‘डॉक्टर की बताई थेरेपी के तहत मैं बच्चे से रंगों से जुड़ी एक्टिविटी करवा रही थी, लेकिन वह कर नहीं रहा था। उसे अपने दोनों पैरों के बीच दबा लिया और एक्टिविटी कराने लगी। गुस्से में वह अपने नाखूनों से मुझे नोचने लगा। मेरे हाथों से खून बहने लगा, लेकिन मैं फिर भी नहीं मानी। दोबारा एक्टिविटी शुरू कराई। तभी उसने मेरे हाथ में दांत से काट लिया। मैं रो पड़ी, लेकिन उसे मारा नहीं। जानती थी कि वह सामान्य बच्चा नहीं है। देखा- दांत गड़ने से मेरा हाथ नीला पड़ गया है, फिर उसे छोड़ दिया।’ यह कहते हुए अमिता गौतम की आंखें भर आती हैं। लंबी सांस लेते हुए कहती हैं, ‘ऐसे बच्चों से जिद नहीं करनी चाहिए। जिद करने पर वे हमला कर देते हैं, उन्हें नुकसान का अंदाजा नहीं होता।’ इस दौरान मैं जब अमिता से बातचीत कर रहा था तो उनका बच्चा अविराज डाइनिंग हाल में इधर से उधर भाग रहा था- कभी मेरी मोबाइल छीन लेता, कभी आकर हमारे ऊपर आकर बैठ जाता, तो कभी कोई चीज गिरा देता। वह अभी 8 साल का है। वह ऑटिज्म से पीड़ित है, जिन्हें ऑटिस्टिक भी कहा जाता है। यह एक तरह की मानसिक विकलांगता है। ब्लैकबोर्ड में इस बार ऑटिज्म पीड़ित मां-बाप की स्याह कहानी, जिनकी निजी और सामाजिक जिंदगी अपने बच्चों को संभालने में खत्म हो गई है। अयोध्या नगर, भोपाल की रहने वाली अमिता गौतम बताती हैं, 'दो बेटियों के बाद जब बेटा अविराज पैदा हुआ, तो हमारी खुशी का ठिकाना नहीं था। जन्म के समय वह बिल्कुल सामान्य था। वजन भी ठीक था। जब वह लगभग एक साल का हुआ, तो रात-रातभर रोने लगा। मैं भी उसके साथ पूरी रात जागती। नींद न मिलने से धीरे-धीरे मेरी मानसिक हालत बिगड़ने लगी। ऐसा वक्त आया, जब सब कुछ सहन से बाहर लगने लगा।' वह रुककर कहती हैं- 'वह चुप नहीं होता था और मैं रोने लगती थी।' एक रात वह फिर नहीं सोया। पूरी रात मैं जागती रही। तड़के सुबह, जब आखिरकार उसकी आंख लगी तो मैं बिस्तर से उठकर कमरे में इधर-उधर टहलने लगी। मन में बस एक ही ख्याल था- अब जिंदगी खत्म हो गई है। उस रात मैंने कुछ खाया नहीं था। आंखों से आंसू लगातार बह रहे थे। अचानक गेट के अंदर हॉकर ने अखबार फेंका, तभी एहसास हुआ- रात कब सुबह में बदल गई। ऐसी ही न जाने कितनी रातें बिना सोए गुजर गईं।' इस तरह जब मेरा बच्चा दो साल का हुआ, तब भी न बोलता था, न चलता। आवाज देने पर पलटकर देखता भी नहीं। कोई प्रतिक्रिया नहीं देता। हमारी चिंता गहरी होती गई। एक रविवार मैंने मोबाइल पर खोजा- 'ढाई साल का बच्चा क्यों नहीं बोलता?' वहां डॉक्टर को दिखाने की सलाह मिली। अगले दिन बच्चे को एक डॉक्टर के पास ले गई। सबसे पहले उसके कान टेस्ट कराए। दोनों कान ठीक थे। उसके बाद पति के साथ दूसरे डॉक्टर के पास गई। उन्हें बताया कि बच्चा अंधेरे में अकेले खेलता रहता है, आवाज देने पर पलट कर नहीं देखता। डॉक्टर ने जांच की और बताया- 'बच्चे को ऑटिज्म है।' उस दिन घर आकर मोबाइल पर फिर खोजा- 'ऑटिज्म क्या होता है और इससे बच्चा कब ठीक होता है?' पता चला कि यह कोई बीमारी नहीं, जिंदगीभर रहने वाली अवस्था है। मैं घबरा गई। उसके बाद उस डॉक्टर की सलाह पर थेरेपी शुरू कराई। करीब एक साल तक बच्चे की बोलने की और दूसरी थेरेपी चलीं, लेकिन कोई सुधार नहीं दिखा। एक दिन डॉक्टर ने साफ कह दिया- 'यह बच्चा कभी बोल नहीं पाएगा।' उस दिन मैं पूरी तरह टूट गई। मन में सिर्फ एक सवाल था- अब मेरा बच्चा एक सामान्य जिंदगी कैसे जिएगा? उस समय मैं एक सामान्य स्कूल में शिक्षिका थी। उसके बाद मुझे दिग्दर्शिका रिहैबिलिटेशन सेंटर, भोपाल के बारे में पता चला। वहां से मैंने विशेष बच्चों को पढ़ाने का कोर्स किया। वहां समझ में आया कि इन बच्चों को संभालने के तरीके अलग होते हैं। इस तरह वहां से कोर्स कर मैं सामान्य बच्चों की शिक्षिका से विशेष बच्चों को शिक्षिका बन गई। मैंने भोपाल के ज्योति स्पेशल स्कूल में ऐसे बच्चों को पढ़ाना शुरू किया और वहां सीखे तरीकों को अपने बच्चे पर लागू किया। इसका असर अब दिख रहा है। यह सब करते हुए आप धैर्य कैसे बनाकर रखती हैं? 'हां, यह काम बिल्कुल भी आसान नहीं है। सिर्फ एक विशेष कोर्स कर लेने से ऐसे बच्चों को नहीं संभाला जा सकता। कई बार ये बच्चे दांत से काट लेते हैं। गुस्से में नोच लेते हैं या धक्का दे देते हैं। शिक्षक को उनका मां-बाप बनना पड़ता है। अमिता कुछ पल रुकती हैं। फिर गहरी सांस लेकर कहती हैं- आपको कुछ किस्से बताती हूं… इन्हीं से समझ आता है कि ऐसे बच्चों की दुनिया कितनी अलग होती है। 'पहला किस्सा रसोई से शुरू होता है। एक दिन मैं खाना बना रही थी। गैस पर तवा चढ़ा था। तभी मेरा बच्चा चुपचाप पीछे से आया। मैं कुछ समझ पाती, उससे पहले उसने गरम तवे पर हाथ रख दिया। मैं घबरा गई। लेकिन वह नहीं चौंका। न चीखा, न हाथ खींचा। कुछ पल बाद- उसके चेहरे पर हल्की-सी बेचैनी आई। तब उसे एहसास हुआ कि तवा गरम है। मैं सन्न रह गई।' वह पल भर चुप होती हैं। फिर कहती हैं, 'उसी दिन मैंने फिर उसका हाथ तवे पर रखा। जानना चाहती थी- उसे गर्मी कब और कितनी महसूस होती है। तभी समझ आया कि इन बच्चों को ठंडा-गरम जल्दी महसूस नहीं होता। अमिता की आंखें भर आती हैं। और जब दर्द का एहसास नहीं होता, तो खतरे का भी नहीं होता।' वह दूसरा किस्सा शुरू करती हैं। 'एक दिन मैंने घर में रखी फुटबॉल उठाई। बेटे को सामने खड़ा किया। गेंद सीधे उसके चेहरे की तरफ फेंकी। वह वहीं खड़ा रहा। न आंख झपकी। न सिर हिलाया। न खुद को बचाने की कोशिश की। मेरा कलेजा कांप गया। फिर मैंने दोबारा गेंद फेंकी। इस बार उसे बचना सिखाया। कहा- हटो। मैंने यह बार-बार किया। धीरे-धीरे वह पीछे हटने लगा। चेहरा घुमाने लगा। आज वह खुद को बचा लेता है।' वह कहती हैं, 'तीसरा किस्सा तो काफी खतरनाक घटा। एक दिन मैं घर की टैरेस साफ कर रही थी। पास ही हारपिक की बोतल रखी थी। पल भर के लिए पीठ घुमाई… और उसी पल उसने बोतल उठा ली। ढक्कन खोला। घूंट भर लिया। मेरे हाथ से झाड़ू छूट गई। मैं चिल्लाई। उसे गोद में उठाया और बिना कुछ सोचे सीधे अस्पताल भागी। उस दिन हमने उसे मौत के मुंह से खींचकर निकाला।' 'चौथा किस्सा… सबसे डरावना।' 'वह कई बार घर के सामने सड़क पर चुपचाप खड़ा हो जाता है। गाड़ियां गुजरती हैं, हॉर्न बजते हैं- लेकिन उसे कुछ महसूस ही नहीं होता। एक दिन वह अचानक सड़क पर दौड़ पड़ा। मैं चिल्लाई। उसी पल एक गाड़ी सामने आ गई। ड्राइवर ने पूरी ताकत से ब्रेक मारी। मेरी सांसें थम गईं।' 'पांचवां किस्सा हमारी सोशल लाइफ से टकराता है। एक दिन रिश्तेदार के यहां जन्मदिन की पार्टी थी। मेरा बच्चा केक देखकर रोने लगा। बार-बार केक की तरफ दौड़ता। रोकने पर हाइपर एक्टिव हो गया। आखिरकार मुझे पार्टी बीच में छोड़कर लौटना पड़ा। वह धीमे से कहती हैं- उस दिन रिश्तेदारों के चेहरे पर साफ दिख रहा था- उन्हें मेरे बच्चे की हरकतें पसंद नहीं आईं। मुझे बहुत ठेस लगी। अब मैंने रिश्तेदारों से दूरी बना ली है। ताकि मेरे बच्चे से उन्हें परेशानी न हो। फिर जोड़ती हैं- 'मैं उन्हें गलत भी नहीं मानती। दरअसल, उन्हें ऑटिज्म की गंभीरता का अंदाजा ही नहीं है।' 'आखिरी किस्सा तो लोगों के सामने घटा। एक दिन स्कूल से बच्चे को लाने गई। उसे लाने वाला ऑटो नहीं आया। मजबूरी में बाकी बच्चों के साथ शेयरिंग ऑटो में बैठी। मेरे बच्चे को भीड़ पसंद नहीं। इतना परेशान हुआ कि आधे रास्ते उतरना पड़ा। घर तक सात मिनट पैदल रास्ता था। लेकिन वह आगे नहीं बढ़ रहा था। वह सोच रहा था- ऑटो आएगा और वह अकेले घर जाएगा। मैंने उसे खींचना शुरू किया। उसने बैग फेंक दिया। जोर-जोर से रोने लगा। जमीन पर लेट गया। उठाने लगी तो उसने मेरे हाथ में दांत गड़ा दिए। बाल खींचने लगा।' वह कहती हैं- 'उस दिन लोग अपने घरों से निकल आए। डांटने लगे- कैसा बच्चा है, जो मां को मार रहा है। इसे संस्कार नहीं मिले क्या?' अमिता रुक जाती हैं। धीरे से कहती हैं- 'मुझे पता था- बच्चा अपनी परेशानी से मजबूर था।' अमिता कहती हैं, 'हालांकि अब मेरा बच्चा बेहतर हुआ है। थोड़ा बोलने लगा है। मेरे कुछ शब्दों दोहराता है। बस चाहती हूं कि इतना बोल सके कि अपने साथ होने वाला अच्छा-बुरा बता सके।' वह बोलते-बोलते अचानक रुक जाती हैं। जैसे शब्द गले में अटक गए हों। कुछ पल खामोशी। फिर बहुत धीरे कहती हैं- 'इस बच्चे की वजह से मेरे और पति के बीच दरार आ गई है। वे पैसे खर्च कर देते हैं, लेकिन समय नहीं देते।' इतना कहते ही उनकी आंखें भर आती हैं।' वह आगे कहती हैं- 'मेरे पति बच्चे को स्वीकार नहीं कर पा रहे। उन्हें लगता है वह बिल्कुल नॉर्मल होना चाहिए। इतना पैसा लगाया, फिर भी नॉर्मल क्यों नहीं हुआ? लेकिन मैं जानती हूं, यह बीमारी नहीं है। यह एक कंडीशन है। यह पूरी तरह ठीक नहीं होगी।' वह रुकती हैं। फिर जोड़ती हैं- 'मेरे पति ग्रेजुएट हैं। बीएचएल में मैकेनिकल इंजीनियर हैं। लेकिन बच्चे को लेकर उनकी फीलिंग मेरी जैसी नहीं है।' जब आप नहीं होंगी तब बच्चे के लेकर क्या सोचती हैं? वह एक पल चुप रहती हैं। फिर कहती हैं- 'मेरी बेटियां अच्छी हैं। वे अपने भाई का ध्यान रखती हैं। लेकिन मैं जानती हूं- एक दिन उनकी शादी होगी और वे अपने घर चली जाएंगी।' अमिता की आवाज थोड़ी भारी हो जाती है। फिर कहती हैं, 'इसलिए मैंने पहले से ऐसी संस्थाओं के बारे में पता कर रखा है, जहां इन बच्चों की पूरी देखभाल होती है। खाना, रहना, इलाज- सब कुछ। मैं ऐसी कई संस्थाओं के संपर्क में हूं, ताकि जरूरत पड़े तो अपने बच्चे को वहां सुरक्षित रख सकूं। वहां बड़े होने पर रोजगार की ट्रेनिंग भी मिलती है।' वह कहती हैं कि सरकार की निरामय योजना भी है, लेकिन वह कारगर नहीं है। उसमें थेरेपी के लिए 20 हजार रुपए मिलते हैं, लेकिन 20 हजार तो एक बार में खर्च हो जाते हैं। जबकि थेरेपी हमें सालों लेनी पड़ती है। जब पिता ने ऑटिस्टिक बच्चे को जहर देने की बात कही अमिता के बाद मेरी मुलाकात भोपाल की ही संगीता गिरि गोस्वामी से होती है। वह अपने बच्ची की हालत पर बात करने अमिता के घर ही आ गई थीं। संगीता ज्योति स्कूल में पढ़ाती हैं। उनका बेटा अथर्व ऑटिज्म से पीड़ित है, जो कि 13 साल का है। वह धीरे-धीरे यादों में उतरती हैं- 'अथर्व बिल्कुल सामान्य पैदा हुआ था। लेकिन न हंसा, न मुस्कुराया। एक जगह चुपचाप लेटा रहता। कोई प्रतिक्रिया नहीं। ढाई साल बाद वह सिर्फ बैठ पाया। डॉक्टरों ने कहा- 'कुछ बच्चों का विकास धीमा होता है।' हम उसके चलने का इंतजार करते रहे। तीन साल बीते। बेचैनी बढ़ने लगी। उसे हॉस्पिटल ले गई। कानों की जांच हुई- दोनों ठीक थे। फिर रीढ़ के डॉक्टर के पास गई। वहां एक नया शब्द मिला- 'जेनेटिक समस्या।' आखिरकार डॉक्टरों की सलाह पर उसे सीआरसी- कम्पोजिट रीजनल सेंटर भोपाल ले गई। वहीं पहली बार एक रिपोर्ट से हम हिल गए- 'ऑटिज्म।' कागज हाथ में था। और बच्चे को रोज थेरेपी के लिए बुला लिया गया। संगीता की आवाज हल्की पड़ जाती है। वह कहती हैं- 'शुरुआत में कोई खास सुधार नहीं दिखा। दिन बीतते गए और मेरे पति अंदर से टूटते चले गए। एक रात…बहुत देर तक वे कुछ नहीं बोले। कमरे में सिर्फ घड़ी की टिक-टिक आवाज सुनाई दे रही थी। फिर अचानक, बेहद थकी हुई आवाज में बोले- 'इलाज की पूरी कोशिश करेंगे…अगर ठीक हो गया तो ठीक....नहीं हुआ…तो जब हम बूढ़े हो जाएंगे… कोई देखने वाला नहीं होगा...तो इसे जहर देकर मार देंगे…और खुद भी जहर खा लेंगे।' मेरी सांसें अटक गईं। उस पल लगा जैसे पैरों तले जमीन खिसक गई हो। मैं उस वक्त पति को नहीं, एक टूटे हुए इंसान को देख रही थी, जो उम्मीद छोड़ चुका था। इसके बाद भी जिंदगी रुकी नहीं। सीआरसी में 2017 से 2019 तक थेरेपी चलती रही। दिन, महीने, साल बीतते गए। अथर्व पांच साल का हो चुका था। और फिर…एक दिन अचानक उसके मुंह से पहला शब्द निकला- 'मी।' संगीता की आंखें भर आती हैं। वह कहती हैं, 'उस दिन पहली बार लगा शायद मेरा बच्चा आगे बढ़ सकता है।' उसके बाद मैंने स्पेशल बच्चों को पढ़ाने के लिए स्पेशल डीएड किया। सीखा कि ऐसे बच्चों को कैसे समझा जाता है, कैसे सिखाया जाता है। संगीता कुछ पल चुप रहती हैं। फिर कहती हैं- 'लेकिन उस वक्त हम पूरी तरह आर्थिक तंगी में थे। मेरे पति बार-बार नौकरी छोड़ रहे थे। घर का खर्च…बच्चे की थेरेपी…सब कुछ सिर पर था, लेकिन हाथ खाली थे। पैसे की किल्लत से हमारे रिश्ते में तनाव पैदा हो गया। बच्चे की चिंता, इलाज का दबाव और भविष्य के डर से हर दिन तनाव बढ़ता गया। झगड़े रोज की बात हो गए थे। इतना डर, इतनी बेचैनी थी कि सांस लेना मुश्किल लगने लगा।' फिर वह रुकती हैं। आंखें झुक जाती हैं। 'एक दिन… मैं पूरी तरह टूट चुकी थी। घर में रखा केरोसिन का डिब्बा मैंने उठा लिया। ढक्कन खोला और अपने ऊपर उड़ेल लिया। उस वक्त दिमाग में कुछ नहीं था। न बच्चा, न पति, न दुनिया। बस यह लगा- अब और नहीं सहा जाएगा। माचिस हाथ में थी। मैं खुद को आग लगाने ही वाली थी… तभी अचानक शोर मच गया। आस-पास के लोग दौड़ पड़े। किसी ने मेरे हाथ से माचिस छीन ली। किसी ने मुझे पकड़ लिया और मैं बच गई।' यह कहते-कहते संगीता की आंखें भर आती हैं। आवाज टूट जाती है। कुछ पल तक वह कुछ बोल नहीं पातीं। वह कहती हैं, 'एक किस्सा है… जिसे मैं अक्सर भूलने की कोशिश करती हूं। आठ साल का था मेरा बच्चा। मैं मायके गई थी- दादाजी के समाधि कार्यक्रम में। उस वक्त भी उसे डायपर पहनाती थी। अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। पंगत में लोग पत्तलें लगाए बैठे थे। चारों तरफ शोर, भीड़ और अफरा-तफरी थी। उसी बीच- मेरे बच्चे ने कपड़े गंदे कर दिए। मैं उसे चुपचाप उठाकर धुलाने ले जा रही थी कि पीछे से आवाज आई- 'ऐसे बच्चे को घर पर रखना चाहिए। इसे क्यों लेकर आई हो?' वह रुक जाती हैं। गला भर आता है। संगीता कहती हैं, 'उस पल गुस्सा बच्चे पर नहीं उन लोगों पर था…और खुद पर भी। हताशा में मैंने अपने ही बच्चे को पीट दिया। बच्चा रो रहा था और साथ-साथ खुद मैं भी। उस दिन के बाद मैंने फैसला कर लिया- अब मैं अपने बच्चे को लेकर किसी भी रिश्तेदार के घर नहीं जाती। आज मेरा बेटा 13 साल का हो गया है।' वह कहती हैं, 'अभी दो महीनों हुए हैं, जब उसने डायपर पहनाना बंद किया है, लेकिन अब भी तेज आवाज होने पर घबरा कर कपड़े खराब कर लेता है। हां, अब सही-गलत कुछ-कुछ समझने लगा है। नहाते समय गेट बंद कर लेता है। बाहर तौलिया पहनकर निकलता है, लेकिन दरवाजा बंद करके आज भी फ्रेश नहीं हो पाता। डरता है। सामाजिक रूप से अब भी किसी से घुलता-मिलता नहीं।' मेरी सरकार से गुजारिश है कि स्पेशल बच्चों के लिए अधिक शिक्षक उपलब्ध कराए। वर्तमान में जो शिक्षक इन बच्चों को पढ़ाते हैं, उन्हें ही सामान्य बच्चों के लिए भी लगा दिया जाता है, जिससे वे इन पर विशेष ध्यान नहीं दे पाते। ट्रेनिंग के दौरान इन्हें ज्यादा समय देना जरूरी है। सोचिए- मेरा बेटा 13 साल का है। 5वीं में पढ़ता है, लेकिन हिंदी और अंग्रेजी ठीक से न पढ़ पाता है, न लिख पाता है। इसके बाद मेरी बात भोपाल के अवधपुरी स्थित गैलेक्सी सिटी में रहने वाली सीमा से हुई। उनकी 9 साल की बेटी वेदांशी सीवियर कैटेगरी के ऑटिज्म से ग्रसित है। सीमा बताती हैं, ‘जब मेरी बच्ची तीन साल की उम्र तक चलना नहीं शुरू किया, तो डॉक्टर को दिखाया। वहां पता चला कि उसे ऑटिज्म है और यह स्थिति जीवनभर रहेगी। यह सुनते ही मेरे पैरों तले जमीन खिसक गई।’ वह एक घटना याद करती हैं। कहती हैं, ‘ससुराल में थी। मेरी बेटी खेल रही थी। तभी ताई जी ने तंज कसते हुए कहा- यह पागल है, बाकी बच्चों के साथ खेलने के बजाय अकेले खेलती है।’ इस तरह की बातों से मैं अक्सर टूट जाती थी। बेटी के इलाज के लिए कई जगह भटकी, लेकिन कोई खास सुधार नहीं हुआ। वह रात 2 बजे से पहले सोती नहीं थी, लगातार इधर-उधर भागती है। सीमा कहती हैं, ‘एक दिन बेटी के भविष्य के बारे में सोचते-सोचते मैं बुरी तरह घबरा गई। मन में आया कि हम नहीं रहेंगे तो उसका क्या होगा? उसी बेचैनी में एक ख्याल आया- कहीं उसे किसी अनाथ आश्रम में छोड़ आएं।’ यह बात सीमा कह रही थीं ही उनके पति लक्ष्मण ने टोका। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता तुम ऐसा क्यों सोच रही हो। हमने तो कभी ऐसा सोचा ही नहीं।’ वह कहते हैं, 'मेरी बेटी ऑटिस्टिक है। आमतौर पर लोग मानसिक रूप से कमजोर बच्चों को पागल कह देते हैं, लेकिन ऑटिस्टिक बच्चों की अपनी एक अलग दुनिया होती है। ये दिमाग से तेज होते हैं, लेकिन हाइपर एक्टिविटी के कारण दूसरे बच्चों के साथ तालमेल नहीं बिठा पाते। सामाजिक रूप से घुल नहीं पाते, इसलिए समाज उन्हें पागल समझ लेता है।' लक्ष्मण कहते हैं, 'दुख बस इतना है कि समाज ऐसे बच्चों को स्वीकार नहीं करता। अगर इन्हें सामान्य बच्चों के साथ सहज रूप से रहने दिया जाए, तो ये बच्चे बेहतर हो सकते हैं। लेकिन लोग अपने बच्चों को ऐसे बच्चों के साथ खेलने नहीं देते।' लक्ष्मण कहते हैं, 'हम दूसरा बच्चा चाहते थे, लेकिन आज भी मुझे अपनी बेटी को एक छोटे बच्चे की तरह ही संभालना पड़ता है। उसे नहलाना, खिलाना, बाथरूम ले जाना- हर काम खुद करना पड़ता है। ऐसे में अगर दूसरा बच्चा होता, तो हम उसे और अपनी बेटी- दोनों को ठीक से नहीं संभाल पाते।' ---------------------------------------- 1- ब्लैकबोर्ड-तलाक हुआ तो अनजान डोनर से स्पर्म लेकर मां बनी:विदेश ले जाकर पति ने घर से निकाला, बिना पति के महिलाओं की कहानियां मेरी चीख सुनकर पड़ोसी जमा हो गए। बिस्तर से उठी तो देखा- मेरी सास ही तौलिए से मेरा मुंह दबा रही थीं। वह जोर-जोर से कह रही थीं- तूने मेरे बेटे को खा लिया। तू मांगलिक है। कुलच्छन है। अब अपने बच्चे को लेकर यहां से भाग जा, नहीं तो तुझे जिंदा नहीं छोड़ूंगी। पूरी खबर यहां पढ़ें 2- ब्लैकबोर्ड- बेटी ने मारा तो घर छोड़ा:बस के नीचे मरने पहुंचे, भाई ने फर्जी साइन से पैसे हड़पे, वृद्धाश्रम में रोज सुबह सोचते हैं- कोई लेने आएगा मेरे बच्चे नहीं हैं। पत्नी की मौत के बाद अकेला हो गया था। मुझे आंख से दिखाई नहीं देता। एक रिश्तेदार के यहां रहने चला गया। वहां बहुत जलील हुआ तो एक दूसरे रिश्तेदार के यहां रहने पहुंचा, लेकिन उन्होंने अपने यहां रखने से साफ मना करा दिया। उस दिन मन में विचार आया कि सब खत्म कर दूं। सोचा कि यमुना में कूद जाऊं। फिर मरने के लिए एक बस डिपो पर गया। पूरी स्टोरी यहां पढ़ें
‘पुलिसवाले कहते थे गुनाह कबूल कर लो, वर्ना ऐसा केस लगाएंगे कि बरी नहीं हो पाओगे। थाने में बहुत पीटा। तीन महीने जेल में रहा। बाहर आया, तब भी पुलिस ने बहुत परेशान किया। मुझे कभी भी थाने बुला लेते थे, वहां पता चलता कि मेरे ऊपर एक नया केस है।’ यह कहते हुए मोहम्मद खालिद की आवाज भर आती है। खालिद दिल्ली के चांद बाग में रहते हैं। पुलिस ने उन्हें फरवरी 2020 में हुए दंगों के दौरान भजनपुरा में पेट्रोल पंप जलाने के मामले में आरोपी बनाया था। फिर एक के बाद एक 19 केस में उनका नाम शामिल हो गया। 11 दिसंबर को दिल्ली के कड़कड़डूमा कोर्ट ने खालिद समेत 5 आरोपियों को पेट्रोल पंप वाले केस में बरी कर दिया। कोर्ट ने कहा कि पुलिस इनके खिलाफ कोई सबूत नहीं दे पाई। दैनिक भास्कर ने बरी होने के बाद मोहम्मद खालिद, अब्दुल सत्तार और हुनैन से बात की। एक आरोपी आरिफ मीडिया में नहीं आना चाहते और तनवीर अभी दूसरे केस में जेल में है। इन सभी को दिल्ली दंगों के करीब एक साल बाद गिरफ्तार किया गया था। इन पर भजनपुरा पेट्रोल पंप पर हिंसा, आगजनी, तोड़फोड़ और पत्थरबाजी करने के आरोप लगे थे। हमने उनके वकील से पुलिस की कार्रवाई और कोर्ट में चले केस के बारे में जाना। पहले किरदार: मोहम्मद खालिद मोहम्मद खालिद उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांद बाग में सिलाई का काम करते हैं। ये एरिया भी दंगे की चपेट में आया था। 24 फरवरी, 2020 का एक वीडियो है, जिसमें भीड़ पुलिसवालों को घेरकर पत्थर मार रही है। मोहम्मद खालिद को पुलिस ने दिल्ली दंगों के करीब एक साल बाद 11 जनवरी, 2021 को गिरफ्तार किया था। खालिद कहते हैं, ‘मुझे घर से गिरफ्तार किया था। पुलिसवाले पीटते हुए ले गए थे। थाने में भी पीटा। मुझसे बोलते रहे कि मैं आरोप कबूल कर लूं, तो मैं तीन महीने में बाहर निकल जाऊंगा। हिरासत से बाहर आया, तब कुछ दिन बाद फिर थाने बुलाया गया। पुलिस ने मुझसे 50 सादे कागज पर साइन करवाए थे। इसके बाद मेरे ऊपर 19 केस और दर्ज हो गए।’ खालिद अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हैं। वे कहते हैं कि केस की वजह से काम नहीं कर पा रहा हूं। महीने में 15-16 बार कोर्ट जाना पड़ता है। एक बार आने-जाने में 500 रुपए खर्च होते हैं।’ दूसरे किरदार: अब्दुल सत्तार अब्दुल सत्तार चांद बाग में समोसे-कचौरी की दुकान लगाते हैं। सत्तार की कहानी भी खालिद जैसी ही है। वे कहते हैं कि जमानत मिलने के बाद पुलिस ने मुझसे कोरे कागज पर साइन करवा लिए थे। इसके बाद एक-एक करके 20 केस का पता चला। सत्तार कहते हैं, ‘मैंने इससे पहले कभी थाना अंदर से नहीं देखा था। पुलिसवालों ने जैसा कहा, मैंने कर दिया। प्रदर्शन हो रहा था, इसलिए वहां बहुत लोग थे। उनमें मैं भी था। हां, पेट्रोल पंप पर हुई हिंसा के आरोप गलत हैं। मैं उधर गया भी नहीं था। पुलिस वाले जबरन कबूल करने का बोल रहे थे कि मैंने दंगा भड़काया है। हमारे खिलाफ कोई गवाह नहीं है।’ सत्तार आगे कहते हैं, ‘केस की वजह से बहुत परेशान होना पड़ा। महीने में हर केस की हाजिरी के लिए कोर्ट जाता हूं। अभी 19 और केस हैं। ये सभी भजनपुरा इलाके में हुई हिंसा के हैं।’ तीसरे किरदार: हुनैन बरी हुए एक और आरोपी हुनैन चांद बाग में कचौरी की दुकान चलाते हैं। उन्हें दुकान से ही गिरफ्तार किया गया था। वे कहते हैं, ‘जहां प्रदर्शन हो रहा था, मैं उसी जगह खड़ा था। उसकी फोटो के आधार पर मेरे खिलाफ चार्जशीट दायर की गई।’ ‘पुलिस ने बहुत पीटा। वे फोटो दिखाकर कहते थे कि ये तुम्हारी ही है। मैंने उन्हें बताया था कि मैं प्रदर्शन वाली जगह पर खड़ा था। शुरुआत में सिर्फ एक केस था। बाहर आने के बाद मुझसे बहुत सारे खाली पेज पर जबरन साइन करवा लिए। उन्होंने धमकी दी कि साइन करने ही पड़ेंगे।’ हुनैन करीब डेढ़ महीने तक पुलिस हिरासत में रहे। वे कहते हैं कि बाहर आने के बाद कोर्ट से समन आने शुरू हो गए। एक-एक करके हिंसा से जुड़े 20 केस का पता चला। एक ही फोटो के आधार पर पुलिस ने सारे केस बना दिए। हमारे खिलाफ जो गवाह थे, उन्हें खुद नहीं पता था कि वे गवाह हैं। कोर्ट में आने के बाद उन्हें पता चलता कि गवाही देनी है। पेट्रोल पंप पर हमले का पूरा मामला24 फरवरी, 2020 को दिल्ली में कई इलाकों पर नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे थे। उसी दिन भजनपुरा में हिंसा भड़क गई। लोगों ने एक पेट्रोल पंप पर हमला किया और गाड़ियों में आग लगा दी। 25 फरवरी, 2020 को एक पुलिसवाले की शिकायत पर भजनपुरा थाने में केस दर्ज किया गया। FIR में लिखा कि चांद बाग की तरफ से आए सैकड़ों लोगों ने पेट्रोल पंप में आग लगा दी। भीड़ ने आसपास बाइक, कार, दुकानों और मकानों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की। FIR में किसी भी संदिग्ध या आरोपी का नाम नहीं लिखा गया। दंगों के एक साल बाद केस के सिलसिले में जनवरी-फरवरी 2021 में अलग-अलग तारीखों पर खालिद और बाकी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। ये केस 7 मार्च 2020 को भजनपुरा पुलिस स्टेशन में तरुण नाम के एक शख्स की शिकायत पर दर्ज हुआ था। तरुण की शिकायत पर दर्ज FIR में किसी आरोपी का नाम नहीं था। शिकायत में तरुण ने लिखवाया था कि 24 फरवरी, 2020 को दोपहर करीब 1.45 बजे मैं बाइक में पेट्रोल डलवाने भजनपुरा पेट्रोल पंप पर गया था। उसी वक्त चांद बाग की तरफ से पथराव होने लगा। कुछ लड़के लाठी-डंडे लेकर पंप की तरफ आए। वे CAA/NRC के विरोध में नारे लगा रहे थे। उन्होंने गाड़ियों में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। मेरी बाइक भी जला दी। मुझे लाठी-डंडों से पीटा। मेरे सिर, पैर और हाथ में चोट लगी। मैं वहीं बेहोश हो गया। होश आया तो पिताजी मुझे सेंट स्टीफन अस्पताल ले जा रहे थे। दंगों के डेढ़ साल से ज्यादा समय बाद, 2 दिसंबर 2021 को तरुण ने भजनपुरा थाने में आरोपियों की पहचान की। उसने पुलिस को बयान दिया, ‘मैं अपने केस में मुआवजा न मिलने की वजह पूछने थाने आया था। वहां पांच लोगों से पुलिस बात कर रही थी। ये पांचों लोग मेरे साथ मारपीट करने में शामिल थे।’ ट्रायल के दौरान तरुण ने कहा कि मैं किसी आरोपी को न तो पहचान सकता हूं और न इनकार कर सकता हूं क्योंकि मुझे उनके चेहरे याद नहीं हैं। दिल्ली पुलिस ने इस केस को साबित करने के लिए तरुण समेत कुल 16 गवाहों को शामिल किया था। हालांकि, ट्रायल के दौरान गवाहों के बयान विरोधाभासी पाए गए। कोर्ट ने कहा- केस सिर्फ तीन गवाहों पर टिका, दो भरोसेमंद नहीं11 दिसंबर को कड़कड़डूमा कोर्ट के एडिशनल सेशंस जज प्रवीण सिंह ने फैसले के दौरान पुलिस की जांच पर कई सवाल उठाए। इस मामले में गवाह बनाए गए तीन पुलिसवालों ने शुरुआती जांच में आरोपियों को पहचानने की बात कही थी। क्रॉस एग्जामिनेशन में उन्होंने आरोपियों को पहचानने से इनकार कर दिया। जज ने कहा कि ये पूरा केस तीन गवाहों पर टिका हुआ है। इनमें से दो पर भरोसा नहीं किया जा सकता क्योंकि दोनों घटना के वक्त पुलिस स्टेशन से दूसरी जगह (नूर-ए-इलाही) के लिए निकले थे। कोर्ट ने कहा कि पुलिस ने मैकेनिकल तरीके से केस की जांच की है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि पहली गिरफ्तारी वाले केस को सॉल्व करने के लिए आरोपियों को इस मामले में झूठा फंसाया गया। जांच अधिकारी ने जली बाइक की पहचान करने की भी कोशिश नहीं की। इससे कम से कम ये साबित होता कि शिकायत करने वाले की बाइक जलाई गई है। हमने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के DCP आशीष मिश्रा को ई-मेल के जरिए भजनपुरा केस से जुड़े सवाल भेजे हैं। उनकी तरफ से जवाब नहीं मिला है। जवाब आने पर रिपोर्ट में अपडेट करेंगे। वकील बोले- पुलिस की जांच हास्यास्पदआरोपियों की तरफ से केस लड़ रहे सीनियर वकील अब्दुल गफ्फार बताते हैं कि कोर्ट ने इस मामले में साफ कहा है कि गवाहों के बयान भरोसा करने लायक नहीं हैं। उनमें काफी विरोधाभास हैं। गफ्फार कहते हैं, ‘पुलिस की जांच हास्यास्पद है। जांच अधिकारी ने जनवरी 2021 में सबसे पहले इन पांचों आरोपियों को FIR नंबर-62 में गिरफ्तार किया था। उसी अधिकारी ने आरोपियों को जून और दिसंबर में गिरफ्तार किया। मजेदार है कि इस केस में गवाह भी वही हैं, जो पहले केस में हैं। घटना वाली जगह से पुलिस कोई सबूत तक नहीं जुटा पाई। ’ पेट्रोल पंप के कर्मचारी ने बयान दिया था कि हंगामे और हिंसा की आशंका की वजह से सुबह 11:30 बजे ही पंप पर पेट्रोल देना बंद कर दिया था। वहीं तरुण ने बताया था कि वे पेट्रोल लेने के लिए दोपहर 1.45 बजे लाइन में लगे थे। उसे किसी और जगह चोट लगी थी। 'पुलिस ने गलत तरीके से कहानी बनाई थी। इसके अलावा तरुण की मेडिकल रिपोर्ट कहती है कि पिता ने उसे एडमिट करवाया। वहीं, डिस्चार्ज समरी बताती है कि उसे पुलिसवाले अस्पताल लेकर आए। चोट किस तरह की है, इसे साबित करने के लिए पुलिस ने डॉक्टर से बात नहीं की।’ गफ्फार कहते हैं, ‘भजनपुरा में तब जितनी भी हिंसा या आगजनी की घटनाएं हुईं, पुलिस ने सारे केस में इन लोगों का नाम जोड़ दिया। 17 केस इन सभी आरोपियों के खिलाफ हैं। बाकी कुछ के खिलाफ एक या दो केस ज्यादा भी हैं।’ अब्दुल गफ्फार दिल्ली दंगों से जुड़े करीब 100 केस देख रहे हैं। वे कहते हैं कि ज्यादातर मामलों में दिल्ली पुलिस ने सही तरीके से जांच नहीं की है। जो सबूत जुटाए जा सकते थे, वे नहीं जुटाए गए। मैं 100 केस देख रहा हूं, इनमें लगभग 40 में फैसला आ चुका है।’ गफ्फार कहते हैं, ‘कुछ केस में पुलिस के सबूत भरोसेमंद नहीं थे, कुछ मामलों में पुलिस की चार्जशीट को कोर्ट ने इस लायक नहीं समझा कि उस पर ट्रायल किया जाए। ऐसे में लोगों को ट्रायल से पहले ही डिस्चार्ज कर दिया गया। मर्डर जैसे मामलों में कोर्ट ने आरोपियों को डिस्चार्ज किया है। ऐसे केस में भी पुलिस पूरी तरह फेल रही।’ दंगों के 6 साल, आरोपी लगातार बरी हो रहेये पहली बार नहीं है, जब दिल्ली दंगों से जुड़े केस में लोग बरी या डिस्चार्ज हुए हों। खजूरी इलाके में एक ऑटो ड्राइवर की मौत से जुड़े मामले में कोर्ट ने 18 मार्च, 2025 को 11 आरोपियों को डिस्चार्ज कर दिया था। पुलिस की चार्जशीट फाइल होने के बाद भी कोर्ट को इन लोगों के खिलाफ केस चलाने के लिए सबूत नहीं मिले। फैसला सुनाते हुए जज पुलस्त्य प्रमाचला ने कहा था कि ये लोग विक्टिम की मदद करने आए थे। इसी तरीके से सुदामापुरी इलाके में मौजूद अजीजिया मस्जिद के पास हुई हिंसा मामले में भी 6 लोगों को अगस्त में बरी कर दिया गया। फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने कहा कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ झूठा मामला गढ़ा। पुलिस की चार्जशीट में कई बयान विरोधाभासी थे।
क्रिकेटर यश दयाल की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज, गिरफ्तारी की लटकी तलवार
जयपुर। राजस्थान में जयपुर की एक अदालत ने आईपीएल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु के तेज गेंदबाज यश दयाल की अग्रिम जमानत याचिका बुधवार को खारिज कर दी। इससे यशदयाल की गिरफ्तारी की संभावना बढ़ गई है। यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम न्यायालय विशेष न्यायालय ने आदेश में कहा कि प्रारंभिक तौर पर […] The post क्रिकेटर यश दयाल की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज, गिरफ्तारी की लटकी तलवार appeared first on Sabguru News .
राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार ने एनआईआईटी फाउंडेशन की 'फ्यूचर-रेडी इम्पैक्ट' वर्कशॉप में डिजिटल साक्षरता व समावेशन के प्रयासों की सराहना की। जानें कैसे संगठन 1.3 करोड़ से अधिक लोगों को डिजिटल कौशल प्रदान कर रहा है।
गुजराती सीनियर सैकंडरी स्कूल के वार्षिकोत्सव ‘युग’ ने मनमोहा
सत युग, त्रेता, द्वापर और कलियुग का मंचन अजमेर। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हिन्दू धर्म के कालखंड यानी चारों युगों का मंचन बुधवार को गुजराती सैकंडरी स्कूल के वार्षिकोत्सव ‘युग’ में अभिभावकों व दर्शकों को देखने को मिला। नैतिकता और आध्यात्मिकता के क्रमिक गिरावट को दर्शाते चारों युगों की एक विशिष्ट अवधि और सामान्य मानवीय […] The post गुजराती सीनियर सैकंडरी स्कूल के वार्षिकोत्सव ‘युग’ ने मनमोहा appeared first on Sabguru News .
उदयपुर के वल्लभनगर उपखंड के करणपुर में सागरवंशी माली समाज की 14वीं क्रिकेट प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ हुआ। भाजपा नेता हिम्मत सिंह झाला मुख्य अतिथि रहे। विभिन्न गांवों के खिलाड़ियों की भागीदारी वाली इस प्रतियोगिता का फाइनल 27 दिसंबर को आयोजित होगा।
छोटीसादड़ी में महावीर इंटरनेशनल केंद्र द्वारा आयोजित नि:शुल्क नेत्र एवं दंत चिकित्सा शिविर में 145 नेत्र रोगियों की जांच की गई, जिनमें 75 को मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु चयनित किया गया। शिविर में गोमाबाई नेत्रालय, नीमच व विश्नोई डेंटल केयर की सेवाएं उल्लेखनीय रहीं।
छोटीसादड़ी में ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत पुलिस की बड़ी कार्रवाई सामने आई है। जिला पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य के निर्देशन में एक क्विंटल 33 किलो अवैध अफीम डोडाचूरा और अल्टो कार जब्त की गई। आरोपी वाहन छोड़कर फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
मगवास खेल मैदान में माई भारत एवं गोपाल नवयुवक मंडल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वालीबॉल, कबड्डी और दौड़ प्रतियोगिता का भव्य समापन हुआ। श्रीमती मंजू देवी चव्हाण द्वारा उद्घाटन, जे. पी. जोशी की अध्यक्षता में पुरस्कार वितरण हुआ, जिसमें कमलेश्वर क्लब और बिजासन क्लब विजेता रहे।
अरावली बचाओ मनरेगा नाम परिवर्तन: चित्तौड़गढ़ में कांग्रेस का जोरदार विरोध प्रदर्शन 26 दिसंबर को
चित्तौड़गढ़ में अरावली बचाओ, मनरेगा के नाम परिवर्तन के विरोध में कांग्रेस का जोरदार प्रदर्शन 26 दिसंबर को होगा। पूर्व राज्यमंत्री सुरेंद्रसिंह जाड़ावत की उपस्थिति में शहीद स्मारक से कलेक्ट्री चौराहे तक पैदल मार्च और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा, जिसमें कई कांग्रेस पदाधिकारी सक्रिय भागीदारी निभाएंगे।
चित्तौड़गढ़ व्यापारी रमेश ईनाणी हत्याकांड में संत रमताराम और संत भजनाराम को अंतर्राष्ट्रीय रामस्नेही संप्रदाय से निष्कासित किया गया। आरोपी संतों पर हत्या की साजिश का आरोप, पुलिस की सक्रियता और न्यायालय द्वारा जमानत याचिका खारिज।
हनुमानगढ़ में 29 दिसंबर से 7 जनवरी तक दस दिवसीय निःशुल्क क्षारसूत्र शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन। जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने पोस्टर विमोचन किया। डॉ. तीर्थ कुमार शर्मा सहित आयुर्वेदिक विशेषज्ञ बवासीर, भगंदर और फिशर के निःशुल्क उपचार के लिए उपस्थित।
नोहर में एसडीएम राहुल श्रीवास्तव ने श्री गौशाला का औचक निरीक्षण, व्यवस्थाओं पर जताया संतोष
नोहर स्थित श्री गौशाला का औचक निरीक्षण करते हुए एसडीएम राहुल श्रीवास्तव ने गौशाला में गायों की देखभाल और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। नगर पालिका ईओ बसंत सैनी, मंत्री आनंद कन्दोई, नंदलाल पारीक, श्रवण पारीक और योगेश कुमार भी मौजूद रहे।
'Jan Nayagan' के हिंदी रूपांतरण ने बढ़ाया उत्साह ; बॉक्स ऑफिस क्लैश की चर्चा शुरू
थालापथी विजय की फिल्म जन नायक का हिंदी शीर्षक जन नेता घोषित, पोस्टर में बॉबी देओल के साथ फिल्म को पैन-इंडियन राजनीतिक ड्रामा के रूप में प्रस्तुत किया गया। जनवरी में रिलीज़ से पहले बॉक्स ऑफिस क्लैश और फैन रिएक्शन ने दर्शकों में उत्साह और चर्चा बढ़ा दी है।
स्वच्छता, जल एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती रैली आयोजित: कोटा में सेवा सप्ताह का आयोजन
कोटा में राजस्थान राज्य भारत स्काउट व गाइड स्थानीय संघ दक्षिण एवं टीम प्रेरणा जायसवाल के संयुक्त तत्वावधान में सेवा सप्ताह आयोजित, जिसमें आलनिया डेम से स्काउट गाइड ट्रेनिंग सेंटर तक रैली निकालकर स्वच्छता, जल और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया।
कोटा में रोटरी क्लब पद्मनी द्वारा भव्य क्रिसमस सेलिब्रेशन, खेल और नृत्य से झूमे सदस्य
कोटा में रोटरी क्लब पद्मनी ने ओर्नेट 365 में रेड और व्हाइट थीम के साथ भव्य क्रिसमस सेलिब्रेशन आयोजित किया। पियूषा न्याती के नेतृत्व में खेल और डांस कार्यक्रम हुए, रंजना सेठी, संजीला मोदी और नीता मित्तल विजेता रहीं। सदस्यों ने सैंटा से उपहार पाए और उल्लासपूर्ण माहौल का आनंद लिया।
कोटा सीए ब्रांच ने पीयर रिव्यूअर्स के लिए आयोजित किया एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम
कोटा सीए ब्रांच ने पीयर रिव्यूअर्स के लिए एक दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में सीए दीपक सिंघल, सीए अतिशय जैन, सीए सुधांशु उपाध्याय, सीए अंकित गुप्ता, सीए सचिन मंगल, सीए भूपेंद्र मंत्री और सीए विमल चोपड़ा शामिल हुए। प्रशिक्षण ने ऑडिट गुणवत्ता, पेशेवर मानक और पीयर रिव्यू प्रक्रिया पर गहन मार्गदर्शन प्रदान किया।
डॉ. मोहनलाल साहू राजस्थान के क्षेत्रीय संगठन मंत्री नियुक्त, इतिहासकारों ने जताया हर्ष
प्रोफेसर डॉ. मोहनलाल साहू को भारतीय इतिहास संकलन योजना राजस्थान का क्षेत्रीय संगठन मंत्री नियुक्त किया गया। बारां के इतिहासकारों ने स्वागत किया और डॉ. साहू के योगदान एवं सांस्कृतिक पुनर्लेखन में उनके दृष्टिकोण को सराहा। यह नियुक्ति इतिहास अध्ययन और युवा पीढ़ी के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
उदगीर में भटक्या कुत्तों का आतंक: एक दिन में 35 नागरिकों पर हमला, प्रशासन पर सवाल
लातूर जिले के उदगीर में भटक्या कुत्तों ने एक दिन में 35 नागरिकों पर हमला कर शहर में भय का माहौल पैदा किया। दो वर्षीय बालक सहित कई जख्मी, सामाजिक कार्यकर्ता संजयकुमार कांबळे ने प्रशासन को चेतावनी दी। उदगीरवासियों की निगाहें भटक्या कुत्तों की समस्या के समाधान पर हैं।
LVM3-M6 के साथ AST SpaceMobile ; BlueBird Block-2 उपग्रह अब अंतरिक्ष में
ISRO ने LVM3-M6 से अब तक का सबसे भारी वाणिज्यिक उपग्रह BlueBird Block-2 सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। यह उपग्रह 4G/5G ब्रॉडबैंड सेवाएं सीधे मोबाइल फोन तक पहुंचाएगा। भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं में यह मिशन एक नई ऊंचाई जोड़ता है और वैश्विक स्तर पर इसकी तकनीकी प्रतिष्ठा मजबूत करता है।
कुत्तों के हमले से घायल हुए कालवीट को ज्योतीराम चिवड़े पाटील ने बचाया, माणुसकी की मिसाल कायम
लातूर के मौजे गंगापुर में 8–10 आवारा कुत्तों के हमले में घायल कालवीट का जीवन महात्मा गांधी तंटामुक्त ग्राम समिति अध्यक्ष एवं भाजपा नेता ज्योतीराम चिवड़े पाटील की मदद से बचा। इस प्रयास ने माणुसकी की मिसाल कायम की और ग्रामीणों ने उनका हृदयपूर्वक स्वागत किया।
सिर्फ 7 दिन बाकी: 1 जनवरी 2026 से बेकार हो जाएगा आपका PAN कार्ड, अगर आधार से नहीं किया लिंक
1 जनवरी 2026 से आधार से लिंक न होने पर पैन कार्ड अमान्य हो जाएगा। सिर्फ 7 दिन बचे हैं। आयकर विभाग के इस नियम से बैंकिंग, निवेश और टैक्स फाइलिंग पर बड़ा असर पड़ेगा। जानिए क्या है कानूनी प्रावधान और क्यों समय रहते पैन-आधार लिंक करना जरूरी है।
जयपुर नगर निगम द्वारा आयोजित शहरी समस्या समाधान शिविर (16-24 दिसम्बर 2025) ने नागरिकों की समस्याओं का त्वरित निस्तारण किया। सिविल लाइन और मुरलीपुरा जोन में पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों को चेक वितरित किए गए, जन्म-मृत्यु-पंजीयन, कचरा संग्रहण और अन्य सेवाओं से आमजन लाभान्वित हुआ।
अमृत स्टेशन योजना के तहत रेवाड़ी, खैरथल और दौसा स्टेशनों का पुनर्विकास पूर्ण, यात्रियों को आधुनिक व सुविधाजनक स्टेशनों की सुविधा। नवीनीकृत भवन, बेहतर वेटिंग हॉल, लिफ्ट, एस्केलेटर, फुट ओवर ब्रिज, दिव्यांग सुविधा और जल-ऊर्जा संरक्षण से स्टेशनों का स्वरूप आधुनिक हुआ।
विजय हजारे ट्रॉफी में धमाका: कोहली बने सबसे तेज़ लिस्ट A रन बनाने वाले बल्लेबाज
विराट कोहली ने विजय हजारे ट्रॉफी में 16,000 लिस्ट ए रन पूरे कर इतिहास रचा। दिल्ली बनाम आंध्र प्रदेश मुकाबले में 330वें इनिंग्स में 57 नाबाद रन बनाकर कोहली सबसे तेज़ खिलाड़ी बने। उनकी पारी ने न केवल टीम को मजबूती दी, बल्कि भारतीय क्रिकेट में नए कीर्तिमान स्थापित किए।
जयपुर: उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय में क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 70वीं बैठक संपन्न
जयपुर में उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय पर 24 दिसंबर 2025 को क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 70वीं बैठक संपन्न हुई। महाप्रबंधक श्री अमिताभ की अध्यक्षता में हिंदी के प्रयोग और प्रगति की समीक्षा की गई, मरुधरा ई-पत्रिका का विमोचन हुआ और प्रतियोगिता विजेताओं को सम्मानित किया गया।
राजस्थान सरकार ने जारी की फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति-2025, प्रदेश को फिल्मिंग हब बनाने की पहल
राजस्थान सरकार ने फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति-2025 जारी की, जिसमें फिल्म निर्माताओं को सब्सिडी, लोकेशन प्रोत्साहन और छात्रवृत्ति जैसी सुविधाएँ दी जाएँगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की मौजूदगी में नीति ने राज्य को फिल्मिंग हब बनाने का नया मार्ग प्रशस्त किया।
जयपुर में “10 दिन–10 स्थान” सघन सफाई अभियान को मिला जनसमर्थन, शहर चमकने लगा
जयपुर में नगर निगम का “10 दिन–10 स्थान” सघन सफाई अभियान आमजन से व्यापक समर्थन पा रहा है। डॉ. गौरव सैनी के निर्देश में सांगानेर, मालवीय नगर, किशनपोल, हवामहल और सिविल लाइन जोनों में सड़कों, गलियों और नालियों की गहन सफाई कर शहर को स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित बनाने का प्रयास जारी है।
क्या है 'वीर बाल दिवस' के शौर्य का इतिहास ; जानिए साहिबजादों के अमर बलिदान की कहानी
वीर बाल दिवस 26 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह के साहिबजादों जोरावर सिंह और फतेह सिंह के अद्वितीय बलिदान की स्मृति में मनाया जाता है। यह दिन धार्मिक स्वतंत्रता, साहस और नैतिक दृढ़ता के इतिहास को उजागर करता है और भारतीय चेतना में बलिदान की अमर परंपरा को रेखांकित करता है।
यशवंतपुर-बीकानेर रेलसेवा का बिरूर स्टेशन पर अस्थाई ठहराव छह माह के लिए बढ़ाया गया
यशवंतपुर-बीकानेर-यशवंतपुर (द्वि-साप्ताहिक) रेलसेवा का बिरूर स्टेशन पर अस्थाई ठहराव छह माह के लिए बढ़ाया गया है। गाड़ी संख्या 16587/16588 के इस विस्तार से यात्रियों को अधिक सुविधा और सुरक्षित यात्रा का लाभ मिलेगा।
सर्दियों में कोहरे के बीच सुरक्षित रेल संचालन के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे पूरी तरह मुस्तैद
उत्तर पश्चिम रेलवे ने सर्दियों में कोहरे के बीच सुरक्षित रेल संचालन के लिए जयपुर और बीकानेर मण्डलों सहित पूरे नेटवर्क में फॉग सेफ्टी डिवाइस और विशेष सुरक्षा प्रबंध लागू किए। लोको पायलेट्स को जीपीएस आधारित उपकरण उपलब्ध कराए गए, कर्मचारियों को प्रशिक्षण और स्टेशनों पर सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए गए।
जोधपुर-केएसआर बैंगलुरू रेलसेवा अब सुपरफास्ट एक्सप्रेस के रूप में, नए नंबरों के साथ शुरू
उत्तर पश्चिम रेलवे ने जोधपुर-केएसआर बैंगलुरू-जोधपुर एक्सप्रेस रेलसेवा को नये नंबरों के साथ सुपरफास्ट एक्सप्रेस के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया है। गाड़ी संख्या 16507 और 16508 अब क्रमशः 20693 और 20694 के तहत सुपरफास्ट सेवाओं के रूप में चलेंगी, जिससे यात्रियों को तेज़ और सुविधाजनक यात्रा मिलेगी।
जयपुर में 'जॉय इनफिनिटी न्यू ईयर सेलिब्रेशन 2026' में बिखरेगी फिल्मी और संगीत की रंगत
जयपुर के ईडन गार्डन एंड रिसॉर्ट में आयोजित 'जॉय इनफिनिटी न्यू ईयर सेलिब्रेशन 2026' में बॉलीवुड अभिनेत्री डेजी शाह और सिंगर राम गुलाटी की रंगीन परफॉर्मेंस होगी। डीजे आशिका के साथ संगीत, डांस और विशेष फूड मेन्यू के साथ यह कार्यक्रम नववर्ष का यादगार स्वागत बनाएगा।
सर्दी में गर्माहट की पहल: राजस्थान यूथ फाउंडेशन ने जयपुर में वितरित किए 13,500 से अधिक स्वेटर
जयपुर के बुगली देवी कन्हैया लाल चौधरी स्कूल में राजस्थान यूथ फाउंडेशन ने शीतरक्षणम् कार्यक्रम के तहत 13,500 से अधिक स्वेटर वितरित किए। प्रदेश अध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष सरलेश राना, मधु अग्रवाल, रोहित खण्डेलवाल, राजेश खण्डेलवाल, खुशबू खण्डेलवाल और रेखा खण्डेलवाल ने बच्चों को ठंड से सुरक्षा प्रदान की।
सरस राजसखी राष्ट्रीय मेला: सातवाँ दिन महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण आजीविका की मिसाल बना
सरस राजसखी राष्ट्रीय मेले का सातवाँ दिन जयपुर में महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण आजीविका और नवाचार की मिसाल बनकर यादगार रहा। डॉ. किरोड़ी लाल, नेहा गिरि और दिव्याकृति सिंह की उपस्थिति में AGEY वाहनों का शुभारंभ, इन्फ्लुएंसर्स मीट और महिला उद्यमिता कार्यशाला संपन्न हुई।
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर अर्पित किए श्रद्धासुमन
राजस्थान के राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया। राज्यपाल ने वाजपेयी जी के सुशासन, नैतिक और संसदीय मूल्यों को याद करते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
ग्रेट निकोबार आइलैंड डेवलपमेंट एरिया की अधिसूचना, दूसरे एयरफील्ड की शुरुआत और अरावली में बढ़ते पर्यावरणीय संकट ने विकास बनाम संरक्षण की बहस को तेज कर दिया है। यह रिपोर्ट कानूनी पहलुओं और पर्यावरणीय प्रभावों की विस्तृत पड़ताल करती है।
जयपुर/बीकानेर में महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय के दशम दीक्षांत समारोह में राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने विद्यार्थियों को देश और समाज के हित में शोध करने, पर्यावरण संरक्षण व योग-प्राणायाम को अपनाने की प्रेरणा दी। 1,20,812 उपाधियां और 46 पीएचडी शोधार्थियों का सम्मान हुआ।
मावली के राजकीय विद्यालय में रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा स्वेटर वितरण कार्यक्रम आयोजित
मावली के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बोयना में रोटरी क्लब उदयपुर द्वारा आयोजित स्वेटर वितरण कार्यक्रम में अध्यक्ष दीपक मेहता, चेयरमैन निर्मल सिंघवी और सचिव विनित दमानी उपस्थित रहे। इस पहल ने छात्रों के लिए सर्दियों में सुरक्षा और गर्मी सुनिश्चित की।
कपासन तंजीम ए मेवातियों हल्का मेवाड़ खेराड के चुनाव में अकरम हुसैन सदर, जाकिर हुसैन सेक्रेटरी और सिकंदर खान खजांची पद पर विजयी रहे। 1498 मतदाताओं के मतदान और सिराज मोहम्मद की देखरेख में संपन्न यह चुनाव पारदर्शी और कानूनी प्रक्रिया के तहत सम्पन्न हुआ।
Christmas 2025: इस वर्ष भेजें अपने परिवार और दोस्तों को ये शुभकामना संदेश, हो जाएंगे सभी खुश
क्रिसमस 2025 यीशु मसीह के जन्म की स्मृति में मनाया जाने वाला पर्व है, जो शांति, प्रेम और करुणा का संदेश देता है। इस विशेष अवसर पर जानिए क्रिसमस का महत्व, सामाजिक प्रभाव और दोस्तों व परिवार के लिए 10 बेहतरीन शुभकामना संदेश।
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने सीकर-झुंझुनू में 539 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री दिव्यांग स्कूटी योजना के तहत लाभार्थियों को स्कूटी वितरित की गई और जिला प्रशासन की प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया, जिससे क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिला।
मावली में हेमसागर और नाथेला तालाबों से रोड ठेकेदार द्वारा नगर पालिका की मिलीभगत से अवैध मिट्टी का दोहन किया गया। ग्रामीणों और व्यापार मंडल अध्यक्ष निर्मल लोढ़ा ने प्रशासन की मिलीभगत पर सवाल उठाए। उपखंड अधिकारी रमेश सीरवी ने कार्य रोकने की पुष्टि की।
प्रतापगढ़ के छोटीसादड़ी में पुलिस और DST टीम ने ऑपरेशन चक्रव्यूह में बड़ी सफलता पाते हुए 1 क्विंटल 33 किलोग्राम अवैध अफीम डोडाचूरा और अल्टो कार जब्त की। पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य, एएसपी गजेन्द्रसिंह जोधा, पुलिस उप अधीक्षक रामेश्वरलाल और थाना प्रभारी नारायणलाल की अगुवाई में यह कार्रवाई हुई।
दो दिवसीय पशु सखी प्रशिक्षण का सफल समापन, ग्रामीण पशुपालन को मिली नई दिशा
डूंगला के बोजूँदा पशु अनुसंधान केंद्र में आईटीसी मिशन सुनहरा कल और गायत्री सेवा संस्थान के सहयोग से क्लाइमेट स्मार्ट विलेज परियोजना के तहत दो दिवसीय पशु सखी प्रशिक्षण का समापन हुआ। प्रशिक्षण में पशुपालन, वैक्सीनेशन, दुग्ध उत्पादन, एनएलएम और मंगल बीमा योजना की जानकारी दी गई।
डूंगला के गोरक्ष नाथ आश्रम एलवा माता में राजस्थान नाथ समाज अध्यक्ष पद प्रत्याशी सत्यम योगी का डीजे और ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। समाजजनों ने एक स्वर में पूर्ण समर्थन और जीत का भरोसा दिलाया, जिससे नाथ समाज की एकता और शक्ति का प्रभावशाली प्रदर्शन हुआ।
स्नेह सम्मेलनों की मौत? जानिए कैसे खत्म हो रही परंपरा और क्यों नहीं बचा स्नेह सम्मेलन में स्नेह?
प्रवासी राजस्थानी समाज की पहचान रहे स्नेह सम्मेलन कैसे सादगी और आत्मीयता से निकलकर इवेंट कल्चर में बदल गए, इस विस्तृत रिपोर्ट में मनिष पालीवाल ने परंपरा, बदलाव, प्रायोजन संस्कृति और गांव से टूटते रिश्तों की पूरी कहानी को गहराई से उजागर किया है।
सवाई माधोपुर पुलिस ने गंगापुर सिटी में आपसी रंजिश के दौरान हुई फायरिंग मामले के पांच हजार रुपये के ईनामी पंकज गुर्जर को रेलवे स्टेशन के पास गिरफ्तार किया। उनके पास अवैध देशी कट्टा और दो जिन्दा कारतूस बरामद हुए। पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार बेनीवाल ने बताया कि जिले में वांछित अपराधियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
पुलिस ने बौंली में अवैध बजरी परिवहन का किया भंडाफोड़, तीन ट्रैक्टर-ट्रॉली जप्त, चालक फरार
बौंली पुलिस ने दिनांक 23 दिसंबर 2025 को अवैध बजरी परिवहन का भंडाफोड़ करते हुए तीन ट्रैक्टर मय ट्रॉली जप्त की। पुलिस अधीक्षक श्री अनिल कुमार बेनीवाल आईपीएस के निर्देशन में, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री नीलकमल और पुलिस उपाधीक्षक श्री उमेश गुप्ता के सुपरविजन में यह कार्रवाई थानाधिकारी श्री जितेन्द्र सिंह सोलंकी एवं श्री धर्मेन्द्र सिंह सउनि की टीम ने की।
सुशासन दिवस पर कलेक्ट्रेट में शपथ समारोह, अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित
सवाई माधोपुर में 25 दिसंबर को सुशासन दिवस समारोह आयोजित होगा। कलेक्ट्रेट सभागार में सुबह 9ः30 बजे शपथ कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा और भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद किया जाएगा। यह आयोजन सुशासन और प्रशासनिक जवाबदेही को बढ़ावा देगा।
डूंगला में अतिक्रमण पर पंचायत की सख्ती, दस्तावेज़ जमा करने की प्रक्रिया पूरी, अब होगा अंतिम फैसला
डूंगला में ग्राम पंचायत द्वारा चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत नोटिस प्राप्त ग्रामीणों ने मकान और व्यवसाय से जुड़े दस्तावेज़ जमा करा दिए हैं। पंचायत अब इनकी जांच कर अंतिम निर्णय लेगी। उधर, पीडब्ल्यूडी द्वारा हटाए गए अतिक्रमण स्थल पर सड़क निर्माण कार्य जारी है, जिससे ग्रामीणों में खुशी का माहौल है।
सवाई माधोपुर में सम्भागीय आयुक्त नलिनी कठोतिया की अध्यक्षता में बजट घोषणाओं और विभागीय योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित। जिला कलक्टर काना राम, पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार, सीईओ गौरव बुडानिया और उप वन संरक्षक मानस सिंह सहित अधिकारियों को समयबद्ध कार्यपालन और लंबित प्रकरणों के निस्तारण के निर्देश दिए गए।
माउंट आबू से शुरू हुआ अरावली बचाओ अभियान, जिसमें युवा नेता निर्मल चौधरी, वरिष्ठ नेता संयम लोढ़ा और जिला अध्यक्ष लीलाराम गरासिया के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता पैदल यात्रा पर निकले। अभियान का उद्देश्य अरावली पर्वतमालाओं के संरक्षण और जनता में जागरूकता फैलाना है।
CAT Result 2025: लाखों उम्मीदवारों के लिए अब स्कोरकार्ड डाउनलोड का समय
IIM कोझिकोड ने 24 दिसंबर 2025 को CAT 2025 परिणाम घोषित किया। उम्मीदवार अब iimcat.ac.in से स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इस वर्ष कई छात्रों ने 100 प्रतिशताइल हासिल किया, और गैर-इंजीनियरिंग छात्रों ने भी शीर्ष प्रदर्शन किया। MBA प्रवेश प्रक्रिया अब अगले चरणों की ओर बढ़ी है।
अरावली बचाओ अभियान: माउंट आबू से 1000 किलोमीटर की पैदल यात्रा की भव्य शुरुआत
माउंट आबू से अरावली बचाओ अभियान की भव्य शुरुआत हुई। छात्र नेता निर्मल चौधरी और पूर्व विधायक संयम लोढ़ा के नेतृत्व में 1000 किलोमीटर लंबी पैदल यात्रा राज्यभर के युवाओं और ग्रामीणों में जागरूकता फैलाएगी, जिसमें अरावली की जैव विविधता और संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया।
चित्तौड़गढ़ में नगर परिषद परिसर में आयोजित शहरी समाधान शिविर का जिला कलक्टर आलोक रंजन ने निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को आमजन की समस्याओं के त्वरित, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के निर्देश दिए। शिविर में पट्टा संबंधी 43 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
निंबाहेड़ा मार्ग पर चला नगर परिषद का बुलडोज़र: अवैध होर्डिंग्स और स्थायी अतिक्रमण पर सख्त कार्रवाई
चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा मार्ग पर नगर परिषद ने अवैध होर्डिंग्स और स्थायी अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। आयुक्त कृष्ण गोपाल श्रीमाली के निर्देश पर कमलेंद्र प्रताप सिंह सिसोदिया के नेतृत्व में नालों और डिवाइडर पर लगे टीन शेड व होर्डिंग्स हटाए गए।
डूंगरपुर में आचार्य श्री मुदुरत्न सागर का भव्य मंगल प्रवेश, गाजे-बाजे के साथ औटा स्थित नेमीनाथ मंदिर पहुंचे। आचार्य श्री ने साधु-संतों के सानिध्य से समाज में संस्कारों के महत्व पर जोर दिया। महासंघ अध्यक्ष संजय मेहता, मोहित मेहता, वीरेंद्र मेहता सहित कई धर्मप्रेमी और महिलाएं उपस्थित रहीं।
भीलवाड़ा में अरावली की नई परिभाषा पर गहरा आक्रोश, राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा
भीलवाड़ा में ‘जन चेतना जन अधिकार संस्था’ ने अरावली की नई परिभाषा पर गहरा आक्रोश जताया। महेश सोनी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर पुनर्विचार और अरावली संरक्षण की अपील की।
दसवां विशाल निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर आज से, निंबाहेड़ा में सुबह 9 बजे होगा शुभारंभ
चित्तौड़गढ़ के निंबाहेड़ा में हरीश आंजना एजुकेशन सोसायटी द्वारा दसवें विशाल निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन आज सुबह 9 बजे से पेच एरिया परिसर में होगा। शिविर का शुभारंभ पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना एवं पूर्व प्रधान मनोहरलाल आंजना करेंगे, जहां निःशुल्क जांच, दवाइयां व मोतियाबिंद ऑपरेशन की सुविधा उपलब्ध रहेगी।
केशव महाविद्यालय अटरू में सात दिवसीय विशेष राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का भव्य समापन
केशव महाविद्यालय, अटरू में आयोजित सात दिवसीय विशेष राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर का भव्य समापन हुआ। समारोह में कैलाश गंदोलिया, राजेंद्र नागर, राहुल बैरवा, किशनबन जी महाराज सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और स्वयंसेवकों को सम्मानित किया, जिससे युवाओं में समाज सेवा और राष्ट्रभक्ति की भावना का संचार हुआ।
रेलवे स्टेशन स्थित रैनबसेरे का रात्रिकालीन निरीक्षण, विधिक सेवा प्राधिकरण ने व्यवस्थाओं को परखा
चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन परिसर स्थित रैनबसेरे का रात्रिकालीन निरीक्षण प्राधिकरण सचिव सुनिल कुमार गोयल ने किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष मानसिंह चुण्डावत के निर्देश पर बिजली, रजाई, गद्दे, शौचालय, मेडिकल व सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं की जांच कर कमियां दूर करने के निर्देश दिए गए।
दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्नाव रेप केस के आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर की उम्रकैद पर रोक लगाकर उन्हें शर्तों के साथ जमानत दी। पीड़िता ने इंडिया गेट पर विरोध प्रदर्शन किया और अपने गहरे आक्रोश व सुरक्षा की चिंता जताई। यह निर्णय देश में न्याय और सत्ता के दुरुपयोग पर बहस छेड़ रहा है।
ठंड में राहत की पहल: चित्तौड़गढ़ में पलाश और प्रवाह युवा समूह ने जरूरतमंदों को बांटे गर्म वस्त्र
चित्तौड़गढ़ में पलाश युवा समूह और प्रवाह युवा समूह ने सामाजिक सरोकार की मिसाल पेश करते हुए शीत ऋतु के दौरान जरूरतमंद बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को गर्म वस्त्र वितरित किए। इस सेवा अभियान में सुरज सेन, विजय कुमावत, विरेन्द्र सिंह, प्रिंस सुखवाल, दिव्या शर्मा सहित कई युवाओं की सक्रिय भागीदारी रही।
भाजपा शहर मंडल ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर आयोजित की महत्वपूर्ण बैठक, संगठनात्मक मजबूती पर जोर
बारां में भाजपा शहर मंडल ने एसआईआर प्रक्रिया को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें ओ पी पारेता की अध्यक्षता में सारिका सिंह चौहान, लक्ष्मीनारायण केरवालिया, मुकेश केरवालिया सहित अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे। बैठक में संगठनात्मक मजबूती, सक्रिय भागीदारी और आगामी कार्ययोजनाओं पर विस्तार से चर्चा हुई।
चित्तौड़गढ़ के सुभाष चौक पर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, मातृशक्ति एवं दुर्गा वाहिनी ने बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में उग्र प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने जिहादी आतंकवाद का पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया और अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग की।
चित्तौड़गढ़ के दुर्गम घाटा क्षेत्र की अभयपुर पंचायत के पंचुडल गांव की मंजू मीणा ने नर्सिंग ऑफिसर, कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर, नर्सिंग ट्यूटर और नर्स ग्रेड सेकंड पदों पर एक साथ चयनित होकर इतिहास रचा। ग्राम पंचायत द्वारा भव्य सम्मान, समाज में खुशी और बेटियों के लिए प्रेरणा का संदेश।
अग्रसेन विकास परिषद, झालावाड़ का दो दिवसीय परिचय सम्मेलन ऐतिहासिक रूप से संपन्न
झालावाड़ में अग्रसेन विकास परिषद का दो दिवसीय परिचय सम्मेलन ऐतिहासिक रूप से संपन्न हुआ। राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित गर्ग, संरक्षक भुवनेश अग्रवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष यशवंत सिंघल सहित अन्य पदाधिकारियों ने 550 से अधिक युवक-युवतियों का परिचय कराया, जिसमें भारत और विदेशों के प्रतिभागियों का योगदान भी शामिल रहा।
तलवंडी में इम्मानुएल मिशन स्कूल का वार्षिकोत्सव ‘यूफोरिया’ धूमधाम के साथ सम्पन्न
तलवंडी स्थित इम्मानुएल मिशन स्कूल में वार्षिकोत्सव ‘यूफोरिया-एक भारत, एक उत्सव’ बड़े धूमधाम से सम्पन्न हुआ। बच्चों ने नृत्यों और प्रदर्शनी के माध्यम से भारत की संस्कृति, वीरता और राष्ट्रीय गौरव को जीवंत किया। मुख्य अतिथि ग्रुप कैप्टन शैलेंद्र पांडे और डॉ. सैमुअल थॉमस ने प्रेरक संदेश दिए।
दिनदहाड़े सूने मकान में 26 लाख 20 हजार की सनसनीखेज चोरी, मानपुरा में दहशत का माहौल
चित्तौड़गढ़ के मानपुरा कस्बे में दिनदहाड़े सूने मकान से 26 लाख 20 हजार रुपये की नकदी व जेवरात चोरी। मानपुरा निवासी सत्यनारायण कुमावत के घर हुई वारदात से गांव में दहशत। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और जांच जारी है।
चित्तौड़गढ़ में राष्ट्रीय स्वदेशी महोत्सव के दौरान असम के लोक कलाकारों ने बिहू, बोडो, हाजोंग और तीवा नृत्यों की मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। ग्रुप लीडर जीना कुमारी के नेतृत्व में कलाकार दल ने असम की समृद्ध लोक संस्कृति, परंपराओं और जनजातीय जीवनशैली को प्रभावशाली ढंग से मंच पर सजीव किया।
नई दिल्ली में Entrepreneurs Forum of India के मंच पर सुमंगलम ग्रुप के चेतन सैनी ने अपनी नई पुस्तक “Keys to Your Perfect Home” का भव्य विमोचन किया। पुस्तक घर खरीदने और रियल एस्टेट निवेश के जटिल निर्णयों को सरल और व्यावहारिक मार्गदर्शन प्रदान करती है।
चित्तौड़गढ़ में किसान दिवस के अवसर पर चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर क्षेत्र में जय चित्तोड़ फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी द्वारा भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 100 से अधिक किसानों ने भाग लिया। डॉ. सुमेर सिंह और गोपाल धाकड़ ने कृषि व पशुपालन योजनाओं की जानकारी दी तथा प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया।
कोटा में अग्रवाल महिला सम्मेलन का भव्य आयोजन, चरण चौकी में हुआ पौष बड़ा समारोह
कोटा में अग्रवाल महिला सम्मेलन के तहत चरण चौकी में पौष बड़ा का भव्य आयोजन किया गया। महिलाओं ने रंग-बिरंगे वस्त्रों में सुंदर भजन और नृत्य प्रस्तुत किया। संतोष गुप्ता, शोभा मित्तल, सरिता जैन, उमा सिंगल, राधा मित्तल सहित अन्य प्रमुख व्यक्तियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और ठाकुर जी को छप्पन भोग अर्पित किया।
25 December Birthday: आपको 25 दिसंबर, 2025 के लिए जन्मदिन की बधाई!
25 December Janmdin: जन्मदिन की शुभकामनाओं के साथ आपका स्वागत है वेबदुनिया की विशेष प्रस्तुति में। यह कॉलम नियमित रूप से उन पाठकों के व्यक्तित्व और भविष्य के बारे में जानकारी देगा जिनका उस दिनांक को जन्मदिन होगा। पेश है दिनांक 25 को जन्मे व्यक्तियों के बारे में जानकारी : ALSO READ: Putrada Ekadashi 2025: पुत्रदा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा, जानिए महत्व आपका जन्मदिन: 25 दिसंबर दिनांक 25 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 7 होगा। यह अंक वरूण ग्रह से संचालित होता है। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति अपने आप में कई विशेषता लिए होते हैं। आप खुले दिल के व्यक्ति हैं। आप पैनी नजर के होते हैं। किसी के मन की बात तुरंत समझने की आपमें दक्षता होती है। आपकी प्रवृत्ति जल की तरह होती है। जिस तरह जल अपनी राह स्वयं बना लेता है वैसे ही आप भी तमाम बाधाओं को पार कर अपनी मंजिल पाने में कामयाब होते हैं। आपके लिए खास शुभ दिनांक : 7, 16, 25 शुभ अंक : 7, 16, 25, 34 शुभ वर्ष : 2026 ईष्टदेव : भगवान शिव तथा विष्णु शुभ रंग : सफेद, पिंक, जामुनी, मेहरून आपकी जन्मतिथि के अनुसार भविष्यफल करियर: नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए समय सुखकर रहेगा। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। आपके कार्य में तेजी का वातावरण रहेगा। सलाह: नवीन कार्य-योजना शुरू करने से पहले केसर का लंबा तिलक लगाएं। मंदिर में पताका चढ़ाएं। कारोबार: व्यापार-व्यवसाय की स्थिति उत्तम रहेगी। आपको प्रत्येक कार्य में जुटकर ही सफलता मिलेगी। आज के दिन जन्में कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee): भारतीय राजनीतिज्ञ, भारत के 10वें प्रधानमंत्री और कवि। मदन मोहन मालवीय (Madan Mohan Malviya): भारतीय राजनीति और राष्ट्रीयता के क्षेत्र में अमूल्य योगदान। जय भानुशाली (Jai Bhanushali): भारतीय टेलीविजन अभिनेता। नगमा अरविंद मोरारजी (Nagma Arvind Morarji): एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व अभिनेत्री। सत्य प्रकाश श्रीवास्तव (Satya Prakash Srivastava): जिन्हें पेशेवर रूप से राजू श्रीवास्तव और अक्सर गजोधर के नाम से जाना जाता है। सतीश गुजराल जयंती (Satish Gujral Jayanti): प्रसिद्ध चित्रकार। आपको इस खास दिन पर जीवन की सभी खुशियां मिलें। जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ALSO READ: Panchak 2025: साल का अंतिम पंचक, यह क्या होता है? जानें तिथि, महत्व और करने योग्य कार्य
कोटा: बड़े मथुराधीश मंदिर के सामने सरकारी नल से 15 दिनों से बह रहा स्वच्छ पानी, जिम्मेदार गुमनाम
कोटा के पाटनपोल स्थित बड़े मथुराधीश मंदिर के सामने सरकारी नल से 15 दिनों से लगातार स्वच्छ पानी गंदे नाले में बह रहा है। समाजसेवी परमानन्द महावर ने अधिकारियों से शीघ्र नल सुधारने और मंदिर परिसर की सफाई सुनिश्चित करने की मांग की। जिम्मेदारों की लापरवाही से स्वास्थ्य और स्वच्छता पर खतरा बढ़ा है।
Delhi Metro Phase V(A): केंद्रीय कैबिनेट ने दी मंजूरी, राजधानी में स्मार्ट कनेक्टिविटी का नया अध्याय
केंद्रीय कैबिनेट ने दिल्ली मेट्रो Phase V(A) परियोजना के तहत तीन नई कॉरिडोर को मंजूरी दी। आर.के. आश्रम मार्ग से इंद्रप्रस्थ, एरोसिटी से आईजीआई एयरपोर्ट और तुगलकाबाद से कालिंदी कुंज तक विस्तार से राजधानी में बेहतर कनेक्टिविटी और रोजाना लाखों यात्रियों को लाभ मिलेगा।
मंदार गांव का 38वां स्नेह सम्मेलन संपन्न, समाजिक-धार्मिक एकता का बना सशक्त मंच
मुंबई के विरार स्थित परोल फाटा में श्री जैन श्वेतांबर संघ झालों की मंदार का 38वां स्नेह सम्मेलन श्रद्धा और सामाजिक एकता के साथ संपन्न हुआ। सम्मेलन में धार्मिक अनुष्ठान, सम्मान समारोह और समाज के वरिष्ठ व युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने आयोजन को ऐतिहासिक बनाया।
सुशासन सप्ताह-2025 के तहत डीग जिले में ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान ने गति पकड़ी। खोह से कठौल तक आयोजित शिविरों में नामांतरण, पट्टे और पेंशन जैसे मामलों का मौके पर निस्तारण हुआ। नौनेरा निवासी जसमत पुत्र तेजपाल को वर्षों बाद पुश्तैनी मकान का पट्टा मिला, जिससे प्रशासनिक संवेदनशीलता और सुशासन की सशक्त तस्वीर सामने आई।
राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर डीग में जिला कलेक्टर उत्सव कौशल की अध्यक्षता में जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद की बैठक आयोजित हुई। बैठक में उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम-2019 के तहत प्रशासन को आयोग में परिवाद दायर करने की शक्ति, गरीब उपभोक्ताओं को निशुल्क न्याय और बाजार में गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।
Aaj ka panchang: आज का शुभ मुहूर्त: 25 दिसंबर, 2025: गुरुवार का पंचांग और शुभ समय
आज आपका दिन मंगलमय हो! Today Shubh Muhurat 25 December 2025: क्या आप आज कोई नया काम शुरू करने की सोच रहे हैं? या कोई महत्वपूर्ण निर्णय लेने वाले हैं? ज्योतिष और पंचांग के अनुसार, किसी भी शुभ कार्य को सही मुहूर्त में करने से सफलता की संभावना बढ़ जाती है। 'वेबदुनिया' आपके लिए लेकर आया है 25 दिसंबर, 2025 का विशेष पंचांग और शुभ-अशुभ मुहूर्त। ALSO READ: नरेंद्र मोदी के बाद क्या अमित शाह संभालेंगे पीएम की कमान, क्या कहती है लाल किताब आइए जानें आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है। पंचांग:25 दिसंबर, 2025, गुरुवार आज की मुख्य जानकारी: शुभ विक्रम संवत्-2082, शक संवत्-1947, ईस्वी सन्-2025 संवत्सर नाम-सिद्धार्थ अयन-दक्षिणायण मास-पौष पक्ष-शुक्ल ऋतु-शिशिर वार-गुरुवार तिथि (सूर्योदयकालीन)-पंचमी नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-धनिष्ठा योग (सूर्योदयकालीन)-वज्र करण (सूर्योदयकालीन)-बालव लग्न (सूर्योदयकालीन)-धनु आज के शुभ मुहूर्त और चौघड़िया शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक राहुकाल (अशुभ समय):दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक अन्य महत्वपूर्ण जानकारी दिशा शूल-आग्नेय योगिनी वास-दक्षिण गुरु तारा-उदित शुक्र तारा-अस्त चन्द्र स्थिति-कुम्भ आज के विशेष उपाय: आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:। आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण भेंट करें। वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं। आज के व्रत, त्योहार और विशेष घटनाएं- रवियोग/क्रिसमस डे यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें। (निवेदन: उपरोक्त विवरण पंचांग पर आधारित है। विभिन्न पंचांगों में slight changes संभव हैं।) -ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com ALSO READ: Panchak 2025: साल का अंतिम पंचक, यह क्या होता है? जानें तिथि, महत्व और करने योग्य कार्य
सुशासन सप्ताह में केवलादेव की स्वच्छता का संकल्प, प्रशासनिक कारवां ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश
सुशासन सप्ताह और राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने पर भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में पंच गौरव थीम पर विशेष सफाई अभियान आयोजित हुआ। जिला कलक्टर कमर चौधरी के नेतृत्व में अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने श्रमदान कर प्लास्टिक कचरा हटाया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।
बृजनगर में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने पीएचईडी और चंबल परियोजना के अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक लेकर लीकेज, खारे पानी और अनियमित आपूर्ति पर सख्त निर्देश दिए। ‘जल चौपाल’ और गांव-गांव रूट चार्ट के जरिए अंतिम छोर तक शुद्ध पेयजल पहुँचाने की ठोस पहल।
कैसे हुआ था ईसाई धर्म के मसीह का जन्म ; जानिए यीशु के जन्म की गाथा
बीथलहम में यीशु मसीह का जन्म एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक घटना थी, जिसने मानवता और विश्वास में अमिट छाप छोड़ी। इस लेख में मरियम और जोसेफ की यात्रा, जन्मस्थल की परिस्थितियाँ, चरवाहों और मगियों के दर्शन सहित पूरे जन्म की कथा का संक्षिप्त और गहराईपूर्ण विवरण प्रस्तुत किया गया है।
विद्यालय परिसर में श्रद्धा और संस्कृति का संगम: विद्यानिकेतन विद्यालय में विधिवत तुलसी पूजन संपन्न
स्थानीय विद्यानिकेतन उच्च माध्यमिक विद्यालय में पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ तुलसी पूजन कार्यक्रम का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ। प्रधानाचार्य लाल सिंह शक्तावत एवं कार्यक्रम प्रभारी लक्ष्मी जैन ने विद्यार्थियों को तुलसी के धार्मिक, सांस्कृतिक, औषधीय एवं पर्यावरणीय महत्व से अवगत कराया।
गीतांजलि विद्यालय में सडक़ सुरक्षा का संकल्प, बच्चों को नियमों की दी गई व्यवहारिक सीख
नोहर के गीतांजलि उच्च माध्यमिक विद्यालय में परिवहन विभाग और यातायात पुलिस द्वारा सडक़ सुरक्षा सेमिनार आयोजित किया गया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीता चौधरी और परिवहन अधिकारी रायसिंह जांगिड़ ने विद्यार्थियों को यातायात नियमों, हेलमेट, सीट बेल्ट और सुरक्षित ड्राइविंग के महत्व की जानकारी दी।
नोहर स्थित श्रीमती नर्बदा देवी बिहानी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एनएसएस की इकाई प्रथम एवं द्वितीय के सात दिवसीय विशेष शिविर का शुभारंभ हुआ। स्वच्छता अभियान और नशा मुक्ति जागरूकता रैली के माध्यम से स्वयंसेवियों ने सामाजिक जिम्मेदारी और सेवा का सशक्त संदेश दिया।
नोहर में समाजसेवा की मिसाल: राजकीय बालिका स्कूल की छात्राओं को मिला सर्दी से राहत का संबल
नोहर में जिला महापंचायत हनुमानगढ़ और पूज्य सिंधी पंचायत द्वारा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय नंबर 2 की छात्राओं को स्वेटर वितरण किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा, नशामुक्ति और सामाजिक सहयोग का संदेश देते हुए बच्चों को लक्ष्य के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया गया।
रायपुर उपखंड के झाला की चौकी क्षेत्र में हुए दर्दनाक हादसे में भगवानपुरा निवासी मुकेश सिंह की मौत के बाद ग्रामीणों ने बर चिकित्सालय के सामने छह घंटे धरना प्रदर्शन किया। मुआवजे की मांग पर सहमति बनी और मृतक परिवार को पांच लाख रुपये मिले, वहीं टोल एम्बुलेंस कर्मचारियों पर लापरवाही का मामला दर्ज हुआ।
डिजिटल उपभोक्ता न्याय की ओर निर्णायक कदम, जागरूकता से ही मिलेगा त्वरित समाधान अशोक जैन, एडवोकेट
भीलवाड़ा में राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में डिजिटल उपभोक्ता न्याय, ई-कंप्लेंट प्रणाली और समयबद्ध निस्तारण पर व्यापक विमर्श हुआ। उपभोक्ता कल्याण समिति राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष अशोक जैन एडवोकेट ने जागरूकता को सशक्त लोकतंत्र की नींव बताया।

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