योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के अखिलेश यादव द्वारा किसी मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाने वाले और मर्द मुसलमान पूछता क्यों नहीं के बयान पर का संभल के सपा विधायक इकबाल महमूद ने करारा जबाब दिया है। महमूद ने कहा कि मुसलमानों को किसी पद की भूख नहीं है, वह जानता है कि कहां क्या कर सकता है। उन्होंने साफ कहा कि राजभर को मुसलमानों को चुनौती नहीं देनी चाहिए। इकबाल महमूद ने कहा कि 2017 से पहले ऐसा दौर था, जब राजस्थान में बरकत उल्ला खां और महाराष्ट्र में एआर अंतुले मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं। आरएसएस, बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद जैसे संगठन हमेशा चिंतित रहते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “मैं इनसे कहता हूं कि अगले 500 साल तक हिंदुस्तान में मुसलमान प्रधानमंत्री नहीं बन सकता। सपा विधायक ने कहा, “कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने मुसलमानों के लिए हमेशा कुछ न कुछ किया है, तभी मुसलमान उन्हें वोट देता है। लेकिन बीजेपी दिखावे के लिए भी नहीं करती। वह तो 80 और 20 का बंटवारा कर सत्ता हासिल करती है। राजभर जी उसी पार्टी से जा मिले हैं, अगर इतना ही मुसलमानों का दर्द था तो अखिलेश जी से शर्त क्यों नहीं रखी कि किसी मुसलमान को मुख्यमंत्री बनाया जाए?” महमूद ने कहा कि मुसलमान हमेशा गैर-मुस्लिम नेताओं को ही स्वीकार करता आया है। चाहे वह जवाहरलाल नेहरू हों, इंदिरा गांधी, वीपी सिंह, मोरारजी देसाई, अटल बिहारी वाजपेयी हों या आज हिंदुस्तान के चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया सभी हिंदू ही रहे हैं। “हमने कभी एतराज नहीं किया, हम उनके साथ हैं जो हमारे साथ खड़े रहते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि मुसलमानों की प्राथमिकता पद नहीं बल्कि अपने धर्म, मस्जिदों और मदरसों की सुरक्षा है। “इज्जत हमें खुदा देता है और अल्लाह की तरफ से मिलती है। हम उसी कुदरत को मानने वाले हैं और मानते हैं कि जो कुछ होता है, अल्लाह की मर्जी से होता है।”
मंडावा पुलिस की साइबर अपराध पर बड़ी कार्रवाई:संदिग्ध खाताधारकों पर शिकंजा, चार गिरफ्तार
झुंझुनूं जिले के मंडावा थाना क्षेत्र में साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। विभिन्न साइबर अपराध संबंधी शिकायतों में संलिप्त पाए गए कुल चार खाताधारकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि कुछ आरोपी अपने बैंक खाते किराये पर देकर धोखाधड़ी में मददगार बने। पुलिस अब इन खाताधारकों से विस्तृत पूछताछ कर रही है और अलग से कानूनी कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। यह पूरी कार्रवाई झुंझुनूं पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने मंडावा थानाधिकारी रामनिवास के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम ने साइबर पुलिस पोर्टल से प्राप्त शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए यह सफलता हासिल की। साइबर पोर्टल से मिला सुराग भारत सरकार द्वारा संचालित राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर लगातार ऐसे मामलों की शिकायतें मिल रही थीं, जिनमें संदिग्ध बैंक खातों का इस्तेमाल धोखाधड़ी में किया जा रहा था। इसी कड़ी में विभिन्न बैंकों ने ऐसी खातों की सूची तैयार कर पुलिस को भेजी। जांच में पाया गया कि इन खातों से ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराधों में धन का लेन-देन हुआ है। इसी अभियान के तहत झुंझुनूं पुलिस ने मंडावा थाना क्षेत्र के कई खाताधारकों की बैंक डिटेल जुटाई। खातों के संचालन और उनके लेन-देन का विश्लेषण करने पर स्पष्ट हुआ कि खाताधारक अपनी बैंक आईडी और पासबुक किराये पर देकर अपराधियों को मदद कर रहे थे। पुलिस ने ऐसे की कार्रवाई जांच के दौरान मंडावा थाना पुलिस ने चार गैरसाइलान खाताधारकों को शांतिभंग में गिरफ्तार किया। फिलहाल इनसे पूछताछ की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनके संपर्क में कौन लोग थे और साइबर ठगी के पीछे असली मास्टरमाइंड कौन है। साइबर अपराधियों से बचने की अपील झुंझुनूं पुलिस ने जिले के आमजन से अपील की है कि वे किसी भी स्थिति में अपने बैंक खाते, एटीएम कार्ड, मोबाइल नंबर या ओटीपी अज्ञात व्यक्ति से साझा न करें। मामूली फायदे के लिए खाता किराये पर देना भविष्य में बड़ी कानूनी मुश्किल का कारण बन सकता है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि साइबर अपराध रोकने में जनता का सहयोग बेहद जरूरी है। अगर किसी को संदिग्ध कॉल या लेन-देन की जानकारी मिले तो तुरंत नजदीकी थाने या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें। इन्हें किया गिरफ्तार 1. अनिल कुमार पुत्र सुरेश कुमार, जाति जाट, उम्र 27 वर्ष, निवासी जीतास, थाना मंडावा जिला झुंझुनूं। 2. शहबाज पुत्र अमजाद खान, जाति कायमखानी, उम्र 25 वर्ष, निवासी कोलाली, थाना मंडावा जिला झुंझुनूं। 3. शौयल पुत्र उम्मेद खान, जाति कायमखानी, उम्र 23 वर्ष, निवासी कोलाली, थाना मंडावा जिला झुंझुनूं। 4. मोहम्मद अदरीश पुत्र सलीम, जाति काजी, उम्र 25 वर्ष, निवासी मखवास, थाना मंडावा जिला झुंझुनूं।
जैसलमेर में लोक अदालत के दौरान साल भर से अलग रह रहे पति पत्नी शनिवार को एक हुए और साथ रहने को तैयार हुए। लोक अदालत में समझाने के बाद दोनों राजीखुशी अपने घर गए। दरअसल, जैसलमेर में शनिवार को आयोजित हुए लोक अदालत में 5 हजार से भी ज्यादा मामले आए। जिनमें एक मामले में पति ने कोर्ट में तलाकनामा दाखिल किया था। पति-पत्नी बीते एक साल से अलग रहे थे। ADJ किशोर कुमार तालेपा ने बताया- लोक अदालत की भावना के अनुरूप पति-पत्नी एक हो गए। दोनों की शादी करीब 2 साल पहले हुई थी। उन्होंने बताया- इसमें लंबित पुराने मामलों में राजीनामा या निपटाने के कार्य किए जा रहे है। राष्ट्रीय लोक अदालत में पारिवारिक मामलों के साथ अन्य मामले में निपटाए जा रहे है। इसमें सबसे अधिक बैकिंग-बिजली व लोन आदि से संबंधित मामले हैं। पारिवारिक झगडे ने लिया तलाक का रूप दरअसल, जैसलमेर निवासी एक पति पत्नी की 2 साल पहले ही शादी हुई थी। इसके बाद उनका पारिवारिक जीवन अच्छा चला। इसके बीच में एक-दूसरे पर छोटी-मोटी बातों को लेकर दूसरे पर आरोप लगाकर कहासुनी शुरू हुई। आपस में विवाद इतना बढ़ा कि दोनों अलग हो गए। साल भर पहले पति ने कोर्ट में तलाकनामा दाखिल किया। उसने कोर्ट को बताया कि मेरा पति-पत्नी का रिश्ता बिगड़ गया है। हम साथ नहीं रहना चाहते है। लोक अदालत में समझाने पर मानेADJ किशोर कुमार तालेपा ने बताया- शनिवार को आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में दोनों को बुलाकर आपस में समझाइश की। परिवार व अन्य समाज के मौजिज लोगों के बीच कोर्ट द्वारा समझाने पर दोनों मान गए। राष्ट्रीय लोक अदालत में दोनों ने एक बार फिर साथ रहने का फैसला किया। राष्ट्रीय लोक अदालत से प्रेरित होकर दोनों ने आपस में समझौता कर लिया। इस साल की तृतीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजनइस साल की ये तीसरी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया। इसमें प्री-लिटिगेशन स्टेज पर धन वसूली के प्रकरण, विद्युत विभाग के बकाया बिलों के प्रकरण, बी.एस.एन.एल. के बकाया बिलों से संबंधित प्रकरण और न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों में दाण्डिक शमनीय अपराध, धारा 138 परक्राम्य विलेख अधिनियम, धन वसूली मामले, एम.ए.सी.टी. मामले, वैवाहिक एवं भरण-पोषण के विवाद, घरेलू हिंसा के विवाद (तलाक को छोड़कर), श्रम एवं नियोजन संबंधी विवादों के प्रकरण, राजस्व प्रकरण, उपभोक्ता संरक्षण मंच में लम्बित प्रकरण तथा अन्य सिविल मामले जिनमें आपसी राजीनामा से निपटारा किया गया।
प्रदेश में बारिश एवं बाढ़ से प्रभावित फसलों का मिलने वाले मुआवजे में बीमा कंपनियों की ओर से कोताही बरतने का मामला सामने आया है। सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा और पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति ने बीमा कंपनियों को आड़े हाथ लेते हुए सर्वे आंकलन में गड़बड़ के आरोप लगाए हैं। सांसद ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है। समिति के जिला प्रधान सतीश बैनीवाल ने बताया कि किसानों ने जलभराव में खराब हुई फसलों के लिए 14447 पर अपनी खराबे की शिकायते दर्ज करवाई थी। अब HDFC फसल बीमा कंपनी वाले गांव में किसानों के कागज इक्ट्ठे करने के लिए आ रहे है। पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने मीडिया को जारी बयान में कहा है कि सिरसा सहित प्रदेश के 12 जिलों में धान की फसल बाढ़ और जलभराव से पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है, लेकिन बीमा कंपनियां इसे नुकसान मानने से साफ इंकार कर रही है। जिन किसानों ने फसल बीमा योजना के तहत प्रीमियम भरा, परंतु जब मुआवज़ा देने की बारी आई तो कंपनियां और सरकार दोनों ही किसानों से मुंह मोड़ रही है। बीमा कंपनियों की मनमारी रोकने को सरकार उठाए कदम : सैलजा सैलजा ने कहा कि भाजपा सरकार बीमा कंपनियों की मनमानी रोकने के लिए सख्त नियम बनाए जाएं और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि यह किसानों के साथ खुला अन्याय है। बीमा कंपनियों को यह अधिकार किसने दिया कि वे डूबी हुई फसल को ‘नुकसान’ ही न मानें? उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा सरकार इन कंपनियों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है। सरकार-कंपनी आपस में मिली : सैलजा सैलजा ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि सरकार और बीमा कंपनियां आपस में मिली हुई है और किसानों को मुआवजे के नाम पर गुमराह कर रही है। कुमारी सैलजा ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि तुरंत विशेष गिरदावरी करवाई जाए और बर्बाद हुई फसल का उचित मूल्यांकन किया जाए। सभी प्रभावित किसानों को बिना किसी देरी के मुआवजा दिया जाए, बीमा कंपनियों की मनमानी रोकने के लिए सख्त नियम बनाए जाएं और दोषियों पर कार्रवाई की जाए। सांसद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ेगी और जब तक प्रभावित किसानों को उनका हक़ नहीं मिल जाता। तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा। कंपनी सर्वेयर अकेले गांवों में आकर कागज इकट्ठे कर रहे : समिति पगड़ी संभाल जट्टा किसान संघर्ष समिति हरियाणा के राज्य कमेटी मेंबर व हिसार ब्लॉक 2 सचिव अनिल गोरछी ने बताया कि HDFC फसल बीमा कंपनी के सर्वेयर वाले अकेले आकर किसानों के गावों गावों में आकर कागज इक्कठे कर रहे हैं। ये तरीका फसल बीमा कंपनी वालों का गलत है। उनके साथ ना तो कृषि विभाग का अधिकारी है ओर ना ही गांव का नंबरदार है। किसानों का आरोप है कि खाली फार्मों पर साइन करवा कर फसल बीमा कंपनी वाले अपनी मर्जी से खराब दर्ज करेंगे। महासचिव संदीप सिवाच ने कहा कि कोई भी किसान साथी अपने कागज फसल बीमा कंपनी वालों को ना दे ओर ना ही खाली फार्मों पर साइन करे।
शॉपिंग से ज्यादा बुक्स खरीदना पसंद है। उन्हें पढ़ना और भी ज्यादा पसंद है। डिजिटल जमाने में रील और वीडियो देखकर सिर दर्द होता है, तो हमें लगता है कि शांति के लिए किताब पढ़नी चाहिए। किताब एक ऐसी चीज है, जिसमें इंटरनेट की कोई जरूरत नहीं होती है। यह कहना है हज़रतगंज की रहने वाली समृद्धि का। उन्होंने कहा-किताब पढ़ने से हमारी थिंकिंग पावर, रिटेन और स्पोकन कम्युनिकेशन स्किल्स इम्प्रूव होती हैं। समृद्धि की तरह सैकड़ों युवा लखनऊ के बलरामपुर गार्डन में चल रहे 22वें राष्ट्रीय पुस्तक मेले का हिस्सा बनने आ रहे हैं। मेले का उद्घाटन 4 सितंबर को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया था। यह मेला 14 सितंबर तक चलेगा। 75 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में फैले इस मेले में 50 से अधिक प्रकाशकों के 120 से ज्यादा स्टॉल हैं। यहां दिल्ली, राजस्थान, बिहार और गुजरात सहित कई राज्यों से किताब विक्रेता आए हैं। साहित्य में रुचि ले रहा युवा मेले में साहित्य, इतिहास-भूगोल, विज्ञान और कला की किताबें युवाओं और छात्रों में लोकप्रिय हैं। मेले में आध्यात्मिक, धार्मिक, लोक संस्कृति और ऐतिहासिक पुस्तकों की अच्छी बिक्री हो रही है। प्रकाशन विभाग दिल्ली, उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान, उर्दू अकादमी और भारतीय कला प्रकाशन के स्टॉल पर पाठकों की भीड़ है। सम्यक प्रकाशन के स्टॉल पर आदिवासी पत्र-पत्रिकाएं और नई किताबें उपलब्ध हैं। बौद्ध साहित्य में 'बौद्ध जीवन आचार विचार' और 'भगवान बुद्ध की अंतिम यात्रा' जैसी पुस्तकें लोगों को आकर्षित कर रही हैं। संविधान प्रचार समिति के स्टॉल पर 'भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर', 'महाबोधि महाविहार मुक्त आंदोलन' और 'धर्म का विज्ञान और विज्ञान का धर्म' जैसी नई किताबें पाठकों का ध्यान खींच रही हैं। युवा ज्यादा किताब लेने में ज्यादा रिस्पॉन्स कर रहे पुस्तक मेले में दिल्ली से आए पीयूष गुप्ता ने बताया- हम पिछले 3 साल से इस पुस्तक मेले में स्टॉल लगा रहे हैं। इस बार स्टूडेंट्स फिक्शन में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। मिडिल एज वाले मैनेजमेंट में। जो एजेंट लोग हैं, वे धार्मिक किताबें ज्यादा खरीद रहे हैं। युवा ज्यादा रिस्पॉन्स कर रहे हैं। भगवान राम के ऊपर पुस्तक गुजरात अहमदाबाद से पुस्तक मेले में शामिल हुईं अपूर्वा शाह ने बताया- हमने मोदी का फोटो कट-आउट करके उसके मॉडल में एक पुस्तक बनाई। बाद में हमने भगवान राम के ऊपर कट-आउट करके एक पुस्तक बनाई। कुछ न कुछ हम नया करते रहते हैं, हम कुछ अच्छा ही बाँटना चाहते हैं। मोदी के कट-आउट वाली किताब में कुछ भी राजनीतिक नहीं लिखा है। उसमें सिर्फ उनके गुण और उनकी सकारात्मक सोच के बारे में लिखा है। उनका जीवन कितना सरल था। एक छोटा चाय वाला आदमी कहाँ से कहाँ पहुँच जाता है! उनके जीवन से हमें कुछ प्रेरणा लेनी चाहिए। इसी सोच के साथ हमने यह पुस्तक बनाई है। ताम्रपत्र पर हनुमान चालीसा साथ ही, हमने सबसे छोटी श्रीमदभगवद्गीता बनाई है। 18 अध्याय संपूर्ण और अर्थ सहित हैं। यह सबसे पहली ऐसी पुस्तक है जो इतने छोटे आकार में है। इसे आराम से नहीं पढ़ सकते, लेकिन फोन में इसकी फोटो खींचकर आसानी से पढ़ सकते हैं। हमने यह सोचकर इसे बनाया कि अब जब कोई बाहर जाता है, तो उसके साथ एक सकारात्मक ऊर्जा और पवित्र ग्रंथ साथ रहे। उसी हिसाब से हमने इसका छोटा आकार रखा है। इसका वज़न लगभग 80 ग्राम है, 400 पेज हैं और हम इसे ₹80 में बेच रहे हैं। फिलासफी की किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद पुस्तक मेला घूमने आए आयुष ने बताया- हमें सेल्स ग्रोथ और फिलासफी जैसे विषयों में किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद है। किताबें पढ़ने से अपना जीवन बेहतर बना पाए, इसके लिए हम पढ़ते हैं। दर्शन में लाइफ के चैप्टर होते हैं, उनको हम ज्यादा पढ़ना पसंद करते हैं। मोटिवेशनल किताबें पढ़ती हूं संजना ने बताया- हम दो कैटेगरी में किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद करते हैं। एक साइड हमें लव स्टोरी पढ़ना ज्यादा पसंद है। दूसरी साइट मोटिवेशनल किताबें पढ़ना ज्यादा पसंद है।
नर्मदापुरम में जिला अस्पताल तिराहे के पास तेज रफ्तार कार ने उत्पात मचाया। कार ड्राइवर लापरवाही तरीके से तेज गति से गाड़ी चलाते भाग गया। इस बीच कार ड्राइवर ने बाइक सवार दो मजदूर और एक बच्ची को टक्कर मारी। घटना शनिवार दोपहर करीब 12.15 बजे की है। दुर्घटना में मजदूर ताराचंद यादव को सिर में और अनूप राजपूत को हाथ में खरोंच आई। दोनों ने पहले जिला अस्पताल में उपचार कराया। इसके बाद कोतवाली थाने पहुंचकर शिकायत की। पुलिस ने अज्ञात कार के ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज किया। पुलिस टक्कर मारने वाली कार और उसके ड्राइवर को ढूंढने के लिए सीसीटीवी खंगाल रही है। आईटीआई रोड निवासी अनूप राजपूत ने बताया मैं और साथी ताराचंद सामान खरीदने के लिए बाइक से बाजार जा रहे थे। अस्पताल तिराहे के पास एक सफेद रंग की कार पीछे से तेज रफ्तार से आई। हमें टक्कर मारते हुए कोठी बाजार की तरफ निकल गई। इस दौरान उसने एक बच्ची को भी टक्कर मारी। कोतवाली टीआई कंचन सिंह ठाकुर ने बताया तेज रफ्तार अज्ञात कार ने टक्कर मारी है। केस दर्ज कर लिए है और कार की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे है।
मोबाइल फोन की वजह पति-पत्नी के बीच टूटी रिश्तों की डोर नेशनल लोक अदालत में न्यायाधीशों की समझाइश के बाद एक बार फिर से जुड़ गई। देवेंद्र और राखी की शादी जून 2022 में हुई थी। दोनों दिसंबर 2024 से अलग रह रहे थे। पत्नी राखी का कहना था कि उसकी शादी उसकी मर्जी से नहीं हुई। पति देवेंद्र का आरोप था कि पत्नी हमेशा मोबाइल पर किसी से बात करती रहती है। विवाद बढ़ने पर मामला न्यायालय तक पहुंच गया। राखी ने अपने मायके जाकर भरण पोषण का केस लगा दिया था। लोक अदालत में न्यायाधीशों के सामने राखी ने मोबाइल का कम उपयोग करने का भरोसा दिया। देवेंद्र ने पत्नी को खुश रखने का वादा किया। कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश मोहम्मद अजहर ने बताया कि सुलहकर्ताओं ने कई बार दंपती से चर्चा की। कोर्ट में पहनाई एक-दूसरे को माला अधिवक्ता मनीष नगाइच ने बताया कि दोनों के बीच अविश्वास की वजह से यह स्थिति बनी थी। काउंसलिंग के बाद दोनों को समझ में आया कि उनके बीच कोई बड़ा विवाद नहीं है। जिला सत्र न्यायाधीश सुभाष सोलंकी ने दोनों को एक-दूसरे को माला पहनाकर शुभकामनाएं दीं।
कोटपूतली में 17 सितंबर से शुरू होने वाले ग्रामीण सेवा शिविरों की तैयारियों को लेकर बैठक हुई। राजकीय सरदार जनाना अस्पताल में बीसीएमओ डॉ. पूरण चंद गुर्जर की अध्यक्षता में ये बैठक आयोजित की गई। शिविर में स्वास्थ्य सेवाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा। ओपीडी सेवाएं, मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए घर-घर सर्वे किया जाएगा। 30 साल से अधिक उम्र के लोगों की एनसीडी स्क्रीनिंग, बीपी और शुगर की जांच की जाएगी। कॉमन कैंसर की स्क्रीनिंग भी होगी। महिलाओं के लिए विशेष स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था की गई है। एनीमिया, बीपी, शुगर, हिमोग्लोबिन और बीएमआई की जांच होगी। साथ ही ओरल, ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग भी की जाएगी। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. जयभगवान यादव ने बताया कि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत मरीजों की स्क्रीनिंग और जांच की जाएगी। पोषण किट का वितरण और निश्चय पोषण योजना के तहत सहायता राशि भी दी जाएगी। बीपीओ विजय तिवाड़ी ने बताया कि शिविर में गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण और जांच होगी। बच्चों का टीकाकरण किया जाएगा। ई-केवाईसी, पीएमजेवाई कार्ड वितरण और यूडीआईडी कार्ड जारी किए जाएंगे। ब्लॉक स्तर पर रक्तदान शिविर भी लगेगा। पहला शिविर 17 सितंबर को ग्राम पंचायत देवता और बनार में आयोजित किया जाएगा। इसके बाद प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर शिविर लगेंगे। इन शिविरों का मुख्य उद्देश्य राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को आम लोगों तक पहुंचाना है।
चंदौली के सदर कोतवाली में शनिवार को आयोजित थाना समाधान दिवस में भाजपा नेता राणा प्रताप सिंह ने बाढ़ पीड़ित किसानों के मुआवजे का मुद्दा उठाया। एसडीएम सदर दिव्या ओझा को बताया कि बबुरी क्षेत्र के कई गांवों में बाढ़ से किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं। भाजपा नेता ने कहा कि स्थानीय लोग लगातार मुआवजे की मांग कर रहे हैं। मुआवजे में देरी से किसानों में आक्रोश बढ़ रहा है। बाढ़ से बबुरी, गौरी, मुस्तफापुर, सलेमपुर, अकोढ़ा, भिखारीपुर, खुरूहुजा, बहेरा, चनहटा, चुरमुरी, पड़या, रामगढ़, नेगुरा, मसौनी, जगदीशपुर, त्रिभुवनपुर, भटपुरवा, कुरई, आसुरी, मद्धूपुर, सिकंदरपुर, रघुनाथपुर, चकिया, नकटी और हीरामणपुर की धान की फसल बर्बाद हो गई है। समाधान दिवस में कुल पांच शिकायती पत्र प्राप्त हुए। इनमें से पुलिस से जुड़े एक मामले का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। बाकी मामलों को संबंधित विभागों को भेज दिया गया। कार्यक्रम में तहसीलदार सदर, कोतवाल संजय सिंह समेत कई अधिकारी और किसान मौजूद रहे।
ग्वालियर में शनिवार को जिला एवं शस्त्र न्यायालय के परिसर में साल 2025 की तीसरी नेशनल लोक अदालत लगाई गई थी है। जिसमें मध्य प्रदेश विद्युत मंडल के द्वारा लंबे समय से बिजली का बिल न भरने वाले उपभोक्ताओं के केस लाए गए थे। जहां शहर के अलग-अलग क्षेत्र से उपभोक्ता अपने-अपने बकाया बिल की राशि कम कराकर केस खत्म करने पहुंचे थे। यहां विद्युत मंडल के कर्मचारियों ने इन उपभोक्ताओं से बिल की राशि जमा कराकर उन पर महीनों से कोर्ट में चल रहे प्रकरणों को खत्म कराया है। नेशनल लोक अदालत पहुंचे उपभोक्ताओं में झूठे चोरी के केस, पुराने बिल और चोरी से लाइट जलाते हुए पकड़े गए लोग शामिल थे। नेशनल लोक अदालत पहुंचे कुछ ऐसे बिजली उपभोक्ता भी थे जिन पर बिजली विभाग के अधिकारियों द्वारा जबरन खेत में चोरी की लाइट से मोटर जलाने के मामले दर्ज किए गए थे। लोक अदालत में उप नगर मुरार के ग्राम भेलापुर गांव में आधा दर्जन से ज्यादा किसान पहुंचे थे। जहां किसान रघुवीर सिंह ने बताया कि बिजली विभाग ने उनके खेत में झूठी मोटर चलाने का केस दर्ज कर दिया है। बल्कि हकीकत की है कि ग्वालियर में हुई अधिक वर्षा के चलते उनके पूरे खेत में घुटनों तक पानी भरा हुआ है उनकी फसल पूरी बर्बाद हो गई है। इसके बावजूद भी बिजली विभाग ने उन पर झूठा चोरी का केस लगाकर 10-10 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया है। बिजली विभाग के अधिकारी का कहना है कि उन्हें जमात की पूरी राशि भरना होगी। जुर्माना नहीं भरने के एवाज में उनके ऊपर अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जाएगा। बता दें कि नेशनल लोक अदालत में बिजली विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के सैकड़ों लोगों के पुराने बिल और चोरी के प्रकरणों को खत्म करते हुए करीब चार से पांच लाख रुपए की राशि इन बिल उपभोक्ताओं से जमा कराई है।
राजकीय कॉलेज खैरथल में शनिवार को महिला नीति एवं AISHE समिति के संयुक्त तत्वावधान में स्वास्थ्य, पोषण और आत्महत्या रोकथाम विषय पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत डॉ. नेहा शर्मा ने करते हुए स्टूडेंट्स को अवसाद के कारण, उसके लक्षण पहचानने तथा बचाव के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बढ़ते आत्महत्या के मामलों पर चिंता जताते हुए कहा कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का संतुलन ही जीवन को सकारात्मक दिशा देता है। डॉ. शर्मा ने व्यक्तिगत स्वच्छता, संतुलित आहार और पोषण के महत्व पर भी प्रकाश डाला। साथ ही, नेत्रदान की उपयोगिता बताते हुए कहा कि यह किसी नेत्रहीन के जीवन में उजाला भर सकता है। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. नीतू जेवरिया ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों के तहत कॉलेज विद्यार्थियों को मानसिक अवसाद से बचने एवं स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए समय-समय पर मार्गदर्शन दिया जाता है। इस अवसर पर AISHE समिति की समन्वयक सरस्वती मीणा और महिला नीति समन्वयक साक्षी जैन ने डॉ. शर्मा का आभार व्यक्त किया। संचालन राजवीर मीणा ने किया। कॉलेज में हिंदी दिवस भी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपक चंदवानी ने किया। उन्होंने हिंदी भाषा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए छात्रों से मातृभाषा और अन्य भाषाओं के अध्ययन पर बल दिया। इस अवसर पर विद्यार्थियों राजदीप, मेघा, कुशल सहित कई छात्रों ने प्रस्तुतियां दीं। कार्यक्रम में मीठालाल रैगर, विक्रम सिंह, सौम्या बारेठ और आशीष शर्मा सहित स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
डीग जिले में प्रशासनिक लापरवाही के कारण ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग की स्थिति खराब हो गई है। मार्ग में जगह-जगह जलभराव और कीचड़ की समस्या बनी हुई है। इससे स्थानीय निवासियों और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। साधु-संत और ब्रज यात्रियों को परिक्रमा मार्ग पर चलने में कठिनाई हो रही है। स्कूली बच्चे कीचड़ भरे रास्तों के कारण स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। महिलाओं को दैनिक कार्यों के लिए इन रास्तों से गुजरने में मुश्किलें आ रही हैं। शहरी क्षेत्रों की स्थिति भी चिंताजनक है। मुख्य मार्गों, बाजार और डीग के ऐतिहासिक किले व धरोहरों के सामने सड़कों में गहरे गड्ढे बन गए हैं। कस्बे में आवारा सांड लोगों को घायल कर रहे हैं। सड़कों के किनारे बने गड्ढे दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने कई बार शिकायत की है, लेकिन जिला प्रशासन, उपखंड और ग्रामीण स्तर के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। प्रशासनिक उदासीनता के कारण सरकारी योजनाओं का लाभ भी जनता तक नहीं पहुंच पा रहा है।
धौलपुर-करौली टाइगर रिजर्व के सरमथुरा क्षेत्र में वन विभाग ने अवैध खनन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। उप वन संरक्षक डॉ. आशीष व्यास के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई में एक एलएंडटी मशीन, एक ट्रोला, एक मोटरसाइकिल, अवैध बजरी ले जा रहा एक ट्रैक्टर और अवैध लकड़ी परिवहन कर रहा एक मिनी ट्रक जब्त किया गया। क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्र सिंह के अनुसार गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने रात में छापेमारी की। पकड़े गए वाहनों के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पिछले 5 महीने में अवैध खनन और खनिज निर्गमन के 25 से अधिक मामले दर्ज किए जा चुके हैं। डॉ. व्यास ने कहा कि टाइगर रिजर्व में अवैध खनन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि भविष्य में अवैध खनन में लिप्त पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अवैध खनन से वन्यजीवों के आवास के साथ-साथ नदी और प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र को भी खतरा है। इस कार्रवाई में क्षेत्रीय वन अधिकारी देवेंद्र सिंह, सहायक वनपाल बने सिंह मीना और गश्ती दल के विक्रम सिंह, वीरेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, रविन्द्र सिंह, प्रदीप शर्मा तथा रेंज वन्यजीव सरमथुरा का स्टाफ शामिल था। कंटेंट: नाहर सिंह चौहान सरमथुरा
हरियाणा में बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों के निर्माण का काम जल्द शुरू होने वाला है। पीडब्ल्यूडी मंत्री रणबीर गंगवा ने हिसार में प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विभाग की कुल 6179 किलोमीटर सड़कों में से 3500 किलोमीटर के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। यह काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरू होने वाले सेवा पखवाड़े से प्रारंभ होगा। दिसंबर के अंत तक इन सड़कों का निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि 31 मार्च 2026 तक सभी 6179 किलोमीटर सड़कों का निर्माण और पेचवर्क पूरा कर लिया जाएगा। 15,000 किलोमीटर सड़कें डीएलपी पीरियड में थीं, जिनका काम उसी एजेंसी से कराया गया। 127 किलोमीटर सड़कों पर डीएलपी पीरियड वाली एजेंसी ने काम नहीं किया। इन एजेंसियों की बैंक गारंटी जब्त कर पेचवर्क कराया गया। पत्रकारवार्ता के दौरान रणबीर गंगवा की खास बातें...
सेतरावा में बिजली तार चोरी का खुलासा:जोधपुर के दो युवक गिरफ्तार, दिन में रेकी करते थे रात को वारदात
फलोदी जिले की देचू पुलिस ने 132 केवी बिजली तार चोरी के मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। 24 अगस्त को राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत में बताया गया कि सेतरावा से शेखाला की 132 केवी बिजली लाइन का काम चल रहा था। इस दौरान सेतरावा में जीएसएस के पास से अज्ञात चोर रात में बिजली पोल पर लगे तारों को काटकर चोरी कर ले गए। पुलिस ने जांच के दौरान जोधपुर ग्रामीण के दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपी मुकेश कुमार शेरगढ़ के देड़ा गांव का रहने वाला है। दूसरा आरोपी भोमसिंह चामू क्षेत्र के लवारन गांव का निवासी है। दोनों की उम्र 19 साल है। पूछताछ में सामने आया कि आरोपी दिन में रेकी करके जगह चिह्नित करते थे। फिर रात में सुनसान जगहों पर विद्युत तारों की चोरी करते थे। पुलिस चोरी किए गए तारों की बरामदगी के प्रयास कर रही है।
विधानसभा में विपक्ष की तरफ एक्स्ट्रा कैमरे लगाकर जासूसी करने के विवाद के बीच अब पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भी स्पीकर वासुदेव देवनानी पर निशाना साधा है। गहलोत ने कहा- दो एक्स्ट्रा कैमरे लगाकर उसका कंट्रोल सिस्टम स्पीकर साहब ने अपने चैंबर में रखा है। इसे वो या उनका प्राइवेट सेक्रेटरी ही देख सकता है। ये तो बहुत बड़ा क्राइम और सीरियस मामला है। इसकी जांच होनी चाहिए। विपक्ष की तरफ कैमरे लगाने का आपको क्या अधिकार है। वो आपस में क्या बात कर रहे है, क्या नहीं। इसकी पूरी खबर स्पीकर के पास पहुंचती है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने कहा- कैमरे पहले से ही लगे हुए थे। राज्यसभा, लोकसभा, असेंबली में भी कैमरे होते हैं। जब डिबेट होती है तो यूट्यूब के माध्यम से सब देख सकते हैं। क्या जुमलों को सदन की प्रोसिंडिंग की तरह लेंगे?गहलोत ने कहा- हाउस एडजॉर्न के दौरान कई बार इनफॉर्मल बात करते हैं। फिर चाहे कांग्रेस हो या बीजेपी के नेता, जुमले बोल देते हैं। जो बात हाउस प्रोसेसिंग में नहीं बोली गई। क्या आप उन जुमलों को सदन की प्रोसिंडिंग की तरह लेंगे। आप उन जुमलों को लेकर डोटासरा पर कमेंट करवा दो कि वो एमएलए बनने लायक नहीं है। किसी माननीय सदस्य को कहे कि तुम विधायक बनने लायक नहीं हो, वो भी उनकी गैरमौजूदगी में? सबके सामने कहा हो वो बात नहीं है, लेकिन आपने डिबेट करवा दी। कोई कह रहा है 5 साल के लिए निकाल दो, कोई कह रहा है कि 4 साल के लिए निकाल दो। ये क्या स्पीकर का अधिकार है। गहलोत ने कहा- हाउस में ये जो माहौल बनाया,मैं समझता हूं उचित नहीं है, इनको सोचना चाहिए था। अब इनकी जांच होनी चाहिए। ये लोग गवर्नर के पास गए। गवर्नर को इसकी जांच करानी चाहिए। हाउस को चाहिए कि वास्तव में कैमरे क्यों लगे है? कैमरे का पेमेंट किसने किया? वोट चोरी की बात, हर गांव तक पहुंच गईगहलोत ने कहा- हर गांव तक बात पहुंच गई कि वोटों की चोरी हो रही है इसलिए चुनाव जीते जा रहे हैं। ये डेमोक्रेसी के लिए खतरनाक है। डेमोक्रेसी में सबसे पहला काम चुनाव आयोग का होता है कि वो निष्पक्ष चुनाव करवाए । फिर चाहे कोई पार्टी जीते या कोई उम्मीदवार जीते, वो अलग बात हैं। जब देश का विभाजन हुआ। तब भी चुनाव आयोग ने चुनाव करवाए थे, तब तो साधन भी नहीं थे। चुनाव आयोग के प्रमुख लोगों के बर्ताव से मुद्दा बन गया। चुनाव से दो महीने पहले आप एसआईआर करवा रहे हो। देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं हुए तो वोट का अधिकार चला जाएगागहलोत ने कहा- निष्पक्ष चुनाव नहीं होंगे डेमोक्रेसी को खतरा है। देश के अंदर मुख्य बात ये है और डेमोक्रेसी को बचाना हर नागरिक का अधिकार है, क्योंकि अधिकार नहीं है कर्तव्य है। अगर वोट चोरी नहीं रुकी, निष्पक्ष चुनाव नहीं हुए तो आप बताइए वोट का अधिकार चला जाएगा। आम आदमी की जिम्मेदारी है अपने वोट के अधिकार को बचाने के लिए इस अभियान में हिस्सेदारी करे और वोट चोरी जो एक कैंपेन चल रहा है वो कामयाब करें।
सोनीपत में आम आदमी पार्टी (आप) हरियाणा के सोनीपत लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष देवेंद्र गौतम ने सोनीपत की खराब सड़कों की स्थिति पर सरकार और प्रशासन की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने विरोध जताते हुए सड़कों पर बने गहरे गड्ढों में बैठकर प्रदर्शन किया और कहा कि जिन सड़कों के निर्माण पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए थे, वे दो साल में ही टूटकर खस्ताहाल हो चुकी हैं। गौतम ने इस स्थिति को भ्रष्टाचार का परिणाम बताते हुए कई गंभीर सवाल उठाए हैं। देवेंद्र गौतम ने सोनीपत के विधायक की हालिया घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एम एल ए ने डीसी और अधिकारियों के साथ बैठक कर यह बताया है कि खराब सड़कों का पुनर्निर्माण करवाकर उन्हें नवंबर तक तैयार कर दिया जाएगा।गौतम ने इस पहल का स्वागत तो किया, लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठाया कि आखिर दो साल पहले ही बनी सड़कें इस हालत में कैसे पहुंचीं। उन्होंने कहा कि यह साफ तौर पर घटिया सामग्री और भ्रष्टाचार का नतीजा है, जिसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए। देवेन्द्र गौतम ने सरकार और प्रशासन से जनता की ओर से पांच तीखे सवाल पूछे हैं। उन्होंने जानना चाहा है कि जब नेशनल हाईवे वर्षों तक ठीक रहते हैं, तो सोनीपत की मुख्य सड़कें दो मानसून भी क्यों नहीं झेल पातीं। गौतम ने पूछा कि केवल दो साल पहले बनी सड़कें इतनी जल्दी कैसे खराब हो गईं, और इसके लिए इस्तेमाल की गई घटिया सामग्री का जिम्मेदार कौन है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या ठेकेदारों की कोई जवाबदेही नहीं है, और क्या जनता का पैसा लूटने का यह सिलसिला यूं ही चलता रहेगा। उन्होंने सीधे तौर पर पूछा कि हर बार नए टेंडर जारी कर किसकी जेब भरी जा रही है। गौतम ने इन सवालों के साथ ही सरकार और प्रशासन से तीन प्रमुख मांगें भी की हैं। उन्होंने कहा कि हर ठेकेदार से उसकी बनाई सड़कों की गारंटी अवधि पूछी जाए और घटिया निर्माण सामग्री के लिए जिम्मेदार लोगों पर तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए। इसके अलावा, उन्होंने मांग की है कि सोनीपत के हर वार्ड और मुख्य सड़कों की जांच की जाए, ताकि भ्रष्टाचार में शामिल अधिकारियों और नेताओं के नाम उजागर किए जा सकें। गौतम ने साफ कहा कि जनता को अपने टैक्स के हर पैसे का हिसाब चाहिए।
बिलासपुर में ट्रेवर्ल्स कंपनी के जरिए पुलिस विभाग में किराए पर गाड़ियां लगवाने के नाम पर 40 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है। ट्रेवल्स कंपनी के पार्टनर और केयर टेकर करीब दर्जन भर लोगों को झांसा देकर रुपए वसूल लिए। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। कोनी थाना क्षेत्र के बिरकोना निवासी कन्हैया लाल धीवर चिकन व्यवसायी हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनकी पहचान पल्लवी ट्रेवल्स और राधा रानी ट्रेवल्स के पार्टनर व सह मैनेजर किशोर शर्मा से हुई। दो साल पहले जब जान-पहचान बढ़ी तो उसने बताया कि राधा रानी ट्रेवल्स के केयर टेकर रूपेंद्र शुक्ला गाड़ियों को पुलिस विभाग में किराए पर लगाता है, जिससे अच्छी आय हो जाती है। किशोर ने उनकी मुलाकात रूपेंद्र शुक्ला और उनकी पत्नी श्रद्धा शुक्ला से कराई। इस दौरान उन्होंने मिलकर पुलिस विभाग में गाड़ियां लगाने की योजना बताई। किराए से अच्छी आमदनी होने का दिया झांसा उन्होंने समझाया कि बोलेरो पर 70 हजार, स्कॉर्पियो पर 60 से 90 हजार और इनोवा लगाने पर एक लाख रुपए तक मासिक किराया मिलेगा। साथ ही कहा कि पुलिस लाइन में गाड़ी चलाने के लिए डिपॉजिट जमा करना होगा, जो एक महीने के किराए के बराबर होगा। गाड़ियों के किराए का भुगतान दो महीने बाद किया जाएगा। दर्जन भर लोगों को बनाया शिकार, किसी ने गाड़ी खरीदी तो किसी ने दिए कैशइस दौरान किशोर और रूपेंद्र के साथ ही उसकी पत्नी ने मिलकर कन्हैया धीवर समेत करीब दर्जन भर लोगों को अपना शिकार बनाया। कुछ लोगों से रकम ऑनलाइन खाते में ली और कुछ से नकद वसूली की। इसके साथ ही उन्हें अपनी पसंद की गाड़ियां लोगों से खरीदी कराई। इस तरह तीनों ने कन्हैया लाल धीवर समेत दर्जन भर से अधिक लोगों से करीब 40 लाख रुपए की ठगी कर ली। इस मामले की शिकायत पीड़ितों ने एसएसपी रजनेश सिंह से की थी। उन्होंने मामले की जांच के निर्देश दिए और सख्ती से कार्रवाई करने कहा, जिसके बाद पुलिस ने ट्रेवल्स कंपनी के पार्टनर किशोर शर्मा, केयर टेकर रूपेंद्र शुक्ला, उसकी पत्नी श्रद्धा शुक्ला और अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
सुलतानपुर में सरकारी कार्य के दौरान लेखपाल से मारपीट और एक महिला से अभद्रता का मामला सामने आया है। तहसील लम्भुआ क्षेत्र के कोतवाली देहात थाना अंतर्गत महेसुआ में कार्यरत लेखपाल पुनीत कुमार खरवार 11 सितंबर को सरकारी कार्य के लिए गांव गए थे। इसी दौरान ग्राम प्रधान पति सुरेंद्र प्रताप सिंह और शुभम सिंह 20-25 अज्ञात लोगों के साथ वहां पहुंचे। आरोप है कि आरोपियों ने लेखपाल से गाली-गलौज की और हाथापाई की। उन्होंने बिना पूछे गांव में आने का विरोध किया। इतना ही नहीं, लेखपाल के हाथ से खसरा-नक्शा छीनकर फाड़ दिया। आरोपियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस मामले की जांच कर रही इसी गांव की महिला सुनैना ने भी सुरेंद्र प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुनैना अपनी जमीन के संबंध में लेखपाल से बात कर रही थीं। इस दौरान सुरेंद्र प्रताप सिंह ने उन्हें और उनके ससुर प्रताप नारायण को अभद्र भाषा का प्रयोग कर धमकाया। आरोपी ने जाति सूचक गालियां दीं और महिला के ससुर को धक्का देकर गांव से भगा दिया। दोनों मामलों में पीड़ितों ने कोतवाली देहात थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस से आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई। जिस पर आरोपियों पर केस दर्ज किया गया है। एसएचओ कोतवाली देहात अखंड देव मिश्रा ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्जकर मामले की जांच की जा रही है।
महोबा जनपद में अतिवृष्टि से नष्ट हुई फसलों की राहत राशि के नाम पर कुछ लेखपाल किसानों से अवैध वसूली कर रहे हैं। पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत ने किसानों से अपील की थी कि वे राहत राशि के लिए लेखपालों को कोई सुविधा शुल्क न दें। लेकिन यह अपील बेअसर साबित हुई है। जानकारी के अनुसार, कुछ लेखपाल तहसील परिसर में न बैठकर अपनी निजी गाड़ियों में बैठे हैं। वे वहीं से किसानों के आधार कार्ड, बैंक पासबुक और खतौनी जमा कर रहे हैं। इस बीच जरौली, अनघौरा और निबुआरी गांव के किसान तहसील में लेखपाल की तलाश में भटक रहे हैं। कई किसानों ने तहसीलदार से वसूली की शिकायत की है। तहसीलदार रामानंद मिश्रा ने बताया कि लेखपालों को पहले ही किसानों से वसूली न करने की हिदायत दी गई है। उन्होंने कहा कि गाड़ी में बैठकर दस्तावेज लेना नियमों का उल्लंघन है। शिकायत मिलने पर जांच कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सतना में बाइक फिसलकर गहराई में गिरी:एक की मौत, भाई घायल; बहन की ससुराल जाते समय हादसा
सतना के मझगवां थाना क्षेत्र में शनिवार दोपहर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। बड़ेदेव बाबा मंदिर के पास हिरौंदी-कैलाशपुर मार्ग पर तेज रफ्तार बाइक अनियंत्रित होकर सड़क किनारे गहराई में जा गिरी। बाइक पर सवार भरौली गांव के दो युवक पुष्पेंद्र सिंह (25) और मुकेश सिंह (20) अपनी बहन की ससुराल जा रहे थे। हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों की मदद से घायलों को मझगवां अस्पताल पहुंचाया गया। मझगवां अस्पताल में उपचार के दौरान पुष्पेंद्र सिंह की मौत हो गई। मुकेश सिंह की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। दोनों युवक उचेहरा थाना अंतर्गत परसमनियां चौकी के भरौली गांव के निवासी थे।
देवास जिले में फर्जी दस्तावेजों के जरिए एक स्विफ्ट डिजायर कार को गिरवी रखकर बाद में चोरी करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। विजयागंज मंडी थाना क्षेत्र में दर्ज कार चोरी के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने पहले कार को फर्जी नाम से गिरवी रखा, फिर रात में चोरी कर फरार हो गए। कार गिरवी रखकर की थी धोखाधड़ी जानकारी के अनुसार, 5-6 सितंबर की रात को एक स्विफ्ट डिजायर कार चोरी हुई थी, जिसकी शिकायत 9 सितंबर को विजयागंज मंडी थाने में दर्ज कराई गई थी। पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष टीम गठित की थी। जांच के दौरान टीम को सूचना मिली कि चोरी की गई कार तराना-कानीपूरा रोड पर मुंडाहेड़ा के पास खड़ी है। चार आरोपी गिरफ्तार, रची थी पूरी साजिश पुलिस ने मौके पर दबिश देकर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में गोविंद उर्फ गोला (24) निवासी उज्जैन, गोविंद यादव (26) निवासी घट्टिया, नागेश मालवीय (19) निवासी देवास और विशाल मालवीय (20) निवासी उज्जैन शामिल हैं। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने पहले असली मालिक के आधार कार्ड में हेरफेर किया और आरोपी गोविंद उर्फ गोला ने खुद को संजय कुमार मालवीय बताकर फरियादी रवि मंडलावदिया को कार 1.40 लाख रुपये में गिरवी रख दी। कुछ दिनों बाद गिरोह ने रात के समय कार चुरा ली और फरार हो गए। फर्जी दस्तावेजों का भी इस्तेमाल आरोपियों ने गिरवी सौदे में फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था। मामले में धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और चोरी की धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। पुलिस रिमांड पर भेजे गए आरोपी चारों आरोपियों को 10 सितंबर को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। पुलिस अब इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
बस्ती जिले में नगर थाना क्षेत्र के बालगोड़ा मोड़ पर एक दुखद घटना सामने आई है। शुक्रवार रात को ग्रामीणों ने एक महिला को चोर समझकर विद्युत पोल से बांधकर पीटा। बाद में पता चला कि महिला मानसिक रूप से विक्षिप्त थी। क्षेत्र में लगातार हो रही चोरियों के कारण ग्रामीण रात में पहरेदारी कर रहे थे। घटना वाली रात कई लोग लाठी-डंडे लेकर गश्त पर थे। अंधेरे में उन्हें एक महिला दिखाई दी। बिना किसी पूछताछ के ग्रामीणों ने उसे चोर मान लिया। महिला ने जान की भीख मांगी, लेकिन भीड़ नहीं रुकी। महिला न तो अपनी पहचान बता पा रही थी और न ही यह समझा पा रही थी कि वह वहां क्यों है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है। थानाध्यक्ष विश्व मोहन राय ने कहा कि घटना उनके संज्ञान में नहीं है। पुलिस वीडियो की जांच कर रही है। अगर घटना सत्य पाई गई तो दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नोएडा के सेक्टर-37 स्थित एक होटल की छत पर रखे जनरेटर में आग लग गई। आग की वजह शॉट सर्किट या हीटिंग हो सकती है। हालांकि अभी स्पष्ट कारण नहीं पता चल सका है। होटल स्टॉफ ने इसकी जानकारी दमकल विभाग को दी। साथ ही मेनटेनेंस स्टॉफ ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया। जब तक दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची आग बुझा दी गई थी। इसका एक वीडियो भी सामने आया। सीएफओ प्रदीप चौबे ने बताया कि आग की वजह पता लगा रहे है। आग से कोई नुकसान नहीं है। जनरेटर में तेल होने की वजह से काले रंग का धुआं काफी दूर से देखा गया। आग फैली नहीं। जानकारी मिलते ही दमकल की दो गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। आग को स्टॉफ पहले ही बुझा चुका था। हालांकि पूर्णता बुझा दिया गया। होटल स्टॉफ या इसमें ठहरे लोगों को बाहर निकालने की आवश्यकता नहीं हुई। उन्होंने बताया कि लगातार फायर डिपार्टमेंट की ओर से नोएडा के होटल स्टॉफ को ट्रेनिंग दी जाती रही है।
स्वच्छ भारत मिशन से जुड़े अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा शहर की जनता भुगत रही है। नगर परिषद झुंझुनूं के लिए नियुक्त न्याय मित्र के. के. गुप्ता ने हाल ही में शहर का निरीक्षण किया और अपनी रिपोर्ट माननीय न्यायालय को सौंपी है। रिपोर्ट में उन्होंने शहर की साफ-सफाई, सीवरेज व्यवस्था और सड़कों की बदहाली पर गहरी चिंता जताई है। गुप्ता ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अधिकारियों में काम के प्रति रुचि की कमी है, जिसके कारण जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सुझाव दिया कि शहर की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान होना चाहिए ताकि 'स्वच्छ भारत मिशन' को सही मायनों में लागू किया जा सके। न्याय मित्र गुप्ता ने सुझाव दिया कि नगर परिषद के बाहर एक बोर्ड लगाया जाए, जिस पर मॉनिटरिंग कर रहे अधिकारियों के नाम और मोबाइल नंबर लिखे हों ताकि जनता सीधे शिकायत कर सके। रिपोर्ट में सामने आई प्रमुख समस्याएं 1. सफाई व्यवस्था: न्याय मित्र ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि शहर के वार्डों में सफाई का अभाव है और जगह-जगह गंदगी फैली हुई है, जिससे लोगों में भारी नाराजगी है। उन्होंने कहा कि इसकी मुख्य वजह मॉनिटरिंग में कमी है। हालांकि, मीटिंग के बाद अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं। 2. सड़कों पर घूमते जानवर: शहर की सड़कों पर बड़ी संख्या में गायें घूम रही हैं, जिससे गंदगी फैल रही है और प्लास्टिक खाने से उनकी मौत भी हो रही है। मीटिंग के बाद 160 गायों को गौशाला भेजा गया है और यह काम अभी भी जारी है। न्याय मित्र ने इस अभियान को और गति देने की आवश्यकता पर जोर दिया। 3. अतिक्रमण: व्यापारियों ने दुकानों के बाहर सामान रखकर सड़कों पर अतिक्रमण कर रखा है, जिससे राहगीरों को चलने में दिक्कत हो रही है। इस समस्या से निपटने के लिए सभी कर्मचारियों को अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं। 4. डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण: रिपोर्ट के अनुसार, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का काम व्यवस्थित नहीं है, जिससे लोग काफी परेशान हैं। गुप्ता ने मॉनिटरिंग में सुधार और गीले व सूखे कचरे को अलग-अलग इकट्ठा करने का सुझाव दिया। मीटिंग के बाद इस काम में भी तेजी लाई गई है। 5. सड़कों पर गड्ढे: शहर की कई सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे राहगीरों को परेशानी हो रही है। न्याय मित्र ने इन गड्ढों की मरम्मत और गहरे गड्ढों को कंक्रीट से भरने की सलाह दी। इस पर भी काम शुरू हो गया है। 6. सीवरेज व्यवस्था: सीवरेज का ओवरफ्लो होना और कनेक्शन न होने जैसी समस्याओं पर न्याय मित्र ने गंभीर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने सीवरेज के काम की उच्च स्तरीय जांच और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मीटिंग के बाद ठेकेदार ने मेंटेनेंस और कनेक्शन का काम तेज कर दिया है। 7. बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट्स: शहर में बड़ी संख्या में स्ट्रीट लाइट्स बंद पड़ी हैं, जिससे लोगों में गुस्सा है। गुप्ता ने मॉनिटरिंग को सख्त करने और 24 घंटे में शिकायतों के निपटान का सुझाव दिया। इसके लिए चार टीमें भी बनाई गई हैं, जिससे व्यवस्था में सुधार हो रहा है। 8. धार्मिक स्थानों की सफाई: शहर के धार्मिक स्थानों और उनके आसपास सफाई न होने से श्रद्धालुओं में रोष है। न्याय मित्र ने तत्काल सफाई की आवश्यकता बताई। मीटिंग के बाद इन जगहों पर भी सफाई का काम शुरू हो गया है।
चंदौली के सदर तहसील सभागार में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ। जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष रविन्द्र सिंह, जिलाधिकारी चन्द्र मोहन गर्ग और पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। जनपद न्यायाधीश रविन्द्र सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का मंच न्याय को आम जनता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। उन्होंने अधिकारियों से अधिक से अधिक वादों का निस्तारण करने की अपील की। लोक अदालत में आपसी सुलह-समझौते के आधार पर मामलों का त्वरित निस्तारण किया जा रहा है। इससे आम लोगों को न्याय मिलने में सुविधा हो रही है। सदर तहसील सभागार में विशेष कैंप लगाकर बैंकों से जुड़े वादों का समाधान किया गया। विभिन्न बैंकों के प्रतिनिधि मौके पर उपस्थित रहे। भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा प्रबंधक मनीष पांडेय ने बताया कि लोक अदालत के माध्यम से ऋण वसूली से जुड़े मामलों का समाधान सुलह के आधार पर हो रहा है। इससे बैंक और ग्राहक दोनों को लाभ मिल रहा है। साथ ही समय की भी बचत हो रही है। कार्यक्रम में न्याय विभाग, डीएम चंद्र मोहन गर्ग, एसपी आदित्य लांग्हे के साथ राजस्व विभाग और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
सहारनपुर में एक महिला ने अपने पति और ससुरालियों पर उसे जलाकर मारने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। कोतवाली देहात क्षेत्र की रहने वाली मोहसीना ने एसएसपी से मामले की शिकायत की है। मोहसीना का कहना है कि विवाद 62 फीट रोड, समर कालोनी में स्थित 87 वर्ग गज के प्लॉट को लेकर है। प्लॉट पर 10 फुट ऊंची चारदीवारी और लोहे का गेट लगा था। पड़ोसी अफजाल और अखलाक ने दीवार और गेट तोड़कर अंदर रखा सामान ले लिया। इस घटना की शिकायत महिला ने 12 सितंबर को थाने में की थी। शिकायत के बाद विपक्षी पक्ष ने महिला के पति नौशाद के साथ मिलकर साजिश रची। शनिवार सुबह 5-6 बजे के बीच सोते समय मोहसीना पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी गई। महिला ने किसी तरह अपनी जान बचाई, लेकिन उसका हाथ झुलस गया। परिजनों ने डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी। पीड़िता का आरोप है कि पुलिस ने अब तक न तो उसका मेडिकल कराया है और न ही आरोपियों पर कार्रवाई की है। आरोपी उसे लगातार धमकियां दे रहे हैं। मोहसीना को अपनी जान का खतरा है। एसएसपी कार्यालय ने कहा है कि शिकायत मिली है और जांच कर कार्रवाई की जाएगी। स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मोहसीना से मिलकर समर्थन दिया है। उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
सोनीपत पुलिस आयुक्त ममता सिंह के नेतृत्व में सोनीपत पुलिस ने जनता में सुरक्षा की भावना को मजबूत करने और अपराधियों पर सीधी निगरानी रखने के उद्देश्य से शहरी, कस्बाई और ग्रामीण इलाकों में नियमित पैदल गश्त अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर ने भी इस दौरान दुकानदारों और आम नागरिकों से बातचीत की। पुलिस आयुक्त ममता सिंह ने कहा कि सुरक्षा का एहसास केवल पुलिस की मौजूदगी से नहीं, बल्कि उसकी सक्रियता और जनसंपर्क से उपजता है। इसी सोच को साकार करते हुए सोनीपत पुलिस जनता के बीच विश्वास का प्रतीक बन रही है। पुलिस आयुक्त ममता सिंह ने पुलिस उपायुक्त नरेंद्र कादयान, पुलिस उपायुक्त कुशल सिंह व सहायक पुलिस आयुक्त अजीत सिंह एवं पुलिस टीम के साथ कोट मोहल्ला सोनीपत और सैक्टर-14 मार्केट में पैदल गश्त की। इस दौरान उन्होंने दुकानदारों और नागरिकों से बातचीत कर उनकी परेशानी/दिक्कतों के बारे में जाना और उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया। पैदल गश्त के लाभ बताते हुए पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिस की सक्रिय मौजूदगी से असामाजिक तत्वों में भय का माहौल बनता है और नागरिकों को सुरक्षा का एहसास होता है। उन्होंने कहा कि पैदल गश्त से दुकानदारों और नागरिकों से सीधा संवाद स्थापित होता है, जिससे उनकी समस्याएं सुनने और सुझाव लेने का अवसर मिलता है। यह यातायात व्यवस्था और कानून-व्यवस्था बनाए रखने में भी कारगर है। पुलिस आयुक्त ने कहा कि पैदल गश्त पुरानी लेकिन बेहद प्रभावशाली पुलिसिंग तकनीक है, जो अपराध रोकने के साथ-साथ समाज से संवाद को भी मजबूत करती है। उन्होंने कहा कि सोनीपत पुलिस जनता की सेवा में हमेशा तत्पर है और जनता के सहयोग से शहर को अपराध मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
बड़वानी कलेक्टर ज्योति सिंह ने लगातार दूसरे दिन जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने न्यूट्रीशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (एनआरसी) में बच्चों की देखभाल और काउंसलिंग व्यवस्थाओं का जायजा लिया। कलेक्टर ने इन व्यवस्थाओं को संतोषजनक पाया। कलेक्टर ने वन स्टॉप सेंटर और चाइल्डलाइन 1098 की सेवाओं का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि बच्चों से जुड़े मामलों में 1098 नंबर पर सूचना देकर सरकारी मदद ली जा सकती है। वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं के लिए डी.आई.आर. दर्ज कराने, स्वास्थ्य परीक्षण और चिकित्सा की सुविधाएं उपलब्ध हैं। निरीक्षण के दौरान जहां कमियां मिलीं, वहां सुधार के निर्देश दिए गए। वन स्टॉप सेंटर के कर्मचारियों को सभी मामलों का नियमित फॉलो-अप करने को कहा गया। कलेक्टर ने जिला अस्पताल के पीछे स्थित भूमि का भी निरीक्षण किया। इस भूमि के भविष्य में उपयोग की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं।
शहडोल में तालाब में डूबा युवक:तीन घंटे बाद भी नहीं मिला, मौके पर एसडीआरएफ टीम पहुंच रही
शहडोल में सीधी थाना क्षेत्र में शनिवार को एक युवक तालाब में डूब गया। छपरा टोला निवासी 35 साल का कैलाश सिंह रिमार कुदरा टोला तालाब में नहाते समय गहरे पानी में चला गया। कैलाश के साथ कुछ अन्य लोग भी तालाब में नहा रहे थे। उन्होंने कैलाश को बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफल नहीं हो सके। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। सीधी थाना प्रभारी राजकुमार मिश्रा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से तलाश अभियान शुरू किया गया। तालाब में अधिक पानी होने के कारण शव नहीं मिल पाया। पुलिस और ग्रामीण जेसीबी की मदद से तालाब की मेड काटकर पानी निकाल रहे हैं। स्थानीय गोताखोरों की मदद से तीन घंटे तक तलाश की गई। लेकिन कैलाश का कोई पता नहीं चला। एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच रही एसडीआरएफ की टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया है। एसडीआरएफ के प्रभारी उप निरीक्षक कोमल सिंह ने बताया कि टीम रवाना हो चुकी है। शाम तक टीम मौके पर पहुंच जाएगी। अगर समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ तो सफलता मिल सकती है। नहीं तो रविवार सुबह से फिर से तलाश शुरू की जाएगी।
भिंड में ओबीसी महासभा ने शनिवार को महामहिम राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने लहार एसडीएम विजय यादव से अभद्रता करने और हमला करने का प्रयास करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। महासभा ने चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो प्रदेशव्यापी आंदोलन होगा। 8 सितंबर को एसडीएम विजय यादव ज्ञापन लेने प्रदर्शन स्थल पहुंचे थे। उसी दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और हमला करने का प्रयास किया। प्रदर्शनकारियों ने जानबूझकर यादव को नजरअंदाज कर सामान्य वर्ग से आने वाले तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। महासभा ने इस घटना को सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला कृत्य बताया और कहा कि इससे ओबीसी, एससी और एसटी समाज आहत हुआ है। इसके अलावा ओबीसी महासभा ने प्रदेश में होल्ड पर रखे गए 13 प्रतिशत पदों से रोक हटाने की मांग की गई। साथ ही 52 प्रतिशत आबादी वाले वर्ग को उनकी संख्या अनुपात में आरक्षण लागू करने और ओबीसी के लिए क्रीमीलेयर की सीमा 2.5 लाख से बढ़ाकर 8 लाख करने की मांग उठाई। महासभा का कहना है कि ईडब्ल्यूएस वर्ग को 8 लाख तक आरक्षण का लाभ मिलता है, जबकि ओबीसी समाज वंचित रह जाता है। ओबीसी महासभा ने स्पष्ट किया कि यदि शीघ्र कार्रवाई और निर्णय नहीं हुए तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन करने को बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
हाथरस के मेला श्री दाऊजी महाराज के प्रशासनिक शिविर में दिव्यांगजन सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक गोविंद जी के साथ मुख्य अतिथि ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान कार्यक्रम में सागर शर्मा और योगेश कुमार यादव संयोजक तथा प्रमोद कुमार पुंडीर सहसंयोजक थे। भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी और सांसद प्रतिनिधि राजेश सिंह गुड्डू भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। मातृ छाया केंद्र के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर राज्यमंत्री नरेंद्र कश्यप ने प्रदेश सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े आठ साल में हमारी सरकार ने उत्तर प्रदेश के 25 करोड़ लोगों को अपना परिवार मानते हुए काम किया है। तमाम लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है। इन योजनाओं में हमारा प्रदेश नंबर वन है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश अपराध नियंत्रण और महिला सुरक्षा में देश में पहले स्थान पर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर अग्रसर है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में दिव्यांगजन, अधिकारी और समाजसेवी उपस्थित रहे।
शहर की एक वाइन शॉप को बीती रात चोरों ने अपना निशाना बनाया। चोरों ने यहां से करीब 14-15 लाख रुपए से ज्यादा की शराब और 40 हजार कैश पार कर लिया। घटना का पता आज सुबह वाइन शॉप के मालिक को शॉप खोलने पर लगा। अंदर रखा माल बिखरा हुआ था और बड़ी मात्रा में माल गायब था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। मामला शहर के प्रताप नगर थाना क्षेत्र में मानसरोवर झील के पास वाइन शॉप का है। बीती रात चोरों ने वाइन शॉप के पीछे की दीवार तोड़कर छेद किया और यहां से करीब 14 लाख रुपए से ज्यादा की शराब चुरा ली। पीछे की दीवार में छेद कर बनाया चोरी का रास्ता दुकान मालिक कैलाश सुवालका ने बताया कि रूटीन की तरह कल रात को 8 बजे शॉप मंगल कर चले गए थे। आज उठने के बाद केमरे चेक किए तो वो बंद थे। इस पर डाउट हुआ आपने एक मिलने वाले को शॉप पर चेक करने के लिए भेजा। तो उसने बताया कि शॉप में पीछे दीवार में किसी ने छेद किया है। इस पर हम लोग मौके पर पहुंचे पुलिस को सूचना दी गई। अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था। करीब 14 से 15 लाख का माल गायब है।
82 करोड़ का केटामाइन इंजेक्शन रैकेट ध्वस्त:लखनऊ टीम ने दरभंगा से मुख्य सप्लायर को किया गिरफ्तार
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स (CBN) की टीम ने नशे के कारोबार पर बड़ी चोट करते हुए 82 करोड़ रुपये के केटामाइन इंजेक्शन बेचने वाले सप्लायर को गिरफ्तार कर लिया। लखनऊ टीम ने कार्रवाई दरभंगा (बिहार) से की गई। टीम ने आरोपी के पास से 81,800 एम्पुल जब्त किए। प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ कि यह इंजेक्शन नशे के लिए बड़े पैमाने पर बेचा जा रहा था। ग्वालियर से मिली थी गुप्त सूचना CBN अधिकारियों को ग्वालियर से विशेष खुफिया जानकारी मिली थी। इस पर डीएनसी कार्यालय, लखनऊ और पी एंड आई सेल, गाजीपुर ने संयुक्त रूप से जाल बिछाया। कई दिनों की निगरानी के बाद आरोपी को दबोच लिया गया। CBN की सख्ती से तस्करों में खौफ पिछले छह महीनों में CBN ने लखनऊ, दिल्ली, और ग्वालियर में नशे के खिलाफ कई सफल ऑपरेशन चलाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि केटामाइन इंजेक्शन का इस्तेमाल पार्टी ड्रग के रूप में तेजी से बढ़ रहा है, इसलिए कार्रवाई तेज की जा रही है। नशे का बड़ा सिंडिकेट सक्रिय टीम को शक है कि आरोपी अकेला नहीं है। उसके नेटवर्क के कई और साथी अलग-अलग राज्यों में सक्रिय हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GIDA) में स्थापित जीके फूड्स एवं बेरेजेज को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। यहां तैयार होने वाले गैलीसिया ब्रांड के फ्लेवर्ड पानी में कोलीफार्म वैक्टीरिया मिलने की पुष्टि हुई है। इससे पीलिया होने का खतरा भी रहता है। मई में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। जांच रिपोर्ट में पानी को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाया गया है। नोटिस का जवाब आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी।इस कंपनी का खाद्य लाइसेंस निलंबित किया जा सकता है। साथ ही केस भी दर्ज कराया जा सकता है। उत्पाद यदि स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं तो कड़ी कार्रवाई के प्राविधान हैं। हालांकि कंपनी के मैनेजर के मुताबिक अभी तक उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है। कंपनी में सामान्य दिखी स्थिति रिपोर्ट आने के बाद कंपनी चर्चा में आ गई है लेकिन शनिवार को गीडा में स्थित कंपनी में स्थिति सामान्य नजर आयर। वहां गैलीसिया ब्रांड के बोतलबंद पानी रखे मिले। एक ओर दीवारों पर काफी गंदगी नजर आयी। कोलीफार्म वैक्टीरिया आमतौर पर गंदगी के कारण ही फैलता है। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नोटिस का जवाब मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।अब जानिए क्या है मामला यह वैक्टीरिया फ्लेवर्ड पानी में मिला है। जीके फूड्स एंड बेवरेजेज की ओर से गैलेसिया ब्रांड का पानी बनाया जाता है। 24 मई 2025 को सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह के निर्देश पर फैक्ट्री की जांच की गई थी। यहां से फ्लेवर्ड पानी के एक लीटर बोतल से नमूना लिया गया था। वहां मौजूद लोगों ने अपना नाम, पता बताने और गवाही देने से इनकार कर दिया था। लखनऊ स्थित प्रयोगशाला में इसकी जांच हुई। रिपोर्ट आयी तो इसमें पीलिया वाले वैक्टीरिया मिलने की पुष्टि हुई। जांच में और भी नमूने मिले फेल मई में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने पेयजल को लेकर अभियान चलाया था। इसी क्रम में नौसढ़ में पाउच में पानी पैक करने वाली मशीन को सील कर दिया गया था। अन्य नमूनों की रिपोर्ट भी आ गई है। कई में मैग्नीशियम एवं कैल्शियम की मात्रा मानक सीमा से कम पाई गई। कुछ में टीडीएस मानक से कम मिला। एक नमूने में पीलिया वाला वैक्टीरिया मिला। जानिए क्या है कोलीफार्म वैक्टीरिया, कितना नुकसानदायक हैकोलीफार्म बैक्टीरिया आमतौर पर इंसानों और जानवरों की आंतों में पाए जाने वाले सूक्ष्मजीवों का समूह है, जो गंदगी या मल से दूषित पानी या भोजन में मिलने पर संक्रमण फैला सकते हैं इससे पेट में संक्रमण, दस्त, उल्टी, पेट दर्द, मतली और खूनी दस्त हो सकते हैं। इस वैक्टीरिया से दूषित पानी से नहाने से त्वचा और आंख का संक्रमण, रैशेज, फंगल इन्फेक्शन, आंख और कान में एलर्जी या इन्फेक्शन हो सकता है। टाइफाइड और हेपेटाइटिस A जैसी बीमारियों का खतरा लंबी अवधि तक गंदे पानी के संपर्क में रहने से हो सकता है। यूटीआई, श्वसन संक्रमण, गैस्ट्रोएंटेराइटिस और सेप्सिस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। डुप्लीकेट टाटा नमक की सोमवार को होगी जांच पुलिस ने डुप्लीकेट टाटा नमक के रैपर व नमक पकड़ा था। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम जब तक पहुंची नमक थाने भेज दिया गया था। शनिवार व रविवार को अवकाश होने के कारण अब खाद्य सुरक्षा विभाग सोमवार को इसकी जांच करेगा। सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा डा. सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि जीके फूड एंड बेवरेजेज को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। इसके बाद आगे क कार्रवाई की जाएगी। टाटा नमक वाले मामले में सोमवार को जांच की जाएगी।
बैतूल में यातायात पुलिस ने नियमों के उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई शुरू की है। पुलिस ने पहले पांच दिनों में 800 वाहन चालकों से 3 लाख 9 हजार 400 रुपए का शमन शुल्क वसूला है। पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर यह विशेष अभियान 8 से 22 सितंबर 2025 तक चलेगा। पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र जैन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमला जोशी के मार्गदर्शन में अभियान चल रहा है। पुलिस कई तरह के उल्लंघनों पर कार्रवाई कर रही है। इनमें तेज गति से वाहन चलाना, बिना हेलमेट या सीट बेल्ट का उपयोग, और नाबालिग द्वारा वाहन चलाना शामिल है। वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग, शराब पीकर वाहन चलाना और रॉन्ग साइड से वाहन चलाने वालों पर भी जुर्माना लगाया जा रहा है। यातायात पुलिस ओवरलोडिंग, बिना लाइसेंस, बिना फिटनेस और बिना परमिट वाहन चलाने वालों पर भी कार्रवाई कर रही है। यह अभियान सुप्रीम कोर्ट की रोड सेफ्टी कमेटी के दिशा-निर्देशों के अनुसार चलाया जा रहा है। पुलिस ने नागरिकों से यातायात नियमों का पालन करने और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता देने की अपील की। देखिए तस्वीरें...
इटावा में जुआ खेलते 7 लोग गिरफ्तार:62 हजार रुपए नकद, 52 ताश के पत्ते और 6 मोबाइल बरामद
इटावा में अपराध और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसी क्रम में कोतवाली पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए विष्णुबाग इलाके में जुआ खेलते सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए लोगों के पास से 62,610 रुपये नकद, 52 ताश के पत्ते, छह मोबाइल फोन और एक सफेद गमछा बरामद किया गया है। जानकारी के अनुसार, थाना कोतवाली पुलिस बल्देव चौराहे के पास गश्त पर थी। तभी पुलिस को सूचना मिली कि विष्णुबाग में मनोज यादव के बंद घर के अंदर कई लोग जुआ खेल रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर दबिश दी और सात लोगों को रंगे हाथों पकड़ लिया। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान मनोज यादव (45 वर्ष), गगन गुप्ता (38 वर्ष), अरुण राठौर (33 वर्ष), अर्जुन प्रजापति (28 वर्ष), अनीस अहमद (26 वर्ष), राजेंद्र उर्फ पिंटू (45 वर्ष) और कल्लू (58 वर्ष) के रूप में हुई है। सभी आरोपी इटावा और आसपास के इलाकों के रहने वाले बताए जा रहे हैं। सीओ सिटी अभयनारायण राय ने बताया कि इटावा पुलिस अपराधियों और अवैध काम करने वालों के खिलाफ सख्ती से अभियान चला रही है। इसी के तहत जुआ खेलते हुए सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ कोतवाली थाने में सार्वजनिक जुआ अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी यशवंत सिंह के नेतृत्व में उपनिरीक्षक मुकेश कुमार, अरुण कुमार, दयानंद पटेल, विश्वनाथ आर्या, कृपाल सिंह, कासिफ हनीफ सहित कई पुलिसकर्मी शामिल रहे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जुआ और सट्टे जैसे अपराधों में लिप्त लोगों के खिलाफ इसी तरह की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
झांसी में आ रहे यात्री के साथ ट्रेन में जहरखुरानी जैसा मामला सामने आया है। यात्री ने इसकी शिकायत करते हुए बताया कि दिल्ली स्टेशन पर खाए गए भोजन में उसे कुछ मिलाकर दिया गया है। इससे वह बेहोश हो गया और चलती ट्रेन में उसके सोने की चेन व अंगूठियां उतार ली गईं। वहीं, झांसी में ट्रेन से उतरने के दौरान यात्री घायल हो गया, जिसका इलाज चल रहा है। झांसी जीआरपी को दिए शिकायती पत्र में यात्री दीपक जैन ने बताया कि बीती 8 सितंबर को वह ट्रेन नंबर 22126 नई दिल्ली-नागपुर एसी एक्सप्रेस में झांसी के लिए यात्रा कर रहा था। दीपक की A-2 कोच में 21 नंबर बर्थ थी। रेल मुदद्र पर की गई शिकायत में दीपक जैन ने बताया कि उन्होंने नईदिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक वेंडर से खाना खरीदा था। जब अपनी सीट पर आकर वह खाना खाया तो उसके कुछ मिनट बाद वह बेहोश हो गए। उन्होंने संदेह जताया कि उस खाने में कुछ मिलाकर उन्हें खिलाया गया था। दीपक की ओर से उनके भाई प्रभात जैन ने डिजिटल माध्यम से की गई शिकायत में बताया कि दीपक जैन की अचेत अवस्था देख किसी ने उनके गले से 21 ग्राम वजनी सोने की चेन, 18 से 20 ग्राम वजन की तीन सोने की अंगूठियां और घड़ी उतार ली। 350 किलोमीटर तक बेहोश रहे दीपक नई दिल्ली से झांसी के लिए सफर कर रहे दीपक पूरे रास्ते बेहोश अपनी सीट पर पड़े रहे। उनका कहना है कि ट्रेन सुबह 11.15 बजे नई दिल्ली से चली और कब उनके साथ खाना खाने के बाद क्या हुआ, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। बोले, बोले, मोबाइल फोन मेरी जेब में ही था। इस कारण बदमाश उसे चोरी नहीं कर पाए। चेन पुलिंग कर झांसी उतरने की कोशिश में जख्मी हो गए अपनी शिकायत में दीपक जैन ने बताया कि ट्रेन के शाम 5.20 बजे झांसी पहुंचने पर भी उन्हें होश नहीं था। उन्होंने बदहवास हालत में ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी। इसके बाद जैसे ही ट्रेन से उतरने का प्रयास किया तो अपना संतुलन खो बैठे और पटरी पर गिर गए। जिससे उन्हें कई गंभीर चोट आईं हैं। जिसका इलाज कराने के लिए उन्हें परिजनों ने अस्पताल में भर्ती कराया है। हालांकि, अभी तक यात्री या परिजन सामने नहीं आए हैं। बोले, मेरी सर्जरी हुई है, पूरी घटना याद नहीं कर सकता दीपक जैन से अपने छोटे भाई से शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि गिरने से उन्हें कई जगह गंभीर चोटें आई हैं। 9 सितंबर को डॉक्टर्स ने एक सर्जरी भी की है। अभी उनकी हालत ऐसी नहीं है कि वह पूरी घटना को याद कर सकें या कहीं आ जा सकें। ऐसे में कानूनी कार्रवाई में देरी न हो इसलिए छोटे भाई से शिकायत दर्ज करा रहे हैं। जीआरपी कर रही पड़ताल घटना सामने आने के बाद झांसी जीआरपी ने आरोपों की पड़ताल शुरू कर दी है। प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि घटनास्थल दिल्ली मंडल होने के चलते विधिक कार्रवाई की जा रही है। साथ ही मामले से दिल्ली मंडल को अवगत करा दिया गया है।
सागर में मोतीनगर थाना क्षेत्र के रतौना के पास तालाब में शनिवार को युवक का शव मिला है। शव देख आसपास के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा बनाया। पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। मोतीनगर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। ग्राम रतौना के पास सुआतला में स्थित तालाब में युवक का शव पड़ा था। ग्रामीणों ने देखा तो हड़कंप मच गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। तालाब की गहराई होने के कारण एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर शव को तालाब से बाहर निकाला। प्राथमिक जांच में मृतक की पहचान शरद चढ़ार (18) साल निवासी रतौना के रूप में हुई है। पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम कराया। पीएम के बाद शव परिवार वालों को सौंप दिया गया है। मोतीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह राजपूत ने बताया कि मामला दर्ज कर युवक की मौत के कारणों की जांच की जा रही है। युवक किन परिस्थितियों में तालाब में गिरा और मौत हुई, इसकी भी पड़ताल की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बदमाशों की अफवाह से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। सदर कोतवाली क्षेत्र के बकंडा गांव में दोपहर को बदमाशों के आने की खबर फैली। इस पर गांव के लोग लाठी-डंडे और लोहे की रॉड लेकर गलियों में निकल पड़े। एक वीडियो सामने आया है। जिसमें युवक हथियार लेकर गांव की गलियों में घूम रहे हैं। गांव में कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं मिला। पिछले कुछ दिनों से रात में ड्रोन कैमरा देखकर ग्रामीण दहशत में हैं। स्थिति ऐसी है कि रात को कोई अनजान व्यक्ति गांव में मिल जाए तो उसे बदमाश समझकर पीट दिया जाता है और फिर पुलिस को सौंप दिया जाता है। बदमाशों के डर से ग्रामीण रात में पहरा देने को मजबूर हैं। बकंडा गांव का वीडियो सामने आया। जिसकी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। थाना प्रभारी से इस मामले में जानकारी ली जा रही है। पुलिस अधीक्षक अनूप सिंह ने दो दिन पहले बयान जारी कर लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें। उन्होंने कानून हाथ में न लेने की हिदायत दी है।
हिसार जिले के गांव बालसमंद में खटीक समाज की धर्मशाला निर्माण के नाम पर सरकारी ग्रांट का फर्जी उपयोग और लाखों रुपए के गबन का मामला सामने आया है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि गांव की खटीक समाज धर्मशाला में एक कमरे और मुख्य गेट का निर्माण जन सहयोग से वर्षों पहले हो चुका था, लेकिन कुछ लोगों ने अधिकारियों की मिलीभगत से उसी निर्माण को सरकारी ग्रांट से करवाया दिखाकर राशि निकाल ली। ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो-तीन सालों से इस खटीक समाज धर्मशाला में किसी भी प्रकार का सरकारी निर्माण कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले गांव के सहयोग से बनाए गए कमरे और गेट से सहयोगकर्ताओं की नेम प्लेटें तक हटा दी गईं और बाद में नए कागज तैयार करके फर्जी निर्माण दिखाया गया। इस मामले में ग्रामीणों ने सरकार को लिखित शिकायत भेजी थी( शनिवार को सीएम फ्लाइंग हिसार रेंज इंचार्ज सुनैना अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचीं। टीम ने गांव में पहुंचकर ग्रामीणों से बातचीत की और जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने खटीक धर्मशाला की कमेटी के पदाधिकारियों और ग्रामीणों के बयान दर्ज किए तथा धर्मशाला के निर्माण का भी निरीक्षण किया। साथ ही पंचायती राज विभाग के अधिकारियों से भी रिकॉर्ड मांगा गया है कि वास्तव में इस धर्मशाला में कब और कितना निर्माण कार्य सरकारी ग्रांट से हुआ है। ग्रामीणों ने सीएम फ्लाइंग टीम से मांग की कि इस पूरे प्रकरण की गहन जांच कराई जाए और यदि सरकारी धन का गबन साबित होता है तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। सीएम फ्लाइंग टीम ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और यदि किसी भी स्तर पर गबन पाया गया तो दोषियों के खिलाफ नियम अनुसार कार्यवाही होगी। बालसमंद की सरपंच मंजू ने बताया कि सीएम फ्लाइंग टीम जिस शिकायत की जांच करने के लिए पहुंची है, ग्राम पंचायत द्वारा न ही तो उपरोक्त निर्माण कार्य करवाया गया और ना ही पंचायत ने किसी तरह की पेमेंट की।
जिले की लौर पुलिस ने हत्या के एक इनामी आरोपी को रीवा से गिरफ्तार किया है। 28 साल का प्रवीण तिवारी ग्राम सेमरिया वृन्दावन, थाना लौर का रहने वाला है। आरोपी प्रवीण तिवारी पिछले चार महीने से फरार चल रहा था। 21 मई 2025 को ग्राम खुझवा सुअरहा निवासी मनोज पटेल की हत्या का मामला सामने आया था। विवाद के दौरान आरोपियों ने मनोज पर हमला किया था। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस मामले में तीन आरोपी पहले ही जेल भेजे जा चुके थे। आरोपी पर 10 हजार का इनाम घोषित था चौथा आरोपी प्रवीण तिवारी घटना के बाद से फरार था। एसपी ने इसकी गिरफ्तारी पर 10,000 का इनाम घोषित किया था। 12 सितंबर को पुलिस ने आरोपी को रायपुर कर्चुलियान, रीवा से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया। उसके बताए स्थान से हत्या में प्रयुक्त बेसबॉल का डंडा बरामद किया गया। आरोपी को न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है।
प्रयागराज के झूंसी में SSC CGL ऑनलाइन एग्जाम के दौरान अचानक लाइट कट गई। एग्जाम के दौरान ही लाइट कटने से परीक्षार्थी जिस सिस्टम पर बैठकर एग्जाम दे रहे थे वह आफ हो गया। इसके बाद अभ्यर्थियों का गुस्सा फूट पड़ा। शनिवार को दूसरी शिफ्ट में हो रही परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों नाराज होकर बाहर आ गए और इस पर अपना विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिए। पूरा मामला महादेव पब्लिक स्कूल का है। सेंटर के स्टाफ और छात्र-छात्राओं के बीच नोक-झोक भी हुई। शिक्षक भी पहुंच गए। छात्रों काे समझाने का प्रयास किया गया। छात्रों के तेवर को देखते हुए थर्ड शिफ्ट की परीक्षा को रद कर दी गई। छात्र सेकेंड शिफ्ट की भी परीक्षा रद करने की मांग कर रहे हैं। इस पर जिम्मेदार जांच कराने का आश्वासन दे रहे थे लेकिन छात्र अपनी मांगों पर अड़े रहे। परीक्षार्थी बोले, ये लापरवाही है परीक्षा में शामिल परीक्षार्थी मधु त्रिपाठी ने बताया कि सेकेंड शिफ़्ट की परीक्षा के दौरान लाइट कटने की वजह से यह हुआ है। इसमें घोर लापरवाही की गई है। परीक्षार्थियों ने बताया कि अचानक ही लाइट जाने से सारे सिस्टम बंद हो गए जिन्हें बहुत देर तक ऑन नहीं किया जा सका। करीब 25 बच्चे ऐसे रहे जिनका सिस्टम ऑन ही नहीं हो रहा था। उन सभी 25 बच्चों को अलग कमरे में बंद कर दिया गया करीब 2 घंटे के लिए। परीक्षार्थियों का आरोप है कि उसके बाद उन्हें उनसे बिना पूरा एग्जाम दिए ही पेपर सबमिट करने को कहा गया और मना करने पर उनके साथ मारपीट हुई।
बालाघाट के खैरलांजी ब्लॉक के शिक्षकों ने बीआरसी कार्यालय के लेखापाल वरूण देव के खिलाफ शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने जनपद पंचायत उपाध्यक्ष और शिक्षा समिति के अध्यक्ष दुर्गाप्रसाद लिल्हारे, जिला पंचायत सदस्य सुनीता बहेटवार और विधायक प्रतिनिधि को अपनी शिकायत दी। दबाव बनाकर ओटीपी मांगने और पैसे निकालने का आरोप शिक्षकों का आरोप है कि लेखापाल उन पर दबाव बनाकर ओटीपी मांगता है और उसके जरिए राशि का आहरण करता है। फाइलें अटकाने और भुगतान रोकने के बाद शिक्षकों से ओटीपी लेकर उनके अकाउंट्स से पैसे निकाले जाते हैं। माध्यमिक और प्राथमिक प्रधानपाठकों को डिजीगो आईडी और पासवर्ड नहीं दिए गए हैं। लेखापाल स्वयं इसे ऑपरेट करता है। स्कूलों में विभिन्न कार्यों के लिए व्यय होने वाली राशि प्रधानपाठकों से ओटीपी पूछकर निकाल ली जाती है। यह अधिकार प्रधानपाठकों का है। इस स्थिति में अगर किसी प्रधानपाठक के खिलाफ आर्थिक गड़बड़ी की शिकायत होती है तो वह जिम्मेदार होंगे। जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर से की लिखित शिकायत मध्यप्रदेश शिक्षक संघ महासचिव यामिनी मर्सकोले ने कहा कि लेखापाल का व्यवहार शिक्षकों के प्रति अनुचित है। पीड़ित शिक्षकों ने जिला शिक्षा अधिकारी और कलेक्टर से लिखित शिकायत की है। उन्होंने कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। शिक्षा समिति अध्यक्ष दुर्गाप्रसाद लिल्हारे ने कहा कि लेखापाल के खिलाफ मिली शिकायतों की जल्द जांच की जाएगी।
अखिल भारतीय किसान सभा तहसील भिवानी व अन्य किसान संगठनों व ग्रामीणों ने भिवानी जिला के गांव प्रहलादगढ़ के खेतों में शनिवार को किसान महापंचायत की। इस मौके पर किसान सभा के जिला प्रधान रामफल देशवाल, उपप्रधान कामरेड ओमप्रकाश व भारतीय किसान यूनियन के रवि आजाद, किसान सभा के याद विरेद्र शर्मा ने कहा कि प्रहलादगढ़ के किसान रमेश अपने खेत में ट्रैक्टर से खेत की जुताई कर रहे थे। उसको टावर का रस्सा टूटने की कोई जानकारी नहीं है। टावर कंपनी के कर्मचारी मजदूरों ने कमजोर रस्सा लगाने से टावर टूटा है। उन्होंने किसान की बेवजह पिटाई की है, जो नागरिक अस्पताल में भर्ती है। इसके प्रति ग्रामीणों में कंपनी के खिलाफ काफी गुस्सा था। बोले- किसान के उत्पीड़न को सहन नहीं करेंगेकामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि किसान संगठनों ने कंपनी के कर्मचारियों पर किसान की बिना वजह पिटाई करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जाए, निर्दोष किसान के विरुद्ध पुलिस कार्यवाही व सवा करोड़ का कथित कंपनी का दावा खारिज किया जाए। अन्यथा किसान संगठन प्रशासन व कंपनी की तानाशाही के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाने पर मजबूर होंगे। जब तक कंपनी द्वारा किसान रमेश के खिलाफ मनमानी कार्यवाही वापिस नहीं होगी, तब तक टावर के पास अनिश्चित कालीन धरना जारी रहेगा और वे किसान के उत्पीड़न को सहन नहीं करेंगे। 3 दिन का समय दियाउन्होंने बताया कि आन्दोलन चलाने के लिए 21 सदस्ययी कमेटी का गठन किया गया है, जो इस आंदोलन को चलाएगी। वीरेन्द्र नंबरदार ने कमेटी का फैसला सुनाते हुए कहा कि प्रशासन तथा कंपनी को यह मामला सुलझाने के लिए 3 दिन का समय दिया जाता है। यदि कंपनी ने समाधान नहीं किया तो किसान संगठनों व चोगामा महापंचायत को शामिल करके बड़ी किसान महापंचायत करेंगे तथा टावर का काम बंद करवाएंगे।
मुजफ्फरनगर में जाट महासभा के दो पक्षों के बीच विवाद सामने आया है। शनिवार को जिला कलेक्ट्रेट पर दोनों पक्षों ने अपना-अपना ज्ञापन सौंपा। जगदीश बालियान पक्ष का कहना है कि वे 26 वर्षों से चली आ रही परंपरा के अनुसार रविवार को मेधावी छात्र-छात्राओं का अलंकरण समारोह आयोजित कर रहे हैं। उनका आरोप है कि विरोधी पक्ष फर्जी महासभा चला रहा है और इस कार्यक्रम को रोकना चाहता है। दूसरी ओर, पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर बालियान ने कहा कि उनकी संस्था रजिस्टर्ड है। उन्होंने बताया कि 2022 के विवादित चुनाव के बाद दो कार्यकारिणी बन गईं। 5 जून 2025 को दोनों पक्षों ने लिखित सहमति दी थी कि नई कार्यकारिणी गठित होने तक कोई कार्यक्रम नहीं होगा। धर्मवीर बालियान ने आरोप लगाया कि विरोधी पक्ष बैनर का दुरुपयोग कर 14 सितंबर को कार्यक्रम करना चाहता है। यह विवाद 2022 के चुनाव से शुरू हुआ। तब डिप्टी रजिस्ट्रार ने कार्यकारिणी को कालातीत घोषित कर दिया था। जाट महासभा जिले की प्रमुख संस्था है। धर्मवीर पक्ष ने कार्यक्रम को रोकने के लिए कोर्ट जाने की बात कही है।
स्वामी रामभद्राचार्य की चल रही कथा का आज छठा दिन है । कथा स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। पांचवें दिन कथा में स्वामी रामभद्राचार्य मंच पर कथा की शुरुआत में ही स्वामी चित्रकूट गुरु रामानंद आचार्य संस्कृत संस्कृति गुरुकुलम बनाने की बात की थी। जिसकी शुरुआत आगामी नवमी को होगी। लोगों ने मुझे अंधा आचार्य कहा स्वामी रामभद्राचार्य ने कल कहा था कि तुमने मुझे अंधा आचार्य कहा तुमने आंखें लेकर भी क्या किया है? और मेरी आंखें न होने के बाद भी मैंने क्या-क्या नहीं किया। मनुस्मृति का अपमान करने वालों को बताया असभ्य रामनवमी पर जब रामानंदाचार्य संस्कृत संस्कृति गुरुकुलम की शुरुआत होगी। तब गुरुजी मनुस्मृति का एक व्याख्यान करेंगे। कहा इसके बाद किसी को भी मनुस्मृति पर कोई शंका रहे ही नहीं जाएगी। संस्कृत न जानने के कारण लोगों ने मनुस्मृति का अपमान किया। कुछ लोगों ने जो पढ़े लिखे लोग हैं उन्होंने असभ्यता की। कुछ लोगों ने मनुस्मृति को जलाया । इससे मनुस्मृति का कुछ नहीं बिगड़ा। अभी भारत में ऐसे सपूत है। चाहे जितनी मनुस्मृति जला दो हम फिर लिखवा देंगे। यह गुरु जी की 1400 छठी कथा है। जौनपुर में शेर जन्म लेते है स्वामी जी ने कहा था कि यह सिंह का आसान सिंहासन है। मेरा जन्म हुआ है उत्तर प्रदेश के जौनपुर में। जौनपुर के कहावत है कि जौनपुर की महिलाएं सियार को जन्म नहीं देती वह सिंह को जन्म देती है।
हरियाणा के नारनौल में शहर के बीचों बीच बना बड़ा गंदा नाला लोगों के लिए सरदर्द बनता जा रहा है। यही नहीं नाले में आए दिन सांड़, गाय व अन्य पशु गिरते रहते हैं। जिसके कारण उनकी मौत होने का खतरा भी रहता है। आज शाम को भी एक सांड़ नाले में पड़ गया। जिसको निकालने के लिए पुलिस भी पहुंची। नाले में गिरने से पहले दो लोगों की मौत हो चुकी है। शहर में निजामपुर रोड कोरियावास मोड से रेवाड़ी रोड पर करीब तीन किलोमीटर लंबा बड़ा गंदा नाला बना हुआ है। जिसमें कोरियावास व जोरासी गांवों की ओर से आने वाला बरसाती पानी तथा शहर का गंदा पानी निकलता है। इस नाले का निर्माण कार्य जारी है तथा इस पर करीब 35 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं, मगर नाले में आए दिन पशु गिरने की घटनाएं हो रही हैं। आज शाम भी एमएएसडी स्कूल के पास एक सांड़ नाले के अंदर गिर गया। जिसको बचाने के लिए लोग एकत्र हो गए। लोगों से जब वह नहीं निकला तो पुलिस को भी बुलाना पड़ा। जिस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उच्चाधिकारियों से सांड़ को नाले से निकालने में मदद मांगी। इस बारे में गोसेवक मोनू मिश्रवाड़ा का कहना है कि नाले में सुरक्षा के लिए दोनों ओर लोहे की बड़ी व लंबी ग्रिल तो लगाई गई हैं, मगर इनका कार्य कई जगह होना बाकी है। वहीं नाले पर बने पुलों पर भी कोई सेफ्टी नहीं है। जिसके कारण आए दिन इस नाले में सांड़ गिरते रहते हैं। दो लोगों की हो चुकी है मौत इस खुले नाले में गिरने से दो लोगों की मौत हो चुकी है। एक युवक की करीब एक माह पूर्व ही मौत हुई थी। जब वह बैठे-बैठे नाले में गिर गया था। वहीं एक अन्य युवक की करीब दो साल पहले कार नाले में गिरने से मौत हुई थी।
लखनऊ में साइबर जालसाजों ने दिल्ली पुलिस अधिकारी बनकर चार घंटे डिजिटल अरेस्ट कर एक लाख की ठगी कर ली। जालसाजों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के 60 केसों में फंसा बताकर धमकाया। जांच के नाम पर उनके खाते से एक लाख रुपए ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित ने कृष्णानगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। कृष्णानगर के कृष्णापल्ली निवासी विनय कुमार गुप्ता के भाई विजय कुमार बीएसएफ में इंस्पेक्टर हैं। विनय ने बताया कि 25 अगस्त की सुबह करीब 9 बजे अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को टेलीकॉम विभाग का कर्मचारी सुरेश कुमार बताया और कहा बोला तुम्हारा सिम दो घंटे में बंद हो जाएगा, क्योंकि तुम्हारी आईडी से दिल्ली में आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल होने वाला सिम खरीदा गया है। कुछ देर बाद दूसरी वीडियो कॉल आई। कॉलर ने वीडियो कॉल पर दिल्ली पुलिस का अधिकारी सुनील कुमार बनकर अपना आईडी कार्ड दिखाया। उसने कहा कि तुम्हारे खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग और धोखाधड़ी के 60 केस दर्ज हैं, मोबाइल सर्विलांस पर है। चार घंटे तक डिजिटल अरेस्ट जालसाज ने विनय से ऑनलाइन पूछताछ शुरू कर दी और उन्हें चार घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा। आरोपी ने धमकाया कि अगर किसी को जानकारी दी तो गिरफ्तारी हो जाएगी। घबराए विनय ने आरोपी की बात मान ली। पूछताछ के बहाने ठग ने कहा कि खाते में जो पैसा है, वह हमारे अकाउंट में डाल दो, दो दिन में आरबीआई जांच के बाद तुम्हें लौटा दिया जाएगा। विश्वास में आकर विनय ने दो बार में एक रुपए ट्रांसफर कर दिए। रकम मिलते ही जालसाज ने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया। दो दिन बाद जब पैसा वापस नहीं आया तो विनय ने बीएसएफ में इंस्पेक्टर पद तैनात अपने भाई विजय को जानकारी दी। तब उन्हें साइबर जालासाजी की जानकारी हुई। इसके बाद शुक्रवार को कृष्णानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। इंस्पेक्टर पी.के. सिंह ने बताया कि जिन नंबरों से कॉल की गई और जिस एकाउंट में पैसे ट्रांसफर हुए हैं। उसकी जानकारी निकालकर जांच की जा रही है।
आजमगढ़ जिले की कोतवाली पुलिस ने₹10000 की इनामी सात मुकदमे के आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने चोरी की बाइक तमंचा भी बरामद किया है। इस मामले में पीड़ित बाबूलाल ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया था कि मैं एक ई रिक्शा चालक हूं। 9 मई 2025 को जब अपना ई रिक्शा खड़ी करके न्यायालय गया न्यायालय से लौट के बाद जब देखा तो ई रिक्शा गायब मिला। इसके बाद इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। वही प्रार्थना पत्र सुमन श्रीवास्तव ने भी इसी तरह का मुकदमा दर्ज कराया था। जबकि प्रार्थिनी किलम यादव ने बाइक चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी। इन मामलों में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की थी। इसी क्रम में आरोपी के बारे में पुलिस को सूचना मिली जिसके क्रम में आरोपी अखिलेश यादव उर्फ समीर यादव को हिरासत में लिया। आरोपी कंधरापुर थाना क्षेत्र का रहने वाला है। आरोपी की हो रही थी तलाश इस मामले में कोतवाली प्रभारी यादवेंद्र पांडे ने बताया कि पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी थी। इसी क्रम में आरोपी के बारे में सूचना मिली। जिसके तहत आरोपी को हिरासत में लिया गया आरोपी के ऊपर 10000 का इनाम था। आरोपी को न्यायालय भेजा जा रहा है। जहां से जेल रवाना किया जाएगा। इससे पूर्व भी बड़ी संख्या में बाइक चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले कई आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
प्रतापगढ़ में नशा तस्कर गिरफ्तार:13 किलो अवैध डोडाचूरा बरामद, पहले एक साथी हो चुका गिरफ्तार
प्रतापगढ़ पुलिस ने अवैध डोडाचूरा तस्करी के मामले में एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य की टीम ने रायचंद उर्फ रामचंद्र थोरी को पकड़ा है। 28 अगस्त को देवगढ़ थाना पुलिस ने पुंगा तालाब पुलिस चौकी के सामने नाकाबंदी के दौरान एक बाइक सवार को रोका था। तलाशी के दौरान मनोज थोरी के पास से 13 किलो 812 ग्राम अवैध डोडाचूरा बरामद हुआ। पूछताछ में मनोज ने बताया कि डोडाचूरा उसे पांच ईमली हाट सालमगढ़ निवासी रायचंद उर्फ रामचंद्र थोरी ने दिया था। इस सूचना पर पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया है।
अंबेडकर नगर में केंद्रीय दुर्गा पूजा समिति ने एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। समिति ने दुर्गा पूजा के दौरान बेहतर व्यवस्था की मांग की है। समिति के अध्यक्ष हिमांशु गुप्ता ने बताया कि त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए अपर जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया है। संरक्षक और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि मनोज गुप्ता ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई मांगें रखीं। समिति की प्रमुख मांगों में हर पंडाल पर एक पुरुष और एक महिला कॉन्स्टेबल की तैनाती शामिल है। फव्वारा तिराहे पर हर 6 घंटे पर अलग-अलग पुलिस बल की तैनाती की मांग की गई है। नवरात्रि के पहले दिन से ही भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग है। सप्तमी से नवमी तक शाम 7 बजे से रात 1 बजे तक पुलिस गश्त की व्यवस्था की मांग की गई है। विसर्जन के दिन घाट पर पर्याप्त पुलिस बल और शोभायात्रा मार्ग पर पीएसी की तैनाती की मांग है। लोरपुर ताजन में सभी दुर्गा पूजा पंडालों पर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। सुरेश वर्मा ने कहा कि प्रशासन की ओर से बेहतर व्यवस्था से लोगों में अच्छा संदेश जाएगा। समिति ने विसर्जन के लिए दो घाट बनाने और साफ-सफाई की उचित व्यवस्था की भी मांग की है।
कौशांबी के महेवा घाट थाना क्षेत्र में शनिवार को एक दर्दनाक घटना सामने आई है। बक्शीपार गांव निवासी 35 वर्षीय संतोष कुमार ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। संतोष शुक्रवार को पूरे दिन घर में चुपचाप बैठा रहा। परिवार के सदस्यों से बात करने की कोशिश की, लेकिन उसने किसी से बात नहीं की। बिना कुछ खाए-पिए रात को सो गया। सुबह करीब 4 बजे जब पत्नी संगीता देवी ने देखा कि पति चारपाई पर नहीं है, तो उन्होंने तलाश शुरू की। कमरे में जाकर देखा तो संतोष छत के कुंडे से रस्सी के सहारे लटका हुआ था। पत्नी की चीख सुनकर घर के अन्य सदस्य और मोहल्ले के लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस को सूचना दी गई। महेवा घाट थाना प्रभारी प्रभु नाथ ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। संतोष के पांच बच्चे हैं - अश्विनी, अंजीत, सूर्यवंश (1 वर्ष), अनुष्का और अंजलि। सभी बच्चे 14 वर्ष से छोटे हैं। मृतक मजदूरी करके परिवार का पालन-पोषण करता था।
सिरोही और पाली जिले के बीच जवाई नदी की पुलिया पर तिपहिया वाहनों के प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगाई है। हालांकि, सरकारी वाहनों की आवाजाही निर्बाध रूप से जारी है, लेकिन निजी वाहनों को रोका जा रहा है। इससे लोगों में आक्रोश है। शिवगंज-सुमेरपुर को जोड़ने वाली यह पुलिया लगभग 5 दिन पहले जवाई बांध के ओवरफ्लो पानी से क्षतिग्रस्त हो गई थी। इस कारण यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। गुरुवार को मरम्मत कार्य के बाद पुलिया पर छोटे वाहनों की आवाजाही पुनः शुरू की गई थी। प्रशासन ने पुल को खतरनाक बताते हुए तिपहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई है। शनिवार को मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि 14 टन की हाइड्रो और अन्य सरकारी वाहन बिना किसी रोक-टोक के पुल पर चल रहे हैं। स्थानीय नागरिकों में इस दोहरे मापदंड को लेकर आक्रोश है। उनका कहना है कि नियम केवल आम नागरिकों के लिए लागू किए जा रहे हैं। वीआईपी वाहनों और सरकारी गाड़ियों के लिए अलग नियम अपनाए जा रहे हैं, जिससे आम जनता में असंतोष की भावना है।
झाबुआ में भाजपा सारंगी मंडल की बैठक में सेवा पखवाड़ा कार्यक्रम की रूपरेखा पर चर्चा की गई। यह कार्यक्रम 17 सितंबर से प्रारंभ होकर गांधी जयंती तक चलेगा। भाजपा जिलाध्यक्ष भानु भूरिया ने कार्यकर्ताओं को सेवा भावना से काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, वृक्षारोपण जैसे कार्यों में सक्रिय भागीदारी आवश्यक है। मंडल अध्यक्ष पप्पूलाल गामड़ और विधानसभा संयोजक हेमंत भट्ट ने कार्यक्रम की विस्तृत योजना प्रस्तुत की। बैठक की शुरुआत भारत माता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्रों पर माल्यार्पण से हुई। कार्यक्रम में पूर्व मंडल अध्यक्ष सुखराम मोरी, युवा मोर्चा जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र गेहलोत सहित कई वरिष्ठ कार्यकर्ता मौजूद रहे। हनुमंत सिंह गंगाखेडी, फुंदीबाई मैडा़, दिनेश गणावा और अन्य पदाधिकारियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
केनरा बैंक ने कटनी के माधव नगर गेट स्थित दो कंपनियों की संपत्ति का अधिग्रहण कर लिया है। यह कार्रवाई शनिवार को सरफेसी एक्ट के तहत की गई है। साईराम पल्सेस और एमएस साईराम एजेंसीज ने बैंक से क्रमशः 50 लाख और 70 लाख रुपए का लोन लिया था। लोन की किश्तें न चुकाने के कारण साईराम पल्सेस पर 2 करोड़ 82 लाख रुपए की बकाया राशि हो गई। एमएस साईराम एजेंसीज की बकाया राशि 4 करोड़ 21 लाख रुपए तक पहुंच गई। तहसीलदार आशीष अग्रवाल के अनुसार, जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर यह कार्रवाई की गई। जबलपुर से आए बैंक अधिकारियों ने संपत्ति का अधिग्रहण किया। केनरा बैंक की मुख्य प्रबंधक प्रीति गुप्ता ने बताया कि बकाया राशि में मूल ऋण के साथ ब्याज और अन्य शुल्क भी शामिल हैं।
डिंडोरी में आवारा मवेशियों पर कार्रवाई:15 पशुओं को गौशाला पहुंचाया, मालिकों पर जुर्माने का निर्देश
डिंडोरी नगर परिषद की हाका गैंग ने शनिवार को सड़कों पर घूम रहे आवारा मवेशियों के खिलाफ कार्रवाई की। गैंग ने कॉलेज तिराहे से लेकर पुरानी डिंडोरी मुख्य मार्ग तक से 15 मवेशियों को पकड़ा। इन्हें रुसा गांव की गौशाला में भेजा गया। सीएमओ अमित तिवारी ने बताया कि पांच सदस्यीय हाका गैंग को विशेष निर्देश दिए गए थे। उन्होंने कहा कि मवेशियों को छुड़ाने आने वाले मालिकों पर पहले जुर्माना लगाया जाएगा। फिर समझाइश दी जाएगी। इसके बाद भी अगर वे मवेशियों को खुला छोड़ते हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। हाका गैंग सक्रिय है और सड़क में घूम रहे आवारा मवेशियों को पकड़कर गौशाला भेजा जाएगा।ताकि सड़क दुर्घटना में जन हानि और गोवंश की हानि न हो। सीएमओ ने बताया कि सड़कों पर आवारा मवेशियों से यातायात प्रभावित होता है। इससे दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है। उन्होंने पशु मालिकों से अपील की है कि वे अपने मवेशियों को सड़कों पर न छोड़ें।
कैथल में पुरानी बिल्डिंग गिरने से दबा मजदूर:पुलिस की टीम मौके पर पहुंची, निकालने का प्रयास जारी
कैथल में तलाई बाजार के पास एक पुरानी व जर्जर बिल्डिंग गिरने से मजदूर उसके नीचे दब गया। घटना की सूचना पाकर पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बचाव के कार्य में जुट गई है। घटना शाम को करीब साढ़े चार बजे की है। बताया जा रहा है कि बिल्डिंग काफी जर्जर हो चुकी है। बरसात के कारण और ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गई। उसमें रह रहा मजदूर मलबे के नीचे दब गया। पुलिस की टीमें और आसपास के लोग रेस्क्यू कर रहे हैं।
हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने आज सिरसा में हुई दुर्घटना पर कड़ा संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा रोडवेज की बसों के एक्सीडेंट होने के मामलों की जांच के लिए कमेटी का गठन किया जाएगा और इस कमेटी में तकनीकी अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस के जांच अधिकारी को भी शामिल किया जाएगा। दरअसल, आज हरियाणा रोडवेज की बस से ट्रैक्टर-ट्राली के टकराने के कारण दो औरतों की मृत्यु हो गई रही। जिसको लेकर परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को परिवहन मंत्री अनिल विज ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देशित करते हुए कहा कि रोडवेज बसों के साथ होने वाली दुर्घटनाओं के संबंध में जांच करने की प्रैक्टिस सेट कर दी जाए ताकि जांच में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जांच हो किसकी गलती से हुआ हादसा सिरसा में हुई दुर्घटना के संबंध में विज ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश देते हुए यह भी कहा कि ‘‘मैं चाहता हूं कि इस दुर्घटना की एक जांच होनी चाहिए कि हमारी रोडवेज की बस के ड्राइवर की गलती थी या ट्रैक्टर चलाने वाले ड्राइवर की गलती थी क्योंकि इस संबंध में हमें पता होना चाहिए’’। मंत्री ने जोर देकर कहा कि यह पहल हरियाणा की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली में जवाबदेही को मजबूत करेगी और सड़क सुरक्षा को बढ़ाएगी। हर हादसे की जांच होनी चाहिए उन्होंने कहा कि हरियाणा परिवहन विभाग में बसों की दुर्घटनाओं के बारे में अब यह प्रैक्टिस बना ली जाएगी कि जब भी इस प्रकार की दुर्घटनाएं हरियाणा रोडवेज की बस के साथ होगी तो उसकी जांच जरूर की जाएगी। इन दुर्घटनाओं के बारे में एक कमेटी का गठन किया जाएगा जिनमें तकनीकी अधिकारियों के साथ-साथ पुलिस के जांच अधिकारी भी शामिल किए जाएंगे ताकि यह पता चल सके कि सड़क दुर्घटनाओं में गलत कौन था यदि हमारे रोडवेज के ड्राइवर गलत ड्राइविंग करते हैं तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
नर्मदापुरम में सुबह से निकली धूप के बाद दोपहर में अचानक बारिश हुई। करीब 15 मिनट तक पानी गिरा। इससे वातावरण में ठंडक आ गई, लोगों को भी उमस से राहत मिली। नर्मदापुरम में चार दिनों से रोजाना मौसम में परिवर्तन जारी है। कभी तेज धूप, खुला मौसम तो कभी अचानक से बारिश हो रही। अचानक से 3 बजे के बाद काले बादल छा गए। 4 बजे से 15 मिनट तक तेज अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग ने जिले में 14 और 15 सितंबर को भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। मौसमविद अरुण शर्मा ने बताया जिले में 13 सितंबर को हल्की से मध्यम बारिश होगी। 14 और 15 सितंबर को भारी बारिश की संभावना है। बंगाल की खाड़ी की ओर से बना सिस्टम आगे की ओर बढ़ने से इसका असर प्रदेश के नर्मदापुरम सहित आसपास के इलाकों पर रहेगा। जिले में 1 जून से 13 सितंबर के बीच औसत 50.07 इंच बारिश दर्ज की गई है। वहीं पिछले साल 1 जून से 13 सितंबर के दौरान औसत 47.14 इंच बारिश दर्ज हुई थी। शुक्रवार को नर्मदा के सेठानी घाट का जलस्तर 939.70 फीट, तवा डेम का जलस्तर 1165.70 फीट रहा। शुक्रवार को तवा डेम का 1 गेट 2 फीट तक खोला रखा।
बिजली पोल पर काम करते वक्त लाइनमैन को करंट लगा:40 फीसदी झुलसा; दतिया में परमिट लेने के बावजूद हादसा
दतिया में भांडेर रोड पर भेड़पुरा के पास शनिवार दोपहर करीब 3 बजे बिजली पोल पर काम कर रहे एक लाइनमैन को करंट लग गया। करंट इतनी जबरदस्त थी कि वह पोल से नीचे गिर पड़ा। घायल को पास मौजूद लोगों और कंपनी के कर्मचारियों ने तुरंत जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार जारी है। घायल की पहचान जितेंद्र मांझी (30) पिता अशोक मांझी निवासी गाड़ी खाना, दतिया के रूप में हुई है। वह वर्ष 2018 से बिजली कंपनी में लाइनमैन के पद पर कार्यरत है। घायल ने बताया कि वह दोपहर में भेड़पुरा के पास बिजली पोल पर लाइन ठीक कर रहा था। कंपनी से आवश्यक परमिट भी लिया गया था, फिर भी अचानक लाइन चालू हो गई और उसे करंट लग गया। डॉक्टरों ने बताया कि लाइनमैन लगभग 40 प्रतिशत तक झुलस गया है, लेकिन स्थिति स्थिर है। अस्पताल में उपचार जारी है। घटना के बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सुरक्षा मानकों का पालन कराने का भरोसा दिया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मौके पर हड़कंप मच गया था। तुरंत उपचार मिलने से उसकी जान बच सकी। फिलहाल घायल की स्थिति में सुधार बताया जा रहा है।
कोटा जिले के सुल्तानपुर कस्बे में शनिवार को हुए दर्दनाक सड़क हादसे में 39 वर्षीय रामेश्वर प्रसाद माली निवासी बगतरी की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, रामेश्वर प्रतिदिन की तरह बाइक से कोटा होते हुए पडासलिया गांव स्थित अपने क्लिनिक जा रहा था। इसी दौरान कोटा-श्योपुर मार्ग पर उमेश पेट्रोल पंप के पास सामने से आ रही तेज रफ्तार लोक परिवहन बस ने उसकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। हादसे के समय रामेश्वर ने हेलमेट पहन रखा था, लेकिन टक्कर इतनी भीषण थी कि वह सड़क पर गिर पड़ा और उसके सिर व गर्दन में गंभीर चोटें आईं। मौके पर मौजूद लोगों और पुलिस ने घायल को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद बस चालक मौके से फरार हो गया, हालांकि पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है। पुलिस की मौजूदगी में सुल्तानपुर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया। इस घटना के बाद मृतक के परिवार में कोहराम मच गया। हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों और परिजनों ने स्टेट हाईवे पर करीब डेढ़ घंटे तक जाम लगाया और पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों ने मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और सहायता की मांग की। मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने समझाइश कर जाम खुलवाया और मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी तथा सरकारी सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया। कोटा-श्योपुर मार्ग पर 15 दिनों में दूसरी बड़ा हादसा है। पिछले छह महीनों में तीन से चार बड़ी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई लोगों की जान गई है। ग्रामीणों का कहना है कि तेज रफ्तार ट्रक और निजी बसों पर अंकुश नहीं लगने से हादसे लगातार बढ़ रहे हैं।
मंडला में किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग ने एक दिवसीय कृषक संगोष्ठी और कलेक्टर संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री संपतिया उइके और सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते मौजूद रहे। बिछिया विधायक नारायण सिंह पट्टा ने खाद वितरण व्यवस्था पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि किसानों को खाद के लिए परेशान होना पड़ रहा है। जिम्मेदार अधिकारी फोन तक नहीं उठाते। परमिट कटने के बाद भी महीनों तक खाद नहीं मिल पाती है। जिले में मिट्टी परीक्षण केंद्र जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। परीक्षण के दौरान नकली बीज और खाद पकड़ी गई, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। मंत्री संपतिया उइके ने इन आरोपों को खारिज किया। उन्होंने बताया कि जिले में तीन रैक के माध्यम से 28300 बैग खाद पहुंची है। 70 प्रतिशत खाद का वितरण सोसाइटी के माध्यम से पारदर्शी तरीके से किया गया है। किसानों की शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए 5 समितियों पर एफआईआर दर्ज की गई है और 2 समितियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष संजय कुशराम, निवास विधायक चैन सिंह वरकड़े सहित कई किसान और अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान कृषि से जुड़ी नई तकनीकों और सरकारी योजनाओं पर भी चर्चा की गई।
भोपाल के बोर्ड ऑफिस चौराहे पर शनिवार को भगवा पार्टी (भारतीय गढ़ वार्ता पार्टी) ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने 'गद्दार डोनाल्ड ट्रंप का त्रयोदशी कार्यक्रम' आयोजित किया। 1 सितंबर को अंतिम संस्कार किया था। आज तेरहवीं कार्यक्रम में लोगों को भोजन भी कराया गया। इस दौरान ट्रंप के पुतले को जूतों की माला पहनाकर नारेबाजी की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवाकांत शुक्ला ने बताया कि भारत पर 50% टैरिफ लगाना डोनाल्ड ट्रंप की दोषपूर्ण मानसिकता और विक्षिप्त सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं, लेकिन यह कदम दोनों देशों की मित्रता के खिलाफ है। एक सितंबर को अंतिम संस्कार किया गया था शिवाकांत शुक्ला ने कहा कि हमने ट्रंप को सद्बुद्धि दिलाने के लिए यह प्रतीकात्मक कार्यक्रम किया है। एक सितंबर को उनका अंतिम संस्कार किया गया था और आज उसी के तारतम्य में उनकी तेरहवीं की जा रही है। हमें उम्मीद है कि इस कार्यक्रम के बाद उन्हें सद्बुद्धि आएगी और भारत पर लगाया गया 50% का अनावश्यक टैरिफ खत्म होगा। आयोजकों का कहना था कि यह मुहिम भारत में स्वदेशी को अपनाने और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए है। उनका मानना है कि अमेरिका यदि भारत को नुकसान पहुंचाने वाली नीतियों पर अमल करता है तो ऐसे सांकेतिक कार्यक्रमों के जरिए विरोध दर्ज कराया जाता रहेगा। 27 अगस्त से लागू हो गया 50% टैरिफ भारत से अमेरिका भेजे जाने वाले सामानों पर 27 अगस्त से 50% टैरिफ लागू हो गया है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की रिपोर्ट के मुताबिक, यह नया टैरिफ भारत के लगभग ₹5.4 लाख करोड़ के एक्सपोर्ट को प्रभावित कर सकता है। 50% टैरिफ से अमेरिका में बिकने वाले कपड़े, जेम्स-ज्वेलरी, फर्नीचर, सी फूड जैसे भारतीय प्रोडक्ट्स महंगे हो जाएंगे। इससे इनकी मांग में 70% की कमी आ सकती है। चीन, वियतनाम और मेक्सिको जैसे कम टैरिफ वाले देश इन सामानों को सस्ते दाम पर बेचेंगे। इससे भारतीय कंपनियों की अमेरिकी बाजार में हिस्सेदारी कम होगी।
बलरामपुर जिले के रघुनाथनगर स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडीयम स्कूल के कई बच्चे स्कूल की पानी टंकी का पानी पीकर बीमार हो गए। छात्रों ने बताया कि वे स्कूल के नल से पीने का पानी लेते थे। पिछले दो माह में कई बच्चे बीमार हो गए और उन्हें पीलिया से पीड़ित पाया गया। प्रिंसिपल के द्वारा पानी टंकी की सफाई भी नहीं कराई जा रही है। मामला वाड्रफनगर ब्लॉक का है। रघुनाथनगर के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मिडीयम स्कूल में करीब 400 बच्चे पढ़ रहे हैं। स्कूल में बच्चों के पीने के पानी का नल छल के उपर लगी पानी टंकी से जुड़ा हुआ है। स्कूली बच्चों ने बताया कि दो माह में स्कूल के कई बच्चे बीमार हो गए। इनमें से अधिकांश को पीलिया से पीड़ित बताया गया। स्कूल के नल से पानी भरने पर जब कीड़ा निकला तो बच्चों ने स्कूल की टंकी का पानी पीना छोड़ दिया। कीड़ा मिलने के बाद भी नहीं कराई सफाई स्कूली छात्रों ने बताया कि पानी में कीड़ा निकलने की जानकारी प्रिंसिपल महेश प्रजापति को दी गई। उन्होंने टंकी साफ कराने का आश्वासन दिया था, लेकिन टंकी साफ नहीं कराई गई। कई बच्चे अब भी नल का पानी पीते हैं। जब बड़ी संख्या में बच्चे पीलिया से पीड़ित हो गए तो उन्होंने टंकी का पानी पीना छोड़ दिया। इसके बाद भी प्रिंसिपल ने टंकी साफ नहीं कराई। छात्रों ने बताया कि पीड़ितों का इलाज क्षेत्र के अलग-अलग हॉस्पिटलों के साथ अंबिकापुर में भी किया गया। मामले में जानकारी चाहे जाने पर स्कूल के प्रिंसिपल से संपर्क नहीं हो सका। बीएमओ बोले- पीलिया फैलने की जानकारी नहीं वाड्रफनगर बीएमओ डर. हेमंत दीक्षित ने कहा कि क्षेत्र में कहीं भी एक साथ पीलिया फैलने की जानकारी नहीं मिली है। पीलिया दूषित पानी पीने से फैलता है। सामान्य केस आ रहे हैं। बड़े पैमाने पर संक्रमण की बात नहीं आई है।
हिसार रेंज कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग ने शनिवार को जिले के गांव खरड़, खोखा, खरकड़ी, घिराय, खानपुर, सिंधड़ व सिंघवा राघो का दौरा कर वहां हुई भारी बारिश और ड्रेन टूटने से उत्पन्न जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से अब तक किए गए प्रबंधों की विस्तार से जानकारी भी ली। मंडलायुक्त ने प्रभावित क्षेत्रों में जलभराव से ग्रामीणों को हो रही समस्याओं को गंभीरता से लिया और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि पानी की निकासी के लिए हर संभव कदम तुरंत उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि यह प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि प्रभावित गांवों से पानी की निकासी शीघ्र कर लोगों को राहत उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में खड़े पानी से जनजीवन प्रभावित हो रहा है और साथ ही जलजनित बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सबसे पहले प्राथमिकता के आधार पर मुख्य मार्गों और आबादी वाले हिस्सों से पानी निकाला जाए, ताकि लोगों की आवाजाही और जरूरी कार्य बाधित न हों। जानिए दौरे के दौरान ग्रामीणों ने कमिश्नर से क्या कहा... ग्रामीण बोले-ड्रेन और बारिश ने तबाही मचाई : इस दौरान ग्रामीणों ने मंडलायुक्त को अवगत करवाया कि भारी बारिश और ड्रेन टूटने से पानी खेतों और घरों में भर गया है। इस पर मंडलायुक्त ने आश्वासन दिया कि प्रशासन हर संभव मदद उपलब्ध कराएगा और राहत कार्यों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मंडलायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि तत्परता से जलभराव वाले क्षेत्रों में पानी की निकासी कर नागरिकों के समक्ष आ रही समस्याओं को दूर किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि कार्य में ढिलाई या लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और प्रत्येक जिम्मेदार अधिकारी को अपने स्तर पर पूरी तत्परता से काम करना होगा। कमिश्नर ने कहा-बिजली और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट रहे : मंडलायुक्त अशोक कुमार गर्ग ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पानी निकासी के लिए जहां भी जरूरत हो वहां अतिरिक्त मोटर पंप लगाकर पानी की निकासी तेज गति से की जाए। साथ ही, उन्होंने बिजली विभाग और स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जलभराव वाले इलाकों में बिजली आपूर्ति का प्रबंधन सतर्कता से किया जाए और स्वास्थ्य विभाग की टीमें गांवों में जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच करें ताकि बीमारियों को फैलने से रोका जा सके।
मंदसौर जिले के ग्राम बादपुरा में एक किसान को अपनी सोयाबीन की फसल रोटावेटर से नष्ट करनी पड़ी। कारण था- फसल का पीला मोजेक वायरस की चपेट में आ जाना। किसान शीतल सिंह बोराना ने बताया कि करीब 5 बीघा में बोई गई सोयाबीन पूरी तरह से पीली पड़ गई थी। फूल और फलियां खराब हो गई थीं, पौधे सूखने लगे थे, जिससे फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई। लाखों की लागत, लेकिन शून्य उत्पादन किसान सुरेश ने बताया कि इस बार बारिश की खेंच ने खेतों की नमी सुखा दी, जिससे फसल पर मोजेक वायरस ने असर दिखाना शुरू कर दिया। बीज, खाद, दवा, निंदाई और जुताई पर हजारों रुपए खर्च करने के बावजूद फसल से कुछ भी उत्पादन नहीं मिल सका। हालात ऐसे बने कि किसान को अपनी खड़ी फसल पर रोटावेटर चलाकर उसे नष्ट करना पड़ा। सिर्फ एक किसान नहीं, पूरे क्षेत्र की समस्या किसानों का कहना है कि पीला मोजेक रोग केवल एक खेत तक सीमित नहीं है। मंदसौर जिले के कई गांवों में यह रोग फैल चुका है और दर्जनों किसानों की फसल को पूरी तरह बर्बाद कर चुका है। मुआवजे और सर्वे की मांग क्षेत्र के किसान शीतल सिंह, मोहन सिंह, मांगीलाल, गोविंदलाल और पवन कुमार सहित कई किसानों ने शासन से मांग की है कि जल्द से जल्द प्रभावित क्षेत्रों का सर्वे कराया जाए और फसल नुकसान का मुआवजा प्रदान किया जाए। साथ ही, बीमा क्लेम की प्रक्रिया को भी तेज किया जाए ताकि संकट में घिरे किसानों को राहत मिल सके। आर्थिक संकट से जूझ रहे किसान किसानों ने बताया कि इस बार की फसल से उन्हें बड़ी उम्मीदें थीं, लेकिन वायरस और मौसम की मार ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया। अब उनके सामने परिवार की रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने तक का संकट खड़ा हो गया है। सरकार से समय रहते मदद नहीं मिली, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।
अमेठी में अग्नि सचेतक प्रशिक्षण अभियान:युवाओं को आग से बचाव और अग्निशमन उपकरणों की दी गई जानकारी
अमेठी में 13 सितंबर 2025 को अग्निशमन तथा आपात सेवा केंद्र में एक विशेष प्रशिक्षण अभियान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश अग्निशमन तथा आपात सेवा मुख्यालय, लखनऊ के निर्देश पर आयोजित किया गया। पुलिस अधीक्षक अमेठी अपर्णा रजत कौशिक के मार्गदर्शन और सीएफओ रायबरेली/अमेठी सुनील कुमार सिंह के नेतृत्व में यह प्रशिक्षण संपन्न हुआ। उत्तर प्रदेश अग्निशमन तथा आपात सेवा नियमावली-2024 के अनुसार, विशिष्ट श्रेणी के भवनों में अग्निसुरक्षा अधिकारी और कर्मी की नियुक्ति अनिवार्य की गई है। अग्निशमन अधिकारी शिवदरस प्रसाद और उनकी टीम ने विभिन्न ग्राम सभाओं से आए प्रतिभागियों को प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण में आग के प्रकार, अग्निशमन उपकरणों का उपयोग, फायर ट्रायंगल की जानकारी, और धुएं से बचाव के तरीके सिखाए गए। होज रील और ब्रांच पाइप के प्रयोग का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। प्रशिक्षण में फायर टेंडर और फायर बुलेट की मदद से आग बुझाने का अभ्यास कराया गया। कार्यक्रम में मोहम्मद शरीफ, विष्णु स्वरूप त्रिपाठी सहित अन्य प्रशिक्षकों ने अपना योगदान दिया। सभी प्रतिभागियों को सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों स्तर पर प्रशिक्षण दिया गया।
बलिया के जननायक चन्द्रशेखर विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना प्रकोष्ठ ने विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान विश्वविद्यालय स्तरीय पूर्व गणतंत्र दिवस परेड चयन शिविर और माय भारत आउटरीच कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम का उद्घाटन कुलपति प्रो. संजीत कुमार गुप्ता ने किया। वित्त अधिकारी श्री आनन्द दुबे और क्षेत्रीय निदेशक के प्रतिनिधि श्री शुभंकर सिंह भी मौजूद रहे। माय भारत आउटरीच कार्यक्रम में प्रशिक्षक शुभंकर सिंह ने स्वयंसेवकों को महत्वपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने माय भारत पोर्टल पर पंजीकरण की प्रक्रिया समझाई। साथ ही पोर्टल पर होने वाली प्रतियोगिताओं और इससे मिलने वाले लाभों के बारे में बताया। कुलपति ने स्वयंसेवकों को गणतंत्र दिवस परेड शिविर के महत्व से अवगत कराया। उन्होंने सभी से बेहतर प्रदर्शन का आग्रह किया। कार्यक्रम में डॉ. कृष्ण कुमार सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। डॉ. संजीव कुमार ने कार्यक्रम का संचालन किया। डॉ. लाल विजय सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने दौड़, परेड और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। कार्यक्रम में लेफ्टिनेंट डॉ. अखिलेश प्रसाद, डॉ. मनीषा मिश्रा, डॉ. विवेक कुमार राय समेत कई कार्यक्रम अधिकारी मौजूद रहे। पूर्व स्वयंसेवक और पूर्व गणतंत्र दिवस परेड शिविर के प्रतिभागी भी उपस्थित थे।
भदोही में भाजपा जिला कार्यालय पर त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यशाला का संचालन रमेश पांडेय ने किया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि और जनपद भदोही के प्रभारी नागेंद्र रघुवंशी ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। उन्होंने बताया कि 2021 के पंचायत चुनाव के बाद जिले में कई बदलाव हुए हैं। नए नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद और नगर निगम का सृजन हुआ है। रघुवंशी ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 57,691 ग्राम पंचायत, 826 क्षेत्र पंचायत और 75 जिला पंचायत क्षेत्र हैं। राज्य निर्वाचन आयोग जल्द ही पंचायतों की मतदाता सूचियों का पुनरीक्षण करेगा। जिला अध्यक्ष दीपक मिश्रा ने संगठन की तरफ से चुनाव जीतने का आश्वासन दिया। कार्यक्रम में जिला प्रभारी नागेंद्र सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता, जिला महामंत्री रमेश पांडेय, लालता प्रसाद सोनकर, राजेंद्र दुबे समेत जिला पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष और मातृशक्ति की बहनें उपस्थित रहीं।
हिंदी दिवस के अवसर पर 13 सितम्बर को रघुनाथ गर्ल्स पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, मेरठ के हिंदी विभाग और ज्ञानार्जन भारतीय ज्ञान परंपरा प्रकोष्ठ ने साथ मिलकर अन्तर्महाविद्यालय काव्य पाठ प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया।। छात्राओं ने सुनाए कविताएंकुल 26 छात्राओं ने प्रतियोगिता में भाग लिया और सुभद्राकुमारी चौहान, माखनलाल चतुर्वेदी, रामधारी सिंह दिनकर, हरिवंशराय बच्चन और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे कवियों की कविताओं को लोगों तक पहुंचाया गया। प्रो. दीक्षा यजुर्वेदी ने विजेता छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है। उन्होंने प्रतिभागियों से हार को सीख में बदलकर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। अंशु ने पाया पहला स्थान प्रतियोगिता में डी.एन. कॉलेज की पीजी प्रथम वर्ष की स्टूडेंट अंशु यादव ने पहला स्थान प्राप्त किया। दूसरा स्थान आर.जी.पी.जी. कॉलेज की अशना (पीजी प्रथम वर्ष) ने और तीसरा स्थान शीतल (पीजी द्वितीय वर्ष) ने हासिल किया। सांत्वना पुरस्कार इफ़रा रिज़वी और सोनी जैनर को मिला। शिक्षकों का योगदान कार्यक्रम को सफल बनाने में हिंदी विभाग की असि. प्रो. स्वाती मिश्रा, मनोविज्ञान विभाग की चिंकी उपाध्याय और जीवविज्ञान विभाग की प्रियंका का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम में लगभग 70 छात्राओं के साथ काजल और रिंकी रानी समेत कई शिक्षिकाएं मौजूद रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत निर्णायक मंडल द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन कर की गई। निर्णायक मंडल में रसायन विज्ञान एवं फूड साइंस विभागाध्यक्ष प्रो. दीक्षा यजुर्वेदी और दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. अंजली यादव शामिल रहीं। प्रतियोगिता का संयोजन डॉ. पूजा सरोज ने किया
रोहतक में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के अधिकारी पुलिसकर्मियों के साथ बुलडोजर लेकर गाड्डे लुहार, जिन्हें घुमंतू जाति भी कहते है, उनके घर (झुग्गी–झोपड़ी) तोड़ने पहुंच गए। सूचना मिलते ही नवीन जयहिंद भी वहां पहुंचे और डीसी, एसडीएम व एसपी से लोगों को तीन-चार दिनों का समय देने की मांग की। नवीन जयहिंद ने कहा कि सीएम नायब सैनी 14 सितंबर को रोहतक में आ रहे है। सीएम बिल्कुल ऐसा नहीं चाहेंगे कि इन गरीब लोगों की झुग्गियों को इस तरह तोड़ा जाए। क्योंकि सीएम नायब सैनी खुद सभी घुमंतू जाति के लोगों को प्लॉट देने व उनके रहने की व्यवस्था करने की बात कहते है। उन्हें उम्मीद है कि सीएम झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों के दर्द को समझेंगे। सरकार की योजना अनुसार मिले प्लॉट कहां गएनवीन जयहिंद ने सीएम नायब सैनी से सवाल पूछते हुए कहा कि स्लम बस्ती में रहने वाले लोगों के लिए सरकार प्लॉट देने की योजना लेकर आई थी। जब स्लम एरिया के लोगों को प्लॉट दिए गए हैं तो वो कहां है। इन लोगों के पास तो सिर छुपाने की जगह तक नहीं है। पीएम आवास योजना में फार्म भरे, प्लाट नहीं मिलाझुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों ने नवीन जयहिंद को बताया कि वह कोई कब्जा नहीं कर रहे, लेकिन उन्हें दूसरी जगह दी जाए। लोगों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भी फार्म भरे, लेकिन ना तो उन्हें प्लॉट मिला और ना ही मकान। वह सालों से रोहतक में रहते हैं, लेकिन उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल रही। वोटर, आधार व राशन कार्ड, फिर भी छत नहीं नवीन जयहिंद ने कहा कि झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले लोगों के आधार कार्ड, राशन कार्ड, वोटर कार्ड भी रोहतक के बने हुए है। सड़क बनाने का काम या रेलवे का काम, यही लोग करते हैं। बावजूद इनके सिर पर छत नहीं है। जो झुग्गी में गुजारा करते थे, वो भी प्रशासन ने छीन ली है। अब इनके रहने की व्यवस्था प्रशासन को दूसरी जगह करनी चाहिए।
खरगोन जिले की बेड़िया पुलिस ने गांजा तस्करी के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करते हुए 2 किलो 400 ग्राम अवैध गांजा जब्त किया है। जब्त गांजे की कीमत लगभग 72 हजार रुपए है। पुलिस ने यह कार्रवाई बेड़िया की पुरानी मिर्च मंडी क्षेत्र में घेराबंदी कर की। थाना प्रभारी धर्मेन्द्र यादव ने बताया कि मुखबिर की सूचना मिली थी की एक युवक गांजे की खेप लेकर मंडी क्षेत्र में घूम रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर आरोपी को घेराबंदी कर पकड़ा। आरोपी की पहचान 22 वर्षीय सुलभ पिता लोकेंद्रसिंह सोलंकी, निवासी बाहेती कॉलोनी सनावद के रूप में हुई है। उसके पास से एक थैली में रखा हुआ गांजा बरामद किया गया। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी से गांजे की तस्करी के स्रोत और नेटवर्क के संबंध में पूछताछ कर रही है। थाना प्रभारी के अनुसार, आरोपी सुलभ सोलंकी पर चार साल पहले बड़वाह थाने में भी एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है। यह उसकी दूसरी गिरफ्तारी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि वह फिर से नशे के कारोबार में संलिप्त था। मामले की जांच जारी है और पुलिस इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुटी हुई है।
छिंदवाड़ा में साइबर ठगी, डिजिटल फ्रॉड और ऑनलाइन अपराधों के बढ़ते खतरे को लेकर जागरूकता करने शनिवार को साइबर क्राइम प्रिवेंशन एवं अवेयरनेस वर्कशॉप का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्रों, शिक्षकों, विशेषज्ञों और अतिथियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इसमें साइबर अवेयरनेस से संबंधित पोस्टरों के लोकार्पण के साथ हुआ। कार्यक्रम का मंच संचालन FDDI की छात्राओं गाथा और दिव्यांशी ने प्रभावशाली ढंग से किया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में FDDI छिंदवाड़ा के सेंटर इंचार्ज डॉ. अरित्रा दास, एचओडी फैशन डिजाइन विभाग श्रद्धा जलोया तथा एचओडी फुटवियर विभाग डॉ. पंकज दुबे की उपस्थिति रही। कार्यक्रम में कुवैत से पधारे शेख मुहम्मद रफीक, छिंदवाड़ा से सलीमुद्दीन तथा सूफी अब्दुल तहसीन सहित फाउंडेशन की टीम से भोपाल के प्रोफेसर डॉ. एम.आर. अलोने, दीपक वर्मा एवं इंद्रपाल रघुवंशी भी कार्यक्रम में शामिल हुए। साइबर सुरक्षा पर केंद्रित जागरूकता सत्रकार्यक्रम की शुरुआत में तरुण तिवारी ने कहा कि आज की डिजिटल दुनिया में साइबर सुरक्षा न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है। ऑनलाइन लेन-देन, सोशल मीडिया पर साझा की जाने वाली जानकारी और डिजिटल पहचान की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। रामकुमार चंदेरे ने साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों, उनके स्वरूप और उनसे बचाव के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि सावधानी, सतर्कता और तकनीकी जानकारी ही डिजिटल सुरक्षा का सबसे बड़ा हथियार है। मोहित कनोजिया (मास्टर ट्रेनर, NIIT फाउंडेशन) ने तकनीकी पहलुओं को सरल भाषा में समझाते हुए बताया कि कैसे साइबर अपराधी व्यक्तिगत जानकारी का दुरुपयोग कर आर्थिक नुकसान पहुंचा सकते हैं। उन्होंने पासवर्ड सुरक्षा, दो-स्तरीय प्रमाणीकरण तथा सुरक्षित नेटवर्क का उपयोग करने पर विशेष ध्यान देने का सुझाव दिया। मोहित चंद्रवंशी (साइबर सेल विशेषज्ञ, छिंदवाड़ा पुलिस) ने पुलिस की कार्यप्रणाली, साइबर अपराधों की पहचान तथा रिपोर्टिंग की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देना आवश्यक है ताकि अपराधियों पर नियंत्रण पाया जा सके। क्षितिज शुक्ला (ब्रांच मैनेजर, एक्सिस बैंक, छिंदवाड़ा) ने डिजिटल बैंकिंग से जुड़ी धोखाधड़ी की घटनाओं का विस्तार से विश्लेषण करते हुए सुरक्षित लेन-देन की विधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें, ओटीपी साझा न करें और संदिग्ध गतिविधि होते ही तुरंत बैंक से संपर्क करें। पैनल चर्चा में सवाल-जवाब से मिली व्यावहारिक सीखकार्यक्रम के अंतिम चरण में पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने साइबर अपराधों से संबंधित विभिन्न प्रश्न पूछे। वक्ताओं ने हर सवाल का विस्तार से उत्तर दिया और डिजिटल सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर बल दिया। साइबर सुरक्षित समाज की दिशा में एक कदमसमापन सत्र में एडवोकेट कीर्ति तिवारी (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, जय हो फाउंडेशन) ने सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए साइबर सुरक्षित समाज निर्माण के लिए प्रेरक स्लोगन साझा किए। उन्होंने कहा कि सजगता, जानकारी और सहयोग से ही डिजिटल अपराधों पर नियंत्रण पाया जा सकता है। इस अवसर पर जय हो फाउंडेशन द्वारा साइबर सिक्योरिटी टूलकिट वितरित किए गए, जिससे छात्रों को साइबर सुरक्षा के व्यावहारिक उपायों की जानकारी मिल सके। इसके साथ ही फाउंडेशन के अध्यक्ष तरुण तिवारी और सचिव रामकुमार चंदेरे ने छात्रों द्वारा तैयार किए गए जागरूकता पोस्टरों का लोकार्पण कराया।
बांसवाड़ा में युवक का शव मिला, हत्या की आशंका:शरीर पर चोट के निशान मिले, परिजनों ने मर्डर का शक जताया
बांसवाड़ा जिले के गढ़ी थाना क्षेत्र के परतापुर रीको क्षेत्र में युवक का शव मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस के अनुसार परतापुर रीको क्षेत्र में युवक का शव मिलने की सूचना मिली थी। मौके पर जाकर देखा तो रीको में एक नाले के पास झाड़ियों में शव पड़ा हुआ था, शव के पास एक अनजान बाइक भी मिली है, शव की शिनाख्त आनंदपुरी निवासी विकास नाई के रूप मे हुई है। मारपीट कर हत्या करने का आरोप मौके पर गढ़ी डिप्टी सुदर्शन पालीवाल व एएसआई जयपालसिंह भी पहुंचे। जिसके बाद शव को जिला अस्पताल की मॉर्च्युरी में भेज दिया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और मृतक के परिजनों को सूचित कर दिया है। विकास के छोटे भाई का आरोप है कि उसके भाई विकास की हत्या हुई है। उसके शरीर पर चोट के निशान हैं। वह कल शाम से घर से निकला था। सोशल मीडिया पर फोटो आने के बाद इसकी जानकारी मिल पाई। उसके साथ मारपीट कर उसकी हत्या की है। शरीर पर चोट के निशान वहीं इस बारे में चर्चा पर एसपी सुधीर जोशी ने बताया कि आनंदपुरी का निवासी है। परतापुर में मोटरसाइकिल के पास शव मिला था। एएसआई जयपाल सिंह ने बताया कि विकास के शरीर और आंख के पास चोट के निशान थे। मौत संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हैं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
जबलपुर के रांझी में परशुराम बस्ती की महिलाएं लंबे समय से असामाजिक तत्वों और शराबियों से परेशान थीं। शराबी अक्सर छेड़छाड़ और अभद्र टिप्पणियां करते थे। जब यह बात थाना प्रभारी उमेश गोलानी तक पहुंची, तो बिना देर किए वे अपनी टीम के साथ बस्ती पहुंच गए। जहां महिलाओं ने उन्हें अपनी समस्याएं बताई। असामाजिक तत्वों के हौंसले बुलंदमहिलाओं ने बताया कि शाम ढलते ही बस्ती में शराबियों और असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। जिससे उनकी और बेटियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाती है। पुलिस गश्त की कमी के कारण इन तत्वों के हौसले बुलंद हो गए हैं। थाना प्रभारी ने कहा-अब ऐसा नहीं होगाटीआई गोलानी ने महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि अब ऐसा नहीं होगा। उन्होंने तुरंत कार्रवाई का वादा करते हुए कहा कि क्षेत्र में अब रोजाना पुलिस गश्त की जाएगी। जो भी अपराधी इन हरकतों में लिप्त पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। टीआई ने स्पष्ट शब्दों में असामाजिक तत्वों को चेतावनी दी कि उनकी हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मंदसौर जिले के गांधीसागर में शुक्रवार को गांधीसागर फॉरेस्ट रिट्रीट के चौथे संस्करण की शुरुआत हुई। यह आयोजन लल्लूजी एंड संस और मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड मिलकर कर रहे हैं, जहां लग्जरी कैंपिंग, रोमांचक गतिविधियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम एक साथ देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रिट्रीट का आगाज करते हुए चंबल नदी की सैर की। बोट क्लब से क्रूज यात्रा का आनंद लेने के बाद उन्होंने शनिवार सुबह मोटर बोट खुद चलाकर प्राकृतिक नजारे देखे। इस मौके पर सांसद सुधीर गुप्ता, विधायक चंदर सिसोदिया सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने सफारी जीप से टेंट सिटी का निरीक्षण भी किया और वहां की सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि चंबल की स्वच्छ जलधारा और प्राकृतिक सौंदर्य प्रदेश के पर्यटन को नई पहचान देंगे। रिट्रीट में आने वाले पर्यटक हॉट-एयर बलूनिंग, पैरामोटरिंग, जेट स्कीइंग, कायाकिंग और मोटर बोटिंग जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स का आनंद ले सकते हैं। इसके साथ ही हिंगलाजगढ़ किले की हेरिटेज ट्रेल, गांधीसागर अभयारण्य की सफारी और ग्रामीण जीवन की झलक भी देखने को मिलेगी। चार हजार से ज्यादा पौधे लगाए गए हैंइस आयोजन में पर्यावरण और जैव विविधता पर खास ध्यान दिया गया है। लगभग 2,500 वर्ग मीटर क्षेत्र में बटरफ्लाई गार्डन विकसित किया गया है, जहां 4,000 से अधिक पौधे लगाए गए हैं और 40 से ज्यादा तितली प्रजातियां दर्ज हो चुकी हैं। यहां पर्यटक गाइडेड टूर के जरिए तितलियों के जीवन चक्र को समझ सकेंगे। प्रकृति प्रेमियों के लिए नेचर वॉक, बर्ड वॉचिंग, वाटर स्पोर्ट्स और हवाई रोमांचक गतिविधियां आकर्षण का केंद्र रहेंगी। इस सीजन में रॉक आर्ट इन्टरप्रिटेशन ज़ोन और बायोडायवर्सिटी वॉक भी खास अनुभव देंगे। देखिए तस्वीरें...
स्वायत्त शासन विभाग ने धौलपुर नगर परिषद के आयुक्त अशोक कुमार शर्मा को सस्पेंड कर दिया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा पकड़े गए रिश्वत मामले में उनकी संदिग्ध भूमिका के कारण की गई है। एसीबी ने 11 सितंबर 2025 को नगर परिषद धौलपुर में कार्रवाई की। इसमें विभाग के पांच अधिकारी और कर्मचारियों को 3.10 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। एईएन समेत चार लोगों को भरतपुर कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। राजस्थान सिविल सेवा नियम-13 (1) के तहत आयुक्त को सस्पेंड किया गया है। इस दौरान काल में उनका मुख्यालय स्थानीय निकाय विभाग, जयपुर रहेगा। इस दौरान उन्हें नगर परिषद धौलपुर से नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा।
जामताड़ा के कर्माटांड थाना क्षेत्र के भीठरा गांव में सिरा बांध तालाब के पास 35 वर्षीय तस्लीम अंसारी का शव मिला है। तस्लीम दो दिन पहले ही चेन्नई से मजदूरी करके लौटे थे। परिजनों के अनुसार, शुक्रवार को तस्लीम गांव के जैनुल अंसारी के साथ अबुआ आवास योजना के लिए बैंक से 20 हजार रुपए निकालने गए थे। शाम 6-7 बजे तक उन्होंने घर लौटने की बात की थी, लेकिन वे रात भर घर नहीं पहुंचे। शनिवार सुबह ग्रामीणों ने पुलिया के पास उनका शव देखा। पुलिस ने एक को लिया हिरासत में मृतक के शरीर पर कई जगह चोट के निशान मिले हैं। मृतक की पत्नी सूती खातून ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। कर्माटांड थाना प्रभारी चंदन तिवारी ने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। घटनास्थल पर मिले साक्ष्य संदिग्ध हैं। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
हरदा में शनिवार को ओबीसी महासभा के सदस्यों ने एडीएम पुरुषोत्तम कुमार को प्रधानमंत्री के नाम 16 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन दिया। महासभा के जिलाध्यक्ष राजेश गौर ने बताया कि ओबीसी वर्ग की वर्षों पुरानी और जरूरी मांगों को लेकर यह ज्ञापन दिया गया है। उन्होंने बताया कि जब तक इन मांगों पर अमल नहीं होगा, तब तक समाज को उसका वास्तविक हक नहीं मिल सकेगा। जातिगत जनगणना की मांग प्रमुख ज्ञापन में सबसे प्रमुख मांग देश के सभी राज्यों में जातिगत वर्गवार जनगणना कराने की रखी गई। महासभा का कहना है कि जब तक प्रत्येक वर्ग की वास्तविक जनसंख्या का आंकड़ा सामने नहीं आएगा, तब तक उनके लिए नीतियां प्रभावी रूप से नहीं बनाई जा सकतीं। इसके अलावा ओबीसी वर्ग को जनसंख्या के अनुपात में सभी सरकारी विभागों में प्रतिनिधित्व देने, आरक्षण से क्रीमी लेयर की व्यवस्था हटाने और शासकीय सेवाओं में पदोन्नति में आरक्षण देने की मांग की गई है। साथ ही SC, ST और OBC वर्ग के रिक्त पदों को अविलंब भरने की बात भी ज्ञापन में कही गई है। महासभा ने सरकारी संपत्तियों के निजीकरण पर रोक लगाने, पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू करने और किसानों की फसलों के दाम सरकारी दर से दुगने करने की मांग भी की है। चुनावी प्रक्रिया में बदलाव की भी मांग चुनावी प्रक्रिया में बदलाव की बात करते हुए EVM के स्थान पर बैलेट पेपर से चुनाव कराने, मतदान उपरांत तत्काल बूथ स्तर पर मतगणना कर वहीं परिणाम घोषित करने की मांग भी ज्ञापन में शामिल की गई है। शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में भी मांगे रखीं गईं शिक्षा के क्षेत्र में ओबीसी विद्यार्थियों के लिए प्रत्येक जिले में 1000 सीटों वाले पुस्तकालय युक्त छात्रावास निर्माण की मांग की गई है। साथ ही देश के विभिन्न राज्यों में कार्यरत कर्मचारियों को उनके गृह राज्य में नियुक्ति के लिए नीति बनाए जाने की बात भी उठाई गई। इतिहास से जुड़े महापुरुषों को सम्मान देने की दिशा में महासभा ने सम्राट अशोक की जन्मतिथि और पुण्यतिथि को शासकीय रूप से मनाने और 1857 की क्रांति में दिल्ली पर अधिकार करने वाले राव तुलाराम यादव की आदमकद प्रतिमा लोकसभा भवन में लगाए जाने की मांग भी रखी। एडीएम ने ज्ञापन प्राप्त कर उसे उचित माध्यम से प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। ओबीसी महासभा ने चेताया है कि यदि इन मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो प्रदेशभर में आंदोलन किया जाएगा।
गुरुग्राम की एक कोर्ट ने 8 वर्षीय बच्चे के साथ कुकर्म करने और जान से मारने की धमकी देने के मामले शनिवार को दोषी को सजा सुनाई। एडिशनल सेशन जज जैस्मीन शर्मा की कोर्ट ने दोषी प्रेमचंद को आईपीसी की धारा 506 के तहत 2 वर्ष की कठोर कारावास और 5,000 रुपए का जुर्माना, साथ ही पॉक्सो एक्ट की धारा 10 के तहत 5 वर्ष की कठोर कारावास और 15,000 रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। ये सजा एक साथ चलेंगी। यह मामला तब सामने आया जब पीड़ित के परिजनों ने थाना डीएलएफ सेक्टर-29, गुरुग्राम में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने पॉक्सो अधिनियम की धारा 6 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 506 के तहत मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान पॉक्सो एक्ट की धारा 6 को धारा 10 में संशोधित किया गया। गुरुग्राम पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई की और आरोपी प्रेमचंद, निवासी खांदवा, जिला चुरू (राजस्थान), को गिरफ्तार किया। पुलिस ने गहन जांच के दौरान सभी आवश्यक साक्ष्य और गवाहों के बयान एकत्र किए। इसके बाद, उसको कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस द्वारा प्रस्तुत चार्जशीट और साक्ष्यों के आधार पर सुनवाई शुरू हुई। कोर्ट ने पुलिस द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर आरोपी को दोषी पाया और उसे कठोर सजा सुनाई।
नीमच में 71 किलो अफीम तस्करी का मामला:दो आरोपियों को 14 साल की जेल, 2-2 लाख का जुर्माना
नीमच की विशेष एनडीपीएस अदालत ने अंतरराज्यीय अफीम तस्करी के मामले में दो आरोपियों को सजा सुनाई है। विशेष न्यायाधीश जितेंद्र कुमार बाजोलिया ने धर्मेंद्र गुर्जर और भारत गुर्जर को 14-14 साल की जेल की सजा दी है। दोनों पर 2-2 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है। 27 मई 2017 को नीमच सिटी थाने के एसआई के.के. वसुनिया को मुखबिर से सूचना मिली। एक ट्रेलर में सोया डीओसी के कट्टों के बीच अफीम छिपाकर पंजाब ले जाई जा रही थी। पुलिस ने फोरलेन पर नाकाबंदी कर ट्रेलर को रोका। तलाशी में दो प्लास्टिक की पॉलीथीन में 71 किलोग्राम अफीम बरामद हुई। पुलिस ने मौके पर धर्मेंद्र गुर्जर, भारत गुर्जर और गोपाल को गिरफ्तार किया। विचारण के दौरान गोपाल फरार हो गया। इसलिए उसके संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया। लोक अभियोजक चंचल बाहेती ने पैरवी की। अभियोजन ने सभी गवाहों के बयान कराकर अंतरराज्यीय अफीम तस्करी का अपराध साबित किया।
युवक ने किया सुसाइड:पत्नी से मिलने आए थे सास और साले,बाहर से लगा मिला था दरवाजा
इंदौर के आजाद नगर में रहने वाले एक कंपनी में कार्यरत मजदूर ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। युवक कमरे से बाहर नहीं आया तो मां उसे देखने पहुंची, लेकिन बाहर से दरवाजा लगा था। दरवाता खोलकर देखा तो अंदर कमरे में बेटे का शव फंदे पर लटका मिला।पुलिस के मुताबिक राहुल(25) पुत्र सूरजमल यादव निवासी मूसाखेड़ी ने अपने घर में फांसी लगा ली। राहुल शुक्रवार को कंपनी जाने के लिए उठा नहीं था।बहन पायल ने बताया कि उसकी भाभी आरती से मिलने गुरुवार रात उनकी मां और भाई राहुल आए थे। देर रात तीनों एक साथ चले गए। भाभी-भाई से बात करने को लेकर गुस्सा होती थी। तो वह बात नहीं करते थे। इसके बाद शुक्रवार को उन्हें घटना की जानकारी लगी। पायल के मुताबिक दोनों की शादी को करीब 4 साल हो गए थे। मई 2025 में आरती किसी लड़के रोहित के साथ चली गई थी। भाई ने थाने में शिकायत की। बाद में वह वापस आई, लेकिन मां के घर पर थी। तीन दिन पहले ही वह भाई राहुल के पास भतीजे को लेकर वापस आई थी। परिवार के लोगो ने शंका जाहिर की है कि राहुल के साथ ससुराल के लोगों ने ही कुछ किया। इसके बाद वह बाहर से दरवाजा लगाकर चले गए।
बयाना कस्बे के कुंडा तिराहे पर शनिवार दोपहर एक ट्रैक्टर-ट्रॉली ने पैदल जा रहे छात्र को टक्कर मार दी। हादसे में छात्र की मौके पर मौत हो गई। टक्कर के बाद ट्रैक्टर-ट्रॉली पलट गई और चालक मौके से फरार हो गया। मृतक की पहचान गांव नगला होता महरावर के धीरज (17) के रूप में हुई। वह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कक्षा 11वीं का छात्र था। अंबेडकर छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। दोपहर करीब 2 बजे वह स्कूल से छात्रावास लौट रहा था। इसी दौरान कुंडा तिराहे पर बजरी से लदी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने उसे टक्कर मार दी। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने बयाना-हिंडौन स्टेट हाईवे पर अस्पताल के सामने जाम लगा दिया। महिलाएं सड़क पर बैठकर विरोध करने लगीं। परिजनों ने चालक की गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग की। तहसीलदार लालचंद, डिप्टी एसपी कृष्णराज जांगिड़, एसएचओ बाबूलाल गुर्जर ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। जाम के कारण हाईवे पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए सरकारी अस्पताल की मॉर्च्युरी में भेज दिया है। समझाइश के बाद परिजनों ने जाम खोल दिया।
राजस्थान में छोटे बच्चों के आधार कार्ड बनाने और अपडेट करने की गति धीमी है। यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) और राज्य स्तरीय सलाहकार बोर्ड की बैठक में यह जानकारी सामने आई। प्रदेश में 1 करोड़ से ज्यादा बच्चों का आधार अपडेट नहीं है। मुख्य सचिव सुधांश पंत ने इस मामले पर ध्यान देते हुए चिकित्सा, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग, भारतीय डाक विभाग और सभी रजिस्टरों को प्रदेशभर में विशेष शिविर लगाकर इस कार्य को प्राथमिकता से पूरा करने के निर्देश दिए हैं। माता-पिता के आधार अन्य पहचान पत्र को इससे लिंक किया जाएगा। सलाहकार बोर्ड समिति की बैठक में प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में पिछले कुछ वर्षों में बनाए गए छोटे बच्चों के आधार कार्डों में अपडेट नहीं किया गया है। छोटे बच्चों (0 से 5 वर्ष) के आधार कार्ड बनाते समय बायोमेट्रिक जानकारी (फिंगर प्रिंट, आईरिस स्कैन) नहीं ली जाती है। इसलिए, 5 और 15 वर्ष की आयु के बाद इन आधार कार्डों को अपडेट करना आवश्यक है। मां-पिता के आधार से लिंक जरूरीUIDAI ने इन बच्चों के आधार को अब माता-पिता के आधार से भी लिंक करने के निर्देश दिए है। क्योंकि कई बच्चों के आधार में एड्रेस (पता) गलत होने की शिकायतें आई है। ऐसे में बच्चों के एड्रेस को माता-पिता के डॉक्युमेंट के बेस पर ही सुनिश्चित किया जा सके, इसके लिए माता-पिता के आधार अन्य पहचान पत्र को इससे लिंक किया जाएगा। आपको बता दें कि अब तक जितने भी छोटे बच्चों के आधार पंजीयन कार्ड बने है, उसमें ज्यादातर जन्म प्रमाण पत्र के बेस पर बने है। इन विभागों को विशेष कैंप लगाने के निर्देशUIDAI से जारी डेटा के बाद मुख्य सचिव ने चिकित्सा, महिला एवं बाल विकास और शिक्षा विभाग को प्रदेश में इस अपडेशन के लिए विशेष कैंप लगाने के निर्देश दिए है। साथ ही सभी रजिस्ट्रार और भारतीय डाक सर्विस को भी अपने यहां बच्चों के नए रजिस्ट्रेशन के आधार कैंप लगान के लिए कहा है। विशेषकर शिक्षा विभाग को सरकारी स्कूलों के साथ-साथ प्राइवेट स्कूलों में भी कैंप लगाने के निर्देश दिए है, ताकि वहां आने वाले बच्चों के आधार को अपडेट किया जा सके। यहां सवाल जवाब में समझें कैसे होगी स्कूलों में आधार कार्ड अपडेट की प्रक्रिया…. 1. UIDAI बच्चों का आधार क्यों अपडेट कर रहा है?जवाब: 5 साल से कम उम्र में बच्चों का आधार बिना बायोमेट्रिक के बनता है। 5 साल के बाद उंगलियों के निशान, आंखों की स्कैनिंग और फोटो अपडेट करना जरूरी है। अगर यह नहीं होता, तो आधार निष्क्रिय हो सकता है। इससे स्कूल एडमिशन, स्कॉलरशिप या सरकारी योजनाओं में दिक्कत हो सकती है। 2. स्कूलों में आधार अपडेट की प्रक्रिया क्या होगी?जवाब: UIDAI हर जिले में बायोमेट्रिक मशीनें भेजेगा, जो स्कूल-स्कूल जाकर बच्चों का डेटा अपडेट करेंगी। माता-पिता की सहमति से बच्चों के फिंगरप्रिंट, आंखों की स्कैनिंग और फोटो लिए जाएंगे। यह अभियान दो महीने बाद शुरू होगा और धीरे-धीरे सभी स्कूलों में पहुंचेगा। 15 साल की उम्र में एक और अपडेट करना होगा। 3. क्या आधार अपडेट के लिए पैसे देने होंगे?जवाब: 5 से 7 साल की उम्र के बच्चों का आधार अपडेट मुफ्त है। अगर बच्चा 7 साल से बड़ा है, तो 100 रुपए शुल्क देना होगा। समय पर अपडेट न करने से आधार निष्क्रिय हो सकता है, जिससे कई सुविधाएं रुक सकती हैं। 4.आधार अपडेट कराना क्यों जरूरी ?जवाब: अपडेटेड आधार से स्कूल एडमिशन, स्कॉलरशिप, एग्जाम रजिस्ट्रेशन और सरकारी योजनाओं का फायदा आसानी से मिलेगा। UIDAI का कहना है कि सही बायोमेट्रिक डेटा होने से बच्चों को डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) और अन्य सुविधाएं समय पर मिलेंगी। स्कूलों के जरिए यह काम तेज और आसान होगा।
डूंगरपुर की सागवाड़ा थाना पुलिस ने शिवपुरी गांव में ताश के पत्तों पर जुआ खेलते हुए 3 जुआरियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जुआरियों के कब्जे से दांव पर लगे 6 हजार 400 रुपए जब्त किए है। सागवाड़ा थानाधिकारी मदनलाल खटिक ने बताया कि अवैध जुआ सट्टा के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत मुखबिर के जरिए गोवाड़ी पंचायत के शिवपुरी गांव में कुछ लोगो द्वारा ताश के पत्ते पर जुआ खेलने की सूचना मिली थी। जिस पर सागवाड़ा पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। जहां तीन लोग जुआ खेलते नजर आए। पुलिस ने घेरा डालकर तीनों जुआरियों को पकड़ लिया और थाने लेकर पहुंचे। पुलिस ने गामठवाड़ा निवासी रवि धानक, चंद्रेश कलाल और जेठाना निवासी फिरोज खान तीनों जुआरियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जुआरियों के कब्जे से दांव पर लगे 6 हजार 400 रुपए जब्त किए हैं।
आगर-मालवा पुलिस ने नशीले पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई में 5 करोड़ रुपए की ड्रग्स जब्त की है। मामले में भाजपा मंडल उपाध्यक्ष रहे राहुल आंजना का नाम सामने आया है। इसके बाद शनिवार को भाजपा जिलाध्यक्ष ओम मालवीय ने राहुल आंजना को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पुलिस को कार से संदिग्ध दस्तावेज और थड़ोदा पंचायत की एक रबर सील भी मिली है। राहुल की राजनीतिक पृष्ठभूमि से जुड़े तथ्य सामने आए हैं। उसके पिता सेवाराम आंजना पूर्व ग्रामीण मंडल अध्यक्ष हैं। मां सोहनबाई आंजना वर्तमान में थड़ोदा पंचायत की सरपंच हैं। राहुल पहले भाजपा युवा मोर्चा ग्रामीण मंडल का अध्यक्ष था। मई 2025 में उसे तनोडिया मंडल का उपाध्यक्ष बनाया गया था। वह खेती और वाहन किराए के व्यवसाय से जुड़ा था। आरोपियों से पूछताछ की जा रही पुलिस अब यह पता लगा रही है कि राहुल ड्रग नेटवर्क से कैसे जुड़ा। आरोपी अभी फरार है। एसपी के अनुसार पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है। पुलिस यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि यह कारोबार कब से चल रहा था और माल कहां सप्लाई होना था। मामले की जानकारी नारकोटिक्स विभाग को भी दी जाएगी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय लक्ष्मी तंवर ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजनीतिक संरक्षण के चलते ही यह कारोबार फल-फूल रहा था। वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष ओम मालवीय ने कहा भाजपा सरकार में कोई भी अपराधी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह किसी भी दल का हो।
राजसमंद के कुंवारिया कस्बे में कुंवारिया पशुमेले को इस बार लंपी रोग के कारण रद्द किया गया। राज्य सरकार से प्राप्त गाइडलाइन के अनुसार वर्तमान में राज्य और जिले में लंपी रोग की पुष्टि हुई है। पशुमेला कुंवारिया 2025 रद्द इसी कारण पशुपालन विभाग की ओर से पशुमेलों के आयोजन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। आदेशों की पालना करते हुए आगामी 22 सितंबर से 26 सितंबर तक आयोजित होने वाला विशाल पशुमेला कुंवारिया 2025 रद्द कर दिया गया है। इसके स्थान पर इस अवधि में विशाल सांस्कृतिक मेला कुंवारिया आयोजित किया जाएगा। गाइडलाइन के अनुसार मेले में किसी भी प्रकार के पशुओं का प्रवेश पूर्ण रूप से निषिद्ध रहेगा। सिर्फ सांस्कृतिक आयोजन होगा यह आदेश पंचायत समिति राजसमंद के विकास अधिकारी महेश गर्ग द्वारा जारी किया गया। प्रतिवर्ष नवरात्रि स्थापना के साथ ही कुंवारिया में विशाल पशुमेले का आयोजन किया जाता है। जहां मेवाड़ और मारवाड़ सहित प्रदेश भर से पशुपालक पहुंचते हैं। जहां पशुओं की उन्नत प्रजाति का क्रय व विक्रय होता है। साथ यहां सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। इस बार सिर्फ सांस्कृतिक कार्यक्रम ही आयोजित होंगे जबकि पशुओं के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा जिससे कि लंबी रोग ओर अधिक नही फैले।
राजस्थान हाईकोर्ट ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के एक पूर्व कर्मचारी की 23 साल पुराने पेंशन विवाद संबंधी याचिका को खारिज कर दिया है। जस्टिस रेखा बोराणा की कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि याचिकाकर्ता ने अपने कानूनी अधिकार का सचेत त्याग (वेवर) किया है, इसलिए अब पेंशन की मांग नहीं कर सकता। इस संबंध में पाली शक्ति नगर निवासी पीठासिंह पुत्र भोमसिंह ने वर्ष 2002 में सिविल रिट पिटीशन दायर करके सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से पेंशन दिलाने की मांग की थी। याचिकाकर्ता का कहना था कि बैंक ने गलत तरीके से उसे पेंशन देने से मना कर दिया है, जबकि उसने 1994 में ही पेंशन स्कीम का विकल्प चुना था। बैंक में गार्ड पर से सशर्त वीआरएस पीठासिंह को 2 अप्रैल 1984 को सेंट्रल बैंक में गार्ड के पद पर नियुक्ति मिली थी। उस समय केवल कंट्रिब्यूटरी प्रोविडेंट फंड (सीपीएफ) स्कीम उपलब्ध थी। साल 1994 में जब पेंशन स्कीम शुरू हुई, तो उसने 30 नवंबर 1994 को पेंशन का विकल्प चुना। हालांकि, बैंक ने तुरंत इस पर अमल नहीं किया और दिसंबर 1996 तक सीपीएफ की कटौती जारी रखी। जनवरी 1997 से सीपीएफ की कटौती बंद हो गई, जिससे स्पष्ट हुआ कि बैंक ने पेंशन विकल्प को स्वीकार कर लिया है। साल 2001 में बैंक ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) शुरू की। पीठासिंह ने 24 फरवरी 2001 को इस योजना के तहत आवेदन दिया, लेकिन शर्त रखी कि केवल पेंशन विकल्प स्वीकार होने पर ही वह सेवानिवृत्ति स्वीकार करेगा। बैंक का इनकार, खाते में आई राशि पर नहीं जताई आपत्ति बैंक ने 22 मार्च 2001 को उसकी स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति स्वीकार कर ली और 31 मार्च 2001 से प्रभावी घोषित किया। लेकिन 8 जून 2001 को बैंक ने संदेश भेजा कि चूंकि वह पेंशन ऑप्टी नहीं है, इसलिए पेंशन नहीं दी जा सकती। इसी को चुनौती देते हुए पीठासिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। इस विवाद के दौरान 27 सितंबर 2002 को बैंक ने उसके खाते में 24,834 रुपए का बैंक कंट्रीब्यूशन जमा किया। इस पर उसने कोई आपत्ति नहीं उठाई। साल 2010 में बैंक ने नई पेंशन स्कीम शुरू की, जो केवल उन कर्मचारियों के लिए थी, जिन्होंने पहले पेंशन का विकल्प नहीं चुना था। नई पेंशन स्कीम में आवेदन बना फैसले का आधार जस्टिस रेखा बोराणा ने अपने फैसले में कहा- याचिकाकर्ता ने साल 2010 की नई पेंशन स्कीम के लिए आवेदन देकर खुद को नॉन-पेंशन ऑप्टी स्वीकार किया है। कोर्ट ने माना कि यह कानूनी अधिकार का सचेत त्याग (कॉन्शस एबैंडनमेंट) है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता ने साल 2002 में बैंक कंट्रीब्यूशन की राशि स्वीकार की और 2017 तक इस पर कोई आपत्ति नहीं उठाई। इसके अलावा वर्ष 2010 में नई पेंशन स्कीम के लिए आवेदन देना उसके पूर्व दावों का खंडन है। कोर्ट ने कलकत्ता स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन बनाम आशीत चक्रवर्ती के सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला देते हुए कहा कि वेवर सिद्धांत तब लागू होता है, जब कोई व्यक्ति सचेत रूप से अपने कानूनी अधिकार का त्याग करता है। यह मामला स्पष्ट रूप से वेवर का है। याचिकाकर्ता को वर्तमान में 27 नवंबर 2009 से नई पेंशन स्कीम के तहत पेंशन मिल रही है। अब वह 2001 से पेंशन की मांग नहीं कर सकता क्योंकि उसने अपने अधिकार का त्याग कर दिया है। राजस्थान हाईकोर्ट की जस्टिस बोराणा ने याचिका पूरी तरह खारिज कर दी है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि याचिकाकर्ता के पास कोई आधार नहीं बचा है जिसके कारण याचिका स्वीकार की जा सके। इसके साथ ही कोर्ट ने स्थगन याचिका और अन्य लंबित आवेदन का भी निस्तारण कर दिया हैं। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की ओर से अधिवक्ता ललित परिहार ने और याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता सुनील भंडारी ने पक्ष रखा।
धौलपुर जिले की कौलारी थाना क्षेत्र की बसई नवाब पुलिस चौकी में बम होने की सूचना से पुलिस महकमे में हलचल मच गई। कंट्रोल रूम को किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर यह जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने चौकी की गहन जांच की। जिला विशेष शाखा के कर्मचारियों ने मशीनों से पूरे परिसर की चैकिंग की। जांच में कोई बम नहीं मिला और सूचना झूठी साबित हुई। पुलिस टीम अब मोबाइल नंबर के आधार पर सूचना देने वाले व्यक्ति का पता लगा रही है। इससे पहले भी रोडवेज बस स्टैंड को बम से उड़ाने की झूठी सूचना मिली थी। उस समय भी पुलिस को व्यर्थ में जांच करनी पड़ी थी। पुलिस अब ऐसी झूठी सूचना देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।