आध्यात्मिक / जागरण
कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होने से जातक को करियर और कारोबार में मन मुताबिक सफलता मिलती है। बुध के कमजोर होने पर स्मरण शक्ति कमजोर हो जाती है। साथ ही व्
चैत्र पूर्णिमा के दिन चन्द्रमा अपनी सभी कलाओं से परिपूर्ण रहता है। इसलिए चैत्र पूर्णिमा के दिन चंद्र देव की पूजा करने का विधान है। साथ ही भगवान विष्णु
इस मूर्ति की कथा का मूल जहां हमें वाल्मीकि रामायण में देखने को मिलता है वहीं इसके संबंध में विशेष आध्यात्मिक बातें आनंद रामायण कृतिवासीय रामायण भावार्
धार्मिक मान्यता के अनुसार विकट संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने से इंसान को सभी प्रकार के दुख और संकट से छुटकारा मिलता है। अगर आ
साल में दो बार छठ का पर्व मनाया जाता है। एक चैत्र माह में और दूसरा दिवाली के बाद कार्तिक माह में। इस बार 15 अप्रैल को चैती छठ का समापन होगा। मान्यता ह
विनायक चतुर्थी का पर्व गणपति बप्पा को समर्पित है। हर माह में चतुर्थी का पर्व 2 बार आता है। इस बार विनायक चतुर्थी (Vinayak Chaturthi 2024) का पर्व 12 अ
हिंदुओं का वर्षारंभ नास्ति मातृ समोगुरुः पर आधारित है जिसका अर्थ है माता के समान अन्य कोई गुरु नहीं है। गुरुरूपिणी माता की वंदना-उपासना से नए वर्ष का
रविवार के दिन भगवान सूर्य की पूजा होती है। इस दिन का ज्योतिष शास्त्र में विशेष महत्व है क्योंकि यह ग्रहों के राजा सूर्य देव को अर्पित है। ऐसा माना जात
शुक्रवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी की विशेष पूजा की जाती है। साथ ही धन प्राप्ति समेत सांसारिक सुखों की प्राप्ति हेतु लक्ष्मी वैभव व्रत भी रखा जाता