के अधूरे वीडियो को गलत संदर्भ के साथ शेयर किया जा रहा है. मूल वीडियो में वह अपनी पार्टी पर लगे हिंदू विरोधी औ
बूम ने पाया कि सांप्रदायिक दावे वाला एनडीटीवी के लोगो वाला ग्राफिक फेक है. साथ ही किसी भी विश्वसनीय मीडिया आउटलेट में भी ऐसी कोई खबर नहीं है.
बूम ने जांच में पाया कि बैल के सिर पर गोली मारने का वीडियो मई 2024 से इंटरनेट पर उपलब्ध है और केरल से संबंधित नहीं है.
बूम को कांग्रेस उम्मीदवार कुणाल पाटिल ने बताया कि उन्हें धुले के अवधान गांव में जीरो वोट मिलने का दावा झूठा है. उन्होंने कहा कि उन्हें कही भी जीरो वोट
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो कुशीनगर का है, जब जिले के भगवानपुर गांव में दो पक्षों के बीच सड़क को लेकर हुआ विवाद मारपीट में बदल गया था.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो को मुकेश अंबानी और रिलायंस के एक विज्ञापन की क्लिप की मदद से बनाया गया है और इसमें AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेम
बूम ने अपनी जांच में पाया कि मूल वीडियो में लोग 'नील गगन पर उड़ते बादल' वाला गीत गा रहे थे.
वायरल वीडियो साल 2018 का है जब सलमान खान जोधपुर जेल में दो दिन काटने के बाद बाहर आ रहे थे.
बूम को मध्य प्रदेश पुलिस ने बताया कि यह राज्य के खरगोन जिले की एक पुरानी घटना का वीडियो है, इसमें किसी भी तरह का जातीय एंगल नहीं था.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो नवंबर 2022 में हुई एक पुरानी घटना का है, जब आम आदमी पार्टी के कुछ आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने विधायक गुलाब सिंह यादव के साथ म
बूम ने पाया कि यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऐसा कोई पोस्ट नहीं किया है. इसके अलावा वायरल स्क्रीनशॉट फेक है.
Anjali Birla's Wedding: बूम ने अपनी जांच में पाया कि अंजली बिरला की शादी अनीश राजानी से हुई है जो एक सिंधी हिंदू परिवार से आते हैं. अनीश राजानी के पित
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि अमित शाह का वायरल वीडियो को एडिट कर 'जी' संबोधन को म्यूट किया गया है. मूल वीडियो में वह 'चंपई जी' संबोधित करते हुए उनसे स
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल पोस्ट में मुस्लिमों की प्रजनन दर के 1992-93 के आंकड़े को अन्य धर्म के 2019-2021 के आंकड़े के साथ जोड़ा गया है.
Wayanad Bypoll: बूम ने पाया कि लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान यह फर्जी वीडियो बनाया गया था. इस वीडियो को लेकर कांग्रेस ने पुलिस से शिकायत भी की थी.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि डोनाल्ड ट्रंप का वायरल स्क्रीनशॉट एक पैरोडी अकाउंट का है जिसे अश्विनी श्रीवास्तव नाम के एक एक्स यूजर द्वारा मैनेज किया जा
Wayanad Bypoll 2024: बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि मूल तस्वीर में राहुल गांधी की टी-शर्ट पर 'आई लव वायनाड' लिखा है.
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि योगी आदित्यनाथ का वायरल वीडियो मार्च 2024 में ABP न्यूज को दिए एक इंटरव्यू का हिस्सा है जिसमें वह मुस्लिम समुदाय को
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो यूपी के कानपुर की डिविनिटी होम्स सोसाइटी का है. यह विधानसभा चुनाव 2022 के दौरान का वीडियो है.
साइबर अपराध के नए प्रारूप डिजिटल अरेस्ट को लेकर लगातार जागरूकता और चर्चा के बाद भी इसके केस कम नहीं हो रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि न्यूज चैनल आजतक के दावे से वायरल वीडियो फेक है. महाविकास अघाड़ी गठबंधन ने ऐसी कोई मांग नहीं मानी है.
बूम को घटना के जांच अधिकारी ने बताया कि इसमें कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं है और आरोपी हिंदू समुदाय से ही है.
Indira Gandhi viral photo: बूम ने अपनी जांच में पाया कि वास्तव में इंदिरा गांधी भुट्टा खा रही थीं और यह तस्वीर वरिष्ठ फोटोग्राफर श्रीधर नायडू ने क्लिक
बूम ने पाया कि वायरल दावा गलत है. यह वीडियो साल 2020 का है, तब उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के मद्देनजर मुसलमानों की नागरिकता को लेकर आश्वस्त करते ह
बूम ने अपनी जांच में पाया कि ऑटो रिक्शा की मूल तस्वीर में केजरीवाल के खिलाफ स्लोगन नहीं लिखा हुआ था. यह तस्वीर साल 2013 की है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि डॉ. बिमल छाजेड़ की मौत की खबर देते पत्रकार रजत शर्मा का वायरल वीडियो फेक है. इसमें AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल किया गया ह
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो केरल के कासरगोड में 2019 की रैली का है. इसके अलावा उस वीडियो में दिखाई दे रहे हरे झंडे IUML के हैं.
बूम ने पाया कि साल 2018 के वीडियो को उसके मूल संदर्भ से काटकर एडिट किया गया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि पत्रकार रजत शर्मा, योगी आदित्यनाथ और सर्जन देवी शेट्टी का वायरल वीडियो एडिटेड है. इसमें AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल किया
बूम ने अपने फैक्ट में पाया कि दिल्ली पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर योगेश कुमार को नादिरशाह हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार किया है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो फरवरी 2023 में दुबई में आयोजित इंटरनेशनल एनवायरमेंट कॉन्फ्रेंस का है. इसका लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान के मा
बूम को गाजियाबाद के क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना की SHO प्रीति गर्ग ने बताया कि आरोपी मेड का नाम रीना देवी है जो हिंदू है.
अभिनेता सलमान खान का वायरल वीडियो अप्रैल 2020 का है जब उन्होंने कोरोना महामारी का उल्लंघन कर रहे लोगों के लिए एक वीडियो मैसेज शेयर किया था.
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि यह स्क्रिप्टेड वीडियो संजना गलरानी नाम की एक कंटेट क्रिएटर ने बनाया है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो साल 2022 का है, जब गुजरात के खेड़ा में गरबा कार्यक्रम में पथराव के आरोपियों को पुलिस ने सरेआम पीटा था.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो में दिख रहा फाइटर जेट 'तेजस' नहीं है. स्वदेशी फाइटर जेट 'तेजस' वर्टिकल टेक ऑफ नहीं कर सकता है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि एंकर अंजना ओम कश्यप और चिकित्सक दीपक चोपड़ा का वायरल वीडियो एडिटेड है. इसमें AI जनरेटेड वॉइस का इस्तेमाल किए जाने की संभा
बूम से बेंगलुरु पुलिस ने पुष्टि की कि मामले का मुख्य आरोपी मुक्तिरंजन रॉय है. पुलिस के अनुसार, मोहम्मद अशरफ का नाम सामने आया था, लेकिन उसकी कोई भूमिका
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2011 में सपा के ही दूसरे नेता राजा चतुर्वेदी के साथ हुई पुलिस लाठीचार्ज का है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो स्क्रिप्टेड है. इस वीडियो को शैक्षिक और मनोरंजन के उद्देश्य से बनाया गया था.
बूम को सुल्तानपुरी के राज पार्क पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने बताया कि घटना में आरोपी और पीड़िता दोनों एक ही समुदाय (हिंदू)सेआतेहैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो महाराष्ट्र के लातूर में 19 सितंबर 2024 को मिलाद-उन-नबी के मौके पर निकाली गई बाइक रैली का है.
कांगड़ा डीएसपी अंकित शर्मा ने मीडिया को बताया कि इस मामले में पुलिस ने निशा देवी नाम की महिला को हिरासत में लिया है जो मानसिक रूप से बीमार है.
वायरल वीडियो साल 2020 का है जब तीन कृषि कानून के विरोध में किसानों ने बीजेपी नेताओं की ट्रैक्टर रैली रोकी थी और उन्हें काले झंडे दिखाए थे.
बूम ने पाया कि वीडियो 2019 का है. वीडियो में महिला आर्टिकल 370 निरस्त किए जाने के बाद लगाए गए लॉकडाउन से आई मुश्किलों के बारे में बता रही है.