भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार और BJP लीडर मनोज तिवारी, दिल्ली की नॉर्थ ईस्ट लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। लगातार दो बार से इसी सीट से सांसद हैं। मनोज सियासी बयानों से ज्यादा अपने पुराने गानों की वजह से चर्चा में रहते हैं। हालांकि, उन्हें इससे कोई परहेज भी नहीं है। ‘बेबी बियर पीते-पीते’ गाने को लेकर आरोप लगते हैं, तो कहते हैं, ‘मेरे गाने समझने के लिए हैं, समझ जाएंगे तो आरोप नहीं लगाएंगे।’ हालांकि, किसी को दुख पहुंचने की बात कहकर ऑन कैमरा माफी भी मांग लेते हैं। शराब घोटाले को लेकर AAP पर हमला बोलते हैं, लेकिन इसी घोटाले में फंसे शरत रेड्डी के BJP को चंदा देने की बात पर कुछ नहीं बोलते। दिल्ली में छठे फेज में 25 मई को चुनाव होने हैं। शराब घोटाले से लेकर कन्हैया कुमार और प्रज्वल रेवन्ना तक सभी मुद्दों पर दैनिक भास्कर ने मनोज तिवारी से बात की। पढ़िए और देखिए पूरा इंटरव्यू… सवाल: BJP ने इस बार 6 कैंडिडेट बदल दिए, सिर्फ आप बचे। 2019 के चुनाव में भी जीते हुए कैंडिडेट्स के टिकट काटे गए थे। BJP इतने एक्सपेरिमेंट क्यों करती है?जवाब: ये पार्टी का फैसला है। पार्टी कई बार काम बदलती है। हम कार्यकर्ता भाव में रहते हैं। हमें आप संगठन का काम करने को कहेंगे, तो हम वो भी करेंगे। कार्यक्रम में दरी बिछाने को कहा जाएगा, तो वो भी बिछा देंगे। मोदीजी ने ही ये सोचा कि महिलाएं बिना टॉयलेट के न रहें। गैस कनेक्शन महिलाओं को मिलना चाहिए। कोई भी व्यक्ति बिना बैंक खाते के न रहे। यहां तक कि अगर कोई बड़ी बीमारी आए तो लोगों का मुफ्त इलाज होना चाहिए। इंटरमीडिएट पास करने बाद बच्चों को 20 लाख रुपए मिलने चाहिए, ताकि वे अपना काम शुरू कर सकें। इतना सोचने वाला देश में कौन है। मोदी जी ने ही सोचा न। मुद्दा ये नहीं है कि किसको टिकट मिला या नहीं। मुद्दा ये है कि BJP ने काम किया या नहीं। सवाल: BJP 10 साल से सत्ता में है। फिर काम गिनाने की बजाय हिंदू-मुसलमान करने की जरूरत क्यों पड़ रही है। मोदी जी मंगलसूत्र और संपत्ति बंटवारे का मुद्दा उठा रहे हैं?जवाब: हम कहां हिंदू-मुसलमान कर रहे हैं। हम तो सबका साथ, सबका विकास कहते और करते हैं। वे कह रहे हैं कि हम सबकी प्रॉपर्टी की जांच करेंगे और मुसलमानों में बिना भेदभाव बांट देंगे। आप ही सोचिए किसी की एक इंच जमीन भी अगर कोई ले लेता है, तो लाठियां चल जाती हैं। फिर ये तो संपत्ति बांटने की बात है। आप कैसे किसी की संपत्ति किसी और को बांट सकते हैं। वो भी मुसलमानों के बीच बांटने की बात कह रहे हैं। आप तो ये कह रहे हैं कि अगर आपके बगल में कोई मुसलमान परिवार रह रहा है और उनके पास खाने को कुछ नहीं है, तो आपका मंगलसूत्र काट-काटकर उन्हें दे दो। देश ऐसे चलेगा क्या। इससे दंगे नहीं होंगे। सवाल: विपक्ष की बातों की चर्चा करने की बजाय आप अपने काम भी तो बता सकते हैं?जवाब: अरे वाह, अगर आदमी इतने खतरनाक मंसूबे के साथ आया है, तो हमें उसके बारे में बताना जरूरी है। जनता को अवेयर करना भी तो हमारा काम है। हम लोगों को अवेयर भी कर रहे हैं और अपना काम भी बता रहे हैं। हमने देखा है केदारनाथ सजते-संवरते, मोदी जी के राज में धुन विकास की बजते। सवाल: आपने पहले ही कह दिया था कि शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल भी गिरफ्तार होंगे। अब आम आदमी पार्टी कह रही है कि BJP पहले से साजिश रच रही थी?जवाब: मुझे शक था कि वो भी इस घोटाले में शामिल हैं, लेकिन ये पता नहीं था कि यही किंगपिन हैं। जांच के बाद तो सब साफ हो गया। अब हम क्या करें, जो जैसे करम करेगा, वो वैसा भरेगा। सवाल: आपको पता था कि अरविंद केजरीवाल जेल जाएंगे?जवाब: नहीं, पता नहीं था। पर अब तो सब साफ है। सवाल: शराब घोटाले में शामिल रहे शरत रेड्डी ने BJP को चंदा दिया। क्या घोटालेबाज से इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा लेना ठीक है?जवाब: मुझे इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन जो भी इस पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें कोर्ट जाना चाहिए। सवाल: सवाल आप से भी पूछे जाएंगे। दिल्ली का स्कैम है और आप दिल्ली से ही चुनाव लड़ रहे हैं?जवाब: मुझे केस की जानकारी नहीं है। अब हर आदमी को हर बात की जानकारी नहीं हो सकती। अगर कोई मुद्दा बना रहा है तो याचिका दाखिल करनी चाहिए। हमें सच में शरत रेड्डी के बारे में कुछ नहीं पता। सवाल: आम आदमी पार्टी के पास मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और मॉडर्न स्कूल है। दिल्ली में आपके पास क्या है, आपके तो पुराने सांसद भी नहीं हैं?जवाब: आप कहां रहती हैं। कभी दिल्ली वासियों से पूछिए कि क्या बिजली वाकई मुफ्त है। ये 200 यूनिट बिजली फ्री देने की बात करते हैं। राष्ट्रपति शासन में हम भी 100 यूनिट बिजली मुफ्त दे रहे थे। मतलब, इतनी बिजली तो 2014 के पहले से ही फ्री है। अब जरा झोल भी समझिए। सवाल: आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी कह रही हैं कि BJP उन्हें बुला रही है। आप लोग कॉन्टेक्ट कर रहे हैं क्या?जवाब: उनके पास कोई रिकॉर्ड है क्या। वे आपस में ही उलझे हुए हैं। आपस में ही सत्ता संघर्ष चल रहा है। उन्हें दिल्ली की चिंता नहीं है। अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि आतिशी और सौरभ भारद्वाज को भी जेल में लाओ। आतिशी कह रही हैं कि दुर्गेश पाठक और राघव चड्ढा को भी लाओ। सवाल: कन्हैया कुमार के बारे में आप कह रहे हैं कि वे देश के टुकड़े-टुकड़े करने की भावना रखते हैं। कोर्ट में तो साफ हो गया था कि नारे उन्होंने नहीं लगाए?जवाब: वो वीडियो सबके पास है। इसी आम आदमी पार्टी ने कन्हैया कुमार के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा चलाने की परमिशन दी और आज उसी के साथ सुनीता केजरीवाल फोटो खिंचा रही हैं। कन्हैया उनसे मिल रहे हैं। इसका मतलब है कि आतंकवादी पन्नु ने जो कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आतंकवादियों से भी चंदा लिया है, वो बिल्कुल सही है। सवाल: कन्हैया कुमार को बेगूसराय से यहां लाने के पीछे क्या वजह लगती है?जवाब: अब ये तो कांग्रेस के नए अध्यक्ष बताएंगे, पुराने तो इस्तीफा दे चुके हैं। कांग्रेस में कोई भी कन्हैया कुमार में इंटरेस्टेड नहीं है। सब कार्यकर्ता घर बैठे हैं। सवाल: कॉलेज के समय आप ABVP में रहे। चुनाव लड़ने का मौका आया तो समाजवादी पार्टी में चले गए। आपको BJP पर भरोसा नहीं था क्या?जवाब: मैं 1991, 92 और 93 में ABVP में था। 2009 में मैंने चुनाव लड़ा था, लेकिन वो मेरी गलती थी। मैं वहां सिर्फ 3 महीने ही रहा। सवाल: समाजवादी पार्टी और BJP के कल्चर में कोई फर्क दिखा?जवाब: समाजवादी होना अच्छी बात है, लेकिन समाजवादी पार्टी में कोई समाजवाद नहीं है। समाजवाद असल में BJP में है। सवाल: आप 2014 में करीब डेढ़ लाख वोटों से जीते और 2019 में करीब पौने चार लाख वोटों से। ऐसा क्या कर रहे हैं कि दिल्लीवाले आपको वोट दे रहे हैं?जवाब: मैं आपको ईमानदारी से बताऊं, मैं तो लोगों की डांट भी सुनता हूं। अभी प्रचार के दौरान दो लोग ऐसे मिले, जो मुझसे नाराज थे। इनमें से एक ने मेरे गले में माला डाली और गुस्से में बोले- ये लो। ये हम आपको नहीं, मोदी जी को पहना रहे हैं। मैंने हाथ जोड़कर कहा कि क्या हुआ बाबूजी, क्यों नाराज हैं और आगे बढ़ गया। फिर उन्हीं लोगों ने कहा-अरे उसे बुलाओ, हनुमान जी का टीका लगाना है। उतनी देर में उनका मन बदल गया। जनता मुझसे प्यार करती है। सवाल: बंगाल के संदेशखाली केस में BJP और PM ने TMC पर निशाना साधा, लेकिन क्या प्रज्वल रेवन्ना को टिकट देने से पहले आप लोगों ने उनका बैकग्राउंड नहीं खंगाला था?जवाब: BJP में कोई व्यक्ति आएगा तो हम उसकी प्रत्यक्ष जानकारी के आधार पर ही उसे देखेंगे। किसी गड़बड़ी का पता चलेगा, तभी उसे सजा देंगे। सवाल: आप लोग TMC पर निशाना साधते हैं कि उनका नेता ये सब करता रहा और ममता को पता तक नहीं चला। प्रज्वल रेवन्ना का मामला 6 महीने पहले सामने आ गया था। अब तो ये आप से भी पूछा जाएगा?जवाब: नहीं, ये गलत है। BJP को कुछ भी पता नहीं था। संदेशखाली और प्रज्वल रेवन्ना का मामला अलग-अलग है, इन्हें जोड़ा नहीं जाना चाहिए। हमें जैसे ही पता चला हमने प्रज्वल रेवन्ना को सजा दी और सस्पेंड कर दिया। संदेशखाली में तो तुरंत शिकायत की गई थी। अगर कल को मैं भी कुछ गलत करता हूं, तो मुझे भी पार्टी सजा देगी। यहां किसी की गलती को बख्शा नहीं जाता। सवाल: बेबी बियर पीके गाने की 2020 में भी चर्चा थी। इस बार भी आप पर अश्लीलता फैलाने और स्त्री विरोधी होने का आरोप लग रहा है। रिंकिया के पापा गाने से भी दिक्कत थी। ऐसे गाने क्यों गाते हैं?जवाब: मेरे गाने समझने के लिए हैं। वो रील हैं, रियल नहीं हैं। उसमें किसी ने गाना लिखवाया, किसी ने गवाया। रील और रियल में तो बहुत अंतर होता है। सवाल: आप जब जनप्रतिनिधि बनते हैं तो आपकी रील, रियल और जो भी लाइफ होती है, उसे खंगाला जाता है?जवाब: नहीं, रील तो रील होती है। अभी राज बब्बर की फिल्म की एक क्लिप वायरल हो रही है। वो उनका रील है। रियल नहीं है। राज बब्बर उस वक्त कैरेक्टर में हैं। हमारी रील और रियल लाइफ अलग-अलग है। अगर हमने किसी को रियल लाइफ में तकलीफ दी हो या किसी का अपमान किया हो, तो वो गलत है। सवाल: आप मानते हैं कि रील लाइफ में जो गाने बनाए, वो आलोचना के लायक हैं?जवाब: नहीं, नहीं। संयोग से मैंने वहां पर देख-दाखकर ही गाने किए। सवाल: मैं भी महिला हूं। बेबी बियर पीते-पीते गाने पर मुझे भी एतराज है। लड़कियों को ही बियर पीने से क्यों मना कर रहे हैं, लड़के भी तो पीते हैं?जवाब: हंसते हुए। मैंने लड़कों के लिए भी गाया है। आपको सुनाता हूं, 'माना तनि बतिया बबुआ, छोड़ दे अदतिया। पाउच पियला से नाहीं बनी कुल की इजतिया...।' देखिए मैं ये नहीं कहता कि शराब पीना अनैतिक है, लेकिन हम जिस समाज से आए हैं, वहां शराब पीना अच्छा नहीं माना जाता है। हालांकि, फिर भी मैं क्षमा मांगता हूं। मैं कौन होता हूं, ये कहने वाला कि पियो या न पियो। बस मेरा ये विचार है। सवाल: आम आदमी पार्टी को आपसे बहुत दिक्कत है। आपने ये भी कहा था कि उन लोगों ने आपके साथ धक्का-मुक्की की थी। ये सब कब हुआ?जवाब: 1997 में वजीराबाद पुल से एक स्कूल बस गिर गई थी। 29 बच्चों की मौत हुई थी। उस वक्त दिल्ली में BJP की सरकार थी। चीफ मिनिस्टर साहेब सिंह वर्मा जी थे। उन्होंने ब्रिज बनवाने के लिए तुरंत 465 करोड़ रुपए सेंक्शन कराए। एक साल बाद दिल्ली से BJP की सरकार चली गई और कांग्रेस की सरकार आ गई। उस ब्रिज का कोई काम नहीं हुआ और बजट बढ़कर 1100 करोड़ हो गया। मैं 2014 में सांसद बना, तो ब्रिज का काम शुरू कराया और बढ़ा बजट सेंक्शन कराया। जब तक पुल बनकर तैयार हुआ, तब तक आम आदमी पार्टी की सरकार आ गई। अब आम आदमी पार्टी ने कहा कि पुल का उद्घाटन वो करेंगे। हमने कहा आपको शरम नहीं आती, पुल का प्रोजेक्ट साहेब सिंह वर्मा ने पास किया और मैंने इसे पूरा कराया। बस इसी बात को लेकर बखेड़ा हो गया। हम उद्घाटन में नहीं जाना चाहते थे, लेकिन हमारे लोगों ने जाने को कहा, तो जाना पड़ा। अरविंद केजरीवाल हमें उद्घाटन में जाने नहीं देना चाह रहे थे। फिर वहां थोड़े झगड़े हुए, केस अब भी चल रहे हैं। सवाल: मतलब आपको उद्घाटन में नहीं बुलाया गया था?जवाब: नहीं, इसीलिए तो हम आज खुलकर बोल रहे हैं कि फिर हमने भी अरविंद केजरीवाल को किसी उद्घाटन में नहीं बुलाया। यहां तक कि PM नरेंद्र मोदी जी ने फिर किसी भी योजना का उद्घाटन दिल्ली में नहीं किया। हमें NH-24 का उद्घाटन उत्तर प्रदेश में जाकर करना पड़ा। द्वारका एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हरियाणा में जाकर करना पड़ा। हमने फैसला किया कि उस निगेटिव व्यक्ति के साथ खड़ा ही नहीं होना है। सवाल: एक बार और धक्का मुक्की हुई थी न?जवाब: हां, तब तो उदित राज भी थे। उनके साथ मारपीट भी हुई थी। पता नहीं वो आज उनके साथ क्यों खड़े हो गए हैं। सवाल: ये तो आपसे पूछा जाना चाहिए कि आपके दोस्त उदित राज वहां कैसे चले गए?जवाब: कोई बात नहीं..जिसने जो रास्ता चुना, वो उसका फैसला था। आज दिल्ली की जनता ठगा महसूस कर रही है। 15 साल और 10 साल अलग-अलग कांग्रेस और AAP ने जनता को मूर्ख बनाया। अब मिलकर बेवकूफ बनाना चाहते हैं। ......................................................... स्टोरी में सहयोग: रोहित श्रीवास्तव, कैमरापर्सन ......................................................... ये इंटरव्यू भी पढ़िए
'रेड्डी के कारनामे सभी ने सुने हैं। बेल्लारी में उन्होंने खूब पैसा लूटा। जेल भी गए। विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी बनाकर चुनावी मैदान में उतरे थे, पैसे के दम पर सिर्फ खुद जीत पाए। करोड़ों में पैसा बहा दिया।' - अफाक हुसैन, बेल्लारी के रहने वाले 'बेल्लारी में BJP का पलड़ा भारी है क्योंकि जनार्दन रेड्डी BJP में आ गए हैं। बेल्लारी के आसपास के चार से पांच जिलों में उनका प्रभाव है। वे किंगमेकर हैं। BJP को इस बार जरूर फायदा होगा।' -गांधी कुमार गौड़, बेल्लारी के रहने वाले दो लोग, दोनों की अलग-अलग बातें, लेकिन एक नाम कॉमन है- जनार्दन रेड्डी। बेल्लारी के माइनिंग किंग, जिन्होंने कर्नाटक में पहली बार BJP को जिताने में अहम रोल निभाया था। BJP की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज जिन्हें भाई मानती थीं। बेल्लारी में 7 मई को वोटिंग है। चुनाव की रिपोर्टिंग के लिए दैनिक भास्कर की टीम यहां पहुंची। बीते 10-12 साल में बेल्लारी और जनार्दन रेड्डी दोनों की कहानी बदल गई है। बेल्लारी में अब अवैध माइनिंग नहीं होती। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद यहां बहुत सख्ती है और तय नियमों के तहत कुछ कंपनियां ही माइनिंग कर रही हैं। जनार्दन रेड्डी के तो बेल्लारी आने पर रोक है। यहां उनका बहुत बड़ा बंगला है, लेकिन वे इसमें रह नहीं सकते। उनकी पत्नी अरुणा लक्ष्मी और बेटी यहां रहती हैं। जनार्दन बेल्लारी के पास गंगावती में रहते हैं और वहीं से विधायक हैं। अरुणा लक्ष्मी ने बेल्लारी सिटी सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थीं। जनार्दन रेड्डी दोबारा BJP में शामिल हुए तो कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘35 हजार करोड़ के घोटाले के आरोपी जनार्दन रेड्डी BJP में शामिल हो गए। उनके खिलाफ CBI के 9 केस समेत अलग-अलग 20 मामले चल रहे हैं। जंगलों और खदानों को बर्बाद करने के आरोप हैं। जमानत के बदले जज को 40 करोड़ में खरीदने की कोशिश के आरोप हैं। BJP दिल खोलकर उनका स्वागत कर रही है।’ दरअसल, कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले जनार्दन रेड्डी ने BJP छोड़कर कल्याण राज्य प्रगति पार्टी के नाम से अपनी पार्टी बना ली थी। 40 कैंडिडेट्स को चुनाव में उतारा। खुद गंगावती से लड़े और पत्नी अरुणा लक्ष्मी को बेल्लारी से लड़ाया। 40 कैंडिडेट्स में से सिर्फ जनार्दन रेड्डी ही जीत सके। हालांकि, बेल्लारी के आसपास आने वालीं 10 सीटों में से 9 में BJP हार गई। दो महीने पहले मार्च में जनार्दन रेड्डी फिर BJP में शामिल हो गए। बोले, ‘मैं BJP को समर्थन देना चाहता था, लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के कहने पर अपनी पार्टी का BJP में विलय कर लिया।’ श्रीरामुलु-रेड्डी की जोड़ी के जरिए बेल्लारी जीतने की कोशिशबेल्लारी में एक वक्त जनार्दन रेड्डी और बी. श्रीरामुलु की जोड़ी मशहूर थी। श्रीरामुलु शेड्यूल ट्राइब के बड़े नेता माने जाते हैं। वहीं, जनार्दन रेड्डी के पास पैसों की ताकत है। इन दोनों के दम पर BJP 2004 से 2013 के बीच नॉर्थ कर्नाटक में आने वाले बेल्लारी, रायचूर और कोप्पल जिलों में चुनाव जीतती रही। BJP ने बेल्लारी से इस बार भी बी. श्रीरामुलु को कैंडिडेट बनाया है। अब जनार्दन भी पार्टी में आ गए हैं। ऐसे में पार्टी को उम्मीद है कि बेल्लारी में एक बार फिर पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। हालांकि हम बी. श्रीरामुलु से मिले तो उनकी बातों से ऐसा अहसास हुआ कि उनके और जनार्दन रेड्डी के बीच अब दूरी आ चुकी है। जनार्दन के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि वो भी यहां के नेता हैं। उनसे कुछ फायदा हो सकता है। पहले मेरी उनसे बात होती थी, लेकिन अब उतनी बात नहीं होती। BJP-रेड्डी का साथ आना, दोनों के लिए फायदेमंदरेड्डी से जुड़े लोग मान रहे हैं कि BJP में शामिल होने से उनके खिलाफ चल रहे क्रिमिनल केस में राहत मिल सकती है। इसमें अवैध माइनिंग का केस भी है, जिसकी जांच CBI कर रही है। इसी केस में जनार्दन अरेस्ट हुए थे। वे 2015 से जमानत पर हैं। BJP के नजरिए से देखें तो रेड्डी के आने से बेल्लारी बेल्ट में पार्टी को फायदा हो सकता है। 2004 से पहले बेल्लारी में कांग्रेस का दबदबा था। रेड्डी की वजह से 2004 में BJP पहली बार यहां जीती। इससे बाद रेड्डी पर अवैध माइनिंग और करप्शन के आरोप लगने लगे। 2011 के बाद BJP उनसे दूरी बनाने लगी। सुषमा स्वराज ने भी रेड्डी से दूरी बना लीं। हालांकि, इस दौरान जनार्दन के दोनों भाई BJP में रहे और चुनाव भी लड़ा। उनके खास दोस्त कहे जाने श्रीरामुलु भी BJP में बने रहे। अब समर्थकों का कहना है कि जनार्दन के पार्टी में आने से एक बार फिर पुरानी स्थिति बन गई है। BJP यहां की सभी सीटें जीतेगी। श्रीरामुलु के सामने कांग्रेस ने 4 बार के विधायक तुकाराम को उताराBJP के श्रीरामुलु के सामने कांग्रेस कैंडिडेट ई. तुकाराम बड़ी चुनौती माने जा रहे हैं। वे चार बार के विधायक हैं। बेल्लारी में उनकी अच्छी इमेज है। हालांकि, वे बेल्लारी से चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं थे। कांग्रेस उन्हें बेल्लारी से लड़ाना चाहती थी। इसलिए उन्हें मनाने के लिए दो ऑफर दिए गए। 1. अगर तुकाराम बेल्लारी से जीत जाते हैं, तो अगले चुनाव में उनकी बेटी को संदूर सीट से टिकट दिया जाएगा। तुकाराम संदूर से ही विधायक हैं।2. अगर तुकाराम बेल्लारी से हार जाते हैं, तब उन्हें सिद्धारमैया सरकार में मंत्री बनाया जाएगा। तुकाराम भी दिल्ली जाने की बजाय कर्नाटक की राजनीति में बने रहना चाहते हैं। बेल्लारी में कांग्रेस के सिटी प्रेसिडेंट अल्लम प्रशांत कहते हैं, 'हमने बेस्ट कैंडिडेट को टिकट दिया है। तुकाराम डबल डिग्री होल्डर हैं। फाइनेंस में मास्टर किया है। चार बार के विधायक हैं। पूरा सिस्टम जानते हैं। इसलिए लोगों का उन पर भरोसा है।' प्रशांत कहते हैं, ‘कांग्रेस की 5 गारंटी स्कीम्स चल रही हैं, उनका फायदा भी लोकसभा चुनाव में मिलना तय है। महिलाओं के वोट हमें मिलेंगे क्योंकि उन्हें हर महीने 2 हजार रुपए के साथ फ्री बस ट्रैवल और तमाम सुविधाएं दी जा रही हैं।’ वे कहते हैं, ‘विधानसभा चुनाव में जैसी लहर कांग्रेस के पक्ष में थी, वही अब भी है। BJP कितने दवाब में है, ये इससे समझा जा सकता है कि उन्होंने मौजूदा सांसद का टिकट काटकर विधानसभा चुनाव में हारे बी. श्रीरामुलु को कैंडिडेट बनाया है। मौजूदा BJP सांसद ने यहां कोई डेवलपमेंट नहीं किया। इसलिए उनके खिलाफ एंटी इनकम्बेंसी है। शायद इसलिए उनका टिकट काटा गया है।’ श्रीरामुलु PM मोदी के सहारे, बोले- लोगों की सहानुभूति मेरे साथBJP कैंडिडेट बी. श्रीरामुलु 2014 से 2019 के बीच बेल्लारी से सांसद रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें बेल्लारी से टिकट दिया था, लेकिन वे चुनाव हार गए। श्रीरामुलु कहते हैं, ‘ये लोकल नहीं, बल्कि देश का चुनाव है। 2014 में मैं सांसद बना था, तब मैंने रोड और रेल कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए काफी काम किया। इस बार मैं जीतूंगा तो किसानों की दिक्कतें दूर करना चाहता हूं।' 'PM मोदी कह चुके हैं कि बेल्लारी की जींस इंडस्ट्री को मेक इन इंडिया इनिशिएटिव के तहत डेवलप किया जाएगा। इसके जरिए 50 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।’ जींस और खिलौना इंडस्ट्री सबसे बड़े चुनावी मुद्देबेल्लारी में जींस और खिलौने बड़े चुनावी मुद्दे बन गए हैं। दरअसल बेल्लारी को अहमदाबाद के बाद जींस इंडस्ट्री का सबसे बड़ा हब माना जाता है। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के पहले राहुल गांधी ने बेल्लारी की जींस इंडस्ट्री के लिए 5 हजार करोड़ का स्पेशल पैकेज देने की घोषणा की थी। सरकार बनने के 9 महीने बाद भी ये वादा पूरा नहीं हुआ है। इसी बात का जिक्र PM मोदी ने बेल्लारी की सभा में किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शहजादे ने कर्नाटक में सत्ता में आने पर पैकेज देने का वादा किया था। एक बार फिर वो यही वादे दोहराकर जा रहे हैं। बेल्लारी से सटा कोप्पल टॉय इंडस्ट्री के लिए जाना जाता है। PM ने कहा कि कोप्पल की टॉय इंडस्ट्री में हजारों करोड़ का इनवेस्टमेंट किया गया है, जिससे यहां स्थानीय लोगों को नौकरी मिल रही है। ............................................ कर्नाटक से इलेक्शन से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए
तारीख- 23 अक्टूबर 1990, समय- रात 1.30 बजे। बिहार के समस्तीपुर स्थित सर्किट हाउस के कमरा नंबर 7 में दरवाजे पर दस्तक हुई। लालकृष्ण आडवाणी दरवाजा खोलते हैं। सामने खड़े दो अफसर कहते हैं- आप गिरफ्तार हो गए हैं। इस घटना के बाद बीजेपी ने केंद्र सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया और महज 11 महीने पहले प्रधानमंत्री बने वीपी सिंह की कुर्सी खतरे में पड़ गई। राजीव गांधी ने इसे एक मौके की तरह देखा। वे अगला प्रधानमंत्री अपनी पसंद का बनाना चाहते थे। राजीव की लिस्ट में तीन लोग थे- ज्योति बसु, देवीलाल और चंद्रशेखर। राजीव ने गृह मंत्रालय के सचिव अरुण प्रसाद मुखर्जी से कहा कि पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री ज्योति बसु के साथ एक सीक्रेट मीटिंग फिक्स करो। मीटिंग में राजीव गांधी खुद नहीं गए, बल्कि अपना दूत भेजा। पश्चिम बंगाल के डीजीपी रहे अरुण प्रसाद मुखर्जी अपनी किताब ‘अननोन फैक्ट्स ऑफ राजीव गांधी, ज्योति बसु, इंद्रजीत गुप्ता’ में लिखते हैं कि ये मीटिंग पूर्व सांसद बिप्लब दासगुप्ता के घर पर हुई। ज्योति बसु ने राजीव गांधी को मैसेज भिजवाया कि वह पीएम बनने का फैसला खुद नहीं कर सकते। इसका निर्णय सीपीएम की सेंट्रल कमेटी या पोलित ब्यूरो करेगी। सीपीएम ने राजीव के इस ऑफर को ठुकरा दिया। बाद में राजीव के समर्थन से चंद्रशेखर प्रधानमंत्री बने। अगर पार्टी राजी हो जाती तो वे प्रधानमंत्री बनने वाले पहले कम्युनिस्ट नेता होते। ज्योति बसु ने बाद में कहा कि ये उनकी पार्टी की ऐतिहासिक गलती थी। पूर्व लोकसभा स्पीकर और कम्युनिस्ट नेता रहे सोमनाथ चटर्जी ने भी माना कि ज्योति बसु पीएम बनते तो लेफ्ट पार्टियों को एक नया रूप मिलता। ‘पीएम इन वेटिंग’ सीरीज के छठे एपिसोड में आज ज्योति बसु की कहानी, जिन्हें उनकी ही पार्टी ने प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया… लंदन से लॉ की पढ़ाई की, अपनी ज्यादातर सैलरी पार्टी को दे देते थे ज्योति बसु का जन्म 8 जुलाई 1914 को कलकत्ता के एक बंगाली कायस्थ परिवार में हुआ। पिता निशिकांत बसु पेशे से डॉक्टर थे। तीन भाई-बहनों में ज्योति दा सबसे छोटे थे। घरवाले प्यार से उन्हें गण बुलाते थे। बचपन ढाका जिले के बरुड़ी में गुजरा। कलकत्ता के हिंदू कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद लंदन यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई करने ब्रिटेन चले गए। 1937 में एंटी एंपियरलिस्ट इंडियन स्टूडेंट यूनियन के एक्टिव मेंबर बने। 1938 में लंदन मजलिस के मेंबर बने। 1930 में सीपीआई की सदस्यता ले चुके ज्योति बसु रेल कर्मचारियों के आंदोलन में शामिल होने के बाद चर्चा में आए। 1957 में पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता चुने गए। उस जमाने में उन्हें 750 रुपए तनख्वाह मिलती थी, जिसका ज्यादातर हिस्सा वह पार्टी को दे दिया करते थे। उनकी पत्नी अक्सर कहती थीं कि इतने कम पैसे में मेरे लिए दोनों वक्त का खाना बनाना मुश्किल हो जाता है। 1967 में वाम मोर्चा सरकार में बसु गृहमंत्री बने। इस दौरान नक्सलबाड़ी आंदोलन की वजह से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा और सरकार गिर गई। 1977 में जब वाम मोर्चे को पूर्ण बहुमत मिला तो बसु मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 2000 तक वे राज्य के सीएम रहे। 1996 में ज्योति बसु को तीसरी बार मिला पीएम बनने का ऑफर प्रोफेसर सुरभि बनर्जी अपनी किताब 'ज्योति बसु: द अथोराइज्ड बायोग्राफी' में लिखती हैं कि ज्योति बसु प्रधानमंत्री बनना चाहते थे। उन्हें एक नहीं, 3 बार प्रधानमंत्री बनने का ऑफर मिला। दो बार प्रधानमंत्री बनने का ऑफर ठुकरा चुके ज्योति बसु को तीसरा मौका 1996 में मिला। 1996 मई के महीने में लोकसभा चुनाव के नतीजे आए तो बीजेपी 161 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। कांग्रेस 140, जनता दल 46, सीपीएम 32, सपा 17, डीएमके को 16 सीटें मिली थीं। कोई भी बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों के आसपास भी नहीं था। बीजेपी के प्रखर हिंदूवाद को देश ने पसंद तो किया था, लेकिन उसे बहुमत नहीं दिया था। बावजूद इसके बीजेपी नेता सरकार बनाने की बात करने लगे थे। बीजेपी की सक्रियता देखकर 32 सीटें जीतने वाली कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (एम) के महासचिव हरकिशन सिंह सुरजीत एक्टिव हुए। वे लगातार छोटे-बड़े दलों से मिलने लगे। इस तरह एक मोर्चा तैयार होने लगा। हरकिशन सिंह सुरजीत ने मीडिया से कहा कि हम सेक्युलर लोग किसी भी तरह से बीजेपी को पावर में आने से रोकना चाहते हैं। छोटी-बड़ी पार्टियों के इस गठबंधन को संयुक्त मोर्चा कहा गया। बड़ा सवाल ये था कि मोर्चे की कमान किसके हाथ में होगी? कांग्रेस ने भी संकेत दिया कि वो संयुक्त मोर्चे के समर्थन में है। उस समय कांग्रेस के अध्यक्ष सीताराम केसरी थे। उन्होंने सुरजीत को मैसेज भिजवाया कि अगर संयुक्त मोर्चा सरकार बनाना चाहता है तो हम आपको बाहर से समर्थन देंगे, लेकिन सरकार में शामिल नहीं होंगे। सबने मिलकर तय किया कि विश्वनाथ प्रताप सिंह हमारे नेता होंगे। वे संयुक्त मोर्चा सरकार के पीएम होंगे। सबका मानना था कि वीपी सिंह एक बार सरकार चला चुके हैं। उन्हें अनुभव है और वे इस मिली-जुली सरकार को चला लेंगे। सभी नेता वीपी सिंह के दिल्ली स्थित बंगले तीन मूर्ति मार्ग पर पहुंचे। देबाशीष मुखर्जी अपनी किताब 'द डिसरप्टर: हाउ विश्वनाथ प्रताप सिंह शुक इंडिया' में लिखते हैं कि 14 मई 1996 की सुबह दो मुख्यमंत्री उनके दरवाजे पर थे और उनसे आग्रह कर रहे थे कि वे फिर से प्रधानमंत्री बन जाएं। वीपी ने मना कर दिया। दोनों मुख्यमंत्रियों ने कहा कि वे शाम 4 बजे और लोगों के साथ समझाने के लिए वापस आएंगे। दोपहर के भोजन के तुरंत बाद वीपी घर से निकल गए, जबकि नेताओं का एक पूरा दल उनके घर पहुंचा। इसमें आठ राज्यों के मुख्यमंत्री भी थे। वीपी फिर से पीएम बनने के झंझट में नहीं पड़ना चाहते थे, इसलिए वे पूर्वी दिल्ली में अपने एक दोस्त के यहां चले गए थे। हालांकि उनका पता लगा लिया गया। नेताओं से पहले प्रेस पहुंच गई थी। इसके बाद वीपी हरियाणा के एक गेस्ट हाउस चले गए और तीन दिन बाद लौटे। तब तक पीएम चुनने वाला मामला शांत पड़ गया था। वीपी सिंह ने कहा- आप ज्योति दा को पीएम बनाइए, मुझे नहीं उस समय संयुक्त मोर्चा की टीम में रहे पश्चिम बंगाल के एक कम्युनिस्ट नेता बताते हैं कि मैं उस समय दिल्ली में था। जब हम लोग वीपी से मिले तो उन्होंने कहा कि मेरे से काबिल लोग देश में हैं। आप उन्हें क्यों नहीं ट्राय करते। आप कुछ भी कर लीजिए मैं दोबारा पीएम नहीं बनूंगा। जब हममें से किसी ने वीपी से पूछा कि आप नहीं बनेंगे तो कौन बनेगा? तब वीपी ने कहा कि आपके पास ज्योति दा (ज्योति बसु) हैं। वे कई सालों से सरकार चला रहे हैं। आप उन्हें आगे कीजिए। वीपी का ये सुझाव सभी को सही लगा। ज्योति बसु 1977 से पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री थे। उनकी छवि भी साफ-सुथरी थी। उन्हें देश के लोग जानते और पसंद भी करते थे। उनके नाम पर किसी को कोई आपत्ति नहीं थी। ये वो दौर था जब लेफ्ट पार्टीज के पास 44 सांसद थे। इसमें सीपीएम के 32 और सीपीआई के 12 सांसद थे। सेंट्रल कमेटी नहीं चाहती थी कि ज्योति बसु पीएम बनें पश्चिम बंगाल के इंग्लिश डेली ‘द टेलीग्राफ’ के सीनियर जर्नलिस्ट प्रसून आचार्य बताते हैं कि इस बैठक के बाद सीपीआईएम के महासचिव हरकिशन सिंह सुरजीत, बुद्धदेब भट्टाचार्य और ज्योति बसु ने ये बात अपनी पार्टी के सामने रखी। ज्योति पीएम बनना चाहते थे। सुरजीत उनके समर्थन में थे। सीपीआईएम में पोलित ब्यूरो से ऊपर सेंट्रल कमेटी होती है। सेंट्रल कमेटी यानी सीसी की बैठक बुलाई गई। इसमें ई बालानंदन, वीएस अच्युतानंदन, प्रकाश करात, सीताराम येचुरी, एस रामचंद्रन पिल्लई, सुनील मैत्रा, ईके नयनार सहित सीपीआईएम के वरिष्ठ नेता थे। प्रकाश करात और सीताराम येचुरी के दबाव के चलते सेंट्रल कमेटी ने ज्योति बसु को पीएम बनाने से इनकार कर दिया। सीसी ने कहा कि उन्हें पीएम पद तब लेना चाहिए, जब उनके पास बहुमत हो। पार्टी की बात मानते हुए ज्योति बसु ने इनकार किया, देवगौड़ा बने पीएम सेंट्रल कमेटी में विरोध करने वालों ने कहा कि बहुमत के लिए 272 सांसदों की जरूरत है। हमारे पास केवल 32 सांसद हैं। ऐसे में वामपंथी मजबूत नहीं हो सकेंगे। येचुरी ने कहा कि इससे हमारी विश्वसनीयता प्रभावित होगी। हम अपनी पार्टी की रीति और नीति के अनुसार नहीं चल सकेंगे। वहीं समर्थन करने वाले लोगों ने कहा कि अगर बसु पीएम बनते हैं तो पार्टी को आगे जन समर्थन मिल सकता है। येचुरी बताते हैं कि इसके बाद मैं और ज्योति दा कर्नाटक भवन गए। वहां एचडी देवगौड़ा, मुलायम सिंह यादव, लालू प्रसाद और चंद्रबाबू नायडू हमारे जवाब का इंतजार कर रहे थे। हमने उन्हें सीसी का फैसला बताया। इसके बाद संयुक्त मोर्चे के नेताओं ने कर्नाटक के सीएम एचडी देवगौड़ा को पीएम बना दिया। ज्योति बसु ने कहा- उन्हें पीएम न बनने देना हिस्टॉरिकल ब्लंडर था ज्योति बसु की अधिकृत बायोग्राफी प्रोफेसर सुरभि बनर्जी ने 'ज्योति बसु: द अथोराइज्ड बायोग्राफी' के नाम से लिखी है। इसमें लिखा कि 1996 में पीएम पद के ऑफर को ठुकराना एक हिस्टॉरिकल ब्लंडर यानी ऐतिहासक भूल थी। ये लाइन छपने के बाद पूरे देश में ज्योति बसु फिर चर्चा में आ गए थे। सीपीआईएम के नेताओं ने उनसे संपर्क किया और पूछा कि जो किताब में लिखा है वो आपने लिखा है। तब ज्योति बसु ने कहा कि हां ये बात मैंने ही कही है और ये छपे हुए शब्द मेरे ही हैं। अपने सबसे सीनियर नेता का बयान सुनकर पार्टी काे धक्का तो लगा, लेकिन ज्योति बसु के बयान ने पार्टी को सोचने पर मजबूर कर दिया। इसके बाद साल 2000 में केरल के त्रिवेंद्रम में हुई 'कांग्रेस' में पार्टी ने अपना संविधान बदला और तय किया कि अगर सरकार बनाने का मौका मिला तो सीपीआईएम अब सरकार में शामिल हो सकती है। इससे पहले पार्टी ऐसा नहीं कर सकती थी। अब जानते हैं ज्योति बसु की जिंदगी से जुड़े कुछ रोचक किस्से… ज्योति के पास कोई घर नहीं था, पार्टी ने चंदा करके खरीदा बादल सरोज बताते हैं कि ज्योति बसु 23 साल चार महीने तक पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे। 6 नवम्बर 2000 को उन्होंने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा तो संकट खड़ा हो गया कि उन्हें कहां शिफ्ट किया जाए। दरअसल, 23 साल तक सीएम रहने के दौरान उन्होंने अपने लिए कोई घर नहीं बनवाया था। कोलकाता तो क्या पूरी दुनिया में उनका खुद का कोई घर नहीं था। सालभर तक उन्हें पार्टी के रेस्ट हाउस में रखा गया। इस दौरान पार्टी के सदस्यों ने चंदा इकट्ठा किया और कोलकाता में एक मकान खरीदकर उन्हें दिया। जहां वे आखिरी वक्त तक रहे। अटल से बोले- मैं भाजपाइयों को बर्बर क्यों न कहूं कभी ज्योति बसु के साथ सेंट्रल कमेटी के सदस्य रहे और वर्तमान में मप्र राज्य सचिव मंडल के सदस्य बादल सरोज बताते हैं कि मैंने ज्योति दा के सामने काम किया है। वे इंग्लैंड में इंदिरा गांधी के साथ पढ़ते थे। ज्योति बसु ने कभी भी शब्दों की सीमा को नहीं लांघा। वे हमेशा सोच-समझकर बोलते थे। अपने जीवन में उन्होंने केवल दो बार खराब शब्दों का उपयोग किया था। इसमें एक शब्द था 'बर्बर' दूसरा 'गुंडा'। इमरजेंसी में उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को 'कांग्रेसी गुंडे' कहकर संबोधित किया था। जिसका उन्हें अफसोस हुआ था। वहीं दूसरी बार 1996 में जब भाजपाइयों ने बाबरी मस्जिद गिराई थी तो उन्हें बसु ने एक भाषण के दौरान 'बर्बर बीजेपी' कहा था। जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तो ज्योति बसु सीएम होने के नाते उनसे मिलने गए। तब अटल जी को उनका भाषण याद था। उन्होंने कहा- ज्योति दा आप हमें बर्बर कहते हैं। तब ज्योति बसु ने कहा कि अटल जी आप ही बताइए आपके कार्यकर्ताओं ने एक पुरानी बनी हुई इमारत को गिरा दिया। ऐसे लोगों को बर्बर नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे। यदि आपके पास बर्बर शब्द का रिप्लेसमेंट है तो बताइए मैं आज वो शब्द वापस ले लूंगा। पुलिस वालों से बोले- अगर दंगा करना है तो पहले पुलिस की वर्दी उतारकर आओ सीपीआईएम के महासचिव सीताराम येचुरी के साथ ज्योति बसु की कई यादे हैं। येचुरी ने भास्कर को बताया कि 1967 की बात है। पश्चिम बंगाल के पुलिसवाले अपनी मांगों को लेकर सरकार से नाराजगी जता रहे थे। चूंकि पुलिस खुद विरोध कर रही थी ऐसे में उन्हें कौन रोकता। कुछ नाराज पुलिसवाले हथियार लेकर विधानसभा में घुस आए। डर के मारे विधानसभा अध्यक्ष, सरकार के कई मंत्री और विधायक भाग गए। ज्योति बसु अकेले ऐसे व्यक्ति थे जो चैंबर में डटे हुए थे। जब कुछ पुलिसवाले ज्योति बसु के चैंबर में घुसे तो वे देखकर भौचक्के रहे गए। दरअसल, बसु सामान्य रूप से काम कर रहे थे। फाइलें देखते हुए बसु ने उनसे कहा कि अगर आप इसी तरह काम करना चाहते हैं तो जाइए सबसे पहले अपनी वर्दी उतारकर आइए। ये सुनकर पुलिसवाले जाने लगे। बसु ने उन्हें रोका और चेतावनी दी। आपको क्या लगता है आप पुलिस हैं तो विधानसभा के अंदर कुछ भी कर लेंगे। आपको ये नहीं भूलना चाहिए कि बाहर आम जनता आपका इंतजार कर रही है। आप लोग जो भी यहां करेंगे, उसका जवाब आपको बाहर मिलेगा। ज्योति बसु ने सीताराम येचुरी से कहा- तुम खतरनाक आदमी हो ज्योति बसु के साथ अपनी पहली विदेश यात्रा के बारे में सीताराम येचुरी बताते हैं कि 1989 में पहली बार मैं उनके साथ नेपाल यात्रा पर गया था। उनके शेड्यूल में पशुपतिनाथ मंदिर की यात्रा भी थी। मैंने उनसे पूछा कि आपने इसके लिए मना क्यों नहीं किया। तब उन्हाेंने कहा कि भारत में हर विदेशी सरकारी अतिथि को राजघाट लेकर जाया जाता है। भले ही वो अतिथि गांधी से सहमत हाे या न हो। उसी तरह मैं भले ही नास्तिक क्यों न होऊं, मुझे पशुपतिनाथ मंदिर जाना जरूरी है। येचुरी बताते हैं कि मैं उनके साथ चीन यात्रा पर गया था। उन्होंने मुझसे मजाक में कहा- कामरेड तुम तो बहुत ही खतरनाक आदमी जान पड़ते हो। मैंने उनसे पूछा ऐसा क्यों कह रहे हो आप। बसु ने कहा- हममें से किसी को नहीं पता कि तुम किसे क्या पट्टी पढ़ा रहे हो। तुम सुरजीत से हिंदी में, वसवपुनैया से तेलुगु में, बालनंदन से तमिल में और मुझसे बंगला में बात करते हो। सीताराम येचुरी को ज्योति बसु बनाकर आर्ट गैलरी देखने भेज दिया येचुरी ने एक और किस्सा भास्कर को बताया। येचुरी, बसु के साथ क्यूबा के दौरे पर गए थे। बसु वहां राजकीय अतिथि थे। जब विदा लेने के लिए हम एयरपोर्ट पहुंचे तो कुछ देर बाद ही क्यूबा के राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो भी वहां पहुंच गए। राष्ट्रपति के अचानक पहुंचने से वहां मौजूद हर कर्मचारी और अफसर हैरान और परेशान हो गया कि अचानक राष्ट्रपति क्यों आ गए। दरअसल, कास्त्रो ऐसे ही हर किसी को छोड़ने एयरपोर्ट नहीं आते थे। ज्योति बसु ने मेरी तरफ देखकर बांग्ला में पूछा कि क्यूबा रिवोल्यूशन होये कातो बोछोर हलो यानी क्यूबा की क्रांति हुए कितने साल हो गए हैं। मैंने जवाब दिया 34 साल। बसु ने कहा एखानो गुरिल्ला टैक्टिक्स भूलेनी यानी फिदेल कास्त्रो अपने छापामार तरीके अभी तक नहीं भूले हैं। हमें हवाना से लौटते हुए माद्रे में कुछ समय रुकना था। मैंने निकलने से पहले वहां के भारतीय राजदूत से पूछ लिया था कि जब हम माद्रे रुकेंगे तो वहां देखने लायक क्या चीज है। राजदूत ने बताया कि आपको पिकासो की वर्ल्ड फेमस गुएर्निका पेंटिंग देखनी चाहिए। मैंने ये बात बसु को बताई। जब हम मार्दे पहुंचे तो उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। वो आर्ट गैलरी जाने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन मैं देखना चाहता था। अब सवाल ये था कि जब राजकीय अतिथि नहीं जाएगा तो मुझे कौन ले जाएगा। मैंने कहा आप नहीं जाएंगे तो मैं कैसे देख पाऊंगा। उन्होंने कहा- तुम देखने जाओ। हमारे कारण ही तो उन्होंने आर्ट गैलरी का समय बढ़ाया है। तुम जाओ और पिकासो का आर्ट देखकर आओ। यहां के अफसरों को क्या पता कि कौन ज्योति बसु है। तुम चुपचाप जाओ और देखकर आ जाओ। तुमसे कौन पूछेगा कि तुम ज्योति बसु हो या नहीं। **** पीएम इन वेटिंग सीरीज के सातवें एपिसोड में 6 मई को पढ़िए- सबसे ज्यादा सांसदों का साथ, शपथ लेना तय, लेकिन लालू की वजह से PM बनते-बनते रह गए एक नेता की कहानी **** ‘पीएम इन वेटिंग’ सीरीज के अन्य एपिसोड यहां पढ़िए... एपिसोड-1: तो क्या नेहरू की जगह सुभाष चंद्र बोस होते पीएम: पौत्र बोले- वो जिन्ना को भी मंजूर थे; 1943 में ही बनाई थी सरकार एपिसोड-2: मुसलमानों से पटेल बोले- दो घोड़ों की सवारी मत करिए:सरदार पटेल को PM बनाने से क्यों डरते थे गांधी; 4 बार रोका एपिसोड-3: मां पीएम थी, सरकार संजय गांधी चलाते थे:टारगेट के लिए कुंवारों तक की नसबंदी, झुग्गियों के सफाए में 400 मारे गए एपिसोड-4: देवीलाल ने PM पद ठुकराया, बोले- ताऊ ही रहने दो:बाद में उप-प्रधानमंत्री बनने के लिए अड़े; राज्यपाल को जड़ा था थप्पड़ एपिसोड-5: जगजीवन राम के बेटे की न्यूड तस्वीरें छपीं:पिता के हाथ से फिसली PM कुर्सी; क्या इंदिरा गांधी ने रची थी साजिश
राजधानी में अवैध होटलों-गेस्ट हाउस पर कसेगा शिकंजा, दिल्ली पुलिस कर रही ये तैयारी
पुलिस ने बताया है कि बड़ी संख्या में बिना लाइसेंस के होटल चल रहे हैं। ऐसे होटल ऑनलाइन प्लैटफॉर्म से भी जुड़े हैं। दिल्ली में होटल चलाने के आवेदनों में बीते एक वर्ष में काफी बढ़ोतरी हुई है।
2 मई 2024 की रात। पीएम नरेंद्र मोदी कोलकता स्थित राजभवन पहुंचने वाले थे। रात यहीं गुजारकर अगले दिन उन्हें पश्चिम बंगाल के कई चुनावी कार्यक्रमों में शामिल होना था। पीएम के पहुंचने से कुछ घंटे पहले एक महिला ने आरोप लगाया कि राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने दो अलग-अलग मौकों पर उनका यौन उत्पीड़न किया है। महिला की शिकायत के बावजूद राज्यपाल के खिलाफ अभी तक यौन उत्पीड़न की धाराओं में केस दर्ज नहीं हुआ है। बंगाल पुलिस कानूनी सलाह ले रही है कि इस मामले में कार्रवाई कैसे की जाए? इसकी वजह यह है कि राज्यपाल के पद पर रहने वाले व्यक्ति को संविधान से केस और गिरफ्तारी से इम्यूनिटी मिली हुई है। भास्कर एक्सप्लेनर में जानेंगे संविधान के आर्टिकल 361 की कहानी, जो यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर आरोपों में भी राज्यपाल को इम्यूनिटी देता है; क्या पहले भी ऐसी स्थिति बनी, तब क्या किया गया था… सवाल 1: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न के आरोप में अब तक क्या-क्या सामने आया?जवाब: राज्यपाल पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला कर्मचारी 2019 से पश्चिम बंगाल के राजभवन में संविदा पर काम कर रही हैं। वो राजभवन के ही आवासीय क्वार्टर में रहती हैं और टेलीफोन कक्ष में ड्यूटी करती हैं। पश्चिम बंगाल पुलिस से अपनी शिकायत में महिला ने कहा है कि दो मौके पर राज्यपाल सीवी आनंद ने उसका यौन उत्पीड़न किया। शिकायत पत्र में महिला ने राज्यपाल पर कुछ इस तरह से आरोप लगाए हैं… ‘19 अप्रैल को राज्यपाल ने मुझसे कुछ समय निकालने और अपने सीवी के साथ उनसे मिलने के लिए कहा था। करीब 5 दिन बाद 24 अप्रैल को दोपहर के करीब 12.45 बजे मैं उनसे मिलने के लिए राजभवन पहुंची थी। उन्होंने थोड़ी देर बात करने के बाद मुझे गलत तरीके से छूने की कोशिश की। मैं किसी तरह खुद को बचाकर उनके पास से निकलने में कामयाब रही। उन्होंने 2 मई को दोबारा से कॉल करके मुझे अपने पास बुलाया। मैं डरी हुई थी, इसलिए अपने सीनियर को साथ लेकर उनसे मिलने के लिए राजभवन पहुंची। राज्यपाल ने मुझसे कुछ देर बात करने के बाद मेरे पर्यवेक्षक और सीनियर अधिकारी को कमरे से बाहर जाने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने प्रमोशन की बात कहकर मुझसे लंबी बातचीत करने की कोशिश की। कुछ देर बाद वो मुझे गलत तरीके से छूने लगे। मैंने इसका विरोध किया और वहां से निकलने की कोशिश करने लगी। राज्यपाल ने किसी से नहीं बताने की बात कहकर मुझे जाने दिया।’ राजभवन से बाहर आने के बाद महिला ने वहां तैनात पुलिस अधिकारी के पास शिकायत की। सेंट्रल डिवीजन की उपायुक्त इंदिरा मुखर्जी ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमें एक शिकायत मिली है और हम जांच कर रहे हैं। हम इस मामले पर कानून विभाग के संवैधानिक विशेषज्ञों के साथ भी परामर्श कर रहे हैं। महिला का आरोप है कि राजभवन के अंदर उसके साथ छेड़छाड़ की गई।’ राजभवन ने इन आरोपों का खंडन किया है। राज्यपाल बोस ने कहा, 'मैं गढ़ी गई कहानियों से डरने वाला नहीं हूं। अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी लाभ चाहता है, तो भगवान उन्हें आशीर्वाद दें। लेकिन, वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते।’ राजभवन से जारी एक बयान में कहा गया है कि ‘दो असंतुष्ट कर्मचारी जो अपमानजनक काम कर रहे हैं, उसके बाद ही राजभवन के कर्मचारियों ने राज्यपाल के साथ एकजुटता व्यक्त की है।’ सवाल 2: यौन उत्पीड़न के आरोपों के बावजूद राज्यपाल पर केस क्यों नहीं दर्ज किया गया? जवाब: सुप्रीम कोर्ट के वकील विराग गुप्ता के मुताबिक संविधान के आर्टिकल 361 (2) के तहत राज्यपाल के पद पर होने वाले व्यक्ति के खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला नहीं चलाया जा सकता है। इसके अलावा आर्टिकल 361 (3) के तहत राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान उनके खिलाफ गिरफ्तारी या जेल भेजने की कार्रवाई नहीं हो सकती है। इतना ही नहीं अनुच्छेद-361 (2) के पहले प्रावधान के तहत राज्यपाल के खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान कोई नया आपराधिक मामला भी दर्ज नहीं हो सकता है। लेकिन, उनसे जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज होने के साथ जांच भी हो सकती है। ऐसे किसी आरोपों के बाद राज्यपाल के त्यागपत्र या कार्यकाल समाप्त होने के बाद उस मामले में राज्यपाल के खिलाफ नए सिरे से आपराधिक मामला दर्ज हो सकता है। अनुच्छेद-361 (3) के दूसरे प्रावधानों के तहत राज्यपाल बनने के पहले अगर उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज हुआ है तो आगे उनके पद पर रहने तक इस तरह के मामलों पर भी रोक लग जाती है। इस तरह उनके खिलाफ पुराने मामलों में भी चार्जशीट, गिरफ्तारी और जेल का एक्शन नहीं हो सकता है। सवाल 3: भारतीय संविधान में राज्यपाल को कानूनी कार्रवाई से ऐसी इम्यूनिटी क्यों दी गई है? जवाबः विराग गुप्ता बताते हैं कि संविधान के आर्टिकल 361 में राष्ट्रपति, राज्यपाल और राज प्रमुख को संवैधानिक मुखिया होने के नाते सिविल और क्रिमिनल मामलों में संवैधानिक सुरक्षा दी गई है। इसके पीछे मुख्य उद्देश्य यह है कि राज्य और देश के संवैधानिक प्रमुख बिना किसी डर के निर्भीक होकर अपने पद की जिम्मेदारी को निभा सकें। उन्हें किसी तरह के कानूनी उत्पीड़न का डर नहीं हो। इससे राज्यपाल के पद की गरिमा और स्वतंत्रता सुनिश्चित होती है। संविधान के अनुच्छेद-14 के तहत सभी को समानता मिली है। राज्यपाल को दी गई संवैधानिक सुरक्षा को बेहद खास मानते हुए हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद-361 पर अपनी मोहर लगाई है। साल 1952 में कलकत्ता हाईकोर्ट ने बिमान चन्द्र बोस मामले में राज्यपाल को सिविल मामलों में दी गई संवैधानिक सुरक्षा को सही ठहराया था। अभी हाल में तेलंगाना हाईकोर्ट ने एमएलसी के नामांकन विवाद में अनुच्छेद-361 (1) के तहत राज्यपाल को व्यक्तिगत स्तर पर दी गई संवैधानिक सुरक्षा को सही ठहराया है। हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों की नियुक्ति राष्ट्रपति के अनुमोदन से होती है। जिला अदालतों के मजिस्ट्रेट और जज भी संबंधित राज्य के हाईकोर्ट के क्षेत्राधिकार में कार्य करते हैं। इसलिए राज्यपाल और राष्ट्रपति को सिविल और क्रिमिनल मामलों में पुलिस और अदालतों के सामने पेश होने पर छूट मिली है। यह प्रावधान राज्यपाल और राज्य के साथ संविधान की गरिमा को स्थापित करता है। सवाल 4: क्या पहले भी ऐसे मामले आए, जब राज्यपाल पर आरोप लगे, लेकिन पद पर रहते हुए कार्रवाई नहीं हुई? जवाब: आजादी के बाद ऐसे 3 बड़े मामले सामने आए… पहला मौका: जब सेक्स सीडी में फंसे थे आंध्र प्रदेश के गवर्नर रह चुके एनडी तिवारी 2009 में एक तेलुगु चैनल ने आंध्र प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल एनडी तिवारी की एक वीडियो क्लिप चलाई थी। इस वीडियो में राज्यपाल तीन महिलाओं संग आपत्तिजनक स्थिति में दिख रहे थे। उस वीडियो क्लिप को तेलुगू चैनल ने प्रसारित किया था। हैदराबाद हाई कोर्ट ने इस वीडियो क्लिप को चलाने पर तुरंत रोक लगवाई थी। उस समय कई महिला संगठनों ने तिवारी के खिलाफ एक्शन लिए जाने की मांग की थी। आर्टिकल 361 की वजह से उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस सीडी के सियासत ने ऐसा रंग दिखाया कि राज्यपाल ने उसी दिन शाम को तबीयत ठीक न होने की बात कहकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। दूसरा मौका: जब राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह को आरोपों से छूट मिली 1992 के बाबरी मस्जिद बिध्वंस मामले में बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवानी, उमा भारती, मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने नए आरोपों के जांच की अनुमति दी थी। मस्जिद विध्वंस में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कल्याण सिंह पर भी आरोप थे। लेकिन 2017 में वे राजस्थान के राज्यपाल थे, इसलिए उनके खिलाफ न आरोप तय किए गए न मुकदमा चला। तीसरा मौका: जब मेघालय के राज्यपाल पर कार्रवाई नहीं हुई 2017 में मेघालय के तत्कालीन राज्यपाल वी शनमुगनाथन के खिलाफ भी इस तरह की शिकायतें हुई थी। तब राजभवन के 80 से ज्यादा कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को 5 पेज में शिकायत लिखी थी। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने राजभवन के कामों के लिए केवल महिलाओं को सिलेक्ट किया है और एक तरह से राजभवन को ‘यंग लेडीज क्लब’ बना दिया है। इसी साल एक महिला ने भी उन पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। हालांकि, शनमुगनाथन ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया था। इस मामले में भी राज्यपाल के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकी थी। उस समय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से इसपर फैसला लेने की मांग की थी। इस आरोपों में घिरने के दो दिन बाद ही शनमुगनाथन ने राज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था।
क्या सच में गिरफ्तार हुई वड़ा पाव गर्ल? सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, दिल्ली पुलिस ने बताई हकीकत
दिल्ली पुलिस ने वड़ा पाव गर्ल की गिरफ्तारी के दावे का खंडन करते हुए कहा कि यह खबर बिल्कुल गलत है. महिला को गिरफ्तार नहीं किया गया है. वायरल वीडियो में कुछ लेडी कांस्टेबल चंद्रिका को ले जाती हुई दिखाई दे रही हैं. यह वीडियो कुछ दिन पुराना बताया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव : कश्मीर घाटी से उम्मीदवार न उतारने को लेकर उमर अब्दुल्ला ने BJP पर उठाया सवाल
अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा ने घाटी की तीन सीट पर अपने उम्मीदवार नहीं उतारे क्योंकि “वह जानती है कि वह कहां खड़ी है”.
भाजपा नेता इमरती देवी पर टिप्पणी के लिए MP कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी पर मामला दर्ज
इमरती देवी ने कहा, 'एक दलित महिला के बारे में इस तरह बोलना उन्हें शोभा नहीं देता. पटवारी युवा हैं लेकिन उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता पहले भी कई मौकों पर ऐसी टिप्पणियां कर चुके हैं.'
पाक सेना के लिए अब बस 'मेरी हत्या' करना बाकी है : इमरान खान ने जेल से लिखा
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के संस्थापक इमरान खान ने कहा कि नकदी संकट से जूझ रहा देश 'खतरनाक चौराहे' पर है और सरकार 'हंसी का पात्र' बन गई है.
Lok Sabha Election MP: भाजपा मोदी की गारंटी तो कांग्रेस न्याय पत्र के साथ भेज रही मतदाता पर्ची
मध्य प्रदेश के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस की बीच सीधा मुकाबला है। भाजपा जहां मोदी के सशक्त नेतृत्व, केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को सामने रखकर चुनाव लड़ रही है तो यह भी बता रही है कि कांग्रेस का सोच वर्गों को बांटने वाली है।
भाजपा ने देश के लोगों की जान खतरे में डाली : कोविशील्ड मामले को लेकर बोले अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा, 'हर कोई जानता है कि भाजपा सरकार ने कोरोना काल में लोगों को टीके लगवाए और टीके बनाने वाली कंपनी से चंदा ले लिया. अब जिन लोगों ने टीके लगवाए थे वे अपने दिल की जांच कराने के लिए अस्पताल जा रहे हैं.'
पुलिस ने पुष्टि की है कि यह विवाहेतर गर्भधारण का मामला है और महिला के बलात्कार पीड़िता होने का संदेह है. महिला बिना किसी को बताए बच्चे को मारने की कोशिश कर रही थी. यहां तक कि युवती के माता-पिता को भी इस घटना की जानकारी नहीं थी.
रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ रहे राहुल गांधी को सोशल मीडिया पर आमतौर पर भाजपा समर्थकों की ओर से ट्रोल कियाजाता है, लेकिन शुक्रवार को शतरंज के पूर्व चैंपियन गैरी कास्परोव ने भी उन्हें मजाक-मजाक में ट्रोल कर दिया।
देश भर में चल रही है परिवर्तन की लहर, मोदी सरकार के दिन अब गिने-चुने: सचिन पायलट
सचिन पायलट ने कहा कि डरी हुई भाजपा झूठ फैला रही है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो लोगों के मंगलसूत्र, भैंस छीन लेगी और दूसरों को दे देगी.
अमेठी में गांधी परिवार के साथ दशको से काम कर रहे किशोरी लाल शर्मा को टिकट दिया गया। The post रायबरेली से लड़ेंगे राहुल appeared first on Naya India .
PM मोदी का रांची में रोड शो, लोगों ने पारंपरिक ढोल बजाकर और गीत गाकर किया स्वागत
प्रधानमंत्री खुले वाहन में हाथ में कमल का निशान लेकर लोगों की ओर हाथ हिलाते नजर आए. लोगों ने मोदी पर पुष्पवर्षा भी की.
Fact Check: जानें क्या है सीएम योगी के 'मंगलसूत्र' वाले वीडियो का सच?
आजतक फैक्ट चेक ने पाया है कि सीएम योगी का पुलवामा शहीदों की पत्नियों के मंगलसूत्र पर सवाल उठाए जाने वाला ये वीडियो एडिटेड है. दरअसल, एक रैली में सीएम योगी, सपा पर हमला बोलते हुए डिंपल यादव का बयान दोहरा रहे थे. उस भाषण के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर ये भ्रामक वीडियो बनाया गया है. देखें वीडियो.
भाजपा के सीटिंग सांसदों के खिलाफ एंटी इंकम्बैंसी वाली नाराजगी या नए नौसखिए उम्मीदवारों के प्रति बेरूखी में लोकल जातीय समीकरणों व स्थानीय मुद्दों का हावी होना है। The post हर राज्य में भाजपा को नुकसान! appeared first on Naya India .
एयरबस डिफेंस ने कहा कि भारतीय वायुसेना के लिए दूसरे C-295 विमान को भारत को सौंपा गया है। भारत की ओर से ऑर्डर किए गए कुल 56 विमानों में से 16 का उत्पादन एयरबस द्वारा स्पेन के सेविले में किया जाएगा।
रानीगंज में एक रैली में बोलते हुए टीएमसी नेता ने कहा कि आप (प्रधानमंत्री) बंगाल आते हैं और महिलाओं पर अत्याचार और उनकी सुरक्षा के बारे में बड़ी-बड़ी बातें करते हैं।
एचडी रेवन्ना और प्रज्वल पर अब किडनैपिंग का भी केस: युवक का आरोप- मां से प्रज्वल के रेप का वीडियो सामने आने ... Dainik Bhaskar प्रज्वल रेवन्ना मामला दिखाता है कि राजनेताओं को महिलाओं की सुरक्षा की परवाह नहीं है, वे दोषी हैं ThePrint Hindi कांग्रेस के मंत्री ने श्री कृष्ण से की प्रज्वल रेवन्ना की तुलना, कर्नाटक में राजनीतिक बवाल India TV Hindi क्या हैं डिप्लोमेटिक पासपोर्ट और कितनी ज्यादा होती है इसकी ताकत? जिसका इस्तेमाल कर प्रज्वल रेवन्ना पर जर्मनी भागने का आरोप Jansatta
केजरीवाल को जमानत देने पर विचार
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए अंतरिम जमानत पर विचार किया जा सकता है। The post केजरीवाल को जमानत देने पर विचार appeared first on Naya India .
खूंटी में होम वोटिंग शुरू, मतदाताओं के घर जाकर कराई गई वोटिंग
होम वोटिंग कराने हेतु प्रतिनियुक्त मतदानकर्मियों, माइक्रो आब्जर्वर, बीएलओ, सेक्टर ऑफिसर व पुलिस पदाधिकारी द्वारा चिन्हित मतदाताओं के घर पर पहुंचकर...
विभिन्न प्रपत्रों के डमी प्रपत्र का प्रयोग कर संधारित करने का दी गई व्यवहारिक जानकारी
लोक सभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष व स्वच्छ संपन्न कराने के निमित प्रशिक्षण कोषांग द्वारा खूंटी एवं तोरपा विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रतिनियुक्त...
सिमडेगा व चाईबासा की दस-दस बसों के परिचालन की अनुमति मिले : एसोसिएशन
खूंटी जिला बस ऑनर्स एसोसिएशन की एक बैठक शुक्रवार को जिलाध्यक्ष राजकुमार जायसवाल की अध्यक्षता में हुई, जिसमें मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का...
नैक मूल्यांकन को आरयू का एसएसआर अपलोड हुआ
रांची विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक मूल्यांकन) के दूसरे चक्र के मद्देनजर सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) शनिवार को...
एक्सआईएसएस का दीक्षांत समारोह आज, 11 विद्यार्थियों को मिलेगा गोल्ड
जेवियर समाज सेवा संस्थान (एक्सआईएसएस) का 63वां दीक्षांत समारोह शनिवार शाम 5 बजे से संस्थान के कैंपस में आयोजित किया गया है। इसमें बैच 2022-2024 के...
आरयू की नीति निर्धारण संबंधी 18 पॉलिसी को मिली सिंडिकेट की मंजूरी
रांची विश्विद्यालय के आपात सिंडिकेट की बैठक शुक्रवार को विश्वविद्यालय मुख्यालय में कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में हुई। इसमें बीते एक...
आदित्य विक्रम बजाज को स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2024 का खिताब
होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम), रांची में संचालित बीएससी इन हॉस्पिटैलिटी एंड होटल एडमिनिस्ट्रेशन पाठ्यक्रम के बैच 2021-24 के सभी 52 विद्यार्थियों को...
सीबीएसई: टॉपर सूची नहीं होगी जारी, स्कूल दे सकते हैं रैंक
सीबीएसई 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम जल्द जारी होने वाले हैं। हालांकि, बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि टॉपरों की सूची इस सत्र से जारी नहीं...
वोटिंग को लेकर सात पंचायत के गांवों के लोगों की हुई संयुक्त ग्रामसभा
2019 के लोकसभा चुनाव में अड़की के जिन इलाकों में विवादित पत्थलगड़ी और नक्सलवाद के कारण वोटिंग का प्रतिशत काफी कम था, उन इलाकों में इस बार बंफर...
पिकअप, हाइवा व बाइक की टक्कर में एक घायल
खूंटी के डहुगुटू साव तालाब के पास पॉलिट्री चिकन ढ़ोने वाले पिकअप वैन और हाइवा में टक्कर हो गई। जिससे पिकअप वैन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। दुर्घटना...
खूंटी में ऐतिहासिक मंडा मेला 10 को
खूंटी का ऐतिहासिक मंडा मेला दस मई को लगेगा। इस मंडा मेला का 180 वर्षों का समृद्ध इतिहास रहा है, जिसे पीढ़ी-दर-पीढ़ी लोग आज भी मनाते आ रहे हैं। मेला...
वैवाहिक बलात्कार को मान्यता नहीं : हाईकोर्ट
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए अप्राकृतिक संबंध मामला रद्द...
100 रुपये के नेपाली नोट पर लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी
काठमांडू, एजेंसियां। नेपाल ने शुक्रवार को एक मानचित्र के साथ 100 रुपये के नए...
झारखंड सरकार को झटका, SC ने साहिबगंज अवैध खनन की CBI जांच पर रोक लगाने से किया इनकार
सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई को जांच पूरी करने के बाद सीलबंद रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही सीबीआई इस मामले में चार्जशीट फाइल कर सकेगी. यह निर्देश भी अदालत ने दिया है.
Bilaspur News: चुनाव कराने पहुंचने पर मतदान दलों का होगा स्वागत
अवनीश शरण शुक्रवार को न्यू सर्किट हाऊस के सभाकक्ष में सामान्य प्रेक्षक अभय ए महाजन, व्यय प्रेक्षक श्रीकांत नामदेव एवं एसपी रजनेश सिंह की मौजूदगी में जिम्मेदार अधिकारियों की बैठक लेकर निर्वाचन आयोग की मंशा के अनुरूप सफलता के लिए कई दिशा-निर्देश दिए।
पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष सोमनाथ यादव ने कहा कि यादव समाज एक धर्मनिष्ट समाज है। भगवान श्रीकृष्ण हमारे आराध्य देव हैं।
मुंबई मेट्रो: शिंदे गुट ज्वाइन करने के बाद कांग्रेस पर क्या बोले निरुपम?
महाराष्ट्र की राजनीति में संजय निरुपम को नया ठिकाना मिल गया है. कांग्रेस से बर्खास्त संजय निरुपम ने सीएम एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना का दामन थाम लिया है. निरुपम ने 2005 में कांग्रेस का दामन थामा था, ऐसे में करीब 2 दशक बाद उनकी शिवसेना में वापसी हो रही है. देखें मुंबई मेट्रो.
मध्य प्रदेश में बलात्कार की शिकायत के बाद डिप्टी कलेक्टर गिरफ्तार
बड़वानी (मध्य प्रदेश), एजेंसी। मध्य प्रदेश के बड़वानी में एक महिला कर्मचारी की...
बंगाल के राज्यपाल ने सच्चाई सामने आने का विश्वास जताया
राजभवन की एक कर्मचारी से छेड़छाड़ के आरोपों के बीच बोस को जीत का विश्वास
आज हम आपको एक ऐसे ही सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट की डाइट टिप्स बताएंगे जो आपको पतला बनाने में मदद कर सकती हैं. विराट कोहली से लेकर शाहिद कपूर जैसे कई फेमस सेलेब्स के अलावा नेशनल और इंटरनेशनल लोगों को वो अपनी डाइट दे चुके हैं.
Bilaspur Politics News: कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र के कमरे में उड़नदस्ता दल ने दी दबिश
उड़नदस्ता टीम को जानकारी मिली थी कि भिलाई विधायक देवेंद्र यादव के समर्थक इंटरसिटी होटल के कमरों में ठहरे हैं। उन्होंने देवेंद्र यादव के पक्ष में माहौल बनाने के लिए पैसे लेकर रखा है।
उम्मीदवारों के पास भी उपलब्ध होते हैं हर बूथ के मतदान के आंकड़े : ECI
भारतीय निर्वाचन आयोग ने कहा कि आयोग प्रत्येक चरण के मतदान के बाद मतदान प्रतिशत के आंकड़े समय पर जारी करने को उचित महत्व देता है. ईसीआई की कार्य-प्रणाली में प्रकटीकरण और पारदर्शिता महत्वपूर्ण हैं.
चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी के पैर में आई मोच, कार्यकर्ताओं ने सहारा देकर मंच से उतारा
बिहार में विपक्ष के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त है। वह प्रतिदिन पांच-छह सभाएं कर रहे हैं। इस बीच, शुक्रवार को एक चुनावी रैली के दौरान उनके पैर में मोच आ गई। मंच से आरजेडी कार्यकर्ताओं और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें सहारा देकर नीचे …
लोकसभा चुनावः मालदा में TMC सांसद के हेलीकॉप्टर में उड़ान भरते ही लगी आग, बाल-बाल बचे
पश्चिम बंगाल के मालदा में शुक्रवार को घटल से टीएमसी सांसद और अभिनेता दीपक अधिकारी के हेलीकॉप्टर में हेलीपैड से उड़ान भरने के तुरंत बाद आग लग गई। दुर्घटना के कारण पायलट को आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर को वापस उतारना पड़ा। इस हादसे में अधिकारी और अन्य सभी बाल-बाल बच …
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पास 20 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति, जानिए कितनी है देनदारी
राहुल गांधी ने 11 करोड़ 15 लाख दो हजार 598 रुपए की मौजूदा बाजार मूल्य की अचल संपत्ति होने की भी जानकारी दी है. इसमें खुद खरीदी हुई नौ करोड़ चार लाख 89 हजार रुपये की संपत्ति और दो करोड़ 10 लाख 13 हजार 598 रुपए की विरासत में मिली संपत्ति शामिल है.
रोहित वेमुला केस में और जांच करेगी तेलंगाना पुलिस, क्लोजर रिपोर्ट पर मां ने जताया संदेह
तेलंगाना डीजीपी की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि चूंकि मृतक रोहित वेमुला की मां और अन्य लोगों द्वारा जांच पर कुछ संदेह व्यक्त किए गए हैं इसलिए मामले की आगे और जांच करने का फैसला लिया गया है. न्यायालय में एक याचिका दायर कर मजिस्ट्रेट से मामले की आगे की जांच की अनुमति देने का अनुरोध किया जाएगा.
राहुल गांधी रायबरेली से लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कैसे माने?: मल्लिकार्जुन खरगे ने बताया
राहुल गांधी की मां सोनिया गांधी ने वर्ष 2004 से 2024 तक रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. हालांकि वह अब राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो गई हैं. गांधी केरल के वायनाड से सांसद हैं और उस सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
हमनाम उम्मीदवारों पर कोर्ट ने नहीं लगाई रोक
सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव में एक ही नाम के या किसी बड़े नेता के नाम वाले उम्मीदवार को चुनाव लड़ने से रोकने की मांग करने वाली याचिका खारिज कर दी है। The post हमनाम उम्मीदवारों पर कोर्ट ने नहीं लगाई रोक appeared first on Naya India .
Bilaspur Crime News: टायलेट में मिली हेल्पर की लाश, जांच में जुटी पुलिस
सिरगिट्टी टीआइ भारती मरकाम ने बताया कि मुंगेली जिले के पथरिया में रहने वाले मनोज धुरी(24) निजी संस्थान में हेल्पर का काम करते थे। वे सिरगिट्टी में अपने परिचित के साथ रहते थे। दो दिन पहले वे ड्यूटी पर आए थे।
वरुथिनी एकादशी आज, इन खास मंत्रों के जाप से चमक जाएगी किस्मत,सुख-सौभाग्य का मिलेगा वरदान
Varuthini Ekadashi 2024 Mantras: आज वरुथिनी एकादशी है। यह शुभ दिन श्रीहरि विष्णु की पूजा-उपासना के लिए समर्पित है। इस दिन विष्णुजी को प्रसन्न करने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जाप किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार मई को शाम सवा पांच बजे कानपुर आएंगे। वह यहां पर शहर के सबसे घने इलाके गुमटी क्षेत्र में एक किलोमीटर लंबा रोड शो निकालेंगे।
दिल्ली में हवा की गति कम होने से शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 264 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी है।
कोटा में इंस्टाग्राम पर फेमस होने के लिए दोस्त की हत्या करने वाला नाबालिग गिरफ्तार
जयपुर, 4 मई . राजस्थान पुलिस ने कथित तौर पर इंस्टाग्राम पर फेमस होने के लिए कोटा में अपने दोस्त की हत्या के आरोप में शुक्रवार को एक नाबालिग को उसके दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया. दो दिन पहले कोटा में एक छात्र की देसी कट्टे के साथ रील बनाते हुए गलती से गोली ... Read more
Bilaspur Crime News: बहू पर गंदी नजर रखने की बात पर बेटे ने की थी पिता की हत्या, गिरफ्तार
एएसपी अर्चना झा ने बताया कि सीपत क्षेत्र के ग्राम सेलर में रहने वाले कुशल साहू(70) किसान थे। मंगलवार को वे अपने बेटे विशाल के घर सरकंडा गए थे। शाम को वे खेत में लगी फसल देखकर आने की बात कहकर निकले थे।
Bilaspur News: 32 पेज की आंसरशीट नहीं भर पा रहे कालेज छात्र, हिंग्लिश का प्रयोग
शिक्षण सत्र 2023-24 की मुख्य परीक्षा का 50 प्रतिशत हिस्सा पूरा हो चुका है। लोकसभा चुनाव के कारण कुछ विषयों की परीक्षाओं को जून तक के लिए टाल दिया गया है। 50 से अधिक विषय कोड की परीक्षाओं को लेकर परीक्षा विभाग इस बार खास तैयारी के साथ आगे बढ़ रहा है।
Bilaspur Crime News: हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा आरोपित फरार
केंद्रीय जेल के मुख्य प्रहरी ने हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी के फरार होने की शिकायत की है। उन्होंने बताया कि दयालबंद में रहने वाले अजय कुमार उर्फ छोटू, उर्फ जिज्जी को आजीवन कारावास और अर्थदंड की सजा हुई है।
आरोप लगाने वाली महिला के समर्थन में उतरीं ममता
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली राजभवन की महिला कर्मी के समर्थन में ममता बनर्जी उतरी हैं। The post आरोप लगाने वाली महिला के समर्थन में उतरीं ममता appeared first on Naya India .
शीर्ष नेतृत्व को चुनौती देने से पहले रायबरेली जीतें राहुल : कास्पारोव
ने गांधी के शतरंज प्रेम पर प्रतिक्रिया दी नई दिल्ली, एजेंसियां।
Bilaspur News: प्रधान आरक्षक की फांसी पर लटकी मिली लाश
सरकंडा के मोपका में रहने वाले लखन मेश्राम(53) प्रधान आरक्षक थे। उनकी पोस्टिंग सरकंडा थाने में थी। गुरुवार की शाम ड्यूटी के बाद वे घर गए। रात करीब 11 बजे वे घर से निकले थे। इसके बाद वे घर नहीं गए।
मिथुन राशिफल 4 मई: उतार-चढ़ाव भरा दिन,कार्यों में रहेंगी चुनौतियां,अचानक से बढ़ेंगे खर्च
Aaj Ka Rashifal,Mithun Rashifal : राशि चक्र की यह तीसरी राशि है। जिन जातकों के जन्म के समय चंद्रमा मिथुन राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि मिथुन मानी जाती है। पढ़ें मिथुन राशि का राशिफल...
Bilaspur Crime News: दरगाह परिसर से दानपेटी ले गए चोर, सीसीटीवी में कैद हो गई तस्वीर
रतनपुर के करैहापारा में रहने वाले मिर्जा अशरफ बेग हजरत मूसा शहीद दरगाह कमेटी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि गुरुवार की सुबह जब दरगाह के खादिम पहुंचे तो दानपेटी गायब थी। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी दरगाह कमेटी के सदस्यों को दी।
वृषभ राशिफल 4 मई: शुभ दिन, हर कार्य होंगे सफल, कई सोर्स से आएगा पैसा, किसी दिलचस्प से होगी मुलाकात
Aaj Ka Vrishabh Rashifal Taurus :राशि चक्र की यह दूसरी राशि है, इस राशि का चिन्ह ’बैल’ है। वृष राशि का स्वामी ग्रह शुक्र है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा वृष राशि में गोचर कर रहा होता है।
उम्मीदवारों के पास भी उपलब्ध होते हैं हर बूथ के मतदान के आंकड़े : ईसीआई
नई दिल्ली, 4 मई . लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के मतदान के अंतिम आंकड़े जारी करने में देरी को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना झेल रहे भारतीय निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को कहा कि वह वोटिंग के आंकड़े समय पर जारी करने को उचित महत्व देता है. आयोग की ओर से जारी एक ... Read more
सिद्धारमैया, शरद पवार के बाद आदित्य ठाकरे, पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष कैसे कर रहा घेराबंदी
नई दिल्ली : देश में को लेकर चुनाव प्रचार में तल्खी से लेकर जुबानी जंग देखने को मिल रही है। बीजेपी, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल एक दूसरे के खिलाफ हमला करने का कोई मौका नहीं गंवा रहे हैं। पर मुस्लिमों का तुष्टिकरण के आरोप के साथ ही गांधी परिवार …
कनाडाई पुलिस ने निज्जर के हत्यारों को गिरफ्तार करने का किया दावा, भारत पर लगाया बड़ा आरोप
टोरंटो: कनाडाई पुलिस ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर के हत्यारों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। पुलिस ने कहा है कि उसने कथित हिट स्क्वाड के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। जांचकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि इन हत्यारों को भारत सरकार ने आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की …
Mesh Rashifal Today 4 May 2024 Aaj Ka Rashifal Horoscope: राशि चक्र की यह पहली राशि है। जिन जातकों के जन्म समय में चन्द्रमा मेष राशि में गोचर कर रहा होता है, उनकी राशि मेष मानी जाती है।
डरो मत, भागो मत.. पीएम मोदी का राहुल गांधी पर डायरेक्ट अटैक के मायने समझिए
नई दिल्ली: अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। इस बार अमेठी से नहीं बल्कि मां की सीट रायबरेली से चुनावी रण में उतरे हैं। जैसे ही ये ऐलान हुआ बीजेपी की ओर से कांग्रेस नेता पर हमले तेज हो गए। खुद प्रधानमंत्री …
Exclusive : राहुल गांधी ने अमेठी की बजाय रायबरेली को क्यों चुना? राजीव शुक्ला ने बताई अंदर की बात
राजीव शुक्ला ने कहा कि सोनिया गांधी ने कितने ही लोकसभा चुनाव लड़े और जीते हैं, वो पार्टी के कहने पर राज्य सभा में गई हैं, राहुल गांधी उत्तर और दक्षिण दोनों से लड़ रहे हैं, तो भागने जैसी कोई बात नहीं है. हम मजबूती से बीजेपी का सामना कर रहे हैं.
एक क्लिक में पढ़ें 4 मई, शनिवार की अहम खबरें
देश, दुनिया, राज्य, महानगर, खेल, आर्थिक और बॉलीवुड में क्या कुछ हुआ. जानने के लिए यहां पढ़ें समय के साथ-साथ खबरों का लाइव अपडेशन...
Janjgir-champa News : नहर से नदी व नालों में पहुंचा पानी
मिनीमाता हसदेव बांगो परियोजना के बांध का पानी नहर से नदी नाले में भरने से ग्रामीणों की निस्तारी की समस्या दूर हो गईहै। वहीं सिंचाई के लिए भी लोगों को पानी मिल रहा है।मालखरौदा ब्लाक के ग्राम घोघरी, बरभाठा ,कवलाझर व तेंदुमुड़ी में निस्तार की समस्या शुरू हो गई थी । लगातार नहर में पानी छोड़ने की मांग की गई थी ।
भाजपा का हिंदुत्व प्रतिगामी: उद्धव
कंकावली (महाराष्ट्र), एजेंसी। शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को भाजपा पर हमला...
महिला ने बच्चे को जन्म देकर सड़क पर फेंका
प्लास्टिक बैग में सड़क पर मृत मिला नवजात केरल बाल अधिकार आयोग ने दर्ज किया
बलोचिस्तान में बम विस्फोट, पत्रकार समेत तीन की मौत
कराची, एजेंसी। पाकिस्तान के अशांत बलोचिस्तान प्रांत में एक वाहन को निशाना बनाकर किए...
4 जून के बाद खरगे को ‘कांग्रेस ढूंढो यात्रा’ निकालनी पड़ेगी: अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा, ‘‘ वह कहते हैं कि भाजपा इन छोटे राज्यों में सरकार बना रही है.... हालांकि भले ही यह छोटा राज्य हो लेकिन यह देश का हृदय है और भारत माता के भाल पर गोवा बिंदी जैसा है.’’
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से GST के प्रावधानों के तहत नोटिस और गिरफ्तारियों का ब्योरा मांगा
सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से वस्तु एवं सेवा कर (GST) के प्रावधानों के तहत नोटिस जारी करने और गिरफ्तारियों का ब्योरा देने को कहा है. अदालत ने कहा है कि वह कानून की व्याख्या कर सकता है और किसी भी उत्पीड़न से बचने के लिए उचित दिशानिर्देश तय कर सकता है. जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की एक विशेष बेंच ने ये निर्देश GST अधिनियम, सीमा शुल्क अधिनियम और PMLA के विभिन्न प्रावधानों को चुनौती देने वाली 281 याचिकाओं की सुनवाई करते हुए दिए.
दिल्ली आबकारी नीति मामले में एक और गिरफ्तारी, अब तक 18 लोगों पर ED ने कंसा शिकजा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उनकी पार्टी के सहयोगी और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता, और कई शराब व्यवसायियों और अन्य को संघीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार किया गया है.
रमेश ने पूछा, ‘‘अभी हाल के दिनों में उनकी अपनी पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जेपी नड्डा गुजरात से राज्यसभा सदस्य हैं और निश्चित रूप से स्वयंभू चाणक्य (अमित शाह) भी राज्यसभा में संसद सदस्य थे. उनके (मोदी के) पास उन लोगों के बारे में कहने के लिए क्या है?’’
चुनावी प्रचार के बीच घायल हुए तेजस्वी यादव, कमर में लगी चोट
जानकारी के मुताबिक, अररिया के सिमराहा मध्य विद्यालय के मैदान में राजद प्रत्याशी शाहनवाज आलम के पक्ष में इंडी एलायंस में शामिल तेजस्वी यादव और वीआईपी सुप्रीमो मुकेश कुमार सहनी ने चुनावी सभा को संबोधित किया. सामने आया है कि, अररिया के सिमराहा में स्टेज से रेस्ट रूम जाते के वक्त उन्हें हल्की चोट लग गई थी. स्टेज पर तेजस्वी लंगड़ा कर चल रहे थे.
इस फॉर्मेट में टीम इंडिया की बादशाहत को लगा झटका!
आईसीसी की ताजा रैंकिंग में टीम इंडिया को बड़ा झटका लगा है. टेस्ट फॉर्मेट में भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के हाथों बादशाहत गंवानी पड़ी है, हालांकि वनडे और टी-20 फॉर्मेट में भारत ने पहला स्थान बरकरार रखा है. देखें वीडियो.
Janjgir-champa News : रेत के अवैध भंडारण पर कार्रवाई
मालखरौदा अंतर्गत ग्राम ग्राम रनपोटा, देवगांव क्षेत्र में अवैध रूप से रेत का भण्डारण किये जाने के संबंध में शिकायत कलेक्टर को हुआ था। इसकी जांच का निर्देश कलेक्टर ने खनिज विभाग के अधिकारियों को दिया था। खनिज विभाग की टीम ग्राम देवगांव एवं रनपोटा पहुंची और निरीक्षण किया तो देवगांव में 28 हाईवा और रनपोटा में 32 हाइवा रेत अवैध् रूप से भंडारण किया हुआ पाया।
सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के धर्मांतरण मामले में अंतिम सुनवाई के लिए 14 मई की तारीख निर्धारित की
पुलिस का आरोप है कि आरोपियों में शामिल लाल एक कुख्यात अपराधी है जो धोखाधड़ी और हत्या सहित विभिन्न तरह के 38 मामलों में संलिप्त है. ये मामले पिछले दो दशकों में उत्तर प्रदेश में दर्ज किये गए थे.
Janjgir-champa News : सक्ती में सटोरियों पर कार्रवाई, चार गिरफ्तार
सट्टे के गढ़ के रूप में पहचान बना चुके सक्ती से पुलिस ने आईपीएल के मैच के दौरान सट्टा खिलाने वाले खाईवाल राहुल अग्रवाल सहित चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से पुलिस ने दो लैपटाप, आठ एंड्राइड मोबाईल फोन, कई नग सिमकार्ड सहित 15 लाख रूपये का हिसाब किताब जब्त किया है।
Janjgir-champa News : गर्भपात और आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरणा : युवक को 5 साल की कैद
प्रेमिका की बिना सहमति के गर्भपात कराने और उससे दूरी बनाकर उसे आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने वाले आरोपित को सत्र न्यायाधीश शक्ति सिंह राजपूत ने 5 वर्ष सश्रम कारावास और 4 हजार रूपए अर्थदंड से दंडित किया।अभियोजन के अनुसार पीड़िता का 13 मई 2020 को जन्मदिन था। दोपहर 2 बजे उसने अपना जन्मदिन मनाया।
गैलेक्सी पर फायरिंग के मामले में आया नया ट्विस्ट
सलमान खान के घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर फायरिंग करने के लिए अनुज थापन नाम के अपराधी ने हथियार मुहैया कराए थे. मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे पंजाब से गिरफ्तार कर लिया था. लेकिन पुलिस हिरासत में उसकी संदिग्ध मौत हो गई. जिस पर अब कई सवाल उठ रहे हैं. देखें वीडियो.
राहुल गांधी अमेठी छोड़कर रायबरेली क्यों आए? इस सवाल के जवाब में कांग्रेस कहती है कि रायबरेली सिर्फ़ सोनिया गांधी की नहीं, इंदिरा गांधी की सीट रही है. कांग्रेस बताती है कि ये विरासत नहीं ज़िम्मेदारी है, कर्तव्य है. वहीं, राहुल गांधी ने कहा कि रायबरेली से नामांकन करना भावुक पल था. मां ने भरोसे के साथ परिवार की कर्मभूमि सौंपी है. अमेठी और रायबरेली उनके लिए अलग-अलग नहीं हैं, दोनों ही परिवार हैं.
जाह्नवी ने श्रीदेवी के घर को बनाया होटल, जानें कैसे फ्री में रह सकेंगे आम लोग?
जाह्नवी और बोनी ने श्रीदेवी के इस घर को थोड़ा रेनोवेट करवाकर होटल में तब्दील कर दिया है. यहां लोग आकर रह सकेंगे और एन्जॉय कर सकेंगे. जाह्नवी ने ये घर एक रेंटल कंपनी को दिया है, जिसने इसे 'आइकॉन' कैटेगरी में डाला है.
CG Weather Update: तल्ख हुआ गर्मी का तेवर, सीजन में पहली बार 45 डिग्री पहुंचा तापमान
विभाग का कहना है कि अगले सप्ताह सोमवार छह मई से प्रदेश में बारिश शुरू होने के आसार है। संभावना है कि इसके चलते अधिकतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा और मतदान वाले दिन यानी सात मई को भी लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है।
Janjgir-champa News : सात आदतन अपराधियों का जिला बदर
शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव कराने एसपी की अनुशंसा पर जिला दण्डाधिकारी ने 7 आदतन अपराधियों को जिला बदर करने का आदेश दिया है। उन्हें सक्ती जिले के अलावा समीवर्ती जिले से भी एक वर्ष तक बाहर रहने का आदेश पारित किया गया है।एसपी अंकिता शर्मा द्वारा आदतन अपराधियों को जिला बदर करने प्रतिवेदन जिलादंडाधिकारी को प्रतिवेदन भेजा गया था ।