कैंसर की सर्जरी के बाद दीपिका कक्कड़ ने अस्पताल में मनाई ईद, ससुर से मिली खास ईदी
टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ इन दिनों स्टेज 2 लिवर कैंसर से जंग लड रही हैं। हाल ही में दीपिका की सर्जरी हुई है, जो करीब 14 घंटे तक चली। उनकी सर्जरी सफल रही है और वह फिलहाल अस्पताल में डॉक्टरों की निगरानी में हैं। सर्जरी में दीपिका के लीवर का एक हिस्सा काटकर निकाला गया। उनके पित्त की थैली भी निकाली गई जिसमें पथरी थी। इसी बीच दीपिका ने अस्पताल में ही अपने परिवार संग बेहद सादगी और शांति के साथ ईद मनाई। 7 जून को शोएब ने ईद-उल-अदहा का त्योहार दीपिका के साथ अस्पताल में ही सेलिब्रेट किया। शोएब इब्राहिम ने इसकी झलक दिखाई है। शोएब ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक तस्वीर शेयर की जिसमें कपल एक लिफाफा पकड़े दिख रहा है। हालांकि इस तस्वीर में चेहरा नहीं बल्कि दो हाथ नजर आ रहे हैं। बॉलीवुड के ताजा अपडेट जानने के लिए क्लिक करें शोएब इब्राहिम ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए बताया कि ये ईद के मौके पर ईदी मिली है जो उनके पिता ने उन्हें दी है। एक्टर ने तस्वीर के कैप्शन में लिखा, 'दीपी और मेरे लिए पापा की तरफ से ईदी आई है। आप सभी को ईद मुबारक।' बीते दिनों दीपिका के पति ने बताया था कि एक्ट्रेस के लिवर में टेनिस बॉल जितना बड़ा ट्यूमर हो गया है। इसके बाद दीपिका कक्कड़ ने खुलासा किया था कि उन्हें स्टेज 2 लिवर कैंसर हो गया है। दीपिका कक्कड़ को कैंसर होने की खबर सामने आने के बाद फैंस और सेलेब्स उनके जल्द ठीक होने की दुआ कर रहे हैं।
भारतीय मूल के दम्पती को आईटी सेवाओं के लिए मिलेगा न्यूजीलैंड का शाही सम्मान
मुंबई। महाराष्ट्र के सुनीत प्रकाश और उनकी गुजराती पत्नी ललिता कासंजी (दोनों न्यूजीलैंड-ऑस्ट्रेलिया के दोहरे नागरिक) को सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग और वहां के भारतीय प्रवासियों के लिए सेवा करने को लेकर न्यूजीलैंड ऑर्डर ऑफ मेरिट के सदस्य सम्मान के लिए चुना गया है। गौरतलब है कि न्यूजीलैंड का यह पुरस्कार भारत के शीर्ष पद्म राष्ट्रीय […] The post भारतीय मूल के दम्पती को आईटी सेवाओं के लिए मिलेगा न्यूजीलैंड का शाही सम्मान appeared first on Sabguru News .
RAS मुख्य परीक्षा की तिथि स्थगन की मांग को लेकर अनशन में महिला अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ी
जयपुर। राजस्थान में आरएएस मुख्य परीक्षा 2024 की तिथि स्थगन एवं वार्षिक परीक्षा कैलेंडर की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में अभ्यर्थियों का अनशन रविवार को भी जारी रहा और इस दौरान एक महिला अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ गई जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मांग को लेकर गुरुवार को अनिश्चितकालीन धरना शुरू […] The post RAS मुख्य परीक्षा की तिथि स्थगन की मांग को लेकर अनशन में महिला अभ्यर्थी की तबीयत बिगड़ी appeared first on Sabguru News .
प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करने पर कांग्रेस का मोदी को फिर घेरने का प्रयास
नई दिल्ली। कांग्रेस ने लंबे समय बाद रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रेस के सीधे सवालों का सामना नहीं करने का मुद्दा उठाया और कहा कि 11 साल से किसी शासनाध्यक्ष का प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करना औचित्य पूर्ण नहीं है। कांग्रेस संचार विभाग के प्रभारी जयराम रमेश ने यहां एक बयान में कहा कि […] The post प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करने पर कांग्रेस का मोदी को फिर घेरने का प्रयास appeared first on Sabguru News .
चुनाव ‘फिक्स’का राहुल गांधी का आरोप हास्यास्पद, कार्यकर्ताओं का भी अपमान : आयोग
नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव ‘फिक्स’ होने के आरोप का करारा जवाब देते हुए रविवार को कहा कि पूरी दुनिया जिस चुनाव प्रणाली की प्रशंसा करती है उसे बदनाम करने का प्रयास हास्यास्पद और अपने दल के राजनीतिक कार्यकर्ताओं का भी अपमान है। गांधी […] The post चुनाव ‘फिक्स’ का राहुल गांधी का आरोप हास्यास्पद, कार्यकर्ताओं का भी अपमान : आयोग appeared first on Sabguru News .
अक्षय कुमार ही हाउसफुल 5 ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल, 2 दिन में पार किया 50 करोड़ का आंकड़ा
साजिद नाडियाडवाला की फिल्म 'हाउसफुल 5' सिनेमाघरों में दर्शकों का खूब मनोरंजन कर रही है। फिल्म में अक्षय कुमार, अभिषेक बच्चन और रितेश देशमुख जैसे सितारे मौजूद है। फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कलेक्शन करते हुए साल 2025 की तीसरी सबसे बड़ी ओपनर बनी। 'हाउसफुल 5' ने पहले दिन 24.35 करोड़ रुपए का नेट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया। अब फिल्म के कलेक्शन में दूसरे दिन जबरदस्त इजाफा देखने को मिला। View this post on Instagram A post shared by Nadiadwala Grandson (@nadiadwalagrandson) फिल्म ने दूसरे दिन 32.38 करोड़ रुपए का नेट बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया। इसी के साथ दो दिन में फिल्म का टोटल कलेक्शन 56.73 करोड़ रुपए हो गया है। रविवार को 'हाउसफुल 5' के कलेक्शन में और भी इजाफा देखने को मिल सकता है। ALSO READ: Housefull 5 Review: करोड़ों फूंक कर बनाया गया 3 घंटे का मानसिक अत्याचार बता दें कि 'हाउसफुल 5' एक क्रूज पर सेट कॉमेडी मर्डर मिस्ट्री है। फिल्म में अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, अभिषेक बच्चन, जैकलीन फर्नांडिस, नरगिस फाखरी, सोनम बाजवा, चित्रांगदा सिंह, नाना पाटेकर, संजय दत्त, जैकी श्रॉफ, फरदीन खान, समेत कई कलाकार है। फिल्म का निर्देशन तरुण मनसुखानी ने किया है।
देवरिया में अंधविश्वास में बकरीद के दिन वृद्ध ने गला काटकर दी जान
देवरिया। उत्तर प्रदेश में देवरिया जिले के गौरी बाजार क्षेत्र में रविवार को एक वृद्ध व्यक्ति ने बकरीद के दिन अपना गला काटकर जान दे दी। पुलिस के अनुसार गौरी बाजार क्षेत्र के ग्राम उधोपुर गांव निवासी ईश मोहम्द (60) आज सुबह नमाज अदा कर दिन में अपनी झोपड़ी में आराम करने के चले गए […] The post देवरिया में अंधविश्वास में बकरीद के दिन वृद्ध ने गला काटकर दी जान appeared first on Sabguru News .
दौसा : मोटरसाइकिल सहित 90 फुट गहरे कुएं में गिरा किशोर, मौत
दौसा। राजस्थान में दौसा जिले के बसवा थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात एक किशोर की मोटर साइकिल सहित कुंए में गिरने से मौत हो गई। पुलिस सूत्रों ने रविवार को बताया कि यहां नीमला में कबड्डी प्रतियोगिता चल रही है। अलवर के बघेरी कला निवासी नवीन गुर्जर (16) अपने दोस्तों के साथ इस प्रतियोगिता […] The post दौसा : मोटरसाइकिल सहित 90 फुट गहरे कुएं में गिरा किशोर, मौत appeared first on Sabguru News .
मिनी ड्रेस में जाह्नवी कपूर का बार्बी लुक, फ्लॉन्ट किया न्यू हेयरस्टाइल
जाह्नवी कपूर एक्टिंग से ज्यादा अपनी ग्लैमरस अदाओं के चलते सुर्खियों में रहती हैं। जाह्नवी का इंस्टा अकाउंट उनकी हॉट एंड बोल्ड तस्वीरों से भरा हुआ है। इस बार जाह्नवी ने अपना बार्बी लुक फैंस के साथ शेयर किया है। तस्वीरों में जाह्नवी पेरिस ब्रांड की रेड कलर की स्कल्पटेड मिनी ड्रेस पहने नजर आ रही हैं। इस ऑफ शोल्डर मिनी ड्रेस में जाह्नवी अपनी टोन्ड फिगर और क्लीवेज फ्लॉन्ट करती दिख रही हैं। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने बैंग्स वाल हेयरस्टाइल करके अपने लुक को दमदार बनाया है। जाह्नवी कपूर ने ग्लॉसी मेकअप करके अपना लुक कम्प्लीट किया है। साथ ही आंखों पर काला सनग्लासेस लगाया है। एक्ट्रेस ने पैरो में हाई हिल्स कैरी की है। तस्वीरों में जाह्नवी एक से बढ़कर एक अंदाज में सिजलिंग पोज देती नजर आ रही हैं। एक्ट्रेस ने कैप्शन में लिखा, Freshly cut bangs always make me feel a way. जाह्नवी कपूर जल्द ही फिल्म 'परम सुंदरी' में नजर आने वाली हैं। इस फिल्म में वह सिद्धार्थ मल्होत्रा संग रोमांस करती दिखेंगी।
मणिपुर में हिंसा के बाद राजधानी समेत 5 जिलों में कर्फ्यू, इंटरनेट निलंबित
इंफाल। मणिपुर में शनिवार रात को भड़की हिंसा के बाद राजधानी समेत पांच जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है। मणिपुर पुलिस की वेबसाइट पर रविवार सुबह 6 बजे पोस्ट की गई अधिसूचना के अनुसार आयुक्त-सह-सचिव (गृह) एन अशोक कुमार ने यह जानकारी दी। मणिपुर सरकार ने […] The post मणिपुर में हिंसा के बाद राजधानी समेत 5 जिलों में कर्फ्यू, इंटरनेट निलंबित appeared first on Sabguru News .
एक्ट्रेस ही नहीं फिल्म निर्माता भी हैं शिल्पा शेट्टी, इस फिल्म को किया था प्रोड्यूस
बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी 8 जून को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। 1975 को कर्नाटक के मैंगलोर में जन्मी शिल्पा ने अपने करियर की शुरुआत साल 1991 में महज 16 वर्ष की उम्र में लिम्का के विज्ञापन से की। शिल्पा ने बतौर अभिनेत्री अपने करियर की शुरुआत 1993 में रिलीज फिल्म 'बाजीगर' से की। इस फिल्म में शिल्पा ने शाहरुख खान की प्रेयसी की भूमिका निभाई थी। शिल्पा ने अपने सिने करियर में उस दौर के सभी दिग्गज कलाकार अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार, सलमान खान और गोविंदा के साथ काम किया है। साल 2009 में शिल्पा ने जानेमाने उद्योगपति राज कुंद्रा के साथ विवाह कर लिया। शिल्पा ने 2014 रिलीज फिल्म ढि़सकियाऊ से बतौर निर्माता अपने करियर की शुरूआत की लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी। फिटनेस फ्रीक शिल्पा शेट्टी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव रहती हैं। अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अभिनेत्री अपने योगा के वीडियोज साझा करती रहती हैं। शिल्पा के करियर की उल्लेखनीय फिल्मों में कुछ है, मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी, शूल, लाल बादशाह, धड़कन, फिर मिलेंगे, अपने आदि।
शिल्पा शेट्टी ने विज्ञापन से की थी करियर की शुरुआत, पहली फिल्म आज तक नहीं हुई रिलीज
अपनी फिटनेस के लिए मशहूर बॉलीवुड की खूबसूरत अदाकारा 8 जून को अपना 50वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रही हैं। इस उम्र में भी शिल्पा अपनी फिटनेस से कई एक्ट्रेसेस को मात देती नजर आ रही है। एक्ट्रेस का जन्म 1975 में कर्नाटक के मैंगलोर शहर में हुआ था। शिल्पा आज जिस मुकाम पर हैं, उसके लिए उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था। शिल्पा शेट्टी ने अपने करियर की शुरुआत महज 16 साल की उम्र में एक बहुत ही छोटे से विज्ञापन से की थी। वह 1991 में 'लिम्का' के एड में नजर आई थीं। इसके बाद अभिनेत्री ने साल 1993 में शाहरुख खान के अपोजिट फिल्म 'बाजीगर' से अपनी शुरुआत की। इस फिल्म में वह सेकेंड लीड में नजर आई थीं। हालांकि इससे पहले शिल्पा को 1992 में फिल्म 'गाता रहे मेरा दिल' के लिए कास्ट किया गया था। लेकिन यह फिल्म कभी रिलीज नहीं हुई। शिल्पा शेट्टी को असली पहचान फिल्म 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' से मिली। इस फिल्म में वह अक्षय कुमार के साथ नजर आई थीं। फिल्म के बाद से शिल्पा का नाम अक्षय कुमार के साथ जुड़ने लगा। बॉलीवुड के ताजा अपडेट जानने के लिए क्लिक करें साल 2007 में शिल्पा शेट्टी ने अमेरिकन रिएलिटी शो 'बिग ब्रदर' में हिस्सा लिया, जहां उन्हें रंगभेद का शिकार होना पड़ा। इस शो से शिल्पा ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा। शिल्पा को न सिर्फ लोगों का साथ मिला था बल्कि उन्होंने अमेरिकन शो जीतकर भारत का नाम रोशन किया था। शिल्पा शेट्टी ने साल 22 नवंबर 2009 को लंदन बेस्ड बिजनेसमैन राज कुंद्रा संग शादी रचाई थी। राज कुंद्रा की यह दुसरी शादी थी। शिल्पा और राज के दो बच्चे वियान और समायरा है। शिल्पा सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिंग रहती हैं। वह अक्सर फैंस को अपनी योगा और एक्सरसाइज वीडियो शेयर करके फिटनेस गोल देती हैं।
08 जून 2025, रविवार के शुभ मुहूर्त
Today Shubh Muhurat 08 June 2025: आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है। प्रस्तुत हैं आज के मुहूर्त | 08 June Muhurat : शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-उत्तरायण मास-ज्येष्ठ पक्ष-शुक्ल ऋतु-ग्रीष्म वार-रविवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ करण (सूर्योदयकालीन)-बालव लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृषभ शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक दिशा शूल-पश्चिम योगिनी वास-नैऋत्य गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-तुला जयंती/त्योहार/व्रत/मुहूर्त- प्रदोष व्रत यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें। आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:। आज का उपाय-शिव मंदिर में प्रदोषकाल में सवाकिलो आम चढ़ाएं। वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं। (निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
मैं सीमा समृद्धि कुशवाहा हूं, श्रद्धा वालकर की एडवोकेट। वही श्रद्धा जिसके लिव-इन पार्टनर आफताब ने उसका मर्डर करने के बाद डेडबॉडी के 35 टुकड़े किए और उसे फ्रिज में रख दिया। इस केस ने मेरी रातों की नींद ले ली है। श्रद्धा के पिता विकास वालकर की आखिरी इच्छा थी कि नियम कायदों के अनुसार बेटी का अंतिम संस्कार करें, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। केस में सिर्फ श्रद्धा की हड्डियां ही प्रॉपर्टी हैं इसलिए जब तक कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता है हड्डियां रिलीज नहीं हो सकती हैं। ये सब सोचकर मैं कई रात सो नहीं पाती कि कितना मजबूर और बेबस बाप था, जो बेटी का अंतिम संस्कार भी नहीं कर सका। निर्भया का केस भी मैंने ही लड़ा था। हाथरस केस में भी पीड़िता की वकील मैं ही थी। आज तक मैंने कई ऐसे केस की पैरवी की है, जिन्होंने मेरी नजरों में मानवीय रिश्तों को तार-तार कर दिया है। खासकर निर्भया और श्रद्धा वालकर केस से जूझते हुए अब मेरे लिए मानवीय रिश्तों की परिभाषा बदल चुकी है। मुझे श्रद्धा के पिता विकास वालकर से किया वादा पूरा करना है। आज भले ही वो इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन मैं श्रद्धा के लिए लड़ती रहूंगी। इतना आसान नहीं है यह सब। न दिन का चैन है न रात की नींद है। मुझे जब श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े याद आते हैं तो यही कहती हूं कि आफताब छोड़ूंगी तो नहीं तुम्हें। विकास वालकर मुझसे राखी बंधवाते थे। मुझे याद है एक रोज एक अनजान नंबर से फोन आया। मैंने फोन उठाया तो सामने से एक भारी, लेकिन रूंधे गले से आवाज आई मैडम मैं श्रद्धा का पिता बोल रहा हूं। मैं तुरंत समझ गई थी क्योंकि उन दिनों मीडिया में श्रद्धा का केस छाया हुआ था। विकास वालकर ने केवल इतना कहा कि क्या आप निर्भया की तरह ही मेरी बेटी श्रद्धा के लिए लड़ेंगीं। उनकी आवाज में इतनी उम्मीद और गला ऐसे भरा हुआ था कि अभी फूटकर रो देंगे, मैं मना नहीं कर सकी, तुरंत हां कह दिया। वो हमेशा एक ही बात कहते थे कि आफताब को देखता हूं तो बहुत गुस्सा आता है, इसकी आंखों में शर्म नहीं, चेहरे पर पछतावा नहीं। सच में विकास वालकर जब कोर्ट आते थे तो आफताब बेशर्मी से उन्हें देखता था। श्रद्धा के पिता जब तक जिंदा रहे, उन्हें केवल एक ही बात का अफसोस था कि बेटी को अकेला क्यों छोड़ा, क्यों अपनी बेटी को उस नर्क से निकाल नहीं पाया। विकास वालकर कभी नहीं चाहते थे कि श्रद्धा, आफताब पूनावाला के साथ रहे। कई बार उन्होंने श्रद्धा को समझाया भी था, जब वो नहीं मानी तो पिता ने उससे बात करना ही बंद कर दिया। कोर्ट में आफताब मुझसे तो नजरें चुराता है, लेकिन उसे रत्ती भर इसका मलाल नहीं है कि जिस लड़की ने उसे पागलों की तरह प्यार किया, उसी के 35 टुकड़े कर दिए। ये सोचकर मैं कांप जाती हूं कि उसने श्रद्धा के कटे टुकड़े फ्रिज में रख दिए। उसी कमरे में किसी दूसरी लड़की को डेट कर रहा था। जब वह लड़की आफताब के घर आती थी तो उसी फ्रिज में से निकालकर पानी पीती थी। उस लड़की के आने पर आफताब श्रद्धा के टुकड़े स्टडी टेबल के ड्रॉअर में रख देता था। पूरे केस में यह बात मुझे डरा देती है, हिला देती है। आफताब अक्सर श्रद्धा को मारने की धमकी देता था, लेकिन वो इस हद तक उससे प्यार करती थी कि छोड़ नहीं सकी। वो आफताब से शादी करना चाहती थी। मुझे समझ नहीं आता कि बेइंतहा प्यार के बदले कोई किसी को मार कैसे सकता है। प्रेम मारता नहीं है, भागता नहीं है, रुलाता नहीं है। आफताब प्रेमी तो था ही नहीं। मैं अगर एक वकील न होती तो आफताब को मार देती। मैं जब भी इस केस की फाइल पलटती हूं तो यही सोचती हूं कि श्रद्धा को छोड़ भी तो सकता था आफताब, उसे मारने की क्या जरूरत थी। दरिंदे ने श्रद्धा को उस घर में मारा जिसे वो अपना सेफ जोन समझती थी।। पिता का घर छोड़ने के बाद उसने अपना सबकुछ इसी घर को माना था। अगर लोग प्यार के बदले जान लेने लगें, फिर किसी पर भरोसा करना ही मुश्किल है। आखिर ये कैसा प्यार था, जिसने जान ही ले ली। ये सब बातें सोचकर मैं परेशान रहती हूं। अब जल्दी किसी पर भरोसा नहीं कर पाती क्योंकि मैं भी तो एक लड़की हूं। निर्भया केस के वक्त भी मेरा यही हाल था। तब तो शायद मैं हर रात रोती थी। मुझे याद है कि कोर्ट में निर्भया की मां, दोषियों को देखकर मुझसे कहती थी कि सीमा किसी भी कीमत पर इन्हें छोड़ना नहीं है। मैं कहती थी कि भरोसा रखें, इन्हें फांसी जरूर होगी। बस उस भरोसे को नतीजों में बदलने के लिए दिन-रात एक कर दिए थे। मुझे याद है कि जिस रोज निर्भया के दोषियों को फांसी हुई, उस दिन मैं द्वारका उसके घर पहुंची। निर्भया की तस्वीर के सामने खड़े होकर उसे एकटक देखती रही। आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। उस दिन निर्भया की मां ने मुझे उसके हाथ का पहना हुआ कंगन दिया था। इसके अलावा उसकी पसंदीदा गुलाबी रंग की चुन्नी भी दी। मैं अदालत की अहम बहस के वक्त वो कंगन पहनकर कोर्ट रूम जाती हूं। निर्भया केस के बाद एक रोज मैं ट्विटर पर ट्रेंड कर रही थी। उसके बाद मुझे लगा कि मेरे ऊपर अब जिम्मेदारी और बढ़ गई है। उसके बाद तो ऐसे केसों की बाढ़ आ गई है। हर कोई बहुत उम्मीद से फोन करता है। आज तक मैंने कई ऐसे केस पर काम किया जिन्होंने मुझे ये सोचने पर मजबूर किया कि क्या वाकई इंसान ऐसा कर सकता है। ललितपुर केस जिसमें एक बाहुबली ने पड़ोस की 15 साल की बेटी के साथ रेप किया और उसे पैट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। कानपुर के एसीपी ने कैसे एक आईआईटीएन स्कॉलर का शोषण किया। हाथरस रेप केस, नोएडा का एक केस जिसमें तीन साल की बच्ची और पांच साल के उसके भाई के साथ उनके सगे चाचा ने घिनौनी हरकत की। कहीं बाप, कहीं भाई, कहीं पड़ोसी, कहीं प्रेमी, कहीं चाचा, फूफा, मामा… ऐसे केसों की लंबी फेहरिस्त है, जिनकी वजह से मेरी नजरों में ये रिश्ते अपना वजूद खो चुके हैं। लगता है क्या कर दूं इन बेटियों के माता-पिता के लिए जो इनकी सूनी आंखों में चमक लौट सके। ये लोग जब मेरे पास आते हैं, तो इनकी पूरी दुनिया ही लुट चुकी होती है। मैं उनकी किसी भी कीमत पर मदद करना चाहती हूं। अगर मैं अपनी बात करूं तो मेरे लिए भी यहां तक पहुंचना आसान नहीं था। मैं भी मिडिल क्लास फैमिली से हूं, इसलिए सफर बेहद मुश्किल था। शायद इसलिए मैं समझती हूं कि किसी भी मिडिल क्लास फैमिली की लड़की के लिए सफर आसान नहीं होता। ऐसे में अगर वो शोषण का शिकार हो जाती है तो उसका संघर्ष नासूर बन जाता है। मैं उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के एक छोटे से गांव उग्रपुर की रहने वाली हूं। आज भी मेरा गांव गूगल मैप पर नहीं मिलता। मैं पांच भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। दो बहनें सिर्फ आठवीं तक ही पढ़ी हैं, लेकिन दोनों बड़े भाई खूब पढ़ते थे। मैं घर में रखी उनकी किताबें पढ़ने लगी और मुझे पढ़ने की लत लग गई। जब मैंने महात्मा गांधी और अंबेडकर के बारे में पढ़ा, तभी ठान लिया था कि वकील बनूंगी। शुरुआती पढ़ाई तो गांव में ही हुई। फिर ग्रेजुएशन औरैय्या से हुआ। हालांकि आठवीं के बाद मुझे भी आगे न पढ़ाने का ऐलान हुआ, लेकिन मैं भूख हड़ताल पर बैठ गई। जिद्दी थी, आखिरकार पापा मान ही गए। पापा गांव में प्रधान थे और मैं उनकी सबसे प्यारी बेटी थी। पापा के आसपास ही मेरी दुनिया थी। जब औरैय्या से ग्रेजुएशन कर रही थी, पहला साल ही था। तभी एक दिन मुझे बुलाने के लिए घर से फोन आया। जितना जल्दी हो सका मैं गांव पहुंची। घर के बाहर भीड़ देखते ही मेरे हाथ-पैर कांपने लगे। अंदर पहुंची तो पता चला पापा हमेशा के लिए हमें छोड़कर चले गए। मेरी दुनिया ही खत्म हो गई। अब कॉलेज की फीस भरने वाला कोई नहीं था। चांदी की पायल और सोने की बालियां बेचकर ग्रेजुएशन की फीस भरी। जब कानपुर से लॉ करने के बारे में सोचा तो हर कोई कहता था, वकालत तो मर्दों की नहीं चलती है तुम्हारी क्या चलेगी। मैंने किसी की नहीं सुनी। एलएलबी के पहले साल की फीस सगी बहन और जीजा ने भरी। उसके बाद एक मैगजीन में मेरी नौकरी लग गई। आगे की पूरी फीस अपनी कमाई से भरी। फिर दिल्ली आ गई। सिविल जज के पेपर की तैयारी की, प्राथमिक एग्जाम क्लियर भी कर लिया था। आगे फिर पेपरों कि तैयारी कर रही थी और खर्च चलाने के लिए ट्यूशन पढ़ाती थी। फिर एक दिन निर्भया केस के बारे में पढ़ा। इससे जुड़े आंदोलनों में जाने लगी और इस तरह से इस केस से जुड़ गई। मैंने ठान लिया है कि हमेशा उन मिडिल क्लास लड़कियों का साथ दूंगी जो अपने बेहतर भविष्य के लिए संघर्ष कर रही हैं। निर्भया पढ़ती थी और बीपीओ में नौकरी भी करती थी। श्रद्धा भी एक मध्यम वर्गीय मेहनतकश परिवार से थी। एसीपी मोहसिन ने जिसका शोषण किया है वह लड़की आईआईटी स्कॉलर है जो ओडिशा के गरीब परिवार से है। सीमा समृद्धि कुशवाहा ने ये सारी बातें भास्कर रिपोर्टर मनीषा भल्ला से शेयर कीं----------------------------------- संडे जज्बात सीरीज की ये स्टोरीज भी पढ़िए... 1. संडे जज्बात- स्कूल में मेरी बीवी को गोली मारी:कश्मीरी बच्चों की फेवरेट टीचर थी, खौफ से अंतिम संस्कार में एक भी मुस्लिम नहीं आया मैं राजकुमार, कश्मीर में तीन साल पहले स्कूल में रजनी नाम की जिस सरकारी टीचर को आतंकियों ने गोली मारी थी, उसका पति हूं। पूरी खबर पढ़ें... 2. मुगलों की बहू हूं, रहने को छत नहीं:पानी में ब्रेड डुबोकर बच्चे पाले; लालकिला भी टिकट लेकर जाती हूं मेरा नाम रजिया सुल्ताना बेगम है। मैं मुगल सल्तनत के आखिरी बादशाह बहादुर शाह जफर के पड़पोते मिर्जा बेदार बख्त की बीवी हूं। इन दिनों मैं हावड़ा के शिवपुरी इलाके की एक गरीब बस्ती में जिंदगी काट रही हूं। पढ़िए पूरी खबर...
शरीर पर चोट के 15 निशान, टूटे दांत और तीन जगह फ्रैक्चर। 9 जून, 2024 को बेंगलुरु में रेणुकास्वामी की डेडबॉडी मिली, तब कुत्ते उसे नोंच रहे थे। 33 साल के रेणुकास्वामी चित्रदुर्ग के रहने वाले थे। पुलिस ने जांच शुरू की, सबूत जुटाए तो मर्डर में 17 लोगों के नाम पता चले। सबसे बड़ा नाम था कन्नड़ सुपरस्टार दर्शन का। पुलिस ने दावा किया कि रेणुकास्वामी दर्शन का फैन था और उनकी दोस्त पवित्रा को गंदे मैसेज भेजता था। इसी गुस्से में दर्शन ने रेणुकास्वामी को अगवाकर उसका मर्डर करवा दिया। मारने से पहले उसे बुरी तरह टॉर्चर किया। दर्शन के खिलाफ सबूत भी थे, लेकिन कर्नाटक हाईकोर्ट ने 13 दिसंबर, 2024 को उन्हें और बाकी आरोपियों को जमानत दे दी। रेणुकास्वामी मर्डर केस को आज एक साल पूरा हो गया, लेकिन कोर्ट में इसकी सुनवाई पूरी नहीं हो पाई है। रेणुकास्वामी के पिता काशीनाथ शिवनगौड़ा कांपती हुई आवाज में कहते हैं, ‘बेटे को गुजरे एक साल हो गए। हर दिन उसकी तस्वीर देखता हूं और सोचता हूं कि आखिरी वक्त में वो कितनी तकलीफ में रहा होगा।' 'जिस तरह उसे मारा गया, वो किसी के बेटे के साथ नहीं होना चाहिए। मेरे बेटे के कातिल आज खुले घूम रहे हैं। मेरा कानून से भरोसा उठ गया है।’ 4 पॉइंट्स में जानिए केस कहां अटका है... 1. बेंगलुरु पुलिस ने रेणुकास्वामी मर्डर केस पर सितंबर 2024 में 3,991 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की। इसमें एक्टर दर्शन, उसकी कथित गर्लफ्रेंड पवित्रा गौड़ा के साथ 15 आरोपियों के खिलाफ हत्या, अपहरण के आरोप लगे। नवंबर 2024 में दूसरी चार्जशीट पेश की गई, जिसमें हत्या वाली जगह पर आरोपियों की मौजूदगी के सबूत का जिक्र है। इसके बावजूद अदालत में सुनवाई की प्रोसेस आगे नहीं बढ़ पाई। 2. केस में मुख्य आरोपी दर्शन की याचिका पर सितंबर 2024 में कर्नाटक हाईकोर्ट ने चार्जशीट की जानकारी पब्लिश करने पर रोक लगा दी। इस आदेश की वजह से केस से जुड़े अपडेट सामने नहीं आ पाए। इससे केस की ट्रांसपेरेंसी पर सवाल उठ रहे हैं। 3. दर्शन और बाकी आरोपियों को दिसंबर 2024 में जमानत मिल गई। इसके बाद दर्शन ने विदेश जाने की इजाजत के लिए कोर्ट में याचिका दायर की। इस पर रेणुकास्वामी के पिता ने कहा कि कातिलों के खिलाफ सबूत हैं, तो उन्हें जमानत कैसे मिली। इससे न्यायिक प्रक्रिया की गंभीरता पर शक होता है। 4. कर्नाटक सरकार ने रेणुकास्वामी हत्याकांड में तेजी से सुनवाई के लिए फास्ट-ट्रैक कोर्ट बनाने पर विचार करने की बात कही थी। हालांकि, अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। 8 जून 2024 को क्या हुआ थारेणुकास्वामी बेंगलुरु हाईवे पर अपोलो फार्मेसी स्टोर पर काम करते थे। 8 जून की सुबह वे रोज की तरह काम पर गए थे, लेकिन रात तक घर नहीं लौटे। उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था। इससे परिवार परेशान हो गया। पिता ने पुलिस को बेटे के लापता होने की जानकारी दी। पुलिस ने तलाश शुरू की। रेणुकास्वामी के ऑफिस से लेकर रास्तों के CCTV फुटेज खंगाले गए। 14 घंटे बाद 9 जून को रेणुकास्वामी की डेडबॉडी करीब 200 किमी दूर बेंगलुरु में मिली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि रेणुकास्वामी के शरीर पर 15 चोटें लगी थीं। तीन तरफ की हड्डियां टूटी हुई थीं और पेट में खून का रिसाव हुआ था। चार दांत टूटे थे। शरीर में खून जम गया था। बॉडी पर सिगरेट से जलाने के निशान मिले। फार्मेसी के पास मिली आखिरी लोकेशन 8 जून को रेणुकास्वामी फार्मेसी से दोस्तों के साथ बाहर निकले थे। इसकी CCTV फुटेज भी है। उन्होंने बालाजी बार के पास बाइक खड़ी की और चार लोगों के साथ ऑटो में बैठकर 2 किमी दूर एक पेट्रोल पंप पर गए। इसके बाद से उनका पता नहीं चला। शुरुआती जांच में CCTV फुटेज और चश्मदीदों के बयानों से खुलासा हुआ कि हत्या के पीछे किसी एक आदमी का हाथ नहीं, बल्कि कई लोग शामिल हैं। पुलिस जांच में ये खुलासा हुआ कि रेणुकास्वामी दर्शन के फैन थे। उन्होंने दर्शन की दोस्त पवित्रा को इंस्टाग्राम अकाउंट से गंदे मैसेज भेजे थे। इसी गुस्से में दर्शन ने रेणुकास्वामी का मर्डर करवा दिया। हालांकि रेणुकास्वामी का परिवार पुलिस की इस थ्योरी को झूठा बताता है। फैमिली का कहना है कि ये सब एक्टर दर्शन को बचाने के लिए गढ़ी झूठी कहानियां हैं। पिता बोले- पुलिस और सिस्टम दर्शन को बचा रहाकर्नाटक के चित्रदुर्ग में लक्ष्मी वेंकटेश्वर लेआउट मोहल्ले में दोमंजिला मकान 'सिद्धम साधना' में रेणुकास्वामी का परिवार रहता है। घर पर फिलहाल रेणुका के पिता काशीनाथ शिवनगौड़ा और मां रत्नप्रभा रहते हैं। पत्नी सहाना ने 16 अक्टूबर 2024 को एक बच्चे को जन्म दिया। रेणुकास्वामी की हत्या के समय सहाना 5 महीने की गर्भवती थी, इस वक्त वे मायके में रह रही हैं। रेणुकास्वामी मर्डर केस में एक साल बाद भी कोई फैसला न आने से उनके पिता काशीनाथ शिवनगौड़ा निराश हैं। वो कानूनी प्रक्रिया पर नाराजगी जताते हुए कहते हैं, ‘हमारा बेटा चला गया, लेकिन अब तक इंसाफ नहीं मिला। पुलिस ने पहले दर्शन को गिरफ्तार किया, फिर कुछ महीनों बाद उसे जमानत मिल गई। ये कैसा न्याय है।' ‘केस में दो बार चार्जशीट दाखिल हो चुकी है, लेकिन अब तक सुनवाई पूरी नहीं हो पाई। हमें कोर्ट पर भरोसा है, लेकिन यह भरोसा कब तक टिकेगा। अगर ऐसा ही चलता रहा तो बेटे को न्याय कैसे मिल पाएगा।’ काशीनाथ ये बात कह रहे थे, तो उनके बगल में बैठी रेणुकास्वामी की मां रत्नप्रभा उन्हें संभालती हैं। वे कहती हैं, ‘जिन लोगों ने मेरे बेटे को पीट-पीटकर मार डाला, वो जमानत पर बाहर घूम रहे हैं। इन लोगों से हमेशा खतरा बना हुआ है। इसी के डर से बहू हमारे पोते को लेकर मायके चली गई। अब हमें ही बेटे के लिए कानूनी लड़ाई लड़नी है।’ ‘हर बार कोर्ट में सुनवाई होती है, लेकिन दर्शन शूटिंग का बहाना बताकर नहीं आता। कभी उसके वकील बताते हैं कि वो बीमार चल रहा है। तरह-तरह के बहाने करके जानबूझकर इस केस को अटकाया जा रहा है ताकि हमें इंसाफ न मिल पाए।’ आपको लगता है रेणुकास्वामी ने पवित्रा को मैसेज भेजे होंगे? रत्नप्रभा कहती हैं, ‘बिल्कुल नहीं’ एक साल में बेंगलुरु पुलिस को क्या-क्या मिलापुलिस की जांच में पता चला है कि रेणुकास्वामी ने तनिषा रेड्डी के नाम से फर्जी इंस्टाग्राम प्रोफाइल बनाई थी। इस अकाउंट से वो पवित्रा को मैसेज भेजता था। इस फर्जी अकाउंट के करीब 500 फॉलोअर्स हैं। इस अकाउंट से 304 पोस्ट की गई थीं। इन्हीं में से एक पोस्ट में रेणुकास्वामी ने पवित्रा पर दर्शन और उसकी पत्नी के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाया था। 4 सितंबर 2024 को पवित्रा और रेणुकास्वामी की चैट वायरल हो गई। इससे पता चला कि रेणुकास्वामी कई महीनों से पवित्रा को मैसेज भेजकर परेशान कर रहा था। चैट वायरल होने के बाद दर्शन को उसके कुछ फैंस ने इस बारे में जानकारी दी। दर्शन इन मैसेज को देखकर भड़क गया। उसने चित्रदुर्ग में फैन क्लब चलाने वाले राघवेंद्र से कॉन्टैक्ट किया। राघवेंद्र ने रेणुकास्वामी का पता लगाया और उसके कत्ल की सुपारी दे दी। इसके बाद कातिलों ने पहले रेणुका को अगवा किया और फिर दर्शन के एक फार्म हाउस में उसे टॉर्चर किया। इससे दर्शन की मौत हो गई। यहां यह भी प्लानिंग की गई थी कि यदि कत्ल का राज खुलने का डर होगा, तो कातिल खुद जुर्म कबूल लेंगे और सारा इल्जाम अपने सिर पर ले लेंगे। दर्शन पर लगे तीन गंभीर आरोप पहला आरोप: केस बदलने के लिए 30 लाख दिएबेंगलुरु की कामाक्षीपाल्या पुलिस की जांच में पता चला कि दर्शन ने रेणुकास्वामी की डेडबॉडी ठिकाने लगाने और पकड़े जाने पर केस को घुमाने के लिए तीन लोगों को 30 लाख रुपए दिए थे। दूसरा आरोप: पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट बदलने के लिए 1 करोड़ का ऑफरबेंगलुरु के विक्टोरिया हॉस्पिटल में रेणुकास्वामी का पोस्टमॉर्टम करने वाले एक डॉक्टर ने पुलिस कमिश्नर बी.दयानंद को बताया कि कुछ लोगों ने उन्हें कॉल करके PM रिपोर्ट में हेराफेरी करने के लिए एक करोड़ रुपए का लालच दिया। रिपोर्ट में मौत की वजह हार्ट अटैक बताने के लिए कहा। तीसरा आरोप: तीन फर्जी आरोपियों से पुलिस स्टेशन में सरेंडर करायारेणुकास्वामी की हत्या के बाद 20 जून को निखिल, केशवमूर्ति और कार्तिक नाम के 3 आरोपी पुलिस स्टेशन पहुंचे और सरेंडर कर दिया। उन्होंने मर्डर की बात कबूल कर ली। तीनों ने माना कि पैसे के लालच में ऐसा किया। सख्ती से पूछताछ में उन्होंने अपनी गलती मानी। पुलिस अधिकारी बोले- दर्शन और पवित्रा के खिलाफ ठोस सबूतहमने हत्याकांड की जांच में शामिल चित्रदुर्ग के एक सीनियर पुलिस ऑफिसर से बात की। केस के इन्वेस्टिगेशन स्टेज में होने के कारण उन्होंने ऑफ-द-रिकॉर्ड बताया, ‘इस मामले में शामिल किसी भी आरोपी को हम नहीं बख्शेंगे। बेंगलुरु पुलिस ने इस मामले पर 3991 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। इसमें गवाहों के बयान, फोरेंसिक रिपोर्ट, CCTV फुटेज, कॉल रिकॉर्डिंग और मेडिकल रिपोर्ट शामिल हैं।’ चार्जशीट में आरोपियों पर हत्या, अपहरण, आपराधिक साजिश और सबूत मिटाने जैसी धाराएं लगाई गई हैं। अगर जरूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट तक जाकर जमानत रद्द कराने की कोशिश की जाएगी। पुलिस अधिकारी बताते हैं, 'दर्शन का गन लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है। उनके किसी भी तरह के विदेश दौरे या बिना बताए राज्य से बाहर जाने पर भी रोक लगाई गई है।' 20 मई को दर्शन-पवित्रा कोर्ट में पेश हुए, अगली सुनवाई 7 जुलाई कोबेंगलुरु की सेशन कोर्ट में रेणुकास्वामी हत्याकांड पर 20 मई को सुनवाई हुई। इस दौरान दर्शन, पवित्रा और सभी 15 आरोपी अदालत में पेश हुए। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 7 जुलाई 2025 को तय की है। दर्शन और पवित्रा को दिसंबर 2024 में हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। बाकी आरोपियों को पहले ही राहत मिल चुकी थी। एक्सपर्ट बोले- दर्शन को जमानत के बाद केस की फाइल लगभग बंद कर्नाटक के सीनियर जर्नलिस्ट मलाथेश अरसू मानते हैं कि हत्याकांड में दर्शन के शामिल होने से इस केस ने नया मोड़ ले लिया। रेणुकास्वामी की लाश नाले में मिली थी, उस वक्त दर्शन ‘द डेविल’ फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। मलाथेश कहते हैं, 'दर्शन को पुलिस ने मैसूरु से गिरफ्तार किया। उन पर कोर्ट में सुनवाई चली, अब वे जमानत पर बाहर हैं। रही बात दर्शन के दोबारा गिरफ्तारी की, तो इसकी संभावना बहुत कम दिख रही है। ये केस पूरी तरह से खत्म हो चुका है।’ ..................................... ये रिपोर्ट भी पढ़ें पुलिस-डॉक्टर-कार्यकर्ता-मेड समेत 50 से रेप, प्रज्वल रेवन्ना को सजा कब 24 अप्रैल, 2024 की सुबह हासन के स्टेडियम में रनिंग ट्रैक पर सैकड़ों पेन ड्राइव मिले। इनमें तब सांसद रहे प्रज्वल रेवन्ना की करीब 3 हजार सेक्स क्लिप और फोटो थे। प्रज्वल पर 50 महिलाओं के सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगा। प्रज्वल बीते एक साल से पुलिस कस्टडी में है। अब तक सिर्फ 4 विक्टिम सामने आई हैं। 150 गवाही हो चुकी हैं। 2000 पेज की चार्जशीट बनी है। पढ़ें पूरी खबर...
8 जून 2020, मुंबई के मलाड एरिया में रहने वाली दिशा सालियान के पास लंदन से उनकी दोस्त का फोन आया। दिशा उस वक्त रीजेंट गैलेक्सी बिल्डिंग के 14वें फ्लोर पर मंगेतर रोहन राय के फ्लैट में थीं। बात करते-करते दिशा अंदर वाले रूम में चली गईं। दोस्त से कहा कि मुझे घबराहट हो रही है। कुछ देर बाद दिशा की डेडबॉडी नीचे सोसाइटी कैंपस में मिली। दिशा सालियान सेलेब्रिटी मैनेजर थीं। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर रह चुकी थीं। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दिशा की मौत की वजह ऊंचाई से गिरने से लगी चोट को बताया गया। पुलिस ने सुसाइड मानकर जांच की और केस क्लोज कर दिया। दिशा की मौत को आज 5 साल पूरे हो गए, लेकिन उनकी मौत पहेली बनी हुई है। दिशा के पिता सतीश सालियान का आरोप है कि उनकी बेटी का मर्डर हुआ है। मारने से पहले उससे गैंगरेप किया गया। सतीश से पहले इसी तरह के आरोप महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नारायण राणे ने लगाए थे। तब सतीश सालियान ने उनके दावे को गलत बताया था। हालांकि बाद में वे कोर्ट गए और दिशा की मौत की जांच की मांग की। उन्होंने दिशा की मौत में शिवसेना (UBT) के लीडर आदित्य ठाकरे, एक्टर सूरज पंचोली और डिनो मोरिया के शामिल होने का आरोप लगाया है। दिशा की मौत के 6 दिन बाद ही सुशांत सिंह राजपूत की डेडबॉडी उनके फ्लैट में मिली थी। हालांकि पुलिस के मुताबिक दोनों मौतों में कोई कनेक्शन नहीं मिला। 5 साल बाद कैसे सुसाइड की थ्योरी मर्डर और गैंगरेप की ओर मुड़ गई, ये केस कहां तक पहुंचा, पहले बेटी की मौत को सुसाइड बताने वाले सतीश सालियान क्यों इसे मर्डर बताने लगे और इसके पीछे उनकी दलीलें क्या हैं, ये जानने के लिए हमने उनसे बात की। केस अभी बॉम्बे हाईकोर्ट में है, इसलिए हम दिशा का केस लड़ रहे वकील नीलेश ओझा से भी मिले। पिता बोले- वे मुझे जान से मार देंगे, लेकिन बेटी को इंसाफ दिलाऊंगा‘अब मुझे डर नहीं लगता। ज्यादा से ज्यादा क्या होगा, वे मुझे जान से मार देंगे। मगर मेरी बेटी को इंसाफ मिलेगा। यही मेरे लिए बहुत बड़ी बात है।’ 5 साल से बेटी के लिए लड़ाई लड़ रहे सतीश सालियान की आवाज में भले थकान महसूस हो, लेकिन वे अब भी डटे हुए हैं। मुंबई पुलिस कमिश्नर के ऑफिस में दी शिकायत में उन्होंने शिवसेना (UBT) चीफ उद्धव ठाकरे के बेटे और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे को दिशा की मौत का आरोपी बताया था। एक्टर डिनो मोरिया, सूरज पंचोली, उनका बॉडीगार्ड, पुलिस अफसर रहे सचिन वाझे और एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के भी साजिश में शामिल होने का दावा किया। हम सतीश सालियान से मिलने पहुंचे, तब वे अपने वकील से मिलकर लौटे थे। बातचीत शुरू हुई तो हमने पहला सवाल पूछा- पहले आप दिशा की मौत को सुसाइड बता रहे थे, फिर क्यों इसे गैंगरेप और मर्डर बताने लगे? सतीश जवाब देते हैं, 'बेटी के जाने के बाद 6 महीने मैं गहरे सदमे में था। कुछ सोच-समझ नहीं पा रहा था। उस वक्त जो बताया गया, मैंने उसे ही सही मान लिया। इसके अलावा कोई चारा भी नहीं था। वक्त बीतने के साथ, जब मीडिया और वकील से मिला, तब मेरे जेहन में सवाल उठने लगे। पहले जो बातें नॉर्मल लग रही थीं, वे संदिग्ध लगने लगीं।’ ‘बेटी ने कभी आदित्य ठाकरे का जिक्र नहीं किया’सतीश सालियान ने अपनी पिटीशन में आदित्य ठाकरे का नाम लिया है। हालांकि वे साफ कहते हैं कि मैंने खुद कुछ नहीं देखा। लोगों से जो पता चला, उसके आधार पर मुझे लगता है कि ये लोग शामिल हो सकते हैं। कोर्ट को कम से कम इनकी जांच करवानी चाहिए। सतीश आगे बताते हैं, ‘दिशा ने कभी आदित्य ठाकरे का जिक्र मुझसे नहीं किया। मैंने तो उसके मुंह से उसका नाम भी नहीं सुना।’ क्या शिवसेना (उद्धव गुट) की तरफ से कभी दबाव डालने की कोशिश की गई? सतीश न में जवाब देते हैं। हालांकि एक घटना जरूर बताते हैं। शुरुआती दिनों में दिशा से रेप जैसी खबरें चल रही थीं, तब कुछ लोग घर आए थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह की खबरें चल रही हैं, हम उसे रोकना चाहते हैं। उस समय मेरा दिमाग सुसाइड पर ही टिका था। इसलिए मैंने कहा कि मैं मामले को आगे नहीं बढ़ाना चाहता। दरअसल, आदित्य की पार्टी की लीडर और मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर सतीश सालियान से मिली थीं। पिता को मंगेतर रोहन के बयान पर शकदिशा सालियान मॉडल और एक्टर रोहन राय से शादी करने वाली थीं। दोनों 7 साल से रिश्ते में थे। 8 जून 2020 को दिशा की मौत हुई। इसके कुछ दिन बाद एक वीडियो सामने आया था। दावा किया गया कि ये वीडियो दिशा की मौत से एक घंटे पहले का है। इसमें दिशा दोस्तों के साथ डांस करती नजर आ रही हैं। साथ में दिशा के मंगेतर रोहन भी हैं। दिशा ने ये वीडियो रात 11:48 बजे दोस्तों के वॉट्सएप ग्रुप में पोस्ट किया था। करीब एक घंटे के बाद उनकी डेडबॉडी मिली। दिशा की मौत के दो साल बाद रोहन ने एक इंटरव्यू में इस पर बात की। उन्होंने बताया कि हम दोनों परिवार के साथ दादर में रह रहे थे। 4 जून को मैंने उससे कहा कि मलाड वाले अपार्टमेंट में चलते हैं। साथ में हमारे चार दोस्त भी थे। मैं एक दोस्त से फोन पर बात करने लगा और वो बेडरूम में चली गई। वो काफी देर तक नहीं लौटी, तब हम उसे देखने गए। मैंने देखा कि रूम की खिड़की खुली है। नीचे देखने पर उसके कपड़े ग्राउंड पर दिखे। ये सब किसी बुरे सपने जैसा था। हालांकि सतीश को रोहन राय बातों पर शक है। वे कहते हैं, ‘जिस तरह के खुलासे हुए हैं, उससे तो रोहन की बातें सच नहीं लगतीं। वो झूठ बोल रहे हैं। वकील बोले- एक साल हो गए, हमारी शिकायत पर FIR दर्ज नहीं हुईसतीश सालियान की ओर से वकील नीलेश ओझा दिशा की मौत का मामला हाईकोर्ट ले गए हैं। वे भी दिशा की मौत को गैंगरेप और मर्डर का केस मानते हैं। याचिका लगाने में देरी पर वे कहते हैं, ‘ढाई साल तक उन्हीं लोगों की सरकार थी, जिन पर आरोप हैं। तब भी BJP नेता नितेश राणे, नारायण राणे और मीडिया ने ये मुद्दा उठाया।' 'सरकार बदलने के बाद 2022 में हमने याचिका दाखिल की। इसके बाद सरकार ने 11 दिसंबर 2023 को SIT बनाकर केस दोबारा खोला।’ नीलेश ओझा बताते हैं, ‘12 जनवरी, 2024 को इस मामले में लिखित शिकायत दी गई थी। इसमें आदित्य ठाकरे, सूरज पंचोली और अन्य लोगों पर गैंगरेप का आरोप लगाया गया था। एक साल से ज्यादा वक्त बीत गया, लेकिन FIR दर्ज नहीं हुई।’ हमने उनसे पूछा कि इस केस से आदित्य ठाकरे का कनेक्शन कैसे जुड़ा? नीलेश बताते हैं कि एक अननोन गवाह है, जिसकी गवाही से आदित्य ठाकरे का केस में शामिल होने का पता चला है। उसकी पहचान उजागर नहीं की गई है। इसके अलावा अफसरों ने पुष्टि की है कि आदित्य ठाकरे की मोबाइल टावर लोकेशन बिल्डिंग के आसपास मिली है। नार्कोटिक्स की जांच रिपोर्ट में भी इसका जिक्र है। ‘पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट झूठी और पुलिस की कहानियां मनगढ़ंत’नीलेश ओझा दिशा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट को झूठा और मनगढ़ंत बताते है। वे दावा करते हैं कि इसे सबूत छिपाने के लिए तैयार किया गया था। उन्होंने फोरेंसिक एक्सपर्ट डॉ. भूपेश कुमार शर्मा की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें कहा गया है कि दिशा का सेक्शुअल हैरेसमेंट हुआ और फिर उसकी हत्या की गई। इस रिपोर्ट में लिखा है कि दिशा के शरीर पर चोट के निशान ऊंचाई से गिरने जैसे नहीं थे। पिटीशन में पुलिस पर सुसाइड की झूठी कहानियां गढ़ने का भी आरोप है। दिशा के प्रोफेशन या पिता के फाइनेंशियल मसले से तनाव में होने की बातें सामने आई थीं। इनमें से कुछ कहानियां दिशा की मौत के काफी समय बाद सामने आईं। दावा- केस से जुड़े 10 लोग मारे गए या लापता हुएसतीश सालियान ने अपनी याचिका में चश्मदीदों का भी जिक्र किया है। सुरक्षा कारणों से उनके नाम नहीं बताए गए हैं। वकील नीलेश ओझा दावा करते हैं कि केस से जुड़े 10 से ज्यादा लोग या तो मारे जा चुके हैं या लापता हैं। यह भी कहा गया है कि आरोपी घटना के वक्त बिल्डिंग के पास मौजूद थे। ये पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है। पुलिस पर आरोप है कि उसने आरोपियों के मोबाइल टावर लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड को सुरक्षित नहीं रखा। इसमें पुलिस के एक ACP स्टिंग ऑपरेशन का भी जिक्र है। मुंबई पुलिस के ACP कदम का वीडियो सामने आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि दो हाई प्रोफाइल हत्याओं को दबा दिया गया और आत्महत्या कहा गया। पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह जहां जाते हैं, गुंडाराज चलाते हैं। झूठी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कैसे बनाई जाती है, यह उन्हें पता है। कदम का स्टिंग ऑपरेशन पूर्व ACP निपुंगे ने किया था। ‘आदित्य ठाकरे ने गलत लोकेशन बताई’नीलेश ओझा आरोप लगाते हैं कि आदित्य ठाकरे ने 8 जून को कल्याण-डोंबिवली में होने का झूठा बयान दिया। याचिका में दावा किया गया है कि इस दिन उनकी मोबाइल टावर लोकेशन दिशा के फ्लैट के पास की है। इसमें शिवसेना-UBT के प्रवक्ता किशोर तिवारी के बयान का हवाला दिया गया कि आदित्य घटना वाली जगह पर थे। रिया चक्रवर्ती को न जानने के उनके दावे को भी NCB की ओर से रिकवर फोन चैट्स के आधार पर झूठा बताया गया। इसमें आदित्य और रिया के बीच ‘AU’ नाम से सेव नंबर से 44 बार कॉल होने की बात कही गई है। ओझा कहते हैं कि इसका जिक्र तो शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने संसद में किया था। नीलेश ओझा ने दिशा के मंगेतर रोहन राय पर आरोप लगाया है कि उन्होंने दिशा को 4 जून को फ्लैट पर लाने के तीन अलग-अलग कारण बताए। वे दावा करते हैं कि रोहन ने आदित्य ठाकरे के कहने पर मुंबई की मेयर रहीं किशोरी पेडनेकर के साथ मिलकर दिशा के पिता पर राणे परिवार के खिलाफ शिकायत पर साइन करने का दबाव डाला था। आरोपियों के नार्को टेस्ट और केस दर्ज करने की मांगबॉम्बे हाईकोर्ट में सतीश सालियान ने 75 पन्नों का हलफनामा दायर किया है। इसमें आरोपियों के नार्को टेस्ट की मांग की गई है। पुलिस अधिकारियों पर भी आरोप हैं, इसलिए कमिश्नर को शिकायत देकर FIR दर्ज करने की गुजारिश की गई है। सतीश सालियान ने हलफनामे में यह भी लिखा है कि यदि मुझे कुछ हो जाता है तो इसे मेरा मृत्युपूर्व बयान माना जाए। उनके वकील नीलेश ओझा ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि गैंगरेप की शिकायत पर FIR दर्ज करना अनिवार्य है। ऐसा न करने पर संबंधित पुलिस अधिकारी को दो साल तक की जेल हो सकती है। नीलेश ओझा दावा करते हैं कि उनके पास आरोपियों को दोषी ठहराने के लिए चश्मदीद और डिजिटल फुटप्रिंट्स सहित काफी सबूत हैं। 3 साल पहले नितेश राणे भी लगा चुके हैं ऐसे आरोपBJP लीडर और महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने 3 साल पहले दिशा से गैंगरेप के बाद हत्या का आरोप लगाया था। हालांकि तब दिशा के पेरेंट्स ने बेटी को बदनाम करने की साजिश बताते हुए नितेश पर ही केस दर्ज कराया था। अब 5 साल बाद दिशा के पिता का कहना है कि उन्हें पुलिस के पेश सबूतों को सच मानने के लिए मजबूर किया गया था। राणे ने कहा था, 'दिशा ने डायल 100 पर मदद मांगी थी और सब कुछ बताया था। पुलिस के पास जरूर जानकारी होगी क्योंकि यह रिकॉर्डेड कॉल था।' दैनिक भास्कर ने आदित्य ठाकरे से कॉन्टैक्ट करने की कोशिश की, लेकिन उनकी ओर से जवाब नहीं आया। हमने अपने सवाल उन्हें मेल पर भेजे हैं। जवाब आने पर स्टोरी अपडेट की जाएगी। हालांकि सतीश सालियान के बॉम्बे हाईकोर्ट जाने पर आदित्य ठाकरे ने मीडिया से कहा था कि ये मेरी छवि खराब करने के लिए है। पिछले 5 साल से यह मामला उठाया जा रहा है। अब केस अदालत में है, हम वहां अपना पक्ष रखेंगे। ..................................... ये रिपोर्ट भी पढ़ें पुलिस-डॉक्टर-कार्यकर्ता-मेड समेत 50 से रेप, प्रज्वल रेवन्ना को सजा कब 24 अप्रैल, 2024 की सुबह हासन के स्टेडियम में रनिंग ट्रैक पर सैकड़ों पेन ड्राइव मिले। इनमें तब सांसद रहे प्रज्वल रेवन्ना की करीब 3 हजार सेक्स क्लिप और फोटो थे। प्रज्वल पर 50 महिलाओं के सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगा। प्रज्वल बीते एक साल से पुलिस कस्टडी में है। अब तक सिर्फ 4 विक्टिम सामने आई हैं। 150 गवाही हो चुकी हैं। 2000 पेज की चार्जशीट बनी है। पढ़ें पूरी खबर...
इंदौर के लापता दंपति के मामले में CBI जांच की मांग, परिवार ने मेघालय पुलिस पर उठाए सवाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से औपचारिक रूप से सीबीआई जांच (CBI probe) का अनुरोध किया है ।
प्रो बीपी सारस्वत ने कोटा विश्वविद्यालय के कुलगुरु का पदभार ग्रहण किया
कोटा/अजमेर। कोटा विश्वविद्यालय के 23वें स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को नवनियुक्त कुलगुरु प्रोफेसर डॉ. बीपी सारस्वत ने विश्वविद्यालय के कुलगुरु का पदभार ग्रहण किया। प्रोफेसर सारस्वत महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय अजमेर में वाणिज्य विभाग अधिष्ठाता/संकाय अध्यक्ष रह चुके हैं साथ ही विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार पद का भी लम्बा अनुभव रखते हैं। प्रो. सारस्वत […] The post प्रो बीपी सारस्वत ने कोटा विश्वविद्यालय के कुलगुरु का पदभार ग्रहण किया appeared first on Sabguru News .
भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट के लिए इंग्लैंड टीम में लौट सकते हैं आर्चर, राष्ट्रीय चयनकर्ता राइट ने कहा
इंग्लैंड के राष्ट्रीय चयनकर्ता ल्यूक राइट ने बृहस्पतिवार को कहा कि पारंपरिक प्रारूप में चार साल पहले अपना पिछला मुकाबला खेलने वाले स्टार तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर अगले महीने भारत के खिलाफ टीम के दूसरे टेस्ट मैच के लिए वापसी कर सकते हैं।पांच मैच की श्रृंखला का दूसरा टेस्ट दो से छह जुलाई तक एजबस्टन में होगा। तीस वर्षीय आर्चर ने कई बार चोटिल होने के कारण 2021 से प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेला है और हेडिंग्ले में पहले टेस्ट के लिए टीम में उनके चयन के लिए भी विचार नहीं किया गया क्योंकि वह हाल ही में समाप्त हुई इंडियन प्रीमियर लीग के दौरान अंगूठे में हुए फ्रेक्चर से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। राइट ने कहा, ‘‘जॉफ (आर्चर) काफी अच्छी तरह उबर रहे हैं। उनके लिए योजना यह है कि वह कुछ प्रथम श्रेणी मैच खेलें। ससेक्स की दूसरी टीम का हिस्सा बनें और फिर पहले टेस्ट के दौरान डरहम के खिलाफ ससेक्स के लिए खेलें।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह ससेक्स के लिए खेलेगा और फिर अगर सब कुछ ठीक रहा तो उम्मीद है कि वह दूसरे टेस्ट के लिए उपलब्ध हो जाएगा।’’ ससेक्स में आर्चर के पूर्व साथी राइट ने कहा, ‘‘अन्य सभी गेंदबाजों की तरह उसे बिना किसी बाधा के हर दिन अच्छा प्रदर्शन करना होगा लेकिन अगर सब कुछ ठीक रहा और वह डरहम मैच में सफल रहा तो वह दूसरे टेस्ट में चयन के लिए संभावित रूप से उपलब्ध हो सकता है।’’ अंगूठे की चोट के कारण वह 29 मई से तीन जून के बीच वेस्टइंडीज के खिलाफ इंग्लैंड की एकदिवसीय श्रृंखला से भी चूक गए।आर्चर और तेज गेंदबाज मार्क वुड की अनुपस्थिति में इंग्लैंड का तेज गेंदबाजी विभाग क्षमता और अनुभव के मामले में कुछ कमजोर दिखता है। मार्च में लगी घुटने की चोट के कारण वुड क्रिकेट से दूर हैं।राइट ने कहा कि वुड भारत के खिलाफ श्रृंखला के दूसरे हाफ में चयन के दावेदार हो सकते हैं। (भाषा)
जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के पुनर्गठन के लिए तदर्थ समिति गठित
जयपुर। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस (इंडिया) की ओर से जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) के पुर्नगठन के लिए तर्दथ समिति का गठन किया गया है। जिसमें बीकानेर के श्याम मारू को संयोजक और भवानी जोशी को चुनाव पर्यवेक्षक बनाया गया है। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्टस (इंडिया) के महासचिव त्रियुग नारायण तिवारी ने जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ […] The post जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के पुनर्गठन के लिए तदर्थ समिति गठित appeared first on Sabguru News .
पीलूपुरा में गुर्जर समाज की महापंचायत को लेकर आमजन आशंकित
भरतपुर। राजस्थान में भरतपुर के बयाना के पीलूपुरा में आरक्षण की मांग को लेकर आठ जून को आयोजित गुर्जर समाज की महापंचायत को लेकर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति और प्रशासन की तेज होती तैयारियां के बीच आमजन आशंकित हो गए हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार महापंचायत की सफलता के लिए गुर्जर समाज के लोग गांवों […] The post पीलूपुरा में गुर्जर समाज की महापंचायत को लेकर आमजन आशंकित appeared first on Sabguru News .
केदारनाथ जा रहे हेलीकाॅप्टर की आपातकालीन स्थिति में सड़क पर लैंडिंग
रुद्रप्रयाग/देहरादून। उत्तराखंड में श्रद्धालुओं को केदारनाथ ले जा रहे एक हेलीकाप्टर में तकनीकी खराबी आने के कारण पायलट को उसे आपातस्थिति में पहाड़ी क्षेत्र में सड़क पर उतारना पड़ा। इससे हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्र्रस्त हाे गया और पायलट को मामूली चोट आई। हेलीकॉप्टर में सवार सभी श्रद्धालु सुरक्षित हैं। रूद्रप्रयाग के जिला पर्यटन विकास […] The post केदारनाथ जा रहे हेलीकाॅप्टर की आपातकालीन स्थिति में सड़क पर लैंडिंग appeared first on Sabguru News .
शाहजहांपुर में पति ने की गर्भवती पत्नी की गला रेत कर की हत्या
शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर जिले के थाना जलालाबाद क्षेत्र में शुक्रवार को पति घर के अन्दर अपनी गर्भवती पत्नी की धारदार हथियार से गला रेत कर कथित रूप से हत्या कर मौके से फरार हो गया। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण भंवरे दीक्षा अरुण ने शनिवार को बताया कि थाना जलालाबाद पुलिस को सूचना मिली कि […] The post शाहजहांपुर में पति ने की गर्भवती पत्नी की गला रेत कर की हत्या appeared first on Sabguru News .
अपने ड्राइवर को चाकू मारने के आरोप में फिल्म निर्माता मनीष गुप्ता पर मामला दर्ज
मुंबई। बॉलीवुड फिल्म निर्माता मनीष गुप्ता पर वेतन विवाद के कारण अपने चालक को कथित रूप से चाकू मारकर घायल करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मुंबई पुलिस ने शनिवार को बताया कि यह घटना गुरुवार रात मुंबई के अंधेरी इलाके में सागर संजोग बिल्डिंग में फिल्म निर्माता के घर पर हुई। […] The post अपने ड्राइवर को चाकू मारने के आरोप में फिल्म निर्माता मनीष गुप्ता पर मामला दर्ज appeared first on Sabguru News .
महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव ‘मैच फिक्सिंग’ से जीता गया,अब बिहार की बारी : राहुल गांधी
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि पिछला महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने ‘मैच फिक्स’ करके जीता और अब बिहार में भी ऐसा ही किया जाएगा। गांधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक अंग्रेजी दैनिक में छपे अपने लेख को […] The post महाराष्ट्र विधान सभा चुनाव ‘मैच फिक्सिंग’ से जीता गया,अब बिहार की बारी : राहुल गांधी appeared first on Sabguru News .
अल्लू अर्जुन के साथ काम करेंगी दीपिका पादुकोण
मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन के साथ काम करती नजर आएंगी। अल्लू अर्जुन, निर्देशक एटली और कलानिधि मारन की कंपनी सन पिक्चर्स की ई-ऑक्टेन पैन-इंडिया एंटरटेनर में दीपिका पादुकोण की एंट्री हो गई है। घोषणा वीडियो में इस भव्य सहयोग की पहली झलक देखने को मिलती है, जिसमें […] The post अल्लू अर्जुन के साथ काम करेंगी दीपिका पादुकोण appeared first on Sabguru News .
दृढ़ संकल्प से ही पूरे होंगे जीवन के सपने : महंत हनुमानराम
37वें प्रतिभावान सम्मान समारोह में 12वीं के 432 विद्यार्थी हुए सम्मानित अजमेर। शान्तान्ंद उदासीन आश्रम पुष्कर के महंत हनुमानराम ने शनिवार को यहां आयोजित 12वीं कक्षा के मेघावी छात्र-छात्राओं का आहवा्न किया कि जीवन में सदैव प्रबंधन के साथ सपने देखते हुए दृढ़ संकल्प के साथ पूर्ण करे। सांई बाबा मन्दिर ट्रस्ट, शान्तात्मा व्यास एवं […] The post दृढ़ संकल्प से ही पूरे होंगे जीवन के सपने : महंत हनुमानराम appeared first on Sabguru News .
एकता कपूर ने नेटफ्लिक्स संग मिलाया हाथ, कहानियों को क्रिएटिव ढंग से करेंगे बयां
कंटेंट क्वीन के नाम से मशहूर एकता कपूर ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स संग हाथ मिलाया है। अब एकता का प्रोडक्शन हाउस बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड और नेटफ्लिक्स मिलकर कहानियों को नए ढंग से दर्शकों तक पहुंचाएंगे। दोनों ने कई तरह के स्टोरीटेलिंग फॉरमेट्स में कई प्रोजेक्ट्स पर काम करने के लिए लॉन्ग टर्म क्रिएटिव कोलैबोरेशन की घोषणा की है। नेटफ्लिक्स इंडिया इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके लिखा, भारत से लेकर दुनिया तक। नेटफ्लिक्स और एकता कपूर की बालाजी टेलीफिल्म्स इंडियन कहानियों के एक नए युग के लिए एक क्रिएटिव कोलैबोरेशन में प्रवेश कर रही हैं। View this post on Instagram A post shared by Netflix India (@netflix_in) एकता कपूर ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, बालाजी टेलीफिल्म्स में, कहानी सुनाना हमेशा से ही केंद्र में रहा है, फिर चाहे वो सिनेमा हो, टेलीविजन हो या डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ही क्यों ना हो। नेटफ्लिक्स के साथ वो कहानियों को नए और अलग ढंग से पेश करने जा रही है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जा सके। बॉलीवुड के ताजा अपडेट जानने के लिए क्लिक करें बालाजी टेलीफिल्म्स लिमिटेड की विभिन्न डिवीजंस भी इस कोलैबोरेशन का हिस्सा होगी जैसे कि बालाजी मोशन पिक्चर्स और बालाजी टेलीफिल्म्स डिजिटल। इस कोलैबोरेशन के तहत पहली सीरीज निर्माण की एडवांस स्टेज में है। फिलहाल इसका टाइटल तय नहीं हुआ है। नेटफ्लिक्स इंडिया की कंटेंट वाइस प्रेसिडेंट मोनिका शेरगिल ने एकता की तारीफ करते हुए कहा, उनकी क्रिएटिव सोच और दर्शकों की नब्ज की गहरी समझ ने उन्हें दो दशकों से अधिक समय तक इंडिया द्वारा देखे जाने और पसंद किए जाने वाले सब्जेक्ट्स को आकार देने में लगातार अलग पहचान दिलाई। यह कोलैबोरेशन जड़ों से जुड़ी अनूठी कहानियां लाएगा।
अजमेर के कांग्रेस नेता ईद पर मुस्लिमों के गले मिले, मुबारकबाद दी
अजमेर। कांग्रेस कमेटी अजमेर उत्तर ब्लॉक ए व उत्तर ब्लॉक बी, अजमेर दक्षिण ब्लॉक ए व दक्षिण ब्लॉक बी तथा समस्त मंडल कांग्रेस इकाइयों की ओर से ईद के मौके पर मुस्लिमों को मुबारकबाद दी गई। हालांकि ईद के दिन भी केसरगंज स्थित ईदगाह के बाहर कांग्रेस की अंदरूनी कलह और गुटबाजी का नजारा देखने […] The post अजमेर के कांग्रेस नेता ईद पर मुस्लिमों के गले मिले, मुबारकबाद दी appeared first on Sabguru News .
महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में श्री गणेश प्रतिमा की स्थापना
अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में निर्जला एकादशी के पावन अवसर पर चाणक्य प्रशासनिक भवन में विधि-विधान एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्री गणेश प्रतिमा की स्थापना की गई। समारोह का शुभारंभ हवन-यज्ञ से हुआ, जिसमें विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सोडाणी सपत्नीक मुख्य यजमान के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर कुलपति प्रो. […] The post महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में श्री गणेश प्रतिमा की स्थापना appeared first on Sabguru News .
बड़ा महादेव जाकर पूजन करने का क्या है महत्व, कौन सा बोलें मंत्र?
बड़ा महादेव का स्थान मध्यप्रदेश के पचमढ़ी शहर में स्थित है। यहां पर प्रतिवर्ष ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन बड़ा महादेव का पूजन करते हैं। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार 9 जून 2025 को यह पूजा की जा रही है। यहां दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं और बड़ा महादेव की पूजा करते हैं। इस स्थान पर इस दौरान मेला भी लगता है। जानते हैं कि पूजन का महत्व और मंत्र। कहां है बड़ा महादेव का मंदिर | where is the big mahadev temple:- मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले में स्थित पचमढ़ी के चौरागढ़ में स्थित है बड़ा महादेव का मंदिर। पचमढ़ी शहर से लगभग 12 किलोमीटर दूर चौरागढ़ पहाड़ी स्थित है। सतपुड़ा पर्वत की मालाओं के बीच स्थित है यह पहाड़ी। चौराबाबा के नाम पर रखा गया पहाड़ी का नाम। पहाड़ी पर मंदिर में पहुंचने के लिए पहले को कई पथरिले रास्ते तय करना होते हैं। महादेव मंदिर से 3 किमी का पैदल चलना होता है। 1300 सीढ़ियों की चढ़ाई है। बड़ा महादेव मंदिर में एक गुफा है, जो बहुत ही खूबसूरत है और यह पहाड़ी पर बनी है। इस गुफा के अंदर आपको एक जलकुंड देखने मिलेगा। जब आप गुफा में जाते हैं तो आपको शंकर जी का शिवलिंग और उसके साथ ही साथ गणेश जी देखने मिलते हैं। गुफा के द्वार में नंदी भगवान की प्रतिमा बैठी हुई है जो पत्थर की बनी हुई है। लोग अपनी मन्नत के लिए यहां पर त्रिशूल अर्पित करते हैं। क्या बोलें मंत्र: ॐ नम: शिवाय: पंचाक्षरी मंत्र के अलावा महामृत्युजय मंत्र का जाप करें। पहाड़ी चढ़ते वक्त हर हर महादेव, बम बम भोले का उद्घोष करें। स्थान का महत्व: कहते हैं कि यही पर भगवान शंकर ने भस्मासुर को वरदान दिया था और यहीं पर उनको विष्णुजी से मदद लेना पड़ी थी। यहां की कथा संत भूरा महाराज से भी जुड़ी हुई है। किवदंतियों के अनुसार चौरागढ़ की पहाड़ियों में कठित साधना के दौरान भूरा भगत महराज को महादेवजी ने दर्शन दिए थे। शिवजी से उन्होंने वरदान मांगा कि मैं आपके ही चरणों में रहूं और यहां आने वाले को आप तक पहुंचने का मार्ग बता सकूं।
लड़के को प्रताड़ित करती यूपी पुलिस का पुराना वीडियो भ्रामक दावे से वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो साल 2017 का है, तब उत्तर प्रदेश के महारागंज में पुलिस ने कथित चोरी के आरोप में एक नाबालिग के साथ मारपीट की थी.
क्या ये मुस्लिम देश मिलकर बन सकते हैं ‘सर्वशक्तिमान’, अमेरिका, रूस और चीन को दे सकते हैं मात!
muslim countries with most powerful defence: दुनिया के भू-राजनीतिक परिदृश्य में अमेरिका, रूस और चीन जैसी महाशक्तियां अक्सर अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन करती रहती हैं। लेकिन विश्व में कई ऐसे मुस्लिम-बहुल देश भी हैं, जिनकी सैन्य क्षमताएं कम नहीं आंकी ...
मंगल का सिंह राशि में प्रवेश, क्या होगा 12 राशियों का राशिफल
singh rashi me mangal ka fal: मंगल ग्रह 7 जून 2025 की रात 01 बजकर 33 मिनट पर सिंह राशि में प्रवेश कर रहे हैं जहां वे 28 जुलाई 2025 तक रहेंगे। साहस, शौर्य और विश्वास का संचार करने वाला ग्रह 3 राशियों के लिए बहुत नुकसान वाला सिद्ध हो सकता है और 3 के लिए फायदेमंद, बाकी को मिश्रित परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। इन राशियों के लोगों को बच कर रहना होगा। 1. मेष राशि: आपकी कुंडली के लग्न और आठवें भाव के स्वामी मंगल का पांचवे भाव में गोचर अच्छा नहीं माना जा सकता है। यह मानसिक तनाव देगा और आपको किसी बात को लेकर बेचैनी बनी रह सकती है। यहां पर मंगल की केतु के साथ युति बन रही है जो आपके छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्ते खराब कर सकती है। आपको अपने काम पर फोकस करना होगा। सहयोगी आपको चुनौती देंगे। छात्र हैं तो पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें। अपने व्यवहार को सही बनाए रखें। यदि आप ऐसा करते हैं, तो मंगल का सिंह राशि में गोचर के दौरान आपको सकारात्मक परिणाम मिलने के संकेत हैं।ALSO READ: मंगल का सिंह राशि में गोचर, 3 राशियों के जीवन में होगा मंगल 2. वृषभ राशि: आपकी कुंडली के सातवें और बारहवें भाव के स्वामी मंगल का चौथे भाव में गोचर सही नहीं माना जा सकता है। यह सुख सुविधाओं में कमी करेगा। इसके अलावा मंगल पर राहु और केतु जैसे ग्रहों का भी प्रभाव होने के कारण जमीन, बिल्डिंग और वाहन आदि से संबंधित मामलों को लेकर चिंता या परेशानियां हो सकती हैं। सेहत का ध्यान रखना होगा खासकर छाती या हृदय से जुड़ी कोई समस्या है, तो उसको लेकर सावधान रहें। पारिवारिक वाद विवाद से दूर रहें। 3. मिथुन राशि: मंगल आपकी कुंडली में छठे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर आपके तीसरे भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के चलते आपको लाभ होगा नौकरी और व्यापार में आप तरक्की करेंगे। आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलेगी। मान सम्मान में वृद्धि होगी। अटके कार्य पूर्ण होने लगेंगे। भाई बहनों से संबंध को बनाकर रखेंगे तो लाभ होगा। अच्छी खबरें भी सुनने को मिल सकती हैं। 4. कर्क राशि: मंगल आपके पांचवे और दसवें भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस गोचर के चलते आपको अपनी वाणी पर संयम रखना होगा, वर्ना यह नुकसान दे सकता है। दूसरा यह की सोच समझकर धन खर्च करें क्योंकि मंगल पर राहु और केतु का प्रभाव रहेगा जिससे आपको धन और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मतभेदों से बचकर रहें। खानपान पर ध्यान दें। बिजली और आग से बचकर रहें। 5. सिंह राशि: आपकी कुंडली में चतुर्थ भाव और नवम भाव के स्वामी मंगल का पहले भाव में गोचर सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाएगा। यह मिश्रित परिणाम देगा। हालांकि मंगल आपके लिए सहयोगी ग्रह है लेकिन वर्तमान में यह केतु के साथ संयोग बनाकर लग्न में है। सप्तम में राहु है जिसके चलते उथल पुथल वाली स्थिति बनी हुई है। यह सेहत और संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। वाहन चलाते वक्त सावधनी रखें। फालतू का पैसा खर्च न करें। 6. कन्या राशि: आपकी कुंडली में तीसरे तथा आठवें भाव के स्वामी मंगल का द्वादश भाव में गोचर हुआ है। यह भाव मंगल के गोचर के लिए अच्छा नहीं है। यह मंगल फालतू का खर्चा कराएगा। सेहत और संबंध पर भी नकारात्मक असर डालेगा। यह स्थानांतरण का योग भी बनाता है। यह दांपत्य जीवन में भी उथर पुथल मचा सकता है। इसलिए सावधान रहें। 7. तुला राशि: मंगल आपकी कुंडली के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होकर आपके लाभ भाव में गोचर कर रहे हैं। लाभ भाव यानी 11वें भाव में मंगल का गोचर आर्थिक मामलों में सहयोग करेगा। यह अच्छे परिणाम देने वाला माना गया है। आपका काम धंधा अच्छा चलेगा जिससे आप अच्छा प्रॉफिट कमा सकेंगे। भूमि और भवन से संबंधित मामलों में भी सकारात्मक परिणशम देखने को मिल सकता है। रिश्तों में सुधार होगा। 8. वृश्चिक राशि: आपके लग्न और छठे भाव के स्वामी मंगल का दशम भाव गोचर हुआ है। दशम भाव में मंगल को अच्छा माना जाता है, लेकिन वर्तमान के ग्रह गोचर के अनुसार यह मिश्रित परिणाम दे सकता है। आपको धैर्य पूर्वक और शांति के साथ काम करने की जरूरत है अन्यथा नौकरी में यह नुकसना पहुंचा सकता है। कारोबारी हैं तो मुनाफा होगा। सामाजिक क्षेत्र में भी आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। पिता और शासन प्रशासन से संबंधित मामलों में भी सावधानी की आवश्यकता रहेगी। 9. धनु राशि: आपकी कुंडली में पांचवें तथा द्वादश भाव के स्वामी मंगल का नवम यानी भाग्य भाव में गोचर हुआ है। यह भी मिश्रित परिणाम देने वाला है। यह संतान और शिक्षा से संबंधित मामलों में सकारात्मक परिणाम दे सकता है। धार्मिक यात्राओं से लाभ होगा। अन्य मामलों यानी नौकरी और व्यापार में सावधानी से काम लेगा होगा। धर्म के विरुद्ध आचरण नहीं करना है। शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में नियमबद्ध तरीके से काम करना जरूरी रहेगा। 10. मकर राशि: आपकी कुंडली में चौथे तथा ग्यारहवें भाव के स्वामी मंगल आपके अष्टम भाव में गोचर कर रहे हैं। अष्टम का मंगल अच्छा नहीं माना जाता है। सेहत और संबंधों में सावधानी रखना होगी। खानपान पर बहुत अधिक संयम बरतने की आवश्यकता रहेगी। आग या बिजली से संबंधित काम हो या फिर ऐसे काम जहां दुर्घटना का थोड़ा भी डर रहता हो; उन मामलों में बहुत ही सावधानी से काम करने की आवश्यकता रहेगी। नौकरी और कारोबार में मिश्रित परिणाम प्राप्त होंगे। 11. कुंभ राशि: आपकी कुंडली के तीसरे तथा दशम भाव के स्वामी मंगल का सप्तम भाव में गोचर हुआ है। सप्तम भाव का मंगल भी अच्छा नहीं माना जाता है। यह दांपत्य जीवन और साझेदारी के व्यापार में नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए सावधानी से कार्य करें। यहां पर राहु केतु के प्रभाव के चलते नकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। यथा संभव यात्राओं से बचना भी जरूरी रहेगा। विशेषकर व्यापारिक यात्राओं को यथासंभव टाला जाए। नौकरीपेशा हैं तो सहयोगियों से विवाद से बचकर रहें। 12. मीन राशि: मंगल आपकी कुंडली के दूसरे तथा नौवें भाव के स्वामी होकर छठे भाव में गोचर कर रहे हैं। छठे भाव में मंगल के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला माना जाता है। इसके चलते रोग और शुत्र आपसे दूर ही रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन या वेतनवृद्धि के योग हैं। आप अपने प्रतिस्पर्धियों से बहुत आगे निकल सकते हैं। कारोबारी हैं तो आपकी मेहनत के फलस्वरूप आपकी कमाई भी बढ़ सकती है। सेहत सामान्य रहेगी। मान सम्मान में वृद्धि के योग भी बनेंगे।
70 साल के कमल हसन ने 29 साल छोटी एक्ट्रेस संग किया लिपलॉक, जानिए कौन हैं अभिरामी?
फेमस साउथ एक्टर कमल हासन इन दिनों अपनी हालिया रिलीज फिल्म 'ठग लाइफ' को लेकर सुर्खियों में हैं। इस फिल्म में कमल हासन के साथ सिलंबरासन टीआर, त्रिषा कृष्णन, अभिरामी, अली फजल और नासिर अहम किरदार में हैं। फिल्म में सबसे ज्यादा चर्चा कमल हासन और अभिरामी के रोमांटिक सीन को लेकर हो रही है। फिल्म में 70 साल के कमल हासन अपने से 29 साल छोटी अभिरामी संग लिपलॉक करते दिख रहे हैं। इतना ही नहीं कमल ने 28 साल छोटी तृषा कृष्णन संग भी रोमांटिक सीन दिए हैं। कौन हैं अभिरामी 41 साल की अभिरामी साउथ सिनेमा की फेमस एक्ट्रेस हैं। अभिरामी का असली नाम दिव्या गोपीकुमार हैं। वह तमिल, मलयालम, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में नजर आ चुकी हैं। एक्ट्रेस का जन्म 1983 में केर स्थित एक तमिल परिवार में हुआ था। कमल हासन संग किंसिंग सीन पर बात करते हुए अभिरामी ने हिंदुस्तान टाइम्स को कहा, आज कल के दिनों में कोई भी चीज विवादों में घिर सकती है। मुझे नहीं लगता कि इन चीजों से बचा जा सकता है। मैं मणि सर की कास्टिंग और उन्होंने जो रोल मुझे निभाने के दिए उसे जज नहीं कर सकती हूं। उनका जो भी लॉजिक है मैं उससे सहमत हूं। अभिरामी ने कहा, कमल हासन सर और मेरा किसिंग सीन केवल 3 सेकंड का है। जब आप फिल्में और सीन्स देखते हैं तो इसका मलतब केवल किसिंग तक ही नहीं है। यह सीन एकदम अलग है। इस सीन के बारे में बेवजह इतनी ज्यादा बात की जा रही है।
RBI के 2 बड़े फैसलों से बढ़ा निवेशकों का उत्साह, भारत अमेरिका ट्रेड डील पर शेयर बाजार की नजर
Share market review: पिछले 5 माह की तरह ही जून के पहले हफ्ते में भी भारतीय शेयर बाजार में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। आरबीआई की मौद्रिक नीति में रेपो रेट और सीआरआर में की कमी के फैसले ने निवेशकों में कुछ हद तक उत्साह जरूर भरा है। अब आने वाले हफ्ते में सभी की नजरें भारत और अमेरिका की ट्रेड डील पर है। जानिए आने वाले हफ्ते में कैसा रहेगा मार्केट ट्रैंड और क्या करें निवेशक? कैसी रही सेंसेक्स और निफ्टी की चाल : भारतीय शेयर बाजार के लिए हफ्ते की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। पहले 2 दिन शेयर बाजार में गिरावट रही और इसके बाद 3 दिन तेजी का रूख दिखाई दिया। सोमवार को सेंसेक्स 77 अंक टूटा तो निफ्टी में भी 34 अंकों की गिरावट आई। मंगलवार को सेंसेक्स 636 अंक टूट गया तो निफ्टी अंक के नुकसान से 24,542.50 अंक पर बंद हुआ। बुधवार को 3 दिन की गिरावट के बाद शेयर बाजार में आंशिक तेजी दिखा दी। सेंसेक्स 261 अंक चढ़कर 80,998 अंक पर जा पहुंचा तो निफ्टी 78 अंक के लाभ से 24,620 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को भी 44 अंक चढ़कर 81,442 और निफ्टी 131 अंक की तेजी के साथ 24,751 अंक पर बंद हुआ। अब सभी की उम्मीद रिजर्व बैंक पॉलिसी पर थी। केंद्रीय बैंक के 2 बड़े फैसलों ने निवेशकों को उत्साह से भर दिया। सेंसेक्स 747 अंक चढ़ गया तो निफ्टी में भी 252 अंक की तेजी आई। निफ्टी 25000 के पार पहुंच गया तो निफ्टी बैंक सूचकांक 1.47 प्रतिशत उछलकर अपने अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। ब्याज दर के लिहाज से संवेदनशील माने जाने वाले रियल्टी सेक्टर में 4.74 प्रतिशत की उछाल दर्ज की गई जबकि वाहन सेक्टर में 1.50 प्रतिशत और बैंकिंग सेक्टर में 1.25 प्रतिशत की तेजी आई। इन फैक्टर्स ने बाजार पर डाला असर : नीतिगत ब्याज दर में आधा प्रतिशत की कटौती और बैंकों को कर्ज देने के लिए अतिरिक्त राशि का इंतजाम करने के रिजर्व बैंक के फैसले ने निवेशकों में उत्साह का संचार किया। अमेरिका में रोजगार के उम्मीद से बेहतर आंकड़ों तथा अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति के बीच इस सप्ताह व्यापार वार्ता पर बातचीत के कारण भी बाजार सकारात्मक रहे। विदेशी पूंजी के ताजा प्रवाह ने भी शेयर बाजार को मजबूती दी। हालांकि ट्रंप टैरिफ का खतरा अभी भी बना हुआ है। ट्रंप और मस्क के बीच छिड़ी जंग ने एक बार फिर बाजार बाजार की अनिश्चितता को बढ़ाया है। इधर रूस यूक्रेन युद्ध के भी तेज होने के आसार बन रहे हैं। ब्रेंट क्रूड के दाम भी बढ़े हैं। क्या कहते हैं विशेषज्ञ : बाजार विशेषज्ञ योगेश बागौरा ने बताया कि रिजर्व बैंक के रेपो रेट में कमी और चार बार में 1 फीसदी CRR कट के फैसले ने बाजार में सकारात्मक धारणा बनाई है। इससे बाजार में लिक्विडिटी बढ़ेगी। बैंकों के लोन बढ़ने से बैंकिंग सेक्टर को फायदा होगा। रियल स्टेट कंपनियों को भी इसका फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस लेवल पर बाजार में FII मुनाफा वसूली कर सकते हैं। बाजार के 24500 से 25500 के दायरे में रहने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के एल्यूमीनियम और स्टील पर 50 फीसदी टैरिफ का भी कंपनियों पर असर पड़ा है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच होने वाली बातचीत में अगर ट्रेड डील पर सहमति बन जाती है तो इस हफ्ते भी बाजार में तेजी दिखाई दे सकती है। अस्वीकरण : यह लेख केवल सूचना के उद्देश्य से है। यह कोई निवेश सलाह नहीं है। किसी भी निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श जरूर लें।
संपूर्ण क्रांति अब नारा है भावी इतिहास हमारा है.
पांच जून 1974 पटना के गांधी मैदान की सभा में जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति की घोषणा को आज 51 वर्ष हो रहे हैं . ” संपूर्ण क्रांति अब नारा है, भावी इतिहास हमारा है “. इस नारे को आज 51 साल पूरे हो रहे हैं. मै इस आंदोलन मे उम्र के इक्कीस साल का, […]
हाउसफुल सीरिज की पांचवीं फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी शुरुआत की है। फिल्म ने पहले दिन 24.35 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है और वर्ष 2025 की तीसरी सबसे बड़ी ओपनर बन गई है। पहले नंबर पर छावा (33.10 करोड़ रुपये) और दूसरे पर सिकंदर (20.06 करोड़ रुपये) है। हालांकि फिल्म के बजट को देखते हुए इसे लंबा समय अच्छा प्रदर्शन करना होगा। अक्षय कुमार की वर्ष 2025 की रिलीज फिल्मों से तुलना की जाए तो इसे सबसे बेहतर ओपनिंग मिली है। अक्षय की 'स्काई फोर्स' के पहले दिन के कलेक्शन 15.30 करोड़ रुपये और केसरी चैप्टर 2 के कलेक्शन 7.84 करोड़ रुपये रहे थे। हाउसफुल 5 के सुबह के शो में दर्शक बहुत कम थे, लेकिन शाम और रात के शो में दर्शकों की संख्या में काफी इजाफा हुआ। शनिवार और रविवार को छुट्टी होने के कारण कलेक्शन में और इजाफा हो सकता है। जहां तक फिल्म की रिपोर्ट का सवाल है तो यह मिश्रित है। कई दर्शकों को यह बिलकुल पसंद नहीं आई है और कई दर्शकों को यह औसत से बेहतर लगी है। ज्यादा क्रिटिक्स ने फिल्म को खराब रेटिंग दी है। तरुण मनसुखानी द्वारा निर्देशित हाउसफुल 5 में अक्षय कुमार, जैकलीन फर्नांडिस, रितेश देशमुख, संजय दत्त, जैकी श्रॉफ, नाना पाटेकर, चित्रांगदा सिंह, नरगिस फाखरी जैसे कलाकारों ने लीड रोल निभाए हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ब्रिटेन पहुंची भारतीय टीम [VIDEO]
IND vs ENG Test Series : भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ इस महीने के आखिर में शुरू होने वाली पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए ब्रिटेन पहुंच गई है। यह सीरीज 2025-27 आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप चक्र (WTC Cycle) का हिस्सा है। भारतीय टीम शुक्रवार की रात को मुंबई से ब्रिटेन के लिए रवाना हुई थी। नवनियुक्त कप्तान शुभमन गिल (Shubman Gill) भारतीय टीम की अगुआई करेंगे, जो रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और विराट कोहली (Virat Kohli) जैसे दिग्गजों के हाल ही में संन्यास लेने के बाद एक नए युग की शुरुआत होगी। कई भारतीय खिलाड़ी भारत ए टीम के हिस्से के रूप में पहले ही इंग्लैंड पहुंच चुके हैं। भारत ए अभी इंग्लैंड लायंस (England Lions) के खिलाफ तीन मैचों की अनधिकृत टेस्ट सीरीज में भाग ले रही है। Touchdown UK #TeamIndia have arrived for the five-match Test series against England #ENGvIND pic.twitter.com/QK5MMk9Liw — BCCI (@BCCI) June 7, 2025 भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किए गए साई सुदर्शन (Sai Sudarshan) ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनकर अच्छा लग रहा है विशेषकर टेस्ट श्रृंखला के लिए। ब्रिटेन में आपका स्वागत है।’’ पहला टेस्ट 20 जून से लीड्स में खेला जाएगा। इसके बाद बर्मिंघम (2-6 जुलाई), लॉर्ड्स (10-14 जुलाई), मैनचेस्टर (23-27 जुलाई) और ओवल (4-8 अगस्त) में मैच खेले जाएंगे। (भाषा) ALSO READ: विराट कोहली की टेस्ट में वापसी? IND vs ENG सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज की चौंकाने वाली भविष्यवाणी
दीपिका पादुकोण के हाथ लगा बड़ा प्रोजेक्ट, साउथ स्टार अल्लू अर्जुन के साथ AA22xA6 में आएंगी नजर
बॉलीवुड एक्टर दीपिका पादुकोण इन दिनों अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में हैं। दीपिका हाल ही में संदीप रेड्डी वांग की 'स्पिरिट' से बाहर हुई हैं। इसके बाद एक और शॉकिंग खबर सामने आई कि वह 'कल्कि 2' से भी बाहर हो सकती हैं। दोनों ही फिल्मों में उनके को-स्टार प्रभास थे। अब दीपिका पादुकोण ने अपने फैंस को एक गुड न्यूज दी है। दीपिका की एक बड़े प्रोजेक्ट में एंट्री हो गई है, जिसमें वह धमाकेदार एक्शन करती नजर आएंगी। वह निर्देशक एटली की फिल्म में दिखेंगी, जिसका नाम फिलहाल AA22xA6 रखा गया है। इस फिल्म में दीपिका पादुकोण के साथ साउथ स्टार अल्लू अर्जुन नजर आने वाले हैं। इस हाई-ऑक्टेन पैन-इंडिया एंटरटेनर में दीपिका पादुकोण की एंट्री ने उत्साह को और भी बढ़ा दिया है। अल्लू अर्जुन का साथ यह दीपिका की पहली फिल्म होगी। मेकर्स ने दीपिका पादुकोण की कास्टिंग का ऐलान करते हुए एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में दीपिका एटली से बात करती नजर आती हैं, और फिर तुरंत ही पूरी तैयारी में जुट जाती हैं — भव्य हेडगियर पहनकर, पूरी वेशभूषा में सेट पर कदम रखती हैं, युद्ध के लिए तैयार। यह अब आधिकारिक है: 'द क्वीन मार्चेस टू कॉन्कर।' View this post on Instagram A post shared by Sun Pictures (@sunpictures) यह फिल्म चार जबरदस्त रचनात्मक शक्तियों को एक साथ लाती है: अल्लू अर्जुन, जिन्हें 'पुष्पा' के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिला, एटली, जो जवान, थेरी और मर्सल जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए जाने जाते हैं, और सन टीवी नेटवर्क, जो भारत के सबसे प्रभावशाली मीडिया समूहों में से एक है। अब दीपिका पादुकोण — जो भारतीय सिनेमा की सबसे शक्तिशाली और बहुपरिभाषित सितारों में से एक हैं — के इस परियोजना में मुख्य भूमिका निभाने से फिल्म का स्तर और महत्व एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। बॉलीवुड के ताजा अपडेट जानने के लिए क्लिक करें अस्थायी रूप से प्रोजेक्ट AA22 x A6 नामक यह फिल्म एक सिनेमाई मील का पत्थर बनने जा रही है — जिसमें गहन भावनाएं, रोमांचक एक्शन, भव्य दृश्य और भारतीय संस्कृति में गहराई से जमी कहानी को वैश्विक दर्शकों के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। फिल्म का निर्माण इस वर्ष के अंत में शुरू होने की उम्मीद है, और जल्द ही कलाकारों, तकनीकी दल और रिलीज़ की समयसीमा पर और जानकारी साझा की जाएगी। एटली ने कहा, जवान में दीपिका पादुकोण मैम के साथ काम करना अविश्वसनीय था — उनकी रेंज, ताकत और गरिमा हर फ्रेम में झलकती है। वह कहानी को आगे बढ़ाती हैं। अब जब वह और अल्लू अर्जुन सर एक साथ हैं, तो हम कुछ ऐसा बना रहे हैं जो वास्तव में अविस्मरणीय होगा — एक फिल्ममेकर का सपना। सन पिक्चर्स ने कहा, दीपिका पादुकोण के इस परियोजना से जुड़ने से इसका स्तर एक नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। वह गंभीरता, स्टार पावर और एक बेजोड़ उपस्थिति लाती हैं जो दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ेगी। एटली की दृष्टि, अल्लू अर्जुन की करिश्माई ऊर्जा और दीपिका की प्रभावशाली प्रतिभा के साथ, हम वैश्विक दर्शकों के लिए एक प्रतिष्ठित फिल्म बना रहे हैं।
IND vs ENG TEST SERIES : आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) का मानना है कि टेस्ट क्रिकेट को सर्वोपरि मानने वाले विराट कोहली (Virat Kohli) इस प्रारूप से संन्यास का फैसला बदल सकते हैं अगर भारत को इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट की सीरीज में करारी हार का सामना करना पड़ता है। कोहली ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया। उन्होंने 123 टेस्ट खेलकर 30 शतक समेत 9230 रन बनाए। क्लार्क ने ‘बियोंड23’ क्रिकेट पॉडकास्ट पर कहा ,‘‘ मुझे ऐसा लगता है। अगर भारतीय टीम इंग्लैंड में 5 . 0 से हार जाती है तो प्रशंसक यही चाहेंगे कि विराट संन्यास का फैसला बदलकर टेस्ट क्रिकेट फिर खेलें।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ अगर कप्तान, चयनकर्ता और प्रशंसक ऐसा चाहेंगे तो वह वापसी कर सकता है। उसे अभी भी टेस्ट क्रिकेट से प्यार है। उसके शब्दों में टेस्ट क्रिकेट के लिए उसका जुनून झलकता है।’’ RCB (Royal Challengers Bengaluru) के पहला IPL खिताब जीतने के बाद कोहली ने कहा था कि वह इस जीत को टेस्ट क्रिकेट से पांच पायदान नीचे रखेंगे। क्लार्क ने कहा ,‘‘ रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहा। मुझे लगता है कि किसी भी टीम को उसकी कप्तानी की कमी खलेगी। वह शानदार कप्तान था। कोहली ने टेस्ट से संन्यास लिया। यह बहुत दुखद था। वह चैम्पियन है और टेस्ट क्रिकेट को उसकी कमी खलेगी।’’ क्लार्क ने आरसीबी की जीत के जश्न में बेंगलुरू में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने कहा ,‘‘ किसी को चोटिल होते देखना या प्राण गंवाते देखना दुखद है। उम्मीद है कि ऐसा फिर कभी नहीं होगा। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को प्रशंसकों के साथ जश्न मनाना चाहिए। स्टेडियम पूरा भरा भी हो तो भी खिलाड़ियों को उसके भीतर ले जाकर एक चक्कर लगाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ उम्मीद है कि इस घटना के बाद खिलाड़ियों और प्रशंसकों का साथ में जश्न मनाना बंद नहीं होगा। लेकिन आप कभी भी किसी को चोटिल होते या मरते देखना नहीं चाहते। मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनायें। यह एक शानदार सत्र का दुखद अंत रहा।’’ (भाषा) ALSO READ: फ्रांस से बेंगलुरु तक गूंजता सवाल! दुनिया ने चेताया, फिर भी नहीं सीखे हम अब और कितनी जानें जाएंगी?
॥ दोहा ॥ श्री राधे वृषभानुजा,भक्तनि प्राणाधार। वृन्दाविपिन विहारिणि,प्रणवौं बारंबार॥ जैसौ तैसौ रावरौ,कृष्ण प्रिया सुखधाम। चरण शरण निज दीजिये,सुन्दर सुखद ललाम॥ ॥ चौपाई ॥ जय वृषभानु कुंवरि श्री श्यामा।कीरति नंदिनी शोभा धामा॥ नित्य विहारिनि श्याम अधारा।अमित मोद मंगल दातारा॥ रास विलासिनि रस विस्तारिनि।सहचरि सुभग यूथ मन भावनि॥ नित्य किशोरी राधा गोरी।श्याम प्राणधन अति जिय भोरी॥ करुणा सागर हिय उमंगिनी।ललितादिक सखियन की संगिनी॥ दिन कर कन्या कूल विहारिनि।कृष्ण प्राण प्रिय हिय हुलसावनि॥ नित्य श्याम तुमरौ गुण गावैं।राधा राधा कहि हरषावैं॥ मुरली में नित नाम उचारें।तुव कारण लीला वपु धारें॥ प्रेम स्वरूपिणि अति सुकुमारी।श्याम प्रिया वृषभानु दुलारी॥ नवल किशोरी अति छवि धामा।द्युति लघु लगै कोटि रति कामा॥ गौरांगी शशि निंदक बदना।सुभग चपल अनियारे नयना॥ जावक युत युग पंकज चरना।नूपुर धुनि प्रीतम मन हरना॥ संतत सहचरि सेवा करहीं।महा मोद मंगल मन भरहीं॥ रसिकन जीवन प्राण अधारा।राधा नाम सकल सुख सारा॥ अगम अगोचर नित्य स्वरूपा।ध्यान धरत निशिदिन ब्रज भूपा॥ उपजेउ जासु अंश गुण खानी।कोटिन उमा रमा ब्रह्मानी॥ नित्य धाम गोलोक विहारिनि।जन रक्षक दुख दोष नसावनि॥ शिव अज मुनि सनकादिक नारद।पार न पांइ शेष अरु शारद॥ राधा शुभ गुण रूप उजारी।निरखि प्रसन्न होत बनबारी॥ ब्रज जीवन धन राधा रानी।महिमा अमित न जाय बखानी॥ प्रीतम संग देइ गलबांही।बिहरत नित वृन्दावन मांही॥ राधा कृष्ण कृष्ण कहैं राधा।एक रूप दोउ प्रीति अगाधा॥ श्री राधा मोहन मन हरनी।जन सुख दायक प्रफुलित बदनी॥ कोटिक रूप धरें नंद नंदा।दर्श करन हित गोकुल चन्दा॥ रास केलि करि तुम्हें रिझावें।मान करौ जब अति दुःख पावें॥ प्रफुलित होत दर्श जब पावें।विविध भांति नित विनय सुनावें॥ वृन्दारण्य विहारिनि श्यामा।नाम लेत पूरण सब कामा॥ कोटिन यज्ञ तपस्या करहू।विविध नेम व्रत हिय में धरहू॥ तऊ न श्याम भक्तहिं अपनावें।जब लगि राधा नाम न गावें॥ वृन्दाविपिन स्वामिनी राधा।लीला वपु तब अमित अगाधा॥ स्वयं कृष्ण पावैं नहिं पारा।और तुम्हें को जानन हारा॥ श्री राधा रस प्रीति अभेदा।सादर गान करत नित वेदा॥ राधा त्यागि कृष्ण को भजिहैं।ते सपनेहु जग जलधि न तरि हैं॥ कीरति कुंवरि लाड़िली राधा।सुमिरत सकल मिटहिं भवबाधा॥ नाम अमंगल मूल नसावन।त्रिविध ताप हर हरि मनभावन॥ राधा नाम लेइ जो कोई।सहजहि दामोदर बस होई॥ राधा नाम परम सुखदाई।भजतहिं कृपा करहिं यदुराई॥ यशुमति नन्दन पीछे फिरिहैं।जो कोऊ राधा नाम सुमिरिहैं॥ रास विहारिनि श्यामा प्यारी।करहु कृपा बरसाने वारी॥ वृन्दावन है शरण तिहारी।जय जय जय वृषभानु दुलारी॥ ॥ दोहा ॥ श्रीराधा सर्वेश्वरी,रसिकेश्वर घनश्याम। करहुँ निरंतर बास मैं,श्रीवृन्दावन धाम॥ ALSO READ: जय श्री हनुमान चालीसा | Shree Hanuman Chalisa Hindi
2007 की सुपरहिट फिल्म 'तारे जमीन पर' के स्पिरिचुअल सीक्वल 'सितारे जमीन पर' का इंतज़ार कर रहे फैंस के लिए हाल ही में एक खास मौका आया। फिल्म के ट्रेलर ने पहले ही लोगों की उत्सुकता बढ़ा दी है और अब आमिर ख़ान ने अपने घर पर एक शानदार म्यूज़िकल नाइट होस्ट की, जो हर लिहाज़ से खास रही। इस म्यूज़िकल नाइट में बॉलीवुड के कई सितारे पहुंचे, लेकिन असली सरप्राइज़ उस वक्त हुआ जब मशहूर नेता राज ठाकरे और क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर भी इस पार्टी में शामिल हुए। View this post on Instagram A post shared by Gopi Krishnan Varma (@gopikrishnanvarma) आमिर ख़ान के घर हुई म्यूज़िकल नाइट एक बेहद खास और यादगार शाम रही, जहां फिल्म सितारे ज़मीन पर की कास्ट, उनके दोस्त, परिवार और कई बड़े सुपरस्टार्स ने शिरकत की। इस इवेंट में फिल्म के 10 टैलेंटेड डेब्यूटेंट्स अपने परिवारों के साथ शामिल हुए। रणबीर कपूर ने इन बच्चों के साथ तस्वीरें खिंचवाईं, जो उनके लिए किसी सपने के सच होने जैसा था। लेकिन असली खुशी का पल तब आया जब राज ठाकरे, सचिन तेंदुलकर और उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर जैसे दिग्गज इस म्यूज़िकल नाइट का हिस्सा बने। आमिर ख़ान खुद भी इन बच्चों के साथ मौजूद रहे और उनका हौसला बढ़ाया। बॉलीवुड के ताजा अपडेट जानने के लिए क्लिक करें फिल्म के निर्देशक आर. एस. प्रसन्ना भी इस मौके पर पहुंचे और बच्चों के साथ पूरे जोश में दिखे। इस म्यूज़िकल नाइट में कपिल शर्मा और म्यूज़िक इंडस्ट्री के मशहूर तिकड़ी शंकर-एहसान-लॉय की मौजूदगी ने माहौल को और भी शानदार बना दिया। आमिर खान प्रोडक्शंस गर्व के साथ पेश करता है 10 राइजिंग सितारे अरूष दत्ता, गोपी कृष्ण वर्मा, सम्वित देसाई, वेदांत शर्मा, आयुष भंसाली, आशीष पेंडसे, ऋषि शाहानी, ऋषभजैन, नमन मिश्रा और सिमरन मंगेशकर। फिल्म के निर्देशक आर. एस. प्रसन्ना है। आमिर खान प्रोडक्शंस के बैनर तले बनी 'सितारे जमीन पर' में आमिर खान और जेनेलिया देशमुख लीड रोल में नजर आएंगे। फिल्म के गाने अमिताभ भट्टाचार्य ने लिखे हैं और म्यूजिक शंकर-एहसान-लॉय ने दिया है। इसका स्क्रीनप्ले दिव्य निधि शर्मा ने लिखा है। यह फिल्म 20 जून 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
दक्षिण पूर्व एशिया में राजनीति पर परिवारवाद का साया
दक्षिण-पूर्व एशिया की राजनीति में परिवारवाद पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है। इस क्षेत्र के आधे से ज्यादा देशों में पूर्व नेताओं की संतानों के हाथ में सत्ता है। दक्षिण-पूर्व एशिया का देश ब्रुनेई आज भी दुनिया के कुछ बचे हुए राजशाहियों में से एक है। इसके ...
Aaj Ka Rashifal: इन 3 राशियों की आर्थिक स्थिति में होगा आज सुधार, जानें 07 जून का राशिफल
Today Rashifal 07 June 2025 | कैसा रहेगा आज 07 जून 2025 का आपका दिन। जानिए डेली होरोस्कोप के अनुसार शनिवार का भविष्यफल। मेष से लेकर मीन राशि यानी सभी 12 राशियों का दैनिक राशिफल से संबंधित वेबदुनिया पर पढ़ें एकदम सटीक जानकारी। मेष राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ शुं शुक्राय नम:।' व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे। वृषभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ चं चन्द्रमसे नम:।' व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें। वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह मानें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। मिथुन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ रां राहवे नम:।' प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। कर्क राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बुं बुधाय नम:।' कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। सिंह राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ अं अंगारकाय नम:।' विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे। घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। कन्या राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ सों सोमाय नम:।' लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें। शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। तुला राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ कें केतवे नम:।' पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय। शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। वृश्चिक राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बृं बृहस्पतये नम:।' दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। धनु राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ बुं बुधाय नम:।' आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। मकर राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ सों सोमाय नम:।' व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। कुंभ राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ अं अंगारकाय नम:।' व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। मीन राशि के लिए आज का कल्याणकारी उपाय- 'जपें ॐ अं अंगारकाय नम:।' आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें। चोट व रोग से परेशानी संभव है।
Happy Birthday To You 07 June Happy Birthday: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 7 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी। दिनांक 7 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 7 होगा। यह अंक वरूण ग्रह से संचालित होता है। आप खुले दिल के व्यक्ति हैं। आपकी प्रवृत्ति जल की तरह होती है। जिस तरह जल अपनी राह स्वयं बना लेता है वैसे ही आप भी तमाम बाधाओं को पार कर अपनी मंजिल पाने में कामयाब होते हैं। किसी के मन की बात तुरंत समझने की आपमें दक्षता होती है। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति अपने आप में कई विशेषता लिए होते हैं। आप पैनी नजर के होते हैं। शुभ दिनांक : 7, 16, 25 शुभ अंक : 7, 16, 25, 34 शुभ वर्ष : 2026 ईष्टदेव : भगवान शिव तथा विष्णु शुभ रंग : सफेद, पिंक, जामुनी, मेहरून जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल : नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय सुखकर रहेगा। नवीन कार्य-योजना शुरू करने से पहले केसर का लंबा तिलक लगाएं व मंदिर में पताका चढ़ाएं। आपके कार्य में तेजी का वातावरण रहेगा। आपको प्रत्येक कार्य में जुटकर ही सफलता मिलेगी। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी।
31 दिसंबर 2005, वक्त रात के साढ़े 11 बजे। बिहार के वैशाली जिले का रामपुर श्यामचंद गांव। एक कच्चे घर के बरामदे में 50 साल का विजेंद्र कंबल ओढ़े सो रहा था। अचानक उसे कुछ चहलकदमी सुनाई दी। कंबल हटाकर देखा तो 15-16 लोग उसके घर के सामने खड़े थे। उनके हाथ में गैलन, रस्सी, लाठी-डंडा, बोरी और बंदूक था। विजेंद्र हड़बड़ा गया। जैसे ही वह भागना चाहा, 4-5 लोगों ने उसे दबोच लिया। उसके छाती पर चढ़ गए। वह चीख उठा- ‘मालिक छोड़ दो, छोड़ दो।’ एक हट्टा-कट्टा आदमी बोला- ‘इतना काहे छटपटा रहे हो विजेंदर। कल तो तु हमरा के दम दिखा रहा था? अब देख %$@ कितना दम है हमारे में।’ हमलावर उस आदमी को जगत राय बुला रहे थे। जगत राय बोला- ‘अब इसे तखत से बांध दो।’ एक आदमी विजेंद्र को पैरों से घसीटते हुए तखत के पास ले गया। 2-3 लोगों ने मिलकर उसे रस्सी से कसकर बांध दिया। विजेंद्र हाथ-पैर भी हिला नहीं पा रहा था। जगत राय ने पेट्रोल से भरा गैलन उठाया और तख्त के चारों तरफ उड़ेल दिया। फिर जेब से माचिस निकाली और जलाकर विजेंद्र के ऊपर फेंक दी। विजेंद्र जलने लगा। इधर, कुछ लोग उसके घर की छत पर चढ़ गए और चारों तरफ पेट्रोल उड़ेलकर आग लगा दी। कमरे के अंदर से विजेंद्र की पत्नी और बच्चे चीखने लगे- ‘बचाओ-बचाओ, जला दिया रे, मार दिया रे।’ इधर, बरामदे में तख्त पर बंधे विजेंद्र के हाथों की खाल जलकर सिकुड़ने लगी थी। रस्सी जली तो वो उठकर भागने लगा। तभी एक शख्स चिल्लाया- ‘विजेंदर बच गया रे। उधर भाग रहा। गोली मारो %#@ को।’ जगत राय ने गोली चला दी, पर निशाना चूक गया। अधजला विजेंद्र जैसे-तैसे घर से भाग गया, लेकिन उसकी गर्भवती पत्नी और 6 बच्चे जलकर मर गए। दैनिक भास्कर की सीरीज ‘मृत्युदंड’ में राघोपुर नरसंहार केस के पार्ट-1 में इतनी कहानी तो आप जान ही चुके हैं। आज पार्ट-2 में आगे की कहानी… विजेंद्र की खाल जलकर उधड़ चुकी थी। विंदेश्वर और किरण महतो उसे लेकर पटना के सरकारी अस्पताल PMCH पहुंचे। अस्पताल पहुंचते ही विंदेश्वर ने डॉक्टर के पैर पकड़ लिए। बिलखते हुए कहा- 'मेरे भाई को जला दिया… पूरे परिवार को जला दिया। इसे बचा लो साहब।' डॉक्टर ने विजेंद्र को एडमिट कर लिया। इधर, सुबह होते ही खबर फैल गई कि राघोपुर में 8 लोगों को जिंदा जला दिया गया है। नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी पर बैठे दो महीने ही बीते थे। उन्होंने फौरन राघोपुर थाना प्रभारी नसरुद्दीन खान को सस्पेंड करने का आदेश दे दिया। उनकी जगह सब इंस्पेक्टर अंजनी कुमार को थाना प्रभारी बनाया गया। दरअसल, राघोपुर पूर्व सीएम राबड़ी देवी का विधानसभा क्षेत्र था। थाना प्रभारी अंजनी कुमार फौरन विजेंद्र के गांव पहुंचे। उसके घर के बाहर भीड़ जुटी थी। फूस की छत वाला उसका कच्चा मकान पूरी तरह जल चुका था। अंदर हर जगह इंसानी खोपड़ियां पड़ी थीं। एक कोने में अधजला हाथ भी पड़ा था। बाहर सफेद रंग की एक पोटली रखी थी, खोलकर देखा तो उसमें राख और हड्डी के कुछ टुकड़े थे। बरामदे में बंधी बकरियां मांस का लोथड़ा बन चुकी थीं। घर के सामने बंधी भैंस भी मर चुकी थी। थाना प्रभारी अंजनी कुमार ने कॉन्स्टेबल रमन किशोर से कहा- ‘सबकुछ समेटकर फोरेंसिक जांच के लिए पटना भेज दो। भैंस-बकरियों को हाजीपुर के वेटनरी डिपार्टमेंट में भेज दो।’ अब थाना प्रभारी ने भीड़ से पूछा- ‘क्या हुआ था कल रात?’ एक गांववाला बोला- ‘साहब… हम सो रहे थे। गांव में कीर्तन था, लाउड स्पीकर की तेज आवाज की वजह से पता नहीं चला कि विजेंद्र के घर में क्या हुआ। जब बम और फायरिंग की आवाज सुनी, तो बाहर निकला। विजेंद्र के घर से आग की लपटें उठ रही थीं। 10-12 लोग उसके घर को घेरकर खड़े थे। वो चीख-चीख कर कह रहे थे- किसी ने भी इसकी मदद की, तो उसका भी यही हाल करेंगे। हम डर गए और अपना दरवाजा बंद कर लिया।’ विजेंद्र का भाई किरण भी वहीं खड़ा था। अंजनी कुमार ने उससे पूछा- 'क्या हुआ था रात में?' रोते हुए किरण बोला- ‘हम सब सो रहे थे। अचानक गोलियों आवाज सुनाई दी। दरवाजा खोलकर देखा तो भइया के घर में आग लगी थी। कमरे से बचाओ-बचाओ आवाज आ रही थी। इसी बीच भइया भागते हुए हमारे घर की तरफ आ गए। वे आधा जल चुके थे। उनके कपड़े में आग लगी हुई थी। मैंने तुरंत उनपर कंबल डाल दिया। आगे बढ़ा तो देखा दरवाजे पर जगत राय का परिवार था। वे फायरिंग कर रहे थे। बम फोड़ रहे थे। हिम्मत नहीं हुई पास जाने की। जब सभी पश्चिम टोला की तरफ चले गए। तब हम वहां पहुंचे। तब तक सबकुछ जल चुका था।’ थाना प्रभारी अंजनी कुमार, कॉन्स्टेबल रमन किशोर से बोले- ‘अस्पताल फोन करो। बोलो कि जैसे ही विजेंद्र बातचीत की हालत में आए, वो हमें तुरंत बताएं।’ कॉन्स्टेबल रमन किशोर ने अस्पताल फोन करके ये कह दिया। इसी दिन दोपहर करीब दो बजे नीतीश कुमार भी गांव पहुंचे। थोड़ी देर वहां रुके मामले की जानकारी ली और चले गए। कुछ ही देर बाद ही लालू यादव और राबड़ी देवी भी गांव पहुंच गए और घटना की जानकारी ली। अब तक थाना प्रभारी अंजनी कुमार ने राघोपुर थाने में हत्या की साजिश, हत्या की कोशिश, बलवा, आर्म्स एक्ट, दंगा करने सहित 11 धाराओं में केस दर्ज कर लिया था। ये उस थाने में 2006 का पहला केस था। अगले ही दिन यानी 2 जनवरी 2006 को सुबह 9 बजे थाने में अस्पताल से फोन आया- ‘अब विजेंद्र महतो बातचीत कर सकता है।’ आईओ अंजनी कुमार फौरन अपनी टीम के साथ पटना के अस्पताल पहुंचे। अस्पताल के बेड पर पूरी तरह से झुलसा विजेंद्र महतो लेटा था। उसके पूरे शरीर पर पट्टी बंधी थी। अंजनी कुमार ने डायरी निकाली और विजेंद्र से पूछा-‘क्या हुआ था उस रात?’ विजेंद्र ने कराहते हुए बोलना शुरू किया- ‘सरकार… एक शाम बाजार से दिहाड़ी करके घर लौटा, तो देखा कि जगत राय और विपत राय का परिवार घर आया हुआ है। उन लोगों ने मुझे देखते ही कहा, केस वापस ले लो नहीं तो बुहत गलत हो जाएगा। मैंने साफ-साफ कह दिया कि केस तो वापस नहीं लूंगा। जो करना है कर लो। इतना सुनते ही विपत राय आग बबूला हो गया। कहने लगा केस नहीं उठाओगे, तो सबको जलाकर राख कर दूंगा। कोई बचाने भी नहीं आएगा। इतना कहकर वे चले गए। उनके जाने के बाद मैं थाने चला गया। थाना प्रभारी को बताया है कि जगत राय धमकी देकर गया है, तो वो कहने लगे कि तुम लोगों का तो ये रोज का है। फिर उन्होंने लात मारकर मुझे भगा दिया। मैं घर आ गया। उस रात पत्नी ने रोटी, तरकारी (सब्जी) और एक कटोरी दूध गर्म करके दिया। हम सभी खाकर सो गए। रात के करीब 11:30 बजे मुझे कुछ लोगों के चलने की आवाज सुनाई दी। देखा तो 10-11 लोग दरवाजे पर पहुंच चुके थे। उनके हाथ में पेट्रोल, लाठी, बोरी, रस्सी, माचिस थी।’ आईओ ने बीच में टोकते हुए पूछा- ‘जगत राय किस केस को वापस लेने की बात कर रहा था?’ विजेंद्र बोला- ‘6 महीने पहले रात में मेरी भैंस चोरी हो गई थी। दो-तीन दिनों तक गांव में घूम घूमकर खोजा, लेकिन कहीं नहीं मिली। कुछ दिनों बाद पता चला कि मेरी भैंस हाजीपुर के बिदुपुर में है। मैं वहां पहुंचा। उस आदमी से कहा कि ये भैंस तो मेरी है, तो वो कहने लगा कि गांव के वजीर राय ने उसे ये भैंस बेची है। थाने आकर मैंने वजीर राय के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवा दी। तबसे डर के मारे मैं हर रोज थाने में ही सोता था। पुलिस ने वजीर राय को जेल भेज दिया। पूछताछ में उसने बताया कि उससे जगत राय ने कहा था कि वह मेरी भैंस चुराकर बाजार में बेच दे।’ ‘भैंस तुम्हारी थी?’, आईओ अंजनी कुमार ने जोर देकर पूछा। विजेंद्र रूंधे गले से बोला, ‘साहब, दूसरे की भैंस लेकर पाल रहा था। जब भैंस का बच्चा हुआ तो उसकी कीमत 20 हजार रुपए लगाई गई। मैंने कर्ज लेकर मालिक को 10 हजार रुपए दे दिए और भैंस अपने पास रख ली। रोज 3-4 लीटर दूध होता था। एक पाव दूध अपने लिए रख लेता, बाकी बेच देता। कभी-कभी भैंस चरते हुए जगत राय के खेत में चली जाती, तो वो गाली देते हुए कहता कि तुम्हारी भैंस उठा लूंगा। उसी के कहने पर वजीर राय ने भैंस चुराकर बेच दी। इस मुकदमे में वजीर राय और जगत राय 3-4 महीने के लिए जेल भी गए थे। जगत राय जब जमानत पर बाहर आया, तो आए दिन मेरे परिवार को खत्म करने की धमकी देता था। फिर एक दिन कहने लगा कि 20 हजार रुपए में मामला रफा-दफा करो, लेकिन मैं नहीं माना।’ ‘उस रात कौन-कौन लोग थे। कुछ याद है?’, अंजनी कुमार ने फिर से पूछा। विजेंद्र बोला- ‘कोहरे की वजह से कुछ साफ दिख नहीं रहा था। आवाज और कद काठी से मैंने सबको पहचान लिया।’ ‘एक-एक करके नाम लिखाओ।’ अंजनी कुमार डायरी निकालते हुए बोले। ‘जगत राय, बिपत राय, राम बाबू राय, बच्चा बाबू राय, गिरधारी राय, गौतम राय, यद्दु राय, शंकर राय, देवनाथ राय, नाथु राय, छविला राय, जय बाबू राय, रंजन राय, रंजीत राय इनके अलावा जगत राय की पत्नी मौला देवी, बिपत राय की पत्नी कृष्णा देवी राय भी थीं।’ विजेंद्र महतो ने पुलिस को सभी 16 नाम बता दिए। विजेंद्र का बयान दर्ज करने के बाद आईओ अंजनी कुमार टीम के साथ राघोपुर लौट आए। अब आरोपियों की तलाश शुरू हुई। पुलिस रात-रातभर राघोपुर के अलग-अलग गांवों में दबिश देने लगी। हफ्तेभर बाद पुलिस को खबर मिली कि 16 आरोपियों में से एक रंजीत राय नाम का एक आदमी अपने रिश्तेदारी में छिपा है। पुलिस ने छापा मारकर उसे वहीं से पकड़ लिया। यह उस केस की पहली गिरफ्तारी थी। आईओ अंजनी कुमार ने रंजीत से पूछा- बता, क्यों जलाया विजेंद्र को? रंजीत कांपते हुए बोला- ‘साहेब मैं तो उस रोज ससुराल गया था। विजेंद्र जानबूझकर मुझे फंसा रहा है।’ सब इंस्पेक्टर ने रंजीत राय पर डंडे बरसाने शुरू कर दिए। गुस्से से पूछा- ‘सच-सच बता उस रात क्या हुआ था? नहीं तो, उल्टा लटका दूंगा।’ ‘साहब सच बोल रहा हूं।’ रोते हुए रंजीत बोला। ‘अभी रुक’, कहते हुए अंजनी कुमार ने कॉन्स्टेबल को बुलाकर कहा- ‘इसे बांस की बल्ली से उल्टा लटका दो।’ कॉन्स्टेबल ने रंजीत राय को उल्टा लटकाया और डंडे बरसाने लगा। थोड़ी ही देर में रंजीत राय टूट गया। बोला, ‘साहब नीचे उतार दो, सब सच बता रहा हूं।’ रंजीत को नीचे उतारा गया। अब उसने बोलना शुरू किया- ‘उस रोज जगत राय, विपत राय और बच्चा बाबू ने विजेंद्र को धमकी दी थी। फिर घर लौट आए। जगत राय कहने लगा कि महतो को बहुत चर्बी चढ़ी है। शांत करना पड़ेगा। सब को जिंदा जला दो। इसके बाद 15 लीटर पेट्रोल खरीदकर लाया गया। जब गांव के लोग सो गए, तब सभी बंदूक, रस्सी, पेट्रोल… लेकर विजेंद्र के घर की तरफ चल दिए। मैं भी उनके साथ में था, लेकिन मैंने कुछ नहीं किया था साहब।’ इसके बाद रंजीत राय को हवालात में डाल दिया गया। अब तक चार महीने बीत चुके थे और सिर्फ 6 लोग ही पकड़ में आए थो। इसमें जगत राय की पत्नी मौला देवी, विपत राय की पत्नी कृष्णा देवी, गौतम राय, बच्चा बाबू राय और शिव धारी राय शामिल थे। जगत और विपत अभी भी फरार थे। इधर, विजेंद्र तिरपाल के एक तंबू में रहने लगा। उसे पुलिस सुरक्षा भी मिली थी। 13 अप्रैल 2006 को राघोपुर पुलिस ने मामले में 16 लोगों के खिलाफ हाजीपुर सेशन कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की। पुलिस ने कोर्ट में बताया कि 10 लोग अभी भी फरार हैं। जगत और विपत कौन थे, क्यों गांव के लोग उनसे डरते थे? पुलिस उनतक कैसे पहुंची? विजेंद्र का क्या हुआ? कोर्ट ने किस आधार पर आरोपियों को सजा दी? पूरी कहानी राघोपुर नरसंहार के पार्ट-3 में… घटना के तीन महीने बाद 13 अप्रैल 2006 को राघोपुर पुलिस ने हाजीपुर सेशन कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। अब तक 16 आरोपियों में से केवल 6 लोगों की गिरफ्तारी हो पाई थी। मुख्य आरोपी में से जगत राय और विपत राय की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो पाई थी। अब पुलिस ने एक चाल चली। पूरी कहानी पढ़िए राघोपुर नरसंहार पार्ट-3 में (नोट- यह सच्ची कहानी, केस के जजमेंट, एडवोकेट आजम हुसैन और वीरेंद्र नारायण सिंह, वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र मानपुरी, विजेंद्र महतो के भाई बिंदेश्वर महतो, किरण महतो और बहन सीता देवी से बातचीत पर आधारित है। सीनियर रिपोर्टर नीरज झा ने क्रिएटिव लिबर्टी का इस्तेमाल करके इस घटना को कहानी के रूप में लिखा है।)
स्पॉटलाइट- कौन है पाकिस्तानी मैडम N:भारत के खिलाफ कैसे तैयार कर रही थी जासूसी नेटवर्क, देखें वीडियो
यूं तो टूरिस्ट वीजा पर भारत से पाकिस्तान जाना लगभग नामुमकिन है लेकिन एक पाकिस्तानी महिला है जो किसी को भी बड़े आसानी से टूरिस्ट वीजा दिलवा सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये भारत के खिलाफ करीब 500 जासूसों का नेटवर्क तयार कर रही थी जो भारत में कहीं भी छिप सकते हैं। मैडम-एन के नाम से चर्चित इस महिला की पूरी कहानी जानने के लिए फोटो पर क्लिक कर वीडियो देखें।
बकरीद से पहले का एक वीडियो शायद आपने देखा होगा। इसमें एक मंदिर में 100 से ज्यादा बकरे खड़े हैं। लोग उन्हें चारा खिला रहे हैं। ये वीडियो दिल्ली के चांदनी चौक का है और बीते साल 17 जून को वायरल हुआ था। इसमें दावा किया गया कि इन बकरों को ईद पर कटने से बचाया गया है। दावा ये भी था कि जैन कम्युनिटी से जुड़े लोग मुस्लिमों की तरह कपड़े पहनकर जानवरों की मंडी में गए। 25 लोगों की टीम ने जामा मस्जिद, मीना बाजार और मटिया महल से 124 बकरे खरीदे। इस पर करीब 15 लाख रुपए खर्च किए। इसकी खबरें भी खूब छपीं। बचाए गए बकरों में से ज्यादातर को दिल्ली से करीब 50 किमी दूर बागपत के जीव दया संस्थान भेज दिया गया। आज, 7 जून को फिर बकरीद है। दैनिक भास्कर ने पता किया कि आखिर पिछली ईद पर बचाए बकरे कहां गए और उन्हें बचाने वाले इस बार क्या कर रहे हैं। इसके लिए हम जीव दया संस्थान पहुंचे। संस्थान के अध्यक्ष मनोज जैन से मिले। उनसे तीन बातें पता चलीं। 1. पिछली बकरीद पर मुस्लिमों की तरह कपड़े पहनकर बकरे खरीदने की बात गलत है। 2. ये संस्था ईद से पहले बकरे खरीदती है, ताकि उन्हें कटने से बचा सके। अभी उनके पास ऐसे 650 से ज्यादा बकरे हैं। 3. संस्था ने बकायदा बकराशाला बनाई है, जहां उनके खाने, रहने और इलाज के इंतजाम हैं। अध्यक्ष बोले- बकरे खरीदने के लिए मुस्लिम बनकर नहीं जातेहमने मनोज जैन से पूछा पिछले साल जैन समुदाय के कुछ लोगों ने दावा किया था कि वे मुस्लिमों की तरह कपड़े पहनकर, टोपी लगाकर बकरे खरीदने गए थे, ताकि मंडी से बकरे खरीद सकें। क्या ये बात सही है? मनोज जवाब देते हैं, ‘ये गलत बात थी। ऐसा कुछ नहीं है। वो जो लोग थे, उनके खरीदे हुए बकरे भी मेरे पास ही आए थे। उन्होंने अपने हिसाब से वो बात बता दी थी। वो सिर्फ उनका बोलने का बचपना था।' संस्था के संयोजक राजेश जैन भी कहते हैं कि हम नॉर्मल कपड़े पहनकर बकरे खरीदने जाते हैं। और जिनसे बकरे खरीदते हैं, उन्हें भी पता है कि हम बकरे बचाने के लिए उन्हें खरीदने आए हैं। हमें तो पैसे लेकर बकरा खरीदना है। इसलिए भेष बदलने की जरूरत ही नहीं है। गोशाला जैसी बकराशाला, कटने से बचाए 650 से ज्यादा बकरेआपने गोशाला के बारे में सुना होगा, जहां ज्यादातर बूढ़ी और लावारिस गायों की देखभाल की जाती है। क्या आपने कभी ‘बकराशाला’ का नाम सुना है। यूपी के बागपत में गोशाला की तर्ज पर बकराशाला बनी है। यहां ऐसे बकरे रखे गए हैं, जिन्हें बकरीद से पहले मंडी से खरीदा गया, ताकि वे कटने से बच जाएं। अमीननगर सराय में करीब एक एकड़ जमीन में बनी बकराशाला में 650 से ज्यादा बकरों को रखा गया है। यहां इनके रहने, खाने से लेकर डॉक्टरों तक का इंतजाम है। 22 लोगों का स्टाफ उनकी देखभाल करता है। 2 डॉक्टर इलाज के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं। ये बकराशाला जीव दया संस्थान चलाता है। ये संस्था दिल्ली के जैन व्यापारियों ने बनाई है। संस्था से जुड़े लोग बकरीद से पहले बागपत और आसपास की मंडी में जाते हैं, वहां से बकरे खरीदते हैं और बागपत ले आते हैं। 9 साल से चल रही ये संस्था अब तक 3 हजार से ज्यादा बकरों को बचा चुकी है। इस साल बकरीद पर 400 बकरे खरीदने का टारगेट रखा गया था। हर बकरे की खरीद पर 11 हजार रुपए खर्च किए जाते हैं। 9 साल पहले शुरुआत, पहले साल 40 बकरे बचाएमनोज जैन जीव दया संस्थान के अध्यक्ष हैं। वे हर साल बकरीद से पहले मंडी जाते हैं और बकरे खरीदते हैं। मनोज कहते हैं, ‘हमारी कोशिश है कि बकरों की हत्या रोक पाएं और जिन लोगों ने उन्हें पालकर बड़ा किया है, उनका नुकसान भी ना हो।' 'हम हर सोमवार गुलावटी पशु मंडी जाते हैं। वहां से बकरे खरीदते हैं। कुछ मुस्लिम व्यापारी हमें सस्ते दामों में बकरे दिला देते हैं। हमने ये काम 9 साल पहले शुरू किया था। पहले साल 40 बकरों को कटने से बचाया। उनके लिए 800 गज में बकराशाला बनवाई थी।’ एक एकड़ में बनी बकराशाला, तीन हिस्सों में बंटीएक एकड़ में बनी बकराशाला में करीब 800 बकरों के लिए रहने की जगह है। उनके लिए तीन कंपार्टमेंट बने हैं। यहां काम करने वाले लोग बताते हैं कि गाय-बैल के मुकाबले बकरों की देखभाल मुश्किल होती है। ये बहुत जल्दी बीमार होते हैं। इसीलिए यहां तीन कंपार्टमेंट बनाए हैं। सबसे छोटे वाले कंपार्टमेंट में बीमार बकरे रखे जाते हैं। इससे बड़े कंपार्टमेंट में हल्के बीमार और बड़े वाले हिस्से में सेहतमंद बकरों को रखा जाता है। इनकी देखभाल के लिए 22 लोगों का स्टाफ है। 2 डॉक्टर हर रोज आते हैं और बीमार बकरों का इलाज करते हैं। इसके लिए पैसा कहां से आता है? इसका जवाब मनोज जैन देते हैं, ‘हमने एक बकरा खरीदने के लिए 11 हजार रुपए तय किए हैं। पूरे देश में लोग दान देते हैं। इसी पैसे से हम बकरे खरीदते हैं। हम कारोबारियों को अपने काम के बारे में बताते हैं, तो वे हमें बाजार से सस्ते रेट पर बकरा बेच देते हैं। बकरा पालने वाले व्यापारियों की भी मजबूरी होती है। वे उसे खिला-पिलाकर बड़ा करते हैं। इसमें पैसे खर्च होते हैं।’ मुस्लिम दोस्त ने नॉनवेज खाना छोड़ामनोज जैन आगे कहते हैं, ‘मैं मुस्लिम भाइयों से गुजारिश करता हूं कि आप इस्लाम के मर्म को समझिए। उसमें कहीं भी कुर्बानी की बात नहीं है। मैं मौलवियों से भी पूछता हूं कि कुर्बानी की बात कहां लिखी है। इस प्रथा को बंद किया जाए। मेरे एक दोस्त हबीब भाई हैं। पेशे से कारपेंटर है। उन्होंने हमारी मुहिम से जुड़ने के बाद नॉनवेज खाना बंद कर दिया।’ हबीब बोले- ‘कुदरत ने जिंदगी दी, जान लेने का हक भी उसी के पास’हमने मनोज के दोस्त हबीब से भी बात की। वे पेशे से कारपेंटर हैं। जैन समुदाय में बहुत लोगों के घर काम किया है। हबीब कहते हैं ‘मेरे कई जैन कस्टमर दोस्त बन गए। मुझे जैन धर्म की अहिंसा, जियो और जीने दो वाले सिद्धांत ने बहुत प्रभावित किया।' अब हमारे घर में भी सभी शाकाहारी हैं। मैं दूसरों को यही संदेश देता हूं कि शाकाहारी बनें। मैं जीव दया संस्था से जुड़ा हूं। मेरे लायक काम होता है, तो करता हूं। नॉनवेज खाना छोड़ने पर हबीब कहते हैं, ‘कुदरत ने सबको जान दी है और जान लेने का हक भी उसी के पास होना चाहिए। मैंने बचपन से नॉनवेज नहीं खाया। मेरा मन ही नहीं करता है। बचपन में मेरे घरवाले सब्जी वगैरह में मिलाकर नॉनवेज खिलाने की कोशिश करते थे। ये सब कुछ दिन ही चला। पिछले 29 साल से मैं नॉनवेज छूता तक नहीं हूं।’ हर महीने 60 हजार मछलियां खरीदीं, नहर में छोड़ीं राजेश वर्मा जीव दया संस्थान के संयोजक हैं। ये संस्था दो बकराशाला चलाती है। इसके अलावा संस्था के लोग मछलियों और पक्षियों को भी बचाते हैं। राजेश वर्मा बताते हैं, ‘गाजीपुर मंडी से हम जिंदा मछलियां खरीदते थे और मुरादनगर के पास बड़ी नगर में छोड़ देते थे।' 'तब हम महीने में एक बार इस तरह के कार्यक्रम करते थे। सब अपने परिवारों के साथ जाकर जिंदा मछलियों को खरीदते, फिर उन्हें खुले पानी में छोड़कर आते थे।’ राजेश वर्मा बताते हैं, ‘हमने पक्षियों के लिए हॉस्पिटल भी बनाया है। अगर आसपास के 50 किमी एरिया में कोई पक्षी जख्मी हो जाता है, तो हम उसे लेकर आ सकते हैं। इलाज करवाते हैं। वहीं पक्षियों के रेस्क्यू के लिए हमने एक एंबुलेस भी रखी है।’ डॉक्टर बोले- बकरों कों अलग रखते हैं, ताकि वे माहौल में ढल जाएंशशिकांत पेशे से वेटनरी डॉक्टर हैं। वे भी जीव दया संस्था की मुहिम से जुड़े हैं। बकराशाला में सेवाएं देते हैं। शशिकांत का घर बकराशाला के पास ही हैं। वे हर दिन यहां आते हैं और बकरों के साथ वक्त बिताते हैं। शशिकांत कहते हैं, ‘हम गुलावटी पशु मंडी जाते हैं। वहां से बकरे खरीदकर यहां ले आते हैं। मंडी में जो भी बकरा खड़ा होता है, ये तय है कि वो कटेगा ही। बकराशाला में लाने के बाद हम पहले उन्हें कुछ दिनों तक अलग रखते हैं ताकि वे यहां के माहौल में ढल सकें। हमने 40 बकरों के साथ बकराशाला की शुरुआत की थी। अब हमारे पास 650 से ज्यादा बकरे हैं।’ शशिकांत आगे बताते हैं, ‘बकरे को एक दिन में कम से कम 300 ग्राम खुराक देनी होती है। इसके अलावा देखभाल मिलाकर एक बकरे का दिन का खर्च 200 रुपए आता है। बकराशाला खुलने के बाद आसपास के पूरे इलाके में लोग इस मुहिम की तारीफ करते हैं। आसपास के लोग आकर सेवा भी देते हैं।’ ‘बकरे कटने से बचें, उन्हें भी जीने का मौका मिले’हम दोपहर के वक्त बकराशाला पहुंचे थे। तब ज्यादातर बकरे पास के गांव में चरने के लिए गए थे। जॉली यहां बकरों की देखभाल करते हैं। पिछले 2 साल से यही काम कर रहे हैं। जॉली हर दिन बकरों को हरे मैदानों और खेत-खलिहान में लेकर जाते हैं। हम जॉली को ढूंढते हुए खेत तक गए। जॉली पहले बकराशाला के पास ही खेतों में मजदूरी करते थे। अब सुबह से शाम तक बकरों की देखभाल में लगे रहते हैं। जॉली कहते हैं कि ‘बकरों के खाने-पीने का बहुत ध्यान देना होता है। सुबह जल्दी उठकर दाना-पानी देना होता है। हर दिन देखते रहना होता है कि कोई बकरा बीमार तो नहीं हो रहा।' अगर कोई बकरा बीमार है, तो उसे अलग चेंबर में शिफ्ट करना होता है ताकि दूसरे बकरों तक बीमारी ना फैल जाए। बीमार बकरों को हम डॉक्टर के पास ले जाते हैं, उनका इलाज करवाते हैं। ‘मैं ये सोचता हूं कि बकरे कटने से बचें। हम उनकी तब तक सेवा करते हैं, जब तक कि उनकी प्राकृतिक रूप से मौत नहीं हो जाती। नए बकरे जब हमारी बकराशाला में आते हैं, तो उनका मन नहीं लगता। धीरे-धीरे वो यहां के माहौल में ढल जाते हैं। ‘ज्यादा बीमार हों तो दिल्ली से डॉक्टर बुलाते हैं’दिल्ली के बाहुबली एनक्लेव में रहने वाली प्रमिला जैन भी जीव दया संस्थान से जुड़ी हुई हैं। वे कहती हैं, ‘जीवों को बचाना पुण्य का काम है।’ ‘ऐसा नहीं है कि हम बकरों को बचाकर उन्हें कहीं भी छोड़ देते हैं। उनके खाने-पीने से लेकर अच्छी देखभाल का सारा इंतजाम किया हुआ है। बकराशाला में दिल्ली से भी डॉक्टर पहुंचते हैं और बीमार पशुओं का इलाज करते हैं।’ ............................................. यूपी के अलीगढ़ से ये ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़िएजिसे गोमांस बताकर अरबाज-कदील-अकील को पीटा, वो भैंस का निकला UP में अलीगढ़ के अतरौली के रहने वाले अकील फिलहाल हॉस्पिटल में हैं। बगल वाले वॉर्ड में उनके चचेरे भाई कदीम और अरबाज का इलाज चल रहा है। पूरे शरीर पर चोटों के निशान हैं। तीनों भाई और ड्राइवर मुन्ना खान को 24 मई की सुबह भीड़ ने गोमांस ले जाने के शक में बुरी तरह पीटा। 27 मई को आई फोरेंसिक रिपोर्ट में साफ हो गया कि मांस गाय का नहीं, बल्कि भैंस का था। पढ़िए पूरी खबर...
बड़वानी में रहस्यमयी जानवर का आतंक: 6 मौत के बाद लकड़बग्घे की तलाश, रेबीज की आशंका
पहली नज़र में संदेह है कि बड़वानी जिले में हुई छह लोगों की मौत का कारण रेबीज है। इसकी पुष्टि के लिए, एक मृतक के मस्तिष्क के ऊतक को जांच के लिए दिल्ली की एक प्रयोगशाला में भेजा गया है। रिपोर्ट का इंतज़ार हैं।
विराट कोहली के खिलाफ शिकायत पर बेंगलुरु पुलिस का स्पष्टीकरण: जांच जारी
पुलिस द्वारा जारी आधिकारिक पत्र में कहा गया है, शिकायत प्राप्त हो गई है। शिकायत में उल्लिखित घटना के संबंध में पहले ही क्राइम नंबर 123/2025 के तहत मामला दर्ज किया जा चुका है और जांच प्रक्रिया जारी है।
पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त कांग्रेसजन पद और संगठन की जिम्मेदारियां से मुक्त : डोटासरा
श्रीगंगानगर। राजस्थान में कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंदसिंह डोटासरा ने कहा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल कांग्रेसजन पद और संगठन संबंधी जिम्मेदारियों से मुक्त हैं। शुक्रवार को राजस्थान में श्रीगंगानगर में संविधान बचाओ रैली में शामिल होने आए डोटासरा ने कहा कि ऐसे लोगों को पार्टी द्वारा कोई पद और दायित्व नहीं दिया जाएगा। […] The post पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त कांग्रेसजन पद और संगठन की जिम्मेदारियां से मुक्त : डोटासरा appeared first on Sabguru News .
हत्या मामले में कर्नाटक के पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी को झटका, सुप्रीम कोर्ट ने रद्द की जमानत
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय जनता पार्टी के एक कार्यकर्ता की 2016 में हत्या से संबंधित एक मामले में कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी की जमानत शुक्रवार को रद्द कर दी। न्यायमूर्ति संजय करोल और न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा की अंशकालीन कार्य दिवस पीठ ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की और कुलकर्णी […] The post हत्या मामले में कर्नाटक के पूर्व मंत्री विनय कुलकर्णी को झटका, सुप्रीम कोर्ट ने रद्द की जमानत appeared first on Sabguru News .
अलवर में ESIC अस्पताल के ICU वार्ड में महिला से नर्सिंगकर्मी ने किया रेप
अलवर। राजस्थान में अलवर के एमआईए थाना क्षेेत्र के औद्योगिक क्षेत्र स्थित कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) मेडिकल कॉलेज के सघन कक्ष इकाई में भर्ती महिला से दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। महिला के ऑपरेशन के बाद रेप की घटना को अंजाम दिया गया। चार जून की रात को अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ […] The post अलवर में ESIC अस्पताल के ICU वार्ड में महिला से नर्सिंगकर्मी ने किया रेप appeared first on Sabguru News .
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को यहां वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2025-26 का शुभारंभ किया और इसके तहत प्रथम वातानुकूलित राजस्थान वाहिनी भारत गौरव पर्यटक ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। शर्मा ने दुर्गापुरा रेलवे स्टेशन से इस ट्रेन को रवाना किया जिससे वरिष्ठ नागरिक रामेश्वरम एवं मदुरई के तीर्थ […] The post भजनलाल ने वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत प्रथम वातानुकूलित ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना appeared first on Sabguru News .
हार्वर्ड के विदेशी विद्यार्थियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने के ट्रम्प फैसले पर अस्थायी रोक
सैन फ्रांसिस्को। अमरीका के एक संघीय न्यायाधीश ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय के विदेशी विद्यार्थियों के लिए वीजा प्रतिबंध लगाने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी। अमरीकी संघीय न्यायाधीश एलिसन बरोज़ ने एक अस्थायी प्रतिबंध आदेश जारी किया, जो किसी को भी ट्रम्प द्वारा बुधवार को जारी किए गए आदेश को […] The post हार्वर्ड के विदेशी विद्यार्थियों पर वीजा प्रतिबंध लगाने के ट्रम्प फैसले पर अस्थायी रोक appeared first on Sabguru News .
भाजपा की डबल इंजन की सरकार सिर्फ धुआं फेंक रही है : सचिन पायलट
टोंक। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी की डबल इंजन की सरकार सिर्फ धुआं फेंक रही हैं। पायलट ने शुक्रवार को राजस्थान में टोंक के सर्किट हाउस में पत्रकारों से कहा कि भाजपा के पिछले डेढ़ वर्ष के कार्यकाल से लग रहा है कि […] The post भाजपा की डबल इंजन की सरकार सिर्फ धुआं फेंक रही है : सचिन पायलट appeared first on Sabguru News .
ऑपरेशन सिंदूर ने आत्मनिर्भर भारत की दिखाई है ताकत : मोदी
कटरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के कटर में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने आत्मनिर्भर भारत की ताकत दिखाई है और इससे दुनिया में भारत के रक्षा-पारिस्थितिकी तंत्र की दुनिया भर में चर्चा हो रही है। मोदी ने कहा कि देश की रक्षा प्रणाली की इस शोहरत के पीछे एक कारण भारतीय सेनाओं […] The post ऑपरेशन सिंदूर ने आत्मनिर्भर भारत की दिखाई है ताकत : मोदी appeared first on Sabguru News .
चित्तौड़गढ़ : बजरी विवाद में हत्या के 3 आरोपी जैसलमेर में अरेस्ट
चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ के कोतवाली थाना क्षेत्र में गत दिनों बजरी माफिया के आपसी विवाद में गोलीबारी करके एक बदमाश की हत्या किए जाने के मामले के तीन आरोपियों को पुलिस ने जैसलमेर में एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह ने शुक्रवार को बताया कि गत 31 मई […] The post चित्तौड़गढ़ : बजरी विवाद में हत्या के 3 आरोपी जैसलमेर में अरेस्ट appeared first on Sabguru News .
जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे अधिकाधिक : राज्यपाल बागडे
सिरोही। राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागडे ने किसी भी राष्ट्र की प्रगति के लिए शिक्षा की स्थिति का उत्कृष्ट होना बेहद आवश्यक बताते हुए कहा है कि शिक्षा विभाग बच्चों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए कार्य करें और उन्हें तर्क करना सिखाएं। दो दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को यहां पहुंचे बागडे ने जिला […] The post जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे अधिकाधिक : राज्यपाल बागडे appeared first on Sabguru News .
आरसीए में चल रहे विवादों से क्रिकेट प्रेमियों में बड़ी निराशा का भाव : अशोक गहलोत
जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी सरकार आने के बाद से ही राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन (आरसीए) में चल रहे विवादों से क्रिकेट प्रेमियों में बड़ी निराशा का भाव है। प्रदेश में क्रिकेट केे विकास के लिए राज्य सरकार को इसमें हस्तक्षेप करना चाहिए। गहलोत ने […] The post आरसीए में चल रहे विवादों से क्रिकेट प्रेमियों में बड़ी निराशा का भाव : अशोक गहलोत appeared first on Sabguru News .
पीयूष चावला ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों को कहा अलविदा
नई दिल्ली। करीब दो दशक लंबे करियर के बाद लेग स्पिनर पीयूष चावला ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। चावला ने आज सोशल मीडिया मंच इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए अपने संन्यास लेने के फैसले की जानकारी दी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर लिखा कि दो दशक से अधिक समय तक मैदान पर रहने […] The post पीयूष चावला ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों को कहा अलविदा appeared first on Sabguru News .
जिला मुख्य निर्वाचन अधिकारी से हुए विवाद मामले में विधायक सुरेश धाकड़ बरी
चित्तौड़गढ़। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ में लोकसभा चुनाव 2019 में नामांकन पत्र जमा करने की प्रक्रिया के दौरान जिला मुख्य निर्वाचन अधिकारी से हुए विवाद में आरोपी बेंगू विधायक डॉ सुरेश धाकड़ को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शुक्रवार को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने धाकड़ के साथ ही इस […] The post जिला मुख्य निर्वाचन अधिकारी से हुए विवाद मामले में विधायक सुरेश धाकड़ बरी appeared first on Sabguru News .
देश को मिली ऐतिहासिक सौगात, रेललिंक से जुड़ी कश्मीर घाटी
कटरा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को देश को एक ऐतिहासिक सौगात दी और जम्मू-कश्मीर को शेष भारत से जोड़ने वाला रेलमार्ग राष्ट्र को समर्पित किया। मोदी ने देश के सबसे ऊंचे मेहराबदार (अर्द्ध चंद्राकार) चिनाब पुल और देश के पहले केबल पुल आधारित अंजी खड्ड ब्रिज का लोकार्पण किया और कटरा और श्रीनगर के […] The post देश को मिली ऐतिहासिक सौगात, रेललिंक से जुड़ी कश्मीर घाटी appeared first on Sabguru News .
नीट-पीजी परीक्षा तीन अगस्त को एक ही पाली में होगी
नई दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) को मेडिकल के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए 15 जून को होने वाली राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट-पीजी) 2025, तीन अगस्त को एक ही पाली में आयोजित करने की शुक्रवार को अनुमति दी। न्यायमूर्ति प्रशांत कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज की अंशकालीन कार्य […] The post नीट-पीजी परीक्षा तीन अगस्त को एक ही पाली में होगी appeared first on Sabguru News .
कोटा विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो बीपी सारस्वत का अभिनंदन
अजमेर। महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय की इकाई की ओर से अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के तत्वावधान में कोटा विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो बीपी सारस्वत का अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में सम्राट पृथ्वीराज चौहान राजकीय महाविद्यालय व राजकीय कन्या महाविद्यालय की स्थानीय इकाइयों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इस अवसर पर नवनियुक्त कुलपति प्रो […] The post कोटा विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रो बीपी सारस्वत का अभिनंदन appeared first on Sabguru News .
RCB की जीत पर 5000 हजार रुपये मिलने के दावे से फर्जी स्कैम लिंक वायरल
बूम ने जांच में पाया कि आरसीबी की जीत पर जनता को स्क्रैच कार्ड के द्वारा 5,000 रुपये तक के इनाम के दावे से वायरल पोस्ट स्कैम लिंक हैं.
T20I विजय परेड में मुंबई पुलिस ने क्या सही किया था जो कर्नाटक पुलिस नहीं कर पाई
RCB की IPL जीत के जश्न के बीच चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ में 11 लोगों के मारे जाने के बाद मुंबई पुलिस सुर्खियों में है जिसने पिछले साल भारत की टी20 विश्व कप जीत के बाद विशाल विजय परेड का शानदार इंतजाम किया था। रोहित शर्मा की टीम के टी20 विश्व कप जीतने के बाद वानखेड़े स्टेडियम से मरीन ड्राइव तक पूरे रास्ते में चार जुलाई 2024 को तीन लाख से ज्यादा प्रशंसक थे। अधिकारियों ने बताया कि सही जगहों पर बैरीकेड लगाने, वास्तविक समय में घोषणायें करने और भीड़ पर नियंत्रण के लिये त्वरित फैसलों से कामयाबी मिली। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया ,‘‘ हमारे पास तैयारी के लिये 36 घंटे ही थे । हमने युद्धस्तर पर तैयारी की और तीन लाख लोगों को संभाला। हमने मुंबई क्रिकेट संघ से कह दिया था कि इस तरह के मुफ्त सार्वजनिक कार्यक्रम के लिये टिकट दिये जाने चाहिये ताकि भीड़ को मैनेज किया जा सके। अगर ऐसे कार्यक्रमों के आनलाइन टिकट जारी किये जायें तो लोगों के प्रवेश और निकास पर नजर रखी जा सकती है और भीड़ को संभाला जा सकता है।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ पहले हमने शाम चार बजे स्टेडियम का गेट खोलने का सोचा लेकिन भीड़ के जुटने की संभावना को देखकर ढाई बजे ही खोल दिया । चार बजे तक सभी स्टेडियम में बैठ चुके थे। स्टेडियम में 35000 लोग थे और बाकी सड़कों पर थे। स्टेडियम के भर जाने की लगातार घोषणायें होती रही।’’ अधिकारी ने कहा ,‘‘ इस समारोह के दो दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ में 121 लोग माारे गए थे। हमने जनवरी 2024 में मरीन ड्राइव पर भारतीय वायुसेना के एयर शो की मेजबानी की थी जिसमें हजारों लोग आये थे।’’ अधिकारी ने यह भी बताया कि अप्रिय घटना से बचाव के लिये किसी भी हालत में लाठीचार्ज नहीं करने के निर्देश दिये गए थे।उन्होंने कहा ,‘‘ भारतीय टीम कारों में एनसीपीए (मरीन ड्राइव का दक्षिणी छोर) पहुंची और उसके बाद बस में चढी जो भीड़ के बीच से गुजरी थी। बस को दो स्तर की सुरक्षा दी गई थी। ’’ तत्कालीन पुलिस आयुक्त विवेक फंसालकर और विशेष पुलिस आयुक्त देवेन भारती खुद भीड़ पर नजर रखे हुए थे।अधिकारी ने बताया कि चर्चगेट स्टेशन के पास भगदड़ जैसी स्थिति बनी थी जिसे पुलिस के दखल से तुरंत संभाल लिया गया था। अधिकारी ने यह भी बताया कि कार्यक्रम के अगले दिन निकाय कर्मचारियों ने तीन ट्रक जूते चप्पलें एकत्र की। (भाषा)
निर्जला एकादशी पर माली-सैनी समाज ने की शीतल पेय सेवा
अजमेर। निर्जला एकादशी पर हर साल की तरह निर्जला एकादशी पर महात्मा ज्योतिबा फूले और मां सावित्रीबाई फुले के बताएं मार्ग का अनुसरण करते हुए माली समाज की ओर से शीतल पेय के जरिए आमजन की सेवा की गई। मां सावित्रीबाई फुले मातृशक्ति कल्याण संस्थान अध्यक्ष सीमा चौहान ने बताया कि मानव सेवा को सर्वोत्तम […] The post निर्जला एकादशी पर माली-सैनी समाज ने की शीतल पेय सेवा appeared first on Sabguru News .
मॉल में धर्मांतरण की कोशिश, ईसाई धर्म प्रचार सामग्री मिली, कर रहे थे हिंदू धर्म की बुराई, FIR दर्ज
इंदौर के मॉल में कुछ विदेशी लोग हिंदुओं को ईसाई बनाने की फिराक में थे। वे अपने साथ पानी लेकर आए जिसे पवित्र जल कह कर पिलाया जा रहा था। इसके साथ ही वे हिंदू धर्म की बुराई कर रहे थे। उनके पास से ईसाई धर्म प्रचार की सामग्री भी मिली है। शिकायत के बाद पुलिस में एफआईआर दर्ज की गई है। हालांकि एक आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर बाकी लोगों को जाने दिया गया है। बता दें कि इंदौर के मल्हार मेगा मॉल में आठ विदेशी महिला पुरुष अपने साथ चर्च का पानी लेकर आए थे और उन्होंने दो युवकों से कहा कि हिन्दू धर्म में पाखंड है। लोग नशा करते हैं। इस धर्म में कई तरह की बुराईयां हैं। इसे त्याग दो और ईसाई बन जाओ। इसके बाद वे लालच देने लगे और कहा कि उनके पास पवित्र जल है। जिसे पीकर ईसाई धर्म अपना सकते है। स्कीम नंबर 78 निवासी राजेश पटेल ने इसकी सूचना विजय नगर पुलिस थाने को दी। इसके बाद पुलिस ने ट्रेंजर फेंटेसी निवासी स्टीफन बिजूपॉल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। राजेश अपने एक साथ की साथ मॉल में घूमने आए थे। वहां स्टीफन के साथ अन्य विदेशी मिले और हिन्दू धर्म की बुराई कर ईसाई धर्म अपनाने का लालच देने लगे। वे अपने साथ चर्च का पानी लाए थे। उसे पीने का भी दबाव बना रहे थे। पुलिस सभी को थाने ले गए। एक व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज किया, जबकि विदेशियों को बयान देकर छोड़ दिया गया। मौके पर हिन्दू संगठन के पदाधिकारी भी पहुंच गए थे। विदेशियों के पास ईसाई धर्म के प्रचार की सामग्री भी मिली। Edited By: Navin Rangiyal
सुनील दत्त की बर्थ एनिवर्सरी पर संजय दत्त ने पिता संग शेयर की अनसीन तस्वीरें, लिखा इमोशनल पोस्ट
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता रह चुके सुनील दत्त की 6 जून को एनिवर्सिरी है। सुनील दत्त ने कभी पेट भरने के लिए मुंबई में बस कंडक्टर की नौकरी भी की थी। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले रेडियो जॉकी की जॉब की थी। सुनील दत्त ने साल 1955 में फिल्म 'रेलवे प्लेटफॉर्म' से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था। बहुत कम लोग जानते होंगे की सुनील दत्त का असली नाम बलराज दत्त है। निर्देशक रमेश सजगल ने उनका नाम सुनील दत्त रखा था। सुनील को स्टारडम वर्ष 1957 में आई फिल्म ‘मदर इंडिया’ से हासिल हुआ। सुनील दत्त की बर्थ एनिवर्सरी पर संजय दत्त ने अपने पिता संग अनसीन तस्वीरें शेयर की है। View this post on Instagram A post shared by Sanjay Dutt (@duttsanjay) इसके साथ ही उन्होंने एक इमोशनल पोस्ट लिखा है। एक तस्वीर में छोटे से संजय दत्त अपने पिता के बगल में बैठे नजर आ रहे हैं। दोनों मुस्कुराते हुए दिख रहे हैं। दूसरी तस्वीर में सुनील दत्त बेहद खुश दिख रहे हैं। बॉलीवुड के ताजा अपडेट जानने के लिए क्लिक करें इसके साथ संजय ने लिखा, 'जन्मदिन मुबारक हो पापा, मैं आपसे प्यार करता हूं और आपको याद करता हूं, काश आप हमारे साथ होते।' बता दें कि सुनील दत्त ने अपने बेटे संजय दत्त को फिल्म 'रॉकी' से लॉन्च किया था। संजय दत्त को जब नशे की लत लग गई थी तब उन्होंने उसे इससे बाहर निकालने के लिए सबकुछ किया। सुनील दत्त अपने समय के शानदार एक्टर होने के साथ-साथ निर्माता व निर्देशक भी रहे थे। वह भारतीय राजनीति में भी काफी सक्रिय रहें। 1984 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर मुंबई उत्तर पश्चिम लोक सभा सीट से चुनाव जीत कर सांसद बने।
WTC Final में टेम्बा बावुमा की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका तोड़ेगी खिताब के हार का सिलसिला
तेरह वर्ष पहले लॉडर्स पर ही दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर ले जाने वाले पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने उम्मीद जताई है कि आस्ट्रेलिया के खिलाफ 11 जून से उसी मैदान पर खेले जाने वाले विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में तेंबा बावुमा की टीम इतिहास को दोहरायेगी। स्मिथ की कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने 2012 में लॉडर्स पर इंग्लैंड को हराकर टेस्ट रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया था। स्मिथ ने 259 रन बनाये थे जो किसी विदेशी बल्लेबाज का सर्वोच्च स्कोर भी है। दक्षिण अफ्रीका की नजरें दो दशक से अधिक समय में पहले आईसीसी खिताब पर है जिसे पिछले साल टी20 विश्व कप फाइनल में भारत के हाथों पराजय का सामना करना पड़ा था। दूसरी ओर पैट कमिंस की कप्तानी वाली आस्ट्रेलियाई टीम डब्ल्यूटीसी गदा अपने पास रखना चाहेगी जिसने पिछली बार जून 2023 में ओवल पर भारत को हराया था। एसए20 लीग के कमिश्नर स्मिथ ने कहा ,‘‘लॉडर्स खास है , बहुत खास । मेरे जेहन में उसकी बहुत सारी सकारात्मक यादें हैं।’’ उन्होंने कहा ,‘‘ खचाखच भरे लॉडर्स मैदान पर सीढियों से उतरकर मैदान पर खेलने के लिये जाने का अहसास ही अलग है। यह आपके कैरियर में रोंगटे खड़े करने वाले पलों में से है। मैने 2003 में वहां दोहरा शतक बनाया, टेस्ट मैच जीता, मखाया एनटिनी ने दस विकेट लिये और यह हमारी उस मैदान की सुनहरी यादें हैं।’’ दक्षिण अफ्रीका के सफलतम टेस्ट कप्तान ने कहा ,‘‘ हम 2012 में एक टीम के तौर पर अपने चरम पर थे। हमारे पास इतने शानदार खिलाड़ी और कोचिंग स्टाफ था।’’ दक्षिण अफ्रीका ने पिछले दो साल में आईसीसी टूर्नामेंटों में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पुरूष विश्व कप , चैम्पियंस ट्रॉफी के सेमीफाइनल में प्रवेश किया , टी20 विश्व कप फाइनल खेला और अब आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल खेलना है। एसए20 के शुरू होने के बाद दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के विकास के बारे में स्मिथ ने कहा ,‘‘ बेतवे एसए20 से निश्चित तौर पर खिलाड़ियों को शानदार मंच मिला है और इसका फायदा उठाना उन पर है। रियान रिकेलटन जैसे खिलाड़ी ने इसका पूरा फायदा उठाया और अब हर प्रारूप में टीम का हिस्सा है।’’ डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिये दक्षिण अफ्रीका की टीम में एसए20 के स्टार खिलाड़ी दो बार की चैम्पियन सनराइजर्स ईस्टर्न केप के कप्तान एडेन माक्ररम, तीसरे सत्र के सबसे बेशकीमती खिलाड़ी मार्को यानसेन, डरबन सुपर जाइंट्स के कप्तान स्पिनर केशव महाराज, एमआई केपटाउन के कैगिसो रबाडा और लीग में सर्वाधिक रन बनाने वाले रिकेलटन शामिल हैं। (भाषा)
स्पिरिट के बाद प्रभास की एक और फिल्म से बाहर होंगी दीपिका पादुकोण!
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण बीते कुछ समय से अपनी प्रोफेशनल लाइफ को लेकर सुर्खियों में हैं। दीपिका हाल ही में संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म 'स्पिरिट' से बाहर हुई हैं। बताया जा रहा है कि दीपिका की शर्तों की वजह से मेकर्स ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। अब दीपिका पादुकोण के एक और बड़ी फिल्म से बाहर होने की खबरें आ रही है। बताया जा रहा है कि दीपिका फिल्म 'कल्कि 2' स भी बाहर होने वाली हैं। दिलचस्प बात यह है कि दोनों ही फिल्मों में उनके को-स्टार प्रभास थे। बॉलीवुड मोबी नाम के एक इंस्टाग्राम पेज की रिपोर्ट के अनुसार, दीपिका पादुकोण मां बनने के बाद काम के कम घंटे मांग रही हैं। इसके कारण कथित तौर पर सेट पर तनाव पैदा हो रहा है। 'कल्कि 2' के मेकर्स उनके रोल को कम करने या हटाने पर विचार कर रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले फिल्म 'स्पिरिट' दीपिका को बाहर किया जा चुका है। दीपिका पादुकोण की डिमांड थी कि वह सिर्फ 8 घंटे ही काम करेंगी। इसके अलावा उन्होंने फिल्म के प्रॉफिट में बड़ा हिस्सा भी मांगा था। इसके बाद दीपिका को फिल्म से हटा दिया गया और उनकी जगह तृप्ति डिमरी को साइन किया गया।
Nostradamus: नास्त्रेदमस, संत अच्युतानंद और बाबा वेंगा सहित कई ज्योतिष और भविष्य वक्ताओं ने तृतीय विश्व युद्ध की भविष्याणी कर रखी है लेकिन यह कब होगा और कौन इसमें विजेता रहेगा यह रिसर्च का विषय हो सकता है। हालांकि इन नास्त्रेदमस की किताब सेंचुरी में कुछ ऐसे छंद लिखे हैं जो कि तीसरे विश्व युद्ध और उसके मंजर को प्रदर्शित करते हैं। पढ़िये सिर्फ वेबदुनिया पर। 1. 'मेष के प्रभाव में तीसरी किस्म की जलवायु आएगी, एशिया का राजा मिस्र का भी सम्राट बनेगा। युद्ध, मौतें, नुकसान और ईसाइयों की शर्म के हालात बनेंगे।- (3/77 सेंचुरी)। 2. 'एक पनडुब्बी में तमाम हथियार और दस्तावेज लेकर वह व्यक्ति इटली के तट पहुंचेगा। और युद्ध शुरू करेगा। उसका काफिला बहुत दूर से इतालवी तट तक आएगा।' (11-5)- नास्त्रेदमस। 3. जब तृतीय युद्ध चल रहा होगा उस दौरान चीन के रासायनिक हमले से एशिया में तबाही और मौत का मंजर होगा, ऐसा जो आज तक कभी नहीं हुआ।- (vi-51). 4. चीन की फौजें जब फ्रांस में घुसेगी तब जमकर आणविक और कीटाणु अस्त्रों का प्रयोग होगा। इसके बाद ये फौजें पूर्वी यूरोप के भीतर तक घुस जाएगी। वहां से दक्षिण स्पेन पर अरब फौजों की मदद से हमला किया जाएगा। (।।-29, ।।-96, v।-80, v।।।।-51, v-55, ।।।-20, ।-73, v।।।-94, v।-88) 5. शनि और मंगल सिंह राशि में होंगे तब स्पेन हाथ से जाता रहेगा। फ्रांसीसी हार ही जाएंगे। फिर पूर्वी हमलावर यूरोप पर भारी बमबारी करेगा। इटली को ही ये लोग प्रमुख अड्डा बनाएंगे। यूरोप कीटाणु हमले का शिकार होगा। (।।।-64, v-14, ।v-48)...फिर होगा स्विट्जरलैंड पर हमला। वहां के बैंकों का खजाना लूटा जाएगा। स्विस सेना कुछ न कर पाएगी। (v-85, ।-x-44, ।।-83). 6. यूरोप के बाद अमेरिका को निशाना बनाया जाएगा। एक प्रमुख चीन जनरल का पोता हमले की कमांड संभालेगा। पहला हमला जबरदस्त होगा। अमेरिका में अफरातफरी फैल जाएगी। नये शहर का आसमान आग से भर जाएगा। यह आग तेजी से ऊपर उठेगी। (।v-99, ।।-95, ।v-97) 7. 'अंतिम दौर में दुनिया शनि की विलंबित वापसी से नुकसान उठाएगी। साम्राज्य एक काले राष्ट्र के हाथों चला जाएगा।- (।।।।-92)। 8. अंतिम अरब टुकड़ी बगावत करके अपने कमांडर से समर्पण करा देगी। तीसरा विश्व युद्ध खत्म हो जाएगा।- (।-70) 9. अंततःपरमात्मा का हाथ रक्तपिपासु एलस Alus तक पहुंच जाएगा। वह खुद को समुद्र में भी नहीं बचा पाएगा। दो नदियों के बीच में खुद को सुरक्षित करके भी छिप नहीं पाएगा। सुरक्षित छिपकर भी वह काले और क्रुद्ध व्यक्ति से भयभीत होगा।, जो उसे उसकी करतूतों की सजा देगा। (v।-33) 10. 'एक सेनापति उत्सुकतावश पीछे भागती दुश्मन सेना की फौज का पीछा करेगा। वह उसके बचाव चक्र को भेदता हुआ, अंतत: उन्हें रोक देगा। वे पैदल भांगेंगे, मगर उनसे अधिक दूर नहीं होगा वह। अंतिम जंग गंगा (ganges) के किनारे होगी।'' (iv-51) अधिकतर विद्वानों ने नास्त्रेदमस के ganges को गंगा नदी के रूप में ही संदर्भित किया है क्योंकि इस नाम की कोई दूसरी नदी विश्व में कहीं नजर नहीं आती है। सोर्स : अशोक कुमार शर्मा की पुस्तक नास्त्रेदमस की संपूर्ण भविष्यवाणियां (डायमंड पाकेट बुक्स)
iQOO Z10 Lite भारत में 18 जून को होगा लॉन्च, 6,000 mAh बैटरी के साथ आएगा नया स्मार्टफोन
भारत में स्मार्टफोन बाजार में एक और नया विकल्प जल्द ही दस्तक देने जा रहा...
किसने बनाईं अयोध्या राम मंदिर के राम दरबार की सुंदर मूर्तियां, क्यों लगे बनाने में 8 माह
अयोध्या में बने भव्य श्रीराम मंदिर के मुख्य गर्भगृह में प्रभु श्रीराम का बालरूप विग्रह स्थापित है, जबकि प्रथम तल पर भव्य श्रीराम दरबार बनाया गया है। राम दरबार में श्रीराम, सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी की सुंदर मूर्तियां विराजित हैं। राम मंदिर के प्रथम तल पर स्थापित होने वाले राम दरबार की महिमा स्थापत्य की दृष्टि से भी अतुलनीय है। आओ जानते हैं मूर्तिकार और मूर्ति के बारे में। ALSO READ: अद्भुत... अलौकिक...अविस्मरणीय! कैसा है श्रीराम दरबार, जानिए इसकी अनोखी विशेषताएं मूर्तियों की खासियत: सिंहासन समेत राम दरबार की मूर्ति की ऊंचाई कुल 7 फुट हो है। हनुमान और भरत की मूर्ति बैठी मुद्रा में है, जिसकी ऊंचाई ढाई फीट है। लक्ष्मण व शत्रुघ्न की मूर्ति खड़ी मुद्रा में है, इनकी ऊंचाई 3-3 फीट है। राम दरबार का निर्माण जिस संगमरमर पत्थर से किया गया है, वह न केवल मजबूती में अद्वितीय है, बल्कि उनमें जो चमक और आभा है, वह सदियों तक धूमिल नहीं होगी। इस पत्थर की खासियत यह है कि इसे जितना धोया जाएगा, स्नान कराया जाएगा, उतना ही इसकी चमक बढ़ेगी। सत्यनारायण पांडेय मूर्तिकार: राम दरबार को गढ़ने वाले जयपुर केप्रख्यात मूर्तिकार सत्य नारायण पांडेय हैं। सत्य नारायण एक मूर्तिकार और पांडे मूर्ति भंडार के प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने बताया कि हर दिन वह दो घंटे की पूजा के बाद 10 घंटे मूर्तियों को तराशने में लगाते थे। इन मूर्तियों को तैयार करने से पहले हर दिन प्रभु राम की 540 बार परिक्रमा करते थे। इस मूर्ति को बनाने से पहले मूर्तिकार सत्यनारायण पांडेय 2 घंटे प्रभु राम की परिक्रमा और हनुमान चालीसा का पाठ करते थे। ऐसा करने के पीछे उद्देश्य था कि उनके मन में राम-राम रम जाए। इसलिएराम दरबार की मूर्तियां तैयार करने में 8 महीना का समय लगा। पांडेय के अनुसार राम दरबार के निर्माण के लिए संगमरमर की जिस शिला का चयन किया गया है वह करीब 40 साल पुरानी है। पांडेय का दावा है कि एक हजार साल तक राम दरबार की मूर्ति सुरक्षित रहेगी। मूर्तिकार सत्य नारायण ने बताया कि जब यह पत्थर चुना गया, उसके बाद आईआईटी हैदराबाद के वैज्ञानिकों की टीम ने इसकी वैज्ञानिक जांच की। मौसम, समय और वातावरण के प्रभाव को झेलने की क्षमता पर विशेष ध्यान दिया गया। इसमें ताकत, नमी सोखने की दर, घर्षण क्षमता और तापमान सहिष्णुता जैसे पहलुओं को परखा गया। विभिन्न प्रयोगशालाओं में जांच के बाद विशेषज्ञों ने निर्माण की हरी झंडी दी।
इन ट्रांजिट का दमदार ट्रेलर हुआ रिलीज, इस दिन प्राइम वीडियो पर दस्तक देगी डॉक्यूसिरीज
प्राइम वीडियो ने अपनी ओरिजिनल डॉक्यूसिरीज 'इन ट्रांजिट' की धमाकेदार ट्रेलर शेयर करते हुए इसकी रिलीज डेट अनाउंस कर दी है। इस सीरीज का प्रीमियर 13 जून को होने जा रहा है। इस डॉक्यूसिरीज को टाइगर बेबी के बैनर तले रीमा कागती और जोया अख्तर ने प्रोड्यूस किया है, जबकि आयशा सूद ने डायरेक्शन की कमान संभाली है। ये दमदार चार एपिसोड्स की डॉक्यूसिरीज प्यार, पहचान और हौसले से जुड़ी उन कहानियों को सामने लाती है जो ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों की ज़िंदगी से जुड़ी हैं। इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से नौ ऐसे खास लोगों की जिंदगी को दिखाया गया है, जो जेंडर बाइनरी के पार अपनी जो समाज की पुरानी सोच को टक्कर देते हुए, उसे चुनौती देते हुए और आखिरकार उसे बदलते हुए एक अलग राह बना रहे हैं। ALSO READ: Housefull 5 Review: करोड़ों फूंक कर बनाया गया 3 घंटे का मानसिक अत्याचार 'इन ट्रांजिट' का ट्रेलर इन नौ लोगों की ज़िंदगी की एक झलक देता है, जिन्होंने समाज के बनाए 'नॉर्मल' खांचों से बाहर निकलकर अपनी पहचान को अपनाया है। ट्रेलर में अलग-अलग किरदारों की कहानियों को डायलॉग्स और विज़ुअल्स के ज़रिए खूबसूरती से दिखाया गया है, जैसे त्रिपुरा की एक युवा टीचर से लेकर बेंगलुरु के एक शास्त्रीय गायक और मुंबई के एक कॉर्पोरेट प्रोफेशनल तक, हर कहानी अपनी तरह से खास है। इन नौ लोगों की ज़िंदगी की कहानी बहुत ही दिल से जुड़ी हुई है। ये अपने आपको अपनाने की और सच्चाई के साथ जीने की हिम्मत दिखाते हैं। ये लोग ना सिर्फ अपनी भावनाओं से जूझते हैं, बल्कि समाज और निजी रिश्तों की चुनौतियों से भी टकराते हैं। इन ट्रांजिट के ज़रिए दर्शक पहचान, आज़ादी और अपनी जगह पाने की लड़ाई को करीब से महसूस कर पाएंगे। View this post on Instagram A post shared by prime video IN (@primevideoin) प्राइम वीडियो इंडिया के ओरिजिनल्स हेड निखिल माधोक ने कहा, इन ट्रांजिट एक बहुत ही भावुक और असरदार डॉक्यूसरीज़ है, जो सीमाओं से परे जीए गए जीवन पर एक बहुत ही करीब और गहराई से देखने का मौका देती है। देश के अलग-अलग कोनों से आए नौ खास लोगों की ज़ुबानी हम पहचान, प्यार और अपनेपन की उनकी अलग-अलग कहानियां देखते हैं। प्रोड्यूसर जोया अख्तर ने कहा, इन ट्रांजिट हमारे लिए एक खास सीरीज है। टाइगर बेबी में हमारी कोशिश रहती है कि हम हर तरह की भारतीय कहानियां सुनाएं, खासकर उन आवाज़ों को जगह दें जिन्हें अब तक कम सुना गया है। प्राइम वीडियो जैसे ग्लोबल प्लेटफॉर्म के साथ मिलकर हमें भरोसा है कि ये कहानियां लोगों के बीच प्यार और ज़रूरी संवेदनाएं फैलाने का काम करेंगी। डायरेक्टर आयशा सूद ने कहा, इन ट्रांजिट को डायरेक्ट करना मेरे लिए एक बेहद निजी और भावनात्मक अनुभव रहा है। इस सीरीज़ के ज़रिए हमारी कोशिश है कि अलग-अलग तरह की कहानियां आपके घर तक पहुंचें और समाज में जो दीवारें बनी हैं, उन्हें तोड़ा जा सके। हमारे शानदार और हिम्मती किरदारों के ज़रिए दुनिया भर के लोग अपनी खुद की जद्दोजहद को इससे जोड़ पाएंगे, क्योंकि अपनी जगह तलाशने की ये लड़ाई सबकी है।
राजकुमार राव की भूल चूक माफ ने दी ओटीटी पर दस्तक, इस प्लेटफॉर्म पर देख सकते हैं मूवी
दिनेश विजन के साथ अमेज़न MGM स्टूडियोज़ की साझेदारी में बनी 'भूल चूक माफ' मैडॉक फिल्म्स की प्रोडक्शन है। इसे करण शर्मा ने डायरेक्ट किया है और इसमें राजकुमार राव, वामिका गब्बी, संजय मिश्रा, और रघुवीर यादव अहम किरदार निभा रहे हैं। 'भूल चूक माफ' को सिनेमाघरों में अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। अब यह फिल्म ओटीटी पर भी दस्तक दे चुकी है। प्राइम वीडियो ने कॉमेडी ड्रामा 'भूल चुक माफ' की एक्सक्लूसिव ग्लोबल स्ट्रीमिंग प्रीमियर की घोषणा की। बनारस की गलियों में सेट यह कहानी मज़ेदार भी है और दिल छू लेने वाली भी। fffffffffffff राजकुमार राव, वामीका गब्बी, धनश्री वर्मा, संजय मिश्रा और रघुवीर यादव जैसे दमदार कलाकारों से सजी यह फिल्म एक अतरंगी कहानी है, जहां प्यार और ऊपरवाले का हिसाब-किताब एकदम अनोखे अंदाज़ में टकराते हैं। देसी अंदाज़ की हल्की-फुल्की ह्यूमर, थोड़ी सी आध्यात्मिक अफरातफरी और टाइम-लूप वाला ट्विस्ट इस कहानी को और भी मज़ेदार बना देता है। ALSO READ: Housefull 5 Review: करोड़ों फूंक कर बनाया गया 3 घंटे का मानसिक अत्याचार इमोशन्स और हंसी के इस मेल में शानदार लेखन, गहराई से निभाए किरदार और रंगीन विजुअल्स कहानी को खास बना देते हैं। कस्टमर्स 'भूल चुक माफ' का मज़ा बाकी दुनिया से पहले ले सकते हैं, क्योंकि ये फिल्म 6 जून से केवल प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो गई है। क्या है फिल्म की कहानी ‘भूल चुक माफ’ की कहानी बनारस के रंजन (राजकुमार राव) की है – एक ऐसा लड़का जो प्यार में डूबा हुआ है। उसे सरकारी नौकरी मिलती है और वो अपनी बचपन की मोहब्बत तितली (वामीका गब्बी) से शादी करने का सपना देखता है। लेकिन इस खुशी-खुशी में वो एक जरूरी वादा भूल जाता है। फिर तो किस्मत भी नाराज़ हो जाती है और चालें चलने लगती है। इसके बाद शुरू होती है एक मज़ेदार जर्नी, जहां भगवान भी सिखाते हैं सबक, और रंजन को मिलता है अपनी गलती सुधारने का दूसरा मौका। दिनेश विजन ने कहा, ‘भूल चुक माफ’ की शुरुआत एक ऐसी चीज़ से हुई है जिसे हर हिंदुस्तानी ने कभी न कभी महसूस किया है – चोखरी और नौकरी के बीच की खींचतान, यानी प्यार और रोज़गार के बीच की जंग। ये फिल्म इस दिल से जुड़ी और सबको छू लेने वाली जंग को बड़े ही दिलचस्प और मज़ेदार अंदाज़ में दिखाती है, जो आम आदमी की ज़िंदगी से सीधा जुड़ती है। करण ने इस कहानी को एक ऐसे अंदाज़ में पर्दे पर उतारा है जो एक तरफ़ खूब एंटरटेनिंग है, तो दूसरी तरफ़ दिल को छू लेने वाली भी।
स्मृति कल्प से छलकी प्रख्यात लेखिका मालती जोशी की यादें
प्रख्यात लेखिका, कहानीकार और कवियत्री मालती जोशी के लेखन और चरित्र को केंद्र में रखते हुए 4 जून को उनके 91वें जन्मदिवस के मौके पर बेहद आत्मीयता और सादगीपूर्ण तरीके से उन्हें याद किया गया। उनके परिवार द्वारा आयोजित आयोजन में उनके पाठकों और चाहने वालों ने उन्हें याद किया। मालती जोशी के बेटे सच्चिदानंद जोशी के मार्गदर्शन में मालती जोशी की स्मृति में इंदौर के जाल सभागृह ऑडिटोरियम में 4 और 5 जून को दो दिवसीय ‘स्मृति कल्प’ नाम से आयोजन किया गया। स्मृति कल्प से छलकी यादें : एक पल को ऐसा लगा जैसे मालती जोशी खुद सभागार में मौजूद हैंविवेक सावरीकर के नेतृत्व में भोपाल के रंग मोहिनी ग्रुप द्वारा मालती जोशी पर केंद्रित नाटक स्मृति कलश का मंचन किया। इस नाटक के माध्यम से मालती जोशी से जुड़े कई रोचक प्रसंग प्रस्तुत किए गए। पत्र के माध्यम से मालती जोशी स्वयं बताती हैं कि कैसे कई बार उन्हें व्यंग्यकार शरद जोशी की पत्नी मान लिया गया। एक बार स्वयं शरद जोशी की पत्नी इरफान के साथ आए और एक परिचित के सामने इस गलतफहमी को दूर किया। वैसे ही कुछ और रोचक प्रसंग के दौरान पेश किए गए।मालती जोशी के पुत्र सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि उन्होंने स्मृति कल्प के लिए सबसे पहले इंदौर को इसलिए चुना, क्योंकि मालती जोशी के प्राण इंदौर में बसते थे। उन्होंने कहा कि उनकी मां कहती थी कि उनके लिए समीक्षक नहीं पाठक ही श्रेष्ठ हैं। उन्होंने कहा कि मालती जोशी की रचनाएं परिवार और आसपास के परिवेश के इर्दगिर्द ही रहीं। भारत भवन में आयोजित एक कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए सच्चिदानंद जोशी ने कहा कि आप पर बोलने वाला कोई नजर नहीं आता तो मालती जोशी ने कहा कि मुझे सुनने वाले आए हैं, ऐसे में मुझे बोलने वालों की कोई चिंता नहीं है। रिश्तों के मनोविज्ञान की जानकार थी मालती जी : इस मौके पर उपस्थित साहित्यकार एवं पत्रकार निर्मला भुराड़िया ने कहा- हम सब मालती जोशी जी को पढ़कर बड़े हुए हैं। जिन्हें साहित्य में रुचि नहीं होती थी वह भी मालती जोशी की कहानियों को पढ़ते थे। मालती जोशी अपनी रचनाओं में घर परिवार की बातें लिखती थीं, लेकिन घर की बात लिखना बड़ी बात है। दुनिया के बारे में लिखने के लिए जानकारी की जरूरत होती है, लेकिन घर के बारे में लिखने के लिए गहरी संवेदना की जरूरत होती है। मालती जोशी ने घर और कृष्ण का जो भावनात्मक संसार रचा वह वाकई अभिभूत करने वाला है। रिश्तों की बड़ी की को पकड़ने की जो महारथ मालती जी को थी वह बहुत बड़ी चीज है। वह रिश्तों के मनोविज्ञान को बहुत ही गहराई से समझती थी। कहानी का पाठ किया : संतोष मोहंती ने मालती जी की रचना ब्लू व्हेल का पाठ किया अर्चना मंडलोई ने उनकी कहानी शुभकामना का पाठ किया मिलिंद देशपांडे ने उनकी रचना वह खुश था का पाठ किया तन्वी जोशी ने झर रे मेरे प्यार मधुर गीत प्रस्तुत किया संचालन शांतनु जोशी ने किया। बहुत बड़ी क्रांति कर गई : आईआईएमसी के पूर्व डायरेक्टर डायरेक्टर संजय द्विवेदी ने कहा की मालती जी बिना कोई क्रांति किए बहुत बड़ी क्रांति कर गई उसका परिणाम दिखाई दे रहा है। उनकी रचनाओं का स और समाज पर होता था अखबार उनकी रचनाओं को छापने के लिए आतुर रहते थे। साहित्यकार ज्योति जैन मालती जोशी से जुड़ी अपनी यादें साझा कीं। उन्होंने कहा कि वह बहुत ही सरल सहज और विराट लेखिका थीं। उन्होंने कहा कि मालती जी ने पुरुष प्रधान समाज में महिलाओं को बखूबी चित्रित किया। Edited By: Navin Rangiyal,फोटो : धर्मेंद्र सांगले
नागार्जुन के छोटे बेटे अखिल अक्किनेनी ने रचाई शादी, जानिए कौन हैं दुल्हन जैनब रावजी
साउथ सुपरस्टार नागार्जुन के छोटे बेटे अखिल अक्किनेनी शादी के बंधन में बंध गए हैं। अखिलने हैदराबाद में अपनी गर्लफ्रेंड जैनब रावजी संग शादी रचाई। हाल ही अखिल के बड़े भाई नागा चैतन्य भी अपनी गर्लफ्रेंड शोभिता धुलिपाला संग दूसरी बार शादी के बंधन में बंधे थे। अखिल अक्किनेनी की शादी में फैमिली मेबर्स और करीबी दोस्त शामिल हुए। शादी का जश्न शुक्रवार तड़के से ही शुरू हो गया था, जिसमें कई मशहूर हस्तियां बारात में शामिल होने के लिए पहुंची थीं। Wishing heartfelt congratulations to two wonderful souls beginning their journey together. @AkhilAkkineni8 #AkhilAkkineni #AkhilWedding pic.twitter.com/DSh1C5sJuI — Akhil Akkineni FC (@AkhilFreaks_FC) June 6, 2025 अखिल और जैनब बीते तीन साल से रिलेशनशिप में थे। 26 नवंबर 2024 को दोनों ने सगाई की थी। अब कपल ने पांरपरिक रीति-रिवाज से शादी कर ली। अखिल की पत्नी ज़ैनब एक टैलेंटेड आर्टिस्ट हैं। वे अपनी शानदार पेंटिंग के लिए मशहूर हैं। #AkhilAkkineni #AkhilZainab @iamnagarjuna @AkhilAkkineni8 pic.twitter.com/VAOYPjGIAa — Lakshmi Bhavani (@iambhavani1) June 6, 2025 जेनब सेंट और परफ्यूम का बिजनेस भी करती हैं। उनका जन्म मुंबई में हुआ था लेकिन वे हैदराबाद में पली-बढ़ी हैं। उन्होंने एक्टिंग में भी हाथ आजमाया है। जैनब ने एमएफ हुसैन की फिल्म मीनाक्षी: ए टेल ऑफ़ थ्री सिटीज में तब्बू और कुणाल कपूर के साथ काम किया था।
सम्मान कैपिटल लिमिटेड के शेयरों में तेज उछाल, तिमाही मुनाफे में भी बढ़ोतरी
गुरुवार को सम्मान कैपिटल लिमिटेड (पूर्व में इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस) के शेयरों में तेज तेजी...
रिजर्व बैंक ने 0.5 घटाया रेपो रेट, 10 बातों से जानिए क्या है RBI की मौद्रिक नीति में खास?
RBI monetary policy : महंगाई दर में नरमी के बीच भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को घरेलू अर्थव्यवस्था को गति देने के मकसद से प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 0.5 प्रतिशत घटाकर 5.5 प्रतिशत कर दिया है। 10 बातों से जानिए क्या है RBI की मौद्रिक नीति में खास? द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करते हुए आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की छह सदस्यीय समिति ने रेपो दर 0.50 प्रतिशत घटाकर 5.50 प्रतिशत किया। आरबीआई ने 2025-26 के लिए आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। भू-राजनीतिक तनाव एवं मौसम संबंधी अनिश्चितताएं बाधाएं उत्पन्न कर सकती हैं रिजर्व बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात एक प्रतिशत घटाने की घोषणा की, इससे बैंकों के पास 2.5 लाख करोड़ रुपये की नकदी बढ़ेगी। चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को चार प्रतिशत से घटाकर 3.7 कर दिया गया है। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था की रफ्तार उम्मीद के अनुरूप। ब्याज दर में कटौती से आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। नकदी के ‘संतोषजनक’ स्तर पर होने से बैंक ग्राहकों को कम ब्याज दर का लाभ तेजी से दे सकेंगे। विदेशी मुद्रा भंडार 691.5 अरब अमेरिकी डॉलर पर, 11 महीने से अधिक की आयात जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त। बाह्य क्षेत्र मजबूत बना हुआ है। वित्त वर्ष 2024-25 में चालू खाते का घाटा कम रहा; 2025-26 में भी प्रबंधन के स्तर पर बना रहेगा। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अब एमपीसी भविष्य की नीति तैयार करने के लिए आय के आंकड़ों और उभरते परिदृश्य का सावधानीपूर्वक आकलन करेगी। काफी तेजी से रेपो दर में एक प्रतिशत की कटौती के बाद अब मौद्रिक नीति में वृद्धि को समर्थन देने के लिए सीमित गुंजाइश edited by : Nrapendra Gupta
जितेन्द्र की नेटवर्थ में हुआ जबरदस्त इजाफा, मुंबई में दो प्लॉट बेचकर कमाए 855 करोड़ रुपए
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता जितेन्द्र ने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। 'जंपिग जैक' कहे जाने वाले जितेन्द्र फिलहाल अपनी बेटी एकता कपूर के साथ प्रोडक्शन का काम देखते हैं। वहीं अब जितेन्द्र अचानक 855 करोड़ रुपए के मालिक बन गए हैं। जितेन्द्र के परिवार ने मुंबई के अंधेरी स्थित एक जमीन बेची है, जिसकी कीमत करोड़ों में है। जितेन्द्र और उनके परिवार की दो कंपनियों ने मिलकर मुंबई में अंधेरी स्थित दो प्लॉट एनटीटी ग्लोबल डेटा सेंटर्स को बेचे हैं। इस जमीन पर वर्तमान में बालाजी आईटी पार्क है, जिसमें तीन इमारतें हैं और कुल बनाया गया क्षेत्र लगभग 4.9 लाख वर्ग फीट है। खबरों के अनुसार इस सौदे में 8.69 करोड़ रुपए की स्टांप ड्यूटी और 30 हजार रुपए का पंजीकरण शुल्क लगा और अभिनेता के परिवार को 855 करोड़ रुपए मिले, जो बेची गई जमीन की कीमत है। इस डील के बाद जितेन्द्र की नेटवर्थ 1512 करोड़ रुपए हो गई है। जितेन्द्र ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 1964 में फिल्म 'गीत गाया पत्थरों ने' से की थी। पहली फिल्म के लिए उन्हें महज 100 रुपए की फीस मिली थी। इसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। जितेन्द्र की बेटी एकता कपूर जहां टीवी इंडस्ट्री मे सक्रिय हैं। वहीं उनके बेटे तुषार कपूर एक्टर हैं।
नेहा कक्कड़ कभी जागरण में गाती थीं गाना, आज हैं इंडस्ट्री की टॉप सिंगर
बॉलीवुड की फेमस सिंगर नेहा कक्कड़ 6 जून को अपना 37वां जन्मदिन सेलिब्रेट कर रही हैं। नेहा कक्कड़ ने कड़ी मेहनत से इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। नेहा भले ही आज करोड़ों की मालकिन हो लेकिन उन्होंने अपनी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। नेहा कक्कड़ के परिवार की हालत इतनी खराब थी कि उनकी मां उन्हें जन्म नहीं देना चाहती थी। इसका खुलासा नेहा ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था। नेहा ने बेहद ही कम उम्र से घर चलाने के लिए गाना शुरू कर दिया था। नेहा अपने पिता के साथ दिल्ली के आसपास जागरण में गाना गाती थी। नेहा ने महज 4 साल की उम्र में गाना शुरू कर दिया था। नेहा कक्कड़ को सबसे बड़ा ब्रेक 'इंडियन आइडल 2' से मिला। भले ही इस रियलिटी शो से वह जल्द ही एलिमिनेट हो गई, लेकिन उन्हें पहचान जरूर मिल गई। इस शो के बाद उन्हें 'आई एम ए रॉकस्टार' से पहला ब्रेक मिला। इसके बाद नेहा कक्कड़ ने कई सुपरहिट गाने इंडस्ट्री को दिए। सिंगिंग के अलावा, नेहा ने एक्टिंग में भी अपनी किस्मत आजमाई और सूरज बड़जात्या की फिल्म 'इसी लाइफ में...!' में एक्टिंग की। रिपोर्ट के मुताबिक नेहा कक्कड़ 38 करोड़ रुपए की संपत्ति की मालकिन है। वह फिल्मों, म्यूजिक वीडियो, रियलिटी शो और ब्रांड एंडोर्समेंट से मोटी कमाई करती हैं।
कितना खतरनाक है दुनिया का सबसे ज्यादा सक्रिय ज्वालामुखी
इटली के माउंट एटना के नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। यह दुनिया का सबसे सक्रिय स्ट्रेटोवोल्केनो है। स्ट्रेटोवोल्केना का मतलब त्रिकोणीय ज्वालामुखी है, जो लावा, राख और पत्थरों की परत से बना होता है और तेजी से विस्फोट करता है।
ओडिशा में बहती है वैतरणी नदी, जानें 5 रोचक तथ्य
vaitarna river origin odisha: गरुढ़ पुराण के प्रेतखंड में वैतरणी नदी का उल्लेख मिलता है। कहते हैं कि पाप या पुण्य आत्मा दोनों को ही मरने के बाद वैतरणी नदी को पार करना होता है। पापी को यह नदी नदी रक्त, मल, मूत्र और कई हिंसक जीव जंतुओं से भरी नजर आती है जबकि पुण्यात्मा को यह नदी एक शांत और निर्मल जल की नदी नजर आती है। यह नदी को पार करके ही आत्मा यमलोक पहुंच सकती है, लेकिन हम इस नदी की बात नहीं कर रहे हैं। हम बात कर रहे हैं भारत में बहने वाली वैतरणी नदी की जिसके बारे में आप कम ही जानते होंगे। तीन जगह बहती है ये नदी: 1. उत्तराखंड: ऐसा माना जाता है कि पुराणों की वैतरणी नदी का पृथ्वी पर स्थित हिस्सा देवभूमि उत्तराखंड में कहीं पर है, लेकिन कहां है यह किसी को पता नहीं है। 2. महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के नासिक के पास पश्चिमी घाट से एक नदी निकलती है जो अरब सागर में गिरती है, उसे स्थानीय लोग वैतरणी कहते हैं। त्र्यंबकेश्वर में सह्याद्री पर्वत श्रृंखला से निकलती है। यह विशेष रूप से ब्रह्मगिरी पहाड़ियों के पश्चिम में स्थित है। यह नदी पश्चिम की ओर बहने वाली नदी है। वैतरणी से थोड़ी ही दूरी पर मशहूर गोदावरी का भी उद्गम स्थल भी है जिसे दक्षिण की गंगा कहते ही हैं। 3. ओडिशा राज्य की वैतरणी नदी: 1. उद्गम: ओडिशा राज्य में जो वैतरणी नाम की नदी बहती है उसे मुख्य नदी माना गया है। यह बहुत बड़ी और सुंदर नदी है। इसमें भयानक किस्म के मगरमच्छ भी हैं। यह गोनासिका पहाड़ी से निकलती है। गोनासिका पहाड़ी क्योंझर शहर से 30 किमी की दूरी पर स्थित है। 2. गुप्त गंगा: गोनासिका यानी गाय के नाक के आकार की पहाड़ी से यह निकलकर यह नदी लगभग आधा किलोमीटर तक भूमिगत होकर बहती है और बाहर से दिखाई नहीं देती। इसलिए इसे गुप्त गंगा भी कहते हैं। 3. नदी की लंबाई: आगे यह नदी भूमि से निकलकर नजर आने लगती है और जैसे-जैसे यह आगे बढ़ती जाती है इसका पाट चौड़ा होता जाता है। इसकी लम्बाई करीब 355 किमी बताई गई है। 4. नदी का विलय: यह नदी ब्राह्मणी नदी के साथ मिलकर बालेश्वर जिले में धामरा के पास बंगाल की खाड़ी में मिल जाती है। इसके बेसिन को ब्राह्मणी-वैतरणी बेसिन कहा जाता है। 5. शंख टापू का रहस्य: नदी का जहां पर समापन होता है वहां पर शंख के आकार का एक रहस्यमयी टापू भी है। कहते हैं कि यह बैकुंठ जाने का स्थान है। यहां पर एक मंदिर है जहां के प्रसाद को खाने के लिए हजारों की संख्या में जिंदा शंख आते हैं।
06 जून 2025, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
Today Shubh Muhurat 06 June 2025: आज आपका दिन मंगलमयी रहे, यही शुभकामना है। 'वेबदुनिया' प्रस्तुत कर रही है खास आपके लिए आज के दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप आज वाहन खरीदने का विचार कर रहे हैं या आज कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो आज के शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से इन मुहूर्तों का विशेष महत्व है। मुहूर्त और चौघड़िए के आधार पर 'वेबदुनिया' आपके लिए प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात लेकर आई है। प्रस्तुत हैं आज के मुहूर्त | 06 June Muhurat : शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-उत्तरायण मास-ज्येष्ठ पक्ष-शुक्ल ऋतु-ग्रीष्म वार-शुक्रवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त योग (सूर्योदयकालीन)-व्यतिपात करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज लग्न (सूर्योदयकालीन)-वृषभ शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक दिशा शूल-वायव्य योगिनी वास-आग्नेय गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-उदित चंद्र स्थिति-तुला जयंती/त्योहार/व्रत/मुहूर्त- भद्रा/निर्जला(भीमसेनी) एकादशी व्रत-(स्मार्त/वैष्णव) यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें। आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:। आज का उपाय-किसी विप्र को श्वेत वस्त्र भेंट करें। वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं। (निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
बिहार में गंगा किनारे बसा रामपुर श्यामचंद गांव। जिला वैशाली। तारीख- 31 दिसंबर 2005 और वक्त रात के साढ़े 11 बजे। दुनिया नए साल का इंतजार कर रही थी। 15-16 लोग तेजी से एक घर की तरफ बढ़ रहे थे। उनके हाथ में गैलन, रस्सा, लाठी-डंडा, बोरी और बंदूक थी। 5-6 लोग घर के छप्पर पर चढ़ गए और पेट्रोल उड़ेलने लगे। 3-4 लोगों ने बरामदे में सोए 50 साल के विजेंद्र महतो को दबोच लिया। उसकी छाती पर चढ़कर कूदने लगे। विजेंद्र चीख उठा- ‘मालिक छोड़ दो, छोड़ दो।’ तभी एक हट्टा-कट्टा आदमी बोला- ‘इतना काहे छटपटा रहे हो विजेंदर। कल तो तु हमरा के दम दिखा रहा था? अब देख %$@ कितना दम है हमारे में।’ हमलावर उस आदमी को जगत राय बुला रहे थे। पीछे से एक आदमी बोला- ‘देख क्या रहे हो। इसके मुंह में बोरी ठूंस दो। बहुत चीख रहा है ये।’ ये आदमी जगत राय का भाई विपत राय था। तीन-चार लोगों ने बोरी के तीन-चार टुकड़े किए और विजेंद्र के मुंह में ठूंस दिया। जगत बोला- ‘अब इसे तख्त से बांध दो।’ एक आदमी विजेंद्र को पैरों से घसीटते हुए तख्त के पास ले गया। दो-तीन लोगों ने उसे उठाकर तख्त पर पटक दिया। फिर कसकर रस्सी से बांध दिया। विजेंद्र हाथ-पैर भी हिला नहीं पा रहा था। एक आदमी बोला- ‘भइया… पेट्रोल डालकर नहला दो इसे।' इसका नाम बच्चा बाबू राय था। जगत राय ने पेट्रोल से भरा गैलन उठाया और ढक्कन खोलकर तख्त के चारों तरफ उड़ेल दिया। फिर जेब से माचिस निकाली और जलाकर विजेंद्र के ऊपर फेंक दी। विजेंद्र जलने लगा। अब हमलावरों ने छत के ऊपर भी माचिस जलाकर फेंक दी। पूरा घर धधक उठा। इसी बीच 12-13 साल की एक लड़की दौड़ती हुई आई। हमलावरों के पैर पकड़कर कहने लगी- ‘पापा को छोड़ दो, पापा को मत मारो।’ तभी विपत राय चिल्लाते हुए बोला- ‘पकड़ %$#@ को। झोंक दो इसे भी आग में। बहुत उछल रही है।' जगत राय उस पर झपट पड़ा। 30-32 किलो की लड़की को गोद में उठा लिया। वो उसका मुंह-हाथ नोंचने लगी। जोर-जोर से चीख रही थी- ‘मुझे छोड़ दो दादा। मुझे छोड़ दो।’ जगत राय ने उसे जमीन पर पटक दिया, फिर घसीटकर आग के पास ले गया। फिर जगत ने गुस्से में दांत पीसते उसे छप्पर पर धधकती आग की लपटों के बीच फेंक दिया। वह चीख उठी- ‘हो बिंदेश्वर चाचा, बचाव हो, जला देलकौ। सबके फूंक देलकौ।' यानी- बिंदेश्वर चाचा बचा लो, जला दिया, सबको जला दिया। इधर, बरामदे में तख्त पर बंधे विजेंद्र के हाथों की खाल जलकर सिकुड़ने लगी थी। मांस काला पड़ने लगा था। रस्सी जली तो वो किसी तरह भागा। उसके बाल और कपड़ों में आग धधक रही थी। वह चीख रहा था, ‘पानी डालो कोई… मुझे बचा लो।’ दरवाजे पर अब भी जगत राय, विपत राय, बच्चा बाबू राय समेत 15-16 लोग खड़े थे। लगातार फायरिंग कर रहे थे। तभी एक शख्स चिल्लाया- ‘विजेंदर बच गया रे। उधर भाग रहा। गोली मारो %#@ को।’ जगत राय ने गोली चला दी, पर निशाना चूक गया। अचानक कमरे के अंदर से एक महिला और कुछ बच्चों के चीखने की आवाजें आने लगीं। ‘कोई है क्या… हम जलकर मर जाएंगे, बचा लो हमें। कोई दरवाजा खोलो।’ महिला जोर-जोर से दरवाजा पीट रही थी। चीखें सुनकर पड़ोस के लोगों ने दरवाजा खोला। देखा विजेंद्र के घर में आग लगी है। सामने 15-20 लोग खड़े हैं। फायरिंग कर रहे हैं। गंदी गालियां दे रहे हैं। बीच-बीच में देसी बम फट रहे। डरकर लोगों ने दरवाजा बंद कर लिया। अब हमलावर डटकर विजेंद्र के घर के बाहर बैठ गए। जगत और विपत बार-बार बोल रहे थे- ‘अंदर कोई जिंदा नहीं बचना चाहिए। और गांव वालों कान खोलकर सुन लो… किसी ने मदद की कोशिश की तो उसका भी यही हाल करेंगे।’ करीब एक घंटे बाद अंदर से धीरे-धीरे चीखें आनी बंद हो गईं। हमलावर निश्चिंत हो गए कि अंदर कोई जिंदा नहीं बचा होगा। वे हवा में फायरिंग करते हुए गांव के पश्चिम की तरफ भाग निकले। अब तक रात के डेढ़ बज चुके थे। साल बदल चुका था। दुनिया नए साल 2006 का जश्न मना रही थी। इधर, अधजला विजेंद्र भागते हुए अपने भाई विंदेश्वर के घर पहुंचा। विंदेश्वर ने देखते ही उसे कंबल में लपेटकर अंदर सुला दिया। फिर दौड़ते हुए विजेंद्र के घर पहुंचा। देखा- घर धू-धूकर जल रहा। बिलखते हुए बोला-‘कोई हैंडपंप से पानी लाकर आग बुझाओ।’ पड़ोस के लोग जलते घर पर पानी फेंकने लगे। कुछ लोग हाथ से मिट्टी खोदकर फेंकने लगे, ताकि आग ठंडी पड़ जाए। कुछ देर बाद आग की लपटें कम हो गईं। रात के करीब 2 बजे विंदेश्वर अपने भाई किरण के साथ विजेंद्र को खाट पर लादकर राघोपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। डॉक्टर राजेंद्र कुमार उस वक्त हॉस्पिटल में थे। विजेंद्र की हालत देखते ही वे बोल पड़े- ‘ये यहां नहीं बच पाएगा। इसे पटना ले जाओ।’ विंदेश्वर गांववालों के सामने गिड़गिड़ाने लगा- 'भइया की सांसें चल रही हैं। कोई गाड़ी का इंतजाम करो, पटना ले चलो।’ उसका भाई किरण और बबलू महतो गांव में गाड़ी के लिए एक-एक दरवाजे पर गुहार लगा रहे थे, हाथ-पैर जोड़ रहे थे, लेकिन किसी ने गाड़ी नहीं दी। कई लोगों ने तो दरवाजे भी नहीं खोले। अंदर से ही बोल पड़े- ‘बड़का जात वाला बात है यानी ऊंची जाति वाली बात है। गाड़ी देकर मरना है क्या।’ काफी देर बाद एक आदमी गाड़ी देने के लिए तैयार हुआ। विंदेश्वर, विजेंद्र को गाड़ी में लादकर पटना के पीएमसीएच हॉस्पिटल के लिए निकल गया। इधर, विजेंद्र का एक भाई विनोद रोते-बिलखते घर पहुंचा। उसने एक बांस उठाकर तीन-चार बार जोर से दरवाजे पर मारा। दरवाजा टूट गया। अंदर आग धधक रही थी। वह समझ गया कि सब खत्म हो गया। दौड़ते-दौड़ते गांव से ढाई किलोमीटर दूर राघोपुर थाने पहुंचा। ‘साहब, मेरे भाई और उसके परिवार को जला डाला। कोई है क्या, कोई कुछ बोलता क्यों नहीं… साहब।’ वह काफी देर तक आवाज लगाता रहा, किसी ने जवाब नहीं दिया। फिर वह थाने के दरवाजे पर ही बैठ गया। दहाड़ मारकर रोने लगा। तब जाकर थाने के भीतर से आवाज आई- ‘भागता है कि नहीं यहां से। खुद लड़ोगे-मरोगे और रात में पुलिस को परेशान करने चले आते हो। कल सुबह आना।’ विनोद रोते हुए गांव आ गया। सुबह करीब 5 बजे। जगत राय ने विपत राय से कहा- ‘अब तो लाश ठंडी पड़ गई होगी, सब राख हो गया होगा। जल्दी चलो सब समेटकर गंगा में बहा दो, वर्ना सुबह होते ही बात पटना-दिल्ली तक बात पहुंच जाएगा।’ जगत और विपत अपने लोगों के साथ ट्रैक्टर पर बैठे और कुछ ही मिनटों में विजेंद्र के घर पहुंच गए। जगत बोला- ‘अंदर जाकर देखो, जो कुछ मिले सब एक पोटली में भर लो। कुछ भी बचना नहीं चाहिए।’ 5-6 लोग फावड़े लेकर अंदर घुसे। राख टटोलने लगे। जो कुछ मिलता समेटकर पोटली में बांधकर रखने लगे। इसी बीच धोती-कुर्ता पहना एक हट्टा-कट्टा आदमी वहां आ गया। उसके साथ 10-12 लोग भी थे। वो कड़क आवाज में बोला- ‘तुम लोगों ने नरसंहार कर दिया। महतो परिवार को मार डाला और अब लाश समेटने आए हो। ला रे लाठी। मार येकरा सबके।’ यानी लाओ लाठी, मारो सभी को। ये सुनते ही जगत राय बोल पड़ा- ‘अरे ये तो बृजनाथ सिंह है, इधर ही आ रहा है, जल्दी ट्रैक्टर स्टार्ट करो। भागो यहां से।’ सभी तेजी से ट्रैक्टर में बैठे और गंगा नदी की तरफ भाग निकले। बृजनाथ ने अपने साथियों से कहा- ‘घर चलो, पुलिस से बात करता हूं।’ घर पहुंचकर बृजनाथ ने लैंडलाइन नंबर से थाने में फोन किया। बोले- ‘गांव में एक परिवार को जला दिया है। आप लोगों को इसकी भनक तक नहीं है। जल्दी गांव पहुंचिए।’ पर राघोपुर थाने की पुलिस वहां नहीं पहुंची। पुलिस वाले गांव में ही एक घर में हो रहे कीर्तन में गए थे। सुबह 7 बजे बृजनाथ सिंह दोबारा विजेंद्र महतो के घर पहुंचे। देखा- घर जलकर राख हो चुका था। सिर्फ ईंटें बची थीं, वो भी काली पड़ चुकी थीं। एक कोने में कुछ जली हुई लाश मिली। बुरी तरह जल चुके हाथ में चूड़ियां दिख रही थीं। ये विजेंद्र की पत्नी बेबी देवी की लाश थी। बृजनाथ ने अब डंडे से राख को खोदना शुरू किया। उसे 6 और लाशें मिलीं। किसी की खोपड़ी अलग हो गई थी, तो किसी के हाथ-पैर इधर-उधर बिखरे पड़े थे। ये सभी विजेंद्र के बच्चे थे। 12 साल की नीलम, 10 साल की पूनम, 7 साल का पंकज, 5 साल का अनिल, डेढ़ साल का राजेश और 6 महीने का सूरज… सब जलकर मर गए। बरामदे में 4-5 बकरियों की लाशें पड़ी थीं। सामने एक पेड़े से बंधी भैंस बुरी तरह झुलस चुकी थी, वह तड़प रही थी। आखिर जगत राय और विपत राय ने विजेंद्र महतो के परिवार को जिंदा क्यों जलाया? घटना के 6 घंटे बाद भी पुलिस क्यों नहीं आई? आसपास के लोगों ने मदद क्यों नहीं की? विजेंद्र महतो का क्या हुआ? पूरी कहानी राघोपुर नरसंहार के पार्ट-2 में… आग में झुलसे हुए विजेंद्र को लेकर उसके भाई विंदेश्वर और किरण पटना के सरकारी अस्पताल PMCH पहुंचे। विंदेश्वर डॉक्टर का पैर पकड़कर बिलखते हुए बोला, ‘मेरे भाई को जला दिया… पूरे परिवार को जला दिया। इसे बचा लीजिए।' डॉक्टर ने विजेंद्र को एडमिट करके इलाज शुरू कर दिया। 6 लोगों के जिंदा जलाने वाली बात जैसे ही मीडिया में फैली राघोपुर थाना के प्रभारी नसरुद्दीन खान को फौरन सस्पेंड कर दिया गया। पूरी कहानी पढ़िए राघोपुर नरसंहार पार्ट-2 में (नोट- यह सच्ची कहानी, केस के जजमेंट, एडवोकेट आजम हुसैन और वीरेंद्र नारायण सिंह, वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र मानपुरी, विजेंद्र महतो के भाई बिंदेश्वर महतो, किरण महतो और बहन सीता देवी से बातचीत पर आधारित है। सीनियर रिपोर्टर नीरज झा ने क्रिएटिव लिबर्टी का इस्तेमाल करके इस घटना को कहानी के रूप में लिखा है।)
1984 के अप्रैल महीने के आखिरी दिन। जगह- अमृतसर का स्वर्ण मंदिर। कंस्ट्रक्शन का सामान लिए कई ट्रक एक के बाद एक मंदिर के अंदर जा रहे थे। सफेद सलवार-कुर्ता पहने आम कद-काठी का एक आदमी इसकी देखरेख कर रहा था। नाम था- शाहबेग सिंह। वही शाहबेग, जो कभी भारतीय सेना में मेजर जनरल रहा था। ये सेना का तीसरा सबसे बड़ा ओहदा होता है। शाहबेग अलग खालिस्तान की मांग कर रहे सिख उग्रवादियों के सबसे बड़े नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले का मिलिट्री एडवाइजर था। अंदर मौजूद भिंडरावाले के कहने पर शाहबेग ने मंदिर के कैंपस में भारी मात्रा में हथियार और लड़ाके जमा करके एक किले की तरह मोर्चेबंदी कर ली थी। भिंडरावाले की मर्जी के बिना सेना तो दूर की बात, कोई आम श्रद्धालु भी अंदर नहीं घुस सकता था। इंदिरा सरकार ने कई बार बातचीत के जरिए मंदिर खाली कराने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। 11 मई को समझौते की एक आखिरी कोशिश हुई, लेकिन भिंडरावाले ने उसे भी ठुकरा दिया। आखिरकार भिंडरावाले को कुचलने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार लॉन्च किया गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। जिंदगी के आखिरी दिन भिंडरावाले क्या कर रहा था, उसके जान बचाकर पाकिस्तान चले जाने की कहानी में कितना सच है, जानेंगे भास्कर एक्सप्लेनर में… सेना का फैसला- 'अकाल तख्त में ही भिंडरावाले को मारेंगे' दिसंबर 1983 में भिंडरावाले ने स्वर्ण मंदिर के बगल में बने गुरु नानक निवास को छोड़कर अकाल तख्त में ठिकाना बना लिया था। स्वर्ण मंदिर के मुख्य भवन के सामने 100 मीटर की दूरी पर अकाल तख्त है। सिख धर्म में अकाल तख्त का खास दर्जा है। महाराजा रणजीत सिंह के समय से ही सिख धर्म के सारे फैसले यहीं से लिए जाते रहे हैं। जब बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकला तो 30 मई 1984 की रात सेना अमृतसर और पंजाब के बाकी शहरों में दाखिल हुई। स्वर्ण मंदिर के आसपास की इमारतों पर CRPF और BSF के जवान तैनात हो गए। भिंडरावाले को कुचलने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार लॉन्च हो चुका था। 1 जून की रात 9 बजे अमृतसर में कर्फ्यू लगा दिया गया। अगले 24 घंटों में करीब 70,000 फौजी पूरे पंजाब में फैल चुके थे। 2 जून की शाम को देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का दूरदर्शन पर राष्ट्र के नाम संदेश आया। इंदिरा बोलीं, 'केंद्र सरकार राज्य (पंजाब) में फैल रहे आतंकवाद और हिंसा का अंत कर देगी।' 4 जून की सुबह करीब 4-5 बजे सेना और भिंडरावाले के लोगों के बीच गोलाबारी शुरू हो गई। अगले दो दिनों में कई जवान शहीद हुए। हालांकि अब तक भिंडरावाले तक नहीं पहुंचा जा सका था। आखिरकार सेना ने फैसला किया कि उसे अकाल तख्त में ही घुसकर मारा जाएगा। ये फैसला बड़ा था, क्योंकि अकाल तख्त को नुकसान पहुंचता तो सिख और भड़क सकते थे। इस बीच फायरिंग में सेना के कई जवान और अंदर मौजूद आतंकी मारे जा रहे थे। अंदर से लाशें ट्रकों में भरकर चाटीविंड के मुर्दाघर ले जाई जा रही थीं। 6 जून को भिंडरावाले ने आखिरी अरदास की भिंडरावाले के आखिरी क्षणों का जिक्र दो जगह पर मिलता है। अकाल तख्त के तब के जत्थेदार किरपाल सिंह ने अपनी किताब 'आई विटनेस अकाउंट ऑफ ऑपरेशन ब्लूस्टार' में अकाल तख्त के प्रमुख ग्रंथी ज्ञानी प्रीतम सिंह से बातचीत का ब्योरा देते हुए लिखा है, 'मैं तीन सेवादारों के साथ अकाल तख्त के उत्तरी कोने पर बैठा हुआ था। 6 जून की सुबह करीब 8 बजे फायरिंग थोड़ी कम हुई तो मैंने भिंडरावाले को शौचालय की तरफ से अपने कमरे के पास आते देखा। उन्होंने नल में अपने हाथ धोए और वापस अकाल तख्त की तरफ लौट गए।' भिंडरावाले के साथ परछाई की तरह दो लोग रहते थे- अमरीक सिंह और शाहबेग सिंह। अमरीक सिंह ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISSF) का प्रेसिडेंट था। वहीं शाहबेग सिंह पर 1976 में आर्मी से रिटायर होने से ठीक पहले करप्शन के आरोप लगे थे। इस बेइज्जती का बदला लेने के लिए शाहबेग, भिंडरावाले के साथ आ मिले थे। किरपाल लिखते हैं, 'करीब साढ़े आठ बजे भाई अमरीक सिंह ने कहा कि हम लोग निकल जाएं। जब हमने उनसे उनकी योजना के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि संत (भिंडरावाले) तहखाने में हैं। पहले उन्होंने सात बजे शहीद होना तय किया था, लेकिन फिर उन्होंने उसे साढ़े नौ बजे तक स्थगित कर दिया था।' एक और किताब 'द गैलेंट डिफेंडर' में ए आर दरशी लिखते हैं, 'मैं 30 लोगों के साथ कोठा साहब में छिपा हुआ था। 6 जून को करीब साढ़े सात बजे भाई अमरीक सिंह वहां आए और हमसे कहा कि हम कोठा साहब छोड़ दें, क्योंकि अब सेना के लाए गए टैंकों का मुकाबला नहीं किया जा सकता।' दरअसल, अकाल तख्त तक पहुंचने के लिए सेना ने तख्त की दीवार पर विजयंत टैंकों से गोले दागने शुरू कर दिए थे। दरशी के मुताबिक कुछ मिनटों बाद संत भिंडरावाले अपने 40 समर्थकों के साथ कमरे में दाखिल हुए। उन्होंने गुरुग्रंथ साहिब के सामने बैठ कर प्रार्थना की और अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा जो लोग शहादत लेना चाहते हैं, मेरे साथ रुक सकते हैं। बाकी लोग अकाल तख्त छोड़ दें। जांघ में लगी पहली गोली, भिंडरावाले को मरते किसी ने नहीं देखा अकाल तख्त के बाहर कारतूसों के खोखे की एक इंच मोटी परत बन गई थी। बरामदे के आसपास का स्ट्रक्चर तहस-नहस हो चुका था। जब भिंडरावाले मलबे पर पैर रखते हुए अकाल तख्त के सामने की तरफ गया तो उसके पीछे उसके 30 साथी भी थे। जैसे ही वो आंगन में निकला, उसका सामना गोलियों से हुआ। अकाल तख्त में मौजूद भिंडरावाले ने अपनी मौत से पहले तीन पत्रकारों से बात की थी। उनमें से एक थे- बीबीसी के मार्क टली। दूसरे थे- टाइम्स ऑफ इंडिया के सुभाष किरपेकर और तीसरे मशहूर फोटोग्राफर रघु राय। मार्क टली और सतीश जैकब अपनी किताब 'अमृतसर मिसेज गांधीज लास्ट बैटल' में लिखते हैं, 'बाहर निकलते ही अमरीक सिंह को गोली लगी, लेकिन कुछ लोग आगे दौड़ते ही चले गए। फिर गोलियों की एक और बौछार आई, जिसमें भिंडरावाले के 12- 13 साथी धराशायी हो गए।' 'अचानक कुछ लोगों ने अंदर आकर कहा कि अमरीक सिंह शहीद हो गए हैं। जब उनसे भिंडरावाले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने उन्हें मरते हुए नहीं देखा है।' मार्क टली लिखते हैं, 'राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के सलाहकार रहे त्रिलोचन सिंह को अकाल तख्त के एक ग्रंथी ने बताया था कि जब भिंडरावाले बाहर आए थे तो उनकी जांघ में गोली लगी थी। उनको दोबारा भवन के अंदर ले जाया गया, लेकिन किसी ने भी भिंडरावाले को अपनी आंखों के सामने मरते हुए नहीं देखा।' भिंडरावाले के ज्यादातर साथी मारे जा चुके थे। सेना ने ग्रेनेड का इस्तेमाल किया, ताकि रास्ता बनाकर भिंडरावाले तक पहुंचा जा सके। 6 जून को शाम चार बजे से लाउडस्पीकर से लगातार घोषणा की जा रही थी कि जो लोग अभी भी कमरों या तहखानों में हैं, बाहर आकर सरेंडर कर सकते हैं। तब तक भिंडरावाले का कोई पता नहीं था। पकड़ा गया आतंकी सैनिकों को भिंडरावाले के शव के पास ले गया ऑपरेशन ब्लूस्टार के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल बरार अपनी किताब 'ऑपरेशन ब्लूस्टार द ट्रू स्टोरी' में लिखते हैं, 'जब 26 मद्रास रेजिमेंट के जवान अकाल तख्त में घुसे तो दो लोग भागने की कोशिश कर रहे थे। उन पर गोली चलाई गई। इनमें से एक तो मारा गया, लेकिन दूसरा पकड़ लिया गया। उससे पूछताछ की गई तो उसने सबसे पहले बताया कि भिंडरावाले अब इस दुनिया में नहीं हैं। फिर वो हमारे सैनिकों को उस जगह ले गया जहां भिंडरावाले और उसके 40 लोगों की लाशें पड़ी हुई थीं।' बुलबुल बरार के मुताबिक, 'थोड़ी देर बाद हमें तहखाने में शाहबेग सिंह की भी लाश मिली। उनके हाथ में अभी भी उनकी कार्बाइन थी और उनके शरीर के बगल में उनका वॉकी-टॉकी पड़ा हुआ था।' उसके बाद बरार के साथ गए जवानों को अंदर की तलाशी में भिंडरावाले का शव मिला। उसके शव को उत्तरी विंग के बरामदे में लाकर रखा गया, जहां पुलिस, इंटेलिजेंस ब्यूरो और पकड़े गए आतंकियों ने उसकी पहचान की। भिंडरावाले को कई गोलियां लगीं, तलाशी में मिलीं 51 मशीनगन भिंडरावाले की मौत 6 जून को हुई थी, लेकिन तलाशी के दौरान उसकी लाश 7 जून की सुबह मिली। मार्क टली लिखते हैं, 'भिंडरावाले की मौत की खबर आने के बाद एक गार्ड की ड्यूटी वहां लगा दी गई थी। तलाशी के लिए 7 जून की सुबह तक का इंतजार किया गया। सुबह तलाशी के दौरान भिंडरावाले, शाहबेग सिंह और अमरीक सिंह के शव तहखाने में मिले।' कुलदीप सिंह बरार अपनी किताब में बताते हैं कि आर्मी को तलाशी में 51 मशीनगन मिलीं। आम तौर पर 800 जवानों की आर्मी यूनिट 8 किलोमीटर एरिया को घेरने के लिए इतने असलहे का इस्तेमाल करती है। ब्रिगेडियर ओंकार एस गोराया ने अपनी किताब 'ऑपरेशन ब्लूस्टार एंड आफ्टर ऐन आईविटनेस अकाउंट' में लिखा है, भिंडरावाले के शव की शिनाख्त सबसे पहले डीएसपी अपर सिंह बाजवा ने की। मैं भी बर्फ की सिल्ली पर लेटे हुए भिंडरावाले के शव को पहचान सकता था, हालांकि पहले मैंने उसे कभी जीवित नहीं देखा था। उसका जूड़ा खुला हुआ था और उसके एक पैर की हड्डी टूटी हुई थी। उनके शरीर पर गोली के कई निशान थे। 7 जून की सुबह करीब दस बजे आकाशवाणी पर अनाउंस किया गया कि जरनैल सिंह भिंडरावाले की डेड बॉडी मिल गई है। शाम साढ़े सात बजे भिंडरावाले का अंतिम संस्कार कर दिया गया। मार्क टली लिखते हैं, 'उस समय मंदिर के आसपास करीब दस हजार लोग जमा हो गए थे, लेकिन सेना ने उनको रोके रखा। भिंडरावाले, अमरीक सिंह और दमदमी टकसाल के उप प्रमुख थारा सिंह के शव को मंदिर के पास चिता पर रखा गया।' 'चार पुलिस अधिकारियों ने भिंडरावाले के शव को लॉरी से उठाया और चिता तक लाए। एक ऑफिसर ने मुझे बताया कि वहां मौजूद बहुत से पुलिसकर्मियों की आंखों में आंसू थे।' वहीं शाहबेग सिंह के अंतिम संस्कार का कोई ऑफिशियल रिकॉर्ड नहीं मिलता। भिंडरावाले के पाकिस्तान भाग जाने की अफवाह कैसे उड़ी भिंडरावाले का अंतिम संस्कार हो जाने के बावजूद कई दिनों तक ये अफवाह फैली रही कि वो जिंदा है। दरअसल, स्वर्ण मंदिर और पाकिस्तान सीमा के बीच की दूरी सिर्फ 28 किलोमीटर है। अफवाह थी कि ब्लू स्टार के दौरान भिंडरावाले बचकर पाकिस्तान चला गया है। जनरल बरार के मुताबिक, '7 जून से ही कहानियां चलने लगी थीं कि भिंडरावाले सुरक्षित पाकिस्तान चला गया था। पाकिस्तान के टीवी चैनल घोषणा कर रहे थे कि भिंडरावाले हमारे पास है और 30 जून को हम उसे टीवी पर दिखाएंगे।' सुभाष किरपेकर के मुताबिक, 3 जून को जब वे भिंडरावाले से मिले तो AISSF के जनरल सेक्रेटरी हरविंदर सिंह संधू से भी मिले थे। उसने सुभाष से कहा था, 'पाकिस्तान से मदद लेने में कोई बुराई नहीं है क्योंकि दिल्ली (सरकार) पाकिस्तान और सिखों, दोनों के साथ एक जैसा बर्ताव करती है।' इन खबरों के चलते इस अफवाह को और ताकत मिली कि भिंडरावाले पाकिस्तान में है। जनरल बरार के मुताबिक,'मेरे पास सूचना और प्रसारण मंत्री एच के एल भगत और विदेश सचिव एमके रस्गोत्रा के फोन आए कि आप तो कह रहे हैं कि भिंडरावाले की मौत हो गई है, लेकिन पाकिस्तान कह रहा है कि वो उनके यहां है।' बरार आगे कहते हैं, 'मैंने उन्हें बताया कि भिंडरावाले के शव की पहचान हो गई है। उसे उसके परिवार को सौंप दिया गया था। अंतिम संस्कार से पहले समर्थकों ने आकर उसके पैर छुए हैं।' हालांकि 30 जून का बेसब्री से इंतजार था। बरार अपनी किताब 'ऑपरेशन ब्लूस्टार द ट्रू स्टोरी' में लिखते हैं, 'मैंने भी कौतूहल में उस रात अपना टीवी ऑन किया क्योंकि इस तरह की अफवाहें थीं कि भिंडरावाले की शक्ल से मिलते-जुलते किसी आदमी की प्लास्टिक सर्जरी करके पाकिस्तानी टीवी पर दिखाया जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।' 6 साल पहले पड़ी थी ऑपरेशन ब्लू स्टार की नींव दरअसल, जरनैल सिंह भिंडरावाले सिखों के कट्टर धार्मिक समूह दमदमी टकसाल का प्रमुख था। 13 अप्रैल 1978 को बैसाखी के दिन निरंकारी समुदाय का समागम हुआ। इस जुलूस के विरोध में भिंडरावाले ने दरबार साहिब के पास परंपरागत सिखों की सभा बुलाई और जोरदार भाषण दिया। इसके बाद अखंड कीर्तनी जत्था और दमदमी टकसाल के लोगों का एक जुलूस निरंकारियों की तरफ बढ़ा। झड़प में 13 सिख और 2 निरंकारी मारे गए। 24 अप्रैल 1980 को निरंकारी पंथ प्रमुख गुरबचन सिंह की दिल्ली में उनके घर पर हत्या कर दी गई। अगले ही साल पंजाब केसरी के संस्थापक और संपादक लाला जगत नारायण की हत्या हुई। इन हत्याओं का आरोप भिंडरावाले और उसके नए पॉलिटिकल फ्रंट 'दल खालसा' पर था। 1982 में भिंडरावाले ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर से सटे गुरु नानक निवास को अपना ठिकाना बना लिया। मंदिर के ठीक सामने अकाल तख्त है। यहीं से भिंडरावाले सिखों के लिए कट्टर उपदेश और आदेश जारी करने लगा था। केंद्र की कांग्रेस सरकार ने 82 से 84 तक कई बार भिंडरावाले को पकड़ने की कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रही। अप्रैल 1983 में DIG एएस अटवाल की स्वर्ण मंदिर के कैंपस में सरेआम हत्या हुई थी। जिसके बाद स्थिति बिगड़ती देख, अक्टूबर 1983 में पंजाब की विधानसभा भंग कर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। दिसंबर 1983 में भिंडरावाले अकाल तख्त में जा घुसा। 27 मई 1984 को शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने भी भिंडरावाले को समझाने की कोशिश की थी, लेकिन जब कोशिशें नाकाम हुईं, तो मिलिट्री ऑपरेशन का ही रास्ता बचा। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इस पूरे ऑपरेशन में 300 से 400 लोगों की मौत हुई, जबकि 90 सैनिक शहीद हुए। हालांकि चश्मदीद और मामले को करीब से देखने वाले लोगों की मानें तो करीब 1000 लोग मारे गए और 250 जवान शहीद हुए थे। --------------------------------- ऑपरेशन ब्लू स्टार से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें: राहुल गांधी ने माना- ऑपरेशन ब्लू-स्टार गलती थी:कहा- 80 के दशक में कांग्रेस से हुई गलतियों की जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं राहुल गांधी ने माना कि 1984 का ऑपरेशन ब्लू स्टार गलती थी। मई 2025 में अमेरिका की ब्राउन यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम के दौरान राहुल से ऑपरेशन ब्लू स्टार पर सवाल पूछा गया था। पूरी खबर पढ़ें...
नीदरलैंड्स के म्यूजियम में रखे 200 साल पुराने कंडोम की कहानी क्या है..कभी जानवरों की अंतड़ियों से बनने वाला प्रोटेक्शन आज इतना डेवलप कैसे हुआ और एक व्यक्ति के नाम पर कैसे पड़ा कंडोम का नाम पूरी स्टोरी जानने के लिए ऊपर दी तस्वीर पर क्लिक कर देखें वीडियो